inputs
stringlengths
800
163k
targets
stringlengths
20
291
template_id
int64
0
34
template_lang
stringclasses
1 value
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका में भारतीय मूल की पहली मिस अमेरिका का ताज पहनने वाली नीना दावुलूरी के खिलाफ सोशल मीडिया में नस्ली प्रतिक्रियाएं हुई हैं, लेकिन 24 वर्षीय इस सुंदरी ने इसे तवज्जो नहीं देते हुए कहा है कि उन्हें इन सब चीजों से ऊपर उठना है। ट्विटर पर कुछ लोगों ने उन्हें अरब और अलकायदा से रिश्ते रखने वाले एवं भारत से 30 साल पलायन कर यहां पहुंचे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ की औलाद करार दिया। कई और नस्ली टिप्पणियां की गई हैं। तमाम नस्ली टिप्पणियों की नजरअंदाज करने का प्रयास करते हुए नीना ने कहा, मुझे इन सबसे ऊपर उठना है। मैंने खुद को एक अमेरिकी के तौर पर देखा है। मिस अमेरिका प्रतियोगिता जीतने वाली भारतीय मूल की पहली सुंदरी नीना दावुलुरी के रिश्तेदारों ने कहा कि वह भारत से अपने संबंधों को नहीं भूली हैं और भारतीय फिल्में पसंद करती हैं।टिप्पणियां नीना का मौसी शशिबाला ने कहा, हम सभी उत्साहित हैं। मैंने आज शाम थोड़ी देर के लिए उससे बात की। हम सब खुश हैं। उन्होंने कहा कि नीना के पिता दावुलुरी धाना कोटश्वर चौधरी पेशे से चिकित्सक है और 1970 के दशक में अमेरिका में बस गए है और उनकी बच्ची वहीं पली-बढ़ी है। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी। ट्विटर पर कुछ लोगों ने उन्हें अरब और अलकायदा से रिश्ते रखने वाले एवं भारत से 30 साल पलायन कर यहां पहुंचे एक स्त्री रोग विशेषज्ञ की औलाद करार दिया। कई और नस्ली टिप्पणियां की गई हैं। तमाम नस्ली टिप्पणियों की नजरअंदाज करने का प्रयास करते हुए नीना ने कहा, मुझे इन सबसे ऊपर उठना है। मैंने खुद को एक अमेरिकी के तौर पर देखा है। मिस अमेरिका प्रतियोगिता जीतने वाली भारतीय मूल की पहली सुंदरी नीना दावुलुरी के रिश्तेदारों ने कहा कि वह भारत से अपने संबंधों को नहीं भूली हैं और भारतीय फिल्में पसंद करती हैं।टिप्पणियां नीना का मौसी शशिबाला ने कहा, हम सभी उत्साहित हैं। मैंने आज शाम थोड़ी देर के लिए उससे बात की। हम सब खुश हैं। उन्होंने कहा कि नीना के पिता दावुलुरी धाना कोटश्वर चौधरी पेशे से चिकित्सक है और 1970 के दशक में अमेरिका में बस गए है और उनकी बच्ची वहीं पली-बढ़ी है। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी। तमाम नस्ली टिप्पणियों की नजरअंदाज करने का प्रयास करते हुए नीना ने कहा, मुझे इन सबसे ऊपर उठना है। मैंने खुद को एक अमेरिकी के तौर पर देखा है। मिस अमेरिका प्रतियोगिता जीतने वाली भारतीय मूल की पहली सुंदरी नीना दावुलुरी के रिश्तेदारों ने कहा कि वह भारत से अपने संबंधों को नहीं भूली हैं और भारतीय फिल्में पसंद करती हैं।टिप्पणियां नीना का मौसी शशिबाला ने कहा, हम सभी उत्साहित हैं। मैंने आज शाम थोड़ी देर के लिए उससे बात की। हम सब खुश हैं। उन्होंने कहा कि नीना के पिता दावुलुरी धाना कोटश्वर चौधरी पेशे से चिकित्सक है और 1970 के दशक में अमेरिका में बस गए है और उनकी बच्ची वहीं पली-बढ़ी है। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी। मिस अमेरिका प्रतियोगिता जीतने वाली भारतीय मूल की पहली सुंदरी नीना दावुलुरी के रिश्तेदारों ने कहा कि वह भारत से अपने संबंधों को नहीं भूली हैं और भारतीय फिल्में पसंद करती हैं।टिप्पणियां नीना का मौसी शशिबाला ने कहा, हम सभी उत्साहित हैं। मैंने आज शाम थोड़ी देर के लिए उससे बात की। हम सब खुश हैं। उन्होंने कहा कि नीना के पिता दावुलुरी धाना कोटश्वर चौधरी पेशे से चिकित्सक है और 1970 के दशक में अमेरिका में बस गए है और उनकी बच्ची वहीं पली-बढ़ी है। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी। नीना का मौसी शशिबाला ने कहा, हम सभी उत्साहित हैं। मैंने आज शाम थोड़ी देर के लिए उससे बात की। हम सब खुश हैं। उन्होंने कहा कि नीना के पिता दावुलुरी धाना कोटश्वर चौधरी पेशे से चिकित्सक है और 1970 के दशक में अमेरिका में बस गए है और उनकी बच्ची वहीं पली-बढ़ी है। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी। शशिबाला ने कहा कि नीना हर गर्मियों की छुट्टी में भारत आती रही है और पिछली बार ढाई साल पहले विजयवाड़ा आई थी।
यह एक सारांश है: मिस अमेरिका प्रतियोगिता जीतने वाली भारतीय मूल की पहली सुंदरी नीना दावुलुरी के रिश्तेदारों ने कहा कि वह भारत से अपने संबंधों को नहीं भूली हैं और भारतीय फिल्में पसंद करती हैं।
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नए रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने सोमवार को कहा कि सरकार ने यात्री किराया बढ़ाने का विकल्प खुला रखा है लेकिन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए ऐसा किया जा सकता है न कि लाभ कमाने के लिए। बंसल ने मंत्रालय का कार्यभार सम्भालने के कुछ ही देर बाद आईएएनएस से कहा, "यदि सेवाएं बेहतर करने के लिए यात्री किराए पर पुनर्विचार की आवश्यकता हुई तो हम ऐसा करेंगे. इसका उद्देश्य लाभ कमाना नहीं है।" उन्होंने कहा कि वह मंगलवार को रेलवे बोर्ड के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चर्चा के नतीजों से अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा, "हम बाधारहित वित्तीय सिद्धांतों के साथ रेलवे को चलाना चाहते हैं।" नियमित रूप से रेल सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले बंसल ने बताया कि वह अक्सर अपने गृह नगर चण्डीगढ़ जाने के लिए शताब्दी एक्सप्रेस को चुनते हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, "कई बार लोगों ने मुझसे कहा है कि यदि सरकार सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सरकारी किराए में बढ़ोत्तरी करती है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।" बंसल ने कहा कि वह रेलवे मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है। बंसल ने मंत्रालय का कार्यभार सम्भालने के कुछ ही देर बाद आईएएनएस से कहा, "यदि सेवाएं बेहतर करने के लिए यात्री किराए पर पुनर्विचार की आवश्यकता हुई तो हम ऐसा करेंगे. इसका उद्देश्य लाभ कमाना नहीं है।" उन्होंने कहा कि वह मंगलवार को रेलवे बोर्ड के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चर्चा के नतीजों से अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा, "हम बाधारहित वित्तीय सिद्धांतों के साथ रेलवे को चलाना चाहते हैं।" नियमित रूप से रेल सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले बंसल ने बताया कि वह अक्सर अपने गृह नगर चण्डीगढ़ जाने के लिए शताब्दी एक्सप्रेस को चुनते हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, "कई बार लोगों ने मुझसे कहा है कि यदि सरकार सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सरकारी किराए में बढ़ोत्तरी करती है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।" बंसल ने कहा कि वह रेलवे मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है। उन्होंने कहा कि वह मंगलवार को रेलवे बोर्ड के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चर्चा के नतीजों से अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा, "हम बाधारहित वित्तीय सिद्धांतों के साथ रेलवे को चलाना चाहते हैं।" नियमित रूप से रेल सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले बंसल ने बताया कि वह अक्सर अपने गृह नगर चण्डीगढ़ जाने के लिए शताब्दी एक्सप्रेस को चुनते हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, "कई बार लोगों ने मुझसे कहा है कि यदि सरकार सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सरकारी किराए में बढ़ोत्तरी करती है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।" बंसल ने कहा कि वह रेलवे मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है। नियमित रूप से रेल सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले बंसल ने बताया कि वह अक्सर अपने गृह नगर चण्डीगढ़ जाने के लिए शताब्दी एक्सप्रेस को चुनते हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, "कई बार लोगों ने मुझसे कहा है कि यदि सरकार सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सरकारी किराए में बढ़ोत्तरी करती है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।" बंसल ने कहा कि वह रेलवे मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है। उन्होंने कहा, "कई बार लोगों ने मुझसे कहा है कि यदि सरकार सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सरकारी किराए में बढ़ोत्तरी करती है तो उन्हें इसमें कोई परेशानी नहीं होगी।" बंसल ने कहा कि वह रेलवे मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है। बंसल ने कहा कि सुरक्षा व रेल नेटवर्क का आधुनिकीकरण उनकी प्राथमिकता होगी। गौरतलब है कि 17 साल के अंतराल के बाद रेल विभाग एक बार फिर कांग्रेस की झोली में आया है।
यहाँ एक सारांश है:नए रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने सोमवार को कहा कि सरकार ने यात्री किराया बढ़ाने का विकल्प खुला रखा है लेकिन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए ऐसा किया जा सकता है न कि लाभ कमाने के लिए।
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दंगों के मामले में भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने सुबह ट्वीट किया था, बिहार में दो महीनों के भीतर छह सांप्रदायिक दंगे, किश्तवाड़ और राजस्थान के टोंक में साम्प्रदायिक हिंसा। मैंने चेतावनी दी थी कि भाजपा गैर-भाजपा शासित राज्यों को निशाना बना सकती है। दिग्विजय के इस ट्वीट पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कड़ी आपत्ति जताई है। प्रसाद ने कहा कि दिग्विजय सिंह गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के लिए जाने जाते हैं। उम्मीद है कि उनकी पार्टी यह साफ करेगी कि क्या यह पार्टी की राय है या अकेले सिंह की। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने खाद्य सुरक्षा विधेयक को अपनी पार्टी फोरम में उठाने की बजाए इस मुद्दे पर सीधा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखने को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रहार किया है। दिग्विजय सिंह ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, भाजपा और इसके आइकन भारत में गरीबों को खाद्य सुरक्षा से वंचित रखना चाहते हैं, जो उनका गरीब विरोधी चेहरा उजागर करता है। गरीब समर्थक हर कदम का उन्हें विरोध करना है। उन्होंने लिखा कि मोदी को भाजपा संसदीय दल पर भरोसा नहीं है कि वह खाद्य सुरक्षा विधेयक से जुड़े मुद्दों को सही ढंग से उठा सके और इसलिए सीधा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी। सुषमा के खिलाफ अविश्वास? सिंह की यह टिप्पणी मोदी द्वारा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखे जाने के एक दिन बाद आई है। मोदी ने इस चिट्ठी में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने की मांग की थी। टिप्पणियां भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस महासचिव की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ की आलोचना करती है। प्रसाद ने कहा कि मोदी ने इस विधेयक में सुधार के सुझाव दिए थे और ऐसे में उनका यह सुझाव बेहद स्वागत योग्य है। (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो) दिग्विजय के इस ट्वीट पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कड़ी आपत्ति जताई है। प्रसाद ने कहा कि दिग्विजय सिंह गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के लिए जाने जाते हैं। उम्मीद है कि उनकी पार्टी यह साफ करेगी कि क्या यह पार्टी की राय है या अकेले सिंह की। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने खाद्य सुरक्षा विधेयक को अपनी पार्टी फोरम में उठाने की बजाए इस मुद्दे पर सीधा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखने को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रहार किया है। दिग्विजय सिंह ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, भाजपा और इसके आइकन भारत में गरीबों को खाद्य सुरक्षा से वंचित रखना चाहते हैं, जो उनका गरीब विरोधी चेहरा उजागर करता है। गरीब समर्थक हर कदम का उन्हें विरोध करना है। उन्होंने लिखा कि मोदी को भाजपा संसदीय दल पर भरोसा नहीं है कि वह खाद्य सुरक्षा विधेयक से जुड़े मुद्दों को सही ढंग से उठा सके और इसलिए सीधा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी। सुषमा के खिलाफ अविश्वास? सिंह की यह टिप्पणी मोदी द्वारा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखे जाने के एक दिन बाद आई है। मोदी ने इस चिट्ठी में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने की मांग की थी। टिप्पणियां भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस महासचिव की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ की आलोचना करती है। प्रसाद ने कहा कि मोदी ने इस विधेयक में सुधार के सुझाव दिए थे और ऐसे में उनका यह सुझाव बेहद स्वागत योग्य है। (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो) इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने खाद्य सुरक्षा विधेयक को अपनी पार्टी फोरम में उठाने की बजाए इस मुद्दे पर सीधा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखने को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रहार किया है। दिग्विजय सिंह ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, भाजपा और इसके आइकन भारत में गरीबों को खाद्य सुरक्षा से वंचित रखना चाहते हैं, जो उनका गरीब विरोधी चेहरा उजागर करता है। गरीब समर्थक हर कदम का उन्हें विरोध करना है। उन्होंने लिखा कि मोदी को भाजपा संसदीय दल पर भरोसा नहीं है कि वह खाद्य सुरक्षा विधेयक से जुड़े मुद्दों को सही ढंग से उठा सके और इसलिए सीधा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी। सुषमा के खिलाफ अविश्वास? सिंह की यह टिप्पणी मोदी द्वारा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखे जाने के एक दिन बाद आई है। मोदी ने इस चिट्ठी में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने की मांग की थी। टिप्पणियां भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस महासचिव की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ की आलोचना करती है। प्रसाद ने कहा कि मोदी ने इस विधेयक में सुधार के सुझाव दिए थे और ऐसे में उनका यह सुझाव बेहद स्वागत योग्य है। (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो) दिग्विजय सिंह ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, भाजपा और इसके आइकन भारत में गरीबों को खाद्य सुरक्षा से वंचित रखना चाहते हैं, जो उनका गरीब विरोधी चेहरा उजागर करता है। गरीब समर्थक हर कदम का उन्हें विरोध करना है। उन्होंने लिखा कि मोदी को भाजपा संसदीय दल पर भरोसा नहीं है कि वह खाद्य सुरक्षा विधेयक से जुड़े मुद्दों को सही ढंग से उठा सके और इसलिए सीधा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी। सुषमा के खिलाफ अविश्वास? सिंह की यह टिप्पणी मोदी द्वारा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखे जाने के एक दिन बाद आई है। मोदी ने इस चिट्ठी में खाद्य सुरक्षा विधेयक पर मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने की मांग की थी। टिप्पणियां भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस महासचिव की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ की आलोचना करती है। प्रसाद ने कहा कि मोदी ने इस विधेयक में सुधार के सुझाव दिए थे और ऐसे में उनका यह सुझाव बेहद स्वागत योग्य है। (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो) भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस महासचिव की ‘निम्न स्तरीय राजनीति’ की आलोचना करती है। प्रसाद ने कहा कि मोदी ने इस विधेयक में सुधार के सुझाव दिए थे और ऐसे में उनका यह सुझाव बेहद स्वागत योग्य है। (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो) (चित्र परिचय : दिग्विजय सिंह का फाइल फोटो)
संक्षिप्त सारांश: दिग्विजय सिंह ने खाद्य सुरक्षा विधेयक को अपनी पार्टी फोरम में उठाने की बजाए इस मुद्दे पर सीधा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखने को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रहार किया है।
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: मध्यप्रदेश और केंद्र सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन रही है और मुद्दा है गेंहू. मोदी सरकार ने कमलनाथ सरकार को एक बड़ा झटका दिया है. केंद्र ने साफ कहा है कि राज्य की सारी खरीद वह नहीं उठाएगा. मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों से 2000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदा. इसमें केंद्र का 1840 रुपये समर्थन मूल्य और राज्य सरकार का 160 रुपये का बोनस शामिल था. खरीदी 74 लाख मीट्रिक टन हुई. लेकिन अब केंद्र सरकार कह रही है कि वह सिर्फ 66 लाख मीट्रिक टन गेंहू लेगी. राज्य सरकार को लगता है कि उसे बिला वजह परेशान किया जा रहा है. इस मामले में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा 'मंजूरी देने के बाद केंद्र सरकार अब उससे पलट रही है. यह मध्यप्रदेश की सरकार का नहीं किसानों का मामला है. निश्चित तौर पर सरकार को परेशान करने का मामला है. जो पूरा गेंहू है, उसे उसका भुगतान करना चाहिए.' मध्यप्रदेश सरकार की तिजोरी वैसे भी खाली है, इस फैसले से उसे सीधी 1500 करोड़ रुपये की चपत लगेगी. बीजेपी कह रही है कि सरकार बहानेबाजी कर रही है, केंद्र सरकार किसान हितैषी है. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि 'बीजेपी जब तक मध्यप्रदेश में रही, जागृत रही, समय पर क्या किया जाना है, इसका ध्यान रखा. आज तबादला सरकार है, कृषि आयुक्त को हटा दिया, ऐसे में सारे मामले आचार संहिता से लेट हुए. सरकार सिर्फ बहानेबाजी कर रही है. केंद्र सरकार कभी असहयोग नहीं करती, किसानों के साथ है.  कमलनाथ की सरकार 6000 के लिए किसानों की सूची तक नहीं सौंप पाई है.' सरकार 2016 के समझौते का हवाला भी दे रही है जिसके तहत अगर कोई राज्य किसानों को बोनस देता है, तो एफसीआई केंद्रीय पूल के लिए 27 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेंहू नहीं खरीदेगा. मध्यप्रदेश सरकार के पास आठ लाख मीट्रिक टन गेंहू के लिए विकल्प है कि उसे खुले बाजार में बेचे, दूसरे राज्यों को बेचे या किसी योजना से उसका निपटान करे. हालांकि यह भी सच्चाई है कि शिवराज सरकार के वक्त केंद्र ने पूरे 73 लाख मीट्रिक टन गेंहू की खरीदी की थी. हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद केंद्र से चर्चा कर रहे हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एमपी के मंत्री ने कहा- मंजूरी देने के बाद केंद्र सरकार पलट रही बीजेपी ने कहा कमलनाथ सरकार बहानेबाजी कर रही मध्यप्रदेश सरकार के पास आठ लाख मीट्रिक टन गेंहू बचेगा
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कप्तान रोस टेलर की छक्कों से सजी 75 रन के पारी के बावजूद न्यूजीलैंड को ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप के अभ्यास मैच में द. अफ्रीका के हाथों नौ रन से हार झेलनी पड़ी।टिप्पणियां दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर छह विकेट पर 186 रन बनाए। उसकी तरफ से कप्तान एबी डिविलियर्स ने 54 और जेपी डुमिनी ने 30 रन बनाए। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम आठ विकेट पर 177 रन ही बना पाई। टेलर ने 42 गेंद पर दो चौकों और सात छक्कों की मदद से 75 रन बनाए जबकि रॉब निकोल ने 37 रन की पारी खेली लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए यह नाकाफी साबित हुआ। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से अनुभवी तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 25 रन देकर चार विकेट लिए। एक अन्य अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज ने क्रिस गेल के तूफानी तेवरों के दम पर अफगानिस्तान के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की। अफगानिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 122 रन ही बना पाई। उसकी तरफ से असगर स्टेनकजाल ने सर्वाधिक 53 रन बनाए। वेस्टइंडीज के लिए फिदेल एड्वर्ड्स ने तीन और सुनील नारायण ने दो विकेट लिए। वेस्टइंडीज ने इसके जवाब में 15.5 ओवर में दो विकेट पर 125 रन बनाकर जीत दर्ज की। गेल ने 48 गेंद पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 65 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर छह विकेट पर 186 रन बनाए। उसकी तरफ से कप्तान एबी डिविलियर्स ने 54 और जेपी डुमिनी ने 30 रन बनाए। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम आठ विकेट पर 177 रन ही बना पाई। टेलर ने 42 गेंद पर दो चौकों और सात छक्कों की मदद से 75 रन बनाए जबकि रॉब निकोल ने 37 रन की पारी खेली लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए यह नाकाफी साबित हुआ। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से अनुभवी तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 25 रन देकर चार विकेट लिए। एक अन्य अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज ने क्रिस गेल के तूफानी तेवरों के दम पर अफगानिस्तान के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की। अफगानिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 122 रन ही बना पाई। उसकी तरफ से असगर स्टेनकजाल ने सर्वाधिक 53 रन बनाए। वेस्टइंडीज के लिए फिदेल एड्वर्ड्स ने तीन और सुनील नारायण ने दो विकेट लिए। वेस्टइंडीज ने इसके जवाब में 15.5 ओवर में दो विकेट पर 125 रन बनाकर जीत दर्ज की। गेल ने 48 गेंद पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 65 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से अनुभवी तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने 25 रन देकर चार विकेट लिए। एक अन्य अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज ने क्रिस गेल के तूफानी तेवरों के दम पर अफगानिस्तान के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की। अफगानिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 122 रन ही बना पाई। उसकी तरफ से असगर स्टेनकजाल ने सर्वाधिक 53 रन बनाए। वेस्टइंडीज के लिए फिदेल एड्वर्ड्स ने तीन और सुनील नारायण ने दो विकेट लिए। वेस्टइंडीज ने इसके जवाब में 15.5 ओवर में दो विकेट पर 125 रन बनाकर जीत दर्ज की। गेल ने 48 गेंद पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 65 रन बनाए।
संक्षिप्त पाठ: कप्तान रोस टेलर की छक्कों से सजी 75 रन के पारी के बावजूद न्यूजीलैंड को ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप के अभ्यास मैच में द. अफ्रीका के हाथों नौ रन से हार झेलनी पड़ी।
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: RRB NTPC परीक्षा की तारीख आने वाले दिनों में जारी की जा सकती है. रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV को बताया था, ''रेलवे भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने के लिए जल्द ही एक एजेंसी नियुक्त करने वाला है. परीक्षा कराने के लिए एजेंसी मिलने के बाद भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाएगी.'' अधिकारी ने यह भी कहा था कि एजेंसी नियुक्त करने की प्रक्रिया में 1 से 2 महीने का समय लग सकता है. ऐसे में उम्मीद है कि नवंबर के आखिरी या दिसंबर के पहले सप्ताह में एनटीपीसी परीक्षा की तारीख (RRB NTPC Exam Date) जारी की जा सकती है.  आरआरबी एनटीपीसी (RRB NTPC 2019) परीक्षा की तारीख आरआरबी की सभी रीजनल वेबसाइट्स पर जारी की जाएगी. भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड (RRB NTPC Admit Card) एग्जाम से 4 दिन पहले जारी होगा. उम्मीदवार अपने रीजन की आरआरबी वेबसाइट पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. आपको बता दें कि एनटीपीसी (RRB NTPC) के 35,208 पदों पर 1 करोड़ 26 लाख 30 हजार 885 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है.
संक्षिप्त पाठ: एनटीपीसी परीक्षा की तारीख आने वाले दिनों में जारी होगी. एग्जाम की तारीख के बाद केंद्र और शिफ्ट डिटेल जारी की जाएगी. आखिर में एग्जाम से 4 दिन पहले एडमिट कार्ड जारी होगा.
13
['hin']
एक सारांश बनाओ: लंदन ओलिंपिक में भारत की पदक उम्मीदों को तब बड़ा झटका लगा जब सानिया मिर्जा फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल के पहले दौर में हारकर बाहर हो गईं। व्यक्तिगत युगल रैकिंग में दसवें नंबर पर काबिज सानिया को ओलिंपिक में महिला युगल में सीधा प्रवेश पाने के लिए 11 जून की समयसीमा तक शीर्ष दस में रहना होगा।टिप्पणियां सानिया यदि लंदन ओलिंपिक में महिला युगल या एकल में जगह बनाती है तो उन्हें मिश्रित युगल में भी जगह मिल जाएगी जिसमें वह संभवत: महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाएंगी। इसके लिए उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत थी। लेकिन पिछले साल यहां उपविजेता रही सानिया को अपनी जोड़ीदार बेथेनी माटेक सैंड्स के साथ पहले दौर में हार झेलनी पड़ी। उन्हें रूस की निना ब्राटचिकोवा और रोमानिया की एडिना गालोविट्स हाल के हाथों 3-6, 6-4, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा। इससे सानिया के लिए चोटी की दस खिलाड़ियों में बने रहना मुश्किल होगा। केवल चोटी की दस खिलाड़ियों को ही ओलिंपिक में सीधे प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें अपनी पसंद का जोड़ीदार चुनने की भी छूट होगी। भारतीय महिला टेनिस की इतनी बुरी स्थिति है कि सानिया के बाद दूसरी सर्वाधिक रैंकिंग की खिलाड़ी रश्मि चक्रवर्ती है जिनकी युगल में रैकिंग 514 है। इन दोनों की संयुक्त रैंकिंग किसी भी तरह से क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं जा पाएगी। व्यक्तिगत युगल रैकिंग में दसवें नंबर पर काबिज सानिया को ओलिंपिक में महिला युगल में सीधा प्रवेश पाने के लिए 11 जून की समयसीमा तक शीर्ष दस में रहना होगा।टिप्पणियां सानिया यदि लंदन ओलिंपिक में महिला युगल या एकल में जगह बनाती है तो उन्हें मिश्रित युगल में भी जगह मिल जाएगी जिसमें वह संभवत: महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाएंगी। इसके लिए उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत थी। लेकिन पिछले साल यहां उपविजेता रही सानिया को अपनी जोड़ीदार बेथेनी माटेक सैंड्स के साथ पहले दौर में हार झेलनी पड़ी। उन्हें रूस की निना ब्राटचिकोवा और रोमानिया की एडिना गालोविट्स हाल के हाथों 3-6, 6-4, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा। इससे सानिया के लिए चोटी की दस खिलाड़ियों में बने रहना मुश्किल होगा। केवल चोटी की दस खिलाड़ियों को ही ओलिंपिक में सीधे प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें अपनी पसंद का जोड़ीदार चुनने की भी छूट होगी। भारतीय महिला टेनिस की इतनी बुरी स्थिति है कि सानिया के बाद दूसरी सर्वाधिक रैंकिंग की खिलाड़ी रश्मि चक्रवर्ती है जिनकी युगल में रैकिंग 514 है। इन दोनों की संयुक्त रैंकिंग किसी भी तरह से क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं जा पाएगी। सानिया यदि लंदन ओलिंपिक में महिला युगल या एकल में जगह बनाती है तो उन्हें मिश्रित युगल में भी जगह मिल जाएगी जिसमें वह संभवत: महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाएंगी। इसके लिए उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत थी। लेकिन पिछले साल यहां उपविजेता रही सानिया को अपनी जोड़ीदार बेथेनी माटेक सैंड्स के साथ पहले दौर में हार झेलनी पड़ी। उन्हें रूस की निना ब्राटचिकोवा और रोमानिया की एडिना गालोविट्स हाल के हाथों 3-6, 6-4, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा। इससे सानिया के लिए चोटी की दस खिलाड़ियों में बने रहना मुश्किल होगा। केवल चोटी की दस खिलाड़ियों को ही ओलिंपिक में सीधे प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें अपनी पसंद का जोड़ीदार चुनने की भी छूट होगी। भारतीय महिला टेनिस की इतनी बुरी स्थिति है कि सानिया के बाद दूसरी सर्वाधिक रैंकिंग की खिलाड़ी रश्मि चक्रवर्ती है जिनकी युगल में रैकिंग 514 है। इन दोनों की संयुक्त रैंकिंग किसी भी तरह से क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं जा पाएगी। केवल चोटी की दस खिलाड़ियों को ही ओलिंपिक में सीधे प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें अपनी पसंद का जोड़ीदार चुनने की भी छूट होगी। भारतीय महिला टेनिस की इतनी बुरी स्थिति है कि सानिया के बाद दूसरी सर्वाधिक रैंकिंग की खिलाड़ी रश्मि चक्रवर्ती है जिनकी युगल में रैकिंग 514 है। इन दोनों की संयुक्त रैंकिंग किसी भी तरह से क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं जा पाएगी।
यह एक सारांश है: लंदन ओलिंपिक में भारत की पदक उम्मीदों को तब बड़ा झटका लगा जब सानिया मिर्जा फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल के पहले दौर में हारकर बाहर हो गईं।
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जहां एक ओर अमेरिका में निवास कर रहे 1.1 करोड़ अवैध आप्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की योजना लीक होने के बाद तूफान खड़ा हो गया है, वहीं व्हाइट हाउस ने इसे महज एक खानापूर्ती की योजना बताया है। इन अवैध प्रवासियों में लगभग 250,000 भारतीय भी है।   एनबीसी न्यूज ने व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से कहा है, "द्विदलीय प्रकिया की खटाई में पड़ने और विधेयक पेश न हो पाने की स्थिति में प्रशासन आगे बढ़ने के लिए तैयार रहेगा।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन हमारा ध्यान कांग्रेस की प्रकिया को वरीयता देने पर रहेगा।"   लीक की घटना पर कुछ मीडिया पंडितों का कहना है कि यह रिपब्लिकन पर दबाव बनाने के लिए उनके सामने "चारा" फेंका गया था, ताकि ओबाम अपने मन का कर सकें। कुछ अन्य लोगों ने कहा कि यह "आठ के गिरोह" (गैंग ऑफ एट) के काम को कठिन बना देगा। इस तथाकथित गिरोह में इस मसले का हल ढूंढने के लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के चार-चार प्रतिनिधि शामिल हैं। ओबामा की योजना के मुताबिक बिना दस्तावेज के रह रहे आप्रवासियों को स्थायी निवास के लिए आठ वर्षों का सफर तय करना होगा। इस दौरान उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच से गुजरना होगा। कर देने के अलावा अंग्रेजी सीखनी होगी। इसके बाद उन्हें "वैध संभावित आप्रवासी" वीसा हासिल करनी होगी।   बोस्टन हेराल्ड का कहना है, "राजनीतिक पंडितों और सुधार के वकालत करने वालों ने इसे लैटिन-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन अपने पक्ष में बनाए रखने वाला एक कदम बताया है।"टिप्पणियां वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। एनबीसी न्यूज ने व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से कहा है, "द्विदलीय प्रकिया की खटाई में पड़ने और विधेयक पेश न हो पाने की स्थिति में प्रशासन आगे बढ़ने के लिए तैयार रहेगा।" उन्होंने आगे कहा, "लेकिन हमारा ध्यान कांग्रेस की प्रकिया को वरीयता देने पर रहेगा।"   लीक की घटना पर कुछ मीडिया पंडितों का कहना है कि यह रिपब्लिकन पर दबाव बनाने के लिए उनके सामने "चारा" फेंका गया था, ताकि ओबाम अपने मन का कर सकें। कुछ अन्य लोगों ने कहा कि यह "आठ के गिरोह" (गैंग ऑफ एट) के काम को कठिन बना देगा। इस तथाकथित गिरोह में इस मसले का हल ढूंढने के लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के चार-चार प्रतिनिधि शामिल हैं। ओबामा की योजना के मुताबिक बिना दस्तावेज के रह रहे आप्रवासियों को स्थायी निवास के लिए आठ वर्षों का सफर तय करना होगा। इस दौरान उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच से गुजरना होगा। कर देने के अलावा अंग्रेजी सीखनी होगी। इसके बाद उन्हें "वैध संभावित आप्रवासी" वीसा हासिल करनी होगी।   बोस्टन हेराल्ड का कहना है, "राजनीतिक पंडितों और सुधार के वकालत करने वालों ने इसे लैटिन-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन अपने पक्ष में बनाए रखने वाला एक कदम बताया है।"टिप्पणियां वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। लीक की घटना पर कुछ मीडिया पंडितों का कहना है कि यह रिपब्लिकन पर दबाव बनाने के लिए उनके सामने "चारा" फेंका गया था, ताकि ओबाम अपने मन का कर सकें। कुछ अन्य लोगों ने कहा कि यह "आठ के गिरोह" (गैंग ऑफ एट) के काम को कठिन बना देगा। इस तथाकथित गिरोह में इस मसले का हल ढूंढने के लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के चार-चार प्रतिनिधि शामिल हैं। ओबामा की योजना के मुताबिक बिना दस्तावेज के रह रहे आप्रवासियों को स्थायी निवास के लिए आठ वर्षों का सफर तय करना होगा। इस दौरान उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच से गुजरना होगा। कर देने के अलावा अंग्रेजी सीखनी होगी। इसके बाद उन्हें "वैध संभावित आप्रवासी" वीसा हासिल करनी होगी।   बोस्टन हेराल्ड का कहना है, "राजनीतिक पंडितों और सुधार के वकालत करने वालों ने इसे लैटिन-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन अपने पक्ष में बनाए रखने वाला एक कदम बताया है।"टिप्पणियां वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। ओबामा की योजना के मुताबिक बिना दस्तावेज के रह रहे आप्रवासियों को स्थायी निवास के लिए आठ वर्षों का सफर तय करना होगा। इस दौरान उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच से गुजरना होगा। कर देने के अलावा अंग्रेजी सीखनी होगी। इसके बाद उन्हें "वैध संभावित आप्रवासी" वीसा हासिल करनी होगी।   बोस्टन हेराल्ड का कहना है, "राजनीतिक पंडितों और सुधार के वकालत करने वालों ने इसे लैटिन-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन अपने पक्ष में बनाए रखने वाला एक कदम बताया है।"टिप्पणियां वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। बोस्टन हेराल्ड का कहना है, "राजनीतिक पंडितों और सुधार के वकालत करने वालों ने इसे लैटिन-अमेरिकी मतदाताओं का समर्थन अपने पक्ष में बनाए रखने वाला एक कदम बताया है।"टिप्पणियां वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। वहीं वॉयस ऑफ अमेरिका का मत है कि व्हाइट हाउस से प्रस्ताव के लीक होने से आप्रवासन सुधार की राह कठिन हो जाएगी। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं। सीएनएन ने आप्रवासन बहस को "बड़े दाव का राजनीतिक खेल" कहा है। फ्लोरिडा से प्रतिनिधिसभा में पूर्व रिपब्लिकन सदस्य कोनी मैक ने ओबामा के योजना को रिपब्लिकनों को डराने का खेल कहा है। उनके मुताबिक राष्ट्रपति राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं।
संक्षिप्त पाठ: जहां एक ओर अमेरिका में निवास कर रहे 1.1 करोड़ अवैध आप्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की योजना लीक होने के बाद तूफान खड़ा हो गया है, वहीं व्हाइट हाउस ने इसे महज एक खानापूर्ती की योजना बताया है। इन अवैध प्रवासियों में लगभग 250,000
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए इस विषय के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की पुरजोर वकालत की। शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र को जम्मू कश्मीर के मुद्दे और इसकी जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार की पूर्ण प्राप्ति के प्रति सजग रहना चाहिए। जनता की पीड़ा को सत्ता की राजनीति के कारण छुपाया नहीं जा सकता। शरीफ और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रविवार को यहां मुलाकात का कार्यक्रम है। शरीफ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को विवादों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। शरीफ ने कहा कि अतीत की तरह, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करता है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों को शांतिपूर्ण तरीके से अपने भविष्य के बारे में फैसला करने का अवसर मिलना चाहिए। जम्मू कश्मीर का मुद्दा जनवरी 1948 में सुरक्षा परिषद में रखा गया और करीब सात दशकों बाद भी यह मुद्दा अनसुलझा है।टिप्पणियां शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के पास एक साथ मिलकर काम करने के ठोस आधार हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 1999 में हस्ताक्षरित लाहौर समझौते पर काम कर सकते हैं जिसमें शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये अपने मतभेद सुलझाने का खाका मौजूद है। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था। शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र को जम्मू कश्मीर के मुद्दे और इसकी जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार की पूर्ण प्राप्ति के प्रति सजग रहना चाहिए। जनता की पीड़ा को सत्ता की राजनीति के कारण छुपाया नहीं जा सकता। शरीफ और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रविवार को यहां मुलाकात का कार्यक्रम है। शरीफ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को विवादों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। शरीफ ने कहा कि अतीत की तरह, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करता है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों को शांतिपूर्ण तरीके से अपने भविष्य के बारे में फैसला करने का अवसर मिलना चाहिए। जम्मू कश्मीर का मुद्दा जनवरी 1948 में सुरक्षा परिषद में रखा गया और करीब सात दशकों बाद भी यह मुद्दा अनसुलझा है।टिप्पणियां शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के पास एक साथ मिलकर काम करने के ठोस आधार हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 1999 में हस्ताक्षरित लाहौर समझौते पर काम कर सकते हैं जिसमें शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये अपने मतभेद सुलझाने का खाका मौजूद है। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था। शरीफ और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रविवार को यहां मुलाकात का कार्यक्रम है। शरीफ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को विवादों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। शरीफ ने कहा कि अतीत की तरह, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करता है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों को शांतिपूर्ण तरीके से अपने भविष्य के बारे में फैसला करने का अवसर मिलना चाहिए। जम्मू कश्मीर का मुद्दा जनवरी 1948 में सुरक्षा परिषद में रखा गया और करीब सात दशकों बाद भी यह मुद्दा अनसुलझा है।टिप्पणियां शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के पास एक साथ मिलकर काम करने के ठोस आधार हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 1999 में हस्ताक्षरित लाहौर समझौते पर काम कर सकते हैं जिसमें शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये अपने मतभेद सुलझाने का खाका मौजूद है। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था। शरीफ ने कहा कि अतीत की तरह, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करता है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों को शांतिपूर्ण तरीके से अपने भविष्य के बारे में फैसला करने का अवसर मिलना चाहिए। जम्मू कश्मीर का मुद्दा जनवरी 1948 में सुरक्षा परिषद में रखा गया और करीब सात दशकों बाद भी यह मुद्दा अनसुलझा है।टिप्पणियां शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के पास एक साथ मिलकर काम करने के ठोस आधार हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 1999 में हस्ताक्षरित लाहौर समझौते पर काम कर सकते हैं जिसमें शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये अपने मतभेद सुलझाने का खाका मौजूद है। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के पास एक साथ मिलकर काम करने के ठोस आधार हैं। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 1999 में हस्ताक्षरित लाहौर समझौते पर काम कर सकते हैं जिसमें शांतिपूर्ण वार्ता के जरिये अपने मतभेद सुलझाने का खाका मौजूद है। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था। शरीफ ने कहा कि उनकी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए निजी रूप से महत्वाकांक्षा है। उन्होंने कहा कि पद संभालने के तुरंत बाद, मुझे भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदभावना संदेश मिला। मैंने उन्हें हमारे साथ दोनों देशों के बीच मौजूद सभी विवादित मुददों पर गौर करने के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री सिंह का रुख सकारात्मक था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए इस विषय के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की पुरजोर वकालत की।
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के नजदीक आते ही कांग्रेस और बीजेपी में सियासी वार पलटवार का दौर तेज हो गया है. दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के कदम का भी जवाब दे रही हैं. इसी कड़ी में गंगा यात्रा पर निकलीं प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पीएम मोदी (PM Modi) को निशाने पर लिया. नाम के आगे चौकीदार लगाने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी (प्रधानमंत्री) मर्जी वो अपने नाम के आगे क्या लगाएं, मुझे एक भाई ने कहा कि देखिए चौकीदार तो अमीरों के होते हैं. हम किसान अपने खुद के चौकीदार होते हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले 45 साल में उतने कम रोजगार नहीं हुए, जितने इन 5 सालों में हुए. उन्होंने कहा कि जब भी आप वोट दीजिए सोच समझकर वोट दीजिएगा. उन्होंने कहा कि हम गलत वादे नहीं करते हैं.  आपको बता दें कि पिछले पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर नाम के आगे चौकीदार लगा लिया था. जिसके बाद बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने अपने ट्विटर हैंडल पर नाम के आगे चौकीदार लगा लिया था. दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी पर लगातार 'चौकीदार चोर है' के साथ हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं. जिसके जवाब में बीजेपी ने मैं भी चौकीदार कैंपेन की शुरुआत की थी.  प्रियंका गांधी वाड्रा आज से नौका यात्रा पर हैं, जिसे उन्होंने गंगा जमुनी तहजीब यात्रा का नाम दिया है. इसके जरिए गंगा किनारे वोटों को साधने की कोशिश की जा रही है. इसका समापन कल (19 मार्च को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होगा.
संक्षिप्त सारांश: गंगा यात्रा पर निकलीं प्रियंका गांधी पीएम मोदी पर साधा निशाना मैं भी चौकीदार कैंपन पर भी साधा निशाना
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दोनों मैच ऑस्ट्रेलिया हार गई. दूसरे टेस्ट में तो बारिश के कारम काफी खेल नहीं हो पाया, इसके बावजूद अफ्रीका ने उसे चौथे दिन ही धूल चटा दी. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह झड़ गई और 32 रन पर ही 8 विकेट गंवाकर पारी और 80 रन से मैच हार गई. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी तो महज 85 रन पर ही सिमट गई, वहीं पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में उसने अंतिम 86 रन के भीतर ही 10 विकेट खो दिए थे. यह स्थिति ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के लिए निश्चित रूप से शर्मसार करने वाली है और ऐसा उसके कप्तान और कोच के व्यवहार और बातों से भी झलक रहा है. होबार्ट में करारी हार के बाद जब स्मिथ मीडिया के सामने आए तो उनका चेहरा शर्म से लाल था. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने सरेंडर किया उससे वह शर्मसार और अपमानित महसूस कर रहे हैं और यह कहा कि अब एडिलेड में होने वाले अगले डे-नाइट टेस्ट मैच से पहले कुछ बदलाव करने होंगे. स्टीव स्मिथ ने कहा, 'सच कहूं, तो मुझे आपके सामने बैठने में शर्मिंदगी महसूस हो रही है. हमने कई बार गुच्छों में विकेट गंवाए. आज (होबार्ट में गुरुवार को) 32 रन पर 8 विकेट खोए. पहली पारी में 85 रन पर 10 विकेट खो दिए.” स्मिथ ने आगे कहा, 'मेरे हिसाब से ऐसा लगातार हो रहा है. हम खुद को हालात के अनुरूप ढाल नहीं पा रहे हैं, हम कड़ाई से मुकाबला करके मुश्किल हालातों से नहीं निकल पा रहे हैं... यह सब ठीक नहीं है.' होबार्ट टेस्ट की पहली पारी में 48 रन पर नाबाद रहने और दूसरी पारी में 31 रनों का योगदान देने वाले स्मिथ ने अंतिम टेस्ट से पहले हौसला खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. होबार्ट में करारी हार के बाद जब स्मिथ मीडिया के सामने आए तो उनका चेहरा शर्म से लाल था. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने सरेंडर किया उससे वह शर्मसार और अपमानित महसूस कर रहे हैं और यह कहा कि अब एडिलेड में होने वाले अगले डे-नाइट टेस्ट मैच से पहले कुछ बदलाव करने होंगे. स्टीव स्मिथ ने कहा, 'सच कहूं, तो मुझे आपके सामने बैठने में शर्मिंदगी महसूस हो रही है. हमने कई बार गुच्छों में विकेट गंवाए. आज (होबार्ट में गुरुवार को) 32 रन पर 8 विकेट खोए. पहली पारी में 85 रन पर 10 विकेट खो दिए.” स्मिथ ने आगे कहा, 'मेरे हिसाब से ऐसा लगातार हो रहा है. हम खुद को हालात के अनुरूप ढाल नहीं पा रहे हैं, हम कड़ाई से मुकाबला करके मुश्किल हालातों से नहीं निकल पा रहे हैं... यह सब ठीक नहीं है.' होबार्ट टेस्ट की पहली पारी में 48 रन पर नाबाद रहने और दूसरी पारी में 31 रनों का योगदान देने वाले स्मिथ ने अंतिम टेस्ट से पहले हौसला खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. स्टीव स्मिथ ने कहा, 'सच कहूं, तो मुझे आपके सामने बैठने में शर्मिंदगी महसूस हो रही है. हमने कई बार गुच्छों में विकेट गंवाए. आज (होबार्ट में गुरुवार को) 32 रन पर 8 विकेट खोए. पहली पारी में 85 रन पर 10 विकेट खो दिए.” स्मिथ ने आगे कहा, 'मेरे हिसाब से ऐसा लगातार हो रहा है. हम खुद को हालात के अनुरूप ढाल नहीं पा रहे हैं, हम कड़ाई से मुकाबला करके मुश्किल हालातों से नहीं निकल पा रहे हैं... यह सब ठीक नहीं है.' होबार्ट टेस्ट की पहली पारी में 48 रन पर नाबाद रहने और दूसरी पारी में 31 रनों का योगदान देने वाले स्मिथ ने अंतिम टेस्ट से पहले हौसला खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. स्मिथ ने आगे कहा, 'मेरे हिसाब से ऐसा लगातार हो रहा है. हम खुद को हालात के अनुरूप ढाल नहीं पा रहे हैं, हम कड़ाई से मुकाबला करके मुश्किल हालातों से नहीं निकल पा रहे हैं... यह सब ठीक नहीं है.' होबार्ट टेस्ट की पहली पारी में 48 रन पर नाबाद रहने और दूसरी पारी में 31 रनों का योगदान देने वाले स्मिथ ने अंतिम टेस्ट से पहले हौसला खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. होबार्ट टेस्ट की पहली पारी में 48 रन पर नाबाद रहने और दूसरी पारी में 31 रनों का योगदान देने वाले स्मिथ ने अंतिम टेस्ट से पहले हौसला खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. 17 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर चुके स्मिथ ने कहा, "हमारे लिए कुछ भी ठीक नहीं है. जाहिर है लगातार 5 हार के बाद चयन पर तो सवाल उठेंगे ही.' कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. कप्तान स्मिथ ने यह भी कहा, “हम सभी भरपूर कोशिश कर रहे हैं. कोच डेरेन लेहमन की गलती नहीं है. सच यही है कि हमारा प्रदर्शन बेहद खराब हो रहा है. हम चाहकर भी बेहतर नहीं कर पा रहे हैं.'टिप्पणियां ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. ऑस्ट्रेलियाई कोच डेरेन लेहमन ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को मजबूत बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, क्योंकि हमने अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. हमें जीतने के लिए कड़े कदम उठाने ही होगे." गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को सबसे पहले श्रीलंका ने 3-0 से क्लीन स्वीप किया, फिर दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में 5-0 से हराया और अब उसी ने ऑस्ट्रेलिया की ही धरती पर उसके खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है.
यहाँ एक सारांश है:दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है दक्षिण अफ्रीका वनडे में भी ऑस्ट्रेलिया को 5-0 से हराया था श्रीलंका भी ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से क्लीन स्वीप कर चुकी है
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: 2जी घोटाले में घिरे गृहमंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि वह पीएम के भारत वापस आने तक चुप रहेंगे। पी चिदंबरम ने एक बयान जारी कर कहा है कि पीएम ने फोन पर उनसे बात की है। उनका कहना है कि वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने न्यूयॉर्क से उनसे बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम को चुप रहने का भरोसा दिया है। गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय के इस नोट में ऐसा लगता है कि चिदंबरम की भूमिका को लेकर सवाल खड़ा किया गया है। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ फोन पर चिदंबरम की बातचीत करीब 20 मिनट चली और माना जाता है कि प्रधानमंत्री ने पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम की ईमानदारी पर पूरा भरोसा जताया और वह यह कहने के लिए भी तैयार हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने न्यूयॉर्क से 27 सितंबर को वापस स्वदेश लौटने तक चिदंबरम को धैर्य रखने की सलाह दी। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री ने चिदंबरम से कहा कि यह गोपनीय नोट उन्हें नहीं दिखाया गया। उस समय चिदंबरम केन्द्र में वित्त मंत्री थे। 2-जी स्पेक्ट्रम के आबंटन और मूल्य निर्धारण पर 25 मार्च, 2011 के दस्तावेजों में मोटे तौर पर यह सुझाव दिया गया है कि तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम चाहते तो पहले आओ पहले पाओ की नीति पर स्पेक्ट्रम का आबंटन रोका जा सकता था और मूल्यवान संसाधन की नीलामी कराई जा सकती थी। वित्त मंत्रालय में उप निदेशक पीजीएस राव द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव विनी महाजन को लिखा गया यह नोट बुधवार को उच्चतम न्यायालय में पेश किया गया। नोट के साथ संलग्न पत्र में यह भी कहा गया है कि वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने इस नोट को देखा था।
संक्षिप्त पाठ: पी चिदंबरम ने कहा है कि पीएम ने फोन पर उनसे बात की है। उनका कहना है कि वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने न्यूयॉर्क से उनसे बात की।
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सुनवाई कर रहे जस्टिस जे चेलमेश्वर ने सभी पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद फैसला सुनाते हुए कहा था कि जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी 634 छात्रों को ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद पांच साल तक भारतीय सेना के लिए बिना किसी वेतन के काम करना पड़ेगा। पांच साल पूरे होने पर ही उन्हें डिग्री दी जाएगी। इस दौरान उन्हें केवल गुजारा भत्ता दिया जाएगा। वहीं जस्टिस अभय मनोहर सप्रे ने हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए छात्रों की अपील को खारिज कर दिया था। मध्य प्रदेश के व्यापम में सामूहिक नकल की बात सामने आने पर 2008-2012 के छात्रों के बैच का एडमिशन रद्द कर दिया गया था। इसके बाद सभी छात्रों ने कोर्ट से इस मामले में दखल देने की अपील की थी। वहीं जस्टिस अभय मनोहर सप्रे ने हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए छात्रों की अपील को खारिज कर दिया था। मध्य प्रदेश के व्यापम में सामूहिक नकल की बात सामने आने पर 2008-2012 के छात्रों के बैच का एडमिशन रद्द कर दिया गया था। इसके बाद सभी छात्रों ने कोर्ट से इस मामले में दखल देने की अपील की थी।
इन छात्रों ने घूस देकर कॉलेज में दाखिला लिया और पढ़ाई की : कोर्ट कोर्ट संविधान के प्रावधान 142 के अधिकार का इस्तेमाल करेगी? पटवारी से लेकर पीसीएस की भर्ती तक की जानकारी कोर्ट ने मांगी
1
['hin']
एक सारांश बनाओ: मद्रास कैफे कहानी है विक्रम यानी कि जॉन अब्राहम की... जिन्हें कोवर्ट ऑपरेशन के तहत श्रीलंका भेजा जाता हैं जहां ग्रहयुद्ध छिड़ा हुआ होता है। इस फिल्म में 1980 से 90 की शुरुआत का वह वक्त दर्शाया गया है जब लंका के और तमिलों के बीच लड़ाई जारी थी और जातीय संघर्ष के बीच हज़ारों लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था। हिंदुस्तान के एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की साज़िश भी रची गई थी। सबसे पहले तो मैं दाद देना चाहूंगा इस फिल्म के को-प्रोडयूसर जॉन अब्राहम की जिन्होंने यह फिल्म बनाने में निडरता दिखाई... बिना यह सोचे की फिल्म विवादों में घिर सकती है या इस तरह की संजीदा फिल्म का बॉक्स आफिस अंजाम क्या होगा...। मद्रास कैफे हिंदी फिल्मों के आजकल के चलन से आपको दूसरी दिशा में ले जाती है जहां आपके दिल और दिमाग को एक ताज़ा हवा का झोंका सा महसूस होता है। फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की कड़ियों को सिलसिलेवार जोड़ा गया है बिना किसी ड्रामे और लाग लपेट के। सबसे अच्छी बात यह है कि फिल्म की टीम ने एक तेज़ धार पर चलते हुए भी फिल्म को किसी तरफ गिरने नहीं दिया। फिल्म का झुकाव किसी भी एक पक्ष की तरफ नहीं लगेगा। फिल्म का डॉक्यूमेंट्री स्टाइल उन लोगों को अखर सकता है जो इससे मनोरंजन की आशा लिए देखने जाएंगे। मगर मेरे लिए यह काम करता है क्योंकि अगर निर्देशक ने इसमें ज़रा सा भी मसाला डालने की कोशिश की होती तो हम लोग ही उनकी आलोचना कर रहे होते। उन्होंने फिल्म को ईमानदारी से बनाया है। कहानी और स्क्रीनप्ले को ईमानदारी से लिखा गया है। निर्माता और निर्देशक की फिल्म के प्रति नीयत साफ दिखती है। सबसे अच्छी बात है की फिल्म के सारे एक्टर्स रिअल लगते हैं। यह अच्छी बात है की निर्देशक ने उन चेहरों का इस्तेमाल किया है जिन्हें हम अक्सर बड़े पर्दे पर नहीं देखते हैं।टिप्पणियां दूसरी अच्छी बात है कि शूजीत फिल्मों में गानों के रिवाज़ से भी दूर रहे हैं। जॉन और नर्गिस की एक्टिंग भी अच्छी है। बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी पर हावी नहीं होता। बस मुझे एक चीज़ खटकी और वह यह कि कहानी के पहले भाग में अगर एडिटिंग थोड़ी तेज़ न होती तो बेहतर था क्योंकि यह फिल्म एक फास्ट पेस एंटरटेनर नहीं है जिस वजह से कई बार दर्शक को एक इमोशन तक पहुंचने से पहले ही झटका लग सकता है... पर शायद निर्देशक ने विषय को देखते हुए ऐसा किया हो। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...। हिंदुस्तान के एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की साज़िश भी रची गई थी। सबसे पहले तो मैं दाद देना चाहूंगा इस फिल्म के को-प्रोडयूसर जॉन अब्राहम की जिन्होंने यह फिल्म बनाने में निडरता दिखाई... बिना यह सोचे की फिल्म विवादों में घिर सकती है या इस तरह की संजीदा फिल्म का बॉक्स आफिस अंजाम क्या होगा...। मद्रास कैफे हिंदी फिल्मों के आजकल के चलन से आपको दूसरी दिशा में ले जाती है जहां आपके दिल और दिमाग को एक ताज़ा हवा का झोंका सा महसूस होता है। फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की कड़ियों को सिलसिलेवार जोड़ा गया है बिना किसी ड्रामे और लाग लपेट के। सबसे अच्छी बात यह है कि फिल्म की टीम ने एक तेज़ धार पर चलते हुए भी फिल्म को किसी तरफ गिरने नहीं दिया। फिल्म का झुकाव किसी भी एक पक्ष की तरफ नहीं लगेगा। फिल्म का डॉक्यूमेंट्री स्टाइल उन लोगों को अखर सकता है जो इससे मनोरंजन की आशा लिए देखने जाएंगे। मगर मेरे लिए यह काम करता है क्योंकि अगर निर्देशक ने इसमें ज़रा सा भी मसाला डालने की कोशिश की होती तो हम लोग ही उनकी आलोचना कर रहे होते। उन्होंने फिल्म को ईमानदारी से बनाया है। कहानी और स्क्रीनप्ले को ईमानदारी से लिखा गया है। निर्माता और निर्देशक की फिल्म के प्रति नीयत साफ दिखती है। सबसे अच्छी बात है की फिल्म के सारे एक्टर्स रिअल लगते हैं। यह अच्छी बात है की निर्देशक ने उन चेहरों का इस्तेमाल किया है जिन्हें हम अक्सर बड़े पर्दे पर नहीं देखते हैं।टिप्पणियां दूसरी अच्छी बात है कि शूजीत फिल्मों में गानों के रिवाज़ से भी दूर रहे हैं। जॉन और नर्गिस की एक्टिंग भी अच्छी है। बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी पर हावी नहीं होता। बस मुझे एक चीज़ खटकी और वह यह कि कहानी के पहले भाग में अगर एडिटिंग थोड़ी तेज़ न होती तो बेहतर था क्योंकि यह फिल्म एक फास्ट पेस एंटरटेनर नहीं है जिस वजह से कई बार दर्शक को एक इमोशन तक पहुंचने से पहले ही झटका लग सकता है... पर शायद निर्देशक ने विषय को देखते हुए ऐसा किया हो। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...। मद्रास कैफे हिंदी फिल्मों के आजकल के चलन से आपको दूसरी दिशा में ले जाती है जहां आपके दिल और दिमाग को एक ताज़ा हवा का झोंका सा महसूस होता है। फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या की कड़ियों को सिलसिलेवार जोड़ा गया है बिना किसी ड्रामे और लाग लपेट के। सबसे अच्छी बात यह है कि फिल्म की टीम ने एक तेज़ धार पर चलते हुए भी फिल्म को किसी तरफ गिरने नहीं दिया। फिल्म का झुकाव किसी भी एक पक्ष की तरफ नहीं लगेगा। फिल्म का डॉक्यूमेंट्री स्टाइल उन लोगों को अखर सकता है जो इससे मनोरंजन की आशा लिए देखने जाएंगे। मगर मेरे लिए यह काम करता है क्योंकि अगर निर्देशक ने इसमें ज़रा सा भी मसाला डालने की कोशिश की होती तो हम लोग ही उनकी आलोचना कर रहे होते। उन्होंने फिल्म को ईमानदारी से बनाया है। कहानी और स्क्रीनप्ले को ईमानदारी से लिखा गया है। निर्माता और निर्देशक की फिल्म के प्रति नीयत साफ दिखती है। सबसे अच्छी बात है की फिल्म के सारे एक्टर्स रिअल लगते हैं। यह अच्छी बात है की निर्देशक ने उन चेहरों का इस्तेमाल किया है जिन्हें हम अक्सर बड़े पर्दे पर नहीं देखते हैं।टिप्पणियां दूसरी अच्छी बात है कि शूजीत फिल्मों में गानों के रिवाज़ से भी दूर रहे हैं। जॉन और नर्गिस की एक्टिंग भी अच्छी है। बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी पर हावी नहीं होता। बस मुझे एक चीज़ खटकी और वह यह कि कहानी के पहले भाग में अगर एडिटिंग थोड़ी तेज़ न होती तो बेहतर था क्योंकि यह फिल्म एक फास्ट पेस एंटरटेनर नहीं है जिस वजह से कई बार दर्शक को एक इमोशन तक पहुंचने से पहले ही झटका लग सकता है... पर शायद निर्देशक ने विषय को देखते हुए ऐसा किया हो। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...। फिल्म का डॉक्यूमेंट्री स्टाइल उन लोगों को अखर सकता है जो इससे मनोरंजन की आशा लिए देखने जाएंगे। मगर मेरे लिए यह काम करता है क्योंकि अगर निर्देशक ने इसमें ज़रा सा भी मसाला डालने की कोशिश की होती तो हम लोग ही उनकी आलोचना कर रहे होते। उन्होंने फिल्म को ईमानदारी से बनाया है। कहानी और स्क्रीनप्ले को ईमानदारी से लिखा गया है। निर्माता और निर्देशक की फिल्म के प्रति नीयत साफ दिखती है। सबसे अच्छी बात है की फिल्म के सारे एक्टर्स रिअल लगते हैं। यह अच्छी बात है की निर्देशक ने उन चेहरों का इस्तेमाल किया है जिन्हें हम अक्सर बड़े पर्दे पर नहीं देखते हैं।टिप्पणियां दूसरी अच्छी बात है कि शूजीत फिल्मों में गानों के रिवाज़ से भी दूर रहे हैं। जॉन और नर्गिस की एक्टिंग भी अच्छी है। बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी पर हावी नहीं होता। बस मुझे एक चीज़ खटकी और वह यह कि कहानी के पहले भाग में अगर एडिटिंग थोड़ी तेज़ न होती तो बेहतर था क्योंकि यह फिल्म एक फास्ट पेस एंटरटेनर नहीं है जिस वजह से कई बार दर्शक को एक इमोशन तक पहुंचने से पहले ही झटका लग सकता है... पर शायद निर्देशक ने विषय को देखते हुए ऐसा किया हो। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...। दूसरी अच्छी बात है कि शूजीत फिल्मों में गानों के रिवाज़ से भी दूर रहे हैं। जॉन और नर्गिस की एक्टिंग भी अच्छी है। बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी पर हावी नहीं होता। बस मुझे एक चीज़ खटकी और वह यह कि कहानी के पहले भाग में अगर एडिटिंग थोड़ी तेज़ न होती तो बेहतर था क्योंकि यह फिल्म एक फास्ट पेस एंटरटेनर नहीं है जिस वजह से कई बार दर्शक को एक इमोशन तक पहुंचने से पहले ही झटका लग सकता है... पर शायद निर्देशक ने विषय को देखते हुए ऐसा किया हो। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...। कुल मिलाकर मद्रास कैफे एक बेहतरीन फिल्म है और मेरी तरफ से फिल्म को 3.5 स्टार्स...।
यहाँ एक सारांश है:'मद्रास कैफे' हिन्दी फिल्मों के मौजूदा चलन से अलग हटकर है, जो एक ताजा झोंके की अहसास कराती है। फिल्म की टीम ने एक तेज धार पर चलते हुए भी इसे किसी भी तरह गिरने या झुकने नहीं दिया है। फिल्म के सारे एक्टर असली लगते हैं।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले की पहली कट ऑफ लिस्ट जारी हो गई है। कॉलेजों ने अलग-अलग सब्जेक्ट्स की कट ऑफ लिस्ट जारी कर दी है, लेकिन कॉलेजों ने इस बार मार्क्स को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा दिया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि कट ऑफ मार्क्स में 100 परसेंट का आंकड़ा भी नजर आ रहा है। श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ने जनरल कैटेगरी में बीकॉम ऑनर्स की जो लिस्ट तैयार की है, उसमें कम से कम 96 फीसदी मार्क्स जरूरी हैं, लेकिन अधिकतम आंकड़ा 100 फीसदी तक जाता है। इस कॉलेज में 100 परसेंट कट ऑफ मार्क्स को मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने अटपटा बताया है। उन्होंने कहा कि उन अभिभावकों के बारे में सोचकर दुख हो रहा है, जिनके बच्चों ने जमकर मेहनत की और 97−98 परसेंट नंबर हासिल किए। सिब्बल ने कहा कि 100 परसेंट कट ऑफ समझ से परे है। एनडीटीवी से बातचीत में सिब्बल ने यह भी कहा कि वह वाइस चांसलर और कॉलेज से कहेंगे कि इस पर ध्यान दें। सिब्बल के इस बयान के बाद डीयू के वाइस चांसलर दिनेश सिंह ने एनडीटीवी से बातचीत में भरोसा दिलाया कि दूसरी एडमिशन लिस्ट में कट ऑफ में कमी आएगी। दिल्ली के कॉलेजों में ऊंची कट ऑफ को लेकर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी चिंतित हैं, क्योंकि उनके दोनों बेटे दिल्ली के एक स्कूल में पढ़ रहे हैं। उमर ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा है, मैं अपने बेटों को लेकर परेशान हूं, जब जमीर (उमर का बेटा) कॉलेज जाएगा तब कट ऑफ और ऊंचा हो जाएगा। उमर ने लिखा, यदि प्रवेश के लिए कम से कम 100 प्रतिशत निर्धारित किए जाते हैं, तो क्या उनके बेटे 100 में से 100 ला पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के डरावने कट ऑफ को देखते हुए अपना कॉलेज 20 साल पहले पूरा करने को लेकर वह बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, इस तरह के कट ऑफ नंबरों को देखते हुए, मैं पत्राचार से कोर्स करता क्योंकि मैं पास कोर्स में भी प्रवेश नहीं ले पाता।(इनपुट भाषा से भी)
दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में 100 परसेंट कट ऑफ मार्क्स को मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने अटपटा बताया है।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आईआईटी मद्रास कैंपस में रविवार को 'बीफ फेस्ट' आयोजित करने वाले एक छात्र की मंगलवार को बुरी तरह पिटाई की गई. इस छात्र की आंखों में चोट आई और उसे अस्पताल ले जाना पड़ा. मवेशियों की खरीद-बिक्री के बारे में केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में आईआईटी मद्रास कैंपस में इस 'बीफ फेस्ट' का आयोजन किया गया था. इस फेस्ट में करीब 80 छात्रों ने वध के लिए पशुओं की बिक्री पर रोक लगाए जाने के केंद्र के फैसले के विरोध में बीफ खाया था. तमिलनाडु में गाय और बछड़े की हत्या पर पाबंदी है, लेकिन भैंस और बैल के वध पर रोक नहीं है.टिप्पणियां सूरज आर. नामक इस छात्र पर हमले की खबर लगभग उसी वक्त आई जब मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने मवेशियों की खरीद-बिक्री के बारे में केंद्र के नए नोटिफिकेशन पर एक महीने तक के लिए रोक लगा दी. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी ने केंद्र के इस कदम के बारे में अभी कोई राय नहीं जाहिर की है, लेकिन विपक्षी दल डीएमके ने केंद्र सरकार पर खाने-पीने की आजादी 'छीनने' का आरोप लगाते हुए 31 मई को प्रदर्शन करने की घोषणा की है. सूरज आर. नामक इस छात्र पर हमले की खबर लगभग उसी वक्त आई जब मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने मवेशियों की खरीद-बिक्री के बारे में केंद्र के नए नोटिफिकेशन पर एक महीने तक के लिए रोक लगा दी. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी ने केंद्र के इस कदम के बारे में अभी कोई राय नहीं जाहिर की है, लेकिन विपक्षी दल डीएमके ने केंद्र सरकार पर खाने-पीने की आजादी 'छीनने' का आरोप लगाते हुए 31 मई को प्रदर्शन करने की घोषणा की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी ने केंद्र के इस कदम के बारे में अभी कोई राय नहीं जाहिर की है, लेकिन विपक्षी दल डीएमके ने केंद्र सरकार पर खाने-पीने की आजादी 'छीनने' का आरोप लगाते हुए 31 मई को प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
संक्षिप्त पाठ: पिटाई से छात्र की आंखों में चोट, अस्पताल ले जाना पड़ा IIT मद्रास कैंपस में रविवार को आयोजित हुआ था बीफ फेस्ट पशुओं पर केंद्र सरकार के नए नियम के विरोध में हुआ था यह बीफ फेस्ट
13
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर आई सीएजी की रिपोर्ट के बाद केंद्र को कठघरे में खड़ा कर प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी बीजेपी द्वारा संसद में बहस की पेशकश को ठुकरा दिए जाने पर सरकार ने प्रमुख विपक्षी दल पर पलटवार करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि बीजेपी जान-बूझकर इस मुद्दे पर बहस नहीं करना चाहती, क्योंकि इससे उसकी पोल खुल जाएगी। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर संसद में बहस की पेशकश करते हुए आश्वासन दिया था कि वह विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर बहस से डरती है, क्योंकि उन्हीं के द्वारा शासित राज्यों की सरकारों ने ही दरअसल, नीलामी नहीं होने दी थी। उधर, इस मुद्दे पर संसद में आज भी हंगामा जारी रहा। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा को स्थगित कर दिया गया। बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार ने भरोसा खो दिया है इसलिए प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मंगलवार को भी इस मुद्दे पर हंगामे के चलते दोनों सदनों को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था। भाजपा के नेता अरुण जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, प्रधानमंत्री को इस मामले में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। आठ में से पांच साल में केवल 142 कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए। इसका अर्थ यह है कि राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि निजी पक्षों को फायदा हुआ। कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं उनके पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर संसद में बहस की पेशकश करते हुए आश्वासन दिया था कि वह विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर बहस से डरती है, क्योंकि उन्हीं के द्वारा शासित राज्यों की सरकारों ने ही दरअसल, नीलामी नहीं होने दी थी। उधर, इस मुद्दे पर संसद में आज भी हंगामा जारी रहा। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा को स्थगित कर दिया गया। बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार ने भरोसा खो दिया है इसलिए प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मंगलवार को भी इस मुद्दे पर हंगामे के चलते दोनों सदनों को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था। भाजपा के नेता अरुण जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, प्रधानमंत्री को इस मामले में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। आठ में से पांच साल में केवल 142 कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए। इसका अर्थ यह है कि राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि निजी पक्षों को फायदा हुआ। कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं उनके पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। उधर, इस मुद्दे पर संसद में आज भी हंगामा जारी रहा। हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा को स्थगित कर दिया गया। बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार ने भरोसा खो दिया है इसलिए प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मंगलवार को भी इस मुद्दे पर हंगामे के चलते दोनों सदनों को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था। भाजपा के नेता अरुण जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, प्रधानमंत्री को इस मामले में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। आठ में से पांच साल में केवल 142 कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए। इसका अर्थ यह है कि राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि निजी पक्षों को फायदा हुआ। कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं उनके पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार ने भरोसा खो दिया है इसलिए प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मंगलवार को भी इस मुद्दे पर हंगामे के चलते दोनों सदनों को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया था। भाजपा के नेता अरुण जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, प्रधानमंत्री को इस मामले में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। आठ में से पांच साल में केवल 142 कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए। इसका अर्थ यह है कि राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि निजी पक्षों को फायदा हुआ। कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं उनके पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। भाजपा के नेता अरुण जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, प्रधानमंत्री को इस मामले में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। आठ में से पांच साल में केवल 142 कोयला ब्लॉक आवंटित किए गए। इसका अर्थ यह है कि राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि निजी पक्षों को फायदा हुआ। कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं उनके पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। जेटली ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में संबंधित मंत्री ने इस्तीफा दिया, जबकि अन्य ने अपनी जिम्मेदारियों से बच निकलने की कोशिश की। यह ऐसा मामला है जिसमें कोयला मंत्रालय का प्रभार स्वयं प्रधानमंत्री के पास था और सरकार इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने की बात कह रही है। लेकिन इस पर आपको चर्चा की आवश्यकता क्या है? भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। भाजपा नेता ने कहा, दिसम्बर 2010 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यदि हमने दबाव नहीं बनाया होता तो ए राजा (तत्कालीन केंद्रीय संचार मंत्री) ने इस्तीफा नहीं दिया होता.. संसद में हमारे दबाव ने 2जी घोटाले में काम किया और हमें उम्मीद है कि यह अब भी काम करेगा। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। वहीं, भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, इस मामले में प्रधानमंत्री मुख्य आरोपी हैं। हम इस मुद्दे पर तब तक चर्चा के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देते। हम उनके इस्तीफे के बाद ही चर्चा के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। पिछले सप्ताह सामने आई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। रपट में प्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री या उनके कार्यालय को दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन जुलाई 2004 से मई 2009 की अवधि में, जब इन खनन ब्लॉक्स का आवंटन किया गया था, उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था।
सारांश: कोल ब्लॉक मुद्दे पर पीएम के इस्तीफे की मांग पर अड़ी बीजेपी द्वारा बहस की पेशकश को ठुकरा दिए जाने पर सरकार ने आरोप लगाया कि बीजेपी जान-बूझकर इस मुद्दे पर बहस नहीं करना चाहती, क्योंकि इससे उसकी पोल खुल जाएगी।
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय स्थानीय निकाय चुनाव के लिए लखनऊ नगर निगम और आठ नगर पंचायतों के लिए हुए मतदान में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच लगभग 49 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि राज्य चुनाव आयोग ने एक मतदान केंद्र पर हुई हिंसा के सिलसिले में चार अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए है।टिप्पणियां राज्य चुनाव आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया, ‘लखनऊ नगर निगम और आठ जिला पंचायतों के लिए शाम पांच बजे तक 45 प्रतिशत मतदान हो चुका था और चूंकि उस समय भी मतदान चल रहा था, मतदान प्रतिशत के 49-50 तक पहुंच सकता है।’ अग्रवाल ने मतदान के आमतौर पर शांतिपूर्ण रहने का दावा करते हुए बताया कि कुछ स्थानों पर मामूली झड़पें हुई है और तेलीबाग इलाके में कथित बूथ कैप्चरिंग की शिकायत तथा दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना को छोड़कर अन्य कहीं से कोई गंभीर शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘तेलीबाग की घटना को गंभीरता से लिया गया है और इस संबंध में अपर नगर मजिस्ट्रेट शंकर मुखर्जी, संबंधित पुलिस उपाधीक्षक बृजेश, थाना प्रभारी धीरज सिंह तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट इनामुद्दीन रहमानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दे दिए गए हैं।' राज्य चुनाव आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया, ‘लखनऊ नगर निगम और आठ जिला पंचायतों के लिए शाम पांच बजे तक 45 प्रतिशत मतदान हो चुका था और चूंकि उस समय भी मतदान चल रहा था, मतदान प्रतिशत के 49-50 तक पहुंच सकता है।’ अग्रवाल ने मतदान के आमतौर पर शांतिपूर्ण रहने का दावा करते हुए बताया कि कुछ स्थानों पर मामूली झड़पें हुई है और तेलीबाग इलाके में कथित बूथ कैप्चरिंग की शिकायत तथा दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना को छोड़कर अन्य कहीं से कोई गंभीर शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘तेलीबाग की घटना को गंभीरता से लिया गया है और इस संबंध में अपर नगर मजिस्ट्रेट शंकर मुखर्जी, संबंधित पुलिस उपाधीक्षक बृजेश, थाना प्रभारी धीरज सिंह तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट इनामुद्दीन रहमानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दे दिए गए हैं।' अग्रवाल ने मतदान के आमतौर पर शांतिपूर्ण रहने का दावा करते हुए बताया कि कुछ स्थानों पर मामूली झड़पें हुई है और तेलीबाग इलाके में कथित बूथ कैप्चरिंग की शिकायत तथा दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना को छोड़कर अन्य कहीं से कोई गंभीर शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘तेलीबाग की घटना को गंभीरता से लिया गया है और इस संबंध में अपर नगर मजिस्ट्रेट शंकर मुखर्जी, संबंधित पुलिस उपाधीक्षक बृजेश, थाना प्रभारी धीरज सिंह तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट इनामुद्दीन रहमानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दे दिए गए हैं।'
संक्षिप्त सारांश: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय स्थानीय निकाय चुनाव के लिए लखनऊ नगर निगम और आठ नगर पंचायतों के लिए हुए मतदान में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच लगभग 49 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जन्मदिन के मौके पर मंगलवार को उनके नाम अपना शुभकामना संदेश भेजा। सिंह को भेजे अपने पत्र में पुतिन ने उन्हें ‘‘उल्लेखनीय राष्ट्रभक्त और भारत के आर्थिक सुधारों का ‘शिल्पकार’ बताते हुए रूस-भारत संबंधों के विस्तार में उनके व्यक्तिगत योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री सिंह बुधवार को 80 बरस के हो जाएंगे। पुतिन ने अपने पत्र में लिखा, ‘अपने जन्मदिन पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें। भारत में और विदेश में आपने एक उल्लेखनीय राष्ट्रभक्त और विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में ख्याति अर्जित की है। भारतीय सुधारों के शिल्पकार के रूप में यह आपके प्रयासों का ही फल है कि देश तेजी से तरक्की कर रहा है और इसकी तकनीकी और औद्यौगिक प्रगति बढ़ रही है।’ बहुस्तरीय मंचों पर भारत के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए पुतिन ने लिखा के भारत संयुक्त राष्ट्र, बीआरआईसीएस, जी 20 और अन्य वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूस और भारत के परस्पर लाभप्रद संबंधों के विस्तार में आपके व्यक्तिगत योगदान का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा, जिसकी वजह से दोनो देशों के संबंध विशेष सामरिक भागीदारी के स्तर पर पहुंच पाए।’’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनो देशों के बीच होने वाली आगामी बातचीत से दोनो देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’ सिंह को भेजे अपने पत्र में पुतिन ने उन्हें ‘‘उल्लेखनीय राष्ट्रभक्त और भारत के आर्थिक सुधारों का ‘शिल्पकार’ बताते हुए रूस-भारत संबंधों के विस्तार में उनके व्यक्तिगत योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री सिंह बुधवार को 80 बरस के हो जाएंगे। पुतिन ने अपने पत्र में लिखा, ‘अपने जन्मदिन पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें। भारत में और विदेश में आपने एक उल्लेखनीय राष्ट्रभक्त और विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में ख्याति अर्जित की है। भारतीय सुधारों के शिल्पकार के रूप में यह आपके प्रयासों का ही फल है कि देश तेजी से तरक्की कर रहा है और इसकी तकनीकी और औद्यौगिक प्रगति बढ़ रही है।’ बहुस्तरीय मंचों पर भारत के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए पुतिन ने लिखा के भारत संयुक्त राष्ट्र, बीआरआईसीएस, जी 20 और अन्य वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूस और भारत के परस्पर लाभप्रद संबंधों के विस्तार में आपके व्यक्तिगत योगदान का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा, जिसकी वजह से दोनो देशों के संबंध विशेष सामरिक भागीदारी के स्तर पर पहुंच पाए।’’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनो देशों के बीच होने वाली आगामी बातचीत से दोनो देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’ पुतिन ने अपने पत्र में लिखा, ‘अपने जन्मदिन पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें। भारत में और विदेश में आपने एक उल्लेखनीय राष्ट्रभक्त और विद्वान अर्थशास्त्री के रूप में ख्याति अर्जित की है। भारतीय सुधारों के शिल्पकार के रूप में यह आपके प्रयासों का ही फल है कि देश तेजी से तरक्की कर रहा है और इसकी तकनीकी और औद्यौगिक प्रगति बढ़ रही है।’ बहुस्तरीय मंचों पर भारत के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए पुतिन ने लिखा के भारत संयुक्त राष्ट्र, बीआरआईसीएस, जी 20 और अन्य वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूस और भारत के परस्पर लाभप्रद संबंधों के विस्तार में आपके व्यक्तिगत योगदान का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा, जिसकी वजह से दोनो देशों के संबंध विशेष सामरिक भागीदारी के स्तर पर पहुंच पाए।’’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनो देशों के बीच होने वाली आगामी बातचीत से दोनो देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’ बहुस्तरीय मंचों पर भारत के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए पुतिन ने लिखा के भारत संयुक्त राष्ट्र, बीआरआईसीएस, जी 20 और अन्य वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूस और भारत के परस्पर लाभप्रद संबंधों के विस्तार में आपके व्यक्तिगत योगदान का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा, जिसकी वजह से दोनो देशों के संबंध विशेष सामरिक भागीदारी के स्तर पर पहुंच पाए।’’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनो देशों के बीच होने वाली आगामी बातचीत से दोनो देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं रूस और भारत के परस्पर लाभप्रद संबंधों के विस्तार में आपके व्यक्तिगत योगदान का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा, जिसकी वजह से दोनो देशों के संबंध विशेष सामरिक भागीदारी के स्तर पर पहुंच पाए।’’ पुतिन ने उम्मीद जताई कि दोनो देशों के बीच होने वाली आगामी बातचीत से दोनो देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि नई दिल्ली में होने वाली हमारी बातचीत तमाम क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी, जो दोनो देशों के हित में होने के साथ ही एशिया में स्थायित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार होगा।’
यह एक सारांश है: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जन्मदिन के मौके पर मंगलवार को उनके नाम अपना शुभकामना संदेश भेजा।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका की वाहन निर्माता कंपनी जनरल मोटर्स कॉर्पोरेशन ने आग लगने के खतरे के बीच 2,31,000 स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हिकल बाजार से वापस बुलाने का फैसला किया तथा उन्होंने वाहन मालिकों को इसकी मरम्मती तक इसे गैरेज से बाहर रहने देने की सलाह दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डेट्रॉइट स्थित कम्पनी ने 2006-07 में अमेरिकी बाजार से शेव्रले ट्रेलब्लैजर, जीएमसी एनवॉय, बुइक रेनर, साब 9-7एक्स, इसुजु एसेन्डर और 2006 में शेव्रले ट्रेलब्लैजर ईएक्सटी और जीएमसी एनवॉय एक्सएल के 193,000 वाहन वापस बुलाए थे। इस बार अन्य देशों के अलावा 3,546 वाहन कनाडा, 4,876 मेक्सिको और 30,000 उत्तरी अमेरिका के बाहरी देशों के बाजारों से वापस लिए जा रहे हैं।टिप्पणियां ऐसी खबर है कि तरल पदार्थ चालक के दरवाजे पर पहुंच सकता है, जिससे यहां जंग लग सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है। इस फैसले से पहले 28 वाहनों के दरवाजों में आग लगने की खबर आई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डेट्रॉइट स्थित कम्पनी ने 2006-07 में अमेरिकी बाजार से शेव्रले ट्रेलब्लैजर, जीएमसी एनवॉय, बुइक रेनर, साब 9-7एक्स, इसुजु एसेन्डर और 2006 में शेव्रले ट्रेलब्लैजर ईएक्सटी और जीएमसी एनवॉय एक्सएल के 193,000 वाहन वापस बुलाए थे। इस बार अन्य देशों के अलावा 3,546 वाहन कनाडा, 4,876 मेक्सिको और 30,000 उत्तरी अमेरिका के बाहरी देशों के बाजारों से वापस लिए जा रहे हैं।टिप्पणियां ऐसी खबर है कि तरल पदार्थ चालक के दरवाजे पर पहुंच सकता है, जिससे यहां जंग लग सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है। इस फैसले से पहले 28 वाहनों के दरवाजों में आग लगने की खबर आई थी। इस बार अन्य देशों के अलावा 3,546 वाहन कनाडा, 4,876 मेक्सिको और 30,000 उत्तरी अमेरिका के बाहरी देशों के बाजारों से वापस लिए जा रहे हैं।टिप्पणियां ऐसी खबर है कि तरल पदार्थ चालक के दरवाजे पर पहुंच सकता है, जिससे यहां जंग लग सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है। इस फैसले से पहले 28 वाहनों के दरवाजों में आग लगने की खबर आई थी। ऐसी खबर है कि तरल पदार्थ चालक के दरवाजे पर पहुंच सकता है, जिससे यहां जंग लग सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है। इस फैसले से पहले 28 वाहनों के दरवाजों में आग लगने की खबर आई थी। इस फैसले से पहले 28 वाहनों के दरवाजों में आग लगने की खबर आई थी।
ऐसी खबर है कि तरल पदार्थ चालक के दरवाजे पर पहुंच सकता है, जिससे यहां जंग लग सकता है और शॉर्ट सर्किट का खतरा पैदा हो सकता है।
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: देश के शेयर बाजारों में सोमवार को मामूली तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 34.74 अंकों की तेजी के साथ 16,189.36 पर और निफ्टी 7.90 अंकों की तेजी के साथ 4,873.90 पर बंद हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 67.88 अंकों की गिरावट के साथ 16,086.74 पर खुला। सेंसेक्स ने 16,214.36 के ऊपरी और 16,037.60 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में तेजी रही। भेल (3.67 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.89 फीसदी), एलएंडटी (2.56 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (2.56 फीसदी) और एसबीआई (2.22 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआइएल (2.55 फीसदी), एनटीपीसी (2.35 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.74 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.56 फीसदी) और डीएलएफ (1.55 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.00 अंकों की गिरावट के साथ 4,844.00 पर खुला। निफ्टी ने 4,880.80 के ऊपरी और 4,827.05 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 67.88 अंकों की गिरावट के साथ 16,086.74 पर खुला। सेंसेक्स ने 16,214.36 के ऊपरी और 16,037.60 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में तेजी रही। भेल (3.67 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.89 फीसदी), एलएंडटी (2.56 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (2.56 फीसदी) और एसबीआई (2.22 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआइएल (2.55 फीसदी), एनटीपीसी (2.35 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.74 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.56 फीसदी) और डीएलएफ (1.55 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.00 अंकों की गिरावट के साथ 4,844.00 पर खुला। निफ्टी ने 4,880.80 के ऊपरी और 4,827.05 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में तेजी रही। भेल (3.67 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.89 फीसदी), एलएंडटी (2.56 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (2.56 फीसदी) और एसबीआई (2.22 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआइएल (2.55 फीसदी), एनटीपीसी (2.35 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.74 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.56 फीसदी) और डीएलएफ (1.55 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.00 अंकों की गिरावट के साथ 4,844.00 पर खुला। निफ्टी ने 4,880.80 के ऊपरी और 4,827.05 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआइएल (2.55 फीसदी), एनटीपीसी (2.35 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.74 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.56 फीसदी) और डीएलएफ (1.55 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.00 अंकों की गिरावट के साथ 4,844.00 पर खुला। निफ्टी ने 4,880.80 के ऊपरी और 4,827.05 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 22.00 अंकों की गिरावट के साथ 4,844.00 पर खुला। निफ्टी ने 4,880.80 के ऊपरी और 4,827.05 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का रुख मिला-जुला रहा। मिडकैप 1.69 अंक की गिरावट के साथ 5,580.65 पर और स्मॉलकैप 20.28 अंकों की तेजी के साथ 6,192.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (2.07 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.80 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.59 फीसदी), वाहन (0.78 फीसदी) और तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तुओं (0.69 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।टिप्पणियां बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेल एवं गैस (1.71 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.62 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.57 फीसदी), रियल्टी (0.52 फीसदी) और बैंकिंग (0.30 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1403 शेयरों में तेजी और 1344 में गिरावट रही, जबकि 107 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
यहाँ एक सारांश है:प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 34.74 अंकों की तेजी के साथ 16,189.36 पर और निफ्टी 7.90 अंकों की तेजी के साथ 4,873.90 पर बंद हुआ।
18
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ब्रिटेन की पुलिस ने सोमवार को  कहा कि पाकिस्तान मूल के अभिनेता द्वारा सोशल मीडिया पर की गई भारत-विरोधी टिप्पणी की जांच वे संदिग्ध घृणा अपराध के रूप में करेंगे. हालांकि 'कोरोनेशन स्ट्रीट' स्टार ने अपनी 'अस्वीकार्य' भाषा के लिए माफी मांग ली है. कई सारे 'नस्लीय आक्रामक' ट्वीट के बाद मार्क अनवर को ब्रिटेन के सबसे लंबे टीवी सीरीज में से एक 'कोरोनेशन स्ट्रीट' से रविवार को निकाल दिया गया. इस मामले की जांच ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस करेगी. ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, ''रविवार 25 सितंबर, 2016 को पुलिस को नस्लीय अपराध की शिकायत मिली. पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है और जांच जारी है.''  'कोरोनेशन स्ट्रीट' में मुख्य मुसलमान किरदार 'शरीफ नजीर' की भूमिका निभाने वाले 45 वर्षीय अभिनेता ने इस पूरे मामले को लेकर माफी मांगी. माफी वीडियो में अनवर ने कहा, ''शुक्रवार की शाम मेरे ट्वीट से जिन लोगों को ठेस पहुंची है, विशेष रूप से भारत के लोगों से मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' उन्होंने कहा,''यह मेरी मंशा नहीं थी और भाषा अस्वीकार्य थी. मुझे लगता है कि मैंने कई लोगों, मेरे परिवार, मेरे दोस्त और मेरे पूर्व सहकर्मियों को ठेस पहुंचाई है. इसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' अनवर ने दावा किया, ''शुक्रवार की शाम मैंने समाचार में देखा कि कश्मीर में बच्चों को मलबे से निकाला जा रहा है, लोगों पर छर्रे वाली बंदूक चलायी जा रही है, महिलाएं अपने मृतकों पर शोक मना रही हैं. इसने मुझे गहरी चोट पहुंचाई और उस लम्हे में बहकर मैंने गुस्सा दिखाया.’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''मैंने जिस भाषा का प्रयोग किया, उसके लिए फिर से माफी मांगता हूं. लेकिन कश्मीर के लोगों के लिए मेरी भावनाएं सच्‍ची हैं. मैं आशा करता हूं कि जितने लोगों को मैंने ठेस पहुंचाई है, वे मुझे माफ कर देंगे.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, ''रविवार 25 सितंबर, 2016 को पुलिस को नस्लीय अपराध की शिकायत मिली. पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है और जांच जारी है.''  'कोरोनेशन स्ट्रीट' में मुख्य मुसलमान किरदार 'शरीफ नजीर' की भूमिका निभाने वाले 45 वर्षीय अभिनेता ने इस पूरे मामले को लेकर माफी मांगी. माफी वीडियो में अनवर ने कहा, ''शुक्रवार की शाम मेरे ट्वीट से जिन लोगों को ठेस पहुंची है, विशेष रूप से भारत के लोगों से मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' उन्होंने कहा,''यह मेरी मंशा नहीं थी और भाषा अस्वीकार्य थी. मुझे लगता है कि मैंने कई लोगों, मेरे परिवार, मेरे दोस्त और मेरे पूर्व सहकर्मियों को ठेस पहुंचाई है. इसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' अनवर ने दावा किया, ''शुक्रवार की शाम मैंने समाचार में देखा कि कश्मीर में बच्चों को मलबे से निकाला जा रहा है, लोगों पर छर्रे वाली बंदूक चलायी जा रही है, महिलाएं अपने मृतकों पर शोक मना रही हैं. इसने मुझे गहरी चोट पहुंचाई और उस लम्हे में बहकर मैंने गुस्सा दिखाया.’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''मैंने जिस भाषा का प्रयोग किया, उसके लिए फिर से माफी मांगता हूं. लेकिन कश्मीर के लोगों के लिए मेरी भावनाएं सच्‍ची हैं. मैं आशा करता हूं कि जितने लोगों को मैंने ठेस पहुंचाई है, वे मुझे माफ कर देंगे.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) माफी वीडियो में अनवर ने कहा, ''शुक्रवार की शाम मेरे ट्वीट से जिन लोगों को ठेस पहुंची है, विशेष रूप से भारत के लोगों से मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' उन्होंने कहा,''यह मेरी मंशा नहीं थी और भाषा अस्वीकार्य थी. मुझे लगता है कि मैंने कई लोगों, मेरे परिवार, मेरे दोस्त और मेरे पूर्व सहकर्मियों को ठेस पहुंचाई है. इसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं.'' अनवर ने दावा किया, ''शुक्रवार की शाम मैंने समाचार में देखा कि कश्मीर में बच्चों को मलबे से निकाला जा रहा है, लोगों पर छर्रे वाली बंदूक चलायी जा रही है, महिलाएं अपने मृतकों पर शोक मना रही हैं. इसने मुझे गहरी चोट पहुंचाई और उस लम्हे में बहकर मैंने गुस्सा दिखाया.’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''मैंने जिस भाषा का प्रयोग किया, उसके लिए फिर से माफी मांगता हूं. लेकिन कश्मीर के लोगों के लिए मेरी भावनाएं सच्‍ची हैं. मैं आशा करता हूं कि जितने लोगों को मैंने ठेस पहुंचाई है, वे मुझे माफ कर देंगे.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अनवर ने दावा किया, ''शुक्रवार की शाम मैंने समाचार में देखा कि कश्मीर में बच्चों को मलबे से निकाला जा रहा है, लोगों पर छर्रे वाली बंदूक चलायी जा रही है, महिलाएं अपने मृतकों पर शोक मना रही हैं. इसने मुझे गहरी चोट पहुंचाई और उस लम्हे में बहकर मैंने गुस्सा दिखाया.’’टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''मैंने जिस भाषा का प्रयोग किया, उसके लिए फिर से माफी मांगता हूं. लेकिन कश्मीर के लोगों के लिए मेरी भावनाएं सच्‍ची हैं. मैं आशा करता हूं कि जितने लोगों को मैंने ठेस पहुंचाई है, वे मुझे माफ कर देंगे.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ''मैंने जिस भाषा का प्रयोग किया, उसके लिए फिर से माफी मांगता हूं. लेकिन कश्मीर के लोगों के लिए मेरी भावनाएं सच्‍ची हैं. मैं आशा करता हूं कि जितने लोगों को मैंने ठेस पहुंचाई है, वे मुझे माफ कर देंगे.''(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:रविवार को किए थे ट्वीट उसके बाद ब्रिटिश चर्चित टीवी सीरीज से निकाल दिए गए पुलिस मामले की जांच कर रही
17
['hin']
एक सारांश बनाओ: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की डिग्री को लेकर कई बार विवाद हो चुका है. हालांकि चुनाव आयोग की ओर से उनको क्लीन चिट मिल गई है. इसी मुद्दे पर रवीश कुमार ने जब राहुल गांधी से सवाल पूछा तो कहा कि मेरे पास एमफिल की डिग्री है. जब चाहें तब दिखा सकता हूं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के शाजापुर में राहुल गांधी ने एनडीटीवी के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार से खास बातचीत की है और कई मुद्दों पर जवाब दिए हैं.  जम्मू-कश्मीर का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमनें रणनीतिक तरीके से काम किया. हर बात जनता को नहीं बताई जा सकती है. हमने सोच-समझकर काम किया. मनमोहन सिंह जी ने जो काम 90 के दशक में किया और बाद में किया उसी से देश यहां तक पहुंचा. भाषण से काम नहीं चलता है. राहुल गांधी ने रवीश कुमार से कहा, नरेंद्र मोदी का समय बीत गया, इस बार वो नहीं आ रहे - पूरा इंटरव्‍यू राहुल गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार थी तो मैंने डॉ. मनमोहन सिंह जी को वादा किया था कि मैं सरकार में दखल नहीं दूंगा. कांग्रेस अध्यक्ष को भी यही कहा था.  मैंने पहले ही आश्वस्त कर दिया था कि मैं कांग्रेस को मजबूत करूंगा, मगर सरकार में काम नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि अब 23 मई को जो जनता तय करेगी कि मेरी भूमिका क्या हो. वही करूंगा. अभी कोई फैसला नहीं लिया है.  राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से जब उनके परिवार पर व्यक्तिगत हमले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता, दादा और दादी की सच्चाई जानता हूं, इसलिये कोई कुछ कहे मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा नामदार के संबोधन पर कहा कि 23 मई को सब तय हो जाएगा.  ईवीएम के मुद्दे पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि ये देखना चुनाव आयोग का काम है. हालांकि मुझे चुनाव आयोग की भूमिका निष्पक्ष नहीं लगती है. पीएम कुछ भी बोलते हैं, उसपर कोई कार्रवाई नहीं करता है. राहुल गांधी ने कहा कि इस बार जानबूझ कर चुनाव की तारीखें इस तरीके से तय की गईं कि भाजपा को फायदा हो.  राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि सैम पित्रोदा ने बिलकुल गलत कहा. मैंने उन्हें कहा कि ऐसा बिलकुल नहीं कहना चाहिए. 1984 के दंगों में जो लोग भी शामिल हैं, उनपर कार्रवाई होनी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि 1984 के दंगों को लेकर कोई डिबेट नहीं है. वह एक भयंकर ट्रेजडी है. 1984 दंगे में जो भी आरोपी है, उन्हें बुक किया जाना चाहिए. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि हमारी कोशिश है कि एक साल में 22 लाख सरकारी नौकरियां दे देंगे. हमारी पूरी कोशिश होगी. हेल्थकेयर में बजट बढ़ाएंगे. बगैर पब्लिक हेल्थ सिस्टम और एजुकेशन सिस्टम के काम नहीं चल सकता है. हेल्थकेयर और एजुकेशन में सरकार की भूमिका बढ़ानी पड़ेगी. हम 2019 के संस्थान बनाना चाहते हैं.
संक्षिप्त सारांश: रवीश कुमार के सवालों का सामना राहुल गांधी पर डिग्री पर सवाल मध्य प्रदेश में रैली के बाद हुई इंटरव्यू
8
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने रविवार को लोकपाल विधेयक के लिए गठित संयुक्त समिति के सह-अध्यक्ष शांति भूषण को विवादों में घेरने वाली सीडी को 'संदेहास्पद' करार दिया। उन्होंने इस सीडी को तैयार कराने वाले की मंशा पर भी सवाल उठाए। इस सीडी में शांति भूषण की कथित रूप से एक संदेहास्पद कानूनी सौदेबाजी के बारे में की गई बातचीत दर्ज है। एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में अग्निवेश ने कहा कि विधेयक का स्वरूप तय करने की प्रक्रिया को 'पटरी से उतारने' के प्रयास में आरोप लगाए गए हैं। अग्निवेश ने कहा, "आप सीडी को एक पूरी सच्चाई के रूप में देख रहे हैं। मैं कहता हूं कि यह पूरी सीडी ही संदेहास्पद है। इस सीडी को तैयार कराने वाला अथवा इसका कोई मालिक नहीं है।" उन्होंने कहा, "इस सीडी को तैयार कराने के पीछे चाहे जो कोई भी हो वह कायर है। वह सीडी के मालिकाना हक का दावा करने के लिए सामने नहीं आ रहा है। उसने यह सीडी वर्ष 2006 में क्यों तैयार की? इसके पीछे साजिश की मंशा क्या है। स्वामी ने कहा कि वह इस सीडी को जरा भी गम्भीरता से नहीं लेते क्योंकि इस तरह से किसी को किसी भी समय बदनाम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस सीडी को तैयार कराने के पीछे जो कोई भी व्यक्ति है वह विधेयक का स्वरूप तैयार करने के लिए शुरू हुई प्रक्रिया को पटरी से उतारना चाहता है। वह इस तरह की मंशा और उन ताकतों को परास्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त समिति का कामकाज 30 जून को समाप्त हो जाएगा और इसके बाद यदि शांति भूषण दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें दंडित किया जा सकता है।
स्वामी अग्निवेश ने लोकपाल विधेयक के लिए गठित संयुक्त समिति के सह-अध्यक्ष शांति भूषण को विवादों में घेरने वाली सीडी को 'संदेहास्पद' करार दिया।
6
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सिंह ने बताया कि एक सितंबर से पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी का सदस्यता अभियान प्रारंभ किया जाएगा जिसके तहत दो महीने तक गांवों में जनसंपर्क किया जाएगा. आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में पहला चुनाव 2014 में लोकसभा का लड़ा था. इसके बाद पार्टी ने नगर निकाय के चुनावों में अपने उम्मीदवार खड़े किए थे जिसमें लगभग 50 पार्षद और दो चेयरमैन जीते थे. देश में भीड़ द्वारा लोगों को पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं पर सिंह ने कहा, 'मॉब लिंचिंग पूरे समाज के लिए कलंक है. इसे सत्ता का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए मॉब लिंचिंग की घटनाएं रोज हो रही हैं. अगर सरकार इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाती है तो ये घटनाएं बढ़ेंगी.'  शुक्रवार को संसद में पेश हुए आम बजट पर सिंह ने कहा, 'निर्मला सीतारमण ने रेलवे के ढांचागत विकास के लिए 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत बताते हुए पीपीपी मॉडल लाने की बात कही. यह रेलवे के निजीकरण की शुरुआत है और रेल के निजी हाथों में जाने से यह यात्रियों के लिए परेशानियों का एक संकेत है.' उन्होंने कहा, 'कर्मयोगी पेंशन स्कीम के तहत छोटे व्यापारियों को 3,000 रुपये पेंशन देने की बात कही गई है. सरकार पहले खुदरा क्षेत्र में एफडीआई लाकर छोटे व्यापारियों का व्यापार बंद करेगी और फिर 3,000 रुपये देकर उन्हें योग करने के लिए छोड़ देगी.' (इनपुट:भाषा)
उत्तर प्रदेश में पैठ मजबूत करने के लिए आप की कोशिशें तेज जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में उतारेगी उम्मीदवार आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने दी जानकारी
28
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार सहित उत्तर भारत के अधिकांश भागों में शुक्रवार को मानसून सक्रिय हो गया। अंतत: दिल्ली एवं इससे सटे एनसीआर के इलाकों में भी मानसून पूर्व जबर्दस्त बारिश होने से लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग ने अगले चार पांच दिनों तक जबर्दस्त बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद शुक्रवार का दिन जबर्दस्त बारिश के साथ दिल्ली एवं एनसीआर के लोगों के लिए राहत लेकर आया। इसके साथ ही मेट्रो सहित सभी यातायात व्यवस्था चरमरा गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शाम से दिल्ली एवं इससे सटे इलाकों में जबर्दस्त बारिश हुई, जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिली। लेकिन बारिश के कारण सड़कों पर जल जमाव होने लगा और लोगों को जगह-जगह जाम से जूझना पड़ा। यहां तक कि मेट्रो ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, "अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की सम्भावना है।" आमतौर पर दिल्ली में मानसून हर साल 29 जून तक पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद शुक्रवार का दिन जबर्दस्त बारिश के साथ दिल्ली एवं एनसीआर के लोगों के लिए राहत लेकर आया। इसके साथ ही मेट्रो सहित सभी यातायात व्यवस्था चरमरा गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शाम से दिल्ली एवं इससे सटे इलाकों में जबर्दस्त बारिश हुई, जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिली। लेकिन बारिश के कारण सड़कों पर जल जमाव होने लगा और लोगों को जगह-जगह जाम से जूझना पड़ा। यहां तक कि मेट्रो ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, "अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की सम्भावना है।" आमतौर पर दिल्ली में मानसून हर साल 29 जून तक पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शाम से दिल्ली एवं इससे सटे इलाकों में जबर्दस्त बारिश हुई, जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिली। लेकिन बारिश के कारण सड़कों पर जल जमाव होने लगा और लोगों को जगह-जगह जाम से जूझना पड़ा। यहां तक कि मेट्रो ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, "अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की सम्भावना है।" आमतौर पर दिल्ली में मानसून हर साल 29 जून तक पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, "अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की सम्भावना है।" आमतौर पर दिल्ली में मानसून हर साल 29 जून तक पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। आमतौर पर दिल्ली में मानसून हर साल 29 जून तक पहुंच जाता है लेकिन इस साल इसमें देरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ठहरा मानसून गुरुवार को राजधानी लखनऊ पहुंच गया, जिससे तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में भी जबर्दस्त बारिश दर्ज की गई, जिससे विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। राजधानी लखनऊ में गुरुवार तड़के शुरू हुई बारिश दिनभर रुक-रुक कर होती रही, जिससे पारा लुढ़ककर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने की सम्भावना है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को शहर में लगभग 87.2 मिलीमीटर तथा कस्बाई इलाकों में लगभग 18 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। राज्य के बुंदेलखण्ड इलाके में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण किसान खेतों में दिखाई देने लगे हैं। धान का पौधा तैयार करने के लिए बुंदेली किसान अपने खेत तैयार करने में जुट गए हैं। तीन दिन से लगातार बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट के अलावा ललितपुर में भी बारिश हुई है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। राज्य में कहीं जोरदार तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। मानसून के सक्रिय होने से तापमान में गिरावट आई है और उमस से भी कुछ  राहत मिली है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी हिस्सों तक मानसून अपनी दस्तक दर्ज करा चुका है। इस साल मानसून के आने में देरी हुई है और यह कमजोर भी है। बीते 24 घंटों में इंदौर, ग्वालियर सहित सागर संभाग में कई स्थानों पर बारिश हुई। जबलपुर में तो 197 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश के चलते अधिकांश हिस्सों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।टिप्पणियां बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। बिहार में सावन की शुरुआत होते ही बीते 24 घंटों में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को खूब भिगोया। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार की सुबह पटना व गया दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पूर्णिया में 25.2 डिग्री और भागलपुर में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है। बीते 24 घंटे के दौरान पटना में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि गया में 30 मिलीमीटर और पूर्णिया में 13 मिलीमीटर बारिश हुई। केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि मानसून धीरे-धीरे मजबूत होगा और अगले 48 घंटे के दौरान राज्य के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की उम्मीद है।
यह एक सारांश है: जिसका कब से इंतज़ार था वो बादल आज जमकर बरसे। राजधानी दिल्ली में लोगों ने पहली बारिश का मज़ा लिया।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण पिछले दिनों में 69 लोगों की मौत हो गई। तटीय शहर कराची सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि काची में ज्यादातर मौतें शहर के गुलिस्तान-ए-जौहर, अमरोहा सोसायटी और सादी टाउन इलाकों में हुई हैं। ये इलाके अब भी जलमग्न हैं। एंबुलेस सेवा एक अधिकारी का कहना है कि करंट लगने, छत गिरने तथा डूबने से लोगों की मौत हुई है।टिप्पणियां कराची में बीते शनिवार को बारिश आरंभ हुई थी और यह अब भी शहर के कुछ हिस्सों जारी है, जिससे राहत कार्य में परेशानी आ रही है। खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान, सिंध और पंजाब के कई इलाके भी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कामरान जिया ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह में आठ, कबायली इलाकों में 12, बलूचिस्तान में 10 और पंजाब में 12 लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने बताया कि काची में ज्यादातर मौतें शहर के गुलिस्तान-ए-जौहर, अमरोहा सोसायटी और सादी टाउन इलाकों में हुई हैं। ये इलाके अब भी जलमग्न हैं। एंबुलेस सेवा एक अधिकारी का कहना है कि करंट लगने, छत गिरने तथा डूबने से लोगों की मौत हुई है।टिप्पणियां कराची में बीते शनिवार को बारिश आरंभ हुई थी और यह अब भी शहर के कुछ हिस्सों जारी है, जिससे राहत कार्य में परेशानी आ रही है। खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान, सिंध और पंजाब के कई इलाके भी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कामरान जिया ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह में आठ, कबायली इलाकों में 12, बलूचिस्तान में 10 और पंजाब में 12 लोगों की मौत हुई है। एंबुलेस सेवा एक अधिकारी का कहना है कि करंट लगने, छत गिरने तथा डूबने से लोगों की मौत हुई है।टिप्पणियां कराची में बीते शनिवार को बारिश आरंभ हुई थी और यह अब भी शहर के कुछ हिस्सों जारी है, जिससे राहत कार्य में परेशानी आ रही है। खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान, सिंध और पंजाब के कई इलाके भी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कामरान जिया ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह में आठ, कबायली इलाकों में 12, बलूचिस्तान में 10 और पंजाब में 12 लोगों की मौत हुई है। कराची में बीते शनिवार को बारिश आरंभ हुई थी और यह अब भी शहर के कुछ हिस्सों जारी है, जिससे राहत कार्य में परेशानी आ रही है। खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान, सिंध और पंजाब के कई इलाके भी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कामरान जिया ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह में आठ, कबायली इलाकों में 12, बलूचिस्तान में 10 और पंजाब में 12 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कामरान जिया ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वाह में आठ, कबायली इलाकों में 12, बलूचिस्तान में 10 और पंजाब में 12 लोगों की मौत हुई है।
यहाँ एक सारांश है:पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण पिछले दिनों में 69 लोगों की मौत हो गई। तटीय शहर कराची सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: क्रिकेट में विश्व चैंपियन का खिताब जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के ब्रांड मूल्य में काफी वृद्धि हुई है। देंत्सू मीडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजॉय चक्रवर्ती ने कहा कि विश्व कप जीतने के बाद भारतीय क्रिकेटरों की अब भरोसेमंद, विश्वसनीय, कूल और हीरो जैसी छवि बनी है। उनका बाजार मूल्य 15-20 फीसदी बढ़ना तय है। विज्ञापनों में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का तो पहले से ही बोलबाला रहा है, लेकिन कप जीतने के बाद अब गौतम गम्भीर और विराट कोहली की भी खूब पूछ हो रही है। चर्चित हस्तियों और खिलाड़ियों की मार्केटिंग करने वाली कम्पनी ग्लोबोस्पोर्ट के खेल प्रमुख मुस्तफा घोष ने कहा कि भारत 28 सालों के बाद दोबारा विश्व कप जीता है। साथ ही यह विश्वकप जीतने वाला पहला आयोजक देश है। ऐसे में विजेता टीम की लोकप्रियता बढ़ना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि धोनी और तेंदुलकर से अलग अब युवराज सिंह, विराट कोहली, सुरेश रैना, गौतम गम्भीर और जहीर खान की सफलता के कारण इनकी मांग में वृद्धि होगी। इनको पसंद करने वालों का भी एक खास वर्ग है, जो ब्रांड के लिहाज से एक महत्वपूर्ण बात है। विश्व कप से पहले जिन कम्पनियों ने क्रिकेटरों के साथ विज्ञापन के सौदे कर लिए थे, वे अब चांदी काट रहे हैं, लेकिन अब क्रिकेटरों को विज्ञापन में लेने की चाह रखने वाली नई कम्पनियों को काफी महंगा पड़ रहा है। विज्ञापन फिल्म बनाने वाले प्रोडक्शन हाउस नोमड फिल्म्स के एक प्रोड्यूसर जोशुआ ओप्पुतुरु ने कहा कि अभी कोई भी क्रिकेटर खाली नहीं है। विज्ञापन के लिए थोड़ा वक्त हासिल करने के लिए भी उनकी ग्राहक कम्पनियों के बीच जबरदस्त मारा-मारी है। देंत्सु मीडिया के चक्रवर्ती के मुताबिक अभी क्रिकेटरों को हर ब्रांड के लिए 7-10 करोड़ रुपये सलाना की दर से राशि मिलेगी, जो पहले से अधिक है। यह तो खबरों में आने वाली राशि है, लेकिन हर खिलाड़ी के लिए अलग-अलग वास्तविक मूल्य का पता लगाना काफी कठिन है। कई लोगों का तो मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग के शुरू होने के साथ खिलाड़ियों की कीमत और भी बढ़ जाएगी। एक क्रिकेट प्रशंसक सुमित रे ने कहा कि वह सचिन को पसंद करते हैं और विश्व कप जीतने के बाद सचिन जो भी करेंगे, उन्हें अच्छा लगेगा। वह जिस ब्रांड का प्रचार करेंगे, वह उसका उपयोग करेंगे। सचिन भगवान हैं। अभी मुख्यत: एयरसेल (महेंद्र सिंह धोनी), फास्ट ट्रैक (विराट कोहली), एडीडास, टीवीएस, ब्रिटेनिया (सचिन तेंदुलकर) और रिवाइटल (युवराज सिंह) जैसे उत्पादों के प्रचार में भारतीय टीम के खिलाड़ी दिखाई पड़ रहे हैं।
सारांश: क्रिकेट में विश्व चैंपियन का खिताब जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के ब्रांड मूल्य में काफी वृद्धि हुई है।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उस लड़की ने युवकों से कहा कि वह 164 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराने जाएगी. यदि इस मुकदमे से बचना है तो रुपयों का इंतजाम कर लो और कल आकर अंसल प्लाजा सेक्टर-23 में मिलो, वह अभी अपना बयान रुकवा देगी. उस दिन उस लड़की ने अदालत में जाकर अपना बयान देने से मना कर दिया.  छह  अक्टूबर को वे दोनों उस लड़की के बताए गए समय और जगह पर पहुंचे. उस लड़की से बातचीत की तो उसने उनसे एक करोड़ रुपये की मांग की. इस बातचीत की उन्होंने वाइस रिकॉर्डिग कर ली. दो दिन बाद पीड़ित युवक के मोबाइल फोन पर एक युवक का कॉल आया. उसने अपना परिचय उस लड़की के वकील के रूप में दिया. उसने कहा कि वह बलात्कार के मुकदमे में राजीनामा करवा देगा और उसकी इज्जत बच जाएगी. इसके बाद उस वकील से उनकी लगातार बात होने लगी. वे वकील से मिले तो उसने उनसे 17 लाख रुपये की मांग की. युवकों ने उसकी भी रिकॉर्डिंग कर ली. अगले दिन तक युवक ने जवाब नहीं दिया तो वकील ने उसे फोन करके 12 लाख रुपये में बात तय की है. इस शिकायत पर गुरुग्राम पुलिस ने शिकायतकर्ता से कहा कि वह एक लाख रुपये की नगदी व 10 लाख रुपये का चैक देने के लिए उन्हें अंसल प्लाजा सेक्टर-23 में बुलाए. उससे पहले पुलिस थाना प्रबंधक ने वकील को दिए जाने वाले रुपयों पर अपने छोटे हस्ताक्षर किए और चैक के नंबर नोट कर लिए. गुरुग्राम की पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता को बताए गए स्थान पर नजर रखनी शुरू कर दी. दोनों युवक लड़की से बातचीत करते रहे. कुछ देर बाद आरोपी युवती धारा 164 सीआरपीसी के बयान देने कोर्ट में चली गई. जिस महिला पुलिस अधिकारी द्वारा आरोपी युवती के बयान दर्ज कराने थे उस अधिकारी से पुलिस टीम ने फोन पर आरोपी युवती के बारे में पता किया तो उसने बताया कि वह 164 सीआरपीसी के बयान के लिए कोर्ट में पहुंच गई है. कुछ देर बाद फिर से इस बारे में पता किया गया तो महिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह युवती बयान दे चुकी है. युवती ने कोर्ट में बयान देने की बात अपने साथियों को बता दी तो शिकायतकर्ता ने एक लाख रुपये नगद व 10 लाख रुपयों का चैक युवती के साथियों को दे दिए. इसी दौरान पुलिस टीम ने वहां से दो महिलाओं व एक युवक को रंगेहाथ दबोच लिया. आरोपियों को आज अदालत में पेश किया गया. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
यहाँ एक सारांश है:युवक और उसके साथी ने सबूत जुटाए और पुलिस थाने पहुंच गए पुलिस ने आरोपी युवती और उसके साथियों को रंगे हाथ पकड़ा गुरुग्राम के डीएलएफ फेस तीन का मामला
18
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पांच साल पुरानी एमएनएस 22 साल पुराने गठबंधन को कमज़ोर कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे अब खुलकर बोल रहे हैं कि महाराष्ट्र में सत्ता तब तक दूर नज़र आती है जब तक शिवसेना−भाजपा−एमएनएस एकसाथ न आ जाएं। इससे शिवसेना नाराज़ हो गई है। एमएनएस ने भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की भतीजी पूनम महाजन को चुनावों में पटखनी दी थी। राज की पार्टी ने सब से ज्यादा नुकसान भाजपा को ही पहुंचाया है। लेकिन सियासी मजबूरी के चलते भाजपा के नेता राज से हाथ मिलाने को बेचैन नजर आ रहे हैं। मुंडे के सियासी पत्तों पर एमएनएस शायद अपनी चाल पुख्ता करने में लगी है। एमएनएस के प्रवक्ता शिरीष पारकर ने कहा, 'मुंडे को सत्ता चाहिए इसलिए हमारी मदद की याद आई है। जब हम मराठी का आंदोलन छेड़ रहे थे तब भाजपा ने अपनी ताक़त हमारे पीछे क्यों खड़ी नहीं की। जानकार कर रहे हैं कि भाजपा का गेम उलटा होता जा रहा है। पहले सोचा था कि राज के जाने से उद्धव कमजोर पड़ेंगे और भाजपा मजबूत होगी।शिवसेना परेशान तो हुई लेकिन राज भाजपा के वोट काटने लगे। सवाल उठ रहा है कि क्षेत्रीय पार्टियों के सिर पर सवार भाजपा को क्या अब लगने लगा है कि शिवसेना के साथ आगे नहीं जाया जा सकता या फिर राज ही शिवसेना का विकल्प है।
यहाँ एक सारांश है:मुंडे अब खुलकर बोल रहे हैं कि महाराष्ट्र में सत्ता तब तक दूर नज़र आती है जब तक शिवसेना−भाजपा−एमएनएस एकसाथ न आ जाएं।
12
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कश्मीर मुद्दे पर  परमाणु बम के हमले तक की धमकी देने वाले पाकिस्तान और उसके समर्थन में खड़े चीन ने अब मामले को बातचीत से सुलझाने पर जोर दिया है. पाकिस्तान और चीन ने रविवार को कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की और क्षेत्र में विवादों का समाधान परस्पर सम्मान तथा समानता के आधार पर बातचीत के जरिये करने की जरूरत पर बल दिया.  साथ ही चीन के विदेश मंत्री वांग यि की दो दिवसीय पाकिस्तान यात्रा के समापन के मौके पर जारी एक संयुक्त बयान में दोनों देशों ने इस पर जोर दिया कि उनका रणनीतिक गठजोड़ किसी भी क्षेत्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्थिति से अप्रभावित रहेगा. वांग चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान त्रिपक्षीय विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता के लिए इस्लामाबाद आए थे. दो दिन की यात्रा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की. वांग ने इस दौरान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से भी वार्ता की. इन बैठकों के दौरान दोनों पक्षों के बीच परस्पर हितों के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.  वांग की पाकिस्तान यात्रा ऐसे समय हुई है जब भारत द्वारा गत पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच ताजा तनाव है.  दोनों पक्षों ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, स्थिर, सहयोगात्मक और समृद्ध दक्षिण एशिया सभी पक्षों को हित में है. बयान के मुताबिक, 'क्षेत्र में विभिन्न पक्षों को परस्पर सम्मान और समानता के आधार पर विवादों और मुद्दों का समाधान बातचीत के जरिए करने की जरूरत है.' इस दौरान पाकिस्तान और चीन ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की. पाकिस्तानी पक्ष ने चीनी पक्ष को अपनी चिंताओं और 'तात्कालिक मानवीय मुद्दों' समेत पूरी स्थिति से अवगत कराया.  बयान के मुताबिक, 'चीनी पक्ष ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और उसने दोहराया कि कश्मीर का मुद्दा अतीत का एक विवाद है, और संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार इसका समुचित और शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए.' भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से साफ कह दिया है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना उसका आंतरिक मामला है. भारत ने साथ ही पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार करने की सलाह दी थी.
सारांश: भारत को परमाणु बम की धमकी दे चुका है पाकिस्तान चीन कर रहा है पाकिस्तान का समर्थन अब वार्ता से समाधान की वकालत की
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने का फैसला किया है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कोविंद को एक बेहतर इंसान बताया. उद्धव ने यह भी साफ किया कि बीजेपी के रास्ते में हर बार अड़ंगा डालना शिवसेना का उद्देश्य नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कोविंद का नाम देकर राजनीति की है या नहीं, यह सवाल पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछा जाना चाहिए. उद्धव ने कहा, अमित शाह जब घर आए थे, तब उन्होंने साथ रहने की गुजारिश की थी. मैंने उनसे कहा था कि आप नाम बताए हम उस पर फैसला लेंगे. उन्होंने कल नाम बताया. मैंने अपने नेताओं से बात की. मोहन भागवत और स्वामीनाथन का नाम हमने दिया था. भागवत के नाम का तर्क मैं बता चुका हूं जबकि, अमित शाह के साथ हुई बातचीत में बताया गया कि स्वामीनाथन की उम्र अब बहुत है. उनकी तबियत भी ठीक नहीं रहती.' शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'ऐसे में अब बात रह जाती है कल दिए नाम की.देश में एनडीए की सरकार है. हम उसके घटक दल हैं. हम NDA के उम्मीदवार को समर्थन दे रहे हैं. हमारे समर्थन के बाद कोविंद की जीत में अब कोई रोड़ा नहीं रह जाता है.' उद्धव ने कहा, 'हमारी उम्मीद है कि यब चुनाव जातीय राजनीति का हिसाब न हो. राष्ट्रपति पूरे देश के होते हैं और उनसे देश का भला अपेक्षित है. हम इसी उम्मीद से रामनाथ जी को समर्थन दे रहे हैं. उनके कार्यकाल में देश का भला होगा, ऐसी हमारी उम्मीद है.' उन्होंने कहा, 'UPA के उम्मीदवार के नाम की चर्चा होते-होते चुनाव निकल जाएगा. कोविंद सामान्य परिवार से हैं. हम हर बार न बीजेपी से लड़ना चाहते हैं न वो हमारे एजेंडे पर है. जो बात जब ठीक लगती है, तब उसका समर्थन करते हैं. जो पसंद नहीं उसका विरोध करते हैं और करते रहेंगे.'टिप्पणियां गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा रामनाथ कोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शिवसेना ने कहा था कि वह इस बारे में अपना अंतिम फैसला मंगलवार को बताएगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी. उद्धव ने कहा, अमित शाह जब घर आए थे, तब उन्होंने साथ रहने की गुजारिश की थी. मैंने उनसे कहा था कि आप नाम बताए हम उस पर फैसला लेंगे. उन्होंने कल नाम बताया. मैंने अपने नेताओं से बात की. मोहन भागवत और स्वामीनाथन का नाम हमने दिया था. भागवत के नाम का तर्क मैं बता चुका हूं जबकि, अमित शाह के साथ हुई बातचीत में बताया गया कि स्वामीनाथन की उम्र अब बहुत है. उनकी तबियत भी ठीक नहीं रहती.' शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'ऐसे में अब बात रह जाती है कल दिए नाम की.देश में एनडीए की सरकार है. हम उसके घटक दल हैं. हम NDA के उम्मीदवार को समर्थन दे रहे हैं. हमारे समर्थन के बाद कोविंद की जीत में अब कोई रोड़ा नहीं रह जाता है.' उद्धव ने कहा, 'हमारी उम्मीद है कि यब चुनाव जातीय राजनीति का हिसाब न हो. राष्ट्रपति पूरे देश के होते हैं और उनसे देश का भला अपेक्षित है. हम इसी उम्मीद से रामनाथ जी को समर्थन दे रहे हैं. उनके कार्यकाल में देश का भला होगा, ऐसी हमारी उम्मीद है.' उन्होंने कहा, 'UPA के उम्मीदवार के नाम की चर्चा होते-होते चुनाव निकल जाएगा. कोविंद सामान्य परिवार से हैं. हम हर बार न बीजेपी से लड़ना चाहते हैं न वो हमारे एजेंडे पर है. जो बात जब ठीक लगती है, तब उसका समर्थन करते हैं. जो पसंद नहीं उसका विरोध करते हैं और करते रहेंगे.'टिप्पणियां गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा रामनाथ कोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शिवसेना ने कहा था कि वह इस बारे में अपना अंतिम फैसला मंगलवार को बताएगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी. शिवसेना प्रमुख ने कहा, 'ऐसे में अब बात रह जाती है कल दिए नाम की.देश में एनडीए की सरकार है. हम उसके घटक दल हैं. हम NDA के उम्मीदवार को समर्थन दे रहे हैं. हमारे समर्थन के बाद कोविंद की जीत में अब कोई रोड़ा नहीं रह जाता है.' उद्धव ने कहा, 'हमारी उम्मीद है कि यब चुनाव जातीय राजनीति का हिसाब न हो. राष्ट्रपति पूरे देश के होते हैं और उनसे देश का भला अपेक्षित है. हम इसी उम्मीद से रामनाथ जी को समर्थन दे रहे हैं. उनके कार्यकाल में देश का भला होगा, ऐसी हमारी उम्मीद है.' उन्होंने कहा, 'UPA के उम्मीदवार के नाम की चर्चा होते-होते चुनाव निकल जाएगा. कोविंद सामान्य परिवार से हैं. हम हर बार न बीजेपी से लड़ना चाहते हैं न वो हमारे एजेंडे पर है. जो बात जब ठीक लगती है, तब उसका समर्थन करते हैं. जो पसंद नहीं उसका विरोध करते हैं और करते रहेंगे.'टिप्पणियां गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा रामनाथ कोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शिवसेना ने कहा था कि वह इस बारे में अपना अंतिम फैसला मंगलवार को बताएगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी. उद्धव ने कहा, 'हमारी उम्मीद है कि यब चुनाव जातीय राजनीति का हिसाब न हो. राष्ट्रपति पूरे देश के होते हैं और उनसे देश का भला अपेक्षित है. हम इसी उम्मीद से रामनाथ जी को समर्थन दे रहे हैं. उनके कार्यकाल में देश का भला होगा, ऐसी हमारी उम्मीद है.' उन्होंने कहा, 'UPA के उम्मीदवार के नाम की चर्चा होते-होते चुनाव निकल जाएगा. कोविंद सामान्य परिवार से हैं. हम हर बार न बीजेपी से लड़ना चाहते हैं न वो हमारे एजेंडे पर है. जो बात जब ठीक लगती है, तब उसका समर्थन करते हैं. जो पसंद नहीं उसका विरोध करते हैं और करते रहेंगे.'टिप्पणियां गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा रामनाथ कोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शिवसेना ने कहा था कि वह इस बारे में अपना अंतिम फैसला मंगलवार को बताएगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी. गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा रामनाथ कोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शिवसेना ने कहा था कि वह इस बारे में अपना अंतिम फैसला मंगलवार को बताएगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी. सोमवार शाम माटुंगा में शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अगर कोविंद को दलित वोट हासिल करने की मंशा से चुना गया है, तो शिवसेना उनका समर्थन नहीं करेगी.
सारांश: कोविंद की उम्मीदवारी को लेकर शिवसेना ने बदला रुख बीजेपी की राह में हर बार अड़ंगा डालना शिवसेना का उद्देश्य नहीं- उद्धव कल उद्धव ने कहा था- हमने एमएस स्वामीनाथन का नाम सुझाया था
5
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वेनेजुएला के कार्यकारी राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मामूली अंतर से जीत दर्ज कराई है। आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक उन्हें चुनाव में 50.66 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं। लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी हेनरिक कैप्रिलेस ने इस चुनाव परिणाम को मानने से इनकार कर दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल (सीएनई) की अध्यक्ष तिबिसे लुसेना ने कहा कि 99.2 फीसदी मतों की हुई गिनती में मदुरो ने कैप्रिलेस को दो फीसदी के भी कम अंतर से पराजित किया है। कैप्रिलेस को 49.07 फीसदी मत मिले हैं। लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था। लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है। दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक उन्हें चुनाव में 50.66 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं। लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी हेनरिक कैप्रिलेस ने इस चुनाव परिणाम को मानने से इनकार कर दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल (सीएनई) की अध्यक्ष तिबिसे लुसेना ने कहा कि 99.2 फीसदी मतों की हुई गिनती में मदुरो ने कैप्रिलेस को दो फीसदी के भी कम अंतर से पराजित किया है। कैप्रिलेस को 49.07 फीसदी मत मिले हैं। लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था। लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है। दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल (सीएनई) की अध्यक्ष तिबिसे लुसेना ने कहा कि 99.2 फीसदी मतों की हुई गिनती में मदुरो ने कैप्रिलेस को दो फीसदी के भी कम अंतर से पराजित किया है। कैप्रिलेस को 49.07 फीसदी मत मिले हैं। लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था। लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है। दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" लुसेना के मुताबिक अन्य उम्मीदवारों को 0.26 फीसदी मत मिले और कुल 78.71 फीसदी मतदान हुआ था। लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है। दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" लुसेना ने कहा, "कांटे की टक्कर वाले इस चुनाव के मद्देनजर हमने सभी उम्मीदवारों से बात की है।" उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम को बदला नहीं जा सकता है। दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" दोनों उम्मीदवारों के बीच बेहद कम अंतर रहने के मद्देनजर सीएनई के विपक्षी रेक्टर विसेंटे डायज ने मतगणना की छानबीन कराने की मांग की है। जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" जीत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए मदुरो ने कहा कि वह मतगणना की छानबीन के लिए तैयार हैं, और इसके साथ ही उन्होंने शांति की अपील की। उन्होंने कहा, "हम हिंसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। विपक्ष परीक्षण चाहता है। हम इसका स्वागत करते हैं। मैं एनईसी से इस छानबीन के लिए औपचारिक अनुरोध करता हूं।" मतगणना के बाद उन्होंने कैप्रिलेस से फोन पर बात भी की है। सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" सत्तारूढ़ यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मदुरो, दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज के छह वर्ष के कार्यकाल के बाकी बचे हिस्से को पूरा करेंगे। शावेज का कार्यकाल जनवरी से शुरू हुआ था। इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" इस चुनाव परिणाम ने कइयों को चकित कर दिया है, क्योंकि चुनाव पूर्व कराए गए सर्वेक्षण में मदुरो को कैप्रिलेस पर लगभग 10 बिंदु आगे बताया गया था। लेकिन, क्रैप्रिलेस ने चुनाव परिणाम को स्वीकारने से इंकार करते हुए दोबारा मतगणना कराए जाने की मांग की है।टिप्पणियां कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" कैप्रिलेस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जबतक दोबारा मतगणना नहीं कराई जाती, तबतक विपक्ष चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं झूठ और भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करता।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।" कैप्रिलेस ने कहा, "हम कई राज्यों में जीते हैं। सरकार पराजित हुई है। हमारे दिलों में हमारे लोगों की जीत की जो भावनाएं भरी हैं, वे देर-सबेर वास्तविकता में तब्दील होकर रहेगी।"
यह एक सारांश है: वेनेजुएला के कार्यकारी राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मामूली अंतर से जीत दर्ज कराई है।
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नड्डा ने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा जबर्दस्त विजय हासिल करेगी. सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे. इसकी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए कार्य हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में विकास ही मुद्दा होगा. सपा-बसपा गठबंधन से खतरे के बारे में पूछे जाने पर नड्डा ने कहा, 'हमें पता था कि ऐसा गठबंधन होने जा रहा है. हमें इसकी उम्मीद थी. हमारी रणनीति होगी कि कम से कम 50 प्रतिशत वोट हिस्सेदारी हासिल की जा सके.' विरोधी दलों का आरोप है कि भाजपा अपने चुनावी वायदे पूरे नहीं कर पायी है. इस पर जेपी नड्डा ने कहा कि वे अपना खुद का रिकॉर्ड बता रहे हैं. उनकी राजनीतिक संस्कृति कमीशन, भ्रष्टाचार और बंटवारे की रही है, जबकि भाजपा 'सबका साथ सबका विकास' में यकीन करती है. भाजपा द्वारा आयोजित जातीय सम्मेलनों के बारे में नड्डा ने कहा कि हम समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं और हर वर्ग का ध्यान रखा जाता है. उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग तक पहुंचना हमारी जिम्मेदारी है और यह हमारे लिए आवश्यक पहलू भी है, लेकिन हमारा इरादा जाति के आधार पर चुनाव लड़ना नहीं है. सहयोगी दलों के बारे में नड्डा ने कहा कि सभी सहयोगी भाजपा के साथ हैं और भाजपा सबको साथ लेकर चलेगी.
संक्षिप्त पाठ: जेपी नड्डा को यूपी में 74 सीटें जीतने की उम्मीद पिछले लोकसभा चुनाव में BJP ने 71 सीटें जीती थीं यूपी की जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार पहुंचे लखनऊ
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: सिक्किम क्षेत्र में भारत एवं चीन के बीच गतिरोध और विवादित दक्षिण एवं पूर्व चीन सागरों में बीजिंग की दावों के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ब्रिक्स देशों से शुक्रवार को अपील की कि वे 'क्षेत्रीय संघर्षों एवं विवादों' का 'राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण समाधान' खोजें. चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्‍हुआ ने बताया कि शी ने जर्मन शहर हैम्‍बर्ग में जी-20 शिखर सम्मलेन के इतर ब्रिक्स देशों के नेताओं की अनौपचारिक बैठकों में यह अपील की. उन्होंने ब्रिक्स देशों के सदस्यों से अपील की कि वे वैश्विक मुक्त अर्थव्यवस्था का सतत निर्माण करें, बहुपक्षवाद को समर्थन दें और साझा विकास को प्रोत्साहित करें. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति माइकर टेमेर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा ने भाग लिया.टिप्पणियां रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक की अध्यक्षता करने वाले शी ने समूह के सदस्यों से कहा कि वे 'क्षेत्रीय संघर्षों एवं विवादों के राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण समाधान' खोजें. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने ब्रिक्स देशों के सदस्यों से अपील की कि वे वैश्विक मुक्त अर्थव्यवस्था का सतत निर्माण करें, बहुपक्षवाद को समर्थन दें और साझा विकास को प्रोत्साहित करें. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति माइकर टेमेर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा ने भाग लिया.टिप्पणियां रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक की अध्यक्षता करने वाले शी ने समूह के सदस्यों से कहा कि वे 'क्षेत्रीय संघर्षों एवं विवादों के राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण समाधान' खोजें. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक की अध्यक्षता करने वाले शी ने समूह के सदस्यों से कहा कि वे 'क्षेत्रीय संघर्षों एवं विवादों के राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण समाधान' खोजें. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'क्षेत्रीय संघर्षों एवं विवादों के राजनीतिक एवं शांतिपूर्ण समाधान' खोजें बहुपक्षवाद को समर्थन दें और साझा विकास को प्रोत्साहित करें बैठक में भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और रूस के नेता भी शामिल हुए
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सोने की कीमतों में तेजी ने निवेशकों पिछले एक साल में 15 प्रतिशत का रिटर्न दिया, जबकि इस दौरान शेयर में निवेश करने वाले लोगों को न के बराबर रिटर्न मिला। हालांकि, सरकार और रिजर्व बैंक निवेशकों को अपना पैसा शेयर और म्यूचुअल फंड जैसी प्रतिभूतियों में लगाने की सलाह देते रहे हैं, क्योंकि सोना आयात से सरकार का विदेश व्यापार का भुगतान संतुलन बिगड़ता है। सितंबर, 2011 में सोने की कीमत 27,400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो वर्तमान में 32,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। वहीं दूसरी ओर, शेयर बाजार के रुख का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि सभी वर्गों में करीब 3,000 कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले लोगों का निवेश इस एक साल में जस का तस है। रिजर्व बैंक के गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने हाल ही में कहा था, जमा पर कम ब्याज मिलने की वजह से लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। लेकिन, गरीब लोगों को सोने में कभी निवेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब भी वे सोना खरीदते हैं वह या तो सूदखोरों के हाथ में जाता है या फिर बेटी की शादी में दे दिया जाता है। टिप्पणियां वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी अधिक से अधिक लोगों को सोने की बजाय वित्तीय प्रतिभूतियों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने का पक्ष लिया था। हालांकि, निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना जारी रखा है। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती। हालांकि, सरकार और रिजर्व बैंक निवेशकों को अपना पैसा शेयर और म्यूचुअल फंड जैसी प्रतिभूतियों में लगाने की सलाह देते रहे हैं, क्योंकि सोना आयात से सरकार का विदेश व्यापार का भुगतान संतुलन बिगड़ता है। सितंबर, 2011 में सोने की कीमत 27,400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो वर्तमान में 32,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। वहीं दूसरी ओर, शेयर बाजार के रुख का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि सभी वर्गों में करीब 3,000 कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले लोगों का निवेश इस एक साल में जस का तस है। रिजर्व बैंक के गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने हाल ही में कहा था, जमा पर कम ब्याज मिलने की वजह से लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। लेकिन, गरीब लोगों को सोने में कभी निवेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब भी वे सोना खरीदते हैं वह या तो सूदखोरों के हाथ में जाता है या फिर बेटी की शादी में दे दिया जाता है। टिप्पणियां वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी अधिक से अधिक लोगों को सोने की बजाय वित्तीय प्रतिभूतियों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने का पक्ष लिया था। हालांकि, निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना जारी रखा है। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती। वहीं दूसरी ओर, शेयर बाजार के रुख का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि सभी वर्गों में करीब 3,000 कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाले लोगों का निवेश इस एक साल में जस का तस है। रिजर्व बैंक के गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने हाल ही में कहा था, जमा पर कम ब्याज मिलने की वजह से लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। लेकिन, गरीब लोगों को सोने में कभी निवेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब भी वे सोना खरीदते हैं वह या तो सूदखोरों के हाथ में जाता है या फिर बेटी की शादी में दे दिया जाता है। टिप्पणियां वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी अधिक से अधिक लोगों को सोने की बजाय वित्तीय प्रतिभूतियों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने का पक्ष लिया था। हालांकि, निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना जारी रखा है। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती। रिजर्व बैंक के गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने हाल ही में कहा था, जमा पर कम ब्याज मिलने की वजह से लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। लेकिन, गरीब लोगों को सोने में कभी निवेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब भी वे सोना खरीदते हैं वह या तो सूदखोरों के हाथ में जाता है या फिर बेटी की शादी में दे दिया जाता है। टिप्पणियां वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी अधिक से अधिक लोगों को सोने की बजाय वित्तीय प्रतिभूतियों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने का पक्ष लिया था। हालांकि, निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना जारी रखा है। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी अधिक से अधिक लोगों को सोने की बजाय वित्तीय प्रतिभूतियों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने का पक्ष लिया था। हालांकि, निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना जारी रखा है। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स अपने सर्वोच्च स्तर 21,206.77 अंक से करीब 20 प्रतिशत नीचे है। सेंसेक्स ने सर्वोच्च स्तर जनवरी, 2008 में हासिल किया था। ज्यादातर विश्लेषकों को फिलहाल शेयर बाजार में कोई तेज सुधार की उम्मीद नहीं दिखती।
सारांश: सोने की कीमतों में तेजी ने निवेशकों पिछले एक साल में 15 प्रतिशत का रिटर्न दिया, जबकि इस दौरान शेयर में निवेश करने वाले लोगों को न के बराबर रिटर्न मिला।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने शनिवार को कहा कि उसे नई कंपनी रिलांयस जियो से नई क्षमता निर्माण के लिए भुगतान मिला है और दोनों कंपनियों को कनेक्शन के ऊपर काम करने तथा पोर्ट के परीक्षण की जरूरत है. कुछ दिन पहले ही एयरटेल ने रिलायंस जियो को अतिरिक्त 'प्वाइंट आफ इंटरकनेक्ट' (पीओआई) उपलब्ध कराने पर सहमति जताई. एयरटेल ने एक बयान में कहा, हालांकि इंटरकनेक्ट समझौते के तहत रिलायंस जियो के भुगतान की तारीख से 90 दिन के भीतर इसे चालू करने का प्रावधान है, लेकिन वह अनुबंध बाध्यता से बहुत पहले पीओआई जारी करने की दिशा में काम करेगा. बयान के अनुसार, "हमें उम्मीद है कि जियो पीओआई के समय पर परीक्षण और उसे चालू करना सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण सहयोग देगी." एयरटेल ने कहा कि नई क्षमता के विस्तार के साथ उपलब्ध कराए जाने वाले कुल इंटरकनेक्शन प्वाइंट तीन गुना हो जाएगा और यह क्षमता 1.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा देने के लिए पर्याप्त है. यह जियो के कुल ग्राहकों से कहीं अधिक है.टिप्पणियां बयान के मुताबिक, "एयरटेल ने सुनिश्चित किया है कि उसकी तरफ से कोई क्षमता बाधा नहीं होगी. वास्तव में एयरटेल, जियो को उसके वाणिज्यिक परिचालन से पहले ही पीओआई उपलब्ध करा रही है.' पीओआई के सफल परीक्षण के बाद इन्हें संचार संपर्क के लिए खोल दिया जाएगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयरटेल ने एक बयान में कहा, हालांकि इंटरकनेक्ट समझौते के तहत रिलायंस जियो के भुगतान की तारीख से 90 दिन के भीतर इसे चालू करने का प्रावधान है, लेकिन वह अनुबंध बाध्यता से बहुत पहले पीओआई जारी करने की दिशा में काम करेगा. बयान के अनुसार, "हमें उम्मीद है कि जियो पीओआई के समय पर परीक्षण और उसे चालू करना सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण सहयोग देगी." एयरटेल ने कहा कि नई क्षमता के विस्तार के साथ उपलब्ध कराए जाने वाले कुल इंटरकनेक्शन प्वाइंट तीन गुना हो जाएगा और यह क्षमता 1.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा देने के लिए पर्याप्त है. यह जियो के कुल ग्राहकों से कहीं अधिक है.टिप्पणियां बयान के मुताबिक, "एयरटेल ने सुनिश्चित किया है कि उसकी तरफ से कोई क्षमता बाधा नहीं होगी. वास्तव में एयरटेल, जियो को उसके वाणिज्यिक परिचालन से पहले ही पीओआई उपलब्ध करा रही है.' पीओआई के सफल परीक्षण के बाद इन्हें संचार संपर्क के लिए खोल दिया जाएगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान के अनुसार, "हमें उम्मीद है कि जियो पीओआई के समय पर परीक्षण और उसे चालू करना सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण सहयोग देगी." एयरटेल ने कहा कि नई क्षमता के विस्तार के साथ उपलब्ध कराए जाने वाले कुल इंटरकनेक्शन प्वाइंट तीन गुना हो जाएगा और यह क्षमता 1.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा देने के लिए पर्याप्त है. यह जियो के कुल ग्राहकों से कहीं अधिक है.टिप्पणियां बयान के मुताबिक, "एयरटेल ने सुनिश्चित किया है कि उसकी तरफ से कोई क्षमता बाधा नहीं होगी. वास्तव में एयरटेल, जियो को उसके वाणिज्यिक परिचालन से पहले ही पीओआई उपलब्ध करा रही है.' पीओआई के सफल परीक्षण के बाद इन्हें संचार संपर्क के लिए खोल दिया जाएगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान के मुताबिक, "एयरटेल ने सुनिश्चित किया है कि उसकी तरफ से कोई क्षमता बाधा नहीं होगी. वास्तव में एयरटेल, जियो को उसके वाणिज्यिक परिचालन से पहले ही पीओआई उपलब्ध करा रही है.' पीओआई के सफल परीक्षण के बाद इन्हें संचार संपर्क के लिए खोल दिया जाएगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: रिलांयस जियो से नई क्षमता निर्माण के लिए भुगतान मिला दोनों कंपनियों को कनेक्शन तथा पोर्ट के परीक्षण पर काम करने की जरूरत एयरटेल ने रिलायंस जियो को पीओआई उपलब्ध कराने पर सहमति जताई
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: नरेला लामपुर मोड़ पर सुबह करीब 10.45 मिनट पर 45 साल का वीरेंद्र काला उर्फ मान अपनी सफेद रंग की हुंडई कार से जा रहा था तभी घात लगाए करीब 10 बदमाशों ने वीरेंद्र की कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया और चंद सेकंड में वीरेंद्र का शरीर गोलियां से छलनी कर दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 26 गोली वीरेंद्र को मारी गई हैं और एक दर्जन से ज्यादा गोली उसकी कार पर चलाई गई हैं. इसका सबूत कार पर लगे गोलियां के तमाम निशान दे रहे हैं. ताबड़तोड़ फायरिंग की जानकारी जब तक पुलिस को मिलती तब तक सभी हमलावर मौके से फरार हो गये.  बताया जा रहा है कि घात लगाए हमलावर स्विफ्ट गाड़ी से थे. घटना के बाद वीरेंद्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. बताया जाता है कि वीरेंद्र नरेला के खेड़ा खुर्द का रहने वाला था और पहले बसपा पार्टी से 2013 में विधानसभा और एक बार नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था. फिलहाल वीरेंद्र आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ था और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट लेने के प्रयास में लगा था.  अगर वीरेंद्र के आपराधिक रिकॉर्ड की बात की जाए तो पुलिस फाइल के मुताबिक वीरेंद्र  नरेला थाने का घोषित अपराधी था. करीब 14 आपराधिक मुकदमे भी उस पर दर्ज थे. बताया यह भी जाता है की वीरेंद्र पहले दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानीय के लिए काम करता था. इस घटना के पीछे दो वजह निकलकर सामने आ रही हैं. पहली आपसी दुश्मनी प्लाट कब्जे की लेकर विवाद और दूसरा गैंगवार. टिल्लू और गोगी गैंग के नाम भी सामने आ रहे है. हालांकि परिवार राजनीतिक रंजिश की ओर भी इशारा कर रहा है.
यहाँ एक सारांश है:ताबड़तोड़ फायरिंग से थर्राई दिल्ली वीरेंद्र मान को मारी 25 से ज्यादा गोलियां वीरेंद्र मान नरेला थाने का घोषित अपराधी था
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय मूल के आशीष बगई की कप्तानी वाली कनाडाई टीम सोमवार को जब जिम्बाब्वे के खिलाफ विश्व कप ग्रुप ए की कमजोर टीमों की जंग में उतरेगी तो दोनों टीमों का इरादा क्रिकेट महाकुंभ में पहली जीत दर्ज करने का होगा। जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले विश्व कप 2011 मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए गत विजेता टीम को 262 रन पर रोक दिया था, लेकिन उनके बल्लेबाज दबाव नहीं झेल पाए और टीम 171 रन पर ढेर हो गई। वहीं दूसरी ओर कनाडाई टीम श्रीलंका के सामने खेल के हर विभाग में बौनी साबित हुई और उसे हम्बनटोटा स्टेडियम में 210 रन की करारी हार झेलनी पड़ी। सोमवार को होने वाला ग्रुप ए मुकाबला दोनों टीमों के लिए टूर्नामेंट की पहली जीत हासिल करने का सुनहरा मौका होगा, जिससे उन्हें आगामी मैचों के लिए जरूरी विश्वास हासिल हो सकता है। कमजोर टीमों के लिए इस विश्व कप का प्रारूप काफी कठिन माना जा रहा है। ऐसे में जीत इन टीमों को आगे के मैचों में शानदार प्रदर्शन करने का उत्साह भरेगी। चूंकि यह मैच दिन का है, इसलिए सुबह के समय तेज गेंदबाजों को पिच से कुछ मदद मिल सकती है। हालांकि जामथा की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार रहती है। जैसे-जैसे दिन बीतता है, यह पिच धीमी गति के गेंदबाजों की मदद करना शुरू कर देती है। जिम्बाब्वे को बड़े स्कोर के लिए चार्ल्स कोवेंट्री, तायबू और टेलर से उम्मीद रहेगी। कोवेंट्री के पास नाबाद 194 रन की रिकॉर्ड पारी खेलने का अनुभव है। उधर गेंदबाजी की आशाएं रे प्राइस, ऑफ स्पिनर प्रोस्पर उत्सेया और ग्रीम क्रेमर पर निर्भर करेंगी। कनाडाई टीम भी अनुभवी बल्लेबाज जान डेवीसन और ऑलराउंडर रिजवान चीमा के नेतृत्व में बेहतर बल्लेबाजी करने का प्रयास करेगी। इनके अलावा आशीष, लेग ब्रेक गेंदबाज बालाजी राव और श्रीलंका के खिलाफ दो विकेट चटकाने वाले हरवीर बैदवान से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
सारांश: यह मैच दोनों टीमों के लिए पहली जीत हासिल करने का मौका होगा, जिससे उन्हें आगामी मैचों के लिए जरूरी विश्वास हासिल हो सकता है।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बिहार के सीवान जिले में हसनपुरा थाना अंतर्गत सिसवां कला पंचायत में पंचों ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर छोटी और स्कूल कालेज जाने वाली लड़कियों द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है। सिसवा कलां पंचायत के सरपंच विजयकांत कुंवर ने गुरुवार को बताया कि बच्चियों के अभिभावकों और छह महिला पंचों की मांग पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर स्कूल और कालेज जाने वाली लड़कियों के अनावश्यक मोबाइल फोन के प्रयोग और छोटे कपड़े पहनने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, उन्होंने बताया कि यह ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है, लेकिन महिला पंचों तथा अभिभावकों की मांग को देखते हुए प्रतिबंध लगाने का लिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से कल पारित किया गया। अभिभावकों और महिला पंचों का मानना था कि मोबाइल फोन पर गाने सुनने, अनावश्यक रूप से दूसरों से फोन पर बात करने और छोटे कपड़े पहनने के कारण लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए दोनों चीजों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। कुंवर ने बताया कि मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध का अमल कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। इसका उल्लंघन करने पर किसी प्रकार के दंड का प्रावधान नहीं है। बैठक में न्याय सचिव सहित कुल नौ पंच उपस्थित थे। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। सिसवा कलां पंचायत के सरपंच विजयकांत कुंवर ने गुरुवार को बताया कि बच्चियों के अभिभावकों और छह महिला पंचों की मांग पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर स्कूल और कालेज जाने वाली लड़कियों के अनावश्यक मोबाइल फोन के प्रयोग और छोटे कपड़े पहनने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, उन्होंने बताया कि यह ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है, लेकिन महिला पंचों तथा अभिभावकों की मांग को देखते हुए प्रतिबंध लगाने का लिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से कल पारित किया गया। अभिभावकों और महिला पंचों का मानना था कि मोबाइल फोन पर गाने सुनने, अनावश्यक रूप से दूसरों से फोन पर बात करने और छोटे कपड़े पहनने के कारण लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए दोनों चीजों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। कुंवर ने बताया कि मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध का अमल कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। इसका उल्लंघन करने पर किसी प्रकार के दंड का प्रावधान नहीं है। बैठक में न्याय सचिव सहित कुल नौ पंच उपस्थित थे। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। हालांकि, उन्होंने बताया कि यह ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला है, लेकिन महिला पंचों तथा अभिभावकों की मांग को देखते हुए प्रतिबंध लगाने का लिखित प्रस्ताव सर्वसम्मति से कल पारित किया गया। अभिभावकों और महिला पंचों का मानना था कि मोबाइल फोन पर गाने सुनने, अनावश्यक रूप से दूसरों से फोन पर बात करने और छोटे कपड़े पहनने के कारण लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए दोनों चीजों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। कुंवर ने बताया कि मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध का अमल कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। इसका उल्लंघन करने पर किसी प्रकार के दंड का प्रावधान नहीं है। बैठक में न्याय सचिव सहित कुल नौ पंच उपस्थित थे। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। अभिभावकों और महिला पंचों का मानना था कि मोबाइल फोन पर गाने सुनने, अनावश्यक रूप से दूसरों से फोन पर बात करने और छोटे कपड़े पहनने के कारण लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसलिए दोनों चीजों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। कुंवर ने बताया कि मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध का अमल कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। इसका उल्लंघन करने पर किसी प्रकार के दंड का प्रावधान नहीं है। बैठक में न्याय सचिव सहित कुल नौ पंच उपस्थित थे। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। कुंवर ने बताया कि मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध का अमल कराने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। इसका उल्लंघन करने पर किसी प्रकार के दंड का प्रावधान नहीं है। बैठक में न्याय सचिव सहित कुल नौ पंच उपस्थित थे। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। सरपंच ने कहा कि किसे क्या पहनना और ओढ़ना है, वह लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता है। लेकिन अभिभावकों और महिला पंचों की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने घटना के संबंध में पूछे जाने कहा कि मीडिया से इस संबंध में जानकारी मिली है। किसी को भी इस प्रकार का फैसला देने का अधिकार नहीं है। मामले की जांच करायी जा रही है।टिप्पणियां बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। बहरहाल, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस को सिसवा कलां भेजा गया था। पंचायत ने इस प्रकार का कोई भी फरमान दिए जाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है। उन्होंने कहा कि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) को सारे मामले की जानकारी लेने को कहा गया है। यह देखने को कहा गया है कि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या तो नहीं है।
संक्षिप्त पाठ: बिहार के सीवान जिले में हसनपुरा थाना अंतर्गत सिसवां कला पंचायत में पंचों ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर छोटी और स्कूल कालेज जाने वाली लड़कियों द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग और छोटे कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक ज्वाला गुट्टा ने शनिवार को पीवी सिंधु को विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी। ज्वाला ने ट्विटर पर बधाई संदेश में कहा, "ओह, यह दुर्भाग्यपूर्ण है सिंधु, कोई बात नहीं, तुम अभी भी स्टार हो.. कांस्य पदक जीतने के लिए बधाई.. वाह।"टिप्पणियां चीन के क्वांगचो में चल रहे विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में शनिवार को सिंधु सेमीफाइनल मुकाबले में तीसरी विश्व वरीय थाईलैंड की रातचानोक इंतानोन के हाथों हार गईं, और उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। विश्व चैम्पियनशिप में सिंधु से पहले ज्वाला ने अश्विनी पोनप्पा के साथ 2011 में लंदन में महिला युगल वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया था। ज्वाला ने ट्विटर पर बधाई संदेश में कहा, "ओह, यह दुर्भाग्यपूर्ण है सिंधु, कोई बात नहीं, तुम अभी भी स्टार हो.. कांस्य पदक जीतने के लिए बधाई.. वाह।"टिप्पणियां चीन के क्वांगचो में चल रहे विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में शनिवार को सिंधु सेमीफाइनल मुकाबले में तीसरी विश्व वरीय थाईलैंड की रातचानोक इंतानोन के हाथों हार गईं, और उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। विश्व चैम्पियनशिप में सिंधु से पहले ज्वाला ने अश्विनी पोनप्पा के साथ 2011 में लंदन में महिला युगल वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया था। चीन के क्वांगचो में चल रहे विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में शनिवार को सिंधु सेमीफाइनल मुकाबले में तीसरी विश्व वरीय थाईलैंड की रातचानोक इंतानोन के हाथों हार गईं, और उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। विश्व चैम्पियनशिप में सिंधु से पहले ज्वाला ने अश्विनी पोनप्पा के साथ 2011 में लंदन में महिला युगल वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया था। विश्व चैम्पियनशिप में सिंधु से पहले ज्वाला ने अश्विनी पोनप्पा के साथ 2011 में लंदन में महिला युगल वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया था।
यहाँ एक सारांश है:ज्वाला ने ट्विटर पर बधाई संदेश में कहा, "ओह, यह दुर्भाग्यपूर्ण है सिंधु, कोई बात नहीं, तुम अभी भी स्टार हो.. कांस्य पदक जीतने के लिए बधाई.. वाह।"
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा मामलों पर बनी 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को नामित किया गया है. 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर अभी जमानत पर बाहर हैं. ठाकुर के खराब स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जमानत दी गई थी. कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर निशाना साधते हुए इसे 'देश की सेना का अपमान' बताया है. कांग्रेस ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा है, 'आतंकी मामलों की आरोपी और गोडसे की दिवानी प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा सरकार ने रक्षा मामलों की संसदीय समिति में शामिल किया है. यह हमारे देश की सेना, हमारे देश के प्रतिष्ठित सांसद और हर भारतीय का अपमान है.' सलाहकार समिति का निर्णय संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है न कि संसद द्वारा. यह केवल सलाह दे सकती है, इसकी सिफारिशें मानना बाध्य नहीं होता. प्रज्ञा ठाकुर पहली बार सांसद बनी हैं और मध्य प्रदेश के भोपाल से चुनी गईं. लोकसभा चुनाव में ठाकुर ने दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह को 3.6 लाख से अधिक वोटों से हराया है. 31 अक्टूबर की अधिसूचना के अनुसार, समिति के अन्य सदस्यों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हैं. अब्दुल्ला को अगस्त में अनुच्छेद 370 पर केंद्र के फैसले के बाद से जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में उनके निवास पर हिरासत में लिया गया था और बाद में उन पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया गया था. समिति में शामिल की गई नई सदस्य प्रज्ञा ठाकुर पिछले कुछ महीनों में दो बड़े विवादों की वजह से चर्चा में रही हैं. जुलाई महीने में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वह नाले साफ करने के लिए नहीं चुनी गई हैं. वहीं ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को "देशभक्त" बताया था.
रक्षा मामलों की समिति में प्रज्ञा ठाकुर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे अध्यक्षता कांग्रेस ने सरकार के फैसले पर उठाए सवाल
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: देश के शेयर बाजारों में सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिवस मंगलवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद सुधार का रुख देखा गया। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 68.94 अंकों की गिरावट के साथ 16146.90 पर जबकि निफ्टी 37.95 अंकों की गिरावट के साथ 4869.85 पर खुला। सुबह करीब 10.15 बजे बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 31.02 अंकों की बढ़त के साथ 16246.86 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 4.85 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 4912.65 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट का रुख था। सुबह करीब 10.15 बजे बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 31.02 अंकों की बढ़त के साथ 16246.86 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 4.85 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 4912.65 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट का रुख था।
सारांश: प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 68.94 अंकों की गिरावट के साथ 16146.90 पर जबकि निफ्टी 37.95 अंकों की गिरावट के साथ 4869.85 पर खुला।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: UP Board अप्रैल में 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट (UP Board Result) जारी कर देगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का रिजल्ट (UP Board Result 2018) 20 अप्रैल से पहले जारी कर दिया जाएगा. हालांकि बोर्ड ने रिजल्ट (UP Board Result 2019) को लेकर अभी कोई ऑफिशियल नोटिस नहीं जारी किया है. 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट upresults.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट (UP Board 2019 Result) चेक कर पाएंगे. बता दें कि बोर्ड ने मूल्यांकन कार्य पूरा करने के लिए 25 मार्च तक का समय दिया था. लेकिन कई स्कूल ऐसे हैं जिनका मूल्यांकन का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. मूल्यांकन कार्य पूरा होने के बाद करीब 10-15 दिन बाद रिजल्ट जारी किया जाता है. यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब 58 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया है.  बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू हुई थी. 10वीं की परीक्षा कुल 14 दिनों में पूरी होकर 28 फरवरी 2019 को खत्म हो गई थी. जबकि 12वीं की परीक्षा कुल 16 दिनों में पूरी होकर 2 मार्च को खत्म हुई थी.   आपको बता दें कि यूपी बोर्ड ने पिछले साल परीक्षाओं का रिजल्ट 29 अप्रैल 2018 को जारी किया गया था. पिछले साल कक्षा 10 में 75.16 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे.
यहाँ एक सारांश है:यूपी बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट अप्रैल में जारी किया जाएगा. रिजल्ट वेबसाइट upresults.nic.in पर जारी होगा. पिछले साल परीक्षाओं का रिजल्ट 29 अप्रैल 2018 को जारी किया गया था.
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठजोड़ का तृणमूल कांग्रेस का आरोप झेल रही कांग्रेस ने अब पलटवार किया है। पार्टी की प्रदेश इकाई ने तृणमूल को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और वामपंथियों की 'बी-टीम' करार दिया है। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की संयुक्त प्रतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की एक अहम सहयोगी तृणमूल पर सरकार की कई नीतियों को अमल में न आने देने का आरोप लगाया। कांग्रेस की सांसद दीपा दासमुंशी ने कहा, "हम पर माकपा की बी-टीम होने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर तृणमूल भाजपा के साथ थी। इस मुद्दे पर उसने भाजपा व वामपंथियों का साथ दिया, जबकि वह गठबंधन में हमारी सहयोगी है। लोकपाल विधेयक के मामले में भी राज्यसभा में तृणमूल के सांसदों ने माकपा सांसद सीताराम येचुरी के सुर में सुर मिलाया।" उन्होंने कहा, "ऐसे बहुत से उदाहरणों को देखते हुए हम तृणमूल को भाजपा और वामपंथियों की बी-टीम क्यों नहीं कह सकते, जबकि वह सभी मुद्दे पर केंद्र में संप्रग सरकार का विरोध कर रही है?"टिप्पणियां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने भी दासमुंशी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, "वे आखिर क्यों हमें माकपा की बी-टीम कहते हुए हमारी आलोचना करते हैं? क्या सिर्फ इसलिए कि कुछ मुद्दों पर हम उनसे सहमत नहीं हैं?" कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था। पार्टी की प्रदेश इकाई ने तृणमूल को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और वामपंथियों की 'बी-टीम' करार दिया है। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की संयुक्त प्रतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की एक अहम सहयोगी तृणमूल पर सरकार की कई नीतियों को अमल में न आने देने का आरोप लगाया। कांग्रेस की सांसद दीपा दासमुंशी ने कहा, "हम पर माकपा की बी-टीम होने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर तृणमूल भाजपा के साथ थी। इस मुद्दे पर उसने भाजपा व वामपंथियों का साथ दिया, जबकि वह गठबंधन में हमारी सहयोगी है। लोकपाल विधेयक के मामले में भी राज्यसभा में तृणमूल के सांसदों ने माकपा सांसद सीताराम येचुरी के सुर में सुर मिलाया।" उन्होंने कहा, "ऐसे बहुत से उदाहरणों को देखते हुए हम तृणमूल को भाजपा और वामपंथियों की बी-टीम क्यों नहीं कह सकते, जबकि वह सभी मुद्दे पर केंद्र में संप्रग सरकार का विरोध कर रही है?"टिप्पणियां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने भी दासमुंशी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, "वे आखिर क्यों हमें माकपा की बी-टीम कहते हुए हमारी आलोचना करते हैं? क्या सिर्फ इसलिए कि कुछ मुद्दों पर हम उनसे सहमत नहीं हैं?" कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की संयुक्त प्रतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की एक अहम सहयोगी तृणमूल पर सरकार की कई नीतियों को अमल में न आने देने का आरोप लगाया। कांग्रेस की सांसद दीपा दासमुंशी ने कहा, "हम पर माकपा की बी-टीम होने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर तृणमूल भाजपा के साथ थी। इस मुद्दे पर उसने भाजपा व वामपंथियों का साथ दिया, जबकि वह गठबंधन में हमारी सहयोगी है। लोकपाल विधेयक के मामले में भी राज्यसभा में तृणमूल के सांसदों ने माकपा सांसद सीताराम येचुरी के सुर में सुर मिलाया।" उन्होंने कहा, "ऐसे बहुत से उदाहरणों को देखते हुए हम तृणमूल को भाजपा और वामपंथियों की बी-टीम क्यों नहीं कह सकते, जबकि वह सभी मुद्दे पर केंद्र में संप्रग सरकार का विरोध कर रही है?"टिप्पणियां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने भी दासमुंशी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, "वे आखिर क्यों हमें माकपा की बी-टीम कहते हुए हमारी आलोचना करते हैं? क्या सिर्फ इसलिए कि कुछ मुद्दों पर हम उनसे सहमत नहीं हैं?" कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था। कांग्रेस की सांसद दीपा दासमुंशी ने कहा, "हम पर माकपा की बी-टीम होने का लगातार आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर तृणमूल भाजपा के साथ थी। इस मुद्दे पर उसने भाजपा व वामपंथियों का साथ दिया, जबकि वह गठबंधन में हमारी सहयोगी है। लोकपाल विधेयक के मामले में भी राज्यसभा में तृणमूल के सांसदों ने माकपा सांसद सीताराम येचुरी के सुर में सुर मिलाया।" उन्होंने कहा, "ऐसे बहुत से उदाहरणों को देखते हुए हम तृणमूल को भाजपा और वामपंथियों की बी-टीम क्यों नहीं कह सकते, जबकि वह सभी मुद्दे पर केंद्र में संप्रग सरकार का विरोध कर रही है?"टिप्पणियां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने भी दासमुंशी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, "वे आखिर क्यों हमें माकपा की बी-टीम कहते हुए हमारी आलोचना करते हैं? क्या सिर्फ इसलिए कि कुछ मुद्दों पर हम उनसे सहमत नहीं हैं?" कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने भी दासमुंशी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा, "वे आखिर क्यों हमें माकपा की बी-टीम कहते हुए हमारी आलोचना करते हैं? क्या सिर्फ इसलिए कि कुछ मुद्दों पर हम उनसे सहमत नहीं हैं?" कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था। कांग्रेस के नेताओं ने तृणमूल पर ये आरोप एक रैली में लगाए। रैली का आयोजन राज्य में किसानों की कथित अनदेखी के खिलाफ किया गया था।
संक्षिप्त सारांश: मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ गठजोड़ का तृणमूल कांग्रेस का आरोप झेल रही कांग्रेस ने अब पलटवार किया है।
0
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: हाल में फिल्मकार करण जौहर ने मिलिट्री वेलफेयर फंड को 5 करोड़ रुपये दान देने की घोषणा की है. एमएनएस नेता राज ठाकरे ने इसे फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' में पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने का दंड करार दिया था. लेकिन अब रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार करण जौहर के इस दान को स्वीकार नहीं किया जाएगा. मंत्रालय अब एक नए नियम पर काम कर रहा है, जिसके तहत मजबूरन दिए गए दान पर रोक लगाना है. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह दिया गया दान, इस नेक काम की भावना के खिलाफ है. एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, 'हम एक अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहे हैं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ जब बैटल कैजुअल्टी वेलफेयर फंड बनाया गया हो.' इसके तहत दान केवल बैंकों के माध्यम से ही अनुमन्य है, विदेशी स्रोतों से नहीं. अधिकारी ने कहा, 'अवांछित रुपये दान किए जाने के मुद्दे को लेकर कई विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया.' करण जौहर की तरफ से दिया जा रहा दान एमएनएस नेता राज ठाकरे की धमकी के बाद दिया जा रहा है, जिन्होंने इसे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने के दंड के रूप में उन पर थोपा है. एमएनएस उन ताकतों में से एक है, जो पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को फिल्म में लिए जाने की वजह से करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' को रिलीज होने से रोकने की धमकी दे रहे हैं. पिछले महीने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में उरी में 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद जन भावना को मुद्दा बनाकर कुछ राजनेता और फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   मंत्रालय अब एक नए नियम पर काम कर रहा है, जिसके तहत मजबूरन दिए गए दान पर रोक लगाना है. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह दिया गया दान, इस नेक काम की भावना के खिलाफ है. एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, 'हम एक अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहे हैं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ जब बैटल कैजुअल्टी वेलफेयर फंड बनाया गया हो.' इसके तहत दान केवल बैंकों के माध्यम से ही अनुमन्य है, विदेशी स्रोतों से नहीं. अधिकारी ने कहा, 'अवांछित रुपये दान किए जाने के मुद्दे को लेकर कई विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया.' करण जौहर की तरफ से दिया जा रहा दान एमएनएस नेता राज ठाकरे की धमकी के बाद दिया जा रहा है, जिन्होंने इसे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने के दंड के रूप में उन पर थोपा है. एमएनएस उन ताकतों में से एक है, जो पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को फिल्म में लिए जाने की वजह से करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' को रिलीज होने से रोकने की धमकी दे रहे हैं. पिछले महीने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में उरी में 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद जन भावना को मुद्दा बनाकर कुछ राजनेता और फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, 'हम एक अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहे हैं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ जब बैटल कैजुअल्टी वेलफेयर फंड बनाया गया हो.' इसके तहत दान केवल बैंकों के माध्यम से ही अनुमन्य है, विदेशी स्रोतों से नहीं. अधिकारी ने कहा, 'अवांछित रुपये दान किए जाने के मुद्दे को लेकर कई विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया.' करण जौहर की तरफ से दिया जा रहा दान एमएनएस नेता राज ठाकरे की धमकी के बाद दिया जा रहा है, जिन्होंने इसे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने के दंड के रूप में उन पर थोपा है. एमएनएस उन ताकतों में से एक है, जो पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को फिल्म में लिए जाने की वजह से करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' को रिलीज होने से रोकने की धमकी दे रहे हैं. पिछले महीने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में उरी में 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद जन भावना को मुद्दा बनाकर कुछ राजनेता और फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   अधिकारी ने कहा, 'अवांछित रुपये दान किए जाने के मुद्दे को लेकर कई विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया.' करण जौहर की तरफ से दिया जा रहा दान एमएनएस नेता राज ठाकरे की धमकी के बाद दिया जा रहा है, जिन्होंने इसे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने के दंड के रूप में उन पर थोपा है. एमएनएस उन ताकतों में से एक है, जो पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान को फिल्म में लिए जाने की वजह से करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' को रिलीज होने से रोकने की धमकी दे रहे हैं. पिछले महीने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में उरी में 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद जन भावना को मुद्दा बनाकर कुछ राजनेता और फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   पिछले महीने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में उरी में 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद जन भावना को मुद्दा बनाकर कुछ राजनेता और फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   पिछले शनिवार को करण जौहर और प्रोड्यूशर गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज ठाकरे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने कहा, 'जो भी प्रोड्यूसर पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में काम दे रहे हैं उन्हें दंड के तौर पर कुछ पैसा तो देना पड़ेगा. मैं सुझाव देता हूं कि ऐसी हर फिल्म के लिए 5 करोड़ रुपये आर्मी वेलफेयर फंड में जमा कराए जाएं.' यही नहीं उन्होंने कहा, प्रोड्यूसरों को यह भी कसम लेनी होगी कि वे फिर कभी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.   उन्होंने कहा, शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' और 'डीयर जिंदगी' को भी यह दंड देना होगा. पूर्व सैनिकों ने इस पर नाराजगी जतायी है. उनका कहना है कि सशस्त्र सेनाओं के बलिदान का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
यह एक सारांश है: इस तरह दिया गया दान, इस नेक काम की भावना के खिलाफ है : सेना उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ जन भावना भड़की शाहरुख की फिल्म 'रईस' को भी यह दंड देना होगा : राज ठाकरे
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लेखक आतिश तासीर (Aatish Taseer) ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा कि, 'केंद्र सरकार की आलोचना करने की वजह से उन्हें निर्वासन में भेजा जा रहा है.' खुद को भारतीय बताते हुए ब्रिटेन में जन्मे लेखक आतिश अली तासीर ने कहा कि सरकार की आलोचना करने की वजह से उनका ओसीआई कार्ड वापस लिया गया. आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही सरकार ने आतिश तासीर (Aatish Taseer) का ‘ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया' (ओसीआई) कार्ड वापस ले लिया था. सरकार का कहना था कि उन्होंने (तासीर ने) कथित तौर पर यह तथ्य छुपाया कि उनके पिता पाकिस्तानी मूल के थे. इसके बाद यह कदम उठाया गया. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि नागरिकता अधिनियम 1955 के अनुसार, तासीर ओसीआई कार्ड के लिए अयोग्य हो गए हैं क्योंकि ओसीआई कार्ड किसी ऐसे व्यक्ति को जारी नहीं किया जाता है जिसके माता-पिता या दादा-दादी पाकिस्तानी हों और उन्होंने यह बात छिपा कर रखी.  प्रवक्ता ने बताया था कि तासीर (38) ने स्पष्ट रूप से बहुत बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं किया और जानकारी को छुपाया है. नागरिकता अधिनियम के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति ने धोखे से, फर्जीवाड़ा कर या तथ्य छुपा कर ओसीआई कार्ड हासिल किया है तो ओसीआई कार्ड धारक के रूप में उसका पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा और उसे काली सूची में डाल दिया जाएगा. साथ ही, भविष्य में उसके भारत में प्रवेश करने पर भी रोक लग जाएगी. तासीर पाकिस्तान के दिवंगत नेता सलमान तासीर और भारतीय पत्रकार तवलीन सिंह के बेटे हैं. प्रवक्ता ने इस बात से भी इनकार किया था सरकार टाइम पत्रिका में आलेख लिखने के बाद से तासीर (Aatish Taseer) के ओसीआई कार्ड को रद्द करने पर विचार कर रही थी. इस आलेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की गई थी.
संक्षिप्त पाठ: आतिश तासीर का ओसीआई कार्ड वापस ले लिया गया है पीएम मोदी पर 'डिवाइडर इन चीफ' नाम से लिखा था लेख कहा, सरकार की आलोचना की वजह से उठाया गया कदम
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से कूदकर एक 22 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली है। सीसीटीवी कैमरों से पता चला है कि लड़की ने छलांग लगाई है।टिप्पणियां पुलिस के मुताबिक करिश्मा नामक 22-वर्षीय यह लड़की पूर्वी साउथ अनारकली की रहने वाली है। लड़की के पास से एक खत भी बरामद हुआ है, जिस पर 'लव यू' लिखा है, इसलिए कहा जा रहा है कि यह प्रेम-प्यार का मामला हो सकता है। करिश्मा को जख्मी हालत में नज़दीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से पुलिस ने करिश्मा का मोबाइल बरामद किया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक करिश्मा नामक 22-वर्षीय यह लड़की पूर्वी साउथ अनारकली की रहने वाली है। लड़की के पास से एक खत भी बरामद हुआ है, जिस पर 'लव यू' लिखा है, इसलिए कहा जा रहा है कि यह प्रेम-प्यार का मामला हो सकता है। करिश्मा को जख्मी हालत में नज़दीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से पुलिस ने करिश्मा का मोबाइल बरामद किया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। करिश्मा को जख्मी हालत में नज़दीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल से पुलिस ने करिश्मा का मोबाइल बरामद किया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है।
सारांश: पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से कूदकर एक 22 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
20
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: आपको बता दें कि राजस्थान के अलवर के जाने-माने बाबा 77 साल के कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज पर दुष्कर्म का आरोप लगा है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली 21 साल की एक लड़की ने कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य पर बिलासपुर थाने में ही ज़ीरो एफआईआर दर्ज करवाया. पीड़िता के बयान के बाद केस डायरी अलवर थाने में भिजवा दी गई है. अब अलवर पुलिस ने तथाकथित बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. आरोपी बाबा के कई बड़े नेताओं से संपर्क थे. वह सिर्फ फल ही खाते हैं इसलिए उनका नाम फलाहारी बाबा पड़ा. शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला कानून की पढ़ाई करने के बाद इंटर्नशिप कर रही थी. वह कुछ रुपये दान 7 अगस्त को आश्रम गई जहां कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया.बिलासपुर की डीएसपी अर्चना सिंह ने बताया कि लड़की का परिवार बाबा के शिष्य हैं. उन्होंने ही बाबा से मिलने को कहा था. जब वह बाबा से मिली तो उन्होंने कहा कि प्रतीक्षा करें. इसके बाद लड़की से बलात्कार किया और धमकी दी. जब उसके माता-पिता आए तो उसने पूरे मामले की सचूना दी और मामला दर्ज किया गया.
सारांश: छत्तीसगढ़ के विलासपुर की लड़की ने लगाया रेप का आरोप फलाहारी बाबा को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया पीड़िता ने लगाया- जान से मारने की धमकी का आरोप
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: 'मिर्जापुर (Mirzapur)' के पहले सीजन में शानदार प्रदर्शन के लिए दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलने के बाद, अब दूसरे सीजन को हरी झंडी मिल गई है. अमेजॉन प्राइम वीडियो सीरीज 'मिर्जापुर (Mirzapur)' के पहले सीजन के प्रीमियर के दो महीने के भीतर, अमेज़ॅन प्राइम वीडियो ने शो के दूसरे सीजन की घोषणा कर दी है. एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट निर्मित, पुनित कृष्णा रचित और गुरमीत सिंह निर्देशित 'मिर्जापुर (Mirzapur)' के दूसरे सीजन में मिर्जापुर की हिंसक दुनिया की कहानी को दर्शाया जाएगा, जो सत्ता के लालच में, लोगों को बदल देती है. 'मिर्जापुर' में पंकज त्रिपाठी का कालीन भैया का रोल जमकर हिट हुआ था.    'मिर्जापुर (Mirzapur)' भारत के युवाओं का ऐसा चित्रण है, जो ड्रग्स, बंदूक और अराजकता से भरा हुआ है, और जहां जाति, सत्ता, अहंकार और हिंसा जीवन का एकमात्र तरीका है. 'मिर्जापुर' के पहले सीजन के सभी एपिसोड एक्सक्लूसिव रूप से अमेजॉन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध हैं. अमेजॉन प्राइम वीडियो भारत के निर्देशक और हेड ऑफ कंटेंट विजय सुब्रमण्यम ने कहा,"हम शक्तिशाली पात्रों, मनोरंजक कथाओं और विश्व स्तर के प्रोडक्शन के साथ आकर्षक कहानियां बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम अपने दर्शकों से मिल रही 'मिर्जापुर' के पहले सीजन की प्रतिक्रिया से रोमांचित हैं और हम शो के अगले सीजन के लिए एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट में अद्भुत टीम के साथ काम कर के खुश हैं." एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट से फरहान अख्तर ने कहा, "यह देखना बेहद रोमांचक है कि जिस तरह के कंटेंट का हम निर्माण कर रहे हैं, उसे वैश्विक दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है.अब मिर्जापुर को पूरे भारत में और विश्वभर में देखा और पसंद किया जा रहा है. हमें खुशी है कि शो का दूसरा सीजन आ रहा है जिससे हमें एक वैश्विक मंच पर भारतीय कहानियों को प्रदर्शित करने का एक और मौका मिला है." एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट से रितेश सिधवानी ने कहा, "मिर्जापुर (Mirzapur) हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. शो ने हमें खुद को चुनौती देते हुए नए विषयों और क्षेत्रों का पता लगाने का मौका दिया है. अब, हम अमेज़ॅन प्राइम वीडियो के साथ अपनी कहानी के अगले सीजन में सिनेमाई अनुभव का एक स्तर ऊपर करने के लिए उत्सुक हैं." 'मिर्जापुर (Mirzapur)' दो भाइयों की कहानी है जो सत्ता के विचार से प्रभावित हैं, मिर्जापुर भारत के दिल और युवाओं का एक बड़ा चित्रण है यह ऐसी दुनिया है जो नशीली दवाओं, बंदूकें और अयोग्यता से भरी हुई है, जहां जाति, शक्ति, अहंकार और हिंसा ही जीवन का एकमात्र तरीका है.
यह एक सारांश है: 'मिर्जापुर' का दूसरा सीजन भी आएगा पंकज त्रिपाठी बने थे कालीन भैया अली फजल ने भी निभाया था जोरदार रोल
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत में केबल टीवी अब कुछ ही साल का मेहमान है। अगर नियामक के सुझावों पर अमल किया गया तो जून, 2014 तक देश में केबल टीवी का पूरी तरह से डिजिटलीकरण कर दिया जाएगा। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) के अध्यक्ष जेएस सरमा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केबल टीवी के डिजटलीकरण को पूरा करने की समय सीमा के सवाल पर उन्होंने कहा, हम अपना खाका सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेजेंगे। हम इसके लिए अंतिम तिथि (सनसेट डेट) जून, 2014 और तरजीही तारीख दिसंबर, 2013 रखने को कहेंगे। ट्राई ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अपनी सिफारिशों में केबल टीवी के डिजटलीकरण को पूरा करने के लिए दिसंबर, 2013 की तारीख का प्रस्ताव किया था। मंत्रालय इसके लिए दिसंबर 2015 तक का समय चाहता है। सरमा ने कहा कि मंत्रालय ने नियामक के अधिकांश प्रस्तावों पर सहमति जताई है। सनसेट डेट छोटा ही मुद्दा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि मंत्रालय ने हमारे सुझाए तरीके से ही डिजटलीकरण को पूरा करने पर सहमति जताई है। वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव रघु मेनन ने कहा है कि मोबाइल टीवी नीति का मसौदा अंतिम चरण में है और इसे तीन महीने में कैबिनेट के पास भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी मुद्दे थे, जिन पर तकनीकी विशेषज्ञों की रपट आ गई है और हम इस पर काम कर रहे हैं। इस मसौदे को कैबिनेट में भेजने से पहले मंत्रालय इस बारे में दूरसंचार विभाग से विचार-विमर्श करेगा।
यह एक सारांश है: अगर नियामक के सुझावों पर अमल किया गया तो जून, 2014 तक देश में केबल टीवी का पूरी तरह से डिजिटलीकरण कर दिया जाएगा।
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चुनाव आयोग ने सलमान खुर्शीद की चिट्ठी मिलने के बाद टकराव खत्म करने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग का कहना है कि मुस्लिम कोटा पर बयान को लेकर सलमान खुर्शीद के खेद जताने के साथ ही यह विवाद खत्म हो गया है। इस मामले में राष्ट्रपति तक शिकायत पहुंचने के बाद सलमान खुर्शीद ने कल मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी को चिट्ठी लिखकर पहली बार अपने बयान पर खेद जताया। सलमान खुर्शीद ने कहा है कि वह हमेशा कानून को मजबूत करने का काम करते रहे हैं और उन्होंने कभी भी चुनाव आचार संहिता तोड़ने की कोशिश नहीं की। चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में खुर्शीद ने इस पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अपने बयान पर खेद जताया। इस मामले में राष्ट्रपति तक शिकायत पहुंचने के बाद सलमान खुर्शीद ने कल मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी को चिट्ठी लिखकर पहली बार अपने बयान पर खेद जताया। सलमान खुर्शीद ने कहा है कि वह हमेशा कानून को मजबूत करने का काम करते रहे हैं और उन्होंने कभी भी चुनाव आचार संहिता तोड़ने की कोशिश नहीं की। चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में खुर्शीद ने इस पूरे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अपने बयान पर खेद जताया।
यह एक सारांश है: सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग का कहना है कि मुस्लिम कोटा पर बयान को लेकर सलमान खुर्शीद के खेद जताने के साथ ही यह विवाद खत्म हो गया है।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पिछले 10 साल में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 28 गुणा बढ़कर 19.20 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। वर्ष 2001 से 2010 तक भारत से चीन को निर्यात में जहां 14 गुणा वृद्धि दर्ज की गई, वहीं चीन से भारत में होने वाला आयात 20 गुणा तक बढ़ गया। वाणिज्य एवं उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को नियंत्रित करने के लिए भारत को अपनी निर्यात संवर्धन गतिविधियों में तेजी लानी चाहिए। उद्योग मंडल ने कहा है कि चीन को निर्यात होने वाली वस्तुओं में विविधता के साथ-साथ निर्यात बढ़ाने के भी उपाय किए जाने चाहिए। उद्योग मंडल के अनुसार वर्ष 2001 से 2010 के बीच चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 67 करोड़ डॉलर से बढ़कर 19.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया। वर्ष 2001 में देश से चीन को जहां 0.83 अरब डॉलर का निर्यात किया गया, वहीं वर्ष 2010 तक यह बढ़कर 11.61 अरब डॉलर हुआ। इसमें 14 गुणा वृद्धि हुई, जबकि इस अवधि में चीन से होने वाला आयात 1.50 अरब डॉलर से बढ़कर 30.82 अरब डॉलर तक पहुंच गया। यह वृद्धि 20 गुणा रही। देश के कुल आयात में चीन से होने वाले आयात का हिस्सा जहां पहले करीब तीन प्रतिशत था, 10 साल में वह करीब 11 प्रतिशत तक पहुंच गया। जबकि चीन के कुल आयात में भारत से होने वाले आयात का हिस्सा पहले जहां 1.86 प्रतिशत पर था, वह 2010 में 6.49 प्रतिशत तक पहुंच पाया। भारत से चीन को होने वाले निर्यात में लौह अयस्क, स्लैग एंड एश, कीमती पत्थर, आभूषण, ऑर्गेनिक केमिकल्स, कपास और लोहा एवं इस्पात आदि प्रमुख हैं। पीएचडी मंडल ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए भारत को रोड शो, प्रदर्शनियों, नए उत्पाद जारी करना और व्यापार प्रतिनिधिमंडलों के आवागमन पर ध्यान देना चाहिए।
संक्षिप्त सारांश: पीएचडी चैंबर ने कहा कि चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे को नियंत्रित करने के लिए भारत को निर्यात संवर्धन गतिविधियों में तेजी लानी चाहिए।
0
['hin']
एक सारांश बनाओ: मुंबई हमलों के दोषी अजमल कसाब की सुरक्षा करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा करीब 11 करोड़ रुपये का बिल देने से सकते में आई महाराष्ट्र सरकार ने अब आतंकवादी की सुरक्षा का जिम्मा राज्य पुलिस को सौंपने का फैसला किया है। महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि आईटीबीपी की सुरक्षा व्यवस्था उसे महंगी पड़ रही है। राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने कहा, मैंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि वह आईटीबीपी के स्थान पर महाराष्ट्र पुलिस कर्मियों की तैनाती करें। आईटीबीपी से सुरक्षा लेना महंगा है। बिल में छूट देने की मांग करते हुए पाटिल ने कहा, मुंबई पर हमला राष्ट्र पर हुआ हमला था। हम बिल की राशि में रियायत की मांग करते हैं। आईटीबीपी ने मुंबई की आर्थर रोड जेल में कसाब की सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए महाराष्ट्र सरकार को 10.87 करोड़ रुपये का बिल दिया है और इस राशि का भुगतान करने की मांग की है। इससे महाराष्ट्र सरकार सकते में आ गई है। आईटीबीपी के 200 कमांडो कसाब की चौबीसों घंटे सुरक्षा करते हैं। बल के महानिदेशक आर के. भाटिया की ओर से 28 मार्च 2009 से 30 सितंबर 2010 के बीच हुए खर्च का भुगतान करने के लिए यह बिल दिया गया है। आईटीबीपी ने उसी जेल में सुरक्षा मुहैया करायी है जहां विशेष अदालत ने मुकदमा चलाते हुए कसाब को दोषी ठहराया था। मुंबई हमलों के दौरान कसाब गिरफ्त में आया एकमात्र आतंकवादी था।
संक्षिप्त सारांश: पाटिल ने कहा, मैंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि वह आईटीबीपी के स्थान पर महाराष्ट्र पुलिस कर्मियों की तैनाती करें। आईटीबीपी से सुरक्षा लेना महंगा है।
8
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. फिलहाल उसे ब्लैक लिस्ट में नहीं डाला गया है.  लेकिन FATF, जो देशों के आतंकी फंडिंग रोकने पर नजर रखता है, ने पाक को खरी-खरी तो सुनाई ही है, तीखी चेतावनी भी दी है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने कहा है कि लश्कर, जैश और जमात उद दावा जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग पर सही तरीके से लगाम लगाने में पाकिस्तान नाकामयाब रहा है. पाकिस्तान को इन रणनीतिक कमियों से पार पाने के लिए काम करना चाहिए. पाकिस्तान इन आतंकी संगठनों- दाएश, अल कायदा, जमात-उद-दावा और उसी का अंग फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हक्कानी नेटवर्क और तालिबान से जुड़े लोगों से बने खतरे का सही आकलन नहीं दिखाता. FATF ने कहा है कि आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए जिस एक्शन प्लान की डेडलाइन जनवरी 2019 थी उस पर भी पाकिस्तान ने थोड़ी ही प्रगति दिखाई है. अब वो मई 2019 के लक्ष्य जल्द से जल्द पूरे करे. पाकिस्तान के पास अब FATF के दिए लक्ष्य पूरा करने के लिए अक्टूबर 2019 तक का वक्त है. ईरान और दक्षिण कोरिया पहले ही ब्लैकलिस्ट में हैं. ब्लैकलिस्ट में डाले गए देशों को 'हाई रिस्क' माना जाता है जहां जनता की बेहतरी के लिए दिया गया अंतरराष्ट्रीय फंड, आतंकी संगठनों तक पहुंचने का बड़ा खतरा होता है. हवाला कारोबार पर लगाम लगाने के लिए 1989 में बना FATF एक अंतरदेशीय संगठन है. 2001 में इसके अधिकार को बढ़ाकर आतंक के लिए पैसे पर रोक लगाना भी कर दिया गया.
यह एक सारांश है: पाक के पास FATF के लक्ष्य पूरे करने के लिए अक्टूबर 2019 तक का वक्त फिलहाल FATF की ब्लैक लिस्ट में नहीं है पाकिस्तान आतंक के लिए पैसे पर रोक लगाने का अधिकार है FATF के पास
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी जासूसी कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडेन के पास ऐसे डाटा हैं जो अमेरिका की सरकार को अधिक नुकसान पहुंचाने वाले साबित हो सकते हैं, लेकिन स्नोडेन ने इन्हें जारी नहीं करने का फैसला किया है।टिप्पणियां स्नोडेन से संबंधित खबरों को सबसे पहले देने वाले पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने अर्जेंटीना के ‘ला नाकिओन’ अखबार को बताया कि स्नोडेन ने लोगों को सिर्फ सावधान करने की कोशिश की थी कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियां लोगों की निजी सूचनाओं का दुरुपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘स्नोडेन के पास इतना सूचनाएं है कि अमेरिकी सरकार को सबसे अधिक नुकसान पहुंच सकता है। परंतु यह उनका लक्ष्य नहीं है।’ ग्रीनवाल्ड ने स्नोडेन की ओर से लीक दस्तावेजों के आधार पर ब्रिटेन के अखबार ‘गार्डियन’ के लिए कई खबरें लिखीं। स्नोडेन से संबंधित खबरों को सबसे पहले देने वाले पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने अर्जेंटीना के ‘ला नाकिओन’ अखबार को बताया कि स्नोडेन ने लोगों को सिर्फ सावधान करने की कोशिश की थी कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियां लोगों की निजी सूचनाओं का दुरुपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘स्नोडेन के पास इतना सूचनाएं है कि अमेरिकी सरकार को सबसे अधिक नुकसान पहुंच सकता है। परंतु यह उनका लक्ष्य नहीं है।’ ग्रीनवाल्ड ने स्नोडेन की ओर से लीक दस्तावेजों के आधार पर ब्रिटेन के अखबार ‘गार्डियन’ के लिए कई खबरें लिखीं। उन्होंने कहा, ‘स्नोडेन के पास इतना सूचनाएं है कि अमेरिकी सरकार को सबसे अधिक नुकसान पहुंच सकता है। परंतु यह उनका लक्ष्य नहीं है।’ ग्रीनवाल्ड ने स्नोडेन की ओर से लीक दस्तावेजों के आधार पर ब्रिटेन के अखबार ‘गार्डियन’ के लिए कई खबरें लिखीं।
संक्षिप्त सारांश: अमेरिकी जासूसी कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडेन के पास ऐसे डाटा हैं जो अमेरिका की सरकार को अधिक नुकसान पहुंचाने वाले साबित हो सकते हैं, लेकिन स्नोडेन ने इन्हें जारी नहीं करने का फैसला किया है।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के अवसर से इनकार करने के लिए बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया. शिवसेना ने याचिका में कहा है कि राज्यपाल ने इस मामले में फास्ट फार्वड तरीके से काम किया है. राज्यपाल का शिवसेना को वक्त न देने का 11 नवंबर का फैसला अंसवैधानिक, मनमाना, अवैध और समानता के अधिकार का उल्लंघन है. शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि वह सरकार बनाने के लिए उसे वाजिब समय देने का निर्देश जारी करे. गौरतलब है कि महाराष्‍ट्र में राष्‍ट्रपति शासन के लिए राज्‍यपाल की सिफारिश को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. अब यह मंजूरी के लिए राष्‍ट्रपति के पास भेजी जा रही है. इससे पहले प्रसार भारती ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि महाराष्‍ट्र में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दी गई है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे से पहले हुई कैबिनेट बैठक में महाराष्‍ट्र के मुद्दे पर चर्चा हुई और राज्‍यपाल की सिफारिश को मान लिया गया. हालांकि इससे पहले जब एनसीपी नेता नवाब मलिक से सवाल किया गया कि राज्‍य में राष्‍ट्रपति शासन लगाए जाने की सिफारिश की गई है, तो उनका कहना था कि राजभवन से इस पर खुलासा आ गया है कि ऐसी कोई सिफारिश नहीं की गई है.
यह एक सारांश है: शिवसेना ने कहा- राज्यपाल ने बीजेपी को 48 घंटे का समय दिया समर्थन पत्र लेने के लिए शिवसेना को सिर्फ 24 घंटे का समय दिया आरोप- राज्यपाल ने बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सिने अभिनेता और पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जब नैनो (नरेंद्र मोदी) और सूमो (सुशील मोदी) हमारे साथ हैं तो फिक्र करने की क्या जरूरत है और अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का परचम लहराने के लिए तैयार रहें।टिप्पणियां बिहार प्रदेश भाजपा के यहां संपन्न दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के समापन पर एक प्रश्न के उत्तर में सिन्हा ने यह कहा। उन्होंने कहा कि वे देख रहे हैं कि अब देश करवट ले रहा है हमें साफ दिखाई दे रहा है कि देश की जनता परिवर्तन चाहती है इसलिए नैनो और सूमों के नेतृत्व में हम सही दिशा की ओर बढ रहे हैं। अगले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एतराज के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना भाजपा का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के भीतर वही आदमी प्रधानमंत्री पद का हकदार एवं दावेदार होगा जो कि अधिक से अधिक मत जुटा सके और जिसके पास ज्यादा से ज्यादा समर्थन होगा। बिहार प्रदेश भाजपा के यहां संपन्न दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के समापन पर एक प्रश्न के उत्तर में सिन्हा ने यह कहा। उन्होंने कहा कि वे देख रहे हैं कि अब देश करवट ले रहा है हमें साफ दिखाई दे रहा है कि देश की जनता परिवर्तन चाहती है इसलिए नैनो और सूमों के नेतृत्व में हम सही दिशा की ओर बढ रहे हैं। अगले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एतराज के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना भाजपा का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के भीतर वही आदमी प्रधानमंत्री पद का हकदार एवं दावेदार होगा जो कि अधिक से अधिक मत जुटा सके और जिसके पास ज्यादा से ज्यादा समर्थन होगा। अगले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एतराज के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना भाजपा का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के भीतर वही आदमी प्रधानमंत्री पद का हकदार एवं दावेदार होगा जो कि अधिक से अधिक मत जुटा सके और जिसके पास ज्यादा से ज्यादा समर्थन होगा।
संक्षिप्त सारांश: सिने अभिनेता और पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जब नैनो (नरेंद्र मोदी) और सूमो (सुशील मोदी) हमारे साथ हैं तो फिक्र करने की क्या जरूरत है और अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का परचम लहराने के लिए तैयार रहें।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दिल्ली में जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों के घुसने की खबर है. खुफिया विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह सभी हथियारों से लैस हैं और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बौखलाहट में त्योहारों के मौके पर हमला करने की फिराक में हैं. मिली जानकारी के मुताबिक बीती देर शाम स्पेशल सेल को अलर्ट मिला की कि कश्मीर के रास्ते यह दिल्ली में घुसे हैं. इसके बाद कई जगहों पर तुरंत सर्च ऑपरेशन किया गया और दिल्ली के सभी डीसीपी, एसीपी और एसएचओ को किया गया अगाह कर दिया गया है. अलर्ट जारी होने के बाद उत्तर भारत के सभी एयरपोर्टों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.  खुफिया जानकारी में दिल्ली पुलिस को वे इलाके भी बता दिये गये, जिनमें संदिग्धों के छिपे होने की आशंका थी. खुफिया तंत्र की सूचना पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, क्राइम-ब्रांच से लेकर 15 जिलों तक की अधिकांश आधी रात के बाद दिल्ली की सड़कों पर उतर आई. स्पेशल सेल की टीमें उत्तर-पूर्वी जिला के जाफराबाद, सीलमपुर, वेलकम, पूर्वी जिले के कई इलाकों में रात भर संदिग्ध को तलाशती रहीं. इसी तरह स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की कुछ टीमें पुरानी दिल्ली की घनी आबादी जैसे चांदनी चौक, चितली कवर, चांदनी महल में गली-गली भटकती रहीं.  दिल्ली पुलिस की टीमों ने जामिया नगर, ओखला (यमुना नदी के किनारे बसी अनधिकृत कालोनी) में भी तड़के पांच बजे तक चक्कर काटे. दिल्ली पुलिस में उच्च पदस्थ एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "सूचना आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कुछ आतंकियों के घुस आने की थी.  इसीलिए सर्च ऑपरेशन में स्पेशल सेल को लगाया गया होगा. वरना स्थानीय अपराधियों को दबोचने में तो दिल्ली पुलिस के थानों की पुलिस की समर्थ थी." यह अलग बात है कि, दिल्ली पुलिस के इतने बड़े लाव-लश्कर के राष्ट्रीय राजधानी की संकरी गलियों में पूरी रात भटकने के बाद भी सुबह वो खाली हाथ खड़ी थी. हालांकि सूत्र बताते हैं कि, दिल्ली पुलिस की एक खास टीम ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है. इस बारे में आईएएनएस ने दिल्ली पुलिस प्रवक्ता और मध्य दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त मंदीप सिंह रंधावा से कई बार पुष्टि के लिए संपर्क किया. पुलिस प्रवक्ता ने मगर रात भर छापेमारी और दो संदिग्धों को हिरासत में लिये जाने की पुष्टि में कोई जबाब नहीं दिया.
संक्षिप्त सारांश: दिल्ली में अलर्ट कई जगह ली गई तलाशी कश्मीर के रास्ते घुसे आतंकी
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा की हत्या के वक्त फॉर्म हाउस में मौजूद सुखदेव सिंह नामधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। आगे के घटनाक्रम में अब यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। इससे पहले, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नामधारी को उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिला में बाजपुर स्थित उनके आवास से पूछताछ के लिए राजधानी दिल्ली लाया गया।टिप्पणियां गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा। इससे पहले, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नामधारी को उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिला में बाजपुर स्थित उनके आवास से पूछताछ के लिए राजधानी दिल्ली लाया गया।टिप्पणियां गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा। गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा।
शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा की हत्या के वक्त फॉर्म हाउस में मौजूद सुखदेव सिंह नामधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। आगे के घटनाक्रम में अब यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: रेलवे ने कहा, ''आज लॉन्च हुई डीईएमयू ट्रेन दिल्ली डिवीजन के आसपास के शहरों में चलेगी. जानकारी के लिए बता दें कि रेलवे ने अभी इस ट्रेन के लिए रूट और किराया तय नहीं किया है. रेलवे अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी कि 1600 हॉर्स पॉवर ताकत वाली यह ट्रेन चेन्नई की कोच फैफ्ट्री में तैयार की गई है, जबकि इंडियन रेलवेज ऑर्गेनाइजेशन ऑफ अल्टरनेटिव फ्यूल (IROAF) ने इसके लिए सोलर पैनल तैयार किए हैं और इन्हें कोच की छतों पर लगाया गया है.  रेलवे का दावा है कि  इस प्रकार के कोच अगले 25 सालों तक इस सोलर सिस्टम की लाइफ है. इस दौरान यह न केवल पर्यावरण को बचाने में सहायक होगी बल्कि लाखों रुपये के डीजल की बचत भी होगी. ट्रेन को तैयार करने में 13.54 करोड़ का खर्च आया है. एक पैसेंजर कोच की लागत करीब 1 करोड़ रुपये आई है."  (ये भी पढ़ें - रेगिस्‍तान में थार मरुस्‍थल के बीच देश का सबसे बड़ा सोलर पार्क बटोर रहा सुर्खियां) ट्रेन में रेलवे ने आधुनिक सुविधाओं को देने का प्रयास किया है. इसके सभी कोच में बायोटॉयलेट, वॉटर रिसाइकिलिंग, वेस्ट डिस्पोजल, बायो फ्यूल और विंड एनर्जी के इस्तेमाल का भी इंतजाम है. ट्रेन के एक कोच में 89 लोग सफर कर सकते हैं. सोलर पॉवर सिस्टम को मजबूती देने के लिए इसमें स्मार्ट इन्वर्टर लगे हैं, जो ज्यादा बिजली पैदा करने में मददगार साबित होंगे. साथी ही इसका बैटरी बैंक रात के वक्त कोच का पूरा इलेक्ट्रीसिटी लोड उठा सकेगा. रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन एक बार फुल चार्ज होने पर दो दिनों तक चल सकती है. यानि सूरज यदि दो दिनों तक न भी निकले तब इस ट्रेन की सेवा पर कोई असर नहीं आएगा.   ट्रेन में रेलवे ने आधुनिक सुविधाओं को देने का प्रयास किया है. इसके सभी कोच में बायोटॉयलेट, वॉटर रिसाइकिलिंग, वेस्ट डिस्पोजल, बायो फ्यूल और विंड एनर्जी के इस्तेमाल का भी इंतजाम है. ट्रेन के एक कोच में 89 लोग सफर कर सकते हैं. सोलर पॉवर सिस्टम को मजबूती देने के लिए इसमें स्मार्ट इन्वर्टर लगे हैं, जो ज्यादा बिजली पैदा करने में मददगार साबित होंगे. साथी ही इसका बैटरी बैंक रात के वक्त कोच का पूरा इलेक्ट्रीसिटी लोड उठा सकेगा. रेलवे का कहना है कि यह ट्रेन एक बार फुल चार्ज होने पर दो दिनों तक चल सकती है. यानि सूरज यदि दो दिनों तक न भी निकले तब इस ट्रेन की सेवा पर कोई असर नहीं आएगा.
यह एक सारांश है: प्रभु ने स्पेशल डीईएमयू ट्रेन को हरी झंडी दिखाई रेलवे ने इस ट्रेन में कुल 10 कोच (8 पैसेंजर और 2 मोटर) हैं. इस ट्रेन में 8 कोच की छतों पर 16 सोलर पैनल लगे हैं.
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बीती रात जेल से अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। येदियुरप्पा को बीती रात करीब पौने दो बजे सीने में दर्द की शिकायत के बाद जयदेव अस्पताल में भर्ती कराया गया। येदियुरप्पा की हालत स्थिर बनी हुई है। फिलहाल उन्हें आईसीयू में रखा गया है। रविवार सुबह येदियुरप्पा से अस्पताल में मिलने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा और कई अन्य नेता पहुंचे। जमीन घोटाले के आरोपों से घिरे येदियुरप्पा को 22 अक्टूबर तक जेल भेजा गया है। शनिवार को जमीन घोटाला मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी का वॉरंट जारी किया। वॉरंट लेकर पुलिस येदियुरप्पा के घर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले। बाद में कहा गया कि वह सोमवार को सरेंडर करेंगे, लेकिन विपक्षी दल कांग्रेस के गिरफ्तारी से बचने के आरोपों के बाद येदियुरप्पा ने कल ही सरेंडर कर दिया। येदियुरप्पा पर बेंगलुरु एयरपोर्ट के पास जमीन की खरीद-फरोख्त में घोटाले का आरोप है।
संक्षिप्त पाठ: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को देर रात सीने में दर्द की शिकायत के बाद जेल से अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तराखंड में लोकायुक्त की नियुक्ति जल्द होगी. उत्तराखंड सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि लोकायुक्त बिल को लेकर कुछ संसोधन किए है और यह बिल अगले विधानसभा सत्र के दौरान पेश किया जाएगा और उस सत्र में बिल को पास कराके लोकायुक्त की नियुक्ति कर देंगे, लेकिन अभी इसमें 6 महीने का समय लगेगा क्योंकि अगला विधानसभा सत्र 6 महीने के बाद होगा. दरअसल, उत्तराखंड सरकार को लोकायुक्त की नियुक्त करने का निर्देश देने संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय से लोकायुक्त नियुक्त करने संबंधी अधिनियम की प्रति पेश करने के लिए कहा था. टिप्पणियां याचिका में कहा गया कि लोकायुक्त को लेकर उत्तराखंड का अधिनियम बेहद अच्छा है और वर्ष 2011 में विधानसभा में सर्वसम्मति से इससे संबंधित विधेयक पारित हुआ था. याचिका में उत्तराखंड में उपायुक्त की नियुक्ति जल्द करने की गुहार की गई है. वर्ष 2013 से राज्य में लोकायुक्त का पद रिक्त है.  राज्य में 700 से अधिक भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें लंबित हैं. उत्तराखंड के इस अधिनियम में लोकायुक्त के दायरे में मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री और सरकारी नौकर हैं. पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और सेवानिवृत्त सरकारी नौकर भी इसके दायरे में हैं. इसके तहत दोषियों को उम्रकैद की सजा और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है. याचिका में कहा गया कि लोकायुक्त को लेकर उत्तराखंड का अधिनियम बेहद अच्छा है और वर्ष 2011 में विधानसभा में सर्वसम्मति से इससे संबंधित विधेयक पारित हुआ था. याचिका में उत्तराखंड में उपायुक्त की नियुक्ति जल्द करने की गुहार की गई है. वर्ष 2013 से राज्य में लोकायुक्त का पद रिक्त है.  राज्य में 700 से अधिक भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें लंबित हैं. उत्तराखंड के इस अधिनियम में लोकायुक्त के दायरे में मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री और सरकारी नौकर हैं. पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और सेवानिवृत्त सरकारी नौकर भी इसके दायरे में हैं. इसके तहत दोषियों को उम्रकैद की सजा और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है. राज्य में 700 से अधिक भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतें लंबित हैं. उत्तराखंड के इस अधिनियम में लोकायुक्त के दायरे में मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री और सरकारी नौकर हैं. पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक और सेवानिवृत्त सरकारी नौकर भी इसके दायरे में हैं. इसके तहत दोषियों को उम्रकैद की सजा और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है.
संक्षिप्त पाठ: विधानसभा का सत्र 6 महीने बाद होगा बिल को विधानसभा में पेश किया गया 2013 से राज्य में लोकायुक्त का पद रिक्त है
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: तिब्बत के आध्यात्मिक नेता क्या पिछले 600 साल से चली आ रही 'दलाई लामा' की पारम्परिक संस्था को समाप्त कर एक बार फिर इतिहास रचने जा रहे हैं? राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दलाई लामा वैकल्पिक स्थिति तलाश रहे हैं। दलाई लामा के दफ्तर में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "वह जानते हैं कि उन पर निर्भरता की संस्कृति बढ़ गई है और वह इसे समाप्त करना चाहते हैं। वह अपनी मौत के बाद अराजकता नहीं चाहते।" एक दिन पहले ही दलाई लामा ने कहा था कि जब वह 90 साल के हो जाएंगे तो वह दलाई लामा संस्था को जारी रखने का पुनर्मूल्यांकन करेंगे। विश्लेषकों का कहना है कि अधिक सम्भावना इस बात की है कि दलाई लामा पुनर्जन्म के जरिये दलाई लामा के चुनाव की 600 साल की पुरानी परम्परा को समाप्त करने की कोशिश करेंगे। अपने हाल के कई सम्बोधनों में उन्होंने कहा भी कि आध्यात्मिक नेताओं और राजाओं से शासन की बात पुरानी हो चुकी है। नोबल पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर एक सवाल के जवाब में कहा, "व्यक्तिगत रूप से मैं समझता हूं कि दलाई लामा संस्था ने अपना उद्देश्य पूरा कर लिया है। वर्ष 2001 से हमारे पास कालों त्रिपा (प्रधानमंत्री) के रूप में एक निर्वाचित प्रशासन है, जो हमारे राजनीतिक प्रतिष्ठान का प्रभारी है।" इस साल मई में दलाई लामा ने तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख के रूप में इस्तीफा देते हुए 369 वर्ष पुरानी उस परम्परा को समाप्त कर दिया था, जिसके मुताबिक दलाई लामा को आध्यात्मिक और सांसारिक शक्तियां प्राप्त थीं। दलाई लामा ने कहा, "इस वक्त दलाई लामा संस्था तिब्बती संस्कृति और लोगों के लिए उपयोगी है। ऐसे में यदि मैं आज मर जाता हूं तो मैं समझता हूं कि तिब्बत के लोग दूसरे दलाई लामा का चयन करेंगे। यदि भविष्य में दलाई लामा संस्था प्रासंगिक और उपयोगी नहीं रह जाती और हमारी मौजूदा स्थिति में परिवर्तन होता है तो दलाई लामा संस्था समाप्त हो जाएगी।" चीन के यह कहने पर कि अगले दलाई लामा का जन्म तिब्बत में होगा और उनका चयन उसके द्वारा किया जाएगा, दलाई लामा ने कहा, "तिब्बत को लेकर यदि मौजूदा स्थिति बरकरार रहती है तो मैं चीनी प्रशासन के नियंत्रण से परे तिब्बत के बाहर जन्म लूंगा।" उन्होंने कहा, "जब मैं 90 साल का होऊंगा, तब वरिष्ठ लामाओं और तिब्बती जनता तथा अन्य सम्बंधित लोगों से परामर्श और पुनर्मूल्यांकन करूंगा कि इस संस्था को आगे जारी रहना चाहिए या नहीं।"
सारांश: तिब्बत के आध्यात्मिक नेता क्या पिछले 600 साल से चली आ रही 'दलाई लामा' की पारम्परिक संस्था को समाप्त कर फिर इतिहास रचने जा रहे हैं?
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: संसद में चर्चा और मत विभाजन से पहले संप्रग को बाहर से समर्थन दे रहे बसपा और सपा ने सोमवार को भी खुदरा एफडीआई मुद्दे पर समर्थन देने को लेकर सरकार को भ्रम की स्थिति में रखा है। लोकसभा में इस मुद्दे पर मंगवार से चर्चा शुरू होगी। चर्चा का समापन होने के बाद एफडीआई मुद्दे पर मत विभाजन बुधवार को होगा। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अबतक मिले जुले संकेत दिए हैं लेकिन सरकार को यकीन है कि उसके पास बहुमत है और वह सदन पटल पर जीतने में कामयाब होगी।टिप्पणियां मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस में संकेत दिया कि वह एफडीआई नीति का समर्थन कर सकती हैं क्योंकि इसमें कुछ सकारात्मक बातें भी हैं लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति का खुलासा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मत विभाजन के मुद्दे पर बसपा का फैसला सदन पटल पर ही जानने को मिलेगा, जब इस मुद्दे पर मत विभाजन होगा। एफडीआई नीति की एक ही सकारात्मक बात है कि यदि कोई राज्य इसे लागू नहीं करना चाहता तो इसे जबरन किसी राज्य पर नहीं थोपा जाएगा। मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस बात को गंभीरता से लिया है। हमारी पार्टी यह भी गंभीरता से विचार कर रही है कि उन दलों के साथ खड़ा हुआ जाए या नहीं, जो सांप्रदायिक शक्तियों को प्रोत्साहित करते हैं। लोकसभा में इस मुद्दे पर मंगवार से चर्चा शुरू होगी। चर्चा का समापन होने के बाद एफडीआई मुद्दे पर मत विभाजन बुधवार को होगा। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अबतक मिले जुले संकेत दिए हैं लेकिन सरकार को यकीन है कि उसके पास बहुमत है और वह सदन पटल पर जीतने में कामयाब होगी।टिप्पणियां मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस में संकेत दिया कि वह एफडीआई नीति का समर्थन कर सकती हैं क्योंकि इसमें कुछ सकारात्मक बातें भी हैं लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति का खुलासा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मत विभाजन के मुद्दे पर बसपा का फैसला सदन पटल पर ही जानने को मिलेगा, जब इस मुद्दे पर मत विभाजन होगा। एफडीआई नीति की एक ही सकारात्मक बात है कि यदि कोई राज्य इसे लागू नहीं करना चाहता तो इसे जबरन किसी राज्य पर नहीं थोपा जाएगा। मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस बात को गंभीरता से लिया है। हमारी पार्टी यह भी गंभीरता से विचार कर रही है कि उन दलों के साथ खड़ा हुआ जाए या नहीं, जो सांप्रदायिक शक्तियों को प्रोत्साहित करते हैं। मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस में संकेत दिया कि वह एफडीआई नीति का समर्थन कर सकती हैं क्योंकि इसमें कुछ सकारात्मक बातें भी हैं लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति का खुलासा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मत विभाजन के मुद्दे पर बसपा का फैसला सदन पटल पर ही जानने को मिलेगा, जब इस मुद्दे पर मत विभाजन होगा। एफडीआई नीति की एक ही सकारात्मक बात है कि यदि कोई राज्य इसे लागू नहीं करना चाहता तो इसे जबरन किसी राज्य पर नहीं थोपा जाएगा। मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस बात को गंभीरता से लिया है। हमारी पार्टी यह भी गंभीरता से विचार कर रही है कि उन दलों के साथ खड़ा हुआ जाए या नहीं, जो सांप्रदायिक शक्तियों को प्रोत्साहित करते हैं। मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने इस बात को गंभीरता से लिया है। हमारी पार्टी यह भी गंभीरता से विचार कर रही है कि उन दलों के साथ खड़ा हुआ जाए या नहीं, जो सांप्रदायिक शक्तियों को प्रोत्साहित करते हैं।
संक्षिप्त पाठ: संसद में चर्चा और मत विभाजन से पहले संप्रग को बाहर से समर्थन दे रहे बसपा और सपा ने सोमवार को भी खुदरा एफडीआई मुद्दे पर समर्थन देने को लेकर सरकार को भ्रम की स्थिति में रखा है।
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: इराक की राजधानी बगदाद में सोमवार को हुए शृंखलाबद्ध बम विस्फोटों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 73 घायल हो गए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि बगदाद के हुसेनिया इलाके में सोमवार शाम सड़क किनारे लगाकर रखे एक बम की चपेट में आने से पांच व्यक्तियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। सूत्र ने बताया कि बगदाद के जफरानिया इलाके में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और 12 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। इसके साथ ही डोरा जिले में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और सात अन्य व्यक्ति घायल हो गए।टिप्पणियां पुलिस सूत्र के मुताबिक, बगदाद के पास स्थित आलम में सड़क पर खड़ी एक कार में विस्फोट हो जाने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 11 व्यक्ति घायल हो गए। कैंप सारा इलाके में सड़क किनारे लगाकर रखे गए एक अन्य बम की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए हैं। मध्य बगदाद के तायरान चौक पर हुए एक कार बम विस्फोट में दो व्यक्तियों के मरने और 10 के घायल होने की खबर है। सूत्र ने बताया कि अल-ऑबीदी इलाके में हुए एक कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि बगदाद के हुसेनिया इलाके में सोमवार शाम सड़क किनारे लगाकर रखे एक बम की चपेट में आने से पांच व्यक्तियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। सूत्र ने बताया कि बगदाद के जफरानिया इलाके में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और 12 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। इसके साथ ही डोरा जिले में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और सात अन्य व्यक्ति घायल हो गए।टिप्पणियां पुलिस सूत्र के मुताबिक, बगदाद के पास स्थित आलम में सड़क पर खड़ी एक कार में विस्फोट हो जाने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 11 व्यक्ति घायल हो गए। कैंप सारा इलाके में सड़क किनारे लगाकर रखे गए एक अन्य बम की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए हैं। मध्य बगदाद के तायरान चौक पर हुए एक कार बम विस्फोट में दो व्यक्तियों के मरने और 10 के घायल होने की खबर है। सूत्र ने बताया कि अल-ऑबीदी इलाके में हुए एक कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। सूत्र ने बताया कि बगदाद के जफरानिया इलाके में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और 12 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। इसके साथ ही डोरा जिले में कार बम विस्फोट में चार व्यक्तियों की मौत हो गई और सात अन्य व्यक्ति घायल हो गए।टिप्पणियां पुलिस सूत्र के मुताबिक, बगदाद के पास स्थित आलम में सड़क पर खड़ी एक कार में विस्फोट हो जाने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 11 व्यक्ति घायल हो गए। कैंप सारा इलाके में सड़क किनारे लगाकर रखे गए एक अन्य बम की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए हैं। मध्य बगदाद के तायरान चौक पर हुए एक कार बम विस्फोट में दो व्यक्तियों के मरने और 10 के घायल होने की खबर है। सूत्र ने बताया कि अल-ऑबीदी इलाके में हुए एक कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्र के मुताबिक, बगदाद के पास स्थित आलम में सड़क पर खड़ी एक कार में विस्फोट हो जाने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि 11 व्यक्ति घायल हो गए। कैंप सारा इलाके में सड़क किनारे लगाकर रखे गए एक अन्य बम की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए हैं। मध्य बगदाद के तायरान चौक पर हुए एक कार बम विस्फोट में दो व्यक्तियों के मरने और 10 के घायल होने की खबर है। सूत्र ने बताया कि अल-ऑबीदी इलाके में हुए एक कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। मध्य बगदाद के तायरान चौक पर हुए एक कार बम विस्फोट में दो व्यक्तियों के मरने और 10 के घायल होने की खबर है। सूत्र ने बताया कि अल-ऑबीदी इलाके में हुए एक कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए।
संक्षिप्त सारांश: इराक की राजधानी बगदाद में सोमवार को हुए शृंखलाबद्ध बम विस्फोटों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 73 घायल हो गए हैं।
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हिलेरी क्लिंटन द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए सीनेटर टिम केन को चुने जाने के बाद प्रमुख भारतीय अमेरिकियों का कहना है कि केन भारत और अमेरिका के बीच अच्छे संबंधों के प्रबल पैरोकार हैं और वह भारत के अच्छे मित्र हैं। हिलेरी द्वारा वर्जीनिया के सीनेटर केन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की घोषणा करने के बाद सिलिकन वैली के भारतीय अमेरिकी उद्यमी एम रंगास्वामी ने उन्हें 'भारतीय-अमेरिकियों और भारत का बहुत बड़ा दोस्त' करार दिया। ग्रेटर वाशिंगटन से भारतीय अमेरिकी समुदाय के एक बड़े नेता शेकर नरसिम्हन ने केन के बारे में कहा, 'भारतीय अमेरिकियों के बहुत अच्छे दोस्त। सौम्य और सम्मानीय व्यक्ति हैं उनका सैद्धांतिक दृष्टिकोण और सुविचारित रुख होता है।' पिछले हफ्ते वर्जीनिया में क्लिंटन-केन रैली में शामिल होने वाले जाने माने भारतीय अमेरिकियों में शामिल नरसिम्हन ने कहा, 'कोई ऐसा व्यक्ति जिसे मुझे दोस्त कहने पर गर्व है। (केन) हिलेरी क्लिंटन को 2016 में जीत के शिखर पर पहुंचाने में मदद करेंगे और महत्वपूर्ण बात कि वह इस देश का शासन चलाने में बहुत बड़े साझेदार होंगे।' टिप्पणियां केन प्रभावशाली सीनेट इंडिया कॉकस के सक्रिय सदस्य हैं, जिसकी संस्थापक सदस्य और पहली सह अध्यक्ष हिलेरी क्लिंटन हैं। उन्होंने वर्जीनिया के गर्वनर और अमेरिकी सीनेटर के तौर पर भारत की कई यात्राएं की हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हिलेरी द्वारा वर्जीनिया के सीनेटर केन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की घोषणा करने के बाद सिलिकन वैली के भारतीय अमेरिकी उद्यमी एम रंगास्वामी ने उन्हें 'भारतीय-अमेरिकियों और भारत का बहुत बड़ा दोस्त' करार दिया। ग्रेटर वाशिंगटन से भारतीय अमेरिकी समुदाय के एक बड़े नेता शेकर नरसिम्हन ने केन के बारे में कहा, 'भारतीय अमेरिकियों के बहुत अच्छे दोस्त। सौम्य और सम्मानीय व्यक्ति हैं उनका सैद्धांतिक दृष्टिकोण और सुविचारित रुख होता है।' पिछले हफ्ते वर्जीनिया में क्लिंटन-केन रैली में शामिल होने वाले जाने माने भारतीय अमेरिकियों में शामिल नरसिम्हन ने कहा, 'कोई ऐसा व्यक्ति जिसे मुझे दोस्त कहने पर गर्व है। (केन) हिलेरी क्लिंटन को 2016 में जीत के शिखर पर पहुंचाने में मदद करेंगे और महत्वपूर्ण बात कि वह इस देश का शासन चलाने में बहुत बड़े साझेदार होंगे।' टिप्पणियां केन प्रभावशाली सीनेट इंडिया कॉकस के सक्रिय सदस्य हैं, जिसकी संस्थापक सदस्य और पहली सह अध्यक्ष हिलेरी क्लिंटन हैं। उन्होंने वर्जीनिया के गर्वनर और अमेरिकी सीनेटर के तौर पर भारत की कई यात्राएं की हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ग्रेटर वाशिंगटन से भारतीय अमेरिकी समुदाय के एक बड़े नेता शेकर नरसिम्हन ने केन के बारे में कहा, 'भारतीय अमेरिकियों के बहुत अच्छे दोस्त। सौम्य और सम्मानीय व्यक्ति हैं उनका सैद्धांतिक दृष्टिकोण और सुविचारित रुख होता है।' पिछले हफ्ते वर्जीनिया में क्लिंटन-केन रैली में शामिल होने वाले जाने माने भारतीय अमेरिकियों में शामिल नरसिम्हन ने कहा, 'कोई ऐसा व्यक्ति जिसे मुझे दोस्त कहने पर गर्व है। (केन) हिलेरी क्लिंटन को 2016 में जीत के शिखर पर पहुंचाने में मदद करेंगे और महत्वपूर्ण बात कि वह इस देश का शासन चलाने में बहुत बड़े साझेदार होंगे।' टिप्पणियां केन प्रभावशाली सीनेट इंडिया कॉकस के सक्रिय सदस्य हैं, जिसकी संस्थापक सदस्य और पहली सह अध्यक्ष हिलेरी क्लिंटन हैं। उन्होंने वर्जीनिया के गर्वनर और अमेरिकी सीनेटर के तौर पर भारत की कई यात्राएं की हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पिछले हफ्ते वर्जीनिया में क्लिंटन-केन रैली में शामिल होने वाले जाने माने भारतीय अमेरिकियों में शामिल नरसिम्हन ने कहा, 'कोई ऐसा व्यक्ति जिसे मुझे दोस्त कहने पर गर्व है। (केन) हिलेरी क्लिंटन को 2016 में जीत के शिखर पर पहुंचाने में मदद करेंगे और महत्वपूर्ण बात कि वह इस देश का शासन चलाने में बहुत बड़े साझेदार होंगे।' टिप्पणियां केन प्रभावशाली सीनेट इंडिया कॉकस के सक्रिय सदस्य हैं, जिसकी संस्थापक सदस्य और पहली सह अध्यक्ष हिलेरी क्लिंटन हैं। उन्होंने वर्जीनिया के गर्वनर और अमेरिकी सीनेटर के तौर पर भारत की कई यात्राएं की हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केन प्रभावशाली सीनेट इंडिया कॉकस के सक्रिय सदस्य हैं, जिसकी संस्थापक सदस्य और पहली सह अध्यक्ष हिलेरी क्लिंटन हैं। उन्होंने वर्जीनिया के गर्वनर और अमेरिकी सीनेटर के तौर पर भारत की कई यात्राएं की हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: हिलेरी क्लिंटन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए केन को उम्मीदवार चुना है केन वर्जीनिया के पूर्व गवर्नर हैं। वह 2013 में सीनेट के लिए चुने गए थे अमेरिकी सीनेटर के तौर पर केन ने भारत की कई यात्राएं की हैं
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: नेपाल में एक निजी एयरलाइन कंपनी का डोर्नियर विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार सभी 19 लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में सात ब्रिटिश और पांच चीनी नागरिक हैं। हवाई अड्डा के अधिकारियों ने बताया कि सीता एयरवेज के इस छोटे विमान ने स्थानीय समयानुसार सुबह सवा छह बजे उड़ान भरी और दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 16 यात्री तथा चालक दल के तीन सदस्य पहाड़ी इलाके में ट्रैकिंग के लिए माउंट एवरेस्ट का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले लुकला की ओर जा रहे थे। त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बचाव समन्वय समिति के अनुसार डोर्नियर विमान 9एन एचएस डी 228 हादसे में मारे गए 16 यात्रियों में से सात ब्रिटिश, पांच चीनी तथा चार नेपाली नागरिक हैं। चालक दल के तीनों सदस्य नेपाली थे। पुलिस, सेना तथा हवाई अड्डा कर्मचारी हादसे के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्यों के लिए दुर्घटनास्थल को रवाना हो गए। अधिकारियों ने बताया कि विमान ने उड़ान भरते ही आग पकड़ ली और कोटेश्वर क्षेत्र में मनाहारा नदी के किनारे पर जा गिरा। चालक दल के सदस्यों की पहचान कैप्टन बिजय टांडुकर, सह-पायलट तकेशी थापा तथा विमान परिचारिका रूजा शाक्या के रूप में हुई है। विमान हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है। हालांकि हवाई अड्डे के कुछ अधिकारियों का अनुमान है कि संभवत: आसमान में किसी पक्षी के विमान से टकराने के कारण वह उड़ान भरते ही लपटों में घिर गया और नदी के किनारे पर गिरने से पूर्व पायलट ने हो सकता है कि विमान को नदी के समीप उतारने की कोशिश की होगी। टिप्पणियां सड़क और हवाई यातायात के मामले में देश का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है और नेपाल में पिछले दो सालों में यह छठी बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पूर्व, इस वर्ष मई में अग्नि एयर का डोर्नियर विमान काठमांडू के उत्तर में जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में 15 लोग मारे गए थे। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था। हवाई अड्डा के अधिकारियों ने बताया कि सीता एयरवेज के इस छोटे विमान ने स्थानीय समयानुसार सुबह सवा छह बजे उड़ान भरी और दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 16 यात्री तथा चालक दल के तीन सदस्य पहाड़ी इलाके में ट्रैकिंग के लिए माउंट एवरेस्ट का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले लुकला की ओर जा रहे थे। त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बचाव समन्वय समिति के अनुसार डोर्नियर विमान 9एन एचएस डी 228 हादसे में मारे गए 16 यात्रियों में से सात ब्रिटिश, पांच चीनी तथा चार नेपाली नागरिक हैं। चालक दल के तीनों सदस्य नेपाली थे। पुलिस, सेना तथा हवाई अड्डा कर्मचारी हादसे के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्यों के लिए दुर्घटनास्थल को रवाना हो गए। अधिकारियों ने बताया कि विमान ने उड़ान भरते ही आग पकड़ ली और कोटेश्वर क्षेत्र में मनाहारा नदी के किनारे पर जा गिरा। चालक दल के सदस्यों की पहचान कैप्टन बिजय टांडुकर, सह-पायलट तकेशी थापा तथा विमान परिचारिका रूजा शाक्या के रूप में हुई है। विमान हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है। हालांकि हवाई अड्डे के कुछ अधिकारियों का अनुमान है कि संभवत: आसमान में किसी पक्षी के विमान से टकराने के कारण वह उड़ान भरते ही लपटों में घिर गया और नदी के किनारे पर गिरने से पूर्व पायलट ने हो सकता है कि विमान को नदी के समीप उतारने की कोशिश की होगी। टिप्पणियां सड़क और हवाई यातायात के मामले में देश का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है और नेपाल में पिछले दो सालों में यह छठी बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पूर्व, इस वर्ष मई में अग्नि एयर का डोर्नियर विमान काठमांडू के उत्तर में जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में 15 लोग मारे गए थे। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था। त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बचाव समन्वय समिति के अनुसार डोर्नियर विमान 9एन एचएस डी 228 हादसे में मारे गए 16 यात्रियों में से सात ब्रिटिश, पांच चीनी तथा चार नेपाली नागरिक हैं। चालक दल के तीनों सदस्य नेपाली थे। पुलिस, सेना तथा हवाई अड्डा कर्मचारी हादसे के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्यों के लिए दुर्घटनास्थल को रवाना हो गए। अधिकारियों ने बताया कि विमान ने उड़ान भरते ही आग पकड़ ली और कोटेश्वर क्षेत्र में मनाहारा नदी के किनारे पर जा गिरा। चालक दल के सदस्यों की पहचान कैप्टन बिजय टांडुकर, सह-पायलट तकेशी थापा तथा विमान परिचारिका रूजा शाक्या के रूप में हुई है। विमान हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है। हालांकि हवाई अड्डे के कुछ अधिकारियों का अनुमान है कि संभवत: आसमान में किसी पक्षी के विमान से टकराने के कारण वह उड़ान भरते ही लपटों में घिर गया और नदी के किनारे पर गिरने से पूर्व पायलट ने हो सकता है कि विमान को नदी के समीप उतारने की कोशिश की होगी। टिप्पणियां सड़क और हवाई यातायात के मामले में देश का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है और नेपाल में पिछले दो सालों में यह छठी बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पूर्व, इस वर्ष मई में अग्नि एयर का डोर्नियर विमान काठमांडू के उत्तर में जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में 15 लोग मारे गए थे। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था। चालक दल के सदस्यों की पहचान कैप्टन बिजय टांडुकर, सह-पायलट तकेशी थापा तथा विमान परिचारिका रूजा शाक्या के रूप में हुई है। विमान हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है। हालांकि हवाई अड्डे के कुछ अधिकारियों का अनुमान है कि संभवत: आसमान में किसी पक्षी के विमान से टकराने के कारण वह उड़ान भरते ही लपटों में घिर गया और नदी के किनारे पर गिरने से पूर्व पायलट ने हो सकता है कि विमान को नदी के समीप उतारने की कोशिश की होगी। टिप्पणियां सड़क और हवाई यातायात के मामले में देश का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है और नेपाल में पिछले दो सालों में यह छठी बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पूर्व, इस वर्ष मई में अग्नि एयर का डोर्नियर विमान काठमांडू के उत्तर में जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में 15 लोग मारे गए थे। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था। सड़क और हवाई यातायात के मामले में देश का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है और नेपाल में पिछले दो सालों में यह छठी बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पूर्व, इस वर्ष मई में अग्नि एयर का डोर्नियर विमान काठमांडू के उत्तर में जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में 15 लोग मारे गए थे। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था। उस हादसे में मारे गए लोगों में 13 भारतीय तीर्थयात्री भी शामिल थे, जो तिब्बत सीमा के समीप प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुक्तिनाथ को जा रहे थे। पिछले वर्ष सितंबर में एक छोटा बीच एयरक्राफ्ट काठमांडू के समीप गोदावरी गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसमें 10 भारतीयों समेत 19 लोग मारे गए थे। यह विमान पर्यटकों को एवरेस्ट के समीप पहाड़ों की उड़ान पर लेकर जा रहा था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: नेपाल में राजधानी काठमांडू के पास हुए एक विमान हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई है। यह विमान सीता एयर का था और इसने काठमांडू से लुकला के लिए उड़ान भरी थी।
19
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: शनिवार को कश्मीर के बारामूला के सोपोर इलाके के अमरगढ़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. मारे गए आतंकियों के पास से तीन एके 47 राइफल्स मिले हैं. साथ ही और भी कई हथियार मिले हैं. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से एक पाकिस्तान का और दो स्थानीय आतंकी है. शुक्रवार देर रात दो बजे सेना , पुलिस और सीआरपीएफ ने पक्की खुफिया सूचना के आधार पर पर पहले कासो यानी कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया. इलके अंतर्गत जिस इलाके में संदेह होता है वहां पर सुरक्षाबल पूरे गांव को घेर कर  तलाशी लेते है. इसी दौरान सुरक्षाबलों को एक घर से आतंकियों के छुपे होने का पता चला. इसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ करीब तीन घंटे मुठभेड़ चली. सुरक्षाबलों के फायरिंग में तीनों आतंकी मारे गए. इस कार्रवाई में पुलिस का एक जवान  घायल हुआ है. यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   शुक्रवार देर रात दो बजे सेना , पुलिस और सीआरपीएफ ने पक्की खुफिया सूचना के आधार पर पर पहले कासो यानी कार्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया. इलके अंतर्गत जिस इलाके में संदेह होता है वहां पर सुरक्षाबल पूरे गांव को घेर कर  तलाशी लेते है. इसी दौरान सुरक्षाबलों को एक घर से आतंकियों के छुपे होने का पता चला. इसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ करीब तीन घंटे मुठभेड़ चली. सुरक्षाबलों के फायरिंग में तीनों आतंकी मारे गए. इस कार्रवाई में पुलिस का एक जवान  घायल हुआ है. यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   यह भी पढ़ें- नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए 10 हमले दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   दक्षिण कश्मीर की तरह उत्तरी कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. उत्तरी कश्मीर में विदेश आतंकियों की तदाद ज्यादा है जबकि दक्षिण कश्मीर में स्थानीय आतंकियों की संख्या अधिक है.टिप्पणियां यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बुर्का पहने आतंकवादियों ने लूटा बैंक, CCTV में कैद हुई वारदात  वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.   वीडियो : जम्मू कश्मीर के सोपोर में तीन आतंकी ढेरशुक्रवार को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग में एक और उससे पहले  गुरुवार को कुलगाम दो आतंकी ढ़ेर कर चुकी है. पिछले सात महीने में करीब 120 आतंकी मारे जा चुके हैं. आतंकियों के टॉप कमांडर भी एक एक करके मारे जा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक माना जाता है कि अभी कश्मीर में दो सौ के करीब आतंकी सक्रिय है.
जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ 3 आतंकी मार गिराए, हालांकि 1 जवान घायल आतंकियों के पास से 3 एके47 बरामद हुई है
6
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मथुरा में दिल्ली-आगरा राजमार्ग से आगे छटीकरा-वृन्दावन मार्ग पर स्थित प्रेम मंदिर को उड़ा देने की धमकी मिली है. इस धमकी के बाद बीती शाम पुलिस और जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया. राधा और कृष्ण के अनन्य प्रेम को समर्पित इस मंदिर को उड़ा देने की धमकी मिलने के बाद आनन-फानन में इसके आस-पास के इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई. मोबाइल नंबर से फोन करने वाले की सर्विलांस के आधार पर तलाश की गई तो पता चला कि यह फोन किसी मुन्ना नाम के युवक के नाम से पंजीकृत है. उसने बताया कि उसका फोन खो गया था. उससे किसी अन्य व्यक्ति ने यह कॉल की थी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने बताया, "धमकी देने वाले युवक को भी पकड़ लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है. फिलहाल वह युवक पुलिस की हिरासत में है." इस मंदिर का निर्माण कृपालु महाराज ने करीब 54 एकड़ भूमि पर लगभग सौ करोड़ रुपए की धनराशि से कराया है. 11 वर्ष में बनकर तैयार हुए इस मंदिर का लोकार्पण 2012 में किया गया था. इस मंदिर में कुल 94 खम्भे हैं. इस मंदिर के निर्माण में इटैलियन संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है. मंदिर बनाने में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के एक हजार शिल्पकारों ने दिन-रात काम किया था. मन्दिर में प्रतिदिन देश-विदेश बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. इसकी ऊंचाई 125 फुट, लम्बाई 122 फुट तथा चौड़ाई 115 फुट है. इसमें फव्वारे, राधा-कृष्ण की मनोहर झांकियां, गोवर्धन लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीला की झांकियां उद्यानों के बीच सजाई गयी हैं. मन्दिर की शिलाओं पर राधा गोविन्द गीत सरल भाषा में लिखे गए हैं.
यहाँ एक सारांश है:वृन्दावन के प्रेम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी पुलिस-प्रशासन में मचा हड़कप इस खबर के बाद आस-पास के इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व संचार मंत्री और टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले के मुख्य आरोपी ए राजा को दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को 8 जून से 30 जून के बीच तमिलनाडु जाने की इजाजत दे दी। हाल ही में जमानत पर रिहा हुए पूर्व संचार मंत्री ए राजा ने एक अर्जी देकर तमिलनाडु जाने की इजाजत मांगी थी। अदालत ने 15 मई को उन्हें जमानत देते हुए कुछ शर्तें तय की थी। इन शर्तों में अदालत की अनुमति के बिना उन्हें अपने गृह राज्य की यात्रा नहीं करने की शर्त भी शामिल थी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने राजा का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया। द्रमुक सांसद का कहना था कि वह पिछले डेढ़ साल से भी अधिक समय से तमिलनाडु नहीं गए हैं। राजा ने इस आधार पर भी अदालत की इजाजत मांगी थी कि गर्मियों की छुट्टियों के चलते नौ जून से 30 जून के बीच उनके मुकदमे की सुनवाई नहीं होगी। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ए राजा को 8 जून से 30 जून के बीच अपने गृह राज्य तमिलनाडु की यात्रा करने की इजाजत 15 मई की तारीख वाले जमानत आदेश में उन पर लगाई गई शर्तों के मुताबिक दी जाती है।’’ द्रमुक सांसद को अदालत ने 15 मई को जमानत दे दी थी क्योंकि इस मामले के अन्य सभी 13 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी थी। राजा को जमानत पर रिहा करते हुए अदालत ने कहा था कि उन्हें और अधिक हिरासत में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। अदालत ने राजा पर कई शर्तें लगाई थी, जिनमें उनके तमिलनाडु जाने पर प्रतिबंध और दूर संचार विभाग जाने पर रोक शामिल है। इस विभाग में वह तीन साल से अधिक समय तक मंत्री रहे थे। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। हाल ही में जमानत पर रिहा हुए पूर्व संचार मंत्री ए राजा ने एक अर्जी देकर तमिलनाडु जाने की इजाजत मांगी थी। अदालत ने 15 मई को उन्हें जमानत देते हुए कुछ शर्तें तय की थी। इन शर्तों में अदालत की अनुमति के बिना उन्हें अपने गृह राज्य की यात्रा नहीं करने की शर्त भी शामिल थी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने राजा का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया। द्रमुक सांसद का कहना था कि वह पिछले डेढ़ साल से भी अधिक समय से तमिलनाडु नहीं गए हैं। राजा ने इस आधार पर भी अदालत की इजाजत मांगी थी कि गर्मियों की छुट्टियों के चलते नौ जून से 30 जून के बीच उनके मुकदमे की सुनवाई नहीं होगी। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ए राजा को 8 जून से 30 जून के बीच अपने गृह राज्य तमिलनाडु की यात्रा करने की इजाजत 15 मई की तारीख वाले जमानत आदेश में उन पर लगाई गई शर्तों के मुताबिक दी जाती है।’’ द्रमुक सांसद को अदालत ने 15 मई को जमानत दे दी थी क्योंकि इस मामले के अन्य सभी 13 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी थी। राजा को जमानत पर रिहा करते हुए अदालत ने कहा था कि उन्हें और अधिक हिरासत में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। अदालत ने राजा पर कई शर्तें लगाई थी, जिनमें उनके तमिलनाडु जाने पर प्रतिबंध और दूर संचार विभाग जाने पर रोक शामिल है। इस विभाग में वह तीन साल से अधिक समय तक मंत्री रहे थे। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने राजा का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया। द्रमुक सांसद का कहना था कि वह पिछले डेढ़ साल से भी अधिक समय से तमिलनाडु नहीं गए हैं। राजा ने इस आधार पर भी अदालत की इजाजत मांगी थी कि गर्मियों की छुट्टियों के चलते नौ जून से 30 जून के बीच उनके मुकदमे की सुनवाई नहीं होगी। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ए राजा को 8 जून से 30 जून के बीच अपने गृह राज्य तमिलनाडु की यात्रा करने की इजाजत 15 मई की तारीख वाले जमानत आदेश में उन पर लगाई गई शर्तों के मुताबिक दी जाती है।’’ द्रमुक सांसद को अदालत ने 15 मई को जमानत दे दी थी क्योंकि इस मामले के अन्य सभी 13 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी थी। राजा को जमानत पर रिहा करते हुए अदालत ने कहा था कि उन्हें और अधिक हिरासत में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। अदालत ने राजा पर कई शर्तें लगाई थी, जिनमें उनके तमिलनाडु जाने पर प्रतिबंध और दूर संचार विभाग जाने पर रोक शामिल है। इस विभाग में वह तीन साल से अधिक समय तक मंत्री रहे थे। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ए राजा को 8 जून से 30 जून के बीच अपने गृह राज्य तमिलनाडु की यात्रा करने की इजाजत 15 मई की तारीख वाले जमानत आदेश में उन पर लगाई गई शर्तों के मुताबिक दी जाती है।’’ द्रमुक सांसद को अदालत ने 15 मई को जमानत दे दी थी क्योंकि इस मामले के अन्य सभी 13 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी थी। राजा को जमानत पर रिहा करते हुए अदालत ने कहा था कि उन्हें और अधिक हिरासत में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। अदालत ने राजा पर कई शर्तें लगाई थी, जिनमें उनके तमिलनाडु जाने पर प्रतिबंध और दूर संचार विभाग जाने पर रोक शामिल है। इस विभाग में वह तीन साल से अधिक समय तक मंत्री रहे थे। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। राजा को जमानत पर रिहा करते हुए अदालत ने कहा था कि उन्हें और अधिक हिरासत में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है। अदालत ने राजा पर कई शर्तें लगाई थी, जिनमें उनके तमिलनाडु जाने पर प्रतिबंध और दूर संचार विभाग जाने पर रोक शामिल है। इस विभाग में वह तीन साल से अधिक समय तक मंत्री रहे थे। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। अदालत ने राजा को निर्देश दिया था वह मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देंगे। जमानत की शर्तो में राजा को अपना पासपोर्ट जमा कराने और सुनवाई के दौरान अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश भी शामिल था। अदालत ने राजा को जमानत पर रिहा करते हुए उन्हें 20 लाख रूपये का निजी मुचलका और इतनी ही रकम की दो जमानत राशि भी देने का निर्देश दिया था।टिप्पणियां अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। अदालत ने कहा था कि यदि राजा सुनवाई के दौरान गैर हाजिर रहना चाहते हैं तो उन्हें इसकी पूर्व अनुमति लेनी होगी और उन्हें अपरिहार्य परिस्थितियों में इस बारे में फौरन अदालत एवं सीबीआई को सूचना देनी होगी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी। गौरतलब है कि सीबीआई ने राजा (49) को पिछले साल दो फरवरी को गिरफ्तार किया था। वह 30,000 करोड़ रूपये के टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। इस मामले में अन्य सभी सह आरोपियों को जमानत मिलने के बाद राजा ने अपनी जमानत की अर्जी दी थी।
यहाँ एक सारांश है:पूर्व संचार मंत्री और टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले के मुख्य आरोपी ए राजा को दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को 8 जून से 30 जून के बीच तमिलनाडु जाने की इजाजत दे दी।
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पंजाब, गोवा और फिर दिल्ली में उपचुनाव चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के लिए भ्रष्टाचार, मूल्यों से समझौता करने को जिम्मेदार बताते हुए स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी की राजनीतिक हत्या करने पर उतारू है, लेकिन यह तय है कि हत्या होने से पहले आम आदमी पार्टी आत्महत्या कर चुकी होगी. योगेन्द्र यादव ने कहा कि वे लोकतांत्रिक राजनीति में एक दुखद और चौंकाने वाला तमाशा देख रहे हैं. बीजेपी ने 'आप' को खत्म करने के लिए जंग छेड़ी हुई है, पर वह कामयाब नहीं होगी क्योंकि 'आप' नेतृत्व स्वयं को ही खत्म करने की मुद्रा में है. अब ये देखना है कि पहले क्या होता है-हत्या या आत्महत्या? उन्होंने कहा की इसमें कोई शक नहीं कि बीजेपी आम आदमी पार्टी की हत्या करने को लालायित है, लेकिन आम आदमी पार्टी अपने ही कृत्यों, नकारापन, भ्रष्टाचार और मूल्यों से समझौतों के चलते आत्महत्या करने की राह पर है. योगेन्द्र यादव अन्ना आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे हैं और आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल थे. योगेन्द्र यादव को अरविंद केजरीवाल से मतभेद के कारण  'आप' से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने प्रशांत भूषण एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर स्वराज इंडिया पार्टी का गठन किया. आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह पार्टी मुख्यत: तीन संकल्पों का समावेश थी जिनमें सैद्धांतिक राजनीति, सुशासन और चुनावी बल शामिल रहा है. लेकिन अफसोस कि सैद्धांतिक राजनीति का दावा तो वह पहले ही खो चुकी है. दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था. यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   योगेन्द्र यादव ने कहा कि वे लोकतांत्रिक राजनीति में एक दुखद और चौंकाने वाला तमाशा देख रहे हैं. बीजेपी ने 'आप' को खत्म करने के लिए जंग छेड़ी हुई है, पर वह कामयाब नहीं होगी क्योंकि 'आप' नेतृत्व स्वयं को ही खत्म करने की मुद्रा में है. अब ये देखना है कि पहले क्या होता है-हत्या या आत्महत्या? उन्होंने कहा की इसमें कोई शक नहीं कि बीजेपी आम आदमी पार्टी की हत्या करने को लालायित है, लेकिन आम आदमी पार्टी अपने ही कृत्यों, नकारापन, भ्रष्टाचार और मूल्यों से समझौतों के चलते आत्महत्या करने की राह पर है. योगेन्द्र यादव अन्ना आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे हैं और आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल थे. योगेन्द्र यादव को अरविंद केजरीवाल से मतभेद के कारण  'आप' से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने प्रशांत भूषण एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर स्वराज इंडिया पार्टी का गठन किया. आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह पार्टी मुख्यत: तीन संकल्पों का समावेश थी जिनमें सैद्धांतिक राजनीति, सुशासन और चुनावी बल शामिल रहा है. लेकिन अफसोस कि सैद्धांतिक राजनीति का दावा तो वह पहले ही खो चुकी है. दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था. यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   उन्होंने कहा की इसमें कोई शक नहीं कि बीजेपी आम आदमी पार्टी की हत्या करने को लालायित है, लेकिन आम आदमी पार्टी अपने ही कृत्यों, नकारापन, भ्रष्टाचार और मूल्यों से समझौतों के चलते आत्महत्या करने की राह पर है. योगेन्द्र यादव अन्ना आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे हैं और आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल थे. योगेन्द्र यादव को अरविंद केजरीवाल से मतभेद के कारण  'आप' से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने प्रशांत भूषण एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर स्वराज इंडिया पार्टी का गठन किया. आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह पार्टी मुख्यत: तीन संकल्पों का समावेश थी जिनमें सैद्धांतिक राजनीति, सुशासन और चुनावी बल शामिल रहा है. लेकिन अफसोस कि सैद्धांतिक राजनीति का दावा तो वह पहले ही खो चुकी है. दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था. यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   योगेन्द्र यादव अन्ना आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे हैं और आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल थे. योगेन्द्र यादव को अरविंद केजरीवाल से मतभेद के कारण  'आप' से निष्कासित कर दिया गया. उन्होंने प्रशांत भूषण एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर स्वराज इंडिया पार्टी का गठन किया. आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह पार्टी मुख्यत: तीन संकल्पों का समावेश थी जिनमें सैद्धांतिक राजनीति, सुशासन और चुनावी बल शामिल रहा है. लेकिन अफसोस कि सैद्धांतिक राजनीति का दावा तो वह पहले ही खो चुकी है. दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था. यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह पार्टी मुख्यत: तीन संकल्पों का समावेश थी जिनमें सैद्धांतिक राजनीति, सुशासन और चुनावी बल शामिल रहा है. लेकिन अफसोस कि सैद्धांतिक राजनीति का दावा तो वह पहले ही खो चुकी है. दागी उम्मीदवारों को अपनाना, अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ाना, पार्टी के लोकपाल को बेशर्मी से हटाना, इन सबने पार्टी के पतन की तरफ तो इशारा कर ही दिया था. यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   यादव ने कहा कि 'आप' के सुशासन के वायदे की कलई खुल गई है. जहां यह सच है कि भाजपा, आम आदमी पार्टी के पीछे हाथ धो कर पड़ी हुई है, वहीं यह भी सच है कि आम आदमी पार्टी अपने ही न जाने कितने कुकृत्यों को छुपाए बैठी है. अब यह भी साबित हो गया है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता. दिल्ली उच्च न्यायालय ने 'आप' सरकार के असंवैधानिक फैसलों पर टिप्पणियां की हैं. 'आप' विधायकों की संसदीय सचिवों पर नियुक्ति से लाभ के पद का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब शुंगलू समिति ने भी नियम-कानून को धता बताने वाले इनके कई कारनामों का कच्चा-चिटठा खोल दिया है. पार्टी की वेबसाइट और चुनाव आयोग में दी गई दानदाताओं की सूची में भिन्नता है. यहां तक कि पार्टी ने तो अब अपने दान की लिस्ट ही हटा ली है. शुंगलू समिति ने भाई-भतीजावाद और पद के दुरुपयोग के कई मामले गिनाए हैं जो किसी भी भ्रष्ट तंत्र में पाए जाते हैं. योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   योगेन्द्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ मंत्री अपनी बेटी को अपने ही विभाग के एक प्रोजेक्ट का जिम्मा दे देते हैं. मुख्यमंत्री ने खुद नियम को अनदेखा कर अपने करीबी साथी रिश्तेदार को पहले रेजिडेंट डॉक्टर, और फिर स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी नियुक्त कर दिया. बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पद दे दिए गए, जिनमें से बहुत से पुरानी तिथि के आर्डर से लागू किया गए.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.   उन्होंने कहा कि सरकारी पैसे का अपने विज्ञापन-प्रचार के लिए दुरुपयोग, अपने बचाव पक्ष के महंगे वकील को सरकारी खर्चे से भुगतान करना सब सामने है. नैतिकता और सुशासन के मुद्दे पर हारी 'आप' अब चुनाव आयोग के पीछे पड़ी है. अब अपनी हार का ठीकरा वो ईवीएम पर फोड़ रही है. इसी सन्दर्भ में हाउस टैक्स हटाने का वायदा उसकी हताशा का संकेत है. पार्टी नेतृत्व को अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. पता नहीं 'आप' का चुनावी यंत्र 'आप' की नैतिक मृत्यु के बाद और कितनी देर तक बचेगा.
संक्षिप्त सारांश: योगेंद्र यादव का कहना है कि 'आप' को शासन का व्याकरण भी नहीं पता योगेंद्र यादव 'आप' के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं केजरीवाल से मतभेद के कारण उन्हें 'आप' से निष्कासित कर दिया
10
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Panipat Box Office Collection Day 1: बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और कृति सेनन (Kriti Sanon) की फिल्म 'पानीपत' (Panipat) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी अच्छा रिस्पॉन्स दिया है. फिल्म को लेकर दर्शकों में भी उत्साह है. हालांकि फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया. अर्जुन कपूर की फिल्म को कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) की 'पति पत्नी और वो' ने कड़ी टक्कर दी. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक अर्जुन कपूर की फिल्म 'पानीपत' (Panipat Box Office Collection) ने पहले दिन केवल 3.5 से 4 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. Pati Patni Aur Woh Box Office Collection Day 1: कार्तिक आर्यन की फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, कमा डाले इतने करोड़ वहीं, अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और  संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने इस फिल्म में कमाल का अभिनय किया है. यह पहला मौका है जब दोनों कलाकार एक साथ किसी फिल्म में हों. आशुतोष गोवारीकर (Ashutosh Gowariker) ने भी लंबे समय बाद इस फिल्म के साथ वापसी की है. इससे पहले आशुतोष गोवारीकर ने लोगों से उनकी आगामी फिल्म 'पानीपत' (Panipat) के बारे में कोई भी अवधारणा बनाने से पहले इसे देखने का आग्रह किया था.  भांगड़ा पा ले' की रिलीज डेट आई सामने, तो यह एक्टर शाहरुख-सलमान के बंगले के बाहर लगा चिल्लाने- देखें Video 'पानीपत' का ट्रेलर (Panipat Trailer) रिलीज होते ही विवाद हो गया था. इस पर आशुतोष ने कहा था, "मुझे लगता है कि लोगों को फिल्म देखने की जरूरत है. फिल्म को देखने के बाद उन्हें उनके सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे. जब वे फिल्म देखेंगे, तब वे महसूस कर पाएंगे कि इसे नेक इरादे से बनाया गया है और फिल्म में सारी अच्छी बातें ही हैं." इस फिल्म में अर्जुन कपूर मराठी योद्धा बने हैं. फिल्म में जहां कृति सेनन (Kriti Sanon) अर्जुन कपूर की पत्नी बनी हैं, तो वहीं संजय दत्त (Sanjay Dutt) 'अहमद शाह अब्दाली' के किरदार में अर्जुन कपूर के दुश्मन बने नजर आ रहे हैं.
सारांश: अर्जुन कपूर और संजय दत्त की फिल्म हुई रिलीज बॉक्स ऑफिस पर 'पानीपत' ने मचा दिया धमाल पहले दिन किया इतना कलेक्शन
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सरकार ने कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने और उनके खिलाफ आरोपों की सुनवाई के लिए त्वरित अदालतें स्थापित करने की टीम अन्ना की मांगों को खारिज कर दिया। सरकार ने कहा कि ऐसे मुद्दों से निबटने के लिए मौजूदा व्यवस्था सक्षम है। अन्ना हजारे द्वारा पिछले महीने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र का जवाब देते हुए पीएमओ ने कहा कि कार्यकर्ता ने कोयला ब्लॉक आवंटन में मनमोहन सिंह के खिलाफ (भ्रष्टाचार के) आरोपों के बारे में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने हजारे को भेजे पत्र में कहा, "आपने आरोपों के संबंध में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। इसके बदले आपने कहा कि यह आरोप आप नहीं लगा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि संभवत: कैग की एक रिपोर्ट के लीक हुए मसौदे ओर मीडिया रिपोर्टों के आधार पर आरोप लगाए गए हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) और सुझाए गए जांच के विषय पर विचार किया है। उन्होंने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच के लिए पर्याप्त कानूनी और संवैधानिक ढांचे को देखते हुए आपकी मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। सरकार ने कहा कि ऐसे मुद्दों से निबटने के लिए मौजूदा व्यवस्था सक्षम है। अन्ना हजारे द्वारा पिछले महीने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र का जवाब देते हुए पीएमओ ने कहा कि कार्यकर्ता ने कोयला ब्लॉक आवंटन में मनमोहन सिंह के खिलाफ (भ्रष्टाचार के) आरोपों के बारे में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने हजारे को भेजे पत्र में कहा, "आपने आरोपों के संबंध में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। इसके बदले आपने कहा कि यह आरोप आप नहीं लगा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि संभवत: कैग की एक रिपोर्ट के लीक हुए मसौदे ओर मीडिया रिपोर्टों के आधार पर आरोप लगाए गए हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) और सुझाए गए जांच के विषय पर विचार किया है। उन्होंने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच के लिए पर्याप्त कानूनी और संवैधानिक ढांचे को देखते हुए आपकी मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। अन्ना हजारे द्वारा पिछले महीने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र का जवाब देते हुए पीएमओ ने कहा कि कार्यकर्ता ने कोयला ब्लॉक आवंटन में मनमोहन सिंह के खिलाफ (भ्रष्टाचार के) आरोपों के बारे में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने हजारे को भेजे पत्र में कहा, "आपने आरोपों के संबंध में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। इसके बदले आपने कहा कि यह आरोप आप नहीं लगा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि संभवत: कैग की एक रिपोर्ट के लीक हुए मसौदे ओर मीडिया रिपोर्टों के आधार पर आरोप लगाए गए हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) और सुझाए गए जांच के विषय पर विचार किया है। उन्होंने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच के लिए पर्याप्त कानूनी और संवैधानिक ढांचे को देखते हुए आपकी मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने हजारे को भेजे पत्र में कहा, "आपने आरोपों के संबंध में कोई सबूत नहीं पेश किए हैं। इसके बदले आपने कहा कि यह आरोप आप नहीं लगा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि संभवत: कैग की एक रिपोर्ट के लीक हुए मसौदे ओर मीडिया रिपोर्टों के आधार पर आरोप लगाए गए हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) और सुझाए गए जांच के विषय पर विचार किया है। उन्होंने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच के लिए पर्याप्त कानूनी और संवैधानिक ढांचे को देखते हुए आपकी मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) और सुझाए गए जांच के विषय पर विचार किया है। उन्होंने कहा, "आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच के लिए पर्याप्त कानूनी और संवैधानिक ढांचे को देखते हुए आपकी मांग को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। हजारे और उनके करीबी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए तीन अवकाशप्राप्त न्यायाधीशों के विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। अपने पत्र में उन्होंने 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित किए जाने की मांग की थी। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। पीएमओ ने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। पीएमओ ने कहा कि सीबीआई और उसके कामकाज के बारे में हजारे की धारणा गलत है।टिप्पणियां नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। नारायणसामी ने कहा, कैग की रिपोर्ट (कोयला ब्लॉक आवंटन पर) संसद में पेश नहीं की गई है। जब रिपोर्ट पेश की जाएगी तो सरकार संसदीय प्रक्रिया के तहत लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष अपना पक्ष रखेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सांसद द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीवीसी ने पहले ही सीबीआई को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है। पीएमओ ने हजारे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और कैग ने कई मौकों पर गलतियों के लिए मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं। नारायणसामी ने अपने जवाब में कहा, यह न सिर्फ अस्पष्ट बल्कि अस्वीकार्य भी है।
यह एक सारांश है: अन्ना और उनकी टीम की तरफ से 26 मई, 2012 को लिखी गई चिट्ठी के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से लिखी चिट्ठी में अन्ना और उनकी टीम द्वारा उठाए गए सवालों का विस्तार से जवाब दिया गया है।
24
['hin']
एक सारांश बनाओ: Saaho Box Office Collection Day 15: साउथ के सुपरस्टार 'प्रभास (Prabhas)' और एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'साहो (Saaho)' लगातार बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है. रिलीज के 15वें दिन भी फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर बंपर कमाई जारी है. दर्शकों को श्रद्धा कपूर और प्रभास की जोड़ी काफी पसंद आ रही है. वहीं फिल्म की कामयाबी और जबरदस्त एक्शन को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है प्रभास (Prabhas) की इस फिल्म ने शुक्रवार को 1.50 करोड़ रुपये की कमाई की. इस हिसाब से 'साहो (Saaho)' फिल्म के हिंदी वर्जन ने अब तक करीब 141.50 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. हालांकि इससे जुड़े अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ें नहीं आए हैं. वहीं 'साहो' (Saaho) की ओवरऑल कमाई की बात करें तो यह फिल्म 300 करोड़ का आंकड़ा छूने के बेहद करीब है. हालांकि फिल्म की कमाई में पहले के मुकाबले गिरावट देखने को मिली है. प्रभास (Prabhas) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की यह फिल्म विदेशों में भी खूब पसंद की जा रही है.  हॉलीवुड स्टाइल हर मसाला समेटे 'साहो (Saaho)' के एक्शन सांसें रोक देते हैं. फिर प्रभास एक्शन करते हुए लगते भी कमाल हैं. कुल मिलाकर 'साहो' (Saaho) एक्शन प्रेमियों के लिए परफेक्ट मसाला है,  'साहो  की कहानी दो हजार करोड़ की चोरी की है और उसके बाद ब्लैक बॉक्स का चक्कर है. प्रभास (Prabhas) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'साहो' (Saaho) का म्यूजिक अच्छा है. डायरेक्शन की बात करें तो सुजीत ने दिखा दिया है कि भारत में हॉलीवुड स्टाइल एक्शन रचा जा सकता है. 'साहो' कुल मिलाकर एक्शन और ग्राफिक्स का कमाल है, जिसे प्रभास और एक्शन प्रेमियों के लिए एक बार बार देखना तो बनता है.
फिल्म 'साहो' का शानदार प्रदर्शन जारी पंद्रहवें दिन किया इतना कलेक्शन विदेशों में भी फिल्म कर रही है अच्छा कारोबार
26
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Honor 20i भारत में अगले सप्ताह से बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। भारतीय मार्केट में Honor 20i की सीधी भिड़ंत Redmi Note 7 Pro और Samsung Galaxy M40 स्मार्टफोन से होगी। Honor 20i की अहम खासियतों की बात करें तो यह स्मार्टफोन फुल-एचडी+ स्क्रीन, किरिन 710एफ चिपसेट, तीन रियर कैमरे, 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज से लैस है। आइए जानते हैं कि स्पेसिफिकेशन और कीमत के आधार पर Honor 20i, Redmi Note 7 Pro और Samsung Galaxy M40 में कौन बेहतर है? Honor 20i की कीमत 14,999 रुपये है। यह 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के साथ आएगा। Xiaomi ने Redmi Note 7 Pro (रिव्यू) के दो वेरिएंट उपलब्ध कराए हैं। 4 जीबी रैम + 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट को 13,999 रुपये में बेचा जाएगा। ग्राहक रेडमी नोट 7 प्रो के 6 जीबी + 128 जीबी वर्ज़न की कीमत 16,999 रुपये है। सैमसंग Galaxy M40 को भारत में 19,990 रुपये में बेचा जाएगा। यह 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के साथ आएगा। Honor 20i और Samsung Galaxy M40 भारत में 18 जून से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे तो वहीं रेडमी नोट 7 प्रो पहले से ही भारत में फ्लैश सेल के जरिए बेचा जा रहा है। तीनों ही स्मार्टफोन डुअल-सिम (नैनो) सपोर्ट और एंड्रॉयड 9 पाई से लैस हैं। Honor 20i में 6.21 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2340 पिक्सल) डिस्प्ले है, 19.5:9 आस्पेक्ट रेशियो के साथ। फोन में टॉप पर वाटरड्रॉप नॉच भी है। Redmi Note 7 Pro में 6.3 इंच की फुल-एचडी+ स्क्रीन है, 19.5:9 आस्पेक्ट रेशियो और वाटरड्रॉप नॉच के साथ। फोन के फ्रंट और बैक पैनल पर 2.5डी कर्व्ड गोरिल्ला ग्लास 5 का इस्तेमाल हुआ है। सैमसंग गैलेक्सी एम40 में 6.3 इंच का फुल-एचडी+ इनफिनिटी ओ डिस्प्ले है। इस पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन है। डिस्प्ले पैनल कंपनी की स्क्रीन साउंड टेक्नोलॉजी के साथ आता है। यह हैंडसेट में ऑडियो वाइब्रेशन प्रोड्यूस करता है। नए हॉनर हैंडसेट में ऑक्टा-कोर किरिन 710 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। ग्राफिक्स के लिए माली जी51एमपी4 इंटिग्रेटेड है। रेडमी नोट 7 प्रो में 11एनएम प्रोसेस से बने क्वालकॉम ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 675 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। सैमसंग ब्रांड के इस हैंडसेट में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 675 प्रोसेसर के साथ एड्रेनो 612 जीपीयू दिया गया है। हॉनर 20आई स्मार्टफोन 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के साथ आता है, माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 512 जीबी तक बढ़ाना संभव है। रैम और स्टोरेज पर आधारित Redmi Note 7 Pro फोन के दो विकल्प हैं- 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज और 6 जीबी रैम के साथ 128 जीबी स्टोरेज। दोनों ही वेरिएंट 256 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड को सपोर्ट करते हैं। सैमसंग गैलेक्सी एम40 की इनबिल्ट स्टोरेज 128 जीबी है और ज़रूरत पड़ने पर 512 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल करना संभव है। अब बात कैमरा सेटअप की। Honor 20i में पिछले हिस्से पर तीन कैमरे हैं। यहां एफ/ 1.8 अपर्चर वाला 24 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा, एफ/ 2.4 अपर्चर वाला 8 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा और साथ में 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर है। फ्रंट पैनल पर एचडीआर सपोर्ट वाला एफ/ 2.0 अपर्चर से लैस 32 मेगापिक्सल का सेंसर है। Redmi Note 7 Pro डुअल कैमरा सेटअप के साथ आता है। इसमें एफ/ 1.79 अपर्चर वाला 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है। इसके साथ 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी डेप्थ सेंसर दिया गया है। फोन में एआई सीन डिटेक्शन, एआई पोर्ट्रेट मोड और नाइट मोड जैसे कैमरा फीचर हैं। इसके अलावा फोन में 13 मेगापिक्सल का सेल्फी सेंसर है। इस फोन के रियर कैमरे से यूज़र 4K वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। Galaxy M40 में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। प्राइमरी सेंसर 32 मेगापिक्सल का है। यह एआई सीन ऑप्टिमाइज़र और एफ/ 1.7 लेंस के साथ आता है। पिछले हिस्से पर 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा है। यह डेप्थ सेंसर भी है। तीसरा कैमरा 8 मेगापिक्सल का है, यह अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस के साथ आता है। फोन में 4के वीडियो रिकॉर्डिंग, स्लो-मो और हाइपरलैप्स के लिए सपोर्ट है। सेल्फी के लिए फोन में 16 मेगापिक्सल का सेंसर दिया गया है। अन्य स्पेसिफिकेशन की बात करें तो तीनों स्मार्टफोन वाई-फाई 802.11एसी, जीपीएस और फिंगरप्रिंट सेंसर से लैस हैं। Honor 20i की बैटरी 3,400 एमएएच की है। लेकिन यह फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट नहीं करती है। रेडमी नोट 7 प्रो फोन की बैटरी 4,000 एमएएच की है और यह क्विक चार्ज 4.0 को सपोर्ट करेगी। Samsung के इस फोन में 3,500 एमएएच की बैटरी है और यह 15 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। Honor 20i फोन का डाइमेंशन 154.8x73.64x7.95 मिलीमीटर है और वज़न 164 ग्राम। Redmi Note 7 Pro की लंबाई-चौड़ाई 154.80x73.64x7.95 मिलीमीटर और वज़न 186 ग्राम है। सैमसंग ने Galaxy M40 की सटीक लंबाई-चौड़ाई नहीं बताई है लेकिन यह पता चला है कि इसकी मौटाई 7.9 मिलीमीटर और वज़न 168 ग्राम होगा।
सारांश: '48 Megapixel Camera' वाला स्मार्टफोन है Redmi Note 7 Pro Honor 20i की कीमत 14,999 रुपये है Galaxy M40 में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: रुपये की विनिमय दर में तेज गिरावट के बीच वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि भारतीय मुद्रा को बाजार में कम आंका जा रहा है और यह अपने उचित स्तर से इस समय ज्यादा ही नीचे चली गई है। उन्होंने निवेशकों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि मौजूदा हालात से ‘ज्यादा निराश होने की जरूरत नहीं है’ और रुपया अपना स्तर पुन: हासिल कर लेगा। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच दिन में 5.5 प्रतिशत टूट चुका है। पूरे सप्ताह रुपये में लगातार गिरावट पर चुप्पी साधे रहने के बाद चिदंबरम ने आज ऐसे समय एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया जबकि रुपये की विनिमय दर प्रति डॉलर 65 से भी नीचे चली गई थी। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मुद्रा बाजार में जल्द ही स्थिरता आएगी क्योंकि सरकार निवेश को प्रोत्साहित करने और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा ‘‘हमारा मानना है कि रुपये का मूल्य कम आंका जा रहा है और इसमें गिरावट तार्किक रूप से उचित माने जाने वाले इसके स्तर से ज्यादा हो गई है।’’ चिदंबरम ने आज दिन में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव और रिजर्व बैंक गवर्नर मनोनीत रघुराम राजन के साथ यहां तीन घंटे लंबी बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लगता है विदेशी विनिमय बाजार घबराहट में है और इसका असर दूसरे बाजारों पर भी पड़ रहा है।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच दिन में 5.5 प्रतिशत टूट चुका है। पूरे सप्ताह रुपये में लगातार गिरावट पर चुप्पी साधे रहने के बाद चिदंबरम ने आज ऐसे समय एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया जबकि रुपये की विनिमय दर प्रति डॉलर 65 से भी नीचे चली गई थी। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मुद्रा बाजार में जल्द ही स्थिरता आएगी क्योंकि सरकार निवेश को प्रोत्साहित करने और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा ‘‘हमारा मानना है कि रुपये का मूल्य कम आंका जा रहा है और इसमें गिरावट तार्किक रूप से उचित माने जाने वाले इसके स्तर से ज्यादा हो गई है।’’ चिदंबरम ने आज दिन में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव और रिजर्व बैंक गवर्नर मनोनीत रघुराम राजन के साथ यहां तीन घंटे लंबी बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लगता है विदेशी विनिमय बाजार घबराहट में है और इसका असर दूसरे बाजारों पर भी पड़ रहा है।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मुद्रा बाजार में जल्द ही स्थिरता आएगी क्योंकि सरकार निवेश को प्रोत्साहित करने और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा ‘‘हमारा मानना है कि रुपये का मूल्य कम आंका जा रहा है और इसमें गिरावट तार्किक रूप से उचित माने जाने वाले इसके स्तर से ज्यादा हो गई है।’’ चिदंबरम ने आज दिन में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव और रिजर्व बैंक गवर्नर मनोनीत रघुराम राजन के साथ यहां तीन घंटे लंबी बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लगता है विदेशी विनिमय बाजार घबराहट में है और इसका असर दूसरे बाजारों पर भी पड़ रहा है।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ उन्होंने कहा ‘‘हमारा मानना है कि रुपये का मूल्य कम आंका जा रहा है और इसमें गिरावट तार्किक रूप से उचित माने जाने वाले इसके स्तर से ज्यादा हो गई है।’’ चिदंबरम ने आज दिन में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव और रिजर्व बैंक गवर्नर मनोनीत रघुराम राजन के साथ यहां तीन घंटे लंबी बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लगता है विदेशी विनिमय बाजार घबराहट में है और इसका असर दूसरे बाजारों पर भी पड़ रहा है।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ चिदंबरम ने आज दिन में रिजर्व बैंक गवर्नर डी सुब्बाराव और रिजर्व बैंक गवर्नर मनोनीत रघुराम राजन के साथ यहां तीन घंटे लंबी बैठक की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, लगता है विदेशी विनिमय बाजार घबराहट में है और इसका असर दूसरे बाजारों पर भी पड़ रहा है।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ वित्तमंत्री ने कहा ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि इन बाजारों में स्थिरता जल्द लौटेगी और हम निवेश तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के काम को आगे बढ़ा सकेंगे।’’ चिदंबरम ने कहा कि बाजार में अत्यधिक निराशा का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव को कम करने तथा सट्टेबाजी को दबाने के लिए हाल में जो कदम उठाए हैं, स्थिति शांत हो जाने के बाद उनकी समीक्षा की जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने एक अलग मीडिया ब्रीफिंग में कहा मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है और आरबीआई रुपये की घटबढ़ थामने के लिए उचित उपाय करेगा।टिप्पणियां वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि चालू खाते के घाटे (कैड) को काबू में रखने के लिए सरकार का पूंजी नियंत्रण की दिशा में बढ़ने के लिए कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’ उन्होंने कहा ‘‘(विदेशी निवेशकों पर) पूंजी को स्वदेश भेजने सहित पूंजी की आवाजाही पर किसी भी तरह का अंकुश लगाने की न तो कोई मंशा थी और न है। सरकार अथवा रिजर्व बैंक की पूंजी नियंत्रण उपाय शुरू करने की कोई नीति नहीं है। पूंजी खाते को उदार बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों को भी वापस लेने की कोई मंशा नहीं है। पिछले सप्ताह जो उपाय किए गए स्थिरता लौटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।’’
यह एक सारांश है: वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रुपये की गिरती हालत और शेयर बाजार की अस्थिर स्थिति पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि सभी उभरती अर्थव्यवस्थाएं मुद्राओं के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हैं।
2
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: हरियाणा के लोगों ने यूं तो कई क्षेत्रों में खूब नाम कमाया है लेकिन तमिल भाषा पर उनकी पकड़ ने औरों को हैरान किया जबकि सीबीआई को चौकन्ना कर दिया है. जब तमिलनाडु डाक विभाग के पास तमिल भाषा पर अच्छी पकड़ रखने वाले हरियाणा और पंजाब के उम्मीदवारों के बड़ी संख्या में आवेदन आए तो संदेह और गहराया. इसकी शिकायत सीबीआई तक पहुंची जिसने मामले की जांच शुरू कर दी. डाक विभाग के तमिलनाडु मंडल में डाकिए और मेल गार्ड पदों पर सीधी भर्ती के लिए 11 दिसंबर, 2016 को राज्य के पांच केंद्रों पर परीक्षा हुई थी. इसमें सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेजी और तमिल के चार प्रश्नपत्र थे. परिणाम मार्च 2017 में घोषित किया गया और पता चला कि हरियाणा से बड़ी संख्या में उम्मीदवार और हरियाणा से पंजीयन करवाने वाले महाराष्ट्र और पंजाब के कुछ उम्मीदवारों ने तमिल समेत सभी विषयों में अच्छे अंक पाए हैं.टिप्पणियां प्राथमिकी में आरोप लगाया, "पता चला कि उच्च अंक पाने वाले हरियाणा के उम्मीदवारों ने हरियाणा राज्य शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई की थी और उन्हें तमिल भाषा में महारत होने की कोई संभावना ही नहीं है." यह भी पता चला कि हरियाणा के विभिन्न जिलों से आने वाले 47 उम्मीदवारों ने हरियाणा के सोनिक वायरलेस टेक्नोलॉजीज से एक ही आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इस्तेमाल किया. संदेह और गहराया जब पता चला कि इनमें से 36 की ईमेल आईडी एक ही है. एजेंसी ने तमिलनाडु डाक विभाग की शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) परिणाम मार्च 2017 में घोषित किया गया और पता चला कि हरियाणा से बड़ी संख्या में उम्मीदवार और हरियाणा से पंजीयन करवाने वाले महाराष्ट्र और पंजाब के कुछ उम्मीदवारों ने तमिल समेत सभी विषयों में अच्छे अंक पाए हैं.टिप्पणियां प्राथमिकी में आरोप लगाया, "पता चला कि उच्च अंक पाने वाले हरियाणा के उम्मीदवारों ने हरियाणा राज्य शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई की थी और उन्हें तमिल भाषा में महारत होने की कोई संभावना ही नहीं है." यह भी पता चला कि हरियाणा के विभिन्न जिलों से आने वाले 47 उम्मीदवारों ने हरियाणा के सोनिक वायरलेस टेक्नोलॉजीज से एक ही आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इस्तेमाल किया. संदेह और गहराया जब पता चला कि इनमें से 36 की ईमेल आईडी एक ही है. एजेंसी ने तमिलनाडु डाक विभाग की शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्राथमिकी में आरोप लगाया, "पता चला कि उच्च अंक पाने वाले हरियाणा के उम्मीदवारों ने हरियाणा राज्य शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई की थी और उन्हें तमिल भाषा में महारत होने की कोई संभावना ही नहीं है." यह भी पता चला कि हरियाणा के विभिन्न जिलों से आने वाले 47 उम्मीदवारों ने हरियाणा के सोनिक वायरलेस टेक्नोलॉजीज से एक ही आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इस्तेमाल किया. संदेह और गहराया जब पता चला कि इनमें से 36 की ईमेल आईडी एक ही है. एजेंसी ने तमिलनाडु डाक विभाग की शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हरियाणा-पंजाब के उम्मीदवारों के बड़ी संख्या में आवेदन आए तो संदेह गहराया शिकायत सीबीआई तक पहुंची, मामले की जांच शुरू कर दी डाक विभाग ने डाकिए और मेल गार्ड पदों पर निकाली थी सीधी भर्ती
6
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को तीसरे और अंतिम टेस्ट के ड्रा होने के साथ भले ही श्रृंखला 2-0 से जीतने का मौका गंवा दिया हो लेकिन उन्होंने कहा कि वह इस नतीजे से निराश नहीं हैं। धोनी ने तीसरा टेस्ट ड्रा होने के साथ भारत के 1-0 से श्रृंखला जीतने के बाद कहा, मैं नतीजे से निराश नहीं हूं। हमने इस मैंच में अच्छा प्रदर्शन किया। हमने विकेट हासिल करने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। भारतीय कप्तान ने कहा, यह काफी धीमा विकेट था। हरभजन सिंह को हालांकि टर्न और उछाल मिल रहा था। उन्होंने (दूसरी पारी में) चार विकेट चटकाकर अच्छा प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाजों को हालांकि काफी मदद नहीं मिल रही थी और पुरानी गेंद से गेंदबाजी करना काफी मुश्किल था। धोनी ने अनिवार्य ओवर खत्म होने के बाद टेस्ट ड्रा कराने पर राजी होने के फैसले का बचाव करते हुए कहा, अगर हम लक्ष्य का पीछा करते तो श्रृंखला जीतने का मौका निकल सकता था। हमने महसूस किया कि जीत के लिए कोशिश करना फायदेमंद नहीं है। हमने शुरू में कोशिश की लेकिन हम श्रृंखला जीतकर खुश हैं। वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी ने भी भारत के जीत की कोशिश नहीं करने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा, मैं हैरान हूं (कि तीन विकेट गिरने के बाद उन्होंने लक्ष्य का पीछा नहीं करने का फैसला किया)। धोनी ने श्रृंखला में अच्छे प्रदर्शन के लिए युवा खिलाड़ियों विशेषकर इशांत शर्मा की जमकर तारीफ की जिन्हें श्रृंखला में 22 विकेट चटकाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया। सैमी ने मैच में अपने टीम के प्रदर्शन पर कहा, मैं नतीजे से संतुष्ट हूं। हमारे पास एक गेंदबाज कम था और इसके बावजूद वापसी करते हुए मैच जीतना बेहतरीन है। शिव (शिवनरायण चंद्रपाल) ने साबित किया कि वह अब भी हमारे बेहतर बल्लेबाजों में से एक है। क्रिकेट में कैच छूटते हैं लेकिन हमने इस श्रृंखला में काफी रन नहीं बनाए।
सारांश: धोनी ने तीसरा टेस्ट ड्रा होने के साथ भारत के 1-0 से श्रृंखला जीतने के बाद कहा, मैं नतीजे से निराश नहीं हूं।'
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: खुद अशिक्षित होने के बावजूद उत्तर प्रदेश की एक महिला बीते 25 सालों से गरीब बच्चों को अशिक्षा के अंधकार से ज्ञान के उजाले की तरफ ले जा रही है। मुजफ्फरनगर जिले के गढ़ी दौलतपुर गांव की निवासी 60 वर्षीया कैला देवी अपने शिक्षक पति की मौत के बाद गरीब बच्चों के जीवन में शिक्षा का उजाला फैलाने के उनके सपने को साकार करने में जुट गईं, जो आज भी जारी है। कैला देवी ने कहा, "अपने पति की असमय मृत्यु के बाद मैंने शिक्षा का उजाला फैलाने के उनके समर्पण को उसी तरह आगे बढ़ाने का निश्चय किया, जैसा वह शायद अपने जीवन काल में करते।" उन्होंने कहा, "मैं घर-घर जाकर लोगों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करके उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करती थी। मैं लोगों को समझाती कि शिक्षित होने से आपका बेटा या बेटी जीवन की लगभग हर छोटी बड़ी कठिनाई का आसानी से सामना कर सकेगा।" कैला याद करते हुए कहती हैं कि बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर ग्रामीणों की उदासीनता को देखते हुए उन्होंने उन्हें अपने घर में पढ़ाने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने कुछ ग्रामीणों को किसी तरह राजी कर लिया कि वे हर रोज अपने बच्चों को पढ़ने के लिए उनके घर भेज दें। उन्होंने बताया, "बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मैंने बड़े बेटे सत्यपाल सिंह को सौंपी, जो उस समय कक्षा-8 में पढ़ता था। वह स्कूल से लौटने के बाद शाम को घर में बच्चों को पढ़ाता था। उसके आने के पहले मैं बच्चों को रामायण और महाभारत से जुड़ी कहानियां सुनाकर नैतिक शिक्षा के बारे में बताती थी।" कैला के मुताबिक कुछ साल बाद सत्यपाल का चयन उत्तर प्रदेश पुलिस में होने के बाद शिक्षा के प्रति गांव के लोगों का लगाव बढ़ा और धीरे-धीरे ग्रामीण अपने बच्चों का स्कूल में दाखिला करवाने में दिलचस्पी लेने लगे। वर्तमान में पुलिस उपाधीक्षक पद पर तैनात सत्यपाल जब नौकरी करने के लिए घर से दूर चले गए तो बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी पशु चिकित्सक के पद पर कार्यरत कैला देवी के छोटे बेटे हरपाल सिंह संभालने लगे। हरपाल कहते हैं, "मैं रोज शाम दो घंटे का समय गरीब बच्चों के लिए निकालता हूं। वर्तमान में गरीब परिवारों के करीब 30 बच्चे हैं जिनको हम पढ़ाते हैं। इस काम में मैं कुछ पूर्व छात्रों की मदद लेता हूं, जिनको कभी हम लोगों ने पढ़ाया था।" कैला देवी से जुड़े रहे कई बच्चे आज विभिन्न सरकारी पदों पर कार्यरत हैं। हरपाल कहते हैं, "मुझे खुशी होती है कि अपनी व्यस्त दिनचर्या से शिक्षा का उजाला फैलाने की अपनी मां के मुहिम में मैं कुछ सहयोग कर पाता हूं। मुझ्झे लगता है कि इससे मेरे पिता की आत्मा को बहुत शांति मिलती होगी।" वह कहते हैं कि उनकी मां आज भी 60 वर्ष की अवस्था होने के बावजूद अक्सर पड़ोस और बस्तियों में जाकर वहां रहने वाले लोगों से अपने बच्चों को स्कूल भेजने की अपील करती हैं।
यह एक सारांश है: खुद अशिक्षित होने के बावजूद उत्तर प्रदेश की एक महिला बीते 25 सालों से गरीब बच्चों को अशिक्षा के अंधकार से ज्ञान के उजाले की तरफ ले जा रही है।
24
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज बुधवार को उस समय बुरी तरह सिहर गए जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे मैच के दौरान एक बाउंसर उनके हेलमेट पर लगा और खोपड़ी के पीछे के हिस्से की रक्षा के लिये बनाई गई रक्षात्मक पट्टी टूट गई. कुछ मिनटों के लिये खेल रोकना पड़ा जब मैथ्यूज को तेज गेंदबाज स्‍कॉट बोलैंड की गेंद लगी। इससे 2014 में आस्ट्रेलिया के बल्लेबाज फिल ह्यूज की मौत की यादें ताजा हो गईं. मैथ्यूज गेंद लगने के बाद काफी देर पर अपना सिर रगड़ते रहे और उन्हें श्रीलंकाई फिजियो पाल क्लारेनार ने संभाला. अंपायरों ने ड्रिंक्स ब्रेक जल्दी लेने का ऐलान किया लेकिन इसके बाद मैथ्यूजहालांकि मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हर्ट होकर लौटे.टिप्पणियां गौरतलब है कि जॉन हेस्टिंग्स (6/45) की घातक गेंदबाजी के बाद जॉर्ज बेली (नाबाद 90 ) और एरॉन फिंच (55) की तूफानी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इस वनडे में श्रीलंका को छह विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कुछ मिनटों के लिये खेल रोकना पड़ा जब मैथ्यूज को तेज गेंदबाज स्‍कॉट बोलैंड की गेंद लगी। इससे 2014 में आस्ट्रेलिया के बल्लेबाज फिल ह्यूज की मौत की यादें ताजा हो गईं. मैथ्यूज गेंद लगने के बाद काफी देर पर अपना सिर रगड़ते रहे और उन्हें श्रीलंकाई फिजियो पाल क्लारेनार ने संभाला. अंपायरों ने ड्रिंक्स ब्रेक जल्दी लेने का ऐलान किया लेकिन इसके बाद मैथ्यूजहालांकि मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हर्ट होकर लौटे.टिप्पणियां गौरतलब है कि जॉन हेस्टिंग्स (6/45) की घातक गेंदबाजी के बाद जॉर्ज बेली (नाबाद 90 ) और एरॉन फिंच (55) की तूफानी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इस वनडे में श्रीलंका को छह विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि जॉन हेस्टिंग्स (6/45) की घातक गेंदबाजी के बाद जॉर्ज बेली (नाबाद 90 ) और एरॉन फिंच (55) की तूफानी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इस वनडे में श्रीलंका को छह विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:इस बाउंसर से हेलमेट पर लगी रक्षात्‍मक पट्टी टूटी घटना से फिल ह्यूज की मौत की यादें ताजा हुईं ऑस्‍ट्रेलिया ने यह वनडे छह विकेट से जीता
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई ने कहा है कि विपक्ष का भाजपा विरोधी ‘महागठबंधन' इसलिए वांछित आकार नहीं ले पाया क्योंकि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्यों के उन नेताओं की भावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जो महागठबंधन के पक्ष में नहीं थे. छह बार सांसद रहे गोगोई ने भाजपा के इस आरोप का भी खंडन किया कि कांग्रेस एक ‘वंशवादी' पार्टी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस देश में सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है. उन्होंने कहा कि औपचारिक गठबंधन नहीं होने के कारण विपक्षी गठबंधन की तस्वीर अस्पष्ट है, इसके बावजूद भाजपा विरोधी पार्टियां भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगियों को शिकस्त देने के अपने उद्देश्य के लिए एकजुट हैं. गोगोई ने भाषा को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘राहुल गांधी ने कई बार गठबंधन करना चाहा, लेकिन स्थानीय पार्टी नेताओं ने मना कर दिया. हमारी पार्टी क्षेत्रीय नेतृत्व को महत्व देती है. इसी कारण हम अधिकांश स्थानों पर गठबंधन करने में विफल रहे.'' उन्होंने बताया, ‘‘कांग्रेस को अक्सर एक वंशवादी पार्टी करार दिया जाता है, लेकिन यह सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है. राहुल गांधी स्थानीय नेताओं को सुनते और उचित महत्व देते हैं और उनकी भावनाओं को नजरअंदाज नहीं करते.''     यह पूछे जाने पर कि क्या प्रस्तावित महागठबंधन के संभावित सहयोगियों के बीच चुनाव पूर्व समझौते से उन्हें अधिक सीट मिल सकने की उम्मीद है, गोगोई ने कहा कि कोई भी निश्चित तरीके से इसकी भविष्यवाणी नहीं कर सकता. असम के नेता इस बात के भी पक्षधर नजर आए कि विजयी रहने वाले गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी निर्णय ले कि सरकार की दिशा क्या होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन के मामले में, सबसे बड़ी पार्टी देश में प्रशासन और शासन की कमान संभाल सकती है. यह भी जरूरी है. सबसे बड़ी पार्टी के पास पर्याप्त संख्या बल होना चाहिए ताकि वह हमेशा गठबंधन पर निर्भर नहीं हो. अन्यथा गठबंधन (उसके छोटे घटक दल) हुक्म चलाएगा और यह देश के लिए अच्छा नहीं है.'' पश्चिम बंगाल में 2016 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और माकपा के बीच सीटों पर समझौते का हवाला देते हुये उन्होंने कहा कि वह लाभकारी नहीं था क्योंकि कभी-कभी गठबंधन मदद नहीं करता और यह हमारे अपने हित के खिलाफ जाता है.
संक्षिप्त पाठ: कांग्रेस नेता ने दिया बयान गठबंधन पर कही ये बात असम के तीन बार रह चुके मुख्यमंत्री
14
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों के लिए रसद आपूर्ति मार्ग बंद करने के मुद्दे पर पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मिलने से वस्तुत: इनकार कर दिया है। इस मुद्दे के कारण दोनों देशों के संबंधों में तनाव बरकरार है। ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने कहा कि नाटो सैनिकों के लिए रसद आपूर्ति मार्ग को दोबारा खोलने को लेकर करार विफल हो गया क्योंकि ओबामा ने अफगानिस्तान में 2013 में नाटो गठबंधन की युद्धक भूमिका को समाप्त करने पर वार्ता शुरू की। शिकागो में दो दिवसीय नाटो शिखर सम्मेलन शुरू होने के बीच ओबामा की जरदारी से अनबन जारी रही। उन्होंने आपूर्ति मार्ग को खोलने पर करार के बिना जरदारी से मिलने से भी इंकार कर दिया। आपूर्ति मार्ग को दोबारा खोलने के बारे में दोनों पक्षों के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह शीघ्र नहीं होने जा रहा है।टिप्पणियां अखबार ने कहा कि जरदारी ओबामा के साथ मिलकर अपना कद बढ़ाने की उम्मीद से शिकागो पहुंचे थे। अब वह खाली हाथ लौटने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि दोनों देश पिछले साल नवंबर में खतरनाक अमेरिकी हमले के परिणामों को महसूस कर रहे हैं। इस हमले पर ओबामा ने शोक प्रकट किया था लेकिन माफी मांगने से इंकार कर दिया था। ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने कहा कि नाटो सैनिकों के लिए रसद आपूर्ति मार्ग को दोबारा खोलने को लेकर करार विफल हो गया क्योंकि ओबामा ने अफगानिस्तान में 2013 में नाटो गठबंधन की युद्धक भूमिका को समाप्त करने पर वार्ता शुरू की। शिकागो में दो दिवसीय नाटो शिखर सम्मेलन शुरू होने के बीच ओबामा की जरदारी से अनबन जारी रही। उन्होंने आपूर्ति मार्ग को खोलने पर करार के बिना जरदारी से मिलने से भी इंकार कर दिया। आपूर्ति मार्ग को दोबारा खोलने के बारे में दोनों पक्षों के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह शीघ्र नहीं होने जा रहा है।टिप्पणियां अखबार ने कहा कि जरदारी ओबामा के साथ मिलकर अपना कद बढ़ाने की उम्मीद से शिकागो पहुंचे थे। अब वह खाली हाथ लौटने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि दोनों देश पिछले साल नवंबर में खतरनाक अमेरिकी हमले के परिणामों को महसूस कर रहे हैं। इस हमले पर ओबामा ने शोक प्रकट किया था लेकिन माफी मांगने से इंकार कर दिया था। शिकागो में दो दिवसीय नाटो शिखर सम्मेलन शुरू होने के बीच ओबामा की जरदारी से अनबन जारी रही। उन्होंने आपूर्ति मार्ग को खोलने पर करार के बिना जरदारी से मिलने से भी इंकार कर दिया। आपूर्ति मार्ग को दोबारा खोलने के बारे में दोनों पक्षों के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह शीघ्र नहीं होने जा रहा है।टिप्पणियां अखबार ने कहा कि जरदारी ओबामा के साथ मिलकर अपना कद बढ़ाने की उम्मीद से शिकागो पहुंचे थे। अब वह खाली हाथ लौटने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि दोनों देश पिछले साल नवंबर में खतरनाक अमेरिकी हमले के परिणामों को महसूस कर रहे हैं। इस हमले पर ओबामा ने शोक प्रकट किया था लेकिन माफी मांगने से इंकार कर दिया था। अखबार ने कहा कि जरदारी ओबामा के साथ मिलकर अपना कद बढ़ाने की उम्मीद से शिकागो पहुंचे थे। अब वह खाली हाथ लौटने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि दोनों देश पिछले साल नवंबर में खतरनाक अमेरिकी हमले के परिणामों को महसूस कर रहे हैं। इस हमले पर ओबामा ने शोक प्रकट किया था लेकिन माफी मांगने से इंकार कर दिया था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों के लिए रसद आपूर्ति मार्ग बंद करने के मुद्दे पर पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मिलने से वस्तुत: इनकार कर दिया है।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: 2019 के लिए अय्यर द्वारा महागठबंधन के लिए विभिन्न पार्टियों को एक करने के विचार पर अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने समाचार एजेंसी ANI को दिए बयान में कहा है 'सौ लंगड़े मिलकर एक पहलवान नहीं बन सकते.' टिप्पणियां गौरतलब है कि अय्यर ने अपने ब्लॉग में यह भी माना था कि कांग्रेस को ज़मीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है और इसके लिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के दिए गए उस भाषण को याद किया जो उन्होंने 1936 में लखनऊ कांग्रेस में दिया था. उन्होंने कहा था 'हम आम जनता से संपर्क खो चुके हैं और उनसे मिलने वाली ऊर्जा से अछूते रह गए हैं, हम सूख रहे हैं और कमज़ोर पड़ रहे हैं और इस तरह हमारी संस्था अपनी ताकत खोते हुए सिमटती जा रही हैं.' अय्यर ने कहा कि सबको मिलकर चलने वाले रास्ते को दोबारा पकड़ने के लिए चुनावों में लड़ना और उसे जीते जाना बहुत जरूरी है. इसके लिए नेहरू का 1936 का विश्लेषण और सोनिया गांधी के 2004 में अपनाए गए यथार्थवाद रवैये को जोड़ना होगा. मौजूदा हालात में कांग्रेस को पार्टी में समावेश न करके गठबंधन में विभिन्न पार्टियों के समावेश पर विचार करना होगा. मणिशंकर अय्यर ने ANI से हुई बातचीत में यह भी साफ किया कि कांग्रेस में राहुल गांधी की जगह कोई नहीं ले सकता. उन्होंने कहा कि 'यह हमारी पार्टी पर निर्भर करता है कि हम किसकी चुनेंगे, हमारी पार्टी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो कि राहुल के खिलाफ खड़ा होना चाहता है, यदि कोई है तो खड़े हो जाएं, देखेंगे क्या होता है.' जब अय्यर से पूछा गया कि क्या आज अकेले कांग्रेस सक्षम है बीजेपी को रोकने में तो जवाब मिला - 'यह सवाल करने की क्या जरूरत है. आंकड़े देख लीजिए, साफ नज़र आता है. मूर्ख ही होगा जो कहेगा कि आज के दिन मोदी को अकेले हम हरा सकते हैं, लेकिन बुद्धिशाली होगा जो कहेगा कि 2019 में हम जीत सकते है और हम जीत जाएंगे.' गौरतलब है कि अय्यर ने अपने ब्लॉग में यह भी माना था कि कांग्रेस को ज़मीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है और इसके लिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के दिए गए उस भाषण को याद किया जो उन्होंने 1936 में लखनऊ कांग्रेस में दिया था. उन्होंने कहा था 'हम आम जनता से संपर्क खो चुके हैं और उनसे मिलने वाली ऊर्जा से अछूते रह गए हैं, हम सूख रहे हैं और कमज़ोर पड़ रहे हैं और इस तरह हमारी संस्था अपनी ताकत खोते हुए सिमटती जा रही हैं.' अय्यर ने कहा कि सबको मिलकर चलने वाले रास्ते को दोबारा पकड़ने के लिए चुनावों में लड़ना और उसे जीते जाना बहुत जरूरी है. इसके लिए नेहरू का 1936 का विश्लेषण और सोनिया गांधी के 2004 में अपनाए गए यथार्थवाद रवैये को जोड़ना होगा. मौजूदा हालात में कांग्रेस को पार्टी में समावेश न करके गठबंधन में विभिन्न पार्टियों के समावेश पर विचार करना होगा. मणिशंकर अय्यर ने ANI से हुई बातचीत में यह भी साफ किया कि कांग्रेस में राहुल गांधी की जगह कोई नहीं ले सकता. उन्होंने कहा कि 'यह हमारी पार्टी पर निर्भर करता है कि हम किसकी चुनेंगे, हमारी पार्टी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो कि राहुल के खिलाफ खड़ा होना चाहता है, यदि कोई है तो खड़े हो जाएं, देखेंगे क्या होता है.' जब अय्यर से पूछा गया कि क्या आज अकेले कांग्रेस सक्षम है बीजेपी को रोकने में तो जवाब मिला - 'यह सवाल करने की क्या जरूरत है. आंकड़े देख लीजिए, साफ नज़र आता है. मूर्ख ही होगा जो कहेगा कि आज के दिन मोदी को अकेले हम हरा सकते हैं, लेकिन बुद्धिशाली होगा जो कहेगा कि 2019 में हम जीत सकते है और हम जीत जाएंगे.' मणिशंकर अय्यर ने ANI से हुई बातचीत में यह भी साफ किया कि कांग्रेस में राहुल गांधी की जगह कोई नहीं ले सकता. उन्होंने कहा कि 'यह हमारी पार्टी पर निर्भर करता है कि हम किसकी चुनेंगे, हमारी पार्टी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो कि राहुल के खिलाफ खड़ा होना चाहता है, यदि कोई है तो खड़े हो जाएं, देखेंगे क्या होता है.' जब अय्यर से पूछा गया कि क्या आज अकेले कांग्रेस सक्षम है बीजेपी को रोकने में तो जवाब मिला - 'यह सवाल करने की क्या जरूरत है. आंकड़े देख लीजिए, साफ नज़र आता है. मूर्ख ही होगा जो कहेगा कि आज के दिन मोदी को अकेले हम हरा सकते हैं, लेकिन बुद्धिशाली होगा जो कहेगा कि 2019 में हम जीत सकते है और हम जीत जाएंगे.'
सारांश: मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि इस वक्त अकेले कांग्रेस मोदी को नहीं हरा सकती अय्यर के महागठबंधन के विचार पर रामविलास पासवान ने तंज कसा है पासवान ने कहा कि सौ लंगड़े मिलकर एक पहलवान नहीं बन सकते
33
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: फ्रांस के नए राष्ट्रपति एमानुअल मैक्रोन अपने कार्यालय में पहले पूर्ण कार्यदिवस पर प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा के लिए तैयार हैं. इस दिन वह जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से भी मिलने जाएंगे.मंगलवार को सत्ता संभालने वाले 39 वर्षीय मध्यमार्गी नेता ने फ्रांस के लिए अपनी महत्वाकांक्षी योजनाएं तैयार की हैं. उन्होंने फ्रांस के चरमराए हुए आत्मविश्वास को बहाल करने और लड़खड़ाते यूरोपीय संघ के पुनर्निम्राण में मदद करने का वादा किया है.   प्रधानमंत्री का चयन उनके लिए पहला अहम काम होगा. ऐसा माना जा रहा है कि रिपब्लिकन पार्टी के 46 वर्षीय मध्य-दक्षिण मार्गी एडवर्ड फिलिप उनके पसंदीदा उम्मीदवार हैं.उन्हें चुने जाने से यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि मैक्रोन अपनी नई मध्यमार्गी पार्टी रिपब्लिक ऑन द मूव में रिपब्लिकनों में से अन्य आधुनिक युवाओं को आकषिर्त करना चाहते हैं. यह पार्टी जून में संसदीय चुनाव लड़ेगी.
संक्षिप्त सारांश: वह जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से भी मिलने जाएंगे प्रधानमंत्री का चयन उनके लिए पहला अहम काम होगा यह पार्टी जून में संसदीय चुनाव लड़ेगी
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्ला फिल्मों के अभिनेता और तृणमूल कांग्रेस के विधायक चिरंजीत के इस बयान पर टिप्पणी देने से इनकार किया कि छोटे कपड़े पहनने के कारण महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। पार्टी विधायक के बयान के बारे में पूछे जाने पर ममता ने कहा, "मैं इस बारे में कुछ नहीं जानती।" आलोचना का सामना करने के बाद चिरंजीत ने हालांकि अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, "मैं ने जो कुछ कहा वह किशोरियों की भलाई को ध्यान में रखकर कहा। इन टिप्पणियों में एक पिता, बड़े भाई या अभिभावक की अपनी किशोरी बेटियों या बहनों के प्रति जो चिंता होती है, उसी की झलक है, इसके सिवा और कुछ नहीं है।"  टिप्पणियां इससे पहले, दिन में उत्तरी 24 परगना जिले के बरासात क्षेत्र के विधायक चिरंजीत उर्फ दीपक चक्रवर्ती ने कहा था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है महिलाओं द्वारा छोटे कपड़े पहना जाना।" उनका यह बयान उनके क्षेत्र में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की एक घटना के बाद आया है। चिरंजीत ने कहा, "छेड़छाड़ उचित नहीं है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं, लेकिन यह भी देखने की जरूरत है कि बिना रावण के कोई रामायण नहीं हो सकता।" पार्टी विधायक के बयान के बारे में पूछे जाने पर ममता ने कहा, "मैं इस बारे में कुछ नहीं जानती।" आलोचना का सामना करने के बाद चिरंजीत ने हालांकि अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, "मैं ने जो कुछ कहा वह किशोरियों की भलाई को ध्यान में रखकर कहा। इन टिप्पणियों में एक पिता, बड़े भाई या अभिभावक की अपनी किशोरी बेटियों या बहनों के प्रति जो चिंता होती है, उसी की झलक है, इसके सिवा और कुछ नहीं है।"  टिप्पणियां इससे पहले, दिन में उत्तरी 24 परगना जिले के बरासात क्षेत्र के विधायक चिरंजीत उर्फ दीपक चक्रवर्ती ने कहा था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है महिलाओं द्वारा छोटे कपड़े पहना जाना।" उनका यह बयान उनके क्षेत्र में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की एक घटना के बाद आया है। चिरंजीत ने कहा, "छेड़छाड़ उचित नहीं है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं, लेकिन यह भी देखने की जरूरत है कि बिना रावण के कोई रामायण नहीं हो सकता।" आलोचना का सामना करने के बाद चिरंजीत ने हालांकि अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, "मैं ने जो कुछ कहा वह किशोरियों की भलाई को ध्यान में रखकर कहा। इन टिप्पणियों में एक पिता, बड़े भाई या अभिभावक की अपनी किशोरी बेटियों या बहनों के प्रति जो चिंता होती है, उसी की झलक है, इसके सिवा और कुछ नहीं है।"  टिप्पणियां इससे पहले, दिन में उत्तरी 24 परगना जिले के बरासात क्षेत्र के विधायक चिरंजीत उर्फ दीपक चक्रवर्ती ने कहा था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है महिलाओं द्वारा छोटे कपड़े पहना जाना।" उनका यह बयान उनके क्षेत्र में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की एक घटना के बाद आया है। चिरंजीत ने कहा, "छेड़छाड़ उचित नहीं है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं, लेकिन यह भी देखने की जरूरत है कि बिना रावण के कोई रामायण नहीं हो सकता।" इससे पहले, दिन में उत्तरी 24 परगना जिले के बरासात क्षेत्र के विधायक चिरंजीत उर्फ दीपक चक्रवर्ती ने कहा था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है महिलाओं द्वारा छोटे कपड़े पहना जाना।" उनका यह बयान उनके क्षेत्र में एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की एक घटना के बाद आया है। चिरंजीत ने कहा, "छेड़छाड़ उचित नहीं है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं, लेकिन यह भी देखने की जरूरत है कि बिना रावण के कोई रामायण नहीं हो सकता।" चिरंजीत ने कहा, "छेड़छाड़ उचित नहीं है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं, लेकिन यह भी देखने की जरूरत है कि बिना रावण के कोई रामायण नहीं हो सकता।"
संक्षिप्त पाठ: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्ला फिल्मों के अभिनेता और तृणमूल कांग्रेस के विधायक चिरंजीत के इस बयान पर टिप्पणी देने से इनकार किया कि छोटे कपड़े पहनने के कारण महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के भारतीय मूल के छात्र समृद्ध अग्रवाल ने कैंब्रिज के एफपी फेनर मैदान पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में कैंब्रिज के खिलाफ शानदार तिहरा शतक जड़ा। कप्तान समृद्ध ने नाबाद 313 रन (312 गेंद में 41 चौके और तीन छक्के) बनाए, वह विश्वविद्यालय मैच में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर भी बन गए। उन्होंने भारतीय मूल के खिलाड़ी सलील ओबराय के 247 रन के पिछले रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।टिप्पणियां यह दिलचस्प है कि ओबराय से पहले व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर विश्वविद्यालय रिकॉर्ड इफ्तिकार अली खान पटौदी के नाम था जो महान भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के पिता थे। आगरा में जन्में 22 वर्षीय समृद्ध के तिहरे शतक से ऑक्सफोर्ड की टीम ने सात विकेट पर 550 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर कैंब्रिज को पहली पारी में 119 रन पर समेट दिया। इसके बाद फालो आन खेलते हुए कैंब्रिज ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 179 रन बना लिए थे। कप्तान समृद्ध ने नाबाद 313 रन (312 गेंद में 41 चौके और तीन छक्के) बनाए, वह विश्वविद्यालय मैच में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर भी बन गए। उन्होंने भारतीय मूल के खिलाड़ी सलील ओबराय के 247 रन के पिछले रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।टिप्पणियां यह दिलचस्प है कि ओबराय से पहले व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर विश्वविद्यालय रिकॉर्ड इफ्तिकार अली खान पटौदी के नाम था जो महान भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के पिता थे। आगरा में जन्में 22 वर्षीय समृद्ध के तिहरे शतक से ऑक्सफोर्ड की टीम ने सात विकेट पर 550 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर कैंब्रिज को पहली पारी में 119 रन पर समेट दिया। इसके बाद फालो आन खेलते हुए कैंब्रिज ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 179 रन बना लिए थे। यह दिलचस्प है कि ओबराय से पहले व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर विश्वविद्यालय रिकॉर्ड इफ्तिकार अली खान पटौदी के नाम था जो महान भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी के पिता थे। आगरा में जन्में 22 वर्षीय समृद्ध के तिहरे शतक से ऑक्सफोर्ड की टीम ने सात विकेट पर 550 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर कैंब्रिज को पहली पारी में 119 रन पर समेट दिया। इसके बाद फालो आन खेलते हुए कैंब्रिज ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 179 रन बना लिए थे। आगरा में जन्में 22 वर्षीय समृद्ध के तिहरे शतक से ऑक्सफोर्ड की टीम ने सात विकेट पर 550 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर कैंब्रिज को पहली पारी में 119 रन पर समेट दिया। इसके बाद फालो आन खेलते हुए कैंब्रिज ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 179 रन बना लिए थे।
यह एक सारांश है: कप्तान समृद्ध ने नाबाद 313 रन (312 गेंद में 41 चौके और तीन छक्के) बनाए, वह विश्वविद्यालय मैच में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर भी बन गए। उन्होंने भारतीय मूल के खिलाड़ी सलील ओबराय के 247 रन के पिछले रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया।
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए एवं तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। मृत आतंकवादियों की पहचान पुलवामा निवासी इम्तियाज अहमद तेली उर्फ फहादुल्लाह कश्मीरी एवं सोपियां निवासी मोहम्मद आमिर उर्फ खालिद उर्फ खुर्शीद के तौर पर की गई। दक्षिणी कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा, "इम्तियाज अहमद तेली इस वर्ष नवम्बर में जम्मू के नरवाल में ग्रेनेड हमले में शामिल था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हो गए थे। दोनों आतंकवादी इस वर्ष जुलाई में अनंतनाग के बिजबहेरा में ग्रेनेड हमले में शामिल थे जिसमें चार महिला पर्यटकों की मौत हो गई थी।" उन्होंने बताया, "मुठभेड़ में सेना का मेजर एवं कैप्टन और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए। मेजर को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला कर दिया।" टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में सात लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद जिला पुलिस, 55 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 182 बटालियन ने शुक्रवार सुबह पुलवामा के अस्थाना मोहल्ला के बडगाम में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। मृत आतंकवादियों की पहचान पुलवामा निवासी इम्तियाज अहमद तेली उर्फ फहादुल्लाह कश्मीरी एवं सोपियां निवासी मोहम्मद आमिर उर्फ खालिद उर्फ खुर्शीद के तौर पर की गई। दक्षिणी कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा, "इम्तियाज अहमद तेली इस वर्ष नवम्बर में जम्मू के नरवाल में ग्रेनेड हमले में शामिल था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हो गए थे। दोनों आतंकवादी इस वर्ष जुलाई में अनंतनाग के बिजबहेरा में ग्रेनेड हमले में शामिल थे जिसमें चार महिला पर्यटकों की मौत हो गई थी।" उन्होंने बताया, "मुठभेड़ में सेना का मेजर एवं कैप्टन और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए। मेजर को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला कर दिया।" टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में सात लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद जिला पुलिस, 55 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 182 बटालियन ने शुक्रवार सुबह पुलवामा के अस्थाना मोहल्ला के बडगाम में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। दक्षिणी कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा, "इम्तियाज अहमद तेली इस वर्ष नवम्बर में जम्मू के नरवाल में ग्रेनेड हमले में शामिल था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हो गए थे। दोनों आतंकवादी इस वर्ष जुलाई में अनंतनाग के बिजबहेरा में ग्रेनेड हमले में शामिल थे जिसमें चार महिला पर्यटकों की मौत हो गई थी।" उन्होंने बताया, "मुठभेड़ में सेना का मेजर एवं कैप्टन और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए। मेजर को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला कर दिया।" टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में सात लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद जिला पुलिस, 55 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 182 बटालियन ने शुक्रवार सुबह पुलवामा के अस्थाना मोहल्ला के बडगाम में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। उन्होंने बताया, "मुठभेड़ में सेना का मेजर एवं कैप्टन और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए। मेजर को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तभी भीड़ ने एम्बुलेंस पर हमला कर दिया।" टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में सात लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद जिला पुलिस, 55 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 182 बटालियन ने शुक्रवार सुबह पुलवामा के अस्थाना मोहल्ला के बडगाम में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में सात लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद जिला पुलिस, 55 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 182 बटालियन ने शुक्रवार सुबह पुलवामा के अस्थाना मोहल्ला के बडगाम में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी।
यह एक सारांश है: कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए एवं तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
16
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: शाओमी (Xiaomi), वीवो (Vivo) और ओप्पो (Oppo) जैसी चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों से मुकाबला करने के लिए सैमसंग (Samsung) ने इस साल अपने कई नए स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। Samsung ने इस साल जनवरी में सबसे पहले भारत में अपने गैलेक्सी एम-सीरीज़ (Galaxy M Series) के स्मार्टफोन उतारे और फिर फरवरी में सैमसंग ने अपनी गैलेक्सी ए-सीरीज़ को उतारा था। मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच सैमसंग (Samsung) कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। हाल ही में कंपनी ने अपने नए सैमसंग गैलेक्सी ए80 (Galaxy A80) स्मार्टफोन को लॉन्च कर दिया है। Galaxy A-सीरीज़ के अंतर्गत नए Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन को उतारा गया है। हमने सैमसंग के लेटेस्ट Galaxy A80 स्मार्टफोन के साथ कुछ समय बिताया है, आइए आपको सैमसंग गैलेक्सी ए80 (Samsung Galaxy A80) के बारे में कुछ अहम जानकारियां देते हैं। सैमसंग ने इस साल अपनी नई Galaxy A-सीरीज़ को विशेष डिजाइन के साथ मार्केट में उतारा था। लेकिन कंपनी का लेटेस्ट Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन इस सीरीज़ का पहला ऐसा फोन है जिसे स्लाइडर और रोटेटिंग ट्रिपल कैमरा सेटअप के साथ उतारा गया है। यह भी पढ़ें- Samsung Galaxy A80 हुआ लॉन्च, इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और रोटेटिंग कैमरे से है लैस इसका मतलब फोटो और वीडियो लेने के लिए एक ही कैमरा सेटअप रियर के अलावा फ्रंट कैमरे का भी काम करता है वो भी सिर्फ एक फ्लिप से। सैमसंग का कहना है कि यह फोन मौजूदा यूसेज़ पैटर्न को देखते हुए डिजाइन किया गया है। जहां ज्यादा से ज्यादा यूज़र्स खुद को ऑनलाइन एक्सप्रेस करने के लिए अपने स्मार्टफोन का कैमरा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ही यूजर्स को ध्यान में रखते हुए Galaxy A80 को उतारा गया है। यह फोन रोटेटिंग ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप से लैस है जो सेल्फी, सेल्फी वीडियो (velfies?), रेगुलर फोटो और रेगुलर वीडियो रिकॉर्डिंग करने में काम आएगा। कैमरा सेटअप के अलावा Samsung Galaxy A80 में कई अन्य फीचर्स भी मौजूद हैं। Galaxy A80 ग्लास और मेटल से बना है। फोन प्रीमियम लुक देता है, साथ ही यह एक मजबूत स्मार्टफोन भी है। फोन का साइज़ काफी बड़ा है, इस वजह से सैमसंग गैलेक्सी ए80 को एक हाथ से इस्तेमाल करने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। इसके अलावा ग्लास फ्रंट और बैक पैनल पर उंगलियों के निशाना भी आसानी से पड़ जाते हैं, इन्हें साफ करना भी आसान है। फोन की बिल्ड क्वालिटी भी अच्छी है। Samsung ने कहा कि कंपनी ने स्लाइडिंग और रोटेटिंग मैकेनिज्म को बखूबी टेस्ट किया है। स्मार्टफोन को इस्तेमाल करते समय यह समस्या नहीं करेंगे। Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन में 6.7 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2400 पिक्सल) सुपर एमोलेड ‘न्यू इनफिनिटी डिस्प्ले' है। स्लाइडिंग और रोटेटिंग कैमरा सेटअप की वज़ह से फोन में नॉच को जगह नहीं मिली है। फोन में सिक्योरिटी के लिए इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। फोन में ईयरपीस नहीं है, एलजी जी8 थिंक (LG G8 ThinQ) और हुवावे पी30 प्रो (Huawei P30 Pro) की तरह फोन की स्क्रीन से साउंड जेनरेट होगी। Galaxy A80 की सबसे बड़ी खूबी इसमें दिया ट्रिपल कैमरा सेटअप है। इसलिए Samsung ने रोटेटिंग कैमरा मॉड्यूल को स्लाइडिंग मैकेनिज्म में प्लेस किया है। यह आपको तब तक फोन का सामान्य हिस्सा लगेगा जब तक आप फोन को सेल्फी लेने के लिए इस्तेमाल नहीं करते। जैसे ही आप फ्रंट कैमरा आइकन पर क्लिक करेंगे स्लाइडिंग मैकेनिज्म काम करेगा और कैमरा सेटअप टॉप-अप होगा और कैमरा रोटेट हो जाएंगे। ट्रिपल कैमरा सेटअप में प्राइमरी सेंसर 48 मेगापिक्सल का है और इसका अपर्चर एफ/ 2.0 है। इसके साथ एफ/ 2.2 अपर्चर वाला अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस से लैस 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। फोन में एक 3डी डेप्थ कैमरा भी है। हम कैमरा सेटअप के बारे में विस्तार से आपको अपने Samsung Galaxy A80 के रिव्यू में जानकारी देंगे। Samsung Galaxy A80 में क्वालकॉम का नया स्नैपड्रैगन 730जी प्रोसेसर दिया गया है। फोन 8 जीबी रैम के साथ आएगा। ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 618 जीपीयू का भी इस्तेमाल हुआ है। क्वालकॉम के अनुसार, स्नैपड्रैगन 730जी चिपसेट मिड-रेंज़ गेमिंग स्मार्टफोन के लिए बना है। इनबिल्ट स्टोरेज 128 जीबी है। लेकिन माइक्रोएसडी कार्ड के लिए कोई सपोर्ट नहीं है। Samsung Galaxy A80 की बैटरी 3,700 एमएएच की है और यह फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आती है। फोन में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट को भी जगह मिली है। फोन में 3.5 मिलीमीटर ऑडियो जैक को शामिल नहीं किया गया है। सैमसंग (Samsung) ने यह ज़रूर बताया कि फोन एंजल गोल्ड, घोस्ट व्हाइट और फैंटम ब्लैक रंग में उपलब्ध होगा, लेकिन सभी मार्केट में सभी कलर वेरिएंट नहीं उतारे जाएंगे।  सैमसंग गैलेक्सी ए80 एंड्रॉयड 9.0 पाई पर चलता है। इसके ऊपर कंपनी का वन यूआई है। फोन को इस्तेमाल करने के बाद हमने पाया कि कुल मिलाकर फोन की परफॉर्मेंस तेज है और फोन कहीं भी धीमा नहीं हुआ। हम Samsung Galaxy A80 के बारे में आपको विस्तर से अपने रिव्यू में बताएंगे। ज्ञात हो कि बैंकॉक ट्रिप के लिए हमारे संवाददाता के हवाई किराये और होटल का खर्चा सैमसंग ने उठाया है।
यहाँ एक सारांश है:Samsung Galaxy A80 में है तीन रोटेटिंग कैमरे Samsung Galaxy A80 की बैटरी 3,700 एमएएच की है सैमसंग गैलेक्सी ए80 में है नया क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 730जी प्रोसेसर
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के बीच अनबन उस समय दिखी जब राम जेठमलानी के 90वें जन्मदिन पर आयोजित पार्टी में भाजपा के दोनों नेता एकदूसरे के आमने-सामने आए। मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने को लेकर आडवाणी नाराज हैं। आडवाणी के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए मोदी ने झुककर उनका अभिवादन किया और उसके बाद जेठमलानी के पास अपनी सीट पर बैठ गए। आडवाणी और मोदी दोनों ने एकदूसरे का अभिवादन किया लेकिन दोनों के बीच बहुत कम बातचीत हुई।टिप्पणियां आडवाणी पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के पहले मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के खिलाफ थे। वह शुक्रवार को संसदीय बोर्ड की हुई महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे जिसमें मोदी के नाम की घोषणा हुई थी। अपने नाम की घोषणा के बाद मोदी आडवाणी से आर्शीवाद लेने उनके घर गए थे। आडवाणी के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए मोदी ने झुककर उनका अभिवादन किया और उसके बाद जेठमलानी के पास अपनी सीट पर बैठ गए। आडवाणी और मोदी दोनों ने एकदूसरे का अभिवादन किया लेकिन दोनों के बीच बहुत कम बातचीत हुई।टिप्पणियां आडवाणी पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के पहले मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के खिलाफ थे। वह शुक्रवार को संसदीय बोर्ड की हुई महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे जिसमें मोदी के नाम की घोषणा हुई थी। अपने नाम की घोषणा के बाद मोदी आडवाणी से आर्शीवाद लेने उनके घर गए थे। आडवाणी पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के पहले मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के खिलाफ थे। वह शुक्रवार को संसदीय बोर्ड की हुई महत्वपूर्ण बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे जिसमें मोदी के नाम की घोषणा हुई थी। अपने नाम की घोषणा के बाद मोदी आडवाणी से आर्शीवाद लेने उनके घर गए थे। अपने नाम की घोषणा के बाद मोदी आडवाणी से आर्शीवाद लेने उनके घर गए थे।
संक्षिप्त सारांश: नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के बीच अनबन उस समय दिखी जब राम जेठमलानी के 90वें जन्मदिन पर आयोजित पार्टी में भाजपा के दोनों नेता एकदूसरे के आमने-सामने आए।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली में 23 वर्षीय मेडिकल की छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में जहां एक ओर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भर्ती पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने बुधवार को करीब दो घंटों तक चली पांचवीं सर्जरी में लड़की की लगभग सारी अंतड़ियां निकाल दी हैं। अंतड़ियों में इंफेक्शन की वजह से डॉक्टरों को यह करना पड़ा है। पेट के निचले हिस्से की अच्छे से सफाई करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर दिया। डॉक्टरों ने इस घटना को अपने पूरे डॉक्टरी जीवन की विभत्स घटना करार दिया है। डॉक्टरों का कहना है अब अगले एक हफ्ते तक लड़की का कोई और ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब आईसीयू में लड़की का इलाज जारी रहेगा और उसके स्थिर होने के बाद ही बाकी सुधार के लिए प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।   बलात्कार पीड़िता की सेहत के बारे में बताते हुए डॉक्टरों का कहना था कि आज पीड़िता ने अपने माता-पिता से बात की। इसके साथ ही उनका कहना था कि लड़की ने पुलिस को घटना के बारे में आज विस्तार से बताया है। ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है। डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।टिप्पणियां सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों ने बुधवार को करीब दो घंटों तक चली पांचवीं सर्जरी में लड़की की लगभग सारी अंतड़ियां निकाल दी हैं। अंतड़ियों में इंफेक्शन की वजह से डॉक्टरों को यह करना पड़ा है। पेट के निचले हिस्से की अच्छे से सफाई करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर दिया। डॉक्टरों ने इस घटना को अपने पूरे डॉक्टरी जीवन की विभत्स घटना करार दिया है। डॉक्टरों का कहना है अब अगले एक हफ्ते तक लड़की का कोई और ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब आईसीयू में लड़की का इलाज जारी रहेगा और उसके स्थिर होने के बाद ही बाकी सुधार के लिए प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।   बलात्कार पीड़िता की सेहत के बारे में बताते हुए डॉक्टरों का कहना था कि आज पीड़िता ने अपने माता-पिता से बात की। इसके साथ ही उनका कहना था कि लड़की ने पुलिस को घटना के बारे में आज विस्तार से बताया है। ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है। डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।टिप्पणियां सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों ने इस घटना को अपने पूरे डॉक्टरी जीवन की विभत्स घटना करार दिया है। डॉक्टरों का कहना है अब अगले एक हफ्ते तक लड़की का कोई और ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब आईसीयू में लड़की का इलाज जारी रहेगा और उसके स्थिर होने के बाद ही बाकी सुधार के लिए प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।   बलात्कार पीड़िता की सेहत के बारे में बताते हुए डॉक्टरों का कहना था कि आज पीड़िता ने अपने माता-पिता से बात की। इसके साथ ही उनका कहना था कि लड़की ने पुलिस को घटना के बारे में आज विस्तार से बताया है। ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है। डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।टिप्पणियां सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। ऑपरेशन में जाने से पहले लड़की ने अपनी मां और अपने भाई से बात भी की। उसे चीज़ें समझ में आ रही हैं। अभी तक कोई नया संक्रमण नहीं दिखा है। उस पर दवाओं का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब भी वह ख़तरे से बाहर नहीं है। फिलहाल वह होश में भी नहीं है। डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।टिप्पणियां सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों की नज़र अब इस बात पर है कि एनिस्थीसिया का असर ख़त्म होने के बाद वह किस हाल में होश में आती है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी तबीयत पर लगातार नज़र रखनी होगी।टिप्पणियां सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर बुधवार को भी लोगों की आवाजाही लगी रही। ज़िंदगी और मौत से जूझ रही बहादुर लडकी की मदद के लिए लगातार आती रही पेशकश। कई लोग ख़ून देने को तैयार दिखे। इन सबके बीच लड़की की तबीयत में मामूली सुधार दिख रहा है, लेकिन चिंता बनी हुई है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है। गौरतलब है कि रविवार रात को यह लड़की और उसका दोस्त मुनीरका से द्वारका जाने के लिए बस में बैठे, जिसके बाद लड़की के साथ कुछ बदमाशों ने छेड़छाड़ शुरू की बाद में विरोध करने पर लड़के को रॉड से मारकर घायल कर दिया और लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बाद में बदमाशों ने दोनों को बस से बाहर फेंक दिया गया। लड़की की हालत काफी गंभीर है और वह आईसीयू में भर्ती है।
यहाँ एक सारांश है:डॉक्टरों ने बुधवार को करीब दो घंटों तक चली पांचवीं सर्जरी में लड़की की लगभग सारी आंतड़ियां निकाल दी हैं। अंतड़ियों में इंफेक्शन की वजह से डॉक्टरों को यह करना पड़ा है। पेट के निचले हिस्से की अच्छे से सफाई करने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन पूरा कर दिया।
12
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान ने अनुशासित गेंदबाजी और शानदार क्षेत्ररक्षण से अंत में मुश्किल क्षणों से पार पाते हुए गुरुवार को छोटे लक्ष्य का बचाव किया और बांग्लादेश को उपमहाद्वीपिय क्रिकेट टूर्नामेंट के रोमांचक फाइनल में दो रन से पराजित कर दूसरी बार एशिया कप ट्राफी अपने नाम की। गत चैम्पियन भारत और श्रीलंका (दोनों चार बार की एशिया कप चैम्पियन) जैसी बड़ी टीमों पर दो उलटफेर भरी जीत दर्ज कर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर करने वाली छुपीरूस्तम बांग्लादेश की टीम के लिये तमीम इकबाल (60) और शकिबुल हसन (68) की अर्धशतकीय पारी भी काम नहीं आ सकीं जबकि उसके पास ट्राफी जीतने का यह स्वर्णिम मौका था। बांग्लादेश ने टास जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाजी का न्यौता दिया और शानदार गेंदबाजी से उसे नौ विकेट पर 236 रन ही बनाने दिये। एशिया कप के अपने पहले फाइनल में पहुंची बांग्लादेश की टीम इकबाल और हसन के अर्धशतक के बावजूद इस लक्ष्य के जवाब में 50 ओवर में आठ विकेट पर 234 रन ही बना सकी। अंत में मैच रोमाचंक बन गया था और बांग्लादेश ने आखिर तक पूरी कोशिश की लेकिन दो रन से चूक गयी। बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज इकबाल और नजीमुद्दीन (16) ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। लेकिन 17वें और 18वें ओवर में क्रमश: नजीमुद्दीन और जाहुरूल इस्लाम (शून्य) के रूप में दो विकेट गिरने से उनकी रन गति धीमी हो गयी। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। गत चैम्पियन भारत और श्रीलंका (दोनों चार बार की एशिया कप चैम्पियन) जैसी बड़ी टीमों पर दो उलटफेर भरी जीत दर्ज कर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर करने वाली छुपीरूस्तम बांग्लादेश की टीम के लिये तमीम इकबाल (60) और शकिबुल हसन (68) की अर्धशतकीय पारी भी काम नहीं आ सकीं जबकि उसके पास ट्राफी जीतने का यह स्वर्णिम मौका था। बांग्लादेश ने टास जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाजी का न्यौता दिया और शानदार गेंदबाजी से उसे नौ विकेट पर 236 रन ही बनाने दिये। एशिया कप के अपने पहले फाइनल में पहुंची बांग्लादेश की टीम इकबाल और हसन के अर्धशतक के बावजूद इस लक्ष्य के जवाब में 50 ओवर में आठ विकेट पर 234 रन ही बना सकी। अंत में मैच रोमाचंक बन गया था और बांग्लादेश ने आखिर तक पूरी कोशिश की लेकिन दो रन से चूक गयी। बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज इकबाल और नजीमुद्दीन (16) ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। लेकिन 17वें और 18वें ओवर में क्रमश: नजीमुद्दीन और जाहुरूल इस्लाम (शून्य) के रूप में दो विकेट गिरने से उनकी रन गति धीमी हो गयी। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। बांग्लादेश ने टास जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाजी का न्यौता दिया और शानदार गेंदबाजी से उसे नौ विकेट पर 236 रन ही बनाने दिये। एशिया कप के अपने पहले फाइनल में पहुंची बांग्लादेश की टीम इकबाल और हसन के अर्धशतक के बावजूद इस लक्ष्य के जवाब में 50 ओवर में आठ विकेट पर 234 रन ही बना सकी। अंत में मैच रोमाचंक बन गया था और बांग्लादेश ने आखिर तक पूरी कोशिश की लेकिन दो रन से चूक गयी। बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज इकबाल और नजीमुद्दीन (16) ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। लेकिन 17वें और 18वें ओवर में क्रमश: नजीमुद्दीन और जाहुरूल इस्लाम (शून्य) के रूप में दो विकेट गिरने से उनकी रन गति धीमी हो गयी। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। एशिया कप के अपने पहले फाइनल में पहुंची बांग्लादेश की टीम इकबाल और हसन के अर्धशतक के बावजूद इस लक्ष्य के जवाब में 50 ओवर में आठ विकेट पर 234 रन ही बना सकी। अंत में मैच रोमाचंक बन गया था और बांग्लादेश ने आखिर तक पूरी कोशिश की लेकिन दो रन से चूक गयी। बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज इकबाल और नजीमुद्दीन (16) ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। लेकिन 17वें और 18वें ओवर में क्रमश: नजीमुद्दीन और जाहुरूल इस्लाम (शून्य) के रूप में दो विकेट गिरने से उनकी रन गति धीमी हो गयी। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। बांग्लादेश के लिये सलामी बल्लेबाज इकबाल और नजीमुद्दीन (16) ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। लेकिन 17वें और 18वें ओवर में क्रमश: नजीमुद्दीन और जाहुरूल इस्लाम (शून्य) के रूप में दो विकेट गिरने से उनकी रन गति धीमी हो गयी। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान को पहली सफलता नजीमुद्दीन के विकेट से दिलायी जबकि सईद अजमल ने जाहुरूल का विकेट लिया। दोनों का कैच यूनिस खान ने लपका। इकबाल पवेलियन लौटने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे जिन्होंने एशिया कप में टीम के चारों मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली। उमर गुल की गेंद पर यूनिस खान को कैच देने से पहले उन्होंने 68 गेंद में आठ चौके की मदद से 60 रन बनाये। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। बांग्लादेश को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिये 84 रन की जरूरत थी। शकिबुल हसन (72 गेंद में सात चौके और एक छक्के से 68 रन) और नासिर हुसैन (28) ने चौथे विकेट के लिये सर्वाधिक 89 रन जोड़े। हुसैन 43वें और शकिबुल हसन 44वें ओवर में पवेलियन लौटे। कप्तान मुश्फिकर रहिम (10) भी आते ही चलते बने। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। फिर 46 ओवर के बाद बांग्लादेश को 24 गेंद में 39 रन की दरकार थी और मुकाबला रोमांचक हो गया। 47वें ओवर में बांग्लादेश ने दबाव के बावजूद तीन चौके की मदद से 14 रन जोड़े। 48वें ओवर में एक विकेट गंवाकर छह रन और 49वें ओवर में 10 रन बने। अंत में छह गेंद में नौ रन चाहिए थे। लेकिन अब्दुर रज्जाक (06) का विकेट गिरने से बांग्लादेश की तमन्ना भी अधूरी रह गयी। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। पाकिस्तान की ओर से एजाज चीमा ने सात ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया जबकि सईद अजमल और उमर गुल ने दो दो विकेट अपने नाम किये। इस तरह पाकिस्तान ने 12 साल के अंतराल पर एशिया कप खिताब हासिल किया, उन्होंने 2000 में बांग्लादेश में ही अपना पहला एशिया कप जीता था। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। इससे पहले युवा सरफराज अहमद पाकिस्तान की ओर से 52 गेंद में चार चौके की मदद से नाबाद 46 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि अफरीदी ने 22 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 32 रन का योगदान दिया। मोहम्मद हफीज (40), उमर अकमल (30) और हम्माद आजम (30) अच्छी शुरूआत करने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाये। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। अंत में शहादत हुसैन की लचर गेंदबाजी के अलावा अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज की उपयोगी पारियों से पाकिस्तानी टीम बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद यह स्कोर बना सकी। शहादत ने पारी के अंतिम ओवर में 19 रन गंवाये जिसमें दो नो बॉल शामिल थी। बांग्लादेश के लिये अनुभवी तेज गेंदबाज मशरफी मुर्तजा ने 48 रन देकर जबकि स्पिन तिकड़ी अब्दुर रज्जाक ने 26 और शकिबुल हसन ने 39 रन देकर दो दो विकेट चटकाये। नजमुल हुसैन (36 रन पर) और महमूदुल्लाह (14 रन पर) ने एक एक विकेट हासिल किये, वहीं शहादत ने अपने नौ ओवर में 63 रन लुटाये। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। अनुभवी मुर्तजा और नयी गेंद के उनके साथी नजमुल ने लगातार ओवरों में एक एक विकेट प्राप्त कर पाकिस्तान के 5.2 ओवर में 19 रन पर दो विकेट चटका दिये। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज नसीर जमशेद पांचवें ओवर में आउट होने वाले पहले खिलाड़ी रहे, जिन्होंने मुर्तजा की धीमी गेंद पर कवर पर महमूदुल्ला को आसान कैच दे दिया। पांच गेंद के बाद नजमुल ने अनुभवी यूनिस खान को पगबाधा किया। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। हफीज और कप्तान मिस्बाह उल हक (13) ने पारी संभालने का प्रयास करते हुए 31 रन की भागीदारी की लेकिन कप्तान एक रन लेने की कोशिश में नजमुल के सीधे थ्रो से रन आउट हुए। हफीज को सात रन पर जीवनदान मिला था, लेकिन वह अपनी मेहनत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और अर्धशतक से 10 रन पहले अब्दुर रज्जाक की गेंद पर नजमुल को मिड आन पर कैच देकर पवेलियन पहुंचे।टिप्पणियां पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। पाकिस्तान ने इस तरह 70 रन के स्कोर पर चार बल्लेबाज गंवा दिये। उमर अकमल और हम्माद आजम ने 59 रन की साझेदारी से टीम को उबारा लेकिन दोनों ने लगातार अपने विकेट खोकर मेहनत पर पानी फेर दिया। अकमल और आजम ने 30.30 रन बनाये। अकमल ने एक छक्के की मदद से 45 गेंद में जबकि आजम ने तीन चौके और एक छक्के से 37 गेंद में यह पारी खेली। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले। पाकिस्तान ने 133 रन पर छह विकेट खो दिये। इसके बाद अफरीदी और विकेटकीपर सरफराज ने 44 गेंद में 45 रन जोड़कर जूझती हुई अपनी टीम को राहत दिलायी। अफरीदी शकिबुल हसन की फुल टास पर नासिर हुसैन को कैच दे बैठे । उनके आउट होने के बाद सरफराज जिम्मेदारी से खेले।
पाकिस्तान ने अनुशासित गेंदबाजी और शानदार क्षेत्ररक्षण से अंत में मुश्किल क्षणों से पार पाते हुए छोटे लक्ष्य का बचाव किया और बांग्लादेश को उपमहाद्वीपिय क्रिकेट टूर्नामेंट के रोमांचक फाइनल में दो रन से पराजित कर दूसरी बार एशिया कप ट्राफी अपने नाम की।
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की छुट्टियों की वजह से एक अहम जनसुविधा का जनता के लिए इस्तेमाल लम्बा खिंच गया है. हर साल की तरह इस साल भी उद्धव ठाकरे सपरिवार विदेश में गर्मियों की छुट्टियां मनाने गए हैं. पिछले साल महाराष्ट्र के महाड तहसील में मुम्बई - गोवा हाईवे पर बना पुल टूटने की वजह से कई लोगों की मौत हुई थी. भारी बारिश के चलते सावित्री नदी पर बना ब्रिटिशकालीन पुल दो अगस्त 2016 को रात 11. 30 के आसपास बह गया था. इस वजह से राज्य परिवहन की दो बसों समेत कई वाहनों में सवार यात्री काल की चपेट में आ गए थे. इस भयंकर हादसे के बाद नए पुल के निर्माण की मांग बढ़ी. इसे देखते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 180 दिनों में तेजी से पुल बनाने के आदेश दिए और काम पर सतत निगरानी की. इस वजह से नए पुल का मानसून पूर्व निर्माण मुमकिन हो सका. इसे देखते हुए सावित्री नदी पर बने नए पुल के उद्घाटन के हेतु 6 जून की तारीख भी मुकर्रर की गई. शिवसेना के मुखपत्र सामना में इस तारीख का ऐलान हुआ और साथ में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एक साथ इस पुल का उद्घाटन करेंगे. मौजूदा स्थिति में इलाके में एक ही पुल के जरिए आवाजाही चल रही है. जो कई बार इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम का कारण हो रही है. ऐसे में नए पुल के जल्द उद्घाटन की जरूरत थी. लेकिन, पुल निर्माण विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि अब उद्घाटन करीब 10 दिन टालना पड़ रहा है. क्योंकि उद्धव ठाकरे फिलहाल परिवार समेत विदेश में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे हैं और 12 जून तक उनके भारत लौटने की संभावना कम ही है. उद्धव हर साल अमूमन मई-जून के दौरान राजनीति को गुडबाय कर ऐसे देश में जाते हैं जहां तब गर्मी का प्रकोप नहीं होता. टिप्पणियां इस बार की ठाकरे की छुट्टियों के चलते एक जनसुविधा को लोगों के लिए खोल देने में देरी हो रही है. जबकि इसके उद्घाटन की तारीख और कार्यक्रम उन्हीं की पार्टी के मुखपत्र में घोषित हो चुका था. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी. पिछले साल महाराष्ट्र के महाड तहसील में मुम्बई - गोवा हाईवे पर बना पुल टूटने की वजह से कई लोगों की मौत हुई थी. भारी बारिश के चलते सावित्री नदी पर बना ब्रिटिशकालीन पुल दो अगस्त 2016 को रात 11. 30 के आसपास बह गया था. इस वजह से राज्य परिवहन की दो बसों समेत कई वाहनों में सवार यात्री काल की चपेट में आ गए थे. इस भयंकर हादसे के बाद नए पुल के निर्माण की मांग बढ़ी. इसे देखते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 180 दिनों में तेजी से पुल बनाने के आदेश दिए और काम पर सतत निगरानी की. इस वजह से नए पुल का मानसून पूर्व निर्माण मुमकिन हो सका. इसे देखते हुए सावित्री नदी पर बने नए पुल के उद्घाटन के हेतु 6 जून की तारीख भी मुकर्रर की गई. शिवसेना के मुखपत्र सामना में इस तारीख का ऐलान हुआ और साथ में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एक साथ इस पुल का उद्घाटन करेंगे. मौजूदा स्थिति में इलाके में एक ही पुल के जरिए आवाजाही चल रही है. जो कई बार इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम का कारण हो रही है. ऐसे में नए पुल के जल्द उद्घाटन की जरूरत थी. लेकिन, पुल निर्माण विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि अब उद्घाटन करीब 10 दिन टालना पड़ रहा है. क्योंकि उद्धव ठाकरे फिलहाल परिवार समेत विदेश में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे हैं और 12 जून तक उनके भारत लौटने की संभावना कम ही है. उद्धव हर साल अमूमन मई-जून के दौरान राजनीति को गुडबाय कर ऐसे देश में जाते हैं जहां तब गर्मी का प्रकोप नहीं होता. टिप्पणियां इस बार की ठाकरे की छुट्टियों के चलते एक जनसुविधा को लोगों के लिए खोल देने में देरी हो रही है. जबकि इसके उद्घाटन की तारीख और कार्यक्रम उन्हीं की पार्टी के मुखपत्र में घोषित हो चुका था. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी. इस भयंकर हादसे के बाद नए पुल के निर्माण की मांग बढ़ी. इसे देखते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 180 दिनों में तेजी से पुल बनाने के आदेश दिए और काम पर सतत निगरानी की. इस वजह से नए पुल का मानसून पूर्व निर्माण मुमकिन हो सका. इसे देखते हुए सावित्री नदी पर बने नए पुल के उद्घाटन के हेतु 6 जून की तारीख भी मुकर्रर की गई. शिवसेना के मुखपत्र सामना में इस तारीख का ऐलान हुआ और साथ में कहा गया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एक साथ इस पुल का उद्घाटन करेंगे. मौजूदा स्थिति में इलाके में एक ही पुल के जरिए आवाजाही चल रही है. जो कई बार इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम का कारण हो रही है. ऐसे में नए पुल के जल्द उद्घाटन की जरूरत थी. लेकिन, पुल निर्माण विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि अब उद्घाटन करीब 10 दिन टालना पड़ रहा है. क्योंकि उद्धव ठाकरे फिलहाल परिवार समेत विदेश में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे हैं और 12 जून तक उनके भारत लौटने की संभावना कम ही है. उद्धव हर साल अमूमन मई-जून के दौरान राजनीति को गुडबाय कर ऐसे देश में जाते हैं जहां तब गर्मी का प्रकोप नहीं होता. टिप्पणियां इस बार की ठाकरे की छुट्टियों के चलते एक जनसुविधा को लोगों के लिए खोल देने में देरी हो रही है. जबकि इसके उद्घाटन की तारीख और कार्यक्रम उन्हीं की पार्टी के मुखपत्र में घोषित हो चुका था. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी. लेकिन, पुल निर्माण विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि अब उद्घाटन करीब 10 दिन टालना पड़ रहा है. क्योंकि उद्धव ठाकरे फिलहाल परिवार समेत विदेश में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे हैं और 12 जून तक उनके भारत लौटने की संभावना कम ही है. उद्धव हर साल अमूमन मई-जून के दौरान राजनीति को गुडबाय कर ऐसे देश में जाते हैं जहां तब गर्मी का प्रकोप नहीं होता. टिप्पणियां इस बार की ठाकरे की छुट्टियों के चलते एक जनसुविधा को लोगों के लिए खोल देने में देरी हो रही है. जबकि इसके उद्घाटन की तारीख और कार्यक्रम उन्हीं की पार्टी के मुखपत्र में घोषित हो चुका था. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी. इस बार की ठाकरे की छुट्टियों के चलते एक जनसुविधा को लोगों के लिए खोल देने में देरी हो रही है. जबकि इसके उद्घाटन की तारीख और कार्यक्रम उन्हीं की पार्टी के मुखपत्र में घोषित हो चुका था. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी. कोंकण में मानसून का आगमन अमूमन जून के पहले हफ्ते के आसपास हो जाता है. ऐसे में केवल नेताजी की छुट्टियों की वजह से बारिश के बाद अगर नदी के ऊपर का पुल खोलने की नौबत आई तो यह जनता के लिए परेशानी में इजाफा करने वाली बात ही होगी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: तेजी से काम होने पर नए पुल का मानसून पूर्व निर्माण मुमकिन हो सका सावित्री नदी पर बने नए पुल का उद्घाटन 6 जून को होना तय था उद्धव ठाकरे के 12 जून तक भारत लौटने की संभावना कम
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: डॉक्टरों ने सोमवार को अन्ना के अनशन के एक दिन उनका हेल्थ चेक अप किया। अन्ना हजारे के हेल्थ चेकअप में उन्हें 101 डिग्री बुखार पाया गया। इतना ही नहीं अन्ना का रक्तचाप भी बढ़ा हुआ था। हालांकि अन्ना का बुखार बाद में उतर गया। डॉक्टरों ने अन्ना को अनशन एक दिन टालने का सुझाव दिया है। साथ ही डॉक्टरों ने अन्ना को सड़क यात्रा न करने की सलाह भी दी। इसके एवज में डॉक्टरों की सलाह है कि अन्ना हवाई यात्रा के जरिए मुंबई जाएं। वहीं, अन्ना हजारे के सहयोगी सुरेश पठारे का कहना है कि बुखार के बावजूद अन्ना अपना तीन दिन का अनशन करेंगे। और बाद में दिल्ली में गिरफ्तारी भी देंगे।अन्ना हजारे वायरल संक्रमण से पीड़ित हैं लेकिन वह कमजोर लोकपाल विधेयक के खिलाफ कल से मुंबई में तीन दिवसीय उपवास के लिये कृतसंकल्प हैं। उनके सहायकों ने यहां बताया कि 74 वर्षीय हजारे आज अपराह्न यहां से सड़क मार्ग से मुंबई के लिए रवाना होंगे और देर शाम तक वहां पहुंचेगे। हजारे के सचिव सुरेश पठारे ने कहा अन्ना का बुखार कम हुआ है और वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज अपराह्न सड़क मार्ग से मुंबई के लिये रवाना होंगे। हजारे के चिकित्सक डी जी पोटे ने बताया कि पिछले दो दिन से हजारे को बुखार है लेकिन चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा वह थोड़ा कमजोर हैं लेकिन कल से उपवास कर सकते हैं। उनका रक्तचाप और अन्य मापदंड सामान्य हैं। उन्हें हल्की खांसी और ठंड है लेकिन उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि कि पिछले तीन दिन से गांधीवादी नेता का इलाज चल रहा है। उनके स्वास्थ्य में सुधार आया है और वह मुंबई और दिल्ली में अपने आंदोलन के लिए कृतसंकल्प हैं। हजारे मुंबई जाने से पहले कुछ देर पुणे के अलांदी में रूकर संत ज्ञानेश्वर की समाधि के दर्शन करेंगे। पोटे ने कहा कल से चिकित्सा एक समस्या रहेगी लेकिन वह लगातार उनके साथ रहेंगे। अगर जरूरत हुई तो वे चबाने वाली दवा देंगे।धरनास्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहां तक जाने वाली सड़क पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। गौरतलब है कि मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में अन्ना हजारे 27-29 दिसंबर तक मजबूत लोकपाल बिल के समर्थन में अनशन पर बैठने वाले हैं।(इनपुट भाषा से भी)
संक्षिप्त पाठ: सुबह अन्ना के हेल्थ चेकअप में उन्हें 101 डिग्री बुखार पाया गया जो बाद में उतर गया। डॉक्टरों ने अनशन एक दिन टालने का सुझाव दिया है।
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बुधवार को शाहरुख खान की टीम को अचानक मीडिया, पुलिस अधिकारियों, फैन्‍स, दोस्‍तों सभी की तरह से कई सारे फोन आने लगे. हर कोई शाहरुख खान की सलामती के बारे में पूछ रहा था. दरअसल यूरोपियन न्‍यूज नेटवर्क ईआई पायस टीवी ने अपनी ब्रेकिंग न्‍यूज स्‍टोरी के तहत स्‍टोरी चलाई, जिसमें एक प्राइवेट प्‍लेन क्रेश में शाहरुख खान समेत 7 लोगों की मौत की खबर चला दी. इस खबर के तहत शाहरुख के प्‍लेन से लेकर उनके पेरिस जाने तक की सारी जानकारी दी गई. ऐसे में विदेशों में मौजूद शाहरुख के हजारों फैन्‍स अचानक बैचेन हो गए. पिछले कुछ समय में अमिताभ बच्‍चन की बहू और एक्‍ट्रेस ऐश्‍वर्या राय बच्‍चन, टीवी एक्‍ट्ररे श्‍वेता तिवारी के बाद शाहरुख खान भी मौत की इस झूठी खबर का शिकार बने हैं.मुंबई मिरर की खबर के अनुसार यहां तक की इस अफवाह के फैलने पर मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्‍नर देवेन भारती ने भी शाहरुख खान की टीम से इस अफवाह की पुष्टि करने के लिए फोन कर दिया. जिसके बाद शाहरुख की टीम ने उन्‍हें बताया कि शाहरुख बिलकुल ठीक हैं और अभी मुंबई में ही शूटिंग कर रहे हैं. टिप्पणियां यूरोपियन न्‍यूज नेटवर्क पर चली इस खबर में बताया गया कि वह गल्‍फस्‍ट्रीम जी550 जेट से यात्रा कर रहे थे और अपने असिस्‍टेंट के साथ पेरिस जा रहे थे. इसी यात्रा के दौरान उनकी मौत हो गई. इस न्‍यूज के सामने आते ही हर जगह से लोग शाहरुख की सलामती के बारे में जानने के लिए उनकी टीम को फोन करने लगे. मुंबई मिरर ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है कि यह पहली बार नहीं है जब शाहरुख से जुड़ी ऐसी कोई अफवाह उड़ी है. लेकिन यह ज्‍यादा बड़ी तब हो गई जब मुंबई के टॉप पुलिस अधिकारियों के वॉट्स एप ग्रुप में यह अफवाह घूमने लगी.   बता दें कि पिछले कुछ समय में इंटरनेट की उड़ाई गई अफवाहों में कई सेलेब्रिटीज की मौत की खबर वायरल होती रही है. पिछले साल दिग्‍गज एक्‍टर शशि कपूर की मौत की खबर को ऋषि कपूर ने झूठा ठहराया था. जबकि एक्‍टर आयुषमान खुराना को खुद एक नोट लिखकर बताना पड़ा कि स्‍विट्जरलैंड में स्‍कीइंग करते हुए उनकी मौत नहीं हुई है. इसके अलावा हनी सिंह ने भी अपनी एक सेल्‍फी पोस्‍ट कर बताया कि 'वह अस्‍पताल के बिस्‍तर पर मृत' नहीं मिले हैं. इसी साल फरवरी में एक्‍ट्रेस फरीदा जलाल और ऐश्‍वर्या राय ऐसी अफवाहों का शिकार बनी थीं. हाल ही में टीवी एक्‍ट्रेस श्‍वेता तिवारी के बारे में भी ऐसी ही अफवाह उड़ी और उनके पति ने खुद घबराकर श्‍वेता को फोन कर दिया था. बात दें श्‍वेता और उनके पति दोनों ने इसे अफवाह बताया. मुंबई मिरर की खबर के अनुसार यहां तक की इस अफवाह के फैलने पर मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्‍नर देवेन भारती ने भी शाहरुख खान की टीम से इस अफवाह की पुष्टि करने के लिए फोन कर दिया. जिसके बाद शाहरुख की टीम ने उन्‍हें बताया कि शाहरुख बिलकुल ठीक हैं और अभी मुंबई में ही शूटिंग कर रहे हैं. टिप्पणियां यूरोपियन न्‍यूज नेटवर्क पर चली इस खबर में बताया गया कि वह गल्‍फस्‍ट्रीम जी550 जेट से यात्रा कर रहे थे और अपने असिस्‍टेंट के साथ पेरिस जा रहे थे. इसी यात्रा के दौरान उनकी मौत हो गई. इस न्‍यूज के सामने आते ही हर जगह से लोग शाहरुख की सलामती के बारे में जानने के लिए उनकी टीम को फोन करने लगे. मुंबई मिरर ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है कि यह पहली बार नहीं है जब शाहरुख से जुड़ी ऐसी कोई अफवाह उड़ी है. लेकिन यह ज्‍यादा बड़ी तब हो गई जब मुंबई के टॉप पुलिस अधिकारियों के वॉट्स एप ग्रुप में यह अफवाह घूमने लगी.   बता दें कि पिछले कुछ समय में इंटरनेट की उड़ाई गई अफवाहों में कई सेलेब्रिटीज की मौत की खबर वायरल होती रही है. पिछले साल दिग्‍गज एक्‍टर शशि कपूर की मौत की खबर को ऋषि कपूर ने झूठा ठहराया था. जबकि एक्‍टर आयुषमान खुराना को खुद एक नोट लिखकर बताना पड़ा कि स्‍विट्जरलैंड में स्‍कीइंग करते हुए उनकी मौत नहीं हुई है. इसके अलावा हनी सिंह ने भी अपनी एक सेल्‍फी पोस्‍ट कर बताया कि 'वह अस्‍पताल के बिस्‍तर पर मृत' नहीं मिले हैं. इसी साल फरवरी में एक्‍ट्रेस फरीदा जलाल और ऐश्‍वर्या राय ऐसी अफवाहों का शिकार बनी थीं. हाल ही में टीवी एक्‍ट्रेस श्‍वेता तिवारी के बारे में भी ऐसी ही अफवाह उड़ी और उनके पति ने खुद घबराकर श्‍वेता को फोन कर दिया था. बात दें श्‍वेता और उनके पति दोनों ने इसे अफवाह बताया. यूरोपियन न्‍यूज नेटवर्क पर चली इस खबर में बताया गया कि वह गल्‍फस्‍ट्रीम जी550 जेट से यात्रा कर रहे थे और अपने असिस्‍टेंट के साथ पेरिस जा रहे थे. इसी यात्रा के दौरान उनकी मौत हो गई. इस न्‍यूज के सामने आते ही हर जगह से लोग शाहरुख की सलामती के बारे में जानने के लिए उनकी टीम को फोन करने लगे. मुंबई मिरर ने एक सूत्र के हवाले से खबर दी है कि यह पहली बार नहीं है जब शाहरुख से जुड़ी ऐसी कोई अफवाह उड़ी है. लेकिन यह ज्‍यादा बड़ी तब हो गई जब मुंबई के टॉप पुलिस अधिकारियों के वॉट्स एप ग्रुप में यह अफवाह घूमने लगी.   बता दें कि पिछले कुछ समय में इंटरनेट की उड़ाई गई अफवाहों में कई सेलेब्रिटीज की मौत की खबर वायरल होती रही है. पिछले साल दिग्‍गज एक्‍टर शशि कपूर की मौत की खबर को ऋषि कपूर ने झूठा ठहराया था. जबकि एक्‍टर आयुषमान खुराना को खुद एक नोट लिखकर बताना पड़ा कि स्‍विट्जरलैंड में स्‍कीइंग करते हुए उनकी मौत नहीं हुई है. इसके अलावा हनी सिंह ने भी अपनी एक सेल्‍फी पोस्‍ट कर बताया कि 'वह अस्‍पताल के बिस्‍तर पर मृत' नहीं मिले हैं. इसी साल फरवरी में एक्‍ट्रेस फरीदा जलाल और ऐश्‍वर्या राय ऐसी अफवाहों का शिकार बनी थीं. हाल ही में टीवी एक्‍ट्रेस श्‍वेता तिवारी के बारे में भी ऐसी ही अफवाह उड़ी और उनके पति ने खुद घबराकर श्‍वेता को फोन कर दिया था. बात दें श्‍वेता और उनके पति दोनों ने इसे अफवाह बताया. इसी साल फरवरी में एक्‍ट्रेस फरीदा जलाल और ऐश्‍वर्या राय ऐसी अफवाहों का शिकार बनी थीं. हाल ही में टीवी एक्‍ट्रेस श्‍वेता तिवारी के बारे में भी ऐसी ही अफवाह उड़ी और उनके पति ने खुद घबराकर श्‍वेता को फोन कर दिया था. बात दें श्‍वेता और उनके पति दोनों ने इसे अफवाह बताया.
संक्षिप्त पाठ: यूरोपियन न्‍यूज नेटवर्क ने चलाई शाहरुख के प्‍लेन क्रेश में मरने की खबर खबर सुन खुद मुंबई पुलिस कमिश्‍न ने किया शाहरुख खान की टीम को फोन ऐश्‍वर्या, श्‍वेता तिवारी, फरीदा जलाल भी हो चुके हैं इस अफवाह का शिकार
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: मुंबई के एक निजी अस्पताल में शनिवार को भर्ती हुए गुजरे जमाने के सुपरस्टार राजेश खन्ना के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है और उन्हें अगले कुछ दिनों में अस्पताल से छुट्टी मिलने की संभावना है। इस 69 वर्षीय अभिनेता को थकान और कमजोरी के कारण बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खन्ना से अलग हुई उनकी पत्नी डिंपल कपाडिया ने कहा, वह (राजेश) अच्छे हैं...वह आज काफी बेहतर हैं। उन्हें एक-दो दिन में (अस्पताल से) छुट्टी मिल सकती है।टिप्पणियां डिंपल इन दिनों खन्ना की देखभाल कर रही हैं। अटकलें थीं कि खन्ना यकृत में संक्रमण से पीड़ित हैं और कुछ खबरों में कहा गया था कि उनकी किडनी काफी प्रभावित हुई हैं। हालांकि डिंपल ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह कलाकार केवल थोड़ा कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा, नहीं, बिल्कुल नहीं। वह थके हुए हैं और थोड़े कमजोर हैं...इसलिए बेहतर देखभाल के लिए हम उन्हें अस्पताल लेकर आए हैं। खन्ना के प्रबंधक अश्विन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि अभिनेता ने पिछले तीन चार दिन से भोजन लेना बंद कर दिया है। हालांकि खन्ना बांद्रा के कार्टर रोड स्थित अपने आवास 'आर्शीवाद' की बालकनी पर आए थे और उन्होंने अपने प्रशंसकों और मीडियाकमियों के लिए हाथ हिलाया था। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और दामाद अक्षय कुमार मौजूद थे। इस 69 वर्षीय अभिनेता को थकान और कमजोरी के कारण बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खन्ना से अलग हुई उनकी पत्नी डिंपल कपाडिया ने कहा, वह (राजेश) अच्छे हैं...वह आज काफी बेहतर हैं। उन्हें एक-दो दिन में (अस्पताल से) छुट्टी मिल सकती है।टिप्पणियां डिंपल इन दिनों खन्ना की देखभाल कर रही हैं। अटकलें थीं कि खन्ना यकृत में संक्रमण से पीड़ित हैं और कुछ खबरों में कहा गया था कि उनकी किडनी काफी प्रभावित हुई हैं। हालांकि डिंपल ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह कलाकार केवल थोड़ा कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा, नहीं, बिल्कुल नहीं। वह थके हुए हैं और थोड़े कमजोर हैं...इसलिए बेहतर देखभाल के लिए हम उन्हें अस्पताल लेकर आए हैं। खन्ना के प्रबंधक अश्विन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि अभिनेता ने पिछले तीन चार दिन से भोजन लेना बंद कर दिया है। हालांकि खन्ना बांद्रा के कार्टर रोड स्थित अपने आवास 'आर्शीवाद' की बालकनी पर आए थे और उन्होंने अपने प्रशंसकों और मीडियाकमियों के लिए हाथ हिलाया था। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और दामाद अक्षय कुमार मौजूद थे। डिंपल इन दिनों खन्ना की देखभाल कर रही हैं। अटकलें थीं कि खन्ना यकृत में संक्रमण से पीड़ित हैं और कुछ खबरों में कहा गया था कि उनकी किडनी काफी प्रभावित हुई हैं। हालांकि डिंपल ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह कलाकार केवल थोड़ा कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा, नहीं, बिल्कुल नहीं। वह थके हुए हैं और थोड़े कमजोर हैं...इसलिए बेहतर देखभाल के लिए हम उन्हें अस्पताल लेकर आए हैं। खन्ना के प्रबंधक अश्विन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि अभिनेता ने पिछले तीन चार दिन से भोजन लेना बंद कर दिया है। हालांकि खन्ना बांद्रा के कार्टर रोड स्थित अपने आवास 'आर्शीवाद' की बालकनी पर आए थे और उन्होंने अपने प्रशंसकों और मीडियाकमियों के लिए हाथ हिलाया था। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और दामाद अक्षय कुमार मौजूद थे। खन्ना के प्रबंधक अश्विन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि अभिनेता ने पिछले तीन चार दिन से भोजन लेना बंद कर दिया है। हालांकि खन्ना बांद्रा के कार्टर रोड स्थित अपने आवास 'आर्शीवाद' की बालकनी पर आए थे और उन्होंने अपने प्रशंसकों और मीडियाकमियों के लिए हाथ हिलाया था। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और दामाद अक्षय कुमार मौजूद थे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: राजेश खन्ना को थकान और कमजोरी के कारण लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खन्ना से अलग हुई उनकी पत्नी डिंपल कपाडिया ने कहा, वह (राजेश) अच्छे हैं...वह आज काफी बेहतर हैं।
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: शेयर बाजार के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा और शुक्रवार को साल के अंतिम कारोबारी सत्र में बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 89 अंक, जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 22 अंक टूटकर बंद हुआ। इस साल सेंसेक्स 5,000 अंक से अधिक के नुकसान में रहा। देश में सूचीबद्ध सभी शेयरों के मूल्य के लिहाज से 2011 के दौरान निवेशकों का कुल धन करीब 19,46,000 करोड़ रुपये नीचे आया। आज, एक बड़े उलटफेर के तहत टीसीएस, आरआईएल को पछाड़कर अव्वल कंपनी बन गई। मुद्रास्फीति में तेजी, रुपया में गिरावट, उंची ब्याज दर और आर्थिक सुधार के कदमों को बट्टा लगने से लगातार निवेशकों की धारणा सुस्त बनी हुई है। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स आज 81.09 अंक टूटकर 15,454.92 अंक पर बंद हुआ। चार दिन में सेंसेक्स 515 अंक घट चुका है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 21.95 अंक की गिरावट के साथ 4,624.30 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान, रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर टूटकर एक साल के निचले स्तर पर आ गया। इसके अलावा, डीएलएफ, एचडीएफसी, टाटा स्टील, एसबीआई, टाटा पावर, टीसीएस और एलएंडटी भी नुकसान के साथ बंद हुआ। वर्ष 2011 में सेंसेक्स कुल 5,054.17 अंक गंवा चुका है, जबकि पिछले साल यह 3,044 अंक लाभ में रहा था, वहीं 2009 में इसने 7,817 अंक की जबरदस्त बढ़त हासिल की थी। सेंसेक्स को सबसे अधिक झटका 2008 में वैश्विक मंदी के दौरान लगा और यह 52.4 प्रतिशत या 10,600 अंक नुकसान में रहा। विश्लेषकों के मुताबिक, वैश्विक अर्थव्यवस्था में दिक्कतों की वजह से 2011 में शेयर बाजार हिचकोले खाता रहा, लेकिन घरेलू मोर्चे पर चिंताओं ने बाजार की धारणा कमजोर कर दी। बोनांजा पोर्टफोलियो की शानू गोयल ने कहा, ‘दिग्गज शेयर आरआईएल में कमजोरी भी सेंसेक्स को नीचे लाने का कारण रही। आरआईएल का शेयर करीब 3 प्रतिशत टूटकर 700 रुपये से नीचे बंद हुआ।’ विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 2011 में 2,500 करोड़ रुपये से अधिक के शेयरों की बिकवाली की, जबकि 2010 में वे 1,30,913 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध लिवाल थे।
यहाँ एक सारांश है:शुक्रवार को साल के अंतिम कारोबारी सत्र में बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 89 अंक, जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 22 अंक टूटकर बंद हुआ।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सियाचिन पर जारी सैन्य गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही बातचीत बिना किसी प्रगति के समाप्त हो गई। दोनों देशों ने प्रतिबद्धता जताई कि दुनिया की सबसे ऊंची युद्धभूमि से जुड़े मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए गंभीर सतत और परिणामोन्मुखी प्रयास किए जाएंगे। इस मुद्दे पर दो दिवसीय बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सियाचिन मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए गंभीर, सतत और परिणामोन्मुखी प्रयास करने के  अपने संकल्प की एक बार फिर से पुष्टि की। बयान में कहा गया है कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की दोनों देशों के नेताओं की इच्छा के अनुरूप सियाचिन पर बातचीत जारी रखने पर  सहमति हुई है । दोनों देशों ने माना कि सियाचीन में संघर्ष विराम वर्ष 2003 से जारी है ।टिप्पणियां दोनों पक्षों ने सियाचिन पर अगले दौर की बातचीत पर सहमति जताई जो नई दिल्ली में होगी । इस बातचीत की तिथि राजनयिक माध्यम से बातचीत के बाद तय की जाएगी । भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें। दोनों देशों ने प्रतिबद्धता जताई कि दुनिया की सबसे ऊंची युद्धभूमि से जुड़े मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए गंभीर सतत और परिणामोन्मुखी प्रयास किए जाएंगे। इस मुद्दे पर दो दिवसीय बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सियाचिन मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए गंभीर, सतत और परिणामोन्मुखी प्रयास करने के  अपने संकल्प की एक बार फिर से पुष्टि की। बयान में कहा गया है कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की दोनों देशों के नेताओं की इच्छा के अनुरूप सियाचिन पर बातचीत जारी रखने पर  सहमति हुई है । दोनों देशों ने माना कि सियाचीन में संघर्ष विराम वर्ष 2003 से जारी है ।टिप्पणियां दोनों पक्षों ने सियाचिन पर अगले दौर की बातचीत पर सहमति जताई जो नई दिल्ली में होगी । इस बातचीत की तिथि राजनयिक माध्यम से बातचीत के बाद तय की जाएगी । भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें। इस मुद्दे पर दो दिवसीय बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सियाचिन मुद्दे के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए गंभीर, सतत और परिणामोन्मुखी प्रयास करने के  अपने संकल्प की एक बार फिर से पुष्टि की। बयान में कहा गया है कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की दोनों देशों के नेताओं की इच्छा के अनुरूप सियाचिन पर बातचीत जारी रखने पर  सहमति हुई है । दोनों देशों ने माना कि सियाचीन में संघर्ष विराम वर्ष 2003 से जारी है ।टिप्पणियां दोनों पक्षों ने सियाचिन पर अगले दौर की बातचीत पर सहमति जताई जो नई दिल्ली में होगी । इस बातचीत की तिथि राजनयिक माध्यम से बातचीत के बाद तय की जाएगी । भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें। बयान में कहा गया है कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की दोनों देशों के नेताओं की इच्छा के अनुरूप सियाचिन पर बातचीत जारी रखने पर  सहमति हुई है । दोनों देशों ने माना कि सियाचीन में संघर्ष विराम वर्ष 2003 से जारी है ।टिप्पणियां दोनों पक्षों ने सियाचिन पर अगले दौर की बातचीत पर सहमति जताई जो नई दिल्ली में होगी । इस बातचीत की तिथि राजनयिक माध्यम से बातचीत के बाद तय की जाएगी । भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें। दोनों पक्षों ने सियाचिन पर अगले दौर की बातचीत पर सहमति जताई जो नई दिल्ली में होगी । इस बातचीत की तिथि राजनयिक माध्यम से बातचीत के बाद तय की जाएगी । भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें। भारतीय समकक्ष शशिकांत शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद पाकिस्तान की रक्षा सचिव नरगिस सेठी ने कहा कि उनका देश चाहता है कि दोनों पक्ष एक साथ अपने सैनिकों  को सियाचिन से वापस बुला लें।
संक्षिप्त पाठ: सियाचिन पर जारी सैन्य गतिरोध को खत्म करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही बातचीत बिना किसी प्रगति के समाप्त हो गई।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चीन की सेना ने आरोप लगाया कि भारत की फौज सिक्किम में चीन-भारत सीमा पर एक सड़क के निर्माण को रोक रही है और इस कदम से सीमा पर अमन चैन को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक बयान में कहा कि भारत की आजादी के बाद भारत की सरकार ने बार-बार लिखित में इस बात की पुष्टि की है कि दोनों पक्षों को सिक्किम सीमा पर कोई आपत्ति नहीं है. चीन द्वारा अपने क्षेत्र में सड़क का निर्माण पूरी तरह संप्रभुता का कृत्य है और भारत को इसमें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. इसमें कहा गया कि सड़क निर्माण को रोकने की भारत की कोशिश से सीमा पर अमन चैन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है. चीन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि भारत अब चीन के साथ मिलकर काम करेगा और सीमा की समस्या को जटिल करने वाली कोई कार्वाई नहीं करेगा तथा द्विपक्षीय संबंधों के सही तरह विकास की रफ्तार को संयुक्त रूप से बनाये रखा जाएगा.' सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारतीय सेना और पीएलए के जवानों के बीच टकराव के बाद तनाव पसर गया था. इसके बाद चीनी सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ बंकरों को तबाह किया. टिप्पणियां नई दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच टकराव के बाद जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला जनरल इलाके में लाल्टेन चौकी के नजदीक यह वाकया हुआ. इससे चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा हो गया. सूत्रों ने कहा कि टकराव के बाद पीएलए के जवान भारतीय सरजमीं में घुस आए और उन्होंने सेना के दो अस्थाई बंकरों को तबाह कर दिया. 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह इलाका भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधीन है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक बयान में कहा कि भारत की आजादी के बाद भारत की सरकार ने बार-बार लिखित में इस बात की पुष्टि की है कि दोनों पक्षों को सिक्किम सीमा पर कोई आपत्ति नहीं है. चीन द्वारा अपने क्षेत्र में सड़क का निर्माण पूरी तरह संप्रभुता का कृत्य है और भारत को इसमें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. इसमें कहा गया कि सड़क निर्माण को रोकने की भारत की कोशिश से सीमा पर अमन चैन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है. चीन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि भारत अब चीन के साथ मिलकर काम करेगा और सीमा की समस्या को जटिल करने वाली कोई कार्वाई नहीं करेगा तथा द्विपक्षीय संबंधों के सही तरह विकास की रफ्तार को संयुक्त रूप से बनाये रखा जाएगा.' सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारतीय सेना और पीएलए के जवानों के बीच टकराव के बाद तनाव पसर गया था. इसके बाद चीनी सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ बंकरों को तबाह किया. टिप्पणियां नई दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच टकराव के बाद जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला जनरल इलाके में लाल्टेन चौकी के नजदीक यह वाकया हुआ. इससे चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा हो गया. सूत्रों ने कहा कि टकराव के बाद पीएलए के जवान भारतीय सरजमीं में घुस आए और उन्होंने सेना के दो अस्थाई बंकरों को तबाह कर दिया. 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह इलाका भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधीन है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसमें कहा गया कि सड़क निर्माण को रोकने की भारत की कोशिश से सीमा पर अमन चैन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है. चीन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि भारत अब चीन के साथ मिलकर काम करेगा और सीमा की समस्या को जटिल करने वाली कोई कार्वाई नहीं करेगा तथा द्विपक्षीय संबंधों के सही तरह विकास की रफ्तार को संयुक्त रूप से बनाये रखा जाएगा.' सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारतीय सेना और पीएलए के जवानों के बीच टकराव के बाद तनाव पसर गया था. इसके बाद चीनी सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ बंकरों को तबाह किया. टिप्पणियां नई दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच टकराव के बाद जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला जनरल इलाके में लाल्टेन चौकी के नजदीक यह वाकया हुआ. इससे चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा हो गया. सूत्रों ने कहा कि टकराव के बाद पीएलए के जवान भारतीय सरजमीं में घुस आए और उन्होंने सेना के दो अस्थाई बंकरों को तबाह कर दिया. 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह इलाका भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधीन है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सिक्किम के एक सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारतीय सेना और पीएलए के जवानों के बीच टकराव के बाद तनाव पसर गया था. इसके बाद चीनी सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ बंकरों को तबाह किया. टिप्पणियां नई दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच टकराव के बाद जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला जनरल इलाके में लाल्टेन चौकी के नजदीक यह वाकया हुआ. इससे चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा हो गया. सूत्रों ने कहा कि टकराव के बाद पीएलए के जवान भारतीय सरजमीं में घुस आए और उन्होंने सेना के दो अस्थाई बंकरों को तबाह कर दिया. 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह इलाका भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधीन है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नई दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच टकराव के बाद जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला जनरल इलाके में लाल्टेन चौकी के नजदीक यह वाकया हुआ. इससे चीन-भारत की सीमा पर तनाव पैदा हो गया. सूत्रों ने कहा कि टकराव के बाद पीएलए के जवान भारतीय सरजमीं में घुस आए और उन्होंने सेना के दो अस्थाई बंकरों को तबाह कर दिया. 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद यह इलाका भारतीय सेना और आईटीबीपी के अधीन है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: भारत, सिक्किम में चीनी सीमा पर सड़क के निर्माण को रोक रहा है भारत और पीएलए के बीच टकराव के बाद सीमा पर पसरा तनाव चीनी सैनिकों ने सीमा पर भारत की तरफ बंकरों को तबाह किया
0
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' का पिछला एपिसोड काफी दिलचस्प था. सृति झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलूवालिया (Shabir Ahluwalia) के सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में आपने देखा कि अभी सरिता को अपनी कार में लिफ्ट देता है. सरिता अभी से कहती है कि उसके लिए प्राची की मां सबसे अच्छी जीवनसाथी रहेगी. अभी सरिता की इस सलाह पर हंसता है. वहीं आलिया प्राची को अपनी एनिवर्सरी की पार्टी की तैयारियों में हाथ बंटाते देखती है. इसे देख आलिया गुस्सा हो जाती है और रिया को अच्छा महसूस कराने के लिए प्राची की बेइज्जती कर देती है. टीआरपी की लिस्ट में नंबर वन चल रहे शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि आलिया मीरा को कहती है कि वो नैनी होने के अपने नियमों को भूल चुकी है. आलिया मीरा को धमकाते हुए कहती है कि वो अपने सभी पुराने नियम याद कर ले और साथ ही कुछ नए नियम भी अपना ले. अब देखना होगा कि आलिया की डांट पर मीरा क्या करती है?
संक्षिप्त पाठ: 'कुमकुम भाग्य' में आज के एपिसोड में जानें क्या होगा अभी और प्रज्ञा की जिंदगी में चल रहा है तूफान प्राची को लेकर आज होगा कुछ ऐसा
22
['hin']