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इस पाठ का सारांश बनाएं: योग गुरू रामदेव को आयकर चुकाने से मिली छूट खत्म हो गई है। उनके ट्रस्टों को 58 करोड़ रुपए चुकाने का नोटिस थमाया गया है। आयुर्वेदिक दवाएं बेचने से हुई कमाई पर आयकर चुकाने के लिए रामदेव के ट्रस्टों को यह नोटिस जारी किया गया है। हालांकि, इस मामले पर प्रतिक्रिया जानने की कई कोशिशों के बावजूद रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला से संपर्क नहीं हो सका। सूत्रों ने बताया कि आकलन वर्ष 2009-2010 के दौरान हुई 120 करोड़ रुपए की कमाई पर कर चुकाने के लिए हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट, दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट को नोटिस जारी किया गया है। आयकर विभाग ने इन्हें ‘वाणिज्यिक गतिविधियां’ मानकर नोटिस दिए हैं। विदेशों में जमा भारतीय नागरिकों के काले धन को देश में वापस लाने की मुहिम चला रहे रामदेव एक ऐसे संगठन के प्रमुख हैं जो भारत और दूसरे देशों में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और बिक्री का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट संचालित करता है। परमार्थ कार्य करने वाले संगठनों से जुड़े प्रावधानों के तहत पिछले कुछ सालों से उनके ट्रस्टों को आयकर चुकाने से छूट मिली हुई थी। टिप्पणियां विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव की ओर से किए जाने वाले सभी कारोबार की ऑडिटिंग करने वाले आयकर विभाग ने जांच के दौरान पाया कि आयुर्वेदिक दवाओं और इससे जुडी दूसरी पाचन सामग्रियों की बिक्री एक वाणिज्यिक गतिविधि है और इन्हें आयकर चुकाने से छूट नहीं मिलनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के आकलन से रामदेव के ट्रस्टों के खिलाफ विदेश विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोपों की जांच को भी मजबूती मिलेगी। यह जांच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है। हालांकि, इस मामले पर प्रतिक्रिया जानने की कई कोशिशों के बावजूद रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला से संपर्क नहीं हो सका। सूत्रों ने बताया कि आकलन वर्ष 2009-2010 के दौरान हुई 120 करोड़ रुपए की कमाई पर कर चुकाने के लिए हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट, दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट को नोटिस जारी किया गया है। आयकर विभाग ने इन्हें ‘वाणिज्यिक गतिविधियां’ मानकर नोटिस दिए हैं। विदेशों में जमा भारतीय नागरिकों के काले धन को देश में वापस लाने की मुहिम चला रहे रामदेव एक ऐसे संगठन के प्रमुख हैं जो भारत और दूसरे देशों में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और बिक्री का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट संचालित करता है। परमार्थ कार्य करने वाले संगठनों से जुड़े प्रावधानों के तहत पिछले कुछ सालों से उनके ट्रस्टों को आयकर चुकाने से छूट मिली हुई थी। टिप्पणियां विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव की ओर से किए जाने वाले सभी कारोबार की ऑडिटिंग करने वाले आयकर विभाग ने जांच के दौरान पाया कि आयुर्वेदिक दवाओं और इससे जुडी दूसरी पाचन सामग्रियों की बिक्री एक वाणिज्यिक गतिविधि है और इन्हें आयकर चुकाने से छूट नहीं मिलनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के आकलन से रामदेव के ट्रस्टों के खिलाफ विदेश विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोपों की जांच को भी मजबूती मिलेगी। यह जांच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है। सूत्रों ने बताया कि आकलन वर्ष 2009-2010 के दौरान हुई 120 करोड़ रुपए की कमाई पर कर चुकाने के लिए हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट, दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट और भारत स्वाभिमान ट्रस्ट को नोटिस जारी किया गया है। आयकर विभाग ने इन्हें ‘वाणिज्यिक गतिविधियां’ मानकर नोटिस दिए हैं। विदेशों में जमा भारतीय नागरिकों के काले धन को देश में वापस लाने की मुहिम चला रहे रामदेव एक ऐसे संगठन के प्रमुख हैं जो भारत और दूसरे देशों में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और बिक्री का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट संचालित करता है। परमार्थ कार्य करने वाले संगठनों से जुड़े प्रावधानों के तहत पिछले कुछ सालों से उनके ट्रस्टों को आयकर चुकाने से छूट मिली हुई थी। टिप्पणियां विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव की ओर से किए जाने वाले सभी कारोबार की ऑडिटिंग करने वाले आयकर विभाग ने जांच के दौरान पाया कि आयुर्वेदिक दवाओं और इससे जुडी दूसरी पाचन सामग्रियों की बिक्री एक वाणिज्यिक गतिविधि है और इन्हें आयकर चुकाने से छूट नहीं मिलनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के आकलन से रामदेव के ट्रस्टों के खिलाफ विदेश विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोपों की जांच को भी मजबूती मिलेगी। यह जांच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है। विदेशों में जमा भारतीय नागरिकों के काले धन को देश में वापस लाने की मुहिम चला रहे रामदेव एक ऐसे संगठन के प्रमुख हैं जो भारत और दूसरे देशों में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और बिक्री का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट संचालित करता है। परमार्थ कार्य करने वाले संगठनों से जुड़े प्रावधानों के तहत पिछले कुछ सालों से उनके ट्रस्टों को आयकर चुकाने से छूट मिली हुई थी। टिप्पणियां विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव की ओर से किए जाने वाले सभी कारोबार की ऑडिटिंग करने वाले आयकर विभाग ने जांच के दौरान पाया कि आयुर्वेदिक दवाओं और इससे जुडी दूसरी पाचन सामग्रियों की बिक्री एक वाणिज्यिक गतिविधि है और इन्हें आयकर चुकाने से छूट नहीं मिलनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के आकलन से रामदेव के ट्रस्टों के खिलाफ विदेश विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोपों की जांच को भी मजबूती मिलेगी। यह जांच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव की ओर से किए जाने वाले सभी कारोबार की ऑडिटिंग करने वाले आयकर विभाग ने जांच के दौरान पाया कि आयुर्वेदिक दवाओं और इससे जुडी दूसरी पाचन सामग्रियों की बिक्री एक वाणिज्यिक गतिविधि है और इन्हें आयकर चुकाने से छूट नहीं मिलनी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग के आकलन से रामदेव के ट्रस्टों के खिलाफ विदेश विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोपों की जांच को भी मजबूती मिलेगी। यह जांच प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है। विभागीय सूत्रों ने कहा कि रामदेव के ट्रस्टों की दूसरी नियमित ऑडिट और स्रोत पर हुई कर में कटौती को जमा करने का काम भी जारी है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने रामदेव के ट्रस्टों की ओर से किए गए प्रेषण में विदेश विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सात करोड़ रुपए के कथित उल्लंघन का भी पता लगाया है और इससे जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रहा है।
यहाँ एक सारांश है:आयुर्वेदिक दवाएं बेचने से हुई कमाई पर आयकर चुकाने के लिए रामदेव के ट्रस्टों को यह नोटिस जारी किया गया है।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कंपनियों से कहा है कि सरकार ने बजट में उत्पाद शुल्क में वृद्धि नहीं की है,ऐसे में उनसे उम्मीद की जाती है कि वे अपना निवेश बढ़ाएं। उन्होंने भारतीय कॉरपोरेट जगत से सरकार के आर्थिक वृद्धि और सुधार एजेंडा में भी सहयोग मांगते हुए कहा कि उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए समर्थन की जरूरत है। उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आयोजित बजट बाद के सम्मेलन में मुखर्जी ने कहा, मुझे आपकी उम्मीदें पूरी करनी हैं जिससे आप उंची उत्पादकता और वृद्धि हासिल कर सकें, उसी तरह आपको भी मेरे हाथ मजबूत करने की प्रक्रिया के तहत मेरी उम्मीदें पूरी करनी हैं।मुखर्जी ने कहा कि सुधार एक झटके में नहीं किए जा सकते, यह सतत प्रक्रिया है। मैं तब कुछ अधिक कर सकूंगा, जब मेरे पास इसके लिए जगह होगी। आपको भी मेरे लिए वह जगह बनानी होगी। बजट प्रस्तावों की चर्चा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क को नवंबर, 2008 के स्तर पर ले जाने का विकल्प था, पर मैंने दो कारणों से ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि कारोबारी मार्जिन में इजाफे को निवेश में बदला जाए तथा साथ ही मैं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी)के लिए भी रास्ता बनाना चाहता हूं।
यहाँ एक सारांश है:प्रणब मुखर्जी ने कंपनियों से कहा है कि सरकार ने बजट में उत्पाद शुल्क में वृद्धि नहीं की है,ऐसे में उनसे उम्मीद की जाती है कि वे अपना निवेश बढ़ाएं।
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए ऐलान किया है कि वे 500 के पुराने नोटों से सरकारी दुकानों से बीज खरीद सकते हैं. दरअसल नोटबंदी के कारण किसान बीज और खाद आदि नहीं खरीद पा रहे हैं, जिसके कारण उन्हें बुआई में दिक्कतें आ रही हैं. इससे पहले भी सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कुछ घोषणाएं की थीं. जैसे जिन किसानों को क्रॉप लोन मिला है, उन्हें अपने खातों से हर हफ्ते 25 हजार रुपये प्रति हफ्ता निकालने की सहूलियत दी, ताकि वे बीज और खाद आदि खरीद सकें. टिप्पणियां सरकार ने किसानों की मुश्किलें कम करने के लिए फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी थी. इसके साथ ही जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है वो उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकालने की सुविधा दी. गौरतलब है कि रबी की बुआई के लिए खेत तैयार हैं और किसान बीज और खाद का इंतज़ार कर रहे हैं. पुराने नोट बंद होने की वजह से किसान लाचार हो गया है. उसके पास नए नोट नहीं हैं, लिहाजा वह खाद और बीज नहीं ला पा रहा, जिससे खेत खाली पड़े हैं. इससे पहले भी सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कुछ घोषणाएं की थीं. जैसे जिन किसानों को क्रॉप लोन मिला है, उन्हें अपने खातों से हर हफ्ते 25 हजार रुपये प्रति हफ्ता निकालने की सहूलियत दी, ताकि वे बीज और खाद आदि खरीद सकें. टिप्पणियां सरकार ने किसानों की मुश्किलें कम करने के लिए फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी थी. इसके साथ ही जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है वो उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकालने की सुविधा दी. गौरतलब है कि रबी की बुआई के लिए खेत तैयार हैं और किसान बीज और खाद का इंतज़ार कर रहे हैं. पुराने नोट बंद होने की वजह से किसान लाचार हो गया है. उसके पास नए नोट नहीं हैं, लिहाजा वह खाद और बीज नहीं ला पा रहा, जिससे खेत खाली पड़े हैं. सरकार ने किसानों की मुश्किलें कम करने के लिए फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी थी. इसके साथ ही जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है वो उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकालने की सुविधा दी. गौरतलब है कि रबी की बुआई के लिए खेत तैयार हैं और किसान बीज और खाद का इंतज़ार कर रहे हैं. पुराने नोट बंद होने की वजह से किसान लाचार हो गया है. उसके पास नए नोट नहीं हैं, लिहाजा वह खाद और बीज नहीं ला पा रहा, जिससे खेत खाली पड़े हैं. गौरतलब है कि रबी की बुआई के लिए खेत तैयार हैं और किसान बीज और खाद का इंतज़ार कर रहे हैं. पुराने नोट बंद होने की वजह से किसान लाचार हो गया है. उसके पास नए नोट नहीं हैं, लिहाजा वह खाद और बीज नहीं ला पा रहा, जिससे खेत खाली पड़े हैं.
यहाँ एक सारांश है:पुराने नोट से सरकारी दुकानों से खरीद सकेंगे बीज बुआई में किसानों को आ रही थी दिक्कत इससे पहले भी किसानों के लिए कई अहम घोषणाएं
15
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच कोलकाता में शुक्रवार से होने वाले दूसरे टेस्‍ट मैच के ठीक पहले न्‍यूजीलैंड टीम को बड़ा झटका लगा है. बीमारी के कारण कीवी कप्‍तान केन विलियम्‍सन को एकादश से बाहर होना पड़ा है. उनके स्‍थान पर अनुभवी बल्‍लेबाज रॉस टेलर टीम की कप्‍तानी करेंगे.विलियम्‍सन के स्‍थान पर हेनरी निकोल्‍स को प्‍लेइंग इलेवन में स्‍थान दिया गया है.टिप्पणियां विलियम्‍सन के इस तरह से बाहर होने के कारण कीवी टीम की परेशानियां और बढ़ गई हैं. केन दूसरे नंबर के टेस्ट बल्लेबाज हैं और स्पिन गेंदबाजी को बेहतर तरीके से खेलते हैं.मौजूदा कीवी टीम में वे बल्‍लेबाजी का आधार स्‍तंभ हैं. कानपुर में हुए सीरीज के पहले टेस्ट में उन्‍होंने 75 और 25 रन बनाए थे. भारत का दौरा कर रही टीम के तीन खिलाड़ी टिम साउदी, जेम्स नीशाम और मार्क क्रेग चोटिल हैं. केन विलियम्‍सन के दूसरे टेस्‍ट में उपलब्‍ध नहीं होने के कारण मेहमान टीम की परेशानी और बढ़ गई है. गौरतलब है कि तीन टेस्‍ट मैचों की सीरीज में न्‍यूजीलैंड अभी 0-1 से पीछे है कानपुर में हुए पहला टेस्‍ट टीम इंडिया ने 197 रन से जीता था. विलियम्‍सन के इस तरह से बाहर होने के कारण कीवी टीम की परेशानियां और बढ़ गई हैं. केन दूसरे नंबर के टेस्ट बल्लेबाज हैं और स्पिन गेंदबाजी को बेहतर तरीके से खेलते हैं.मौजूदा कीवी टीम में वे बल्‍लेबाजी का आधार स्‍तंभ हैं. कानपुर में हुए सीरीज के पहले टेस्ट में उन्‍होंने 75 और 25 रन बनाए थे. भारत का दौरा कर रही टीम के तीन खिलाड़ी टिम साउदी, जेम्स नीशाम और मार्क क्रेग चोटिल हैं. केन विलियम्‍सन के दूसरे टेस्‍ट में उपलब्‍ध नहीं होने के कारण मेहमान टीम की परेशानी और बढ़ गई है. गौरतलब है कि तीन टेस्‍ट मैचों की सीरीज में न्‍यूजीलैंड अभी 0-1 से पीछे है कानपुर में हुए पहला टेस्‍ट टीम इंडिया ने 197 रन से जीता था. भारत का दौरा कर रही टीम के तीन खिलाड़ी टिम साउदी, जेम्स नीशाम और मार्क क्रेग चोटिल हैं. केन विलियम्‍सन के दूसरे टेस्‍ट में उपलब्‍ध नहीं होने के कारण मेहमान टीम की परेशानी और बढ़ गई है. गौरतलब है कि तीन टेस्‍ट मैचों की सीरीज में न्‍यूजीलैंड अभी 0-1 से पीछे है कानपुर में हुए पहला टेस्‍ट टीम इंडिया ने 197 रन से जीता था.
सारांश: टेस्‍ट में रॉस टेलर करेंगे न्‍यूजीलैंड टीम की कप्‍तानी कीवी टीम के प्रमुख बल्‍लेबाज और कप्‍तान हैं विलियम्‍सन तीन टेस्‍ट की सीरीज में 0-1 से पीछे है न्‍यूजीलैंड
5
['hin']
एक सारांश बनाओ: सरकार के शांति प्रयासों की तरफ कदम बढ़ाते हुए उल्फा के शीर्ष नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की और उन्हें अपना मांगपत्र सौंपा, जिससे कि असम की तीन दशक पुराने उग्रवाद की समस्या का अंतिम समाधान निकल सके। 40 मिनट तक चली इस बैठक में असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई भी शामिल थे। उल्फा अध्यक्ष अरविन्द राजखोवा के नेतृत्व वाली सात सदस्यीय टीम ने अपनी मांगें सौंपी जिनकी विषय वस्तु की तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि सूत्रों कहा कि उल्फा संप्रभु राज्य की अपनी मांग पहले ही छोड़ चुका है और उसके द्वारा अधिक स्वायत्तता असम को विशेष दर्जा दिए जाने और संविधान के तहत लोगों के लिए अन्य सुरक्षा उपायों पर जोर दिए जाने की संभावना है। गोगोई ने आज की बैठक को असम में शांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया और कहा कि राज्य और केंद्र दोनों सरकारें समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के प्रति गंभीर हैं। उन्होंने कहा, जरूरत की स्थिति में हमें कानून में बदलाव करना पड़ सकता है लेकिन हम संविधान के तहत शांतिपूर्ण समाधान निकालेंगे। सूत्रों ने बताया कि बैठक से शांति प्रक्रिया को नई गति मिलेगी क्योंकि मांगपत्र उल्फा के साथ वार्ता का आधार होगा। उल्फा के 32 साल के इतिहास में सरकार के साथ यह उसकी पहली औपचारिक शांति वार्ता है। अब तक उल्फा और केंद्र के वार्ताकार पीसी हल्दर के बीच गुवाहाटी में सिर्फ प्रारंभिक बातचीत ही होती रही है।
सारांश: सरकार के शांति प्रयासों की तरफ कदम बढ़ाते हुए उल्फा के शीर्ष नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी जेमी ड्वायर की अगुवाई वाली जेपी पंजाब वारियर्स ने आखिरी क्वार्टर में तीन गोल करके शानदार वापसी की तथा मुंबई मैजीशियन को 4-2 से हराकर हॉकी इंडिया लीग में अपनी पहली जीत दर्ज की।टिप्पणियां मुंबई की यह लगातार तीसरी हार है और वह तालिका में सबसे निचले स्थान पर बना हुआ है। महिंद्रा हॉकी स्टेडियम में खेले गए मैच में मुंबई ने शुरू में हमला किया लेकिन सुनील के जवाबी हमले से पंजाब वारियर्स ने दूसरे मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर हासिल कर दिया। इस पर गोल नहीं हो पाया लेकिन पंजाब को लांग कार्नर मिला जिस पर धर्मवीर सिंह ने गोल करके टीम को बढ़त दिलाई। पंजाब की खुशी हालांकि ज्यादा समय तक नहीं रही और इसके तीन मिनट बाद सतबीर ने रिबाउंड पर मुंबई मैजीशियन के लिये बराबरी का गोल दाग दिया। पहले क्वार्टर का खेल समाप्त होने के बाद भी स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही रोशनी कम हो गई जिसके कारण एक घंटे से अधिक समय तक खेल रुका रहा। इसके बाद खेल थोड़ा धीमी गति से शुरू हुआ लेकिन मुंबई 32वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल करने में सफल रहा। अनुभवी संदीप सिंह का जमीन से चिपकता हुआ ड्रैग फ्लिक गोलकीपर से लगकर गोल के अंदर चला गया। इस गोल से मुंबई मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा। तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। पंजाब पर जब दबाव बढ़ रहा था तब उसके स्टार जेमी ड्वायर ने 56वें मिनट में अकेले दम पर गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर किया। इसके चार मिनट बाद सरवनजीत ने ऊंची गेंद को डिफलेक्ट करके गोल किया लेकिन रेफरी ने उसे गोल नहीं दिया। पंजाब के खिलाड़ियों के विरोध के बाद उन्होंने गोल का इशारा हुआ। पंजाब के लिए चौथा गोल अंतिम हूटर बजने से कुछ सेकंड पहले धर्मवीर ने किया। मुंबई की यह लगातार तीसरी हार है और वह तालिका में सबसे निचले स्थान पर बना हुआ है। महिंद्रा हॉकी स्टेडियम में खेले गए मैच में मुंबई ने शुरू में हमला किया लेकिन सुनील के जवाबी हमले से पंजाब वारियर्स ने दूसरे मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर हासिल कर दिया। इस पर गोल नहीं हो पाया लेकिन पंजाब को लांग कार्नर मिला जिस पर धर्मवीर सिंह ने गोल करके टीम को बढ़त दिलाई। पंजाब की खुशी हालांकि ज्यादा समय तक नहीं रही और इसके तीन मिनट बाद सतबीर ने रिबाउंड पर मुंबई मैजीशियन के लिये बराबरी का गोल दाग दिया। पहले क्वार्टर का खेल समाप्त होने के बाद भी स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही रोशनी कम हो गई जिसके कारण एक घंटे से अधिक समय तक खेल रुका रहा। इसके बाद खेल थोड़ा धीमी गति से शुरू हुआ लेकिन मुंबई 32वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल करने में सफल रहा। अनुभवी संदीप सिंह का जमीन से चिपकता हुआ ड्रैग फ्लिक गोलकीपर से लगकर गोल के अंदर चला गया। इस गोल से मुंबई मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा। तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। पंजाब पर जब दबाव बढ़ रहा था तब उसके स्टार जेमी ड्वायर ने 56वें मिनट में अकेले दम पर गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर किया। इसके चार मिनट बाद सरवनजीत ने ऊंची गेंद को डिफलेक्ट करके गोल किया लेकिन रेफरी ने उसे गोल नहीं दिया। पंजाब के खिलाड़ियों के विरोध के बाद उन्होंने गोल का इशारा हुआ। पंजाब के लिए चौथा गोल अंतिम हूटर बजने से कुछ सेकंड पहले धर्मवीर ने किया। पहले क्वार्टर का खेल समाप्त होने के बाद भी स्कोर 1-1 से बराबर हो गया। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही रोशनी कम हो गई जिसके कारण एक घंटे से अधिक समय तक खेल रुका रहा। इसके बाद खेल थोड़ा धीमी गति से शुरू हुआ लेकिन मुंबई 32वें मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल करने में सफल रहा। अनुभवी संदीप सिंह का जमीन से चिपकता हुआ ड्रैग फ्लिक गोलकीपर से लगकर गोल के अंदर चला गया। इस गोल से मुंबई मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा। तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। पंजाब पर जब दबाव बढ़ रहा था तब उसके स्टार जेमी ड्वायर ने 56वें मिनट में अकेले दम पर गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर किया। इसके चार मिनट बाद सरवनजीत ने ऊंची गेंद को डिफलेक्ट करके गोल किया लेकिन रेफरी ने उसे गोल नहीं दिया। पंजाब के खिलाड़ियों के विरोध के बाद उन्होंने गोल का इशारा हुआ। पंजाब के लिए चौथा गोल अंतिम हूटर बजने से कुछ सेकंड पहले धर्मवीर ने किया।
यह एक सारांश है: ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी जेमी ड्वायर की अगुवाई वाली जेपी पंजाब वारियर्स ने आखिरी क्वार्टर में तीन गोल करके शानदार वापसी की तथा मुंबई मैजीशियन को 4-2 से हराकर हॉकी इंडिया लीग में अपनी पहली जीत दर्ज की।
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का कहना है कि राज्य के एक ट्रैफिक कांस्टेबल की पिटाई करने वाले सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि राज्य के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री ताज मोउनुद्दीन की गाड़ी श्रीनगर के लाल चौक के पास रेडलाइट क्रॉस कर रही थी, तभी इस ट्रैफिक कांस्टेबल ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर मंत्री ने उसे अपनी धौंस भी दिखाई और उनके एस्कॉर्ट ने कांस्टेबल की पिटाई कर दी। कांस्टेबल मोहनलाल फिलहाल अस्पताल में है जबकि मंत्री के सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि राज्य के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री ताज मोउनुद्दीन की गाड़ी श्रीनगर के लाल चौक के पास रेडलाइट क्रॉस कर रही थी, तभी इस ट्रैफिक कांस्टेबल ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर मंत्री ने उसे अपनी धौंस भी दिखाई और उनके एस्कॉर्ट ने कांस्टेबल की पिटाई कर दी। कांस्टेबल मोहनलाल फिलहाल अस्पताल में है जबकि मंत्री के सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामला श्रीनगर के लाल चौक का है, जहां एक ट्रैफिक पुलिसवाले की दो सुरक्षा गार्डों ने सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी, क्योंकि उसने उन्हें लाल बत्ती तोड़ने पर रोका था।
26
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सीबीआई (CBI) ने उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई दुर्घटना मामले को लेकर आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सीबीआई (CBI) को यह मामला मंगलवार को ही सौंपा गया था. रविवार को हुई इस दुर्घटना को लेकर विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करते हुए उससे अपने विधायक को संरक्षण न देने की मांग की थी. वहीं, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने एक बयान जारी कर कहा कि हमनें रायबरेली में हुई दुर्घटना की जांच सीबीआई (CBI) को सौंप दिया है. सोमवार देर रात प्रदेश सरकार ने रायबरेली में हुए इस हादसे की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की सिफारिश की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने का मुद्दा लोकसभा में भी उठाया था. इस घटना को लेकर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा और द्रमुक ने सदन से वाकआउट किया था. तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने तो दो बार वॉकआउट किया. इस मुद्दे पर 30 से ज्यादा सदस्यों ने सदन में अध्यक्ष के आसन के पास जाकर हमें चाहिए न्याय के नारे लगाये. उनमें अधिकतर कांग्रेस के सांसद थे. कांग्रेस, सपा, बसपा ने इस विषय पर संसद के बाहर भी भाजपा को घेरने की कोशिश की और आरोप लगाया कि भाजपा अपने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को संरक्षण दे रही है.  गौरतलब है कि इस मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट किया था. उन्होंने मामले को लेकर दो ट्वीट किया है. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में सवाल किया कि आखिर हम कुलदीप सेंगर (Kuldeep singh Senger) जैसे लोगों को राजनीतिक शक्ति और संरक्षण क्यों देते हैं? और पीड़ितों को अकेले ही अपने जीवन की लड़ाई लड़ने के लिए छोड़ देते हैं? आखिर ऐसा क्यों? वहीं, प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने अपने दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी से अपील की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भगवान के लिए इस अपराधी और राजनीति में सक्रिय इसके भाई को अपनी पार्टी द्वारा दी जा रही राजनीतिक शक्ति को रोकें. अभी भी देर नहीं हुई है. इससे पहले, प्रियंका ने उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता के साथ हुई सड़क दुर्घटना को चौंकाने वाली घटना करार देते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था और सवाल किया था कि आखिर भाजपा सरकार से न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौंकाने वाला है.' प्रियंका ने सवाल किया था कि इस केस में चल रही सीबीआई जांच कहां तक पहुंची? आरोपी विधायक अभी तक भाजपा में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों?' उन्होंने यह भी पूछा, 'इन सवालों के जवाब बिना, क्या भाजपा सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?' उधर, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि बलात्कार के घृणित अपराध की पीड़ित बेटी के लिए उन्नाव व यूपी न्याय चाहता था, पर न्याय की बजाय क्या हुआ? हत्या का षड्यंत्र? पिता की पुलिस हिरासत में हत्या, अब परिवार खोया और लड़ रही ज़िंदगी की जंग!' उन्होंने सवाल किया, 'आदित्यनाथ जी- मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ़ है, क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा?' बता दें कि गत रविवार को हुए सड़क हादसे में उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई थी. हादसे में पीड़िता की मौसी, चाची और ड्राइवर की मौत हो गई. पीड़ित महिला और उसके वकील को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर मामले का मुख्य आरोपी हैं.
संक्षिप्त पाठ: सीबीआई ने दर्ज किया कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मामला उन्नाव रेप पीड़िता के साध हुई दुर्घटना को लेकर दर्ज हुआ मामला रायबरेली में हुई थी सड़क दुर्घटना
22
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) की जोड़ी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरती है. कभी दोनों की फोटो तो कभी उनका वीडियो धमाल मचाने के लिए काफी रहता है. इतना ही नहीं, कुछ दिनों पहले मलाइका अरोड़ा ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वह अर्जुन कपूर से कैसे शादी करना चाहती हैं. इसके बाद से ही उनके फैंस को दोनों की शादी का इंतजार है. हालांकि, हाल ही में अर्जुन कपूर ने मुंबई मिरर को अपना इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने मलाइका अरोड़ा से शादी को लेकर काफी बातें बताई हैं. इसी बीच उन्होंने कहा कि मैं जल्दी शादी नहीं करना चाहता हूं. अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने इंटरव्यू में मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) से शादी के बारे में बताते हुए कहा, "अगर मैं कभी भी शादी करूंगा तो मैं इस बारे में मीडिया को जरूर बताउंगा. मेरी तरफ से छुपाने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन मैं अभी और जल्दी शादी नहीं करना चाहता हूं." इसके बाद अर्जुन कपूर ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं एडजस्ट होने के लिए जरूर वक्त लेता हूं, लेकिन मैं पहला या आखिरी एक्टर नहीं हूं, जिसकी निजी जिंदगी के बारे में लोग ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं. यह एक तरह से स्टारडम की कीमत चुकाना होता है. अगर किसी को यह सब नहीं पसंद होता तो वह गलत व्यवसाय में है. मैं किसी को भी मेरे बारे में लिखने से नहीं रोक सकता, क्योंकि ऑडियंस मेरे बारे में जानना चाहती है. अगर कोई इस बारे में सम्मानपूर्वक बात करता है तो मुझे इस चीज से कोई परेशानी नहीं है." बता दें कि अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) जल्द ही आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh Gowariker) की फिल्म 'पानीपत' (Panipat) में नजर आने वाले हैं. इस फिल्म में अर्जुन कपूर मराठी योद्धा बने दिखाई देंगे. फिल्म में अर्जुन के साथ कृति सेनन (Kriti Sanon) और संजय दत्त (Sanjay Dutt) भी मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे. जहां कृति सेनन अर्जुन कपूर की पत्नी बनेंगी तो वहीं संजय दत्त 'अहमद शाह अब्दाली' के किरदार में अर्जुन कपूर के दुश्मन बने नजर आएंगे. यह फिल्म इसी महीने 6 तारीख को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. वहीं, मलाइका अरोड़ की बात करें तो एक्ट्रेस अपनी फोटो और वीडियो को लेकर भी खूब चर्चा में रहती हैं.
यह एक सारांश है: अर्जुन कपूर ने मलाइका अरोड़ा से शादी को लेकर खोले राज इंटरव्यू में एक्टर ने बताया कि अभी नहीं करना चाहते हैं शादी जल्द ही 'पानीपत' में नजर आने वाले हैं अर्जुन कपूर
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: तेजस्वी को उम्मीद है कि वे जल्द ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे और इसके बाद उनकी और जिम्मेदारी बढ़ जाएगी. तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के सभी विपक्ष के नेताओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. हालांकि तेजस्वी मानते हैं कि यह काम थोड़ा पहले हो जाना चाहिए था. तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी किस तरह से देश के सारे नेताओं को जोड़ते हैं, यह देखने की बात होगी. वे एक न एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे. तेजस्वी को उम्मीद है कि वे जल्द ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनेंगे और इसके बाद उनकी और जिम्मेदारी बढ़ जाएगी. तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के सभी विपक्ष के नेताओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. हालांकि तेजस्वी मानते हैं कि यह काम थोड़ा पहले हो जाना चाहिए था. तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी किस तरह से देश के सारे नेताओं को जोड़ते हैं, यह देखने की बात होगी. वे एक न एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे.
संक्षिप्त पाठ: राहुल गांधी के चैलेंज के कारण नरेंद्र मोदी गुजरात के प्रचार में जुटे देश के लोगों, खासकर युवाओं का राहुल को समर्थन मिल रहा राहुल को प्रधानमंत्री के एक अच्छे विकल्प के रूप में देखा जा रहा
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रणबीर कपूर की फिल्म 'जग्गा जासूस' 14 जुलाई को रिलीज़ होगी. इसे बनने और रिलीज होने में करीब साढ़े तीन साल का समय लगा जो आजकल के हिसाब से थोड़ा ज्यादा है. कई बार कहा गया कि जग्गा जासूस की शूटिंग पूरी हो चुकी है मगर रणबीर कपूर फिल्म से संतुष्ट नहीं हैं इसलिए फिल्म के काफी दृश्य दोबारा शूट किए जा रहे हैं. कभी खबर आई कि अनुराग बसु खुद संतुष्ट नहीं हैं अपनी फिल्म से इसलिए वे कुछ सीन दोबारा शूट कर रहे हैं. मगर जग्गा जासूस के प्रचार के दौरान अनुराग बसु और रणबीर कपूर ने कहा कि यह सब अटकलें लगाई गई हैं. हमने कोई भी सीन दोबारा शूट नहीं किया है. रणबीर कपूर ने जग्गा जासूस में अभिनय तो किया ही है साथ ही वे इसके निर्माता भी हैं. उन्होंने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि "हमने कोई भी दृश्य दोबारा शूट नहीं किए. हम फिल्म को बेहतर तरीके से कहना चाहते थे. कुछ अलग और अच्छा काम करना चाहते थे इसलिए थोड़ा समय लग गया. हम खुश हैं कि हमने बेहतरीन फिल्म बनाई है और अब मीडिया भी हमारी फिल्म के बारे में अच्छा दिखा रही है.टिप्पणियां वहीं जग्गा जासूस के एक निर्माता और निर्देशक अनुराग बसु ने कहा कि "हम बहुत ज्यादा लेट नहीं हुए हैं. हम इसे 2016 में रिलीज़ करने वाले थे मगर 2017 आ गया. करीब छह महीने ही देरी से आए हैं मगर मालूम नहीं कि फिल्म के कुछ सीन को दोबारा शूट करने की खबर कहां से आई. हमने कुछ भी दोबारा शूट नहीं किया है. यह सब अटकलें लगाई गई हैं मीडिया में." अब जग्गा जासूस तैयार है रिलीज़ के लिए. रणबीर जमकर फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. रणबीर के साथ इस फिल्म में कटरीना कैफ अहम भूमिका निभा रही हैं. कई बार कहा गया कि जग्गा जासूस की शूटिंग पूरी हो चुकी है मगर रणबीर कपूर फिल्म से संतुष्ट नहीं हैं इसलिए फिल्म के काफी दृश्य दोबारा शूट किए जा रहे हैं. कभी खबर आई कि अनुराग बसु खुद संतुष्ट नहीं हैं अपनी फिल्म से इसलिए वे कुछ सीन दोबारा शूट कर रहे हैं. मगर जग्गा जासूस के प्रचार के दौरान अनुराग बसु और रणबीर कपूर ने कहा कि यह सब अटकलें लगाई गई हैं. हमने कोई भी सीन दोबारा शूट नहीं किया है. रणबीर कपूर ने जग्गा जासूस में अभिनय तो किया ही है साथ ही वे इसके निर्माता भी हैं. उन्होंने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि "हमने कोई भी दृश्य दोबारा शूट नहीं किए. हम फिल्म को बेहतर तरीके से कहना चाहते थे. कुछ अलग और अच्छा काम करना चाहते थे इसलिए थोड़ा समय लग गया. हम खुश हैं कि हमने बेहतरीन फिल्म बनाई है और अब मीडिया भी हमारी फिल्म के बारे में अच्छा दिखा रही है.टिप्पणियां वहीं जग्गा जासूस के एक निर्माता और निर्देशक अनुराग बसु ने कहा कि "हम बहुत ज्यादा लेट नहीं हुए हैं. हम इसे 2016 में रिलीज़ करने वाले थे मगर 2017 आ गया. करीब छह महीने ही देरी से आए हैं मगर मालूम नहीं कि फिल्म के कुछ सीन को दोबारा शूट करने की खबर कहां से आई. हमने कुछ भी दोबारा शूट नहीं किया है. यह सब अटकलें लगाई गई हैं मीडिया में." अब जग्गा जासूस तैयार है रिलीज़ के लिए. रणबीर जमकर फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. रणबीर के साथ इस फिल्म में कटरीना कैफ अहम भूमिका निभा रही हैं. रणबीर कपूर ने जग्गा जासूस में अभिनय तो किया ही है साथ ही वे इसके निर्माता भी हैं. उन्होंने एनडीटीवी इंडिया से कहा कि "हमने कोई भी दृश्य दोबारा शूट नहीं किए. हम फिल्म को बेहतर तरीके से कहना चाहते थे. कुछ अलग और अच्छा काम करना चाहते थे इसलिए थोड़ा समय लग गया. हम खुश हैं कि हमने बेहतरीन फिल्म बनाई है और अब मीडिया भी हमारी फिल्म के बारे में अच्छा दिखा रही है.टिप्पणियां वहीं जग्गा जासूस के एक निर्माता और निर्देशक अनुराग बसु ने कहा कि "हम बहुत ज्यादा लेट नहीं हुए हैं. हम इसे 2016 में रिलीज़ करने वाले थे मगर 2017 आ गया. करीब छह महीने ही देरी से आए हैं मगर मालूम नहीं कि फिल्म के कुछ सीन को दोबारा शूट करने की खबर कहां से आई. हमने कुछ भी दोबारा शूट नहीं किया है. यह सब अटकलें लगाई गई हैं मीडिया में." अब जग्गा जासूस तैयार है रिलीज़ के लिए. रणबीर जमकर फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. रणबीर के साथ इस फिल्म में कटरीना कैफ अहम भूमिका निभा रही हैं. वहीं जग्गा जासूस के एक निर्माता और निर्देशक अनुराग बसु ने कहा कि "हम बहुत ज्यादा लेट नहीं हुए हैं. हम इसे 2016 में रिलीज़ करने वाले थे मगर 2017 आ गया. करीब छह महीने ही देरी से आए हैं मगर मालूम नहीं कि फिल्म के कुछ सीन को दोबारा शूट करने की खबर कहां से आई. हमने कुछ भी दोबारा शूट नहीं किया है. यह सब अटकलें लगाई गई हैं मीडिया में." अब जग्गा जासूस तैयार है रिलीज़ के लिए. रणबीर जमकर फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. रणबीर के साथ इस फिल्म में कटरीना कैफ अहम भूमिका निभा रही हैं. अब जग्गा जासूस तैयार है रिलीज़ के लिए. रणबीर जमकर फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. रणबीर के साथ इस फिल्म में कटरीना कैफ अहम भूमिका निभा रही हैं.
संक्षिप्त पाठ: अनुराग बसु और रणबीर कपूर ने कहा कि सिर्फ अटकलें लगाई गईं रणबीर कपूर जग्गा जासूस के निर्माता भी हैं 2016 में रिलीज़ होनी थी फिल्म लेकिन 2017 में हो पा रही है
22
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नोटबंदी पर पश्चिम बंगाल सरकार और कांग्रेस की नाराज़गी गुरुवार को आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को झेलनी पड़ी. कोलकता में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटेल का हवाई अड्डे पर भारी विरोध किया और उनके साथ धक्का-मुक्की भी की. कांग्रेसियों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए. सुरक्षा अधिकारियों ने गवर्नर को भीड़ से बचाते हुए सुरक्षित विमान तक पहुंचाया. दरअसल, उर्जित पटेल गुरुवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की. उन्होंने पटेल के साथ राज्य सरकार के सचिवालय भवन में मुलाकात की. ममता बनर्जी ने नोटबंदी से आम लोगों को होने वाली परेशानी तथा इसको लेकर राज्यों के बीच राजनीतिक भेदभाव को लेकर अपनी चिंताएं बताईं.टिप्पणियां ममता ने पटेल के समक्ष नोटबंदी पर अपनी नाराजगी जाहिर की और उन्हें बताया कि नोटबंदी के कारण उनके राज्य में 97 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा कालेधन को निकलवाने और आतंकवाद पर लगाम लगाने की कोशिश में नोटबंदी को एक क्रूर दुस्साहस बताया. उन्होंने आरबीआई प्रमुख से कहा कि उन्हें आरबीआई को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल होने से बचाना चाहिए. उधर, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ आरबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया. बता दें कि नोटबंदी के बाद से ममता बनर्जी केंद्र सरकार का लगातार विरोध कर रही हैं. इसको लेकर वे कई प्रदेशों में सभाएं भी कर चुकी हैं. दरअसल, उर्जित पटेल गुरुवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की. उन्होंने पटेल के साथ राज्य सरकार के सचिवालय भवन में मुलाकात की. ममता बनर्जी ने नोटबंदी से आम लोगों को होने वाली परेशानी तथा इसको लेकर राज्यों के बीच राजनीतिक भेदभाव को लेकर अपनी चिंताएं बताईं.टिप्पणियां ममता ने पटेल के समक्ष नोटबंदी पर अपनी नाराजगी जाहिर की और उन्हें बताया कि नोटबंदी के कारण उनके राज्य में 97 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा कालेधन को निकलवाने और आतंकवाद पर लगाम लगाने की कोशिश में नोटबंदी को एक क्रूर दुस्साहस बताया. उन्होंने आरबीआई प्रमुख से कहा कि उन्हें आरबीआई को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल होने से बचाना चाहिए. उधर, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ आरबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया. बता दें कि नोटबंदी के बाद से ममता बनर्जी केंद्र सरकार का लगातार विरोध कर रही हैं. इसको लेकर वे कई प्रदेशों में सभाएं भी कर चुकी हैं. ममता ने पटेल के समक्ष नोटबंदी पर अपनी नाराजगी जाहिर की और उन्हें बताया कि नोटबंदी के कारण उनके राज्य में 97 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा कालेधन को निकलवाने और आतंकवाद पर लगाम लगाने की कोशिश में नोटबंदी को एक क्रूर दुस्साहस बताया. उन्होंने आरबीआई प्रमुख से कहा कि उन्हें आरबीआई को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल होने से बचाना चाहिए. उधर, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ आरबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया. बता दें कि नोटबंदी के बाद से ममता बनर्जी केंद्र सरकार का लगातार विरोध कर रही हैं. इसको लेकर वे कई प्रदेशों में सभाएं भी कर चुकी हैं. उधर, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ आरबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया. बता दें कि नोटबंदी के बाद से ममता बनर्जी केंद्र सरकार का लगातार विरोध कर रही हैं. इसको लेकर वे कई प्रदेशों में सभाएं भी कर चुकी हैं.
संक्षिप्त सारांश: हवाई अड्डे पर उर्जित पटेल के साथ धक्का-मुक्की. ममता बनर्जी ने नोटबंदी पर जताई नाराजगी. सुरक्षाकर्मियों ने गवर्नर को भीड़ से बचाते हुए सुरक्षित विमान तक पहुंचाया
23
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय दूरसंचार व मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि विश्व के सबसे सस्ते टैबलेट पीसी आकाश-2 के संशोधित संस्करण का प्रकार इस महीने के अंत तक तय कर लिया जाएगा। एक कार्यक्रम के दौरान सिब्बल ने कहा, ‘‘इस महीने के दौरान, हम आकाश परियोजना के लिए प्रकार और प्रौद्योगिकी को अंतिम रूप दे देंगे और इसके विनिर्माण को लेकर आगे बढ़ेंगे।’’ यह टैबलेट एक मंच होगा जिस पर सार्वजरिक सेवाएं दी जाएंगी।टिप्पणियां सिब्बल ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं कि अगले पांच से सात साल में हम हर स्कूल और कालेज विद्यार्थी को यह टैबलेट उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। यह उन लोगों के लिए भी उपलब्ध होगा जो इसे खरीदना चाहेंगे।’’ सूचना को सबसे शक्तिशाली हथियार बताते हुए सिब्बल ने कहा कि आईटी, दूरसंचार और इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्षेत्रों में बड़ा निवेश किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन क्षेत्रों में निवेश करने की जरूरत है क्योंकि ये हमारी आर्थिक विकास के रीढ़ के तौर पर उभर रहे हैं। अगले ढाई साल में, हमने देशभर के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर के जरिए आपस में जोड़ने का लक्ष्य रखा है।’’ एक कार्यक्रम के दौरान सिब्बल ने कहा, ‘‘इस महीने के दौरान, हम आकाश परियोजना के लिए प्रकार और प्रौद्योगिकी को अंतिम रूप दे देंगे और इसके विनिर्माण को लेकर आगे बढ़ेंगे।’’ यह टैबलेट एक मंच होगा जिस पर सार्वजरिक सेवाएं दी जाएंगी।टिप्पणियां सिब्बल ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं कि अगले पांच से सात साल में हम हर स्कूल और कालेज विद्यार्थी को यह टैबलेट उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। यह उन लोगों के लिए भी उपलब्ध होगा जो इसे खरीदना चाहेंगे।’’ सूचना को सबसे शक्तिशाली हथियार बताते हुए सिब्बल ने कहा कि आईटी, दूरसंचार और इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्षेत्रों में बड़ा निवेश किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन क्षेत्रों में निवेश करने की जरूरत है क्योंकि ये हमारी आर्थिक विकास के रीढ़ के तौर पर उभर रहे हैं। अगले ढाई साल में, हमने देशभर के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर के जरिए आपस में जोड़ने का लक्ष्य रखा है।’’ सिब्बल ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं कि अगले पांच से सात साल में हम हर स्कूल और कालेज विद्यार्थी को यह टैबलेट उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। यह उन लोगों के लिए भी उपलब्ध होगा जो इसे खरीदना चाहेंगे।’’ सूचना को सबसे शक्तिशाली हथियार बताते हुए सिब्बल ने कहा कि आईटी, दूरसंचार और इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्षेत्रों में बड़ा निवेश किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन क्षेत्रों में निवेश करने की जरूरत है क्योंकि ये हमारी आर्थिक विकास के रीढ़ के तौर पर उभर रहे हैं। अगले ढाई साल में, हमने देशभर के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर के जरिए आपस में जोड़ने का लक्ष्य रखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन क्षेत्रों में निवेश करने की जरूरत है क्योंकि ये हमारी आर्थिक विकास के रीढ़ के तौर पर उभर रहे हैं। अगले ढाई साल में, हमने देशभर के 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर के जरिए आपस में जोड़ने का लक्ष्य रखा है।’’
केंद्रीय दूरसंचार व मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि विश्व के सबसे सस्ते टैबलेट पीसी आकाश-2 के संशोधित संस्करण का प्रकार इस महीने के अंत तक तय कर लिया जाएगा।
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: कांग्रेस के एक सांसद ने गुरुवार को संसद में संविधान संशोधन विधेयक पेश कर संविधान में 'इंडिया' को हटाकर 'भारत' किये जाने की मांग की। गोवा से कांग्रेस के सांसद शांताराम नायक ने विधेयक के कारणों और उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि 'भारत' एक बहुत सम्पूर्ण अवधारणा है और 'इंडिया' शब्द केवल देश के भौगोलिक आयाम को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि 'इंडिया' भौगोलिक अवधारणा को दर्शाता है, जबकि 'भारत' शब्द भौगोलिक क्षेत्र की अपेक्षा काफी अधिक चीजों का वर्णन करता है। उन्होंने कहा, "जब हम अपने देश की वंदना करते हैं, तब हम कहते हैं 'भारत माता की जाय'। इंडिया की जय नहीं कहते हैं।"टिप्पणियां नायक इससे पहले भी इसी मुद्दे पर राज्य सभा में विधेयक पेश कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त उनका कार्यकाल खत्म हो जाने की वजह से यह गिर गया था। दोबारा से चुने जाने के बाद उन्होंने यह विधेयक फिर से पेश किया है। नायक ने बताया, "देश का नाम 'इंडिया' से 'भारत' करने के बहुत से कारण हैं। लेकिन कारणों से अधिक यह शब्द देश भक्ति की भावना पैदा करता है और यह देशवासियों को जोश से भर देता है। यही बात प्रासंगिक है।" गोवा से कांग्रेस के सांसद शांताराम नायक ने विधेयक के कारणों और उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि 'भारत' एक बहुत सम्पूर्ण अवधारणा है और 'इंडिया' शब्द केवल देश के भौगोलिक आयाम को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि 'इंडिया' भौगोलिक अवधारणा को दर्शाता है, जबकि 'भारत' शब्द भौगोलिक क्षेत्र की अपेक्षा काफी अधिक चीजों का वर्णन करता है। उन्होंने कहा, "जब हम अपने देश की वंदना करते हैं, तब हम कहते हैं 'भारत माता की जाय'। इंडिया की जय नहीं कहते हैं।"टिप्पणियां नायक इससे पहले भी इसी मुद्दे पर राज्य सभा में विधेयक पेश कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त उनका कार्यकाल खत्म हो जाने की वजह से यह गिर गया था। दोबारा से चुने जाने के बाद उन्होंने यह विधेयक फिर से पेश किया है। नायक ने बताया, "देश का नाम 'इंडिया' से 'भारत' करने के बहुत से कारण हैं। लेकिन कारणों से अधिक यह शब्द देश भक्ति की भावना पैदा करता है और यह देशवासियों को जोश से भर देता है। यही बात प्रासंगिक है।" उन्होंने कहा कि 'इंडिया' भौगोलिक अवधारणा को दर्शाता है, जबकि 'भारत' शब्द भौगोलिक क्षेत्र की अपेक्षा काफी अधिक चीजों का वर्णन करता है। उन्होंने कहा, "जब हम अपने देश की वंदना करते हैं, तब हम कहते हैं 'भारत माता की जाय'। इंडिया की जय नहीं कहते हैं।"टिप्पणियां नायक इससे पहले भी इसी मुद्दे पर राज्य सभा में विधेयक पेश कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त उनका कार्यकाल खत्म हो जाने की वजह से यह गिर गया था। दोबारा से चुने जाने के बाद उन्होंने यह विधेयक फिर से पेश किया है। नायक ने बताया, "देश का नाम 'इंडिया' से 'भारत' करने के बहुत से कारण हैं। लेकिन कारणों से अधिक यह शब्द देश भक्ति की भावना पैदा करता है और यह देशवासियों को जोश से भर देता है। यही बात प्रासंगिक है।" नायक इससे पहले भी इसी मुद्दे पर राज्य सभा में विधेयक पेश कर चुके हैं, लेकिन उस वक्त उनका कार्यकाल खत्म हो जाने की वजह से यह गिर गया था। दोबारा से चुने जाने के बाद उन्होंने यह विधेयक फिर से पेश किया है। नायक ने बताया, "देश का नाम 'इंडिया' से 'भारत' करने के बहुत से कारण हैं। लेकिन कारणों से अधिक यह शब्द देश भक्ति की भावना पैदा करता है और यह देशवासियों को जोश से भर देता है। यही बात प्रासंगिक है।" नायक ने बताया, "देश का नाम 'इंडिया' से 'भारत' करने के बहुत से कारण हैं। लेकिन कारणों से अधिक यह शब्द देश भक्ति की भावना पैदा करता है और यह देशवासियों को जोश से भर देता है। यही बात प्रासंगिक है।"
संक्षिप्त पाठ: कांग्रेस के एक सांसद ने गुरुवार को संसद में संविधान संशोधन विधेयक पेश कर संविधान में 'इंडिया' को हटाकर 'भारत' किये जाने की मांग की।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को निर्देश दिया है कि वह फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को एक हफ्ते के अंदर सर्टिफिकेट सौंप दे. सीबीएफसी ने जब इस फिल्म को सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया, उसके बाद निर्माताओं ने न्यायाधिकरण में अपील की थी. फिल्म के निर्माताओं की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एफसीएटी ने इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया है. निर्माता प्रकाश झा ने अपने बयान में कहा, "जैसा कि सबको पता है, सीबीएफसी इस फिल्म के लिए प्रमाणपत्र जारी नहीं कर रहा था, तब हमें एफसीएटी से एक बार फिर गुहार लगानी पड़ी. मुझे खुशी है कि एफसीएटी ने सीबीएफसी को एक हफ्ते के अंदर फिल्म को प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश दिया है. हम जल्द ही फिल्म रिलीज करने की तारीख की घोषणा करेंगे."    इससे पहले एफसीएटी ने सीबीएफसी से 18 अप्रैल, 2017 को एक आदेश के तहत फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट जारी करने का निर्देश दिया था, लेकिन सीबीएफसी ने फिर भी प्रमाणपत्र जारी नहीं किया. जब एफसीसीएटी को निर्माता ने फिल्म को प्रमाणपत्र मिलने में हो रही देरी के बारे में सूचित किया, तो उन्होंने इस बारे में जानने के लिए सीबीएफसी को समन भेजा, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला, जिसके बाद ये निर्देश दिया गया है.  पहलाज निहलानी की अध्यक्षता वाला सीबीएफसी इस फिल्म को प्रमाणपत्र देने से कतराता रहा है. उसका कहना है कि इस फिल्म में अश्लील और गाली-गलौज वाले शब्दों की भरमार है. दूसरी ओर निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने कहा, "सीबीएफसी द्वारा परेशान करने की ये सब चाल है. वे एक बार फिर महिलाओं की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, चूंकि एफसीएटी ने इस बात का उल्लेख किया है कि फिल्म को प्रमाणपत्र देने से सीबीएफसी मना नहीं कर सकता, क्योंकि यह महिला प्रधान फिल्म है. सीबीएफसी बेवजह इस प्रकिया में देरी कर रहा है." टिप्पणियां इस बीच, फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' फ्रांस में हुए फिल्म्स जे फेमिस क्रेटील में ग्रैंड जूरी पुरस्कार जीतने के साथ ही विदशों में हुए कई फिल्म महोत्सवों में कई अवार्ड जीत चुकी है. यह फिल्म आधिकारिक रूप से दुनियाभर में 25 फिल्म महोत्सवों से ज्यादा का हिस्सा बन चुकी है. कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी यह फिल्म छोटे कस्बे की चार ऐसी महिलाओं की कहानी है, जो खुलकर अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पहलाज निहलानी की अध्यक्षता वाला सीबीएफसी इस फिल्म को प्रमाणपत्र देने से कतराता रहा है. उसका कहना है कि इस फिल्म में अश्लील और गाली-गलौज वाले शब्दों की भरमार है. दूसरी ओर निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने कहा, "सीबीएफसी द्वारा परेशान करने की ये सब चाल है. वे एक बार फिर महिलाओं की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, चूंकि एफसीएटी ने इस बात का उल्लेख किया है कि फिल्म को प्रमाणपत्र देने से सीबीएफसी मना नहीं कर सकता, क्योंकि यह महिला प्रधान फिल्म है. सीबीएफसी बेवजह इस प्रकिया में देरी कर रहा है." टिप्पणियां इस बीच, फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' फ्रांस में हुए फिल्म्स जे फेमिस क्रेटील में ग्रैंड जूरी पुरस्कार जीतने के साथ ही विदशों में हुए कई फिल्म महोत्सवों में कई अवार्ड जीत चुकी है. यह फिल्म आधिकारिक रूप से दुनियाभर में 25 फिल्म महोत्सवों से ज्यादा का हिस्सा बन चुकी है. कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी यह फिल्म छोटे कस्बे की चार ऐसी महिलाओं की कहानी है, जो खुलकर अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बीच, फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' फ्रांस में हुए फिल्म्स जे फेमिस क्रेटील में ग्रैंड जूरी पुरस्कार जीतने के साथ ही विदशों में हुए कई फिल्म महोत्सवों में कई अवार्ड जीत चुकी है. यह फिल्म आधिकारिक रूप से दुनियाभर में 25 फिल्म महोत्सवों से ज्यादा का हिस्सा बन चुकी है. कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी यह फिल्म छोटे कस्बे की चार ऐसी महिलाओं की कहानी है, जो खुलकर अपनी जिंदगी जीना चाहती हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को एक हफ्ते में मिलेगा सर्टिफिकेट. निर्माता प्रकाश झा बोले- जल्द रिलीज डेट की घोषणा करेंगे. कोंकणा सेन शर्मा और रत्ना पाठक शाह ने फिल्म में निभाया अहम किरदार.
13
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) के कामकाज पर नियत्रंण करने वाले विवादास्पद खेल विधेयक को कई मंत्रियों के कड़े प्रतिरोध के कारण मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी नहीं मिल सकी। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय खेल विकास विधेयक पर चर्चा की गयी और इसमें कई मंत्रियों ने इस पर ऐतराज जताया। इसलिए फैसला किया गया कि विधयेक पर पुनर्विचार से पहले खेल मंत्रालय को इस पर दोबारा काम करना चाहिए। कैबिनेट में मौजूद कम से तीन मंत्री विलासराव देशमुख, सीपी जोशी और फारूख अब्दुल्ला क्रिकेट संघों के प्रमुख हैं जबकि शरद पवार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष हैं। प्रफुल्ल पटेल अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ के प्रमुख हैं। इस खेल विधेयक से राष्ट्रीय खेल महासंघों में पारदर्शिता और जवाबदेही आने की उम्मीद है। इससे महासंघ आरटीआई के अधीन आ जायेंगे। इसके अलावा उम्र और कार्यकाल के दिशा निर्देश भी शीर्ष पदाधिकारियों पर लागू होंगे। इस विधेयक के तहत महासंघ में 70 वर्ष से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति महासंघ या आईओए का पदाधिकारी नहीं बन सकता। इसके साथ ही महासंघों के अध्यक्ष 12 वर्ष या चार चार साल के तीन कार्यकाल से अधिक पद पर नहीं रह सकते। अन्य पदाधिकारी लगातार दो बार पद पर नहीं रह सकते लेकिन वे चार साल के ब्रेक के बाद फिर चुने जा सकते हैं।
यहाँ एक सारांश है:एनएसएफ के कामकाज पर नियत्रंण करने वाले विवादास्पद खेल बिल को कई मंत्रियों के कड़े प्रतिरोध के कारण मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी नहीं मिल सकी।
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार बीजेपी ने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी संसदीय बोर्ड से मांग की है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए। किसी प्रदेश से उठी इस तरह की यह पहली मांग है।टिप्पणियां बोध गया में बिहार बीजेपी की कार्यकारी समिति की बैठक में एकमत से नरेंद्र मोदी को पीएम प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया। इससे एक दिन पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद से अलग हो चुके उनके साले और कांग्रेस की बिहार इकाई के नेता अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव के नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने ऐतराज जताया था और कहा था कि मुलाकात से पहले बिहार की पार्टी इकाई को भरोसे में लिया जाना चाहिए था। बोध गया में बिहार बीजेपी की कार्यकारी समिति की बैठक में एकमत से नरेंद्र मोदी को पीएम प्रत्याशी बनाए जाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया। इससे एक दिन पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद से अलग हो चुके उनके साले और कांग्रेस की बिहार इकाई के नेता अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव के नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने ऐतराज जताया था और कहा था कि मुलाकात से पहले बिहार की पार्टी इकाई को भरोसे में लिया जाना चाहिए था। इससे एक दिन पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद से अलग हो चुके उनके साले और कांग्रेस की बिहार इकाई के नेता अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव के नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने ऐतराज जताया था और कहा था कि मुलाकात से पहले बिहार की पार्टी इकाई को भरोसे में लिया जाना चाहिए था।
यहाँ एक सारांश है:बिहार बीजेपी ने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी संसदीय बोर्ड से मांग की है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए। किसी प्रदेश से उठी यह इस तरह की पहली मांग है।
17
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बाजार में भारी-उतार चढ़ाव के बीच बीते सप्ताह देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण में 9,791 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई। आलोच्य सप्ताह के दौरान कोल इंडिया, इंफोसिस, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक के बाजार पूंजीकरण में गिरावट दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर, आरआईएल, टीसीएस, ओएनजीसी और आईटीसी के बाजार पूंजीकरण में बढ़त आई। समीक्षाधीन सप्ताह में, कोल इंडिया का बाजार पूंजीकरण 852 करोड़ रुपये घटकर 1,89,554 करोड़ रुपये रह गया, जबकि इंफोसिस ने बाजार पूंजीकरण में 1,283 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की जो घटकर 1,54,739 करोड़ रुपये रह गया। बिजली क्षेत्र की एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 2,103 करोड़ रुपये घटकर 1,30,690 करोड़ रुपये रह गया, जबकि भारती का बाजार पूंजीकरण 2,221 करोड़ रुपये घटकर 1,25,489 करोड़ रुपये रह गया। इनके अलावा, एसबीआई के बाजार पूंजीकरण में 2,038 करोड़ रुपये की कमी आई और बैंक का बाजार पूंजीकरण 1,04,670 करोड़ रुपये रह गया। वहीं एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 1,294 करोड़ रुपये घटकर 1,02,293 करोड़ रुपये रहा।
संक्षिप्त पाठ: बाजार में भारी-उतार चढ़ाव के बीच बीते सप्ताह देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण में 9,791 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई।
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: ‘कोलावरी डी’ गीत ने अभिनेता सह गायक धनुष को भले ही दक्षिण भारत के बाहर भी चर्चित बनाया हो लेकिन उनका कहना है कि इस गाने से अब वह तंग आना शुरू हो गए हैं।टिप्पणियां धनुष की फिल्म ‘थ्री’ का तमिल गीत ‘कोलावरी डी’ एक लड़के के दिल टूटने के बारे में है। रिलीज होने के बाद यह गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ था। हालांकि 29 वर्षीय धनुष को इस गीत से बाहर निकलने में काफी मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा, ‘एक बिन्दु के बाद यह परेशान करने लगता है। मैं इस गीत को अब और नहीं गाना चाहता। इसने मुझे तंग करना शुरू कर दिया है और मैं इससे दूर रहना चाहता हूं। मैं जहां भी जाता हूं, लोग मुझे इससे जोड़ते हैं, मैं इससे दूर जाना चाहता हूं।’ यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है। धनुष की फिल्म ‘थ्री’ का तमिल गीत ‘कोलावरी डी’ एक लड़के के दिल टूटने के बारे में है। रिलीज होने के बाद यह गीत बहुत प्रसिद्ध हुआ था। हालांकि 29 वर्षीय धनुष को इस गीत से बाहर निकलने में काफी मुश्किल हो रही है। उन्होंने कहा, ‘एक बिन्दु के बाद यह परेशान करने लगता है। मैं इस गीत को अब और नहीं गाना चाहता। इसने मुझे तंग करना शुरू कर दिया है और मैं इससे दूर रहना चाहता हूं। मैं जहां भी जाता हूं, लोग मुझे इससे जोड़ते हैं, मैं इससे दूर जाना चाहता हूं।’ यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है। यह अभिनेता हिन्दी फिल्म ‘रांझणा’ के साथ बालीवुड में पदार्पण कर रहा है। इस फिल्म में उन्होंने बनारस के एक लड़के की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज होगी जिसमें अभिनेत्री सोनम कपूर ने भी भूमिका निभाई है।
संक्षिप्त पाठ: ‘कोलावरी डी’ गीत ने अभिनेता सह गायक धनुष को भले ही दक्षिण भारत के बाहर भी चर्चित बनाया हो लेकिन उनका कहना है कि इस गाने से अब वह तंग आना शुरू हो गए हैं।
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राष्ट्रमंडल खेलों में अनियमितताओं की जांच के लिए प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में हुई कथित देरी और प्रक्रियागत उल्लंघन के लिए उपराज्यपाल तेजिंदर खन्ना और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का नाम आया है। राष्ट्रमंडल खेलगांव और अन्य आधारभूत संरचनाओं के निर्माण संबंधी विभिन्न ठेकों के संचालन में हुई अनियमितताओं के लिए समिति ने दो रिपोर्ट दाखिल की हैं। इन रिपोर्टों में लोकनिर्माण विभाग के प्रधान सचिव के के शर्मा, लोकनिर्माण विभाग के ही तब के मुख्य इंजीनियर आर सुब्रमणयम्, नयी दिल्ली नगर निगम के अध्यक्ष परिमल कुमार, दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अशोक कुमार, नंदलाल: सदस्य, वित्त:, दिल्ली विकास प्राधिकरण के तब के सदस्य :इंजीनियरिंग: एके बजाज और शहरी विकास मंत्रालय के तब के सचिव एम जयचंद्रन जैसे वरिष्ठ अधिकारियों का नाम है। इन सभी पर परियोजनाओं की ज्यादा लागत आंकने और परियोजनाओं में विलंब करने का आरोप है। इस उच्चस्तरीय समिति ने खेल परियोजनाओं में हुई देरी के कारण 900 करोड़ रपए की हानि का अनुमान लगाया है। दूसरी तरफ खेलगांव में रिहायशी सुविधाओं के निर्माण में हुई देरी के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण को 300 करोड़ रुपए की हानि का अनुमान है। समिति ने खेलगांव में रिहायशी सुविधाओं के निर्माण का ठेका एम्मार एमजीएफ कंपनी को देने पर भी प्रश्नचिह्न खड़े किए हैं और इसे गलत करार दिया है।
प्रक्रियागत उल्लंघन के लिए उपराज्यपाल तेजिंदर खन्ना और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का नाम आया है।
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण (Delhi Pollution) का स्तर बढ़ने पर सहयोग की बजाए भाजपा (BJP) नेता जश्न मनाते हैं. प्रदूषण बढ़ने पर जहां हर समुदाय व वर्ग के लोग इसे कम करने के प्रयास में जुटे हैं, वहीं भाजपा के लोग प्रदूषण बढ़ाने का काम कर रहे हैं. कोई कूड़े में आग लगाकर वीडियो बनाता है, कोई दीवाली पर पटाखा जलाकर फोटो खींचवाता है तो कोई ऑड ईवन के विरोध में गाड़ी चलाता है. दरअसल, भाजपा के तीन नेताओं में मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनने की होड़ है. इस होड़ में एक दूसरे से आगे निकलने के लिए वह जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. संजय सिंह पार्टी कार्यालय पर प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जब-जब प्रदूषण को कम करने के लिए कोई कदम उठाती है, भाजपा के नेता खुलकर उसका विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली की जनता से बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने की अपील करी तो भाजपा के नेता कूड़ा जलाकर सोशल मीडिया पर उसका वीडियो और फोटो शेयर कर केजरीवाल जी का विरोध करते नजर आए. जब दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दीपावली पर जनता से पटाखे ना जला कर दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित लेजर शो में सामूहिक दीपावली मनाने की अपील की तो भाजपा के नेता पटाखे जलाकर उसका वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर विरोध करते नजर आए. इसी प्रकार जब दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली में ऑड इवन स्कीम को लागू किया तो भाजपा के नेता विजय गोयल ने गलत नंबर की गाड़ी चलाकर और नियम का उल्लंघन करते हुए इसका विरोध किया. संजय सिंह ने कहा कि जहां हर व्यक्ति प्रदूषण को खत्म करने के लिए अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है, वहां पर केंद्र सरकार व अन्य राज्य सरकारों की ओर से सहयोग का बहुत अधिक अभाव है. उन्होंने बताया कि प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार ने कई बार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण कदम उठाने की अपील की. परंतु केंद्र सरकार की ओर से किसी प्रकार का कोई सहयोग दिल्ली सरकार को नहीं मिला. संजय सिंह ने बताया कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने तीन बार प्रदूषण के मुद्दे पर बैठक के आयोजन का ऐलान तो किया परंतु बैठक से पहले ही कभी फोन के माध्यम से तो कभी ईमेल के माध्यम से बैठक को स्थगित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस बढ़ते प्रदूषण को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा प्रदूषण के मुद्दे पर रखी गई एक बैठक में केवल दिल्ली प्रदेश के पर्यावरण मंत्री पहुंचे, जबकि हरियाणा पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पर्यावरण मंत्री बैठक से नदारद रहे. संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के नेता केवल अपनी राजनीति को साधने के लिए दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि भाजपा के नेताओं में आपस में ही मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ लगी हुई है और इसी पद के लालच में वह दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे. उन्होंने मीडिया के माध्यम से सीएम उम्मीदवार की दौड़ में शामिल भाजपा के 3 नेता से अपील की है कि अपने राजनीतिक लाभ को साधने के लिए कृपया दिल्ली की जनता के साथ खिलवाड़ ना करें. दिल्ली सरकार प्रदूषण को खत्म करने के लिए जो कदम उठा रही है उस में सहयोग करें. जिससे दिल्ली के प्रदूषण को कम किया जा सके. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ऑड ईवन की समयसीमा बढ़ाने की मांग कर रही है, जबकि भाजपा नेता इसका विरोध कर रहे हैं. जबकि, कई बुद्धिजीवी, पत्रकार, प्रतिष्ठित लोग ऑड ईवन का समर्थन कर चुके हैं और इसे प्रदूषण रोकने में एक कारगर कदम बता चुके हैं.
यहाँ एक सारांश है:आप नेता संजय सिंह का बीजेपी पर हमला स्वास्थ्य से खेल रहे भाजपा नेता- संजय सिंह 'प्रदूषण पर केंद्र व अन्य राज्य सरकारें गंभीर नहीं'
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भोपाल गैस त्रासदी मुद्दे के कारण सस्टेनेबिलिटी आयोग की वरिष्ठ सदस्य के इस्तीफे के बावजूद लंदन, 2012 ओलिंपिक के आयोजकों ने कहा कि ‘डाउ कैमिकल’ को प्रायोजकों की सूची से हटाने की कोई योजना नहीं है। डाउ को मुख्य स्टेडियम के चारों तरफ प्लास्टिक का घेरा मुहैया कराना है।टिप्पणियां ‘कमिशन फार ए सस्टेनेबल लंदन 2012’ वॉचडॉग के 12 आयुक्तों में शामिल मेरेडिथ एलेक्जेंडर ने 1984 गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदारी कंपनी से डाउ के रिश्तों के कारण चिंता जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। मेरेडिथ के इस्तीफे के बाद लेबर पार्टी के सीनियर नेता कीथ वैज और टेसा जोवेल ने भी उस प्रक्रिया का ऑडिट करने को कहा था, जिसके तहत डाउ कैमिकल को प्रायोजन करार दिया गया। लंदन 2012 ओलिंपिक के मुख्य कार्यकारी पॉल डेइटन ने हालांकि जोर देकर कहा कि वे डाउ को अनुबंध देने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे, जिसका अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के साथ भी 10 करोड़ पाउंड का करार है। डेइटन ने कहा, ‘‘यह उनका अधिकार है कि वह अपना पक्ष रखें कि भोपाल के पीड़ितों के प्रति वह क्या महसूस करती हैं। हम उनका पूरा सम्मान करते हैं। वह उन 12 लोगों में शामिल थी, जो प्लास्टिक का घेरा मुहैया कराने के करार के लिए डाउ को चुनने की प्रक्रिया में शामिल थी इसलिए हम आगे बढ़ेंगे।’’ ‘कमिशन फार ए सस्टेनेबल लंदन 2012’ वॉचडॉग के 12 आयुक्तों में शामिल मेरेडिथ एलेक्जेंडर ने 1984 गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदारी कंपनी से डाउ के रिश्तों के कारण चिंता जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। मेरेडिथ के इस्तीफे के बाद लेबर पार्टी के सीनियर नेता कीथ वैज और टेसा जोवेल ने भी उस प्रक्रिया का ऑडिट करने को कहा था, जिसके तहत डाउ कैमिकल को प्रायोजन करार दिया गया। लंदन 2012 ओलिंपिक के मुख्य कार्यकारी पॉल डेइटन ने हालांकि जोर देकर कहा कि वे डाउ को अनुबंध देने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे, जिसका अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के साथ भी 10 करोड़ पाउंड का करार है। डेइटन ने कहा, ‘‘यह उनका अधिकार है कि वह अपना पक्ष रखें कि भोपाल के पीड़ितों के प्रति वह क्या महसूस करती हैं। हम उनका पूरा सम्मान करते हैं। वह उन 12 लोगों में शामिल थी, जो प्लास्टिक का घेरा मुहैया कराने के करार के लिए डाउ को चुनने की प्रक्रिया में शामिल थी इसलिए हम आगे बढ़ेंगे।’’ लंदन 2012 ओलिंपिक के मुख्य कार्यकारी पॉल डेइटन ने हालांकि जोर देकर कहा कि वे डाउ को अनुबंध देने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे, जिसका अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के साथ भी 10 करोड़ पाउंड का करार है। डेइटन ने कहा, ‘‘यह उनका अधिकार है कि वह अपना पक्ष रखें कि भोपाल के पीड़ितों के प्रति वह क्या महसूस करती हैं। हम उनका पूरा सम्मान करते हैं। वह उन 12 लोगों में शामिल थी, जो प्लास्टिक का घेरा मुहैया कराने के करार के लिए डाउ को चुनने की प्रक्रिया में शामिल थी इसलिए हम आगे बढ़ेंगे।’’
संक्षिप्त पाठ: भोपाल गैस त्रासदी मुद्दे के कारण सस्टेनेबिलिटी आयोग की वरिष्ठ सदस्य के इस्तीफे के बावजूद लंदन, 2012 ओलिंपिक के आयोजकों ने कहा कि डाउ कैमिकल को प्रायोजकों की सूची से नहीं हटाया जाएगा।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने टेस्ट मैचों, एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए नो बॉल के लिए नया नियम लागू किया है, जिसके तहत जब भी गेंदबाज गेंद करते समय नॉन-स्ट्राइकर छोर पर विकेट गिराता है तो अंपायर को उसे नो बॉल करार देना होगा। यह नियम 30 अप्रैल से लागू होगा और इसके अंतर्गत पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 3 मई को जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच बुलावायो में खेला जाने वाला वन-डे मैच होगा।टिप्पणियां आईसीसी महाप्रबंधक क्रिकेट ज्योफ आलरडाइस ने कहा, "अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैचों में जब भी गेंदबाज गेंद करते समय विकेट गिराता था तो उसे डैड बॉल करार दिया जाता था और इस तरह की स्थिति से उचित तरीके से नहीं निबटा जाता था।" उन्होंने कहा, "मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने हाल में इस मसले को निबटाने का फैसला किया तथा 1 अक्तूबर, 2013 से नो बॉल का नया नियम लागू करने का निर्णय किया। आईसीसी क्रिकेट समिति ने एमसीसी के फैसले पर गौर किया और इस नियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जल्द से जल्द लागू करने की सिफारिश की।" आईसीसी की मुख्य कार्यकारियों की समिति ने मार्च में बैठक में इन सिफारिशों को मंजूरी दी थी। आईसीसी महाप्रबंधक क्रिकेट ज्योफ आलरडाइस ने कहा, "अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैचों में जब भी गेंदबाज गेंद करते समय विकेट गिराता था तो उसे डैड बॉल करार दिया जाता था और इस तरह की स्थिति से उचित तरीके से नहीं निबटा जाता था।" उन्होंने कहा, "मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने हाल में इस मसले को निबटाने का फैसला किया तथा 1 अक्तूबर, 2013 से नो बॉल का नया नियम लागू करने का निर्णय किया। आईसीसी क्रिकेट समिति ने एमसीसी के फैसले पर गौर किया और इस नियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जल्द से जल्द लागू करने की सिफारिश की।" आईसीसी की मुख्य कार्यकारियों की समिति ने मार्च में बैठक में इन सिफारिशों को मंजूरी दी थी। उन्होंने कहा, "मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने हाल में इस मसले को निबटाने का फैसला किया तथा 1 अक्तूबर, 2013 से नो बॉल का नया नियम लागू करने का निर्णय किया। आईसीसी क्रिकेट समिति ने एमसीसी के फैसले पर गौर किया और इस नियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जल्द से जल्द लागू करने की सिफारिश की।" आईसीसी की मुख्य कार्यकारियों की समिति ने मार्च में बैठक में इन सिफारिशों को मंजूरी दी थी।
संक्षिप्त सारांश: नए नियम के तहत जब भी गेंदबाज गेंद करते समय नॉन-स्ट्राइकर छोर पर विकेट गिराएगा, उसे अंपायर को नो बॉल करार देना होगा। अब तक ऐसी गेंद को डेड बॉल करार दिया जाता था।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक सामग्री से लदे ट्रक को पाक रेंजर्स मुख्यालय से जा भिड़ाया और इसमें हुए विस्फोट में दो लोग मारे गए तथा 14 अन्य घायल हो गए। पुलिस तथा प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर ने ट्रक को कराची के नॉर्थ नजीमाबाद इलाके में स्थित पाक रेंजर्स मुख्यालय के गेट से जा भिड़ाया। शक्तिशाली आत्मघाती विस्फोट की आवाज शहरभर में सुनी गई और इससे मुख्यालय भवन को भारी क्षति पहुंची है। इमारत का एक हिस्सा ढह गया और इससे आग लग गई, जिस पर करीब 90 मिनट बाद काबू पा लिया गया। विस्फोट के कारण समीपवर्ती कुछ अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। टीवी चैनलों ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि एक घायल व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था कि विस्फोट में दो लोग मारे गए हैं, लेकिन बाद में अधिकारियों ने इस आंकड़े को कम कर दिया। सिंध पुलिस प्रमुख फयाज लेघारी ने बताया कि विस्फोट में नौ पाकिस्तानी रेंजर्स, कई पुलिसकर्मी तथा दो नागरिक घायल हुए हैं। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। पुलिस तथा प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर ने ट्रक को कराची के नॉर्थ नजीमाबाद इलाके में स्थित पाक रेंजर्स मुख्यालय के गेट से जा भिड़ाया। शक्तिशाली आत्मघाती विस्फोट की आवाज शहरभर में सुनी गई और इससे मुख्यालय भवन को भारी क्षति पहुंची है। इमारत का एक हिस्सा ढह गया और इससे आग लग गई, जिस पर करीब 90 मिनट बाद काबू पा लिया गया। विस्फोट के कारण समीपवर्ती कुछ अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। टीवी चैनलों ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि एक घायल व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था कि विस्फोट में दो लोग मारे गए हैं, लेकिन बाद में अधिकारियों ने इस आंकड़े को कम कर दिया। सिंध पुलिस प्रमुख फयाज लेघारी ने बताया कि विस्फोट में नौ पाकिस्तानी रेंजर्स, कई पुलिसकर्मी तथा दो नागरिक घायल हुए हैं। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। शक्तिशाली आत्मघाती विस्फोट की आवाज शहरभर में सुनी गई और इससे मुख्यालय भवन को भारी क्षति पहुंची है। इमारत का एक हिस्सा ढह गया और इससे आग लग गई, जिस पर करीब 90 मिनट बाद काबू पा लिया गया। विस्फोट के कारण समीपवर्ती कुछ अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। टीवी चैनलों ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि एक घायल व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था कि विस्फोट में दो लोग मारे गए हैं, लेकिन बाद में अधिकारियों ने इस आंकड़े को कम कर दिया। सिंध पुलिस प्रमुख फयाज लेघारी ने बताया कि विस्फोट में नौ पाकिस्तानी रेंजर्स, कई पुलिसकर्मी तथा दो नागरिक घायल हुए हैं। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया था कि विस्फोट में दो लोग मारे गए हैं, लेकिन बाद में अधिकारियों ने इस आंकड़े को कम कर दिया। सिंध पुलिस प्रमुख फयाज लेघारी ने बताया कि विस्फोट में नौ पाकिस्तानी रेंजर्स, कई पुलिसकर्मी तथा दो नागरिक घायल हुए हैं। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। सिंध पुलिस प्रमुख फयाज लेघारी ने बताया कि विस्फोट में नौ पाकिस्तानी रेंजर्स, कई पुलिसकर्मी तथा दो नागरिक घायल हुए हैं। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। लेघारी ने मीडिया को बताया, हमें शवों के अंग मिले हैं, जिससे पता चलता है कि यह आत्मघाती विस्फोट है। विस्फोटकों से भरे एक वाहन को इमारत के गेट से टकराया गया। घायलों को अब्बासी शाहिद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि चार घायलों की हालत गंभीर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। चश्मदीद गवाहों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ट्रक में सब्जियां लादकर ले जा रहा था। बम निरोधक दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोट इस्तेमाल किया गया। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार इस प्रकार के हमलों के लिए अक्सर प्रतिबंधित तालिबान को जिम्मेदार ठहराती रही है, क्योंकि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाते रहते हैं।टिप्पणियां यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कराची में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है और दर्जनों विदेशी प्रतिनिधि इस समारोह में भाग ले रहे हैं। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है। हालांकि सिंध पुलिस प्रमुख लेघारी का कहना है कि जिस जगह पर हमला किया वह प्रदर्शनी स्थल से काफी दूर है।
संक्षिप्त सारांश: पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक सामग्री से लदे ट्रक को पाक रेंजर्स मुख्यालय से जा भिड़ाया और इसमें हुए विस्फोट में दो लोग मारे गए तथा 14 अन्य घायल हो गए।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: प. बंगाल के बर्दवान जिले में 12 और कोलकाता में चार शिशुओं की मौत हो जाने से सरकारी अस्पतालों में मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के उप निरीक्षक तपस कुमार घोष ने कहा, "पिछले गुरुवार से अब तक 12 शिशुओं की मौत हुई है। सात शिशुओं को शिशु वार्ड में और पांच को नर्सरी वार्ड में भर्ती किया गया था। इनकी हालत नाजुक थी।" उन्होंने कहा कि इन शिशुओं की हालत पहले से ही गम्भीर थी और अस्पताल में उचित सुविधाओं का अभाव था। घोष ने कहा, "इस अस्पताल की क्षमता 60 मरीजों को भर्ती करने की है लेकिन गुरुवार को 151 मरीजों को भर्ती किया गया था।" सूत्रों ने कहा कि कुछ बच्चों का वजन बहुत ही कम था जबकि अन्य मस्तिष्ककोप, सेप्टीसीमिया या दूसरी तरह की गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे। जिला दंडाधिकारी ओएस मीणा ने बर्दवान जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर इस अस्पताल में हालात का जायजा लेने के लिए रवाना हुए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ऐसे अस्पतालों के अधिकारियों से विवरण रिपोर्ट की मांग की है। कोलकाता में 'बीसी राय बाल अस्पताल' में सबसे अधिक शिशुओं की मौते हुई हैं। इसमें मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 16 हो गई। इस अस्पताल के अधीक्षक दिलीप कुमार पॉल ने गुरुवार को इन मौतों को सामान्य घटना बताया था। उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह एक सामान्य बात है। मरने वाले बच्चों को यहां गम्भीर हालत में लाया गया था।" इसके पहले इसी अस्पताल में जून में 18 शिशुओं की मौत हुई थी जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर इस मामले की जांच की गई थी जिसमें चिकित्सकों को क्लीन चिट दे दी गई थी।
संक्षिप्त पाठ: बर्दवान जिले में 12 और कोलकाता में चार शिशुओं की मौत हो जाने से सरकारी अस्पतालों में मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 28 हो गई।
27
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राजस्‍थान के जयपुर में चल रही 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान डायरेक्‍टर संजय लीला भंसाली और इस फिल्‍म की टीम पर हमला करने वाली राजपूत करणी सेना ने बयान दिया है कि वह वहां भंसाली की टीम से सिर्फ बात करने गए थे, लेकिन टीम की तरफ से हवा में दागी गई गोलियों ने सारी स्‍थिति बिगाड़ दी और हमारे लोगों ने हमला किया. उनका कहा है कि वह वहां सिर्फ बात करने ही गए थे. वहीं दूसरी तरफ संजय लीला भंसाली ने दो दिन के लिए इस फिल्‍म की शूटिंग रद्द कर दी है और सूचना है कि वह अपनी पूरी टीम के साथ मुंबई वापिस लौट रहे हैं. राजपूत करणी सेना ने यह भी साफ कर दिया है कि उन्‍हें अपनी करनी पर जरा भी अफसोस नहीं है.टिप्पणियांकरणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि रानी पद्मावती ने उस समय 1600 महिलाओं के साथ 'जौहर' किया था और यह इतिहास में लिखा हुआ है. लेकिन अगर आप रानी पद्मावति को प्रेमिका के तौर पर दिखाएंगे तो आप हमसे किस तरह बर्ताव करने की उम्‍मीद करते हैं. उन्‍होंने कहा कि दीपिका और रणवीर के बीच में कोई प्रेम दिखाने वाला सीन नहीं फिल्‍माया जाएगा. ऐसा वह सपने के तौर पर भी नहीं दिखा सकते क्‍योंकि हम यह बर्दाश्‍त नहीं करेंगे.   वहीं इस बीच भंसाली की टीम ने इस विषय पर करणी सेना से अगले 2 दिन में अपना जवाब देने की बात कही है. उन्‍होंने यहां तक कहा कि हम सभी हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों से यह अपील करते हैं कि वह ऐसी चीजों को बर्दाश्‍त न करें. करणी सेना ने यह भी दावा किया है कि उन्‍होंने हाई कोर्ट में संजय लीला भंसाली की इस फिल्‍म के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उनका कहना है कि फिल्‍म निर्माताओं ने इस फिल्‍म की शूटिंग के लिए किसी तरह की कोई परमिशन भी नहीं ली है. वहीं दूसरी तरफ करणी सेना के इस हमले के बाद पूरी बॉलीवुड इंडस्‍ट्री संजय लीला भंसाली के साथ खड़ी हो गई है. राजस्थान के जयपुर के जयगढ़ किले में चल रही संजय लीला भंसाली की पीरियड ड्रामा फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया और तोड़-फोड़ की. हाथा-पाई के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया. करणी सेना का कहना है कि उन्हें अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच कथित रूप से फिल्माए जा रहे लव सीन पर आपत्ति है. करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि रानी पद्मावती ने उस समय 1600 महिलाओं के साथ 'जौहर' किया था और यह इतिहास में लिखा हुआ है. लेकिन अगर आप रानी पद्मावति को प्रेमिका के तौर पर दिखाएंगे तो आप हमसे किस तरह बर्ताव करने की उम्‍मीद करते हैं. उन्‍होंने कहा कि दीपिका और रणवीर के बीच में कोई प्रेम दिखाने वाला सीन नहीं फिल्‍माया जाएगा. ऐसा वह सपने के तौर पर भी नहीं दिखा सकते क्‍योंकि हम यह बर्दाश्‍त नहीं करेंगे.   वहीं इस बीच भंसाली की टीम ने इस विषय पर करणी सेना से अगले 2 दिन में अपना जवाब देने की बात कही है. उन्‍होंने यहां तक कहा कि हम सभी हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों से यह अपील करते हैं कि वह ऐसी चीजों को बर्दाश्‍त न करें. करणी सेना ने यह भी दावा किया है कि उन्‍होंने हाई कोर्ट में संजय लीला भंसाली की इस फिल्‍म के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उनका कहना है कि फिल्‍म निर्माताओं ने इस फिल्‍म की शूटिंग के लिए किसी तरह की कोई परमिशन भी नहीं ली है. वहीं दूसरी तरफ करणी सेना के इस हमले के बाद पूरी बॉलीवुड इंडस्‍ट्री संजय लीला भंसाली के साथ खड़ी हो गई है. राजस्थान के जयपुर के जयगढ़ किले में चल रही संजय लीला भंसाली की पीरियड ड्रामा फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया और तोड़-फोड़ की. हाथा-पाई के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया. करणी सेना का कहना है कि उन्हें अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच कथित रूप से फिल्माए जा रहे लव सीन पर आपत्ति है. राजस्थान के जयपुर के जयगढ़ किले में चल रही संजय लीला भंसाली की पीरियड ड्रामा फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया और तोड़-फोड़ की. हाथा-पाई के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया. करणी सेना का कहना है कि उन्हें अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच कथित रूप से फिल्माए जा रहे लव सीन पर आपत्ति है.
संक्षिप्त पाठ: करणी सेना ने कहा, हम सिर्फ भंसाली से बात करने गए थे भंसाली ने हमसे जवाब देने के लिए दो दिन का समय मांगा है: करणी सेना संजय लीला भंसाली ने पद्मावती की शूटिंग रद्द की और मुंबई लौटे
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज का शुद्ध लाभ 31 दिसंबर, 2012 को समाप्त तिमाही में 68.5 प्रतिशत बढ़कर 964.7 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का कहना है कि बुनियादी ढांचा तथा वित्तीय सेवा में वृद्धि के चलते उसके मुनाफे में यह बढ़ोतरी हुई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के बयान में कहा गया है कि कंपनी का शुद्ध लाभ 2011 की अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में 572.7 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का वित्तवर्ष जुलाई-जून तक चलता है।टिप्पणियां कंपनी ने इसके साथ ही अनंत गुप्ता को अध्यक्ष व सीईओ बनाने की घोषणा की है। वह विनीत नायर की जगह लेंगे, जो अब तक अध्यक्ष और सीईओ थे। नायर कंपनी में वायस चेयरमैन बने रहेंगे। आलोच्य तिमाही में कंपनी की आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 6,273.8 करोड़ रुपये रही, जो गत वर्ष समान तिमाही में 5,245.2 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 395 घटकर 85,194 रह गई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के बयान में कहा गया है कि कंपनी का शुद्ध लाभ 2011 की अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में 572.7 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का वित्तवर्ष जुलाई-जून तक चलता है।टिप्पणियां कंपनी ने इसके साथ ही अनंत गुप्ता को अध्यक्ष व सीईओ बनाने की घोषणा की है। वह विनीत नायर की जगह लेंगे, जो अब तक अध्यक्ष और सीईओ थे। नायर कंपनी में वायस चेयरमैन बने रहेंगे। आलोच्य तिमाही में कंपनी की आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 6,273.8 करोड़ रुपये रही, जो गत वर्ष समान तिमाही में 5,245.2 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 395 घटकर 85,194 रह गई। कंपनी ने इसके साथ ही अनंत गुप्ता को अध्यक्ष व सीईओ बनाने की घोषणा की है। वह विनीत नायर की जगह लेंगे, जो अब तक अध्यक्ष और सीईओ थे। नायर कंपनी में वायस चेयरमैन बने रहेंगे। आलोच्य तिमाही में कंपनी की आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 6,273.8 करोड़ रुपये रही, जो गत वर्ष समान तिमाही में 5,245.2 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 395 घटकर 85,194 रह गई। आलोच्य तिमाही में कंपनी की आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 6,273.8 करोड़ रुपये रही, जो गत वर्ष समान तिमाही में 5,245.2 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 395 घटकर 85,194 रह गई।
यहाँ एक सारांश है:सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज का शुद्ध लाभ 31 दिसंबर, 2012 को समाप्त तिमाही में 68.5 प्रतिशत बढ़कर 964.7 करोड़ रुपये हो गया। आलोच्य तिमाही में कंपनी की आय 19.6 प्रतिशत बढ़कर 6,273.8 करोड़ रुपये रही।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कांग्रेस की हताशा समझ से बाहर है जब सब तरफ़ एक ही सत्ता हो तब तो विपक्ष के लिए सबसे मुफ़ीद मैदान होता है !ज़मीनी,सच्चा मुश्किल जनसंघर्ष 100% सफलता का रास्ता है ! डगमगाता विपक्ष जनहितों के खिलाफ है व हर सत्ता का अहंकार ऐतिहासिक सत्य, अत: असहमति के हाथो पर ज़्यादा ज़िम्मेदारी है  इस ओपन लेटर में राहुल गांधी ने लिखा, 'कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना मेरे लिए सम्मान की बात थी'. उन्होंने पत्र में 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार का जिक्र करते हुए लिखा 'अध्यक्ष के नाते हार के लिए मैं जिम्मेदार हूं. इसलिये अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं'. उन्होंने आगे लिखा, पार्टी को जहां भी मेरी जरूरत पड़ेगी मैं मौजूद रहूंगा. बता दें कि बुधवार को राहुल गांधी ने कहा कि एक महीने पहले ही नए अध्यक्ष का चुनाव हो जाना चाहिए था. राहुल गांधी ने कहा, 'बिना देर किए हुए नए अध्यक्ष का चुनाव जल्द हो. मैं इस प्रक्रिया में कहीं नहीं हूं. मैंने पहले ही अपना इस्तीफा सौंप दिया है और मैं अब पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं. सीडब्ल्यूसी को जल्द से जल्द बैठक बुलाकर फैसला करना चाहिए.'
यहाँ एक सारांश है:कुमार विश्वास ने कांग्रेस पर निशाना साधा कहा- कांग्रेस की हताशा समझ से बाहर कहा- डगमगाता विपक्ष जनहितों के खिलाफ
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार में ज्यादातर मंत्रियों को बीच अपनी वफादारी साबित करने के लिए प्रतियोगिता चल रही थी। विकिलीक्स के नए केबल में यह खुलासा किया गया है। तत्काली रक्षा मंत्री बंशी लाल भी अपने मंत्रालय के प्रति जिम्मेदारियों को छोड़कर इसी काम में जुटे हुए थे। इससे पहले, विकिलीक्स ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया कि वर्ष 1975 में इमरजेंसी के दौरान भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जासूसी की जा रही थी और एक अमेरिकी जासूस उनके घर के भीतर था। हालांकि, खुलासे में जासूस का नाम भी नहीं बताया गया है, और उसकी नागरिकता के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है। वैसे इस खुलासे से यह भी स्पष्ट नहीं हो पाता है कि भारत में इमरजेंसी लागू करने में अमेरिका की कोई भूमिका थी या नहीं। विकिलीक्स का दावा है कि भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी विदेशमंत्री को इमरजेंसी लागू होने के एक महीने बाद 29 जुलाई, 1975 को भेजे गए एक केबल में कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले अमेरिका-विरोधी बयानों में कमी का ज़िक्र करते हुए कहा गया, "प्रधानमंत्री के आवास में मौजूद विश्वस्त सूत्र ने आश्वस्त किया है कि श्रीमती गांधी ने खुद संयम बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" तत्काली रक्षा मंत्री बंशी लाल भी अपने मंत्रालय के प्रति जिम्मेदारियों को छोड़कर इसी काम में जुटे हुए थे। इससे पहले, विकिलीक्स ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया कि वर्ष 1975 में इमरजेंसी के दौरान भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जासूसी की जा रही थी और एक अमेरिकी जासूस उनके घर के भीतर था। हालांकि, खुलासे में जासूस का नाम भी नहीं बताया गया है, और उसकी नागरिकता के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है। वैसे इस खुलासे से यह भी स्पष्ट नहीं हो पाता है कि भारत में इमरजेंसी लागू करने में अमेरिका की कोई भूमिका थी या नहीं। विकिलीक्स का दावा है कि भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी विदेशमंत्री को इमरजेंसी लागू होने के एक महीने बाद 29 जुलाई, 1975 को भेजे गए एक केबल में कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले अमेरिका-विरोधी बयानों में कमी का ज़िक्र करते हुए कहा गया, "प्रधानमंत्री के आवास में मौजूद विश्वस्त सूत्र ने आश्वस्त किया है कि श्रीमती गांधी ने खुद संयम बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" इससे पहले, विकिलीक्स ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया कि वर्ष 1975 में इमरजेंसी के दौरान भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जासूसी की जा रही थी और एक अमेरिकी जासूस उनके घर के भीतर था। हालांकि, खुलासे में जासूस का नाम भी नहीं बताया गया है, और उसकी नागरिकता के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है। वैसे इस खुलासे से यह भी स्पष्ट नहीं हो पाता है कि भारत में इमरजेंसी लागू करने में अमेरिका की कोई भूमिका थी या नहीं। विकिलीक्स का दावा है कि भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी विदेशमंत्री को इमरजेंसी लागू होने के एक महीने बाद 29 जुलाई, 1975 को भेजे गए एक केबल में कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले अमेरिका-विरोधी बयानों में कमी का ज़िक्र करते हुए कहा गया, "प्रधानमंत्री के आवास में मौजूद विश्वस्त सूत्र ने आश्वस्त किया है कि श्रीमती गांधी ने खुद संयम बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" हालांकि, खुलासे में जासूस का नाम भी नहीं बताया गया है, और उसकी नागरिकता के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है। वैसे इस खुलासे से यह भी स्पष्ट नहीं हो पाता है कि भारत में इमरजेंसी लागू करने में अमेरिका की कोई भूमिका थी या नहीं। विकिलीक्स का दावा है कि भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी विदेशमंत्री को इमरजेंसी लागू होने के एक महीने बाद 29 जुलाई, 1975 को भेजे गए एक केबल में कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले अमेरिका-विरोधी बयानों में कमी का ज़िक्र करते हुए कहा गया, "प्रधानमंत्री के आवास में मौजूद विश्वस्त सूत्र ने आश्वस्त किया है कि श्रीमती गांधी ने खुद संयम बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" विकिलीक्स का दावा है कि भारत स्थित अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी विदेशमंत्री को इमरजेंसी लागू होने के एक महीने बाद 29 जुलाई, 1975 को भेजे गए एक केबल में कांग्रेसी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले अमेरिका-विरोधी बयानों में कमी का ज़िक्र करते हुए कहा गया, "प्रधानमंत्री के आवास में मौजूद विश्वस्त सूत्र ने आश्वस्त किया है कि श्रीमती गांधी ने खुद संयम बरतने के निर्देश जारी कर दिए हैं।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" विकिलीक्स ने इन केबलों के आधार पर यह दावा भी किया है कि वर्ष 1976 के मध्य से अमेरिकी सरकार को यह सूचना मिलने लगी थी कि इंदिरा गांधी वर्ष 1977 में आम चुनाव करा सकती हैं।टिप्पणियां वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" वैसे 26 जून, 1975 को इमरजेंसी लागू होने के एक ही दिन बाद अमेरिकी दूतावास ने अपनी सरकार को संदेश दिया था कि इमरजेंसी के पीछे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी और सचिव आरके धवन की भूमिका थी। संदेश के मुताबिक दोनों की कोई विचारधारा नहीं थी, और दोनों ही तानाशाह स्वभाव के थे, जिनका एक ही मकसद था - इंदिरा गांधी को सत्ता में बनाए रखना। विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।" विकिलीक्स के मुताबिक, इसके अलावा '1970 के दशक के कुछ अन्य अमेरिकी केबलों में बताया गया है कि इंदिरा गांधी के विरोधी भी उस समय की कांग्रेस (इंदिरा) को 'मधुमक्खी का छत्ता' कहा करते थे। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के पौत्र राहुल गांधी ने हाल ही में एक भाषण में भारत को सकारात्मक संदर्भ में 'मधुमक्खी के छत्ते' की संज्ञा दी थी। वर्ष 1973 में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास सेभेजे गए केबलों में विपक्षी कांग्रेस (ओ) की एक बैठक का ज़िक्र है, जिसके दौरान कांग्रेस (ओ) के एक नेता ने कहा था, "श्रीमती गांधी की पार्टी 'मधुमक्खी के छत्ते' जैसी है, और श्रीमती गांधी स्वयं रानी मधुमक्खी हैं, जिनके दूर जाने पर छोटी मधुमक्खियां उड़ जाती हैं, और छत्ता ढह जाता है।"
सारांश: आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार में ज्यादातर मंत्रियों को बीच अपनी वफादारी साबित करने के लिए प्रतियोगिता चल रही थी। विकिलीक्स के नए केबल में यह खुलासा किया गया है। तत्काली रक्षा मंत्री बंशी लाल भी अपने मंत्रालय के प्रति जिम्मेदारियों को छोड़कर इसी काम
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके बेटों अखिलेश यादव तथा प्रतीक के खिलाफ सीबीआई की जांच होगी। हालांकि कोर्ट ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की पुनर्विचार याचिका मंजूर करते हुए उन्हें राहत प्रदान कर दी है।टिप्पणियां प्रधान न्यायाधीश अल्तमस कबीर और न्यायमूर्ति एचएल दत्तू की पीठ मुलायम, उनके पुत्र अखिलेश और प्रतीक तथा पुत्रवधू डिंपल द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका पर अपना फैसला सुनाया। पीठ ने पिछले साल 17 फरवरी को इस मामले में अपनी सुनवाई पूरी कर ली थी। शीर्ष अदालत ने अधिवक्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यादव परिवार के आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में 1 मार्च, 2007 को सीबीआई जांच का आदेश दिया था। न्यायाधीशों के चैंबर में पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई की परिपाटी से हटकर पीठ ने यादव परिवार के अनुरोध पर याचिका पर खुली अदालत में सुनवाई की थी। प्रधान न्यायाधीश अल्तमस कबीर और न्यायमूर्ति एचएल दत्तू की पीठ मुलायम, उनके पुत्र अखिलेश और प्रतीक तथा पुत्रवधू डिंपल द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका पर अपना फैसला सुनाया। पीठ ने पिछले साल 17 फरवरी को इस मामले में अपनी सुनवाई पूरी कर ली थी। शीर्ष अदालत ने अधिवक्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यादव परिवार के आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में 1 मार्च, 2007 को सीबीआई जांच का आदेश दिया था। न्यायाधीशों के चैंबर में पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई की परिपाटी से हटकर पीठ ने यादव परिवार के अनुरोध पर याचिका पर खुली अदालत में सुनवाई की थी। शीर्ष अदालत ने अधिवक्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यादव परिवार के आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में 1 मार्च, 2007 को सीबीआई जांच का आदेश दिया था। न्यायाधीशों के चैंबर में पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई की परिपाटी से हटकर पीठ ने यादव परिवार के अनुरोध पर याचिका पर खुली अदालत में सुनवाई की थी।
यह एक सारांश है: सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके बेटों- अखिलेश यादव तथा प्रतीक के खिलाफ सीबीआई की जांच होगी। हालांकि कोर्ट ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की पुनर्विचार याचिका मंजूर करते हुए उन्हें रा
9
['hin']
एक सारांश बनाओ: पुणे के निकट सोमवार को हुई हिंसक घटनाओं के बाद दलित ग्रुपों ने मंगलवार सुबह मुंबई में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे को रोककर ट्रैफिक को पूरी तरह ठप कर दिया. इसी दौरान पत्थरबाज़ी की भी ख़बरें हैं, तथा आत्मदाह की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को समय रहते बचा लिए जाने का भी समाचार है. ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर यातायात दोपहर बाद ही चालू हो पाया. पुलिस ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर कहा, "अफवाहों पर यकीन न करें... ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक प्रदर्शनकारियों की वजह से प्रभावित हुआ था... अब वह चल रहा है... चैम्बूर नाके पर यातायात अब भी प्रभावित है... घबराने की कोई बात नहीं है... सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने से पहले पुलिस अधिकारियों से तथ्यों तथा सच्चाई की पुष्टि करें..." सोमवार दोपहर को दलितों का एक समूह पुणे के निकट एक समारोह में भाग लेने जा रहा था, जो भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित किया गया था. उसी समूह पर हमला कर उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को हुई वारदात में एक शख्स की मौत हुई, और दो वाहनों को आग लगा दी गई, जबकि करीब 40 अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई.
संक्षिप्त पाठ: आत्मदाह की कोशिश कर रहे एक प्रदर्शनकारी को समय रहते बचा लिया गया ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर यातायात दोपहर बाद ही चालू हो पाया न्यायिक जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देंगे: देवेंद्र फडणवीस
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के 95वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी है। मंडेला पिछले कुछ समय से अस्पताल में हैं। ओबामा ने एक बयान में कहा कि अपने परिवार और अमेरिकी जनता की ओर से मिशेल तथा मैं नेल्सन मंडेला को उनके 95वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पांचवे सालाना नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस पर दक्षिण अफ्रीका की सरकार और जनता वहां की जनता को भी बधाई दी है। रंगभेद के खिलाफ संघर्ष करने वाले इस दिग्गज नेता के सम्मान में अमेरिका ने वर्ष 2009 में, उनके जन्मदिन को ‘मंडेला दिवस’ घोषित किया था।टिप्पणियां ओबामा ने कहा कि उनके उदाहरण को देखते हुए हम उस व्यक्ति को सम्मान दे सकते हैं, जिसने अपने लोगों और दुनिया को न्याय, समानता और स्वतंत्रता का रास्ता दिखाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि समानता, सुलह सहमति और मानव मर्यादा के लिए मंडेला की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता प्रत्येक भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय रहेगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार रोबेन द्वीप स्थित जेल की उस कोठरी में जाकर द्रवित हो गया, जहां मंडेला को कैद कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला से हमेशा प्रेरित होते हैं। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था। मंडेला पिछले कुछ समय से अस्पताल में हैं। ओबामा ने एक बयान में कहा कि अपने परिवार और अमेरिकी जनता की ओर से मिशेल तथा मैं नेल्सन मंडेला को उनके 95वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पांचवे सालाना नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस पर दक्षिण अफ्रीका की सरकार और जनता वहां की जनता को भी बधाई दी है। रंगभेद के खिलाफ संघर्ष करने वाले इस दिग्गज नेता के सम्मान में अमेरिका ने वर्ष 2009 में, उनके जन्मदिन को ‘मंडेला दिवस’ घोषित किया था।टिप्पणियां ओबामा ने कहा कि उनके उदाहरण को देखते हुए हम उस व्यक्ति को सम्मान दे सकते हैं, जिसने अपने लोगों और दुनिया को न्याय, समानता और स्वतंत्रता का रास्ता दिखाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि समानता, सुलह सहमति और मानव मर्यादा के लिए मंडेला की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता प्रत्येक भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय रहेगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार रोबेन द्वीप स्थित जेल की उस कोठरी में जाकर द्रवित हो गया, जहां मंडेला को कैद कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला से हमेशा प्रेरित होते हैं। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था। ओबामा ने एक बयान में कहा कि अपने परिवार और अमेरिकी जनता की ओर से मिशेल तथा मैं नेल्सन मंडेला को उनके 95वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पांचवे सालाना नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस पर दक्षिण अफ्रीका की सरकार और जनता वहां की जनता को भी बधाई दी है। रंगभेद के खिलाफ संघर्ष करने वाले इस दिग्गज नेता के सम्मान में अमेरिका ने वर्ष 2009 में, उनके जन्मदिन को ‘मंडेला दिवस’ घोषित किया था।टिप्पणियां ओबामा ने कहा कि उनके उदाहरण को देखते हुए हम उस व्यक्ति को सम्मान दे सकते हैं, जिसने अपने लोगों और दुनिया को न्याय, समानता और स्वतंत्रता का रास्ता दिखाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि समानता, सुलह सहमति और मानव मर्यादा के लिए मंडेला की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता प्रत्येक भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय रहेगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार रोबेन द्वीप स्थित जेल की उस कोठरी में जाकर द्रवित हो गया, जहां मंडेला को कैद कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला से हमेशा प्रेरित होते हैं। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था। रंगभेद के खिलाफ संघर्ष करने वाले इस दिग्गज नेता के सम्मान में अमेरिका ने वर्ष 2009 में, उनके जन्मदिन को ‘मंडेला दिवस’ घोषित किया था।टिप्पणियां ओबामा ने कहा कि उनके उदाहरण को देखते हुए हम उस व्यक्ति को सम्मान दे सकते हैं, जिसने अपने लोगों और दुनिया को न्याय, समानता और स्वतंत्रता का रास्ता दिखाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि समानता, सुलह सहमति और मानव मर्यादा के लिए मंडेला की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता प्रत्येक भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय रहेगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार रोबेन द्वीप स्थित जेल की उस कोठरी में जाकर द्रवित हो गया, जहां मंडेला को कैद कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला से हमेशा प्रेरित होते हैं। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था। ओबामा ने कहा कि उनके उदाहरण को देखते हुए हम उस व्यक्ति को सम्मान दे सकते हैं, जिसने अपने लोगों और दुनिया को न्याय, समानता और स्वतंत्रता का रास्ता दिखाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि समानता, सुलह सहमति और मानव मर्यादा के लिए मंडेला की अक्षुण्ण प्रतिबद्धता प्रत्येक भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय रहेगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार रोबेन द्वीप स्थित जेल की उस कोठरी में जाकर द्रवित हो गया, जहां मंडेला को कैद कर रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह लोग नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मंडेला से हमेशा प्रेरित होते हैं। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था। मंडेला ने कुल 27 साल जेल में बिताए हैं। इनमे से 18 साल तक उन्हें रोबेन द्वीप की जेल में रखा गया था।
संक्षिप्त पाठ: ओबामा ने एक बयान में कहा कि अपने परिवार और अमेरिकी जनता की ओर से मिशेल तथा मैं नेल्सन मंडेला को उनके 95वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं।
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने पुणे वॉरियर्स को सात विकेट से हराने के बाद कहा कि इस जीत का श्रेय पूरी टीम को जाता है। उन्होंने मैच के बाद कहा, इस जीत का श्रेय पूरी टीम को जाता है। हम नेट रन गति के लिए तेज बल्लेबाजी के इच्छुक नहीं थे। यह वैसी पिच भी नहीं थी और हम सिर्फ पेशेवर होना चाहते थे। केकेआर के अगले मैच के बारे में गंभीर ने कहा, अगर हम अगला मैच जीत लेते हैं, तो हम अंक तालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे, इसलिए हमारा ध्यान उसी पर लगा है। बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद युवराज सिंह की पुणे वॉरियर्स सात विकेट पर 118 रन ही बना सकी। गंभीर ने 54 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर और यूसुफ पठान (29) के साथ 64 रन की भागीदारी से टीम को आसान जीत दिलाई। गंभीर पारी का आगाज करने उतरे थे, क्योंकि क्षेत्ररक्षण के दौरान नियमित सलामी बल्लेबाज जैक कैलिस की अंगुली में चोट लग गई थी। उन्होंने कहा, जैक अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उसकी चोट ने मुझे पारी का आगाज करने का मौका दिया।
गंभीर ने कहा, अगर हम अगला मैच जीत लेते हैं, तो हम अंक तालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे, इसलिए हमारा ध्यान उसी पर लगा है।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भीषण गर्मी के चलते लगभग पूरा देश तप रहा है. ओडिशा में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है. यहां गर्मी से लोग किस कदर परेशान हैं इसे बयां करने के लिए इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक शख्स ओडिशा के तीतलगढ़ की सड़क पर अंडे का ऑमलेट बनाते दिख रहा है. फ्रॉईपैन में अंडे का मिश्रण डालते ही कड़कड़ाती धूप में आमलेट बनकर पूरी तरह तैयार हो गया. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ओडिशा में गर्मी से अब तक करीब 6 लोगों की मौत हो चुकी है. बोलंगीर और तितलगढ़ राज्य के सबसे गर्म स्थान रहे. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कभी तीखी धूप हो रही है, कभी छिटपुट बारिश हो रही है तो कभी आसमान में बादलों को डेरा दिखाई दे रहा है. तेलंगाना में भीषण गर्मी का दौर जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का मौजूदा मिजाज अगले तीन दिनों तक बरकरार रह सकता है.      शुक्रवार को राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा. टिप्पणियां मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कभी तीखी धूप हो रही है, कभी छिटपुट बारिश हो रही है तो कभी आसमान में बादलों को डेरा दिखाई दे रहा है. तेलंगाना में भीषण गर्मी का दौर जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का मौजूदा मिजाज अगले तीन दिनों तक बरकरार रह सकता है.      शुक्रवार को राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा. टिप्पणियां मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा. शुक्रवार को राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा. टिप्पणियां मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा. मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा. इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा.
यहाँ एक सारांश है:ओडिशा में भीषण गर्मी से लोग परेशान ओडिशा में 45 डिग्री के पार पहुंच गया है तीतलगढ़ की सड़क पर अंडे का ऑमलेट बनाते दिख रहा है
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सीरिया में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों की तैनाती के बावजूद हिंसा में 15 लोगों की जान चली गई। सीरियन आब्जवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार इदलिब प्रांत में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में कल एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई। हामा प्रांत में हुई गोलाबारी में एक नागरिक और एक बच्चा मारा गया, जबकि पांचवें व्यक्ति की मौत दिएर एजोर शहर में गोलीबारी की चपेट में आ जाने से हो गई।इस बीच, इदलिब प्रांत में विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच झड़पों में नौ सैनिकों तथा सेना के एक भगोड़े की मौत हो गई।टिप्पणियां यह हिंसा ऐसे समय हुई है जब संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इस समय सीरिया में उसके 145 सैन्य पर्यवेक्षक तैनात हैं जो संयुक्त राष्ट् अरब लीग के शांति दूत कोफी अन्नान की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम समझौते पर नजर रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सीरिया में पर्यवेक्षकों की संख्या 300 करने की योजना है। हामा प्रांत में हुई गोलाबारी में एक नागरिक और एक बच्चा मारा गया, जबकि पांचवें व्यक्ति की मौत दिएर एजोर शहर में गोलीबारी की चपेट में आ जाने से हो गई।इस बीच, इदलिब प्रांत में विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच झड़पों में नौ सैनिकों तथा सेना के एक भगोड़े की मौत हो गई।टिप्पणियां यह हिंसा ऐसे समय हुई है जब संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इस समय सीरिया में उसके 145 सैन्य पर्यवेक्षक तैनात हैं जो संयुक्त राष्ट् अरब लीग के शांति दूत कोफी अन्नान की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम समझौते पर नजर रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सीरिया में पर्यवेक्षकों की संख्या 300 करने की योजना है। यह हिंसा ऐसे समय हुई है जब संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इस समय सीरिया में उसके 145 सैन्य पर्यवेक्षक तैनात हैं जो संयुक्त राष्ट् अरब लीग के शांति दूत कोफी अन्नान की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम समझौते पर नजर रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सीरिया में पर्यवेक्षकों की संख्या 300 करने की योजना है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सीरिया में पर्यवेक्षकों की संख्या 300 करने की योजना है।
यहाँ एक सारांश है:सीरिया में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों की तैनाती के बावजूद हिंसा में 15 लोगों की जान चली गई।
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बिहार के जहानाबाद जिले में राहुल नाम के एक शख्स ने एक लड़की को इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उसके पिता ने राहुल की दाढ़ी ठीक से नहीं बनाई थी, जिससे उसे गुस्सा आ गया।टिप्पणियां विवाद बढ़ता देख लड़की बीच-बचाव करने के लिए आई, तो राहुल और उसके साथियों ने छेड़खानी शुरू कर दी, जिसका विरोध करने पर नाराज लड़कों ने गोली चला दी। गोली लगने से लड़की घायल हो गई और उसकी एक आंख की रोशनी चली गई है। डॉक्टरों का कहना है कि वे कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह उसकी दूसरी आंख की रोशनी को बचाया जा सके। आरोपी राहुल ऊंची जाति से ताल्लुक रखता है, जबकि पीड़ित लड़की पिछड़े परिवार से। विवाद बढ़ता देख लड़की बीच-बचाव करने के लिए आई, तो राहुल और उसके साथियों ने छेड़खानी शुरू कर दी, जिसका विरोध करने पर नाराज लड़कों ने गोली चला दी। गोली लगने से लड़की घायल हो गई और उसकी एक आंख की रोशनी चली गई है। डॉक्टरों का कहना है कि वे कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह उसकी दूसरी आंख की रोशनी को बचाया जा सके। आरोपी राहुल ऊंची जाति से ताल्लुक रखता है, जबकि पीड़ित लड़की पिछड़े परिवार से। डॉक्टरों का कहना है कि वे कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह उसकी दूसरी आंख की रोशनी को बचाया जा सके। आरोपी राहुल ऊंची जाति से ताल्लुक रखता है, जबकि पीड़ित लड़की पिछड़े परिवार से।
बिहार के जहानाबाद जिले में राहुल नाम के एक शख्स ने एक लड़की को इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उसके पिता ने राहुल की दाढ़ी ठीक से नहीं बनाई थी, जिससे उसे गुस्सा आ गया।
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा में आज आकर्षण का केंद्र बनी समाजवादी पार्टी की सदस्य डिंपल यादव ने भी आसन के समक्ष आकर नारेबाजी की। एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक जब 12 बजे फिर से शुरू हुई तो सपा सदस्य सच्चर समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ गए।टिप्पणियां डिंपल यादव भी सपा सदस्यों के साथ आसन की ओर बढ़ीं। इस दौरान डिंपल ने अग्रिम पंक्ति में बैठे सपा प्रमुख और अपने ससुर जी मुलायम सिंह यादव के पैर छुए और उसके बाद नारे लगाने के लिए आसन की ओर बढ़ गईं। डिंपल यादव कन्नौज से सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी हैं। अखिलेश के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के चलते ही कन्नौज की सीट खाली हुई थी, जिस पर डिंपल ने चुनाव लड़ा था। एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक जब 12 बजे फिर से शुरू हुई तो सपा सदस्य सच्चर समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ गए।टिप्पणियां डिंपल यादव भी सपा सदस्यों के साथ आसन की ओर बढ़ीं। इस दौरान डिंपल ने अग्रिम पंक्ति में बैठे सपा प्रमुख और अपने ससुर जी मुलायम सिंह यादव के पैर छुए और उसके बाद नारे लगाने के लिए आसन की ओर बढ़ गईं। डिंपल यादव कन्नौज से सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी हैं। अखिलेश के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के चलते ही कन्नौज की सीट खाली हुई थी, जिस पर डिंपल ने चुनाव लड़ा था। डिंपल यादव भी सपा सदस्यों के साथ आसन की ओर बढ़ीं। इस दौरान डिंपल ने अग्रिम पंक्ति में बैठे सपा प्रमुख और अपने ससुर जी मुलायम सिंह यादव के पैर छुए और उसके बाद नारे लगाने के लिए आसन की ओर बढ़ गईं। डिंपल यादव कन्नौज से सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी हैं। अखिलेश के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के चलते ही कन्नौज की सीट खाली हुई थी, जिस पर डिंपल ने चुनाव लड़ा था। डिंपल यादव कन्नौज से सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी हैं। अखिलेश के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के चलते ही कन्नौज की सीट खाली हुई थी, जिस पर डिंपल ने चुनाव लड़ा था।
सारांश: डिंपल यादव भी सपा सदस्यों के साथ आसन की ओर बढ़ीं। इस दौरान डिंपल ने अग्रिम पंक्ति में बैठे सपा प्रमुख और अपने ससुर जी मुलायम सिंह यादव के पैर छुए और उसके बाद नारे लगाने के लिए आसन की ओर बढ़ गईं।
7
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शिवसेना मुखपत्र के अनुसार- 6 जून को इस पुल का उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समेत शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे हाजिर रहनेवाले थे, लेकिन उद्धव ठाकरे  की छु्ट्टियां आड़े आ गईं. उद्धव हर साल राजनीति को गुडबाय कहकर अपने परिवार समेत विदेश घूमने जाते हैं. इस बार उनकी छूट्टियां 12 जून के आसपास तक चलनेवाली हैं, जिस वजह से बने बनाये पुल का उद्घाटन 16 जून तक टालना पड़ सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. शुक्रवार को जारी सरकारी सूचना बताती है कि मॉनसून के जल्द आने की संभावना को देखते हुए सावित्री नदी पर बना पुल 5 जून को ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ इस समारोह में उद्धव ठाकरे की जगह शिवसेना नेता और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते शामिल होंगे, बाकी नेताओ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल उपस्थित रहने वाले हैं.    शुक्रवार को जारी सरकारी सूचना बताती है कि मॉनसून के जल्द आने की संभावना को देखते हुए सावित्री नदी पर बना पुल 5 जून को ही जनता के लिए खोल दिया जाएगा. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ इस समारोह में उद्धव ठाकरे की जगह शिवसेना नेता और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते शामिल होंगे, बाकी नेताओ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल उपस्थित रहने वाले हैं.
संक्षिप्त पाठ: ठाकरे की अनुपस्थिति में होगा पुल का उद्घाटन 5 जून को जनता के लिए खोला जाएगा पुल नितिन गडकरी के साथ अन्य नेता शामिल होंगे
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने 2.5 से 4 करोड़ यात्री वर्ग में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दुनिया का दूसरा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा नामित किया है। इस हवाई अड्डे को सभी श्रेणियों में दुनिया के 199 हवाई अड्डों में चौथा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा घोषित किया गया है।टिप्पणियां एयरपोर्ट कांउसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा इस्तांबुल (तुर्की) में आयोजित पुरस्कार समारोह में हवाई अड्डा ऑपरेटर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), एयरपोर्ट ऑपरेशंस कंट्रोल और एयर इंडिया के प्रतिनिधियों वाले नौ-सदस्यीय दल ने 'एसीआई एएसक्यू पुरस्कार' हासिल किया। आईजीआई हवाई अड्डे ने हवाई अड्डा सेवा गुणवत्ता (एएसक्यू) पैमाने में 5 में से 4.83 अंक हासिल किए। आईजीआई ने 2.5 करोड़ से 4 करोड़ यात्री वर्ग में दूसरा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा होने का अपना खिताब बरकरार रखा। हवाई अड्डे ने साल 2007 में 3.02 एएसक्यू अंक हासिल किया था और दुनिया के 101 भागीदार हवाई अड्डों में उसका अंतिम स्थान था। एयरपोर्ट कांउसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा इस्तांबुल (तुर्की) में आयोजित पुरस्कार समारोह में हवाई अड्डा ऑपरेटर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), एयरपोर्ट ऑपरेशंस कंट्रोल और एयर इंडिया के प्रतिनिधियों वाले नौ-सदस्यीय दल ने 'एसीआई एएसक्यू पुरस्कार' हासिल किया। आईजीआई हवाई अड्डे ने हवाई अड्डा सेवा गुणवत्ता (एएसक्यू) पैमाने में 5 में से 4.83 अंक हासिल किए। आईजीआई ने 2.5 करोड़ से 4 करोड़ यात्री वर्ग में दूसरा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा होने का अपना खिताब बरकरार रखा। हवाई अड्डे ने साल 2007 में 3.02 एएसक्यू अंक हासिल किया था और दुनिया के 101 भागीदार हवाई अड्डों में उसका अंतिम स्थान था। आईजीआई हवाई अड्डे ने हवाई अड्डा सेवा गुणवत्ता (एएसक्यू) पैमाने में 5 में से 4.83 अंक हासिल किए। आईजीआई ने 2.5 करोड़ से 4 करोड़ यात्री वर्ग में दूसरा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा होने का अपना खिताब बरकरार रखा। हवाई अड्डे ने साल 2007 में 3.02 एएसक्यू अंक हासिल किया था और दुनिया के 101 भागीदार हवाई अड्डों में उसका अंतिम स्थान था।
यह एक सारांश है: एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल ने 2.5 से 4 करोड़ यात्री वर्ग में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को दुनिया का दूसरा सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा नामित किया है।
2
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली के शाहिन बाग इलाके में एक 35 साल की महिला के साथ गैंगरेप की ख़बर है। महिला के मुताबिक शनिवार की रात वह अपनी बहन के साथ गुड़गांव से दिल्ली कैब से आ रही थी, तभी कैब में सवार तीन लोगों ने ओखला के पास उसकी बहन को जबरन उतार दिया।टिप्पणियां इसके बाद वे तीनों कैब को शाहिन बाग इलाके में ले गए और वहीं एक फ्लैट में इस महिला के साथ गैंगरेप हुआ। इसके बाद कल सुबह महिला ने बलात्कार की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज कराई और जिसके बाद मेडिकल रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हो गई है। फिलहाल पुलिस इस मामले के आरोपियों की तलाश करने में जुटी है। इसके बाद वे तीनों कैब को शाहिन बाग इलाके में ले गए और वहीं एक फ्लैट में इस महिला के साथ गैंगरेप हुआ। इसके बाद कल सुबह महिला ने बलात्कार की रिपोर्ट पुलिस के पास दर्ज कराई और जिसके बाद मेडिकल रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हो गई है। फिलहाल पुलिस इस मामले के आरोपियों की तलाश करने में जुटी है। फिलहाल पुलिस इस मामले के आरोपियों की तलाश करने में जुटी है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: दिल्ली के शाहिन बाग इलाके में एक 35 साल की महिला के साथ गैंगरेप की ख़बर है। महिला के मुताबिक शनिवार की रात वह अपनी बहन के साथ गुड़गांव से दिल्ली कैब से आ रही थी, तभी कैब में सवार तीन लोगों ने ओखला के पास उसकी बहन को जबरन उतार दिया।
3
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मुख्यमंत्री जे जयललिता से अपने हितों की रक्षा का आश्वासन मिलने के बाद प्रस्तावित कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने पिछले 10 दिनों से जारी अपना अनशन खत्म करने का फैसला किया। कोस्टल पीपुल्स फेडरेशन के समन्वयक एम पुष्परायण ने बातचीत में कहा, "मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि हमारे हितों को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल में एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। हमने उनसे यह भी आग्रह किया कि देश में ऊर्जा की एक नीति तय करने के मुद्दे को वह केंद्र सरकार के समक्ष उठाए।" उन्होंने कहा कि हमने अनशन खत्म कर दिया है लेकिन यह गुरुवार से प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस बात पर भी सहमत हो गईं कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लिए जाएंगे। न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) तिरूनेलवेली जिले में रूसी तकनीक की मदद से 1000 मेगावाट के दो परमाणु बिजली रिएक्टर स्थापित कर रही है। इसकी पहली इकाई के दिसम्बर से काम शुरू कर देने की सम्भावना है। पुष्परायण ने कहा कि जयललिता ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि परमाणु ऊर्जा केंद्र का विषय है लेकिन इसके बावजूद परियोजना को अस्थायी तौर पर रोकने के लिए हम मंत्रिमंडल से प्रस्ताव पारित करेंगे। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ने हमें उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने के लिए भी आमंत्रित किया है, जो इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मिलेगा।" इस परियोजना के विरोध में आंदोलन कर रहे स्थानीय लोगों ने बुधवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मुख्यमंत्री जे. जयललिता से मुलाकात के बाद संयंत्र के विरोध में पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के समन्वयक एस. पी. उदयकुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मुख्यमंत्री ने हमसे अनशन स्थगित करने का आग्रह किया है। हम अपना अनशन खत्म कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि वह गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाएंगी जिसमें परियोजना स्थगित करने के सिलसिले में केंद्र से आग्रह करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। इसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय भी मांगा जाएगा।" उन्होंने कहा, "हम अपना अनशन खत्म कर रहे हैं लेकिन सरकार पर दबाव बनाए रखने का सिलसिला जारी रहेगा। समिति जयललिता के सम्पर्क में रहेगी और अपना संघर्ष जारी रखेगी।" प्रदर्शनकारियों से मिलने से पहले जयललिता ने प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद नारायणसामी ने कहा, "मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के लिए अपना संदेश दिया है। मैं उसे प्रधानमंत्री तक पहुंचा दूंगा।" इस परियोजना को स्थगित करने के लिए जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मंगलवार को पत्र लिखा था। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने परियोजना स्थल का दौरा कर स्थानीय लोगों से बात की। कुडनकुलम के नजदीक इंदिनथाकारी गांव में पिछले 10 दिन से 100 से अधिक लोग परियोजना के विरोध में अनशन कर रहे हैं। परमाणु बिजली संयंत्र के खिलाफ इस आंदोलन को लगातार समर्थन मिल रहा है। संयंत्र को लेकर अचानक किए जा रहे प्रदर्शन के बारे में कुमार ने कहा, "पिछले करीब 10 साल से लोग इस संयंत्र के दुष्परिणामों से वाकिफ थे। लेकिन जापान में सुनामी के बाद फुकुशिमा संयंत्र में हुई तबाही के बाद इस खतरे और अधिक समझा गया।" उन्होंने कहा कि इसका एक अन्य कारण संयंत्र के 500 मीटर के दायरे में मछली पकडने पर लगा प्रतिबंध है, जिससे मछुआरे परेशान हैं।
यहाँ एक सारांश है:कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने पिछले 10 दिनों से जारी अपना अनशन खत्म करने का फैसला किया।
17
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: रसोई गैस उपभोक्ता अब नया डीलर चुन सकते हैं। सरकार ने इसके लिए रसोई गैस कनेक्शन पोर्टेबिलिटी योजना शुरू की है। इस योजना की शुरुआत चंडीगढ़ से की गई। वर्ष 2013-14 में 25 और जिलों में इस योजना का विस्तार किया जाएगा। मोबाइल फोन ग्राहकों को अपना पुराना नंबर अपने पास बरकार रखते हुए दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनी बदलने की छूट है लेकिन रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए अभी कंपनी बदलने की व्यवस्था यहां अभी नहीं है, वह केवल अपने क्षेत्र में उसी कंपनी के दूसरे गैस डीलर का चुनाव कर सकते हैं। आप यदि इंडियन ऑयल कापरेरेशन की इंडेन गैस के ग्राहक हैं तो अपने क्षेत्र में इंडेन के ही दूसरे वितरक को अपनी एजेंसी चुन सकते हैं, लेकिन भारत गैस अथवा एचपीगैस की सेवाएं नहीं ले सकते। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा एम. मोइली ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में ‘लक्ष्य’ नामक योजना की शुरुआत की। इसमें आधुनिक पोर्टल के जरिए ग्राहकों को अपना गैस डीलर बदलने की सुविधा होगी। गैस डीलर बदलने की प्रक्रिया मानव हस्तक्षेप रहित होगी और यह अपने आप पूरी हो जाएगी। फिलहाल चंडीगढ़ से इसकी शुरुआत की गई है। टिप्पणियां मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’ गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा। वर्ष 2013-14 में 25 और जिलों में इस योजना का विस्तार किया जाएगा। मोबाइल फोन ग्राहकों को अपना पुराना नंबर अपने पास बरकार रखते हुए दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनी बदलने की छूट है लेकिन रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए अभी कंपनी बदलने की व्यवस्था यहां अभी नहीं है, वह केवल अपने क्षेत्र में उसी कंपनी के दूसरे गैस डीलर का चुनाव कर सकते हैं। आप यदि इंडियन ऑयल कापरेरेशन की इंडेन गैस के ग्राहक हैं तो अपने क्षेत्र में इंडेन के ही दूसरे वितरक को अपनी एजेंसी चुन सकते हैं, लेकिन भारत गैस अथवा एचपीगैस की सेवाएं नहीं ले सकते। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा एम. मोइली ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में ‘लक्ष्य’ नामक योजना की शुरुआत की। इसमें आधुनिक पोर्टल के जरिए ग्राहकों को अपना गैस डीलर बदलने की सुविधा होगी। गैस डीलर बदलने की प्रक्रिया मानव हस्तक्षेप रहित होगी और यह अपने आप पूरी हो जाएगी। फिलहाल चंडीगढ़ से इसकी शुरुआत की गई है। टिप्पणियां मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’ गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा। मोबाइल फोन ग्राहकों को अपना पुराना नंबर अपने पास बरकार रखते हुए दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनी बदलने की छूट है लेकिन रसोई गैस के उपभोक्ताओं के लिए अभी कंपनी बदलने की व्यवस्था यहां अभी नहीं है, वह केवल अपने क्षेत्र में उसी कंपनी के दूसरे गैस डीलर का चुनाव कर सकते हैं। आप यदि इंडियन ऑयल कापरेरेशन की इंडेन गैस के ग्राहक हैं तो अपने क्षेत्र में इंडेन के ही दूसरे वितरक को अपनी एजेंसी चुन सकते हैं, लेकिन भारत गैस अथवा एचपीगैस की सेवाएं नहीं ले सकते। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा एम. मोइली ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में ‘लक्ष्य’ नामक योजना की शुरुआत की। इसमें आधुनिक पोर्टल के जरिए ग्राहकों को अपना गैस डीलर बदलने की सुविधा होगी। गैस डीलर बदलने की प्रक्रिया मानव हस्तक्षेप रहित होगी और यह अपने आप पूरी हो जाएगी। फिलहाल चंडीगढ़ से इसकी शुरुआत की गई है। टिप्पणियां मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’ गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा एम. मोइली ने एलपीजी वितरण व्यवस्था को आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा में ‘लक्ष्य’ नामक योजना की शुरुआत की। इसमें आधुनिक पोर्टल के जरिए ग्राहकों को अपना गैस डीलर बदलने की सुविधा होगी। गैस डीलर बदलने की प्रक्रिया मानव हस्तक्षेप रहित होगी और यह अपने आप पूरी हो जाएगी। फिलहाल चंडीगढ़ से इसकी शुरुआत की गई है। टिप्पणियां मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’ गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा। मोइली ने कहा कि आने वाले समय में धीरे-धीरे इस सुविधा का विस्तार देशभर में किया जाएगा। ‘हर क्षेत्र में दो से तीन डीलरों का एक समूह बनाया जाएगा, उपभोक्ता इनमें से बेहतर डीलर का चुनाव कर सकेंगे।’ गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा। गैस कंपनी बदलने की सुविधा के मुद्दे पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल गैस आपूर्ति करने वाली कंपनी बदलना कानूनी तौर पर संभव नहीं है। मौजूदा कानूनी प्रावधान के अनुसार किसी एक कंपनी का खाली एलपीजी सिलेंडर उसी कंपनी द्वारा भरा जाएगा।
संक्षिप्त पाठ: रसोई गैस उपभोक्ता अब नया डीलर चुन सकते हैं। सरकार ने इसके लिए रसोई गैस कनेक्शन पोर्टेबिलिटी योजना शुरू की है। इस योजना की शुरुआत चंडीगढ़ से की गई।
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यह सही है कि तोहफे देना रिश्ते को और प्यार को हमेशा जीवित रखता है। मगर पुरुषों पर किए गए एक नए सर्वे के मुताबिक पुरुष अपने जीवन साथी को खुश रखने की कला को भूलते जा रहे हैं। वे उनके लिए तोहफे खरीदना भूल गए हैं। ब्रिटेन में हुए इस सर्वे में पाया गया कि ज्यादातर महिलाओं को पिछले एक साल में उनके पतियों ने कोई सरप्राइज गिफ्ट नहीं दिया है। पांच में से एक महिला का मानना है कि उन्होंने अब अपने पतियों से तोहफे में फूल पाने की आशा छोड़ दी है और वे अपने लिए खुद खरीद लेती हैं। 'डेली एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, शेइलाज व्हील्स इंश्योरेंश कंपनी की ओर से कराए गए इस सर्वे में 1,176 ऐसे व्यस्कों को शामिल किया गया, जो या तो शादीशुदा थे या फिर वे किसी न किसी रिश्ते में थे। सर्वे में पाया गया कि युवा पुरुषों में शिष्टता तेजी से घट रही है। 25 वर्ष से कम आयु के पुरुषों में 10 में से एक ने अपने साथी को ऐसा तोहफा दिया, जो बेकार था। आधी से ज्यादा युवा महिलाओं ने अपनी पहली डेट पर खुद बिल चुकाया या फिर अपने साथी के साथ मिलकर बिल चुकाया। सिर्फ तीन प्रतिशत महिलाएं ही सालगिरह की तारीख भूलीं, जबकि 10 प्रतिशत पुरुषों को सालगिरह की तारीख याद नहीं रही।
संक्षिप्त सारांश: यह सही है कि तोहफे देना रिश्ते को और प्यार को हमेशा जीवित रखता है। मगर पुरुषों पर किए गए एक नए सर्वे के मुताबिक पुरुष अपने जीवन साथी को खुश रखने की कला को भूलते जा रहे हैं।
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: महिलाओं और युवतियों को इस बात पर गौर करना चाहिए कि मर्द खूबसूरत फिगर की बजाय मोतियों से चमकते दांतों वाली महिलाओं की ओर अधिक आकर्षित होते हैं।टिप्पणियां एक नए शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुष किसी महिला में पहली चीज जो देखते हैं, वह हैं उसके दांत। शोध में यह बात भी सामने आई है कि किसी नई महिला मित्र की खोज में लगे पुरुष के मापदंडों में आकर्षक दांत पहली वरीयता पर होते हैं। शोध में भाग लेने वाले 58 फीसदी लोगों ने कहा कि वे महिलाओं के दांतों की ओर अधिक ध्यान देते हैं। इसके बाद बाकी चीजें आती हैं। इसी प्रकार, 71 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे किसी पुरुष में जो पहली चीज देखती हैं, वह उनके दांत होते हैं। 'डेली मेल' में यह खबर प्रकाशित हुई है। एक नए शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुष किसी महिला में पहली चीज जो देखते हैं, वह हैं उसके दांत। शोध में यह बात भी सामने आई है कि किसी नई महिला मित्र की खोज में लगे पुरुष के मापदंडों में आकर्षक दांत पहली वरीयता पर होते हैं। शोध में भाग लेने वाले 58 फीसदी लोगों ने कहा कि वे महिलाओं के दांतों की ओर अधिक ध्यान देते हैं। इसके बाद बाकी चीजें आती हैं। इसी प्रकार, 71 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे किसी पुरुष में जो पहली चीज देखती हैं, वह उनके दांत होते हैं। 'डेली मेल' में यह खबर प्रकाशित हुई है। शोध में भाग लेने वाले 58 फीसदी लोगों ने कहा कि वे महिलाओं के दांतों की ओर अधिक ध्यान देते हैं। इसके बाद बाकी चीजें आती हैं। इसी प्रकार, 71 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे किसी पुरुष में जो पहली चीज देखती हैं, वह उनके दांत होते हैं। 'डेली मेल' में यह खबर प्रकाशित हुई है।
यह एक सारांश है: महिलाओं और युवतियों को इस बात पर गौर करना चाहिए कि मर्द खूबसूरत फिगर की बजाय मोतियों से चमकते दांतों वाली महिलाओं की ओर अधिक आकर्षित होते हैं। एक नए शोध में यह बात सामने आई है।
2
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इलाहाबाद में चल रहे महाकुंभ मेले में महाशिवरात्रि के मौके पर आखिरी शाही स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब संगम तट पर उमड़ पड़ा। कहा जा रहा है कि महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ के शाही स्नान का ये संयोग 237 सालों बाद आया है। संगम के घाटों पर चारों तरफ हर-हर गंगे और हर हर महादेव के नारे गुंजायमान हो रहे हैं। लोग गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम में स्नान करके शिवमंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मेला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, सुबह 10 बजे तक 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रसाशन ने रविवार को करीब 60 लाख लोगों के स्नान की उम्मीद जताई है। मकर संक्रांति से शुरू हुए 55 दिवसीय महाकुंभ मेला का महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ ही समापन हो जाएगा। अब तक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।टिप्पणियां आखिरी शाही स्नान के लिए एकत्र होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। मेले के चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ-साथ राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती की गई है। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं। संगम के घाटों पर चारों तरफ हर-हर गंगे और हर हर महादेव के नारे गुंजायमान हो रहे हैं। लोग गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम में स्नान करके शिवमंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मेला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, सुबह 10 बजे तक 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रसाशन ने रविवार को करीब 60 लाख लोगों के स्नान की उम्मीद जताई है। मकर संक्रांति से शुरू हुए 55 दिवसीय महाकुंभ मेला का महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ ही समापन हो जाएगा। अब तक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।टिप्पणियां आखिरी शाही स्नान के लिए एकत्र होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। मेले के चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ-साथ राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती की गई है। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं। मेला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, सुबह 10 बजे तक 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रसाशन ने रविवार को करीब 60 लाख लोगों के स्नान की उम्मीद जताई है। मकर संक्रांति से शुरू हुए 55 दिवसीय महाकुंभ मेला का महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ ही समापन हो जाएगा। अब तक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।टिप्पणियां आखिरी शाही स्नान के लिए एकत्र होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। मेले के चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ-साथ राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती की गई है। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं। मकर संक्रांति से शुरू हुए 55 दिवसीय महाकुंभ मेला का महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ ही समापन हो जाएगा। अब तक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।टिप्पणियां आखिरी शाही स्नान के लिए एकत्र होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। मेले के चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ-साथ राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती की गई है। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं। आखिरी शाही स्नान के लिए एकत्र होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। मेले के चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ-साथ राज्य पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवानों की तैनाती की गई है। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं। उधर, महाकुंभ से कूच करने वाले नागा संन्यासी और साधु शिवरात्रि के मौके पर वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ में बाबा भोले की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तड़के से ही विभिन्न अखाड़ों के नागा साधु कतार में बाबा बोले का जलाभिषेक करने में जुटे हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इलाहाबाद में चल रहे महाकुंभ मेले में महाशिवरात्रि के मौके पर आखिरी शाही स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब संगम तट पर उमड़ पड़ा। कहा जा रहा है कि महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ के शाही स्नान का ये संयोग 237 सालों बाद आया है।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: हाफबैक मनप्रीत सिंह को इंग्लैंड में होने वाले विश्व लीग सेमीफाइनल और अगले महीने जर्मनी में होने वाले तीन देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट के लिये भारतीय हाकी टीम का कप्तान चुना गया है. नियमित कप्तान पी आर श्रीजेश घुटने की चोट के कारण बाहर हैं. तीन देशों का आमंत्रण टूर्नामेंट जर्मनी के डसेलडोर्फ में एक जून से खेला जायेगा जबकि हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल 15 जून से लंदन में होगा. अठारह सदस्यीय टीम जर्मनी और बेल्जियम के खिलाफ दो-दो मैच खेलेगी. लंदन में विश्व हाकी लीग सेमीफाइनल में भारत को पूल बी में कनाडा, नीदरलैंड,पाकिस्तान और स्काटलैंड के साथ रखा गया है. भारत के उपकप्तान चिंग्लेनसना सिंह के होंगे. टीम में प्रदीप मोर, कोथाजीत सिंह, सुरेंदर कुमार, रूपिंदर पाल सिंह और हरमनप्रीत सिंह डिफेंस पंक्ति में होंगे. हरमनप्रीत और रूपिंदर पेनल्टी कार्नर का जिम्मा संभालेंगे जबकि आकाश चिकते और विकास दहिया गोलकीपर होंगे. श्रीजेश को सुल्तान अजलन शाह कप टूर्नामेंट के लीग चरण के दौरान चोट लगी थी. मिडफील्ड में एस के उथप्पा, सतबीर सिंह, हरजीत सिंह, चिंग्लेनसना सिंह ,अनुभवी मनप्रीत और सरदार सिंह होंगे. उथप्पा और सतबीर को अजलन शाह कप में आराम दिया गया था जिसमें भारत ने कांस्य पदक जीता. फारवर्ड पंक्ति में रमनदीप सिंह , एस वी सुनील, आकाशदीप सिंह, तलविंदर सिंह और मनदीप सिंह होंगे. भारत के उपकप्तान चिंग्लेनसना सिंह के होंगे. टीम में प्रदीप मोर, कोथाजीत सिंह, सुरेंदर कुमार, रूपिंदर पाल सिंह और हरमनप्रीत सिंह डिफेंस पंक्ति में होंगे. हरमनप्रीत और रूपिंदर पेनल्टी कार्नर का जिम्मा संभालेंगे जबकि आकाश चिकते और विकास दहिया गोलकीपर होंगे. श्रीजेश को सुल्तान अजलन शाह कप टूर्नामेंट के लीग चरण के दौरान चोट लगी थी. मिडफील्ड में एस के उथप्पा, सतबीर सिंह, हरजीत सिंह, चिंग्लेनसना सिंह ,अनुभवी मनप्रीत और सरदार सिंह होंगे. उथप्पा और सतबीर को अजलन शाह कप में आराम दिया गया था जिसमें भारत ने कांस्य पदक जीता. फारवर्ड पंक्ति में रमनदीप सिंह , एस वी सुनील, आकाशदीप सिंह, तलविंदर सिंह और मनदीप सिंह होंगे.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कप्तान पी आर श्रीजेश घुटने की चोट के कारण बाहर हैं तीन देशों का आमंत्रण टूर्नामेंट जर्मनी के डसेलडोर्फ में एक जून से खेला हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल 15 जून से लंदन में होगा
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकास के लिए जिन 30 शहरों की नई सूची जारी की गई है, उनमें केरल का तिरूवनंपुरम, छत्तीसगढ़ का नया रायपुर और गुजरात का राजकोट शहर शामिल हैं. इस नई घोषणा के साथ केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना के तहत चयनित शहरों की संख्या 90 हो गई है. नई सूची के ऐलान से जुड़े के कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए सूची में 40 शहरों के लिए स्थान खाली थे, लेकिन व्यवहारिकता और कार्य करने योग्य योजना सुनिश्चित करने के लिए 30 शहरों का चयन किया गया. स्मार्ट सिटी योजनाओं के तहत 57,393 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है.टिप्पणियां स्मार्ट सिटी योजना के तहत जारी तीसरे चरण की सूची में आंध्र प्रदेश का अमरावती, बिहार का पटना, तेलंगाना का करीमनगर और बिहार का मुजफ्फरपुर भी शामिल है. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत केंद्र हर शहर को पांच साल की अवधि में 500 करोड़ रुपये प्रदान करता है ताकि विभिन्न विकास परियोजनाओं को कार्यान्वित किया जा सके. ये हैं 30 नए नाम... तिरुवनंतपुरमनया रायपुरराजकोटअमरावतीपटनाकरीमनगरमुजफ्फरपुरपुडुचेरीगांधीनगरश्रीनगरसागरकरनाललसतनाबेंगलुरुशिमलादेहरादूनतिरुपुरपिंपरी चिंचवाड़बिलासपुरपासीघाटजम्मूदाहोदतिरुनेलवेलीथुटुकुड़ीत्रिचिरापल्लीझांसीआईजॉलइलाहाबादअलीगढ़गंगटोक(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) स्मार्ट सिटी योजना के तहत जारी तीसरे चरण की सूची में आंध्र प्रदेश का अमरावती, बिहार का पटना, तेलंगाना का करीमनगर और बिहार का मुजफ्फरपुर भी शामिल है. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत केंद्र हर शहर को पांच साल की अवधि में 500 करोड़ रुपये प्रदान करता है ताकि विभिन्न विकास परियोजनाओं को कार्यान्वित किया जा सके. ये हैं 30 नए नाम... तिरुवनंतपुरमनया रायपुरराजकोटअमरावतीपटनाकरीमनगरमुजफ्फरपुरपुडुचेरीगांधीनगरश्रीनगरसागरकरनाललसतनाबेंगलुरुशिमलादेहरादूनतिरुपुरपिंपरी चिंचवाड़बिलासपुरपासीघाटजम्मूदाहोदतिरुनेलवेलीथुटुकुड़ीत्रिचिरापल्लीझांसीआईजॉलइलाहाबादअलीगढ़गंगटोक(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: 57,393 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है हर शहर को 5 साल की अवधि में 500 करोड़ सतना, बेंगलुरु और जम्मू भी लिस्ट में शामिल
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अपनी धमाकेदार और दिलकश बल्लेबाजी के लिए मशहूर केविन पीटरसन ने गुरुवार को एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह विशेषज्ञ टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर इंग्लैंड की तरफ खेलते रहेंगे। पीटरसन ने अपने इस फैसले की घोषणा करके अपने प्रशसंकों को हैरत में डाल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के व्यस्त कार्यक्रम और मेरे शरीर पर बढ़ते बोझ को देखते हुए मैं समझता हूं कि यह संन्यास लेने का सही समय है। इससे अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को विश्व कप 2015 से अनुभव हासिल करने का मौका भी मिलेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एकदिवसीय क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है लेकिन मैं अब भी चाहता हूं कि इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में चयन के लिये मेरे नाम पर विचार किया जाए।’’ दक्षिण अफ्रीका में 27 जून 1980 को जन्में पीटरसन ने ऐसे समय में वनडे और ट्वेंटी-20 से संन्यास लिया है जबकि इंग्लैंड सितंबर में श्रीलंका में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप में अपने खिताब के बचाव की तैयारियां कर रहा है। इससे उसे करारा झटका लगा है। हाल में इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पीटरसन ने स्वीकार किया है कि वह ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं लेकिन इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के नियम उन्हें इसकी इजाजत नहीं देते। पीटरसन ने कहा, ‘‘यदि चयन के लिये मानदंड नहीं होते तो मैं इंग्लैंड की तरफ से आगामी ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलने के लिये तैयार रहता।’’ ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। पीटरसन ने अपने इस फैसले की घोषणा करके अपने प्रशसंकों को हैरत में डाल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के व्यस्त कार्यक्रम और मेरे शरीर पर बढ़ते बोझ को देखते हुए मैं समझता हूं कि यह संन्यास लेने का सही समय है। इससे अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को विश्व कप 2015 से अनुभव हासिल करने का मौका भी मिलेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एकदिवसीय क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है लेकिन मैं अब भी चाहता हूं कि इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में चयन के लिये मेरे नाम पर विचार किया जाए।’’ दक्षिण अफ्रीका में 27 जून 1980 को जन्में पीटरसन ने ऐसे समय में वनडे और ट्वेंटी-20 से संन्यास लिया है जबकि इंग्लैंड सितंबर में श्रीलंका में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप में अपने खिताब के बचाव की तैयारियां कर रहा है। इससे उसे करारा झटका लगा है। हाल में इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पीटरसन ने स्वीकार किया है कि वह ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं लेकिन इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के नियम उन्हें इसकी इजाजत नहीं देते। पीटरसन ने कहा, ‘‘यदि चयन के लिये मानदंड नहीं होते तो मैं इंग्लैंड की तरफ से आगामी ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलने के लिये तैयार रहता।’’ ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एकदिवसीय क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है लेकिन मैं अब भी चाहता हूं कि इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में चयन के लिये मेरे नाम पर विचार किया जाए।’’ दक्षिण अफ्रीका में 27 जून 1980 को जन्में पीटरसन ने ऐसे समय में वनडे और ट्वेंटी-20 से संन्यास लिया है जबकि इंग्लैंड सितंबर में श्रीलंका में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप में अपने खिताब के बचाव की तैयारियां कर रहा है। इससे उसे करारा झटका लगा है। हाल में इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पीटरसन ने स्वीकार किया है कि वह ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं लेकिन इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के नियम उन्हें इसकी इजाजत नहीं देते। पीटरसन ने कहा, ‘‘यदि चयन के लिये मानदंड नहीं होते तो मैं इंग्लैंड की तरफ से आगामी ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलने के लिये तैयार रहता।’’ ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। इससे उसे करारा झटका लगा है। हाल में इंडियन प्रीमियर लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पीटरसन ने स्वीकार किया है कि वह ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं लेकिन इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के नियम उन्हें इसकी इजाजत नहीं देते। पीटरसन ने कहा, ‘‘यदि चयन के लिये मानदंड नहीं होते तो मैं इंग्लैंड की तरफ से आगामी ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलने के लिये तैयार रहता।’’ ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। पीटरसन ने कहा, ‘‘यदि चयन के लिये मानदंड नहीं होते तो मैं इंग्लैंड की तरफ से आगामी ट्वेंटी-20 विश्व कप में खेलने के लिये तैयार रहता।’’ ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। ईसीबी के नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी एकदिवसीय या ट्वेंटी-20 में किसी एक के लिये उपलब्ध नहीं रहता है तो स्वत: ही वह दूसरे प्रारूप से भी बाहर हो जाएगा और चयन के लिये उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। पीटरसन के फैसले पर ईसीबी ने निराशा जतायी।टिप्पणियां ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। ईसीबी के प्रबंध निदेशक ह्यूज मौरिस ने कहा, ‘‘ईसीबी आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 में हमारे खिताब बचाने के अभियान से चार महीने पहले केविन के इस फैसले से निराश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केविन विश्वस्तरीय खिलाड़ी है और मैं उनके प्रयासों के लिये मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। हमें टेस्ट मैचों में उनका योगदान मिलता रहेगा।’’ पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये। पीटरसन हालांकि आईपीएल में खेलते रहेंगे। उन्होंने आईपीएल पांच में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों को काफी रोमांचित किया था। उन्होंने दिल्ली को लीग चरण में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के कारण उन्हें आईपीएल के बीच में ही स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद दिल्ली प्लेआफ में दोनों मैच हार गया था। पीटरसन ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की थी लेकिन वहां की चयननीति के कारण वह इंग्लैंड आ गये। उन्होंने 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में एकदिवसीय क्रिकेट में पदार्पण किया तथा 127 मैच में 41.84 की औसत से 4184 रन बनाये जिसमें नौ शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के इस धांसू बल्लेबाज ने इसके अलावा 36 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय में 37.93 की औसत से 1176 रन बनाये।
यहाँ एक सारांश है:अपनी धमाकेदार और दिलकश बल्लेबाजी के लिए मशहूर केविन पीटरसन ने गुरुवार को एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वह विशेषज्ञ टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर इंग्लैंड की तरफ खेलते रहेंगे।
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: रूबी को गिरफ्तार किया गया और बाल सुधार ग्रह भेज दिया गया था. इस कार्रवाई को कुछ अधिकारियों के अतिरेक कार्रवाई करार दिया था. इस टॉपर घोटाले में 17 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था, जिनमें घोटाले के मास्टरमाइंड रूबी के कॉलेज, वीएन कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय भी थे. यह सब राज्य की राजधानी पटना से महज 45 किमी की दूरी पर हो रहा था. किशोर ने बताया कि आज जिन भी कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया है उन सबको पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर लालकेश्वर प्रसाद सिंह के कार्यकाल में मान्यता दी गई थी. लालकेश्वर भी फिलहाल बच्चा राय के साथ जेल की हवा खा रहे हैं.टिप्पणियां हाल ही में पुलिस ने खुलासा किया था कि रूबी राय ने अपने बोर्ड एग्जाम की आंसर शीट में कविताएं और फिल्मों के नाम लिखे थे. रूबी का कहना है कि उसने कभी टॉप करने के बारे में नहीं सोचा था, वह तो बस यही मना रही थी कि पास हो जाए. रूबी के पिता ने कथित तौर पर उसके अच्छे नंबरों के लिए पैसे दिए थे. एक फॉरेंसिक जांच में पता चला कि रूबी राय की कॉपी किसी अन्य व्यक्ति ने लिखी थी. इससे पहले पिछले साल भी कुछ तस्वीरें राष्ट्रीय चैनलों और अखबारों की सुर्खियों में छा गई थीं, जिनमें 10वीं बोर्ड के एग्जाम में माता-पिता और रिश्तेदार छात्रों को खिड़कियों पर चढ़कर नकल करवा रहे थे. इसके बाद कानून सख्त किया गया और और नकल करने या कराने का दोषी पाए जाने वाले बालिग के लिए 6 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है. किशोर ने बताया कि आज जिन भी कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया है उन सबको पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर लालकेश्वर प्रसाद सिंह के कार्यकाल में मान्यता दी गई थी. लालकेश्वर भी फिलहाल बच्चा राय के साथ जेल की हवा खा रहे हैं.टिप्पणियां हाल ही में पुलिस ने खुलासा किया था कि रूबी राय ने अपने बोर्ड एग्जाम की आंसर शीट में कविताएं और फिल्मों के नाम लिखे थे. रूबी का कहना है कि उसने कभी टॉप करने के बारे में नहीं सोचा था, वह तो बस यही मना रही थी कि पास हो जाए. रूबी के पिता ने कथित तौर पर उसके अच्छे नंबरों के लिए पैसे दिए थे. एक फॉरेंसिक जांच में पता चला कि रूबी राय की कॉपी किसी अन्य व्यक्ति ने लिखी थी. इससे पहले पिछले साल भी कुछ तस्वीरें राष्ट्रीय चैनलों और अखबारों की सुर्खियों में छा गई थीं, जिनमें 10वीं बोर्ड के एग्जाम में माता-पिता और रिश्तेदार छात्रों को खिड़कियों पर चढ़कर नकल करवा रहे थे. इसके बाद कानून सख्त किया गया और और नकल करने या कराने का दोषी पाए जाने वाले बालिग के लिए 6 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है. हाल ही में पुलिस ने खुलासा किया था कि रूबी राय ने अपने बोर्ड एग्जाम की आंसर शीट में कविताएं और फिल्मों के नाम लिखे थे. रूबी का कहना है कि उसने कभी टॉप करने के बारे में नहीं सोचा था, वह तो बस यही मना रही थी कि पास हो जाए. रूबी के पिता ने कथित तौर पर उसके अच्छे नंबरों के लिए पैसे दिए थे. एक फॉरेंसिक जांच में पता चला कि रूबी राय की कॉपी किसी अन्य व्यक्ति ने लिखी थी. इससे पहले पिछले साल भी कुछ तस्वीरें राष्ट्रीय चैनलों और अखबारों की सुर्खियों में छा गई थीं, जिनमें 10वीं बोर्ड के एग्जाम में माता-पिता और रिश्तेदार छात्रों को खिड़कियों पर चढ़कर नकल करवा रहे थे. इसके बाद कानून सख्त किया गया और और नकल करने या कराने का दोषी पाए जाने वाले बालिग के लिए 6 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है. एक फॉरेंसिक जांच में पता चला कि रूबी राय की कॉपी किसी अन्य व्यक्ति ने लिखी थी. इससे पहले पिछले साल भी कुछ तस्वीरें राष्ट्रीय चैनलों और अखबारों की सुर्खियों में छा गई थीं, जिनमें 10वीं बोर्ड के एग्जाम में माता-पिता और रिश्तेदार छात्रों को खिड़कियों पर चढ़कर नकल करवा रहे थे. इसके बाद कानून सख्त किया गया और और नकल करने या कराने का दोषी पाए जाने वाले बालिग के लिए 6 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.
संक्षिप्त सारांश: केशव विंदेवरी देवी कॉलेज एक गैराज से चलाया जा रहा था आंसर शीट में कविताएं और फिल्मों के नाम लिखकर आयी थी रूबी रूबी राय को गिरफ्तार करके बाल सुधार ग्रह भेजा गया था
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['hin']
एक सारांश बनाओ: काल के कपाल पर लिखने-मिटाने वाली वो अटल आवाज़ हमेशा के लिए ख़ामोश हो गई. भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का कल शाम निधन हो गया. पिछले दो महीने से वो एम्स अस्पताल में भर्ती थे. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने 5.05 मिनट पर अंतिम सांस ली. अटल जी का पार्थिव शरीर उनके निवास 6 कृष्ण मेनन मार्ग पर रखा गया था और उनका पार्थिव शरीर बीजेपी के पार्टी दफ़्तर लाया गया था. अब बीजेपी मुख्‍यालय से अटल जी का पार्थिव शरीर अंतिम सफर के लिए निकल चुका है.  अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में लोग पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आवास पर पहुंच रहे थे. इसके चलते ही उनका पार्थिव शरीर कृष्‍णा मेनन मार्ग से 9 बजे की जगह 10 बजे बीजेपी मुख्‍यालय के लिए ले जाया गया. जहां उन्‍हें पीएम मोदी और अमित शाह ने श्रद्धांजलि दी. वहीं से दोपहर एक बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी और करीब 4 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा. गठबंधन सरकार के जनक माने जाते रहे. छह साल तक 24 पार्टियों को साथ लेकर सरकार चलाई. भारत पाकिस्तान संबंधों को नया आयाम दिया.  देखें फोटो       स्‍मृति स्‍थल की ओर बढ़ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा.   पीएम मोदी अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते हुए    अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते पीएम मोदी और अमित शाह    अटल जी की अंतिम यात्रा पर उमड़ा हुजूम    बीजेपी मुख्‍यालय से निकला अटल जी का पार्थिव शरीर   अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते    पीएम मोदी अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते हुए    अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते पीएम मोदी और अमित शाह    अटल जी की अंतिम यात्रा पर उमड़ा हुजूम    बीजेपी मुख्‍यालय से निकला अटल जी का पार्थिव शरीर   अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते    अटल जी की अंतिम यात्रा पर पैदल चलते पीएम मोदी और अमित शाह    अटल जी की अंतिम यात्रा पर उमड़ा हुजूम    बीजेपी मुख्‍यालय से निकला अटल जी का पार्थिव शरीर   अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते    बीजेपी मुख्‍यालय से निकला अटल जी का पार्थिव शरीर   अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते    अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते  बीजेपी मुख्‍यालय पहुंचा अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर      टिप्पणियां   सेना के जिस वाहन में अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को उनको निवास से बीजेपी ऑफ़िस में लेकर जाया जायेगा. उसमें अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार के लोगों के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी रहेंगे.     सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास के दरवाजे सुबह करीब साढ़े सात बजे खोले गये. बाद में वाजपेयी का पार्थिव शरीर भारतीय जनता पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नव-निर्मित मुख्यालय पर ले जाया जाएगा. ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए उनकी अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे शुरू होगी.       लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को एम्स में वाजपेयी का निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. सुबह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंचने वालों में शामिल 52 वर्षीय योगेश कुमार उत्तराखंड के उत्तरकाशी से अपने नेता के अंतिम दर्शन को आये हैं.    लोग पूरी रात यात्रा करके दिल्ली आये हैं ताकि अपने नेता को एक अंतिम बार देख सकें. कुमार का दावा है, ‘1984 में जब वाजपेयी जी गंगोत्री जाने के दौरान उत्तरकाशी में रूके थे, तब मैं उनसे मिला था. 1986 में वह फिर से उत्तरकाशी आये.’ कुमार अपने साथ याद के रूप में अपनी और वाजपेयी जी की तस्वीर लेकर आये हैं. उनका कहना है, मैं अपने साथ गंगोत्री से गंगाजल लेकर आया हूं. आशा करता हूं कि उन्हें अंतिम बार देख सकूंगा.       सेना के जिस वाहन में अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को उनको निवास से बीजेपी ऑफ़िस में लेकर जाया जायेगा. उसमें अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार के लोगों के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी रहेंगे.     सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास के दरवाजे सुबह करीब साढ़े सात बजे खोले गये. बाद में वाजपेयी का पार्थिव शरीर भारतीय जनता पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नव-निर्मित मुख्यालय पर ले जाया जाएगा. ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए उनकी अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे शुरू होगी.       लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को एम्स में वाजपेयी का निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. सुबह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंचने वालों में शामिल 52 वर्षीय योगेश कुमार उत्तराखंड के उत्तरकाशी से अपने नेता के अंतिम दर्शन को आये हैं.    लोग पूरी रात यात्रा करके दिल्ली आये हैं ताकि अपने नेता को एक अंतिम बार देख सकें. कुमार का दावा है, ‘1984 में जब वाजपेयी जी गंगोत्री जाने के दौरान उत्तरकाशी में रूके थे, तब मैं उनसे मिला था. 1986 में वह फिर से उत्तरकाशी आये.’ कुमार अपने साथ याद के रूप में अपनी और वाजपेयी जी की तस्वीर लेकर आये हैं. उनका कहना है, मैं अपने साथ गंगोत्री से गंगाजल लेकर आया हूं. आशा करता हूं कि उन्हें अंतिम बार देख सकूंगा.       सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास के दरवाजे सुबह करीब साढ़े सात बजे खोले गये. बाद में वाजपेयी का पार्थिव शरीर भारतीय जनता पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नव-निर्मित मुख्यालय पर ले जाया जाएगा. ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए उनकी अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे शुरू होगी.       लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को एम्स में वाजपेयी का निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. सुबह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंचने वालों में शामिल 52 वर्षीय योगेश कुमार उत्तराखंड के उत्तरकाशी से अपने नेता के अंतिम दर्शन को आये हैं.    लोग पूरी रात यात्रा करके दिल्ली आये हैं ताकि अपने नेता को एक अंतिम बार देख सकें. कुमार का दावा है, ‘1984 में जब वाजपेयी जी गंगोत्री जाने के दौरान उत्तरकाशी में रूके थे, तब मैं उनसे मिला था. 1986 में वह फिर से उत्तरकाशी आये.’ कुमार अपने साथ याद के रूप में अपनी और वाजपेयी जी की तस्वीर लेकर आये हैं. उनका कहना है, मैं अपने साथ गंगोत्री से गंगाजल लेकर आया हूं. आशा करता हूं कि उन्हें अंतिम बार देख सकूंगा.     सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास के दरवाजे सुबह करीब साढ़े सात बजे खोले गये. बाद में वाजपेयी का पार्थिव शरीर भारतीय जनता पार्टी के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित नव-निर्मित मुख्यालय पर ले जाया जाएगा. ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए उनकी अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे शुरू होगी.       लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को एम्स में वाजपेयी का निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. सुबह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंचने वालों में शामिल 52 वर्षीय योगेश कुमार उत्तराखंड के उत्तरकाशी से अपने नेता के अंतिम दर्शन को आये हैं.    लोग पूरी रात यात्रा करके दिल्ली आये हैं ताकि अपने नेता को एक अंतिम बार देख सकें. कुमार का दावा है, ‘1984 में जब वाजपेयी जी गंगोत्री जाने के दौरान उत्तरकाशी में रूके थे, तब मैं उनसे मिला था. 1986 में वह फिर से उत्तरकाशी आये.’ कुमार अपने साथ याद के रूप में अपनी और वाजपेयी जी की तस्वीर लेकर आये हैं. उनका कहना है, मैं अपने साथ गंगोत्री से गंगाजल लेकर आया हूं. आशा करता हूं कि उन्हें अंतिम बार देख सकूंगा.
वाजपेयी की अंतिम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं तीनों सेना के जवान अटल जी के पार्थिव शरीर के साथ मौजूद रहेंगे दिल्ली पुलिस की जगह सेना ने अटल जी की अंतिम यात्रा की कमान संभाली है.
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सबसे ‘अलग-थलग’ होने के आरोपों का सामना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को उन नेताओं में से बताया है, जिनके साथ उन्होंने दोस्ती और विश्वास का बंधन स्थापित किया है। ओबामा ने कहा, ‘‘मैं दूसरे प्रशासनों में नहीं था, इसलिए मैंने अमेरिकी राष्ट्रपतियों और विश्व के विभिन्न नेताओं के बीच बातचीत नहीं देखी।’’ राष्ट्रपति ने 'टाइम' मैगजीन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘लेकिन मैं विश्व के नेताओं के साथ जो दोस्ती और विश्वास का बंधन स्थापित करने में सफल रहा हूं, वह विशुद्ध रूप से या उस चीज का एक बड़ा हिस्सा है, जिससे हम प्रभावी कूटनीति कर सके हैं।’’टिप्पणियां ओबामा इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि उनकी कूटनीतिक शैली की कुछ लोग यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि यह अत्यधिक ठंडी और अलग-थलग है तथा विश्व के नेताओं के साथ उनकी मित्रता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके जवाब में कहा कि मर्केल, मनमोहन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली मयुंग बक, तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयिप एरदोगन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन सहित विश्व के नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि आप उनसे पूछें एंजेला मर्केल या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या राष्ट्रपति ली या प्रधानमंत्री एरदोगन या डेविड कैमरन...तो वे कहेंगे राष्ट्रपति के साथ हमारा एक बड़ा विश्वास का बंधन है।’’ राष्ट्रपति ने 'टाइम' मैगजीन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘लेकिन मैं विश्व के नेताओं के साथ जो दोस्ती और विश्वास का बंधन स्थापित करने में सफल रहा हूं, वह विशुद्ध रूप से या उस चीज का एक बड़ा हिस्सा है, जिससे हम प्रभावी कूटनीति कर सके हैं।’’टिप्पणियां ओबामा इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि उनकी कूटनीतिक शैली की कुछ लोग यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि यह अत्यधिक ठंडी और अलग-थलग है तथा विश्व के नेताओं के साथ उनकी मित्रता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके जवाब में कहा कि मर्केल, मनमोहन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली मयुंग बक, तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयिप एरदोगन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन सहित विश्व के नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि आप उनसे पूछें एंजेला मर्केल या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या राष्ट्रपति ली या प्रधानमंत्री एरदोगन या डेविड कैमरन...तो वे कहेंगे राष्ट्रपति के साथ हमारा एक बड़ा विश्वास का बंधन है।’’ ओबामा इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि उनकी कूटनीतिक शैली की कुछ लोग यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि यह अत्यधिक ठंडी और अलग-थलग है तथा विश्व के नेताओं के साथ उनकी मित्रता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके जवाब में कहा कि मर्केल, मनमोहन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली मयुंग बक, तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयिप एरदोगन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन सहित विश्व के नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि आप उनसे पूछें एंजेला मर्केल या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या राष्ट्रपति ली या प्रधानमंत्री एरदोगन या डेविड कैमरन...तो वे कहेंगे राष्ट्रपति के साथ हमारा एक बड़ा विश्वास का बंधन है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यदि आप उनसे पूछें एंजेला मर्केल या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या राष्ट्रपति ली या प्रधानमंत्री एरदोगन या डेविड कैमरन...तो वे कहेंगे राष्ट्रपति के साथ हमारा एक बड़ा विश्वास का बंधन है।’’
यह एक सारांश है: ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को उन नेताओं में से बताया है, जिनके साथ उन्होंने दोस्ती और विश्वास का बंधन स्थापित किया है।
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: घरेलू मांग भारतीय अर्थव्यवस्था की काफी मदद कर रही है लेकिन यूरोप के ऋण संकट और अमेरिका आर्थिक हालात में सुधार की लड़खड़ाती स्थिति से मिल रहे संकेत चिंताजनक हैं। उद्योग संगठन ऐसोचैम ने गुरुवार को कहा कि हालांकि दूसरी तिमाही के नतीजों से संकेत मिलता है कि भारतीय कंपनियों की स्थिति अच्छी है लेकिन वैश्विक वित्तीय संकट कै फैलाव से विकासशील देशों में वृद्धि पर दबाब की आशंका बढ़ रही है। विभिन्न क्षेत्रों की 87 कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजो से स्पष्ट है कि घरेलू खपत पर भी उच्च ब्याज दर और कच्चे माल की बढ़ती लागत का असर पड़ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक मार्च 2010 से लगातार सख्त मौद्रिक नीति के रास्ते पर चल रहा है और तब से अब तक ब्याज दरों में पौने चार फीसद बढ़ोतरी की जा चुकी है। ऐसोचैम ने कहा कि इसके अलावा नए निवेश को सरकार की आरे से मंजूरी मिलने में देरी होती है। ऐसोचैम महासचिव डी एस रावत ने कहा कुछ दीर्घकालिक चिंता है जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हालांकि, आईटी और आईटी से जुड़ी दूसरी सेवाओं का कारोबार करने वाली कंपनियों के अमेरिका और यूरोप के साथ होने वाले कारोबार में गिरावट के स्पष्ट संकेत नहीं हैं लेकिन कीमतें या तो गिरी हैं या फिर स्थिर बनी हुई हैं। उद्योग संगठन ने कहा कि यूरोप की वृहत्-आर्थिक मुश्किलें भारतीय कंपनियों पर दबाव डाल रहे हैं। ऐसोचैम ने कहा कि एफएमसीजी कंपनियां बाजार के प्रतिस्पर्धी हालात के कारण उंची लागत का बोझ ग्राहक पर नहीं डाल पा रही हैं जबकि वाहन, रीयल एस्टेट और अन्य उद्योग घटते मार्जिन के साथ मुनाफा बरकरार रखने में कामयाब रहीं। संगठन ने कहा कि बिजली कंपनियों का नतीजा बहुत अच्छा नहीं रहा। बिजली उत्पादन लागत जहां बढ़ी है वहीं शुल्क में संशोधन मुश्किल है। रुपए की कमजोरी ने भी भारतीय उद्योग के सामने बड़ी चुनौती पेश की है। कमजोर रुपए के कारण आयातित कच्चे माल की कीमत बढ़ गई है।
घरेलू मांग भारतीय अर्थव्यवस्था की काफी मदद कर रही है लेकिन यूरोप के ऋण संकट और अमेरिका आर्थिक हालात में सुधार की लड़खड़ाती स्थिति से मिल रहे संकेत चिंताजनक हैं।
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जापान ने आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) ऋण योजना के तहत भारत की चार विकास परियोजनाओं के लिए 7,802.17 करोड़ रुपये (132.645 अरब येन) की सहायता देने का वादा किया। चारों परियोजनाओं में शामिल हैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद परिसर (313.62 करोड़ रुपये), तमिलनाडु ट्रांसमिशन सिस्टम इम्प्रूवमेंट परियोजना (3,572.73 करेाड़ रुपये), राजस्थान ग्राम जल आपूर्ति और फ्लोरोसिस शमन परियोजना (2,211.52 करोड़ रुपये) और दिल्ली जल आपूर्ति सुधार परियोजना (1,704.30 करोड़ रुपये)।टिप्पणियां केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "आर्थिक विभाग के संयुक्त सचिव और भारत में जापान दूतावास के अधिकारी के बीच आज (शुक्रवार को) दस्तावेजों का आदान प्रदान हुआ। दस्तावेंजों के इस हस्तांतरण के जरिए जापान ने 132.645 अरब येन की सहायता करने का वादा किया।" मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार के वादे के साथ जापान का ओडीए बढ़कर 3,587.302 अरब येन तक पहुंच गया। चारों परियोजनाओं में शामिल हैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद परिसर (313.62 करोड़ रुपये), तमिलनाडु ट्रांसमिशन सिस्टम इम्प्रूवमेंट परियोजना (3,572.73 करेाड़ रुपये), राजस्थान ग्राम जल आपूर्ति और फ्लोरोसिस शमन परियोजना (2,211.52 करोड़ रुपये) और दिल्ली जल आपूर्ति सुधार परियोजना (1,704.30 करोड़ रुपये)।टिप्पणियां केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "आर्थिक विभाग के संयुक्त सचिव और भारत में जापान दूतावास के अधिकारी के बीच आज (शुक्रवार को) दस्तावेजों का आदान प्रदान हुआ। दस्तावेंजों के इस हस्तांतरण के जरिए जापान ने 132.645 अरब येन की सहायता करने का वादा किया।" मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार के वादे के साथ जापान का ओडीए बढ़कर 3,587.302 अरब येन तक पहुंच गया। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "आर्थिक विभाग के संयुक्त सचिव और भारत में जापान दूतावास के अधिकारी के बीच आज (शुक्रवार को) दस्तावेजों का आदान प्रदान हुआ। दस्तावेंजों के इस हस्तांतरण के जरिए जापान ने 132.645 अरब येन की सहायता करने का वादा किया।" मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार के वादे के साथ जापान का ओडीए बढ़कर 3,587.302 अरब येन तक पहुंच गया। मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार के वादे के साथ जापान का ओडीए बढ़कर 3,587.302 अरब येन तक पहुंच गया।
यह एक सारांश है: जापान ने आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) ऋण योजना के तहत भारत की चार विकास परियोजनाओं के लिए 7,802.17 करोड़ रुपये (132.645 अरब येन) की सहायता देने का वादा किया।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका के बोस्टन शहर में मैराथन के दौरान हुए विस्फोटों के दोनों संदिग्धों में से एक ने हमले के बाद दोस्तों के साथ पार्टी की थी और संगीत को लेकर ट्वीट किया था। बीते बुधवार को 19-वर्षीय झोखर सारनाएव ने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचूसेट्स डर्टमाउथ में एक सामान्य दिन बिताया था। वह इस विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। हमला सोमवार को हुआ था।टिप्पणियां एक अधिकारी ने बताया कि उसने जिम में व्यायाम किया और फिर अपने कमरे में सोने चला गया। समाचार पत्र 'बोस्टन ग्लोब' के अनुसार सुरक्षा अधिकारियों को पता चला है कि बुधवार को झोखर विश्वविद्यालय परिसर में ही था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इससे पहले भी वह विश्वविद्यालय में था या नहीं। एक छात्रा ने कहा कि उसने बुधवार रात की पार्टी में झोखर को देखा, जिसमें इस संदिग्ध के साथ फुटबॉल खेलने वाले उसके दोस्त भी शामिल थे। झोखर का बड़ा भाई और मामले का अन्य संदिग्ध तामरलान मुठभेड़ में मारा गया था। सुरक्षा बलों के अभियान में झोखर को पकड़ा गया। बीते बुधवार को 19-वर्षीय झोखर सारनाएव ने यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचूसेट्स डर्टमाउथ में एक सामान्य दिन बिताया था। वह इस विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। हमला सोमवार को हुआ था।टिप्पणियां एक अधिकारी ने बताया कि उसने जिम में व्यायाम किया और फिर अपने कमरे में सोने चला गया। समाचार पत्र 'बोस्टन ग्लोब' के अनुसार सुरक्षा अधिकारियों को पता चला है कि बुधवार को झोखर विश्वविद्यालय परिसर में ही था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इससे पहले भी वह विश्वविद्यालय में था या नहीं। एक छात्रा ने कहा कि उसने बुधवार रात की पार्टी में झोखर को देखा, जिसमें इस संदिग्ध के साथ फुटबॉल खेलने वाले उसके दोस्त भी शामिल थे। झोखर का बड़ा भाई और मामले का अन्य संदिग्ध तामरलान मुठभेड़ में मारा गया था। सुरक्षा बलों के अभियान में झोखर को पकड़ा गया। एक अधिकारी ने बताया कि उसने जिम में व्यायाम किया और फिर अपने कमरे में सोने चला गया। समाचार पत्र 'बोस्टन ग्लोब' के अनुसार सुरक्षा अधिकारियों को पता चला है कि बुधवार को झोखर विश्वविद्यालय परिसर में ही था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इससे पहले भी वह विश्वविद्यालय में था या नहीं। एक छात्रा ने कहा कि उसने बुधवार रात की पार्टी में झोखर को देखा, जिसमें इस संदिग्ध के साथ फुटबॉल खेलने वाले उसके दोस्त भी शामिल थे। झोखर का बड़ा भाई और मामले का अन्य संदिग्ध तामरलान मुठभेड़ में मारा गया था। सुरक्षा बलों के अभियान में झोखर को पकड़ा गया। एक छात्रा ने कहा कि उसने बुधवार रात की पार्टी में झोखर को देखा, जिसमें इस संदिग्ध के साथ फुटबॉल खेलने वाले उसके दोस्त भी शामिल थे। झोखर का बड़ा भाई और मामले का अन्य संदिग्ध तामरलान मुठभेड़ में मारा गया था। सुरक्षा बलों के अभियान में झोखर को पकड़ा गया।
संक्षिप्त पाठ: अमेरिका के बोस्टन शहर में मैराथन के दौरान हुए विस्फोटों के दोनों संदिग्धों में से एक ने हमले के बाद दोस्तों के साथ पार्टी की थी और संगीत को लेकर ट्वीट किया था।
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रुपये की गिरती कीमत को लेकर विपक्ष ने गुरुवार को लोकसभा में गंभीर चिंता जाहिर करते हुए इस संकट के लिए न केवल सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया, बल्कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदन में आकर बयान देने की मांग की। विपक्ष के आज ही प्रधानमंत्री के बयान पर अड़ने के कारण हुए हंगामे के चलते कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने हालांकि विपक्ष को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को सदन में बयान देंगे, लेकिन बीजेपी, सपा, जेडीयू, अन्नाद्रमुक तथा लेफ्ट के सदस्य आज ही प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने लगे।टिप्पणियां लेफ्ट के सदस्य अपनी मांग को लेकर अग्रिम पंक्तियों में आ गए। स्पीकर मीरा कुमार ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू करवाया, लेकिन व्यवस्था बनती नहीं देख उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि रुपया केवल किसी देश की करेंसी ही नहीं होता है, बल्कि वह देश की प्रतिष्ठा भी होता है। करेंसी गिरती है, तो प्रतिष्ठा भी गिरती है। उन्होंने कहा कि देश की कमान एक विख्यात अर्थशास्त्री के हाथों में है और विपक्ष मांग करता है कि वह रुपये को इस संकट से निकालने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सदन में आकर बयान दें। सुषमा ने वित्तमंत्री पी चिदंबरम की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र के विद्वान और पीएचडी डिग्रीधारी लोग भी रुपये के अवमूल्यन को संभाल नहीं पा रहे हैं। विपक्ष के आज ही प्रधानमंत्री के बयान पर अड़ने के कारण हुए हंगामे के चलते कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने हालांकि विपक्ष को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को सदन में बयान देंगे, लेकिन बीजेपी, सपा, जेडीयू, अन्नाद्रमुक तथा लेफ्ट के सदस्य आज ही प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने लगे।टिप्पणियां लेफ्ट के सदस्य अपनी मांग को लेकर अग्रिम पंक्तियों में आ गए। स्पीकर मीरा कुमार ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू करवाया, लेकिन व्यवस्था बनती नहीं देख उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि रुपया केवल किसी देश की करेंसी ही नहीं होता है, बल्कि वह देश की प्रतिष्ठा भी होता है। करेंसी गिरती है, तो प्रतिष्ठा भी गिरती है। उन्होंने कहा कि देश की कमान एक विख्यात अर्थशास्त्री के हाथों में है और विपक्ष मांग करता है कि वह रुपये को इस संकट से निकालने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सदन में आकर बयान दें। सुषमा ने वित्तमंत्री पी चिदंबरम की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र के विद्वान और पीएचडी डिग्रीधारी लोग भी रुपये के अवमूल्यन को संभाल नहीं पा रहे हैं। लेफ्ट के सदस्य अपनी मांग को लेकर अग्रिम पंक्तियों में आ गए। स्पीकर मीरा कुमार ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू करवाया, लेकिन व्यवस्था बनती नहीं देख उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि रुपया केवल किसी देश की करेंसी ही नहीं होता है, बल्कि वह देश की प्रतिष्ठा भी होता है। करेंसी गिरती है, तो प्रतिष्ठा भी गिरती है। उन्होंने कहा कि देश की कमान एक विख्यात अर्थशास्त्री के हाथों में है और विपक्ष मांग करता है कि वह रुपये को इस संकट से निकालने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सदन में आकर बयान दें। सुषमा ने वित्तमंत्री पी चिदंबरम की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र के विद्वान और पीएचडी डिग्रीधारी लोग भी रुपये के अवमूल्यन को संभाल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की कमान एक विख्यात अर्थशास्त्री के हाथों में है और विपक्ष मांग करता है कि वह रुपये को इस संकट से निकालने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सदन में आकर बयान दें। सुषमा ने वित्तमंत्री पी चिदंबरम की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा कि अर्थशास्त्र के विद्वान और पीएचडी डिग्रीधारी लोग भी रुपये के अवमूल्यन को संभाल नहीं पा रहे हैं।
यहाँ एक सारांश है:रुपये की गिरती कीमत को लेकर विपक्ष ने गुरुवार को लोकसभा में गंभीर चिंता जाहिर करते हुए इस संकट के लिए न केवल सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया, बल्कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सदन में आकर बयान देने की मांग की।
12
['hin']
एक सारांश बनाओ: मेरठ जेल में सुरक्षाकर्मियों और कैदियों में संघर्ष हो गया जिसमें जेलर और उप-जेलर सहित दो दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी और कैदी घायल हो गए। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को गोली भी चलानी पड़ी।टिप्पणियां मौके पर मौजूद जिलाधिकारी विकास गोठलवाल ने बताया कि जेल के सुरक्षाकर्मियों से कहासुनी के बाद कुछ कैदियों ने उनकी पिटाई कर दी जिसके बाद वहां संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने बताया कि इस घटना में जेलर और उप-जेलर समेत कई पुलिसकर्मी और कैदी घायल हुए जिनको इलाज के लिए भेजा गया है। जिलाधिकारी के अनुसार स्थिति को काबू में करने की कोशिश जारी हैं। सू़त्रों ने बताया कि दो दिन पहले जेल के कुछ सुरक्षाकर्मियों ने एक कैदी की पिटाई कर दी थी जिससे कैदी नाराज थे। कल जेल आई पुलिस ने भी कुछ बंदियों की पिटाई की जिससे कैदियों का गुस्सा और भड़क गया। सुबह इसी बात को लेकर कैदियों ने सुरक्षाकर्मियों को घेरकर उनकी पिटाई कर दी जिससे हालात बिगड़ गए। मौके पर मौजूद जिलाधिकारी विकास गोठलवाल ने बताया कि जेल के सुरक्षाकर्मियों से कहासुनी के बाद कुछ कैदियों ने उनकी पिटाई कर दी जिसके बाद वहां संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने बताया कि इस घटना में जेलर और उप-जेलर समेत कई पुलिसकर्मी और कैदी घायल हुए जिनको इलाज के लिए भेजा गया है। जिलाधिकारी के अनुसार स्थिति को काबू में करने की कोशिश जारी हैं। सू़त्रों ने बताया कि दो दिन पहले जेल के कुछ सुरक्षाकर्मियों ने एक कैदी की पिटाई कर दी थी जिससे कैदी नाराज थे। कल जेल आई पुलिस ने भी कुछ बंदियों की पिटाई की जिससे कैदियों का गुस्सा और भड़क गया। सुबह इसी बात को लेकर कैदियों ने सुरक्षाकर्मियों को घेरकर उनकी पिटाई कर दी जिससे हालात बिगड़ गए। सू़त्रों ने बताया कि दो दिन पहले जेल के कुछ सुरक्षाकर्मियों ने एक कैदी की पिटाई कर दी थी जिससे कैदी नाराज थे। कल जेल आई पुलिस ने भी कुछ बंदियों की पिटाई की जिससे कैदियों का गुस्सा और भड़क गया। सुबह इसी बात को लेकर कैदियों ने सुरक्षाकर्मियों को घेरकर उनकी पिटाई कर दी जिससे हालात बिगड़ गए।
सारांश: मेरठ जेल में सुरक्षाकर्मियों और कैदियों में संघर्ष हो गया जिसमें जेलर और उप-जेलर सहित दो दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी और कैदी घायल हो गए।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा पर वहां की सरकार प्रतिबंध लगाने की सोच रही है, जिससे उनके क्रिकेट भविष्य पर प्रश्चचिह्न लग सकता है। मलिंगा को हाल ही में आईसीसी वर्ल्ड टी-20 टूर्नामेंट का ब्रांड एम्बैसेडर घोषित किया गया था।टिप्पणियां श्रीलंका की सरकार ऐसे सभी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर काम कर रही है, जो देश का प्रतिनिधित्व करने से मना कर रहे हैं। गौरतलब है कि मलिंगा ने इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के चलते टेस्ट क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कम वेतन के चलते श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से अपना कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू करवाने से इनकार कर दिया था। श्रीलंका की सरकार ऐसे सभी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर काम कर रही है, जो देश का प्रतिनिधित्व करने से मना कर रहे हैं। गौरतलब है कि मलिंगा ने इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के चलते टेस्ट क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कम वेतन के चलते श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से अपना कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू करवाने से इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि मलिंगा ने इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के चलते टेस्ट क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कम वेतन के चलते श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से अपना कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू करवाने से इनकार कर दिया था।
संक्षिप्त सारांश: श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा पर वहां की सरकार प्रतिबंध लगाने की सोच रही है, जिससे उनके क्रिकेट भविष्य पर प्रश्चचिह्न लग सकता है।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: झारखण्ड में नक्सली हमले में शहीद हुए केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के जवान चम्पालाल का शनिवार को रतलाम के ग्राम घटला में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद चम्पालाल की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित किया और अन्तिम यात्रा में कांधा भी दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चम्पालाल के शहीद होने का उन्हें बेहद दुख है। साथ ही इस बात का गर्व भी है कि चम्पालाल ने देश की रक्षा की खातिर अपने प्राणों को हंसते-हंसते बलिदान कर दिया। उनके इस त्याग पर पूरे देश को गर्व है।टिप्पणियां मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है और परिवार की देखभाल करने के लिए कृत संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार को 15 लाख रुपये प्रदान करने और उनके पुत्र हर्ष एवं उनकी पत्नी दुर्गा के लिए रतलाम में एक आवासीय भूखण्ड प्रदान करने की घोषणा की। चौहान ने शहीद की पत्नी को उनके चाहने पर शासकीय नौकरी प्रदान करने की, शहीद चम्पालाल की जन्म-स्थली ग्राम घटला में अन्त्येष्टि स्थल तक पक्की सड़क बनाने तथा ग्राम में ग्रामवासियों द्वारा तय स्थल पर शहीद की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने शहीद के बेटे की सुरक्षा एवं देखभाल तथा आगे की पढ़ाई के लिए शासन की प्रतिबद्घता भी व्यक्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चम्पालाल के शहीद होने का उन्हें बेहद दुख है। साथ ही इस बात का गर्व भी है कि चम्पालाल ने देश की रक्षा की खातिर अपने प्राणों को हंसते-हंसते बलिदान कर दिया। उनके इस त्याग पर पूरे देश को गर्व है।टिप्पणियां मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है और परिवार की देखभाल करने के लिए कृत संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार को 15 लाख रुपये प्रदान करने और उनके पुत्र हर्ष एवं उनकी पत्नी दुर्गा के लिए रतलाम में एक आवासीय भूखण्ड प्रदान करने की घोषणा की। चौहान ने शहीद की पत्नी को उनके चाहने पर शासकीय नौकरी प्रदान करने की, शहीद चम्पालाल की जन्म-स्थली ग्राम घटला में अन्त्येष्टि स्थल तक पक्की सड़क बनाने तथा ग्राम में ग्रामवासियों द्वारा तय स्थल पर शहीद की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने शहीद के बेटे की सुरक्षा एवं देखभाल तथा आगे की पढ़ाई के लिए शासन की प्रतिबद्घता भी व्यक्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है और परिवार की देखभाल करने के लिए कृत संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार को 15 लाख रुपये प्रदान करने और उनके पुत्र हर्ष एवं उनकी पत्नी दुर्गा के लिए रतलाम में एक आवासीय भूखण्ड प्रदान करने की घोषणा की। चौहान ने शहीद की पत्नी को उनके चाहने पर शासकीय नौकरी प्रदान करने की, शहीद चम्पालाल की जन्म-स्थली ग्राम घटला में अन्त्येष्टि स्थल तक पक्की सड़क बनाने तथा ग्राम में ग्रामवासियों द्वारा तय स्थल पर शहीद की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने शहीद के बेटे की सुरक्षा एवं देखभाल तथा आगे की पढ़ाई के लिए शासन की प्रतिबद्घता भी व्यक्त की। चौहान ने शहीद की पत्नी को उनके चाहने पर शासकीय नौकरी प्रदान करने की, शहीद चम्पालाल की जन्म-स्थली ग्राम घटला में अन्त्येष्टि स्थल तक पक्की सड़क बनाने तथा ग्राम में ग्रामवासियों द्वारा तय स्थल पर शहीद की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने शहीद के बेटे की सुरक्षा एवं देखभाल तथा आगे की पढ़ाई के लिए शासन की प्रतिबद्घता भी व्यक्त की।
झारखण्ड में नक्सली हमले में शहीद हुए केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के जवान चम्पालाल का शनिवार को रतलाम के ग्राम घटला में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: Pati Patni Aur Woh Box Office Collection Day 1 Prediction: कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan), अनन्या पांडेय (Ananya Panday) और भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) की फिल्म 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' को देखने के लिए दर्शकों में क्रेज देखने को मिल रहा है. आज रिलीज हुई इस फिल्म को क्रिटिक्स ने भी अच्छा रिस्पॉन्स दिया है. इस फिल्म को मिल रहे अच्छे रिस्पॉन्स को देख कहा जा रहा है कि पहले दिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस (Pati Patni Aur Woh Box Office Collection) पर 7-9 करोड़ के बीच कमाई कर लेगी. कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) सहति सभी कलाकारों की एक्टिंग की क्रिटिक्स ने तारीफ की है. इस फिल्म की कहानी चिंटू त्यागी यानी कार्तिक आर्यन की है. कार्तिक आर्यन एक आज्ञाकारी बेटे हैं और सरकारी नौकर हैं. कार्तिक आर्यन की शादी वेदिका यानी भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) के साथ हो जाती है, और शादी के कुछ समय बाद कार्तिक आर्यन को जिंदगी बेरस लगने लगती है. इसी के साथ कार्तिक आर्यन की जिंदगी में एंट्री होती है जिंदादिल तपस्या यानी अनन्या पांडेय (Ananya Panday) की. कार्तिक अपने जीवन के खोते हुए रोमांच को अनन्या के साथ दोबारा जिंदा करने की कोशिश करते हैं, और इस तरह पति और पत्नी की सिंपल लाइफ में वो की एंट्री हो जाती है.  फिल्म 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' की कहानी को डायरेक्टर मुदस्सर अजीज (Mudassar Aziz) ने एकदम सिंपल रखा है और आज के दौर के मुताबिक गढ़ने का कोशिश की है. फिल्म में एक्टिंग के मोर्चे पर सभी कलाकार खरे उतरते हैं. कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) ने चिंटू त्यागी का किरदार पूरी शिद्दत से निभाया है, हालांकि कहीं थोड़ा सा वह अटकते जरूर हैं, लेकिन डायरेक्टर ने उनके मोनोलॉग स्किल भी फायदा लिया है. भूमि पेडनेकर तो यह पहले ही सिद्ध कर चुकी हैं कि वह किसी भी किरदार को परदे पर बखूबी निभा सकती हैं. अनन्या पांडे  (Ananya Panday) की यह दूसरी फिल्म जरूर है लेकिन उन्होंने काफी सुधार किया है.
सारांश: आज रिलीज हो गई है 'पति पत्नी और वो' कार्तिक आर्यन, भूमि पेडनेकर और अनन्या पांडे हैं लीड रोल में मुदस्सर अजीज ने की है डायरेक्ट
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राजनीतिक दल अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. एक तरफ सत्तारूढ़ अपनी बीजेपी वापसी के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. तो कांग्रेस अन्य दलों के साथ बीजेपी को हटाने के लिए महागठबंधन बनाने की कवायदों में जुटी है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  में एक ‘उत्कृष्ट' प्रधानमंत्री बनने की सभी खूबियां हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर 2019 के चुनाव के बाद पार्टी और सहयोगी दल 'संयुक्त' रूप से फैसला ले सकते हैं. थरूर ने कहा कि हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनावों ने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस अभी भी पूरे देश में उपस्थिति रखने वाली एकमात्र राजनीतिक पार्टी है और राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के लिए "स्वभाविक आधार" होगी. शशि थरूर ने कहा, ‘राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हमारे नेता हैं, जिसका मतलब है कि अगर कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो वह प्रधानमंत्री होंगे. अगर कांग्रेस गठबंधन सरकार में है तो जाहिर है कि उम्मीदवार पर सहमति बनाने के लिए गठबंधन के अन्य दलों के साथ चर्चा की जाएगी'. उन्होंने कहा कि यह ‘संयुक्त फैसला' होगा और चुनाव नतीजों के बाद ही इस पर चर्चा होने की संभावना है. थरूर ने कहा, ‘निजी स्तर पर कांग्रेस अध्यक्ष (Rahul Gandhi)  के साथ कई चर्चाएं हुईं, मेरे हिसाब से यह स्पष्ट है कि राहुल जी के पास देश का उत्कृष्ट प्रधानमंत्री बनने की सभी खूबियां हैं'. 62 वर्षीय नेता ने कहा कि गांधी के नेतृत्व की समावेशी शैली, राजनीतिक रूप से विभाजित जन तक पहुंचने की इच्छा, समाज के पीड़ित तबकों के प्रति संवेदनाएं, देश के अनेकवादी ताने बाने को लेकर प्रतिबद्धता के साथ विनम्रता और उल्लेखनीय जागरूकता से साफ है कि वह इस पद की उम्मीदों पर खरे उतरते हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 2019 से पहले शशि थरूर ने दिया बड़ा बयान कहा- राहुल गांधी में पीएम बनने के सभी गुण बहुमत मिला तो वही बनेंगे पीएम
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग से पाकिस्तानी क्रिकेटरों को बाहर रखने को ज्यादती करार देते हुए कप्तान शाहिद आफरीदी ने मांग की है कि पाकिस्तानियों को भी इस टी-20 लीग में फिर से खेलने का मौका दिया जाना चाहिए। मोहाली में विश्व कप सेमीफाइनल में भारत के हाथों हार चुके आफरीदी ने कराची से एक साक्षात्कार में कहा, यह सही समय है जब पाकिस्तानी खिलाड़ियों की आईपीएल में वापसी होनी चाहिए। तीन साल से हम इस लीग से बाहर हैं, जबकि दुनिया भर के खिलाड़ी इसमें खेल रहे हैं। हमें भारत में खेलने पर कोई ऐतराज नहीं है और हम विश्व कप में खेल भी चुके हैं। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी अवाम भी अपने क्रिकेटरों को आईपीएल खेलते देखना चाहती है। हमें बहुत दुख होता है कि इस तरह सिर्फ पाकिस्तानी क्रिकेटरों को आईपीएल से अछूत बना दिया गया है। मैं यह नहीं कहता कि मुझे खेलना है, लेकिन हमारे युवा क्रिकेटरों के लिए आईपीएल अच्छा मंच हो सकता है। आफरीदी समेत पाकिस्तान के 11 क्रिकेटरों ने आईपीएल के पहले सत्र में भाग लिया था। आफरीदी सबसे महंगे बिके पाकिस्तानी क्रिकेटर थे, जिन्हें डेक्कन चार्जर्स ने 6,75,000 डॉलर में खरीदा था। मुंबई पर 2008 के आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तानी क्रिकेटर आईपीएल से बाहर हैं।
संक्षिप्त पाठ: आईपीएल से पाक क्रिकेटरों को बाहर रखने को ज्यादती करार देते हुए आफरीदी ने मांग की कि पाकिस्तानियों को फिर से खेलने का मौका दिया जाए।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत एवं पाकिस्तान के रिश्तों में नई पहल पाकिस्तान द्वारा मुम्बई हमलों के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने पर निर्भर करेगी। खुर्शीद ने कहा, "हमारे तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने पाकिस्तानी गृहमंत्री को मुम्बई हमले के दोषियों की सूची सौंपकर उनके आवाज के नमूने मांगे थे। लेकिन हमें अभी तक नहीं मिला है। ऐसी परिस्थिति में हमारे लिए आगे बढ़ना मुश्किल है।" यह पूछे जाने पर कि सरकार ने क्यों पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारत दौरा करने की अनुमति दी तो विदेश मंत्री ने कहा, "यदि पाकिस्तान क्रिकेट की भाषा समझता है तो हम उसी भाषा में बात करने की कोशिश करेंगे। यदि वह युद्ध की भाषा समझेगा तो हम निश्चित तौर पर उनसे उसी भाषा में बात करेंगे। यदि वह वार्ता की भाषा समझेगा तो हम भी वैसा ही करेंगे।" खुर्शीद ने देशवासियों से पाकिस्तान के मुद्दे पर एकमत रहने की अपील की। उन्होंने कहा, "यदि हम अलग-अलग मत प्रस्तुत करेंगे तो हमारे दुश्मन सोचेंगे कि हम कमजोर हो गए हैं। इसलिए हमें एकमत रहना चाहिए और यदि कोई हम पर हमले की कोशिश करे तो हम उसका उचित जवाब दे सकें।" टिप्पणियां विदेश मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।" खुर्शीद ने कहा, "हमारे तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने पाकिस्तानी गृहमंत्री को मुम्बई हमले के दोषियों की सूची सौंपकर उनके आवाज के नमूने मांगे थे। लेकिन हमें अभी तक नहीं मिला है। ऐसी परिस्थिति में हमारे लिए आगे बढ़ना मुश्किल है।" यह पूछे जाने पर कि सरकार ने क्यों पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारत दौरा करने की अनुमति दी तो विदेश मंत्री ने कहा, "यदि पाकिस्तान क्रिकेट की भाषा समझता है तो हम उसी भाषा में बात करने की कोशिश करेंगे। यदि वह युद्ध की भाषा समझेगा तो हम निश्चित तौर पर उनसे उसी भाषा में बात करेंगे। यदि वह वार्ता की भाषा समझेगा तो हम भी वैसा ही करेंगे।" खुर्शीद ने देशवासियों से पाकिस्तान के मुद्दे पर एकमत रहने की अपील की। उन्होंने कहा, "यदि हम अलग-अलग मत प्रस्तुत करेंगे तो हमारे दुश्मन सोचेंगे कि हम कमजोर हो गए हैं। इसलिए हमें एकमत रहना चाहिए और यदि कोई हम पर हमले की कोशिश करे तो हम उसका उचित जवाब दे सकें।" टिप्पणियां विदेश मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।" यह पूछे जाने पर कि सरकार ने क्यों पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को भारत दौरा करने की अनुमति दी तो विदेश मंत्री ने कहा, "यदि पाकिस्तान क्रिकेट की भाषा समझता है तो हम उसी भाषा में बात करने की कोशिश करेंगे। यदि वह युद्ध की भाषा समझेगा तो हम निश्चित तौर पर उनसे उसी भाषा में बात करेंगे। यदि वह वार्ता की भाषा समझेगा तो हम भी वैसा ही करेंगे।" खुर्शीद ने देशवासियों से पाकिस्तान के मुद्दे पर एकमत रहने की अपील की। उन्होंने कहा, "यदि हम अलग-अलग मत प्रस्तुत करेंगे तो हमारे दुश्मन सोचेंगे कि हम कमजोर हो गए हैं। इसलिए हमें एकमत रहना चाहिए और यदि कोई हम पर हमले की कोशिश करे तो हम उसका उचित जवाब दे सकें।" टिप्पणियां विदेश मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।" खुर्शीद ने देशवासियों से पाकिस्तान के मुद्दे पर एकमत रहने की अपील की। उन्होंने कहा, "यदि हम अलग-अलग मत प्रस्तुत करेंगे तो हमारे दुश्मन सोचेंगे कि हम कमजोर हो गए हैं। इसलिए हमें एकमत रहना चाहिए और यदि कोई हम पर हमले की कोशिश करे तो हम उसका उचित जवाब दे सकें।" टिप्पणियां विदेश मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।" विदेश मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।" यह पूछे जाने पर कि उन्होंने केजरीवाल को नाली का कीड़ा क्यों कहा तो खुर्शीद ने कहा, "यदि कोई नाली का कीड़ा है तो मैं उसे ऐसा ही कहूंगा। यदि वह सोचते हैं कि वह डेंगू फैलाने वाले मच्छर हैं तो उनसे नई दिल्ली पालिका परिषद निपटेगी।"
यहाँ एक सारांश है:विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत एवं पाकिस्तान के रिश्तों में नई पहल पाकिस्तान द्वारा मुम्बई हमलों के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने पर निर्भर करेगी।
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के अंदर उठा-पटक का दौर जारी है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक एम शशिधर रेड्डी ने कहा है कि राहुल गांधी के इस्तीफे के मद्देनजर पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए प्रक्रिया तेज की जानी चाहिए और पार्टी के लोगों में विश्वास भरने के लिए अंतरिम अध्यक्ष की नियुक्ति की जानी चाहिए. रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एम चन्ना रेड्डी के पुत्र हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि इसे तेज किए जाने की आवश्यकता है, क्योंकि जमीनी स्तर से फीडबैक यह है कि पार्टी कैडर में चिंता बढ़ रही है. नेतृत्व का जो खालीपन प्रतीत हो रहा है, उसे लंबे समय तक नहीं चलने दिया जाना चाहिए.'  रेड्डी ने कहा, ‘कथित खालीपन को जारी नहीं रहने दिया जाना चाहिए, खासकर तब, जब भाजपा अन्य दलों के लोगों को तोड़ने के लिए धन-बल और डराने-धमकाने, सभी तरीकों का इस्तेमाल कर रही है.' उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं जमीनी स्तर पर लोगों से बात करता हूं तो वे कहते हैं कि हमें क्या करना चाहिए...(हम कहां जा रहे हैं). यह सवाल निचले स्तर के कांग्रेस कैडर और कार्यकर्ताओं के मन में नहीं उठना चाहिए. क्योंकि वे आधार हैं.'' आपको बता दें कि एक दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति और मशहूर कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी के इस्तीफे के फैसले की तारीफ की थी.   अपने फेसबुक पेज पर रॉबर्ट वाड्रा ने लिखा कि राहुल, मुझे आपसे सीखने को बहुत कुछ मिला है. हमारे देश में लगभग 65 प्रतिशत युवा (45 साल से कम उम्र के) हैं, जो आपके मार्गदर्शन में विश्वास रखते हैं .रॉबर्ट वाड्रा के मुताबिक राहुल गांधी ने अपने बेहद साहसिक और दृसंकल्पित व्यक्तित्व का परिचय दिया है. रॉबर्ट वाड्रा ने लिखा कि आपका जमीनी स्तर पर काम करने का और देश की जनता से और करीबियों से जुड़ने का निश्चय बहुत ही सराहनीय है. (इनपुट-भाषा)
यह एक सारांश है: राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से दे दिया है इस्तीफा शशिधर रेड्डी ने कहा, नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया तेज करनी चाहिए जमीनी स्तर से फीडबैक यह है कि पार्टी कैडर में चिंता बढ़ रही है
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने वाले राहुल द्रविड़ ने अपने पिछले 16 साल के चमचमाते करियर में काफी रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जिसमें सबसे शानदार 13,288 टेस्ट रन हैं, जो क्रिकेट के इतिहास में दूसरे सर्वाधिक कुल रन हैं। ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर दूसरे सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज हैं और उन्होंने 53.03 के औसत से 7690 रन बनाए हैं जिससे वह वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग से ऊपर हैं। सचिन तेंदुलकर ही एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो द्रविड़ से ऊपर हैं। 39 वर्षीय द्रविड़ का 52.31 का औसत भी शानदार है और वह तेंदुलकर के बाद दूसरे स्थान पर हैं। तेंदुलकर के नाम 188 टेस्ट में 15,470 रन हैं। शीर्ष शतकवीरों की सूची में वह 36 सैकड़े लगाकर तेंदुलकर (51), पोंटिंग (42) और कैलिस (41) के बाद हैं। इसके अलावा उन्होंने 63 अर्धशतक भी जमाए हैं। द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर शतकों के मामले में 21 सैकड़े से तेंदुलकर से पीछे हैं लेकिन उन्होंने लारा और पोंटिंग को इसमें पछाड़ दिया है। घरेलू सरजमीं पर उन्होंने 51.35 के औसत से 5598 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ 222 रन का रहा है। टिप्पणियां द्रविड़ ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक 270 रन का स्कोर बनाया है और उन्होंने कुछ शानदार यादगार पारियां खेली हैं लेकिन 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में दोहरा शतक और इसी प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 180 रन की पारियां इस क्रम में काफी ऊपर है। ऑस्ट्रेलिया उनकी पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम है, उन्होंने उसके खिलाफ 2000 से अधिक रन बनाए हैं। हालांकि उनका औसत 38.67 के साथ उनके कुल औसत से काफी कम है। इंग्लैंड के खिलाफ द्रविड़ ने 60.93 के औसत से 1950 रन बनाये हैं जबकि वेस्टइंडीज के विरुद्ध उन्होंने 63.80 के औसत से 1978 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 1200 रन बनाए हैं। द्रविड़ ने 1996 में लार्डस में इंग्लैंड के खिलाफ आगाज किया था और तब से 164 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम सर्वाधिक टेस्ट कैचों का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 210 कैच लपके हैं जो ज्यादातर स्लिप क्षेत्र में ही लिए गए हैं। उन्होंने पांच दिवसीय प्रारूप में कई रिकार्ड अपने नाम किये हैं लेकिन एक दिवसीय क्रिकेट में भी उनकी उपलब्धियां कम नहीं हैं। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैचों में 39.16 के औसत से 10,889 रन बनाए हैं। उन्होंने 196 कैच लपकने के अलावा 12 शतक और 83 अर्धशतक जमाये हैं। उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। टेस्ट सीरीज में तीन शतक के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें हैरानी भरा फैसला करते हुए वनडे टीम में चुना गया था। द्रविड़ की अक्तूबर 2005 से सितंबर 2007 तक की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी लेकिन विश्व कप 2007 में टीम का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था जब उन्हें टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर होना पड़ा था। उन्होंने 25 टेस्ट और 79 वनडे में टीम की कप्तानी की। द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल का विवादास्पद कार्यकाल का समय एक ही था, हालांकि इसका असर उनके बल्ले से प्रदर्शन पर नहीं पड़ा और इस दौरान उन्होंने 44.51 के औसत से 1736 रन बनाए। द्रविड़ ने 25 टेस्ट में टीम की अगुवाई की जिसमें टीम ने आठ में जीत दर्ज की और छह में उसे हार का मुंह देखना पड़ा। ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर दूसरे सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज हैं और उन्होंने 53.03 के औसत से 7690 रन बनाए हैं जिससे वह वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग से ऊपर हैं। सचिन तेंदुलकर ही एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो द्रविड़ से ऊपर हैं। 39 वर्षीय द्रविड़ का 52.31 का औसत भी शानदार है और वह तेंदुलकर के बाद दूसरे स्थान पर हैं। तेंदुलकर के नाम 188 टेस्ट में 15,470 रन हैं। शीर्ष शतकवीरों की सूची में वह 36 सैकड़े लगाकर तेंदुलकर (51), पोंटिंग (42) और कैलिस (41) के बाद हैं। इसके अलावा उन्होंने 63 अर्धशतक भी जमाए हैं। द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर शतकों के मामले में 21 सैकड़े से तेंदुलकर से पीछे हैं लेकिन उन्होंने लारा और पोंटिंग को इसमें पछाड़ दिया है। घरेलू सरजमीं पर उन्होंने 51.35 के औसत से 5598 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ 222 रन का रहा है। टिप्पणियां द्रविड़ ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक 270 रन का स्कोर बनाया है और उन्होंने कुछ शानदार यादगार पारियां खेली हैं लेकिन 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में दोहरा शतक और इसी प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 180 रन की पारियां इस क्रम में काफी ऊपर है। ऑस्ट्रेलिया उनकी पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम है, उन्होंने उसके खिलाफ 2000 से अधिक रन बनाए हैं। हालांकि उनका औसत 38.67 के साथ उनके कुल औसत से काफी कम है। इंग्लैंड के खिलाफ द्रविड़ ने 60.93 के औसत से 1950 रन बनाये हैं जबकि वेस्टइंडीज के विरुद्ध उन्होंने 63.80 के औसत से 1978 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 1200 रन बनाए हैं। द्रविड़ ने 1996 में लार्डस में इंग्लैंड के खिलाफ आगाज किया था और तब से 164 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम सर्वाधिक टेस्ट कैचों का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 210 कैच लपके हैं जो ज्यादातर स्लिप क्षेत्र में ही लिए गए हैं। उन्होंने पांच दिवसीय प्रारूप में कई रिकार्ड अपने नाम किये हैं लेकिन एक दिवसीय क्रिकेट में भी उनकी उपलब्धियां कम नहीं हैं। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैचों में 39.16 के औसत से 10,889 रन बनाए हैं। उन्होंने 196 कैच लपकने के अलावा 12 शतक और 83 अर्धशतक जमाये हैं। उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। टेस्ट सीरीज में तीन शतक के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें हैरानी भरा फैसला करते हुए वनडे टीम में चुना गया था। द्रविड़ की अक्तूबर 2005 से सितंबर 2007 तक की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी लेकिन विश्व कप 2007 में टीम का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था जब उन्हें टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर होना पड़ा था। उन्होंने 25 टेस्ट और 79 वनडे में टीम की कप्तानी की। द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल का विवादास्पद कार्यकाल का समय एक ही था, हालांकि इसका असर उनके बल्ले से प्रदर्शन पर नहीं पड़ा और इस दौरान उन्होंने 44.51 के औसत से 1736 रन बनाए। द्रविड़ ने 25 टेस्ट में टीम की अगुवाई की जिसमें टीम ने आठ में जीत दर्ज की और छह में उसे हार का मुंह देखना पड़ा। शीर्ष शतकवीरों की सूची में वह 36 सैकड़े लगाकर तेंदुलकर (51), पोंटिंग (42) और कैलिस (41) के बाद हैं। इसके अलावा उन्होंने 63 अर्धशतक भी जमाए हैं। द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर शतकों के मामले में 21 सैकड़े से तेंदुलकर से पीछे हैं लेकिन उन्होंने लारा और पोंटिंग को इसमें पछाड़ दिया है। घरेलू सरजमीं पर उन्होंने 51.35 के औसत से 5598 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ 222 रन का रहा है। टिप्पणियां द्रविड़ ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक 270 रन का स्कोर बनाया है और उन्होंने कुछ शानदार यादगार पारियां खेली हैं लेकिन 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में दोहरा शतक और इसी प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 180 रन की पारियां इस क्रम में काफी ऊपर है। ऑस्ट्रेलिया उनकी पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम है, उन्होंने उसके खिलाफ 2000 से अधिक रन बनाए हैं। हालांकि उनका औसत 38.67 के साथ उनके कुल औसत से काफी कम है। इंग्लैंड के खिलाफ द्रविड़ ने 60.93 के औसत से 1950 रन बनाये हैं जबकि वेस्टइंडीज के विरुद्ध उन्होंने 63.80 के औसत से 1978 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 1200 रन बनाए हैं। द्रविड़ ने 1996 में लार्डस में इंग्लैंड के खिलाफ आगाज किया था और तब से 164 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम सर्वाधिक टेस्ट कैचों का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 210 कैच लपके हैं जो ज्यादातर स्लिप क्षेत्र में ही लिए गए हैं। उन्होंने पांच दिवसीय प्रारूप में कई रिकार्ड अपने नाम किये हैं लेकिन एक दिवसीय क्रिकेट में भी उनकी उपलब्धियां कम नहीं हैं। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैचों में 39.16 के औसत से 10,889 रन बनाए हैं। उन्होंने 196 कैच लपकने के अलावा 12 शतक और 83 अर्धशतक जमाये हैं। उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। टेस्ट सीरीज में तीन शतक के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें हैरानी भरा फैसला करते हुए वनडे टीम में चुना गया था। द्रविड़ की अक्तूबर 2005 से सितंबर 2007 तक की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी लेकिन विश्व कप 2007 में टीम का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था जब उन्हें टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर होना पड़ा था। उन्होंने 25 टेस्ट और 79 वनडे में टीम की कप्तानी की। द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल का विवादास्पद कार्यकाल का समय एक ही था, हालांकि इसका असर उनके बल्ले से प्रदर्शन पर नहीं पड़ा और इस दौरान उन्होंने 44.51 के औसत से 1736 रन बनाए। द्रविड़ ने 25 टेस्ट में टीम की अगुवाई की जिसमें टीम ने आठ में जीत दर्ज की और छह में उसे हार का मुंह देखना पड़ा। द्रविड़ ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक 270 रन का स्कोर बनाया है और उन्होंने कुछ शानदार यादगार पारियां खेली हैं लेकिन 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में दोहरा शतक और इसी प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 180 रन की पारियां इस क्रम में काफी ऊपर है। ऑस्ट्रेलिया उनकी पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम है, उन्होंने उसके खिलाफ 2000 से अधिक रन बनाए हैं। हालांकि उनका औसत 38.67 के साथ उनके कुल औसत से काफी कम है। इंग्लैंड के खिलाफ द्रविड़ ने 60.93 के औसत से 1950 रन बनाये हैं जबकि वेस्टइंडीज के विरुद्ध उन्होंने 63.80 के औसत से 1978 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 1200 रन बनाए हैं। द्रविड़ ने 1996 में लार्डस में इंग्लैंड के खिलाफ आगाज किया था और तब से 164 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम सर्वाधिक टेस्ट कैचों का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 210 कैच लपके हैं जो ज्यादातर स्लिप क्षेत्र में ही लिए गए हैं। उन्होंने पांच दिवसीय प्रारूप में कई रिकार्ड अपने नाम किये हैं लेकिन एक दिवसीय क्रिकेट में भी उनकी उपलब्धियां कम नहीं हैं। वनडे में द्रविड़ ने 344 मैचों में 39.16 के औसत से 10,889 रन बनाए हैं। उन्होंने 196 कैच लपकने के अलावा 12 शतक और 83 अर्धशतक जमाये हैं। उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। टेस्ट सीरीज में तीन शतक के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें हैरानी भरा फैसला करते हुए वनडे टीम में चुना गया था। द्रविड़ की अक्तूबर 2005 से सितंबर 2007 तक की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी लेकिन विश्व कप 2007 में टीम का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था जब उन्हें टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर होना पड़ा था। उन्होंने 25 टेस्ट और 79 वनडे में टीम की कप्तानी की। द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल का विवादास्पद कार्यकाल का समय एक ही था, हालांकि इसका असर उनके बल्ले से प्रदर्शन पर नहीं पड़ा और इस दौरान उन्होंने 44.51 के औसत से 1736 रन बनाए। द्रविड़ ने 25 टेस्ट में टीम की अगुवाई की जिसमें टीम ने आठ में जीत दर्ज की और छह में उसे हार का मुंह देखना पड़ा। उन्होंने 25 टेस्ट और 79 वनडे में टीम की कप्तानी की। द्रविड़ की कप्तानी और ग्रेग चैपल का विवादास्पद कार्यकाल का समय एक ही था, हालांकि इसका असर उनके बल्ले से प्रदर्शन पर नहीं पड़ा और इस दौरान उन्होंने 44.51 के औसत से 1736 रन बनाए। द्रविड़ ने 25 टेस्ट में टीम की अगुवाई की जिसमें टीम ने आठ में जीत दर्ज की और छह में उसे हार का मुंह देखना पड़ा।
संक्षिप्त पाठ: 'द वॉल’ के नाम से मशहूर द्रविड़ विदेशी सरजमीं पर दूसरे सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज हैं और उन्होंने 53.03 के औसत से 7,690 रन बनाए हैं।
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: प्याज, फल और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों के दामों में गिरावट के कारण मार्च के दौरान सकल मुद्रास्फीति 6.89 प्रतिशत रही। हालांकि इस दौरान सब्जियों और दलहन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 6.95 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह 9.68 प्रतिशत थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 9.94 प्रतिशत रही। फरवरी में यह 6.07 प्रतिशत थी। मार्च के दौरान प्याज की कीमतों में 24.23 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें फरवरी में 48.50 प्रतिशत की कमी आई थी। वहीं अंडे, मांस और मछली के दामों में 17.17 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई, जो कि फरवरी में 20 प्रतिशत की तेजी के मुकाबले कम है।टिप्पणियां मार्च के दौरान दाल की कीमतों में 10.05 प्रतिशत की और सब्जियों के दामों में 30.57 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फरवरी के दौरान सब्जियों के दामों में 1.52 प्रतिशत की तेजी आई थी। इस दौरान दूध 15.29 प्रतिशत महंगा हुआ, जबकि चावल और अनाज की कीमतों में क्रमश: 4.73 प्रतिशत और 4.41 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आलू के दामों में 11.60 प्रतिशत तेजी आई। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है। आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया। इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 9.94 प्रतिशत रही। फरवरी में यह 6.07 प्रतिशत थी। मार्च के दौरान प्याज की कीमतों में 24.23 प्रतिशत की गिरावट आई। इसमें फरवरी में 48.50 प्रतिशत की कमी आई थी। वहीं अंडे, मांस और मछली के दामों में 17.17 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई, जो कि फरवरी में 20 प्रतिशत की तेजी के मुकाबले कम है।टिप्पणियां मार्च के दौरान दाल की कीमतों में 10.05 प्रतिशत की और सब्जियों के दामों में 30.57 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फरवरी के दौरान सब्जियों के दामों में 1.52 प्रतिशत की तेजी आई थी। इस दौरान दूध 15.29 प्रतिशत महंगा हुआ, जबकि चावल और अनाज की कीमतों में क्रमश: 4.73 प्रतिशत और 4.41 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आलू के दामों में 11.60 प्रतिशत तेजी आई। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है। आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया। इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा। मार्च के दौरान दाल की कीमतों में 10.05 प्रतिशत की और सब्जियों के दामों में 30.57 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फरवरी के दौरान सब्जियों के दामों में 1.52 प्रतिशत की तेजी आई थी। इस दौरान दूध 15.29 प्रतिशत महंगा हुआ, जबकि चावल और अनाज की कीमतों में क्रमश: 4.73 प्रतिशत और 4.41 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आलू के दामों में 11.60 प्रतिशत तेजी आई। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है। आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया। इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा। आलू के दामों में 11.60 प्रतिशत तेजी आई। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है। आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया। इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा।
प्याज, फल और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों के दामों में गिरावट के कारण मार्च के दौरान सकल मुद्रास्फीति 6.89 प्रतिशत रही। हालांकि सब्जियों और दलहन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने बुधवार को इस बात से इंकार किया कि 'सौर घोटाले' में उनकी किसी तरह की संलिप्तता है। मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक के बाद चांडी ने कहा, "मैं भयभीत नहीं हूं। मैंने कोई गलती नहीं की है। मेरा ईश्वर पर बहुत अधिक विश्वास है। मैं जानता हूं कि यदि मैं कोई गलत काम करूंगा तो इसकी कीमत चुकानी होगी।" उन्होंने कहा कि सत्य सामने आने पर उनके खिलाफ सभी आरोप खत्म हो जाएंगे। सौर घोटाले में गिरफ्तार सरिता नायर और उनके साझेदार बीजू राधाकृष्णन के साथ मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ के लोगों के नजदीकी संबंधों का खुलासा होने के बाद ऐसी धारणा बन गई है कि मुख्यमंत्री भी इस पूरे घोटाले में शामिल हैं। विपक्षी वामपंथी मोर्चे ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और जांच के निष्पक्ष तरीके से पूरा होने तक चांडी से पद छोड़ने की मांग की है। इस पर चांडी ने कहा, "यदि मैं अभी पद छोड़ दूंगा तो यह अन्याय होगा। सत्य जल्द ही सामने आएगा। विपक्ष को सच में रुचि नहीं है। उन्हें पता है कि जब वे सत्ता में थे तो सबसे पहले यह मामला शुरू हुआ और एक आपराधिक मामला तक दर्ज नहीं हुआ। लेकिन अब केरल के लोगों को पता चल जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था?"टिप्पणियां उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक के बाद चांडी ने कहा, "मैं भयभीत नहीं हूं। मैंने कोई गलती नहीं की है। मेरा ईश्वर पर बहुत अधिक विश्वास है। मैं जानता हूं कि यदि मैं कोई गलत काम करूंगा तो इसकी कीमत चुकानी होगी।" उन्होंने कहा कि सत्य सामने आने पर उनके खिलाफ सभी आरोप खत्म हो जाएंगे। सौर घोटाले में गिरफ्तार सरिता नायर और उनके साझेदार बीजू राधाकृष्णन के साथ मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ के लोगों के नजदीकी संबंधों का खुलासा होने के बाद ऐसी धारणा बन गई है कि मुख्यमंत्री भी इस पूरे घोटाले में शामिल हैं। विपक्षी वामपंथी मोर्चे ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और जांच के निष्पक्ष तरीके से पूरा होने तक चांडी से पद छोड़ने की मांग की है। इस पर चांडी ने कहा, "यदि मैं अभी पद छोड़ दूंगा तो यह अन्याय होगा। सत्य जल्द ही सामने आएगा। विपक्ष को सच में रुचि नहीं है। उन्हें पता है कि जब वे सत्ता में थे तो सबसे पहले यह मामला शुरू हुआ और एक आपराधिक मामला तक दर्ज नहीं हुआ। लेकिन अब केरल के लोगों को पता चल जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था?"टिप्पणियां उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" सौर घोटाले में गिरफ्तार सरिता नायर और उनके साझेदार बीजू राधाकृष्णन के साथ मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ के लोगों के नजदीकी संबंधों का खुलासा होने के बाद ऐसी धारणा बन गई है कि मुख्यमंत्री भी इस पूरे घोटाले में शामिल हैं। विपक्षी वामपंथी मोर्चे ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और जांच के निष्पक्ष तरीके से पूरा होने तक चांडी से पद छोड़ने की मांग की है। इस पर चांडी ने कहा, "यदि मैं अभी पद छोड़ दूंगा तो यह अन्याय होगा। सत्य जल्द ही सामने आएगा। विपक्ष को सच में रुचि नहीं है। उन्हें पता है कि जब वे सत्ता में थे तो सबसे पहले यह मामला शुरू हुआ और एक आपराधिक मामला तक दर्ज नहीं हुआ। लेकिन अब केरल के लोगों को पता चल जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था?"टिप्पणियां उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" विपक्षी वामपंथी मोर्चे ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है और जांच के निष्पक्ष तरीके से पूरा होने तक चांडी से पद छोड़ने की मांग की है। इस पर चांडी ने कहा, "यदि मैं अभी पद छोड़ दूंगा तो यह अन्याय होगा। सत्य जल्द ही सामने आएगा। विपक्ष को सच में रुचि नहीं है। उन्हें पता है कि जब वे सत्ता में थे तो सबसे पहले यह मामला शुरू हुआ और एक आपराधिक मामला तक दर्ज नहीं हुआ। लेकिन अब केरल के लोगों को पता चल जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था?"टिप्पणियां उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" इस पर चांडी ने कहा, "यदि मैं अभी पद छोड़ दूंगा तो यह अन्याय होगा। सत्य जल्द ही सामने आएगा। विपक्ष को सच में रुचि नहीं है। उन्हें पता है कि जब वे सत्ता में थे तो सबसे पहले यह मामला शुरू हुआ और एक आपराधिक मामला तक दर्ज नहीं हुआ। लेकिन अब केरल के लोगों को पता चल जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था?"टिप्पणियां उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" उन्होंने इस मुद्दे पर बुधवार को वामदलों के राज्यव्यापी बंद की भी आलोचना की। चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।" चांडी ने कहा, "दो वर्ष पहले जब मैंने सत्ता संभाली तो उनका कहना था कि केवल दो सदस्यों के बहुमत वाली सरकार अधिक दिन तक नहीं चल सकेगी। जब हमने दो उपचुनाव जीत लिए तबसे हालात बदलने शुरू हो गए। उन्हें बाद में महसूस हुआ कि राज्य के लोगों का सरकार में पूरा विश्वास है। इस कारण वे बेचैन हैं और इस सरकार से डरे हैं।"
यहाँ एक सारांश है:भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने बुधवार को इस बात से इंकार किया कि 'सौर घोटाले' में उनकी किसी तरह की संलिप्तता है।
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मुंबई के 26/11 के आतंकी हमले के आरोपी जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा की मां ने बीड में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खंडन किया है कि जबीउद्दीन की पहचान के लिए उसके परिवारवालों के खून के नमूने लिए गए। जबीउद्दीन की मां रेहाना बेगम ने कहा कि यह सरासर गलत बात है, हमारा कभी डीएनए टेस्ट नहीं हुआ और न ही खून के नमूने लिए गए। रेहाना बेगम ने माना कि आखिरी बार उन्होंने अपने बेटे को 2006 में देखा है। वह सुबह उठकर आठ बजे निकल जाता था और देर रात लौटता था। वैसे उन्हें यकीन है कि उनका बेटा ऐसा काम नहीं कर सकता, क्योंकि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता और अगर वह गुनहगार है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। हालांकि उन्होंने जोर दिया कि इस बात की पक्की तहकीकात हो, क्योंकि इस घटना के बाद हमसे हमारे सारे रिश्तेदार दूर हो गए हैं। रेहाना बेगम ने कहा कि अगर पुलिस चाहे तो हम उससे मिलने को भी तैयार हैं। ऐसा आरोप है कि हमजा मुंबई हमले के संचालकों में शामिल था और हमले के दौरान कराची स्थित नियंत्रण कक्ष से हमलावर आतंकवादियों को निर्देश दे रहा था। उसे दिल्ली पुलिस ने भारत के आग्रह पर सऊदी अरब से भेजे जाने के बाद गिरफ्तार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले पांच-छह साल में कभी डीएनए परीक्षण के लिए उनका नमूना लिया गया, रेहाना ने नहीं में जवाब दिया। टिप्पणियां हमजा के खिलाफ 2003 में एक महिला को कथित रूप से छुरा मारने और जलाने का प्रयास करने के आरोप में पहला मामला दर्ज किए जाने के बारे में पूछने पर रेहाना ने कहा, हम इस बारे में कुछ नहीं जानते। उसके आतंकवाद में शामिल होने के बारे में रेहाना ने कहा, हम चाहते हैं कि इस बारे में उचित जांच हो। उनसे पूछा गया कि 2006 में औरंगाबाद हथियार मामले के बाद से उनके पुत्र का कुछ अता पता नहीं था, तो परिवार ने उसे खोजने की कोशिश क्यों नहीं की, रेहाना ने तल्खी से जवाब दिया, हम उसे कहां ढूंढते। मीडिया द्वारा पहले और हाल में जारी हमजा के फोटो में अंतर का जिक्र करते हुए रेहाना ने कहा कि वह विश्वास नहीं कर सकती कि वह उनके पुत्र के फोटो हैं। इस बीच पुलिस हट्टी खाना इलाके में हमजा के मकान के बाहर कड़ी नजर रखे हुए है। रेहाना बेगम ने माना कि आखिरी बार उन्होंने अपने बेटे को 2006 में देखा है। वह सुबह उठकर आठ बजे निकल जाता था और देर रात लौटता था। वैसे उन्हें यकीन है कि उनका बेटा ऐसा काम नहीं कर सकता, क्योंकि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता और अगर वह गुनहगार है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। हालांकि उन्होंने जोर दिया कि इस बात की पक्की तहकीकात हो, क्योंकि इस घटना के बाद हमसे हमारे सारे रिश्तेदार दूर हो गए हैं। रेहाना बेगम ने कहा कि अगर पुलिस चाहे तो हम उससे मिलने को भी तैयार हैं। ऐसा आरोप है कि हमजा मुंबई हमले के संचालकों में शामिल था और हमले के दौरान कराची स्थित नियंत्रण कक्ष से हमलावर आतंकवादियों को निर्देश दे रहा था। उसे दिल्ली पुलिस ने भारत के आग्रह पर सऊदी अरब से भेजे जाने के बाद गिरफ्तार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले पांच-छह साल में कभी डीएनए परीक्षण के लिए उनका नमूना लिया गया, रेहाना ने नहीं में जवाब दिया। टिप्पणियां हमजा के खिलाफ 2003 में एक महिला को कथित रूप से छुरा मारने और जलाने का प्रयास करने के आरोप में पहला मामला दर्ज किए जाने के बारे में पूछने पर रेहाना ने कहा, हम इस बारे में कुछ नहीं जानते। उसके आतंकवाद में शामिल होने के बारे में रेहाना ने कहा, हम चाहते हैं कि इस बारे में उचित जांच हो। उनसे पूछा गया कि 2006 में औरंगाबाद हथियार मामले के बाद से उनके पुत्र का कुछ अता पता नहीं था, तो परिवार ने उसे खोजने की कोशिश क्यों नहीं की, रेहाना ने तल्खी से जवाब दिया, हम उसे कहां ढूंढते। मीडिया द्वारा पहले और हाल में जारी हमजा के फोटो में अंतर का जिक्र करते हुए रेहाना ने कहा कि वह विश्वास नहीं कर सकती कि वह उनके पुत्र के फोटो हैं। इस बीच पुलिस हट्टी खाना इलाके में हमजा के मकान के बाहर कड़ी नजर रखे हुए है। ऐसा आरोप है कि हमजा मुंबई हमले के संचालकों में शामिल था और हमले के दौरान कराची स्थित नियंत्रण कक्ष से हमलावर आतंकवादियों को निर्देश दे रहा था। उसे दिल्ली पुलिस ने भारत के आग्रह पर सऊदी अरब से भेजे जाने के बाद गिरफ्तार किया। यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले पांच-छह साल में कभी डीएनए परीक्षण के लिए उनका नमूना लिया गया, रेहाना ने नहीं में जवाब दिया। टिप्पणियां हमजा के खिलाफ 2003 में एक महिला को कथित रूप से छुरा मारने और जलाने का प्रयास करने के आरोप में पहला मामला दर्ज किए जाने के बारे में पूछने पर रेहाना ने कहा, हम इस बारे में कुछ नहीं जानते। उसके आतंकवाद में शामिल होने के बारे में रेहाना ने कहा, हम चाहते हैं कि इस बारे में उचित जांच हो। उनसे पूछा गया कि 2006 में औरंगाबाद हथियार मामले के बाद से उनके पुत्र का कुछ अता पता नहीं था, तो परिवार ने उसे खोजने की कोशिश क्यों नहीं की, रेहाना ने तल्खी से जवाब दिया, हम उसे कहां ढूंढते। मीडिया द्वारा पहले और हाल में जारी हमजा के फोटो में अंतर का जिक्र करते हुए रेहाना ने कहा कि वह विश्वास नहीं कर सकती कि वह उनके पुत्र के फोटो हैं। इस बीच पुलिस हट्टी खाना इलाके में हमजा के मकान के बाहर कड़ी नजर रखे हुए है। हमजा के खिलाफ 2003 में एक महिला को कथित रूप से छुरा मारने और जलाने का प्रयास करने के आरोप में पहला मामला दर्ज किए जाने के बारे में पूछने पर रेहाना ने कहा, हम इस बारे में कुछ नहीं जानते। उसके आतंकवाद में शामिल होने के बारे में रेहाना ने कहा, हम चाहते हैं कि इस बारे में उचित जांच हो। उनसे पूछा गया कि 2006 में औरंगाबाद हथियार मामले के बाद से उनके पुत्र का कुछ अता पता नहीं था, तो परिवार ने उसे खोजने की कोशिश क्यों नहीं की, रेहाना ने तल्खी से जवाब दिया, हम उसे कहां ढूंढते। मीडिया द्वारा पहले और हाल में जारी हमजा के फोटो में अंतर का जिक्र करते हुए रेहाना ने कहा कि वह विश्वास नहीं कर सकती कि वह उनके पुत्र के फोटो हैं। इस बीच पुलिस हट्टी खाना इलाके में हमजा के मकान के बाहर कड़ी नजर रखे हुए है। उनसे पूछा गया कि 2006 में औरंगाबाद हथियार मामले के बाद से उनके पुत्र का कुछ अता पता नहीं था, तो परिवार ने उसे खोजने की कोशिश क्यों नहीं की, रेहाना ने तल्खी से जवाब दिया, हम उसे कहां ढूंढते। मीडिया द्वारा पहले और हाल में जारी हमजा के फोटो में अंतर का जिक्र करते हुए रेहाना ने कहा कि वह विश्वास नहीं कर सकती कि वह उनके पुत्र के फोटो हैं। इस बीच पुलिस हट्टी खाना इलाके में हमजा के मकान के बाहर कड़ी नजर रखे हुए है।
संक्षिप्त पाठ: अबू हमजा की मां ने बीड में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खंडन किया है कि जबीउद्दीन की पहचान के लिए उसके परिवारवालों के खून के नमूने लिए गए।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरु दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक था और वर्ष 2001 में जिस वक्त उसे संसद पर हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था, तब वह फल कारोबार में कमीशन एजेंट के तौर पर काम कर रहा था। उत्तर कश्मीर के सोपोर का निवासी अफजल ट्रांसपोर्ट और लकड़ी का व्यवसाय करने वाले हबीबुल्ला गुरु का बेटा था। पिता की मौत के समय अफजल बहुत छोटा था। अफजल को सुबह आठ बजे फांसी दी गई और तिहाड़ जेल परिसर में दफनाया गया। इस पूरी कार्रवाई को गुप्त रखा गया। अफजल ने 1988 में अपना नाम एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए झेलम वैली मेडिकल कॉलेज में लिखाया था लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। दिल्ली में वह अपने रिश्ते के भाई शौकत गुरु के साथ रहता था। शौकत ने सिख धर्म की अफशां नवज्योत से शादी की थी जिसने बाद में इस्लाम अपना लिया था। टिप्पणियां अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। उत्तर कश्मीर के सोपोर का निवासी अफजल ट्रांसपोर्ट और लकड़ी का व्यवसाय करने वाले हबीबुल्ला गुरु का बेटा था। पिता की मौत के समय अफजल बहुत छोटा था। अफजल को सुबह आठ बजे फांसी दी गई और तिहाड़ जेल परिसर में दफनाया गया। इस पूरी कार्रवाई को गुप्त रखा गया। अफजल ने 1988 में अपना नाम एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए झेलम वैली मेडिकल कॉलेज में लिखाया था लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। दिल्ली में वह अपने रिश्ते के भाई शौकत गुरु के साथ रहता था। शौकत ने सिख धर्म की अफशां नवज्योत से शादी की थी जिसने बाद में इस्लाम अपना लिया था। टिप्पणियां अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। अफजल को सुबह आठ बजे फांसी दी गई और तिहाड़ जेल परिसर में दफनाया गया। इस पूरी कार्रवाई को गुप्त रखा गया। अफजल ने 1988 में अपना नाम एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए झेलम वैली मेडिकल कॉलेज में लिखाया था लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। दिल्ली में वह अपने रिश्ते के भाई शौकत गुरु के साथ रहता था। शौकत ने सिख धर्म की अफशां नवज्योत से शादी की थी जिसने बाद में इस्लाम अपना लिया था। टिप्पणियां अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। अफजल ने 1988 में अपना नाम एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए झेलम वैली मेडिकल कॉलेज में लिखाया था लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। दिल्ली में वह अपने रिश्ते के भाई शौकत गुरु के साथ रहता था। शौकत ने सिख धर्म की अफशां नवज्योत से शादी की थी जिसने बाद में इस्लाम अपना लिया था। टिप्पणियां अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। दिल्ली में वह अपने रिश्ते के भाई शौकत गुरु के साथ रहता था। शौकत ने सिख धर्म की अफशां नवज्योत से शादी की थी जिसने बाद में इस्लाम अपना लिया था। टिप्पणियां अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। अफजल की पत्नी तबस्सुम ने अपने पति के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दया की अपील की थी। वह अब अपने इकलौते बेटे गालिब के साथ घाटी में रहती है। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था। अफजल कुछ दिनों के लिए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) में भी सक्रिय रहा। उसे जानने वाले लोगों के मुताबिक पढ़ाई के मामले में अफजल आगे रहता था और अन्य इतर गतिविधियों में भी सक्रिय रहता था।
संक्षिप्त सारांश: संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरु दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक था और वर्ष 2001 में जिस वक्त उसे संसद पर हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था, तब वह फल कारोबार में कमीशन एजेंट के तौर पर काम कर रहा था।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: टीवी के मशहूर शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) के जेठालाल (JethaLal) के फैन पेज से एक वीडियो शेयर किया गया  है. इस वीडियो में एक लड़का शानदार अंदाज में ढोलक बजा रहा है. सोशल मीडिया पर शेयर होते ही यह वीडियो तेज गति से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि यह लड़का किसी भी गाने पर शानदार अंदाज में ढोलक से धुन निकाल देता है. दिलीप जोशी उर्फ जेठालाल (JethaLal) के फैन पेज से शेयर किया गया वीडियो खूब वायरल हो रहा है. जेठालाल (JethaLal) के फैन पेज से शेयर किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सनी देओल (Sunny Deol) की सुपरहिट फिल्म 'जीत' का सॉन्ग 'तू धरती पर चाहे जहां भी रहेगी' पर यह लड़का ढोलक से धुन निकाल रहा है. लोगों को यह वीडियो खूब पसंद आ रहा है. इस वीडियो को अब तक कई लाख व्यूज मिल चुके हैं. जेठालाल के फैन पेज ने इस वीडियो को फेसबुक पर शेयर किया है और लिखा है: 'इतना टैलेंटेड ढोलक मास्टर आपने आजतक नही देखा होगा..' जेठालाल (JethaLal) वैसे भी 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) धारावाहिक को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं. इस टीवी शो में उनके कैरेक्टर को लोग खूब पसंद करते हैं. जेठालाल के फैन पेज द्वारा शेयर किया गया यह वीडियो सही में आश्चर्यजनक लग रहा है कि कैसे कोई सिर्फ ढोलक से इतना अच्छा धुन निकाल सकता है. आप भी देखिए यह वीडियो और दीजिए अपना रिएक्शन.
संक्षिप्त पाठ: ढोलक से धुन निकाल देता है यह लड़का जेठालाल के फैन पेज से शेयर किया गया है वीडियो वायरल हो रहा है यह वीडियो
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: ईडन गार्डन्स के पिच क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी मान गए हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की और दोनों के बीच करीब एक घंटे बात हुई। इसके बाद जगमोहन डालमिया ने कहा कि प्रबीर हमारे साथ बने रहेंगे, इसमें बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। भारत और इंग्लैंड के बीच अगला टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होना है। इस सीरीज के दौरान लगातार हो रहे पिच विवाद ने तब नया मोड़ ले लिया था, जब पिच क्यूरेटर प्रबीर अचानक मेडिकल लीव पर चले गए। वह दो दशक से अधिक समय से ईडन गार्डन्स की पिच पर काम कर रहे हैं। ऐसी ख़बरें आई कि धोनी की जिद के आगे नहीं झुकने का खामियाज़ा प्रबीर को भुगतना पड़ा रहा है। तीसरे टेस्ट के लिए प्रबीर मुखर्जी को हटाकर बीसीसीआई ने आशीष भौमिक को पिच बनाने की ज़िम्मेदारी दे दी थी, लेकिन अब प्रबीर वापस लौट रहे हैं।टिप्पणियां वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। भारत और इंग्लैंड के बीच अगला टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होना है। इस सीरीज के दौरान लगातार हो रहे पिच विवाद ने तब नया मोड़ ले लिया था, जब पिच क्यूरेटर प्रबीर अचानक मेडिकल लीव पर चले गए। वह दो दशक से अधिक समय से ईडन गार्डन्स की पिच पर काम कर रहे हैं। ऐसी ख़बरें आई कि धोनी की जिद के आगे नहीं झुकने का खामियाज़ा प्रबीर को भुगतना पड़ा रहा है। तीसरे टेस्ट के लिए प्रबीर मुखर्जी को हटाकर बीसीसीआई ने आशीष भौमिक को पिच बनाने की ज़िम्मेदारी दे दी थी, लेकिन अब प्रबीर वापस लौट रहे हैं।टिप्पणियां वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। वहीं पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का कहना है कि अगर कप्तान अपने हिसाब से पिच की मांग करता है, तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, लेकिन पिच के हिसाब से ही गेंदबाजों को भी बॉलिंग करनी चाहिए। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा। हालांकि प्रबीर मुखर्जी ने साफ किया था कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, सिर्फ तबीयत खराब होने की वजह से एक महीने की छुट्टी पर हैं। मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा।
ईडन गार्डन्स के पिच क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी मान गए हैं। उन्होंने बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की और दोनों के बीच करीब एक घंटे बात हुई। इसके बाद जगमोहन डालमिया ने कहा कि प्रबीर हमारे साथ बने रहेंगे, इसमें बदलाव की कोई जरूरत न
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने दम पर तीसरी बार लगातार बीजेपी को सत्ता में लाने वाले नरेंद्र मोदी को 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रधानमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है और मोदी ने साबित कर दिया है कि आप उन्हें पसंद करें या नापंसद, उनकी अनदेखी नहीं कर सकते। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक के तौर पर काम करने के बाद राजनीति में आए 62-वर्षीय मोदी ने गुजरात में विकास के नाम पर अलग छवि बनाई है। हालांकि विवादों से भी उनका गहरा रिश्ता रहा है। 2002 में गोधराकांड के बाद भड़के गुजरात दंगों का दाग उन पर आज भी कायम है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। जब-तब संघ परिवार के 'हिन्दुत्व की प्रयोगशाला' कहे जाने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री पर राज्य में सांप्रदायिक आधार पर धुव्रीकरण के भी आरोप लगते रहे हैं। मोदी के विरोधी भी उन पर जमकर निशाना साधते हैं। हालांकि पार्टी और उसके बाहर उनके प्रशंसकों और समर्थकों की संख्या भी कम नहीं है। मोदी ने प्रदेश में मुस्लिमों को लुभाने के कई प्रयास किए, लेकिन उनके विरोधी हमेशा उनकी छवि इस समुदाय का ध्यान नहीं रखने वाले नेता के तौर पर पेश करते रहे हैं। उनके आलोचक कहते हैं कि उन पर हमेशा गुजरात दंगों का धब्बा लगा रहेगा। मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें दोषी पाया गया, तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ मोदी के समर्थक उन्हें 'हिन्दू हृदय सम्राट' कहकर भी वाहवाही करते हैं। गुजरात में हालात इस कदर बदलते हैं कि 2007 के विधानसभा चुनावों में मोदी को 'मौत का सौदागर' कहने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान से बखेड़ा खड़ा हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक के तौर पर काम करने के बाद राजनीति में आए 62-वर्षीय मोदी ने गुजरात में विकास के नाम पर अलग छवि बनाई है। हालांकि विवादों से भी उनका गहरा रिश्ता रहा है। 2002 में गोधराकांड के बाद भड़के गुजरात दंगों का दाग उन पर आज भी कायम है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। जब-तब संघ परिवार के 'हिन्दुत्व की प्रयोगशाला' कहे जाने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री पर राज्य में सांप्रदायिक आधार पर धुव्रीकरण के भी आरोप लगते रहे हैं। मोदी के विरोधी भी उन पर जमकर निशाना साधते हैं। हालांकि पार्टी और उसके बाहर उनके प्रशंसकों और समर्थकों की संख्या भी कम नहीं है। मोदी ने प्रदेश में मुस्लिमों को लुभाने के कई प्रयास किए, लेकिन उनके विरोधी हमेशा उनकी छवि इस समुदाय का ध्यान नहीं रखने वाले नेता के तौर पर पेश करते रहे हैं। उनके आलोचक कहते हैं कि उन पर हमेशा गुजरात दंगों का धब्बा लगा रहेगा। मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें दोषी पाया गया, तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ मोदी के समर्थक उन्हें 'हिन्दू हृदय सम्राट' कहकर भी वाहवाही करते हैं। गुजरात में हालात इस कदर बदलते हैं कि 2007 के विधानसभा चुनावों में मोदी को 'मौत का सौदागर' कहने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान से बखेड़ा खड़ा हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। जब-तब संघ परिवार के 'हिन्दुत्व की प्रयोगशाला' कहे जाने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री पर राज्य में सांप्रदायिक आधार पर धुव्रीकरण के भी आरोप लगते रहे हैं। मोदी के विरोधी भी उन पर जमकर निशाना साधते हैं। हालांकि पार्टी और उसके बाहर उनके प्रशंसकों और समर्थकों की संख्या भी कम नहीं है। मोदी ने प्रदेश में मुस्लिमों को लुभाने के कई प्रयास किए, लेकिन उनके विरोधी हमेशा उनकी छवि इस समुदाय का ध्यान नहीं रखने वाले नेता के तौर पर पेश करते रहे हैं। उनके आलोचक कहते हैं कि उन पर हमेशा गुजरात दंगों का धब्बा लगा रहेगा। मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें दोषी पाया गया, तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ मोदी के समर्थक उन्हें 'हिन्दू हृदय सम्राट' कहकर भी वाहवाही करते हैं। गुजरात में हालात इस कदर बदलते हैं कि 2007 के विधानसभा चुनावों में मोदी को 'मौत का सौदागर' कहने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान से बखेड़ा खड़ा हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। मोदी ने प्रदेश में मुस्लिमों को लुभाने के कई प्रयास किए, लेकिन उनके विरोधी हमेशा उनकी छवि इस समुदाय का ध्यान नहीं रखने वाले नेता के तौर पर पेश करते रहे हैं। उनके आलोचक कहते हैं कि उन पर हमेशा गुजरात दंगों का धब्बा लगा रहेगा। मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें दोषी पाया गया, तो वह फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं। दूसरी तरफ मोदी के समर्थक उन्हें 'हिन्दू हृदय सम्राट' कहकर भी वाहवाही करते हैं। गुजरात में हालात इस कदर बदलते हैं कि 2007 के विधानसभा चुनावों में मोदी को 'मौत का सौदागर' कहने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान से बखेड़ा खड़ा हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। दूसरी तरफ मोदी के समर्थक उन्हें 'हिन्दू हृदय सम्राट' कहकर भी वाहवाही करते हैं। गुजरात में हालात इस कदर बदलते हैं कि 2007 के विधानसभा चुनावों में मोदी को 'मौत का सौदागर' कहने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान से बखेड़ा खड़ा हो गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं। मोदी ने ऐसे समय में लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर इतिहास बनाया है, जब पार्टी को केंद्र की सत्ता में लौटने के लिए मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। मोदी 2001 में केशुभाई की जगह मुख्यमंत्री बने थे। केशुभाई ने इस साल बीजेपी से अलग होकर अपनी नई पार्टी 'गुजरात परिवर्तन पार्टी' बना ली।टिप्पणियां मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। मुख्यमंत्री मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लुभाने के अनेक प्रयास किए, लेकिन इस चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। उन्होंने अपने आदर्श स्वामी विवेकानंद के 150वीं जयंती वर्ष में गुजरात में यात्रा निकालकर जनता से सीधे संपर्क साधा। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे। 2002 के दंगों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी को अपना 'राज धर्म' निभाने की नसीहत दी थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और दिवंगत प्रमोद महाजन ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने में मदद की। उसके बाद मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इससे पहले के राजनीतिक सफर में वह गुजरात में पार्टी के संगठन सचिव रहे और बाद में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भी जिम्मेदार पद पर रहे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर 11 साल के अनुभव और अपने दम पर लगातार तीसरी सफलता हासिल करने वाले मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार के तौर पर पेश कर सकते हैं।
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: राष्ट्रमंडल खेल संबंधित घोटालों में कथित तौर पर लिप्त होने की रिपोर्टों से दुखी आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने एक रुपया भी लिया था तो वह सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे। कलमाड़ी ने बयान में कहा, मैं कसम खा सकता हूं कि मुझे इन खेलों से वित्तीय रूप से एक भी रुपये का लाभ नहीं हुआ है और अगर यह साबित हो जाता है तो मैं सांसद के पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा, मैं बहुत दुखी हूं और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के संबंध में मेरे खिलाफ जो दुर्भावनापूर्ण अभियान चल रहा है उससे काफी निराश हूं। मेरे बारे में जो भी रिपोर्टें आ रही है वे सच से काफी दूर हैं। नए खेल मंत्री अजय माकन द्वारा हाल में राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति से बर्खास्त किए गए कलमाड़ी ने कहा कि अगर सरकार 2जी स्पेक्ट्रम विवाद पर संयुक्त संसदीय समिति गठित करती है तो उसे खेलों के संबंध में जांच के लिए भी जेपीसी का गठन करना चाहिए। पुणे के सांसद और भारतीय ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष ने कहा, खेलों के आयोजन के लिए आयोजन समिति का बजट पूरे राष्ट्रमंडल खेलों के बजट का केवल पांच प्रतिशत था। इसके बावजूद जांच के लिए सिर्फ मुझे ही निशाना बनाया जा रहा है जबकि अन्य सरकारी एजेंसियों, जिसमें दिल्ली सरकार और विभिन्न केंद्रीय सरकारी एजेंसियां शामिल हैं, की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है जिनकी बजट में 95 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।
संक्षिप्त सारांश: सुरेश कलमाड़ी ने कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने एक रुपया भी लिया था तो वह सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे।
10
['hin']
एक सारांश बनाओ: चिदंबरम की पैरवी कर रहे कपिल सिब्बल ने कोर्ट से जब घर का पका खाने की इजात मांगी तो जस्टिस सुरेश कुमार कैट ने कहा कि 'जेल में सभी के लिए एक जैसा भोजन उपलब्ध है.' जज साहब के इस जवाब के बाद सिब्बल ने कहा कि 'माय लॉर्ड वह 74 साल के हैं.' सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तब जवाब दिया, 'यहां तक कि (INLD नेता ओम प्रकाश चौटाला) चौटाला बूढ़े हैं और एक राजनीतिक कैदी हैं. एक राज्य के रूप में, हम किसी को भी अलग नहीं कर सकते.' दलीलें तब हुईं, जब कोर्ट आईएनएक्स मीडिया से संबंधित सीबीआई मामले में पी चिदंबरम द्वारा दायर नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहा था. बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने पी चिदंबरम की बेल याचिका पर सीबीआई को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. चिदंबरम की तरफ से कोर्ट में बहस कर रहे कपिल सिब्बल ने कहा, हमने न्यायिक हिरासत को चुनौती दी थी. साथ ही रेगुलर बेल मांग रहे है. जिस पर जज ने कहा, ''आप यहां क्यों आये हैं?'' जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा, फैक्ट को आप सुन कर न्याय कर सकते है. पहले रेगुलर बेल सुन सकते है. फिर कोर्ट में जज ने कहा, आपने उसी दिन क्यों नहीं निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी. आप एक ही दिन निचली अदालत से सुप्रीम कोर्ट चले जाते है और यहां निचली अदालत के फैसले को चुनौती देने में इतना दिन और यहां कह रहे है जल्दी करिए. मामले की अगली सुनवाई 23 सितंबर को होगी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: चिदंबरम की जमानत याचिका पर कोर्ट में सुनवाई सिब्बल बोले- चिदंबरम को घर का पका खाना खाने की मिले अनुमति कोर्ट ने कहा- जेल में सबके लिए एक जैसा खाना ही उपलब्ध है
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाले एक 22 साल के युवक कांग्रेस नेता राहुल गांधी का हमनाम होने के कारण परेशान हैं. उन्हें अपनी पहचान को लेकर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि वे अपना उपनाम बदलने पर विचार कर रहे हैं.  शहर के अखंड नगर में रहने वाले इस राहुल गांधी ने बताया, "मेरे पास अपनी पहचान के दस्तावेज के रूप में केवल आधार कार्ड है. मैं जब मोबाइल सिम खरीदने या दूसरे कामों के लिये इस दस्तावेज की प्रति किसी के सामने पेश करता हूं, तो लोग मेरे नाम के कारण इसे संदेह की निगाह से देखते हुए फर्जी समझते हैं. वे मेरे चेहरे पर आश्चर्य भरी निगाह डालते हैं."  उन्होंने कहा, "जब मैं किसी काम से अपरिचित लोगों को कॉल कर अपना परिचय देता हूं, तो इनमें से कई लोग यह तंज कसते हुए अचानक फोन काट देते हैं कि राहुल गांधी कब से इंदौर में रहने आ गये? वे मुझे फर्जी कॉलर समझते हैं."  पेशे से कपड़ा व्यापारी इंदौर के राहुल गांधी के मौजूदा उपनाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है.  उन्होंने बताया कि उनके दिवंगत पिता राजेश मालवीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में वॉशरमैन के रूप में पदस्थ थे और उनके आला अधिकारी उन्हें "गांधी" कहकर पुकारते थे. धीरे-धीरे मेरे पिता को भी गांधी उपनाम से लगाव हो गया और उन्होंने इसे अपना लिया. जब मेरा स्कूल में दाखिला कराया गया, तो मेरा नाम राहुल मालवीय के बजाय राहुल गांधी लिखवाया गया."  पांचवीं तक पढ़े युवक ने कहा, "दलीय राजनीति से मेरा कोई लेना-देना नहीं है लेकिन मेरे मौजूदा उपनाम से मुझे अपनी पहचान को लेकर परेशानी हो रही है. इस कारण मैं कानूनी प्रक्रिया के तहत अपना उपनाम गांधी से बदलकर मालवीय करने पर विचार कर रहा हूं." (इनपुट-भाषा)
संक्षिप्त सारांश: गांधी उपनाम की वजह से परेशान है इंदौर का राहुल नाम बताने पर लोग मानते हैं झूठ बदलना चाह रहा है उपनाम
23
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पीठ की चोट से उबरने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम तीन टेस्ट के लिए भारत की 16-सदस्यीय टीम में वापसी हुई है, जबकि अनुभवी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में पांच विकेट चटकाने वाले भुवनेश्वर पीठ की चोट के कारण छह हफ्ते से भी अधिक समय से क्रिकेट से दूर थे. चोट से उबरने के बाद वह मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेले. उन्होंने मैच में 36 ओवर (पहली पारी में 13 और दूसरी पारी में 23) फेंके और विकेट चटकाए. भारतीय टीम में अब चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हो गए हैं, जिससे कप्तान विराट कोहली को अतिरिक्त विकल्प मिलेगा. भारत के लिए 58 टेस्ट खेलने वाले 35 साल के गौतम गंभीर के अंतरराष्ट्रीय करियर को अब खत्म माना जा रहा है. लोकेश राहुल विशाखापट्टनम में नाकाम रहे, लेकिन चोट से पहले उनकी फॉर्म ने टीम प्रबंधन को उन पर विश्वास करने के लिए उत्साहित किया है. टेस्ट में शीर्ष क्रम में मुरली विजय का स्थान पक्का है, जबकि शिखर धवन भी फिट हो चुके हैं. धवन इसके अलावा सीमित ओवरों के प्रारूप के अहम सदस्य हैं, जहां उनका रिकॉर्ड शानदार है. टिप्पणियां टीम इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में पांच विकेट चटकाने वाले भुवनेश्वर पीठ की चोट के कारण छह हफ्ते से भी अधिक समय से क्रिकेट से दूर थे. चोट से उबरने के बाद वह मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेले. उन्होंने मैच में 36 ओवर (पहली पारी में 13 और दूसरी पारी में 23) फेंके और विकेट चटकाए. भारतीय टीम में अब चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हो गए हैं, जिससे कप्तान विराट कोहली को अतिरिक्त विकल्प मिलेगा. भारत के लिए 58 टेस्ट खेलने वाले 35 साल के गौतम गंभीर के अंतरराष्ट्रीय करियर को अब खत्म माना जा रहा है. लोकेश राहुल विशाखापट्टनम में नाकाम रहे, लेकिन चोट से पहले उनकी फॉर्म ने टीम प्रबंधन को उन पर विश्वास करने के लिए उत्साहित किया है. टेस्ट में शीर्ष क्रम में मुरली विजय का स्थान पक्का है, जबकि शिखर धवन भी फिट हो चुके हैं. धवन इसके अलावा सीमित ओवरों के प्रारूप के अहम सदस्य हैं, जहां उनका रिकॉर्ड शानदार है. टिप्पणियां टीम इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारतीय टीम में अब चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हो गए हैं, जिससे कप्तान विराट कोहली को अतिरिक्त विकल्प मिलेगा. भारत के लिए 58 टेस्ट खेलने वाले 35 साल के गौतम गंभीर के अंतरराष्ट्रीय करियर को अब खत्म माना जा रहा है. लोकेश राहुल विशाखापट्टनम में नाकाम रहे, लेकिन चोट से पहले उनकी फॉर्म ने टीम प्रबंधन को उन पर विश्वास करने के लिए उत्साहित किया है. टेस्ट में शीर्ष क्रम में मुरली विजय का स्थान पक्का है, जबकि शिखर धवन भी फिट हो चुके हैं. धवन इसके अलावा सीमित ओवरों के प्रारूप के अहम सदस्य हैं, जहां उनका रिकॉर्ड शानदार है. टिप्पणियां टीम इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लोकेश राहुल विशाखापट्टनम में नाकाम रहे, लेकिन चोट से पहले उनकी फॉर्म ने टीम प्रबंधन को उन पर विश्वास करने के लिए उत्साहित किया है. टेस्ट में शीर्ष क्रम में मुरली विजय का स्थान पक्का है, जबकि शिखर धवन भी फिट हो चुके हैं. धवन इसके अलावा सीमित ओवरों के प्रारूप के अहम सदस्य हैं, जहां उनका रिकॉर्ड शानदार है. टिप्पणियां टीम इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टीम इस प्रकार है : विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रिद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: पीठ की चोट के कारण 6 हफ्ते से अधिक समय से क्रिकेट से दूर थे भुवनेश्वर भारतीय टीम में अब चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हो गए हैं गौतम गंभीर के अंतरराष्ट्रीय करियर को अब खत्म माना जा रहा है
22
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: देश के कई हिस्सों में बारिश ने एकबार फिर से कहर बरपाया है. बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक करीब 48 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए जबकि बिहार में लगातार बारिश से राज्य की राजधानी पटना की सड़कों और अन्य इलाकों में जलभराव हो गया और कम से कम दो मंत्रियों के घर पानी में घिर गए. उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य सरकार ने कहा कि 25 लोगों की मौत शनिवार को हुई, वहीं 10 लोगों की शुक्रवार को जान चली गई थी. मौसम विभाग ने रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है. सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार बारिश के कारण घर गिरने, पेड़ गिरने और सांप के काटने के चलते लोगों की मौत हुई. कच्चे मकानों के गिरने के अलावा दीवार गिरने के कारण भी लोगों की मौत हुई है . बयान में कहा गया है कि वर्षाजनित इन हादसों में पांच लोग घायल भी हुए हैं.  उत्तराखंड में अधिकारियों ने बताया कि हिमालयी तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब जा रहे पंजाब के छह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जब टिहरी जिले में एक बड़ी चट्टान उनके वाहन पर गिर गई. भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन की वजह से यह चट्टान गिरी. इसके अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश से तीन-तीन लोगों की मौत की खबरें आईं जबकि जम्मू-कश्मीर में भी एक व्यक्ति की मौत हुई. बिहार में, शुक्रवार से हो रही लगातार भारी बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर दिया है और इसके चलते रेल यातायात, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्कूल प्रभावित हुए हैं. पटना शहर स्थित उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निजी मकान, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आवास निर्जन द्वीप जैसे प्रतीत हो रहे थे. मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक शहर में भारी बारिश होने का अनुमान जाहिर किया है. पटना जिला प्रशासन ने मंगलवार तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर और गर्दनीबाग अस्पताल के परिसर में जलजमाव हो गया. जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने संवाददाताओं से कहा, “राजेंद्र नगर और एस के पुरी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.”  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कई जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बारिश से उत्पन्न स्थिति की जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. बिहार में 12 स्थानों पर शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने पूर्वानुमान जताया कि बिहार के अधिकतर इलाकों में अगले 48 घंटे तक मध्यम से भारी बारिश होगी और स्थिति तीन अक्टूबर के बाद सामान्य होगी. भारतीय मौसम विज्ञान के प्रतिनिधि ने अगले 48 घंटे के पूर्वानुमान में बताया कि मध्य बिहार, पूर्वी बिहार, उत्तर पूर्वी बिहार और दक्षिण पूर्वी बिहार में वर्षा की स्थिति बनी रहेगी. उसके बाद स्थिति में सुधार होगा और तीन अक्टूबर तक स्थिति सामान्य हो जायेगी. बैठक में मौजूद आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत कराया और आपदा प्रबंधन की जानकारी दी.  मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को 15 अक्टूबर तक विशेष सतर्कता बनाये रखने के निर्देश दिए . पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि भारी बारिश से जमीन धसने के कारण धनबाद मंडल के दिलवा- नाथगंज पर अप लाइन एवं डाउन लाइन पर परिचालन कुछ घंटे के लिए प्रभावित रहा. इसके अलावा भी कुछ ट्रेन रद्द की गईं, कुछ को आंशिक रूप से रद्द किया गया और कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया. राजस्थान के उदयपुर जिले में शनिवार को एक सरकारी स्कूल की दीवार गिरने की घटना में कम से कम तीन छात्रों की मौत हो गई . पुलिस के अनुसार यह घटना सुबह उस वक्त हुई जब राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, थोबवाड़ा में बच्चे कक्षा में पहुंचे. यह स्कूल तलहटी में स्थित है और कल रात अत्यधिक बारिश के कारण यहां जलभराव हो गया था.  मध्य प्रदेश के सिवनी जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर किंदरई थाना अंतर्गत घंसौर-केदारपुर रोड पर शुक्रवार रात उफनते नाले को बाइक से पार कर रहे एक पुलिस आरक्षक सहित तीन लोगों की उसमें गिरने से मौत हो गई. तीनों मृतकों के शव पुलिस को शनिवार सुबह घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर मिले. वहीं जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में 22 वर्षीय महिला पर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई. जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जलभराव और यातायात जाम के कारण शनिवार सुबह जनजीवन बाधित हो गया. बहरहाल, बारिश से किसी तरह के बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है. पिछले कुछ दिनों से गर्मी झेल रहे शहर के लोगों के लिए यह बारिश राहत लेकर आयी है. मौसम कार्यालय ने एक अक्टूबर तक क्षेत्र में कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश का अनुमान जताया है.  अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण जल स्रोत भरने के चलते निचले इलाकों में मकानों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया जिससे लोगों को दिक्कतें हुईं. उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में किसी तरह के नुकसान की बड़ी खबर नहीं है लेकिन नदियों के मुहाने पर बने कुछ अवैध इमारतों को अचानक पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू प्रांत के अन्य जिलों से भी भारी बारिश की खबरें प्राप्त हुई हैं. हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार को हल्की बारिश हुई, जिससे मौसम के अधिकतम तापमान में औसत से दो-तीन डिग्री की गिरावट आई. इस बीच, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश के बाद कृष्णा नदी फिर से ऊफान पर है. नतीजतन आंध्र प्रदेश में पहले से ही भरे हुए बांधों के जलस्तर और बढ़ गया. भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और सप्ताहांत में राज्य के सौराष्ट्र-कच्छ इलाके में भारी बारिश का अनुमान लगाया है.
सारांश: देश के कई हिस्सों में बारिश का कहर बारिश की वजह से सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की वजह से लाखों लोगों का जनजीवन हुआ प्रभावित
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: जेडीयू नेता शरद यादव के खिलाफ टीम अन्ना के बयान मामले में अब आर या पार की लड़ाई शुरू हो गई है। शरद यादव ने इस मामले में आज लोकसभा में टीम अन्ना के खिलाफ प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया। शरद यादव ने प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा की मांग की। शरद यादव से स्पीकर ने कहा कि नोटिस पर 4 बजे के बाद चर्चा होगी। वहीं टीम अन्ना ने इस बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। टीम अन्ना का कहना है कि बयान में कुछ भी गलत नहीं है और अगर संसद इसके लिए कोई सजा देती है तो वह भुगतने के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां इससे पूर्व सोमवार को शरद ने संसद में कहा कि  मैंने सारी उम्र भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, जेल भी गया लेकिन टीम अन्ना के कितने सदस्य हैं जो इस लड़ाई में जेल गए हैं। टीम अन्ना पर संसद में हमले की शुरुआत की नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने उन्होंने कहा कि सांसदों को चोर और लुटेरा कहने वाली टीम अन्ना को मर्यादा में रहना चाहिए। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा हुआ टीम अन्ना का यह आंदोलन अब लोकतंत्र के खिलाफ नजर आने लगा है। शरद यादव ने प्रश्नकाल स्थगित कर चर्चा की मांग की। शरद यादव से स्पीकर ने कहा कि नोटिस पर 4 बजे के बाद चर्चा होगी। वहीं टीम अन्ना ने इस बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। टीम अन्ना का कहना है कि बयान में कुछ भी गलत नहीं है और अगर संसद इसके लिए कोई सजा देती है तो वह भुगतने के लिए तैयार हैं।टिप्पणियां इससे पूर्व सोमवार को शरद ने संसद में कहा कि  मैंने सारी उम्र भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, जेल भी गया लेकिन टीम अन्ना के कितने सदस्य हैं जो इस लड़ाई में जेल गए हैं। टीम अन्ना पर संसद में हमले की शुरुआत की नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने उन्होंने कहा कि सांसदों को चोर और लुटेरा कहने वाली टीम अन्ना को मर्यादा में रहना चाहिए। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा हुआ टीम अन्ना का यह आंदोलन अब लोकतंत्र के खिलाफ नजर आने लगा है। इससे पूर्व सोमवार को शरद ने संसद में कहा कि  मैंने सारी उम्र भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, जेल भी गया लेकिन टीम अन्ना के कितने सदस्य हैं जो इस लड़ाई में जेल गए हैं। टीम अन्ना पर संसद में हमले की शुरुआत की नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने उन्होंने कहा कि सांसदों को चोर और लुटेरा कहने वाली टीम अन्ना को मर्यादा में रहना चाहिए। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा हुआ टीम अन्ना का यह आंदोलन अब लोकतंत्र के खिलाफ नजर आने लगा है। टीम अन्ना पर संसद में हमले की शुरुआत की नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने उन्होंने कहा कि सांसदों को चोर और लुटेरा कहने वाली टीम अन्ना को मर्यादा में रहना चाहिए। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा हुआ टीम अन्ना का यह आंदोलन अब लोकतंत्र के खिलाफ नजर आने लगा है।
यहाँ एक सारांश है:जेडीयू नेता शरद यादव पर टीम अन्ना की टिप्पणी के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ। आज संसद में टीम अन्ना के खिलाफ प्रस्ताव आ सकता है।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका के एक स्कूल में सातवीं कक्षा की एक छात्रा को उसकी शिक्षिका ने 'आतंकवादी बनने की प्रबल संभावना' पुरस्कार दिया है जिसपर माता-पिता के कड़े ऐतराज के बाद स्कूल को कार्यक्रम के लिए माफी मांगनी पड़ी. ह्यूस्टन के समीप टेक्सास के चैनलव्यू में एंथनी एगुइरे जूनियर हाई स्कूल में मजाकिया पुरस्कार समारोह के तौर पर शिक्षकों के एक समूह ने छात्रों को प्रमाणपत्र दिए. 13 वर्षीय लिजेथ विल्लानुएवा ने कहा कि मंगलवार को कक्षा के दौरान उसकी शिक्षिका ने 'हंसते' हुए उसे प्रमाणपत्र दिया. यह घटना ब्रिटेन के मैनचेस्टर में एक पॉप कंसर्ट में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के एक दिन बाद की है. फॉक्स 26 ह्यूस्टन ने विल्लानुएवा के हवाले से कहा, 'जब उन्होंने मेरा नाम लिया तो मैं चारों तरफ देखने लगी कि उन्होंने अभी क्या कहा? मैं बहुत परेशान हो गई. मैं विचलित हो गई लेकिन मैंने जताया नहीं.' उसकी मां एना हर्नान्डेज को इस पुरस्कार में कुछ भी हास्यास्पद नहीं लगा. 'द वाशिंगटन पोस्ट' ने उनके हवाले से कहा, 'मैं परेशान हो गई जब मैंने पुरस्कार को देखा. मैं हैरान थी क्योंकि मेरी बेटी ऑनर्स प्रोग्राम में काफी अच्छा कर रही है. मेरी बेटी हंस नहीं रही थी. वह स्तब्ध थी.' उन्होंने कहा कि अन्य पुरस्कारों में 'हर छोटी बात पर रोने वाला' और 'बेघर होने की प्रबल संभावना' वाला पुरस्कार भी शामिल था. टिप्पणियां चैनलव्यू इंडीपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधियों ने बाद में एक बयान जारी कर घटना के लिए माफी मांगी. हर्नान्डेज ने कहा कि स्कूल को शिक्षिका को निकाल देना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फॉक्स 26 ह्यूस्टन ने विल्लानुएवा के हवाले से कहा, 'जब उन्होंने मेरा नाम लिया तो मैं चारों तरफ देखने लगी कि उन्होंने अभी क्या कहा? मैं बहुत परेशान हो गई. मैं विचलित हो गई लेकिन मैंने जताया नहीं.' उसकी मां एना हर्नान्डेज को इस पुरस्कार में कुछ भी हास्यास्पद नहीं लगा. 'द वाशिंगटन पोस्ट' ने उनके हवाले से कहा, 'मैं परेशान हो गई जब मैंने पुरस्कार को देखा. मैं हैरान थी क्योंकि मेरी बेटी ऑनर्स प्रोग्राम में काफी अच्छा कर रही है. मेरी बेटी हंस नहीं रही थी. वह स्तब्ध थी.' उन्होंने कहा कि अन्य पुरस्कारों में 'हर छोटी बात पर रोने वाला' और 'बेघर होने की प्रबल संभावना' वाला पुरस्कार भी शामिल था. टिप्पणियां चैनलव्यू इंडीपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधियों ने बाद में एक बयान जारी कर घटना के लिए माफी मांगी. हर्नान्डेज ने कहा कि स्कूल को शिक्षिका को निकाल देना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'द वाशिंगटन पोस्ट' ने उनके हवाले से कहा, 'मैं परेशान हो गई जब मैंने पुरस्कार को देखा. मैं हैरान थी क्योंकि मेरी बेटी ऑनर्स प्रोग्राम में काफी अच्छा कर रही है. मेरी बेटी हंस नहीं रही थी. वह स्तब्ध थी.' उन्होंने कहा कि अन्य पुरस्कारों में 'हर छोटी बात पर रोने वाला' और 'बेघर होने की प्रबल संभावना' वाला पुरस्कार भी शामिल था. टिप्पणियां चैनलव्यू इंडीपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधियों ने बाद में एक बयान जारी कर घटना के लिए माफी मांगी. हर्नान्डेज ने कहा कि स्कूल को शिक्षिका को निकाल देना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चैनलव्यू इंडीपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिनिधियों ने बाद में एक बयान जारी कर घटना के लिए माफी मांगी. हर्नान्डेज ने कहा कि स्कूल को शिक्षिका को निकाल देना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:अमेरिका में सातवीं की छात्रा का अपमान अभिभावकों के विरोध पर स्कूल ने मांगी माफी छात्रा को दिया आतंकी बनने की प्रबल संभावना सम्मान
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वार्न और आरसीए सचिव संजय दीक्षित के बीच हुए झगड़े पर मंगलवार को अपना फैसला सुरक्षित रखा। बीसीसीआई ने दोनों को सुनवाई के लिए बुलाया था। वार्न और दीक्षित दोनों आईपीएल के तीन सदस्यीय पैनल के समक्ष उपस्थित हुए तथा उन्होंने इस ट्वेंटी-20 लीग में पिच को बदलने और उसके बाद की घटनाओं के बारे में अपनी बात रखीं। दीक्षित ने आरोप लगाया था कि राजस्थान रॉयल्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के बीच 11 मई को जयपुर में खेले गए मैच की पिच बदलने का आग्रह नहीं मानने पर वार्न ने उन्हें अपशब्द कहे थे। दीक्षित ने तीन घंटे तक चली सुनवाई के बाद कहा, हमारी लंबी बैठक हुई और फैसले का इंतजार है। हमें साथ में और अलग अलग से भी बुलाया गया। सुनवाई सद्भावपूर्ण माहौल में हुई। यह सुनवाई थी इसलिए इसमें क्या हुआ यह गोपनीय है। आईपीएल के जिस पैनल ने सुनवाई की उसमें इसके चेयरमैन चिरायु अमीन, आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य रवि शास्त्री और आईएमजी अधिकारी जान शामिल हैं। दीक्षित ने कहा, यह सुनवाई केवल उस शिकायत को लेकर थी जो मैंने दर्ज की थी। इसमें कुछ भी बाहरी तत्व शामिल नहीं था। तीन सदस्यीय पैनल ने हमारी पूरी बातें सुनी। मैं फैसले का इंतजार करूंगा क्योंकि मैं अब भी नहीं जानता कि इस पर कब फैसला दिया जाएगा। वार्न राजस्थान रायल्स के सीईओ सीन मोरिस के साथ पहुंचे हुए थे। वह सुनवाई के बाद पहले बाहर आए। वार्न पर जयपुर में आईपीएल मैच के बाद दीक्षित का सार्वजनिक तौर पर अपमान करने का आरोप लगाया गया। दीक्षित ने आरोप लगाया कि वार्न ने उन्हें झूठा और दंभी कहा था। बाद में राजस्थान रॉयल्स की मालकिन शिल्पा शेट्टी ने आकर दोनों के बीच झगड़ा खत्म करवाया था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वार्न और आरसीए सचिव संजय दीक्षित के बीच हुए झगड़े पर अपना फैसला सुरक्षित रखा।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पांच बार की वर्ल्‍ड चैंपियन और टेस्‍ट क्रिकेट में खासा रुतबा रखने वाली ऑस्‍ट्रेलियाई टीम का कमजोर प्रदर्शन इन दिनों हर कहीं चर्चा का विषय बना हुआ है. इस खराब प्रदर्शन के कारण खिलाड़ि‍यों के साथ-साथ क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया (सीए) को भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. टीम के इस खराब प्रदर्शन की जिम्‍मेदारी लेते हुए ऑस्‍ट्रेलियाई चयन समिति के अध्‍यक्ष रॉड (रॉडनी) मार्श ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई बोर्ड की बुलाई गई बैठक में रॉड मार्श के उत्‍तराधिकारी का फैसला किया जाएगा. गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज 0-5 के एकतरफा अंतर से गंवाने के बाद अब ऑस्‍ट्रेलिया के सामने टेस्‍ट में भी क्‍लीन स्‍वीप का खतरा मंडरा रहा है. होबार्ट में खेले गए दूसरे टेस्‍ट में स्‍टीव स्मिथ के नेतृत्‍व वाली ऑस्‍ट्रेलियाई टीम को पहली पारी में मात्र 85 रन पर आउट होकर शर्मसार होना पड़ा. इस टेस्‍ट में मंगलवार को कंगारू टीम को पारी के अंतर से हारना पड़ा. इससे पहले पर्थ में हुए पहले टेस्‍ट मैच में भी टीम को हारना पड़ा था. सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्‍ट 24 नवंबर से एडिलेड में खेला जाना है और ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती, इस मैच में हार टालकर 'क्‍लीन स्‍वीप'  से बचना होगा.इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज में भी ऑस्‍ट्रेलिया को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. होबार्ट में ऑस्‍ट्रेलिया की शर्मनाक हार के बाद मार्श और उनके सहयोगी चयनकर्ताओं ट्रेवर हांस और मार्क वॉ के बीच मुलाकात हुई जिसमें 69 वर्षीय मार्श ने इस्‍तीफा देने के फैसले की जानकारी दी. गौरतलब है कि मार्श पहले ही चयन समिति प्रमुख पद छोड़ने की इच्‍छा जता चुके हैं. मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में उनका कार्यकाल अगले वर्ष जून माह में खत्‍म होना था. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के पूर्व विकेटकीपर मार्श ने कहा, 'चयन समिति प्रमुख पद से इस्‍तीफा देने का फैसला मेरा अपना है और क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से किसी ने मुझ पर ऐसा करने के लिए दबाव नहीं डाला है.' उन्‍होंने कहा, 'निश्चित रूप से यह नयाए सोचने का वक्‍त है. हम भविष्‍य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं और हमने कुछ नए चेहरों को टेस्‍ट टीम में मौका दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट के हित की बात हमेशा मेरे मन में रही है और इसीलिए मैंने यह फैसला लिया है.'टिप्पणियां उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज 0-5 के एकतरफा अंतर से गंवाने के बाद अब ऑस्‍ट्रेलिया के सामने टेस्‍ट में भी क्‍लीन स्‍वीप का खतरा मंडरा रहा है. होबार्ट में खेले गए दूसरे टेस्‍ट में स्‍टीव स्मिथ के नेतृत्‍व वाली ऑस्‍ट्रेलियाई टीम को पहली पारी में मात्र 85 रन पर आउट होकर शर्मसार होना पड़ा. इस टेस्‍ट में मंगलवार को कंगारू टीम को पारी के अंतर से हारना पड़ा. इससे पहले पर्थ में हुए पहले टेस्‍ट मैच में भी टीम को हारना पड़ा था. सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्‍ट 24 नवंबर से एडिलेड में खेला जाना है और ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती, इस मैच में हार टालकर 'क्‍लीन स्‍वीप'  से बचना होगा.इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज में भी ऑस्‍ट्रेलिया को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. होबार्ट में ऑस्‍ट्रेलिया की शर्मनाक हार के बाद मार्श और उनके सहयोगी चयनकर्ताओं ट्रेवर हांस और मार्क वॉ के बीच मुलाकात हुई जिसमें 69 वर्षीय मार्श ने इस्‍तीफा देने के फैसले की जानकारी दी. गौरतलब है कि मार्श पहले ही चयन समिति प्रमुख पद छोड़ने की इच्‍छा जता चुके हैं. मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में उनका कार्यकाल अगले वर्ष जून माह में खत्‍म होना था. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के पूर्व विकेटकीपर मार्श ने कहा, 'चयन समिति प्रमुख पद से इस्‍तीफा देने का फैसला मेरा अपना है और क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से किसी ने मुझ पर ऐसा करने के लिए दबाव नहीं डाला है.' उन्‍होंने कहा, 'निश्चित रूप से यह नयाए सोचने का वक्‍त है. हम भविष्‍य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं और हमने कुछ नए चेहरों को टेस्‍ट टीम में मौका दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट के हित की बात हमेशा मेरे मन में रही है और इसीलिए मैंने यह फैसला लिया है.'टिप्पणियां उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्‍ट 24 नवंबर से एडिलेड में खेला जाना है और ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती, इस मैच में हार टालकर 'क्‍लीन स्‍वीप'  से बचना होगा.इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज में भी ऑस्‍ट्रेलिया को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था. होबार्ट में ऑस्‍ट्रेलिया की शर्मनाक हार के बाद मार्श और उनके सहयोगी चयनकर्ताओं ट्रेवर हांस और मार्क वॉ के बीच मुलाकात हुई जिसमें 69 वर्षीय मार्श ने इस्‍तीफा देने के फैसले की जानकारी दी. गौरतलब है कि मार्श पहले ही चयन समिति प्रमुख पद छोड़ने की इच्‍छा जता चुके हैं. मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में उनका कार्यकाल अगले वर्ष जून माह में खत्‍म होना था. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के पूर्व विकेटकीपर मार्श ने कहा, 'चयन समिति प्रमुख पद से इस्‍तीफा देने का फैसला मेरा अपना है और क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से किसी ने मुझ पर ऐसा करने के लिए दबाव नहीं डाला है.' उन्‍होंने कहा, 'निश्चित रूप से यह नयाए सोचने का वक्‍त है. हम भविष्‍य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं और हमने कुछ नए चेहरों को टेस्‍ट टीम में मौका दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट के हित की बात हमेशा मेरे मन में रही है और इसीलिए मैंने यह फैसला लिया है.'टिप्पणियां उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) होबार्ट में ऑस्‍ट्रेलिया की शर्मनाक हार के बाद मार्श और उनके सहयोगी चयनकर्ताओं ट्रेवर हांस और मार्क वॉ के बीच मुलाकात हुई जिसमें 69 वर्षीय मार्श ने इस्‍तीफा देने के फैसले की जानकारी दी. गौरतलब है कि मार्श पहले ही चयन समिति प्रमुख पद छोड़ने की इच्‍छा जता चुके हैं. मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में उनका कार्यकाल अगले वर्ष जून माह में खत्‍म होना था. ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के पूर्व विकेटकीपर मार्श ने कहा, 'चयन समिति प्रमुख पद से इस्‍तीफा देने का फैसला मेरा अपना है और क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से किसी ने मुझ पर ऐसा करने के लिए दबाव नहीं डाला है.' उन्‍होंने कहा, 'निश्चित रूप से यह नयाए सोचने का वक्‍त है. हम भविष्‍य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं और हमने कुछ नए चेहरों को टेस्‍ट टीम में मौका दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट के हित की बात हमेशा मेरे मन में रही है और इसीलिए मैंने यह फैसला लिया है.'टिप्पणियां उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के पूर्व विकेटकीपर मार्श ने कहा, 'चयन समिति प्रमुख पद से इस्‍तीफा देने का फैसला मेरा अपना है और क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से किसी ने मुझ पर ऐसा करने के लिए दबाव नहीं डाला है.' उन्‍होंने कहा, 'निश्चित रूप से यह नयाए सोचने का वक्‍त है. हम भविष्‍य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं और हमने कुछ नए चेहरों को टेस्‍ट टीम में मौका दिया है. ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट के हित की बात हमेशा मेरे मन में रही है और इसीलिए मैंने यह फैसला लिया है.'टिप्पणियां उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्‍होंने कहा, 'मुख्‍य चयनकर्ता के रूप में मैंने अपने काम का पूरा आनंद लिया और इसके लिए मैं टीम के कोच, स्‍टाफ, सहयोगी चयनकर्ताओं और सभी खिलाड़ि‍यों को धन्‍यवाद देना चाहता हूं. मैं कप्‍तान, कोच और टीम को आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं. हम फिर से महान टीम बनेंगे.' क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के चेयरमैन डेविड पीवन ने ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट में मार्श के योगदान को सराहा है. उन्‍होंने कहा कि मार्श ने ऑस्‍ट्रेलिया क्रिकेट के बदलाव में महत्‍वपूर्ण अहम भूमिका निभाई. इसके लिए हम सीए की ओर से मार्श को धन्‍यवाद देना चाहते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस समय खराब दौर से गुजर रही है ऑस्‍ट्रेलियाई टीम पर्थ के बाद होबार्ट टेस्‍ट में भी उसे हार का सामना करना पड़ा द.अफ्रीका के खिलाफ वनडे में 0-5 से हारना पड़ा था
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत में महंगाई की दर अगले कुछ माह में 6.5 से 7.6 फीसद के बीच रहने की संभावना है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक 2012 के दौरान ब्याज दरों में एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी सिटीग्रुप ने यह अनुमान लगाया है। सिटी इन्वेस्टमेंट रिसर्च एंड एनालिसिस ने अपनी ताजा रिपोर्ट ‘इंडिया मैक्रो फ्लैश’ में कहा है, ‘मजबूत आधार प्रभाव की वजह से अगले कुछ माह में सकल मुद्रास्फीति की दर 6.5 से 7.6 प्रतिशत के दायरे पर रहेगी। पिछले दो साल में महंगाई की दर का स्तर 9 प्रतिशत से अधिक रहा है।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल मुद्रास्फीति में गिरावट और इसके साथ ही वृद्धि में भी गिरावट जैसे कारणों से रिजर्व बैंक 2012 में रेपो दरों में कम से कम एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है।’ हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंक दरों में कटौती का सिलसिला अप्रैल से ही शुरू करेगा। सिटी ने कहा, ‘रिजर्व बैंक का कहना है कि ब्याज दरों में कितनी और कब कटौती की जाएगी, यह वित्तीय एकीकरण पर निर्भर करता है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि रेपो दरों में कटौती 16 मार्च को पेश होने वाले बजट के बाद ही की जाएगी।’ रिजर्व बैंक 17 अप्रैल को मौद्रिक नीति की सालाना समीक्षा पेश करेगा।टिप्पणियां मार्च, 2010 से अक्तूबर, 2011 के बीच, रिजर्व बैंक ने मुख्य नीतिगत दरों में 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया था। महंगाई की दर जनवरी में घटकर 26 माह के निचले स्तर 6.55 प्रतिशत पर आ गई। उसके बाद रिजर्व बैंक ने संकेत दिया कि यदि महंगाई कुछ और समय तक निचले स्तर पर बनी रहती है, तो वह ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। सिटी ने कहा है कि तरलता की सख्त स्थिति को देखते हुए मार्च में पेश होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में और कटौती हो सकती है। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में सीआरआर में आधा फीसद की कटौती की थी। इससे बैंकों के पास कर्ज के रूप में देने के लिए 32,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हुई थी। सिटी की रिपोर्ट में हालांकि सतर्क किया गया है कि निकट भविष्य में महंगाई की दर रिजर्व बैंक के 4 से 5 प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के अनुमान से ऊपर बनी रह सकती है। सिटी इन्वेस्टमेंट रिसर्च एंड एनालिसिस ने अपनी ताजा रिपोर्ट ‘इंडिया मैक्रो फ्लैश’ में कहा है, ‘मजबूत आधार प्रभाव की वजह से अगले कुछ माह में सकल मुद्रास्फीति की दर 6.5 से 7.6 प्रतिशत के दायरे पर रहेगी। पिछले दो साल में महंगाई की दर का स्तर 9 प्रतिशत से अधिक रहा है।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल मुद्रास्फीति में गिरावट और इसके साथ ही वृद्धि में भी गिरावट जैसे कारणों से रिजर्व बैंक 2012 में रेपो दरों में कम से कम एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है।’ हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंक दरों में कटौती का सिलसिला अप्रैल से ही शुरू करेगा। सिटी ने कहा, ‘रिजर्व बैंक का कहना है कि ब्याज दरों में कितनी और कब कटौती की जाएगी, यह वित्तीय एकीकरण पर निर्भर करता है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि रेपो दरों में कटौती 16 मार्च को पेश होने वाले बजट के बाद ही की जाएगी।’ रिजर्व बैंक 17 अप्रैल को मौद्रिक नीति की सालाना समीक्षा पेश करेगा।टिप्पणियां मार्च, 2010 से अक्तूबर, 2011 के बीच, रिजर्व बैंक ने मुख्य नीतिगत दरों में 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया था। महंगाई की दर जनवरी में घटकर 26 माह के निचले स्तर 6.55 प्रतिशत पर आ गई। उसके बाद रिजर्व बैंक ने संकेत दिया कि यदि महंगाई कुछ और समय तक निचले स्तर पर बनी रहती है, तो वह ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। सिटी ने कहा है कि तरलता की सख्त स्थिति को देखते हुए मार्च में पेश होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में और कटौती हो सकती है। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में सीआरआर में आधा फीसद की कटौती की थी। इससे बैंकों के पास कर्ज के रूप में देने के लिए 32,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हुई थी। सिटी की रिपोर्ट में हालांकि सतर्क किया गया है कि निकट भविष्य में महंगाई की दर रिजर्व बैंक के 4 से 5 प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के अनुमान से ऊपर बनी रह सकती है। मार्च, 2010 से अक्तूबर, 2011 के बीच, रिजर्व बैंक ने मुख्य नीतिगत दरों में 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया था। महंगाई की दर जनवरी में घटकर 26 माह के निचले स्तर 6.55 प्रतिशत पर आ गई। उसके बाद रिजर्व बैंक ने संकेत दिया कि यदि महंगाई कुछ और समय तक निचले स्तर पर बनी रहती है, तो वह ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। सिटी ने कहा है कि तरलता की सख्त स्थिति को देखते हुए मार्च में पेश होने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा में नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में और कटौती हो सकती है। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में सीआरआर में आधा फीसद की कटौती की थी। इससे बैंकों के पास कर्ज के रूप में देने के लिए 32,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हुई थी। सिटी की रिपोर्ट में हालांकि सतर्क किया गया है कि निकट भविष्य में महंगाई की दर रिजर्व बैंक के 4 से 5 प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के अनुमान से ऊपर बनी रह सकती है। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में सीआरआर में आधा फीसद की कटौती की थी। इससे बैंकों के पास कर्ज के रूप में देने के लिए 32,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हुई थी। सिटी की रिपोर्ट में हालांकि सतर्क किया गया है कि निकट भविष्य में महंगाई की दर रिजर्व बैंक के 4 से 5 प्रतिशत के संतोषजनक स्तर के अनुमान से ऊपर बनी रह सकती है।
भारत में महंगाई की दर अगले कुछ माह में 6.5 से 7.6 फीसद के बीच रहने की संभावना है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक 2012 के दौरान ब्याज दरों में एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव की हार को भुलाकर एक बार फिर पार्टी को नई धार देने में जुट गए हैं. सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि राहुल ने उन राज्यों के नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें करने जा रहे हैं जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. यह बैठकें इस हफ्तें होंगी. राहुल गांधी के इस फैसले से उन लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं जो उनसे अपील कर रहे हैं कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहें. राहुल गांधी इस पद पर रहेंगे या नहीं यह अब होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में तय होगा. फिलहाल तो राहुल गांधी अपने अपने फैसले पर अड़े हुए हैं कि वह इस पद पर नहीं रहना चाहते हैं. राहुल गांधी ने यह घोषणा लोकसभा चुनाव में हार के बाद हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में किया था.  इस घोषणा के बाद यह पहला मौका है कि राहुल गांधी पार्टी संगठन से जुड़ा कोई फैसला किया है. इससे पहले राहुल गांधी हफ्तों अपने तुगलक रोड स्थित आवास में बंद रहे और किसी भी नेता से मिलने से इनकार कर दिया. वहीं अब मिल रही खबर के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 27 जून को महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा के नेताओं से मुलाकात करेंगे. यह बैठक विधानसभा चुनाव को लेकर होनी है. इस बैठक में सभी राज्यों के प्रभारियों को लोकसभा चुनाव में राज्यों की इकाइयों के प्रदर्शन पर रिपोर्ट देनी है. यह रिपोर्ट पार्टी के महासचिव वेणुगोपाल को देनी है.  आपको बता दें कि रविवार को ही उत्तर प्रदेश और कर्नाटक की इकाइयों को भंग कर दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी प्रभारियों के सिफारिशों पर राज्य इकाइयों में परिवर्तन किया जाएगा. फिलहाल राहुल गांधी का एक बार सक्रिय होने से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मान गए हैं.
संक्षिप्त पाठ: विधानसभा चुनाव की तैयारी कांग्रेस नेताओं की जगीं उम्मीदें इसी हफ्ते होगी बैठक
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: लगभग 9,000 करोड़ रुपये के कर्ज़ों को नहीं चुकाने, यानी 'डिफॉल्ट' करने के मामले में भारत में वांछित उद्योगपति विजय माल्या ने दिल्ली की एक अदालत को बताया है कि वह अदालत के सामने पेश इसलिए नहीं हो सकते हैं, क्योंकि उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है. उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स द्वारा लिए गए लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर के कर्ज को नहीं चुकाने के आरोप में विजय माल्या को 'जानबूझकर डिफॉल्ट करने वाला' घोषित किया जा चुका है. मार्च महीने में वह लंदन चले गए थे, और वापस आने से यह कहकर इंकार कर दिया था कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई होगी. राज्यसभा सदस्य की हैसियत से उनके पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट (राजनयिक पासपोर्ट) था, जिसे सरकार ने अप्रैल में रद्द कर दिया था. 60-वर्षीय उद्योगपति संसद से इस्तीफा दे चुके हैं. इसके बाद मुंबई की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी कर दिया था.टिप्पणियां दिल्ली की जिस अदालत में विजय माल्या ने शुक्रवार को पेश नहीं होने के कारण के रूप में पासपोर्ट नहीं होने का तर्क दिया, वह उनके खिलाफ वर्ष 2000 में विदेशी मुद्रा कानून का उल्लंघन करने के मामले की सुनवाई कर रही है. वित्तीय अपराधों पर नज़र रखने वाले प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उन्होंने फॉर्मूला वन रेस में अपनी कंपनी किंगफिशर का प्रचार करने की खातिर विदेशी कंपनियों को किए भुगतान के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां नहीं ली थीं. फॉर्मूला वन रेस में वह फोर्स इंडिया टीम के मालिक हैं. विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उनके पास वर्ष 1992 से ही वहां रेज़िडेंसी का अधिकार है. उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स द्वारा लिए गए लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर के कर्ज को नहीं चुकाने के आरोप में विजय माल्या को 'जानबूझकर डिफॉल्ट करने वाला' घोषित किया जा चुका है. मार्च महीने में वह लंदन चले गए थे, और वापस आने से यह कहकर इंकार कर दिया था कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई होगी. राज्यसभा सदस्य की हैसियत से उनके पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट (राजनयिक पासपोर्ट) था, जिसे सरकार ने अप्रैल में रद्द कर दिया था. 60-वर्षीय उद्योगपति संसद से इस्तीफा दे चुके हैं. इसके बाद मुंबई की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी कर दिया था.टिप्पणियां दिल्ली की जिस अदालत में विजय माल्या ने शुक्रवार को पेश नहीं होने के कारण के रूप में पासपोर्ट नहीं होने का तर्क दिया, वह उनके खिलाफ वर्ष 2000 में विदेशी मुद्रा कानून का उल्लंघन करने के मामले की सुनवाई कर रही है. वित्तीय अपराधों पर नज़र रखने वाले प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उन्होंने फॉर्मूला वन रेस में अपनी कंपनी किंगफिशर का प्रचार करने की खातिर विदेशी कंपनियों को किए भुगतान के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां नहीं ली थीं. फॉर्मूला वन रेस में वह फोर्स इंडिया टीम के मालिक हैं. विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उनके पास वर्ष 1992 से ही वहां रेज़िडेंसी का अधिकार है. मार्च महीने में वह लंदन चले गए थे, और वापस आने से यह कहकर इंकार कर दिया था कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई होगी. राज्यसभा सदस्य की हैसियत से उनके पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट (राजनयिक पासपोर्ट) था, जिसे सरकार ने अप्रैल में रद्द कर दिया था. 60-वर्षीय उद्योगपति संसद से इस्तीफा दे चुके हैं. इसके बाद मुंबई की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी कर दिया था.टिप्पणियां दिल्ली की जिस अदालत में विजय माल्या ने शुक्रवार को पेश नहीं होने के कारण के रूप में पासपोर्ट नहीं होने का तर्क दिया, वह उनके खिलाफ वर्ष 2000 में विदेशी मुद्रा कानून का उल्लंघन करने के मामले की सुनवाई कर रही है. वित्तीय अपराधों पर नज़र रखने वाले प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उन्होंने फॉर्मूला वन रेस में अपनी कंपनी किंगफिशर का प्रचार करने की खातिर विदेशी कंपनियों को किए भुगतान के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां नहीं ली थीं. फॉर्मूला वन रेस में वह फोर्स इंडिया टीम के मालिक हैं. विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उनके पास वर्ष 1992 से ही वहां रेज़िडेंसी का अधिकार है. दिल्ली की जिस अदालत में विजय माल्या ने शुक्रवार को पेश नहीं होने के कारण के रूप में पासपोर्ट नहीं होने का तर्क दिया, वह उनके खिलाफ वर्ष 2000 में विदेशी मुद्रा कानून का उल्लंघन करने के मामले की सुनवाई कर रही है. वित्तीय अपराधों पर नज़र रखने वाले प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उन्होंने फॉर्मूला वन रेस में अपनी कंपनी किंगफिशर का प्रचार करने की खातिर विदेशी कंपनियों को किए भुगतान के लिए ज़रूरी स्वीकृतियां नहीं ली थीं. फॉर्मूला वन रेस में वह फोर्स इंडिया टीम के मालिक हैं. विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उनके पास वर्ष 1992 से ही वहां रेज़िडेंसी का अधिकार है. विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है, क्योंकि उनके पास वर्ष 1992 से ही वहां रेज़िडेंसी का अधिकार है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 9000 करोड़ का कर्ज़ न चुकाने के मामले में भारत में वांछित हैं विजय माल्या माल्या ने कहा, अदालत में पेश नहीं हो सकता, पासपोर्ट रद्द हो चुका है विजय माल्या को यूनाइटेड किंगडम से डिपोर्ट भी नहीं किया जा सकता है
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ऑफ भारत(टैक्सेब)  ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जय प्रकाश नडडा को बढ़ती जनसंख्या से होने वाली समस्याओ से निपटने के उद्देश्य से  जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 का ड्राफ्ट सौंपा. संगठन के अध्यक्ष मनु गौड़ ने एनडीटीवी को बताया  कि किस तरह बढ़ती जनसंख्या का असर देश की तमाम समस्याओं का जनक है. उन्होंने कहा किदेश की जनसंख्या वर्तमान में कम से कम 142 करोड़ है और 2050 तक यह जनसंख्या लगभग 200 करोड़ हो जाएगी.संगठन का दावा है कि जिस दिन देश में जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम लागू हो जायेगा उस दिन देश की सभी समस्याओं का अंत होना प्रारंभ हो जायेगा. उन्होंने कहा कि अगले 30 वर्षों में बढ़ने वाली लगभग 60 करोड़ आबादी के लिए हम संसाधन कहां से लाएंगे. वर्तमान सरकार सबको शौचालय, आवास, रोजगार, बिजली, गैस कनैक्शन, स्वास्थ्य बीमा आदि देने के लिए प्रयासरत है लेकिन भविष्य में बढ़ने वाली 60 करोड़ आबादी के कारण ये समस्यायें पुनः उत्पन्न हो जायेंगी और उसका बोझ पुनः करदाताओं पर पड़ेगा. करदाता, जिसके पैसों से यह देश चलता है वो अब इस बोझ को उठाने को तैयार नहीं है. इसलिए टैक्सैब की ओर से पिछले पांच वर्षों के प्रयासों और अध्ययन के फलस्वरूप यह जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम 2019 का ड्राफ्ट तैयार कर सौंपा गया है.  मनु गौड़ ने आगे बताया कि उन्हीं के प्रयासों का असर है कि पिछले संसद सत्र में सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ  संजीव बालियान ने इस बिल का प्रस्ताव निजी विधेयक के तौर पर संसद में पेश किया था और तकरीबन सवा सौ सांसदों का हस्ताक्षर युक्त पत्र सदन में चर्चा कराने हेतु लोकसभा अध्यक्ष श्री मती सुमित्रा महाजन को सौंपा था. सदन में चर्चा के लिए प्रस्ताव सूचीबद्ध भी हुआ लेकिन चर्चा के लिए समय नहीं मिल पाया. गौड़ ने बताया  कि संसद में इस बिल पर चर्चा के लिए उन्होंने स्पीकर को भी पत्र लिखा है और सभी सांसदों को भी बिल के समर्थन हेतु पत्र लिखें हैं. साथ ही अनेकों सांसदों से व्यक्तिगत भेंट कर उनसे बिल का समर्थन करने का अनुरोध भी किया, जिसके लिये सभी ने सहमति जताई. उम्मीद है कि बजट सत्र में यह चर्चा हो.
टैक्सपेयर्स एसोसिएशन ने सौंपा स्वास्थ्य मंत्री को मसौदा कहा- जनसंख्या नियंत्रण हुए बिना नहीं खत्म हो सकतीं समस्याएं संगठन ने जिम्मेदार अभिभावक का सौंपा मसौदा
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: हैदराबाद में विस्फोटों के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों को चौकन्ना कर दिया गया है और वह शहर पर चौकस नजर बनाए हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम हमेशा चौकन्ने हैं। घबराने की कोई बात नहीं है।’’ हैदराबाद के दिलशुकनगर में एक भीड़ वाले बस स्टैंड के पास एक व्यस्त व्यावसायिक केन्द्र में आज तीन शक्तिशाली बम फटने से दस व्यक्तियों की मौत हो गई और 32 घायल हुए हैं। विस्फोट इलाके में स्थित कोणार्क सिनेमाघर के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर हुआ। उस समय मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरातफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे। घायलों को एंबुलेस के जरिये आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते तुरंत हरकत में आ गए और खोजबीन शुरू कर दी। टिप्पणियां गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों को चौकन्ना कर दिया गया है और वह शहर पर चौकस नजर बनाए हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम हमेशा चौकन्ने हैं। घबराने की कोई बात नहीं है।’’ हैदराबाद के दिलशुकनगर में एक भीड़ वाले बस स्टैंड के पास एक व्यस्त व्यावसायिक केन्द्र में आज तीन शक्तिशाली बम फटने से दस व्यक्तियों की मौत हो गई और 32 घायल हुए हैं। विस्फोट इलाके में स्थित कोणार्क सिनेमाघर के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर हुआ। उस समय मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरातफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे। घायलों को एंबुलेस के जरिये आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते तुरंत हरकत में आ गए और खोजबीन शुरू कर दी। टिप्पणियां गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम हमेशा चौकन्ने हैं। घबराने की कोई बात नहीं है।’’ हैदराबाद के दिलशुकनगर में एक भीड़ वाले बस स्टैंड के पास एक व्यस्त व्यावसायिक केन्द्र में आज तीन शक्तिशाली बम फटने से दस व्यक्तियों की मौत हो गई और 32 घायल हुए हैं। विस्फोट इलाके में स्थित कोणार्क सिनेमाघर के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर हुआ। उस समय मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरातफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे। घायलों को एंबुलेस के जरिये आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते तुरंत हरकत में आ गए और खोजबीन शुरू कर दी। टिप्पणियां गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। विस्फोट इलाके में स्थित कोणार्क सिनेमाघर के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर हुआ। उस समय मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरातफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे। घायलों को एंबुलेस के जरिये आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते तुरंत हरकत में आ गए और खोजबीन शुरू कर दी। टिप्पणियां गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। घायलों को एंबुलेस के जरिये आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया। पुलिस और बम निष्क्रिय करने वाले दस्ते तुरंत हरकत में आ गए और खोजबीन शुरू कर दी। टिप्पणियां गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में बताया कि विस्फोटों में दस लोगों की मौत हुई है। हैदराबाद में आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हादसे में कम से कम 32 लोग घायल हुए हैं। 15 मिनट के भीतर एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से इलाका दहल उठा। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है। पहला धमाका सात बजकर एक मिनट पर हुआ और पांच मिनट बाद दूसरा और 15 मिनट बाद तीसरा धमाका हुआ। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का दल हैदराबाद रवाना हो गया है।
यहाँ एक सारांश है:हैदराबाद में विस्फोटों के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने कहा है कि यूरोजोन संकट की वजह से विश्व की अर्थव्यवस्था पर गंभीर खतरा है। मुद्राकोष ने अलग−अलग देशों के लिए 2012−13 में होने वाली संभावित आर्थिक विकास दर के अपने पूर्वानुमान में बदलाव किया है। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक 2012 में विश्व की अर्थव्यवस्था 4 फीसदी के बजाय 3.25 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी। वहीं यूरोजोन में विकास दर 0.5 फीसदी रहेगी। आईएमएफ के नए आंकड़ों से साफ है कि इस साल आर्थिक विकास दर उम्मीद से कम रहेगी। आईएमएफ ने दुनियाभर के देशों की सरकारों से कहा है कि वह अब नए अनुमानों के आधार पर योजनाओं के बारे में विचार करें। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक 2012 में विश्व की अर्थव्यवस्था 4 फीसदी के बजाय 3.25 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी। वहीं यूरोजोन में विकास दर 0.5 फीसदी रहेगी। आईएमएफ के नए आंकड़ों से साफ है कि इस साल आर्थिक विकास दर उम्मीद से कम रहेगी। आईएमएफ ने दुनियाभर के देशों की सरकारों से कहा है कि वह अब नए अनुमानों के आधार पर योजनाओं के बारे में विचार करें।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक 2012 में विश्व की अर्थव्यवस्था 4 फीसदी के बजाय 3.25 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी।
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बताया गया है कि, अस्थायी ड्रायविंग लायसेंस नियमानुसार छह माह की अवधि के लिए बनाया जाएगा. इस अवधि में प्रदेश के 94 ड्रायविंग प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से बालिकाओं-महिलाओं को ड्राइविंग प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद परिवहन विभाग विशेष अभियान चलाकर नियमित लायसेंस उपलब्ध कराएगा.टिप्पणियां सरकार की मंशा है कि, महिलाएं वाहन चालन को व्यवसायिक रूप से अपनाने के लिए भी प्रेरित हों, इसके लिए 'ऑपरेशन ड्राइविंग शौर्या' चलाया जाएगा. यह अभियान एक नवंबर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरु होकर 8 मार्च तक जारी रहेगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार की मंशा है कि, महिलाएं वाहन चालन को व्यवसायिक रूप से अपनाने के लिए भी प्रेरित हों, इसके लिए 'ऑपरेशन ड्राइविंग शौर्या' चलाया जाएगा. यह अभियान एक नवंबर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरु होकर 8 मार्च तक जारी रहेगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इस अभियान का नाम 'आओ भैया तुम्हें सैर कराऊं' महिलाओं के लिए नि:शुल्क ड्राइविंग लाइसेंस यह लाइसेंस छह महीने की अवधि के लिए बनाया जाएगा
3
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान पर संसद की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के आरोप की जांच के लिए गठित लोकसभा की समिति ने गुरुवार को मान को अपना लिखित जवाब देने के लिए 48 घंटों का समय दिया है। समिति के समक्ष पेश हुए मान ने कहा कि यदि समिति को लगता है कि संसद परिसर का वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड कर उन्होंने गलती की है तो वह बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार हैं। लेकिन समिति ने मान की प्रतिक्रिया पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि आप नेता ने अपने कार्य की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले से तुलना कर अपने माफीनामे को गड्ड-मड्ड कर दिया। एक सूत्र ने बताया, "समिति ने इस तरह की दोहरी बयानबाजी को स्वीकार नहीं किया। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाता है। उन्हें सोमवार को समिति के सामने होने के लिए कहा गया है।" इससे पहले मान ने पांच पृष्ठों के अपने पत्र में समिति से कहा था कि यदि समिति को लगता है कि उन्होंने गलती की है तो वह बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार हैं। लेकिन मान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी समिति को समन जारी करना चाहिए, क्योंकि वह (मोदी) भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादी हमले के बाद पठानकोट सैन्य अड्डा दिखाने ले गए थे।टिप्पणियां नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लेकिन समिति ने मान की प्रतिक्रिया पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि आप नेता ने अपने कार्य की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले से तुलना कर अपने माफीनामे को गड्ड-मड्ड कर दिया। एक सूत्र ने बताया, "समिति ने इस तरह की दोहरी बयानबाजी को स्वीकार नहीं किया। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाता है। उन्हें सोमवार को समिति के सामने होने के लिए कहा गया है।" इससे पहले मान ने पांच पृष्ठों के अपने पत्र में समिति से कहा था कि यदि समिति को लगता है कि उन्होंने गलती की है तो वह बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार हैं। लेकिन मान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी समिति को समन जारी करना चाहिए, क्योंकि वह (मोदी) भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादी हमले के बाद पठानकोट सैन्य अड्डा दिखाने ले गए थे।टिप्पणियां नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक सूत्र ने बताया, "समिति ने इस तरह की दोहरी बयानबाजी को स्वीकार नहीं किया। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाता है। उन्हें सोमवार को समिति के सामने होने के लिए कहा गया है।" इससे पहले मान ने पांच पृष्ठों के अपने पत्र में समिति से कहा था कि यदि समिति को लगता है कि उन्होंने गलती की है तो वह बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार हैं। लेकिन मान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी समिति को समन जारी करना चाहिए, क्योंकि वह (मोदी) भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादी हमले के बाद पठानकोट सैन्य अड्डा दिखाने ले गए थे।टिप्पणियां नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले मान ने पांच पृष्ठों के अपने पत्र में समिति से कहा था कि यदि समिति को लगता है कि उन्होंने गलती की है तो वह बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार हैं। लेकिन मान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी समिति को समन जारी करना चाहिए, क्योंकि वह (मोदी) भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादी हमले के बाद पठानकोट सैन्य अड्डा दिखाने ले गए थे।टिप्पणियां नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लेकिन मान ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भी समिति को समन जारी करना चाहिए, क्योंकि वह (मोदी) भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को आतंकवादी हमले के बाद पठानकोट सैन्य अड्डा दिखाने ले गए थे।टिप्पणियां नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नौ सदस्यीय संसदीय समिति की अध्यक्षता भाजपा सांसद किरीट सोमैया कर रहे हैं। समिति रोज बैठक कर रही है, क्योंकि समिति को तीन अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है और तब तक के लिए मान को संसद न आने के लिए कहा गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: भगवंत मान बिना शर्त माफी मांगने के लिए तैयार समिति ने मान की प्रतिक्रिया पर नाराजगी जाहिर की मान ने अपने कार्य की पीएम मोदी से तुलना कर बात बिगाड़ दी
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: 224 सीटों में  से 223 सीटों के लिए मतदान 5 मई को हुआ था, जिसमें राज्य के करीब 4.35 करोड़ मतदाताओं में 70.23 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। पिछली विधानसभा में बीजेपी के 110 विधायक थे और यह संख्या बहुमत से तीन कम थी। पार्टी पांच निर्दलीय उम्मीदवारों के बल पर राज्य में सरकार चला रही थी, जिन्हें मंत्रालय में शामिल किया गया था। प्रथमदृष्ट्या लगता है कि येदियुरप्पा ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है। पिछले चुनावों में बीजेपी को कांग्रेस से करीब एक फीसदी कम वोट मिले थे, फिर भी वह 30 सीट ज्यादा जीतने में सफल रही थी।टिप्पणियां राज्य में कांग्रेस करीब सात वर्षों से सत्ता में नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एन धरम सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के साथ गठबंधन सरकार चलाई थी और 2006 में जेडीएस ने समर्थन वापस ले लिया था। दो वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनावों के बाद किसी दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस अपने दम पर अंतिम बार 1999 में सत्ता में आई थी और तब एसएम कृष्णा मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2008 में हुए चुनावों में बीजेपी सत्ता में आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने 20 महीने तक गठबंधन सरकार चलाने के बाद वादे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता नहीं सौंपी थी, जिसके बाद बीजेपी जनता की सहानुभूति का पुरस्कार हासिल कर सत्ता में आई थी। पिछली विधानसभा में बीजेपी के 110 विधायक थे और यह संख्या बहुमत से तीन कम थी। पार्टी पांच निर्दलीय उम्मीदवारों के बल पर राज्य में सरकार चला रही थी, जिन्हें मंत्रालय में शामिल किया गया था। प्रथमदृष्ट्या लगता है कि येदियुरप्पा ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है। पिछले चुनावों में बीजेपी को कांग्रेस से करीब एक फीसदी कम वोट मिले थे, फिर भी वह 30 सीट ज्यादा जीतने में सफल रही थी।टिप्पणियां राज्य में कांग्रेस करीब सात वर्षों से सत्ता में नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एन धरम सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के साथ गठबंधन सरकार चलाई थी और 2006 में जेडीएस ने समर्थन वापस ले लिया था। दो वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनावों के बाद किसी दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस अपने दम पर अंतिम बार 1999 में सत्ता में आई थी और तब एसएम कृष्णा मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2008 में हुए चुनावों में बीजेपी सत्ता में आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने 20 महीने तक गठबंधन सरकार चलाने के बाद वादे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता नहीं सौंपी थी, जिसके बाद बीजेपी जनता की सहानुभूति का पुरस्कार हासिल कर सत्ता में आई थी। प्रथमदृष्ट्या लगता है कि येदियुरप्पा ने बीजेपी को नुकसान पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है। पिछले चुनावों में बीजेपी को कांग्रेस से करीब एक फीसदी कम वोट मिले थे, फिर भी वह 30 सीट ज्यादा जीतने में सफल रही थी।टिप्पणियां राज्य में कांग्रेस करीब सात वर्षों से सत्ता में नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एन धरम सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के साथ गठबंधन सरकार चलाई थी और 2006 में जेडीएस ने समर्थन वापस ले लिया था। दो वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनावों के बाद किसी दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस अपने दम पर अंतिम बार 1999 में सत्ता में आई थी और तब एसएम कृष्णा मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2008 में हुए चुनावों में बीजेपी सत्ता में आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने 20 महीने तक गठबंधन सरकार चलाने के बाद वादे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता नहीं सौंपी थी, जिसके बाद बीजेपी जनता की सहानुभूति का पुरस्कार हासिल कर सत्ता में आई थी। राज्य में कांग्रेस करीब सात वर्षों से सत्ता में नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एन धरम सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के साथ गठबंधन सरकार चलाई थी और 2006 में जेडीएस ने समर्थन वापस ले लिया था। दो वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनावों के बाद किसी दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस अपने दम पर अंतिम बार 1999 में सत्ता में आई थी और तब एसएम कृष्णा मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2008 में हुए चुनावों में बीजेपी सत्ता में आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने 20 महीने तक गठबंधन सरकार चलाने के बाद वादे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता नहीं सौंपी थी, जिसके बाद बीजेपी जनता की सहानुभूति का पुरस्कार हासिल कर सत्ता में आई थी। कांग्रेस अपने दम पर अंतिम बार 1999 में सत्ता में आई थी और तब एसएम कृष्णा मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2008 में हुए चुनावों में बीजेपी सत्ता में आई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने 20 महीने तक गठबंधन सरकार चलाने के बाद वादे के मुताबिक बीजेपी को सत्ता नहीं सौंपी थी, जिसके बाद बीजेपी जनता की सहानुभूति का पुरस्कार हासिल कर सत्ता में आई थी।
यहाँ एक सारांश है:कांग्रेस के साथ-साथ जेडीएस को भी खासी सफलता मिलती दिखाई दे रही है, और बीजेपी से बागी हुए पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की पार्टी केजेपी भी हाजिरी दर्ज कराने में कामयाब रही है।
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: बात उस समय की है, जब 27 मई 1964 को पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन हो गया. देश उस वक्त नाजुक दौर से गुजर रहा था. जल्द एक योग्य प्रधानमंत्री के लिए कांग्रेस के अंदरखाने चेहरे की खोज शुरू हुई. उस दौर के दिग्गज नेता  जोड़-तोड़ में लगे थे. प्रधानमंत्री की रेस में कई बड़े कांग्रेस नेताओं का नाम उछल रहा था. इनमें लाल बहादुर शास्त्री, मोरारजी देसाई और जेपी नारायण के नाम प्रमुख थे. उस वक्त पत्रकार कुलदीप नैय्यर(अब दुनिया में नहीं) समाचार एजेंसी यूएनआई में थे. उस संक्रमणकाल में एक ऐसी सनसनीखेज खबर उन्होंने एजेंसी से जारी कर दी, जिसने लाल बहादुर शास्त्री की दावेदारी जहां मजबूत की, वही मोरारजी देसाई को हाशिये पर कर दिया. दरअसल, नैयर ने मोरारजी देसाई के करीबियों के हवाले से उनकी प्रधानमंत्री पद को लेकर दावेदारी जताने की खबर जारी कर दी थी, यह खबर देसाई के राजनीतिक करियर के लिए बहुत खिलाफ गई.  इससे पार्टी और बाहर के लोगों में जहां मोरारजी के प्रति नाराजगी पैदा हो गई और लोग उन्हें महत्वाकांक्षी मानने लगे. मोरारजी समर्थकों के मुताबिक इस खबर से उन्हें सौ वोटों का घाटा हो गया.टिप्पणियां नैयर अपनी आत्मकथा 'Beyond the Lines' में लिखते हैं- उस खबर के बाद के. कामराज ने संसद भवन में मुलाकात के दौरान उन्हें थैंक्यू कहा था. दरअसल, के कामराज कतई नहीं चाहते थे कि देसाई प्रधानमंत्री बनें. वहीं जब शास्त्री पार्टी नेता चुने गए तो उन्होंने सबके सामने संसद भवन की सीढ़ियों पर उन्हें गले लगा लिया.जबकि देसाई को लगता था कि यह स्टोरी उन्हें नुकसान और शास्त्री को फायदा पहुंचाने के लिए लिखी गई थी. हालांकि नैय्यर ने कई दफा शास्त्री और देसाई दोनों को ससमझाने की कोशिश की संबंधित स्टोरी किसी को फायदा या नुकसान पहुंचाने के मकसद से नहीं लिखी गई थी.हालांकि नैयर आत्मकथा में यह मानते हैं कि उन्होंने शास्त्री की छवि को फायदा पहुंचाने वाली कई खबरें लिखीं. अपनी आत्मकथा में नैयर एक और खुलासा कर चुके हैं. यह कि लालबहादुर शास्त्री की दिल्ली में समाधि बनाने के पक्ष में इंदिरा गांधी नहीं थी, मगर ललिता शास्त्री ने जब आमरण अनशन की धमकी दी तो मामले की नजाकत को समझते हुए इंदिरा को फैसला बदलना पड़ा और दिल्ली में समाधि बनवानी पड़ी.   नैयर अपनी आत्मकथा 'Beyond the Lines' में लिखते हैं- उस खबर के बाद के. कामराज ने संसद भवन में मुलाकात के दौरान उन्हें थैंक्यू कहा था. दरअसल, के कामराज कतई नहीं चाहते थे कि देसाई प्रधानमंत्री बनें. वहीं जब शास्त्री पार्टी नेता चुने गए तो उन्होंने सबके सामने संसद भवन की सीढ़ियों पर उन्हें गले लगा लिया.जबकि देसाई को लगता था कि यह स्टोरी उन्हें नुकसान और शास्त्री को फायदा पहुंचाने के लिए लिखी गई थी. हालांकि नैय्यर ने कई दफा शास्त्री और देसाई दोनों को ससमझाने की कोशिश की संबंधित स्टोरी किसी को फायदा या नुकसान पहुंचाने के मकसद से नहीं लिखी गई थी.हालांकि नैयर आत्मकथा में यह मानते हैं कि उन्होंने शास्त्री की छवि को फायदा पहुंचाने वाली कई खबरें लिखीं. अपनी आत्मकथा में नैयर एक और खुलासा कर चुके हैं. यह कि लालबहादुर शास्त्री की दिल्ली में समाधि बनाने के पक्ष में इंदिरा गांधी नहीं थी, मगर ललिता शास्त्री ने जब आमरण अनशन की धमकी दी तो मामले की नजाकत को समझते हुए इंदिरा को फैसला बदलना पड़ा और दिल्ली में समाधि बनवानी पड़ी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: लाल बहादुर शास्त्री कैसे बने थे प्रधानमंत्री कुलदीप नैयर की आत्मकथा में शास्त्री को लेकर कई दावे दावा- एक खबर ने की थी पीएम बनने में मदद
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: टिप्पणियां लुइसा ओर्टेगा ने कहा कि कंपनी का सिर्फ यह आकलन था कि धोखाधड़ी की शुरुआत समाजवादी शासक द्वारा अवैध और असंवैधानिक प्रक्रिया के तहत की गई. ओर्टेगा ने समाचार चैनल सीएनएन से कहा, हम एक ऐसी अभूतपूर्व, गंभीर घटना का सामना कर रहे हैं, जो अपराध का प्रतिनिधित्व करती है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लुइसा ओर्टेगा ने कहा कि कंपनी का सिर्फ यह आकलन था कि धोखाधड़ी की शुरुआत समाजवादी शासक द्वारा अवैध और असंवैधानिक प्रक्रिया के तहत की गई. ओर्टेगा ने समाचार चैनल सीएनएन से कहा, हम एक ऐसी अभूतपूर्व, गंभीर घटना का सामना कर रहे हैं, जो अपराध का प्रतिनिधित्व करती है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:संविधान सभा की पहली बैठक 24 घंटे के लिए स्थगित 'अपमानपूर्ण' चुनावी धोखाधड़ी के संबंध में जांच शुरू आरोप है कि चुनानी आंकड़ों को बेहतर दिखाने का प्रयास किया गया
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: देश में रीयल एस्टेट क्षेत्र में बीते वित्त वर्ष के दौरान नए निवेश में करीब 55 प्रतिशत की गिरावट आई पर गुजरात, केरल, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे कुछ राज्यों ने इस क्षेत्र में अच्छा निवेश हासिल किया।टिप्पणियां उद्योग मंडल एसोचैम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च, 2013 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में भारत में रीयल एस्टेट क्षेत्र में 42,000 करोड़ रुपये नया निवेश आया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 92,600 करोड़ रुपये था। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने इस बारे में एक अध्ययन रपट जारी करते हुए कहा, जहां ज्यादातर राज्यों में रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में गिरावट आई, गुजरात में नए निवेश में 700 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई और राज्य ने 17,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश आकर्षित किया जो 2011-12 में महज 2,000 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा, केरल दूसरा ऐसा राज्य है, जहां रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में 550 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं उत्तराखंड में नए निवेश में 400 प्रतिशत और राजस्थान में 175 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। रावत ने कहा, बीते वित्त वर्ष के दौरान रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात की करीब 41 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। एसोचैम के मुताबिक, रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात के अलावा, महाराष्ट्र की 17 प्रतिशत, कर्नाटक की 10 प्रतिशत, तमिलनाडु की आठ प्रतिशत और उत्तर प्रदेश की छह प्रतिशत हिस्सेदारी रही। उद्योग मंडल एसोचैम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च, 2013 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में भारत में रीयल एस्टेट क्षेत्र में 42,000 करोड़ रुपये नया निवेश आया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 92,600 करोड़ रुपये था। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने इस बारे में एक अध्ययन रपट जारी करते हुए कहा, जहां ज्यादातर राज्यों में रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में गिरावट आई, गुजरात में नए निवेश में 700 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई और राज्य ने 17,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश आकर्षित किया जो 2011-12 में महज 2,000 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा, केरल दूसरा ऐसा राज्य है, जहां रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में 550 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं उत्तराखंड में नए निवेश में 400 प्रतिशत और राजस्थान में 175 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। रावत ने कहा, बीते वित्त वर्ष के दौरान रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात की करीब 41 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। एसोचैम के मुताबिक, रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात के अलावा, महाराष्ट्र की 17 प्रतिशत, कर्नाटक की 10 प्रतिशत, तमिलनाडु की आठ प्रतिशत और उत्तर प्रदेश की छह प्रतिशत हिस्सेदारी रही। उन्होंने कहा, केरल दूसरा ऐसा राज्य है, जहां रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में 550 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं उत्तराखंड में नए निवेश में 400 प्रतिशत और राजस्थान में 175 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। रावत ने कहा, बीते वित्त वर्ष के दौरान रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात की करीब 41 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। एसोचैम के मुताबिक, रीयल्टी क्षेत्र में नए निवेश में गुजरात के अलावा, महाराष्ट्र की 17 प्रतिशत, कर्नाटक की 10 प्रतिशत, तमिलनाडु की आठ प्रतिशत और उत्तर प्रदेश की छह प्रतिशत हिस्सेदारी रही।
एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा, जहां ज्यादातर राज्यों में रीयल एस्टेट क्षेत्र में नए निवेश में गिरावट आई वहीं गुजरात में नए निवेश में 700 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
26
['hin']
एक सारांश बनाओ: 16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता स्विटजरलैंड के अनुभवी खिलाड़ी रोजर फेडरर ने मैड्रिड ओपन मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट का एकल खिताब जीत लिया है। पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, रविवार को खेले गए पुरुषों की एकल स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में फेडरर ने चेक गणराज्य के टॉमस बर्डिच को 3-6, 7-5, 7-5 से हराया। खिताबी जीत का सीधा असर फेडरर के रैंकिंग पर पड़ा है। सोमवार को जारी ताजा विश्व वरीयता एकल रैंकिंग में फेडरर तीसरे से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। फेडरर का यह कुल 20वां एटीपी वर्ल्ड टूर मास्टर्स 1000 खिताब है। फेडरर और बर्डिच के बीच ओवरऑल यह 15वीं भिड़ंत थी, जिसमें फेडरर ने अपनी 11वीं जीत दर्ज की। फेडरर के खिलाफ बर्डिच ने चार बार जीत दर्ज की है। खिताबी जीत का सीधा असर फेडरर के रैंकिंग पर पड़ा है। सोमवार को जारी ताजा विश्व वरीयता एकल रैंकिंग में फेडरर तीसरे से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। फेडरर का यह कुल 20वां एटीपी वर्ल्ड टूर मास्टर्स 1000 खिताब है। फेडरर और बर्डिच के बीच ओवरऑल यह 15वीं भिड़ंत थी, जिसमें फेडरर ने अपनी 11वीं जीत दर्ज की। फेडरर के खिलाफ बर्डिच ने चार बार जीत दर्ज की है।
संक्षिप्त सारांश: 16 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता स्विटजरलैंड के अनुभवी खिलाड़ी रोजर फेडरर ने मैड्रिड ओपन मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट का एकल खिताब जीत लिया है।
8
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के कदम के लिए मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए आज कहा कि ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाने के लिए शत्रु भी नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की बजाय कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए बैंकों के कर्ज की वसूली प्राथमिकता होनी चाहिए थी. इसने सिर्फ गरीब को नुकसान पहुंचाया है. येचुरी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘‘अगर हमारा सबसे बुरा शत्रु भी लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाना चाहता तो वह नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था.’’ येचुरी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बजाय अमीर कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए कर्ज की वसूली सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी. इसने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई है.’’टिप्पणियां देश को आश्चर्यचकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि नोटबंदी की बजाय कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए बैंकों के कर्ज की वसूली प्राथमिकता होनी चाहिए थी. इसने सिर्फ गरीब को नुकसान पहुंचाया है. येचुरी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘‘अगर हमारा सबसे बुरा शत्रु भी लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाना चाहता तो वह नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था.’’ येचुरी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बजाय अमीर कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए कर्ज की वसूली सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी. इसने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई है.’’टिप्पणियां देश को आश्चर्यचकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) येचुरी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘‘अगर हमारा सबसे बुरा शत्रु भी लगातार दो साल सूखा पड़ने के बाद ग्रामीण भारत को चोट पहुंचाना चाहता तो वह नोटबंदी से बेहतर योजना नहीं बना सकता था.’’ येचुरी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के बजाय अमीर कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए कर्ज की वसूली सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी. इसने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई है.’’टिप्पणियां देश को आश्चर्यचकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) देश को आश्चर्यचकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीताराम येचुरी ने ट्वीट करके की सरकार की आलोचना कॉरपोरेट द्वारा नहीं चुकाए गए बैंक कर्ज की वसूली प्राथमिकता होनी थी नोटबंदी ने सिर्फ गरीब को चोट पहुंचाई
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 51.10 अंकों की तेजी के साथ 19,742.52 पर और निफ्टी 13.30 अंकों की तेजी के साथ 6,001.70 पर बंद हुआ। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 10.04 अंकों की गिरावट के साथ 19,681.38 पर खुला और 51.10 अंकों या 0.26 फीसदी तेजी के साथ 19,742.52 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरोंे पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 4.95 अंकों की गिरावट के साथ 5,983.45 पर खुला और 13.30 अंकों या 0.22 फीसदी तेजी के साथ 6,001.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिनभर के कारोबार में 6,007.05 के ऊपरी और 5,964.40 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मिलाजुला रुख रहा। मिडकैप 4.61 अंकों की तेजी के साथ 7,336.11 पर और स्मॉलकैप 22.54 अंकों की गिरावट के साथ 7,634.80 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.22 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.07 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.73 फीसदी), बिजली (0.63 फीसदी) और बैंकिंग (0.13 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 10.04 अंकों की गिरावट के साथ 19,681.38 पर खुला और 51.10 अंकों या 0.26 फीसदी तेजी के साथ 19,742.52 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरोंे पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 4.95 अंकों की गिरावट के साथ 5,983.45 पर खुला और 13.30 अंकों या 0.22 फीसदी तेजी के साथ 6,001.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिनभर के कारोबार में 6,007.05 के ऊपरी और 5,964.40 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मिलाजुला रुख रहा। मिडकैप 4.61 अंकों की तेजी के साथ 7,336.11 पर और स्मॉलकैप 22.54 अंकों की गिरावट के साथ 7,634.80 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.22 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.07 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.73 फीसदी), बिजली (0.63 फीसदी) और बैंकिंग (0.13 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरोंे पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 4.95 अंकों की गिरावट के साथ 5,983.45 पर खुला और 13.30 अंकों या 0.22 फीसदी तेजी के साथ 6,001.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिनभर के कारोबार में 6,007.05 के ऊपरी और 5,964.40 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मिलाजुला रुख रहा। मिडकैप 4.61 अंकों की तेजी के साथ 7,336.11 पर और स्मॉलकैप 22.54 अंकों की गिरावट के साथ 7,634.80 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.22 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.07 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.73 फीसदी), बिजली (0.63 फीसदी) और बैंकिंग (0.13 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मिलाजुला रुख रहा। मिडकैप 4.61 अंकों की तेजी के साथ 7,336.11 पर और स्मॉलकैप 22.54 अंकों की गिरावट के साथ 7,634.80 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.22 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.07 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.73 फीसदी), बिजली (0.63 फीसदी) और बैंकिंग (0.13 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। बीएसई के 13 में से सात सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (1.22 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.07 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.73 फीसदी), बिजली (0.63 फीसदी) और बैंकिंग (0.13 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही।
देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 51.10 अंकों की तेजी के साथ 19,742.52 पर और निफ्टी 13.30 अंकों की तेजी के साथ 6,001.70 पर बंद हुआ।
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मल्टी-ब्रांड रिटेल में एफडीआई के मुद्दे पर सरकार का साथ देने के लिए आलोचना झेल रही मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कहा है कि उसने राज्यसभा में हुए मत विभाजन के दौरान यूपीए का साथ इसलिए दिया, क्योंकि इसमें हार होने से विपक्ष हर दिन इस आधार पर सरकार का इस्तीफा मांगता कि उसे बहुमत नहीं है।टिप्पणियां एक बयान में पार्टी ने कहा है कि उसने लोकसभा में मत विभाजन में हिस्सा नहीं लेने के बावजूद राज्यसभा में सरकार के पक्ष में मतदान करने का फैसला किया, क्योंकि ऐसा नहीं किया जाता, तो खुदरा में एफडीआई पर विपक्ष प्रायोजित प्रस्ताव पारित हो जाता। विज्ञप्ति के मुताबिक, यह विपक्ष को राजनीति करने के लिए एक और अवसर मुहैया कराता। विपक्ष इसके बाद हर दिन मुद्दा उठाता और सदन का कामकाज नहीं चलने देता, जिससे आम आदमी के कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विधेयकों का मार्ग अवरुद्ध हो जाता। मायावती की पार्टी ने कहा है कि तरक्की में एससी-एसटी को आरक्षण विधेयक, खाद्य सुरक्षा विधेयक और लोकपाल विधेयक लंबित है। एक बयान में पार्टी ने कहा है कि उसने लोकसभा में मत विभाजन में हिस्सा नहीं लेने के बावजूद राज्यसभा में सरकार के पक्ष में मतदान करने का फैसला किया, क्योंकि ऐसा नहीं किया जाता, तो खुदरा में एफडीआई पर विपक्ष प्रायोजित प्रस्ताव पारित हो जाता। विज्ञप्ति के मुताबिक, यह विपक्ष को राजनीति करने के लिए एक और अवसर मुहैया कराता। विपक्ष इसके बाद हर दिन मुद्दा उठाता और सदन का कामकाज नहीं चलने देता, जिससे आम आदमी के कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विधेयकों का मार्ग अवरुद्ध हो जाता। मायावती की पार्टी ने कहा है कि तरक्की में एससी-एसटी को आरक्षण विधेयक, खाद्य सुरक्षा विधेयक और लोकपाल विधेयक लंबित है। विज्ञप्ति के मुताबिक, यह विपक्ष को राजनीति करने के लिए एक और अवसर मुहैया कराता। विपक्ष इसके बाद हर दिन मुद्दा उठाता और सदन का कामकाज नहीं चलने देता, जिससे आम आदमी के कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विधेयकों का मार्ग अवरुद्ध हो जाता। मायावती की पार्टी ने कहा है कि तरक्की में एससी-एसटी को आरक्षण विधेयक, खाद्य सुरक्षा विधेयक और लोकपाल विधेयक लंबित है।
यह एक सारांश है: मायावती की पार्टी बसपा ने कहा है कि उसने राज्यसभा में हुए मत विभाजन के दौरान यूपीए का साथ इसलिए दिया, क्योंकि इसमें हार होने से विपक्ष हर दिन इस आधार पर सरकार का इस्तीफा मांगता कि उसे बहुमत नहीं है।
24
['hin']
एक सारांश बनाओ: अपनी आगामी फिल्म 'भेजा फ्राई-2' को लेकर उत्साहित अभिनेत्री मिनिषा लांबा को लगता है कि कॉमेडी के क्षेत्र में पुरुष आगे हैं और इस विधा में महिलाओं को ध्यान में रखकर ज्यादा किरदार नहीं गढ़े जाते। मिनिषा का भेजा फ्राई-2 में एक अहम किरदार है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कॉमेडी महिलाओं के लिए मुश्किल नहीं है, लेकिन कॉमेडी फिल्मों में फिलहाल महिलाओं को ध्यान में रखकर ज्यादा किरदार नहीं लिखे जाते... ये भूमिकाएं अधिकतर पुरुष प्रधान ही होती हैं। यह इसलिए होका है, क्योंकि पुरुष ऐसे कई मजाकिया संवाद बोल सकते हैं, जो महिलाओं पर अच्छे नहीं लगते।टिप्पणियां मिनिषा ने कहा, जैसे कुछ अश्लील या द्विअर्थी चुटकुले... महिलाएं इन्हें बोलते हुए अच्छी नहीं लगेंगी। पुरुष कलाकार द्वारा बोले जाने पर ही ये प्रभाव डालते हैं। 'बचना ए हसीनों' में रोमांटिक, 'किडनैप' में रोमांचक, और 'वेल डन अब्बा' में गंभीर राजनीतिक किरदार निभाने के बाद मिनिषा अब 'भेजा फ्राई-2' तथा 'हम तुम और शबाना' के जरिये कॉमेडी के क्षेत्र में हाथ आजमाने जा रहीं हैं। सागर बल्लरी के निर्देशन में बनी 'भेजा फ्राई-2' वर्ष 2007 में इसी नाम से बनी सफल फिल्म का सीक्वेल है। मिनिषा ने कहा, मैंने 'भेजा फ्राई' देखी है। यह फिल्म पहली फिल्म से एकदम अलग है और इसके किरदार नए हैं। उन्होंने कहा, एकमात्र मेरा ही किरदार है, जिसका भेजा भारतभूषण से फ्राई नहीं होता, मेरा किरदार उसकी मासूमियत देखता है और उसे समझता है। मिनिषा का भेजा फ्राई-2 में एक अहम किरदार है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कॉमेडी महिलाओं के लिए मुश्किल नहीं है, लेकिन कॉमेडी फिल्मों में फिलहाल महिलाओं को ध्यान में रखकर ज्यादा किरदार नहीं लिखे जाते... ये भूमिकाएं अधिकतर पुरुष प्रधान ही होती हैं। यह इसलिए होका है, क्योंकि पुरुष ऐसे कई मजाकिया संवाद बोल सकते हैं, जो महिलाओं पर अच्छे नहीं लगते।टिप्पणियां मिनिषा ने कहा, जैसे कुछ अश्लील या द्विअर्थी चुटकुले... महिलाएं इन्हें बोलते हुए अच्छी नहीं लगेंगी। पुरुष कलाकार द्वारा बोले जाने पर ही ये प्रभाव डालते हैं। 'बचना ए हसीनों' में रोमांटिक, 'किडनैप' में रोमांचक, और 'वेल डन अब्बा' में गंभीर राजनीतिक किरदार निभाने के बाद मिनिषा अब 'भेजा फ्राई-2' तथा 'हम तुम और शबाना' के जरिये कॉमेडी के क्षेत्र में हाथ आजमाने जा रहीं हैं। सागर बल्लरी के निर्देशन में बनी 'भेजा फ्राई-2' वर्ष 2007 में इसी नाम से बनी सफल फिल्म का सीक्वेल है। मिनिषा ने कहा, मैंने 'भेजा फ्राई' देखी है। यह फिल्म पहली फिल्म से एकदम अलग है और इसके किरदार नए हैं। उन्होंने कहा, एकमात्र मेरा ही किरदार है, जिसका भेजा भारतभूषण से फ्राई नहीं होता, मेरा किरदार उसकी मासूमियत देखता है और उसे समझता है। मिनिषा ने कहा, जैसे कुछ अश्लील या द्विअर्थी चुटकुले... महिलाएं इन्हें बोलते हुए अच्छी नहीं लगेंगी। पुरुष कलाकार द्वारा बोले जाने पर ही ये प्रभाव डालते हैं। 'बचना ए हसीनों' में रोमांटिक, 'किडनैप' में रोमांचक, और 'वेल डन अब्बा' में गंभीर राजनीतिक किरदार निभाने के बाद मिनिषा अब 'भेजा फ्राई-2' तथा 'हम तुम और शबाना' के जरिये कॉमेडी के क्षेत्र में हाथ आजमाने जा रहीं हैं। सागर बल्लरी के निर्देशन में बनी 'भेजा फ्राई-2' वर्ष 2007 में इसी नाम से बनी सफल फिल्म का सीक्वेल है। मिनिषा ने कहा, मैंने 'भेजा फ्राई' देखी है। यह फिल्म पहली फिल्म से एकदम अलग है और इसके किरदार नए हैं। उन्होंने कहा, एकमात्र मेरा ही किरदार है, जिसका भेजा भारतभूषण से फ्राई नहीं होता, मेरा किरदार उसकी मासूमियत देखता है और उसे समझता है। सागर बल्लरी के निर्देशन में बनी 'भेजा फ्राई-2' वर्ष 2007 में इसी नाम से बनी सफल फिल्म का सीक्वेल है। मिनिषा ने कहा, मैंने 'भेजा फ्राई' देखी है। यह फिल्म पहली फिल्म से एकदम अलग है और इसके किरदार नए हैं। उन्होंने कहा, एकमात्र मेरा ही किरदार है, जिसका भेजा भारतभूषण से फ्राई नहीं होता, मेरा किरदार उसकी मासूमियत देखता है और उसे समझता है।
आगामी फिल्म 'भेजा फ्राई-2' को लेकर उत्साहित अभिनेत्री मिनिषा लांबा को लगता है कि कॉमेडी के क्षेत्र में पुरुष ही आगे हैं...
26
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सोनभद्र में जमीन से जुड़े विवाद को लेकर हुए नरसंहार मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है. घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने एनडीटीवी को बताया कि मामले का मुख्य आरोपी यज्ञ दत्त, जमीन पर कब्जा करने के लिए 32 ट्रैक्टर ट्रॉलियों में लगभग 200 लोगों को लाया था. आदिवासियों के विरोध के बाद, उनके लोगों ने आधे घंटे तक उन पर गोलीबारी की. एक महिला ने एनडीटीवी को बताया, 'उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी थी. जैसे ही लोगों ने जमीन पर गिरना शुरू किया, उन्होंने लाठियों से हमला करना शुरू कर दिया. यह बहुत खौफनाक था.' एक और प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'फायरिंग करीब आधे घंटे चली.' कर्नाटक का सियासी 'नाटक': JDS-कांग्रेस क्या मानेंगी राज्यपाल की बात? 12 प्वाइंट्स में पढ़ें अब तक क्या-क्या हुआ प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'हम नहीं जानते थे कि वे लोग हथियारों-बंदूकों के साथ आए थे. जब उन्होंने फायरिंग शुरू की. हम खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और पुलिस को बुलाना शुरू कर दिया. पुलिस एक घंटे के बाद आई. फायरिंग करीब आधे घंटे चली.' बता दें कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जमीन से जुड़े विवाद को लेकर हुए नरसंहार में ग्राम प्रधान सहित 11 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, और नरसंहार में इस्तेमाल किए गए हथियारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी प्रधान अभी फरार है.  IMA स्कैम के आरोपी मंसूर खान को ED ने किया गिरफ्तार, वीडियो में किया था दावा- भारत छोड़ना बड़ी गलती थी 16 जुलाई को 32 ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर प्रधान समेत करीब 300 लोग जमीन पर कब्जा करने पहुंचे थे, और नरसंहार में 10 लोगों की मौत हुई थी, और 23 लोग ज़ख्मी हुए थे. बता दें, उत्‍तर प्रदेश की कानून-व्‍यवस्‍था को चुनौती देती दो दुस्‍साहसिक वारदात से पूरा सूबा दहल गया. सोनभद्र में बेखौफ दबंगों ने जमीन की खातिर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर 10 लोगों की हत्‍या कर दी, वहीं सम्‍भल में घात लगाकर बैठे बदमाशों ने दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी और तीन कैदियों को छुड़ा लिया. राज्‍य विधानमण्‍डल का मॉनसून सत्र शुरू होने से एक ही दिन पहले बुधवार को हुई इन वारदात के बाद से सरकार और पूरा पुलिस महकमा हरकत में है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दोनों वारदात पर सख्‍त कार्रवाई के आदेश दिये हैं.
यह एक सारांश है: 32 ट्रैक्टर पर आए थे 200 लोग आधे घंटे लगातार गोलियां बरसाकर बिछा दी 10 लाशें लोगों ने जमीन पर गिरना शुरू किया, उन्होंने लाठियों से हमला कर दिया
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: विभिन्न धर्मों के बारे में शोध करने वाले एक थिंक टैंक ने अपने एक विस्तृत अध्ययन में कहा है कि ब्रिटेन में पिछले दशक के दौरान धर्मांतरण कर मुस्लिम बनने वाले ब्रिटेनवासियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। 'फेथ मैटर्स' नाम के इस थिंक टैंक ने धर्मांतरण कर मुस्लिम बनने वाले ब्रिटेनवासियों के बारे में कहा है कि ऐसे लोगों की संख्या एक लाख तक हो सकती है और हर साल करीब पांच हजार लोग मुस्लिम बन रहे हैं। हालांकि इस अध्ययन से पहले धर्मांतरण करने वाले लोगों की संख्या 14 हजार से 25 हजार के बीच बताई गई थी। धर्मांतरण की यह संख्या दिखाती है कि अमेरिका में 11 सितंबर और लंदन में 7 जुलाई को हुए हमलों का धर्मांतरण पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा है। ब्रिटेन के प्रमुख अखबार द इंडिपेंडेंट के अनुसार इस सर्वेक्षण में 2001 के स्कॉटिश जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया। सर्वेक्षण में शामिल लोगों से यह पूछा गया कि जन्म के समय उनका धर्म क्या था और अब उनका धर्म क्या है। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने लंदन के मस्जिदों का निरीक्षण कर यह पता किया कि एक साल के भीतर धर्मांतरण के कितने मामले होते हैं। मस्जिदों में पिछले एक साल के भीतर धर्मांतरण की संख्या 1400 के आसपास थी। इसके आधार पर पूरे देश में होने वाले धर्मांतरण की संख्या निकाली गई, जो करीब 5200 थी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एक थिंक टैंक ने कहा है कि ब्रिटेन में पिछले दशक के दौरान धर्मांतरण कर मुस्लिम बनने वाले ब्रिटेनवासियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।
11
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उद्योग मंडल सीआईआई ने भारतीय रिजर्व बैंक से मांग की है कि वह रेपो दर में तत्काल कम से कम 0.50 प्रतिशत (50 आधार अंक) की कटौती करे, ताकि निवेश को बल दिया जा सके। इसके साथ ही सीआईआई चाहता है कि नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी 0.75 प्रतिशत की कटौती होनी चाहिए।टिप्पणियां सीआईआई ने कहा है कि ऊंची ब्याज लागत तथा घटते निवेश से औद्योगिक तथा आर्थिक वृद्धि बुरी तरह प्रभावित हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही की समीक्षा 30 अक्टूबर को जारी करेगा। सीआईआई ने एक बयान में कहा है, रिजर्व बैंक को रेपो दर में 0.50 प्रतिशत तत्काल तथा 0.50 प्रतिशत और बाकी वित्तवर्ष के दौरान कमी करनी चाहिए। इसके अलावा उद्योग मंडल ने सीआरआर में 0.75 प्रतिशत कमी की मांग की है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, इससे कारोबारी धारणा ही मजबूत नहीं होगी, बल्कि कंपनियां वहनीय लागत पर धन जुटा पाएंगी, ताकि अर्थव्यवस्था में नकदी की कमी न हो। देश में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अप्रैल अगस्त के दौरान 0.4 प्रतिशत रही, जो पिछले साल समान अवधि में 5.6 प्रतिशत थी। सीआईआई ने कहा है कि ऊंची ब्याज लागत तथा घटते निवेश से औद्योगिक तथा आर्थिक वृद्धि बुरी तरह प्रभावित हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही की समीक्षा 30 अक्टूबर को जारी करेगा। सीआईआई ने एक बयान में कहा है, रिजर्व बैंक को रेपो दर में 0.50 प्रतिशत तत्काल तथा 0.50 प्रतिशत और बाकी वित्तवर्ष के दौरान कमी करनी चाहिए। इसके अलावा उद्योग मंडल ने सीआरआर में 0.75 प्रतिशत कमी की मांग की है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, इससे कारोबारी धारणा ही मजबूत नहीं होगी, बल्कि कंपनियां वहनीय लागत पर धन जुटा पाएंगी, ताकि अर्थव्यवस्था में नकदी की कमी न हो। देश में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अप्रैल अगस्त के दौरान 0.4 प्रतिशत रही, जो पिछले साल समान अवधि में 5.6 प्रतिशत थी। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, इससे कारोबारी धारणा ही मजबूत नहीं होगी, बल्कि कंपनियां वहनीय लागत पर धन जुटा पाएंगी, ताकि अर्थव्यवस्था में नकदी की कमी न हो। देश में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अप्रैल अगस्त के दौरान 0.4 प्रतिशत रही, जो पिछले साल समान अवधि में 5.6 प्रतिशत थी।
सारांश: उद्योग मंडल सीआईआई ने भारतीय रिजर्व बैंक से मांग की है कि वह रेपो दर में तत्काल कम से कम 0.50 प्रतिशत (50 आधार अंक) की कटौती करे, ताकि निवेश को बल दिया जा सके।
20
['hin']