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यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: बिहार में अगले 5 साल तक जंगल राज की छाती पीटेंगे विपक्षी दल : नीतीश
बिहार में कानून का राज है और कानून का राज रहेगा, जंगल राज न है और न ये कभी आएगा। ये कहना हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जो इन दिनों हर घटना के बाद जंगल राज की वापसी पर विपक्षी दलों और मीडिया के निशाने पर रहते हैं। मुख्‍यमंत्री ने रविवार को कर्पूरी जयंती के अवसर पर अपने भाषण में खुल कर इसका जवाब दिया। नीतीश ने पूछा, 'कहां जंगल राज है, आखिर किस गुनहगार को बचाने की कोशिश की गयी है।' अपने पार्टी विधायक सरफ़राज़ आलम के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे रवैये को वो बर्दाश्‍त नहीं करते और पार्टी के वो चाहे मंत्री हों या संसद या विधायक, सबके लिए एक कोड ऑफ़ कंडक्ट है। कोई उसके बहार जाएगा तो उसपर कर्रवाई होगी, वो किसी की परवाह नहीं करते। नीतीश कुमार ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से पूछा कि जब वो सहयोगी रहे थे तो वो क्यों नहीं बताते कि आखिर किसको बख्‍शा गया। कानून के सामने सब बराबर हैं, ये कहते हुए नीतीश ने कहा कि बीजेपी बताये कि कहां पुलिस के कामों में हस्तक्षेप किया गया। हाल में लालू यादव द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फ़ोन किये जाने और पटना के इंदिरा गांधी मेडिकल इंस्टिट्यूट में उनके निरीक्षण पर बीजेपी नेता सुशील मोदी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो आखिर किस हैसियत से जनता दरबार लगते हैं और कैसे पाटलिपुत्र स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंच गए। लालू यादव को सुपर चीफ मिनिस्टर बताये जाने पर भी नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से उनका बचाव किया और फिर सवालिया लहजे में पूछा कि बीजेपी नेता क्या किसी जिला अधिकारी, पुलिस अधिक्षक, थाने में कभी फ़ोन नहीं करते। क्‍या सार्वजनिक जीवन में रहने वाला व्‍यक्ति जनता की समस्या पर पूछताछ नहीं कर सकता? टिप्पणियां नीतीश ने अपने भाषण में दावा किया कि हाल के दिनों में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई हैं, उनमें से अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं। अधिकांश मामलों में अपराधी भी सलाखों के पीछे हैं। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये। मुख्‍यमंत्री ने रविवार को कर्पूरी जयंती के अवसर पर अपने भाषण में खुल कर इसका जवाब दिया। नीतीश ने पूछा, 'कहां जंगल राज है, आखिर किस गुनहगार को बचाने की कोशिश की गयी है।' अपने पार्टी विधायक सरफ़राज़ आलम के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे रवैये को वो बर्दाश्‍त नहीं करते और पार्टी के वो चाहे मंत्री हों या संसद या विधायक, सबके लिए एक कोड ऑफ़ कंडक्ट है। कोई उसके बहार जाएगा तो उसपर कर्रवाई होगी, वो किसी की परवाह नहीं करते। नीतीश कुमार ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से पूछा कि जब वो सहयोगी रहे थे तो वो क्यों नहीं बताते कि आखिर किसको बख्‍शा गया। कानून के सामने सब बराबर हैं, ये कहते हुए नीतीश ने कहा कि बीजेपी बताये कि कहां पुलिस के कामों में हस्तक्षेप किया गया। हाल में लालू यादव द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फ़ोन किये जाने और पटना के इंदिरा गांधी मेडिकल इंस्टिट्यूट में उनके निरीक्षण पर बीजेपी नेता सुशील मोदी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो आखिर किस हैसियत से जनता दरबार लगते हैं और कैसे पाटलिपुत्र स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंच गए। लालू यादव को सुपर चीफ मिनिस्टर बताये जाने पर भी नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से उनका बचाव किया और फिर सवालिया लहजे में पूछा कि बीजेपी नेता क्या किसी जिला अधिकारी, पुलिस अधिक्षक, थाने में कभी फ़ोन नहीं करते। क्‍या सार्वजनिक जीवन में रहने वाला व्‍यक्ति जनता की समस्या पर पूछताछ नहीं कर सकता? टिप्पणियां नीतीश ने अपने भाषण में दावा किया कि हाल के दिनों में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई हैं, उनमें से अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं। अधिकांश मामलों में अपराधी भी सलाखों के पीछे हैं। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये। कोई उसके बहार जाएगा तो उसपर कर्रवाई होगी, वो किसी की परवाह नहीं करते। नीतीश कुमार ने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से पूछा कि जब वो सहयोगी रहे थे तो वो क्यों नहीं बताते कि आखिर किसको बख्‍शा गया। कानून के सामने सब बराबर हैं, ये कहते हुए नीतीश ने कहा कि बीजेपी बताये कि कहां पुलिस के कामों में हस्तक्षेप किया गया। हाल में लालू यादव द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फ़ोन किये जाने और पटना के इंदिरा गांधी मेडिकल इंस्टिट्यूट में उनके निरीक्षण पर बीजेपी नेता सुशील मोदी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो आखिर किस हैसियत से जनता दरबार लगते हैं और कैसे पाटलिपुत्र स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंच गए। लालू यादव को सुपर चीफ मिनिस्टर बताये जाने पर भी नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से उनका बचाव किया और फिर सवालिया लहजे में पूछा कि बीजेपी नेता क्या किसी जिला अधिकारी, पुलिस अधिक्षक, थाने में कभी फ़ोन नहीं करते। क्‍या सार्वजनिक जीवन में रहने वाला व्‍यक्ति जनता की समस्या पर पूछताछ नहीं कर सकता? टिप्पणियां नीतीश ने अपने भाषण में दावा किया कि हाल के दिनों में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई हैं, उनमें से अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं। अधिकांश मामलों में अपराधी भी सलाखों के पीछे हैं। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये। हाल में लालू यादव द्वारा दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फ़ोन किये जाने और पटना के इंदिरा गांधी मेडिकल इंस्टिट्यूट में उनके निरीक्षण पर बीजेपी नेता सुशील मोदी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो आखिर किस हैसियत से जनता दरबार लगते हैं और कैसे पाटलिपुत्र स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंच गए। लालू यादव को सुपर चीफ मिनिस्टर बताये जाने पर भी नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से उनका बचाव किया और फिर सवालिया लहजे में पूछा कि बीजेपी नेता क्या किसी जिला अधिकारी, पुलिस अधिक्षक, थाने में कभी फ़ोन नहीं करते। क्‍या सार्वजनिक जीवन में रहने वाला व्‍यक्ति जनता की समस्या पर पूछताछ नहीं कर सकता? टिप्पणियां नीतीश ने अपने भाषण में दावा किया कि हाल के दिनों में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई हैं, उनमें से अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं। अधिकांश मामलों में अपराधी भी सलाखों के पीछे हैं। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये। नीतीश ने अपने भाषण में दावा किया कि हाल के दिनों में जितनी भी आपराधिक वारदात हुई हैं, उनमें से अधिकांश मामले सुलझा लिए गए हैं। अधिकांश मामलों में अपराधी भी सलाखों के पीछे हैं। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये। निश्चित रूप से नीतीश अब हाल के दिनों में आपराधिक वारदात पर विपक्ष के आक्रामक तेवर और मीडिया में अपनी हो रही आलोचना के बाद फिर से मुखर हुए हैं। उनका प्रयास है कि हर सार्वजनिक मंच से विपक्ष के हमले का जवाब दिया जाये।
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: अब उमंग एप के जरिये पेंशनभोगी देख सकेंगे अपनी पासबुक
यह लेख है: पेंशनभोगी अब अपना पेंशन पासबुक उमंग एप के जरिये मोबाइल फोन पर देख सकते हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पेंशनभोगियों के लिये विशेष सेवा शुरू किये जाने की घोषणा की है. श्रम मंत्रालय के बयान के अनुसार पेंशनभोगी पेंशन पासबुक उमंग एप के जरिये देख सकेंगे. ईपीएफओ इस साल अगस्त से कागज रहित हो रहा है और सभी सेवाएं आनलाइन होंगी.  कर्मचारी भविष्य निधि संगठन उमंग एप के जरिये विभिन्न ई-सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. सरकार ने पिछले साल उमंग एप की शुरूआत की. इसके जरिये विभिन्न सरकारी सेवाएं एक जगह दी जा रही है. यह गैस बुकिंग, आधार, फसल बीमा, ईपीएफ तथा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के लिये साझा प्लेटफार्म है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन उमंग एप के जरिये विभिन्न ई-सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. सरकार ने पिछले साल उमंग एप की शुरूआत की. इसके जरिये विभिन्न सरकारी सेवाएं एक जगह दी जा रही है. यह गैस बुकिंग, आधार, फसल बीमा, ईपीएफ तथा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के लिये साझा प्लेटफार्म है.
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: खान अभिनेताओं के साथ काम करने से चूकना नहीं चाहती : विद्या बालन
लेख: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री विद्या बालन का कहना है कि उन्हें बॉलीवुड में अब तक खान स्टार्स के साथ काम करने की पेशकश नहीं की गई है। जासूसी पर आधारित ‘बॉबी जासूस’ फिल्म में निवोदित अभिनेता अली फजल के साथ काम करने वाली विद्या ने कहा कि वह ‘मसाला व्यावसायिक’ फिल्मों के लिए खुद को फिट नहीं पातीं। विद्या ने बताया, मैं उन लोगों के साथ काम करने का अवसर नहीं छोड़ूंगी। ऐसी कोई पटकथा, जिसमें मेरे लिए भूमिका होगी तो वह मेरे लिए रोमांचक होगा। मैंने किसी खास अभिनेता के साथ काम करने के लिहाज से कभी फिल्मों का चयन नहीं किया। उन्होंने बताया मैंने कभी अपने करियर के लिए योजना नहीं बनाई। मेरे पास जो पेशकश आई मैंने सिर्फ उन्हीं को देखा। मुझे किसी अभिनेता जाने-पहचाने या नए अभिनेताओं के साथ काम करना है, यह सोचकर मैंने कभी अपने करियर को आकार नहीं दिया। मेरी सोच अलग है और मैं जिस तरह की काम कर रही हूं, उससे बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा, मुझे पिछले सात साल में (खान स्टार्स के साथ फिल्म) फिल्म का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो उस तरह की फिल्मों के लिए मैं खुद को फिट नहीं पाती हूं। ‘बॉबी जासूस’ के बाद मोहित सूरी की ‘हमारी अधूरी कहानी’ फिल्म में विद्या इमरान हाशमी और राजकुमार राव के साथ नजर आएंगी।
2
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: मुजफ्फरनगर दंगा पर आधारित फिल्म दिखाने से थिएटर मालिकों ने इनकार किया
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के थिएटर मालिकों ने अधिकारियों द्वारा उन्हें पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन देने के बावजूद दंगों पर आधारित फिल्म ‘शोरगुल’ का प्रदर्शन करने से इनकार कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। एक दिन पहले ही भाजपा के विवादित विधायक संगीत सोम ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। जिला मनोरंजन अधिकारी मनोज वाचपेई के मुताबिक, थिएटर मालिक विवादित फिल्म को दिखाने के लिए के तैयार नहीं हो रहे हैं क्योंकि उन्हें इसका विरोध होने का डर है। यह फिल्म 1 जुलाई को रिलीज होगी। इस बीच, जिला प्रशासन ने थिएटर मालिकों को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी डीके सिंह ने कहा ‘‘फिल्म पर यहां कोई प्रतिबंध नहीं है और थिएटर मालिकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी जब वे इसका प्रदर्शन करेंगे।’’ मुजफ्फरनगर दंगों में कथित भूमिका को लेकर जांच के दायरे में आए भाजपा विधायक संगीत सोम ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी। टिप्पणियां ‘शोरगुल’’ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि में फिल्माई गई है। फिल्म में जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में हैं। यह एक हिन्दू लड़के और एक मुस्लिम लड़की की दोस्ती पर आधारित है जो राजनीतिक मुद्दा बन जाता है और इससे समाज में अशांति और अव्यवस्था फैलती है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जिला मनोरंजन अधिकारी मनोज वाचपेई के मुताबिक, थिएटर मालिक विवादित फिल्म को दिखाने के लिए के तैयार नहीं हो रहे हैं क्योंकि उन्हें इसका विरोध होने का डर है। यह फिल्म 1 जुलाई को रिलीज होगी। इस बीच, जिला प्रशासन ने थिएटर मालिकों को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी डीके सिंह ने कहा ‘‘फिल्म पर यहां कोई प्रतिबंध नहीं है और थिएटर मालिकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी जब वे इसका प्रदर्शन करेंगे।’’ मुजफ्फरनगर दंगों में कथित भूमिका को लेकर जांच के दायरे में आए भाजपा विधायक संगीत सोम ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी। टिप्पणियां ‘शोरगुल’’ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि में फिल्माई गई है। फिल्म में जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में हैं। यह एक हिन्दू लड़के और एक मुस्लिम लड़की की दोस्ती पर आधारित है जो राजनीतिक मुद्दा बन जाता है और इससे समाज में अशांति और अव्यवस्था फैलती है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जिलाधिकारी डीके सिंह ने कहा ‘‘फिल्म पर यहां कोई प्रतिबंध नहीं है और थिएटर मालिकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी जब वे इसका प्रदर्शन करेंगे।’’ मुजफ्फरनगर दंगों में कथित भूमिका को लेकर जांच के दायरे में आए भाजपा विधायक संगीत सोम ने इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी। टिप्पणियां ‘शोरगुल’’ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि में फिल्माई गई है। फिल्म में जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में हैं। यह एक हिन्दू लड़के और एक मुस्लिम लड़की की दोस्ती पर आधारित है जो राजनीतिक मुद्दा बन जाता है और इससे समाज में अशांति और अव्यवस्था फैलती है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ‘शोरगुल’’ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि में फिल्माई गई है। फिल्म में जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में हैं। यह एक हिन्दू लड़के और एक मुस्लिम लड़की की दोस्ती पर आधारित है जो राजनीतिक मुद्दा बन जाता है और इससे समाज में अशांति और अव्यवस्था फैलती है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
13
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: 4 साल पहले चुनाव हार गया, अब दोबारा हुई मतगणना में जीतकर बना सरपंच
यह एक लेख है: जिले के बैढन जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत खटखरी के वर्ष 2013 मतगणना में हुई गड़बड़ी की वजह से चुनाव हारने वाले प्रद्युमन साकेत चार वर्ष बाद अदालत के आदेश पर हुई पुनर्मतगणना में 29 मतों से विजयी घोषित किये गये. तहसीलदार सिंगरौली भागीरथ बाख्ला ने बताया, ''बुधवार हुए पुनर्मतगणना में प्रद्युमन साकेत ने वर्तमान सरपंच राम करण को 29 मतों से हरा कर यह जीत हासिल की है और राम करण के स्थान पर ग्राम पंचायत खटखरी के सरपंच बन गये.'' उन्होंने कहा कि बुधवार को हुई पुनर्मतगणना में कांग्रेस समर्थित राम करण को 801 मत मिले, जबकि भाजपा समर्थित प्रद्युमन साकेत को 830 मत प्राप्त हुए. बाख्ला ने कहा कि यह पुनर्मतगणना जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान के आदेश पर की गई. गौरतलब है कि ग्राम पंचायत खटखरी के वर्ष 2013 के सरपंच चुनाव में प्रद्युमन साकेत अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राम करण से चुनाव हार गए थे. वर्ष 2013 में हुई मतगणना में राम करण को 59 मतों से विजयी घोषित किया गया था. उस वक्त राम करण को 857 मत मिले थे, जबकि साकेत को 798 मत ही मिले. साकेत ने वर्ष 2013 में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) राम सुमिरन प्रधान की अदालत में पुनर्मतगणना की याचिका दायर की थी, जिस पर उन्होंने इस साल 22 फरवरी को पुनर्मतगणना के आदेश दिये थे. इस फैसले के खिलाफ करण ने कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान की अदालत में चुनौती दी, जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर रोक लगा दी गई थी.टिप्पणियां कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 17 अप्रैल को इस मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एसडीएम के आदेश को बरकरार रखा, जिसके बाद बुधवार को पुनर्मतगणना हुई और वर्तमान सरपंच राम करण हार गये और साकेत विजयी हुए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि बुधवार को हुई पुनर्मतगणना में कांग्रेस समर्थित राम करण को 801 मत मिले, जबकि भाजपा समर्थित प्रद्युमन साकेत को 830 मत प्राप्त हुए. बाख्ला ने कहा कि यह पुनर्मतगणना जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान के आदेश पर की गई. गौरतलब है कि ग्राम पंचायत खटखरी के वर्ष 2013 के सरपंच चुनाव में प्रद्युमन साकेत अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राम करण से चुनाव हार गए थे. वर्ष 2013 में हुई मतगणना में राम करण को 59 मतों से विजयी घोषित किया गया था. उस वक्त राम करण को 857 मत मिले थे, जबकि साकेत को 798 मत ही मिले. साकेत ने वर्ष 2013 में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) राम सुमिरन प्रधान की अदालत में पुनर्मतगणना की याचिका दायर की थी, जिस पर उन्होंने इस साल 22 फरवरी को पुनर्मतगणना के आदेश दिये थे. इस फैसले के खिलाफ करण ने कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान की अदालत में चुनौती दी, जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर रोक लगा दी गई थी.टिप्पणियां कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 17 अप्रैल को इस मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एसडीएम के आदेश को बरकरार रखा, जिसके बाद बुधवार को पुनर्मतगणना हुई और वर्तमान सरपंच राम करण हार गये और साकेत विजयी हुए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि ग्राम पंचायत खटखरी के वर्ष 2013 के सरपंच चुनाव में प्रद्युमन साकेत अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राम करण से चुनाव हार गए थे. वर्ष 2013 में हुई मतगणना में राम करण को 59 मतों से विजयी घोषित किया गया था. उस वक्त राम करण को 857 मत मिले थे, जबकि साकेत को 798 मत ही मिले. साकेत ने वर्ष 2013 में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) राम सुमिरन प्रधान की अदालत में पुनर्मतगणना की याचिका दायर की थी, जिस पर उन्होंने इस साल 22 फरवरी को पुनर्मतगणना के आदेश दिये थे. इस फैसले के खिलाफ करण ने कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान की अदालत में चुनौती दी, जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर रोक लगा दी गई थी.टिप्पणियां कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 17 अप्रैल को इस मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एसडीएम के आदेश को बरकरार रखा, जिसके बाद बुधवार को पुनर्मतगणना हुई और वर्तमान सरपंच राम करण हार गये और साकेत विजयी हुए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) साकेत ने वर्ष 2013 में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) राम सुमिरन प्रधान की अदालत में पुनर्मतगणना की याचिका दायर की थी, जिस पर उन्होंने इस साल 22 फरवरी को पुनर्मतगणना के आदेश दिये थे. इस फैसले के खिलाफ करण ने कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शिव नारायण चौहान की अदालत में चुनौती दी, जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर रोक लगा दी गई थी.टिप्पणियां कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 17 अप्रैल को इस मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एसडीएम के आदेश को बरकरार रखा, जिसके बाद बुधवार को पुनर्मतगणना हुई और वर्तमान सरपंच राम करण हार गये और साकेत विजयी हुए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 17 अप्रैल को इस मामले पर अपना फैसला सुनाते हुए एसडीएम के आदेश को बरकरार रखा, जिसके बाद बुधवार को पुनर्मतगणना हुई और वर्तमान सरपंच राम करण हार गये और साकेत विजयी हुए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
9
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: पर्दे पर सलमान का 'जलवा', असल जिंदगी में 'दबंग' ही निकले 'भाईजान'
यह एक लेख है: अपनी आखिरी फिल्म 'किक' में सलमान खान का डॉयलाग था, 'हमारी पुलिस हमेशा लेट पहुंचती है और गलत इंसान को ही एरेस्ट करती है।' लेकिन 'दबंग' सलमान खान के मामले में उनका यह डायलॉग गलत साबित हो गया। उन्हें 13 साल पुराने 'हिट एंड रन' मामले में दोषी ठहराया गया। 70 एमएम के सुनहरे पर्दे पर अपने मर्दाना अंदाज और नहीं डराने वाले युवा के रूप में पहचाने जाने वाले 49 वर्षीय अभिनेता की आंखों में तब पानी आ गया, जब जज ने उनके बारे में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। हालांकि फिल्म में जब उन्हें कैद की सजा सुनायी जाती है तब वे खुद को एक शेरदिल जवान के रूप में पेश करते हैं। अदालत ने बुधवार को उन्हें वर्ष 2002 के मामले में गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया एवं उनके विरुद्ध अन्य सभी आरोप साबित हुए। हाल के वर्षों में सलमान ने अपनी फिल्मों में इंसाफ के योद्धा के किरदार की कला में महारत हासिल की है, लेकिन अभिनेता को असली जीवन में कानून के दूसरे पाले में देखना एक बड़ी बिडंबना रही। चाहे फिल्म 'गर्व', 'वांटेड' और 'दबंग' सीरीज में उनका पुलिसवाले का किरदार हो या फिर 'जय हो' और 'किक' में दूसरों की मदद करने वाले या अकेले ही अपराधियों से निबटने वाली भूमिका, अभिनेता ने फिल्मों में अपनी इस नेक छवि से बड़ी संख्या में प्रशंसक बनाए हैं। चाहे लवर ब्वॉय का किरदार हो या फिर एक्शन हीरो का, सलमान खान की बॉक्स-ऑफिस की सफलता उनके अधिकांश समकालिक अभिनेताओं के लिए ईर्ष्याजनक रहा है। टिप्पणियां वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहे हैं। अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि 200 करोड़ रुपये की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गई हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। 70 एमएम के सुनहरे पर्दे पर अपने मर्दाना अंदाज और नहीं डराने वाले युवा के रूप में पहचाने जाने वाले 49 वर्षीय अभिनेता की आंखों में तब पानी आ गया, जब जज ने उनके बारे में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। हालांकि फिल्म में जब उन्हें कैद की सजा सुनायी जाती है तब वे खुद को एक शेरदिल जवान के रूप में पेश करते हैं। अदालत ने बुधवार को उन्हें वर्ष 2002 के मामले में गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया एवं उनके विरुद्ध अन्य सभी आरोप साबित हुए। हाल के वर्षों में सलमान ने अपनी फिल्मों में इंसाफ के योद्धा के किरदार की कला में महारत हासिल की है, लेकिन अभिनेता को असली जीवन में कानून के दूसरे पाले में देखना एक बड़ी बिडंबना रही। चाहे फिल्म 'गर्व', 'वांटेड' और 'दबंग' सीरीज में उनका पुलिसवाले का किरदार हो या फिर 'जय हो' और 'किक' में दूसरों की मदद करने वाले या अकेले ही अपराधियों से निबटने वाली भूमिका, अभिनेता ने फिल्मों में अपनी इस नेक छवि से बड़ी संख्या में प्रशंसक बनाए हैं। चाहे लवर ब्वॉय का किरदार हो या फिर एक्शन हीरो का, सलमान खान की बॉक्स-ऑफिस की सफलता उनके अधिकांश समकालिक अभिनेताओं के लिए ईर्ष्याजनक रहा है। टिप्पणियां वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहे हैं। अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि 200 करोड़ रुपये की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गई हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। अदालत ने बुधवार को उन्हें वर्ष 2002 के मामले में गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया एवं उनके विरुद्ध अन्य सभी आरोप साबित हुए। हाल के वर्षों में सलमान ने अपनी फिल्मों में इंसाफ के योद्धा के किरदार की कला में महारत हासिल की है, लेकिन अभिनेता को असली जीवन में कानून के दूसरे पाले में देखना एक बड़ी बिडंबना रही। चाहे फिल्म 'गर्व', 'वांटेड' और 'दबंग' सीरीज में उनका पुलिसवाले का किरदार हो या फिर 'जय हो' और 'किक' में दूसरों की मदद करने वाले या अकेले ही अपराधियों से निबटने वाली भूमिका, अभिनेता ने फिल्मों में अपनी इस नेक छवि से बड़ी संख्या में प्रशंसक बनाए हैं। चाहे लवर ब्वॉय का किरदार हो या फिर एक्शन हीरो का, सलमान खान की बॉक्स-ऑफिस की सफलता उनके अधिकांश समकालिक अभिनेताओं के लिए ईर्ष्याजनक रहा है। टिप्पणियां वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहे हैं। अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि 200 करोड़ रुपये की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गई हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। चाहे फिल्म 'गर्व', 'वांटेड' और 'दबंग' सीरीज में उनका पुलिसवाले का किरदार हो या फिर 'जय हो' और 'किक' में दूसरों की मदद करने वाले या अकेले ही अपराधियों से निबटने वाली भूमिका, अभिनेता ने फिल्मों में अपनी इस नेक छवि से बड़ी संख्या में प्रशंसक बनाए हैं। चाहे लवर ब्वॉय का किरदार हो या फिर एक्शन हीरो का, सलमान खान की बॉक्स-ऑफिस की सफलता उनके अधिकांश समकालिक अभिनेताओं के लिए ईर्ष्याजनक रहा है। टिप्पणियां वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहे हैं। अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि 200 करोड़ रुपये की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गई हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली हैं, क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहे हैं। अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है, क्योंकि 200 करोड़ रुपये की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गई हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं। उनकी दो अगली फिल्में 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' फिलहाल शूटिंग के चरण में है। सलमान 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: कुमार विश्वास ने बीजेपी के घोषणापत्र में राम मंदिर का जिक्र होने पर कसा तंज, कहा- बोलिए जय सियाराम
यह लेख है: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करते हुए राम मंदिर के निर्माण का भी जिक्र किया है. इस बार भी बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा शामिल किया है और मंदिर निर्माण को लेकर संकल्प जाहिर किया है. वहीं कवि व आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने बीजेपी के मैनिफेस्टो में राम मंदिर निर्माण का एजेंडा शामिल करने पर तंज कसा है. कन्हैया कुमार का कहना है कि राम मंदिर लगातार 32वें साल भी एजेंडे में शामिल किया है. कुमार ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर ट्वीट करके लिखा, ''भगवान राम और हम जैसै उनके चरण-अनुरागियों को बधाई कि उनका मंदिर लगातार 32वें वर्ष भी एजेंडे में जगह पा गया है! बोलिए जय सियाराम'' भगवान राम और हम जैसै उनके चरण-अनुरागियों को बधाई कि उनका मंदिर लगातार 32 वें वर्ष भी एजेंडे में जगह पा गया है ! बोलिए जय सियाराम बता दें, पार्टी हर चुनाव में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दे को उठाती रही है. 2014 में भी मंदिर निर्माण का वादा किया था, हालांकि सरकार के स्तर पर कोई खास कदम नहीं उठाया गया और मामले के सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने का हवाला दिया गया. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता के जरिये अयोध्या जमीन विवाद के निपटारे का आदेश दिया है, लेकिन बीजेपी ने आज फिर साफ कर दिया है कि मंदिर निर्माण उसके एजेंडे में शामिल है. घोषणापत्र (BJP Manifesto) जारी करने के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी कोशिश है कि सौहार्दपूर्ण माहौल में मंदिर का निर्माण हो.   बीजेपी ने अपने घोषणापत्र ((BJP Manifesto) 2019) में छोटे और सीमांत किसानों को पेंशन देने वादा किया है. 60 वर्ष से उपर के किसानों को पेंशन मिलेगा. पार्टी का यह वादा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.छोटे और सीमांत किसानों के अलावा बीजेपी ने छोटे व्यापारियों को भी पेंशन देने का वादा किया है. पार्टी की इस घोषणा को एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है. पार्टी ने अलग से जल शक्ति मंत्रालय भी बनाने का वादा किया है. इसके अलावा बीजेपी ने वादा किया है कि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर एक लाख तक का  जो लोन मिलता था, उस पर अगले पांच साल के लिए कोई ब्याज नहीं देना होगा. उद्योग-धंधों की सुगमता के लिए राष्ट्रीय व्यापार आयोग के गठन का भी वादा किया गया.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: बीजेपी नेता सीपी ठाकुर ने कहा, देश में अब आरक्षण की कोई जरूरत नहीं
यह लेख है: बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिहार बीजेपी के नेता सीपी ठाकुर ने एक नया शिगूफा छोड़ दिया है। सीपी ठाकुर ने कहा है कि अब देश में आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में इसे 10 साल के लिए लागू किया गया था, लेकिन 60 साल बीत जाने के बाद भी इसके नाम पर राजनीति जारी है। सीपी ठाकुर के मुताबिक आरक्षण की प्रासंगिकता अब खत्म हो गई है और इसे समाप्त कर देना चाहिए। लेकिन उनके इस बयान का विरोध भी शुरू हो गया है। राज्य में बीजेपी के साथ हाल ही में गठबंधन करने वाले लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि जो भी शख्स इस तरह का बयान देता है, उसे आरक्षण की समझ ही नहीं है। कांग्रेस ने भी ठाकुर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। राज्य कांग्रेस के प्रभारी सत्यव्रत चतुर्वेदी के मुताबिक सीपी ठाकुर का यह बयान बीजेपी की दलित विरोधी मानसिकता को दिखाता है। सीपी ठाकुर के बयान पर दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट किया है। दिग्विजय ने लिखा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीपी ठाकुर का बयान…रिजर्वेशन की जरूरत नहीं…क्या बीजेपी और केजरीवाल आरक्षण पर अपनी राय साफ करेंगे…
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: दाउद ने भारतीय क्रिकेटरों को की थी 'कार' की पेशकश : वेंगसरकर
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम ने 1986 के शारजाह टूर्नामेंट के दौरान भारतीय ड्रेसिंग रूम में आकर फाइनल में पाकिस्तान को हराने पर खिलाड़ियों को कार देने की पेशकश की थी। वेंगसरकर ने दावा किया कि दाउद टीम के ड्रेसिंग रूम में मैच से एक दिन पहले आया और फाइनल में पाकिस्तान को हराने पर हर खिलाड़ी को एक-एक टोयोटा कार देने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि मशहूर अभिनेता महमूद ने दाउद को एक व्यवसायी के तौर पर सभी से मिलवाया। तब तत्कालीन भारतीय कप्तान कपिल देव ने दाउद को ड्रेसिंग रूम से निकल जाने को कहा था। वेंगसरकर ने जलगांव में एक कार्यक्रम में कहा,‘अभिनेता महमूद हमारे ड्रेसिंग रूम में थे। कपिल देव उस समय प्रेस कांफ्रेंस के लिए बाहर गए हुए थे। दाउद से अभिनेता महमूद ने सभी की पहचान कराई थी।’ उन्होंने कहा, ‘कोई उसे पहचान नहीं सका लेकिन मैने उसकी तस्वीरें देखी थी। महमूद ने हमसे पहचान यह कहकर कराई थी कि वे यहां के बड़े व्यवसायी हैं। महमूद ने कहा था कि वह हमारे लिए ईनाम की घोषणा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि तुम कल पाकिस्तान को हरा दोगे तो सभी को एक-एक कार मिलेगी। उस समय जयवंत लेले टीम मैनेजर थे।’ उस मैच में आखिरी गेंद पर जावेद मियांदाद ने चेतन शर्मा को छक्का लगाकर पाकिस्तान को खिताबी जीत दिलाई थी।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: दिल्ली : आठ साल की लापता लड़की का शव नाले से मिला
यह एक लेख है: बुधवार शाम से लापता बताई जा रही आठ वर्षीय लड़की का शव आज उत्तम नगर स्थित उसके घर के पास नाले में से बरामद हुआ। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है कि यह अपहरण और हत्या का मामला है या दुर्घटनावश मृत्यु का। लड़की के शव को पोस्टमाटर्म के लिए भेज दिया गया है और इस पड़ाव पर यौन उत्पीड़न की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया शव पर कोई भी बाहरी चोट के निशान नहीं है। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। डीसीपी (पश्चिम) पुष्पेंद्र कुमार ने बताया, लड़की कल शाम से लापता थी और उसके लापता होने की शिकायत उसके माता-पिता ने दर्ज करवाई थी। धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया गया है और इलाके की गहन तलाशी भी की जा रही है।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि लड़की का शव झुग्गी बस्ती (जहां उनका परिवार रहता है) से आधा किमी दूर नाले में से बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने लड़की की हत्या के विरोध में पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है कि यह अपहरण और हत्या का मामला है या दुर्घटनावश मृत्यु का। लड़की के शव को पोस्टमाटर्म के लिए भेज दिया गया है और इस पड़ाव पर यौन उत्पीड़न की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया शव पर कोई भी बाहरी चोट के निशान नहीं है। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। डीसीपी (पश्चिम) पुष्पेंद्र कुमार ने बताया, लड़की कल शाम से लापता थी और उसके लापता होने की शिकायत उसके माता-पिता ने दर्ज करवाई थी। धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया गया है और इलाके की गहन तलाशी भी की जा रही है।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि लड़की का शव झुग्गी बस्ती (जहां उनका परिवार रहता है) से आधा किमी दूर नाले में से बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने लड़की की हत्या के विरोध में पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया शव पर कोई भी बाहरी चोट के निशान नहीं है। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। डीसीपी (पश्चिम) पुष्पेंद्र कुमार ने बताया, लड़की कल शाम से लापता थी और उसके लापता होने की शिकायत उसके माता-पिता ने दर्ज करवाई थी। धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया गया है और इलाके की गहन तलाशी भी की जा रही है।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि लड़की का शव झुग्गी बस्ती (जहां उनका परिवार रहता है) से आधा किमी दूर नाले में से बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने लड़की की हत्या के विरोध में पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) उन्होंने बताया कि लड़की का शव झुग्गी बस्ती (जहां उनका परिवार रहता है) से आधा किमी दूर नाले में से बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने लड़की की हत्या के विरोध में पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: आईपीएल के लिए पानी, किसानों के लिए नहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महाराष्ट्र गंभीर पानी की किल्लत से जूझ रहा है, ऐसे में इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों के दौरान क्या लाखों लीटर पानी मैदान में बहाया जाए, ये मुद्दा अब बॉम्बे हाईकोर्ट की दहलीज पर पहुंच गया है। मामले में एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इसे गंभीर मुद्दा करार दिया, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को इसमें कुछ ग़लत नहीं लगता। इस मामले पर लोकसत्ता मूवमेंट के साथ पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर ने जनहित याचिका दायर कर मांग की है कि आईपीएल कमिश्नर पानी पर कर दें। मैदान में पिचों के रखरखाव के लिए रोजाना तकरीबन 60 हजार लीटर पानी की जरूरत होती है। ऐसे में महाराष्ट्र के तीन स्टेडियमों में पिचों के रखरखाव पर लगभग 60 लाख लीटर पानी का इस्तेमाल होगा। हाई कोर्ट ने कहा, 'यह गंभीर मुद्दा है और हमें इसे देखने की जरूरत है।'टिप्पणियां इस मुद्दे पर आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैचों को रोक कर समस्या का हल निकलने वाला है। मैच तय कार्यक्रम के हिसाब से होंगे। लेकिन, किसानों को ज्यादा पानी चाहिए। इस पानी की समस्या को हल करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एक होना पड़ेगा और हम बीसीसीआई की तरफ से जो बन सकता है, करेंगे। जहां तक सूखे और पानी की समस्या की बात है तो हम महाराष्ट्र के किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा, “अगर महाराष्ट्र सरकार इस मामले को लेकर कोई प्रस्ताव लाती है तब बीसीसीआई अध्यक्ष और हम सभी सोचेंगे कि किसानों के लिए क्या किया जा सकता है। महाराष्ट्र में साल 2016 में औसतन हर महीने 90 किसानों ने आत्महत्या की है। कई जलाशयों में पानी 4 फीसदी से भी कम बचा है। राज्य में आईपीएल के 20 मैच खेले जाएंगे जिसमें 10 पानी की भारी किल्लत झेल रहे नागपुर और पुणे में आयोजित होंगे। इस मुद्दे पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का कहना है कि आईपीएल मैचों के टिकट पहले ही बिक चुके हैं और अगर मैचों को रद्द किया गया तो काफी नुकसान होगा। इस मामले पर लोकसत्ता मूवमेंट के साथ पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर ने जनहित याचिका दायर कर मांग की है कि आईपीएल कमिश्नर पानी पर कर दें। मैदान में पिचों के रखरखाव के लिए रोजाना तकरीबन 60 हजार लीटर पानी की जरूरत होती है। ऐसे में महाराष्ट्र के तीन स्टेडियमों में पिचों के रखरखाव पर लगभग 60 लाख लीटर पानी का इस्तेमाल होगा। हाई कोर्ट ने कहा, 'यह गंभीर मुद्दा है और हमें इसे देखने की जरूरत है।'टिप्पणियां इस मुद्दे पर आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैचों को रोक कर समस्या का हल निकलने वाला है। मैच तय कार्यक्रम के हिसाब से होंगे। लेकिन, किसानों को ज्यादा पानी चाहिए। इस पानी की समस्या को हल करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एक होना पड़ेगा और हम बीसीसीआई की तरफ से जो बन सकता है, करेंगे। जहां तक सूखे और पानी की समस्या की बात है तो हम महाराष्ट्र के किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा, “अगर महाराष्ट्र सरकार इस मामले को लेकर कोई प्रस्ताव लाती है तब बीसीसीआई अध्यक्ष और हम सभी सोचेंगे कि किसानों के लिए क्या किया जा सकता है। महाराष्ट्र में साल 2016 में औसतन हर महीने 90 किसानों ने आत्महत्या की है। कई जलाशयों में पानी 4 फीसदी से भी कम बचा है। राज्य में आईपीएल के 20 मैच खेले जाएंगे जिसमें 10 पानी की भारी किल्लत झेल रहे नागपुर और पुणे में आयोजित होंगे। इस मुद्दे पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का कहना है कि आईपीएल मैचों के टिकट पहले ही बिक चुके हैं और अगर मैचों को रद्द किया गया तो काफी नुकसान होगा। इस मुद्दे पर आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैचों को रोक कर समस्या का हल निकलने वाला है। मैच तय कार्यक्रम के हिसाब से होंगे। लेकिन, किसानों को ज्यादा पानी चाहिए। इस पानी की समस्या को हल करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एक होना पड़ेगा और हम बीसीसीआई की तरफ से जो बन सकता है, करेंगे। जहां तक सूखे और पानी की समस्या की बात है तो हम महाराष्ट्र के किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा, “अगर महाराष्ट्र सरकार इस मामले को लेकर कोई प्रस्ताव लाती है तब बीसीसीआई अध्यक्ष और हम सभी सोचेंगे कि किसानों के लिए क्या किया जा सकता है। महाराष्ट्र में साल 2016 में औसतन हर महीने 90 किसानों ने आत्महत्या की है। कई जलाशयों में पानी 4 फीसदी से भी कम बचा है। राज्य में आईपीएल के 20 मैच खेले जाएंगे जिसमें 10 पानी की भारी किल्लत झेल रहे नागपुर और पुणे में आयोजित होंगे। इस मुद्दे पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का कहना है कि आईपीएल मैचों के टिकट पहले ही बिक चुके हैं और अगर मैचों को रद्द किया गया तो काफी नुकसान होगा। महाराष्ट्र में साल 2016 में औसतन हर महीने 90 किसानों ने आत्महत्या की है। कई जलाशयों में पानी 4 फीसदी से भी कम बचा है। राज्य में आईपीएल के 20 मैच खेले जाएंगे जिसमें 10 पानी की भारी किल्लत झेल रहे नागपुर और पुणे में आयोजित होंगे। इस मुद्दे पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का कहना है कि आईपीएल मैचों के टिकट पहले ही बिक चुके हैं और अगर मैचों को रद्द किया गया तो काफी नुकसान होगा।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: 'अधिकार नहीं था तो कलमाड़ी को बर्खास्त कैसे किया'
यह एक लेख है: आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने बुधवार को खेलमंत्री अजय माकन पर पलटवार करते हुए कहा कि यदि उनके पास अधिकार ही नहीं था तो उन्होंने सुरेश कलमाड़ी को बर्खास्त कैसे किया। माकन ने कहा था कि राष्ट्रमंडल खेलों के मेजबान शहर अनुबंध के तहत सरकार के पास कलमाड़ी को आयोजन समिति का अध्यक्ष बनाने के अलावा कोई चारा नहीं था। माकन ने मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि मेजबान शहर अनुबंध पर हस्ताक्षर राजग सरकार के कार्यकाल में किए गए थे। इसमें कहा गया था कि राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन का जिम्मा आईओए का होगा लिहाजा संप्रग सरकार के पास कलमाड़ी को आयोजन समिति का प्रमुख बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। मल्होत्रा ने हालांकि कहा कि माकन की दलीलों में विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि यदि मौजूदा सरकार कलमाडी को आयोजन समिति का अध्यक्ष बनने से रोक नहीं सकती थी तो सिलसिलेवार घोटालों के बाद उन्हें बर्खास्त कैसे कर सकती है। उन्होंने कहा, माकन ने कहा है कि मौजूदा सरकार के पास मेजबान शहर अनुबंध का सम्मान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। लेकिन अब उनके पास कलमाड़ी को बर्खास्त करने का अधिकार कहां से आ गया।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: सीमा पार कर रहा है पाकिस्तान, राजनाथ ने आतंकी के पाकिस्तानी होने की पुष्टि की
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि उधमपुर में पकड़ा गया आतंकी पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है और मारा गया आतंकी नोमान भी पाकिस्तान के ही बहावलपुर का ही रहने वाला है। दूसरी तरफ पाकिस्तान ने इस बात से इनकार किया है कि दोनों आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले हैं। गृहमंत्री ने यह भी कहा है कि सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा लगातार जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पकड़े गए आतंकवादी की जांच से उनके कामकाज के ढंग, सीमा पार से घुसपैठ और उद्देश्यों के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। राजनाथ सिंह ने संसद में विश्वास जताया कि सरकार आतंकवाद से सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है ।टिप्पणियां सरकार के घुसपैठ रोकने के प्रयासों के बावजूद पिछले एक महीने में पांच दफा घुसपैठ की कोशिश हुई, जिनमें से चार को नाकाम कर दिया गया और आठ आतंकियों को मार गिराया गया। आज हालात ऐसे हैं कि इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल तक में शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता हो जब पाकिस्तान की ओर से फायरिंग न होती हो। दस दिनों के अंदर पाकिस्तान से आए आतंकियों को यह दूसरा बड़ा हमला था जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। पंजाब के गुरुदासपुर में  27 जुलाई और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पांच अगस्त को आतंकियों ने हमला किया। गृहमंत्री ने यह भी कहा है कि सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा लगातार जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पकड़े गए आतंकवादी की जांच से उनके कामकाज के ढंग, सीमा पार से घुसपैठ और उद्देश्यों के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। राजनाथ सिंह ने संसद में विश्वास जताया कि सरकार आतंकवाद से सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है ।टिप्पणियां सरकार के घुसपैठ रोकने के प्रयासों के बावजूद पिछले एक महीने में पांच दफा घुसपैठ की कोशिश हुई, जिनमें से चार को नाकाम कर दिया गया और आठ आतंकियों को मार गिराया गया। आज हालात ऐसे हैं कि इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल तक में शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता हो जब पाकिस्तान की ओर से फायरिंग न होती हो। दस दिनों के अंदर पाकिस्तान से आए आतंकियों को यह दूसरा बड़ा हमला था जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। पंजाब के गुरुदासपुर में  27 जुलाई और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पांच अगस्त को आतंकियों ने हमला किया। सरकार के घुसपैठ रोकने के प्रयासों के बावजूद पिछले एक महीने में पांच दफा घुसपैठ की कोशिश हुई, जिनमें से चार को नाकाम कर दिया गया और आठ आतंकियों को मार गिराया गया। आज हालात ऐसे हैं कि इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल तक में शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता हो जब पाकिस्तान की ओर से फायरिंग न होती हो। दस दिनों के अंदर पाकिस्तान से आए आतंकियों को यह दूसरा बड़ा हमला था जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। पंजाब के गुरुदासपुर में  27 जुलाई और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पांच अगस्त को आतंकियों ने हमला किया। दस दिनों के अंदर पाकिस्तान से आए आतंकियों को यह दूसरा बड़ा हमला था जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था की कलई खोल दी है। पंजाब के गुरुदासपुर में  27 जुलाई और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पांच अगस्त को आतंकियों ने हमला किया।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: UP elections 2017: 'पिता-पुत्र' के बाद अब 'मां-बेटी' के बीच छिड़ा सियासी संग्राम
समाजवादी पार्टी में 'पिता-पुत्र' घमासान के बाद अब यूपी के ही एक दूसरे सियासी परिवार में 'मां-बेटी' के बीच सियासी संग्राम छिड़ा है. ताजा मामला अपना दल पार्टी से जुड़ा है. दरअसल यह पार्टी बेटी अनुप्रिया पटेल गुट और मां कृष्‍णा पटेल में विभाजित है. अनुप्रिया पटेल, बीजेपी के नेतृत्‍व वाली राजग सरकार में सहयोगी दल की भूमिका में हैं और मंत्री हैं. अपना दल के दो सांसद हैं. दरअसल लंबे समय से अपना दल के दोनों गुटों में खींचतान जारी है. अब विधानसभा चुनाव आने के बावजूद इन गुटों के बीच रार थमने का नाम नहीं ले रही है. अब दोनों ने एक ही पार्टी के बैनर तले अपने-अपने उम्‍मीदवार देने की घोषणा की है. बीजेपी ने जहां एक ओर अनुप्रिया पटेल गुट को गठबंधन के तहत यूपी में 10 सीटें देने की बात कही है, वहीं उनकी मां कृष्‍णा पटेल ने किसी भी पार्टी से समझौते की बात को इनकार कर दिया है. यह गुट तकरीबन डेढ़ सौ सीटों पर चुनाव लड़ने का भी दावा कर रहा है. कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल खुद पीएम नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के तहत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. यह भी कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल गुट मंत्री अनुप्रिया ग्रुप के खिलाफ भी उम्‍मीदवार उतारने की तैयारी में हैं. गौरतलब है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद के दूसरे विस्तार में अनुप्रिया पटेल को अपना दल कोटे से मंत्री बनाए जाने के बाद मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले धडे़ ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था. गौरतलब है कि अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में की थी. 2009 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनी और छोटी बेटी अनुप्रिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.टिप्पणियां अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. अब विधानसभा चुनाव आने के बावजूद इन गुटों के बीच रार थमने का नाम नहीं ले रही है. अब दोनों ने एक ही पार्टी के बैनर तले अपने-अपने उम्‍मीदवार देने की घोषणा की है. बीजेपी ने जहां एक ओर अनुप्रिया पटेल गुट को गठबंधन के तहत यूपी में 10 सीटें देने की बात कही है, वहीं उनकी मां कृष्‍णा पटेल ने किसी भी पार्टी से समझौते की बात को इनकार कर दिया है. यह गुट तकरीबन डेढ़ सौ सीटों पर चुनाव लड़ने का भी दावा कर रहा है. कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल खुद पीएम नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के तहत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. यह भी कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल गुट मंत्री अनुप्रिया ग्रुप के खिलाफ भी उम्‍मीदवार उतारने की तैयारी में हैं. गौरतलब है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद के दूसरे विस्तार में अनुप्रिया पटेल को अपना दल कोटे से मंत्री बनाए जाने के बाद मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले धडे़ ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था. गौरतलब है कि अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में की थी. 2009 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनी और छोटी बेटी अनुप्रिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.टिप्पणियां अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल खुद पीएम नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी के तहत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. यह भी कहा जा रहा है कि कृष्‍णा पटेल गुट मंत्री अनुप्रिया ग्रुप के खिलाफ भी उम्‍मीदवार उतारने की तैयारी में हैं. गौरतलब है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद के दूसरे विस्तार में अनुप्रिया पटेल को अपना दल कोटे से मंत्री बनाए जाने के बाद मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले धडे़ ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था. गौरतलब है कि अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में की थी. 2009 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनी और छोटी बेटी अनुप्रिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.टिप्पणियां अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. गौरतलब है कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिपरिषद के दूसरे विस्तार में अनुप्रिया पटेल को अपना दल कोटे से मंत्री बनाए जाने के बाद मां कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले धडे़ ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था. गौरतलब है कि अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में की थी. 2009 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनी और छोटी बेटी अनुप्रिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.टिप्पणियां अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. गौरतलब है कि अपना दल की स्थापना अनुप्रिया के पिता सोनेलाल पटेल ने 1995 में की थी. 2009 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनी और छोटी बेटी अनुप्रिया को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.टिप्पणियां अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. अनुप्रिया 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनियां सीट से चुनी गई थीं.  मगर वर्ष 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देकर मिर्जापुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. उनके साथ पार्टी के हरिवंश सिंह प्रतापगढ़ से चुनाव जीते. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है. उसके बाद 2015 में पार्टी में कथित अधिकार को लेकर विवाद शुरू हो गया और अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को दल से निकालने की घोषणा की जबकि वे खुद को पार्टी का मुखिया बताने लगीं. दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल गुट भी अपना दल पर अपनी दावेदारी करता है.
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इसके लिए एक लेख लिखें: रोहित शर्मा से जानिए, मुंबई इंडियंस ने IPL-10 में सबसे खराब बैटिंग कब की?
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में मंगलवार रात खेले गए पहले क्वालीफायर में मिली हार के कारण सीधे फाइनल में प्रवेश हासिल कर पाने में असफल रही मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि इस मैच में उनकी टीम की बल्लेबाजी इस सीजन में टीम की सबसे खराब बल्लेबाजी रही. वानखेड़े स्टेडियम में मंगलवार रात खेले गए इस मैच में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने मुंबई को 20 रनों से हराया. पहले बल्लेबाजी कर पुणे ने मुंबई के सामने 163 रनों का लक्ष्य रखा था. रोहित शर्मा की टीम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर केवल 142 रन ही बना सकी.  रोहित ने कहा, "सच कहूं, तो 160 का स्कोर उम्मीद से कम था. हमें लगा था कि हम इसे हासिल कर लेंगे. यह टीम की इस सीजन में सबसे खराब बल्लेबाजी रही. बल्लेबाजों की साझेदारी सही नहीं थी. पुणे के खिलाफ छोटी साझेदारी भी महत्वपूर्ण थी." पुणे से मिली हार के बाद भी टूर्नामेंट में मुंबई का सफर समाप्त नहीं हुआ है. उसके पास अब भी फाइनल में जगह बनाने का मौका है. रोहित की टीम अगर दूसरे क्वालीफायर में जीत हासिल कर लेती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी. टिप्पणियां कप्तान रोहित ने कहा, "पुणे ने हमें रोकने के लिए अच्छी गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विकेट लिए. आपको स्थिति का आंकलन करना चाहिए और उसके अनुसार फैसले लेने चाहिए. हालांकि, यह टूर्नामेंट का अंत नहीं है. हमारे पास अब भी एक अवसर है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पहले बल्लेबाजी कर पुणे ने मुंबई के सामने 163 रनों का लक्ष्य रखा था. रोहित शर्मा की टीम इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर केवल 142 रन ही बना सकी.  रोहित ने कहा, "सच कहूं, तो 160 का स्कोर उम्मीद से कम था. हमें लगा था कि हम इसे हासिल कर लेंगे. यह टीम की इस सीजन में सबसे खराब बल्लेबाजी रही. बल्लेबाजों की साझेदारी सही नहीं थी. पुणे के खिलाफ छोटी साझेदारी भी महत्वपूर्ण थी." पुणे से मिली हार के बाद भी टूर्नामेंट में मुंबई का सफर समाप्त नहीं हुआ है. उसके पास अब भी फाइनल में जगह बनाने का मौका है. रोहित की टीम अगर दूसरे क्वालीफायर में जीत हासिल कर लेती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी. टिप्पणियां कप्तान रोहित ने कहा, "पुणे ने हमें रोकने के लिए अच्छी गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विकेट लिए. आपको स्थिति का आंकलन करना चाहिए और उसके अनुसार फैसले लेने चाहिए. हालांकि, यह टूर्नामेंट का अंत नहीं है. हमारे पास अब भी एक अवसर है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रोहित ने कहा, "सच कहूं, तो 160 का स्कोर उम्मीद से कम था. हमें लगा था कि हम इसे हासिल कर लेंगे. यह टीम की इस सीजन में सबसे खराब बल्लेबाजी रही. बल्लेबाजों की साझेदारी सही नहीं थी. पुणे के खिलाफ छोटी साझेदारी भी महत्वपूर्ण थी." पुणे से मिली हार के बाद भी टूर्नामेंट में मुंबई का सफर समाप्त नहीं हुआ है. उसके पास अब भी फाइनल में जगह बनाने का मौका है. रोहित की टीम अगर दूसरे क्वालीफायर में जीत हासिल कर लेती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी. टिप्पणियां कप्तान रोहित ने कहा, "पुणे ने हमें रोकने के लिए अच्छी गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विकेट लिए. आपको स्थिति का आंकलन करना चाहिए और उसके अनुसार फैसले लेने चाहिए. हालांकि, यह टूर्नामेंट का अंत नहीं है. हमारे पास अब भी एक अवसर है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुणे से मिली हार के बाद भी टूर्नामेंट में मुंबई का सफर समाप्त नहीं हुआ है. उसके पास अब भी फाइनल में जगह बनाने का मौका है. रोहित की टीम अगर दूसरे क्वालीफायर में जीत हासिल कर लेती है, तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी. टिप्पणियां कप्तान रोहित ने कहा, "पुणे ने हमें रोकने के लिए अच्छी गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विकेट लिए. आपको स्थिति का आंकलन करना चाहिए और उसके अनुसार फैसले लेने चाहिए. हालांकि, यह टूर्नामेंट का अंत नहीं है. हमारे पास अब भी एक अवसर है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कप्तान रोहित ने कहा, "पुणे ने हमें रोकने के लिए अच्छी गेंदबाजी की और बीच के ओवरों में विकेट लिए. आपको स्थिति का आंकलन करना चाहिए और उसके अनुसार फैसले लेने चाहिए. हालांकि, यह टूर्नामेंट का अंत नहीं है. हमारे पास अब भी एक अवसर है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: हमारे कामकाज से घबराए हुए हैं विरोधी, मिलेगा भारी बहुमत : अखिलेश यादव
यह एक लेख है: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को दावा किया कि सपा सरकार के कामकाज और योजनाओं से विरोधी घबराए हुए हैं. अखिलेश ने उम्मीद जतायी कि पांच साल सत्ता में रहते जो काम किया है, उसकी बदौलत एक बार फिर सपा विधानसभा चुनाव भारी बहुमत से जीतेगी. अखिलेश ने 2017 के विधानसभा चुनावों के प्रचार के लिए 'मुलायम संदेश यात्रा' को शनिवार को पार्टी कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा, 'पांच महीने मेहनत करनी है. पांच साल में जो काम किया है, उसे जनता को बताना है. पांच साल और मिलेंगे.' मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जमीन पर ज्यादा काम किया है. 'अच्छे दिन' और 'विकास' का वायदा करने वाले लोग अपने यहां मेट्रो नहीं ला पाए, जबकि उत्तर प्रदेश में तीन जगह मेट्रो है. गृह मंत्री (राजनाथ सिंह) के चुनाव क्षेत्र (लखनउ) में मेट्रो बन रही है. मौका मिलेगा तो प्रधानमंत्री के क्षेत्र में भी हम मेट्रो बनाएंगे. उन्होंने कहा, 'सपा सरकार के कामकाज और योजनाओं से विरोधी घबराए हुए हैं. बसपा ने पार्क बनाए थे. उसका बैठा हाथी आज तक खडा नहीं हो पाया, जबकि खड़ा हाथी बैठ नहीं पाया. हम 55 लाख महिलाओं को पेंशन दे रहे हैं.' अखिलेश ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को साड़ी देने की बात कही थी, लेकिन साडी को लेकर झगड़ा हो जाता है. इसलिए हम महिलाओं को समाजवादी पेंशन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कार्य तो ज्यादा किया है, लेकिन उसका प्रचार कम हुआ. अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अखिलेश ने 2017 के विधानसभा चुनावों के प्रचार के लिए 'मुलायम संदेश यात्रा' को शनिवार को पार्टी कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उन्होंने कहा, 'पांच महीने मेहनत करनी है. पांच साल में जो काम किया है, उसे जनता को बताना है. पांच साल और मिलेंगे.' मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जमीन पर ज्यादा काम किया है. 'अच्छे दिन' और 'विकास' का वायदा करने वाले लोग अपने यहां मेट्रो नहीं ला पाए, जबकि उत्तर प्रदेश में तीन जगह मेट्रो है. गृह मंत्री (राजनाथ सिंह) के चुनाव क्षेत्र (लखनउ) में मेट्रो बन रही है. मौका मिलेगा तो प्रधानमंत्री के क्षेत्र में भी हम मेट्रो बनाएंगे. उन्होंने कहा, 'सपा सरकार के कामकाज और योजनाओं से विरोधी घबराए हुए हैं. बसपा ने पार्क बनाए थे. उसका बैठा हाथी आज तक खडा नहीं हो पाया, जबकि खड़ा हाथी बैठ नहीं पाया. हम 55 लाख महिलाओं को पेंशन दे रहे हैं.' अखिलेश ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को साड़ी देने की बात कही थी, लेकिन साडी को लेकर झगड़ा हो जाता है. इसलिए हम महिलाओं को समाजवादी पेंशन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कार्य तो ज्यादा किया है, लेकिन उसका प्रचार कम हुआ. अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जमीन पर ज्यादा काम किया है. 'अच्छे दिन' और 'विकास' का वायदा करने वाले लोग अपने यहां मेट्रो नहीं ला पाए, जबकि उत्तर प्रदेश में तीन जगह मेट्रो है. गृह मंत्री (राजनाथ सिंह) के चुनाव क्षेत्र (लखनउ) में मेट्रो बन रही है. मौका मिलेगा तो प्रधानमंत्री के क्षेत्र में भी हम मेट्रो बनाएंगे. उन्होंने कहा, 'सपा सरकार के कामकाज और योजनाओं से विरोधी घबराए हुए हैं. बसपा ने पार्क बनाए थे. उसका बैठा हाथी आज तक खडा नहीं हो पाया, जबकि खड़ा हाथी बैठ नहीं पाया. हम 55 लाख महिलाओं को पेंशन दे रहे हैं.' अखिलेश ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को साड़ी देने की बात कही थी, लेकिन साडी को लेकर झगड़ा हो जाता है. इसलिए हम महिलाओं को समाजवादी पेंशन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कार्य तो ज्यादा किया है, लेकिन उसका प्रचार कम हुआ. अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'सपा सरकार के कामकाज और योजनाओं से विरोधी घबराए हुए हैं. बसपा ने पार्क बनाए थे. उसका बैठा हाथी आज तक खडा नहीं हो पाया, जबकि खड़ा हाथी बैठ नहीं पाया. हम 55 लाख महिलाओं को पेंशन दे रहे हैं.' अखिलेश ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को साड़ी देने की बात कही थी, लेकिन साडी को लेकर झगड़ा हो जाता है. इसलिए हम महिलाओं को समाजवादी पेंशन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कार्य तो ज्यादा किया है, लेकिन उसका प्रचार कम हुआ. अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अखिलेश ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को साड़ी देने की बात कही थी, लेकिन साडी को लेकर झगड़ा हो जाता है. इसलिए हम महिलाओं को समाजवादी पेंशन दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कार्य तो ज्यादा किया है, लेकिन उसका प्रचार कम हुआ. अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पांच महीने जमकर मेहनत करें और जनता के बीच पहुंचें. अगर ये कर ले गए तो अगले पांच साल भी सपा की ही सरकार बनेगी.टिप्पणियां संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संदेश यात्रा पहले चरण में राज्य के चार मंडलों से होकर गुजरेगी. इसके बाद 20 सितंबर को लखनऊ में इसका समापन कार्यक्रम होगा. 'मुलायम संदेश यात्रा' समाजवादी युवजन सभा के अध्यक्ष विकास यादव के नेतृत्व में निकाली गई.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: संकट में है भारतीय वायुसेना : अमेरिकी थिंकटैंक
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत की पारंपरिक वायुसेना श्रेष्ठता वर्तमान में ‘‘खतरे’’ में है क्योंकि चीन और पाकिस्तान अपनी वायुसेना का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहे हैं। अमेरिका के एक शीर्ष थिंकटैंक ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘‘संकट’’ का समाधान सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। ‘कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस’ ने कहा, ‘‘विश्व स्तरीय लड़ाकू शक्ति होने के बावजूद वायुसेना की कम होती ताकत और समस्याग्रस्त बल संरचना के साथ ही खरीद एवं विकास कार्यक्रमों में समस्या ने भारत की वायु श्रेष्ठता को उसके मुकाबले तेजी से आधुनिक होते प्रतिद्वंद्वियों चीन एवं पाकिस्तान से खतरा उत्पन्न किया है।’’ भारत और दक्षिण एशिया पर शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ एश्ली टेलिस द्वारा लिखित रिपोर्ट, ‘‘द मेनफेस्‍ट ट्रैवेल्‍स ऑफ द इंडियन एयरफोर्स’’ में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में प्रतिरोधक क्षमता स्थिरता और भारत प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता संरक्षण के लिए भारतीय वायु प्रभुत्व जरूरी है।’’ टेलिस ने 60 पृष्ठों से अधिक की अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘भारत की वायुशक्ति संकट का समाधान नई दिल्ली की एक प्राथमिकता होनी चाहिए।’’टिप्पणियां 2016 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू ताकत सुझायी गई संख्या से कम है। यह वर्तमान में 36.5 स्क्वाड्रन है जो कि मंजूर ताकत से काफी कम है क्योंकि उसके अग्रिम पंक्ति के कई विमान पुराने हो गए हैं। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) ‘कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस’ ने कहा, ‘‘विश्व स्तरीय लड़ाकू शक्ति होने के बावजूद वायुसेना की कम होती ताकत और समस्याग्रस्त बल संरचना के साथ ही खरीद एवं विकास कार्यक्रमों में समस्या ने भारत की वायु श्रेष्ठता को उसके मुकाबले तेजी से आधुनिक होते प्रतिद्वंद्वियों चीन एवं पाकिस्तान से खतरा उत्पन्न किया है।’’ भारत और दक्षिण एशिया पर शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ एश्ली टेलिस द्वारा लिखित रिपोर्ट, ‘‘द मेनफेस्‍ट ट्रैवेल्‍स ऑफ द इंडियन एयरफोर्स’’ में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में प्रतिरोधक क्षमता स्थिरता और भारत प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता संरक्षण के लिए भारतीय वायु प्रभुत्व जरूरी है।’’ टेलिस ने 60 पृष्ठों से अधिक की अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘भारत की वायुशक्ति संकट का समाधान नई दिल्ली की एक प्राथमिकता होनी चाहिए।’’टिप्पणियां 2016 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू ताकत सुझायी गई संख्या से कम है। यह वर्तमान में 36.5 स्क्वाड्रन है जो कि मंजूर ताकत से काफी कम है क्योंकि उसके अग्रिम पंक्ति के कई विमान पुराने हो गए हैं। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) भारत और दक्षिण एशिया पर शीर्ष अमेरिकी विशेषज्ञ एश्ली टेलिस द्वारा लिखित रिपोर्ट, ‘‘द मेनफेस्‍ट ट्रैवेल्‍स ऑफ द इंडियन एयरफोर्स’’ में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में प्रतिरोधक क्षमता स्थिरता और भारत प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता संरक्षण के लिए भारतीय वायु प्रभुत्व जरूरी है।’’ टेलिस ने 60 पृष्ठों से अधिक की अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘भारत की वायुशक्ति संकट का समाधान नई दिल्ली की एक प्राथमिकता होनी चाहिए।’’टिप्पणियां 2016 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू ताकत सुझायी गई संख्या से कम है। यह वर्तमान में 36.5 स्क्वाड्रन है जो कि मंजूर ताकत से काफी कम है क्योंकि उसके अग्रिम पंक्ति के कई विमान पुराने हो गए हैं। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) 2016 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू ताकत सुझायी गई संख्या से कम है। यह वर्तमान में 36.5 स्क्वाड्रन है जो कि मंजूर ताकत से काफी कम है क्योंकि उसके अग्रिम पंक्ति के कई विमान पुराने हो गए हैं। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: यूपी : गवाही से रोकने के लिए रेप पीड़िता की जुबान काटने की कोशिश
यह लेख है: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में बलात्कार की शिकार एक लड़की की कथित रूप से जुबान काटने की कोशिश की गई, जिससे वह बलात्कारी के खिलाफ अदालत में बयान न दे सके। घटना बुधवार रात की है, जब लड़की शौच से लौट रही थी।टिप्पणियां आरोप है कि प्रतापगढ़ जिले में 16 साल की इस लड़की से गांव के ही लड़के लवलेश ने 22 जनवरी को बलात्कार किया था। लवलेश के ख़िलाफ मुकदमा चल रहा है और वह जेल में है। लड़की का बयान 24 तारीख को होना है। जुबान काटने की कोशिश करने का आरोप लवलेश के भाई पर है। लड़की के मां-बाप का आरोप है कि लालजी नामक इस शख्स ने एक भारी हथियार से लड़की पर वार किया, जिससे उसके चेहरे पर और मुंह में गहरे जख्म हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला उसकी जुबान काटने की कोशिश थी, ताकि वह रेप के आरोपी के खिलाफ गवाही न दे सके। आरोप है कि प्रतापगढ़ जिले में 16 साल की इस लड़की से गांव के ही लड़के लवलेश ने 22 जनवरी को बलात्कार किया था। लवलेश के ख़िलाफ मुकदमा चल रहा है और वह जेल में है। लड़की का बयान 24 तारीख को होना है। जुबान काटने की कोशिश करने का आरोप लवलेश के भाई पर है। लड़की के मां-बाप का आरोप है कि लालजी नामक इस शख्स ने एक भारी हथियार से लड़की पर वार किया, जिससे उसके चेहरे पर और मुंह में गहरे जख्म हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला उसकी जुबान काटने की कोशिश थी, ताकि वह रेप के आरोपी के खिलाफ गवाही न दे सके। लड़की का बयान 24 तारीख को होना है। जुबान काटने की कोशिश करने का आरोप लवलेश के भाई पर है। लड़की के मां-बाप का आरोप है कि लालजी नामक इस शख्स ने एक भारी हथियार से लड़की पर वार किया, जिससे उसके चेहरे पर और मुंह में गहरे जख्म हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला उसकी जुबान काटने की कोशिश थी, ताकि वह रेप के आरोपी के खिलाफ गवाही न दे सके।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: तेंदुलकर अब शतकों के शतक से एक शतक दूर
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: सचिन तेंदुलकर शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप मैच में शतक जड़ने के साथ ही शतकों का शतक जड़ने के बेहद करीब पहुंच गए। तेंदुलकर के नाम पर अब कुल 99 अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज हो गये हैं और उन्हें शतकों के शतक का बेमिसाल रिकार्ड बनाने के लिये अब केवल एक शतक की दरकार है। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 48 और एकदिवसीय क्रिकेट में 51 शतक दर्ज हैं। जहां तक विश्वकप की बात है तो तेंदुलकर का हर चार साल में होने वाले टूर्नामेंट में यह छठा शतक है जो कि विश्व रिकार्ड है। तेंदुलकर का यह रिकार्ड छठा विश्वकप है और वह इस टूर्नामेंट में 2000 से अधिक रन बनाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तेंदुलकर के शतकों के रिकार्डों तक फिलहाल कोई पहुंच पाएगा इसकी संभावना नहीं दिखती है क्योंकि उनके बाद दूसरे नंबर पर काबिज आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने अभी तक केवल 68 शतक ही जमाये और इस तरह से वह तेंदुलकर से 31 शतक दूर हैं। पोंटिंग के बाद जाक कैलिस :57: का नंबर आता है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: मेवात कांड में पीड़ितों को गौमांस खाने की मिली सज़ा? सीबीआई जांच का फैसला
यह लेख है: हरियाणा के मेवात में 24 और 25 अगस्त की रात को हुये हत्या और बलात्कार कांड में सीबीआई जांच का फैसला ले लिया गया है. चंडीगढ़ में उच्चस्तरीय बैठक में ये फैसला किया गया. इससे पहले मेवात के पीड़ितों ने दिल्ली पहुंच कर आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले की लीपापोती कर रही है. जेडीयू सांसद अली अनवर के घर पर पहुंचे 67 साल के कमलुद्दीन (पहचान छुपाने के लिये नाम बदला गया है) ने दिल्ली पहुंचकर पत्रकारों को आपबीती सुनाई. कमलुद्दीन ने कहा, "हमें इंसाफ चाहिये. मेरे बेटे और बहू को मार दिया. बेटी दामाद के साथ दो नवासों को बुरी तरह जख्मी किया है और मेरी दो नातिनों के साथ बलात्कार हुआ है. पुलिस हमें मदद नहीं कर रही है. हमें इंसाफ चाहिये." मेवात के इस परिवार के घर 24 अगस्त को रात 12 बजे किये गये हमले में दो लोगों की हत्या कर दी गई और दो बच्चों समेत 4 लोग जख्मी भी हुये हैं. दो लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ जिनमें से एक ने एनडीटीवी इंडिया से कहा, 'उन्होंने ये कहा कि तुम लोग गाय खाते हो. हमने कहा कि नहीं हम गाय नहीं खाते. लेकिन वो बोले कि तुम गाय खाते हो इसलिये हम ये कर रहे हैं.' पीड़ित का ये बयान अहम है क्योंकि मेवात में बीफ को लेकर पहले से ही डर का माहौल है. पिछले दिनों मेवात में जगह जगह बिकने वाली बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किए जाने की खबरें आईं. हरियाणा गौसेवा आयोग के प्रमुख भानीराम मंगला का कहना है, "मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गौमांस के इस्तेमाल की शिकायत मिली है जहां भी शिकायत आ रही है वहां हम सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिये भेज रहे हैं. अभी हमने कुछ सेंपल जांच के लिये हिसार की लैब में भेजे हैं. अगर किसी को दोषी पाया गया तो राज्य के कानून के तहत सज़ा दी जाएगी." मंगला ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि राज्य के कानून के तहत गौमांस खाना और लाना-ले जाना एक अपराध है.टिप्पणियां एनडीटीवी इंडिया ने पीड़ि‍ता के बयान के बारे में इस मामले में बनी टास्क फोर्स की निगरानी कर रहे एडीजी शत्रुजीत सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिंह ने कहा, "मैं सोमवार को मेवात में ही था. मैंने वहां जांच कर रहे अधिकारियों से बात की लेकिन किसी ने ये नहीं कहा. ये मैं नई बात सुन रहा हूं." लेकिन सिंह ने ये ज़रूर बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मेवात में हुये मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है. जेडीयू सांसद अली अनवर के घर पर पहुंचे 67 साल के कमलुद्दीन (पहचान छुपाने के लिये नाम बदला गया है) ने दिल्ली पहुंचकर पत्रकारों को आपबीती सुनाई. कमलुद्दीन ने कहा, "हमें इंसाफ चाहिये. मेरे बेटे और बहू को मार दिया. बेटी दामाद के साथ दो नवासों को बुरी तरह जख्मी किया है और मेरी दो नातिनों के साथ बलात्कार हुआ है. पुलिस हमें मदद नहीं कर रही है. हमें इंसाफ चाहिये." मेवात के इस परिवार के घर 24 अगस्त को रात 12 बजे किये गये हमले में दो लोगों की हत्या कर दी गई और दो बच्चों समेत 4 लोग जख्मी भी हुये हैं. दो लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ जिनमें से एक ने एनडीटीवी इंडिया से कहा, 'उन्होंने ये कहा कि तुम लोग गाय खाते हो. हमने कहा कि नहीं हम गाय नहीं खाते. लेकिन वो बोले कि तुम गाय खाते हो इसलिये हम ये कर रहे हैं.' पीड़ित का ये बयान अहम है क्योंकि मेवात में बीफ को लेकर पहले से ही डर का माहौल है. पिछले दिनों मेवात में जगह जगह बिकने वाली बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किए जाने की खबरें आईं. हरियाणा गौसेवा आयोग के प्रमुख भानीराम मंगला का कहना है, "मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गौमांस के इस्तेमाल की शिकायत मिली है जहां भी शिकायत आ रही है वहां हम सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिये भेज रहे हैं. अभी हमने कुछ सेंपल जांच के लिये हिसार की लैब में भेजे हैं. अगर किसी को दोषी पाया गया तो राज्य के कानून के तहत सज़ा दी जाएगी." मंगला ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि राज्य के कानून के तहत गौमांस खाना और लाना-ले जाना एक अपराध है.टिप्पणियां एनडीटीवी इंडिया ने पीड़ि‍ता के बयान के बारे में इस मामले में बनी टास्क फोर्स की निगरानी कर रहे एडीजी शत्रुजीत सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिंह ने कहा, "मैं सोमवार को मेवात में ही था. मैंने वहां जांच कर रहे अधिकारियों से बात की लेकिन किसी ने ये नहीं कहा. ये मैं नई बात सुन रहा हूं." लेकिन सिंह ने ये ज़रूर बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मेवात में हुये मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है. मेवात के इस परिवार के घर 24 अगस्त को रात 12 बजे किये गये हमले में दो लोगों की हत्या कर दी गई और दो बच्चों समेत 4 लोग जख्मी भी हुये हैं. दो लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ जिनमें से एक ने एनडीटीवी इंडिया से कहा, 'उन्होंने ये कहा कि तुम लोग गाय खाते हो. हमने कहा कि नहीं हम गाय नहीं खाते. लेकिन वो बोले कि तुम गाय खाते हो इसलिये हम ये कर रहे हैं.' पीड़ित का ये बयान अहम है क्योंकि मेवात में बीफ को लेकर पहले से ही डर का माहौल है. पिछले दिनों मेवात में जगह जगह बिकने वाली बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किए जाने की खबरें आईं. हरियाणा गौसेवा आयोग के प्रमुख भानीराम मंगला का कहना है, "मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गौमांस के इस्तेमाल की शिकायत मिली है जहां भी शिकायत आ रही है वहां हम सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिये भेज रहे हैं. अभी हमने कुछ सेंपल जांच के लिये हिसार की लैब में भेजे हैं. अगर किसी को दोषी पाया गया तो राज्य के कानून के तहत सज़ा दी जाएगी." मंगला ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि राज्य के कानून के तहत गौमांस खाना और लाना-ले जाना एक अपराध है.टिप्पणियां एनडीटीवी इंडिया ने पीड़ि‍ता के बयान के बारे में इस मामले में बनी टास्क फोर्स की निगरानी कर रहे एडीजी शत्रुजीत सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिंह ने कहा, "मैं सोमवार को मेवात में ही था. मैंने वहां जांच कर रहे अधिकारियों से बात की लेकिन किसी ने ये नहीं कहा. ये मैं नई बात सुन रहा हूं." लेकिन सिंह ने ये ज़रूर बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मेवात में हुये मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है. पीड़ित का ये बयान अहम है क्योंकि मेवात में बीफ को लेकर पहले से ही डर का माहौल है. पिछले दिनों मेवात में जगह जगह बिकने वाली बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किए जाने की खबरें आईं. हरियाणा गौसेवा आयोग के प्रमुख भानीराम मंगला का कहना है, "मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गौमांस के इस्तेमाल की शिकायत मिली है जहां भी शिकायत आ रही है वहां हम सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिये भेज रहे हैं. अभी हमने कुछ सेंपल जांच के लिये हिसार की लैब में भेजे हैं. अगर किसी को दोषी पाया गया तो राज्य के कानून के तहत सज़ा दी जाएगी." मंगला ने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि राज्य के कानून के तहत गौमांस खाना और लाना-ले जाना एक अपराध है.टिप्पणियां एनडीटीवी इंडिया ने पीड़ि‍ता के बयान के बारे में इस मामले में बनी टास्क फोर्स की निगरानी कर रहे एडीजी शत्रुजीत सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिंह ने कहा, "मैं सोमवार को मेवात में ही था. मैंने वहां जांच कर रहे अधिकारियों से बात की लेकिन किसी ने ये नहीं कहा. ये मैं नई बात सुन रहा हूं." लेकिन सिंह ने ये ज़रूर बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मेवात में हुये मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है. एनडीटीवी इंडिया ने पीड़ि‍ता के बयान के बारे में इस मामले में बनी टास्क फोर्स की निगरानी कर रहे एडीजी शत्रुजीत सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. सिंह ने कहा, "मैं सोमवार को मेवात में ही था. मैंने वहां जांच कर रहे अधिकारियों से बात की लेकिन किसी ने ये नहीं कहा. ये मैं नई बात सुन रहा हूं." लेकिन सिंह ने ये ज़रूर बताया कि एक उच्चस्तरीय बैठक में मेवात में हुये मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है. मेवात में जहां एक ओर हत्या और बलात्कार कांड की जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पीड़ि‍तों के लिये इंसाफ की उम्मीद बंधेगी वहीं बिरयानी के सैंपल इकट्ठा किये जाने से डर का माहौल है. एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि अफसर इस बात से खुश नहीं हैं कि खाने पीने पर नज़र रखने के लिये इस तरह की नज़रबंदी की जा रही है. बिरयानी के सैंपल इकट्ठा करने जैसी संस्कृति से हम बहुत खुश नहीं है.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) पर प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों को बधाई दी
यह लेख है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर आज वैज्ञानिकों को बधाई दी. पीएम ने विज्ञानप्रेमियों का भी अभिवादन किया. पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा, “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की बधाई. मैं सभी विज्ञानप्रेमियों का अभिवादन करता हूं. उनकी बढ़ती वैज्ञानिक उत्सुकता के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. भारत को अपने वैज्ञानिकों पर बहुत गर्व है.”टिप्पणियांपीएम मोदी ने कहा, विश्व की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है भारत वीडियो- योग जी भरकर जीवन जीने की जड़ी-बूटी है : पीएम मोदी रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सच की तह तक जाने के लिए सवाल पूछते रहने की जिज्ञासा होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा, “तब तक चैन की सांस न लें जब तक सभी क्यों, क्या और कैसे के जवाब न हासिल कर लें.’’ पीएम मोदी ने कहा, विश्व की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है भारत वीडियो- योग जी भरकर जीवन जीने की जड़ी-बूटी है : पीएम मोदी रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सच की तह तक जाने के लिए सवाल पूछते रहने की जिज्ञासा होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा, “तब तक चैन की सांस न लें जब तक सभी क्यों, क्या और कैसे के जवाब न हासिल कर लें.’’ वीडियो- योग जी भरकर जीवन जीने की जड़ी-बूटी है : पीएम मोदी रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सच की तह तक जाने के लिए सवाल पूछते रहने की जिज्ञासा होना बहुत आवश्यक है. उन्होंने कहा, “तब तक चैन की सांस न लें जब तक सभी क्यों, क्या और कैसे के जवाब न हासिल कर लें.’’
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: वीरू बनेंगे शतकवीर, भज्जी का बढ़ा इंतजार
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: वीरेंद्र सहवाग इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में शुक्रवार से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में उतरने के साथ ही 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दुनिया के 54वें और भारत के नौवें क्रिकेटर बन जाएंगे, लेकिन इस विस्फोटक बल्लेबाज से लगभग साढ़े तीन साल पहले अपना टेस्ट करियर शुरू करने वाले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा।टिप्पणियां इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान शृंखला से पहले सहवाग और हरभजन दोनों के नाम पर 98 - 98 टेस्ट मैच दर्ज थे। सहवाग टीम के नियमित सदस्य हैं, लेकिन पिछले डेढ़ साल से कोई टेस्ट नहीं खेल पाने वाले हरभजन की अंतिम एकादश में जगह तय नहीं है। भारत के दो मुख्य स्पिनरों आर अश्विन और प्रज्ञान ओझा के अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए हरभजन को मुंबई में भी मौका मिलने की संभावना नहीं है। वैसे सहवाग को भी भारत की तरफ से टेस्ट मैचों का सैकड़ा पूरा करने के लिए कोलकाता में पांच दिसंबर से होने वाले तीसरे टेस्ट मैच तक इंतजार करना पड़ेगा। असल में सहवाग ने एक मैच विश्व एकादश की तरफ से खेला था और इस तरह से भारत की तरफ से उनके नाम पर अभी 98 टेस्ट मैच ही दर्ज हैं। नवंबर 2001 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सहवाग शृंखला के शुरू से ही 100 मैच खेलने को लेकर उत्साहित थे। उन्होंने कहा था, मेरा पहला सपना देश की तरफ से खेलना था। उसके बाद मैं 100 टेस्ट मैच खेलने का सपना देखने लगा। मुझे खुशी है कि यह क्षण जल्द ही आएगा। यह बड़ा सम्मान है। गौरतलब है कि यदि भारत तीन स्पिनरों के साथ उतरने का फैसला करता है तभी हरभजन को मुंबई में मौका मिलेगा, क्योंकि अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में अश्विन और ओझा ने मिलकर 13 विकेट लिए थे। अश्विन हालांकि चार विकेट ले पाए थे, लेकिन माना जा रहा है कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विजयी टीम में किसी तरह का बदलाव करना पसंद नहीं करेंगे। जहां तक सहवाग का सवाल है तो यह तय है कि वानखेड़े स्टेडियम में वह अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे। उनके लिए यह ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि यह उन सचिन तेंदुलकर का घरेलू मैदान है जिनके पर सर्वाधिक 191 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है जिन भारतीय क्रिकेटरों ने अब तक 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले हैं उनमें तेंदुलकर के अलावा राहुल द्रविड़ (164), वीवीएस लक्ष्मण (134), अनिल कुंबले (132) , कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116) और सौरव गांगुली (113)  शामिल हैं। इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान शृंखला से पहले सहवाग और हरभजन दोनों के नाम पर 98 - 98 टेस्ट मैच दर्ज थे। सहवाग टीम के नियमित सदस्य हैं, लेकिन पिछले डेढ़ साल से कोई टेस्ट नहीं खेल पाने वाले हरभजन की अंतिम एकादश में जगह तय नहीं है। भारत के दो मुख्य स्पिनरों आर अश्विन और प्रज्ञान ओझा के अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए हरभजन को मुंबई में भी मौका मिलने की संभावना नहीं है। वैसे सहवाग को भी भारत की तरफ से टेस्ट मैचों का सैकड़ा पूरा करने के लिए कोलकाता में पांच दिसंबर से होने वाले तीसरे टेस्ट मैच तक इंतजार करना पड़ेगा। असल में सहवाग ने एक मैच विश्व एकादश की तरफ से खेला था और इस तरह से भारत की तरफ से उनके नाम पर अभी 98 टेस्ट मैच ही दर्ज हैं। नवंबर 2001 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सहवाग शृंखला के शुरू से ही 100 मैच खेलने को लेकर उत्साहित थे। उन्होंने कहा था, मेरा पहला सपना देश की तरफ से खेलना था। उसके बाद मैं 100 टेस्ट मैच खेलने का सपना देखने लगा। मुझे खुशी है कि यह क्षण जल्द ही आएगा। यह बड़ा सम्मान है। गौरतलब है कि यदि भारत तीन स्पिनरों के साथ उतरने का फैसला करता है तभी हरभजन को मुंबई में मौका मिलेगा, क्योंकि अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में अश्विन और ओझा ने मिलकर 13 विकेट लिए थे। अश्विन हालांकि चार विकेट ले पाए थे, लेकिन माना जा रहा है कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विजयी टीम में किसी तरह का बदलाव करना पसंद नहीं करेंगे। जहां तक सहवाग का सवाल है तो यह तय है कि वानखेड़े स्टेडियम में वह अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे। उनके लिए यह ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि यह उन सचिन तेंदुलकर का घरेलू मैदान है जिनके पर सर्वाधिक 191 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है जिन भारतीय क्रिकेटरों ने अब तक 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले हैं उनमें तेंदुलकर के अलावा राहुल द्रविड़ (164), वीवीएस लक्ष्मण (134), अनिल कुंबले (132) , कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116) और सौरव गांगुली (113)  शामिल हैं। गौरतलब है कि यदि भारत तीन स्पिनरों के साथ उतरने का फैसला करता है तभी हरभजन को मुंबई में मौका मिलेगा, क्योंकि अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच में अश्विन और ओझा ने मिलकर 13 विकेट लिए थे। अश्विन हालांकि चार विकेट ले पाए थे, लेकिन माना जा रहा है कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी विजयी टीम में किसी तरह का बदलाव करना पसंद नहीं करेंगे। जहां तक सहवाग का सवाल है तो यह तय है कि वानखेड़े स्टेडियम में वह अपना 100वां टेस्ट मैच खेलेंगे। उनके लिए यह ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि यह उन सचिन तेंदुलकर का घरेलू मैदान है जिनके पर सर्वाधिक 191 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है जिन भारतीय क्रिकेटरों ने अब तक 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले हैं उनमें तेंदुलकर के अलावा राहुल द्रविड़ (164), वीवीएस लक्ष्मण (134), अनिल कुंबले (132) , कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116) और सौरव गांगुली (113)  शामिल हैं।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: मेट्रो की तर्ज पर जल्द ही स्मार्ट कार्ड सुविधा शुरू करेगी डीटीसी
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दिल्ली परिवहन विभाग (डीटीसी) की बसों में यात्रा के लिए मेट्रो की तर्ज पर जल्द ही स्मार्ट कार्ड सुविधा शुरू की जाएगी। डीटीसी अधिकारियों के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन (ईटीएम) के लिए अगले कुछ दिन में निविदा निकाली जाएगी। फिलहाल कुछ चिह्नित केंद्रों पर कागज पर मासिक बस पास बनाए जाते हैं जिन पर डीटीसी का वाटरमार्क होता है। पास से रोजाना सफर करने वाले लोगों का समय बचता है। डीटीसी की सीएमडी देबश्री मुखर्जी ने कहा, 'हमने मेट्रो की तर्ज पर स्मार्ट कार्ड मासिक बस पास शुरू करने का फैसला किया है, जो यात्रियों को डीटीसी की बसों में सफर करने में मददगार होंगे। यात्रियों को बसों पर चढ़ते समय ईटीएम के माध्यम से स्मार्ट कार्ड स्वाइप करना होगा।' फिलहाल हजारों लोग अपने नाम से मासिक बस पास जारी कराते हैं लेकिन निगम को पता नहीं चल पाता कि यात्री सबसे ज्यादा किन रूटों पर सफर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'स्मार्ट कार्ड बस पास शुरू करने के बाद हम अनेक मार्गों पर यात्रियों की संख्या पता लगा सकेंगे और उसके अनुसार सेवाओं में सुधार कर सकते हैं।' डीटीसी ने पहले चरण में 200 ईटीएम खरीदने का फैसला किया है और अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है तो इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। निगम के अधिकारियों के अनुसार यात्री अपना स्मार्ट कार्ड मासिक आधार पर रिचार्ज करा सकते हैं।
9
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: AMU के एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के फाइनल वर्ष के सभी बच्चों ने किया GATE का एग्जाम पास
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कुछ दिनों पहले GATE के नतीजे आए थे जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. सबसे बड़ी उपलब्धि रही कि एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के फाइनल वर्ष के सभी बच्चों ने गेट का एग्जाम पास किया और वो भी टॉप रैंक्स में. इस बैच के सभी 14 छात्रों और छात्राओं में बेहद उल्‍लास है और गर्व भी कि उन्होंने एक नया इतिहास रचा है. इस बैच के बादल सिंह ने ऑल इंडिया रैंक नौ हासिल की है गेट के लाइफ साइंस विषय में. जब हमने उनसे इस सफलता का राज़ पूछा तो उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स और सीनियर्स की मदद से ही ये मुकाम वो हासिल कर पाए हैं. जब भी कभी उन्हें किसी विषय में परेशानी हुई तब सीनियर्स ने उनकी बहुत मदद की. उन्होंने गेट के लिए नियमित 12 घंटे पढ़ाई की और अपने कमजोर विषयों पर भी अच्छे से ध्यान दिया. दूसरी तरफ गेट के लाइफ साइंस विषय में 14 रैंक हासिल करने वाली अबसर तलत का मानना है कि अगर आप पुराने सालों के प्रश्न हल करते हैं तो आप आसानी से गेट को पास कर सकते हैं. उनका मानना है कि जो कोर्स आने वाला है उसको अच्छे से पढ़ें और टाइम मैनेजमेंट करना सीखें. अगर आप निरंतर प्रैक्टिस कर रहे हैं और अपने मजबूत पक्ष को और मजबूत कर रहे हैं तो गेट में आपकी सफतला निश्चित है. जब हमने एक और छात्रा नबीला फरहत से उनकी सफलता का राज पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रुप स्टडी की जिससे उन्हें काफी मदद मिली. साथ ही साथ वो भी इस बात पर जोर देती हैं कि पिछले सालों के प्रश्न और पुराने एग्जाम पेपर्स जरूर हल कीजिये और वो भी ऐसे जैसे आप एग्जाम दे रहे हों, तब आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.टिप्पणियां आज इन बच्चों की वजह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में जो ख़ुशी की लहर है और जो गर्व उन्‍हें महसूस हो रहा है वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. इस बैच के बादल सिंह ने ऑल इंडिया रैंक नौ हासिल की है गेट के लाइफ साइंस विषय में. जब हमने उनसे इस सफलता का राज़ पूछा तो उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स और सीनियर्स की मदद से ही ये मुकाम वो हासिल कर पाए हैं. जब भी कभी उन्हें किसी विषय में परेशानी हुई तब सीनियर्स ने उनकी बहुत मदद की. उन्होंने गेट के लिए नियमित 12 घंटे पढ़ाई की और अपने कमजोर विषयों पर भी अच्छे से ध्यान दिया. दूसरी तरफ गेट के लाइफ साइंस विषय में 14 रैंक हासिल करने वाली अबसर तलत का मानना है कि अगर आप पुराने सालों के प्रश्न हल करते हैं तो आप आसानी से गेट को पास कर सकते हैं. उनका मानना है कि जो कोर्स आने वाला है उसको अच्छे से पढ़ें और टाइम मैनेजमेंट करना सीखें. अगर आप निरंतर प्रैक्टिस कर रहे हैं और अपने मजबूत पक्ष को और मजबूत कर रहे हैं तो गेट में आपकी सफतला निश्चित है. जब हमने एक और छात्रा नबीला फरहत से उनकी सफलता का राज पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रुप स्टडी की जिससे उन्हें काफी मदद मिली. साथ ही साथ वो भी इस बात पर जोर देती हैं कि पिछले सालों के प्रश्न और पुराने एग्जाम पेपर्स जरूर हल कीजिये और वो भी ऐसे जैसे आप एग्जाम दे रहे हों, तब आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.टिप्पणियां आज इन बच्चों की वजह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में जो ख़ुशी की लहर है और जो गर्व उन्‍हें महसूस हो रहा है वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. दूसरी तरफ गेट के लाइफ साइंस विषय में 14 रैंक हासिल करने वाली अबसर तलत का मानना है कि अगर आप पुराने सालों के प्रश्न हल करते हैं तो आप आसानी से गेट को पास कर सकते हैं. उनका मानना है कि जो कोर्स आने वाला है उसको अच्छे से पढ़ें और टाइम मैनेजमेंट करना सीखें. अगर आप निरंतर प्रैक्टिस कर रहे हैं और अपने मजबूत पक्ष को और मजबूत कर रहे हैं तो गेट में आपकी सफतला निश्चित है. जब हमने एक और छात्रा नबीला फरहत से उनकी सफलता का राज पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रुप स्टडी की जिससे उन्हें काफी मदद मिली. साथ ही साथ वो भी इस बात पर जोर देती हैं कि पिछले सालों के प्रश्न और पुराने एग्जाम पेपर्स जरूर हल कीजिये और वो भी ऐसे जैसे आप एग्जाम दे रहे हों, तब आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.टिप्पणियां आज इन बच्चों की वजह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में जो ख़ुशी की लहर है और जो गर्व उन्‍हें महसूस हो रहा है वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. जब हमने एक और छात्रा नबीला फरहत से उनकी सफलता का राज पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रुप स्टडी की जिससे उन्हें काफी मदद मिली. साथ ही साथ वो भी इस बात पर जोर देती हैं कि पिछले सालों के प्रश्न और पुराने एग्जाम पेपर्स जरूर हल कीजिये और वो भी ऐसे जैसे आप एग्जाम दे रहे हों, तब आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता.टिप्पणियां आज इन बच्चों की वजह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में जो ख़ुशी की लहर है और जो गर्व उन्‍हें महसूस हो रहा है वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. आज इन बच्चों की वजह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में जो ख़ुशी की लहर है और जो गर्व उन्‍हें महसूस हो रहा है वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था. गौरतलब है कि 16 मार्च को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी ने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) - 2018 के नतीजे जारी किये थे. देश भर के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमटेक में दाखिला लेने के लिए गेट क्वालिफाई करना जरूरी होता है. गेट के रैंक के अनुसार ही एमटेक करने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है. ऑल इंडिया स्तर पर 23 विषयों में आयोजित इस परीक्षा में देश भर के लाखों परीक्षार्थियों ने भाग लिया था.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: जानिए संजय लीला भंसाली क्यों लड़ाना चाहते थे दीपिका और प्रियंका को
यह एक लेख है: आमतौर पर जब भी किसी फिल्म में टक्कर की दो बड़ी अभिनेत्रियां एक साथ काम करती हैं तब उनके बीच झगड़े की खबरें आती हैं, क्योंकि दोनों अभिनेत्रियों के बीच स्पर्धा शुरू हो जाती है। कभी अच्छे रोल को लेकर, कभी अच्छे डांस को लेकर तो कभी अच्छे स्टाइल या कपड़ों को लेकर। मगर फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' की शूटिंग के दौरान दीपिका और प्रियंका के बीच ऐसा कुछ नहीं हुआ, जो इसके निर्देशक संजय लीला भंसाली को ठीक नहीं लगा। मजाक-मजाक में अक्सर संजय लीला भंसाली दोनों अभिनेत्रियों से कहते थे कि तुम दोनों लड़ती क्यों नहीं? फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में बाजी राव की पहली पत्नी की भूमिका में हैं, प्रियंका चोपड़ा और प्रेमिका का किरदार निभा रही हैं, दीपिका पादुकोण। फिल्म का एक गाना 'पिंगा' बहुत हिट हो रहा है, जो प्रियंका और दीपिका पर फिल्माया गया है। प्रियंका और दीपिका ने इस पर जमकर डांस किया है और सबको यही उम्मीद थी कि इस गाने को फिल्माए जाने के समय शायद दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो जाए मगर ऐसा नहीं हुआ। इस गाने को फिल्माए जाने के समय दीपिका और प्रियंका की दोस्ती देखकर निर्देशक संजय लीला भंसाली भी हैरान थे।टिप्पणियां दीपिका पादुकोण ने कहा कि संजय सर को शिकायत होती थी कि मेरे और प्रियंका के बीच झगड़ा क्यों नहीं हो रहा है। वह अक्सर हंसते थे और मजाक उड़ाकर कहते थे कि तुम दोनों वैनिटी वैन से हंसते हुए और बातें करते हुए क्यों आती हो। दीपिका ने 'पिंगा' गाना के फिल्माए गए दिन को याद करते हुए कहा कि मेरे और प्रियंका के बीच कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। हम दोनों में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। हम दोनों को जैसे स्टेप दिए गए हमने डांस किया। फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में बाजी राव की पहली पत्नी की भूमिका में हैं, प्रियंका चोपड़ा और प्रेमिका का किरदार निभा रही हैं, दीपिका पादुकोण। फिल्म का एक गाना 'पिंगा' बहुत हिट हो रहा है, जो प्रियंका और दीपिका पर फिल्माया गया है। प्रियंका और दीपिका ने इस पर जमकर डांस किया है और सबको यही उम्मीद थी कि इस गाने को फिल्माए जाने के समय शायद दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हो जाए मगर ऐसा नहीं हुआ। इस गाने को फिल्माए जाने के समय दीपिका और प्रियंका की दोस्ती देखकर निर्देशक संजय लीला भंसाली भी हैरान थे।टिप्पणियां दीपिका पादुकोण ने कहा कि संजय सर को शिकायत होती थी कि मेरे और प्रियंका के बीच झगड़ा क्यों नहीं हो रहा है। वह अक्सर हंसते थे और मजाक उड़ाकर कहते थे कि तुम दोनों वैनिटी वैन से हंसते हुए और बातें करते हुए क्यों आती हो। दीपिका ने 'पिंगा' गाना के फिल्माए गए दिन को याद करते हुए कहा कि मेरे और प्रियंका के बीच कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। हम दोनों में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। हम दोनों को जैसे स्टेप दिए गए हमने डांस किया। दीपिका पादुकोण ने कहा कि संजय सर को शिकायत होती थी कि मेरे और प्रियंका के बीच झगड़ा क्यों नहीं हो रहा है। वह अक्सर हंसते थे और मजाक उड़ाकर कहते थे कि तुम दोनों वैनिटी वैन से हंसते हुए और बातें करते हुए क्यों आती हो। दीपिका ने 'पिंगा' गाना के फिल्माए गए दिन को याद करते हुए कहा कि मेरे और प्रियंका के बीच कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। हम दोनों में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। हम दोनों को जैसे स्टेप दिए गए हमने डांस किया। दीपिका ने 'पिंगा' गाना के फिल्माए गए दिन को याद करते हुए कहा कि मेरे और प्रियंका के बीच कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ। हम दोनों में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी। हम दोनों को जैसे स्टेप दिए गए हमने डांस किया।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: लाल किला पर हमले के दोषी मोहम्मद आरिफ की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगी सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने लाल किला हमला मामले में फांसी की सज़ा पाए मोहम्मद आरिफ उर्फ़ अशफाक को दोबारा पुनर्विचार याचिका दाखिल करनी की इजाज़त दे दी है।टिप्पणियां अब यह सुनवाई खुली अदालत में होगी। इससे पहले आरिफ की पुनर्विचार याचिका और क्यूरेटिव पेटिशन ख़ारिज हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सज़ा के मामलों में रिव्यू पेटिशन की सुनवाई खुली अदालत में करने के पुराने फैसले के आधार पर आरिफ को ये राहत दी है। हालांकि पहले सुप्रीम कोर्ट ने रिव्यू पेटिशन को खुली अदालत में करने का फैसला सुनाया था। हालांकि कोर्ट ने कहा था कि जिनकी क्यूरेटिव भी खारिज हो चुकी है, उन्हें ये मौका नहीं मिलेगा। लेकिन अब आरिफ को ये मौका दिया गया है। अब यह सुनवाई खुली अदालत में होगी। इससे पहले आरिफ की पुनर्विचार याचिका और क्यूरेटिव पेटिशन ख़ारिज हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सज़ा के मामलों में रिव्यू पेटिशन की सुनवाई खुली अदालत में करने के पुराने फैसले के आधार पर आरिफ को ये राहत दी है। हालांकि पहले सुप्रीम कोर्ट ने रिव्यू पेटिशन को खुली अदालत में करने का फैसला सुनाया था। हालांकि कोर्ट ने कहा था कि जिनकी क्यूरेटिव भी खारिज हो चुकी है, उन्हें ये मौका नहीं मिलेगा। लेकिन अब आरिफ को ये मौका दिया गया है। हालांकि पहले सुप्रीम कोर्ट ने रिव्यू पेटिशन को खुली अदालत में करने का फैसला सुनाया था। हालांकि कोर्ट ने कहा था कि जिनकी क्यूरेटिव भी खारिज हो चुकी है, उन्हें ये मौका नहीं मिलेगा। लेकिन अब आरिफ को ये मौका दिया गया है।
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: UPSC Civil Topper कनिष्क कटारिया को मिले इतने अंक
यह लेख है: दूसरी रैंक हासिल करने वाले अक्षत जैन को 53.3 फीसदी यानी 1080 अंक मिले. उन्हें मुख्य (लिखित) परीक्षा में 882, जबकि व्यक्तित्व परीक्षण में 198 अंक मिले. तीसरी रैंक हासिल करने वाले जुनैद अहमद को 53.18 फीसदी यानी 1077 अंक (मुख्य परीक्षा में 893 और व्यक्तित्व परीक्षण में 184) मिले. सिविल सेवा परीक्षा 2018 के नतीजे यूपीएससी ने पांच अप्रैल को घोषित किए थे. इस बार UPSC सिविल परीक्षा में कुल 759 उम्मीदवारों (577 पुरुष और 182 महिला) का चयन हुआ है. इनमें सामान्य श्रेणी के 361, ओबीसी के 209, एससी के 128 और एसटी के 61 उम्मीदवार शामिल हैं. साल 2017 की सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त करने वाले दुरिशेट्टी अनुदीप को 2025 अंकों में से 55.60 फीसदी यानी 1126 अंक (लिखित परीक्षा में 950 और व्यक्तित्व परीक्षण में 176) प्राप्त हुए थे. वहीं, साल 2016 की सिविल सेवा परीक्षा की टॉपर नंदिनी के आर को 55.3 फीसदी यानी 1120 अंक मिले थे. उन्हें लिखित परीक्षा में 927 और व्यक्तित्व परीक्षण में 193 अंक प्राप्त हुए थे.
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: अमेरिका ने कहा, बशर अल असद ‘हकीकत से भाग रहे’
लेख: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का देश में हिंसा समाप्त करने का नया प्रस्ताव खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा है कि नए प्रस्ताव का हकीकत से कोई सरोकार नहीं है।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा, असद का भाषण सत्ता में बने रहने की एक और कोशिश है और इससे राजनीतिक बदलाव के लिए प्रयासरत सीरियावासियों के लक्ष्य को कोई लाभ नहीं होगा। उनकी पहल हकीकत से परे है या हम कह सकते हैं कि असद हकीकत से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा, उनकी पहल संयुक्त विशेष प्रतिनिधि लखदर ब्राहिमी के प्रयासों को कमजोर करेगी और प्रशासन के हाथ सीरियावासियों के दमन के लिए अधिक मजबूत हो जाएंगे। नुलैंड ने कहा, करीब दो साल से असद सरकार अपने ही लोगों पर ज्यादतियां कर रही है। आज भी असद बातचीत के बारे में कहते हैं, लेकिन उनकी सरकार गुटीय तनाव बढ़ा रही है और सुन्नी बहुल शहरों पर हमले भी जारी हैं। उन्होंने साफ कहा कि असद सत्ता में बने रहने के सभी अधिकार खो चुके हैं और अमेरिका मांग करता है कि वह देशवासियों की महत्वाकांक्षा पूरी करने के उद्देश्य से राजनीतिक समाधान और लोकतांत्रिक बदलाव के लिए पद छोड़ दें। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा, असद का भाषण सत्ता में बने रहने की एक और कोशिश है और इससे राजनीतिक बदलाव के लिए प्रयासरत सीरियावासियों के लक्ष्य को कोई लाभ नहीं होगा। उनकी पहल हकीकत से परे है या हम कह सकते हैं कि असद हकीकत से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा, उनकी पहल संयुक्त विशेष प्रतिनिधि लखदर ब्राहिमी के प्रयासों को कमजोर करेगी और प्रशासन के हाथ सीरियावासियों के दमन के लिए अधिक मजबूत हो जाएंगे। नुलैंड ने कहा, करीब दो साल से असद सरकार अपने ही लोगों पर ज्यादतियां कर रही है। आज भी असद बातचीत के बारे में कहते हैं, लेकिन उनकी सरकार गुटीय तनाव बढ़ा रही है और सुन्नी बहुल शहरों पर हमले भी जारी हैं। उन्होंने साफ कहा कि असद सत्ता में बने रहने के सभी अधिकार खो चुके हैं और अमेरिका मांग करता है कि वह देशवासियों की महत्वाकांक्षा पूरी करने के उद्देश्य से राजनीतिक समाधान और लोकतांत्रिक बदलाव के लिए पद छोड़ दें। उन्होंने कहा, उनकी पहल संयुक्त विशेष प्रतिनिधि लखदर ब्राहिमी के प्रयासों को कमजोर करेगी और प्रशासन के हाथ सीरियावासियों के दमन के लिए अधिक मजबूत हो जाएंगे। नुलैंड ने कहा, करीब दो साल से असद सरकार अपने ही लोगों पर ज्यादतियां कर रही है। आज भी असद बातचीत के बारे में कहते हैं, लेकिन उनकी सरकार गुटीय तनाव बढ़ा रही है और सुन्नी बहुल शहरों पर हमले भी जारी हैं। उन्होंने साफ कहा कि असद सत्ता में बने रहने के सभी अधिकार खो चुके हैं और अमेरिका मांग करता है कि वह देशवासियों की महत्वाकांक्षा पूरी करने के उद्देश्य से राजनीतिक समाधान और लोकतांत्रिक बदलाव के लिए पद छोड़ दें।
13
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए लकी ड्रॉ के जरिये पुरस्कार देने का सुझाव
देश में इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग ने नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से कहा है कि उसे साप्ताहिक और तिमाही लकी ड्रॉ की पुरस्कार योजना के जरिये लोगों को डिजिटल भुगतान के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. नीति आयोग ने एनपीसीआई से कहा है कि उसे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत करनी चाहिए. एनपीसीआई को देश में डिजिटल यानी नकदी रहित समाज की अवधारणा विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई है. नीति आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 9 नवंबर के बाद से देश में डिजिटल भुगतान की संख्या और राशि दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह जरूरी है कि समाज के सभी वर्गों में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भुगतान की शुरुआत हो. 'हमें इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रोत्साहित करना चाहिए और समाज को डिजिटल से डिजि-धन की तरफ आगे ले जाना चाहिए.' टिप्पणियां आयोग ने कहा है कि दो तरह के पुरस्कार शुरू किए जा सकते हैं. पहला साप्ताहिक लकी ड्रॉ शुरू किया जा सकता है. यह सप्ताह के दौरान किए गए सौदे की ट्रांजेक्शन आईडी के आधार पर किया जा सकता है. दूसरा तिमाही आधार पर एक ग्रांड पुरस्कार योजना शुरू की जा सकती है. एनपीसीआई को इस तरह की योजना तैयार करने का सुझाव देते हुए कहा है कि उसका ध्यान गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों पर होना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नीति आयोग ने एनपीसीआई से कहा है कि उसे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत करनी चाहिए. एनपीसीआई को देश में डिजिटल यानी नकदी रहित समाज की अवधारणा विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई है. नीति आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 9 नवंबर के बाद से देश में डिजिटल भुगतान की संख्या और राशि दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह जरूरी है कि समाज के सभी वर्गों में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भुगतान की शुरुआत हो. 'हमें इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रोत्साहित करना चाहिए और समाज को डिजिटल से डिजि-धन की तरफ आगे ले जाना चाहिए.' टिप्पणियां आयोग ने कहा है कि दो तरह के पुरस्कार शुरू किए जा सकते हैं. पहला साप्ताहिक लकी ड्रॉ शुरू किया जा सकता है. यह सप्ताह के दौरान किए गए सौदे की ट्रांजेक्शन आईडी के आधार पर किया जा सकता है. दूसरा तिमाही आधार पर एक ग्रांड पुरस्कार योजना शुरू की जा सकती है. एनपीसीआई को इस तरह की योजना तैयार करने का सुझाव देते हुए कहा है कि उसका ध्यान गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों पर होना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नीति आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 9 नवंबर के बाद से देश में डिजिटल भुगतान की संख्या और राशि दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद करने की घोषणा की थी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह जरूरी है कि समाज के सभी वर्गों में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भुगतान की शुरुआत हो. 'हमें इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रोत्साहित करना चाहिए और समाज को डिजिटल से डिजि-धन की तरफ आगे ले जाना चाहिए.' टिप्पणियां आयोग ने कहा है कि दो तरह के पुरस्कार शुरू किए जा सकते हैं. पहला साप्ताहिक लकी ड्रॉ शुरू किया जा सकता है. यह सप्ताह के दौरान किए गए सौदे की ट्रांजेक्शन आईडी के आधार पर किया जा सकता है. दूसरा तिमाही आधार पर एक ग्रांड पुरस्कार योजना शुरू की जा सकती है. एनपीसीआई को इस तरह की योजना तैयार करने का सुझाव देते हुए कहा है कि उसका ध्यान गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों पर होना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह जरूरी है कि समाज के सभी वर्गों में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भुगतान की शुरुआत हो. 'हमें इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को प्रोत्साहित करना चाहिए और समाज को डिजिटल से डिजि-धन की तरफ आगे ले जाना चाहिए.' टिप्पणियां आयोग ने कहा है कि दो तरह के पुरस्कार शुरू किए जा सकते हैं. पहला साप्ताहिक लकी ड्रॉ शुरू किया जा सकता है. यह सप्ताह के दौरान किए गए सौदे की ट्रांजेक्शन आईडी के आधार पर किया जा सकता है. दूसरा तिमाही आधार पर एक ग्रांड पुरस्कार योजना शुरू की जा सकती है. एनपीसीआई को इस तरह की योजना तैयार करने का सुझाव देते हुए कहा है कि उसका ध्यान गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों पर होना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आयोग ने कहा है कि दो तरह के पुरस्कार शुरू किए जा सकते हैं. पहला साप्ताहिक लकी ड्रॉ शुरू किया जा सकता है. यह सप्ताह के दौरान किए गए सौदे की ट्रांजेक्शन आईडी के आधार पर किया जा सकता है. दूसरा तिमाही आधार पर एक ग्रांड पुरस्कार योजना शुरू की जा सकती है. एनपीसीआई को इस तरह की योजना तैयार करने का सुझाव देते हुए कहा है कि उसका ध्यान गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों पर होना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: भारतीय उद्यमी बना सकते हैं अगला गूगल : एरिक श्मिट
लेख: गूगल के कार्यकारी चेयरमैन एरिक श्मिट ने कहा है कि भारत के उद्यमी नव-प्रवर्तकों में अगला गूगल बनाने की क्षमता है, बशर्ते देश की नीतियां सही हों और अपने करोड़ों नागरिकों को इंटरनेट की सुविधा प्रदान कर सके। वैश्विक परामर्श कंपनी मैकिंजी द्वारा संपादित एक किताब में लिखे अपने एक लेख में श्मिट ने भारत को इंटरनेट के मामले में फिसड्डी करार दिया और कहा कि उन्हें लगता है कि भारत अभी वहां है, जहां अमेरिका 1994 (गूगल के जन्म से चार साल पहले) के आस-पास था। उन्होंने कहा कि भारत को शहरों और कस्बों में इंटरनेट का प्रसार करना चाहिए, जिसका उसकी अर्थव्यवस्था और समाज पर सकारात्मक असर होगा। गूगल के पूर्व मुख्य कार्यकारी ने कहा कि उन्होंने सिलिकॉन वैली में अपने आसपास भारत के लोगों की रचनात्मक क्षमता देखी है। सिलिकॉन वैली में 40 प्रतिशत नई कंपनियां भारतीय मूल के उद्यमियों की है। उन्होंने कहा, अंदाजा लगाइए कि यदि भारत के उद्यमी नव-प्रवर्तक बिना देश बड़ी वैश्विक कंपनियां बनाने में कामयाब होते हैं, तो क्या होगा। वे दुनिया बदल देंगे। इंटरनेट पर केंद्रित सैकड़ों कंपनियों की स्थापना होगी और सिर्फ भारतीय उपभोक्ताओं, भारतीय रचि, भारतीय शैली और भारतीय खेल पर ध्यान केंद्रित कर सफल होंगी। उन्होंने कहा, क्या उनसे से कोई कंपनी अगली गूगल बन सकती हैं? बिल्कुल। श्मिट ने कहा, ऐसे कुछ समय तक नहीं होगा, लेकिन यदि भारत की नीतियां सही होती हैं, तो हम जल्द देखेंगे कि भारतीय इंजीनियर और छोटे कारोबार भारतीयों की समस्या का समाधान कर रहे होंगे और फिर निर्यात करते होंगे। भारत की कुल आबादी 1.2 अरब है, जिनमें से 60 करोड़ मोबाइल फोन धारक हैं, लेकिन इंटरनेट कनेक्शन करीब 15 करोड़ के पास है।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: फ़िल्म 'वेलकम टू कराची' के लिए ख़ास प्रमोशनल सॉन्‍ग
यह एक लेख है: प्रचार के लिए इस ख़ास गाने को कोरियोग्राफ किया है फ़िरोज़ खान ने। फ़िल्म 'वेलकम टू कराची' का प्रचार पहले से ही शुरू हो चूका है। इसके सितारे अलग-अलग तरीके से फ़िल्म के प्रमोशन में जुटे हैं। अब टीवी पर फ़िल्म को प्रोमोट करने के लिए एक और तड़कता भड़कता गाना शूट किया गया है।टिप्पणियां इस फ़िल्म में अरशद वारसी और लॉरेन के साथ जैकी भगनानी भी मुख्य भूमिका में हैं और फ़िल्म के निर्माता हैं वाशु भगनानी। फ़िल्म 'वेलकम टू कराची' एक कॉमेडी फ़िल्म है जिसमें 2 भारतीय गलती से पाकिस्तान की सरहद में पहुंच जाते हैं। इस फ़िल्म में जैकी के साथ अरशद वारसी भी मुख्य भूमिका में हैं। जैकी ने हमसे बात करते हुएं कहा, 'आम तौर पर पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच खराब रिश्तों की बातें होती हैं और उन्हें फिल्मों में गंभीर तरीके से दिखाया जाता है मगर हमारी कोशिश है कि हम दोनों देशों को खूब हंसाएं।' इस फ़िल्म में अरशद वारसी और लॉरेन के साथ जैकी भगनानी भी मुख्य भूमिका में हैं और फ़िल्म के निर्माता हैं वाशु भगनानी। फ़िल्म 'वेलकम टू कराची' एक कॉमेडी फ़िल्म है जिसमें 2 भारतीय गलती से पाकिस्तान की सरहद में पहुंच जाते हैं। इस फ़िल्म में जैकी के साथ अरशद वारसी भी मुख्य भूमिका में हैं। जैकी ने हमसे बात करते हुएं कहा, 'आम तौर पर पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच खराब रिश्तों की बातें होती हैं और उन्हें फिल्मों में गंभीर तरीके से दिखाया जाता है मगर हमारी कोशिश है कि हम दोनों देशों को खूब हंसाएं।' जैकी ने हमसे बात करते हुएं कहा, 'आम तौर पर पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच खराब रिश्तों की बातें होती हैं और उन्हें फिल्मों में गंभीर तरीके से दिखाया जाता है मगर हमारी कोशिश है कि हम दोनों देशों को खूब हंसाएं।'
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: कांग्रेस नेता का दावा : महाराष्ट्र में प्रत्याशियों के चयन में नहीं किया गया प्रक्रिया का पालन
यह एक लेख है: महाराष्ट्र कांग्रेस के एक नेता का दावा है कि अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवारों के चयन के लिये उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रक्रिया के अनुसार इच्छुक उम्मीदवारों को प्रदेश पार्टी इकाई में आवेदन करना होता है और साक्षात्कार के बाद इनमें से छांटे गये नामों को केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाता है. उन्होंने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘‘लेकिन इस बार उम्मीदवारों के चयन में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ.'' उन्होंने यह भी कहा कि इस बार करीब 40 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है जो पिछले एक साल में दूसरी पार्टी से कांग्रेस में आये हैं. चंद्रपुर से कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश धनोरकर हाल तक शिवसेना विधायक थे जबकि नागपुर से उम्मीदवार नाना पटोले पिछले साल ही विपक्षी पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्होंने बताया कि औरंगाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष जामबाद इससे पहले राकांपा में थे जबकि रामटेक से कांग्रेस प्रत्याशी किशोर गजभिये बसपा छोड़कर पार्टी में आये हैं. उल्लेखनीय है कि पार्टी महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल के नेतृत्व में कांग्रेस पर्यवेक्षकों की एक टीम ने यहां महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं से शनिवार को मुलाकात की थी.     नेता ने कहा कि औरंगाबाद में अब्दुल सत्तार ने इसके विरोध में आवाज उठायी वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत ए. आर. अंतुले के पुत्र नवीद अंतुले कुछ दिन पहले शिवसेना में शामिल हो गए हैं.  पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रतीक पाटिल ने भी पिछले सप्ताह कांग्रेस छोड़ दी, जबकि वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल इस महीने की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए.  महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटों पर चार चरण में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को चुनाव होने हैं. मतगणना 23 मई को होगी.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: दिल्ली हवाईअड्डे पर 7.5 लाख रुपये के सोने बिस्कुट बरामद, एक गिरफ्तार
यह लेख है: चेन्नई जा रहे एक यात्री को यहां हवाई अड्डे पर सोमवार को सोने के बिस्कुट की तस्करी के मामले में एक आदमी को गिरफ्तार किया है. उसने अपने बैग में करीब 7.5 लाख रुपये के सोने के बिस्कुट छिपा कर रखे थे.टिप्पणियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि तड़के यात्रियों के सामान की स्कैनिंग के लिए तैनात एक सीआईएसएफ कर्मी को बैग में कुछ संदिग्ध चीज का पता चला. अधिकारी ने बताया कि जब इसे खोला गया तो सोने के तीन बिस्कुट मिले जिसमें प्रत्येक का वजन 450 ग्राम था. यात्री की पहचान मोहम्मद शेख के तौर पर हुई है. उसे सीमा शुल्क विभाग के हवाले कर दिया गया. मामले की जांच की जा रही है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि तड़के यात्रियों के सामान की स्कैनिंग के लिए तैनात एक सीआईएसएफ कर्मी को बैग में कुछ संदिग्ध चीज का पता चला. अधिकारी ने बताया कि जब इसे खोला गया तो सोने के तीन बिस्कुट मिले जिसमें प्रत्येक का वजन 450 ग्राम था. यात्री की पहचान मोहम्मद शेख के तौर पर हुई है. उसे सीमा शुल्क विभाग के हवाले कर दिया गया. मामले की जांच की जा रही है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: गेंदबाज हरभजन सिंह ने पूछा, कहां हैं करुण नायर? चयन पर सवाल उठाने के बाद डिलीट किया ट्वीट...
हालांकि इस ट्वीट को बाद में ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने डिलीट कर दिया. NDTV इसकी सत्यता की पुष्टि भी नहीं करता, लेकिन इसकी खबर आने के बाद से एक वाजिब सवाल जरूर खड़ा हो गया है. सही भी है... यह पूछना वाजिब लगता है कि आखिर कहां हैं करुण नायर.. और चयनकर्ताओं का फोकस आखिर किस ओर है? आखिर चयनकर्ताओं ने क्यों भविष्य की बात करते करते ऐसे खिलाड़ी को नज़रअंदाज़ कर दिया और पीछे मुड़कर पुराने खिलाड़ियों पर क्यों चले गए. इंग्लैंड के खिलाफ टीम में युवराज सिंह, सुरेश रैना और आशीष नेहरा जैसे सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हुई है.टिप्पणियां गौरतलब है कि युवराज ने 2013 दिसंबर के बाद से 3 वर्ष से कोई वनडे नहीं खेला तो टी-20 टीम से भी वो विश्व कप के बाद से बाहर रहे हैं, उनकी टीम में वापसी की वजह घरेलू रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन को बताया गया, तो फिर क्या करुण नायर का अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन इस लायक नहीं है. वहीं सुरेश रैना डेढ़ साल से भारतीय टीम से बाहर रहे हैं..और आशीष नेहरा भी टी20 वर्ल्ड कप के बाद वापसी कर रहे हैं. बड़ा सवाल यह कि अगर चयनकर्ताओं की नज़र ICC चैंपियन्स ट्रॉफ़ी पर है.. तो क्या वाकई हमारे पास यही खिलाड़ी जीत की उम्मीद हैं जिन्हें  बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम में शामिल कर लिया जाता है.. फिर घरेलू क्रिकेट में लगातार धूम मचा रहे युवाओं का क्या होगा... आखिर चयनकर्ताओं ने क्यों भविष्य की बात करते करते ऐसे खिलाड़ी को नज़रअंदाज़ कर दिया और पीछे मुड़कर पुराने खिलाड़ियों पर क्यों चले गए. इंग्लैंड के खिलाफ टीम में युवराज सिंह, सुरेश रैना और आशीष नेहरा जैसे सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हुई है.टिप्पणियां गौरतलब है कि युवराज ने 2013 दिसंबर के बाद से 3 वर्ष से कोई वनडे नहीं खेला तो टी-20 टीम से भी वो विश्व कप के बाद से बाहर रहे हैं, उनकी टीम में वापसी की वजह घरेलू रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन को बताया गया, तो फिर क्या करुण नायर का अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन इस लायक नहीं है. वहीं सुरेश रैना डेढ़ साल से भारतीय टीम से बाहर रहे हैं..और आशीष नेहरा भी टी20 वर्ल्ड कप के बाद वापसी कर रहे हैं. बड़ा सवाल यह कि अगर चयनकर्ताओं की नज़र ICC चैंपियन्स ट्रॉफ़ी पर है.. तो क्या वाकई हमारे पास यही खिलाड़ी जीत की उम्मीद हैं जिन्हें  बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम में शामिल कर लिया जाता है.. फिर घरेलू क्रिकेट में लगातार धूम मचा रहे युवाओं का क्या होगा... गौरतलब है कि युवराज ने 2013 दिसंबर के बाद से 3 वर्ष से कोई वनडे नहीं खेला तो टी-20 टीम से भी वो विश्व कप के बाद से बाहर रहे हैं, उनकी टीम में वापसी की वजह घरेलू रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन को बताया गया, तो फिर क्या करुण नायर का अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन इस लायक नहीं है. वहीं सुरेश रैना डेढ़ साल से भारतीय टीम से बाहर रहे हैं..और आशीष नेहरा भी टी20 वर्ल्ड कप के बाद वापसी कर रहे हैं. बड़ा सवाल यह कि अगर चयनकर्ताओं की नज़र ICC चैंपियन्स ट्रॉफ़ी पर है.. तो क्या वाकई हमारे पास यही खिलाड़ी जीत की उम्मीद हैं जिन्हें  बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम में शामिल कर लिया जाता है.. फिर घरेलू क्रिकेट में लगातार धूम मचा रहे युवाओं का क्या होगा... बड़ा सवाल यह कि अगर चयनकर्ताओं की नज़र ICC चैंपियन्स ट्रॉफ़ी पर है.. तो क्या वाकई हमारे पास यही खिलाड़ी जीत की उम्मीद हैं जिन्हें  बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम में शामिल कर लिया जाता है.. फिर घरेलू क्रिकेट में लगातार धूम मचा रहे युवाओं का क्या होगा...
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: पीओके से आए शरणार्थियों के लिए 2,000 करोड़ रुपये के पैकेज की तैयारी
लेख: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) तथा गिलगित-बाल्टिस्तान के लोगों से संबंध जोड़ने और बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बीच केंद्र सरकार देश में रह रहे पीओके के विस्थापित लोगों के लिए 2,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा करने वाली है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय जल्द ही पैकेज को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रख सकता है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने पैकेज वितरण के लिए 36,348 परिवारों की पहले ही पहचान कर ली है, जिसके तहत प्रत्येक परिवार को लगभग साढ़े पांच लाख रुपये मिलेंगे. अधिकारी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि एक महीने के भीतर पैकेज को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल जाएगी और कोष लाभार्थियों में बांटा जा सकेगा.’’ पश्चिमी पाकिस्तान, ज्यादातर पीओके से आए शरणार्थी जम्मू, कठुआ और राजौरी जिलों के विभिन्न हिस्सों में बस गए हैं. हालांकि वे जम्मू-कश्मीर के संविधान के अनुसार राज्य के स्थाई निवासियों की श्रेणी में नहीं आते. कुछ परिवार 1947 में भारत के बंटवारे के समय विस्थापित हो गए थे और अन्य परिवार 1965 तथा 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्धों के दौरान विस्थापित हुए थे. विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय जल्द ही पैकेज को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रख सकता है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने पैकेज वितरण के लिए 36,348 परिवारों की पहले ही पहचान कर ली है, जिसके तहत प्रत्येक परिवार को लगभग साढ़े पांच लाख रुपये मिलेंगे. अधिकारी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि एक महीने के भीतर पैकेज को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल जाएगी और कोष लाभार्थियों में बांटा जा सकेगा.’’ पश्चिमी पाकिस्तान, ज्यादातर पीओके से आए शरणार्थी जम्मू, कठुआ और राजौरी जिलों के विभिन्न हिस्सों में बस गए हैं. हालांकि वे जम्मू-कश्मीर के संविधान के अनुसार राज्य के स्थाई निवासियों की श्रेणी में नहीं आते. कुछ परिवार 1947 में भारत के बंटवारे के समय विस्थापित हो गए थे और अन्य परिवार 1965 तथा 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्धों के दौरान विस्थापित हुए थे. विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारी ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि एक महीने के भीतर पैकेज को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल जाएगी और कोष लाभार्थियों में बांटा जा सकेगा.’’ पश्चिमी पाकिस्तान, ज्यादातर पीओके से आए शरणार्थी जम्मू, कठुआ और राजौरी जिलों के विभिन्न हिस्सों में बस गए हैं. हालांकि वे जम्मू-कश्मीर के संविधान के अनुसार राज्य के स्थाई निवासियों की श्रेणी में नहीं आते. कुछ परिवार 1947 में भारत के बंटवारे के समय विस्थापित हो गए थे और अन्य परिवार 1965 तथा 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्धों के दौरान विस्थापित हुए थे. विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कुछ परिवार 1947 में भारत के बंटवारे के समय विस्थापित हो गए थे और अन्य परिवार 1965 तथा 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्धों के दौरान विस्थापित हुए थे. विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विस्थापित लोग लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव में वे वोट नहीं डाल सकते. पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पीओके के विस्थापित लोगों का प्रतिनिधित्व कर रही जम्मू-कश्मीर शरणार्थी कार्य समिति (जेकेएसएसी) का कहना है कि पैकेज को अंतिम बंदोबस्त नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि उन सभी के बंदोबस्त के लिए 9,200 करोड़ रुपये की आवश्यकता है. जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों की समस्याओं पर विचार करने के बाद मोदी सरकार ने जनवरी 2015 में शरणार्थियों के लिए कुछ रियायतें मंजूर की थीं. रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रियायतों में इन लोगों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती करने के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाने, राज्य में समान रोजगार अवसर उपलब्ध कराने, शरणार्थियों के बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला देने जैसे कई कदम शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए 12 अगस्त को आयोजित सर्वदलीय बैठक में पहली बार पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान के लोगों की दशा के बारे में बात की थी .टिप्पणियां मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मोदी ने इसके तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में एक बार फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले इन तीनों क्षेत्रों का जिक्र किया था. ऐसी खबरें हैं कि सरकार बेंगलुरु में आयोजित होने वाले अगले प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पीओके, गिलगित-बाल्टिस्तान से ताल्लुक रखने वाले समुदायों को आमंत्रित करने की योजना बना रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: टीवी की तेज आवाज को लेकर जीजा ने नाबालिग साले की जान ले ली
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पश्चिम दिल्ली के निहाल विहार इलाके में 30-वर्षीय एक शख्स ने टेलीविजन की आवाज कम न करने पर अपने नाबालिग साले की कथित तौर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार घटना गुरुवार रात हुई, जब आरोपी हरिचंद अपने सुसराल वालों के घर में था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, उसके 11-वर्षीय साले ने टेलीविजन की आवाज तेजकर रखी थी। हरिचंद बार-बार आवाज कम करने को कह रहा था, लेकिन जल्द ही उसने अपना आपा खो दिया और कथित तौर पर एक पत्थर से लड़के पर हमला कर दिया। उसने पत्थर से अपने साले का चेहरा कुचल दिया और दरवाजा बाहर से बंद कर घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के समय घर पर कोई नहीं था। जब लड़के के माता-पिता घर लौटे, उन्होंने अपने बेटे को खून से लथपथ पाया। उसे तत्काल पास के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे लाए जाने के साथ ही मृत घोषित कर दिया गया। निहाल विहार थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
9
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को ले जा रहे प्लेन की हुई इमरजेंसी लैंडिंग
लेख: भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को ले जा रहे हवाई जहाज की दिल्ली एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की गई है। इस विमान में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज यात्रा कर रहे थे।टिप्पणियां जानकारी के अनुसार उड़ान भरने के बाद पायलट ने यह पाया कि विमान का ऑटो-पायलट सिस्टम काम नहीं कर रहा है। इसके तुरंत बाद पायलट ने एटीसी से संपर्क साधा विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। ये तीनों भाजपा के नेता कर्नाटक के बेल्लारी में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जा रहे थे। अब कहा जा रहा है कि ये तीनों वरिष्ठ भाजपा नेता इस सभा में नहीं जा पाएंगे। जानकारी के अनुसार उड़ान भरने के बाद पायलट ने यह पाया कि विमान का ऑटो-पायलट सिस्टम काम नहीं कर रहा है। इसके तुरंत बाद पायलट ने एटीसी से संपर्क साधा विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। ये तीनों भाजपा के नेता कर्नाटक के बेल्लारी में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जा रहे थे। अब कहा जा रहा है कि ये तीनों वरिष्ठ भाजपा नेता इस सभा में नहीं जा पाएंगे। ये तीनों भाजपा के नेता कर्नाटक के बेल्लारी में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जा रहे थे। अब कहा जा रहा है कि ये तीनों वरिष्ठ भाजपा नेता इस सभा में नहीं जा पाएंगे।
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: क्‍या नीतीश कुमार को ही फिर मिल पाएगी बिहार की कमान...?
यह लेख है: नीतीश कुमार के बारे में वैसे तो सब जानते ही हैं लेकिन अपनी साख दांव पर लगाए विकास पुरुष नीतीश कुमार के लिए यह चुनाव खास है। अपने 10 साल के कार्यकाल में 8 साल से ज्‍यादा वक्‍त तक जिस पार्टी के साथ मिलकर वो सत्ता में रहे, इस बार उसी के खिलाफ वो चुनाव मैदान में हैं। जिस लालू प्रसाद यादव का विरोध कर कभी वो राज्‍य की गद्दी पर बैठे थे, आज उनके साथ ही गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं। नीतीश कुमार का जन्म बिहार के बख्तियारपुर में एक मार्च 1951 को हुआ था। बिहार में अगर कद्दावर नेताओं की बात की जाए तो नीतीश का ना टॉप के नेताओं में गिना जाता है। नीतीश कुमार फरवरी 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं. हालांकि कि बीच में कुछ समय तक जीतन राम मांझी ने ये कुर्सी संभाली थी। उसके बाद फरवरी 2015 से नीतीश फिर से गद्दी पर बैठे।टिप्पणियां जनता दल यूनाइटेड से संबंध रखने वाले नीतीश कुमार एनआईटी पटना से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। जेपी आंदोलन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले नीतीश कुमार पहली बार 1985 में विधायक बने। राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने के बाद 1990 में पहली बार नीतीश कुमार केन्द्रीय मंत्रीमंडल में कृषि राज्यमंत्री रहे। नीतीश पहली बार वर्ष 2000 में सात दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि वो सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर सके थे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में मई 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे। बिहार में 15 साल से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनता दल को नंवबर 2005 में नीतीश ने जबरदस्‍त पटखनी दी और वो राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बने। इस बार चुनाव में नीतीश महागंठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं। नीतीश कुमार का जन्म बिहार के बख्तियारपुर में एक मार्च 1951 को हुआ था। बिहार में अगर कद्दावर नेताओं की बात की जाए तो नीतीश का ना टॉप के नेताओं में गिना जाता है। नीतीश कुमार फरवरी 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं. हालांकि कि बीच में कुछ समय तक जीतन राम मांझी ने ये कुर्सी संभाली थी। उसके बाद फरवरी 2015 से नीतीश फिर से गद्दी पर बैठे।टिप्पणियां जनता दल यूनाइटेड से संबंध रखने वाले नीतीश कुमार एनआईटी पटना से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। जेपी आंदोलन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले नीतीश कुमार पहली बार 1985 में विधायक बने। राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने के बाद 1990 में पहली बार नीतीश कुमार केन्द्रीय मंत्रीमंडल में कृषि राज्यमंत्री रहे। नीतीश पहली बार वर्ष 2000 में सात दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि वो सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर सके थे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में मई 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे। बिहार में 15 साल से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनता दल को नंवबर 2005 में नीतीश ने जबरदस्‍त पटखनी दी और वो राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बने। इस बार चुनाव में नीतीश महागंठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं। जनता दल यूनाइटेड से संबंध रखने वाले नीतीश कुमार एनआईटी पटना से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। जेपी आंदोलन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले नीतीश कुमार पहली बार 1985 में विधायक बने। राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने के बाद 1990 में पहली बार नीतीश कुमार केन्द्रीय मंत्रीमंडल में कृषि राज्यमंत्री रहे। नीतीश पहली बार वर्ष 2000 में सात दिनों के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि वो सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर सके थे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में मई 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे। बिहार में 15 साल से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनता दल को नंवबर 2005 में नीतीश ने जबरदस्‍त पटखनी दी और वो राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बने। इस बार चुनाव में नीतीश महागंठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में मई 2001 से 2004 तक नीतीश केंद्रीय रेलमंत्री रहे। बिहार में 15 साल से सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनता दल को नंवबर 2005 में नीतीश ने जबरदस्‍त पटखनी दी और वो राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बने। इस बार चुनाव में नीतीश महागंठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं।
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: हॉकी वर्ल्‍ड लीग फाइनल : अर्जेंटीना का डिफेंस नहीं भेद सका भारत, सेमीफाइनल में हारा
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: लगातार हो रही तेज बारिश के बावजूद आखिरी सीटी बजने तक सीटों पर जमे रहे दर्शक भी शुक्रवार को भारतीय टीम में जोश का संचार नहीं कर सके और ओलिंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना ने मेजबान को एक गोल से हराकर हॉकी वर्ल्‍ड लीग फाइनल के खिताबी मुकाबले में जगह बना ली. इसके साथ ही भारत की पदक का रंग बेहतर करने की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया. पिछली बार रायपुर में खेले गए टूर्नामेंट में भी सेमीफाइनल हारने के बाद भारत ने कांस्य पदक जीता था. इस बार भी वह कांसे के तमगे के लिये ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी से खेलेगा. अर्जेंटीना को 17वें मिनट में गोंजालो पेलाट के गोल के दम पर मिली बढ़त को भारत आखिरी 43 मिनट में उतार नहीं सका. पिछले मैच में दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम को सडन डेथ में हराने वाले आक्रामक तेवर आज नदारद थे. फॉरवर्ड पंक्ति में तालमेल का अभाव दिखा और गेंद पर नियंत्रण के मामले में दुनिया की नंबर एक टीम अर्जेंटीना काफी आगे रही. मैदान पर दमखम और तकनीक की जोर आजमाइश करने वाले भारत और अर्जेंटीना के खिलाड़ियों के अलावा इस मैच में काबिले तारीफ था कलिंगा स्टेडियम पर भारी तादाद में जमा दर्शकों का जज्बा. सुबह से लगातार हो रही बूंदाबांदी मैच के समय तक तेज बारिश में बदल गई लेकिन वह दर्शकों के उत्साह पर पानी नहीं फेर सकी. सेमीफाइनल से ठीक पहले इंग्लैंड और नीदरलैंड के बीच खेले गए क्लासीफिकेशन मैच के बाद भारत - अर्जेंटीना मैच शनिवार तक के लिये स्थगित किये जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और दोनों टीमें मैदान पर खेलने उतरीं तो मुश्किल हालात के बावजूद जोश में कहीं कोई कमी नहीं थी. पहले हाफ में हालांकि भारतीय टीम उस फॉर्म में नहीं दिखी जो उसने बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दिखाया था. दूसरी ओर अर्जेंटीना ने भारतीय सर्कल में कई हमले बोले और पांचवें मिनट में गोलकीपर आकाश चिकते ने मुस्तैदी दिखाते हुए गोल बचाया. भारत के लिये 10वें मिनट में सुनहरा मौका था जब ललित उपाध्याय से गेंद लेकर एस वी सुनील सर्कल के भीतर घुसे लेकिन उनका निशाना चूक गया. दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह को पीला कार्ड देखना पड़ा. इससे पहले अर्जेंटीना ने 17वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया और इसे गोंजालो पेलाट ने गोल में बदलकर ओलंपिक चैम्पियन को बढ़त दिला दी.टिप्पणियां तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें रक्षात्मक खेल दिखाती रहीं. भारत को 36वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को रूपिंदर पाल सिंह गोल में नहीं बदल सके. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाये जिन्हें फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना ने पिछले साल रियो ओलिंपिक में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. ओलिंपिक स्वर्ण पदक की राह में भारत से वह एकमात्र मुकाबला हारी थी. इसके अलावा यहां हॉकी विश्व लीग फाइनल से पहले अभ्यास मैच में भी भारत ने उसे हराया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मैदान पर दमखम और तकनीक की जोर आजमाइश करने वाले भारत और अर्जेंटीना के खिलाड़ियों के अलावा इस मैच में काबिले तारीफ था कलिंगा स्टेडियम पर भारी तादाद में जमा दर्शकों का जज्बा. सुबह से लगातार हो रही बूंदाबांदी मैच के समय तक तेज बारिश में बदल गई लेकिन वह दर्शकों के उत्साह पर पानी नहीं फेर सकी. सेमीफाइनल से ठीक पहले इंग्लैंड और नीदरलैंड के बीच खेले गए क्लासीफिकेशन मैच के बाद भारत - अर्जेंटीना मैच शनिवार तक के लिये स्थगित किये जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और दोनों टीमें मैदान पर खेलने उतरीं तो मुश्किल हालात के बावजूद जोश में कहीं कोई कमी नहीं थी. पहले हाफ में हालांकि भारतीय टीम उस फॉर्म में नहीं दिखी जो उसने बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दिखाया था. दूसरी ओर अर्जेंटीना ने भारतीय सर्कल में कई हमले बोले और पांचवें मिनट में गोलकीपर आकाश चिकते ने मुस्तैदी दिखाते हुए गोल बचाया. भारत के लिये 10वें मिनट में सुनहरा मौका था जब ललित उपाध्याय से गेंद लेकर एस वी सुनील सर्कल के भीतर घुसे लेकिन उनका निशाना चूक गया. दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह को पीला कार्ड देखना पड़ा. इससे पहले अर्जेंटीना ने 17वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया और इसे गोंजालो पेलाट ने गोल में बदलकर ओलंपिक चैम्पियन को बढ़त दिला दी.टिप्पणियां तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें रक्षात्मक खेल दिखाती रहीं. भारत को 36वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को रूपिंदर पाल सिंह गोल में नहीं बदल सके. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाये जिन्हें फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना ने पिछले साल रियो ओलिंपिक में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. ओलिंपिक स्वर्ण पदक की राह में भारत से वह एकमात्र मुकाबला हारी थी. इसके अलावा यहां हॉकी विश्व लीग फाइनल से पहले अभ्यास मैच में भी भारत ने उसे हराया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सेमीफाइनल से ठीक पहले इंग्लैंड और नीदरलैंड के बीच खेले गए क्लासीफिकेशन मैच के बाद भारत - अर्जेंटीना मैच शनिवार तक के लिये स्थगित किये जाने की अटकलें भी लगाई जा रही थी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और दोनों टीमें मैदान पर खेलने उतरीं तो मुश्किल हालात के बावजूद जोश में कहीं कोई कमी नहीं थी. पहले हाफ में हालांकि भारतीय टीम उस फॉर्म में नहीं दिखी जो उसने बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दिखाया था. दूसरी ओर अर्जेंटीना ने भारतीय सर्कल में कई हमले बोले और पांचवें मिनट में गोलकीपर आकाश चिकते ने मुस्तैदी दिखाते हुए गोल बचाया. भारत के लिये 10वें मिनट में सुनहरा मौका था जब ललित उपाध्याय से गेंद लेकर एस वी सुनील सर्कल के भीतर घुसे लेकिन उनका निशाना चूक गया. दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह को पीला कार्ड देखना पड़ा. इससे पहले अर्जेंटीना ने 17वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया और इसे गोंजालो पेलाट ने गोल में बदलकर ओलंपिक चैम्पियन को बढ़त दिला दी.टिप्पणियां तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें रक्षात्मक खेल दिखाती रहीं. भारत को 36वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को रूपिंदर पाल सिंह गोल में नहीं बदल सके. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाये जिन्हें फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना ने पिछले साल रियो ओलिंपिक में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. ओलिंपिक स्वर्ण पदक की राह में भारत से वह एकमात्र मुकाबला हारी थी. इसके अलावा यहां हॉकी विश्व लीग फाइनल से पहले अभ्यास मैच में भी भारत ने उसे हराया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दूसरी ओर अर्जेंटीना ने भारतीय सर्कल में कई हमले बोले और पांचवें मिनट में गोलकीपर आकाश चिकते ने मुस्तैदी दिखाते हुए गोल बचाया. भारत के लिये 10वें मिनट में सुनहरा मौका था जब ललित उपाध्याय से गेंद लेकर एस वी सुनील सर्कल के भीतर घुसे लेकिन उनका निशाना चूक गया. दूसरे क्वार्टर में भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह को पीला कार्ड देखना पड़ा. इससे पहले अर्जेंटीना ने 17वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया और इसे गोंजालो पेलाट ने गोल में बदलकर ओलंपिक चैम्पियन को बढ़त दिला दी.टिप्पणियां तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें रक्षात्मक खेल दिखाती रहीं. भारत को 36वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को रूपिंदर पाल सिंह गोल में नहीं बदल सके. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाये जिन्हें फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना ने पिछले साल रियो ओलिंपिक में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. ओलिंपिक स्वर्ण पदक की राह में भारत से वह एकमात्र मुकाबला हारी थी. इसके अलावा यहां हॉकी विश्व लीग फाइनल से पहले अभ्यास मैच में भी भारत ने उसे हराया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें रक्षात्मक खेल दिखाती रहीं. भारत को 36वें मिनट में मिले एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को रूपिंदर पाल सिंह गोल में नहीं बदल सके. लेकिन आखिरी क्वार्टर में भारत ने कई मौके बनाये जिन्हें फिनिशिंग तक नहीं ले जा सकी. इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना ने पिछले साल रियो ओलिंपिक में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. ओलिंपिक स्वर्ण पदक की राह में भारत से वह एकमात्र मुकाबला हारी थी. इसके अलावा यहां हॉकी विश्व लीग फाइनल से पहले अभ्यास मैच में भी भारत ने उसे हराया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: मोदी के नेतृत्व पर भरोसा, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा करना मुश्किल : उद्धव
यह लेख है: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की एक घटक शिवसेना ने प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी से आज कहा कि पाकिस्तान के संबंध में माना जा सकता है कि अच्छे दिन आने वाले हैं और कश्मीर तथा पूरे देश में शांति होगी, लेकिन पड़ोसी देश पर विश्वास बनाए रखना मुश्किल है। यहां जारी बयान में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'अतीत को भुलाने और नई पहल की शुरुआत करने के लिए केवल भारत ही पहल करता रहा है। हालांकि पाकिस्तान पर विश्वास करना मुश्किल है, लेकिन हम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास करते हैं और हम उनके लिए मुश्किल नहीं खड़ी करना चाहते। अगर पाकिस्तान अपना रास्ता नहीं बदलता, तो मोदी को परमाणु बटन दबाना ही होगा।' कांग्रेस के आरोप पर प्रतिक्रिया जताते हुए उद्धव ने कहा, 'यह कुछ ऐसा है जैसे कि भारत में आतंकवाद के मामलों में पाकिस्तान की संलिप्तता की केवल शिवसेना की चिंता हो और अन्य लोगों की न हो।' नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किए जाने को लेकर शिवसेना की चुप्पी पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा कि एक मजबूत नेता के नेतृत्व में मजबूत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और पड़ोसी देशों से होने वाली घुसपैठ जैसे मुद्दे हमेशा के लिए एक बार में सुलझाए जा सकते हैं।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: कालेधन पर सुप्रीम कोर्ट ने बनाया विशेष जांच दल
यह एक लेख है: सुप्रीम कोर्ट ने काले धन का पता लगाने के लिए विशेष जांच दल बनाने की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार ने अप्रैल में जो हाई लेवल कमेटी बनाई है, उसे ही एसआईटी में बदल दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने अपने पूर्व जज बीपी जीवन रेड्डी को एसआईटी का चेयरमैन और दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज एमबी शॉ को वाइस चेयरमैन बनाया है।सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को विदेशी बैंकों में धन जमा कराने वाले लोगों का नाम उजागर करने का निर्देश देने से इनकार कर दिया। अलबत्ता न्यायालय ने सरकार को उन लोगों का नाम उजागर करने का निर्देश दिया, जिन्हें काला धन मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।पीठ ने सरकार को निर्देश दिया कि वह उन सभी लोगों के नामों का खुलासा करे, जिन्हें काले धन से जुड़े मामले की जांच के तहत अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। अदालत ने हालांकि स्पष्ट किया कि अधिकारी उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं करें, जिनसे लिचटेंस्टीन बैंक समेत विदेशी बैंकों में धन जमा करने के मामले में पूछताछ नहीं की गई है। न्यायालय ने यह फैसला जाने-माने वकील राम जेठमलानी और अन्य लोगों की याचिका पर दिया है। याचिका में न्यायालय से मांग की गई थी कि वह सरकार को विदेशों में जमा काला धन वापस लाने का आदेश दे। शीर्ष अदालत ने सरकार को आदेश दिया कि वह एसआईटी के गठन के बारे में फौरन अधिसूचना जारी करे और सरकारी अधिकारी इस दल के साथ सहयोग करें। पीठ ने फैसला देते समय विदेशों में अवैध रूप से काला धन जमा करने वाले लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने में विफल रहने पर केंद्र सरकार के खिलाफ कई तीखी टिप्पणियां दीं। काले धन को देश के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक बताते हुए अदालत ने कहा कि विदेशी बैंकों में जितनी मात्रा में काला धन जमा होता है, वह किसी देश की कमजोरी या नरमी का मोटे तौर पर पैमाना माना जा सकता है। पीठ ने कहा कि यह सरकार की ओर से की गई गंभीर चूक है, जिसका देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर प्रभाव पड़ता है।(इनपुट भाषा से भी)
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: TOP 5 NEWS: खट्टर ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, दुष्यंत चौटाला के जेल में बंद पिता को मिली 2 हफ्ते की फर्लो
यह एक लेख है: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनका शपथग्रहण समारोह रविवार को होगा. इससे पहले खट्टर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना लिया गया था. इसके अलावा जननायक जनता पार्टी नेता दुष्यंत चौटाला के तिहाड़ जेल में बंद पिता अजय चौटाला को फर्लो मिल गई है. इसके अलावा शिवसेना विधायक दल की बैठक में फैसला लिया गया है कि पहले बीजेपी लिखित में दे कि वह ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री वाले यानी 50-50 वाले फॉर्मूले पर राजी है. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. जे. अकबर की ओर से एक वकील ने शुक्रवार को पत्रकार प्रिया रमानी की दोस्त से पूछा, 'क्या वह कमरे (होटल का कमरा जहां साक्षात्कार लिया गया था) में किसी भूत की तरह मौजूद थी?' इसके अलावा हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी गठबंधन पर खट्टर के कैबिनेट मंत्री अनिल विज खुश नहीं है. उनका कहना है कि जेजेपी से समर्थन मजबूरी में लिया गया है. उन्होंने कहा, 'जेजेपी से गठजोड़ मजबूरी है'.  हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनका शपथग्रहण समारोह रविवार को होगा. इससे पहले खट्टर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना लिया गया था. अनिल जैन ने खट्टर के नाम का प्रस्ताव किया जिसमें उन्हें औपचारिक रूप से नेता चुना गया.   जननायक जनता पार्टी नेता दुष्यंत चौटाला के तिहाड़ जेल में बंद पिता अजय चौटाला को फर्लो मिल गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने तिहाड़ जेल के डीजी ने हवाले से लिखा है, 'अजय चौटाला को फर्लो दे दी गई है. वह आज शाम या कल सुबह जेल से बाहर आ जाएंगे. उन्हें दो सप्ताह की फर्लो दी गई है.' बता दें, कैदियों को जेल से मिलने वाली छुट्टियों को फर्लो कहा जाता है, यह छुट्टी कैदी द्वारा वजह बताने के बाद ही दी जाती है.   ऐसा लग रहा है कि शिवसेना को बीजेपी पर विश्वास नहीं है. विधायक दल की बैठक में फैसला लिया गया है कि पहले बीजेपी लिखित में दे कि वह ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री वाले यानी 50-50 वाले फॉर्मूले पर राजी है. शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा कि बीजेपी जब तक लिखित में नहीं देगी तब तक शिवसेना सरकार में शामिल नहीं होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. जे. अकबर की ओर से एक वकील ने शुक्रवार को पत्रकार प्रिया रमानी की दोस्त से पूछा, 'क्या वह कमरे (होटल का कमरा जहां साक्षात्कार लिया गया था) में किसी भूत की तरह मौजूद थी?' अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी की दोस्त निलोफर वेंकटरमण ने शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में इस कथित घटना की उन जानकारियों को साझा किया जो पीड़िता ने उसे बताई थी. हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और रविवार को वह सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. विधानसभा में चुनाव में बीजेपी को 40 सीटें मिली हैं और उसे जेजेपी के 12 और 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है. बीजेपी ने जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की पेशकश की है. लेकिन खट्टर के कैबिनेट मंत्री अनिल विज खुश नहीं है. उनका कहना है कि जेजेपी से समर्थन मजबूरी में लिया गया है. उन्होंने कहा, 'जेजेपी से गठजोड़ मजबूरी है'.
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: यूपी की अखिलेश सरकार पर राहुल गांधी ने फिर साधा निशाना
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दौरे पर आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना ‘रोड शो’ आज दूसरे भी जारी रखा और उत्तर प्रदेश सरकार पर फिर निशाना साधा। मुंशीगंज स्थित अतिथिगृह में ठहरे राहुल ने अपने दिन की शुरुआत कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके की। उसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी तथा अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। वह अमेठी में एक कपड़े की दुकान पर भी गये और चाय पी। ढोल, नगाड़ों की धुन और फूलों की बारिश के साथ हुए स्वागत से प्रसन्न राहुल ने कहा कि दिल्ली में वह अपने ‘छोटे परिवार’ के साथ रहते हैं लेकिन अमेठी उनका ‘बड़ा परिवार’ है और उसका विकास उनकी प्राथमिकता है। गौरीगंज में राहुल को लड्डुओं से तौला भी गया। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के प्रति तल्ख रुख बरकरार रखते हुए राहुल ने दोहराया कि प्रदेश सरकार विकास कार्यो के प्रति उदासीन है। टिप्पणियां उन्होंने कहा ‘‘किसान नाखुश हैं.. उन्हें खाद और बीज नहीं मिल रहा है। बिजली की समस्या है, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा बहुत परेशान हैं।’’ इसके पूर्व, मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे ‘शिक्षा मित्रों’ ने राहुल से मुलाकात नहीं होने के विरोधस्वरूप मुंशीगंज गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। मुंशीगंज स्थित अतिथिगृह में ठहरे राहुल ने अपने दिन की शुरुआत कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके की। उसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी तथा अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। वह अमेठी में एक कपड़े की दुकान पर भी गये और चाय पी। ढोल, नगाड़ों की धुन और फूलों की बारिश के साथ हुए स्वागत से प्रसन्न राहुल ने कहा कि दिल्ली में वह अपने ‘छोटे परिवार’ के साथ रहते हैं लेकिन अमेठी उनका ‘बड़ा परिवार’ है और उसका विकास उनकी प्राथमिकता है। गौरीगंज में राहुल को लड्डुओं से तौला भी गया। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के प्रति तल्ख रुख बरकरार रखते हुए राहुल ने दोहराया कि प्रदेश सरकार विकास कार्यो के प्रति उदासीन है। टिप्पणियां उन्होंने कहा ‘‘किसान नाखुश हैं.. उन्हें खाद और बीज नहीं मिल रहा है। बिजली की समस्या है, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा बहुत परेशान हैं।’’ इसके पूर्व, मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे ‘शिक्षा मित्रों’ ने राहुल से मुलाकात नहीं होने के विरोधस्वरूप मुंशीगंज गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। ढोल, नगाड़ों की धुन और फूलों की बारिश के साथ हुए स्वागत से प्रसन्न राहुल ने कहा कि दिल्ली में वह अपने ‘छोटे परिवार’ के साथ रहते हैं लेकिन अमेठी उनका ‘बड़ा परिवार’ है और उसका विकास उनकी प्राथमिकता है। गौरीगंज में राहुल को लड्डुओं से तौला भी गया। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के प्रति तल्ख रुख बरकरार रखते हुए राहुल ने दोहराया कि प्रदेश सरकार विकास कार्यो के प्रति उदासीन है। टिप्पणियां उन्होंने कहा ‘‘किसान नाखुश हैं.. उन्हें खाद और बीज नहीं मिल रहा है। बिजली की समस्या है, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा बहुत परेशान हैं।’’ इसके पूर्व, मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे ‘शिक्षा मित्रों’ ने राहुल से मुलाकात नहीं होने के विरोधस्वरूप मुंशीगंज गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के प्रति तल्ख रुख बरकरार रखते हुए राहुल ने दोहराया कि प्रदेश सरकार विकास कार्यो के प्रति उदासीन है। टिप्पणियां उन्होंने कहा ‘‘किसान नाखुश हैं.. उन्हें खाद और बीज नहीं मिल रहा है। बिजली की समस्या है, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा बहुत परेशान हैं।’’ इसके पूर्व, मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे ‘शिक्षा मित्रों’ ने राहुल से मुलाकात नहीं होने के विरोधस्वरूप मुंशीगंज गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा ‘‘किसान नाखुश हैं.. उन्हें खाद और बीज नहीं मिल रहा है। बिजली की समस्या है, बेरोजगारी बढ़ रही है और युवा बहुत परेशान हैं।’’ इसके पूर्व, मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे ‘शिक्षा मित्रों’ ने राहुल से मुलाकात नहीं होने के विरोधस्वरूप मुंशीगंज गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। हालांकि बाद में राहुल ने शिक्षा मित्रों से मुलाकात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: साकेत कोर्ट में पटाखों से धमाके के बाद अफरातफरी, दिल्‍ली पुलिस बोली- घबराए नहीं
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राजधानी की साकेत कोर्ट में आज उस वक्‍त अफरातफरी मच गई, जब कोर्ट परिसर के बेसमेंट से धमाके की आवाज सुनी गई। धमाके की खबर मिलते ही तुरंत फायर ब्रिगेड की छह गाडि़यां, दो एंबुलेंस और बम निरोधक दस्‍ते को मौके पर रवाना किया गया। हालांकि बाद में पता चला कि किसी ने बेसमेंट में दीपावली के पटाखें जला दिए थे, जिस कारण धमाके की आवाज हुई। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।टिप्पणियां दरअसल, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पुलिस और दमकल विभाग को साकेत कोर्ट में धमाके की आवाज होने की सूचना मिली। आनन-फानन में पुलिस टीम और दमकल विभाग की 6 गाडि़यों को मौके पर रवाना कर दिया गया। साथ ही एहतियात के तौर पर दो एंबुलेंस भी मौके पर भेज दी गई। साथ ही बम निरोधक दस्‍ते को भी मौके पर भेज दिया गया। धमाके की आवाज होने से कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों ने पुलिस को यह सूचना दी थी। हालांकि दिल्‍ली पुलिस ने कहा है कि यह पटाखों की आवाज थी। उसे मौके से कुछ पटाखे बरामद हुए हैं। अभी जांच की जा रही है कि यह शरारत किसने की। दरअसल, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पुलिस और दमकल विभाग को साकेत कोर्ट में धमाके की आवाज होने की सूचना मिली। आनन-फानन में पुलिस टीम और दमकल विभाग की 6 गाडि़यों को मौके पर रवाना कर दिया गया। साथ ही एहतियात के तौर पर दो एंबुलेंस भी मौके पर भेज दी गई। साथ ही बम निरोधक दस्‍ते को भी मौके पर भेज दिया गया। धमाके की आवाज होने से कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों ने पुलिस को यह सूचना दी थी। हालांकि दिल्‍ली पुलिस ने कहा है कि यह पटाखों की आवाज थी। उसे मौके से कुछ पटाखे बरामद हुए हैं। अभी जांच की जा रही है कि यह शरारत किसने की। हालांकि दिल्‍ली पुलिस ने कहा है कि यह पटाखों की आवाज थी। उसे मौके से कुछ पटाखे बरामद हुए हैं। अभी जांच की जा रही है कि यह शरारत किसने की।
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: नाभा जेलब्रेक मामले में सहायक जेल अधीक्षक, मुख्य वार्डन समेत तीन गिरफ्तार
लेख: पंजाब में नाभा जेल के सहायक अधीक्षक एवं मुख्य वार्डन सहित तीन लोगों को रविवार को जेल से कैदियों के फरार होने के मामले में आपराधिक साजिश के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं पंजाब एवं दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने केएलएफ प्रमुख हरमिंदर मिंटू से पूछताछ की, जो जेल से फरार होने वाले कैदियों में शामिल था. पुलिस ने बताया कि सहायक जेल अधीक्षक भीम सिंह, मुख्य वार्डन जगमीत सिंह और मिठाई दुकान मालिक तेजिंदर शर्मा को जेल से फरार होने के मामले में उकसाने एवं आपराधिक साजिश के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. सिंह ने कैदियों से उनके जेल से फरार होने के एक दिन पहले कथित तौर पर मुलाकात की थी और उसके मोबाइल फोन को जेल से फरार होने का साजिश रचने के लिए इस्तेमाल किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में 29 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इन लोगों में जेल के नौ अधिकारी भी शामिल हैं. इस बीच दिल्ली एवं पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) के आतंकवादी मिंटू से पूछताछ की. मिंटू को सोमवार को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था. टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी.  सूत्रों ने कहा, 'वह दावा कर रहा है कि वह एक सामान्य मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे.' मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के संपर्क में था. सूत्रों ने कहा, 'इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी, क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने बताया कि सहायक जेल अधीक्षक भीम सिंह, मुख्य वार्डन जगमीत सिंह और मिठाई दुकान मालिक तेजिंदर शर्मा को जेल से फरार होने के मामले में उकसाने एवं आपराधिक साजिश के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. सिंह ने कैदियों से उनके जेल से फरार होने के एक दिन पहले कथित तौर पर मुलाकात की थी और उसके मोबाइल फोन को जेल से फरार होने का साजिश रचने के लिए इस्तेमाल किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में 29 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इन लोगों में जेल के नौ अधिकारी भी शामिल हैं. इस बीच दिल्ली एवं पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) के आतंकवादी मिंटू से पूछताछ की. मिंटू को सोमवार को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था. टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी.  सूत्रों ने कहा, 'वह दावा कर रहा है कि वह एक सामान्य मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे.' मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के संपर्क में था. सूत्रों ने कहा, 'इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी, क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सिंह ने कैदियों से उनके जेल से फरार होने के एक दिन पहले कथित तौर पर मुलाकात की थी और उसके मोबाइल फोन को जेल से फरार होने का साजिश रचने के लिए इस्तेमाल किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में 29 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इन लोगों में जेल के नौ अधिकारी भी शामिल हैं. इस बीच दिल्ली एवं पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) के आतंकवादी मिंटू से पूछताछ की. मिंटू को सोमवार को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था. टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी.  सूत्रों ने कहा, 'वह दावा कर रहा है कि वह एक सामान्य मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे.' मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के संपर्क में था. सूत्रों ने कहा, 'इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी, क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटना के सिलसिले में 29 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इन लोगों में जेल के नौ अधिकारी भी शामिल हैं. इस बीच दिल्ली एवं पंजाब पुलिस की एक संयुक्त टीम ने खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) के आतंकवादी मिंटू से पूछताछ की. मिंटू को सोमवार को दिल्ली स्थित निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था. टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी.  सूत्रों ने कहा, 'वह दावा कर रहा है कि वह एक सामान्य मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे.' मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के संपर्क में था. सूत्रों ने कहा, 'इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी, क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि नाभा जेल में मिंटू की मोबाइल फोन तक पहुंच थी.  सूत्रों ने कहा, 'वह दावा कर रहा है कि वह एक सामान्य मोबाइल फोन था जिसका इस्तेमाल अन्य कैदी भी करते थे.' मिंटू ने कहा कि उसने फोन का इस्तेमाल केवल अपने परिवार के सदस्यों से बात करने के लिए किया था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने के लिए काल डेटा रिकार्ड की जांच करेगी कि क्या वह आईएसआई के संपर्क में था. सूत्रों ने कहा, 'इसके साथ ही हम यह भी जांच करेंगे कि क्या उसकी पहुंच सोशल मीडिया और स्काइप तक थी, क्योंकि फरार होने वाला एक कैदी जेल के भीतर से फेसबुक का नियमित इस्तेमाल करता था.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: टीवी एक्ट्रेस ने जूनियर एक्टर पर लगाया रेप का आरोप, बोलीं-दुष्कर्म के कारण गर्भवती हो गई
यह लेख है: टीवी धारावाहिक 'कहानी घर घर की', 'देश में निकला होगा चांद' और 'नच बलिए' जैसे टीवी धारावाहिकों में काम कर चुकीं एक टेलीविजन अभिनेत्री ने एक जूनियर अभिनेता पर होटल के कमरे में कथित तौर पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. अभिनेत्री ने यह भी आरोप लगाया है कि दुष्कर्म के कारण वह गर्भवती हो गई हैं. यह जूनियर अभिनेता हरियाणा के यमुनानगर का रहने वाला है जो फिलहाल लापता है. टाइम्स नाउ न्यूज डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल अक्टूबर में दोनों के बीच दोस्ती हुई थी. अभिनेत्री का दावा है कि होटल के कमरे में दुष्कर्म करने से पहले जूनियर अभिनेता ने उन्हें नशीला पदार्थ पिला दिया था. अभिनेत्री को कुछ दिनों बाद जब पता चला कि वह गर्भवती हो गई हैं, तो उन्होंने उससे शादी करने की बात कही, लेकिन अभिनेता मुकर गया. बताया जा रहा है कि यमुनानगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद से आरोपी लापता हो गया है. खबरों के मुताबिक, आरोपी का परिवार उसके साथ खड़ा नजर आ रहा है. अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि उसके परिवार को इन सभी बातों की जानकारी है, लेकिन वे किसी भी तरह से उसकी मदद नहीं करना चाह रहे हैं. खबरों के मुताबिक, अभिनेत्री और जूनियर अभिनेता की मुलाकात मुंबई में ही हुई थी और दोनों ने साथ में कुछ कार्यक्रमों में भी काम किया है. कुछ समय तक के लिए ये दोनों अच्छे दोस्त भी रहे, लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों में अनबन हो गई. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: लाहौर : पाकिस्तानी सेना के तलाशी अभियान में 11 दुर्दांत आतंकवादी गिरफ्तार
लेख: पाकिस्तान के लाहौर में सेना के तलाशी अभियान के दौरान 11 दुर्दांत आतंकवादी गिरफ्तार किए गए हैं. आतंकियों के ठिकाने से भारी मात्रा में हथियार व गोला बारूद भी बरामद किया गया है. इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन के एक अधिकारी ने बताया कि लाहौर के उपनगरीय इलाकों में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद शनिवार को यह अभियान चलाया गया था. डॉन न्यूज के अनुसार इन अधिकारी ने बताया कि यह अभियान तीन घंटे तक चला और इस दौरान एक आतंकवादी संगठन के स्लीपर सेल के 11 सदस्य गिरफ्तार किए गए. भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद भी बरामद किया गया.टिप्पणियां इस अखबार के अनुसार उनमें दो आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के जमातुल अहरार से संबंधित हैं. इससे पहले पंजाब के गृह विभाग ने अलर्ट जारी किया था और चेतावनी दी थी कि फजलुल्लाह ग्रुप ने लाहौर के पास वाघा सीमा या कसूर में गंदा सिंह सीमा पर हमला करने के लिए दो आत्मघाती हमलावर भेजे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन के एक अधिकारी ने बताया कि लाहौर के उपनगरीय इलाकों में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद शनिवार को यह अभियान चलाया गया था. डॉन न्यूज के अनुसार इन अधिकारी ने बताया कि यह अभियान तीन घंटे तक चला और इस दौरान एक आतंकवादी संगठन के स्लीपर सेल के 11 सदस्य गिरफ्तार किए गए. भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद भी बरामद किया गया.टिप्पणियां इस अखबार के अनुसार उनमें दो आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के जमातुल अहरार से संबंधित हैं. इससे पहले पंजाब के गृह विभाग ने अलर्ट जारी किया था और चेतावनी दी थी कि फजलुल्लाह ग्रुप ने लाहौर के पास वाघा सीमा या कसूर में गंदा सिंह सीमा पर हमला करने के लिए दो आत्मघाती हमलावर भेजे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) डॉन न्यूज के अनुसार इन अधिकारी ने बताया कि यह अभियान तीन घंटे तक चला और इस दौरान एक आतंकवादी संगठन के स्लीपर सेल के 11 सदस्य गिरफ्तार किए गए. भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद भी बरामद किया गया.टिप्पणियां इस अखबार के अनुसार उनमें दो आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के जमातुल अहरार से संबंधित हैं. इससे पहले पंजाब के गृह विभाग ने अलर्ट जारी किया था और चेतावनी दी थी कि फजलुल्लाह ग्रुप ने लाहौर के पास वाघा सीमा या कसूर में गंदा सिंह सीमा पर हमला करने के लिए दो आत्मघाती हमलावर भेजे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस अखबार के अनुसार उनमें दो आतंकवादी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के जमातुल अहरार से संबंधित हैं. इससे पहले पंजाब के गृह विभाग ने अलर्ट जारी किया था और चेतावनी दी थी कि फजलुल्लाह ग्रुप ने लाहौर के पास वाघा सीमा या कसूर में गंदा सिंह सीमा पर हमला करने के लिए दो आत्मघाती हमलावर भेजे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: हिमाचल में पर्यटकों की आमद के बीच रोडवेजकर्मियों की हड़ताल की चेतावनी
यह एक लेख है: हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कर्मचारियों ने सोमवार रात से दो दिन की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एचआरटीसी के करीब 8,000 कर्मचारियों ने अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों के नियमन तथा पेंशन लाभों की मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एचआरटीसी के पास 2,500 बसें हैं, जो राज्य के भीतर और बाहर चलती हैं।टिप्पणियां परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने बुधवार रात तक चार्टर्ड और अन्य राज्यों की रोडवेज बसों का संचालन भी रोकने की चेतावनी दी है। परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने की अपील करते हुए उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी उचित मांगें मान ली जाएंगी। हिमाचल रोडवेजकर्मियों की हड़ताल की चेतावनी से यहां होटल संचालकों में चिंता व्याप्त है, जिन्हें गर्मी से तपते मैदानी इलाकों से इस पहाड़ी क्षेत्र में अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इस सीजन में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली से बड़ी संख्या में पर्यटक शिमला तथा आसपास के क्षेत्रों में पहुंचे हैं। पर्यटकों की आमद अभी जारी है। परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने बुधवार रात तक चार्टर्ड और अन्य राज्यों की रोडवेज बसों का संचालन भी रोकने की चेतावनी दी है। परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने की अपील करते हुए उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी उचित मांगें मान ली जाएंगी। हिमाचल रोडवेजकर्मियों की हड़ताल की चेतावनी से यहां होटल संचालकों में चिंता व्याप्त है, जिन्हें गर्मी से तपते मैदानी इलाकों से इस पहाड़ी क्षेत्र में अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इस सीजन में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली से बड़ी संख्या में पर्यटक शिमला तथा आसपास के क्षेत्रों में पहुंचे हैं। पर्यटकों की आमद अभी जारी है। इस सीजन में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली से बड़ी संख्या में पर्यटक शिमला तथा आसपास के क्षेत्रों में पहुंचे हैं। पर्यटकों की आमद अभी जारी है।
9
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: अगर तुम नहीं माने तो मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दूंगा : समाजवादी पार्टी नेता और अखिलेश यादव के मंत्री की पत्रकार को धमकी
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: गिरि का आरोप है कि मंत्री राधेश्याम सिंह ने कल दोपहर उसे फोन करके कहा, ‘‘तुम मेरे बारे में गलत खबरें लिखकर अफवाहें फैलाते हुए जिससे मुझे चुनाव में नुकसान होगा. अगर तुम नहीं मानोगे तो 4 मार्च को अपने यहां मतदान के बाद तुम्हें मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दूं.’’ पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक राजूबाबू सिंह को इस सिलसिले में तहरीर भी दी है. सिंह ने मोबाइल क्लिपिंग सुनकर जांच की बात कही है.टिप्पणियां जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है. हाटा कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने बताया कि मामले में धारा 506 (धमकी देना) और 171 आईपीसी (आचार संहिता उल्लंघन) के तहत मालमा दर्जा किया गया है.   पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक राजूबाबू सिंह को इस सिलसिले में तहरीर भी दी है. सिंह ने मोबाइल क्लिपिंग सुनकर जांच की बात कही है.टिप्पणियां जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है. हाटा कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने बताया कि मामले में धारा 506 (धमकी देना) और 171 आईपीसी (आचार संहिता उल्लंघन) के तहत मालमा दर्जा किया गया है.   जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है. हाटा कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने बताया कि मामले में धारा 506 (धमकी देना) और 171 आईपीसी (आचार संहिता उल्लंघन) के तहत मालमा दर्जा किया गया है.
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: केरल में ओणम पर्व पर होगी शराब की ऑनलाइन बिक्री, सरकारी सहकारी समिति की पहल
लेख: केरल के सरकारी स्वामित्व वाले सहकारिता उपभोक्ता महासंघ ने आगामी ओणम त्यौहार पर शराब की ऑनलाइन बिक्री करने का फैसला किया है.टिप्पणियां फेडरेशन के अध्यक्ष एम महबूब ने आज यहां प्रेस क्लब में मीडिया कर्मियों को बताया, ''कंज्यूमरफेड ने ऑनलाइन शराब की बिक्री करने का फैसला किया है. यह पहल ओणम दिवस के दौरान शराब की दुकानों पर लंबी कतारों से बचने के लिए है." उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपभोक्ता सहकारिता के इस अग्रणी संगठन की उपभोक्ताओं को शराब के करीब 59 ब्रांडों की बिक्री करने की योजना है. यह उन उपभोक्ताओं के लिए है जिन्होंने उत्पाद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा रखा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फेडरेशन के अध्यक्ष एम महबूब ने आज यहां प्रेस क्लब में मीडिया कर्मियों को बताया, ''कंज्यूमरफेड ने ऑनलाइन शराब की बिक्री करने का फैसला किया है. यह पहल ओणम दिवस के दौरान शराब की दुकानों पर लंबी कतारों से बचने के लिए है." उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपभोक्ता सहकारिता के इस अग्रणी संगठन की उपभोक्ताओं को शराब के करीब 59 ब्रांडों की बिक्री करने की योजना है. यह उन उपभोक्ताओं के लिए है जिन्होंने उत्पाद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा रखा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: फेसबुक के जरिये हुई दोस्ती, यौन शोषण कर फरार हुआ युवक
यह लेख है: बिहार के छपरा जिले के एक युवक ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर झारखंड की एक लड़की से पहले दोस्ती की और बाद में शादी के नाम पर उसका कई दिनों तक यौन शोषण किया। इसके बाद युवक लड़की को छोड़कर फरार हो गया। अब पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है। पुलिस में दर्ज मामले के अनुसार करीब दो वर्ष पहले झारखंड के डालटनगंज निवासी एक लड़की की दोस्ती फेसबुक के जरिए बिहार के छपरा जिले के मसरक गांव निवासी विकास कुमार से हो गई। बाद में यह मित्रता प्यार में बदल गई। दोनों फेसबुक और मोबाइल के जरिए रोज घंटों बातें किया करते थे। लड़की का कहना है कि वह विकास के घरवालों से भी बात करती थी।टिप्पणियां पूर्णिया की एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले विकास ने एक दिन लड़की को विवाह करने के नाम पर पूर्णिया बुलाया। लड़की का आरोप है कि दोनों नौ दिनों तक दोनों पति-पत्नी की तरह साथ भी रहे, परंतु विकास बिना विवाह किए फरार हो गया। अब लड़की ने अपना हक पाने के लिए पूर्णिया के खजांची हाट थाने में मामला दर्ज कराया है। लड़की का कहना है, मैं विकास के गांव मसरक भी गई, परंतु वहां मेरे साथ बुरा बर्ताव किया गया। मुझे धमकी देकर भगा दिया गया। मैं इसके बाद मामला दर्ज कराने के लिए डालटनगंज, छपरा और पूर्णिया के पुलिस अधिकारियों के सामने गुहार लगाती रही, परंतु मामला दर्ज नहीं किया गया। अंत में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा की पहल पर मामला दर्ज किया गया है। लोढ़ा के अनुसार 20 सितंबर को लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस में दर्ज मामले के अनुसार करीब दो वर्ष पहले झारखंड के डालटनगंज निवासी एक लड़की की दोस्ती फेसबुक के जरिए बिहार के छपरा जिले के मसरक गांव निवासी विकास कुमार से हो गई। बाद में यह मित्रता प्यार में बदल गई। दोनों फेसबुक और मोबाइल के जरिए रोज घंटों बातें किया करते थे। लड़की का कहना है कि वह विकास के घरवालों से भी बात करती थी।टिप्पणियां पूर्णिया की एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले विकास ने एक दिन लड़की को विवाह करने के नाम पर पूर्णिया बुलाया। लड़की का आरोप है कि दोनों नौ दिनों तक दोनों पति-पत्नी की तरह साथ भी रहे, परंतु विकास बिना विवाह किए फरार हो गया। अब लड़की ने अपना हक पाने के लिए पूर्णिया के खजांची हाट थाने में मामला दर्ज कराया है। लड़की का कहना है, मैं विकास के गांव मसरक भी गई, परंतु वहां मेरे साथ बुरा बर्ताव किया गया। मुझे धमकी देकर भगा दिया गया। मैं इसके बाद मामला दर्ज कराने के लिए डालटनगंज, छपरा और पूर्णिया के पुलिस अधिकारियों के सामने गुहार लगाती रही, परंतु मामला दर्ज नहीं किया गया। अंत में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा की पहल पर मामला दर्ज किया गया है। लोढ़ा के अनुसार 20 सितंबर को लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पूर्णिया की एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले विकास ने एक दिन लड़की को विवाह करने के नाम पर पूर्णिया बुलाया। लड़की का आरोप है कि दोनों नौ दिनों तक दोनों पति-पत्नी की तरह साथ भी रहे, परंतु विकास बिना विवाह किए फरार हो गया। अब लड़की ने अपना हक पाने के लिए पूर्णिया के खजांची हाट थाने में मामला दर्ज कराया है। लड़की का कहना है, मैं विकास के गांव मसरक भी गई, परंतु वहां मेरे साथ बुरा बर्ताव किया गया। मुझे धमकी देकर भगा दिया गया। मैं इसके बाद मामला दर्ज कराने के लिए डालटनगंज, छपरा और पूर्णिया के पुलिस अधिकारियों के सामने गुहार लगाती रही, परंतु मामला दर्ज नहीं किया गया। अंत में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा की पहल पर मामला दर्ज किया गया है। लोढ़ा के अनुसार 20 सितंबर को लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। अब लड़की ने अपना हक पाने के लिए पूर्णिया के खजांची हाट थाने में मामला दर्ज कराया है। लड़की का कहना है, मैं विकास के गांव मसरक भी गई, परंतु वहां मेरे साथ बुरा बर्ताव किया गया। मुझे धमकी देकर भगा दिया गया। मैं इसके बाद मामला दर्ज कराने के लिए डालटनगंज, छपरा और पूर्णिया के पुलिस अधिकारियों के सामने गुहार लगाती रही, परंतु मामला दर्ज नहीं किया गया। अंत में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक अमित लोढ़ा की पहल पर मामला दर्ज किया गया है। लोढ़ा के अनुसार 20 सितंबर को लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: Street Dancer 3D Trailer: भारत और पाकिस्तान के बीच अब छिड़ी 'डांस' की जंग, वरुण धवन की फिल्म का ट्रेलर हुआ रिलीज
लेख: Street Dancer 3D Trailer: बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन (Varun Dhawan) और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'स्ट्रीट डांसर 3डी (Street Dancer 3D)' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. डांस के जुनून और देशभक्ति की कहानी पर आधारित  'स्ट्रीट डांसर 3डी (Street Dancer 3D)'के ट्रेलर ने रिलीज होते ही यूट्यूब पर तहलका मचा दिया है. रेमो डिसूजा के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'एबीसीडी (Any Body Can Dance)' के तीसरी फिल्म में भी डांस के साथ-साथ इमोशंस का तड़का लगा है. फिल्म के ट्रेलर को रिलीज होने के केवल 1 ही घंटे में 4 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं.  राधिका आप्टे ने शेयर की फोटो, लिखा- CAA और NRC एक-दूसरे से ऐसे जुड़े हैं जैसे नरेंद्र मोदी और अमित शाह... वरुण धवन (Varun Dhawan) और श्रद्धा कपूर (Shraddha) के साथ फिल्म 'स्ट्रीट डांसर 3डी (Street Dancer 3D)' में नोरा फतेही, राघव जुयाल, धर्मेस, पुनित पाठक और सलमान खान भी मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं. एक बार फिर इस फिल्म में प्रभुदेवा (Prabhu Deva) गुरू का किरदार निभा रहे हैं. इस फिल्म के ट्रेलर में भारत और पाकिस्तान की एकता को दर्शाया गया है.    ऋतिक रोशन ने पूरी की दीपिका पादुकोण की विश, यूं खिलाई चॉकलेट...Video हुआ वायरल बता दें, वरुण धवन (Varun Dhawan) और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'स्ट्रीट डांसर 3डी (Street Dancer 3D)' गणतंत्र दिवस के मौके पर 24 जनवरी को रिलीज होगी.  इस फिल्म को रेमो डिसूजा (Remo D'souza) ने डायरेक्ट किया है, वहीं यह फिल्म टी सीरीज के बैनर तले बनी है. फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : 'इस पार' या 'उस पार' की कहानी
यह लेख है: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ऐसे दोराहे पर खड़े हैं, जहां एक-दूसरे के साथ की कसमें तो गठबंधन के दोनों सहयोगी खा रहे हैं, लेकिन नीयत पर शक भी साथ-साथ चल रहा है। सियासी मोलभाव की यह बहुत पेचीदगी-भरी तस्वीर है, जहां सब यह मानकर चल रहे हैं कि एक के बिना दूसरे का काम नहीं चलने वाला, सो, अपने साथ का मोल वसूलने की पूरी तैयारी है। महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं, और शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के बीच अब तक 169−119 का फॉर्मूला चलता रहा है, जिसे बीजेपी अब किसी भी हाल में बदलना चाहती है। उसकी यह मांग उस आत्मविश्वास से पैदा हुई है, जिसका आधार उसका अब तक का शानदार स्ट्राइक रेट है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 23 और शिवसेना को 18 सीटें मिली हैं, और बीजेपी महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा वोट पाने वाली पार्टी के तौर पर उभरी है। लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी को 27 फीसदी वोट मिले थे, जबकि शिवसेना को 21 फीसदी, और यही बढ़े हुए वोट बीजेपी का हौसला बुलंद कर रहे हैं, और इसीलिए बार-बार शिवसेना याद दिलाना नहीं भूलती कि लोकसभा की बात और थी, विधानसभा की कहानी कुछ और है। वैसे इस गठबंधन की लोकसभा की जीत को विधानसभा सीटों में तब्दील कर दिया जाए तो इन्हें करीब 231 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी कह रही है कि अब 135−135 का फॉर्मूला लागू किया जाए, यानि बराबर सीटें, और बची हुई 18 सीटें साथी दलों को दे दी जाएं। बीजेपी का नया फॉर्मूला है - जिसकी जितनी ताकत, उसकी उतनी हैसियत... शिवसेना इसके लिए तैयार नहीं है, वह मानती रही है कि लोकसभा चुनावों में वह बीजेपी को तरजीह देती रही है। पिछले कुछ समय में बीजेपी ने खुद को नए सिरे से पेश किया है, और दोनों दलों के बीच का शिष्टाचार भी इस अंकगणित की भेंट चढ़ चुका है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुंबई आए, तो सारे कायर्क्रम पहले से तय थे, और शिवसेना प्रमुख के घर जाने का कोई प्रोग्राम नहीं था, लेकिन उनके आने के बाद घर जाने की औपचारिकता भी पूरी कर दी गई। यह बताता है कि शिवसेना अब सिर्फ बीजेपी के कदमों पर कयास लगा सकती है, और कयासों का यह दौर आगे भी जारी रहने वाला है, क्योंकि अमित शाह फिर राज्य के तीन दिन के दौरे पर आने वाले हैं, और ऐसा कोई संकेत अब तक नहीं मिला है कि वह इस गणित को सुलझाने के लिए आगे आएंगे। कयास लगाने के इस दौर पर दोनों पार्टियों के छोटे नेता एक-दूसरे के खिलाफ माहौल बना रहे हैं, लेकिन बड़े नेता चुप हैं, क्योंकि कोई भी 'इस पार' या 'उस पार' जाने की हालत में फिलहाल नहीं है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: जहीर की चोट से फिर उपजा देश बनाम क्लब विवाद
यह एक लेख है: भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान की मांसपेशी में खिंचाव से ऐतिहासिक लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की उम्मीदों को करारा झटका लगा है और एक बार फिर देश बनाम क्लब का विवाद पैदा हो गया है। पहले दिन दो विकेट लेने वाले जहीर की गैर-मौजूदगी का इंग्लैंड को फायदा मिलना तय है। इंग्लैंड दौरे से पहले जहीर दाहिने टखने की चोट के कारण वेस्टइंडीज दौरे पर भी नहीं गए थे। टेस्ट मैचों में उन्हें पर्याप्त अभ्यास नहीं मिल सका है। आखिरी बार जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 20 ओवर गेंदबाजी की थी। सॉमरसेट के खिलाफ अभ्यास मैच में दूसरी पारी में उन्होंने गेंदबाजी नहीं की। लॉर्ड्स में पहले दिन उन्हें अनुकूल हालात का फायदा मिल रहा था। 32 बरस के जहीर इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेले। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट शृंखला और विश्व कप में उन्होंने भारतीय गेंदबाजी की कमान संभाली थी। लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन उन्होंने सात ओवर में नौ रन देकर लंच से पहले एलेस्टेयर कुक का विकेट लिया। जहीर ने लंच के बाद लगातार चार ओवर मैडन डाले। उन्होंने लंच के बाद इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास को भी आउट किया। तीसरे विकेट की साझेदारी तोड़ने के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने जहीर को फिर गेंद सौंपी। वह जोनाथन ट्राट का विकेट लेने के करीब भी पहुंचे, लेकिन धोनी और राहुल द्रविड़ ने कैच छोड़ दिया। इंग्लैंड यदि भारत को चार टेस्ट मैचों की शृंखला में 2-0 या 3-1 से हरा देता है, तो भारत की 19 महीने की बादशाहत खत्म हो जाएगी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि क्लब बनाम देश का मामला उस समय उठा, जब आईसीसी 2000वें टेस्ट का जश्न मना रही है। इंग्लैंड और भारत के बीच यह 100वां टेस्ट है। खिलाड़ी यदि क्लब और देश के बीच पिसते रहे, तो टेस्ट क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल नहीं दिखता।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: भारत दौरे पर इंग्लैंड ने पहली बार नेट पर जमकर अभ्यास किया, 24 घंटे में होगा एंडरसन का फिटनेस टेस्ट
भारत से मिलने वाली कड़ी चुनौती की तैयारियों में जुटे इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने दो दिन पहले बांग्लादेश से यहां पहुंचने के बाद शुक्रवार को ब्रेबोर्न स्टेडियम में जमकर अभ्यास किया. अभ्यास सत्र भले ही वैकल्पिक था, लेकिन टीम के सभी 16 सदस्यों ने इसमें भाग लिया जो लगभग चार घंटे तक चला. इंग्लैंड टीम के सूत्रों के अनुसार अगले 24 घंटे के भीतर चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का फिटनेस टेस्ट होगा. टीम के सू़त्रों ने कहा, ‘‘यह वैकल्पिक सत्र था, लेकिन ढाका में टेस्ट मैच जल्दी छूटने (इंग्लैंड तीन दिन में हार गया था) के कारण टीम के सभी खिलाड़ियों को उससे उबरने के लिये पर्याप्त समय मिल गया.’’ इससे पहले कप्तान एलिस्टेयर कुक सहित कुछ सदस्यों को ही शुक्रवार को अभ्यास में भाग लेना था, इसके बाद शनिवार को सभी खिलाड़ी अभ्यास सत्र में भाग लेते. इसके बाद इंग्लैंड की टीम राजकोट रवाना हो जाएगी जहां नौ नवंबर से पहला टेस्ट मैच खेला जाना है. इंग्लैंड टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘टीम रविवार को रवाना होगी. कल (शनिवार) फिर हमारा पूरा अभ्यास सत्र होगा.’’ इंग्लैंड पहले टेस्ट मैच से पूर्व राजकोट में भी दो दिन तक अभ्यास करेगा. यह राजकोट में होने वाला पहला टेस्ट मैच होगा. इस बीच इंग्लैंड टीम के सूत्रों ने कहा बीसीसीआई और उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा पैनल के बीच चल रही तनातनी से वे चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई चिंता नहीं है और राजकोट के लिये तैयारी कर रहे हैं. ’’ उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनके अनुसार बीसीसीआई ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को लिखा है कि वे दौरे में होटल के अपने बिल और अन्य खचरें को स्वयं वहन करे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टीम के सू़त्रों ने कहा, ‘‘यह वैकल्पिक सत्र था, लेकिन ढाका में टेस्ट मैच जल्दी छूटने (इंग्लैंड तीन दिन में हार गया था) के कारण टीम के सभी खिलाड़ियों को उससे उबरने के लिये पर्याप्त समय मिल गया.’’ इससे पहले कप्तान एलिस्टेयर कुक सहित कुछ सदस्यों को ही शुक्रवार को अभ्यास में भाग लेना था, इसके बाद शनिवार को सभी खिलाड़ी अभ्यास सत्र में भाग लेते. इसके बाद इंग्लैंड की टीम राजकोट रवाना हो जाएगी जहां नौ नवंबर से पहला टेस्ट मैच खेला जाना है. इंग्लैंड टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘टीम रविवार को रवाना होगी. कल (शनिवार) फिर हमारा पूरा अभ्यास सत्र होगा.’’ इंग्लैंड पहले टेस्ट मैच से पूर्व राजकोट में भी दो दिन तक अभ्यास करेगा. यह राजकोट में होने वाला पहला टेस्ट मैच होगा. इस बीच इंग्लैंड टीम के सूत्रों ने कहा बीसीसीआई और उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा पैनल के बीच चल रही तनातनी से वे चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई चिंता नहीं है और राजकोट के लिये तैयारी कर रहे हैं. ’’ उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनके अनुसार बीसीसीआई ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को लिखा है कि वे दौरे में होटल के अपने बिल और अन्य खचरें को स्वयं वहन करे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले कप्तान एलिस्टेयर कुक सहित कुछ सदस्यों को ही शुक्रवार को अभ्यास में भाग लेना था, इसके बाद शनिवार को सभी खिलाड़ी अभ्यास सत्र में भाग लेते. इसके बाद इंग्लैंड की टीम राजकोट रवाना हो जाएगी जहां नौ नवंबर से पहला टेस्ट मैच खेला जाना है. इंग्लैंड टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘टीम रविवार को रवाना होगी. कल (शनिवार) फिर हमारा पूरा अभ्यास सत्र होगा.’’ इंग्लैंड पहले टेस्ट मैच से पूर्व राजकोट में भी दो दिन तक अभ्यास करेगा. यह राजकोट में होने वाला पहला टेस्ट मैच होगा. इस बीच इंग्लैंड टीम के सूत्रों ने कहा बीसीसीआई और उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा पैनल के बीच चल रही तनातनी से वे चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई चिंता नहीं है और राजकोट के लिये तैयारी कर रहे हैं. ’’ उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनके अनुसार बीसीसीआई ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को लिखा है कि वे दौरे में होटल के अपने बिल और अन्य खचरें को स्वयं वहन करे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंग्लैंड पहले टेस्ट मैच से पूर्व राजकोट में भी दो दिन तक अभ्यास करेगा. यह राजकोट में होने वाला पहला टेस्ट मैच होगा. इस बीच इंग्लैंड टीम के सूत्रों ने कहा बीसीसीआई और उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा पैनल के बीच चल रही तनातनी से वे चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई चिंता नहीं है और राजकोट के लिये तैयारी कर रहे हैं. ’’ उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनके अनुसार बीसीसीआई ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को लिखा है कि वे दौरे में होटल के अपने बिल और अन्य खचरें को स्वयं वहन करे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई चिंता नहीं है और राजकोट के लिये तैयारी कर रहे हैं. ’’ उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा गया जिनके अनुसार बीसीसीआई ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को लिखा है कि वे दौरे में होटल के अपने बिल और अन्य खचरें को स्वयं वहन करे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पता है कि इस दौरे में उन्हें स्पिन पिचों में जूझना पड़ेगा और इसलिए 12 स्थानीय स्पिन गेंदबाजों ने उन्हें जमकर अभ्यास कराया. इनमें ऑफ स्पिनर, बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर शामिल थे. जो रूट जैसे शीर्ष बल्लेबाज को स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप और स्ट्रेट ड्राइव करते हुए देखा गया. इस बीच इंग्लैंड के चोटिल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का स्वदेश में फिटनेस परीक्षण होगा जिससे पता लगाया जा सके कि वह सीरीज के आखिर चरण तक फिट हो जाएंगे या नहीं.टिप्पणियां टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टीम सूत्रों ने कहा, ‘‘उनका अगले 24 घंटे के अंदर परीक्षण किया जाएगा. अभी की स्थिति यही है कि वह राजकोट टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे.’’ इंग्लैंड की तरफ से सर्वाधिक विकेट (463) लेने वाले एंडरसन कंधे की चोट से उबर रहे हैं. वह बांग्लादेश दौरे पर भी नहीं जा पाए थे, लेकिन इंग्लैंड को उम्मीद है कि वह भारत दौरे के आखिरी चरण में वापसी करने में सफल रहेंगे. एंडरसन ने भारतीय सरजमीं पर खेले गये सात टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए थे. सीरीज के अन्य मैच विशाखापट्टनम (17 से 21 नवंबर), मोहाली (26 से 30 नवंबर), मुंबई (आठ से 12 दिसंबर) और चेन्नई (16 से 20 दिसंबर) में होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: राहुल गांधी सीएजी, सुप्रीम कोर्ट, वायुसेना की बात नहीं मानते; बेशर्मी से बोलते हैं झूठ : रविशंकर प्रसाद
यह एक लेख है: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि राहुल गांधी बहुत सवाल उठाते हैं लेकिन सिर्फ 70 सेकंड की प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कल वे जी 20 देशों के राजदूतों से मिले. उन्होंने पुलवामा के बारे में बताया कि नहीं? कांग्रेस के स्टैंड के बारे में बताया कि नहीं? अपनी और देश की पोजीशन बताई? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब डोकलाम हुआ तब वे चीन के राजदूत से मिले थे. तब उन्होंने क्या कहा था? देश का मूड बताया कि नहीं? उन्होंने कहा कि राहुल के झूठ, जो वे बेशर्मी से बोलते हैं, उस पर कुछ नहीं कहना है. राहुल सीएजी को नहीं मानते, सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते, वायुसेना की बात नहीं मानते. राहुल राफेल के बारे में अगर पाकिस्तान से सर्टिफिकेट चाहते हैं, तो हम इस पर मदद नहीं कर सकते. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की थी. यह मुलाकात तकरीबन दो घंटे चली थी. इस कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख आनंद शर्मा ने कहा था कि, ये एक अनौपचारिक भोज-बातचीत थी. इसमें देश और दुनिया के हर विषय पर बात हुई. राजनैतिक, आर्थिक विषय, रोजगार-व्यापार आदि से जुड़े विषयों पर बात हुई और विचारों का आदान-प्रदान हुआ. उन्होंने कहा था कि आतंकवाद पर भी बात हुई. पाकिस्तान कोई विषय नहीं है. आतंकवाद को लेकर राहुल ने जो कहा वो कोई नई बात नहीं है, कांग्रेस पार्टी मजबूत तरीके से आतंकवाद से मुकाबला करती आई है. हम इसे राष्ट्रीय चुनौती समझते हैं. हम किसी भी रूप में आतंकवाद को स्वीकार नहीं करते हैं. आनंद शर्मा ने कहा था कि प्रधानमंत्री से आग्रह है और सवाल भी कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को अधिकार है सवाल पूछने का. उसे आप राष्ट्र विरोधी न कहें. हमें उनसे किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हमारे दो प्रधानमंत्री शहीद हो चुके हैं. हमारे कई कार्यकर्ता शहीद हुए.
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: तालिबानी हमले में 28 पाक सुरक्षाकर्मियों की मौत
यह एक लेख है: पाकिस्तान के खबर-पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले में तालिबान लड़ाकों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में 28 सुरक्षाकर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब करीब 300 हथियारबंद तालिबान लड़ाकों ने अफगानिस्तान की सीमा पारकर अपर दीर जिले के शालोतल स्थित एक सुरक्षा चौकी पर हमला कर दिया। हमला बुधवार तड़के शुरू हुआ था और 24 घंटे से ज्यादा का समय होने के बाद भी जारी रहा। अधिकारियों ने कहा कि अभी तक 28 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है और शवों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है। उन्होंने 45 उग्रवादियों के मारे जाने का दावा किया, लेकिन स्वतंत्र रूप से उसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस झड़प में दो महिलाएं और दो बच्चे समेत छह नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। दूसरी तरफ हमले की खबर मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने आतंकवादियों के सफाए के लिए अतिरिक्त पुलिस बलों और फंट्रियर कांस्टबलरी बलों को रवाना किया है। अभियान में हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल हो रहा है।
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का कप्तान बनने की इच्छा जताई
यह लेख है: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान बनने की इच्छा जताई है। वॉर्नर ने कहा कि वह एक दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान बनना चाहते हैं। वॉर्नर जब 20 साल के थे तो ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट अकादमी "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस" से उन्हें बाहर कर दिया गया था। जिस पर वॉर्नर ने कहा कि इस घटना ने उन्हें ज्यादा परिपक्व बना दिया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने वार्नर के हवाले से लिखा, "टीम का कप्तान बनने पर वास्तव में मुझे बहुत खुशी होगी। माइकल क्लार्क अच्छी कप्तानी कर रहे हैं। हालांकि मुझे क्रिकेट अकादमी से बाहर करने के बाद काफी निराशा हुई थी, लेकिन उस समय मैं परिपक्व नहीं था। हमारा समूह बेहद शानदार था। परंतु हम अपने आप को धोखा दे रहे थे।" "इस घटना ने मुझे एहसास कराया कि मुझे सही काम कर सही दिशा में जाना है। मुझे जीवन में कुछ झटके लगे हैं लेकिन मैंने अपनी गलतियों से काफी सीखा।" गौरतलब है कि कप्तान क्लार्क और उपकप्तान शेन वॉटसन दोनों की उम्र 31 साल है। जिस कारण 26 वर्षीय वार्नर आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के दावेदारों में से एक हो सकते हैं। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। वॉर्नर जब 20 साल के थे तो ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट अकादमी "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस" से उन्हें बाहर कर दिया गया था। जिस पर वॉर्नर ने कहा कि इस घटना ने उन्हें ज्यादा परिपक्व बना दिया था। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने वार्नर के हवाले से लिखा, "टीम का कप्तान बनने पर वास्तव में मुझे बहुत खुशी होगी। माइकल क्लार्क अच्छी कप्तानी कर रहे हैं। हालांकि मुझे क्रिकेट अकादमी से बाहर करने के बाद काफी निराशा हुई थी, लेकिन उस समय मैं परिपक्व नहीं था। हमारा समूह बेहद शानदार था। परंतु हम अपने आप को धोखा दे रहे थे।" "इस घटना ने मुझे एहसास कराया कि मुझे सही काम कर सही दिशा में जाना है। मुझे जीवन में कुछ झटके लगे हैं लेकिन मैंने अपनी गलतियों से काफी सीखा।" गौरतलब है कि कप्तान क्लार्क और उपकप्तान शेन वॉटसन दोनों की उम्र 31 साल है। जिस कारण 26 वर्षीय वार्नर आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के दावेदारों में से एक हो सकते हैं। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने वार्नर के हवाले से लिखा, "टीम का कप्तान बनने पर वास्तव में मुझे बहुत खुशी होगी। माइकल क्लार्क अच्छी कप्तानी कर रहे हैं। हालांकि मुझे क्रिकेट अकादमी से बाहर करने के बाद काफी निराशा हुई थी, लेकिन उस समय मैं परिपक्व नहीं था। हमारा समूह बेहद शानदार था। परंतु हम अपने आप को धोखा दे रहे थे।" "इस घटना ने मुझे एहसास कराया कि मुझे सही काम कर सही दिशा में जाना है। मुझे जीवन में कुछ झटके लगे हैं लेकिन मैंने अपनी गलतियों से काफी सीखा।" गौरतलब है कि कप्तान क्लार्क और उपकप्तान शेन वॉटसन दोनों की उम्र 31 साल है। जिस कारण 26 वर्षीय वार्नर आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के दावेदारों में से एक हो सकते हैं। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। "इस घटना ने मुझे एहसास कराया कि मुझे सही काम कर सही दिशा में जाना है। मुझे जीवन में कुछ झटके लगे हैं लेकिन मैंने अपनी गलतियों से काफी सीखा।" गौरतलब है कि कप्तान क्लार्क और उपकप्तान शेन वॉटसन दोनों की उम्र 31 साल है। जिस कारण 26 वर्षीय वार्नर आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के दावेदारों में से एक हो सकते हैं। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। गौरतलब है कि कप्तान क्लार्क और उपकप्तान शेन वॉटसन दोनों की उम्र 31 साल है। जिस कारण 26 वर्षीय वार्नर आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के दावेदारों में से एक हो सकते हैं। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। वार्नर ने कहा, "मैं अभी 26 साल का हूं। मैं अपने शीर्ष खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीख रहा हूं। किंतु मुझे लगता है कि इन परिस्थितियों में टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।"टिप्पणियां वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। वार्नर ने भारत के खिलाफ जारी मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो अर्द्धशतक लगाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलने वाले वार्नर दिल्ली के मैदान से भली-भांति वाकिफ हैं। यह बात भारत के लिए चिंता का विषय हो सकती है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाएगा।
2
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: आंकड़ों के झरोखे से गॉल टेस्ट : रोहित शर्मा के नाम दस पारियों में 42 रन
लेख: भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रोहित शर्मा का श्रीलंकाई सरजमीं पर लचर प्रदर्शन पहले टेस्ट मैच के पहले दिन भी बदस्तूर जारी रहा। पहली पारी में वह केवल नौ रन बनाकर आउट हो गए। इस तरह से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे रोहित ने श्रीलंकाई धरती पर टेस्ट और वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में जो पिछली दस पारियां खेली हैं, उनमें वह केवल 42 रन बना पाए हैं और उनका औसत 4.2 है। रोहित के विपरीत ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने श्रीलंका में अपने पहले टेस्ट मैच में ही 46 रन देकर छह विकेट लिए। यह 11वां मौका है, जबकि उन्होंने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिए हैं। उनका यह विदेशी सरजमीं पर सर्वश्रेष्ठ और ओवरऑल तीसरा सबसे बेहतर प्रदर्शन है। श्रीलंका में यह किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। उन्होंने हरभजन सिंह के 2008 में गॉल में 102 रन देकर छह विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ा।टिप्पणियां भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपनी नाबाद अर्धशतकीय पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे किए। अब उनके नाम पर 15 टेस्ट मैचों में 43.70 की औसत से 1049 रन दर्ज है। वह टेस्ट मैचों में 25 या इससे कम पारियों में 1000 रन पूरे करने वाले 13वें भारतीय बल्लेबाज हैं। अमित मिश्रा ने अगस्त 2011 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेला। इस बीच वह 33 टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए। उन्होंने आज से पहले अपना आखिरी टेस्ट विकेट 12 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में लिया था। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने भारत के खिलाफ दूसरा और कुल 22वां अर्धशतक जबकि दिनेश चांदीमल ने भारत के खिलाफ पहला और कुल आठवां अर्धशतक जमाया। मैथ्यूज का यह 50वां टेस्ट भी है। वह 50 या इससे अधिक टेस्ट खेलने वाले 15वें श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। रोहित के विपरीत ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने श्रीलंका में अपने पहले टेस्ट मैच में ही 46 रन देकर छह विकेट लिए। यह 11वां मौका है, जबकि उन्होंने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिए हैं। उनका यह विदेशी सरजमीं पर सर्वश्रेष्ठ और ओवरऑल तीसरा सबसे बेहतर प्रदर्शन है। श्रीलंका में यह किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। उन्होंने हरभजन सिंह के 2008 में गॉल में 102 रन देकर छह विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ा।टिप्पणियां भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपनी नाबाद अर्धशतकीय पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे किए। अब उनके नाम पर 15 टेस्ट मैचों में 43.70 की औसत से 1049 रन दर्ज है। वह टेस्ट मैचों में 25 या इससे कम पारियों में 1000 रन पूरे करने वाले 13वें भारतीय बल्लेबाज हैं। अमित मिश्रा ने अगस्त 2011 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेला। इस बीच वह 33 टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए। उन्होंने आज से पहले अपना आखिरी टेस्ट विकेट 12 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में लिया था। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने भारत के खिलाफ दूसरा और कुल 22वां अर्धशतक जबकि दिनेश चांदीमल ने भारत के खिलाफ पहला और कुल आठवां अर्धशतक जमाया। मैथ्यूज का यह 50वां टेस्ट भी है। वह 50 या इससे अधिक टेस्ट खेलने वाले 15वें श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने अपनी नाबाद अर्धशतकीय पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे किए। अब उनके नाम पर 15 टेस्ट मैचों में 43.70 की औसत से 1049 रन दर्ज है। वह टेस्ट मैचों में 25 या इससे कम पारियों में 1000 रन पूरे करने वाले 13वें भारतीय बल्लेबाज हैं। अमित मिश्रा ने अगस्त 2011 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेला। इस बीच वह 33 टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए। उन्होंने आज से पहले अपना आखिरी टेस्ट विकेट 12 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में लिया था। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने भारत के खिलाफ दूसरा और कुल 22वां अर्धशतक जबकि दिनेश चांदीमल ने भारत के खिलाफ पहला और कुल आठवां अर्धशतक जमाया। मैथ्यूज का यह 50वां टेस्ट भी है। वह 50 या इससे अधिक टेस्ट खेलने वाले 15वें श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। अमित मिश्रा ने अगस्त 2011 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेला। इस बीच वह 33 टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए। उन्होंने आज से पहले अपना आखिरी टेस्ट विकेट 12 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में लिया था। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने भारत के खिलाफ दूसरा और कुल 22वां अर्धशतक जबकि दिनेश चांदीमल ने भारत के खिलाफ पहला और कुल आठवां अर्धशतक जमाया। मैथ्यूज का यह 50वां टेस्ट भी है। वह 50 या इससे अधिक टेस्ट खेलने वाले 15वें श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: पाकिस्तान ने लादेन के परिवार को सऊदी अरब भेजा
पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन की तीन विधवाओं सहित परिवार के 14 सदस्यों को सऊदी अरब निर्वासित कर दिया है। लादेन के मारे जाने के एक साल पूरे होने के कुछ दिन पहले यह कदम उठाया गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच आधी रात के वक्त परिवार को रावलपिंडी के चकलाला सैन्य एयरबेस ले जाया गया, जहां एक विशेष सऊदी विमान लादेन की पत्नी और बच्चों का इंतजार कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद के सेक्टर जी-छह में एक मिनी बस भेजा था, जहां से उन्हें एयरपोर्ट ले जाया गया। घर पर बड़ी संख्या में जमा हुए पत्रकारों की उपस्थिति के कारण शुरुआत में विधवाओं ने बस में जाने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने बस की खिड़कियों को प्लास्टिक चादरों से ढक दिया था। टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था। निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। कड़ी सुरक्षा के बीच आधी रात के वक्त परिवार को रावलपिंडी के चकलाला सैन्य एयरबेस ले जाया गया, जहां एक विशेष सऊदी विमान लादेन की पत्नी और बच्चों का इंतजार कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद के सेक्टर जी-छह में एक मिनी बस भेजा था, जहां से उन्हें एयरपोर्ट ले जाया गया। घर पर बड़ी संख्या में जमा हुए पत्रकारों की उपस्थिति के कारण शुरुआत में विधवाओं ने बस में जाने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने बस की खिड़कियों को प्लास्टिक चादरों से ढक दिया था। टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था। निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था। निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था। निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: सहमति बनी तो अरविंद केजरीवाल का मंच पर स्वागत करेंगे : एनडीटीवी से अण्णा हजारे
लेख: भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में समाजसेवी अण्णा हजारे आज से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। अण्णा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उनके आंदोलन के समर्थन में राहुल गांधी आते हैं तो वह जनता के साथ बैठ सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल आए तो वह मंच पर बैठेंगे या नहीं, इस पर आज फ़ैसला लिया जाएगा। अगर सभी सहमति जताते हैं तो हम एक मुख्यमंत्री के तौर पर स्टेज पर उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री हमारे आंदोलन का हिस्सा बनना चाहते हैं तो बन सकते हैं। अण्णा ने कहा कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश किसानों के खिलाफ और कॉरपोरेट जगत के फेवर में है। अच्छे दिन केवल कॉरपोरेट जगत के ही आए हैं। गौरतलब है कि अण्णा आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के साथ धरना देंगे। पलवल से निकले करीब पांच हजार किसान भी जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं। अण्णा के मुताबिक, एक कृषि प्रधान देश में जब किसानों का उत्पीड़न हो तब सभी लोगों को एकजुट होकर खड़े होना चाहिए इसलिए वह चाहते हैं कि चाहे केजरीवाल हों या कोई दूसरी विपक्षी पार्टी, सभी को इस आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए।
2
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: नाराज पति ने दांतों से काटी पत्नी की नाक, जानें क्‍या है पूरा मामला
यह लेख है: यूपी के शाहजहांपुर जिले के एक युवक ने अपनी पत्नी के बदचलन होने के शक में दांत से उसकी नाक काट ली. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी ने आज बताया कि थाना कांठ अंतर्गत पल्होरा गांव में रहने वाली 32 वर्षीय युवती का अपने पति अर्जुन से झगड़ा हो गया. इस पर नाराज अर्जुन ने दांतों से अपनी पत्नी की नाक काट ली है. टिप्पणियां पुलिस ने आरोपी के हवाले से बताया कि पांच दिन पूर्व उसकी पत्नी गीता मायके जाने के लिए घर से कहकर निकली और मायके ना जाकर बरेली पहुंच गई वहां से शुक्रवार को जब वापस आई तो उसके पति से उसकी कहा सुनी हो गई और मामला थाने पहुंच गया जहां समझौता होने के बाद दोनों घर वापस आ गए .  त्रिपाठी ने बताया कि कल रविवार को फिर उसकी पत्नी कहीं जाने के लिए घर से निकली तो गुस्से में उसके पति ने दांतो से उसकी नाक काट ली जिससे वह लहूलुहान हो गई. पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है . पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है . पुलिस ने आरोपी के हवाले से बताया कि पांच दिन पूर्व उसकी पत्नी गीता मायके जाने के लिए घर से कहकर निकली और मायके ना जाकर बरेली पहुंच गई वहां से शुक्रवार को जब वापस आई तो उसके पति से उसकी कहा सुनी हो गई और मामला थाने पहुंच गया जहां समझौता होने के बाद दोनों घर वापस आ गए .  त्रिपाठी ने बताया कि कल रविवार को फिर उसकी पत्नी कहीं जाने के लिए घर से निकली तो गुस्से में उसके पति ने दांतो से उसकी नाक काट ली जिससे वह लहूलुहान हो गई. पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है . पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है . त्रिपाठी ने बताया कि कल रविवार को फिर उसकी पत्नी कहीं जाने के लिए घर से निकली तो गुस्से में उसके पति ने दांतो से उसकी नाक काट ली जिससे वह लहूलुहान हो गई. पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है . पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है .
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: नोटबंदी के बारे में संसदीय समिति को जानकारी देंगे रिजर्व बैंक गवर्नर
यह लेख है: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल वित्त मंत्रालय से सम्बन्धित संसदीय समिति को विमुद्रीकरण प्रक्रिया और उसके प्रभाव के बारे में जानकारी देंगे. संसदीय वेबसाइट पर डाले गए एक कार्यक्रम के अनुसार, "रिजर्व बैंक के गवर्नर 500 रुपये और 1000 रुपये की भारतीय मुद्रा के विमुद्रीकरण और उससे पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताएंगे." पटेल द्वारा यह ब्रीफिंग गुरुवार सुबह 11 बजे संसदीय सौंध में शुरू होगी.टिप्पणियां आठ नवंबर को 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों की नोटबंदी होने के बाद से सरकार ने बाजार में कम मुद्रा उपलब्ध होने के कारण उत्पन्न समस्या से निबटने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं जिनमें डिजिटल आधार पर भुगतान करने और सेवा कर में राहत देने जैसे उपाय शामिल है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आठ नवंबर को 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों की नोटबंदी होने के बाद से सरकार ने बाजार में कम मुद्रा उपलब्ध होने के कारण उत्पन्न समस्या से निबटने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं जिनमें डिजिटल आधार पर भुगतान करने और सेवा कर में राहत देने जैसे उपाय शामिल है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: उत्तराखंड में बारिश से 10 लोगों की मौत
लेख: उत्तराखंड में वर्षा के चलते भूस्खलन, पत्थर गिरने तथा डूबने की घटनाओं में अब तक दो महिलाओं सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है और लगातार हो रही बारिश के चलते गढ़वाल मंडल स्थित चार धामों में से तीन के मार्ग गुरुवार को भी बंद रहे। इस कारण इन मार्गों पर हजारों की संख्या में यात्री और वाहन फंसे रहे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा के चलते अब तक दो महिलाओं सहित 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कुछ अन्य घायल हुए हैं। उत्तरकाशी जिले के डुंडा तहसील के बागी गांव में गत मंगलवार को तेज वर्षा के चलते जलकुर नदी में आए उफान में छह महिलाएं बह गईं, जिनमें से दो की मौत हो गई थी और चार को बचा लिया गया था। सूत्रों ने बताया कि चमोली जिले के हेलंग के पास बुधवार को एक टेम्पो पर पत्थर गिर जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। इसी तरह अलग-अलग घटनाओं में सात अन्य व्यक्तियों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार दूसरी ओर सर्वोच्च तीर्थ बद्रीनाथ से दो किलोमीटर पहले मुख्य राजमार्ग पर बुधवार को ग्लेश्यिर का विशाल टुकड़ा गिरने से अवरूद्ध हुए मार्ग को खोल दिया गया। ग्लेश्यिर को हटाने के लिए सीमा सड़क संगठन तथा अन्य कर्मचारियों को तैनात किया गया था।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: सऊदी अरब के जेद्दाह में अमेरिकी दूतावास के पास आत्मघाती हमला, दो पुलिसकर्मी घायल
लाल सागर के तट पर स्थित जेद्दाह शहर में एक अमेरिकी राजनयिक स्थल के निकट एक आत्मघाती हमलावर ने आज तड़के हमला किया। सरकार से जुड़ी सऊदी समाचार साइटों ने यह जानकारी दी। ओकाज समाचार वेबसाइट ने कहा कि हमलावर इस हमले में मारा गया और किसी अन्य के मरने की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है। हमलावर कार में सवार होकर स्पष्ट रूप से एक मस्जिद और अस्पताल की ओर जा रहा था जो जेद्दाह में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के निकट हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि वाणिज्य दूतावास के अधिकतर कर्मचारियों ने अपने कार्यालय किसी अन्य स्थल पर स्थानांतरित कर लिए हैं। सबक समाचार वेबसाइट ने बताया कि बम हमले में दो सुरक्षा कर्मी घायल हो गए। सऊदी अरब में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से इस घटना के बारे में तत्काल बात नहीं हो पाई है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि अमेरिकी अधिकारियों को जेद्दाह में हुए विस्फोट की खबरों के बारे में पता है और वे अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अलकायदा के जुड़े आतंकवादियों ने वर्ष 2004 में जेद्दाह में एक अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था जिसमें स्थानीय स्तर पर नौकरी पर रखे गए दूतावास के पांच कर्मी और चार बंदूकधारी मारे गए थे। पश्चिमी देशों एवं सऊदी सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर अलकायदा द्वारा किए जा रहे कई हमलों के बीच कड़ी सुरक्षा वाले परिसर में तीन घंटे तक संघर्ष हुआ। हाल ही में, सऊदी अरब इस्लामिक स्टेट समूह के हमलों का निशाना बना है, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। अतिवादी समूह पश्चिमी संबद्ध सऊदी शाही व्यवस्था एवं सरकार को धर्म विरोधी मानते हैं। सउदी अरब इराक एवं सीरिया में आईएस समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है।टिप्पणियां गृह मंत्रालय ने जून में बताया था कि सऊदी अरब में पिछले दो वर्षों में 26 आतंकवादी हमले हुए हैं। आईएस समूह के स्थानीय सहयोगियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों एवं सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओकाज समाचार वेबसाइट ने कहा कि हमलावर इस हमले में मारा गया और किसी अन्य के मरने की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है। हमलावर कार में सवार होकर स्पष्ट रूप से एक मस्जिद और अस्पताल की ओर जा रहा था जो जेद्दाह में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के निकट हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि वाणिज्य दूतावास के अधिकतर कर्मचारियों ने अपने कार्यालय किसी अन्य स्थल पर स्थानांतरित कर लिए हैं। सबक समाचार वेबसाइट ने बताया कि बम हमले में दो सुरक्षा कर्मी घायल हो गए। सऊदी अरब में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से इस घटना के बारे में तत्काल बात नहीं हो पाई है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि अमेरिकी अधिकारियों को जेद्दाह में हुए विस्फोट की खबरों के बारे में पता है और वे अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अलकायदा के जुड़े आतंकवादियों ने वर्ष 2004 में जेद्दाह में एक अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था जिसमें स्थानीय स्तर पर नौकरी पर रखे गए दूतावास के पांच कर्मी और चार बंदूकधारी मारे गए थे। पश्चिमी देशों एवं सऊदी सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर अलकायदा द्वारा किए जा रहे कई हमलों के बीच कड़ी सुरक्षा वाले परिसर में तीन घंटे तक संघर्ष हुआ। हाल ही में, सऊदी अरब इस्लामिक स्टेट समूह के हमलों का निशाना बना है, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। अतिवादी समूह पश्चिमी संबद्ध सऊदी शाही व्यवस्था एवं सरकार को धर्म विरोधी मानते हैं। सउदी अरब इराक एवं सीरिया में आईएस समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है।टिप्पणियां गृह मंत्रालय ने जून में बताया था कि सऊदी अरब में पिछले दो वर्षों में 26 आतंकवादी हमले हुए हैं। आईएस समूह के स्थानीय सहयोगियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों एवं सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सऊदी अरब में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों और गृह मंत्रालय के अधिकारियों से इस घटना के बारे में तत्काल बात नहीं हो पाई है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि अमेरिकी अधिकारियों को जेद्दाह में हुए विस्फोट की खबरों के बारे में पता है और वे अधिक जानकारी एकत्र करने के लिए सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अलकायदा के जुड़े आतंकवादियों ने वर्ष 2004 में जेद्दाह में एक अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था जिसमें स्थानीय स्तर पर नौकरी पर रखे गए दूतावास के पांच कर्मी और चार बंदूकधारी मारे गए थे। पश्चिमी देशों एवं सऊदी सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर अलकायदा द्वारा किए जा रहे कई हमलों के बीच कड़ी सुरक्षा वाले परिसर में तीन घंटे तक संघर्ष हुआ। हाल ही में, सऊदी अरब इस्लामिक स्टेट समूह के हमलों का निशाना बना है, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। अतिवादी समूह पश्चिमी संबद्ध सऊदी शाही व्यवस्था एवं सरकार को धर्म विरोधी मानते हैं। सउदी अरब इराक एवं सीरिया में आईएस समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है।टिप्पणियां गृह मंत्रालय ने जून में बताया था कि सऊदी अरब में पिछले दो वर्षों में 26 आतंकवादी हमले हुए हैं। आईएस समूह के स्थानीय सहयोगियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों एवं सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अलकायदा के जुड़े आतंकवादियों ने वर्ष 2004 में जेद्दाह में एक अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था जिसमें स्थानीय स्तर पर नौकरी पर रखे गए दूतावास के पांच कर्मी और चार बंदूकधारी मारे गए थे। पश्चिमी देशों एवं सऊदी सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर अलकायदा द्वारा किए जा रहे कई हमलों के बीच कड़ी सुरक्षा वाले परिसर में तीन घंटे तक संघर्ष हुआ। हाल ही में, सऊदी अरब इस्लामिक स्टेट समूह के हमलों का निशाना बना है, जिनमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। अतिवादी समूह पश्चिमी संबद्ध सऊदी शाही व्यवस्था एवं सरकार को धर्म विरोधी मानते हैं। सउदी अरब इराक एवं सीरिया में आईएस समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा है।टिप्पणियां गृह मंत्रालय ने जून में बताया था कि सऊदी अरब में पिछले दो वर्षों में 26 आतंकवादी हमले हुए हैं। आईएस समूह के स्थानीय सहयोगियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों एवं सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गृह मंत्रालय ने जून में बताया था कि सऊदी अरब में पिछले दो वर्षों में 26 आतंकवादी हमले हुए हैं। आईएस समूह के स्थानीय सहयोगियों ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों एवं सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: मुंबई : मालवणी पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, दोस्त की पत्नी पर बुरी नजर बनी हत्या की वजह
यह एक लेख है: मालवणी पुलिस के थाना इंचार्ज दीपक फटांगरे ने बताया कि जब हमने मृतक के फोन का कॉल डाटा रिकॉर्ड मंगवाया तो उसमे सबसे अधिक कॉल शाहरुख अंसारी नाम के व्यक्ति का मिला.उससे पूछताछ के बाद क़त्ल का राज खुल गया. पुलिस उपायुक्त विक्रम देशमाने के मुताबिक पत्नी को लेकर हुए झगड़े की वजह से हत्याकांड को अंजाम दिया गया.    मृतक रईश पेशे से दर्जी था. आरोपी शाहरुख से उसकी दोस्ती थी. दोनों के दूसरे की पत्नी पर बुरी नज़र रखते थे.  मृतक आरोपी पर उसकी पत्नी से मिलाने के लिए दबाव बना रहा था. जिससे नाराज होकर शाहरुख़ उसे बहाने से मालवणी में अक्शा ले गया वहां शराब पिलाई और फिर गला रेत कर उसकी हत्या कर दी और शव झाड़ियों में फेंक भाग गया.  मृतक रईश पेशे से दर्जी था. आरोपी शाहरुख से उसकी दोस्ती थी. दोनों के दूसरे की पत्नी पर बुरी नज़र रखते थे.  मृतक आरोपी पर उसकी पत्नी से मिलाने के लिए दबाव बना रहा था. जिससे नाराज होकर शाहरुख़ उसे बहाने से मालवणी में अक्शा ले गया वहां शराब पिलाई और फिर गला रेत कर उसकी हत्या कर दी और शव झाड़ियों में फेंक भाग गया.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: सभी चोटें मौत से पहले कीं : सुदीप्तो की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
यह एक लेख है: सुदीप्तो गुप्ता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, एसएफआई के इस 22 वर्षीय नेता की मौत की वजह शरीर में कई चोटों का होना है। इन चोटों में माथे की हड्डियों का और जबड़े का टूटा होना भी शामिल है। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट को आधिकारिक रूप से अभी जारी नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, गुप्ता के सिर के पिछले भाग में भी चोट लगी है। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सभी चोटें मौत के पहले लगी हैं। इस छात्र नेता की मौत पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के बाद हुई है। इसे ममता बनर्जी सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था। जहां पुलिस का कहना है कि बस से सिर बाहर निकाले हुए सुदीप्तो का सिर खम्भे से टकरा गया,  जिसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं साथियों का कहना है कि पुलिस की ज्यादती की वजह से सुदीप्तो को चोटें आई हैं। सुदीप्तो की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोग उसे श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे और उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लेफ्ट दलों के छात्र संगठन एसएफआई यानि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक छात्र नेता की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच करने और सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।टिप्पणियां इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट को आधिकारिक रूप से अभी जारी नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, गुप्ता के सिर के पिछले भाग में भी चोट लगी है। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सभी चोटें मौत के पहले लगी हैं। इस छात्र नेता की मौत पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के बाद हुई है। इसे ममता बनर्जी सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था। जहां पुलिस का कहना है कि बस से सिर बाहर निकाले हुए सुदीप्तो का सिर खम्भे से टकरा गया,  जिसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं साथियों का कहना है कि पुलिस की ज्यादती की वजह से सुदीप्तो को चोटें आई हैं। सुदीप्तो की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोग उसे श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे और उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लेफ्ट दलों के छात्र संगठन एसएफआई यानि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक छात्र नेता की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच करने और सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।टिप्पणियां इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। इस छात्र नेता की मौत पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के बाद हुई है। इसे ममता बनर्जी सरकार के विरोध में प्रदर्शन करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था। जहां पुलिस का कहना है कि बस से सिर बाहर निकाले हुए सुदीप्तो का सिर खम्भे से टकरा गया,  जिसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं साथियों का कहना है कि पुलिस की ज्यादती की वजह से सुदीप्तो को चोटें आई हैं। सुदीप्तो की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोग उसे श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे और उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लेफ्ट दलों के छात्र संगठन एसएफआई यानि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक छात्र नेता की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच करने और सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।टिप्पणियां इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। सुदीप्तो की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोग उसे श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे और उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। लेफ्ट दलों के छात्र संगठन एसएफआई यानि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक छात्र नेता की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच करने और सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।टिप्पणियां इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। लेफ्ट दलों के छात्र संगठन एसएफआई यानि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक छात्र नेता की मौत के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच करने और सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।टिप्पणियां इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। इस बीच, इस मामले में एक गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने बस ड्राइवर राजू दास को गिरफ़्तार किया है। राजू की ही बस में एसएफआई छात्र नेता सुदीप्तो बैठा था। ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या और लापरवाही से बस चलाने का केस दर्ज किया गया है। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया। इस छात्र को मंगलवार को एसएफआई के प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया था। दरअसल एसएफआई ने ’कानून तोड़ो’ जुलूस निकाला था। इसी दौरान जुलूस पर लाठीचार्ज भी किया गया।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: आईपीएल-6 : सुपर किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को पांच विकेट से हराया
यह लेख है: माइकल हसी (88) के नेतृत्व में अपने बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर दो बार की चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने सोमवार को एमए चिदम्बरम स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 30वें और अपने सातवें मैच में राजस्थान रॉयल्स को पांच विकेट से हरा दिया। इस जीत ने सुपर किंग्स को तालिका में पहले स्थान पर पहुंचा दिया है। वर्ष 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण की चैम्पियन राजस्थान रॉयल्स द्वारा दिए गए 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपर किंग्स ने 19.5 ओवरों में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। हसी ने अपनी 51 गेंदों की पारी में 13 चौके और एक छक्का लगाया। लीग के इस संस्करण में चौथा अर्द्धशतक लगाने वाले हसी के अलावा सुरेश रैना ने भी 51 रनों का योगदान दिया। अंतिम 12 गेंदों पर सुपर किंग्स को जीत के लिए 17 रन बनाने थे। जेम्स फॉल्कनर द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में सुपर किंग्स ने छह रन बनाए लेकिन इस ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (21) छक्का लगाने के प्रयास में सीमा रेखा पर स्टुअर्ट बिन्नी के हाथों लपके गए। धौनी ने 16 गेंदों पर एक चौका लगाया। शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 11 रन बनाने थे। इस ओवर में ड्वेन ब्रावो (नाबाद 15) और क्रिस मोरिस (नाबाद 1) की जोड़ी ने अपनी टीम को जीत दिला दी। पहली गेंद पर एक रन बना। दूसरी गेंद पर एक भी रन नहीं बना और तीसरी गेंद पर ब्रावो ने छक्का लगाया। चौथी गेंद पर दो रन बने और फिर पांचवीं गेंद पर भी दो रन बने। ब्रावो ने नौ गेंदों पर एक छक्का लगाया। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए। सुपर किंग्स का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा। मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। वर्ष 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण की चैम्पियन राजस्थान रॉयल्स द्वारा दिए गए 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपर किंग्स ने 19.5 ओवरों में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। हसी ने अपनी 51 गेंदों की पारी में 13 चौके और एक छक्का लगाया। लीग के इस संस्करण में चौथा अर्द्धशतक लगाने वाले हसी के अलावा सुरेश रैना ने भी 51 रनों का योगदान दिया। अंतिम 12 गेंदों पर सुपर किंग्स को जीत के लिए 17 रन बनाने थे। जेम्स फॉल्कनर द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में सुपर किंग्स ने छह रन बनाए लेकिन इस ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (21) छक्का लगाने के प्रयास में सीमा रेखा पर स्टुअर्ट बिन्नी के हाथों लपके गए। धौनी ने 16 गेंदों पर एक चौका लगाया। शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 11 रन बनाने थे। इस ओवर में ड्वेन ब्रावो (नाबाद 15) और क्रिस मोरिस (नाबाद 1) की जोड़ी ने अपनी टीम को जीत दिला दी। पहली गेंद पर एक रन बना। दूसरी गेंद पर एक भी रन नहीं बना और तीसरी गेंद पर ब्रावो ने छक्का लगाया। चौथी गेंद पर दो रन बने और फिर पांचवीं गेंद पर भी दो रन बने। ब्रावो ने नौ गेंदों पर एक छक्का लगाया। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए। सुपर किंग्स का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा। मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। अंतिम 12 गेंदों पर सुपर किंग्स को जीत के लिए 17 रन बनाने थे। जेम्स फॉल्कनर द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में सुपर किंग्स ने छह रन बनाए लेकिन इस ओवर में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (21) छक्का लगाने के प्रयास में सीमा रेखा पर स्टुअर्ट बिन्नी के हाथों लपके गए। धौनी ने 16 गेंदों पर एक चौका लगाया। शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 11 रन बनाने थे। इस ओवर में ड्वेन ब्रावो (नाबाद 15) और क्रिस मोरिस (नाबाद 1) की जोड़ी ने अपनी टीम को जीत दिला दी। पहली गेंद पर एक रन बना। दूसरी गेंद पर एक भी रन नहीं बना और तीसरी गेंद पर ब्रावो ने छक्का लगाया। चौथी गेंद पर दो रन बने और फिर पांचवीं गेंद पर भी दो रन बने। ब्रावो ने नौ गेंदों पर एक छक्का लगाया। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए। सुपर किंग्स का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा। मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। शेन वॉटसन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में सुपर किंग्स को 11 रन बनाने थे। इस ओवर में ड्वेन ब्रावो (नाबाद 15) और क्रिस मोरिस (नाबाद 1) की जोड़ी ने अपनी टीम को जीत दिला दी। पहली गेंद पर एक रन बना। दूसरी गेंद पर एक भी रन नहीं बना और तीसरी गेंद पर ब्रावो ने छक्का लगाया। चौथी गेंद पर दो रन बने और फिर पांचवीं गेंद पर भी दो रन बने। ब्रावो ने नौ गेंदों पर एक छक्का लगाया। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए। सुपर किंग्स का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा। मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय तीन रन बनाकर अजीत चंदीला की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच आउट हुए। सुपर किंग्स का यह विकेट 22 रन के कुल योग पर गिरा। मुरली सात मैचो में सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। इसके बाद रैना और हसी ने दूसरे विकेट के लिए 61 गेंदों पर 90 रनों की बेशकीमती साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। रैना 35 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाने के बाद फॉल्कनर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उस समय कुल योग 112 रन था। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। रैना की विदाई के बाद हसी ने धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 21 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन 154 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए। हसी उस समय आउट हुए जब उनकी पारी परवान चढ़ रही थी और सुपर किंग्स लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। फॉल्कनर द्वारा फेंके गए पारी के 17वें ओवर की पहली गेंद पर हसी विदा हुए जबकि इसी ओवर की तीसरी गेंद पर रवींद्र जडेजा (0) बोल्ड हो गए। सुपर किंग्स के लिए फार्म में चल रहे जडेजा का आउट होना बड़ा झटका था। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। इससे पहले, शेन वाटसन (101) के शानदार शतक की बदौलत राजस्थान रॉयल्स टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 185 रन बनाए। आईपीएल-6 में पहला शतक लगाने वाले वॉटसन के अलावा स्टुअर्ट बिन्नी ने नाबाद 36 रनों का योगदान दिया। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। वॉटसन और अजिक्य रहाणे (16) ने राजस्थान को तेज शुरुआत दी। वॉटसन और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 44 गेंदों में 71 रन जोड़े। 71 रन के कुल योग पर रहाणे रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। दोनों ने पहले पांच ओवर में 48 रन बटोरे। पारी के पांचवें ओवर में दोनों ने क्रिस मोरिस को 16 रन जड़े। राजस्थान रॉयल्स ने महज 34 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किए। दूसरे विकेट के लिए दिशांत याज्ञनिक और वॉटसन महज 11 रन जोड़ सके। 82 के कुल योग पर दिशांत सात रन बनाकर चलते बने। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान राहुल द्रविड़ (6) भले कुछ खास न कर सके लेकिन तीसरे विकेट के लिए उनके साथ वॉटसन ने जरूर राजस्थान के स्कोर में 29 रन जोड़े। द्रविड़ 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। वॉटसन इस दौरान काफी आक्रामक नजर आए और उन्होंने 29 गेंदों में अपना अर्द्धशतक पूरा किया। वॉटसन ने अपनी 61 गेंदों की पारी में छह चौके और इतने ही छक्के जड़े। वॉटसन ने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। बिन्नी ने 22 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए। 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब वॉटसन आउट हुए तब तक राजस्थान बड़े स्कोर की नींव रख चुका था। वॉटसन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर माइक हसी के हाथों कैच आउट हुए। चेन्नई की तरफ से अश्विन तथा ब्रावो ने दो-दो विकेट हासिल किए।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: सरकार गठन के लिए केंद्र से निर्णायक विश्वास बहाली के कदम चाहती हैं महबूबा
यह एक लेख है: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को राज्य में कारगर शासन के लिए माहौल पैदा करने की खातिर निर्णायक विश्वास बहाली के कदम उठाने चाहिए। जम्मू के सांबा जिले में पीडीपी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर तक पहुंचना है ताकि हताशा और अलगाव के अंधकारमय परिदृश्य को समाप्त किया जा सके क्योंकि सही राजनैतिक, आर्थिक और सुरक्षा चिंताएं सत्ता की राजनीति से आगे जाती हैं।टिप्पणियां महबूबा ने कहा, ‘शांति और स्थिरता विकास और कारगर शासन के लिए पूर्व शर्त हैं।’ उन्होंने कहा, ‘शांति और स्थिरता तभी संभव है जब हम दृढ़ संकल्प के साथ विश्वास बहाली के उपायों, सुलह की प्रक्रिया और जम्मू-कश्मीर के इर्द-गिर्द संवाद को पुनर्जीवित करते हैं।’ महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर का क्षेत्र में शांति और स्थिरता में बड़ा हिस्सा है क्योंकि जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में लोगों को कटुता की वजह से भारी मानवीय और आर्थिक नुकसानों को भुगतना पड़ता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) जम्मू के सांबा जिले में पीडीपी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर तक पहुंचना है ताकि हताशा और अलगाव के अंधकारमय परिदृश्य को समाप्त किया जा सके क्योंकि सही राजनैतिक, आर्थिक और सुरक्षा चिंताएं सत्ता की राजनीति से आगे जाती हैं।टिप्पणियां महबूबा ने कहा, ‘शांति और स्थिरता विकास और कारगर शासन के लिए पूर्व शर्त हैं।’ उन्होंने कहा, ‘शांति और स्थिरता तभी संभव है जब हम दृढ़ संकल्प के साथ विश्वास बहाली के उपायों, सुलह की प्रक्रिया और जम्मू-कश्मीर के इर्द-गिर्द संवाद को पुनर्जीवित करते हैं।’ महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर का क्षेत्र में शांति और स्थिरता में बड़ा हिस्सा है क्योंकि जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में लोगों को कटुता की वजह से भारी मानवीय और आर्थिक नुकसानों को भुगतना पड़ता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) महबूबा ने कहा, ‘शांति और स्थिरता विकास और कारगर शासन के लिए पूर्व शर्त हैं।’ उन्होंने कहा, ‘शांति और स्थिरता तभी संभव है जब हम दृढ़ संकल्प के साथ विश्वास बहाली के उपायों, सुलह की प्रक्रिया और जम्मू-कश्मीर के इर्द-गिर्द संवाद को पुनर्जीवित करते हैं।’ महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर का क्षेत्र में शांति और स्थिरता में बड़ा हिस्सा है क्योंकि जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में लोगों को कटुता की वजह से भारी मानवीय और आर्थिक नुकसानों को भुगतना पड़ता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: आधार कार्ड पर सुप्रीम कोर्ट में केंद्र ने कहा, योजना वापस लेना मुश्किल
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: सुप्रीम कोर्ट की कई बार फटकार के बाद आज एक बार फिर केंद्र सरकार की ओर से आधार कार्ड पर साफ कहा गया कि इस योजना को वापस लेना मुश्किल है। सरकार ने कहा कि 120 करोड़ लोगों में 80 करोड़ लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं। कोर्ट में नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से बताया गया कि इस योजना में अब तक 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सरकार ने कहा कि इस योजना के जरिये सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचा रही है। कई सब्सिडी इसे के माध्यम से लोगों को दी जा रही है। सरकार का कहना है कि ऐसे में आधार कार्ड को खत्म करने से सरकार की देश से गरीबी हटाने की मुहीम को नुकसान होगा। कोर्ट में भारत के अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई कम से कम पांच जजों की संविधान पीठ को करना चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सरकार से उनकी राय फिर मांगी है। बता दें कि आधार की अनिवार्यता के ख़िलाफ़ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट उस आदेश को वापस ले ले जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी योजना के लिए आधार की अनिवार्यता नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के कारण डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रोग्राम को कारगर तरीके से लागू करने में दिक्कत हो रही है। फाइनांस मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 23 सितंबर 2013 व 16 मार्च 2015 के आदेश में बदलाव की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। कोर्ट में नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से बताया गया कि इस योजना में अब तक 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सरकार ने कहा कि इस योजना के जरिये सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचा रही है। कई सब्सिडी इसे के माध्यम से लोगों को दी जा रही है। सरकार का कहना है कि ऐसे में आधार कार्ड को खत्म करने से सरकार की देश से गरीबी हटाने की मुहीम को नुकसान होगा। कोर्ट में भारत के अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई कम से कम पांच जजों की संविधान पीठ को करना चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सरकार से उनकी राय फिर मांगी है। बता दें कि आधार की अनिवार्यता के ख़िलाफ़ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट उस आदेश को वापस ले ले जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी योजना के लिए आधार की अनिवार्यता नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के कारण डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रोग्राम को कारगर तरीके से लागू करने में दिक्कत हो रही है। फाइनांस मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 23 सितंबर 2013 व 16 मार्च 2015 के आदेश में बदलाव की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। सरकार का कहना है कि ऐसे में आधार कार्ड को खत्म करने से सरकार की देश से गरीबी हटाने की मुहीम को नुकसान होगा। कोर्ट में भारत के अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई कम से कम पांच जजों की संविधान पीठ को करना चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सरकार से उनकी राय फिर मांगी है। बता दें कि आधार की अनिवार्यता के ख़िलाफ़ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट उस आदेश को वापस ले ले जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी योजना के लिए आधार की अनिवार्यता नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के कारण डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रोग्राम को कारगर तरीके से लागू करने में दिक्कत हो रही है। फाइनांस मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 23 सितंबर 2013 व 16 मार्च 2015 के आदेश में बदलाव की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। बता दें कि आधार की अनिवार्यता के ख़िलाफ़ दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि सुप्रीम कोर्ट उस आदेश को वापस ले ले जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी योजना के लिए आधार की अनिवार्यता नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के कारण डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रोग्राम को कारगर तरीके से लागू करने में दिक्कत हो रही है। फाइनांस मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 23 सितंबर 2013 व 16 मार्च 2015 के आदेश में बदलाव की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। फाइनांस मिनिस्ट्री ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 23 सितंबर 2013 व 16 मार्च 2015 के आदेश में बदलाव की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। केंद्र सरकार का कहना था कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम की सफालता के लिए यूनिक आईडेंटिटी जरूरी है। इसके लिए प्रत्येक बेनिफिशियरी के पास यूनिक आईडेंटिटी होना जरूरी है। यूनिक आईडेंटिटी नंबर होने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि जो बेनिफिट ट्रांसफर किया जा रहा है, वह सही व नियत बेनिफिशियरी के पास जा रहा है और इस तरह घोस्ट और डुप्लिकेट सिस्टम से डिलीट हो जाएंगे। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रोग्राम बैंक अकाउंट नंबर के बेसिस पर ट्रांसफर होंगे और बेनिफिट दिया जाएगा तो फर्जी और घोस्ट या फिर डुप्लिकेशन को लोकेट करना मुश्किल हो जाएगा और इस तरह से बिचौलिये और गलत तरीके से बेनिफिट लेने वाले को दरकिनार करना मुश्किल हो जाएगा।टिप्पणियां अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। अगर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए यूनिक आईडेंटिटी स्कीम को अनिवार्य नहीं किया जाएगा तो सिस्टम में बड़ी खामी बरकरार रहेगी और सिस्टम को आसानी से बिचौलिये दोहन कर लेंगे और निहित स्वार्थ वाले लोग बेनिफिट को अपनी ओर डायवर्ट कर लेंगे। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है। 2013 में आधार कार्ड की कंस्टिट्यूशनल वैलिडिटी को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने दलील देते हुए सरकार द्वारा तमाम प्राइवेट डाटा लिए जाने पर सवाल उठाया था और कहा था कि यह आम आदमी के राइट टू प्राइवेसी में दखल है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: Women's Day : मैनपुरी की पहली महिला SDM बनीं अपूर्वा, यूपी पीसीएस में मिली 13वीं रैंक
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कहते हैं जब भाग्य साथ न दे तब यकीन कर लेना चाहिए की मेहनत जरूर साथ देगी. ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर में पली बढ़ी अपूर्वा यादव की. वे तीन बार असफल हुईं परन्तु चौथे प्रयास में सफलता ने उनके आगे घुटने टेक दिए और वे बन गईं मैनपुरी की पहली महिला एसडीएम. अपूर्वा की इस सफलता के पीछे की कहानी बेहद दिलचस्प है. वे शुरू से हिंदी माध्यम से पढ़ीं परन्तु इंजीनियरिंग करने के लिए उन्हें अंग्रेजी सीखनी थी. फिर क्या था वे लग गईं अपनी मंजिल पाने के लिए. टीवी के इंग्लिश प्रोग्राम देखे, नॉवेल्स पढ़े , नहीं भी आता था कोई वाक्य अंग्रेजी में तब भी वे बिना शर्म उसे बोलती थीं. उनका मानना है कि कब तक कोई चीज़ नहीं आएगी, अगर कोशिश करते  रहें तो हर चीज़ सीख सकते हैं. आखिरकार उन्होंने अंग्रेजी सीखी, इंजीनियरिंग की और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में तीन साल नौकरी भी की. अपूर्वा  ने एनडीटीवी से कहा कि मेरे मन में एक ख्वाब हमेशा से पल रहा था, वह था सिविल सर्वेंट बनने का और अपने देश की सेवा का. जब उन्हें नौकरी में अमेरिका जाने का मौका मिला तब एक बार फिर उनका देश के प्रति सेवा का भाव जगा और उन्होंने देश में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी का मन बना लिया और अपने सपनों को पंख देने में जुट गईं. उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पीसीएस की तैयारी भी की. आज उन्होंने उत्तर प्रदेश पीसीएस 2016 की परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की है. अब वे मैनपुरी की पहली महिला SDM बन गई हैं.     आज उनकी हसरत पूरी हुई. यह पल उनके माता-पिता के लिए अत्यंत गौरव का है. बेटी को इतना पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए उन लोगों ने समाज के ताने भी सुने, कई दबाव भी झेले. उनसे कहा जाता था कि बेटी की अब शादी कर दो, उससे यह एग्जाम नहीं पास होगा. पर माता-पिता को बेटी की मेहनत पर यकीन था जो आज रंग लाया. अपूर्वा की इस सफलता पर ये कहना एक दम सही है कि अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो पहले सूरज की तरह जलना होगा.
13
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: कीटभक्षी पौधे भी अपना रहे शाकाहार
यह लेख है: अगर आप सोचते हैं कि शाकाहार की अवधारणा सिर्फ मनुष्यों में है तो आप बिल्कुल गलत हैं, क्योंकि एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि कुछ कीटभक्षी पौधे भी शाकाहार को अपना रहे हैं। यूट्रीकुलारिया प्रजाति के ब्लाडरवर्ट्स पौधे कीटभक्षी पौधों की प्रजाति है, जो छोटे-छोटे कीटों का आहार करते हैं। नए अध्ययन से हालांकि पता चला है कि अब ये पौधे संतुलित पोषण के लिए शैवाल और पारगों का सेवन करने लगे हैं। ये पौधे चूसक अंगों के द्वारा बिजली की तेजी से अपने शिकार को पकड़ लेते हैं और उन्हें निकल भागने से रोकने के लिए दरवाजे बंद कर देते हैं। एक बार फंस जाने के बाद कीट दम घुट जाने से मर जाते हैं, जिसके बाद पौधे उन्हें एंजाइम के रूप में विघटित कर पचा जाते हैं। शाकाहार अपनाने से पहले इन पौधों के आहार ग्रहण करने की यही प्रक्रिया रहती थी। ऑस्ट्रिया के वियना विश्वविद्यालय की शोधकर्ता मारियाने कोलर पेरूटका और वोलफ्रेम एडलेसनिग के अनुसार, 'ब्लाडरवर्ट प्रजाति के पौधे शैवाल और पराग जैसे आहार की ओर झुक रहे हैं।' शोधपत्रिका 'एनल्स ऑफ बॉटनी' के ताजा अंक में प्रकाशित इस शोध-पत्र के अनुसार, ऐसे इलाकों में जहां शैवाल प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जबकि कीटों की कमी होती है वहां शाकाहारी पौधे कीटभक्षी पौधों की अपेक्षा आकार में बड़े पाए गए। कीटों को आहार के रूप में लेने पर पौधों को भारी मात्रा में नाइट्रोजन मिलता है जो पौधों में शीतनिद्रा अंगों के विकास में बढ़ोतरी लाता है और जो बेहद सर्द मौसम में पौधों को जीवित रखने में मददगार साबित होता है।
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: महात्मा गांधी की 68वीं पुण्यतिथि पर 'कस्तूरबा स्मारिका केंद्र' का उद्घाटन
यह लेख है: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 68वीं पुण्यतिथि के मौके पर शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू 'कस्तूरबा स्मारिका केंद्र' का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम राजघाट के पास पार्किंग स्थल पर किया जाएगा। इस स्मारिका में ऐसी वस्तुओं को देखा जा सकता है जिससे महात्मा गांधी के जीवन को और करीब से समझा जा सकता है। यही नहीं राजघाट समाधि के मुख्य द्वार और प्रैस गेट के पास सेक्योरिटी कंट्रोल रूम का उद्घाटन भी आज ही के दिन किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि के मौके पर देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। गौरतलब है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के ही दिन उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे पर आधारित पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम को विवाद शुरू हो गया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने इस कार्यक्रम के सरकारी परिसर के इस्तेमाल का विरोध किया है। हालांकि गोवा सरकार ने विमोचन के लिए अपने परिसरों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी शाम की प्रार्थना में जा रहे थे जिस दौरान नाथूराम गोडसे ने अपनी पिस्टल से तीन गोलियां उनके सीने में उतार दी थीं। गौरतलब है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के ही दिन उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे पर आधारित पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम को विवाद शुरू हो गया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने इस कार्यक्रम के सरकारी परिसर के इस्तेमाल का विरोध किया है। हालांकि गोवा सरकार ने विमोचन के लिए अपने परिसरों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी शाम की प्रार्थना में जा रहे थे जिस दौरान नाथूराम गोडसे ने अपनी पिस्टल से तीन गोलियां उनके सीने में उतार दी थीं।
2
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: फिलहाल क्रिकेटरों पर प्रतिबंध बरकरार रखेगा बीसीसीआई
यह लेख है: दिल्ली की एक अदालत ने भले ही पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और दो अन्य क्रिकेटरों को 2013 के स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में आरोपों से बरी कर दिया हो लेकिन बीसीसीआई फिलहाल इन तीनों पर प्रतिबंध बरकरार रखेगा।टिप्पणियां बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘बीसीसीआई द्वारा की गई कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई या फैसला किसी भी आपराधिक अभियोजन से अलग है और उसका कोई प्रभाव इस पर नहीं होगा। बीसीसीआई के फैसले उसकी स्वतंत्र अनुशासनात्मक कार्रवाई पर निर्भर है और वे यथावत रहेंगे।’’ श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर बोर्ड ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था जबकि चंदीला के मामले की सुनवाई जारी है। बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘बीसीसीआई द्वारा की गई कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई या फैसला किसी भी आपराधिक अभियोजन से अलग है और उसका कोई प्रभाव इस पर नहीं होगा। बीसीसीआई के फैसले उसकी स्वतंत्र अनुशासनात्मक कार्रवाई पर निर्भर है और वे यथावत रहेंगे।’’ श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर बोर्ड ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था जबकि चंदीला के मामले की सुनवाई जारी है। श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर बोर्ड ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था जबकि चंदीला के मामले की सुनवाई जारी है।
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: निशंक का मुख्यमंत्री पद से हटना तय?
लेख: भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की और उन्हें बताया कि राज्य सरकार पर कथित घोटालों के आरोपों के मद्देनजर उन्हें अपना पद छोड़ना होगा।  सूत्रों ने कहा कि पोखरियाल का मुख्यमंत्री पद छोड़ना निकट है। भाजपा संसदीय दल बोर्ड की गत 8 सितंबर को बैठक हुई थी, जिसमें उत्तराखंड में पार्टी की संभावनाओं और नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत पर चर्चा हुई। बैठक में निर्णय किया गया कि पोखरियाल का स्थान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी लेंगे। निशंक को सम्मानपूर्वक ढंग से पद छोड़ने का मौका दिया जाएगा, क्योंकि पार्टी विधानसभा चुनाव से पहले किसी तरह की परेशानी नहीं चाहती। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार जब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पोखरियाल को अपने निर्णय के बारे में बताया तो उन्होंने पद से त्यागपत्र देने की पेशकश की। सूत्रों ने कहा कि पोखरियाल का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं है और कथित भ्रष्टाचार के मामलों से उत्तराखंड की छवि प्रभावित हो रही है। इस बात की आशंकाएं थीं कि आगामी विधानसभा में पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है। शनिवार की बैठक में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के अलावा लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली, उत्तराखंड मामलों के पार्टी प्रभारी राजनाथ सिंह, धर्मेंद्र प्रधान और थावर चंद गहलोत शामिल थे।
13
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: मिस्र में मुबारक के लिए मृत्युदंड की मांग
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: मिस्र में अभियोजन पक्ष की ओर से पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, आंतरिक मामलों के पूर्व मंत्री व छह अन्य अभियुक्तों के लिए मृत्युदंड की मांग की गई है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक राष्ट्रपति पद से बेदखल किए गए मुबारक के खिलाफ सुनवाई 2 जनवरी को हुई थी।टिप्पणियां 'मीना' समाचार एजेंसी के मुताबिक अभियोजन पक्ष के एक वकील मुस्तफा खतर ने अदालत से कहा, "अभियोजन पक्ष मुबारक व अन्य अभियुक्तों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग करता है और यह कड़ी सजा मृत्युदंड है।" गौरतलब है कि मुबारक, आंतरिक मामलों के पूर्व मंत्री हबीब अल-अदली व पूर्व अधिकारियों के एक समूह पर जनवरी 2011 की अशांति के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आदेश देने का आरोप है। मुठभेड़ों में करीब 850 लोग मारे गए थे। 'मीना' समाचार एजेंसी के मुताबिक अभियोजन पक्ष के एक वकील मुस्तफा खतर ने अदालत से कहा, "अभियोजन पक्ष मुबारक व अन्य अभियुक्तों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग करता है और यह कड़ी सजा मृत्युदंड है।" गौरतलब है कि मुबारक, आंतरिक मामलों के पूर्व मंत्री हबीब अल-अदली व पूर्व अधिकारियों के एक समूह पर जनवरी 2011 की अशांति के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आदेश देने का आरोप है। मुठभेड़ों में करीब 850 लोग मारे गए थे। गौरतलब है कि मुबारक, आंतरिक मामलों के पूर्व मंत्री हबीब अल-अदली व पूर्व अधिकारियों के एक समूह पर जनवरी 2011 की अशांति के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आदेश देने का आरोप है। मुठभेड़ों में करीब 850 लोग मारे गए थे।
9
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: रोहित वेमुला के पिता ने पूछा, पीएम मोदी 5 दिनों तक कुछ क्यों नहीं बोले? अनुग्रह राशि ठुकराई
छात्रावास में कथित तौर पर खुदकुशी करने वाले दलित छात्र रोहित वेमुला के परिजनों ने शनिवार को हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की तरफ से की गयी अनुग्रह राशि की पेशकश को ठुकरा दिया। इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की आलोचना भी की। उन्होंने पूछा कि जवाब देने में उन्हें पांच दिन का समय क्यों लग गया। गौरतलब है कि लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला के खुदकुशी मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि वे रोहित के परिवार की पीड़ा को समझते हैं। पीएम मोदी ने भारी मन से कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, एक मां ने अपना बेटा खोया है। इस बात को कहते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए थे। इस दौरान वे थोड़ी देर तक चुप रहे। उन्होंने कहा था कि मां भारती ने अपना एक लाल खोया है। पीटीआई के अनुसार रोहित के पिता ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह (रोहित) भारत मां का बेटा था। मैं उनके (पीएम) बारे में कुछ भी कहने में समर्थ नहीं हूं। लेकिन वे पांच दिनों तक कुछ क्यों नहीं बोले?' परिसर पहुंची वेमुला की मां राधिका, बहन नीलिमा और भाई राजू ने मांग की कि रोहित की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज किया जाए। नीलिमा ने कहा, ‘एचसीयू, जहां उसकी मौत हुई, यदि वह हमें आठ लाख नहीं बल्कि आठ करोड़ रुपये भी देगी, तो वो भी मंजूर नहीं।’ गौरतलब है कि एचसीयू ने गुरुवार को रोहित के परिवार को आठ लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' गौरतलब है कि लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला के खुदकुशी मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि वे रोहित के परिवार की पीड़ा को समझते हैं। पीएम मोदी ने भारी मन से कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, एक मां ने अपना बेटा खोया है। इस बात को कहते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए थे। इस दौरान वे थोड़ी देर तक चुप रहे। उन्होंने कहा था कि मां भारती ने अपना एक लाल खोया है। पीटीआई के अनुसार रोहित के पिता ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह (रोहित) भारत मां का बेटा था। मैं उनके (पीएम) बारे में कुछ भी कहने में समर्थ नहीं हूं। लेकिन वे पांच दिनों तक कुछ क्यों नहीं बोले?' परिसर पहुंची वेमुला की मां राधिका, बहन नीलिमा और भाई राजू ने मांग की कि रोहित की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज किया जाए। नीलिमा ने कहा, ‘एचसीयू, जहां उसकी मौत हुई, यदि वह हमें आठ लाख नहीं बल्कि आठ करोड़ रुपये भी देगी, तो वो भी मंजूर नहीं।’ गौरतलब है कि एचसीयू ने गुरुवार को रोहित के परिवार को आठ लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' पीटीआई के अनुसार रोहित के पिता ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह (रोहित) भारत मां का बेटा था। मैं उनके (पीएम) बारे में कुछ भी कहने में समर्थ नहीं हूं। लेकिन वे पांच दिनों तक कुछ क्यों नहीं बोले?' परिसर पहुंची वेमुला की मां राधिका, बहन नीलिमा और भाई राजू ने मांग की कि रोहित की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज किया जाए। नीलिमा ने कहा, ‘एचसीयू, जहां उसकी मौत हुई, यदि वह हमें आठ लाख नहीं बल्कि आठ करोड़ रुपये भी देगी, तो वो भी मंजूर नहीं।’ गौरतलब है कि एचसीयू ने गुरुवार को रोहित के परिवार को आठ लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' परिसर पहुंची वेमुला की मां राधिका, बहन नीलिमा और भाई राजू ने मांग की कि रोहित की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज किया जाए। नीलिमा ने कहा, ‘एचसीयू, जहां उसकी मौत हुई, यदि वह हमें आठ लाख नहीं बल्कि आठ करोड़ रुपये भी देगी, तो वो भी मंजूर नहीं।’ गौरतलब है कि एचसीयू ने गुरुवार को रोहित के परिवार को आठ लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' नीलिमा ने कहा, ‘एचसीयू, जहां उसकी मौत हुई, यदि वह हमें आठ लाख नहीं बल्कि आठ करोड़ रुपये भी देगी, तो वो भी मंजूर नहीं।’ गौरतलब है कि एचसीयू ने गुरुवार को रोहित के परिवार को आठ लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘स्मृति ईरानी..पांच दिन के बाद उन्होंने कॉल किया। पांच दिन क्यों लगा? आप भी एक औरत हैं..आप भी एक मां हैं ..:परिवार को फोन करने और मौत पर शोक जताने में पांच दिन लग गए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘मैं जानना चाहती हूं क्यों उसकी मौत हुई। उसे मारा गया या उसकी मौत हुई? उसे क्यों निलंबित किया गया? जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर दंडित किया जाना चाहिए। केवल यही चीज मुझे चाहिए।'
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: Panipat Box Office Collection Day 5: विवादों के बीच अर्जुन कपूर की 'पानीपत' का धमाल जारी, कमा डाले इतने करोड़
लेख: Panipat Box Office Collection Day 5: अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor), कृति सेनन (Kriti Sanon) और संजय दत्त (Sanjay Dutt) की 'पानीपत' (Panipat) को रिलीज हुए 5 दिन पूरे हो चुके हैं. रिलीज होने के साथ ही फिल्म पानीपत ने दमदार कमाई करने की पूरी कोशिश की है, लेकिन फिल्म के आंकड़े धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं. बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक फिल्म बीते मंगलवार को 2 से 2.50 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर पाई. इस लिहाज से फिल्म पांच दिनों में 22.5 करोड़ रुपये का ही आंकड़ा पार कर पाई है. ऐतिहासिक घटना पर आधारित इस फिल्म को क्रिटिक्स से तो अच्छा रिस्पॉन्स मिला ही है, साथ ही दर्शकों में भी फिल्म को लेकर खूब क्रेज देखने को मिला.  Pati Patni Aur Woh Box Office Collection Day 5: कार्तिक आर्यन की फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर तहलका, कमाए इतने करोड़ अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor), कृति सेनन (Kriti Sanon) और संजय दत्त (Sanjay Dutt) की 'पानीपत' (Panipat) को कार्तिक आर्यन की 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' से भी कड़ी टक्कर मिली है. जहां महाराष्ट्र और इसके आस-पास के क्षेत्रों में पानीपत को अच्छा रिस्पांस मिला तो वहीं दिल्ली, यूपी और पंजाब जैसे क्षेत्रों में फिल्म अपना कब्जा जमाने में थोड़ी पीछे रही. यहां तक कि राजस्थान और उसके आस-पास के क्षेत्रों में जाट समुदाय ने फिल्म में महाराजा सूरजमल के किरदार को लेकर इसे बैन करने की भी मांग की थी. इससे इतर अर्जुन कपूर की पानीपत ने पहले दिन 4 से 4.5 करोड़ रुपये, दूसरे दिन 6 करोड़ रुपये और तीसरे दिन 8 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया.  शिल्पा शेट्टी और उनकी बहन शमिता शेट्टी में स्टेज पर हुआ ठुमका काम्पिटिशन तो इनकी हुई जीत- देखें Video बता दें कि अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और  संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने 'पानीपत' (Panipat Panipat Box Office Collection) में कमाल का अभिनय किया है. यह पहला मौका है जब दोनों कलाकार एक साथ किसी फिल्म में साथ नजर आए हैं. आशुतोष गोवारीकर (Ashutosh Gowariker) ने भी लंबे समय बाद इस फिल्म के साथ वापसी की है. इससे पहले आशुतोष गोवारीकर ने लोगों से उनकी आगामी फिल्म 'पानीपत' के बारे में कोई भी अवधारणा बनाने से पहले इसे देखने का आग्रह किया था.
2
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: बांबे डाइंग के चेयरमैन नुस्ली वाडिया अदालत में हुए पेश
यह लेख है: बांबे डाइंग के चेयरमैन नुस्ली वाडिया 1989 में उन पर कथित जानलेवा हमले से जुड़े एक मामले में सोमवार को यहां विशेष सीबीआई अदालत में पेश हुए। इस मामले में कीर्ति अंबानी मुख्य आरोपी हैं। वाडिया ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश एच एस महाजन को बताया कि 1987-89 के दौरान जब उनका बेटा हिमाचल प्रदेश में पढ़ाई कर रहा था तो उन्हें एक दिन सूचित किया गया कि उनके बेटे का अपहरण किया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को इंग्लैंड भेज दिया। अदालत ने मीडिया को इस बयान के कुछ हिस्सों को प्रकाशित करने से मना किया है। शुरुआत में यह मामला मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के पास था, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने इसे सीबीआई के सुपुर्द कर दिया। वर्ष 2003 में विशेष न्यायाधीश ने वाडिया की हत्या करने का षड़यंत्र रचने के लिए कीर्ति अंबानी, अजरुन बाबरिया, इवोन सेक्वेइरा उर्फ शानू और रमेश जगोतया के खिलाफ आरोप तय किया। वर्ष 2014 में वाडिया ने खुद को गवाह के तौर पर पेश करने की अनुमति इस अदालत से मांगी क्योंकि वह पीड़ित पक्ष थे। टिप्पणियां अंबानी ने अदालत से अनुरोध किया था कि वाडिया का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वाडिया ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश एच एस महाजन को बताया कि 1987-89 के दौरान जब उनका बेटा हिमाचल प्रदेश में पढ़ाई कर रहा था तो उन्हें एक दिन सूचित किया गया कि उनके बेटे का अपहरण किया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को इंग्लैंड भेज दिया। अदालत ने मीडिया को इस बयान के कुछ हिस्सों को प्रकाशित करने से मना किया है। शुरुआत में यह मामला मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के पास था, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने इसे सीबीआई के सुपुर्द कर दिया। वर्ष 2003 में विशेष न्यायाधीश ने वाडिया की हत्या करने का षड़यंत्र रचने के लिए कीर्ति अंबानी, अजरुन बाबरिया, इवोन सेक्वेइरा उर्फ शानू और रमेश जगोतया के खिलाफ आरोप तय किया। वर्ष 2014 में वाडिया ने खुद को गवाह के तौर पर पेश करने की अनुमति इस अदालत से मांगी क्योंकि वह पीड़ित पक्ष थे। टिप्पणियां अंबानी ने अदालत से अनुरोध किया था कि वाडिया का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को इंग्लैंड भेज दिया। अदालत ने मीडिया को इस बयान के कुछ हिस्सों को प्रकाशित करने से मना किया है। शुरुआत में यह मामला मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के पास था, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने इसे सीबीआई के सुपुर्द कर दिया। वर्ष 2003 में विशेष न्यायाधीश ने वाडिया की हत्या करने का षड़यंत्र रचने के लिए कीर्ति अंबानी, अजरुन बाबरिया, इवोन सेक्वेइरा उर्फ शानू और रमेश जगोतया के खिलाफ आरोप तय किया। वर्ष 2014 में वाडिया ने खुद को गवाह के तौर पर पेश करने की अनुमति इस अदालत से मांगी क्योंकि वह पीड़ित पक्ष थे। टिप्पणियां अंबानी ने अदालत से अनुरोध किया था कि वाडिया का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वर्ष 2003 में विशेष न्यायाधीश ने वाडिया की हत्या करने का षड़यंत्र रचने के लिए कीर्ति अंबानी, अजरुन बाबरिया, इवोन सेक्वेइरा उर्फ शानू और रमेश जगोतया के खिलाफ आरोप तय किया। वर्ष 2014 में वाडिया ने खुद को गवाह के तौर पर पेश करने की अनुमति इस अदालत से मांगी क्योंकि वह पीड़ित पक्ष थे। टिप्पणियां अंबानी ने अदालत से अनुरोध किया था कि वाडिया का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अंबानी ने अदालत से अनुरोध किया था कि वाडिया का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: ...तो माउंट एवरेस्ट के रास्ते नेपाल तक रेल मार्ग बनाएगा चीन
लेख: चीन के सरकारी अखबार चाइना डेली के अनुसार, ‘किंघाई-तिब्बत रेलवे के चीन-नेपाल सीमा तक तिब्बत के रास्ते किए जाने वाले प्रस्तावित विस्तार से द्विपक्षीय व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि फिलहाल दोनों देशों को जोड़ने वाला कोई रेल मार्ग नहीं है।’ इस रेलमार्ग के वर्ष 2020 तक पूरा हो जाने की संभावना है। बहरहाल, इस परियोजना की लागत पर कुछ नहीं कहा गया। उल्लेखनीय है कि 1956 किलोमीटर लंबी किंघाई-तिब्बत रेलवे फिलहाल चीन के शेष हिस्सों को तिब्बत की राजधानी लहासा और इससे परे के इलाकों को जोड़ती है। ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग’ के एक रेल विशेषज्ञ वांग मेंगशू ने कहा कि परियोजना शुरू हो जाने के बाद इंजीनियरों को कई कठिनाइयों का सामना करना होगा। उन्होंने कहा, ‘यदि यह परियोजना मूर्त रूप ले लेती है, तो द्विपक्षीय व्यापार (खासतौर पर कृषि उत्पादों के), पर्यटन और जनता से जनता के संपर्क को विशेष बढ़ावा मिलेगा।’ चाइना डेली ने कहा कि इस योजना के तहत माउंट एवरेस्ट के नीचे सुरंग बनाई जा सकती है। वांग ने कहा, ‘इस लाइन पर ऊंचाई में आने वाले बदलाव उल्लेखनीय हैं। इस लाइन को संभवत: कोमोलांग्मा से होकर गुजरना पड़ेगा, इसलिए कर्मचारियों को कई बहुत लंबी सुरंगें भी खोदनी पड़ सकती हैं।’ कोमोलांग्मा पर्वत दरअसल माउंट एवरेस्ट का तिब्बती नाम है। हिमालय के दुर्गम पहाड़ों और यहां ऊंचाईयों में आने वाले ‘महत्वपूर्ण’ बदलावों के कारण इस लाइन पर ट्रेनों की अधिकतम गति संभवत: 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। वांग ने कहा कि इस परियोजना पर काम नेपाल के अनुरोध पर किया जा रहा है और चीन ने तैयारी शुरू कर दी है। तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र के अध्यक्ष लोसांग जामकन ने पिछले माह तिब्बत प्रांत की राजधानी लहासा की यात्रा पर आए नेपाली राष्ट्रपति राम बरन यादव को बताया था कि चीन की योजना तिब्बत रेलवे को केरमंग तक विस्तार देने की है। केरमंग शहर नेपाल की सीमा के पास स्थित है और यहां सीमा व्यापार पत्तन बनाया गया है। नेपाल के अलावा, चीन अपने तिब्बती रेल नेटवर्क का विस्तार भूटान और भारत तक करने की घोषणा पहले कर चुका है। रिपोर्ट में कहा गया कि अपनी हालिया नेपाल यात्रा के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अधिकारियों से कहा था कि वे काठमांडो और इससे आगे रेल नेटवर्क के विस्तार की व्यवहारिकता का अध्ययन करें। चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेंपररी इंटरनेशनल रिलेशन्स के निदेशक हू शिशेंग ने सरकारी मीडिया को पहले बताया कि रेल लाइन का लक्ष्य स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं और लोगों की आजीविकाओं में सुधार लाना भर है। चीन नेपाल के साथ अपने संबंध बढ़ा रहा है ताकि नेपाल के रास्ते धर्मशाला जाकर दलाई लामा से मिलने वाले तिब्बतियों के प्रवाह को रोका जा सके। यह भारत के लिए चिंता का सबब हो सकता है। बीजिंग ने हाल ही में चीन की ओर से नेपाल को दी जाने वाली 2.4 करोड़ डॉलर की वाषिर्क मदद को बढ़ाकर 12.8 करोड़ कर दिया था।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: निधि का नोट : क्‍या आम हो गई आम आदमी पार्टी?
लेख: प्रशान्त भूषण, योगेन्द्र यादव, आनंद कुमार को सोमवार देर रात पार्टी से ही निकाल दिया गया। ये वो चेहरे हैं जिन्होंने अपनी वैचारिक गहराई से आम आदमी पार्टी को गम्भीरता दी। भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े आंदोलन के दिनों में इन नेताओं ने जो यकीन दिलाया उसका अरविन्द केजरीवाल को एक बड़ा नेता बनाने में अहम योगदान था। ये वो नाम थे जो टीवी चैनलों के स्टूडियो में पंहुच कर पहले कांग्रेस और फिर बीजेपी की धज्जियां उड़ाते। जन लोकपाल की लड़ाई हो या फिर नरेन्द्र मोदी के प्रचार का मुकाबला, इनलोगों ने जम कर काम किया। लोकसभा चुनाव आए तो नरेन्द्र मोदी देश भर पर छा गए। हरियाणा में योगेन्द्र यादव की करारी शिकस्त हुई। नरेन्द्र मोदी का असर अरविन्द केजरीवाल ने खुद महसूस किया। दिल्ली की सत्ता छोड़ने पर माफी मांगी और बनारस की लड़ाई के लिए अपनी कमजोरियों से वाबस्ता हुए। सिर्फ 4 सीटों पर सिमटी आप के राजनितिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग चुका था। अरविन्द केजरिवाल ने इन लम्हों में कांग्रेस का फिर से साथ लेकर सरकार बानने की कोशिश की और शायद यहीं से शुरू हो गया आपसी मतभेद का सिलसिला। प्रशान्त भूषण पक्ष में नहीं थे, बाद में लीक किये विडियो ये बयां कर रहे थे, योगेन्द्र यादव की राजनीतिक क्षमता हरियाणा के नतीजों से साफ           हो ही गई थी। टिप्पणियां शायद अरविन्द जान चुके थे कि अब वैचारिक, बौद्धिक प्रतीकों से आगे बढ़ने का समय आ गया है। जैसे अण्णा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया या फिर अरुणा राय के साथ जो आरटीआई के क्षेत्र में सीढ़ी मिली। अब एक और सीढ़ी चढ़ने का समय आ गया था और अरविन्द ने दिल्ली चुनावों के संचालन की बागडोर अपने हाथों में ले ली। उनको मात देने की कोशिशें भी हुईं। जितनी भी हुई हो अरविन्द केजरीवाल उन सब पर भारी पड़े। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सरकार में एक भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा। की लड़ाई हो या फिर नरेन्द्र मोदी के प्रचार का मुकाबला, इनलोगों ने जम कर काम किया। लोकसभा चुनाव आए तो नरेन्द्र मोदी देश भर पर छा गए। हरियाणा में योगेन्द्र यादव की करारी शिकस्त हुई। नरेन्द्र मोदी का असर अरविन्द केजरीवाल ने खुद महसूस किया। दिल्ली की सत्ता छोड़ने पर माफी मांगी और बनारस की लड़ाई के लिए अपनी कमजोरियों से वाबस्ता हुए। सिर्फ 4 सीटों पर सिमटी आप के राजनितिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग चुका था। अरविन्द केजरिवाल ने इन लम्हों में कांग्रेस का फिर से साथ लेकर सरकार बानने की कोशिश की और शायद यहीं से शुरू हो गया आपसी मतभेद का सिलसिला। प्रशान्त भूषण पक्ष में नहीं थे, बाद में लीक किये विडियो ये बयां कर रहे थे, योगेन्द्र यादव की राजनीतिक क्षमता हरियाणा के नतीजों से साफ           हो ही गई थी। टिप्पणियां शायद अरविन्द जान चुके थे कि अब वैचारिक, बौद्धिक प्रतीकों से आगे बढ़ने का समय आ गया है। जैसे अण्णा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया या फिर अरुणा राय के साथ जो आरटीआई के क्षेत्र में सीढ़ी मिली। अब एक और सीढ़ी चढ़ने का समय आ गया था और अरविन्द ने दिल्ली चुनावों के संचालन की बागडोर अपने हाथों में ले ली। उनको मात देने की कोशिशें भी हुईं। जितनी भी हुई हो अरविन्द केजरीवाल उन सब पर भारी पड़े। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सरकार में एक भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा। लोकसभा चुनाव आए तो नरेन्द्र मोदी देश भर पर छा गए। हरियाणा में योगेन्द्र यादव की करारी शिकस्त हुई। नरेन्द्र मोदी का असर अरविन्द केजरीवाल ने खुद महसूस किया। दिल्ली की सत्ता छोड़ने पर माफी मांगी और बनारस की लड़ाई के लिए अपनी कमजोरियों से वाबस्ता हुए। सिर्फ 4 सीटों पर सिमटी आप के राजनितिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग चुका था। अरविन्द केजरिवाल ने इन लम्हों में कांग्रेस का फिर से साथ लेकर सरकार बानने की कोशिश की और शायद यहीं से शुरू हो गया आपसी मतभेद का सिलसिला। प्रशान्त भूषण पक्ष में नहीं थे, बाद में लीक किये विडियो ये बयां कर रहे थे, योगेन्द्र यादव की राजनीतिक क्षमता हरियाणा के नतीजों से साफ           हो ही गई थी। टिप्पणियां शायद अरविन्द जान चुके थे कि अब वैचारिक, बौद्धिक प्रतीकों से आगे बढ़ने का समय आ गया है। जैसे अण्णा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया या फिर अरुणा राय के साथ जो आरटीआई के क्षेत्र में सीढ़ी मिली। अब एक और सीढ़ी चढ़ने का समय आ गया था और अरविन्द ने दिल्ली चुनावों के संचालन की बागडोर अपने हाथों में ले ली। उनको मात देने की कोशिशें भी हुईं। जितनी भी हुई हो अरविन्द केजरीवाल उन सब पर भारी पड़े। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सरकार में एक भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा। अरविन्द केजरिवाल ने इन लम्हों में कांग्रेस का फिर से साथ लेकर सरकार बानने की कोशिश की और शायद यहीं से शुरू हो गया आपसी मतभेद का सिलसिला। प्रशान्त भूषण पक्ष में नहीं थे, बाद में लीक किये विडियो ये बयां कर रहे थे, योगेन्द्र यादव की राजनीतिक क्षमता हरियाणा के नतीजों से साफ           हो ही गई थी। टिप्पणियां शायद अरविन्द जान चुके थे कि अब वैचारिक, बौद्धिक प्रतीकों से आगे बढ़ने का समय आ गया है। जैसे अण्णा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया या फिर अरुणा राय के साथ जो आरटीआई के क्षेत्र में सीढ़ी मिली। अब एक और सीढ़ी चढ़ने का समय आ गया था और अरविन्द ने दिल्ली चुनावों के संचालन की बागडोर अपने हाथों में ले ली। उनको मात देने की कोशिशें भी हुईं। जितनी भी हुई हो अरविन्द केजरीवाल उन सब पर भारी पड़े। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सरकार में एक भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा। शायद अरविन्द जान चुके थे कि अब वैचारिक, बौद्धिक प्रतीकों से आगे बढ़ने का समय आ गया है। जैसे अण्णा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया या फिर अरुणा राय के साथ जो आरटीआई के क्षेत्र में सीढ़ी मिली। अब एक और सीढ़ी चढ़ने का समय आ गया था और अरविन्द ने दिल्ली चुनावों के संचालन की बागडोर अपने हाथों में ले ली। उनको मात देने की कोशिशें भी हुईं। जितनी भी हुई हो अरविन्द केजरीवाल उन सब पर भारी पड़े। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और सरकार में एक भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा। बहरहाल दिल्‍ली सरकार काम करती हुई दिखना चाह रही है। बिजली के बिल हों या फिर अब किसान का मसला, अरविन्द केजरीवाल की राजनितिक गाड़ी आगे बढ़ चली है। आगे कौन इसमें बने रहे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: लद्दाख की यात्रा करने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए केंद्र सरकार ने नियमों में ढील दी
यह लेख है: केंद्र ने नुबरा घाटी सहित लद्दाख के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करने वाले विदेशियों के लिए संरक्षित क्षेत्र परमिट की जरूरत में रियायत देने का निर्णय किया है. जम्मू-कश्मीर सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, 'मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के हस्तक्षेप पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लद्दाख के विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा करने वाले विदेशियों के लिए संरक्षित क्षेत्र परमिट में रियायत देने का निर्णय किया है. इसके परिणामस्वरूप विदेशी पर्यटक अब नुबरा घाटी के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर सकेंगे.' प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में गृह मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. इस घटनाक्रम पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने और पर्यटकों के लिए कश्मीर के साथ ही जम्मू प्रांत में नये क्षेत्र खोलने के अपनी सरकार के संकल्प पर जोर दिया.टिप्पणियां महबूबा ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि जरूरी मंजूरी में तेजी लाए और उन विभिन्न पर्यटन आधारभूत परियोजनाओं पर काम शुरू करे जिसके लिए डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को पहले ही दिए जा चुके हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जम्मू-कश्मीर सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, 'मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के हस्तक्षेप पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लद्दाख के विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा करने वाले विदेशियों के लिए संरक्षित क्षेत्र परमिट में रियायत देने का निर्णय किया है. इसके परिणामस्वरूप विदेशी पर्यटक अब नुबरा घाटी के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर सकेंगे.' प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में गृह मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. इस घटनाक्रम पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने और पर्यटकों के लिए कश्मीर के साथ ही जम्मू प्रांत में नये क्षेत्र खोलने के अपनी सरकार के संकल्प पर जोर दिया.टिप्पणियां महबूबा ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि जरूरी मंजूरी में तेजी लाए और उन विभिन्न पर्यटन आधारभूत परियोजनाओं पर काम शुरू करे जिसके लिए डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को पहले ही दिए जा चुके हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस घटनाक्रम पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने और पर्यटकों के लिए कश्मीर के साथ ही जम्मू प्रांत में नये क्षेत्र खोलने के अपनी सरकार के संकल्प पर जोर दिया.टिप्पणियां महबूबा ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि जरूरी मंजूरी में तेजी लाए और उन विभिन्न पर्यटन आधारभूत परियोजनाओं पर काम शुरू करे जिसके लिए डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को पहले ही दिए जा चुके हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) महबूबा ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि जरूरी मंजूरी में तेजी लाए और उन विभिन्न पर्यटन आधारभूत परियोजनाओं पर काम शुरू करे जिसके लिए डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को पहले ही दिए जा चुके हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: सायना इंडोनेशिया ओपन के सेमीफाइनल में
यह एक लेख है: भारत की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त महिला एकल खिलाड़ी और मौजूदा चैम्पियन सायना नेहवाल जकार्ता के इस्तोरा सेनायान में जारी इंडोनेशिया ओपन बैडमिंटन के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। सायना ने शुक्रवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में डेनमार्क की टिने बायुन को 21-19, 21-19 से पराजित किया। सायना ने यह मैच 37 मिनट में जीता। बायुन पर यह सायना की पहली जीत है। इससे पहले बायुन के साथ उनके दो मुकाबले हुए थे, जिसमें बायुन विजेता रही थीं। अगले दौर में सायना की भिड़ंत चीनी ताइपे की खिलाड़ी शओ चेह चेंग के साथ होगा। चेंग ने शुक्रवार को ही खेले गए एक अन्य क्वार्टर फाइनल मैच में चीन की सातवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी जिन लियू को 21-17, 21-15 से हराया। सायना और चेंग के बीच अब तक एक बार भिड़ंत हुई है, जिसमें चेंग को जीत मिली है। चेंग ने ही सिंगापुर ओपन के दूसरे दौर में सायना को हराया था। उस हार ने सायना को खिताब बचाने से महरूम कर दिया था।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: बिना शिंदे के मंत्रालय लगा है नक्सल संकट से निपटने में!
लेख: छत्तीसगढ़ में माओवादी हमले और उससे उपजे मौजूदा हालात से निपटने की कोशिश जहां गृह मंत्रालय कर रहा है वहीं गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे अमेरिका में हैं और बुधवार को ही लौटेंगे। शिन्दे 19 मई को अमेरिका गए थे, जहां उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता होनी थी। वह अपनी यात्रा बीच में ही छोडकर भारत नहीं आ रहे हैं बल्कि तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक 29 मई को स्वदेश पहुंचेंगे। अमेरिका में 20 से 22 मई के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने शिन्दे के साथ गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सभी सदस्य भारत लौट आए हैं। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री व्यक्तिगत वजह से 22 मई के बाद भी अमेरिका में रुक गए। उन्हें किसी आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होना है। यह पूछने पर कि शिन्दे अमेरिका में ही क्यों रुक गए, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धतवालिया ने कहा कि कार्यक्रम का विस्तार नहीं किया गया है। यह यात्रा शुरू से तय कार्यक्रम के अनुसार ही हो रही है। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। शिन्दे 19 मई को अमेरिका गए थे, जहां उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ भारत-अमेरिका आंतरिक सुरक्षा वार्ता होनी थी। वह अपनी यात्रा बीच में ही छोडकर भारत नहीं आ रहे हैं बल्कि तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक 29 मई को स्वदेश पहुंचेंगे। अमेरिका में 20 से 22 मई के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने शिन्दे के साथ गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सभी सदस्य भारत लौट आए हैं। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री व्यक्तिगत वजह से 22 मई के बाद भी अमेरिका में रुक गए। उन्हें किसी आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होना है। यह पूछने पर कि शिन्दे अमेरिका में ही क्यों रुक गए, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धतवालिया ने कहा कि कार्यक्रम का विस्तार नहीं किया गया है। यह यात्रा शुरू से तय कार्यक्रम के अनुसार ही हो रही है। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। अमेरिका में 20 से 22 मई के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने शिन्दे के साथ गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सभी सदस्य भारत लौट आए हैं। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री व्यक्तिगत वजह से 22 मई के बाद भी अमेरिका में रुक गए। उन्हें किसी आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होना है। यह पूछने पर कि शिन्दे अमेरिका में ही क्यों रुक गए, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धतवालिया ने कहा कि कार्यक्रम का विस्तार नहीं किया गया है। यह यात्रा शुरू से तय कार्यक्रम के अनुसार ही हो रही है। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री व्यक्तिगत वजह से 22 मई के बाद भी अमेरिका में रुक गए। उन्हें किसी आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होना है। यह पूछने पर कि शिन्दे अमेरिका में ही क्यों रुक गए, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धतवालिया ने कहा कि कार्यक्रम का विस्तार नहीं किया गया है। यह यात्रा शुरू से तय कार्यक्रम के अनुसार ही हो रही है। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। यह पूछने पर कि शिन्दे अमेरिका में ही क्यों रुक गए, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धतवालिया ने कहा कि कार्यक्रम का विस्तार नहीं किया गया है। यह यात्रा शुरू से तय कार्यक्रम के अनुसार ही हो रही है। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। धतवालिया हालांकि 22 मई के बाद शिन्दे के कार्यक्रमों को लेकर कोई सूचना नहीं दे सके। गृह मंत्री की अमेरिका में गतिविधियों को लेकर कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह, आगामी गृह सचिव अनिल गोस्वामी रविवार को ही छत्तीसगढ़ गए थे। केन्द्रीय गृह सचिव आरके सिंह, खुफिया ब्यूरो के निदेशक सैयद आसिफ इब्राहिम और केन्द्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं।टिप्पणियां गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। गृह मंत्री ने रविवार को कहा था कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की है। शिन्दे ने मामले की जांच एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से कराने का ऐलान भी किया। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं। समझा जाता है कि गृह मंत्री की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री पी चिदंबरम गृह मंत्रालय के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं।
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: एनजीटी ने एओएल के श्री श्री रविशंकर के खिलाफ जारी किया अवमानना नोटिस
यह लेख है: राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने आर्ट ऑफ लिविंग को सांस्कृतिक महोत्सव के आयोजन की अनुमति देकर यमुना के डूब क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए सरकार और हरित पैनल पर आरोप लगाने वाले श्री श्री रविशंकर के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी किया. एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की अगली तारीख नौ मई से पहले रविशंकर से जवाब देने को कहा है.टिप्पणियां सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की अगली तारीख नौ मई से पहले रविशंकर से जवाब देने को कहा है.टिप्पणियां सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है.
9
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: प्रचारकों की बढ़ती राजनैतिक महत्वाकांक्षा बनी आरएसएस का सिरदर्द
यह लेख है: गोवा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के भीतर जो संकट आया, वह अभूतपूर्व है. संघ के 90 साल के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि विभाग संघ चालक को दायित्वमुक्त करने के बाद समूची इकाई ने स्वतंत्र होने का ऐलान कर दिया हो और एक दूसरे आनुषंगिक संगठन (बीजेपी) के विरुद्ध काम कर उसे चुनाव में पराजित करने की सार्वजनिक चुनौती दे डाली हो. गोवा में ऐसा ही हुआ है. विभाग संघ चालक सुभाष वेलिंगकर को मंगलवार को दायित्वमुक्त किया गया और उसके अगले ही दिन संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने स्वयं को अलग कर लिया. हालत यहां तक पहुँच गई कि आरएसएस को चौबीस घंटे के भीतर दूसरी बार गोवा के परिस्थितियों पर बयान जारी करना पड़ा. सूत्रों के अनुसार वेलिंगकर राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ काम कर रहे थे. वह भारतीय भाषा सुरक्षा मंच बनाकर अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनके भारतीय भाषा सुरक्षा मंच ने अक्टूबर में अलग राजनैतिक दल बनाने का ऐलान किया है. वेलिंगकर ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार की भविष्यवाणी भी की थी. उनकी मांग है कि प्राथमिक शिक्षा में मराठी और कोंकणी भाषाओं को अनिवार्य किया जाए और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को सरकारी मदद रोकी जाए. उनके मंच के कार्यकर्ताओं ने अगस्त के तीसरे हफ़्ते में तिरंगा यात्रा के सिलसिले में राज्य में पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के क़ाफ़िले को काले झंडे भी दिखाए थे. NDTV से बातचीत में वेलिंगकर के तीखे तेवर बरक़रार हैं. उन्होंने मौजूदा संकट के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ऐलान किया है कि अब उनका एकमात्र लक्ष्य राज्य की बीजेपी सरकार को पराजित करना है. वेलिंगकर की कोशिश राज्य सरकार में बीजेपी की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी से तालमेल की है. इस बग़ावत को थामने का फ़िलहाल कोई रास्ता आरएसएस को नहीं सूझ रहा है. संघ ने यह जरूर कहा है कि गोवा विभाग के पदाधिकारियों के नामों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा, लेकिन वेलिंगकर के साथ गए सैंकड़ों संघ कार्यकर्ताओं को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में संघ फ़िलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. गोवा में ऐसा ही हुआ है. विभाग संघ चालक सुभाष वेलिंगकर को मंगलवार को दायित्वमुक्त किया गया और उसके अगले ही दिन संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने स्वयं को अलग कर लिया. हालत यहां तक पहुँच गई कि आरएसएस को चौबीस घंटे के भीतर दूसरी बार गोवा के परिस्थितियों पर बयान जारी करना पड़ा. सूत्रों के अनुसार वेलिंगकर राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ काम कर रहे थे. वह भारतीय भाषा सुरक्षा मंच बनाकर अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनके भारतीय भाषा सुरक्षा मंच ने अक्टूबर में अलग राजनैतिक दल बनाने का ऐलान किया है. वेलिंगकर ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार की भविष्यवाणी भी की थी. उनकी मांग है कि प्राथमिक शिक्षा में मराठी और कोंकणी भाषाओं को अनिवार्य किया जाए और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को सरकारी मदद रोकी जाए. उनके मंच के कार्यकर्ताओं ने अगस्त के तीसरे हफ़्ते में तिरंगा यात्रा के सिलसिले में राज्य में पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के क़ाफ़िले को काले झंडे भी दिखाए थे. NDTV से बातचीत में वेलिंगकर के तीखे तेवर बरक़रार हैं. उन्होंने मौजूदा संकट के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ऐलान किया है कि अब उनका एकमात्र लक्ष्य राज्य की बीजेपी सरकार को पराजित करना है. वेलिंगकर की कोशिश राज्य सरकार में बीजेपी की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी से तालमेल की है. इस बग़ावत को थामने का फ़िलहाल कोई रास्ता आरएसएस को नहीं सूझ रहा है. संघ ने यह जरूर कहा है कि गोवा विभाग के पदाधिकारियों के नामों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा, लेकिन वेलिंगकर के साथ गए सैंकड़ों संघ कार्यकर्ताओं को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में संघ फ़िलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. सूत्रों के अनुसार वेलिंगकर राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ काम कर रहे थे. वह भारतीय भाषा सुरक्षा मंच बनाकर अलग से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनके भारतीय भाषा सुरक्षा मंच ने अक्टूबर में अलग राजनैतिक दल बनाने का ऐलान किया है. वेलिंगकर ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार की भविष्यवाणी भी की थी. उनकी मांग है कि प्राथमिक शिक्षा में मराठी और कोंकणी भाषाओं को अनिवार्य किया जाए और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को सरकारी मदद रोकी जाए. उनके मंच के कार्यकर्ताओं ने अगस्त के तीसरे हफ़्ते में तिरंगा यात्रा के सिलसिले में राज्य में पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के क़ाफ़िले को काले झंडे भी दिखाए थे. NDTV से बातचीत में वेलिंगकर के तीखे तेवर बरक़रार हैं. उन्होंने मौजूदा संकट के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ऐलान किया है कि अब उनका एकमात्र लक्ष्य राज्य की बीजेपी सरकार को पराजित करना है. वेलिंगकर की कोशिश राज्य सरकार में बीजेपी की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी से तालमेल की है. इस बग़ावत को थामने का फ़िलहाल कोई रास्ता आरएसएस को नहीं सूझ रहा है. संघ ने यह जरूर कहा है कि गोवा विभाग के पदाधिकारियों के नामों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा, लेकिन वेलिंगकर के साथ गए सैंकड़ों संघ कार्यकर्ताओं को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में संघ फ़िलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. NDTV से बातचीत में वेलिंगकर के तीखे तेवर बरक़रार हैं. उन्होंने मौजूदा संकट के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ऐलान किया है कि अब उनका एकमात्र लक्ष्य राज्य की बीजेपी सरकार को पराजित करना है. वेलिंगकर की कोशिश राज्य सरकार में बीजेपी की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी से तालमेल की है. इस बग़ावत को थामने का फ़िलहाल कोई रास्ता आरएसएस को नहीं सूझ रहा है. संघ ने यह जरूर कहा है कि गोवा विभाग के पदाधिकारियों के नामों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा, लेकिन वेलिंगकर के साथ गए सैंकड़ों संघ कार्यकर्ताओं को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में संघ फ़िलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. इस बग़ावत को थामने का फ़िलहाल कोई रास्ता आरएसएस को नहीं सूझ रहा है. संघ ने यह जरूर कहा है कि गोवा विभाग के पदाधिकारियों के नामों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा, लेकिन वेलिंगकर के साथ गए सैंकड़ों संघ कार्यकर्ताओं को वापस लाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में संघ फ़िलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. हालांकि विपक्षी पार्टियां इसे आरएसएस और बीजेपी के बीच नूरा-कुश्ती बता रही हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर पूछा है कि क्या यह दोनों के बीच नूरा-कुश्ती नहीं है...? कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बग़ावत आपसी समझ का नतीजा भी हो सकता है, ताकि बीजेपी विरोधी वोटों को कांग्रेस और तेज़ी से पैर पसार रही आम आदमी पार्टी में जाने से रोका जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. संघ में ऐसे हालात पहले भी बने हैं, मगर बात टूट तक नहीं पहुंची. जम्मू-कश्मीर में 2002 के विधानसभा चुनाव में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने एक अलग राजनीतिक मंच को समर्थन दिया था. बीजेपी को हिन्दू-बहुल जम्मू में इसकी वजह से नुक़सान भी पहुंचा था. इसी तरह गुजरात में केशूभाई पटेल की बग़ावत को संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का समर्थन था, लेकिन वह बग़ावत फुस्स हो गई थी.टिप्पणियां संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. संघ के सामने दूसरी समस्या बीजेपी में भेजे गए प्रचारकों की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षा है. इन नेताओं को बीजेपी में संगठन मंत्री और संगठन सहमंत्री की ज़िम्मेदारी दी जाती है. प्रदेश इकाइयों से उनके बढ़ते दखल की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. हाल ही में कुछ राज्यों से संगठन मंत्रियों को केंद्र में बुलाया गया. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के राज्य संगठन मंत्रियों को केंद्रीय बीजेपी में जगह दी गई. हालांकि कर्नाटक से दिल्ली बुलाए गए संतोष के बारे में राज्य बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि वहां के मामलों में उनकी दख़लअंदाज़ी बरक़रार है, क्योंकि वह ऐसे नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, जो नहीं चाहते कि पार्टी बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके. संघ ने ऐसी शिकायतों के बीच राज्यों के संगठन मंत्रियों और सहमंत्रियों की इसी महीने बैठक बुलाने का फैसला किया है. दिल्ली से सटे सूरजकुंड में तीन दिन की यह बैठक 10 सितंबर से शुरू होगी. हालांकि संघ नेताओं का कहना है कि अगस्त-सितंबर में ऐसी बैठकें हर साल होती हैं. मगर गोवा के मामले को देखते हुए इस बार इस बैठक का महत्व बढ़ गया है. बैठक में संघ महासचिव भैयाजी जोशी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि संघ के स्वयंसेवकों को राजनीति की फिसलन भरी राह पर संभलकर चलने की नसीहत दी जा सकती है, ताकि संघ नेताओं की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर लगाम कसी जा सके.
9
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: किसी हेल्थ इंश्योरेंस से कम नहीं है योग, स्वास्थ्य को होते हैं ये 10 फायदे...
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: योग के फायदों के बारे में अब चर्चा खूब होती है. लोग तेजी से योग को अपना रहे हैं. इसकी वजह यह भी है कि योग आसानी से अपनाया जा सकता है और इसके लिए जेब को भी ज्यादा ढीला नहीं करना पड़ता. तेजी से दौड़ती जिंदगी में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाना बेहद मुश्किल हो गया है. ऐसे में जो एक चीज आपको बिना किसी खर्चे के फिट रख सकती है तो वो है 'योगा'. निरंतर योग करने से आपकी हेल्थ अच्छी रहती है और इसके कई फायदे भी मिलते हैं, जानिए योग से जुड़े कुछ अहम फायदे. 1.योगा को हम तनाव की बेस्ट मेडिसिन भी कह सकते हैं. इससे तनाव दूर होता है, साथ ही अच्छी नींद आती है, भूख लगती है. प्राताः सुबह उठकर अगर आप प्राणायाम करते हैं तो इससे आपको बाकी के पूरे दिन तनाव महसूस नहीं होगा. 2.निरंतर योग करने से आप बुढ़ापे में भी जवानी की तरह दुरुस्त रह सकते हैं. सर्वांगासन, सिंहासन, मत्स्येंद्रासन, भुजंगासन जैसे कुछ योगासन अपना कर आप अपनी त्वचा और स्किन का ग्लो बढ़ा सकते हैं. 3.योग के रोजाना अभ्यास से शरीर से फैट कम होता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तो योगा बेहद फायदेमंद है. बिना किसी दवाइयों के व्यक्ति दिन में बस एक बार योग करने से ही अपने डायबिटीज पर कंट्रोल पा सकता है. 4. आपको बता दें कि जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग की ही एक्सरसाइज हो पाती है, लेकिन योग से बॉडी के सारे पार्ट्स की एक्सरसाइज हो जाती है. इस कारण जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर बैठे अपना समय भी बचाए और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सकें. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 1.योगा को हम तनाव की बेस्ट मेडिसिन भी कह सकते हैं. इससे तनाव दूर होता है, साथ ही अच्छी नींद आती है, भूख लगती है. प्राताः सुबह उठकर अगर आप प्राणायाम करते हैं तो इससे आपको बाकी के पूरे दिन तनाव महसूस नहीं होगा. 2.निरंतर योग करने से आप बुढ़ापे में भी जवानी की तरह दुरुस्त रह सकते हैं. सर्वांगासन, सिंहासन, मत्स्येंद्रासन, भुजंगासन जैसे कुछ योगासन अपना कर आप अपनी त्वचा और स्किन का ग्लो बढ़ा सकते हैं. 3.योग के रोजाना अभ्यास से शरीर से फैट कम होता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तो योगा बेहद फायदेमंद है. बिना किसी दवाइयों के व्यक्ति दिन में बस एक बार योग करने से ही अपने डायबिटीज पर कंट्रोल पा सकता है. 4. आपको बता दें कि जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग की ही एक्सरसाइज हो पाती है, लेकिन योग से बॉडी के सारे पार्ट्स की एक्सरसाइज हो जाती है. इस कारण जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर बैठे अपना समय भी बचाए और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सकें. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 2.निरंतर योग करने से आप बुढ़ापे में भी जवानी की तरह दुरुस्त रह सकते हैं. सर्वांगासन, सिंहासन, मत्स्येंद्रासन, भुजंगासन जैसे कुछ योगासन अपना कर आप अपनी त्वचा और स्किन का ग्लो बढ़ा सकते हैं. 3.योग के रोजाना अभ्यास से शरीर से फैट कम होता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तो योगा बेहद फायदेमंद है. बिना किसी दवाइयों के व्यक्ति दिन में बस एक बार योग करने से ही अपने डायबिटीज पर कंट्रोल पा सकता है. 4. आपको बता दें कि जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग की ही एक्सरसाइज हो पाती है, लेकिन योग से बॉडी के सारे पार्ट्स की एक्सरसाइज हो जाती है. इस कारण जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर बैठे अपना समय भी बचाए और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सकें. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 3.योग के रोजाना अभ्यास से शरीर से फैट कम होता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तो योगा बेहद फायदेमंद है. बिना किसी दवाइयों के व्यक्ति दिन में बस एक बार योग करने से ही अपने डायबिटीज पर कंट्रोल पा सकता है. 4. आपको बता दें कि जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग की ही एक्सरसाइज हो पाती है, लेकिन योग से बॉडी के सारे पार्ट्स की एक्सरसाइज हो जाती है. इस कारण जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर बैठे अपना समय भी बचाए और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सकें. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 4. आपको बता दें कि जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग की ही एक्सरसाइज हो पाती है, लेकिन योग से बॉडी के सारे पार्ट्स की एक्सरसाइज हो जाती है. इस कारण जिम में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर बैठे अपना समय भी बचाए और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सकें. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 5.योग करने से आपके शरीर का डाइजेशन भी सही रहता है और शरीर तभी फिट रह सकता है जब आपकी बॉडी का डाइजेशन सही हो. योग करने से आपको समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने आपका डाइजेशन भी बेहतर बना रहता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 6. अपने आपको फिट रखने के लिए आप  कई तरह के योगासन कर सकते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्राणायाम के ढ़ेरों फायदे हैं. प्राणायाम करने से दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों से निजात पाया जा सकता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 7. अगर आप जॉब करते हैं या फिर आपकी लाइफ बहुत ज्यादा हैकटिक है तो आपको योग जरूर करना चाहिए. योग के दौरान किए जाने वाले मेडिटेशन के ढ़ेरों फायदे हैं. मेडिटेशन करने से आप काफी हद तक स्ट्रेस फ्री लाइफ जी सकते हैं. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 8. अनुलोम-विलोम करने से आपके शरीर में बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है. यही नहीं इससे आपके फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी बढ़ती है. आपकी बॉडी में ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई होने के कारण बल्ड सर्कुलेशन तो बढ़ता ही है, साथ ही आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं.टिप्पणियां 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 9. योग आपके लिए कई तरह की बीमारियों से लड़ने में एक वॉरियर का रोल प्ले करता है. इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल घटता है और ये एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है. 10. योग हमारे तन और मन दोनों की शांति के लिए एक तरह से वरदान है. साथ ही इससे आए दिन बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे और बात-बात पर डॉक्टरों के चक्कर लगाने से भी छुटकारा मिलता है.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: मेक्सिको में कब्रों में छिपाकर रखा गया दो टन मारिजुआना बरामद
मेक्सिको के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पूर्वोत्तर मेक्सिको में सैनिकों ने एक कब्रिस्तान से दो टन से अधिक मारिजुआना बरामद किया है। यह मादक पदार्थ कई कब्रों में छिपाया गया था।टिप्पणियां सीमाई कस्बे सिउदाद कमार्गो के ठीक बाहर लॉस विला नुइवा गांव में गश्त लगा रहे सैनिकों ने दो कब्रों के पत्थर के नीचे से 241 पैकेट मारिजुआना बरामद किया। मेक्सिको की सेना ने कहा कि कुल बरामद मारिजुआना का वजन 2241 किलोग्राम है। सिउदाद कमार्गो, मेक्सिको सिटी के 775 किलोमीटर उत्तर में है। यहां पर अमेरिकी राज्य टेक्सास और मेक्सिको के राज्य तामउलिपास के बीच बांटने वाली रिओ ग्रांडे नदी है। सीमाई कस्बे सिउदाद कमार्गो के ठीक बाहर लॉस विला नुइवा गांव में गश्त लगा रहे सैनिकों ने दो कब्रों के पत्थर के नीचे से 241 पैकेट मारिजुआना बरामद किया। मेक्सिको की सेना ने कहा कि कुल बरामद मारिजुआना का वजन 2241 किलोग्राम है। सिउदाद कमार्गो, मेक्सिको सिटी के 775 किलोमीटर उत्तर में है। यहां पर अमेरिकी राज्य टेक्सास और मेक्सिको के राज्य तामउलिपास के बीच बांटने वाली रिओ ग्रांडे नदी है। सिउदाद कमार्गो, मेक्सिको सिटी के 775 किलोमीटर उत्तर में है। यहां पर अमेरिकी राज्य टेक्सास और मेक्सिको के राज्य तामउलिपास के बीच बांटने वाली रिओ ग्रांडे नदी है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: कोलकाता पर फिर भारी पड़ा कोच्चि
यह लेख है: ब्रैड हाज का आखिरी ओवर का धमाल और रैफी गोमेज का चार ओवर का स्पैल कोच्चि टस्कर्स केरल को गुरुवार को इंडियन प्रीमियर लीग के उतार चढ़ाव वाले मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स पर 17 रन की जीत दिला गया। कोच्चि की कोलकाता पर यह दूसरी जीत है जिससे उसने शाहरूख खान की टीम के विजय अभियान पर भी रोक लगाई। कोच्चि की इस जीत में कप्तान महेला जयवर्धने ने भी अहम भूमिका निभायी जिन्होंने विषम परिस्थितियों में 41 गेंद पर दो चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से 55 रन बनाए। लेकिन वह हाज थे जिन्होंने 19 गेंद पर 35 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने हमवतन आस्ट्रेलियाई ब्रेट ली के आखिरी ओवर में दो छक्के और दो चौके जड़कर कुल 22 रन बटोरे जिससे कोच्चि पांच विकेट पर 156 रन बनाने में सफल रहा। कोलकाता को सलामी बल्लेबाज इयोन मोर्गन (66) और जाक कैलिस (45) ने अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन केरल के दो युवा गेंदबाजों रैफी गोमेज और प्रशांत परमेश्वरन ने बीच के ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी करके कोच्चि को कोलकाता पर लगातार दूसरी जीत दिला दी। गोमेज ने 14 रन देकर दो विकेट लिये जबकि परमेश्वरन ने चार ओवर में 21 रन दिये। यही वजह रही कि यूसुफ पठान (17) जैसे बिग हिटर की क्रीज पर मौजूदगी के बावजूद कोलकाता सात विकेट पर 139 रन ही बना पाया। कोच्चि ने इससे पहले कोलकाता में भी नाइटराइडर्स को छह रन से हराया था। उसकी यह दस मैच में पांचवीं जीत है जिससे वह दस अंक के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। नाइटराइडर्स ने तीन जीत के बाद हार का स्वाद चखा। उसके अब दस मैच में 12 अंक हैं। ऐसे समय में गोमेज ने लगातार गेंद पर कैलिस और कप्तान गौतम गंभीर को आउट करके कोलकाता की मुश्किलें बढ़ा दी। उनके अलावा आर विनयकुमार ने भी अच्छी गेंदबाजी की और 28 रन देकर दो विकेट लिए। कैलिस और मोर्गन ने शुरू में आरपी सिंह को अपने निशाने पर रखा जिन्होंने चार ओवर में 44 रन दिये। जब कोलकाता की सलामी जोड़ी दसवें ओवर के बाद बड़े शाट खेलने पर ध्यान दे रही थी तब गोमेज का अगला ओवर नाइटराइडर्स की चूलें हिला गया। गोमेज ने पहले धीमी लेगकटर पर कैलिस का आफ स्टंप उखाड़ा और फिर अगली गेंद पर गंभीर को कैच आउट कराया। कोलकाता का कप्तान गुडलेंग्थ गेंद पर आगे बढ़कर लंबा शाट खेलना चाहता था लेकिन गेंद सीधे जयवर्धने के हाथों में चली गयी। मोर्गन ने आरपी सिंह के अगले ओवर में 15 रन बटोरे लेकिन विनयकुमार ने नये बल्लेबाज मनोज तिवारी (1) को मिडविकेट पर कैच करा दिया। दूसरे गेंदबाजों पर बल्लेबाजों ने कुछ रन बटोरे लेकिन वे गोमेज और परमेश्वरन पर हावी नहीं हो पाए। नाइटराइडर्स को 12 गेंद पर 31 रन की दरकार थी लेकिन 19वें ओवर में मोर्गन रन आउट हो गये जबकि पठान ने एक्स्ट्रा कवर पर कैच थमा दिया। मोर्गन ने 51 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके और दो छक्के लगाए। कोलकाता के हाथ से मैच फिसल गया था। उसने आखिरी ओवर में भी दो विकेट गंवाए। पार्थिव पटेल (21) ने आते ही ब्रेट ली पर दो चौके जमाये लेकिन उनादकट की शार्ट पिच गेंद को मिडविकेट के उपर से सीमा रेखा पार भेजने के प्रयास में वह रजत भाटिया को कैच देकर पवेलियन लौटे। जयवर्धने और माइकल क्लिंगर (29) ने तीसरे विकेट के लिये 51 रन की साझेदारी करके टीम को शुरुआती झटकों से उबारने की कोशिश की। पठान ने क्लिंगर को ललचाती हुई गेंद पर सीमा रेखा पर लपकवाया। रविंदर जडेजा (8) अधिक देर तक नहीं टिक पाये और रजत भाटिया के शिकार बने। जयवर्धने ने हालांकि एक छोर संभाले रखा। उन्होंने इस बीच सर्वजीत लाड्ढा की फ्री हिट वाली गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़कर आईपीएल में अपने 1000 रन भी पूरे किये। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले 18वें बल्लेबाज हैं। कोच्चि के कप्तान ने भाटिया की गेंद छह रन के लिये भेजकर रन गति तेज करने की कोशिश की और फिर कैलिस पर चौका जड़कर 38 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। वह आखिर में इसी ओवर में तेजी से दूसरा रन चुराने के प्रयास में रन आउट हुए। ट्वेंटी-20 क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले हाज ने आखिरी ओवर में ली की लगातार चार गेंद पर छक्का, चौका, छक्का और चौका जमाया। ली ने अपना पहला ओवर मेडन किया लेकिन बाकी तीन ओवर में वह 42 रन लुटा गए। कोलकाता की तरफ से उनादकट ने 25 रन देकर दो विकेट लिए।
13
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: 'मुस्लिम सुरक्षा' की बात करने पर घिरे हामिद अंसारी, आरएसएस ने कहा 'सांप्रदायिक मुस्लिम नेता'
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा था कि आज़ादी के समय हुए बंटवारे से मुस्लिमों को काफी नुकसान हुआ, सो, आलेख में लिखा गया, "अंसारी भूल जाते हैं कि मुस्लिम बंटवारे के शिकार नहीं, कारण थे..." आलेख में सतीश पेडनेकर ने आगे लिखा है, "अपने तरक्कीपसंद मुखौटे के बावजूद हामिद अंसारी का भाषण उन मुस्लिम संगठनों के मांगपत्र जैसा लगता है, जो आत्मावलोकन या आत्म-विश्लेषण के लिए तैयार नहीं हैं... कोई भी धर्म आधुनिक कैसे हो सकता है, अगर वह अपने 1,400 साल पुराने नियमों को आज के युग में भी ज्यों का त्यों लागू करना चाहता है..." आलेख में सतीश पेडनेकर ने आगे लिखा है, "अपने तरक्कीपसंद मुखौटे के बावजूद हामिद अंसारी का भाषण उन मुस्लिम संगठनों के मांगपत्र जैसा लगता है, जो आत्मावलोकन या आत्म-विश्लेषण के लिए तैयार नहीं हैं... कोई भी धर्म आधुनिक कैसे हो सकता है, अगर वह अपने 1,400 साल पुराने नियमों को आज के युग में भी ज्यों का त्यों लागू करना चाहता है..."
13
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: बातचीत के जरिये मुद्दों का हल निकाल सकते हैं भारत, पाक : अमेरिका
यह लेख है: कश्मीर पर अपनी नीति में कोई बदलाव न होने का जिक्र करते हुए अमेरिका ने कहा है कि उसके विचार से, भारत तथा पाकिस्तान अपने मतभेदों को बातचीत के जरिये सुलझा सकते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, हमारी स्थिति अभी भी वही है, हम लोग मानते हैं पाकिस्तान और भारत बातचीत के जरिये मुद्दों पर काम कर सकते हैं और हम लोग हमेशा ही इसे प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा, कश्मीर पर हमारी नीति नहीं बदली है। हम लोग अभी भी मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों को बातचीत के लिए तालमेल, दायरा और प्रकृति खुद तय करना है। साकी ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों को आगे की बातचीत और फिर से शांति वार्ता शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, हमारी स्थिति अभी भी वही है, हम लोग मानते हैं पाकिस्तान और भारत बातचीत के जरिये मुद्दों पर काम कर सकते हैं और हम लोग हमेशा ही इसे प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा, कश्मीर पर हमारी नीति नहीं बदली है। हम लोग अभी भी मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों को बातचीत के लिए तालमेल, दायरा और प्रकृति खुद तय करना है। साकी ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों को आगे की बातचीत और फिर से शांति वार्ता शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
2
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: नाइजीरिया की मस्जिद में 20 की हत्या
लेख: नाइजीरिया के कदुना राज्य स्थित एक मस्जिद में रविवार तड़के 20 लोगों की हत्या हो गई। हमलावरों ने चाकू घोंपकर या गोली मारकर हत्या की। पुलिस ने बताया कि घटना डकैतों से प्रभावित डोगो डवा गांव में घटी। पुलिस अधिकारी के अनुसार बंदूकधारियों ने घर-घर की तलाशी ली और लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया। कुछ लोगों को चाकू मारकर हत्या हुई। राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता युशाहू शुएब ने कहा कि वह इस विषय में आश्वस्त नहीं है कि हमला सशस्त्र लुटेरों ने किया है।टिप्पणियां ग्रामीणों ने कहा कि हमला लुटेरों ने किया है क्योंकि उन्होंने अपना ठिकाना पुलिस को न बताने की धमकी दी थी। हमले के बाद इलाके में लोगों का पलायन शुरू हो गया। कदुना राज्य बोको हरम नाम के इस्लामी आतंकवादी संगठन के प्रभाव वाला इलाका माना जाता है। पुलिस अधिकारी के अनुसार बंदूकधारियों ने घर-घर की तलाशी ली और लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया। कुछ लोगों को चाकू मारकर हत्या हुई। राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता युशाहू शुएब ने कहा कि वह इस विषय में आश्वस्त नहीं है कि हमला सशस्त्र लुटेरों ने किया है।टिप्पणियां ग्रामीणों ने कहा कि हमला लुटेरों ने किया है क्योंकि उन्होंने अपना ठिकाना पुलिस को न बताने की धमकी दी थी। हमले के बाद इलाके में लोगों का पलायन शुरू हो गया। कदुना राज्य बोको हरम नाम के इस्लामी आतंकवादी संगठन के प्रभाव वाला इलाका माना जाता है। राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता युशाहू शुएब ने कहा कि वह इस विषय में आश्वस्त नहीं है कि हमला सशस्त्र लुटेरों ने किया है।टिप्पणियां ग्रामीणों ने कहा कि हमला लुटेरों ने किया है क्योंकि उन्होंने अपना ठिकाना पुलिस को न बताने की धमकी दी थी। हमले के बाद इलाके में लोगों का पलायन शुरू हो गया। कदुना राज्य बोको हरम नाम के इस्लामी आतंकवादी संगठन के प्रभाव वाला इलाका माना जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि हमला लुटेरों ने किया है क्योंकि उन्होंने अपना ठिकाना पुलिस को न बताने की धमकी दी थी। हमले के बाद इलाके में लोगों का पलायन शुरू हो गया। कदुना राज्य बोको हरम नाम के इस्लामी आतंकवादी संगठन के प्रभाव वाला इलाका माना जाता है। कदुना राज्य बोको हरम नाम के इस्लामी आतंकवादी संगठन के प्रभाव वाला इलाका माना जाता है।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: खुद पर लगे आरोपों पर बोले महाराष्‍ट्र के राजस्‍व मंत्री एकनाथ खड़से, 'नहीं दूंगा इस्तीफा'
महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने तमाम आरोपों के बावजूद इस्तीफ़ा देने से मना किया है। खड़से पर पिछले महीनेभर से कई गंभीर आरोप जड़े हैं। इनमें माफिया सरगना दाऊद से कथित बातचीत के अलावा जमीन हड़पने के आरोप शामिल हैं।टिप्पणियां खड़से ने मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक से खुद को दूर रखा। उन्होंने अपने गृहनगर मुक्ताईनगर में संत मुक्ताबाई के सम्मान समारोह में पूरा दिन बिता दिया। इस दौरे पर खड़से की कार पर लाल बत्ती का न होना ख़ास बात बना रहा। खड़से ने इस बात पर कोई खुलासा नहीं किया। लेकिन गाड़ी को टेम्पररी नंबर होने की वजह से लाल बत्ती न लगाने कि संभावना उनके करीबियों ने जता दी। वैसे इस ख़बर के मिडिया में उछलने के बाद देर शाम खड़से ने अपनी गाड़ी बदल दी और उस पर लाल बत्ती भी जड़ दी। अपने दौरे के दरम्यान खड़से ने मिडिया से दूरी बनाए रखी। उन्होंने स्थानीय मंदिर में भाषण भी दिया। उसमें वे कहते सुनाई दिए कि वे अपने पद से बिलकुल इस्तीफ़ा नहीं देंगे। खड़से ने मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक से खुद को दूर रखा। उन्होंने अपने गृहनगर मुक्ताईनगर में संत मुक्ताबाई के सम्मान समारोह में पूरा दिन बिता दिया। इस दौरे पर खड़से की कार पर लाल बत्ती का न होना ख़ास बात बना रहा। खड़से ने इस बात पर कोई खुलासा नहीं किया। लेकिन गाड़ी को टेम्पररी नंबर होने की वजह से लाल बत्ती न लगाने कि संभावना उनके करीबियों ने जता दी। वैसे इस ख़बर के मिडिया में उछलने के बाद देर शाम खड़से ने अपनी गाड़ी बदल दी और उस पर लाल बत्ती भी जड़ दी। अपने दौरे के दरम्यान खड़से ने मिडिया से दूरी बनाए रखी। उन्होंने स्थानीय मंदिर में भाषण भी दिया। उसमें वे कहते सुनाई दिए कि वे अपने पद से बिलकुल इस्तीफ़ा नहीं देंगे। अपने दौरे के दरम्यान खड़से ने मिडिया से दूरी बनाए रखी। उन्होंने स्थानीय मंदिर में भाषण भी दिया। उसमें वे कहते सुनाई दिए कि वे अपने पद से बिलकुल इस्तीफ़ा नहीं देंगे।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: रिटेल में FDI: बीच का रास्ता निकालने की तैयारी
लेख: किराने में विदेशी निवेश का मुद्दा अब शायद कुछ ठंडा पड़े। सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है जिसमें एफडीआई के नए प्रस्ताव पर चर्चा होगी। नया प्रस्ताव वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, बीजेपी नेता सुषमा स्वराज के पास लेकर गए थे लेकिन बीजेपी चाहती है कि ये प्रस्ताव सर्वदलीय बैठक में ही पेश किया जाएं।इससे पहले, इस मामले में वित्तमंत्री मुखर्जी ने संसद की कार्यवाही आरंभ करने के लिए विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से फोन पर बात की। स्वराज ने इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात दोहराई थी। कहा जा रहा है कि रिटेल में एफडीआई के मुद्दे पर सरकार ने झुकते हुए कैबिनेट के फैसले पर फिलहाल 'होल्डबैक' की पॉलिसी अपनाई है वहीं विपक्ष इस मुद्दे पर 'रोलबैक' पर अड़ा है। एफडीआई के मुद्दे पर पिछले कई दिनों से संसद नहीं चल पा रही है। कांग्रेस ने इस मसले पर सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी जिसका कोई हल नहीं निकला। इसके अलावा कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक भी इस मुद्दे पर कई बार हो चुकी है लेकिन संसद इस मुद्दे पर ठप है। विपक्ष का कहना है कि जबतक फैसला वापस नहीं होता तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 'महागठबंधन' पर किया तंज , कहा- इनका काम सिर्फ पीएम मोदी की बुराई करना भर है
यह एक लेख है: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने एक बार फिर महागठबंधन (Mahagathbandhan) पर हमला बोला है. उन्होंने (Arun Jaitley) लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष द्वारा बनाए गए इस गठबंधन पर तंज किया. अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने कहा कि इन सभी पार्टियों का एक मात्र मकसद रह गया है और वह है पीएम मोदी की बुराई करना. इसके अलावा इन्हें और कुछ समझ नहीं आता है. वित्त मंत्री ने महागठबंधन (Mahagathbandhan) के नेताओं को ‘नकारात्मकता के नवाब' भी कहा. अरुण जेटली ने वीडियो लिंक के जरिये एक टीवी चैनल के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक तौर पर सजग और आकांक्षी हमारा समाज इस गठबंधन को ज्यादा अहमियत नहीं देगा. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन (Mahagathbandhan) में सभी नेता नकारात्मकता के शिकार हैं. यह वजह है कि इनकी बातों को आम जनता गंभीरता से नहीं ले रही है और न ही आगे लेगी. बता दें अरुण जेटली इस समय चिकित्सा के लिये अमेरिका गये हुए हैं. उन्होंने मंगलवार को देश छोड़ने के बाद पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित किया है. हाल ही में तीन हिंदी भाषी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद कुछ विपक्षी नेता गठबंधन जैसा विकल्प खड़ा कर चुनावों में जीत की उम्मीद रखने लगे हैं.  वित्त मंत्री ने कहा कि महागठबंधन को आपस में जोड़े रखने के लिये उनके पास न तो वैचारिक समानता है, न ही देश को आगे बढ़ाने का साझा कार्यक्रम है और न ही उनके पास कोई एक सर्वमान्य नेता है. उन्होंने कहा कि नेतृत्व, निर्णयात्मकता, प्रदर्शन और संभावना की भारतीय जनता पार्टी की क्षमता के उत्तर में विपक्ष द्वारा पेश किया जा रहा विकल्प अंकगणितीय है. उन्होंने कहा कि राजनीति में अंकगणित से नहीं बल्कि गुणधर्म से सफलता मिलती है. अरुण जेटली ने कहा कि उनका आधार है कि उनकी राजनीति गुणवत्ता से नकारात्मक है, और उनकी नकारात्मकता है कि उन्हें एक व्यक्ति (मोदी) सत्ता से बाहर चाहिये. किसी एक व्यक्ति को बाहर करने की नकारात्मकता ने उन्हें एक साथ खड़ा कर दिया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव की तैयारी के दौरान राजनीतिक बहस के स्तर को ऊपर उठाने की जरूरत है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नारेबाजी की ऐसी राजनीति से कोई भला नहीं होने वाला है जहां भावनात्मक बातें अच्छी नीतियों पर भारी पड़ जाती हैं. वित्त मंत्री ने कांग्रेस के कृषि ऋण माफी के वादे का जिक्र किए बिना कहा कि नारेबाजी की राजनीति से अर्थव्यवस्था को कोई फायदा नहीं होता है. इससे देश के सपनों को झटका लगता है. (इनपुट भाषा से)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: मौत की सजा दी जाए या नहीं : विधि आयोग की रिपोर्ट अगले सप्ताह
यह लेख है: मौत की सजा दी जानी चाहिए या नहीं, इस विषय पर विधि आयोग अपनी रिपोर्ट अगले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगा। इस विषय पर चर्चा के दौरान ज्यादातर लोगों ने मौत की सजा का विरोध किया। आयोग अगले सप्ताह कभी भी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप सकता है। रिपोर्ट इस मुद्दे पर केंद्रित होगी कि क्या भारत में मौत की सजा खत्म कर दी जानी चाहिए या नहीं। रिपोर्ट की एक प्रति कानून मंत्री को सौंपी जाएगी, क्योंकि पैनल के प्रावधानों में किसी भी बदलाव की मांग पर संसद ही विचार करेगी। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। आयोग अगले सप्ताह कभी भी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप सकता है। रिपोर्ट इस मुद्दे पर केंद्रित होगी कि क्या भारत में मौत की सजा खत्म कर दी जानी चाहिए या नहीं। रिपोर्ट की एक प्रति कानून मंत्री को सौंपी जाएगी, क्योंकि पैनल के प्रावधानों में किसी भी बदलाव की मांग पर संसद ही विचार करेगी। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके।
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमला, 18 आतंकी मरे
लेख: पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के अफगानिस्तान की सीमा से लगने वाले अशांत कबायली इलाके में एक अमेरिकी ड्रोन ने एक रिहायशी परिसर तथा एक वाहन को निशाना बनाया, जिससे कम से कम 18 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सीआईए द्वारा संचालित पायलट रहित विमानों ने उत्तरी वजीरिस्तान कबायली इलाके के मीरनशाह स्थित डांडे डरपाखेल इलाके में परिसर और वाहन को निशाना बनाया। एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, अब तक की खबरों से पता चलता है कि हमले में 18 लोग मारे गए। हमले में मारे गए लोगों की पहचान का पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस इलाके में अलकायदा से जुड़े उग्रवादी सक्रिय हैं। दो माह में यह दूसरा ड्रोन हमला है। पिछले माह उत्तरी वजीरिस्तान के शावल तहसील के मंगरोती गांव में एक ड्रोन हमले में एक परिसर को निशाना बनाया था। इस हमले में सात उग्रवादी मारे गए और तीन घायल हुए थे। टिप्पणियां पाकिस्तान ड्रोन हमलों का विरोध करते हुए कहता है कि हमलों में नागरिक मारे गए हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि यह उग्रवादियों को निशाना बनाता है। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था। अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सीआईए द्वारा संचालित पायलट रहित विमानों ने उत्तरी वजीरिस्तान कबायली इलाके के मीरनशाह स्थित डांडे डरपाखेल इलाके में परिसर और वाहन को निशाना बनाया। एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, अब तक की खबरों से पता चलता है कि हमले में 18 लोग मारे गए। हमले में मारे गए लोगों की पहचान का पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस इलाके में अलकायदा से जुड़े उग्रवादी सक्रिय हैं। दो माह में यह दूसरा ड्रोन हमला है। पिछले माह उत्तरी वजीरिस्तान के शावल तहसील के मंगरोती गांव में एक ड्रोन हमले में एक परिसर को निशाना बनाया था। इस हमले में सात उग्रवादी मारे गए और तीन घायल हुए थे। टिप्पणियां पाकिस्तान ड्रोन हमलों का विरोध करते हुए कहता है कि हमलों में नागरिक मारे गए हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि यह उग्रवादियों को निशाना बनाता है। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था। एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, अब तक की खबरों से पता चलता है कि हमले में 18 लोग मारे गए। हमले में मारे गए लोगों की पहचान का पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस इलाके में अलकायदा से जुड़े उग्रवादी सक्रिय हैं। दो माह में यह दूसरा ड्रोन हमला है। पिछले माह उत्तरी वजीरिस्तान के शावल तहसील के मंगरोती गांव में एक ड्रोन हमले में एक परिसर को निशाना बनाया था। इस हमले में सात उग्रवादी मारे गए और तीन घायल हुए थे। टिप्पणियां पाकिस्तान ड्रोन हमलों का विरोध करते हुए कहता है कि हमलों में नागरिक मारे गए हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि यह उग्रवादियों को निशाना बनाता है। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था। पिछले माह उत्तरी वजीरिस्तान के शावल तहसील के मंगरोती गांव में एक ड्रोन हमले में एक परिसर को निशाना बनाया था। इस हमले में सात उग्रवादी मारे गए और तीन घायल हुए थे। टिप्पणियां पाकिस्तान ड्रोन हमलों का विरोध करते हुए कहता है कि हमलों में नागरिक मारे गए हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि यह उग्रवादियों को निशाना बनाता है। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था। पाकिस्तान ड्रोन हमलों का विरोध करते हुए कहता है कि हमलों में नागरिक मारे गए हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि यह उग्रवादियों को निशाना बनाता है। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था। ताजा हमले से अमेरिका और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के बीच तनाव पैदा हो सकता है, क्योंकि शरीफ ने चुनाव प्रचार के दौरान एकपक्षीय ड्रोन हमले बंद करने का वादा किया था।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एड्मिनिस्ट्रेशन ने ऑनलाईन दवाई बेचने पर लगाई पाबंदी
यह लेख है: महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एड्मिनिस्ट्रेशन ने ऑनलाईन दवाई बेचने पर पाबंदी लगा दी है। एफडीए के मुताबिक ड्रग और कॉस्मेटिक कानून के तहत सिर्फ लाईसेंस रिटेलर ही दवाई बेच सकते हैं, वो भी डॉक्टर के लिखने पर ही। एफडीए कमीश्नर डॉ. हर्षदीप कांबले ने एक आदेश पारित कर लिखा है कि स्नैपडील जैसी एजेंसी खुद को डॉक्टर और फार्मासिस्ट नहीं समझ सकती। इसलिये स्नैपडील को दवाईयों की सूची अपनी वेबसाईट से हटाने का आदेश दिया है।टिप्पणियां कमीश्नर ने अफसरों को आदेश दिया है कि वो फ्लिपकार्ट और अमेजॉन की भी जांच कर सुनिश्चित करे कि कहीं वो भी तो ऑनलाईन दवाईयां नही बेच रहे? एफडीए के मुताबिक ये पता चला था कि ऑनलाईन शॉपिंग कंपनी स्नैपडील Ascoril कफ सिरप ओर विगोरा टैबलेट जैसी दवाईयां बिना डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के बेच रही है। कंपनी ने वेबसाईट पर दवाईयों के ऑफर की सूची भी डाल रखी थी। 16 अप्रैल को कंपनी के गोरेगांव दफ्तर की जांच की गई और उससे दवाई बेचने से जुड़े सारे दस्तावेज और उसमें शामिल सेल्समेन की जानकारी मांगी गई है। साथ ही उसे वेबसाईट पर से तुरंत दवाईयों की सूची हटाने का आदेश भी दिया गया है। एफडीए कमीश्नर डॉ. हर्षदीप कांबले ने एक आदेश पारित कर लिखा है कि स्नैपडील जैसी एजेंसी खुद को डॉक्टर और फार्मासिस्ट नहीं समझ सकती। इसलिये स्नैपडील को दवाईयों की सूची अपनी वेबसाईट से हटाने का आदेश दिया है।टिप्पणियां कमीश्नर ने अफसरों को आदेश दिया है कि वो फ्लिपकार्ट और अमेजॉन की भी जांच कर सुनिश्चित करे कि कहीं वो भी तो ऑनलाईन दवाईयां नही बेच रहे? एफडीए के मुताबिक ये पता चला था कि ऑनलाईन शॉपिंग कंपनी स्नैपडील Ascoril कफ सिरप ओर विगोरा टैबलेट जैसी दवाईयां बिना डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के बेच रही है। कंपनी ने वेबसाईट पर दवाईयों के ऑफर की सूची भी डाल रखी थी। 16 अप्रैल को कंपनी के गोरेगांव दफ्तर की जांच की गई और उससे दवाई बेचने से जुड़े सारे दस्तावेज और उसमें शामिल सेल्समेन की जानकारी मांगी गई है। साथ ही उसे वेबसाईट पर से तुरंत दवाईयों की सूची हटाने का आदेश भी दिया गया है। कमीश्नर ने अफसरों को आदेश दिया है कि वो फ्लिपकार्ट और अमेजॉन की भी जांच कर सुनिश्चित करे कि कहीं वो भी तो ऑनलाईन दवाईयां नही बेच रहे? एफडीए के मुताबिक ये पता चला था कि ऑनलाईन शॉपिंग कंपनी स्नैपडील Ascoril कफ सिरप ओर विगोरा टैबलेट जैसी दवाईयां बिना डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के बेच रही है। कंपनी ने वेबसाईट पर दवाईयों के ऑफर की सूची भी डाल रखी थी। 16 अप्रैल को कंपनी के गोरेगांव दफ्तर की जांच की गई और उससे दवाई बेचने से जुड़े सारे दस्तावेज और उसमें शामिल सेल्समेन की जानकारी मांगी गई है। साथ ही उसे वेबसाईट पर से तुरंत दवाईयों की सूची हटाने का आदेश भी दिया गया है। कंपनी ने वेबसाईट पर दवाईयों के ऑफर की सूची भी डाल रखी थी। 16 अप्रैल को कंपनी के गोरेगांव दफ्तर की जांच की गई और उससे दवाई बेचने से जुड़े सारे दस्तावेज और उसमें शामिल सेल्समेन की जानकारी मांगी गई है। साथ ही उसे वेबसाईट पर से तुरंत दवाईयों की सूची हटाने का आदेश भी दिया गया है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: कांग्रेस के लिए चुनौती हैं नरेंद्र मोदी, उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती : चिदंबरम
लेख: केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने स्वीकार किया है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को कांग्रेस पार्टी चुनौती देने वाले नेता के तौर पर देखती है। चिदंबरम ने गोवा में आयोजित 'थिंकफेस्ट' समारोह में एक परिचर्चा के दौरान कहा, राजनीतिक दल के तौर पर हम मानते हैं कि वह (मोदी) चुनौती पैदा करने वाले हैं। हम उनकी अनदेखी नहीं कर सकते। वह मुख्य विपक्षी दल के उम्मीदवार हैं। हमें उन्हें ध्यान में रखना होगा। हालांकि चिदंबरम ने यह भी कहा कि एक व्यक्ति के तौर पर वह मोदी की विचारधारा, सोच और जनसभाओं में उनके द्वारा इस्तेमाल में लाई जाने वाली भाषा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, अभी तक वह (मोदी) बहुत ही अस्पष्ट हैं। अभी तक उन्होंने किसी बड़े मुद्दे पर बात नहीं रखी है। उन्होंने केवल चुनावी वादे किए हैं। चिदंबरम के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को लगता है कि यदि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस सत्ता में आती है, तो राहुल गांधी को पार्टी और सरकार का नेतृत्व मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, कार्यकर्ता ऐसा सोचते हुए लग रहे हैं कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो राहुल गांधी को पार्टी और सरकार का नेता बनना चाहिए। उन्होंने कहा, जहां तक मेरी निजी राय है, तो मुझे लगता है कि अब कमान युवा पीढ़ी के हाथ में सौंपने का वक्त आ गया है। चिदंबरम ने कहा, देश में अनेक युवक और युवतियां हैं, जो सरकार में भूमिका निभा सकते हैं और सुशासन प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अनेक जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं, लेकिन यदि मैं उन्हें सलाह देता, तो उन्हें रैलियों में अनेक बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखने का सुझाव देता। जब चिदंबरम से पूछा गया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के नेता बड़े मुद्दों पर विचार क्यों नहीं रख रहे, तो उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री श्रोताओं को संबोधित करते हैं और संवाददाता सम्मेलनों में बोलते हैं। हालांकि जितनी मैं उनसे अपेक्षा रखता हूं, उतना नहीं। चिदंबरम ने कहा, वह क्या बोलते हैं, आप उससे सहमत या असहमत हो सकते हैं, लेकिन वह बोलते जरूर हैं।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: ट्रेन की एसी कोच में सफर करना एक जून से हो जाएगा महंगा
यह लेख है: ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वाले लोगों के लिए बुरी खबर है। सर्विस टैक्स की नई दर लागू होने से रेलगाड़ियों में फर्स्ट क्लास और एसी क्लास का यात्री किराया तथा माल भाड़ा एक जून से 0.5 फीसदी बढ़ जाएगा।टिप्पणियां रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा 'फिलहाल एसी, फर्स्ट क्लास और माल भाड़े पर 3.7 फीसदी सर्विस टैक्स लगाया जाता है। एक जून से 0.5 फीसदी वृद्धि के साथ यह बढ़कर 4.2 फीसदी हो जाएगा।' सवारी किराया खंड में सेवा कर में बढ़ोतरी सिर्फ एसी और प्रथम क्लास पर लागू होगी, जबकि माल भाड़ा खंड में सभी तरह के सामान पर बढ़ा सर्विस टैक्स लागू होगा। अधिकारी ने कहा कि यह बढ़ोतरी आंशिक है और आम बजट के प्रस्तावों के मुताबिक यह होगी। रेलवे ने इससे पहले जून 2014 में सवारी किराए में 14.2 फीसदी और माल भाड़े में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा 'फिलहाल एसी, फर्स्ट क्लास और माल भाड़े पर 3.7 फीसदी सर्विस टैक्स लगाया जाता है। एक जून से 0.5 फीसदी वृद्धि के साथ यह बढ़कर 4.2 फीसदी हो जाएगा।' सवारी किराया खंड में सेवा कर में बढ़ोतरी सिर्फ एसी और प्रथम क्लास पर लागू होगी, जबकि माल भाड़ा खंड में सभी तरह के सामान पर बढ़ा सर्विस टैक्स लागू होगा। अधिकारी ने कहा कि यह बढ़ोतरी आंशिक है और आम बजट के प्रस्तावों के मुताबिक यह होगी। रेलवे ने इससे पहले जून 2014 में सवारी किराए में 14.2 फीसदी और माल भाड़े में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। सवारी किराया खंड में सेवा कर में बढ़ोतरी सिर्फ एसी और प्रथम क्लास पर लागू होगी, जबकि माल भाड़ा खंड में सभी तरह के सामान पर बढ़ा सर्विस टैक्स लागू होगा। अधिकारी ने कहा कि यह बढ़ोतरी आंशिक है और आम बजट के प्रस्तावों के मुताबिक यह होगी। रेलवे ने इससे पहले जून 2014 में सवारी किराए में 14.2 फीसदी और माल भाड़े में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी की थी।
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['hin']