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इस पाठ का सारांश बनाओ: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री तथा डीएमके पार्टी के प्रमुख एम. करुणानिधि को गुरुवार की रात अचानक तबीयत बिगड़ने से चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें बीते सप्ताह ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी, लेकिन उनकी फिर से तबीयत खराब हो गई.टिप्पणियां 93 वर्षीय करुणानिधि के बारे में अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि गले तथा फेफड़ों में संक्रमण होने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके करुणानिधि को बीते 1 दिसंबर को अस्पातल में भर्ती कराया गया था. उस समय उन्हें एलर्जी की समस्या थी. एक सप्ताह अस्पताल में इलाज के बाद 7 दिसंबर को उन्हें छुट्टी दी गई थी. उन्हें घर पर आराम करने सलाह दी गई थी. संक्रामण से बचाव के चलते वे काफी दिनों से लोगों से भी नहीं मिल रहे थे.   पार्टी ने कार्यकर्ताओं से अपने नेता को देखने के लिए अस्पताल न जाने की सलाह जारी की है, ताकि उनके उपचार में बाधा उत्पन्न ने हो. 93 वर्षीय करुणानिधि के बारे में अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि गले तथा फेफड़ों में संक्रमण होने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके करुणानिधि को बीते 1 दिसंबर को अस्पातल में भर्ती कराया गया था. उस समय उन्हें एलर्जी की समस्या थी. एक सप्ताह अस्पताल में इलाज के बाद 7 दिसंबर को उन्हें छुट्टी दी गई थी. उन्हें घर पर आराम करने सलाह दी गई थी. संक्रामण से बचाव के चलते वे काफी दिनों से लोगों से भी नहीं मिल रहे थे.   पार्टी ने कार्यकर्ताओं से अपने नेता को देखने के लिए अस्पताल न जाने की सलाह जारी की है, ताकि उनके उपचार में बाधा उत्पन्न ने हो. 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके करुणानिधि को बीते 1 दिसंबर को अस्पातल में भर्ती कराया गया था. उस समय उन्हें एलर्जी की समस्या थी. एक सप्ताह अस्पताल में इलाज के बाद 7 दिसंबर को उन्हें छुट्टी दी गई थी. उन्हें घर पर आराम करने सलाह दी गई थी. संक्रामण से बचाव के चलते वे काफी दिनों से लोगों से भी नहीं मिल रहे थे.   पार्टी ने कार्यकर्ताओं से अपने नेता को देखने के लिए अस्पताल न जाने की सलाह जारी की है, ताकि उनके उपचार में बाधा उत्पन्न ने हो.
यहाँ एक सारांश है:पिछले हफ्ते ही छुट्टी मिली थी अस्पताल से 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके हैं करुणानिधि गले और फेफड़े में संक्रमण होने की शिकायत
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['hin']
एक सारांश बनाओ: विपक्षी दलों के साथ ही अब बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी यूरोपीय संघ के सांसदों के कश्मीर दौरे को लेकर सवाल उठाए हैं. शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि कश्मीर देश का आंतरिक मामला, अंतरराष्ट्रीय नहीं. सबकुछ ठीक है तो यूरोपीय दल को लाने का क्या मक़सद? संपादकीय में लिखा है, 'इस दौरे से अब विरोधियों को बेकार शक का मुद्दा मिलेगा. नेहरू कश्मीर मसले को यूएन ले गए, ये आज भी बहस का मुद्दा. कश्मीर मसले पर यूएन का दख़ल आपको मंज़ूर नहीं है. फिर यूरोपीय समुदाय की फ़ौजदारी की आवश्यकता कैसे मंज़ूर? ये देश की सार्वभौमिकता और आज़ादी पर हमला नहीं है क्या?' साथ ही लिखा है, 'कश्मीर में आज भी नेताओं के प्रवेश पर पाबंदी. फिर गृह मंत्री बताएं कि यूरोपीय दल यहां क्या करने वाला है?' यूरोपीय संघ (ईयू) के सांसदों को कश्मीर जाने देने और भारतीय सांसदों को अनुमति न देने को लेकर कांग्रेस और वाम सहित विपक्षी दलों ने भी मंगलवार को केंद्र सरकार की निन्दा की. वहीं, भाजपा ने कदम का बचाव करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को कश्मीर जाने से किसी ने नहीं रोका है. कांग्रेस ने ईयू सांसदों को कश्मीर दौरे की अनुमति देने पर सरकार पर अपना हमला तेज कर दिया और इसे ‘राष्ट्रीय शर्मिंदगी' करार देते हुए जवाबदेही की मांग की. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसे ‘पीआर स्टंट' करार दिया और माकपा ने इसे संसद तथा इसकी संप्रभुता का ‘अपमान' करार दिया. वहीं, भाकपा के एक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें भी जम्मू कश्मीर जाने देने की अनुमति दी जाए क्योंकि विदेशी प्रतिनिधियों के स्वागत में ‘‘लाल कालीन'' बिछाया गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भाजपा का राष्ट्रवाद अजीब है. वह यूरोपीय सांसदों को दौरा करने और कश्मीर में हस्तक्षेप करने की अनुमति देती है, जबकि भारतीय सांसदों को हवाईअड्डे से लौटा दिया जाता है. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ट प्रवक्ता आनंद शर्मा ने सरकार द्वारा विदेशी सांसदों को कश्मीर जाने की अनुमति देने को ‘‘राष्ट्रीय शर्मिंदगी'' बताया और कहा कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सरकार को यूरोपीय सांसदों को अनुमति देने से पहले विपक्ष के सांसदों को जम्मू कश्मीर जाने देने की अनुमति देनी चाहिए थी. कांग्रेस के एक अन्य महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हालांकि उन्हें यूरोपीय सांसदों के कश्मीर जाने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार द्वारा भारतीय सांसदों को कश्मीर न जाने देने का वह विरोध करते हैं. भाकपा नेता बिनय विश्वम ने मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि उन्हें जम्मू कश्मीर जाने की इजाजत दी जाए क्योंकि एक विदेशी प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्र में ‘‘लाल कालीन'' बिछाकर प्रवेश दिया गया है. माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि भारतीय सांसदों और राष्ट्रीय दलों के नेताओं को जम्मू कश्मीर न जाने देना, जबकि विदेशी प्रतिनिधिमंडल को इसकी अनुमति देना भारतीय संसद और इसकी संप्रभुता का ‘अपमान' है. वहीं, भाजपा ने कदम का बचाव करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को कश्मीर जाने से किसी ने नहीं रोका है.
सारांश: शिवसेना ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना पूछा- यूरोपीय दल यहां क्या करने वाला है? 'अब विरोधियों को बेकार शक का मुद्दा मिलेगा'
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: यूनिस खान और उमर अकमल के अर्धशतकों की मदद से पाकिस्तान ने दूसरे और अंतिम एकदिवसीय क्रिकेट मैच में यहां स्टोरमोंट में आयरलैंड को पांच विकेट से हराकर श्रृंखला 2-0 से जीत ली। आयरलैंड ने पाकिस्तान को 239 रन का लक्ष्य दिया था जो उसने यूनिस की 64 और उमर की नाबाद 60 रन की पारी की बदौलत आठ गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे पाकिस्तान की शुरूआत खराब रही और उसने दूसरे ओवर में ही मोहम्मद हफीज (00) का विकेट गंवा दिया। सलामी बल्लेबाज तौफीक उमर ने इसके बाद पहला वनडे खेल रहे अजहर अली के साथ दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़कर पारी को संवारा। यूनिस ने इसके बाद 74 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 64 रन की निर्णायक पारी खेली। उन्होंने कप्तान मिस्बाह उल हक के साथ चौथे विकेट के लिए 68 जबकि उमर के साथ पांचवें विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी की। आयरलैंड की ओर से बायड रैनकिन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए नौ ओवर में 29 रन देकर एक विकेट चटकाया। उन्होंने अजहर अली को पवेलियन भेजा।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: आयरलैंड ने पाकिस्तान को 239 रन का लक्ष्य दिया था जो उसने यूनिस की 64 और उमर की नाबाद 60 रन की पारी की बदौलत आठ गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
11
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विस्कोन्सिन स्थित गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना को पुलिस प्रशासन ने ‘घरेलू आतंकवाद’ की कार्रवाई बताया है। इस गोलीबारी में हमलावर सहित सात लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। ओक क्रीक के पुलिस प्रमुख जॉन एडवर्डस ने गुरुद्वारे के बाहर कहा कि पुलिस इस घटना को घरेलू आतंकवाद की कार्रवाई के तौर पर देख रही है। उन्होंने कहा कि घरेलू आतंकवाद वह है जब कोई अमेरिका में ही आतंकवाद फैलाता है। उन्होंने कहा कि संघीय जांच ब्यूरो आपराधिक जांच करेगा।टिप्पणियां विस्कोन्सिन के मिल्वाउकी स्थित गुरुद्वारे में एकत्र श्रद्धालुओं पर एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गई गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई। बंदूकधरी ने एक पुलिस अधिकारी पर भी गोली चलाई जिसने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस अधिकारी की गोली बंदूकधारी को लगी जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया। करीब छह घंटे की तलाशी और बचाव कार्य के बाद गुरुद्वारे की सफाई हुई और लोगों को इमारत से बाहर कर दिया गया। ओक क्रीक के पुलिस प्रमुख जॉन एडवर्डस ने गुरुद्वारे के बाहर कहा कि पुलिस इस घटना को घरेलू आतंकवाद की कार्रवाई के तौर पर देख रही है। उन्होंने कहा कि घरेलू आतंकवाद वह है जब कोई अमेरिका में ही आतंकवाद फैलाता है। उन्होंने कहा कि संघीय जांच ब्यूरो आपराधिक जांच करेगा।टिप्पणियां विस्कोन्सिन के मिल्वाउकी स्थित गुरुद्वारे में एकत्र श्रद्धालुओं पर एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गई गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई। बंदूकधरी ने एक पुलिस अधिकारी पर भी गोली चलाई जिसने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस अधिकारी की गोली बंदूकधारी को लगी जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया। करीब छह घंटे की तलाशी और बचाव कार्य के बाद गुरुद्वारे की सफाई हुई और लोगों को इमारत से बाहर कर दिया गया। विस्कोन्सिन के मिल्वाउकी स्थित गुरुद्वारे में एकत्र श्रद्धालुओं पर एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गई गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई। बंदूकधरी ने एक पुलिस अधिकारी पर भी गोली चलाई जिसने जवाबी कार्रवाई की। पुलिस अधिकारी की गोली बंदूकधारी को लगी जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया। करीब छह घंटे की तलाशी और बचाव कार्य के बाद गुरुद्वारे की सफाई हुई और लोगों को इमारत से बाहर कर दिया गया। करीब छह घंटे की तलाशी और बचाव कार्य के बाद गुरुद्वारे की सफाई हुई और लोगों को इमारत से बाहर कर दिया गया।
यहाँ एक सारांश है:विस्कोन्सिन स्थित गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना को पुलिस प्रशासन ने ‘घरेलू आतंकवाद’ की कार्रवाई बताया है। इस गोलीबारी में हमलावर सहित सात लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण में चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को क्लीनचिट दिए जाने के बाद पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद में आरोप लगाया है कि बीसीसीआई में शामिल राजनीतिज्ञ इसे आईओए बनाने पर तुल गए हैं। पूर्व न्यायधीश टी जयराम चौटा और आर बालासुब्रहमण्यम की दो सदस्यीय पैनल ने बीसीसीआई कार्यकारिणी को कल अपनी रिपोर्ट सौंप दी जिसमें मय्यप्पन और कुंद्रा को निर्दोष करार दिया गया। इससे एन श्रीनिवासन की बीसीसीआई में वापसी तय हो गयी है। भारत की 1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे आजाद ने कहा, ‘‘मैं डालमिया या श्रीनिवासन को दोष नहीं देता बल्कि पक्ष विपक्ष के उन राजनेताओं पर आरोप लगा रहा हूं कि वे बीसीसीआई को भारतीय ओलिंपिक संघ बनाने पर तुल गए हैं। राजनीतिज्ञों के दखल के कारण आईओए का जो हश्र हुआ, वह अब बीसीसीआई का होता दिख रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस ने कहा है कि अभी मामले की जांच पूरी नहीं हुई। दिल्ली पुलिस भी जांच कर रही है और बीसीसीआई ने खुद अपनी जांच बिठाकर क्लीन चिट भी दे डाली। क्या ये लोग देश के संविधान और कानून से उपर हैं?’’ उन्होंने कहा कि अब सरकार को दखल देकर बीसीसीआई को हर हाल में आरटीआई के अधीन लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व खेलमंत्री अजय माकन जब खेल विधेयक लाये तो कैबिनेट में शामिल नेताओं ने अपने स्वार्थों के चलते उसका विरोध किया। अगर बीसीसीआई दावा करता है कि वह अपने खातों का ऑडिट कराता है तो आरटीआई के अधीन क्यो नहीं आता।’’टिप्पणियां आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ पूर्व न्यायधीश टी जयराम चौटा और आर बालासुब्रहमण्यम की दो सदस्यीय पैनल ने बीसीसीआई कार्यकारिणी को कल अपनी रिपोर्ट सौंप दी जिसमें मय्यप्पन और कुंद्रा को निर्दोष करार दिया गया। इससे एन श्रीनिवासन की बीसीसीआई में वापसी तय हो गयी है। भारत की 1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे आजाद ने कहा, ‘‘मैं डालमिया या श्रीनिवासन को दोष नहीं देता बल्कि पक्ष विपक्ष के उन राजनेताओं पर आरोप लगा रहा हूं कि वे बीसीसीआई को भारतीय ओलिंपिक संघ बनाने पर तुल गए हैं। राजनीतिज्ञों के दखल के कारण आईओए का जो हश्र हुआ, वह अब बीसीसीआई का होता दिख रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस ने कहा है कि अभी मामले की जांच पूरी नहीं हुई। दिल्ली पुलिस भी जांच कर रही है और बीसीसीआई ने खुद अपनी जांच बिठाकर क्लीन चिट भी दे डाली। क्या ये लोग देश के संविधान और कानून से उपर हैं?’’ उन्होंने कहा कि अब सरकार को दखल देकर बीसीसीआई को हर हाल में आरटीआई के अधीन लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व खेलमंत्री अजय माकन जब खेल विधेयक लाये तो कैबिनेट में शामिल नेताओं ने अपने स्वार्थों के चलते उसका विरोध किया। अगर बीसीसीआई दावा करता है कि वह अपने खातों का ऑडिट कराता है तो आरटीआई के अधीन क्यो नहीं आता।’’टिप्पणियां आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ भारत की 1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे आजाद ने कहा, ‘‘मैं डालमिया या श्रीनिवासन को दोष नहीं देता बल्कि पक्ष विपक्ष के उन राजनेताओं पर आरोप लगा रहा हूं कि वे बीसीसीआई को भारतीय ओलिंपिक संघ बनाने पर तुल गए हैं। राजनीतिज्ञों के दखल के कारण आईओए का जो हश्र हुआ, वह अब बीसीसीआई का होता दिख रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस ने कहा है कि अभी मामले की जांच पूरी नहीं हुई। दिल्ली पुलिस भी जांच कर रही है और बीसीसीआई ने खुद अपनी जांच बिठाकर क्लीन चिट भी दे डाली। क्या ये लोग देश के संविधान और कानून से उपर हैं?’’ उन्होंने कहा कि अब सरकार को दखल देकर बीसीसीआई को हर हाल में आरटीआई के अधीन लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व खेलमंत्री अजय माकन जब खेल विधेयक लाये तो कैबिनेट में शामिल नेताओं ने अपने स्वार्थों के चलते उसका विरोध किया। अगर बीसीसीआई दावा करता है कि वह अपने खातों का ऑडिट कराता है तो आरटीआई के अधीन क्यो नहीं आता।’’टिप्पणियां आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस ने कहा है कि अभी मामले की जांच पूरी नहीं हुई। दिल्ली पुलिस भी जांच कर रही है और बीसीसीआई ने खुद अपनी जांच बिठाकर क्लीन चिट भी दे डाली। क्या ये लोग देश के संविधान और कानून से उपर हैं?’’ उन्होंने कहा कि अब सरकार को दखल देकर बीसीसीआई को हर हाल में आरटीआई के अधीन लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व खेलमंत्री अजय माकन जब खेल विधेयक लाये तो कैबिनेट में शामिल नेताओं ने अपने स्वार्थों के चलते उसका विरोध किया। अगर बीसीसीआई दावा करता है कि वह अपने खातों का ऑडिट कराता है तो आरटीआई के अधीन क्यो नहीं आता।’’टिप्पणियां आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ उन्होंने कहा कि अब सरकार को दखल देकर बीसीसीआई को हर हाल में आरटीआई के अधीन लाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व खेलमंत्री अजय माकन जब खेल विधेयक लाये तो कैबिनेट में शामिल नेताओं ने अपने स्वार्थों के चलते उसका विरोध किया। अगर बीसीसीआई दावा करता है कि वह अपने खातों का ऑडिट कराता है तो आरटीआई के अधीन क्यो नहीं आता।’’टिप्पणियां आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ आजाद ने कहा, ‘‘बीसीसीआई की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाना जरूरी है और यह सिर्फ इसे आरटीआई के अधीन लाकर ही लाई जा सकती है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की गाज सिर्फ खिलाड़ियों पर गिरना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी तो इस तरह साफ छूट जाते हैं और सजा बेचारे खिलाड़ियों को मिलती है जबकि खिलाड़ियों के जज्बे और शानदार खेल की वजह से ही भारत में क्रिकेट इस कदर लोकप्रिय है।’’
संक्षिप्त सारांश: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण में चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को क्लीनचिट दिए जाने के बाद पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद में आरोप लगाया है कि बीसीसीआई में शामिल राजनीतिज्ञ इसे आईओए ब
23
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दो शानदार जीत के साथ सीरीज अपने नाम करके आत्मविश्वास से ओत-प्रोत भारतीय टीम गुरुवार से शुरू हो रहे चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के जरिए 3-0 से वेस्टइंडीज का सफाया करना चाहेगी . चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाने वाली भारतीय टीम ने तीसरा टेस्ट 237 रन से जीता था. कप्तान विराट कोहली ने साफ कर दिया कि पांचवें नंबर पर रोहित शर्मा उतरेंगे और वह तीसरे नंबर पर उतरेंगे. शिखर धवन ने पहले टेस्ट में 84 रन बनाने के बाद कोई योगदान नहीं दिया है. देखना यह है कि पिछले मैच से बाहर रहे मुरली विजय की अंतिम एकादश में वापसी होती है या नहीं. बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने पहले ही कहा था कि विजय अंगूठे की चोट से उबर चुका है. उनके खेलने पर चेतेश्वर पुजारा को बाहर रहना पड़ सकता है. गेंदबाजी में भी बदलाव संभव है. सत्र लंबा होने के कारण भारत को 13 और टेस्ट खेलने हैं, लिहाजा ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी का कार्यभार कम करना होगा. उमेश यादव या शरदुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है बशर्ते कोहली का प्रयोग करने का इरादा हो. भारत के लिए सीरीज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रविचंद्रन अश्विन ने किया, जो फिलहाल हरफनमौलाओं की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है. दो शतक और दो बार पांच विकेट ले चुके अश्विन ने 235 रन बनाए हैं और 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने दोनों बार कठिन हालात में रन बनाए और जरूरत के समय विकेट लिए. अश्विन अगर मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार के सबसे प्रबल दावेदार हैं तो मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता, जिन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल बाहर रहने के बाद वापसी की है. तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे. उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मलरेन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया .टिप्पणियां बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाने वाली भारतीय टीम ने तीसरा टेस्ट 237 रन से जीता था. कप्तान विराट कोहली ने साफ कर दिया कि पांचवें नंबर पर रोहित शर्मा उतरेंगे और वह तीसरे नंबर पर उतरेंगे. शिखर धवन ने पहले टेस्ट में 84 रन बनाने के बाद कोई योगदान नहीं दिया है. देखना यह है कि पिछले मैच से बाहर रहे मुरली विजय की अंतिम एकादश में वापसी होती है या नहीं. बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने पहले ही कहा था कि विजय अंगूठे की चोट से उबर चुका है. उनके खेलने पर चेतेश्वर पुजारा को बाहर रहना पड़ सकता है. गेंदबाजी में भी बदलाव संभव है. सत्र लंबा होने के कारण भारत को 13 और टेस्ट खेलने हैं, लिहाजा ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी का कार्यभार कम करना होगा. उमेश यादव या शरदुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है बशर्ते कोहली का प्रयोग करने का इरादा हो. भारत के लिए सीरीज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रविचंद्रन अश्विन ने किया, जो फिलहाल हरफनमौलाओं की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है. दो शतक और दो बार पांच विकेट ले चुके अश्विन ने 235 रन बनाए हैं और 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने दोनों बार कठिन हालात में रन बनाए और जरूरत के समय विकेट लिए. अश्विन अगर मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार के सबसे प्रबल दावेदार हैं तो मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता, जिन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल बाहर रहने के बाद वापसी की है. तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे. उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मलरेन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया .टिप्पणियां बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गेंदबाजी में भी बदलाव संभव है. सत्र लंबा होने के कारण भारत को 13 और टेस्ट खेलने हैं, लिहाजा ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी का कार्यभार कम करना होगा. उमेश यादव या शरदुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है बशर्ते कोहली का प्रयोग करने का इरादा हो. भारत के लिए सीरीज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रविचंद्रन अश्विन ने किया, जो फिलहाल हरफनमौलाओं की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है. दो शतक और दो बार पांच विकेट ले चुके अश्विन ने 235 रन बनाए हैं और 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने दोनों बार कठिन हालात में रन बनाए और जरूरत के समय विकेट लिए. अश्विन अगर मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार के सबसे प्रबल दावेदार हैं तो मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता, जिन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल बाहर रहने के बाद वापसी की है. तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे. उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मलरेन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया .टिप्पणियां बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत के लिए सीरीज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रविचंद्रन अश्विन ने किया, जो फिलहाल हरफनमौलाओं की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है. दो शतक और दो बार पांच विकेट ले चुके अश्विन ने 235 रन बनाए हैं और 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने दोनों बार कठिन हालात में रन बनाए और जरूरत के समय विकेट लिए. अश्विन अगर मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार के सबसे प्रबल दावेदार हैं तो मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता, जिन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल बाहर रहने के बाद वापसी की है. तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे. उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मलरेन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया .टिप्पणियां बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे. उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी टेस्ट बल्लेबाजों मलरेन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया .टिप्पणियां बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (236 रन) ने एक शतक और अर्धशतक बनाया जबकि अजिंक्य रहाणे एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बना चुके हैं. कप्तान कोहली ने 251 रन बनाए, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया दोहरा शतक शामिल है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: 3-0 से इंडीज को हराना चाहेगी विराट ब्रिगेड पहले टेस्‍ट में 84 रन के अलावा धवन का नहीं है बड़ा योगदान गेंदबाजी में शारदुल या उमेश को दिया जा सकता है मौका
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पंजाब के पठानकोट में सेना की वर्दी वाले एक लावारिस बैग मिलने के बाद पंजाब पुलिस और सेना ने तलाशी अभियान शुरू किया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक स्थानीय निवासी ने कल बैग के बारे में पुलिस को सूचना दी जिसके बाद यहां पठानकोट शहर और ममून छावनी में तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारी ने बताया, ‘‘किसी संदिग्ध व्यक्ति की तलाश के लिए हमने सेना के अधिकारियों के साथ यहां एक तलाशी अभियान शुरू किया है.’’ अधिकारी ने बताया, ‘‘यहां डिफेंस रोड के नजदीक एक सूनसान जगह पर गेहूं के आटे की एक बोरी में पांच शर्ट और चार पतलून मिली.’’   वर्ष 2015 में सेना की वर्दी पहने हुये तीन सशस्त्र आतंकवादियों ने एक कार अगवा कर लिया था और गुरुदासपुर जिले के दिनानगर शहर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था.   टिप्पणियां उन्होंने एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोगों की हत्या कर दी थी. बाद ने उन्हें ढेर कर दिया गया था.   (लावारिस मिला बैग) पिछले साल चार आतंकवादी सीमा पार से घुस आये थे और एक एवं दो जनवरी की दरम्यानी रात में पठानकोट एयर बेस पर हमला कर दिया था जिसमें सात सुरक्षाकर्मी मारे गए थे. अधिकारी ने बताया, ‘‘किसी संदिग्ध व्यक्ति की तलाश के लिए हमने सेना के अधिकारियों के साथ यहां एक तलाशी अभियान शुरू किया है.’’ अधिकारी ने बताया, ‘‘यहां डिफेंस रोड के नजदीक एक सूनसान जगह पर गेहूं के आटे की एक बोरी में पांच शर्ट और चार पतलून मिली.’’   वर्ष 2015 में सेना की वर्दी पहने हुये तीन सशस्त्र आतंकवादियों ने एक कार अगवा कर लिया था और गुरुदासपुर जिले के दिनानगर शहर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था.   टिप्पणियां उन्होंने एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोगों की हत्या कर दी थी. बाद ने उन्हें ढेर कर दिया गया था.   (लावारिस मिला बैग) पिछले साल चार आतंकवादी सीमा पार से घुस आये थे और एक एवं दो जनवरी की दरम्यानी रात में पठानकोट एयर बेस पर हमला कर दिया था जिसमें सात सुरक्षाकर्मी मारे गए थे. उन्होंने एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोगों की हत्या कर दी थी. बाद ने उन्हें ढेर कर दिया गया था.   (लावारिस मिला बैग) पिछले साल चार आतंकवादी सीमा पार से घुस आये थे और एक एवं दो जनवरी की दरम्यानी रात में पठानकोट एयर बेस पर हमला कर दिया था जिसमें सात सुरक्षाकर्मी मारे गए थे. पिछले साल चार आतंकवादी सीमा पार से घुस आये थे और एक एवं दो जनवरी की दरम्यानी रात में पठानकोट एयर बेस पर हमला कर दिया था जिसमें सात सुरक्षाकर्मी मारे गए थे.
संक्षिप्त पाठ: पंजाब के पठानकोट में सेना की वर्दी वाला एक लवारिश बैग मिला एक स्थानीय निवासी ने कल बैग के बारे में पुलिस को सूचना दी पठानकोट शहर और ममून छावनी में तलाशी अभियान चलाया गया.
27
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कैट 2019 परीक्षा के लिए जनरल और ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 1900 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस जमा करनी होगी. वहीं SC, ST और PwD कैटेगरी के उम्मीदवारों को 950 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी. रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है. जिसमें क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग शामिल होंगे.    - इच्छुक स्टूडेंट्स सबसे पहले आईआईएम कैट की ऑफिशियल वेबसाइट iimcat.ac.in पर जाएं. - वेबसाइट पर दिए गए New Candidate Registration के लिंक पर क्लिक करें. -  अब अपन नाम, जन्मतिथि, ईमेल, देश और मोबाइल नंबर सबमिट करें. (सबमिट करने के बाद आपके मोबाइल पर यूजर आईडी और पासवर्ड आ जाएगा.) - अब Registered Candidate Login पर क्लिक करें. - अपना यूजर आईडी और पासवर्ड सबमिट कर लॉग इन करें. - अब अपना नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्मतिथि, पता और मांगी गई अन्य जानकारी सबमिट करें. - मांगे गए डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें. - सभी डिटेल्स सबमिट करने के बाद रजिस्ट्रेशन फीस जमा करें. - आखिरी में अपने रजिस्ट्रेशन का प्रिंट ले लें.
यह एक सारांश है: कैट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. स्टूडेंट्स वेबसाइट iimcat.ac.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तारीख 18 सितंबर 2019 है.
16
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की नगर इकाई के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। पार्टी का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद राहुल की मुंबई की यह प्रथम यात्रा है।टिप्पणियां मध्य मुंबई में तिलक भवन स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख माणिकराव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश भी हैं। सभी सांसद, विधायक और कॉरपोरेटर, पदाधिकारी तथा मुंबई की जिला इकाइयों के प्रमुख बैठक में शामिल हो रहे हैं। कृपाशंकर सिंह के इस्तीफे के बाद से मुंबई कांग्रेस इकाई पिछले एक साल से बगैर नेता के है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। पिछले साल स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। मध्य मुंबई में तिलक भवन स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख माणिकराव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश भी हैं। सभी सांसद, विधायक और कॉरपोरेटर, पदाधिकारी तथा मुंबई की जिला इकाइयों के प्रमुख बैठक में शामिल हो रहे हैं। कृपाशंकर सिंह के इस्तीफे के बाद से मुंबई कांग्रेस इकाई पिछले एक साल से बगैर नेता के है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। पिछले साल स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। सभी सांसद, विधायक और कॉरपोरेटर, पदाधिकारी तथा मुंबई की जिला इकाइयों के प्रमुख बैठक में शामिल हो रहे हैं। कृपाशंकर सिंह के इस्तीफे के बाद से मुंबई कांग्रेस इकाई पिछले एक साल से बगैर नेता के है। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। पिछले साल स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की नगर इकाई के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। पार्टी का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद राहुल की मुंबई की यह प्रथम यात्रा है।
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से तेलंगाना मामले पर कहा कि अब तो पुलिस की कार्रवाई पर मजिस्ट्रेट जांच आर्डर हुई है. एनएचआरसी ने भी नोटिस दिया है. उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. पुलिस शार्प शूटर है. पुलिस कस्टडी में थे. जहां तक मेरी राय है मैं एनकाउंटर के खिलाफ हूं. देश में एक न्याय सिस्टम बना हुआ है. उसका सम्मान होना चाहिए. जेल में भी काफी तकलीफ होती है. कांग्रेस के गौरव गगोई ने कहा कि हम लोगों में महिलाओं की पीड़ा का मुद्दा उठाया. सरकार क्या कर रही है, सवाल को उठाया. हमारी उम्मीद थी सरकार की ओर से गृह मंत्री के बजाय महिला कल्याण मंत्री बोलें. केवल राजनीतिक बात की. स्पीकर ने रूलिंग दी संसद की बिज़नेस की बात की. महिला को लेकर जवाब नहीं दिया. लंच के बाद संसद का माहौल बदल गया. केवल विवाद खड़ा किया गया. अधीर को बोलने नहीं दिया गया. उन्नाव का ध्यान भटकाने के लिए सदन स्थगित कर दिया गया.
निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा- जो हुआ अच्छा हुआ, एक संदेश जाएगा ओवैसी ने कहा- देश में एक न्याय सिस्टम है, उसका सम्मान होना चाहिए कांग्रेस के गौरव गगोई ने कहा हमने महिलाओं की पीड़ा का मुद्दा उठाया
26
['hin']
एक सारांश बनाओ: विश्व का अग्रणी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने कहा है कि मजबूत घरेलू मांग तथा अनुकूल आबादी के कारण भारत 2030 तक दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। हालांकि बैंकिंग इकाई ने कहा कि उच्च आर्थिक वृद्धि के लिए सुधार एजेंडा सतत रूप से जारी रहना चाहिए। स्टैंडर्ड चार्टर्ड ग्लोबल र्सिच ने इंडिया इन द सुपर साइकिल में कहा कि भारत की बुनियादी चीजें मजबूत हैं और उसमें 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता हैं, भारत अगले दो दशक में चीन के मुकाबले औसतन तीव्र वृद्धि कर सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के मुताबिक 2010 में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में अमेरिका (14600 अरब डॉलर), चीन (5700 अरब डॉलर) तथा जापान (5400 अरब डॉलर) शामिल हैं। दस शीर्ष देशों में भारत शामिल नहीं हैं। स्टैन चार्ट का कहना है कि 2030 तक भारत 30,300 अरब डॉलर के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। वह चीन (73,500 अरब डॉलर) तथा अमेरिका (38,200 अरब डॉलर) से पीछे होगा। बैंक का कहना है कि भारत के पास जननांकीय लाभ है। उसकी आधी आबादी 25 साल से कम है। साथ ही प्रति व्यक्ति आय बढ़ने से घरलू मांग बढ़ेगी। जिससे अंतत: अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने कहा है कि मजबूत घरेलू मांग तथा अनुकूल आबादी के कारण भारत 2030 तक दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत और ऑस्ट्रेलिया (India Vs Australia) के बीच चौथा वनडे काफी रोमांचक रहा. लेकिन ऑस्ट्रेलिया जीत हासिल करने में कामयाब रहा और 359 रन के टारगेट को आसानी से हासिल कर लिया. लेकिन उस मुकाबले में कई ऐसी घटनाएं हुईं जिसके कारण ट्विटर पर इस मैच की चर्चा हर जगह हो रही है. विराट कोहली (Virat Kohli) का एक रिएक्शन काफी वायरल हो रहा है. जिसमें वो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को हंसते हुए इशारा कर रहे हैं. विराट का रिएक्शन काफी देखा जा रहा है. हमेशा अग्रेसिव मोड में रहने वाले विराट कोहली कूल अंदाज में नजर आए.  चौथे वनडे में 7वां ओवर भुवनेश्वर कुमार डाल रहे थे. पीटर हैंड्सकोंब बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने भुवी की गेंद पर कवर्स पर शॉट खेला. लेकिन बॉल रोहित शर्मा के हाथ में आ गई. लेकिन रोहित ने बॉल की दिशा दूसरे विकेट की तरफ घुमा दी. बॉल सीधे स्टम्प्स पर लगी. विराट कोहली देखकर हंसने लगे और जैसे कंचे की गोली मारते हैं वैसे ही इशारा किया. विराट कोहली इशारे में बताना चाह रहे थे कि उन्होंने एकदम सटीक निशाना लगाया है. सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है.     चौथे डे-नाइट वनडे (IND vs AUS, 4th ODI) मुकाबले में नंबर छह बल्लेबाज और अपने करियर का सिर्फ दूसरा मैच खेल रहे एश्टन टर्नर (84 रन, 43 गेंद, 5 चौके, 6 छक्के) की आतिशी बल्लेबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया (Ind vs Aus) ने भारत को चार विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2-2 की बराबरी कर ली. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने शिखर धवन और रोहित शर्मा की बेहतरीन बल्लेबाजी से कोटे के 50 ओवर में 9 विकेट पर 358 रन बनाए. पैट कमिंस ने 5 विकेट लिए. एश्टन टर्नर (Ashton Turner) को ही मैन ऑफ द मैच चुना गया.
संक्षिप्त पाठ: रोहित शर्मा ने उखाड़े विकेट तो विराट कोहली ने दिया ऐसा रिएक्शन. सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हो गया है. चौथे वनडे में 7वां ओवर भुवनेश्वर कुमार डाल रहे थे.
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आपराधिक रिकार्ड वाले लड़कों के लिए अब धोखाधड़ी करके शादी कर पाना मुश्किल होगा, क्योंकि लड़की पक्ष के लोग सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून का इस्तेमाल करके इस बात का पता लगा रहे हैं कि दूल्हे का नाम इस तरह के किसी मामले में तो नहीं है। पुलिस कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक करीब 400 ऐसे आवेदन मिले हैं, जिनमें लोगों ने लड़की की शादी की बात कहते हुए लड़के का आपराधिक ब्यौरा मांगा है। मेरठ के पुलिस अधीक्षक (शहर) पीपी सिंह ने बताया कि आरटीआई के तहत मिलने वाले आवेदनों का पुलिस लगातार जवाब दे रही है। उन्होंने बताया कि अब तक पुलिस को मिले करीब 400 आवेदनों में से 300 लोगों को इससे संबंधित सूचना भेजी जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से इन आवेदकों की संख्या बढ़ रह रही है, उससे पुलिस का काम काफी बढ़ गया हैं। दरअसल लड़की पक्ष के लोग शादी की बात आगे बढ़ाने से पहले जानना चाहते हैं कि लड़के का कोई आपराधिक इतिहास तो नहीं है।
संक्षिप्त सारांश: मेरठ में लड़की पक्ष के लोग सूचना के अधिकार कानून का इस्तेमाल करके इस बात का पता लगा रहे हैं कि दूल्हे का नाम किसी आपराधिक मामले में तो दर्ज नहीं है।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सीखने-समझने में आ रही दिक्कतों की पहचान करने और छात्रों को उनका शैक्षणिक कौशल सुधारने में मदद करने वाली एक वैश्विक प्रणाली की शुरुआत भारत में हुई है. अंग्रेजी भाषा स्कूल पाठ्यक्रम सामग्री के अग्रणी प्रकाशक मैक्मिलन एजुकेशन ने भारतीय उप-महाद्वीप में आईसीएएस कार्यक्रम की शुरुआत की है. एक स्वतंत्र कौशल आधारित मूल्यांकन परीक्षा आईसीएएस ऑस्ट्रेलिया की यूनिवसर्टिी ऑफ न्यू साउथ वेल्स की पहल है. यह एक ऐसा जरिया है जिससे अभिभावकों और शिक्षकों को अपने छात्रों की काबिलियत के बारे में जानने में मदद मिलेगी. वे इससे छात्रों की तर्क-क्षमता, सोचने की क्षमता और मुश्किलें हल करने की क्षमता के बारे में जान सकते हैं. अभी 20 से ज्यादा देशों में 14,500 स्कूल आईसीएएस में भागीदारी करते हैं और 89 लाख से ज्यादा छात्रों का मूल्यांकन इसके द्वारा किया जाता है. टिप्पणियां मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अंग्रेजी भाषा स्कूल पाठ्यक्रम सामग्री के अग्रणी प्रकाशक मैक्मिलन एजुकेशन ने भारतीय उप-महाद्वीप में आईसीएएस कार्यक्रम की शुरुआत की है. एक स्वतंत्र कौशल आधारित मूल्यांकन परीक्षा आईसीएएस ऑस्ट्रेलिया की यूनिवसर्टिी ऑफ न्यू साउथ वेल्स की पहल है. यह एक ऐसा जरिया है जिससे अभिभावकों और शिक्षकों को अपने छात्रों की काबिलियत के बारे में जानने में मदद मिलेगी. वे इससे छात्रों की तर्क-क्षमता, सोचने की क्षमता और मुश्किलें हल करने की क्षमता के बारे में जान सकते हैं. अभी 20 से ज्यादा देशों में 14,500 स्कूल आईसीएएस में भागीदारी करते हैं और 89 लाख से ज्यादा छात्रों का मूल्यांकन इसके द्वारा किया जाता है. टिप्पणियां मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक स्वतंत्र कौशल आधारित मूल्यांकन परीक्षा आईसीएएस ऑस्ट्रेलिया की यूनिवसर्टिी ऑफ न्यू साउथ वेल्स की पहल है. यह एक ऐसा जरिया है जिससे अभिभावकों और शिक्षकों को अपने छात्रों की काबिलियत के बारे में जानने में मदद मिलेगी. वे इससे छात्रों की तर्क-क्षमता, सोचने की क्षमता और मुश्किलें हल करने की क्षमता के बारे में जान सकते हैं. अभी 20 से ज्यादा देशों में 14,500 स्कूल आईसीएएस में भागीदारी करते हैं और 89 लाख से ज्यादा छात्रों का मूल्यांकन इसके द्वारा किया जाता है. टिप्पणियां मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह एक ऐसा जरिया है जिससे अभिभावकों और शिक्षकों को अपने छात्रों की काबिलियत के बारे में जानने में मदद मिलेगी. वे इससे छात्रों की तर्क-क्षमता, सोचने की क्षमता और मुश्किलें हल करने की क्षमता के बारे में जान सकते हैं. अभी 20 से ज्यादा देशों में 14,500 स्कूल आईसीएएस में भागीदारी करते हैं और 89 लाख से ज्यादा छात्रों का मूल्यांकन इसके द्वारा किया जाता है. टिप्पणियां मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अभी 20 से ज्यादा देशों में 14,500 स्कूल आईसीएएस में भागीदारी करते हैं और 89 लाख से ज्यादा छात्रों का मूल्यांकन इसके द्वारा किया जाता है. टिप्पणियां मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मैक्मिलन एजुकेशन इंडिया के निदेशक यश मेहता ने बताया, विभिन्न शिक्षा बोर्डो में वर्तमान परीक्षाएं स्कूली पाठ्यक्रम पर आधारित हैं. मूल्यांकन से चार स्तरों - छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचार्यो और सरकार- पर हितधारकों को फायदा होगा.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मैक्मिलन एजुकेशन ने भारतीय उप-महाद्वीप में आईसीएएस कार्यक्रम की शुरुआत की स्वतंत्र कौशल आधारित मूल्यांकन परीक्षा है आईसीएएस अभिभावक अपने बच्चों, शिक्षक अपने छात्रों की काबिलियत जान सकेंगे
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रक्षामंत्री एके एंटनी ने वाणिज्य मंत्री के रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि यह एक 'उल्टा' कदम साबित होगा, क्योंकि इससे एक तरफ जहां विदेशी कंपनियों पर निर्भरता बढ़ेगी, वहीं घरेलू रक्षा उद्योग की वृद्धि प्रभावित होगी। एंटनी ने वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को लिखे पत्र में कहा है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा नहीं बढ़ाई जा सकती, क्योंकि देश विदेशी कंपनियों पर निर्भरता का वहन नहीं कर सकता। उन्होंने लिखा है, विदेशी कंपनियों को निर्माण इकाई लगाने की अनुमति देना उल्टा कदम होगा, क्योंकि यह स्वदेशी डिजाइन और विकास के रास्ते में बाधक होगा तथा अत्याधुनिक हथियारों के लिए हमारी निर्भरता दूसरे देशों तथा ओईएम (मूल उपकरण बनाने वाली कंपनियों) पर होगी...। शर्मा ने पिछले महीने एंटनी को पत्र लिखकर रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इसी के जवाब में रक्षामंत्री ने शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, इसीलिए रक्षा मंत्रालय ने सोच-विचारकर यह निर्णय किया है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत ही रहनी चाहिए। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। उनका कहना है कि यह एक 'उल्टा' कदम साबित होगा, क्योंकि इससे एक तरफ जहां विदेशी कंपनियों पर निर्भरता बढ़ेगी, वहीं घरेलू रक्षा उद्योग की वृद्धि प्रभावित होगी। एंटनी ने वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को लिखे पत्र में कहा है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा नहीं बढ़ाई जा सकती, क्योंकि देश विदेशी कंपनियों पर निर्भरता का वहन नहीं कर सकता। उन्होंने लिखा है, विदेशी कंपनियों को निर्माण इकाई लगाने की अनुमति देना उल्टा कदम होगा, क्योंकि यह स्वदेशी डिजाइन और विकास के रास्ते में बाधक होगा तथा अत्याधुनिक हथियारों के लिए हमारी निर्भरता दूसरे देशों तथा ओईएम (मूल उपकरण बनाने वाली कंपनियों) पर होगी...। शर्मा ने पिछले महीने एंटनी को पत्र लिखकर रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इसी के जवाब में रक्षामंत्री ने शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, इसीलिए रक्षा मंत्रालय ने सोच-विचारकर यह निर्णय किया है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत ही रहनी चाहिए। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। उन्होंने लिखा है, विदेशी कंपनियों को निर्माण इकाई लगाने की अनुमति देना उल्टा कदम होगा, क्योंकि यह स्वदेशी डिजाइन और विकास के रास्ते में बाधक होगा तथा अत्याधुनिक हथियारों के लिए हमारी निर्भरता दूसरे देशों तथा ओईएम (मूल उपकरण बनाने वाली कंपनियों) पर होगी...। शर्मा ने पिछले महीने एंटनी को पत्र लिखकर रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इसी के जवाब में रक्षामंत्री ने शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, इसीलिए रक्षा मंत्रालय ने सोच-विचारकर यह निर्णय किया है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत ही रहनी चाहिए। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। शर्मा ने पिछले महीने एंटनी को पत्र लिखकर रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा मौजूदा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया था। इसी के जवाब में रक्षामंत्री ने शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, इसीलिए रक्षा मंत्रालय ने सोच-विचारकर यह निर्णय किया है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत ही रहनी चाहिए। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि जब कभी एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से अधिक करने से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त होने की संभावना बनेगी, सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय कर सकती है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाने के प्रस्ताव के विरोध का कारण बताते हुए एंटनी ने कहा, स्वदेशी तकनीकी पर आधारित शस्त्र प्रणाली का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर इस क्षेत्र में स्वेदशी क्षमता तैयार करने की है। हम अपनी तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए शस्त्र प्रणाली का आयात कर रहे हैं और यह तब तक के लिए जब तक हम खुद अपनी प्रणाली का विकास नहीं कर लेते।टिप्पणियां वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। वाणिज्य मंत्रालय रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाने पर जोर दे रहा है। मंत्रालय ने पूर्व में इस क्षेत्र में 74 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव दिया था। हालांकि इस मामले में रक्षा मंत्रालय के कड़े रुख के कारण इसे अब 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया गया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है। वाणिज्य मंत्री ने कहा था, मैं रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा अगर 74 प्रतिशत संभव नहीं है, तो कम-से-कम 49 प्रतिशत करने का समर्थन कर रहा हूं और मेरा विभाग इसकी सिफारिश करता है। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले के बाद रक्षा मंत्रालय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वदेशी शस्त्र प्रणाली के विकास पर जोर दे रहा है।
यहाँ एक सारांश है:रक्षामंत्री एके एंटनी का कहना है कि यह एक 'उल्टा' कदम साबित होगा, क्योंकि इससे एक तरफ जहां विदेशी कंपनियों पर निर्भरता बढ़ेगी, वहीं घरेलू रक्षा उद्योग की वृद्धि प्रभावित होगी।
12
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के कारण बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि भारत के साथ उनका देश नहीं उकसाने की नीति को लेकर अडिग है। नेता प्रतिपक्ष निसार अली खान के बयान पर हिना रब्बानी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने स्थिति को और आगे नहीं बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।टिप्पणियां निसार अली खान ने कहा था, ‘संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर भारत सरकार के दुष्प्रचार का करार जवाब दिया जाए।’ हिना रब्बानी ने सोमवार रात पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में कहा कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है और सरकार देश की संप्रभुता के सामने खड़ी चुनौतियों को लेकर भ्रम में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के मामले के निवारण के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का इस्तेमाल किया है। नेता प्रतिपक्ष निसार अली खान के बयान पर हिना रब्बानी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने स्थिति को और आगे नहीं बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।टिप्पणियां निसार अली खान ने कहा था, ‘संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर भारत सरकार के दुष्प्रचार का करार जवाब दिया जाए।’ हिना रब्बानी ने सोमवार रात पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में कहा कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है और सरकार देश की संप्रभुता के सामने खड़ी चुनौतियों को लेकर भ्रम में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के मामले के निवारण के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का इस्तेमाल किया है। निसार अली खान ने कहा था, ‘संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर भारत सरकार के दुष्प्रचार का करार जवाब दिया जाए।’ हिना रब्बानी ने सोमवार रात पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में कहा कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है और सरकार देश की संप्रभुता के सामने खड़ी चुनौतियों को लेकर भ्रम में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के मामले के निवारण के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का इस्तेमाल किया है। हिना रब्बानी ने सोमवार रात पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में कहा कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है और सरकार देश की संप्रभुता के सामने खड़ी चुनौतियों को लेकर भ्रम में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के मामले के निवारण के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का इस्तेमाल किया है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के कारण बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि में पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि भारत के साथ उनका देश नहीं उकसाने की नीति को लेकर अडिग है।
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम मंगलवार को चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी में उप्पल स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में साउथ आस्ट्रेलिया रेडबैक्स के खिलाफ पहली जीत की तलाश में उतरेगी। दोनों टीमें अपना पहला मुकाबला हार चुकी है। नाइट राइडर्स को पहले मुकाबले में इंग्लिश काउंटी क्लब समरसेट के हाथों पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी थी जबकि साउथ आस्ट्रेलिया रेडबैक्स की टीम को दक्षिण अफ्रीका की वॉरियर्स टीम ने 50 रनों से मात दी थी। नाइट राइडर्स के लिए अच्छी बात यह है कि उसके नियमित कप्तान गौतम गम्भीर चोट से उबरकर टीम में वापस लौट आ गए हैं। गम्भीर क्वालीफायर मुकाबलों में नहीं खेल सके थे हालांकि समरसेट के खिलाफ वह पहली ही गेंद पर बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए थे। बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद उसके गेंदबाजों का खराब फॉर्म नाइट राइडर्स के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। हरफनमौला जैक्स कैलिस, युसुफ पठान, मनोज तिवारी और मानविंदर बिस्ला अच्छी लय में दिख रहे हैं लेकिन अनुभवी तेज गेंदबाज बेट्र ली, हरफनमौला शाकिब अल हसन, लक्ष्मीपति बालाजी और इकबाल अबदुल्ला विपक्षी बल्लेबाजों पर अपनी छाप छोड़ने में अब तक असफल रहे हैं। ऐसे में नाइट राइडर्स को इस मुकाबले को जीतने के लिए खेल के तीनों विभाग बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। दूसरी ओर, साउथ आस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी वॉरियर्स के खिलाफ ताश की पत्तों की तरह बिखर गई थी। टीम को सलामी बल्लेबाज डेनियल हैरिस मध्यक्रम के बल्लेबाज टॉम कूपर, कैलम फर्ग्युसन से काफी उम्मीदे थीं लेकिन इन बल्लेबाजों ने वॉरियर्स के खिलाफ कप्तान माइकल क्लींगर को निराश किया था। इस मुकाबले में कैमरन बोर्गास, हरफनमौला डेनियल क्रिस्टियन और टिम ल्यूडमैन ने कुछ रन तो जरूर बनाए लेकिन उनकी संक्षिप्त पारी टीम की काम नहीं आ सकी। गेंदबाजी में शॉन टेट पिछले मैच में काफी खर्चीले साबित हुए थे। टेट ने अपने चार ओवर के कोटे में 53 रन लुटाकर एक विकेट हासिल किया था।
संक्षिप्त पाठ: कोलकाता नाइट राइडर्स चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी में रेडबैक्स के खिलाफ पहली जीत की तलाश में उतरेगी।
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अफगानिस्तान में तालिबान हमलावरों द्वारा बुधवार को किए गए दो अलग अलग बम विस्फोटों में छह व्यक्ति मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए। इन हमलों में एक आत्मघाती हमला भी शामिल है। राष्ट्रपति हामिद करजई के कार्यालय ने कहा कि काबुल में संसद भवन के समीप एक इलाके में मोटरसाइकिल पर सवार एक आत्मघाती हमलावर ने गुप्तचर सेवा के कर्मियों को लेकर जा रही मिनी बस के पास स्वयं को विस्फोट कर उड़ा लिया जिसमें चार व्यक्ति मारे गए। गृह मंत्रालय ने कहा कि इस विस्फोट में गुप्तचर सेवा के छह सदस्यों सहित 32 लोग घायल हो गए। मंत्रालय ने हालांकि कहा कि इस विस्फोट में दो व्यक्ति मारे गए जिसमें गुप्तचर सेवा का एक कर्मचारी और एक नागरिक शामिल है। सुबह के समय हुए इस शक्तिशाली बम विस्फोट में दर्जनों घरों के खिड़कियों के शीशे टूट गए। विस्फोट के बाद पुलिस और गुप्तचर अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया। आत्मघाती हमलावर का शव उसकी मोटरसाइकिल के पास पड़ा हुआ था।
अफगानिस्तान में तालिबान हमलावरों द्वारा बुधवार को किए गए दो अलग अलग बम विस्फोटों में छह व्यक्ति मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आरएसएस की सहयोगी स्वदेशी जागरण मंच ने आरोप लगाया कि खुदरा व्यापार क्षेत्र की अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट में 16 अरब डालर के बहुलांश हिस्सेदारी के अधिग्रहण की पहल के साथ भारत में पिछले दरवाजे से प्रवेश का प्रयास कर रही है. स्वदेशी जागरण मंच ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है.  मंच ने प्रधानमंत्री को इस विषय पर पत्र लिखा है और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि समाज के निचले पायदान के लोगों के हितों के साथ देश के कृषि क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.टिप्पणियां स्वदेशी जागरण मंच ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी अधिग्रहित कर ली है. मंच ने आरोप लगाया है कि वॉलमार्ट ई कामर्स मार्ग को अपना कर विदेशी कंपनियों पर मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रवेश की पाबंदी के नियमों को छका रही है. स्वदेशी जागरण मंच ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण को भारतीय बाजार में उसके द्वारा पिछले दरवाजे से प्रवेश का प्रयास बताया है. मंच ने आरोप लगाया है कि इससे छोटे और मझोले कारोबारी और छोटे दुकानदारों पर गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और उनके समक्ष अस्तित्व का संकट खड़ा होगा. मंच ने प्रधानमंत्री को इस विषय पर पत्र लिखा है और उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि समाज के निचले पायदान के लोगों के हितों के साथ देश के कृषि क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.टिप्पणियां स्वदेशी जागरण मंच ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी अधिग्रहित कर ली है. मंच ने आरोप लगाया है कि वॉलमार्ट ई कामर्स मार्ग को अपना कर विदेशी कंपनियों पर मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रवेश की पाबंदी के नियमों को छका रही है. स्वदेशी जागरण मंच ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण को भारतीय बाजार में उसके द्वारा पिछले दरवाजे से प्रवेश का प्रयास बताया है. मंच ने आरोप लगाया है कि इससे छोटे और मझोले कारोबारी और छोटे दुकानदारों पर गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और उनके समक्ष अस्तित्व का संकट खड़ा होगा. स्वदेशी जागरण मंच ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी अधिग्रहित कर ली है. मंच ने आरोप लगाया है कि वॉलमार्ट ई कामर्स मार्ग को अपना कर विदेशी कंपनियों पर मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रवेश की पाबंदी के नियमों को छका रही है. स्वदेशी जागरण मंच ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण को भारतीय बाजार में उसके द्वारा पिछले दरवाजे से प्रवेश का प्रयास बताया है. मंच ने आरोप लगाया है कि इससे छोटे और मझोले कारोबारी और छोटे दुकानदारों पर गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और उनके समक्ष अस्तित्व का संकट खड़ा होगा. स्वदेशी जागरण मंच ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण को भारतीय बाजार में उसके द्वारा पिछले दरवाजे से प्रवेश का प्रयास बताया है. मंच ने आरोप लगाया है कि इससे छोटे और मझोले कारोबारी और छोटे दुकानदारों पर गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और उनके समक्ष अस्तित्व का संकट खड़ा होगा.
सारांश: मुद्दे पर राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिये PM मोदी से हस्तक्षेप की मांग मंच ने प्रधानमंत्री को इस विषय पर पत्र लिखा है लोगों के हितों के साथ देश के कृषि क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
7
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: हनीप्रीत के खिलाफ हरियाणा पुलिस द्वारा राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के बाद वह 38 दिनों तक पुलिस की नजर से बचती रहीं. उनको तीन अक्टूबर 2017 को चंडीगढ़ से 15 किलोमीटर दूर झिरकापुर-पटियाला राजमार्ग से गिरफ्तार किया गया था.  हनीप्रीत ने खुद को राम रहीम की दत्तक पुत्री बताया है. हालांकि उनके पूर्व पति विश्वास गुप्ता का आरोप है कि उनका डेरा प्रमुख के साथ अवैध संबंध था. राम रहीम को दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सश्रम सजा दी गई है और उन पर 30 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया. सजा सुनाए जाने पर हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई और 260 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. हिंसा की छिटफुट घटनाएं दिल्ली और पंजाब में भी हुई थीं.  हनीप्रीत ने खुद को राम रहीम की दत्तक पुत्री बताया है. हालांकि उनके पूर्व पति विश्वास गुप्ता का आरोप है कि उनका डेरा प्रमुख के साथ अवैध संबंध था. राम रहीम को दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सश्रम सजा दी गई है और उन पर 30 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया. सजा सुनाए जाने पर हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई और 260 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. हिंसा की छिटफुट घटनाएं दिल्ली और पंजाब में भी हुई थीं.
पंचकूला कोर्ट ने हनीप्रीत की जमानत याचिका खारिज कर दी हनीप्रीत की दलील, पुलिस को अब तक उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है इस मामले के दूसरे आरोपियों को जमानत मिल चुकी है.
28
['hin']
एक सारांश बनाओ: उच्चतम न्यायालय ने आज आरुषि और हेमराज हत्याकांड में आरुषि की मां नूपुर तलवार की जमानत याचिका पर सीबीआई को नोटिस जारी किया। न्यायमूर्ति एके पटनायक और न्यायमूर्ति जेएस खेहर की पीठ ने नूपुर की जमानत अर्जी पर सुनवाई पर सहमति जताई और सीबीआई को याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा। पीठ ने अगली सुनवाई के लिए छह अगस्त की तारीख मुकर्रर की। गाजियाबाद की अदालत में 30 अप्रैल को समर्पण करने के बाद से नूपुर जेल में हैं। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी, जिसमें 31 मई को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई थी। निचली अदालत ने दो मई को नूपुर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। वह उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद निचली अदालत में पेश हुई थीं। उच्चतम न्यायालय ने कई समन जारी किये जाने के बावजूद नूपुर के पेश नहीं होने पर निचली अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट पर स्थगन लगाने से भी इनकार कर दिया था। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। न्यायमूर्ति एके पटनायक और न्यायमूर्ति जेएस खेहर की पीठ ने नूपुर की जमानत अर्जी पर सुनवाई पर सहमति जताई और सीबीआई को याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा। पीठ ने अगली सुनवाई के लिए छह अगस्त की तारीख मुकर्रर की। गाजियाबाद की अदालत में 30 अप्रैल को समर्पण करने के बाद से नूपुर जेल में हैं। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी, जिसमें 31 मई को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई थी। निचली अदालत ने दो मई को नूपुर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। वह उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद निचली अदालत में पेश हुई थीं। उच्चतम न्यायालय ने कई समन जारी किये जाने के बावजूद नूपुर के पेश नहीं होने पर निचली अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट पर स्थगन लगाने से भी इनकार कर दिया था। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। पीठ ने अगली सुनवाई के लिए छह अगस्त की तारीख मुकर्रर की। गाजियाबाद की अदालत में 30 अप्रैल को समर्पण करने के बाद से नूपुर जेल में हैं। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी, जिसमें 31 मई को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई थी। निचली अदालत ने दो मई को नूपुर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। वह उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद निचली अदालत में पेश हुई थीं। उच्चतम न्यायालय ने कई समन जारी किये जाने के बावजूद नूपुर के पेश नहीं होने पर निचली अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट पर स्थगन लगाने से भी इनकार कर दिया था। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। गाजियाबाद की अदालत में 30 अप्रैल को समर्पण करने के बाद से नूपुर जेल में हैं। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी, जिसमें 31 मई को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई थी। निचली अदालत ने दो मई को नूपुर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। वह उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद निचली अदालत में पेश हुई थीं। उच्चतम न्यायालय ने कई समन जारी किये जाने के बावजूद नूपुर के पेश नहीं होने पर निचली अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट पर स्थगन लगाने से भी इनकार कर दिया था। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। निचली अदालत ने दो मई को नूपुर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था। वह उच्चतम न्यायालय के सख्त निर्देश के बाद निचली अदालत में पेश हुई थीं। उच्चतम न्यायालय ने कई समन जारी किये जाने के बावजूद नूपुर के पेश नहीं होने पर निचली अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट पर स्थगन लगाने से भी इनकार कर दिया था। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। 14 वर्षीय आरुषि 16.17 मई, 2008 की दरमियानी रात को नोएडा के जलवायु विहार स्थित अपने घर में मृत मिली थी। 17 मई को तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज का शव अपार्टमेंट की छत पर मिला। टिप्पणियां गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। गाजियाबाद अदालत ने नूपुर और उनके पति राजेश तलवार के खिलाफ प्रथम दृष्टया साक्ष्य होने की बात मानते हुए उन पर हत्या तथा साक्ष्यों को नष्ट करने के मामले में आरोप तय करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी। शीर्ष अदालत ने पहले ही नूपुर को किसी तरह की राहत देने से इनकार करते हुए हत्या के मामले में उन पर राजेश के साथ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी।
यह एक सारांश है: उच्चतम न्यायालय ने आज आरुषि और हेमराज हत्याकांड में आरुषि की मां नूपुर तलवार की जमानत याचिका पर सीबीआई को नोटिस जारी किया।
21
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विख्यात चित्रकार एडवर्ड मंच की कलाकृति ‘द स्क्रीम’ 11.9 करोड़ डॉलर में बिकी है। कलाकृति की नीलामी के क्षेत्र में यह नया कीर्तिमान है। इस मशहूर कलाकृति में एक व्यक्ति को अपना सिर पकड़े हुए दर्शाया गया है और उसका मुंह खुला हुआ है। इसकी नीलामी बुधवार को की गई। इस राशि में ऑक्शन हाउस ‘सोथेबे’ को दिया गया प्रीमियम भी शामिल है।टिप्पणियां सोथेबे ने कहा, ‘‘द स्क्रीम कला इतिहास की अब तक की सबसे ज्यादा पहचान कायम करने वाली तस्वीरों में से एक है।’’ अब तक पाबलो पिकासो की ‘न्यूड ग्रीन लीव्स एंड बस्ट’ को सबसे महंगी कलाकृति माना जाता था। यह साल 2010 में 10.65 करोड़ डॉलर में बिकी थी। इस बार 11.9 करोड़ डॉलर में नीलाम होने वाली मंच की यह कलाकृति 1895 में बनी थी। इस कलाकृति के 8 करोड़ डालर में बिकने का अनुमान लगाया गया था। नीलामी के दौरान सोथेबे का हॉल पूरी तरह से भरा हुआ था। इसकी बोली चार करोड़ डॉलर से लगनी शुरू हुई। इसको खरीदने के लिए अमेरिका और चीन के कुछ लोगों में स्पर्धा देखी गई। आखिरकार यह कलाकृति नार्वे के उद्योगपति पीटर ओलसेन को बेची गई। उनके पिता मंच के दोस्त और पड़ोसी रह चुके हैं। सोथेबे ने कहा, ‘‘द स्क्रीम कला इतिहास की अब तक की सबसे ज्यादा पहचान कायम करने वाली तस्वीरों में से एक है।’’ अब तक पाबलो पिकासो की ‘न्यूड ग्रीन लीव्स एंड बस्ट’ को सबसे महंगी कलाकृति माना जाता था। यह साल 2010 में 10.65 करोड़ डॉलर में बिकी थी। इस बार 11.9 करोड़ डॉलर में नीलाम होने वाली मंच की यह कलाकृति 1895 में बनी थी। इस कलाकृति के 8 करोड़ डालर में बिकने का अनुमान लगाया गया था। नीलामी के दौरान सोथेबे का हॉल पूरी तरह से भरा हुआ था। इसकी बोली चार करोड़ डॉलर से लगनी शुरू हुई। इसको खरीदने के लिए अमेरिका और चीन के कुछ लोगों में स्पर्धा देखी गई। आखिरकार यह कलाकृति नार्वे के उद्योगपति पीटर ओलसेन को बेची गई। उनके पिता मंच के दोस्त और पड़ोसी रह चुके हैं। इस कलाकृति के 8 करोड़ डालर में बिकने का अनुमान लगाया गया था। नीलामी के दौरान सोथेबे का हॉल पूरी तरह से भरा हुआ था। इसकी बोली चार करोड़ डॉलर से लगनी शुरू हुई। इसको खरीदने के लिए अमेरिका और चीन के कुछ लोगों में स्पर्धा देखी गई। आखिरकार यह कलाकृति नार्वे के उद्योगपति पीटर ओलसेन को बेची गई। उनके पिता मंच के दोस्त और पड़ोसी रह चुके हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विख्यात चित्रकार एडवर्ड मंच की कलाकृति ‘द स्क्रीम’ 11.9 करोड़ डॉलर में बिकी है। कलाकृति की नीलामी के क्षेत्र में यह नया कीर्तिमान है।
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने एनडीटीवी से खास बातचीत करते हुए कहा है कि हमें कसाब के मामले को सरबजीत के मामले से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। मलिक के मुताबिक अगर कोई इन दोनों मामलों में समानता ढूंढता है, तो यह बिल्कुल गलत है।टिप्पणियां साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान ने कसाब के मामले पर आए भारतीय अदालत के फैसले का सम्मान किया है, भारत को सरबजीत के मामले पर पाकिस्तानी अदालत के फ़ैसले का सम्मान करना चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत ने नए सिरे से एक दया याचिका दाखिल की है, जिसमें उसने लिखा है कि जिस तरह भारत ने मानवीय आधार पर पाकिस्तानी नागरिक खलील चिश्ती को रिहा किया है, उसी तरह उसकी भी रिहाई की जानी चाहिए।   सरबजीत ने लिखा है कि वह पिछले 22 साल से पाकिस्तान की जेल में सड़ रहा है और अब उसकी फांसी की सजा माफ कर उसे भारत भेज देना चाहिए, जिससे वह अपनी बाकी की जिंदगी परिवार के साथ बिता सके। सरबजीत को पाकिस्तान ने बम धमाके करने के आरोप में 1990 में गिरफ्तार किया था। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान ने कसाब के मामले पर आए भारतीय अदालत के फैसले का सम्मान किया है, भारत को सरबजीत के मामले पर पाकिस्तानी अदालत के फ़ैसले का सम्मान करना चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत ने नए सिरे से एक दया याचिका दाखिल की है, जिसमें उसने लिखा है कि जिस तरह भारत ने मानवीय आधार पर पाकिस्तानी नागरिक खलील चिश्ती को रिहा किया है, उसी तरह उसकी भी रिहाई की जानी चाहिए।   सरबजीत ने लिखा है कि वह पिछले 22 साल से पाकिस्तान की जेल में सड़ रहा है और अब उसकी फांसी की सजा माफ कर उसे भारत भेज देना चाहिए, जिससे वह अपनी बाकी की जिंदगी परिवार के साथ बिता सके। सरबजीत को पाकिस्तान ने बम धमाके करने के आरोप में 1990 में गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत ने नए सिरे से एक दया याचिका दाखिल की है, जिसमें उसने लिखा है कि जिस तरह भारत ने मानवीय आधार पर पाकिस्तानी नागरिक खलील चिश्ती को रिहा किया है, उसी तरह उसकी भी रिहाई की जानी चाहिए।   सरबजीत ने लिखा है कि वह पिछले 22 साल से पाकिस्तान की जेल में सड़ रहा है और अब उसकी फांसी की सजा माफ कर उसे भारत भेज देना चाहिए, जिससे वह अपनी बाकी की जिंदगी परिवार के साथ बिता सके। सरबजीत को पाकिस्तान ने बम धमाके करने के आरोप में 1990 में गिरफ्तार किया था।
सारांश: पाकिस्तान के गृहमंत्री ने यह भी कहा कि जिस तरह पाकिस्तान ने कसाब पर भारतीय अदालत के फैसले का सम्मान किया है, भारत को भी सरबजीत के मामले में पाकिस्तानी अदालत के फैसले का सम्मान करना चाहिए।
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बिना लाइसेंस के खाद्य उत्पाद बेचने के मामले में बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अनुमति से खाद्य विभाग द्वारा बाबा रामदेव की कंपनी के खिलाफ बिना लाइसेंस लिए खाद्य पदार्थ बेचने का मामला दर्ज किया गया है। एडीएम (वित्त) आलोक कुमार पांडे को खाद्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत न्यायिक शक्ति प्रदान की गई है। कुमार की अदालत में पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा।टिप्पणियां जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस रावत के अनुसार, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार खाद्य उत्पाद बेचने के लिए विभागीय लाइसेंस लेना जरूरी है और इसके बिना खाद्य पदार्थों की बिक्री दंडनीय अपराध है, जिसके अंतर्गत छह माह की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। लेबल में लिखे दावों में विफल होने के लिए पांच खाद्य पदार्थ का मामला भी एडीएम की अदालत में ही चलाया जाएगा। इसमें विफल हुए पदार्थ में आरोग्य बेसन, आरोग्य कच्ची घानी तेल, नमक, काली मिर्च पाउडर और पाईसल जैम शामिल है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी की अनुमति से खाद्य विभाग द्वारा बाबा रामदेव की कंपनी के खिलाफ बिना लाइसेंस लिए खाद्य पदार्थ बेचने का मामला दर्ज किया गया है। एडीएम (वित्त) आलोक कुमार पांडे को खाद्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत न्यायिक शक्ति प्रदान की गई है। कुमार की अदालत में पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा।टिप्पणियां जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस रावत के अनुसार, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार खाद्य उत्पाद बेचने के लिए विभागीय लाइसेंस लेना जरूरी है और इसके बिना खाद्य पदार्थों की बिक्री दंडनीय अपराध है, जिसके अंतर्गत छह माह की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। लेबल में लिखे दावों में विफल होने के लिए पांच खाद्य पदार्थ का मामला भी एडीएम की अदालत में ही चलाया जाएगा। इसमें विफल हुए पदार्थ में आरोग्य बेसन, आरोग्य कच्ची घानी तेल, नमक, काली मिर्च पाउडर और पाईसल जैम शामिल है। एडीएम (वित्त) आलोक कुमार पांडे को खाद्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत न्यायिक शक्ति प्रदान की गई है। कुमार की अदालत में पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाएगा।टिप्पणियां जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस रावत के अनुसार, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार खाद्य उत्पाद बेचने के लिए विभागीय लाइसेंस लेना जरूरी है और इसके बिना खाद्य पदार्थों की बिक्री दंडनीय अपराध है, जिसके अंतर्गत छह माह की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। लेबल में लिखे दावों में विफल होने के लिए पांच खाद्य पदार्थ का मामला भी एडीएम की अदालत में ही चलाया जाएगा। इसमें विफल हुए पदार्थ में आरोग्य बेसन, आरोग्य कच्ची घानी तेल, नमक, काली मिर्च पाउडर और पाईसल जैम शामिल है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस रावत के अनुसार, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार खाद्य उत्पाद बेचने के लिए विभागीय लाइसेंस लेना जरूरी है और इसके बिना खाद्य पदार्थों की बिक्री दंडनीय अपराध है, जिसके अंतर्गत छह माह की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। लेबल में लिखे दावों में विफल होने के लिए पांच खाद्य पदार्थ का मामला भी एडीएम की अदालत में ही चलाया जाएगा। इसमें विफल हुए पदार्थ में आरोग्य बेसन, आरोग्य कच्ची घानी तेल, नमक, काली मिर्च पाउडर और पाईसल जैम शामिल है। लेबल में लिखे दावों में विफल होने के लिए पांच खाद्य पदार्थ का मामला भी एडीएम की अदालत में ही चलाया जाएगा। इसमें विफल हुए पदार्थ में आरोग्य बेसन, आरोग्य कच्ची घानी तेल, नमक, काली मिर्च पाउडर और पाईसल जैम शामिल है।
यह एक सारांश है: बिना लाइसेंस के खाद्य उत्पाद बेचने के मामले में बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दिल्ली की एक अदालत ने सीबीआई को बृहस्पतिवार को बोफोर्स घोटाले से संबंधित उन दस्तावेजों को जारी करने का निर्देश दिया जिन्हें उसने मामले के आरोपी विन चड्ढा से 1997 में बरामद किया था। चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विनोद यादव ने दस्तावेजों को जारी करने में सीबीआई की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताने के बाद इसे जारी करने का निर्देश दिया। सीएमएम ने कहा, सीबीआई को इसके मुख्यालय से दस्तावेजों को जारी करने का निर्देश दिया जाता है। एजेंसी ने कहा कि विन चड्ढा से बरामद दस्तावेजों एवं आलेखों के संबंध में एक मई 1997 के चार बरामदगी मेमो है। 24 अक्तूबर 2001 को चड्ढा की मौत हो जाने के बाद उनके खिलाफ आपराधिक मामले बंद कर दिए गए थे। विन चड्ढा के पुत्र हर्ष वी चड्ढा ने दस्तावेजों को इस आधार पर जारी करने की मांग की थी कि सीबीआई द्वारा इटली के व्यवसायी ओत्तावियो क्वात्रोच्चि के खिलाफ मामला वापस लेने की याचिका को अदालत के स्वीकार करने के बाद किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई भी आपराधिक कार्यवाही लंबित नहीं है। सात अप्रैल को सीएमएम के समक्ष दायर आवेदन में चड्ढा के पुत्र ने कहा, इसलिए आग्रह किया जाता है कि अदालत कृपया सीबीआई को निर्देश दे कि वह एक मई 1997 को बरामद मेमो में वर्णित दस्तावेजों, आलेखों को आवेदक या उसके अधिकृत प्रतिनिधि को जारी कर दे।
संक्षिप्त सारांश: कोर्ट ने दस्तावेजों को जारी करने में सीबीआई की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताने के बाद इसे जारी करने का निर्देश दिया।
29
['hin']
एक सारांश बनाओ: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सेना भी योग के रंग में नजर आएगी. क्या समंदर, क्या एलओसी या फिर क्या एयरबेस, हर जगह सैनिक योग करते नज़र आएंगे.  वैसे सेना में तो योगा रोजमर्रा की दिनचर्या का हिस्सा है लेकिन इस मौके पर सेना के तीनों अंगों में सबसे छोटी नौसेना, चाणक्यपुरी के नौसेना बाग में सुबह से योग के आसन में जुट जाएगी. नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की अगुवाई में करीब चार सौ नौसैनिक योग करेंगे. नौसेना प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि केवल दिल्ली में नहीं बल्कि देश-विदेश में जहां कहीं भी हमारे युद्धपोत तैनात हैं वहां, नौसेनिक अपने दिन की शुरुआत योग से करेंगे.टिप्पणियां वहीं, आसमान में सरहद की हिफाजत करने वाली वायुसेना भी योग में कहां पीछे रहने वाली है. तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वायुसेना ने देशभर के सभी एयरबेस को निर्देश जारी कर कहा है कि वे 21 जून को योगाभ्यास करें. नई दिल्ली के एयरफोर्स स्टेशन पर करीब 800 वायुसैनिक योग की अलग-अलग मुद्रा में नजर आएंगे. उधर, थल सेना ने योग दिवस की पूरी तैयारी कर ली है. थार के रेगिस्तान से लेकर बर्फ के पहाड़ों तक में जवान योगाभ्यास करेंगे. मुख्य समारोह दिल्ली कैंट में होगा जहां हजारों की तदाद में जवान योग करते दिखेंगे. केवल सेना ही नहीं बल्कि अर्द्धसैनिक बल भी योग करेंगे. बीएसएफ और कोस्टगार्ड, एनसीसी के एक हजार कैडेट भी दिल्ली के एनसीसी ग्राउंड में योग करेंगे.  यानी सेना, योग दिवस को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. वैसे सेना में तो योगा रोजमर्रा की दिनचर्या का हिस्सा है लेकिन इस मौके पर सेना के तीनों अंगों में सबसे छोटी नौसेना, चाणक्यपुरी के नौसेना बाग में सुबह से योग के आसन में जुट जाएगी. नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की अगुवाई में करीब चार सौ नौसैनिक योग करेंगे. नौसेना प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि केवल दिल्ली में नहीं बल्कि देश-विदेश में जहां कहीं भी हमारे युद्धपोत तैनात हैं वहां, नौसेनिक अपने दिन की शुरुआत योग से करेंगे.टिप्पणियां वहीं, आसमान में सरहद की हिफाजत करने वाली वायुसेना भी योग में कहां पीछे रहने वाली है. तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वायुसेना ने देशभर के सभी एयरबेस को निर्देश जारी कर कहा है कि वे 21 जून को योगाभ्यास करें. नई दिल्ली के एयरफोर्स स्टेशन पर करीब 800 वायुसैनिक योग की अलग-अलग मुद्रा में नजर आएंगे. उधर, थल सेना ने योग दिवस की पूरी तैयारी कर ली है. थार के रेगिस्तान से लेकर बर्फ के पहाड़ों तक में जवान योगाभ्यास करेंगे. मुख्य समारोह दिल्ली कैंट में होगा जहां हजारों की तदाद में जवान योग करते दिखेंगे. केवल सेना ही नहीं बल्कि अर्द्धसैनिक बल भी योग करेंगे. बीएसएफ और कोस्टगार्ड, एनसीसी के एक हजार कैडेट भी दिल्ली के एनसीसी ग्राउंड में योग करेंगे.  यानी सेना, योग दिवस को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. वहीं, आसमान में सरहद की हिफाजत करने वाली वायुसेना भी योग में कहां पीछे रहने वाली है. तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वायुसेना ने देशभर के सभी एयरबेस को निर्देश जारी कर कहा है कि वे 21 जून को योगाभ्यास करें. नई दिल्ली के एयरफोर्स स्टेशन पर करीब 800 वायुसैनिक योग की अलग-अलग मुद्रा में नजर आएंगे. उधर, थल सेना ने योग दिवस की पूरी तैयारी कर ली है. थार के रेगिस्तान से लेकर बर्फ के पहाड़ों तक में जवान योगाभ्यास करेंगे. मुख्य समारोह दिल्ली कैंट में होगा जहां हजारों की तदाद में जवान योग करते दिखेंगे. केवल सेना ही नहीं बल्कि अर्द्धसैनिक बल भी योग करेंगे. बीएसएफ और कोस्टगार्ड, एनसीसी के एक हजार कैडेट भी दिल्ली के एनसीसी ग्राउंड में योग करेंगे.  यानी सेना, योग दिवस को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. उधर, थल सेना ने योग दिवस की पूरी तैयारी कर ली है. थार के रेगिस्तान से लेकर बर्फ के पहाड़ों तक में जवान योगाभ्यास करेंगे. मुख्य समारोह दिल्ली कैंट में होगा जहां हजारों की तदाद में जवान योग करते दिखेंगे. केवल सेना ही नहीं बल्कि अर्द्धसैनिक बल भी योग करेंगे. बीएसएफ और कोस्टगार्ड, एनसीसी के एक हजार कैडेट भी दिल्ली के एनसीसी ग्राउंड में योग करेंगे.  यानी सेना, योग दिवस को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
संक्षिप्त पाठ: युद्धपोतों पर तैनात नौसेनिक अपने दिन की शुरुआत योग से करेंगे वायुसेना ने देशभर के सभी एयरबेस में योग करने के निर्देश दिए रेगिस्तान से लेकर बर्फीले पहाड़ों तक में जवान योगाभ्यास करेंगे
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस (Congress) नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि देश में अब तक 11 पीएम हुए हैं, नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 12 वें पीएम हैं लेकिन मोदी पहले पीएम हैं जिनके समय में नौकरी निर्माण के बजाय नौकरी विनाश हुआ है. इतिहास मोदी को इसके लिए नौकरी विनाश पीएम के तौर पर पुकारेगा. जयराम रमेश ने पत्रकारों वार्ता में कहा कि पीएम को कोई हक नहीं है झूठ बोलने का. पीएम बार-बार कहते हैं कि उनके कार्यकाल में रिकॉर्ड रोजगार दिए गए. जबकि पिछले साल एक करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं, नोटबंदी और जीएसटी की वजह से. उन्होंने कहा कि 16 नवंबर 2018 को पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना के तहत हर एक ने 4-5 लोगों को रोजगार दिए. 24 नववंबर 2018  को पीएम ने छतरपुर में कहा कि आज देश मे 25 करोड़ परिवारों को मुद्रा परियोजना से लाभ मिला. उन्होंने कहा कि 90 फीसदी मुद्रा योजना के तहत सहायता राशि 25 हजार रुपये औसतन है. इसमें क्या रोजगार खड़े हो सकते हैं. अगर 25 हजार रुपये में से कोई व्यक्ति 3-4 लोगों को रोजगार दे सकता है. मुद्रा योजना के तहत तीन किस्म में लोन दिए जाते हैं. रोजगार निर्माण करने वालों में तरुण और किशोर केटेगरी आ सकते है जबकि सरकार खुद कहती है कि 90 फीसदी लोन केटेगरी शिशु के तहत थी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पीएम मोदी ने कहा था कि मुद्रा योजना में हर एक ने 4-5 लोगों को रोजगार दिए कहा- 25 हजार रुपये में से कोई व्यक्ति 3-4 लोगों को रोजगार दे सकता है? मुद्रा योजना के तहत सहायता राशि 25 हजार रुपये औसतन है
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाने वाले बीजेपी नेता बीसी खंडूड़ी ने कहा है कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना चाहिए और उन्हें राज्यसभा में भेजा जाना चाहिए।टिप्पणियां खंडूड़ी खुद 75 साल से ज्यादा उम्र के हैं। उन्होंने इशारों-इशारों में आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जसवंत सिंह जैसे नेताओं को यह नसीहत दी है। खंडूड़ी ने कहा कि जिन लोगों ने संविधान बनाया था, उन्होंने उम्रदराज लोगों के लिए राज्यसभा बनाई थी, लेकिन दुर्भाग्य से आज उल्टा हो रहा है और राज्यसभा में 50-60 साल के लोग बैठे हैं और 80 साल के लोग लोकसभा में हैं। खंडूड़ी खुद 75 साल से ज्यादा उम्र के हैं। उन्होंने इशारों-इशारों में आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जसवंत सिंह जैसे नेताओं को यह नसीहत दी है। खंडूड़ी ने कहा कि जिन लोगों ने संविधान बनाया था, उन्होंने उम्रदराज लोगों के लिए राज्यसभा बनाई थी, लेकिन दुर्भाग्य से आज उल्टा हो रहा है और राज्यसभा में 50-60 साल के लोग बैठे हैं और 80 साल के लोग लोकसभा में हैं। खंडूड़ी ने कहा कि जिन लोगों ने संविधान बनाया था, उन्होंने उम्रदराज लोगों के लिए राज्यसभा बनाई थी, लेकिन दुर्भाग्य से आज उल्टा हो रहा है और राज्यसभा में 50-60 साल के लोग बैठे हैं और 80 साल के लोग लोकसभा में हैं।
यह एक सारांश है: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और लालकृष्ण आडवाणी के करीबी बीजेपी नेता बीसी खंडूड़ी खुद 75 साल से ज्यादा के हैं। उन्होंने इशारों-इशारों में आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और जसवंत सिंह जैसे नेताओं को यह नसीहत दी है।
9
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वरिष्ठ मंत्री आजम खां की नाराजगी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मेरठ जिले का प्रभार पुन: सौंप दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने पुन: खां को मेरठ का प्रभारी मंत्री बनाने का निर्णय किया है।’’ उल्लेखनीय है कि मेरठ के प्रभारी मंत्री पद से हटाये जाने से खफा समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां ने प्रदेश के काबीना मंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। सपा के सूत्रों के अनुसार, ‘‘राज्य के नगर विकास मंत्री खां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगर वह उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिये।’’ पार्टी सूत्रों ने बताया था कि मेरठ जिले का प्रभार वापस ले लिये जाने के बाद खां ने खुद को गाजियाबाद तथा मुजफ्फरनगर जिलों के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी से भी अलग कर लिया था।टिप्पणियां खां ने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा था कि वह इन दोनों जिलों का प्रभार किसी ऐसे मंत्री को दे दें जो उनसे ज्यादा काबिल हो। गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने पुन: खां को मेरठ का प्रभारी मंत्री बनाने का निर्णय किया है।’’ उल्लेखनीय है कि मेरठ के प्रभारी मंत्री पद से हटाये जाने से खफा समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां ने प्रदेश के काबीना मंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। सपा के सूत्रों के अनुसार, ‘‘राज्य के नगर विकास मंत्री खां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगर वह उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिये।’’ पार्टी सूत्रों ने बताया था कि मेरठ जिले का प्रभार वापस ले लिये जाने के बाद खां ने खुद को गाजियाबाद तथा मुजफ्फरनगर जिलों के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी से भी अलग कर लिया था।टिप्पणियां खां ने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा था कि वह इन दोनों जिलों का प्रभार किसी ऐसे मंत्री को दे दें जो उनसे ज्यादा काबिल हो। गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है। सपा के सूत्रों के अनुसार, ‘‘राज्य के नगर विकास मंत्री खां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगर वह उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिये।’’ पार्टी सूत्रों ने बताया था कि मेरठ जिले का प्रभार वापस ले लिये जाने के बाद खां ने खुद को गाजियाबाद तथा मुजफ्फरनगर जिलों के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी से भी अलग कर लिया था।टिप्पणियां खां ने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा था कि वह इन दोनों जिलों का प्रभार किसी ऐसे मंत्री को दे दें जो उनसे ज्यादा काबिल हो। गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है। खां ने पत्र में मुख्यमंत्री से कहा था कि वह इन दोनों जिलों का प्रभार किसी ऐसे मंत्री को दे दें जो उनसे ज्यादा काबिल हो। गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है। गौरतलब है कि आजम खां से मेरठ का प्रभार लेकर पंचायती राज मंत्री बलराम यादव को सौंपा गया था, जबकि खां को मेरठ के बदले पीलीभीत के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। बहरहाल, आज दिन में ही मुख्यमंत्री अखिलेश ने कानपुर में कहा था कि खां की नाराजगी की खबरें अखबारों ने बढ़ा-चढ़ा कर छापी हैं और सरकार के साथ उनकी कोई नाराजगी नहीं है।
यहाँ एक सारांश है:वरिष्ठ मंत्री आजम खां की नाराजगी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मेरठ जिले का प्रभार पुन: सौंप दिया है।
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: एक ही दिन में बम से जुड़ी दो वारदातों  ने महाराष्ट्र पुलिस को हाई अलर्ट पर कर दिया है. दोनों ही मामले अभी स्थानीय पुलिस थानों में दर्ज हैं लेकिन महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ता भी समानांतर जांच में जुटा है. 20 फरवरी को सुबह 10 बजे के करीब मुंबई से सटे काशीमीरा में मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर अचानक बम फटने की आवाज आई. एक चश्मदीद ने पुलिस को सूचित किया तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तहकीकात शुरू की. बताते हैं मौके से कुछ छर्रे भी मिले हैं. इसी दिन यानी 20 फरवरी की ही रात में काशीमीरा से करीब 80 किलोमीटर दूर कर्जत से आप्टे जाने वाली एसटी बस में एक बम रखा मिला. गनीमत रही कि कंडक्टर की उस पर नज़र पड़ गई और उस समय बस में मुसाफिर नही थे. बम निरोधक दस्ते ने आकर बम को निष्क्रिय किया. इस बीच कानपुर - भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस में बम धमाके के बाद मुंबई सबर्बन रेल पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है. पुलवामा आतंकी हमले से सहमे हिंदुस्तान में बम से जुड़ी इन वारदातों ने महाराष्ट्र और मुंबई में एक बार फिर हाई अलर्ट का माहौल बना दिया है. दोनों ही वारदातें कोंकण क्षेत्र में हुई हैं. कोंकण रेंज के आईजी नवल बजाज का कहना है कि दोनों  वारदातों में समानता नहीं है. काशीमीरा की वारदात जहां बहुत ही छिटपुट किसी व्यक्तिगत द्वेष से जुड़ी लगती है जबकि आप्टे के पास एसटी बस में मिला बम गंभीर मसला है. उसमें डेटोनेटर, यूरिया जैसा पाउडर, पॉवर सोर्स मिला है. जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता है. आरोपी तक पहुंचने की कोशिश जारी है.   महाराष्ट्र एटीएस भी दोनों ही मामलों की समानांतर जांच में जुटी है. आरोपियों की पहचान के लिए दोनों ही वारदातों के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
यह एक सारांश है: मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर काशीमीरा में अचानक बम फटा कर्जत से आप्टे जाने वाली एसटी बस में बम रखा मिला मुंबई में एक बार फिर हाई अलर्ट का माहौल बना
24
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दक्षिण-पूर्वी चीन के सिचुआन प्रांत में एक कोयला खदान में बुधवार को हुए विस्फोट में मरने वाले खनिकों की संख्या 37 हो गई है। विस्फोट के दो दिन बाद अभी भी दस अन्य खनिक लापता हैं। खोज और बचाव मुख्यालय ने सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि बचाव दल ने बुधवार रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक 34 शव और छह खनिकों को जीवित बाहर निकाल लिया।टिप्पणियां पंजहीहुआ शहर की शिक्सजैवांग कोयला खदान में बुधवार की शाम लगभग छह बजे हुए विस्फोट के समय खदान में 154 खनिक काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि खदान के 104 खनिक वहां से बाहर निकलने में कामयाब रहे या उन्हें बाहर निकाल लिया गया। तीन खनिकों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चार अस्पतालों में 54 खनिकों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 10 गंभीर रूप से जख्मी हैं और सात की हालत गंभीर बनी हुई है। खोज और बचाव मुख्यालय ने सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि बचाव दल ने बुधवार रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक 34 शव और छह खनिकों को जीवित बाहर निकाल लिया।टिप्पणियां पंजहीहुआ शहर की शिक्सजैवांग कोयला खदान में बुधवार की शाम लगभग छह बजे हुए विस्फोट के समय खदान में 154 खनिक काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि खदान के 104 खनिक वहां से बाहर निकलने में कामयाब रहे या उन्हें बाहर निकाल लिया गया। तीन खनिकों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चार अस्पतालों में 54 खनिकों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 10 गंभीर रूप से जख्मी हैं और सात की हालत गंभीर बनी हुई है। पंजहीहुआ शहर की शिक्सजैवांग कोयला खदान में बुधवार की शाम लगभग छह बजे हुए विस्फोट के समय खदान में 154 खनिक काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि खदान के 104 खनिक वहां से बाहर निकलने में कामयाब रहे या उन्हें बाहर निकाल लिया गया। तीन खनिकों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चार अस्पतालों में 54 खनिकों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 10 गंभीर रूप से जख्मी हैं और सात की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि चार अस्पतालों में 54 खनिकों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से 10 गंभीर रूप से जख्मी हैं और सात की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह एक सारांश है: दक्षिण-पूर्वी चीन के सिचुआन प्रांत में एक कोयला खदान में बुधवार को हुए विस्फोट में मरने वाले खनिकों की संख्या 37 हो गई है। विस्फोट के दो दिन बाद अभी भी दस अन्य खनिक लापता हैं।
9
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: JEE Main 2020 परीक्षा के लिए आज रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तारीख है. स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन (JEE Main 2020 Registration) कर सकते हैं. जेईई मेन परीक्षा (JEE Main 2020 Exam) 6 से 11 जनवरी 2020 तक आयोजित की जाएगी. जबकि परीक्षा का रिजल्ट 31 जनवरी 2020 को जारी कर दिया जाएगा. प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती होगा. बता दें कि जेईई मेन परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है. पहले JEE Main परीक्षा में 30 मल्टीपल चॉइस सवाल पूछे जाते थे लेकिन अब JEE Main के पेपर में 20 मल्टीपल च्वॉइस सवाल आएंगे और 5 न्यूमेरिकल होंगे. पहले की तरह बी आर्क को छोड़कर सभी विषयों के पेपर कंप्यूटर आधारित ही होंगे. जिन छात्रों ने बी आर्क और बी प्लानिंग को चुना है उनका टेस्ट 2.30 बजे से शाम 6 बजे तक आयोजित होगा. बाकी सभी टेस्ट दो शिफ्ट में आयोजित होंगे. पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से दोपहर 12.30 बजे और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगी. स्टूडेंट्स नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलों कर एप्लीकेशन फॉर्म (JEE Main Application Form 2020) भर सकते हैं. - रजिस्ट्रेशन करने के लिए वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाएं. - वेबसाइट पर दिए गए रजिस्टर ऑनलाइन के लिंक पर क्लिक करें. - मांगी गई हर जानकारी सबमिट करें. - एप्लीकेशन फीस जमा करें. - अंत में एप्लीकेशन का प्रिंट ले लें.
यहाँ एक सारांश है:जेईई मेन परीक्षा 6 से 11 जनवरी तक होगी. प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती होगा. परीक्षा का रिजल्ट 31 जनवरी 2020 को जारी होगा.
17
['hin']
एक सारांश बनाओ: विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविक ने छह बार के चैम्पियन स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को हराकर एटीपी वल्र्ड टूर फाइनल्स टेनिस टूर्नामेंट का एकल खिताब जीत लिया है। एटीपी के मुताबिक, सोमवार को खेले गए पुरुषों की एकल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में वर्ष 2008 के चैम्पियन जोकोविक ने मौजूदा चैम्पियन फेडरर को दो घंटे और 15 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6(6), 7-5 से पराजित किया। जोकोविक ने दूसरी बार इस खिताब पर कब्जा किया।टिप्पणियां इस टूर्नामेंट में जोकोविक ने अपने पांचों मुकाबले जीते जिनमें ग्रुप स्तर के तीन मुकाबले शामिल हैं। विजेता के तौर पर उन्हें 1,760,000 डॉलर मिले। इसके अलावा खिताबी जीत से जोकोविक ने 1500 एटीपी रैंकिंग अंक अर्जित किए। उपविजेता के तौर पर फेडरर को 800,000 डॉलर और 800 रैंकिंग अंक मिले। इस खिताब को कम से कम दो बार जीतने वाले 25 वर्षीय जोकोविक नौवें खिलाड़ी बने। जोकोविक ने वर्ष 2008 में रूस के निकोले डेवीडेंको को हराकर पहली बार इस खिताब को जीता था। एटीपी के मुताबिक, सोमवार को खेले गए पुरुषों की एकल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में वर्ष 2008 के चैम्पियन जोकोविक ने मौजूदा चैम्पियन फेडरर को दो घंटे और 15 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6(6), 7-5 से पराजित किया। जोकोविक ने दूसरी बार इस खिताब पर कब्जा किया।टिप्पणियां इस टूर्नामेंट में जोकोविक ने अपने पांचों मुकाबले जीते जिनमें ग्रुप स्तर के तीन मुकाबले शामिल हैं। विजेता के तौर पर उन्हें 1,760,000 डॉलर मिले। इसके अलावा खिताबी जीत से जोकोविक ने 1500 एटीपी रैंकिंग अंक अर्जित किए। उपविजेता के तौर पर फेडरर को 800,000 डॉलर और 800 रैंकिंग अंक मिले। इस खिताब को कम से कम दो बार जीतने वाले 25 वर्षीय जोकोविक नौवें खिलाड़ी बने। जोकोविक ने वर्ष 2008 में रूस के निकोले डेवीडेंको को हराकर पहली बार इस खिताब को जीता था। इस टूर्नामेंट में जोकोविक ने अपने पांचों मुकाबले जीते जिनमें ग्रुप स्तर के तीन मुकाबले शामिल हैं। विजेता के तौर पर उन्हें 1,760,000 डॉलर मिले। इसके अलावा खिताबी जीत से जोकोविक ने 1500 एटीपी रैंकिंग अंक अर्जित किए। उपविजेता के तौर पर फेडरर को 800,000 डॉलर और 800 रैंकिंग अंक मिले। इस खिताब को कम से कम दो बार जीतने वाले 25 वर्षीय जोकोविक नौवें खिलाड़ी बने। जोकोविक ने वर्ष 2008 में रूस के निकोले डेवीडेंको को हराकर पहली बार इस खिताब को जीता था। उपविजेता के तौर पर फेडरर को 800,000 डॉलर और 800 रैंकिंग अंक मिले। इस खिताब को कम से कम दो बार जीतने वाले 25 वर्षीय जोकोविक नौवें खिलाड़ी बने। जोकोविक ने वर्ष 2008 में रूस के निकोले डेवीडेंको को हराकर पहली बार इस खिताब को जीता था।
विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविक ने छह बार के चैम्पियन स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को हराकर एटीपी वल्र्ड टूर फाइनल्स टेनिस टूर्नामेंट का एकल खिताब जीत लिया है।
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जेल में बंद द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की सांसद कनिमोई और कलैगनार टीवी के प्रमुख शरद कुमार ने शनिवार को विशेष अदालत से कहा कि उन्हें 2जी घोटाले में आपराधिक विश्वासघात एवं साजिश का आरोपी नहीं बनाया जा सकता क्योंकि वे किसी भी तरह स्पेक्ट्रम के कथित गलत आवंटन से जुड़े नहीं हैं। कनिमोई और शरद कुमार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दाखिल एक नई याचिका पर अपनी प्रतिक्रिया दी। ज्ञात हो कि जांच एजेंसी पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा, कनिमोई और शरद कुमार सहित 17 आरोपियों के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात का एक नया आरोपपत्र अदालत में दाखिल करना चाहती है। जांच एजेंसी इनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने के लिए अदालत की अनुमति चाहती है। कनिमोई और कुमार ने अदालत से कहा कि वह सीबीआई की इस अर्जी को खारिज कर दे और उन्हें 'न्याय दे।' कनिमोझी और कुमार के वकीलों वीजी प्रगासम एवं एसजे एरिसटाटिल ने उनके जवाब विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी के समक्ष पेश किए। वकीलों ने कहा कि स्पेक्ट्रम आवंटन से कनिमोझी एवं शरद कुमार का कुछ भी लेना-देना नहीं है और न ही वे आवंटित स्पेक्ट्रम लाइसेंस से किसी तरह से लाभान्वित हुए। वकीलों ने कहा कि यहां तक कि सीबीआई ने कहा है कि कनिमोझी और कुमार स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़ी साजिश के हिस्सा नहीं हैं।
संक्षिप्त सारांश: कनिमोई और शरद कुमार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दाखिल एक नई याचिका पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आतंकवादी हमलों की धमकी वाले आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक कथित पत्र के बाद गुरुवार को अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। हवाई अड्डे के निदेशक आरके सिंह ने कहा, ‘‘गत बुधवार को हमें अंग्रेजी भाषा में एक धमकी भरा पत्र नियमित डाक से मिला। पत्र ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के लेटरहेड पर लिखा गया है।’’ उन्होंने बताया कि आगे की जांच के लिए पत्र की एक प्रति राज्य के पुलिस प्रमुख चितरंजन सिंह को भेज दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘अहमदाबाद वास्तविक आतंकवाद का सामना करने के लिए तैयार रहे।’’ अधिकारी ने कहा कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘आतंकवादी हमला शहर में चार स्थानों पर किया जाएगा।’’ पत्र में सूचीबद्ध अन्य स्थानों में रामदा होटल, बाकरी सिटी, वीनस रेजीडेंसी और हिमालय मॉल शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने कहा, ‘‘पत्र हवाई अड्डा निदेशक को मिला और उनकी ओर से प्राप्त किया गया है। उन्होंने पत्र मुझे भेजा है और मैंने उसकी प्रतियां अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एवं केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यह पत्र उस पत्र से बिल्कुल मिलता जुलता है जो कि अहमदाबाद स्थित पंच सितारा होटल को कुछ महीने पहले मिला था, हमने आतंकवाद निरोधक दस्ते को इसकी जांच के लिए कह दिया है।’’टिप्पणियां उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। हवाई अड्डे के निदेशक आरके सिंह ने कहा, ‘‘गत बुधवार को हमें अंग्रेजी भाषा में एक धमकी भरा पत्र नियमित डाक से मिला। पत्र ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के लेटरहेड पर लिखा गया है।’’ उन्होंने बताया कि आगे की जांच के लिए पत्र की एक प्रति राज्य के पुलिस प्रमुख चितरंजन सिंह को भेज दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘अहमदाबाद वास्तविक आतंकवाद का सामना करने के लिए तैयार रहे।’’ अधिकारी ने कहा कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘आतंकवादी हमला शहर में चार स्थानों पर किया जाएगा।’’ पत्र में सूचीबद्ध अन्य स्थानों में रामदा होटल, बाकरी सिटी, वीनस रेजीडेंसी और हिमालय मॉल शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने कहा, ‘‘पत्र हवाई अड्डा निदेशक को मिला और उनकी ओर से प्राप्त किया गया है। उन्होंने पत्र मुझे भेजा है और मैंने उसकी प्रतियां अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एवं केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यह पत्र उस पत्र से बिल्कुल मिलता जुलता है जो कि अहमदाबाद स्थित पंच सितारा होटल को कुछ महीने पहले मिला था, हमने आतंकवाद निरोधक दस्ते को इसकी जांच के लिए कह दिया है।’’टिप्पणियां उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘अहमदाबाद वास्तविक आतंकवाद का सामना करने के लिए तैयार रहे।’’ अधिकारी ने कहा कि पत्र में कहा गया है कि ‘‘आतंकवादी हमला शहर में चार स्थानों पर किया जाएगा।’’ पत्र में सूचीबद्ध अन्य स्थानों में रामदा होटल, बाकरी सिटी, वीनस रेजीडेंसी और हिमालय मॉल शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने कहा, ‘‘पत्र हवाई अड्डा निदेशक को मिला और उनकी ओर से प्राप्त किया गया है। उन्होंने पत्र मुझे भेजा है और मैंने उसकी प्रतियां अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एवं केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यह पत्र उस पत्र से बिल्कुल मिलता जुलता है जो कि अहमदाबाद स्थित पंच सितारा होटल को कुछ महीने पहले मिला था, हमने आतंकवाद निरोधक दस्ते को इसकी जांच के लिए कह दिया है।’’टिप्पणियां उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। पत्र में सूचीबद्ध अन्य स्थानों में रामदा होटल, बाकरी सिटी, वीनस रेजीडेंसी और हिमालय मॉल शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने कहा, ‘‘पत्र हवाई अड्डा निदेशक को मिला और उनकी ओर से प्राप्त किया गया है। उन्होंने पत्र मुझे भेजा है और मैंने उसकी प्रतियां अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एवं केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यह पत्र उस पत्र से बिल्कुल मिलता जुलता है जो कि अहमदाबाद स्थित पंच सितारा होटल को कुछ महीने पहले मिला था, हमने आतंकवाद निरोधक दस्ते को इसकी जांच के लिए कह दिया है।’’टिप्पणियां उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने कहा, ‘‘पत्र हवाई अड्डा निदेशक को मिला और उनकी ओर से प्राप्त किया गया है। उन्होंने पत्र मुझे भेजा है और मैंने उसकी प्रतियां अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एवं केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यह पत्र उस पत्र से बिल्कुल मिलता जुलता है जो कि अहमदाबाद स्थित पंच सितारा होटल को कुछ महीने पहले मिला था, हमने आतंकवाद निरोधक दस्ते को इसकी जांच के लिए कह दिया है।’’टिप्पणियां उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। उन्होंने शहर के अन्य चार स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं जिसका उल्लेख पत्र में किया गया था। उन्होंने इसके साथ ही सभी मॉल, रेलवे स्टेशनों और बस स्टापों की भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।’’ अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा सभी सुरक्षाकर्मियों को आगमन, प्रस्थान क्षेत्रों में अलर्ट पर रहने को कहा गया। यात्रियों की सख्त जांच की जा रही है।
संक्षिप्त पाठ: आतंकवादी हमलों की धमकी वाले आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक कथित पत्र के बाद गुरुवार को अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सिख बच्चों को डराने-धमकाने और प्रताड़ित किए जाने की घटनाओं को ‘गंभीर चिंता का कारण’ करार देते हुए अमेरिका के न्याय विभाग ने सिफारिश की है कि एफबीआई ने अब तक सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ जितने अपराधों का पता लगाया है, उन्हें धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाना चाहिए। न्याय विभाग के सहायक अटॉर्नी जनरल टॉम पेरेज ने कहा कि अंतरधर्म समूह इस बात का समर्थन कर रहे हैं कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में सिखों, हिन्दुओं और अरबों के खिलाफ जिन अपराधों का पता लगाया गया है, उन्हें घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाए । पिछले हफ्ते पेरेज ओक क्रीक गए थे और गुरुद्वारे के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। गत अगस्त में नस्ली विचारधारा रखने वाले एक श्वेत व्यक्ति वेड माइकल पेज ने इस गुरुद्वारे में गोलीबारी कर छह लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।टिप्पणियां पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है । बैठक में चर्चा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुभव के आधार पर सामुदायिक संबंध सेवा ने सिफारिश की है कि सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ अपराधों को उन पुलिस रिपोर्टों और एफबीआई के घृणा अपराधों की सूची में दर्ज किया जाए जो हर साल पेश की जाती है। न्याय विभाग के सहायक अटॉर्नी जनरल टॉम पेरेज ने कहा कि अंतरधर्म समूह इस बात का समर्थन कर रहे हैं कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में सिखों, हिन्दुओं और अरबों के खिलाफ जिन अपराधों का पता लगाया गया है, उन्हें घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाए । पिछले हफ्ते पेरेज ओक क्रीक गए थे और गुरुद्वारे के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। गत अगस्त में नस्ली विचारधारा रखने वाले एक श्वेत व्यक्ति वेड माइकल पेज ने इस गुरुद्वारे में गोलीबारी कर छह लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।टिप्पणियां पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है । बैठक में चर्चा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुभव के आधार पर सामुदायिक संबंध सेवा ने सिफारिश की है कि सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ अपराधों को उन पुलिस रिपोर्टों और एफबीआई के घृणा अपराधों की सूची में दर्ज किया जाए जो हर साल पेश की जाती है। पिछले हफ्ते पेरेज ओक क्रीक गए थे और गुरुद्वारे के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। गत अगस्त में नस्ली विचारधारा रखने वाले एक श्वेत व्यक्ति वेड माइकल पेज ने इस गुरुद्वारे में गोलीबारी कर छह लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।टिप्पणियां पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है । बैठक में चर्चा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुभव के आधार पर सामुदायिक संबंध सेवा ने सिफारिश की है कि सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ अपराधों को उन पुलिस रिपोर्टों और एफबीआई के घृणा अपराधों की सूची में दर्ज किया जाए जो हर साल पेश की जाती है। पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकृत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है । बैठक में चर्चा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुभव के आधार पर सामुदायिक संबंध सेवा ने सिफारिश की है कि सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ अपराधों को उन पुलिस रिपोर्टों और एफबीआई के घृणा अपराधों की सूची में दर्ज किया जाए जो हर साल पेश की जाती है। बैठक में चर्चा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुभव के आधार पर सामुदायिक संबंध सेवा ने सिफारिश की है कि सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ अपराधों को उन पुलिस रिपोर्टों और एफबीआई के घृणा अपराधों की सूची में दर्ज किया जाए जो हर साल पेश की जाती है।
यहाँ एक सारांश है:अमेरिका के न्याय विभाग ने सिफारिश की है कि एफबीआई ने अब तक सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ जितने अपराधों का पता लगाया है, उन्हें धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाना चाहिए।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: देश के वरिष्ठ उद्योगपति व आरपीजी समूह के संस्थापक आरपी गोयनका का रविवार को लंबी बीमारी के बाद कोलकाता स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। गोयनका के निधन से देश के उद्योग जगत में शोक की लहर है। रविवार को गोयनका के निधन पर बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित भारतीय उद्योग जगत की सभी शीर्ष हस्तियों ने शोक संवेदना प्रकट की। फिक्की के अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "गोयनका फिक्की के अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने अनवरत योगदान से भारतीय उद्योग को वैश्विक अर्थव्यवस्था में पहचान दिलाने में सहयोग दिया।" भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष एस. गोपालकृष्णन ने कहा, "हमारे बीच से आज उद्योग जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक का निधन हो गया है और भारत ने सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक को खो दिया है।" देश के शीर्ष उद्योग घरानों में से एक बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला ने एक वक्तव्य में अपनी पत्नी सरला के साथ संयुक्त रूप से कहा, "हम आरपी गोयनका के निधन का समाचार सुनकर बेहद दुखी हैं। वह हमारे परिवार के बहुत करीब थे। गोयनका असाधारण प्रतिभा के धनी थे और बहुत ही सफल व्यक्ति थे। सुशीला देवी और गोयनका के परिवार के अन्य सदस्यों को हम अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। रविवार को गोयनका के निधन पर बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित भारतीय उद्योग जगत की सभी शीर्ष हस्तियों ने शोक संवेदना प्रकट की। फिक्की के अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "गोयनका फिक्की के अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने अनवरत योगदान से भारतीय उद्योग को वैश्विक अर्थव्यवस्था में पहचान दिलाने में सहयोग दिया।" भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष एस. गोपालकृष्णन ने कहा, "हमारे बीच से आज उद्योग जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक का निधन हो गया है और भारत ने सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक को खो दिया है।" देश के शीर्ष उद्योग घरानों में से एक बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला ने एक वक्तव्य में अपनी पत्नी सरला के साथ संयुक्त रूप से कहा, "हम आरपी गोयनका के निधन का समाचार सुनकर बेहद दुखी हैं। वह हमारे परिवार के बहुत करीब थे। गोयनका असाधारण प्रतिभा के धनी थे और बहुत ही सफल व्यक्ति थे। सुशीला देवी और गोयनका के परिवार के अन्य सदस्यों को हम अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। फिक्की के अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "गोयनका फिक्की के अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने अनवरत योगदान से भारतीय उद्योग को वैश्विक अर्थव्यवस्था में पहचान दिलाने में सहयोग दिया।" भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष एस. गोपालकृष्णन ने कहा, "हमारे बीच से आज उद्योग जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक का निधन हो गया है और भारत ने सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक को खो दिया है।" देश के शीर्ष उद्योग घरानों में से एक बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला ने एक वक्तव्य में अपनी पत्नी सरला के साथ संयुक्त रूप से कहा, "हम आरपी गोयनका के निधन का समाचार सुनकर बेहद दुखी हैं। वह हमारे परिवार के बहुत करीब थे। गोयनका असाधारण प्रतिभा के धनी थे और बहुत ही सफल व्यक्ति थे। सुशीला देवी और गोयनका के परिवार के अन्य सदस्यों को हम अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष एस. गोपालकृष्णन ने कहा, "हमारे बीच से आज उद्योग जगत की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक का निधन हो गया है और भारत ने सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक को खो दिया है।" देश के शीर्ष उद्योग घरानों में से एक बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला ने एक वक्तव्य में अपनी पत्नी सरला के साथ संयुक्त रूप से कहा, "हम आरपी गोयनका के निधन का समाचार सुनकर बेहद दुखी हैं। वह हमारे परिवार के बहुत करीब थे। गोयनका असाधारण प्रतिभा के धनी थे और बहुत ही सफल व्यक्ति थे। सुशीला देवी और गोयनका के परिवार के अन्य सदस्यों को हम अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। देश के शीर्ष उद्योग घरानों में से एक बिड़ला समूह के बसंत कुमार बिड़ला ने एक वक्तव्य में अपनी पत्नी सरला के साथ संयुक्त रूप से कहा, "हम आरपी गोयनका के निधन का समाचार सुनकर बेहद दुखी हैं। वह हमारे परिवार के बहुत करीब थे। गोयनका असाधारण प्रतिभा के धनी थे और बहुत ही सफल व्यक्ति थे। सुशीला देवी और गोयनका के परिवार के अन्य सदस्यों को हम अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। संवेदनाएं प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।" उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। उद्योगपतियों के समूह ने एक वक्तव्य में कहा, "सीआईआई को समय-समय पर नीतियों एवं मुद्दों पर गोयनका की दूरदृष्टि एवं मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा, जो यह सुनिश्चित करते थे कि भारत में उद्योगों का विकास सही दिशा में होता रहे।" पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रह चुके गोयनका के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा, "आज बंगाल ने उद्योग जगत के एक सच्चे विजेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने के लिए शक्ति दे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।टिप्पणियां वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे। गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: देश के वरिष्ठ उद्योगपति व आरपीजी समूह के संस्थापक आरपी गोयनका का रविवार को लंबी बीमारी के बाद कोलकाता स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। गोयनका के निधन से देश के उद्योग जगत में शोक की लहर है।
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल ने कहा है कि वर्ष 2012 के दौरान भारत में सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले लोगों में भारतीय मूल की कनाडाई पोर्न स्टार और फिल्म 'जिस्म 2' के जरिये बॉलीवुड में कदम रखने वाली सनी लियोन पहले नंबर पर रही। गूगल की ओर से बुधवार देर रात को जारी की गई इस सूची में सनी लियोन के बाद 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना दूसरे स्थान पर और अपने विवादास्पद बयानों से सुर्खियां बटोरने वाली अभिनेत्री-मॉडल पूनम पांडे तीसरे नंबर पर हैं। इनके अलावा अपनी पहली ही फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' में मादक अदाकारी से छा जाने वाली आलिया भट्ट चौथे, विवादास्पद धर्मगुरु निर्मल बाबा पांचवें, अमेरिका की वयस्कों की मशहूर पत्रिका 'प्लेब्वॉय' के लिए नग्न तस्वीरें खिंचवाकर चर्चा में आई शर्लिन चोपड़ा छठे स्थान पर रहीं। इसी तरह से दिवंगत फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा सातवें, हाल ही में 'बेबो' से शादी रचाने वाले पटौदी के नवाब अभिनेता सैफ अली खान आठवें, फिल्म 'कॉकटेल' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अभिनेत्री डायना पेंटी नौवें तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख भारत में सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले लोगों में 10वें स्थान पर रहे। टिप्पणियां भारत में तीन सबसे ज़्यादा सर्च की जानी वाली चीजों में बैंकों की नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था आईबीपीएस पहले स्थान पर, गेट परीक्षा दूसरे और सनी लियोन तीसरे स्थान पर रहीं। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में फिल्मों की श्रेणी के तहत भारत में 'एक था टाइगर' को सबसे ज़्यादा सर्च किया गया। इसके बाद 'राउडी राठौर' तथा तीसरे नंबर पर 'जन्नत 2' रहीं। गूगल के मुताबिक 'एक था टाइगर' फिल्म दुनियाभर में सबसे अधिक सर्च की गई फिल्मों में सातवें पायदान पर रही। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है। गूगल की ओर से बुधवार देर रात को जारी की गई इस सूची में सनी लियोन के बाद 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना दूसरे स्थान पर और अपने विवादास्पद बयानों से सुर्खियां बटोरने वाली अभिनेत्री-मॉडल पूनम पांडे तीसरे नंबर पर हैं। इनके अलावा अपनी पहली ही फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' में मादक अदाकारी से छा जाने वाली आलिया भट्ट चौथे, विवादास्पद धर्मगुरु निर्मल बाबा पांचवें, अमेरिका की वयस्कों की मशहूर पत्रिका 'प्लेब्वॉय' के लिए नग्न तस्वीरें खिंचवाकर चर्चा में आई शर्लिन चोपड़ा छठे स्थान पर रहीं। इसी तरह से दिवंगत फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा सातवें, हाल ही में 'बेबो' से शादी रचाने वाले पटौदी के नवाब अभिनेता सैफ अली खान आठवें, फिल्म 'कॉकटेल' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अभिनेत्री डायना पेंटी नौवें तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख भारत में सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले लोगों में 10वें स्थान पर रहे। टिप्पणियां भारत में तीन सबसे ज़्यादा सर्च की जानी वाली चीजों में बैंकों की नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था आईबीपीएस पहले स्थान पर, गेट परीक्षा दूसरे और सनी लियोन तीसरे स्थान पर रहीं। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में फिल्मों की श्रेणी के तहत भारत में 'एक था टाइगर' को सबसे ज़्यादा सर्च किया गया। इसके बाद 'राउडी राठौर' तथा तीसरे नंबर पर 'जन्नत 2' रहीं। गूगल के मुताबिक 'एक था टाइगर' फिल्म दुनियाभर में सबसे अधिक सर्च की गई फिल्मों में सातवें पायदान पर रही। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है। इनके अलावा अपनी पहली ही फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' में मादक अदाकारी से छा जाने वाली आलिया भट्ट चौथे, विवादास्पद धर्मगुरु निर्मल बाबा पांचवें, अमेरिका की वयस्कों की मशहूर पत्रिका 'प्लेब्वॉय' के लिए नग्न तस्वीरें खिंचवाकर चर्चा में आई शर्लिन चोपड़ा छठे स्थान पर रहीं। इसी तरह से दिवंगत फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा सातवें, हाल ही में 'बेबो' से शादी रचाने वाले पटौदी के नवाब अभिनेता सैफ अली खान आठवें, फिल्म 'कॉकटेल' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अभिनेत्री डायना पेंटी नौवें तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख भारत में सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले लोगों में 10वें स्थान पर रहे। टिप्पणियां भारत में तीन सबसे ज़्यादा सर्च की जानी वाली चीजों में बैंकों की नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था आईबीपीएस पहले स्थान पर, गेट परीक्षा दूसरे और सनी लियोन तीसरे स्थान पर रहीं। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में फिल्मों की श्रेणी के तहत भारत में 'एक था टाइगर' को सबसे ज़्यादा सर्च किया गया। इसके बाद 'राउडी राठौर' तथा तीसरे नंबर पर 'जन्नत 2' रहीं। गूगल के मुताबिक 'एक था टाइगर' फिल्म दुनियाभर में सबसे अधिक सर्च की गई फिल्मों में सातवें पायदान पर रही। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है। इसी तरह से दिवंगत फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा सातवें, हाल ही में 'बेबो' से शादी रचाने वाले पटौदी के नवाब अभिनेता सैफ अली खान आठवें, फिल्म 'कॉकटेल' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अभिनेत्री डायना पेंटी नौवें तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख भारत में सबसे ज़्यादा सर्च किए जाने वाले लोगों में 10वें स्थान पर रहे। टिप्पणियां भारत में तीन सबसे ज़्यादा सर्च की जानी वाली चीजों में बैंकों की नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था आईबीपीएस पहले स्थान पर, गेट परीक्षा दूसरे और सनी लियोन तीसरे स्थान पर रहीं। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में फिल्मों की श्रेणी के तहत भारत में 'एक था टाइगर' को सबसे ज़्यादा सर्च किया गया। इसके बाद 'राउडी राठौर' तथा तीसरे नंबर पर 'जन्नत 2' रहीं। गूगल के मुताबिक 'एक था टाइगर' फिल्म दुनियाभर में सबसे अधिक सर्च की गई फिल्मों में सातवें पायदान पर रही। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है। भारत में तीन सबसे ज़्यादा सर्च की जानी वाली चीजों में बैंकों की नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था आईबीपीएस पहले स्थान पर, गेट परीक्षा दूसरे और सनी लियोन तीसरे स्थान पर रहीं। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में फिल्मों की श्रेणी के तहत भारत में 'एक था टाइगर' को सबसे ज़्यादा सर्च किया गया। इसके बाद 'राउडी राठौर' तथा तीसरे नंबर पर 'जन्नत 2' रहीं। गूगल के मुताबिक 'एक था टाइगर' फिल्म दुनियाभर में सबसे अधिक सर्च की गई फिल्मों में सातवें पायदान पर रही। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है। गूगल के मुताबिक पर्यटन के लिहाज से भारत में सबसे अधिक सर्च की गई जगह केरल रहा। इसके बाद प्रेम का प्रतीक ताजमहल तथा तीसरे नंबर पर वाघा सीमा रही। इसी तरह, भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए तीन शहरों में राजधानी दिल्ली पहले, बेंगलुरू दूसरे तथा देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई तीसरे स्थान पर रही। गूगल ने कहा कि वर्ष 2012 में 146 भाषाओं में दुनियाभर में 1000 अरब सर्च किए गए, जिनके आधार पर यह सूची जारी की गई है।
यह एक सारांश है: सूची में 'किंग ऑफ रोमांस' कहे जाने वाले बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना दूसरे और विवादास्पद बयानों से सुर्खियां बटोरने वाली अभिनेत्री-मॉडल पूनम पांडे तीसरे नंबर पर हैं।
21
['hin']
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने हिंडन नदी के तट वाले क्षेत्र पर अंधाधुंध ठोस एवं अन्य कचरा फेंकने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को आड़े हाथ लेते हुए गुरुवार को कहा कि नगर निगम को यह काम करने से पहले लोगों की समस्याओं के बारे में सोचना चाहिए. एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने अधिकारियों के खिलाफ जमानती वारंट तो नहीं जारी किया किन्तु उसने नगर निगम को उसका वैधानिक दायित्व निभाने में विफल रहने के लिए आड़े हाथ लिया. हरित न्यायाधिकरण ने जीडीए के उपाध्यक्ष, आयुक्त तथा गाजियाबाद के जिलाधीश को कल उनके समक्ष पेश होने का आदेश दिया. पीठ ने कहा, "आप जरा आंख बंद कर आम आदमी की समस्याओं के बारे में सोचिए. आप जलाशय के समीप कचरे का अंबार लगा रहे हैं." उसने कहा कि इस बात की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि राज्य के किसी जन प्राधिकार द्वारा पर्यावरण क्षति को उचित ठहराया जाए.टिप्पणियां साथ ही सीधे ठोस कचरा डालकर जल प्रदूषण किया जाए अथवा अन्य लोगों को पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील जगह पर इस तरह का कचरा फेंकने दिया जाए. पीठ की यह टिप्पणी कृष्णापाल द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते हुए की गई. याचिका में गाजियाबाद में हिंडन नदी के समीप निगम का ठोस कचरा लापरवाही से डालने का आरोप लगाया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने अधिकारियों के खिलाफ जमानती वारंट तो नहीं जारी किया किन्तु उसने नगर निगम को उसका वैधानिक दायित्व निभाने में विफल रहने के लिए आड़े हाथ लिया. हरित न्यायाधिकरण ने जीडीए के उपाध्यक्ष, आयुक्त तथा गाजियाबाद के जिलाधीश को कल उनके समक्ष पेश होने का आदेश दिया. पीठ ने कहा, "आप जरा आंख बंद कर आम आदमी की समस्याओं के बारे में सोचिए. आप जलाशय के समीप कचरे का अंबार लगा रहे हैं." उसने कहा कि इस बात की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि राज्य के किसी जन प्राधिकार द्वारा पर्यावरण क्षति को उचित ठहराया जाए.टिप्पणियां साथ ही सीधे ठोस कचरा डालकर जल प्रदूषण किया जाए अथवा अन्य लोगों को पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील जगह पर इस तरह का कचरा फेंकने दिया जाए. पीठ की यह टिप्पणी कृष्णापाल द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते हुए की गई. याचिका में गाजियाबाद में हिंडन नदी के समीप निगम का ठोस कचरा लापरवाही से डालने का आरोप लगाया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पीठ ने कहा, "आप जरा आंख बंद कर आम आदमी की समस्याओं के बारे में सोचिए. आप जलाशय के समीप कचरे का अंबार लगा रहे हैं." उसने कहा कि इस बात की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि राज्य के किसी जन प्राधिकार द्वारा पर्यावरण क्षति को उचित ठहराया जाए.टिप्पणियां साथ ही सीधे ठोस कचरा डालकर जल प्रदूषण किया जाए अथवा अन्य लोगों को पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील जगह पर इस तरह का कचरा फेंकने दिया जाए. पीठ की यह टिप्पणी कृष्णापाल द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते हुए की गई. याचिका में गाजियाबाद में हिंडन नदी के समीप निगम का ठोस कचरा लापरवाही से डालने का आरोप लगाया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) साथ ही सीधे ठोस कचरा डालकर जल प्रदूषण किया जाए अथवा अन्य लोगों को पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील जगह पर इस तरह का कचरा फेंकने दिया जाए. पीठ की यह टिप्पणी कृष्णापाल द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते हुए की गई. याचिका में गाजियाबाद में हिंडन नदी के समीप निगम का ठोस कचरा लापरवाही से डालने का आरोप लगाया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एनजीटी ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को आड़े हाथ लिया जीडीए उपाध्यक्ष, आयुक्त तथा डीएम को कल पेश होने का आदेश दिया पीठ की यह टिप्पणी कृष्णापाल द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते हुए की
26
['hin']
एक सारांश बनाओ: हॉलीवुड की दिलकश अदाकारा जेनिफर लॉरेंस अपने वजन को लेकर चिंतित नहीं रहतीं और वह सामान्य रूप से खाती-पीती हैं।टिप्पणियां 'द हंगर गेम्स' में कैटनीस इवरडीन की भूमिका निभा कर ख्याति बटोरने वाली 22-वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि वह अपने प्रशंसकों के लिए एक अच्छा आदर्श प्रस्तुत करना चाहती हैं। उन्होंने बताया, मेरा वजन अधिक है। ऐसे में मुझे दुबले-पतले लोगों से नफरत है। मैं सामान्य तरीके से खाती-पीती हूं। जेनिफर ने कहा, मैं एक आम लड़की हूं, जिसे खाना खाना पसंद है। 'द हंगर गेम्स' में कैटनीस इवरडीन की भूमिका निभा कर ख्याति बटोरने वाली 22-वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि वह अपने प्रशंसकों के लिए एक अच्छा आदर्श प्रस्तुत करना चाहती हैं। उन्होंने बताया, मेरा वजन अधिक है। ऐसे में मुझे दुबले-पतले लोगों से नफरत है। मैं सामान्य तरीके से खाती-पीती हूं। जेनिफर ने कहा, मैं एक आम लड़की हूं, जिसे खाना खाना पसंद है। उन्होंने बताया, मेरा वजन अधिक है। ऐसे में मुझे दुबले-पतले लोगों से नफरत है। मैं सामान्य तरीके से खाती-पीती हूं। जेनिफर ने कहा, मैं एक आम लड़की हूं, जिसे खाना खाना पसंद है।
यह एक सारांश है: 'द हंगर गेम्स' में कैटनीस इवरडीन की भूमिका निभाकर ख्याति बटोरने वाली 22-वर्षीय जेनिफर लॉरेंस ने कहा, मुझे दुबले-पतले लोगों से नफरत है। मैं सामान्य तरीके से खाती-पीती हूं।
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमित शाह ने बुधवार को गोरखपुर में एक जनसभा में दावा किया कि यूपी में भाजपा की आंधी है और हम पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता समझ चुकी है कि राज्य को सपा और बसपा के 14 साल के शासन ने बर्बाद कर दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, 'अखिलेश बोलते हैं कि काम बोलता है लेकिन उत्तर प्रदेश में कोई काम नहीं हुआ. हां एक बात अवश्य है कि हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश देश में नंबर वन राज्य है. माताओं-बहनों के साथ बलात्कार, उन पर अत्याचार, चोरी, लूट और गुंडागर्दी के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन है.' शाह ने कहा कि सपा को पता था कि इस बार वह चुनाव हारने जा रही है, इसलिए उसने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. अगर काम किया होता और अपने काम पर भरोसा होता तो गठबंधन करने की आवश्यकता नहीं पड़ती.टिप्पणियां कांग्रेस ने अमित शाह की 'कसाब' वाली टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा है कि यह पार्टी की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि जिस तरीके से शाह ने कहा है वह भाजपा की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है जिसकी 'कड़ी निंदा' की जानी चाहिए. सिंघवी ने कहा, 'शब्द संक्षेपण को खत्म करने की जरूरत है. भाजपा की पिछड़ी सोच सामने आ रही है. यह पार्टी की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है और वे हर चीज में विभाजनकारी बोलते हैं.' कांग्रेस नेता ने कहा कि शाह का बयान चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन है. सिंघवी ने कहा, 'यह कसाब का सवाल नहीं है. हर कोई जानता है कि वह अपराधी था. सवाल प्रतीकात्मक है और कांग्रेस, सपा, बसपा को लाकर इसे सांप्रदायिक बनाने का प्रयास है.' कांग्रेस ने अमित शाह की 'कसाब' वाली टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा है कि यह पार्टी की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि जिस तरीके से शाह ने कहा है वह भाजपा की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है जिसकी 'कड़ी निंदा' की जानी चाहिए. सिंघवी ने कहा, 'शब्द संक्षेपण को खत्म करने की जरूरत है. भाजपा की पिछड़ी सोच सामने आ रही है. यह पार्टी की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है और वे हर चीज में विभाजनकारी बोलते हैं.' कांग्रेस नेता ने कहा कि शाह का बयान चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन है. सिंघवी ने कहा, 'यह कसाब का सवाल नहीं है. हर कोई जानता है कि वह अपराधी था. सवाल प्रतीकात्मक है और कांग्रेस, सपा, बसपा को लाकर इसे सांप्रदायिक बनाने का प्रयास है.' सिंघवी ने कहा, 'शब्द संक्षेपण को खत्म करने की जरूरत है. भाजपा की पिछड़ी सोच सामने आ रही है. यह पार्टी की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है और वे हर चीज में विभाजनकारी बोलते हैं.' कांग्रेस नेता ने कहा कि शाह का बयान चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन है. सिंघवी ने कहा, 'यह कसाब का सवाल नहीं है. हर कोई जानता है कि वह अपराधी था. सवाल प्रतीकात्मक है और कांग्रेस, सपा, बसपा को लाकर इसे सांप्रदायिक बनाने का प्रयास है.'
यह एक सारांश है: भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस, सपा और बसपा के लिए ‘कसाब’ शब्द गढ़ा अमित शाह ने किया दावा - यूपी में भाजपा की आंधी है 'सपा को अपने काम पर भरोसा होता तो उसे गठबंधन की जरूरत नहीं होती'
24
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: तिहाड़ जेल का तिलिस्म आज तक किसी की समझ में नहीं आया है. जब से तिहाड़ बना है तब से अब तक अनगिनत तेज-तर्रार जेल महानिदेशक आकर चले गए. किसी ने तिहाड़ को आश्रम बनाने का ख्वाब देखा तो किसी ने इसे मनुष्य जीवन की सर्वोत्तम पाठशाला बनाने के लंबे-लंबे वायदे किए. अब नये और मौजूदा तिहाड़ जेल महानिदेशक संदीप गोयल जेल में बंद तमाम खूंखार और हाई-प्रोफाइल कैदियों से मोबाइल को दूर करने में जुटे हैं. इन तमाम प्रयासों के बावजूद आलम यह है कि भूले-भटके कहीं न कहीं, कभी न कभी, किसी न किसी कैदी के पास से मोबाइल मिल ही जाता है.  जेल के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक बताया कि अब तक मोबाइल कैदियों की बैरक या कोठरी या फिर उनके सामान के अंदर छिपा मिलता था. इस बार एक शातिर कैदी ने जो कमाल किया वो वास्तव में हैरतंगेज है.  इस बार मोबाइल न किसी बैरक से मिला और न ही किसी सामान या कोठरी के भीतर छिपाकर रखा गया था. तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक, इस बार मोबाइल एक कैदी के पेट से निकलवाकर जब्त किया गया है. कैदी के पेट के भीतर से मोबाइल बरामद होने की यह हैरतंगेज घटना तिहाड़ की ही एक जेल की बताई जाती है. हालांकि ऐसा नहीं है कि तिहाड़ जेल में पहली बार किसी कैदी के पेट के अंदर छिपा मोबाइल बरामद हुआ हो. कुछ समय पहले दिल्ली की एक अन्य जेल में सजा काट रहे कैदी के भी पेट के अंदर छिपा मोबाइल जब्त किया गया था. उस मामले में बात तो यहां तक बाहर निकल कर आ रही थी कि, कैदी के पेट में चार मोबाइल थे. जिनमें से तीन मोबाइल पेट के बाहर निकलवा लिए गए, जबकि पेट के अंदर शेष एक और मोबाइल को बाहर निकालने की कोशिशें बाद में भी लंबे समय तक जारी रहीं.  हालांकि जेल के एक सूत्र ने सिर्फ एक मोबाइल बरामद होने की पुष्टि की थी. जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा, "जेल में कोई अराजकता नहीं है, सब तरफ शांति है." दूसरी ओर तिहाड़ की चार नंबर जेल में बंद कैदी के पेट से मोबाइल बरामद होने की घटना को लेकर दिल्ली की बाकी जेलों में भी चर्चाओं का बाजार गरम है. तिहाड़ जेल से जुड़े सूत्र बताते हैं कि बीते सप्ताह (शुक्रवार 16 अगस्त ) दोपहर के वक्त भी एक अत्याधुनिक मोबाइल जेल नंबर-4 से ही जब्त हुआ था. वह मोबाइल उस वक्त मिला जब जेल के अधिकांश कर्मचारी ड्यूटी बदलने में (दोपहर बाद 1 से तीन बजे के बीच में) व्यस्त थे, जबकि अधिकांश कैदी जेल की कोठरियों में आराम कर रहे थे.   नाम उजागर न करने की शर्त पर तिहाड़ जेल के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि बेहद छोटे और पतले डिजाइन वाला कीमती मोबाइल विपश्यना (जहां तिहाड़ के कैदी योगाभ्यास इत्यादि करते हैं /करते थे) वार्ड से मिला था. इस वार्ड में फिलहाल कुछ चुनिंदा और हाई-प्रोफाइल कैदी रखे गए हैं. मोबाइल को तिहाड़ जेल महानिदेशक द्वारा गठित विशेष छापामार दल ने बरामद किया. बरामदगी के वक्त मोबाइल 'टीवी-पोर्ट' में चार्ज पर लगा हुआ था. छापा मारने वाली टीम के लाख पूछने पर भी अभी तक यह बात सामने नहीं आ पाई है कि आखिर विपश्यना वार्ड में (जेल के भीतर) इतना कीमती मोबाइल आखिर पहुंचा कैसे? छापामार दल द्वारा मोबाइल के मालिक के बारे में पूछताछ करने पर किसी भी कैदी ने कबूल नहीं किया कि मोबाइल उसका है.   इन हालातों में कम से कम यह साबित हो गया है कि, तिहाड़ जेल के चाक-चौबंद इंतजामों के बाद भी यहां मोबाइल ले जाना कोई बड़ी बात नहीं है. उल्लेखनीय है कि अगस्त के शुरू में दिये एक खास साक्षात्कार में नव-नियुक्त जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने भी जेल में मोबाइल के इस्तेमाल की बात बेबाकी से मानी थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि उनकी प्राथमिकता यहां चल रहे मोबाइल के इस 'खतरनाक खेल' को नेस्तनाबूद करना होगा. ऐसे में इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि तिहाड़ या फिर दिल्ली की अन्य जेलों से मोबाइलों की धड़ाधड़ बरामदगी नए जेल महानिदेशक द्वारा उठाए गए किसी सख्त और गुप्त कदम या फिर रणनीति का ही हिस्सा या परिणति हो. लगातार मोबाइल जब्ती के बाद कम से कम यह तो है कि, मोटी रकम खर्च करने के बाद भले ही मोबाइल जेल के अंदर पहुंच रहे हों, मगर इन मोबाइल को जब्त कर लिए जाने से कैदियों की तमाम खतरनाक भावी योजनाओं पर वक्त रहते पानी फेर दिया जा रहा है.
संक्षिप्त सारांश: तिहाड़ जेल में सामने आई हैरतअंगेज घटना कैदी ने अपने पेट में छिपा रखा मोबाइल जांच के दौरान मोबाइल किया गया बरामद
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['hin']
एक सारांश बनाओ: 100 मीटर की स्पर्धा में योहान ब्लैक से मिली हार को पीछे छोड़ते हुए उसैन बोल्ट 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। शनिवार को नेशनल स्टेडियम में 25 वर्षीय बोल्ट ने फर्राटा भरते हुए 21.21 सेकंड में 200 मीटर की दूरी तय करके जमैका ओलिंपिक ट्रायल्स के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। कैरेबियन मीडिया कॉर्पोरेशन के मुताबिक 21.22 सेकंड का समय निकालकर एश्ले वॉ दूसरे और 21.36 सेकंड के साथ डैक्स्टर नैकेंजी तीसरे स्थान पर रहे। वहीं शुक्रवार को 9.75 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर की दौड़ में बोल्ट को चकित कर देने वाले ब्लैक भी 21.43 सेकंड के साथ 200 मीटर की स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।टिप्पणियां इस स्पर्धा में बोल्ट विश्व चैम्पियन हैं और ओलिंपिक गोल्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन ब्लैक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 19.26 सेकंड का है जो उन्होंने पिछले सितंबर में ब्रसेल्स में बनाया था। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। शनिवार को नेशनल स्टेडियम में 25 वर्षीय बोल्ट ने फर्राटा भरते हुए 21.21 सेकंड में 200 मीटर की दूरी तय करके जमैका ओलिंपिक ट्रायल्स के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। कैरेबियन मीडिया कॉर्पोरेशन के मुताबिक 21.22 सेकंड का समय निकालकर एश्ले वॉ दूसरे और 21.36 सेकंड के साथ डैक्स्टर नैकेंजी तीसरे स्थान पर रहे। वहीं शुक्रवार को 9.75 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर की दौड़ में बोल्ट को चकित कर देने वाले ब्लैक भी 21.43 सेकंड के साथ 200 मीटर की स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।टिप्पणियां इस स्पर्धा में बोल्ट विश्व चैम्पियन हैं और ओलिंपिक गोल्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन ब्लैक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 19.26 सेकंड का है जो उन्होंने पिछले सितंबर में ब्रसेल्स में बनाया था। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। कैरेबियन मीडिया कॉर्पोरेशन के मुताबिक 21.22 सेकंड का समय निकालकर एश्ले वॉ दूसरे और 21.36 सेकंड के साथ डैक्स्टर नैकेंजी तीसरे स्थान पर रहे। वहीं शुक्रवार को 9.75 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर की दौड़ में बोल्ट को चकित कर देने वाले ब्लैक भी 21.43 सेकंड के साथ 200 मीटर की स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।टिप्पणियां इस स्पर्धा में बोल्ट विश्व चैम्पियन हैं और ओलिंपिक गोल्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन ब्लैक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 19.26 सेकंड का है जो उन्होंने पिछले सितंबर में ब्रसेल्स में बनाया था। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं शुक्रवार को 9.75 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर की दौड़ में बोल्ट को चकित कर देने वाले ब्लैक भी 21.43 सेकंड के साथ 200 मीटर की स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।टिप्पणियां इस स्पर्धा में बोल्ट विश्व चैम्पियन हैं और ओलिंपिक गोल्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन ब्लैक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 19.26 सेकंड का है जो उन्होंने पिछले सितंबर में ब्रसेल्स में बनाया था। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इस स्पर्धा में बोल्ट विश्व चैम्पियन हैं और ओलिंपिक गोल्ड भी जीत चुके हैं। लेकिन ब्लैक का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 19.26 सेकंड का है जो उन्होंने पिछले सितंबर में ब्रसेल्स में बनाया था। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। यह 200 मीटर के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसे देखते हुए ब्लैक द्वारा बोल्ट के लिए कड़ी चुनौती पेश किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह एक सारांश है: 100 मीटर की स्पर्धा में योहान ब्लैक से मिली हार को पीछे छोड़ते हुए उसैन बोल्ट 200 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: जफरयाब जिलानी की आंखों में मोतियाबिंद होने की वजह से उन्हें देखने में दिक्कत है. लिहाजा कोर्ट में कई दस्तावेज इनकी जूनियर आकृति ने पढ़े.  उन्होंने ह्वेनसांग के यात्रा वृत्तांत का उल्लेख करते हुए कहा कि विक्रमादित्य के बनाए मंदिर और बौद्ध मठ, स्मारक अयोध्या में थे. मंदिरों के इस शहर में सारे मंदिर हिंदुओं के नहीं थे. मीनाक्षी अरोड़ा ने एएसआई की रिपोर्ट पर मुस्लिम पक्षकारों की ओर से बहस की. मीनाक्षी अरोड़ा ने ASI की रिपोर्ट और खुदाई में मिले सामान पर दलीलें दीं. उन्होंने कहा कि उन अलग-अलग यात्रियों के वर्णन में भी मंदिर, ढांचे, खंबों को लेकर कई विरोधाभास हैं. जब मस्जिद बनाई गई तो वहां खाली जगह थी. जस्टिस बोबड़े ने कहा कि जीर्णोद्धार का मतलब यह भी हो सकता है कि वहां बहुत पुराना ढांचा रहा हो जहां यह मस्जिद बनाई गई. अरोड़ा ने कहा कि 1528 से 1992 तक मस्जिद का अस्तित्व था. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि इसमें दो तर्क हो सकते हैं, अव्वल तो निर्जन पड़े जीर्ण मंदिर की जगह मस्जिद बनाई गई, या फिर बिल्कुल खाली जमीन पर बनाई गई. आप इस पर अपनी बात रखें. अरोड़ा ने कहा कि हिंदुओं का दावा है कि महाराजा विक्रमादित्य के समय रामजन्म भूमि मंदिर बनाया गया था. उसमें कसौटी पत्थर के खंभों पर देवी-देवताओं की मूर्तियां थीं. उन्हें ध्वस्त कर उसके अवशेषों के साथ मस्जिद बनाई गई. इसमे एएसआई की रिपोर्ट भी मौखिक, यात्रा वृत्तांत और खुदाई में मिली चीज़ों का रसायनिक विश्लेषण है. ASI के खुदाई में विशेषज्ञ भुवन विक्रम सिंह थे. हाईकोर्ट ने उनसे भी पूछताछ की लेकिन कोर्ट ने मुस्लिम पक्षकारों को उनसे जिरह की इजाजत नहीं दी.  बाद में एएसआई रिपोर्ट को ठोस सबूत माना और फैसले में इसका जिक्र भी किया. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि हाईकोर्ट ने भी इस मामले में कुछ नहीं कहा कि मस्जिद बाबर ने बनाई या औरंगजेब ने. मैं भी इसमें नहीं पड़ूँगी. जस्टिस चंद्रचूड़ ने पूछा कि ASI की रिपोर्ट न मानने का आधार क्या है? जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि मंदिरों के जीर्णोद्धार की भी परंपरा रही है. पुराने जीर्ण मंदिरों को उसी स्थान पर सिरे से बनाया जाता है. क्या जीर्ण मंदिर की जगह पर बनाई मस्जिद? ये तो हिन्दू पक्ष को बताना पड़ेगा कि वहां मंदिर था. वो सबूत दें. किसी यात्री के वृतांत से यह कैसे साबित होगा कि उसे किसी ने बताया था कि वहां एक मंदिर था. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि रिपोर्ट पर दस्तखत नहीं हैं. सीजेआई ने कहा कि हालांकि वह रिपोर्ट कोर्ट का रिकॉर्ड बन गई थी, उस पर तो नाम छपे हैं. आपकी आपत्ति उसके लेखक को लेकर है. आप रिपोर्ट के दसवें चैप्टर को लेकर दलील देना चाहती हैं तो दें. जस्टिस भूषण ने कहा कि उस रिपोर्ट पर हरि मांझी और बीआर मणि के नाम छपे हैं, क्योंकि रिपोर्ट पर उनके दस्तखत हैं. ये तो ASI ने नाम छापकर मान लिया है कि यह साझा रिपोर्ट है. चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने रिपोर्ट के दसवें अध्याय, जिसमें रिपोर्ट का निष्कर्ष है, को लेकर आपकी इस आपत्ति का संज्ञान लिया है. हम देखेंगे कि रिपोर्ट के साथ कोई फारवर्ड लेटर था या नहीं. अब आप अगला पॉइंट बताएं. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि हिन्दू पक्षकारों ने यह नहीं बताया कि वहां मंदिर किसने और किस काल में बनाया? विक्रमादित्य तो कई राजाओं की पदवी रही, लिहाज़ा ये दावा ठोस नहीं है. 85 खंभे की बात कही गई जिनमें से एएसआई ने 50 को ही देखा और 12 को पूरी तरह एक्सपोज़ किया. बाकी को थोड़ा बहुत देखकर छोड़ दिया था. खुदाई के दौरान ज़मीन के भीतर से मिले सबूत का कालखंड निर्णय जरूरी है जिससे निर्माण काल का पता चलता है. जस्टिस बोबड़े ने कहा कि हालांकि यहां इसकी क्या अहमियत होगी? अरोड़ा ने कहा कि हो सकता है नीचे कोई मंदिर जैसा ढांचा हो, लेकिन उसे तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई इसका कोई सबूत नहीं है. जस्टिस बोबड़े ने कहा, लेकिन नीचे मंदिर का ढांचा तो मिला है. उसके निर्माण के कालखंड की अहमियत उतनी नहीं है. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि वहां खुदाई की जगह पश्चिमी छोर पर 50 मीटर लंबी मोटी दीवार मिली. वह ईदगाह की दीवार होगी. ईदगाह बस्ती के बाहर होती थी, जहां मुस्लिम बड़ी तादाद में ईद बकरीद की नमाज़ अदा करते थे. जस्टिस भूषण ने कहा कि आपकी दलीलों में ईदगाह का कहीं ज़िक्र नहीं है जैसा कि हिन्दू मंदिर होने की प्लीडिंग देते रहे हैं. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि पुरातत्व रिपोर्ट में कहा गया है कि खंभे अलग-अलग समय के हैं. कोई 6AD और कोई 7AD का है. कोई बड़ा और छोटा तथा अलग-अलग दूरी पर स्थित हैं. ऐसे में खुदाई के बाद जिन खंभों की बात की जा रही है वह मंदिर के थे, यह स्पष्ट नहीं है. चीफ जस्टिस ने कहा कि आप जो भी दलीलें दे रहीं हैं वो आपके दावे से संबंधित हैं, क्या इनका औचित्य है? अरोड़ा ने कहा कि मेरा तात्पर्य यह है कि रिपोर्ट सही नहीं है. जस्टिस बोबड़े ने कहा कि आप क्यों पुरातत्व विशेषज्ञों की राय को नकार रहीं हैं, जबकि उन्होंने अदालत के आदेश पर प्रक्रिया के अनुरूप काम किया.
यह एक सारांश है: संविधान पीठ ने मुस्लिम पक्ष से कहा कि आपकी दलीलें जोरदार नहीं जस्टिस चंद्रचूड़ ने पूछा कि ASI की रिपोर्ट न मानने का आधार क्या है? मुस्लिम पक्ष की ओर से एएसआई की रिपोर्ट पर मीनाक्षी अरोड़ा ने की बहस
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: नई दिल्‍ली में चल रही आईएसएसएफ वर्ल्‍डकप में जीतू राय भारत के लिए एक और कामयाबी लेकर आए. रियो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर चुके जीतू ने मंगलवार को 10 मीटर एयर पिस्‍टल इवेंट में ब्रॉन्‍ज मेडल जीता. भारतीय शूटर ने कुल 216.7 अंक अर्जित किए. इवेंट का गोल्‍ड मेडल जापान के तोमोयुकी मात्‍सुदा ने वर्ल्‍ड रिकॉर्ड के साथ जीता.  उन्‍होंने 240.1अंक हासिल किए जबकि वियतनाम के विन होआंग 236.6 अंक के साथ सिल्‍वर मेडल अपने नाम करने में सफल रहे.टिप्पणियां इससे पहले जीतू राय और हिना सिद्धू ने टूर्नामेंट की 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. जीतू और हिना की जोड़ी ने जापान के युकारी कोनोशी और टोमोयुकी मत्सुदा की जोड़ी को फाइनल में 5-3 से हराया. जीत के बाद हिना ने कहा था कि मिक्स्ड इवेंट रोमांचक रही,वहीं विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता जीतू ने कहा कि मैं इवेंट से पहले इस बात के लिए काफी उत्साहित था कि आखिर मिक्स्ड का यह इवेंट कैसे होता है. टूर्नामेंट में पूजा घटकर ने कुछ तकनीकी दिक्कतों से उबरते हुए 24 फरवरी को महिला 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्‍ज मेडल जीता था . प्रतियोगिता में भारत का यह पहला मेडल था. पूर्व एशियाई चैम्पियन 28 साल की पूजा फाइनल में 228.8 के स्कोर के साथ पोडियम में जगह बनाने में सफल रहीं. चीन की मेंगयाओ शी ने 252.1 अंक के साथ गोल्‍ड मेडल जीतते हुए स्पर्धा में नया वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बनाया था. मेंगयाओ की हमवतन डोंग लिजी ने प्रतियोगिता के पहले दिन 248.9 अंक के साथ सिल्‍वर मेडल अपने नाम पर किया था. इससे पहले जीतू राय और हिना सिद्धू ने टूर्नामेंट की 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. जीतू और हिना की जोड़ी ने जापान के युकारी कोनोशी और टोमोयुकी मत्सुदा की जोड़ी को फाइनल में 5-3 से हराया. जीत के बाद हिना ने कहा था कि मिक्स्ड इवेंट रोमांचक रही,वहीं विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता जीतू ने कहा कि मैं इवेंट से पहले इस बात के लिए काफी उत्साहित था कि आखिर मिक्स्ड का यह इवेंट कैसे होता है. टूर्नामेंट में पूजा घटकर ने कुछ तकनीकी दिक्कतों से उबरते हुए 24 फरवरी को महिला 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्‍ज मेडल जीता था . प्रतियोगिता में भारत का यह पहला मेडल था. पूर्व एशियाई चैम्पियन 28 साल की पूजा फाइनल में 228.8 के स्कोर के साथ पोडियम में जगह बनाने में सफल रहीं. चीन की मेंगयाओ शी ने 252.1 अंक के साथ गोल्‍ड मेडल जीतते हुए स्पर्धा में नया वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बनाया था. मेंगयाओ की हमवतन डोंग लिजी ने प्रतियोगिता के पहले दिन 248.9 अंक के साथ सिल्‍वर मेडल अपने नाम पर किया था. टूर्नामेंट में पूजा घटकर ने कुछ तकनीकी दिक्कतों से उबरते हुए 24 फरवरी को महिला 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्‍ज मेडल जीता था . प्रतियोगिता में भारत का यह पहला मेडल था. पूर्व एशियाई चैम्पियन 28 साल की पूजा फाइनल में 228.8 के स्कोर के साथ पोडियम में जगह बनाने में सफल रहीं. चीन की मेंगयाओ शी ने 252.1 अंक के साथ गोल्‍ड मेडल जीतते हुए स्पर्धा में नया वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बनाया था. मेंगयाओ की हमवतन डोंग लिजी ने प्रतियोगिता के पहले दिन 248.9 अंक के साथ सिल्‍वर मेडल अपने नाम पर किया था.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जीतू ने 10 मी. एयर पिस्‍टल इवेंट में 216.7 अंक हासिल किए गोल्‍ड मेडल जापान के मात्‍सुदउा ने वर्ल्‍ड रिकॉर्ड बनाकर जीता इससे पहले हिना सिद्धू के साथ मिक्‍स्‍ड इवेंट को गोल्‍ड जीता था
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: यमन की राजधानी साना में गुरुवार को सरकार के समर्थन और विरोध में हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए। समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि साना विश्वविद्यालय के समीप राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के समर्थन में 20,000 से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया जबकि सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी तहरीर स्क्वे यर पर जुटे हुए थे। इसबीच, सरकार विरोधी 20,000 से अधिक लोगों ने शहर के बाब अल यमन इलाके से तहरीर स्क्वे यर तक रैली निकाली। गौरतलब है कि वर्ष 1978 से शासन कर रहे सालेह ने बुधवार को कहा था कि वह वर्ष 2013 में होने वाले चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने सत्ता की बागडोर अपने बेटे को न सौंपने की घोषणा की भी थी। सालेह ने विपक्षी दलों को विरोध प्रदर्शन न करने की भी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि वह राष्ट्रीय सर्वसम्मति से सरकार बनाने पर विचार रहे हैं।
संक्षिप्त सारांश: यमन की राजधानी साना में गुरुवार को सरकार के समर्थन और विरोध में हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भगवान बुद्ध की नगरी और बिहार के अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थल बोधगया में एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत गया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ आज गर्मजोशी से स्वागत किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे अपनी पत्नी सिरांथी राजपक्षे के साथ विशेष विमान से गया स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।टिप्पणियां गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति राजपक्षे अपनी पत्नी सिरांथी राजपक्षे के साथ विशेष विमान से गया स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनका स्वागत किया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।टिप्पणियां गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। गया हवाई अड्डे से राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना करने चले गए। वह 70 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली से गया पहुंचे हैं। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति बोधिवृक्ष के नीचे कुछ देर के लिए ध्यान और साधना भी करेंगे जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा राजपक्षे का महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया और श्रीलंका के बौद्ध विहार का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के सम्मान में होटल रायल रेसीडेंसी में एक भोज का आयोजन किया है।
यहाँ एक सारांश है:भगवान बुद्ध की नगरी और बिहार के अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थल बोधगया में एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत गया के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ आज गर्मजोशी से स्वागत क
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंडोनेशियाई द्वीप बाली के हवाई अड्डे पर उतरने की कोशिश करते हुए लायन एयर का विमान 100 से ज्यादा यात्रियों के साथ समुद्र में जा गिरा। इसमें 45 लोग घायल हुए हैं। बाली के राहत एवं बचाव एजेंसी के अधिकारी आईएम कृष्ण महार्ता ने कहा कि विमान से सभी 101 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों को बचा लिया गया है। हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि करीब 45 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है लेकिन उनमें से कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं लग रहा था। विमान में तीन विदेशी यात्री, दो सिंगापुर के नागरिक और एक फ्रांसिसी नागरिक थे। तीनों को हल्की चोटें आई हैं।टिप्पणियां अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोईंग का एक विमान बाली की राजधानी देनपसार के हवाईअड्डे पर उतरने की कोशिश करते वक्त समुद्र में जा गिरा। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी। बाली के राहत एवं बचाव एजेंसी के अधिकारी आईएम कृष्ण महार्ता ने कहा कि विमान से सभी 101 यात्रियों और चालक दल के सात सदस्यों को बचा लिया गया है। हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि करीब 45 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है लेकिन उनमें से कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं लग रहा था। विमान में तीन विदेशी यात्री, दो सिंगापुर के नागरिक और एक फ्रांसिसी नागरिक थे। तीनों को हल्की चोटें आई हैं।टिप्पणियां अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोईंग का एक विमान बाली की राजधानी देनपसार के हवाईअड्डे पर उतरने की कोशिश करते वक्त समुद्र में जा गिरा। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी। हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि करीब 45 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है लेकिन उनमें से कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं लग रहा था। विमान में तीन विदेशी यात्री, दो सिंगापुर के नागरिक और एक फ्रांसिसी नागरिक थे। तीनों को हल्की चोटें आई हैं।टिप्पणियां अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोईंग का एक विमान बाली की राजधानी देनपसार के हवाईअड्डे पर उतरने की कोशिश करते वक्त समुद्र में जा गिरा। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी। विमान में तीन विदेशी यात्री, दो सिंगापुर के नागरिक और एक फ्रांसिसी नागरिक थे। तीनों को हल्की चोटें आई हैं।टिप्पणियां अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोईंग का एक विमान बाली की राजधानी देनपसार के हवाईअड्डे पर उतरने की कोशिश करते वक्त समुद्र में जा गिरा। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी। अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोईंग का एक विमान बाली की राजधानी देनपसार के हवाईअड्डे पर उतरने की कोशिश करते वक्त समुद्र में जा गिरा। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी। देवी नाम के यात्री ने बताया, ‘विमान उतरने वाला था लेकिन तभी वह समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार लोग घबरा गए और चिल्लाने लगे।’ विमानन कंपनी ‘लायन एयर’ के प्रवक्ता ने बताया कि विमान में 101 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में 95 वयस्क, पांच बच्चे और एक शिशु था। उन्होंने कहा कि विमान ने वर्ष 2012 में काम करना शुरू किया था और वह बिल्कुल नया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति हादसे के कारणों की जांच करेगी।
संक्षिप्त सारांश: इंडोनेशियाई द्वीप बाली के हवाई अड्डे पर उतरने की कोशिश करते हुए लायन एयर का विमान 100 से ज्यादा यात्रियों के साथ समुद्र में जा गिरा। इसमें 45 लोग घायल हुए हैं।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: देशव्यापी अभियान के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को कथित भ्रष्टाचार, आपराधिक कदाचार और हथियारों की तस्करी के नए मामलों के सिलसिले में 19 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 110 ठिकानों पर छापेमारी की. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. वहीं, वर्ल्डकप के पहले सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला हो रहा है. न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. भारतीय टीम में कुलदीप यादव की जगह रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है. उधर, दिल्ली में आज यानी मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सहित बीजेपी के कई नेता संसद परिसर पहुंचे थे. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "बीजेपी के सभी सांसद महात्मा गांधी के जन्मदिन पर पदयात्रा करेंगे. वहीं, RRB Recruitment 2019: रेलवे में निकले 2167 पदों पर आवेदन की आखिरी तारीख नजदीक है. रेलवे कनीय अभियंता, वाणिज्यिक क्लर्क और अन्य कई पदों पर भर्ती करेगा. इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 12 जुलाई है. ये भर्ती स्टॉफ के रिएंगेजमेंट के लिए है. उधर,  'सेक्रेड गेम्स 2' ट्रेलरः नेटफ्लिक्स की फेमस वेब सीरिज 'सेक्रेड गेम्स' का दूसरा पार्ट जल्द ही रिलीज होने वाला है. नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सैफ अली खान स्टारर वेब सीरिज 'सेक्रेड गेम्स' अपने दूसरे पार्ट के साथ धमाका करने को तैयार है. 'सेक्रेड गेम्स' को फैन्स का काफी प्यार मिला था. दर्शक इस फेमस वेब सीरिज के दूसरे पार्ट का काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. India vs New Zealand Semi final Live Score, World Cup 2019: आईसीसी वर्ल्‍डकप-2019  (Cricket World Cup 2019 ) अब नॉकआउट दौर में पहुंच चुका है. टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल (1st Semi-Final) दो बार के चैम्पियन भारत व मौजूदा उपविजेता न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच ओल्डट्रैफर्ड मैदान पर खेला जा रहा है. भारतीय टीम (Indian Team) ने जहां एक हार के साथ सेमीफाइनल का टिकट कटाया है, वहीं न्यूजीलैंड (New Zealand Team) को लीग स्तर पर लगातार तीन हार मिली है और वह बेहतर नेट रन रेट के आधार पर ही अंतिम चार में जगह बना पाया है. भारतीय टीम और न्यूजीलैंड (भारत बनाम न्‍यूजीलैंड)  के बीच लीग स्तर पर खेला गया मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था. मैच में न्‍यूजीलैंड के कप्‍तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया है.  देशव्यापी अभियान के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को कथित भ्रष्टाचार, आपराधिक कदाचार और हथियारों की तस्करी के नए मामलों के सिलसिले में 19 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 110 ठिकानों पर छापेमारी की. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक, CBI ने 30 नए मामले दर्ज किए हैं. अधिकारियों ने कहा कि और ब्योरे का इंतजार है, क्योंकि छापेमारी अभियान अभी जारी है और दिन में उसका विस्तार किया जा सकता है. दिल्ली में आज यानी मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सहित बीजेपी के कई नेता संसद परिसर पहुंचे थे. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "बीजेपी के सभी सांसद महात्मा गांधी के जन्मदिन पर पदयात्रा करेंगे. यह यात्रा दो अक्टूबर को शुरू होगी और 31 अक्तूबर तक चलेगी. कुल 150 किलोमीटर की पदयात्रा होगी. पदयात्रा में विधायक, बीजेपी नेता और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. इस दौरान  सभी बूथों को कवर किया जाएगा. यह यात्रा  हर दिन 15 किलोमीटर तक चलेगी. इस पदयात्रा में महात्मा गांधी की शिक्षा और विचारों का प्रचार प्रसार किया जाएगा. हर बूथ पर वृक्षारोपण भी होगा. यह पदयात्रा राज्य सभा सांसदों को भी करनी होगी." RRB Recruitment 2019: रेलवे में निकले 2167 पदों पर आवेदन की आखिरी तारीख नजदीक है. रेलवे कनीय अभियंता, वाणिज्यिक क्लर्क और अन्य कई पदों पर भर्ती करेगा. इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 12 जुलाई है. ये भर्ती स्टॉफ के रिएंगेजमेंट के लिए है. रिटायर हो चुके रेलवे कर्मचारी ही इन पदों पर आवेदन कर सकते हैं. अगर आप इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ने के बाद ही अप्लाई करें. 'सेक्रेड गेम्स 2' ट्रेलरः नेटफ्लिक्स की फेमस वेब सीरिज 'सेक्रेड गेम्स' का दूसरा पार्ट जल्द ही रिलीज होने वाला है. नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सैफ अली खान स्टारर वेब सीरिज 'सेक्रेड गेम्स' अपने दूसरे पार्ट के साथ धमाका करने को तैयार है. 'सेक्रेड गेम्स' को फैन्स का काफी प्यार मिला था. दर्शक इस फेमस वेब सीरिज के दूसरे पार्ट का काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. इस सीरीज के सभी कैरेक्टर्स चाहे गणेश गायतोंडे हो या सरताज सिंह या फिर कुक्कू सभी की परफॉर्मेंस दर्शकों को काफी पसंद आई थी. 'सेक्रेड गेम्स 2' का ट्रेलर भी बहुत जबरदस्त है, और एक बार फिर गणेश गायतोंडे ने तहलका मचा रखा है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विश्वकप के पहले सेमीफाइनल में भारत-न्यूजीलैंड आमने-सामने आरआरबी ने निकाली भर्तियां पीएम मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: जेकेएलएफ के प्रमुख यासीन मलिक और कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कुछ नेताओं की सुरक्षा वापस लेने से संबंधित जम्मू-कश्मीर प्रशासन की घोषणा को गुरुवार को ‘झूठ' करार दिया. मलिक ने कहा कि उन्हें राज्य से कभी कोई सुरक्षा नहीं मिली. कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने उसके अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी की सुरक्षा वापस लेने संबंधी खबर को ‘हास्यास्पद' बताया. मलिक ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे पास पिछले 30 सालों से कोई सुरक्षा नहीं है. ऐसे में जब सुरक्षा मिली ही नहीं तो वे किस वापसी की बात कर रहे हैं. यह सरकार की तरफ से बिल्कुल बेईमानी है.'' मलिक ने संबंधित सरकारी अधिसूचना को ‘झूठ' करार दिया.     कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सैयद अली शाह गिलानी की सुरक्षा वापस लेने से संबंधित खबर बिल्कुल झूठी है और ऐसी हास्यास्पद खबरों पर बस हंसी आती है. ''     प्रवक्ता ने कहा कि गिलानी को न तो कभी सुरक्षा दी गई थी और न ही उन्होंने उसके लिए अनुरोध किया था. सरकार ने बुधवार को कहा था कि मलिक और गिलानी समेत 18 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली गई है. (इनपुट भाषा ले)
सारांश: मलिक और गिलानी समेत 18 अलगाववादियों की सुरक्षा वापस ली गई मलिक ने कहा- मेरे पास पिछले 30 सालों से कोई सुरक्षा नहीं है हुर्रियत ने कहा- ऐसी हास्यास्पद खबरों पर बस हंसी आती है
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नविता और गीता से हमारी मुलाकात दिल्ली के दक्षिणी छोर पर कापसहेड़ा इलाके में एक कमरे में हुई... दोनों उन हज़ारों अन्य महिलाओं जैसी ही हैं, जो गैप, बनाना रिपब्लिक, एचएंडएम जैसे दुनिया के सबसे ज़्यादा मशहूर ब्रांडों को सप्लाई करने वाले देश में तेज़ी से फलते-फूलते गारमेंट उद्योग में काम कर जीवनयापन करने के इरादे से यहां पहुंची हैं... महारानी एक्सपोर्ट्स नामक कंपनी में मिली पहली ही नौकरी में बहुत जल्द नविता को उन 'ज़हरीले' नियमों का पता चल गया, जिनके तहत इस तरह की कंपनियों में काम कराया जाता है... नविता का कहना है कि उसके सुपरवाइज़रों ने उसे देखकर कहा, "यह माल खाने वाला है, छोड़ने वाला नहीं..." नविता ने बताया, "कंपनी में सुपरवाइज़रों के बीच इस बात को लेकर शर्त लगी थी कि उसे (नविता को) कौन 'हासिल' कर पाता है... उनमें से एक ने मुझे एक फोन देने की पेशकश की, और उससे संपर्क बनाए रखने के लिए कहा... उसने मुझे उसे कॉल करने के लिए कहा, क्योंकि वह मुझसे मिलना चाहता है... उसने कहा कि वह मुझे (उसके साथ बिताई) हर रात के लिए 5,000 रुपये देगा..."   ...और नविता का दावा है कि जब उसने इसकी शिकायत की, उसे नौकरी से निकाल दिया गया... दूसरी महिला गीता ने बताया, उसकी कंपनी में उसके सुपरवाइज़र ने उसे 'वेश्या' कहकर पुकारा, क्योंकि मैंने उसकी मेरे करीब आने की कोशिशों को ठुकरा दिया... उसने बताया कि वह लगातार सवाल कर परेशान करता रहता है कि 'जब उसका पति बूढ़ा है, तो वह उसे छोड़ क्यों नहीं देती...' उधर, यहां से हज़ारों मील दक्षिण की तरफ गारमेंट उद्योग का एक अन्य बड़े केंद्र बेंगलुरू में भी मिलती-जुलती कहानियां सुनने को मिलती हैं... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... महारानी एक्सपोर्ट्स नामक कंपनी में मिली पहली ही नौकरी में बहुत जल्द नविता को उन 'ज़हरीले' नियमों का पता चल गया, जिनके तहत इस तरह की कंपनियों में काम कराया जाता है... नविता का कहना है कि उसके सुपरवाइज़रों ने उसे देखकर कहा, "यह माल खाने वाला है, छोड़ने वाला नहीं..." नविता ने बताया, "कंपनी में सुपरवाइज़रों के बीच इस बात को लेकर शर्त लगी थी कि उसे (नविता को) कौन 'हासिल' कर पाता है... उनमें से एक ने मुझे एक फोन देने की पेशकश की, और उससे संपर्क बनाए रखने के लिए कहा... उसने मुझे उसे कॉल करने के लिए कहा, क्योंकि वह मुझसे मिलना चाहता है... उसने कहा कि वह मुझे (उसके साथ बिताई) हर रात के लिए 5,000 रुपये देगा..."   ...और नविता का दावा है कि जब उसने इसकी शिकायत की, उसे नौकरी से निकाल दिया गया... दूसरी महिला गीता ने बताया, उसकी कंपनी में उसके सुपरवाइज़र ने उसे 'वेश्या' कहकर पुकारा, क्योंकि मैंने उसकी मेरे करीब आने की कोशिशों को ठुकरा दिया... उसने बताया कि वह लगातार सवाल कर परेशान करता रहता है कि 'जब उसका पति बूढ़ा है, तो वह उसे छोड़ क्यों नहीं देती...' उधर, यहां से हज़ारों मील दक्षिण की तरफ गारमेंट उद्योग का एक अन्य बड़े केंद्र बेंगलुरू में भी मिलती-जुलती कहानियां सुनने को मिलती हैं... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... नविता का कहना है कि उसके सुपरवाइज़रों ने उसे देखकर कहा, "यह माल खाने वाला है, छोड़ने वाला नहीं..." नविता ने बताया, "कंपनी में सुपरवाइज़रों के बीच इस बात को लेकर शर्त लगी थी कि उसे (नविता को) कौन 'हासिल' कर पाता है... उनमें से एक ने मुझे एक फोन देने की पेशकश की, और उससे संपर्क बनाए रखने के लिए कहा... उसने मुझे उसे कॉल करने के लिए कहा, क्योंकि वह मुझसे मिलना चाहता है... उसने कहा कि वह मुझे (उसके साथ बिताई) हर रात के लिए 5,000 रुपये देगा..."   ...और नविता का दावा है कि जब उसने इसकी शिकायत की, उसे नौकरी से निकाल दिया गया... दूसरी महिला गीता ने बताया, उसकी कंपनी में उसके सुपरवाइज़र ने उसे 'वेश्या' कहकर पुकारा, क्योंकि मैंने उसकी मेरे करीब आने की कोशिशों को ठुकरा दिया... उसने बताया कि वह लगातार सवाल कर परेशान करता रहता है कि 'जब उसका पति बूढ़ा है, तो वह उसे छोड़ क्यों नहीं देती...' उधर, यहां से हज़ारों मील दक्षिण की तरफ गारमेंट उद्योग का एक अन्य बड़े केंद्र बेंगलुरू में भी मिलती-जुलती कहानियां सुनने को मिलती हैं... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... दूसरी महिला गीता ने बताया, उसकी कंपनी में उसके सुपरवाइज़र ने उसे 'वेश्या' कहकर पुकारा, क्योंकि मैंने उसकी मेरे करीब आने की कोशिशों को ठुकरा दिया... उसने बताया कि वह लगातार सवाल कर परेशान करता रहता है कि 'जब उसका पति बूढ़ा है, तो वह उसे छोड़ क्यों नहीं देती...' उधर, यहां से हज़ारों मील दक्षिण की तरफ गारमेंट उद्योग का एक अन्य बड़े केंद्र बेंगलुरू में भी मिलती-जुलती कहानियां सुनने को मिलती हैं... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... उधर, यहां से हज़ारों मील दक्षिण की तरफ गारमेंट उद्योग का एक अन्य बड़े केंद्र बेंगलुरू में भी मिलती-जुलती कहानियां सुनने को मिलती हैं... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... टेक्सपोर्ट क्रिएशन्स में काम करने वाली रत्ना ने बताया कि कैसे उसके सुपरवाइज़र उस दिन उसकी पीठ ज़रूर 'थपथपाते' हैं, जिस दिन वह लो-कट ब्लाउज़ पहनती है... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... हम इस प्रताड़ना के घातक रूप से भी परिचित हुए... देवकी डिज़ाइन्स के लिए काम करने वाली एक युवती सुष्मांता ने कथित रूप से इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने एक सुपरवाइज़र द्वारा लगातार परेशान किए जाने से दुःखी हो गई थी... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... सो, देश में फलते-फूलते और महिलाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोज़गार देने वाले - लगभग 3 करोड़ 10 लाख महिलाओं को, जो उसकी कुल कार्यशक्ति का 70 फीसदी हिस्सा हैं - गारमेंट उद्योग का यह एक अंधेरा पहलू है... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... इस उद्योग की ओर सरकार का भी खास ध्यान है... पिछले ही महीने केंद्र सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने की भी घोषणा की थी, और अब स्मृति ईरानी की कपड़ा मंत्री के रूप में नियुक्ति भी साफ करती है कि भारत की आर्थिक वृद्धि में कपड़ा उद्योग के योगदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... लेकिन जिस तरह की घटनाएं हमारी जानकारी में आईं, उनसे साफ संकेत मिलते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भले ही ज़्यादा है, लेकिन वे एक ऐसे माहौल में काम करती हैं, जहां उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए लगातार मजबूर किया जाता है... उन्हें यौन प्रताड़ना, और यहां तक कि बलात्कार का भी सामना करना पड़ता है, ताकि वे नौकरी पा सकें, या अपनी नौकरी बचाए रख सकें...   ...और नविता, रत्ना और सुष्मांता ही चंद वे नाम नहीं हैं, जिन्होंने इसका सामना किया... इस उद्योग का लगभग एक-तिहाई हिस्सा निर्यात करने वाले कर्नाटक और गुड़गांव सेंटरों में हमने दर्जनों महिलाओं से बात की... लगभग सभी ने मिलते-जुलते अनुभव बयान किए... कुछ ने कैमरे के सामने आकर, लेकिन कुछ इतनी डरी हुई हैं कि बात को सार्वजनिक तक नहीं करना चाहतीं... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... यूके स्थित एनजीओ 'सिस्टर्स ऑफ चेन्ज' द्वारा कर्नाटक के गारमेंट उद्योग को लेकर स्थानीय साझीदार 'मुन्नाडे' (Munnade) के साथ मिलकर किए एक अध्ययन में पाया गया कि हर 14 में से एक महिला गारमेंट उद्योग कर्मी को शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा है... पिछले महीने प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, हर सात में से एक महिला कर्मी को या बलात्कार का शिकार होना पड़ा है, या उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया है... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... यहां लगता है कि यौन हिंसा के खिलाफ बने नए कानून, जिनके तहत काम करने की हर जगह पर अंदरूनी शिकायत कमेटी होनी ही चाहिए, सिर्फ काग़ज़ पर ही रह गए हैं... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... 'महारानी' के लिए काम करने वाली शांति ने हमें बताया, "महारानी कंपनी में महिलाओं के लिए ऐसी कमेटी है, लेकिन वह नाममात्र के लिए है... कमेटी में भी महिलाओं को इतना ज़्यादा टॉर्चर किया गया, कि वे काम छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गईं..." किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... किसी भी ब्रांड या एक्सपोर्ट कंपनी ने हमारे सवालों का जवाब ख़बर लिखे जाने तक नहीं दिया है... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... लेकिन गुड़गांव की गारमेंट एसोसिएशनों में से एक के प्रमुख गौतम नायर कहते हैं, "हम जिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम करते हैं, वे हमारे काम और माहौल का ऑडिट करती हैं... और ये अंतरराष्ट्रीय ब्रांड काम के अनुकूल माहौल को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं... काम के नियम भी मौजूदा कानूनों के हिसाब से होने चाहिए, जिनमें से कुछ तो भारतीय कानूनों से भी सख्त हैं... और काम की जगह पर यौन उत्पीड़न हमारे द्वारा किए जाने वाले ऑडिट का बेहद महत्वपूर्ण पहलू होता है..." बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... बहुत-सी महिलाओं ने हमें बताया कि जिस वक्त ये ब्रांड ऑडिट करने के लिए आते हैं, महिलाओं को सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें ऑडिटरों के सामने साफ-सुथरे माहौल का भ्रम पैदा करना है...टिप्पणियां जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... जिन्होंने भी हिम्मत जुटाकर आवाज़ उठाई, उन्हें बदतमीज़ी और बेइज़्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है, या मुमकिन है, उनकी नौकरी ही अचानक खत्म कर दी जाए... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई... बेंगलुरू में अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करते हुए गारमेंट उद्योग कर्मी मंजुला ने हमें बताया कि कैसे वह एक स्थानीय यूनियन का हिस्सा बन गई थी, और उसी की वजह से उसके मालिकों ने बार-बार परेशान किया, और आखिरकार वह काम छोड़ने के लिए मजबूर हो गई...
सारांश: एक अध्ययन के अनुसार, उद्योग में हर 14 में एक महिला शारीरिक हिंसा की शिकार हर सात में से एक महिला बलात्कार या शारीरिक संबंध के लिए दबाव की शिकार जो आवाज़ उठाती हैं, उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 75 नए मेडिकल कॉलेज (Medical College) खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है. इस पर 24 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस फैसले से 15 हजार 700 नए मेडिकल सीट बनेंगे. इसके अलावा कैबिनेट में कई और फैसले लिए गए.  केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि ये सभी मेडिकल कॉलेज वहां बनेंगे, जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं. उन्होंने बताया कि पिछले पांच साल में एमबीबीएस और पीजी मिलकर 45 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं और आज तक अभी बीते पांच साल में 82 और अभी 75 नए कॉलेज को मंजूरी मिली है. अभी तक मेडिकल एजुकेशन के लिए इतना बड़ा निर्णय नहीं हुआ है. सरकार के इस फैसले से ग्रामीण इलाकों में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी. यह मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि बनेगी.  इसके अलावा गन्ना किसानों को 60 लाख मीट्रिक टन चीनी निर्यात करने के लिए एक्सपोर्ट सब्सिडी देने का फैसला भी किया गया. इसपर 6268 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. ये पैसा सीधे किसान के खाते में जाएगा. इससे किसानों का घाटा भी कम होगा. इसका फायदा लाखों किसानों को मिलेगा. वहीं, इंटरनेशनल कोलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी फैसला लिया गया है. कैपिसिटी बिल्डिंग और एक्सचेंज ऑफ इन्फॉरमेंशन जरूरी है. पीएम इस योजना को यूएन में जाकर लॉन्च करेंगे.  वहीं, सरकार की तरफ से बताया गया कि 286 बीलियन डॉलर का एफडीआई भारत में आया है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस दौरान बताया कि कोल माइनिंग और उसके सेल के लिए 100 फीसदी एफडीआई को अनुमति दी जाएगी. साथ ही उससे जुड़े कामों जैसे कोयला की धुलाई आदि में भी 100 फीसदी की एफडीआई को अनुमति की मंजूरी दी गई है. भारत को कंपनियां मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट बनाना चाहते हैं, लेकिन कानून में कुछ कठिनाइयां थी जिसे आज काफी सरल किया गया है. इससे बड़ी मात्रा में विदेश से निवेश आएगा. इससे आर्थिक प्रगति भी बढ़ेगी. साथ ही बड़े रूप में युवाओं को रोजगार मिलेगा. इसके लिए सबसे पहला बदलाव कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरिंग में 100 फीसदी एफडीआई की मंजूरी दी गई है. बाहर के लोग भारत मे आकर अपना सामान बनवा सकते हैं.
यह एक सारांश है: 15, 700 डॉक्टरों की होगी भर्ती: जावड़ेकर 75 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे: जावड़ेकर नए मेडिकल कॉलेज के लिए 24 हज़ार करोड़
24
['hin']
एक सारांश बनाओ: महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय में सोमवार को दस हजार खाकी फुलपैंट पहुंच गए. पहली किश्त में पहुंचे इन पैंटों में से प्रत्येक की कीमत 250 रुपये है. यह फुलपैंट आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा पहने जाने वाले खाकी हाफपैंट की जगह लेंगे. भाजपा के वैचारिक संरक्षक संगठन आरएसएस के सदस्यों द्वारा खाकी हाफपैंट पिछले 90 सालों से पहने जा रहे हैं. इसी साल विजयादशमी पर्व पर 11 अक्टूबर को संघ के सदस्य हाफ पैंट की जगह फुलपैंट को अपना लेंगे. संघ के नागपुर कार्यालय में कार्यकर्ताओं के फुलपैंट में नए लुक पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं. पुराने सदस्यों का कहना है कि वे हाफपैंट को प्राथमिकता देंगे क्योंकि यह पहनावा मार्शल आर्ट और मार्च में सुविधाजनक होता है. उनका यह भी कहना है कि हाफपैंट आरएसएस के कार्यकर्ताओं को अलग पहचान देने वाला पहनावा है.   हालांकि आरएसएस प्रमुख 65 वर्षीय मोहन भागवत के नेतृत्व में काम करने वाले संघ के युवा सदस्यों का तर्क है कि खाकी फुलपैंट युवाओं को संघ से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा. आरएएसएस का मानना है कि कई युवा हाफपैंट और उसको लेकर किए जाने वाले मजाक के कारण संघ में शामिल होने से कतराते हैं.    संघ ने गणवेश बदलने का फैसला इसी साल के शुरुआती दिनों में लिया था. खाकी फुलपैंट के साथ सफेद शर्ट, काली टोपी, ब्राउन मोजे और बांस की लाठी गणवेश में शामिल होगी. संघ के नेताओं ने पैंट का रंग बदलकर ग्रे करने का भी विचार किया था लेकिन सहमति इस बात पर बनी कि खाकी रंग राजनीतिक प्रतीक है और यह संघ के साथ कई वर्षों  से जुड़ा है इसलिए इसे नहीं छोड़ा जा सकता.   टिप्पणियां इससे पहले संघ ने सन 2011 में अपने गणवेश में लेदर बेल्ट की जगह मोटे कैनवास बैल्ट को शामिल किया था. शुरुआत से संघ के गणवेश में खाकी शर्ट और खाकी हाफपैंट शामिल था. वर्ष 1940 में खाकी शर्ट की जगह सफेद शर्ट शामिल की गई.   संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे. भाजपा के वैचारिक संरक्षक संगठन आरएसएस के सदस्यों द्वारा खाकी हाफपैंट पिछले 90 सालों से पहने जा रहे हैं. इसी साल विजयादशमी पर्व पर 11 अक्टूबर को संघ के सदस्य हाफ पैंट की जगह फुलपैंट को अपना लेंगे. संघ के नागपुर कार्यालय में कार्यकर्ताओं के फुलपैंट में नए लुक पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं. पुराने सदस्यों का कहना है कि वे हाफपैंट को प्राथमिकता देंगे क्योंकि यह पहनावा मार्शल आर्ट और मार्च में सुविधाजनक होता है. उनका यह भी कहना है कि हाफपैंट आरएसएस के कार्यकर्ताओं को अलग पहचान देने वाला पहनावा है.   हालांकि आरएसएस प्रमुख 65 वर्षीय मोहन भागवत के नेतृत्व में काम करने वाले संघ के युवा सदस्यों का तर्क है कि खाकी फुलपैंट युवाओं को संघ से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा. आरएएसएस का मानना है कि कई युवा हाफपैंट और उसको लेकर किए जाने वाले मजाक के कारण संघ में शामिल होने से कतराते हैं.    संघ ने गणवेश बदलने का फैसला इसी साल के शुरुआती दिनों में लिया था. खाकी फुलपैंट के साथ सफेद शर्ट, काली टोपी, ब्राउन मोजे और बांस की लाठी गणवेश में शामिल होगी. संघ के नेताओं ने पैंट का रंग बदलकर ग्रे करने का भी विचार किया था लेकिन सहमति इस बात पर बनी कि खाकी रंग राजनीतिक प्रतीक है और यह संघ के साथ कई वर्षों  से जुड़ा है इसलिए इसे नहीं छोड़ा जा सकता.   टिप्पणियां इससे पहले संघ ने सन 2011 में अपने गणवेश में लेदर बेल्ट की जगह मोटे कैनवास बैल्ट को शामिल किया था. शुरुआत से संघ के गणवेश में खाकी शर्ट और खाकी हाफपैंट शामिल था. वर्ष 1940 में खाकी शर्ट की जगह सफेद शर्ट शामिल की गई.   संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे. संघ के नागपुर कार्यालय में कार्यकर्ताओं के फुलपैंट में नए लुक पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं. पुराने सदस्यों का कहना है कि वे हाफपैंट को प्राथमिकता देंगे क्योंकि यह पहनावा मार्शल आर्ट और मार्च में सुविधाजनक होता है. उनका यह भी कहना है कि हाफपैंट आरएसएस के कार्यकर्ताओं को अलग पहचान देने वाला पहनावा है.   हालांकि आरएसएस प्रमुख 65 वर्षीय मोहन भागवत के नेतृत्व में काम करने वाले संघ के युवा सदस्यों का तर्क है कि खाकी फुलपैंट युवाओं को संघ से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा. आरएएसएस का मानना है कि कई युवा हाफपैंट और उसको लेकर किए जाने वाले मजाक के कारण संघ में शामिल होने से कतराते हैं.    संघ ने गणवेश बदलने का फैसला इसी साल के शुरुआती दिनों में लिया था. खाकी फुलपैंट के साथ सफेद शर्ट, काली टोपी, ब्राउन मोजे और बांस की लाठी गणवेश में शामिल होगी. संघ के नेताओं ने पैंट का रंग बदलकर ग्रे करने का भी विचार किया था लेकिन सहमति इस बात पर बनी कि खाकी रंग राजनीतिक प्रतीक है और यह संघ के साथ कई वर्षों  से जुड़ा है इसलिए इसे नहीं छोड़ा जा सकता.   टिप्पणियां इससे पहले संघ ने सन 2011 में अपने गणवेश में लेदर बेल्ट की जगह मोटे कैनवास बैल्ट को शामिल किया था. शुरुआत से संघ के गणवेश में खाकी शर्ट और खाकी हाफपैंट शामिल था. वर्ष 1940 में खाकी शर्ट की जगह सफेद शर्ट शामिल की गई.   संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे. संघ ने गणवेश बदलने का फैसला इसी साल के शुरुआती दिनों में लिया था. खाकी फुलपैंट के साथ सफेद शर्ट, काली टोपी, ब्राउन मोजे और बांस की लाठी गणवेश में शामिल होगी. संघ के नेताओं ने पैंट का रंग बदलकर ग्रे करने का भी विचार किया था लेकिन सहमति इस बात पर बनी कि खाकी रंग राजनीतिक प्रतीक है और यह संघ के साथ कई वर्षों  से जुड़ा है इसलिए इसे नहीं छोड़ा जा सकता.   टिप्पणियां इससे पहले संघ ने सन 2011 में अपने गणवेश में लेदर बेल्ट की जगह मोटे कैनवास बैल्ट को शामिल किया था. शुरुआत से संघ के गणवेश में खाकी शर्ट और खाकी हाफपैंट शामिल था. वर्ष 1940 में खाकी शर्ट की जगह सफेद शर्ट शामिल की गई.   संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे. इससे पहले संघ ने सन 2011 में अपने गणवेश में लेदर बेल्ट की जगह मोटे कैनवास बैल्ट को शामिल किया था. शुरुआत से संघ के गणवेश में खाकी शर्ट और खाकी हाफपैंट शामिल था. वर्ष 1940 में खाकी शर्ट की जगह सफेद शर्ट शामिल की गई.   संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे. संघ के गणवेश में परिवर्तन का फैसला इस विषय पर करीब दस साल तक चली बहस और सर्वेक्षण के बाद लिया गया. संघ के एक 12 सदस्यीय दल ने देश भर में दौरा करके इस बारे में विचार भी जाने थे.
यहाँ एक सारांश है:विजयादशमी पर्व पर नए गणवेश में नजर आएंगे संघ कार्यकर्ता 90 साल बाद आरएसएस ने हाफ पैंट त्यागकर फुलपैंट अपनाया नए पहनावे को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में मिलीजुली प्रतिक्रियाएं
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: OnePlus 7 Pro को मंगलवार यानी 14 मई को भारत में लॉन्च कर दिया गया है और इसकी बिक्री आज से पॉप-अप स्टोर पर शुरू होगी। वहीं Amazon Prime मेंबर्स वनप्लस 7 प्रो स्मार्टफोन को कल से खरीद पाएंगे। OnePlus 7 Pro के तीन रैम और स्टोरेज वेरिएंट हैं, साथ ही फोन के साथ कई लॉन्च ऑफर्स भी हैं। लॉन्च ऑफर की बात करें तो OnePlus ने कैशबैक, डेटा और सिक्योरिटी बेनिफिट के लिए एसबीआई, Reliance Jio और Servify से हाथ मिलाया है। जो ग्राहक प्राइम मेंबर नहीं है वह OnePlus 7 Pro को 17 मई को खरीद पाएंगे। शुरुआत में इसका केवल मिरर ग्रे वेरिएंट ही बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई और पुणे में वनप्लस पॉप-अप से आज ग्राहक वनप्लस 7 प्रो को खरीद पाएंगे। दिल्ली में 17 मई से 16 जून तक एक्सपीरियंस पॉप-अप का आयोजन किया जाएगा। पॉप-अप इवेंट की शुरुआत शाम 7 बजे से होगी और यह रात 11 बजे तक चलेगा। ग्राहक OnePlus 7 Pro का अनुभव कर पाएंगे, साथ ही डिवाइस को भी प्री-बुक कर सकेंगे। इन ग्राहकों को वनप्लस टी-शर्ट, वन-टाइम स्क्रीन रिप्लेसमेंट इंश्योरेंस, वनप्लस 7 प्रो बैक केस और 500 रुपये का वाउचर मिलेगा जिसे वनप्लस एक्सपीरियंस स्टोर, ऑथोराइज्ड स्टोर और kiosks पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। इन पॉप-अप पर खरीदने वाले ग्राहकों को 1,000 रुपये के अमेज़न वाउचर भी मिलेगा। शुरुआती 50 ग्राहकों को अतिरिक्त तीन महीनों का Netflix सब्सक्रिप्शन और वनप्लस टाइप-सी बुलेट ईयरफोन फ्री मिलेंगे। ये पॉप-अप इवेंट कहां हो रहे इन्हें जानने के लिए कंपनी की वेबसाइट पर जाएं। OnePlus 7 Pro के मिरर ग्रे वेरिएंट की पहली सेल कल दोपहर 12 बजे अमेज़न प्राइम मेंबर्स के लिए होगी। जो ग्राहक प्राइम मेंबर नहीं है वह वनप्लस 7 प्रो को 17 मई को Amazon, OnePlus के ऑनलाइन स्टोर, वनप्लस ऑफलाइन और पार्टनर स्टोर से खरीद पाएंगे। नेब्यूला कलर वेरिएंट 28 मई को सेल के लिए उपलब्ध होगा और अलमॉन्ड कलर वेरिएंट जून से मिलेगा। वनप्लस 7 की सेल तारीख के बारे में फिलहाल जानकारी सामने नहीं आई है। वनप्लस (OnePlus) ब्रांड के इस स्मार्टफोन को खरीदने वाले ग्राहकों को जियो (Jio) के इस ऑफर के अंतर्गत 9,300 रुपये के फायदे मिलेंगे। Servify की ओर से 70 प्रतिशत बायबैक गारंटी, छह महीने तक की बिना ब्याज वाली ईएमआई, एक्सचेंज ऑफर्स और एसबीआई कार्ड पर 2,000 रुपये का कैशबैक है। जियो बियॉन्ड स्पीड ऑफर के साथ 28 दिनों के लिए प्रतिदिन 3 जीबी डेटा मिलता है। साथ ही अनलिमिटेड वॉयस कॉल, एसएमएस, जियो ऐप्स का एक्सेस मिलता है। रिलायंस जियो की ओर से 299 रुपये के पहले रीचार्ज पर 5,400 रुपये के कैशबैक वाउचर्स और 3,900 रुपये के अतिरिक्त पार्टनर बेनिफिट दिए जाएंगे। यूज़र को 150 रुपये के 36 वाउचर्स कैशबैक के रूप में दिए जाएंगे।      कैशबैक के अलावा रिलायंस जियो ग्राहकों को 3,900 रुपये के अतिरिक्त पार्टनर बेनिफिट मिलेंगे। ज़ूमकार (Zoomcar) पर 2,000 रुपये या 20 प्रतिशत का डिस्काउंट मिलेगा जो भी कम होगा, फ्लाइट और होटल बुकिंग पर 1,550 रुपये का डिस्काउंट और बस बुकिंग पर 15 प्रतिशत डिस्काउंट और चुम्बक पर न्यूनतम 1,699 रुपये की खरीदी पर 350 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा। वनप्लस 7 प्रो की कीमत भारत में 48,999 रुपये से शुरू होती है। यह दाम 6 जीबी रैम/ 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट का है। हैंडसेट के 8 जीबी रैम/ 256 जीबी स्टोरेज वेरिएंट को 52,999 रुपये में खरीदा जा सकेगा। फोन का सबसे महंगा वेरिएंट 12 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज से लैस है। इसका दाम 57,999 रुपये है। फोन को अलमॉन्ड, मिरर ग्रे और नेब्यूला ब्लू रंग में उपलब्ध कराया जाएगा।     डुअल-सिम OnePlus 7 Pro एंड्रॉयड 9.0 पाई पर आधारित ऑक्सीजनओएस पर चलता है। सॉफ्टवेयर अब स्क्रीन रिकॉर्डिंग और ज़ेन मोड जैसे फीचर को लेकर आता है। OnePlus 7 Pro में क्वाड-एचडी+ रिजॉल्यूशन (1440x3120 पिक्सल) वाला डिस्प्ले दिया गया है। हैंडसेट में 6.67 इंच की फ्लूइड एमोलेड स्क्रीन है। इसका आस्पेक्ट रेशियो 19.5:9 है और पिक्सल डेनसिटी 516 पीपीआई है। डिस्प्ले पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 की प्रोटेक्शन है। स्मार्टफोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 640 जीपीयू इंटीग्रेटेड है और जुगलबंदी के लिए 12 जीबी तक रैम हैं। OnePlus 7 Pro ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप के साथ आता है। इसमें 48 मेगापिक्सल का Sony IMX586 सेंसर है। प्राइमरी कैमरा एफ/1.6 अपर्चर वाला है और यह ऑप्टिकल इमेज स्टेबालइज़ेशन व इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन से लैस है। सेकेंडरी कैमरा 16 मेगापिक्सल का है। एफ/ 2.4 अपर्चर वाला यह सेंसर अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस से लैस है। इनके साथ 8 मेगापिक्सल का टेलीफोटो लेंस दिया गया है। रियर कैमरा सेटअप के साथ डुअल फ्लैश मॉड्यूल भी है। यह फेज़ डिटेक्शन ऑटोफोकस, लेज़र ऑटोफोकस और कॉन्ट्रास्ट ऑटोफोकस को सपोर्ट करता है। पोर्ट्रेट, अल्ट्राशॉट, नाइटस्केप, प्रो मोड, एआई सीन डिटेक्शन, पनोरमा, एचडीआर, स्टूडियो लाइटनिंग, टाइम लैप्स और रॉ इमेज जैसे फीचर भी दिए गए हैं। OnePlus ने वनप्लस 7 प्रो में पॉप-अप कैमरा दिया है। यहां 16 मेगापिक्सल का Sony IMX471 सेंसर है। स्टोरेज के आधार पर OnePlus 7 Pro के दो विकल्प हैं- 128 जीबी और 256 जीबी यूएफएस 3.0 2-लेन स्टोरेज। कंपनी का दावा है कि यह ज़्यादा तेज़ स्टोरेज स्टेंडर्ड के साथ आने वाला दुनिया का पहला फोन होगा। वनप्लस के अन्य हैंडसेट की तरह इसमें भी माइक्रोएसडी कार्ड के लिए कोई सपोर्ट नहीं है। OnePlus 7 Pro के कनेक्टिविटी फीचर में 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ 5.0, एनएफसी, जीपीएस/ ए-जीपीएस और माइक्रो-यूएसबी टाइप-सी शामिल हैं। एक्सेलेरोमीटर, एंबियंट लाइट सेंसर, जायरोस्कोप, मैगनेटोमीटर और प्रॉक्सिमिटी सेंसर इसका हिस्सा हैं।  OnePlus 7 Pro की बैटरी 4,000 एमएएच की है। यह 30 वॉट की Warp Charge फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करती है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: OnePlus 7 Pro में पॉप-अप सेल्फी कैमरा दिया गया है स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है वनप्लस 7 प्रो में 48 मेगापिक्सल के कैमरे से लैस है OnePlus 7 Pro
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['hin']
एक सारांश बनाओ: ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने कहा है कि उनका देश परमाणु हथियारों का निर्माण नहीं कर रहा है। राष्ट्रपति ने हालांकि, कहा कि यूरेनियम का 20 प्रतिशत तक संवर्धन करना उनके देश का अधिकार है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समाचार एजेंसी 'आईआरएनए' के हवाले से बताया कि अहमदीनेजाद ने सम्बंधित देशों से यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि तेहरान को 20 प्रतिशत यूरेनियम का संवर्धन करने की अनुमति क्यों नहीं देनी चाहिए।टिप्पणियां टेलीविजन चैनल 'फ्रांस 24' को दिए साक्षात्कार में अहमदीनेजाद ने कहा कि यूरेनियम का संवर्धन 20 प्रतिशत तक करना ईरान का अधिकार है। राष्ट्रपति ने कहा कि तेहरान परमाणु हथियारों के निर्माण के पीछे नहीं पड़ा है। अहमदीनेजाद से यह पूछे जाने पर कि यदि अन्य देश तेहरान को उच्च गुणवत्ता वाला यूरेनियम उपलब्ध कराते हैं, तो इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इस विकल्प को खुला रखा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समाचार एजेंसी 'आईआरएनए' के हवाले से बताया कि अहमदीनेजाद ने सम्बंधित देशों से यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि तेहरान को 20 प्रतिशत यूरेनियम का संवर्धन करने की अनुमति क्यों नहीं देनी चाहिए।टिप्पणियां टेलीविजन चैनल 'फ्रांस 24' को दिए साक्षात्कार में अहमदीनेजाद ने कहा कि यूरेनियम का संवर्धन 20 प्रतिशत तक करना ईरान का अधिकार है। राष्ट्रपति ने कहा कि तेहरान परमाणु हथियारों के निर्माण के पीछे नहीं पड़ा है। अहमदीनेजाद से यह पूछे जाने पर कि यदि अन्य देश तेहरान को उच्च गुणवत्ता वाला यूरेनियम उपलब्ध कराते हैं, तो इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इस विकल्प को खुला रखा है। टेलीविजन चैनल 'फ्रांस 24' को दिए साक्षात्कार में अहमदीनेजाद ने कहा कि यूरेनियम का संवर्धन 20 प्रतिशत तक करना ईरान का अधिकार है। राष्ट्रपति ने कहा कि तेहरान परमाणु हथियारों के निर्माण के पीछे नहीं पड़ा है। अहमदीनेजाद से यह पूछे जाने पर कि यदि अन्य देश तेहरान को उच्च गुणवत्ता वाला यूरेनियम उपलब्ध कराते हैं, तो इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इस विकल्प को खुला रखा है। अहमदीनेजाद से यह पूछे जाने पर कि यदि अन्य देश तेहरान को उच्च गुणवत्ता वाला यूरेनियम उपलब्ध कराते हैं, तो इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इस विकल्प को खुला रखा है।
सारांश: ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने कहा है कि उनका देश परमाणु हथियारों का निर्माण नहीं कर रहा है। राष्ट्रपति ने हालांकि, कहा कि यूरेनियम का 20 प्रतिशत तक संवर्धन करना उनके देश का अधिकार है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सबीना पार्क मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज को 63 रनों से पराजित कर दिया। दूसरी पारी में भारत द्वारा दिए गए 326 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 68.2 ओवरों में 262 रन ही बना सकी। इस तरह भारत ने तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। वेस्टइंडीज टीम ने तीसरे दिन बुधवार को स्टम्प्स तक तीन विकेट के नुकसान पर 131 रन बना लिए थे। गुरुवार को खेल शुरू होने के बाद उसने इसमें 17 रन जोड़ने के बाद डेरेन ब्रावो का विकेट गंवा दिया। ब्रावो ने 89 गेंदों पर सात चौके की मदद से 41 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए। ब्रावो और चंद्रपॉल के बीच चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद अपना 'आखिरी' टेस्ट श्रृंखला खेल रहे शिवनारायण चंद्रपॉल 73 गेंदों में चार चौके की मदद से 30 रन बनाकर प्रवीण कुमार गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमा बैठे। कार्लटन बाग को हरभजन सिंह ने विराट कोहली के हाथों कैच करा कर बिना खाता खोले पवेलियन की राह दिखा दी। डेरेन सैमी ने आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 11 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के लगाए। 25 रन के योग पर अमित मिश्रा ने उन्हें लक्ष्मण के हाथों कैच कराया। ब्रेंडन नैश नौ रन के योग अमित मिश्रा की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। वेस्टइंडीज का नौवां विकेट रवि रामपॉल के रूप में गिरा। रामपॉल ने 32 गेंदों में छह चौके और एक छक्के की मदद से 34 रन बनाए। वह इशांत शर्मा की गेंद पर धौनी को कैच दे बैठे। इसके सुरेश रैना ने 69वें ओवर में देवेंद्र बीशु को 26 रन के योग पर बोल्ड कर भारत को जीत दिला दी। भारत की ओर से दूसरी पारी में प्रवीण कुमार और इशांत शर्मा ने तीन-तीन विकेट झटके। अमित मिश्रा को दो विकेट हासिल हुए। हरभजन सिंह और सुरेश रैना को एक-एक विकेट मिले। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कैरेबियाई टीम लक्ष्य से 195 रन दूर थी। उसे जीत की दहलीज तक पहुंचाने की जिम्मेदारी डेरेन ब्रावो और शिवनारायण चंद्रपॉल पर थी। चंद्रपॉल 24 और ब्रावो 30 रन बनाकर नाबाद थे। 80 रन पर अपनी टीम का तीसरा विकेट गिरने के बाद दोनों बल्लेबाज चौथे विकेट के लिए नाबाद 51 रनों की साझेदारी कर चुके थे। तीसरे दिन कैरेबियाई टीम ने एड्रियन बाराथ (38), लेंडल सिमंस (27) और रामनरेश सरवन (0) के विकेट गंवाए थे। बाराथ और सिमंस ने कैरेबियाई टीम को तेज शुरुआत दी थी। दोनों ने 11 ओवरों में 62 रन जोड़े। बाराथ ने अपनी 36 गेंदों की तूफानी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए जबकि सिमंस 41 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाने के बाद इशांत शर्मा की गेंद पर आउट हुए। बाराथ को प्रवीण कुमार ने स्लिप में सुरेश रैना के हाथों कैच कराया। प्रवीण ने अपना चौथा विकेट झटका। इसके बाद शर्मा ने सरवन को शून्य पर आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इससे पहले, भारत ने दूसरे दिन के अपने स्कोर तीन विकेट पर 91 रन के आगे खेलना शुरू किया। दूसरे दिन 45 रनों पर नाबाद लौटने वाले राहुल द्रविड़ ने शानदार 112 रन बनाकर टीम के कुल योग को 252 रनों तक पहुंचाया। अंतिम समय में अमित मिश्रा (28) ने द्रविड़ का अच्छा साथ दिया। इसी की बदौलत वह अपना 32वां टेस्ट शतक पूरा कर सके। द्रविड़ ने अपनी 274 गेंदों की मैराथन पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया जबकि मिश्रा ने 60 गेंदों पर चार चौके लगाए। मिश्रा और द्रविड़ ने नौवें विकेट के लिए उपयोगी 56 रन जोड़े। दूसरे दिन द्रविड़ के साथ 14 रन पर नाबाद लौटने वाले विराट कोहली ने एक बार फिर निराश किया और एक रन जोड़कर फिडेल एडवडर्स की गेंद पर आउट हो गए। पहली पारी में सर्वाधिक 82 रन बनाने वाले रैना ने दूसरी पारी में 27 रनों की संक्षिप्त पारी खेली और दरविड़ के साथ पांचवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े। एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान आराम करने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पहली पारी की तरह इस पारी में भी नाकाम रहे और 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। यही हाल पहली पारी में 70 रन बनाकर रैना के साथ इस मैच की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम देने वाले हरभजन सिंह का रहा। हरभजन पांच रन बना सके। गेंदबाजी में जलवा दिखाने वाले प्रवीण बल्ले के साथ कोई कमाल नहीं कर सके और खाता खोले बगैर पवेलियन लौटे। इशांत पांच रन  बनाकर नाबाद रहे। वेस्टइंडीज की ओर से कप्तान डेरेन सैमी और देवेंद्र बीशु ने चार-चार विकेट लिए जबकि रवि रामपॉल और एडवडर्स को एक-एक सफलता मिली।
संक्षिप्त पाठ: सबीना पार्क मैदान पर वेस्टइंडीज के साथ पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने 63 रनों से मैच जीत लिया है।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनिल विज ने शनिवार को पैरालिंपिक्स रजत पदकधारी दीपा मलिक को चार करोड़ रुपये देने की घोषणा की. वह नई दिल्ली में आईजीआई हवाईअड्डे पर एथलीट का स्वागत करने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि यह हरियाणा के लिये गर्व की बात है कि उनके राज्य की खिलाड़ी ने पैरालिंपिक्स में पदक जीता है. विज ने कहा कि दीपा मलिक को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी जो पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट हैं. गौरतलब है कि दीपा मलिक ने महिलाओं की शॉटपुट स्पर्धा में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 4.61 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक पर कब्जा किया था. अर्जुन अवार्ड विजेता दीपा कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हैं. आर्मी आफिसर की पत्नी दीपा के दो बच्चे हैं. उन्हें वर्ष 1999 में रीढ की हड्डी में ट्यूमर हो गया था जिसके बाद वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गयीं थीं. 6 वर्ष के बाद उन्होंने पैरा खेलों में उतरने का निर्णय किया. दीपा जैवलिन थ्रो और तैराकी जैसे खेलों का भी हिस्सा रही हैं. टिप्पणियां  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि यह हरियाणा के लिये गर्व की बात है कि उनके राज्य की खिलाड़ी ने पैरालिंपिक्स में पदक जीता है. विज ने कहा कि दीपा मलिक को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी जो पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट हैं. गौरतलब है कि दीपा मलिक ने महिलाओं की शॉटपुट स्पर्धा में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 4.61 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक पर कब्जा किया था. अर्जुन अवार्ड विजेता दीपा कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हैं. आर्मी आफिसर की पत्नी दीपा के दो बच्चे हैं. उन्हें वर्ष 1999 में रीढ की हड्डी में ट्यूमर हो गया था जिसके बाद वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गयीं थीं. 6 वर्ष के बाद उन्होंने पैरा खेलों में उतरने का निर्णय किया. दीपा जैवलिन थ्रो और तैराकी जैसे खेलों का भी हिस्सा रही हैं. टिप्पणियां  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि दीपा मलिक ने महिलाओं की शॉटपुट स्पर्धा में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 4.61 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक पर कब्जा किया था. अर्जुन अवार्ड विजेता दीपा कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हैं. आर्मी आफिसर की पत्नी दीपा के दो बच्चे हैं. उन्हें वर्ष 1999 में रीढ की हड्डी में ट्यूमर हो गया था जिसके बाद वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गयीं थीं. 6 वर्ष के बाद उन्होंने पैरा खेलों में उतरने का निर्णय किया. दीपा जैवलिन थ्रो और तैराकी जैसे खेलों का भी हिस्सा रही हैं. टिप्पणियां  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आर्मी आफिसर की पत्नी दीपा के दो बच्चे हैं. उन्हें वर्ष 1999 में रीढ की हड्डी में ट्यूमर हो गया था जिसके बाद वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हो गयीं थीं. 6 वर्ष के बाद उन्होंने पैरा खेलों में उतरने का निर्णय किया. दीपा जैवलिन थ्रो और तैराकी जैसे खेलों का भी हिस्सा रही हैं. टिप्पणियां  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनिल विज ने की घोषणा दीपा मलिक पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली महिला एथलीट दीपा ने शॉटपुट स्पर्धा में रजत पदक पर जमाया था कब्जा
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: यह अहसास होने पर कि उन्होंने एक विवादित बयान दे दिया है, राय ने बात बदलते हुए मीडिया से कहा, "मैंने कहा था कि मस्जिद और चर्च से भारत माता की जय और वंदे मातरम् की आवाज आनी चाहिए. मेरा मतलब यह नहीं था कि यह अजान और घंटी की जगह पर आनी चाहिए." विपक्षी राजद ने सिंह और राय के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन्होंने अपने 'वास्तविक एजेंडे' को दिखा दिया है.  जबकि जनता दल (युनाइटेड) प्रवक्ता ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की निजी आजादी है और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है.टिप्पणियां याद रहे, नीतीश कुमार चार साल पहले अपनी पार्टी का भाजपा से नाता तोड़ने के बाद पाकिस्तान गए थे, ताकि लोग उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता मानें.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विपक्षी राजद ने सिंह और राय के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन्होंने अपने 'वास्तविक एजेंडे' को दिखा दिया है.  जबकि जनता दल (युनाइटेड) प्रवक्ता ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की निजी आजादी है और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है.टिप्पणियां याद रहे, नीतीश कुमार चार साल पहले अपनी पार्टी का भाजपा से नाता तोड़ने के बाद पाकिस्तान गए थे, ताकि लोग उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता मानें.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जबकि जनता दल (युनाइटेड) प्रवक्ता ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की निजी आजादी है और उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है.टिप्पणियां याद रहे, नीतीश कुमार चार साल पहले अपनी पार्टी का भाजपा से नाता तोड़ने के बाद पाकिस्तान गए थे, ताकि लोग उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता मानें.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) याद रहे, नीतीश कुमार चार साल पहले अपनी पार्टी का भाजपा से नाता तोड़ने के बाद पाकिस्तान गए थे, ताकि लोग उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता मानें.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: नीतीश सरकार में खदान एवं भूगर्भीय मामलों के मंत्री हैं विनोद सिंह बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय के बयान पर भी विवाद बोले, मस्जिद-चर्च से 'वंदे मातरम्' की आवाज आनी चाहिए
32
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ाकर रुपये में गिरावट पर अंकुश लगाने के लिए निर्यात आय को ऑनलाइन स्वदेश भेजने की सीमा बढ़ाकर तीन गुना से अधिक 10,000 डॉलर कर दी है। इसके साथ विशेष आर्थिक क्षेत्रों (सेज) के लिए निर्यात का पूरा मूल्य 12 महीने में वापस भेजने को अनिवार्य कर दिया है।टिप्पणियां रिजर्व बैंक की यह घोषणा ऐसे समय आई है जबकि रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 58.98 प्रति डॉलर पर आ गया है। पिछले दो दिन में डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 3.5 प्रतिशत घटा है। 30 अप्रैल से रुपये में आठ प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, ऑनलाइन माध्यम से भेजी जाने वाली निर्यात आय को प्रति सौदा 3,000 डॉलर से बढ़ाकर 10,000 डॉलर करने का फैसला किया गया है। रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही सेज इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे अपनी समूची निर्यात आमदनी 12 महीने में स्वदेश भेजें। रिजर्व बैंक की यह घोषणा ऐसे समय आई है जबकि रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 58.98 प्रति डॉलर पर आ गया है। पिछले दो दिन में डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य 3.5 प्रतिशत घटा है। 30 अप्रैल से रुपये में आठ प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, ऑनलाइन माध्यम से भेजी जाने वाली निर्यात आय को प्रति सौदा 3,000 डॉलर से बढ़ाकर 10,000 डॉलर करने का फैसला किया गया है। रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही सेज इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे अपनी समूची निर्यात आमदनी 12 महीने में स्वदेश भेजें। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, ऑनलाइन माध्यम से भेजी जाने वाली निर्यात आय को प्रति सौदा 3,000 डॉलर से बढ़ाकर 10,000 डॉलर करने का फैसला किया गया है। रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही सेज इकाइयों को निर्देश दिया है कि वे अपनी समूची निर्यात आमदनी 12 महीने में स्वदेश भेजें।
सारांश: भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ाकर रुपये में गिरावट पर अंकुश लगाने के लिए निर्यात आय को ऑनलाइन स्वदेश भेजने की सीमा बढ़ाकर तीन गुना से अधिक 10,000 डॉलर कर दी है।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सरकार ने आज बताया कि ‘वर्ष 2022 तक सभी के लिए आवास’ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए अगले तीन वर्षों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 नवंबर को आगरा में इस योजना का शुभारंभ करेंगे. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 20 नवंबर को उत्तर प्रदेश के आगरा में इस योजना का शुभारंभ करेंगे, जिसके तहत अगले तीन वर्ष में एक करोड़ आवासों का निर्माण किया जाना है. उन्होंने साक्षी महाराज के प्रश्न के उत्तर में कहा, सरकार की परिकल्पना के अनुरूप ‘वर्ष 2022 तक सभी के लिए मकान’ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पूर्ववर्ती इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पुनर्गठित करने को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा, इस योजना के अंतर्गत 2016-17 से लेकर 2018-19 तक तीन वर्षों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है. तोमर के अनुसार, योजना के अंतर्गत मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपये और पर्वतीय क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में 33 लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा. टिप्पणियां तोमर ने साक्षी महाराज के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अगले तीन साल में 12 लाख मकान बनाए जाएंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 20 नवंबर को उत्तर प्रदेश के आगरा में इस योजना का शुभारंभ करेंगे, जिसके तहत अगले तीन वर्ष में एक करोड़ आवासों का निर्माण किया जाना है. उन्होंने साक्षी महाराज के प्रश्न के उत्तर में कहा, सरकार की परिकल्पना के अनुरूप ‘वर्ष 2022 तक सभी के लिए मकान’ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पूर्ववर्ती इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पुनर्गठित करने को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा, इस योजना के अंतर्गत 2016-17 से लेकर 2018-19 तक तीन वर्षों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है. तोमर के अनुसार, योजना के अंतर्गत मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपये और पर्वतीय क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में 33 लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा. टिप्पणियां तोमर ने साक्षी महाराज के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अगले तीन साल में 12 लाख मकान बनाए जाएंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने साक्षी महाराज के प्रश्न के उत्तर में कहा, सरकार की परिकल्पना के अनुरूप ‘वर्ष 2022 तक सभी के लिए मकान’ के उद्देश्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पूर्ववर्ती इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पुनर्गठित करने को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा, इस योजना के अंतर्गत 2016-17 से लेकर 2018-19 तक तीन वर्षों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है. तोमर के अनुसार, योजना के अंतर्गत मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपये और पर्वतीय क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में 33 लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा. टिप्पणियां तोमर ने साक्षी महाराज के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अगले तीन साल में 12 लाख मकान बनाए जाएंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, इस योजना के अंतर्गत 2016-17 से लेकर 2018-19 तक तीन वर्षों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है. तोमर के अनुसार, योजना के अंतर्गत मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख रुपये और पर्वतीय क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में 33 लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा. टिप्पणियां तोमर ने साक्षी महाराज के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अगले तीन साल में 12 लाख मकान बनाए जाएंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तोमर ने साक्षी महाराज के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अगले तीन साल में 12 लाख मकान बनाए जाएंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: नरेंद्र मोदी 20 नवंबर को आगरा में इस योजना का शुभारंभ करेंगे तीन वर्ष में एक करोड़ आवासों का निर्माण किया जाना है मौजूदा वित्त वर्ष में 33 लाख मकानों का निर्माण किया जाएगा
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: तमिलनाडु के तट पर बुधवार को जोरदार तूफान ‘नीलम’ पहुंच गया जिसके कारण प्रसिद्ध पर्यटक स्थल महाबलिपुरम के पास भूस्खलन हुआ। एशिया तूफान चेतावनी केन्द्र ने बुलेटिन में कहा कि तूफान शाम चार बजे चेन्नई के दक्षिण तट से गुजरा। इसमें कहा गया कि इसे तट से पूरी तरह गुजरने में दो घंटे लगेंगे और इसके बाद वह उत्तर की ओर बढ़ जाएगा और फिर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि प्राचीन मंदिरों और शिल्पकलाओं के लिए प्रसिद्ध महाबलिपुरम के तट के करीब रहने वाले लगभग चार हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।टिप्पणियां प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को आज रात घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों से अपराहन तीन बजे ही अपने घर के लिए रवाना होने के लिए कहा गया। तटीय जिलों के शिक्षण संस्थानों में गुरुवार को अवकाश घोषित किया गया है। चेन्नई शहर में तेज हवाएं चल रही हैं जबकि बारिश की तीव्रता कम है। शहर के कई इलाकों में ऐहतियातन कदम उठाते हुए बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। तूफान के कारण तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश होगी। एशिया तूफान चेतावनी केन्द्र ने बुलेटिन में कहा कि तूफान शाम चार बजे चेन्नई के दक्षिण तट से गुजरा। इसमें कहा गया कि इसे तट से पूरी तरह गुजरने में दो घंटे लगेंगे और इसके बाद वह उत्तर की ओर बढ़ जाएगा और फिर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि प्राचीन मंदिरों और शिल्पकलाओं के लिए प्रसिद्ध महाबलिपुरम के तट के करीब रहने वाले लगभग चार हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।टिप्पणियां प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को आज रात घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों से अपराहन तीन बजे ही अपने घर के लिए रवाना होने के लिए कहा गया। तटीय जिलों के शिक्षण संस्थानों में गुरुवार को अवकाश घोषित किया गया है। चेन्नई शहर में तेज हवाएं चल रही हैं जबकि बारिश की तीव्रता कम है। शहर के कई इलाकों में ऐहतियातन कदम उठाते हुए बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। तूफान के कारण तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश होगी। अधिकारियों ने कहा कि प्राचीन मंदिरों और शिल्पकलाओं के लिए प्रसिद्ध महाबलिपुरम के तट के करीब रहने वाले लगभग चार हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।टिप्पणियां प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को आज रात घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों से अपराहन तीन बजे ही अपने घर के लिए रवाना होने के लिए कहा गया। तटीय जिलों के शिक्षण संस्थानों में गुरुवार को अवकाश घोषित किया गया है। चेन्नई शहर में तेज हवाएं चल रही हैं जबकि बारिश की तीव्रता कम है। शहर के कई इलाकों में ऐहतियातन कदम उठाते हुए बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। तूफान के कारण तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश होगी। प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को आज रात घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों से अपराहन तीन बजे ही अपने घर के लिए रवाना होने के लिए कहा गया। तटीय जिलों के शिक्षण संस्थानों में गुरुवार को अवकाश घोषित किया गया है। चेन्नई शहर में तेज हवाएं चल रही हैं जबकि बारिश की तीव्रता कम है। शहर के कई इलाकों में ऐहतियातन कदम उठाते हुए बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। तूफान के कारण तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश होगी। तटीय जिलों के शिक्षण संस्थानों में गुरुवार को अवकाश घोषित किया गया है। चेन्नई शहर में तेज हवाएं चल रही हैं जबकि बारिश की तीव्रता कम है। शहर के कई इलाकों में ऐहतियातन कदम उठाते हुए बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। तूफान के कारण तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में अगले 12 घंटों में भारी बारिश होगी।
यह एक सारांश है: तमिलनाडु के तट पर बुधवार को जोरदार तूफान ‘नीलम’ पहुंच गया जिसके कारण प्रसिद्ध पर्यटक स्थल महाबलिपुरम के पास भूस्खलन हुआ।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल  (Citizenship Amendment Bill) पास हो गया है. सोमवार रात इस बिल को लेकर सदन में वोटिंग हुई और 311 वोटों से यह पास हो गया. विधेयक के विरोध में 80 वोट पड़े. विपक्षी पार्टियां इस बिल का पुरजोर विरोध कर रही हैं. कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार सुबह एक के बाद एक तीन ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर हमला बोला है. अब इस बिल को उच्च सदन यानी राज्यसभा में भेजा जाएगा. जहां पर सरकार के पास उस तरह का समर्थन नहीं है जैसा कि लोकसभा में उसे बहुमत हासिल है हालांकि ऐसा लग रहा है कि जिस तरह से जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए सरकार ने समर्थन जुटा लिया था वैसे ही इस बिल को लेकर भी आसानी से वह आंकड़े जुटा  लेगी. बात करें राज्यसभा में आंकड़ों की तो राज्यसभा में कुल सांसदों की संख्या 245 होती है लेकिन इस समय 5  सीटें खाली हैं. इसलिए बिल पास कराने के लिए सरकार को 121 सांसदों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी. और ऐसा लग रहा है कि सरकार के पास 130 सांसदों का समर्थन है. जिसमें 130 एनडीए के हैं और 14 अन्य दलों के सांसद हैं. जिसमें बीजेपी के 83, एआईएडीएमके 11, जेडीयू 6, शिरोमणि अकाली दल 3, निर्दलीय 13 सांसद हैं. इसके अलावा बीजेडी के 7, शिवसेना के 3, वाएसआरसीपी के 2 और टीडीपी के 2 सांसद शामिल हैं. वहीं बात करें विरोधी पक्ष की तो यूपीए के पास 110 सांसद हैं. जिसमें कांग्रेस के 46, डीएके के 5, आरजेडी के 4, एनसीपी के 4, केरल कांग्रेस के 1, आईयूएमएल के 1, पीएमके,1 एमडीएमके के 1, एमडीएमके के 1, निर्दलीय 1 सांसद हैं. वहीं बीजेपी के विरोध शामिल अन्य दलों की बात करें तो टीएमसी 13, सपा-9, सीपीएम-5, बीएसपी-4 आप-3, पीडीपी-2, सीपीआई-1, जेडीएस-1, अन्य-1. इसके अलावा टीआरएस भी बीजेपी विरोधी गुट में शामिल है जिसके 6 सांसद शामिल हैं.
सारांश: राज्यसभा में कल पेश होगा नागरिकता संशोधन बिल सरकार जुटा पाएगी क्या बहुमत? बहुमत के लिए चाहिए 121 सांसदों का समर्थन
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय के कथित रूप से पशु तस्करों के पक्ष में काम करने सम्बन्धित स्टिंग ऑपरेशन कराने वाले गोंडा के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोंडा के पुलिस अधीक्षक नवनीत राणा को हटाकर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर आगरा में तैनात रहे राजेन्द्र प्रसाद सिंह यादव को गोंडा का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। हालांकि, पहले गोरखपुर में तैनात सीबीसीआईडी के पुलिस अधीक्षक हरि नारायण सिंह को गोंडा का नया पुलिस कप्तान बनाया गया था लेकिन शाम को सरकार ने वह आदेश निरस्त करते हुए यादव को तैनाती दे दी। हालांकि सरकार ने राणा को हटाए जाने का कारण स्पष्ट नहीं किया है। गौरतलब है कि राणा ने गत 30 दिसम्बर को गोंडा स्थित अपने सरकारी आवास पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसके फौरन बाद कुख्यात पशु तस्कर मोहम्मद माजिद के साथी आशुतोष पाण्डेय तथा उनसे सौदेबाजी करने गए तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। टिप्पणियां स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि आशुतोष ने राणा के मोबाइल फोन पर केसी पाण्डेय से बात कराई थी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को पशु तस्करों की मदद करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोंडा के पुलिस अधीक्षक नवनीत राणा को हटाकर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। उनके स्थान पर आगरा में तैनात रहे राजेन्द्र प्रसाद सिंह यादव को गोंडा का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। हालांकि, पहले गोरखपुर में तैनात सीबीसीआईडी के पुलिस अधीक्षक हरि नारायण सिंह को गोंडा का नया पुलिस कप्तान बनाया गया था लेकिन शाम को सरकार ने वह आदेश निरस्त करते हुए यादव को तैनाती दे दी। हालांकि सरकार ने राणा को हटाए जाने का कारण स्पष्ट नहीं किया है। गौरतलब है कि राणा ने गत 30 दिसम्बर को गोंडा स्थित अपने सरकारी आवास पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसके फौरन बाद कुख्यात पशु तस्कर मोहम्मद माजिद के साथी आशुतोष पाण्डेय तथा उनसे सौदेबाजी करने गए तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। टिप्पणियां स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि आशुतोष ने राणा के मोबाइल फोन पर केसी पाण्डेय से बात कराई थी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को पशु तस्करों की मदद करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। हालांकि, पहले गोरखपुर में तैनात सीबीसीआईडी के पुलिस अधीक्षक हरि नारायण सिंह को गोंडा का नया पुलिस कप्तान बनाया गया था लेकिन शाम को सरकार ने वह आदेश निरस्त करते हुए यादव को तैनाती दे दी। हालांकि सरकार ने राणा को हटाए जाने का कारण स्पष्ट नहीं किया है। गौरतलब है कि राणा ने गत 30 दिसम्बर को गोंडा स्थित अपने सरकारी आवास पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसके फौरन बाद कुख्यात पशु तस्कर मोहम्मद माजिद के साथी आशुतोष पाण्डेय तथा उनसे सौदेबाजी करने गए तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। टिप्पणियां स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि आशुतोष ने राणा के मोबाइल फोन पर केसी पाण्डेय से बात कराई थी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को पशु तस्करों की मदद करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। गौरतलब है कि राणा ने गत 30 दिसम्बर को गोंडा स्थित अपने सरकारी आवास पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसके फौरन बाद कुख्यात पशु तस्कर मोहम्मद माजिद के साथी आशुतोष पाण्डेय तथा उनसे सौदेबाजी करने गए तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। टिप्पणियां स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि आशुतोष ने राणा के मोबाइल फोन पर केसी पाण्डेय से बात कराई थी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को पशु तस्करों की मदद करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि आशुतोष ने राणा के मोबाइल फोन पर केसी पाण्डेय से बात कराई थी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक को पशु तस्करों की मदद करने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है।
संक्षिप्त सारांश: उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना शोध संस्थान के उपाध्यक्ष केसी पाण्डेय के कथित रूप से पशु तस्करों के पक्ष में काम करने सम्बन्धित स्टिंग ऑपरेशन कराने वाले गोंडा के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया।
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: तेल कंपनियां अगली बार जब दाम की समीक्षा करेंगी, तो पेट्रोल के दाम एक रुपये लीटर तक घटा सकती हैं। सरकार द्वारा पेट्रोल पंप डीलर का कमीशन बढ़ाने के बाद गत 27 अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 29 पैसे लीटर बढ़कर 68.19 रुपये लीटर हो गए थे। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने कहा, गैसोलिन के दाम में हाल में कुछ कमी आई है, इससे हमें कुछ मार्जिन मिला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसमें फिर वृद्धि का रुख बन गया। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर पड़ा है...इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें अपना रुख तय करना होगा। तेल कंपनियों को पिछले कुछ दिन, जब कच्चे तेल के दाम भी कम हुए और डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूत हुआ था, तो पेट्रोल पर करीब 2 रुपये लीटर का फायदा हो रहा था, लेकिन गेसोलिन के दाम फिर बढ़ने और रुपये की गिरावट से नेट मार्जिन एक रुपया लीटर ही रह सकता है।टिप्पणियां बुटोला ने कहा, हम अगले कुछ दिन में दाम की समीक्षा करेंगे...इस सप्ताहांत में या फिर अगले सप्ताह के शुरू में। सरकार ने जून, 2010 में पेट्रोल के दाम नियंत्रण मुक्त कर दिए थे। इससे तेल कंपनियों को लागत के अनुरूप दाम तय करने की आजादी मिल गई, लेकिन शायद ही पेट्रोल के दाम अंतरराष्ट्रीय कीमत के अनुरूप तय हुए हों और तेल कंपनियां राजनीतिक दबाव में रही। मुद्रास्फीति को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर कंपनियों पर दबाव बनता रहा। बुटोला ने कहा कि इंडियन ऑयल को लागत से कम दाम पर बिक्री से पेट्रोल पर चालू वित्तवर्ष के शुरुआती छह महीनों के दौरान 1,167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेट्रोल पर कंपनी को कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिलती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के निदेशक (वित्त) बी मुखर्जी ने कहा, किसी भी अन्य मुक्त उत्पाद की तरह पेट्रोल पर हम भी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने कहा, गैसोलिन के दाम में हाल में कुछ कमी आई है, इससे हमें कुछ मार्जिन मिला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसमें फिर वृद्धि का रुख बन गया। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर पड़ा है...इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें अपना रुख तय करना होगा। तेल कंपनियों को पिछले कुछ दिन, जब कच्चे तेल के दाम भी कम हुए और डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूत हुआ था, तो पेट्रोल पर करीब 2 रुपये लीटर का फायदा हो रहा था, लेकिन गेसोलिन के दाम फिर बढ़ने और रुपये की गिरावट से नेट मार्जिन एक रुपया लीटर ही रह सकता है।टिप्पणियां बुटोला ने कहा, हम अगले कुछ दिन में दाम की समीक्षा करेंगे...इस सप्ताहांत में या फिर अगले सप्ताह के शुरू में। सरकार ने जून, 2010 में पेट्रोल के दाम नियंत्रण मुक्त कर दिए थे। इससे तेल कंपनियों को लागत के अनुरूप दाम तय करने की आजादी मिल गई, लेकिन शायद ही पेट्रोल के दाम अंतरराष्ट्रीय कीमत के अनुरूप तय हुए हों और तेल कंपनियां राजनीतिक दबाव में रही। मुद्रास्फीति को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर कंपनियों पर दबाव बनता रहा। बुटोला ने कहा कि इंडियन ऑयल को लागत से कम दाम पर बिक्री से पेट्रोल पर चालू वित्तवर्ष के शुरुआती छह महीनों के दौरान 1,167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेट्रोल पर कंपनी को कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिलती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के निदेशक (वित्त) बी मुखर्जी ने कहा, किसी भी अन्य मुक्त उत्पाद की तरह पेट्रोल पर हम भी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। तेल कंपनियों को पिछले कुछ दिन, जब कच्चे तेल के दाम भी कम हुए और डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूत हुआ था, तो पेट्रोल पर करीब 2 रुपये लीटर का फायदा हो रहा था, लेकिन गेसोलिन के दाम फिर बढ़ने और रुपये की गिरावट से नेट मार्जिन एक रुपया लीटर ही रह सकता है।टिप्पणियां बुटोला ने कहा, हम अगले कुछ दिन में दाम की समीक्षा करेंगे...इस सप्ताहांत में या फिर अगले सप्ताह के शुरू में। सरकार ने जून, 2010 में पेट्रोल के दाम नियंत्रण मुक्त कर दिए थे। इससे तेल कंपनियों को लागत के अनुरूप दाम तय करने की आजादी मिल गई, लेकिन शायद ही पेट्रोल के दाम अंतरराष्ट्रीय कीमत के अनुरूप तय हुए हों और तेल कंपनियां राजनीतिक दबाव में रही। मुद्रास्फीति को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर कंपनियों पर दबाव बनता रहा। बुटोला ने कहा कि इंडियन ऑयल को लागत से कम दाम पर बिक्री से पेट्रोल पर चालू वित्तवर्ष के शुरुआती छह महीनों के दौरान 1,167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेट्रोल पर कंपनी को कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिलती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के निदेशक (वित्त) बी मुखर्जी ने कहा, किसी भी अन्य मुक्त उत्पाद की तरह पेट्रोल पर हम भी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। बुटोला ने कहा, हम अगले कुछ दिन में दाम की समीक्षा करेंगे...इस सप्ताहांत में या फिर अगले सप्ताह के शुरू में। सरकार ने जून, 2010 में पेट्रोल के दाम नियंत्रण मुक्त कर दिए थे। इससे तेल कंपनियों को लागत के अनुरूप दाम तय करने की आजादी मिल गई, लेकिन शायद ही पेट्रोल के दाम अंतरराष्ट्रीय कीमत के अनुरूप तय हुए हों और तेल कंपनियां राजनीतिक दबाव में रही। मुद्रास्फीति को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर कंपनियों पर दबाव बनता रहा। बुटोला ने कहा कि इंडियन ऑयल को लागत से कम दाम पर बिक्री से पेट्रोल पर चालू वित्तवर्ष के शुरुआती छह महीनों के दौरान 1,167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेट्रोल पर कंपनी को कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिलती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के निदेशक (वित्त) बी मुखर्जी ने कहा, किसी भी अन्य मुक्त उत्पाद की तरह पेट्रोल पर हम भी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। मुद्रास्फीति को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर कंपनियों पर दबाव बनता रहा। बुटोला ने कहा कि इंडियन ऑयल को लागत से कम दाम पर बिक्री से पेट्रोल पर चालू वित्तवर्ष के शुरुआती छह महीनों के दौरान 1,167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पेट्रोल पर कंपनी को कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिलती है। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के निदेशक (वित्त) बी मुखर्जी ने कहा, किसी भी अन्य मुक्त उत्पाद की तरह पेट्रोल पर हम भी मुनाफा अर्जित कर रहे हैं।
संक्षिप्त सारांश: तेल कंपनियां अगली बार जब दाम की समीक्षा करेंगी, तो पेट्रोल के दाम एक रुपये लीटर तक घटा सकती हैं। सरकार द्वारा पेट्रोल पंप डीलर का कमीशन बढ़ाने के बाद गत 27 अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 29 पैसे लीटर बढ़कर 68.19 रुपये लीटर हो गए थे।
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय थलसेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह की चिट्ठियों को लेकर चल रहे विवादों के बीच बृहस्पतिवार को केन्द्रीय रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों पर सरकार का विश्वास बना हुआ है, और वे अपना काम कर रहे हैं।टिप्पणियां सेनाध्यक्ष जनरल सिंह का प्रधानमंत्री को लिखा पत्र लीक होने के मामले में एंटनी ने कहा कि जिसने भी पत्र लीक किया है, वह राष्ट्रविरोधी है, और यह हरकत केवल दुश्मनों की मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सेनाप्रमुख के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के लीक होने के मामले की तह में जाने के बाद कानून के मुताबिक कठोर कदम उठाएंगे। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि हम भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं करते। उनके मुताबिक खरीद प्रक्रिया में यदि किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता पाई जाती है, तो वह उसे रद्द करने से नहीं हिचकेंगे। एंटनी के अनुसार भारत को रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटन में भारी वृद्धि करने की जरूरत है, क्योंकि देश के चारों ओर संवेदनशील सुरक्षा माहौल है और पड़ोसी देश तेजी से अपने सुरक्षाबलों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। एंटनी के मुताबिक हम रक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हैं, और सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है। सेनाध्यक्ष जनरल सिंह का प्रधानमंत्री को लिखा पत्र लीक होने के मामले में एंटनी ने कहा कि जिसने भी पत्र लीक किया है, वह राष्ट्रविरोधी है, और यह हरकत केवल दुश्मनों की मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सेनाप्रमुख के प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के लीक होने के मामले की तह में जाने के बाद कानून के मुताबिक कठोर कदम उठाएंगे। रक्षामंत्री ने यह भी कहा कि हम भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं करते। उनके मुताबिक खरीद प्रक्रिया में यदि किसी भी स्तर पर कोई अनियमितता पाई जाती है, तो वह उसे रद्द करने से नहीं हिचकेंगे। एंटनी के अनुसार भारत को रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटन में भारी वृद्धि करने की जरूरत है, क्योंकि देश के चारों ओर संवेदनशील सुरक्षा माहौल है और पड़ोसी देश तेजी से अपने सुरक्षाबलों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। एंटनी के मुताबिक हम रक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हैं, और सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है। एंटनी के अनुसार भारत को रक्षाबलों के आधुनिकीकरण के लिए आवंटन में भारी वृद्धि करने की जरूरत है, क्योंकि देश के चारों ओर संवेदनशील सुरक्षा माहौल है और पड़ोसी देश तेजी से अपने सुरक्षाबलों का आधुनिकीकरण कर रहे हैं। एंटनी के मुताबिक हम रक्षा तैयारियों की लगातार समीक्षा करते हैं, और सुरक्षा को मजबूत करना एक सतत प्रक्रिया है।
थलसेनाध्यक्ष का पीएम को लिखा पत्र लीक होने पर रक्षामंत्री ने कहा कि पत्र लीक करने वाला राष्ट्रविरोधी है, और यह हरकत केवल दुश्मनों की मदद करेगी।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आरबीआई ने मंगलवार को भारतीय मुद्रा रुपये की अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले में लगातार गिरती सेहत को बचाने के लिए बैंकों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाने की शुरुआत की है। इन प्रतिबंधों में फ्यूचर ट्रेडिंग (मुद्रा वायदा) और ऑप्शन (विकल्प सौदा) पर रोक शामिल हैं। इससे पहले आज सुबह आरबीआई और सेबी की कार्रवाई के बाद रुपये में डॉलर के मुकाबले सुधार आया। मंगलवार की सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया सुधरा और 59.72 प्रति डॉलर पर पहुंचा लेकिन थोड़ी देर के कारोबार के बाद फिर गिर गया और रुपया डॉलर के मुकाबले 60.16 पर पहुंच गया।टिप्पणियां वहीं सोमवार को पूंजी निकासी के बीच अमेरिकी मुद्रा की भारी मांग के मद्देनजर रुपया 97 पैसे गिरकर 61 के स्तर को पार कर गया था और डालर के मुकाबले 61.21 के नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुख्य तौर पर विदेशी बाजार में अन्य मुद्रा के मुकाबले डॉलर में तेजी के कारण रुपये पर दबाव बढ़ा और यह नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। स्थानीय मुद्रा 26 जून को दिन के कारोबार के दौरान 60.76 पर पहुंच गया था। इससे पहले आज सुबह आरबीआई और सेबी की कार्रवाई के बाद रुपये में डॉलर के मुकाबले सुधार आया। मंगलवार की सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया सुधरा और 59.72 प्रति डॉलर पर पहुंचा लेकिन थोड़ी देर के कारोबार के बाद फिर गिर गया और रुपया डॉलर के मुकाबले 60.16 पर पहुंच गया।टिप्पणियां वहीं सोमवार को पूंजी निकासी के बीच अमेरिकी मुद्रा की भारी मांग के मद्देनजर रुपया 97 पैसे गिरकर 61 के स्तर को पार कर गया था और डालर के मुकाबले 61.21 के नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुख्य तौर पर विदेशी बाजार में अन्य मुद्रा के मुकाबले डॉलर में तेजी के कारण रुपये पर दबाव बढ़ा और यह नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। स्थानीय मुद्रा 26 जून को दिन के कारोबार के दौरान 60.76 पर पहुंच गया था। वहीं सोमवार को पूंजी निकासी के बीच अमेरिकी मुद्रा की भारी मांग के मद्देनजर रुपया 97 पैसे गिरकर 61 के स्तर को पार कर गया था और डालर के मुकाबले 61.21 के नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुख्य तौर पर विदेशी बाजार में अन्य मुद्रा के मुकाबले डॉलर में तेजी के कारण रुपये पर दबाव बढ़ा और यह नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। स्थानीय मुद्रा 26 जून को दिन के कारोबार के दौरान 60.76 पर पहुंच गया था। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि मुख्य तौर पर विदेशी बाजार में अन्य मुद्रा के मुकाबले डॉलर में तेजी के कारण रुपये पर दबाव बढ़ा और यह नए न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। स्थानीय मुद्रा 26 जून को दिन के कारोबार के दौरान 60.76 पर पहुंच गया था।
आरबीआई ने मंगलवार को भारतीय मुद्रा रुपये की अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले में लगातार गिरती सेहत को बचाने के लिए बैंकों पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाने की शुरुआत की है। इन प्रतिबंधों में फ्यूचर ट्रेडिंग और ऑप्शन पर रोक शामिल हैं।
34
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा सभी आतंकी समूहों के खिलाफ कदम ना उठाए जाने पर नाराजगी जताते हुए अमेरिका ने उसे कड़ी फटकार लगाई है. अमेरिका ने साथ ही चेताया कि जरूरत पड़ी तो वह पाकिस्तान से संचालित आंतकी नेटर्वक को खत्म करने के लिए अकेले कार्रवाई से भी नहीं हिचकेगा.    वॉशिंगटन में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान आतंकवाद के वित्तीय पोषण के खिलाफ गठित अमेरिकी ईकाई के कार्यकारी अवर सचिव ऐडम जुबिन ने कहा, 'समस्या यह है कि पाकिस्तान सरकार के अंदर मौजूद कुछ ताकतें, खास तौर पर आईएसआई, पाकिस्तान में सक्रिय सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते और कुछ आतंकी संगठनों को शह देते हैं.' जुबिन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'हम पाकिस्तान में अपने सहयोगियों से देश में चल रहे सभी आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने की बराबर आग्रह करते हैं. हम उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार है. लेकिन यहां ऐसी कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि हम जहां आतंकियों के खिलाफ अभियान में मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन जरूरत पड़ी तो इन आतंकियों के खात्मे के लिए पाकिस्तान में अकेले कार्रवाई में भी नहीं हिचकेंगे.' टिप्पणियां जुबिन ने हालांकि यह भी कहा कि आतंकरोधी अभियान में पाकिस्तान अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार है. उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर पर पाकिस्तानी खुद भी स्कूलों, बाजारों और मस्जिदों में हुए खूंखार आतंकी हमलों से पीड़ित हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण हमले अब भी जारी हैं. इस तरह के हिंसक हमलों के चलते पाकिस्तान को पीछे रहना पड़ा है.' गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार यह दावे करता रहा है कि उसकी धरती पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ उसने कड़ी कार्रवाई की है. लेकिन अमेरिका की इस फटकार से उसके दावों की पोल खुलती है. वॉशिंगटन में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान आतंकवाद के वित्तीय पोषण के खिलाफ गठित अमेरिकी ईकाई के कार्यकारी अवर सचिव ऐडम जुबिन ने कहा, 'समस्या यह है कि पाकिस्तान सरकार के अंदर मौजूद कुछ ताकतें, खास तौर पर आईएसआई, पाकिस्तान में सक्रिय सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते और कुछ आतंकी संगठनों को शह देते हैं.' जुबिन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'हम पाकिस्तान में अपने सहयोगियों से देश में चल रहे सभी आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने की बराबर आग्रह करते हैं. हम उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार है. लेकिन यहां ऐसी कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि हम जहां आतंकियों के खिलाफ अभियान में मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन जरूरत पड़ी तो इन आतंकियों के खात्मे के लिए पाकिस्तान में अकेले कार्रवाई में भी नहीं हिचकेंगे.' टिप्पणियां जुबिन ने हालांकि यह भी कहा कि आतंकरोधी अभियान में पाकिस्तान अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार है. उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर पर पाकिस्तानी खुद भी स्कूलों, बाजारों और मस्जिदों में हुए खूंखार आतंकी हमलों से पीड़ित हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण हमले अब भी जारी हैं. इस तरह के हिंसक हमलों के चलते पाकिस्तान को पीछे रहना पड़ा है.' गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार यह दावे करता रहा है कि उसकी धरती पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ उसने कड़ी कार्रवाई की है. लेकिन अमेरिका की इस फटकार से उसके दावों की पोल खुलती है. जुबिन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, 'हम पाकिस्तान में अपने सहयोगियों से देश में चल रहे सभी आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने की बराबर आग्रह करते हैं. हम उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार है. लेकिन यहां ऐसी कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि हम जहां आतंकियों के खिलाफ अभियान में मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन जरूरत पड़ी तो इन आतंकियों के खात्मे के लिए पाकिस्तान में अकेले कार्रवाई में भी नहीं हिचकेंगे.' टिप्पणियां जुबिन ने हालांकि यह भी कहा कि आतंकरोधी अभियान में पाकिस्तान अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार है. उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर पर पाकिस्तानी खुद भी स्कूलों, बाजारों और मस्जिदों में हुए खूंखार आतंकी हमलों से पीड़ित हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण हमले अब भी जारी हैं. इस तरह के हिंसक हमलों के चलते पाकिस्तान को पीछे रहना पड़ा है.' गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार यह दावे करता रहा है कि उसकी धरती पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ उसने कड़ी कार्रवाई की है. लेकिन अमेरिका की इस फटकार से उसके दावों की पोल खुलती है. जुबिन ने हालांकि यह भी कहा कि आतंकरोधी अभियान में पाकिस्तान अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार है. उन्होंने कहा, 'निश्चित तौर पर पर पाकिस्तानी खुद भी स्कूलों, बाजारों और मस्जिदों में हुए खूंखार आतंकी हमलों से पीड़ित हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण हमले अब भी जारी हैं. इस तरह के हिंसक हमलों के चलते पाकिस्तान को पीछे रहना पड़ा है.' गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार यह दावे करता रहा है कि उसकी धरती पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ उसने कड़ी कार्रवाई की है. लेकिन अमेरिका की इस फटकार से उसके दावों की पोल खुलती है. गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार यह दावे करता रहा है कि उसकी धरती पर सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ उसने कड़ी कार्रवाई की है. लेकिन अमेरिका की इस फटकार से उसके दावों की पोल खुलती है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 'आईएसआई आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहती' 'पाक से आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने का बराबर आग्रह करते हैं' अमेरिका की इस फटकार से पाकिस्‍तान के दावों की पोल खुलती है
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्हें मोदी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है और आडवाणी के हाथ में नेतृत्व देने की सलाह उन्होंने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए दी थी। गोवा में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हुए सिन्हा ने एक बयान में कहा कि वह मोदी के समर्थन में सबसे पहले बोलने वाले भाजपा के नेताओं में से हैं जिसकी वजह यह है कि कार्यकर्ता ऐसा चाहते हैं, लोग ऐसा चाहते हैं।टिप्पणियां सिन्हा के मुताबिक, ‘कांग्रेस पार्टी में या कहीं भी उनकी टक्कर का नेता नहीं है लेकिन भारत में हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारे मूल्य हमें सिखाते हैं कि हमारे बुजुर्गों के प्रति सर्वोच्च सम्मान और आदर दिखाएं।’ उन्होंने कहा कि उनके मन में यही बात थी। हमारे समाज में यह परंपरा है जिसकी वजह से उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर आडवाणी स्वयं नेतृत्व के लिए तैयार होते हैं, यदि संसदीय बोर्ड उनके पक्ष में फैसला करता है और अगर राजग में सहमति बनती है तो नेतृत्व की चर्चा को अंतिम रूप दिया जा सकता है। सिन्हा ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान का यह मतलब निकाला कि उन्होंने अपना रुख बदल दिया है और मोदी के बजाय वह आडवाणी का समर्थन कर रहे हैं। गोवा में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हुए सिन्हा ने एक बयान में कहा कि वह मोदी के समर्थन में सबसे पहले बोलने वाले भाजपा के नेताओं में से हैं जिसकी वजह यह है कि कार्यकर्ता ऐसा चाहते हैं, लोग ऐसा चाहते हैं।टिप्पणियां सिन्हा के मुताबिक, ‘कांग्रेस पार्टी में या कहीं भी उनकी टक्कर का नेता नहीं है लेकिन भारत में हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारे मूल्य हमें सिखाते हैं कि हमारे बुजुर्गों के प्रति सर्वोच्च सम्मान और आदर दिखाएं।’ उन्होंने कहा कि उनके मन में यही बात थी। हमारे समाज में यह परंपरा है जिसकी वजह से उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर आडवाणी स्वयं नेतृत्व के लिए तैयार होते हैं, यदि संसदीय बोर्ड उनके पक्ष में फैसला करता है और अगर राजग में सहमति बनती है तो नेतृत्व की चर्चा को अंतिम रूप दिया जा सकता है। सिन्हा ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान का यह मतलब निकाला कि उन्होंने अपना रुख बदल दिया है और मोदी के बजाय वह आडवाणी का समर्थन कर रहे हैं। सिन्हा के मुताबिक, ‘कांग्रेस पार्टी में या कहीं भी उनकी टक्कर का नेता नहीं है लेकिन भारत में हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारे मूल्य हमें सिखाते हैं कि हमारे बुजुर्गों के प्रति सर्वोच्च सम्मान और आदर दिखाएं।’ उन्होंने कहा कि उनके मन में यही बात थी। हमारे समाज में यह परंपरा है जिसकी वजह से उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर आडवाणी स्वयं नेतृत्व के लिए तैयार होते हैं, यदि संसदीय बोर्ड उनके पक्ष में फैसला करता है और अगर राजग में सहमति बनती है तो नेतृत्व की चर्चा को अंतिम रूप दिया जा सकता है। सिन्हा ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान का यह मतलब निकाला कि उन्होंने अपना रुख बदल दिया है और मोदी के बजाय वह आडवाणी का समर्थन कर रहे हैं। सिन्हा ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान का यह मतलब निकाला कि उन्होंने अपना रुख बदल दिया है और मोदी के बजाय वह आडवाणी का समर्थन कर रहे हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्हें मोदी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है और आडवाणी के हाथ में नेतृत्व देने की सलाह उन्होंने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए
34
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस साल के अंत तक अफ़गानिस्तान में तैनात अपने 10 हज़ार सैनिकों को वापस बुलाने का ऐलान किया है। ओबामा ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी की योजना का खुलासा करते हुए यह भी कहा कि अगले साल गर्मियों तक 33 हज़ार सैनिक अफ़गानिस्तान से हटा लिए जाएंगे। अफ़गानिस्तान में इस समय करीब एक लाख अमेरिकी सैनिक हैं। ओबामा ने कहा कि बाकी सैनिक धीरे−धीरे वापस लौटेंगे और इस दौरान अफ़गान सेना को मोर्चा सौंपने का काम चलता रहेगा। ओबामा ने ये भी कहा कि अमेरिका फिर से अलक़ायदा पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहता है और जहां तक तालिबान का सवाल है उससे लड़ने के लिए अफ़गानी सेना को ट्रेनिंग दी जाएगी। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी के अपेक्षित ऐलान का स्वागत किया है। अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ज़हीर अज़ीमी ने कहा कि अफगान नेशनल आर्मी अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पैदा हुए अंतर को भरने में सक्षम है। उम्मीद की जा रही है कि ओबामा एक साल के भीतर 10 हज़ार अमेरिकी टुकड़ियों को अफगानिस्तान छोड़ कर वापस अमेरिका लौटने का ऐलान करेंगे। 9/11 के बाद तालिबान को खत्म करने के लिए अमेरिका ने अपने सैनिक अफगानिस्तान में भेजे थे अब उम्मीद की जा रही है कि 2014 तक अमेरिका अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा।
सारांश: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस साल के अंत तक अफ़गानिस्तान में तैनात अपने 10 हज़ार सैनिकों को वापस बुलाने का ऐलान किया है।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मरहूम सुपरस्टार राजेश खन्ना, जिन्हें लोग प्यार से काका बुलाते थे, की अंतिम फिल्म 'रियासत' सबसे पहले उनके परिजन देखेंगे। फिल्म के निर्देशक अशोक त्यागी ने यह जानकारी दी। त्यागी ने कहा कि मीडिया को दिखाने से पहले यह फिल्म काका के परिजनों को दिखाई जाएगी। त्यागी ने कहा, "मैं काका की अंतिम फिल्म को उनके परिजनों को सबसे पहले दिखाऊंगा। यह फिल्म अच्छी है और उम्मीद है कि काका के परिजन इसे पसंद करेंगे।"टिप्पणियां "मैं डिम्पल कपाड़िया (पत्नी), अक्षय कुमार (दामाद), ट्विंकल खन्ना (बेटी) और रिंकी खन्ना (बेटी) को यह फिल्म सबसे पहले दिखाऊंगा।" यह फिल्म अभी पोस्टप्रोडक्शन दौर में है और इसमें राजेश ने काफी अहम भूमिका अदा की है। राजेश का जुलाई में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उससे पहले हालांकि काका 'रियासत' की शूटिंग पूरी कर चुके थे। त्यागी ने कहा, "मैं काका की अंतिम फिल्म को उनके परिजनों को सबसे पहले दिखाऊंगा। यह फिल्म अच्छी है और उम्मीद है कि काका के परिजन इसे पसंद करेंगे।"टिप्पणियां "मैं डिम्पल कपाड़िया (पत्नी), अक्षय कुमार (दामाद), ट्विंकल खन्ना (बेटी) और रिंकी खन्ना (बेटी) को यह फिल्म सबसे पहले दिखाऊंगा।" यह फिल्म अभी पोस्टप्रोडक्शन दौर में है और इसमें राजेश ने काफी अहम भूमिका अदा की है। राजेश का जुलाई में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उससे पहले हालांकि काका 'रियासत' की शूटिंग पूरी कर चुके थे। "मैं डिम्पल कपाड़िया (पत्नी), अक्षय कुमार (दामाद), ट्विंकल खन्ना (बेटी) और रिंकी खन्ना (बेटी) को यह फिल्म सबसे पहले दिखाऊंगा।" यह फिल्म अभी पोस्टप्रोडक्शन दौर में है और इसमें राजेश ने काफी अहम भूमिका अदा की है। राजेश का जुलाई में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उससे पहले हालांकि काका 'रियासत' की शूटिंग पूरी कर चुके थे। यह फिल्म अभी पोस्टप्रोडक्शन दौर में है और इसमें राजेश ने काफी अहम भूमिका अदा की है। राजेश का जुलाई में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उससे पहले हालांकि काका 'रियासत' की शूटिंग पूरी कर चुके थे।
सारांश: फिल्म के निर्देशक अशोक त्यागी ने यह जानकारी दी। त्यागी ने कहा कि मीडिया को दिखाने से पहले यह फिल्म काका के परिजनों को दिखाई जाएगी।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लुसियाना प्रांत के गवर्नर बॉबी जिंदल की उनके मजाकिया अंदाज के लिए प्रशंसा की है।टिप्पणियां 41 वर्षीय जिंदल भारतीय मूल के ऐसे पहले अमेरिकी नागरिक हैं जो किसी अमेरिकी प्रांत के गवर्नर बने। वह ओबामा के मुखर आलोचक रहे हैं और उन्हें वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। ओबामा ने रविवार की रात ग्रिडिरान डिनर में अपने बारे में जिंदल द्वारा मजाकिया लहजे में गई टिप्पणी के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बॉबी (जिंदल) आज शाम बेहद मजाकिया अंदाज में थे। मेरा मानना है कि वह कमाल के हैं।’’ 41 वर्षीय जिंदल भारतीय मूल के ऐसे पहले अमेरिकी नागरिक हैं जो किसी अमेरिकी प्रांत के गवर्नर बने। वह ओबामा के मुखर आलोचक रहे हैं और उन्हें वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। ओबामा ने रविवार की रात ग्रिडिरान डिनर में अपने बारे में जिंदल द्वारा मजाकिया लहजे में गई टिप्पणी के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बॉबी (जिंदल) आज शाम बेहद मजाकिया अंदाज में थे। मेरा मानना है कि वह कमाल के हैं।’’ ओबामा ने रविवार की रात ग्रिडिरान डिनर में अपने बारे में जिंदल द्वारा मजाकिया लहजे में गई टिप्पणी के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बॉबी (जिंदल) आज शाम बेहद मजाकिया अंदाज में थे। मेरा मानना है कि वह कमाल के हैं।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लुसियाना प्रांत के गवर्नर बॉबी जिंदल की उनके मजाकिया अंदाज के लिए प्रशंसा की है।
34
['hin']
एक सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में हाल के निकाय चुनावों में अपनी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अब दिल्ली नगर निगम के चुनाव में भी कदम रखने जा रही है और वह 50 ऐसी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है जहां मुस्लिम आबादी अच्छीखासी है. एआईएमआईम ने पहले दिल्ली के तीनों निगमों की सभी 272 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बनाया था, लेकिन अपने सर्वेक्षण के आधार पर उसने सिर्फ 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया. पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष इरफानुल्ला खान ने कहा, ‘‘पहले हमने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया था, लेकिन जब हमने सर्वेक्षण कराया तो पता चला कि हम 50 सीटों पर मजबूत स्थिति में हैं. इसके बाद हमने इन 50 सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया.’’ ओवैसी की पार्टी ने दिल्ली नगर निगम के चुनाव में जिन 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है उनमें ओखला, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, पुरानी दिल्ली और संगम विहार जैसे इलाके शामिल हैं. ये वो क्षेत्र हैं जहां अच्छी खासी तादात में मुस्लिम आबादी है जिसे लक्ष्य बनाकर एआईएमआईएम चुनाव लड़ रही है.टिप्पणियां खान ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ मुस्लिम बहुल इलाकों में चुनाव लड़ने जा रहे है, हम कालकाजी और बवाना जैसे इलाकों में भी चुनाव लड़ेंगे क्योंकि हमें वहां अच्छे उम्मीदवार मिले हैं और हमारा संगठन भी मजबूत है.’’ गौरतलब है कि पिछले महीने महाराष्ट्र में हुए नगर निगमों के चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था. उसने बीएमसी में तीन और सोलापुर नगर निगम में पांच सीटें जीतीं. कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी की वजह से कांग्रेस और राकांपा जैसी पार्टियों को खासा नुकसान हुआ. विरोधी पार्टियों की ओर से ओवैसी की पार्टी पर धर्मनिरपेक्ष राजनीति को नुकसान पहुंचाने संबंधी आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर इरफानुल्ला खान ने कहा कि देश में ‘तथाकथित धमनिरपेक्ष दलों’ की यह राजनीति बंद होनी चाहिए. खान ने कहा, ‘‘जब मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार या अरविंद केजरीवाल मुसलमानों का नेतृत्व करें तो वह धर्मनिरपेक्ष राजनीति है, लेकिन अगर ओवैसी या अयूब अंसारी (पीस पार्टी) मुस्लिम समाज के नेतृत्व की बात करे तो वह सांप्रदायिक राजनीति हो जाएगी. मुसलमानों के नाम पर इस तरह की राजनीति बंद होनी चाहिए.’’ एआईएमआईएम के नेता ने कहा, ‘‘दिल्ली नगर निगम चुनाव में हम किसी का वोट काटने नहीं, बल्कि अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए उतर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी पार्टी दिल्ली में महाराष्ट्र से भी अच्छा प्रदर्शन करेगी.’’ पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष इरफानुल्ला खान ने कहा, ‘‘पहले हमने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया था, लेकिन जब हमने सर्वेक्षण कराया तो पता चला कि हम 50 सीटों पर मजबूत स्थिति में हैं. इसके बाद हमने इन 50 सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया.’’ ओवैसी की पार्टी ने दिल्ली नगर निगम के चुनाव में जिन 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है उनमें ओखला, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, पुरानी दिल्ली और संगम विहार जैसे इलाके शामिल हैं. ये वो क्षेत्र हैं जहां अच्छी खासी तादात में मुस्लिम आबादी है जिसे लक्ष्य बनाकर एआईएमआईएम चुनाव लड़ रही है.टिप्पणियां खान ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ मुस्लिम बहुल इलाकों में चुनाव लड़ने जा रहे है, हम कालकाजी और बवाना जैसे इलाकों में भी चुनाव लड़ेंगे क्योंकि हमें वहां अच्छे उम्मीदवार मिले हैं और हमारा संगठन भी मजबूत है.’’ गौरतलब है कि पिछले महीने महाराष्ट्र में हुए नगर निगमों के चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था. उसने बीएमसी में तीन और सोलापुर नगर निगम में पांच सीटें जीतीं. कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी की वजह से कांग्रेस और राकांपा जैसी पार्टियों को खासा नुकसान हुआ. विरोधी पार्टियों की ओर से ओवैसी की पार्टी पर धर्मनिरपेक्ष राजनीति को नुकसान पहुंचाने संबंधी आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर इरफानुल्ला खान ने कहा कि देश में ‘तथाकथित धमनिरपेक्ष दलों’ की यह राजनीति बंद होनी चाहिए. खान ने कहा, ‘‘जब मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार या अरविंद केजरीवाल मुसलमानों का नेतृत्व करें तो वह धर्मनिरपेक्ष राजनीति है, लेकिन अगर ओवैसी या अयूब अंसारी (पीस पार्टी) मुस्लिम समाज के नेतृत्व की बात करे तो वह सांप्रदायिक राजनीति हो जाएगी. मुसलमानों के नाम पर इस तरह की राजनीति बंद होनी चाहिए.’’ एआईएमआईएम के नेता ने कहा, ‘‘दिल्ली नगर निगम चुनाव में हम किसी का वोट काटने नहीं, बल्कि अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए उतर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी पार्टी दिल्ली में महाराष्ट्र से भी अच्छा प्रदर्शन करेगी.’’ खान ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ मुस्लिम बहुल इलाकों में चुनाव लड़ने जा रहे है, हम कालकाजी और बवाना जैसे इलाकों में भी चुनाव लड़ेंगे क्योंकि हमें वहां अच्छे उम्मीदवार मिले हैं और हमारा संगठन भी मजबूत है.’’ गौरतलब है कि पिछले महीने महाराष्ट्र में हुए नगर निगमों के चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था. उसने बीएमसी में तीन और सोलापुर नगर निगम में पांच सीटें जीतीं. कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी की वजह से कांग्रेस और राकांपा जैसी पार्टियों को खासा नुकसान हुआ. विरोधी पार्टियों की ओर से ओवैसी की पार्टी पर धर्मनिरपेक्ष राजनीति को नुकसान पहुंचाने संबंधी आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर इरफानुल्ला खान ने कहा कि देश में ‘तथाकथित धमनिरपेक्ष दलों’ की यह राजनीति बंद होनी चाहिए. खान ने कहा, ‘‘जब मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार या अरविंद केजरीवाल मुसलमानों का नेतृत्व करें तो वह धर्मनिरपेक्ष राजनीति है, लेकिन अगर ओवैसी या अयूब अंसारी (पीस पार्टी) मुस्लिम समाज के नेतृत्व की बात करे तो वह सांप्रदायिक राजनीति हो जाएगी. मुसलमानों के नाम पर इस तरह की राजनीति बंद होनी चाहिए.’’ एआईएमआईएम के नेता ने कहा, ‘‘दिल्ली नगर निगम चुनाव में हम किसी का वोट काटने नहीं, बल्कि अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए उतर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी पार्टी दिल्ली में महाराष्ट्र से भी अच्छा प्रदर्शन करेगी.’’ विरोधी पार्टियों की ओर से ओवैसी की पार्टी पर धर्मनिरपेक्ष राजनीति को नुकसान पहुंचाने संबंधी आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर इरफानुल्ला खान ने कहा कि देश में ‘तथाकथित धमनिरपेक्ष दलों’ की यह राजनीति बंद होनी चाहिए. खान ने कहा, ‘‘जब मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार या अरविंद केजरीवाल मुसलमानों का नेतृत्व करें तो वह धर्मनिरपेक्ष राजनीति है, लेकिन अगर ओवैसी या अयूब अंसारी (पीस पार्टी) मुस्लिम समाज के नेतृत्व की बात करे तो वह सांप्रदायिक राजनीति हो जाएगी. मुसलमानों के नाम पर इस तरह की राजनीति बंद होनी चाहिए.’’ एआईएमआईएम के नेता ने कहा, ‘‘दिल्ली नगर निगम चुनाव में हम किसी का वोट काटने नहीं, बल्कि अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए उतर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी पार्टी दिल्ली में महाराष्ट्र से भी अच्छा प्रदर्शन करेगी.’’
एआईएमआईएम दिल्ली नगर निगम के चुनाव में भी कदम रखने जा रही है अपने उम्मीदवार खड़े कर रही है जहां मुस्लिम आबादी अच्छीखासी है. पहले दिल्ली के तीनों निगमों की सभी 272 सीटों पर उम्मीदवार का दावा किया था
26
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: इशरत जहां एनकाउंटर मामले में गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी पीपी पांडे को सीबीआई की कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अहमदाबाद की सीबीआई कोर्ट ने पीपी पांडेय को इशरत जहां एन्काउन्टर मामले में डिस्चार्ज कर दिया है. अहमदाबाद की एक सीबीआई अदालत ने बुधवार को कहा कि इशरत जहां मुठभेड़ मामले में गुजरात के पूर्व पुलिस चीफ पीपी पांडे पर आरोप नहीं लगाए जाएंगे. गौरतलब है कि पीपी पांडे पर अन्य पूर्व पुलिस अधिकारियों के साथ केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई द्वारा इशरत जहां मामले में साजिश, अवैध रूप से कारावास और हत्या के आरोप थे. पीपी पांडे इस मामले में पहले आरोपी हैं जिन्हें कोर्ट ने डिस्चार्ज कर दिया है. 15 फरवरी 2015 में मिली जमानत से पहले उन्होंने 19 महीने जेल में बिताया है. बता दें कि 19 वर्षीय इशरत जहां और तीन लोग 2004 में फर्जी एनकाउंटर में मार दिये गये थे. गुजरात पुलिस ने उस वक्त कहा था कि मारे गये लोग लश्कर के आतंकी थे और वे लोग तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करना चाहते थे.  पीपी पांडे अभी जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने डिस्चार्ज की याचिका दाखिल की थी. उन्होंने अपनी याचिका में बहस के दौरान यह तर्क दिया था कि उनके खिलाफ दो गवाहों के बयान विरोधाभासी हैं. उन्होंने पुलिस बल में अपनी बहाली और पुलिस महानिदेशक के रूप में पदोन्नति के लिए भी कहा था. टिप्पणियां अदालत ने यह भी कहा कि पांडे सरकारी सेवक थे लेकिन सीआरपीसी की धारा 197 के अनुसार उनके विरुद्ध आरोपपत्र दायर करने से पहले जांच अधिकारी ने सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं ली. सीबीआई ने 2013 में अपना पहला आरोपपत्र दायर कर आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे, डी जी वंजारा और जी एल सिंहल समेत गुजरात पुलिस के सात अधिकारियों पर नामजद किया था और उन पर अपहरण, हत्या एवं साजिश का आरोप लगाया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.  गौरतलब है कि पीपी पांडे पर अन्य पूर्व पुलिस अधिकारियों के साथ केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई द्वारा इशरत जहां मामले में साजिश, अवैध रूप से कारावास और हत्या के आरोप थे. पीपी पांडे इस मामले में पहले आरोपी हैं जिन्हें कोर्ट ने डिस्चार्ज कर दिया है. 15 फरवरी 2015 में मिली जमानत से पहले उन्होंने 19 महीने जेल में बिताया है. बता दें कि 19 वर्षीय इशरत जहां और तीन लोग 2004 में फर्जी एनकाउंटर में मार दिये गये थे. गुजरात पुलिस ने उस वक्त कहा था कि मारे गये लोग लश्कर के आतंकी थे और वे लोग तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करना चाहते थे.  पीपी पांडे अभी जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने डिस्चार्ज की याचिका दाखिल की थी. उन्होंने अपनी याचिका में बहस के दौरान यह तर्क दिया था कि उनके खिलाफ दो गवाहों के बयान विरोधाभासी हैं. उन्होंने पुलिस बल में अपनी बहाली और पुलिस महानिदेशक के रूप में पदोन्नति के लिए भी कहा था. टिप्पणियां अदालत ने यह भी कहा कि पांडे सरकारी सेवक थे लेकिन सीआरपीसी की धारा 197 के अनुसार उनके विरुद्ध आरोपपत्र दायर करने से पहले जांच अधिकारी ने सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं ली. सीबीआई ने 2013 में अपना पहला आरोपपत्र दायर कर आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे, डी जी वंजारा और जी एल सिंहल समेत गुजरात पुलिस के सात अधिकारियों पर नामजद किया था और उन पर अपहरण, हत्या एवं साजिश का आरोप लगाया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.  बता दें कि 19 वर्षीय इशरत जहां और तीन लोग 2004 में फर्जी एनकाउंटर में मार दिये गये थे. गुजरात पुलिस ने उस वक्त कहा था कि मारे गये लोग लश्कर के आतंकी थे और वे लोग तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करना चाहते थे.  पीपी पांडे अभी जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने डिस्चार्ज की याचिका दाखिल की थी. उन्होंने अपनी याचिका में बहस के दौरान यह तर्क दिया था कि उनके खिलाफ दो गवाहों के बयान विरोधाभासी हैं. उन्होंने पुलिस बल में अपनी बहाली और पुलिस महानिदेशक के रूप में पदोन्नति के लिए भी कहा था. टिप्पणियां अदालत ने यह भी कहा कि पांडे सरकारी सेवक थे लेकिन सीआरपीसी की धारा 197 के अनुसार उनके विरुद्ध आरोपपत्र दायर करने से पहले जांच अधिकारी ने सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं ली. सीबीआई ने 2013 में अपना पहला आरोपपत्र दायर कर आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे, डी जी वंजारा और जी एल सिंहल समेत गुजरात पुलिस के सात अधिकारियों पर नामजद किया था और उन पर अपहरण, हत्या एवं साजिश का आरोप लगाया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.  पीपी पांडे अभी जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने डिस्चार्ज की याचिका दाखिल की थी. उन्होंने अपनी याचिका में बहस के दौरान यह तर्क दिया था कि उनके खिलाफ दो गवाहों के बयान विरोधाभासी हैं. उन्होंने पुलिस बल में अपनी बहाली और पुलिस महानिदेशक के रूप में पदोन्नति के लिए भी कहा था. टिप्पणियां अदालत ने यह भी कहा कि पांडे सरकारी सेवक थे लेकिन सीआरपीसी की धारा 197 के अनुसार उनके विरुद्ध आरोपपत्र दायर करने से पहले जांच अधिकारी ने सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं ली. सीबीआई ने 2013 में अपना पहला आरोपपत्र दायर कर आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे, डी जी वंजारा और जी एल सिंहल समेत गुजरात पुलिस के सात अधिकारियों पर नामजद किया था और उन पर अपहरण, हत्या एवं साजिश का आरोप लगाया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.  अदालत ने यह भी कहा कि पांडे सरकारी सेवक थे लेकिन सीआरपीसी की धारा 197 के अनुसार उनके विरुद्ध आरोपपत्र दायर करने से पहले जांच अधिकारी ने सरकार से उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं ली. सीबीआई ने 2013 में अपना पहला आरोपपत्र दायर कर आईपीएस अधिकारी पी पी पांडे, डी जी वंजारा और जी एल सिंहल समेत गुजरात पुलिस के सात अधिकारियों पर नामजद किया था और उन पर अपहरण, हत्या एवं साजिश का आरोप लगाया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.  सीबीआई ने पूरक आरोपपत्र में आईबी के विशेष निदेशक राजिंदर कुमार और अधिकारी एम एस सिन्हा समेत उसके चार अधिकारियों को नामित किया था. इस पर केंद्र की मंजूरी की अब भी इंतजार है. अहमदाबाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने 15 जून, 2004 को शहर के बाहरी इलाके में महाराष्ट्र के मुम्ब्रा की 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां, उसके दोस्त जावेद शेख उर्फ प्रणेश, जीशान जोहर और अमजद राणा को कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया था.
यह एक सारांश है: सीबीआई की विशेष अदालत ने पीपी पांडे को बरी किया. इशरत जहां मामले में आरोपी थे पूर्व डीजीपी पीपी पांडे. पीपी पांडे जमानत पर बाहर हैं.
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Polls 2019) से पहले असम में बीजेपी के साथ असम गण परिषद का समझौता (Asom Gana Parishad alliance with BJP) हो गया, मगर पार्टी संस्थापक को पहले से इसकी खबर ही नहीं थी. जब मीडिया में समझौते की खबरें आईं तो असम गण परिषद(Asom Gana Parishad ) के संस्थापक अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार महंत (Prafulla Kumar Mahanta) को इस फैसले की जानकारी हुई. अब उन्होंने इस समझौता का विरोध शुरू किया है. असम के इस क्षेत्रीय दल के संस्थापक अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार महंत ने अपनी पार्टी का भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध करते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें इस बारे में मीडिया से पता चला. साथ ही, उन्होंने पार्टी नेताओं से इस फैसले पर फिर से विचार करने की अपील की है.महंत ने यहां पत्रकारों से कहा," मैं इस गठबंधन का विरोध करता हूं क्योंकि एक क्षेत्रीय पार्टी होने के नाते एजीपी को सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और उसका लक्ष्य अपना क्षेत्रीय चरित्र अक्षुण्ण बनाए रखना होना चाहिए." उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को आम सभा की बैठक बुलानी चाहिए और वहां हुए निर्णय के अनुसार काम करना चाहिए.    महंत ने कहा, ‘‘ मुझे अब भी उम्मीद है कि वे इस फैसले पर फिर से विचार करेंगे और पार्टी के सदस्यों के साथ मामले पर चर्चा करेंगे."
यह एक सारांश है: असम गण परिषद और बीजेपी के बीच असम में हुआ समझौता असम गण परिषद के संस्थापक अध्यक्ष बोले- मुझे नहीं थी जानकारी प्रफुल्ल महंत ने कहा- मीडिया से इस फैसले के बारे में पता चला
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के एक गांव में एक धर्मगुरु की पुत्री को कुछ युवकों ने कथित रूप से निर्वस्त्र कर घुमाया। पाकिस्तानी समाचार पत्र 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार यह घटना गत बुधवार देर शाम उस समय हुई, जब एक धर्मगुरु की तीन पुत्रियां बाजार से लौट रही थीं। युवकों ने ऐसा कथित रूप से लड़की के भाइयों से बदला लेने के लिए किया।टिप्पणियां तीन लड़कियों में से दो की शादी होने वाली है। तीनों लड़कियों पर हमला पांच युवकों द्वारा फैसलाबाद जिले के नवां लाहौर क्षेत्र में किया गया। इस दौरान दो लड़कियां बचकर पास के घरों में छुप गईं, जबकि उनकी एक बहन को बदमाशों ने पकड़ लिया। युवकों ने लड़की पर हमला कर उसके कपड़े फाड़ दिए और उसे कथित रूप से निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। युवकों ने विरोध करने वालों को धमकी भी दी। तीन लड़कियों में से दो की शादी होने वाली है। तीनों लड़कियों पर हमला पांच युवकों द्वारा फैसलाबाद जिले के नवां लाहौर क्षेत्र में किया गया। इस दौरान दो लड़कियां बचकर पास के घरों में छुप गईं, जबकि उनकी एक बहन को बदमाशों ने पकड़ लिया। युवकों ने लड़की पर हमला कर उसके कपड़े फाड़ दिए और उसे कथित रूप से निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। युवकों ने विरोध करने वालों को धमकी भी दी। युवकों ने लड़की पर हमला कर उसके कपड़े फाड़ दिए और उसे कथित रूप से निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। युवकों ने विरोध करने वालों को धमकी भी दी।
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के एक गांव में एक धर्मगुरु की पुत्री को कुछ युवकों ने कथित रूप से निर्वस्त्र कर घुमाया। युवकों ने विरोध करने वालों को धमकी भी दी।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) को सोमवार की सुबह किंग्स जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर किया गया. जेल के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों ने जिला कारागार में बंद चिन्मयानंद को एंजियोग्राफी के लिए लखनऊ के KGMU रेफर किया. स्वामी के वकील ओम सिंह ने बताया कि भाजपा नेता की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने महसूस किया कि उन्हें एंजियोग्राफी की आवश्यकता है इसलिए उन्हें KGMU रेफर किया गया. सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद के समर्थन में आये भाजपा नेता एवं पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद भी स्वामी के साथ लखनऊ गए हैं. प्रसाद ने स्वामी से जेल में रविवार को मुलाकात की थी. उन्होंने 72 वर्षीय स्वामी की गिरती सेहत पर चिन्ता व्यक्त की थी. जयेश प्रसाद ने कहा था कि चिन्मयानंद का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है और उन्हें इलाज के लिए KGMU या किसी अन्य बडे़ अस्पताल में भेजने की आवश्यकता है. ओम सिंह ने बताया कि उन्होंने 20 सितंबर को CJM की अदालत में अर्जी देकर आग्रह किया था कि चिन्मयानंद को इलाज के लिए लखनऊ स्थित KGMU भेजने की अनुमति दी जाए. उनका स्वास्थ्य खराब है और उन्हें पर्याप्त इलाज की जरूरत है. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने भाषा से रविवार को बताया था कि अदालत से निर्देश मिल गया है. जेल के डॉक्टर चिन्मयानंद की देख-रेख कर रहे हैं. शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का एक दल कल उन्हें देखने आया था. विशेष जांच दल (SIT) ने चिन्मयानंद को बीते शुक्रवार गिरफ्तार किया था. अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. उधर चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा अपने परिवार वालों के साथ इलाहाबाद रवाना हो गयी. वह दिन में संभवत: उच्च न्यायालय में पेश होगी. SIT को उच्च न्यायालय में इस प्रकरण पर स्थिति रिपोर्ट सौंपनी है. विधि छात्रा और उसके तीन मित्रों के खिलाफ SIT ने मामला दर्ज किया है.
यह एक सारांश है: किंग्स जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया चिन्मयानंद को जयेश प्रसाद ने कहा था कि चिन्मयानंद का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है विशेष जांच दल (SIT) ने चिन्मयानंद को बीते शुक्रवार गिरफ्तार किया था.
24
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बीजेपी तथा अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र और बिहार सरकार पर खुफिया एजेंसियों की विशिष्ट चेतावनी के बावजूद महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमला रोकने के लिए कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया। बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है और केंद्रीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और इस बारे में विशिष्ट सूचना दी गई थी कि बोधगया में हमला हो सकता है... इसके बावजूद कोई उपयुक्त व्यवस्था (राज्य सरकार की ओर से) नहीं की गई। केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले रोक पाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामांर में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। बीजेपी नेता ने कहा कि यह गंभीर विषय है और आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया है।टिप्पणियां बीजेपी महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे हैं, ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायलों से मिलेगा। उन्होंने कहा, बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लालू के दौर जैसी हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह आतंकी हमला तब हुआ, जब केंद्र की ओर से इस बारे में खुफिया सूचना मिली हुई थी। रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है और केंद्रीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और इस बारे में विशिष्ट सूचना दी गई थी कि बोधगया में हमला हो सकता है... इसके बावजूद कोई उपयुक्त व्यवस्था (राज्य सरकार की ओर से) नहीं की गई। केंद्र सरकार को भी ऐसे हमले रोक पाने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामांर में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। बीजेपी नेता ने कहा कि यह गंभीर विषय है और आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया है।टिप्पणियां बीजेपी महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे हैं, ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायलों से मिलेगा। उन्होंने कहा, बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लालू के दौर जैसी हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह आतंकी हमला तब हुआ, जब केंद्र की ओर से इस बारे में खुफिया सूचना मिली हुई थी। रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने कहा था कि म्यामांर में जो कुछ हो रहा है, ऐसे में बोधगया मंदिर में आतंकी हमले के प्रयास हो सकते हैं। इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। बीजेपी नेता ने कहा कि यह गंभीर विषय है और आतंकवादियों ने विश्व को शांति का संदेश देने वाले बुद्ध के मंदिर को निशाना बनाया है।टिप्पणियां बीजेपी महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे हैं, ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायलों से मिलेगा। उन्होंने कहा, बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लालू के दौर जैसी हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह आतंकी हमला तब हुआ, जब केंद्र की ओर से इस बारे में खुफिया सूचना मिली हुई थी। रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीजेपी महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे हैं, ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायलों से मिलेगा। उन्होंने कहा, बिहार में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लालू के दौर जैसी हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यह आतंकी हमला तब हुआ, जब केंद्र की ओर से इस बारे में खुफिया सूचना मिली हुई थी। रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है। रूडी ने कहा, आतंकवाद की यह घटना तब हुई है, जब इशरत जहां पर सीबीआई के आरोपपत्र के बाद आतंकी तत्व आनंद मना रहे हैं। बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र की कोई नीति नहीं है और वह वोट बैंक की राजनीति में व्यस्त है। इस नीति के कारण देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बीजेपी तथा अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र और बिहार सरकार पर खुफिया एजेंसियों की चेतावनी के बावजूद महाबोधि मंदिर पर आतंकी हमला रोकने के लिए कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
6
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान में यात्रा दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार किया गया भारतीय नागरिक मुंबई का एक कारोबारी है. पुलिस ने बताया कि अहमद के पासपोर्ट पर दर्ज पता जोगेश्वरी (पूर्व) का है लेकिन मेघवाड़ी पुलिस के अनुसार अहमद ने करीब पांच वर्ष पहले अपनी संपत्ति बेच दी थी और अभी जोगेश्वरी (पश्चिम) में किसी स्थान पर रहता है. संपर्क किए जाने पर मुंबई पुलिस की प्रवक्ता रश्मि करंडिकर ने कहा, ‘यह विदेश मंत्रालय से जुड़ा मामला है.’ अहमद को 19 मई को उचित दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार किया गया था. उस पर पाकिस्तान के विदेश कानून की धारा 14 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है.   संपर्क किए जाने पर मुंबई पुलिस की प्रवक्ता रश्मि करंडिकर ने कहा, ‘यह विदेश मंत्रालय से जुड़ा मामला है.’ अहमद को 19 मई को उचित दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार किया गया था. उस पर पाकिस्तान के विदेश कानून की धारा 14 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है.
सारांश: पुलिस ने बताया कि अहमद के पासपोर्ट पर दर्ज पता जोगेश्वरी (पूर्व) का है अहमद को 19 मई को उचित दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार किया गया था उस पर पाकिस्तान के विदेश कानून की धारा 14 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: Kumkum Bhagya Written Update: टीआरपी लिस्ट में नंबर वन शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में इन दिनों काफी ड्रामा देखने को मिल रहा है. निश बार-बार रिया को धमकी दे रहा है. सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि पूरब, आलिया को डॉक्टर के पास चेकअप के लिए लेकर जाता है वहीं दिशा भी अपने पति के साथ चेकअप के लिए आती है. जैसे ही आलिया वापस घर पहुंचती है तो रिया उसे अपने साथ पुलिस स्टेशन चलने के लिए कहती है, जिससे वो निश को समझा सके. दूसरी ओर, जेल में बंद निश, रिया के ना आने से काफी टेंशन में है. सृति झा और शब्बीर आहलूवालिया के सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि निश इंस्पेक्टर से अभी को फोन करने के लिए कहता है, जिससे वो रिया की सच्चाई उसे बता सके. दूसरी ओर प्रज्ञा (Sriti Jha), अभी को मैसेज करती है तो उसे पता चलता है कि ये वही आदमी है, जिसने पुलिस स्टेशन में उसे अपना रूमाल दिया था. आलिया और रिया पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं. आलिया, निश को कहती है कि वो रिया का नाम अभी के सामने ना ले.  सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में आज दिखाया जाएगा कि निश, अभी (Shabir Ahluwalia) के सामने रिया की सारी सच्चाई खोल देगा. निश की बात सुन अभी हैरान रह जाएगा. पीछे छुपी हुई रिया सब कुछ सुन लेगी और बहुत ज्यादा टेंशन में आ जाएगी. अब देखना होगा कि क्या वो खुद को अभी के गुस्से से बचा पाएगी?
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सीरियल 'कुमकुम भाग्य' में जानिए आज क्या होगा! आखिर खुल गया रिया का राज अब अभी से कैसे बच पाएगी रिया
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: टेलीविजन के सबसे पॉपुलर कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Tarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में आखिरकार, शो की जान 'दयाबेन (Dayaben)' यानी एक्ट्रेस दिशा वकानी (Disha Vakani) की एक बार फिर वापसी होने वाली है. खबरों के मुताबिक अब जल्द ही दिशा शो में दोबारा एंट्री कर सकती हैं. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' से ब्रेक लेने के बाद ऐसी अफवाहें उड़ रही थीं कि अब दिशा वकानी शो में वापसी नहीं करेंगी. हालांकि इन सभी अफवाहों पर पानी फेरते हुए 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के प्रोड्यूसर ने इस बात की जानकारी दी है कि अब जल्द ही दिशा वकानी यानी 'दयाबेन' शो में सबको हंसाती हुई नजर आएंगी. पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक एक इंटरव्यू के दौरान असित कुमार मोदी (Asit Kumar Modi) ने 'दयाबेन' की वापसी को लेकर कहा, 'अभी भी कम से कम एक महीना और लग जाएगा. हमने दिशा से शो में वापसी को लेकर कई बार बात की थी, हालांकि वो इसके लिए तैयार नहीं थीं, दिशा ने कहा 'मेरी बेटी अभी छोटी है, मैं उसे अकेला छोड़कर कैसे आ सकती हूं.' लेकिन अब उन्होंने खुद को कमबैक के लिए तैयार कर लिया है.' 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Tarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' के प्रोड्यूसर ने आगे कहा, 'हमने दो साल बिना 'दयाबेन' के स्टोरी को चलाया है. लेकिन हम अपने शो में दिशा को वापस देखना चाहते हैं.' बता दें साल 2017 में एक्ट्रेस दिशा वकानी ने मैटरनिटी लीव ली थी, जिसके बाद ये खबरें आई थीं कि दिशा पटानी (Disha Patani) ने शो को छोड़ दिया है. हालांकि एक बार फिर उनकी एंट्री से फैन्स में काफी एक्साइटमेंट है.
यहाँ एक सारांश है:'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में होगी 'दयाबेन' की वापसी 'दयाबेन' का किरदार निभाती नजर आएंगी दिशा वकानी शो के प्रोड्यूसर ने किया खुलासा
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में रहने वाले 13.6 करोड़ लोग साल 2004 से कर्जदार बने हुए हैं. यह देश की सबसे गरीब 10 प्रतिशत आबादी है. आक्सफैम ने दावोस में मंच की इस सालाना बैठक के लिए जुटे दुनियाभर के राजनीतिक और व्यावसायिक नेताओं से आग्रह किया है कि वे अमीर और गरीब लोगों के बीच बढ़ रही खाई को पाटने के लिए तत्काल कदम उठाएं क्योंकि यह बढ़ती असमानता गरीबी के खिलाफ संघर्ष को ही कमतर करके आंक नहीं रही है बल्कि अर्थव्यवस्थाओं को चौपट कर रही है और विश्वभर में जनाक्रोश पैदा कर रही है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया के सबसे अमीर शख्स और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की संपत्ति बढ़कर 112 अरब डॉलर हो गयी. उनकी संपत्ति का एक महज एक प्रतिशत हिस्सा यूथोपिया के स्वास्थ्य बजट के बराबर है. रिपोर्ट के अनुसार कि "भारत की शीर्ष 10 प्रतिशत आबादी के पास देश की कुल संपत्ति का 77.4 प्रतिशत हिस्सा है. इनमें से सिर्फ एक ही प्रतिशत आबादी के पास देश की कुल संपत्ति का 51.53 प्रतिशत हिस्सा है.' वहीं, करीब 60 प्रतिशत आबादी के पास देश की सिर्फ 4.8 प्रतिशत संपत्ति है. देश के शीर्ष नौ अमीरों की संपत्ति पचास प्रतिशत गरीब आबादी की संपत्ति के बराबर है.  ऑक्सफैम ने कहा एक अनुमान है कि 2018 से 2022 के बीच भारत में रोजाना 70 नए करोड़पति बनेंगे. ऑक्सफैम इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ बेहर ने कहा, 'सर्वेक्षण से इस बात का पता चलता है कि सरकारें कैसे स्वास्थ्यसेवा और शिक्षा जैसी सार्वजनिक सेवाओं का कम वित्तपोषण करके असमानता को बढ़ा रही हैं. वहीं, दूसरी ओर, कंपनियों और अमीरों पर कम कर लगा रही है और कर चोरी को रोकने में नाकाम रही हैं.' साथ ही उन्होंने कहा कि आर्थिक असमानता से सबसे ज्यादा महिलाएं प्रभावित हो रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल देश में 18 नए अरबपति बने. इसी के साथ अरबपतियों की संख्या बढ़कर 119 हो गयी है. उनकी संपत्ति पहली बार बढ़कर 400 अरब डॉलर (28 लाख करोड़) के स्तर को पार कर गई है. इनकी संपत्ति 2017 में 325.5 अरब डॉलर से बढ़कर 2018 में 440.1 अरब डॉलर हो गयी है.  ऑक्सफैम ने कहा कि चिकित्सा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, स्वच्छता और जल आपूर्ति के मद में केंद्र और राज्य सरकारों का संयुक्त राजस्व और पूंजीगत खर्च 2,08,166 करोड़ रुपए है, जो कि देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 2.8 लाख करोड़ रुपये से कम है. ऑक्सफैम इंटरनेशनल की कार्यकारी निदेशक विनी ब्यानिमा ने कहा कि यह "नैतिक रूप से क्रूर" है कि भारत में जहां गरीब दो वक्त की रोटी और बच्चों की दवाओं के लिए जूझ रहे हैं वहीं कुछ अमीरों की संपत्ति लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा, 'यदि एक प्रतिशत अमीरों और देश के अन्य लोगों की संपत्ति में यह अंतर बढ़ता गया तो इससे देश की सामाजिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी.'
संक्षिप्त सारांश: ऑक्सफैम ने जारी की रिपोर्ट 13.6 करोड़ लोग साल 2004 से कर्जदार देश की सबसे गरीब 10 प्रतिशत आबादी
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पूर्व वर्ल्‍ड नंबर वन महिला टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने साल के पहले ग्रैंडस्‍लैम ऑस्‍ट्रेलियन ओपन चैंपियनशिप के महिला वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. अमेरिकी खिलाड़ी ने यहां ब्रिटिश प्‍लेयर जोहान कोंटा को सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से शिकस्‍त देते हुए अंतिम चार में अपना स्‍थान सुनिश्चित किया जहां उनका सामना एक अन्य अनुभवी खिलाड़ी मिरजाना लुसिच बारोनी से होगा. रॉड लेवर एरेना में  सेरेना ने जबर्दस्‍त प्रदर्शन करते हुए कोंटा के लगातार नौ मैच जीतने के अभियान पर विराम लगा दिया. अपनी इस जीत के साथ उन्होंने ओपन युग में स्टेफी ग्राफ के 22 खिताब के रिकॉर्ड को भंग करने तथा अपनी बड़ी वीनस विलियम्‍स के साथ फाइनल की संभावना भी बरकरार रखी. वीनस पहले ही सेमीफाइनल में स्‍थान बना चुकी हैं जहां उनकी टक्‍कर हमवतन कोको वेंडेवेगे से होगी. सेरेना को हालांकि अपनी उम्मीदें बरकरार रखने के लिये लुसिच बारोनी को हराना होगा जिन्होंने पांचवीं वरीयता प्राप्त कारोलिना पिलिसकोवा को 6-4, 3-6, 6-4 से हराया है. टिप्पणियां कोंटा के खिलाफ सेरेना का मैच लगभग एकतरफा रहा और 35 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार 10वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई. यही नहीं, वह ओवरआल 34वीं बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रहीं. सेरेना ने मैच के बाद कोंटा की तारीफ की और उन्‍हें भविष्य की चैंपियन बताया.  सेरेना ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा खेल रही है. वह भविष्य की चैंपियन हैं. मैं वास्तव में उस पर जीत दर्ज करके खुश हूं. वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं. वीनस पहले ही सेमीफाइनल में स्‍थान बना चुकी हैं जहां उनकी टक्‍कर हमवतन कोको वेंडेवेगे से होगी. सेरेना को हालांकि अपनी उम्मीदें बरकरार रखने के लिये लुसिच बारोनी को हराना होगा जिन्होंने पांचवीं वरीयता प्राप्त कारोलिना पिलिसकोवा को 6-4, 3-6, 6-4 से हराया है. टिप्पणियां कोंटा के खिलाफ सेरेना का मैच लगभग एकतरफा रहा और 35 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार 10वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई. यही नहीं, वह ओवरआल 34वीं बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रहीं. सेरेना ने मैच के बाद कोंटा की तारीफ की और उन्‍हें भविष्य की चैंपियन बताया.  सेरेना ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा खेल रही है. वह भविष्य की चैंपियन हैं. मैं वास्तव में उस पर जीत दर्ज करके खुश हूं. वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं. कोंटा के खिलाफ सेरेना का मैच लगभग एकतरफा रहा और 35 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार 10वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई. यही नहीं, वह ओवरआल 34वीं बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रहीं. सेरेना ने मैच के बाद कोंटा की तारीफ की और उन्‍हें भविष्य की चैंपियन बताया.  सेरेना ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा खेल रही है. वह भविष्य की चैंपियन हैं. मैं वास्तव में उस पर जीत दर्ज करके खुश हूं. वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं. वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं.
यह एक सारांश है: जोहान कोंटो को सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से हराया सेमीफाइनल में मिरजाना लुसिच से होगा मुकाबला सेरेना की बड़ी बहन वीनस भी सेमीफाइनल में पहुंचीं हैं
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: वहीं उनकी नाराजगी को कांग्रेस के नेता ज्यादा गंभीर नहीं बता रहे हैं. कांग्रेस नेता राजबब्बर का कहना है कि शिकायत सिर्फ अपनों से ही होती है, कभी बेगानों से नहीं होती है. उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस का नेतृत्व इस मामले को आसानी से सुलझा लेगा. कांग्रेसी नेता ने कहा कि जनता चाह रही है कि हम सब मिलकर चुनाव लड़ें.   गौर हो कि केसीआर देश में गैर कांग्रेसी और गैर बीजेपी गठबंधन बनाने की कवायद में जुटे हुए हैं. वह देश के क्षेत्रिय दलों के नेताओं से मुलाकात करके उन्हें एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. इस कड़ी में केसीआर ने ममता बनर्जी और नवीन पटनायक से मुलाकात भी की हैं. अखिलेश यादव से मुलाकात का समय तय था लेकिन यह मुलाकात आज न हो सकी. अखिलेश यादव ने केसीआर से मुलाकात के लिए हैदराबाद में 6 जनवरी का समय दिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि गैर-कांग्रेसी गठबंधन बिना सपा के सहयोग से सफल नहीं हो सकता है.  इधर मायावती ने केसीआर से मुलाकात पर किसी भी प्रकार के संकेत नहीं दिए हैं. जिसकी वजह से उनके साथ को लेकर गैर कांग्रेस और गैर बीजेपी गठबंधन में संशय के बादल घिरे हुए हैं.
अखिलेश की नाराजगी पर कांग्रेस का बयान अखिलेश को बताया 'अपना' नेतृत्व इस नाराजगी को आसानी से सुलझा लेगा- राज बब्बर
34
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इस्पात ग्रुप में इनकम टैक्स छापों के दौरान एक डायरी मिली है। इस डायरी में लिखे नाम 'वीबीएस' को लेकर कई सवाल भी उठे हैं। पूर्व इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है। शुक्रवार को इनकम टैक्स छापों के दौरान मिली डायरी में इस तरह का खुलासा हुआ है।टिप्पणियां इस्पात ग्रुप की मिली डायरी में एक स्थान पर 'वीबीएस' लिखा हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उक्त 'वीबीएस' पूर्व इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह ही हैं। डायरी के कुछ पन्नों पर 'वीबीएस' को पैसे देने की बात लिखी हुई है। डायरी में लिखा है कि एक साल में उक्त 'वीबीएस' को दो करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। पूर्व इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है। शुक्रवार को इनकम टैक्स छापों के दौरान मिली डायरी में इस तरह का खुलासा हुआ है।टिप्पणियां इस्पात ग्रुप की मिली डायरी में एक स्थान पर 'वीबीएस' लिखा हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उक्त 'वीबीएस' पूर्व इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह ही हैं। डायरी के कुछ पन्नों पर 'वीबीएस' को पैसे देने की बात लिखी हुई है। डायरी में लिखा है कि एक साल में उक्त 'वीबीएस' को दो करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस्पात ग्रुप की मिली डायरी में एक स्थान पर 'वीबीएस' लिखा हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उक्त 'वीबीएस' पूर्व इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह ही हैं। डायरी के कुछ पन्नों पर 'वीबीएस' को पैसे देने की बात लिखी हुई है। डायरी में लिखा है कि एक साल में उक्त 'वीबीएस' को दो करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। डायरी में लिखा है कि एक साल में उक्त 'वीबीएस' को दो करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इस्पात ग्रुप में इनकम टैक्स छापों के दौरान एक डायरी मिली है। इस डायरी में लिखे नाम 'वीबीएस' को लेकर कई सवाल भी उठे हैं।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इलेक्ट्रॉनिक तरीके से आयकर रिटर्न जमा कराने वाले लाखों करदाताओं को जल्द डाक से इसकी प्रति सीबीडीटी को भेजने की अनिवार्यता से राहत मिलेगी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) सत्यापन के लिए आयकर रिटर्न की प्रति भेजने की अनिवार्यता को समाप्त करने पर विचार कर रहा है।टिप्पणियां इसके बजाय अब सीबीडीटी इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इस नए उपाय के चालू वित्त वर्ष में ही लागू होने की उम्मीद है। इससे करदाता को कागजी दस्तावेज (आईटीआरवी) भेजने के झंझट और उसकी पुष्टि प्राप्त करने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ई-फाइलिंग का मकसद करदाता को राहत देना है। लेकिन इन कागजी दस्तावेजों को डाक से बेंगलुरू स्थित सेंट्रल प्रोसेसिंग केंद्र पर भेजने की अनिवार्यता से यह मकसद हल नहीं होता।’ इसके बजाय अब सीबीडीटी इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इस नए उपाय के चालू वित्त वर्ष में ही लागू होने की उम्मीद है। इससे करदाता को कागजी दस्तावेज (आईटीआरवी) भेजने के झंझट और उसकी पुष्टि प्राप्त करने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ई-फाइलिंग का मकसद करदाता को राहत देना है। लेकिन इन कागजी दस्तावेजों को डाक से बेंगलुरू स्थित सेंट्रल प्रोसेसिंग केंद्र पर भेजने की अनिवार्यता से यह मकसद हल नहीं होता।’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘ई-फाइलिंग का मकसद करदाता को राहत देना है। लेकिन इन कागजी दस्तावेजों को डाक से बेंगलुरू स्थित सेंट्रल प्रोसेसिंग केंद्र पर भेजने की अनिवार्यता से यह मकसद हल नहीं होता।’
संक्षिप्त सारांश: इलेक्ट्रॉनिक तरीके से आयकर रिटर्न जमा कराने वाले लाखों करदाताओं को जल्द डाक से इसकी प्रति सीबीडीटी को भेजने की अनिवार्यता से राहत मिलेगी।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत और जापान ने बुधवार को एक द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत 10 वर्षों के लिए 90 प्रतिशत से अधिक तरह के व्यापार पर सीमा शुल्क समाप्त हो जाएंगे। समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार जापानी विदेशमंत्री, सीजी मेहारा और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने टोक्यो में विदेश मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में समझौते को अंतिम रूप दिया। मेहारा ने कहा, "यह समझौता दोनों देशों के बीच एक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देगा, ताकि इससे लाभकारी सम्बंध विकसित हों और वृद्धि हासिल की जा सके।" शर्मा ने कहा कि यह समझौता हमारे आर्थिक सहयोग - व्यापार एवं निवेश- दोनों को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र ढाचा मुहैया कराएगा, जो भारत एवं जापान दोनों के लिए लाभकारी होगा। शर्मा ने कहा, "हमने यह समझा है कि यह समझौता आर्थिक आदान-प्रदान के एक नए युग का सूत्रपात करेगा, जिससे हमारे दोनों देशों में विकास, नवाचार और समृद्धि होगी।" जापानी सरकार ने कहा है कि इस समझौते के तहत भारत को होने वाले 90 प्रतिशत जापानी निर्यात पर से, जैसे कि ऑटो पार्ट्स एवं बिजली के उपकरण, और भारत से होने वाले 97 प्रतिशत आयात पर से 2021 तक टैरिफ समाप्त हो जाएगा। भारत से आयात होने वाले सामानों में कृषि एवं मत्स्य उत्पाद शामिल होंगे।  दोनों देश जनवरी 2007 से ही बातचीत कर रहे हैं।
संक्षिप्त पाठ: भारत, जापान ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत 10 वर्षों के लिए 90% से अधिक तरह के व्यापार पर सीमा शुल्क समाप्त हो जाएंगे।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक गरीब और बेबस मां की आंखों के सामने उसके दो बच्चों ने भूख के कारण दम तोड़ दिया। इस समाज और सरकार के लिए इससे दुखद और शर्मनाक घटना और क्या हो सकती है? वाराणसी के बजरडीहा क्षेत्र के उंचवा जक्खा मोहल्ले में भूख से 14 साल की एक बच्ची और तीन साल के उसके भाई की मौत हो गई। इन बच्चों की मां नाजरा खातून ने बताया कि परिवार के इकलौते कमाऊ शख्स उनके पति थे, जिनकी 10 महीने पहले मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद परिवार के पास जीविका चलाने का कोई साधन नहीं बचा। उन्हें दो वक्त का भोजन नसीब होना मुहाल हो गया और पड़ोसी जो मदद देते थे, उसी से उनका पेट चलता था। परिवार में अब मां नाजरा खातून के साथ तीन बेटियां - नासिरा परवीन (18), नाजिया (16) और साइना (12) हैं। इनमें भी नाजिया को बुखार और खांसी आ रही है।टिप्पणियां भूख से मौत की खबर जैसे ही नेताओं को लगी, वे राजनीति की रोटी भूखे परिवार के पेट पर सेंकने वहां पहुंच गए और मौजूदा सरकार तथा जिला प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार करार दिया। क्षेत्र की विधायक भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं और 'फर्ज अदायगी' के तहत वादों का आश्वासन दिया और वहां से चली गईं। वाराणसी के अपर जिलाधिकारी का कहना है कि इस परिवार को हर तरह की सरकारी मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां गई थी। उनका यह भी कहना है कि बच्चों की भूख  से मौत की पुष्टि नहीं हुई है और अगर परिवार के लोग चाहेंगे, तो मृत बच्चों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस परिवार को सरकार की तरफ से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई। स्वयंसेवी संस्थाएं ने अपनी तरफ से कुछ पैसे इस परिवार को दिए हैं और उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। वाराणसी के बजरडीहा क्षेत्र के उंचवा जक्खा मोहल्ले में भूख से 14 साल की एक बच्ची और तीन साल के उसके भाई की मौत हो गई। इन बच्चों की मां नाजरा खातून ने बताया कि परिवार के इकलौते कमाऊ शख्स उनके पति थे, जिनकी 10 महीने पहले मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद परिवार के पास जीविका चलाने का कोई साधन नहीं बचा। उन्हें दो वक्त का भोजन नसीब होना मुहाल हो गया और पड़ोसी जो मदद देते थे, उसी से उनका पेट चलता था। परिवार में अब मां नाजरा खातून के साथ तीन बेटियां - नासिरा परवीन (18), नाजिया (16) और साइना (12) हैं। इनमें भी नाजिया को बुखार और खांसी आ रही है।टिप्पणियां भूख से मौत की खबर जैसे ही नेताओं को लगी, वे राजनीति की रोटी भूखे परिवार के पेट पर सेंकने वहां पहुंच गए और मौजूदा सरकार तथा जिला प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार करार दिया। क्षेत्र की विधायक भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं और 'फर्ज अदायगी' के तहत वादों का आश्वासन दिया और वहां से चली गईं। वाराणसी के अपर जिलाधिकारी का कहना है कि इस परिवार को हर तरह की सरकारी मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां गई थी। उनका यह भी कहना है कि बच्चों की भूख  से मौत की पुष्टि नहीं हुई है और अगर परिवार के लोग चाहेंगे, तो मृत बच्चों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस परिवार को सरकार की तरफ से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई। स्वयंसेवी संस्थाएं ने अपनी तरफ से कुछ पैसे इस परिवार को दिए हैं और उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। पति की मौत के बाद परिवार के पास जीविका चलाने का कोई साधन नहीं बचा। उन्हें दो वक्त का भोजन नसीब होना मुहाल हो गया और पड़ोसी जो मदद देते थे, उसी से उनका पेट चलता था। परिवार में अब मां नाजरा खातून के साथ तीन बेटियां - नासिरा परवीन (18), नाजिया (16) और साइना (12) हैं। इनमें भी नाजिया को बुखार और खांसी आ रही है।टिप्पणियां भूख से मौत की खबर जैसे ही नेताओं को लगी, वे राजनीति की रोटी भूखे परिवार के पेट पर सेंकने वहां पहुंच गए और मौजूदा सरकार तथा जिला प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार करार दिया। क्षेत्र की विधायक भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं और 'फर्ज अदायगी' के तहत वादों का आश्वासन दिया और वहां से चली गईं। वाराणसी के अपर जिलाधिकारी का कहना है कि इस परिवार को हर तरह की सरकारी मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां गई थी। उनका यह भी कहना है कि बच्चों की भूख  से मौत की पुष्टि नहीं हुई है और अगर परिवार के लोग चाहेंगे, तो मृत बच्चों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस परिवार को सरकार की तरफ से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई। स्वयंसेवी संस्थाएं ने अपनी तरफ से कुछ पैसे इस परिवार को दिए हैं और उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। भूख से मौत की खबर जैसे ही नेताओं को लगी, वे राजनीति की रोटी भूखे परिवार के पेट पर सेंकने वहां पहुंच गए और मौजूदा सरकार तथा जिला प्रशासन को इस घटना के लिए जिम्मेदार करार दिया। क्षेत्र की विधायक भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं और 'फर्ज अदायगी' के तहत वादों का आश्वासन दिया और वहां से चली गईं। वाराणसी के अपर जिलाधिकारी का कहना है कि इस परिवार को हर तरह की सरकारी मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां गई थी। उनका यह भी कहना है कि बच्चों की भूख  से मौत की पुष्टि नहीं हुई है और अगर परिवार के लोग चाहेंगे, तो मृत बच्चों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस परिवार को सरकार की तरफ से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई। स्वयंसेवी संस्थाएं ने अपनी तरफ से कुछ पैसे इस परिवार को दिए हैं और उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। वाराणसी के अपर जिलाधिकारी का कहना है कि इस परिवार को हर तरह की सरकारी मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां गई थी। उनका यह भी कहना है कि बच्चों की भूख  से मौत की पुष्टि नहीं हुई है और अगर परिवार के लोग चाहेंगे, तो मृत बच्चों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस परिवार को सरकार की तरफ से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई। स्वयंसेवी संस्थाएं ने अपनी तरफ से कुछ पैसे इस परिवार को दिए हैं और उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
यहाँ एक सारांश है:वाराणसी में एक गरीब और बेबस मां की आंखों के सामने उसके दो बच्चों ने भूख के कारण दम तोड़ दिया। परिवार के इकलौते कमाऊ शख्स की 10 महीने पहले मौत हो गई थी, जिसके बाद से पड़ोसियों की मदद से ही इनका पेट चलता था।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि यदि उनके पूर्व सहयोगी अरविंद केजरीवाल केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो वह उनके लिए प्रचार करेंगे। अन्ना हजारे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं अरविंद से कहूंगा कि वह उस व्यक्ति के खिलाफ चुनाव लड़ें जो चांदनी चौक से है। क्या है उसका नाम .. कपिल सिब्बल।" ज्ञात हो कि सिब्बल संसद में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह केंद्रीय मानव संसाधन विकास और दूरसंचार मंत्री हैं। हजारे ने कहा, "यदि वह सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो मैं उनके लिए प्रचार करूंगा।" उन्होंने कहा, "अभी तक अरविंद में मुझे कोई भी गलत चीज नहीं दिखी है। समाज सेवा के लिए उन्होंने पारिवारिक जिंदगी त्याग दी।" हजारे ने कहा, "यह कहना सही नहीं है कि अरविंद महत्वाकांक्षी हो गए हैं। उन्होंने जो भी किया है वह समाज के लिए किया है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है।" हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। अन्ना हजारे ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं अरविंद से कहूंगा कि वह उस व्यक्ति के खिलाफ चुनाव लड़ें जो चांदनी चौक से है। क्या है उसका नाम .. कपिल सिब्बल।" ज्ञात हो कि सिब्बल संसद में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह केंद्रीय मानव संसाधन विकास और दूरसंचार मंत्री हैं। हजारे ने कहा, "यदि वह सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो मैं उनके लिए प्रचार करूंगा।" उन्होंने कहा, "अभी तक अरविंद में मुझे कोई भी गलत चीज नहीं दिखी है। समाज सेवा के लिए उन्होंने पारिवारिक जिंदगी त्याग दी।" हजारे ने कहा, "यह कहना सही नहीं है कि अरविंद महत्वाकांक्षी हो गए हैं। उन्होंने जो भी किया है वह समाज के लिए किया है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है।" हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। ज्ञात हो कि सिब्बल संसद में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह केंद्रीय मानव संसाधन विकास और दूरसंचार मंत्री हैं। हजारे ने कहा, "यदि वह सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो मैं उनके लिए प्रचार करूंगा।" उन्होंने कहा, "अभी तक अरविंद में मुझे कोई भी गलत चीज नहीं दिखी है। समाज सेवा के लिए उन्होंने पारिवारिक जिंदगी त्याग दी।" हजारे ने कहा, "यह कहना सही नहीं है कि अरविंद महत्वाकांक्षी हो गए हैं। उन्होंने जो भी किया है वह समाज के लिए किया है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है।" हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। हजारे ने कहा, "यदि वह सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो मैं उनके लिए प्रचार करूंगा।" उन्होंने कहा, "अभी तक अरविंद में मुझे कोई भी गलत चीज नहीं दिखी है। समाज सेवा के लिए उन्होंने पारिवारिक जिंदगी त्याग दी।" हजारे ने कहा, "यह कहना सही नहीं है कि अरविंद महत्वाकांक्षी हो गए हैं। उन्होंने जो भी किया है वह समाज के लिए किया है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है।" हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। हजारे ने कहा, "यह कहना सही नहीं है कि अरविंद महत्वाकांक्षी हो गए हैं। उन्होंने जो भी किया है वह समाज के लिए किया है। इसमें कोई स्वार्थ नहीं है।" हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। हजारे ने कहा, "अरविंद से मेरा कोई मतभेद नहीं है। मतभेद हो भी क्यों? वे चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम नहीं।" यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। यह पूछे जाने पर कि वह सिब्बल के खिलाफ क्यों हैं, हजारे ने कहा, "जन लोकपाल का सबसे पहले विरोध उन्होंने ही किया था। उन्होंने ही कहा था कि कैसे कोई बाहरी संयुक्त समिति में हो सकता है। मैंने उनसे कहा था कि जब देश आजाद हो गया उसी दिन जनता मालिक हो गई और वह सिर्फ नौकर हैं।" हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। हजारे ने कहा, "ऐसे लोग सत्ता में रहे यह अच्छा नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सहयोगियों से उनका कोई मतभेद नहीं है। वह चूंकि राजनीति से दूर रहना चाहते थे इसलिए उनके साथ हाथ नहीं मिलाया। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। "यदि मुझे राजनीति में आना होता तो मैं सबसे पहले ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ता। राजनीति से जुड़ने की कभी मेरी इच्छा ही नहीं रही। लेकिन कोई बहस नहीं और कोई मतभेद नहीं.. हमारा उद्देश्य एक ही है।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। ज्ञात हो कि केजरीवाल अन्ना हजारे के सबसे करीबी सहयोगी थे लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर अन्ना से हुए मतभेद के बाद वह अलग हो गए। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे। अरविंद केजरीवाल मंगलवार को गांधी जयंती के मौके पर अपनी पार्टी लांच करेंगे।
यह एक सारांश है: गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को कहा कि यदि उनके पूर्व सहयोगी अरविंद केजरीवाल केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो वह उनके लिए प्रचार करेंगे।
21
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मोरक्को में चल रहे जलवायु परिवर्तन के सम्मेलन में करीब 20 देशों ने मंगलवार को सोलर अलायंस पर दस्तखत कर दिये जिसकी बात पिछले एक साल से लगातार की जा रही है. लेकिन इस सौर अलायंस की शुरुआत फीकी ही रही क्योंकि इसमें अभी भारत और ब्राज़ील के अलावा केवल एक ही एक बड़ा देश है और वह है फ्रांस जो पिछले साल इस सोलर अलायंस की नींव डालने में भारत का सहभागी था. सोलर अलायंस के तहत सौर ऊर्जा की अच्छी संभावना वाले करीब 120 देशों के एक साझा संगठन बनाने की बात है. ये देश पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से मकर रेखा और कर्क रेखा के बीच पड़ते हैं जिसकी वजह से यहां सौर ऊर्जा की अच्छी संभावना है. सोलर अलायंस का मकसद सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना और उसके ज़रिये सोलर एनर्जी की मांग बढ़ाकर इसकी कीमत को कम करना है. जलवायु परिवर्तन के खतरे और धरती के बढ़ते तापमान को देखते हुए यह अलायंस कारगर हो सकता है क्योंकि ये सौर ऊर्जा की दिशा में क्रांतिकारी विचार है लेकिन इस अलायंस को लेकर सबसे बड़ी फिक्र पैसे और टेक्नोलॉजी की है. कुछ जानकार कहते हैं कि सोलर अलायंस के लिये अभी न तो कोई फंड तैयार हुआ है और न ही ये स्पष्ट है कि सोलर अलायंस अपने मकसद को कैसे हासिल करेगा. टिप्पणियां चीन और जर्मनी जैसे बड़े देश अभी इसका हिस्सा नहीं बने हैं और अमेरिका ने तो इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है जिसके बाद इस अलायंस के भविष्य को लेकर भी कई शंकाएं हैं. जानकारों के मुताबिक जब तक बड़े विकासशील देश इसका हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक पैसे और फाइनेंस की दिक्कत बनी रहेगी क्योंकि बहुत सारे गरीब देश तो इस अलायंस में सिर्फ मदद की आस लेकर आ रहे हैं. पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने मोरक्को में एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा,"हमें टेक्नोलॉजी भी चाहिये और रिसर्च भी करनी होगी जिसके लिये पैसे की ज़रूरत होगी लेकिन हम चल पड़े हैं और रास्ता अपने आप बनता चला जायेगा. फाइनेंस को लेकर भारत ने अपनी पहल की है और सस्ती अच्छी और प्रभावी टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करेंगे." सोलर अलायंस के तहत सौर ऊर्जा की अच्छी संभावना वाले करीब 120 देशों के एक साझा संगठन बनाने की बात है. ये देश पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से मकर रेखा और कर्क रेखा के बीच पड़ते हैं जिसकी वजह से यहां सौर ऊर्जा की अच्छी संभावना है. सोलर अलायंस का मकसद सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना और उसके ज़रिये सोलर एनर्जी की मांग बढ़ाकर इसकी कीमत को कम करना है. जलवायु परिवर्तन के खतरे और धरती के बढ़ते तापमान को देखते हुए यह अलायंस कारगर हो सकता है क्योंकि ये सौर ऊर्जा की दिशा में क्रांतिकारी विचार है लेकिन इस अलायंस को लेकर सबसे बड़ी फिक्र पैसे और टेक्नोलॉजी की है. कुछ जानकार कहते हैं कि सोलर अलायंस के लिये अभी न तो कोई फंड तैयार हुआ है और न ही ये स्पष्ट है कि सोलर अलायंस अपने मकसद को कैसे हासिल करेगा. टिप्पणियां चीन और जर्मनी जैसे बड़े देश अभी इसका हिस्सा नहीं बने हैं और अमेरिका ने तो इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है जिसके बाद इस अलायंस के भविष्य को लेकर भी कई शंकाएं हैं. जानकारों के मुताबिक जब तक बड़े विकासशील देश इसका हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक पैसे और फाइनेंस की दिक्कत बनी रहेगी क्योंकि बहुत सारे गरीब देश तो इस अलायंस में सिर्फ मदद की आस लेकर आ रहे हैं. पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने मोरक्को में एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा,"हमें टेक्नोलॉजी भी चाहिये और रिसर्च भी करनी होगी जिसके लिये पैसे की ज़रूरत होगी लेकिन हम चल पड़े हैं और रास्ता अपने आप बनता चला जायेगा. फाइनेंस को लेकर भारत ने अपनी पहल की है और सस्ती अच्छी और प्रभावी टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करेंगे." जलवायु परिवर्तन के खतरे और धरती के बढ़ते तापमान को देखते हुए यह अलायंस कारगर हो सकता है क्योंकि ये सौर ऊर्जा की दिशा में क्रांतिकारी विचार है लेकिन इस अलायंस को लेकर सबसे बड़ी फिक्र पैसे और टेक्नोलॉजी की है. कुछ जानकार कहते हैं कि सोलर अलायंस के लिये अभी न तो कोई फंड तैयार हुआ है और न ही ये स्पष्ट है कि सोलर अलायंस अपने मकसद को कैसे हासिल करेगा. टिप्पणियां चीन और जर्मनी जैसे बड़े देश अभी इसका हिस्सा नहीं बने हैं और अमेरिका ने तो इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है जिसके बाद इस अलायंस के भविष्य को लेकर भी कई शंकाएं हैं. जानकारों के मुताबिक जब तक बड़े विकासशील देश इसका हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक पैसे और फाइनेंस की दिक्कत बनी रहेगी क्योंकि बहुत सारे गरीब देश तो इस अलायंस में सिर्फ मदद की आस लेकर आ रहे हैं. पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने मोरक्को में एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा,"हमें टेक्नोलॉजी भी चाहिये और रिसर्च भी करनी होगी जिसके लिये पैसे की ज़रूरत होगी लेकिन हम चल पड़े हैं और रास्ता अपने आप बनता चला जायेगा. फाइनेंस को लेकर भारत ने अपनी पहल की है और सस्ती अच्छी और प्रभावी टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करेंगे." चीन और जर्मनी जैसे बड़े देश अभी इसका हिस्सा नहीं बने हैं और अमेरिका ने तो इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है जिसके बाद इस अलायंस के भविष्य को लेकर भी कई शंकाएं हैं. जानकारों के मुताबिक जब तक बड़े विकासशील देश इसका हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक पैसे और फाइनेंस की दिक्कत बनी रहेगी क्योंकि बहुत सारे गरीब देश तो इस अलायंस में सिर्फ मदद की आस लेकर आ रहे हैं. पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने मोरक्को में एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा,"हमें टेक्नोलॉजी भी चाहिये और रिसर्च भी करनी होगी जिसके लिये पैसे की ज़रूरत होगी लेकिन हम चल पड़े हैं और रास्ता अपने आप बनता चला जायेगा. फाइनेंस को लेकर भारत ने अपनी पहल की है और सस्ती अच्छी और प्रभावी टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करेंगे." पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने मोरक्को में एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा,"हमें टेक्नोलॉजी भी चाहिये और रिसर्च भी करनी होगी जिसके लिये पैसे की ज़रूरत होगी लेकिन हम चल पड़े हैं और रास्ता अपने आप बनता चला जायेगा. फाइनेंस को लेकर भारत ने अपनी पहल की है और सस्ती अच्छी और प्रभावी टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करेंगे."
सारांश: इसमें करीब 20 देशों ने किए हस्‍ताक्षर इसके तहत 120 देशों के साझा संगठन की मुहिम इसका मकसद सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना
20
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वैश्विक मंदी के बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव लगातार दूसरे दिन 20 रुपये की गिरावट के साथ 27,000 रुपये प्रति दस ग्राम बोले गए। बाजार सूत्रों के अनुसार कमजोर वैश्विक रुख के बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली और मांग में कमी के चलते सोने, चांदी की कीमतों में गिरावट आई। न्यूयॉर्क में सोने के भाव 6.30 डॉलर टूट कर 1369.70 डॉलर प्रति औंस और चांदी के भाव 0.71 प्रतिशत गिरकर 22.27 डॉलर प्रति औंस रहे।टिप्पणियां घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 20 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 27000 रुपये और 26,800 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बने रहे। चांदी तैयार के भाव 300 रुपये टूट कर 44,000 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 1195 रुपये की गिरावट के साथ 43,170 रुपये किलो बंद हुए। सीमित कारोबार के दौरान चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 75,000:76,000रुपये प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुए। बाजार सूत्रों के अनुसार कमजोर वैश्विक रुख के बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली और मांग में कमी के चलते सोने, चांदी की कीमतों में गिरावट आई। न्यूयॉर्क में सोने के भाव 6.30 डॉलर टूट कर 1369.70 डॉलर प्रति औंस और चांदी के भाव 0.71 प्रतिशत गिरकर 22.27 डॉलर प्रति औंस रहे।टिप्पणियां घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 20 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 27000 रुपये और 26,800 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बने रहे। चांदी तैयार के भाव 300 रुपये टूट कर 44,000 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 1195 रुपये की गिरावट के साथ 43,170 रुपये किलो बंद हुए। सीमित कारोबार के दौरान चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 75,000:76,000रुपये प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुए। न्यूयॉर्क में सोने के भाव 6.30 डॉलर टूट कर 1369.70 डॉलर प्रति औंस और चांदी के भाव 0.71 प्रतिशत गिरकर 22.27 डॉलर प्रति औंस रहे।टिप्पणियां घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 20 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 27000 रुपये और 26,800 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बने रहे। चांदी तैयार के भाव 300 रुपये टूट कर 44,000 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 1195 रुपये की गिरावट के साथ 43,170 रुपये किलो बंद हुए। सीमित कारोबार के दौरान चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 75,000:76,000रुपये प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुए। घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 20 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 27000 रुपये और 26,800 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 23,700 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बने रहे। चांदी तैयार के भाव 300 रुपये टूट कर 44,000 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 1195 रुपये की गिरावट के साथ 43,170 रुपये किलो बंद हुए। सीमित कारोबार के दौरान चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 75,000:76,000रुपये प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुए। चांदी तैयार के भाव 300 रुपये टूट कर 44,000 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 1195 रुपये की गिरावट के साथ 43,170 रुपये किलो बंद हुए। सीमित कारोबार के दौरान चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 75,000:76,000रुपये प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुए।
यह एक सारांश है: वैश्विक मंदी के बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव लगातार दूसरे दिन 20 रुपये की गिरावट के साथ 27,000 रुपये प्रति दस ग्राम बोले गए।
9
['hin']
एक सारांश बनाओ: अपने जमाने के मशहूर ऑल राउंडर रहे न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी क्रिस केयर्न्‍स ने कहा है कि धुरंधर बल्लेबाज रिकी पोंटिंग के संन्यास का समय आ गया है और उनका संन्यास ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को आगे बढ़ाने का सर्वश्रेष्ठ तरीका होगा। समाचार पत्र सिडनी मॉनिंग हेराल्ड ने केयर्न्‍स के हवाले से लिखा है, "मुझे नहीं लगता कि तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए आप 27 के औसत से रन बनाएं और दो सालों तक टीम में बने रहें।" उन्होंने कहा, "मुझे गलत मत समझना। रिकी पोंटिंग के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है लेकिन एक समय और स्थान होता है। मेरे हिसाब में उनके लिए 'धन्यवाद' कहने का समय है न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला जाने वाला दूसरा टेस्ट मैच और स्थान है होबार्ट।" केयर्न्‍स ने कहा कि आस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को इस बारे में कड़ा फैसला लेना होगा। उन्होंने कहा, "मेरे लिए आस्ट्रेलिया एक ऐसा देश रहा है, जो कभी समझौते नहीं करता। लेकिन मैंने महसूस किया है कि पिछले कुछ सालों वे समझौता करने लगे हैं। उन्होंने रिकी पोंटिंग को उनकी शख्सियत के आधर पर टीम में बनाए रखा।" केयर्न्‍स ने कहा, "पोंटिंग आस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज ब्रेडमैन के पीछे हैं। इसलिए उन्हें टीम में बनाए रखा गया है।"
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उन्होंने कहा, "मुझे गलत मत समझना। रिकी पोंटिंग के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है लेकिन एक समय और स्थान होता है। मेरे हिसाब में उनके लिए 'धन्यवाद' कहने का समय है।
32
['hin']
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के पांचवें चरण में लगभग 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर 829 उम्मीदवारों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद कर दी।टिप्पणियां राज्य के प्रमुख निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने आईएएनएस को बताया, "आज काफी अच्छा मतदान हुआ। 59.4 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह संख्या और बढ़ी होती यदि कानपुर में और अधिक संख्या में लोग मतदान के लिए निकलते। कानपुर में सिर्फ 52 फीसदी मतदान हुआ।" सिन्हा ने कहा कि सबसे अधिक मतदान ललितपुर में हुआ। इससे पहले, मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया। इस चरण में 13 जिलों की 49 सीटों पर मतदान हुआ। पांचवें चरण में जिन 13 जिलों में मतदान हुआ, उनमें एटा, कांशीराम नगर, कानपुर, रमाबाई नगर, महोबा, जालौन, झ्झांसी, हमीरपुर, औरैया, इटावा, ललितपुर, मैनपुरी और फिरोजाबाद शामिल थे। राज्य के प्रमुख निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने आईएएनएस को बताया, "आज काफी अच्छा मतदान हुआ। 59.4 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह संख्या और बढ़ी होती यदि कानपुर में और अधिक संख्या में लोग मतदान के लिए निकलते। कानपुर में सिर्फ 52 फीसदी मतदान हुआ।" सिन्हा ने कहा कि सबसे अधिक मतदान ललितपुर में हुआ। इससे पहले, मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया। इस चरण में 13 जिलों की 49 सीटों पर मतदान हुआ। पांचवें चरण में जिन 13 जिलों में मतदान हुआ, उनमें एटा, कांशीराम नगर, कानपुर, रमाबाई नगर, महोबा, जालौन, झ्झांसी, हमीरपुर, औरैया, इटावा, ललितपुर, मैनपुरी और फिरोजाबाद शामिल थे। पांचवें चरण में जिन 13 जिलों में मतदान हुआ, उनमें एटा, कांशीराम नगर, कानपुर, रमाबाई नगर, महोबा, जालौन, झ्झांसी, हमीरपुर, औरैया, इटावा, ललितपुर, मैनपुरी और फिरोजाबाद शामिल थे।
यहाँ एक सारांश है:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें दौर का मतदान समाप्त हो गया है। इसमें 13 जिलों की 49 सीटों के लिए मतदान हुआ।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: आरएसएस को दुनिया में मानव विकास का एक अनूठा मॉडल बताते हुए इसके प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि लोग अपनी इच्छा से संघ में शामिल होने या इसे छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इस संगठन को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए. संगठन की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'आरएसएस को समझने के लिए प्रयास करना महत्वपूर्ण है, लेकिन आरएसएस को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए और उसके भीतर जिज्ञासा होनी चाहिए'टिप्पणियां भागवत ने आरएसएस को एक लत बताया और कहा कि जो इसके आदि हो जाते हैं, वे कहीं और नहीं जा सकते. यही वजह है कि कुछ लोग इस संगठन में शामिल नहीं हो सकते. कोई भी अपनी इच्छा से इसमें शामिल होने या इसे छोड़ने को स्वतंत्र है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संगठन की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'आरएसएस को समझने के लिए प्रयास करना महत्वपूर्ण है, लेकिन आरएसएस को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए और उसके भीतर जिज्ञासा होनी चाहिए'टिप्पणियां भागवत ने आरएसएस को एक लत बताया और कहा कि जो इसके आदि हो जाते हैं, वे कहीं और नहीं जा सकते. यही वजह है कि कुछ लोग इस संगठन में शामिल नहीं हो सकते. कोई भी अपनी इच्छा से इसमें शामिल होने या इसे छोड़ने को स्वतंत्र है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भागवत ने आरएसएस को एक लत बताया और कहा कि जो इसके आदि हो जाते हैं, वे कहीं और नहीं जा सकते. यही वजह है कि कुछ लोग इस संगठन में शामिल नहीं हो सकते. कोई भी अपनी इच्छा से इसमें शामिल होने या इसे छोड़ने को स्वतंत्र है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: इस संगठन को समझने के लिए व्यक्ति को खुले विचार का होना चाहिए- मोहन भागवत संगठन की स्थापना के 90 वर्ष पूरे होने के मौके पर उन्‍होंने यह बात कही. कोई भी अपनी इच्छा से RSS में शामिल होने या इसे छोड़ने को स्वतंत्र- भागवत
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सिंगापुर के एक स्कूल में पढ़ने वाले 13 वर्षीय एक भारतीय किशोर को गिरफ्तार किया गया है। सिंगापुर पुलिस का कहना है कि किशोर ने एक स्थानीय कैसीनो रिसॉर्ट में बम रखने की धमकी दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समाचारपत्र 'स्ट्रेट्स टाइम्स' के हवाले से मंगलवार को खबर दी है कि किशोर ने फेसबुक पर लिखा था कि वह 'एक बड़ा बदला लेने' और 'हर जगह थूकने' तथा 'मरीना बे सैंड्स पर बम रखने जा रहा है। खबर में कहा गया है कि किशोर ने अपने पोस्ट में अपशब्द लिखा था और सिंगापुर की आलोचना की थी। पुलिस का कहना है कि वह उस स्कूल के संपर्क में है जिसका जिक्र उस छात्र ने अपने फेसबुक पेज पर किया था।टिप्पणियां किशोर के नबालिग होने के कारण यहां उसका नाम नहीं दिया जा सकता। समझा जाता है कि उसने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी थी। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समाचारपत्र 'स्ट्रेट्स टाइम्स' के हवाले से मंगलवार को खबर दी है कि किशोर ने फेसबुक पर लिखा था कि वह 'एक बड़ा बदला लेने' और 'हर जगह थूकने' तथा 'मरीना बे सैंड्स पर बम रखने जा रहा है। खबर में कहा गया है कि किशोर ने अपने पोस्ट में अपशब्द लिखा था और सिंगापुर की आलोचना की थी। पुलिस का कहना है कि वह उस स्कूल के संपर्क में है जिसका जिक्र उस छात्र ने अपने फेसबुक पेज पर किया था।टिप्पणियां किशोर के नबालिग होने के कारण यहां उसका नाम नहीं दिया जा सकता। समझा जाता है कि उसने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी थी। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है। खबर में कहा गया है कि किशोर ने अपने पोस्ट में अपशब्द लिखा था और सिंगापुर की आलोचना की थी। पुलिस का कहना है कि वह उस स्कूल के संपर्क में है जिसका जिक्र उस छात्र ने अपने फेसबुक पेज पर किया था।टिप्पणियां किशोर के नबालिग होने के कारण यहां उसका नाम नहीं दिया जा सकता। समझा जाता है कि उसने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी थी। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है। पुलिस का कहना है कि वह उस स्कूल के संपर्क में है जिसका जिक्र उस छात्र ने अपने फेसबुक पेज पर किया था।टिप्पणियां किशोर के नबालिग होने के कारण यहां उसका नाम नहीं दिया जा सकता। समझा जाता है कि उसने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी थी। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है। किशोर के नबालिग होने के कारण यहां उसका नाम नहीं दिया जा सकता। समझा जाता है कि उसने यह चेतावनी पिछले हफ्ते दी थी। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है। उल्लेखनीय है कि इस अपराध के लिए बतौर जुर्माना एक लाख सिंगापुर डॉलर (80,000 अमेरिकी डॉलर) या कम से कम पांच साल की कैद या दोनों सजा दिए जाने का प्रावधान है।
संक्षिप्त सारांश: सिंगापुर के एक स्कूल में पढ़ने वाले 13 वर्षीय एक भारतीय किशोर को गिरफ्तार किया गया है। सिंगापुर पुलिस का कहना है कि किशोर ने एक स्थानीय कैसीनो रिसॉर्ट में बम रखने की धमकी दी है।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: संसद पर हमले का मास्टरमाइंड होने के नाते फांसी की सज़ा पाए अफजल गुरु के परिवार को केन्द्र सरकार ने तिहाड़ जेल में उसकी कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत दे दी है, हालांकि उसके परिवार ने इस पेशकश को ठुकरा दिया है। इसके अलावा गृहसचिव आरके सिंह ने अफजल गुरु का सामान भी उसके परिवार को दिए जाने की बात कही, लेकिन अफजल गुरु के रिश्ते के भाई मोहम्मद यासीन ने कहा कि परिजन उसका (अफजल गुरु का) शव वापस चाहते हैं, ताकि उसे उसके गृहनगर सोपोर में दफनाया जा सके। यासीन ने कहा कि उन्हें सरकार की इस पेशकश में कोई दिलचस्पी नहीं है कि उन्हें हवाईमार्ग से अफजल गुरु की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए ले जाया जाएगा। उनका कहना था कि यदि ज़रूरत पड़ी तो हम खुद ही दिल्ली जाएंगे। केन्द्रीय गृहसचिव आरके सिंह ने कहा कि यदि अफजल गुरु के परिवार के निकटतम सदस्य तिहाड़ जेल आकर अफजल की कब्र पर प्रार्थना करना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। सिंह से सवाल किया गया था कि क्या अफजल के परिजनों को उसकी कब्र पर आकर प्रार्थना करने दिया जाएगा। तिहाड़ जेल के अधिकारी जल्द ही औपचारिक फैसला करेंगे कि अफजल के परिवार वालों को कब्र पर किस संभावित तारीख को आने दिया जाए। गृह सचिव ने कहा कि तिहाड़ जेल में अफजल की सभी वस्तुओं को उसके परिवार वालों को सौंपा जाएगा।टिप्पणियां सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा गृहसचिव आरके सिंह ने अफजल गुरु का सामान भी उसके परिवार को दिए जाने की बात कही, लेकिन अफजल गुरु के रिश्ते के भाई मोहम्मद यासीन ने कहा कि परिजन उसका (अफजल गुरु का) शव वापस चाहते हैं, ताकि उसे उसके गृहनगर सोपोर में दफनाया जा सके। यासीन ने कहा कि उन्हें सरकार की इस पेशकश में कोई दिलचस्पी नहीं है कि उन्हें हवाईमार्ग से अफजल गुरु की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए ले जाया जाएगा। उनका कहना था कि यदि ज़रूरत पड़ी तो हम खुद ही दिल्ली जाएंगे। केन्द्रीय गृहसचिव आरके सिंह ने कहा कि यदि अफजल गुरु के परिवार के निकटतम सदस्य तिहाड़ जेल आकर अफजल की कब्र पर प्रार्थना करना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। सिंह से सवाल किया गया था कि क्या अफजल के परिजनों को उसकी कब्र पर आकर प्रार्थना करने दिया जाएगा। तिहाड़ जेल के अधिकारी जल्द ही औपचारिक फैसला करेंगे कि अफजल के परिवार वालों को कब्र पर किस संभावित तारीख को आने दिया जाए। गृह सचिव ने कहा कि तिहाड़ जेल में अफजल की सभी वस्तुओं को उसके परिवार वालों को सौंपा जाएगा।टिप्पणियां सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। केन्द्रीय गृहसचिव आरके सिंह ने कहा कि यदि अफजल गुरु के परिवार के निकटतम सदस्य तिहाड़ जेल आकर अफजल की कब्र पर प्रार्थना करना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। सिंह से सवाल किया गया था कि क्या अफजल के परिजनों को उसकी कब्र पर आकर प्रार्थना करने दिया जाएगा। तिहाड़ जेल के अधिकारी जल्द ही औपचारिक फैसला करेंगे कि अफजल के परिवार वालों को कब्र पर किस संभावित तारीख को आने दिया जाए। गृह सचिव ने कहा कि तिहाड़ जेल में अफजल की सभी वस्तुओं को उसके परिवार वालों को सौंपा जाएगा।टिप्पणियां सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। तिहाड़ जेल के अधिकारी जल्द ही औपचारिक फैसला करेंगे कि अफजल के परिवार वालों को कब्र पर किस संभावित तारीख को आने दिया जाए। गृह सचिव ने कहा कि तिहाड़ जेल में अफजल की सभी वस्तुओं को उसके परिवार वालों को सौंपा जाएगा।टिप्पणियां सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। गृह सचिव ने कहा कि तिहाड़ जेल में अफजल की सभी वस्तुओं को उसके परिवार वालों को सौंपा जाएगा।टिप्पणियां सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा था कि सरकार इस संबंध में अफजल के परिवार वालों के किसी भी आग्रह पर विचार करेगी। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘‘यदि वे (अफजल के परिवार वाले उसकी कब्र तक) जाना चाहते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है।
संक्षिप्त सारांश: संसद पर हमले का मास्टरमाइंड होने के नाते फांसी की सज़ा पाए अफजल गुरु के परिवार को केन्द्र सरकार ने तिहाड़ जेल में उसकी कब्र पर फातिहा पढ़ने की इजाजत दे दी है, हालांकि उसके परिवार ने इस पेशकश को ठुकरा दिया है।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) की सरकार भले ही गिर गई हो लेकिन उनका दावा है कि वह फिर भी बहुत खुश हैं. उनकी खुशी की वजह यह है कि उन्हें एक साल तक जनता की सेवा करने का अवसर मिला. एनडीटीवी से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं इस अवसर पर सबसे ज्यादा खुश हूं. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते 14 महीनों में मैंने राज्य की उन्नति के लिए काम किया. मैंने तमाम परेशानियों के बावजूद निष्ठा से काम किया और आज मैं ऑफिस को छोड़ते हुए भी सबसे ज्यादा खुश हूं.' बता दें कि कर्नाटक में बीते कई दिनों से जारी राजनीतिक उठापटक के बीच 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई है.  एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर सके थे. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार के पक्ष में 99 और विरोध में 105 वोट डाले गए थे. विश्वास मत में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के विधायक विक्ट्री साइन दिखाते हुए नजर आए थे. विश्वास मत से पहले, कुमारस्वामी ने बार-बार कहा था कि अगर कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर गठबंधन के पास राज्य विधानसभा में अपनी पकड़ बनाने के लिए संख्या का अभाव है, तो वह मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहना चाहते हैं और अब, भाजपा के विजयी होने के बाद, उन्होंने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है कि गठबंधन, बागी विधायकों को वापस लाने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कहा, 'मैं अब उनमें दिलचस्पी नहीं ले रहा हूं. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का मामला हमारे नेताओं पर छोड़ दिया गया है. मेरी जिम्मेदारी अब मेरी पार्टी के प्रति है. अब मैं एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं, तो मैं इसे विकसित करने की दिशा में काम करूंगा.' हालांकि इससे पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा था, 'जो लोग ऑपरेशन कमल(बागी विधायक) के लिए हमें छोड़ गए, उन्हें पार्टी में फिर से शामिल नहीं किया जाएगा.' कुमारस्वामी ने भी यह साफ कर दिया था कि जिन लोगों ने धोखा दिया है उन्हें कभी माफ नहीं किया जाएगा.  वहीं बीजेपी नेता येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) ने कहा था कि वह सीएम पद तभी स्वीकार करेंगे जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आशीर्वाद मिलेगा. बेंगलुरु में आरएसएस ऑफिस के बाहर येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) ने कहा, 'मैं यहां संघ परिवार के सीनियर नेताओं का आशीर्वाद लेने आया हूं. मैं दिल्ली से आने वाले निर्देश का इंतजार कर रहा हूं. मैं किसी भी वक्त विधायक दल की बैठक बुला सकता हूं और (दावा पेश करने के लिए) राजभवन जा सकता हूं. मैं इसके लिए इंतजार कर रहा हूं.'
संक्षिप्त सारांश: सरकार गिरने के बाद बोले कुमारस्वामी- मैं सबसे ज्यादा खुश हूं कहा- मैंने तमाम परेशानियों के बावजूद निष्ठा से काम किया 'बीते 14 महीनों में मैंने राज्य की उन्नति के लिए काम किया'
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पैन कार्ड (PAN Card) से आधार (AADHAAR) को जोड़ने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 दिसंबर 2019 कर दी गयी है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने शनिवार को इस बारे में एक आदेश जारी किया था. पहले यह समय सीमा 30 सितंबर थी. पैन कार्ड का इस्तेमाल आयकर रिटर्न भरने में होता है. सीबीडीटी आयकर विभाग के लिए नीति निर्धारण करने वाला शीर्ष निकाय है. यह सातवीं बार है जब सरकार ने आधार को पैन से जोड़ने की समय-सीमा बढ़ायी है. आयकर भरने के लिए आधार को पैन से जोड़ना अब अनिवार्य हो चुका है. पिछले साल सितंबर में उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार की आधार योजना को संवैधानिक स्तर पर सही करार दिया था और पैन को आधार आपस से जोड़ने को अनिवार्य बनाए जाने की सरकार की योजना को विधि सम्मत करार दिया था. आयकर कानून की धारा 139एए(2) में कहा गया है कि हर व्यक्ति जिसके पास एक जुलाई 2017 को पैन कार्ड था और जो आधार कार्ड प्राप्त करने का पात्र है, उसे अपना आधार नंबर कर अधिकारियों को देना अनिवार्य है.  - आयकर विभाग की वेबसाइट www.incometaxindiaefiling.gov.in को खोलें.  - क्विक लिंक के दूसरे ऑप्शन link Adhaar पर क्लिक करें.  - आयकर अकाउंट नहीं है तो रजिस्ट्रेशन कराएं.  - इसके बाद जो पेज खुलकर आए उसमें आधार, पैन और मांगी गई जानकारी भरें.  - कैप्चा कोड को सही तरीके से भरें.  - अब  link Adhaar पर क्लिक करें.  - इसके बाद पैन कार्ड आधार से लिंक हो जाएगा.   पैन कार्ड से आधार को एसएमएस के जरिये भी लिंक करा सकते हैं. इसके लिए इस प्रक्रिया का पालन करें. UIDPAN <12 digit Aadhaar><10 digit PAN>. और इसे 567678 या 56161 नंबर पर सेंड कर दें.
सारांश: PAN Card को AADHAAR से जोड़ने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर पहले लिंक करने के लिए समय सीमा 30 सितंबर थी आयकर भरने के लिए आधार को पैन से जोड़ना अब अनिवार्य
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सौ दिनों से गुमशुदगी और पांच दिनों के सर्च आपरेशन के बाद भी सात साल के बाघ "जय " का कोई सुराग नहीं मिला है। आठ तहसीलों के 400 छोटे बड़े जंगल और गांवों में सर्च पूरा हो चुका है। सरकार अब सर्च ऑपरेशन को और व्यापक बनाने पर विचार कर रही है। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के बाद जय की तलाश के लिए जारी सर्च ऑपरेशन को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। वन अधिकारी, फॉरेस्ट गार्ड, और स्वंयसेवी संगठन की टीमें लगातार सर्च में जुटी हुई हैं। सेव इकोसिस्टम एंड टाइगर के सचिव शाहिद खान ने कहा हमें चीते, जंगली सुअर, हिरण, नीलगाय के पांवों के निशान मिले हैं लेकिन बाघ के नहीं।टिप्पणियां इन टीमों ने अब तक करीब 400 गांवों में जाकर लोगों से संपर्क किया। जंगल से सटे गांवों में जय की पहचान के लिए उसके पोस्टर भी लगाए, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला है। स्पेशल टाइगर फोर्स में शामिल विलास डोरे ने कहा ''हमारे पास वीएचएफ एंटेना है और हम उसे ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी छह टीमें इन घने जंगलों में उसे ढूंढ रही हैं लेकिन पैदल बहुत ज्यादा दूरी तय करना मुश्किल है।'' वन विभाग की टीमों ने अब जय की जन्मस्थली नागझिरा का रुख किया है। उसके बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपए के इनाम का भी ऐलान किया गया है। महाराष्ट्र सरकार के आदेश के बाद जय की तलाश के लिए जारी सर्च ऑपरेशन को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। वन अधिकारी, फॉरेस्ट गार्ड, और स्वंयसेवी संगठन की टीमें लगातार सर्च में जुटी हुई हैं। सेव इकोसिस्टम एंड टाइगर के सचिव शाहिद खान ने कहा हमें चीते, जंगली सुअर, हिरण, नीलगाय के पांवों के निशान मिले हैं लेकिन बाघ के नहीं।टिप्पणियां इन टीमों ने अब तक करीब 400 गांवों में जाकर लोगों से संपर्क किया। जंगल से सटे गांवों में जय की पहचान के लिए उसके पोस्टर भी लगाए, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला है। स्पेशल टाइगर फोर्स में शामिल विलास डोरे ने कहा ''हमारे पास वीएचएफ एंटेना है और हम उसे ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी छह टीमें इन घने जंगलों में उसे ढूंढ रही हैं लेकिन पैदल बहुत ज्यादा दूरी तय करना मुश्किल है।'' वन विभाग की टीमों ने अब जय की जन्मस्थली नागझिरा का रुख किया है। उसके बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपए के इनाम का भी ऐलान किया गया है। इन टीमों ने अब तक करीब 400 गांवों में जाकर लोगों से संपर्क किया। जंगल से सटे गांवों में जय की पहचान के लिए उसके पोस्टर भी लगाए, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला है। स्पेशल टाइगर फोर्स में शामिल विलास डोरे ने कहा ''हमारे पास वीएचएफ एंटेना है और हम उसे ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी छह टीमें इन घने जंगलों में उसे ढूंढ रही हैं लेकिन पैदल बहुत ज्यादा दूरी तय करना मुश्किल है।'' वन विभाग की टीमों ने अब जय की जन्मस्थली नागझिरा का रुख किया है। उसके बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपए के इनाम का भी ऐलान किया गया है। वन विभाग की टीमों ने अब जय की जन्मस्थली नागझिरा का रुख किया है। उसके बारे में जानकारी देने वाले को 50,000 रुपए के इनाम का भी ऐलान किया गया है।
यह एक सारांश है: तलाश अभियान को व्यापक करने की तैयारी सात वर्षीय बाघ के पंजों के निशान नहीं मिल रहे 50,000 रुपए के इनाम का ऐलान किया गया
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश सरकार के अफसर उमेश प्रताप सिंह के खिलाफ आज उनकी पत्नी अनीता सिंह की हत्या के आरोप में एफआईआर हो गई. उनकी पत्नी एक सितंबर को लखनऊ में अपने घर में मृत पाई गई थीं. उनके सीने में गोली लगी थी. उमेश प्रताप का कहना है कि उनकी पत्नी ने खुदकुशी की है. उनके बच्चे भी ऐसा ही मानते हैं. लेकिन अनीता सिंह के चचेरे भाई की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुक़दमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. अनीता सिंह के चचेरे भाई राकेश सिंह का कहना है कि “मैं इस बारे में दावा कर सकता हूं कि इसमें हत्या की गई है और हत्या के लिए दोषी उमेश प्रताप सिंह स्वयं हैं. और मुख्यमंत्री महोदय से अनुरोध है कि इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.'' लखनऊ ने एएसपी सुकृति माधव ने बताया कि 'कल रात मृतिका के चचेरे भाई की तरफ से तहरीर आई है, थाना चिनहट में. धारा 302 और 201 आईपीसी में इनके पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.पुलिस द्वारा एविडेंस कलेक्ट किए जा रहे हैं. एफएसएल से रिपोर्ट यथाशीघ्र मंगाने की कोशिश कर रहे हैं.'
यहाँ एक सारांश है:एक सितंबर को लखनऊ में अपने घर में मृत मिली थीं अनीता सिंह अनीता के चचेरे भाई की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया पुलिस एफएसएल की रिपोर्ट यथाशीघ्र मंगाने की कोशिश कर रही
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['hin']
एक सारांश बनाओ: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) स्पॉट फिक्सिंग मामले में जांचकर्ताओं द्वारा अगले सप्ताह दाखिल किए जाने वाले आरोपपत्र में फरार माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के साथ-साथ अन्य 29 व्यक्तियों के नाम शामिल हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने शनिवार को यह जानकारी दी। जांचकर्ताओं के नजदीकी सूत्र ने बताया, "आरोपपत्र में दाऊद इब्राहिम के साथ लगभग 30 लोगों के नाम शामिल हो सकते हैं। यह आरोपपत्र अगले सप्ताह दाखिल की जा सकती है।"टिप्पणियां आईपीएल के छठे संस्करण के दौरान आईपीएल के तीन खिलाड़ियों, एस. श्रीसंत, अजित चंदेला और अंकित चव्हाण के साथ-साथ 11 सट्टेबाजों को मई महीने में मुम्बई, अहमदाबाद तथा दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। 15 अन्य व्यक्तियों को बाद में गिरफ्तार किया गया। श्रीसंत और चव्हाण सहित मामले में 21 आरोपियों को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी है, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। जांचकर्ताओं के नजदीकी सूत्र ने बताया, "आरोपपत्र में दाऊद इब्राहिम के साथ लगभग 30 लोगों के नाम शामिल हो सकते हैं। यह आरोपपत्र अगले सप्ताह दाखिल की जा सकती है।"टिप्पणियां आईपीएल के छठे संस्करण के दौरान आईपीएल के तीन खिलाड़ियों, एस. श्रीसंत, अजित चंदेला और अंकित चव्हाण के साथ-साथ 11 सट्टेबाजों को मई महीने में मुम्बई, अहमदाबाद तथा दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। 15 अन्य व्यक्तियों को बाद में गिरफ्तार किया गया। श्रीसंत और चव्हाण सहित मामले में 21 आरोपियों को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी है, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। आईपीएल के छठे संस्करण के दौरान आईपीएल के तीन खिलाड़ियों, एस. श्रीसंत, अजित चंदेला और अंकित चव्हाण के साथ-साथ 11 सट्टेबाजों को मई महीने में मुम्बई, अहमदाबाद तथा दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। 15 अन्य व्यक्तियों को बाद में गिरफ्तार किया गया। श्रीसंत और चव्हाण सहित मामले में 21 आरोपियों को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी है, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। श्रीसंत और चव्हाण सहित मामले में 21 आरोपियों को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी है, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) स्पॉट फिक्सिंग मामले में जांचकर्ताओं द्वारा अगले सप्ताह दाखिल किए जाने वाले आरोपपत्र में फरार माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के साथ-साथ अन्य 29 व्यक्तियों के नाम शामिल हो सकते हैं।
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['hin']