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इस पाठ का सारांश बनाओ: विश्व कप में करारा झटका सहने वाले कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू शृंखलाओं के दौरान तीन अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी सौंपी गई है। बीसीसीआई की दौरा एवं कार्यक्रम समिति की शनिवार को हुई बैठक में इन दोनों शृंखलाओं के कार्यक्रम तय किए गए। इसके अनुसार कोलकाता इंग्लैंड के खिलाफ अक्टूबर में होने वाली शृंखला के दो मैचों- एक एकदिवसीय मैच और एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच की मेजबानी करेगा। कोलकाता के अलावा इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला के अन्य मैच मुंबई, मोहाली, हैदराबाद और दिल्ली में आयोजित किए जाएंगे। बीसीसीआई सचिव और भावी अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के बयान के अनुसार कोलकाता वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर में शुरू होने वाली घरेलू शृंखला के दौरान टेस्ट मैच की मेजबानी भी करेगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कैरेबियाई टीम के खिलाफ होने वाले अन्य दो टेस्ट मैच की मेजबानी मुंबई और दिल्ली को सौंपी गई है। बीसीसीआई ने हालांकि कहा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच एकदिवसीय मैच का संपूर्ण कार्यक्रम बाद में घोषित किया जाएगा।
यहाँ एक सारांश है:ईडन गार्डन्स मैदान को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू शृंखलाओं के दौरान तीन अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी सौंपी गई है।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इस मामले में प्रियंका गांधी की सुरक्षा में बदलाव किए गए हैं और कुछ सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई भी हुई है.घर के अंदर घुसने वालों की सुरक्षा जांच अब दिल्ली पुलिस भी कर रही है. पहले सिर्फ सीआरपीएफ जांच कर रही थी. गौरतलब है कि पिछले माह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया था. सीआरपीएफ की सुरक्षा के बावजूद चन्द्रशेखर त्यागी कार लेकर कांग्रेस महासचिव के घर में घुस गया था. प्रियंका गांधी ने NDTV से इस घटना की पुष्टि की थी. यह घटना 25 नवंबर को हुई थी. प्रियंका गांधी के दफ़्तर ने CRPF के सामने यह मुद्दा उठाया था. सूत्रों ने NDTV को बताया कि प्रियंका गांधी के घर के बगीचे के पास बने बरामदे में एक लड़की सहित पांच लोग कार लेकर घुस गए थे. कार से उतरकर वे सभी लोग प्रियंका गांधी के बगीचे में गए और कांग्रेस नेत्री के साथ फोटो खिंचवाए. सूत्रों ने कहा कि यह परिवार उत्तर प्रदेश के एक शहर से उनके साथ फोटो क्लिक करने के लिए आया था. इस घटना से प्रियंका गांधी हैरान थीं.
सीआरपीएफ के जवानों ने सोचा कि राहुल गांधी आए हैं त्यागी के परिवार ने प्रियंका गांधी से बात की, साथ में फोटो खिंचवाए चन्द्रशेखर का दावा है कि वह मेरठ में कांग्रेस से जुड़ा हुआ है
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मंदसौर आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों और प्रदेश में किसानों की दुर्दशा को लेकर कांग्रेसी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल में 72 घंटे का अनशन शुरू कर दिया है. कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंदसौर गोलीकांड के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपवास नहीं किया, बल्कि किसानों का उपहास उड़ाया है.  टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में बुधवार शाम चार बजे से शुरू हुए कांग्रेस के 72 घंटे के सत्याग्रह के मौके पर सिंधिया ने कहा कि मंदसौर की घटना देश के लिए कलंक है. इसके लिए कोई और नहीं, बल्कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं. मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में शांति बहाली के लिए किए गए अनिश्चितकालीन उपवास के 28 घंटे में ही खत्म होने पर सिंधिया ने चुटकी ली और कहा कि यह उपवास नहीं, बल्कि किसानों का उपहास था क्योंकि, मुख्यमंत्री ने चांदी के गिलास में पानी पीकर उपवास तोड़ा. कांग्रेसी सांसद ने राज्य और केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि देश में इन सरकारों के चलते किसान आत्महत्याएं बढ़ गई हैं. टिप्पणियां सत्याग्रह के मंच पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित बड़ी संख्या में विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद थे. सत्याग्रह शुरू होने से पहले किसानों को श्रद्घांजलि दी गई. मंच पर उन छह किसानों की तस्वीरें भी लगाई गईं, जिनकी हाल ही में मंदसौर में पुलिस कार्रवाई से मौत हुई थी. (इनपुट आईएएनएस से भी) टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में बुधवार शाम चार बजे से शुरू हुए कांग्रेस के 72 घंटे के सत्याग्रह के मौके पर सिंधिया ने कहा कि मंदसौर की घटना देश के लिए कलंक है. इसके लिए कोई और नहीं, बल्कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं. मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में शांति बहाली के लिए किए गए अनिश्चितकालीन उपवास के 28 घंटे में ही खत्म होने पर सिंधिया ने चुटकी ली और कहा कि यह उपवास नहीं, बल्कि किसानों का उपहास था क्योंकि, मुख्यमंत्री ने चांदी के गिलास में पानी पीकर उपवास तोड़ा. कांग्रेसी सांसद ने राज्य और केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि देश में इन सरकारों के चलते किसान आत्महत्याएं बढ़ गई हैं. टिप्पणियां सत्याग्रह के मंच पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित बड़ी संख्या में विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद थे. सत्याग्रह शुरू होने से पहले किसानों को श्रद्घांजलि दी गई. मंच पर उन छह किसानों की तस्वीरें भी लगाई गईं, जिनकी हाल ही में मंदसौर में पुलिस कार्रवाई से मौत हुई थी. (इनपुट आईएएनएस से भी) मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में शांति बहाली के लिए किए गए अनिश्चितकालीन उपवास के 28 घंटे में ही खत्म होने पर सिंधिया ने चुटकी ली और कहा कि यह उपवास नहीं, बल्कि किसानों का उपहास था क्योंकि, मुख्यमंत्री ने चांदी के गिलास में पानी पीकर उपवास तोड़ा. कांग्रेसी सांसद ने राज्य और केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि देश में इन सरकारों के चलते किसान आत्महत्याएं बढ़ गई हैं. टिप्पणियां सत्याग्रह के मंच पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित बड़ी संख्या में विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद थे. सत्याग्रह शुरू होने से पहले किसानों को श्रद्घांजलि दी गई. मंच पर उन छह किसानों की तस्वीरें भी लगाई गईं, जिनकी हाल ही में मंदसौर में पुलिस कार्रवाई से मौत हुई थी. (इनपुट आईएएनएस से भी) सत्याग्रह के मंच पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित बड़ी संख्या में विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद थे. सत्याग्रह शुरू होने से पहले किसानों को श्रद्घांजलि दी गई. मंच पर उन छह किसानों की तस्वीरें भी लगाई गईं, जिनकी हाल ही में मंदसौर में पुलिस कार्रवाई से मौत हुई थी. (इनपुट आईएएनएस से भी) (इनपुट आईएएनएस से भी)
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 72 घंटे के लिए सत्याग्रह शुरू किया है किसानों की मौत के लिए शिवराज सिंह चौहान को जिम्मेदार ठहराया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के उपवास को बताया किसानों का उपहास
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अरबपति समाजसेवी बिल गेट्स ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लोगों की स्थिति पहले के मुकाबले कहीं तेजी से बेहतर हुई है। वह संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दि विकास लक्ष्य के असर और विशेष तौर पर बाल मृत्यु दर घटाने के लक्ष्य की बात कर रहे थे।टिप्पणियां गेट्स ने वैश्विक आर्थिक मंच की सालाना बैठक में कहा ‘हमने लोगों की जिंदगी के हालात में पहले से कहीं तेजी से सुधार किया है।’ उन्होंने कहा कि बाल मृत्यु दर घटाने में सकारात्मक पहल की है और भरोसा जताया कि इसमें और सुधार होगा। गेट्स ने कहा ‘1990 को आधार वर्ष मानें तो हर साल 1.2 करोड़ बच्चों की मृत्यु हुई है। 2015 तक यह 60 लाख से कम होगी।’ सहस्राब्दि लक्ष्य के बारे में सुधार के संबंध में उन्होंने कहा कि किसी अतिरिक्त लक्ष्य की जरूरत नहीं है बस इन लक्ष्यों में सुधार की जरूरत है। वह संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दि विकास लक्ष्य के असर और विशेष तौर पर बाल मृत्यु दर घटाने के लक्ष्य की बात कर रहे थे।टिप्पणियां गेट्स ने वैश्विक आर्थिक मंच की सालाना बैठक में कहा ‘हमने लोगों की जिंदगी के हालात में पहले से कहीं तेजी से सुधार किया है।’ उन्होंने कहा कि बाल मृत्यु दर घटाने में सकारात्मक पहल की है और भरोसा जताया कि इसमें और सुधार होगा। गेट्स ने कहा ‘1990 को आधार वर्ष मानें तो हर साल 1.2 करोड़ बच्चों की मृत्यु हुई है। 2015 तक यह 60 लाख से कम होगी।’ सहस्राब्दि लक्ष्य के बारे में सुधार के संबंध में उन्होंने कहा कि किसी अतिरिक्त लक्ष्य की जरूरत नहीं है बस इन लक्ष्यों में सुधार की जरूरत है। गेट्स ने वैश्विक आर्थिक मंच की सालाना बैठक में कहा ‘हमने लोगों की जिंदगी के हालात में पहले से कहीं तेजी से सुधार किया है।’ उन्होंने कहा कि बाल मृत्यु दर घटाने में सकारात्मक पहल की है और भरोसा जताया कि इसमें और सुधार होगा। गेट्स ने कहा ‘1990 को आधार वर्ष मानें तो हर साल 1.2 करोड़ बच्चों की मृत्यु हुई है। 2015 तक यह 60 लाख से कम होगी।’ सहस्राब्दि लक्ष्य के बारे में सुधार के संबंध में उन्होंने कहा कि किसी अतिरिक्त लक्ष्य की जरूरत नहीं है बस इन लक्ष्यों में सुधार की जरूरत है। गेट्स ने कहा ‘1990 को आधार वर्ष मानें तो हर साल 1.2 करोड़ बच्चों की मृत्यु हुई है। 2015 तक यह 60 लाख से कम होगी।’ सहस्राब्दि लक्ष्य के बारे में सुधार के संबंध में उन्होंने कहा कि किसी अतिरिक्त लक्ष्य की जरूरत नहीं है बस इन लक्ष्यों में सुधार की जरूरत है।
यहाँ एक सारांश है:अरबपति समाजसेवी बिल गेट्स ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लोगों की स्थिति पहले के मुकाबले कहीं तेजी से बेहतर हुई है।
4
['hin']
एक सारांश बनाओ: विश्व के शक्तिशाली हस्तियों में शामिल अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के लिए भी सभी दरवाजे नहीं खुलते। ओबामा को हाल में उस समय अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा जब अपने परिवार के साथ लातिन अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद उन्होंने व्हाइट हाउस स्थित अपने ओवल कार्यालय को अंदर से बंद पाया। इसके कारण ओबामा को अस्थायी रूप से कुछ देर तक अपने कार्यालय के बाहर ही खड़ा होना पड़ा। ओबामा ने स्वयं को असंभावित मुसीबत में फंसा पाया जब उन्हें पता चला कि वह अपने कार्यालय का दरवाजा बाहर से खोल नहीं पा रहे हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि व्हाइट हाउस के कर्मचारियों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि ओबामा तय समय से कुछ घंटे पहले ही अपनी यात्रा से वापस लौट आएंगे। इंटरनेट पर डाली गई वीडियो फुटेज में ओबामा और उनके परिवार को दरवाजे के बाहर खड़े दिखाया गया है। दरवाजा बंद पाने पर भी ओबामा ने बड़े सहज भाव से ऐसे दरवाजे की तलाश की जो खुल सकता था। इस दौरान उन्हें सीटी बजाते भी दिखाया गया है।
सारांश: विश्व के शक्तिशाली हस्तियों में शामिल अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के लिए भी सभी दरवाजे नहीं खुलते।
5
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बीजेपी नेता और सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi ) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के राफेल डील को लेकर दिये गए एक बयान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की है. सुप्रीम कोर्ट मीनाक्षी लेखी की याचिका पर सुनवाई के लिए भी तैयार हो गया है. 15 अप्रैल को मामले में सुनवाई होगी. लेखी का आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से ये बयान दिया है कि 'सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि चौकीदार चोर है' और उन्होंने इसी बयान पर अवमानना याचिका दाखिल की है. आपको बता दें कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस और भाजपा लगातार आमने-सामने हैं. दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. आपको बता दें कि 2 दिन पहले ही राफेल डील (Rafale Deal) मामले में केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से बड़ा झटका लगा था.   सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की उन प्रारंभिक आपत्तियों को खारिज कर दिया, जिसमें सरकार ने याचिका के साथ लगाए दस्तावेजों पर विशेषाधिकार बताया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राफेल मामले में रक्षा मंत्रालय से फोटोकॉपी किए गोपनीय दस्तावेजों का परीक्षण करेगा. केंद्र ने कहा था कि गोपनीय दस्तावेजों की फोटोकॉपी या चोरी के कॉपी पर कोर्ट भरोसा नहीं कर सकता. यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बैंच ने सहमति से सुनाया है. बता दें, केंद्र सरकार की ओर से कहा गया था कि दस्तावेज याचिका के साथ दिए गए हैं, वो गलत तरीके से रक्षा मंत्रालय से लिए गए हैं, इन दस्तावेजों पर कोर्ट भरोसा नहीं कर सकता. याचिकाकर्ता अरुण शौरी ने राफेल पुनर्विचार याचिका पर आये निर्णय पर कहा, हम दस्तावेजों की स्वीकार्यता पर केंद्र के तर्क को सर्वसम्मति से खारिज करने के आदेश से खुश हैं. सरकार ने दावा किया था कि 14 दिसंबर, 2018 के कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार के लिए दिए गए दस्तावेजों पर उसका विशेषाधिकार है. सरकार ने कहा था कि याचिका की सुनवाई के लिए इन दस्तावेजों पर कोर्ट संज्ञान ना ले. पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा, पत्रकार से नेता बने अरुण शौरी और सामाजिक कार्यकर्ता-वकील प्रशांत भूषण की तरफ से दायर याचिका को खारिज करने की सरकार ने मांग की थी.
सारांश: पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं सांसद मीनाक्षी लेखी राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले नौ साल से गायब जवान रिंकू राम की पेंशन को अपनी स्वीकृति दे दी है.टिप्पणियां आपको बता दे कि रिंकू राम अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त करते समय नदी के तेज बहाव में डूब गए थे और उसके बाद उनका शव नहीं मिल पाया था.गौरतलब है कि शहीद सैनिक की मां कमला देवी अपने बेटे की पेंशन प्राप्त करने के लिए सशस्त्र सेना न्यायाधिकरण के पास भी गईं, लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि शव मिलने के बाद ही पेंशन जारी की जाएगी. आखिरकार भारतीय साक्ष्य कानून के प्रावधानों के अंतर्गत सात साल से अधिक समय तक लापता किसी व्यक्ति को मृत माना जाता है. राइफलमैन रिंकू राम के मामले में अरुणाचल प्रदेश सरकार ने 4 अप्रैल, 2018 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया.   मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने पर रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (पेंशन), इलाहाबाद ने 5 अप्रैल, 2018 को श्रीमती कमला देवी के पक्ष में पेंशन भुगतान आदेश जारी किया. पीपीओ के अनुसार 19 नवम्बर, 2009 से 31 दिसम्बर, 2015 तक प्रति माह 7000 रुपये और उसके बाद 17,990 रुपये प्रति माह की दर से विशेष फैमिली पेंशन स्वीकार की गई. इसके अलावा 86,106 रुपये (ईसीएचएस के 15,000 रुपये घटाकर) मृत्यु और सेवा निवृत्ति ग्रेच्युटी, 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की गई. आपको बता दे कि रिंकू राम अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त करते समय नदी के तेज बहाव में डूब गए थे और उसके बाद उनका शव नहीं मिल पाया था.गौरतलब है कि शहीद सैनिक की मां कमला देवी अपने बेटे की पेंशन प्राप्त करने के लिए सशस्त्र सेना न्यायाधिकरण के पास भी गईं, लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि शव मिलने के बाद ही पेंशन जारी की जाएगी. आखिरकार भारतीय साक्ष्य कानून के प्रावधानों के अंतर्गत सात साल से अधिक समय तक लापता किसी व्यक्ति को मृत माना जाता है. राइफलमैन रिंकू राम के मामले में अरुणाचल प्रदेश सरकार ने 4 अप्रैल, 2018 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया.   मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने पर रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (पेंशन), इलाहाबाद ने 5 अप्रैल, 2018 को श्रीमती कमला देवी के पक्ष में पेंशन भुगतान आदेश जारी किया. पीपीओ के अनुसार 19 नवम्बर, 2009 से 31 दिसम्बर, 2015 तक प्रति माह 7000 रुपये और उसके बाद 17,990 रुपये प्रति माह की दर से विशेष फैमिली पेंशन स्वीकार की गई. इसके अलावा 86,106 रुपये (ईसीएचएस के 15,000 रुपये घटाकर) मृत्यु और सेवा निवृत्ति ग्रेच्युटी, 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की गई. आखिरकार भारतीय साक्ष्य कानून के प्रावधानों के अंतर्गत सात साल से अधिक समय तक लापता किसी व्यक्ति को मृत माना जाता है. राइफलमैन रिंकू राम के मामले में अरुणाचल प्रदेश सरकार ने 4 अप्रैल, 2018 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया.   मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने पर रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (पेंशन), इलाहाबाद ने 5 अप्रैल, 2018 को श्रीमती कमला देवी के पक्ष में पेंशन भुगतान आदेश जारी किया. पीपीओ के अनुसार 19 नवम्बर, 2009 से 31 दिसम्बर, 2015 तक प्रति माह 7000 रुपये और उसके बाद 17,990 रुपये प्रति माह की दर से विशेष फैमिली पेंशन स्वीकार की गई. इसके अलावा 86,106 रुपये (ईसीएचएस के 15,000 रुपये घटाकर) मृत्यु और सेवा निवृत्ति ग्रेच्युटी, 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की गई.
सारांश: जवान रिंकू राम का शव नहीं मिल पाया सशस्त्र सेना न्यायाधिकरण से नहीं मिल सकी पेंशन 4 अप्रैल, 2018 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: यह पेड़ दुर्घटना स्थल से लगभग 25 मीटर नीचे था और बस सड़क से नीचे उतरकर इस पेड़ पर जा टकराई जिससे बस की बॉडी दो हिस्सों में फट गई . इससे बस आगे नदी में नहीं गिरी जो लगभग 200 मीटर नीचे बह रही थी . कश्मीर में अभी रात का तापमान शून्य से नीचे है और माना जा रहा है कि बस सुबह सड़क पर जमी बर्फ की पतली सतह पर टायर के फिसलने से बस पर इसका ड्राईवर नियंत्रण न रख सका और तेज गति से बस नीचे खाई की तरफ गिर गई.  इस बस में बडगाम में पंचायत चुनावों के संपन्न होने के बाद आईटीबीपी की 32वीं बटालियन के जवान वापस जम्मू लौट रहे थे. इस बार राज्य में चुनावों के लिए केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की 400 से ज्यादा कंपनियां तैनात की गई थीं, जिनमें से कुछ को इसके बाद वापस भेजा जा रहा है.  इसी क्रम में इन बलों को राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए सिविल वाहनों के जरिये यातायात करवाया जा रहा था .वैसे जांच के बाद ही दुर्घटना के कारणों का पता चल पायेगा लेकिन माना जा रहा है कि वाहन की हालत बहुत अच्छी नहीं थी . सुरक्षा बलों की शिकायत रहती है कि चुनावों आदि में उपलब्ध कराये गए कई वाहन बहुत पुराने होते हैं और इनमें यात्रा करना जोखिम से भरा होता है.ऐसे में रात में, खराब मौसम और परिस्थितियों में सुरक्षा बलों को खतरा मोल लेकर एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है.
संक्षिप्त पाठ: अगर पेड़ न होता तो बस सीधे 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरती दुर्घटना स्थल से लगभग 25 मीटर नीचे था पेड़ हेलीकॉप्टर की मदद से घायलों को अस्पताल लाया गया
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिल्ली के फिरोशाह कोटला मैदान पर होने वाले चौथे टेस्ट मैच की पिच सीरीज के पहले तीन मैचों में प्रयुक्त पिचों से भिन्न नहीं है। इस पिच पर स्पिनरों को मदद मिलेगी, साथ ही मैच का परिणाम निकलने की पूरी संभावना है। दिल्ला एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने शुक्रवार को कहा कि 22 से 26 मार्च तक चलने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के लिए एक विशिष्ट उपमहाद्विपीय पिच तैयार की गई है, जिस पर पहले दो दिन बल्लेबाजों को मदद मिलेगी। उसके बाद स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला शुरू हो जाएगा। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, "यह साधारणत: एक टेस्ट विकेट है, जोकि मैच के पूरे पांच दिन चलेगी। इस विकेट पर मैच का परिणाम निकलेगा। पिच पर हमने कोई घास नहीं छोड़ी है। जो टीम टॉस जीतेगी, निसंदेह बल्लेबाजी करेगी।"टिप्पणियां उन्होंने कहा, "पिच दो दिन बाद टूटना शुरू होगी, जिसके बाद स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी। यह चेन्नई की विकेट की तरह नहीं होगी, जहां पर पहले दिन ही स्पिन गेंदबाजों को मदद मिली थी। यह एक ताजा पिच है और इस पर केवल एक ही रणजी मैच खेला गया है।" उन्होंने बताया कि टेस्ट मैच के लिए टिकटों की बिक्री 19 मार्च से शुरू होगी। दिल्ला एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने शुक्रवार को कहा कि 22 से 26 मार्च तक चलने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के लिए एक विशिष्ट उपमहाद्विपीय पिच तैयार की गई है, जिस पर पहले दो दिन बल्लेबाजों को मदद मिलेगी। उसके बाद स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला शुरू हो जाएगा। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, "यह साधारणत: एक टेस्ट विकेट है, जोकि मैच के पूरे पांच दिन चलेगी। इस विकेट पर मैच का परिणाम निकलेगा। पिच पर हमने कोई घास नहीं छोड़ी है। जो टीम टॉस जीतेगी, निसंदेह बल्लेबाजी करेगी।"टिप्पणियां उन्होंने कहा, "पिच दो दिन बाद टूटना शुरू होगी, जिसके बाद स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी। यह चेन्नई की विकेट की तरह नहीं होगी, जहां पर पहले दिन ही स्पिन गेंदबाजों को मदद मिली थी। यह एक ताजा पिच है और इस पर केवल एक ही रणजी मैच खेला गया है।" उन्होंने बताया कि टेस्ट मैच के लिए टिकटों की बिक्री 19 मार्च से शुरू होगी। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, "यह साधारणत: एक टेस्ट विकेट है, जोकि मैच के पूरे पांच दिन चलेगी। इस विकेट पर मैच का परिणाम निकलेगा। पिच पर हमने कोई घास नहीं छोड़ी है। जो टीम टॉस जीतेगी, निसंदेह बल्लेबाजी करेगी।"टिप्पणियां उन्होंने कहा, "पिच दो दिन बाद टूटना शुरू होगी, जिसके बाद स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी। यह चेन्नई की विकेट की तरह नहीं होगी, जहां पर पहले दिन ही स्पिन गेंदबाजों को मदद मिली थी। यह एक ताजा पिच है और इस पर केवल एक ही रणजी मैच खेला गया है।" उन्होंने बताया कि टेस्ट मैच के लिए टिकटों की बिक्री 19 मार्च से शुरू होगी। उन्होंने कहा, "पिच दो दिन बाद टूटना शुरू होगी, जिसके बाद स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी। यह चेन्नई की विकेट की तरह नहीं होगी, जहां पर पहले दिन ही स्पिन गेंदबाजों को मदद मिली थी। यह एक ताजा पिच है और इस पर केवल एक ही रणजी मैच खेला गया है।" उन्होंने बताया कि टेस्ट मैच के लिए टिकटों की बिक्री 19 मार्च से शुरू होगी। उन्होंने बताया कि टेस्ट मैच के लिए टिकटों की बिक्री 19 मार्च से शुरू होगी।
सारांश: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिल्ली के फिरोशाह कोटला मैदान पर होने वाले चौथे टेस्ट मैच की पिच सीरीज के पहले तीन मैचों में प्रयुक्त पिचों से भिन्न नहीं है। इस पिच पर स्पिनरों को मदद मिलेगी, साथ ही मैच का परिणाम निकलने की पूरी संभावना है।
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: लगभग दिवालिया हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के करीब 3,000 कर्मचारी शायद ही दीवाली का पर्व मना सकें क्योंकि कंपनी प्रबंधन अपने वादे से फिर मुकरते हुए कर्मचारियों को मई का वेतन देने में विफल रहा।टिप्पणियां कंपनी सूत्रों ने बताया, ‘‘करीब 3,000 कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट के रूप में चेयरमैन विजय माल्या से ठेंगा मिला।’’ सूत्रों ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए काली दीवाली है। प्रबंधन एक बार फिर बकाया वेतन देने के अपने वादे से मुकर गया। कल देर रात तक हमारे खाते में तनख्वाह नहीं आई, जबकि प्रबंधन ने दीवाली तक हमारे बकाए का भुगतान करने का दावा किया था।’’ उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को इस साल मई से तनख्वाह नहीं दी है। इसी वजह से कंपनी के इंजीनियर एवं पायलट 1 अक्तूबर को हड़ताल पर चले गए थे। हालांकि कंपनी के सीईओ संजय अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को दिवाली तक बकाया वेतन का भुगतान करने का पक्का वादा करने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली थी। बकाया वेतन का भुगतान नहीं किए जाने के संबंध में टिप्पणी के लिए कंपनी के प्रवक्ता उपलब्ध नहीं थे। कंपनी सूत्रों ने बताया, ‘‘करीब 3,000 कर्मचारियों को दिवाली गिफ्ट के रूप में चेयरमैन विजय माल्या से ठेंगा मिला।’’ सूत्रों ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए काली दीवाली है। प्रबंधन एक बार फिर बकाया वेतन देने के अपने वादे से मुकर गया। कल देर रात तक हमारे खाते में तनख्वाह नहीं आई, जबकि प्रबंधन ने दीवाली तक हमारे बकाए का भुगतान करने का दावा किया था।’’ उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को इस साल मई से तनख्वाह नहीं दी है। इसी वजह से कंपनी के इंजीनियर एवं पायलट 1 अक्तूबर को हड़ताल पर चले गए थे। हालांकि कंपनी के सीईओ संजय अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को दिवाली तक बकाया वेतन का भुगतान करने का पक्का वादा करने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली थी। बकाया वेतन का भुगतान नहीं किए जाने के संबंध में टिप्पणी के लिए कंपनी के प्रवक्ता उपलब्ध नहीं थे। उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को इस साल मई से तनख्वाह नहीं दी है। इसी वजह से कंपनी के इंजीनियर एवं पायलट 1 अक्तूबर को हड़ताल पर चले गए थे। हालांकि कंपनी के सीईओ संजय अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को दिवाली तक बकाया वेतन का भुगतान करने का पक्का वादा करने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली थी। बकाया वेतन का भुगतान नहीं किए जाने के संबंध में टिप्पणी के लिए कंपनी के प्रवक्ता उपलब्ध नहीं थे।
यह एक सारांश है: लगभग दिवालिया हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के करीब 3,000 कर्मचारी शायद ही दीवाली का पर्व मना सकें क्योंकि कंपनी प्रबंधन अपने वादे से फिर मुकरते हुए कर्मचारियों को मई का वेतन देने में विफल रहा।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके में शनिवार रात चार मंजिला एक इमारत की दूसरी मंजिल में आग लग गई। इस इमारत में एक कपड़ा गोदाम और कुछ दफ्तर हैं। दमकल विभाग के सूत्रों ने कहा कि आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।टिप्पणियां आग बुझाने के लिए 15 वाहनों को लगाया गया और इमारत को खाली करा लिया गया। यह जानकारी दमकल सेवा मंत्री जावेद खान ने दी, जिन्होंने मौके का मुआयना किया। सूत्रों ने कहा कि आग बुझाने में काफी दिक्कतें पेश आईं, क्योंकि इमारत घने इलाके में है। आग लगने की क्या वजह रही और कितना नुकसान हुआ, यह अभी पता नहीं चला है। आग बुझाने के लिए 15 वाहनों को लगाया गया और इमारत को खाली करा लिया गया। यह जानकारी दमकल सेवा मंत्री जावेद खान ने दी, जिन्होंने मौके का मुआयना किया। सूत्रों ने कहा कि आग बुझाने में काफी दिक्कतें पेश आईं, क्योंकि इमारत घने इलाके में है। आग लगने की क्या वजह रही और कितना नुकसान हुआ, यह अभी पता नहीं चला है। सूत्रों ने कहा कि आग बुझाने में काफी दिक्कतें पेश आईं, क्योंकि इमारत घने इलाके में है। आग लगने की क्या वजह रही और कितना नुकसान हुआ, यह अभी पता नहीं चला है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके में शनिवार रात चार मंजिला एक इमारत की दूसरी मंजिल में आग लग गई। इस इमारत में एक कपड़ा गोदाम और कुछ दफ्तर हैं।
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपने स्टार प्रचारक और पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली में आने वालों से टोकन मनी लेने का मन बना लिया है। हैदराबाद की रैली में जहां बीजेपी ने पांच रुपये का टिकट लगाया था, वहीं अब उनकी बेंगलुरु की रैली के लिए पार्टी ने 10 रुपये का टिकट लगाने का मन बनाया है। अगले महीने होने वाली इस रैली पर कर्नाटक बीजेपी के महासचिव निर्मल कुमार सुराना ने एनडीटीवी से कहा कि कृपया इसे टिकट न कहें, यह स्वैच्छिक योगदान है। यह भारतीय राजनीति में एक बदलाव के समान है। अगले सप्ताह मध्य प्रदेश की में होने वाली रैली में भी पार्टी ने पांच रुपये का टिकट रखने की घोषणा की है। लेकिन, यहां यह काम सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं को ही करना है। पार्टी जहां इसे राजनीति में एक बदलाव के रूप में देख रही है, वहीं दो महीने पूर्व हुई रैली में पांच रुपये का टिकट लगाने पर काफी विवाद हुआ था। टिप्पणियां जुलाई महीने में हैदराबाद में हुई रैली में भाजपा ने पांच रुपये का टिकट लगाया था और कहा कि राजनीति में यह एक बदलाव सरीखे है, वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी की 'बाजार कीमत' बता दिया था। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा। अगले महीने होने वाली इस रैली पर कर्नाटक बीजेपी के महासचिव निर्मल कुमार सुराना ने एनडीटीवी से कहा कि कृपया इसे टिकट न कहें, यह स्वैच्छिक योगदान है। यह भारतीय राजनीति में एक बदलाव के समान है। अगले सप्ताह मध्य प्रदेश की में होने वाली रैली में भी पार्टी ने पांच रुपये का टिकट रखने की घोषणा की है। लेकिन, यहां यह काम सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं को ही करना है। पार्टी जहां इसे राजनीति में एक बदलाव के रूप में देख रही है, वहीं दो महीने पूर्व हुई रैली में पांच रुपये का टिकट लगाने पर काफी विवाद हुआ था। टिप्पणियां जुलाई महीने में हैदराबाद में हुई रैली में भाजपा ने पांच रुपये का टिकट लगाया था और कहा कि राजनीति में यह एक बदलाव सरीखे है, वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी की 'बाजार कीमत' बता दिया था। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा। अगले सप्ताह मध्य प्रदेश की में होने वाली रैली में भी पार्टी ने पांच रुपये का टिकट रखने की घोषणा की है। लेकिन, यहां यह काम सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं को ही करना है। पार्टी जहां इसे राजनीति में एक बदलाव के रूप में देख रही है, वहीं दो महीने पूर्व हुई रैली में पांच रुपये का टिकट लगाने पर काफी विवाद हुआ था। टिप्पणियां जुलाई महीने में हैदराबाद में हुई रैली में भाजपा ने पांच रुपये का टिकट लगाया था और कहा कि राजनीति में यह एक बदलाव सरीखे है, वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी की 'बाजार कीमत' बता दिया था। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा। पार्टी जहां इसे राजनीति में एक बदलाव के रूप में देख रही है, वहीं दो महीने पूर्व हुई रैली में पांच रुपये का टिकट लगाने पर काफी विवाद हुआ था। टिप्पणियां जुलाई महीने में हैदराबाद में हुई रैली में भाजपा ने पांच रुपये का टिकट लगाया था और कहा कि राजनीति में यह एक बदलाव सरीखे है, वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी की 'बाजार कीमत' बता दिया था। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा। जुलाई महीने में हैदराबाद में हुई रैली में भाजपा ने पांच रुपये का टिकट लगाया था और कहा कि राजनीति में यह एक बदलाव सरीखे है, वहीं कांग्रेस ने इसे मोदी की 'बाजार कीमत' बता दिया था। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा। विवाद के बाद बीजेपी ने अपने निर्णय के बचाव में कहा था कि इस रैली से एकत्रित धन को उत्तराखंड में आई आपदा के बाद लोगों को बसाने के लिए दान दिया जाएगा।
अगले महीने होने वाली इस रैली पर कर्नाटक बीजेपी के महासचिव निर्मल कुमार सुराना ने एनडीटीवी से कहा कि कृपया इसे टिकट न कहें, यह स्वैच्छिक योगदान है। यह भारतीय राजनीति में एक बदलाव के समान है।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मुंबई से तकरीबन 80 किलोमीटर दूर कल्याण- बदलापुर हाइवे पर किसानों ने सुबह से चक्का जाम किया हुआ है. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और टायर जलाकर अपना विरोध जताया है. कई प्राइवेट गाड़ियों के साथ पुलिस की भी एक  गाड़ी जलाई गई है. सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर जमा हैं, जिनमें बड़े-बूढ़े और महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस उन्हें हटाने की कोशिश में जुटी है, लेकिन किसानों की संख्या देखते हुए पुलिस कम पड़ रही है. मौके की नज़ाकत को देखते हुए अब आरसीपी और एसआरपी की अतिरिक्त टुकड़ियां भेजी गई हैं. जानकारी के मुताबिक- सरकार हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण करना चाहती है, जिसे लेकर  किसान नाराज है. तकरीबन 17 गांव के किसानों को अपनी जमीन छीने जाने का डर है. आंदोलनकारियों ने पुलिस की गाड़ी भी जलाई. कुछ पुलिसवालों को चोट भी आई है.टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि  प्रस्तावित हवाईअड्डा बनाने के लिए कुछ वर्ष पहले राज्य सरकार ने क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण शुरू किया था, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं, लेकिन गुरुवार को उनके प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. झड़प में तीन पुलिस अधिकारी और एक कांस्टेबल घायल हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर प्लास्टिक की गोलियां चलाई. प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में कल्याण हाजी मलंग मार्ग पर जलते टायर और लट्ठे फेंककर उसे बाधित कर दिया. उन्होंने पुलिस की एक वैन, तीन ट्रक, दो बाइक और एक टैम्पो में भी आग लगा दी. हालात को काबू में करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और राजस्व अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए. आंदोलनरत किसानों ने इस महीने की शुरुआत में हवाईअड्डे के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा करीब 1,600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किए जाने को चुनौती देते हुए बंबई उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की थीं. (इनपुट्स भाषा से भी)   उल्लेखनीय है कि  प्रस्तावित हवाईअड्डा बनाने के लिए कुछ वर्ष पहले राज्य सरकार ने क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण शुरू किया था, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं, लेकिन गुरुवार को उनके प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. झड़प में तीन पुलिस अधिकारी और एक कांस्टेबल घायल हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर प्लास्टिक की गोलियां चलाई. प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र में कल्याण हाजी मलंग मार्ग पर जलते टायर और लट्ठे फेंककर उसे बाधित कर दिया. उन्होंने पुलिस की एक वैन, तीन ट्रक, दो बाइक और एक टैम्पो में भी आग लगा दी. हालात को काबू में करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और राजस्व अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए. आंदोलनरत किसानों ने इस महीने की शुरुआत में हवाईअड्डे के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा करीब 1,600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किए जाने को चुनौती देते हुए बंबई उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की थीं. (इनपुट्स भाषा से भी)   (इनपुट्स भाषा से भी)
संक्षिप्त सारांश: हवाईअड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण करना चाहती है सरकार किसानों को जमीन छीने जाने का डर है किसानों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की
0
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अल कायदा खत्म होने के रास्ते पर है और यह उनके प्रशासन के आतंकी गुटों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के कारण हुआ। अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा के विदाई समारोह के दौरान ओबामा ने कहा, हमने अल कायदा को हार की कगार पर ला दिया है और उससे जुड़े समूहों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां ओबामा ने सीआईए निदेशक और फिर बाद में रक्षामंत्री के तौर पर पेनेटा की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अल कायदा और उससे संबद्ध सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ओबामा ने पेनेटा की प्रशंसा में कहा, अल कायदा के खिलाफ सीआईए की जिस तरह आपने अगुवाई की, उसे याद रखा जाएगा। लादेन का खात्मा हुआ। इराक में युद्ध समाप्त हुआ और अफगानिस्तान में युद्ध खत्म होने के बाद हमारे सैनिक घर वापस आ रहे हैं। अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा के विदाई समारोह के दौरान ओबामा ने कहा, हमने अल कायदा को हार की कगार पर ला दिया है और उससे जुड़े समूहों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां ओबामा ने सीआईए निदेशक और फिर बाद में रक्षामंत्री के तौर पर पेनेटा की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अल कायदा और उससे संबद्ध सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ओबामा ने पेनेटा की प्रशंसा में कहा, अल कायदा के खिलाफ सीआईए की जिस तरह आपने अगुवाई की, उसे याद रखा जाएगा। लादेन का खात्मा हुआ। इराक में युद्ध समाप्त हुआ और अफगानिस्तान में युद्ध खत्म होने के बाद हमारे सैनिक घर वापस आ रहे हैं। ओबामा ने सीआईए निदेशक और फिर बाद में रक्षामंत्री के तौर पर पेनेटा की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अल कायदा और उससे संबद्ध सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ओबामा ने पेनेटा की प्रशंसा में कहा, अल कायदा के खिलाफ सीआईए की जिस तरह आपने अगुवाई की, उसे याद रखा जाएगा। लादेन का खात्मा हुआ। इराक में युद्ध समाप्त हुआ और अफगानिस्तान में युद्ध खत्म होने के बाद हमारे सैनिक घर वापस आ रहे हैं। ओबामा ने पेनेटा की प्रशंसा में कहा, अल कायदा के खिलाफ सीआईए की जिस तरह आपने अगुवाई की, उसे याद रखा जाएगा। लादेन का खात्मा हुआ। इराक में युद्ध समाप्त हुआ और अफगानिस्तान में युद्ध खत्म होने के बाद हमारे सैनिक घर वापस आ रहे हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा के विदाई समारोह के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, हमने अल कायदा को हार की कगार पर ला दिया है और उससे जुड़े समूहों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।
19
['hin']
एक सारांश बनाओ: वीनस और सेरेना विलियम्स महिला युगल का खिताब जीतकर ओलिंपिक में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली टेनिस खिलाड़ी बन गईं। वीनस और सेरेना ने महिला युगल के फाइनल में चेक गणराज्य की आंद्रिया हालवाचकोवा और लूसी हरडेस्का को 6-4, 6-4 से हराकर चौथा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। विलियमस बहनों ने इससे पहले सिडनी ओलिंपिक 2000 और बीजिंग 2008 में महिला युगला का स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां वीनस ने इसके अलावा सिडनी में एकल का स्वर्ण पदक हासिल किया था जबकि उनकी छोटी बहन सेरेना ने शनिवार को रूस की मारिया शारापोवा को हराकर महिला एकल में सोने का तमगा अपने नाम किया था। वीनस और सेरेना इसके साथ ही तीन अलग-अलग ओलिंपिक में पदक जीतकर स्पेन की कोचिंता मार्तिनेज के क्लब में शामिल हो गई हैं। मार्तिनेज ने 1992 और 2004 में रजत और 1996 में कांस्य पदक जीता था। वीनस और सेरेना ने महिला युगल के फाइनल में चेक गणराज्य की आंद्रिया हालवाचकोवा और लूसी हरडेस्का को 6-4, 6-4 से हराकर चौथा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। विलियमस बहनों ने इससे पहले सिडनी ओलिंपिक 2000 और बीजिंग 2008 में महिला युगला का स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां वीनस ने इसके अलावा सिडनी में एकल का स्वर्ण पदक हासिल किया था जबकि उनकी छोटी बहन सेरेना ने शनिवार को रूस की मारिया शारापोवा को हराकर महिला एकल में सोने का तमगा अपने नाम किया था। वीनस और सेरेना इसके साथ ही तीन अलग-अलग ओलिंपिक में पदक जीतकर स्पेन की कोचिंता मार्तिनेज के क्लब में शामिल हो गई हैं। मार्तिनेज ने 1992 और 2004 में रजत और 1996 में कांस्य पदक जीता था। विलियमस बहनों ने इससे पहले सिडनी ओलिंपिक 2000 और बीजिंग 2008 में महिला युगला का स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां वीनस ने इसके अलावा सिडनी में एकल का स्वर्ण पदक हासिल किया था जबकि उनकी छोटी बहन सेरेना ने शनिवार को रूस की मारिया शारापोवा को हराकर महिला एकल में सोने का तमगा अपने नाम किया था। वीनस और सेरेना इसके साथ ही तीन अलग-अलग ओलिंपिक में पदक जीतकर स्पेन की कोचिंता मार्तिनेज के क्लब में शामिल हो गई हैं। मार्तिनेज ने 1992 और 2004 में रजत और 1996 में कांस्य पदक जीता था। वीनस ने इसके अलावा सिडनी में एकल का स्वर्ण पदक हासिल किया था जबकि उनकी छोटी बहन सेरेना ने शनिवार को रूस की मारिया शारापोवा को हराकर महिला एकल में सोने का तमगा अपने नाम किया था। वीनस और सेरेना इसके साथ ही तीन अलग-अलग ओलिंपिक में पदक जीतकर स्पेन की कोचिंता मार्तिनेज के क्लब में शामिल हो गई हैं। मार्तिनेज ने 1992 और 2004 में रजत और 1996 में कांस्य पदक जीता था। वीनस और सेरेना इसके साथ ही तीन अलग-अलग ओलिंपिक में पदक जीतकर स्पेन की कोचिंता मार्तिनेज के क्लब में शामिल हो गई हैं। मार्तिनेज ने 1992 और 2004 में रजत और 1996 में कांस्य पदक जीता था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: वीनस और सेरेना विलियम्स महिला युगल का खिताब जीतकर ओलिंपिक में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली टेनिस खिलाड़ी बन गईं।
32
['hin']
एक सारांश बनाओ: सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (139) और अशोक मेनारिया (नाबाद 88) की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत राजस्थान ने तमिलनाडु के खिलाफ सवाईमान सिंह स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी सुपर लीग सेमीफाइनल मुकाबले के दूसरे दिन मंगलवार को पांच विकेट के नुकसान पर 483 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने तक मेनारिया 159 गेंदों पर नौ चौके और दो छक्के लगाकर नाबाद लौटे, जबकि कप्तान ऋषिकेश कानितकर 144 गेंदों पर आठ चौके की मदद से 64 रन बनाए। मैच के पहले दिन सोमवार को 28 रन के निजी योग पर रिटायर्ड हर्ट हुए कानितकर ने दूसरे दिन मंगलवार को खुलकर बल्लेबाजी की। कानितकर और मेनारिया के बीच छठे विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी हो चुकी है। राजस्थान की ओर से दूसरे दिन की शुरुआत सोमवार के नाबाद बल्लेबाज आकाश चोपड़ा (115) और विवेक यादव (1) ने की। राजस्थान ने पहले दिन एक विकेट पर 236 रन बनाए थे। विवेक अपने सोमवार के स्कोर में मात्र चार रन जोड़कर पांच रन के निजी योग पर लक्ष्मीपति बालाजी की गेंद पर दिनेश कार्तिक के हाथों लपके गए। इसके बाद चोपड़ा भी अपने सोमवार की रन संख्या में 24 रन जोड़कर सुनील साम की गेंद पर कुथेथुरश्री वासुदेवदास को कैच थमा बैठे। चोपड़ा ने 327 गेंदों पर 15 चौके लगाए। चोपड़ा और विवेक ने तीसरे विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी की। रोबिन बिष्ट ने 174 गेंदों पर छह चौके की मदद से 65 रन बनाए। बिष्ट को राजगोपाल सतीश ने पगबाधा आउट किया। कानितकर और विष्ट ने चौथे विकेट लिए 37 रन जोड़े। रश्मि परिदा 19 रन बनाकर सुनील साम की गेंद पर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को कैच थमा बैठै। परिदा ने 41 गेंदों पर तीन चौके लगाए। परिदा ने बिष्ट के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी निभाई। तमिलनाडु की ओर से साम ने सर्वाधिक दो विकेट झटके जबकि लक्ष्मीपति बालाजी और सरेश कुमार तथा सतीश ने एक-एक विकेट झटके। मुम्बई को क्वार्टर फाइनल में पारी के अंतर से पछाड़कर सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली राजस्थान की टीम पहली बार फाइनल में जगह बनाने के लिए प्रयासरत है।
सारांश: आकाश चोपड़ा और अशोक मेनारिया की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत राजस्थान ने तमिलनाडु के खिलाफ दूसरे दिन 5 विकेट पर 483 रन बनाए।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार सुबह शहर में कई जगहों पर कोहरा छाये रहने के साथ ही ठंड बहुत अधिक रहेगी. अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शिमला से कम था. यह केंद्र शासित प्रदेश का इस मौसम का अब तक का सबसे ठंडा दिन था. पंजाब और हरियाणा में, नारनौल और फरीदकोट क्रमशः 2.5 डिग्री सेल्सियस और 3.6 डिग्री सेल्सियस पर सबसे ठंडे रहे. जबकि राजस्थान के माउंट आबू में रात का तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जम्मू में, रात का तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस सीजन अब तक का सबसे कम तापमान है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पिछले एक सप्ताह से पारा काफी नीचे है और पिछले कुछ दिनों से ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है. इसके अलावा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, सिक्किम समेत देश के कई अन्य हिस्सों में कड़ाके की सर्दी जारी है.
यह एक सारांश है: चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया राजस्थान के माउंट आबू में रात का तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस
24
['hin']
एक सारांश बनाओ: मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र की कंपनी यूटीवी सॉफ्टवेयर एंड कम्युनिकेशंस को 31 दिसंबर, 2011 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 96.19 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध नुकसान हुआ है।टिप्पणियां बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि पूर्व वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 39.98 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही में यूटीवी की एकीकृत बिक्री 38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 158.43 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 255.14 करोड़ रुपये थी। अमेरिका की वॉल्ट डिज्नी कंपनी यूटीवी सॉफ्टवेयर एंड कम्युनिकेशंस में नियंत्रक हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया में है। यूटीवी ने पिछले साल घोषणा की थी कि वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने उसके जनता के पास मौजूद और प्रवर्तकों के शेयर खरीदने की पेशकश की है। यह सौदा करीब 2,000 करोड़ रुपये का बैठेगा। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने दिसंबर, 2011 में इस सौदे को मंजूरी दी थी। यूटीवी के प्रवर्तकों में रोहिंटन स्क्रूवाला, यूनिलेजर और यूनिलेजर एचके ने पहले ही कंपनी में अपने शेयर वॉल्ट डिज्नी कंपनी (दक्षिण पूर्व एशिया) को बेच दिए हैं। बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि पूर्व वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 39.98 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही में यूटीवी की एकीकृत बिक्री 38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 158.43 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 255.14 करोड़ रुपये थी। अमेरिका की वॉल्ट डिज्नी कंपनी यूटीवी सॉफ्टवेयर एंड कम्युनिकेशंस में नियंत्रक हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया में है। यूटीवी ने पिछले साल घोषणा की थी कि वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने उसके जनता के पास मौजूद और प्रवर्तकों के शेयर खरीदने की पेशकश की है। यह सौदा करीब 2,000 करोड़ रुपये का बैठेगा। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने दिसंबर, 2011 में इस सौदे को मंजूरी दी थी। यूटीवी के प्रवर्तकों में रोहिंटन स्क्रूवाला, यूनिलेजर और यूनिलेजर एचके ने पहले ही कंपनी में अपने शेयर वॉल्ट डिज्नी कंपनी (दक्षिण पूर्व एशिया) को बेच दिए हैं। यूटीवी ने पिछले साल घोषणा की थी कि वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने उसके जनता के पास मौजूद और प्रवर्तकों के शेयर खरीदने की पेशकश की है। यह सौदा करीब 2,000 करोड़ रुपये का बैठेगा। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) ने दिसंबर, 2011 में इस सौदे को मंजूरी दी थी। यूटीवी के प्रवर्तकों में रोहिंटन स्क्रूवाला, यूनिलेजर और यूनिलेजर एचके ने पहले ही कंपनी में अपने शेयर वॉल्ट डिज्नी कंपनी (दक्षिण पूर्व एशिया) को बेच दिए हैं।
संक्षिप्त पाठ: यूटीवी सॉफ्टवेयर एंड कम्युनिकेशंस को 31 दिसंबर, 2011 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 96.19 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध नुकसान हुआ है।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने चिंता जाहिर की कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में भू विवाद से उत्तेजना फैल सकती है जिसकी परिणति हिंसा में हो सकती है और इसमें अमेरिका जैसे अन्य देश भी शरीक हो सकते हैं। क्षेत्र में अपने हफ्तेभर की यात्रा के तहत अमेरिकी रक्षा मंत्री तोक्यो पहुंचे। संवाददाताओं से बातचीत में पेनेटा ने कहा कि वह यहां देशों से अपनी समस्याओं का शांतिपूर्ण हल करने का आग्रह करेंगे।टिप्पणियां पेनेटा ने कहा, ‘मुझे चिंता है कि जब ये देश विभिन्न द्वीपों को लेकर भड़काऊ गतिविधि को अंजाम देते हैं तो इससे यह संभावना बनती है कि एक पक्ष का गलत फैसले की परिणति हिंसा में और झड़प में हो सकती है और तब इस झड़प के, आपको मालूम है, फैलने की संभावना होगी।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि जापान और चीन के साथ उनकी वार्ता में वहीं बातें दोहराई जाएंगी जो अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस महीने की शुरुआत में उनसे की थीं। उन्होंने कहा कि विवादित द्वीपों को लेकर अमेरिका का कोई रुख नहीं है। क्षेत्र में अपने हफ्तेभर की यात्रा के तहत अमेरिकी रक्षा मंत्री तोक्यो पहुंचे। संवाददाताओं से बातचीत में पेनेटा ने कहा कि वह यहां देशों से अपनी समस्याओं का शांतिपूर्ण हल करने का आग्रह करेंगे।टिप्पणियां पेनेटा ने कहा, ‘मुझे चिंता है कि जब ये देश विभिन्न द्वीपों को लेकर भड़काऊ गतिविधि को अंजाम देते हैं तो इससे यह संभावना बनती है कि एक पक्ष का गलत फैसले की परिणति हिंसा में और झड़प में हो सकती है और तब इस झड़प के, आपको मालूम है, फैलने की संभावना होगी।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि जापान और चीन के साथ उनकी वार्ता में वहीं बातें दोहराई जाएंगी जो अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस महीने की शुरुआत में उनसे की थीं। उन्होंने कहा कि विवादित द्वीपों को लेकर अमेरिका का कोई रुख नहीं है। पेनेटा ने कहा, ‘मुझे चिंता है कि जब ये देश विभिन्न द्वीपों को लेकर भड़काऊ गतिविधि को अंजाम देते हैं तो इससे यह संभावना बनती है कि एक पक्ष का गलत फैसले की परिणति हिंसा में और झड़प में हो सकती है और तब इस झड़प के, आपको मालूम है, फैलने की संभावना होगी।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि जापान और चीन के साथ उनकी वार्ता में वहीं बातें दोहराई जाएंगी जो अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस महीने की शुरुआत में उनसे की थीं। उन्होंने कहा कि विवादित द्वीपों को लेकर अमेरिका का कोई रुख नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा कि जापान और चीन के साथ उनकी वार्ता में वहीं बातें दोहराई जाएंगी जो अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस महीने की शुरुआत में उनसे की थीं। उन्होंने कहा कि विवादित द्वीपों को लेकर अमेरिका का कोई रुख नहीं है।
संक्षिप्त पाठ: अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने चिंता जाहिर की कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में भू विवाद से उत्तेजना फैल सकती है जिसकी परिणति हिंसा में हो सकती है और इसमें अमेरिका जैसे अन्य देश भी शरीक हो सकते हैं।
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मध्यप्रदेश में पंद्रह सालों के बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार ने युवाओं को लुभाने के लिए युवा स्वाभिमान योजना लागू की थी. इसमें युवाओं के लिए सौ दिनों के रोजगार का वादा किया गया था लेकिन आधी अधूरी तैयारियों के साथ लागू की गई ये योजना अब कई लोगों को रास नहीं आ रही है.       धानुक बंशकार समाज के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता कुछ दिनों पहले कांग्रेस दफ्तर के बाहर मुख्यमंत्री कमलनाथ को बैंड बजाकर धन्यवाद दे रहे थे. यह धन्यवाद मुख्यमंत्री की उस चाहत के लिए जिसमें वे छिंदवाड़ा में एक इंस्टीट्यूट खोलकर युवाओं को बैंड बाजा बजाना सिखाकर रोज़गार देना चाहते हैं. सिर्फ बैंड बजाना ही क्यों, ब्यूटीशियन, टेलरिंग, कॉल सेंटर, वीडियोग्राफी, जानवर चराने जैसे कई हुनर का प्रशिक्षण राज्य सरकार देना चाहती है. लेकिन हकीक़त में हो क्या रहा है? 25 साल के विकास गोरे बता देंगे, 12 वीं के बाद गाड़ी चलाना सीखने के लिए आवेदन दिया, एसएमएस भी आ गया लेकिन जिस ट्रेनिंग की चाहत थी आगरमालवा में वो मौजूद नहीं, लिहाज़ा उन्हें सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र भेज दिया गया. गोरे ने बताया कि मैंने ऑनलाइन फॉर्म डाला था, 3 ट्रेड डाले थे मैंने ऑफिस असिस्सटेंट, ड्राइवर, ऑटोमोबाइल का डाला था मेरा ऑनबोर्डिंग में ड्राइवर का मिला था, बताया था कि कौशल विकास केन्द्र में संपर्क करना यहां सिलाई और ब्यूटीशियन की ट्रेनिंग दी जाती है, यहां के अनुभव मैं क्या कर सकता हूं.       कॉन्ट्रैक्ट सुपरवाइजर के लिए आवेदन करने वाली सीमा मालवीय की तकलीफ भी इससे अलग नहीं है. वे कहती हैं मैंने कॉन्ट्रेक्ट सुपरवाइजर के लिए भरा था उस हिसाब से ट्रेनिंग होनी चाहिए, यहां ब्यूटीशियन और सिलाई का होता है सरकार को इन सबके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था भी करनी चाहिए थी.       दरअसल सरकार ने लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए योजना तो ताबड़तोड़ शुरू कर दी, शायद इसके लिए जरूरी व्यवस्थाएं करना भूल गई. आगर मालवा में मोज़ेक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की इंचार्ज ममता बिरथरे कहती हैं यहां पशु चराने वाले तक आ गए उनको क्या ट्रेनिंग दूंगी. ये कठिनाई तो है शासन को ये करना चाहिए कि 20-20 के बैच बना दे और ट्रेड दे दे तो हम सेट अप जमा लें उसकी ट्रेनिंग भी दें. इस योजना के तहत दो लाख रुपये से कम आय वाले 21 से 30 वर्ष उम्र के युवाओं को 90 दिनों के लिए कौशल प्रशिक्षण देने के लिए 98701 सीटें हैं जिसमें सिलाई और ब्यूटीशियन की ही अकेले लगभग 32000 सीटे हैं, हार्डवेयर की 21300, डेटा एंट्री की 17672. योजना में एक साल में 100 दिनों के लिए, 4,000/- रुपये प्रति माह स्‍टाइपेंड पर नगरीय निकायों में अस्‍थाई रोजगार दिया जाएगा, जहां काम में 33% और प्रशिक्षण में 70% न्यूनतम उपस्थिति होने ही चाहिए ऐसे में नगरीय इकाई काम तो दे रही है लेकिन प्रशिक्षण का हाल आपने देख लिया काम ड्राइवर का तो प्रशिक्षण सिलाई-कढ़ाई. अब कांग्रेस कह रही है हालात दुरुस्त हो जाएंगे वहीं बीजेपी इसे भद्दा मज़ाक मानती है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा  कुछ जिलों में ऐसी बातें सामने आई हैं कि ट्रेनिंग सेंटर नहीं है लेकिन हम उसकी व्यवस्था कर रहे हैं कुछ दिनों के अंदर जितने रोजगार के साधन हैं सब मिलेंगे. वहीं बीजेपी के दुर्गेश केसवानी का कहना था  कमलनाथ जी की सरकार ने भद्दा मजाक पढ़े लिखे बेरोजगारों के साथ किया है क्या वो जानवर चराने जाएगा. ये सिर्फ रस्मअदाएगी का काम कर रहे हैं. इस योजना में मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी होने की शर्त भी शामिल है, मकसद था दो साल 53 फीसद बढ़ी बेरोजगारी का रोकना लेकिन अभी मंजिल बहुत दूर दिख रही है. पकौड़े को रोजगार से जोड़ने पर विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने राज्य में कई जगह पकौड़े तलकर विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन सत्ता मिलने पर उसे बैंड बाजे, पशु चराने में भी रोजगार दिखता है.
संक्षिप्त सारांश: गाड़ी चलाना सीखने के लिए आवेदन किया, भेज दिया सिलाई केंद्र में प्रशिक्षक ने कहा- पशु चराने वाले तक आ गए उनको क्या ट्रेनिंग दूंगी कांग्रेस कह रही हालात दुरुस्त हो जाएंगे, बीजेपी ने कहा- भद्दा मजाक
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को ब्रिटेन के वेतांदा समूह की कंपनी स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को तमिलनाडु में उसके तांबा गलाने के संयंत्र से प्रदूषण के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मुआवजा चुकाने का अदेश दिया है। लेकिन, न्यायालय ने संयंत्र बंद करने की अपील नहीं मानी है। मामले की सुनवाई कर रही खंडपीठ के अध्यक्ष पीके पटनायक ने कहा कि इस बहुराष्ट्रीय कंपनी के कारखाने से लंबे समय से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है और इसके लिए उसे मुआवजा देना होगा। न्यायालय ने कहा कि मुआवजा का ‘डर होना चाहिए’ और इसकी राशि कंपनी की भुगतान क्षमता देख कर तय की जानी चाहिए। खंडपीठ ने कहा कि इस मामले में, ‘100 करोड़ से कम की राशि के मुआवजे के बिना (कानून का) डर पैदा नहीं होगा।’ हालांकि न्यायालय ने उस काराखने को बंद करने से इन्कार कर दिया और उसे बंद करने के 2010 के मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश को खाजिर कर दिया। न्यायालय ने कहा कि मुआवजा का ‘डर होना चाहिए’ और इसकी राशि कंपनी की भुगतान क्षमता देख कर तय की जानी चाहिए। खंडपीठ ने कहा कि इस मामले में, ‘100 करोड़ से कम की राशि के मुआवजे के बिना (कानून का) डर पैदा नहीं होगा।’ हालांकि न्यायालय ने उस काराखने को बंद करने से इन्कार कर दिया और उसे बंद करने के 2010 के मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश को खाजिर कर दिया।
यहाँ एक सारांश है:उच्चतम न्यायालय ने स्टरलाइट इंडस्ट्रीज से कहा कि वह तमिलनाडु के तांबा संयंत्र के जरिये पर्यावरण को हुए नुकसान के लिए 100 करोड़ रुपये का मुआवजा दे। उच्चतम न्यायालय ने तुतीकोरिन संयंत्र को बंद करने के निर्देश देने से इनकार किया और कहा कि मुआवजा राशि का भुगत
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेत्री कंगना रनौत ने फिल्म 'तूतक तूतक तूतिया' के शीर्षक गीत को जारी करने के दौरान कहा कि वह इस फिल्म की अभिनेत्री तमन्ना भाटिया की बड़ी प्रशंसक हैं. इस अवसर पर कंगना ने कहा, "मुझे लगता है कि फिल्म मस्ती से भरपूर होगी. कॉमेडी हॉरर फिल्म होने के कारण यह अद्भुत है क्योंकि या तो हम कॉमेडी या हॉरर फिल्म बनाते हैं. नयापन होने के कारण यह अच्छा है. मुझे लगता है कि यह भावनाओं का कॉकटेल होगा." कंगना के मुताबिक, उन्होंने तमन्ना भाटिया की फिल्मों को देखा है. वह उनके काम को बेहद पसंद करती हैं. विजय निर्देशित 'तूतक तूतक तूतिया' सोनू सूद की होम प्रोडक्शन फिल्म है. जिसमें प्रभुदेवा और तमन्ना मुख्य किरदार में हैं. फिल्म सात अक्टूबर को रिलीज होगी.टिप्पणियां   (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस अवसर पर कंगना ने कहा, "मुझे लगता है कि फिल्म मस्ती से भरपूर होगी. कॉमेडी हॉरर फिल्म होने के कारण यह अद्भुत है क्योंकि या तो हम कॉमेडी या हॉरर फिल्म बनाते हैं. नयापन होने के कारण यह अच्छा है. मुझे लगता है कि यह भावनाओं का कॉकटेल होगा." कंगना के मुताबिक, उन्होंने तमन्ना भाटिया की फिल्मों को देखा है. वह उनके काम को बेहद पसंद करती हैं. विजय निर्देशित 'तूतक तूतक तूतिया' सोनू सूद की होम प्रोडक्शन फिल्म है. जिसमें प्रभुदेवा और तमन्ना मुख्य किरदार में हैं. फिल्म सात अक्टूबर को रिलीज होगी.टिप्पणियां   (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कंगना के मुताबिक, उन्होंने तमन्ना भाटिया की फिल्मों को देखा है. वह उनके काम को बेहद पसंद करती हैं. विजय निर्देशित 'तूतक तूतक तूतिया' सोनू सूद की होम प्रोडक्शन फिल्म है. जिसमें प्रभुदेवा और तमन्ना मुख्य किरदार में हैं. फिल्म सात अक्टूबर को रिलीज होगी.टिप्पणियां   (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)   (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: यह कॉमेडी हॉरर फिल्‍म होगी प्रभुदेवा और तमन्‍ना फिल्‍म के मुख्‍य किरदार यह फिल्‍म सात अक्‍टूबर को रिलीज होगी
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: सिंगापुर के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती दिल्ली में वीभत्स सामूहिक बलात्कार की पीड़ित 23 वर्षीय छात्रा की हालत और बिगड़ गई है और शुक्रवार की रात उसके महत्वपूर्ण अंगों के निष्क्रिय होने के संकेत मिले। वहीं, इस खबर के बाद दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केल्विन लोह ने जारी एक बयान में कहा, ‘रात के नौ बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे) मरीज की स्थिति और बिगड़ गई है। उसके महत्वपूर्ण अंगों के निष्क्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं।’’ मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा इसके बावजूद हुआ है कि चिकित्सक उसकी जिंदगी बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। वे उसे अधिकतम कृत्रिम श्वास प्रणाली पर रख रहे हैं। इसके साथ ही उसे सर्वोत्कृष्ट एंटीबायटिक्स खुराक और शक्तिवर्धक दवाएं दे रहे हैं ताकि उसके शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता को अधिकतम किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसके परिवार के सदस्यों को इस बात की सूचना दे दी गई है कि उसकी हालत और बिगड़ गई है तथा वे मरीज का हौंसला बढ़ाने के लिए उसके पास ही हैं।’’ बयान में कहा गया है कि अस्पताल का चिकित्सीय दल पीड़िता को सभी संभव इलाज और देखभाल मुहैया करा रहा है। पीड़ित लड़की को विशेष इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल से हवाई एंबुलेंस से सिंगापुर लाया गया था। उन्होंने बताया कि इस नाजुक घड़ी में भारतीय उच्चायोग उसके और उसके परिवार के साथ हैं। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केल्विन लोह ने जारी एक बयान में कहा, ‘रात के नौ बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे) मरीज की स्थिति और बिगड़ गई है। उसके महत्वपूर्ण अंगों के निष्क्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं।’’ मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा इसके बावजूद हुआ है कि चिकित्सक उसकी जिंदगी बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। वे उसे अधिकतम कृत्रिम श्वास प्रणाली पर रख रहे हैं। इसके साथ ही उसे सर्वोत्कृष्ट एंटीबायटिक्स खुराक और शक्तिवर्धक दवाएं दे रहे हैं ताकि उसके शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता को अधिकतम किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसके परिवार के सदस्यों को इस बात की सूचना दे दी गई है कि उसकी हालत और बिगड़ गई है तथा वे मरीज का हौंसला बढ़ाने के लिए उसके पास ही हैं।’’ बयान में कहा गया है कि अस्पताल का चिकित्सीय दल पीड़िता को सभी संभव इलाज और देखभाल मुहैया करा रहा है। पीड़ित लड़की को विशेष इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल से हवाई एंबुलेंस से सिंगापुर लाया गया था। उन्होंने बताया कि इस नाजुक घड़ी में भारतीय उच्चायोग उसके और उसके परिवार के साथ हैं। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा इसके बावजूद हुआ है कि चिकित्सक उसकी जिंदगी बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। वे उसे अधिकतम कृत्रिम श्वास प्रणाली पर रख रहे हैं। इसके साथ ही उसे सर्वोत्कृष्ट एंटीबायटिक्स खुराक और शक्तिवर्धक दवाएं दे रहे हैं ताकि उसके शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता को अधिकतम किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उसके परिवार के सदस्यों को इस बात की सूचना दे दी गई है कि उसकी हालत और बिगड़ गई है तथा वे मरीज का हौंसला बढ़ाने के लिए उसके पास ही हैं।’’ बयान में कहा गया है कि अस्पताल का चिकित्सीय दल पीड़िता को सभी संभव इलाज और देखभाल मुहैया करा रहा है। पीड़ित लड़की को विशेष इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल से हवाई एंबुलेंस से सिंगापुर लाया गया था। उन्होंने बताया कि इस नाजुक घड़ी में भारतीय उच्चायोग उसके और उसके परिवार के साथ हैं। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘उसके परिवार के सदस्यों को इस बात की सूचना दे दी गई है कि उसकी हालत और बिगड़ गई है तथा वे मरीज का हौंसला बढ़ाने के लिए उसके पास ही हैं।’’ बयान में कहा गया है कि अस्पताल का चिकित्सीय दल पीड़िता को सभी संभव इलाज और देखभाल मुहैया करा रहा है। पीड़ित लड़की को विशेष इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल से हवाई एंबुलेंस से सिंगापुर लाया गया था। उन्होंने बताया कि इस नाजुक घड़ी में भारतीय उच्चायोग उसके और उसके परिवार के साथ हैं। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। पीड़ित लड़की को विशेष इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल से हवाई एंबुलेंस से सिंगापुर लाया गया था। उन्होंने बताया कि इस नाजुक घड़ी में भारतीय उच्चायोग उसके और उसके परिवार के साथ हैं। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। राजधानी दिल्ली में गत 16 दिसम्बर को छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। इसके अलावा उसके साथ बेरहम तरीके से मारपीट भी की गई थी। इसके खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। इसके मद्देनजर सरकार ने उसे हवाई एंबुलेंस के जरिये मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट स्पेशिएलिटी अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी तीन बार शल्यक्रिया की गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे वेंटीलेटर पर ही रखा गया था। चिकित्सकों ने उसकी आंत के अधिकतर हिस्सों को निकाल दिया था।टिप्पणियां इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। इससे पहले दिन में अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। गहन चिकित्सा कक्ष में प्रवेश से पहले प्रत्येक आगंतुक की जांच की जा रही थी। पीड़िता छात्रा के साथ ही गए उसके पिता ने कहा कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि उनकी पुत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है। भारतीय उच्चायोग ने परिवार को एक सम्पर्क अधिकारी मुहैया कराया है। भारत सरकार ने लड़की को यहां स्थानांतरित करने के निर्णय को ‘विशुद्ध रूप से चिकित्सीय निर्णय’ बताया है जो कि चिकित्सकों द्वारा किया गया है।
संक्षिप्त पाठ: सिंगापुर के सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती दिल्ली में वीभत्स सामूहिक बलात्कार की पीड़ित 23 वर्षीय छात्रा की हालत और बिगड़ गई है और शुक्रवार की रात उसके महत्वपूर्ण अंगों के निष्क्रिय होने के संकेत मिले।
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: देश में विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय खोले जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने रविवार को खेद जताया कि देश में कई सारे विश्वविद्यालय शैक्षिक दुकान के रूप में काम कर रहे हैं।टिप्पणियां इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के मोहाली कैंपस का उद्घाटन करने के बाद छात्रों एवं संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए चिदम्बरम ने कहा, "मुझे खेद है कि हमारे बहुत से विश्वविद्यालय शैक्षिक दुकान की तरह काम कर रहे हैं। जो कि प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी और खराब बुनियादी ढांचा के साथ काम कर रहे हैं। हमें इंडियन स्कूल आफ बिजनेस की तरह के विश्वस्तरीय संस्थान की जरूरत है।"   वित्त मंत्री ने बैंकों से आग्रह किया कि छात्रों को सुविधाजनक तरीके से शिक्षा ऋण मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि अब तक 24 लाख छात्रों ने 52,000 करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण लिया है। इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के मोहाली कैंपस का उद्घाटन करने के बाद छात्रों एवं संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए चिदम्बरम ने कहा, "मुझे खेद है कि हमारे बहुत से विश्वविद्यालय शैक्षिक दुकान की तरह काम कर रहे हैं। जो कि प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी और खराब बुनियादी ढांचा के साथ काम कर रहे हैं। हमें इंडियन स्कूल आफ बिजनेस की तरह के विश्वस्तरीय संस्थान की जरूरत है।"   वित्त मंत्री ने बैंकों से आग्रह किया कि छात्रों को सुविधाजनक तरीके से शिक्षा ऋण मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि अब तक 24 लाख छात्रों ने 52,000 करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण लिया है। वित्त मंत्री ने बैंकों से आग्रह किया कि छात्रों को सुविधाजनक तरीके से शिक्षा ऋण मुहैया कराएं। उन्होंने कहा कि अब तक 24 लाख छात्रों ने 52,000 करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण लिया है।
सारांश: देश में विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय खोले जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने रविवार को खेद जताया कि देश में कई सारे विश्वविद्यालय शैक्षिक दुकान के रूप में काम कर रहे हैं।
20
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जम्मू-कश्मीर में पिछले दो महीने से जारी हिंसा के बीच गृहमंत्रालय को अहम जानकारी मिली है कि पुंछ में हुआ हमला एक फिदायीन हमला है और आतंकवादियों के निशाने पर पुंछ का ब्रिगेड हेडक्वार्टर यानी सेना थी. गृहमंत्रालय के मुताबिक, मारे गए आतंकियों ने सेना की यूनीफ़ॉर्म पहनी हुई थी. इससे इस बात को बल मिला है कि यह फ़िदायीन दस्ता था, जो एक बड़ा हमला करने वाला था. "कल बकरीद है और आतंकी बड़ा हमला कर घाटी में माहौल को और खराब करना चाहते थे." जो रिपोर्ट गृह मंत्रालय तक पहुंची है, उसके मुताबिक़ यह फिदायीन दस्ता पुंछ के ब्रिगेड हेडक्वार्टर को निशाना बना सकता था. ना सिर्फ ब्रिगेड हेडक्वार्टर बल्कि इलाक़े का एसपी और डीएम का दफ़्तर महज़100 मीटर की दूरी पर है. ये भी निशाने पर हो सकते थे, लेकिन समय पर जानकारी मिलने के कारण इस हमले निष्क्रिय कर दिया गया. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, मारे गए सभी चार आतंकी सेना की यूनिफॉर्म में थे. अभी भी इलाके में फायरिंग हो रही है. माना जा रहा है कि अभी भी दो आतंकवादी इस इलाक़े में छुपे हुए हैं.   मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मारे गए आतंकियों से AK47, मोबाइल फ़ोन और वायरलेस सेट मिला है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं.टिप्पणियां उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था. उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया. लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है. जो रिपोर्ट गृह मंत्रालय तक पहुंची है, उसके मुताबिक़ यह फिदायीन दस्ता पुंछ के ब्रिगेड हेडक्वार्टर को निशाना बना सकता था. ना सिर्फ ब्रिगेड हेडक्वार्टर बल्कि इलाक़े का एसपी और डीएम का दफ़्तर महज़100 मीटर की दूरी पर है. ये भी निशाने पर हो सकते थे, लेकिन समय पर जानकारी मिलने के कारण इस हमले निष्क्रिय कर दिया गया. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, मारे गए सभी चार आतंकी सेना की यूनिफॉर्म में थे. अभी भी इलाके में फायरिंग हो रही है. माना जा रहा है कि अभी भी दो आतंकवादी इस इलाक़े में छुपे हुए हैं.   मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मारे गए आतंकियों से AK47, मोबाइल फ़ोन और वायरलेस सेट मिला है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं.टिप्पणियां उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था. उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया. लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, मारे गए सभी चार आतंकी सेना की यूनिफॉर्म में थे. अभी भी इलाके में फायरिंग हो रही है. माना जा रहा है कि अभी भी दो आतंकवादी इस इलाक़े में छुपे हुए हैं.   मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मारे गए आतंकियों से AK47, मोबाइल फ़ोन और वायरलेस सेट मिला है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं.टिप्पणियां उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था. उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया. लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है. मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मारे गए आतंकियों से AK47, मोबाइल फ़ोन और वायरलेस सेट मिला है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि मारे गए आतंकी पाकिस्तानी हैं.टिप्पणियां उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था. उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया. लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है. उधर, मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नागरिक जब अपने घर के बाथरूम में गया तो उसके ऊपर फायरिंग शुरू हो गई क्योंकि एक आतंकवादी वहां था. उस फायरिंग में वह नागरिक घायल हो गया. लेकिन उसके परिवारवालों ने तुरंत SOG को सूचना दे दी. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है. सीनियर अधिकारी के मुताबिक, आजकल SOG की टीम को कई जगह तैनात किया जा रहा है. जैसे ही टीम को सूचना मिली उसने पहला सुरक्षा घेरा बनाया. उसी में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. तब तक सेना और बाक़ी सुरक्षा बल भी इलाक़े में पहुंच गए. जब सर्च ऑपरेशन चल रहा था तब उन पर दूसरी जगह से फिर हमला हुआ जिससे अंदाजा हो गया कि दो जगह पर आतंकवादी छुपे बैठे हैं. एनकाउंटर देर शाम तक चला उसने तीन आतंकवादी मारे गए,लेकिन इलाके को सुरक्षाबलों ने घेरे रखा. सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकवादियों से भारी मात्रा में असलाह और बारूद हासिल किया है.
पुंछ का ब्रिगेड हेडक्वार्टर था आतंकवादियों के निशाने पर एसपी और डीएम का दफ्तर भी महज 100 मीटर की दूरी पर समय पर मिली सूचना से हमला निष्क्रिय
28
['hin']
एक सारांश बनाओ: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार सरोवर नर्मदा बांध पर गेटों के निर्माण की राज्य सरकार की मांग कथित तौर पर नजरअंदाज करने के लिए रविवार को केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र को सिर्फ ‘भांजों और मामाओं’ की चिंता है। मोदी ने राजकोट से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवड़ा शहर में रैली को संबोधित करते हुये कहा, ‘मैंने परसोत्तम रूपाला और लालकृष्ण आडवाणी समेत हमारे (भाजपा) नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लगभग 25 बार सरदार सरोवर बांध पर गेट के निर्माण में केंद्र की मंजूरी के लिए आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया।’ उन्होंने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे की कथित संलिप्तता वाले रिश्वतखोरी मामले की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘गेटों का निर्माण होने पर महाराष्ट्र के पानी संकट का भी हल निकलेगा। लेकिन कांग्रेस अपने शासन वाले राज्यों के बारे में भी चिंतित नहीं है। वह सिर्फ भांजों, मामाओं के बारे में चिंतित हैं। देखिए कैसे भांजे भी इस खेल में शामिल हो गए हैं।’टिप्पणियां मोदी ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को यह आश्वासन भी दिया कि केंद्र अगर चाहे तो गेटों को सक्रिय नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हमें गेटों के निर्माण की इजाजत नहीं दी।’ साथ ही उन्होंने कहा कि कलपासार परियोजना का निर्माण जल्द ही शुरू होगा क्योंकि इसकी व्यवहार्यता रिपोर्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘इस परियोजना के चालू हो जाने के बाद सौराष्ट्र को अगले 100 साल तक पानी की कमी नहीं होगी।’ सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट ने भदर बांध के पास ‘सौराष्ट्र नर्मदा जल अवतरण महायज्ञ’ नाम के इस कार्यक्रम का आयोजन किया। मोदी ने राजकोट से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवड़ा शहर में रैली को संबोधित करते हुये कहा, ‘मैंने परसोत्तम रूपाला और लालकृष्ण आडवाणी समेत हमारे (भाजपा) नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लगभग 25 बार सरदार सरोवर बांध पर गेट के निर्माण में केंद्र की मंजूरी के लिए आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया।’ उन्होंने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे की कथित संलिप्तता वाले रिश्वतखोरी मामले की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘गेटों का निर्माण होने पर महाराष्ट्र के पानी संकट का भी हल निकलेगा। लेकिन कांग्रेस अपने शासन वाले राज्यों के बारे में भी चिंतित नहीं है। वह सिर्फ भांजों, मामाओं के बारे में चिंतित हैं। देखिए कैसे भांजे भी इस खेल में शामिल हो गए हैं।’टिप्पणियां मोदी ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को यह आश्वासन भी दिया कि केंद्र अगर चाहे तो गेटों को सक्रिय नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हमें गेटों के निर्माण की इजाजत नहीं दी।’ साथ ही उन्होंने कहा कि कलपासार परियोजना का निर्माण जल्द ही शुरू होगा क्योंकि इसकी व्यवहार्यता रिपोर्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘इस परियोजना के चालू हो जाने के बाद सौराष्ट्र को अगले 100 साल तक पानी की कमी नहीं होगी।’ सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट ने भदर बांध के पास ‘सौराष्ट्र नर्मदा जल अवतरण महायज्ञ’ नाम के इस कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे की कथित संलिप्तता वाले रिश्वतखोरी मामले की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘गेटों का निर्माण होने पर महाराष्ट्र के पानी संकट का भी हल निकलेगा। लेकिन कांग्रेस अपने शासन वाले राज्यों के बारे में भी चिंतित नहीं है। वह सिर्फ भांजों, मामाओं के बारे में चिंतित हैं। देखिए कैसे भांजे भी इस खेल में शामिल हो गए हैं।’टिप्पणियां मोदी ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को यह आश्वासन भी दिया कि केंद्र अगर चाहे तो गेटों को सक्रिय नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हमें गेटों के निर्माण की इजाजत नहीं दी।’ साथ ही उन्होंने कहा कि कलपासार परियोजना का निर्माण जल्द ही शुरू होगा क्योंकि इसकी व्यवहार्यता रिपोर्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘इस परियोजना के चालू हो जाने के बाद सौराष्ट्र को अगले 100 साल तक पानी की कमी नहीं होगी।’ सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट ने भदर बांध के पास ‘सौराष्ट्र नर्मदा जल अवतरण महायज्ञ’ नाम के इस कार्यक्रम का आयोजन किया। मोदी ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को यह आश्वासन भी दिया कि केंद्र अगर चाहे तो गेटों को सक्रिय नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हमें गेटों के निर्माण की इजाजत नहीं दी।’ साथ ही उन्होंने कहा कि कलपासार परियोजना का निर्माण जल्द ही शुरू होगा क्योंकि इसकी व्यवहार्यता रिपोर्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘इस परियोजना के चालू हो जाने के बाद सौराष्ट्र को अगले 100 साल तक पानी की कमी नहीं होगी।’ सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट ने भदर बांध के पास ‘सौराष्ट्र नर्मदा जल अवतरण महायज्ञ’ नाम के इस कार्यक्रम का आयोजन किया। सौराष्ट्र जलधारा ट्रस्ट ने भदर बांध के पास ‘सौराष्ट्र नर्मदा जल अवतरण महायज्ञ’ नाम के इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
यहाँ एक सारांश है:गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार सरोवर नर्मदा बांध पर गेटों के निर्माण की राज्य सरकार की मांग कथित तौर पर नजरअंदाज करने के लिए रविवार को केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र को सिर्फ ‘भांजों और मामाओं’ की चिंता है।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: तेलंगाना राष्ट्र समिति के उम्मीदवार पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी ने आंध्रप्रदेश के निजामाबाद जिले में बांसवाड़ा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के श्रीनिवास गौड़ को 49,889 मतों से पराजित किया। इस वर्ष मार्च में पोचाराम के इस्तीफे के बाद उपचुनाव हुआ था। पोचाराम ने पृथक राज्य की मांग के समर्थन में तेदेपा के सदस्य के रूप में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और टीआरएस में शामिल हो गए थे। 13 अक्तूबर को हुए उपचुनाव में तेदेपा और भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। चुनाव में पड़े 1,22,872 मतों में पोचाराम को 83,245 मत प्राप्त हुए जबकि गौड़ को 33,536 मत प्राप्त हुए। पोचाराम की जीत के साथ 294 सदस्यीय राज्य विधानसभा में टीआरएस के सदस्यों की संख्या 12 हो गई है । हालांकि हाल ही में उसके 11 सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष नादेंडला मनोहर को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
सारांश: रेड्डी ने बांसवाड़ा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के श्रीनिवास गौड़ को 49,889 मतों से पराजित किया।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राजस्थान में नरेगा की गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले की भांजी को सरपंच ने ज़मीन पर पटक दिया। मासूम बच्ची की आंखों की रोशनी चली गई है।टिप्पणियां बीकानेर में कुछ भ्रष्टाचार के आरोपियों ने चार साल की बच्ची की आंखों की रोशनी छीन ली। मासूम आइना का कसूर सिर्फ इतना है कि वह भ्रष्टाचारियों के ख़िलाफ मोर्चा खोलने वाले श्याम लाल की भांजी है। श्याम लाल ने गांव के सरपंच के ख़िलाफ मुहिम छेड़ी तो बदमाशों ने आकर उनकी भांजी को उठाकर पटक दिया। बीकानेर में कुछ भ्रष्टाचार के आरोपियों ने चार साल की बच्ची की आंखों की रोशनी छीन ली। मासूम आइना का कसूर सिर्फ इतना है कि वह भ्रष्टाचारियों के ख़िलाफ मोर्चा खोलने वाले श्याम लाल की भांजी है। श्याम लाल ने गांव के सरपंच के ख़िलाफ मुहिम छेड़ी तो बदमाशों ने आकर उनकी भांजी को उठाकर पटक दिया। मासूम आइना का कसूर सिर्फ इतना है कि वह भ्रष्टाचारियों के ख़िलाफ मोर्चा खोलने वाले श्याम लाल की भांजी है। श्याम लाल ने गांव के सरपंच के ख़िलाफ मुहिम छेड़ी तो बदमाशों ने आकर उनकी भांजी को उठाकर पटक दिया।
राजस्थान में नरेगा की गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले की भांजी को सरपंच ने ज़मीन पर पटक दिया। मासूम बच्ची की आंखों की रोशनी चली गई है।
34
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कोलकाता से कुछ दूर स्थित भाटपुरा में  गुरुवार को फिर हिंसा हुई है. यहां एक नाबालिग लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई. उसकी उम्र महज 17 साल थी. इस मामले में कुल 2 लोगों की मौत हुई है और 3 लोग घायल हुए हैं. अज्ञात लोगों के बीच गुरुवार सुबह विवाद हुआ था. नाबालिग लड़के का नाम रामबाबू शा था और वह पानी-पुरी बेचता था. जो तीन लोग घायल हुए हैं उनकी हालत गंभीर है और उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक इस विवाद में देसी बम और गोलियां चलीं. पुलिस ने हालात पर काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. वहीं कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया कि पुलिस को हालात पर नियंत्रण करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.  यह घटना उत्तर 24 परगना जिले में डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस द्वारा नए पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग का उद्घाटन करने से कुछ घंटे पहले ही घटी. पुलिस अधिकारी जब रास्ते में थे, उससे कुछ देर पहले ही बम धमाका हुआ. इसके बाद उनका काफिला पलट गया और वापस कोलकाता चला गया. लोकसभा चुनावों के दौरान भी पश्चिम बंगाल में हिंसा के मामले सामने आए थे.  पुलिस अधिकारियों और रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम को इलाके में तैनात किया गया है. विवाद की वजह से व्यापार ठप रहा और दुकानों के शटर बंद रहे. भाटपुरा में विधानसभा के उपचुनाव के दौरान भी हिंसा हुई थी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पश्चिम बंगाल में फिर हुई हिंसा विवाद में 2 लोगों की मौत ममता ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सेना ने एक बयान में कहा गया, "उन्होंने परिचालन की स्थिति और क्षेत्र में तत्परता बनाए रखने की जानकारी दी." सेना के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने अग्रिम स्थानों पर तैनात सैनिकों से बातचीत की और प्रतिकूल परिस्थितियों में कर्तव्य के प्रति अत्यधिक समर्पण के साथ काम करने पर उनकी प्रशंसा की. उन्होंने उनसे भारतीय सेना के व्यावसायिक उच्चतम मानकों को कायम रखने का आग्रह किया. सेना के सूत्रों ने कहा कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच बुधवार को दिन भर के गतिरोध को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के जरिए सुलझाया गया. द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सैनिक बुधवार की सुबह पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर गश्त कर रहे थे, तब उन्हें चीनी सैनिकों ने रोक लिया. तिब्बत से लद्दाख तक फैले उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में दो तिहाई झील चीन द्वारा नियंत्रित है. अखबार के अनुसार इसके बाद जल्द ही दोनों पक्षों के बीच गतिरोध शुरू हो गया. दोनों ने अतिरिक्त सैन्य के लिए कॉल किया. यह शाम तक जारी रहा. सेना के एक सूत्र ने कहा कि इस मामले को कल प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है. यह एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) की अलग-अलग धारणाओं के कारण होता है. ऐसी घटनाओं को हल करने के लिए स्थापित तंत्र हैं. यह पहली बार नहीं है जब पर्यटकों को आकर्षित करने वाली लद्दाख की पैंगांग झील के आसपास भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध की घटना हुई है. अगस्त 2017 में दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच गतिरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ था, जिसमें दोनों देशों के कई सैनिकों को एक-दूसरे को मारते और पत्थर फेंकते हुए दिखाया गया था. यह घटना स्वतंत्रता दिवस पर हुई थी, जब चीनी सैनिकों ने पैंगोंग झील के किनारे भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की थी. भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोक दिया था. पैंगांग झील के अपने हिस्से की रक्षा करने के लिए, भारतीय सेनाएं अमेरिका से खरीदी गई हाई-स्पीड इंटरसेप्टर नौकाओं से लैस हैं, जिसमें लगभग 15 सैनिक बैठ सकते हैं. यह नौकाएं रडार, इन्फ्रारेड सेंसर और ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से लैस हैं. इन नावों का उपयोग टोह लेने और क्षेत्र में गश्त करने के लिए किया जाता है.
संक्षिप्त पाठ: गश्त कर रहे भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों ने रोक लिया था प्रतिकूल परिस्थितियों में कर्तव्य निभाने वाले सैनिकों की प्रशंसा की प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के जरिए विवाद सुलझाया गया
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के पालघर में कुछ लोगों ने चोर होने के शक के चलते 32 वर्षीय एक बस ड्राइवर की बुरी तरह पिटाई कर दी और गुजरात के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. पालघर पुलिस के प्रवक्ता हेमंत काटकर ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में छह लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि 21 अगस्त को बायोसर इलाके में ड्राइवर रंजीत पांडे एक बस के समीप खड़ा था. कुछ लोगों को संदेह हुआ कि वह गाड़ी की बैट्री चुराने और उसकी टायर से हवा निकालने की फिराक में है. उन्होंने उसे पकड़ लिया और बुरी तरह पीटा.  काटकर ने बताया कि गंभीर रूप से घायल पांडे को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में उसे गुजरात के वलसाड के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने रविवार को दम तोड़ दिया. बायोसार पुलिस ने सोमवार को अनवर गर्गेवाला, उसके भाई मिंटू, दो साथियों और फिर उनके दो मित्रों पर आईपीसी की धाराओं 302 (हत्या), 149 (अवैध रूप से इकत्र होने) और 147 (उपद्रव फैलाने) के तहत मामला दर्ज किया. हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
सारांश: 21 अगस्त को हुई थी घटना अस्पताल में इलाज के दौरान मौत लोगों को बैट्री चुराने का हुआ शक
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पहले दो टेस्ट मैचों में शानदार जीत दर्ज करने वाले इंग्लैंड को एशेज अपने पास बरकरार रखने के लिए अब विंबलडन और शाही परिवार से जुड़े मिथकों को अपने खयाल में भी लाने से बचना होगा। इंग्लैंड ने नाटिंघम में खेले गए पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 14 रन से हराया। इसके बाद उसने लार्डस में दूसरे टेस्ट मैच में 347 रन से शाही जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया की लचर बल्लेबाजी को देखते हुए माना जा रहा है कि इंग्लैंड एशेज अपने पास बनाए रखने में सफल रहेगा, लेकिन यदि कुछ मिथकों पर गौर करें तो उसकी राह आसान नहीं होगी। इनमें विंबलडन से जुड़ा मिथक काफी अहम माना जा रहा है। ब्रिटेन के एंडी मरे ने इस बार विंबलडन पुरुष एकल का खिताब जीता है। उन्होंने ब्रिटेन का 77 साल का इंतजार समाप्त किया। उनसे पहले आखिरी बार 1936 में फ्रेड पैरी ने ब्रिटेन को विंबलडन खिताब दिलाया था और उस वर्ष इंग्लैंड पहले दो मैच जीतने के बावजूद एशेज 2-3 से गंवा बैठा था। पैरी ने भी मरे की तरह तीन सेट में जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद जो एशेज खेली गई उसमें इंग्लैंड अच्छी स्थिति में होने के बावजूद हार गया था। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट 322 रन और सिडनी में दूसरा मैच पारी और 22 रन से जीता। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि शानदार वापसी की तथा मेलबर्न में 365 रन, एडिलेड में 148 रन और मेलबर्न में पारी और 200 रन से जीत दर्ज करके एशेज जीती थी। अब इंग्लैंड फिर से 2-0 से आगे है। तीसरा टेस्ट मैच 1 अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। दूसरा मिथक शाही परिवार से जुड़ा है। प्रिंस विलियम पिता बन गए हैं और इससे पहले जब भी शाही परिवार का पहला वारिस पैदा हुआ तक इंग्लैंड को एशेज में हार झेलनी पड़ी थी।टिप्पणियां प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। इंग्लैंड ने नाटिंघम में खेले गए पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 14 रन से हराया। इसके बाद उसने लार्डस में दूसरे टेस्ट मैच में 347 रन से शाही जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया की लचर बल्लेबाजी को देखते हुए माना जा रहा है कि इंग्लैंड एशेज अपने पास बनाए रखने में सफल रहेगा, लेकिन यदि कुछ मिथकों पर गौर करें तो उसकी राह आसान नहीं होगी। इनमें विंबलडन से जुड़ा मिथक काफी अहम माना जा रहा है। ब्रिटेन के एंडी मरे ने इस बार विंबलडन पुरुष एकल का खिताब जीता है। उन्होंने ब्रिटेन का 77 साल का इंतजार समाप्त किया। उनसे पहले आखिरी बार 1936 में फ्रेड पैरी ने ब्रिटेन को विंबलडन खिताब दिलाया था और उस वर्ष इंग्लैंड पहले दो मैच जीतने के बावजूद एशेज 2-3 से गंवा बैठा था। पैरी ने भी मरे की तरह तीन सेट में जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद जो एशेज खेली गई उसमें इंग्लैंड अच्छी स्थिति में होने के बावजूद हार गया था। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट 322 रन और सिडनी में दूसरा मैच पारी और 22 रन से जीता। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि शानदार वापसी की तथा मेलबर्न में 365 रन, एडिलेड में 148 रन और मेलबर्न में पारी और 200 रन से जीत दर्ज करके एशेज जीती थी। अब इंग्लैंड फिर से 2-0 से आगे है। तीसरा टेस्ट मैच 1 अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। दूसरा मिथक शाही परिवार से जुड़ा है। प्रिंस विलियम पिता बन गए हैं और इससे पहले जब भी शाही परिवार का पहला वारिस पैदा हुआ तक इंग्लैंड को एशेज में हार झेलनी पड़ी थी।टिप्पणियां प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। इनमें विंबलडन से जुड़ा मिथक काफी अहम माना जा रहा है। ब्रिटेन के एंडी मरे ने इस बार विंबलडन पुरुष एकल का खिताब जीता है। उन्होंने ब्रिटेन का 77 साल का इंतजार समाप्त किया। उनसे पहले आखिरी बार 1936 में फ्रेड पैरी ने ब्रिटेन को विंबलडन खिताब दिलाया था और उस वर्ष इंग्लैंड पहले दो मैच जीतने के बावजूद एशेज 2-3 से गंवा बैठा था। पैरी ने भी मरे की तरह तीन सेट में जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद जो एशेज खेली गई उसमें इंग्लैंड अच्छी स्थिति में होने के बावजूद हार गया था। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट 322 रन और सिडनी में दूसरा मैच पारी और 22 रन से जीता। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि शानदार वापसी की तथा मेलबर्न में 365 रन, एडिलेड में 148 रन और मेलबर्न में पारी और 200 रन से जीत दर्ज करके एशेज जीती थी। अब इंग्लैंड फिर से 2-0 से आगे है। तीसरा टेस्ट मैच 1 अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। दूसरा मिथक शाही परिवार से जुड़ा है। प्रिंस विलियम पिता बन गए हैं और इससे पहले जब भी शाही परिवार का पहला वारिस पैदा हुआ तक इंग्लैंड को एशेज में हार झेलनी पड़ी थी।टिप्पणियां प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। पैरी ने भी मरे की तरह तीन सेट में जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद जो एशेज खेली गई उसमें इंग्लैंड अच्छी स्थिति में होने के बावजूद हार गया था। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट 322 रन और सिडनी में दूसरा मैच पारी और 22 रन से जीता। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि शानदार वापसी की तथा मेलबर्न में 365 रन, एडिलेड में 148 रन और मेलबर्न में पारी और 200 रन से जीत दर्ज करके एशेज जीती थी। अब इंग्लैंड फिर से 2-0 से आगे है। तीसरा टेस्ट मैच 1 अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। दूसरा मिथक शाही परिवार से जुड़ा है। प्रिंस विलियम पिता बन गए हैं और इससे पहले जब भी शाही परिवार का पहला वारिस पैदा हुआ तक इंग्लैंड को एशेज में हार झेलनी पड़ी थी।टिप्पणियां प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। दूसरा मिथक शाही परिवार से जुड़ा है। प्रिंस विलियम पिता बन गए हैं और इससे पहले जब भी शाही परिवार का पहला वारिस पैदा हुआ तक इंग्लैंड को एशेज में हार झेलनी पड़ी थी।टिप्पणियां प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। प्रिंस विलियम के पिता प्रिंस चार्ल्स का जन्म 14 नवंबर 1948 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल इंग्लैंड को एशेज में 4-0 की करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलिया ने नाटिंघम में आठ विकेट, लार्डस में 409 रन, लीर्डस में सात विकेट और ओवल में पारी और 149 रन से जीत दर्ज की थी। प्रिंस चार्ल्स और डायना के पहले पुत्र विलियम का जन्म 21 जून 1982 को हुआ था। उस वर्ष भी ऑस्ट्रेलिया ने एशेज जीती थी। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेला गया दूसरा टेस्ट सात विकेट से और एडिलेड में आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में केवल तीन रन से मैच हार गया, लेकिन फिर वह एशेज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा। दिलचस्प तथ्य यह है कि इससे पहले 1981 में इंग्लैंड ने एशेज जीती थी, जबकि इसके बाद अगली दो शृंखलाएं उसी ने जीती। उसने 1980 से 1989 तक बीच में केवल एक बार 1982-83 में ही एशेज गंवायी थी। विलियम के छोटे भाई प्रिंस हैरी का जन्म 15 सितंबर 1984 को हुआ, लेकिन उस साल एशेज नहीं खेली गई थी।
संक्षिप्त सारांश: पहले दो टेस्ट मैचों में शानदार जीत दर्ज करने वाले इंग्लैंड को एशेज अपने पास बरकरार रखने के लिए अब विंबलडन और शाही परिवार से जुड़े मिथकों को अपने खयाल में भी लाने से बचना होगा।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एजाज बट ने साफ कर दिया है कि पूर्व वनडे कप्तान शाहिद आफरीदी अब पीसीबी की नजर में कप्तानी के लायक नहीं हैं। बट ने गुरुवार की रात जियो सुपर चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, जहां तक मेरी राय है, आफरीदी अब पीसीबी के लिए कप्तानी लायक नहीं हैं। उन्होंने कहा, कुछ लोग मेरी राय को गलत मानते हैं, लेकिन वेस्टइंडीज में अंतिम दो वनडे गंवाने के लिए आफरीदी जिम्मेदार थे। आफरीदी और बोर्ड के बीच यह सार्वजनिक विवाद तब शुरू हुआ था, जब पीसीबी के अध्यक्ष ने मई में आयरलैंड के खिलाफ शृंखला में इस ऑल राउंडर को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया था, हालांकि उन्हें टीम में बतौर खिलाड़ी बरकरार रखा गया था। आफरीदी को हटाने का फैसला टीम मैनेजर इंतिखाब आलम की रिपोर्ट के आधार पर किया गया। आफरीदी ने विरोधस्वरूप अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी और बोर्ड की भी आलोचना की थी। इसके बाद पीसीबी ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनका केंद्रीय अनुबंध निलंबित कर दिया था और इंग्लैंड में खेलने के लिए एनओसी देने से इनकार कर दिया था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एजाज बट ने साफ कर दिया है कि पूर्व वनडे कप्तान शाहिद आफरीदी अब पीसीबी की नजर में कप्तानी के लायक नहीं हैं।
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: फिल्म 'नूर' में मूव योर लक गीत में साथ नजर आ चुके दिलजीत दोशांझ और सोनाक्षी सिन्हा जल्द ही एक बार फिर साथ दिखने वाले हैं. इस बार इन दोनों के साथ दिखाई देंगे आदित्य रॉय कपूर. जी हां, आपके ये चहेते सितारे जल्द ही एक साथ नजर आएंगे. पीटीआई की खबर के अनुसार इवेंट मैनेजमेंट कंपनी विजक्राफ्ट फिल्म प्रोडक्शन में कदम रखने जा रही है. और अपनी पहली ही फिल्म में इस कंपनी ने सोनाक्षी, दिलजीत और आदित्य को साइन किया है.  विजक्राफ्ट फिल्म प्रोडक्शन के एक फाउंडर डायरेक्टर ने कहा, ' जो फिल्में हम बना रहे हैं उनमें से एक में हमने सोनक्षी, दिलजीत और आदित्य को साइन किया है. ये फिल्म रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर होगी. यह फिल्म अगले साल तक आएगी.'   उन्होंने यह भी बताया कि प्रोड्यूसर वासू भगनानी भी इसे प्रोड्यूस कर रहे हैं. इसके लिए एक आधि‍कारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी. इसके अलावा भी कई फिल्में हैं, जिनपर हम काम कर रहे हैं. लेकिन अभी हम उन पर बात नहीं कर सकते.टिप्पणियां सोनाक्षी सिन्हा और सिद्धार्थ मल्होत्रा साल 1969 की ड्रामा फिल्म 'इत्तिफाक' के रिमेक की शूटिंग में बिजी हैं. दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में फिल्म 'सुपर सिंह' में अपने अभि‍नय का कमाल दिखाया है, तो वहीं इस साल श्रद्धा कपूर के साथ आदित्य की फिल्म 'ओके जानू' कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. विजक्राफ्ट फिल्म प्रोडक्शन के एक फाउंडर डायरेक्टर ने कहा, ' जो फिल्में हम बना रहे हैं उनमें से एक में हमने सोनक्षी, दिलजीत और आदित्य को साइन किया है. ये फिल्म रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर होगी. यह फिल्म अगले साल तक आएगी.'   उन्होंने यह भी बताया कि प्रोड्यूसर वासू भगनानी भी इसे प्रोड्यूस कर रहे हैं. इसके लिए एक आधि‍कारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी. इसके अलावा भी कई फिल्में हैं, जिनपर हम काम कर रहे हैं. लेकिन अभी हम उन पर बात नहीं कर सकते.टिप्पणियां सोनाक्षी सिन्हा और सिद्धार्थ मल्होत्रा साल 1969 की ड्रामा फिल्म 'इत्तिफाक' के रिमेक की शूटिंग में बिजी हैं. दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में फिल्म 'सुपर सिंह' में अपने अभि‍नय का कमाल दिखाया है, तो वहीं इस साल श्रद्धा कपूर के साथ आदित्य की फिल्म 'ओके जानू' कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. सोनाक्षी सिन्हा और सिद्धार्थ मल्होत्रा साल 1969 की ड्रामा फिल्म 'इत्तिफाक' के रिमेक की शूटिंग में बिजी हैं. दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में फिल्म 'सुपर सिंह' में अपने अभि‍नय का कमाल दिखाया है, तो वहीं इस साल श्रद्धा कपूर के साथ आदित्य की फिल्म 'ओके जानू' कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. दिलजीत दोसांझ ने हाल ही में फिल्म 'सुपर सिंह' में अपने अभि‍नय का कमाल दिखाया है, तो वहीं इस साल श्रद्धा कपूर के साथ आदित्य की फिल्म 'ओके जानू' कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इवेंट मैनेजमेंट कंपनी विजक्राफ्ट फिल्म प्रोडक्शन में कदम रखने जा रही है. इसके लिए एक आधि‍कारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी. ये फिल्म रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा से भरपूर होगी.
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका के बोस्टन में हुए दोहरे बम धमाकों के दोनों संदिग्धों के बारे में कहा गया है कि वे दोनों भाई और चेचेन मूल के हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी है और दूसरे की तलाश की जा रही है। समाचार चैनल एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 साल का जोखर सारनाएव का जन्म किर्गिस्तान में हुआ था और उसके पास मैसाचुसेट्स का ड्राइविंग लाइसेंस है। मारे गए संदिग्ध की पहचान 26 वर्षीय तामरलान सारनाएव के रूप में की गई है। उसका जन्म रूस में हुआ था। पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने छोटे भाई को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। नए घटनाक्रम उस वक्त सामने आए हैं जब एफबीआई ने दोनों की तस्वीरें और वीडियो जारी किया। इनमें दोनों को बैग ले जाते दिखाया गया है।टिप्पणियां अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। समाचार चैनल एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 साल का जोखर सारनाएव का जन्म किर्गिस्तान में हुआ था और उसके पास मैसाचुसेट्स का ड्राइविंग लाइसेंस है। मारे गए संदिग्ध की पहचान 26 वर्षीय तामरलान सारनाएव के रूप में की गई है। उसका जन्म रूस में हुआ था। पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने छोटे भाई को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। नए घटनाक्रम उस वक्त सामने आए हैं जब एफबीआई ने दोनों की तस्वीरें और वीडियो जारी किया। इनमें दोनों को बैग ले जाते दिखाया गया है।टिप्पणियां अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। मारे गए संदिग्ध की पहचान 26 वर्षीय तामरलान सारनाएव के रूप में की गई है। उसका जन्म रूस में हुआ था। पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने छोटे भाई को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। नए घटनाक्रम उस वक्त सामने आए हैं जब एफबीआई ने दोनों की तस्वीरें और वीडियो जारी किया। इनमें दोनों को बैग ले जाते दिखाया गया है।टिप्पणियां अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने छोटे भाई को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। नए घटनाक्रम उस वक्त सामने आए हैं जब एफबीआई ने दोनों की तस्वीरें और वीडियो जारी किया। इनमें दोनों को बैग ले जाते दिखाया गया है।टिप्पणियां अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। नए घटनाक्रम उस वक्त सामने आए हैं जब एफबीआई ने दोनों की तस्वीरें और वीडियो जारी किया। इनमें दोनों को बैग ले जाते दिखाया गया है।टिप्पणियां अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। अधिकारियों ने कहा कि तामरलान सारनाएव एक वाहन से उस वक्त कुचला गया जब बीती रात एमआईटी परिसर के निकट पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी मुठभेड़ चल रही थी। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया। दोनों भाई अपने परिवार के साथ 2002 अथवा 2003 में अमेरिका पहुंचे थे। बड़ा भाई तामरलान 2007 में यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया।
संक्षिप्त सारांश: अमेरिका के बोस्टन में हुए दोहरे बम धमाकों के दोनों संदिग्धों के बारे में कहा गया है कि वे दोनों भाई और चेचेन मूल के हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी है और दूसरे की तलाश की जा रही है।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: साल 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के प्रमुख पद से बर्खास्त कर दिए गए सुरेश कलमाडी को दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को कड़ी चेतावनी दी। न्यायालय ने कलमाडी से कहा कि या तो वह भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष का पद छोड़ दें या अपने खिलाफ अदालती कार्रवाई का सामना करें। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एके सीकरी ने आईओए के दो अन्य अधिकारियों ललित भनोट और वी के वर्मा को भी इसी तरह की चेतावनी दी। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामलों में भनोट और वर्मा भी आरोपी हैं।टिप्पणियां पीठ ने कहा ‘हम यह जानना चाहेंगे कि वह गरिमापूर्ण तरीके से पद छोड़ते हैं या अदालत उन्हें इस बाबत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी कि आईओए अध्यक्ष के पद से उन्हें क्यों न हटा दिया जाए।’ पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाडी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है। मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाडी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्तूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है। न्यायालय ने कलमाडी से कहा कि या तो वह भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष का पद छोड़ दें या अपने खिलाफ अदालती कार्रवाई का सामना करें। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एके सीकरी ने आईओए के दो अन्य अधिकारियों ललित भनोट और वी के वर्मा को भी इसी तरह की चेतावनी दी। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामलों में भनोट और वर्मा भी आरोपी हैं।टिप्पणियां पीठ ने कहा ‘हम यह जानना चाहेंगे कि वह गरिमापूर्ण तरीके से पद छोड़ते हैं या अदालत उन्हें इस बाबत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी कि आईओए अध्यक्ष के पद से उन्हें क्यों न हटा दिया जाए।’ पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाडी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है। मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाडी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्तूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एके सीकरी ने आईओए के दो अन्य अधिकारियों ललित भनोट और वी के वर्मा को भी इसी तरह की चेतावनी दी। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुए भ्रष्टाचार के मामलों में भनोट और वर्मा भी आरोपी हैं।टिप्पणियां पीठ ने कहा ‘हम यह जानना चाहेंगे कि वह गरिमापूर्ण तरीके से पद छोड़ते हैं या अदालत उन्हें इस बाबत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी कि आईओए अध्यक्ष के पद से उन्हें क्यों न हटा दिया जाए।’ पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाडी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है। मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाडी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्तूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है। पीठ ने कहा ‘हम यह जानना चाहेंगे कि वह गरिमापूर्ण तरीके से पद छोड़ते हैं या अदालत उन्हें इस बाबत कारण बताओ नोटिस जारी करेगी कि आईओए अध्यक्ष के पद से उन्हें क्यों न हटा दिया जाए।’ पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाडी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है। मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाडी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्तूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है। पेशे से वकील राहुल मेहरा की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान कलमाडी और दो अन्य अधिकारियों को नोटिस जारी कर यह चेतावनी दी गयी है। मेहरा ने आरोप लगाया था कि कलमाडी एवं दो अन्य अधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और वह इस साल अक्तूबर में होने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, इसके मद्देनजर वे भारत की राष्ट्रीय खेल विकास संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। अदालत ने कलमाडी एवं अन्य से 25 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है।
यह एक सारांश है: साल 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के प्रमुख पद से बर्खास्त कर दिए गए सुरेश कलमाडी को दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को कड़ी चेतावनी दी।
2
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एडमिरल देवेंद्र कुमार जोशी ने नए नौसेना प्रमुख के रूप में शुक्रवार को अपना कार्यभार सम्भाल। पनडुब्बी युद्ध के विशेषज्ञ जोशी अभी तक नौसेना की पश्चिमी कमान के प्रमुख थे। जोशी ने निवर्तमान प्रमुख निर्मल वर्मा का स्थान लिया जो 43वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए है। जोशी स्वतंत्र भारत के 21वें एवं भारतीय के रूप में 19वें नौसेना अध्यक्ष हैं। विश्व की छठी सबसे बड़ी नौसेना के प्रमुख का पदभार ग्रहण करने से पहले उन्होंने इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र चढ़ाकर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। निवर्तमान नौसेना प्रमुख वर्मा ने रस्मी तौर पर जोशी को टेलीस्कोप देकर पदभार सौंपा। टिप्पणियां एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, "राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं 24 घंटे निगरानी के लिए समुद्री शक्ति के रूप में नौसेना को सभी स्तरों पर तैयार रहने की जरूरत है कि ताकि हमारी सुरक्षा तैयारी में कोई कमी नहीं रह जाए।" एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं। जोशी ने निवर्तमान प्रमुख निर्मल वर्मा का स्थान लिया जो 43वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए है। जोशी स्वतंत्र भारत के 21वें एवं भारतीय के रूप में 19वें नौसेना अध्यक्ष हैं। विश्व की छठी सबसे बड़ी नौसेना के प्रमुख का पदभार ग्रहण करने से पहले उन्होंने इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र चढ़ाकर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। निवर्तमान नौसेना प्रमुख वर्मा ने रस्मी तौर पर जोशी को टेलीस्कोप देकर पदभार सौंपा। टिप्पणियां एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, "राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं 24 घंटे निगरानी के लिए समुद्री शक्ति के रूप में नौसेना को सभी स्तरों पर तैयार रहने की जरूरत है कि ताकि हमारी सुरक्षा तैयारी में कोई कमी नहीं रह जाए।" एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं। विश्व की छठी सबसे बड़ी नौसेना के प्रमुख का पदभार ग्रहण करने से पहले उन्होंने इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र चढ़ाकर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। निवर्तमान नौसेना प्रमुख वर्मा ने रस्मी तौर पर जोशी को टेलीस्कोप देकर पदभार सौंपा। टिप्पणियां एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, "राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं 24 घंटे निगरानी के लिए समुद्री शक्ति के रूप में नौसेना को सभी स्तरों पर तैयार रहने की जरूरत है कि ताकि हमारी सुरक्षा तैयारी में कोई कमी नहीं रह जाए।" एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं। निवर्तमान नौसेना प्रमुख वर्मा ने रस्मी तौर पर जोशी को टेलीस्कोप देकर पदभार सौंपा। टिप्पणियां एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, "राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं 24 घंटे निगरानी के लिए समुद्री शक्ति के रूप में नौसेना को सभी स्तरों पर तैयार रहने की जरूरत है कि ताकि हमारी सुरक्षा तैयारी में कोई कमी नहीं रह जाए।" एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं। एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, "राष्ट्रीय सम्पन्नता एवं 24 घंटे निगरानी के लिए समुद्री शक्ति के रूप में नौसेना को सभी स्तरों पर तैयार रहने की जरूरत है कि ताकि हमारी सुरक्षा तैयारी में कोई कमी नहीं रह जाए।" एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं। एडमिरल जोशी अपने 38 साल के करियर में आईएनएस कुठार, आईएनएस रणवीर एवं एकमात्र विमानवाहक पोत आईएनएस विराट की कमान सम्भाल चुके हैं। एडमिरल जोशी यूएस नेवल वार कॉलेज से स्नातक हैं और वह कॉलेज ऑफ नेवल वारफेयर और नेशनल डिफेंस  कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं।
यह एक सारांश है: एडमिरल जोशी ने विश्व की छठी सबसे बड़ी नौसेना के प्रमुख का पदभार ग्रहण करने से पहले इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र चढ़ाकर देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: केंद्र सरकार के खिलाफ आग उगलने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) से समर्थन वापसी की उनकी फिलहाल कोई योजना नहीं है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक दिन पहले ही इस बात की संभावना जताई थी। यादव ने एक समाचार चैनल से कहा, संबंधों में कड़वाहट नहीं आई है। मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री ने किस आधार पर यह टिप्पणी की। फिलहाल समर्थन वापसी पर पार्टी के भीतर कोई चर्चा नहीं हुई है। अभी सपा का संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा, अभी समर्थन वापस लेकर सरकार क्यों गिरायें जब केवल आठ-नौ महीने की बात है। मुलायम की टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा सपा के संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना स्वीकार करने की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा ने दावा किया था कि मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी हो गया है, क्योंकि सरकार के पास जरूरी संख्या नहीं है जबकि जद(यू) प्रमुख शरद यादव को नहीं लगता कि मुलायम समर्थन वापस लेंगे। इस दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव यद्यपि प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत देते प्रतीत हुए क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार की तुलना गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार सहित अन्य राज्यों की सरकारों से की। उन्होंने सपा शासित उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित विकास योजनाओं को सूचीबद्ध करते हुए कहा, क्या ऐसी योजनाएं गुजरात में क्रियान्वित हो रही हैं। इतनी अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कितना कार्य हो रहा है, लेकिन सभी की आंखें बंद हैं। उन्होंने कहा, तीसरा मोर्चा उभरेगा। मोर्चे देश की स्थिति के अनुरूप सामने आते हैं। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री तीसरे मोर्चे का होगा। यह पूछे जाने पर क्या वह मोर्चे का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, यह बाद में देखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, उन्होंने कहा, मैंने कभी भी प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा और न ही मैं अभी सोच रहा हूं। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। यादव ने एक समाचार चैनल से कहा, संबंधों में कड़वाहट नहीं आई है। मुझे नहीं पता कि प्रधानमंत्री ने किस आधार पर यह टिप्पणी की। फिलहाल समर्थन वापसी पर पार्टी के भीतर कोई चर्चा नहीं हुई है। अभी सपा का संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा, अभी समर्थन वापस लेकर सरकार क्यों गिरायें जब केवल आठ-नौ महीने की बात है। मुलायम की टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा सपा के संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना स्वीकार करने की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा ने दावा किया था कि मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी हो गया है, क्योंकि सरकार के पास जरूरी संख्या नहीं है जबकि जद(यू) प्रमुख शरद यादव को नहीं लगता कि मुलायम समर्थन वापस लेंगे। इस दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव यद्यपि प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत देते प्रतीत हुए क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार की तुलना गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार सहित अन्य राज्यों की सरकारों से की। उन्होंने सपा शासित उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित विकास योजनाओं को सूचीबद्ध करते हुए कहा, क्या ऐसी योजनाएं गुजरात में क्रियान्वित हो रही हैं। इतनी अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कितना कार्य हो रहा है, लेकिन सभी की आंखें बंद हैं। उन्होंने कहा, तीसरा मोर्चा उभरेगा। मोर्चे देश की स्थिति के अनुरूप सामने आते हैं। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री तीसरे मोर्चे का होगा। यह पूछे जाने पर क्या वह मोर्चे का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, यह बाद में देखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, उन्होंने कहा, मैंने कभी भी प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा और न ही मैं अभी सोच रहा हूं। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा ने दावा किया था कि मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी हो गया है, क्योंकि सरकार के पास जरूरी संख्या नहीं है जबकि जद(यू) प्रमुख शरद यादव को नहीं लगता कि मुलायम समर्थन वापस लेंगे। इस दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव यद्यपि प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत देते प्रतीत हुए क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार की तुलना गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार सहित अन्य राज्यों की सरकारों से की। उन्होंने सपा शासित उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित विकास योजनाओं को सूचीबद्ध करते हुए कहा, क्या ऐसी योजनाएं गुजरात में क्रियान्वित हो रही हैं। इतनी अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कितना कार्य हो रहा है, लेकिन सभी की आंखें बंद हैं। उन्होंने कहा, तीसरा मोर्चा उभरेगा। मोर्चे देश की स्थिति के अनुरूप सामने आते हैं। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री तीसरे मोर्चे का होगा। यह पूछे जाने पर क्या वह मोर्चे का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, यह बाद में देखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, उन्होंने कहा, मैंने कभी भी प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा और न ही मैं अभी सोच रहा हूं। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। इस दौरान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव यद्यपि प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा का संकेत देते प्रतीत हुए क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार की तुलना गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार सहित अन्य राज्यों की सरकारों से की। उन्होंने सपा शासित उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित विकास योजनाओं को सूचीबद्ध करते हुए कहा, क्या ऐसी योजनाएं गुजरात में क्रियान्वित हो रही हैं। इतनी अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कितना कार्य हो रहा है, लेकिन सभी की आंखें बंद हैं। उन्होंने कहा, तीसरा मोर्चा उभरेगा। मोर्चे देश की स्थिति के अनुरूप सामने आते हैं। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री तीसरे मोर्चे का होगा। यह पूछे जाने पर क्या वह मोर्चे का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, यह बाद में देखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, उन्होंने कहा, मैंने कभी भी प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा और न ही मैं अभी सोच रहा हूं। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। यह पूछे जाने पर क्या वह मोर्चे का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, यह बाद में देखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, उन्होंने कहा, मैंने कभी भी प्रधानमंत्री बनने के बारे में नहीं सोचा और न ही मैं अभी सोच रहा हूं। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। गौरतलब है कि यादव की पार्टी केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है, उन्होंने 2जी मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ ‘धोखा’ करती है, जो उसका समर्थन करता है। उल्लेखनीय है कि 2जी मामले में द्रमुक मंत्री ए राजा को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया था। सपा प्रमुख ने कहा, करुणानिधि ने सरकार का समर्थन किया। उनकी पार्टी सरकार में भी शामिल थी, लेकिन उन लोगों ने उनकी पार्टी के मंत्री को ही फंसाया और उसे जेल भेज दिया। वे (कांग्रेस) उसी को धोखा देते हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। उधर, सपा की रणनीति पर बातचीत के बीच वित्त मंत्री पी चिदंबरम सपा को यह कहते हुए लुभाते प्रतीत हुए कि केंद्र उत्तर प्रदेश के विकास में उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने लखनऊ में कहा, मैं इस मौके पर मुख्यमंत्री और उनकी टीम के साथ ही उनकी पार्टी के प्रमुख ‘नेताजी’ को यह भरोसा देता हूं कि भारत सरकार विकास में उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होने को प्रतिबद्ध है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। वैसे, मुलायम ने यद्यपि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ आने की संभावना से इनकार किया। उनका यह बयान लालकृष्ण आडवाणी की प्रशंसा करने वाले उनके उस बयान के बाद आया है, जिसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। प्रधानमंत्री की सपा पर कल की टिप्पणी ने सरकार की स्थिरता पर नई बहस शुरू कर दी थी। भाजपा सांसद बलबीर पुंज ने जोर देकर कहा था कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और मध्यावधि चुनाव अवश्यंभावी है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। बलबीर पुंज ने कहा, प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, लेकिन तथ्य यह है कि देश में सरकार को लेकर अस्थिरता का वातावरण है। इसीलिए इतने लोग मध्यावधि चुनाव की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस सरकार ने शासन करने का लोगों का भरोसा खो दिया है और लोकसभा में उसकी संख्या को लेकर भी संदेह है। देश फिलहाल पूर्ण अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। सपा प्रमुख ने भाजपा के साथ जाने की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अन्य सभी उसके साथ हाथ मिला सकते हैं, सपा भाजपा के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएगी। इसका कोई सवाल ही नहीं उठता। जदयू प्रमुख शरद यादव ने सपा के सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना खारिज करते हुए कहा कि सपा प्रमुख इससे पहले भी ऐसी नाराजगी जता चुके हैं क्योंकि उनका वोटबैंक कांग्रेसविरोधी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक यादव ने कहा, वह (मुलायम) हृदय से कांग्रेसविरोधी हैं, लेकिन गत नौ वर्षों से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में वह उनके साथ हैं। वह अभी भी उन्हें नहीं छोड़ेंगे। वह कुछ भी नया नहीं बोल रहे हैं। वह यह सब पूर्व में भी कह चुके हैं। मैं नहीं मानता कि वह उस सीमा (समर्थन वापसी) तक जाएंगे।   संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने मध्यावधि चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव तय कार्यक्रमनुसार 2014 में होंगे। शुक्ला ने सपा प्रमुख की टिप्पणियों का महत्व कम करते हुए कहा कि यदि कोई मतभेद है तो उसे दूर किया जाएगा, क्योंकि मुलायम सिंह यादव ‘‘हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी’’ हैं।टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव अप्रैल या मई 2014 में होंगे जब भी निर्धारित होगा और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है। दीक्षित ने कहा, वह जो बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिये। उन्हें भी उत्तर प्रदेश में राजनीति करनी है। सभी को मालूम है कि कौन एक बेहतर सरकार चलाता है और कौन नहीं चलाता या कौन धोखेबाज है और कौन नहीं। लेकिन यह कहने से पहले कि कौन धोखेबाज है या नहीं या कौन विकास कार्य कराता है या नहीं लोगों को उनके रिकार्ड देखने चाहिएं। दीक्षित में यादव को याद दिलाते हुए कहा, यदि वे उत्तर प्रदेश में अच्छी सरकार चला रहे होते तो उनके पास वहां पर दोबारा सरकार बनाने का रिकॉर्ड होता। किसी ने भी उस राज्य में सरकार नहीं दोहरायी जबकि कांग्रेस कम से कम दो राज्यों में दोबारा सत्ता में चुनी गई है। सरकार के दोबारा चुने जाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि कौन बेहतर कार्य करता है।
यहाँ एक सारांश है:केंद्र सरकार के खिलाफ आग उगलने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि यूपीए से समर्थन वापसी की उनकी फिलहाल कोई योजना नहीं है।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मुंबई हमले की साजिश में आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा की मदद करने वाले पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा पर मुकदमे की सुनवाई के लिए शिकागो की एक अदालत ने 12 सदस्यीय जूरी और छह वैकल्पिक सदस्यों का चुनाव किया है। जूरी में आठ महिलाओं और चार पुरुषों एवं वैकल्पिक सदस्यों में चार पुरुषों और दो महिलाओं को शामिल किया गया है। इन सभी सदस्यों ने तीन दिवसीय चयन प्रक्रिया के बाद न्यायाधीश हैरी डी. लेनिनवेबर के समक्ष शपथ ली। जूरी सदस्यों की सुरक्षा के लिए न्यायाधीश ने उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए जाने का आदेश दिया है। लेनिनवेबर ने जूरी सदस्यों को निर्देश दिया, जब तक मामले से जुड़े सभी सबूत पेश नहीं कर दिए जाते, तब तक आप इस मामले में आपस में चर्चा नहीं करें। साथ ही न्यायाधीश ने जूरी सदस्यों से कहा कि वह अपने मित्रों और परिवारजनों से इस मामले पर विचार-विमर्श न करें और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियां न जुटाएं। न्यायाधीश ने कहा, 11 सितम्बर, 2001 के बाद से अमेरिकी लोग विदेशी आतंकवाद को लेकर अत्यधिक संवेदनशील और डरे हुए हैं। जूरी के सदस्यों को ऐसी स्थिति में नहीं होना चाहिए, जिससे डर पैदा हो या उनके परिवारजनों को कोई खतरा हो। कनाडाई नागरिक 50 वर्षीय राणा शिकागो, न्यूयार्क और टोरंटो में आव्रजन सेवाएं उपलब्ध कराने का कारोबार करता है। उस पर मुंबई हमले की साजिश रचने वाले आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली की मदद करने का आरोप है। बुधवार को न्यायालय की कार्रवाई के बाद राणा के वकील चार्ली स्विफ्ट ने कहा, राणा का एकमात्र अपराध उसका डेविड हेडली का दोस्त होना है। इससे पहले 17 मई को जूरी चयन प्रक्रिया के दौरान न्यायाधीश ने मुसलमानों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण रखने सहित कई अन्य कारणों से जूरी के लिए कई उम्मीदवारों का नाम नामंजूर कर दिया था।
संक्षिप्त सारांश: पाक मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा पर मुकदमे की सुनवाई के लिए शिकागो की अदालत ने 12 सदस्यीय जूरी और छह वैकल्पिक सदस्यों का चुनाव किया है।
29
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय बैडमिंटन जगत के दो भाइयों समीर और सौरव वर्मा ने बुधवार को योनेक्स इंडियन ओपन सुपर सीरीज के पुरुष एकल वर्ग में दो बड़े उलटफेर करते हुए टूर्नामेंट का विजयी आगाज किया है. वहीं, भारत की दो शीर्ष महिला बैड़मिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु और सायना नेहवाल ने भी जीत के साथ शुरुआत करते हुए महिला एकल वर्ग के दूसरे दौर में जगह बना ली है. वहीं पुरुष एकल वर्ग में किदाम्बी श्रीकांत, बी.साई प्रणीथ ने भी जीत के साथ शुरुआत की है, लेकिन इसी वर्ग में अजय जयराम और एच.एस प्रणॉय को हार मिली.  समीर वर्मा ने पुरुष एकल वर्ग में बड़ा उलटफेर करते हुए पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त कोरिया के सान वान हो को सीधे सेट में 21-17, 21-10 से मात दी. यह मुकाबला 46 मिनट तक चला. उनके भाई सौरव वर्मा ने भी बुधवार को उलटफेर किया. सौरव ने विश्व की 26वीं विश्व वरीयता वाले हमवतन प्रणॉय को 21-13, 21-16 से हराया. रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक विजेता सिंधु ने पहले दौर के मुकाबले में हमवतन अरुंधती पंटावने को सीधे सेटों में 21-17, 21-6 से मात दी. दूसरे दौर में वह जापान की साएना कावाकामी. साएना ने पहले दौर में भारत की रसिका राजे को 21-10, 21-12 से मात दी.  लंदन ओलम्पिक 2012 में कांस्य पदक हासिल करने वाली सायना ने चीनी ताइपे की चिया सिन ली को 21-10, 21-17 से मात दी. यह मुकाबला 35 मिनट तक चला. दूसरे दौर में सायना थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से मुकाबला करेंगी. पोर्नपावी ने पहले दौर में चीनी ताइपे की सु या चिंग को 21-16, 21-13 से मात दी.  अगर सायना और सिंधु दोनों अपने दूसरे दौर के मुकबालों में जीत हासिल कर लेती हैं तो यह दोनों दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.  रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समीर वर्मा ने पुरुष एकल वर्ग में बड़ा उलटफेर करते हुए पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त कोरिया के सान वान हो को सीधे सेट में 21-17, 21-10 से मात दी. यह मुकाबला 46 मिनट तक चला. उनके भाई सौरव वर्मा ने भी बुधवार को उलटफेर किया. सौरव ने विश्व की 26वीं विश्व वरीयता वाले हमवतन प्रणॉय को 21-13, 21-16 से हराया. रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक विजेता सिंधु ने पहले दौर के मुकाबले में हमवतन अरुंधती पंटावने को सीधे सेटों में 21-17, 21-6 से मात दी. दूसरे दौर में वह जापान की साएना कावाकामी. साएना ने पहले दौर में भारत की रसिका राजे को 21-10, 21-12 से मात दी.  लंदन ओलम्पिक 2012 में कांस्य पदक हासिल करने वाली सायना ने चीनी ताइपे की चिया सिन ली को 21-10, 21-17 से मात दी. यह मुकाबला 35 मिनट तक चला. दूसरे दौर में सायना थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से मुकाबला करेंगी. पोर्नपावी ने पहले दौर में चीनी ताइपे की सु या चिंग को 21-16, 21-13 से मात दी.  अगर सायना और सिंधु दोनों अपने दूसरे दौर के मुकबालों में जीत हासिल कर लेती हैं तो यह दोनों दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.  रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक विजेता सिंधु ने पहले दौर के मुकाबले में हमवतन अरुंधती पंटावने को सीधे सेटों में 21-17, 21-6 से मात दी. दूसरे दौर में वह जापान की साएना कावाकामी. साएना ने पहले दौर में भारत की रसिका राजे को 21-10, 21-12 से मात दी.  लंदन ओलम्पिक 2012 में कांस्य पदक हासिल करने वाली सायना ने चीनी ताइपे की चिया सिन ली को 21-10, 21-17 से मात दी. यह मुकाबला 35 मिनट तक चला. दूसरे दौर में सायना थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से मुकाबला करेंगी. पोर्नपावी ने पहले दौर में चीनी ताइपे की सु या चिंग को 21-16, 21-13 से मात दी.  अगर सायना और सिंधु दोनों अपने दूसरे दौर के मुकबालों में जीत हासिल कर लेती हैं तो यह दोनों दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.  रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लंदन ओलम्पिक 2012 में कांस्य पदक हासिल करने वाली सायना ने चीनी ताइपे की चिया सिन ली को 21-10, 21-17 से मात दी. यह मुकाबला 35 मिनट तक चला. दूसरे दौर में सायना थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से मुकाबला करेंगी. पोर्नपावी ने पहले दौर में चीनी ताइपे की सु या चिंग को 21-16, 21-13 से मात दी.  अगर सायना और सिंधु दोनों अपने दूसरे दौर के मुकबालों में जीत हासिल कर लेती हैं तो यह दोनों दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.  रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अगर सायना और सिंधु दोनों अपने दूसरे दौर के मुकबालों में जीत हासिल कर लेती हैं तो यह दोनों दिग्गज भारतीय खिलाड़ी शुक्रवार को होने वाले क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगी.  रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रियो ओलम्पिक-2016 में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन ने भी पहले दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर ली है. उन्होंने पहले दौर में कोरिया की किम ह्यू मिन को 37 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-10 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई. दूसरे दौर में वह भारत की ऋतुपरणा दास से भिड़ेंगी. ऋतुपरणा ने चीनी ताइपे की चियांग मेई हुई को कड़े मुकाबले में 19-21, 21-15, 21-19 से मात दी.  महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) महिला एकल में ही भारत की तनवी लाड़ मुकाबला पूरा नहीं कर पाई और बीच में ही रिटायर हो गईं. उनकी प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा ने अगले दौर में प्रवेश कर लिया है. समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समीर, सौरव के बाद किदाम्बी श्रीकांत ने भी पहले दौर में जीत दर्ज करते हुए चीन के झाओ जुनपेंग को 21-19, 21-16 से मात दी. अगले दौर में श्रीकांत का सामना डेनमार्क के चौथी विश्व वरीयता प्राप्त विक्टर एलेक्सन से होगा. विक्टर ने भारत के अजय जयराम को 23-21, 21-17 से मात देते हुए दूसरे दौर में जगह पक्की की.  प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रणीथ ने पहले दौर में जापान के केंटा निशिमोटो को कड़े मुकाबले में 16-21, 21-12, 21-19 से मात दी. पहले गेम में मात खाने के बाद भारतीय खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और लगातार दो गेम जीत अगले दौर में जगह बनाई. प्रणीथ ने यह मैच जीतने के लिए एक घंटे दो मिनट का समय लिया.  महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन.सिक्की रेड्डी की जोड़ी ने अपने पहले दौर का मुकाबला जीत लिया. अश्विनी और सिक्की की जोड़ी ने इंग्लैंड की गैब्रिएल एडकॉक और जेसिका पुघ की जोड़ी को 33 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 21-16 से मात दी.  इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसी वर्ग में कुहू गर्ग और निंगशी हजारिका की भारतीय जोड़ी को इंग्लैंड की लॉरेन स्मिथ और साराह वॉल्कर की जोड़ी ने 21-19, 21-16 से मात दी. महिमा अग्रवाल और मनीषा.के की जोड़ी को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें थाईलैंड की जोंगखोलफान किटिथलाकुल और राविंदा प्रांजोंग्जाई की जोड़ी ने 21-9, 21-8 से मात दी. पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुरुष युगल में भारत को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मनू अत्री और बी.सुमिथ रेड्डी की जोड़ी को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें जापान की टाकुरो होकी और युगो कोबायाशी की जोड़ी ने 21-19, 21-19 से मात दी. यह मुकाबला 34 मिनट तक चला. इसी वर्ग में सात्विक राज रेड्डी और चिराग सेठी को डेनमार्क के किम अस्ट्रप और आंद्रेस स्कारुप रासमुसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-17 से परास्त किया. टिप्पणियां मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मिश्रित युगल वर्ग में भारत की प्रबल दावेदार जोड़ी प्रणव जैरी चोपड़ा और एन. सिक्की रेड्डी ने इंडोनेशिया के हाफिज फैजल और शीला देवी ऑलिया की जोड़ी को 21-15, 21-19 से मात दी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारतीय बैडमिंटन जगत के दो भाइयों समीर और सौरव वर्मा का कमाल अजय जयराम और एच.एस प्रणॉय को हार मिली योनेक्स इंडियन ओपन सुपर सीरीज के पुरुष एकल वर्ग में दो बड़े उलटफेर
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: रेल मंत्री पवन कुमार बंसल जब अपना रेल बजट भाषण तैयार कर रहे थे तो उन्हें शायद यह हर्गिज अंदाजा नहीं होगा कि वह जिस कविता की पंक्ति को पढ़ने जा रहे हैं उसमें जताई गई आशंका सही साबित होगी। उन्होंने रेल बजट पेश करते समय दुष्यंत की पंक्तियां पढ़ी, ‘हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, कोशिश है कि सूरत बदलनी चाहिए।’ लेकिन इन पंक्तियां की आशंका लोकसभा में सही साबित हो गई क्योंकि बंसल विपक्ष के हंगामे के कारण अपना रेल भाषण पूरा नहीं कर सके। बंसल ने रेल बजट के दौरान जिन पंक्तियों को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया वह क्रिस्टीन वैदर्ली की कविता ‘द सांग आफ द इंजन’ से ली गई थीं। अंग्रेजी में लिखी गई इस कविता का अनुवाद कुछ इस प्रकार है : ‘जब आप रेल में सफर करते हैं, और रेल पहाड़ पर चढ़ती है, तो सिर्फ इंजन की आवाज सुनिए। जो पूरी इच्छाशक्ति के साथ आपको लेकर ऊपर चढ़ता है हालांकि यह बहुत धीरे-धीरे चलता है लेकिन यह एक छोटा सा गीत गाता है : मैं कर सकता हूं, मैं कर सकता हूं।’ इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाषण का समापन भी क्रिस्टीन वैदर्ली की इसी कविता की अंतिम पंक्तियों से किया। हालांकि विपक्ष के हंगामे के कारण अंतिम पंक्तियों को सुना नहीं जा सका। टिप्पणियां यह अंतिम पंक्तियां इस प्रकार थीं : लेकिन बाद की यात्रा में... इंजन अभी भी गा रहा है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है। बंसल ने रेल बजट के दौरान जिन पंक्तियों को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया वह क्रिस्टीन वैदर्ली की कविता ‘द सांग आफ द इंजन’ से ली गई थीं। अंग्रेजी में लिखी गई इस कविता का अनुवाद कुछ इस प्रकार है : ‘जब आप रेल में सफर करते हैं, और रेल पहाड़ पर चढ़ती है, तो सिर्फ इंजन की आवाज सुनिए। जो पूरी इच्छाशक्ति के साथ आपको लेकर ऊपर चढ़ता है हालांकि यह बहुत धीरे-धीरे चलता है लेकिन यह एक छोटा सा गीत गाता है : मैं कर सकता हूं, मैं कर सकता हूं।’ इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाषण का समापन भी क्रिस्टीन वैदर्ली की इसी कविता की अंतिम पंक्तियों से किया। हालांकि विपक्ष के हंगामे के कारण अंतिम पंक्तियों को सुना नहीं जा सका। टिप्पणियां यह अंतिम पंक्तियां इस प्रकार थीं : लेकिन बाद की यात्रा में... इंजन अभी भी गा रहा है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है। अंग्रेजी में लिखी गई इस कविता का अनुवाद कुछ इस प्रकार है : ‘जब आप रेल में सफर करते हैं, और रेल पहाड़ पर चढ़ती है, तो सिर्फ इंजन की आवाज सुनिए। जो पूरी इच्छाशक्ति के साथ आपको लेकर ऊपर चढ़ता है हालांकि यह बहुत धीरे-धीरे चलता है लेकिन यह एक छोटा सा गीत गाता है : मैं कर सकता हूं, मैं कर सकता हूं।’ इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाषण का समापन भी क्रिस्टीन वैदर्ली की इसी कविता की अंतिम पंक्तियों से किया। हालांकि विपक्ष के हंगामे के कारण अंतिम पंक्तियों को सुना नहीं जा सका। टिप्पणियां यह अंतिम पंक्तियां इस प्रकार थीं : लेकिन बाद की यात्रा में... इंजन अभी भी गा रहा है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाषण का समापन भी क्रिस्टीन वैदर्ली की इसी कविता की अंतिम पंक्तियों से किया। हालांकि विपक्ष के हंगामे के कारण अंतिम पंक्तियों को सुना नहीं जा सका। टिप्पणियां यह अंतिम पंक्तियां इस प्रकार थीं : लेकिन बाद की यात्रा में... इंजन अभी भी गा रहा है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है। यह अंतिम पंक्तियां इस प्रकार थीं : लेकिन बाद की यात्रा में... इंजन अभी भी गा रहा है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है। अगर आप बेहद शांति से सुनें... आप यह छोटा सा गीत सुनेंगे.. मैंने सोचा था मैंने कर दिया.. मैंने कर दिया। और वह दौड़ पड़ता है।
यह एक सारांश है: रेल मंत्री पवन कुमार बंसल जब अपना रेल बजट भाषण तैयार कर रहे थे तो उन्हें शायद यह हर्गिज अंदाजा नहीं होगा कि वह जिस कविता की पंक्ति को पढ़ने जा रहे हैं उसमें जताई गई आशंका सही साबित होगी।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित किए गए हैं. गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat High court) के सजा सुनाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहुंचे पटेल की याचिका की जल्द सुनवाई करने से कोर्ट ने इनकार कर दिया है. हार्दिक पटेल ने NDTV से कहा है कि 'मुझे कभी पार्टी (Congress) ने अपना कैंडिडेट ऑफ़िशियली घोषित नहीं किया था. अभी तो सुप्रीम कोर्ट में आगे सुनवाई होगी.' उन्होंने कहा कि 'मेरी लंबी उम्र पड़ी है, अभी तो सिर्फ़ शुरुआत है. लंबी राजनीति करने के लिए आया हूं.' गुजरात हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कांग्रेस (Congress) नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हार्दिक पटेल की याचिका पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है. हार्दिक पटेल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अभी कोई अर्जेंसी नहीं है. हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने कहा कि 'मैं चुनाव लड़ना चाहता था. अब बीजेपी (BJP) को ज़्यादा दिक्कत होगी. पूरे देश में 25 साल का लड़का बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करेगा.' उन्होंने कहा कि 'सरकार को मुझसे डर है इसलिए कोर्ट में तुषार मेहता को भेजा.' उन्होंने कहा कि 'मेरा जनाधार कम नहीं हुआ है. जो कांग्रेस पार्टी कहेगी, जहां कहेगी प्रचार करूंगा.' हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने अपनी याचिका में गुजरात हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने और सज़ा को निलंबित करने की मांग की है. हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को फिलहाल लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट से भी हार्दिक पटेल को राहत नहीं मिलने से उनका चुनाव लड़ना मुश्किल हो गया है. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि हार्दिक पटेल (Hardik Patel) जुलाई 2018 में दोषी करार दिए गए थे. तो अब क्या अर्जेंसी है. सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार ने हार्दिक पटेल की याचिका का विरोध किया. SG तुषार मेहता ने कहा कि इस तरह सुनवाई नहीं हो सकती. याचिका में कहा गया है कि नामांकन का आखिरी दिन चार अप्रैल है लिहाजा सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाए. हार्दिक ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के 2007 के नवजोत सिंह सिद्धू फैसले का हवाला दिया है. दरअसल 2015 में हुए उपद्रव के मामले में 29 मार्च को गुजरात हाईकोर्ट से हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को बड़ा झटका लगा था. हाईकोर्ट ने हार्दिक पटेल की याचिका को ख़ारिज कर दिया था जिसमें मेहसाणा में 2015 के दंगा उपद्रव मामले में उनकी दोषसिद्धि को निलंबित करने की अपील की गई थी. दंगा भड़काने के आरोप में साल 2018 में निचली कोर्ट ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को दोषी ठहराते हुए दो साल की जेल की सजा सुनाई थी. अगस्त 2018 में हाई कोर्ट ने उनकी दो साल की सजा तो निलंबित कर दी थी लेकिन दोषसिद्धि को बरकरार रखा था. इसके चलते वो जनप्रतिनिधि अधिनियम के तहत चुनाव लडने से अयोग्य हो गए. दंगे 23 जुलाई, 2015 को हुए थे और उनके नेतृत्व में पाटीदारों ने पहली बार रैली की थी.
यह एक सारांश है: सुप्रीम कोर्ट का हार्दिक पटेल की याचिका पर जल्द सुनवाई से इनकार पटेल ने कहा, मैं चुनाव लड़ना चाहता था, अब बीजेपी को ज़्यादा दिक्कत होगी कहा- पूरे देश में 25 साल का लड़का बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करेगा
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के महाप्रबंधक ज्योफ एलारडाइस ने गुरुवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले डीआरएस प्रणाली अपनाने को लेकर अनिच्छुक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को मनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. एलारडाइस ने कहा कि बीसीसीआई जब इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज में प्रायोगिक तौर पर डीआरएस को आजमाएगी, ऐसे में कुंबले उसे पूर्ण रूप से डीआरएस अपनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. उल्लेखनीय है कि भारत और इंग्लैंड के बीच नौ नवंबर से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में बीसीसीआई प्रायोगिक तौर पर डीआरएस प्रणाली का उपयोग करेगी. इसके बाद अगले वर्ष फरवरी में आईसीसी एक बैठक करेगी, जिसमें डीआरएस के भविष्य में इस्तेमाल करने पर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. एलारडाइस ने फोन पर बताया, "वास्तविकता यह है कि कुंबले अपनी कोचिंग काबिलियत के बल पर भारतीय टीम के कोच नियुक्त किए गए हैं. हमने किसी प्रौद्योगिकी की जांच करने और उसे मान्यता प्रदान करने की जो प्रक्रिया रखी है और नवीन प्रौद्योगिकियों को लेकर कुंबले का जो व्यवस्थित दृष्टिकोण है, उसे देखते हुए उनकी भूमिका बेहद अहम होगी." टिप्पणियां उन्होंने आगे कहा, "वह इस परियोजना के समर्थन में रहे हैं. वह पिछले वर्ष मई में हुई आसीसी की क्रिकेट कमिटी की बैठक में भी मौजूद थे. वह क्रिकेट कमिटी के दृष्टिकोण को जानते हैं और कमिटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार उच्च प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के पक्ष में है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उल्लेखनीय है कि भारत और इंग्लैंड के बीच नौ नवंबर से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में बीसीसीआई प्रायोगिक तौर पर डीआरएस प्रणाली का उपयोग करेगी. इसके बाद अगले वर्ष फरवरी में आईसीसी एक बैठक करेगी, जिसमें डीआरएस के भविष्य में इस्तेमाल करने पर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. एलारडाइस ने फोन पर बताया, "वास्तविकता यह है कि कुंबले अपनी कोचिंग काबिलियत के बल पर भारतीय टीम के कोच नियुक्त किए गए हैं. हमने किसी प्रौद्योगिकी की जांच करने और उसे मान्यता प्रदान करने की जो प्रक्रिया रखी है और नवीन प्रौद्योगिकियों को लेकर कुंबले का जो व्यवस्थित दृष्टिकोण है, उसे देखते हुए उनकी भूमिका बेहद अहम होगी." टिप्पणियां उन्होंने आगे कहा, "वह इस परियोजना के समर्थन में रहे हैं. वह पिछले वर्ष मई में हुई आसीसी की क्रिकेट कमिटी की बैठक में भी मौजूद थे. वह क्रिकेट कमिटी के दृष्टिकोण को जानते हैं और कमिटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार उच्च प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के पक्ष में है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एलारडाइस ने फोन पर बताया, "वास्तविकता यह है कि कुंबले अपनी कोचिंग काबिलियत के बल पर भारतीय टीम के कोच नियुक्त किए गए हैं. हमने किसी प्रौद्योगिकी की जांच करने और उसे मान्यता प्रदान करने की जो प्रक्रिया रखी है और नवीन प्रौद्योगिकियों को लेकर कुंबले का जो व्यवस्थित दृष्टिकोण है, उसे देखते हुए उनकी भूमिका बेहद अहम होगी." टिप्पणियां उन्होंने आगे कहा, "वह इस परियोजना के समर्थन में रहे हैं. वह पिछले वर्ष मई में हुई आसीसी की क्रिकेट कमिटी की बैठक में भी मौजूद थे. वह क्रिकेट कमिटी के दृष्टिकोण को जानते हैं और कमिटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार उच्च प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के पक्ष में है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने आगे कहा, "वह इस परियोजना के समर्थन में रहे हैं. वह पिछले वर्ष मई में हुई आसीसी की क्रिकेट कमिटी की बैठक में भी मौजूद थे. वह क्रिकेट कमिटी के दृष्टिकोण को जानते हैं और कमिटी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार उच्च प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के पक्ष में है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में DRS का ट्रायल होगा ट्रायल के बाद बीसीसीआई इस पर अपना रुख तय करेगा वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी DRS के खिलाफ रहे हैं
15
['hin']
एक सारांश बनाओ: नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा में पारित हो चुका है. सोमवार रात इस बिल को लेकर सदन में वोटिंग हुई और 311 वोटों से यह पास हो गया. विधेयक के विरोध में 80 वोट पड़े. विपक्षी पार्टियां इस बिल का पुरजोर विरोध कर रही हैं. कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार सुबह एक के बाद एक तीन ट्वीट के जरिए मोदी सरकार पर हमला बोला है. पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया, ''जब वोटर कांग्रेस उम्मीदवारों को तब वोट देंगे जब वह कांग्रेस के साथ हो और तब भी जब वह बीजेपी में चले जाए, तो क्या हम यह कह सकते हैं कि भारतीय राजनीति ने ऐसी श्रेष्ठता और रूपहीनता हासिल कर ली है जो भारत को स्वर्ग बनाती है. नागरिकता संशोधन बिल असंवैधानिक है. संसद एक विधेयक पारित करती है जो स्पष्ट तौर पर असंवैधानिक है. जिसके बाद युद्ध का मैदान उच्चतम न्यायालय में स्थानांतरित हो जाता है.'' जब वोटर कांग्रेस उम्मीदवारों को तब वोट देंगे जब वह कांग्रेस के साथ हो और तब भी जब वह बीजेपी में चले जाए। तो क्या हम यह कह सकते हैं कि भारतीय राजनीति ने ऐसी श्रेष्ठता और रूपहीनता हासिल कर ली है जो भारत को स्वर्ग बनाता है। पी. चिदंबरम ने आगे लिखा, 'निर्वाचित सांसद वकीलों और न्यायाधीशों के पक्ष में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रहे हैं. हम एक पार्टी को बहुमत देने के लिए ये कीमत अदा कर रहे हैं. वह (पार्टी) राज्यों और लोगों की इच्छाओं को रौंदने का काम कर रही है.' आपको बता दें कि आईएनएक्स मीडिया मामले में हाल ही में पी. चिदंबरम को जमानत पर रिहा किया गया है. वह करीब तीन महीने से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे. बाहर आते ही उन्होंने खुद को बेकसूर बताते हुए मोदी सरकार पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया था. दूसरी ओर नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं. असम में मंगलवार को इस बिल के खिलाफ छात्र संगठनों ने 12 घंटे का बंद बुलाया गया है. गौरतलब है कि प्रस्तावित विधेयक के अनुसार, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदायों के सदस्य, जो वहां धार्मिक उत्पीड़न की वजह से 31 दिसंबर, 2014 तक भारत आए थे, उन्हें अवैध अप्रवासी या घुसपैठिया नहीं माना जाएगा.
संक्षिप्त पाठ: पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर सरकार को घेरा नागरिकता संशोधन विधेयक को बताया असंवैधानिक चिदंबरम ने कहा- जनता बीजेपी को बहुमत देने की कीमत चुका रही है
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: जाने-माने चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन का लंदन के रॉयल ब्राम्पटन अस्पताल में स्थानीय समयानुसार तड़के ढाई बजे निधन हो गया। परिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। 1991 में पद्म विभूषण से सम्मानित हुसैन का पिछले डेढ़ महीने से स्वास्थ्य खराब चल रहा था। वह 2006 से लंदन में ही रह रहे थे। हुसैन का जन्म 17 सितंबर, 1915 को महाराष्ट्र के पंढरपुर में हुआ था। 1996 में हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर बनाई गई उनकी कुछ पेटिंग्स पर काफी बवाल मच गया था। इसके बाद उन पर कई मुकदमे भी दर्ज हुए। बाद में 2006 में हुसैन लंदन चले गए। जनवरी, 2010 में उन्होंने कतर की नागरिकता स्वीकार कर ली। बतौर चित्रकार हुसैन को 40 के दशक में ख्याति मिलनी हासिल हो गई थी और 1952 में ज्यूरिख में उनकी पेटिंग्स की एकल प्रदर्शनी आयोजित की गई और फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान बनने लगी।देवी दुर्गा और सरस्वती के उनके चित्रों पर हिन्दू समूहों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई और 1998 में चित्रकार के घर पर हमला कर उनकी कलाकृतियों को नुकसान पहुंचाया गया। फरवरी, 2006 में हुसैन पर हिन्दू देवी-देवताओं के निर्वस्त्र चित्र बनाकर लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप लगा। भारत में कानूनी मुकदमे दायर होने और जान से मारने की धमकियां मिलने के बाद से हुसैन 2006 से आत्म निर्वासन में रह रहे थे। उन्हें जनवरी, 2010 में कतर की नागरिकता दी गई, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। हरिद्वार की जिला अदालत के भेजे समन पर हुसैन ने कभी जवाब नहीं दिया। अदालती आदेश के तहत भारत में उनकी संपत्तियों को कुर्क कर लिया गया। उनके खिलाफ एक अदालत ने जमानती वारंट भी जारी कर दिया। हालांकि, हुसैन यह कहते रहे कि वह भारत वापसी करने के इच्छुक हैं, पर उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई। हुसैन के तीन चित्र हाल ही में हुई बोनहैम नीलामी में 2.32 करोड़ रुपये में नीलाम हुए। इसमें से एक अनाम तैलीय चित्र में इस किंवदंती चित्रकार ने अपने प्रिय विषय घोड़े और महिला को उकेरा था। अकेला यही चित्र 1.23 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ।(इनपुट एजेंसियों से भी)
संक्षिप्त पाठ: मशहूर चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन का लंदन के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। हुसैन को भारत का पिकासो भी कहा जाता था।
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सलमान खान की फिल्म 'एक था टाइगर' अपने प्रदर्शन के एक महीने बाद भी नए-नए रिकॉर्ड बना रही है। यह भारत में मोबाइल फोन पर लम्बे समय तक और सबसे ज्यादा बार देखी जानेवाली फिल्म बन गई है। इस फिल्म ने पहले दिन बॉक्स आफिस पर 33 करोड़ रुपये की कमाई की थी। एक स्वतंत्र मोबाइल वीडियो कम्पनी 'वीयूक्लीप' द्वारा जारी एक रपट 'ग्लोबल वीडियो इनसाइट' (जीवीआई) के मुताबिक कबीर खान निर्देशित 'एक था टाइगर' के वीडियो को अगस्त और सितम्बर में सबसे ज्यादा बार देखा गया है।टिप्पणियां वेबसाइट के अधिकारी सलमान हुसैन ने कहा, "पिछले चार महीने से भारत में वीयूक्लीप के 1.4 करोड़ उपभोक्ताओं के बीच 'एक था टाइगर' सबसे ज्यादा देखी गई और इसके वीडियो को सबसे ज्यादा बार खोजा गया। इसकी वजह से यह भारत में मोबाइल में सबसे ज्यादा समय तक देखी जाने सफल फिल्म बन गई है।" इस फिल्म में सलमान खान के अलावा कटरीना कैफ भी हैं। फिल्म ने अब तक बॉक्स आफिस पर 198 करोड़ रुपये की कमाई की है। एक स्वतंत्र मोबाइल वीडियो कम्पनी 'वीयूक्लीप' द्वारा जारी एक रपट 'ग्लोबल वीडियो इनसाइट' (जीवीआई) के मुताबिक कबीर खान निर्देशित 'एक था टाइगर' के वीडियो को अगस्त और सितम्बर में सबसे ज्यादा बार देखा गया है।टिप्पणियां वेबसाइट के अधिकारी सलमान हुसैन ने कहा, "पिछले चार महीने से भारत में वीयूक्लीप के 1.4 करोड़ उपभोक्ताओं के बीच 'एक था टाइगर' सबसे ज्यादा देखी गई और इसके वीडियो को सबसे ज्यादा बार खोजा गया। इसकी वजह से यह भारत में मोबाइल में सबसे ज्यादा समय तक देखी जाने सफल फिल्म बन गई है।" इस फिल्म में सलमान खान के अलावा कटरीना कैफ भी हैं। फिल्म ने अब तक बॉक्स आफिस पर 198 करोड़ रुपये की कमाई की है। वेबसाइट के अधिकारी सलमान हुसैन ने कहा, "पिछले चार महीने से भारत में वीयूक्लीप के 1.4 करोड़ उपभोक्ताओं के बीच 'एक था टाइगर' सबसे ज्यादा देखी गई और इसके वीडियो को सबसे ज्यादा बार खोजा गया। इसकी वजह से यह भारत में मोबाइल में सबसे ज्यादा समय तक देखी जाने सफल फिल्म बन गई है।" इस फिल्म में सलमान खान के अलावा कटरीना कैफ भी हैं। फिल्म ने अब तक बॉक्स आफिस पर 198 करोड़ रुपये की कमाई की है। इस फिल्म में सलमान खान के अलावा कटरीना कैफ भी हैं। फिल्म ने अब तक बॉक्स आफिस पर 198 करोड़ रुपये की कमाई की है।
संक्षिप्त पाठ: सलमान खान की फिल्म 'एक था टाइगर' अपने प्रदर्शन के एक महीने बाद भी नए-नए रिकॉर्ड बना रही है। यह भारत में मोबाइल फोन पर लम्बे समय तक और सबसे ज्यादा बार देखी जानेवाली फिल्म बन गई है।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी 'खुल्लम खुल्लाः ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' में अपनी प्राइवेट लाइफ, करियर और रिश्तों से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया है. अपनी किताब में उन्होंने बेटे रणबीर कपूर, पत्नी नीतू कपूर, पिता राजकपूर, महानायक अमिताभ बच्चन से लेकर कई ऐसे सितारों के बारे में लिखा है जो उनकी जिंदगी से जुड़े रहे हैं. ऋषि कपूर हर चीज पर ईमानदारी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं. इस किताब में उन्होंने उस घटना के बारे में भी लिखा है जब संजय दत्त को लगा था कि ऋषि का टीना मुनीम से अफेयर चल रहा है और वह उनसे झगड़ा करने नीतू कपूर के घर तक आ गए थे.ऋषि कपूर ने लिखा, ''कर्ज' मेरे लिए हमेशा एक खास फिल्म रहेगी. इसमें मैंने और टीना मुनीम ने साथ काम किया था. टीना उस जमाने में एक मॉडर्न एज गर्ल थीं और उनके होने से स्क्रीन पर एक अलग सी ताज़गी आ जाती थी. मैंने और टीना ने कई फिल्मों में साथ काम किया, इस वजह से हमारी दोस्ती को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर रोमांस का नाम दे दिया. उस जमाने में मीडिया आज की तरह पावरफुल नहीं था लेकिन तभी भी ऐसी खबरें बनती थीं. तब मेरी शादी नहीं हुई थी और टीना का संजय दत्त से अफेयर चल रहा था.'   (आज के अभिनेता इंस्टैंट नूडल्स की तरह) उन्होंने आगे लिखा, 'जब ये अफवाहें संजय तक पहुंची तो वह गुलशन ग्रोवर के साथ पाली हिल स्थित नीतू के अपार्टमेंट में पहुंचे थे. गुलशन ने बाद में मुझे बताया था कि 'रॉकी' की शूटिंग के दौरान संजय दत्त मुझसे लड़ने के लिए नीतू के अपार्टमेंट में गए थे. लेकिन नीतू ने स्थिति को अच्छे से संभाल लिया. नीतू ने कहा, 'अफवाहों का कोई आधार नहीं है. टीना और चिंटू के बीच कुछ नहीं है. दोनों दोस्त हैं और साथ काम करते हैं. आप इंडस्ट्री में हैं तो आपको भरोसा करना सीखना होगा.' जब वह बाद में मैं और संजू इस बात को लेकर हंसा करते थे. उन दिनों संजय ड्रग्स के आदी थे और जिस दिन वह नीतू के घर आए थे वह बहुत ज्यादा नशे में थे.' ऋषि ने लिखा कि बाद में जब उनकी शादी में उनकी सभी हीरोइनें शामिल हुईं तो सबका शक दूर हो गया.टिप्पणियां ऋषि ने लिखा, 'हमारी शादी के इतने सालों में, नीतू ने बताया था कि जब मैंने 'सागर' में डिंपल के साथ दोबारा काम किया तब उन्हें थोड़ा डर लगा था. उन्हें डरने की जरूरत नहीं थी. वह सिर्फ मेरी दोस्त थीं. 'बॉबी' को दस साल बीत चुके थे, वह दो बच्चों की मां बन चुकी थीं और मैं भी दो बच्चों के अपने परिवार के साथ सेटल हो चुका था.' आगे ऋषि ने लिखा, 'अपनी शादी में मैंने कभी नीतू को निराश नहीं किया. मैं हैप्पिली मैरिड आदमी हूं जिसकी पत्नी बेहद सपोर्टिव हैं. नीतू केवल मेरी पत्नी नहीं, मेरी दोस्त भी हैं. हमारे रिश्ते में यदि कभी कोई परेशानी आई तो वह मेरी वजह से आई, नीतू की वजह से नहीं. वह बेहद मजबूत हैं और मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी रहीं' ऋषि कपूर ने लिखा, ''कर्ज' मेरे लिए हमेशा एक खास फिल्म रहेगी. इसमें मैंने और टीना मुनीम ने साथ काम किया था. टीना उस जमाने में एक मॉडर्न एज गर्ल थीं और उनके होने से स्क्रीन पर एक अलग सी ताज़गी आ जाती थी. मैंने और टीना ने कई फिल्मों में साथ काम किया, इस वजह से हमारी दोस्ती को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर रोमांस का नाम दे दिया. उस जमाने में मीडिया आज की तरह पावरफुल नहीं था लेकिन तभी भी ऐसी खबरें बनती थीं. तब मेरी शादी नहीं हुई थी और टीना का संजय दत्त से अफेयर चल रहा था.'   (आज के अभिनेता इंस्टैंट नूडल्स की तरह) उन्होंने आगे लिखा, 'जब ये अफवाहें संजय तक पहुंची तो वह गुलशन ग्रोवर के साथ पाली हिल स्थित नीतू के अपार्टमेंट में पहुंचे थे. गुलशन ने बाद में मुझे बताया था कि 'रॉकी' की शूटिंग के दौरान संजय दत्त मुझसे लड़ने के लिए नीतू के अपार्टमेंट में गए थे. लेकिन नीतू ने स्थिति को अच्छे से संभाल लिया. नीतू ने कहा, 'अफवाहों का कोई आधार नहीं है. टीना और चिंटू के बीच कुछ नहीं है. दोनों दोस्त हैं और साथ काम करते हैं. आप इंडस्ट्री में हैं तो आपको भरोसा करना सीखना होगा.' जब वह बाद में मैं और संजू इस बात को लेकर हंसा करते थे. उन दिनों संजय ड्रग्स के आदी थे और जिस दिन वह नीतू के घर आए थे वह बहुत ज्यादा नशे में थे.' ऋषि ने लिखा कि बाद में जब उनकी शादी में उनकी सभी हीरोइनें शामिल हुईं तो सबका शक दूर हो गया.टिप्पणियां ऋषि ने लिखा, 'हमारी शादी के इतने सालों में, नीतू ने बताया था कि जब मैंने 'सागर' में डिंपल के साथ दोबारा काम किया तब उन्हें थोड़ा डर लगा था. उन्हें डरने की जरूरत नहीं थी. वह सिर्फ मेरी दोस्त थीं. 'बॉबी' को दस साल बीत चुके थे, वह दो बच्चों की मां बन चुकी थीं और मैं भी दो बच्चों के अपने परिवार के साथ सेटल हो चुका था.' आगे ऋषि ने लिखा, 'अपनी शादी में मैंने कभी नीतू को निराश नहीं किया. मैं हैप्पिली मैरिड आदमी हूं जिसकी पत्नी बेहद सपोर्टिव हैं. नीतू केवल मेरी पत्नी नहीं, मेरी दोस्त भी हैं. हमारे रिश्ते में यदि कभी कोई परेशानी आई तो वह मेरी वजह से आई, नीतू की वजह से नहीं. वह बेहद मजबूत हैं और मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी रहीं' उन्होंने आगे लिखा, 'जब ये अफवाहें संजय तक पहुंची तो वह गुलशन ग्रोवर के साथ पाली हिल स्थित नीतू के अपार्टमेंट में पहुंचे थे. गुलशन ने बाद में मुझे बताया था कि 'रॉकी' की शूटिंग के दौरान संजय दत्त मुझसे लड़ने के लिए नीतू के अपार्टमेंट में गए थे. लेकिन नीतू ने स्थिति को अच्छे से संभाल लिया. नीतू ने कहा, 'अफवाहों का कोई आधार नहीं है. टीना और चिंटू के बीच कुछ नहीं है. दोनों दोस्त हैं और साथ काम करते हैं. आप इंडस्ट्री में हैं तो आपको भरोसा करना सीखना होगा.' जब वह बाद में मैं और संजू इस बात को लेकर हंसा करते थे. उन दिनों संजय ड्रग्स के आदी थे और जिस दिन वह नीतू के घर आए थे वह बहुत ज्यादा नशे में थे.' ऋषि ने लिखा कि बाद में जब उनकी शादी में उनकी सभी हीरोइनें शामिल हुईं तो सबका शक दूर हो गया.टिप्पणियां ऋषि ने लिखा, 'हमारी शादी के इतने सालों में, नीतू ने बताया था कि जब मैंने 'सागर' में डिंपल के साथ दोबारा काम किया तब उन्हें थोड़ा डर लगा था. उन्हें डरने की जरूरत नहीं थी. वह सिर्फ मेरी दोस्त थीं. 'बॉबी' को दस साल बीत चुके थे, वह दो बच्चों की मां बन चुकी थीं और मैं भी दो बच्चों के अपने परिवार के साथ सेटल हो चुका था.' आगे ऋषि ने लिखा, 'अपनी शादी में मैंने कभी नीतू को निराश नहीं किया. मैं हैप्पिली मैरिड आदमी हूं जिसकी पत्नी बेहद सपोर्टिव हैं. नीतू केवल मेरी पत्नी नहीं, मेरी दोस्त भी हैं. हमारे रिश्ते में यदि कभी कोई परेशानी आई तो वह मेरी वजह से आई, नीतू की वजह से नहीं. वह बेहद मजबूत हैं और मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी रहीं' ऋषि ने लिखा, 'हमारी शादी के इतने सालों में, नीतू ने बताया था कि जब मैंने 'सागर' में डिंपल के साथ दोबारा काम किया तब उन्हें थोड़ा डर लगा था. उन्हें डरने की जरूरत नहीं थी. वह सिर्फ मेरी दोस्त थीं. 'बॉबी' को दस साल बीत चुके थे, वह दो बच्चों की मां बन चुकी थीं और मैं भी दो बच्चों के अपने परिवार के साथ सेटल हो चुका था.' आगे ऋषि ने लिखा, 'अपनी शादी में मैंने कभी नीतू को निराश नहीं किया. मैं हैप्पिली मैरिड आदमी हूं जिसकी पत्नी बेहद सपोर्टिव हैं. नीतू केवल मेरी पत्नी नहीं, मेरी दोस्त भी हैं. हमारे रिश्ते में यदि कभी कोई परेशानी आई तो वह मेरी वजह से आई, नीतू की वजह से नहीं. वह बेहद मजबूत हैं और मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी रहीं' आगे ऋषि ने लिखा, 'अपनी शादी में मैंने कभी नीतू को निराश नहीं किया. मैं हैप्पिली मैरिड आदमी हूं जिसकी पत्नी बेहद सपोर्टिव हैं. नीतू केवल मेरी पत्नी नहीं, मेरी दोस्त भी हैं. हमारे रिश्ते में यदि कभी कोई परेशानी आई तो वह मेरी वजह से आई, नीतू की वजह से नहीं. वह बेहद मजबूत हैं और मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी रहीं'
यह एक सारांश है: 'कर्ज' की शूटिंग के दौरान चल रहा था टीना मुनीम और संजय दत्त का अफेयर. ऋषि कपूर से लड़ाई करने नीतू सिंह के घर पहुंचे थे संजय. नीतू ने संजय को समझाया था कि अफवाहों का कोई आधार नहीं है.
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: प्रवर्तन निदेशालय ने राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के बर्खास्त प्रमुख सुरेश कलमाडी से बुदवार को पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। कलमाडी से यह पूछताछ साल 2010 में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान धन शोधन के आरोपों की जांच के सिलसिले में की गई। एजेंसी ने एक महीने से कम अवधि में दूसरी बार कलमाडी से पूछताछ की। एजेंसी ने उनसे विदेशी मुद्रा विनिमय में कथित उल्लंघन से जुड़े एक अन्य मामले में गत 25 मार्च को पूछताछ की थी। कलमाडी ने इन मामलों में कुछ भी गलत करने से इनकार किया है। पुणे संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य कलमाडी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों की एजेंसी द्वारा की जा रही जांच राष्ट्रमंडल खेलों के लिए टाइमिंग, स्कोरिंग रिजल्ट सिस्टम (टीएसआर) के ठेके में धोखाधड़ी, साजिश और भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए दर्ज सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर उसकी शिकायत के संबंध में है। सीबीआई ने पिछले साल इस मामले में कलमाडी को गिरफ्तार किया था और वह अब जमानत पर बाहर हैं। टीएसआर प्रणाली लगाने का ठेका 141 करोड़ रुपये में स्विस टाइम्स ओमेगा को देने में उनकी कथित भूमिका प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में है।टिप्पणियां आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने एक महीने से कम अवधि में दूसरी बार कलमाडी से पूछताछ की। एजेंसी ने उनसे विदेशी मुद्रा विनिमय में कथित उल्लंघन से जुड़े एक अन्य मामले में गत 25 मार्च को पूछताछ की थी। कलमाडी ने इन मामलों में कुछ भी गलत करने से इनकार किया है। पुणे संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य कलमाडी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों की एजेंसी द्वारा की जा रही जांच राष्ट्रमंडल खेलों के लिए टाइमिंग, स्कोरिंग रिजल्ट सिस्टम (टीएसआर) के ठेके में धोखाधड़ी, साजिश और भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए दर्ज सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर उसकी शिकायत के संबंध में है। सीबीआई ने पिछले साल इस मामले में कलमाडी को गिरफ्तार किया था और वह अब जमानत पर बाहर हैं। टीएसआर प्रणाली लगाने का ठेका 141 करोड़ रुपये में स्विस टाइम्स ओमेगा को देने में उनकी कथित भूमिका प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में है।टिप्पणियां आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। कलमाडी ने इन मामलों में कुछ भी गलत करने से इनकार किया है। पुणे संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य कलमाडी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों की एजेंसी द्वारा की जा रही जांच राष्ट्रमंडल खेलों के लिए टाइमिंग, स्कोरिंग रिजल्ट सिस्टम (टीएसआर) के ठेके में धोखाधड़ी, साजिश और भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए दर्ज सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर उसकी शिकायत के संबंध में है। सीबीआई ने पिछले साल इस मामले में कलमाडी को गिरफ्तार किया था और वह अब जमानत पर बाहर हैं। टीएसआर प्रणाली लगाने का ठेका 141 करोड़ रुपये में स्विस टाइम्स ओमेगा को देने में उनकी कथित भूमिका प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में है।टिप्पणियां आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने पिछले साल इस मामले में कलमाडी को गिरफ्तार किया था और वह अब जमानत पर बाहर हैं। टीएसआर प्रणाली लगाने का ठेका 141 करोड़ रुपये में स्विस टाइम्स ओमेगा को देने में उनकी कथित भूमिका प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में है।टिप्पणियां आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। टीएसआर प्रणाली लगाने का ठेका 141 करोड़ रुपये में स्विस टाइम्स ओमेगा को देने में उनकी कथित भूमिका प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में है।टिप्पणियां आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। आज की पूछताछ के दौरान कलमाडी से टीएसआर प्रणाली का ठेका देने में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति द्वारा विभिन्न तरह की अनुमति और रकम भेजे जाने के बारे में पूछा गया। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने पिछले साल धन शोधन निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया था।
सारांश: प्रवर्तन निदेशालय ने राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के बर्खास्त प्रमुख सुरेश कलमाडी से बुदवार को पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। कलमाडी से यह पूछताछ साल 2010 में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान धन शोधन के आरोपों की जांच के सिलसिले में की गई।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश में निर्मित हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पटरियों के साथ-साथ सुर्खियों में भी दौड़ती नजर आती है. ट्रेन के परिचालन के बाद से इस पर पत्थर फेंके जाने और गड़बड़ियों की जानकारी सामने आ रही हैं. शनिवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ. एक छोटे से हादसे की वजह से यात्रियों और रेलकर्मचारियों के माथे पर पसीना आ गया. शनिवार शाम 7 बजकर 46 मिनट पर वंदे भारत एक्सप्रेस की ड्राइवर की विंड स्क्रिन और 7 कोचों की खिड़कियों के शीशों में दरारें आ गईं. यह घटना कानपुर और टुंडला के बीच में हुई. रेलवे प्रशासन ने इस घटना के संबंध जानकारी दी. जिसके मुताबिक उड़ते हुए पत्थर की वजह से यह घटना हुई.  दरअसल वंदे भारत एक्सप्रेस और डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस आस-पास से गुजर रहीं थी तो एक उड़ता हुआ पत्थर का टुकड़ा वंदे भारत ट्रेन की ओर आया. ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज है थी कि ट्रेन से टकराने के बाद पत्थर का टुकड़ा कई कोचों को क्षतिग्रस्त करता हुआ गुजर गया. पत्थर का टुकड़ा ड्राइवर सीट की सामने वाले शीशे (विंड स्क्रिन) से टकराया, उसके बाद कोच संख्या C4, C6, C7, C8, C13 के शीशों पर टकरा गया. पत्थर कोच C 12 के दोनों तरफ की खिड़कियों पर  टकराया. घटना के बाद ट्रेन को कुछ देर के लिए रोका गया. ट्रेन में मौजूद तकनीकी विशेषज्ञों ने इसकी जांच की, सभी पैमानों पर खरा उतरने के बाद ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना किया गया. दिल्ली पहुंचने के बाद सभी कोचों और ड्राइवर सीट की दोबारा जांच की गई ताकि अगली यात्रा के दौरान सवारियों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.  बता दें कि 17 फरवरी से यह ट्रेन आम यात्रियों के लिए उपलब्ध हो चुकी है. वेंदभारत एक्सप्रेस सुबह छह बजे दिल्ली से रवाना होती है और दोपहर दो बजे वाराणसी पहुंचती है. उसी दिन यह ट्रेन वाराणसी से तीन बजे चल कर और रात 11 बजे दिल्ली पहुंचती है. सोमवार और बृहस्पतिवार को छोड़कर ट्रेन सप्ताह में पांचों दिन चलती है. दिल्ली से वाराणसी जाने के लिए वातानुकूलित कुर्सीयान के टिकट का किराया 1760 रुपये है और एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3310 रुपये है. जबकि, वापसी में वातानुकूलित कुर्सीयान के टिकट का किराया 1700 रुपये और एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3260 रुपये है. दोनों किराये में खान-पान का भी शुल्क शामिल है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 17 फरवरी से आमजन के लिए शुरू हुई थी इस ट्रेन की सुविधा आए दिन पत्थर फेंके जाने की मिल रही है जानकारी जांच पड़ताल के बाद रवाना हुई ट्रेन
25
['hin']
एक सारांश बनाओ: एक नाबालिग लड़के ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी मां ने उसे जन्माष्टमी के दिन पैसे देने से मना कर दिया था. घटना दिल्ली के अमन विहार की है. पुलिस अधिकारी के अनुसार फांसी लगाने वाले नाबालिग की उम्र 12 साल है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि लड़के ने आत्महत्या करने से पहले अपनी मां से पैसे मांगे थे लेकिन मां ने पैसे देने से मना कर दिया. इसी बात से गुस्सा होकर लड़के ने खुदको फांसी लगा ली. पुलिस के अनुसार लड़के ने खुदको उस समय फांसी लगाई जिस समय उसकी मां पास के मंदिर में पूजा करने गई थी. गौरतलब है कि नाबालिग द्वारा आत्महत्या का यह कोई पहला मामला नहीं है. मध्य प्रदेश के इंदौर में 10वीं की छात्रा ने छेड़छाड़ से परेशान होकर फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी थी. इस घटना के बाद थाने के सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया था. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, द्वारका थाना क्षेत्र के प्रजापत नगर की नाबालिग छात्रा ने गुरुवार रात को घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. 10वीं कक्षा की यह छात्रा सुसाइड नोट छोड़कर गई है, जिसमें उसने एक युवक द्वारा परेशान किए जाने का जिक्र किया था. सुसाइड नोट में लिखा है कि आरोपी उसे सोशल साइट पर ब्लैकमेल करने की धमकी भी देता था.  परिजनों के अनुसार, आरोपी की थाने में भी शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. आरोपी मिलन ने कुछ तस्वीरें भी वाट्सएप पर वायरल कर दी थी जिससे परेशान होकर बच्ची ने यह कदम उठाया.पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया, "द्वारका थाने के सब इंस्पेक्टर ओमकार सिंह कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है."
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: आत्महत्या करने से पहले मां से मांगे थे पैसे पुलिस ने शुरू की मामले की जांच शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व विश्व सुंदरी और अभिनेत्री युक्ता मुखी ने अपने पति प्रिंस तुली के खिलाफ घरेलू हिंसा के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। आंबोली थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘युक्ता मुखी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके पति प्रिंस तुली अकसर उन्हें पीटते हैं और प्रताड़ित करते हैं। उनकी शिकायत के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 498 ए (क्रूरता और उत्पीड़न) और धारा 377 (अप्राकृतिक संबंध) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।’ तुली न्यूयॉर्क में कारोबार करते हैं। पुलिस ने कहा कि युक्ता की शिकायत के बाद उनकी मेडिकल जांच की गई। पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।टिप्पणियां इससे पहले, युक्ता की बार-बार शिकायतों के बाद थाने में तुली के खिलाफ कई असंज्ञेय मामले दर्ज किए गए थे। युक्ता मुखी को दिसंबर, 1999 में 20 साल की आयु में लंदन के ओलिंपिया थियेटर में विश्व सुंदरी का खिताब दिया गया था। उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया। आंबोली थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘युक्ता मुखी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके पति प्रिंस तुली अकसर उन्हें पीटते हैं और प्रताड़ित करते हैं। उनकी शिकायत के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 498 ए (क्रूरता और उत्पीड़न) और धारा 377 (अप्राकृतिक संबंध) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।’ तुली न्यूयॉर्क में कारोबार करते हैं। पुलिस ने कहा कि युक्ता की शिकायत के बाद उनकी मेडिकल जांच की गई। पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।टिप्पणियां इससे पहले, युक्ता की बार-बार शिकायतों के बाद थाने में तुली के खिलाफ कई असंज्ञेय मामले दर्ज किए गए थे। युक्ता मुखी को दिसंबर, 1999 में 20 साल की आयु में लंदन के ओलिंपिया थियेटर में विश्व सुंदरी का खिताब दिया गया था। उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया। तुली न्यूयॉर्क में कारोबार करते हैं। पुलिस ने कहा कि युक्ता की शिकायत के बाद उनकी मेडिकल जांच की गई। पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।टिप्पणियां इससे पहले, युक्ता की बार-बार शिकायतों के बाद थाने में तुली के खिलाफ कई असंज्ञेय मामले दर्ज किए गए थे। युक्ता मुखी को दिसंबर, 1999 में 20 साल की आयु में लंदन के ओलिंपिया थियेटर में विश्व सुंदरी का खिताब दिया गया था। उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया। इससे पहले, युक्ता की बार-बार शिकायतों के बाद थाने में तुली के खिलाफ कई असंज्ञेय मामले दर्ज किए गए थे। युक्ता मुखी को दिसंबर, 1999 में 20 साल की आयु में लंदन के ओलिंपिया थियेटर में विश्व सुंदरी का खिताब दिया गया था। उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया। युक्ता मुखी को दिसंबर, 1999 में 20 साल की आयु में लंदन के ओलिंपिया थियेटर में विश्व सुंदरी का खिताब दिया गया था। उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पूर्व विश्व सुंदरी और अभिनेत्री युक्ता मुखी ने अपने पति प्रिंस तुली के खिलाफ घरेलू हिंसा के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारत में शीशे से बनी पहली और पूर्वोत्तर क्षेत्र की सबसे बड़ी मस्जिद को आज लोगों के लिए खोल दिया गया। इस मस्जिद में 2000 श्रद्धालुओं के बैठने की जगह है।टिप्पणियां करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बनी इस मस्जिद का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्यमंत्री विंसेंट एच पाला ने अपराध की जांच के दौरान पुलिस की ओर से मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की कुछ घटनाओं पर खेद जताया। पाला ने कहा कि इस मस्जिद का उद्घाटन केंद्रीय विधि मंत्री सलमान खुर्शीद को करना था, लेकिन अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) की बैठक में हिस्सा लेने के कारण वह नहीं आ सके। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बनी इस मस्जिद का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्यमंत्री विंसेंट एच पाला ने अपराध की जांच के दौरान पुलिस की ओर से मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की कुछ घटनाओं पर खेद जताया। पाला ने कहा कि इस मस्जिद का उद्घाटन केंद्रीय विधि मंत्री सलमान खुर्शीद को करना था, लेकिन अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) की बैठक में हिस्सा लेने के कारण वह नहीं आ सके। पाला ने कहा कि इस मस्जिद का उद्घाटन केंद्रीय विधि मंत्री सलमान खुर्शीद को करना था, लेकिन अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) की बैठक में हिस्सा लेने के कारण वह नहीं आ सके।
संक्षिप्त पाठ: भारत में शीशे से बनी पहली और पूर्वोत्तर क्षेत्र की सबसे बड़ी मस्जिद को आज लोगों के लिए खोल दिया गया। इस मस्जिद में 2000 श्रद्धालुओं के बैठने की जगह है।
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: गोरखा जन मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग इलाके में कई दिनों से जारी अनिश्चितकलीन बंद में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के बाद से चार दिन की राहत दिए जाने का ऐलान किया। इसके बावजूद पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने प्रदर्शनकारियों और जीजेएम के शीर्ष नेताओं की धरपकड़ और गिरफ्तारियां जारी रखी हैं। सोमवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में जीजेएम के उपाध्यक्ष और महिला शाखा की एक नेता शामिल हैं, जबकि पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाके दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद सोमवार को 10वें दिन भी जारी रहा। इससे पहले जीजेएम ने स्वतंत्रता दिवस पर एक दिन के लिए बंद न करने के लिए कहा था, लेकिन सोमवार को उसने बंद में इस छूट को 18 अगस्त तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया। हालांकि उसने इस बात पर विशेष जोर दिया कि वे मंगलवार के बाद से इलाके में नागरिकों की तरफ से दो दिन के 'कर्फ्यू' का आह्वान करेंगे। जीजेएम ने दार्जिलिंग में जो सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, उसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित आठ दलों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अलग राज्य को समर्थन देने के लिए सभी एक मंच पर आएंगे। बैठक में हिस्सा लेने वाले दलों में कुछ क्षेत्रीय दल भी थे। जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद बंद में राहत की घोषणा की गई। जीजेएम अकेला नहीं है.. गोरखालैंड के लिए हमारे साथ आठ बड़े दल संघर्ष कर रहे हैं।" जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। सोमवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में जीजेएम के उपाध्यक्ष और महिला शाखा की एक नेता शामिल हैं, जबकि पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाके दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद सोमवार को 10वें दिन भी जारी रहा। इससे पहले जीजेएम ने स्वतंत्रता दिवस पर एक दिन के लिए बंद न करने के लिए कहा था, लेकिन सोमवार को उसने बंद में इस छूट को 18 अगस्त तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया। हालांकि उसने इस बात पर विशेष जोर दिया कि वे मंगलवार के बाद से इलाके में नागरिकों की तरफ से दो दिन के 'कर्फ्यू' का आह्वान करेंगे। जीजेएम ने दार्जिलिंग में जो सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, उसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित आठ दलों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अलग राज्य को समर्थन देने के लिए सभी एक मंच पर आएंगे। बैठक में हिस्सा लेने वाले दलों में कुछ क्षेत्रीय दल भी थे। जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद बंद में राहत की घोषणा की गई। जीजेएम अकेला नहीं है.. गोरखालैंड के लिए हमारे साथ आठ बड़े दल संघर्ष कर रहे हैं।" जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। इससे पहले जीजेएम ने स्वतंत्रता दिवस पर एक दिन के लिए बंद न करने के लिए कहा था, लेकिन सोमवार को उसने बंद में इस छूट को 18 अगस्त तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया। हालांकि उसने इस बात पर विशेष जोर दिया कि वे मंगलवार के बाद से इलाके में नागरिकों की तरफ से दो दिन के 'कर्फ्यू' का आह्वान करेंगे। जीजेएम ने दार्जिलिंग में जो सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, उसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित आठ दलों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अलग राज्य को समर्थन देने के लिए सभी एक मंच पर आएंगे। बैठक में हिस्सा लेने वाले दलों में कुछ क्षेत्रीय दल भी थे। जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद बंद में राहत की घोषणा की गई। जीजेएम अकेला नहीं है.. गोरखालैंड के लिए हमारे साथ आठ बड़े दल संघर्ष कर रहे हैं।" जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। जीजेएम ने दार्जिलिंग में जो सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, उसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित आठ दलों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अलग राज्य को समर्थन देने के लिए सभी एक मंच पर आएंगे। बैठक में हिस्सा लेने वाले दलों में कुछ क्षेत्रीय दल भी थे। जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद बंद में राहत की घोषणा की गई। जीजेएम अकेला नहीं है.. गोरखालैंड के लिए हमारे साथ आठ बड़े दल संघर्ष कर रहे हैं।" जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित होने के बाद बंद में राहत की घोषणा की गई। जीजेएम अकेला नहीं है.. गोरखालैंड के लिए हमारे साथ आठ बड़े दल संघर्ष कर रहे हैं।" जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। जीजेएम द्वारा बुलाई गई इस सर्वदलीय बैठक का, हालांकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी दल मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बहिष्कार किया। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। कलीमपोंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोंगमित लेपचा ने कहा कि जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान को दंगों और सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने के कुछ पुराने मामलों में कलीमपोंग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। पुलिस ने कहा कि जीजेएम की नारी मोर्चा की नेता गीता क्षेत्री को भी कुछ पुराने मामलों में शामिल होने के कारण दार्जिलिंग से हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। इसके अलावा जीजेएम के दो अन्य नेताओं समीर तिरुआ और सचिन तमांग को भी गिरफ्तार किया गया। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कुर्सियांग से अब तक पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने जीजेएम के करीब 220 नेताओं को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। उल्लेखनीय है कि जीजेएम ने गोरखालैंड की मांग को तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में तीन अगस्त से ही अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है।टिप्पणियां कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य में जबरन बंद किए जाने को रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को जीजेएम को बंद वापस बुलाने के लिए 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया था। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा। दूसरी तरफ जीजेएम ने रविवार को कहा कि बनर्जी द्वारा दिया गया 72 घंटों का अल्टीमेटम न तो पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से आया था और न ही न्यायालय ने ऐसी कोई समयसीमा तय की थी, इसलिए जीजेएम न्यायालय के आदेश की अवहेलना किए बगैर सोमवार को भी दार्जिलिंग में बंद जारी रखेगा।
संक्षिप्त पाठ: गोरखा जन मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग इलाके में कई दिनों से जारी अनिश्चितकलीन बंद में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के बाद से चार दिन की राहत दिए जाने का ऐलान किया।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से यहां मुलाकात कर राज्य के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने राज्य से जुड़े केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन जारी करने का अनुरोध किया। सूत्रों ने हालांकि सात रेसकोर्स मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस मुलाकात को सद्भावना मुलाकात बताया है लेकिन अखिलेश अपेक्षाओं की एक लम्बी सूची के साथ प्रधानमंत्री से मिलने गए थे। अखिलेश (38 वर्ष) ने एक महीने पहले ही उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अखिलेश ने पत्रकारों से बताया, "हमने राज्य के लिए किसी विशेष पैकेज की मांग नहीं की। उत्तर प्रदेश से जुड़े मनरेगा, सड़क, कोयले की कमी से जुड़ी समस्या, कुम्भ मेला एवं गंगा की सफाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई" राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अपेक्षाओं की इस सूची में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूतल परिवहन, पेय जल, बाढ़ नियंत्रण और छात्र कल्याण जैसी केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं के लिए सहायता और जल्द कोष जारी करने की बातें शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। सूत्रों ने हालांकि सात रेसकोर्स मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस मुलाकात को सद्भावना मुलाकात बताया है लेकिन अखिलेश अपेक्षाओं की एक लम्बी सूची के साथ प्रधानमंत्री से मिलने गए थे। अखिलेश (38 वर्ष) ने एक महीने पहले ही उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अखिलेश ने पत्रकारों से बताया, "हमने राज्य के लिए किसी विशेष पैकेज की मांग नहीं की। उत्तर प्रदेश से जुड़े मनरेगा, सड़क, कोयले की कमी से जुड़ी समस्या, कुम्भ मेला एवं गंगा की सफाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई" राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अपेक्षाओं की इस सूची में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूतल परिवहन, पेय जल, बाढ़ नियंत्रण और छात्र कल्याण जैसी केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं के लिए सहायता और जल्द कोष जारी करने की बातें शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। अखिलेश (38 वर्ष) ने एक महीने पहले ही उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अखिलेश ने पत्रकारों से बताया, "हमने राज्य के लिए किसी विशेष पैकेज की मांग नहीं की। उत्तर प्रदेश से जुड़े मनरेगा, सड़क, कोयले की कमी से जुड़ी समस्या, कुम्भ मेला एवं गंगा की सफाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई" राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अपेक्षाओं की इस सूची में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूतल परिवहन, पेय जल, बाढ़ नियंत्रण और छात्र कल्याण जैसी केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं के लिए सहायता और जल्द कोष जारी करने की बातें शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। अखिलेश ने पत्रकारों से बताया, "हमने राज्य के लिए किसी विशेष पैकेज की मांग नहीं की। उत्तर प्रदेश से जुड़े मनरेगा, सड़क, कोयले की कमी से जुड़ी समस्या, कुम्भ मेला एवं गंगा की सफाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई" राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अपेक्षाओं की इस सूची में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूतल परिवहन, पेय जल, बाढ़ नियंत्रण और छात्र कल्याण जैसी केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं के लिए सहायता और जल्द कोष जारी करने की बातें शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अपेक्षाओं की इस सूची में स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूतल परिवहन, पेय जल, बाढ़ नियंत्रण और छात्र कल्याण जैसी केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं के लिए सहायता और जल्द कोष जारी करने की बातें शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात के दौरान बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल एवं बाढ़ नियंत्रण से सम्बधित लम्बित पड़ी केंद्रीय परियोजनाओं के लिए शीघ्र धन राशि जारी करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि राज्य की सभी योजनाओं के लिए धन आवंटित किए जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की 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वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले की तैयारियों के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी और इस धार्मिक आयोजन में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी केंद्र सरकार से आग्रह किया। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। अखिलेश ने मनमोहन सिंह को बताया कि उनकी सरकार ने खास संशोधन किए हैं और राज्य को विकास व आर्थिक वृद्धि के मार्ग पर वापस लाने की अपनी सर्वोत्तम कोशिश कर रही है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। अखिलेश ने प्रधानमंत्री से कहा कि कृषि, राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने बिजली क्षेत्र में मदद का आग्रह किया, जो कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को बताया कि योजना आयोग ने बुंदेलखण्ड और पूर्वाचल के विकास के लिए जो धन उपलब्ध कराया है, वह अपर्याप्त है और उन्होंने धनराशि बढ़ाए जाने की मांग की। अखिलेश ने इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सात पूर्वी जिलों में जापानी दिमागी बुखार के प्रकोप से लड़ने में भी मदद मांगी। अखिलेश की अपेक्षाओं को सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को यथासम्भव हरतरह की मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।टिप्पणियां मुख्यमंत्री ने विद्युत उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने 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उपलब्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान में लगभग 2000 मेगावाट बिजली की कमी है। कोयले की कमी के कारण निजी क्षेत्र की विद्युत परियोजनाओं में क्षमता के अनुरूप उत्पादन नहीं हो रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप ग्रिड से अतिरिक्त बिजली लेनी पड़ती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस प्रकरण में विद्युत मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने भगवान बुद्घ से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर और कपिलवस्तु की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि इन स्थलों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उन्होंने इन स्थलों के समुचित विकास के लिए आवश्यक धन मुहैया कराए जाने की मांग की।
सारांश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से यहां मुलाकात कर राज्य के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने वाले हैं। दोनों के बीच बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर ही बात होगी।टिप्पणियां प्रधानमंत्री से मिलने के बाद नीतीश वित्तमंत्री पी चिदंबरम से भी मिलने वाले हैं। रविवार को रामलीला मैदान से दिए अपने भाषण में नीतीश ने केन्द्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग की थी और उसी मंच से नीतीश ने बजट में बिहार की समस्याओं का जिक्र करने के लिए वित्तमंत्री की तारीफ़ की थी। गौरतलब है कि नीतीश ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर बड़ी रैली कर साफ कर दिया था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया तो 2014 में वह लेकर रहेंगे। रैली के जरिये नीतीश ने सहयोगी दल भाजपा को भी कड़ा संदेश भी दिया। प्रधानमंत्री से मिलने के बाद नीतीश वित्तमंत्री पी चिदंबरम से भी मिलने वाले हैं। रविवार को रामलीला मैदान से दिए अपने भाषण में नीतीश ने केन्द्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग की थी और उसी मंच से नीतीश ने बजट में बिहार की समस्याओं का जिक्र करने के लिए वित्तमंत्री की तारीफ़ की थी। गौरतलब है कि नीतीश ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर बड़ी रैली कर साफ कर दिया था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया तो 2014 में वह लेकर रहेंगे। रैली के जरिये नीतीश ने सहयोगी दल भाजपा को भी कड़ा संदेश भी दिया। गौरतलब है कि नीतीश ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर बड़ी रैली कर साफ कर दिया था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया तो 2014 में वह लेकर रहेंगे। रैली के जरिये नीतीश ने सहयोगी दल भाजपा को भी कड़ा संदेश भी दिया।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने वाले हैं। दोनों के बीच बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर ही बात होगी।
25
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान की पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री शेरी रहमान ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान अब भारत को ‘प्रमुख शत्रु’ के रूप में नहीं देखता क्योंकि आंतरिक परिवर्तनों से पुरानी चिंताएं दूर हो रही हैं और लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘तौरतरीकों में मूलभूत बदलाव’ हुआ है। शेरी ने कहा, ‘वर्तमान समय में पाकिस्तान में मनोदशा में परिवर्तन हुआ है जहां आंतरिक परिवर्तन नीतियों को आकार दिया जा रहा है, पुरानी चिंताएं दूर हो रही हैं और भारत अब प्रमुख शत्रु नहीं है।’ उन्होंने यद्यपि चेतावनी दी कि मीडिया जो वर्षों की ‘संचित शत्रुता’ को प्रतिबिंबित कर रहा है उससे दोनों देशों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रह चुकी शेरी ने कहा, ‘..ऐसा नहीं है कि समाज वह कहता है जो हम बातचीतों में सुनते हैं या मीडिया द्वारा प्रतिबिंबित या अपवर्तित किया जाता है, वर्षों की संचित शत्रुता और इससे हमारा भविष्य अन्य किसी चीज से कहीं अधिक खतरें में पड़ता है।’ टिप्पणियां शेरी ने जामिया मिलिया इस्लामिया में दिए एक व्याख्यान में लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’ की जरूरत पर बल दिया, यद्यपि दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठान एक-दूसरे को संदेह से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वार्ता की मेज पर बहुत सारी शर्तें लाद देते हैं, यह होना चाहिए, इसके बिना मान लेना अव्यावहारिक है, ऐसा बिंदु होना चाहिए जहां हम राजनीतिक इच्छाशक्ति के बारे में बात करें।’’ शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया। शेरी ने कहा, ‘वर्तमान समय में पाकिस्तान में मनोदशा में परिवर्तन हुआ है जहां आंतरिक परिवर्तन नीतियों को आकार दिया जा रहा है, पुरानी चिंताएं दूर हो रही हैं और भारत अब प्रमुख शत्रु नहीं है।’ उन्होंने यद्यपि चेतावनी दी कि मीडिया जो वर्षों की ‘संचित शत्रुता’ को प्रतिबिंबित कर रहा है उससे दोनों देशों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रह चुकी शेरी ने कहा, ‘..ऐसा नहीं है कि समाज वह कहता है जो हम बातचीतों में सुनते हैं या मीडिया द्वारा प्रतिबिंबित या अपवर्तित किया जाता है, वर्षों की संचित शत्रुता और इससे हमारा भविष्य अन्य किसी चीज से कहीं अधिक खतरें में पड़ता है।’ टिप्पणियां शेरी ने जामिया मिलिया इस्लामिया में दिए एक व्याख्यान में लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’ की जरूरत पर बल दिया, यद्यपि दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठान एक-दूसरे को संदेह से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वार्ता की मेज पर बहुत सारी शर्तें लाद देते हैं, यह होना चाहिए, इसके बिना मान लेना अव्यावहारिक है, ऐसा बिंदु होना चाहिए जहां हम राजनीतिक इच्छाशक्ति के बारे में बात करें।’’ शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया। उन्होंने यद्यपि चेतावनी दी कि मीडिया जो वर्षों की ‘संचित शत्रुता’ को प्रतिबिंबित कर रहा है उससे दोनों देशों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रह चुकी शेरी ने कहा, ‘..ऐसा नहीं है कि समाज वह कहता है जो हम बातचीतों में सुनते हैं या मीडिया द्वारा प्रतिबिंबित या अपवर्तित किया जाता है, वर्षों की संचित शत्रुता और इससे हमारा भविष्य अन्य किसी चीज से कहीं अधिक खतरें में पड़ता है।’ टिप्पणियां शेरी ने जामिया मिलिया इस्लामिया में दिए एक व्याख्यान में लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’ की जरूरत पर बल दिया, यद्यपि दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठान एक-दूसरे को संदेह से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वार्ता की मेज पर बहुत सारी शर्तें लाद देते हैं, यह होना चाहिए, इसके बिना मान लेना अव्यावहारिक है, ऐसा बिंदु होना चाहिए जहां हम राजनीतिक इच्छाशक्ति के बारे में बात करें।’’ शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया। अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रह चुकी शेरी ने कहा, ‘..ऐसा नहीं है कि समाज वह कहता है जो हम बातचीतों में सुनते हैं या मीडिया द्वारा प्रतिबिंबित या अपवर्तित किया जाता है, वर्षों की संचित शत्रुता और इससे हमारा भविष्य अन्य किसी चीज से कहीं अधिक खतरें में पड़ता है।’ टिप्पणियां शेरी ने जामिया मिलिया इस्लामिया में दिए एक व्याख्यान में लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’ की जरूरत पर बल दिया, यद्यपि दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठान एक-दूसरे को संदेह से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वार्ता की मेज पर बहुत सारी शर्तें लाद देते हैं, यह होना चाहिए, इसके बिना मान लेना अव्यावहारिक है, ऐसा बिंदु होना चाहिए जहां हम राजनीतिक इच्छाशक्ति के बारे में बात करें।’’ शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया। शेरी ने जामिया मिलिया इस्लामिया में दिए एक व्याख्यान में लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’ की जरूरत पर बल दिया, यद्यपि दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठान एक-दूसरे को संदेह से देखते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वार्ता की मेज पर बहुत सारी शर्तें लाद देते हैं, यह होना चाहिए, इसके बिना मान लेना अव्यावहारिक है, ऐसा बिंदु होना चाहिए जहां हम राजनीतिक इच्छाशक्ति के बारे में बात करें।’’ शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया। शेरी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कम से कम गत पांच वर्षों से इस समीकरण को बदलने का प्रयास कर रहा है, यह समाज के स्तर तथा राज्य स्तर पर जारी है।’’ उन्होंने अपने व्याख्यान के दौरान दक्षिण एशिया का भविष्य को आकार देने में भारत और पाकिस्तान द्वारा ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ पर भी जोर दिया।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान की पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि पाकिस्तान अब भारत को ‘प्रमुख शत्रु’ के रूप में नहीं देखता क्योंकि आंतरिक परिवर्तनों से पुरानी चिंताएं दूर हो रही हैं और लंबे समय से लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए ‘तौरतरीकों में मूलभूत बदला
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक की जीत की यह कहते हुए प्रशंसा की है कि पार्टी की जीत भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित करेगी। मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को बधाई देते हुए कहा, इस बड़ी जीत की अपनी अहमियत है और यह तमिलनाडु तक सीमित नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या आपको विश्वास है कि अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता आने वाले सालों में तमिलनाडु को गुजरात जैसा विकसित प्रदेश बना देंगी, मोदी ने कहा, मैंने तमिलनाडु के प्रति उनका समर्पण और प्रदेश के विकास के लिए उनकी प्रतिबद्धता देखी है। इसलिए मुझे विश्वास है कि वह प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान देंगी। मोदी यहां जया सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि वह अभिनेता रजनीकांत से भी मुलाकात करेंगे। रजनीकांत श्वसन संबंधी संक्रमण और पेट की समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मोदी ने अन्नाद्रमुक की जीत की यह कहते हुए प्रशंसा की है कि पार्टी की जीत भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित करेगी।
19
['hin']
एक सारांश बनाओ: फ्रांस के सुरक्षा बलों द्वारा मारा गया अल्जीरियाई मूल का चरमपंथी तालिबान के निर्देश पर पेरिस में भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश रच रहा था। फ्रांसीसी समाचार पत्र ‘ली मोंडे’ के मुताबिक फ्रांस के खुफिया सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद मेराह को पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं ने हुक्म दिया था कि वह भारतीय दूतावास पर हमला करे। सूत्रों ने कहा, ‘‘साल 2011 की गर्मियों में पाकिस्तान में तालिबान से उसे प्रशिक्षण दिया था। उसे भारतीय दूतावास पर हमले के लिए कहा गया था।’’ इसी साल मार्च में फ्रांस के तुलूज शहर में एक यहूदी स्कूल के बाहर गोलीबारी करने के संदिग्ध मेराह को फ्रांसीसी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। मारे जाने से पहले वह 32 घंटों तक एक अपार्टमेंट में बंद रहा था और उसे सुरक्षा बलों ने घेर रखा था।टिप्पणियां इस अपार्टमेंट में बंद रहने के दौरान उसकी बातचीत और कागजात को लेकर जो न्यायिक दस्तावेज सामने गया, उसमें भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश की बात की गई है। मेराह ने पुलिस को बताया था कि वह कुछ दिक्कतों की वजह से भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश को अंजाम नहीं दे पाया। उसने पुलिस से कहा कि उसे पाकिस्तान में अलकायदा के शिविर में प्रशिक्षण मिला था। फ्रांसीसी समाचार पत्र ‘ली मोंडे’ के मुताबिक फ्रांस के खुफिया सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद मेराह को पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं ने हुक्म दिया था कि वह भारतीय दूतावास पर हमला करे। सूत्रों ने कहा, ‘‘साल 2011 की गर्मियों में पाकिस्तान में तालिबान से उसे प्रशिक्षण दिया था। उसे भारतीय दूतावास पर हमले के लिए कहा गया था।’’ इसी साल मार्च में फ्रांस के तुलूज शहर में एक यहूदी स्कूल के बाहर गोलीबारी करने के संदिग्ध मेराह को फ्रांसीसी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। मारे जाने से पहले वह 32 घंटों तक एक अपार्टमेंट में बंद रहा था और उसे सुरक्षा बलों ने घेर रखा था।टिप्पणियां इस अपार्टमेंट में बंद रहने के दौरान उसकी बातचीत और कागजात को लेकर जो न्यायिक दस्तावेज सामने गया, उसमें भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश की बात की गई है। मेराह ने पुलिस को बताया था कि वह कुछ दिक्कतों की वजह से भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश को अंजाम नहीं दे पाया। उसने पुलिस से कहा कि उसे पाकिस्तान में अलकायदा के शिविर में प्रशिक्षण मिला था। सूत्रों ने कहा, ‘‘साल 2011 की गर्मियों में पाकिस्तान में तालिबान से उसे प्रशिक्षण दिया था। उसे भारतीय दूतावास पर हमले के लिए कहा गया था।’’ इसी साल मार्च में फ्रांस के तुलूज शहर में एक यहूदी स्कूल के बाहर गोलीबारी करने के संदिग्ध मेराह को फ्रांसीसी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। मारे जाने से पहले वह 32 घंटों तक एक अपार्टमेंट में बंद रहा था और उसे सुरक्षा बलों ने घेर रखा था।टिप्पणियां इस अपार्टमेंट में बंद रहने के दौरान उसकी बातचीत और कागजात को लेकर जो न्यायिक दस्तावेज सामने गया, उसमें भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश की बात की गई है। मेराह ने पुलिस को बताया था कि वह कुछ दिक्कतों की वजह से भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश को अंजाम नहीं दे पाया। उसने पुलिस से कहा कि उसे पाकिस्तान में अलकायदा के शिविर में प्रशिक्षण मिला था। इस अपार्टमेंट में बंद रहने के दौरान उसकी बातचीत और कागजात को लेकर जो न्यायिक दस्तावेज सामने गया, उसमें भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश की बात की गई है। मेराह ने पुलिस को बताया था कि वह कुछ दिक्कतों की वजह से भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश को अंजाम नहीं दे पाया। उसने पुलिस से कहा कि उसे पाकिस्तान में अलकायदा के शिविर में प्रशिक्षण मिला था। मेराह ने पुलिस को बताया था कि वह कुछ दिक्कतों की वजह से भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश को अंजाम नहीं दे पाया। उसने पुलिस से कहा कि उसे पाकिस्तान में अलकायदा के शिविर में प्रशिक्षण मिला था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: फ्रांस के सुरक्षा बलों द्वारा मारा गया अल्जीरियाई मूल का चरमपंथी तालिबान के निर्देश पर पेरिस में भारतीय दूतावास पर हमले की साजिश रच रहा था।
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं के चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट के बीच ताबड़तोड़ बिकवाली के चलते बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 328.12 अंक और लुढ़क गया। सेंसेक्स लगभग 15 महीने बाद कारोबार के दौरान एक बार फिर गिर कर 16,000 से नीचे चला गया था। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 16,000 से नीचे 15,987.77 अंक तक लुढ़कने के बाद थोड़ा सुधरा और अंत में 16,141.67 पर बंद हुआ। 25 मई, 2010 के बाद यह बाजार का न्यूनतम स्तर है। बाजार सूत्रों के अनुसार अमेरिका तथा यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं के एक बार फिर मंदी के चक्र में फंसने की आशंकाओं में एशियाई तथा यूरोपीय बाजार लुढ़के। अमेरिका तथा यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं में किसी भी तरह की नरमी कॉरपोरेट जगत की हालत पतली कर सकती है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.50 अंक टूटकर 4,845.65 पर बंद हुआ। बिकवाली दबाव का सबसे बड़ा असर सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों इंफोसिस, टीसीएस तथा विप्रो के शेयरों पर विशेषकर रहा और इनके शेयर भारी टूटकर बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, एसबीआई, टाटा मोटर्स तथा सन फार्मा का शेयर भी भारी नुकसान के साथ बंद हुए।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: आर्थिक मंदी की आशंकाओं के चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट के बीच ताबड़तोड़ बिकवाली के चलते सेंसेक्स 328.12 अंक और लुढ़क गया।
19
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के मुल्ताई विकास खंड के सरई गांव में शुक्रवार को एक अधेड़ व्यक्ति ने आदिवासी युवती के गले में फांसी का फंदा लगाया और उसके हाथ-पैर बांधकर उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि सरई निवासी 19 वर्षीय आदिवासी युवती मवेशी चराने के लिए उन्हें खोलने कोठे पर गई, तो गांव का ही 45 वर्षीय गणपति मेहरा कोठे में घुस गया। उन्होंने बताया कि गणपति ने युवती की चुन्नी से कथित तौर पर उसके गले में फांसी का फंदा बनाकर डाला और उसके हाथ-पैर बांधकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद वह युवती को उसी हालत में छोड़कर फरार हो गया। घटना के कुछ देर बाद जब एक अन्य महिला कोठे पर पहुंची, तो उसने बंधी अवस्था में पड़ी युवती को खोला और उसके परिजनों को इसकी सूचना दी। पुलिस ने उसकी शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
संक्षिप्त पाठ: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक अधेड़ ने आदिवासी युवती के गले में फांसी का फंदा लगाया और उसके हाथ-पैर बांधकर उसके साथ बलात्कार किया।
22
['hin']
एक सारांश बनाओ: ड्यूटी के दौरान लंच, डिनर, टी और ब्रेस्ट फीडिंग के लिए ब्रेक की बात तो आम है, लेकिन स्वीडन में सेक्स के लिए एक घंटे की छुट्टी देने का प्रस्ताव पेश किया गया है. यहां के एक राजनेता ने कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ड्यूटी के दौरान सेक्स के लिए एक घंटे का समय देने की मांग की है. स्वीडन के सोशल डेमोक्रेट पार्टी के 42 वर्षीय पेर-एरिक मुसकोस ने उत्तरी शहर ओवरटर्नेओ की काउंसिल बैठक में प्रस्ताव रखा. प्रस्ताव के मुताबिक सेक्स ब्रेक के नाम पर मिलने वाली छुट्टी के बदले सैलरी नहीं काटी जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे देश में जन्मदर बढ़ेगी. एपी की खबर के मुताबिक मुसकोस ने कहा कि आज भागदौड़ भरी जिंदगी में प्रेमी-प्रेमिका और विवाहित जोड़ों को एक साथ समय बिताने के कम ही मौके मिलते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनका प्रस्ताव लागू होने से लोगों के आपसी रिश्ते सुधरेंगे.टिप्पणियां मुसकोस ने कहा, 'हर दफ्तरों में एक्सरसाइज के लिए ब्रेक दिया जाता है. शोध में साबित हो चुका है कि सेक्स भी एक एक्सरसाइज है. ऐसे में सेक्स के लिए ब्रेक देने में परहेज नहीं होना चाहिए.' मालूम हो कि स्वीडन में पहले से ही कर्मचारियों को काफी सुविधाएं दी जाती हैं. यहां कर्मचारियों को दो-तीन बार कॉफी और चाय पीने के लिए ब्रेक दिया जाता है. साथ ही यहां पिता बनने पर 480 दिन की छुट्टियां (Parental leave) मिलती हैं.  स्वीडन में एक कर्मचारी को बाकी यूरोप के मुकाबले काफी कम काम करना पड़ता है. 2015 में यहां लोगों को औसतन केवल 1,685 घंटे ही काम करना पड़ा. एपी की खबर के मुताबिक मुसकोस ने कहा कि आज भागदौड़ भरी जिंदगी में प्रेमी-प्रेमिका और विवाहित जोड़ों को एक साथ समय बिताने के कम ही मौके मिलते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनका प्रस्ताव लागू होने से लोगों के आपसी रिश्ते सुधरेंगे.टिप्पणियां मुसकोस ने कहा, 'हर दफ्तरों में एक्सरसाइज के लिए ब्रेक दिया जाता है. शोध में साबित हो चुका है कि सेक्स भी एक एक्सरसाइज है. ऐसे में सेक्स के लिए ब्रेक देने में परहेज नहीं होना चाहिए.' मालूम हो कि स्वीडन में पहले से ही कर्मचारियों को काफी सुविधाएं दी जाती हैं. यहां कर्मचारियों को दो-तीन बार कॉफी और चाय पीने के लिए ब्रेक दिया जाता है. साथ ही यहां पिता बनने पर 480 दिन की छुट्टियां (Parental leave) मिलती हैं.  स्वीडन में एक कर्मचारी को बाकी यूरोप के मुकाबले काफी कम काम करना पड़ता है. 2015 में यहां लोगों को औसतन केवल 1,685 घंटे ही काम करना पड़ा. मुसकोस ने कहा, 'हर दफ्तरों में एक्सरसाइज के लिए ब्रेक दिया जाता है. शोध में साबित हो चुका है कि सेक्स भी एक एक्सरसाइज है. ऐसे में सेक्स के लिए ब्रेक देने में परहेज नहीं होना चाहिए.' मालूम हो कि स्वीडन में पहले से ही कर्मचारियों को काफी सुविधाएं दी जाती हैं. यहां कर्मचारियों को दो-तीन बार कॉफी और चाय पीने के लिए ब्रेक दिया जाता है. साथ ही यहां पिता बनने पर 480 दिन की छुट्टियां (Parental leave) मिलती हैं.  स्वीडन में एक कर्मचारी को बाकी यूरोप के मुकाबले काफी कम काम करना पड़ता है. 2015 में यहां लोगों को औसतन केवल 1,685 घंटे ही काम करना पड़ा. मालूम हो कि स्वीडन में पहले से ही कर्मचारियों को काफी सुविधाएं दी जाती हैं. यहां कर्मचारियों को दो-तीन बार कॉफी और चाय पीने के लिए ब्रेक दिया जाता है. साथ ही यहां पिता बनने पर 480 दिन की छुट्टियां (Parental leave) मिलती हैं.  स्वीडन में एक कर्मचारी को बाकी यूरोप के मुकाबले काफी कम काम करना पड़ता है. 2015 में यहां लोगों को औसतन केवल 1,685 घंटे ही काम करना पड़ा.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: स्वीडन के उत्तरी शहर ओवरटर्नेओ की काउंसिल बैठक में रखा गया प्रस्ताव. राजनेता पेर-एरिक मुसकोस ने कहा, सेक्स ब्रेक देने से बढ़ेगा जन्मदर. राजनेता ने कहा, एक्सरसाइज के लिए मिलती है छुट्टी तो सेक्स ब्रेक क्यों नही
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एक अनुमान के मुताबिक देश में सालाना करीब 60 हजार के लोग खुदकुशी करते हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या अपने घर में  पंखे से लटककर खुदकुशी करने वालों की होती है. लेकिन अब मुंबई के एक मैकेनिकल इंजीनयर ने ऐसी एंटी सुसाइड फैन रॉड बनाई है जो खुदकुशी को नाकाम कर देती है.टिप्पणियां शरद अशानी क्रॉम्पटन कंपनी से रिटायर हो चुके मैकेनिकल इंजीनियर हैं. वे मुंबई के मुलुंड क्षेत्र में रहते हैं. शरद अशानी बताते हैं कि साल 2004 में उन्होंने जब मॉडल नफीसा जोसफ की पंखे से लटककर खुदकुशी की खबर पढ़ी तभी मन में आया था कि ऐसा कुछ करें कि पंखे से कोई खुदकुशी न कर पाए. इसके बाद से उन्होंने अपने आइडिया पर काम करना शुरू किया.   शरद के मुताबिक पंखे को छत से लटकाने के लिए जिस सामान्य रॉड का इस्तेमाल होता है उन्होंने उसमें फेरबदल किया. उन्होंने सामान्य रॉड के बजाय एक ऐसी रॉड बनाई है जो दो हिस्सों में है. उसके बीच में एक मजबूत स्प्रिंग कुछ इस तरह फिट की गई है कि दोनों टुकड़े मिलकर बिल्कुल एक रॉड बन गए हैं. एक पंखा अमूमन 6 किलो का होता है जबकि इसमें लगी स्प्रिंग उसका तीन गुना यानी करीब 18 किलो भार सहन कर सकती है. मतलब यह कि आमतौर पर यह विशेष रॉड सामान्य रॉड की तरह काम करती है लेकिन जैसे ही उस पर 20 किलो से ज्यादा का वजन पड़ता है, यानी कोई उससे लटककर खुदकुशी की कोशिश करता है तो वह बीच से दो हिस्सों में बंट जाती है. रॉड के बीच में लगी स्प्रिंग के जरिए पंखा अपनी जगह से काफी नीचे आ जाता है और खुदकुशी  करने वाले के सिर में भी नहीं लगता क्योंकि स्प्रिंग उसे ऊपर वाले हिस्से से जोड़े रखती है. इसी तरह बिजली का तार उसके अंदर कैप लगाकर जोड़ा गया है जिससे तार टूटने के बाद अगर कोई गलती से पंखे का बटन दबा दे तो करंट भी न लगे.   शरद के मुताबिक एंटी सुसाइड फैन रॉड इस बात को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि सभी तरह के सीलिंग फैन में लग सके. शरद इस अनोखे अविष्कार को पेटेंट करवा चुके हैं. उन्होंने इसे गोल्ड लाइफ नाम दिया है. शरद के मुताबिक अभी वे इसे प्रायोगिक तौर पर ही बना रहे हैं इसलिए इसकी कीमत 150 से 200 रुपये तक है. बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के बाद कीमत घट सकती है. शरद अशानी क्रॉम्पटन कंपनी से रिटायर हो चुके मैकेनिकल इंजीनियर हैं. वे मुंबई के मुलुंड क्षेत्र में रहते हैं. शरद अशानी बताते हैं कि साल 2004 में उन्होंने जब मॉडल नफीसा जोसफ की पंखे से लटककर खुदकुशी की खबर पढ़ी तभी मन में आया था कि ऐसा कुछ करें कि पंखे से कोई खुदकुशी न कर पाए. इसके बाद से उन्होंने अपने आइडिया पर काम करना शुरू किया.   शरद के मुताबिक पंखे को छत से लटकाने के लिए जिस सामान्य रॉड का इस्तेमाल होता है उन्होंने उसमें फेरबदल किया. उन्होंने सामान्य रॉड के बजाय एक ऐसी रॉड बनाई है जो दो हिस्सों में है. उसके बीच में एक मजबूत स्प्रिंग कुछ इस तरह फिट की गई है कि दोनों टुकड़े मिलकर बिल्कुल एक रॉड बन गए हैं. एक पंखा अमूमन 6 किलो का होता है जबकि इसमें लगी स्प्रिंग उसका तीन गुना यानी करीब 18 किलो भार सहन कर सकती है. मतलब यह कि आमतौर पर यह विशेष रॉड सामान्य रॉड की तरह काम करती है लेकिन जैसे ही उस पर 20 किलो से ज्यादा का वजन पड़ता है, यानी कोई उससे लटककर खुदकुशी की कोशिश करता है तो वह बीच से दो हिस्सों में बंट जाती है. रॉड के बीच में लगी स्प्रिंग के जरिए पंखा अपनी जगह से काफी नीचे आ जाता है और खुदकुशी  करने वाले के सिर में भी नहीं लगता क्योंकि स्प्रिंग उसे ऊपर वाले हिस्से से जोड़े रखती है. इसी तरह बिजली का तार उसके अंदर कैप लगाकर जोड़ा गया है जिससे तार टूटने के बाद अगर कोई गलती से पंखे का बटन दबा दे तो करंट भी न लगे.   शरद के मुताबिक एंटी सुसाइड फैन रॉड इस बात को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि सभी तरह के सीलिंग फैन में लग सके. शरद इस अनोखे अविष्कार को पेटेंट करवा चुके हैं. उन्होंने इसे गोल्ड लाइफ नाम दिया है. शरद के मुताबिक अभी वे इसे प्रायोगिक तौर पर ही बना रहे हैं इसलिए इसकी कीमत 150 से 200 रुपये तक है. बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के बाद कीमत घट सकती है. शरद के मुताबिक पंखे को छत से लटकाने के लिए जिस सामान्य रॉड का इस्तेमाल होता है उन्होंने उसमें फेरबदल किया. उन्होंने सामान्य रॉड के बजाय एक ऐसी रॉड बनाई है जो दो हिस्सों में है. उसके बीच में एक मजबूत स्प्रिंग कुछ इस तरह फिट की गई है कि दोनों टुकड़े मिलकर बिल्कुल एक रॉड बन गए हैं. एक पंखा अमूमन 6 किलो का होता है जबकि इसमें लगी स्प्रिंग उसका तीन गुना यानी करीब 18 किलो भार सहन कर सकती है. मतलब यह कि आमतौर पर यह विशेष रॉड सामान्य रॉड की तरह काम करती है लेकिन जैसे ही उस पर 20 किलो से ज्यादा का वजन पड़ता है, यानी कोई उससे लटककर खुदकुशी की कोशिश करता है तो वह बीच से दो हिस्सों में बंट जाती है. रॉड के बीच में लगी स्प्रिंग के जरिए पंखा अपनी जगह से काफी नीचे आ जाता है और खुदकुशी  करने वाले के सिर में भी नहीं लगता क्योंकि स्प्रिंग उसे ऊपर वाले हिस्से से जोड़े रखती है. इसी तरह बिजली का तार उसके अंदर कैप लगाकर जोड़ा गया है जिससे तार टूटने के बाद अगर कोई गलती से पंखे का बटन दबा दे तो करंट भी न लगे.   शरद के मुताबिक एंटी सुसाइड फैन रॉड इस बात को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि सभी तरह के सीलिंग फैन में लग सके. शरद इस अनोखे अविष्कार को पेटेंट करवा चुके हैं. उन्होंने इसे गोल्ड लाइफ नाम दिया है. शरद के मुताबिक अभी वे इसे प्रायोगिक तौर पर ही बना रहे हैं इसलिए इसकी कीमत 150 से 200 रुपये तक है. बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के बाद कीमत घट सकती है.
इंजीनियर शरद अशानी ने एंटी सुसाइड फैन रॉड की ईजाद पंखे से लटककर आत्महत्या की कोशिश हो जाएगी नाकाम शरद ने अनोखे अविष्कार को पेटेंट करवाया
28
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय-अमेरिकी समर्थकों ने घर-घर जाकर पारंपरिक तरीके से प्रचार अभियान की शुरुआत की है. उनका तर्क है कि आठ नवंबर को आम चुनावों से पहले लोगों का दिल जीतने के लिए अभी भी यह विधा एक प्रभावी उपाय है. एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि ट्रंप 2016 के भारतीय-अमेरिकी कार्यकर्ताओं ने ट्रंप और अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनके एजेंडा का प्रचार करने के लिए न्यूजर्सी के मर्सर और मॉनमाउथ काउंटियों में संभावित मतदाताओं के बीच पुराने तरीके से अभियान शुरू किया है.टिप्पणियां विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रंप के लिए ए डी अमर की अध्यक्षता वाले भारतीय मूल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं में सत्या दोसापति नारायण, वेस्ट विंडसोर टाउनशिप रिपब्लिकन कमेटी की रिम्मा रोजनबर्ग, मरसेर काउंटी रिपब्लिकन कमेटी की द्वितीय अध्यक्ष कोलेन डी पिस्टिना और उनके पति एवं मोनमाउथ काउंटी रिपब्लिकन स्टेट कमेटी के जॉन कोस्टिगन और उनकी पत्नी शामिल हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि ट्रंप 2016 के भारतीय-अमेरिकी कार्यकर्ताओं ने ट्रंप और अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनके एजेंडा का प्रचार करने के लिए न्यूजर्सी के मर्सर और मॉनमाउथ काउंटियों में संभावित मतदाताओं के बीच पुराने तरीके से अभियान शुरू किया है.टिप्पणियां विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रंप के लिए ए डी अमर की अध्यक्षता वाले भारतीय मूल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं में सत्या दोसापति नारायण, वेस्ट विंडसोर टाउनशिप रिपब्लिकन कमेटी की रिम्मा रोजनबर्ग, मरसेर काउंटी रिपब्लिकन कमेटी की द्वितीय अध्यक्ष कोलेन डी पिस्टिना और उनके पति एवं मोनमाउथ काउंटी रिपब्लिकन स्टेट कमेटी के जॉन कोस्टिगन और उनकी पत्नी शामिल हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रंप के लिए ए डी अमर की अध्यक्षता वाले भारतीय मूल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं में सत्या दोसापति नारायण, वेस्ट विंडसोर टाउनशिप रिपब्लिकन कमेटी की रिम्मा रोजनबर्ग, मरसेर काउंटी रिपब्लिकन कमेटी की द्वितीय अध्यक्ष कोलेन डी पिस्टिना और उनके पति एवं मोनमाउथ काउंटी रिपब्लिकन स्टेट कमेटी के जॉन कोस्टिगन और उनकी पत्नी शामिल हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: समर्थकों ने घर-घर जाकर पारंपरिक तरीके से प्रचार अभियान की शुरुआत की . न्यूजर्सी के मर्सर, मॉनमाउथ काउंटियों में संभावित मतदाताओं के बीच प्रचार एडी अमर की अध्यक्षता वाले भारतीय मूल के राजनीतिक कार्यकर्ता कर रहे प्रचार
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने शुक्रवार रात राज्य सरकार को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के संबंध में सूचित किया था। उमर ने लोगों से राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उमर ने संवाददाताओं से कहा, केंद्रीय गृहमंत्री ने शुक्रवार रात करीब आठ बजे मुझे फोन किया था और मुझे अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय से अवगत कराया था। कश्मीर घाटी के सोपोर से ताल्लुक रखने वाले अफजल को शनिवार सुबह आठ बजे फांसी दी गई। उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में उसकी बैरक से कुछ मीटर की दूरी पर फांसी दी गई। वह इस जेल में 2001 से बंद था। उमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से फांसी के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करने के लिए कहा था।टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि इस निर्णय को लेकर थोड़ी नाराजगी है और कुछ लोग इन स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। मैं संयम बरतने का आग्रह करता हूं। उमर ने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह के हिंसक विरोध का सहारा न लें। मैं मीडिया से भी अपील करता हूं कि वह पुख्ता जांच के बाद खबरें दे और अफवाहों को जगह न दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अब तक सेना की मदद नहीं ली गई है। इस बीच, राज्य में केबल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। उमर ने लोगों से राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उमर ने संवाददाताओं से कहा, केंद्रीय गृहमंत्री ने शुक्रवार रात करीब आठ बजे मुझे फोन किया था और मुझे अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के केंद्र सरकार के निर्णय से अवगत कराया था। कश्मीर घाटी के सोपोर से ताल्लुक रखने वाले अफजल को शनिवार सुबह आठ बजे फांसी दी गई। उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में उसकी बैरक से कुछ मीटर की दूरी पर फांसी दी गई। वह इस जेल में 2001 से बंद था। उमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से फांसी के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करने के लिए कहा था।टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि इस निर्णय को लेकर थोड़ी नाराजगी है और कुछ लोग इन स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। मैं संयम बरतने का आग्रह करता हूं। उमर ने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह के हिंसक विरोध का सहारा न लें। मैं मीडिया से भी अपील करता हूं कि वह पुख्ता जांच के बाद खबरें दे और अफवाहों को जगह न दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अब तक सेना की मदद नहीं ली गई है। इस बीच, राज्य में केबल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। कश्मीर घाटी के सोपोर से ताल्लुक रखने वाले अफजल को शनिवार सुबह आठ बजे फांसी दी गई। उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में उसकी बैरक से कुछ मीटर की दूरी पर फांसी दी गई। वह इस जेल में 2001 से बंद था। उमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से फांसी के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करने के लिए कहा था।टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि इस निर्णय को लेकर थोड़ी नाराजगी है और कुछ लोग इन स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। मैं संयम बरतने का आग्रह करता हूं। उमर ने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह के हिंसक विरोध का सहारा न लें। मैं मीडिया से भी अपील करता हूं कि वह पुख्ता जांच के बाद खबरें दे और अफवाहों को जगह न दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अब तक सेना की मदद नहीं ली गई है। इस बीच, राज्य में केबल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि इस निर्णय को लेकर थोड़ी नाराजगी है और कुछ लोग इन स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। मैं संयम बरतने का आग्रह करता हूं। उमर ने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह के हिंसक विरोध का सहारा न लें। मैं मीडिया से भी अपील करता हूं कि वह पुख्ता जांच के बाद खबरें दे और अफवाहों को जगह न दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। अब तक सेना की मदद नहीं ली गई है। इस बीच, राज्य में केबल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। इस बीच, राज्य में केबल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है।
सारांश: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने शुक्रवार रात राज्य सरकार को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के संबंध में सूचित किया था।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत को आगामी डेविस कप विश्व ग्रुप प्ले आफ मुकाबले में 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता रफेल नडाल की चुनौती का सामना करना होगा, क्योंकि स्पेन ने इस मुकाबले के लिए अपनी मजबूत टीम घोषित की है. अमेरिकी ओपन में चौथे दौर में हारने वाले दुनिया के पांचवें नंबर के एकल खिलाड़ी नडाल के अलावा स्पेन ने 13वें नंबर के डेविड फेरर और 18वें नंबर के फेलिसियानो लोपेज के अलावा दुनिया के 19वें नंबर के युगल खिलाड़ी मार्क लोपेज को टीम में शामिल किया है. भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी साकेत माइनेनी की एटीपी रैंकिंग 143 हैं, जबकि रामकुमार रामनाथन दुनिया के 202वें नंबर के खिलाड़ी हैं. भारत के पास हालांकि रोहन बोपन्ना (युगल में 17वीं रैंकिंग) और लिएंडर पेस (62वीं रैंकिंग) के रूप में प्रतिस्पर्धी युगल खिलाड़ी मौजूद हैं.टिप्पणियां स्पेन की टीम की घोषणा पर प्रक्रिया देते हुए साकेत ने न्यूयार्क से कहा, 'यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम है और यह हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी. उम्मीद करते हैं कि इससे हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे'. स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है. मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिये प्ले आफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अमेरिकी ओपन में चौथे दौर में हारने वाले दुनिया के पांचवें नंबर के एकल खिलाड़ी नडाल के अलावा स्पेन ने 13वें नंबर के डेविड फेरर और 18वें नंबर के फेलिसियानो लोपेज के अलावा दुनिया के 19वें नंबर के युगल खिलाड़ी मार्क लोपेज को टीम में शामिल किया है. भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी साकेत माइनेनी की एटीपी रैंकिंग 143 हैं, जबकि रामकुमार रामनाथन दुनिया के 202वें नंबर के खिलाड़ी हैं. भारत के पास हालांकि रोहन बोपन्ना (युगल में 17वीं रैंकिंग) और लिएंडर पेस (62वीं रैंकिंग) के रूप में प्रतिस्पर्धी युगल खिलाड़ी मौजूद हैं.टिप्पणियां स्पेन की टीम की घोषणा पर प्रक्रिया देते हुए साकेत ने न्यूयार्क से कहा, 'यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम है और यह हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी. उम्मीद करते हैं कि इससे हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे'. स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है. मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिये प्ले आफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी साकेत माइनेनी की एटीपी रैंकिंग 143 हैं, जबकि रामकुमार रामनाथन दुनिया के 202वें नंबर के खिलाड़ी हैं. भारत के पास हालांकि रोहन बोपन्ना (युगल में 17वीं रैंकिंग) और लिएंडर पेस (62वीं रैंकिंग) के रूप में प्रतिस्पर्धी युगल खिलाड़ी मौजूद हैं.टिप्पणियां स्पेन की टीम की घोषणा पर प्रक्रिया देते हुए साकेत ने न्यूयार्क से कहा, 'यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम है और यह हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी. उम्मीद करते हैं कि इससे हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे'. स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है. मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिये प्ले आफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) स्पेन की टीम की घोषणा पर प्रक्रिया देते हुए साकेत ने न्यूयार्क से कहा, 'यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम है और यह हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी. उम्मीद करते हैं कि इससे हम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे'. स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है. मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिये प्ले आफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: स्पेन ने इस मुकाबले के लिए अपनी मजबूत टीम घोषित की है. स्पेन के डेविड फेरर और फेलिसियानो लोपेज भी टीम में शामिल. यह स्पेन की सबसे मजबूत टीम, हमारे लिए कड़ी चुनौती होगी : साकेत माइनेनी
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सचिन तेंदुलकर ने मशहूर शीतल पेय कंपनी कोका कोला के साथ करीब 20 करोड़ रुपये का तीन साल का प्रायोजन करार किया है। कोक की प्रतिद्वंद्वी पेप्सीको ने करीब ढाई साल पहले तेंदुलकर के साथ अपने करार का नवीनीकरण नहीं किया था। सूत्रों के अनुसार कोक ने तेंदुलकर के साथ तीन साल का अनुबंध किया है, जिसकी सालाना कीमत करीब छह करोड़ रुपये है। पेप्सीको ने उम्रदराज हो रहे ब्रांड दूतों को बाहर करने की कवायद में तेंदुलकर के साथ करार भी बढ़ाया नहीं था। इनमें पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और अभिनेता शाहरुख खान भी शामिल थे। पेप्सी ने रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण जैसे युवाओं को अपनी यंगिस्तान मुहिम के तहत विज्ञापनों में शामिल किया था। कोक अगले महीने की शुरुआत में तेंदुलकर के साथ विज्ञापन की शूटिंग करेगा, जिसे मशहूर एडमैन और गीतकार प्रसून जोशी ने तैयार किया है। इस बारे में संपर्क करने पर कोका कोला इंडिया ने कहा, हमने सचिन तेंदुलकर के साथ कोई अनुबंध नहीं किया है। हम कई मशहूर हस्तियों से लगातार बातचीत करते रहते हैं, लेकिन औपचारिक अनुबंध की घोषणा उस पर हस्ताक्षर होने के बाद ही की जाती है। तेंदुलकर के ब्रांड प्रायोजनों का प्रबंधन देखने वाले वर्ल्ड स्पोर्ट ग्रुप ने भी इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया। तेंदुलकर के साथ पेप्सीको का करार मई, 2008 में खत्म हो गया था। पिछले 18 महीने में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले तेंदुलकर ने हाल ही में टेस्ट शतकों का अर्धशतक पूरा किया है। उनके हालिया प्रदर्शन से उनकी ब्रांड इक्विटी बढ़ी है। दिसंबर में ऑटोमोबाइल लुब्रिकेंट बनाने वाली कैस्ट्रोल इंडिया ने उनके साथ दो साल का करार किया है। ऐसा समझा जाता है कि उन्होंने हाल ही में शराब के एक ब्रांड का विज्ञापन करने के लिए 20 करोड़ रुपये की पेशकश ठुकरा दी। उद्योग जगत के अनुमान के तहत तेंदुलकर प्रत्येक विज्ञापन के लिए करीब पांच करोड़ रुपये लेते हैं। फिलहाल वह तोशिबा, आईटीसी, बूस्ट, कैनन, आरबीएस, रेनोल्ड, जेपी सीमेंट और एविवा जैसे ब्रांड से जुड़े हैं।
यहाँ एक सारांश है:सचिन तेंदुलकर ने मशहूर शीतल पेय कंपनी कोका कोला के साथ करीब 20 करोड़ रुपये का तीन साल का प्रायोजन करार किया है।
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सीरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को पत्र लिखकर दमिश्क के समीप सैन्य अनुसंधान केंद्र पर हुए इस्राइली हवाई हमले की निंदा करने के लिए कहा है। सरकारी समाचार एजेंसी साना के मुताबिक मंत्रालय ने अपने पत्र में आग्रह किया है, "एक संप्रभु राष्ट्र के क्षेत्र में इस्राइल के खुले हमले, संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव, अंतरराष्ट्रीय कानून 1974 के अनाक्रमण संधि और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबद्ध प्रस्तावों की इस्राइल द्वारा की गई अवहेलना पर परिषद एक स्पष्ट निंदा जारी करे।" एजेंसी के मुताबिक सीरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी ऐसा ही पत्र भेजा है। साना ने इससे पहले की रिपोर्ट में सेना के जनरल कमांड का हवाला देते हुए कहा था कि हमले में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। पश्चिम की मीडिया में खबर दी गई है कि इस्राइली जेट ने शिया आतंकवादी गिरोह हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे काफिले पर बमबारी की है। मीडिया ने यह भी कहा है लेबनान से इस्राइल पर रॉकेट दागा गया था।टिप्पणियां मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। सरकारी समाचार एजेंसी साना के मुताबिक मंत्रालय ने अपने पत्र में आग्रह किया है, "एक संप्रभु राष्ट्र के क्षेत्र में इस्राइल के खुले हमले, संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव, अंतरराष्ट्रीय कानून 1974 के अनाक्रमण संधि और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबद्ध प्रस्तावों की इस्राइल द्वारा की गई अवहेलना पर परिषद एक स्पष्ट निंदा जारी करे।" एजेंसी के मुताबिक सीरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी ऐसा ही पत्र भेजा है। साना ने इससे पहले की रिपोर्ट में सेना के जनरल कमांड का हवाला देते हुए कहा था कि हमले में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। पश्चिम की मीडिया में खबर दी गई है कि इस्राइली जेट ने शिया आतंकवादी गिरोह हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे काफिले पर बमबारी की है। मीडिया ने यह भी कहा है लेबनान से इस्राइल पर रॉकेट दागा गया था।टिप्पणियां मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। एजेंसी के मुताबिक सीरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी ऐसा ही पत्र भेजा है। साना ने इससे पहले की रिपोर्ट में सेना के जनरल कमांड का हवाला देते हुए कहा था कि हमले में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। पश्चिम की मीडिया में खबर दी गई है कि इस्राइली जेट ने शिया आतंकवादी गिरोह हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे काफिले पर बमबारी की है। मीडिया ने यह भी कहा है लेबनान से इस्राइल पर रॉकेट दागा गया था।टिप्पणियां मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। साना ने इससे पहले की रिपोर्ट में सेना के जनरल कमांड का हवाला देते हुए कहा था कि हमले में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। पश्चिम की मीडिया में खबर दी गई है कि इस्राइली जेट ने शिया आतंकवादी गिरोह हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे काफिले पर बमबारी की है। मीडिया ने यह भी कहा है लेबनान से इस्राइल पर रॉकेट दागा गया था।टिप्पणियां मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। पश्चिम की मीडिया में खबर दी गई है कि इस्राइली जेट ने शिया आतंकवादी गिरोह हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे काफिले पर बमबारी की है। मीडिया ने यह भी कहा है लेबनान से इस्राइल पर रॉकेट दागा गया था।टिप्पणियां मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। मार्च 2012 में इस्राइल के हारेत्ज दैनिक ने खबर दी थी कि सीरिया हिजबुल्लाह को आधुनिक विमान भेदी प्रक्षेपास्त्र प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है और उसे चलाने का प्रशिक्षण भी दे रहा है। इस कदम से क्षेत्र में इस्राइली हवाई सर्वोच्चता को खतरा हो सकता है। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था। वर्ष 2007 में इस्राइल ने सीरिया पर हवाई हमले किए थे। उसने कहा था कि यह हमला एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाने के लिए किया गया है। उसने 1981 में एक इराकी परमाणु रिएक्टर को भी बमबारी कर तबाह कर दिया था।
यहाँ एक सारांश है:सीरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को पत्र लिखकर दमिश्क के समीप सैन्य अनुसंधान केंद्र पर हुए इस्राइली हवाई हमले की निंदा करने के लिए कहा है।
12
['hin']
एक सारांश बनाओ: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने केजी-डी6 गैस परियोजना मामले में सरकार द्वारा उसका पक्ष लिए जाने के इंडिया अगेंस्ट क्रप्शन (आईएसी) के आरोपों को खारिज किया और कहा कि ये आरोप निहित स्वार्थी तत्वों के उकसावे पर लगाए गए हैं। कंपनी ने जारी एक वक्तव्य में कहा ‘‘आईएसी ने जो वक्तव्य दिया है, उसमें कोई सच्चाई और तथ्य नहीं है और हम उसका खंडन करते हैं।’’ आरआईएल ने कहा, केजी-डी6 परियोजना सबसे गहरे समुद्र की परियोजना है और इसे छह महीने के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया। यह भारत के लिए आर्थिक लिहाज से बहुत मूल्यवान परियोजना है और इस परियोजना के हर पहलू पर भारत को गर्व होना चाहिए। आईएसी ने बुधवार को आरोप लगाया कि मौजूदा संप्रग और पिछली एनडीए की गठबंधन सरकारों ने केजी बेसिन का ठेका देने में रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाया। आईएसी का कहना है कि रिलायंस को जो रियायतें दी गई उससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। टिप्पणियां कंपनी ने कहा कि उसने केजी बेसिन परियोजना के विकास के लिए अच्छे से अच्छा तकनीकी संसाधन लगाया। तेल और गैस उद्योग ने इसकी गिनती इस तरह की सबसे बेहतर परियोजनाओं में की है। आरआईएल ने कहा है कि आईएसी के आरोप गैर-जिम्मेदाराना हैं और निहित स्वार्थी तत्वों के इशारे पर लगाए गए हैं। आरोप लगाने वालों को परियोजना की तकनीकी जटिलताओं का कोई ज्ञान नहीं है और ऐसे आरोपों का जवाब देने की भी जरूरत नहीं है। कंपनी ने जारी एक वक्तव्य में कहा ‘‘आईएसी ने जो वक्तव्य दिया है, उसमें कोई सच्चाई और तथ्य नहीं है और हम उसका खंडन करते हैं।’’ आरआईएल ने कहा, केजी-डी6 परियोजना सबसे गहरे समुद्र की परियोजना है और इसे छह महीने के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया। यह भारत के लिए आर्थिक लिहाज से बहुत मूल्यवान परियोजना है और इस परियोजना के हर पहलू पर भारत को गर्व होना चाहिए। आईएसी ने बुधवार को आरोप लगाया कि मौजूदा संप्रग और पिछली एनडीए की गठबंधन सरकारों ने केजी बेसिन का ठेका देने में रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाया। आईएसी का कहना है कि रिलायंस को जो रियायतें दी गई उससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। टिप्पणियां कंपनी ने कहा कि उसने केजी बेसिन परियोजना के विकास के लिए अच्छे से अच्छा तकनीकी संसाधन लगाया। तेल और गैस उद्योग ने इसकी गिनती इस तरह की सबसे बेहतर परियोजनाओं में की है। आरआईएल ने कहा है कि आईएसी के आरोप गैर-जिम्मेदाराना हैं और निहित स्वार्थी तत्वों के इशारे पर लगाए गए हैं। आरोप लगाने वालों को परियोजना की तकनीकी जटिलताओं का कोई ज्ञान नहीं है और ऐसे आरोपों का जवाब देने की भी जरूरत नहीं है। आईएसी ने बुधवार को आरोप लगाया कि मौजूदा संप्रग और पिछली एनडीए की गठबंधन सरकारों ने केजी बेसिन का ठेका देने में रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाया। आईएसी का कहना है कि रिलायंस को जो रियायतें दी गई उससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। टिप्पणियां कंपनी ने कहा कि उसने केजी बेसिन परियोजना के विकास के लिए अच्छे से अच्छा तकनीकी संसाधन लगाया। तेल और गैस उद्योग ने इसकी गिनती इस तरह की सबसे बेहतर परियोजनाओं में की है। आरआईएल ने कहा है कि आईएसी के आरोप गैर-जिम्मेदाराना हैं और निहित स्वार्थी तत्वों के इशारे पर लगाए गए हैं। आरोप लगाने वालों को परियोजना की तकनीकी जटिलताओं का कोई ज्ञान नहीं है और ऐसे आरोपों का जवाब देने की भी जरूरत नहीं है। कंपनी ने कहा कि उसने केजी बेसिन परियोजना के विकास के लिए अच्छे से अच्छा तकनीकी संसाधन लगाया। तेल और गैस उद्योग ने इसकी गिनती इस तरह की सबसे बेहतर परियोजनाओं में की है। आरआईएल ने कहा है कि आईएसी के आरोप गैर-जिम्मेदाराना हैं और निहित स्वार्थी तत्वों के इशारे पर लगाए गए हैं। आरोप लगाने वालों को परियोजना की तकनीकी जटिलताओं का कोई ज्ञान नहीं है और ऐसे आरोपों का जवाब देने की भी जरूरत नहीं है। आरआईएल ने कहा है कि आईएसी के आरोप गैर-जिम्मेदाराना हैं और निहित स्वार्थी तत्वों के इशारे पर लगाए गए हैं। आरोप लगाने वालों को परियोजना की तकनीकी जटिलताओं का कोई ज्ञान नहीं है और ऐसे आरोपों का जवाब देने की भी जरूरत नहीं है।
संक्षिप्त सारांश: आरआईएल ने केजी-डी6 गैस परियोजना मामले में सरकार द्वारा उसका पक्ष लिए जाने के आईएसी के आरोपों को खारिज किया और कहा कि ये आरोप निहित स्वार्थी तत्वों के उकसावे पर लगाए गए हैं।
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने भारत से प्रतिष्ठित चैम्पियंस ट्रॉफी-2011 की मेजबानी छीन ली है। एफआईएच ने कहा है कि स्थानापन्न मेजबान के नाम की घोषणा एक सप्ताह में की जाएगी। एफआईएच की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक भारत में हॉकी के प्रबंधन को लेकर जारी गतिरोध के कारण उससे चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीनी गई है। इसका आयोजन 3-11 दिसम्बर तक नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टडियम में होना था। हॉकी महासंघ ने कहा है कि ऐसे में जबकि भारत से चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीन ली गई है, उसका इस आयोजन में हिस्सा लेने का अधिकार नहीं बनता लेकिन इसके बावजूद उसे दक्षिण अफ्रीका में नवम्बर में होने वाले चैम्पियंस चैलेंज में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया है। एफआईएच अध्यक्ष लियोनाड्रो नेगरे ने अपने बयान में कहा, "हमें अफसोस है कि हम चैम्पियंस ट्रॉफी को भारत से स्थानांतरित कर रहे हैं। ऐसा करना टीमों, प्रशंसकों और आयोजकों के लिए मुश्किल पैदा करेगा लेकिन हम खेल की गरिमा बनाए रखने के लिए ऐसा करने को बाध्य हैं।"
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने भारत से चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीन ली है। स्थानापन्न मेजबान के नाम की घोषणा एक सप्ताह में की जाएगी।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: ये कार्रवाई नियमित और संविदा पर कार्य कर रहे सभी लोगों पर की गई है. बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा परमानेंट स्टाफ को पत्र भेजकर सूचित किया गया है. पत्र में लिखा है कि, मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाए जाने पर आपकी सुविधाएं समाप्त की जा रही हैं. जबकि पार्टटाइम स्टाफ को ये सूचना अभी फोन पर ही दी गई है. इस पूरे मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश यादव ने बताया कि इस विद्यालय के सारे स्टाफ की सुविधा खत्म कर दी गई है. टिप्पणियां गौरतलब है कि स्कूल के वार्डन ने स्कूल में पढ़ने वाली 70 लड़कियों को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया था. वार्डन ने ऐसा लड़कियों को होने वाले मासिक धर्म को देखने के लिए किया था. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि स्कूल के वार्डन ने स्कूल में पढ़ने वाली 70 लड़कियों को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया था. वार्डन ने ऐसा लड़कियों को होने वाले मासिक धर्म को देखने के लिए किया था. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: खतौली के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में घटी थी यह घटना जिलाधिकारी ने मौके पर ही वार्डन को बर्खास्त कर दिया था आक्रोशित परिजनों ने किया स्कूल परिसर में हंगामा
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर पश्चिमी दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके में छेड़खानी का विरोध करने पर सनकी आशिक ने लड़की को आग के हवाले कर दिया और मां-भाई की बुरी तरह से पिटाई कर दी. परिवार के तीन लोग अस्पताल में हैं और पीड़ित लड़की की हालत नाजुक है. छेड़खानी के विरोध की यह सजा है. सिरफिरे आशिक अभिषेक ने इनकार करने पर लड़की को उसी के घर में मिट्टी तेल छिड़कर आग लगा दी, जिससे वह 95 फीसदी जल गई. पहले लड़की को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया गया. एलएनजेपी अस्पताल के एमएस डॉ जेसी पासी ने बताया कि लड़की 95% जली है और हालत नाजुक है.टिप्पणियां यह घटना नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके के मुकुंदपुर की है. शनिवार शाम आरोपी अभिषेक ने पीड़ित लड़की को एसएमएस किया और देर रात अकेले में मिलने को कहा. इसकी शिकायत पीड़िता ने भाई से की फिर लड़की के भाई और आरोपी अभिषेक के बीच कहासुनी हुई. इसके बाद आरोप है कि अभिषेक 8-10 लोगों के साथ लड़की के घर पहुंचा और उसके भाई और मां की बुरी तरीके से पिटाई कर दी. मां और भाई फिलहाल प्राइवेट अस्पताल में एडमिट हैं. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों की गिरफ्तारी की है, जबकि घटना के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. परिवारवालों का कहना है कि लड़की के साथ डेरी चलाने वाला अभिषेक पिछले तीन-चार महीनों से छेड़खानी कर रहा था, जिसे ये लोग अपने स्तर पर सुलझाने की कोशिश करते रहे. वह लड़की पर जबरन घर से भागकर शादी करने का दबाव बना रहा था. छेड़खानी के विरोध की यह सजा है. सिरफिरे आशिक अभिषेक ने इनकार करने पर लड़की को उसी के घर में मिट्टी तेल छिड़कर आग लगा दी, जिससे वह 95 फीसदी जल गई. पहले लड़की को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे एलएनजेपी अस्पताल रेफर कर दिया गया. एलएनजेपी अस्पताल के एमएस डॉ जेसी पासी ने बताया कि लड़की 95% जली है और हालत नाजुक है.टिप्पणियां यह घटना नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके के मुकुंदपुर की है. शनिवार शाम आरोपी अभिषेक ने पीड़ित लड़की को एसएमएस किया और देर रात अकेले में मिलने को कहा. इसकी शिकायत पीड़िता ने भाई से की फिर लड़की के भाई और आरोपी अभिषेक के बीच कहासुनी हुई. इसके बाद आरोप है कि अभिषेक 8-10 लोगों के साथ लड़की के घर पहुंचा और उसके भाई और मां की बुरी तरीके से पिटाई कर दी. मां और भाई फिलहाल प्राइवेट अस्पताल में एडमिट हैं. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों की गिरफ्तारी की है, जबकि घटना के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. परिवारवालों का कहना है कि लड़की के साथ डेरी चलाने वाला अभिषेक पिछले तीन-चार महीनों से छेड़खानी कर रहा था, जिसे ये लोग अपने स्तर पर सुलझाने की कोशिश करते रहे. वह लड़की पर जबरन घर से भागकर शादी करने का दबाव बना रहा था. यह घटना नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के भलस्वा डेरी इलाके के मुकुंदपुर की है. शनिवार शाम आरोपी अभिषेक ने पीड़ित लड़की को एसएमएस किया और देर रात अकेले में मिलने को कहा. इसकी शिकायत पीड़िता ने भाई से की फिर लड़की के भाई और आरोपी अभिषेक के बीच कहासुनी हुई. इसके बाद आरोप है कि अभिषेक 8-10 लोगों के साथ लड़की के घर पहुंचा और उसके भाई और मां की बुरी तरीके से पिटाई कर दी. मां और भाई फिलहाल प्राइवेट अस्पताल में एडमिट हैं. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों की गिरफ्तारी की है, जबकि घटना के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. परिवारवालों का कहना है कि लड़की के साथ डेरी चलाने वाला अभिषेक पिछले तीन-चार महीनों से छेड़खानी कर रहा था, जिसे ये लोग अपने स्तर पर सुलझाने की कोशिश करते रहे. वह लड़की पर जबरन घर से भागकर शादी करने का दबाव बना रहा था. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों की गिरफ्तारी की है, जबकि घटना के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. परिवारवालों का कहना है कि लड़की के साथ डेरी चलाने वाला अभिषेक पिछले तीन-चार महीनों से छेड़खानी कर रहा था, जिसे ये लोग अपने स्तर पर सुलझाने की कोशिश करते रहे. वह लड़की पर जबरन घर से भागकर शादी करने का दबाव बना रहा था.
यह एक सारांश है: 70 फीसदी तक जल चुकी है लड़की हालत गंभीर लड़के ने घर में घुसकर परिवारवालों को भी पीटा पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार किया
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: देश की प्रमुख कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने कहा है कि नया विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए गुजरात एक वरीय स्थल है। मारुति सुजुकी के महाप्रबंधक (पश्चिमी क्षेत्र) एसएन बर्मन ने संवाददाताओं से कहा, विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए गुजरात को तरजीह दी जाएगी, लेकिन अब तक इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है। हम अभी भी अगले संयंत्र के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं और हमने तमिलनाडु और हरियाणा में भी जगह देखी है। उन्होंने कहा, हम गुजरात सरकार और अन्य राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। माणेसर (हरियाणा) स्थित मारुति के संयंत्र से सालाना साढ़े तीन लाख कारों का उत्पादन होता है। गुड़गांव में कार निर्माताओं की तीन इकाइयों की सालाना उत्पादन क्षमता साढ़े आठ लाख कारों की है। बर्मन यहां स्विफ्ट के नए मॉडल के अनावरण के लिए आए थे, जिसके पेट्रोल मॉडल की कीमत 4.43 लाख रुपये और डीजल मॉडल की कीमत 5.29 लाख रुपये है। मारुति के प्रबंध निदेशक शिंजो नाकानिशि और अध्यक्ष आरसी भार्गव ने इस साल मई में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और गुजरात में संयंत्र स्थापित करने की संभावनाओं की तलाश की थी। यहां टाटा मोटर्स का नैनो संयंत्र भी है। स्विफ्ट के जरिए कंपनी प्रीमियम हैचबैक खंड में अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहती है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: देश की प्रमुख कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने कहा है कि नया विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए गुजरात एक वरीय स्थल है।
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय क्रिकेट बोर्ड की वित्तीय वर्ष 2012-13 में कुल आय 350 करोड़ रुपये जबकि उसका सकल राजस्व 950 करोड़ रुपये रहा। दुनिया का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड माने जाने वाले बीसीसीआई ने 2011-12 में 382.36 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। बीसीसीआई वित्तीय समिति की दिल्ली में बैठक के बाद बोर्ड के कोषाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा कि कुल आय की राशि इस तरह से निकाली गई है कि उस पर किसी तरह के कर का भुगतान नहीं करना है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘वित्त समिति ने खातों को मंजूरी दी और उन्हें बोर्ड की कार्यकारिणी के समक्ष रखा जाएगा। उसकी सितंबर के पहले सप्ताह में बैठक होनी चाहिए।’’ कार्यकारिणी बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की तिथियों को भी अंतिम रूप देगी। एजीएम भी अगले महीने ही होनी है। बीसीसीआई वित्तीय समिति की दिल्ली में बैठक के बाद बोर्ड के कोषाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा कि कुल आय की राशि इस तरह से निकाली गई है कि उस पर किसी तरह के कर का भुगतान नहीं करना है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘वित्त समिति ने खातों को मंजूरी दी और उन्हें बोर्ड की कार्यकारिणी के समक्ष रखा जाएगा। उसकी सितंबर के पहले सप्ताह में बैठक होनी चाहिए।’’ कार्यकारिणी बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की तिथियों को भी अंतिम रूप देगी। एजीएम भी अगले महीने ही होनी है। उन्होंने कहा, ‘‘वित्त समिति ने खातों को मंजूरी दी और उन्हें बोर्ड की कार्यकारिणी के समक्ष रखा जाएगा। उसकी सितंबर के पहले सप्ताह में बैठक होनी चाहिए।’’ कार्यकारिणी बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की तिथियों को भी अंतिम रूप देगी। एजीएम भी अगले महीने ही होनी है। कार्यकारिणी बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की तिथियों को भी अंतिम रूप देगी। एजीएम भी अगले महीने ही होनी है।
यहाँ एक सारांश है:भारतीय क्रिकेट बोर्ड की वित्तीय वर्ष 2012-13 में कुल आय 350 करोड़ रुपये जबकि उसका सकल राजस्व 950 करोड़ रुपये रहा। दुनिया का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड माने जाने वाले बीसीसीआई ने 2011-12 में 382.36 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इसी साल अप्रैल में ओडिशा के केंद्रपारा जिले में एक छह साल की बच्ची ने बहादुरी का परिचय देते हुए दोस्त को बचाने के लिए मगरमच्छ से भिड़ गई. इस बच्ची की बहादुरी के सामने मगरमच्छ हार गया और वह अपनी दोस्त को बचाने में कामयाब हो गई. बहादुरी की मिसाल पेश करने वाली बच्ची का नाम टिकी है, वह दलाई बनकुआला गांव में पढ़ती है. फिलहाल वह पहली क्लास में पढ़ती है. मगरमच्छ से लड़ते हुए घायल हो गई इस बच्ची का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. पीड़िता के हाथ और जांघ में कई जगह पर घाव है. फिलहाल वह खतरे से बाहर है. टिप्पणियां बताया जा रहा है कि दोनों बच्चियां मंगलवार को गांव के तलाब में नहाने गईं थीं. इसी दौरान तलाब में एक मगरमच्छ आ गया और उसने अचानक बसंती पर हमला कर दिया. हालांकि बसंती की दोस्त टिकी ने हिम्मत दिखाते हुए छड़ी से मगरमच्छ के सिर पर वार किया. अचानक हुए इस वार से मगरमच्छ हैरान रह गया और उसने बसंती को तुरंत छोड़ दिया. लड़की को छोड़ने के बाद मगरमच्छ वापस पानी में चला गया.  वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है.  दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं.   बताया जा रहा है कि दोनों बच्चियां मंगलवार को गांव के तलाब में नहाने गईं थीं. इसी दौरान तलाब में एक मगरमच्छ आ गया और उसने अचानक बसंती पर हमला कर दिया. हालांकि बसंती की दोस्त टिकी ने हिम्मत दिखाते हुए छड़ी से मगरमच्छ के सिर पर वार किया. अचानक हुए इस वार से मगरमच्छ हैरान रह गया और उसने बसंती को तुरंत छोड़ दिया. लड़की को छोड़ने के बाद मगरमच्छ वापस पानी में चला गया.  वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है.  दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं.   वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है.  दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं.
संक्षिप्त पाठ: वीरान सड़क पर जा रहे थे दो बच्चे कुत्तों के झुंड ने बच्चों को घेरा बच्ची तो वहां से भाग गई, बच्चे ने कुत्तों से डंटकर मुकाबला किया
13
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी ने सीधे सेटों में अपने उलट एकल मुकाबले जीतकर एशिया ओशियाना डेविस कप रेलिगेशन प्लेआफ मुकाबले में भारत को इंडोनेशिया पर 5-0 से जीत दिला दी। सोमदेव ने इंडोनेशिया के डेविड एगुंग सुशांत को एक घंटे से भी कम समय में 6-3, 6-1 से हराया। वहीं युकी ने विष्णु आदि नुग्रोहो पर 6-0, 6-1 से जीत दर्ज की। गैर खिलाड़ी कप्तान एसपी मिश्रा सोमदेव की जगह सनम को उतारना चाहते थे लेकिन सनम की कलाई में तकलीफ होने से सोमदेव को खेलना पड़ा। भारत अब ग्रुप एक में ही रहेगा और 2014 में विश्व ग्रुप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। सोमदेव को लय में आने में समय लगा और उसने पहले सेट के छठे गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ी। इसके बाद तीन बार अपने विरोधी की सर्विस तोड़कर दूसरा सेट जीता। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। सोमदेव ने इंडोनेशिया के डेविड एगुंग सुशांत को एक घंटे से भी कम समय में 6-3, 6-1 से हराया। वहीं युकी ने विष्णु आदि नुग्रोहो पर 6-0, 6-1 से जीत दर्ज की। गैर खिलाड़ी कप्तान एसपी मिश्रा सोमदेव की जगह सनम को उतारना चाहते थे लेकिन सनम की कलाई में तकलीफ होने से सोमदेव को खेलना पड़ा। भारत अब ग्रुप एक में ही रहेगा और 2014 में विश्व ग्रुप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। सोमदेव को लय में आने में समय लगा और उसने पहले सेट के छठे गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ी। इसके बाद तीन बार अपने विरोधी की सर्विस तोड़कर दूसरा सेट जीता। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। गैर खिलाड़ी कप्तान एसपी मिश्रा सोमदेव की जगह सनम को उतारना चाहते थे लेकिन सनम की कलाई में तकलीफ होने से सोमदेव को खेलना पड़ा। भारत अब ग्रुप एक में ही रहेगा और 2014 में विश्व ग्रुप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। सोमदेव को लय में आने में समय लगा और उसने पहले सेट के छठे गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ी। इसके बाद तीन बार अपने विरोधी की सर्विस तोड़कर दूसरा सेट जीता। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। भारत अब ग्रुप एक में ही रहेगा और 2014 में विश्व ग्रुप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। सोमदेव को लय में आने में समय लगा और उसने पहले सेट के छठे गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ी। इसके बाद तीन बार अपने विरोधी की सर्विस तोड़कर दूसरा सेट जीता। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। सोमदेव को लय में आने में समय लगा और उसने पहले सेट के छठे गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ी। इसके बाद तीन बार अपने विरोधी की सर्विस तोड़कर दूसरा सेट जीता। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। पहले सेट के छठे गेम में सर्विस गंवाकर डेविड 2-4 से पिछड़ गया। उसने आठवें गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन नौवें में विरोधी की सर्विस नहीं तोड़ सके। सोमदेव ने उसकी सर्विस तोड़कर सेट जीत लिया। टिप्पणियां दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। दूसरे सेट के तीसरे गेम तक दोनों खिलाड़ी बराबरी पर थे लेकिन साइडलाइन के बाहर गेंद फेंककर डेविड ने सोमदेव को 2-1 से बढ़त बनाने का मौका दिया। पांचवें गेम में सोमदेव ने फिर उसकी सर्विस तोड़ी। सातवें गेम में इसे दोहराकर सोमदेव ने सेट और मैच जीत लिया। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की। दूसरी ओर युकी ने अपने विरोधी की अनगिनत सहज गलतियों का फायदा उठाकर आसान जीत दर्ज की।
सारांश: सोमदेव देववर्मन और युकी भांबरी ने सीधे सेटों में अपने उलट एकल मुकाबले जीतकर एशिया ओशियाना डेविस कप रेलिगेशन प्लेआफ मुकाबले में भारत को इंडोनेशिया पर 5-0 से जीत दिला दी।
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: खनन क्षेत्र की कम्पनी वेदांता रिसोर्सेज ने शनिवार को नियामक की अनुमति से अपनी सहयोगी कम्पनियों के विलय का प्रस्ताव रखा और कहा कि इस विलय से कारोबारी संचालन सरल हो जाएगा और खर्च में भी काफी कमी आएगी। कम्पनी ने बम्बई स्टॉक एक्सचेंज को दी गई अपनी नियमित सूचना में कहा कि वह अपनी एल्यूमिनियम कम्पनी स्टरलाईट इंडस्ट्रीज और लौह अयस्क कम्पनी सेसा गोवा का एक कम्पनी 'सेसा स्टरलाईट' में विलय करना चाहती है। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, "इससे समूह की कारोबारी संरचना में सरलता आएगी।" उन्होंने कहा कि सेसा स्टरलाईट समूह की प्रमुख कम्पनी होगी। कम्पनी के मुताबिक स्टरलाईट इंडस्ट्रीज का सेसा गोवा में विलय होगा और सेसा गोवा के तीन शेयर का मूल्य स्टरलाईट के पांच शेयरों के बराबर माना जाएगा। वेदांता एल्यूमिनियम और मद्रास एल्यूमिनियम का भी सेसा स्टरलाईट में विलय किया जाएगा। टिप्पणियां माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। कम्पनी ने बम्बई स्टॉक एक्सचेंज को दी गई अपनी नियमित सूचना में कहा कि वह अपनी एल्यूमिनियम कम्पनी स्टरलाईट इंडस्ट्रीज और लौह अयस्क कम्पनी सेसा गोवा का एक कम्पनी 'सेसा स्टरलाईट' में विलय करना चाहती है। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, "इससे समूह की कारोबारी संरचना में सरलता आएगी।" उन्होंने कहा कि सेसा स्टरलाईट समूह की प्रमुख कम्पनी होगी। कम्पनी के मुताबिक स्टरलाईट इंडस्ट्रीज का सेसा गोवा में विलय होगा और सेसा गोवा के तीन शेयर का मूल्य स्टरलाईट के पांच शेयरों के बराबर माना जाएगा। वेदांता एल्यूमिनियम और मद्रास एल्यूमिनियम का भी सेसा स्टरलाईट में विलय किया जाएगा। टिप्पणियां माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, "इससे समूह की कारोबारी संरचना में सरलता आएगी।" उन्होंने कहा कि सेसा स्टरलाईट समूह की प्रमुख कम्पनी होगी। कम्पनी के मुताबिक स्टरलाईट इंडस्ट्रीज का सेसा गोवा में विलय होगा और सेसा गोवा के तीन शेयर का मूल्य स्टरलाईट के पांच शेयरों के बराबर माना जाएगा। वेदांता एल्यूमिनियम और मद्रास एल्यूमिनियम का भी सेसा स्टरलाईट में विलय किया जाएगा। टिप्पणियां माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। कम्पनी के मुताबिक स्टरलाईट इंडस्ट्रीज का सेसा गोवा में विलय होगा और सेसा गोवा के तीन शेयर का मूल्य स्टरलाईट के पांच शेयरों के बराबर माना जाएगा। वेदांता एल्यूमिनियम और मद्रास एल्यूमिनियम का भी सेसा स्टरलाईट में विलय किया जाएगा। टिप्पणियां माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। वेदांता एल्यूमिनियम और मद्रास एल्यूमिनियम का भी सेसा स्टरलाईट में विलय किया जाएगा। टिप्पणियां माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। माना जा रहा है कि इस विलय के बाद सेसा स्टरलाईट एबिडटा के आधार पर दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कम्पनी बन जाएगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी। कम्पनी के बयान के मुताबिक सहयोगी कम्पनियों के विलय से हर साल कारोबारी खर्च में 1000 करोड़ रुपये की बचत होगी।
संक्षिप्त पाठ: खनन क्षेत्र की कम्पनी वेदांता रिसोर्सेज ने शनिवार को नियामक की अनुमति से अपनी सहयोगी कम्पनियों के विलय का प्रस्ताव रखा।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का विमान अबुधाबी से पाकिस्तान के रहीम यार खान की उड़ान पर था. लेकिन कम विजिबिलिटी के कारण विमान लाहौर हवाई अड्डे पर उतर गया. जियो न्यूज के मुताबिक, एयरलाइन कर्मचारियों ने यात्रियों से आगे की यात्रा बस से करने की पेशकश की, लेकिन यात्रियों ने इसको ठुकरा दिया और विमान से उतरने से मना कर दिया. इसके बाद कर्मचारियों ने विमान का एयरकंडीशन बंद कर दिया. जिससे यात्रियों को घुटन होने लगी.  गौरतलब है कि लाहौर से रहीम यार खान की दूरी 624.5 किलोमीटर है. यात्रियों ने कहा कि हमने एयरलाइंस से मुल्तान हवाई अड्डे तक पहुंचाने को कहा जो रहीम यार खान से 292 किलोमीटर दूर है.  गौरतलब है कि लाहौर से रहीम यार खान की दूरी 624.5 किलोमीटर है. यात्रियों ने कहा कि हमने एयरलाइंस से मुल्तान हवाई अड्डे तक पहुंचाने को कहा जो रहीम यार खान से 292 किलोमीटर दूर है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अबुधाबी से पाकिस्तान के रहीम यार खान की उड़ान पर था विमान कम विजिबिलिटी के कारण विमान लाहौर हवाई अड्डे पर उतर गया यात्रियों के मना करने पर कर्मचारियों ने एयरकंडीशन बंद कर दिया
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जमानत अर्जी खारिज होने के बाद येदियुरप्पा ने सरेंडर कर दिया और कोर्ट ने उन्हें 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले, जमीन विवाद के मामले में विशेष अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की जमानत अर्जी को खारिज करते हुए उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। इसके बाद येदियुरप्पा के गिरफ्तार होने की आशंका बढ़ गई। इस मामले के एक और आरोपी पूर्व मंत्री एसएन कृष्णैया शेट्टी की भी जमानत कोर्ट ने खारिज कर दी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। येदियुरप्पा के दोनों बेटों राघवेन्द्र और विजयेन्द्र को कोर्ट ने सशर्त जमानत दी है।खचाखच भरी अदालत में अपना आदेश सुनाते हुए न्यायाधीश एनके सुधींद्र राव ने जमानत पर छोड़े गए लोगों में से प्रत्येक को निर्देश दिया कि वे पांच लाख रुपये की जमानत राशि भरें, सबूतों के साथ छेड़छाड़ न करें और देश छोड़कर न जाएं। अदालत ने येदियुरप्पा और शेट्टी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। येदियुरप्पा स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अदालत में नहीं आए, लेकिन उनके पुत्र और दामाद अदालत में मौजूद थे। भूमि को गैर-अधिसूचित करने में अनियमितता का आरोप लगाने वाली शिकायतें अधिवक्ता सिराजिन बाशा ने दर्ज कराई थीं। अदालत का आदेश भाजपा और येदियुरप्पा के लिए परेशान करने वाला है। येदियुरप्पा को दक्षिण भारत में पार्टी की पहली सरकार बनाने का श्रेय जाता है। येदियुरप्पा को गत जुलाई में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। ऐसा अवैध खनन पर लोकायुक्त रिपोर्ट में उन्हें आरोपित किये जाने के बाद किया गया था। लोकायुक्त अदालत ने येदियुरप्पा और अन्य की जमानत याचिका पर फैसला सुनाने के लिए पिछले महीने 3 अक्टूबर की तारीख निर्धारित की थी, लेकिन बाद में उसने उच्च न्यायालय द्वारा उसकी कार्यवाही पर अंतरिम रोक लगाए जाने के बाद इसे स्थगित कर दिया था। गत 30 सितंबर को उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश ने येदियुरप्पा की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए लोकायुक्त अदालत की कार्यवाही पर अंतरिम रोक लगा दी थी। हालांकि, 4 अक्टूबर को उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ ने यह रोक हटा दी थी। इसके बाद लोकायुक्त अदालत के अपनी कार्यवाही शुरू करने का रास्ता साफ हो गया था। गौरतलब है कि अवैध खनन के मामले को लेकर येदियुरप्पा को 31 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े ने अवैध खनन के मामले में कई रिपोर्ट जारी किए, जिसमें साफ तौर पर येदियुरप्पा और उनके कुछ अन्य करीबी मंत्रियों को इसमें लिप्त बताया गया। (इनपुट भाषा से भी)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जमानत अर्जी खारिज होने के बाद येदियुरप्पा ने सरेंडर कर दिया और कोर्ट ने उन्हें 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: नौसेना युद्ध कक्ष लीक मामले के आरोपी रवि शंकरन को भारत में किए जाने वाले प्रत्यर्पण के खिलाफ की गई अपील के मामले में हार मिली है। लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में जिला न्यायाधीश निकोलस इवान्स ने अपने फैसले में कहा कि वह कोई साक्ष्य पेश नहीं कर सके कि ‘किसी मामले में वह जवाबदेह नहीं हैं।’ मामले को अब ब्रिटेन के गृह सचिव थेरेसा मे को भेजा जाएगा, जो शंकरन के भारत प्रत्यर्पण पर निर्णय करेंगे। नौसेना के सेवानिवृत्त कमांडर और पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल अरुण प्रकाश के रिश्तेदार शंकरन (46) युद्ध कक्ष से गुप्त सूचनाओं को हथियार डीलर को लीक करने के मामले में मुख्य आरोपी हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा मार्च 2006 में मामला दर्ज किए जाने के बाद से ही वह फरार हैं। टिप्पणियां सीबीआई ने उसी वर्ष मई में उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था और जुलाई 2006 में आरोप पत्र दायर करने के बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में जिला न्यायाधीश निकोलस इवान्स ने अपने फैसले में कहा कि वह कोई साक्ष्य पेश नहीं कर सके कि ‘किसी मामले में वह जवाबदेह नहीं हैं।’ मामले को अब ब्रिटेन के गृह सचिव थेरेसा मे को भेजा जाएगा, जो शंकरन के भारत प्रत्यर्पण पर निर्णय करेंगे। नौसेना के सेवानिवृत्त कमांडर और पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल अरुण प्रकाश के रिश्तेदार शंकरन (46) युद्ध कक्ष से गुप्त सूचनाओं को हथियार डीलर को लीक करने के मामले में मुख्य आरोपी हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा मार्च 2006 में मामला दर्ज किए जाने के बाद से ही वह फरार हैं। टिप्पणियां सीबीआई ने उसी वर्ष मई में उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था और जुलाई 2006 में आरोप पत्र दायर करने के बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। नौसेना के सेवानिवृत्त कमांडर और पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल अरुण प्रकाश के रिश्तेदार शंकरन (46) युद्ध कक्ष से गुप्त सूचनाओं को हथियार डीलर को लीक करने के मामले में मुख्य आरोपी हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा मार्च 2006 में मामला दर्ज किए जाने के बाद से ही वह फरार हैं। टिप्पणियां सीबीआई ने उसी वर्ष मई में उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था और जुलाई 2006 में आरोप पत्र दायर करने के बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा मार्च 2006 में मामला दर्ज किए जाने के बाद से ही वह फरार हैं। टिप्पणियां सीबीआई ने उसी वर्ष मई में उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था और जुलाई 2006 में आरोप पत्र दायर करने के बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने उसी वर्ष मई में उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया था और जुलाई 2006 में आरोप पत्र दायर करने के बाद उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। शंकरन के लंदन में होने के खबर मिलने के बाद ब्रिटेन को प्रत्यर्पण के लिए आग्रह भेजा गया था और ब्रिटेन के अधिकारियों ने उन्हें अप्रैल 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। नई दिल्ली के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
संक्षिप्त पाठ: नौसेना युद्ध कक्ष लीक मामले के आरोपी रवि शंकरन को भारत में किए जाने वाले प्रत्यर्पण के खिलाफ की गई अपील के मामले में हार मिली है।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एफआईएच विश्व लीग के तीसरे दौर के मैच में हॉलैंड के हाथों 0-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। हॉलैंड की ओर से बिली बेकर ने दूसरे जबकि जोरेन हट्र्जबर्गर ने 17वें मिनट में गोल दागे। भारत को इससे पूर्व पहले मैच में अपने से कम रैंकिंग वाले आयरलैंड के खिलाफ 4-4 के ड्रा से संतोष करना पड़ा था। भारत को मैच के अंतिम लम्हों में गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी जिससे हॉलैंड ने टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम ओलिंपिक रजत विजेता हॉलैंड इस जीत के साथ पूल बी में न्यूजीलैंड के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। हॉलैंड की ओर से बिली बेकर ने दूसरे जबकि जोरेन हट्र्जबर्गर ने 17वें मिनट में गोल दागे। भारत को इससे पूर्व पहले मैच में अपने से कम रैंकिंग वाले आयरलैंड के खिलाफ 4-4 के ड्रा से संतोष करना पड़ा था। भारत को मैच के अंतिम लम्हों में गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी जिससे हॉलैंड ने टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम ओलिंपिक रजत विजेता हॉलैंड इस जीत के साथ पूल बी में न्यूजीलैंड के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। भारत को इससे पूर्व पहले मैच में अपने से कम रैंकिंग वाले आयरलैंड के खिलाफ 4-4 के ड्रा से संतोष करना पड़ा था। भारत को मैच के अंतिम लम्हों में गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी जिससे हॉलैंड ने टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम ओलिंपिक रजत विजेता हॉलैंड इस जीत के साथ पूल बी में न्यूजीलैंड के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। भारत को मैच के अंतिम लम्हों में गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी जिससे हॉलैंड ने टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम ओलिंपिक रजत विजेता हॉलैंड इस जीत के साथ पूल बी में न्यूजीलैंड के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम ओलिंपिक रजत विजेता हॉलैंड इस जीत के साथ पूल बी में न्यूजीलैंड के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। मैच समाप्त होने से तीन मिनट पहले हॉलैंड के गोलमुख के सामने खड़े नितिन कुमार को गोल करने का शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को अपने कब्जे में नहीं ले सके।टिप्पणियां इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। इसके एक मिनट बाद कोथाजीत का बाएं छोर से दिया शानदार क्रॉस खराब गया क्योंकि डी के अंदर कोई भारतीय खिलाड़ी मौजूद नहीं था। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही। हॉलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ शुरुआती मिनटों में ही दो गोल से पिछड़ने के बाद भारत को बेहतर प्रदर्शन की जरूरत थी लेकिन टीम इसमें नाकाम रही।
यह एक सारांश है: भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एफआईएच विश्व लीग के तीसरे दौर के मैच में हॉलैंड के हाथों 0-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: TikTok Viral Video: टिकटॉक (Tiktok) पर इस साल कई गाने फेमस हुए. बॉलीवुड से लेकर पंजाबी और भोजपुरी गाने (Bhojpuri Songs) की भी टिकटॉक (Tiktok Video) पर धूम रही. फैन्स ने भी जमकर टिकटॉक पर वीडियो बनाए, जो काफी फेमस भी हुए. टिकटॉक ने इस साल के टॉप 5 भारतीय गानों की लिस्ट जारी की है. इस गाने पर फैन्स के वीडियो सबसे ज्यादा ट्रेंड हुए. इनमें सबसे ज्यादा बॉलीवुड की डांसिंग क्वीन नोरा फतेही (Nora Fatehi) का गाना 'ओ साकी साकी (O Saki Saki)'  पहले नंबर पर रहा और इस पर दो अरब व्यू रहे हैं. दूसरे नंबर पर जस मानक का गाना 'लहंगा (Lehanga)' रहा जिसे 1.6 अरब व्यू मिले. तीसरे नंबर पर टोनी कक्कड़ (Tony Kakkar) का सॉन्ग 'धीमे धीमे (Dheeme Dheeme)' रहा जिसे 1.2 अरब व्यू मिले. वहीं गुरु रंधावा का सॉन्ग 'स्लोली स्लोली (Slowly Slowly)' 1.2 अरब व्यू के साथ चौथे और मिलिंद गाबा का सॉन्ग 'शी डोन्ट नो (She Don't Know)' एक अरब व्यू के साथ पांचवें स्थान पर रहा..  आइए देखते हैं 2019 की TikTok Top 5 Tracks: नोरा फतेही (Nora Fatehi) का 'साकी साकी' सॉन्ग साल भर छाया रहा और टिकटॉक (TikTok Video) पर भी इसका जादू जमकर चला. बिग बॉस (Bigg Boss 13) फेम एक्ट्रेस माहिरा शर्मा (Mahira Sharma) ने अपने ही सॉन्ग पर बनाया टिकटॉक वीडियो (TikTok Video). गुरु रंधावा (Guru Randhawa) का 'स्लोली स्लोली' गाने को भी टिकटॉक (TikTok Video) पर जमकर लोकप्रियता मिला. मिलिंद गाबा का सॉन्ग 'शी डोंट नो' भी टिकटॉक (TikTok Video) पर छाया रहा और फैन्स ने खूब वीडियो बनाए.
यह एक सारांश है: टिकटॉक पर फेमस हुए ये गाने इस साल इन गानों की रही धूम देखें टिकटॉक के वायरल वीडियो
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: चीन के भूकंप प्रभावित लुशान काउंटी में सोमवार तक भूकंप के बाद कुल 2,044 झटके दर्ज किए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने चीनी भूकम्प प्रशासन के हवाले से बताया है कि भूकंप के चार झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 से 5.9 मापी गई।टिप्पणियां प्रांतीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कमान केंद्र के ताजा आंकड़े के मुताबिक, शनिवार को चीन के दक्षिणपश्चिम प्रांत सिचुआन में सुबह 8.02 बजे आए 7.0 तीव्रता वाले भूकंप में 186 लोगों की मौत हो चुकी है और 11,393 लोग घायल हुए हैं। पांच साल पहले भी लुशान से करीब 200 किमी दूर स्थित वेनचुआन में आए भूकंप में 87,000 लोग मारे या लापता हो गए थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने चीनी भूकम्प प्रशासन के हवाले से बताया है कि भूकंप के चार झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 से 5.9 मापी गई।टिप्पणियां प्रांतीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कमान केंद्र के ताजा आंकड़े के मुताबिक, शनिवार को चीन के दक्षिणपश्चिम प्रांत सिचुआन में सुबह 8.02 बजे आए 7.0 तीव्रता वाले भूकंप में 186 लोगों की मौत हो चुकी है और 11,393 लोग घायल हुए हैं। पांच साल पहले भी लुशान से करीब 200 किमी दूर स्थित वेनचुआन में आए भूकंप में 87,000 लोग मारे या लापता हो गए थे। प्रांतीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कमान केंद्र के ताजा आंकड़े के मुताबिक, शनिवार को चीन के दक्षिणपश्चिम प्रांत सिचुआन में सुबह 8.02 बजे आए 7.0 तीव्रता वाले भूकंप में 186 लोगों की मौत हो चुकी है और 11,393 लोग घायल हुए हैं। पांच साल पहले भी लुशान से करीब 200 किमी दूर स्थित वेनचुआन में आए भूकंप में 87,000 लोग मारे या लापता हो गए थे। पांच साल पहले भी लुशान से करीब 200 किमी दूर स्थित वेनचुआन में आए भूकंप में 87,000 लोग मारे या लापता हो गए थे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: चीन के भूकंप प्रभावित लुशान काउंटी में सोमवार तक भूकंप के बाद कुल 2,044 झटके दर्ज किए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: तमिलनाडु में बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इन चुनावों में करीब साढ़े चार करोड़ मतदाता 2773 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। 234 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में डीएमके 119 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि 63 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके 162 सीटों पर और उनकी सहयोगी पार्टी डीएमडीके 41 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन चुनावों में इलेक्शन कमीशन ने काफी सख्ती बरती है और कई कलेक्टरों के ट्रांसफर किए गए हैं। राज्य में सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।केरल में भी बुधवार को विधानसभा की 140 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। यहां सीपीएम की आगुवाई वाले एलडीएफ और कांग्रेस के समर्थन वाली यूडीएफ के बीच कड़ी टक्कर है। इन चुनावों में सीपीएम 93 सीटों पर और कांग्रेस 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। केरल के मुख्यमंत्री बीएस अच्युता नंदन मल्लमपुरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस की लतिका सुभाष से है। वहीं कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार ओमान चांडी पुथुपल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। केरल में एक ही चरण में सभी सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। पुडुचेरी में भी विधान सभा की 30 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। पुद्दुचेरी में 8 लाख 10 हज़ार मतदाता हैं। इन चुनावों में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी 17 सीटों पर और सहयोगी दल डीएमके 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं विरोधी पार्टी ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस 17 सीटों पर और उनकी सहयोगी पार्टी एआईडीएमके 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन चुनावों में कुल 187 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें से 78 स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
सारांश: दक्षिण के तीन राज्यों तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में अगली सरकार किसकी बनेगी, इसके लिए मतदाता अपना फैसला ईवीएम में बंद करेंगे।
33
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने 1975 में एकमात्र हॉकी विश्व कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का नेतृत्व करने वाले कैप्टन अजीत पाल सिंह को लंदन ओलिंपिक के लिए भारतीय दल का चीफ डी मिशन नियुक्त किया गया है। आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने बताया कि सात सदस्यीय समिति हमेशा से चाहती थी कि एक ओलिंपिक खिलाड़ी ही लंदन में भारतीय दल का नेतृत्व करे और तीन बार के ओलिंपिक खिलाड़ी रहे अजीत पाल इसके लिए सबसे उपयुक्त थे। यह पहला मौका है जब एक पूर्व खिलाड़ी को भारतीय दल का नेतृत्व करने का मौका मिला है।टिप्पणियां मल्होत्रा ने कहा, "समिति ने महसूस किया कि एक ओलिंपिक खिलाड़ी को ही भारतीय दल का चीफ डी मिशन बनाया जाए। समिति को लगा कि अजीत पाल सिंह सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उन्होंने ओलिंपिक में न सिर्फ तीन बार देश का प्रतिनिधित्व किया है बल्कि 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी उनके ही हाथों में था।" अजीत पाल ने बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। यह सुखद है कि पूर्व खिलाड़ियों को भारतीय खेलों में शीर्ष पदों पर बिठाया जा रहा है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।" उन्होंने कहा, "यह घोषणा मेरे लिए आश्चर्यचकित करने वाली थी। लेकिन मुझे खुशी हुई कि पहली बार एक ओलिंपिक खिलाड़ी को यह मौका दिया गया है।" आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने बताया कि सात सदस्यीय समिति हमेशा से चाहती थी कि एक ओलिंपिक खिलाड़ी ही लंदन में भारतीय दल का नेतृत्व करे और तीन बार के ओलिंपिक खिलाड़ी रहे अजीत पाल इसके लिए सबसे उपयुक्त थे। यह पहला मौका है जब एक पूर्व खिलाड़ी को भारतीय दल का नेतृत्व करने का मौका मिला है।टिप्पणियां मल्होत्रा ने कहा, "समिति ने महसूस किया कि एक ओलिंपिक खिलाड़ी को ही भारतीय दल का चीफ डी मिशन बनाया जाए। समिति को लगा कि अजीत पाल सिंह सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उन्होंने ओलिंपिक में न सिर्फ तीन बार देश का प्रतिनिधित्व किया है बल्कि 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी उनके ही हाथों में था।" अजीत पाल ने बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। यह सुखद है कि पूर्व खिलाड़ियों को भारतीय खेलों में शीर्ष पदों पर बिठाया जा रहा है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।" उन्होंने कहा, "यह घोषणा मेरे लिए आश्चर्यचकित करने वाली थी। लेकिन मुझे खुशी हुई कि पहली बार एक ओलिंपिक खिलाड़ी को यह मौका दिया गया है।" मल्होत्रा ने कहा, "समिति ने महसूस किया कि एक ओलिंपिक खिलाड़ी को ही भारतीय दल का चीफ डी मिशन बनाया जाए। समिति को लगा कि अजीत पाल सिंह सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उन्होंने ओलिंपिक में न सिर्फ तीन बार देश का प्रतिनिधित्व किया है बल्कि 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी उनके ही हाथों में था।" अजीत पाल ने बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। यह सुखद है कि पूर्व खिलाड़ियों को भारतीय खेलों में शीर्ष पदों पर बिठाया जा रहा है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।" उन्होंने कहा, "यह घोषणा मेरे लिए आश्चर्यचकित करने वाली थी। लेकिन मुझे खुशी हुई कि पहली बार एक ओलिंपिक खिलाड़ी को यह मौका दिया गया है।" अजीत पाल ने बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। यह सुखद है कि पूर्व खिलाड़ियों को भारतीय खेलों में शीर्ष पदों पर बिठाया जा रहा है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।" उन्होंने कहा, "यह घोषणा मेरे लिए आश्चर्यचकित करने वाली थी। लेकिन मुझे खुशी हुई कि पहली बार एक ओलिंपिक खिलाड़ी को यह मौका दिया गया है।"
संक्षिप्त पाठ: भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने 1975 में एकमात्र हॉकी विश्व कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का नेतृत्व करने वाले कैप्टन अजीत पाल सिंह को लंदन ओलिंपिक के लिए भारतीय दल का चीफ डी मिशन नियुक्त किया गया है।
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: घोटालों से जूझ रहा दूरसंचार मंत्रालय स्पेक्ट्रम कीमत तथा प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाताओं द्वारा रखे गए अतिरिक्त स्पेक्ट्रम के लिए एक मुश्त शुल्क लिए जाने पर अंतिम निर्णय से पहले इस मामले को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखेगा। दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, हमने स्पेक्ट्रम कीमत पर अपने विचार को अंतिम रूप दे दिया है और जल्दी ही मामले पर दूरसंचार आयोग विचार करेगा और दूरसंचार आयोग के फैसले के बाद मैं आमसहमति के लिए मंत्रिमंडल के पास जाऊंगा। दूरसंचार नियामक ट्राई ने इस साल फरवरी महीने में शुरूआती स्पेक्ट्रम के साथ भारती, वोडाफोन, आइडिया, बीएसएनएल तथा एमटीएनएल जैसी कंपनियों द्वारा 6.2 मेगाहट्र्ज की सीमा से अधिक स्पेक्ट्रम रखने वाली कंपनियों की लागत में छह गुणा वृद्धि की सिफारिश की थी। ट्राई के अनुसार 6.2 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम की लागत अब 10,972.45 करोड़ रुपये होगी जो पूर्व 1,658 करोड़ रुपये थी। 6.2 मेगाहट्र्ज से अधिक स्पेक्ट्रम रखने वाले पर प्रति एक स्पेक्ट्रम के लिये 4,571.87 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या दूरसंचार विभाग मंजूरी के लिये मामले को विशेष तौर पर मंत्रिमंडल के पास ले जा रहा है, सिब्बल ने कहा, ऐसा नहीं है। मुझे लगता है कि सामान्य नीतिगत फैसले के बारे में मंत्रिमंडल को भी सूचित किया जाना चाहिए और हम यही चाहते हैं। बहरहाल, उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया कि ट्राई की सिफारिशों पर दूरसंचार विभाग का क्या निर्णय है। मामले से जुड़े सूत्र ने कहा कि दूरसंचार विभाग की आंतरिक समिति कई मुद्दों पर ट्राई की रिपोर्ट के पक्ष में है।
सारांश: सिब्बल ने कहा कि हमने स्पेक्ट्रम कीमत पर अपने विचार को अंतिम रूप दे दिया है और जल्दी ही मामले पर दूरसंचार आयोग विचार करेगा।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने युवा क्रिकेटर उन्मुक्त चंद को अभ्यास छोड़कर 'यूथ समिट' में हिस्सा लेने के लिए फटकार लगाई। उन्होंने उन्मुक्त को सलाह दी कि उसे अपने खेल पर ध्यान लगान चाहिए। भारत की -19 विश्व चैंपियन टीम के कप्तान उन्मुक्त ने इंडिया टुडे के 'यूथ समिट' में हिस्सा लिया, जबकि उन्हें मैच में हिस्सा लेना था, जिसमें सचिन तेंदुलकर को भी खेलना है। उन्मुक्त भारत-ए टीम का हिस्सा हैं, जिसे जल्द ही न्यूजीलैंड दौरे पर जाना है। टीम फिलहाल बेंगलुरु में अभ्यास शिविर में हिस्सा ले रही है। कपिल ने उन्मुक्त को कार्यक्रम में देखने के बाद कहा, तुम यहां क्या कर रहे हो। तुम यहां क्यों आए हो। कपिल ने उन्मुक्त को सुनने आए लोगों के सामने कहा, अगर मैं उसका कोच या मैनेजर होता, तो मैं उसे यहां नहीं आने देता फिर चाहे मुझे लाखों डॉलर ही क्यों नहीं मिलते। मैं यहां आने के लिए उसको लात मारकर भगा देता।टिप्पणियां कार्यक्रम के प्रस्तोता ने जब मजाकिया लहजे में कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि कपिल उनके कोच नहीं हैं, तो भारत को 1983 में पहली बार विश्वकप दिलाने वाले इस कप्तान ने कहा कि असल में यह युवा दुर्भाग्यशाली है कि वह उनके कोच नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं उससे अगले तीन साल कड़ी मेहनत कराता, जिससे कि वह अगले 20 साल राजा की तरह जीता। कपिल और मोहम्मद अजहरूद्दीन दोनों ने उन्मुक्त को सुझाव दिया कि वह विनम्र बना रहे। अजहर ने कहा, तुम शानदार प्रतिभा के धनी हो। विनम्र बने रहो। अजहर ने साथ ही दर्शकों के बीच मौजूद युवाओं से अपील की कि वे गलत संगत में नहीं पड़ें। भारत की -19 विश्व चैंपियन टीम के कप्तान उन्मुक्त ने इंडिया टुडे के 'यूथ समिट' में हिस्सा लिया, जबकि उन्हें मैच में हिस्सा लेना था, जिसमें सचिन तेंदुलकर को भी खेलना है। उन्मुक्त भारत-ए टीम का हिस्सा हैं, जिसे जल्द ही न्यूजीलैंड दौरे पर जाना है। टीम फिलहाल बेंगलुरु में अभ्यास शिविर में हिस्सा ले रही है। कपिल ने उन्मुक्त को कार्यक्रम में देखने के बाद कहा, तुम यहां क्या कर रहे हो। तुम यहां क्यों आए हो। कपिल ने उन्मुक्त को सुनने आए लोगों के सामने कहा, अगर मैं उसका कोच या मैनेजर होता, तो मैं उसे यहां नहीं आने देता फिर चाहे मुझे लाखों डॉलर ही क्यों नहीं मिलते। मैं यहां आने के लिए उसको लात मारकर भगा देता।टिप्पणियां कार्यक्रम के प्रस्तोता ने जब मजाकिया लहजे में कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि कपिल उनके कोच नहीं हैं, तो भारत को 1983 में पहली बार विश्वकप दिलाने वाले इस कप्तान ने कहा कि असल में यह युवा दुर्भाग्यशाली है कि वह उनके कोच नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं उससे अगले तीन साल कड़ी मेहनत कराता, जिससे कि वह अगले 20 साल राजा की तरह जीता। कपिल और मोहम्मद अजहरूद्दीन दोनों ने उन्मुक्त को सुझाव दिया कि वह विनम्र बना रहे। अजहर ने कहा, तुम शानदार प्रतिभा के धनी हो। विनम्र बने रहो। अजहर ने साथ ही दर्शकों के बीच मौजूद युवाओं से अपील की कि वे गलत संगत में नहीं पड़ें। कपिल ने उन्मुक्त को कार्यक्रम में देखने के बाद कहा, तुम यहां क्या कर रहे हो। तुम यहां क्यों आए हो। कपिल ने उन्मुक्त को सुनने आए लोगों के सामने कहा, अगर मैं उसका कोच या मैनेजर होता, तो मैं उसे यहां नहीं आने देता फिर चाहे मुझे लाखों डॉलर ही क्यों नहीं मिलते। मैं यहां आने के लिए उसको लात मारकर भगा देता।टिप्पणियां कार्यक्रम के प्रस्तोता ने जब मजाकिया लहजे में कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि कपिल उनके कोच नहीं हैं, तो भारत को 1983 में पहली बार विश्वकप दिलाने वाले इस कप्तान ने कहा कि असल में यह युवा दुर्भाग्यशाली है कि वह उनके कोच नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं उससे अगले तीन साल कड़ी मेहनत कराता, जिससे कि वह अगले 20 साल राजा की तरह जीता। कपिल और मोहम्मद अजहरूद्दीन दोनों ने उन्मुक्त को सुझाव दिया कि वह विनम्र बना रहे। अजहर ने कहा, तुम शानदार प्रतिभा के धनी हो। विनम्र बने रहो। अजहर ने साथ ही दर्शकों के बीच मौजूद युवाओं से अपील की कि वे गलत संगत में नहीं पड़ें। कार्यक्रम के प्रस्तोता ने जब मजाकिया लहजे में कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि कपिल उनके कोच नहीं हैं, तो भारत को 1983 में पहली बार विश्वकप दिलाने वाले इस कप्तान ने कहा कि असल में यह युवा दुर्भाग्यशाली है कि वह उनके कोच नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं उससे अगले तीन साल कड़ी मेहनत कराता, जिससे कि वह अगले 20 साल राजा की तरह जीता। कपिल और मोहम्मद अजहरूद्दीन दोनों ने उन्मुक्त को सुझाव दिया कि वह विनम्र बना रहे। अजहर ने कहा, तुम शानदार प्रतिभा के धनी हो। विनम्र बने रहो। अजहर ने साथ ही दर्शकों के बीच मौजूद युवाओं से अपील की कि वे गलत संगत में नहीं पड़ें। कपिल और मोहम्मद अजहरूद्दीन दोनों ने उन्मुक्त को सुझाव दिया कि वह विनम्र बना रहे। अजहर ने कहा, तुम शानदार प्रतिभा के धनी हो। विनम्र बने रहो। अजहर ने साथ ही दर्शकों के बीच मौजूद युवाओं से अपील की कि वे गलत संगत में नहीं पड़ें।
यहाँ एक सारांश है:पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने युवा क्रिकेटर उन्मुक्त चंद को अभ्यास छोड़कर 'यूथ समिट' में हिस्सा लेने के लिए फटकार लगाई। उन्होंने उन्मुक्त को सलाह दी कि उसे अपने खेल पर ध्यान लगान चाहिए।
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: हवाई यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। सरकार ने हवाई यात्रा टिकट रद्द कराने के संबंध में नये नियम बनाये हैं। यात्रा टिकट रद्द कराये जाने के समय लिये जाने वाले शुल्क की सीमा तय की गई है, साथ ही किराया लौटाने की प्रक्रिया के दौरान लिए जाने वाले अतिरिक्त शुल्क पर भी रोक लगा दी गई है। यह व्यवस्था एक अगस्त से लागू हो जाएगी। इसके अलावा हवाई सेवा देने वाली कंपनियों को 'स्पष्ट तरीके' से इसका संकेत देना चाहिये कि किसी टिकट के रद्द होने पर कितनी राशि लौटाई जा सकती है। विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, ''किसी भी स्थिति में एयरलाइन कंपनियां रद्दीकरण शुल्क आधार किराए एवं ईंधन अधिभार के योग से अधिक नहीं लगा सकती हैं।'' डीजीसीए ने यह भी स्पष्ट किया कि एयरलाइन कंपनियां किराया वापसी के दौरान अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकती हैं। नये नियमों के तहत डीजीसीए ने स्पष्ट किया कि टिकट रद्द होने या उसके प्रयोग नहीं होने की स्थिति में एयरलाइन कंपनियों को ग्राहक को सभी सांविधिक कर, प्रयोगकर्ता विकास शुल्क या हवाईअड्डा विकास शुल्क या यात्री सेवा शुल्क वापस करने होंगे। टिप्पणियां डीजीसीए के प्रमुख एम. सत्यावती ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि यह नियम एक अगस्त से प्रभावी होंगे।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा हवाई सेवा देने वाली कंपनियों को 'स्पष्ट तरीके' से इसका संकेत देना चाहिये कि किसी टिकट के रद्द होने पर कितनी राशि लौटाई जा सकती है। विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, ''किसी भी स्थिति में एयरलाइन कंपनियां रद्दीकरण शुल्क आधार किराए एवं ईंधन अधिभार के योग से अधिक नहीं लगा सकती हैं।'' डीजीसीए ने यह भी स्पष्ट किया कि एयरलाइन कंपनियां किराया वापसी के दौरान अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकती हैं। नये नियमों के तहत डीजीसीए ने स्पष्ट किया कि टिकट रद्द होने या उसके प्रयोग नहीं होने की स्थिति में एयरलाइन कंपनियों को ग्राहक को सभी सांविधिक कर, प्रयोगकर्ता विकास शुल्क या हवाईअड्डा विकास शुल्क या यात्री सेवा शुल्क वापस करने होंगे। टिप्पणियां डीजीसीए के प्रमुख एम. सत्यावती ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि यह नियम एक अगस्त से प्रभावी होंगे।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, ''किसी भी स्थिति में एयरलाइन कंपनियां रद्दीकरण शुल्क आधार किराए एवं ईंधन अधिभार के योग से अधिक नहीं लगा सकती हैं।'' डीजीसीए ने यह भी स्पष्ट किया कि एयरलाइन कंपनियां किराया वापसी के दौरान अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकती हैं। नये नियमों के तहत डीजीसीए ने स्पष्ट किया कि टिकट रद्द होने या उसके प्रयोग नहीं होने की स्थिति में एयरलाइन कंपनियों को ग्राहक को सभी सांविधिक कर, प्रयोगकर्ता विकास शुल्क या हवाईअड्डा विकास शुल्क या यात्री सेवा शुल्क वापस करने होंगे। टिप्पणियां डीजीसीए के प्रमुख एम. सत्यावती ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि यह नियम एक अगस्त से प्रभावी होंगे।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नये नियमों के तहत डीजीसीए ने स्पष्ट किया कि टिकट रद्द होने या उसके प्रयोग नहीं होने की स्थिति में एयरलाइन कंपनियों को ग्राहक को सभी सांविधिक कर, प्रयोगकर्ता विकास शुल्क या हवाईअड्डा विकास शुल्क या यात्री सेवा शुल्क वापस करने होंगे। टिप्पणियां डीजीसीए के प्रमुख एम. सत्यावती ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि यह नियम एक अगस्त से प्रभावी होंगे।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) डीजीसीए के प्रमुख एम. सत्यावती ने मंगलवार को जारी एक आदेश में कहा कि यह नियम एक अगस्त से प्रभावी होंगे।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सरकार ने हवाई यात्रा टिकट रद्द कराने के संबंध में बनाए नये नियम यात्रा टिकट रद्द कराये जाने के समय लिये जाने वाले शुल्क की सीमा तय की गई किराया लौटाने की प्रक्रिया के दौरान लिए जाने वाले अतिरिक्त शुल्क पर रोक
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विदेशी निवेशकों को भारतीय बैंकों के शेयरों में रुचि कम होती नजर आ रही है क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में देश के 28 सरकारी और निजी बैंकों की हिस्सेदारी बेची है।टिप्पणियां अनुमान है कि विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर 2011 से लेकर करीब साढ़े चार महीने के दौरान बैंकों के 10,000 करोड़ रुपये :करीब दो अरब डॉलर: के शेयर बेचे। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने 28 भारतीय बैंकों के शेयरों में शुद्ध बिकवाली की जबकि उन्होंने नौ बैंकों में अपने निवेश बढ़ाए। विदेशी निवेशकों ने जिन बैंकों में हिस्सेदारी कम की उनमें आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, येस बैंक व डीसीबी और एसबीआई व पंजाब नेशनल बैंक जैसे प्रमुख सरकारी बैंक शामिल हैं। इसके विपरीत एचडीएफसी बैंक, साउथ इंडियन बैंक और आईडीबीआई बैंक में उनका निवेश बढ़ा। अनुमान है कि विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर 2011 से लेकर करीब साढ़े चार महीने के दौरान बैंकों के 10,000 करोड़ रुपये :करीब दो अरब डॉलर: के शेयर बेचे। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने 28 भारतीय बैंकों के शेयरों में शुद्ध बिकवाली की जबकि उन्होंने नौ बैंकों में अपने निवेश बढ़ाए। विदेशी निवेशकों ने जिन बैंकों में हिस्सेदारी कम की उनमें आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, येस बैंक व डीसीबी और एसबीआई व पंजाब नेशनल बैंक जैसे प्रमुख सरकारी बैंक शामिल हैं। इसके विपरीत एचडीएफसी बैंक, साउथ इंडियन बैंक और आईडीबीआई बैंक में उनका निवेश बढ़ा। विदेशी निवेशकों ने जिन बैंकों में हिस्सेदारी कम की उनमें आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, येस बैंक व डीसीबी और एसबीआई व पंजाब नेशनल बैंक जैसे प्रमुख सरकारी बैंक शामिल हैं। इसके विपरीत एचडीएफसी बैंक, साउथ इंडियन बैंक और आईडीबीआई बैंक में उनका निवेश बढ़ा।
यहाँ एक सारांश है:विदेशी निवेशकों को भारतीय बैंकों के शेयरों में रुचि कम होती नजर आ रही है क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में देश के 28 सरकारी और निजी बैंकों की हिस्सेदारी बेची है।
12
['hin']
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अधिसूचना सोमवार को जारी कर दी गई।टिप्पणियां नामांकन प्रक्रिया 19 मार्च तक चलेगी और 22 मार्च को नाम वापसी की आखिरी तारीख होगी। इन 10 सीटों के लिए चुनाव आगामी 30 मार्च को होगा और उसी दिन नतीजे भी पता चल जाएंगे। जिन 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है कि उनमें से विधानसभा चुनाव में 224 सीटें जीतने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) छह सदस्यों को, 80 सीट जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) दो को और 47 व 28 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस एक-एक सदस्य को राज्यसभा भेज पाएगी। नामांकन प्रक्रिया 19 मार्च तक चलेगी और 22 मार्च को नाम वापसी की आखिरी तारीख होगी। इन 10 सीटों के लिए चुनाव आगामी 30 मार्च को होगा और उसी दिन नतीजे भी पता चल जाएंगे। जिन 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है कि उनमें से विधानसभा चुनाव में 224 सीटें जीतने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) छह सदस्यों को, 80 सीट जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) दो को और 47 व 28 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस एक-एक सदस्य को राज्यसभा भेज पाएगी। जिन 10 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है कि उनमें से विधानसभा चुनाव में 224 सीटें जीतने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) छह सदस्यों को, 80 सीट जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) दो को और 47 व 28 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस एक-एक सदस्य को राज्यसभा भेज पाएगी।
सारांश: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अधिसूचना सोमवार को जारी कर दी गई।
5
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शुक्रवार को रिलीज़ हुई महेश भट्ट कैम्प की नई फिल्म 'ब्लड मनी' यंग मैनेजमेंट ग्रेजुएट कुणाल की कहानी है, जो बड़े सपने लेकर अपनी पत्नी आरज़ू के साथ साउथ अफ्रीका की डायमंड कंपनी में नौकरी करने आता है, लेकिन चमचमाते हीरों के कारोबार के पीछे उसकी कंपनी का काला सच छिपा है। कहानी का आधार है कि क्या कुणाल इस सच से पर्दा उठाएगा या इसे नज़रअंदाज़ करके सफलता का मज़ा लूटता रहेगा। सो, ऊपर-ऊपर से 'ब्लड मनी' डायमंड ट्रेड के गैरकानूनी धंधे पर आधारित दिखती है, लेकिन यह फिल्म अपने आप में सपने और प्यार के बीच स्ट्रगल कर रहे एक नौजवान की प्रेमकथा है।टिप्पणियां आइए, पहले चर्चा करते हैं, फिल्म की खामियों पर... सब कुछ बहुत आसानी से होता दिखाई देता है। ऐसा कहीं नहीं दिखता कि कुणाल ने कौन-सा एचीवमेंट हासिल किया, जो साउथ अफ्रीका पहुंचते ही कंपनी उसे आलीशान बंगला देती है। उसमें ऐसा क्या खास है, जो से तेजी से प्रमोशन मिलते जाते हैं। बॉस से लेकर विदेशी कन्याएं तक, सब उस पर लट्टू क्यों हैं। कंपनी का टॉप मैनेजर जिस हीरे को ढाई करोड़ में नहीं बेच पाता, 10 मिनट बाद वही हीरा कुणाल तीन करोड़ में ऐसे बेचता है, जैसे दो रुपये की चॉकलेट तीन रुपये में बेच दी हो। नया-नया कुणाल हीरे पहचानने में इतना एक्सपर्ट कैसे है कि उसे बड़ी-बड़ी डील के लिए भेज दिया जाता है। दरअसल 'ब्लड मनी' गहराई से डायमंड ट्रेड को छूती ही नहीं। अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार... आइए, पहले चर्चा करते हैं, फिल्म की खामियों पर... सब कुछ बहुत आसानी से होता दिखाई देता है। ऐसा कहीं नहीं दिखता कि कुणाल ने कौन-सा एचीवमेंट हासिल किया, जो साउथ अफ्रीका पहुंचते ही कंपनी उसे आलीशान बंगला देती है। उसमें ऐसा क्या खास है, जो से तेजी से प्रमोशन मिलते जाते हैं। बॉस से लेकर विदेशी कन्याएं तक, सब उस पर लट्टू क्यों हैं। कंपनी का टॉप मैनेजर जिस हीरे को ढाई करोड़ में नहीं बेच पाता, 10 मिनट बाद वही हीरा कुणाल तीन करोड़ में ऐसे बेचता है, जैसे दो रुपये की चॉकलेट तीन रुपये में बेच दी हो। नया-नया कुणाल हीरे पहचानने में इतना एक्सपर्ट कैसे है कि उसे बड़ी-बड़ी डील के लिए भेज दिया जाता है। दरअसल 'ब्लड मनी' गहराई से डायमंड ट्रेड को छूती ही नहीं। अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार... अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार...
संक्षिप्त पाठ: कुणाल, अमृता और मनीष ने अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स अच्छे हैं, क्लाइमेक्स बढ़िया है, और म्यूज़िक भी बेहतर है...
14
['hin']
एक सारांश बनाओ: चेतेश्वर पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 206 रन की पारी खेली, जो पिछले दो साल से भी अधिक समय में भारत की तरफ से लगाया गया पहला दोहरा शतक है। पुजारा ने पहले भारत की तरफ से टेस्ट मैचों में आखिरी दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने अक्तूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में लगाया था। इस स्टार बल्लेबाज ने तब 214 रन की पारी खेली थी। इसके बाद पुजारा के दोहरे शतक तक भारत की तरफ से टेस्ट मैचों में उच्चतम स्कोर 191 रन था, जो नवंबर 2010 में द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर में बनाया था। भारत की तरफ से 2011 में कोई भी बल्लेबाज दोहरे शतक के करीब नहीं पहुंचा। बीते वर्ष वीवीएस लक्ष्मण ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में नाबाद 176 रन की सर्वोच्च पारी खेली थी। पुजारा टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले 19वें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। भारत की तरफ से वैसे यह कुल 41वां दोहरा शतक है। तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने छह-छह, राहुल द्रविड़ ने पांच, सुनील गावस्कर ने चार तथा वीवीएस लक्ष्मण, वीनू मांकड़, विनोद कांबली, वसीम जाफर और दिलीप सरदेसाई ने दो . दो दोहरे शतक जमाये हैं। इसके साथ ही पुजारा पाकिस्तान के जहीर अब्बास, वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्डस और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ के साथ विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए हैं। इन सभी ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले मैच में ही दोहरा शतक लगाया था। जहीर ने 274, रिचर्डस ने 232 और स्मिथ ने 277 रन बनाये थे। पुजारा भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाने वाले छठे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले मंसूर अली खां पटौदी, गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, कांबली और द्रविड़ यह कारनामा कर चुके हैं। टिप्पणियां पुजारा की यह छठे टेस्ट मैच की नौंवी पारी है। इस तरह से सबसे कम पारियों में दोहरा शतक जड़ने वाले भारतीयों की सूची में तीसरे नंबर पर काबिज हो गए हैं। कांबली ने चौथी टेस्ट पारी और गावस्कर ने आठवीं पारी में दोहरा शतक लगाया था। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज का यह दूसरा टेस्ट शतक है। उन्होंने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में इसी साल 159 रन बनाए थे, जो इससे पहले वर्ष 2012 में किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी थी। इस तरह से पुजारा ने अपने पहले दो शतक के दौरान 150 से अधिक रन बनाए। उनसे पहले कांबली और लक्ष्मण ही ऐसा कर पाए थे। कांबली के पहले दो शतक तो दोहरे शतक थे। भारत ने जब पारी समाप्त घोषित की तब पुजारा नाबाद 206 रन पर खेल रहे थे। इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत 66.12 है, जो वर्तमान में किसी भी भारतीय का सर्वोच्च औसत है। बीते वर्ष वीवीएस लक्ष्मण ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में नाबाद 176 रन की सर्वोच्च पारी खेली थी। पुजारा टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले 19वें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। भारत की तरफ से वैसे यह कुल 41वां दोहरा शतक है। तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने छह-छह, राहुल द्रविड़ ने पांच, सुनील गावस्कर ने चार तथा वीवीएस लक्ष्मण, वीनू मांकड़, विनोद कांबली, वसीम जाफर और दिलीप सरदेसाई ने दो . दो दोहरे शतक जमाये हैं। इसके साथ ही पुजारा पाकिस्तान के जहीर अब्बास, वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्डस और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ के साथ विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए हैं। इन सभी ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले मैच में ही दोहरा शतक लगाया था। जहीर ने 274, रिचर्डस ने 232 और स्मिथ ने 277 रन बनाये थे। पुजारा भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाने वाले छठे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले मंसूर अली खां पटौदी, गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, कांबली और द्रविड़ यह कारनामा कर चुके हैं। टिप्पणियां पुजारा की यह छठे टेस्ट मैच की नौंवी पारी है। इस तरह से सबसे कम पारियों में दोहरा शतक जड़ने वाले भारतीयों की सूची में तीसरे नंबर पर काबिज हो गए हैं। कांबली ने चौथी टेस्ट पारी और गावस्कर ने आठवीं पारी में दोहरा शतक लगाया था। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज का यह दूसरा टेस्ट शतक है। उन्होंने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में इसी साल 159 रन बनाए थे, जो इससे पहले वर्ष 2012 में किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी थी। इस तरह से पुजारा ने अपने पहले दो शतक के दौरान 150 से अधिक रन बनाए। उनसे पहले कांबली और लक्ष्मण ही ऐसा कर पाए थे। कांबली के पहले दो शतक तो दोहरे शतक थे। भारत ने जब पारी समाप्त घोषित की तब पुजारा नाबाद 206 रन पर खेल रहे थे। इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत 66.12 है, जो वर्तमान में किसी भी भारतीय का सर्वोच्च औसत है। पुजारा भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाने वाले छठे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले मंसूर अली खां पटौदी, गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, कांबली और द्रविड़ यह कारनामा कर चुके हैं। टिप्पणियां पुजारा की यह छठे टेस्ट मैच की नौंवी पारी है। इस तरह से सबसे कम पारियों में दोहरा शतक जड़ने वाले भारतीयों की सूची में तीसरे नंबर पर काबिज हो गए हैं। कांबली ने चौथी टेस्ट पारी और गावस्कर ने आठवीं पारी में दोहरा शतक लगाया था। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज का यह दूसरा टेस्ट शतक है। उन्होंने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में इसी साल 159 रन बनाए थे, जो इससे पहले वर्ष 2012 में किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी थी। इस तरह से पुजारा ने अपने पहले दो शतक के दौरान 150 से अधिक रन बनाए। उनसे पहले कांबली और लक्ष्मण ही ऐसा कर पाए थे। कांबली के पहले दो शतक तो दोहरे शतक थे। भारत ने जब पारी समाप्त घोषित की तब पुजारा नाबाद 206 रन पर खेल रहे थे। इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत 66.12 है, जो वर्तमान में किसी भी भारतीय का सर्वोच्च औसत है। पुजारा की यह छठे टेस्ट मैच की नौंवी पारी है। इस तरह से सबसे कम पारियों में दोहरा शतक जड़ने वाले भारतीयों की सूची में तीसरे नंबर पर काबिज हो गए हैं। कांबली ने चौथी टेस्ट पारी और गावस्कर ने आठवीं पारी में दोहरा शतक लगाया था। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज का यह दूसरा टेस्ट शतक है। उन्होंने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में इसी साल 159 रन बनाए थे, जो इससे पहले वर्ष 2012 में किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी थी। इस तरह से पुजारा ने अपने पहले दो शतक के दौरान 150 से अधिक रन बनाए। उनसे पहले कांबली और लक्ष्मण ही ऐसा कर पाए थे। कांबली के पहले दो शतक तो दोहरे शतक थे। भारत ने जब पारी समाप्त घोषित की तब पुजारा नाबाद 206 रन पर खेल रहे थे। इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत 66.12 है, जो वर्तमान में किसी भी भारतीय का सर्वोच्च औसत है। इससे पहले वर्ष 2012 में किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी थी। इस तरह से पुजारा ने अपने पहले दो शतक के दौरान 150 से अधिक रन बनाए। उनसे पहले कांबली और लक्ष्मण ही ऐसा कर पाए थे। कांबली के पहले दो शतक तो दोहरे शतक थे। भारत ने जब पारी समाप्त घोषित की तब पुजारा नाबाद 206 रन पर खेल रहे थे। इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत 66.12 है, जो वर्तमान में किसी भी भारतीय का सर्वोच्च औसत है।
यहाँ एक सारांश है:चेतेश्वर पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 206 रन की पारी खेली, जो पिछले दो साल से भी अधिक समय में भारत की तरफ से लगाया गया पहला दोहरा शतक है
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि अगर भीड़ की जानकारी पीएम मोदी को मिलेगी तो वे पगला जाएंगे और अगली बार शराब के साथ-साथ और न जाने क्या-क्या कहेंगे. इसका संज्ञान नहीं लेना है. उन्होंने कहा कि यह तय है कि अब यूपी से बीजेपी जा रही है और महागठबंधन आ रहा है, बशर्ते वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ न हो. बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. कहा कि कांग्रेस अपनी गलत नीतियों की वजह से हारी. यह हालत बीजेपी की होगी. इस बार सत्ता से बाहर होंगे. इस बार चौकीदारी का नाटक भी नहीं बचा पाएगा.  चाहे कितनी भी ताकत न लगा लें.   मायावती ने कहा कि लोगों को अच्छे दिन दिखाने का प्रलोभन दिया गया था, लेकिन एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किये गए. इस बार फिर तमाम हथकंडे अपनाकर गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. चुनाव घोषित होने के दिन तक उद्घाटन किया. उन्होंने कहा की पीएम मोदी का ज्यादा समय अपने पूंजीपति दोस्तों को बचाने में गया. उन्हीं की चौकीदारी करते रहे. उन्हें ही मालामाल करते रहे. देश के किसान इस सरकार में शुरू से ही दुखी रहे. यूपी में बीजेपी की सरकार ने आवारा पशुओं के जरिये और भी बर्बाद कर दिया. गन्ना किसान भी परेशान हैं.   मायावती ने कहा कि हमें मौका मिला तो किसानों का कोई बकाया नहीं रहेगा. दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है. पहले कांग्रेस और अब बीजेपी की सरकार में इन वर्गों को प्राइवेट नौकरी में आरक्षण देने के बजाय सारे काम धन्ना सेठों को दिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से बेरोजगारी बढ़ी है. देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है. साथ ही भ्रष्टाचार भी बढ़ा है. कांग्रेस की सरकार में बोफोर्स और अब भाजपा की सरकार में राफेल सौदा घोटालों का सबूत है. देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं हैं. मायावती ने मोदी सरकार पर सीबीआई, ईडी आदि के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया.   बसपा प्रमुख ने कहा कि मेरी पार्टी घोषणापत्र से ज्यादा काम में विश्वास रखती है. ये सब जानते हैं. मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को लुभाने के लिए 6 हजार रुपये प्रतिमाह देने की बात कही है, इससे गरीबी दूर होने वाली नहीं है. अगर हमारी सरकार बनती है तो सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी. कांग्रेस के प्रलोभन में नहीं आना है. इंदिरा गांधी ने भी 'गरीबी हटाओ' के नाम पर नाटकबाजी की थी. चुनाव के समय ही गरीबों की याद क्यों आती है, यह भी सोचने की बात है. मायावती ने कहा कि मैं मुस्लिम समाज के लोगों से कहना चाहती हूं कि कांग्रेस बीजेपी को टक्कर नहीं दे सकती है, सिर्फ महागठबंधन ही उन्हें हरा सकता है. इसलिये महागठबंधन को ही वोट दें. मेरे पास रिपोर्ट है कि कांग्रेस चाहती है कि वे भले ही न जीतें, लेकिन महागठबंधन को कतई जीतने नहीं देना है.  दूसरी तरफ, देवबंद की रैली में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पहले चायवाला, अब चौकीदार. अब नयी सरकार और नया प्रधानमंत्री चुनने का समय आ गया है. उन्होंने कहा कि इस बार सभी गरीब सभी किसान इन चौकीदारों की चौकी छीनने का काम करेंगे. हमें ठगबंधन बोलते हैं. शराब बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में चूर हैं. हमने देखा कि टीवी पर पैर धोए जा रहे थे, वहीं पीछे से दलित भाईयों की नौकरियां जाती रहीं जीएसटी से छोटे कारोबारियों कोई लाभ नहीं हुआ.  अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं. हमारे जवान मर रहे हैं बीजेपी की ज़िम्मेदारी है. ये महापरिवर्तन का चुनाव है. ये दूरियों को मिटाने का चुनाव है. हमें नफ़रत की दीवार गिरानी है. उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस है वही बीजेपी है, जो बीजेपी है वही कांग्रेस है. कांग्रेस परिवर्तन नहीं चाहती वो अपनी पार्टी बनाना चाहती है. आपको देखना होगा कि कौन परिवर्तन लाएगा.
देवबंद की रैली में गरजे मायावती-अखिलेश यादव मोदी सरकार पर जमकर साधा निशाना कहा- अब बीजेपी को सत्ता से हटाने की जरूरत
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बिहार के नवादा में दो गुटों के बीच हिंसा के बाद पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है। हिंसा 10 अगस्त को एक होटल से शुरू हुई, जो बढ़ते-बढ़ते दो गुटों की हिंसा में बदल गई, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग की। पुलिस फायरिंग में एक शख्स की तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे शख्स ने अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया। नवादा में तनाव को देखते हुए इलाके में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।  पुलिस के कई बड़े अधिकारी कर्फ्यू के दौरान नवादा शहर में गश्त लगा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल शहर में किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं है। पुलिस फायरिंग में एक शख्स की तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे शख्स ने अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया। नवादा में तनाव को देखते हुए इलाके में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।  पुलिस के कई बड़े अधिकारी कर्फ्यू के दौरान नवादा शहर में गश्त लगा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल शहर में किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: नवादा में तनाव को देखते हुए इलाके में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस के कई बड़े अधिकारी कर्फ्यू के दौरान नवादा शहर में गश्त लगा रहे हैं।
25
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मोदी ने कहा कि 2018 में विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत' की शुरुआत हुई. देश के हर गांव तक बिजली पहुंच गई. विश्व की गणमान्य संस्थाओं ने माना है कि भारत रिकॉर्ड गति के साथ, देश को गरीबी से मुक्ति दिला रहा है. उन्होंने कहा कि देशवासियों के अडिग संकल्प से स्वच्छता कवरेज बढ़कर 95% को पार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. आजादी के बाद लाल-किले से पहली बार, आज़ाद हिन्द सरकार की 75वीं वर्षगांठ पर तिरंगा फहराया गया. सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू आफ यूनिटी' देश को मिली. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘चैम्पियंस आफ अर्थ अवार्ड' से सम्मानित किया गया. सौर ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन में भारत के प्रयासों को विश्व में स्थान मिला. मोदी ने कहा, ‘देश के आत्मरक्षा को नई मजबूती मिली है. इसी वर्ष हमारे देश ने सफलतापूर्वक परमाणु त्रिकोण को पूरा किया, यानी अब हम जल, थल और नभ-तीनों में परमाणु शक्ति संपन्न हो गए है.' प्रधानमंत्री ने कराटा चैम्पियन 12 साल की हनाया निसार, 16 साल की मुक्केबाजी चैम्पियन रजनी, साइकिल से दुनिया का चक्कर लगाने वाली 20 साल की वेदांगी का जिक्र करते हुए कहा, ‘अगर संकल्प में सामर्थ्य है, हौसले बुलंद हैं तो रुकावटें खुद ही रुक जाती हैं. कठिनाइयाँ कभी रुकावट नहीं बन सकती हैं. अनेक ऐसे उदाहरण जब हम सुनते हैं तो हमें भी अपने जीवन में प्रतिपल एक नयी प्रेरणा मिलती है. नकारात्मकता फैलाना काफी आसान होता है, लेकिन, हमारे समाज में, हमारे आस-पास बहुत कुछ अच्छे काम हो रहे हैं और ये सब 130 करोड़ भारतवासियों के सामूहिक प्रयासों से हो रहा है.' मोदी ने कहा कि हम ऐसा क्या करें जिससे अपने स्वयं के जीवन में बदलाव ला सकें और साथ-ही-साथ देश और समाज को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें, यह महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जनवरी में कई सारे त्योहार आने वाले हैं जैसे लोहड़ी, पोंगल, मकर संक्रान्ति, उत्तरायण, माघ बिहू आदि. इन त्योहारों के अवसर पर भारत में पारंपरिक नृत्यों का रंग दिखेगा, फसल तैयार होने की खुशी में लोहड़ी जलाई जाएगी, आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ती हुई दिखेंगी.    प्रयाग में आयोजित होने वाले कुंभ मेले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि कुंभ मेले में आस्था और श्रद्धा का जन-सागर उमड़ता है. एक साथ एक जगह पर देश-विदेश के लाखों करोड़ों लोग जुड़ते हैं. कुंभ की परम्परा हमारी महान सांस्कृतिक विरासत से पुष्पित और पल्लवित हुई है.    उन्होंने कहा कि इस बार श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान के बाद अक्षयवट के पुण्य दर्शन भी कर सकेगा. लोगों की आस्था का प्रतीक यह अक्षयवट सैकड़ों वर्षों से किले में बंद था, जिससे श्रद्धालु चाहकर भी इसके दर्शन नहीं कर पाते थे. अब अक्षयवट का द्वार सबके लिए खोल दिया गया है.
यहाँ एक सारांश है:PM ने साल 2018 में सरकार की उपलब्धियों गिनाई ‘आयुष्मान भारत’ का किया जिक्र 'हौसले बुलंद हैं तो रुकावटें खुद ही रुक जाती हैं'
12
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भाजपा ने आज एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक दाऊद इब्राहिम की करीब 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है.  यह संपत्ति भारत सरकार द्वारा मुहैया कराए गए एक डोजियर के आधार पर जब्त की गई है. पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में आज दावा किया गया, ''प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी कूटनीतिक सफलता : संयुक्त अरब अमीरात में भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक दाऊद इब्राहिम की करीब 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है.''टिप्पणियां इसमें आगे कहा गया है,''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति का मास्टर स्ट्रोक निशाने पर लगा. प्रधानमंत्री ने उसकी (दाऊद की) संपत्तियों की सूची संयुक्त अरब अमीरात सरकार को वर्ष 2015 में अपनी यात्रा के दौरान दी थी और कार्रवाई की मांग की थी.''  भाजपा ने इस दावे के संबंध में एक मीडिया खबर का हवाला दिया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में आज दावा किया गया, ''प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी कूटनीतिक सफलता : संयुक्त अरब अमीरात में भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक दाऊद इब्राहिम की करीब 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई है.''टिप्पणियां इसमें आगे कहा गया है,''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति का मास्टर स्ट्रोक निशाने पर लगा. प्रधानमंत्री ने उसकी (दाऊद की) संपत्तियों की सूची संयुक्त अरब अमीरात सरकार को वर्ष 2015 में अपनी यात्रा के दौरान दी थी और कार्रवाई की मांग की थी.''  भाजपा ने इस दावे के संबंध में एक मीडिया खबर का हवाला दिया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसमें आगे कहा गया है,''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति का मास्टर स्ट्रोक निशाने पर लगा. प्रधानमंत्री ने उसकी (दाऊद की) संपत्तियों की सूची संयुक्त अरब अमीरात सरकार को वर्ष 2015 में अपनी यात्रा के दौरान दी थी और कार्रवाई की मांग की थी.''  भाजपा ने इस दावे के संबंध में एक मीडिया खबर का हवाला दिया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: दाऊद की यूएई में 15 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्‍त बीजेपी ने मीडिया की रिपोर्ट के हवाले से किया दावा पार्टी ने इसे पीएम मोदी की बड़ी कूटनीतिक सफलता करार दिया
9
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली का कनॉट प्लेस कार्यालय खोलने के लिहाज से दुनिया का 5वां सबसे महंगा स्थल है, क्योंकि यहां कार्यालय स्थल के लिए मांग के मुकाबले आपूर्ति बहुत कम है। रीयल एस्टेट क्षेत्र की वैश्विक परामर्श सेवा कंपनी सीबीआरई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सबसे महंगे कार्यालय स्थल बाजारों में से छह एशिया-प्रशांत में, तीन ईएमईए (यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) में और एक अमेरिका में है।टिप्पणियां सीबीआरई की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे महंगे स्थलों की सूची में हांगकांग का सेंट्रल शीर्ष पर है, जहां वार्षिक किराया 235.23 डॉलर प्रति वर्ग फुट है, जबकि दूसरे पायदान पर लंदन का सेंट्रल (वेस्ट एंड) है। वहीं, चीन का बीजिंग (फाइनेंस स्ट्रीट) और जियांगूमेन सीबीडी क्रमश: तीसरे और चौथे पायदान पर है। दिल्ली के कनॉट प्लेस में वार्षिक किराया 178.96 डॉलर प्रति वर्ग फुट है। इस सूची में मुंबई भी शामिल है और मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 119.93 डॉलर प्रति वर्ग फुट के वार्षिक किराये के साथ 11वें पायदान पर है। रीयल एस्टेट क्षेत्र की वैश्विक परामर्श सेवा कंपनी सीबीआरई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 10 सबसे महंगे कार्यालय स्थल बाजारों में से छह एशिया-प्रशांत में, तीन ईएमईए (यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) में और एक अमेरिका में है।टिप्पणियां सीबीआरई की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे महंगे स्थलों की सूची में हांगकांग का सेंट्रल शीर्ष पर है, जहां वार्षिक किराया 235.23 डॉलर प्रति वर्ग फुट है, जबकि दूसरे पायदान पर लंदन का सेंट्रल (वेस्ट एंड) है। वहीं, चीन का बीजिंग (फाइनेंस स्ट्रीट) और जियांगूमेन सीबीडी क्रमश: तीसरे और चौथे पायदान पर है। दिल्ली के कनॉट प्लेस में वार्षिक किराया 178.96 डॉलर प्रति वर्ग फुट है। इस सूची में मुंबई भी शामिल है और मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 119.93 डॉलर प्रति वर्ग फुट के वार्षिक किराये के साथ 11वें पायदान पर है। सीबीआरई की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे महंगे स्थलों की सूची में हांगकांग का सेंट्रल शीर्ष पर है, जहां वार्षिक किराया 235.23 डॉलर प्रति वर्ग फुट है, जबकि दूसरे पायदान पर लंदन का सेंट्रल (वेस्ट एंड) है। वहीं, चीन का बीजिंग (फाइनेंस स्ट्रीट) और जियांगूमेन सीबीडी क्रमश: तीसरे और चौथे पायदान पर है। दिल्ली के कनॉट प्लेस में वार्षिक किराया 178.96 डॉलर प्रति वर्ग फुट है। इस सूची में मुंबई भी शामिल है और मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 119.93 डॉलर प्रति वर्ग फुट के वार्षिक किराये के साथ 11वें पायदान पर है। वहीं, चीन का बीजिंग (फाइनेंस स्ट्रीट) और जियांगूमेन सीबीडी क्रमश: तीसरे और चौथे पायदान पर है। दिल्ली के कनॉट प्लेस में वार्षिक किराया 178.96 डॉलर प्रति वर्ग फुट है। इस सूची में मुंबई भी शामिल है और मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 119.93 डॉलर प्रति वर्ग फुट के वार्षिक किराये के साथ 11वें पायदान पर है।
यह एक सारांश है: दिल्ली के कनॉट प्लेस में वार्षिक किराया 178.96 डॉलर प्रति वर्ग फुट है। इस सूची में मुंबई भी शामिल है और मुंबई का बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स 119.93 डॉलर प्रति वर्ग फुट के वार्षिक किराये के साथ 11वें पायदान पर है।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में बीफ बैन के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस इंदु मल्होत्रा ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है. वे पहले इस केस में बतौर वकील पेश हुई थीं. अब इस मामले को चीफ जस्टिस के पास भेजा गया है ताकि नई बेंच का गठन किया जा सके. सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्‍ट्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. महाराष्ट्र के कुरैशी समाज समेत कई संगठनों ने महाराष्ट्र में बीफ बैन को चुनौती दी है. वहीं कुछ गैर सरकारी संगठनों ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जो कि बीफ पर पूरी तरह बैन चाहते हैं. याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए न्‍यायालय ने नोटिस जारी किया था. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि 16 साल से बड़ी उम्र के बैल किसान के किसी काम के नहीं हैं. ऐसे में किसान उन्हें बेचकर पैसा भी कमा सकते हैं. इस पाबंदी से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं, इसलिए राज्य में 16 साल से ऊपर के बैलों की स्‍लॉटरिंग की इजाजत दी जाए. याचिका में कहा गया है कि इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है. इससे पहले भी बीफ बैन के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया था. बॉम्‍बे हाईकोर्ट के बीफ खाने की इजाजत के फैसले के खिलाफ अखिल भारतीय कृषि गोसेवा संघ की याचिका पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था. महाराष्ट्र में जारी बीफ बैन पर बड़ा फैसला सुनाते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीफ पर पाबंदी जारी रहने का फैसला दिया था, लेकिन बीफ खाने पर लगी पाबंदी को उठाते हुए अन्य राज्यों से महाराष्ट्र में बीफ लाकर बेचने की इजाजत दे दी थी. हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि 'राज्य में बीफ पर पाबंदी जारी रहेगी, लेकिन बाहर के राज्यों से (जिन राज्यों में इसकी इजाजत है) महाराष्ट्र में बीफ लाया जा सकता है और लोग बीफ खा भी सकते हैं. बीफ रखने वालों को सारे सबूत हमेशा रखने होंगे, जिससे कभी कोई शिकायत आए तो वे खुद को निर्दोष साबित कर सकें. ऐसे में उस व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है.
संक्षिप्त पाठ: महाराष्ट्र के कुरैशी समाज समेत कई संगठनों ने बीफ बैन को चुनौती दी है राज्य में 16 साल से ऊपर के बैलों की स्‍लॉटरिंग की इजाजत मांगी गई है बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीफ पर पाबंदी जारी रहने का फैसला दिया था
27
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के तहत मंगलवार को बैंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से होगा। अपने घर में खेल रही बैंगलोर के लिए एक ओर जहां हैदराबाद से मिली हार को भूला कर फिर से जीत की पटरी वापस आने की चुनौती होगी, वहीं, दूसरी ओर हैदराबाद बैंगलोर को एक बार फिर से हरा कर अपने जीत के सिलसिले को जारी रखना चाहेगी। रविवार को उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में हैदराबाद के हाथों सुपर ओवर में मिली हार से बैंगलोर को करारा झटका लगा है। बैंगलोर अब अपने घर में होने वाले इस मुकाबले में हैदराबाद को पटखनी देकर सुपर ओवर में मिली हार का बदला लेना चाहेगा। पिछले दो संस्करणों में खराब प्रदर्शन करने वाली हैदराबाद का इस संस्करण का अभी तक का सफर काफी रोचक रहा है। गेंदबाजों के दम पर उसने अपने दोनों मैच जीते हैं जबकि बल्लेबाजी में वह अब तक ऐसा कुछ खास नहीं कर पाई है, जिससे की लगे, कि उनके बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा या हासिल करने में सक्षम हैं। हैदराबाद के मुकाबले चिन्नास्वामी की विकेट गेंदबाजों के लिए काफी मददगार है। विश्व के नंबर एक गेंदबाज डेल स्टेन,  अच्छी फॉर्म में चल रहे भारतीय पेसर इशांत शर्मा और स्पिनर अमित मिश्रा ने अब तक हुए मुकाबलों में उम्दा गेंदबाजी की है। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। अपने घर में खेल रही बैंगलोर के लिए एक ओर जहां हैदराबाद से मिली हार को भूला कर फिर से जीत की पटरी वापस आने की चुनौती होगी, वहीं, दूसरी ओर हैदराबाद बैंगलोर को एक बार फिर से हरा कर अपने जीत के सिलसिले को जारी रखना चाहेगी। रविवार को उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में हैदराबाद के हाथों सुपर ओवर में मिली हार से बैंगलोर को करारा झटका लगा है। बैंगलोर अब अपने घर में होने वाले इस मुकाबले में हैदराबाद को पटखनी देकर सुपर ओवर में मिली हार का बदला लेना चाहेगा। पिछले दो संस्करणों में खराब प्रदर्शन करने वाली हैदराबाद का इस संस्करण का अभी तक का सफर काफी रोचक रहा है। गेंदबाजों के दम पर उसने अपने दोनों मैच जीते हैं जबकि बल्लेबाजी में वह अब तक ऐसा कुछ खास नहीं कर पाई है, जिससे की लगे, कि उनके बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा या हासिल करने में सक्षम हैं। हैदराबाद के मुकाबले चिन्नास्वामी की विकेट गेंदबाजों के लिए काफी मददगार है। विश्व के नंबर एक गेंदबाज डेल स्टेन,  अच्छी फॉर्म में चल रहे भारतीय पेसर इशांत शर्मा और स्पिनर अमित मिश्रा ने अब तक हुए मुकाबलों में उम्दा गेंदबाजी की है। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। रविवार को उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में हैदराबाद के हाथों सुपर ओवर में मिली हार से बैंगलोर को करारा झटका लगा है। बैंगलोर अब अपने घर में होने वाले इस मुकाबले में हैदराबाद को पटखनी देकर सुपर ओवर में मिली हार का बदला लेना चाहेगा। पिछले दो संस्करणों में खराब प्रदर्शन करने वाली हैदराबाद का इस संस्करण का अभी तक का सफर काफी रोचक रहा है। गेंदबाजों के दम पर उसने अपने दोनों मैच जीते हैं जबकि बल्लेबाजी में वह अब तक ऐसा कुछ खास नहीं कर पाई है, जिससे की लगे, कि उनके बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा या हासिल करने में सक्षम हैं। हैदराबाद के मुकाबले चिन्नास्वामी की विकेट गेंदबाजों के लिए काफी मददगार है। विश्व के नंबर एक गेंदबाज डेल स्टेन,  अच्छी फॉर्म में चल रहे भारतीय पेसर इशांत शर्मा और स्पिनर अमित मिश्रा ने अब तक हुए मुकाबलों में उम्दा गेंदबाजी की है। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। पिछले दो संस्करणों में खराब प्रदर्शन करने वाली हैदराबाद का इस संस्करण का अभी तक का सफर काफी रोचक रहा है। गेंदबाजों के दम पर उसने अपने दोनों मैच जीते हैं जबकि बल्लेबाजी में वह अब तक ऐसा कुछ खास नहीं कर पाई है, जिससे की लगे, कि उनके बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा या हासिल करने में सक्षम हैं। हैदराबाद के मुकाबले चिन्नास्वामी की विकेट गेंदबाजों के लिए काफी मददगार है। विश्व के नंबर एक गेंदबाज डेल स्टेन,  अच्छी फॉर्म में चल रहे भारतीय पेसर इशांत शर्मा और स्पिनर अमित मिश्रा ने अब तक हुए मुकाबलों में उम्दा गेंदबाजी की है। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। हैदराबाद के मुकाबले चिन्नास्वामी की विकेट गेंदबाजों के लिए काफी मददगार है। विश्व के नंबर एक गेंदबाज डेल स्टेन,  अच्छी फॉर्म में चल रहे भारतीय पेसर इशांत शर्मा और स्पिनर अमित मिश्रा ने अब तक हुए मुकाबलों में उम्दा गेंदबाजी की है। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। बैंगलोर के गेंदबाजों को इन तीनों से पार पाना आसान नहीं होगा। क्रिस गेल पर बढ़ती आत्मनिर्भरता बैंगलोर के लिए किस तरह से आत्मघाती हो सकती है यह हमने हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में देखा। आने वाले में मैचों में बैंगलोर के अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।टिप्पणियां  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी।  इस मुकाबले में गेल महज एक रन बनाकर आउट हो गए, जिसके बाद बैंगलोर की टीम महज निर्धारित 20 ओवरों में 130 रन ही बना पाई थी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी। बैंगलोर की गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। मुथैया मुरलीधरन और मुरली कार्तिक विरोधी बल्लेबाजों के सामने कुछ खास चुनौती पेश करते नजर नहीं आए हैं। मंगलवार को मैच चार बजे शुरू होगा, इसलिए ओंस इस मैच में कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण के तहत मंगलवार को बैंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से होगा।
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज विराट कोहली को जल्द ही देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का ब्रांड एम्बैसेडर बनाया जाएगा। विराट कोहली को बीएसएफ ने अपने ढाई लाख सैन्य बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए ब्रांड एम्बैसेडर बनाने का फैसला किया है, जो पाकिस्तान और बांग्लादेश की भारतीय सीमा पर तैनात रहते हैं। सूत्रों ने कहा कि इस शीर्ष बल्लेबाज को राष्ट्रीय राजधानी में इस हफ्ते के अंत में एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा और बीएसएफ परिवार में शामिल किया जाएगा।टिप्पणियां बीएसएफ प्रमुख सुभाष जोशी और बल के अन्य सीनियर अधिकारी उनका ब्रांड एम्बैसेडर के रूप में अधिकारिक स्वागत करेंगे तथा यह युवा क्रिकेटर अपने खेल के बारे में लोगों और अधिकारियों से बात करेगा। यह पहली बार है जब केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने ब्रांड एम्बैसेडर नियुक्त किया है। कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट शृंखला में पदार्पण टेस्ट खेला था और यह 25-वर्षीय बल्लेबाज तब से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने 2011 में भारत की विश्वकप जीत में भी अहम भूमिका निभाई थी। विराट कोहली को बीएसएफ ने अपने ढाई लाख सैन्य बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए ब्रांड एम्बैसेडर बनाने का फैसला किया है, जो पाकिस्तान और बांग्लादेश की भारतीय सीमा पर तैनात रहते हैं। सूत्रों ने कहा कि इस शीर्ष बल्लेबाज को राष्ट्रीय राजधानी में इस हफ्ते के अंत में एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा और बीएसएफ परिवार में शामिल किया जाएगा।टिप्पणियां बीएसएफ प्रमुख सुभाष जोशी और बल के अन्य सीनियर अधिकारी उनका ब्रांड एम्बैसेडर के रूप में अधिकारिक स्वागत करेंगे तथा यह युवा क्रिकेटर अपने खेल के बारे में लोगों और अधिकारियों से बात करेगा। यह पहली बार है जब केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने ब्रांड एम्बैसेडर नियुक्त किया है। कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट शृंखला में पदार्पण टेस्ट खेला था और यह 25-वर्षीय बल्लेबाज तब से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने 2011 में भारत की विश्वकप जीत में भी अहम भूमिका निभाई थी। बीएसएफ प्रमुख सुभाष जोशी और बल के अन्य सीनियर अधिकारी उनका ब्रांड एम्बैसेडर के रूप में अधिकारिक स्वागत करेंगे तथा यह युवा क्रिकेटर अपने खेल के बारे में लोगों और अधिकारियों से बात करेगा। यह पहली बार है जब केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने ब्रांड एम्बैसेडर नियुक्त किया है। कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट शृंखला में पदार्पण टेस्ट खेला था और यह 25-वर्षीय बल्लेबाज तब से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने 2011 में भारत की विश्वकप जीत में भी अहम भूमिका निभाई थी। कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट शृंखला में पदार्पण टेस्ट खेला था और यह 25-वर्षीय बल्लेबाज तब से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने 2011 में भारत की विश्वकप जीत में भी अहम भूमिका निभाई थी।
विराट कोहली को बीएसएफ ने अपने ढाई लाख सैन्य बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए ब्रांड एम्बैसेडर बनाने का फैसला किया है, जो पाकिस्तान और बांग्लादेश की भारतीय सीमा पर तैनात रहते हैं।
6
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शनिवार को एनसीपी (NCP) के कोटे से मंत्री बने जयंत पाटिल (Jayant Patil) और छगन भुगजल (Chhagan Bhujbal) को गुरुवार को आवंटित विभागों में फेरबदल किया है. पाटिल को 12 दिसंबर को वित्त और योजना, आवास, जन स्वास्थ्य, निगम, खाद्य और जन आपूर्ति, श्रम और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. वहीं भुजबल को सिंचाई, ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, आबकारी, कौशल विकास, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग आवंटित किए गए थे. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक अब सिंचाई विभाग का कार्यभार पाटिल को दिया गया है जबकि भुजबल को खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता सरंक्षण और अल्पसंख्यक कल्याण की जिम्मेदारी दी गई है. यह भी पढ़ें- बीजेपी ने उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र में नागरिकता कानून को लागू करने को कहा गौरतलब है कि महाराष्ट्र विकास अघाडी का नेतृत्व कर रहे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को छह मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. महाराष्ट्र विकास अघाडी में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं. माना जा रहा है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 21 दिसंबर को समाप्त होने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा.
संक्षिप्त सारांश: उद्धव ठाकरे ने जयंत पाटिल और छगन भुगजल को आवंटित विभागों में फेरबदल की महाराष्ट्र विकास अघाडी - शिवसेना,राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं ठाकरे ने 28 नवंबर को छह मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी
10
['hin']