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इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के दो गांवों के खुले में शौच से मुक्त होने और 'स्वच्छ भारत' अभियान के तहत दूसरे क्षेत्रों के लिए उदाहरण कायम करने को लेकर सराहना की. प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 33वें संस्करण में 17.5 लाख रुपये की सरकारी सहायता लौटाने और अपने बलबूते पर शौचालयों का निर्माण करने के लिए यूपी के बिजनौर जिले के एक छोटे से गांव की सराहना की.   उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश के एक छोटे से मुस्लिम बहुल गांव मुबारकपुर के लोगों ने जिस प्रकार अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त कर लिया, उससे मैं खुश हूं, साथ ही हैरान भी. हालांकि उन्हें शौचालयों के निर्माण के लिए 17 लाख रुपये की सरकारी सहायता मिली, लेकिन उन्होंने उसे लौटा दिया। मोदी ने साथ ही आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के ग्रामीणों की भी सराहना की, जिन्होंने 71 गांवों के लिए 100 घंटों में 10,000 शौचालयों का निर्माण कर रिकॉर्ड बनाया था. टिप्पणियां प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हाल ही मेरे सामने एक शानदार मामला आया. यह विजयानगरम जिले का है. वहां के प्रशासन ने लोगों की भागीदारी से यह बड़ा काम किया. 10 मार्च, सुबह छह बजे से 14 मार्च, सुबह 10 बजे तक प्रशासन और लोगों ने साथ मिलकर सौ घंटे में 10,000 शौचालयों का निर्माण करके 71 गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया. उन्होंने कहा कि ये उदाहरण बेहद प्रेरक हैं. पांच राज्य खुले में शौच से मुक्त घोषित किए जा चुके हैं. हाल में उत्तराखंड व हरियाणा को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हाल ही मेरे सामने एक शानदार मामला आया. यह विजयानगरम जिले का है. वहां के प्रशासन ने लोगों की भागीदारी से यह बड़ा काम किया. 10 मार्च, सुबह छह बजे से 14 मार्च, सुबह 10 बजे तक प्रशासन और लोगों ने साथ मिलकर सौ घंटे में 10,000 शौचालयों का निर्माण करके 71 गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया. उन्होंने कहा कि ये उदाहरण बेहद प्रेरक हैं. पांच राज्य खुले में शौच से मुक्त घोषित किए जा चुके हैं. हाल में उत्तराखंड व हरियाणा को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी और आंध्र प्रदेश के दो गांवों को सराहा यूपी के बिजनौर के एक गांव ने शौचालय के लिए सरकारी सहायता भी नहीं ली आंध्र प्रदेश के एक गांव में 100 घंटों के भीतर 10,000 शौचालय बनाए गए थे
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: शीर्ष नेतृत्व द्वारा राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने की खबरों का भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक कैलाश चौधरी ने खंडन करते हुए इसे विरोधियों और विपक्ष द्वारा छोड़ा गया शिगूफा एवं साजिश बताया है. चौधरी ने कहा कि राजस्थान सरकार केन्द्र सरकार की तरह अपना ध्यान केवल विकास और सुशासन पर केन्द्रित कर रही है जिससे विपक्ष के पास विरोध का अन्य कोई मुद्दा नहीं बचा है. इसलिए वह विकास और सुशासन से प्रदेश सरकार का ध्यान बंटाने के लिए हताशा में मुख्यमंत्री बदलने जैसे हवाई शिगूफे छोड़ रहा है.   उन्होंने बताया कि राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार प्रदेश के विकास कार्यों में केन्द्र की मोदी सरकार के नक्शेकदम पर चल रही है. प्रदेश सरकार ने तीन सालों में कांग्रेस सरकार द्वारा विरासत में दिये बीमारू राज्य के टैग को दूर करने की दिशा में अहम कदम उठाये हैं. राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ सपने को जमीन पर उतारने का काम किया है   चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सर्वमान्य करिश्माई नेतृत्व में राजस्थान विकास के क्षेत्र में नये कीर्तिमान गढ़ रहा है. बाड़मेर में स्वीकृत रिफाइनरी का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि पिछली सरकार की तुलना में हमने रिफाइनरी का सस्ता और सुलभ समझौता किया है, जिससे राज्य सरकार को 40,000 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है. उन्होंने बताया ‘हमने प्रधानमंत्री मोदी से रिफाइनरी के शिलान्यास के लिए समय मांगा है और उनकी स्वीकृति मिलते ही युद्धस्तर इसका काम शुरू हो जायेगा. रिफाइनरी से प्रदेश की विकास दर में वृद्धि होगी और विशेषकर पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में तो कायाकल्प हो जायेगा’.  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य की जनता, शीर्ष नेतृत्व, सरकार तथा संगठन सबका भरोसा हासिल है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का केन्द्र सरकार और संगठन के साथ बहुत अच्छा तालमेल और समन्वय है तथा वे हमेशा सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखती हैं. प्रदेश को विकास के पथ पर सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए हम एक बार फिर उनके नेतृत्व में चुनावों में जाएंगे और जनता का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य की जनता, शीर्ष नेतृत्व, सरकार तथा संगठन सबका भरोसा हासिल है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का केन्द्र सरकार और संगठन के साथ बहुत अच्छा तालमेल और समन्वय है तथा वे हमेशा सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखती हैं. प्रदेश को विकास के पथ पर सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए हम एक बार फिर उनके नेतृत्व में चुनावों में जाएंगे और जनता का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
संक्षिप्त सारांश: कैलाश चौधरी ने मुख्यमंत्री बदलने की बात को शिगूफा बताया कैलाश ने कहा कि वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान विकास कर रहा है उन्होंने कहा कि सीएम सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती हैं
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सुब्रत राय सहारा स्टेडियम में गुरुवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 46वें मुकाबले में पुणे वॉरियर्स इंडिया को 17 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ रॉयल चैलेंजर्स न सिर्फ जीत की पटरी पर लौटी बल्कि उसने अंक तालिका में दूसरे स्थान पर 14 अंकों के साथ अपनी स्थिति मजबूत की। सलामी बल्लेबाज रोबिन उथप्पा की 75 रनों की साहसिक पारी के बावजूद वॉसियर्स टीम रॉयल चैलेंजर्स द्वारा दिए गए 188 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवरों में नौ विकेट पर 170 रन ही बना सकी। 11 मैचों में यह वॉरियर्स की नौवीं हार है। रॉयल चैलेंजर्स ने 11 में से सातवां मैच जीता है। इस टीम ने लगातार दो मैच गंवाने के बाद जीत हासिल की है। वॉरियर्स के लिए 10वें ओवर के अंत तक सबकुछ अच्छा चल रहा था। उस समय तक उसने कप्तान एरॉन फिंच (15) और तिरुमालासेत्ती सुमन (11) के विकेट गंवाकर 77 रन बनाए थे। फिंच 20 रन के कुल योग पर मोएसिस हेनरिक्स की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि सुमन को 46 रनों के कुल योग पर मुथैया मुरलीधरन और अरुण कार्तिक ने रन आउट किया। फिंच ने 11 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। सुमन ने 14 गेंदों पर एक चौका लगाया। उथप्पा और युवराज सिंह (16) लय में दिख रहे थे लेकिन 11वें ओवर में विनय कुमार ने पहले युवराज को चलता किया और फिर स्टीवन स्मिथ (4) को चलता कर वॉरियर्स को अचानक ही बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया। युवराज की 17 गेंदों की पारी में दो छक्के शामिल हैं। एक छोर थामे रहने वाले सलामी बल्लेबाज उथप्पा और एंजेलो मैथ्यूज (32) ने हालांकि इसके बाद टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ली और पांचवें विकेट के लिए तेजी से 33 गेंदों पर 63 रन जोड़े। उथप्पा ने मुथैया मुरलीधरन द्वारा फेंके गए 16वें ओवर में तीन छक्कों सहित कुल 20 रन बटोरे। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। सलामी बल्लेबाज रोबिन उथप्पा की 75 रनों की साहसिक पारी के बावजूद वॉसियर्स टीम रॉयल चैलेंजर्स द्वारा दिए गए 188 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 20 ओवरों में नौ विकेट पर 170 रन ही बना सकी। 11 मैचों में यह वॉरियर्स की नौवीं हार है। रॉयल चैलेंजर्स ने 11 में से सातवां मैच जीता है। इस टीम ने लगातार दो मैच गंवाने के बाद जीत हासिल की है। वॉरियर्स के लिए 10वें ओवर के अंत तक सबकुछ अच्छा चल रहा था। उस समय तक उसने कप्तान एरॉन फिंच (15) और तिरुमालासेत्ती सुमन (11) के विकेट गंवाकर 77 रन बनाए थे। फिंच 20 रन के कुल योग पर मोएसिस हेनरिक्स की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि सुमन को 46 रनों के कुल योग पर मुथैया मुरलीधरन और अरुण कार्तिक ने रन आउट किया। फिंच ने 11 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। सुमन ने 14 गेंदों पर एक चौका लगाया। उथप्पा और युवराज सिंह (16) लय में दिख रहे थे लेकिन 11वें ओवर में विनय कुमार ने पहले युवराज को चलता किया और फिर स्टीवन स्मिथ (4) को चलता कर वॉरियर्स को अचानक ही बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया। युवराज की 17 गेंदों की पारी में दो छक्के शामिल हैं। एक छोर थामे रहने वाले सलामी बल्लेबाज उथप्पा और एंजेलो मैथ्यूज (32) ने हालांकि इसके बाद टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ली और पांचवें विकेट के लिए तेजी से 33 गेंदों पर 63 रन जोड़े। उथप्पा ने मुथैया मुरलीधरन द्वारा फेंके गए 16वें ओवर में तीन छक्कों सहित कुल 20 रन बटोरे। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। वॉरियर्स के लिए 10वें ओवर के अंत तक सबकुछ अच्छा चल रहा था। उस समय तक उसने कप्तान एरॉन फिंच (15) और तिरुमालासेत्ती सुमन (11) के विकेट गंवाकर 77 रन बनाए थे। फिंच 20 रन के कुल योग पर मोएसिस हेनरिक्स की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि सुमन को 46 रनों के कुल योग पर मुथैया मुरलीधरन और अरुण कार्तिक ने रन आउट किया। फिंच ने 11 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। सुमन ने 14 गेंदों पर एक चौका लगाया। उथप्पा और युवराज सिंह (16) लय में दिख रहे थे लेकिन 11वें ओवर में विनय कुमार ने पहले युवराज को चलता किया और फिर स्टीवन स्मिथ (4) को चलता कर वॉरियर्स को अचानक ही बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया। युवराज की 17 गेंदों की पारी में दो छक्के शामिल हैं। एक छोर थामे रहने वाले सलामी बल्लेबाज उथप्पा और एंजेलो मैथ्यूज (32) ने हालांकि इसके बाद टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ली और पांचवें विकेट के लिए तेजी से 33 गेंदों पर 63 रन जोड़े। उथप्पा ने मुथैया मुरलीधरन द्वारा फेंके गए 16वें ओवर में तीन छक्कों सहित कुल 20 रन बटोरे। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम 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बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। उथप्पा और युवराज सिंह (16) लय में दिख रहे थे लेकिन 11वें ओवर में विनय कुमार ने पहले युवराज को चलता किया और फिर स्टीवन स्मिथ (4) को चलता कर वॉरियर्स को अचानक ही बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया। युवराज की 17 गेंदों की पारी में दो छक्के शामिल हैं। एक छोर थामे रहने वाले सलामी बल्लेबाज उथप्पा और एंजेलो मैथ्यूज (32) ने हालांकि इसके बाद टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ली और पांचवें विकेट के लिए तेजी से 33 गेंदों पर 63 रन जोड़े। उथप्पा ने मुथैया मुरलीधरन द्वारा फेंके गए 16वें ओवर में तीन छक्कों सहित कुल 20 रन बटोरे। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। एक छोर थामे रहने वाले सलामी बल्लेबाज उथप्पा और एंजेलो मैथ्यूज (32) ने हालांकि इसके बाद टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी अपने मजबूत कंधों पर ली और पांचवें विकेट के लिए तेजी से 33 गेंदों पर 63 रन जोड़े। उथप्पा ने मुथैया मुरलीधरन द्वारा फेंके गए 16वें ओवर में तीन छक्कों सहित कुल 20 रन बटोरे। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। इस जोड़ी के विकेट पर रहते वॉरियर्स बड़ी जीत का सपना पालने लगे थे। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली अपने तुरुप के इक्के विनय को लेकर आए। विनय ने 17वें ओवर की तीसरी ही गेंद पर मैथ्यूज को प्वाइंट में क्रिस गेल के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को मनोवांक्षित सफलता दिलाई। मैथ्यूज ने 19 गेंदों पर तीन छक्के लगाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। अगला ओवर लेकर मुरली कार्तिक आए। कार्तिक ने अभिषेक नायर (1) को अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच कराकर वॉसियर्स को छठा झटका दिया। अब भुवनेश्वर कुमार (2) विकेट पर उथप्पा का साथ देने आए। उथप्पा ने इस ओवर की तीसरी गेंद पर दो रन लिए और फिर चौथी गेंद पर चौका लगाया लेकिन पांचवीं गेंद पर वह रुद्र प्रताप सिंह के हाथों लपके गए। उथप्पा ने अपनी 45 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उथप्पा 159 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौटे। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। अंतिम 12 गेंदों पर वॉरियर्स को जीत के लिए 28 रन बनाने थे। भुवनेश्वर के साथ विकेट पर असंथा मेंडिस (2) थे। रुद्र के इस ओवर में भुवनेश्वर कप्तान कोहली के हाथों लपके गए। यह विकेट 162 रन के कुल योग पर गिरा। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। मेंडिस भी 165 रनों के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट गेल ने लिया। अशोक डिंडा छह और राहुल शर्मा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। रॉयल चैलेंजर्स की ओर से विनय ने तीन विकेट लिए। मुरली कार्तिक को दो जबकि रुद्र, हेनरिक्स और गेल को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉयल चैलेंजर्स ने सौरभ तिवारी (52) तथा अब्राहम डिविलियर्स (नाबाद 50) अर्द्धशकतकों की बदौलत तीन विकेट पर 187 रनों का स्कोर खड़ा किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत सामान्य रही और एक समय जमते से लग रहे गेल (21) अचानक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार के हाथों लपके गए। गेल को टी सुमन ने सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर 36 के कुल योग पर कैच आउट करवाया। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। हालांकि गेल के विकेट का दूसरे विकेट के लिए खेल रही तिवारी और कप्तान विराट कोहली की जोड़ी पर कोई खास दबाव नहीं दिखा। 13वें ओवर के आखिरी गेंद पर बोल्ड होने से पहले तक कोहली (25) ने तिवारी के साथ लगभग 10 की रन गति से 63 रन जोड़े। कोहली ने 18 गेंदों में तीन चौके लगाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। तिवारी भी अर्द्धशतक लगाने के बाद 16वें ओवर की पहली गेंद पर मोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तिवारी ने 45 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाए।टिप्पणियां इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। इसके बाद चौथे विकेट के लिए क्रीज पर मौजूद डिविलियर्स (नाबाद 50) तथा मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 27) की जोड़ी ने 29 गेंदों में 14.06 के औसत से नाबाद 68 रनों की साझेदारी करके रॉयल चैलेंजर्स को 187 के स्कोर तक पहुंचा दिया। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए। डिविलियर्स ने डिंडा द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 26 रन जड़े। डिविलियर्स ने 23 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दौ छक्के लगाए। वारियर्स के लिए डिंडा ने दो विकेट तथा सुमन ने एक विकेट चटकाए।
संक्षिप्त सारांश: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने गुरुवार को खेले गए आईपीएल के छठे संस्करण के 46वें मुकाबले में पुणे वॉरियर्स इंडिया को 17 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ रॉयल चैलेंजर्स न सिर्फ जीत की पटरी पर लौटी बल्कि उसने अंक तालिका में दूसरे स्थान पर 14 अंकों के साथ अपनी स्थित
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूर्व घोषित रणनीति के तहत सोमवार को एक बार फिर एयरसेल-मैक्सिस सौदे पर गृहमंत्री पी चिदंबरम को घेरा और पार्टी नेता अरुण जेटली ने राज्य सभा में कहा कि इस डील को पारित करने में कुछ गड़बड़ी दिखाई देती है। पी चिदंबरम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी मंशा पर शक करने के बजाय यह बेहतर होगा कि उनके सीने में चाकू घोंप दिया जाए।टिप्पणियां संसद में चिदंबरम ने कहा कि वह विपक्ष का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने सफाई में कहा कि उन्होंने जानबूझकर सौदे की इजाजत देने में देरी नहीं की। उन्होंने यह भी साफ कहा कि न ही उनका और न ही उनके परिवार को किसी सदस्या का पैसा किसी भी टेलीकॉम कंपनी में कभी भी सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से नहीं लगा। गौरतलब है कि जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने जानबूझकर एयरसेल की बिक्री के लिए इजाजत देने में देरी की ताकि चिदंबरम के बेटे एयरसेल में पैसा लगाकर मैक्सिस से होने वाले सौदे से फायदा उठा सकें। पी चिदंबरम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी मंशा पर शक करने के बजाय यह बेहतर होगा कि उनके सीने में चाकू घोंप दिया जाए।टिप्पणियां संसद में चिदंबरम ने कहा कि वह विपक्ष का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने सफाई में कहा कि उन्होंने जानबूझकर सौदे की इजाजत देने में देरी नहीं की। उन्होंने यह भी साफ कहा कि न ही उनका और न ही उनके परिवार को किसी सदस्या का पैसा किसी भी टेलीकॉम कंपनी में कभी भी सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से नहीं लगा। गौरतलब है कि जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने जानबूझकर एयरसेल की बिक्री के लिए इजाजत देने में देरी की ताकि चिदंबरम के बेटे एयरसेल में पैसा लगाकर मैक्सिस से होने वाले सौदे से फायदा उठा सकें। संसद में चिदंबरम ने कहा कि वह विपक्ष का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने सफाई में कहा कि उन्होंने जानबूझकर सौदे की इजाजत देने में देरी नहीं की। उन्होंने यह भी साफ कहा कि न ही उनका और न ही उनके परिवार को किसी सदस्या का पैसा किसी भी टेलीकॉम कंपनी में कभी भी सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से नहीं लगा। गौरतलब है कि जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने जानबूझकर एयरसेल की बिक्री के लिए इजाजत देने में देरी की ताकि चिदंबरम के बेटे एयरसेल में पैसा लगाकर मैक्सिस से होने वाले सौदे से फायदा उठा सकें। गौरतलब है कि जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने जानबूझकर एयरसेल की बिक्री के लिए इजाजत देने में देरी की ताकि चिदंबरम के बेटे एयरसेल में पैसा लगाकर मैक्सिस से होने वाले सौदे से फायदा उठा सकें।
सारांश: पी चिदंबरम ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी मंशा पर शक करने के बजाय यह बेहतर होगा कि उनके सीने में चाकू घोंप दिया जाए।
31
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग आईसीसी विश्व कप में सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।  पोंटिंग ने सोमवार को अहमदाबाद में जिम्बाब्वे के साथ खेले गए मुकाबले के साथ अपने ही देश के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ के 39 मैचों के रिकार्ड को पीछे छोड़ा। पोंटिंग 1996 से अब तक विश्व कप में कुल 40 मैच खेल चुके हैं। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लगातार 23 मैच जीते हैं और दूसरी बार खिताब बचाने के लिए प्रयासरत है। सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ियों की सूची में मैक्ग्राथ के बाद श्रीलंका के सनत जयसूर्या (38) का नाम है लेकिन जयसूर्या विश्व कप में नहीं खेल रहे हैं। पोंटिंग का रिकॉर्ड भारत के सचिन तेंदुलकर तोड़ सकते हैं, जो अब तक कुल 37 मैच खेल चुके हैं। तेंदुलकर के नाम विश्व कप में सर्वाधिक 1824 रन बनाने का रिकॉर्ड है। इस फेहरिस्त में पोंटिंग (1565) दूसरे और वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा (1225) तीसरे क्रम पर हैं। पोंटिंग ने कप्तान के तौर पर अब तक 23 मैच खेले हैं। वह भारत के मोहम्मद अजहरूद्दीन (23मैच) की बराबरी कर चुके हैं और न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग (27 मैच) का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब हैं।
संक्षिप्त सारांश: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग आईसीसी विश्व कप में सर्वाधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
23
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने सोमवार को पाकिस्तान से सरबजीत सिंह को मानवीय आधार पर रिहा करने की अपील की, लेकिन उसकी देखरेख के लिए गठित पाकिस्तानी मेडिकल बोर्ड ने कहा कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए भारतीय कैदी का इलाज वहीं चलेगा। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सरबजीत पर पकिस्तान से सहानुभूति और मानवीय आधार अपनाने की अपील है। लाहौर की कोट लखपत जेल में कैदियों के प्राणघातक हमले का शिकार होने के बाद सरबजीत लाहौर के जिन्ना अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है। संघीय मंत्रियों ने विपक्षी पार्टियों से 'लोकप्रियता की राजनीति' नहीं करने और सरबजीत की मदद करने के लिए कहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने को ध्यान में रखते हुए सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है। एक बयान में मंत्रालय ने कहा है, "हाल की त्रासद घटनाओं और मौजूदा परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हम एक बार फिर पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करते हैं कि इस मामले में सहानुभूति और मानवीय आधार को ध्यान में लाते हुए सरबजीत सिंह को रिहा कर दे।" यह बयान सरबजीत को देखने लाहौर गए परिवार के अनुरोध के बाद आया है। परिवार ने इलाज के लिए किसी अन्य देश भेजने की गुहार लगाई है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सरबजीत पर पकिस्तान से सहानुभूति और मानवीय आधार अपनाने की अपील है। लाहौर की कोट लखपत जेल में कैदियों के प्राणघातक हमले का शिकार होने के बाद सरबजीत लाहौर के जिन्ना अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है। संघीय मंत्रियों ने विपक्षी पार्टियों से 'लोकप्रियता की राजनीति' नहीं करने और सरबजीत की मदद करने के लिए कहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने को ध्यान में रखते हुए सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है। एक बयान में मंत्रालय ने कहा है, "हाल की त्रासद घटनाओं और मौजूदा परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हम एक बार फिर पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करते हैं कि इस मामले में सहानुभूति और मानवीय आधार को ध्यान में लाते हुए सरबजीत सिंह को रिहा कर दे।" यह बयान सरबजीत को देखने लाहौर गए परिवार के अनुरोध के बाद आया है। परिवार ने इलाज के लिए किसी अन्य देश भेजने की गुहार लगाई है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने को ध्यान में रखते हुए सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है। एक बयान में मंत्रालय ने कहा है, "हाल की त्रासद घटनाओं और मौजूदा परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हम एक बार फिर पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करते हैं कि इस मामले में सहानुभूति और मानवीय आधार को ध्यान में लाते हुए सरबजीत सिंह को रिहा कर दे।" यह बयान सरबजीत को देखने लाहौर गए परिवार के अनुरोध के बाद आया है। परिवार ने इलाज के लिए किसी अन्य देश भेजने की गुहार लगाई है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। एक बयान में मंत्रालय ने कहा है, "हाल की त्रासद घटनाओं और मौजूदा परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हम एक बार फिर पाकिस्तान की सरकार से आग्रह करते हैं कि इस मामले में सहानुभूति और मानवीय आधार को ध्यान में लाते हुए सरबजीत सिंह को रिहा कर दे।" यह बयान सरबजीत को देखने लाहौर गए परिवार के अनुरोध के बाद आया है। परिवार ने इलाज के लिए किसी अन्य देश भेजने की गुहार लगाई है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। यह बयान सरबजीत को देखने लाहौर गए परिवार के अनुरोध के बाद आया है। परिवार ने इलाज के लिए किसी अन्य देश भेजने की गुहार लगाई है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने समाचार चैनलों के माध्यम से कहा, "बेहतर इलाज के लिए कृपया उसे किसी और देश ले जाइए। उसकी जान बचाइए।" सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। सरबजीत को देखने के लिए दलबीर कौर के साथ सरबजीत की पत्नी सुखप्रीत कौर और बेटियां स्वप्नदीप एवं पूनम रविवार दोपहर अमृतसर से लाहौर पहुंची। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारतीय उच्चायोग के अधिकारी लाहौर के जिन्ना अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क बनाए हुए हैं और हम सरबजीत सिंह को भारत स्थानांतरित करने के विकल्प पर विचार करना चाहेंगे ताकि उसे यहां उपलब्ध बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जा सके। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। बयान में कहा गया है कि सरबजीत सिंह की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार यह स्पष्ट है कि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। हम उसके परिवार की नाराजगी और चिंता से सहमत हैं और हमारी प्रार्थना उन लोगों के साथ है। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। सरबजीत की हालत का आकलन करने के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सोमवार को कहा कि सरबजीत का पाकिस्तान में ही इलाज जारी रहेगा। जियो न्यूज के अनुसार, समिति ने पंजाब सरकार को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। लाहौर जिन्ना अस्पताल के प्रिंसिपल महमूद शौकत की अध्यक्षता में गठित समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर जफर इकबाल, प्रोफेसर अंजुम हबीब तथा प्रोफेसर नईम कसूरी शामिल थे। महमूद शौकत ने सरबजीत सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण तथा दो सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, सरबजीत को सिर में गंभीर चोट है और ऐसी स्थिति में उनका ऑपरेशन नहीं हो सकता। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। लाहौर की कोट लखपत जेल में 26 अप्रैल को कैदियों ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत सिंह अभी तक कोमा में हैं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। उसके परिवार के सदस्य पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी विशेष वीजा पर पाकिस्तान की यात्रा पर आए हुए हैं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। पाकिस्तान के एक दैनिक ने सोमवार को अपने संपादकीय में कहा है कि सरबजीत पर हमले का भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर गंभीर असर पड़ सकता है। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि सरबजीत सिंह का भाग्य भारत और पाकिस्तान के समस्याग्रस्त रिश्ते के बीच फंस गया है। दोनों देशों के बीच रिश्ते में कभी भी बेहतरी नहीं दिखी है। उसकी दया याचिका आज भी लंबित है।टिप्पणियां भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। भारत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस आरोप पर कि केंद्र सरकार ने सरबजीत की सुरक्षा पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए, एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पार्टियां इस मुद्दे पर सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने सोमवार को कहा कि पार्टियां सस्ती लोकप्रियता का खेल नहीं खेलें, बल्कि सरबजीत सिंह के परिवार को राहत मुहैया कराने के लिए आगे आएं।
यहाँ एक सारांश है:भारत ने सोमवार को पाकिस्तान से सरबजीत सिंह को मानवीय आधार पर रिहा करने की अपील की, लेकिन उसकी देखरेख के लिए गठित पाकिस्तानी मेडिकल बोर्ड ने कहा कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए भारतीय कैदी का इलाज वहीं चलेगा।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत की एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान पर जीत के दौरान पाकिस्तानी मुख्य कोच ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपशब्द प्रयोग किए। पाकिस्तान के मुख्य कोच माइकल हेनरिक्स मारिया (हालैंड) स्टेडियम की छत पर खड़े थे और उन्हें भारतीय खिलाड़ियों को गालियां देते हुए देखा गया। विशेषकर तब वह अपशब्द का प्रयोग करते जबकि भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खेमे में सेंध लगाते। पहले हाफ में जब एसवी सुनील गिर गए और एक पाकिस्तानी खिलाड़ी से टकरा गये तो माइकल चिल्लाये, यह फाउल है। इसके बाद जब सुनील ने अंपायर के सामने विरोध जताया तो माइकल ने भारतीय खिलाड़ी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया। पाकिस्तानी कोच ने न सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों बल्कि अंपायरों को भी नहीं बख्शा। जब भी अंपायर भारत के खिलाफ सीटी बजाता, वह शुक्रिया शुक्रिया कहता। दूसरे हाफ में वी रघुनाथ की पाकिस्तानी खिलाड़ी से झड़प हो गई थी लेकिन न्यूजीलैंड के अंपायर साइमन टेलर ने उसे अच्छी तरह से संभाल लिया था लेकिन हालैंड के रहने वाले माइकल ने अंपायर के आने से पहले ही रघुनाथ को गालियां बकनी शुरू कर दी। टूर्नामेंट के निदेशक ब्रायन फर्नाडिज ने कहा कि वह इस मसले पर गौर करेंगे और यदि तकनीकी विभाग शिकायत दर्ज करता है तो इसकी जांच करवाएंगे। फर्नाडिज ने कहा, उन्हें पहले भी वीडियो टावर से कोचिंग देने के लिये चेतावनी दी जा चुकी है लेकिन यदि शिकायत होती है तो मैं आचार संहिता के तहत जांच के लिये कहूंगा। भारतीय कोच माइकल नोब्स ने कहा कि उन्होंने स्टेडियम की छत से किसी को चिल्लाते हुए सुना था। उन्होंने कहा, यह कष्टकारी था लेकिन मुझे लगता है कि इससे उनकी टीम को ही नुकसान पहुंचा। फाइनल से एक दिन पहले माइकल की दो भारतीय पत्रकारों से भी झड़प हुई थी। जब पाकिस्तानी टीम अ5यास कर रही थी तब उन्होंने भारतीय पत्रकारों को स्टेडियम से बाहर जाने के लिये कहा था। पाकिस्तान पेनल्टी कार्नर का अभ्यास कर रहा था तथा मीडिया रूम खुला नहीं होने के कारण पत्रकार स्टेडियम में बैठे हुए थे। इस बारे में फर्नाडिस ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोई कोच पत्रकारों को बाहर जाने के लिये कह सकता है। इस पर आयोजन समिति फैसला करती है कि अभ्यास पर्दे में रहकर किया जाएगा या नहीं। समिति ने ऐसा कुछ नहीं कहा था इसलिए उन्हें मीडिया को बाहर जाने के लिये कहने का कोई अधिकार नहीं था।''
यहाँ एक सारांश है:भारत की एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान पर जीत के दौरान पाकिस्तानी मुख्य कोच ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपशब्द प्रयोग किए।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: बल्लेबाजी के बादशाह सचिन तेंदुलकर के नाम पर एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने घोषणा की कि इस महान भारतीय क्रिकेटर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से सम्मानित किया जाएगा। गैर- ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को यह सम्मान कभी-कभार ही दिया जाता है। दक्षिण अफ्रीका में चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 में खेल रहे तेंदुलकर यह सम्मान हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोराबजी को इससे सम्मानित किया जा चुका है। सोराबजी को 2006 में ‘ऑस्ट्रेलिया- भारत द्विपक्षीय कानूनी संबंधों के लिए’ ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एएम) का मानद सदस्य बनाया गया था। भारत यात्रा पर आई जूलिया गिलार्ड ने संवाददाताओं से कहा, ऑस्ट्रेलिया और भारत को जोड़ने में क्रिकेट की अहम भूमिका रही है। दोनों ही देश क्रिकेट के दीवाने हैं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि हम सचिन तेंदुलकर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, यह बहुत खास सम्मान है। यह ऐसे व्यक्ति को बहुत कम दिया जाता है, जो ऑस्ट्रेलियाई नागरिक या ऑस्ट्रेलियाई नहीं हो। कैबिनेट मंत्री साइमन क्रीन अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित करेंगे।टिप्पणियां तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेटर नहीं होंगे। इससे पहले 2009 में वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को भी इसका मानद सदस्य बनाया गया था। एक अन्य कैरेबियाई दिग्गज क्लाइव लायड को 1985 में आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया में मानद अधिकारी पद से सम्मानित किया गया था। दायें हाथ के बल्लेबाज तेंदुलकर को समकालीन क्रिकेट में दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 190 टेस्ट मैच में 15,533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है। दक्षिण अफ्रीका में चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 में खेल रहे तेंदुलकर यह सम्मान हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोराबजी को इससे सम्मानित किया जा चुका है। सोराबजी को 2006 में ‘ऑस्ट्रेलिया- भारत द्विपक्षीय कानूनी संबंधों के लिए’ ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एएम) का मानद सदस्य बनाया गया था। भारत यात्रा पर आई जूलिया गिलार्ड ने संवाददाताओं से कहा, ऑस्ट्रेलिया और भारत को जोड़ने में क्रिकेट की अहम भूमिका रही है। दोनों ही देश क्रिकेट के दीवाने हैं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि हम सचिन तेंदुलकर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, यह बहुत खास सम्मान है। यह ऐसे व्यक्ति को बहुत कम दिया जाता है, जो ऑस्ट्रेलियाई नागरिक या ऑस्ट्रेलियाई नहीं हो। कैबिनेट मंत्री साइमन क्रीन अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित करेंगे।टिप्पणियां तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेटर नहीं होंगे। इससे पहले 2009 में वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को भी इसका मानद सदस्य बनाया गया था। एक अन्य कैरेबियाई दिग्गज क्लाइव लायड को 1985 में आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया में मानद अधिकारी पद से सम्मानित किया गया था। दायें हाथ के बल्लेबाज तेंदुलकर को समकालीन क्रिकेट में दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 190 टेस्ट मैच में 15,533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है। तेंदुलकर ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेटर नहीं होंगे। इससे पहले 2009 में वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा को भी इसका मानद सदस्य बनाया गया था। एक अन्य कैरेबियाई दिग्गज क्लाइव लायड को 1985 में आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया में मानद अधिकारी पद से सम्मानित किया गया था। दायें हाथ के बल्लेबाज तेंदुलकर को समकालीन क्रिकेट में दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 190 टेस्ट मैच में 15,533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है। एक अन्य कैरेबियाई दिग्गज क्लाइव लायड को 1985 में आर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया में मानद अधिकारी पद से सम्मानित किया गया था। दायें हाथ के बल्लेबाज तेंदुलकर को समकालीन क्रिकेट में दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 190 टेस्ट मैच में 15,533 रन और 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम पर ही दर्ज है।
सारांश: ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड ने घोषणा की है कि महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया की सदस्यता से सम्मानित किया जाएगा।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: ऐबटाबाद में अमेरिकी सुरक्षा बलों की कार्रवाई के मद्देनजर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के इस्तीफे की मांग की है। कुरैशी ने शनिवार को कहा कि अगर आधिकारिक जांच में सेना और इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के प्रमुख भी जिम्मेदार पाये जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिये। अगर वे पाकिस्तान के लोगों की हिफाजत नहीं कर सकते तो उन्हें सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। यह एक बड़ी घटना थी और इसे सामान्य बताने का सिलसिला जारी नहीं रह सकता। कुरैशी ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी यही मांग करूंगा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। आईएसआई और सेना प्रमुखों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कुरैशी ने कहा, अगर जांच समिति उन्हें जिम्मेदार ठहराती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। फरवरी में गिलानी मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान कुरैशी से विदेश विभाग छीन लिया गया था। इसके विरोध में उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया था। इसके बाद से ही कुरैशी पीपीपी में हाशिए पर चले गए हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के इस्तीफे की मांग की है।
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जमशेदपुर की सभा में उमड़ी भीड़ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गदगद दिखे.उन्होंने रघुबर दास की तारीफ भी यह कहकर की कि किस तरह पिछले पांच वर्षों में रघुबर दास और उनकी टीम ने विकास के कई काम किए. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने केवल लूटने का काम किया जिसके कारण इनके कई नेताओं पर आज तक भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा है. हालांकि पीएम मोदी ने इस बात पर कुछ नहीं कहा कि इस बार भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोपियों को टिकट क्यों दिया है? नरेंद्र मोदी के भाषण से साफ था कि झारखंड के चुनाव में बीजेपी विकास और अपने काम से ज्यादा राम मंदिर और आर्टिकल 370 को खत्म करने के नाम पर लोगों से वोट मांग रही है. विपक्षी जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अगर इनकी सरकार आ गई तो ये फिर झारखंड को लूटने का काम करेंगे और पूरे राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल होगा. उन्होंने कहा कि पहले झारखंड के मौसम से ज़्यादा यहां मुख्यमंत्री बदले जाते थे.
संक्षिप्त पाठ: जमशेदपुर की सभा में उमड़ी भीड़ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गदगद दिखे सरयू राय को पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी ने 'मेरे मित्र' कहा था जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन पर पीएम मोदी ने निशाना साधा
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के समक्ष कोयला ब्लॉक आवंटन में हुई कथित अनियमितताओं का पर्दाफाश करने वालों (व्हिसल ब्लोअर) और आम नागरिकों की ओर से कई ताजा शिकायतें आई हैं। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। सीवीसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में कई शिकायतें मिली हैं और इनमें कुछ सरकारी अधिकारियों और निजी कंपनियों पर आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार इन शिकायतों में कुछ के साथ सरकारी दस्तावेज भी भेजे गए हैं और दावा किया गया है कि कोयला ब्लॉक आवंटन की प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गईं। सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आयोग को कुछ शिकायतें मिली हैं और इन पर गौर किया जा रहा है। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। इस अधिकारी ने कहा, जांच के दौरान सीबीआई इन दावों की पड़ताल करेगी। कोयला मामले की जांच में सीबीआई अब तक निजी कंपनियों और अनजान सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सात प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।टिप्पणियां सीवीसी ने मई में 2006 से 2009 के दौरान निजी कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के मामले की जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में जांच की अनुशंसा भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर और हंसराज अहीर की शिकायतें मिलने के बाद की गई। इन्होंने आरोप लगाया था कि आवंटन में ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति अपनाई गई थी जिससे कुछ निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है। सीवीसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में कई शिकायतें मिली हैं और इनमें कुछ सरकारी अधिकारियों और निजी कंपनियों पर आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार इन शिकायतों में कुछ के साथ सरकारी दस्तावेज भी भेजे गए हैं और दावा किया गया है कि कोयला ब्लॉक आवंटन की प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गईं। सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आयोग को कुछ शिकायतें मिली हैं और इन पर गौर किया जा रहा है। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। इस अधिकारी ने कहा, जांच के दौरान सीबीआई इन दावों की पड़ताल करेगी। कोयला मामले की जांच में सीबीआई अब तक निजी कंपनियों और अनजान सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सात प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।टिप्पणियां सीवीसी ने मई में 2006 से 2009 के दौरान निजी कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के मामले की जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में जांच की अनुशंसा भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर और हंसराज अहीर की शिकायतें मिलने के बाद की गई। इन्होंने आरोप लगाया था कि आवंटन में ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति अपनाई गई थी जिससे कुछ निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है। सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आयोग को कुछ शिकायतें मिली हैं और इन पर गौर किया जा रहा है। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। इस अधिकारी ने कहा, जांच के दौरान सीबीआई इन दावों की पड़ताल करेगी। कोयला मामले की जांच में सीबीआई अब तक निजी कंपनियों और अनजान सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सात प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।टिप्पणियां सीवीसी ने मई में 2006 से 2009 के दौरान निजी कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के मामले की जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में जांच की अनुशंसा भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर और हंसराज अहीर की शिकायतें मिलने के बाद की गई। इन्होंने आरोप लगाया था कि आवंटन में ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति अपनाई गई थी जिससे कुछ निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है। सीवीसी ने मई में 2006 से 2009 के दौरान निजी कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के मामले की जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में जांच की अनुशंसा भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर और हंसराज अहीर की शिकायतें मिलने के बाद की गई। इन्होंने आरोप लगाया था कि आवंटन में ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति अपनाई गई थी जिससे कुछ निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है।
सारांश: केंद्रीय सतर्कता आयोग के समक्ष कोयला ब्लॉक आवंटन में हुई कथित अनियमितताओं का पर्दाफाश करने वालों और आम नागरिकों की ओर से कई ताजा शिकायतें आई हैं। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है।
20
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत को विश्व के 'सर्वाधिक दीप्तिमान केंद्रों में से एक' बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक तरक्की के लाभों की पेशकश अफ्रीका, विशेषकर दक्षिण अफ्रीका को उसके व्यापक हित में की। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सहयोग को बढ़ाने की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा, 'दोनों देशों के बीच संबंधों का इतिहास आधुनिक समय की हमारी साझेदार को निर्मित करने के लिए एक मजबूत आधारशिला उपलब्ध कराता है।' डरबन के मेयर द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका को उन 'महान अवसरों का फायदा उठाना चाहिए, जिनमें हमारा उज्ज्वल भविष्य है।' उन्होंने कहा, आज भारत आर्थिक कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है और दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारी कारोबार और निवेश साझेदारी पहले ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस देश की अपनी दो-दिवसीय यात्रा को समाप्त करने से ठीक पहले यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज हमारी एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में भारत की तरक्की की कहानी दीप्तिमान केंद्रों में से एक है। लेकिन भारत की आर्थिक तरक्की केवल हमारे समाज के फायदे के लिए नहीं है। हमारी साझेदारी अफ्रीका और दक्षिण अफ्रीका जैसे हमारे मित्रों के व्यापक हित के लिए खुली है।' दक्षिण अफ्रीका के साथ महात्मा गांधी के विशेष लगाव और अपने दक्षिण अफ्रीकी साथियों के बारे में उनकी चिंता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, '21वीं सदी में हमारी चुनौतियां हो सकता है बदल गई हों, लेकिन हमारी विकास चिंताएं साझा हैं। यह मेरा प्रयास होगा कि हमारी विकास साझेदारी के परिणाम हमारे समाज के उन वर्गों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी सर्वाधिक जरूरत है, खासतौर से युवाओं तक।' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सहयोग को बढ़ाने की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा, 'दोनों देशों के बीच संबंधों का इतिहास आधुनिक समय की हमारी साझेदार को निर्मित करने के लिए एक मजबूत आधारशिला उपलब्ध कराता है।' डरबन के मेयर द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका को उन 'महान अवसरों का फायदा उठाना चाहिए, जिनमें हमारा उज्ज्वल भविष्य है।' उन्होंने कहा, आज भारत आर्थिक कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है और दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारी कारोबार और निवेश साझेदारी पहले ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस देश की अपनी दो-दिवसीय यात्रा को समाप्त करने से ठीक पहले यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज हमारी एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में भारत की तरक्की की कहानी दीप्तिमान केंद्रों में से एक है। लेकिन भारत की आर्थिक तरक्की केवल हमारे समाज के फायदे के लिए नहीं है। हमारी साझेदारी अफ्रीका और दक्षिण अफ्रीका जैसे हमारे मित्रों के व्यापक हित के लिए खुली है।' दक्षिण अफ्रीका के साथ महात्मा गांधी के विशेष लगाव और अपने दक्षिण अफ्रीकी साथियों के बारे में उनकी चिंता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, '21वीं सदी में हमारी चुनौतियां हो सकता है बदल गई हों, लेकिन हमारी विकास चिंताएं साझा हैं। यह मेरा प्रयास होगा कि हमारी विकास साझेदारी के परिणाम हमारे समाज के उन वर्गों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी सर्वाधिक जरूरत है, खासतौर से युवाओं तक।' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) डरबन के मेयर द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका को उन 'महान अवसरों का फायदा उठाना चाहिए, जिनमें हमारा उज्ज्वल भविष्य है।' उन्होंने कहा, आज भारत आर्थिक कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है और दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारी कारोबार और निवेश साझेदारी पहले ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस देश की अपनी दो-दिवसीय यात्रा को समाप्त करने से ठीक पहले यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज हमारी एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में भारत की तरक्की की कहानी दीप्तिमान केंद्रों में से एक है। लेकिन भारत की आर्थिक तरक्की केवल हमारे समाज के फायदे के लिए नहीं है। हमारी साझेदारी अफ्रीका और दक्षिण अफ्रीका जैसे हमारे मित्रों के व्यापक हित के लिए खुली है।' दक्षिण अफ्रीका के साथ महात्मा गांधी के विशेष लगाव और अपने दक्षिण अफ्रीकी साथियों के बारे में उनकी चिंता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, '21वीं सदी में हमारी चुनौतियां हो सकता है बदल गई हों, लेकिन हमारी विकास चिंताएं साझा हैं। यह मेरा प्रयास होगा कि हमारी विकास साझेदारी के परिणाम हमारे समाज के उन वर्गों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी सर्वाधिक जरूरत है, खासतौर से युवाओं तक।' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने इस देश की अपनी दो-दिवसीय यात्रा को समाप्त करने से ठीक पहले यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज हमारी एक-दूसरे पर निर्भर दुनिया में भारत की तरक्की की कहानी दीप्तिमान केंद्रों में से एक है। लेकिन भारत की आर्थिक तरक्की केवल हमारे समाज के फायदे के लिए नहीं है। हमारी साझेदारी अफ्रीका और दक्षिण अफ्रीका जैसे हमारे मित्रों के व्यापक हित के लिए खुली है।' दक्षिण अफ्रीका के साथ महात्मा गांधी के विशेष लगाव और अपने दक्षिण अफ्रीकी साथियों के बारे में उनकी चिंता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, '21वीं सदी में हमारी चुनौतियां हो सकता है बदल गई हों, लेकिन हमारी विकास चिंताएं साझा हैं। यह मेरा प्रयास होगा कि हमारी विकास साझेदारी के परिणाम हमारे समाज के उन वर्गों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी सर्वाधिक जरूरत है, खासतौर से युवाओं तक।' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दक्षिण अफ्रीका के साथ महात्मा गांधी के विशेष लगाव और अपने दक्षिण अफ्रीकी साथियों के बारे में उनकी चिंता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, '21वीं सदी में हमारी चुनौतियां हो सकता है बदल गई हों, लेकिन हमारी विकास चिंताएं साझा हैं। यह मेरा प्रयास होगा कि हमारी विकास साझेदारी के परिणाम हमारे समाज के उन वर्गों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी सर्वाधिक जरूरत है, खासतौर से युवाओं तक।' दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ शुक्रवार को विस्तार से बातचीत करने वाले पीएम मोदी ने बताया कि दोनों पक्ष रणनीतिक संबंधों को नया विस्तार देने पर राजी हो गए हैं, जिनमें सामाजिक आर्थिक सेक्टर, कारोबार और निवेश, लघु और मझोले कारोबार का विकास, सूचना और संचार तकनीक तथा क्षमता और संस्थान निर्माण शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'इनमें से कुछ क्वाजुलू नटाल (वह प्रांत जहां डरबन स्थित है) की अहम ताकत हैं और इससे डरबन के साथ हमारे पारंपरिक संबंध और मजबूत होंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंधों के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए हैं।'टिप्पणियां दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का जिक्र करते हुए मोदी ने क्रिकेट के बारे में भी बात की और कहा, 'इस खेल के लिए दीवानगी और प्यार हमारे समाजों में बहुत अधिक और गहरे तक है।' दक्षिण अफ्रीका में सर्वाधिक आबादी वाले भारतीय समुदाय की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस देश के 'गौरवशाली, सफल और वफादार नागरिक हैं', जो विभिन्न तरह से इसके लिए योगदान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 16 नवंबर, 1860 को 342 भारतीयों का पहला समूह नटाल बंदरगाह के तट पर उतरा था।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विकास की हमारी चिंताएं साझा हैं : पीएम मोदी 'दक्षिण अफ्रीका और भारत की निवेश साझेदारी अहम' 'क्रिकेट की दीवानगी हमारे समाजों में बहुत गहरे तक है'
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: Gujarat Board HSC Science स्‍ट्रीम के रिजल्‍ट का ऐलान कर दिया गया है. जिन स्‍टूडेंट्स ने साइंस स्‍ट्रीम से 12वीं की परीक्षा दी थी वे अपना रिजल्‍ट गुजरात बोर्ड की ऑफिशियल साइट gseb.org पर चेक कर सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक इस साल साइंस स्‍ट्रीम से लगभग 1.35 लाख स्‍टूडेंट्स HSC परीक्षा में बैठे थे.  जहां करीब 55 हजार स्‍टूडेंट्स ने मैथ्‍स ग्रुप से एग्‍जाम दिए वहीं 76 हजार स्‍टूडेंट्स बायोलॉजी ग्रुप से थे.टिप्पणियां GSEB HSC Science Result 2018 कैसे चेक करें? स्‍टेप 1: ऑफिश‍ियल वेबसाइट  www.gseb.org पर जाएं. स्‍टेप 2: रिजल्‍ट लिंक पर क्लिक करें. स्‍टेप 3: ड्रॉप डाउन मेन्‍यू से अपने ग्रुप का चयन करें और फिर दी गई स्‍पेस में अपना 6 डिजिट वाला रोल नंबर डालें.  स्‍टेप 4: स‍बमिट करने के बाद अपना रिजल्‍ट चेक करें.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.  GSEB HSC Science Result 2018 कैसे चेक करें? स्‍टेप 1: ऑफिश‍ियल वेबसाइट  www.gseb.org पर जाएं. स्‍टेप 2: रिजल्‍ट लिंक पर क्लिक करें. स्‍टेप 3: ड्रॉप डाउन मेन्‍यू से अपने ग्रुप का चयन करें और फिर दी गई स्‍पेस में अपना 6 डिजिट वाला रोल नंबर डालें.  स्‍टेप 4: स‍बमिट करने के बाद अपना रिजल्‍ट चेक करें.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.  स्‍टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन उपब्‍लध कराए गए नंबरों की जांच ओरिजिनल मार्कशीट से करें. ओरिजिनल मार्कशीट बहुत जल्‍द स्‍कूलों में उपलब्‍ध होगी.
यहाँ एक सारांश है:गुजरात बोर्ड 12वीं साइंस के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं रिजल्‍ट ऑफिश‍ियल वेबसाइट www.gseb.org पर चेक किया जा सकता है 1.35 लाख स्‍टूडेंट्स HSC परीक्षा में बैठे थे
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस इस बात को लेकर प्रसन्न है कि प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में नरेन्द्र मोदी की पेशबंदी ने राजग में दरार पैदा कर दी है और उसका मानना है कि गुजरात के मुख्यमंत्री भाजपा के सिरदर्द हैं। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, मोदी भाजपा और राजग के सिरदर्द हैं। यह संप्रग को प्रभावित नहीं करेगा। हम उस ऐंगल से उसे नहीं देख रहे हैं। हम उनके उपवास को इस दशक के सबसे बड़े पाखंड के रूप में देख रहे हैं। द्विवेदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मोदी का ढोल पीटना होगा, जो गुजरात के मुख्यमंत्री के समर्थन के बिना अपनी राजनीति नहीं कर सकते। यह सवाल करते हुए कि आखिर मोदी ने किस उद्देश्य के लिए उपवास किया, द्विवेदी ने कहा कि यह अजीब बात है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ लोगों की न्याय संबंधी शिकायतें हैं उसने इस तरह का उपवास किया। उपवास को लेकर राजग के घटक जदयू और शिवसेना की ओर से आ रहे विरोधाभासी संकेतों के मद्देनजर उन्होंने कहा कि अगर जदयू और शिवसेना उपवास के साथ नहीं हैं तो राजग कहां है। उन्होंने कहा कि मोदी की प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेशबंदी को लेकर भाजपा में सब कुछ ठीकठाक नहीं है। उन्होंने कहा उस पार्टी में लोगों से पूछिये कि मोदी के उपवास का किसने स्वागत किया है। अंदर वे कैसा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में चाहे वह उपवास हो या रथ यात्रा हो यह सब पार्टी पर नियंत्रण हासिल करने की राजनीति हैं। इन दिनों भाजपा में हर कोई अपना वर्चस्व कायम करने के प्रयास में लगा हुआ है। एक संगठन के रूप में आरएसएस यह कर रही है जबकि बाकी सब अपनी व्यक्तिगत क्षमता से ऐसा कर रहे हैं। अगर ऐसी परिस्थितियों में मोदी उपवास का ड्रामा कर रहे हैं तो इसमें आश्चर्यजनक क्या है। यह तो महज शुरूआत है। देखिये 2014 तक चीजें क्या आकार लेती हैं जब लोकसभा के चुनाव होंगे।
संक्षिप्त सारांश: कांग्रेस इस बात को लेकर प्रसन्न है कि प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में नरेन्द्र मोदी की पेशबंदी ने राजग में दरार पैदा कर दी है।
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद (IIT Hyderabad) के छात्र मार्क एंड्रयू चार्ल्स ने कोर्स में और भावी जीवन में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के डर से आत्महत्या कर ली. चार्ल्स अगले तीन दिनों में आईआईटी-एच से मास्टर ऑफ डिजाइनिंग का कोर्स पूरा करने वाले थे. उन्हें डर था कि उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहेगा. 25 वर्षीय चार्ल्स उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले थे. इस सप्ताह उन्हें एक प्रेजेंटेशन देना था जिसके बाद उनका कोर्स पूरा हो जाता. पुलिस ने कहा कि छात्र का शव संगारेड्डी जिले के कांडी के आईआईटी-एच कैंपस के उनके कमरे से मंगलवार को बरामद किया गया. बार-बार दरवाजा खटखटाने के बाद जब नहीं खुला तो उनके दोस्तों ने दरवाजे को तोड़ दिया और वह कमरे में छत से लटके मिले. पुलिस के अनुसार, चार्ल्स ने हाल ही में परीक्षा दी थी. चार्ल्स ने छह पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि छात्र ने आत्महत्या का कारण खराब अंक का मिलना व नौकरी पाने में विफलता को बताया है. उन्होंने लिखा है, "मेरे पास नौकरी नहीं है, शायद मुझे नहीं मिलेगी. कोई भी एक असफल व्यक्ति को नहीं रखता. मेरी ग्रेड शीट को देखकर ताज्जुब होता है. यह एक वर्णमाला चार्ट की तरह दिखती है." अगर सुसाइड नोट से अंदाज लगाया जाए तो साफ लग रहा है कि चार्ल्स जीवन के कड़े संघर्ष को संभाल नहीं सके और हार मान बैठे. दुनिया से जाते वक्त उन्हें इस बात का मलाल भी था अन्यथा, वह ऐसे इंसान थे जिसे अपने परिवार, दोस्तों और देश-समाज से पूरा स्नेह था. उन्होंने लिखा कि वह अपने माता-पिता के त्याग के साथ न्याय नहीं कर सके. उन्होंने लिखा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं आप सभी को निराश कर दूंगा. मुझे मिस मत करिएगा, मैं इसके लायक नहीं हूं. मैं योग्य नहीं हूं."  चार्ल्स ने अपने भाई को सलाह दी कि वह बहादुर बने और उन चीजों से दूर रहे जो उसके करियर को तबाह कर सकती है. उन्होंने अपने दोस्तों से कहा कि जिंदगी को आईटी उद्योग में ही न खपा देना, बल्कि खुश रहकर जिंदगी जीना. चार्ल्स ने लिखा, "आईटी में काम करते-करते अपनी लाइफ मत भूल जाना. रोज जीना. एक ही जिंदगी मिली है." चार्ल्स ने सुसाइड नोट में अपने माता-पिता से आग्रह किया कि वे उन्हें दफनाएं नहीं बल्कि उनके शव को मेडिकल इस्तेमाल के लिए दान कर दें. उन्होंने लिखा, " मैं भारत के भावी चिकित्सकों के लिए एक आदर्श शव साबित होऊंगा.
संक्षिप्त पाठ: मार्क एंड्रयू चार्ल्स ने कम नंबर के डर से सुसाइड किया. चार्ल्स उत्तर प्रदेश के वाराणसी के रहने वाले थे. चार्ल्स ने नोट में लिखा- उनके शव को मेडिकल इस्तेमाल के लिए दान किया जाए.
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली से पटना दो घंटे का रास्ता है. हम चीफ सेक्रेटरी को भी कोर्ट में खड़ा कर सकते हैं. कोर्ट ने बिहार सरकार के वकील से कहा कि अगर सारी जानकारी नहीं दे सकते तो किसी अफसर को बुलाइए. अब बहुत हो गया. हालांकि, बिहार सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया कि 110 शेल्टर होम हैं. लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि हम मुश्किल वाले सवाल पूछेंगे. बेहतर होगा कि आप सारी जानकारी हासिल करें. वरना हम जानते हैं कि जानकारी कैसे हासिल करनी है? हम दो घंटे में चीफ सेक्रेटरी को कोर्ट में खड़ा कर सकते हैं. कम से कम बच्चों को तो बख्श दीजिए साथ ही सीजेआई ने कहा कि जिन लोगों ने यह किया है वो सजा से बच नहीं पाएंगे. कानून अपना काम करेगा. लेकिन शेल्टर होम में जो चल रहा था, उसे इजाजत नहीं दी जा सकती. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम की निगरानी कर रहे ज्वाइंट डायरेक्टर एके शर्मा के ट्रांसफर पर कड़ी नाराजगी जताई. चीफ जस्टिस ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बिना अनुमति के उनका ट्रांसफर नहीं होगा तो यह ट्रांसफर क्यों किया गया. क्या कैबिनेट कमेटी को बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसफर ना करने के आदेश दिए हैं?  अब केंद्र इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब देगा. बता दें, मुजफ्फपुर शेल्टर होम मामले में सुप्रीम कोर्ट अहम सुनवाई कर रहा है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने मामले के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें ठाकुर ने अपने साथ पटियाला की जेल में मारपीट का आरोप लगाया था. इसके अलावा कोर्ट ने ठाकुर की उस याचिका को भी खारिज कर दिया था, जिसमें उसने बालिका गृह को तोड़े जाने पर रोक लगाने की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के बाद बिहार के 16 शेल्टर होम के मामलों को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया था.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: शेल्टर होम मामले पर बिहार सरकार को फटकार कहा- हमें बताइए सरकार कैसे चला रहे हैं 'बच्चों को तो बख्श दीजिए'
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के समारोहों का 'राजनीतिकरण' करने को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पर बृहस्पतिवार को हमला बोला. उन्होंने पार्टी पर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के संयुक्त उत्सव की उनकी सरकार की योजना को बाधित करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पंजाब के मंत्रियों, सांसदों एवं विधायकों को पाकिस्तान के श्री ननकाना साहिब जाने देने के लिए अनुमति/ वीजा नहीं देने को 'अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया. वहीं पंजाब के सहकारी मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गलियारे के उद्घाटन के लिए 'समानांतर मंच' निर्माण के केंद्र के फैसले पर आपत्ति जताई. जयंती समारहों के लिए व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गौरव का अवसर है जिसे उनकी सरकार तुच्छ राजनीतिक विचारों से ऊपर उठकर साथ में मनाना चाहती थी. हालांकि उन्होंने कहा कि शिअद ने संयुक्त समारोह के राज्य सरकार के सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया. उन्होंने इसे लेकर अकालियों, खासकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल पर हमला बोला. सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए 550 करोड़ रुपए खर्च किए, लेकिन पूरे कार्यक्रम को अकालियों और उनकी सहयोगी भाजपा ने राजनीतिक नाटक में बदल लिया.
यहाँ एक सारांश है:गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के समारोहों का 'राजनीतिकरण' करने का आरोप शिअद ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के संयुक्त उत्सव की तैयारी को बाधित किया सरकार ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए 550 करोड़ रुपए खर्चे
4
['hin']
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रीय डोपिंग निरोधी संस्था (नाडा) ने इस वर्ष की शुरुआत में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की दोषी पाई गईं एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली अश्विनी अकुंजी सहित छह एथलीटों पर शुक्रवार को एक वर्ष का प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। नाडा के इस फैसले के बाद अकुंजी और बाकी एथलीटों के लंदन ओलिंपिक में हिस्सा लेने का सपना धरा का धरा रह गया है। अकुंजी के अलावा मनदीप कौर, सिनी जोस, मैरी तियाना थॉमस, प्रियंका पवार और जुआन मुर्मू पर प्रतिबंध लगाया गया है। नाडा की अनुशासनात्मक समिति के प्रमुख दिनेश दयाल ने कहा कि चूंकि इन खिलाड़ियों ने किसी अंतरराष्ट्रीय आयोजन के दौरान प्रतिबंधित दवाइयों का सेवन नहीं किया था, लिहाजा उनके खिलाफ थोड़ा नरम रवैया दिखाया गया है। इस तरह की गलती साबित होने पर कम से कम दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया जाता है। नाडा के महानिदेशक राहुल भटनागर ने कहा है कि ये एथलीट उसकी अपीलीय समिति के सामने इस सजा के खिलाफ अपील कर सकती हैं लेकिन इन खिलाड़ियों के वकीलों का कहना है कि कोई भी अपील करने से पहले वे सजा से सम्बंधित नाडा के फैसले की मूल प्रति पर गौर करना चाहेंगे।
संक्षिप्त सारांश: नाडा ने एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली अश्विनी अकुंजी सहित छह एथलीटों पर शुक्रवार को एक वर्ष का प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
8
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मोहम्मद अली जिन्ना और लार्ड माउंटबेटन दोनों ही पाकिस्तान का गर्वनर जनरल बनना चाहते थे और महात्मा गांधी एक ऐसे जादूगर थे जिनमें लोगों को प्रभावित करने की अद्भुत क्षमता थी। बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान के हाल ही में जारी संस्मरण में इसका उल्लेख किया गया है। मुजीब ने यह संस्मरण 1967 और 1969 के बीच जेल में लिखा था। यह संस्मरण पूरा नहीं हो सका हालांकि इसमें कोलकाता में पाकिस्तान के लिए छात्र कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने के दिनों का उल्लेख किया गया है। इसमें 1952 के बांग्ला भाषा के आंदोलन से लेकर बांग्लादेश के स्वतंत्रता और स्व शासन के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। संस्मरण में उस दौर की अनिश्चितताओं और उम्मीदों का उल्लेख किया गया है। अंतिम नोटबुक में 1955 के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। मुजीब की डायरी 2004 में सामने आई और इसे ऐतिहासिक घटना करार दिया गया था। यह नोटबुक उनकी पु़त्री और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पास थी। यह काफी खराब स्थिति में थी और बदरंग हो गई थी। इसका काफी सावधानीपूर्वक बांग्ला से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..‘‘महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया। यह व्यक्ति (गांधी) जादूगर था। लोग रोने लगे। पूरा महौल तत्काल बदल गया।’’टिप्पणियां मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। मुजीब ने यह संस्मरण 1967 और 1969 के बीच जेल में लिखा था। यह संस्मरण पूरा नहीं हो सका हालांकि इसमें कोलकाता में पाकिस्तान के लिए छात्र कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने के दिनों का उल्लेख किया गया है। इसमें 1952 के बांग्ला भाषा के आंदोलन से लेकर बांग्लादेश के स्वतंत्रता और स्व शासन के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। संस्मरण में उस दौर की अनिश्चितताओं और उम्मीदों का उल्लेख किया गया है। अंतिम नोटबुक में 1955 के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। मुजीब की डायरी 2004 में सामने आई और इसे ऐतिहासिक घटना करार दिया गया था। यह नोटबुक उनकी पु़त्री और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पास थी। यह काफी खराब स्थिति में थी और बदरंग हो गई थी। इसका काफी सावधानीपूर्वक बांग्ला से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..‘‘महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया। यह व्यक्ति (गांधी) जादूगर था। लोग रोने लगे। पूरा महौल तत्काल बदल गया।’’टिप्पणियां मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। इसमें 1952 के बांग्ला भाषा के आंदोलन से लेकर बांग्लादेश के स्वतंत्रता और स्व शासन के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। संस्मरण में उस दौर की अनिश्चितताओं और उम्मीदों का उल्लेख किया गया है। अंतिम नोटबुक में 1955 के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष का उल्लेख किया गया है। मुजीब की डायरी 2004 में सामने आई और इसे ऐतिहासिक घटना करार दिया गया था। यह नोटबुक उनकी पु़त्री और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पास थी। यह काफी खराब स्थिति में थी और बदरंग हो गई थी। इसका काफी सावधानीपूर्वक बांग्ला से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..‘‘महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया। यह व्यक्ति (गांधी) जादूगर था। लोग रोने लगे। पूरा महौल तत्काल बदल गया।’’टिप्पणियां मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। मुजीब की डायरी 2004 में सामने आई और इसे ऐतिहासिक घटना करार दिया गया था। यह नोटबुक उनकी पु़त्री और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पास थी। यह काफी खराब स्थिति में थी और बदरंग हो गई थी। इसका काफी सावधानीपूर्वक बांग्ला से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..‘‘महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया। यह व्यक्ति (गांधी) जादूगर था। लोग रोने लगे। पूरा महौल तत्काल बदल गया।’’टिप्पणियां मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..‘‘महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया। यह व्यक्ति (गांधी) जादूगर था। लोग रोने लगे। पूरा महौल तत्काल बदल गया।’’टिप्पणियां मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। मुजीब की 15 अगस्त 1975 को सैन्य विद्रोह में हत्या कर दी गई थी। मुजीब ने संस्मरण में लिखा कि जब महात्मा गांधी ने दंगा करने वालों से हिंसा छोड़ने को कहा तब उन्होंने जोर दिया कि अगर वे ऐसा करेंगे तो वह (गांधी) भूख हड़ताल पर चले जायेंगे। बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के जनक ने संस्मरण में लिखा कि भारत की स्वतंत्रता से पहले वायसराय लार्ड माउंटबेट कांग्रेस की हर तरह से मदद कर रहे थे। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है। उन्होंने लिखा, ‘‘वह (माउंटबेटन) भारत और पाकिसतान दोनों के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। लेकिन जिन्ना इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह स्वयं पाकिस्तान के गर्वनर जनरल बनना चाहते थे। संभवत: वह लार्ड माउंटबेटन के बारे में अच्छा विचार नहीं रखते थे।’’ मुजीब के अनुसार, ‘‘इससे माउंटबेटन इतने क्षुब्ध हो गए कि वह पाकिस्तान के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के स्तर तक पहुंच गए थे। सीमा निर्धारण का कार्य हालांकि रेडक्लिफ को सौंपा गया लेकिन कई लोगों का मानना है कि माउंटबेटन गुप्त रूप से कांग्रेस के साथ काम रहे थे।’’ उन्होंने जिन्ना को सबसे चतुर व्यक्ति करार दिया। ‘‘मुझे संदेह है कि लार्ड माउंटबेअन अगर गर्वनर जनरल बन गए होते तब पाकिस्तान को इतना नुकसान पहुंचाते।’’ पेंग्विन इंडिया की ओर से प्रकाशित इस पुस्तक की प्रस्तावना हसीना ने लिखी है।
मुजीब ने लिखा कि ऐसे समय जब मुसलमानों पर हमले हो रहे थे और गांधी किसी से बात नहीं कर रहे थे या भाषण नहीं दे रहे थे..'महात्मा गांधी ने इस मौके पर कुछ लिखा और उनके सचिव ने पढ़ कर सुनाया।'
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आंध्र प्रदेश के कडापा जिले में गुरुवार को दिनदहाड़े दो लोगों ने धारदार हथियार से एक 32 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी. बीच सड़क पर हमलावर बार-बार शख्‍स पर धारदार हथियार से हमला करते रहे और पास खड़े लोग वारदात होते देखते रहे. भीड़ में से कोई भी पीड़ित की मदद के लिए आगे नहीं आया. बताया जा रहा है कि रंजिशन यह हत्या की गई है.  पीड़ित की पहचान 32 वर्षीय मारुति रेड्डी के रूप में हुई है. वह ऑटो रिक्‍शा से कोर्ट की तरफ जा रहे थे, तभी दो लोग, जोकि भाई बताए जा रहे हैं, उन्‍होंने रेड्डी पर हमला किया और उन्‍हें ऑटो रिक्शा से बाहर उतार लिया. मारुति रेड्डी ने भागने की कोशिश की, लेकिन वह सड़क के बीच में बने डिवाइडर से टकराकर गिर गए. यह सारी घटना इलाके में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें दिख रहा है कि एक शख्‍स रेड्डी को पकड़ता है, जबकि दूसरा उन पर हथियार से बार-बार हमला करता है. रेड्डी पर हथियार से 11 बार वार किया गया. सड़क के दोनों किनारों से लोग बस वारदात होते देख रहे थे. घटनास्‍थल एक अदालत से कुछ सौ गज की दूरी पर था. जब हत्‍यारों ने वारदात को अंजाम दे दिया, वे आराम से वहां से चले गए. कुछ लोग मदद करने की बजाय इस घटना की वीडियो बनाने में लगे थे.टिप्पणियां दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस का कहना है कि रेड्डी की बहन हत्यारों के बहनोई के साथ संबंध था, जिसके चलते दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था.  स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी. पीड़ित की पहचान 32 वर्षीय मारुति रेड्डी के रूप में हुई है. वह ऑटो रिक्‍शा से कोर्ट की तरफ जा रहे थे, तभी दो लोग, जोकि भाई बताए जा रहे हैं, उन्‍होंने रेड्डी पर हमला किया और उन्‍हें ऑटो रिक्शा से बाहर उतार लिया. मारुति रेड्डी ने भागने की कोशिश की, लेकिन वह सड़क के बीच में बने डिवाइडर से टकराकर गिर गए. यह सारी घटना इलाके में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें दिख रहा है कि एक शख्‍स रेड्डी को पकड़ता है, जबकि दूसरा उन पर हथियार से बार-बार हमला करता है. रेड्डी पर हथियार से 11 बार वार किया गया. सड़क के दोनों किनारों से लोग बस वारदात होते देख रहे थे. घटनास्‍थल एक अदालत से कुछ सौ गज की दूरी पर था. जब हत्‍यारों ने वारदात को अंजाम दे दिया, वे आराम से वहां से चले गए. कुछ लोग मदद करने की बजाय इस घटना की वीडियो बनाने में लगे थे.टिप्पणियां दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस का कहना है कि रेड्डी की बहन हत्यारों के बहनोई के साथ संबंध था, जिसके चलते दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था.  स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी. यह सारी घटना इलाके में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें दिख रहा है कि एक शख्‍स रेड्डी को पकड़ता है, जबकि दूसरा उन पर हथियार से बार-बार हमला करता है. रेड्डी पर हथियार से 11 बार वार किया गया. सड़क के दोनों किनारों से लोग बस वारदात होते देख रहे थे. घटनास्‍थल एक अदालत से कुछ सौ गज की दूरी पर था. जब हत्‍यारों ने वारदात को अंजाम दे दिया, वे आराम से वहां से चले गए. कुछ लोग मदद करने की बजाय इस घटना की वीडियो बनाने में लगे थे.टिप्पणियां दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस का कहना है कि रेड्डी की बहन हत्यारों के बहनोई के साथ संबंध था, जिसके चलते दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था.  स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी. सड़क के दोनों किनारों से लोग बस वारदात होते देख रहे थे. घटनास्‍थल एक अदालत से कुछ सौ गज की दूरी पर था. जब हत्‍यारों ने वारदात को अंजाम दे दिया, वे आराम से वहां से चले गए. कुछ लोग मदद करने की बजाय इस घटना की वीडियो बनाने में लगे थे.टिप्पणियां दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस का कहना है कि रेड्डी की बहन हत्यारों के बहनोई के साथ संबंध था, जिसके चलते दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था.  स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी. दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पुलिस का कहना है कि रेड्डी की बहन हत्यारों के बहनोई के साथ संबंध था, जिसके चलते दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था.  स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी. स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक या गुटनिरपेक्ष लड़ाई वजह नहीं थी.
संक्षिप्त पाठ: सड़क के दोनों किनारों से लोग बस वारदात होते देख रहे थे. रेड्डी पर हथियार से 11 बार वार किया गया. दोनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है.
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाले गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे इलाज कराने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे और फिर गुड़गांव के लिए रवाना हो गए। वह पीठ के दर्द और खांसी से परेशान हैं। हजारे (74) पुणे से रवाना होने के बाद दिन में डेढ़ बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां से उन्हें गुडगांव के मेदान्ता अस्पताल ले जाया गया। उनके नजदीकी साथियों ने बताया कि हजारे की ‘विस्तृत चिकित्सा जांच’ की जाएगी क्योंकि वह लगातार पीठ के दर्द और खांसी से परेशान हैं।टिप्पणियां हजारे का इससे पहले संचेती अस्पताल में ब्रांकाइटिस अस्पताल में इलाज कराया गया था। इससे पहले भी रामलीला मैदान में 12 दिन के अनशन के खत्म करने के बाद हजारे का मेदांता अस्पताल में इलाज किया गया था। नरेश त्रेहन के नेतृत्व में डाक्टरों का एक दल रामलीला मैदान में उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा था। हजारे के खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें जेल भरो आंदोलन को वापस लेना पड़ा और पांच चुनावी राज्यों में यात्रा करने की योजना को रद्द करना पड़ा। हजारे (74) पुणे से रवाना होने के बाद दिन में डेढ़ बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां से उन्हें गुडगांव के मेदान्ता अस्पताल ले जाया गया। उनके नजदीकी साथियों ने बताया कि हजारे की ‘विस्तृत चिकित्सा जांच’ की जाएगी क्योंकि वह लगातार पीठ के दर्द और खांसी से परेशान हैं।टिप्पणियां हजारे का इससे पहले संचेती अस्पताल में ब्रांकाइटिस अस्पताल में इलाज कराया गया था। इससे पहले भी रामलीला मैदान में 12 दिन के अनशन के खत्म करने के बाद हजारे का मेदांता अस्पताल में इलाज किया गया था। नरेश त्रेहन के नेतृत्व में डाक्टरों का एक दल रामलीला मैदान में उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा था। हजारे के खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें जेल भरो आंदोलन को वापस लेना पड़ा और पांच चुनावी राज्यों में यात्रा करने की योजना को रद्द करना पड़ा। उनके नजदीकी साथियों ने बताया कि हजारे की ‘विस्तृत चिकित्सा जांच’ की जाएगी क्योंकि वह लगातार पीठ के दर्द और खांसी से परेशान हैं।टिप्पणियां हजारे का इससे पहले संचेती अस्पताल में ब्रांकाइटिस अस्पताल में इलाज कराया गया था। इससे पहले भी रामलीला मैदान में 12 दिन के अनशन के खत्म करने के बाद हजारे का मेदांता अस्पताल में इलाज किया गया था। नरेश त्रेहन के नेतृत्व में डाक्टरों का एक दल रामलीला मैदान में उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा था। हजारे के खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें जेल भरो आंदोलन को वापस लेना पड़ा और पांच चुनावी राज्यों में यात्रा करने की योजना को रद्द करना पड़ा। हजारे का इससे पहले संचेती अस्पताल में ब्रांकाइटिस अस्पताल में इलाज कराया गया था। इससे पहले भी रामलीला मैदान में 12 दिन के अनशन के खत्म करने के बाद हजारे का मेदांता अस्पताल में इलाज किया गया था। नरेश त्रेहन के नेतृत्व में डाक्टरों का एक दल रामलीला मैदान में उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा था। हजारे के खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें जेल भरो आंदोलन को वापस लेना पड़ा और पांच चुनावी राज्यों में यात्रा करने की योजना को रद्द करना पड़ा। नरेश त्रेहन के नेतृत्व में डाक्टरों का एक दल रामलीला मैदान में उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा था। हजारे के खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें जेल भरो आंदोलन को वापस लेना पड़ा और पांच चुनावी राज्यों में यात्रा करने की योजना को रद्द करना पड़ा।
सारांश: भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाले गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे इलाज कराने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे और फिर गुड़गांव के लिए रवाना हो गए।
7
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दूरसंचार कंपनी एतिसलात डीबी पर 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में फेमा उल्लंघन के कई मामलों में 7,000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा उल्लंघन पर सक्षम निर्णायक प्राधिकरण के समक्ष अपनी शिकायत में कहा है कि कंपनी पर यह जुर्माना देश और देश के बाहर विदेशी विनिमय नियमों के संदिग्ध उल्लंघन में लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय के विशेष निदेशक बालेश कुमार ने दिल्ली क्षेत्र के जांच अधिकारी राजेश्वर सिंह द्वारा की गई जांच के आधार पर इस आदेश को मंजूरी दे दी। निदेशालय के सूत्रों ने कहा कि यूएई की एतिसलात तथा डीबी रीयल्टी समूह के संयुक्त उद्यम को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है और उससे पूछा गया है कि क्यों न उस पर 7,000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाए। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में पाया कि कंपनी ने कई मोर्चे पर विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) का उल्लंघन किया है। कंपनी ने विदेशों से मिले फंड की प्राप्ति के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक को निर्धारित समय के भीतर सूचित नहीं किया। इस उपक्रम में विदेशी भागीदार के रूप में एतिसलात की 45 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। एतिसलात डीबी को पूर्व में स्वान टेलीकॉम के नाम से जाना जाता था। इससे पहले एजेंसी ने शाहिद बलवा प्रवर्तित स्वान टेलीकॉम पर 3,608 करोड़ रुपये के फेमा उल्लंघन का आरोप लगाया था।
यह एक सारांश है: ईडी ने कंपनी पर 2जी घोटाले में फेमा उल्लंघन के मामलों में 7,000 करोड़ का जुर्माना लगाया है। एतिसलात डीबी को स्वान टेलीकॉम के नाम से जाना जाता था।
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: आम आदमी पार्टी के भीतर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुरू से ही पार्टी के ख़िलाफ़ बाग़ी सुर रखने वाले विधायक पंकज पुष्कर एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के विरोध में खड़े हैं.टिप्पणियां तीमारपुर से विधायक पुष्कर वज़ीराबाद वाटर वर्क्स के सामने बुधवार को धरने पर बैठे. साथ ही पार्टी विरोधी कुछ तस्वीरों के साथ प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर सरकार पर सवाल भी उठाए. पंकज पुष्कर का आरोप है कि सरकार पानी देने में भेदभाव कर रही है. उत्तरी दिल्ली को सबसे कम पानी दिया जा रहा है. पंकज पुष्कर ने कहा कि पानी की समस्या के लिए जल बोर्ड दोषी है न कि हरियाणा... जबकि कल डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में हो रही पानी की क़िल्लत के लिए हरियाणा को ज़िम्मेदार ठहराया था. तीमारपुर से विधायक पुष्कर वज़ीराबाद वाटर वर्क्स के सामने बुधवार को धरने पर बैठे. साथ ही पार्टी विरोधी कुछ तस्वीरों के साथ प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर सरकार पर सवाल भी उठाए. पंकज पुष्कर का आरोप है कि सरकार पानी देने में भेदभाव कर रही है. उत्तरी दिल्ली को सबसे कम पानी दिया जा रहा है. पंकज पुष्कर ने कहा कि पानी की समस्या के लिए जल बोर्ड दोषी है न कि हरियाणा... जबकि कल डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में हो रही पानी की क़िल्लत के लिए हरियाणा को ज़िम्मेदार ठहराया था. पंकज पुष्कर का आरोप है कि सरकार पानी देने में भेदभाव कर रही है. उत्तरी दिल्ली को सबसे कम पानी दिया जा रहा है. पंकज पुष्कर ने कहा कि पानी की समस्या के लिए जल बोर्ड दोषी है न कि हरियाणा... जबकि कल डिप्‍टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में हो रही पानी की क़िल्लत के लिए हरियाणा को ज़िम्मेदार ठहराया था.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पंकज पुष्कर एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के विरोध में खड़े हैं. पुष्कर वज़ीराबाद वाटर वर्क्स के सामने बुधवार को धरने पर बैठे. पार्टी विरोधी तस्वीरों के साथ प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर सरकार पर सवाल भी उठाए.
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि कागजों पर लालू जी की उम्र भले ही 70 साल की हो गई हो, लेकिन वो अभी इतनी उम्र के लगते कहां है? उन्होंने कहा, अभी भी इनमें वही जोश है, जो छात्र जीवन में हुआ करता था. ये जोश हमेशा बरकरार रहे, मेरी यही शुभकामना है. लालू के जन्मदिन के मौके पर उनके बेटे और बिहार के पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश के हाथों राज्य के दो मेगा ब्रिज का उद्घाटन करवाया. इस सरकारी कार्यक्रम में खुद आरजेडी प्रमुख लालू यादव भी मौजूद थे. विपक्ष के नेता सुशील मोदी ने लालू यादव के जन्मदिन पर इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आपत्ति जताई थी. सुशील मोदी की आलोचना का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सवाल उठाकर दिया कि जिस दीघा-सोनपुर ब्रिज के रेल सेवा का उद्घाटन किया गया था, उस वक्त केंद्र की बीजेपी ने सरकार बिहार के मुख्यमंत्री और उस वक्त के रेलमंत्री (मतलब नीतीश कुमार को) आमंत्रित करने की जरूरत भी नहीं समझी थी, जिसके कार्यकाल में इस ब्रिज का कार्य आरंभ हुआ था. जहां तक इस सेतु का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण पर करने की बात है, तो ये फैसला 2002 में कार्यक्रम के समय ही हो गया था. तब सेतु के रेल लाइन के उद्घाटन के समय नामकरण क्यों नहीं किया गया. नीतीश ने बीजेपी नेताओं को सलाह दी कि चुनाव से पहले उन्होंने जितने वादा किए हैं, उसे पूरा करे. उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार सरकार का सवाल है, वो पूरी निष्ठा से अपना काम करती रहेगी. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने माना कि सड़क पुल के निर्माण में रेल मंत्री के रूप में लालू यादव की बहुत अहम भूमिका रही.  दरअसल नीतीश कुमार के रेल मंत्री के कार्यकाल में मात्र रेल पुल पर ही काम शुरू हुआ था, लेकिन बाद में जब नीतीश मुख्यमंत्री थे और लालू रेल मंत्री तब इस सड़क ब्रिज पर काम शुरू हुआ. इससे राजधानी पटना का उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों से न केवल दूरी कम होगी, बल्कि गांधी सेतु पर भी वाहनों का भार काम होगा. फिलहाल गांधी सेतु पर मरम्मत का काम जारी है. रविवार को दीघा-सोनपुर के अलावा आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु पर भी वाहनों का आवागमन शुरू हुआ.टिप्पणियां कई महीनों के बाद किसी कार्यक्रम में एक साथ भाषण देने के मौका का पूरा फायदा उठाते हुए लालू यादव ने कहा कि सब लोग उनसे  पूछते हैं कि नीतीश के साथ संबंध ठीक हैं ना? लालू ने कहा कि जिनकी लार टपक रही है, वैसे लोगों को हम मौका देने वाले नहीं हैं. लालू ने कहा कि उन्हें कोई लालच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें कि अधिकारियों का ट्रासंफर उनके कारण नहीं हो रहा या वो सरकार नहीं चलने नहीं दे रहे, ये सब सरासर गलत हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं. लालू के जन्मदिन के मौके पर उनके बेटे और बिहार के पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश के हाथों राज्य के दो मेगा ब्रिज का उद्घाटन करवाया. इस सरकारी कार्यक्रम में खुद आरजेडी प्रमुख लालू यादव भी मौजूद थे. विपक्ष के नेता सुशील मोदी ने लालू यादव के जन्मदिन पर इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आपत्ति जताई थी. सुशील मोदी की आलोचना का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सवाल उठाकर दिया कि जिस दीघा-सोनपुर ब्रिज के रेल सेवा का उद्घाटन किया गया था, उस वक्त केंद्र की बीजेपी ने सरकार बिहार के मुख्यमंत्री और उस वक्त के रेलमंत्री (मतलब नीतीश कुमार को) आमंत्रित करने की जरूरत भी नहीं समझी थी, जिसके कार्यकाल में इस ब्रिज का कार्य आरंभ हुआ था. जहां तक इस सेतु का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण पर करने की बात है, तो ये फैसला 2002 में कार्यक्रम के समय ही हो गया था. तब सेतु के रेल लाइन के उद्घाटन के समय नामकरण क्यों नहीं किया गया. नीतीश ने बीजेपी नेताओं को सलाह दी कि चुनाव से पहले उन्होंने जितने वादा किए हैं, उसे पूरा करे. उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार सरकार का सवाल है, वो पूरी निष्ठा से अपना काम करती रहेगी. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने माना कि सड़क पुल के निर्माण में रेल मंत्री के रूप में लालू यादव की बहुत अहम भूमिका रही.  दरअसल नीतीश कुमार के रेल मंत्री के कार्यकाल में मात्र रेल पुल पर ही काम शुरू हुआ था, लेकिन बाद में जब नीतीश मुख्यमंत्री थे और लालू रेल मंत्री तब इस सड़क ब्रिज पर काम शुरू हुआ. इससे राजधानी पटना का उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों से न केवल दूरी कम होगी, बल्कि गांधी सेतु पर भी वाहनों का भार काम होगा. फिलहाल गांधी सेतु पर मरम्मत का काम जारी है. रविवार को दीघा-सोनपुर के अलावा आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु पर भी वाहनों का आवागमन शुरू हुआ.टिप्पणियां कई महीनों के बाद किसी कार्यक्रम में एक साथ भाषण देने के मौका का पूरा फायदा उठाते हुए लालू यादव ने कहा कि सब लोग उनसे  पूछते हैं कि नीतीश के साथ संबंध ठीक हैं ना? लालू ने कहा कि जिनकी लार टपक रही है, वैसे लोगों को हम मौका देने वाले नहीं हैं. लालू ने कहा कि उन्हें कोई लालच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें कि अधिकारियों का ट्रासंफर उनके कारण नहीं हो रहा या वो सरकार नहीं चलने नहीं दे रहे, ये सब सरासर गलत हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं. सुशील मोदी की आलोचना का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सवाल उठाकर दिया कि जिस दीघा-सोनपुर ब्रिज के रेल सेवा का उद्घाटन किया गया था, उस वक्त केंद्र की बीजेपी ने सरकार बिहार के मुख्यमंत्री और उस वक्त के रेलमंत्री (मतलब नीतीश कुमार को) आमंत्रित करने की जरूरत भी नहीं समझी थी, जिसके कार्यकाल में इस ब्रिज का कार्य आरंभ हुआ था. जहां तक इस सेतु का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण पर करने की बात है, तो ये फैसला 2002 में कार्यक्रम के समय ही हो गया था. तब सेतु के रेल लाइन के उद्घाटन के समय नामकरण क्यों नहीं किया गया. नीतीश ने बीजेपी नेताओं को सलाह दी कि चुनाव से पहले उन्होंने जितने वादा किए हैं, उसे पूरा करे. उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार सरकार का सवाल है, वो पूरी निष्ठा से अपना काम करती रहेगी. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने माना कि सड़क पुल के निर्माण में रेल मंत्री के रूप में लालू यादव की बहुत अहम भूमिका रही.  दरअसल नीतीश कुमार के रेल मंत्री के कार्यकाल में मात्र रेल पुल पर ही काम शुरू हुआ था, लेकिन बाद में जब नीतीश मुख्यमंत्री थे और लालू रेल मंत्री तब इस सड़क ब्रिज पर काम शुरू हुआ. इससे राजधानी पटना का उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों से न केवल दूरी कम होगी, बल्कि गांधी सेतु पर भी वाहनों का भार काम होगा. फिलहाल गांधी सेतु पर मरम्मत का काम जारी है. रविवार को दीघा-सोनपुर के अलावा आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु पर भी वाहनों का आवागमन शुरू हुआ.टिप्पणियां कई महीनों के बाद किसी कार्यक्रम में एक साथ भाषण देने के मौका का पूरा फायदा उठाते हुए लालू यादव ने कहा कि सब लोग उनसे  पूछते हैं कि नीतीश के साथ संबंध ठीक हैं ना? लालू ने कहा कि जिनकी लार टपक रही है, वैसे लोगों को हम मौका देने वाले नहीं हैं. लालू ने कहा कि उन्हें कोई लालच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें कि अधिकारियों का ट्रासंफर उनके कारण नहीं हो रहा या वो सरकार नहीं चलने नहीं दे रहे, ये सब सरासर गलत हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने माना कि सड़क पुल के निर्माण में रेल मंत्री के रूप में लालू यादव की बहुत अहम भूमिका रही.  दरअसल नीतीश कुमार के रेल मंत्री के कार्यकाल में मात्र रेल पुल पर ही काम शुरू हुआ था, लेकिन बाद में जब नीतीश मुख्यमंत्री थे और लालू रेल मंत्री तब इस सड़क ब्रिज पर काम शुरू हुआ. इससे राजधानी पटना का उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों से न केवल दूरी कम होगी, बल्कि गांधी सेतु पर भी वाहनों का भार काम होगा. फिलहाल गांधी सेतु पर मरम्मत का काम जारी है. रविवार को दीघा-सोनपुर के अलावा आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु पर भी वाहनों का आवागमन शुरू हुआ.टिप्पणियां कई महीनों के बाद किसी कार्यक्रम में एक साथ भाषण देने के मौका का पूरा फायदा उठाते हुए लालू यादव ने कहा कि सब लोग उनसे  पूछते हैं कि नीतीश के साथ संबंध ठीक हैं ना? लालू ने कहा कि जिनकी लार टपक रही है, वैसे लोगों को हम मौका देने वाले नहीं हैं. लालू ने कहा कि उन्हें कोई लालच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें कि अधिकारियों का ट्रासंफर उनके कारण नहीं हो रहा या वो सरकार नहीं चलने नहीं दे रहे, ये सब सरासर गलत हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं. कई महीनों के बाद किसी कार्यक्रम में एक साथ भाषण देने के मौका का पूरा फायदा उठाते हुए लालू यादव ने कहा कि सब लोग उनसे  पूछते हैं कि नीतीश के साथ संबंध ठीक हैं ना? लालू ने कहा कि जिनकी लार टपक रही है, वैसे लोगों को हम मौका देने वाले नहीं हैं. लालू ने कहा कि उन्हें कोई लालच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें कि अधिकारियों का ट्रासंफर उनके कारण नहीं हो रहा या वो सरकार नहीं चलने नहीं दे रहे, ये सब सरासर गलत हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं. हाल के दिनों में इनकम टैक्स विभाग और अन्य जांच एजेंसियो के घेरे में आए लालू ने माना कि वो 'परेशानी के नक्षत्र' में पैदा हुए हैं, इसलिए समस्या उनके जीवन में आती रहेगी. लालू ने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार पूरे समय चले, इसके लिए वह प्रतिबद्ध हैं.
यह एक सारांश है: लालू के जन्मदिन के मौके पर नीतीश ने दो मेगा ब्रिज का उद्घाटन किया नीतीश ने कहा- लालू जी में अब भी छात्र जीवन वाला जोश है लालू ने विपक्षी नेताओं पर कसा तंज- लार टपकाने वालों को हम मौका नहीं देंगे
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: रेल के यात्रियों पर एक कुल्हाड़ी और एक चाकू से वार करके तीन लोगों को गंभीर रूप से घायल करने वाला अफगानिस्तान का 17 वर्षीय शरणार्थी जर्मन पुलिस की कार्रवाई में मारा गया। पुलिस ने बताया कि दक्षिणी शहर वुर्जबर्ग के निकट एक स्थानीय ट्रेन पर किए गए हमले में कई अन्य लोग घायल हुए है। किशोर ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की और इसी दौरान वह मारा गया। छानबीन में यह पाया गया कि लड़का आईएसआईएस से प्रभावित था। उसके कमरे से आईएसआईएस का झंडा भी पुलिस ने बरामद किया है। आईएसआईएस ने भी इस घटना की जिम्मेदारी ले ली है। बवेरिया राज्य के गृह मंत्री जोएचिम हेर्रमन्न ने बताया कि हमलावर जर्मनी में अकेले नाबालिग के रूप में आया था और वह निकटवर्ती ओचसेनफर्ट में रह रहा था। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस बात की काफी संभावना है कि यह इस्लामी चरमपंथी द्वारा किया गया हमला है।’’ हमलावर ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगा रहा था। यह हमला बवेरिया के वुर्जबर्ग एवं त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में कल रात रात करीब सवा नौ बजे किया गया।टिप्पणियां एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बवेरिया राज्य के गृह मंत्री जोएचिम हेर्रमन्न ने बताया कि हमलावर जर्मनी में अकेले नाबालिग के रूप में आया था और वह निकटवर्ती ओचसेनफर्ट में रह रहा था। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस बात की काफी संभावना है कि यह इस्लामी चरमपंथी द्वारा किया गया हमला है।’’ हमलावर ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगा रहा था। यह हमला बवेरिया के वुर्जबर्ग एवं त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में कल रात रात करीब सवा नौ बजे किया गया।टिप्पणियां एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस बात की काफी संभावना है कि यह इस्लामी चरमपंथी द्वारा किया गया हमला है।’’ हमलावर ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगा रहा था। यह हमला बवेरिया के वुर्जबर्ग एवं त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में कल रात रात करीब सवा नौ बजे किया गया।टिप्पणियां एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह हमला बवेरिया के वुर्जबर्ग एवं त्रेउचलिंगेन के बीच चलने वाली ट्रेन में कल रात रात करीब सवा नौ बजे किया गया।टिप्पणियां एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘वुर्जबर्ग में पहुंचते ही एक व्यक्ति ने यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।’ उन्होंने कहा, ‘‘तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और कई अन्य मामूली रूप से घायल हैं।’’ इसके अलावा 14 लोगों को सदमा लगने के कारण उनका उपचार किया गया।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: लोगों पर किया कुल्हाड़ी और चाकू से वार वार करते समय धार्मिक नारे लगा रहा था पुलिस कार्रवाई में मारा गया
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: कैश फॉर वोट मामले में सोहेल हिन्दुस्तानी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले संजीव सक्सेना को गिरफ्तार किया गया था। हिन्दुस्तानी को बुधवार को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। सोहेल वही व्यक्ति है, जिसने अमर सिंह की बात सांसदों से कराई थी। इधर पुलिस का कहना है कि इस मामले में वो पहली चार्जशीट सितंबर में दाखिल करेगी। साथ ही एक हफ्ते के अंदर मामले में स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को दी जाएगी। सोहेल जब पूछताछ के लिए आया, तो वह गुलदस्ता लेकर आया था। उसने गले में माला भी पहनी हुई थी।पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिन्दुस्तानी को अपराध शाखा द्वारा सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने अमर सिंह के कभी करीबी रहे संजीव सक्सेना की गिरफ्तारी के बाद हिन्दुस्तानी को पूछताछ के लिए बुलाया था। पुलिस ने संजीव सक्सेना को तीन बीजेपी सांसदों को कथित तौर पर धन पहुंचाने को लेकर गिरफ्तार किया था। पूछताछ के लिए हाजिर होने से पहले हिन्दुस्तानी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ आरोप लगाकर उन्हें इस घोटाले में घसीटने की कोशिश की। हिन्दुस्तानी ने कहा कि वह यही बात पुलिस को कहेंगे। मामले में जांच कर रहे दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों की पूछताछ से पहले हिन्दुस्तानी ने संवाददाताओं से कहा, मुझे अमर सिंह और अहमद पटेल (कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव) के फोन आए थे। प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) के करीबी लोगों से और 10, जनपथ से भी मुझे फोन आए। लेकिन उसने फोन करने वाले सभी लोगों के नाम नहीं बताए।(इनपुट भाषा से भी)
संक्षिप्त पाठ: कैश फॉर वोट मामले में सोहेल हिन्दुस्तानी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोहेल वही व्यक्ति है, जिसने अमर सिंह की बात सांसदों से कराई थी।
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: माइकल हस्सी और सुरेश रैना की चतुराईपूर्ण बल्लेबाजी से चेन्नई सुपरकिंग्स ने बुधवार को राजस्थान रॉयल्स पर आठ विकेट की आसान जीत दर्ज करके इंडियन प्रीमियर लीग में अपना विजय अभियान जारी रखा। चेन्नई ने बल्लेबाजी ही नहीं गेंदबाजी में भी वापसी करने का जानदार नमूना पेश किया। हस्सी (नाबाद 79) और रैना (61) के दिलकश प्रदर्शन से पहले चेन्नई के गेंदबाजों ने रॉयल्स को अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा राजस्थान रॉयल्स राहुल द्रविड़ की 66 रन की पारी और शेन वाटसन (32) के साथ उनकी पहले विकेट के लिये 86 रन की साझेदारी से बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन चेन्नई के गेंदबाजों ने अंतिम दस ओवर में दबदबा बनाकर उसे छह विकेट पर 147 रन ही बनाने दिए। चेन्नई की तरफ से एल्बी मोर्कल और शादाब जकाती ने दो-दो विकेट लिए। हस्सी और रैना ने चेन्नई को न सिर्फ खराब शुरुआत से उबारा बल्कि दूसरे विकेट के लिये 137 रन की साझेदारी करके टीम को आसान जीत भी दिलायी। इन दोनों के प्रयास से चेन्नई ने 18.4 ओवर में दो विकेट पर 149 रन बनाकर लगातार चौथी जीत दर्ज की। हस्सी ने 55 गेंद खेली तथा आठ चौके और एक छक्का लगाया जबकि रैना की 51 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का शामिल है। चेन्नई की यह नौ मैच में छठी जीत है और वह 12 अंक लेकर अंक तालिका में तीसरे स्थान पर काबिज हो गया है। रॉयल्स ने लगातार तीन जीत के बाद हार का स्वाद चखा। उसके अब दस मैच में 11 अंक हैं और वह अंक तालिका में चौथे स्थान पर खिसक गया है। हस्सी और रैना ने किसी तरह का उतावलापन नहीं दिखाया और स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह देकर वापस गेंदबाजों पर दबाव बनाने की सफल कोशिश की। शेन वार्न से शुरू से ही गेंदबाजी में लगातार बदलाव किये लेकिन उनकी यह रणनीति कारगर साबित नहीं हुई। चेन्नई ने दस ओवर तक एक विकेट पर 73 रन बनाये थे। रॉयल्स की तरफ से गेंदबाजी का आगाज करने वाले नयन दोषी को वार्न ने जब 11वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये बुलाया तो रैना और हस्सी ने अपने हाथ खोले। इन दोनों ने इस स्पिनर के इस ओवर में 19 रन बटोरे। हस्सी ने मैच का पहला छक्का जमाया जबकि रैना ने दोषी के इस ओवर की अंतिम गेंद लांग आन पर छह रन के लिये भेजी। बायें हाथ के इन दोनों बल्लेबाजों ने इसके बाद भी वार्न की तमाम चालों को नाकाम करके आसानी से रन बटोरे। सिद्वार्थ त्रिवेदी ने रैना का विकेट लिया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हस्सी ने उनकी अगली गेंद पर ही विजयी चौका जड़ दिया। इससे पहले रॉयल्स जब टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा तो द्रविड़ और वाटसन ने दस ओवर में 86 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दी। अंतिम दस ओवर में हालांकि उसकी टीम 61 रन ही जोड़ पायी और इस बीच उसने छह विकेट गंवाए और इस तरह से बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहा। पावरप्ले के छह ओवर तक वाटसन ने गेंद को सीमा रेखा पार भेजने का जिम्मा संभाले रखा लेकिन इसके बाद द्रविड़ ने अपने इस आस्ट्रेलियाई साथी से आगे निकलने में देर नहीं लगायी। श्रीलंकाई आफ स्पिनर सूरज रणदीव जब गेंदबाजी के लिये आये तो द्रविड़ ने तीन चौकों से उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने भारतीय आफ स्पिनर आर अश्विन को भी यही सबक सिखाया और फिर जकाती पर एक रन लेकर अर्धशतक पूरा किया। यह रायल्स की तरफ से उनका पहला अर्धशतक है। रॉयल्स ने इस बीच वाटसन के रूप में पहला विकेट गंवाया जिन्होंने जकाती की गेंद पर करारा शाट जमाया लेकिन गेंदबाज ने इसे कैच में तब्दील कर दिया। उन्होंने अपनी पारी में 26 गेंद खेली और पांच चौके लगाए। पहला विकेट उखड़ने की देर थी और फिर आगे की कहानी गेंदबाजों के इर्द गिर्द घूमने लगी। रॉयल्स लगातार विकेट गंवाने से बैकफुट पर आ गया और 150 रन तक भी नहीं पहुंच पाया। युवा बल्लेबाज अशोक मनेरिया तीसरे नंबर पर उतरे लेकिन वह केवल दो रन बनाकर अश्विन की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच देकर पवेलियन लौट गये। जकाती ने इसके बाद बोथा (8) को भी डगआउट में भेजा। द्रविड़ गेंद को हवा में लहराते हुए सीमा रेखा पार भेजने के इरादों में सफल नहीं हो पाए। रणदीव की शार्ट पिच गेंद पर उन्होंने सीमा रेखा पर मुरली विजय को आसान कैच थमाया। उन्होंने 51 गेंद खेली तथा दस चौके लगाए। अजिंक्या रहाणे (4) किसी भी समय विश्वसनीय शाट लगाने की स्थिति में नहीं दिखे। मोर्कल ने उन्हें हवा में गेंद लहराने के लिये मजबूर करके वापस कैच लिया और फिर खतरनाक दिख रहे रोस टेलर (19) को सीमा रेखा पर लपकवाया।
संक्षिप्त पाठ: चेन्नई ने 8 विकेटों से राजस्थान रॉयल्स को मात दी है। चेन्नई ने 18.4 ओवरों में जीत के लिए जरूरी 149 रन दो विकेटों के नुकसान पर बना लिए।
22
['hin']
एक सारांश बनाओ: देश के बिगड़े आर्थिक हालात से कॉरपोरेट इंडिया काफी नाराज दिखाई दे रही है। आर्थिक हालत पर चौतरफा हमले झेल रही केंद्र सरकार पर अब अजीम प्रेमजी और नारायणमूर्ति सरीखे लोगों ने भी हमला बोल दिया है। विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कहा है कि पिछले कुछ महीनों से सरकार बिना लीडर के काम कर रही है और अगर ऐसा ही चलता रहा, तो देश कई सालों के लिए पिछड़ सकता है।टिप्पणियां वहीं, इंफोसिस के नारायणमूर्ति पिछले कुछ महीनों में देश की छवि को हुए जबरदस्त नुकसान से काफी दुखी हैं। यूपीए सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह कोई बड़े फैसले नहीं ले पा रही है, जिससे अथर्व्यवस्था की रफ्तार काफी सुस्त हो गई है। अर्थव्यवस्थआ को लेकर पिछले दो दिनों से मायूस करने वाली खबरें आ रही हैं। सोमवार को एस एंड पी की चेतावनी के बाद मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन दर के आंकड़े आए, जो अनुमान से काफी नीचे रहे। देश में अप्रैल महीने की औद्योगिक विकास दर सिर्फ 0.1 फीसदी रही, जो कि बाजार की उम्मीद से बेहद कम है। अप्रैल में उद्योग में विकास लगभग न के बराबर रहा है। ये कमजोर आंकडे ऐसे वक्त में आए हैं, जब रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ने भारत को डाउनग्रेड करने की चेतावनी दी है। विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कहा है कि पिछले कुछ महीनों से सरकार बिना लीडर के काम कर रही है और अगर ऐसा ही चलता रहा, तो देश कई सालों के लिए पिछड़ सकता है।टिप्पणियां वहीं, इंफोसिस के नारायणमूर्ति पिछले कुछ महीनों में देश की छवि को हुए जबरदस्त नुकसान से काफी दुखी हैं। यूपीए सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह कोई बड़े फैसले नहीं ले पा रही है, जिससे अथर्व्यवस्था की रफ्तार काफी सुस्त हो गई है। अर्थव्यवस्थआ को लेकर पिछले दो दिनों से मायूस करने वाली खबरें आ रही हैं। सोमवार को एस एंड पी की चेतावनी के बाद मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन दर के आंकड़े आए, जो अनुमान से काफी नीचे रहे। देश में अप्रैल महीने की औद्योगिक विकास दर सिर्फ 0.1 फीसदी रही, जो कि बाजार की उम्मीद से बेहद कम है। अप्रैल में उद्योग में विकास लगभग न के बराबर रहा है। ये कमजोर आंकडे ऐसे वक्त में आए हैं, जब रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ने भारत को डाउनग्रेड करने की चेतावनी दी है। वहीं, इंफोसिस के नारायणमूर्ति पिछले कुछ महीनों में देश की छवि को हुए जबरदस्त नुकसान से काफी दुखी हैं। यूपीए सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह कोई बड़े फैसले नहीं ले पा रही है, जिससे अथर्व्यवस्था की रफ्तार काफी सुस्त हो गई है। अर्थव्यवस्थआ को लेकर पिछले दो दिनों से मायूस करने वाली खबरें आ रही हैं। सोमवार को एस एंड पी की चेतावनी के बाद मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन दर के आंकड़े आए, जो अनुमान से काफी नीचे रहे। देश में अप्रैल महीने की औद्योगिक विकास दर सिर्फ 0.1 फीसदी रही, जो कि बाजार की उम्मीद से बेहद कम है। अप्रैल में उद्योग में विकास लगभग न के बराबर रहा है। ये कमजोर आंकडे ऐसे वक्त में आए हैं, जब रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ने भारत को डाउनग्रेड करने की चेतावनी दी है। अर्थव्यवस्थआ को लेकर पिछले दो दिनों से मायूस करने वाली खबरें आ रही हैं। सोमवार को एस एंड पी की चेतावनी के बाद मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन दर के आंकड़े आए, जो अनुमान से काफी नीचे रहे। देश में अप्रैल महीने की औद्योगिक विकास दर सिर्फ 0.1 फीसदी रही, जो कि बाजार की उम्मीद से बेहद कम है। अप्रैल में उद्योग में विकास लगभग न के बराबर रहा है। ये कमजोर आंकडे ऐसे वक्त में आए हैं, जब रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ने भारत को डाउनग्रेड करने की चेतावनी दी है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कहा है कि सरकार बिना लीडर के काम कर रही है और अगर ऐसा ही रहा, तो देश सालों के लिए पिछड़ सकता है। वहीं, इंफोसिस के नारायणमूर्ति देश की छवि को हुए नुकसान से काफी दुखी हैं।
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन सरकारी बंगले के आवंटन के मामले सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. याचिका में बंगला आवंटन के लिए सरकार के नए कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. कोर्ट ने राज्य को चार हफ्तों में जवाब देने को कहा है. बता दें कि 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने के आदेश दिए थे. इसके बाद यूपी सरकार ने विधानसभा में बिल पास किया था. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के बंगला खाली करने के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुश्किल में आ गए थे, लेकिन अखिलेश यादव की सरकार ने विधानसभा में इस बारे में बिल पास कर दिया. यानी पूर्व मुख्यमंत्रियों को हुए बंगलों के आवंटन पर कानूनी मुहर लगा दी गई. मुलायम सिंह यादव, मायावती, राजनाथ सिंह, एन डी तिवारी, कल्याण सिंह और राम नरेश यादव. ये वे छह दिग्गज हैं जिन्होंने बतौर मुख्यमंत्री यूपी पर राज किया. इन सबको राज्य सरकार की ओर से एक अधिनियम के तहत नाम मात्र के किराये पर बंगले अलॉट हैं. ये बंगले उन्हें बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले हुए हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्री अपना सरकारी आवास दो महीने के भीतर खाली कर दें. दरअसल 1997 में यूपी सरकार ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने का प्रावधान लाया गया. सरकार का तर्क था कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता की सेवा करते हैं इसलिए उन्हें ये सुविधा दी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से भी सरकारी आवास देना जरूरी है.टिप्पणियां लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. याचिका में बंगला आवंटन के लिए सरकार के नए कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. कोर्ट ने राज्य को चार हफ्तों में जवाब देने को कहा है. बता दें कि 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करने के आदेश दिए थे. इसके बाद यूपी सरकार ने विधानसभा में बिल पास किया था. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के बंगला खाली करने के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुश्किल में आ गए थे, लेकिन अखिलेश यादव की सरकार ने विधानसभा में इस बारे में बिल पास कर दिया. यानी पूर्व मुख्यमंत्रियों को हुए बंगलों के आवंटन पर कानूनी मुहर लगा दी गई. मुलायम सिंह यादव, मायावती, राजनाथ सिंह, एन डी तिवारी, कल्याण सिंह और राम नरेश यादव. ये वे छह दिग्गज हैं जिन्होंने बतौर मुख्यमंत्री यूपी पर राज किया. इन सबको राज्य सरकार की ओर से एक अधिनियम के तहत नाम मात्र के किराये पर बंगले अलॉट हैं. ये बंगले उन्हें बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले हुए हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्री अपना सरकारी आवास दो महीने के भीतर खाली कर दें. दरअसल 1997 में यूपी सरकार ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने का प्रावधान लाया गया. सरकार का तर्क था कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता की सेवा करते हैं इसलिए उन्हें ये सुविधा दी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से भी सरकारी आवास देना जरूरी है.टिप्पणियां लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के बंगला खाली करने के आदेश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मुश्किल में आ गए थे, लेकिन अखिलेश यादव की सरकार ने विधानसभा में इस बारे में बिल पास कर दिया. यानी पूर्व मुख्यमंत्रियों को हुए बंगलों के आवंटन पर कानूनी मुहर लगा दी गई. मुलायम सिंह यादव, मायावती, राजनाथ सिंह, एन डी तिवारी, कल्याण सिंह और राम नरेश यादव. ये वे छह दिग्गज हैं जिन्होंने बतौर मुख्यमंत्री यूपी पर राज किया. इन सबको राज्य सरकार की ओर से एक अधिनियम के तहत नाम मात्र के किराये पर बंगले अलॉट हैं. ये बंगले उन्हें बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले हुए हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्री अपना सरकारी आवास दो महीने के भीतर खाली कर दें. दरअसल 1997 में यूपी सरकार ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने का प्रावधान लाया गया. सरकार का तर्क था कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता की सेवा करते हैं इसलिए उन्हें ये सुविधा दी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से भी सरकारी आवास देना जरूरी है.टिप्पणियां लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. मुलायम सिंह यादव, मायावती, राजनाथ सिंह, एन डी तिवारी, कल्याण सिंह और राम नरेश यादव. ये वे छह दिग्गज हैं जिन्होंने बतौर मुख्यमंत्री यूपी पर राज किया. इन सबको राज्य सरकार की ओर से एक अधिनियम के तहत नाम मात्र के किराये पर बंगले अलॉट हैं. ये बंगले उन्हें बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले हुए हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्री अपना सरकारी आवास दो महीने के भीतर खाली कर दें. दरअसल 1997 में यूपी सरकार ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने का प्रावधान लाया गया. सरकार का तर्क था कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता की सेवा करते हैं इसलिए उन्हें ये सुविधा दी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से भी सरकारी आवास देना जरूरी है.टिप्पणियां लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. दरअसल 1997 में यूपी सरकार ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करने का प्रावधान लाया गया. सरकार का तर्क था कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता की सेवा करते हैं इसलिए उन्हें ये सुविधा दी जाती है. सुरक्षा के लिहाज से भी सरकारी आवास देना जरूरी है.टिप्पणियां लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में एक गैर-सरकारी संगठन ने कहा कि संविधान में इसका कोई प्रावधान नहीं है. यहां तक कि यूपी के अपने कानून के तहत भी पूर्व मुख्यमंत्रियों को घर देने का कोई प्रावधान नहीं है. ये आदेश रद्द नहीं किया गया तो बाकि राज्य भी ऐसे आदेश जारी कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद इस पर फैसला सुनाया कि वे दो महीने में सरकारी बंगला खाली करें. साथ ही जितने वक्‍त तक ये लोग बंगले में रहे, उतने वक्‍त का वाजिब किराया भी चुकाएं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैकफुट पर आई सरकार ने अब विधानसभा में बिल पास कर अपने फैसले को कानूनी जामा पहना दिया है.
सारांश: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. नए कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. कोर्ट ने राज्य को चार हफ्तों में जवाब देने को कहा है.
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: कोयला मंत्रालय ने कोयला घोटाला मामले की जांच के लिये करीब 730 फाइल सीबीआई को सौंप दी है। साथ ही और जरूरी फाइल तथा दस्तावेज देने को तैयार है। कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने केंद्रीय जांच ब्यूरो को करीब 730 फाइल और आवेदन फार्म सौपें हैं। हमारे पास 10 फाइल और दस्तावेज हैं जिसे हमने सीबीआई को लेने को कहा है।’’ कोयला घोटाला मामले में जरूरी दस्तावेज सीबीआई को नहीं देकर जांच में असहयोगात्मक रूख को लेकर उच्चतम न्यायालय ने कल मंत्रालय की खिंचाई की थी।टिप्पणियां अधिकारी ने यह भी कहा कि कोयला मंत्रालय को नहीं मिल रही 28 फाइलों में से 25 मिल गयी हैं। ये 2004 से पहले की है। 730 फाइलों में ये 25 फाइलें भी शामिल हैं। उसने कहा, ‘‘फाइलों को तलाशने के लिये अधिकतम प्रयास किये जा रहे हैं। प्रयास अभी भी जारी हैं और हमने सीबीआई को हर संभव मदद के लिये निर्देश दिया है।’’ कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने केंद्रीय जांच ब्यूरो को करीब 730 फाइल और आवेदन फार्म सौपें हैं। हमारे पास 10 फाइल और दस्तावेज हैं जिसे हमने सीबीआई को लेने को कहा है।’’ कोयला घोटाला मामले में जरूरी दस्तावेज सीबीआई को नहीं देकर जांच में असहयोगात्मक रूख को लेकर उच्चतम न्यायालय ने कल मंत्रालय की खिंचाई की थी।टिप्पणियां अधिकारी ने यह भी कहा कि कोयला मंत्रालय को नहीं मिल रही 28 फाइलों में से 25 मिल गयी हैं। ये 2004 से पहले की है। 730 फाइलों में ये 25 फाइलें भी शामिल हैं। उसने कहा, ‘‘फाइलों को तलाशने के लिये अधिकतम प्रयास किये जा रहे हैं। प्रयास अभी भी जारी हैं और हमने सीबीआई को हर संभव मदद के लिये निर्देश दिया है।’’ अधिकारी ने यह भी कहा कि कोयला मंत्रालय को नहीं मिल रही 28 फाइलों में से 25 मिल गयी हैं। ये 2004 से पहले की है। 730 फाइलों में ये 25 फाइलें भी शामिल हैं। उसने कहा, ‘‘फाइलों को तलाशने के लिये अधिकतम प्रयास किये जा रहे हैं। प्रयास अभी भी जारी हैं और हमने सीबीआई को हर संभव मदद के लिये निर्देश दिया है।’’ उसने कहा, ‘‘फाइलों को तलाशने के लिये अधिकतम प्रयास किये जा रहे हैं। प्रयास अभी भी जारी हैं और हमने सीबीआई को हर संभव मदद के लिये निर्देश दिया है।’’
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने केंद्रीय जांच ब्यूरो को करीब 730 फाइल और आवेदन फार्म सौपें हैं। हमारे पास 10 फाइल और दस्तावेज हैं जिसे हमने सीबीआई को लेने को कहा है।’’
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: हरियाणा के मानेसर में अपने जन्मदिन पर बोरवेल में गिरी नन्ही सी माही को बचाया नहीं जा सका...यह अपनी तरह की पहली घटना नहीं है और सबसे दुखद बात यह है कि देश के कई भागों में अब भी बड़ी संख्या में ऐसे बोरवेल हैं, जो किसी के घर का चिराग बुझा सकते हैं। इनकी पहचान कर इन्हें बंद करके ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकती है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्य केएम सिन्हा ने कहा कि बोरवेल में बच्चों के गिरने का मामला अलग तरह की घटना है, जिससे निपटने के लिए राज्यों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल का गठन करना चाहिए। देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे बोरवेल की पहचान करना और इन्हें बंद करना ही इसका समाधान है। बोरवेल में बच्चों के गिरने और उनकी मौत की बढ़ती घटनाओं से चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने 2009 में राज्यों से ऐसी घटनाओं पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाने को कहा था। शीर्ष अदालत ने कहा था कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तमाम उपाए किए जाएं। प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए और ऐसे बोरवेल को बंद करना चाहिए। क्या राज्य सरकारें इतना नहीं कर सकतीं। केंद्र सरकार ने भी बोरवेल से जुड़ी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए और सभी राज्यों को इस पर अमल करने का सुझाव दिया। हरियाणा में मानेसर के समीप एक गांव में 70 फुट गहरे बोरवेल में गिरने से चार साल की बच्ची माही की मौत पहला वाकया नहीं है। बोरवेल में गिरने के कारण प्रति वर्ष कई बच्चों की दुखद मौत के मामले सामने आते रहे हैं। फरवरी, 2007 को मध्य प्रदेश के कटनी में दो वर्षीय बच्चे अमित की 56 फुट के बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी। मार्च, 2007 में गुजरात के करमाटिया क्षेत्र में तीन वर्षीय बच्ची आरती की मौत हो गई, जबकि अप्रैल 2007 में कर्नाटक के रायचुड में नौ वर्षीय संदीप की मौत हो गई। अप्रैल, 2007 में ही राजस्थान के बीकानेर में बोरवेल में दो वर्षीय सारिका गिर गई, जबकि इसी दिन गुजरात के माडेली गांव में दो वर्षीय किंजल की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।टिप्पणियां जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्य केएम सिन्हा ने कहा कि बोरवेल में बच्चों के गिरने का मामला अलग तरह की घटना है, जिससे निपटने के लिए राज्यों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल का गठन करना चाहिए। देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे बोरवेल की पहचान करना और इन्हें बंद करना ही इसका समाधान है। बोरवेल में बच्चों के गिरने और उनकी मौत की बढ़ती घटनाओं से चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने 2009 में राज्यों से ऐसी घटनाओं पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाने को कहा था। शीर्ष अदालत ने कहा था कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तमाम उपाए किए जाएं। प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए और ऐसे बोरवेल को बंद करना चाहिए। क्या राज्य सरकारें इतना नहीं कर सकतीं। केंद्र सरकार ने भी बोरवेल से जुड़ी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए और सभी राज्यों को इस पर अमल करने का सुझाव दिया। हरियाणा में मानेसर के समीप एक गांव में 70 फुट गहरे बोरवेल में गिरने से चार साल की बच्ची माही की मौत पहला वाकया नहीं है। बोरवेल में गिरने के कारण प्रति वर्ष कई बच्चों की दुखद मौत के मामले सामने आते रहे हैं। फरवरी, 2007 को मध्य प्रदेश के कटनी में दो वर्षीय बच्चे अमित की 56 फुट के बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी। मार्च, 2007 में गुजरात के करमाटिया क्षेत्र में तीन वर्षीय बच्ची आरती की मौत हो गई, जबकि अप्रैल 2007 में कर्नाटक के रायचुड में नौ वर्षीय संदीप की मौत हो गई। अप्रैल, 2007 में ही राजस्थान के बीकानेर में बोरवेल में दो वर्षीय सारिका गिर गई, जबकि इसी दिन गुजरात के माडेली गांव में दो वर्षीय किंजल की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।टिप्पणियां जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। बोरवेल में बच्चों के गिरने और उनकी मौत की बढ़ती घटनाओं से चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने 2009 में राज्यों से ऐसी घटनाओं पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाने को कहा था। शीर्ष अदालत ने कहा था कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तमाम उपाए किए जाएं। प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए और ऐसे बोरवेल को बंद करना चाहिए। क्या राज्य सरकारें इतना नहीं कर सकतीं। केंद्र सरकार ने भी बोरवेल से जुड़ी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए और सभी राज्यों को इस पर अमल करने का सुझाव दिया। हरियाणा में मानेसर के समीप एक गांव में 70 फुट गहरे बोरवेल में गिरने से चार साल की बच्ची माही की मौत पहला वाकया नहीं है। बोरवेल में गिरने के कारण प्रति वर्ष कई बच्चों की दुखद मौत के मामले सामने आते रहे हैं। फरवरी, 2007 को मध्य प्रदेश के कटनी में दो वर्षीय बच्चे अमित की 56 फुट के बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी। मार्च, 2007 में गुजरात के करमाटिया क्षेत्र में तीन वर्षीय बच्ची आरती की मौत हो गई, जबकि अप्रैल 2007 में कर्नाटक के रायचुड में नौ वर्षीय संदीप की मौत हो गई। अप्रैल, 2007 में ही राजस्थान के बीकानेर में बोरवेल में दो वर्षीय सारिका गिर गई, जबकि इसी दिन गुजरात के माडेली गांव में दो वर्षीय किंजल की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।टिप्पणियां जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। हरियाणा में मानेसर के समीप एक गांव में 70 फुट गहरे बोरवेल में गिरने से चार साल की बच्ची माही की मौत पहला वाकया नहीं है। बोरवेल में गिरने के कारण प्रति वर्ष कई बच्चों की दुखद मौत के मामले सामने आते रहे हैं। फरवरी, 2007 को मध्य प्रदेश के कटनी में दो वर्षीय बच्चे अमित की 56 फुट के बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी। मार्च, 2007 में गुजरात के करमाटिया क्षेत्र में तीन वर्षीय बच्ची आरती की मौत हो गई, जबकि अप्रैल 2007 में कर्नाटक के रायचुड में नौ वर्षीय संदीप की मौत हो गई। अप्रैल, 2007 में ही राजस्थान के बीकानेर में बोरवेल में दो वर्षीय सारिका गिर गई, जबकि इसी दिन गुजरात के माडेली गांव में दो वर्षीय किंजल की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।टिप्पणियां जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मार्च, 2007 में गुजरात के करमाटिया क्षेत्र में तीन वर्षीय बच्ची आरती की मौत हो गई, जबकि अप्रैल 2007 में कर्नाटक के रायचुड में नौ वर्षीय संदीप की मौत हो गई। अप्रैल, 2007 में ही राजस्थान के बीकानेर में बोरवेल में दो वर्षीय सारिका गिर गई, जबकि इसी दिन गुजरात के माडेली गांव में दो वर्षीय किंजल की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई।टिप्पणियां जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। जून, 2007 में महाराष्ट्र के पुणे में पांच वर्षीय बच्ची की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई, जबकि इसी महीने राजस्थान में छह वर्षीय सूरज और आंध्रप्रदेश में कार्तिक की मौत हो गई। मार्च, 2008 में आगरा के तेहरगांव में 160 फुट के बोरवेल में गिरने से तीन वर्ष की वंदना की मौत हो गई। साल, 2009 में उज्जैन में आठ वर्षीय अंकित की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इसी वर्ष जयपुर में पांच वर्षीय महेश की मौत हो गई। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। 2006 में प्रिंस नामक बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सबसे अधिक चर्चित रहा था। प्रिंस को 48 घंटे तक चले अभियान के बाद बचा लिया गया था । इसी प्रकार 2009 में जयपुर और दौसा तथा पालनपुर में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया था। लेकिन माही इतनी खुशकिस्मत नहीं रही। वह चार दिन पहले बोरवेल में गिर गई थी। मानसेर के समीप खोह गांव में माही 20 जून को अपने चौथे जन्मदिन पर साथियों के साथ खेल रही थी, उसी दौरान अचानक वह बोरवेल में गिर गई... 86 घंटे के बाद बचावकर्मी उसे बाहर निकाल कर लाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मानेसर में अपने जन्मदिन पर बोरवेल में गिरी नन्ही माही को बचाया नहीं जा सका...यह कोई पहली घटना नहीं है और दुखद यह है कि देश के कई भागों में अब भी बड़ी संख्या में ऐसे बोरवेल हैं, जो किसी के घर का चिराग बुझा सकते हैं।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: शेन वार्न का हॉलीवुड अभिनेत्री एलिजाबेथ हर्ले के साथ रोमांस जब पूरे परवान पर था, तब ऑस्ट्रेलिया का यह दिग्गज लेग स्पिनर लंदन की रहने वाली पोर्न स्टार के साथ हमबिस्तर हुआ था और उन्होंने उसे मोबाइल पर कई अश्लील संदेश भेजे थे। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। ब्रिटेन के टैब्लॉयड समाचार पत्र संडे मिरर की रिपोर्ट के अनुसार वार्न लंदन के बेंटले होटल के उसी प्रेसीडेंशियल सूइट में 26 वर्षीय कोल कोनराड के साथ हमबिस्तर हुए थे, जहां उन्होंने एक बच्चे की मां 45 वर्षीय हर्ले के साथ दो रात बिताई थी। रिपोर्ट के अनुसार 41 वर्षीय वार्न और लंदन में रहने वाली ऑस्ट्रेलियाई कोनराड की एक मित्र के जरिये मुलाकात हुई थी। ऐसे समय में, जबकि वार्न और हर्ले के बीच रोमांस काफी आगे बढ़ गया था, तब यह क्रिकेटर कोनराड को अश्लील संदेश भेजने में व्यस्त था। समाचार पत्र ने कोनराड के हवाले से कहा है, यदि लिज सोचती है कि वह बदल गया है, तो वह पूरी तरह से गलती कर रही है। जिस रात वह लिज के साथ बेंटले में था, उसी रात वह मुझे संदेश भेज रहा था। मैंने कभी नहीं सोचा कि मैं उसकी जिंदगी में अकेली औरत हूं। सभी जानते हैं कि जीवनसाथी बनाने के लिए शेन आदर्श व्यक्ति नहीं है। लिज मुझसे उम्र में काफी बड़ी हैं और उन्हें होशियार होना चाहिए। कोनराड ने कहा कि जब उसने वार्न से मिलने की बात की, तो वह इसके लिए कितना बेताब था। कोनराड ने वार्न के मोबाइल पर संदेश भेजा था, मैं जानना चाहती हूं कि क्या आप लंदन में एक रात पार्टी करना चाहते हो। वार्न ने एक मिनट के अंदर इसका जवाब दे दिया, हे कोल, केवल एक रात। हा हा हा... मैं सोमवार तक व्यस्त हूं ...लेकिन तीन सप्ताह के लिए शहर में रहूंगा। तुमसे मिलना अच्छा रहेगा। वार्न ने कोनराड से कहा कि संदेश मिलने के बाद वह कितना उत्साहित था। कोनराड ने जब कहा कि वह अपने एक मित्र को भी साथ लाएगी। वार्न ने जवाब दिया, कोल...इस पार्टी को लेकर उत्साहित हूं। मेरे पास होटल का रॉयल सूइट है और इसलिए बड़ा मजा आएगा। वार्न हालांकि इस मुलाकात के प्रति काफी सतर्क भी थे। उन्होंने संदेश भेजा था, प्लीज कोल मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं, उम्मीद है तुम बुरा नहीं मानोगी। क्या यह हमारी गोपनीय मुलाकात हो सकती है। इसके बारे में सिर्फ हम दोनों को पता रहे। कोनराड ने इसके साथ ही दावा किया कि इस मुलाकात के बाद उनकी पीठ पर निशान पड़ गया था, जिसे वह वार्नी स्टैंप मानती हैं। उसने कहा कि वार्न ने हर्ले और उसके पूर्व पति फिल्म स्टार ह्यूज ग्रांट के साथ रात का भोजन करने से कुछ घंटे पहले उसे छह संदेश भेजे थे।
यह एक सारांश है: शेन वार्न का अभिनेत्री एलिजाबेथ हर्ले के साथ रोमांस जब पूरे परवान पर था, तब ऑस्ट्रेलिया का यह दिग्गज लेग स्पिनर लंदन की रहने वाली पोर्न स्टार के साथ हमबिस्तर हुआ था और उन्होंने उसे मोबाइल पर कई अश्लील संदेश भेजे थे।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारतीय मध्यक्रम के सीनियर बल्लेबाज युवराज सिंह का मानना है कि यदि आप मैच नहीं जीत सकते, तो यह मायने नहीं रखता कि आप कागजों पर कितने मजबूत हैं। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने इसके अलावा 1983 की विश्व चैंपियन टीम के साथ तुलना करने से इनकार कर दिया। युवराज ने कहा, हमारी टीम अभी मैच जीत रही है और यह महत्वपूर्ण है। 1983 की टीम सफल थी और यदि हमें यह साबित करना है कि हमारी टीम अच्छी है, तो हमें मैच जीतने होंगे। यह मायने नहीं रखता कि कागजों पर टीम कितनी मजबूत है। मैच जीतना ज्यादा महत्वपूर्ण है। युवराज से जब टीम में उनकी जिम्मेदारियों के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, बीच के ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी करना और परिस्थिति को भांपना महत्वपूर्ण है। हम कैसी स्थिति में हैं। हमें पारी संवारने की जरूरत है या बड़ी साझेदारी निभाने का। पिछले दो साल से मैं यही करने की कोशिश कर रहा हूं। चार साल पहले वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप की कड़वी यादें अब भी युवराज के दिमाग में ताजा हैं और उनका मानना है कि टीम के लिए अच्छी शुरुआत अहम होगी। उन्होंने कहा, हमने निश्चित तौर पर वेस्टइंडीज में 2007 में खेले गए विश्व कप और क्वालीफाई नहीं कर पाने के कारणों पर विचार किया। यह बीत गया है और हम नई शुरुआत कर रहे हैं। पिछले विश्व कप में हम लय हासिल नहीं कर पाए। इस बार लय हासिल करना महत्वपूर्ण होगा। हमें अच्छी तैयारी करनी होगी और देखते हैं कि टूर्नामेंट की शुरुआत कैसी रहती है। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने हालांकि प्रारूप पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जबकि टूर्नामेंट के निदेशक रत्नाकर शेट्टी ने स्वीकार किया कि इसे भारत के अनुकूल बनाया गया है। युवराज ने कहा, मुझे प्रारूप से कोई दिक्कत नहीं है। प्रारूप कैसा भी हो मेरा काम खेलना है। अब तक 265 वनडे खेलने वाले युवराज का मानना है कि बल्लेबाजी पावरप्ले को लेकर रवैया काफी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, आपको तब परिस्थितियों पर निर्भर रहना होता है। कभी यह आपके अनुकूल हो सकता है और किसी परिस्थिति में यह नुकसानदायक हो सकता है। यह महत्वपूर्ण होगा कि आप किस समय पावरप्ले लेते हैं। आम तौर पर आप तब पावरप्ले लेते हैं, जबकि बल्लेबाज जमे होते हैं और यदि आप नहीं लेते हो तो फिर 45 ओवर तो इसे लेना ही पड़ेगा। युवराज ने इसके साथ ही कहा कि भले ही वह आजकल लगातार गेंदबाजी कर रहे हैं, लेकिन खुद को विशेषज्ञ गेंदबाज नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा, मैं खुद को विशेषज्ञ गेंदबाज नहीं मानता। जब भी मुझे गेंद सौंपी जाती है, मैं अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठाता हूं। जिस दिन मैंने यह सोचना शुरू कर दिया कि मैं विशेषज्ञ गेंदबाज हूं, बल्लेबाज मेरी धुनाई करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा, मैं खुद को गेंदबाज नहीं मानता। पिछले 50 वनडे में मैंने इसलिए अधिक गेंदबाजी की, क्योंकि हमारे पास बायें हाथ का विशेषज्ञ स्पिनर नहीं है। इसलिए मेरा काम सात-आठ ओवर करना है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मध्यक्रम के सीनियर बल्लेबाज युवराज सिंह का मानना है कि यदि आप मैच नहीं जीत सकते, तो यह मायने नहीं रखता कि आप कागजों पर कितने मजबूत हैं।
25
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मुंबई की आदर्श सोसाइटी मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया. कोर्ट ने आदर्श सोसाइटी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आपको हमारे आदेश का पालन करना होगा और सारी बिल्डिंग को केंद्र के हवाले करना होगा. कोर्ट ने चेताया कि अगर आप सारे फ्लैटों की चाबियां भी केंद्र को दे नहीं तो हम केंद्र को ताले तोड़ेन का आदेश दे देंगे. मामले की अगली सुनवाई दो सितंबर होगी. कोर्ट ने ये भी कहा कि अगर सोसाइटी पूरी बिल्डिंग का रखरखाव केंद्र को नहीं देती को कोर्ट बिल्डिंग को ढहाने का आदेश भी जारी कर सकता है. कोर्ट ने कहा कि या तो आप सामान के रखरखाव के पैसे दें या सामान निकाल लें. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सोसाइटी को बिल्डिंग के रखरखाव की इजाजत नहीं दी जा सकती.   कोर्ट ने यह सख्त टिप्पणी केंद्र की दलील पर की जिसमें कहा गया कि 104 में से 93 फ्लैटों में ताले लगे हैं और सोसाइटी ने कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया है जो सीधे सीधे अवमानना का मामला बनता है.टिप्पणियां वहीं सोसइटी ने कहा कि बिल्डिंग में बिजली और पानी के अलावा लिफ्ट के करीब 15 करोड़ रुपये के उपकरण बेकार पड़े हैं जो खराब हो रहे हैं. इसलिए इन्हें चालू करने की इजाजत दी जाए या तय वक्त के लिए सोसाइटी को रखरखाव की इजाजत दी जाए. कोर्ट ने  सोसाइटी की याचिका पर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.आदर्श सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में बोंबे हाईकोर्ट के 29 अप्रैल के उस आदेश तो चुनौती दी है जिसमें केंद्र सरकार तो  31 मंजिला इमारत को गिराने के आदेश दिए थे. हालांकि हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 12 हफ्ते का वक्त भी दे दिया था. कोर्ट ने ये भी कहा कि अगर सोसाइटी पूरी बिल्डिंग का रखरखाव केंद्र को नहीं देती को कोर्ट बिल्डिंग को ढहाने का आदेश भी जारी कर सकता है. कोर्ट ने कहा कि या तो आप सामान के रखरखाव के पैसे दें या सामान निकाल लें. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सोसाइटी को बिल्डिंग के रखरखाव की इजाजत नहीं दी जा सकती.   कोर्ट ने यह सख्त टिप्पणी केंद्र की दलील पर की जिसमें कहा गया कि 104 में से 93 फ्लैटों में ताले लगे हैं और सोसाइटी ने कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया है जो सीधे सीधे अवमानना का मामला बनता है.टिप्पणियां वहीं सोसइटी ने कहा कि बिल्डिंग में बिजली और पानी के अलावा लिफ्ट के करीब 15 करोड़ रुपये के उपकरण बेकार पड़े हैं जो खराब हो रहे हैं. इसलिए इन्हें चालू करने की इजाजत दी जाए या तय वक्त के लिए सोसाइटी को रखरखाव की इजाजत दी जाए. कोर्ट ने  सोसाइटी की याचिका पर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.आदर्श सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में बोंबे हाईकोर्ट के 29 अप्रैल के उस आदेश तो चुनौती दी है जिसमें केंद्र सरकार तो  31 मंजिला इमारत को गिराने के आदेश दिए थे. हालांकि हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 12 हफ्ते का वक्त भी दे दिया था. वहीं सोसइटी ने कहा कि बिल्डिंग में बिजली और पानी के अलावा लिफ्ट के करीब 15 करोड़ रुपये के उपकरण बेकार पड़े हैं जो खराब हो रहे हैं. इसलिए इन्हें चालू करने की इजाजत दी जाए या तय वक्त के लिए सोसाइटी को रखरखाव की इजाजत दी जाए. कोर्ट ने  सोसाइटी की याचिका पर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.आदर्श सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में बोंबे हाईकोर्ट के 29 अप्रैल के उस आदेश तो चुनौती दी है जिसमें केंद्र सरकार तो  31 मंजिला इमारत को गिराने के आदेश दिए थे. हालांकि हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 12 हफ्ते का वक्त भी दे दिया था. कोर्ट ने  सोसाइटी की याचिका पर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.आदर्श सोसाइटी ने सुप्रीम कोर्ट में बोंबे हाईकोर्ट के 29 अप्रैल के उस आदेश तो चुनौती दी है जिसमें केंद्र सरकार तो  31 मंजिला इमारत को गिराने के आदेश दिए थे. हालांकि हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 12 हफ्ते का वक्त भी दे दिया था.
सारांश: सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हमारे आदेश का पालन करे आदर्श सोसाइटी फ्लैटों की चाबियां दें नहीं तो हम देंगे ताले तोड़ने का आदेश सोसाइटी को बिल्डिंग के रखरखाव की इजाजत नहीं दी जा सकती
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पेट्रोलियम पदार्थों के मामले में स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है। डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर दो साल के निचले स्तर तक चले जाने से तेल कंपनियों को पेट्रोल के दाम तीन रुपये लीटर तक बढ़ाने पड़ सकते हैं। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी के अनुसार पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री करने वाली कंपनियों को पेट्रोल के मौजूदा दाम पर 2.61 रुपये लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कुल मिलाकर तीनों तेल कंपनियों को पेट्रोल पर रोजाना 15 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा हे। स्थानीय कर आदि मिलाकर पेट्रोल के दाम तीन रुपये लीटर तक बढ़ाने पड़ सकते हैं। सरकार ने पिछले साल जून में ही पेट्रोल के दाम को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया था। कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने तो कभी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर गिरने से तेल कंपनियों की लागत बढ़ती चली गई। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को इस साल अब तक केवल पेट्रोल की बिक्री पर 2,450 करोड़ रुपये की कमाई का नुकसान हो चुका है। पेट्रोल के दाम यदि मौजूदा स्तर पर बने रहे तो तेल कंपनियों को वर्ष की बाकी अवधि में 2,850 करोड़ रुपये का नुकसान और उठाना होगा। कुल मिलाकर वर्ष के दौरान 5,300 करोड़ रुपये का नुकसान केवल पेट्रोल की बिक्री पर होगा। अधिकारी ने कहा इस लिहाज से तेल कंपनियों को जल्द ही पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं। डीजल, घरेलू रसोई गैस और केरोसिन पर भी तेल कंपनियों को दैनिक 263 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। डीजल पर प्रति लीटर 6.05 रुपये, केरोसिन पर 23.25 रुपये और घरेलू एलपीजी पर 267 रुपये प्रतिसिलेंडर का नुकसान कंपनियों को हो रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनियों को करीब 65,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कंपनियों की खरीद लागत ज्यादा है जबकि बिक्री मूल्य उससे कम है इससे पूरे साल में उन्हें 1,21,571 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
रुपये की विनिमय दर दो साल के निचले स्तर तक चले जाने से तेल कंपनियों को पेट्रोल के दाम तीन रुपये लीटर तक बढ़ाने पड़ सकते हैं।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत के लिएंडर पेस और महेश भूपति ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरूष युगल के दूसरे दौर में पहुंच गए, जिन्होंने इवो कालरेविच और डुसान वेमिसा को 5-7, 6-3, 6-0 से हराया। एक अन्य मैच में भारत के रोहन बोपन्ना और पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी ने ब्राजील के फ्रांको फेरेइरो और आंद्रे सा को 6-3, 6-0 से हराकर अगले दौर में जगह बनाई। पेस और भूपति की नौ साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम में एक साथ यह पहली जीत है। दोनों करीब एक दशक बाद पहली बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने के लिये एकजुट हुए हैं। पहला सेट 5-7 से हारने के बाद दोनों ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए क्रोएशिया-सर्बियाई जोड़ी को दूसरे सेट में 6-3 से हरा दिया। तीसरा सेट बिना किसी बाधा के उन्होंने 6-0 से जीत लिया। दोनों का आखिरी ग्रैंडस्लैम 2002 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन था। अब तक वे अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खेले, लेकिन डेविस कप, एशियाड और ओलंपिक में देश के लिये साथ खेलते आए हैं। अब उनका सामना स्पेन के फेलिसियानो लोपेज और अर्जेंटीना के जुआन मोनाको तथा आस्ट्रेलिया के मारिंको माटोसेविच और जान मिलमैन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। वहीं अमेरिकी ओपन उपविजेता 10वीं वरीयता प्राप्त बोपन्ना और कुरैशी की टक्कर फ्रांस के जेरेमी चार्डी और अर्नाड क्लीमेंट से होगी।
यहाँ एक सारांश है:भारत के लिएंडर पेस और महेश भूपति ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरूष युगल के दूसरे दौर में पहुंच गए, जिन्होंने कालरेविच और वेमिसा को हराया।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बाबरी मस्जिद गिराए जाने के 19 साल पूरे हो गए हैं। इस दौरान हिन्दुस्तान में नौजवानों की वह एक पूरी पीढ़ी तैयार हो गई है जो वोट देकर ना केवल सरकार बदल सकती है बल्कि मुल्क की दिशा और तकदीर दोनों में भी बदलाव ला सकती है। सरयू में बहुत पानी बह चुका है लेकिन शायद हमारे राजनेता अब भी आगे बढ़ने को तैयार नहीं।  इस मौके पर देशभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में अलर्ट भी घोषित किया गया है। 1947 के बाद हिन्दुस्तान की राजनीति में एक अहम बदलाव लाने वाली इस घटना को कोई चाहे तब भी नजरअंदाज नहीं कर सकता। 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद भड़के दंगों में कम से कम 850 लोग मारे गए और 2000 लोग घायल हुए थे। इसी को लेकर 1993 में मुंबई में सीरियल बम धमाके हुए जिनमें 250 लोग मारे गए। 2002 में गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाए जाने से 59 लोग झुलसकर मर गए। गोधरा कांड के बाद गुजरात में भड़के दंगों में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर मुसलमान थे। इन दंगों में 2548 लोग घायल हुए थे। 2005 से 2009 के बीच सांप्रदायिक हिंसा के 4030 मामले सामने आए जिनमें 648 लोगों की मौत हुई और 11278 लोग घायल हुए।
यहाँ एक सारांश है:बाबरी मस्जिद गिराये जाने के 19 साल पूरे हो गए हैं। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में अलर्ट भी घोषित किया गया है।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: गुजरात के RTI एक्टीविस्ट अमित जेठवा की हत्या के मामले में आरोपी बीजेपी के पूर्व MP दीनूभाई सोलंकी की जमानत रद्द की जाए या नहीं, सुप्रीम कोर्ट ये सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2014 में सोलंकी को जमानत दे दी थी. दरअसल 20 जुलाई 2010 को गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी. अमित गिर वन क्षेत्र में अवैध माइनिंग के खिलाफ RTI लगा रहे थे. गुजरात पुलिस ने जांच में कहा था कि सोलंकी की हत्या में कोई भूमिका नहीं है. बाद में अमित के पिता की याचिका पर हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.टिप्पणियां सोलंकी ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.   दरअसल 20 जुलाई 2010 को गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी. अमित गिर वन क्षेत्र में अवैध माइनिंग के खिलाफ RTI लगा रहे थे. गुजरात पुलिस ने जांच में कहा था कि सोलंकी की हत्या में कोई भूमिका नहीं है. बाद में अमित के पिता की याचिका पर हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.टिप्पणियां सोलंकी ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.   सोलंकी ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
यह एक सारांश है: दीनूभाई सोलंकी की जमानत रद्द की जाए या नहीं,सुप्रीम कोर्ट ये सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2014 में सोलंकी को जमानत दे दी थी गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वापस पार्टी की कमान संभालने वाले हैं. इस बात की संभावना है कि अगले साल के आरंभ में दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद वह दोबारा पार्टी की कमान संभालें. कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल का कहना है कि देश अब ज्यादा चाहने लगा है कि वह नेतृत्व की भूमिका में हों. राहुल गांधी के साथ केरल स्थित उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड गए वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, "देश नाजुक दौर से गुजर रहा है. पार्टी को उनके नेतृत्व की जरूरत है और पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से उनकी वापसी की मांग उठने लगी है. हमें उम्मीद है कि वह उनकी बात सुनेंगे." अगले कुछ महीनों में कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है जिसमें पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की नियुक्ति को मंजूरी प्रदान की जाएगी.  एक सूत्र ने बताया कि उस सम्मेलन में राहुल गांधी की वापसी को लेकर आवाज उठेगी क्योंकि पार्टी के युवा नेताओं ने इसकी योजना बनाई है. पार्टी संगठन में राहुल गांधी को प्रोन्नति करने की मांग पहली बार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेर्टी के हैदराबाद अधिवेशन में 2006 में उठी थी जहां उत्तर प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में नारे बुलंद किए थे और 2007 में उनको पार्टी का महासचिव बनाया गया. उसके बाद उनको उपाध्यक्ष बनाने की मांग 2013 में जयपुर अधिवेशन में उठी.  पार्टी के विभिन्न वर्गो की मांग के बाद राहुल गांधी 2017 में निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित हुए, लेकिन 2019 के आम चुनाव में उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहने के कारण उन्होंने उसकी जिम्मेदारी लेते हुए मई में इस्तीफा दे दिया.  पार्टी की ओर से उनसे दोबारा विचार करने का आग्रह बार-बार किए जाने के बाद भी वह नहीं माने. इसके बाद अगस्त में सोनिया गांधी को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया. राहुल गांधी भले ही पार्टी के प्रमुख न हों लेकिन उनका फैसला पार्टी का फैसला होता है जैसाकि शिव सेना-कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस गठबंधन नीत महाराष्ट्र सरकार में नितिन राउत की मंत्री के रूप में नियुक्ति और नाना पटोले के विधानसभाध्यक्ष बनने से जाहिर होता है. सूत्र ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन स्थल को लेकर पार्टी अंतिम फैसला लेने वाली है जोकि कांग्रेस शासति मध्यप्रदेश या राजस्थान में जनवरी व फरवरी में होने वाली है.
यहाँ एक सारांश है:दिल्ली के चुनाव के बाद राहुल गांधी दोबारा पार्टी की कमान संभाल सकते हैं केसी वेणुगोपाल ने कहा कि देश चाहता है कि वह नेतृत्व की भूमिका संभालें हमें उम्मीद है कि वह कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अगर आपकी आमदनी छह लाख रुपये सालाना से ज्यादा है तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में आपको रसोई गैस साढ़े छह सौ रुपये में खरीदनी पड़े। दरअसल, रसोई गैस पर सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी पर आय की पाबंदी लगाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। संसद के एक पैनल ने सुझाव दिया है कि सालाना 6 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वाले परिवारों को एलपीजी पर सब्सिडी नहीं दी जानी चाहिए। दिल्ली में अभी रसोई गैस का सिलेंडर 395 रुपये में मिलता है जो कि सब्सिडी के चलते 247 रुपये सस्ता है लेकिन अगर सरकार पैनल की सिफारिश मान लेती है तो यही सिलेंडर 642 रुपये में मिलेगा।  पेट्रोलियम और नेचुरल गैस से संबिधित स्थायी समिति की संसद में पेश ताजा रिपोर्ट में सांसदों और विधायकों को भी सब्सिडी के दायरे से बाहर रखने की सिफारिश की गई है। कमेटी का मानना है कि इस तरह के कदम से सरकार गांवों में मौजूद ऐसे लोगों को रसोई गैस मुहैया करा पाएगी जिन्हें वाकई सब्सिडी की जरूरत है।
सारांश: अगर आपकी आमदनी 6 लाख सालाना से ज्यादा है तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में आपको रसोई गैस साढ़े छह सौ रुपये में खरीदनी पड़े।
31
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पिछली बीजेपी नीत राजग सरकार ने आर के कस्तूरीरंगन की अगुवाई में समिति का गठन किया था जिसने मसौदा नीति तैयार की थी. एसएसयूएन के सचिव अतुल कोठारी ने 'सेक्स' शब्द पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पत्रकारों से कहा, "विद्यालयों में यौन शिक्षा के अध्यापन या इसे पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की कोई आवश्कता नहीं है. अगर आवश्यकता हुई तो छात्रों को विद्यालयों में परामर्श दिये जा सकते हैं." उन्होंने कहा कि बच्चों के अलावा यह जरूरी है कि उनके परिजनों को भी इस संबंध में परामर्श दिये जाएं.  उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों को "मानव शरीर, इसकी संरचना और भागों के बारे में पढ़ाया जाना चाहिए, जो पहले से ही विज्ञान विषय के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है." स्कूलों में यौन शिक्षा के विरोध पर तर्क रखते हुए कोठारी ने दावा किया कि जहां भी इसे लागू किया गया है, इसका नकारात्मक प्रभाव देखा गया और इससे बचा जाना चाहिए.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 'बच्चों को यौन शिक्षा देने की जरूरत नहीं' 'इससे बच्चों पर पड़ेगा नकारात्मक असर' RSS से जुड़े संगठन ने कही यह बात
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त एकल टेनिस स्टार सोमदेव देवबर्मन पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) द्वारा सोमवार को जारी एकल विश्व वरीयता क्रम में 80वें स्थान पर पहुंच गए हैं। इस वरीयता क्रम में यह सोमदेव की अब तक की सबसे अच्छी स्थिति है। एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सोमदेव भले ही दक्षिण अफ्रीका ओपन का खिताब नहीं जीत सके लेकिन इस टूर्नामेंट से उन्होंने 150 एटीपी अंक हासिल किए, जो उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में मददगार रहा। रविवार को दक्षिण अफ्रीका ओपन के फाइनल में केविन एंडरसन के हाथों हारने वाले सोमदेव ने इन 150 रेटिंग अंकों के साथ वरीयता क्रम में 30 अंकों की छलांग लगाई, जो किसी एक सप्ताह में उनके द्वारा लगाई गई अब तक की सबसे बड़ी छलांग है। सोमदेव ने हाल ही में कहा था कि इस वर्ष उनका लक्ष्य शीर्ष-50 में जगह बनाना है। बीते वर्ष शीर्ष-100 में जगह बनाने वाले सोमदेव जिस अंदाज में दिन-दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं, उसे देखते हुए उनके मनोवांक्षित रैंकिंग तक पहुंचने के पूरे-पूरे आसार हैं। इस बीच, नौ वर्ष बाद युगल मुकाबलों में खेल रहे महेश भूपति और लिएंडर पेस ने युगल रैंकिंग में अपना स्थान बरकरार रखा है। भूपति पांचवें क्रम पर हैं जबकि पेस छठे क्रम पर विराजमान हैं। महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की रैंकिंग में सानिया मिर्जा इस हफ्ते नफा-नुकसान से बची रही हैं। एकल में उनकी रैंकिंग 135वीं है जबकि युगल में वह 66वें स्थान पर हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सोमदेव देवबर्मन पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) द्वारा सोमवार को जारी एकल विश्व वरीयता क्रम में 80वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
11
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एबीवीपी के नेता का कहना है कि जेएनयू की प्रोफेसर को वहां पर बोलने से रोका नहीं गया. वहां के छात्रों और प्रोफेसरों ने पहले विरोध किया था. एबीवीपी ने भी विरोध किया. इस पूरे प्रकरण के चलते एक दिन यूनिवर्सिटी बंद रही.टिप्पणियां उनका कहना हैकि एकेडेमिक्स के नाम पर देश को तोड़ने का षड़यंत्र नहीं हो सकता है. एबीवीपी नेता का कहना है कि कार्यक्रम में मेनन का परिचय भी यह कराया गया था कि यही वह प्रोफेसर हैं जो कश्मीर की आजादी के बयान देने के लिए प्रसिद्ध हैं. बहुगुणा का कहना है कि इस मामले में एबीवीपी ने कोई शिकायत नहीं की है. यूनिवर्सिटी के एक टीचर जो सेमिनार थे उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है. निवेदिता मेनन जेएनयू में ऐसे बयान पहले भी दे चुकी हैं. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में ही कार्यक्रम के दौरान मेनन और वहां के कुछ शिक्षकों जोरदार बहस हो गई थी. उनका कहना हैकि एकेडेमिक्स के नाम पर देश को तोड़ने का षड़यंत्र नहीं हो सकता है. एबीवीपी नेता का कहना है कि कार्यक्रम में मेनन का परिचय भी यह कराया गया था कि यही वह प्रोफेसर हैं जो कश्मीर की आजादी के बयान देने के लिए प्रसिद्ध हैं. बहुगुणा का कहना है कि इस मामले में एबीवीपी ने कोई शिकायत नहीं की है. यूनिवर्सिटी के एक टीचर जो सेमिनार थे उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है. निवेदिता मेनन जेएनयू में ऐसे बयान पहले भी दे चुकी हैं. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में ही कार्यक्रम के दौरान मेनन और वहां के कुछ शिक्षकों जोरदार बहस हो गई थी. बहुगुणा का कहना है कि इस मामले में एबीवीपी ने कोई शिकायत नहीं की है. यूनिवर्सिटी के एक टीचर जो सेमिनार थे उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है. निवेदिता मेनन जेएनयू में ऐसे बयान पहले भी दे चुकी हैं. बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में ही कार्यक्रम के दौरान मेनन और वहां के कुछ शिक्षकों जोरदार बहस हो गई थी.
यहाँ एक सारांश है:ABVP के प्रदर्शन और दबाव के बाद एक महिला प्रोफेसर का सस्पेंशन हो चुका है अब प्रोफेसर के टर्मिनेशन की भी तैयारी है. आरोप - जेएनयू प्रोफेसर निवेदिता मेनन के कुछ विवादस्पद बयान दिए.
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: संसद के बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति द्वारा दिए गए अभिभाषण में से आतंकवाद विरोधी संस्था एनसीटीसी के गठन का जिक्र हटाने के लिए बीजेपी द्वारा दिया गया संशोधन प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया है।टिप्पणियां वोटिंग के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने वॉकआउट किया, जबकि मायावती की बहुजन समाज पार्टी के सांसद गैरहाजिर रहे। वहीं समाजवादी पार्टी ने सरकार के पक्ष में वोट डाला है। प्रस्ताव के पक्ष में 141 और विपक्ष में 227 वोट पड़े। वहीं प्रधानमंत्री ने एनसीटीसी पर कहा कि जल्द ही इस मुद्दे पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक  बुलाई जाएगी। वोटिंग के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने वॉकआउट किया, जबकि मायावती की बहुजन समाज पार्टी के सांसद गैरहाजिर रहे। वहीं समाजवादी पार्टी ने सरकार के पक्ष में वोट डाला है। प्रस्ताव के पक्ष में 141 और विपक्ष में 227 वोट पड़े। वहीं प्रधानमंत्री ने एनसीटीसी पर कहा कि जल्द ही इस मुद्दे पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक  बुलाई जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री ने एनसीटीसी पर कहा कि जल्द ही इस मुद्दे पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक  बुलाई जाएगी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: संसद के बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति द्वारा दिए गए अभिभाषण में से आतंकवाद विरोधी संस्था एनसीटीसी के गठन का जिक्र हटाने के लिए बीजेपी द्वारा दिया गया संशोधन प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया है।
19
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि कश्मीर में उरी स्थित भारतीय सेना के कैंप जैसा आतंकवादी हमला 'निश्चित रूप से' तनाव बढ़ाता है. किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, 'नि:संदेह उसके (उरी) जैसा (आतंकवादी) हमला तनाव को बढ़ाता है. एक चीज जो मैं नहीं चाहता कि इसका किसी एक या दूसरी तरह से वर्णन करूं, लेकिन स्पष्ट रूप से इस तरह का हमला भय पैदा करने वाला है.' किर्बी ने यह जवाब एक संवाददाता के उस सवाल पर दिया, जो उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर किया था. अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी और उनकी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज के बीच इस हफ्ते के शुरुआत में टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए सवांददाता ने पूछा, 'लेकिन वह भारतीय जवाबी कार्रवाई है... क्या उस तरह के तनाव बढ़ने के खिलाफ विदेशमंत्री केरी चेतावनी दे रहे थे?' किर्बी ने तब झट से स्पष्ट किया कि वह उरी के आतंकवादी हमले का जिक्र कर रहे थे. प्रवक्ता ने कहा, 'ओह, मैंने सोचा कि आप उरी हमले के बारे में बात कर रहे हैं.' गौरतलब है कि 27 सितंबर को केरी ने सुषमा से बातचीत की थी. तकनीकी कारणों से यह संवाद दो अलग-अलग कॉल में किया गया था. उन्होंने कहा, 'मैं आपको इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि इस हफ्ते 27 तारीख को अमेरिकी विदेशमंत्री ने भारतीय विदेशमंत्री सुषमा से बातचीत की थी और 18 सितंबर के उरी हमले की फिर से कड़ी निंदा की थी.' इसके साथ ही किर्बी ने दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, 'हमने उन रिपोर्ट्स (भारतीय सर्जिकल हमला) को देखा है. जैसा कि आप समझ सकते हैं कि हम हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि तनाव को कम करने के लिए निरंतर संवाद होना महत्वपूर्ण है.'टिप्पणियां वाशिंगटन में ऐसा मानना है कि यह बयान इस्लामाबाद को संदेश था कि वह बदले की कार्रवाई ना करे. पाकिस्तान को अमेरिका में कोई खास समर्थन भी मिलता नहीं दिख रहा, जहां कई अमेरिकी नेताओं ने आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान की निंदा की है और उसे आतंकी देश का तमगा देने से जुड़ा एक विधेयक विचाराधीन है. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे. अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी और उनकी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज के बीच इस हफ्ते के शुरुआत में टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए सवांददाता ने पूछा, 'लेकिन वह भारतीय जवाबी कार्रवाई है... क्या उस तरह के तनाव बढ़ने के खिलाफ विदेशमंत्री केरी चेतावनी दे रहे थे?' किर्बी ने तब झट से स्पष्ट किया कि वह उरी के आतंकवादी हमले का जिक्र कर रहे थे. प्रवक्ता ने कहा, 'ओह, मैंने सोचा कि आप उरी हमले के बारे में बात कर रहे हैं.' गौरतलब है कि 27 सितंबर को केरी ने सुषमा से बातचीत की थी. तकनीकी कारणों से यह संवाद दो अलग-अलग कॉल में किया गया था. उन्होंने कहा, 'मैं आपको इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि इस हफ्ते 27 तारीख को अमेरिकी विदेशमंत्री ने भारतीय विदेशमंत्री सुषमा से बातचीत की थी और 18 सितंबर के उरी हमले की फिर से कड़ी निंदा की थी.' इसके साथ ही किर्बी ने दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, 'हमने उन रिपोर्ट्स (भारतीय सर्जिकल हमला) को देखा है. जैसा कि आप समझ सकते हैं कि हम हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि तनाव को कम करने के लिए निरंतर संवाद होना महत्वपूर्ण है.'टिप्पणियां वाशिंगटन में ऐसा मानना है कि यह बयान इस्लामाबाद को संदेश था कि वह बदले की कार्रवाई ना करे. पाकिस्तान को अमेरिका में कोई खास समर्थन भी मिलता नहीं दिख रहा, जहां कई अमेरिकी नेताओं ने आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान की निंदा की है और उसे आतंकी देश का तमगा देने से जुड़ा एक विधेयक विचाराधीन है. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे. गौरतलब है कि 27 सितंबर को केरी ने सुषमा से बातचीत की थी. तकनीकी कारणों से यह संवाद दो अलग-अलग कॉल में किया गया था. उन्होंने कहा, 'मैं आपको इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि इस हफ्ते 27 तारीख को अमेरिकी विदेशमंत्री ने भारतीय विदेशमंत्री सुषमा से बातचीत की थी और 18 सितंबर के उरी हमले की फिर से कड़ी निंदा की थी.' इसके साथ ही किर्बी ने दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, 'हमने उन रिपोर्ट्स (भारतीय सर्जिकल हमला) को देखा है. जैसा कि आप समझ सकते हैं कि हम हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि तनाव को कम करने के लिए निरंतर संवाद होना महत्वपूर्ण है.'टिप्पणियां वाशिंगटन में ऐसा मानना है कि यह बयान इस्लामाबाद को संदेश था कि वह बदले की कार्रवाई ना करे. पाकिस्तान को अमेरिका में कोई खास समर्थन भी मिलता नहीं दिख रहा, जहां कई अमेरिकी नेताओं ने आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान की निंदा की है और उसे आतंकी देश का तमगा देने से जुड़ा एक विधेयक विचाराधीन है. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे. इसके साथ ही किर्बी ने दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा, 'हमने उन रिपोर्ट्स (भारतीय सर्जिकल हमला) को देखा है. जैसा कि आप समझ सकते हैं कि हम हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि तनाव को कम करने के लिए निरंतर संवाद होना महत्वपूर्ण है.'टिप्पणियां वाशिंगटन में ऐसा मानना है कि यह बयान इस्लामाबाद को संदेश था कि वह बदले की कार्रवाई ना करे. पाकिस्तान को अमेरिका में कोई खास समर्थन भी मिलता नहीं दिख रहा, जहां कई अमेरिकी नेताओं ने आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान की निंदा की है और उसे आतंकी देश का तमगा देने से जुड़ा एक विधेयक विचाराधीन है. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे. वाशिंगटन में ऐसा मानना है कि यह बयान इस्लामाबाद को संदेश था कि वह बदले की कार्रवाई ना करे. पाकिस्तान को अमेरिका में कोई खास समर्थन भी मिलता नहीं दिख रहा, जहां कई अमेरिकी नेताओं ने आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान की निंदा की है और उसे आतंकी देश का तमगा देने से जुड़ा एक विधेयक विचाराधीन है. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे. इससे पहले पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के घोषणा के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस ने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका 'सीमा पार से जारी आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे.
संक्षिप्त पाठ: भारत ने एलओसी के पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक किया अमेरिका ने कहा, 'उरी जैसे हमले निश्चित रूप से तनाव बढ़ाते हैं' पूरी उम्मीद कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कदम उठाएगा : अमेरिका
22
['hin']
एक सारांश बनाओ: यूपी सरकार के मंत्री आजम खान ने आईएएस अफसरों की एक बैठक में अपने विशेष सचिव को बदतमीज कह डाला। इतना नहीं दो अधिकारियों की अनुपस्थिति पर गुस्साए मंत्रीजी ने अपने आईएएस अधिकारी को झिड़का भी। इस बैठक में आजम खान उनके विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और चीफ सेक्रेटरी के बैठक में शामिल न होने से बुरी तरह नाराज थे। जब मंत्री ने दोनों अधिकारियों के बैठक में अनुपस्थित होने की वजह पूछी, तब उनके विशेष सचिव ने उन्हें बताया कि दोनों अधिकारी व्यस्त हैं और दूसरी बैठक में शामिल होने के लिए गए।टिप्पणियां इस पर आजम बोले, क्या चीफ सेक्रेटरी सरकार से ऊपर है। और जब विशेष सचिव ने जवाब देना चाहा तब आजम खान ने कहा, 'बकवास करते हो आप, चुप रहिये, बदतमीज़ कहीं का...'। इसके बाद आजम खान ने बैठक को स्थगित कर दिया। जब आजम खान से इस बारे में मीडियाकर्मियों से जानना चाहा तब उनका कहना है कि अधिकारियों में अनुशासन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जब यह बैठक पहले ही निर्धारित थी तब इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होना अनुशासनहीनता है। इस बैठक में आजम खान उनके विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और चीफ सेक्रेटरी के बैठक में शामिल न होने से बुरी तरह नाराज थे। जब मंत्री ने दोनों अधिकारियों के बैठक में अनुपस्थित होने की वजह पूछी, तब उनके विशेष सचिव ने उन्हें बताया कि दोनों अधिकारी व्यस्त हैं और दूसरी बैठक में शामिल होने के लिए गए।टिप्पणियां इस पर आजम बोले, क्या चीफ सेक्रेटरी सरकार से ऊपर है। और जब विशेष सचिव ने जवाब देना चाहा तब आजम खान ने कहा, 'बकवास करते हो आप, चुप रहिये, बदतमीज़ कहीं का...'। इसके बाद आजम खान ने बैठक को स्थगित कर दिया। जब आजम खान से इस बारे में मीडियाकर्मियों से जानना चाहा तब उनका कहना है कि अधिकारियों में अनुशासन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जब यह बैठक पहले ही निर्धारित थी तब इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होना अनुशासनहीनता है। इस पर आजम बोले, क्या चीफ सेक्रेटरी सरकार से ऊपर है। और जब विशेष सचिव ने जवाब देना चाहा तब आजम खान ने कहा, 'बकवास करते हो आप, चुप रहिये, बदतमीज़ कहीं का...'। इसके बाद आजम खान ने बैठक को स्थगित कर दिया। जब आजम खान से इस बारे में मीडियाकर्मियों से जानना चाहा तब उनका कहना है कि अधिकारियों में अनुशासन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जब यह बैठक पहले ही निर्धारित थी तब इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होना अनुशासनहीनता है। जब आजम खान से इस बारे में मीडियाकर्मियों से जानना चाहा तब उनका कहना है कि अधिकारियों में अनुशासन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जब यह बैठक पहले ही निर्धारित थी तब इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होना अनुशासनहीनता है।
सारांश: यूपी सरकार के मंत्री आजम खान ने आईएएस अफसरों की एक बैठक में अपने विशेष सचिव को बदतमीज कह डाला। इतना नहीं दो अधिकारियों की अनुपस्थिति पर गुस्साए मंत्रीजी ने अपने आईएएस अधिकारी को झिड़का भी।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मेधा पाटकर ने यह भी कहा कि पूर्व की सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी प्रदेश के अधिकारियों को बातचीत के लिए भेजा था, लेकिन 31 अगस्त की रात में जो जवाब प्रशासन का आया है, वही जवाब पूर्व सरकार के समय में आया था. मेधा ने यह भी कहा कि वह भली भांति इस बात को जानते हैं कि इस जवाब की ड्राफ्टिंग किस अधिकारी के द्वारा की गई है. मेधा ने यह भी कहा कि इतने सालों में एनवीडीए के आयुक्त कभी जिले के दौरे पर नहीं आए, सिर्फ राजस्व विभाग के आयुक्त दौरे पर आते हैं और  टीन शेड देखकर वापस लौट जाते हैं. मेधा ने आरोप लगाया कि एके खरे भ्रष्ट अधिकारी है. मेधा ने यह भी कहा कि मेरे द्वारा मंत्री को लिखे गए पर्सनल पत्रों को भी जाहिर करते हुए आने वाले समय में बताएंगे कि उन्होंने इन समस्याओं को हल करने के सुझाव भी दिए थे. उन्होंने यह भी कहा कि एनवीडीए मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल के विदेश यात्रा से लौटने से पहले डूब क्षेत्र के कांग्रेसियों द्वारा कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया जाएगा. मेधा ने उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र के डूब प्रभावित क्षेत्र के कलेक्टर ने डूब प्रभावितों के नामों की लिस्ट लेकर गुजरात सरकार के अधिकारियों से बहस कर उन्हें हक दिलाने का प्रयास किया और मध्यप्रदेश सरकार कहती है कि हम कुछ नहीं कर सकते. मेधा ने यह भी कहा कि वह तो नहीं मानतीं कि मध्यप्रदेश की सरकार पावर लेस है जो किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही. मेधा ने बातों ही बातों में प्रभारी मंत्री से यह भी कहा कि वे एक बार इस पूरे मामले पर दिग्विजय सिंह से चर्चा करें, उन्हें सब कुछ पता है. डॉ विजयलक्ष्मी साधौ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरदार सरोवर का जलस्तर कम करना गुजरात सरकार के हाथ में है. मध्यप्रदेश सरकार ने गुजरात सरकार से पुनर्वास होने तक जल स्तर कम करने की बात की थी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. लेकिन एक बार फिर गुजरात सरकार को पत्र लिखकर जलस्तर कम कराए जाने को लेकर बात की जाएगी. मीडिया द्वारा सरकार के घुटने झुके होने के सवाल पर जवाब में उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार के सीएम रुपाणी द्वारा हरकतें की जा रही हैं. उन्हें चाहिए कि पहले डूब प्रभावितों का पुनर्वास करें, फिर बांध में पानी भरें क्योंकि पुनर्वास स्थलों के लिए पैसा गुजरात सरकार को ही देना है. साधौ ने आठ दिन बाद सत्याग्रह स्थल पर पहुंचने पर खुद की पीठ थपथपाते हुए कहा कि वह स्वप्रेरणा से मेधा पाटकर से मिलने पहुंची थीं. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में वह स्वयं एनवीडीए मंत्री रह चुकी हैं और इस पद पर रहते हुए महेश्वर हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट के डूब प्रभावितों के मकान, खेत और पाइप लाइन का खुद ने सर्वे कराकर उनका पुनर्वास किया. शायद मंत्री यह भूल गईं कि महेश्वर परियोजना के पूर्व से ही सरदार सरोवर परियोजना का कार्य चल रहा था जिसमें लगातार विसंगतियों भ्रष्टाचार और डूब प्रभावितों के आंदोलन जारी रहे, लेकिन खुद की विधानसभा के वोट बैंक को साधने के लिए मंत्री महोदय ने 9-9 घंटे तक कार्य कर स्वयं की विधानसभा के क्षेत्र की जनता का व्यवस्थित पुनर्वास किया. जबकि इस डूब क्षेत्र की जिम्मेदारी के लिए बाला बच्चन के जिले का मामला होने की बात कह डाली. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सरकार के किसी खास और ठोस कदम उठाने के सवाल का जवाब देते हुए साधौ ने कहा कि हम जल्द ही निर्णायक कदम उठाएंगे. साधौ से जब केंद्र और गुजरात सरकार के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाते हुए उपवास करने जैसी बात पूछी तो मंत्री ने जवाब दिया कि इसका फैसला प्रदेश के मुखिया करेंगे और वह बहुत सक्षम व्यक्ति हैं.
संक्षिप्त पाठ: 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन उपवास कर रही हैं मेधा पाटकर मेधा की तबियत बिगड़ी, क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता इस्तीफा देंगे सरदार सरोवर के डूब क्षेत्र के पुनर्वास को लेकर जारी है सत्याग्रह
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इस महीने की 22 तारीख से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र को सरकार के लिए मुश्किल बनाने का संकेत देते हुए मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने आज कहा कि वह मल्टीब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले का विरोध कर रहे सभी दलों के साथ संसद में तालमेल करेगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पिछले कुछ दिनों से एफडीआई मुद्दे पर आम राय बनाने के प्रयासों के बीच बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के सरकार के फैसले का विरोध करना हम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, संसद के आगामी सत्र में हम सरकार के इस निर्णय का पूरी तरह विरोध करेंगे।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि संसद में खुदरा क्षेत्र में एएफडीआई के निर्णय के विरोध को असरदार बनाने की रणनीति तय करने के लिए एनडीए के घटक दलों के अलावा अन्य दलों से भी विचार-विमर्श किया जाएगा। प्रसाद ने कहा कि एफडीआई का विरोध करने वाले दलों के बीच अधिक से अधिक समन्वय स्थापित किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि इस विषय पर क्या विपक्ष मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने का दबाव बनाएगा, उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले इस बारे में निर्णय किया जाएगा। बीजेपी के अलावा वाम दल और यूपीए से हाल ही में अलग हुई तृणमूल कांग्रेस भी एफडीआई निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सरकार में शामिल डीएमके ने इस विषय पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पिछले कुछ दिनों से एफडीआई मुद्दे पर आम राय बनाने के प्रयासों के बीच बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के सरकार के फैसले का विरोध करना हम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, संसद के आगामी सत्र में हम सरकार के इस निर्णय का पूरी तरह विरोध करेंगे।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि संसद में खुदरा क्षेत्र में एएफडीआई के निर्णय के विरोध को असरदार बनाने की रणनीति तय करने के लिए एनडीए के घटक दलों के अलावा अन्य दलों से भी विचार-विमर्श किया जाएगा। प्रसाद ने कहा कि एफडीआई का विरोध करने वाले दलों के बीच अधिक से अधिक समन्वय स्थापित किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि इस विषय पर क्या विपक्ष मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने का दबाव बनाएगा, उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले इस बारे में निर्णय किया जाएगा। बीजेपी के अलावा वाम दल और यूपीए से हाल ही में अलग हुई तृणमूल कांग्रेस भी एफडीआई निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सरकार में शामिल डीएमके ने इस विषय पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उन्होंने कहा कि संसद में खुदरा क्षेत्र में एएफडीआई के निर्णय के विरोध को असरदार बनाने की रणनीति तय करने के लिए एनडीए के घटक दलों के अलावा अन्य दलों से भी विचार-विमर्श किया जाएगा। प्रसाद ने कहा कि एफडीआई का विरोध करने वाले दलों के बीच अधिक से अधिक समन्वय स्थापित किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि इस विषय पर क्या विपक्ष मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने का दबाव बनाएगा, उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले इस बारे में निर्णय किया जाएगा। बीजेपी के अलावा वाम दल और यूपीए से हाल ही में अलग हुई तृणमूल कांग्रेस भी एफडीआई निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सरकार में शामिल डीएमके ने इस विषय पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। यह पूछे जाने पर कि इस विषय पर क्या विपक्ष मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने का दबाव बनाएगा, उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले इस बारे में निर्णय किया जाएगा। बीजेपी के अलावा वाम दल और यूपीए से हाल ही में अलग हुई तृणमूल कांग्रेस भी एफडीआई निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सरकार में शामिल डीएमके ने इस विषय पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
संक्षिप्त सारांश: संसद के शीतकालीन सत्र को सरकार के लिए मुश्किल बनाने का संकेत देते हुए बीजेपी ने कहा कि वह मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई के फैसले का विरोध कर रहे सभी दलों के साथ संसद में तालमेल करेगी।
0
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेता आमिर खान का कहना है कि उनकी पत्नी किरण अपने बच्चे की देखभाल में लगी हैं और मातृत्व का आनंद ले रही हैं। पिछले साल 1 दिसंबर को यह दंपती आजाद राव खान के माता-पिता बने थे। यह बच्चा उन्हें किराये की कोख से आईवीएफ तकनीक के जरिये प्राप्त हुआ था। गत शुक्रवार को आमिर खान की फिल्म 'तलाश' रिलीज हुई थी। उन्होंने बताया कि काम की प्रतिबद्धता और व्यस्तता के कारण वह अपने बच्चे को ज्यादा समय नहीं दे पाते।टिप्पणियां आमिर ने कहा, मैं रोजमर्रा के जीवन में पिता का किरदार नहीं निभा पाता। काम को लेकर मेरी जिम्मेदारियां मुझे इस बात की इजाजत नहीं देतीं, लेकिन मैं वास्तव में उसके साथ समय बिताना चाहता हूं। यह वास्तविक आनंद होगा। वह बहुत खुशदिल और अच्छे स्वभाव वाला बच्चा है। उन्होंने कहा, किरण बच्चे की देखभाल कर रही हैं और मातृत्व का आनंद ले रही हैं। वह यही चाहती हैं। जब भी मैं उन्हें राहत प्रदान करना करना चाहता हूं वह इससे इनकार कर देती हैं। आजाद के पहले जन्मदिन पर आमिर ने कहा, उसके जनमदिन पर हमने घर में उसके और करीबी परिजनों के साथ रहने की योजना बनाई। इस बीच आमिर ने यह भी कहा कि वह फिल्मों को लेकर अपनी निर्देशक पत्नी से परामर्श नहीं करते। उन्होंने कहा, नहीं मैं उससे परामर्श नहीं करता हूं। जब मैं किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाता हूं, तो उससे सलाह लेता हूं। मैं इसे एक आश्चर्य की तरह बचाकर रखता हूं। हम दोनों ही ऐसा करते हैं। इसी तरह जब वह फिल्म का पहला कट देखती हैं, तो बिल्कुल एक नए दर्शक की तरह होती हैं। वह इसकी पटकथा के बारे में कुछ नहीं जानतीं और वह कुछ भी उम्मीद नहीं करतीं। आमिर ने कहा, मैं रोजमर्रा के जीवन में पिता का किरदार नहीं निभा पाता। काम को लेकर मेरी जिम्मेदारियां मुझे इस बात की इजाजत नहीं देतीं, लेकिन मैं वास्तव में उसके साथ समय बिताना चाहता हूं। यह वास्तविक आनंद होगा। वह बहुत खुशदिल और अच्छे स्वभाव वाला बच्चा है। उन्होंने कहा, किरण बच्चे की देखभाल कर रही हैं और मातृत्व का आनंद ले रही हैं। वह यही चाहती हैं। जब भी मैं उन्हें राहत प्रदान करना करना चाहता हूं वह इससे इनकार कर देती हैं। आजाद के पहले जन्मदिन पर आमिर ने कहा, उसके जनमदिन पर हमने घर में उसके और करीबी परिजनों के साथ रहने की योजना बनाई। इस बीच आमिर ने यह भी कहा कि वह फिल्मों को लेकर अपनी निर्देशक पत्नी से परामर्श नहीं करते। उन्होंने कहा, नहीं मैं उससे परामर्श नहीं करता हूं। जब मैं किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाता हूं, तो उससे सलाह लेता हूं। मैं इसे एक आश्चर्य की तरह बचाकर रखता हूं। हम दोनों ही ऐसा करते हैं। इसी तरह जब वह फिल्म का पहला कट देखती हैं, तो बिल्कुल एक नए दर्शक की तरह होती हैं। वह इसकी पटकथा के बारे में कुछ नहीं जानतीं और वह कुछ भी उम्मीद नहीं करतीं। उन्होंने कहा, नहीं मैं उससे परामर्श नहीं करता हूं। जब मैं किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाता हूं, तो उससे सलाह लेता हूं। मैं इसे एक आश्चर्य की तरह बचाकर रखता हूं। हम दोनों ही ऐसा करते हैं। इसी तरह जब वह फिल्म का पहला कट देखती हैं, तो बिल्कुल एक नए दर्शक की तरह होती हैं। वह इसकी पटकथा के बारे में कुछ नहीं जानतीं और वह कुछ भी उम्मीद नहीं करतीं।
सारांश: पिछले साल 1 दिसंबर को यह दंपती आजाद राव खान के माता-पिता बने थे। यह बच्चा उन्हें किराये की कोख से आईवीएफ तकनीक के जरिये प्राप्त हुआ था।
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वेस्टइंडीज की आधी टीम आउट करने के बाद दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में बेहतर स्थिति में दिख रहे भारत की प्रगति पर बारिश ने ब्रेक लगा दिया। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने मैच के दूसरे दिन सुबह दो विकेट जल्दी निकालकर भारत की स्थिति मजबूत कर दी थी, लेकिन बारिश के कारण बुधवार को केवल 25.3 ओवर का ही खेल हुआ। जब अंपायरों ने बारिश नहीं थमने के कारण दिन का खेल समाप्त घोषित किया, तब वेस्टइंडीज का स्कोर पांच विकेट पर 98 रन था। भारत ने अपनी पहली पारी में 201 रन बनाए थे और इस तरह से वह अब भी कैरेबियाई टीम से 103 रन आगे है। वेस्टइंडीज के अनुभवी बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपाल (नाबाद 20) हालांकि अभी क्रीज पर डटे हुए हैं। उनके साथ दूसरे छोर पर प्रतिभाशाली मलरेन सैमुअल्स 21 रन बनाकर खेल रहे हैं। वेस्टइंडीज की आधी टीम 57 रन तक पैवेलियन लौट गई थी, जिसके बाद इन दोनों ने अब तक छठे विकेट के लिए 41 रन जोड़ लिए हैं। मैच के दूसरे दिन सुबह का सत्र यदि इशांत के नाम रहा तो बाकी दोनों सत्र में बारिश का जलवा देखने को मिला और खिलाड़ियों ने अपना अधिकतर समय ड्रेसिंग रूम में बिताया। इशांत ने पहले सत्र में भारत को दो सफलताएं दिलाईं। उन्होंने अब तक 31 रन देकर तीन विकेट लिए हैं, जबकि प्रवीण कुमार और अभिमन्यु मिथुन को एक-एक विकेट मिला है। वेस्टइंडीज ने दूसरे दिन तीन विकेट पर 30 रन से आगे खेलना शुरू किया। इसके बाद इशांत ने पहले दिन के दोनों अविजित बल्लेबाजों नाइटवाचमैन देबेंद्र बिशू (13) और अनुभवी रामनरेश सरवन (18) को आउट करके कैरेबियाई टीम को बैकफुट पर भेज दिया। इशांत ने दिन के छठे ओवर में पहले बिशू को पैवेलियन भेजा, जो तेजी से उठती गेंद को नहीं समझ पाए और गली में विराट कोहली को आसान कैच दे बैठे। इसके बाद उन्होंने ओवर की अंतिम गेंद पर सरवन को एलबीडब्ल्यू आउट किया। सरवन फुललेंग्थ गेंद पर अपने फुटवर्क का इस्तेमाल नहीं कर पाए और विकेट के ठीक आगे गेंद उनके पैड से टकरा गई। चंद्रपाल को भी इशांत और प्रवीण की प्रभावशाली गेंदबाजी का सामना करने में दिक्कत हुई, लेकिन उन्होंने सैमुअल्स के साथ मिलकर टीम को आगे कोई झटका नहीं लगने दिया। सैमुअल्स को खाता खोलने के लिए इंतजार करना पड़ा, लेकिन इसके बाद उन्होंने पूरे विश्वास के साथ गेंदबाजों का सामना किया। भारत किंग्सटन में खेला गया पहला टेस्ट मैच 63 रन से जीतकर तीन मैच की शृंखला में 1-0 से आगे चल रहा है।
संक्षिप्त पाठ: वेस्टइंडीज की आधी टीम आउट करने के बाद दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में बेहतर स्थिति में दिख रहे भारत की प्रगति पर बारिश ने ब्रेक लगा दिया।
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मुंबई टेस्‍ट के पहले टीम इंडिया के ओपनर मुरली विजय का खराब फॉर्म (?) लोगों की चिंता का कारण बताया जा रहा था. मीडिया में रिपोर्ट आई थीं कि इंग्‍लैंड के तेज गेंदबाज शॉर्ट पिच गेंदों के 'अस्र' का इस्‍तेमाल करके विजय को न सिर्फ परेशान कर रहे हैं बल्कि आउट करने में भी कामयाब हो रहे हैं.  लगातार एक या दो मैच में नाकामी के बाद ही शुरू होने वाले आलोचना के इस दौर में लोग (मीडिया और क्रिकेट समीक्षक भी) इस बात को लगभग भूल ही गए थे कि इन्‍हीं विजय ने राजकोट टेस्‍ट में बेहतरीन शतक जमाया था. यह आश्‍चर्यजनक है कि भारत-इंग्‍लैंड सीरीज का चौथा टेस्‍ट शुरू होने के पहले तक पहले टेस्‍ट की वह बेहतरीन पारी भुला दी गई. बहरहाल, मुरली विजय की बल्‍लेबाजी पर उठे इन सवालों के बाद भी कोच अनिल कुंबले अपने ओपनर को लेकर आश्‍वस्‍त दिखे. मुंबई टेस्‍ट के पहले मीडिया ब्रीफिंग में वे विजय के पक्ष में खुलकर बोले. 'जंबो' ने कहा था, 'विजय के हाल में शार्ट पिच गेंदों पर आउट होने को उनकी कमजोरी मानना सही नहीं होगा. विजय पिछले दो वर्षों में हमारा लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला बल्लेबाज रहा है. उसने राजकोट में शतक बनाया था. हां, वह एक जैसी गेंदों पर आउट हुआ,इसलिए आप इसे उसकी कमजोरी के रूप में दिखा सकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि यह सही नहीं है. वह ऐसा बल्लेबाज है जिसके बारे में हमें लगता है कि वह जल्द ही बड़ा स्कोर बनाएगा.’ कुंबले ने यह भी कहा था कि टीम प्रबंधन नेट पर मुरली विजय की बल्‍लेबाजी पर निगाह जमाए है और उनकी मदद कर रहा है. टिप्पणियां कुंबले की कही बात को मुरली विजय ने आज सही साबित किया. मैच के दूसरे दिन शतक पूरा करते हुए उन्होंने अपने आलोचकों के मुंह बंद कर दिए.  विजय ने वाकई बेहतरीन पारी खेली. हालांकि मैच के पहले दिन अपने अर्धशतक से पहले विजय ने इंग्‍लैंड टीम को एक मौका भी दिया था जब आदिल राशिद की गेंद पर विकेटकीपर बेयरस्‍टॉ उन्‍हें स्‍टंप करने से चूक गए थे. ऐसा लगता है कि मुकद्दर भी विजय के बड़ा स्‍कोर बनने और कोच कुंबले की बात सही साबित होने के पक्ष में था. विजय का फॉर्म में आना ( इस लिहाज से कि आलोचक उनके फॉर्म पर सवाल उठा रहे थे) भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए अच्‍छी खबर है. सीरीज में अब तक ओपनिंग साझेदारी टीम इंडिया के लिए चिंता का कारण रही है. उम्‍मीद है कि विजय के बल्‍ले से फिर रन निकलने के बाद आगे के बल्‍लेबाजों पर से दबाव हटेगा...   बहरहाल, मुरली विजय की बल्‍लेबाजी पर उठे इन सवालों के बाद भी कोच अनिल कुंबले अपने ओपनर को लेकर आश्‍वस्‍त दिखे. मुंबई टेस्‍ट के पहले मीडिया ब्रीफिंग में वे विजय के पक्ष में खुलकर बोले. 'जंबो' ने कहा था, 'विजय के हाल में शार्ट पिच गेंदों पर आउट होने को उनकी कमजोरी मानना सही नहीं होगा. विजय पिछले दो वर्षों में हमारा लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला बल्लेबाज रहा है. उसने राजकोट में शतक बनाया था. हां, वह एक जैसी गेंदों पर आउट हुआ,इसलिए आप इसे उसकी कमजोरी के रूप में दिखा सकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि यह सही नहीं है. वह ऐसा बल्लेबाज है जिसके बारे में हमें लगता है कि वह जल्द ही बड़ा स्कोर बनाएगा.’ कुंबले ने यह भी कहा था कि टीम प्रबंधन नेट पर मुरली विजय की बल्‍लेबाजी पर निगाह जमाए है और उनकी मदद कर रहा है. टिप्पणियां कुंबले की कही बात को मुरली विजय ने आज सही साबित किया. मैच के दूसरे दिन शतक पूरा करते हुए उन्होंने अपने आलोचकों के मुंह बंद कर दिए.  विजय ने वाकई बेहतरीन पारी खेली. हालांकि मैच के पहले दिन अपने अर्धशतक से पहले विजय ने इंग्‍लैंड टीम को एक मौका भी दिया था जब आदिल राशिद की गेंद पर विकेटकीपर बेयरस्‍टॉ उन्‍हें स्‍टंप करने से चूक गए थे. ऐसा लगता है कि मुकद्दर भी विजय के बड़ा स्‍कोर बनने और कोच कुंबले की बात सही साबित होने के पक्ष में था. विजय का फॉर्म में आना ( इस लिहाज से कि आलोचक उनके फॉर्म पर सवाल उठा रहे थे) भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए अच्‍छी खबर है. सीरीज में अब तक ओपनिंग साझेदारी टीम इंडिया के लिए चिंता का कारण रही है. उम्‍मीद है कि विजय के बल्‍ले से फिर रन निकलने के बाद आगे के बल्‍लेबाजों पर से दबाव हटेगा...   कुंबले की कही बात को मुरली विजय ने आज सही साबित किया. मैच के दूसरे दिन शतक पूरा करते हुए उन्होंने अपने आलोचकों के मुंह बंद कर दिए.  विजय ने वाकई बेहतरीन पारी खेली. हालांकि मैच के पहले दिन अपने अर्धशतक से पहले विजय ने इंग्‍लैंड टीम को एक मौका भी दिया था जब आदिल राशिद की गेंद पर विकेटकीपर बेयरस्‍टॉ उन्‍हें स्‍टंप करने से चूक गए थे. ऐसा लगता है कि मुकद्दर भी विजय के बड़ा स्‍कोर बनने और कोच कुंबले की बात सही साबित होने के पक्ष में था. विजय का फॉर्म में आना ( इस लिहाज से कि आलोचक उनके फॉर्म पर सवाल उठा रहे थे) भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए अच्‍छी खबर है. सीरीज में अब तक ओपनिंग साझेदारी टीम इंडिया के लिए चिंता का कारण रही है. उम्‍मीद है कि विजय के बल्‍ले से फिर रन निकलने के बाद आगे के बल्‍लेबाजों पर से दबाव हटेगा...
सारांश: मुंंबई टेस्‍ट के पहले कुंबले ने जताया था भरोसा, विजय बड़ा स्‍कोर करेंगे कहा था, शॉर्ट पिच गेंदों को विजय की कमजोरी मानना ठीक नहीं विजय के शतक टीम इंडिया के लिए अच्‍छा संकेत माना जा रहा
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मार्च में सऊदी अरब में कच्चे तेल का उत्पादन घटने और स्टैण्डर्ड एण्ड पुअर्स (एसएण्डपी) द्वारा अमेरिका के कर्ज परिदृश्य की रेटिंग घटाकर नकारात्मक किए जाने के बाद सोमवार को कच्चे तेल के दाम में तेज गिरावट दर्ज की गई। एसएण्डपी ने अमेरिका की साख की रेटिंग एएए पर बरकरार रखी है लेकिन अमेरिकी कर्ज परिदृश्य की रेटिंग घटाकर नकरात्मक कर दी है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि बढ़ते बजट घाटे और कर्ज पर नियंत्रण कर पाने में अमेरिकी नीति निर्माताओं के विफल होने के जोखिम के कारण यह निर्णय लिया गया है। वहीं सऊदी अरब ने रविवार को कहा कि बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति ज्यादा होने और ऊंची कीमतों के कारण मांग कम होने से उसने मार्च में कच्चे तेल के उत्पादन में आठ लाख बैरल प्रति दिन की कमी की है। अमेरिका में कच्चे तेल के लाइट स्वीट क्रूड वायदा का दाम 2.54 डॉलर प्रति बैरल (2.32 प्रतिशत) घटकर 107.12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सारांश: एसएण्डपी द्वारा अमेरिका के कर्ज परिदृश्य की रेटिंग घटाकर नकारात्मक किए जाने के बाद सोमवार को कच्चे तेल के दाम में तेज गिरावट दर्ज की गई।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दीपा कर्मकार का आज 23वां जन्मदिन है. पहली बार भारत से महिला जिम्नास्ट ने ओलिंपिक के लिए क्वालिफ़ाई कर लिया हैरियोवॉल्ट इवेंट के फाइनल में पहुंची दीपा कर्मकार ने NDTV से बातचीत में कहा कि उन पर कोई दबाव नहीं है और वह बेस्ट देने की कोशिश करेंगी. जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनके ड्रीम से भी बड़ा है, तो उन्होंने जवाब में कहा कि जिस दिन फाइनल खेल लूंगी उस दिन लगेगा कि यह ड्रीम से बड़ा है. उनके कोच बिश्वेश्वर नंदी ने कहा कि दीपा करमाकर का इस मुकाम पर पहुंचना इंडियन जिम्नास्टिक के लिए बड़ी बात है क्योंकि इंडिया में जिम्नास्ट के लिए कोई अधिक फसेलिटी नहीं हैं. सिर्फ 6 और 7 सेंटर हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने तीन महीने में बहुत ज्यादा फसलिटी उन्हें प्रदान कीं जिसकी वजह से वे यहां तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि जिम्नास्टिक अब यह पॉपुलर हो रहा है.टिप्पणियां जब उनसे पूछा गया कि आप कहती थीं कि इंडिया में लोग जिम्नास्टिक को सर्कस समझते हैं और क्या आपको लगता है कि यह कॉन्सेप्ट टूट गया है? तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि हां लगता है...क्योंकि अब सबको पता चल गया कि जिम्नास्ट लड़कियां भी करती हैं और यह सर्कस नहीं है. उनसे जब पूछा गया कि क्या आप पर मेडल जीतने का प्रेशर है तो उन्होंने कहा कि नहीं मुझ पर कोई प्रेशर नहीं है. इतने सालों बाद किसी का फाइनल तक पहुंचना भी एक बड़ी अचीवमेंट है. हालांकि कोशिश रहेगी कि मैं जीतूं... मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं उस दिन अच्छा करूं. जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनके ड्रीम से भी बड़ा है, तो उन्होंने जवाब में कहा कि जिस दिन फाइनल खेल लूंगी उस दिन लगेगा कि यह ड्रीम से बड़ा है. उनके कोच बिश्वेश्वर नंदी ने कहा कि दीपा करमाकर का इस मुकाम पर पहुंचना इंडियन जिम्नास्टिक के लिए बड़ी बात है क्योंकि इंडिया में जिम्नास्ट के लिए कोई अधिक फसेलिटी नहीं हैं. सिर्फ 6 और 7 सेंटर हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने तीन महीने में बहुत ज्यादा फसलिटी उन्हें प्रदान कीं जिसकी वजह से वे यहां तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि जिम्नास्टिक अब यह पॉपुलर हो रहा है.टिप्पणियां जब उनसे पूछा गया कि आप कहती थीं कि इंडिया में लोग जिम्नास्टिक को सर्कस समझते हैं और क्या आपको लगता है कि यह कॉन्सेप्ट टूट गया है? तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि हां लगता है...क्योंकि अब सबको पता चल गया कि जिम्नास्ट लड़कियां भी करती हैं और यह सर्कस नहीं है. उनसे जब पूछा गया कि क्या आप पर मेडल जीतने का प्रेशर है तो उन्होंने कहा कि नहीं मुझ पर कोई प्रेशर नहीं है. इतने सालों बाद किसी का फाइनल तक पहुंचना भी एक बड़ी अचीवमेंट है. हालांकि कोशिश रहेगी कि मैं जीतूं... मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं उस दिन अच्छा करूं. जब उनसे पूछा गया कि आप कहती थीं कि इंडिया में लोग जिम्नास्टिक को सर्कस समझते हैं और क्या आपको लगता है कि यह कॉन्सेप्ट टूट गया है? तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि हां लगता है...क्योंकि अब सबको पता चल गया कि जिम्नास्ट लड़कियां भी करती हैं और यह सर्कस नहीं है. उनसे जब पूछा गया कि क्या आप पर मेडल जीतने का प्रेशर है तो उन्होंने कहा कि नहीं मुझ पर कोई प्रेशर नहीं है. इतने सालों बाद किसी का फाइनल तक पहुंचना भी एक बड़ी अचीवमेंट है. हालांकि कोशिश रहेगी कि मैं जीतूं... मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं उस दिन अच्छा करूं. उनसे जब पूछा गया कि क्या आप पर मेडल जीतने का प्रेशर है तो उन्होंने कहा कि नहीं मुझ पर कोई प्रेशर नहीं है. इतने सालों बाद किसी का फाइनल तक पहुंचना भी एक बड़ी अचीवमेंट है. हालांकि कोशिश रहेगी कि मैं जीतूं... मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं उस दिन अच्छा करूं.
संक्षिप्त सारांश: दीपा करमाकर से रियो डी जेनेरियो ने NDTV ने की खास बात बोलीं- फाइनल को लेकर कोई दबाव नहीं है पर वह बेस्ट देने की कोशिश करेंगी बोलीं- सबको पता चल गया है कि जिम्नास्ट लड़कियां भी करती है
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार के बोधगया के महाबोधि मंदिर परिसर में हुए धमाकों में टाइमर घड़ियों के साथ-साथ अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया था। निष्क्रिय किए गए विस्फोटकों से एक प्रकार के तय तरीके का प्रयोग स्थापित होता है। जांच एजेंसी इसी बात की तहकीकात कर रही हैं। आरंभिक जांच में शक की सुई इंडियन मुजाहिद्दीन पर जा रही है क्योंकि ये धमाके जयपुर, पुणे और अहमदाबाद में हुए धमाकों से मिलते जुलते हैं। फॉरंसिक विशेषज्ञों ने इन धमाकों में आरडीएक्स के प्रयोग से साफ इनकार किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक बम में करीब 150-200 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया।टिप्पणियां जांचकर्ताओं का कहना है कि बॉल बियरिंग और कीलों का प्रयोग गैस सिलेंडरों में बतौर छर्रा किया गया। जांच बताती है कि सभी बमों में सुबह 5.30 बजे के लिए टाइम किया गया था। बिहार पुलिस ने मंदिर परिसर में धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। आरंभिक जांच में शक की सुई इंडियन मुजाहिद्दीन पर जा रही है क्योंकि ये धमाके जयपुर, पुणे और अहमदाबाद में हुए धमाकों से मिलते जुलते हैं। फॉरंसिक विशेषज्ञों ने इन धमाकों में आरडीएक्स के प्रयोग से साफ इनकार किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक बम में करीब 150-200 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया।टिप्पणियां जांचकर्ताओं का कहना है कि बॉल बियरिंग और कीलों का प्रयोग गैस सिलेंडरों में बतौर छर्रा किया गया। जांच बताती है कि सभी बमों में सुबह 5.30 बजे के लिए टाइम किया गया था। बिहार पुलिस ने मंदिर परिसर में धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। फॉरंसिक विशेषज्ञों ने इन धमाकों में आरडीएक्स के प्रयोग से साफ इनकार किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक बम में करीब 150-200 ग्राम अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया।टिप्पणियां जांचकर्ताओं का कहना है कि बॉल बियरिंग और कीलों का प्रयोग गैस सिलेंडरों में बतौर छर्रा किया गया। जांच बताती है कि सभी बमों में सुबह 5.30 बजे के लिए टाइम किया गया था। बिहार पुलिस ने मंदिर परिसर में धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। जांचकर्ताओं का कहना है कि बॉल बियरिंग और कीलों का प्रयोग गैस सिलेंडरों में बतौर छर्रा किया गया। जांच बताती है कि सभी बमों में सुबह 5.30 बजे के लिए टाइम किया गया था। बिहार पुलिस ने मंदिर परिसर में धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस ने मंदिर परिसर में धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है।
संक्षिप्त पाठ: बिहार के बोधगया के महाबोधि मंदिर परिसर में हुए धमाकों में टाइमर घड़ियों के साथ-साथ अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग किया गया था। निष्क्रिय किए गए विस्फोटकों से एक प्रकार के तय तरीके का प्रयोग स्थापित होता है। जांच एजेंसी इसी बात की तहकीकात कर रही हैं।
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि अगर सरकार की स्वच्छ भारत व डिजिटल इंडिया जैसी नवोन्मेषी पहलों का कार्यान्वयन सफलतापूर्वक होता है तो भारत ‘दुनिया में एक आधुनिक आर्थिक शक्ति’ बनेगा. उन्होंने कहा कि भारत इस समय दूसरी हरित क्रांति की दहलीज पर खड़ा है इसलिए देश को आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए फसलों की उपज बढ़ाने के बारे में इस्राइल से सीखना होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज यहां उद्योग मंडल सीआईआई के एग्रोटेक सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा,‘हमारी सरकार ने आर्थिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में अनेक नई पहलें की हैं, विशेषकर मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्मार्ट इंडिया व डिजिटल इंडिया.. इन सभी योजनाओं का सफल कार्यान्वयन इस प्राचीन सभ्यता को दुनिया की संपन्न, गतिशील व आधुनिक आर्थिक शक्ति में बदलेगा.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि आधुनिक आर्थिक शक्ति बनने के लिए ‘हमारे संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल’ तथा कृषि उत्पादकता को उच्च स्तर पर लाने की जरूरत है. राष्ट्रपति ने कहा,‘हमें इस्राइल से सीखने की जरूरत है जिसने कम खपत वाली सिंचाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए उच्चतम फसल उत्पादकता हासिल की है.’ उन्होंने देश को खाद्य अधिशेष व जल अधिशेष राष्ट्र बनाने के लिए इस्राइल के प्रयासों की सराहना की. सीआईआई के कार्य्रकम में इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन विशिष्ट अतिथि थे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ बनाने से ‘दुनिया में जादू’ हो सकता है क्योंकि दोनों देशों में व्यापक वृद्धि की संभावनाए हैं. उन्होंने कहा,‘जब इस्राइली कंपनियां व भारतीय किसान मिलकर नेटवर्किंग करते हैं तो वे मिलकर जादू कर रहे हैं. आपने एक बार कहा था कि हर देश का आगे बढ़ने का अपना तरीका होता है. भारत ने नवोन्मेष में दुनिया की अगुवाई की है अब इसे बढ़ाया जा सकता है.’ रिवलिन ने कहा कि भारत ने खाद्य सुरक्षा की महत्ता इस्राइल को समझाई.टिप्पणियां हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि भारत इस समय दूसरी हरित क्रांति की दहलीज पर खड़ा है इसलिए देश को आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए फसलों की उपज बढ़ाने के बारे में इस्राइल से सीखना होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज यहां उद्योग मंडल सीआईआई के एग्रोटेक सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा,‘हमारी सरकार ने आर्थिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में अनेक नई पहलें की हैं, विशेषकर मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्मार्ट इंडिया व डिजिटल इंडिया.. इन सभी योजनाओं का सफल कार्यान्वयन इस प्राचीन सभ्यता को दुनिया की संपन्न, गतिशील व आधुनिक आर्थिक शक्ति में बदलेगा.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि आधुनिक आर्थिक शक्ति बनने के लिए ‘हमारे संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल’ तथा कृषि उत्पादकता को उच्च स्तर पर लाने की जरूरत है. राष्ट्रपति ने कहा,‘हमें इस्राइल से सीखने की जरूरत है जिसने कम खपत वाली सिंचाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए उच्चतम फसल उत्पादकता हासिल की है.’ उन्होंने देश को खाद्य अधिशेष व जल अधिशेष राष्ट्र बनाने के लिए इस्राइल के प्रयासों की सराहना की. सीआईआई के कार्य्रकम में इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन विशिष्ट अतिथि थे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ बनाने से ‘दुनिया में जादू’ हो सकता है क्योंकि दोनों देशों में व्यापक वृद्धि की संभावनाए हैं. उन्होंने कहा,‘जब इस्राइली कंपनियां व भारतीय किसान मिलकर नेटवर्किंग करते हैं तो वे मिलकर जादू कर रहे हैं. आपने एक बार कहा था कि हर देश का आगे बढ़ने का अपना तरीका होता है. भारत ने नवोन्मेष में दुनिया की अगुवाई की है अब इसे बढ़ाया जा सकता है.’ रिवलिन ने कहा कि भारत ने खाद्य सुरक्षा की महत्ता इस्राइल को समझाई.टिप्पणियां हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा,‘हमारी सरकार ने आर्थिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में अनेक नई पहलें की हैं, विशेषकर मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्मार्ट इंडिया व डिजिटल इंडिया.. इन सभी योजनाओं का सफल कार्यान्वयन इस प्राचीन सभ्यता को दुनिया की संपन्न, गतिशील व आधुनिक आर्थिक शक्ति में बदलेगा.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि आधुनिक आर्थिक शक्ति बनने के लिए ‘हमारे संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल’ तथा कृषि उत्पादकता को उच्च स्तर पर लाने की जरूरत है. राष्ट्रपति ने कहा,‘हमें इस्राइल से सीखने की जरूरत है जिसने कम खपत वाली सिंचाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए उच्चतम फसल उत्पादकता हासिल की है.’ उन्होंने देश को खाद्य अधिशेष व जल अधिशेष राष्ट्र बनाने के लिए इस्राइल के प्रयासों की सराहना की. सीआईआई के कार्य्रकम में इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन विशिष्ट अतिथि थे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ बनाने से ‘दुनिया में जादू’ हो सकता है क्योंकि दोनों देशों में व्यापक वृद्धि की संभावनाए हैं. उन्होंने कहा,‘जब इस्राइली कंपनियां व भारतीय किसान मिलकर नेटवर्किंग करते हैं तो वे मिलकर जादू कर रहे हैं. आपने एक बार कहा था कि हर देश का आगे बढ़ने का अपना तरीका होता है. भारत ने नवोन्मेष में दुनिया की अगुवाई की है अब इसे बढ़ाया जा सकता है.’ रिवलिन ने कहा कि भारत ने खाद्य सुरक्षा की महत्ता इस्राइल को समझाई.टिप्पणियां हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राष्ट्रपति ने कहा,‘हमें इस्राइल से सीखने की जरूरत है जिसने कम खपत वाली सिंचाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए उच्चतम फसल उत्पादकता हासिल की है.’ उन्होंने देश को खाद्य अधिशेष व जल अधिशेष राष्ट्र बनाने के लिए इस्राइल के प्रयासों की सराहना की. सीआईआई के कार्य्रकम में इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन विशिष्ट अतिथि थे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ बनाने से ‘दुनिया में जादू’ हो सकता है क्योंकि दोनों देशों में व्यापक वृद्धि की संभावनाए हैं. उन्होंने कहा,‘जब इस्राइली कंपनियां व भारतीय किसान मिलकर नेटवर्किंग करते हैं तो वे मिलकर जादू कर रहे हैं. आपने एक बार कहा था कि हर देश का आगे बढ़ने का अपना तरीका होता है. भारत ने नवोन्मेष में दुनिया की अगुवाई की है अब इसे बढ़ाया जा सकता है.’ रिवलिन ने कहा कि भारत ने खाद्य सुरक्षा की महत्ता इस्राइल को समझाई.टिप्पणियां हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीआईआई के कार्य्रकम में इस्राइल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन विशिष्ट अतिथि थे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ बनाने से ‘दुनिया में जादू’ हो सकता है क्योंकि दोनों देशों में व्यापक वृद्धि की संभावनाए हैं. उन्होंने कहा,‘जब इस्राइली कंपनियां व भारतीय किसान मिलकर नेटवर्किंग करते हैं तो वे मिलकर जादू कर रहे हैं. आपने एक बार कहा था कि हर देश का आगे बढ़ने का अपना तरीका होता है. भारत ने नवोन्मेष में दुनिया की अगुवाई की है अब इसे बढ़ाया जा सकता है.’ रिवलिन ने कहा कि भारत ने खाद्य सुरक्षा की महत्ता इस्राइल को समझाई.टिप्पणियां हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हल्के फुल्के अंदाज में रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया है. ‘इस्राइल की स्थिति जुगाड़ वाली है. हमारे काम व नवोन्मेष के तरीकों में ‘जुगाड़’ है.’ उल्लेखनीय है कि भारत व इस्राइल ने 2006 में कृषि भागीदारी संबंधी समझौता किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: प्रणब मुखर्जी ने एग्रोटेक सम्मेलन का उद्घाटन किया कहा, हमें इस्राइल से सीखने की जरूरत रिवलिन ने कहा कि उन्हें हिंदी शब्द ‘जुगाड़’ से प्यार हो गया
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मोदी सरकार (Modi Govt) ने अपने कार्यकाल में अब तक सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में कुल 5245.73 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. दरअसल, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने गुरुवार को लोकसभा में संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में कुल 5245.73 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. यह धनराशि वर्ष 2014 से लेकर सात दिसंबर 2018 तक की अवधि के दौरान खर्च हुई है.  लोकसभा में इस मामले से जुड़े एक सवाल का जवाबा देते हुए राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की योजनाओं को लाभार्थियों के बीच पहुंचाने के लिए इस राशि को खर्च किया गया है. इन योजनाओं के बारे में प्रचार और जागरूकता के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक और आउटडोर मीडिया का सहारा लिया गया है. केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह ने सरकार की ओर से प्रचार पर खर्च की गई राशि की जानकारी लोकसभा में दी और बताया कि प्रचार-प्रसार में सर्वाधिक खर्च वर्ष 2017-18 में खर्च किया गया, इस वर्ष कुल 1313.57 करोड़ रुपए खर्च किए गये. जिसमें से 636.09 करोड़ रुपए प्रिंट माध्यम, 468.93 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक माध्यम, 208.55 करोड़ रुपए आउटडोर पब्लिसिटी पर खर्च किए गए हैं. बता दें कि सरकार ने जो आंकड़ा जारी किया है, वह 7 दिसंबर तक 2018 तक का है.
सारांश: मोदी सरकार ने विज्ञापन पर खर्च किए करीब 5000 करोड़ रुपये राज्यवर्धन सिंह राठौर ने लोकसभा में जानकारी दी. 2014 से 2018 तक का आंकड़ा है.
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: युवा शिव थापा (56 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) ने एशियाई ओलिंपिक क्वालीफायर के फाइनल में पहुंचने के साथ ओलिंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे जिससे भारत लंदन खेलों में अभूतपूर्व सात मुक्केबाजों के साथ उतरेगा। दो अन्य भारतीय मुक्केबाज मनप्रीत सिंह (91 किग्रा) और परमजीत समोटा (91 किग्रा से अधिक) लंदन का टिकट कटाने से चूक गए जबकि पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके विजेंदर सिंह (75 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।टिप्पणियां अट्ठारह वर्षीय शिव आज ओलंपिक में जगह बनाने वाले सबसे युवा भारतीय मुक्केबाज बने। उन्होंने क्षेत्र के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में जापान के सातोशी सिमिजु को 31.17 से हराकर फाइनल में पहुंचने के साथ ही लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया। राष्ट्रीय कोच गुरबख्श सिंह संधू ने कहा, ‘‘उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया। वह पहले राउंड में अधिक आक्रामक होने के कारण एक अंक से पिछड़ रहा था लेकिन उसने धैर्य बनाये रखा और अगले दो राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करके बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उसने अधिकतर अंक दायें हाथ के सीधे पंच से बनाए।’’ पिछले साल 19 वर्षीय एल देवेंद्रो सिंह ने विश्व चैंपियनशिप के जरिए लंदन के लिए क्वालीफाई किया था। उनके अलावा देबेंद्र सिंह ने 1996 में 19 साल की उम्र में अटलांटा ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वे अब तक सबसे कम उम्र में ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज थे लेकिन 1993 में जन्में शिव थापा ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दो अन्य भारतीय मुक्केबाज मनप्रीत सिंह (91 किग्रा) और परमजीत समोटा (91 किग्रा से अधिक) लंदन का टिकट कटाने से चूक गए जबकि पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके विजेंदर सिंह (75 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।टिप्पणियां अट्ठारह वर्षीय शिव आज ओलंपिक में जगह बनाने वाले सबसे युवा भारतीय मुक्केबाज बने। उन्होंने क्षेत्र के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में जापान के सातोशी सिमिजु को 31.17 से हराकर फाइनल में पहुंचने के साथ ही लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया। राष्ट्रीय कोच गुरबख्श सिंह संधू ने कहा, ‘‘उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया। वह पहले राउंड में अधिक आक्रामक होने के कारण एक अंक से पिछड़ रहा था लेकिन उसने धैर्य बनाये रखा और अगले दो राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करके बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उसने अधिकतर अंक दायें हाथ के सीधे पंच से बनाए।’’ पिछले साल 19 वर्षीय एल देवेंद्रो सिंह ने विश्व चैंपियनशिप के जरिए लंदन के लिए क्वालीफाई किया था। उनके अलावा देबेंद्र सिंह ने 1996 में 19 साल की उम्र में अटलांटा ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वे अब तक सबसे कम उम्र में ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज थे लेकिन 1993 में जन्में शिव थापा ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अट्ठारह वर्षीय शिव आज ओलंपिक में जगह बनाने वाले सबसे युवा भारतीय मुक्केबाज बने। उन्होंने क्षेत्र के अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में जापान के सातोशी सिमिजु को 31.17 से हराकर फाइनल में पहुंचने के साथ ही लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया। राष्ट्रीय कोच गुरबख्श सिंह संधू ने कहा, ‘‘उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया। वह पहले राउंड में अधिक आक्रामक होने के कारण एक अंक से पिछड़ रहा था लेकिन उसने धैर्य बनाये रखा और अगले दो राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करके बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उसने अधिकतर अंक दायें हाथ के सीधे पंच से बनाए।’’ पिछले साल 19 वर्षीय एल देवेंद्रो सिंह ने विश्व चैंपियनशिप के जरिए लंदन के लिए क्वालीफाई किया था। उनके अलावा देबेंद्र सिंह ने 1996 में 19 साल की उम्र में अटलांटा ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वे अब तक सबसे कम उम्र में ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज थे लेकिन 1993 में जन्में शिव थापा ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले साल 19 वर्षीय एल देवेंद्रो सिंह ने विश्व चैंपियनशिप के जरिए लंदन के लिए क्वालीफाई किया था। उनके अलावा देबेंद्र सिंह ने 1996 में 19 साल की उम्र में अटलांटा ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। वे अब तक सबसे कम उम्र में ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज थे लेकिन 1993 में जन्में शिव थापा ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
यह एक सारांश है: भारत के शिव थापा (56 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) ने एशियाई ओलिंपिक क्वालीफायर के फाइनल में पहुंचने के साथ ओलिंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: वेनेजुएला की एक जेल में हुई हिंसा में कम से कम 50 लोग मारे गए और 90 अन्य घायल हो गए। अस्पताल अधिकारी रे मेडिना ने बताया कि लारा राज्य स्थित उरिबाना जेल में घायल हुए अधिकतर लोगों को गोली लगी है। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है, क्योंकि अभी तक का आंकड़ा अस्पताल में लाए गए शवों के आधार पर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि 14 घायलों की हालत नाजुक है और उनका ऑपरेशन किए जाने की आवश्यकता है।टिप्पणियां जेल मामलों के मंत्री आइरिस वारेला ने कहा कि दंगा उस समय भड़का, जब अधिकारियों ने अवैध हथियार होने की सूचना पर जेल की तलाशी शुरू की। इससे कैदी भड़क गए। वेनेजुएला जेलों की दयनीय स्थिति के लिए बदनाम है। यहां की जेलों में आवश्यकता से अधिक कैदी भरे होते हैं और समूचे लातिन अमेरिका में इनकी हालत सर्वाधिक खराब है। देश की जेलों की क्षमता 14 हजार कैदियों को रखने की है, लेकिन इस समय इनमें करीब 50 हजार कैदी भरे हैं। उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है, क्योंकि अभी तक का आंकड़ा अस्पताल में लाए गए शवों के आधार पर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि 14 घायलों की हालत नाजुक है और उनका ऑपरेशन किए जाने की आवश्यकता है।टिप्पणियां जेल मामलों के मंत्री आइरिस वारेला ने कहा कि दंगा उस समय भड़का, जब अधिकारियों ने अवैध हथियार होने की सूचना पर जेल की तलाशी शुरू की। इससे कैदी भड़क गए। वेनेजुएला जेलों की दयनीय स्थिति के लिए बदनाम है। यहां की जेलों में आवश्यकता से अधिक कैदी भरे होते हैं और समूचे लातिन अमेरिका में इनकी हालत सर्वाधिक खराब है। देश की जेलों की क्षमता 14 हजार कैदियों को रखने की है, लेकिन इस समय इनमें करीब 50 हजार कैदी भरे हैं। जेल मामलों के मंत्री आइरिस वारेला ने कहा कि दंगा उस समय भड़का, जब अधिकारियों ने अवैध हथियार होने की सूचना पर जेल की तलाशी शुरू की। इससे कैदी भड़क गए। वेनेजुएला जेलों की दयनीय स्थिति के लिए बदनाम है। यहां की जेलों में आवश्यकता से अधिक कैदी भरे होते हैं और समूचे लातिन अमेरिका में इनकी हालत सर्वाधिक खराब है। देश की जेलों की क्षमता 14 हजार कैदियों को रखने की है, लेकिन इस समय इनमें करीब 50 हजार कैदी भरे हैं। वेनेजुएला जेलों की दयनीय स्थिति के लिए बदनाम है। यहां की जेलों में आवश्यकता से अधिक कैदी भरे होते हैं और समूचे लातिन अमेरिका में इनकी हालत सर्वाधिक खराब है। देश की जेलों की क्षमता 14 हजार कैदियों को रखने की है, लेकिन इस समय इनमें करीब 50 हजार कैदी भरे हैं।
सारांश: वेनेजुएला में लारा राज्य स्थित उरिबाना जेल में दंगा उस समय भड़का, जब अधिकारियों ने अवैध हथियार होने की सूचना पर जेल की तलाशी शुरू की। इससे कैदी भड़क गए। वेनेजुएला जेलों की दयनीय स्थिति के लिए बदनाम है।
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को अचानक आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर कई जगहों पर ग्रेनेड से हमला किया. इस हमले में करीब 13 जवान घायल हो गए हैं, लेकिन बड़ी बात यह कि इन हमलों में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. सुरक्षाबलों की मानें तो इन हमलों के पीछे आतंकियों का मकसद अपनी मौजूदगी दर्ज कराना था. पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने बताया कि कि इस बात की खुफिया जानकारी थी कि आतंकवादी 17वें रमजान (आज) और जंग-ए-बदर (इस्लामी इतिहास की पहली जंग) की वर्षगांठ के मौके पर हमले कर सकते हैं, ऐसे में सभी जरूरी ऐहतियाती कदम उठाए गए थे. वैद ने कहा, दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा जिले के त्राल इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक शिविर पर ग्रेनेड फेंका जिसमें 10 जवान घायल हो गए. दूसरा हमला अनंतनाग जिले में हुआ जहां के अंचीदोरा इलाके में आतंकवादियों ने एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के आवास पर तैनात सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की. इस घटना में दो जवान घायल हो गए. पुलिस प्रमुख ने कहा कि आतंकवादियों ने वहां तैनात जवानों से चार राइफलें भी लूट लीं. तीसरा हमला पुलवामा के पदगामपोरा इलाके में सीआरपीएफ के शिविर पर हुआ, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ. आतंकवादियों ने पुलवामा थाने पर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक पुलिसकर्मी को मामूली चोट आई. उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकवादियों ने एक और हमला किया, लेकिन इस हमले में कोई नुकसान नहीं पहुंचा. इन हमलों को देखते हुए कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक- आतंकियों के कमांडर ने अपने कैडर को हैंड ग्रेनेड बांटे हैं, ताकि वह सीआरपीएफ, सेना और पुलिस के कैंप पर हमला कर सकें.  पुलिस स्टेशन, एसओजी कैंप में और सुरक्षाबल तत्काल प्रभाव से तैनात कर दिए गए हैं. ऐसे ही उपाय सीआरपीएफ और सेना भी कश्मीर में कर रही है. बेवजह और बिना सुरक्षा के सेना और सीआरपीएफ के मूवमेंट को बचने की सलाह दी गई है. साथ ही ड्यूटी पर तैनात जवानों को अत्यधिक सर्तकता और चौकन्ना रहने को कहा गया है, क्योंकि आतंकी इन्हें निशाना बना सकते हैं. टिप्पणियां आतंकियों के संभावित खतरे को देखते हुए सावधानी से हालात का जायजा तो लेना ही है साथ ही जवाबी कार्रवाई की भी योजना बनानी है ताकि किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके. यह मामला काफी गंभीर और संवेदनशील है और इसी के मुताबिक- सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने कहा गया है. (इनपुट्स एजेंसी से भी) पुलिस प्रमुख ने कहा कि आतंकवादियों ने वहां तैनात जवानों से चार राइफलें भी लूट लीं. तीसरा हमला पुलवामा के पदगामपोरा इलाके में सीआरपीएफ के शिविर पर हुआ, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ. आतंकवादियों ने पुलवामा थाने पर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक पुलिसकर्मी को मामूली चोट आई. उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकवादियों ने एक और हमला किया, लेकिन इस हमले में कोई नुकसान नहीं पहुंचा. इन हमलों को देखते हुए कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक- आतंकियों के कमांडर ने अपने कैडर को हैंड ग्रेनेड बांटे हैं, ताकि वह सीआरपीएफ, सेना और पुलिस के कैंप पर हमला कर सकें.  पुलिस स्टेशन, एसओजी कैंप में और सुरक्षाबल तत्काल प्रभाव से तैनात कर दिए गए हैं. ऐसे ही उपाय सीआरपीएफ और सेना भी कश्मीर में कर रही है. बेवजह और बिना सुरक्षा के सेना और सीआरपीएफ के मूवमेंट को बचने की सलाह दी गई है. साथ ही ड्यूटी पर तैनात जवानों को अत्यधिक सर्तकता और चौकन्ना रहने को कहा गया है, क्योंकि आतंकी इन्हें निशाना बना सकते हैं. टिप्पणियां आतंकियों के संभावित खतरे को देखते हुए सावधानी से हालात का जायजा तो लेना ही है साथ ही जवाबी कार्रवाई की भी योजना बनानी है ताकि किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके. यह मामला काफी गंभीर और संवेदनशील है और इसी के मुताबिक- सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने कहा गया है. (इनपुट्स एजेंसी से भी) इन हमलों को देखते हुए कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक- आतंकियों के कमांडर ने अपने कैडर को हैंड ग्रेनेड बांटे हैं, ताकि वह सीआरपीएफ, सेना और पुलिस के कैंप पर हमला कर सकें.  पुलिस स्टेशन, एसओजी कैंप में और सुरक्षाबल तत्काल प्रभाव से तैनात कर दिए गए हैं. ऐसे ही उपाय सीआरपीएफ और सेना भी कश्मीर में कर रही है. बेवजह और बिना सुरक्षा के सेना और सीआरपीएफ के मूवमेंट को बचने की सलाह दी गई है. साथ ही ड्यूटी पर तैनात जवानों को अत्यधिक सर्तकता और चौकन्ना रहने को कहा गया है, क्योंकि आतंकी इन्हें निशाना बना सकते हैं. टिप्पणियां आतंकियों के संभावित खतरे को देखते हुए सावधानी से हालात का जायजा तो लेना ही है साथ ही जवाबी कार्रवाई की भी योजना बनानी है ताकि किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके. यह मामला काफी गंभीर और संवेदनशील है और इसी के मुताबिक- सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने कहा गया है. (इनपुट्स एजेंसी से भी) आतंकियों के संभावित खतरे को देखते हुए सावधानी से हालात का जायजा तो लेना ही है साथ ही जवाबी कार्रवाई की भी योजना बनानी है ताकि किसी भी तरह के हमले को रोका जा सके. यह मामला काफी गंभीर और संवेदनशील है और इसी के मुताबिक- सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने कहा गया है. (इनपुट्स एजेंसी से भी) (इनपुट्स एजेंसी से भी)
यह एक सारांश है: आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के चार राइफलें भी लूट ली दो जवान गंभीर रूप से घायल लेकिन हालत खतरे से बाहर पुलवामा जिले के आतंकियों ने सीआरपीएफ शिविर पर ग्रेनेड फेंका
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: दिल्ली के आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों के दफ्तरों में अब सीसीटीवी कैमरा लगेंगे। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने सभी विधायकों के दफ्तरों में सीसीटीवी लगाने की आप विधायकों की मांग मान ली है। हाल में आप विधायकों के एक दल ने उनके दफ़्तर में सीसीटीवी लगवाने की मांग की थी। लेकिन विधायक दफ्तरों में सिविल डिफेंस के वालंटियर्स भी तैनात करने की आप विधायकों की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कोई फैसला नहीं किया है और इस मांग पर अभी विचार चल रहा है। सीसीटीवी लगवाने का खर्च विधानसभा सभी 70 विधायकों को देगी।टिप्पणियां दरअसल हाल में आम आदमी पार्टी विधायकों पर कई महिलाओं ने छेड़छाड़, बदसलूकी जैसे आरोप लगाए जिसके बाद 4 विधायकों पर एफआईआर हुई। उसमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर हैं। विधायको की दलील है कि उन्हें गलत केस में फंसा दिया जाता है। सीसीटीवी से आने-जाने वाले की गतिविधियों पर नजर रहेगी और आरोप लगने की सूरत में सबूत रहेगा। हालांकि बता दें कि विपक्षी बीजेपी शुरू से आप विधायकों की इस मांग को लेकर उस पर निशाना साध रही है और कह रही है कि आम आदमी पार्टी ने चुनावों में पूरी दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाने का वादा किया था लेकिन महिला सुरक्षा से पहले आप विधायक सुरक्षा में लग गई है। लेकिन विधायक दफ्तरों में सिविल डिफेंस के वालंटियर्स भी तैनात करने की आप विधायकों की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कोई फैसला नहीं किया है और इस मांग पर अभी विचार चल रहा है। सीसीटीवी लगवाने का खर्च विधानसभा सभी 70 विधायकों को देगी।टिप्पणियां दरअसल हाल में आम आदमी पार्टी विधायकों पर कई महिलाओं ने छेड़छाड़, बदसलूकी जैसे आरोप लगाए जिसके बाद 4 विधायकों पर एफआईआर हुई। उसमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर हैं। विधायको की दलील है कि उन्हें गलत केस में फंसा दिया जाता है। सीसीटीवी से आने-जाने वाले की गतिविधियों पर नजर रहेगी और आरोप लगने की सूरत में सबूत रहेगा। हालांकि बता दें कि विपक्षी बीजेपी शुरू से आप विधायकों की इस मांग को लेकर उस पर निशाना साध रही है और कह रही है कि आम आदमी पार्टी ने चुनावों में पूरी दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाने का वादा किया था लेकिन महिला सुरक्षा से पहले आप विधायक सुरक्षा में लग गई है। दरअसल हाल में आम आदमी पार्टी विधायकों पर कई महिलाओं ने छेड़छाड़, बदसलूकी जैसे आरोप लगाए जिसके बाद 4 विधायकों पर एफआईआर हुई। उसमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर हैं। विधायको की दलील है कि उन्हें गलत केस में फंसा दिया जाता है। सीसीटीवी से आने-जाने वाले की गतिविधियों पर नजर रहेगी और आरोप लगने की सूरत में सबूत रहेगा। हालांकि बता दें कि विपक्षी बीजेपी शुरू से आप विधायकों की इस मांग को लेकर उस पर निशाना साध रही है और कह रही है कि आम आदमी पार्टी ने चुनावों में पूरी दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाने का वादा किया था लेकिन महिला सुरक्षा से पहले आप विधायक सुरक्षा में लग गई है। हालांकि बता दें कि विपक्षी बीजेपी शुरू से आप विधायकों की इस मांग को लेकर उस पर निशाना साध रही है और कह रही है कि आम आदमी पार्टी ने चुनावों में पूरी दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगवाने का वादा किया था लेकिन महिला सुरक्षा से पहले आप विधायक सुरक्षा में लग गई है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: गलत केसों में फंसाने का हवाला देते हुए की गई थी मांग सीसीटीवी लगवाने का खर्च विधानसभा सभी 70 विधायकों को देगी सिविल डिफेंस वालंटियर्स तैनाती पर अभी फैसला नहीं
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: रेलमंत्री मुकुल रॉय से आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को सवाल किया कि वह रेल मंत्रालय में कब से बैठना शुरू करेंगे। रॉय जब लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान उत्तर दे रहे थे और थोड़ा शोर-शराबा था, तभी पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद ने उनकी ओर मुखातिब होते हुए सवाल किया, आप यह बताएं कि अपने दफ्तर में कब से बैठेंगे।टिप्पणियां गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले रॉय पर रेलमंत्री बनने के बाद से ही अक्सर कोलकाता में रहने और दिल्ली में नहीं रहने का आरोप लगता रहा है। रॉय के जवाब के दौरान ही जेडीयू के राजीव रंजन सिंह ने भी उनसे पूछ लिया, आप यह बताएं कि रेल मंत्रालय में कब से बैठेंगे। आप तो कोलकाता में ही रहते हैं। इससे पहले जब रॉय की पार्टी की नेता ममता बनर्जी रेलमंत्री थीं, तब भी उनके अधिकतर समय कोलकाता में रहने और दिल्ली में रहकर रेल मंत्रालय नहीं संभालने के आरोप लगते रहते थे। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले रॉय पर रेलमंत्री बनने के बाद से ही अक्सर कोलकाता में रहने और दिल्ली में नहीं रहने का आरोप लगता रहा है। रॉय के जवाब के दौरान ही जेडीयू के राजीव रंजन सिंह ने भी उनसे पूछ लिया, आप यह बताएं कि रेल मंत्रालय में कब से बैठेंगे। आप तो कोलकाता में ही रहते हैं। इससे पहले जब रॉय की पार्टी की नेता ममता बनर्जी रेलमंत्री थीं, तब भी उनके अधिकतर समय कोलकाता में रहने और दिल्ली में रहकर रेल मंत्रालय नहीं संभालने के आरोप लगते रहते थे। रॉय के जवाब के दौरान ही जेडीयू के राजीव रंजन सिंह ने भी उनसे पूछ लिया, आप यह बताएं कि रेल मंत्रालय में कब से बैठेंगे। आप तो कोलकाता में ही रहते हैं। इससे पहले जब रॉय की पार्टी की नेता ममता बनर्जी रेलमंत्री थीं, तब भी उनके अधिकतर समय कोलकाता में रहने और दिल्ली में रहकर रेल मंत्रालय नहीं संभालने के आरोप लगते रहते थे।
सारांश: मुकुल रॉय लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान उत्तर दे रहे थे, तभी पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद ने उनकी ओर मुखातिब होते हुए सवाल किया, आप यह बताएं कि अपने दफ्तर में कब से बैठेंगे।
33
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी गुरुद्वारे में हिंसात्मक आचरण करते हुए गोलीबारी करके छह सिखों की हत्या करने वाले और श्वेतों को श्रेष्ठ मानने वाले हमलावर के बारे जांचकर्ताओं ने पाया है कि उसकी मौत खुदकुशी की वजह से हुई थी। हालांकि पुलिस अभी भी अपराध के कारणों का पता लगाने में लगी हुई है। इस घटना से सिर्फ अमेरिका और भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्वभर में सिख समुदाय स्तब्ध रह गया था। विस्कोंसिन के ओकक्रीक में 5 अगस्त को एक गुरुद्वारे पर हमला करके छह सिखों की हत्या और तीन लोगों को घायल करने वाले 40 वर्षीय माइकल वेड पेज ने अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।टिप्पणियां जांचकर्ताओं को शुरू में लगा कि अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में पेज के पेट में गोली लगने के कारण मौत हो गई, लेकिन कुछ दिनों के बाद अधिकारियों ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में पेट में गोली लगने के बाद घायल हुए पेज ने अपने हथियार से सिर में गोली मार ली। मिल्वौकी काउंटी चिकित्सा जांच कार्यालय द्वारा पेज पर जारी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई थी। पेज पूर्व अमेरिकी सैनिक था, जिसका जुड़ाव नस्ली संगठनों से था। हालांकि पुलिस अभी भी अपराध के कारणों का पता लगाने में लगी हुई है। इस घटना से सिर्फ अमेरिका और भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्वभर में सिख समुदाय स्तब्ध रह गया था। विस्कोंसिन के ओकक्रीक में 5 अगस्त को एक गुरुद्वारे पर हमला करके छह सिखों की हत्या और तीन लोगों को घायल करने वाले 40 वर्षीय माइकल वेड पेज ने अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।टिप्पणियां जांचकर्ताओं को शुरू में लगा कि अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में पेज के पेट में गोली लगने के कारण मौत हो गई, लेकिन कुछ दिनों के बाद अधिकारियों ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में पेट में गोली लगने के बाद घायल हुए पेज ने अपने हथियार से सिर में गोली मार ली। मिल्वौकी काउंटी चिकित्सा जांच कार्यालय द्वारा पेज पर जारी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई थी। पेज पूर्व अमेरिकी सैनिक था, जिसका जुड़ाव नस्ली संगठनों से था। विस्कोंसिन के ओकक्रीक में 5 अगस्त को एक गुरुद्वारे पर हमला करके छह सिखों की हत्या और तीन लोगों को घायल करने वाले 40 वर्षीय माइकल वेड पेज ने अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।टिप्पणियां जांचकर्ताओं को शुरू में लगा कि अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में पेज के पेट में गोली लगने के कारण मौत हो गई, लेकिन कुछ दिनों के बाद अधिकारियों ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में पेट में गोली लगने के बाद घायल हुए पेज ने अपने हथियार से सिर में गोली मार ली। मिल्वौकी काउंटी चिकित्सा जांच कार्यालय द्वारा पेज पर जारी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई थी। पेज पूर्व अमेरिकी सैनिक था, जिसका जुड़ाव नस्ली संगठनों से था। जांचकर्ताओं को शुरू में लगा कि अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में पेज के पेट में गोली लगने के कारण मौत हो गई, लेकिन कुछ दिनों के बाद अधिकारियों ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में पेट में गोली लगने के बाद घायल हुए पेज ने अपने हथियार से सिर में गोली मार ली। मिल्वौकी काउंटी चिकित्सा जांच कार्यालय द्वारा पेज पर जारी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई थी। पेज पूर्व अमेरिकी सैनिक था, जिसका जुड़ाव नस्ली संगठनों से था। मिल्वौकी काउंटी चिकित्सा जांच कार्यालय द्वारा पेज पर जारी जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई थी। पेज पूर्व अमेरिकी सैनिक था, जिसका जुड़ाव नस्ली संगठनों से था।
अमेरिकी गुरुद्वारे में हिंसात्मक आचरण करते हुए गोलीबारी करके छह सिखों की हत्या करने वाले और श्वेतों को श्रेष्ठ मानने वाले हमलावर के बारे जांचकर्ताओं ने पाया है कि उसकी मौत खुदकुशी की वजह से हुई थी।
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए औपचारिक तौर पर बराक ओबामा को नामित करते हुए देशवासियों से उनके समर्थन में वोट करने करने का आग्रह किया। शारलट में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन अंतिम वक्ता के तौर पर क्लिंटन ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति को नामित करना चाहते हैं, जिसका जीवन प्रतिकूल परिस्थितियों और अनिश्चितता से जूझने वाले के तौर पर जाना जाता है।टिप्पणियां क्लिंटन ने कहा, हम यहां पर राष्ट्रपति को नामित करने के लिए आए हैं...मैं चाहता हूं कि बराक ओबामा फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनें और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से मैं उनको मनोनीत कर रहा हूं। तीन-दिवसीय पार्टी सम्मेलन में हजारों लोगों के समक्ष उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे आदमी को नामित करना चाहता हूं, जो बाहर से तो काफी शांत दिखता है, लेकिन भीतर से अमेरिका के लिए कुछ कर गुजरने की सोचता है। हम जिस तरह की अर्थव्यवस्था का ख्वाब देखते हैं, वह उसका निर्माण कर सकते हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर क्लिंटन द्वारा ओबामा के नामांकन को पार्टी प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में मंजूरी दे दी। शारलट में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन अंतिम वक्ता के तौर पर क्लिंटन ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति को नामित करना चाहते हैं, जिसका जीवन प्रतिकूल परिस्थितियों और अनिश्चितता से जूझने वाले के तौर पर जाना जाता है।टिप्पणियां क्लिंटन ने कहा, हम यहां पर राष्ट्रपति को नामित करने के लिए आए हैं...मैं चाहता हूं कि बराक ओबामा फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनें और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से मैं उनको मनोनीत कर रहा हूं। तीन-दिवसीय पार्टी सम्मेलन में हजारों लोगों के समक्ष उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे आदमी को नामित करना चाहता हूं, जो बाहर से तो काफी शांत दिखता है, लेकिन भीतर से अमेरिका के लिए कुछ कर गुजरने की सोचता है। हम जिस तरह की अर्थव्यवस्था का ख्वाब देखते हैं, वह उसका निर्माण कर सकते हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर क्लिंटन द्वारा ओबामा के नामांकन को पार्टी प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में मंजूरी दे दी। क्लिंटन ने कहा, हम यहां पर राष्ट्रपति को नामित करने के लिए आए हैं...मैं चाहता हूं कि बराक ओबामा फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनें और डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से मैं उनको मनोनीत कर रहा हूं। तीन-दिवसीय पार्टी सम्मेलन में हजारों लोगों के समक्ष उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे आदमी को नामित करना चाहता हूं, जो बाहर से तो काफी शांत दिखता है, लेकिन भीतर से अमेरिका के लिए कुछ कर गुजरने की सोचता है। हम जिस तरह की अर्थव्यवस्था का ख्वाब देखते हैं, वह उसका निर्माण कर सकते हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर क्लिंटन द्वारा ओबामा के नामांकन को पार्टी प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में मंजूरी दे दी। तीन-दिवसीय पार्टी सम्मेलन में हजारों लोगों के समक्ष उन्होंने कहा, मैं एक ऐसे आदमी को नामित करना चाहता हूं, जो बाहर से तो काफी शांत दिखता है, लेकिन भीतर से अमेरिका के लिए कुछ कर गुजरने की सोचता है। हम जिस तरह की अर्थव्यवस्था का ख्वाब देखते हैं, वह उसका निर्माण कर सकते हैं। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर क्लिंटन द्वारा ओबामा के नामांकन को पार्टी प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में मंजूरी दे दी।
संक्षिप्त सारांश: पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए औपचारिक तौर पर बराक ओबामा को नामित करते हुए देशवासियों से उनके समर्थन में वोट करने करने का आग्रह किया।
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: 'कच्छ टू कन्याकुमारी' तक एक जोड़ा सफर तय करेगा. एक उतरेगा समंदर में नौका पर, तो दूसरी चलेंगी सड़क के रास्ते साइकिल से. इरादा रिकॉर्ड बनाने के साथ-साथ लोगों को नौकायन जैसे खेल के लिए जागरूक बनाना है. कच्छ से कन्याकुमारी यानी देश के पूरे पश्चिमी तट को नापने का संकल्प लिया है. 3300 किलोमीटर का सफर 100 दिन में पूरा करने का लक्ष्य रिकॉर्ड बनाने की ठानी है. पेशे से इंजीनियर लेकिन समंदर में चप्पू चलाने वाले कौस्तुभ खाडे ने नौका से सफर करने का निर्णय लिया है. वहीं, सड़क पर साइकिल से उनका साथ दे रही हैं उनकी असल जिंदगी की हमसफर शांजलि शाही. दोनों की कोशिश लोगों को नौकायन के खेल के बारे में बताने की है.   एशियाई चैंपियनशिप में कौस्तुभ मेडल जीत चुके हैं. कौस्तुभ ने कहा, "2012 में हमने कायकिंग में 6 सिल्वर, 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते. 2013 में मैं पांचवे स्थान पर रहा फिर भी देश में लोग इस खेल को नहीं जानते थे. इसलिये मैंने सोचा सबसे अच्छा है कि कुछ ऐसा करूं जो किसी ने नहीं किया हो. वहीं शांजलि ने कहा "हमारा पहला चरण पूरा हो गया है. हम मुंबई में हैं. यहां से कन्याकुमारी जाएंगे. मैंने साइकिल से पूरे देश के यात्रा करने की सोची है. इसलिये मैं कौस्तुभ के साथ जुड़ी हूं ताकि हिमालय के लिये स्टैमिना बना सकूं." आईआईटी से इंजीनियर कौस्तुभ के माता-पिता हर कदम पर उनके साथ रहे. नौकरी छोड़कर कायकिंग के शौक को अपनाने तक, लेकिन एक दिन उनकी मां ने मज़ाक में ही कह दिया "मछुआरा ही बनना था तो आईआईटी में जाने की क्या जरूरत थी." टिप्पणियां कुछ ऐसे ही चुनौती मार्केटिंग छोड़ साइकिल उठाने वाली शांजलि के साथ भी आई लेकिन मिसाल बनाने, दोनों कई मील निकल चुके हैं. जहां पीछे सिर्फ ये बातें याद का हिस्सा हैं. आगे कुछ कर गुज़रने की ख्वाहिश है. कच्छ से कन्याकुमारी के सफर की प्लानिंग दो साल से चल रही थी. फिलहाल हर दिन दोनों खिलाड़ियों की सुबह 5 बजे होती है. जीपीएस पर मैप बनाने से लेकर दिनचर्या तय करने तक. वेरावल के हरे वहीं द्वारका के नीले पानी से लेकर हर दिन रास्ते में आने वाले चुनौती. फिर शाम साथ बैठकर अगले दिन की तैयारी. कच्छ से कन्याकुमारी यानी देश के पूरे पश्चिमी तट को नापने का संकल्प लिया है. 3300 किलोमीटर का सफर 100 दिन में पूरा करने का लक्ष्य रिकॉर्ड बनाने की ठानी है. पेशे से इंजीनियर लेकिन समंदर में चप्पू चलाने वाले कौस्तुभ खाडे ने नौका से सफर करने का निर्णय लिया है. वहीं, सड़क पर साइकिल से उनका साथ दे रही हैं उनकी असल जिंदगी की हमसफर शांजलि शाही. दोनों की कोशिश लोगों को नौकायन के खेल के बारे में बताने की है.   एशियाई चैंपियनशिप में कौस्तुभ मेडल जीत चुके हैं. कौस्तुभ ने कहा, "2012 में हमने कायकिंग में 6 सिल्वर, 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते. 2013 में मैं पांचवे स्थान पर रहा फिर भी देश में लोग इस खेल को नहीं जानते थे. इसलिये मैंने सोचा सबसे अच्छा है कि कुछ ऐसा करूं जो किसी ने नहीं किया हो. वहीं शांजलि ने कहा "हमारा पहला चरण पूरा हो गया है. हम मुंबई में हैं. यहां से कन्याकुमारी जाएंगे. मैंने साइकिल से पूरे देश के यात्रा करने की सोची है. इसलिये मैं कौस्तुभ के साथ जुड़ी हूं ताकि हिमालय के लिये स्टैमिना बना सकूं." आईआईटी से इंजीनियर कौस्तुभ के माता-पिता हर कदम पर उनके साथ रहे. नौकरी छोड़कर कायकिंग के शौक को अपनाने तक, लेकिन एक दिन उनकी मां ने मज़ाक में ही कह दिया "मछुआरा ही बनना था तो आईआईटी में जाने की क्या जरूरत थी." टिप्पणियां कुछ ऐसे ही चुनौती मार्केटिंग छोड़ साइकिल उठाने वाली शांजलि के साथ भी आई लेकिन मिसाल बनाने, दोनों कई मील निकल चुके हैं. जहां पीछे सिर्फ ये बातें याद का हिस्सा हैं. आगे कुछ कर गुज़रने की ख्वाहिश है. कच्छ से कन्याकुमारी के सफर की प्लानिंग दो साल से चल रही थी. फिलहाल हर दिन दोनों खिलाड़ियों की सुबह 5 बजे होती है. जीपीएस पर मैप बनाने से लेकर दिनचर्या तय करने तक. वेरावल के हरे वहीं द्वारका के नीले पानी से लेकर हर दिन रास्ते में आने वाले चुनौती. फिर शाम साथ बैठकर अगले दिन की तैयारी. वहीं शांजलि ने कहा "हमारा पहला चरण पूरा हो गया है. हम मुंबई में हैं. यहां से कन्याकुमारी जाएंगे. मैंने साइकिल से पूरे देश के यात्रा करने की सोची है. इसलिये मैं कौस्तुभ के साथ जुड़ी हूं ताकि हिमालय के लिये स्टैमिना बना सकूं." आईआईटी से इंजीनियर कौस्तुभ के माता-पिता हर कदम पर उनके साथ रहे. नौकरी छोड़कर कायकिंग के शौक को अपनाने तक, लेकिन एक दिन उनकी मां ने मज़ाक में ही कह दिया "मछुआरा ही बनना था तो आईआईटी में जाने की क्या जरूरत थी." टिप्पणियां कुछ ऐसे ही चुनौती मार्केटिंग छोड़ साइकिल उठाने वाली शांजलि के साथ भी आई लेकिन मिसाल बनाने, दोनों कई मील निकल चुके हैं. जहां पीछे सिर्फ ये बातें याद का हिस्सा हैं. आगे कुछ कर गुज़रने की ख्वाहिश है. कच्छ से कन्याकुमारी के सफर की प्लानिंग दो साल से चल रही थी. फिलहाल हर दिन दोनों खिलाड़ियों की सुबह 5 बजे होती है. जीपीएस पर मैप बनाने से लेकर दिनचर्या तय करने तक. वेरावल के हरे वहीं द्वारका के नीले पानी से लेकर हर दिन रास्ते में आने वाले चुनौती. फिर शाम साथ बैठकर अगले दिन की तैयारी. कुछ ऐसे ही चुनौती मार्केटिंग छोड़ साइकिल उठाने वाली शांजलि के साथ भी आई लेकिन मिसाल बनाने, दोनों कई मील निकल चुके हैं. जहां पीछे सिर्फ ये बातें याद का हिस्सा हैं. आगे कुछ कर गुज़रने की ख्वाहिश है. कच्छ से कन्याकुमारी के सफर की प्लानिंग दो साल से चल रही थी. फिलहाल हर दिन दोनों खिलाड़ियों की सुबह 5 बजे होती है. जीपीएस पर मैप बनाने से लेकर दिनचर्या तय करने तक. वेरावल के हरे वहीं द्वारका के नीले पानी से लेकर हर दिन रास्ते में आने वाले चुनौती. फिर शाम साथ बैठकर अगले दिन की तैयारी. फिलहाल हर दिन दोनों खिलाड़ियों की सुबह 5 बजे होती है. जीपीएस पर मैप बनाने से लेकर दिनचर्या तय करने तक. वेरावल के हरे वहीं द्वारका के नीले पानी से लेकर हर दिन रास्ते में आने वाले चुनौती. फिर शाम साथ बैठकर अगले दिन की तैयारी.
संक्षिप्त सारांश: 'कच्छ टू कन्याकुमारी' तक कौस्तुभ और शांजलि सफर तय करेंगे 3300 किलोमीटर का सफर 100 दिन में पूरा करने का लक्ष्य पेशे से इंजीनियर एशियाई चैंपियनशिप में कौस्तुभ मेडल जीत चुके हैं
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के पहले वार्षिक बजट के प्रस्तुतीकरण के साथ राज्य विधानमंडल का बजट सत्र मंगलवार को शुरू हो जाएगा. विपक्ष ने कानून व्यवस्था तथा अन्य विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को घेरने की तैयारी की है. आगामी 28 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में विपक्षी दल खासतौर से सपा और कांग्रेस कानून-व्यवस्था, किसानों की कर्ज माफी, किसानों द्वारा आत्महत्या इत्यादि के विषयों को उठाकर सरकार को सदन में घेरने की कोशिश करेंगे. मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से चढ़ने के मुद्दे को सदन में जोर-शोर से उठाएगी. इसके अलावा पार्टी गरीबों तथा किसानों के सामने खड़ी गंभीर समस्याओं को लेकर भी आवाज बुलंद करेगी. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय प्रताप लल्लू ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश में कर्ज के बोझ तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या की हाल की घटनाओं को खासतौर पर सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. यहां तक कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है. लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की कर्ज माफी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति नहीं ला सकी है. ऐसे में कर्ज की वजह से किसानों द्वारा आत्महत्या बेहद गंभीर विषय है. लल्लू ने कहा कि उनकी पार्टी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ नहीं है मगर सरकार जिस तरह से इसे व्यापारियों पर थोप रही है, कांग्रेस उसके खिलाफ है और वह इस मुद्दे को भी इस सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस की बीमारी की वजह से बच्चों की मौत के मामले को भी उठाएगी. इस साल अब तक इस बीमारी से कम से कम 70 बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकार एक करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे कर रही है.  इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से चढ़ने के मुद्दे को सदन में जोर-शोर से उठाएगी. इसके अलावा पार्टी गरीबों तथा किसानों के सामने खड़ी गंभीर समस्याओं को लेकर भी आवाज बुलंद करेगी. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय प्रताप लल्लू ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश में कर्ज के बोझ तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या की हाल की घटनाओं को खासतौर पर सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. यहां तक कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है. लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की कर्ज माफी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति नहीं ला सकी है. ऐसे में कर्ज की वजह से किसानों द्वारा आत्महत्या बेहद गंभीर विषय है. लल्लू ने कहा कि उनकी पार्टी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ नहीं है मगर सरकार जिस तरह से इसे व्यापारियों पर थोप रही है, कांग्रेस उसके खिलाफ है और वह इस मुद्दे को भी इस सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस की बीमारी की वजह से बच्चों की मौत के मामले को भी उठाएगी. इस साल अब तक इस बीमारी से कम से कम 70 बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकार एक करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे कर रही है.  इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. इसके अलावा पार्टी गरीबों तथा किसानों के सामने खड़ी गंभीर समस्याओं को लेकर भी आवाज बुलंद करेगी. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय प्रताप लल्लू ने बताया कि उनकी पार्टी प्रदेश में कर्ज के बोझ तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या की हाल की घटनाओं को खासतौर पर सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. यहां तक कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है. लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की कर्ज माफी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति नहीं ला सकी है. ऐसे में कर्ज की वजह से किसानों द्वारा आत्महत्या बेहद गंभीर विषय है. लल्लू ने कहा कि उनकी पार्टी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ नहीं है मगर सरकार जिस तरह से इसे व्यापारियों पर थोप रही है, कांग्रेस उसके खिलाफ है और वह इस मुद्दे को भी इस सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस की बीमारी की वजह से बच्चों की मौत के मामले को भी उठाएगी. इस साल अब तक इस बीमारी से कम से कम 70 बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकार एक करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे कर रही है.  इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. यहां तक कि पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है. लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की कर्ज माफी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट नीति नहीं ला सकी है. ऐसे में कर्ज की वजह से किसानों द्वारा आत्महत्या बेहद गंभीर विषय है. लल्लू ने कहा कि उनकी पार्टी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ नहीं है मगर सरकार जिस तरह से इसे व्यापारियों पर थोप रही है, कांग्रेस उसके खिलाफ है और वह इस मुद्दे को भी इस सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस की बीमारी की वजह से बच्चों की मौत के मामले को भी उठाएगी. इस साल अब तक इस बीमारी से कम से कम 70 बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकार एक करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे कर रही है.  इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. लल्लू ने कहा कि उनकी पार्टी माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के खिलाफ नहीं है मगर सरकार जिस तरह से इसे व्यापारियों पर थोप रही है, कांग्रेस उसके खिलाफ है और वह इस मुद्दे को भी इस सदन में उठाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस की बीमारी की वजह से बच्चों की मौत के मामले को भी उठाएगी. इस साल अब तक इस बीमारी से कम से कम 70 बच्चों की मौत हो चुकी है और सरकार एक करोड़ वैक्सीन लगाने के दावे कर रही है.  इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि उनकी पार्टी भी विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था तथा अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के बजट सत्र में कुल 14 बैठकों होंगी. बजट 2017-18 पर चर्चा के लिए अलग-अलग दिन मुकर्र किए गए हैं. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया था. आगामी बजट सत्र के दौरान सदन में बजट के अलावा कई अन्य विधाई कार्य भी किए जाएंगे. प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों के पास 325 सीटें हैं, वही विपक्ष के केवल 74 सदस्य हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड एवं बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद गत मई में आहूत विधानमंडल के पहले सत्र में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था और अभिभाषण पढ़ रहे राज्यपाल राम नाईक की ओर कागज के गोले फेंके थे. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. इस सत्र के दौरान सदन में जीएसटी विधेयक को आम सहमति से पारित किया गया था. राज्य सरकार को प्रदेश के करीब 86 लाख लघु तथा सीमांत किसानों के एक लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने से राजकोष पर पड़ने वाले 36000 करोड़ रुपये के बोझ को हटाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रबंध करना होगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से आने वाले 34000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए भी उसे संसाधन जुटाने होंगे. माना जा रहा है कि ऐसा पहली बार होगा जब किसी एक वित्तीय वर्ष में राज्य की किसी सरकार को इतनी बड़ी धनराशि की जरूरत होगी. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके हैं कि किसानों के कर्ज माफी की वजह से पड़ने वाले वित्तीय बोझ को नए कर के माध्यम से जनता पर नहीं थोपा जाएगा. सरकार अपने खर्चो में कटौती करके इसकी भरपाई करेगी.टिप्पणियां योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. योगी ने कहा था कि उनकी सरकार ने विभिन्न हस्तियों के नाम पर होनेवाले 15 सार्वजनिक अवकाशों को समाप्त कर दिया है और इससे सालाना करीब 50,000 करोड़ रुपये के राजस्व की बचत होगी. किसानों की कर्ज माफी के वास्ते धन एकत्र करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 36,359 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने के मकसद से किसान राहत बांड जारी करने का फैसला किया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा. इसके अलावा राज्य सरकार ने हुडको, नाबार्ड ग्रामीण विद्युतीकरण निगम तथा विद्युत वितरण निगम से 16,580 करोड़ रुपये का कर्ज लेने का फैसला भी किया है. इस धन का इस्तेमाल सड़कें बनाने, राजमार्गो को उच्चीकृत करने एक्सप्रेस-वे बनवाने, ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए मकान बनवाने तथा नगरीय विकास एवं बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में किया जाएगा.
संक्षिप्त सारांश: कानून व्यवस्था तथा अन्य विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष हमलावर रहेगा आगामी 28 जुलाई तक चलेगा यह सत्र गत वर्ष दिसंबर में इस साल जुलाई तक के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया गया था.
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: हमेशा विवादों से घिरी रहने वाली हॉलीवुड अभिनेत्री लिंडसे लोहान से पुलिस ने एक दावत के दौरान हुई चोरी के सिलसिले में पूछताछ की है।टिप्पणियां रविवार रात हुई इस दावत के बाद लिंडसे भी वहां मौजूद अन्य अतिथियों के साथ पूरी रात सोई रहीं, लेकिन सुबह जब सब लोग उठे तो घर के मालिक ने एक महंगे जेवर के चोरी होने का दावा किया। पुलिस ने लोहान सहित घर में मौजूद हरेक शख्स से पूछताछ की। एक सूत्र के मुताबिक पूछताछ के दौरान लिंडसे का रवैया काफी सहयोगात्मक था, लेकिन उन्होंने यह दावा किया है कि इस चोरी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक अब तक लोहान पर संदेह नहीं किया गया है और जांच जारी है। रविवार रात हुई इस दावत के बाद लिंडसे भी वहां मौजूद अन्य अतिथियों के साथ पूरी रात सोई रहीं, लेकिन सुबह जब सब लोग उठे तो घर के मालिक ने एक महंगे जेवर के चोरी होने का दावा किया। पुलिस ने लोहान सहित घर में मौजूद हरेक शख्स से पूछताछ की। एक सूत्र के मुताबिक पूछताछ के दौरान लिंडसे का रवैया काफी सहयोगात्मक था, लेकिन उन्होंने यह दावा किया है कि इस चोरी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक अब तक लोहान पर संदेह नहीं किया गया है और जांच जारी है। एक सूत्र के मुताबिक पूछताछ के दौरान लिंडसे का रवैया काफी सहयोगात्मक था, लेकिन उन्होंने यह दावा किया है कि इस चोरी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक अब तक लोहान पर संदेह नहीं किया गया है और जांच जारी है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रविवार रात हुई इस दावत के बाद लिंडसे भी वहां मौजूद अन्य अतिथियों के साथ पूरी रात सोई रहीं, लेकिन सुबह जब सब लोग उठे तो घर के मालिक ने एक महंगे जेवर के चोरी होने का दावा किया।
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह मामूली तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में आधी फीसदी और निफ्टी में सिर्फ 0.05 अंक की तेजी रही, हालांकि सूचना प्रौद्योगिकी और मनोरंजन, मीडिया तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्र के सूचकांक में पांच फीसदी से अधिक तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.54 फीसदी या 100.28 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 18,619.72 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी इसी अवधि में सिर्फ 0.05 अंक की तेजी के साथ 5,471.80 पर बंद हुआ। गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी रही। सेसा गोवा (22.50 फीसदी), टीसीएस (10.67 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (8.29 फीसदी), विप्रो (7.92 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (6.79 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (9.85 फीसदी), जिंदल स्टील (7.71 फीसदी), कोल इंडिया (7.15 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.63 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.11 फीसदी)। गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप 1.09 फीसदी गिरावट के साथ 5,300.40 पर और स्मॉलकैप 1.07 फीसदी तेजी के साथ 5,191.25 पर बंद हुआ। गत सप्ताह बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (6.40 फीसदी), प्रौद्योगिकी (5.06 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.52 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.77 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सार्वजनिक कंपनियां (4.54 फीसदी), बैंकिंग (4.51 फीसदी), रियल्टी (4.08 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.24 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (2.08 फीसदी)। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.54 फीसदी या 100.28 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 18,619.72 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी इसी अवधि में सिर्फ 0.05 अंक की तेजी के साथ 5,471.80 पर बंद हुआ। गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी रही। सेसा गोवा (22.50 फीसदी), टीसीएस (10.67 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (8.29 फीसदी), विप्रो (7.92 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (6.79 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (9.85 फीसदी), जिंदल स्टील (7.71 फीसदी), कोल इंडिया (7.15 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.63 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.11 फीसदी)। गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप 1.09 फीसदी गिरावट के साथ 5,300.40 पर और स्मॉलकैप 1.07 फीसदी तेजी के साथ 5,191.25 पर बंद हुआ। गत सप्ताह बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (6.40 फीसदी), प्रौद्योगिकी (5.06 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.52 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.77 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सार्वजनिक कंपनियां (4.54 फीसदी), बैंकिंग (4.51 फीसदी), रियल्टी (4.08 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.24 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (2.08 फीसदी)। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी रही। सेसा गोवा (22.50 फीसदी), टीसीएस (10.67 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (8.29 फीसदी), विप्रो (7.92 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (6.79 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (9.85 फीसदी), जिंदल स्टील (7.71 फीसदी), कोल इंडिया (7.15 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (5.63 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.11 फीसदी)। गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप 1.09 फीसदी गिरावट के साथ 5,300.40 पर और स्मॉलकैप 1.07 फीसदी तेजी के साथ 5,191.25 पर बंद हुआ। गत सप्ताह बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (6.40 फीसदी), प्रौद्योगिकी (5.06 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.52 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.77 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सार्वजनिक कंपनियां (4.54 फीसदी), बैंकिंग (4.51 फीसदी), रियल्टी (4.08 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.24 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (2.08 फीसदी)। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में एक फीसदी से अधिक गिरावट रही। मिडकैप 1.09 फीसदी गिरावट के साथ 5,300.40 पर और स्मॉलकैप 1.07 फीसदी तेजी के साथ 5,191.25 पर बंद हुआ। गत सप्ताह बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (6.40 फीसदी), प्रौद्योगिकी (5.06 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.52 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.77 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सार्वजनिक कंपनियां (4.54 फीसदी), बैंकिंग (4.51 फीसदी), रियल्टी (4.08 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.24 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (2.08 फीसदी)। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। गत सप्ताह बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (6.40 फीसदी), प्रौद्योगिकी (5.06 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.52 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.77 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सार्वजनिक कंपनियां (4.54 फीसदी), बैंकिंग (4.51 फीसदी), रियल्टी (4.08 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.24 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (2.08 फीसदी)। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में मंगलवार को देश की मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66.25 को छू लिया। बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 68.85 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। बुधवार को 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 34,600 रुपये पर पहुंच गई। सरकार द्वारा आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद जुलाई के बाद से सोने का आयात नहीं हुआ है। रुपये में गिरावट और सोने की आपूर्ति बाधित होने के कारण सोने की कीमत में वृद्धि दर्ज की गई। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। विपक्ष द्वारा लगातार प्रधानमंत्री से देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति पर बयान की मांग करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। उन्होंने साथ ही कहा कि मौजूदा कारोबारी साल में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रह सकती है।टिप्पणियां मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है। 1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है। शुक्रववार को बाजार बंद होने के बाद आए ताजा आंकड़े में मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में देश की विकास दर 4.4 फीसदी दर्ज की गई, जो जनवरी-मार्च 2009 से अब तक सबसे कम है।
संक्षिप्त सारांश: सेंसेक्स में आधी फीसदी और निफ्टी में सिर्फ 0.05 अंक की तेजी रही, हालांकि सूचना प्रौद्योगिकी और मनोरंजन, मीडिया तथा प्रौद्योगिकी क्षेत्र के सूचकांक में पांच फीसदी से अधिक तेजी रही।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार के आरजेडी के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की मुसीबत बढ़ सकती है. शहाबुद्दीन की जमानत याचिका के खिलाफ सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि क्यों ना उन्हें सिवान जेल से तिहाड़ जेल ट्रांसफर कर दिया जाए और वीडियोकांफ्रेसिंग से ट्रायल चले. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार और केंद्र को भी नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने नोटिसों का जवाब चार हफ्तों में मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाओई 28 नवंबर को होगी. कोर्ट ने यह नोटिस राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन और चंदा बाबू की याचिका पर दिया है.टिप्पणियां सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में कहा कि शहाबुद्दीन पर 45 केस के ट्रायल चल रहे हैं और सिवान जेल से उन्हें तिहाड़ जेल ट्रांसफर किया जाए. क्योंकि वहां रहने पर शहाबुद्दीन का भय बना रहता है. जेल में उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए हैं और वह नेताओं से मिलते रहते हैं. वहीं, बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि सिवान जेल में ही सारे ट्रायल चल रहे हैं अगर उन्हें ट्रांसफर किया गया तो ट्रायलों में दिक्कत होगी. हालांकि याचिकाकर्ता का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में पप्पू यादव को तिहाड़ ट्रांसफर किया था और वीडियो कांफ्रेसिंग से ट्रायल चलाया था. ऐसे ही शहाबुद्दीन केस में किया जा सकता है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार और केंद्र को भी नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने नोटिसों का जवाब चार हफ्तों में मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाओई 28 नवंबर को होगी. कोर्ट ने यह नोटिस राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन और चंदा बाबू की याचिका पर दिया है.टिप्पणियां सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में कहा कि शहाबुद्दीन पर 45 केस के ट्रायल चल रहे हैं और सिवान जेल से उन्हें तिहाड़ जेल ट्रांसफर किया जाए. क्योंकि वहां रहने पर शहाबुद्दीन का भय बना रहता है. जेल में उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए हैं और वह नेताओं से मिलते रहते हैं. वहीं, बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि सिवान जेल में ही सारे ट्रायल चल रहे हैं अगर उन्हें ट्रांसफर किया गया तो ट्रायलों में दिक्कत होगी. हालांकि याचिकाकर्ता का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में पप्पू यादव को तिहाड़ ट्रांसफर किया था और वीडियो कांफ्रेसिंग से ट्रायल चलाया था. ऐसे ही शहाबुद्दीन केस में किया जा सकता है. कोर्ट ने यह नोटिस राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन और चंदा बाबू की याचिका पर दिया है.टिप्पणियां सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में कहा कि शहाबुद्दीन पर 45 केस के ट्रायल चल रहे हैं और सिवान जेल से उन्हें तिहाड़ जेल ट्रांसफर किया जाए. क्योंकि वहां रहने पर शहाबुद्दीन का भय बना रहता है. जेल में उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए हैं और वह नेताओं से मिलते रहते हैं. वहीं, बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि सिवान जेल में ही सारे ट्रायल चल रहे हैं अगर उन्हें ट्रांसफर किया गया तो ट्रायलों में दिक्कत होगी. हालांकि याचिकाकर्ता का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में पप्पू यादव को तिहाड़ ट्रांसफर किया था और वीडियो कांफ्रेसिंग से ट्रायल चलाया था. ऐसे ही शहाबुद्दीन केस में किया जा सकता है. सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में कहा कि शहाबुद्दीन पर 45 केस के ट्रायल चल रहे हैं और सिवान जेल से उन्हें तिहाड़ जेल ट्रांसफर किया जाए. क्योंकि वहां रहने पर शहाबुद्दीन का भय बना रहता है. जेल में उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए हैं और वह नेताओं से मिलते रहते हैं. वहीं, बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि सिवान जेल में ही सारे ट्रायल चल रहे हैं अगर उन्हें ट्रांसफर किया गया तो ट्रायलों में दिक्कत होगी. हालांकि याचिकाकर्ता का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में पप्पू यादव को तिहाड़ ट्रांसफर किया था और वीडियो कांफ्रेसिंग से ट्रायल चलाया था. ऐसे ही शहाबुद्दीन केस में किया जा सकता है. वहीं, बिहार सरकार की ओर से कहा गया कि सिवान जेल में ही सारे ट्रायल चल रहे हैं अगर उन्हें ट्रांसफर किया गया तो ट्रायलों में दिक्कत होगी. हालांकि याचिकाकर्ता का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में पप्पू यादव को तिहाड़ ट्रांसफर किया था और वीडियो कांफ्रेसिंग से ट्रायल चलाया था. ऐसे ही शहाबुद्दीन केस में किया जा सकता है.
संक्षिप्त पाठ: पूछा - क्यों ना उन्हें सिवान जेल से तिहाड़ जेल ट्रांसफर कर दिया जाए सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार और केंद्र को भी नोटिस जारी किया है इस मामले की अगली सुनवाओई 28 नवंबर को होगी.
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: Benefits Of Walking: पैदल चलने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं कभी आपके मन में भी ये सवाल आया? जो लोग वजन घटाना Weight Loss) चाहते हैं वह अक्सर वजन घटाने के आसान उपाय (Easy ways To Lose Weight) ढूंढते हैं. ये तो आप भी जानते हैं कि मोटापा (Obesity) घटाने के लिए पैदल चलने से बेहतर और कुछ नहीं है! पैदल चलने से हमारी कैलोरी बर्न होती हैं और पाचन (Digestion) में भी फायदा मिलता है. लेकिन सवाल यह है कि एक दिन में कितना पैदल चलना चाहिए? अक्सर लोग वजन कम करने या फिर मोटापा घटाने के लिए भाग-दौड़ करते हैं. कुछ लोग वजन को कम करने के लिए खाने का भी त्याग कर देते हैं. वजन कम करने के लिए अगर आप दौड़ रहे हैं, तो एक दिन में कितना दौड़ना चाहिए. पैदल चलने के फायदे क्या होते हैं. व्यायाम (Exercise) आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. जो लोग मोटापे (Obesity) से परेशान हैं लगातार बढ़ रही तोंद से छुटकारा पाना चाहते हैं वह सवाल करते हैं कि पैदल चलने का तरीका क्या होता है, ज्यादा पैदल चलने के नुकसान क्या होते हैं. Belly Fat: ये 4 एक्सरसाइज घटाएंगी आपका मोटापा, कम टाइम में होगा ज्यादा फायदा! यहां आपको ऐसे तमाम सवालों के जवाब मिलेंगे जो न सिर्फ आपका वजन घटाने के लिए कारगर हो सकते हैं बल्कि आप हेल्दी रहेंगे. यहां आपको यह भी बताएंगे कि वजन कम करने के लिए एक दिन में आपको कितने कदम पैदल चलना है या कितना दौड़ना है...    फायदों से भरी है सस्ता बादाम कही जाने वाली यह चीज, हड्डियों को बनाती है मजबूत वजन कम करने के लिए पैदल चलना सबसे बेहतर और आसान तरीकों में एक माना जाता है लेकिन, तब तक संभव नहीं है जब तक कि आप पूरी मन नहीं बना लेते हैं. पैदल चलने से वजन घट सकता है और आपका फिटनेस लेवल भी बढ़ सकता है. पैदल चलने से आपका वजन तभी कम हो सकता है जब आप एक दिन में कम से कम 10 हजार कदम चलते हैं! दस हजार कदम आपको चलने के लिए लगभग 30 से 40 मिनट का समय लग सकता है! Belly Fat Diet: 6 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां, जो घटाएंगी पेट की चर्बी और मोटापा अगर आप भी अपना वजन कम करना चाहते हैं या फिर आप वजन कम करने के लिए पैदल चलते हैं तो आप अपने कदम को गिनना शुरू कर दें. आप पहले कम कदमों से इसकी शुरूआत करें, धीरे-धीरे बढ़ाना शुरू करें. आप कोशिश करें की आप एक दिन में 10 हजार कदम पैदल चले जो आपके लिए शुरूआत में तो काफी मुश्किल हो सकता है. लेकिन, बाद में आपका शरीर उसे आदत बना लेगा और आपको ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी. इससे आप अपने शरीर में फर्क भी महसूस करेंगे साथ ही आपका वजन कम होने में आपको मदद मिल सकती है.   Health Tips: भागने-दौड़ने के साथ पैदल चलने से होते हैं ये कमाल के फायदे! जानें क्यों है चलना जरूरी पैदल चलना उन लोगों के लिए बहुत खास होता हैं जो पूरा दिन बैठकर काम करते हैं. अगर आप सुबह पैदल नहीं चल पा रहे हैं तो आप अपने काम के दौरान भी बार-बार उठें और पैदल चलें। घर, ऑफिस या फिर कहीं भी लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. अगर आपको कुछ दूरी तक ही जाना है तो आप कोशिश करें की आप पैदल ही उस दूरी को तय करे. किसी तरह का कोई साधन न लें. दिन में कोशिश करके ज्यादा से ज्यादा पैदल चलें.  और खबरों के लिए क्लिक करें Weight Loss: तेजी से घटाना चाहते हैं वजन तो ये ड्रिंक्स करेंगी मदद! बनाना भी आसान विराट कोहली और अनुष्का की जबरिया जोड़ी से क्या सीख सकते हैं आप. क्या काजू खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है? ऋजुता दिवेकर ने बताया सच.. Belly Fat: ये 4 एक्सरसाइज घटाएंगी आपका मोटापा, कम टाइम में होगा ज्यादा फायदा! Weight Loss: लाल रंग के ये 5 फल वजन घटाने के लिए हैं अचूक उपाय! जानें इनके कमाल के फायदे Type 2 Diabetes: दालचीनी है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए असरदार उपाय! जानें दालचीनी के कई और फायदे
यह एक सारांश है: पैदल चलने से घट सकता है आपका वजन. पैदल चलने के लिए खुद को इन तरीकों से करें तैयार. जानें वजन घटाने के लिए एक दिन में कितने कदम चलना चाहिए.
2
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सीबीएसई ने एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें सीबीएसई मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को चेताया गया है कि स्कूल बच्चों को स्कूल से ही किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकते. ऐसा करने पर स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है. साथ ही सीबीएसई ने डीपीएस मथुरा रोड और आरके पुरम सहित कुल 13 स्कूलों को नियमों का पालन न करने पर शो काज़ नोटिस दिया है. पिछले कई दिनों से स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतरे हुए हैं. अब सीबीएससी ने भी मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को चेताया है कि अगर स्कूलों ने बच्चों को स्कूल से ही किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए बाध्य किया तो यह नियमों का उल्लंघन होगा. ऐसे में स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है.टिप्पणियां शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले सुमित वोहरा का कहना है कि "स्कूल मनमाने ढंग से किताबें बेच रहे थे. कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत सीबीएसई को की है.  एक केस में सीबीएसई को इस पूरे मसले पर हाईकोर्ट को जवाब भी देना है. इस वजह से थोड़ी देर बाद ही सही सीबीएसई सक्रिय हुआ है." सीबीएसई बोर्ड में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाती हैं पर बहुत से स्कूल जबरदस्ती बच्चों को स्कूलों द्वारा विक्रय की जा रही अन्य प्रकाशकों की किताबें भी खरीदने के लिए मजबूर करते रहे हैं. सीबीएसई ने डीपीएस मथुरा रोड और डीपीएस आरके पुरम को प्रिंसिपल का कार्यकाल बढ़ाने में नियमों की अनदेखी करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है. सीबीएसई ने पूछा है कि इन स्कूलों की मान्यता क्यों न रद्द की जाए? स्कूलों को एक हफ्ते में जवाब देना होगा. हमने डीपीएस से इस पूरे मामले पर बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भी बात करने से मना कर दिया. पिछले कई दिनों से स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतरे हुए हैं. अब सीबीएससी ने भी मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को चेताया है कि अगर स्कूलों ने बच्चों को स्कूल से ही किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए बाध्य किया तो यह नियमों का उल्लंघन होगा. ऐसे में स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है.टिप्पणियां शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले सुमित वोहरा का कहना है कि "स्कूल मनमाने ढंग से किताबें बेच रहे थे. कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत सीबीएसई को की है.  एक केस में सीबीएसई को इस पूरे मसले पर हाईकोर्ट को जवाब भी देना है. इस वजह से थोड़ी देर बाद ही सही सीबीएसई सक्रिय हुआ है." सीबीएसई बोर्ड में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाती हैं पर बहुत से स्कूल जबरदस्ती बच्चों को स्कूलों द्वारा विक्रय की जा रही अन्य प्रकाशकों की किताबें भी खरीदने के लिए मजबूर करते रहे हैं. सीबीएसई ने डीपीएस मथुरा रोड और डीपीएस आरके पुरम को प्रिंसिपल का कार्यकाल बढ़ाने में नियमों की अनदेखी करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है. सीबीएसई ने पूछा है कि इन स्कूलों की मान्यता क्यों न रद्द की जाए? स्कूलों को एक हफ्ते में जवाब देना होगा. हमने डीपीएस से इस पूरे मामले पर बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भी बात करने से मना कर दिया. शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले सुमित वोहरा का कहना है कि "स्कूल मनमाने ढंग से किताबें बेच रहे थे. कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत सीबीएसई को की है.  एक केस में सीबीएसई को इस पूरे मसले पर हाईकोर्ट को जवाब भी देना है. इस वजह से थोड़ी देर बाद ही सही सीबीएसई सक्रिय हुआ है." सीबीएसई बोर्ड में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जाती हैं पर बहुत से स्कूल जबरदस्ती बच्चों को स्कूलों द्वारा विक्रय की जा रही अन्य प्रकाशकों की किताबें भी खरीदने के लिए मजबूर करते रहे हैं. सीबीएसई ने डीपीएस मथुरा रोड और डीपीएस आरके पुरम को प्रिंसिपल का कार्यकाल बढ़ाने में नियमों की अनदेखी करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है. सीबीएसई ने पूछा है कि इन स्कूलों की मान्यता क्यों न रद्द की जाए? स्कूलों को एक हफ्ते में जवाब देना होगा. हमने डीपीएस से इस पूरे मामले पर बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भी बात करने से मना कर दिया. सीबीएसई ने डीपीएस मथुरा रोड और डीपीएस आरके पुरम को प्रिंसिपल का कार्यकाल बढ़ाने में नियमों की अनदेखी करने पर कारण बताओ नोटिस दिया है. सीबीएसई ने पूछा है कि इन स्कूलों की मान्यता क्यों न रद्द की जाए? स्कूलों को एक हफ्ते में जवाब देना होगा. हमने डीपीएस से इस पूरे मामले पर बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भी बात करने से मना कर दिया.
यहाँ एक सारांश है:सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों को दिया अल्टीमेटम 13 स्कूलों को नियमों का पालन न करने पर शो काज़ नोटिस स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक आंदोलनरत
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: प्रयाग में पौष पूर्णिमा के दिन महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के अवसर पर बड़ी संख्या में नागा, साधु-संत और देश-विदेश से आए श्रद्घालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पवित्र संगम में डुबकी लगा रहे हैं। संगम के सभी 18 घाट 'हर-हर गंगे' और 'जय गंगा मैया' के नारों से गुंजायमान हैं। तड़के तीन बजे से श्रद्घालुओं के घाटों पर पहुंचने और स्नान करने का सिलसिला जारी है। इलाहाबाद मंडल के मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह 10 बजे तक करीब 25 लाख श्रद्घालु स्नान कर चुके हैं। शाम तक 70 लाख से अधिक श्रद्घालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है।टिप्पणियां पौष पूर्णिमा के शाही स्नान के साथ आज कल्पवास की शुरुआत हो गई है। अगले एक महीने तक देश-विदेश के श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करके जप-तप करेंगे। दूसरे शाही स्नान पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। संगम के सभी 18 घाट 'हर-हर गंगे' और 'जय गंगा मैया' के नारों से गुंजायमान हैं। तड़के तीन बजे से श्रद्घालुओं के घाटों पर पहुंचने और स्नान करने का सिलसिला जारी है। इलाहाबाद मंडल के मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह 10 बजे तक करीब 25 लाख श्रद्घालु स्नान कर चुके हैं। शाम तक 70 लाख से अधिक श्रद्घालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है।टिप्पणियां पौष पूर्णिमा के शाही स्नान के साथ आज कल्पवास की शुरुआत हो गई है। अगले एक महीने तक देश-विदेश के श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करके जप-तप करेंगे। दूसरे शाही स्नान पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। पौष पूर्णिमा के शाही स्नान के साथ आज कल्पवास की शुरुआत हो गई है। अगले एक महीने तक देश-विदेश के श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवास करके जप-तप करेंगे। दूसरे शाही स्नान पर संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। महाकुंभ मेले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरकेएस राठौर ने संवाददाताओं को बताया कि चप्पे-चप्पे पर तैनात करीब 30 हजार सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आयोजन स्थल में पुलिस बलों को सादे कपड़े में भी तैनात किया गया है। राठौर ने बताया कि सभी घाटों पर जल पुलिस के जवान लगाए गए हैं, जिससे कि स्नान के वक्त कोई श्रद्घालु न डूबे। मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान अवसर पर करीब एक करोड़ श्रद्घालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी।
यह एक सारांश है: प्रयाग में पौष पूर्णिमा के दिन महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के अवसर पर बड़ी संख्या में नागा, साधु-संत और देश-विदेश से आए श्रद्घालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पवित्र संगम में डुबकी लगा रहे हैं।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मुंबई के शताब्दी अस्पताल में इलाज कराने गए कुछ लोगों ने अस्पताल के कर्मचारियों की पिटाई कर दी. पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है. उपनगर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में हुई इस घटना के बाद डॉक्टरों की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े हो गए हैं.टिप्पणियां गुरुवार को देर रात में कुछ लोग शताब्दी अस्पताल आए तो थे इलाज कराने, लेकिन उन्होंने डॉक्टर और सुरक्षाकर्मियों को ही मरीज बना दिया. आरोप है कांदिवली में दो गुटों के बीच लड़ाई हुई. दोनों अस्पताल इलाज करवाने पहुंचे. वहां भी वे उलझ पड़े. अस्पताल के डॉक्टर और सुरक्षाकर्मी बीच-बचाव करने आए तो आरोपी उनसे ही उलझ उड़े. इलाके के सीनियर इंस्पेक्टर मुकुंद पवार के मुताबिक "रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे यह लोग अपने एक साथी को देखने पहुंचे थे. तभी उनमें कहासुनी शुरू हो गई. अस्पताल के कर्मचारी आए तो उन्होंने उन्हें मारा, वहां लगा शीशा भी तोड़ दिया." आरोपियों ने इमरजेंसी वार्ड में पथराव कर वहां भी जमकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है.   पिछले पांच सालों में महाराष्ट्र में हर साल डॉक्टर सुरक्षा अधिनियम के तहत लगभग 60 मामले दर्ज हुए हैं. डॉक्टर सुरक्षा के लिए हथियारों से लेकर अस्पताल में बाउंसर की मांग कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल इन मांगों पर उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है और कुछ नहीं. इसके विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर कई बार हड़ताल भी कर चुके हैं. गुरुवार को देर रात में कुछ लोग शताब्दी अस्पताल आए तो थे इलाज कराने, लेकिन उन्होंने डॉक्टर और सुरक्षाकर्मियों को ही मरीज बना दिया. आरोप है कांदिवली में दो गुटों के बीच लड़ाई हुई. दोनों अस्पताल इलाज करवाने पहुंचे. वहां भी वे उलझ पड़े. अस्पताल के डॉक्टर और सुरक्षाकर्मी बीच-बचाव करने आए तो आरोपी उनसे ही उलझ उड़े. इलाके के सीनियर इंस्पेक्टर मुकुंद पवार के मुताबिक "रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे यह लोग अपने एक साथी को देखने पहुंचे थे. तभी उनमें कहासुनी शुरू हो गई. अस्पताल के कर्मचारी आए तो उन्होंने उन्हें मारा, वहां लगा शीशा भी तोड़ दिया." आरोपियों ने इमरजेंसी वार्ड में पथराव कर वहां भी जमकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है.   पिछले पांच सालों में महाराष्ट्र में हर साल डॉक्टर सुरक्षा अधिनियम के तहत लगभग 60 मामले दर्ज हुए हैं. डॉक्टर सुरक्षा के लिए हथियारों से लेकर अस्पताल में बाउंसर की मांग कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल इन मांगों पर उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है और कुछ नहीं. इसके विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर कई बार हड़ताल भी कर चुके हैं. इलाके के सीनियर इंस्पेक्टर मुकुंद पवार के मुताबिक "रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे यह लोग अपने एक साथी को देखने पहुंचे थे. तभी उनमें कहासुनी शुरू हो गई. अस्पताल के कर्मचारी आए तो उन्होंने उन्हें मारा, वहां लगा शीशा भी तोड़ दिया." आरोपियों ने इमरजेंसी वार्ड में पथराव कर वहां भी जमकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है.   पिछले पांच सालों में महाराष्ट्र में हर साल डॉक्टर सुरक्षा अधिनियम के तहत लगभग 60 मामले दर्ज हुए हैं. डॉक्टर सुरक्षा के लिए हथियारों से लेकर अस्पताल में बाउंसर की मांग कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल इन मांगों पर उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है और कुछ नहीं. इसके विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर कई बार हड़ताल भी कर चुके हैं.
यहाँ एक सारांश है:मुंबई के शताब्दी अस्पताल में हुई वारदात झगड़े के बाद इलाज कराने आए दो गुट आपस में भिड़े बीचबचाव करने पर डॉक्टर और सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पांच बार विश्व चैंपियन एमसी मैरीकाम के लिए एशिया कप का स्वर्ण पदक जीतना बड़ी बात नहीं थी लेकिन इस भारतीय महिला मुक्केबाज ने कहा कि यह उनके लिए कड़ी मानसिक परीक्षा थी। मैरीकाम ने कहा कि वह अपने बेटे की बीमारी के कारण काफी परेशान थी जिसके दिल का बुधवार को चंडीगढ़ में ऑपरेशन किया गया। चीन में भारत की एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता मैरीकाम (48 किग्रा) को जश्न मनाने को तो छोड़ो सोने का भी बहुत कम समय मिला। मैरीकाम ने कहा, मैं कल रात ही यहां पहुंची और अपने बेटे को देखने के लिए चंडीगढ़ आ गई। मुझे बड़ी राहत है कि ऑपरेशन अच्छा रहा और अब वह आईसीयू में है। मैं दो दिन से यात्रा कर रही हूं और काफी थक गयी हूं। उन्होंने कहा, यह मेरे लिए मानसिक तौर पर कड़ी चुनौती थी। मैं लंबे समय से इसे झेल रही थी क्योंकि मैं अपने बच्चे से दूर थी और लगातार उसके बारे में सोच रही थी। जब आप इस तरह की परिस्थितियों से जूझ रहे होते हैं तो रिंग पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल होता है। लेकिन फिर से मेरे पति ने पूरा सहयोग दिया। जब मुझे पता चला कि मेरे बेटे का दिल का आपरेशन होगा तो मैं नहीं जाना चाहती थी लेकिन उन्होंने कहा, मैं यहां हूं तुम टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करो।
सारांश: चीन में भारत की एकमात्र स्वर्ण पदक विजेता मैरीकाम (48 किग्रा) को जश्न मनाने को तो छोड़ो सोने का भी बहुत कम समय मिला।
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने आईसीएसई (10वीं कक्षा) और आईएससी (12वीं कक्षा) के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं. इस बार 10वीं कक्षा के पास के प्रतिशत 98.52 रहा जब की 12वीं में 96.47 फीसदी स्‍टूडेंट पास हुए हैं. पुणे की मुस्कान अब्दुल्ला पठान और बेंगलुरु के अश्विन राव दसवीं कक्षा में संयुक्त रूप से टॉपर हुए हैं जबकि कोलकाता की अनन्या मैती 99.5 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं कक्षा में देशभर में शीर्ष पर रही हैं. 12वीं कक्षा में लखनऊ की आयुषी श्रीवास्तव, कोलकाता के देवेश लाखोटिया, मुंबई की रिषिका धारीवाल और गुरूग्राम के श्रीकांत 99.25 प्रतिशत अंकों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे हैं.  एनडीटीवी ने 10वीं कक्षा में टॉप किए  मुस्कान अब्दुल्ला पठान,12वीं कक्षा में टॉप किये अनन्या मैती और दूसरे स्थान पर रहे आयुषी श्रीवास्तव से बात की. जानें तीनों को अपने सफलता के बारे में क्या कहना है.    थोड़ी तैयारी करें और परीक्षा की टेंशन से बचें: एनडीटीवी से बात करते हुए मुस्कान ने बताई कि वह बहुत खुश हैं. मुस्कान ने कहा, 'मैं उम्मीद कर रही थी मैं स्कूल में टॉप करूंगी, लेकिन मुझे यह उम्मीद नहीं था कि मैं ऑल इंडिया में टॉप करुंगी.' अपने रोज के तैयारी के बारे में मुस्कान ने बताया कि वह रोज चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थीं. वह कोई कोचिंग नहीं ले रही थीं.  आईसीएसई 10वीं की परीक्षा की टॉपर मुस्कान अब्दुल्ला पठान. मुस्कान ने कहा, 'अगर थोड़ा थोड़ी करेंगे तो परीक्षा के समय दवाब कम होगा'. मुस्कान ने कहा कि आगे जाकर वह डॉक्टर बनना चाहती है आगे. मुस्कान के पापा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और मम्मी डॉक्टर हैं. मुस्कान अपनी पढ़ाई के बारे में बताया, 'क्लास आठ तक मैं अपने स्कूल टॉप फाइव में नहीं थी, 9वीं में मैं अपने स्कूल में टॉप की थी. पढ़ाई के साथ साथ मुस्कान सिंगिंग और स्विमिंग रूचि रखती हैं. मुस्कान अपने सफलता का श्रेय मम्मी पापा, टीचर और अपने प्रिंसिपल को देना चाहती हैं.    क्या कहना है 12वीं कक्षा के टॉपर अनन्या मैती का : एनडीटीवी से बात करते हुए अनन्या मैती ने कहा, 'मैं तो बहुत खुश हूं, मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मैं पहला स्थान पर आऊंगी. मेरे लिए यह बहुत बड़ा सरप्राइज है. मेरे पेपर अच्छे गए थे. हालांकि मैंने इसके लिए अलग से कोई तैयारी नहीं की थी. मैं रोज 10 या 20 घंटे तैयारी नहीं की थी. मैंने कभी ट्यूशन नहीं लिया.'  टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए बच्चों को अपना बेस्ट करना चाहिए. हां ये जरूर है कि मैंने नियमित रूप से पढ़ाई करती थी. अनन्या ने कहा कि उन्हें कहानियां लिखना पसंद है. मैं फेसबुक पर नहीं हूं, लेकिन मैं सोशल मीडिया से नफरत नहीं करती हूं. मैं व्हाट्सएप्प में काफी एक्टिव हूं.   फोकस के साथ तैयारी करने से सब कुछ संभव है : लखनऊ के आयुषी श्रीवास्तव गणित में 100 से 100 अंक लायी हैं. जबकि कॉमर्स में 99, इंग्लिश और इकोनॉमिक्स में 98-98 मार्क लाई है.  एनडीटीवी से बात करते हुए आयुषी श्रीवास्तव ने बताई की वह यह उम्मीद नहीं कर रही थी कि वह दूसरे स्थान पर आएंगी. आरुषि ने कहा उन्हें पता था उनका पेपर अच्छा हुआ है, लेकिन उम्मीद नहीं की थी वह दूसरे स्थान पर आएगी.  आयुषी के पिता इंजीनियर है और माता गृहणी है. आयुषी के एक बड़ा भाई हैं जो इंजीनियर हैं. आयुषी का कहना अगर फोकस के साथ तीन चार घंटे तैयारी की जाए तो सब कुछ संभव है. आयुषी  ने कहा की उनके परिवार से उन्हें हर तरह का मदद मिली और गणित और इकोनॉमिक्स का कोचिंग ले रही थी. आयुषी आगे इकोनॉमिक्स में अपना करियर बढ़ना चाहती है. आयुषी यह मानती है टीचर्स के बातों को अगर माने जाए तो 70 प्रतिशत काम आसान हो जाता है. आयुषी ने कहा कि इतने अच्छे मार्क  के साथ वह पहली बार टॉप की है. 10वीं में आयुषी  95.8 प्रतिशत मार्क लाई थी. मुस्कान ने कहा, 'अगर थोड़ा थोड़ी करेंगे तो परीक्षा के समय दवाब कम होगा'. मुस्कान ने कहा कि आगे जाकर वह डॉक्टर बनना चाहती है आगे. मुस्कान के पापा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और मम्मी डॉक्टर हैं. मुस्कान अपनी पढ़ाई के बारे में बताया, 'क्लास आठ तक मैं अपने स्कूल टॉप फाइव में नहीं थी, 9वीं में मैं अपने स्कूल में टॉप की थी. पढ़ाई के साथ साथ मुस्कान सिंगिंग और स्विमिंग रूचि रखती हैं. मुस्कान अपने सफलता का श्रेय मम्मी पापा, टीचर और अपने प्रिंसिपल को देना चाहती हैं.    क्या कहना है 12वीं कक्षा के टॉपर अनन्या मैती का : एनडीटीवी से बात करते हुए अनन्या मैती ने कहा, 'मैं तो बहुत खुश हूं, मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मैं पहला स्थान पर आऊंगी. मेरे लिए यह बहुत बड़ा सरप्राइज है. मेरे पेपर अच्छे गए थे. हालांकि मैंने इसके लिए अलग से कोई तैयारी नहीं की थी. मैं रोज 10 या 20 घंटे तैयारी नहीं की थी. मैंने कभी ट्यूशन नहीं लिया.'  टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए बच्चों को अपना बेस्ट करना चाहिए. हां ये जरूर है कि मैंने नियमित रूप से पढ़ाई करती थी. अनन्या ने कहा कि उन्हें कहानियां लिखना पसंद है. मैं फेसबुक पर नहीं हूं, लेकिन मैं सोशल मीडिया से नफरत नहीं करती हूं. मैं व्हाट्सएप्प में काफी एक्टिव हूं.   फोकस के साथ तैयारी करने से सब कुछ संभव है : लखनऊ के आयुषी श्रीवास्तव गणित में 100 से 100 अंक लायी हैं. जबकि कॉमर्स में 99, इंग्लिश और इकोनॉमिक्स में 98-98 मार्क लाई है.  एनडीटीवी से बात करते हुए आयुषी श्रीवास्तव ने बताई की वह यह उम्मीद नहीं कर रही थी कि वह दूसरे स्थान पर आएंगी. आरुषि ने कहा उन्हें पता था उनका पेपर अच्छा हुआ है, लेकिन उम्मीद नहीं की थी वह दूसरे स्थान पर आएगी.  आयुषी के पिता इंजीनियर है और माता गृहणी है. आयुषी के एक बड़ा भाई हैं जो इंजीनियर हैं. आयुषी का कहना अगर फोकस के साथ तीन चार घंटे तैयारी की जाए तो सब कुछ संभव है. आयुषी  ने कहा की उनके परिवार से उन्हें हर तरह का मदद मिली और गणित और इकोनॉमिक्स का कोचिंग ले रही थी. आयुषी आगे इकोनॉमिक्स में अपना करियर बढ़ना चाहती है. आयुषी यह मानती है टीचर्स के बातों को अगर माने जाए तो 70 प्रतिशत काम आसान हो जाता है. आयुषी ने कहा कि इतने अच्छे मार्क  के साथ वह पहली बार टॉप की है. 10वीं में आयुषी  95.8 प्रतिशत मार्क लाई थी. उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए बच्चों को अपना बेस्ट करना चाहिए. हां ये जरूर है कि मैंने नियमित रूप से पढ़ाई करती थी. अनन्या ने कहा कि उन्हें कहानियां लिखना पसंद है. मैं फेसबुक पर नहीं हूं, लेकिन मैं सोशल मीडिया से नफरत नहीं करती हूं. मैं व्हाट्सएप्प में काफी एक्टिव हूं.   फोकस के साथ तैयारी करने से सब कुछ संभव है : लखनऊ के आयुषी श्रीवास्तव गणित में 100 से 100 अंक लायी हैं. जबकि कॉमर्स में 99, इंग्लिश और इकोनॉमिक्स में 98-98 मार्क लाई है.  एनडीटीवी से बात करते हुए आयुषी श्रीवास्तव ने बताई की वह यह उम्मीद नहीं कर रही थी कि वह दूसरे स्थान पर आएंगी. आरुषि ने कहा उन्हें पता था उनका पेपर अच्छा हुआ है, लेकिन उम्मीद नहीं की थी वह दूसरे स्थान पर आएगी.  आयुषी के पिता इंजीनियर है और माता गृहणी है. आयुषी के एक बड़ा भाई हैं जो इंजीनियर हैं. आयुषी का कहना अगर फोकस के साथ तीन चार घंटे तैयारी की जाए तो सब कुछ संभव है. आयुषी  ने कहा की उनके परिवार से उन्हें हर तरह का मदद मिली और गणित और इकोनॉमिक्स का कोचिंग ले रही थी. आयुषी आगे इकोनॉमिक्स में अपना करियर बढ़ना चाहती है. आयुषी यह मानती है टीचर्स के बातों को अगर माने जाए तो 70 प्रतिशत काम आसान हो जाता है. आयुषी ने कहा कि इतने अच्छे मार्क  के साथ वह पहली बार टॉप की है. 10वीं में आयुषी  95.8 प्रतिशत मार्क लाई थी. आयुषी के पिता इंजीनियर है और माता गृहणी है. आयुषी के एक बड़ा भाई हैं जो इंजीनियर हैं. आयुषी का कहना अगर फोकस के साथ तीन चार घंटे तैयारी की जाए तो सब कुछ संभव है. आयुषी  ने कहा की उनके परिवार से उन्हें हर तरह का मदद मिली और गणित और इकोनॉमिक्स का कोचिंग ले रही थी. आयुषी आगे इकोनॉमिक्स में अपना करियर बढ़ना चाहती है. आयुषी यह मानती है टीचर्स के बातों को अगर माने जाए तो 70 प्रतिशत काम आसान हो जाता है. आयुषी ने कहा कि इतने अच्छे मार्क  के साथ वह पहली बार टॉप की है. 10वीं में आयुषी  95.8 प्रतिशत मार्क लाई थी.
10वीं की टॉपर मुस्कान अब्दुल्ला पठान 4-5 घंटे पढ़ाई करती थीं 12वीं की टॉपर आयुषी श्रीवास्तव ने नहीं की थी अलग से तैयारी सभी टॉपरों ने कहा, नियमित पढ़ें, कभी परीक्षा की टेंशन नहीं होगी
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रोहतक स्थित अपना घर आश्रय स्थल को सील कर दिया गया है जिसके बारे में आरोप लगाए गए थे कि वहां महिलाओं और बच्चों का यौन उत्पीड़न और यातनाएं दी जाती थी। इसके पीछे पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।टिप्पणियां घर को शुक्रवार रात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एमएस मान के निर्देश पर सील कर दिया गया। मान को आश्रय स्थल में बच्चों और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने के लिए गठित विशेष जांच दल एसआईटी का प्रमुख बनाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने पूरे आश्रयस्थल को सील करने की प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग कराई गई। आश्रय स्थल सील करने के दौरान वहां पर कोई भी बच्चा या महिला नहीं थी क्योंकि उन्हें पहले ही रोहतक और राज्य के अन्य जिलों में स्थित अन्य गैर सरकारी संगठनों को स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आश्रय स्थल को सील कर दिया गया है ताकि इस मामले की ताजा जांच की जा सके। एसआईटी के एक सदस्य ने कहा, ‘आश्रय स्थल में रहने वाले बच्चों और महिलाओं के रिकार्ड, दान पर्ची और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज आश्रय स्थल के अलग अलग कमरों में रखे गए हैं। इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए सभी कमरों को सील करना जरूरी हो गया था।’ घर को शुक्रवार रात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एमएस मान के निर्देश पर सील कर दिया गया। मान को आश्रय स्थल में बच्चों और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने के लिए गठित विशेष जांच दल एसआईटी का प्रमुख बनाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने पूरे आश्रयस्थल को सील करने की प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग कराई गई। आश्रय स्थल सील करने के दौरान वहां पर कोई भी बच्चा या महिला नहीं थी क्योंकि उन्हें पहले ही रोहतक और राज्य के अन्य जिलों में स्थित अन्य गैर सरकारी संगठनों को स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आश्रय स्थल को सील कर दिया गया है ताकि इस मामले की ताजा जांच की जा सके। एसआईटी के एक सदस्य ने कहा, ‘आश्रय स्थल में रहने वाले बच्चों और महिलाओं के रिकार्ड, दान पर्ची और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज आश्रय स्थल के अलग अलग कमरों में रखे गए हैं। इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए सभी कमरों को सील करना जरूरी हो गया था।’ आश्रय स्थल सील करने के दौरान वहां पर कोई भी बच्चा या महिला नहीं थी क्योंकि उन्हें पहले ही रोहतक और राज्य के अन्य जिलों में स्थित अन्य गैर सरकारी संगठनों को स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आश्रय स्थल को सील कर दिया गया है ताकि इस मामले की ताजा जांच की जा सके। एसआईटी के एक सदस्य ने कहा, ‘आश्रय स्थल में रहने वाले बच्चों और महिलाओं के रिकार्ड, दान पर्ची और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज आश्रय स्थल के अलग अलग कमरों में रखे गए हैं। इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए सभी कमरों को सील करना जरूरी हो गया था।’
यहाँ एक सारांश है:रोहतक स्थित 'अपना घर' आश्रय स्थल को सील कर दिया गया है जिसके बारे में आरोप लगाए गए थे कि वहां महिलाओं और बच्चों का यौन उत्पीड़न और यातनाएं दी जाती थीं।
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पवन सिंह (Pawan Singh) के इस भोजपुरी सॉन्ग (Bhojpuri Song) को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. पवन सिंह के एलबम का नाम भी 'राजा जी रुसल बानी का' है. उनके इस गाने का बोल अरुण बिहारी ने लिखे हैं, जबकि छोटे बाबा ने इसे डायरेक्ट किया है. पवन सिंह वैसी भी अपने गाने से धमाल मचाने के लिए जाने जाते हैं और इस बार भी उन्होंने ऐसी ही किया है. हालांकि, उनके इस भोजपुरी सॉन्ग को ऑडियो फॉर्मट में रिलीज किया गया है. लेकिन इसकी लोकप्रिता को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही इसे ऑडियो-वीडियो फॉर्मेट में रिलीज किया जाएगा. बीते दिनों पवन सिंह (Pawan Singh) की फिल्म 'क्रैक फाइटर' (Crack Fighter) रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों ने खूब प्यार दिया था. उनकी यह फिल्म उपेन्द्र सिंह फिल्म्स क्रिएशन्स के बैनर तले निर्मित की गई है. इस फिल्म का ट्रेलर और पोस्टर भी काफी वायरल हुआ था. इस फिल्म में पवन सिंह (Pawan Singh) का किरदार अब तक आई उनकी सभी फिल्मों से काफी अलग है.
संक्षिप्त सारांश: पवन सिंह ने मचाई धूम उनका नया गाना हुआ सुपरहिट एक दिन में मिले 18 लाख से ज्यादा व्यूज
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: रेलवे भर्ती बोर्ड (Railway Recruitment Board) जल्द ही ग्रुप सी एएलपी, टेक्नीशियन सीबीटी 2 का रिजल्ट (RRB ALP CBT 2 Result) जारी कर देगा. एएलपी सीबीटी 2 का रिजल्ट (RRB ALP Result) इस महीने जारी होने की उम्मीद है. हालांकि अभी रेलवे (RRB) की ओर से इस पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. उम्मीदवारों का रिजल्ट आरआरबी की सभी वेबसाइट्स पर जारी किया जाएगा. उम्मीदवार अपना रिजल्ट अपने रीजन की आरआरबी वेबसाइट पर जाकर चेक कर पाएंगे. उम्मीदवारों को अपना रिजल्ट (RRB ALP, Technician Result) चेक करने के लिए अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि की मदद से लॉग इन करना होगा. बता दें कि RRB ने ग्रुप सी एएलपी, टेक्नीशियन (RRB ALP, Technician) सीबीटी 2 की आंसर-की 18 फरवरी को जारी की थी. ग्रुप सी एएलपी, टेक्नीशियन के पदों पर दूसरे स्टेज की परीक्षा 21,22 और 23 फरवरी को आयोजित की गई थी. दूसरे स्टेज की परीक्षा 8 जनवरी को री-शेड्यूल की गई थी. परीक्षा सिर्फ उन उम्मीदवारों के लिए री-शेड्यूल हुई थी, जिनकी परीक्षा किसी कारण छूट गई थी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एएलपी का रिजल्ट जल्द जारी होगा. रिजल्ट इस महीने जारी किया जा सकता है. रिजल्ट चेक करने के लिए लॉग इन करना होगा.
25
['hin']
एक सारांश बनाओ: जम्मू−कश्मीर के बांदीपोरा में सेना के एक बड़े अधिकारी की आग में जलकर मौत हो गई। मृतक अधिकारी का नाम लेफ्टिनेंट कर्नल एस आप्टे है और वह सेना के एलिट फोर्स 5 पैरा यूनिट में तैनात थे। बताया जा रहा है कि बांदीपोरा कैम्प में सेना के चार बैरक आग की चपेट में आ गए, जिसमें से एक लेफ्टिनेंट कर्नल एस आप्टे का था। सेना के मुताबिक बैरक में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। मृतक अधिकारी का शव पोस्टमॉमर्ट के लिए भेज दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अधिकारी को जब अस्पताल लाया गया, तब उनकी मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि बांदीपोरा कैम्प में सेना के चार बैरक आग की चपेट में आ गए, जिसमें से एक लेफ्टिनेंट कर्नल एस आप्टे का था। सेना के मुताबिक बैरक में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। मृतक अधिकारी का शव पोस्टमॉमर्ट के लिए भेज दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अधिकारी को जब अस्पताल लाया गया, तब उनकी मौत हो चुकी थी।
बांदीपोरा में सेना के एक बड़े अधिकारी की आग में जलकर मौत हो गई। मृतक अधिकारी का नाम लेफ्टिनेंट कर्नल एस आप्टे है और वह सेना के एलिट फोर्स 5 पैरा यूनिट में तैनात थे।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत के साथ गुरुवार को खेले जाने वाले पांचवें और अंतिम वनडे मैच के लिए वेस्टइंडीज टीम की घोषणा कर दी गई है। 13 सदस्यीय टीम में सलामी बल्लेबाज एड्रियन बाराथ और तेज गेंदबाज रवि रामपॉल की वापसी हुई है, जबकि क्रिस गेल को एक बार फिर टीम में जगह नहीं मिली है। 'त्रिनिदाद एक्सप्रेस' के अनुसार, पांच वनडे मैचों की शृंखला में वेस्टइंडीज 1-3 से पीछे हैं। बाराथ की टीम में लगभग चार महीने बाद वापसी हुई है। इससे पहले, बाराथ मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से जूझ रहे थे, जबकि रामपॉल को चौथे मैच में अराम दिया गया था। रामपॉल को चौथे वनडे मुकाबले में आराम दिया गया था। बाराथ को डैन्जा हयात की जगह टीम में शामिल किया गया है, वहीं किर्क एडवडर्स की जगह रामपॉल लेंगे। इससे पहले, भारत के साथ खेले गए एक मात्र ट्वेंटी-20 मैच और चार वनडे से भी गेल को टीम से बाहर रख गया था। उल्लेखनीय है कि गेल ने हाल में एक रेडियो चैनल पर बोर्ड के खिलाफ विवादास्पद बयान दिए थे। गेल का कहना था कि पाकिस्तान के साथ खेली गई शृंखला में चयनकर्ताओं ने उनकी अनदेखी की और इसके अलावा जब वह चोट से परेशान थे, तो बोर्ड ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था। इसके बाद गेल को बोर्ड और टीम प्रबंधन से मुलाकात करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन अब तक दोनों के बीच बातचीत नहीं हो पाई है। वेस्टइंडीज की 13 सदस्यीय टीम इस प्रकार है :-  डेरेन सैमी (कप्तान), काल्र्टन बग, देवेंद्र बिशु, डेरेन ब्रावो, एड्रियन बाराथ, रवि रामपॉल, एंथनी मार्टिन, केरन पोलार्ड, केमर रोच, आंदे रसेल, मार्लन सैमुएल्स, रामनरेश सरवन और लेंडल सिमंस।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारत के साथ खेले जाने वाले अंतिम वनडे के लिए बाराथ और रामपॉल की वापसी हुई है, जबकि क्रिस गेल को एक बार फिर टीम में जगह नहीं मिली है।
25
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वाणिज्य मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि प्याज के मामले में सरकार पूरी सावधानी बरत रही है। इसकी बेहतर आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने आयात का दरवाजा खुला रखा है। उल्लेखनीय है कि प्याज की तेज कीमतों के कारण आम लोगों के लिए इसे खरीदना भारी पड़ रहा था। वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने बताया,  मैंने आयात के विकल्प को खुला रखा है। मुझे नहीं मालूम की कल क्या होगा और यह भी नहीं पता कि उसके एक दिन बाद क्या होने वाला है। वह इस प्रश्न का जवाब दे रहे थे कि क्या सरकार प्याज निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार करेगी और क्या वह सार्वजनिक उपक्रम की कंपनी एसटीसी और पीईसी के जरिए प्याज का आयात करना बंद करेगी क्योंकि प्याज की कीमत कम होने लगी है। राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमत घटकर 35 से 40 रुपये किलो रह गई है जो कीमत 20 दिसंबर को 70 से 85 रुपये किलो थी। एनसीसीएफ, केन्द्रीय भंडार और मदर डेयरी जैसी सहकारी संस्थान राष्ट्रीय राजधानी में प्याज 24 रुपये किलो के हिसाब से बेच रहे हैं।
यह एक सारांश है: वाणिज्य मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि प्याज के मामले में सरकार पूरी सावधानी बरत रही है।
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: लेखक सलमान रुश्दी का दावा है कि उन्हें पता चला है कि राजस्थान पुलिस ने जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल होने की स्थिति में उनकी जान को खतरे के बारे में जो खुफिया जानकारी दी थी, वह इस लेखक को भारत आने से रोकने के लिए थी। रुश्दी ने माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए और भारतीय मीडिया में आई खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘राजस्थान पुलिस ने रुश्दी को (जयपुर से) दूर रखने के लिए यह साजिश रची।’’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘राजस्थान पुलिस ने रुश्दी को जयपुर से दूर रखने के लिए यह साजिश रची...मैंने इस बारे में पता किया है और मेरा विश्वास है कि मुझसे झूठ बोला गया। मैं बहुत नाराज हूं।’’ अपने ट्वीट पर एक टिप्पणी के जवाब में रुश्दी ने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं पता कि क्या राजस्थान पुलिस ने किसी व्यक्ति विशेष के निर्देशों पर यह झूठी खुफिया जानकारी दी। रुश्दी से ट्विटर पर पूछा गया कि क्या यह वही पुलिस है, जो अब इस लेखक की प्रतिबंधित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश साहित्य महोत्सव में पढ़ने पर कुछ लेखकों को गिरफ्तार करना चाहती है। इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुझे नहीं पता कि किसने आदेश दिए। और हां...मेरा अंदाज है कि यही पुलिस (लेखकों) हरि, अमिताव, जीत और रुचिर को गिरफ्तार करना चाहती है। (बहुत) निराशाजनक है।’’ रुश्दी ने एक समाचार के लिंक को भी पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि राजस्थान के स्थानीय खुफिया अधिकारियों ने रुश्दी पर हमले के बारे में सूचना गढ़ी, ताकि इस लेखक को साहित्य कार्यक्रम में शामिल होने से रोका जा सके। उन्होंने इस लिंक के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह रहा समाचार...। आश्चर्य की बात है।’’टिप्पणियां इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। रुश्दी ने माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए और भारतीय मीडिया में आई खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘राजस्थान पुलिस ने रुश्दी को (जयपुर से) दूर रखने के लिए यह साजिश रची।’’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘राजस्थान पुलिस ने रुश्दी को जयपुर से दूर रखने के लिए यह साजिश रची...मैंने इस बारे में पता किया है और मेरा विश्वास है कि मुझसे झूठ बोला गया। मैं बहुत नाराज हूं।’’ अपने ट्वीट पर एक टिप्पणी के जवाब में रुश्दी ने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं पता कि क्या राजस्थान पुलिस ने किसी व्यक्ति विशेष के निर्देशों पर यह झूठी खुफिया जानकारी दी। रुश्दी से ट्विटर पर पूछा गया कि क्या यह वही पुलिस है, जो अब इस लेखक की प्रतिबंधित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश साहित्य महोत्सव में पढ़ने पर कुछ लेखकों को गिरफ्तार करना चाहती है। इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुझे नहीं पता कि किसने आदेश दिए। और हां...मेरा अंदाज है कि यही पुलिस (लेखकों) हरि, अमिताव, जीत और रुचिर को गिरफ्तार करना चाहती है। (बहुत) निराशाजनक है।’’ रुश्दी ने एक समाचार के लिंक को भी पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि राजस्थान के स्थानीय खुफिया अधिकारियों ने रुश्दी पर हमले के बारे में सूचना गढ़ी, ताकि इस लेखक को साहित्य कार्यक्रम में शामिल होने से रोका जा सके। उन्होंने इस लिंक के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह रहा समाचार...। आश्चर्य की बात है।’’टिप्पणियां इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘राजस्थान पुलिस ने रुश्दी को जयपुर से दूर रखने के लिए यह साजिश रची...मैंने इस बारे में पता किया है और मेरा विश्वास है कि मुझसे झूठ बोला गया। मैं बहुत नाराज हूं।’’ अपने ट्वीट पर एक टिप्पणी के जवाब में रुश्दी ने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं पता कि क्या राजस्थान पुलिस ने किसी व्यक्ति विशेष के निर्देशों पर यह झूठी खुफिया जानकारी दी। रुश्दी से ट्विटर पर पूछा गया कि क्या यह वही पुलिस है, जो अब इस लेखक की प्रतिबंधित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश साहित्य महोत्सव में पढ़ने पर कुछ लेखकों को गिरफ्तार करना चाहती है। इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुझे नहीं पता कि किसने आदेश दिए। और हां...मेरा अंदाज है कि यही पुलिस (लेखकों) हरि, अमिताव, जीत और रुचिर को गिरफ्तार करना चाहती है। (बहुत) निराशाजनक है।’’ रुश्दी ने एक समाचार के लिंक को भी पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि राजस्थान के स्थानीय खुफिया अधिकारियों ने रुश्दी पर हमले के बारे में सूचना गढ़ी, ताकि इस लेखक को साहित्य कार्यक्रम में शामिल होने से रोका जा सके। उन्होंने इस लिंक के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह रहा समाचार...। आश्चर्य की बात है।’’टिप्पणियां इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। रुश्दी से ट्विटर पर पूछा गया कि क्या यह वही पुलिस है, जो अब इस लेखक की प्रतिबंधित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश साहित्य महोत्सव में पढ़ने पर कुछ लेखकों को गिरफ्तार करना चाहती है। इस पर उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुझे नहीं पता कि किसने आदेश दिए। और हां...मेरा अंदाज है कि यही पुलिस (लेखकों) हरि, अमिताव, जीत और रुचिर को गिरफ्तार करना चाहती है। (बहुत) निराशाजनक है।’’ रुश्दी ने एक समाचार के लिंक को भी पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि राजस्थान के स्थानीय खुफिया अधिकारियों ने रुश्दी पर हमले के बारे में सूचना गढ़ी, ताकि इस लेखक को साहित्य कार्यक्रम में शामिल होने से रोका जा सके। उन्होंने इस लिंक के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह रहा समाचार...। आश्चर्य की बात है।’’टिप्पणियां इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। रुश्दी ने एक समाचार के लिंक को भी पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि राजस्थान के स्थानीय खुफिया अधिकारियों ने रुश्दी पर हमले के बारे में सूचना गढ़ी, ताकि इस लेखक को साहित्य कार्यक्रम में शामिल होने से रोका जा सके। उन्होंने इस लिंक के साथ ट्वीट किया, ‘‘यह रहा समाचार...। आश्चर्य की बात है।’’टिप्पणियां इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। इस लेखक ने साहित्य महोत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करते हुए कहा था कि उन्हें महाराष्ट्र और राजस्थान से खुफिया सूत्रों ने सूचित किया है कि उनके भारत आने पर मुंबई के अपराध जगत के सरगना के भाड़े के बदमाश उन्हें मार डालेंगे। रुश्दी ने इस खुफिया जानकारी की ‘सत्यता’ पर संदेह जताया था और एक बयान में कहा था कि उनका इस महोत्सव में शामिल होकर अन्य लेखकों तथा अन्य प्रतिभागियों की जिंदगी खतरे में डालना गैर-जिम्मेदाराना होगा। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है। साहित्य उत्सव में रुश्दी के आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए लेखकों अमिताव कुमार, हरि कुंजरू, रुचिर जोशी और जीत तायल ने रुश्दी की 1988 की विवादित पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के कुछ अंश पढ़े थे। यह पुस्तक भारत में प्रतिबंधित है। पुलिस अब इन लेखकों की रिकॉर्डिंग के टेप देखने की मांग कर रही है।
संक्षिप्त पाठ: सलमान रुश्दी ने कहा है कि राजस्थान पुलिस ने उनकी जान को खतरे के बारे में जो खुफिया जानकारी दी थी, वह उन्हें भारत आने से रोकने के लिए थी।
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: क्रिकेटर ल्यूक पॉमर्सबैच पर बदसलूकी का आरोप लगाने वाली अमेरिकी महिला ने अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के निदेशक सिद्धार्थ माल्या को नोटिस भेजा है। यह नोटिस उन्हें उनके कल के ट्वीट पर भेजा गया, जिसमें महिला के बारे में सिद्धार्थ ने आपत्तिजनक राय जताई थी। महिला के वकील ने नोटिस में पूछा है कि सिद्धार्थ माल्या पर मानहानि का मुकदमा क्यों न दायर किया जाए। महिला की वकील का कहना है कि पीड़ित महिला से बिन शर्त माफी मांगी जानी चाहिए। अमेरिकी महिला जोहल हमीद दिल्ली महिला आयोग में भी सिद्धार्थ माल्या के खिलाफ शर्त दायर करने पर विचार कर रही हैं। गौरतलब है कि सिद्धार्थ माल्या ने अपनी आईपीएल टीम के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ल्यूक पॉमर्सबैच के अमेरिकी महिला के साथ कथित दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद अपने ट्वीट में उक्त महिला को आड़े हाथों लिया। टीम के निदेशक सिद्धार्थ ने महिला पर बकवास करने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि, ‘‘वह उस रात मेरे पीछे पड़ गई थी और मुझसे मेरा बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) पिन मांग रही थी।’’ बाद में सिद्धार्थ ने अपने ट्वीट का बचाव किया और कहा कि वह उसके चरित्र पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि केवल सच्चाई बयां कर रहे हैं। सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी को अपमानजनक समझा जाए, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं केवल सच्चाई सामने रख रहा हूं। मैं अपने किसी बयान को वापस नहीं ले रहा हूं। उसने (महिला) जो कुछ कहा, यह ट्वीट उसके जवाब में था। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। महिला की वकील का कहना है कि पीड़ित महिला से बिन शर्त माफी मांगी जानी चाहिए। अमेरिकी महिला जोहल हमीद दिल्ली महिला आयोग में भी सिद्धार्थ माल्या के खिलाफ शर्त दायर करने पर विचार कर रही हैं। गौरतलब है कि सिद्धार्थ माल्या ने अपनी आईपीएल टीम के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ल्यूक पॉमर्सबैच के अमेरिकी महिला के साथ कथित दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद अपने ट्वीट में उक्त महिला को आड़े हाथों लिया। टीम के निदेशक सिद्धार्थ ने महिला पर बकवास करने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि, ‘‘वह उस रात मेरे पीछे पड़ गई थी और मुझसे मेरा बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) पिन मांग रही थी।’’ बाद में सिद्धार्थ ने अपने ट्वीट का बचाव किया और कहा कि वह उसके चरित्र पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि केवल सच्चाई बयां कर रहे हैं। सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी को अपमानजनक समझा जाए, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं केवल सच्चाई सामने रख रहा हूं। मैं अपने किसी बयान को वापस नहीं ले रहा हूं। उसने (महिला) जो कुछ कहा, यह ट्वीट उसके जवाब में था। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि सिद्धार्थ माल्या ने अपनी आईपीएल टीम के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ल्यूक पॉमर्सबैच के अमेरिकी महिला के साथ कथित दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद अपने ट्वीट में उक्त महिला को आड़े हाथों लिया। टीम के निदेशक सिद्धार्थ ने महिला पर बकवास करने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि, ‘‘वह उस रात मेरे पीछे पड़ गई थी और मुझसे मेरा बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) पिन मांग रही थी।’’ बाद में सिद्धार्थ ने अपने ट्वीट का बचाव किया और कहा कि वह उसके चरित्र पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि केवल सच्चाई बयां कर रहे हैं। सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी को अपमानजनक समझा जाए, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं केवल सच्चाई सामने रख रहा हूं। मैं अपने किसी बयान को वापस नहीं ले रहा हूं। उसने (महिला) जो कुछ कहा, यह ट्वीट उसके जवाब में था। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने यहां तक कहा कि, ‘‘वह उस रात मेरे पीछे पड़ गई थी और मुझसे मेरा बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) पिन मांग रही थी।’’ बाद में सिद्धार्थ ने अपने ट्वीट का बचाव किया और कहा कि वह उसके चरित्र पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि केवल सच्चाई बयां कर रहे हैं। सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी को अपमानजनक समझा जाए, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं केवल सच्चाई सामने रख रहा हूं। मैं अपने किसी बयान को वापस नहीं ले रहा हूं। उसने (महिला) जो कुछ कहा, यह ट्वीट उसके जवाब में था। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी को अपमानजनक समझा जाए, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं केवल सच्चाई सामने रख रहा हूं। मैं अपने किसी बयान को वापस नहीं ले रहा हूं। उसने (महिला) जो कुछ कहा, यह ट्वीट उसके जवाब में था। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है।’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने साफ किया है कि यदि ल्यूक ने कुछ गलत किया होगा, तो वह जरूरी प्रतिबंध झेलेगा। मैं इसे अपमानजनक नहीं मानता, क्योंकि मैंने सुना था कि महिला अपने मंगेतर की पिटायी के बारे में बात कर रही थी। वह लड़का वास्तव में उसका मंगेतर नहीं था।’’ सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘ल्यूक मेरा खिलाड़ी है और आरसीबी एक परिवार जैसा है। इसलिए मैं निश्चित तौर पर अपने खिलाड़ी के बचाव की कोशिश करूंगा। लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने अभी तक उससे बात नहीं की।’’ पॉमर्सबैच को एक होटल में अमेरिकी महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और उसके मंगेतर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
संक्षिप्त पाठ: क्रिकेटर ल्यूक पॉमर्सबैच पर बदसलूकी का आरोप लगाने वाली अमेरिकी महिला ने अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के निदेशक सिद्धार्थ माल्या को नोटिस भेजा है।
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: सुरेश रैना ने कहा कि खुद के शतक के बजाय महेंद्र सिंह धोनी को स्ट्राइक देना ज्यादा अहम था, क्योंकि उस समय कप्तान गेंद का सामना करते हुए अच्छे शॉट लगा रहे थे, जिससे उनकी टीम के लिए मैच का रुख बदल गया।टिप्पणियां आउट होने से पहले रैना ने 84 रन बनाये जबकि धोनी ने 19 गेंद में 63 रन बनाए और कप्तान ने अपनी नाबाद पारी में आठ छक्के जड़े जिससे चेन्नई सुपरकिंग्स ने चार ओवर में 202 रन का स्कोर खड़ा किया। रैना ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मेरी निगाह शतक पर नहीं थी, मैं धोनी को ज्यादा स्ट्राइक दे रहा था, जो गेंद पर बहुत अच्छी तरह शॉट लगा रहे थे। धोनी बहुत बढ़िया खेले और टीम का ओवरआल प्रदर्शन भी काफी शानदार था। उन्होंने कहा, पिछले मैच में हमने 185 रन का लक्ष्य हासिल किया और इस मैच में हमने 202 रन का स्कोर बनाया। ओवरऑल टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। आउट होने से पहले रैना ने 84 रन बनाये जबकि धोनी ने 19 गेंद में 63 रन बनाए और कप्तान ने अपनी नाबाद पारी में आठ छक्के जड़े जिससे चेन्नई सुपरकिंग्स ने चार ओवर में 202 रन का स्कोर खड़ा किया। रैना ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मेरी निगाह शतक पर नहीं थी, मैं धोनी को ज्यादा स्ट्राइक दे रहा था, जो गेंद पर बहुत अच्छी तरह शॉट लगा रहे थे। धोनी बहुत बढ़िया खेले और टीम का ओवरआल प्रदर्शन भी काफी शानदार था। उन्होंने कहा, पिछले मैच में हमने 185 रन का लक्ष्य हासिल किया और इस मैच में हमने 202 रन का स्कोर बनाया। ओवरऑल टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। रैना ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मेरी निगाह शतक पर नहीं थी, मैं धोनी को ज्यादा स्ट्राइक दे रहा था, जो गेंद पर बहुत अच्छी तरह शॉट लगा रहे थे। धोनी बहुत बढ़िया खेले और टीम का ओवरआल प्रदर्शन भी काफी शानदार था। उन्होंने कहा, पिछले मैच में हमने 185 रन का लक्ष्य हासिल किया और इस मैच में हमने 202 रन का स्कोर बनाया। ओवरऑल टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
सुरेश रैना ने कहा कि खुद के शतक के बजाय महेंद्र सिंह धोनी को स्ट्राइक देना ज्यादा अहम था, क्योंकि उस समय कप्तान गेंद का सामना करते हुए अच्छे शॉट लगा रहे थे।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी मध्यावधि लोकसभा चुनावों के लिए तैयार है लेकिन सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखने के लिए वह संप्रग सरकार को समर्थन दे रही है।टिप्पणियां अखिलेश ने केंद्र में संप्रग सरकार में शामिल होने की संभावना को खारिज कर दिया लेकिन एफडीआई और अन्य मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के गठबंधन सरकार से बाहर होने के बाद संप्रग-2 को समर्थन देते रहने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, ‘किसानों और छोटे स्टोरों के माध्यम से जीवन निर्वाह करने वाले व्यापारियों को एफडीआई के आने से क्या फायदा होगा? समाजवादी पार्टी ऐसा कोई फैसला नहीं करेगी जो किसानों और छोटे कारोबारियों को प्रभावित करे।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जहां तक मध्यावधि चुनाव की बात है तो सपा तैयार है।’ अखिलेश ने केंद्र में संप्रग सरकार में शामिल होने की संभावना को खारिज कर दिया लेकिन एफडीआई और अन्य मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के गठबंधन सरकार से बाहर होने के बाद संप्रग-2 को समर्थन देते रहने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, ‘किसानों और छोटे स्टोरों के माध्यम से जीवन निर्वाह करने वाले व्यापारियों को एफडीआई के आने से क्या फायदा होगा? समाजवादी पार्टी ऐसा कोई फैसला नहीं करेगी जो किसानों और छोटे कारोबारियों को प्रभावित करे।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जहां तक मध्यावधि चुनाव की बात है तो सपा तैयार है।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जहां तक मध्यावधि चुनाव की बात है तो सपा तैयार है।’
संक्षिप्त सारांश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी मध्यावधि लोकसभा चुनावों के लिए तैयार है लेकिन सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखने के लिए वह संप्रग सरकार को समर्थन दे रही है।
0
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बीजेपी नेता वरुण गांधी की उत्तर प्रदेश के आगरा में होने वाली रैली को प्रशासन ने रद्द कर दिया है। रविवार को होने वाली इस रैली को प्रशासन ने पहले इजाजत दे दी थी।टिप्पणियां प्रशासन का कहना है कि वरुण गांधी की रैली की वजह से आगरा में माहौल बिगड़ सकता था इसलिए रैली को रद्द किया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से नाराज बीजेपी ने कहा है कि प्रशासन की इजाजत से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है और वह हर हाल में ये रैली करेगी। प्रशासन का कहना है कि वरुण गांधी की रैली की वजह से आगरा में माहौल बिगड़ सकता था इसलिए रैली को रद्द किया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से नाराज बीजेपी ने कहा है कि प्रशासन की इजाजत से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है और वह हर हाल में ये रैली करेगी। सरकार के इस फैसले से नाराज बीजेपी ने कहा है कि प्रशासन की इजाजत से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है और वह हर हाल में ये रैली करेगी।
संक्षिप्त सारांश: बीजेपी नेता वरुण गांधी की उत्तर प्रदेश के आगरा में होने वाली रैली को प्रशासन ने रद्द कर दिया है। रविवार को होने वाली इस रैली को प्रशासन ने पहले इजाजत दे दी थी।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उम्र से जुड़े विवाद पर दोबारा अर्जी ठुकराए जाने से नाराज सेना के प्रमुख जनरल वीके सिंह कानूनी जानकारों से सलाह ले रहे हैं ताकि वह अपने रिकार्ड को दुरुस्त कर सकें जिसमें उनका जन्म 1950 का बताया गया है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक वह 31 मई 2012 को रिटायर हो जाएंगे। जनरल के पास विकल्प है कि वह या तो आर्म्ड फोर्स्ज ट्रिब्युनल जाएं या फिर सुप्रीम कोर्ट लेकिन उन्होने इस्तीफा देने की संभावना से भी इनकार नही किया है। जनरल सिंह का मानना है कि वह यह लड़ाई सम्मान के लिए लड़ रहे है न कि कार्यकाल के लिए। सेना प्रमुख के सलाहकारों का मानना है कि चीफ का कानूनी पक्ष काफी मजबूत है तभी तो सुप्रीम कोर्ट के तीन पूर्व मुख्य न्यायधीश जनरल सिंह के पक्ष में राय दे चुके हैं क्योंकि मैट्रिक और दूसरे सर्टिफिकेट में जनरल सिंह का जन्म 1951 का है। जो कुछ होना है दो−तीन दिन में तय हो जाएगा। तय कुछ भी हो लेकिन इस पूरे मामले से फौज और रक्षा मंत्रालय की काफी छीछालेदार हो रही है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह अपनी अर्ज़ी के ठुकराए जाने से नाराज़ हैं और अब वह क़ानूनी विकल्पों पर सलाह ले रहे हैं।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अभिनेत्री होने के नाते सोनाक्षी सिन्हा को किसी भी समय यात्रा करनी पड़ती है और शूटिंग के लिए जाना पड़ता है, लेकिन सोनाक्षी कहती हैं कि बेतरतीब काम के समय के बावजूद उन्हें समय पर घर पहुंचने का ध्यान रखना पड़ता है और उन्हें रात 1:30 बजे तक किसी भी कीमत पर घर पहुंचना होता है। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता अब भी उन्हें छोटी बच्ची समझते हैं। अभिनेता एवं नेता शत्रुघ्न सिन्हा और अभिनेत्री पूनम सिन्हा की 26-वर्षीय बेटी सोनाक्षी ने बताया, मुझे हमेशा से रात को 1:30 बजे तक घर पहुंचना होता है। मैं अब भी अपने घरवालों के लिए छोटी बच्ची हूं। उन्होंने कहा, मैंने हमेशा एक सुरक्षात्मक जिंदगी जी है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे काफी आजादी भी दी है और हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया है। 'दबंग', 'राउडी राठौर', 'लुटेरा' जैसी सफलतम फिल्मों में काम कर चुकीं सोनाक्षी भले ही स्टार हैं, लेकिन घर पर समय से न उठने पर अब भी अपनी मां की डांट सुनती हैं।टिप्पणियां सोनाक्षी ने कहा, उनके व्यवहार में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है। यदि मैंने उठने में देर की या मेरा कमरा बेतरतीब हुआ, तो मां मुझ पर चिल्लाती हैं। अपने घर में आज भी छोटी बच्ची समझी जाने वाली सोनाक्षी हिन्दी सिनेमा जगत में 100 करोड़ कमाई वाली नायिका के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दर्शकों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। लोग मुझे पसंद करते हैं, इस बात से मैं खुश हूं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यह सिर्फ भाग्य का खेल नहीं है। मैं दर्शकों के नजरिये से फिल्में करती हूं और भगवान का शुक्र है कि अब तक मैं अच्छी फिल्मों का हिस्सा रही हूं। सिनेमा से बेहद लगाव के बावजूद सोनाक्षी कहती हैं कि शादी के बाद वह अपना पूरा समय अपने पति को देना चाहेंगी। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता अब भी उन्हें छोटी बच्ची समझते हैं। अभिनेता एवं नेता शत्रुघ्न सिन्हा और अभिनेत्री पूनम सिन्हा की 26-वर्षीय बेटी सोनाक्षी ने बताया, मुझे हमेशा से रात को 1:30 बजे तक घर पहुंचना होता है। मैं अब भी अपने घरवालों के लिए छोटी बच्ची हूं। उन्होंने कहा, मैंने हमेशा एक सुरक्षात्मक जिंदगी जी है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे काफी आजादी भी दी है और हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया है। 'दबंग', 'राउडी राठौर', 'लुटेरा' जैसी सफलतम फिल्मों में काम कर चुकीं सोनाक्षी भले ही स्टार हैं, लेकिन घर पर समय से न उठने पर अब भी अपनी मां की डांट सुनती हैं।टिप्पणियां सोनाक्षी ने कहा, उनके व्यवहार में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है। यदि मैंने उठने में देर की या मेरा कमरा बेतरतीब हुआ, तो मां मुझ पर चिल्लाती हैं। अपने घर में आज भी छोटी बच्ची समझी जाने वाली सोनाक्षी हिन्दी सिनेमा जगत में 100 करोड़ कमाई वाली नायिका के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दर्शकों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। लोग मुझे पसंद करते हैं, इस बात से मैं खुश हूं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यह सिर्फ भाग्य का खेल नहीं है। मैं दर्शकों के नजरिये से फिल्में करती हूं और भगवान का शुक्र है कि अब तक मैं अच्छी फिल्मों का हिस्सा रही हूं। सिनेमा से बेहद लगाव के बावजूद सोनाक्षी कहती हैं कि शादी के बाद वह अपना पूरा समय अपने पति को देना चाहेंगी। उन्होंने कहा, मैंने हमेशा एक सुरक्षात्मक जिंदगी जी है, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे काफी आजादी भी दी है और हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया है। 'दबंग', 'राउडी राठौर', 'लुटेरा' जैसी सफलतम फिल्मों में काम कर चुकीं सोनाक्षी भले ही स्टार हैं, लेकिन घर पर समय से न उठने पर अब भी अपनी मां की डांट सुनती हैं।टिप्पणियां सोनाक्षी ने कहा, उनके व्यवहार में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है। यदि मैंने उठने में देर की या मेरा कमरा बेतरतीब हुआ, तो मां मुझ पर चिल्लाती हैं। अपने घर में आज भी छोटी बच्ची समझी जाने वाली सोनाक्षी हिन्दी सिनेमा जगत में 100 करोड़ कमाई वाली नायिका के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दर्शकों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। लोग मुझे पसंद करते हैं, इस बात से मैं खुश हूं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यह सिर्फ भाग्य का खेल नहीं है। मैं दर्शकों के नजरिये से फिल्में करती हूं और भगवान का शुक्र है कि अब तक मैं अच्छी फिल्मों का हिस्सा रही हूं। सिनेमा से बेहद लगाव के बावजूद सोनाक्षी कहती हैं कि शादी के बाद वह अपना पूरा समय अपने पति को देना चाहेंगी। सोनाक्षी ने कहा, उनके व्यवहार में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है। यदि मैंने उठने में देर की या मेरा कमरा बेतरतीब हुआ, तो मां मुझ पर चिल्लाती हैं। अपने घर में आज भी छोटी बच्ची समझी जाने वाली सोनाक्षी हिन्दी सिनेमा जगत में 100 करोड़ कमाई वाली नायिका के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दर्शकों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। लोग मुझे पसंद करते हैं, इस बात से मैं खुश हूं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यह सिर्फ भाग्य का खेल नहीं है। मैं दर्शकों के नजरिये से फिल्में करती हूं और भगवान का शुक्र है कि अब तक मैं अच्छी फिल्मों का हिस्सा रही हूं। सिनेमा से बेहद लगाव के बावजूद सोनाक्षी कहती हैं कि शादी के बाद वह अपना पूरा समय अपने पति को देना चाहेंगी। अपने घर में आज भी छोटी बच्ची समझी जाने वाली सोनाक्षी हिन्दी सिनेमा जगत में 100 करोड़ कमाई वाली नायिका के रूप में जानी जाती है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दर्शकों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। लोग मुझे पसंद करते हैं, इस बात से मैं खुश हूं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, यह सिर्फ भाग्य का खेल नहीं है। मैं दर्शकों के नजरिये से फिल्में करती हूं और भगवान का शुक्र है कि अब तक मैं अच्छी फिल्मों का हिस्सा रही हूं। सिनेमा से बेहद लगाव के बावजूद सोनाक्षी कहती हैं कि शादी के बाद वह अपना पूरा समय अपने पति को देना चाहेंगी।
संक्षिप्त सारांश: अभिनेत्री होने के नाते सोनाक्षी सिन्हा को किसी भी समय यात्रा करनी पड़ती है और शूटिंग के लिए जाना पड़ता है, लेकिन सोनाक्षी कहती हैं कि बेतरतीब काम के समय के बावजूद उन्हें समय पर घर पहुंचने का ध्यान रखना पड़ता है।
0
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज यह स्पष्ट किया कि एंटी ट्रौलिंग उपाय का मतलब ‘‘साइबर निगरानी’’ नहीं होगा। आनलाइन उत्पीड़न पर रोक के लिए विचार विमर्श की प्रक्रिया के तहत मेनका गांधी ने आज ट्विटर इंडिया के अधिकारियों से भी बातचीत की।   मेनका ने कहा, ‘‘इंटरनेट पर कोई निगरानी जैसा कुछ नहीं होगा। संबंधित इकाई केवल प्रभावित महिलाओं द्वारा ईमेल के जरिए की गई शिकायतों पर कार्रवाई करेगी। हम केवल उस समय कार्रवाई करेंगे जब हमें गाली गलौज वाले व्यवहार, प्रताड़ना, नफरत भरे आचरण के बारे में शिकायत मिलेगी।’’ मंत्री ने ट्विटर इंडिया की पब्लिक पालिसी प्रमुख महिमा कौल से भी मुलाकात की जिस दौरान यह फैसला किया गया कि सोशल नेटवर्क साइट एक ‘‘पूर्ण रूप से इसी कार्य के लिए समर्पित व्यक्ति की तैनाती करेगी जिससे मंत्रालय ट्विटर पर ट्रौलिंग की शिकायतों पर सीधे बात कर सके ।’’ एक सूत्र ने यह जानकारी दी।   मेनका गांधी अगले सप्ताह फेसबुक के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात करेंगी। इससे पूर्व साइबर अपराध विभाग और मंत्रालय के अधिकारियों के बीच भी बातचीत हुई थी। मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘मंत्रालय को मिलने वाली गंभीर किस्म की शिकायतों को कार्रवाई के लिए ट्विटर को भेजा जाएगा।’’टिप्पणियां आनलाइन प्रताड़ना से महिलाओं की सुरक्षा की मेनका की इस पहल पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने उस समय कड़ी आपत्ति जताई थी जब आयोग से आनलाइन प्रताड़ना के मामलों की निगरानी करने को कहा गया था। उन्होंने पीटीआई को बताया था, ‘‘आप इंटरनेट की निगरानी नहीं कर सकते। यह एक खुली जगह है। यह एक आकाशगंगा की तरह है जहां अरबों ट्विटर एकाउंट हैं और कोई भी संगठन ट्विटर पर नजर नहीं रख सकता। किसी के लिए भी यह कहना संभव नहीं है कि हम हर किसी के ट्वीट पर नजर रख रहे हैं।’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आनलाइन प्रताड़ना से महिलाओं की सुरक्षा की मेनका की इस पहल पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने उस समय कड़ी आपत्ति जताई थी जब आयोग से आनलाइन प्रताड़ना के मामलों की निगरानी करने को कहा गया था। उन्होंने पीटीआई को बताया था, ‘‘आप इंटरनेट की निगरानी नहीं कर सकते। यह एक खुली जगह है। यह एक आकाशगंगा की तरह है जहां अरबों ट्विटर एकाउंट हैं और कोई भी संगठन ट्विटर पर नजर नहीं रख सकता। किसी के लिए भी यह कहना संभव नहीं है कि हम हर किसी के ट्वीट पर नजर रख रहे हैं।’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: केवल प्रभावित महिलाओं द्वारा ईमेल के जरिए की गई शिकायतों पर कार्रवाई अगले सप्ताह फेसबुक के अधिकारियों से मुलाकात करेंगी मेनका गंभीर किस्म की शिकायतें कार्रवाई के लिए ट्विटर को भेजी जाएंगी
2
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नागरिकता (संशोधन) कानून (Citizenship Act) के खिलाफ देशव्यापी विरोध के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को यह जानना चाहा कि जब देश आर्थिक मंदी और बेरोजगारी जैसे समस्याओं का सामना कर रहा है, तब यह नया कानून लाने की क्या जरूरत थी. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि छात्र देश भर में इस संशोधित कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्र को उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह संशोधित कानून खतरनाक है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसका विरोध किया था और संसद में इसके खिलाफ मतदान किया था ... मैं पूछना चाहता हूं कि इस समय इसे लाने की क्या जरूरत थी, जब देश में कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे सामने हैं.'' इससे पहले जामिया मिल्लिया में नागरिकता संशोधन के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में  छात्र और पुलिस में झड़प की घटनाओं पर उन्होंने चिंता जताई थी. उन्होंने ट्वीट कर इस मामले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के लिए समय की मांग की थी.  बता दें दिल्ली में रविवार को नागरिकता कानून को लेकर जामिया के छात्रों और पुलिस वालों के बीच जमकर झड़प हुई. इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले बरसाए. कई छात्र घायल हुए हैं. पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं हैं. फिलहाल बवाल को देखते हुए जामिया मिल्लिया इस्लामिया और उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. सभी छात्रों को घर भेज दिया गया है.
सारांश: कहा- केंद्र को करना चाहिए विचार दिल्ली में रविवार को छात्रों और पुलिस के बीच हुई जबरदस्त भिड़ंत जामिया में छात्रों के खिलाफ पुलिस ने की बर्बर कार्रवाई
31
['hin']
एक सारांश बनाओ: बीजपी संसद शोभा करनलाजे ने कहा कि अगर हम किसी स्वामी जी को समर्थन दे तो उसमें गलत क्या है. योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं. उमा भारती केंद्रीय मंत्री हैं. कई स्वामी संसद में सांसद हैं. मुझे समझ मे नहीं आ रहा कि कांग्रेस बेतुकी बाते क्यों करती है.टिप्पणियां सिद्धारमैय्या ने भले ही बीजेपी के लिंगयत वोट बैंक में सेंधमारी की हो, लेकिन अबतक न तो कांग्रेस ये अंदाज लगा पाई है कि इससे उनको कितना फायदा होगा कि नहीं लेकिन बीजेपी को ये पता चल गया है कि नुक़सान कितना बड़ा है. ऐसे में दोनों ही पार्टियां अलग-अलग हतकण्डे अपना रही है.   सिद्धारमैय्या ने भले ही बीजेपी के लिंगयत वोट बैंक में सेंधमारी की हो, लेकिन अबतक न तो कांग्रेस ये अंदाज लगा पाई है कि इससे उनको कितना फायदा होगा कि नहीं लेकिन बीजेपी को ये पता चल गया है कि नुक़सान कितना बड़ा है. ऐसे में दोनों ही पार्टियां अलग-अलग हतकण्डे अपना रही है.
संक्षिप्त पाठ: चुनाव में इस बार कुछ संत भी अपनी किस्मत आजमाने वाले हैं कम से कम आधा दर्जन संत चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं सिद्धारमैय्या ने बीजेपी के लिंगयत वोट बैंक में सेंधमारी की
30
['hin']
एक सारांश बनाओ: ऑस्ट्रेलिया में कार्यरत पंजाब के पटियाला जिले के राजपुरा के रहने वाले एक व्यक्ति की मेलबर्न स्थित उसके घर में हत्या हो गई। यहां रह रहे परिजनों को शुक्रवार को यह जानकारी मिली है। लखविंदर सिंह 2007 में अपनी पत्नी के साथ आस्ट्रेलिया चला गया था। पिछले दो माह से वह विक्टोरिया प्रांत के मेलबर्न में रह रहा था। इससे पहले वह क्वींसलैंड के ब्रिसबेन में रहता था। उसके भाई कुलविंदर सिंह ने बताया, "हमें कल (शुक्रवार) हमारे एक रिश्तेदार ने फोन पर बताया कि लखविंदर की मौत हो गई है। यह हमारे लिए दुखद खबर थी। हमें घटना की विस्तृत जानकारी नहीं है।" मेलबर्न पुलिस के मुताबिक अज्ञात हमलावर लखविंदर के घर में जबरन घुस आए और इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। लगभग 30 वर्षीय लखविंदर मेलबर्न के निकट एक फार्म में बतौर सहायक काम करता था। कुछ ही दिनों में वह भारत लौटने को था। उसकी पत्नी बेअंत कौर इस महीने की शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश लौट आई थी। उसकी गमगीन पत्नी ने यहां कहा, "हम बहुत दुखी हैं। मुझे नहीं पता कि अचानक यह कैसे हो गया। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।" कुलविंदर सिंह ने कहा, "हमने भारत सरकार से अपील की है कि वीजा हासिल करने में वह हमारी मदद करे, ताकि परिवार के सदस्य मेलबर्न जाकर अंत्येष्टि के लिए लखविंदर का शव ला सकें।"
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: ऑस्ट्रेलिया में कार्यरत पंजाब के पटियाला जिले के राजपुरा के रहने वाले एक व्यक्ति की मेलबर्न स्थित उसके घर में हत्या हो गई।
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में हुए रेल हादसे की वजह मानवीय भूल प्रतीत हो रही है। मंगलवार को हुए इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई। यह रेल हादसा तब हुआ, जब मंगलवार रात करीब 9.30 बजे आराकोनम-कटपडी यात्री रेलगाड़ी चित्तेरी स्टेशन के नजदीक सिग्नल मिलने का इंतजार कर रही थी कि तभी चेन्नई बीच-वेल्लोर इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) रेलगाड़ी ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। इस भिड़ंत में आराकोनम के नजदीक आराकोनम-कटपडी रेलगाड़ी की पांच और ईएमयू की तीन बोगियां पटरी से उतर गईं। आराकोनम यहां से 85 किलोमीटर की दूरी पर है। चेन्नई अस्पताल में घायलों से मुलाकात के बाद त्रिवेदी ने संवाददाताओं से कहा कि ईएमयू रेलगाड़ी के चालक ने सिग्नल की अनदेखी की थी और वह रेलगाड़ी बहुत तेज गति में थी, जिसके परिणामस्वरूप यह दुर्घटना हुई। त्रिवेदी ने कहा कि ईएमयू रेलगाड़ी के चालक राजकुमार ने 16 घंटे के ठहराव के बाद रेलगाड़ी चलाई थी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हादसे से पहले चालक रेलगाड़ी के अपने कक्ष से बाहर कूद गया था और वहां से भाग गया। रेल राज्य मंत्री केएच मुनियप्पा व रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चेन्नई पहुंचे त्रिवेदी बुधवार दोपहर दुर्घटनास्थल पर जाएंगे। दक्षिण रेलवे के जनसंचार अधिकारी एम भूपति ने बताया कि बुधवार दोपहर दो बजे तक रेल परिचालन सामान्य होने की उम्मीद है।
संक्षिप्त सारांश: रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में हुए रेल हादसे की वजह मानवीय भूल प्रतीत हो रही है।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. 57 मंत्रियों ने भी उनके साथ ही शपथ ली. अगले दिन अब शुक्रवार की शाम को इस नई कैबिनेट की पहली मीटिंग होगी. कैबिनेट की मीटिंग आज शाम करीब साढ़े पांच बजे से साउथ ब्लॉक में होगी. इसमें संसद का सत्र आहूत करने की संभावित तारीख तय की जा सकती है. हालांकि विभागों की बंटवारे को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जानी है. प्रधानमंत्री आने वाले दिनों में विभिन्न कैबिनेट समितियों जैसे सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति, संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति और राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति पर भी निर्णय लेंगे. 17वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत 6 जून से 15 जून के बीच होने की संभावना है. हालांकि अभी इसकी कोई तय तारीख नहीं घोषित की गई है. अमित शाह ने गुरुवार को पीएम मोदी संग शपथ ग्रहण किया. अब सवाल उठता है कि उनके बाद बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? मीडिया की खबरों की माने तो जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं. फिलहाल यह जानकारी भी आने वाले एक-दो दिनों में साफ हो सकती है.  बता दें, नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ऐतिहासिक जीत के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने पीएम मोदी (PM Modi) को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मंत्रियों की नई टीम ‘‘युवा ऊर्जा एवं प्रशासनिक अनुभव'' का मेल है और हम साथ मिलकर भारत की प्रगति के लिये काम करेंगे. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा,‘आज शपथ लेने वाले सभी को बधाई. यह टीम ऊर्जा से भरे युवाओं और प्रशासनिक अनुभव रखने वालों का मिश्रण है'. उन्होंने कहा कि इसमें ऐसे लोग हैं जो सांसद के रूप में उभर कर आए हैं और ऐसे भी हैं जिनका पहले शानदार पेशेवर कैरियर रहा है. करीब दो घंटे चले शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत के सूत्रधार रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर आकर्षण का केंद्र रहे. खासकर जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल कर और कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को चौंका दिया. जयशंकर भारतीय विदेश सेवा के दूसरे ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Cabinet) ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से पहले अपनी मंत्रिपरिषद को व्यवस्थित रूप देने के लिए BJP अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के साथ कई दौर की वार्ता की. पीएम मोदी के कैबिनेट में इस बार अनुभव के साथ ही युवा शक्ति पर भी जोर दिया गया है. पीएम मोदी और अमित शाह की बैठक के बाद संभावित मंत्रियों को फोन करके पीएम मोदी से मिलने के लिए बुलाया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल से उन 54 कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल हुए जिनकी हत्या पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा के दौरान की गई है. बीजेपी की ओर से तैयार की गई सूची में हर कार्यकर्ता के नाम के साथ बताया है कि उनकी हत्या कहां और कैसे हुई? हालांकि बीजेपी के इसी कदम से नाराज होकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शपथ ग्रहण से आने से इनकार कर दिया था. शपथ ग्रहण समारोह में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सीजेआई रंजन गोगोई, उद्योगपित गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, सुपरस्टार रजनीकांत, कैलाश सत्यार्थी, करण जौहर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी नेता उमा भारती सहित कई दिग्गज शामिल हुए.
सारांश: पीएम मोदी की नई कैबिनेट आज हो सकती है बैठक हो सकते हैं ये अहम फैसले
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े का कहना है कि लोकपाल की मांग के लिए गठित अपनी टीम को भंग करने के बाद अन्ना हजारे नई टीम के गठन की तैयारी में हैं। हजारे ने इस महीने के आखिर में देश के समान सोच वाले लोगों की एक बैठक बुलाई है ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए टीम और रणनीति बनाई जा सके। भंग हो चुकी टीम अन्ना के सदस्य रहे हेगड़े ने बीते सप्ताहांत हजारे से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हजारे ने उन्हें इस योजना के बारे में बताया है।टिप्पणियां हेगड़े ने सोमवार को कहा, ‘‘इस महीने के आखिर में हजारे ने सभी समान सोच वालों की बैठक बुलाई है और वह लोगों से बातचीत करने के बाद रणनीति पर काम करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि इस टीम में भंग हो चुकी टीम अन्ना के लोग भी शामिल होंगे तो हेगड़े ने कहा, ‘‘ऐसा जरूर होना चाहिए। हजारे उन्हें क्यों अलग करेंगे। उन्होंने मुझे यह बताया है। नई टीम का नजरिया अलग हो सकता है।’’ नई टीम का आंदोलन गैर-राजनीतिक होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बैठक में तय किया जाएगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में पहले से ही लोगों की अलग-अलग सोच है।’’ हजारे ने इस महीने के आखिर में देश के समान सोच वाले लोगों की एक बैठक बुलाई है ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए टीम और रणनीति बनाई जा सके। भंग हो चुकी टीम अन्ना के सदस्य रहे हेगड़े ने बीते सप्ताहांत हजारे से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हजारे ने उन्हें इस योजना के बारे में बताया है।टिप्पणियां हेगड़े ने सोमवार को कहा, ‘‘इस महीने के आखिर में हजारे ने सभी समान सोच वालों की बैठक बुलाई है और वह लोगों से बातचीत करने के बाद रणनीति पर काम करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि इस टीम में भंग हो चुकी टीम अन्ना के लोग भी शामिल होंगे तो हेगड़े ने कहा, ‘‘ऐसा जरूर होना चाहिए। हजारे उन्हें क्यों अलग करेंगे। उन्होंने मुझे यह बताया है। नई टीम का नजरिया अलग हो सकता है।’’ नई टीम का आंदोलन गैर-राजनीतिक होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बैठक में तय किया जाएगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में पहले से ही लोगों की अलग-अलग सोच है।’’ भंग हो चुकी टीम अन्ना के सदस्य रहे हेगड़े ने बीते सप्ताहांत हजारे से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हजारे ने उन्हें इस योजना के बारे में बताया है।टिप्पणियां हेगड़े ने सोमवार को कहा, ‘‘इस महीने के आखिर में हजारे ने सभी समान सोच वालों की बैठक बुलाई है और वह लोगों से बातचीत करने के बाद रणनीति पर काम करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि इस टीम में भंग हो चुकी टीम अन्ना के लोग भी शामिल होंगे तो हेगड़े ने कहा, ‘‘ऐसा जरूर होना चाहिए। हजारे उन्हें क्यों अलग करेंगे। उन्होंने मुझे यह बताया है। नई टीम का नजरिया अलग हो सकता है।’’ नई टीम का आंदोलन गैर-राजनीतिक होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बैठक में तय किया जाएगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में पहले से ही लोगों की अलग-अलग सोच है।’’ हेगड़े ने सोमवार को कहा, ‘‘इस महीने के आखिर में हजारे ने सभी समान सोच वालों की बैठक बुलाई है और वह लोगों से बातचीत करने के बाद रणनीति पर काम करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि इस टीम में भंग हो चुकी टीम अन्ना के लोग भी शामिल होंगे तो हेगड़े ने कहा, ‘‘ऐसा जरूर होना चाहिए। हजारे उन्हें क्यों अलग करेंगे। उन्होंने मुझे यह बताया है। नई टीम का नजरिया अलग हो सकता है।’’ नई टीम का आंदोलन गैर-राजनीतिक होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बैठक में तय किया जाएगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में पहले से ही लोगों की अलग-अलग सोच है।’’ नई टीम का आंदोलन गैर-राजनीतिक होगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बैठक में तय किया जाएगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में पहले से ही लोगों की अलग-अलग सोच है।’’
कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े का कहना है कि लोकपाल की मांग के लिए गठित अपनी टीम को भंग करने के बाद अन्ना हजारे नई टीम के गठन की तैयारी में हैं।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मुंबई के ठाणे में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। बोइसर में चित्रालय सिनेमा हॉल में लगी भोजपुरी फिल्म के विरोध में इन कार्यकर्ताओं ने तोड़-फोड़ की। बताया जा रहा है कि फिल्म का शीर्षक 'एक बिहारी सब पर भारी' है जिससे एमएनएस कार्यकर्ता नाराज थे।टिप्पणियां आपको बता दें कि एक एमएनएस पदाधिकारी अपनी पत्नी के नाम पर भोजपुरी फिल्में बनाता है और इसे अपनी आय स्रोत बना रखा है। गौरतलब है कि मुंबई के आजाद मैदान में हुई हिंसा और अमर जवान स्मारक को नुकसान पहुंचाने वाला एक युवक बिहार से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद राज ठाकरे ने एक बार बिहार से आए लोगों पर हमला बोला है। इस बार शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी राज ठाकरे की बात का समर्थन किया है। आपको बता दें कि एक एमएनएस पदाधिकारी अपनी पत्नी के नाम पर भोजपुरी फिल्में बनाता है और इसे अपनी आय स्रोत बना रखा है। गौरतलब है कि मुंबई के आजाद मैदान में हुई हिंसा और अमर जवान स्मारक को नुकसान पहुंचाने वाला एक युवक बिहार से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद राज ठाकरे ने एक बार बिहार से आए लोगों पर हमला बोला है। इस बार शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी राज ठाकरे की बात का समर्थन किया है। गौरतलब है कि मुंबई के आजाद मैदान में हुई हिंसा और अमर जवान स्मारक को नुकसान पहुंचाने वाला एक युवक बिहार से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद राज ठाकरे ने एक बार बिहार से आए लोगों पर हमला बोला है। इस बार शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी राज ठाकरे की बात का समर्थन किया है।
संक्षिप्त सारांश: मुंबई के ठाणे में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया है। बोइसर में चित्रालय सिनेमा हॉल में लगी भोजपुरी फिल्म के विरोध में इन कार्यकर्ताओं ने तोड़-फोड़ की।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर ने 14 फरवरी को हुए हमले के बाद घाटी की दो दिवसीय यात्रा के बाद कहा, ‘हमने कश्मीर में हमारे काफिले की आवाजाही में नए नियम जोड़ने का निर्णय किया है. यातायात नियंत्रण के अलावा काफिले के गुजरने के समय, उनके रुकने के स्थानों पर तथा सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस सहित सुरक्षा बलों के साथ समन्यवय में आवागमन में बदलाव किया जाएगा.' भटनागर ने कहा कि पुलवामा में लाटूमोड में हमले के बाद दो काफिलों को गुजारा गया और इन नए कदमों का परीक्षण किया जा रहा है और इन्हें मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपीएस) के तहत लागू किया जा रहा है. भीषण हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी का दौरा करने के बाद कहा था कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के काफिले के गुजरने के वक्त नागरिक वाहनों की आवाजाही रोकने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘हम बारीकियों पर नहीं जाएगें लेकिन हम रणनीति बना रहे है. यह कुछ ऐसा है जिसे हम पहले भी कर चुके हैं और यह गतिशील है.' भटनागर ने कहा, ‘एक आत्मघाती हमलावर हमारे वाहन के नजदीक आता है और विस्फोटकों से उड़ा देता है, इस नए खतरे को देखते हुए रणनीतियों पर काम किया जा रहा है.'
संक्षिप्त पाठ: हमले में 40 से ज्यादा जवान हो गए शहीद सीआरपीएफ के काफिले पर किया गया था हमला पूर्व रॉ चीफ बोले- किसी एक का काम नहीं
22
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मैल्कम वालेर की नाबाद 99 रन की बेहतरीन पारी से जिम्बाब्वे ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूजीलैंड के पहाड़ जैसे लक्ष्य को लांघकर एक गेंद शेष रहते हुए एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर जब कप्तान रोस टेलर के 119 रन और केन विलियसन के नाबाद 100 रन की बदौलत पांच विकेट पर 328 रन का स्कोर खड़ा किया तो लग रहा था कि वह श्रृंखला में क्लीन स्वीप करने में सफल रहेगा। लेकिन जिम्बाब्वे के इरादे कुछ और ही थे। पिछले दो मैच में कप्तान ब्रेंडन टेलर के शतक के बावजूद हार झेलने वाले जिम्बाब्वे ने 49.5 ओवर में नौ विकेट पर 329 रन बना डाले। टेलर ने फिर 75 रन की शानदार पारी खेली जबकि तातैंड तायबू ने 53 और हैमिल्टन मास्कादजा ने 36 रन का योगदान दिया लेकिन वह वालेर और एल्टन चिगुंबुरा (47) थे जिन्होंने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। जिम्बाब्वे के पांच विकेट 183 रन पर निकल चुके थे। वालेर और चिगुंबुरा ने यहीं से छठे विकेट के लिए 112 रन की साझेदारी करके टेलर और विलियम्सन के बीच 195 रन की साझेदारी को गौण साबित कर दिया। वालेर आखिर तक क्रीज पर डटे रहे। वह अपने पहला एकदिवसीय शतक तो नहीं जमा पाए लेकिन विजयी रन उन्होंने ही बनाया। वालेर ने अपनी पारी में 74 गेंद खेली तथा दस चौके और एक छक्का लगाया। न्यूजीलैंड ने इस तरह से तीन मैच की श्रृंखला 2-1 से जीती।
यह एक सारांश है: जिम्बाब्वे ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में न्यूजीलैंड के पहाड़ जैसे लक्ष्य को लांघकर एक गेंद शेष रहते हुए एक विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की।
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मेघालय और असम के सीमावर्ती इलाकों में दो जनजातीय समुदायों के बीच फिर से हिंसा भड़कने से दो लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात को मेघालय के हिसा प्रभावित क्षेत्रों में कई मकानों और आपूर्ति के लिए जा रहे ट्रकों को आग के हवाले कर दिया गया। केंद्र सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव शम्बू सिंह को स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित इलाकों में भेजा है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए दोनों राज्यों की सीमाओं पर सेना को तैनात कर दिया गया है। मेघालय के गृहमंत्री एचडीआर लिंगदोह ने बताया, "मेघालय-असम सीमा पर रविवार रात की हिंसा के बाद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।" उन्होंने बताया कि मेघालय के रेसूब्लीपारा इलाके में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। उल्लेखनीय है कि रविवार रात की हिंसा में दो लोगों के मारे जाने के बाद अब तक हिंसा में मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंच गई है। गारो और राभा जनजातीय समुदायों के बीच हिसा की वजह से दोनों राज्योंे में करीब 300 मकानों को आग लगा दी गई और लगभग 40,000 लोग विस्थापित हुए हैं। उधर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने रविवार को राभा सुरक्षा बल (आरएसएफ) के चार विद्रोहियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 12 बोर की एक राइफल, देसी पिस्तौल, खुखरी, तीर-धुनष के अलावा मोबाइल फोन और देसी बम बरामद किये गए। उनके पासे 300 मिलीलीटर किरोसिन तेल भी बरामद किया गया। पुलिस के मुताबिक चारों विद्रोहियों की पहचान काशीराम राभा, गंगाधर राभा, धनंजय राभा और अनीराज राभा के तौर पर की गई है। सभी असम के अगिया गांव के रहने वाले हैं और वे मेघालय के गारो समुदाय वाले गांवों में हमले की साजिश रच रहे थे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मेघालय और असम के सीमावर्ती इलाकों में दो जनजातीय समुदायों के बीच फिर से हिंसा भड़कने से दो लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए।
3
['hin']
एक सारांश बनाओ: रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी डिग्री की मदद से पासपोर्ट हासिल करने के मामले में सीबीआई ने उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि पहला मामला फर्जी डिग्री बनाने के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत दर्ज किया गया है। जबकि दूसरा मामला भारतीय पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12 के तहत दर्ज किया गया है। बालाकृष्ण के खिलाफ यह मामला संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के उनके नामांकन संबंधी मामले को खारिज किए जाने के बाद किया गया है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव रजनीश शुक्ला ने बताया कि एजेंसी दस्तावेजों की जांच के बाद इस नतीजे पर पहुंची है। उन्होंने बताया कि बालकृष्ण ने जिन प्रमाणपत्रों को पेश किया उनमें दायर नामांकन नंबर किसी दूसरे छात्र का है। रजनीश ने कहा कि बालकृष्ण की वर्ष 1991 की उच्च विद्यालय की पूर्व मध्यमा डिग्री और वर्ष 1996 की संस्कृत डिग्री शास्त्री विश्वविद्यालय में दर्ज नहीं है।
बालकृष्ण के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी डिग्री की मदद से पासपोर्ट हासिल करने के मामले में सीबीआई ने उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए।
26
['hin']
एक सारांश बनाओ: उच्चतम न्यायालय ने 500 और एक हजार रुपये के करेंसी नोटों के विमुद्रीकरण के आठ नवंबर के अपने फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय को छोड़कर विभिन्न उच्च न्यायालयों और अन्य अदालतों में दायर मामलों की सुनवाई पर स्थगन लगाने की केन्द्र की ताजा याचिका पर कल सुनवाई करने पर आज सहमति दे दी. न्यायमूर्ति एआर दवे और न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की पीठ ने केन्द्र की तरफ से पेश एटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी की दलील पर सहमति जता दी कि शीर्ष न्यायालय को छोड़कर विभिन्न अदालतों में कार्रवाई से बहुत भ्रम पैदा होगा. पीठ ने 15 नवंबर को विमुद्रीकरण की सरकार की अधिसूचना पर स्थगन लगाने से इनकार कर दिया लेकिन सरकार से कहा कि वह आमजन की तकलीफों को कम करने के कदम बताए. उच्चतम न्यायालय में दायर चार जनहित याचिकाओं में से दो दिल्ली आधारित वकीलों विवेक नारायण शर्मा और संगम लाल पांडेय ने दायर की हैं जबकि एस मुथुकुमार और आदिल अलवी ने एक-एक याचिका दायर की है. टिप्पणियां याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि अचानक किए गए फैसले से अव्यवस्था पैदा हो गई है और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की अधिसूचना या तो निरस्त की जाए या कुछ समय के लिए टाली जाए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यायमूर्ति एआर दवे और न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की पीठ ने केन्द्र की तरफ से पेश एटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी की दलील पर सहमति जता दी कि शीर्ष न्यायालय को छोड़कर विभिन्न अदालतों में कार्रवाई से बहुत भ्रम पैदा होगा. पीठ ने 15 नवंबर को विमुद्रीकरण की सरकार की अधिसूचना पर स्थगन लगाने से इनकार कर दिया लेकिन सरकार से कहा कि वह आमजन की तकलीफों को कम करने के कदम बताए. उच्चतम न्यायालय में दायर चार जनहित याचिकाओं में से दो दिल्ली आधारित वकीलों विवेक नारायण शर्मा और संगम लाल पांडेय ने दायर की हैं जबकि एस मुथुकुमार और आदिल अलवी ने एक-एक याचिका दायर की है. टिप्पणियां याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि अचानक किए गए फैसले से अव्यवस्था पैदा हो गई है और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की अधिसूचना या तो निरस्त की जाए या कुछ समय के लिए टाली जाए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पीठ ने 15 नवंबर को विमुद्रीकरण की सरकार की अधिसूचना पर स्थगन लगाने से इनकार कर दिया लेकिन सरकार से कहा कि वह आमजन की तकलीफों को कम करने के कदम बताए. उच्चतम न्यायालय में दायर चार जनहित याचिकाओं में से दो दिल्ली आधारित वकीलों विवेक नारायण शर्मा और संगम लाल पांडेय ने दायर की हैं जबकि एस मुथुकुमार और आदिल अलवी ने एक-एक याचिका दायर की है. टिप्पणियां याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि अचानक किए गए फैसले से अव्यवस्था पैदा हो गई है और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की अधिसूचना या तो निरस्त की जाए या कुछ समय के लिए टाली जाए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उच्चतम न्यायालय में दायर चार जनहित याचिकाओं में से दो दिल्ली आधारित वकीलों विवेक नारायण शर्मा और संगम लाल पांडेय ने दायर की हैं जबकि एस मुथुकुमार और आदिल अलवी ने एक-एक याचिका दायर की है. टिप्पणियां याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि अचानक किए गए फैसले से अव्यवस्था पैदा हो गई है और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की अधिसूचना या तो निरस्त की जाए या कुछ समय के लिए टाली जाए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि अचानक किए गए फैसले से अव्यवस्था पैदा हो गई है और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की है कि वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की अधिसूचना या तो निरस्त की जाए या कुछ समय के लिए टाली जाए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: सुप्रीम कोर्ट स्थगन लगाने की केन्द्र की याचिका पर कल सुनवाई को सहमत कोर्ट ने सरकार से आमजन की तकलीफे कम करने के कदमों के बारे में पूछा था केंद्र के खिलाफ दाखिल याचिकाओँ में कहा गया अचानक हुए फैसले से अव्यवस्था
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['hin']