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इस के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने बुधवार को स्वीकार किया कि उसे पाकिस्तान द्वारा सीमा क्षेत्रों में बंकरों, मोर्चो और टावरों का निर्माण एवं मरम्मत कराए जाने की जानकारी है तथा उसने इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने महेंद्र मोहन के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार को खुफिया रिपोर्टो के जरिए इस बात की जानकारी है कि पाकिस्तान ने बंकरों, मोर्चो और टावरों का निर्माण एवं उनकी मरम्मत करायी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि 2004 से 2011 के बीच पाकिस्तान ने 886 बंकरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। इसी प्रकार 261 मोर्चे, 398 टावरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। एंटनी ने कहा कि इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों से विरोध दर्ज कराया गया है और सभी मामलों में फील्ड कमांडरों की ध्वज बैठकें आयेाजित की गयी हैं। इस मामले को सीमा सुरक्षा बल ने विभिन्न स्तरों पर हुयी बैठकों में भी पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष उठाया है। रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने महेंद्र मोहन के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार को खुफिया रिपोर्टो के जरिए इस बात की जानकारी है कि पाकिस्तान ने बंकरों, मोर्चो और टावरों का निर्माण एवं उनकी मरम्मत करायी है।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि 2004 से 2011 के बीच पाकिस्तान ने 886 बंकरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। इसी प्रकार 261 मोर्चे, 398 टावरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। एंटनी ने कहा कि इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों से विरोध दर्ज कराया गया है और सभी मामलों में फील्ड कमांडरों की ध्वज बैठकें आयेाजित की गयी हैं। इस मामले को सीमा सुरक्षा बल ने विभिन्न स्तरों पर हुयी बैठकों में भी पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष उठाया है। उन्होंने कहा कि 2004 से 2011 के बीच पाकिस्तान ने 886 बंकरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। इसी प्रकार 261 मोर्चे, 398 टावरों का निर्माण कराया या उनकी मरम्मत करायी। एंटनी ने कहा कि इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों से विरोध दर्ज कराया गया है और सभी मामलों में फील्ड कमांडरों की ध्वज बैठकें आयेाजित की गयी हैं। इस मामले को सीमा सुरक्षा बल ने विभिन्न स्तरों पर हुयी बैठकों में भी पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष उठाया है। एंटनी ने कहा कि इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों से विरोध दर्ज कराया गया है और सभी मामलों में फील्ड कमांडरों की ध्वज बैठकें आयेाजित की गयी हैं। इस मामले को सीमा सुरक्षा बल ने विभिन्न स्तरों पर हुयी बैठकों में भी पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष उठाया है।
यहाँ एक सारांश है:भारत ने स्वीकार किया कि उसे पाकिस्तान द्वारा सीमा क्षेत्रों में बंकरों, मोर्चो और टावरों का निर्माण एवं मरम्मत कराए जाने की जानकारी है तथा उसने इस संबंध में पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अगर आप इस साल बाबा बर्फ़ानी के दर्शन करना चाहते हैं, तो कम से कम एक महीने तक शराब से दूर रहना पड़ेगा और लगातार व्यायाम करना पड़ेगा. अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा को लेकर यह एडवाइजरी की है. इसमें कहा गया है कि चूंकि अमरनाथ की गुफा काफी ऊंचाई पर है, इसीलिए दर्शन करने वालों को एक महीने तक पांच किलोमीटर हर रोज़ चलने की आदत डालनी चाहिए.एडवाइजरी में लिखा गया है कि टहलने की आदत के साथ-साथ श्वसन प्रक्रिया पर भी ध्यान देने की जरूरत है, इसीलिए दर्शन के इच्छुक सभी लोगों को श्वसन संबंधी व्यायाम भी करना चाहिए.टिप्पणियां इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 7 अगस्त तक चलेगी. पवित्र गुफा 14000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, जिसके चलते यात्रियों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए उन्हें इसलिए उन्हें ऑक्सीजन का छोटा सिलिंडर साथ में रखना चाहिए. ऊंचाई संबंधी दिक्कत होने पर समय से इलाज न मिलने से लकवा मारने, आंखों की रोशनी जाने का डर होता है और कुछ ही घंटे में यह जानलेवा साबित हो सकता है. यात्रा के दौरान शराब, धूम्रपान और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ नहीं पीने की भी हिदायत दी गई है. यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा इस साल एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. पिछले साल तमाम वादों के बावजूद घाटी में अमरनाथ यात्रियों के वाहनों पर पथराव किया गया था। साथ ही घाटी में जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रक चालकों पर भी हमले किए. पिछले साल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद दो दिन तक यात्रा को रोक दिया गया था. इसके बाद यात्रा बहाल तो जरूर हुई, लेकिन यात्रा पर इसका निरंतर असर दिखा. यही कारण था कि यात्रा 2 लाख 20 हजार श्रद्धालुओं के आंकड़े तक सिमट गई. इस साल बाबा बर्फानी का आकार बड़ा होने की उम्मीद है. इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 7 अगस्त तक चलेगी. पवित्र गुफा 14000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, जिसके चलते यात्रियों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए उन्हें इसलिए उन्हें ऑक्सीजन का छोटा सिलिंडर साथ में रखना चाहिए. ऊंचाई संबंधी दिक्कत होने पर समय से इलाज न मिलने से लकवा मारने, आंखों की रोशनी जाने का डर होता है और कुछ ही घंटे में यह जानलेवा साबित हो सकता है. यात्रा के दौरान शराब, धूम्रपान और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ नहीं पीने की भी हिदायत दी गई है. यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा इस साल एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. पिछले साल तमाम वादों के बावजूद घाटी में अमरनाथ यात्रियों के वाहनों पर पथराव किया गया था। साथ ही घाटी में जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रक चालकों पर भी हमले किए. पिछले साल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद दो दिन तक यात्रा को रोक दिया गया था. इसके बाद यात्रा बहाल तो जरूर हुई, लेकिन यात्रा पर इसका निरंतर असर दिखा. यही कारण था कि यात्रा 2 लाख 20 हजार श्रद्धालुओं के आंकड़े तक सिमट गई. इस साल बाबा बर्फानी का आकार बड़ा होने की उम्मीद है. यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा इस साल एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. पिछले साल तमाम वादों के बावजूद घाटी में अमरनाथ यात्रियों के वाहनों पर पथराव किया गया था। साथ ही घाटी में जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रक चालकों पर भी हमले किए. पिछले साल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद दो दिन तक यात्रा को रोक दिया गया था. इसके बाद यात्रा बहाल तो जरूर हुई, लेकिन यात्रा पर इसका निरंतर असर दिखा. यही कारण था कि यात्रा 2 लाख 20 हजार श्रद्धालुओं के आंकड़े तक सिमट गई. इस साल बाबा बर्फानी का आकार बड़ा होने की उम्मीद है.
संक्षिप्त सारांश: अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा को लेकर जारी की एडवाइजरी इस साल यात्रा 29 जून से शुरू होकर 7 अगस्त तक चलेगी यात्रा की सुरक्षा इस साल एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सामाजिक संगठन के नाम पर गांधीवादी अन्ना हजारे और उनकी टीम के सदस्यों की ओर से संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ जहर उगलने के मुद्दे पर लोकसभा ने मंगलवार को नरम रुख दर्शाया और उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया। टीम अन्ना के खिलाफ न तो निंदा प्रस्ताव आया और न ही विशेषाधिकार हनन का। जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव बस एक प्रस्ताव लेकर आए जिसमें टीम अन्ना के सदस्यों की ओर से की गई बयानबाजियों के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया गया। प्रस्ताव लाने वाले यादव ने तो साफ कहा कि जितनी आलोचना होगी, उतना मंथन होगा और उससे अमृत निकलेगा। उन्होंने कहा कि हम किसी की आलोचना करना नहीं चाहते लेकिन संसद की सर्वोच्च संस्था की आलोचना नहीं होनी चाहिए। इस विषय पर चली चर्चा के दौरान एकमात्र नेता मुलायम सिंह यादव थे, जिन्होंने टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल को संसद में मुजरिम की तरह पेश करने की मांग की। यादव द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में हुई चर्चा के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि संसद की गरिमा को बनाए रख जाना चाहिए क्योंकि लोग जनप्रतिनिधियों पर विश्वास करके उन्हें चुनते हैं। उन्होंने कहा, "संसद देश का सामूहिक विचार प्रदर्शित करता है। ऐसी कोई भी टिप्पणी जो संसद की गरिमा को कम करती हो, अवांछित और अस्वीकार्य है।" ज्ञात हो कि संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज शरद यादव उनके बयानों की कड़ी निंदा करने वाला एक प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर बहस हुई और फिर लोकसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी टिप्पणी की। चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव बस एक प्रस्ताव लेकर आए जिसमें टीम अन्ना के सदस्यों की ओर से की गई बयानबाजियों के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया गया। प्रस्ताव लाने वाले यादव ने तो साफ कहा कि जितनी आलोचना होगी, उतना मंथन होगा और उससे अमृत निकलेगा। उन्होंने कहा कि हम किसी की आलोचना करना नहीं चाहते लेकिन संसद की सर्वोच्च संस्था की आलोचना नहीं होनी चाहिए। इस विषय पर चली चर्चा के दौरान एकमात्र नेता मुलायम सिंह यादव थे, जिन्होंने टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल को संसद में मुजरिम की तरह पेश करने की मांग की। यादव द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में हुई चर्चा के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि संसद की गरिमा को बनाए रख जाना चाहिए क्योंकि लोग जनप्रतिनिधियों पर विश्वास करके उन्हें चुनते हैं। उन्होंने कहा, "संसद देश का सामूहिक विचार प्रदर्शित करता है। ऐसी कोई भी टिप्पणी जो संसद की गरिमा को कम करती हो, अवांछित और अस्वीकार्य है।" ज्ञात हो कि संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज शरद यादव उनके बयानों की कड़ी निंदा करने वाला एक प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर बहस हुई और फिर लोकसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी टिप्पणी की। चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" इस विषय पर चली चर्चा के दौरान एकमात्र नेता मुलायम सिंह यादव थे, जिन्होंने टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल को संसद में मुजरिम की तरह पेश करने की मांग की। यादव द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में हुई चर्चा के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि संसद की गरिमा को बनाए रख जाना चाहिए क्योंकि लोग जनप्रतिनिधियों पर विश्वास करके उन्हें चुनते हैं। उन्होंने कहा, "संसद देश का सामूहिक विचार प्रदर्शित करता है। ऐसी कोई भी टिप्पणी जो संसद की गरिमा को कम करती हो, अवांछित और अस्वीकार्य है।" ज्ञात हो कि संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज शरद यादव उनके बयानों की कड़ी निंदा करने वाला एक प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर बहस हुई और फिर लोकसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी टिप्पणी की। चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" यादव द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में हुई चर्चा के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि संसद की गरिमा को बनाए रख जाना चाहिए क्योंकि लोग जनप्रतिनिधियों पर विश्वास करके उन्हें चुनते हैं। उन्होंने कहा, "संसद देश का सामूहिक विचार प्रदर्शित करता है। ऐसी कोई भी टिप्पणी जो संसद की गरिमा को कम करती हो, अवांछित और अस्वीकार्य है।" ज्ञात हो कि संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज शरद यादव उनके बयानों की कड़ी निंदा करने वाला एक प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर बहस हुई और फिर लोकसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी टिप्पणी की। चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" ज्ञात हो कि संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज शरद यादव उनके बयानों की कड़ी निंदा करने वाला एक प्रस्ताव लेकर आए थे, जिस पर बहस हुई और फिर लोकसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी टिप्पणी की। चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" चर्चा की शुरुआत करते हुए शरद यादव ने कहा कि सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा। अन्ना हजारे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह भी किसी फकीर से कम नहीं हैं। यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" यादव ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और जब इस पर लगातार हमले होते हैं तो हमें चिंता होती है। सदन का सम्मान घटेगा तो देश कहां जाएगा।" उन्होंने कहा, "राम के राज में भी रावण हुए और कृष्ण के काल में भी कंस और दुर्योधन हुए। कई बार सदन में भी ऐसे लोग आए, जिन्हें नहीं आना चाहिए था। संसद सामथ्र्यवान संस्था है। इस पर हमला ठीक नहीं है।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" यादव ने कहा, "यह वही संसद है जिसने गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। महज 13 दिनों में उन 11 सांसदों की सांसदी खत्म कर दी गई थी, जिन्होंने इस संसद को शर्मसार किया था।" उन्होंने कहा, "आजकल एक ट्रेंड चला है कि राजनीतिक जमात पर हमला करो और उसे घेरो। ईमानदारों की बात नहीं हो रही है। बेईमानों की ओर इशारा कर अंधेरा फैलाने की कोशिश की जा रही है और अंधेरे की ओर ले जाकर निराशा फैलाई जा रही है। हम भी उस फकीर से कम नहीं हैं।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से आग्रह किया, "सदन की रक्षा और सुरक्षा आपके हाथ में है। जनता का इस संस्था पर से विश्वास न उठे, यह जिम्मेदारी आपको उठानी होगी। इस विश्वास को टूटने मत दीजिए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" समाजवादी पार्टी (सपा) के मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा, बल्कि इस तरह के बयान देने वालों को संसद में खड़ा किया जाना चाहिए और मुजरिम की तरह पेश किया जाना चाहिए। मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" मुलायम ने कहा, "संसद सर्वोच्च संस्था है और सर्वोच्च सत्ता भी यही है। यदि कोई इस पर अनुचित हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "सिर्फ प्रस्ताव पारित कर न छोड़ा जाए। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें मुजरिम की तरह संसद में पेश किया जाना चाहिए। उनके खिलाफ सर्वसम्मति से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया जाना चाहिए।"टिप्पणियां सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" सोमवार को कई सांसदों ने दलगत भावना से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी। इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।" इस चर्चा के बाद अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बाद भी कोई समाधान सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, "हमने जो सवाल उठाए थे वे अनुत्तरित रह गए।"
सारांश: भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहे गांधीवादी अन्ना हजारे और उनकी टीम के सदस्यों द्वारा संसद और संसद सदस्यों के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक बयानबाजी की कड़ी निंदा करने सम्बंधी जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा म
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: भले ही पाकिस्तान इनकार करता रहा हो लेकिन अब और साक्ष्य मिलने लगे हैं कि अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ऐबटाबाद परिसर के नजदीक ही एक और घर में रहता था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने दो अज्ञात पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि लादेन की 29 वर्षीय यमनी विधवा अमल अहमद अब्दुल फतह ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को बताया है कि वह करीब ढाई वषरें तक अपने परिवार के साथ चक शाह मोहम्मद गांव में रहा था जो ऐबटाबाद राजमार्ग पर स्थित हरीपुर से दो किलोमीटर से भी कम दूरी पर है। एक अधिकारी ने कहा कि इसका मतलब है कि बिन लादेन कबायली गांवों से अपेक्षाकृत शहरी इलाके की ओर 2003 के आसपास चला गया था। अमेरिकी हमले में मारे जाने से पहले बिन लादेन की जिंदगी के बारे में जानने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी अधिकारियों ने उसकी पत्नी के बयान के बाद हरीपुर जिले पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। टीवी खबरिया चैनलों ने खबर दी है कि सुरक्षा और खुफिया अधिकारी छानबीन के लिये चक शाह मोहम्मद में इकट्ठा हो गये हैं। बिन लादेन ने खबर-पख्तूनख्वा प्रांत के हरीपुर और ऐबटाबाद में संभवत: साढ़े सात वर्ष गुजारे थे। अज्ञात अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि अमल ने कहा कि बिन लादेन अपने बच्चों एवं पोते-पोतियों के साथ 2005 के अंत में ऐबटाबाद के बिलाल शहर स्थित परिसर में चला गया। चक शाह मोहम्मद ऐबटाबाद से 34 किलोमीटर दूर और हरीपुर से दो किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
सारांश: भले ही पाकिस्तान इनकार करता रहा हो लेकिन अब और साक्ष्य मिलने लगे हैं कि अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ऐबटाबाद परिसर के नजदीक ही एक और घर में रहता था।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: वैसे तो रिएलिटी शो 'बिग बॉस' का हर सीजन ही काफी विवादों से भरा रहता है लेकिन अब तक सीजन में ऐसे विवाद घर के भीतर के कारनामों पर होते हैं. लेकिन इस बार घर से बाहर हो चुके अपने आप को स्‍वामी कहने वाले स्‍वामी ओम बिग बॉस के लिए मुसीबत लेकर आए हैं. यूं तो घर से बाहर निकलने के बाद से ही स्‍वामी ओम ने इस शो और शो के होस्‍ट सलमान खान के लिए काफी कुछ बातें कही हैं लेकिन अब इस स्‍वामी के चलते बिग बॉस को कानूनी मामले का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां दरअसल इस शो के होस्ट सलमान खान, कलर्स चैनल के सीईओ और घर से बेघर हो चुके स्‍वामी ओम के खिलाफ उत्तर प्रदेश कोर्ट में एक केस दर्ज हुआ है. इन पर अश्लीलता को बढ़ावा देने और हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामले में मामला दर्ज कराया गया है. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था. दरअसल इस शो के होस्ट सलमान खान, कलर्स चैनल के सीईओ और घर से बेघर हो चुके स्‍वामी ओम के खिलाफ उत्तर प्रदेश कोर्ट में एक केस दर्ज हुआ है. इन पर अश्लीलता को बढ़ावा देने और हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामले में मामला दर्ज कराया गया है. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की खबर के अनुसार यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली में बुधवार को अनिल द्विवेदी नाम के एक वकील दर्ज कराया गया है. अपनी शिकायत में द्विवेदी का कहना है, मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. इस शो के दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है वह गलत है. इसके साथ ही इसमें कई बार हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है. द्विवेदी ने इस मामले में कलर्स के सीईओ और सलमान खान को पार्टी बनाया है.   अपनी शिकायत में उन्होंने लिखा, 'स्वामी ओम साधू-संतों वाले कपड़े पहनते थे लेकिन शो में मांस-मीट खाते थे और ऐसा कर वह हिंदू समाज में संतों की परिभाषा पर गलत असर डालता है.' शिकायतकर्ता द्ववेदी ने इस मामले में कड़ी सजा की अपील की है. जानकारी के अनुसार इस मामले की सुनवाई 13 फरवरी को की जाएगी. द्विवेदी ने मांग की है इन तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कोर्ट से कहा है कि इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जाए। जिला न्यायिक अधिकारी ने इस मामले में सुनवाई के लिए 13 फरवरी की तारीफ तय की है।   स्‍वामी ओम इस सीजन के सबसे विवादित प्रतिभागियों में से एक रहे हैं. शो के एक टास्‍क में स्‍वामी ओम ने बानी और रोहन पर अपना पेशाब फेंका था. इस घटना के बाद स्‍वामी ओम को घर से निकाल दिया गया था. इसके अलावा वह एक टास्‍क के दौरान घर के भीतर पेशाब करते पाए गए थे. साथ ही उन्‍होंने घर की महिला सदस्‍यों को काफी बुरा भला भी कहा था.
उत्‍तर प्रदेश के बरेली में हुआ है मामला दर्ज अश्‍लीलता दिखाने और हिंदू स्‍वामियों की छवि खराब करने का मामला 13 फरवरी को होगी इस मामले की सुनवाई
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बीकानेर में जिस पांच महीने की बेबी के हैवान पिता ने उससे होंठ और नाक चबा डाले थे उस बच्ची का इलाज अब जयपुर के एसएमएस अस्पताल में होगा, जहां डॉक्टर प्लास्टिक सर्जरी द्वारा बच्चे का बिगड़ा हुआ चेहरा ठीक करने की कोशिश करेंगे। लेकिन, इस बच्ची की दर्द भरी कहानी के पीछे भी पुरुष प्रधान समाज है। बच्चे की मदद के लिए बच्चे के पिता के घरवालों की ओर से कोई भी सामने नहीं आया है। ये लोग बेचारी मां को ही दोषी बता रहे हैं क्योंकि मां ने हैवान पिता को पुलिस के हत्थे चढ़ा दिया। अब मां अकेले और बेबस है। जयपुर में दो बेटियों को अपने पास समेटे मां का संघर्ष अभी जारी है। बच्ची की मां का नाम संतोष कंवर बताया जा रहा है। वह 14 साल की थी जब उसकी शादी हुई थी। कहा जा रहा है कि आरंभ से ही उसका पति उसे मारता-पीटता था। संतोष ने दो बच्चे होने के बाद उनके अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अपने पिता के घर भेज दिया। दो छोटी बेटियों के अपने पास ही रख लिया। ससुराल के इतने सहयोग से भी संतोष के पति का मन नहीं भरा और उसने 26 जनवरी की रात नशे की हालत में अपनी दोनों बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में हैवान पिता ने तीन साल की बेटी के पीठ में दांत काटा और पांच साल की बेटी के नाक और होंठ को चबा डाला। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। लेकिन, इस बच्ची की दर्द भरी कहानी के पीछे भी पुरुष प्रधान समाज है। बच्चे की मदद के लिए बच्चे के पिता के घरवालों की ओर से कोई भी सामने नहीं आया है। ये लोग बेचारी मां को ही दोषी बता रहे हैं क्योंकि मां ने हैवान पिता को पुलिस के हत्थे चढ़ा दिया। अब मां अकेले और बेबस है। जयपुर में दो बेटियों को अपने पास समेटे मां का संघर्ष अभी जारी है। बच्ची की मां का नाम संतोष कंवर बताया जा रहा है। वह 14 साल की थी जब उसकी शादी हुई थी। कहा जा रहा है कि आरंभ से ही उसका पति उसे मारता-पीटता था। संतोष ने दो बच्चे होने के बाद उनके अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अपने पिता के घर भेज दिया। दो छोटी बेटियों के अपने पास ही रख लिया। ससुराल के इतने सहयोग से भी संतोष के पति का मन नहीं भरा और उसने 26 जनवरी की रात नशे की हालत में अपनी दोनों बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में हैवान पिता ने तीन साल की बेटी के पीठ में दांत काटा और पांच साल की बेटी के नाक और होंठ को चबा डाला। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। अब मां अकेले और बेबस है। जयपुर में दो बेटियों को अपने पास समेटे मां का संघर्ष अभी जारी है। बच्ची की मां का नाम संतोष कंवर बताया जा रहा है। वह 14 साल की थी जब उसकी शादी हुई थी। कहा जा रहा है कि आरंभ से ही उसका पति उसे मारता-पीटता था। संतोष ने दो बच्चे होने के बाद उनके अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अपने पिता के घर भेज दिया। दो छोटी बेटियों के अपने पास ही रख लिया। ससुराल के इतने सहयोग से भी संतोष के पति का मन नहीं भरा और उसने 26 जनवरी की रात नशे की हालत में अपनी दोनों बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में हैवान पिता ने तीन साल की बेटी के पीठ में दांत काटा और पांच साल की बेटी के नाक और होंठ को चबा डाला। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। बच्ची की मां का नाम संतोष कंवर बताया जा रहा है। वह 14 साल की थी जब उसकी शादी हुई थी। कहा जा रहा है कि आरंभ से ही उसका पति उसे मारता-पीटता था। संतोष ने दो बच्चे होने के बाद उनके अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अपने पिता के घर भेज दिया। दो छोटी बेटियों के अपने पास ही रख लिया। ससुराल के इतने सहयोग से भी संतोष के पति का मन नहीं भरा और उसने 26 जनवरी की रात नशे की हालत में अपनी दोनों बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में हैवान पिता ने तीन साल की बेटी के पीठ में दांत काटा और पांच साल की बेटी के नाक और होंठ को चबा डाला। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। ससुराल के इतने सहयोग से भी संतोष के पति का मन नहीं भरा और उसने 26 जनवरी की रात नशे की हालत में अपनी दोनों बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में हैवान पिता ने तीन साल की बेटी के पीठ में दांत काटा और पांच साल की बेटी के नाक और होंठ को चबा डाला। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में पति के खिलाफ रपट लिखवा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पति को गिरफ्तार भी कर लिया। इससे नाराज ससुराल वालों ने संतोष को घर से निकाल दिया। ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता अभी भी उसका साथ दे रहे हैं।टिप्पणियां उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। उसके पिता हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ तब वह कोई समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं है, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा। इस मामले में बाल अधिकार आयोग के अध्यक्ष दीपक कालरा का कहना है कि एक तो तुरंत राहत दी जा रही है। बच्ची की सर्जरी करवाई जाएगी और बाद में पूरे परिवार का ध्यान भी रखा जाएगा।
यहाँ एक सारांश है:बीकानेर में जिस पांच महीने की बेबी के हैवान पिता ने उससे होंठ और नाक चबा डाले थे उस बच्ची का इलाज अब जयपुर के एसएमएस अस्पताल में होगा, जहां डॉक्टर प्लास्टिक सर्जरी द्वारा बच्चे का बिगड़ा हुआ चेहरा ठीक करने की कोशिश करेंगे।
17
['hin']
एक सारांश बनाओ: सीरिया की सरकार ने मध्यपूर्व में जारी राजनीतिक अस्थिरता से घबराकर गरीबों को पैसा बांटना शुरू कर दिया है। सरकार का डर है कि मध्यपूर्व की तरह वहां भी सत्ता विरोधी आंदोलन भड़क सकता है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के समाचार पत्र में रविवार को छपी खबर के मुताबिक सीरिया में यूं तो सामाजिक कल्याणकारी योजना पहले से मौजूद है, लेकिन अभी इसके कार्य की गति को बढ़ा दिया गया है। सीरिया की विपक्षी पार्टी के एक वेबसाइट ऑल4सीरिया डॉट कॉम के मुताबिक गुरुवार को पुलिस की हिंसा के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। इससे पहले ट्रैफिक पुलिस ने दमस्कस में एक युवक को पीट दिया था। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए कि सीरिया की जनता का दमन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विपक्षी पार्टी राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन को दमनकारी बताकर जनता को उसके विरोध में आंदोलन करने के लिए उकसाया जा रहा है। सीरिया की सरकार ने चावल, चाय, कॉफी और दूध सहित कई खाद्य सामग्रियों पर शुल्क में कटौती की है, ताकि इसकी कीमत को कम रखी जा सके। सीरिया की 2.2 करोड़ आबादी का 14 फीसदी हिस्सा गरीबी रेखा के नीचे रह रहा है। एक अधिकारी के हवाले से समाचार पत्र 'दि नेशनल' में कहा गया कि सीरिया सामाजिक कल्याण योजनाओं और मिस्र तथा ट़्यूनीशिया की अस्थिरता का कोई सीधा सम्बंध नहीं है। इन योजनाओं पर एक साल से विचार जारी था। फिर भी इन दिनों अधिकारी कुछ अधिक जल्दबाजी दिखा रहे हैं। इस कल्याण योजना के अंतर्गत कुल 4,20,000 अत्यधिक गरीब परिवारों को 25 करोड़ डॉलर की राशि वितरित की जाएगी। अधिक गरीब परिवार को प्रति माह 76 डॉलर और कुछ कम गरीब परिवार को 32 डॉलर प्रति माह दिया जाएगा। पहले दौर में सीरिया की 67,000 जनता ने देश भर में डॉक घरों से पैसा हासिल किया।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सीरिया की विपक्षी पार्टी के एक वेबसाइट ऑल4सीरिया डॉट कॉम के मुताबिक पुलिस की हिंसा के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया।
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के दूसरे क्वीलफाइंग मुकाबले में सोमवार को कोलकाता नाइट राइर्ड्स टीम ने एक रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड की ऑकलैंड टीम को दो रन से पराजित कर दिया। ऑकलैंड टीम को जीत के लिए अंतिम ओवर में 11 रन बनाने थे। नाइट राइडर्स के कार्यकारी कप्तान जैक्स कालिस ने गेंद ब्रेट ली को थमाई। ली अपने कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे ओर अंतिम ओवर में उन्होंने नौ रन देकर अपनी टीम को दो रनों से जीत दिला दी। उप्पल स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी नाइट राइर्ड्स ने निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 121 रन बनाए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी ऑकलैंड टीम 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 119 रन ही बना सकी। ऑकलैंड टीम की ओर से लू विन्सेंट ने 40, कोलिन मुनरो ने 20 और जिम्मी एडम्स ने 18 रनों का योगदान दिया जबकि काइले मिल्स 19 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑकलैंड टीम की शुरुआत खराब रही और पहले ही ओवर में उसने सलामी बल्लेबाज मार्क गुपटिल का विकेट गंवा दिया। गुपटिल खाता भी नहीं खोल पाए। इसके बाद लू विन्सेंट ने 37 गेंदों में छह चौके और एक छक्के की मदद से 40 रनों की तेज पारी खेली। वह नौवें ओवर में रन आउट हुए। इसके बाद 10वें ओवर में ऑकलैंड के दो विकेट गिरे। जिम्मी एडम्स 19 गेंदों में दो चौके की मदद से 18 रन बनाकर यूसुफ पठान की गेंद पर उन्हीं को कैच थमा बैठे। राबर्ट क्विनी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। ग्रेथ हाफकिन्स 13वें ओवर में 10 रन बनाकर और कोलिन मुनरो 19वें ओवर में 20 रन बनाकर आउट हुए। नाइट राइडर्स की ओर से यूसुफ पठान को दो विकेट मिले जबकि जैक्स कालिस और रजत भाटिया को एक-एक विकेट हासिल हुआ। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नाइट राइर्ड्स ने जोरदार शुरुआत की लेकिन वह इसे एक बड़े स्कोर में तब्दील करने में नाकाम रही। नाइट राइर्ड्स ने निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 121 रन बनाए। नाइट राइडर्स के सलामी बल्लेबाज मानविंदर बिसला ने 33 गेंदों पर सात चौकों और एक छक्के की मदद से 45 रनों की तूफानी पारी खेली। बिसला को उनके इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। कार्यकारी कप्तान जैक्स कैलिस ने 35 गेंदों में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। इसके अलावा यूसुफ पठान ने 12, मनोज तिवारी ने एक, डेसचेट ने तीन और शाकिब अल हसन ने चार रनों का योगदान दिया। रजत भाटिया 10 और श्रीवत्स गोस्वामी आठ रन बनाकर नाबाद रहे। नाइट राइडर्स की कमान कैलिस के हाथों में है जबकि ऑकलैंड के कप्तान गारेथ हॉपकिंस हैं। कैलिस को नियमित कप्तान गौतम गम्भीर की गैरमौजूदगी में टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला है। गम्भीर सिर में लगी चोट के कारण क्वालीफाईंग दौर में नहीं खेल रहे हैं। क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में खेलने वाली छह में से तीन टीमों को मुख्य टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलेगा। क्वालीफाइंग में त्रिनिदाद एवं टोबैगो (वेस्टइंडीज), रुहुना राइनोज (श्रीलंका), नाइट राइडर्स (भारत), समरसेट और लीसेस्टरशायर (इंग्लैंड) टीमें खेल रही हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण में चौथे स्थान पर रही नाइट राइर्ड्स टीम अगर मुख्य दौर में जगह बनाने में सफल रहती है तो इस दौर में आईपीएल की टीमों की संख्या चार हो जाएगी। मुख्य दौर का टूर्नामेंट 23 सितम्बर से खेला जाएगा, जिसमें आईपीएल चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स, मुम्बई इंडियंस (भारत), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ( भारत), न्यू साउथ वेल्स (आस्ट्रेलिया), साउथ आस्ट्रेलिया (आस्ट्रेलिया), केप कोबराज (दक्षिण अफ्रीका) और वारियर्स  (दक्षिण अफ्रीका) टीमें हिस्सा ले रही हैं।
सारांश: चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के दूसरे क्वीलफाइंग मुकाबले में कोलकाता नाइट राइर्ड्स ने ऑकलैंड को दो रन से पराजित कर दिया।
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार की पिछली कुछ फिल्मों ने भले ही बॉक्स ऑफिस पर भले ही कुछ खास नहीं किया हो लेकिन इस खिलाड़ियों के खिलाड़ी का मानना है कि उन्होंने यह कठिन दौर अपने करियर में पहले भी देखा है जब उनकी 14 फिल्में फ्लॉप हो गई थीं।टिप्पणियां फिल्म ‘देशी ब्वॉयज’ को छोड़कर हाल ही में आई उनकी फिल्में प्रियदर्शन की ‘खट्टा-मीठा’, विपुल शाह की ‘एक्शन रिप्ले’, फराह खान की ‘तीस मार खां’, अनीस बज्मी की ‘थैंक यू’ दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आई हैं लेकिन अक्षय इससे ज्यादा परेशान नहीं हैं। अक्षय कुमार ने कहा, ‘‘फ्लॉप फिल्में मुझे परेशान नहीं करती हैं, मैं अपनी अगली फिल्म में और ज्यादा मेहनत करता हूं। प्रत्येक इंसान के जीवन में उतार-चढ़ाव आता रहता है। यदि आप इसे समझते हैं तो आप कभी भी परेशान नहीं होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सात साल पहले मैंने 14 फ्लॉप फिल्में दी थीं। आप बस काम करते रहो।’’ ऐसे समय पर जब सलमान खान, शाहरुख खान, अजय देवगन और अन्य बॉक्स ऑफिस पर पहले ही सप्ताह में 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच जा रहे हैं, इस पर अक्षय कहते हैं कि रिकॉर्ड बनते रहेंगे और टूटते रहेंगे। फिल्म ‘देशी ब्वॉयज’ को छोड़कर हाल ही में आई उनकी फिल्में प्रियदर्शन की ‘खट्टा-मीठा’, विपुल शाह की ‘एक्शन रिप्ले’, फराह खान की ‘तीस मार खां’, अनीस बज्मी की ‘थैंक यू’ दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आई हैं लेकिन अक्षय इससे ज्यादा परेशान नहीं हैं। अक्षय कुमार ने कहा, ‘‘फ्लॉप फिल्में मुझे परेशान नहीं करती हैं, मैं अपनी अगली फिल्म में और ज्यादा मेहनत करता हूं। प्रत्येक इंसान के जीवन में उतार-चढ़ाव आता रहता है। यदि आप इसे समझते हैं तो आप कभी भी परेशान नहीं होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सात साल पहले मैंने 14 फ्लॉप फिल्में दी थीं। आप बस काम करते रहो।’’ ऐसे समय पर जब सलमान खान, शाहरुख खान, अजय देवगन और अन्य बॉक्स ऑफिस पर पहले ही सप्ताह में 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच जा रहे हैं, इस पर अक्षय कहते हैं कि रिकॉर्ड बनते रहेंगे और टूटते रहेंगे। अक्षय कुमार ने कहा, ‘‘फ्लॉप फिल्में मुझे परेशान नहीं करती हैं, मैं अपनी अगली फिल्म में और ज्यादा मेहनत करता हूं। प्रत्येक इंसान के जीवन में उतार-चढ़ाव आता रहता है। यदि आप इसे समझते हैं तो आप कभी भी परेशान नहीं होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सात साल पहले मैंने 14 फ्लॉप फिल्में दी थीं। आप बस काम करते रहो।’’ ऐसे समय पर जब सलमान खान, शाहरुख खान, अजय देवगन और अन्य बॉक्स ऑफिस पर पहले ही सप्ताह में 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच जा रहे हैं, इस पर अक्षय कहते हैं कि रिकॉर्ड बनते रहेंगे और टूटते रहेंगे।
संक्षिप्त पाठ: अक्षय कुमार ने कहा, फ्लॉप फिल्में मुझे परेशान नहीं करती हैं, मैं अपनी अगली फिल्म में और ज्यादा मेहनत करता हूं।
22
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मंगलयान मिशन के दो वर्ष पूरा होने के साथ इसरो ने रविवार को कहा कि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम करने के लक्ष्य के साथ वह अगले वर्ष उसकी स्थिति में कुछ परिवर्तन करेगा ताकि यह अंतरिक्ष यान और लंबे समय तक अपनी सेवाएं जारी रख सके. इसरो अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने कहा कि मार्स आर्बिटर मिशन (एमओएम) ने शनिवार को अपने दो वर्ष पूरे कर लिए. यद्यपि उम्मीद की गई थी कि इस मिशन की अवधि केवल छह माह होगी. अंतरिक्ष एजेंसी ने पहले वर्ष से जुड़े कई आंकड़ों को जारी किया है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि अगले वर्ष की शुरुआत में मंगल मिशन से जुड़ा बड़ा कार्य किया जायेगा, जब उपग्रह पर ग्रहण अवधि के प्रभाव को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन किया जायेगा. कुमार ने कहा कि ग्रहण के दौरान अंतरिक्ष यान का संचालन बैटरी पर निर्भर करेगा और अगर इसकी अवधि अधिक होती है तो संभव है कि बैटरी से इसे बहुत अधिक मदद नहीं मिले. टिप्पणियां उन्होंने साथ ही कहा कि इसीलिए वे अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन करना चाहते हैं ताकि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम किया जा सके और जिससे अंतरिक्ष यान लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे सके.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसरो अध्यक्ष ए एस किरण कुमार ने कहा कि मार्स आर्बिटर मिशन (एमओएम) ने शनिवार को अपने दो वर्ष पूरे कर लिए. यद्यपि उम्मीद की गई थी कि इस मिशन की अवधि केवल छह माह होगी. अंतरिक्ष एजेंसी ने पहले वर्ष से जुड़े कई आंकड़ों को जारी किया है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि अगले वर्ष की शुरुआत में मंगल मिशन से जुड़ा बड़ा कार्य किया जायेगा, जब उपग्रह पर ग्रहण अवधि के प्रभाव को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन किया जायेगा. कुमार ने कहा कि ग्रहण के दौरान अंतरिक्ष यान का संचालन बैटरी पर निर्भर करेगा और अगर इसकी अवधि अधिक होती है तो संभव है कि बैटरी से इसे बहुत अधिक मदद नहीं मिले. टिप्पणियां उन्होंने साथ ही कहा कि इसीलिए वे अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन करना चाहते हैं ताकि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम किया जा सके और जिससे अंतरिक्ष यान लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे सके.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि अगले वर्ष की शुरुआत में मंगल मिशन से जुड़ा बड़ा कार्य किया जायेगा, जब उपग्रह पर ग्रहण अवधि के प्रभाव को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन किया जायेगा. कुमार ने कहा कि ग्रहण के दौरान अंतरिक्ष यान का संचालन बैटरी पर निर्भर करेगा और अगर इसकी अवधि अधिक होती है तो संभव है कि बैटरी से इसे बहुत अधिक मदद नहीं मिले. टिप्पणियां उन्होंने साथ ही कहा कि इसीलिए वे अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन करना चाहते हैं ताकि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम किया जा सके और जिससे अंतरिक्ष यान लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे सके.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कुमार ने कहा कि ग्रहण के दौरान अंतरिक्ष यान का संचालन बैटरी पर निर्भर करेगा और अगर इसकी अवधि अधिक होती है तो संभव है कि बैटरी से इसे बहुत अधिक मदद नहीं मिले. टिप्पणियां उन्होंने साथ ही कहा कि इसीलिए वे अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन करना चाहते हैं ताकि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम किया जा सके और जिससे अंतरिक्ष यान लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे सके.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने साथ ही कहा कि इसीलिए वे अंतरिक्ष यान की स्थिति में परिवर्तन करना चाहते हैं ताकि ग्रहण की अवधि के प्रभाव को कम किया जा सके और जिससे अंतरिक्ष यान लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे सके.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: उपग्रह पर ग्रहण अवधि के प्रभाव को कम करने का लक्ष्‍य ग्रहण के दौरान अंतरिक्ष यान का संचालन बैटरी पर निर्भर करेगा इसलिए इसकी स्थिति में अगले साल परिर्वतन होगा
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उन्नाव रेप मामले में कोर्ट ने पूर्व बीजेपी नेता कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी करार दिया है. अब इस मामले में कोर्ट जल्द ही  सजा का भी ऐलान करेगा. सीबीआई ने इस मामले में कोर्ट से अपील की है कि वह कुलदीप सिंह सेंगर को उम्रकैद की सजा सुनाए. सीबीआई ने इसके पीछे तर्क दिया है कि सेंगर पर सिर्फ रेप का मामला ही नहीं है. उसने पीड़ित परिवार का मानसिक उत्पीड़न भी किया है. ऐसे मामलों में कोर्ट की ड्यूटी बनती है कि वह ऐसे आरोपी को सख्त से सख्त सजा देकर समाज में उदाहरण पेश करे. ताकि आगे से कोई भी महिलाओं के साथ इस तरह का अपराध करने से पहले सोचे. सीबीआई ने कोर्ट से इस मामले में सेंगर को कड़ी सजा देने का मांग की है. वहीं सुनवाई के दौरान कुलदीप सिंह सेंगर के वकील ने कोर्ट से सेंगर की उम्र का हवाला देते हुए कड़ी सजा न देने की मांग की है. कुलदीप सेंगर के वकील ने कोर्ट से कहा कि कुलदीप की उम्र 54 साल है. उनके पूरे करियर में इस तरह का आरोप पहले कभी नहीं लगा है. इस तरह का यह पहला मामला है. सेंगर के वकील ने कोर्ट से कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर ने 1988 से अभी तक देखे तब उनकी शुरुआत ग्राम प्रधान से हुई. पब्लिक डीलिंग करते थे. 1995 से 2000 तक ब्लॉक लेवल पर सदस्य बने. हमेशा लोगों का सेवा कर रहे हैं. 2002 से लगातार वो जनता की मांग पर चुनाव लड़े,विधायक बने. जनता ने कभी उन पर आरोप नही लगाया. ये पहला मामला है. उसके कैरियर में पोलिटिकल लाइफ में हमेशा अपने एरिया में विकास किया. गंगा रिवर पर  ब्रिज बनाया. अपने एरिया में  कई संस्थान बनवाये.मिनिमम सजा देनी चाहिए. जेल में भी कुलदीप का रवैया अच्छा था. कुलदीप की दो बेटियां है जो शादी लायक है . बता दें कि इस मामले में अब अगली सुनवाई 20 दिसम्बर को होगी.
यह एक सारांश है: सीबीआई ने कोर्ट से कहा- कड़ी से कड़ी मिले सजा सीबीआई ने सेंगर को उम्रकैद देने की मांग की सेंगर के वकील ने दी उम्र की दुहाई
24
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मुलायम सिंह यादव के खिलाफ केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बयान पर एक तरह से अपने रुख को नरम करते हुए सपा ने केंद्रीय मंत्री की आलोचना की, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद इस मुद्दे पर जल्दबाजी में कुछ नहीं करने का निर्णय किया। सपा संसदीय दल की आज हुई बैठक में पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इस मुद्दे पर पार्टी के हित में उपयुक्त समय पर कोई निर्णय करने के लिए अधिकृत कर सरकार को अभी भी संशय में डाल रखा है। गौरतलब है कि द्रमुक के संप्रग से अलग होने के बाद सरकार को लोकसभा में सपा के 22 सांसदों के समर्थन की सख्त जरूरत है। करीब एक घंटे तक चली सपा संसदीय पार्टी की बैठक में कई सांसदों ने यादव के खिलाफ उस टिप्पणी के लिए वर्मा की निंदा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह (मुलायम) कमीशन लेकर संप्रग को समर्थन देते हैं। इस बीच, मुलायम का विचार यह रहा कि चूंकि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्मा की टिप्पणी मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप किया है, इसलिए पार्टी को इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। सपा संसदीय दल की आज हुई बैठक में पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इस मुद्दे पर पार्टी के हित में उपयुक्त समय पर कोई निर्णय करने के लिए अधिकृत कर सरकार को अभी भी संशय में डाल रखा है। गौरतलब है कि द्रमुक के संप्रग से अलग होने के बाद सरकार को लोकसभा में सपा के 22 सांसदों के समर्थन की सख्त जरूरत है। करीब एक घंटे तक चली सपा संसदीय पार्टी की बैठक में कई सांसदों ने यादव के खिलाफ उस टिप्पणी के लिए वर्मा की निंदा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह (मुलायम) कमीशन लेकर संप्रग को समर्थन देते हैं। इस बीच, मुलायम का विचार यह रहा कि चूंकि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्मा की टिप्पणी मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप किया है, इसलिए पार्टी को इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। गौरतलब है कि द्रमुक के संप्रग से अलग होने के बाद सरकार को लोकसभा में सपा के 22 सांसदों के समर्थन की सख्त जरूरत है। करीब एक घंटे तक चली सपा संसदीय पार्टी की बैठक में कई सांसदों ने यादव के खिलाफ उस टिप्पणी के लिए वर्मा की निंदा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह (मुलायम) कमीशन लेकर संप्रग को समर्थन देते हैं। इस बीच, मुलायम का विचार यह रहा कि चूंकि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्मा की टिप्पणी मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप किया है, इसलिए पार्टी को इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। करीब एक घंटे तक चली सपा संसदीय पार्टी की बैठक में कई सांसदों ने यादव के खिलाफ उस टिप्पणी के लिए वर्मा की निंदा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह (मुलायम) कमीशन लेकर संप्रग को समर्थन देते हैं। इस बीच, मुलायम का विचार यह रहा कि चूंकि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्मा की टिप्पणी मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप किया है, इसलिए पार्टी को इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। इस बीच, मुलायम का विचार यह रहा कि चूंकि सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्मा की टिप्पणी मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप किया है, इसलिए पार्टी को इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। सपा संसदीय दल की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि वह विनियोग विधेयक और आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक पारित करने में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी।टिप्पणियां बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। बैठक के बाद मुलायम ने कहा, यह हमारा कर्तव्य है कि विनियोग विधेयक पारित हो। वहीं, सपा प्रमुख ने अन्य राजनीतिक मुद्दों पर अपने पत्ते अभी भी नहीं खोले और कहा कि सांसदों ने मुझे उपयुक्त समय पर निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा। यह पूछे जाने पर इस बारे में कब निर्णय किया जाएगा, मुलायम ने कहा, आप समय कैसे तय कर सकते हैं। जब समय आएगा तब मैं निर्णय करूंगा।
यहाँ एक सारांश है:सपा संसदीय दल की आज हुई बैठक में पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इस मुद्दे पर पार्टी के हित में उपयुक्त समय पर कोई निर्णय करने के लिए अधिकृत कर सरकार को अभी भी संशय में डाल रखा है।
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मुंबई को ‘चैम्पियन’ टीम करार देते हुए सचिन तेंदुलकर ने टीम के 40वें रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खिताब का श्रेय ‘टीम वर्क’ को दिया और कप्तान अजित अगरकर की तारीफों के पुल बांधे।टिप्पणियां तेंदुलकर ने रणजी फाइनल में सौराष्ट्र पर पारी और 125 रन की जीत दर्ज करने के बाद कहा, हम 40वीं बार जीते। मुंबई ने एक बार फिर दिखाया कि वह चैम्पियन टीम है। हमारी टीम अच्छी है, जिसमें युवाओं और सीनियर खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। उन्होंने कहा, यह मुंबई क्रिकेट के लिए शानदार लम्हा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रशासकों के लिए भी। यह सामूहिक प्रयास है और मैं इस मौके पर सभी को बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि यह जारी रहेगा। हाल में एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 39 वर्षीय तेंदुलकर ने मुश्किल समय में भी एकजुट रहने के लिए टीम के अपने साथियों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ऐसा समय आया जब स्थिति मुश्किल थी, लेकिन तब टीम एकजुट रही और शानदार प्रदर्शन किया। मुझे बेहद खुशी है विशेषकर अजित अगरकर के लिए जिनका पिछला सत्र अच्छा नहीं रहा था। उसके लिए काफी मुश्किल समय था। तेंदुलकर ने कहा, लेकिन इस सत्र में उन्होंने आगे बढ़कर अगुआई की और टीम की कमान शानदार तरीके से संभाली। उसने तब प्रदर्शन किया जब जरूरत थी। तेंदुलकर की मौजूदगी में मुंबई ने छह में से पांच बार रणजी फाइनल जीता है। उनकी मौजूदगी में एकमात्र बार मुंबई को 1990..91 में हरियाणा के हाथों दो रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। तेंदुलकर ने रणजी फाइनल में सौराष्ट्र पर पारी और 125 रन की जीत दर्ज करने के बाद कहा, हम 40वीं बार जीते। मुंबई ने एक बार फिर दिखाया कि वह चैम्पियन टीम है। हमारी टीम अच्छी है, जिसमें युवाओं और सीनियर खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। उन्होंने कहा, यह मुंबई क्रिकेट के लिए शानदार लम्हा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रशासकों के लिए भी। यह सामूहिक प्रयास है और मैं इस मौके पर सभी को बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि यह जारी रहेगा। हाल में एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 39 वर्षीय तेंदुलकर ने मुश्किल समय में भी एकजुट रहने के लिए टीम के अपने साथियों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ऐसा समय आया जब स्थिति मुश्किल थी, लेकिन तब टीम एकजुट रही और शानदार प्रदर्शन किया। मुझे बेहद खुशी है विशेषकर अजित अगरकर के लिए जिनका पिछला सत्र अच्छा नहीं रहा था। उसके लिए काफी मुश्किल समय था। तेंदुलकर ने कहा, लेकिन इस सत्र में उन्होंने आगे बढ़कर अगुआई की और टीम की कमान शानदार तरीके से संभाली। उसने तब प्रदर्शन किया जब जरूरत थी। तेंदुलकर की मौजूदगी में मुंबई ने छह में से पांच बार रणजी फाइनल जीता है। उनकी मौजूदगी में एकमात्र बार मुंबई को 1990..91 में हरियाणा के हाथों दो रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। उन्होंने कहा, ऐसा समय आया जब स्थिति मुश्किल थी, लेकिन तब टीम एकजुट रही और शानदार प्रदर्शन किया। मुझे बेहद खुशी है विशेषकर अजित अगरकर के लिए जिनका पिछला सत्र अच्छा नहीं रहा था। उसके लिए काफी मुश्किल समय था। तेंदुलकर ने कहा, लेकिन इस सत्र में उन्होंने आगे बढ़कर अगुआई की और टीम की कमान शानदार तरीके से संभाली। उसने तब प्रदर्शन किया जब जरूरत थी। तेंदुलकर की मौजूदगी में मुंबई ने छह में से पांच बार रणजी फाइनल जीता है। उनकी मौजूदगी में एकमात्र बार मुंबई को 1990..91 में हरियाणा के हाथों दो रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
मुंबई को ‘चैम्पियन’ टीम करार देते हुए सचिन तेंदुलकर ने टीम के 40वें रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खिताब का श्रेय ‘टीम वर्क’ को दिया और कप्तान अजित अगरकर की तारीफों के पुल बांधे।
28
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: संयुक्त राष्ट्र ने अपनी ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2018 की 3 प्रतिशत से घटकर 2019 में 2.3 प्रतिशत रह जाएगी. सन 2020 में अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में मंदी का खतरा बढ़ता जा रहा है. कई उभरती अर्थव्यवस्थाएं मंदी में फंस चुकी हैं. जर्मनी और यूनाईटेड किंगडम भी आर्थिक मंदी के करीब हैं. साफ है इस स्लोडाउन का असर सबसे ज्यादा भारत के निर्यात पर पड़ेगा. सरकार ने उद्योग जगत को कार्पोरेट टैक्स में भारी कटौती कर राहत देने के ऐलान किया है लेकिन संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इससे अर्थव्यवस्था में प्रोडक्टिव इन्वेस्टमेंट नहीं आता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में भारत में अर्थव्यवस्था की रफ्तार घटने का अनुमान है. जीएसटी से कलेक्शन के टारगेट कम हो रहे हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था में स्लोडाउन का असर पूरे एशिया पर पड़ेगा. साफ है, खतरा बड़ा है और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में मंदी से भारत अछूता नहीं रहेगा.
यह एक सारांश है: विश्व की अर्थव्यवस्था की रफ्तार घटकर 2019 में 2.3 प्रतिशत रह जाएगी सन 2020 में अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में मंदी का खतरा बढ़ता जा रहा जर्मनी और यूनाईटेड किंगडम भी आर्थिक मंदी के करीब
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: केन्द्रीय पंचायती एवं ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि केन्द्र शीघ्र ही ऐसा कानून बनाएगा, जिसके अंतर्गत शुष्क शौचालय का उपयोग करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी और उन्हें जेल भी हो सकती है। रविन्द्र भवन प्रांगण में राष्ट्रीय गरिमा अभियान के अंतर्गत मैला-मुक्ति यात्रा की शुरुआत करते हुए रमेश ने मैला ढोने की प्रथा को देश के लिए कलंक बताया। उन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पाने वाली महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की घोषणा की। ऐसे स्व-सहायता समूहों को बैंक से ऋण दिलाने के साथ ही रोजगार संबंधी जरूरी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले दस साल में भारत खुले में शौच जाने की स्थिति से पूरी तरह मुक्ति पा लेगा। रमेश ने कहा कि भारत ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है लेकिन दुखद स्थिति है कि 60 प्रतिशत महिलाएं अब भी खुले में शौच जाती हैं। देश में 26 लाख शुष्क शौचालय उपयोग में आ रहे हैं। इनमें से 40 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में और 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में हैं। आज भी दो से तीन लाख परिवार मैला ढोने के काम में लगे हैं। इस स्थिति को समाप्त करने के लिये सरकारी कार्यक्रमों के अलावा सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में राज्य सरकार मैला ढोने की प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रतिबद्घ है, यदि कोई परिवार या व्यक्ति किसी मजबूरी से इस प्रथा से जुड़ा है तो उसे अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा वित्तीय सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश के विभिन्न प्रांतों की वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पा ली है। इनमें मध्यप्रदेश की 11 हजार महिलाएं हैं। यह यात्रा 30 नवम्बर से शुरू हो रही है और 31 जनवरी 2013 को 18 राज्य और 200 जिलों से होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा में शामिल महिलाएं संदेश वाहक बनकर 50 हजार महिलाओं को इस कुप्रथा से मुक्ति दिलाएंगी।टिप्पणियां स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। रविन्द्र भवन प्रांगण में राष्ट्रीय गरिमा अभियान के अंतर्गत मैला-मुक्ति यात्रा की शुरुआत करते हुए रमेश ने मैला ढोने की प्रथा को देश के लिए कलंक बताया। उन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पाने वाली महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की घोषणा की। ऐसे स्व-सहायता समूहों को बैंक से ऋण दिलाने के साथ ही रोजगार संबंधी जरूरी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले दस साल में भारत खुले में शौच जाने की स्थिति से पूरी तरह मुक्ति पा लेगा। रमेश ने कहा कि भारत ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है लेकिन दुखद स्थिति है कि 60 प्रतिशत महिलाएं अब भी खुले में शौच जाती हैं। देश में 26 लाख शुष्क शौचालय उपयोग में आ रहे हैं। इनमें से 40 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में और 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में हैं। आज भी दो से तीन लाख परिवार मैला ढोने के काम में लगे हैं। इस स्थिति को समाप्त करने के लिये सरकारी कार्यक्रमों के अलावा सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में राज्य सरकार मैला ढोने की प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रतिबद्घ है, यदि कोई परिवार या व्यक्ति किसी मजबूरी से इस प्रथा से जुड़ा है तो उसे अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा वित्तीय सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश के विभिन्न प्रांतों की वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पा ली है। इनमें मध्यप्रदेश की 11 हजार महिलाएं हैं। यह यात्रा 30 नवम्बर से शुरू हो रही है और 31 जनवरी 2013 को 18 राज्य और 200 जिलों से होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा में शामिल महिलाएं संदेश वाहक बनकर 50 हजार महिलाओं को इस कुप्रथा से मुक्ति दिलाएंगी।टिप्पणियां स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। रमेश ने कहा कि भारत ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है लेकिन दुखद स्थिति है कि 60 प्रतिशत महिलाएं अब भी खुले में शौच जाती हैं। देश में 26 लाख शुष्क शौचालय उपयोग में आ रहे हैं। इनमें से 40 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में और 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में हैं। आज भी दो से तीन लाख परिवार मैला ढोने के काम में लगे हैं। इस स्थिति को समाप्त करने के लिये सरकारी कार्यक्रमों के अलावा सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में राज्य सरकार मैला ढोने की प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रतिबद्घ है, यदि कोई परिवार या व्यक्ति किसी मजबूरी से इस प्रथा से जुड़ा है तो उसे अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा वित्तीय सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश के विभिन्न प्रांतों की वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पा ली है। इनमें मध्यप्रदेश की 11 हजार महिलाएं हैं। यह यात्रा 30 नवम्बर से शुरू हो रही है और 31 जनवरी 2013 को 18 राज्य और 200 जिलों से होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा में शामिल महिलाएं संदेश वाहक बनकर 50 हजार महिलाओं को इस कुप्रथा से मुक्ति दिलाएंगी।टिप्पणियां स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। आज भी दो से तीन लाख परिवार मैला ढोने के काम में लगे हैं। इस स्थिति को समाप्त करने के लिये सरकारी कार्यक्रमों के अलावा सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन की आवश्यकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में राज्य सरकार मैला ढोने की प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रतिबद्घ है, यदि कोई परिवार या व्यक्ति किसी मजबूरी से इस प्रथा से जुड़ा है तो उसे अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा वित्तीय सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश के विभिन्न प्रांतों की वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पा ली है। इनमें मध्यप्रदेश की 11 हजार महिलाएं हैं। यह यात्रा 30 नवम्बर से शुरू हो रही है और 31 जनवरी 2013 को 18 राज्य और 200 जिलों से होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा में शामिल महिलाएं संदेश वाहक बनकर 50 हजार महिलाओं को इस कुप्रथा से मुक्ति दिलाएंगी।टिप्पणियां स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में राज्य सरकार मैला ढोने की प्रथा को समूल नष्ट करने के लिए प्रतिबद्घ है, यदि कोई परिवार या व्यक्ति किसी मजबूरी से इस प्रथा से जुड़ा है तो उसे अन्य व्यवसाय शुरू करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरा वित्तीय सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में देश के विभिन्न प्रांतों की वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने मैला ढोने की प्रथा से मुक्ति पा ली है। इनमें मध्यप्रदेश की 11 हजार महिलाएं हैं। यह यात्रा 30 नवम्बर से शुरू हो रही है और 31 जनवरी 2013 को 18 राज्य और 200 जिलों से होती हुई नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा में शामिल महिलाएं संदेश वाहक बनकर 50 हजार महिलाओं को इस कुप्रथा से मुक्ति दिलाएंगी।टिप्पणियां स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। स्वामी अग्निवेश ने वाल्मीकि समुदाय का आह्वान किया कि वह स्वयं को कमजोर न समझे। अपनी गरिमा और शक्ति को पहचाने। उन्होंने वाल्मीकि समाज की महिलाओं में चेतना जागृत करने वाली मंदसौर जिले की महिला लाली बाई के प्रयासों का अभिनंदन करते हुए सार्वजनिक रूप से चरण-स्पर्श किए। इस अवसर पर उज्जैन की तस्लीम बाई और राजस्थान के चित्तौड जिले की छोटी बाई ने अपने अनुभव बताए। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। इस मौके पर मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष गंगा राम, मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पाण्डेय, दलित चेम्बर अफ  कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के मिलिंद कामले और अशासकीय संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।
यहाँ एक सारांश है:केन्द्रीय पंचायती एवं ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि केन्द्र शीघ्र ही ऐसा कानून बनाएगा, जिसके अंतर्गत शुष्क शौचालय का उपयोग करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी और उन्हें जेल भी हो सकती है।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की अवर अधीनस्थ सेवा (सामान्य) चयन परीक्षा का पर्चा लीक हो गया। सबआर्डिनेट की परीक्षा रविवार को दो पालियों में आयोजित की गई। छात्रों ने धांधली की शिकायत करते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की है।  राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज के बाहर पैसा लेकर पर्चा बांटा जा रहा था। वहीं केंद्र के अंदर एक अभ्यर्थी के पास पूरे पेपर के सही जवाब लिखा कागज भी मिला। पर्चा लीक होने की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया और अधिकारी सकते में आ गए।  सूत्रों के मुताबिक, श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज सेंटर में शोएब मसूद नाम का अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा था। इसके प्रवेशपत्र के पीछे पूरे पेपर के जवाब क्रम में लिखे थे। कमरे में बैठे दूसरे छात्रों ने जब यह देखा तो वो इसका विरोध करने लगे।  टिप्पणियां आरोप है कि स्कूल के ही एक शिक्षक ने शोएब को जवाब लिखा प्रवेशपत्र उपलब्ध करवाया था, हालांकि स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है और पेपर खत्म होने के बाद पर्चा लीक होने की बात सामने आई है। वहीं इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज एग्जामिनेशन 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद्द कर दी जाए। राजधानी लखनऊ के आलमबाग स्थित श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज के बाहर पैसा लेकर पर्चा बांटा जा रहा था। वहीं केंद्र के अंदर एक अभ्यर्थी के पास पूरे पेपर के सही जवाब लिखा कागज भी मिला। पर्चा लीक होने की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया और अधिकारी सकते में आ गए।  सूत्रों के मुताबिक, श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज सेंटर में शोएब मसूद नाम का अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा था। इसके प्रवेशपत्र के पीछे पूरे पेपर के जवाब क्रम में लिखे थे। कमरे में बैठे दूसरे छात्रों ने जब यह देखा तो वो इसका विरोध करने लगे।  टिप्पणियां आरोप है कि स्कूल के ही एक शिक्षक ने शोएब को जवाब लिखा प्रवेशपत्र उपलब्ध करवाया था, हालांकि स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है और पेपर खत्म होने के बाद पर्चा लीक होने की बात सामने आई है। वहीं इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज एग्जामिनेशन 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद्द कर दी जाए। सूत्रों के मुताबिक, श्यामा चंद्र कॉन्वेंट इंटर कॉलेज सेंटर में शोएब मसूद नाम का अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा था। इसके प्रवेशपत्र के पीछे पूरे पेपर के जवाब क्रम में लिखे थे। कमरे में बैठे दूसरे छात्रों ने जब यह देखा तो वो इसका विरोध करने लगे।  टिप्पणियां आरोप है कि स्कूल के ही एक शिक्षक ने शोएब को जवाब लिखा प्रवेशपत्र उपलब्ध करवाया था, हालांकि स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है और पेपर खत्म होने के बाद पर्चा लीक होने की बात सामने आई है। वहीं इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज एग्जामिनेशन 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद्द कर दी जाए। आरोप है कि स्कूल के ही एक शिक्षक ने शोएब को जवाब लिखा प्रवेशपत्र उपलब्ध करवाया था, हालांकि स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है और पेपर खत्म होने के बाद पर्चा लीक होने की बात सामने आई है। वहीं इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज एग्जामिनेशन 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद्द कर दी जाए। वहीं इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा कराई जा रही लोअर सबआर्डिनेट सर्विसेज एग्जामिनेशन 2016 का सॉल्व पेपर परीक्षा के बीच ही व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इसकी जानकारी होते ही प्रतियोगी छात्रों में हड़कंप मच गया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में जोरदार धांधली की गई है, इसलिए परीक्षा रद्द कर दी जाए।
यहाँ एक सारांश है:एग्जाम सेंटर के बाहर पैसे लेकर बांटा जा रहा था पर्चा स्कूल के प्राचार्य ने पर्चा लीक होने से किया इंकार इलाहाबाद में व्हाट्सएप पर प्रश्न पत्र वायरल
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने फिर से प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर नेशनल काउंटर टेरररिज्म सेंटर बनाए जाने को लेकर चिंता जताई है। जयललिता ने इसे तुरंत वापस लेकर राज्यों के साथ बातचीत शुरू करने की मांग की है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि गृह मंत्रालय के मौजूदा प्रस्ताव का गहराई से एनालिसिस करने की जरूरत है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री ने इस महीने के शुरू में भी प्रधानमंत्री को इसी सिलसिले में चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि एनसीटीसी के प्रावधानों में कई खामियां हैं जो कि राज्यों के अधिकार क्षेत्र में दखल देती हैं। जयललिता ने इसे तुरंत वापस लेकर राज्यों के साथ बातचीत शुरू करने की मांग की है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि गृह मंत्रालय के मौजूदा प्रस्ताव का गहराई से एनालिसिस करने की जरूरत है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री ने इस महीने के शुरू में भी प्रधानमंत्री को इसी सिलसिले में चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि एनसीटीसी के प्रावधानों में कई खामियां हैं जो कि राज्यों के अधिकार क्षेत्र में दखल देती हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने फिर से प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर नेशनल काउंटर टेरररिज्म सेंटर बनाए जाने को लेकर चिंता जताई है।
19
['hin']
एक सारांश बनाओ: विधानसभा चुनाव आते ही, कांग्रेस-बीजेपी दोनों को दलित वोटों की फिक्र सताने लगी है. दलित वोटरों में किसकी कितनी पैठ है ये भी आंका जाने लगा है. जहां कांग्रेस जिताऊ उम्मीदवार का वजन देखने के साथ जाति धर्म के आधार पर सर्वे करवा रही है, वहीं बीजेपी दलित वोटरों पर नजर रखने हर बूथ पर जाति प्रमुखों की तैनाती कर रही है. महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इन दिनों एक फॉर्म दिया जा रहा है जिसमें उन्हें, जाति-उपजाति की जानकारी देनी है. वहीं पार्टी उम्मीदवारों के चयन के लिए भी हर विधानसभा में 10 पन्ने के फॉर्म को भरवाकर सर्वे करवा रही है. इस फॉर्म में मतदाताओं की 5 प्रमुख जाति और धर्म की प्रतिशत में जानकारी मांगी गई है, इसी फॉर्म में विधायक चुनने के लिए पहला विकल्प जाति और धर्म है. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मांडवी चौहान ने कहा "जब सीट की बात आती है तो पता होना चाहिए कौन महिला काम कर रही है, अगर रिजर्व सीट है पिछड़ा वर्ग से आती है तो उसे देखते हुए डेटा इकठ्ठा कर रहे हैं.  वहीं पार्टी प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा " जाति का डेटा इकठ्टा कर रहे ताकि टिकट बांटने में वहां के लोगों को मोबलाइज कर सकें. "       धर्म-जाति खंगालने और अपना वोट बैंक संवारने में बीजेपी भी पीछे नहीं है. पार्टी राज्य के सभी 65200 पोलिंग बूथों पर जाति प्रमुख की तैनाती कर रही है, जिम्मा अनुसूचित जाति वर्ग मोर्चा को सौंपा गया है. जाति प्रमुख अनुसूचित जाति का वो कार्यकर्ता होगा जिसके वोटरों की संख्या उस बूथ पर सबसे ज्यादा होगी. उसका काम अपने वर्ग के वोटरों की जानकारी रखना, उनसे संपर्क करना और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाना होगा.  बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष  सूरज कैरों ने कहा " एक बूथ पर वर्चस्व जिस समाज का है उन्हें लेंगे लेकिन दस घर एक समाज का है उसकी बात मानते हैं तो उसी समाज का कार्यकर्ता खड़ा करेंगे. हमारा एक प्रहरी हर बूथ पर हो उसी को अंजाम देने बूथ प्रमुख बनाने जा रहे हैं. लगभग सवा तीन लाख कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी होगी जो निश्चित रूप से पार्टी के लिए हितकर होगा.      मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति की आबादी 15.2 फीसदी है. सूबे में अनुसूचित जाति की 35 सीटें हैं, जिसमें फिलहाल 28 पर बीजेपी काबिज है. राज्य में दलित आंदोलन के बाद कांग्रेस को लगता है, बीजेपी से दलित प्रभाव वाली सीटें छीनी जा सकती हैं, वहीं बीजेपी हर हाल में इन सीटों को बचाना और अपना आधार बढ़ाना चाहती है. महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इन दिनों एक फॉर्म दिया जा रहा है जिसमें उन्हें, जाति-उपजाति की जानकारी देनी है. वहीं पार्टी उम्मीदवारों के चयन के लिए भी हर विधानसभा में 10 पन्ने के फॉर्म को भरवाकर सर्वे करवा रही है. इस फॉर्म में मतदाताओं की 5 प्रमुख जाति और धर्म की प्रतिशत में जानकारी मांगी गई है, इसी फॉर्म में विधायक चुनने के लिए पहला विकल्प जाति और धर्म है. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मांडवी चौहान ने कहा "जब सीट की बात आती है तो पता होना चाहिए कौन महिला काम कर रही है, अगर रिजर्व सीट है पिछड़ा वर्ग से आती है तो उसे देखते हुए डेटा इकठ्ठा कर रहे हैं.  वहीं पार्टी प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा " जाति का डेटा इकठ्टा कर रहे ताकि टिकट बांटने में वहां के लोगों को मोबलाइज कर सकें. "       धर्म-जाति खंगालने और अपना वोट बैंक संवारने में बीजेपी भी पीछे नहीं है. पार्टी राज्य के सभी 65200 पोलिंग बूथों पर जाति प्रमुख की तैनाती कर रही है, जिम्मा अनुसूचित जाति वर्ग मोर्चा को सौंपा गया है. जाति प्रमुख अनुसूचित जाति का वो कार्यकर्ता होगा जिसके वोटरों की संख्या उस बूथ पर सबसे ज्यादा होगी. उसका काम अपने वर्ग के वोटरों की जानकारी रखना, उनसे संपर्क करना और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाना होगा.  बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष  सूरज कैरों ने कहा " एक बूथ पर वर्चस्व जिस समाज का है उन्हें लेंगे लेकिन दस घर एक समाज का है उसकी बात मानते हैं तो उसी समाज का कार्यकर्ता खड़ा करेंगे. हमारा एक प्रहरी हर बूथ पर हो उसी को अंजाम देने बूथ प्रमुख बनाने जा रहे हैं. लगभग सवा तीन लाख कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी होगी जो निश्चित रूप से पार्टी के लिए हितकर होगा.      मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति की आबादी 15.2 फीसदी है. सूबे में अनुसूचित जाति की 35 सीटें हैं, जिसमें फिलहाल 28 पर बीजेपी काबिज है. राज्य में दलित आंदोलन के बाद कांग्रेस को लगता है, बीजेपी से दलित प्रभाव वाली सीटें छीनी जा सकती हैं, वहीं बीजेपी हर हाल में इन सीटों को बचाना और अपना आधार बढ़ाना चाहती है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बीजेपी सभी 65200 पोलिंग बूथों पर जाति प्रमुख की तैनाती कर रही बीजेपी की लगभग सवा तीन लाख कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी होगी मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति की आबादी 15.2 फीसदी
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: निर्माता बोनी कपूर (Boney Kapoor) ने मिस्र ड्रामा 'हेप्ता : द लास्ट लेक्चर'  के भारत में हिंदी व अन्य भाषाओं में रीमेक के लिए फिल्म के अधिकार ले लिए हैं. एक बयान के मुताबिक, फिल्म का निर्माण कपूर के बेव्यू प्रोजेक्ट द्वारा किया जाएगा, जबकि फ्रेश लाइन फिल्मस इसके सहनिर्माता होंगे. मोहम्मद सादेक की सबसे ज्यादा बिकने वाली पुस्तक 'हेप्ता : द लास्ट लेक्चर' पर आधारित फिल्म प्यार के सात चरणों के इर्द-गिर्द घूमती है. मिस्र में फिल्म का निर्देशन हादी एल बैगोरी ने किया था.  बोनी कपूर (Boney Kapoor) ने कहा, "भारत और मिस्र दोनों ही प्राचीन काल से एक दूसरे की संस्कृति, कला और वास्तु-कला से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं." उन्होंने कहा, "मिस्र सिनेमा के साथ सहयोग सम्मान की बात है. मेरा ढृढता से मानना है कि यह केवल शुरुआत है और हम जल्द ही मिस्र और भारत की फिल्मों को उनकी संबंधित भाषाओं में देखेंगे." बोनी कपूर (Boney Kapoor) हिंदी फिल्म 'पिंक' का तमिल में रीमेक बना रहे हैं, जिसका शीर्षक 'एके59' है. फिल्म में सुपरस्टार अजीत मुख्य भूमिका में है और इसकी शूटिंग फिलहाल चल रही है.
बोनी कपूर इस फिल्म का बनाएंगे रीमेक मिस्र की फिल्म का बनाएंगे रीमेक उन्होंने हिंदी व अन्य भाषाओं में रीमेक के लिए फिल्म के अधिकार ले लिए हैं
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: प्योंगयांग के सरकारी मीडिया ने आज कहा है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने हाल ही में पनडुब्बी के जरिए किए गए बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण को 'बड़ी सफलता' करार दिया है. समाचार एजेंसी केसीएनए ने गुरुवार को किम के हवाले से कहा कि कल के प्रक्षेपण के नतीजों ने यह साबित कर दिया कि उत्तर कोरिया 'परमाणु हमलों की क्षमता से संपन्न सैन्य ताकतों की अग्रिम श्रेणी' में आ गया है और अमेरिकी मुख्य भूभाग एवं प्रशांत में युद्धक्षेत्र अब उत्तर कोरिया की सेना के 'हमले की जद' में है. मिसाइल जापान की ओर लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तक गई. शस्त्र विश्लेषकों का कहना है कि यह उत्तर कोरिया की परमाणु हमलों से जुड़ी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में एक स्पष्ट कदम है. केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने खुद इस प्रक्षेपण को देखा था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इसे कहां से देखा था. समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ने अमेरिकी साम्राज्यवादियों के साथ अप्रत्याशित पूर्ण युद्ध या परमाणु युद्ध से निपटने के लिए सभी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु युद्धक सामग्री बढ़ाने और इनकी आपूर्ति के माध्यम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया.टिप्पणियां किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समाचार एजेंसी केसीएनए ने गुरुवार को किम के हवाले से कहा कि कल के प्रक्षेपण के नतीजों ने यह साबित कर दिया कि उत्तर कोरिया 'परमाणु हमलों की क्षमता से संपन्न सैन्य ताकतों की अग्रिम श्रेणी' में आ गया है और अमेरिकी मुख्य भूभाग एवं प्रशांत में युद्धक्षेत्र अब उत्तर कोरिया की सेना के 'हमले की जद' में है. मिसाइल जापान की ओर लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तक गई. शस्त्र विश्लेषकों का कहना है कि यह उत्तर कोरिया की परमाणु हमलों से जुड़ी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में एक स्पष्ट कदम है. केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने खुद इस प्रक्षेपण को देखा था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इसे कहां से देखा था. समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ने अमेरिकी साम्राज्यवादियों के साथ अप्रत्याशित पूर्ण युद्ध या परमाणु युद्ध से निपटने के लिए सभी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु युद्धक सामग्री बढ़ाने और इनकी आपूर्ति के माध्यम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया.टिप्पणियां किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मिसाइल जापान की ओर लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तक गई. शस्त्र विश्लेषकों का कहना है कि यह उत्तर कोरिया की परमाणु हमलों से जुड़ी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में एक स्पष्ट कदम है. केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने खुद इस प्रक्षेपण को देखा था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इसे कहां से देखा था. समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ने अमेरिकी साम्राज्यवादियों के साथ अप्रत्याशित पूर्ण युद्ध या परमाणु युद्ध से निपटने के लिए सभी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु युद्धक सामग्री बढ़ाने और इनकी आपूर्ति के माध्यम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया.टिप्पणियां किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, किम ने खुद इस प्रक्षेपण को देखा था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इसे कहां से देखा था. समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ने अमेरिकी साम्राज्यवादियों के साथ अप्रत्याशित पूर्ण युद्ध या परमाणु युद्ध से निपटने के लिए सभी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु युद्धक सामग्री बढ़ाने और इनकी आपूर्ति के माध्यम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया.टिप्पणियां किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ने अमेरिकी साम्राज्यवादियों के साथ अप्रत्याशित पूर्ण युद्ध या परमाणु युद्ध से निपटने के लिए सभी प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु युद्धक सामग्री बढ़ाने और इनकी आपूर्ति के माध्यम विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया.टिप्पणियां किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) किम के हवाले से केसीएनए ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अमेरिका और उसके पिछलग्गू इस परीक्षण के बारे में क्या टिप्पणी करेंगे, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि उनके जल्दबाजी वाले कामों का नतीजा उनकी अपनी तबाही के रूप में ही सामने आएगा'.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:किम जोंग-उन ने बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण की जमकर तारीफ की. अमेरिकी मुख्य भूभाग, प्रशांत में युद्धक्षेत्र अब उत्तर कोरिया की जद में. मिसाइल जापान की ओर लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तक गई.
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रुपये की गिरावट थामने के लिए आरबीआई की अतिरिक्त पहलों की घोषणा के मद्देनजर स्थानीय मुद्रा आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में 26 पैसे की मजबूती के साथ 59.50 के स्तर पर आ गया।टिप्पणियां विदेशी मुद्रा डीलरों ने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार में अत्यधिक सट्टेबाजी और उतार-चढ़ाव पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई द्वारा पिछली रात की गई घोषणा से रुपये को समर्थन मिला। आरबीआई ने हर बैंक के लिए कुल जमा पर नकदी समायोजन सुविधा (लैफ) एक प्रतिशत से घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया गया। इस तरह केंद्रीय बैंक से लिया जाने वाला ऋण सीमित होगा। विदेशी मुद्रा डीलरों ने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार में अत्यधिक सट्टेबाजी और उतार-चढ़ाव पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई द्वारा पिछली रात की गई घोषणा से रुपये को समर्थन मिला। आरबीआई ने हर बैंक के लिए कुल जमा पर नकदी समायोजन सुविधा (लैफ) एक प्रतिशत से घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया गया। इस तरह केंद्रीय बैंक से लिया जाने वाला ऋण सीमित होगा। आरबीआई ने हर बैंक के लिए कुल जमा पर नकदी समायोजन सुविधा (लैफ) एक प्रतिशत से घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया गया। इस तरह केंद्रीय बैंक से लिया जाने वाला ऋण सीमित होगा।
रुपये की गिरावट थामने के लिए आरबीआई की अतिरिक्त पहलों की घोषणा के मद्देनजर स्थानीय मुद्रा आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में 26 पैसे की मजबूती के साथ 59.50 के स्तर पर आ गया।
28
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दे दिया है। इस बार उन्होंने डॉक्टरों पर आरोप लगाया है कि वह बिना जांच और टेस्ट किए ही मरीजों को डेंगू होने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ डॉक्टर तो हार्ट अटैक के मामले में भी डेंगू होने की बात कहकर पिंड छुड़ा रहे हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों के सामने आने के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि राज्य में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने रायटर्स बिल्डिंग में कहा, ‘‘मेरे पास जो सूचना है, उसके अनुसार राज्य में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हुई है।’’ ममता ने कहा कि डेंगू को लेकर गलत प्रचार नहीं किया जाना चाहिए।टिप्पणियां आधिकारिक सूचना के अनुसार कोलकाता के अलावा डेंगू से प्रभावित दूसरे जिलों में उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और नादिया शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार कोलकाता में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और इसके 405 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि लोगों की मौत डेंगू शॉक सिंड्रोम की वजह से हुई। डेंगू के बढ़ते मामलों के सामने आने के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि राज्य में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने रायटर्स बिल्डिंग में कहा, ‘‘मेरे पास जो सूचना है, उसके अनुसार राज्य में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हुई है।’’ ममता ने कहा कि डेंगू को लेकर गलत प्रचार नहीं किया जाना चाहिए।टिप्पणियां आधिकारिक सूचना के अनुसार कोलकाता के अलावा डेंगू से प्रभावित दूसरे जिलों में उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और नादिया शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार कोलकाता में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और इसके 405 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि लोगों की मौत डेंगू शॉक सिंड्रोम की वजह से हुई। मुख्यमंत्री ने रायटर्स बिल्डिंग में कहा, ‘‘मेरे पास जो सूचना है, उसके अनुसार राज्य में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हुई है।’’ ममता ने कहा कि डेंगू को लेकर गलत प्रचार नहीं किया जाना चाहिए।टिप्पणियां आधिकारिक सूचना के अनुसार कोलकाता के अलावा डेंगू से प्रभावित दूसरे जिलों में उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और नादिया शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार कोलकाता में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और इसके 405 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि लोगों की मौत डेंगू शॉक सिंड्रोम की वजह से हुई। आधिकारिक सूचना के अनुसार कोलकाता के अलावा डेंगू से प्रभावित दूसरे जिलों में उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और नादिया शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार कोलकाता में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और इसके 405 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि लोगों की मौत डेंगू शॉक सिंड्रोम की वजह से हुई। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के अनुसार कोलकाता में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और इसके 405 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि लोगों की मौत डेंगू शॉक सिंड्रोम की वजह से हुई।
सारांश: ममता बनर्जी ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया है कि वह बिना जांच और टेस्ट किए ही मरीजों को डेंगू होने की बात कह रहे हैं।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: दिल्ली में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के तीन मोबाइल फोर चोरी हो गए थे जो अब मिल गए हैं. यहां द्वारका सेक्टर 10 स्थित थाने में धोनी ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए दिल्ली की यात्रा कुछ ठीक नहीं रहा. पहले तो वह जिस होटल में रुके थे उसके कॉम्प्लेक्स में आग लगने की खबर आई और अब पता चला है कि उनके तीन मोबाइल फोन भी चोरी हो गए हैं. धोनी ने इस बाबत द्वारका सेक्टर 10 के थाने में FIR दर्ज करवा दी थी.   बता दें कि विजय हजारे ट्रॉफी के लिए इस वक्त धोनी झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे हैं और दिल्ली में उनका पश्चिम बंगाल टीम के साथ मुकाबला था जिसमें उनकी टीम 41 रन से हार गई. पिछले दिनों वह जिस होटल में ठहरे थे उसमें आग भी लग गई थी, हालांकि धोनी समेत सभी खिलाड़ियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. पुलिस का कहना है कि उन्होंने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
यह एक सारांश है: दिल्ली में एमएस धोनी के चोरी हुए 3 मोबाइल फोन मिल गए हैं धोनी ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज करवा दी थी धोनी के मुताबिक फोन उसी होटल में चोरी हुआ था जहां वह रुके थे
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बेंगलुरु में राजनीतिज्ञ और खनन टाइकून जी जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी के पांच दिन बाद इनकम टैक्स विभाग ने सोमवार देर शाम जनार्दन रेड्डी को नोटिस भेजा. आयकर विभाग के तीन अफसर सोमवार शाम को रेड्डी के बेल्लारी स्थित घर पर पहुंचे और उन्हें नोटिस थमाया. आयकर विभाग ने शादी पर हुए सभी खर्चों का ब्योरा मांगा है. रेड्डी को 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा गया है. सीबीआई की विशेष अदालत के आदेश के मुताबिक जनार्दन रेड्डी को सोमवार यानी 21 नवंबर तक ही बेल्लारी में रहने की इजाजत दी गई थी. वह फिलहाल अवैध खनन मामले में जमानत पर हैं. इससे पहले इनकम टैक्स अधिकारियों ने शादी में सामान आदि इंतजामात मुहैया करवाने वाले वेंडरों से भी पूछताछ की. पिछले हफ्ते बुधवार को जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में 50,000 लोगों ने शिरकत की थी. सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद देश भर में नकदी संकट के बीच इस शादी में हुए अपार खर्च को लेकर काफी ज्यादा आलोचना की गई थी. बेंगलुरु में कई एकड़ में फैले एक भव्‍य स्‍थल पर यह विवाह समारोह आयोजित हुआ था.टिप्पणियां यहां बॉलीवुड के कला निर्देशकों द्वारा डिजाइन किए गए सेट थे. शादी के लिए हम्पी के प्रसिद्ध विजय वित्थला मंदिर और तिरूमला तिरूपति मंदिर की प्रतिकृतियों के बड़े सेट बनाए गए थे. साथ ही दूल्हा और दुल्हन के घरों की प्रतिकृतियां भी बनाई गई थीं. रेड्डी के चेहरों के साथ हीलियम के गुब्बारे स्थल के ऊपर हवा में दिख रहे थे. विवाह समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों और डांसरों के अलावा ब्राजील के साम्बा डांसरों ने भी प्रस्तुतियां दीं. इन सबको लेकर पहले से ही रही चर्चाओं के बीच कुछ टैक्स अधिकारी शादी में गुपचुप तरीके से शामिल हुए थे.   सीबीआई और अन्य एजेंसियों को अभी रेड्डी की कथित तौर पर अकूत संपत्ति के बारे में पता लगाना बाकी है. 49-वर्षीय 'माइनिंग किंग' कभी कर्नाटक के सबसे ताकतवर लोगों में शुमार होते थे, और जुलाई, 2011 तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी थे. वह गैरकानूनी माइनिंग (खनन) के एक मामले में तीन साल जेल में रहे, और उन्हें पिछले साल ज़मानत पर रिहा किया गया था. देश में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के कारण देश में लोगों को हो रही परेशानी के बीच इस तरह भव्य तरीके से की गई शादी विवादों में आ गई. रेड्डी परिवार के लिए इस शादी के इंतज़ामात करने वालों का दावा था कि लगभग 30 करोड़ खर्च किया जा रहा है, और "सभी भुगतान ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को चेक के ज़रिये दिया गया है, और हर खर्च का हिसाब रखा जा रहा है..." बताया गया कि जनार्दन रेड्डी ने शादी के बाद सभी बिल दिखाने का वादा किया है. शादी में शामिल होने वालों में नेतागण और कई सिलेब्रिटीज थे. आयकर विभाग ने शादी पर हुए सभी खर्चों का ब्योरा मांगा है. रेड्डी को 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा गया है. सीबीआई की विशेष अदालत के आदेश के मुताबिक जनार्दन रेड्डी को सोमवार यानी 21 नवंबर तक ही बेल्लारी में रहने की इजाजत दी गई थी. वह फिलहाल अवैध खनन मामले में जमानत पर हैं. इससे पहले इनकम टैक्स अधिकारियों ने शादी में सामान आदि इंतजामात मुहैया करवाने वाले वेंडरों से भी पूछताछ की. पिछले हफ्ते बुधवार को जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में 50,000 लोगों ने शिरकत की थी. सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद देश भर में नकदी संकट के बीच इस शादी में हुए अपार खर्च को लेकर काफी ज्यादा आलोचना की गई थी. बेंगलुरु में कई एकड़ में फैले एक भव्‍य स्‍थल पर यह विवाह समारोह आयोजित हुआ था.टिप्पणियां यहां बॉलीवुड के कला निर्देशकों द्वारा डिजाइन किए गए सेट थे. शादी के लिए हम्पी के प्रसिद्ध विजय वित्थला मंदिर और तिरूमला तिरूपति मंदिर की प्रतिकृतियों के बड़े सेट बनाए गए थे. साथ ही दूल्हा और दुल्हन के घरों की प्रतिकृतियां भी बनाई गई थीं. रेड्डी के चेहरों के साथ हीलियम के गुब्बारे स्थल के ऊपर हवा में दिख रहे थे. विवाह समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों और डांसरों के अलावा ब्राजील के साम्बा डांसरों ने भी प्रस्तुतियां दीं. इन सबको लेकर पहले से ही रही चर्चाओं के बीच कुछ टैक्स अधिकारी शादी में गुपचुप तरीके से शामिल हुए थे.   सीबीआई और अन्य एजेंसियों को अभी रेड्डी की कथित तौर पर अकूत संपत्ति के बारे में पता लगाना बाकी है. 49-वर्षीय 'माइनिंग किंग' कभी कर्नाटक के सबसे ताकतवर लोगों में शुमार होते थे, और जुलाई, 2011 तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी थे. वह गैरकानूनी माइनिंग (खनन) के एक मामले में तीन साल जेल में रहे, और उन्हें पिछले साल ज़मानत पर रिहा किया गया था. देश में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के कारण देश में लोगों को हो रही परेशानी के बीच इस तरह भव्य तरीके से की गई शादी विवादों में आ गई. रेड्डी परिवार के लिए इस शादी के इंतज़ामात करने वालों का दावा था कि लगभग 30 करोड़ खर्च किया जा रहा है, और "सभी भुगतान ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को चेक के ज़रिये दिया गया है, और हर खर्च का हिसाब रखा जा रहा है..." बताया गया कि जनार्दन रेड्डी ने शादी के बाद सभी बिल दिखाने का वादा किया है. शादी में शामिल होने वालों में नेतागण और कई सिलेब्रिटीज थे. इससे पहले इनकम टैक्स अधिकारियों ने शादी में सामान आदि इंतजामात मुहैया करवाने वाले वेंडरों से भी पूछताछ की. पिछले हफ्ते बुधवार को जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में 50,000 लोगों ने शिरकत की थी. सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद देश भर में नकदी संकट के बीच इस शादी में हुए अपार खर्च को लेकर काफी ज्यादा आलोचना की गई थी. बेंगलुरु में कई एकड़ में फैले एक भव्‍य स्‍थल पर यह विवाह समारोह आयोजित हुआ था.टिप्पणियां यहां बॉलीवुड के कला निर्देशकों द्वारा डिजाइन किए गए सेट थे. शादी के लिए हम्पी के प्रसिद्ध विजय वित्थला मंदिर और तिरूमला तिरूपति मंदिर की प्रतिकृतियों के बड़े सेट बनाए गए थे. साथ ही दूल्हा और दुल्हन के घरों की प्रतिकृतियां भी बनाई गई थीं. रेड्डी के चेहरों के साथ हीलियम के गुब्बारे स्थल के ऊपर हवा में दिख रहे थे. विवाह समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों और डांसरों के अलावा ब्राजील के साम्बा डांसरों ने भी प्रस्तुतियां दीं. इन सबको लेकर पहले से ही रही चर्चाओं के बीच कुछ टैक्स अधिकारी शादी में गुपचुप तरीके से शामिल हुए थे.   सीबीआई और अन्य एजेंसियों को अभी रेड्डी की कथित तौर पर अकूत संपत्ति के बारे में पता लगाना बाकी है. 49-वर्षीय 'माइनिंग किंग' कभी कर्नाटक के सबसे ताकतवर लोगों में शुमार होते थे, और जुलाई, 2011 तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी थे. वह गैरकानूनी माइनिंग (खनन) के एक मामले में तीन साल जेल में रहे, और उन्हें पिछले साल ज़मानत पर रिहा किया गया था. देश में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के कारण देश में लोगों को हो रही परेशानी के बीच इस तरह भव्य तरीके से की गई शादी विवादों में आ गई. रेड्डी परिवार के लिए इस शादी के इंतज़ामात करने वालों का दावा था कि लगभग 30 करोड़ खर्च किया जा रहा है, और "सभी भुगतान ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को चेक के ज़रिये दिया गया है, और हर खर्च का हिसाब रखा जा रहा है..." बताया गया कि जनार्दन रेड्डी ने शादी के बाद सभी बिल दिखाने का वादा किया है. शादी में शामिल होने वालों में नेतागण और कई सिलेब्रिटीज थे. यहां बॉलीवुड के कला निर्देशकों द्वारा डिजाइन किए गए सेट थे. शादी के लिए हम्पी के प्रसिद्ध विजय वित्थला मंदिर और तिरूमला तिरूपति मंदिर की प्रतिकृतियों के बड़े सेट बनाए गए थे. साथ ही दूल्हा और दुल्हन के घरों की प्रतिकृतियां भी बनाई गई थीं. रेड्डी के चेहरों के साथ हीलियम के गुब्बारे स्थल के ऊपर हवा में दिख रहे थे. विवाह समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों और डांसरों के अलावा ब्राजील के साम्बा डांसरों ने भी प्रस्तुतियां दीं. इन सबको लेकर पहले से ही रही चर्चाओं के बीच कुछ टैक्स अधिकारी शादी में गुपचुप तरीके से शामिल हुए थे.   सीबीआई और अन्य एजेंसियों को अभी रेड्डी की कथित तौर पर अकूत संपत्ति के बारे में पता लगाना बाकी है. 49-वर्षीय 'माइनिंग किंग' कभी कर्नाटक के सबसे ताकतवर लोगों में शुमार होते थे, और जुलाई, 2011 तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री भी थे. वह गैरकानूनी माइनिंग (खनन) के एक मामले में तीन साल जेल में रहे, और उन्हें पिछले साल ज़मानत पर रिहा किया गया था. देश में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के कारण देश में लोगों को हो रही परेशानी के बीच इस तरह भव्य तरीके से की गई शादी विवादों में आ गई. रेड्डी परिवार के लिए इस शादी के इंतज़ामात करने वालों का दावा था कि लगभग 30 करोड़ खर्च किया जा रहा है, और "सभी भुगतान ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को चेक के ज़रिये दिया गया है, और हर खर्च का हिसाब रखा जा रहा है..." बताया गया कि जनार्दन रेड्डी ने शादी के बाद सभी बिल दिखाने का वादा किया है. शादी में शामिल होने वालों में नेतागण और कई सिलेब्रिटीज थे. देश में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद होने के कारण देश में लोगों को हो रही परेशानी के बीच इस तरह भव्य तरीके से की गई शादी विवादों में आ गई. रेड्डी परिवार के लिए इस शादी के इंतज़ामात करने वालों का दावा था कि लगभग 30 करोड़ खर्च किया जा रहा है, और "सभी भुगतान ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को चेक के ज़रिये दिया गया है, और हर खर्च का हिसाब रखा जा रहा है..." बताया गया कि जनार्दन रेड्डी ने शादी के बाद सभी बिल दिखाने का वादा किया है. शादी में शामिल होने वालों में नेतागण और कई सिलेब्रिटीज थे.
खनन टाइकून जी जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी आलोचना के केंद्र में है आयकर विभाग ने रेड्डी को 25 नवंबर तक जवाब देने को कहा शादी में सामान मुहैया करवाने वाले वेंडरों से भी की गई पूछताछ
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका ने भारतीय वायु सेना के लिए प्रस्तावित 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के समझौते के तहत दिए जाने वाले हथियारों के हिस्से के तहत अपनी विश्व प्रसिद्ध स्टिंगर मिसाइल के हवा से हवा में मार करने वाले संस्करण को भारत को देने का प्रस्ताव दिया है।टिप्पणियां स्टिंगर मिसाइल के सतह से हवा में मार करने वाले संस्करण को वर्ष 1980 के दशक में अफगान युद्ध के दौरान रूसी हेलीकाप्टरों के बेड़े को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने वर्ष 1999 में इस मिसाइल का इस्तेमाल कर भारतीय वायु सेना के एक एमआई 17 हेलीकाप्टर को मार गिराया था। इस मिसाइलों को बनाने वाली कंपनी रेथियान के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर ब्रैड बर्नार्ड ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के लिए जारी की गई निविदा हेतु अमेरिका सरकार ने अपाचे-64 डी का प्रस्ताव दिया जिसके हथियार पैकेज के तहत हमने स्टिंगर मिसाइल का प्रस्ताव दिया है।’ इस मिसाइल को सीधे अमेरिका सरकार ने विदेशी सैन्य बिक्री रास्ते के जरिए भारत को देने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय वायु सेना इस समझौते को पूरा करने के अंतिम चरण में है और जल्द ही करार कर सकती है। स्टिंगर मिसाइल के सतह से हवा में मार करने वाले संस्करण को वर्ष 1980 के दशक में अफगान युद्ध के दौरान रूसी हेलीकाप्टरों के बेड़े को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने वर्ष 1999 में इस मिसाइल का इस्तेमाल कर भारतीय वायु सेना के एक एमआई 17 हेलीकाप्टर को मार गिराया था। इस मिसाइलों को बनाने वाली कंपनी रेथियान के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर ब्रैड बर्नार्ड ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के लिए जारी की गई निविदा हेतु अमेरिका सरकार ने अपाचे-64 डी का प्रस्ताव दिया जिसके हथियार पैकेज के तहत हमने स्टिंगर मिसाइल का प्रस्ताव दिया है।’ इस मिसाइल को सीधे अमेरिका सरकार ने विदेशी सैन्य बिक्री रास्ते के जरिए भारत को देने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय वायु सेना इस समझौते को पूरा करने के अंतिम चरण में है और जल्द ही करार कर सकती है। इस मिसाइलों को बनाने वाली कंपनी रेथियान के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर ब्रैड बर्नार्ड ने कहा, ‘भारतीय वायु सेना के 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के लिए जारी की गई निविदा हेतु अमेरिका सरकार ने अपाचे-64 डी का प्रस्ताव दिया जिसके हथियार पैकेज के तहत हमने स्टिंगर मिसाइल का प्रस्ताव दिया है।’ इस मिसाइल को सीधे अमेरिका सरकार ने विदेशी सैन्य बिक्री रास्ते के जरिए भारत को देने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय वायु सेना इस समझौते को पूरा करने के अंतिम चरण में है और जल्द ही करार कर सकती है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिका ने भारतीय वायु सेना के लिए प्रस्तावित 22 लड़ाकू हेलीकाप्टरों के समझौते के तहत दिए जाने वाले हथियारों के हिस्से के तहत अपनी विश्व प्रसिद्ध स्टिंगर मिसाइल के हवा से हवा में मार करने वाले संस्करण को भारत को देने का प्रस्ताव दिया है।
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बीते सप्ताह शेयर बाजार में एक अलग प्रवृत्ति देखी गई. सेंसेक्स में जहां तेजी का रुख रहा वहीं बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में थोड़ी गिरावट देखी गई. इस दौरान कारोबार का रुझान भी बिनी किसी प्रमुख गतिविधियों के अभाव मंद रहा. शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह में साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 81.81 अंकों या 0.26 फीसदी की तेजी के साथ 31,138.21 अंक पर तथा निफ्टी 13.10 अंकों या 0.14 फीसदी की गिरावट के साथ 9,574.95 पर बंद हुआ. इस दौरान बीएसई का मिडकैप सूचकांक 223.52 अंकों या 1.51 फीसदी की गिरावट के साथ 14,538.81 पर बंद हुआ और स्मॉलकैप सूचकांक 285.34 अंकों या 1.82 फीसदी की गिरावट के साथ 15,381.90 पर बंद हुआ. दोनों ही सूचकांकों ने सेंसेक्स से कम प्रदर्शन किया. सोमवार को वैश्विक रुझानों को पीछे छोड़ते हुए सेंसेक्स में तेजी देखी गई और यह 255.17 अंकों या 0.82 फीसदी की तेजी के साथ 31,311.57 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स में गिरावट देखी गई और यह 14.04 अंकों या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 31,297.53 पर बंद हुआ. बुधवार को नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स 13.89 अंकों या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 31,283.64 पर बंद हुआ. गुरुवार को सेंसेक्स में जहां तेजी आई, वहीं निफ्टी में गिरावट देखी गई. सेंसेक्स 7.10 अंकों या 0.02 फीसदी की तेजी के साथ 31,290.74 पर बंद हुआ. शुक्रवार को यूरोपीय शेयर बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के कारण सेंसेक्स 152.53 अंकों या 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ 31,138.21 पर बंद हुआ. इस सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.39 फीसदी), आईटीसी (1.49 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (1.26 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.63 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (0.15 फीसदी), एचडीएफसी (0.72 फीसदी) और अडाणी पोर्ट्स (1.35 फीसदी). वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे : टिप्पणियां ओएनजीसी (5.3 फीसदी), कोल इंडिया (3.92 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.13 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.06 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (7.9 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.72 फीसदी), एलएंडटी (0.21 फीसदी) और ल्यूपिन (6.2 फीसदी). वैश्विक मोर्चे पर यूरोजोन के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की रफ्तार में जून में गिरावट देखी गई. शुक्रवार को जारी मार्किट फ्लैश के यूरोजोन पीएमआई कंपोजिट आउटपुट सूचकांक जून में 55.7 के स्तर पर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे कम है. अमेरिका के बेरोजगारी के जून के आंकड़ों में कुल 2,50,000 अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन दिया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सोमवार को वैश्विक रुझानों को पीछे छोड़ते हुए सेंसेक्स में तेजी देखी गई और यह 255.17 अंकों या 0.82 फीसदी की तेजी के साथ 31,311.57 पर बंद हुआ. मंगलवार को सेंसेक्स में गिरावट देखी गई और यह 14.04 अंकों या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 31,297.53 पर बंद हुआ. बुधवार को नकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स 13.89 अंकों या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 31,283.64 पर बंद हुआ. गुरुवार को सेंसेक्स में जहां तेजी आई, वहीं निफ्टी में गिरावट देखी गई. सेंसेक्स 7.10 अंकों या 0.02 फीसदी की तेजी के साथ 31,290.74 पर बंद हुआ. शुक्रवार को यूरोपीय शेयर बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के कारण सेंसेक्स 152.53 अंकों या 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ 31,138.21 पर बंद हुआ. इस सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.39 फीसदी), आईटीसी (1.49 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (1.26 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.63 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (0.15 फीसदी), एचडीएफसी (0.72 फीसदी) और अडाणी पोर्ट्स (1.35 फीसदी). वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे : टिप्पणियां ओएनजीसी (5.3 फीसदी), कोल इंडिया (3.92 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.13 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.06 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (7.9 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.72 फीसदी), एलएंडटी (0.21 फीसदी) और ल्यूपिन (6.2 फीसदी). वैश्विक मोर्चे पर यूरोजोन के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की रफ्तार में जून में गिरावट देखी गई. शुक्रवार को जारी मार्किट फ्लैश के यूरोजोन पीएमआई कंपोजिट आउटपुट सूचकांक जून में 55.7 के स्तर पर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे कम है. अमेरिका के बेरोजगारी के जून के आंकड़ों में कुल 2,50,000 अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन दिया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.39 फीसदी), आईटीसी (1.49 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (1.26 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.63 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (0.15 फीसदी), एचडीएफसी (0.72 फीसदी) और अडाणी पोर्ट्स (1.35 फीसदी). वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे : टिप्पणियां ओएनजीसी (5.3 फीसदी), कोल इंडिया (3.92 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.13 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.06 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (7.9 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.72 फीसदी), एलएंडटी (0.21 फीसदी) और ल्यूपिन (6.2 फीसदी). वैश्विक मोर्चे पर यूरोजोन के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की रफ्तार में जून में गिरावट देखी गई. शुक्रवार को जारी मार्किट फ्लैश के यूरोजोन पीएमआई कंपोजिट आउटपुट सूचकांक जून में 55.7 के स्तर पर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे कम है. अमेरिका के बेरोजगारी के जून के आंकड़ों में कुल 2,50,000 अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन दिया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओएनजीसी (5.3 फीसदी), कोल इंडिया (3.92 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.13 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.06 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (7.9 फीसदी), टाटा मोटर्स (2.72 फीसदी), एलएंडटी (0.21 फीसदी) और ल्यूपिन (6.2 फीसदी). वैश्विक मोर्चे पर यूरोजोन के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की रफ्तार में जून में गिरावट देखी गई. शुक्रवार को जारी मार्किट फ्लैश के यूरोजोन पीएमआई कंपोजिट आउटपुट सूचकांक जून में 55.7 के स्तर पर रहा जो पिछले पांच महीनों में सबसे कम है. अमेरिका के बेरोजगारी के जून के आंकड़ों में कुल 2,50,000 अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन दिया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: बीते सप्ताह सेंसेक्स में रहा तेजी का रुख बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में गिरावट वैश्विक रुझानों से इतर भी रहा सेंसेक्स
27
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इससे लोगों का बजट बिगड़ रहा है, मंडी में खरीदारी करने आई कोमल ने कहा सब्जी का तिगुना दाम है, कुछ भी नहीं ले सकते आलू 40 रुपये, कांदा 30 रुपये है। वहीं भावेश का कहना था, 'बहुत थोड़ा लिया है, मैं कोपरखैरणे से सानपाडा आया हूं, यहां भी सब्ज़ी अच्छी नहीं है, टमाटर 80 रुपये है, क्वॉलिटी भी अच्छी नहीं है।'टिप्पणियां महाराष्ट्र में 1977 में बाजार समितियां बनी थीं, जिससे करीब एक लाख लोग सीधे वहीं 3-4 लाख परोक्ष रूप से रोज़ी कमाते हैं। व्यापारी कहते हैं कि थोक बाजार में 30 फीसदी उपज सीधे आती है, 70 प्रतिशत खरीदकर मंगाई जाती है ऐसे में किसान या ग्राहकों को लूटने के आरोप बेबुनियाद हैं। एपीएमसी में हर साल लगभग 15000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, जिस पर ज्यादातर एनसीपी को समर्थन देने वाले कारोबारियों का नियंत्रण है। वैसे यह भी सही है कि फल-सब्जी को डीलिस्टिंग करने का फैसला यूपीए सरकार के वक्त ही हुआ था, जिसे बीजेपी अपने शासन वाले राज्‌यों में ग्राहक और किसानों को फायदा पहुंचाने के नाम लागू कर रही है। ऐसे में एक बात याद रखने वाली है कि सब्जी का सियासी भाव सरकारें उखाड़ फेंकने की ताकत रखती हैं। महाराष्ट्र में 1977 में बाजार समितियां बनी थीं, जिससे करीब एक लाख लोग सीधे वहीं 3-4 लाख परोक्ष रूप से रोज़ी कमाते हैं। व्यापारी कहते हैं कि थोक बाजार में 30 फीसदी उपज सीधे आती है, 70 प्रतिशत खरीदकर मंगाई जाती है ऐसे में किसान या ग्राहकों को लूटने के आरोप बेबुनियाद हैं। एपीएमसी में हर साल लगभग 15000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, जिस पर ज्यादातर एनसीपी को समर्थन देने वाले कारोबारियों का नियंत्रण है। वैसे यह भी सही है कि फल-सब्जी को डीलिस्टिंग करने का फैसला यूपीए सरकार के वक्त ही हुआ था, जिसे बीजेपी अपने शासन वाले राज्‌यों में ग्राहक और किसानों को फायदा पहुंचाने के नाम लागू कर रही है। ऐसे में एक बात याद रखने वाली है कि सब्जी का सियासी भाव सरकारें उखाड़ फेंकने की ताकत रखती हैं। एपीएमसी में हर साल लगभग 15000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, जिस पर ज्यादातर एनसीपी को समर्थन देने वाले कारोबारियों का नियंत्रण है। वैसे यह भी सही है कि फल-सब्जी को डीलिस्टिंग करने का फैसला यूपीए सरकार के वक्त ही हुआ था, जिसे बीजेपी अपने शासन वाले राज्‌यों में ग्राहक और किसानों को फायदा पहुंचाने के नाम लागू कर रही है। ऐसे में एक बात याद रखने वाली है कि सब्जी का सियासी भाव सरकारें उखाड़ फेंकने की ताकत रखती हैं।
सारांश: फैसले से किसान खुश, उत्पाद के 10 फीसदी ज्यादा दाम मिल रहे हैं 4000 कारोबारियों के हड़ताल पर जाने से बेहाल हुए बाजार, दाम 5 गुना तक बढ़े फूल गोभी 70 से 120 रुपये और टमाटर 15 रुपये से सीधे 80 तक जा पहुंचा है
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 'बकवास' करार दिया है, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि अगामी चुनाव में धांधली हो सकती है. ओबामा ने आश्वासन दिया कि मतदान प्रक्रिया कि अखंडता बरकरार रखी जाएगी. कल एक पत्रकार वार्ता में ट्रंप के आरोपों पर आधारित सवाल पूछे जाने पर ओबामा ने कहा, 'मैं वाकई नहीं जानता कि इस सवाल का जवाब कहां से शुरू करूं. निश्चित ही चुनाव में कोई धांधली नहीं होगी. इसका क्या मतलब है? चुनाव प्रक्रिया संघीय सरकार नहीं बल्कि राज्य, शहर और देश भर के समुदाय करवाते हैं. मतदान प्रणाली और मतदान बूथ भी वे ही स्थापित करते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'और अगर मिस्टर ट्रंप का यह कहना है कि देशभर में साजिश चल रही है..टेक्सास जैसे स्थानों पर भी, जहां मतदान बूथ का प्रभार डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों के पास नहीं है तो उनका यह कहना पूरी तरह से बकवास है. ट्रंप के आरोपों का कोई मतलब नहीं है और मुझे नहीं लगता कि कोई भी इसे गंभीरता से लेता है.' टिप्पणियां ओबामा ने कहा, 'हम इसे हमेशा गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि मतदान प्रक्रिया की निगरानी करना और इसकी अखंडता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर हमें ऐसा लगता है कि कोई मतदान प्रणाली या मशीन हैक किए जाने की आशंका है तो हम इस बारे में स्थानीय अधिकारियों को सूचित करते हैं कि वे सतर्क रहें.' ओबामा ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का समर्थन कर रहे हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कल एक पत्रकार वार्ता में ट्रंप के आरोपों पर आधारित सवाल पूछे जाने पर ओबामा ने कहा, 'मैं वाकई नहीं जानता कि इस सवाल का जवाब कहां से शुरू करूं. निश्चित ही चुनाव में कोई धांधली नहीं होगी. इसका क्या मतलब है? चुनाव प्रक्रिया संघीय सरकार नहीं बल्कि राज्य, शहर और देश भर के समुदाय करवाते हैं. मतदान प्रणाली और मतदान बूथ भी वे ही स्थापित करते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'और अगर मिस्टर ट्रंप का यह कहना है कि देशभर में साजिश चल रही है..टेक्सास जैसे स्थानों पर भी, जहां मतदान बूथ का प्रभार डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों के पास नहीं है तो उनका यह कहना पूरी तरह से बकवास है. ट्रंप के आरोपों का कोई मतलब नहीं है और मुझे नहीं लगता कि कोई भी इसे गंभीरता से लेता है.' टिप्पणियां ओबामा ने कहा, 'हम इसे हमेशा गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि मतदान प्रक्रिया की निगरानी करना और इसकी अखंडता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर हमें ऐसा लगता है कि कोई मतदान प्रणाली या मशीन हैक किए जाने की आशंका है तो हम इस बारे में स्थानीय अधिकारियों को सूचित करते हैं कि वे सतर्क रहें.' ओबामा ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का समर्थन कर रहे हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने आगे कहा, 'और अगर मिस्टर ट्रंप का यह कहना है कि देशभर में साजिश चल रही है..टेक्सास जैसे स्थानों पर भी, जहां मतदान बूथ का प्रभार डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों के पास नहीं है तो उनका यह कहना पूरी तरह से बकवास है. ट्रंप के आरोपों का कोई मतलब नहीं है और मुझे नहीं लगता कि कोई भी इसे गंभीरता से लेता है.' टिप्पणियां ओबामा ने कहा, 'हम इसे हमेशा गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि मतदान प्रक्रिया की निगरानी करना और इसकी अखंडता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर हमें ऐसा लगता है कि कोई मतदान प्रणाली या मशीन हैक किए जाने की आशंका है तो हम इस बारे में स्थानीय अधिकारियों को सूचित करते हैं कि वे सतर्क रहें.' ओबामा ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का समर्थन कर रहे हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओबामा ने कहा, 'हम इसे हमेशा गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि मतदान प्रक्रिया की निगरानी करना और इसकी अखंडता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर हमें ऐसा लगता है कि कोई मतदान प्रणाली या मशीन हैक किए जाने की आशंका है तो हम इस बारे में स्थानीय अधिकारियों को सूचित करते हैं कि वे सतर्क रहें.' ओबामा ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी और राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का समर्थन कर रहे हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: ओबामा ने आश्वासन दिया कि मतदान प्रक्रिया की अखंडता बरकरार रखी जाएगी. ट्रंप ने कहा था कि अगामी चुनाव में धांधली हो सकती है. ट्रंप के आरोपों का कोई मतलब नहीं है : ओबामा
20
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत के पूरब राजा और द्विज शरन की जोड़ी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन के युगल मुकाबलों के पहले दौर में हार गई है। राजा और शरन ने हालांकि अपने प्रतिद्वंद्वियों को जीत के लिए काफी परिश्रम कराया। क्वालीफाईंग के जरिये मुख्य दौर में जगह बनाने वाले राजा और शरन को सोमवार देर रात खेले गए पहले दौर के मुकाबले में अमेरिका के निकोलस मोनरो और जर्मनी के साइमन स्टैडलर की जोड़ी ने 6-7, 2-6, 6-4, 6-4, 6-4 से हराया।टिप्पणियां राजा और शरन ने शुरुआती दो सेट जीतने के साथ अपने पहले ही ग्रैंड स्लैम के दूसरे दौर में जगह बनाने की तैयारी कर ली थी लेकिन आगे के सेट में वे अपने खेल का लय बरकरार नहीं रख सके। दोनों को दो घंटे 17 मिनट में हार मिली। विंबलडन क्वालीफायर मुकाबलों में चौथी वरीय भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रिया एवं चेक गणराज्य की एंद्रियाज हैदर मौरर तथा जिरी वेसेली की जोड़ी द्वारा दूसरे एवं अंतिम मुकाबले में वाकओवर दिया गया था। क्वालीफाईंग के जरिये मुख्य दौर में जगह बनाने वाले राजा और शरन को सोमवार देर रात खेले गए पहले दौर के मुकाबले में अमेरिका के निकोलस मोनरो और जर्मनी के साइमन स्टैडलर की जोड़ी ने 6-7, 2-6, 6-4, 6-4, 6-4 से हराया।टिप्पणियां राजा और शरन ने शुरुआती दो सेट जीतने के साथ अपने पहले ही ग्रैंड स्लैम के दूसरे दौर में जगह बनाने की तैयारी कर ली थी लेकिन आगे के सेट में वे अपने खेल का लय बरकरार नहीं रख सके। दोनों को दो घंटे 17 मिनट में हार मिली। विंबलडन क्वालीफायर मुकाबलों में चौथी वरीय भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रिया एवं चेक गणराज्य की एंद्रियाज हैदर मौरर तथा जिरी वेसेली की जोड़ी द्वारा दूसरे एवं अंतिम मुकाबले में वाकओवर दिया गया था। राजा और शरन ने शुरुआती दो सेट जीतने के साथ अपने पहले ही ग्रैंड स्लैम के दूसरे दौर में जगह बनाने की तैयारी कर ली थी लेकिन आगे के सेट में वे अपने खेल का लय बरकरार नहीं रख सके। दोनों को दो घंटे 17 मिनट में हार मिली। विंबलडन क्वालीफायर मुकाबलों में चौथी वरीय भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रिया एवं चेक गणराज्य की एंद्रियाज हैदर मौरर तथा जिरी वेसेली की जोड़ी द्वारा दूसरे एवं अंतिम मुकाबले में वाकओवर दिया गया था। विंबलडन क्वालीफायर मुकाबलों में चौथी वरीय भारतीय जोड़ी को ऑस्ट्रिया एवं चेक गणराज्य की एंद्रियाज हैदर मौरर तथा जिरी वेसेली की जोड़ी द्वारा दूसरे एवं अंतिम मुकाबले में वाकओवर दिया गया था।
यहाँ एक सारांश है:भारत के पूरब राजा और द्विज शरन की जोड़ी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन के युगल मुकाबलों के पहले दौर में हार गई है। राजा और शरन ने हालांकि अपने प्रतिद्वंद्वियों को जीत के लिए काफी परिश्रम कराया।
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी ड्वेन स्मिथ ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, इस समय पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए खेल रहे स्मिथ ने कराची किंग्स के खिलाफ होने वाले दूसरे क्वालीफाइंग फाइनल से पहले इस बात की पुष्टि की. स्मिथ विश्व कप-2015 में आखिरी बार इंडीज टीम में खेले थे. इस विश्व कप में नेपियर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ खेला गया मैच उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का आखिरी मैच साबित हुआ.स्मिथ ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम 2003-04 में केपटाउन में नए साल पर हुए टेस्ट मैच से रखा था. उन्होंने अपने पहले मैच में ही 105 रनों की पारी खेली थी. इस दौरान उन्‍होंने 105 गेंदों का ही सामना किया था और 15 चौके, दो छक्‍के लगाए थे. दुर्भाग्‍य से पहले टेस्‍ट में लगाया गया यह शतक ही स्मिथ का इकलौता शतक साबित हुआ. स्मिथ ने वेस्‍टइंडीज के लिए कुल 10 टेस्ट मैच खेले और 14 पारियों में 24.61 की औसत से 320 रन बनाए. टेस्ट में उनके नाम एक भी अर्धशतक नहीं है. टेस्ट में उन्होंने सात विकेट लिए हैं. टेस्‍ट के मुकाबले स्मिथ वनडे मैचों में ज्‍यादा सफल रहे. उन्‍होंने 105 वनडे मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है और 18.57 की औसत से 1,560 रन बनाए, जिसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 97 है. वनडे में उन्होंने 61 विकेट लिए हैं. टी-20 में वह इंडीज के लिए 33 बार मैदान पर उतरे हैं और 18.18 की औसत से तीन अर्धशतकों के साथ 582 रन बनाए हैं वह इस प्रारूप में सात विकेट लेने में सफल रहे हैं. स्मिथ सीमित ओवरों के मैचों में टेस्ट से ज्यादा सफल रहे हैं. उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाज के तौर पर शुरुआत की थी और फिर सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी भी संभाली. एकदिवसीय में आठ अर्धशतकों में छह उन्होंने शीर्ष तीन नंबरों पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए. स्मिथ बीते कुछ सालों से टी-20 सर्किट में ज्यादा सक्रिय हैं और कई देशों की घरेलू टी-20 लीग में खेल रहे हैं. स्मिथ ने वेस्‍टइंडीज के लिए कुल 10 टेस्ट मैच खेले और 14 पारियों में 24.61 की औसत से 320 रन बनाए. टेस्ट में उनके नाम एक भी अर्धशतक नहीं है. टेस्ट में उन्होंने सात विकेट लिए हैं. टेस्‍ट के मुकाबले स्मिथ वनडे मैचों में ज्‍यादा सफल रहे. उन्‍होंने 105 वनडे मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है और 18.57 की औसत से 1,560 रन बनाए, जिसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 97 है. वनडे में उन्होंने 61 विकेट लिए हैं. टी-20 में वह इंडीज के लिए 33 बार मैदान पर उतरे हैं और 18.18 की औसत से तीन अर्धशतकों के साथ 582 रन बनाए हैं वह इस प्रारूप में सात विकेट लेने में सफल रहे हैं. स्मिथ सीमित ओवरों के मैचों में टेस्ट से ज्यादा सफल रहे हैं. उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाज के तौर पर शुरुआत की थी और फिर सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी भी संभाली. एकदिवसीय में आठ अर्धशतकों में छह उन्होंने शीर्ष तीन नंबरों पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए. स्मिथ बीते कुछ सालों से टी-20 सर्किट में ज्यादा सक्रिय हैं और कई देशों की घरेलू टी-20 लीग में खेल रहे हैं.
संक्षिप्त सारांश: 10 टेस्‍ट मैचों में स्मिथ ने इंडीज का प्रतिनिधित्‍व किया टेस्‍ट की तुलना में वनडे क्रिकेट में ज्‍यादा सफल रहे ड्वेन स्मिथ ने 105 वनडे और 33 टी20 मैच खेले
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चीन ने अपनी कश्मीरी नीति में बदलाव किया है और अब वह कश्मीर मुद्दे का हल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए सुलझाने का पक्षधर है। लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स में पढ़ाने वाले एक पाकिस्तानी प्रोफेसर अतहर हुसैन ने कहा, "चीन पाकिस्तान के साथ समान व्यवहार नहीं करता। वह विश्व की महाशक्ति है। चीन अब पाकिस्तान के बिना भी अपनी विदेश नीति संचालित कर सकता है।" आधुनिक सिल्क रूट की व्यवहार्यता पर डेमोक्रेसी फोरम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक विचार गोष्ठी में हुसैन ने ये बातें कहीं। हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेने वाले आतंकवादियों द्वारा चीनी मुसलमानों के बीच अशांति भड़काने का प्रयास करने का पाकिस्तान और चीन के दीर्घकालिक सम्बंधों पर असर नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि चीन में जुलाई में आतंकवादी हमले हुए थे। दो लोग एक ट्रक को अगवा कर सिंगजियांग उईगूर प्रांत में भीड़-भाड़ वाले एक व्यस्त इलाके में ले गए थे। इसके बाद उन्होंने ट्रक से कूदकर कुछ लोगों पर हमला कर दिया था। एक दिन बाद 31 जुलाई को लोगों  ने काशगर इलाके में एक रेस्तरां को आग लगा दी थी और नागरिकों पर अंधाधुंध चाकुओं से हमला कर दिया।
यह एक सारांश है: चीन ने अपनी कश्मीरी नीति में बदलाव किया है और अब वह कश्मीर मुद्दे का हल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए सुलझाने का पक्षधर है।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत में ठहराव नहीं है, कहते हुए विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद की ओर से विदेशमंत्री स्तर की वार्ता के प्रस्ताव पर फैसला प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही ले सकते हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत में खुर्शीद ने कहा, "मतभेद का समाधान होना चाहिए और विवेक के साथ आगे बढ़ने के लिए राष्ट्र के हितों और संवेदनाओं को ध्यान में रखना जरूरी होता है।"टिप्पणियां पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव दक्षिण एशिया की शांति के हित में नहीं है। खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में खुर्शीद ने कहा, "मतभेद का समाधान होना चाहिए और विवेक के साथ आगे बढ़ने के लिए राष्ट्र के हितों और संवेदनाओं को ध्यान में रखना जरूरी होता है।"टिप्पणियां पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव दक्षिण एशिया की शांति के हित में नहीं है। खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तनाव दक्षिण एशिया की शांति के हित में नहीं है। खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है। खुर्शीद ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी किस्म की समस्या का हल आपसी बातचीत से ही निकल सकता है।
यह एक सारांश है: भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत में ठहराव नहीं है, कहते हुए विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद की ओर से विदेशमंत्री स्तर की वार्ता के प्रस्ताव पर फैसला प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही ले सकते हैं।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उच्चतम न्यायालय ने सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पीडी दिनाकरन के खिलाफ न्यायिक दुराचरण और भ्रष्टाचार के आरोपों में पड़ताल के लिए राज्यसभा द्वारा नियुक्त समिति की तरफ से महाभियोग पूर्व जांच पर रोक लगा दी। शीर्ष अदालत ने न्यायमूर्ति दिनाकरन की याचिका पर यह फैसला सुनाया जिसमें उन्होंने तीन सदस्यीय न्यायिक समिति द्वारा पक्षपातपूर्ण जांच की आशंका जताई थी। समिति में शीर्ष अदालत के न्यायमूर्ति आफताब आलम, कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर और वरिष्ठ वकील पीपी राव शामिल हैं। 61 वर्षीय दिनाकरन की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेंद्र सरण ने उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति एचएस बेदी और न्यायमूर्ति सीके प्रसाद की पीठ के समक्ष कहा कि राव उन वकीलों के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जिन्होंने दिनाकरन की उच्चतम न्यायालय में पदोन्नति के विरोध में 2009 में भारत के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश केजी बालकृष्णन से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि जांच समिति में राव के शामिल होने से पक्षपात होने की आशंका है। पीठ ने दलीलों को सुनने के बाद समिति की कार्यवाही पर रोक लगा दी और समिति को, इसके अध्यक्ष न्यायमूर्ति आफताब आलम को और वकील राव को नोटिस जारी किये। न्यायमूर्ति दिनाकरन ने शीर्ष अदालत में दाखिल अपनी याचिका में कहा, यदि पक्षपात होने की काफी संभावना है तो यह प्राकृतिक न्याय और आम समझ के मुताबिक होगा संभवत: पक्षपात करने वाले न्यायाधीश को अयोग्य करार देना चाहिए। मूल सिद्धांत इस नियम में निहित है कि न्याय केवल होना ही नहीं चाहिए बल्कि होते हुए दिखना भी चाहिए। अपनी याचिका खारिज करने के समिति के फैसले को चुनौती देते हुए न्यायाधीश ने कहा था कि यह प्राकृतिक न्याय का उल्लंघन है। उन्होंने मांग की थी कि शीर्ष अदालत को राव के मुद्दे पर समिति के आदेश को रद्द कर देना चाहिए। समिति ने 24 अप्रैल को राव के खिलाफ दिनाकरन की याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि कार्यवाही की शुरुआत में आपत्ति जताई जानी चाहिए थी। इस आवेदन पर विचार विमर्श होते वक्त राव ने बैठक में भाग नहीं लिया था। न्यायमूर्ति दिनाकरन नौ मई 2012 को सेवानिवृत्त होंगे और उनके खिलाफ आरोप उस वक्त लगाये गए जब वह कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। बाद में उन्हें सिक्किम उच्च न्यायालय में भेज दिया गया। राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी द्वारा बनाई गयी समिति ने दिनाकरन से उनके खिलाफ लगे 16 आरोपों में जवाब देने को कहा था।
यह एक सारांश है: शीर्ष अदालत ने न्यायमूर्ति दिनाकरन की याचिका पर फैसला सुनाया जिसमें उन्होंने तीन सदस्यीय समिति द्वारा पक्षपातपूर्ण जांच की आशंका जताई थी।
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill या CAB) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दस्तखत के बाद कानून बन चुका है. इस कानून के खिलाफ पूर्वोत्तर राज्यों में काफी प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इसे तत्काल रद्द किया जाए. नागरिकता संशोधन कानून का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) भी 'कैब' के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंच गई हैं. शुक्रवार को उन्होंने चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े से केस की जल्द सुनवाई की मांग की है. मुख्य न्यायाधीश ने उनसे कहा कि आज (शुक्रवार) सुनवाई नहीं होगी, आप रजिस्ट्रार के पास जाएं. राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद नागरिकता संशोधन कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली पहली याचिका वकील एहतेशाम हाशमी ने दाखिल की है. याचिका में एक्ट को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द करने की मांग की गई है. पिटीशन में इस बात का भी जिक्र है कि यह एक्ट धर्म और समानता के आधार पर भेदभाव करता है. याचिका में यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम समुदाय के जीवन, निजी स्वतंत्रता और गरिमा की रक्षा करे. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पीस पार्टी ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में कानून को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द करने की मांग की गई है. पार्टी का कहना है कि यह कानून भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है. यह संविधान की मूल संरचना / प्रस्तावना के खिलाफ है. धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जा सकती. अगर इसका उद्देश्य पड़ोसी देशों - जैसे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक वर्ग के उत्पीड़ित लोगों को नागरिकता देना है तो अन्य पड़ोसी देशों यानी चीन, भूटान और श्रीलंका में रहने वाले अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों पर विचार क्यों नहीं किया गया, जिन्हें उनके देशों में भी सताया जा रहा है. उत्पीड़न केवल धर्म के आधार पर नहीं किया जाता, बल्कि यह अन्य कारणों जैसे राजनीतिक, भाषा या लिंग के आधार पर भी होता है. तो फिर क्यों इस कानून में मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया है. बताते चलें कि नागरिकता संशोधन विधेयक बीते बुधवार को राज्यसभा से पारित हुआ था. अगले दिन यानी गुरुवार को 'इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग' इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची. संगठन की याचिका में भी इस बिल को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द करने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि यह बिल धर्म के आधार पर वर्गीकरण कर रहा है. कहा जा रहा है कि लीग की ओर से कपिल सिब्बल इस मामले की पैरवी कर सकते हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: महुआ मोइत्रा ने CAB के खिलाफ दाखिल की याचिका पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद हैं महुआ मोइत्रा CAB के खिलाफ SC में 4 याचिकाएं दाखिल
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कप्तान वीरेंद्र सहवाग की विस्फोटक पारी की बदौलत दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के अंतर्गत मंगलवार को सुब्रत रॉय सहारा स्टेडियम में खेले गए लीग मैच में मेजबान पुणे वॉरियर्स टीम को आठ विकेट से पराजित कर दिया। वॉरियर्स की ओर से रखे गए 147 रनों के लक्ष्य को दिल्ली ने 24 गेंदें शेष रहते दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। दिल्ली की जीत के हीरो उसके कप्तान सहवाग रहे जिन्होंने सिर्फ 48 गेंदों पर 87 रन ठोंक डाले। लक्ष्य का पीछा करने के लिए सहवाग और माहेला जयवर्धने ने डेयरडेविल्स की पारी की शुरुआत की। तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर 22 रन के कुल योग पर जयवर्धने के रूप में दिल्ली को पहला झटका लगा। जयवर्धने 18 रन बनाकर रन आउट हुए। उन्होंने 14 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केविन पीटरसन ने सहवाग का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की ओर बढ़ाया। पीटरसन 27 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने इस पारी के दौरान एक चौके और दो छक्के लगाए। पीटरसन के बाद सहवाग का साथ देने उतरे रॉस टेलर अंत तक उनके साथ रहे और टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। टेलर ने 13 गेंदों पर नौ रन बनाए। सहवाग भी नाबाद लौटे। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। वॉरियर्स की ओर से रखे गए 147 रनों के लक्ष्य को दिल्ली ने 24 गेंदें शेष रहते दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। दिल्ली की जीत के हीरो उसके कप्तान सहवाग रहे जिन्होंने सिर्फ 48 गेंदों पर 87 रन ठोंक डाले। लक्ष्य का पीछा करने के लिए सहवाग और माहेला जयवर्धने ने डेयरडेविल्स की पारी की शुरुआत की। तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर 22 रन के कुल योग पर जयवर्धने के रूप में दिल्ली को पहला झटका लगा। जयवर्धने 18 रन बनाकर रन आउट हुए। उन्होंने 14 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केविन पीटरसन ने सहवाग का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की ओर बढ़ाया। पीटरसन 27 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने इस पारी के दौरान एक चौके और दो छक्के लगाए। पीटरसन के बाद सहवाग का साथ देने उतरे रॉस टेलर अंत तक उनके साथ रहे और टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। टेलर ने 13 गेंदों पर नौ रन बनाए। सहवाग भी नाबाद लौटे। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। लक्ष्य का पीछा करने के लिए सहवाग और माहेला जयवर्धने ने डेयरडेविल्स की पारी की शुरुआत की। तीसरे ओवर की आखिरी गेंद पर 22 रन के कुल योग पर जयवर्धने के रूप में दिल्ली को पहला झटका लगा। जयवर्धने 18 रन बनाकर रन आउट हुए। उन्होंने 14 गेंदों का सामना किया और तीन चौके लगाए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केविन पीटरसन ने सहवाग का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की ओर बढ़ाया। पीटरसन 27 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने इस पारी के दौरान एक चौके और दो छक्के लगाए। पीटरसन के बाद सहवाग का साथ देने उतरे रॉस टेलर अंत तक उनके साथ रहे और टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। टेलर ने 13 गेंदों पर नौ रन बनाए। सहवाग भी नाबाद लौटे। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए केविन पीटरसन ने सहवाग का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की और टीम को जीत की ओर बढ़ाया। पीटरसन 27 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने इस पारी के दौरान एक चौके और दो छक्के लगाए। पीटरसन के बाद सहवाग का साथ देने उतरे रॉस टेलर अंत तक उनके साथ रहे और टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। टेलर ने 13 गेंदों पर नौ रन बनाए। सहवाग भी नाबाद लौटे। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। पीटरसन के बाद सहवाग का साथ देने उतरे रॉस टेलर अंत तक उनके साथ रहे और टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। टेलर ने 13 गेंदों पर नौ रन बनाए। सहवाग भी नाबाद लौटे। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। पुणे की ओर से राहुल शर्मा ने दिल्ली का एकमात्र विकेट लिया। जयवर्धने रन आउट हुए थे। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। वॉरियर्स टीम ने इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए थे। एक समय महज आठ गेंदों के भीतर एक रन के कुल योग पर अपने दो शीर्ष बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मनीष पांडेय और रोबिन उथप्पा ने पारी को सम्भाला और एक सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचाया। दोनों बल्लेबाज अंत तक नाट आउट रहे। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। पांडेय के 80 और उथप्पा के 60 रनों की बदौलत वॉरियर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। पांडेय ने 56 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से 80 रनों की पारी खेली तो उथप्पा ने 58 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 60 रन बनाए। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अब तक 145 रनों की साझेदारी हुई। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने जेसी राइडर के साथ मनीष पांडेय को पारी की शुरुआत करने भेजा। राइडर इरफान पठान की दूसरी ही गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। वह खाता भी नहीं खेल सके। उस समय टीम का भी खाता नहीं खुला था। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। राइडर की जगह बल्लेबाजी करने आए गांगुली भी दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर चलते बने। उस समय टीम का कुल स्कोर एक रन था। गांगुली ने चार गेंदों पर एक रन बनाए। मोर्ने मोर्कल की गेंद पर शाहबाज नदीम ने उनका कैच लपका। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। डेयरडेविल्स ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं, जिनमें से पांच में उसे जीत मिली है जबकि दो में हार झेलनी पड़ी है। 10 अंकों के साथ वह पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है।टिप्पणियां डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। डेयरडेविल्स को सात अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हराया था। इसके बाद वह लगातार चार मैचों तक अजेय रही लेकिन पांचवीं जीत के प्रयास में उसे पुणे के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी। आज का मैच जीतकर उसने पुणे से मिली पिछली हार का हिसाब भी चुकता कर लिया। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है। पुणे ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें से चार मैचों में जीत दर्ज कर उसने आठ अंक हासिल किए हैं। उसे चार में हार का सामना करना पड़ा है। आज की हार के बाद अंक तालिका में वह बेहतर रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है।
यहाँ एक सारांश है:कप्तान वीरेंद्र सहवाग की विस्फोटक पारी की बदौलत दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के अंतर्गत मंगलवार को सुब्रत रॉय सहारा स्टेडियम में खेले गए लीग मैच में मेजबान पुणे वॉरियर्स टीम को आठ विकेट से पराजित कर दिया।
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित उत्तराखंड के बद्रीनाथ में बचाव अभियान अब भी जारी है। वहां अब भी करीब 100 श्रद्धालु और 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना बाकी है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के संयुक्त सलाहकार विनय काजला ने कहा, "बद्रीनाथ से हमें अब भी 100 तीर्थयात्रियों को निकालना है। ये देहरादून, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ से यहां पहुंचे थे। उनमें से अधिकतर ने कहा है कि वे बद्रीनाथ घूमने गए थे।"टिप्पणियां यात्रियों के अतिरिक्त बद्रीनाथ के माना गांव में करीब 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना है। काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।" राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के संयुक्त सलाहकार विनय काजला ने कहा, "बद्रीनाथ से हमें अब भी 100 तीर्थयात्रियों को निकालना है। ये देहरादून, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ से यहां पहुंचे थे। उनमें से अधिकतर ने कहा है कि वे बद्रीनाथ घूमने गए थे।"टिप्पणियां यात्रियों के अतिरिक्त बद्रीनाथ के माना गांव में करीब 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना है। काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।" यात्रियों के अतिरिक्त बद्रीनाथ के माना गांव में करीब 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना है। काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।" काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।"
संक्षिप्त पाठ: बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित उत्तराखंड के बद्रीनाथ में बचाव अभियान अब भी जारी है। वहां अब भी करीब 100 श्रद्धालु और 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना बाकी है।
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मोरक्को में मंगलवार को सेना के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कम से कम 78 लोग मारे गए। यह हादसा विमान के देश के दक्षिणी इलाके में एक पर्वत से टकराने से हुआ। समाचार एजेंसी 'एमएपी' के मुताबिक सेना से जारी एक बयान में बताया गया कि इस दुर्घटना में तीन अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। इसे मोरक्को के भीषण हवाई हादसों में से एक माना जा रहा है। बयान के मुताबिक सी-130 हरक्युलिस लड़ाकू विमान विवादित पश्चिमी सहारा क्षेत्र के उत्तर में स्थित ग्वेलमिम सैन्य हवाई ठिकाने पर उतरने की कोशिश में था तभी वह पहाड़ी से टकरा गया। इस हादसे के लिए सेना ने खराब मौसम को जिम्मेदार ठहराया है। ग्वेलमिम राजधानी रबात से करीब 830 किलोमीटर दक्षिणपश्चिम में स्थित है। विमान में 81 लोग सवार थे जिनमें चालक दल के नौ सदस्य, 60 जवान और 12 नागरिक शामिल थे। अब तक 42 शवों को बरामद कर लिया गया है जबकि अन्य लोगों के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सारांश: मोरक्को में सेना के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कम से कम 78 लोग मारे गए। हादसा विमान के एक पर्वत से टकराने से हुआ।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आजम खान ने इस्तीफे की पेशकश की बात से इनकार करते हुए कहा है कि इस्तीफा देने की न तो उनकी नीयत थी और न उन्होंने ऐसी कोई बात कही। आजम खान ने साफ किया वह सरकार को किसी तरह से कमजोर नहीं करना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी जरूर खुलकर जाहिर कर दी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान को गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और मेरठ तीन जिलों का प्रभारी मंत्री बनाया था।टिप्पणियां मेरठ से अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री शाहिद मंजूर से आजम खान के रिश्ते काफी खराब हैं। शाहिद मंजूर ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि आजम खान उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं। इस पर अखिलेश यादव ने आजम खान को मेरठ के प्रभारी मंत्री के पद से हटाकर पीलीभीत का प्रभारी बना दिया। आजम खान इसी बात से बेहद नाराज हैं, जिसे लेकर उन्होंने अखिलेश को खत भी लिखा है। अब इस खत के लीक हो जाने से भी आजम खान नाराज हो गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान से नाराजगी की बात को खारिज किया है। आजम खान ने साफ किया वह सरकार को किसी तरह से कमजोर नहीं करना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी जरूर खुलकर जाहिर कर दी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान को गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और मेरठ तीन जिलों का प्रभारी मंत्री बनाया था।टिप्पणियां मेरठ से अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री शाहिद मंजूर से आजम खान के रिश्ते काफी खराब हैं। शाहिद मंजूर ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि आजम खान उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं। इस पर अखिलेश यादव ने आजम खान को मेरठ के प्रभारी मंत्री के पद से हटाकर पीलीभीत का प्रभारी बना दिया। आजम खान इसी बात से बेहद नाराज हैं, जिसे लेकर उन्होंने अखिलेश को खत भी लिखा है। अब इस खत के लीक हो जाने से भी आजम खान नाराज हो गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान से नाराजगी की बात को खारिज किया है। मेरठ से अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री शाहिद मंजूर से आजम खान के रिश्ते काफी खराब हैं। शाहिद मंजूर ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि आजम खान उन्हें तवज्जो नहीं देते हैं। इस पर अखिलेश यादव ने आजम खान को मेरठ के प्रभारी मंत्री के पद से हटाकर पीलीभीत का प्रभारी बना दिया। आजम खान इसी बात से बेहद नाराज हैं, जिसे लेकर उन्होंने अखिलेश को खत भी लिखा है। अब इस खत के लीक हो जाने से भी आजम खान नाराज हो गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान से नाराजगी की बात को खारिज किया है। आजम खान इसी बात से बेहद नाराज हैं, जिसे लेकर उन्होंने अखिलेश को खत भी लिखा है। अब इस खत के लीक हो जाने से भी आजम खान नाराज हो गए हैं। उधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खान से नाराजगी की बात को खारिज किया है।
संक्षिप्त पाठ: उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आजम खान ने इस्तीफे की पेशकश की बात से इनकार करते हुए कहा है कि इस्तीफा देने की न तो उनकी नीयत थी और न उन्होंने ऐसी कोई बात कही।
13
['hin']
एक सारांश बनाओ: यूरो जोन में ऋण संकट को लेकर चिंता घटने और बीच वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज एवं इन्फोसिस के शेयरों में लिवाली से शेयर बाजार में दूसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 325 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में 440 अंक उछाल दर्ज करने वाला सेंसेक्स 324.69 अंक मजबूत होकर 16,557.23 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.55 अंक की तेजी के साथ 4,979.60 अंक पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में तेजी और यूरोपीय शेयर बाजारों के बढ़त के साथ खुलने से घरेलू बाजार की धारणा मजबूत हुई। इस दौरान, आरआईएल 3.30 प्रतिशत, जबकि इन्फोसिस 3.36 प्रतिशत मजबूत होकर बंद हुआ। इन दोनों कंपनियों के शेयरों का सेंसेक्स में करीब 20 प्रतिशत भारांश है। अन्य आईटी फर्मों में टीसीएस 2.03 प्रतिशत, विप्रो 4.42 प्रतिशत और एचसीएल 2.41 प्रतिशत मजबूत हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए जबकि पांच कंपनियों के शेयर भाव में गिरावट दर्ज की गई।
संक्षिप्त सारांश: वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज एवं इन्फोसिस के शेयरों में लिवाली से शेयर बाजार में दूसरे दिन तेजी रही।
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जर्मन कार कंपनी बीएमडब्ल्यू ने अपनी तकरीबन 89000 कारों को वापस बुलाकर दुरुस्त करने का फैसला किया है। नवंबर 2006 से लेकर जनवरी 2011 तक बनी इन कारों के सर्किट बोर्ड में खराबी देखी गई है जिसकी वजह से कार का कूलिंग सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा। आशंका जताई जा रही है कि इस खराबी की वजह से इन कारों में कभी भी आग  लग सकती है। बीएमडब्ल्यू ने अपनी जिन कारों को वापस बुलाने का फैसला किया है उनमें कूपर एस कूपर एस कंट्रीमैन और कूपर जेएसडब्लूय शामिल है। कंपनी ने फैसला किया है कि सभी कारों को बिना किसी चार्ज लिए ठीक किया जाएगा और इस साल फरवरी से कंपनी के डीलर्स गाड़ियों के वाटर पंप को बदलने का काम शुरू कर देंगे। आशंका जताई जा रही है कि इस खराबी की वजह से इन कारों में कभी भी आग  लग सकती है। बीएमडब्ल्यू ने अपनी जिन कारों को वापस बुलाने का फैसला किया है उनमें कूपर एस कूपर एस कंट्रीमैन और कूपर जेएसडब्लूय शामिल है। कंपनी ने फैसला किया है कि सभी कारों को बिना किसी चार्ज लिए ठीक किया जाएगा और इस साल फरवरी से कंपनी के डीलर्स गाड़ियों के वाटर पंप को बदलने का काम शुरू कर देंगे।
संक्षिप्त पाठ: जर्मन कार कंपनी बीएमडब्ल्यू ने अपनी तकरीबन 89000 कारों को वापस बुलाकर दुरुस्त करने का फैसला किया है।
27
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: एक फिलीस्तीनी कैदी की पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया। महिला ने कृत्रिम वीर्यारोपण के जरिये गर्भधारण किया था। इसके लिए इस्रायल की जेल में बंद उसके पति का शुक्राणु चोरी-छिपे लाया गया था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बच्चे का जन्म नैबलस में वेस्ट बैंक सिटी के एक अस्पताल में हुआ था। चिकित्सकों का कहना है कि पूरी प्रक्रिया अभूतपूर्व रही। जन्म केंद्र में चिकित्सक सलेम अबु खजरान ने कहा, "ऑपरेशन और जन्म की पूरी प्रक्रिया सफल रही। मां और बच्चा स्वस्थ हैं।" कैदी अमार अल-जैब्न ने चार सप्ताह तक कृत्रिम निषेचन के जरिये बच्चा हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन विभिन्न कारणों से सभी प्रयास निरर्थक रहे। जैब्न की गिरफ्तारी से पहले दम्पत्ति की एक बेटी थी। महिला ने कहा, "मैं बेटे को जन्म देकर बहुत खुश हूं। वह अब भविष्य में मेरी तथा अपनी बहन की देखभाल करेगा।" टिप्पणियां फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण के कैदी मामलों के उप मंत्री जियाद अबु ईन ने कहा है कि इस्रायल को फिलीस्तीनी कैदियों को अपनी पत्नियों के साथ यौन सम्बंध बनाने की अनुमति देनी चाहिए, जैसा कि फिलीस्तीन इस्रायली कैदियों को देता है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बच्चे का जन्म नैबलस में वेस्ट बैंक सिटी के एक अस्पताल में हुआ था। चिकित्सकों का कहना है कि पूरी प्रक्रिया अभूतपूर्व रही। जन्म केंद्र में चिकित्सक सलेम अबु खजरान ने कहा, "ऑपरेशन और जन्म की पूरी प्रक्रिया सफल रही। मां और बच्चा स्वस्थ हैं।" कैदी अमार अल-जैब्न ने चार सप्ताह तक कृत्रिम निषेचन के जरिये बच्चा हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन विभिन्न कारणों से सभी प्रयास निरर्थक रहे। जैब्न की गिरफ्तारी से पहले दम्पत्ति की एक बेटी थी। महिला ने कहा, "मैं बेटे को जन्म देकर बहुत खुश हूं। वह अब भविष्य में मेरी तथा अपनी बहन की देखभाल करेगा।" टिप्पणियां फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण के कैदी मामलों के उप मंत्री जियाद अबु ईन ने कहा है कि इस्रायल को फिलीस्तीनी कैदियों को अपनी पत्नियों के साथ यौन सम्बंध बनाने की अनुमति देनी चाहिए, जैसा कि फिलीस्तीन इस्रायली कैदियों को देता है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है। कैदी अमार अल-जैब्न ने चार सप्ताह तक कृत्रिम निषेचन के जरिये बच्चा हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन विभिन्न कारणों से सभी प्रयास निरर्थक रहे। जैब्न की गिरफ्तारी से पहले दम्पत्ति की एक बेटी थी। महिला ने कहा, "मैं बेटे को जन्म देकर बहुत खुश हूं। वह अब भविष्य में मेरी तथा अपनी बहन की देखभाल करेगा।" टिप्पणियां फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण के कैदी मामलों के उप मंत्री जियाद अबु ईन ने कहा है कि इस्रायल को फिलीस्तीनी कैदियों को अपनी पत्नियों के साथ यौन सम्बंध बनाने की अनुमति देनी चाहिए, जैसा कि फिलीस्तीन इस्रायली कैदियों को देता है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है। जैब्न की गिरफ्तारी से पहले दम्पत्ति की एक बेटी थी। महिला ने कहा, "मैं बेटे को जन्म देकर बहुत खुश हूं। वह अब भविष्य में मेरी तथा अपनी बहन की देखभाल करेगा।" टिप्पणियां फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण के कैदी मामलों के उप मंत्री जियाद अबु ईन ने कहा है कि इस्रायल को फिलीस्तीनी कैदियों को अपनी पत्नियों के साथ यौन सम्बंध बनाने की अनुमति देनी चाहिए, जैसा कि फिलीस्तीन इस्रायली कैदियों को देता है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है। फिलीस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण के कैदी मामलों के उप मंत्री जियाद अबु ईन ने कहा है कि इस्रायल को फिलीस्तीनी कैदियों को अपनी पत्नियों के साथ यौन सम्बंध बनाने की अनुमति देनी चाहिए, जैसा कि फिलीस्तीन इस्रायली कैदियों को देता है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है। इस्रायल में 4,700 फिलीस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 500 से अधिक को उम्रकैद की सजा दी गई है।
यह एक सारांश है: एक फिलीस्तीनी कैदी की पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया। महिला ने कृत्रिम वीर्यारोपण के जरिये गर्भधारण किया था। इसके लिए इस्रायल की जेल में बंद उसके पति का शुक्राणु चोरी-छिपे लाया गया था।
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: एक स्थानीय कॉलेज में चुनाव के दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मौत के दो दिन बाद हरकत में आई पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त पद से आरके पचनंदा को हटा दिया है। मुख्यमंत्री ने राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘प्राथमिकी में जिन लोगों के नाम हैं उन्हें किसी भी कीमत पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए था, चाहे वे किसी भी दुनिया में हों। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? इसलिए मुझे कार्रवाई करनी पड़ी।’ ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की। घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’ मुख्यमंत्री ने राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘प्राथमिकी में जिन लोगों के नाम हैं उन्हें किसी भी कीमत पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए था, चाहे वे किसी भी दुनिया में हों। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? इसलिए मुझे कार्रवाई करनी पड़ी।’ ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की। घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’ ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की। घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की। घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’ घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एक स्थानीय कॉलेज में चुनाव के दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मौत के दो दिन बाद हरकत में आई पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त पद से आरके पचनंदा को हटा दिया है।
11
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली बीजेपी ने एक अखबार की रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा कि झूठ बोलना और संवैधानिक संस्थाओं पर बेबुनियाद आरोप लगाना AAP की आदत बन चुकी है. पार्टी ने कहा कि आम आदमी पार्टी का एक झूठ और उजागर हुआ है. पार्टी का दावा है कि अयोग्य ठहराए गए सभी विधायकों ने अपने-अपने जवाब में साफ-साफ कहा था कि उन्हें जो कुछ भी कहना था वह कह चुके हैं.  उल्लेखनीय है कि पार्टी ने चुनाव आयोग के फैसले के तुरंत बात मुख्य चुनाव आयुक्त पर बीजेपी के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं, रिटायरमेंट से दो दिन पहले चुनाव आयुक्त के इस फैसले को पार्टी ने एक साजिश करार दिया.   उल्लेखनीय है कि पार्टी ने चुनाव आयोग के फैसले के तुरंत बात मुख्य चुनाव आयुक्त पर बीजेपी के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं, रिटायरमेंट से दो दिन पहले चुनाव आयुक्त के इस फैसले को पार्टी ने एक साजिश करार दिया.
यहाँ एक सारांश है:आप के 20 विधायकों को अयोग्य करार दिया गया चुनाव आयोग ने अयोग्य करार दिया पार्टी ने चुनाव आयोग पर लगाए हैं आरोप
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश में बसपा और सपा के गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दिये जाने की खबरों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी को गठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी मोर्चा कमजोर होगा और इससे ‘‘पैदा होते ही मिट जाने'' जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.खुर्शीद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन बनाना सभी विपक्षी दलों के लिए सबसे पेचीदा कवायद होगी. लेकिन भाजपा के सामने एक बड़ी चुनौती पेश करने लिए कांग्रेस, बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिये हाथ मिलाना जरुरी है. पीटीआई-भाषा को दिये साक्षात्कार में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा कि राज्य में अस्थिरता जैसे हालात हैं और पार्टी प्रमुख राहुल गांधी 2019 के आम चुनाव में गठबंधन के लिये खुले दिल-दिमाग के साथ आशावादी नजरिया रखे हुए हैं. जब इन खबरों के बारे में पूछा गया कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रख सकती है तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि बस थोड़ा बहुत तेवर दिखाने की बात है लेकिन मैं ऐसा पक्का नहीं कह सकता.. मेरे पास इसके सच या झूठ मानने का कोई कारण नहीं है लेकिन यदि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में गठबंधन से बाहर रखा जाता है तो यह अदूरदर्शी होगा क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर बड़े गठबंधन पर इसका असर हो सकता है.''    उन्होंने कहा, ‘‘यदि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्तर के व्यापक महागठबंधन में योगदान नहीं करता है तो राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन कमजोर होगा और यह पैदा होते ही मिट जाने जैसी स्थिति हो सकती है.'' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''हम सभी को कहीं न कहीं कुछ समझौता करना होगा और सिर्फ लेने-लेने या देने-देने से बात नहीं बनेगी। अगर चारों दलों के बीच लेन-देन सही हुआ तो हम भाजपा से अच्छी तरह लड़ सकेंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह ऐतिहासिक नुकसान होगा." खुर्शीद का यह बयान खबरों में किए गए उन दावों के बीच आया है जिसमें कहा गया है कि बसपा और सपा कांग्रेस के बिना लोकसभा चुनाव के लिये गठबंधन की तैयार में जुटी हैं। कांग्रेस ने इन खबरों को अफवाह बताते हुए खारिज कर दिया है.बसपा ने भी इन दावों को खारिज किया है. यह पूछे जाने पर कि हाल ही में हिंदी पट्टी के राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मिली जीत के बाद कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में क्या उम्मीदे हैं. खुर्शीद ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थिति अलग है क्योंकि यहां पार्टी लंबे समय से सत्ता से दूर है। तीन राज्यों में मिली जीत के बाद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने गंभीर प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखा जा रहा है. इस पर खुर्शीद ने कहा कि राहुल गांधी ने आगे बढ़कर नेतृत्व संभाला है जिसका नतीजा सभी के सामने है.खुर्शीद ने कहा कि राज्यों के चुनावों में मिली जीत से कभी हार नहीं मानने का संदेश मिला है.
संक्षिप्त सारांश: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने यूपी में गठबंधन को लेकर दिया बड़ा बयान सपा-बसपा के साथ कांग्रेस को दूर रखने की खबरों पर बोले खुर्शीद कहा- ऐसा हुआ तो पैदा होने से पहले ही मिट जाएगा महागठबंधन
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: हरियाणा के निशानेबाज अनमोल जैन सोमवार को 60वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में सभी को हैरान करते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के नए चैम्पियन बने. अनमोल ने ओलिंपिक में हिस्सा ले चुके कर्नाटक के पीएन प्रकाश को फाइनल में मात दी. फाइनल में पहुंचे आठ निशानेबाजों में अनमोल ने 201.4 का स्कोर कर खिताब जीता.  प्रकाश ने 197.5 के स्कोर के साथ रजत और ओमकार सिंह ने 175.8 के स्कोर के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया.टिप्पणियां अनमोल ने देश के लिए ओलिंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार और पिस्टल स्पर्धा में आईएसएसएफ द्वारा वर्ष 2016 के लिए 'चैम्पियंस ऑफ चैम्पियन' अवार्ड पाने वाले जीतू राय जैसे दिग्गजों को हराकर यह खिताब जीता. अनमोल ने पिछले कुछ वर्षो में जूनियर स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने इसी साल जूनियर विश्व कप में रजत पदक हासिल किया था. इसी साल हुए रियो ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले जीतू फाइनल में नहीं पहुंच सके और नौवें स्थान पर रहे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फाइनल में पहुंचे आठ निशानेबाजों में अनमोल ने 201.4 का स्कोर कर खिताब जीता.  प्रकाश ने 197.5 के स्कोर के साथ रजत और ओमकार सिंह ने 175.8 के स्कोर के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया.टिप्पणियां अनमोल ने देश के लिए ओलिंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार और पिस्टल स्पर्धा में आईएसएसएफ द्वारा वर्ष 2016 के लिए 'चैम्पियंस ऑफ चैम्पियन' अवार्ड पाने वाले जीतू राय जैसे दिग्गजों को हराकर यह खिताब जीता. अनमोल ने पिछले कुछ वर्षो में जूनियर स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने इसी साल जूनियर विश्व कप में रजत पदक हासिल किया था. इसी साल हुए रियो ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले जीतू फाइनल में नहीं पहुंच सके और नौवें स्थान पर रहे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अनमोल ने देश के लिए ओलिंपिक रजत पदक विजेता विजय कुमार और पिस्टल स्पर्धा में आईएसएसएफ द्वारा वर्ष 2016 के लिए 'चैम्पियंस ऑफ चैम्पियन' अवार्ड पाने वाले जीतू राय जैसे दिग्गजों को हराकर यह खिताब जीता. अनमोल ने पिछले कुछ वर्षो में जूनियर स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने इसी साल जूनियर विश्व कप में रजत पदक हासिल किया था. इसी साल हुए रियो ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले जीतू फाइनल में नहीं पहुंच सके और नौवें स्थान पर रहे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: नेशनल शूटिंग की 10 मी. एयर पिस्‍टल इवेंट का स्‍वर्ण जीता प्रकाश ने जीता रजत पदक, ओमकार सिंह को कांस्‍य पदक फाइनल में भी नहीं पहुंच पाए मशहूर निशानेबाज जीतू राय
27
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) इन दिनों अपनी अपकमिंग वेबसीरीज 'बू (Boo)' के प्रमोशन में लगी हुई हैं. इस वेब सीरीज में मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) बॉलीवुड एक्टर तुषार कपूर के साथ हैं. हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) अपनी वेबसीरीज का प्रमोशन करने के लिए एकता कपूर और तुषार कपूर के साथ 'द कपिल शर्मा शो (The Kapil Sharma Show)' के सेट पर पहुंचीं. शो के सेट पर कपिल शर्मा (Kapil Sharma) ने मल्लिका शेरावत से खूब हंसी मजाक किया और पूछा कि लोग रोटियां गर्म रखने के लिए आपकी तस्वीर वाले पेपर में रोटियां लपेटते थे, क्या यह सच है? इस बात को सुनकर मल्लिका शेरावत हंसने लगीं, साथ ही उन्होंने शो में अपनी बैली पर अंडा फ्राई वाला किस्सा भी शेयर किया.  एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) ने कपिल शर्मा (Kapil Sharma) के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एक सॉन्ग की शूटिंग के समय प्रोड्यूसर मेरी हॉटनेस के बारे में पता करना चाहते थे, जिसके लिए वह मेरी बैली पर अंडा फ्राई करने की भी बात कर रहे थे. यह बात उन्होंने एक कोरियोग्राफर के जरिए कही थी.' मल्लिका शेरावत का यह वाकया सुनकर खुद अर्चना पुरन सिंह भी हैरान हो गईं. हालांकि मल्लिका शेरावत ने आगे बताया कि उन्होंने इस चीज के लिए मना कर दिया था.  इसके अलावा बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में मल्लिका शेरावत  (Mallika Sherawat) ने अपने एक और किस्से के बारे में बात की. मीडिया को दिए इंटरव्यू के दौरान मल्लिका शेरावत ने कहा 'एक डांस की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर ने मुझसे कहा था कि वह कुछ अलग करना चाहते हैं. इसलिए डायरेक्टर ने डांस की शूटिंग में मुझसे बोला था कि मैं आपकी  कमर पर गरम गरम रोटियां सेकूंगा.'  बता दें कि एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने बोल्ड अंदाज के लिए काफी जानी जाती हैं. मल्लिका शेरावत ने एक्टिंग की दुनिया में फिल्म 'मर्डर, हिस्स, डर्टी पॉलीटिक्स और डबल धमाल' के जरिए अपनी पहचान बनाई थी. हालांकि बड़े पर्दे से दूर मल्लिका शेरावत जल्द ही 'बू (Boo)' से अपना डिजिटल डेब्यू करेंगी. फिल्मों के अलावा वह हर साल 'कान फिल्म फेस्टिवल' में भी अपने नए अंदाज के साथ नजर आती हैं.
संक्षिप्त पाठ: 'द कपिल शर्मा शो' के सेट पर मल्लिका शेरावत ने किया खुलासा मल्लिका शेरावत ने बताया प्रोड्यूसर उनकी बैली पर सेंकना चाहते थे रोटियां वेब सीरीज में करने जा रही हैं डेब्यू
14
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'भारत बचाओ' रैली (Bharat Bachao Rally) आयोजित करने जा रही है. सुबह 10:30 बजे से रैली का आगाज होगा. रैली का उद्देश्य बीजेपी सरकार की विभाजनकारी नीतियों को उजागर करना है. पार्टी के शीर्ष नेता रैली को संबोधित कर मोदी सरकार की विफलताओं और देश के नागरिकों को बांटने के कथित प्रयासों को जनता के सामने उजागर करेंगे. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को रामलीला मैदान का दौरा किया और शनिवार से शुरू हो रही 'भारत बचाओ' रैली की तैयारियों की समीक्षा की. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार जिस नीति के तहत काम कर रही है, उसमें जनता के प्रति जवाबदेही बिल्कुल भी नहीं है. देश की जनता चाहती है कि कांग्रेस पार्टी देश के चहुंमुखी विकास के लिए देश का नेतृत्व करे. उन्होंने कहा कि यह रैली देश को एक नई दिशा देगी. अशोक गहलोत ने आगे कहा कि 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा देने वाले विभिन्न राज्यों में जनता का विश्वास जीतने में नाकाम रहे हैं. उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी को विभिन्न राज्यों में सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि आज देश को कांग्रेस की जरूरत है, इसलिए हम सबको गांव-ढाणी तक पहुंचकर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जनता को जागृत करना है. राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि आज देश में जैसी परिस्थितियां हैं और केंद्र की बीजेपी सरकार जिस प्रकार से अराजकता के साथ राज कर रही है, उससे जनता परेशान है. बढ़ती मंहगाई, गिरती अर्थव्यवस्था व बेरोजगारी के कारण जनता को मूलभूत आवश्यक वस्तुओं के लिए भी समझौता करना पड़ रहा है. कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने रैली के बारे में कहा, 'अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कमजोर हो गई है. मंदी का वातावरण चारों तरफ नजर आ रहा है. नया कारोबार खुलना तो दूर, जो उद्योग खुले थे वो बंद हो रहे हैं. नए रोजगार का निर्माण होना तो दूर, जो रोजगार पर लगे हुए थे उनके रोजगार छीने जा रहे हैं. इस सरकार में नौजवान, किसान, महिलाएं और छोटे व्यापारी तथा दलित और पिछड़े सभी परेशान हैं. सभी राज्यों में कांग्रेस नेता संघर्ष कर रहे हैं. इसी रैली से मोदी सरकार के अस्त का आरंभ होगा.' कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'यह एक ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक के पार्टी कार्यकर्ता इस रैली में भाग लेंगे. मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी. इस समय देश में महंगाई चरम पर है. महिलाएं असुरक्षित हैं और मंदी गहरा रही है. सरकार के पास कोई नीति नहीं है. अब इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विभाजनकारी नीतियों पर अमल किया जा रहा है.'
संक्षिप्त पाठ: आज से शुरू होगी कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली रैली को बताया मोदी सरकार के अस्त का आरंभ रैली में शामिल होंगे दिग्गज कांग्रेसी नेता
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बता दें, इमरान खान ने शनिवार को कहा था कि वह नरेंद्र मोदी सरकार को ‘दिखाएंगे' कि ‘अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार करते हैं?' पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान का यह बयान बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की भारत में भीड़ द्वारा की जाने हिंसा को लेकर टिप्पणी को लेकर जारी विवाद के बीच आया था. इमरान खान ने शाह के बयान की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘हम मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं...भारत में लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ समान नागरिकों की तरह व्यवहार नहीं हो रहा है.' इमरान खान के बयान पर भाजपा ने भी उन पर पलटवार किया. भाजपा ने कहा कि जुल्म एवं आतंकवाद की जमीन पर खून की खेती करने वाले पाकिस्तान का अल्पसंख्यक अधिकार का ज्ञान देना ‘सौ चूहे खा के बिल्ली हज को चली' जैसी बात है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 1947 में अस्तित्व में आने के बाद से ही पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के संवैधानिक, लोकतांत्रिक एवं धार्मिक अधिकारों को बेदर्दी से कुचलने का गुनाहगार रहा है जिसको लेकर पूरे विश्व ने समय समय पर चिंता व्यक्त की है. नकवी ने कहा कि वर्ष 1947 में पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद से हिन्दू, सिखों और ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यकों की आबादी में भारी गिरावट आई है, क्योंकि इस्लामी कट्टरपंथियों ने सरकार के साथ मिलीभगत कर उन्हें निशाना बनाया है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: नसीरुद्दीन ने देश के हालात पर चिंता जताई थी पाकिस्तान पीएम ने साधा था भारत पर निशाना नसीरुद्दीन ने दिया इमरान खान को करारा जवाब
25
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के एक वकील ने कहा है कि भारतीय कैदी चंबेल सिंह की मौत जेल कर्मचारियों के हाथों हुई पिटाई के कारण हुई। दूसरी ओर, एक अन्य वकील ने कहा है कि मामले की जांच की मांग को लेकर वह लाहौर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। बीती 15 जनवरी को लाहौर के जिन्ना अस्पताल के चिकित्सकों ने चंबेल सिंह को मृत घोषित किया था। जासूसी के मामले में पांच साल की सजा पाए सिंह कोट लखपत जेल में बंद थे। जालसाजी के मामले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की सजा काटकर बाहर आए ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल कर्मचारियों द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के कारण सिंह की मौत हुई। उन्होंने पहले भी यह दावा किया था।टिप्पणियां खान ने कहा, ‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चंबेल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे कई बार पीटा गया। मेरा मानना है कि उसकी मौत पिटाई की वजह से हुई।’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है। दूसरी ओर, एक अन्य वकील ने कहा है कि मामले की जांच की मांग को लेकर वह लाहौर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। बीती 15 जनवरी को लाहौर के जिन्ना अस्पताल के चिकित्सकों ने चंबेल सिंह को मृत घोषित किया था। जासूसी के मामले में पांच साल की सजा पाए सिंह कोट लखपत जेल में बंद थे। जालसाजी के मामले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की सजा काटकर बाहर आए ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल कर्मचारियों द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के कारण सिंह की मौत हुई। उन्होंने पहले भी यह दावा किया था।टिप्पणियां खान ने कहा, ‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चंबेल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे कई बार पीटा गया। मेरा मानना है कि उसकी मौत पिटाई की वजह से हुई।’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है। बीती 15 जनवरी को लाहौर के जिन्ना अस्पताल के चिकित्सकों ने चंबेल सिंह को मृत घोषित किया था। जासूसी के मामले में पांच साल की सजा पाए सिंह कोट लखपत जेल में बंद थे। जालसाजी के मामले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की सजा काटकर बाहर आए ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल कर्मचारियों द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के कारण सिंह की मौत हुई। उन्होंने पहले भी यह दावा किया था।टिप्पणियां खान ने कहा, ‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चंबेल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे कई बार पीटा गया। मेरा मानना है कि उसकी मौत पिटाई की वजह से हुई।’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है। जालसाजी के मामले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की सजा काटकर बाहर आए ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल कर्मचारियों द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के कारण सिंह की मौत हुई। उन्होंने पहले भी यह दावा किया था।टिप्पणियां खान ने कहा, ‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चंबेल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे कई बार पीटा गया। मेरा मानना है कि उसकी मौत पिटाई की वजह से हुई।’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है। खान ने कहा, ‘बीते 15 जनवरी को मैंने जेल के तीन कर्मचारियों को चंबेल सिंह की पिटाई करते देखा। उसे कई बार पीटा गया। मेरा मानना है कि उसकी मौत पिटाई की वजह से हुई।’ जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है। जेल के अधिकारियों ने खान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई मालूम पड़ती है।
पाकिस्तान के एक वकील ने कहा है कि भारतीय कैदी चंबेल सिंह की मौत जेल कर्मचारियों के हाथों हुई पिटाई के कारण हुई।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मौजूदा शादी-विवाह के मद्देनजर फुटकर लिवाली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने के भाव 21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर तक जा पहुंचे, जबकि रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद चांदी में गिरावट देखी गई। सोने के भाव 20 रुपये की तेजी के साथ 21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गए। इससे पूर्व यह स्तर 6 दिसंबर को देखा गया था। चांदी के भाव नई ऊंचाई को छूने के बाद 90 रुपये की गिरावट के साथ 46,840 रुपये किलो बंद हुए। विदेशों और वायदा बाजार में मौजूदा उच्चस्तर पर मुनाफावसूली के चलते चांदी की कीमतों में गिरावट आई। धरेलू बाजार में चांदी तैयार के भाव 90 रुपये टूटकर 46,840 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 80 रुपये की गिरावट के साथ 46,370 रुपये किलो बंद हुए। शादी-विवाह के चलते भारी मांग से चांदी सिक्का के भाव 500 रुपये की तेजी के साथ 51,000-51,100 रुपये प्रति सैकड़ा की नई ऊंचाई पर बंद हुए। सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 20 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 21,000 रुपये और 20,880 रुपये प्रति 10 ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव 50 रुपये चढ़कर 16,950 रुपये प्रति 8 ग्राम की नई ऊंचाई पर बंद हुए।
दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने के भाव 21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा पहुंचे, जबकि रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद चांदी में गिरावट देखी गई।
28
['hin']
एक सारांश बनाओ: मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राष्ट्रीय राजधानी को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के वास्ते सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मदद मांगी. न्यायपालिका के बारे में केजरीवाल ने कहा कि बलात्कार के कई मामले लंबित हैं और ऐसे मामलों में तेजी से निर्णय लेने की मांग की. उन्होंने बलात्कार के आरोपियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा देने की मांग की. महिला सुरक्षा के मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा में चर्चा के दौरान केजरीवाल ने उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से कहा कि वह देखें कि क्या महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के बारे में छात्रों को संवेदनशील बनाने के लिए स्कूलों में पाठ्यक्रम लाए जाने की आवश्यकता है.  केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमें आपके (शाह) सहयोग और मदद की आवश्यकता है. हमें साथ आना चाहिए और दिल्ली को एक सुरक्षित स्थान बनाना चाहिए.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. चाहे वह दिल्ली सरकार हो, केंद्र सरकार हो और न्यायपालिका हो, सभी को अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अपनी ओर से, आप सरकार राष्ट्रीय राजधानी में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठा रही है.
यहाँ एक सारांश है:सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से मांगी मदद कहा- रेप के आरोपियों को 6 महीने के अंदर मिले मौत की सजा न्यायपालिका के बारे में केजरीवाल ने कहा कि बलात्कार के कई मामले लंबित हैं
15
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: परमेश्वर ने अपने दोस्त की बहन कनिका परमेश्वरी से शादी की. परमेश्वरी से उनकी मुलाकात उस समय हुई थी जब वे गांधी कृषि विज्ञान केंद्र में पढ़ रहे थे. सन 1982 में उन्होंने तुमकर में बौद्ध पद्धति से विवाह कर लिया. उनकी एक बेटी शाना है जो कि लंदन में रहती है. परमेश्वर बौद्ध धर्म और बुद्ध दर्शन को मानते हैं. परमेश्वर कला संग्राहक भी हैं और इसके लिए अलग-अलग स्थानों के दौरे भी करते रहते हैं. कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर गठबंधन सरकार में दो उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही है. इनमें से एक उप मुख्यमंत्री के रूप में जी परमेश्वर की नियुक्ति तय मानी जा रही है. सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की मुलाकात के बाद अंतिम रूप से कर्नाटक सरकार का स्वरूप और उप मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के नाम सामने आने की संभावना है. कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर गठबंधन सरकार में दो उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही है. इनमें से एक उप मुख्यमंत्री के रूप में जी परमेश्वर की नियुक्ति तय मानी जा रही है. सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की मुलाकात के बाद अंतिम रूप से कर्नाटक सरकार का स्वरूप और उप मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के नाम सामने आने की संभावना है.
सन 1989 में गए थे राजीव गांधी को आमंत्रित करने, मिल गई राजनीति की राह साल 2013 में हारने के कारण मुख्यमंत्री पद हासिल करने से रह गए वंचित बौद्ध धर्म और दर्शन को मानने वाले परमेश्वर ने की दोस्त की बहन से शादी
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: नोएडा (Noida) के सेक्टर 20 थाना क्षेत्र में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (delhi Public School) की प्रधानाचार्या सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. नगर पुलिस अधीक्षक अंकुर गर्ग ने बताया कि 15 अगस्त को इस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले सेक्टर 30 में स्थित डीपीएस स्कूल में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी बसंती देवी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी. इस मामले में उसके पति राकेश कुमार ने जनपद अदालत में हत्या का मुकदमा दर्ज करने की याचिका दायर की थी. उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर बीती रात को सेक्टर 20 थाना पुलिस ने डीपीएस स्कूल की प्रधानाचार्या कामिनी भसीन, सुपरवाइजर प्रेम कुमार और गिरीश जैन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. एसपी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने घटना के समय उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं किया इसलिए उसने अदालत में याचिका दायर की.
यह एक सारांश है: नोएडा सेक्टर 30 के डीपीएस स्कूल की है घटना स्कूल में कर्मचारी बसंती देवी की संदिग्ध अवस्था में हुई थी मौत मामले की जांच करते हुए पुलिस ने प्रिंसिपल समेत 3 को किया गिरफ्तार
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के अंतर्गत रविवार 12 मई को जयपुर के सवाई मानसिह स्टेडियम में इस आईपीएल के दो धुरंधरों, राजस्थान रॉयल्स तथा चेन्नई सुपर किंग्स के बीच भिड़ंत होगी। पिछला मैच घरेलू पिच पर खेलते हुए राजस्थान अंकतालिका में दो पायदान ऊपर चढ़ गया है और शीर्ष पर काबिज चेन्नई से मात्र दो अंक पीछे है। चेन्नई पर बेहतर रन रेट से जीत दर्ज कर जहां राजस्थान शीर्ष पर पहुंच सकती है वहीं चेन्नई की जीत की आदत को खत्म करना इतना आसान नहीं है। आईपीएल के इस संस्करण में अब तक राजस्थान रॉयल्स के किले में सिर्फ एक बार मुंबई इंडियंस ने ही सेंध लगाई है। रॉयल्स अब अपने किले में किसी और सेंध न लगाने देने के लिए पूरा जोर लगाएगी। राजस्थान रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा करने में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी पिछली दोनों जीत शानदार थी। जबकि चेन्नई सुपर किंग्स शानदार रक्षक के रूप में उभरी है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। पिछला मैच घरेलू पिच पर खेलते हुए राजस्थान अंकतालिका में दो पायदान ऊपर चढ़ गया है और शीर्ष पर काबिज चेन्नई से मात्र दो अंक पीछे है। चेन्नई पर बेहतर रन रेट से जीत दर्ज कर जहां राजस्थान शीर्ष पर पहुंच सकती है वहीं चेन्नई की जीत की आदत को खत्म करना इतना आसान नहीं है। आईपीएल के इस संस्करण में अब तक राजस्थान रॉयल्स के किले में सिर्फ एक बार मुंबई इंडियंस ने ही सेंध लगाई है। रॉयल्स अब अपने किले में किसी और सेंध न लगाने देने के लिए पूरा जोर लगाएगी। राजस्थान रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा करने में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी पिछली दोनों जीत शानदार थी। जबकि चेन्नई सुपर किंग्स शानदार रक्षक के रूप में उभरी है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। चेन्नई पर बेहतर रन रेट से जीत दर्ज कर जहां राजस्थान शीर्ष पर पहुंच सकती है वहीं चेन्नई की जीत की आदत को खत्म करना इतना आसान नहीं है। आईपीएल के इस संस्करण में अब तक राजस्थान रॉयल्स के किले में सिर्फ एक बार मुंबई इंडियंस ने ही सेंध लगाई है। रॉयल्स अब अपने किले में किसी और सेंध न लगाने देने के लिए पूरा जोर लगाएगी। राजस्थान रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा करने में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी पिछली दोनों जीत शानदार थी। जबकि चेन्नई सुपर किंग्स शानदार रक्षक के रूप में उभरी है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। आईपीएल के इस संस्करण में अब तक राजस्थान रॉयल्स के किले में सिर्फ एक बार मुंबई इंडियंस ने ही सेंध लगाई है। रॉयल्स अब अपने किले में किसी और सेंध न लगाने देने के लिए पूरा जोर लगाएगी। राजस्थान रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा करने में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी पिछली दोनों जीत शानदार थी। जबकि चेन्नई सुपर किंग्स शानदार रक्षक के रूप में उभरी है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। राजस्थान रॉयल्स ने लक्ष्य का पीछा करने में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी पिछली दोनों जीत शानदार थी। जबकि चेन्नई सुपर किंग्स शानदार रक्षक के रूप में उभरी है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। दोनों टीमों के बल्लेबाज काफी शानदार फार्म में हैं, लेकिन मोहित शर्मा की आक्रामक शुरुआत चेन्नई को गेंदबाजी में राजस्थान से बेहतर बनाती है। वहीं रविचंद्रन अश्विन और ड्वेन ब्रावो बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी ताकत हैं उसके कप्तान महेंद्र सिह धोनी, जो अपने खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाने में कामयाब हुए हैं। धोनी न सिर्फ अपनी टीम को जीत की आदत डलवा चुके हैं बल्कि कठिन समय में खुद भी संकटमोचक बनकर उभरते हैं। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। राजस्थान रॉयल्स की जीत की चाबी इसी बात में है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स के रन बरसाने वाले बल्लेबाजों को कितनी गिरफ्त में रख पाते हैं। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। जिस तरह से उन्होंने मुबई इंडियंस से बुरी तरह हारने के बाद खुद को उबारा, उसके बाद तो चेन्नई सुपर किंग्स और भी खतरनाक नजर आ रही है।टिप्पणियां राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। राजस्थान को चेन्नई पर जीत दर्ज करने के लिए माइकल हसी, सुरेश रैना और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े अवरोधकों से पार पाना होगा। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है। इसके साथ ही जेम्स फॉक्नर, अजित चांडिला, केवेन कूपर और शेन वाटसन को गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा, तभी राजस्थान जीत दर्ज करने में सफल हो सकती है। कुल मिलाकर इस मुकाबले के बेहद रोचक होने की उम्मीद है।
संक्षिप्त सारांश: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के अंतर्गत रविवार 12 मई को जयपुर के सवाई मानसिह स्टेडियम में इस आईपीएल के दो धुरंधरों, राजस्थान रॉयल्स तथा चेन्नई सुपर किंग्स के बीच भिड़ंत होगी।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच आसन्न अलगाव के बीच भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को परास्त करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एकजुटता जरूरी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है, "केवल एकजुट विपक्ष ही कांग्रेस को पराजित कर सकता है। जब भी विपक्ष एकजुट हुआ, कांग्रेस पराजित हुई।" उन्होंने कहा है, "इसलिए राजग की एकजुटता ऐतिहासिक जरूरत है। राजग को एकजुट रखने के लिए हमें हर प्रयास करने चाहिए।" जद (यू), 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज है। दोनों दलों के बीच दरार सार्वजनिक होने के बाद भी भाजपा अभी तक यही कह रही है कि गठबंधन बना हुआ है।टिप्पणियां अलगाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बिहार की सरकार अभी भी चल रही है। पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस बीच कहा, "हमारा संबंध 18 वर्ष पुराना है और गठबंधन का यह फैसला बिहार में सुशासन सुनिश्चित कराने की सामूहिक इच्छा के रूप में सामने आया था।" लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है, "केवल एकजुट विपक्ष ही कांग्रेस को पराजित कर सकता है। जब भी विपक्ष एकजुट हुआ, कांग्रेस पराजित हुई।" उन्होंने कहा है, "इसलिए राजग की एकजुटता ऐतिहासिक जरूरत है। राजग को एकजुट रखने के लिए हमें हर प्रयास करने चाहिए।" जद (यू), 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज है। दोनों दलों के बीच दरार सार्वजनिक होने के बाद भी भाजपा अभी तक यही कह रही है कि गठबंधन बना हुआ है।टिप्पणियां अलगाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बिहार की सरकार अभी भी चल रही है। पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस बीच कहा, "हमारा संबंध 18 वर्ष पुराना है और गठबंधन का यह फैसला बिहार में सुशासन सुनिश्चित कराने की सामूहिक इच्छा के रूप में सामने आया था।" जद (यू), 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज है। दोनों दलों के बीच दरार सार्वजनिक होने के बाद भी भाजपा अभी तक यही कह रही है कि गठबंधन बना हुआ है।टिप्पणियां अलगाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बिहार की सरकार अभी भी चल रही है। पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस बीच कहा, "हमारा संबंध 18 वर्ष पुराना है और गठबंधन का यह फैसला बिहार में सुशासन सुनिश्चित कराने की सामूहिक इच्छा के रूप में सामने आया था।" अलगाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बिहार की सरकार अभी भी चल रही है। पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस बीच कहा, "हमारा संबंध 18 वर्ष पुराना है और गठबंधन का यह फैसला बिहार में सुशासन सुनिश्चित कराने की सामूहिक इच्छा के रूप में सामने आया था।" पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने इस बीच कहा, "हमारा संबंध 18 वर्ष पुराना है और गठबंधन का यह फैसला बिहार में सुशासन सुनिश्चित कराने की सामूहिक इच्छा के रूप में सामने आया था।"
संक्षिप्त पाठ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच आसन्न अलगाव के बीच भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को परास्त करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एकजुटता जरूरी है।
22
['hin']
एक सारांश बनाओ: हम में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्‍होंने बोर्ड एग्‍जाम पास करते ही राहत की सांस ली होगी और सोचा होगा कि हमने अपनी जिंदगी का सबसे कड़ा इम्‍तहान पास कर लिया है. लेकिन एक लड़की ने ऐसा कमाल कर दिखाया है कि हर कोई भौंचक्‍का रह जाए. जी हां, जहां सैंकड़ों स्‍टूडेंट्स हर साल एक अदद प्रतियोगी परीक्षा पास करने के लिए दिन-रात परेशान रहते हैं वहीं एक लड़की ऐसी भी है जिसने भारत के हर बड़े एंट्रेंस एग्‍जाम में सफलता हासिल की है. यहां हम सूरत की रहने वाली स्‍तुति खंडवाला (Stuti Khandwala) की बात कर रहे हैं जिन्‍होंने एक साथ NEET, AIIMS MBBS और JEE (Main) को क्रैक कर सभी को हैरान कर दिया है.  स्‍तुति ने इन परीक्षाओं को न सिर्फ पास किया है बल्‍कि बेहतरीन रैंक भी हासिल की है. NEET 2019 में उनकी ऑल इंडिया रैंक 71 है.  AIIMS के टेस्‍ट में उनकी ऑल इंडिया रैंक 10 है, जो बड़े से बड़े किताबी कीड़े के लिए भी ला पाना मुमकिन नहीं है. और तो और उन्‍हें दुनिया में नंबर वन अमेरिका के प्रसिद्ध मैसाचुसेट्स इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी (MIT) में भी एडमिशन मिल गया है. साथ ही 90 फीसदी स्‍कॉलरशिप का भी ऑफर मिला है.  ख़बरों के मुताबिक स्‍तुति ने कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. एमआईटी से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद स्‍तुति रिसर्च के फील्‍ड में जाना चाहती हैं.  वाकई, स्‍तुति की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. उम्‍मीद है वह विदेश में भी भारत का नाम रोशन करेंगी.
यह एक सारांश है: स्‍तुति ने भारत के लगभग हर बड़े एंट्रेंस एग्‍जाम को क्रैक किया है उन्‍हें एमआईटी से भी एडमिशन के लिए ऑफर मिला है स्‍तुति सूरत की रहने वाली हैं
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सचिन तेंदलुकर ने शनिवार को मुंबई इंडियन्स के वीडियो एनालिस्ट के साथ अभ्यास किया जिससे इस स्टार बल्लेबाज के 16 अप्रैल को दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ टीम के इंडियन प्रीमियर लीग मैच में वापसी की उम्मीद जगी है। चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ चार अप्रैल को सत्र के पहले मैच में डग बोलिंजर की गेंद उंगली पर लगने से तेंदुलकर चोटिल हो गए थे और मुंबई इंडियन्स के पिछले तीन मैचों में नहीं खेले।टिप्पणियां तेंदुलकर को धनंजय ने लगभग 45 मिनट तक अभ्यास कराया जो मुंबई इंडियन्स के लिए अच्छी खबर है। टीम को शीर्ष क्रम में इस बल्लेबाज की कमी खल रही है। टीम के एक सूत्र ने बताया, ‘‘उसने कल बीकेसी मैदान में जिम सत्र शुरू किया था लेकिन बल्लेबाजी का अभ्यास नहीं किया। उसने आज ही अभ्यास शुरू किया है। ’’ तेंदुलकर ने धनंजय के साथ अभ्यास के बाद नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया लेकिन उनके कल ऐसा करने की उम्मीद है। चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ चार अप्रैल को सत्र के पहले मैच में डग बोलिंजर की गेंद उंगली पर लगने से तेंदुलकर चोटिल हो गए थे और मुंबई इंडियन्स के पिछले तीन मैचों में नहीं खेले।टिप्पणियां तेंदुलकर को धनंजय ने लगभग 45 मिनट तक अभ्यास कराया जो मुंबई इंडियन्स के लिए अच्छी खबर है। टीम को शीर्ष क्रम में इस बल्लेबाज की कमी खल रही है। टीम के एक सूत्र ने बताया, ‘‘उसने कल बीकेसी मैदान में जिम सत्र शुरू किया था लेकिन बल्लेबाजी का अभ्यास नहीं किया। उसने आज ही अभ्यास शुरू किया है। ’’ तेंदुलकर ने धनंजय के साथ अभ्यास के बाद नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया लेकिन उनके कल ऐसा करने की उम्मीद है। तेंदुलकर को धनंजय ने लगभग 45 मिनट तक अभ्यास कराया जो मुंबई इंडियन्स के लिए अच्छी खबर है। टीम को शीर्ष क्रम में इस बल्लेबाज की कमी खल रही है। टीम के एक सूत्र ने बताया, ‘‘उसने कल बीकेसी मैदान में जिम सत्र शुरू किया था लेकिन बल्लेबाजी का अभ्यास नहीं किया। उसने आज ही अभ्यास शुरू किया है। ’’ तेंदुलकर ने धनंजय के साथ अभ्यास के बाद नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया लेकिन उनके कल ऐसा करने की उम्मीद है। टीम के एक सूत्र ने बताया, ‘‘उसने कल बीकेसी मैदान में जिम सत्र शुरू किया था लेकिन बल्लेबाजी का अभ्यास नहीं किया। उसने आज ही अभ्यास शुरू किया है। ’’ तेंदुलकर ने धनंजय के साथ अभ्यास के बाद नेट सत्र में हिस्सा नहीं लिया लेकिन उनके कल ऐसा करने की उम्मीद है।
चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ चार अप्रैल को सत्र के पहले मैच में डग बोलिंजर की गेंद उंगली पर लगने से तेंदुलकर चोटिल हो गए थे और मुंबई इंडियन्स के पिछले तीन मैचों में नहीं खेले।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तेलंगाना राज्य के लिए 'युद्ध' छेड़ने की चेतावनी दी। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "यदि केंद्र हमें तेलंगाना राज्य सौंप देता है तो खुशियां मनाएंगे, वरना युद्ध होगा।" राव ने कहा कि टीआरएस का दो दिवसीय अधिवेशन करीमनगर में पांच और छह नवम्बर को होगा, जिसमें आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य के गठन की मांग को लेकर अगली रणनीति तय की जाएगी।टिप्पणियां केसीआर के नाम से चर्चित टीआरएस प्रमुख तेलंगाना मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत के सिलसिल में लगभग एक महीने से दिल्ली में थे। हैदराबाद लौटने पर राव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने दोहराया कि दिल्ली में कई नेताओं से उनकी मुलाकात हुई और वार्ता सकारात्मक रही। जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या वार्ता के लिए वह फिर दिल्ली जाएंगे तो राव ने चुटकी ली, "यदि वे तेलंगाना राज्य दे दें तो मैं कह सकता हूं नहीं।" केसीआर ने एक नवम्बर को आंध्र प्रदेश गठन दिवस पर 'विश्वासघात दिवस' के आयोजन का आह्वान भी किया। इसी दिन 1956 में तेलंगाना और आंध्र को मिलाकर आंध्र प्रदेश का गठन किया गया था। राव ने कहा कि टीआरएस का दो दिवसीय अधिवेशन करीमनगर में पांच और छह नवम्बर को होगा, जिसमें आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य के गठन की मांग को लेकर अगली रणनीति तय की जाएगी।टिप्पणियां केसीआर के नाम से चर्चित टीआरएस प्रमुख तेलंगाना मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत के सिलसिल में लगभग एक महीने से दिल्ली में थे। हैदराबाद लौटने पर राव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने दोहराया कि दिल्ली में कई नेताओं से उनकी मुलाकात हुई और वार्ता सकारात्मक रही। जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या वार्ता के लिए वह फिर दिल्ली जाएंगे तो राव ने चुटकी ली, "यदि वे तेलंगाना राज्य दे दें तो मैं कह सकता हूं नहीं।" केसीआर ने एक नवम्बर को आंध्र प्रदेश गठन दिवस पर 'विश्वासघात दिवस' के आयोजन का आह्वान भी किया। इसी दिन 1956 में तेलंगाना और आंध्र को मिलाकर आंध्र प्रदेश का गठन किया गया था। केसीआर के नाम से चर्चित टीआरएस प्रमुख तेलंगाना मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत के सिलसिल में लगभग एक महीने से दिल्ली में थे। हैदराबाद लौटने पर राव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने दोहराया कि दिल्ली में कई नेताओं से उनकी मुलाकात हुई और वार्ता सकारात्मक रही। जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या वार्ता के लिए वह फिर दिल्ली जाएंगे तो राव ने चुटकी ली, "यदि वे तेलंगाना राज्य दे दें तो मैं कह सकता हूं नहीं।" केसीआर ने एक नवम्बर को आंध्र प्रदेश गठन दिवस पर 'विश्वासघात दिवस' के आयोजन का आह्वान भी किया। इसी दिन 1956 में तेलंगाना और आंध्र को मिलाकर आंध्र प्रदेश का गठन किया गया था। केसीआर ने एक नवम्बर को आंध्र प्रदेश गठन दिवस पर 'विश्वासघात दिवस' के आयोजन का आह्वान भी किया। इसी दिन 1956 में तेलंगाना और आंध्र को मिलाकर आंध्र प्रदेश का गठन किया गया था।
संक्षिप्त पाठ: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तेलंगाना राज्य के लिए 'युद्ध' छेड़ने की चेतावनी दी।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: मध्यप्रदेश के गुना जिला स्थित तारापुर गांव में तीन साल पहले एक व्यक्ति द्वारा गलती से बछड़े को जान से मारने के मामले में गांव वालों ने पंचायत कर अजीबोगरीब फरमान जारी किया है. पंचयात ने जो फरमान सुनाया है वह हैरान कर देने वाला है. पंचायत ने कहा है कि यदि समाज में शामिल होना है तो अपनी पांच साल की बेटी की शादी आठ साल के बच्चे से करानी होगी. इस फरमान की शिकायत मिलने पर प्रशासन ने गांव के संबंधित लोगों के  खिलाफ मामला दर्ज करने की चेतावनी दी है. वहीं, पंचायत के फैसले के बाद लड़की की मां शादी रुकवाने के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगा रही है. यह घटना बंजारा समुदाय बहुल तारापुर गांव की है, जो गुना जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर है और इस मामले का तब खुलासा हुआ, जब इस पांच साल की बेटी की मां ने इस तुगलकी फरमान की शिकायत गुना जिला प्रशासन से पिछले शुक्रवार को कर अपनी मासूम बेटी के साथ हो रहे इस घोर अन्याय से बचाने की गुहार लगाई. गुना के अपर जिला मजिस्ट्रेट नियाज खान ने बताया, "जिले के आरोन तहसील अंतर्गत तारापुर गांव की रहने वाली इस बच्ची की मां जिला प्रशासन के पास आई और अपनी पांच साल की बेटी की शादी रुकवाने की गुहार करने लगी. गांव के लोगों ने लगभग चार महीने पहले पंचायत कर इस महिला की पांच साल की बेटी की शादी आठ साल के बच्चे से करने का फरमान जारी किया था." उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन ने तारापुर गांव के सभी रहवासियों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने इस लड़की के परिवार के सदस्यों पर जबरन शादी करने के लिए दबाव डाला, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगा. खान ने बताया कि हालांकि ग्रामीणों ने यह फरमान करीब चार महीने पहले जारी कर दिया था, लेकिन उस वक्त प्रशासन को इसकी रिपोर्ट नहीं की गई थी. उन्होंने कहा, "घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद कल जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक दल इस गांव में गया. हमने गांव की महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कहा है कि वह इस गतिविधि पर कड़ी नजर रखे और हर गतिविधि के बारे में जिला प्रशासन को तुरंत सूचित करे." महिला ने शिकायत में आगे कहा है कि तीन साल पहले मेरे पति ने खेत पर गेहूं की फसल चर रहे गाय के बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बछड़े की मौत के बाद से पंचायत ने मेरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. शिकायत के अनुसार समाज ने उस वक्त पंचायत कर मेरे परिवार को दोबारा समाज में शामिल होने के लिए गंगा स्नान और पूरे गांव को भंडारे का फरमान सुनाया था. परिवार ने किसी तरह पंचायत के फैसले को पूरा किया, लेकिन इसके बाद भी समाज के लोगों ने गांव में सभी तरह का लेन-देन, गांव के हैंडपंप से पानी बंद करा दिया था. बाद में ग्रामीणों ने फिर पंचायत की और कहा कि गांव में शादी करने लायक कई युवक हैं, लेकिन इस परिवार के सदस्य द्वारा बछड़े को जान से मारने के कारण इनकी शादी नहीं हो पा रही है. यह बछड़े को मारने का श्राप है. खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह घटना बंजारा समुदाय बहुल तारापुर गांव की है, जो गुना जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर है और इस मामले का तब खुलासा हुआ, जब इस पांच साल की बेटी की मां ने इस तुगलकी फरमान की शिकायत गुना जिला प्रशासन से पिछले शुक्रवार को कर अपनी मासूम बेटी के साथ हो रहे इस घोर अन्याय से बचाने की गुहार लगाई. गुना के अपर जिला मजिस्ट्रेट नियाज खान ने बताया, "जिले के आरोन तहसील अंतर्गत तारापुर गांव की रहने वाली इस बच्ची की मां जिला प्रशासन के पास आई और अपनी पांच साल की बेटी की शादी रुकवाने की गुहार करने लगी. गांव के लोगों ने लगभग चार महीने पहले पंचायत कर इस महिला की पांच साल की बेटी की शादी आठ साल के बच्चे से करने का फरमान जारी किया था." उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन ने तारापुर गांव के सभी रहवासियों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने इस लड़की के परिवार के सदस्यों पर जबरन शादी करने के लिए दबाव डाला, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगा. खान ने बताया कि हालांकि ग्रामीणों ने यह फरमान करीब चार महीने पहले जारी कर दिया था, लेकिन उस वक्त प्रशासन को इसकी रिपोर्ट नहीं की गई थी. उन्होंने कहा, "घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद कल जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक दल इस गांव में गया. हमने गांव की महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कहा है कि वह इस गतिविधि पर कड़ी नजर रखे और हर गतिविधि के बारे में जिला प्रशासन को तुरंत सूचित करे." महिला ने शिकायत में आगे कहा है कि तीन साल पहले मेरे पति ने खेत पर गेहूं की फसल चर रहे गाय के बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बछड़े की मौत के बाद से पंचायत ने मेरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. शिकायत के अनुसार समाज ने उस वक्त पंचायत कर मेरे परिवार को दोबारा समाज में शामिल होने के लिए गंगा स्नान और पूरे गांव को भंडारे का फरमान सुनाया था. परिवार ने किसी तरह पंचायत के फैसले को पूरा किया, लेकिन इसके बाद भी समाज के लोगों ने गांव में सभी तरह का लेन-देन, गांव के हैंडपंप से पानी बंद करा दिया था. बाद में ग्रामीणों ने फिर पंचायत की और कहा कि गांव में शादी करने लायक कई युवक हैं, लेकिन इस परिवार के सदस्य द्वारा बछड़े को जान से मारने के कारण इनकी शादी नहीं हो पा रही है. यह बछड़े को मारने का श्राप है. खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गुना के अपर जिला मजिस्ट्रेट नियाज खान ने बताया, "जिले के आरोन तहसील अंतर्गत तारापुर गांव की रहने वाली इस बच्ची की मां जिला प्रशासन के पास आई और अपनी पांच साल की बेटी की शादी रुकवाने की गुहार करने लगी. गांव के लोगों ने लगभग चार महीने पहले पंचायत कर इस महिला की पांच साल की बेटी की शादी आठ साल के बच्चे से करने का फरमान जारी किया था." उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन ने तारापुर गांव के सभी रहवासियों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने इस लड़की के परिवार के सदस्यों पर जबरन शादी करने के लिए दबाव डाला, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगा. खान ने बताया कि हालांकि ग्रामीणों ने यह फरमान करीब चार महीने पहले जारी कर दिया था, लेकिन उस वक्त प्रशासन को इसकी रिपोर्ट नहीं की गई थी. उन्होंने कहा, "घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद कल जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक दल इस गांव में गया. हमने गांव की महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कहा है कि वह इस गतिविधि पर कड़ी नजर रखे और हर गतिविधि के बारे में जिला प्रशासन को तुरंत सूचित करे." महिला ने शिकायत में आगे कहा है कि तीन साल पहले मेरे पति ने खेत पर गेहूं की फसल चर रहे गाय के बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बछड़े की मौत के बाद से पंचायत ने मेरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. शिकायत के अनुसार समाज ने उस वक्त पंचायत कर मेरे परिवार को दोबारा समाज में शामिल होने के लिए गंगा स्नान और पूरे गांव को भंडारे का फरमान सुनाया था. परिवार ने किसी तरह पंचायत के फैसले को पूरा किया, लेकिन इसके बाद भी समाज के लोगों ने गांव में सभी तरह का लेन-देन, गांव के हैंडपंप से पानी बंद करा दिया था. बाद में ग्रामीणों ने फिर पंचायत की और कहा कि गांव में शादी करने लायक कई युवक हैं, लेकिन इस परिवार के सदस्य द्वारा बछड़े को जान से मारने के कारण इनकी शादी नहीं हो पा रही है. यह बछड़े को मारने का श्राप है. खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, "घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद कल जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक दल इस गांव में गया. हमने गांव की महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से कहा है कि वह इस गतिविधि पर कड़ी नजर रखे और हर गतिविधि के बारे में जिला प्रशासन को तुरंत सूचित करे." महिला ने शिकायत में आगे कहा है कि तीन साल पहले मेरे पति ने खेत पर गेहूं की फसल चर रहे गाय के बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बछड़े की मौत के बाद से पंचायत ने मेरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. शिकायत के अनुसार समाज ने उस वक्त पंचायत कर मेरे परिवार को दोबारा समाज में शामिल होने के लिए गंगा स्नान और पूरे गांव को भंडारे का फरमान सुनाया था. परिवार ने किसी तरह पंचायत के फैसले को पूरा किया, लेकिन इसके बाद भी समाज के लोगों ने गांव में सभी तरह का लेन-देन, गांव के हैंडपंप से पानी बंद करा दिया था. बाद में ग्रामीणों ने फिर पंचायत की और कहा कि गांव में शादी करने लायक कई युवक हैं, लेकिन इस परिवार के सदस्य द्वारा बछड़े को जान से मारने के कारण इनकी शादी नहीं हो पा रही है. यह बछड़े को मारने का श्राप है. खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) महिला ने शिकायत में आगे कहा है कि तीन साल पहले मेरे पति ने खेत पर गेहूं की फसल चर रहे गाय के बछड़े को पत्थर मार दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बछड़े की मौत के बाद से पंचायत ने मेरे परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. शिकायत के अनुसार समाज ने उस वक्त पंचायत कर मेरे परिवार को दोबारा समाज में शामिल होने के लिए गंगा स्नान और पूरे गांव को भंडारे का फरमान सुनाया था. परिवार ने किसी तरह पंचायत के फैसले को पूरा किया, लेकिन इसके बाद भी समाज के लोगों ने गांव में सभी तरह का लेन-देन, गांव के हैंडपंप से पानी बंद करा दिया था. बाद में ग्रामीणों ने फिर पंचायत की और कहा कि गांव में शादी करने लायक कई युवक हैं, लेकिन इस परिवार के सदस्य द्वारा बछड़े को जान से मारने के कारण इनकी शादी नहीं हो पा रही है. यह बछड़े को मारने का श्राप है. खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) खान ने बताया, "ग्रामीणों ने मीटिंग कर पीड़ित परिवार को बताया कि बछड़े को जान से मारने के कारण गांव के किसी भी युवक-युवती की शादी नहीं हो पा रही है. इसलिए हमें स्थानीय परंपरा के अनुसार इस श्राप से छूटने के लिए सबसे पहले तुम्हारी बेटी की शादी करनी होगी." उन्होंने कहा कि इस प्रकार पंचायत ने इस परिवार की पांच साल की बेटी की शादी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के एक गांव के रहने वाले आठ साल के एक बच्चे से तय कर दी. इसके बाद से गांव वाले इस बच्ची की शादी करवाने के लिए इस परिवार पर दबाव बना रहे हैं.टिप्पणियां हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हालांकि, इस मासूम बेटी की मां इस शादी के लिये राजी नहीं है और जिला प्रशासन से इसे रुकवाने की गुहार कर रही है. जिला प्रशासन ने होने वाले इन मासूम दूल्हा-दुल्हन के पिताओं सहित चार लोगों पर आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 107(16) के तहत 20,000 रपये का बांड भी निष्पादित किया है. इस बांड का उल्लंघन करने पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती है. खान ने बताया, "इस मामले की जानकारी मिलने के बाद हम गांव की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: मध्यप्रदेश के गुना जिला स्थित तारापुर गांव का तीन साल पुराना मामला गांव वालों ने पंचायत कर अजीबोगरीब फरमान जारी किया प्रशासन ने गांव के संबंधित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की चेतावनी दी
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने स्केल 2 स्पेश्लिस्ट ऑफिसर (Specialist Officers in scale II) की भर्ती की घोषणा की है. बता दें कि इस पद के लिए 50 वैकेंसी उपलब्ध हैं. भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की शुरुआत 16 दिसंबर से होगी. उम्मीदवार 31 दिसंबर तक इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं. चयन प्रक्रिया में शॉर्ट लिस्ट उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया जाएगा. उम्मीदवारों को उनकी योग्यता, अनुभव और उनकी उपयुक्तता के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा. योग्यता की बात की जाए तो आवेदक के पास बीटेक या इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए. शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और कार्य अनुभव की अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार भर्ती का विज्ञापन देख सकते हैं.बता दें कि चयनित उम्मीदवार जॉइनिंग के एक साल तक प्रोबेशन पर कार्य करेंगे. उम्मीदवारों को सर्विस बॉन्ड भी करना होगा. यह भी पढ़ें- ये हैं इस साल की 5 बड़ी भर्तियां, रेलवे ने निकाली इस साल की सबसे बड़ी वैकेंसी उम्मीदवार बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इस फॉर्म के लिए एससी और एसटी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 118 रुपये फीस भरनी होगी वहीं बाकी कैटेगरी के उम्मीदवारों की फीस 1180 रुपये है. पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए फीस माफ की गई है.  आवेदन के बाद योग्य उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. इंटरव्यू के लिए चयन योग्यता, अनुभव और उपयुक्तता के आधार पर होगा. गौरतलब है कि अगर आवेदकों की संख्या वैकेंसी के 1:4 से ज्यादा होगी तो लिखित परीक्षा भी आयोजित की जा सकती है. परीक्षा आयोजिक किए जाने पर आवेदकों को सूचित किया जाएगा.
संक्षिप्त पाठ: केवल 50 वैकेंसी हैं स्पेश्लिस्टि ऑफिसर पद के लिए. आवेदकों की संख्या अधिक होने पर लिखित परीक्षा आयोजित की जा सकती है आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लै ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों की संख्या में 25 फीसदी तक कटौती की जाएगी। पिल्लै ने कहा, सरकार जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों की संख्या में 25 प्रतिशत तक कटौती का इरादा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने श्रीनगर में सुरक्षाबलों की संख्या पहले ही कम कर दी है, क्योंकि आबादी वाले क्षेत्रों में सुरक्षाबल कम से कम संख्या में होने चाहिए। स्थानीय पुलिस को ही हालात से निपटने देना चाहिए। विश्वास बहाल करने के उपाय के तौर पर हमने यह कदम उठाया है। हम चाहते हैं कि सभी बल केवल सीमाओं पर तैनात हों, ताकि घुसपैठ रोकी जा सके। उन्होंने कहा कि श्रीनगर से और बंकर हटाए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पिल्लै ने कुछ दिन पहले ही संकेत दिया था कि जम्मू-कश्मीर के जिन इलाकों में लंबे समय तक शांति कायम रहती है, वहां सुरक्षाबलों की संख्या कम की जाएगी। पिल्लै ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त वार्ताकारों से कहा गया है कि वे राजनीतिक समाधान को लेकर अपने अंतिम प्रस्ताव अप्रैल तक सरकार को सौंप दें। गृह सचिव जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित गोष्ठी वे फारवर्ड इन कश्मीर में शिरकत कर रहे थे। कश्मीर समस्या का समाधान सुझाने के लिए सरकार ने पत्रकार दिलीप पडगांवकर, शिक्षाविद राधा कुमार और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त एमएम अंसारी को वार्ताकार नियुक्त किया था। पिल्लै ने कहा कि हमने कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर की जनता को 15 दिन मुलाकात की अनुमति दी है। छह महीने के बहु-प्रवेश पास भी जारी किए जाते हैं।
यहाँ एक सारांश है:केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लै ने कहा है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों की संख्या में 25 प्रतिशत तक कटौती का इरादा कर रही है।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: सुरेश कलमाड़ी को राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति का प्रमुख बनाने के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराने के विपक्ष के आरोप का प्रतिकार करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को खेल मंत्री अजय माकन के बयान का समर्थन किया। माकन ने कहा था कि राजग सरकार के कार्यकाल में उस नीति की बुनियाद रखी गई थी, जिसके चलते बाद में कलमाड़ी की नियुक्ति हुई। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कांग्रेस के संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इस बात को संदेह के परे रखकर साबित कर सकते हैं कि राजग सरकार उस बुनियाद के लिए जिम्मेदार है, जिसके आधार पर राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति हुई। तिवारी ने दावा किया कि भाजपा नेता विजय कुमार मल्होत्रा कलमाड़ी के सबसे बड़े समर्थक थे। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि निविदा दस्तावेजों की शर्तें और होस्ट सिटी अनुबंध के दस्तावेज एक जैसे नहीं थे और ये दोनों दस्तावेज राजग शासन के दौरान तैयार किए गए थे। उन्होंने सवाल किया, मई 2003 और सितंबर 2003 के बीच ऐसा क्या चमत्कार हुआ कि निविदा दस्तावेजों में जो लिखा हुआ था, वह होस्ट सिटी अनुबंध में नहीं था। यह पूछे जाने पर कि संप्रग सरकार ने कलमाड़ी की नियुक्ति को निरस्त क्यों नहीं कर दिया, तिवारी ने कहा कि अगर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ऐसा कदम उठाती, तो इससे ब्रिटेन की अदालत में मामला जाता और संप्रग सरकार पर खेलों में बाधा डालने का आरोप बनता।
सारांश: तिवारी ने कहा, हम इस बात को संदेह के परे रखकर साबित कर सकते हैं कि राजग सरकार उस बुनियाद के लिए जिम्मेदार है।'
5
['hin']
एक सारांश बनाओ: जलगांव में बीजेपी (BJP) नगरसेवक रवींद्र खरात (Ravindra Kharat) के परिवार पर अज्ञात व्यक्तियों ने दनादन गोलियां दाग और चाकू से हमला कर पांच लोगों की हत्या कर दी. दिल दहला देने वाली ये वारदात भुसावल शहर में रात 9.30 के करीब हुई. बीजेपी नगरसेवक रवींद्र खरात समता नगर के अपने घर के बाहर बैठे थे. तभी दो लोगों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. गोली की आवाज सुनकर उनके भाई सुनील खरात बाहर आए. हमलावरों ने उनको गोली मारी. सुनील खरात जान बचाने के लिए बगल वाले घर में घुस गए, वहां पर भी हमलावर उनका पीछा करते हुए पहुंच गए और चाकू से सुनील खरात को बुरी तरह जख्मी कर दिया. बाद में हमलावरों ने रवींद्र खरात के दोनों बेटे रोहित और प्रेम सागर सहित उनके एक दोस्त पर भी चाकू से हमला किया.  गिरिराज सिंह और तेजस्वी यादव के 'सुर और ताल' में इतनी समानता क्यों हैं? पूरी वारदात में दो की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बाकी के तीनों की जलगांव सिविल हॉस्पिटल दाखिल करने के लिए ले जाते समय उनकी मौत हो गई. इस वारदात में मृतक रवींद्र की पत्नी भी घायल हो चुकी है. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पटना जल जमाव पर सियासत: दो महीने पहले जिस पूर्व कमिश्नर के काम की मंत्री कर रहे थे तारीफ, अब उसी को बताया जिम्मेदार पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. सूत्रों के अनुसार हत्या आपसी रंजिश का नतीजा बताई जा रही है.
यहाँ एक सारांश है:बीजेपी नेता और उसके परिवार पर घर में घुसकर बरसाईं गोलियां भीषण हत्याकांड में 5 लोगों की मौत पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया
15
['hin']
एक सारांश बनाओ: मध्य प्रदेश में खंडवा जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर ग्राम सिहाडा स्थित एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में दो छात्रों से शौचालय साफ कराने का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है. मंगलवार को वायरल हुए इस कथित वीडियो में कक्षा चौथी के दो विद्यार्थी झाडू से शौचालय साफ करते हुए नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सोमवार को बनाया गया है. इसके वायरल होने के बाद बच्चों के परिजन स्कूल की प्रधान शिक्षिका गुलाब सोनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कुछ खबरों में दावा किया गया है कि छात्रों को सफाई के लिए अतिरिक्त अंक दिये जाने का वादा किया गया था. वहीं, अपने विरूद्ध लगाये गये आरोप को नकारते हुये स्कूल की प्रधान शिक्षिका गुलाब सोनी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘‘शौचालय की दीवार पर कीचड़ हो गया था. सोमवार को आधी छुट्टी के दौरान बच्चे बाहर निकले. शौचालय की दीवार पर कीचड़ था. वहां पर बच्चों ने टाइल्स पर पानी डाल उसे साफ कर दिया. इसमें कौन सी बड़ी बात हो गई. हम हमारे यहां हर महीने में दो बार शौचालय की सफाई करवाते हैं.'' इसी बीच, खंडवा जिले की कलेक्टर तन्वी सुंदरियाल इस पूरे मामले को सकारात्मक रूप में ले रही हैं. वह इस मामले को अच्छा काम बताती हैं. तन्वी ने प्रधान शिक्षिका का पक्ष लेते हुए कहा, ‘‘अगर सफाई कराई है तो अच्छा है.'' उन्होंने जापान का उदाहरण देकर कहा कि वहां के सारे बच्चे काम में लगे रहते हैं, इसलिए उन्हें लगता है कि ये स्कूल हमारा है. तन्वी ने कहा, ‘‘अगर किसी एक जाति विशेष से ही शौचालय साफ कराया जाता तो गलत होता. बच्चे शौचालय क्या पूरे स्कूल परिसर को साफ करते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है.'' गौरतलब है कि ग्राम सिहाडा के स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र के परिजन स्कूल शौचालय की तरफ चले गये थे. उन्होंने जैसे ही बच्चों को सफाई करते देखा, मोबाइल से वीडियो बना लिया. वीडियो वायरल होने के बाद प्रधान शिक्षिका गुलाब सोनी अवकाश पर चली गयी हैं.
छात्रों से शौचालय साफ कराने का एक कथित वीडियो वायरल मध्य प्रदेश में खंडवा से करीब 7 KM दूर ग्राम सिहाडा का मामला स्कूल की प्रधान शिक्षिका गुलाब सोनी ने दी ये स्पष्टीकरण
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ब्रैड हॉज (नाबाद 54) की साहसिक पारी के दम पर राजस्थान रॉयल्स टीम ने बुधवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के एलिमिनेटर मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को चार विकेट से हराकर उनका सफर पूरी तरह खत्म कर दिया। इस जीत ने राजस्थान रॉयल्स को दूसरे क्वालीफायर मैच की टिकट दिला दी है। यह मैच दोनों टीमों के लिए बेहद अहम था, और अब राजस्थान की टीम दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में 24 मई को कोलकाता में मुम्बई इंडियन्स से भिड़ेगी। दो बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स मंगलवार को दिल्ली के कोटला में मुम्बई इंडियन्स को हराकर लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार फाइनल में पहुंच चुकी है। सनराइजर्स ने राजस्थान के सामने 133 रनों का अपेक्षाकृत औसत लक्ष्य रखा था, लेकिन जल्दी-जल्दी विकेट गिरने के कारण एक समय राजस्थान की टीम मुश्किल में दिखाई दे रही थी। इसके बावजूद हॉज ने जेम्स फॉकनर (नाबाद 11) के साथ सातवें विकेट के लिए 35 गेंदों पर 45 रनों की साझेदारी निभाते हुए टीम को शानदार जीत दिलाई। हॉज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में पांच छक्के और दो चौके लगाए। वैसे सनराइजर्स की तरह राजस्थान की शुरुआत भी खराब रही थी। 13 रन के कुल योग पर उन्होंने कप्तान राहुल द्रविड़ (12) का विकेट गंवा दिया था, हालांकि वह बेहतरीन लय में दिख्र रहे थे। उन्होंने अपनी 10 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। इसके बाद शेन वॉटसन (24) और अजिंक्य रहाणे (18) ने दूसरे विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी निभाई, लेकिन करण शर्मा के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद वॉटसन सीमारेखा पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। वॉटसन ने 15 गेंदों पर पांच चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। यह मैच दोनों टीमों के लिए बेहद अहम था, और अब राजस्थान की टीम दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में 24 मई को कोलकाता में मुम्बई इंडियन्स से भिड़ेगी। दो बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स मंगलवार को दिल्ली के कोटला में मुम्बई इंडियन्स को हराकर लगातार चौथी और कुल पांचवीं बार फाइनल में पहुंच चुकी है। सनराइजर्स ने राजस्थान के सामने 133 रनों का अपेक्षाकृत औसत लक्ष्य रखा था, लेकिन जल्दी-जल्दी विकेट गिरने के कारण एक समय राजस्थान की टीम मुश्किल में दिखाई दे रही थी। इसके बावजूद हॉज ने जेम्स फॉकनर (नाबाद 11) के साथ सातवें विकेट के लिए 35 गेंदों पर 45 रनों की साझेदारी निभाते हुए टीम को शानदार जीत दिलाई। हॉज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में पांच छक्के और दो चौके लगाए। वैसे सनराइजर्स की तरह राजस्थान की शुरुआत भी खराब रही थी। 13 रन के कुल योग पर उन्होंने कप्तान राहुल द्रविड़ (12) का विकेट गंवा दिया था, हालांकि वह बेहतरीन लय में दिख्र रहे थे। उन्होंने अपनी 10 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। इसके बाद शेन वॉटसन (24) और अजिंक्य रहाणे (18) ने दूसरे विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी निभाई, लेकिन करण शर्मा के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद वॉटसन सीमारेखा पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। वॉटसन ने 15 गेंदों पर पांच चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। सनराइजर्स ने राजस्थान के सामने 133 रनों का अपेक्षाकृत औसत लक्ष्य रखा था, लेकिन जल्दी-जल्दी विकेट गिरने के कारण एक समय राजस्थान की टीम मुश्किल में दिखाई दे रही थी। इसके बावजूद हॉज ने जेम्स फॉकनर (नाबाद 11) के साथ सातवें विकेट के लिए 35 गेंदों पर 45 रनों की साझेदारी निभाते हुए टीम को शानदार जीत दिलाई। हॉज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में पांच छक्के और दो चौके लगाए। वैसे सनराइजर्स की तरह राजस्थान की शुरुआत भी खराब रही थी। 13 रन के कुल योग पर उन्होंने कप्तान राहुल द्रविड़ (12) का विकेट गंवा दिया था, हालांकि वह बेहतरीन लय में दिख्र रहे थे। उन्होंने अपनी 10 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। इसके बाद शेन वॉटसन (24) और अजिंक्य रहाणे (18) ने दूसरे विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी निभाई, लेकिन करण शर्मा के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद वॉटसन सीमारेखा पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। वॉटसन ने 15 गेंदों पर पांच चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। वैसे सनराइजर्स की तरह राजस्थान की शुरुआत भी खराब रही थी। 13 रन के कुल योग पर उन्होंने कप्तान राहुल द्रविड़ (12) का विकेट गंवा दिया था, हालांकि वह बेहतरीन लय में दिख्र रहे थे। उन्होंने अपनी 10 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। इसके बाद शेन वॉटसन (24) और अजिंक्य रहाणे (18) ने दूसरे विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी निभाई, लेकिन करण शर्मा के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद वॉटसन सीमारेखा पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। वॉटसन ने 15 गेंदों पर पांच चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद शेन वॉटसन (24) और अजिंक्य रहाणे (18) ने दूसरे विकेट के लिए 37 रनों की साझेदारी निभाई, लेकिन करण शर्मा के पहले ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद वॉटसन सीमारेखा पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। वॉटसन ने 15 गेंदों पर पांच चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद तो मानो राजस्थान को किसी की बुरी नजर लग गई। सैमी ने 53 के कुल योग पर दिशांत याज्ञनिक को बोल्ड किया और फिर अमित मिश्रा ने 55 के कुल योग पर रहाणे को पैवेलियन की राह दिखाई। रहाणे ने 20 गेंदों पर एक छक्का लगाया। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। स्टुअर्ट बिन्नी (2) बड़ी पारियां खेलने के लिए मशहूर हैं, लेकिन इस अहम मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके और 57 के कुल योग पर सैमी की गेंद पर बोल्ड हो गए। बिन्नी का स्थान लेने आए ब्रैड हॉज (नाबाद 54) ने संजू सैमसन (10) के साथ मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। इससे सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं, लेकिन डेल स्टेन ने पारी के 16वें ओवर में सैमसन को आउट करके अपनी टीम को मुश्किल से निजात दिलाई। सैमसन ने 21 गेंदों का सामना किया। सैमसन और हॉज ने छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद हॉज और फॉकनर ने अपनी टीम को जीत दिलाई। राजस्थान को अंतिम 12 गेंदों पर जीत के लिए 15 रन चाहिए थे, लेकिन हॉज तथा फॉकनर श्रीलंकाई थिसारा परेरा द्वारा फेंके गए उस ओवर में सिर्फ पांच रन जुटा सके। अंतिम ओवर डैरेन सैमी लेकर आए, लेकिन हॉज ने पिछले ओवर की कसर शुरुआती दो गेंदों में ही निकाल दी और दो छक्के लगाकर टीम को यादगार जीत दिला दी। फॉकनर ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 132 रन बनाए थे, जिनमें शिखर धवन के 33, कप्तान कैमरन व्हाइट के 31 और डैरेन सैमी के 29 रन शामिल हैं। राजस्थान की ओर से विक्रमजीत मलिक ने दो विकेट लिए थे। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। सनराइजर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, और उसके दो विकेट महज तीन रनों के कुल योग पर गिर गए थे। पार्थिव पटेल (1) को दो के कुल योग पर विक्रमजीत मलिक ने संजू सैमसन के हाथों कैच कराया, और फिर मलिक ने ही अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में हनुमा विहारी (1) को केपन कूपर के हाथों कैच करा दिया। यह विकेट तीन रन के कुल योग पर गिरा था। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान व्हाइट ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े। विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद में धवन और व्हाइट तेजी से रन नहीं बटोर सके। व्हाइट 55 रन के कुल योग पर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर कूपर के हाथों लपके गए। व्हाइट ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए।टिप्पणियां इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। इसके बाद उनका स्थान लेने आए सैमी ने धवन के साथ चौथे विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की। धवन का विकेट 83 के कुल योग पर गिरा। जेम्स फॉकनर की गेंद पर आउट होने से पहले धवन ने अपनी 39 गेंदों की पारी में तीन चौके लगाए। धवन के आउट होने के बाद थिसारा परेरा (11) और सैमी ने पांचवें विकेट के लिए 10 गेंदों पर 28 रनों की साझेदारी की। इन दोनों ने ही स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। सैमी 21 गेंदों पर तीन छक्के लगाने के बाद रन आउट हुए। परेरा का विकेट 113 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने छह गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए। बिप्लब सैमेंट्रे (14) ने पारी के अंतिम क्षणों में कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन 127 रनों के कुल योग पर वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए। सैमेंट्रे ने 11 गेंदों पर दो चौके लगाए।
यह एक सारांश है: एलिमिनेटर मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को चार विकेट से हराकर उनका सफर पूरी तरह खत्म कर दिया, और इस जीत ने राजस्थान को दूसरे क्वालीफायर मैच की टिकट दिला दी है।
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: परीक्षा संचालित करने युवा मोर्चा के 4500 कार्यकर्ता जुटे. बच्चों को परीक्षा की बकायदा तैयारी करवाने पुस्तिका छापी गई. महान हस्तियों की सूची बताई गई जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरु तो नहीं लेकिन गुरु गोलवलकर शामिल थे. हालांकि इस मुद्दे पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के नितिन दुबे ने इस बात को बेमानी बताते हुए कहा कि उनका मकसद  पंडित दीनदयाल के विचार को पहुंचाना है जो उनके आदर्श हैं. वहीं, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, हमारी कोशिश किसी को हटाने की नहीं, नेहरु ने कांग्रेस ने बहुत प्रचार किया वो बहुत प्रचारित हैं. तुलना नहीं करनी चाहिये इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिये.टिप्पणियां 41 सवाल बच्चों को डेढ़ घंटे में सुलझाने थे. शीर्षक मेरे दीनदयाल सामान्य ज्ञान था लेकिन सबसे ज्यादा 9 सवाल राज्य सरकार और उसकी उपलब्धियों पर केन्द्रित थे. 4 पंडित दीनदयाल पर, हालांकि कुछ बच्चों से जब हमने दीनदयाल जी के बारे में सवाल किया तो किसी ने कहा उसे याद नहीं, किसी ने कहा उन्हें कुछ नहीं बताया गया. कुछ छात्राओं ने सवाल पर चुप्पी साध ली. एकात्म मानववाद के बारे में पूछे जाने पर भी कई छात्रों ने कहा, उन्हें नहीं पता है. कांग्रेस का आरोप है, आयोजन में सरकारी पैसे की बर्बादी खास विचारधारा को बढ़ाने के लिये हो रही है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा सरकारी पैसे को लूटकर गोडसे की विचारधारा को प्रायोजित करने का तरीका है. मध्य प्रदेश बेरोजगारों का प्रदेश है यहां कॉफी विद सीएम के जगह रोजगार की जरूरत है. प्रतियोगिता में आठवीं से बारहवीं और कॉलेज तक के छात्र शामिल हुए जिनकी उम्र 35 साल से कम है. पार्टी का कहना है कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने आयोजन को लेकर युवा मोर्चा से संपर्क किया है. 13 हजार प्राइवेट और रिटायर्ड शिक्षक भी परीक्षा के आयोजन में लगे रहे. 41 सवाल बच्चों को डेढ़ घंटे में सुलझाने थे. शीर्षक मेरे दीनदयाल सामान्य ज्ञान था लेकिन सबसे ज्यादा 9 सवाल राज्य सरकार और उसकी उपलब्धियों पर केन्द्रित थे. 4 पंडित दीनदयाल पर, हालांकि कुछ बच्चों से जब हमने दीनदयाल जी के बारे में सवाल किया तो किसी ने कहा उसे याद नहीं, किसी ने कहा उन्हें कुछ नहीं बताया गया. कुछ छात्राओं ने सवाल पर चुप्पी साध ली. एकात्म मानववाद के बारे में पूछे जाने पर भी कई छात्रों ने कहा, उन्हें नहीं पता है. कांग्रेस का आरोप है, आयोजन में सरकारी पैसे की बर्बादी खास विचारधारा को बढ़ाने के लिये हो रही है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा सरकारी पैसे को लूटकर गोडसे की विचारधारा को प्रायोजित करने का तरीका है. मध्य प्रदेश बेरोजगारों का प्रदेश है यहां कॉफी विद सीएम के जगह रोजगार की जरूरत है. प्रतियोगिता में आठवीं से बारहवीं और कॉलेज तक के छात्र शामिल हुए जिनकी उम्र 35 साल से कम है. पार्टी का कहना है कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने आयोजन को लेकर युवा मोर्चा से संपर्क किया है. 13 हजार प्राइवेट और रिटायर्ड शिक्षक भी परीक्षा के आयोजन में लगे रहे. कांग्रेस का आरोप है, आयोजन में सरकारी पैसे की बर्बादी खास विचारधारा को बढ़ाने के लिये हो रही है. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा सरकारी पैसे को लूटकर गोडसे की विचारधारा को प्रायोजित करने का तरीका है. मध्य प्रदेश बेरोजगारों का प्रदेश है यहां कॉफी विद सीएम के जगह रोजगार की जरूरत है. प्रतियोगिता में आठवीं से बारहवीं और कॉलेज तक के छात्र शामिल हुए जिनकी उम्र 35 साल से कम है. पार्टी का कहना है कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने आयोजन को लेकर युवा मोर्चा से संपर्क किया है. 13 हजार प्राइवेट और रिटायर्ड शिक्षक भी परीक्षा के आयोजन में लगे रहे.
संक्षिप्त पाठ: मध्य प्रदेश में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता हुई सबसे ज्यादा सवाल राज्य सरकार और उसकी उपलब्धियों पर केन्द्रित कांग्रेस का आरोप, पैसे की बर्बादी
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: देसी अंदाज में अंग्रेजी बोलने वाले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज लोकसभा में ‘एयर होस्टेस’ को ‘एयर होस्टेज’ कह दिया। सदन में प्रश्नकाल के दौरान नागर विमानन मंत्रालय से संबंधित सवाल पर विमानन मंत्री अजित सिंह जवाब दे रहे थे।टिप्पणियां लालू भी सवाल करने के लिए खड़े हुए और उन्होंने कहा कि विमानों के पायलटों और ‘एयर होस्टेज’ को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। उनके पीछे की पंक्तियों में बैठी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने गलती सुधारने का प्रयास करते हुए फुसफुसा कर कहा भी ‘एयर होस्टेस’ लेकिन लालू ने उनकी बात सुनी नहीं और उन्होंने कई बार ‘एयर होस्टेज एयर होस्टेज’ बोला। इस पर उनके आसपास बैठे सदस्य हंसते मुस्कुराते देखे गए। गौरतलब है कि एयर होस्टेज का हिन्दी में मतलब है विमान में अपहर्ताओं द्वारा बंधक बनाए गए विमान यात्री। लालू भी सवाल करने के लिए खड़े हुए और उन्होंने कहा कि विमानों के पायलटों और ‘एयर होस्टेज’ को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। उनके पीछे की पंक्तियों में बैठी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने गलती सुधारने का प्रयास करते हुए फुसफुसा कर कहा भी ‘एयर होस्टेस’ लेकिन लालू ने उनकी बात सुनी नहीं और उन्होंने कई बार ‘एयर होस्टेज एयर होस्टेज’ बोला। इस पर उनके आसपास बैठे सदस्य हंसते मुस्कुराते देखे गए। गौरतलब है कि एयर होस्टेज का हिन्दी में मतलब है विमान में अपहर्ताओं द्वारा बंधक बनाए गए विमान यात्री। गौरतलब है कि एयर होस्टेज का हिन्दी में मतलब है विमान में अपहर्ताओं द्वारा बंधक बनाए गए विमान यात्री।
सारांश: देसी अंदाज में अंग्रेजी बोलने वाले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज लोकसभा में ‘एयर होस्टेस’ को ‘एयर होस्टेज’ कह दिया।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: युवा गोल्फर खालिन जोशी के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय गोल्फ टीम ने नामुरा कप के नाम से मशहूर एशिया-पैसेफिक गोल्फ चैम्पियनशिप में 18 वर्ष के इंतजार के बाद टीम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया है। जोशी व्यक्तिगत वर्ग में भी संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। तीसरे दौर के बाद तीसरे क्रम पर रहने वाली भारतीय टीम ने अंतिम दौर में हासिल किए गए 211 स्कोर के साथ कुल 865 स्कोर लेते हुए पोडियम पर चढ़ने का सौभाग्य प्राप्त किया। ऑस्ट्रेलिया ने नोमुरा कप रिकार्ड नौवीं बार जीता। उसने अंतिम दौर में 201 स्कोर हासिल किए। उसका कुल स्कोर 840 रहा जबकि न्यूजीलैंड ने 861 स्कोर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। कोरिया ने चौथा और जापान ने पांचवां स्थान हासिल किया। इस टूर्नामेंट में प्रतिदिन शीर्ष-3 कार्ड को पोडियम फिनिश के लिए अलग किया जाता है। भारत ने इससे पहले 1993 में कांस्य पदक जीता था। भारतीय टीम 1973 में जर्काता में चैम्पियन रही थी। उस टीम में आरके पीताम्बर, बिल्लू सेठी, विक्रमजीत सिंह और लक्ष्मण सिंह शामिल थे।
यहाँ एक सारांश है:भारतीय गोल्फ टीम ने नामुरा कप के नाम से मशहूर एशिया-पैसेफिक गोल्फ चैम्पियनशिप में 18 वर्ष के इंतजार के बाद टीम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया।
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि देश की आर्थिक वृद्धि फिर अच्छे स्तर को छुएगी, और हमारी अर्थव्यवस्था फिर विकासपथ पर दौड़ेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने वाले कारणों और सरकार द्वारा इनसे निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में वित्तमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने में पूंजीगत उत्पादों और विनिर्माण उत्पादन में गिरावट के कारण औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में पिछले वर्ष की तुलना में जोरदार गिरावट आई, और वह सिर्फ 0.1 प्रतिशत रही। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर आंके जाने वाली यह औद्योगिक वृद्धि पिछले साल के अप्रैल महीने में 5.3 फीसदी थी। माना जा रहा है कि औद्योगिक वृद्धि में गिरावट को देखते हुए रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों में कटौती का दबाव भी बन सकता है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर संवाददाताओं से बातचीत में प्रणब ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को नए सिरे से गति प्रदान करने के लिए कई कदम उठा रही है, और वित्तीय प्रबंधन हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके अतिरिक्त नया निवेश आकर्षित करने और द्रुत गति से परियोजनाओं को मंजूरी देने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने में पूंजीगत उत्पादों और विनिर्माण उत्पादन में गिरावट के कारण औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में पिछले वर्ष की तुलना में जोरदार गिरावट आई, और वह सिर्फ 0.1 प्रतिशत रही। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर आंके जाने वाली यह औद्योगिक वृद्धि पिछले साल के अप्रैल महीने में 5.3 फीसदी थी। माना जा रहा है कि औद्योगिक वृद्धि में गिरावट को देखते हुए रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों में कटौती का दबाव भी बन सकता है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर संवाददाताओं से बातचीत में प्रणब ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को नए सिरे से गति प्रदान करने के लिए कई कदम उठा रही है, और वित्तीय प्रबंधन हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके अतिरिक्त नया निवेश आकर्षित करने और द्रुत गति से परियोजनाओं को मंजूरी देने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जाएगी। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर संवाददाताओं से बातचीत में प्रणब ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को नए सिरे से गति प्रदान करने के लिए कई कदम उठा रही है, और वित्तीय प्रबंधन हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके अतिरिक्त नया निवेश आकर्षित करने और द्रुत गति से परियोजनाओं को मंजूरी देने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित की जाएगी।
संक्षिप्त सारांश: भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने वाले कारणों और सरकार द्वारा इनसे निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में वित्तमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी।
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने अपनी राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को अगले महीने के भारत दौरे के दौरान निजी पार्टियों के आमंत्रण स्वीकार नहीं करने की सलाह दी है।टिप्पणियां इंजमाम ने लाहौर में पत्रकारों से कहा, ‘‘पाकिस्तान जब भी भारत दौरे पर जाता है तब रात्रि भोज, पार्टियों और रिसेप्शन के ढेरों निजी आमंत्रण मिलते हैं। खिलाड़ियों को इन पार्टियों में जाने के लिए अच्छा पैसा मिलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को मेरी सलाह है कि वे इन निजी पार्टियों और रात्रि भोज में जाने से बचें और केवल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करें।’’ इंजमाम ने कहा कि पाकिस्तान के पास इस समय भारत को हराने का अच्छा मौका है। ‘‘लेकिन खिलाड़ियों को केवल क्रिकेट पर ध्यान देना होगा। पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए भारत का दौरा हमेशा अच्छा अनुभव रहा है। खिलाड़ियों को शृंखला पर ध्यान केंद्रित करके उसे जीतना चाहिए।’’ इंजमाम ने लाहौर में पत्रकारों से कहा, ‘‘पाकिस्तान जब भी भारत दौरे पर जाता है तब रात्रि भोज, पार्टियों और रिसेप्शन के ढेरों निजी आमंत्रण मिलते हैं। खिलाड़ियों को इन पार्टियों में जाने के लिए अच्छा पैसा मिलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को मेरी सलाह है कि वे इन निजी पार्टियों और रात्रि भोज में जाने से बचें और केवल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करें।’’ इंजमाम ने कहा कि पाकिस्तान के पास इस समय भारत को हराने का अच्छा मौका है। ‘‘लेकिन खिलाड़ियों को केवल क्रिकेट पर ध्यान देना होगा। पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए भारत का दौरा हमेशा अच्छा अनुभव रहा है। खिलाड़ियों को शृंखला पर ध्यान केंद्रित करके उसे जीतना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को मेरी सलाह है कि वे इन निजी पार्टियों और रात्रि भोज में जाने से बचें और केवल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करें।’’ इंजमाम ने कहा कि पाकिस्तान के पास इस समय भारत को हराने का अच्छा मौका है। ‘‘लेकिन खिलाड़ियों को केवल क्रिकेट पर ध्यान देना होगा। पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए भारत का दौरा हमेशा अच्छा अनुभव रहा है। खिलाड़ियों को शृंखला पर ध्यान केंद्रित करके उसे जीतना चाहिए।’’
यह एक सारांश है: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने अपनी राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को अगले महीने के भारत दौरे के दौरान निजी पार्टियों के आमंत्रण स्वीकार नहीं करने की सलाह दी है।
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: बॉलीवुड अभिनेत्री तथा पूर्व मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा के पिता डॉक्टर अशोक चोपड़ा का सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे निधन हो गया है। भारतीय सेना में डॉक्टर रहे अशोक चोपड़ा को कुछ साल पहले जिस कैंसर ने अपनी चपेट में लिया था, वह फिर से लौट आया था और वह पिछले दो सप्ताह से भी अधिक समय से मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती थे। पिता की बिगड़ती हालत के चलते प्रियंका ने मुक्केबाज मेरीकॉम के जीवन पर बन रही उमंग कुमार की फिल्म के लिए रिहर्सल भी रोक दिया था। उल्लेखनीय है कि प्रियंका के पिता की 2005 में भी तबीयत खराब हुई थी। उस समय प्रियंका रोहन सिप्पी की फिल्म 'ब्लफमास्टर' की शूटिंग कर रही थीं। उस समय भी प्रियंका ने अपने दुख को जाहिर नहीं होने दिया था।   'पिग्गी चॉप्स' के नाम से मशहूर प्रियंका चोपड़ा को हमेशा से अपने पिता के बेहद करीब माना जाता रहा है, और यहां तक कि उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर दिए गए परिचय में स्वयं को 'डैडी'ज़ गर्ल' (पिता की बेटी) लिखा है। हाल ही में प्रियंका ने अस्पताल में अपने पिता के साथ खींची गई एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर भी की थी, और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए कुछ समय पूर्व घर पर पूजा का आयोजन भी किया था।टिप्पणियां इसके अलावा, हाल ही में कनाडा के वेंकूवर शहर में हुए एक फिल्म पुरस्कार समारोह में भी प्रियंका अपने पिता के साथ गई थीं, जहां उन्हें रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'बर्फी' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। उस समय प्रियंका ने डॉ अशोक चोपड़ा को मंच पर बुलाया था, और उन्होंने ही प्रियंका की ओर से वह पुरस्कार ग्रहण किया था। (चित्र परिचय :  वेंकूवर में टोयफा अवॉर्ड्स में प्रियंका अपने पिता के साथ) उल्लेखनीय है कि प्रियंका के पिता की 2005 में भी तबीयत खराब हुई थी। उस समय प्रियंका रोहन सिप्पी की फिल्म 'ब्लफमास्टर' की शूटिंग कर रही थीं। उस समय भी प्रियंका ने अपने दुख को जाहिर नहीं होने दिया था।   'पिग्गी चॉप्स' के नाम से मशहूर प्रियंका चोपड़ा को हमेशा से अपने पिता के बेहद करीब माना जाता रहा है, और यहां तक कि उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर दिए गए परिचय में स्वयं को 'डैडी'ज़ गर्ल' (पिता की बेटी) लिखा है। हाल ही में प्रियंका ने अस्पताल में अपने पिता के साथ खींची गई एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर भी की थी, और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए कुछ समय पूर्व घर पर पूजा का आयोजन भी किया था।टिप्पणियां इसके अलावा, हाल ही में कनाडा के वेंकूवर शहर में हुए एक फिल्म पुरस्कार समारोह में भी प्रियंका अपने पिता के साथ गई थीं, जहां उन्हें रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'बर्फी' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। उस समय प्रियंका ने डॉ अशोक चोपड़ा को मंच पर बुलाया था, और उन्होंने ही प्रियंका की ओर से वह पुरस्कार ग्रहण किया था। (चित्र परिचय :  वेंकूवर में टोयफा अवॉर्ड्स में प्रियंका अपने पिता के साथ) इसके अलावा, हाल ही में कनाडा के वेंकूवर शहर में हुए एक फिल्म पुरस्कार समारोह में भी प्रियंका अपने पिता के साथ गई थीं, जहां उन्हें रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'बर्फी' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था। उस समय प्रियंका ने डॉ अशोक चोपड़ा को मंच पर बुलाया था, और उन्होंने ही प्रियंका की ओर से वह पुरस्कार ग्रहण किया था। (चित्र परिचय :  वेंकूवर में टोयफा अवॉर्ड्स में प्रियंका अपने पिता के साथ) (चित्र परिचय :  वेंकूवर में टोयफा अवॉर्ड्स में प्रियंका अपने पिता के साथ)
सारांश: प्रियंका के पिता अशोक चोपड़ा का कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में देहांत हो गया। अशोक चोपड़ा को कुछ साल पहले जिस कैंसर ने अपनी चपेट में लिया था, वह फिर से लौट आया था।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: चौथे चरण के चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने अमेठी और रायबरेली की जनता के नाम एक चिट्ठी लिखी है. गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले इन जिलों में चौथे और पांचवे चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं. तकरीबन दो दशक में ऐसा पहली बार हो रहा है कि यूपी चुनावों में सोनिया गांधी ने प्रचार नहीं किया है. हालिया दिनों में यह मीडिया की सुर्खियां भी बनी है. उसी कड़ी में अमेठी और रायबरेली की जनता के नाम इस खत को माना जा रहा है जिसमें सोनिया गांधी ने लिखा है,'' बहुत चाहते हुए भी कुछ कारणों से इस बार आपके बीच उपस्थित नहीं हो पा रही हूं. कृपया इसे मेरी निजी चिट्ठी समझा समझें. आप लोगों का प्रतिनिधित्‍व करना मेरे व मेरे परिवार के लिए बहुत गर्व की बात है. रायबरेली और अमेठी हमारे जीवन का, हमारे वजूद का एक अभिन्‍न अंग बन चुके हैं. आज हम जो कुछ भी हैं उसका श्रेय आप लोगों को ही है. आपका हमारा एक विशेष रिश्‍ता है जो मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है.'' इसके साथ ही खत में मोदी सरकार पर निशाना साधा गया है. इसके मुताबिक अच्‍छे दिनों की बात कहकर 2014 में बीजेपी सरकार नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में सत्‍ता में आई. लेकिन मोदी सरकार ने उसके बाद से गरीब लोगों का हक छीनने का काम ही किया है. किसान परेशान हैं, युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. महिलाएं बढ़ती महंगाई से परेशान हैं, छोटे दुकानदारों की दुकानें बंद होने की नौबत आ गई है. लोगों को कल्‍याणकारी कार्यक्रमों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है. दलित और अल्‍पसंख्‍यक तबका भया और निराशा के माहौल में जीने के लिए विवश हैं. चंद पूंजीपतियों को ही लाभ मिल रहा है. इस तरह मोदी सरकार पर निशाना साधने के साथ लोगों से कांग्रेस के समर्थन की अपील की गई है. हालांकि इस खत में एक खास बात यह है कि इसमें कहीं पर भी सपा का जिक्र नहीं किया गया है. यह इसलिए दिलचस्‍प है क्‍योंकि इस बार के यूपी चुनावों में सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत एक साथ लड़ रहे हैं और अमेठी और रायबरेली की कुल 10 सीटों में से कुछ पर सपा और कुछ पर कांग्रेस ने अपने उम्‍मीदवार उतारे हैं. इसके साथ ही खत में मोदी सरकार पर निशाना साधा गया है. इसके मुताबिक अच्‍छे दिनों की बात कहकर 2014 में बीजेपी सरकार नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में सत्‍ता में आई. लेकिन मोदी सरकार ने उसके बाद से गरीब लोगों का हक छीनने का काम ही किया है. किसान परेशान हैं, युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. महिलाएं बढ़ती महंगाई से परेशान हैं, छोटे दुकानदारों की दुकानें बंद होने की नौबत आ गई है. लोगों को कल्‍याणकारी कार्यक्रमों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है. दलित और अल्‍पसंख्‍यक तबका भया और निराशा के माहौल में जीने के लिए विवश हैं. चंद पूंजीपतियों को ही लाभ मिल रहा है. इस तरह मोदी सरकार पर निशाना साधने के साथ लोगों से कांग्रेस के समर्थन की अपील की गई है. हालांकि इस खत में एक खास बात यह है कि इसमें कहीं पर भी सपा का जिक्र नहीं किया गया है. यह इसलिए दिलचस्‍प है क्‍योंकि इस बार के यूपी चुनावों में सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत एक साथ लड़ रहे हैं और अमेठी और रायबरेली की कुल 10 सीटों में से कुछ पर सपा और कुछ पर कांग्रेस ने अपने उम्‍मीदवार उतारे हैं.
सोनिया ने अमेठी-रायबरेली की जनता को लिखा खत मोदी सरकार पर जमकर साधा निशाना कांग्रेस को वोट देने की अपील की
34
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भरोसे का प्रतीक बन चुके सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल (नाबाद 49) की संयमभरी बल्लेबाजी और रुद्र प्रताप सिंह (13/3) तथा मैन ऑफ द मैच चुने गए आर. विनय कुमार (18/3) की शानदार गेंदबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में शनिवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 27वें और अपने सातवें मैच में राजस्थान रॉयल्स को सात विकेट से हरा दिया। इस जीत ने रॉयल चैलेंजर्स को नौ टीमों की तालिका में पहले स्थान पर पहुंचा दिया है। रॉयल चैलेंजर्स ने सात में से पांच मैच जीते हैं जबकि दो में उसकी हार हुई है। उसके खात में 10 अंक हैं। इतने ही अंक सनराइजर्स हैदराबाद के खाते में भी हैं लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण रॉयल चैलेंजर्स तालिका में शीर्ष पर पहुंच चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स आठ अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। उसे एक स्थान का नुकसान हुआ है। नेट रन रेट खराब होने के कारण चेन्नई सुपर किंग्स उसे लांघते हुए तीसरे क्रम पर पहुंच गया है। बररहाल, राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स के सामने 118 रन का लक्ष्य रखा था। इसका पीछा करते हुए गेल और तिलकरत्ने दिलशान (25) ने पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़कर शानदार शुरुआत की लेकिन 11 रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद रॉयल चैलेंजर्स को यह मैच जीतने के लिए 17.5 ओवरों का इंतजार करना पड़ा। आईपीएल में सम्भवत: अपनी सबसे धीमी पारी खेलने वाले गेल ने छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। गेल ने अपनी 44 गेंदों की पारी में चार चौक और एक छक्का लगाया। 64 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद गेल ने सौरव तिवारी (नाबाद 25) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सौरव ने अपनी नाबाद पारी में 29 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का लगाया। बैंगलुरु ने दिलशान और कप्तान विराट कोहली (1) के अलावा अब्राहम डिविलियर्स (7) के विकेट गंवाए। दिलशान ने 22 गेंदों पर पांच चौके लगाए और गेल के साथ पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़े। दिलशान का विकेट शेन वॉटसन ने लिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। रॉयल चैलेंजर्स ने सात में से पांच मैच जीते हैं जबकि दो में उसकी हार हुई है। उसके खात में 10 अंक हैं। इतने ही अंक सनराइजर्स हैदराबाद के खाते में भी हैं लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण रॉयल चैलेंजर्स तालिका में शीर्ष पर पहुंच चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स आठ अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। उसे एक स्थान का नुकसान हुआ है। नेट रन रेट खराब होने के कारण चेन्नई सुपर किंग्स उसे लांघते हुए तीसरे क्रम पर पहुंच गया है। बररहाल, राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स के सामने 118 रन का लक्ष्य रखा था। इसका पीछा करते हुए गेल और तिलकरत्ने दिलशान (25) ने पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़कर शानदार शुरुआत की लेकिन 11 रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद रॉयल चैलेंजर्स को यह मैच जीतने के लिए 17.5 ओवरों का इंतजार करना पड़ा। आईपीएल में सम्भवत: अपनी सबसे धीमी पारी खेलने वाले गेल ने छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। गेल ने अपनी 44 गेंदों की पारी में चार चौक और एक छक्का लगाया। 64 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद गेल ने सौरव तिवारी (नाबाद 25) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सौरव ने अपनी नाबाद पारी में 29 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का लगाया। बैंगलुरु ने दिलशान और कप्तान विराट कोहली (1) के अलावा अब्राहम डिविलियर्स (7) के विकेट गंवाए। दिलशान ने 22 गेंदों पर पांच चौके लगाए और गेल के साथ पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़े। दिलशान का विकेट शेन वॉटसन ने लिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। बररहाल, राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स के सामने 118 रन का लक्ष्य रखा था। इसका पीछा करते हुए गेल और तिलकरत्ने दिलशान (25) ने पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़कर शानदार शुरुआत की लेकिन 11 रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद रॉयल चैलेंजर्स को यह मैच जीतने के लिए 17.5 ओवरों का इंतजार करना पड़ा। आईपीएल में सम्भवत: अपनी सबसे धीमी पारी खेलने वाले गेल ने छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। गेल ने अपनी 44 गेंदों की पारी में चार चौक और एक छक्का लगाया। 64 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद गेल ने सौरव तिवारी (नाबाद 25) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सौरव ने अपनी नाबाद पारी में 29 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का लगाया। बैंगलुरु ने दिलशान और कप्तान विराट कोहली (1) के अलावा अब्राहम डिविलियर्स (7) के विकेट गंवाए। दिलशान ने 22 गेंदों पर पांच चौके लगाए और गेल के साथ पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़े। दिलशान का विकेट शेन वॉटसन ने लिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। गेल ने अपनी 44 गेंदों की पारी में चार चौक और एक छक्का लगाया। 64 रनों पर तीसरा विकेट गिरने के बाद गेल ने सौरव तिवारी (नाबाद 25) के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़कर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सौरव ने अपनी नाबाद पारी में 29 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का लगाया। बैंगलुरु ने दिलशान और कप्तान विराट कोहली (1) के अलावा अब्राहम डिविलियर्स (7) के विकेट गंवाए। दिलशान ने 22 गेंदों पर पांच चौके लगाए और गेल के साथ पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़े। दिलशान का विकेट शेन वॉटसन ने लिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। बैंगलुरु ने दिलशान और कप्तान विराट कोहली (1) के अलावा अब्राहम डिविलियर्स (7) के विकेट गंवाए। दिलशान ने 22 गेंदों पर पांच चौके लगाए और गेल के साथ पहले विकेट के लिए 39 गेंदों पर 53 रन जोड़े। दिलशान का विकेट शेन वॉटसन ने लिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। कोहली 57 रनों के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अब्राहम डिविलियर्स (7) विकेट पर आए लेकिन वॉटसन ने उन्हें आउट करके रॉयल चैलेंजर्स को तीसरा बड़ी झटका दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। इससे पहले, राजस्थान अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और उसके सभी खिलाड़ी 19.4 ओवर में 117 रन पर आउट हो गए। बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली द्वारा गेंदबाजी के फैसले को उनके गेंदबाजों ने उचित ठहराया और आरपी सिंह (13/3) ने राजस्थान के बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की उपकप्तानी से इस्तीफा देने वाले शेट वॉटसन छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 10 रन के कुल योग पर रवि रामपॉल ने पवेलियन की राह दिखाई। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। शानदार फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे 26 रनों के कुल योग पर 14 रन बनाकर आउट हो गए। रहाणे ने 13 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्का जड़ा। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। तीसरे विकेट के लिए द्रविड़ (35) और स्टुअर्ट बिन्नी (33) ने 40 रनों की साझेदारी की। दोनों ने अपनी टीम की पारी को संभाला। 66 रनों के कुल योग पर बिन्नी के रूप में राजस्थान को तीसरा झटका लगा। बिन्नी ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। बिन्नी के जाने के बाद द्रविड़ भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और मुरली कार्तिक की गेंद पर रामपॉल को कैच थमा बैठे। अगले ही ओवर में ब्रैड हॉज भी विनय कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।टिप्पणियां इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। इसके बाद राजस्थान का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। राजस्थान के आखिरी छह बल्लेबाज दहाई का आकड़ा भी नहीं छू सके। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया। रॉयल चैलेंजर्स के लिए आरपी सिंह और विनय कुमार ने तीन-तीन विकेट चटकाए। दोनों ही गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में राजस्थान को ज्यादा रन बनाने पर लगभग शिकंजा कस दिया और 19.4 ओवर में ही बेंगलुरु ने राजस्थान का पुलिंदा बांध दिया।
संक्षिप्त पाठ: क्रिस गेल (नाबाद 49) की संयमभरी बल्लेबाजी और रुद्र प्रताप सिंह (13/3) तथा मैन ऑफ द मैच चुने गए आर. विनय कुमार (18/3) की शानदार गेंदबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण के 27वें और अपने सातवें मैच में राजस्थान रॉयल्स
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में गुरुवार सुबह मुठभेड़ में नक्सल विरोधी बल के एक कमांडो तथा दो नक्सली मारे गए, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (संचालन) राहुल सेठ ने बताया कि भमरगढ़ तालुक के नारगोंड में कुछ नक्सलियों ने एक पुलिस दल पर हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों में मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सी-60 बटालियन चिन्न मेंटा का एक कमांडो मारा गया। सेठ ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से दो नक्सलियों के शव भी बरामद किए गए। घायलों को गढ़चिरौली के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार हेलीकॉप्टर से मुठभेड़ स्थल से कमांडो का शव गढ़चिरौली लाया गया। जो दो नक्सली मारे गए, वे शीर्ष कार्यकर्ता जान पड़ते हैं। पुलिस ने उनके पास से एके 47 बरामद किए हैं। इसी जिले में टाडगांव में एक अन्य पुलिस दल की नक्सलियों से मुठभेड़ चल रही है। ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
सारांश: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में मुठभेड़ में एक कमांडो तथा दो नक्सली मारे गए। इसी जिले में टाडगांव में एक अन्य पुलिस दल की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई है।
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: दिल्ली में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के भाषण के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. दरअसल, एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के संबोधन के दौरान खांसने की आवाज निकाल कर बाधा पहुंचाई. यमुना की सफाई को लेकर एक सरकारी कार्यक्रम में केंद्र के मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री साथ में मंच साझा कर रहे थे. पूरे कार्यक्रम के दौरान यमुना की सफाई को लेकर सरकार के एजेंडे की बात हो रही थी, मगर जैसे ही पोडियम पर अरविंद केजरीवाल संबोधन के लिए पहुंचे, तभी वहां कुछ लोगों ने अरविंद केजरीवाल की हूटिंग शुरू कर दी. हालांकि, स्थिति को शांत करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा. दरअससल, अरविंद केजरीवाल पोडियम पर थे, उन्होंने बोलना जैसे ही शुरू किया, वैसे ही कुछ लोग पीछे से खांसने की आवाज निकालने लगे और अरविंद केजरीवाल के संबोधन में बाधा पहुंचाने लगे. हालांकि, इस पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आपत्ति भी जताई और उन्होंने कहा कि 'अगर थोड़ा सा शांत हो जाएं तो अच्छा रहेगा'. इसके बाद फिर नितिन गडकरी को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कहा कि ' आप शुरु करिए, जरा शांत रहिए प्लीज, सरकारी कार्यक्रम है, सुनिए.' बता दें कि इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और हषवर्द्धन भी मौजूद थे.      दरअसल, 2016 तक कफ की समस्या से जूझ रहे केजरीवाल का मजाक बनाने वाले इस वाकये ने विज्ञान भवन में चल रहे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को पसोपेश में डाल दिया. उन्होंने दर्शकों से शांति बनाए रखने की भी अपील की. कार्यक्रम का आयोजन स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय परियोजना और दिल्ली जल बोर्ड की ओर से यमुना स्वच्छता कार्यक्रम के उद्घाटन पर किया गया था. कार्यक्रम में केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी और पर्यावरण मंत्री हर्षवर्द्धन भी शामिल हुए. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्य के जल संसाधन मंत्री सत्यपाल सिंह और दिल्ली से भाजपा सांसद तथा कार्यकर्ता भी वहां उपस्थित थे. केजरीवाल के भाषण शुरू करते ही कुछ लोगों ने खांसने की आवाज निकाल कर उनका मजाक बनाया. जब लोगों की आवाज ज्यादा तेज हो गई तो गडकरी और हर्षवर्द्धन ने हस्तक्षेप किया और लोगों से शांत रहने को कहा.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अरविंद केजरीवाल के भाषण के दौरान हूटिंग. सरकारी कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी भी मौजूद थे. बीजेपी समर्थकों ने खांसने की आवाज निकाली.
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ स्थित कांशीराम ईको पार्क निर्माण में वित्तीय अनियिमतता के आरोप में सोमवार को उप्र राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबंधक सहित 16 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। प्रारम्भिक जांच के आधार पर लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने यह कार्रवाई की। जांच में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में सरकारी धन के दुरुपयोग की भारी अनियिमतता सामने आई। उन्होंने कहा कि ईको पार्क निर्माण में मानकों की पूर्ति न होने, वित्तीय धांधली व अनियिमतता बरतने जैसे आरोप में महाप्रबंधक एके गुप्ता सहित 16 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया हैं। इनमें चार महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी और चार परियोजना प्रबंधक शामिल हैं। मालूम हो कि शिवपाल यादव ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही ईको पार्क सहित अन्य पार्को के निर्माण में निर्माण निगम की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए जांच शुरू करा दी थी। शनिवार को शिवपाल ने खुद ईको पार्क का निरीक्षण भी किया था।
संक्षिप्त सारांश: उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने लखनऊ स्थित कांशीराम ईको पार्क निर्माण में वित्तीय अनियिमतता के आरोप में सोमवार को उप्र राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबंधक सहित 16 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
0
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दो महीने से अधिक समय के अंतराल के बाद अन्ना हजारे राजधानी दिल्ली लौट रहे हैं तथा वह इस दौरान आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार के लिए न्याय और भंडाफोड़ करने वालों की सुरक्षा के लिए मजबूत कानून की मांग को लेकर रविवार को अनशन पर बैठेंगे।टिप्पणियां मुम्बई में गत वर्ष दिसम्बर महीने में मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अपना तीन दिवसीय अनशन स्वास्थ्य कारणों से वापस लिए जाने के बाद 74 वर्षीय हजारे की ओर से किया जाने वाला यह पहला अनशन होगा। टीम अन्ना के एक सदस्य ने कहा कि वर्ष 2009 बैच के उस आईपीएस अधिकारी के लिए न्याय की मांग करने वालों के साथ एकजुटता के लिए हजारे जंतर-मंतर पर एक दिन के अनशन पर बैठेंगे जिसकी मध्य प्रदेश में खनन माफिया द्वारा हत्या कर दी गई थी। टीम अन्ना ने आईपीएस अधिकारी के परिवार के सदस्यों को भी इस मौके पर आमंत्रित किया। मुम्बई में गत वर्ष दिसम्बर महीने में मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अपना तीन दिवसीय अनशन स्वास्थ्य कारणों से वापस लिए जाने के बाद 74 वर्षीय हजारे की ओर से किया जाने वाला यह पहला अनशन होगा। टीम अन्ना के एक सदस्य ने कहा कि वर्ष 2009 बैच के उस आईपीएस अधिकारी के लिए न्याय की मांग करने वालों के साथ एकजुटता के लिए हजारे जंतर-मंतर पर एक दिन के अनशन पर बैठेंगे जिसकी मध्य प्रदेश में खनन माफिया द्वारा हत्या कर दी गई थी। टीम अन्ना ने आईपीएस अधिकारी के परिवार के सदस्यों को भी इस मौके पर आमंत्रित किया। टीम अन्ना के एक सदस्य ने कहा कि वर्ष 2009 बैच के उस आईपीएस अधिकारी के लिए न्याय की मांग करने वालों के साथ एकजुटता के लिए हजारे जंतर-मंतर पर एक दिन के अनशन पर बैठेंगे जिसकी मध्य प्रदेश में खनन माफिया द्वारा हत्या कर दी गई थी। टीम अन्ना ने आईपीएस अधिकारी के परिवार के सदस्यों को भी इस मौके पर आमंत्रित किया।
आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार के लिए न्याय और भंडाफोड़ करने वालों की सुरक्षा के लिए मजबूत कानून की मांग को लेकर अन्ना रविवार को अनशन पर बैठेंगे।
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: दिल्ली की एक अदालत ने सेना के एक जवान द्वारा एक याचिका पर 10 जुलाई को सुनवाई करने का निर्णय लिया. इस याचिका में जवान ने खराब गुणवत्ता का खाना देने का आरोप लगाया है. इस मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा की एक खंडपीठ ने की जिसे पहले न्यायमूर्ति विनोद गोयल ने सूचीबद्ध किया था.टिप्पणियां असम में तैनात जवान ने आरोप लगाया था कि खराब गुणवत्ता का खाना दिये जाने की शिकायत किये जाने के बाद जवानों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया. उसके वकील ने मामले का कोई भी ब्यौरा देने से इंकार कर दिया और दावा किया कि जवान के जीवन को खतरा है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीएसएफ के एक जवान ने पहले एक वीडियो बनाकर यह दिखाकर दावा किया था कि उन्हें अच्छी गुणवत्ता का खाना नहीं मिलता है. इस मामले में काफी हंगामा हुआ था. गृहमंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे. बीएसएफ ने खाने की क्वालिटी खराब होने के आरोप को खारिज कर दिया था. असम में तैनात जवान ने आरोप लगाया था कि खराब गुणवत्ता का खाना दिये जाने की शिकायत किये जाने के बाद जवानों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया. उसके वकील ने मामले का कोई भी ब्यौरा देने से इंकार कर दिया और दावा किया कि जवान के जीवन को खतरा है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीएसएफ के एक जवान ने पहले एक वीडियो बनाकर यह दिखाकर दावा किया था कि उन्हें अच्छी गुणवत्ता का खाना नहीं मिलता है. इस मामले में काफी हंगामा हुआ था. गृहमंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे. बीएसएफ ने खाने की क्वालिटी खराब होने के आरोप को खारिज कर दिया था. उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीएसएफ के एक जवान ने पहले एक वीडियो बनाकर यह दिखाकर दावा किया था कि उन्हें अच्छी गुणवत्ता का खाना नहीं मिलता है. इस मामले में काफी हंगामा हुआ था. गृहमंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे. बीएसएफ ने खाने की क्वालिटी खराब होने के आरोप को खारिज कर दिया था.
संक्षिप्त सारांश: अदालत ने याचिका पर 10 जुलाई को सुनवाई करने का निर्णय लिया जवान असम में तैनात है वकील ने दावा किया कि जवान के जीवन को खतरा है
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सानिया मिर्जा और बेथानी माटेक सैंड्स की भारतीय-अमेरिकी जोड़ी ने फ्रेंच ओपन के महिला युगल के पहले दौर में शनिवार को एलीज कोर्नेट तथा वर्जीनी रैजानो की फ्रांसीसी जोड़ी को 6-3, 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। सानिया-बेथानी की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फ्रांसीसी जोड़ी को एक घंटा 28 मिनट तक चले मुकाबले में मात दी। पूरे मुकाबले के दौरान दोनों ही तरफ से एक-दूसरे की सर्विस लगातार ब्रेक की जाती रही और सानिया-बेथानी की जोड़ी ने फ्रांसीसी जोड़ी से एक बार अधिक उनकी सर्विस तोड़ी।टिप्पणियां इससे पहले अपने अमेरिकी साथी के साथ मिश्रित युगल में हार का सामना करने वाली सानिया ने इस मुकाबले के दौरान फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस पांच बार तोड़ी। सानिया-बेथानी का फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर में गैर वरीय अमेरिकी जोड़ी लॉरेन डेविस तथा मेगन मौल्टन-लेवी से मुकाबला होगा। सानिया-बेथानी की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फ्रांसीसी जोड़ी को एक घंटा 28 मिनट तक चले मुकाबले में मात दी। पूरे मुकाबले के दौरान दोनों ही तरफ से एक-दूसरे की सर्विस लगातार ब्रेक की जाती रही और सानिया-बेथानी की जोड़ी ने फ्रांसीसी जोड़ी से एक बार अधिक उनकी सर्विस तोड़ी।टिप्पणियां इससे पहले अपने अमेरिकी साथी के साथ मिश्रित युगल में हार का सामना करने वाली सानिया ने इस मुकाबले के दौरान फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस पांच बार तोड़ी। सानिया-बेथानी का फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर में गैर वरीय अमेरिकी जोड़ी लॉरेन डेविस तथा मेगन मौल्टन-लेवी से मुकाबला होगा। पूरे मुकाबले के दौरान दोनों ही तरफ से एक-दूसरे की सर्विस लगातार ब्रेक की जाती रही और सानिया-बेथानी की जोड़ी ने फ्रांसीसी जोड़ी से एक बार अधिक उनकी सर्विस तोड़ी।टिप्पणियां इससे पहले अपने अमेरिकी साथी के साथ मिश्रित युगल में हार का सामना करने वाली सानिया ने इस मुकाबले के दौरान फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस पांच बार तोड़ी। सानिया-बेथानी का फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर में गैर वरीय अमेरिकी जोड़ी लॉरेन डेविस तथा मेगन मौल्टन-लेवी से मुकाबला होगा। इससे पहले अपने अमेरिकी साथी के साथ मिश्रित युगल में हार का सामना करने वाली सानिया ने इस मुकाबले के दौरान फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस पांच बार तोड़ी। सानिया-बेथानी का फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर में गैर वरीय अमेरिकी जोड़ी लॉरेन डेविस तथा मेगन मौल्टन-लेवी से मुकाबला होगा। सानिया-बेथानी का फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर में गैर वरीय अमेरिकी जोड़ी लॉरेन डेविस तथा मेगन मौल्टन-लेवी से मुकाबला होगा।
सारांश: सानिया मिर्जा और बेथानी माटेक सैंड्स की भारतीय-अमेरिकी जोड़ी ने फ्रेंच ओपन के महिला युगल के पहले दौर में शनिवार को एलीज कोर्नेट तथा वर्जीनी रैजानो की फ्रांसीसी जोड़ी को 6-3, 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया।
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: 19 दिसंबर को जारी अधिसूचना की चहुंओर आलोचना के बाद अपनी इस अधिसूचना पर यू-टर्न लेने के एक दिन बाद आरबीआई की तरफ से यह स्पष्टीकरण आया है. केंद्रीय वित्त मंत्री ने 19 दिसंबर की शाम यही बात कही थी कि एक बार रकम जमा करने पर कोई पूछताछ नहीं होगी जबकि मंगलवार को उन्होंने जोर दिया था कि 30 दिसंबर तक केवल एक बार पुराने नोटों को जमा करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं, बुधवार को आरबीआई ने केवाईसी जमा पर अपने नियमों को वापस ले लिया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया था कि एक से अधिक बार जमा करने की अनुमति होगी या नहीं. आरबीआई ने कहा कि गैर केवाईसी खातों में अगर कोई व्यक्ति 5,000 रुपये से अधिक मूल्य के पुराने नोट जमा कराता है, तो उसके खाते में पैसा उससे पूछताछ के बाद ही जमा होगा. पूछताछ बैंक के दो अधिकारियों की मौजूदगी में की जाएगी. उनसे सवाल किया जाएगा कि ये पैसे पहले क्यों नहीं जमा कराए गए.   केवल यही नहीं, अगर गैर केवाईसी खाताधारक 5,000 रुपये से कम की रकम जमा कराने पहुंचता है और उसके द्वारा बैंक में जमा कराई गई कुल रकम इससे अधिक होती है, तो खाताधारक से पूछताछ की जाएगी. स तरह के खातों में जमा राशि की सीमा 50,000 रुपये तय कर दी गई है.   आरबीआई ने कहा कि गैर केवाईसी खातों में अगर कोई व्यक्ति 5,000 रुपये से अधिक मूल्य के पुराने नोट जमा कराता है, तो उसके खाते में पैसा उससे पूछताछ के बाद ही जमा होगा. पूछताछ बैंक के दो अधिकारियों की मौजूदगी में की जाएगी. उनसे सवाल किया जाएगा कि ये पैसे पहले क्यों नहीं जमा कराए गए.   केवल यही नहीं, अगर गैर केवाईसी खाताधारक 5,000 रुपये से कम की रकम जमा कराने पहुंचता है और उसके द्वारा बैंक में जमा कराई गई कुल रकम इससे अधिक होती है, तो खाताधारक से पूछताछ की जाएगी. स तरह के खातों में जमा राशि की सीमा 50,000 रुपये तय कर दी गई है.
RBI ने स्पष्ट किया,बैंकों में 30 दिसंबर तक 1 से अधिक बार जमा करा सकते हैं पुराने, नए नोटों को जमा करने के लिए अलग-अलग भुगतान पर्ची का प्रयोग करें गैर केवाईसी खातों में जमा राशि की सीमा 50,000 रुपये तय कर दी गई है
1
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सरकारी क्षेत्र की बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने जनवरी-मार्च 2011 को समाप्त चौथी तिमाही के दौरान 2,505.42 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दिखाया है, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 24.17 फीसदी अधिक है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 2,017.66 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी के जारी बिना ऑडिट किए हुए तिमाही वित्तीय परिणाम के मुताबिक आलोच्य अवधि में कपंनी की बिक्री 14,488 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 17.74 फीसदी अधिक है। मार्च माह में समाप्त वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान कंपनी को 8,926.16 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ, जबकि पिछले साल की समान अवधि के दौरान कंपनी को 8,728.2 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इसी प्रकार, पूरे वित्तवर्ष के दौरान कंपनी की कुल बिक्री बढ़कर 53,721 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल से 16.36 फीसदी अधिक है। पिछले साल कंपनी की कुल बिक्री 46,169 करोड़ रुपये की हुई थी।
एनटीपीसी ने चौथी तिमाही के दौरान 2,505.42 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दिखाया है, जो पिछले साल के मुकाबले 24.17 फीसदी अधिक है।
28
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ नोटा पर वोट देने वाले जनप्रतिनिधयों की अपनी पार्टी की सदस्यता खतरे में पड़ जाएगी बल्कि संवैधानिक संकट भी खड़ा हो जाएगा. इसके समर्थन में सपा के नरेश अग्रवाल ने सभापति से सदन द्वारा इस मामले पर संज्ञान लेने की मांग की, लेकिन अंसारी ने कहा कि सदस्य अगर इस मसले पर चर्चा कराना चाहते हैं तो उन्हें पहले नोटिस देना होगा.टिप्पणियां अंसारी ने कहा कि नेता सदन ने इस मामले में स्थिति स्पष्ट कर दी है इसलिए वह प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं देंगे. इस पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने एक बार फिर शोरशराबा शुरू करने पर सभापति ने दोपहर 2 बजे तक के लिये सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अंसारी ने कहा कि नेता सदन ने इस मामले में स्थिति स्पष्ट कर दी है इसलिए वह प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं देंगे. इस पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने एक बार फिर शोरशराबा शुरू करने पर सभापति ने दोपहर 2 बजे तक के लिये सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: हंगामे के कारण सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा इस चर्चा के लिए राज्यसभा उपयुक्त मंच नहीं : जेटली कांग्रेस के सांसद आनंद शर्मा ने उठाया था मुद्दा
22
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विष्णु वर्धन ने डेविस कप टेनिस में प्रभावशाली पदार्पण किया लेकिन रविवार को विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में उनकी शिकस्त के साथ चोटों से जूझ रहे भारत को जापान के हाथों हारकर एशिया ओसियाना क्षेत्र ग्रुप एक में रेलीगेट होना पड़ा। दूसरी तरफ जापान ने 4-1 की जीत के साथ 1985 के बाद पहली बार विश्व ग्रुप में जगह बनाई। दुनिया के 456वें नंबर के खिलाड़ी विष्णु को 55वें नंबर के जापानी खिलाड़ी के खिलाफ दो घंटे और नौ मिनट तक संघर्ष के बाद 5-7, 3-6, 3-6 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे जापान ने 3-1 की निर्णायक बढ़त बना ली। महज औपचारिकता के पांचवें मुकाबले में रोहन बोपन्ना पैर में चोट के कारण उस समय मैच से हट गये जब वह गो सोएदा के खिलाफ 5-4 से आगे चल रहे थे। जापान के खिलाफ पिछले 21 मुकाबलों में से 18 जीतने वाले भारत ने प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत की थी लेकिन चोटों के कारण उसे निराशा का सामना करना पड़ा। भारत यहां युगल विशेषज्ञ लिएंडर पेस के बिना आया जो अमेरिकी ओपन के दौरान पीठ में चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गये थे। मेहमान टीम ने इसके बाद कंधे की चोट के कारण सोमदेव को भी गंवा दिया जबकि बोपन्ना भी पैर के अंगूठे में चोट के कारण मैच पूरा नहीं कर सके। विश्व ग्रुप के पहले दौर में गत चैम्पियन सर्बिया के हाथों शिकस्त के कारण भारत को प्ले आफ खेलना पड़ा और अब 2012 सत्र में उसे एशिया ओसियाना ग्रुप एक में खेलना होगा। सोमदेव और बोपन्ना के शुक्रवार को एकल मुकाबले हारने के बाद महेश भूपति और बोपन्ना ने कल युगल मुकाबला जीतकर भारत की उम्मीदों को जीवंत रखा था। भारत को आज सोमदेव की जरूरत थी लेकिन उनकी अनुपलब्धता मेहमान टीम को भारी पड़ी। सोमदेव की जगह उतरे विष्णु की राह आसान नहीं थी और इस भारतीय खिलाड़ी को कड़ी टक्कर देने के बावजूद शिकस्त झेलनी पड़ी। चौबीस वर्षीय विष्णु ने मजबूत शुरूआत की। वह भले ही नर्वस हों लेकिन उन्होंने अपने खेल में इसकी झलक नहीं दिखने दी। उन्होंने निशिकोरी को संघर्ष करने के लिए मजबूर किया। भारतीय खिलाड़ी ने अपने बैकहैंड और सर्विस से पहले सेट में निशिकोरी की कड़ी परीक्षा ली लेकिन जापानी खिलाड़ी धीरे धीरे हावी हो गया। निशिकोरी को पहले सेट के 11वें गेम में मैच का पहला ब्रेक प्वाइंट मिला और जापानी खिलाड़ी ने इसका फायदा उठाते हुए फोरहैंड स्मैश के साथ 6-5 की बढ़त बनाई और फिर अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। विष्णु को दूसरे सेट के पहले गेम में भी दो ब्रेक प्वाइंट का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने दोनों अंक बचा लिये। निशिकारी ने हालांकि तीसरे गेम में भारतीय खिलाड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 5-3 की बढ़त बना ली। विष्णु ने तीन सेट प्वाइंट में से दो बचाये लेकिन डबल फाल्ट करने के साथ ही उन्होंने निशिकोरी को 2-0 की बढ़त दे दी। निशिकोरी ने इसके बाद तीसरे सेट में भी आसानी से जीत दर्ज करके जापान को 26 बरस बाद विश्व ग्रुप में पहुंचा दिया।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में उनकी शिकस्त के साथ चोटों से जूझ रहे भारत को जापान के हाथों हारकर एशिया ओसियाना क्षेत्र ग्रुप एक में रेलीगेट होना पड़ा।
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में रविवार को निर्विरोध ढंग से तीसरे साल अध्यक्ष चुने गे एन. श्रीनिवासन ने कहा है कि उनके खिलाफ दायर याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने तक वह पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। श्रीनिवासन के मुताबिक इस मसले पर वह न्यायालय के निर्देशों का पालन करेंगे। एजीएम के बाद श्रीनिवासन ने कहा, "मुझे अकेला छोड़ दो। मैं किसी विषय पर बयान नहीं देना चाहता।" श्रीनिवासन जोर देकर कहा कि वह सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई पूरी होने तक पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। सर्वोच्च न्यायलय ने शुक्रवार को बीसीसीआई को एजीएम की अनुमति दे दी थी लेकिन उसने कहा था कि श्रीनिवासन को लेकर बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा द्वारा दाखिल याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी और तब तक श्रीनिवासन पद ग्रहण नहीं कर सकते। सीएबी को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। वर्मा ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए श्रीनिवासन को बोर्ड के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़ने से रोकने की गुजारिश की थी। संघ की दलील है कि ऐसे में जबकि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े मामलों को लेकर जांच के घेरे में हैं, श्रीनिवासन को इस पद पर आसीन होने का कोई अधिकार नहीं।टिप्पणियां वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। एजीएम के बाद श्रीनिवासन ने कहा, "मुझे अकेला छोड़ दो। मैं किसी विषय पर बयान नहीं देना चाहता।" श्रीनिवासन जोर देकर कहा कि वह सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई पूरी होने तक पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। सर्वोच्च न्यायलय ने शुक्रवार को बीसीसीआई को एजीएम की अनुमति दे दी थी लेकिन उसने कहा था कि श्रीनिवासन को लेकर बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा द्वारा दाखिल याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी और तब तक श्रीनिवासन पद ग्रहण नहीं कर सकते। सीएबी को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। वर्मा ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए श्रीनिवासन को बोर्ड के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़ने से रोकने की गुजारिश की थी। संघ की दलील है कि ऐसे में जबकि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े मामलों को लेकर जांच के घेरे में हैं, श्रीनिवासन को इस पद पर आसीन होने का कोई अधिकार नहीं।टिप्पणियां वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। सर्वोच्च न्यायलय ने शुक्रवार को बीसीसीआई को एजीएम की अनुमति दे दी थी लेकिन उसने कहा था कि श्रीनिवासन को लेकर बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा द्वारा दाखिल याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी और तब तक श्रीनिवासन पद ग्रहण नहीं कर सकते। सीएबी को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। वर्मा ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए श्रीनिवासन को बोर्ड के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़ने से रोकने की गुजारिश की थी। संघ की दलील है कि ऐसे में जबकि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े मामलों को लेकर जांच के घेरे में हैं, श्रीनिवासन को इस पद पर आसीन होने का कोई अधिकार नहीं।टिप्पणियां वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। सीएबी को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। वर्मा ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए श्रीनिवासन को बोर्ड के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव लड़ने से रोकने की गुजारिश की थी। संघ की दलील है कि ऐसे में जबकि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े मामलों को लेकर जांच के घेरे में हैं, श्रीनिवासन को इस पद पर आसीन होने का कोई अधिकार नहीं।टिप्पणियां वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। संघ की दलील है कि ऐसे में जबकि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी से जुड़े मामलों को लेकर जांच के घेरे में हैं, श्रीनिवासन को इस पद पर आसीन होने का कोई अधिकार नहीं।टिप्पणियां वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। वर्मा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि न्यायालय बीसीसीआई को श्रीनिवासन को अपनी समितियों में शामिल करने पर रोक लगाए। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है। मयप्पन पर चल रही जांच के बाद श्रीनिवासन पर तीसरी बार बोर्ड अध्यक्ष चुनाव में नहीं खड़े होने का दबाव है लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रमुख मयप्पन का नाम बालीवुड स्टार बिंदु दारा सिंह के साथ मुम्बई पुलिस की 11,500 पृष्ठों की चार्जशीट में शामिल है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में रविवार को निर्विरोध ढंग से तीसरे साल अध्यक्ष चुने गे एन. श्रीनिवासन ने कहा है कि उनके खिलाफ दायर याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने तक वह पदभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं।
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने एनिमेशन और फिल्म इंडस्ट्री पर अपने विचार व्यक्त किए हैं. उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है. उन्होंने विदेशों में छात्रों को मिल रही ट्रेनिंग की तुलना भारतीय छात्रों को मिल रही ट्रेनिंग से की है. उन्होंने लिखा है कि हमारे यहाँ इंडस्ट्री के नाम पर पुराने कैमरे लगा कर सीखाने लगते हैं. सेंटर फ़ॉर मीडिया इंडस्ट्रीज़ इंस्टीट्यूट, अटलांटा. यह जार्जिया यूनिवर्सिटी के तहत है. हर रंग का स्टूडियो 4D स्टूडियो है और इस वक्त दुनिया में मात्र 6 जगहों पर हैं. यहाँ के छात्र 4D स्टूडियो में सीख रहे हैं. जार्जियै यूनिवर्सिटी सरकारी है.   यहाँ आने वाले ज़्यादातर छात्रों की सालाना आय अमरीका के स्तर से कम है. वहाँ पर छात्र 4D स्टूडियो में रिकॉर्डिंग कर रहे हैं और एडिटिंग सीख रहे हैं. यहाँ के छात्र मीडिया स्टार्ट अप से लेकर मीडिया संबंधित एप बनाना सीख रहे थे. अमरीका में ई-स्पोर्ट्स का जलवा बढ़ रहा है. यूनिवर्सिटी की अपनी अपनी टीम बनने लगी है. उसके लिए बक़ायदा एक क्लास रूम है. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि क्लास रूम में ख़ास तरह की कुर्सियाँ हैं. हेड फोन हैं. गेम का मतलब टाइम पास करना नहीं बल्कि गंभीरता से खेलना है और सीखना है. इसलिए अलग से ‘ कंसोल' यूनिट है.एनिमेशन कैरेक्टर बनाने का लैब देखा वैसे भी यहाँ क्लासरूम जैसा कुछ दिखा नहीं. लैब जैसा ही हर कमरा दिखा. आख़िर में आप बैंक का लॉकर जैसा देखेंगे. इसी लॉकर में कोक का फ़ार्मूला रखा गया था. अब इसमें दो कुर्सियाँ लगा दी गई हैं जहाँ छात्र बैठकर ख़्वाब देखते हैं और योजनाएँ बनाते हैं. अटलांटा हॉलीवुड के बाद फिल्म और एनिमेशन इंडस्ट्री का दूसरा बड़ा हब है. तो आज के समय में फिल्म वाले जिस टेक्नॉलजी पर काम कर रहे हैं, उसके हिसाब से टेक्नॉलजी की ट्रेनिंग है. हमारे यहाँ इंडस्ट्री के नाम पर पुराने कैमरे लगा कर सीखाने लगते हैं. भारत के लाखों छात्र अपनी संस्थाओं के द्वारा आर्थिक और बौद्धिक रूप से ठगे जाते हैं लेकिन वे इसके बाद भी अमरीकी छात्रों से ज़्यादा जानते हैं. उनके इस भ्रम बोध का दुनिया में कोई मुक़ाबला नहीं है. सारी तस्वीरों को देखिए.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रवीश कुमार ने एनिमेशन और फिल्म इंडस्ट्री पर पोस्ट लिखा है. उन्होंने ये पोस्ट फेसबुक पर किया है. उन्होंने विदेशों में छात्रों को मिल रही खास ट्रेनिंग पर प्रकाश डाला है.
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत ने 40 और देशों को आगमन पर वीजा के लिए प्रक्रिया शुरू की है ताकि भारत को अधिक से अधिक पर्यटन अनुकूल गंतव्य बनाया जा सके। योजना आयोग द्वारा सोमवार को बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में इन मुद्दों पर सहमति बनी। इसके तहत जहां 40 और देशों को आगमन पर वीजा (वीजा ऑन अराइवल) के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी, वहीं ऑनलाइन वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा तथा अधिक वरिष्ठ विदेशी यात्रियों को आकर्षित किया जाएगा।टिप्पणियां यह बैठक योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने बुलाई थी। उन्होंने कहा, भारत को पर्यटक अनुकूल देश बनाने की प्रक्रिया शुरू करने तथा लगभग 40 और देशों को आगमन पर वीजा सुविधा देने पर सहमति बनी। मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित सभी अधिकारियों का यह मानना था कि भारत को यह करना चाहिए क्योंकि इससे और अधिक विदेशी मुद्रा हासिल करने में मदद मिलेगी। इसके तहत जहां 40 और देशों को आगमन पर वीजा (वीजा ऑन अराइवल) के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी, वहीं ऑनलाइन वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा तथा अधिक वरिष्ठ विदेशी यात्रियों को आकर्षित किया जाएगा।टिप्पणियां यह बैठक योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने बुलाई थी। उन्होंने कहा, भारत को पर्यटक अनुकूल देश बनाने की प्रक्रिया शुरू करने तथा लगभग 40 और देशों को आगमन पर वीजा सुविधा देने पर सहमति बनी। मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित सभी अधिकारियों का यह मानना था कि भारत को यह करना चाहिए क्योंकि इससे और अधिक विदेशी मुद्रा हासिल करने में मदद मिलेगी। यह बैठक योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने बुलाई थी। उन्होंने कहा, भारत को पर्यटक अनुकूल देश बनाने की प्रक्रिया शुरू करने तथा लगभग 40 और देशों को आगमन पर वीजा सुविधा देने पर सहमति बनी। मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित सभी अधिकारियों का यह मानना था कि भारत को यह करना चाहिए क्योंकि इससे और अधिक विदेशी मुद्रा हासिल करने में मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित सभी अधिकारियों का यह मानना था कि भारत को यह करना चाहिए क्योंकि इससे और अधिक विदेशी मुद्रा हासिल करने में मदद मिलेगी।
सारांश: भारत ने 40 और देशों को आगमन पर वीजा के लिए प्रक्रिया शुरू की है ताकि भारत को अधिक से अधिक पर्यटन अनुकूल गंतव्य बनाया जा सके। योजना आयोग द्वारा सोमवार को बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में इन मुद्दों पर सहमति बनी।
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: स्पॉट फिक्सिंग में फंसे राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी शांताकुमारन श्रीसंत ने तिहाड़ जेल की कोठरी में अपनी पहली रात जागकर बिताई, हालांकि उन्होंने अन्य साथी कैदियों के साथ दाल-चावल खाया। जेल अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जेल के एक अधिकारी ने बताया, "मुम्बई पुलिस द्वारा दो साथी खिलाड़ियों, अंकित चव्हाण और अजीत चांदिला के साथ 16 मई को गिरफ्तार किए गए श्रीसंत जेल की कोठरी में दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रहे।" पहचान उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया, "जब वह आया तो वह ठीक दिख रहा था। उसने बहुत बात नहीं की। रात में जेल की कोठरी में वह बस बैठा रहा या टहलता रहा। शायद ही वह सोया हो।" एक निचली अदालत ने 28 मई को श्रीसंत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले गिरफ्तार होने के बाद से वह पुलिस की हिरासत में थे। टिप्पणियां अधिकारी ने आगे बताया, "भोजन के वक्त उसने अन्य कैदियों की ही भांति लाइन में लगकर भोजन लिया। उसने दाल और चावल खाया। सुबह के समय उसने चाय और कुछ बिस्किट खाए।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।" जेल के एक अधिकारी ने बताया, "मुम्बई पुलिस द्वारा दो साथी खिलाड़ियों, अंकित चव्हाण और अजीत चांदिला के साथ 16 मई को गिरफ्तार किए गए श्रीसंत जेल की कोठरी में दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रहे।" पहचान उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया, "जब वह आया तो वह ठीक दिख रहा था। उसने बहुत बात नहीं की। रात में जेल की कोठरी में वह बस बैठा रहा या टहलता रहा। शायद ही वह सोया हो।" एक निचली अदालत ने 28 मई को श्रीसंत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले गिरफ्तार होने के बाद से वह पुलिस की हिरासत में थे। टिप्पणियां अधिकारी ने आगे बताया, "भोजन के वक्त उसने अन्य कैदियों की ही भांति लाइन में लगकर भोजन लिया। उसने दाल और चावल खाया। सुबह के समय उसने चाय और कुछ बिस्किट खाए।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।" पहचान उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया, "जब वह आया तो वह ठीक दिख रहा था। उसने बहुत बात नहीं की। रात में जेल की कोठरी में वह बस बैठा रहा या टहलता रहा। शायद ही वह सोया हो।" एक निचली अदालत ने 28 मई को श्रीसंत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले गिरफ्तार होने के बाद से वह पुलिस की हिरासत में थे। टिप्पणियां अधिकारी ने आगे बताया, "भोजन के वक्त उसने अन्य कैदियों की ही भांति लाइन में लगकर भोजन लिया। उसने दाल और चावल खाया। सुबह के समय उसने चाय और कुछ बिस्किट खाए।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।" एक निचली अदालत ने 28 मई को श्रीसंत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले गिरफ्तार होने के बाद से वह पुलिस की हिरासत में थे। टिप्पणियां अधिकारी ने आगे बताया, "भोजन के वक्त उसने अन्य कैदियों की ही भांति लाइन में लगकर भोजन लिया। उसने दाल और चावल खाया। सुबह के समय उसने चाय और कुछ बिस्किट खाए।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।" अधिकारी ने आगे बताया, "भोजन के वक्त उसने अन्य कैदियों की ही भांति लाइन में लगकर भोजन लिया। उसने दाल और चावल खाया। सुबह के समय उसने चाय और कुछ बिस्किट खाए।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।" एक अन्य अधिकारी ने बताया, "तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी कोठरियों में कम से कम दो अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ रह रहे हैं।"
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: स्पॉट फिक्सिंग में फंसे राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी शांताकुमारन श्रीसंत ने तिहाड़ जेल की कोठरी में अपनी पहली रात जागकर बिताई, हालांकि उन्होंने अन्य साथी कैदियों के साथ दाल-चावल खाया। जेल अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
11
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भोपाल में भगवान गणेश की एक विशाल प्रतिमा के विसर्जन के दौरान शुक्रवार तड़के दो नावों के पलटने से 11 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी जिसके चलते चार आरोपी नाविकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही काम में लापरवाही बरतने के आरोप में चार अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं. उप पुलिस महानिरीक्षक, भोपाल रेंज (शहर) इरशाद वली ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम आकाश बाथम (25), चंगु बाथम (18), शुभम बाथम (24) एवं अभिषेक बाथम (23) हैं. ये चारों नाविक हैं. इरशाद वली ने कहा कि इस हादसे के समय काम में लापरवाही बरतने के आरोप में चार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया गया है. इनमें थाना ऐशबाग के एएसआई शिववचन यादव, राजस्व इंस्पेक्टर अनिल गवहाने और भोपाल नगर निगम के दो अधिकारी-फायर अधिकारी साजिद खान और डिप्टी सिटी इंजीनियर आर के सक्सेना शामिल हैं. शिववचन यादव को घटनास्थल पर ड्यूटी से गैरहाजिर मिलने एवं काम के प्रति लापरवाही प्रदर्शित करने पर उप पुलिस महानिरीक्षक, भोपाल रेंज (शहर) इरशाद वली द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जबकि बाकी तीन अधिकारियों को उनके विभागों ने निलंबित किया है. इनकी भी घटना स्थल पर ड्यूटी लगी थी. हालांकि ये तीनों हादसे के वक्त वहां मौजूद थे. इस मामले में इन नावों को चला रहे चार नाविकों के खिलाफ धारा 304 (ए) के तहत जहांगीराबाद पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है.
यहाँ एक सारांश है:शुक्रवार तड़के दो नावों के पलटने से 11 लोगों की डूबने से मौत हो गई थी कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में चार अधिकारी निलंबित किए गए चार नाविकों को भी किया गया है गिरफ्तार
17
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: कर्नाटक में सदानंद गौड़ा को हटाकर जगदीश शेट्टर को मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा के बाद बीजेपी के कई नेता आज बेंगलुरु पहुंच रहे हैं।टिप्पणियां धर्मेन्द्र प्रधान पहले ही बेंगलुरु पहुंच चुके हैं जबकि अरुण जेटली और राजनाथ सिंह आज पहुंचेंगे। मंगलवार को बीजेपी विधायकों की बैठक होनी है जिसमें औपचारिक रूप से जगदीश शेट्टर के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। सदानंद गौड़ा को करीब एक साल पहले येदियुरप्पा की जगह कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया गया था। गौड़ा और येदियुरप्पा के बीच बढ़ती दूरियों के बाद येदियुरप्पा ने बीजेपी आलाकमान पर गौड़ा को हटाने का दबाव बनाया। ऐसे में बीजेपी आलाकमान दक्षिण भारत में अपनी इकलौती सरकार को बचाने के लिए येदियुरप्पा के सामने झुक गई। धर्मेन्द्र प्रधान पहले ही बेंगलुरु पहुंच चुके हैं जबकि अरुण जेटली और राजनाथ सिंह आज पहुंचेंगे। मंगलवार को बीजेपी विधायकों की बैठक होनी है जिसमें औपचारिक रूप से जगदीश शेट्टर के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। सदानंद गौड़ा को करीब एक साल पहले येदियुरप्पा की जगह कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया गया था। गौड़ा और येदियुरप्पा के बीच बढ़ती दूरियों के बाद येदियुरप्पा ने बीजेपी आलाकमान पर गौड़ा को हटाने का दबाव बनाया। ऐसे में बीजेपी आलाकमान दक्षिण भारत में अपनी इकलौती सरकार को बचाने के लिए येदियुरप्पा के सामने झुक गई। सदानंद गौड़ा को करीब एक साल पहले येदियुरप्पा की जगह कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया गया था। गौड़ा और येदियुरप्पा के बीच बढ़ती दूरियों के बाद येदियुरप्पा ने बीजेपी आलाकमान पर गौड़ा को हटाने का दबाव बनाया। ऐसे में बीजेपी आलाकमान दक्षिण भारत में अपनी इकलौती सरकार को बचाने के लिए येदियुरप्पा के सामने झुक गई।
संक्षिप्त पाठ: कर्नाटक में सदानंद गौड़ा को हटाकर जगदीश शेट्टर को मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा के बाद बीजेपी के कई नेता आज बेंगलुरु पहुंच रहे हैं।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली सीनियर टीम के कोच बनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय क्रिकेट बोर्ड को लगता है कि वह इस ‘हॉट सीट’ के लिए उपयुक्त उम्मीद्वार हैं तो वह यह जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां गांगुली ने कहा, ‘‘यकीनन मैं कोच बनने के लिए तैयार हूं लेकिन वक्त बताएगा कि भविष्य में क्या होगा। अगर बीसीसीआई को लगता है कि मैं कोच हो सकता हूं तो मैं इसके लिए तैयार हो जाऊंगा। मुझे लगता है कि मैं खिलाड़ियों की क्षमता, उनकी फॉर्म और उनके विकास में कुछ बदलाव ला सकता हूं। इसी तरीके से मैं इस खेल को वापस कुछ दे सकता हूं।’’ भारत के सबसे सफल कप्तान ने और गुजरे जमाने के दिग्गज बल्लेबाज गांगुली ने साफ किया कि मुख्य काम कप्तान का होता है ओर कोच केवल पीछे से सहयोगी की भूमिका निभाता है। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘कप्तान टीम का सबसे अहम हिस्सा होता है और उसे काम करने की आजादी मिलनी चाहिए। उसे कुछ फैसले मैदान के अंदर लेने होते हैं। जब मैं पांच-छह साल तक कप्तान था तो कई ऐसे मौके आए जबकि मैंने टीम बैठक से हटकर हालात के मुताबिक फैसले किए। कोच केवल कप्तान की मदद करता है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है लेकिन मैदान पर प्रदर्शन खिलाड़ियों को करना होता है।’’ गांगुली ने कहा, ‘‘यकीनन मैं कोच बनने के लिए तैयार हूं लेकिन वक्त बताएगा कि भविष्य में क्या होगा। अगर बीसीसीआई को लगता है कि मैं कोच हो सकता हूं तो मैं इसके लिए तैयार हो जाऊंगा। मुझे लगता है कि मैं खिलाड़ियों की क्षमता, उनकी फॉर्म और उनके विकास में कुछ बदलाव ला सकता हूं। इसी तरीके से मैं इस खेल को वापस कुछ दे सकता हूं।’’ भारत के सबसे सफल कप्तान ने और गुजरे जमाने के दिग्गज बल्लेबाज गांगुली ने साफ किया कि मुख्य काम कप्तान का होता है ओर कोच केवल पीछे से सहयोगी की भूमिका निभाता है। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘कप्तान टीम का सबसे अहम हिस्सा होता है और उसे काम करने की आजादी मिलनी चाहिए। उसे कुछ फैसले मैदान के अंदर लेने होते हैं। जब मैं पांच-छह साल तक कप्तान था तो कई ऐसे मौके आए जबकि मैंने टीम बैठक से हटकर हालात के मुताबिक फैसले किए। कोच केवल कप्तान की मदद करता है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है लेकिन मैदान पर प्रदर्शन खिलाड़ियों को करना होता है।’’ भारत के सबसे सफल कप्तान ने और गुजरे जमाने के दिग्गज बल्लेबाज गांगुली ने साफ किया कि मुख्य काम कप्तान का होता है ओर कोच केवल पीछे से सहयोगी की भूमिका निभाता है। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘कप्तान टीम का सबसे अहम हिस्सा होता है और उसे काम करने की आजादी मिलनी चाहिए। उसे कुछ फैसले मैदान के अंदर लेने होते हैं। जब मैं पांच-छह साल तक कप्तान था तो कई ऐसे मौके आए जबकि मैंने टीम बैठक से हटकर हालात के मुताबिक फैसले किए। कोच केवल कप्तान की मदद करता है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है लेकिन मैदान पर प्रदर्शन खिलाड़ियों को करना होता है।’’
यह एक सारांश है: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली सीनियर टीम के कोच बनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय क्रिकेट बोर्ड को लगता है कि वह इस ‘हॉट सीट’ के लिए उपयुक्त उम्मीद्वार हैं तो वह यह जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं।
9
['hin']
एक सारांश बनाओ: दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों की संसदीय सचिव के तौर पर हुई नियुक्ति के मामले में चुनाव आयोग ने आप विधायकों को 14 जुलाई को सुनवाई के लिए बुलाया है। ये सुनवाई एक तरह की पर्सनल हियरिंग होगी जिसकी मांग आप विधायकों ने अपने 10 मई को दिये हलफनामे में की थी। इस पर्सनल हियरिंग में सभी विधायकों को बारी-बारी से उनकी बात रखने का मौका दिया जायेगा। जिसमें विधायक बताएंगे कि उनके संसदीय सचिव के पद को लाभ का पद क्यों न माना जाए और क्यों उनकी विधायकी रद्द न की जाए।टिप्पणियां इस सुनवाई के बाद चुनाव आयोग अपना सुझाव राष्ट्रपति के पास भेजेगा और फिर राष्ट्रपति इस पर अपना फैसला सुनाएंगे और बताएंगे कि 21 आप विधायकों की सदस्यता रहेगी या जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री के संसदीय सचिव राजेश ऋषि में बताया कि 'हमने कुछ भी लिया नहीं है जनता सब जानती और हमारे साथ है जो भी सवाल चुनाव आयोग पूछेगा हम उसका जवाब देंगे' क्या है मामला सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2015 में अपने 21 विधायकों को संसदीय सचिव के पद दिए, लेकिन वह 'ऑफ़िस ऑफ प्रॉफ़िट' की श्रेणी में आ गया। ऐसे में अपने विधायकों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार एक बिल लेकर आई, जिसके तहत वह 'पूर्वप्रभावी' तरीक़े से डिस्क्वालिफ़िकेशन प्रॉविजन से छूट चाहती थी। यह बिल मंजूरी के लिए एलजी नजीब जंग को भेजा गया था, जिसे उन्होंने केंद्र सरकार को भेजा और फिर उसने इसे आगे राष्ट्रपति के पास भेजा था। अब राष्ट्रपति ने भी उसे मंज़ूरी देने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति के इस फैसले से आप के 21 विधायकों की सदस्यता खतरे में पड़ गई है, लेकिन इससे केजरीवाल सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में उनके पास 67 विधायक हैं। इस पर्सनल हियरिंग में सभी विधायकों को बारी-बारी से उनकी बात रखने का मौका दिया जायेगा। जिसमें विधायक बताएंगे कि उनके संसदीय सचिव के पद को लाभ का पद क्यों न माना जाए और क्यों उनकी विधायकी रद्द न की जाए।टिप्पणियां इस सुनवाई के बाद चुनाव आयोग अपना सुझाव राष्ट्रपति के पास भेजेगा और फिर राष्ट्रपति इस पर अपना फैसला सुनाएंगे और बताएंगे कि 21 आप विधायकों की सदस्यता रहेगी या जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री के संसदीय सचिव राजेश ऋषि में बताया कि 'हमने कुछ भी लिया नहीं है जनता सब जानती और हमारे साथ है जो भी सवाल चुनाव आयोग पूछेगा हम उसका जवाब देंगे' क्या है मामला सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2015 में अपने 21 विधायकों को संसदीय सचिव के पद दिए, लेकिन वह 'ऑफ़िस ऑफ प्रॉफ़िट' की श्रेणी में आ गया। ऐसे में अपने विधायकों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार एक बिल लेकर आई, जिसके तहत वह 'पूर्वप्रभावी' तरीक़े से डिस्क्वालिफ़िकेशन प्रॉविजन से छूट चाहती थी। यह बिल मंजूरी के लिए एलजी नजीब जंग को भेजा गया था, जिसे उन्होंने केंद्र सरकार को भेजा और फिर उसने इसे आगे राष्ट्रपति के पास भेजा था। अब राष्ट्रपति ने भी उसे मंज़ूरी देने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति के इस फैसले से आप के 21 विधायकों की सदस्यता खतरे में पड़ गई है, लेकिन इससे केजरीवाल सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में उनके पास 67 विधायक हैं। इस सुनवाई के बाद चुनाव आयोग अपना सुझाव राष्ट्रपति के पास भेजेगा और फिर राष्ट्रपति इस पर अपना फैसला सुनाएंगे और बताएंगे कि 21 आप विधायकों की सदस्यता रहेगी या जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री के संसदीय सचिव राजेश ऋषि में बताया कि 'हमने कुछ भी लिया नहीं है जनता सब जानती और हमारे साथ है जो भी सवाल चुनाव आयोग पूछेगा हम उसका जवाब देंगे' क्या है मामला सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2015 में अपने 21 विधायकों को संसदीय सचिव के पद दिए, लेकिन वह 'ऑफ़िस ऑफ प्रॉफ़िट' की श्रेणी में आ गया। ऐसे में अपने विधायकों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार एक बिल लेकर आई, जिसके तहत वह 'पूर्वप्रभावी' तरीक़े से डिस्क्वालिफ़िकेशन प्रॉविजन से छूट चाहती थी। यह बिल मंजूरी के लिए एलजी नजीब जंग को भेजा गया था, जिसे उन्होंने केंद्र सरकार को भेजा और फिर उसने इसे आगे राष्ट्रपति के पास भेजा था। अब राष्ट्रपति ने भी उसे मंज़ूरी देने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति के इस फैसले से आप के 21 विधायकों की सदस्यता खतरे में पड़ गई है, लेकिन इससे केजरीवाल सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में उनके पास 67 विधायक हैं। क्या है मामला सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2015 में अपने 21 विधायकों को संसदीय सचिव के पद दिए, लेकिन वह 'ऑफ़िस ऑफ प्रॉफ़िट' की श्रेणी में आ गया। ऐसे में अपने विधायकों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार एक बिल लेकर आई, जिसके तहत वह 'पूर्वप्रभावी' तरीक़े से डिस्क्वालिफ़िकेशन प्रॉविजन से छूट चाहती थी। यह बिल मंजूरी के लिए एलजी नजीब जंग को भेजा गया था, जिसे उन्होंने केंद्र सरकार को भेजा और फिर उसने इसे आगे राष्ट्रपति के पास भेजा था। अब राष्ट्रपति ने भी उसे मंज़ूरी देने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति के इस फैसले से आप के 21 विधायकों की सदस्यता खतरे में पड़ गई है, लेकिन इससे केजरीवाल सरकार को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में उनके पास 67 विधायक हैं।
सारांश: 14 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगा चुनाव आयोग। सुनवाई के बाद राष्ट्रपति को सुझाव भेजेगा चुनाव आयोग। आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों की रद्द हो सकती है विधायकी।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि वह खुद को 2015 विश्व कप की टीम में खुद को नहीं देख पा रहे थे इसलिए भारतीय टीम के हित को देखते हुए उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप से संन्यास लेना उचित समझा। इस सीनियर बल्लेबाज ने कहा कि टीम को टूर्नामेंट से पहले सही खिलाड़ियों को ढूंढने के लिए यही करना ठीक था। 2015 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आयोजित किया जाएगा।टिप्पणियां इस 39 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम के खिताब के बचाव करने की कोशिश को देखते हुए उनका वन-डे से संन्यास लेने का फैसला सही था। पिछले साल दिसंबर में वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर ने एनडीटीवी से कहा, मुझे लगा कि जब हम 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जाएंगे तो हमें दोबारा ट्रॉफी उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। मैं खुद को 2015 विश्व कप में खेलते हुए नहीं देख पा रहा था इसलिए मुझे लगा कि मुझे हट जाना चाहिए और टीम को आगे बढ़ना चाहिए तथा 2015 विश्वकप के लिए संतुलित संयोजन बनाना चाहिए। इस सीनियर बल्लेबाज ने कहा कि टीम को टूर्नामेंट से पहले सही खिलाड़ियों को ढूंढने के लिए यही करना ठीक था। 2015 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आयोजित किया जाएगा।टिप्पणियां इस 39 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम के खिताब के बचाव करने की कोशिश को देखते हुए उनका वन-डे से संन्यास लेने का फैसला सही था। पिछले साल दिसंबर में वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर ने एनडीटीवी से कहा, मुझे लगा कि जब हम 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जाएंगे तो हमें दोबारा ट्रॉफी उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। मैं खुद को 2015 विश्व कप में खेलते हुए नहीं देख पा रहा था इसलिए मुझे लगा कि मुझे हट जाना चाहिए और टीम को आगे बढ़ना चाहिए तथा 2015 विश्वकप के लिए संतुलित संयोजन बनाना चाहिए। इस 39 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम के खिताब के बचाव करने की कोशिश को देखते हुए उनका वन-डे से संन्यास लेने का फैसला सही था। पिछले साल दिसंबर में वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर ने एनडीटीवी से कहा, मुझे लगा कि जब हम 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जाएंगे तो हमें दोबारा ट्रॉफी उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। मैं खुद को 2015 विश्व कप में खेलते हुए नहीं देख पा रहा था इसलिए मुझे लगा कि मुझे हट जाना चाहिए और टीम को आगे बढ़ना चाहिए तथा 2015 विश्वकप के लिए संतुलित संयोजन बनाना चाहिए। पिछले साल दिसंबर में वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर ने एनडीटीवी से कहा, मुझे लगा कि जब हम 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जाएंगे तो हमें दोबारा ट्रॉफी उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। मैं खुद को 2015 विश्व कप में खेलते हुए नहीं देख पा रहा था इसलिए मुझे लगा कि मुझे हट जाना चाहिए और टीम को आगे बढ़ना चाहिए तथा 2015 विश्वकप के लिए संतुलित संयोजन बनाना चाहिए।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि वह खुद को 2015 विश्व कप की टीम में खुद को नहीं देख पा रहे थे इसलिए भारतीय टीम के हित को देखते हुए उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप से संन्यास लेना उचित समझा।
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का मुनाफा 31 मार्च, 2012 को समाप्त चौथी तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 3.04 प्रतिशत घटकर 639.8 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी निदेशक मंडल की बैठक में शेयरधारकों को 150 प्रतिशत की दर से लाभांश देने की सिफारिश की गई। इस लिहाज से कंपनी के पांच रुपये मूल्य के शेयर पर साढ़े सात रुपये का लाभांश दिया जाएगा। पिछले साल इसी अवधि के कंपनी ने 659.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। हालांकि, इस दौरान कंपनी के बिक्री कारोबार में वृद्धि दर्ज की गई।टिप्पणियां कंपनी ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2010-11 में 9,796.7 करोड़ रुपये के मुकाबले समाप्त वित्तवर्ष 2011-12 में कंपनी का बिक्री कारोबार बढ़कर 11,486.4 करोड़ रुपये रहा। बीते 31 मार्च को समाप्त वित्तवर्ष में कंपनी का मुनाफा 1,635.1 करोड़ रुपये रहा। पूरे वर्ष का यह मुनाफा पिछले वर्ष की तुलना में 28.55 प्रतिशत घट गया। वर्ष 2010-11 में कंपनी ने 2,288.7 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। आलोच्य अवधि में कंपनी की बिक्री वित्तवर्ष 2010-11 के 35,849 करोड़ रुपये से कम होकर 34,705.9 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 2011-12 के लिए 150 प्रतिशत (साढ़े सात रुपये प्रति शेयर) लाभांश देने की सिफारिश की है। पिछले वित्तवर्ष में भी कंपनी ने इतना ही लाभांश दिया था। चौथी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 3,60,334 वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के 3,43,340 वाहन के मुकाबले 4.9 प्रतिशत अधिक है। कंपनी निदेशक मंडल की बैठक में शेयरधारकों को 150 प्रतिशत की दर से लाभांश देने की सिफारिश की गई। इस लिहाज से कंपनी के पांच रुपये मूल्य के शेयर पर साढ़े सात रुपये का लाभांश दिया जाएगा। पिछले साल इसी अवधि के कंपनी ने 659.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। हालांकि, इस दौरान कंपनी के बिक्री कारोबार में वृद्धि दर्ज की गई।टिप्पणियां कंपनी ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2010-11 में 9,796.7 करोड़ रुपये के मुकाबले समाप्त वित्तवर्ष 2011-12 में कंपनी का बिक्री कारोबार बढ़कर 11,486.4 करोड़ रुपये रहा। बीते 31 मार्च को समाप्त वित्तवर्ष में कंपनी का मुनाफा 1,635.1 करोड़ रुपये रहा। पूरे वर्ष का यह मुनाफा पिछले वर्ष की तुलना में 28.55 प्रतिशत घट गया। वर्ष 2010-11 में कंपनी ने 2,288.7 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। आलोच्य अवधि में कंपनी की बिक्री वित्तवर्ष 2010-11 के 35,849 करोड़ रुपये से कम होकर 34,705.9 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 2011-12 के लिए 150 प्रतिशत (साढ़े सात रुपये प्रति शेयर) लाभांश देने की सिफारिश की है। पिछले वित्तवर्ष में भी कंपनी ने इतना ही लाभांश दिया था। चौथी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 3,60,334 वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के 3,43,340 वाहन के मुकाबले 4.9 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2010-11 में 9,796.7 करोड़ रुपये के मुकाबले समाप्त वित्तवर्ष 2011-12 में कंपनी का बिक्री कारोबार बढ़कर 11,486.4 करोड़ रुपये रहा। बीते 31 मार्च को समाप्त वित्तवर्ष में कंपनी का मुनाफा 1,635.1 करोड़ रुपये रहा। पूरे वर्ष का यह मुनाफा पिछले वर्ष की तुलना में 28.55 प्रतिशत घट गया। वर्ष 2010-11 में कंपनी ने 2,288.7 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। आलोच्य अवधि में कंपनी की बिक्री वित्तवर्ष 2010-11 के 35,849 करोड़ रुपये से कम होकर 34,705.9 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 2011-12 के लिए 150 प्रतिशत (साढ़े सात रुपये प्रति शेयर) लाभांश देने की सिफारिश की है। पिछले वित्तवर्ष में भी कंपनी ने इतना ही लाभांश दिया था। चौथी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 3,60,334 वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के 3,43,340 वाहन के मुकाबले 4.9 प्रतिशत अधिक है। आलोच्य अवधि में कंपनी की बिक्री वित्तवर्ष 2010-11 के 35,849 करोड़ रुपये से कम होकर 34,705.9 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 2011-12 के लिए 150 प्रतिशत (साढ़े सात रुपये प्रति शेयर) लाभांश देने की सिफारिश की है। पिछले वित्तवर्ष में भी कंपनी ने इतना ही लाभांश दिया था। चौथी तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 3,60,334 वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के 3,43,340 वाहन के मुकाबले 4.9 प्रतिशत अधिक है।
यह एक सारांश है: कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का मुनाफा 31 मार्च, 2012 को समाप्त चौथी तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 3.04 प्रतिशत घटकर 639.8 करोड़ रुपये रह गया।
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सुस्त औद्योगिक विकास दर और महंगाई दर के लगातार ऊंचे स्तर पर बने रहने जैसे कमजोर आर्थिक संकेतों के बीच शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक साप्ताहिक कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में साप्ताहिक कारोबार में 0.59 फीसदी या 107.94 अंकों की गिरावट आई। शुक्रवार को सेंसेक्स 116.36 अंकों की गिरावट के साथ 18,268.54 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को जारी औद्योगिक विकास दर के उम्मीदों से कम रहने का शेयर बाजार पर नकारात्मक असर देखा गया। औद्योगिक विकास की दर अप्रैल में 6.3 फीसदी रही, जो अप्रैल 2010 में 13.1 फीसदी थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी शुक्रवार को 0.64 फीसदी गिरावट के साथ 5,485.8 फीसदी पर बंद हुआ। महंगाई दर के लगातार ऊंचे स्तर पर बने रहने के कारण सरकार के सामने आर्थिक नीतियों को लेकर चुनौती बनी हुई है। खाद्य महंगाई दर 28 मई को समाप्त सप्ताह में दो महीने में सर्वाधिक 9.01 फीसदी दर्ज की गई। पिछले लगभग डेढ़ सालों में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा कई चक्रों में मुख्य ब्याज दरों में वृद्धि करने के बावजूद महंगाई घटने का नाम नहीं ले रही है। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में शुक्रवार को गिरावट रही। मिडकैप 0.34 फीसदी गिरावट के साथ 6,898.28 पर और स्मॉलकैप 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 8,288.46 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से शुक्रवार को सिर्फ चार शेयरों मारुति सुजुकी (1.03 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (0.74 फीसदी), ओएनजीसी (0.64 फीसदी) और टीसीएस (0.37 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स में शुक्रवार को गिरावट दर्ज करने वाले शेयरों में प्रमुख रहे डीएलएफ (1.83 फीसदी), आईटीसी (1.69 फीसदी), एलएंडटी (1.64 फीसदी) और रिलायंस इंफ्रा (1.52 फीसदी)। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 3.266 करोड़ डॉलर मुल्य के शेयरों की लिवाली की। एशिया के अन्य बाजारों में इस दौरान मिला-जुला रुख देखा गया। जापान का निक्के ई 0.5 फीसदी तेजी के साथ 9,514.44 पर, हांगकांग का हैंग सैंग 0.84 फीसदी गिरावट के साथ 22,420.37 पर और चीन का शंघाई कम्पोजिट इंडेक्स बिना किसी बदलाव के 2,705.14 पर बंद हुआ। यूरोपीय बाजार में अमेरिकी बाजार में मंदी की सम्भावना से गिरावट का रुख देखा गया। ब्रिटेन का एफटीएसई 1.55 फीसदी गिरावट के साथ 5,765.80 पर बंद हुआ। फ्रांस के सीएसी40 में 1.90 फीसदी की गिरावट आई और यह 3,805.09 पर बंद हुआ। जर्मनी का डीएएक्स 1.25 फीसदी गिरावट के साथ 7,069.90 पर बंद हुआ।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कमजोर आर्थिक संकेतों के बीच शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक साप्ताहिक कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
3
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में पाकिस्तान को दूसरे ट्वेंटी-20 मुकाबले में 11 रनों से हराकर दो मैचों की शृंखला बराबर कर ली। भारत द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट टीम निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 181 रन ही बना सकी। मैच में 59 गेंदों पर ताबड़तोड़ 72 रन बनाने एवं एक विकेट झटकने के कारण युवराज सिंह को मैन ऑफ द मैच एवं शृंखला में शानदार बल्लेबाजी के कारण पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज अशोक डिंडा ने तीन विकेट झटके। पाकिस्तान की तरफ से हफीज ने तीन छक्कों एवं छह चौकों की मदद से सर्वाधिक 55 रन (26 गेंद) बनाए। पाकिस्तानी पारी की शुरुआत नासिर जमशेद एवं अहमद शहजाद ने की। जमशेद 32 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए। उनका विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिया। शहजाद 31 रन के निजी योग पर युवराज सिंह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी द्वारा स्टम्प आउट हो गए। शहजाद ने 29 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का जड़ा। उमर अकमल 24 के निजी योग पर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। मैच में 59 गेंदों पर ताबड़तोड़ 72 रन बनाने एवं एक विकेट झटकने के कारण युवराज सिंह को मैन ऑफ द मैच एवं शृंखला में शानदार बल्लेबाजी के कारण पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज अशोक डिंडा ने तीन विकेट झटके। पाकिस्तान की तरफ से हफीज ने तीन छक्कों एवं छह चौकों की मदद से सर्वाधिक 55 रन (26 गेंद) बनाए। पाकिस्तानी पारी की शुरुआत नासिर जमशेद एवं अहमद शहजाद ने की। जमशेद 32 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए। उनका विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिया। शहजाद 31 रन के निजी योग पर युवराज सिंह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी द्वारा स्टम्प आउट हो गए। शहजाद ने 29 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का जड़ा। उमर अकमल 24 के निजी योग पर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। भारत की ओर से सबसे सफल गेंदबाज अशोक डिंडा ने तीन विकेट झटके। पाकिस्तान की तरफ से हफीज ने तीन छक्कों एवं छह चौकों की मदद से सर्वाधिक 55 रन (26 गेंद) बनाए। पाकिस्तानी पारी की शुरुआत नासिर जमशेद एवं अहमद शहजाद ने की। जमशेद 32 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए। उनका विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिया। शहजाद 31 रन के निजी योग पर युवराज सिंह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी द्वारा स्टम्प आउट हो गए। शहजाद ने 29 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का जड़ा। उमर अकमल 24 के निजी योग पर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। पाकिस्तानी पारी की शुरुआत नासिर जमशेद एवं अहमद शहजाद ने की। जमशेद 32 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए। उनका विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिया। शहजाद 31 रन के निजी योग पर युवराज सिंह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी द्वारा स्टम्प आउट हो गए। शहजाद ने 29 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का जड़ा। उमर अकमल 24 के निजी योग पर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। शहजाद 31 रन के निजी योग पर युवराज सिंह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी द्वारा स्टम्प आउट हो गए। शहजाद ने 29 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का जड़ा। उमर अकमल 24 के निजी योग पर डिंडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। इसके बाद उतरे शाहिद अफरीदी पांच गेंदों पर 11 रन ही बना सके। वह भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। हफीज डिंडा की गेंद पर रैना को कैच थमा बैठे। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। कामरान अकमल पांच रन बना सके और डिंडा की गेंद पर कोहली द्वारा कैच आउट हुए। उमर गुल को इशांत शर्मा ने अंजिक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। शोएब मलिक तीन रन पर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। भारत की तरफ से डिंडा ने तीन, भुवनेश्वर कुमार, शर्मा एवं युवराज ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। इससे पहले, युवराज सिंह (72) की तूफानी पारी की बदौलत भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 192 रन बनाए। युवराज ने अपनी 36 गेंदों की पारी में चार चौके और सात छक्के लगाए। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। भारत ने अजिंक्य रहाणे, गौतम गम्भीर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और युवराज के रूप में पांच विकेट गंवाए। गम्भीर ने 21 रन बनाए जबकि रहाणे 28 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे ने 26 गेंदों पर चार चौके लगाए जबकि गम्भीर ने 11 गेंदों पर चार चौके जड़े। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। कोहली ने 22 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 27 रनों का योगदान दिया। रहाणे और गम्भीर ने पहले विकेट के लिए 44 रन जोड़े जबकि युवराज और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 35 रन जोड़े गए।टिप्पणियां इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। इसके बाद युवराज और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने चौथे विकेट के लिए 97 रन जोड़े। धोनी ने अपनी 23 गेंदों की पारी में चार चौकों की मदद से 33 रन बनाए। उमर गुल ने 37 रन देकर चार विकेट लिए। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी। बेंगलुरू में खेले गए पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी।
संक्षिप्त पाठ: भारत ने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में पाकिस्तान को दूसरे ट्वेंटी-20 मुकाबले में 11 रनों से हराकर दो मैचों की शृंखला बराबर कर ली। भारत द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट टीम निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 181 रन ही बना
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: एक ऑटो सवार राहगीर ने नहर के पास सूटकेस पड़ा हुआ देखा था. इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी कि नहर के पास एक लावारिश बैग पड़ा हुआ है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने सूटकेस को खोला. सूटकेस खोला तो उसमें लड़की का शव देखकर उनके होश उड़ गए. सूटकेस में 25 साल की लड़की का शव था, जिसके हाथ पर मोहित नाम का टैटू बना हुआ था. इसके साथ ही उसके चेहरे पर करीब पांच से ज्यादा ब्लेड मारने के निशान देखने को मिले. शव मिलने की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने सूटकेस को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है. पुलिस पूरे इलाके के एक-एक सीसीटीवी फूटेज खंगाल रही है. पुलिस सूटकेस फेंकने वाले का सुराग ढूंढ़ने की पूरी कोशिश कर रही है.   वहीं, दूसरी ओर दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में पुलिस ने करीब 2 किलोमीटर तक पीछा करके एक शातिर झपटमार को गिरफ्तार किया है. पीछा करते हुए कई जगहों पर पुलिस और झपटमार की भागमभाग सीसीटीवी में कैद हो गई,  आरोपी का नाम राहुल उर्फ विकास है, जो 6 जनवरी की रात पहाड़गंज इलाके में एक शख्स से मोबाइल छीनकर बाइक से भाग रहा था, तभी वहां मौजूद 3 पुलिसकर्मियों की नजर उस पर पड़ी. पुलिस को देखकर विकास बाइक छोड़कर भरे बाजार में दौड़ने लगा, लेकिन पुलिस ने भी उसका पीछा नहीं छोड़ा. आखिरकार 2 किलोमीटर की भागमभाग के बाद विकास पकड़ा गया, उसके कब्जे से चोरी के 9 मोबाइल बरामद हुए.
सारांश: नहर किनारे मिला 25 साल की लड़की का शव पुलिस ने शुरू की जांच सूटकेस में बंद था लड़की का शव
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: दक्षिण अफ्रीका और पड़ोसी मोजाम्बिक में बाढ़ आने से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका के कोऑपरेटिव गवर्नेस मंत्री सिसीलो शिसीको ने मंगलवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका के नौ प्रांतों में से सात प्रांतों के विभिन्न समुदायों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है जबकि 6,000 से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा है। मरने वाले में एक दमकलकर्मी भी है, बाढ़ग्रस्त नदी में गुमशुदा लोगों को तलाशने के दौरान डूब जाने से उसकी मौत हुई। स्थानीय प्रसारण सेवा 'ई-न्यूज' के मुताबिक सात लोग अब भी लापता है। मौसम विज्ञानियों ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है, जिसकी वजह से पहले ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही नदी में जलस्तर और खतरनाक होने की आशंका है। दक्षिण अफ्रीका की सेना के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है। मोजाम्बिक में बाढ़ में 13 लोग मारे गए हैं जबकि 13,000 बेघर हो गए हैं। अधिकारियों को डर है कि बारिश जारी रहने से हजारों लोग प्रभावित हो सकते हैं। दक्षिण और मध्य के कुछ इलाकों में खाद्य आपूर्ति प्रभावित हो गई है तो बाढ़ से कई सड़कें अवरुद्ध हो जाने से हजारों लोग अलग-थलग पड़ गए हैं। 11 साल पहले आई बाढ़ में मोजाम्बिक के 700 लोग मारे गए थे। मोजाम्बिक के अधिकारियों ने सोमवार को लिम्पोपो रिवर बेसिन के नजदीक रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी कर उनसे भारी बारिश सम्भावना के चलते बाढ़ की आशंका को देखते हुए घर खाली करने के लिए कहा था।
संक्षिप्त सारांश: द. अफ्रीका के सात प्रांतों के विभिन्न समुदायों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है जबकि 6,000 से ज्यादा लोगों को घर छोड़कर भागना पड़ा है।
0
['hin']
एक सारांश बनाओ: सेना के साथ हाल ही में हुए विवाद के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि असैन्य एवं सैन्य इकाइयों के बीच में तनाव से देश के आंतरिक सुरक्षा हालात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना तय है।टिप्पणियां आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में मोदी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौजूदा केंद्र सरकार आम आदमी में हमारी रक्षा तैयारियों को लेकर विश्वास का संचार करने में विफल रही।’’ उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को अलग-थलग करके नहीं देखा जा सकता है, क्योंकि यह बाह्य सुरक्षा हालात से जुडी हुई और घुसपैठ रोकने, उग्रवाद को रोकने में सशस्त्र बल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो देश की आंतरिक सुरक्षा से सीधे तौर पर जुडा है। मोदी ने कहा कि इसी परिप्रेक्ष्य में संसाधन की बाधाओं, अधिकारियों और जवानों में नैतिक मनोबल की कमी और असैन्य एवं सैन्य इकाइयों के बीच तनाव के फलस्वरूप हमारी रक्षा क्षमताओं में किसी तरह की खामी से निश्चित तौर पर देश की आंतरिक सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अविश्वास एवं संदेह के इस माहौल को खत्म करने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए, जो हाल ही में हुए विवादों के कारण पैदा हुआ है। सुरक्षा से जुडे महत्वपूर्ण मसलों पर राज्य सरकारों से सलाह मशविरा नहीं करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि आरपीएफ कानून, बीएसएफ कानून में संशोधन कर केंद्र सरकार राज्य के भीतर राज्य का गठन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो सहित केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिकरण बढ़ रहा है और उनका इस्तेमाल केंद्र में सत्ताधारी दल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने में हो रहा है। आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में मोदी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौजूदा केंद्र सरकार आम आदमी में हमारी रक्षा तैयारियों को लेकर विश्वास का संचार करने में विफल रही।’’ उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को अलग-थलग करके नहीं देखा जा सकता है, क्योंकि यह बाह्य सुरक्षा हालात से जुडी हुई और घुसपैठ रोकने, उग्रवाद को रोकने में सशस्त्र बल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो देश की आंतरिक सुरक्षा से सीधे तौर पर जुडा है। मोदी ने कहा कि इसी परिप्रेक्ष्य में संसाधन की बाधाओं, अधिकारियों और जवानों में नैतिक मनोबल की कमी और असैन्य एवं सैन्य इकाइयों के बीच तनाव के फलस्वरूप हमारी रक्षा क्षमताओं में किसी तरह की खामी से निश्चित तौर पर देश की आंतरिक सुरक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अविश्वास एवं संदेह के इस माहौल को खत्म करने के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए, जो हाल ही में हुए विवादों के कारण पैदा हुआ है। सुरक्षा से जुडे महत्वपूर्ण मसलों पर राज्य सरकारों से सलाह मशविरा नहीं करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि आरपीएफ कानून, बीएसएफ कानून में संशोधन कर केंद्र सरकार राज्य के भीतर राज्य का गठन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो सहित केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिकरण बढ़ रहा है और उनका इस्तेमाल केंद्र में सत्ताधारी दल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने में हो रहा है। सुरक्षा से जुडे महत्वपूर्ण मसलों पर राज्य सरकारों से सलाह मशविरा नहीं करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि आरपीएफ कानून, बीएसएफ कानून में संशोधन कर केंद्र सरकार राज्य के भीतर राज्य का गठन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो सहित केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिकरण बढ़ रहा है और उनका इस्तेमाल केंद्र में सत्ताधारी दल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने में हो रहा है।
संक्षिप्त सारांश: सेना के साथ हाल ही में हुए विवाद के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि असैन्य एवं सैन्य इकाइयों के बीच में तनाव से देश के आंतरिक सुरक्षा हालात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना तय है।
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिका सरकार की साख का दर्जा घटाने से विश्व भर के बाजारों में फैली गंभीर आशंकाओं के बीच यह काम करने वाली क्रेडिट रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एसएंडपी) ने कहा है कि भारत, मलेशिया और जापान सहित कई अन्य देशों की साख का स्तर भी नीचे किया जा सकता है। एजेंसी का कहना है कि ये देश 2008 की महामंदी के प्रभावों से अभी तक पूरी तरह नहीं उबर सके हैं। एशिया प्रशांत क्षेत्र की सरकारों पर अपनी ताजा रपट में एसएंडपी ने कहा है कि इस क्षेत्र के देशों की साख कम होने का कुप्रभाव इस बार पहले से कहीं ज्यादा होगा। रपट में कहा गया है, एशिया प्रशांत में सरकारों की रिण संबंधी साख पर प्रभाव पहले की तुलना में अधिक होगा और इस सिलसिले में तमाम नकारात्मक कदम उठ सकते हैं। रपट में कहा गया है कि जापान, भारत, मलेशिया, ताइवान और न्यूजीलैंड की सरकारों की वित्तीय हालत पतली हुई है। इन देशों की वित्तीय दशा को 2008 के संकट के पहले की स्थिति की तुलना में खराब बताया गया है। एसएंडपी का यह भी कहना है कि इन देशों की सरकारों को अपनी अर्थव्यवस्थाओं और बैंकों आदि को संभालने के लिए एक बार फिर सार्वजनिक संसाधनों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। रपट के अनुसार, यदि आर्थिक वृद्धि की रफ्तार एक बार फिर गिरना शुरू हो गयी तो इसका और गहरा तथा लंबा प्रभाव पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के समय भारत सहित तमाम देशों को अपनी अर्थव्यवस्था की गति संभालने के लिए कई प्रोत्साहन पैकेज जारी करने पड़े थे। इन प्रोत्साहनों के तहत सरकारी व्यय में वृद्धि की गयी, ब्याज सस्ता किया गया और कर की दरें कम की गयीं। उस दौरान भारत ने तीन बार में कुल 1.86 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन दिए जिससे अर्थव्यवस्था को काफी समर्थन मिला। इसी का नतीजा था कि 2009-10 में अर्थव्यवस्था संभल कर फिर 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकी। वैश्विक वित्तीय संकट के पहले भारत ने लगातार तीन साल तक नौ या नौ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हासिल की थी। एसएंडपी द्वारा अमेरिका की साख सर्वोत्तम एएए से घटा कर एए प्लस कर दिए जाने से विश्व के वित्तीय और पूंजी बाजार में उथल पुथल होने की आशंका व्याप्त है।
संक्षिप्त पाठ: एसएंडपी ने कहा है कि भारत, मलेशिया और जापान सहित कई अन्य देशों की साख का स्तर भी नीचे किया जा सकता है।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: रांची शहर के खेलगांव थाना क्षेत्र में रहने वाले आर्मी के एक जवान ने घरेलू विवाद में चाकू मारकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी. मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को सुबह में जवान देशपाल अठावले ने अपनी पत्नी मनीषा अठावले की बड़ी बेरहमी से चाकू से मारकर हत्या कर दी. घटना की जानकारी दोपहर में मिली. बताया जा रहा है कि आरोपी जवान महाराष्ट्र के अमरावती जिले का रहने वाला है. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया है. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. पुलिस आरोपी जवान की गिरफ्तारी की कोशिश में है. अठावले दंपती के दो छोटे बच्चे हैं. घटना के बाद दोनों बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है. जानकारी के अनुसार, घरेलू विवाद के चलते हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. हालांकि हत्या के पीछे मुख्य कारण क्या था, आरोपी जवान की गिरफ्तारी के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा. अपनी पत्नी को चाकू मारने के बाद आरोपी जवान देशपाल अठावले फरार हो गया. घटना के बाद आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी.  पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की. पुलिस का कहना है कि महिला के परिजन महाराष्ट्र से आ रहे हैं, जिसके बाद ही पूरी जानकारी मिल पाएगी. उसके दोनों बच्चे काफी छोटे हैं, इसलिए उनसे कुछ ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. पुलिस आरोपी जवान की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.
महाराष्ट्र के अमरावती जिले का रहने वाला है देशपाल हत्या करने के बाद फरार हो गया आरोपी जवान हत्या का कारण पता नहीं चल सका, विवाद की आशंका
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