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पिछले सप्ताह के विनाशकारी भूकम्प और प्रलयंकारी सुनामी के बाद तबाही का सामना कर रहे जापान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। फुकुशिमा दायची परमाणु संयंत्र में परमाणु दुर्घटना की आशंका बढ़ती जा रही है। जापान सरकार ने शुक्रवार को संयंत्र में दुर्घटना के अलर्ट स्तर को चार से बढ़ाकर पांच कर दिया। संयंत्र को ठंडा करने के लिए दूसरे दिन भी उस पर हेलीकॉप्टरों और टैंकरों से पानी का छिड़काव किया गया। इस आपदा में अब तक मारे जाने वालों की संख्या 6,911 तक पहुंच गई है जबकि 10,316 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। विभीषिका से जूझ रहे देश के सामने पानी, बिजली और अन्य बुनियादी जरूरतों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। उधर, भारत और चीन ने जापान को राहत साम्रगी की खेप भेजी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जापानी दूतावास पहुंचकर शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। परमाणु दुर्घटना से होने वाले खतरे को मापने वाले सात अंक के अंतर्राष्ट्रीय पैमाने पर यह चेतावनी अब पांच पर पहुंच गई है। वेबसाइट 'बीबीसी डॉट को डॉट यूके' के अनुसार जापान द्वारा फुकुशिमा परमाणु संयंत्र का सतर्कता स्तर बढ़ा देने से अब यह 1986 में यूक्रेन की चेर्नोबिल परमाणु त्रासदी से दो स्तर नीचे रह गया है। जापान की परमाणु एजेंसी द्वारा यह स्तर 'व्यापक परिणामों वाली दुर्घटना' के रूप में बढ़ाया गया है। इस बीच रात भर बर्फबारी जारी रहने की वजह से अब भूकम्प के मलबे में तब्दील इमारतों में किसी के जीवित बचने की आशा भी समाप्त हो गई है। इसके अलावा इस आपदा में सुरक्षित बच निकले लाखों भाग्यशाली लोगों को अब पानी, बिजली, ईंधन या भोजना की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लाखों लोग बेघर भी हो गए हैं। जापान के सरकारी रेडियो एनएचके के मुताबिक आपदा में अब तक 6911 लोगों के मारे जाने और 10,316 के लापता होने की पुष्टि हो चुकी है। सप्ताह भर पहले कुदरत द्वारा बरपाये गए इस कहर में मारे लोगों की याद में जापान के लोगों ने शुक्रवार को को मौन रखा। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री नाओता कान ने टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, "हम जापान का पुनर्निर्माण करेंगे। यह प्रण हम सभी को लेना होगा। प्राकृतिक आपदा और परमाणु संकट जापान की जनता की परीक्षा की घड़ी है।" उधर, हालात का जायजा लेने और जापान सरकार और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए छह विशेषज्ञों के साथ जापान पहुंच आईएईए के महानिदेशक यूकियो अमानो ने पत्रकारों से कहा कि संयंत्र को पिघलने से रोकने का काम 'वक्त से संघर्ष' करने जैसा है। अमानो ने स्पष्ट किया कि इस दौरे के तहत उनकी फुकुशिमा संयंत्र जाने की योजना नहीं है इससे पहले उनके संयंत्र पहुंचने के कयास लगाए जा रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका चार सदस्यीय दल टोक्यो पर विकिरण के प्रभाव की निगरानी रखने का काम शुरू करेगा। इस बीच कान ने कहा है कि उनकी सरकार फुकुशिमा परमाणु संयंत्र बारे में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पूरी जानकारी देगी। अमानो के साथ शुक्रवार को बैठक में कही। जापान समाचार एजेंसी 'एनएचके' के मुताबिक अमानो ने कहा कि आईएईए और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय संयंत्र की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और जापान के साथ इस मामले में सहयोग को तैयार है। उन्होंने जापान से इस बारे में और अधिक जानकारी मांगी। कान ने कहा कि सरकार, सेल्फ डिफेंस फोर्स, पुलिस और अग्निशमन विभाग स्थिति से निपटने के लिए हर सम्भव उपाय कर रहे हैं। सरकार के पास जो भी सूचना है, उसे जाहिर किया जा रहा है। लेकिन सूचना एकत्र करने के प्रयास सम्भवत: अपर्याप्त हैं। सरकार संयंत्र की नियमित फोटो लेकर और विकिरण पर निगरानी बढ़ाकर इस बारे में और अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। संयंत्र पर पानी डालने के लिए टोक्यो से और सेना के अग्निशमन वाहनों को लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी भेजा गया। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए नई लाइन बिछायी जा रही है लेकिन इन्हें जोड़ने के काम में विकिरण की वजह से रुकावट आ रही है। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव यूकियो इनादो ने कहा कि रेडियोधर्मी विकिरण का स्तर अब मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक स्तर पर नहीं है लेकिन इससे पहले कुछ अवसरों पर इसमें वृद्धि हुई थी। संयंत्र तीसरा रिएक्टर चिंता का विषय बना हुआ है। इसमें पानी खतरनाक ढंग से कम हो गया है और यहां एकत्रित करके रखी गईं ईंधन रॉड्स दिखने लगी हैं। अगर इसमें जमा पानी खत्म हो गया तो परमाणु चेन रिएक्शन की वजह से और ज्यादा विकिरण फैलेगा। परमाणु संयंत्र के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को हटाया जा चुका है और इसके बाद 30 किलोमीटर तक के दायरे में रहने वाले लोगों को घरों के खिड़की दरवाजे बंद रखने को कहा गया है। कई देशों ने जापान में मौजूद अपने नागरिकों को संयंत्र से 50 किलोमीटर दूर रहने को कहा है। इस बीच भारत ने एयर इंडिया के दो विशेष विमानों से करीब 25 टन राहत सामग्री भूकम्प प्रभावित जापान के लिए भेजी है। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।जापान को भेजी गई इस राहत सामग्री में उच्च गुणवत्ता वाले 10-10 हजार कम्बलों की खेप भी है। यह सामग्री मंगलवार और बुधवार को रवाना की गई थी। राहत सामग्री के अलावा एयर इंडिया ने सोमवार तक 423 यात्रियों की क्षमता वाले विमानों का भी रोजाना परिचालन शुरू किया है, ताकि इच्छुक भारतीयों की स्वदेश वापसी सुनिश्चित की जा सके। चीन ने भूकम्प और उसके बाद उठी भयावह सुनामी से जूझ रहे जापान में राहत सामग्री के तौर पर 10 टन पानी की बोतलें भेजी हैं। चीन के उत्तर पूर्वी शहर चांगचुन से विमान के जरिए पानी की बोतलों के 800 बक्से रवाना किए गए। वाशिंगटन में उधर, बराक ओबामा ने अचानक जापानी दूतावास पहुंचकर वहां रखी शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। शोक पुस्तिका पर लिखे अपने संक्षिप्त संदेश में उन्होंने इसे 'दिल दहला देने वाली त्रासदी' करार दिया और कहा कि अमेरिका जापान को इस त्रासदी से बाहर निकलने में हर तरह की मदद मुहैया कराने को तैयार है। अभिनेत्री सांड्रा बुलॉक ने जापान के भूकम्प व सुनामी पीड़ितों की मदद के लिए अमेरिकी रेडक्रॉस को 10 लाख डॉलर दान किए हैं। जिन लोगों ने रेडक्रॉस को दान दिया है, उनमें से बुलॉक ने सबसे ज्यादा राशि दान की है। बहरहाल, जापान की त्रासदी को न केवल वहां रह रहे लोग भुगत रहे हैं, बल्कि इससे दूर देश के लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। समाचार पत्र, रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट पर इससे सम्बंधित खबरें लोगों को सदमे की स्थिति में पहुंचा सकती हैं। न्यूजीलैंड में मैसी यूनीवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग से जुड़े इयान दे तेर्ते के अनुसार लोगों को सदमा कई कारणों से होता है। कई बार लोग सीधे तौर किसी गहरी विपदा में फंसने या आघात के कारण सदमे में आते हैं तो ऐसे लोग भी सदमे में पड़ सकते हैं, जिनका पीड़ितों के साथ व्यक्तिगत जुड़ाव हो या वे लगातार विनाशकारी और त्रासदीपूर्ण घटनों से सम्बंधित समाचार देखते रहे हों। यह उन कर्मचारियों के साथ खास तौर पर लागू होता है जो मृतकों, घायलों, शोक संतप्त लोगों या दूसरे पीड़ितों के सीधे सम्पर्क में रहते हैं। लेकिन किसी विनाशकारी आपदा के बारे में टेलीविजन पर लगातार देखने, पढ़ने और सुनने के कारण भी सदमे का खतरा पैदा हो सकता है। |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास एजेंडे पर फिल्म 'मोदी का गांव' का निर्माण करने वाले सुरेश झा ने सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म पर रोक लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से मदद की गुहार लगाई है. फिल्म के निर्माता झा ने बताया कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म की रिलीज पर रोक लगाए जाने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय का दरवाजा खटखटाया है.
उन्होंने कहा, 'सेंसर बोर्ड ने फिल्म की रिलीज के लिए
प्रधानमंत्री कार्यालय
और निर्वाचन आयोग से अनापत्ति प्रमाणपत्र लाने के लिए कहा है. मेरे खयाल से ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी फिल्म की रिलीज के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और निर्वाचन आयोग की अनुमति की जरूरत पड़ रही है.' इसके बाद सुरेश झा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखकर अपनी फिल्म के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा है.
पीएम से मुलाकात का समय मांगा
सुरेश झा ने पीएमओ को लिखा है, 'अपनी फिल्म के जरिए हमने प्रधानमंत्री मोदी की
ईमानादार कार्यशैली
और उनके स्वच्छ भारत, स्मार्ट इंडिया और डिजिटल इंडिया के सपने को प्रस्तुत किया है.' झा ने बताया कि उन्होंने पीएमओ के अधिकारियों के लिए फिल्म के विशेष प्रदर्शन की पेशकश भी रखी है और प्रधानमंत्री मोदी से इस संबंध में मुलाकात करने का समय भी मांगा है.
झा ने कहा, 'सेंसर बोर्ड ने ऐसी शर्ते रखी हैं, जिनका पालन करना इतना कठिन है कि मुझे अपनी फिल्म को रिलीज करने का खयाल ही छोड़ना पड़ सकता है.' सेंसर ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाते हुए कहा है, 'फिल्म में प्रधानमंत्री के चित्रण को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय का अनापत्ति प्रमाणपत्र पेश करें.. (फिल्म में विकास योजनाओं, पाकिस्तान द्वारा उड़ी में किए गए हमले तथा प्रधानमंत्री से संबंधित खबरों और भाषणों का चित्रण है.)'
सेंसर बोर्ड ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर निर्वाचन आयोग से अनापत्ति हासिल करने के लिए भी कहा है, क्योंकि फिल्म को राजनीतिक प्रचार सामग्री माना जा सकता है.
सेंसर बोर्ड ने फिल्म में एक अन्य चरित्र 'पप्पू बिहारी' पर भी आपत्ति जताई है और कहा है कि चरित्र के नाम को पूरी फिल्म से और गानों से भी हटाना होगा. झा की 135 मिनट की यह फिल्म पिछले वर्ष दिसंबर में ही बनकर तैयार हो गई थी. उन्होंने जनवरी में मंजूरी हासिल करने के लिए सेंसर बोर्ड में आवेदन दिया था. |
रक्त में सीरम वह घटक हैै जिसमें रक्त कोशिकाओं और थक्का जमाने वाले कारकों का पूर्ण रूप से अभाव होता है, दूसरे शब्दों मे यह फाइब्रिनोजेन विहीन प्लाविका (रक्त प्लाज्मा) है। सीरम मे वह सभी रक्त प्रोटीन जो थक्का जमाने की प्रक्रिया मे निष्क्रिय रहते है, सभी विद्युत-अपघट्य (इलेक्ट्रोलाइट्स), प्रतिपिंड, प्रतिजन, हार्मोन और बहिर्जात पदार्थ (जैसे, दवाइयां और सूक्ष्मजीव आदि) शामिल होते हैं।
सीरम के अध्ययन को सीरम विज्ञान कहते है। सीरम का इस्तेमाल कई नैदानिक परीक्षण के अलावा रक्त टाइपिंग में भी होता है।.
सन्दर्भ
रक्त |
यह लेख है: बता दें कि फिल्म (PM Narendra Modi)की रिलीज को लेकर कई राजनीतिक दलों ने विरोध जताया था. विपक्ष का आरोप था कि फिल्म के जरिए पीएम मोदी (PM Modi) का प्रचार किया जा रहा है. जोकि नियमों के खिलाफ है. विपक्षी दलों की अपील के बाद फिल्म की रिलीज को चुनावी नतीजों के अगले दिन शिफ्ट कर दिया गया था. विवेक ओबरॉय (Vivek Oberoi) के लिए पिछले कुछ साल अच्छे नहीं रहे थे उन्हें उम्मीद थी कि पीएम मोदी के जीवन पर फिल्म बनाकर वह अच्छे दिन लाने में कामयाब रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. फिल्म समीक्षकों का भी मानना है कि विवेक ओबरॉय इस फिल्म में और बेहतर कर सकते थे. जोकि वो करने में कामयाब नहीं रहे.
इस फिल्म के चलते विवेक ओबरॉय (Vivek Oberoi) कई बार राजनीतिक दलों के निशाने पर भी आ गए. फिल्म रिलीज से दो दिन पहले विवेक ओबरॉय (Vivek Oberoi) को जान से मारने की धमकी मिली थी. जिसके बाद विवेक को मुंबई पुलिस की तरफ से सुरक्षा भी मुहैया कराई गई. बता दें कि इस फिल्म को ओमंग कुमार (Omang Kumar) ने निर्देशित किया है. |
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) 10 जून को ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के संन्यास लेने पर उन्हें खेल, बॉलीवुड और राजनीति के कई दिग्गजों ने शुभकामनाएं दीं. साथ ही उनके काम की भी सराहना की. इस बीच कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने भी भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के रिटायरमेंट पर ट्वीट किया है. कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने अपने ट्वीट में न केवल युवराज सिंह बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी (M S Dhoni) का भी जिक्र किया है. युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के रिटायरमेंट के बाद आया कमाल आर खान (Kamaal R Khan) का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है.
Yuvraj Singh didn't say anything about Dhoni at the time of his retirement neither Dhoni said anything. Means Dushmani Gahari Bhi Hai Aur Purani Bhi.
बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान (Kamaal R Khan) सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए बेबाकी से अपनी राय पेश करते हैं. कमाल आर खान ने युवराज सिंह के रिटायरमेंट पर अपने ट्वीट में लिखा, 'युवराज सिंह ने अपने रिटायरमेंट के समय धोनी के बारे में कुछ नहीं कहा और न ही धोनी ने उनके रिटायरमेंट पर कुछ बोला. इसका मतलब है कि दुश्मनी गहरी भी है और पुरानी भी.'
Dearest @YUVSTRONG12 Wish you all the best in your life as you move forward ???? Thank you for those 6 sixes ???? & all those wonderful times & moments when you entertained us playing for ???????? & in the IPL. Loads of love & good wishes always... xoxo ???????????????? #Cricketlegend#friendspic.twitter.com/U0EpgKbx51
कमाल आर खान (Kamaal R Khan) के अलावा कई लोगों ने युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को भविष्य की योजनाओं के लिए शुभकामनाएं दीं. एक्ट्रेस प्रीति जिंटा (Preity zinta) ने अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है, ' प्रिय युवराज (Yuvraj Singh) तुम्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं. उन 6 छक्कों के लिए तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया.'
Dear @YUVSTRONG12 .A heartbreaking brave decision.entertained us with ur brilliant innings always.Made India proud,true son of the soil,won for us,6 sixes,T-20 WC against England,is etched in our minds https://t.co/WD4hOSAYgo wishes for your futureendeavours.#YuvrajSinghretires
मशहूर एक्ट्रेस रवीना टंडन ने अपने ट्वीट में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के रिटायरमेंट पर कहा 'यह दिल तोड़ने वाला लेकिन बहादुर निर्णय है. आपने अपनी बेहतरीन पारियों से हमेशा हमारा मनोरंजन किया है. भारत को गौरवान्वित किया, माटी का सच्चा लाल, हमारे लिए जीते, इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 विश्वकप में छह छक्के आज भी हमारे जेहन में है. '
बता दें कि क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था. चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्मे युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले. टेस्ट में युवराज ने तीन शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए, जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए. इसी तरह टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए. इसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं. |
यह लेख है: हरियाणा के करनाल जिले के हरसिंघपुरा गांव में 50 फुट गहरे बोरवेल में गिरी पांच साल की बच्ची की मौत हो गई. घरौंदा थाने के थाना प्रभारी निरीक्षक सचिन ने फोन पर बताया कि वह रविवार को खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी. थाना प्रभारी ने कहा, ‘‘बचाव कर्मियों द्वारा बाहर निकाले जाने के बाद उसे करनाल के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया.'' बच्ची 18 घंटे तक बोरवेल में फंसी रही.
उन्होंने बताया कि जैसे ही उसके परिवार को बच्ची के लापता होने का पता चला उन्होंने उसे ढूंढ़ना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्हें बोरवेल में उसके गिरने का शक हुआ.
अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और बचाव अभियान शुरू किया गया. बाद में एनडीआरएफ को भी घटना की जानकारी दी गई.
पुलिस ने बताया कि बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचा दिया गया था. बच्ची का पता लगाने के लिए बचावकर्मियों ने कैमरे का इस्तेमाल किया था, जिससे उन्हें उसका पैर दिखा गया था. बच्ची को यह एहसास कराने के लिए कि वह अकेली नहीं है, उसके माता-पिता की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी बोरवेल में चलाई गई थी. उन्होंने बताया कि बोरवेल में बच्चे की कोई हरकत नहीं दिखी. वह सिर के बल बोरवेल में गिरी थी.
अभी कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले नादुकट्टुपट्टी में अपने घर के पास खेलते समय सुजीत विल्सन 88 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था. 80 घंटे की मश्क्कत के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका था.
बोरवेल की घटनाएं अब बढ़ती जा रही हैं. पंजाब के संगरूर जिले में जुलाई में 150 फुट गहरे बोरवेल में गिरे दो वर्षीय फतहवीर सिंह की जान चली गई थी. इससे पहले उसे बचाने के लिए करीब चार दिन तक मशक्कत की गई थी. हरियाणा के हिसार में मार्च में बोरवेल में गिरे 18 महीने के बच्चे को बचा लिया गया था, वह करीब दो दिन तक बोरवेल में फंसा रहा था.
बच्चों के बोरवेल में गिरने की सबसे पहली और चर्चित घटना 2006 में हुई थी, जब कुरुक्षेत्र गांव में बोरवेल में गिरे पांच वर्षीय प्रिंस को करीब 48 घंटे चले बचाव अभियान के बाद बचा लिया गया था. |
सातवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९५६
संविधान संशोधन अधिनियम
25 मार्च, 1953 को, भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री, जवाहरलाल नेहरू ने भारत के पहले भाषायी राज्य - आंध्र प्रदेश के निर्माण की घोषणा की। तीन साल बाद संसद ने संविधान (सातवां संशोधन) अधिनियम, 1956 पारित किया। इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य भाषा के आधार पर भारतीय राज्यों के पुनर्गठन को संवैधानिक रूप से सांकेतिक शब्दों में बदलना था। संशोधन ने विभिन्न राज्यों की नई सीमाओं को निर्धारित करने के लिए पहली अनुसूची सहित संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों को संशोधित किया। भारतीय राज्यों को भाषाई आधार पर संगठित करने का विचार नया नहीं था। 1920 में, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने अपने नागपुर सत्र में इस तरह की व्यवस्था की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। जल्द ही, यह एक लोकप्रिय मांग बन गई और कांग्रेस के भीतर इसे काफी जगह प्राप्त हुई। |
हमारे आस-पास कुछ ऐसी चीजें घटती हैं, जिसकी वजह से हमारे चेहरे पर स्माइल आ जाती है. ऐसा एक वीडियो वायरल हो रहा है जो आपके चेहरे पर भी स्माइल ला देगा. कुछ दिनों पहले बिल्ली के बच्चे को एक प्यारे से लैब्राडॉर डॉग ने गोद लिया है. पशु चिकित्सा केंद्र ‘बैटरसी’ ने छोटी ‘एवा’ और इसके नए दोस्त ‘बार्नी’ का यह प्यारा वीडियो शेयर किया है, जिसे लोग बहुत पसंद कर रहे हैं. ब्रिटिश पशु आश्रय ने इस संबंध में लिखा, “लेब्राडॉर डॉग ने रोल को खूब अच्छे से निभा रहा है, वहीं छोटी सी एवा काफी सीरियस दिखाई दे रही है. इसमें इंटरनेट आपकी मदद नहीं कर सकता, आप बस इन दोनों की जुगलबंदी को इंज्वॉय करें.”
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पांच सप्ताह पुरानी एवा कुछ दिन पहले ही लंदन के बगीचे में पड़ी मिली, जिसके बाद ब्रिटिश पशु आश्रय में एवा की मुलाकात उसके प्यारे दोस्त बार्नी से हुई. यह मनमोहक जोड़ी पशु चिकित्सा केंद्र ‘बैटरसी’ में खूब इंज्वॉय कर रही है. यह दोनों एक दूसरे को खूब प्यार करते है, खेलते हैं और साथ में टीवी देखते है. तीन साल का लेब्राडॉर डॉग अपनी नई दोस्त का खूब ख्याल रखता है. वह सुरक्षा के लिए उसकी हर कदम पर नजर भी रखता है.
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एवा अब बार्नी की आदत बन चुकी है, इसलिए वह हर सुबह उसको देखने के लिए बैटरसी आने का इंतजार नहीं कर सकता. यह एवा के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके पास मां, भाई या बहन नहीं हैं, इसलिए बार्नी उसका सबसे अच्छा और पसंदीदा दोस्त बन गया है. इस संबंध में हेड नर्स राहेल अबदी ने कहा, “वह "उन्हें बहुत खुशी है कि वे एक साथ खुश हैं और पता है कि उनका सबसे कठिन दिन उनके पीछे छूट गया है."
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था.
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पांच सप्ताह पुरानी एवा कुछ दिन पहले ही लंदन के बगीचे में पड़ी मिली, जिसके बाद ब्रिटिश पशु आश्रय में एवा की मुलाकात उसके प्यारे दोस्त बार्नी से हुई. यह मनमोहक जोड़ी पशु चिकित्सा केंद्र ‘बैटरसी’ में खूब इंज्वॉय कर रही है. यह दोनों एक दूसरे को खूब प्यार करते है, खेलते हैं और साथ में टीवी देखते है. तीन साल का लेब्राडॉर डॉग अपनी नई दोस्त का खूब ख्याल रखता है. वह सुरक्षा के लिए उसकी हर कदम पर नजर भी रखता है.
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एवा अब बार्नी की आदत बन चुकी है, इसलिए वह हर सुबह उसको देखने के लिए बैटरसी आने का इंतजार नहीं कर सकता. यह एवा के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके पास मां, भाई या बहन नहीं हैं, इसलिए बार्नी उसका सबसे अच्छा और पसंदीदा दोस्त बन गया है. इस संबंध में हेड नर्स राहेल अबदी ने कहा, “वह "उन्हें बहुत खुशी है कि वे एक साथ खुश हैं और पता है कि उनका सबसे कठिन दिन उनके पीछे छूट गया है."
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था.
पांच सप्ताह पुरानी एवा कुछ दिन पहले ही लंदन के बगीचे में पड़ी मिली, जिसके बाद ब्रिटिश पशु आश्रय में एवा की मुलाकात उसके प्यारे दोस्त बार्नी से हुई. यह मनमोहक जोड़ी पशु चिकित्सा केंद्र ‘बैटरसी’ में खूब इंज्वॉय कर रही है. यह दोनों एक दूसरे को खूब प्यार करते है, खेलते हैं और साथ में टीवी देखते है. तीन साल का लेब्राडॉर डॉग अपनी नई दोस्त का खूब ख्याल रखता है. वह सुरक्षा के लिए उसकी हर कदम पर नजर भी रखता है.
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एवा अब बार्नी की आदत बन चुकी है, इसलिए वह हर सुबह उसको देखने के लिए बैटरसी आने का इंतजार नहीं कर सकता. यह एवा के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके पास मां, भाई या बहन नहीं हैं, इसलिए बार्नी उसका सबसे अच्छा और पसंदीदा दोस्त बन गया है. इस संबंध में हेड नर्स राहेल अबदी ने कहा, “वह "उन्हें बहुत खुशी है कि वे एक साथ खुश हैं और पता है कि उनका सबसे कठिन दिन उनके पीछे छूट गया है."
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था.
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एवा अब बार्नी की आदत बन चुकी है, इसलिए वह हर सुबह उसको देखने के लिए बैटरसी आने का इंतजार नहीं कर सकता. यह एवा के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके पास मां, भाई या बहन नहीं हैं, इसलिए बार्नी उसका सबसे अच्छा और पसंदीदा दोस्त बन गया है. इस संबंध में हेड नर्स राहेल अबदी ने कहा, “वह "उन्हें बहुत खुशी है कि वे एक साथ खुश हैं और पता है कि उनका सबसे कठिन दिन उनके पीछे छूट गया है."
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था.
एवा अब बार्नी की आदत बन चुकी है, इसलिए वह हर सुबह उसको देखने के लिए बैटरसी आने का इंतजार नहीं कर सकता. यह एवा के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके पास मां, भाई या बहन नहीं हैं, इसलिए बार्नी उसका सबसे अच्छा और पसंदीदा दोस्त बन गया है. इस संबंध में हेड नर्स राहेल अबदी ने कहा, “वह "उन्हें बहुत खुशी है कि वे एक साथ खुश हैं और पता है कि उनका सबसे कठिन दिन उनके पीछे छूट गया है."
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था.
सौभाग्य से, एवा को हमेशा के लिए एक घर मिल गया, जब वह पुरानी हो जाएगी को यह इसके उपर होगा कि वह घर छोड़ना चाहती है कि नहीं. वहीं, बार्नी को बैटरसी टीम के एक सदस्य ने ही अनाया था. |
स्पेन के बार्सिलोना में एक भीड़-भाड़ वाली सड़क पर एक ड्राइवर ने अपना वैन भीड़ में घुसा दिया, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं स्पैनिश पुलिस का कहना है कि उन्होंने कैम्ब्रिल्स में एक दूसरे संभावित आतंकी हमले को रोकते हुए पांच संदिग्ध आतकियों को मार गिराया है. पुलिस ने बताया कि इन संदिग्धों ने विस्फोटक बेल्ट पहन रखी थी. खुद को इस्लामिक स्टेट बताने वाले आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
क्षेत्रीय गृहमंत्री जोआकिम फोर्न ने एक ट्वीट में कहा, 'हम पुष्टि कर सकते हैं कि 13 लोगों की मौत हुई और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए.' पुलिस ने बताया कि वैन का ड्राइवर फरार है, जबकि उन्होंने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक स्पैनिश और दूसरा मोरक्को का नागरिक बताया जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक, इस हमले की चपेट में 18 देशों के नागरिक आए हैं जिनमें जर्मनी, रोमानिया, इटली, अलजीरिया, चीन जैसे देश शामिल हैं. वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि वह स्पेन में भारत के दूतावास के साथ लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक किसी भारतीय के मरने की खबर नहीं है. उन्होंने ट्विटर पर बार्सिलोना हमले के लिए इमर्जेंसी नंबर +34-608769335 भी दिया.
बता दें कि लास रामब्लास नाम की जिस जगह पर यह हमला हुआ, वह
बर्सिलोना
का हॉट स्पॉट माना जाता है. यहां पर दुकानों और रेस्तरां की भरमार है, जहां पर्यटकों का जमघट लगा रहता है और कई कलाकार देर रात तक अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं.
हमले वाली जगह पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि लोग अचानक एक के ऊपर एक गिरने लगे और वहीं दूसरे लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे. वहीं पास ही की एक दुकान में काम करने वाले शावी परेज ने कहा, 'वहां काफी नुकसान हुआ. फर्श पर लोगों की लाश थी, जिसके बगल में लोग शोर मचा रहे थे. लोग जोर-जोर से पुकार रहे थे. वहां काफी विदेशी थे.'
एक अन्य चश्मदीद आमिर अनवर ने ब्रिटेन के स्काई न्यूज टेलीविजन से कहा कि वह लास रमब्लास की ओर जा रहे थे, जहां पर्यटकों का तांता लगा हुआ था. उन्होंने कहा, 'यह सब अचानक हुआ. मैंने जोर से कुचलने की आवाज सुनी और सड़क से लोगों को इधर-उधर भागते हुए देखा. मैंने बगल में एक महिला को अपने बच्चों के साथ मदद के लिए पुकारते देखा.'
वहीं चैरिटी डायरेक्टर एथन स्पीबे ने कहा घटना के बाद उन्होंने और कई दूसरे लोगों ने खुद को पास के एक गिरजाघर में बंद कर लिया. उन्होंने कहा, 'अचानक यह सब ऐसे हुआ कि अफरातफरी मच गई. लोग दहशत में भागने लगे. एक तरह से भगदड़ सी मच गई थी.
हाल के वर्षों में समूचे यूरोप में
गाड़ियों को भीड़ में घुसा कर हमले
की कई घटनाएं देखने को मिली हैं. हालांकि स्पेन ऐसे हमलों से बचा हुआ था, जबकि पास की फ्रांस, बेल्जियम और जर्मनी में इस तरह की घटनाएं हो चुकी है.
इस हमले के बाद बार्सिलोना की सड़कों पर अफरातफरी और दुनिया भर के नेताओं ने घटना की निंदा की है. स्पेन के शाही परिवार ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि उनका देश अतिवादियों के 'आतंक' के सामने नहीं झुकेगा.
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, 'स्पेन के बार्सिलोना में आतंकी हमले की अमेरिका निंदा करता है और हम हरसंभव सहायता करेंगे.' फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो ने कहा कि उनकी संवेदनाएं 'त्रासद हमले' के पीड़ितों के प्रति है. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने हमले की निंदा की. ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने ट्विटर पर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लंदन स्पेन के साथ है.
बेरूत से मिली खबर में एक अमेरिकी निगरानीकर्ता के मुताबिक, आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के प्रचार संगठन अमाक ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के 'सैनिकों' ने बार्सिलोना में वैन से हमला किया. खुफिया समूह एसआईटीई ने अमाक के हवाले से कहा है, 'बर्सिलोना हमले को अंजाम देने वाले इस्लामिक स्टेट के सैनिक थे.' |
मागदेबुर्ग शहर सैक्सोनी आनहाल्ट सूबे की राजधानी है। यह एल्बे नदी पर बसा बंदरगाह भी है। इसका बडे़ पैमाने पर विकास शुरू हुआ था लेकिन तेज़ी से बदला ये शहर आज पर्यटकों और ख़रीदारों से पटा रहता है। दसवीं शताब्दी में बादशाह ओटो प्रथम ने यहां अपना निवास स्थापित किया था। मध्ययुग में ये शहर राजनीति और संस्कृति का केंद्र था। युद्धों के अनथक दौर से जूझता लुटता पिटता शहर द्वितीय विश्वयुद्ध में ऐसा युद्ध की भेंट चढ़ा कि अस्सी फीसद शहर बरबाद हो गया।
युद्ध की छायाओं और उसकी वास्तविकता से लंबे समय तक घिरे रहे मागदेबुर्ग में निर्माण शुरू हुआ दूसरे विश्व युद्ध के बाद. लेकिन इसे निर्णायक पहचान मिली दोनों जर्मनी के फिर से एक हो जाने के बाद. उसके बाद भी कई साल तक यहां पुनर्निर्माण का काम चलता रहा। छिटपुट तौर पर ये जारी है। कुछ समय पहले तक उदास ग्रे इमारतें दिखती थीं, आज सब कुछ बदल गया है। शॉपिंग सेंटर, मल्टीप्लेक्स थियेटर, रेस्तरां और कैफे ने शहर की तस्वीर बदल दी है। मागदेबुर्ग में ज़िंदगी लौट आयी है।
मुख्य रेलवे स्टेशन से चंद कदमों के फ़ासले पर है-ब्राइटेन वेग, पैदल पथ इलाक़ा जिस पर खरीदारों की भीड़ उमड़ी रहती है। ये सड़क तेज़ी से बदलते शहर की गवाह है। एक तरफ़ रंगीन शीशों के भीतर नया साजो सामान सामग्रियां सजी हैं, फास्ट फूड के लुभावने रेस्तरां हैं। तो दूसरी तरफ़ अतीत की बोझिल यादों को समेटे एक सड़क है। यहां स्लैब वाली गैर रिहायशी और उपेक्षित इमारतों की कतार हैं।
घटती आबादी और बढ़ती बेरोज़गारी
1989 में कोई दो लाख अस्सी हज़ार लोग माग्देबुर्ग में रहते थे। आज वो संख्या सिर्फ दो लाख तीस हज़ार रह गयी है। इस पलायन की वजह. कम्युनिस्ट दौर में शहर एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र था। जर्मनी के फिर से एकीकरण के बाद व्यापार सिस्टम और फैक्ट्रियां प्रतिस्पर्धा पर खरे नहीं पाये गये और उन्हें बंद कर दिया गया। कई लोगों की नौकरियां छिन गयीं। इस वजह से बेरोज़गारी की दर में करीब 20 फीसदी का इज़ाफा हो गया। काम की तलाश में मागदेबुर्ग के कई नागरिक पश्चिम जर्मनी का रुख़ करने लगे। इनमें युवाओं की तादाद ज़्यादा रही है।
मागदेबुर्ग के लोगों और सैलानियों के लिए शहर में उठने बैठने और घूमने लायक कुछ निराली जगहें हैं। जैसे एल्बे नदी का किनारा और बेशुमार बागीचे। गर्मियों में इन जगहों पर भीड़ उमड़ी रहती है। चाहे वो रोटेहॉर्नपार्क में स्केटिंग हो, हैरेनक्रुगपार्क में साईकिल की सैर हौ या लकड़ी के बने मिलेनियम टॉवर के आसपास पैदल सैर हो। इसी पार्क में बुंदेसगारटनशाऊ 1999 हुआ था। यानी बागों का सालाना शो. एल्बे नदी में उतरने के शौकीनों के लिए जहाज भी हैं और उनके बेड़े का नाम है वाइज़े फ्लोटे यानी श्वेत बेड़ा.
मागदेबुर्ग में सांस्कृतिक चहलपहल भी कम नहीं। रात और दिन ये सरगर्मी रहती है। अपनी कठपुतली कला के लिए तो मागदेबुर्ग प्रसिद्ध है ही. कठपुतली थियेटर के कलाकारों का शहर में अपना एक समृद्ध रचना संसार है और उसे देखने परखने उसकी सराहना करने वालों का तांता लगा रहता है। इनमें बच्चे भी हैं बड़े भी. आम आदमी भी और कला विशेषज्ञ भी. इन कठपुतली नृत्य-नाट्य रचनाओं में जर्मनी की किंवदंतियां औऱ लोककथाएं शामिल हैं। बच्चों की क्लासिक कहानियां जैसे माक्स और मोरित्स और हांस क्रिश्चियन एंडरसन और ग्रिम बंधुओं की लिखी परीकथाएं, कठपुतली नाच में उतर आती हैं।
मागदेबुर्ग अपनी कला और कुदरत के दम पर अपनी पहचान को संजो कर रखने वाला शहर है। युद्धों के घाव से छलनी शहर को हर पल रात और दिन सुकून और ठंडक देती हुई बहती है एल्बे नदी. एक शहर के पास भले ही कुछ न हो लेकिन एक नदी तो हो। मागदेबुर्ग के पास वो है।
बाहरी कड़ियाँ
मागदेबुर्गः कठपुतलियों का शहर
Official website
IKUS - the intercultural Students of Magdeburg
Satellite photo, 2005
History society of Magdeburg and surround e.V.
tramway in Magdeburg
जर्मनी के शहर |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राफेल नडाल ने जाइल्स सिमोन को हराकर रियो ओलिंपिक की टेनिस प्रतियोगिता के पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया.टिप्पणियां
बीजिंग ओलिंपिक 2008 के चैंपियन स्पेनिश खिलाड़ी नडाल ने फ्रांस के सिमोन को 7-6, 6-3 से हराया. चौदह बार के ग्रैंडस्लैम विजेता नडाल पिछले दो महीने में अपना पहला टूर्नामेंट खेल रहे हैं. मूसलाधार बारिश के कारण बुधवार को एक भी मैच नहीं हो पाया था. इसलिए नडाल को एकल के बाद आज ही पुरुष युगल और मिश्रित युगल के मैच खेलने हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीजिंग ओलिंपिक 2008 के चैंपियन स्पेनिश खिलाड़ी नडाल ने फ्रांस के सिमोन को 7-6, 6-3 से हराया. चौदह बार के ग्रैंडस्लैम विजेता नडाल पिछले दो महीने में अपना पहला टूर्नामेंट खेल रहे हैं. मूसलाधार बारिश के कारण बुधवार को एक भी मैच नहीं हो पाया था. इसलिए नडाल को एकल के बाद आज ही पुरुष युगल और मिश्रित युगल के मैच खेलने हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
यह एक लेख है: महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने धोनी के गृहनगर रांची के जेएससीए मैदान पर रविवार को खेले गए चैम्पियंस लीग-2013 के ग्रुप-बी के अपने पहले मुकाबले मे दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस टीम को चार विकेट से हरा दिया।
टाइटंस ने कप्तान हेनरी डेविड्स (52) और अब्राहम डिविलियर्स (77) की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर सुपर किंग्स के सामने 186 रनों का मुश्किल सा दिखने वाला लक्ष्य रखा लेकिन ट्वेंटी-20 के फन के माहिर सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने 18.5 ओवरों में छह विकेट खोकर जीत हासिल कर ली।
सुपर किंग्स की ओर से माइकल हसी और सुरेश रैना ने 47-47 रनों की तेज पारियां खेलीं और तीन बार आईपीएल खिताब जीत चुकी अपनी टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए जीत की दहलीज तक लेकर गए।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
टाइटंस ने कप्तान हेनरी डेविड्स (52) और अब्राहम डिविलियर्स (77) की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर सुपर किंग्स के सामने 186 रनों का मुश्किल सा दिखने वाला लक्ष्य रखा लेकिन ट्वेंटी-20 के फन के माहिर सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने 18.5 ओवरों में छह विकेट खोकर जीत हासिल कर ली।
सुपर किंग्स की ओर से माइकल हसी और सुरेश रैना ने 47-47 रनों की तेज पारियां खेलीं और तीन बार आईपीएल खिताब जीत चुकी अपनी टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए जीत की दहलीज तक लेकर गए।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
सुपर किंग्स की ओर से माइकल हसी और सुरेश रैना ने 47-47 रनों की तेज पारियां खेलीं और तीन बार आईपीएल खिताब जीत चुकी अपनी टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए जीत की दहलीज तक लेकर गए।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।टिप्पणियां
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की। |
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को इन दिनों चाय सूट नहीं कर रही है. जहां पिछले दिनों त्रिवेंद्र सिंह रावत चाय पर हुए 68 लाख के खर्चों को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहे. अभी हाल ही में आजीवन सहयोग निधि के तौर पर
उत्तराखंड भाजपा
ने अपने 25 करोड़ के टारगेट को पूरा किया, जिसमे संगठन के वरिष्ठ नेता रामलाल को बाकायदा 25 करोड़, 11 लाख और 11 हजार का चेक दिया गया.
उसके ठीक बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में हरिद्वार से भाजपा सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के घर पर चाय पार्टी रख सभी भाजपाई विधायकों, पदाधिकारियों और संगठन के ही कई नेताओं के अलावा वरिष्ठ आरएसएस नेता शिवप्रकाश भी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यहां नहीं पहुंचे. ऐसे में उनकी गैर-मौजूदगी कई सवाल खड़े करती है, साथ ही ये संकेत भी देती है कि उत्तराखंड भाजपा में सभी कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
चाय मिलन से त्रिवेंद्र की दूरी आखिर क्यों?
दरअसल, देहरादून में बीते दिन समर्पण दिवस के ठीक बाद पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से सांसद निशंक ने अपने घर चाय पार्टी रखी थी. जिसमें पार्टी के करीब दो दर्जन विधायक, मंत्री यशपाल आर्य, पार्टी के सह
संगठन मंत्री शिवप्रकाश
के साथ-साथ दो अन्य पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी और विजय बहुगुणा भी शामिल हुए. लेकिन इस चाय-मिलन में सीएम त्रिवेंद्र रावत नहीं दिखाई दिए.
इस बीच मीडिया में ये भी खबरें आई कि निशंक ने अपने घर विधायकों की गोपनीय मीटिंग बुलाई है. हालांकि इस गोपनीय मीटिंग का बाद में सभी को पता चल गया. वहीं पार्टी में शमिल हुए नेताओं ने बताया कि ये मीटिंग 2019 के चुनावों के मद्देनजर रखी गई थी. इस चाय पर जहां एक तरफ तीन पूर्व मुख्यमंत्री शामिल रहे, तो वहीं उसी समय प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और कद्दावर माने जाने वाले मंत्री धन सिंह रावत भी बेहद गंभीर चर्चा के लिए अन्य भाजपा नेताओं के साथ आवास पर मीटिंग करते नजर आए.
हरिद्वार के खानपुर के विधायक कर चुके हैं खुल कर नाराजगी जाहिर -
गौरतलब है कि पिछले दिनों भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार पर उंगली उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार राजनीतिक दबाव में फैसले ले रही है. चैंपियन ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से त्रिवेंद्र रावत की शिकायत करने की बात भी कही थी. वहीं पार्टी में शामिल हुए नेता भी चैंपियन का समर्थन करते नजर आ रहे हैं.
उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि चैंपियन की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वो ऐसी बातें कर रहे है. वहीं हरिद्वार एक कार्यक्रम में पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि संतों का आशीर्वाद लेने आए हैं,
चैम्पियन को भी मना
लेंगे.
कुल-मिलाकर जो बात सामने आ रही है, वो साफ इशारा करती है कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. राजनैतिक रूप से एक दूसरे के धुर-विरोधी कोश्यारी और निशंक का गलबइयां करना और 2019 की चुनाव की चर्चा में प्रदेशाध्यक्ष और सीएम का शामिल ना होना मौजूदा सरकार के लिए बड़े संकट की ओर इशारा करता है. अब इस मसले से त्रिवेंद्र कैसे उबरेंगे ये तो वक्त ही बताएगा. |
संसद के मॉनसून सत्र में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय जगत में देश के मान को बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में देश की अर्थव्यवस्था काफी तेजी से बढ़ी है. मोदी सरकार की नीतियों पर जनता को भरोसा है. इसका प्रमाण यूपी से लेकर त्रिपुरा तक पार्टी को मिली जीत है. इसलिए विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव अनावश्यक है.
गौरतलब है कि बुधवार को टीडीपी सांसद की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने मंजूर किया था, जिसके बाद उस पर चर्चा के लिए शुक्रवार का दिन तय हुआ था.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'दुनिया का हर व्यक्ति इस सच्चाई को स्वीकार करता है कि हमारे प्रधानमंत्री ने भारत की प्रतिष्ठा को अंतरराष्ट्रीय जगत में ऊंचाई पर पहुंचाया है. नोटबंदी के बाद देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में चुनाव हुआ और यूपी की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत देकर सरकार बनाई. इससे समझा जा सकता है कि जनता को हमारी नीतियों में भरोसा है.'
उन्होंने कहा कि हमारे कई प्रमुख सांसदों ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की है, लेकिन जो कुछ है आईने की तरह साफ है. भारत इस समय विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. आईएमएफ ने भी कहा कि भारत की इकोनॉमी जितने तेजी से बढ़ रही है, उससे ग्रोथ रेथ 7.8 फीसदी से भी आगे जा सकती है.
उन्होंने कहा, 'चार साल पहले दुनिया की इकोनॉमी में भारत नौवें स्थान पर था, लेकिन चार साल के अंदर आज वह छठे स्थान पर खड़ा हो गया. 2030 तक आते-आते हम दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में शामिल हो जाएंगे. क्या इसके लिए प्रधानमंत्री को बधाई नहीं दी जानी चाहिए. हमारी पार्टी ने कई बड़े सुधार किए हैं. भारत निवेश के लिए सबसे आकर्षक देश बन गया है.'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है, लेकिन आंकड़े बोलते हैं. तब जीडीपी की दर से महंगाई की दर ज्यादा होती है, आज महंगाई की दर जीडीपी दर से काफी कम है और एक समय तो उसकी आधी रही है. जिन इकोनॉमिक इंडिकेटर के हिसाब से देश की अर्थव्यवस्था के बारे में अनुमान लगाया जाता है, वह सभी सकारात्मक हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'चार साल पहले देश में मोबाइल की सिर्फ 2 फैक्ट्री थी, आज 120 से ज्यादा फैक्ट्रियां हैं. सैमसंग की विश्व की सबसे बड़ी फैक्ट्री शुरू हुई.'
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रियल एस्टेट को पूरी तरह से कंट्रोल करने के लिए रेरा बनाया, भगोड़े आर्थिक अपराधियों के लिए बिल मोदी सरकार ने पास किया है. 30 साल पहले के पीएम राजीव कहते थे कि हम सौ पैसा भेजते हैं तो धरातल पर 16 पैसा ही पहुंचता है, लेकिन आज डायरेक्ट बेनेफिट की वजह से 100 फीसदी पैसा लोगों को मिल रहा है. |
इंदौर के होलकर स्टेडियम के साथ भारतीय कप्तानों के दोहरे शतकों का दिलचस्प संयोग जुड़ा है. भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को 211 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने से पांच साल पहले देश के तत्कालीन वन डे कप्तान वीरेंद्र सहवाग इस स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रन जड़ कर रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं.
सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ होलकर स्टेडियम में आठ दिसंबर 2011 को खेले गए मुकाबले में वनडे मैचों की तब की सर्वाधिक 219 रनों की पारी से इतिहास रचा था. ‘नजफगढ़ के नवाब’ने 25 चौकों और सात छक्कों की मदद से अंजाम दिए गए इस कारनामे के बूते अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा था. वीरू से पहले वनडे मैचों में इकलौता दोहरा शतक भारत के दिग्गज बल्लेबाज तेंदुलकर के नाम दर्ज था. तेंदुलकर ने 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन की पारी खेली थी.
वनडे क्रिकेट की एक ही पारी में सर्वाधिक 264 रन बनाने का रिकॉर्ड फिलहाल भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम है. होलकर स्टेडियम में आठ अक्टूबर से भारत और न्यूजीलैंड से जो मुकाबला शुरू हुआ है, वह इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के इतिहास का पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच है. टिप्पणियां
बीसीसीआई की गत नवंबर में आयोजित वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में इंदौर के साथ पुणे, राजकोट, विशाखापटनम, धर्मशाला और रांची को टेस्ट केंद्र का दर्जा प्रदान किया गया था. वैसे करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. न्यूजीलैंड के साथ जारी जारी टेस्ट मैच से पहले पिछले एक दशक में भारत ने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इस स्टेडियम में चार वनडे मैच खेले हैं. मेजबान टीम को चारों वन डे मुकाबलों में जीत हासिल हुई है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ होलकर स्टेडियम में आठ दिसंबर 2011 को खेले गए मुकाबले में वनडे मैचों की तब की सर्वाधिक 219 रनों की पारी से इतिहास रचा था. ‘नजफगढ़ के नवाब’ने 25 चौकों और सात छक्कों की मदद से अंजाम दिए गए इस कारनामे के बूते अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा था. वीरू से पहले वनडे मैचों में इकलौता दोहरा शतक भारत के दिग्गज बल्लेबाज तेंदुलकर के नाम दर्ज था. तेंदुलकर ने 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन की पारी खेली थी.
वनडे क्रिकेट की एक ही पारी में सर्वाधिक 264 रन बनाने का रिकॉर्ड फिलहाल भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम है. होलकर स्टेडियम में आठ अक्टूबर से भारत और न्यूजीलैंड से जो मुकाबला शुरू हुआ है, वह इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के इतिहास का पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच है. टिप्पणियां
बीसीसीआई की गत नवंबर में आयोजित वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में इंदौर के साथ पुणे, राजकोट, विशाखापटनम, धर्मशाला और रांची को टेस्ट केंद्र का दर्जा प्रदान किया गया था. वैसे करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. न्यूजीलैंड के साथ जारी जारी टेस्ट मैच से पहले पिछले एक दशक में भारत ने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इस स्टेडियम में चार वनडे मैच खेले हैं. मेजबान टीम को चारों वन डे मुकाबलों में जीत हासिल हुई है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वनडे क्रिकेट की एक ही पारी में सर्वाधिक 264 रन बनाने का रिकॉर्ड फिलहाल भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम है. होलकर स्टेडियम में आठ अक्टूबर से भारत और न्यूजीलैंड से जो मुकाबला शुरू हुआ है, वह इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के इतिहास का पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच है. टिप्पणियां
बीसीसीआई की गत नवंबर में आयोजित वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में इंदौर के साथ पुणे, राजकोट, विशाखापटनम, धर्मशाला और रांची को टेस्ट केंद्र का दर्जा प्रदान किया गया था. वैसे करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. न्यूजीलैंड के साथ जारी जारी टेस्ट मैच से पहले पिछले एक दशक में भारत ने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इस स्टेडियम में चार वनडे मैच खेले हैं. मेजबान टीम को चारों वन डे मुकाबलों में जीत हासिल हुई है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीसीसीआई की गत नवंबर में आयोजित वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) में इंदौर के साथ पुणे, राजकोट, विशाखापटनम, धर्मशाला और रांची को टेस्ट केंद्र का दर्जा प्रदान किया गया था. वैसे करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. न्यूजीलैंड के साथ जारी जारी टेस्ट मैच से पहले पिछले एक दशक में भारत ने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के इस स्टेडियम में चार वनडे मैच खेले हैं. मेजबान टीम को चारों वन डे मुकाबलों में जीत हासिल हुई है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
खागड़ाछड़ि सदर उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह उपज़िला खागड़ाछड़ि जाला का ज़िला सदर यानी प्रशासनिक मुख्यालय है। यह चट्टग्राम विभाग के खागड़ाछड़ि ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल 8 उपज़िले हैं, और मुख्यालय खागड़ाछड़ि सदर उपजिला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से दक्षिण-पूर्व की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
जनसांख्यिकी
यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। चट्टग्राम विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन ८६.९८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है, तथा, चट्टग्राम विभाग के पार्वत्य इलाकों में कई बौद्ध जनजाति के लोग निवास करते हैं। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
अवस्थिति
खागड़ाछड़ि सदर उपजिला बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में, चट्टग्राम विभाग के खागड़ाछड़ि जिले में स्थित है।
इन्हें भी देखें
बांग्लादेश के उपजिले
बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल
बरिशाल विभाग
उपज़िला निर्वाहि अधिकारी
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी)
जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश
http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ)
श्रेणी:चट्टग्राम विभाग के उपजिले
बांग्लादेश के उपजिले |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेन्ट ऑफ द ईयर’ से बॉलीवुड में कदम रखने जा रही आलिया भट्ट ने कहा कि उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि वह अपने फिल्मकार पिता महेश भट्ट के मशहूर बैनर तले सिने जगत में पदार्पण नहीं करेंगी।
आलिया ने कहा, मैंने पहले ही तय कर लिया था कि मेरी पहली पिक्चर पापा के साथ नहीं होगी। अगर मैं ऐसा करती, तो यह मेरे लिए बॉलीवुड में पहला कदम रखने के लिए एक आसान विकल्प होता। नवोदित अदाकारा ने कहा, मैं ग्लैमर की दुनिया को करीब से जानने-समझने की कोशिश कर रही हूं और एक अभिनेत्री के रूप में खुद को अपने बूते पर स्थापित करना चाहती हूं। हालांकि उन्होंने एक सवाल पर कबूल किया कि एक दिग्गज फिल्मकार की छोटी बेटी होने के नाते वह अपनी फिल्म को लेकर थोड़ा दबाव जरूर महसूस कर रही हैं।टिप्पणियां
‘स्टूडेन्ट ऑफ द ईयर’ आगामी 19 अक्तूबर को रिलीज होगी। इस फिल्म में आलिया के साथ सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन भी प्रमुख किरदारों में नजर आएंगे।
सिद्धार्थ और वरुण की भी यह पहली फिल्म है। दोनों नायकों ने एक सुर में कहा कि बड़े परदे पर उतरने से पहले वे स्वाभाविक तौर पर खासी घबराहट महसूस कर रहे थे।
आलिया ने कहा, मैंने पहले ही तय कर लिया था कि मेरी पहली पिक्चर पापा के साथ नहीं होगी। अगर मैं ऐसा करती, तो यह मेरे लिए बॉलीवुड में पहला कदम रखने के लिए एक आसान विकल्प होता। नवोदित अदाकारा ने कहा, मैं ग्लैमर की दुनिया को करीब से जानने-समझने की कोशिश कर रही हूं और एक अभिनेत्री के रूप में खुद को अपने बूते पर स्थापित करना चाहती हूं। हालांकि उन्होंने एक सवाल पर कबूल किया कि एक दिग्गज फिल्मकार की छोटी बेटी होने के नाते वह अपनी फिल्म को लेकर थोड़ा दबाव जरूर महसूस कर रही हैं।टिप्पणियां
‘स्टूडेन्ट ऑफ द ईयर’ आगामी 19 अक्तूबर को रिलीज होगी। इस फिल्म में आलिया के साथ सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन भी प्रमुख किरदारों में नजर आएंगे।
सिद्धार्थ और वरुण की भी यह पहली फिल्म है। दोनों नायकों ने एक सुर में कहा कि बड़े परदे पर उतरने से पहले वे स्वाभाविक तौर पर खासी घबराहट महसूस कर रहे थे।
‘स्टूडेन्ट ऑफ द ईयर’ आगामी 19 अक्तूबर को रिलीज होगी। इस फिल्म में आलिया के साथ सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन भी प्रमुख किरदारों में नजर आएंगे।
सिद्धार्थ और वरुण की भी यह पहली फिल्म है। दोनों नायकों ने एक सुर में कहा कि बड़े परदे पर उतरने से पहले वे स्वाभाविक तौर पर खासी घबराहट महसूस कर रहे थे।
सिद्धार्थ और वरुण की भी यह पहली फिल्म है। दोनों नायकों ने एक सुर में कहा कि बड़े परदे पर उतरने से पहले वे स्वाभाविक तौर पर खासी घबराहट महसूस कर रहे थे। |
लेख: भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे अन्ना हजारे से प्रेरणा लेकर पाकिस्तान के एक 68 वर्षीय व्यक्ति ने भी 12 सितम्बर से इस्लामाबाद में इसी मुद्दे को लेकर भूख हड़ताल पर बैठने की योजना बनाई है। अन्ना हजारे से प्रेरित होने वाले शख्स का नाम जहांगीर अख्तर है और उनकी शिकायत है कि भ्रष्टाचार पाकिस्तान में गम्भीर बीमारी बन चुका है। सामाजिक कार्यकर्ता अख्तर चाहते हैं कि पाकिस्तान की संसद में भी भारत की तरह ही भ्रष्टाचार के खिलाफ एक विधेयक पेश किया जाए। भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर नजर रखने वाले अख्तर ने कहा, "मैं यह मांग करता हूं कि नेशनल एसेम्बली में भ्रष्टाचार के खिलाफ विधेयक पेश किया जाए।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में भी वैसा ही विधेयक पेश किया जाना चाहिए जैसा भारत में हो रहा है। अख्तर ने इस्लामाबाद से फोन पर आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में बताया, "पाकिस्तान में भारत से अधिक भ्रष्टाचार है..बहुत ज्यादा।" ऐसा नहीं है कि अख्तर यह काम पहली बार कर रहे हैं। वह याद करते हुए कहते हैं, "इस्लामाबाद में व्यापारियों की मांग को लेकर एक बार मैं 22 दिनों की भूख हड़ताल पर बैठा था।" इसके बाद वह एक बार फिर आठ दिनों के लिए हड़ताल पर बैठे थे। अख्तर का कहना है कि उनका परिवार इसमें हस्तक्षेप नहीं करता है। उन्होंने कहा कि भूख हड़ताल को लेकर वह संकल्पित हैं। अख्तर भ्रष्टाचार के अलावा एक अन्य मुद्दे को भी उठाना चाहते हैं और यह मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अपने रक्षा बजट में लगातार वृद्धि कर रहा है क्योंकि ऐसा भ्रम फैलाया गया है कि भारत की वजह से पाकिस्तान की स्थिरता को खतरा है। अख्तर कहते हैं, " इस तरह का भ्रम नेताओं के एक समूह की ओर से फैलाया गया है लेकिन वे उस सवाल का जवाब नहीं दे पाते हैं कि..किस स्तर पर पाकिस्तान को खतरा है।" |
महाराष्ट्र के इंजीनियरों के एक दल ने एक ऐसा लैंप विकसित किया है जो न सिर्फ बेहतर प्रकाश देगा बल्कि इससे बिना प्रदूषण फैलाये खाना भी पकाया जा सकता है.
यह विशेषकर ग्रामीण इलाकों के लिए उपयुक्त है जहां खाना पकाने वाले स्वच्छ ईंधन और बिजली की कमी होती है. महाराष्ट्र के फलटन में निंबकर कृषि शोध संस्थान (एनआईआरआई) के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किये गये इस उपकरण को लैनस्टोव (खाना पकाने वाले स्टोव से जुड़ा हुआ लालटेन) नाम दिया गया है.
दल का नेतृत्व करने वाले आईआईटी में पढ़े अनिल राजवंशी ने बताया कि स्वच्छ प्रज्ज्वलित किरासन लैनस्टोव शानदार प्रकाश देगा जो 200-300 वाट के बिजली के एक बल्ब के प्रकाश के समान होगा और इससे एलपीजी जैसे एक चूल्हे पर पांच लोगों के एक परिवार के लिए खाना भी पकाया जा सकेगा. संस्थान द्वारा प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट में उन्होंने बताया है कि हमारी जानकारी के मुताबिक यह पहला उपकरण है जिससे प्रकाश और खाना पकाना दोनों काम किए जा सकते हैं. इससे जबरदस्त ऊर्जा और ईंधन की बचत की जा सकती है.
इस लैनस्टोव में नौ लीटर का किरासन का एक सिलिंडर जुड़ा हुआ है. इसके अलावा इसमें बेहतर प्रकाश देने वाला एक लालटेन और एक भाप कुकर है जो गर्म पाइप सिद्धांत पर आधारित है. |
भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी ने गुरुवार को मथुरा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा एक राज खोला. हेमा मालिनी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी एक फिल्म इतनी ज्यादा पसंद आयी कि उन्होंने 25 बार देखी थी. यह फिल्म 1972 में आई सीता और गीता थी.
विनोद खन्ना के कारण आई राजनीति में
हेमामालिनी ने पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में बताया, मुझे राजनीति में, वह भी खास तौर पर भाजपा में लाने का श्रेय एक प्रकार से मेरे पूर्व सहकर्मी अभिनेता एवं
गुरूदासपुर से सांसद रहे विनोद खन्ना
को जाता है, क्योंकि 1999 में गुरुदासपुर से दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे खन्ना ने अपने यहां प्रचार के लिए बुलाया था. उन्होंने बताया कि तत्कालीन अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने उनके लिए प्रचार के लिए कहा था. उनकी मां ने भी आडवाणी नाम सुनकर प्रचार करने की अनुमति दे दी थी.
मां ने लिखा था पहला भाषण
तब पहला भाषण मां ने लिखकर दिया था. सभा में बहुत भीड़ थी, जिससे खुश होकर आडवाणी ने बिहार में प्रचार का न्यौता दे दिया. सांसद ने बताया कि उसके बाद तो भाजपा के प्रचार में अक्सर जाने लगी. 2003 में उन्होंने राज्यसभा सदस्य बनाकर एक बड़ी जिम्मेदारी भी दे दी.
हिचकिचा रहे थे अटल
उन्होंने बताया कि मुझे याद है कि एक बार मैंने पदाधिकारियों से कहा कि मैं भाषणों में अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करती हूं. लेकिन उनसे कभी मिली नहीं, मिलवाइए, तब वो मुझो उनसे मिलाने ले गए. लेकिन मैंने महसूस किया कि अटल बिहारी वाजपेयी बात करने में कुछ हिचकिचा रहे हैं. इस पर मैंने वहां मौजूद एक महिला से पूछा कि क्या बात है. अटल जी, ठीक से बात क्यों नहीं कर रहे. उन्होंने बताया कि असल में ये आपके बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं. इन्होंने 1972 में आई आपकी फिल्म 'सीता और गीता' 25 बार देखी थी. इसलिये वह अचानक आपको सामने पाकर हिचकिचा रहे हैं
बिहार में ना जीतने का अफसोस
उन्होंने बताया कि इसके बाद तो मैं गुजरात में मोदी के लिए तो छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह के लिए, जहां भी पार्टी ने बुलाया प्रचार के लिए जाती रही. परिणाम भी अच्छे ही रहे. संयोग ही था कि सभी जगह भाजपा जीतती गई. लेकिन अफसोस है बिहार में ऐसा न हो सका. उन्होंने कहा, कोई बात नहीं अब यूपी में जीते हैं, अन्य जगह भी भाजपा की सरकार बन रही है. कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्हें बधाई. |
1993 मुंबई बम धमाकों के दोषी फिरोज़ खान पर टाडा अदालत में 2000 रुपया जुर्माना लगाया है. फिरोज़ ने मौत की सजा नहीं दिए जाने के दलील के लिये 3 गवाह पेश करने की इजाजत मांगी थी. मंगलवार को एक गवाह की गवाही हो चुकी थी. आज बाकी के 2 गवाहों को बुलाया गया था जिनमे एक सजायाफ्ता मुजरिम है और दूसरा आरोपी. लेकिन फिरोज़ खान के वकील ने दोनों से पूछताछ करने की बजाय उन्हें डिस्चार्ज करने की मांग करने लगे. अदालत ने जब इसकी वजह पूछी तो वकीलों के पास कोई ठोस तर्क नहीं था इस पर नाराज अदालत ने समय बर्बाद करने लिए फिरोज खान पर 2000 हजार रुपया जुर्माना लगा दिया. फिलहाल सजा पर बहस कल भी जारी रहेगी.
गौरतलब है कि स्पेशल टाडा कोर्ट ने 1993 के मुंबई धमाकों के दूसरे चरण के मुकदमे का फैसला सुनाते हुए अबु सलेम समेत 6 को दोषी करार दिया है. गैंगस्टर अबु सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था. पुर्तगाल से प्रत्यर्पण संधि होने के कारण कोर्ट सलेम को फांसी या आजीवन कारावास की सजा नहीं दे सकती है. अबु सलेम के साथ मुस्तफा दौसा, करीमुल्ला खान, फिरोज अब्दुल रशीद खान, रियाज सिद्दीकी, ताहिर मर्चेंट को दोषी करार दिया गया है और अब्दुल कयूम को बरी किया गया है. इन धमाकों में 257 लोग मारे गए थे. 713 गंभीर रूप से घायल हुए थे.
गौरतलब है कि स्पेशल टाडा कोर्ट ने 1993 के मुंबई धमाकों के दूसरे चरण के मुकदमे का फैसला सुनाते हुए अबु सलेम समेत 6 को दोषी करार दिया है. गैंगस्टर अबु सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था. पुर्तगाल से प्रत्यर्पण संधि होने के कारण कोर्ट सलेम को फांसी या आजीवन कारावास की सजा नहीं दे सकती है. अबु सलेम के साथ मुस्तफा दौसा, करीमुल्ला खान, फिरोज अब्दुल रशीद खान, रियाज सिद्दीकी, ताहिर मर्चेंट को दोषी करार दिया गया है और अब्दुल कयूम को बरी किया गया है. इन धमाकों में 257 लोग मारे गए थे. 713 गंभीर रूप से घायल हुए थे. |
भाजपा अध्यक्ष के रूप में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद से अनुमोदन पाए जाने के बाद नितिन गडकरी अब अपनी नयी टीम बनाने में जुट गए हैं जिसके 28 फरवरी तक घोषित कर दिए जाने की संभावना है.
पार्टी नेतृत्व में पीढ़ी परिवर्तन के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद से इस शीर्ष पद पर पहुंचे गडकरी पर अब भाजपा में जिला से लेकर केन्द्रीय स्तर तक अधिक से अधिक युवाओं को निर्णय प्रक्रिया में शामिल किए जाने की जिम्मेदारी है.
इस महीने की 28 फरवरी तक घोषित होने वाली भाजपा की नयी टीम में कई नए और युवा चेहरे होंगे.
वरूण गांधी भी नयी टीम में शामिल होने की कोशिश में हैं. बताया जाता है कि कुछ ही दिन पहले इस संबंध में वह गडकरी से मिले भी थे. गडकरी ने उन्हें आश्वासन दिया है लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि वरूण को कोई महत्वपूर्ण पद नहीं देकर भाजपा युवा मोर्चे में उन्हें कोई भूमिका सौंपी जा सकती है वह भी शीर्ष पद की नहीं.
युवा मोर्चा में अमित ठाकर की जगह अनुराग ठाकुर को अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है. 28 तारीख को घोषित होने वाली टीम में कई महिलाएं भी दिखायी देंगी क्योंकि इंदौर अधिवेशन में पार्टी विधान में संशोधन करके हर स्तर के पदाधिकारियों में महिलाओं को 33 फीसदी स्थान देना अनिवार्य कर दिया गया है.
दलितों और आदिवासियों में पार्टी की पैठ बढ़ाने पर गडकरी विशेष जोर दे रहे हैं और इस बात की पूरी संभावना है कि उनकी नयी टीम में इन दोनों वर्गो को भी ठीक ठाक स्थान मिलेगा. गडकरी इंदौर अधिवेशन में साफ कह चुके हैं कि वह ऐसी टीम बनाना चाहेंगे जो ‘‘सकारात्मक ,रचनात्मक ,मूल्यों तथा सिद्धांतों’’ से प्रतिबद्ध हो.
भाजपा अध्यक्ष ने यह भी संकेत दिया है कि वह ‘‘चाटुकार और अनुशासनहीन ’’ तथा ‘‘खुद की रेखाएं बड़ी करने के लिए ,दूसरों की रेखाएं छोटी करने वालों ’’को अपनी टीम में पसंद नहीं करेंगे.
अगले लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का दस प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रहे गडकरी ने अपनी टीम में शामिल होने वालों को पहले ही आगाह कर दिया है कि उन्हें दिल्ली से राजनीति करने की बजाय अपने क्षेत्रों में जनता के बीच रहकर काम करना होगा और आंदोलन चलाने होंगे.
गडकरी ने अपनी टीम में शामिल होने वालों को यह भी आगाह किया है कि ‘‘दिल्ली मत आओ ,अपने इलाकों में रहकर ही काम करो ’’ आपका सी आर (कैरियर रिपोर्ट) वहीं के काम से तैयार होगा.’’ उन्होंने कहा कि हवा में बातें करने से काम नहीं चलेगा. चाहे जितना बड़ा नेता हो. गांव और जिलों में काम करना होगा.’’ उन्होंने यह भी कहा कि पैर छूने और चाटुकारिता से लाभ नहीं होगा.
अब देखना है कि गडकरी की यह बातें कितनी जमीन पर उतर पाती हैं और कितनी हवा में रह जाती हैं. |
जॉर्डन के वन्य जीवन में इसके वनस्पतियों और जीवों और उनके प्राकृतिक आवास शामिल हैं । हालांकि देश का अधिकांश भाग रेगिस्तानी है, इसके कई भौगोलिक क्षेत्र हैं, जिनमें से प्रत्येक में पौधों और जानवरों की विविधता है जो अपने स्वयं के निवास स्थान के अनुकूल है। जीवाश्म से पता चलता है कि पुरापाषाण काल में, इस क्षेत्र में सीरियाई भूरे भालू, एशियाई शेर, ज़ेब्रा, एशियाई हाथी और गैंडे थे, लेकिन ये सभी प्रजातियाँ अब इस क्षेत्र में विलुप्त हो चुकी हैं।
अभी हाल ही में, बीसवीं शताब्दी में, अरबी ओरेक्स शिकार के माध्यम से स्थानीय रूप से विलुप्त हो गया, और हिरण और गज़ेल की कई प्रजातियों को शेष आबादी में कम कर दिया गया। जॉर्डन के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए 1966 में रॉयल सोसाइटी ऑफ़ नेचर को संरक्षित किया गया था, कई संरक्षित क्षेत्र स्थापित किए गए हैं, और संरक्षण के उपाय और बंदी प्रजनन कार्यक्रम रखे गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप इनकी संख्या में वृद्धि हुई है जानवरों। 1978 में, 11 अरब ओरीक्स को संयुक्त राज्य अमेरिका से जॉर्डन में लाया गया था। शूमरी वन्यजीव अभ्यारण्य में उनका ध्यान रखा गया। तब से, न केवल ओरीक्स की आबादी 200 तक पहुंच गई है, बल्कि जॉर्डन ओरीक्स के साथ अन्य देशों की आपूर्ति कर रहा है। जॉर्डन में कई अन्य स्तनधारी पाए जाते हैं, देश में चार सौ से अधिक पक्षी आते हैं या रहते हैं और दो हज़ार से अधिक पौधों की प्रजातियाँ यहाँ दर्ज की गई हैं। जॉर्डन से यूरोप, एशिया और अफ्रीका से कुल 220 पक्षी प्रजातियां प्रवास करती हैं। इसके अलावा, 150 प्रजातियां जॉर्डन की मूल निवासी हैं।
भूगोल
अकाबा की खाड़ी पर समुद्र तट के बहुत ही कम खिंचाव के अलावा, जॉर्डन लगभग पूरी तरह से लैंडलॉक है। यह काफी हद तक 700 से 1,200 मी॰ (2,300 से 3,900 फीट) ऊंचा पठार 700 से 1,200 मी॰ (2,300 से 3,900 फीट) ऊँची, घाटियों और घाटियों द्वारा लकीरों में विभाजित। देश का पूर्वी भाग रेगिस्तान है और सीरियाई रेगिस्तान में और अरब रेगिस्तान का उत्तरी भाग में विलीन हो जाता है। यहाँ कुछ ऊस और कुछ मौसमी धाराएँ हैं। देश का पश्चिमी भाग भूमध्यसागरीय वन की प्राकृतिक वनस्पति के साथ अधिक पहाड़ी है। पश्चिमी सीमा जॉर्डन रिफ्ट वैली है, जहाँ जॉर्डन नदी और मृत सागर समुद्र तल से सैकड़ों फीट नीचे स्थित है और जॉर्डन के बीच, पूर्व में और इजरायल और फिलिस्तीनी क्षेत्रों के बीच सीमा बनाती है।
जॉर्डन घाटी का उत्तरी भाग देश का सबसे उपजाऊ क्षेत्र है। मृत सागर जॉर्डन नदी से और वाडियों में मौसमी धाराओं से पानी प्राप्त करता है, लेकिन इसका कोई बहिर्वाह नहीं है। यह वाष्पीकरण द्वारा पानी खो देता है, अत्यंत खारा होता है, और किसी जानवर या पौधे के जीवन का समर्थन नहीं करता है। आगे दक्षिण में, देश की पश्चिमी सीमा ग्रेट रिफ्ट वैली के किनारे पर एस्केरपमेंट द्वारा बनाई गई है जो दक्षिण की ओर अकाबा की खाड़ी तक जारी है। गर्मियों में जलवायु गर्म और शुष्क होती है, और सर्दियों में ठंडी होती है, वर्ष का समय जब सभी वर्षा होती है।
सन्दर्भ
एशियाई माह प्रतियोगिता में निर्मित मशीनी अनुवाद वाले लेख |
अमेरिका ने कहा है कि भारतीय स्वयं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) जैसे मुद्दों तथा अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभाव पर चर्चा करें और उस पर निर्णय करें। अमेरिका ने कहा कि भारत मजबूत और जीवंत लोकतांत्रित देश है जो अपने हितों के बारे में अच्छी तरह सोच-विचार कर सकता है।टिप्पणियां
विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘‘भारत मजबूत और जीवंत लोकतांत्रिक देश है और यह उपयुक्त है कि वे इस प्रकार के मुद्दों से संबद्ध सभी पहलुओं तथा अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर चर्चा करें।’’ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर संसद में जारी चर्चा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह बात कही।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम अमेरिकी कारोबार को भारत तथा दुनिया भर में बढ़ावा देते रहेंगे लेकिन साथ ही हम यह भी चाहेंगे भारतीय राजनीतिक व्यवस्था स्वयं इस पर निर्णय करे।’’ खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा संसद में लाया गया प्रस्ताव गिर गया है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘‘भारत मजबूत और जीवंत लोकतांत्रिक देश है और यह उपयुक्त है कि वे इस प्रकार के मुद्दों से संबद्ध सभी पहलुओं तथा अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले उसके प्रभावों पर चर्चा करें।’’ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर संसद में जारी चर्चा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह बात कही।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम अमेरिकी कारोबार को भारत तथा दुनिया भर में बढ़ावा देते रहेंगे लेकिन साथ ही हम यह भी चाहेंगे भारतीय राजनीतिक व्यवस्था स्वयं इस पर निर्णय करे।’’ खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा संसद में लाया गया प्रस्ताव गिर गया है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम अमेरिकी कारोबार को भारत तथा दुनिया भर में बढ़ावा देते रहेंगे लेकिन साथ ही हम यह भी चाहेंगे भारतीय राजनीतिक व्यवस्था स्वयं इस पर निर्णय करे।’’ खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा संसद में लाया गया प्रस्ताव गिर गया है। |
शराब पीकर गाड़ी चलाने की बढ़ती प्रवृत्ति के चलते एक अदालत ने शहर पुलिस प्रमुख को वाहन दुर्घटनाओं में शामिल वाहन चालकों का श्वास परीक्षण करना जरूरी किए जाने का आदेश दिया है। वाहन दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण :एमएसीटी: की न्यायाधीश न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा ने इस बारे में दिल्ली पुलिस आयुक्त से कहा कि इस संबंध में पहले भी कई बार दिशानिर्देश जारी किए गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। न्यायाधीश ने कहा, एक बार फिर यह निर्देश दिया जाता है कि ऐसे मामलों की जांच कर रहे सभी पुलिस थानों को जरूरी दिशानिर्देश दिए जाएं, खास तौर पर एमएसीटी से जुड़ी शाखाओं में.. कि ऐसे परीक्षण जरूरी किए जाएं और दुर्घटना की विस्तृत रिपोर्ट के साथ इसकी रिपोर्ट भी जमा की जाए। अदालत के मुताबिक, इस आदेश की प्रति आज ही पुलिस आयुक्त को भेजी जाए और इन दिशानिर्देशों को सभी संबंधित डीसीपी स्तर के अधिकारियों तक भेज दिया जाए.. ताकि वे जरूरी कार्रवाई कर सकें। न्यायाधीश ने इस बारे में डीसीपी, मध्य जिले को इस संबंध में 10 दिन में रिपोर्ट जमा करने को कहा है। |
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सीएजी राजीव महर्षि पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में राजीव महर्षि खुद की जांच कैसे कर सकते हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल, 2015 में इस डील की घोषणा की थी, तब वह केंद्रीय वित्त (आर्थिक मामलों) सचिव थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो सीएजी साल 2015 में राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के इस मामले में बतौर वित्त सचिव शामिल था, वही सीएजी अब रिपोर्ट पेश करेगा. बता दें, राफेल डील पर सीएजी की रिपोर्ट सोमवार को संसद में पेश हो सकती है.
बता दें, वित्त सचिव के रूप में सेवा देने के बाद राजीव महर्षि को अगस्त, 2015 में केंद्रीय गृह सचिव के रूप में नियुक्त किया गया. पिछले साल सितंबर में महर्षि ने सीएजी के रूप में कार्यभार संभाला था. सिब्बल ने कहा कि यह हितों के टकराव का एक प्रमुख मुद्दा है. उन्होंने कहा कि उन्हें (राजीव महर्षि) को इस रिपोर्ट को पेश करने से बचना चाहिए. अगर यह संसद में पेश किया जाता है, तो यह एक और बड़ा घोटाला होगा.
कांग्रेस ने महर्षि से कहा कि आप 29 अक्टूबर 2014 से 30 अगस्त 2015 तक वित्त सचिव थे. इसका मतलब है कि 58,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रधानमंत्री द्वारा एकतरफा घोषणा के समय आप वित्त सचिव थे. वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि यानी कॉस्ट अकाउंट्स सर्विस के सदस्य और वित्तीय सलाहकार भारतीय वार्ता टीम का हिस्सा थे. इसलिए, आप राफेल सौदे की बातचीत में भी शामिल थे. इसलिए आपको राफेल डिल की रिपोर्ट को पेश करने से बचना चाहिए.
सरकारी अधिकारियों को चेतावनी
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने रविवार को मोदी सरकार के सभी सरकारी अधिकारियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी के प्रति उनकी अत्यधिक "निष्ठा" की निगरानी कर रहे हैं. सरकारें तो आती जाती रहती हैं.
मीडिया से बात करते हुए सिब्बल ने कहा कि अधिकारियों को पता होना चाहिए कि चुनाव आते हैं और जाते हैं, कभी-कभी हम विपक्ष में होते हैं और कभी-कभी हम सत्ताधारी पार्टी होते हैं. हम सभी सरकारी अधिकारियों पर नज़र रखेंगे जो उत्साही हैं और पीएम मोदी को निष्ठा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि संविधान किसी भी चीज से बड़ा है.
पिछले कई महीनों से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने समय-समय पर मोदी सरकार पर भारत के लोकतांत्रिक ढांचे और सीबीआई, आरबीआई, सुप्रीम कोर्ट जैसी संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट करने का आरोप लगाया है. रविवार को सिब्बल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में राज्यपाल के कार्यालय, विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और मीडिया सहित कई संस्थानों पर हमला हो रहा है.
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) में दिग्गज अभिनेता-निर्देशक अमोल पालेकर के भाषण पर विवाद पर बोलते हुए सिब्बल ने कहा कि किसी पर देशद्रोह के आरोप लगाए जा रहे हैं, किसी को बोलने से रोका गया है. यह नया भारत है. देश बदल रहा है. ऐसे ही 'अच्छे दिन' का वादा मोदीजी ने किया था. |
भारतीय बैंकों के 9 हज़ार करोड़ रुपये लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या को लंदन की अदालत से बड़ी राहत मिली है. भारत प्रत्यर्पण किए जाने के खिलाफ माल्या की अपील को लंदन हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.
बता दें कि मंगलवार को लंदन हाईकोर्ट में माल्या के भारत प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई के दौरान विजय माल्या के वकील ने अदालत को बताया कि ये केस भारत में शुरू हुआ, उन बैंकों को एयरलाइन की पूरी जानकारी थी उन्हें पता था कि उसकी कोई गारंटी नहीं है. वकील की ओर से कहा गया है कि जो भी डॉक्यूमेंट हैं, उनमें ऐसा कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि बैंकों को माल्या की वित्तीय स्थिति की पूरी जानकारी थी.
वकील ने यह भी तर्क दिया कि विजय माल्या के पक्ष में दिए गए दस्तावेजों को ठीक से नहीं माना गया है. इससे पहले कोर्ट के अंदर से जाने से पहले विजय माल्या ने मीडिया से कहा कि मेरे मामले का प्रतिनिधित्व किया जाएगा. परिवार सकारात्मक महसूस कर रहा है. भारत सरकार से मेरा केवल यही अनुरोध है कि मैं कोई रियायत नहीं चाहता, पैसा है, आप 100 प्रतिशत धन वापस ले सकते हैं.
विजय माल्या के मामले की सुनवाई कोर्ट रूम नंबर 3 में हुई. विजय माल्या की ओर से वकील क्लेयर और आनंद दुबे कोर्ट में मौजूद रहे. सुनवाई के दौरान सिद्धार्थ माल्या भी अदालत पहुंचे.
विजय माल्या को भारत वापस लाने के लिए एजेंसियां काफी दिनों से मशक्कत कर रही हैं, ऐसे में उनकी कोशिश है कि जल्द से जल्द उसे लाया जा सके. विजय माल्या ने प्रत्यर्पण को लेकर अपील की थी, अगर ये अपील रद्द होती तो उसके पास अंतरराष्ट्रीय कोर्ट या फिर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जाने का भी रास्ता होता
गौरतलब है कि लंदन की एक अदालत ने विजय माल्या को भारत से पैसों की धोखाधड़ी कर फरार होने के मामले में प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया था. इसी आदेश के खिलाफ उसने याचिका दायर की थी, लेकिन अदालत ने उस मांग को ठुकरा दिया था.
आपको बता दें कि भारत के बैंकों से धोखाधड़ी के मामले में आरोपी विजय माल्या जांच के दौरान ही मार्च 2016 में लंदन भाग गया था. विजय माल्या को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय जांच एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभी तक सफल नहीं हो पाईं. दिसंबर 2018 में लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने माल्या को भारत भेजने का फैसला सुनाया था.
बीते दिनों विजय माल्या वर्ल्डकप में टीम इंडिया का मैच देखते पाया गया था, जहां पर उसे लोगों ने घेर लिया था. विजय माल्या को देखते हुए वहां मौजूद लोगों ने चोर-चोर के नारे भी लगाए थे. ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि केस चलने के दौरान विजय माल्या को सार्वजनिक जगहों पर देखा गया हो, इससे पहले भी वह कई मौकों पर लंदन की सड़कों पर देखा जा चुका है. |
सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन(CBSE) ने UGC NET 2017 के रिजल्ट की घोषणा कर दी है, जिसकी परीक्षा इसी साल 22 जनवरी को हुई थी.
छात्र सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbsenet.nic.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं.
रिजस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें..
इसलिए आयोजित की जाती हैं परीक्षा
ये परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर और जुनियर रिसर्च फेलोशिप के पोस्ट के
एलिजिबिलिटी के लिए आयोजित
की जाती है. जो छात्र JRF की परीक्षा में पास हो जाते हैं, वो अपने पोस्ट-ग्रेजुएशन में किसी भी एक विषय पे रिसर्च करने के साथ ही भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए योग्य हो जाते हैं.
साल में दो बार दें सकते हैं परीक्षा
JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के पोस्ट की योग्यता, छात्र के NET में होने वाले तीनों पेपर के परफोर्मेंस पर निर्भर करती है. अगर आपके पोस्ट-ग्रेजुएशन में 55% या उससे ज्यादा अंक आए हैं, तो आप
NET की परीक्षा
के लिए योग्य हैं. अगर इससे कम है तो आप परीक्षा नहीं दें सकते. ये परीक्षा साल में दो बार होती है. |
यूपी में विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर ज़ोर शोर से राजनीतिक पार्टियां दम लगा रही हैं. इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि वह कल भी राज्य में आए थे. चुनाव अहम है. उन्होंने कहा कि 2014 में अलीगढ़ में इसी मैदान में रैली थी. मैदान आधा भी नहीं भरा था. आज काफी लोग आए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की जनता परिवर्तन चाहती है. बीजेपी की आंधी है इसलिए यूपी के सीएम ने गठबंधन किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए यह चुनावी लड़ाई है. पीएम ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी. किसी की परवाह किये बिना भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बेईमानों को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अब हिसाब मांग रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को कई जरूरतों के लिए सरकार से मदद के रुपये में पैसा मिलता होगा. उन्होंने कहा कि हमने बैंक अकाउंट के जरिए पैसे देने का नियम लागू किया. आधार कार्ड से जोड़ने को कहा. इसके बाद कई घोटाले सामने आए हैं. हमने कई योजनाओं में लोगों को सीधे पैसे पहुंचाने की व्यवस्था की है.
पीएम मोदी ने कहा कि 40000 करोड़ रुपये जो हर वर्ष चूहे खा जाते थे उसे बचा लिया. अब यह पैसा गरीब के काम आएगा. इसलिए रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. पीएम मोदी ने गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोग चुनाव जीतने के लिए, भ्रष्टाचार के लिए साथ आए हैं. इन लोगों को डर है कि कहीं ऐसे कानून न बना दे कि चोर लुटेरे बच नहीं पाएंगे.
पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इस आदेश पर तूफान सा मच गया. अब सबको घर में रखा पैसा बैंक में जमा कराना पड़ा. पीएम ने कहा कि बैंक में जमा करने से काला सफेद नहीं हुआ है. अभी जांच होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पैसे गरीब के काम आए इस दिशा में काम हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए यह चुनावी लड़ाई है. पीएम ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी. किसी की परवाह किये बिना भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि बेईमानों को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अब हिसाब मांग रही है. उन्होंने कहा कि लोगों को कई जरूरतों के लिए सरकार से मदद के रुपये में पैसा मिलता होगा. उन्होंने कहा कि हमने बैंक अकाउंट के जरिए पैसे देने का नियम लागू किया. आधार कार्ड से जोड़ने को कहा. इसके बाद कई घोटाले सामने आए हैं. हमने कई योजनाओं में लोगों को सीधे पैसे पहुंचाने की व्यवस्था की है.
पीएम मोदी ने कहा कि 40000 करोड़ रुपये जो हर वर्ष चूहे खा जाते थे उसे बचा लिया. अब यह पैसा गरीब के काम आएगा. इसलिए रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. पीएम मोदी ने गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोग चुनाव जीतने के लिए, भ्रष्टाचार के लिए साथ आए हैं. इन लोगों को डर है कि कहीं ऐसे कानून न बना दे कि चोर लुटेरे बच नहीं पाएंगे.
पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इस आदेश पर तूफान सा मच गया. अब सबको घर में रखा पैसा बैंक में जमा कराना पड़ा. पीएम ने कहा कि बैंक में जमा करने से काला सफेद नहीं हुआ है. अभी जांच होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पैसे गरीब के काम आए इस दिशा में काम हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
पीएम मोदी ने कहा कि 40000 करोड़ रुपये जो हर वर्ष चूहे खा जाते थे उसे बचा लिया. अब यह पैसा गरीब के काम आएगा. इसलिए रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. पीएम मोदी ने गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोग चुनाव जीतने के लिए, भ्रष्टाचार के लिए साथ आए हैं. इन लोगों को डर है कि कहीं ऐसे कानून न बना दे कि चोर लुटेरे बच नहीं पाएंगे.
पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इस आदेश पर तूफान सा मच गया. अब सबको घर में रखा पैसा बैंक में जमा कराना पड़ा. पीएम ने कहा कि बैंक में जमा करने से काला सफेद नहीं हुआ है. अभी जांच होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पैसे गरीब के काम आए इस दिशा में काम हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
पीएम मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इस आदेश पर तूफान सा मच गया. अब सबको घर में रखा पैसा बैंक में जमा कराना पड़ा. पीएम ने कहा कि बैंक में जमा करने से काला सफेद नहीं हुआ है. अभी जांच होगी. पीएम मोदी ने कहा कि पैसे गरीब के काम आए इस दिशा में काम हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अलीगढ़ के ताले पूरे हिंदुस्तान में बिकते थे. लेकिन, पिछले कई सालों में यूपी में ऐसी सरकारें रहीं कि अलीगढ़ का ताला यहीं का रह गया. यहां के कारखानों में ही ताला लग गया. क्योंकि लखनऊ में बैठी सरकार बिजली नहीं दे पाई.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
विकास की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विकास का मतलब है, विद्युत (बिजली), कानून व्यवस्था और सड़क की व्यवस्था की जाएगी. पीएम मोदी ने नौकरियों में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में इसे ठीक किया जाएगा. रिश्वत के चलन को बंद किया जाएगा. इस लूट को बंद किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ग तीन-चार में इंटरव्यू को खत्म कर दिया. इससे भ्रष्टाचार गया, जातिवाद गया, भाई भतीजावाद भी गया. इससे करोड़ों लोगों की जिंदगी बनी. दिल्ली की सरकार यह कर सकती है तो यूपी सरकार क्यों नहीं कर सकती.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
केंद्र ने इस बारे में उत्तर प्रदेश सरकार से बार बार कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. नौकरी पाने के लिए क्या किसी जाति में जन्म लेना जरूरी है. जाति के आधार पर यूपी में नौकरी में भ्रष्टाचार हुआ है. यूपी के नौजवानों को न्याय मिलेगा. देश ऐसे नहीं चलेगा.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
यूपी में सूरज ढलने के बाद बहन बेटी और महिलाओं को घर से निकलने में डर लगता है. राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में ऐसे राजनेताओं को हटाएं जो गंडागर्दी को प्रश्रय देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि परेशान आदमी थाने में नहीं जाते. क्योंकि गुंडागर्दी करने वाले नेता के करीबी हैं, पुलिस उसकी ही पिटाई कर देती है. यूपी को बदलना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
उन्होंने कहा कि पहले गैस कनेक्शन के लिए दिक्कत होती थी. भ्रष्टाचार था, अब किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. करोड़ों माताओं को चूल्हे में खाना बनाना होता था, अब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाते हैं. पहले सांसदों को कूपन मिलते थे. उनके पास लोग कतार लगाते थे. अब सब बंद हो गए हैं. एक करोड़ 80 लाख गरीब लोगों को गैस के कनेक्सन मुफ्त में दिए गए हैं.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
गांवों ने बिजली पहुंचाने की बात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सबसे ज्यादा गांव यूपी के थे जहां आजादी के इतने साल बाद भी बिजली नहीं थी. अब केवल 50-60 गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंची है. यह भी जल्द पूरा हो जाएगा. पीएम मोदी ने गन्ना किसानों की समस्या का भी जिक्र किया.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
यूपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता इस मौके पर पीएम के साथ मंच साझा किया. 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां की सातों सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी. हालांकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को अलीगढ़ लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी.टिप्पणियां
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
गौरतलब है कि शनिवार को मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि यह चुनाव स्कैम के खिलाफ भाजपा की लड़ाई है. घोटालों से लड़ाई है. स्कैम (SCAM) समाजवादी, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती. उन्होंने कहा कि यूपी तय करे कि आपको स्कैम चाहिए या कमल चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या यूपी का विकास चाहिए. आपको स्कैम चाहिए या रोजगार.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है.
मोदी के 'स्कैम' शब्द के इस्तेमाल के बाद अखिलेश यादव ने भी कानपुर देहात में की गई रैली में इसका जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि - ''SCAM' शब्द में ए और एम का अर्थ अमित शाह और मोदी है और दरअसल स्कैम का पूरा मतलब है - सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी' है. इस रैली में अखिलेश ने नोटबंदी के मुद्दे को जमकर उठाया. यादव ने चुनावी सभा में सवालिया लहजे में पूछा कि 2000 रुपये का नोट कैसा है? ऐसा बुरा रुपया हमने कभी नही देखा. 2000 रुपया भी है कम से कम हम समाजवादियो से पूछ लेते कि 2000 रुपये का नोट कैसे छपवाना है. |
मिस यूनिवर्स 2021, 70वां मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता थी जो 12 दिसंबर, 2021 को इलियट, इज़राइल में यूनिवर्स डोम में आयोजित की गई थी। कार्यक्रम के अंत में मेक्सिको की एंड्रिया मेजा ने भारत की हरनाज संधू को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। यह 21 वर्षों में भारत की पहली और प्रतियोगिता के इतिहास में तीसरी जीत है।
प्रतियोगिता में मेजबान के रूप में स्टीव हार्वे की वापसी और पिछले संस्करण के लिए अनुपस्थित रहने के बाद शो के आधिकारिक प्रसारक के रूप में फॉक्स की वापसी हुई।
पृष्ठभूमि
स्थान और तारीख
जनवरी 2021 में, यह बताया गया कि मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन (MUO) कोस्टा रिका में प्रतियोगिता के 2021 संस्करण की मेजबानी करने के लिए बातचीत कर रही था। बाद में कोस्टा रिका सरकार में पर्यटन मंत्री के रूप में कार्यरत गुस्तावो सेगुरा ने वार्ता की पुष्टि की। मई 2021 में, पीपल एन स्पेनोल के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, एंड्रिया मेजा ने कहा कि प्रतियोगिता का 2021 संस्करण वर्ष के अंत में आयोजित किया जाएगा और इस तथ्य को स्वीकार किया कि उनके पास यह उपाधि और मुकुट इतिहास में सबसे कम समय के लिए होगा।
20 जुलाई, 2021 को, एमयूओ ने पुष्टि की कि प्रतियोगिता दिसंबर 2021 में ऍलात, इज़राइल में आयोजित की जाएगी। 27 अक्टूबर को, प्रतियोगिता के 12 दिसंबर को यूनिवर्स डोम में आयोजित होने की पुष्टि की गई थी, जो पुर्तगाल से ऐलात में आयात किया गया एक मानव-निर्मित अस्थायी रंगभूमि है।
मेजबान और कलाकार
20 जुलाई, 2021 को, आयोजक संगठन ने पुष्टि की कि स्टीव हार्वे 2021 संस्करण की मेजबानी करने के लिए वापस आएंगे। चल रहे COVID-19 महामारी के वजह से हुई अनिश्चितताओं के कारण उस वर्ष के मई में आयोजित प्रतियोगिता के पिछले संस्करण के अलावा, हार्वे ने छठी बार इस प्रतियोगिता की मेजबानी की है। 27 अक्टूबर को, इज़राइली गायक नोआ किरेल को अतिथि कलाकार के रूप में घोषित किया गया था।
प्रतिभागियों का चयन
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 80 देशों और क्षेत्रों के प्रतियोगियों का चयन किया गया था। तिरपन अपने देश की राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं की विजेता थीं, जबकि सत्ताईस को उनके राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की उपविजेता होने के बाद या अन्य चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से चुने जाने के बाद उनके पदों पर नियुक्त किया गया था।
मूल प्रतियोगी की वापसी के बाद तीन प्रतियोगियों को नामित किया गया था। अमांडाइन पेटिट, जिन्हें मिस फ्रांस 2021 का ताज पहनाया गया था, को शुरू में मिस यूनिवर्स 2021 में प्रतिस्पर्धा करनी थी, जबकि क्लेमेंस बोटिनो, जिन्हें मिस फ्रांस 2020 का ताज पहनाया गया था, को मिस यूनिवर्स 2020 में प्रतिस्पर्धा करनी थी। मिस यूनिवर्स 2021 और मिस फ्रांस 2022 के बीच संभावित तिथि संघर्ष के कारण दो प्रतिनिधियों के बीच एक को बदला गया था, जिसमें पेटिट को अनुबंधित रूप से उपस्थित होने के लिए बाध्य किया गया था। डेबी अफलालो, मूल रूप से मिस डोमिनिकन रिपब्लिक 2021 की पहली उपविजेता, को मूल विजेता, एंड्रीना मार्टिनेज के बाद देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया था, जिनका निर्धारित प्रस्थान से कुछ समय पहले कोविड-19 के लिए सकारात्मक पाया गया था। मूल रूप से मिस यूनिवर्स मोरक्को 2021 की पहली रनर-अप, कावतार बेन्हलीमा को मूल विजेता फातिमा-ज़हरा ख़यात के एक दुर्घटना में घायल होने के बाद देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नियुक्त किया गया था।
2021 संस्करण में बहरीन की शुरुआत और इक्वेटोरियल गिनी, जर्मनी, ग्रीस, ग्वाटेमाला, हंगरी, केन्या, मोरक्को, नामीबिया, नाइजीरिया, स्वीडन और तुर्की की वापसी देखी गई; मोरक्को ने आखिरी बार 1978 में प्रतिस्पर्धा की थी, ग्रीस, ग्वाटेमाला और हंगरी ने आखिरी बार 2018 में प्रतिस्पर्धा की थी, जबकि अन्य ने आखिरी बार 2019 में प्रतिस्पर्धा की थी। बारबाडोस, बेलीज, इंडोनेशिया और मलेशिया कोविड यात्रा प्रतिबंधों के कारण प्रतियोगिता से हट गए जबकि म्यांमार और उरुग्वे भी अज्ञात कारणों से पीछे हट गए। संयुक्त अरब अमीरात की शुरुआत की भी उम्मीद थी, लेकिन इन योजनाओं को उनके राष्ट्रीय प्रतियोगिता के रद्द होने के बाद बदल दिया गया था।
बोटिनो ने बाद में इज़राइल पहुंचने पर COVID-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, और उन्हें एक सरकारी आइसोलेशन होटल में ले जाया गया। उसे पूरी तरह से टीका लगाया गया था, और प्रस्थान पर उसका परीक्षण किया गया था। उसे दस दिनों के बाद संगरोध से रिहा कर दिया गया और प्रतियोगिता में फिर से शामिल होने के लिए अधिकृत किया गया।
परिणाम
प्लेसमेंट
§ - दर्शकों ने शीर्ष 16 में मतदान किया।
विशेष पुरस्कार
मिस बहामास और मिस चिली को आधिकारिक तौर पर 10 दिसंबर, 2021 को मिस यूनिवर्स यूट्यूब चैनल के माध्यम से स्पिरिट ऑफ कार्निवल अवार्ड और सोशल इम्पैक्ट अवार्ड प्रदान किया गया।
चयन समिति
लोरी हार्वे - अमेरिकी मॉडल और स्टीव हार्वे
एड्रियाना लीमा - ब्राजीलियाई मॉडल
अदामारी लोपेज़ - प्यूर्टो रिकान अभिनेत्री
आईरिस मितेनेरे - फ्रांस से मिस यूनिवर्स 2016
उर्वशी रौतेला - भारतीय अभिनेत्री और मिस यूनिवर्स इंडिया 2015
मैरियन रिवेरा - फिलिपिनो अभिनेत्री और मॉडल
रेना सोफ़र - अमेरिकी अभिनेत्री (केवल अंतिम टेलीकास्ट जज के रूप में)
चेस्ली क्रिस्ट - अमेरिकी टेलीविजन प्रस्तोता और मिस यूएसए 2019 (केवल प्रारंभिक न्यायाधीश के रूप में)
रीना मोर - मिस यूनिवर्स 1976 इज़राइल से (केवल प्रारंभिक न्यायाधीश के रूप में)
प्रतियोगी
80 प्रतियोगियों ने खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा की।
टिप्पणियाँ
संदर्भ
बाहरी संबंध
मिस यूनीवर्स |
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रचार अभियान के एक मुख्य सहयोगी ने कहा कि ओबामा अपने दूसरे कार्यकाल में इजरायल का दौरा करेंगे.
यह बयान राष्ट्रपति पद के लिए ओबामा के प्रतिद्वंदी मिट रोमनी के उस आरोप के जवाब में दिया गया कि पहले कार्यकाल में राष्ट्रपति का इजरायल नहीं जाना साबित करता है कि यह उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल नहीं है.
गौरतलब है कि रोमनी इजरायल के दौरे पर जाने वाले हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि अगर वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जीतते हैं, तो वह सबसे पहले इस्राइल का दौरा करेंगे.
पश्चिम एशिया के लिए पूर्व उप सहायक मंत्री कॉलिन काल ने कहा था, ‘देखिए, राष्ट्रपति ओबामा ने वर्ष 2008 में एक उम्मीदवार के तौर पर इजरायल का दौरा किया जैसा कि अब रोमनी कर रहे हैं. मुझे लगता है कि हम दूसरे कार्यकाल में उनके इजरायल दौरे की अपेक्षा कर सकते हैं, उनके दोबारा चुने जाने पर.’
कॉलिन ने कहा कि इजरायल के साथ मित्रता को सिर्फ दौरों के आधार पर नहीं देखा जाना चाहिए और ओबामा कई बार इजरायल जा चुके हैं, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि उन्होंने अपने वादों को पूरा किया है.
उन्होंने कहा कि ओबामा ने मिसाइल रक्षा प्रणाली, संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल का समर्थन करना और फलस्तीन को शांति प्रक्रिया में दखल नहीं डालने देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं.
कॉलिन ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन कभी इजरायल दौरे पर नहीं गए और जॉर्ज डब्ल्यू बुश भी कार्यकाल के अंतिम वर्ष में इजरायल गए. |
सुप्रीम कोर्ट आज चंदन तस्कर वीरप्पन के चार साथियों की फांसी के मामले पर अपना फैसला सुना सकता है। इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने यह कहते हुए इस मामले पर फैसला टाल दिया था कि इस केस पर दूसरी पीठ का फैसला आने के बाद ही सर्वोच्च अदालत कोई फैसला सुनाएगी।
वीरप्पन के ये साथी अपनी मौत की सजा पर अमल को रुकवाना चाहते थे। इन चारों को 1993 में कर्नाटक के पोलार में बारूदी सुरंग के विस्फोट में 22 पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों की मौत के सिलसिले में फांसी की सजा दी गई थी। इनके वकीलों की दलील है कि इनकी मौत की सजा पर माफी की अपील नौ साल तक राष्ट्रपति के पास लंबित रहने के चलते इनके मानवाधिकारों का हनन हुआ है और इनकी सजा को उम्रकैद में बदल दिया जाना चाहिए।
वीरप्पन के ये साथी अपनी मौत की सजा पर अमल को रुकवाना चाहते थे। इन चारों को 1993 में कर्नाटक के पोलार में बारूदी सुरंग के विस्फोट में 22 पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों की मौत के सिलसिले में फांसी की सजा दी गई थी। इनके वकीलों की दलील है कि इनकी मौत की सजा पर माफी की अपील नौ साल तक राष्ट्रपति के पास लंबित रहने के चलते इनके मानवाधिकारों का हनन हुआ है और इनकी सजा को उम्रकैद में बदल दिया जाना चाहिए। |
राजस्थान में
विधानसभा चुनाव
की तारीखों का ऐलान हो चुका है. सूबे में 7 दिसंबर को मतदान होने हैं और 11 दिसंबर को मतगणना होगी. इस हफ्ते प्रदेश में राजनितिक घटनाक्रमों के लिहाज से काफी गहमा गहमी रही. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीकानेर में दलित सम्मेलन किए तो वहीं कांग्रेस ने भी आदिवासी और किसान सम्मेलन के माध्यम से वोटरों को साधा.
गौरव यात्रा का समापन, विजय संकल्प रैली में पीएम
शनिवार को मुख्यमंत्री
वसुंधरा राजे
की गौरव यात्रा के समापन के अवसर पर धर्म नगरी पुष्कर में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी
ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. पीएम ने जनता से अपील की कि
राजस्थान
में एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस की परिपाटी बदलने की जरूरत है.
इसी रैली में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किसानों को मुफ्त बिजली की सौगात देने की घोषणा भी की. जिसे विपक्ष ने चुनावी दांव करार दिया. कांग्रेस महासचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत
ने कहा कि कांग्रेस द्वारा मेवाड़ के चारभुजा किसान सम्मेलन में किसानों को मुफ्त बिजली देने की घोषणा के बाद अपनी विदाई (गौरव) यात्रा के समापन पर मुख्यमंत्री राजे को किसानों की याद आई और कांग्रेस के बाद उन्होंने भी मुफ्त बिजली देने की बात की है. गहलोत ने सवाल किया कि जाती हुई सरकार द्वारा आचार संहिता लागू होने के 1 घंटे पहले की गई मुफ्त बिजली की घोषणा का क्या मतलब रह जाता है?
किसान सम्मेलन में पायलट का पलटवार
रविवार को भरतपुर में कांग्रेस के किसान सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे. पायलट ने मुख्यमंत्री राजे पर तंज कसते हुए कहा कि आप चार साल किवाड़ बंद कर बैठे रहे, राज के ठाठ लिए. पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री को 4 साल 29 दिन और साढ़े 11 घंटे में याद नहीं आया, लेकिन चुनाव की तारीखों के ऐलान के आधे घंटे पहले सीएम ने कहा कि वो प्रदेश के किसानों को बिजली मुफ्त में देना चाहती हैं. पायलट बोलें कि तीन बजे चुनाव की तारीखें घोषित होती हैं और दो बजे बोलती हैं कि किसानों को बिजली मुफ्त में दी जाएगी.
सीकर में पूर्व सैनिकों और बीकानेर में दलितों के बीच शाह
गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीकानेर और सीकर में अनुसूचित जाति और पूर्व सैनिकों की सभा को संबोधित किया. अमित शाह ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मनमोहन सरकार ने सेना के हाथ बांध रखे थे, मोदी सरकार ने सेना से कहा कि घुस कर मारों. सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने उरी कैम्प पर हमला कर गलती की हमने सैनिकों को आदेश दिया कि घुसकर मारो.
बीकानेर में अनुसचित जातियों के सम्मेलन में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बाबा साहेब अंबेडकर को याद करते हुए दलित वोटरों को लुभाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से मनमोहन सरकार तक बार बार बाबा साहेब को अपमानित किया गया. शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर झूठ फैलाने और गुमराह करने का भी आरोप लगाया.
सीकर की सभा में भीड़ कम होने के चलते पार्टी अध्यक्ष अमित शाह नाराज भी दिखे. तैयारियों का आलम यह था कि उम्मीद से कम भीड़ इकट्ठा होने की वजह से शाह को सभा में देरी से बुलाया गया.
गहलोत को समन्वय और पायलट को चुनाव समिति का अध्यक्ष
राजस्थान में लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को चुनाव प्रबंधन को लेकर 9 कमेटियों की घोषणा की. इसमें प्रमुख तौर पर समन्वय समिति का अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बनाया गया. जबकि प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को चुनाव समिति का जिम्मा दिया गया. प्रचार समिति का अध्यक्ष अजमेर से सांसद रघु शर्मा को बनाया गया. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को पब्लिसिटी और प्रकाशन समिति का अध्यक्ष बनाया गया. कांग्रेस की तरफ से कमेटियों में युवा, महिला, बुजु्र्ग और सभी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई. वहीं गुटों में बंटी कांग्रेस में विभिन्न खेमों के लोगों को एकजुट करने की कवायद भी की गई.
बीजेपी की तरफ से चुनाव प्रभारी की घोषणा करते हुए पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने बयान जारी कर बताया कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है.
मायावती ने कांग्रेस से गठबंधन से किया इनकार
बुधवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया कि पार्टी राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस से किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेगी. मायावती ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनमें अहंकार आता जा रहा है कि वे अकेले बीजेपी को हरा सकते हैं. मायावती की शिकायत यह भी थी की कांग्रेस राजस्थान की 200 सीटों में से उन्हें सिर्फ 9 सीटें ही दे रही थी. जबकि मध्य प्रदेश की 230 में से महज 15-20 सीटें.
प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने मायावती के इस फैसले पर कहा कि पार्टी सामान्य विचारधारा वाले दलों से सूबे में गठबंधन को तैयार है. वहीं कुछ पुराने कांग्रेसियों ने मायावती के इस ऐलान से खुश दिखें. उनका मानना था कि मायावती की तरफ से गठबंधन तोड़ने का ठीकरा फूटता है. लिहाजा अब कोई कांग्रेस पर यह इल्जाम नहीं लगा सकता.
कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर अस्पताल पहुंचे
भीलवाड़ा में जहाजपुर से कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर पिछले 11 दिनों से अनशन पर चल रहे हैं. जहाजपुर-कोटड़ी के किसानों को कंकरोलिया घाटी व जिंक का पानी दिलाने, रुकी हुई पेंशन शुरू करने, वंचितों को पीएम आवास दिलाने सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर गुर्जर अनशन पर है. फिलहाल वे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती हैं और अस्पताल में भी उनका अनशन जारी है. बुधवार को जयपुर में भी धीरज गुर्जर के समर्थन में कुछ छात्र नेता मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए. तो वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी बुधवार को अनशन स्थल पर पहुंचकर कांग्रेस विधायक की मांगों का समर्थन किया.
हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी किसी भी मुद्दे का निराकरण नहीं चाहती. बस उस मुद्दे को बनाकर रखना चाहती है ताकि उसपर राजनीति कर सके. पटेल ने कहा कि किसानों की कर्ज माफी को लेकर वे झालावाड़ से आंदोलन की शुरुआत करेंगे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ के झालरापाटन विधानसभा से विधायक है.
द्रव्यवती रिवर फ्रंट का लोकार्पण
जयपुर की लाइफ लाइन कही जाने वाली द्रव्यवती नदी का पुनर्उद्धार कर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुरवासियों को समर्पित किया. उन्होंने मौके पर कहा कि 2014 में देखा गया यह सपना अब साकार हो गया. 47 किमी लंबे इस प्रोजेक्ट में वॉकिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक, बाग, लैंड स्केप पार्क व बॉटेनिकल गार्डेन शामिल हैं. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पर अधूरे प्रोजेक्ट के लोकार्पण का आरोप लगाया. |
पत्तागोभी, फूलगोभी की तुलना में कम लोकप्रिय सब्जी है लेकिन कई चाइनीज व्यंजनों में ये प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है. पर कम लोगों को ही पता होगा कि पत्तागोभी जितना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है उतना ही रूप निखारने के लिए भी. आप चाहें तो इसे सब्जी और सलाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं और अगर आपको इसका स्वाद पसंद नहीं है तो इसे बाहरी तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
कई दूसरी हरी शाक-सब्जियों की ही तरह पत्तागोभी भी कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर है. पत्तागोभी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है. ये दोनों ही तत्व त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं.
इसके अलावा
इसमें मैग्नीशियम, आयरन, सल्फर और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
ये न केवल त्वचा के लिए उपयोगी है बल्कि बालों को खूबसूरत और मजबूत बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
1.
त्वचा संबंधी कई तरह की समस्याओं में पत्तागोभी के जूस का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है. कील-मुंहासे, कीड़े के काट लेने पर, त्वचा के लाल पड़ जाने पर या फिर धब्बे हो जाने पर इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है. इसके जूस को प्रभावित जगह पर लगाने से फायदा मिलता है.
2.
अगर आपको भी अपनी त्वचा की रंगत निखारनी है तो
पत्तागोभी आपके लिए एक कारगर उपाय हो सकता है.
पत्तागोभी बाहरी और आंतरिक दोनों तरह से रूप निखारने का काम करता है. ये त्वचा को साफ करके गंदगी को जमने से रोकता है.
3.
अगर आपकी त्वचा से बढ़ती उम्र के लक्षण दिखाई देने लगे हैं तो पत्तागोभी का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद रहेगा. पत्तागोभी के जूस के इस्तेमाल से झुर्रियों की समस्या में राहत मिलती है. इसमें मौजूद विटामिन ए और सी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है.
4.
पत्तागोभी में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है. ये बालों की ग्रोथ को प्रमोट करने का काम करता है. पत्तागोभी की कुछ पत्तियों को उबालकर उसका पेस्ट बना लें और उसे कुछ देर तक सिर में लगाकर छोड़ दें. इससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है.
5.
बालों में पत्तागोभी का इस्तेमाल करने से बाल कोमल-मुलायम बनते हैं. इससे बालों का रुखापन दूर हो जाता है. |
लेख: उत्तराखण्ड में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बनेगी अथवा कांग्रेस की, इसे लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
70 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा ने 31 और कांग्रेस ने 32 सीटें जीती हैं। बसपा ने तीन और तीन निर्दलीय भी चुनाव जीते हैं।
इसके अलावा त्रिवेंद्र सिंह पंवार के नेतृत्व वाला उत्तराखण्ड क्रांति दल ने एक सीट जीती है। एक बड़े उलटफेर के तहत मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी कोटद्वार से चुनाव हार गए हैं।
मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी कोटद्वार सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी एसएस नेगी से 4623 मतों से हार गए हैं।टिप्पणियां
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफल दीदीहाट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की रेवती जोशी को करीब 11 हजार मतों से हराया।
केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने राज्य के पार्टी की सरकार बनने का विश्वास प्रकट किया है।
इसके अलावा त्रिवेंद्र सिंह पंवार के नेतृत्व वाला उत्तराखण्ड क्रांति दल ने एक सीट जीती है। एक बड़े उलटफेर के तहत मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी कोटद्वार से चुनाव हार गए हैं।
मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी कोटद्वार सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी एसएस नेगी से 4623 मतों से हार गए हैं।टिप्पणियां
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफल दीदीहाट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की रेवती जोशी को करीब 11 हजार मतों से हराया।
केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने राज्य के पार्टी की सरकार बनने का विश्वास प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी कोटद्वार सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी एसएस नेगी से 4623 मतों से हार गए हैं।टिप्पणियां
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफल दीदीहाट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की रेवती जोशी को करीब 11 हजार मतों से हराया।
केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने राज्य के पार्टी की सरकार बनने का विश्वास प्रकट किया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफल दीदीहाट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की रेवती जोशी को करीब 11 हजार मतों से हराया।
केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने राज्य के पार्टी की सरकार बनने का विश्वास प्रकट किया है।
केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने राज्य के पार्टी की सरकार बनने का विश्वास प्रकट किया है। |
इस साल की सबसे बड़े बजट में बनी फिल्मों में से एक है साउथ सुपरस्टार चिरंजीवी की साय रा नरसिंहा रेड्डी. इस मल्टी स्टारर फिल्म में बहुत से अलग-अलग सितारे साथ आए हैं, जिन्हें पहले कभी बड़े पर्दे पर साथ नहीं देखा गया है. फिल्म साय रा को लेकर दर्शकों के बीच काफी उत्साह था और ये 2 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है.
साय रा के सिर पड़ी मुसीबत
हालांकि कई बॉलीवुड और साउथ फिल्मों की तरह फिल्म साय रा भी ऑनलाइन लीक हो गई है. तमिल रॉकर्स नाम की ऑनलाइन वेबसाइट ने इस फिल्म को इंटरनेट पर लीक कर दिया है. स्टार्स जैसे चिरंजीवी, अमिताभ बच्चन, विजय सेतुपति, नयनतारा, किच्चा सुदीप और तमन्ना भाटिया की फिल्म साय रा नरसिंहा रेड्डी का इंतजार सभी बेसब्री से कर रहे थे और अब रिलीज के एक दिन बाद ही ये पायरेसी का शिकार हो गई है.
अब क्या होगा?
दिक्कत ये है कि तमिल रॉकर्स ने फिल्म साय रा का एचडी प्रिंट ऑनलाइन लीक किया है, जो फिल्म के मकेर्स के लिए परेशानी वाली बात है. सभी को डर है कि लीक होने की वजह से नेशनल हॉलिडे के दिन रिलीज के बावजूद इस फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई नहीं हो पाएगी.
ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म साय रा
में दमदार एक्शन को दिखाया गया है.
तमिल रॉकर्स पर बैन
मद्रास हाई कोर्ट के बैन लगाने के बावजूद तमिल रॉकर्स वेबसाइट आराम से चल रही है और निडर होकर फिल्मों को ऑनलाइन लीक कर रही है. जहां पहले ये वेबसाइट सिर्फ साउथ की फिल्मों को लीक किया करती थी वहीं अब इसने बड़ी हिंदी फिल्में जैसे साहो, मिशन मंगल, बाटला हाउस संग अन्य को लीक करना शुरू कर दिया है.
बता दें कि फिल्म साय रा को डायरेक्टर सुरेंद्र रेड्डी ने बनाया और चिरंजीवी के बेटे राम चरण ने प्रोड्यूस किया है. |
एशिया कप में करो या मरो मुकाबले में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। बांग्लादेश ने उसे 5 विकेट से हरा दिया और टूर्नामेंट में उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। बांग्लादेश ने बेहद रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया और फाइनल में जगह पक्की कर ली। अब बांग्लादेश का मुकाबला रविवार को फाइनल में भारत के साथ होगा।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली पाकिस्तान टीम ने खराब शुरुआत से उबरते हुए सात विकेट पर 129 रन का स्कोर बनाया जो बांग्लादेश के खिलाफ उनका टी-20 में न्यूनतम स्कोर भी है। इसके जवाब में बांग्लादेश ने 19.1 ओवर में पांच विकेट पर 131 रन बनाकर जीत दर्ज की।
पाकिस्तान को खराब गेंदबाजी और अंत में मोहम्मद समी की नो बाल का खामियाजा भुगतना पड़ा।
बांग्लादेश ने 18 ओवर में 112 रन बना लिये थे, उसे जीत के लिये 12 गेंद में 18 रन चाहिए थे। महमूदुल्लाह (नाबाद 22) और मशरफे मुर्तजा (नाबाद 12) क्रीज पर थे। 19वें ओवर में मोहम्मद समी की गेंदों पर 1, 1, 1, 2 (नोबॉल), 1, 2, 4 (नोबाल), 1 से 15 रन बने। जिससे उन्हें जीत के लिये अंतिम ओवर में केवल तीन रन चाहिए थे। 20वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह के चौके से स्टेडियम में बैठे दर्शक खुशी से झूमने लगे।
बांग्लादेश ने सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल के रूप में अपना पहला विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया, लेकिन सौम्य सरकार और शब्बीर रहमान ने नौंवे ओवर तक 46 रन जोड़ लिये थे कि मध्यक्रम बल्लेबाज शब्बीर रहमान (14) अफरीदी की गेंद को समझ नहीं सके और यह उनके स्टंप उखाड़कर चली गयी। इन दोनों ने 33 रन की भागीदारी की।
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली पाकिस्तान टीम ने खराब शुरुआत से उबरते हुए सात विकेट पर 129 रन का स्कोर बनाया जो बांग्लादेश के खिलाफ उनका टी-20 में न्यूनतम स्कोर भी है। इसके जवाब में बांग्लादेश ने 19.1 ओवर में पांच विकेट पर 131 रन बनाकर जीत दर्ज की।
पाकिस्तान को खराब गेंदबाजी और अंत में मोहम्मद समी की नो बाल का खामियाजा भुगतना पड़ा।
बांग्लादेश ने 18 ओवर में 112 रन बना लिये थे, उसे जीत के लिये 12 गेंद में 18 रन चाहिए थे। महमूदुल्लाह (नाबाद 22) और मशरफे मुर्तजा (नाबाद 12) क्रीज पर थे। 19वें ओवर में मोहम्मद समी की गेंदों पर 1, 1, 1, 2 (नोबॉल), 1, 2, 4 (नोबाल), 1 से 15 रन बने। जिससे उन्हें जीत के लिये अंतिम ओवर में केवल तीन रन चाहिए थे। 20वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह के चौके से स्टेडियम में बैठे दर्शक खुशी से झूमने लगे।
बांग्लादेश ने सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल के रूप में अपना पहला विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया, लेकिन सौम्य सरकार और शब्बीर रहमान ने नौंवे ओवर तक 46 रन जोड़ लिये थे कि मध्यक्रम बल्लेबाज शब्बीर रहमान (14) अफरीदी की गेंद को समझ नहीं सके और यह उनके स्टंप उखाड़कर चली गयी। इन दोनों ने 33 रन की भागीदारी की।
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पाकिस्तान को खराब गेंदबाजी और अंत में मोहम्मद समी की नो बाल का खामियाजा भुगतना पड़ा।
बांग्लादेश ने 18 ओवर में 112 रन बना लिये थे, उसे जीत के लिये 12 गेंद में 18 रन चाहिए थे। महमूदुल्लाह (नाबाद 22) और मशरफे मुर्तजा (नाबाद 12) क्रीज पर थे। 19वें ओवर में मोहम्मद समी की गेंदों पर 1, 1, 1, 2 (नोबॉल), 1, 2, 4 (नोबाल), 1 से 15 रन बने। जिससे उन्हें जीत के लिये अंतिम ओवर में केवल तीन रन चाहिए थे। 20वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह के चौके से स्टेडियम में बैठे दर्शक खुशी से झूमने लगे।
बांग्लादेश ने सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल के रूप में अपना पहला विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया, लेकिन सौम्य सरकार और शब्बीर रहमान ने नौंवे ओवर तक 46 रन जोड़ लिये थे कि मध्यक्रम बल्लेबाज शब्बीर रहमान (14) अफरीदी की गेंद को समझ नहीं सके और यह उनके स्टंप उखाड़कर चली गयी। इन दोनों ने 33 रन की भागीदारी की।
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
बांग्लादेश ने 18 ओवर में 112 रन बना लिये थे, उसे जीत के लिये 12 गेंद में 18 रन चाहिए थे। महमूदुल्लाह (नाबाद 22) और मशरफे मुर्तजा (नाबाद 12) क्रीज पर थे। 19वें ओवर में मोहम्मद समी की गेंदों पर 1, 1, 1, 2 (नोबॉल), 1, 2, 4 (नोबाल), 1 से 15 रन बने। जिससे उन्हें जीत के लिये अंतिम ओवर में केवल तीन रन चाहिए थे। 20वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह के चौके से स्टेडियम में बैठे दर्शक खुशी से झूमने लगे।
बांग्लादेश ने सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल के रूप में अपना पहला विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया, लेकिन सौम्य सरकार और शब्बीर रहमान ने नौंवे ओवर तक 46 रन जोड़ लिये थे कि मध्यक्रम बल्लेबाज शब्बीर रहमान (14) अफरीदी की गेंद को समझ नहीं सके और यह उनके स्टंप उखाड़कर चली गयी। इन दोनों ने 33 रन की भागीदारी की।
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
बांग्लादेश ने सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल के रूप में अपना पहला विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया, लेकिन सौम्य सरकार और शब्बीर रहमान ने नौंवे ओवर तक 46 रन जोड़ लिये थे कि मध्यक्रम बल्लेबाज शब्बीर रहमान (14) अफरीदी की गेंद को समझ नहीं सके और यह उनके स्टंप उखाड़कर चली गयी। इन दोनों ने 33 रन की भागीदारी की।
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सौम्य सरकार डटे हुए थे, वह मुश्फिकर रहीम (12) के साथ 37 रन की साझेदारी कर चुके थे कि मोहम्मद आमिर की खूबसूरत यॉर्कर ने उनकी पारी का अंत कर दिया। सरकार ने 48 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 48 रन बनाये। मुश्फिकुर रहीम भी ज्यादा देर नहीं टिक सके, उन्हें शोएब मलिक ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
इससे पहले पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन फिर से उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज खुर्रम मंजूर दूसरे ही ओवर में अल अमीन हुसैन (35 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए। दूसरे सलामी बल्लेबाज शारजील खान (10) अराफात सन्नी की गेंद पर बोल्ड होकर पवेलियन पहुंच गये, तब टीम का स्कोर 12 रन था। छह रन और जुड़े ही थे कि मोहम्मद हफीज पगबाधा आउट हुए। इस तरह पांच ओवर तक पाकिस्तानी टीम तीन विकेट गंवा चुकी थी।
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सरफराज अहमद (नाबाद 58 रन, 42 गेंद में पांच चौके और दो छक्के) और उमर अकमल ने संभालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। अकमल ने जैसे ही आक्रामकता दिखाने का प्रयास किया, विकेट गंवा बैठे। उन्होंने तास्किन अहमद (चार ओवर में एक मेडन, 14 रन देकर एक विकेट) की गेंद को डीप प्वाइंट की तरफ उठा दिया, गेंद शकिबुल हसन के हाथों में आने से पहले काफी देर हवा में रही। इस तरह पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में चार विकेट खोकर 34 रन बनाये, जो सभी टी-20 मैचों में उनका न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ विश्व टी-20 2014 में इसी मैदान पर 35 रन बनाये थे। टीम ने 12.3 ओवर में 50 रन बनाये। शोएब मलिक (41 रन, 30 गेंद, पांच चौके और एक छक्का) और सरफराज ने फिर मिलकर पांचवें विकेट के लिये 8.2 ओवर में 70 रन की भागीदारी निभायी जो टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम साबित हुई। अराफात सन्नी ने गेंदबाजी के कोण में थोड़ा बदलाव किया, जिससे उन्हें फायदा हुआ और मलिक ने इस पर बल्ला छुआ दिया और गेंद डीप मिडविकेट पर शब्बीर रहमान के हाथों में समा गयी।टिप्पणियां
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
कप्तान अफरीदी क्रीज पर उतरे, लेकिन खाता खोले बिना ही डगआउट में पहुंच गये। उन्हें अल अमीन हुसैन ने आउट किया। हुसैन की गेंद बल्ले को छूकर रहमान के हाथ में चली गयी। अनवर अली पारी की अंतिम गेंद पर हुसैन का तीसरा शिकार बने। रहमान ने शानदार क्षेत्ररक्षण का नमूना पेश किया, उन्होंने मलिक, अफरीदी और अनवर का कैच लपका।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) |
देश में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने निजी दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर लगने वाले एक बारगी पंजीकरण कर को दो प्रतिशत बढ़ा दिया है. राज्य के परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि इस वृद्धि को सोमवार को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है. जीएसटी लागू होने के बाद राज्य में चुंगी और स्थानीय निकाय कर समाप्त होने से राजस्व का जो नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई के लिये यह कदम उठाया गया है.
राज्य सरकार ने हालांकि, महंगी आयातित कारों के मामले में कर राशि को अधिकतम 20 लाख रुपए निर्धारित कर दिया है. इससे पहले कुल कार की कीमत पर 20 प्रतिशत का कर वसूला जाता रहा है. अधिकारी ने इस पर और जानकारी देते हुये कहा, 'ऐसें कई मामले सामने आये हैं जब महाराष्ट्र के लोगों ने आयातित कार खरीदी लेकिन उसका पंजीकरण दूसरे राज्य में कराया जहां कर की दर कम है. इससे राज्य को राजस्व का नुकसान होता रहा है.'
इस नुकसान से बचने के लिये राज्य सरकार ने महंगी आयातित कारों पर अधिकतम कर को 20 लाख रुपए रखने का फैसला किया है, फिर चाहे कार की कीमत कुछ भी हो. अधिकारी ने कहा कि इससे पहले दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर एक बारगी पंजीकरण कर 8 से 10 प्रतिशत लगता था जो कि अब बढ़कर 10 से 12 प्रतिशत कर दिया गया है. टिप्पणियां
पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर पहले 9 से 11 प्रतिशत पंजीकरण कर था यह दर बढ़कर 11 से 13 प्रतिशत हो गई. डीजल की कारों पर इसे 11-13 से बढ़ाकर 13-15 कर दिया गया है. सीएनजी और एलपीजी कारों के लिये इसे 5-7 से बढ़ाकर 7-9 प्रतिशत कर दिया गया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राज्य सरकार ने हालांकि, महंगी आयातित कारों के मामले में कर राशि को अधिकतम 20 लाख रुपए निर्धारित कर दिया है. इससे पहले कुल कार की कीमत पर 20 प्रतिशत का कर वसूला जाता रहा है. अधिकारी ने इस पर और जानकारी देते हुये कहा, 'ऐसें कई मामले सामने आये हैं जब महाराष्ट्र के लोगों ने आयातित कार खरीदी लेकिन उसका पंजीकरण दूसरे राज्य में कराया जहां कर की दर कम है. इससे राज्य को राजस्व का नुकसान होता रहा है.'
इस नुकसान से बचने के लिये राज्य सरकार ने महंगी आयातित कारों पर अधिकतम कर को 20 लाख रुपए रखने का फैसला किया है, फिर चाहे कार की कीमत कुछ भी हो. अधिकारी ने कहा कि इससे पहले दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर एक बारगी पंजीकरण कर 8 से 10 प्रतिशत लगता था जो कि अब बढ़कर 10 से 12 प्रतिशत कर दिया गया है. टिप्पणियां
पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर पहले 9 से 11 प्रतिशत पंजीकरण कर था यह दर बढ़कर 11 से 13 प्रतिशत हो गई. डीजल की कारों पर इसे 11-13 से बढ़ाकर 13-15 कर दिया गया है. सीएनजी और एलपीजी कारों के लिये इसे 5-7 से बढ़ाकर 7-9 प्रतिशत कर दिया गया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस नुकसान से बचने के लिये राज्य सरकार ने महंगी आयातित कारों पर अधिकतम कर को 20 लाख रुपए रखने का फैसला किया है, फिर चाहे कार की कीमत कुछ भी हो. अधिकारी ने कहा कि इससे पहले दो पहिया और चार पहिया वाहनों पर एक बारगी पंजीकरण कर 8 से 10 प्रतिशत लगता था जो कि अब बढ़कर 10 से 12 प्रतिशत कर दिया गया है. टिप्पणियां
पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर पहले 9 से 11 प्रतिशत पंजीकरण कर था यह दर बढ़कर 11 से 13 प्रतिशत हो गई. डीजल की कारों पर इसे 11-13 से बढ़ाकर 13-15 कर दिया गया है. सीएनजी और एलपीजी कारों के लिये इसे 5-7 से बढ़ाकर 7-9 प्रतिशत कर दिया गया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर पहले 9 से 11 प्रतिशत पंजीकरण कर था यह दर बढ़कर 11 से 13 प्रतिशत हो गई. डीजल की कारों पर इसे 11-13 से बढ़ाकर 13-15 कर दिया गया है. सीएनजी और एलपीजी कारों के लिये इसे 5-7 से बढ़ाकर 7-9 प्रतिशत कर दिया गया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राहुल गांधी को कैबिनेट में शामिल करने के लिए आज एक बार फिर अपनी उत्सुकता जाहिर की.
राहुल को अपनी कैबिनेट में शामिल करने के संबंध में पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने कई बार कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुआ.’’ अपने मंत्रालय में राहुल को लेने के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मंत्रालय में उनके होने से मुझे बेहद खुशी होगी.’’ सिंह एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे जिसमें कांग्रेस को ‘‘उर्जावान’’ बनाने और उत्तर प्रदेश में पार्टी को पुन: उभारने के लिए राहुल गांधी को ‘‘वर्ष का नेता’’ चुना गया.
बहरहाल प्रधानमंत्री से पुरस्कार ग्रहण करने के लिए राहुल गांधी समारोह में मौजूद नहीं थे। राहुल अपनी पूर्व नियत व्यस्तताओं के कारण उत्तर प्रदेश में हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारी आशाओं को उम्मीद से ज्यादा पूरा किया है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से जब यह पूछा गया कि मई में हुए लोकसभा चुनावों में क्या उन्हें ऐसे बहुमत मिलने की उम्मीद थी, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे संदेह था...’’ वर्ष 2009 को ‘‘उल्लेखनीय वर्ष’’ बताते हुए सिंह ने कहा कि जब पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी का दौर था, बर्बादी के भविष्यवक्ताओं को भारत ने गलत साबित कर दिया.
बातों-बातों में सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या ऐसे समय में प्रोफेसर-अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री देश के लिए अच्छा होता है, उन्होंने कहा, ‘‘आप सही हैं.’’ |
गड्ढे में गिर जाने से ओएनजीसी के जीएम की मौत के मामले में जीडीए के अज्ञात अफसरों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया गया.
यह हादसा सोमवार को हुआ था जब गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक गड्ढे में गिर जाने से ओएनजीसी के जीएम की मौत हो गई थी. नगर निगम ने पानी की लाइन के लिए ये गड्ढा खोदा था.
हादसे के बाद जीडीए ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक जेई को सस्पेंड किया था. अब लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया गया है. |
जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक न किए जाने के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल(RJD)ने एक दिन बिहार बंद किया जिसकी वजह से राज्य में सोमवार को यातायात में परेशानी रही.
बिहार बंद में लालू और राजद कार्यकर्ता पहुंचे जेल
राज्य के कई इलाकों में बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए.राजधानी
पटना
में भी बंद समर्थकों ने अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर टायर जलाए इस बीच पटना में बंद के समर्थन में निकले
राजद
अध्यक्ष
लालू प्रसाद
सहित RJD कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.राज्य के कई इलाकों में बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतर आए पटना के वीरचंद पटेल पथ पर राजद के प्रदेश कार्यालय के सामने पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया पटना बाईपास पर भी वाहनों को रोका गया.
बिहार जनता किसके साथ?
इस दौरान लालू ने कहा कि बंद की सफलता बताती है कि जनता किसके साथ है लालू ने बंद की सफलता का दावा किया
बिहार पूरी तरह बंद
लालू अपने घर से टमटम पर सवार होकर पटना की सड़कों पर निकले गया, सिवान, भागलपुर, छपरा एवं शेखपुरा में सुबह सात बजे से प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जाम शुरू कर दिया मधुबनी और बगहा में भी सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा रहा बंद के मद्देनजर पटना के निजी स्कूलों को पहले ही बंद करवा दिया गया था बेगूसराय में NH 31 और 24 को जाम कर दिया गया राजद के इस बंद को सत्तारूढ़
जनता दल युनाइटेड (JDU)
का समर्थन है.
इनपुट-IANS |
नाइजीरिया के कानो शहर में शनिवार को भारतीय दूरसंचार कम्पनी एयरटेल सहित दो दूरसंचार कम्पनियों के कार्यालय पर आत्मघाती हमले हुए। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अल जजीरा ने एक सूत्र के हवाले से बताया, "एयरटेल के कार्यालय में बम विस्फोट हुआ। हमें यह आत्मघाती हमले के होने की सूचना मिली है। हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार मुख्य प्रवेश द्वार में घुसा दिया और खुद को उड़ा दिया। इमारत में आग लग गई है।"टिप्पणियां
दूसरी कम्पनी दक्षिण अफ्रीका की एमटीएन है।
सूत्र के अनुसार, "सेना ने एयरटेल कार्यालय में एक हमलावर को विस्फोट से पहले ही मार दिया था। एमटीएन कार्यालय में कार प्रवेश द्वार में प्रवेश कर गई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।"
अल जजीरा ने एक सूत्र के हवाले से बताया, "एयरटेल के कार्यालय में बम विस्फोट हुआ। हमें यह आत्मघाती हमले के होने की सूचना मिली है। हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार मुख्य प्रवेश द्वार में घुसा दिया और खुद को उड़ा दिया। इमारत में आग लग गई है।"टिप्पणियां
दूसरी कम्पनी दक्षिण अफ्रीका की एमटीएन है।
सूत्र के अनुसार, "सेना ने एयरटेल कार्यालय में एक हमलावर को विस्फोट से पहले ही मार दिया था। एमटीएन कार्यालय में कार प्रवेश द्वार में प्रवेश कर गई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।"
दूसरी कम्पनी दक्षिण अफ्रीका की एमटीएन है।
सूत्र के अनुसार, "सेना ने एयरटेल कार्यालय में एक हमलावर को विस्फोट से पहले ही मार दिया था। एमटीएन कार्यालय में कार प्रवेश द्वार में प्रवेश कर गई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।"
सूत्र के अनुसार, "सेना ने एयरटेल कार्यालय में एक हमलावर को विस्फोट से पहले ही मार दिया था। एमटीएन कार्यालय में कार प्रवेश द्वार में प्रवेश कर गई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।" |
22 साल की दीपा कर्माकर ओलंपिक के क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय जिमनास्ट बन गई हैं. जानिए, दीपा के बारे में 5 खास बातें.
1. त्रिपुरा की रहने वाली
दीपा
ने सिर्फ 6 साल की उम्र में जिमनास्टिक की प्रैक्टिस शुरू कर दी थी.
2. दीपा ने जब जिमनास्टिक शुरू किया तो उनके पांव फ्लैट थे. उनके कोच बिसबेश्वर नंदी ने बताया, 'मुझे अब भी याद है, जब दीपा मेरे पास आई थी तो उसके पांव फ्लैट थे जो एक जिमनास्ट के लिए अच्छा नहीं होता. इससे जंप करने की क्षमता पर असर पड़ता है.'
3. दीपा के पिता स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में कोच थे और वे बेटी को जिमनास्ट बनाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने दीपा की इच्छा न होने के बावजूद उन्हें जिमनास्ट के लिए प्रेरित किया.
4. दीपा ने 2014 में ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और वे राष्ट्रमंडल खेलों में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गई थीं.
5. दीपा पिछले साल नवंबर में वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में भी खेली थी. इस चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचने वाली वे पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं. |
लेख: करीब छह दशक सेवा में रहने के बाद भारत का तेजस्वी विमान वाहक पोत आईएनएस विराट शनिवार को आखिरी बार मुंबई से कोच्चि की यात्रा करने को तैयार है। इसके बाद इसे सेवा से हटा दिया जाएगा। यह 23 जुलाई को मुंबई से रवाना होकर 27 जुलाई को दक्षिणी नौसेना कमांड पहुंचेगा जहां इससे इंजन, रडार, तोप जैसे सभी मूल्यवान उपकरण हटा दिये जायेंगे।
इसके बाद इसे खींचकर वापस मुंबई लाया जाएगा जहां इसे सेवा से हटा दिया जाएगा। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस पोत का क्या होगा।
एक दशक से अधिक समय तक यह भारत का अकेला विमान वाहक पोत रहा है। यद्यपि इसे एक साहसिक पर्यटन केन्द्र या संग्रहालय में तब्दील करने का प्रस्ताव है लेकिन इस पर रक्षा मंत्रालय द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। मंत्रालय के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आईएनएस विक्रांत के साथ जो हुआ, वह विराट के साथ नहीं होगा।टिप्पणियां
1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले विक्रांत को कबाड़ के तौर पर बेच दिया गया जिससे कईयों को झटका लगा। विराट ने सबसे पहले 30 से अधिक वर्षों तक ब्रिटिश नेवी की सेवा की जिसके बाद इसे भारत द्वारा खरीद लिया गया। विराट को मूल रूप से ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा 18 नवंबर, 1959 को एचएमएस हरमेस के तौर पर सेवा में शामिल किया गया था। इसे 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके बाद इसे खींचकर वापस मुंबई लाया जाएगा जहां इसे सेवा से हटा दिया जाएगा। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस पोत का क्या होगा।
एक दशक से अधिक समय तक यह भारत का अकेला विमान वाहक पोत रहा है। यद्यपि इसे एक साहसिक पर्यटन केन्द्र या संग्रहालय में तब्दील करने का प्रस्ताव है लेकिन इस पर रक्षा मंत्रालय द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। मंत्रालय के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आईएनएस विक्रांत के साथ जो हुआ, वह विराट के साथ नहीं होगा।टिप्पणियां
1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले विक्रांत को कबाड़ के तौर पर बेच दिया गया जिससे कईयों को झटका लगा। विराट ने सबसे पहले 30 से अधिक वर्षों तक ब्रिटिश नेवी की सेवा की जिसके बाद इसे भारत द्वारा खरीद लिया गया। विराट को मूल रूप से ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा 18 नवंबर, 1959 को एचएमएस हरमेस के तौर पर सेवा में शामिल किया गया था। इसे 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक दशक से अधिक समय तक यह भारत का अकेला विमान वाहक पोत रहा है। यद्यपि इसे एक साहसिक पर्यटन केन्द्र या संग्रहालय में तब्दील करने का प्रस्ताव है लेकिन इस पर रक्षा मंत्रालय द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। मंत्रालय के विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आईएनएस विक्रांत के साथ जो हुआ, वह विराट के साथ नहीं होगा।टिप्पणियां
1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले विक्रांत को कबाड़ के तौर पर बेच दिया गया जिससे कईयों को झटका लगा। विराट ने सबसे पहले 30 से अधिक वर्षों तक ब्रिटिश नेवी की सेवा की जिसके बाद इसे भारत द्वारा खरीद लिया गया। विराट को मूल रूप से ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा 18 नवंबर, 1959 को एचएमएस हरमेस के तौर पर सेवा में शामिल किया गया था। इसे 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले विक्रांत को कबाड़ के तौर पर बेच दिया गया जिससे कईयों को झटका लगा। विराट ने सबसे पहले 30 से अधिक वर्षों तक ब्रिटिश नेवी की सेवा की जिसके बाद इसे भारत द्वारा खरीद लिया गया। विराट को मूल रूप से ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा 18 नवंबर, 1959 को एचएमएस हरमेस के तौर पर सेवा में शामिल किया गया था। इसे 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
लाहौर की कुदसिया मस्जिद में जुटी भारी भीड़ की गहमागहमी जुमे के इस पहर में अचानक थम-सी गई है. मौलाना हाफिज सईद&मुंबई में 26 नवंबर, 2008 के आतंकी हमले का कथित सूत्रधार&बाहर आ चुका है और हर तरफ खामोशी पसरी हुई है. टखनों से थोड़ा ऊपर उठे अपने परिचित सफेद सलवार-कुर्ते में लिपटी उसकी भारी काया चार फुट लंबी एक छड़ी के सहारे खड़ी होती है. उसे कुछ दिनों से रीढ़ में दर्द है. यह दिक्कत हालांकि केवल भ्रम है. अपनी नफीस उर्दू में सईद माइक पर गरजता है, “कश्मीरी भाइयों और बहनों को तुम्हारी जरूरत है. उठो, हमारे साथ आओ और सीधे चुनौती का सामना करो.” जमात-उद-दावा (जेयूडी) के अमीर की बुलंद आवाज हरे रंग के मुख्य हॉल में गूंज रही है, “आप मेरी आवाज सुन रहे हैं? क्या आपको कश्मीरी बहनों और मांओं की चीख-पुकार सुनाई नहीं दे रही है? यह कुछ कर गुजरने का वक्त है. हिंदुस्तान के खिलाफ जेहाद में आप हमारे साथ आएं.”
देशभर से आए करीब 2,000 नौजवान चुपचाप अपने हाथ उठाकर समर्थन देते हैं. सफेद सलवार-कुर्तों का समुद्र हिलोरें मार रहा है.
आज का दिन खास है. आज पाकिस्तान की आजादी की 68वीं सालगिरह है, लेकिन सईद के गुस्से का निशाना यहां से 24 किलोमीटर दूर अंतरराष्ट्रीय सरहद के पार है. वह सरहद, जिसके बारे में सईद का दावा है कि जल्द ही मिट जाएगी. सईद गरजता है, “गजवा-ए-हिंद होकर रहेगा.” यानी भारत के खिलाफ सैन्य अभियान चलेगा जिसमें भारत खत्म हो जाएगा. अपने हाथों से वह छड़ी को लकड़ी के मंच की ओर हिलाते हुए कहता है, “कश्मीर को हथियारबंद जंग से ही आजाद कराया जा सकता है... 1971 का बदला हम तभी ले पाएंगे जब आप हिंदुस्तान, अमेरिका और इज्राएल के खिलाफ हमारे जेहाद में साथ आएंगे.”
बाहर आसमान से बरस रही गर्मी और उमस को कम करने के लिए रेफ्रिजरेटर के आकार के छह टावर एयरकंडिशनर लगाए गए हैं. पाकिस्तान में सईद के सिर पर सबसे बड़ा इनाम है&अमेरिका के विदेश विभाग ने उनके बारे में सूचना देने वाले के लिए 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था, जिसके बाद 2012 में उसकी गिरफ्तारी हुई. उसके दिमाग में अक्सर यह बात घूमती रहती है कि उसे आखिर गिरफ्तार कौन करेगा. वह जहां कहीं जाता है, सूबे की पुलिस उनकी सुरक्षा में होती है. वह बुलेट-और बम-प्रूफ सफेद लैंड क्रूजरों के काफिले में चलता है जो भारत में जेड-प्लस सुरक्षा के लिए दी जाती हैं. एक वाहन में जैमर भी है&ऐसा एंटिना जो रेडियो सिग्नल को नाकाम कर देता है ताकि दूर से कोई विस्फोट न किया जा सके. उसकी सुरक्षा में चौबीसों घंटे 24 खतरनाक से दिखने वाले सुरक्षाकर्मी रहते हैं जो भूरे रंग के सलवार-कुर्ते पहनते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या उसे एबटाबाद जैसी किसी छापामार कार्रवाई (देखें बातचीत) से डर लगता है, वह कहता है, “भारत तो मेरा पैर भी नहीं छू सकता.” इधर, किसी भारतीय से उसे सबसे ज्यादा चिढ़ हुई है तो वे बॉलीवुड के निर्देशक कबीर खान हैं. पिछले 10 अगस्त को सईद ने लाहौर हाइकोर्ट में याचिका देकर खान निर्देशित प्रतिशोध पर केंद्रित फिल्म फैंटम पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, जिसमें उसका किरदार निभा रहे एक अभिनेता की हत्या की गई है. अपने वकील के हवाले से सईद ने बताया कि फिल्म ने जमात-उद-दावा और पाकिस्तान को बदनाम किया है.
इस दौरान 27 जुलाई को गुरदासपुर और 5 अगस्त को ऊधमपुर में हुए आतंकी हमलों से जो ठोस साक्ष्य मिले हैं, वे उस डोजियर का हिस्सा थे जिसे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज को सौंपना था. नई दिल्ली में 24 अगस्त को दोनों देशों के एनएसए के बीच होने वाली यह वार्ता दो दिन पहले ही रद्द कर दी गई जब पाकिस्तान ने भारत पर “शर्तें थोपने” का आरोप लगाते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए.
डोजियर में कराची में दाऊद इब्राहिम के ठिकाने के अलावा ऊधमपुर में बीएसएफ की टुकड़ी पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नवेद याकूब से की गई पूछताछ की रिपोर्ट भी शामिल थी. नवेद ने बताया था कि उसे हाफिज सईद के बेटे तल्हा ने पाकिस्तान के हलान से “लॉन्च” किया था ताकि वह जम्मू और कश्मीर में एक बड़ा फिदायीन हमला कर सके.
आतंक के कारखाने
भारत जब भी पाकिस्तान के साथ वार्ता के अपने एजेंडे में आतंकवाद को प्राथमिक समस्या बताता है, तो आम तौर पर उसका मतलब लश्करे तैयबा (एलईटी) की गतिविधियां ही होती हैं. पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक वार्ताओं में भारत एक और पद का इस्तेमाल करता है “इन्फ्रास्ट्रक्चर ऑफ टेरर” यानी आतंक का बुनियादी ढांचा. इसका मतलब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और वहां के पंजाब सूबे में चलाए जा रहे लश्कर के आतंकी शिविर होते हैं.
उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ ने 10 जुलाई को संयुक्त रूप से घोषणा की थी कि “आतंकवाद के सभी रूपों पर बात की जाएगी.” इसकी वजह सिर्फ यही थी कि लश्कर जैसी राज्येतर ताकतें बातचीत में बाधा डाल सकती हैं.
गौर तलब है कि भारत की संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले को छोड़ दें जिसे जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था, तो भारत की धरती पर अधिकतर आतंकी हमले लश्कर ने ही किए हैं.
गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी कहते हैं, “लश्कर सबसे ताकतवर आतंकी खतरा है जिसका हमें सामना करना है और भविष्य में यह किसी भी हमले का स्रोत हो सकता है.”
नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज ऐंड एनालिसिस (आइडीएसए) के सुरिंदर कुमार शर्मा और अंशुमान बेहरा का 2013 का लिखा एक पर्चा कहता है कि लश्कर खतरनाक है क्योंकि उसकी पहुंच और क्षमता अंतरराष्ट्रीय है और उसे लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ, पाकिस्तानी फौज और सऊदी अरब का संरक्षण प्राप्त है.
भारत के लिए परेशानी यह रही है कि लश्कर अब तक हर तूफान को झेलते हुए बचा रहा है. अमेरिका ने 2001 में उसे आतंकी संगठन ठहराया, जिसके बाद उसने अपना नाम जेयूडी रख लिया. फिर उसे मिलने वाली रकम के स्रोत रोके गए. लेकिन वह अब तक कायम है. पेशावर में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकियों ने 16 दिसंबर, 2014 को 132 बच्चों की हत्या कर दी तो देश भर में आतंकी समूहों पर हुए ताबड़तोड़ हमले से भी लश्कर बेअसर रहा. पाकिस्तान के अखबारों में 24 अगस्त को वहां के आंतरिक मंत्रालय के नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट सेल की एक अधिसूचना में 61 आतंकी संगठनों की सूची जारी की गई थी. इनमें साठ को प्रतिबंधित कर दिया गया है जिनमें जैश, तहरीक और लश्कर शामिल हैं. सिर्फ एक समूह जेयूडी को “निगरानी के तहत” दिखाया गया था.
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अफसरों का कहना है कि ये हालात बदलने वाले नहीं हैं. लश्कर पाकिस्तान की आइएसआइ का एक अभिन्न अंग है. लश्कर से जुड़े डेविड कोलमैन हेडली ने 2010 में एनआइए के अधिकारियों को अमेरिका में बताया था कि लश्कर का हर नेता, हाफिज सईद भी, आइएसआइ के किसी अफसर की सरपरस्ती में काम करता है ताकि इस गुट पर पाकिस्तानी फौज का नियंत्रण कायम रह सके.
इसकी पुष्टि इस बात से भी होती है कि लश्कर ने कभी भी पलट कर पाकिस्तानी सरकार पर कोई हमला नहीं किया है, जैसा कि लश्करे झांगवी (एलईजे) ने किया था. गौर तलब है कि 16 अगस्त को एलईजे ने अपने मुखिया मलिक इसहाक की “मुठभेड़” में हत्या के खिलाफ पंजाब के पाकिस्तान के गृह मंत्री शुजा खानजादा की हत्या कर दी थी.
एक भारतीय खुफिया जानकार का मानना है कि आज की तारीख में लश्कर किसी भी राज्येतर ताकत से कहीं ज्यादा बड़ा गुट है, जिसका संरक्षण वहां की खुफिया एजेंसी खुद करती है. लेबनान के ईरान समर्थित ताकतवर शिया उग्रवादी समूह से उसकी तुलना करते हुए वे कहते हैं, “लश्कर तीन मुंह वाला एक सियासी-मजहबी संगठन है जिसकी अपनी हथियरबंद इकाई है, इसे आप “सुन्नी हिज्बुल्ला” भी कह सकते हैं.”
जेयूडी की सोशल मीडिया वेबसाइटों पर कुदरती हादसों के दौरान उसके कार्यकर्ताओं द्वारा स्वैच्छिक मदद से संबंधित दुष्प्रचार भरी सामग्री रहती है. जेयूडी का एक प्रवक्ता बताता है कि उसकी मेडिकल विंग के पास 188 एंबुलेंस का बेड़ा है और पाकिस्तान भर में दर्जनों ब्लड बैंक हैं. यह गुट 40,000 से ज्यादा यतीमों और विधवाओं को मासिक नकद राशि और मदद देता है. विधवाओं को रोजगार के अवसर दिए जाते हैं, यतीमों को मुफ्त में पढ़ाई करवाई जाती है. भारतीय अफसरों के मुताबिक, इस धर्मार्थ काम की आड़ में एक ऐसा तथ्य छिपा है जिससे लोग मोटे तौर पर परिचित हैं. लश्कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पंजाब में 14 आतंकी प्रशिक्षण शिविर चलाता है. युवाओं को पाकिस्तान के गरीब इलाकों से यहां लाया जाता है और उन्हें तीन महीने का फौजी प्रशिक्षण देने के बाद भारत में हमलों के लिए घुसाया जाता है. ऐसा ही एक युवक जिसे हाल में गिरफ्तार किया गया है, वह 21 साल का मोहम्मद नवेद याकूब है जो फैसलाबाद का रहने वाला है और जिसे 5 अगस्त को जम्मू के ऊधमपुर में बीएसएफ के जवानों को ले जा रही बस पर हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उसके पाकिस्तानी होने से इनकार कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर में जो विदेशी मूल के 70 आतंकी अब भी सक्रिय हैं, उनमें अधिकतर पाकिस्तानी हैं और लश्कर के हैं. कुल मिलाकर यहां 200 आतंकी सक्रिय हैं जिनमें अधिकतर कश्मीरी मूल के हैं. अकेले लश्कर के पास यह क्षमता है कि वह अपने लड़ाकों को भारत में कहीं भी हमला करने के लिए भेज दे. मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हमला करने वाले 10 आतंकवादियों को कश्मीर में जंग के लिए प्रशिक्षित किया गया था.
पकड़े गए आतंकियों ने यह खुलासा किया है कि नब्बे के दशक के मुकाबले आज की तारीख में आतंकी प्रशिक्षण शिविर कम हो रहे हैं. पहले इनमें सैकड़ों आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता था. अब ये शिविर छोटे हो गए हैं जहां 50 से कम रंगरूटों को एक बैच में भर्ती किया जाता है. इसके बावजूद यहां से निकलने वाले आतंकियों के खतरनाक होने में कोई शक नहीं है.
लश्कर के तीन संदिग्ध आतंकियों ने 27 जुलाई को पहले एक बस पर हमला किया, फिर रेल पटरी पर विस्फोटक रखे और उसके बाद पंजाब के गुरदासपुर के एक थाने में हमला बोल दिया. उन्हें बाद में मार गिराया गया.
26/11 के मुकदमे में विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम इस हमले का मास्टरमाइंड सईद को ही बताते हैं. इस मामले में तीन दोषी&अजमल कसाब (अकेला आतंकी जिसे 26/11 के हमले में जिंदा पकड़ा गया था), अबू जिंदाल और हेडली ने सईद को लश्कर का सुप्रीमो बताया था. निकम कहते हैं, “कसाब ने हमें बताया था कि सईद इन शिविरों में आता था जहां उसे दूसरे लड़ाकों के साथ प्रशिक्षण दिया जाता और वह उन्हें उपदेश देता था.” पाकिस्तान की प्रतिक्रिया अब तक यही रही है कि सईद का इस हमले से सीधा रिश्ता स्थापित करने वाला कोई सबूत मौजूद नहीं है. उसने इसकी बजाए सैन्य कमांडर जकीउर रहमान लखवी और छह अन्य को 2008 में गिरफ्तार किया था. सात साल बाद आज भी पाकिस्तान में 26/11 की सुनवाई शुरू होनी बाकी है. भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में खटास की यह एक वजह है. लखवी को लाहौर की अदियाला जेल से सात साल बाद पिछले 10 अप्रैल को जमानत पर छोड़ दिया गया.
रंगरूटों की भर्ती ऐसे
हाफिज सईद की हर जुमे पर होने वाली सभा जुम्मा बाजार की ही तरह लाहौर के लिए एक नियमित घटना बन चुकी है, जिसमें मुट्ठियां लहराई जाती हैं और भारत के खिलाफ नफरत भरी बातें कही जाती हैं. इस सभा के बाद हालांकि जो होता है, वह कहीं ज्यादा दिलचस्प है.
सईद के युवा श्रोता सभागार से निकलने के बाद एक लाइब्रेरी के पास जाते हैं जहां जेहादी साहित्य, सईद के व्याख्यानों वाली सस्ती सीडी, इस्लामिक किताबों और टी-शर्टों की बिक्री होती है. टी-शर्ट पर लिखा होता है, “इंडिया का जो यार है, गद्दार है, गद्दार है” और “जेहाद इज माइ लाइफ” (जेहाद मेरी जिंदगी है). छोटी-छोटी मेजों के पीछे बैठे जेयूडी के तीन कार्यकर्ताओं के पास वे जाते हैं. ये युवा अपना नाम, पता, फोन नंबर और शैक्षणिक योग्यता मोटे-मोटे रजिस्टरों में कतार लगाकर दर्ज करते हैं. यह जगह जेयूडी का रोजगार केंद्र कही जा सकती है. इसी कतार में दाढ़ी वाला एक युवक है 21 साल का इस्माइल खान, जो मजबूत देह वाला छह फुट लंबा शख्स है. उसने भी अपनी पैंट टखनों से ऊपर पहन रखी है. खैरपुर के सरकारी कॉलेज से भौतिकी और गणित में स्नातक इस युवा पर सईद के भाषण का असर पड़ा है. वह कहता है कि वह जेयूडी में जाना चाहता है ताकि “अपने कश्मीरी भाइयों और बहनों को भारत से आजाद करवाने में” अपना किरदार निभा सके. उसे यह नहीं पता कि ये कैसे होगा. एक निम्न मध्यवर्गीय सिंधी परिवार से आने वाला यह युवक कहता है, “मैंने लाहौर आने के लिए 1,300 किलोमीटर लंबा रास्ता तय किया है ताकि मैं जेयूडी को अपनी सेवाएं दे सकूं. मेरे लिए दुआ करें.”
सिंध के खैरपुर जिले में इस्माइल समेत 70 अन्य युवाओं को जेयूडी के एक स्थानीय नेता बस में भरकर यहां ले आए हैं.
खान का यह सफर इस बात का सबूत है कि हाफिज सईद का पाकिस्तान के मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग पर कितना असर है, जो इस देश की आबादी का एक-तिहाई है. लश्कर के लिए रंगरूट भर्ती करने का स्थायी तबका भी यही है, जो दो दशक से ज्यादा वक्त तक जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को भेजता रहा है और हाल ही में जिसने मुंबई और गुरदासपुर में हमले किए. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि जेयूडी हर रंगरूट का मूल्यांकन करता है और फिर तय करता है कि उनकी भूमिका सबसे ज्यादा कहां बनेगी&पाकिस्तान के धर्मादा कामों में या फिर मुजफ्फराबाद के शिविरों में जहां उन्हें भारत के खिलाफ “लॉन्च” किया जाएगा.
पाकिस्तान सरकार के एक वरिष्ठ अफसर मानते हैं कि ये लड़के हमेशा के लिए संगठन के साथ नहीं रहते. वे कहते हैं, “अधिकतर युवा हाफिज सईद के प्रभाव में वहां जाते हैं. वे आतंकवाद में किसी करियर के लिए वहां नहीं जाते. वे धार्मिक विश्वासों, रोमांच और एक उद्देश्यबोध से थोड़ा-थोड़ा प्रेरणा लेकर वहां जाते हैं. अधिकतर रंगरूट सरहद पार लडऩे के दो साल बाद वापस घर लौट आते हैं.”
संगठन के हथियारबंद दस्ते के बारे में पूछे जाने पर सईद नावाकफियत जाहिर करता है. उसके हिसाब से लश्कर कश्मीर की आजादी के लिए लडऩे वाला एक संगठन है. दिलचस्प बात यह है कि सामाजिक काम करने वाले इस धर्मार्थ संगठन जेयूडी के झंडे पर छह स्तंभों पर टिकी एक काली तलवार का चिह्न है. इस्लाम में सिर्फ पांच स्तंभ होते हैं. छठवां स्तंभ वही है जो बार-बार सईद के भाषणों में आता हैः जेहाद.
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद द्वारा 2011 में पारित एक प्रस्ताव के बाद जेयूडी की परिसंपत्तियों और खातों पर रोक लगा दी थी. न तो इसने और न ही अमेरिका की कार्रवाई ने संगठन के कामकाज पर कोई असर डाला. इसके उलट जेयूडी और उससे जुड़े धर्मार्थ संगठन पाकिस्तान में फैलते ही गए. लाहौर के एक सुरक्षा विशेषज्ञ असद राणा कहते हैं, “यह समूह चैरिटी के माध्यम से पैसे जुटाता है. इसका बड़ा हिस्सा विदेश में रहने वाले पाकिस्तानियों के योगदान से आता है.”
जेयूडी पाकिस्तान में 140 स्कूल चलाता है जहां निःशुल्क शिक्षा, आवास, खाना और मामूली मासिक जेबखर्च दिया जाता है. इसने मुरिदके, बालाकोट, मनशेरा, मुजफ्फराबाद, लाहौर, गुजरांवालां, कराची और हैदराबाद में अत्याधुनिक अस्पताल स्थापित किए हैं जहां आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण मौजूद हैं. इन अस्पतालों में निःशुल्क लीवर ट्रांसप्लांट और आंख की लेजर से सर्जरी भी की जाती है. समूह की एक कैंसर अस्पताल खोलने की योजना भी है.
लश्कर से निबटना
जैसा कि बॉलीवुड की फिल्म फैंटम में दिखाया गया है, तकरीबन उसी तर्ज पर लश्कर से निबटने के लिए एक गुप्त ऑपरेशन चलाने की बात पर विचार किया गया था लेकिन 26/11 के हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इस विचार को त्याग दिया. उसके बाद से भारत लगातार जेयूडी-लश्कर के गठजोड़ पर कूटनीतिक और कानूनी कार्रवाई पर जोर देता रहा है.
भारत ने 2008 के बाद से ही तीन सूत्री रणनीति अपनाई है&अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना और पाकिस्तान के आतंकी समूहों की ओर सबका ध्यान खींचना, मुंबई हमले के षड्यंत्रकारियों को सजा देने के लिए पाकिस्तान को बाध्य करना और चुनी हुई सरकार को बाध्य करना कि वह आतंक का रणनीतिक इस्तेमाल करना छोड़ दे.
इसकी मिलीजुली कामयाबी हासिल हुई है. अमेरिका कई साल से लश्कर पर दबाव बना रहा है और उसने उसके फंड के स्रोतों को रोकने के अलावा उससे संबद्ध संगठनों को आतंकी घोषित किया हुआ है. पिछले साल अमेरिका ने लश्कर के लिए पैसे जुटाने वाले दो अहम लोगों नजीर अहमद चौधरी और मुहम्मद हुसैन गिल को स्पेशली डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया.
अमेरिका के आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग में ट्रेजरी के अंडर सेक्रेटरी डेविड एस. कोहेन ने जून 2014 में वॉशिंगटन में कहा था, “हम एलईटी की वित्तीय बुनियाद को निशाना बनाते रहेंगे ताकि उसकी हिंसक कार्रवाइयों को रोक सकें.”
इस साल जून में भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 कमेटी से गुहार लगाई कि वह लखवी की रिहाई पर पाकिस्तान से सवाल करे. यह कमेटी सभी देशों के लिए प्रावधान करती है कि वे अल कायदा से जुड़े व्यक्तियों या इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करें. मामला कमेटी के सामने आया तो चीन ने इसे “तकनीकी” कारणों से रुकवा दिया.
पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त जी. पार्थसारथी ऐसे कदम उठाने के लिए कहते हैं जिनसे सईद का खुलकर घूमना-फिरना और नफरत फैलाना मुश्किल हो जाए. वे कहते हैं, “उसे भी छुपने के लिए मजबूर कर दिया जाना चाहिए, जैसा कि दाऊद इब्राहिम के साथ किया गया है. इसका उसके ऊपर और उसके मानने वालों पर मनोवैज्ञानिक असर होगा.”
प्रधानमंत्री मोदी की हाल में हुई यूएई की यात्रा में भारत को एक छोटी सी कूटनीतिक जीत बेशक हासिल हुई है. भारत और यूएई ने 16 अगस्त को जो साझा बयान जारी किया, उसने पाकिस्तान के भीतर घबराहट पैदा कर दी. इस साझा बयान में पाकिस्तान का नाम छोड़कर बाकी सब कुछ था, जिसमें दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी कि “हर किस्म के आतंकवाद की निंदा और त्याग, चाहे जहां कहीं और किसी के भी द्वारा किया गया हो, सभी राष्ट्रों से आह्वान कि दूसरे देशों के खिलाफ आतंक के इस्तेमाल को छोड़ दें, जहां कहीं आतंक का ढांचा हो उसे नष्ट करें और आतंक पैदा करने वालों को सजा दी जाए.” इस बयान ने कम से कम आतंकवाद के मसले पर ताकतवर गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल के एक सदस्य से पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया है. बीजेपी के नेता शेषाद्रि चारी कहते हैं, “आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग कर देने की दिशा में एनडीए सरकार का यह सबसे बड़ा कदम है.”
इतना तो तय है कि हाफिज सईद और उसके गुर्गों से निबटने में अकेले कूटनीति काम नहीं आने वाली. |
उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि फरार अभियुक्त, जिसे वांछित अपराधी घोषित कर दिया गया है, को अग्रिम जमानत का लाभ नहीं दिया जा सकता है.
न्यायमूर्ति पी सदाशिवम और न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की खंडपीठ ने दिल्ली के हीरा व्यापारी लावेश की जमानत याचिका खारिज करते हुए अग्रिम जमानत से संबंधित प्रावधान पर यह टिप्पणी की है. न्यायाधीशों ने कहा, ‘आमतौर पर जब अभियुक्त फरार हो और उसे वांछित अपराधी घोषित किया जा चुका हो तो ऐसी स्थिति में उसे अग्रिम जमानत देने का सवाल ही नहीं उठता.’
न्यायाधीशों ने कहा, ‘हम दोहराते हैं कि जब एक व्यक्ति के नाम वारंट जारी हो गया हो और वह फरार हो या वारंट की तामील से बचने का प्रयास कर रहा हो और उसे अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत वांछित अपराधी घोषित किया जा चुका हो तो वह अग्रिम जमानत की राहत पाने का हकदार नहीं है.’ दिल्ली के हीरा व्यापारी लावेश को उसके भाई की गर्भवती पत्नी विभा की आत्महत्या के मामले में सह अभियुक्त बनाया गया है. विभा का विवाह लावेश के छोटे भाई से 19 जनवरी, 2010 को हुआ था. विभा ने विवाद के दो साल के भीतर ही आत्महत्या कर ली थी.
विभा की मां ने शिकायत दर्ज करायी थी कि उसकी बेटी को दहेज में पांच लाख रुपए और लाने के लिए परेशान किया जाता था. इसी आधार पर विभा के पति, जेठ लावेश और सास ससुर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
इस मामले में विभा के पति और सास को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन लावेश फरार था. उसे बाद में वांछित अपराधी घोषित कर दिया गया था.
लावेश की अग्रिम जमानत की याचिका सत्र अदालत और दिल्ली उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी थी. इसके बाद उसने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी. |
आरणमुल कनाटी (मलयालम: ആറന്മുളക്കണ്ണാടി / आऱन्मुळक्कण्णाटि , अर्थ आरणमुल आईना) केरल के आरणमुल नामक गाँव में हाथों के साथ बनाया जाने वाला एक विशेष दर्पण है जिसे बनाने के लिए धातुओं के घोल का प्रयोग किया जाता है। धातुओं के मिश्रण के साथ बने होने के कारण यह साधारण शीशों से अलग है। इसे बनाने में प्रयुक्त धातुओं के मिश्रण के बारे में पूरे तौर पर कोई जानकारी नहीं मिलती और इसे विश्वकर्मा (मलयालम വിശ്വകർമ്മജർ) परिवार के रहस्य के तौर पर बचा कर रखा जा रहा है। धातुविज्ञानियों का कहना है कि इसमें तांबे और टिन के मिश्रण का प्रयोग किया गया है। इसके बाद इसको कई दिन पालिश करने के बाद चमकाया जाता है। यह ८ प्रमुख्य वस्तुओं "अष्टमंगल्यम" में से एक है जो केरल में एक दुल्हन के लिए शुभ मानी जाती हैं।
सन्दर्भ
केरल की संस्कृति |
ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि जातिआधारित जनगणना का काम जुलाई के अंत तक ही पूरी हो पाएगा. इस प्रकार की जनगणना प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा कानून समेत सामाजिक कल्याण की विभिन्न योजनाओं में लाभ के पात्र नागरिकों की पहचान के लिए की जा रही है.
खाद्य मंत्री के वी थामस ने पिछले महीने ग्रामीण विकास मंत्री को एक पत्र लिखा कर सामाजिक आर्थिक और जाति आधारित जनगणना (सेक) 2011 के आंकड़ों की मांग की थी ताकि खाद्य कानून लागू करने में सुविधा हो.
जवाब में रमेश ने खाद्य मंत्री को लिखा, ‘ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे सेक 2011 को जून 2012 के अंत तक पूरा किया जा सके. हमें उम्मीद है कि इस साल जुलाई तक ही यह पूरा हो पाएगा.’ इस तरह की जनगणना की शुरूआत गत जून में हुई थी. कुछ राज्यों में अभी इसका काम शुरू ही नहीं हुआ है.
ग्रामीण विकास मंत्रालय इस प्रक्रिया में ग्रामीण इलाकों में परिवारों की आर्थिक सामाजिक स्थिति पर ध्यान दे रहा है और उनके आंकणों को संयोजित करने में लगा है जबकि शहरी क्षेत्रों के ऐसा काम आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन विभाग के जिम्मे है.
खाद्य सुरक्षा विधेयक का उद्देश्य है ग्रामीण इलाके में 75 फीसदी लोगों और शहरी इलाकों में 50 फीसदी तक लोगों को बहुत सस्ती दर पर अनाज उपलब्ध कराना है. |
उत्तर प्रदेश के एक गांव में महिला के साथ हुए गैंगरेप के बाद पंचायत ने अपने फैसले में दोषियों को पांच जूते मारने की सजा सुनाई. दो युवकों ने चाकू की नोंक पर महिला से गैंगरेप किया था और पुलिस के पास शिकायत करने पर उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी थी. पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है.
मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में गढ़मुक्तेश्वर का है. यहां के सिंभावली क्षेत्र के एक गांव की पंचायत ने ये तुगलकी फरमान जारी किया है.
पीड़िता से लगवाए जूते
पंचायत ने फरमान तो खुद सुनाया लेकिन पीड़िता को हक दिया कि वो आरोपियों को 5 जूते मारे. इसके अलावा दोनों आरोपियों को पांच लाख रुपये दंड के तौर पर भरने के लिए भी कहा लेकिन न्याय करने वाले दोषियों के प्रति इतने संवेदनशील निकले कि एक आरोपी सवा लाख रुपये देकर सजा से बच गया तो दूसरे को रकम अदा न कर पाने की वजह से सरेआम जूते मारे गए.
थाने में मामला दर्ज
इस मामले को लेकर सिंभावली थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई है लेकिन पुलिस ने पंचायत होने की जानकारी से इंकार कर रही है. इतना सब होने के बावजूद पुलिस को इस पंचायत तक की भनक तक नहीं लगी. मामला मीडिया के सामने आने के बाद पुलिस जांच की बात कह रही है.
चाकू की नोंक पर किया गैंगरेप
सिंभावली क्षेत्र के एक गांव की महिला कुछ दिन पहले मेडिकल स्टोर से दवा लेने गई थी. शुगर मिल गेट के सामने पड़ोस के दो युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने और घर छोड़ने का वादा करके महिला को बाइक पर बिठा लिया. इसके बाद दोनों महिला को जंगल में ले गए और चाकू की नोंक पर उसका गैंगरेप किया.
दी थी बच्चों को जान से मारने की धमकी
आरोपियों ने महिलाओं को पुलिस से शिकायत करने पर उसके बच्चों को जान मारने की धमकी दी. घर पहुंचकर महिला ने परिजनों को आपबीती सुनाई. आरोपी गांव के दबंग बताए जाते हैं.
आरोपियों ने बनाया था पंचायत का दवाब
महिला से गैंगरेप करने वाले दोषी, गांव के दबंग हैं और उन्होंने ही मामले को थाने तक नहीं पहुंचने दिया. ग्रामीणों ने बताया की आरोपियों ने गांव के लोगों पर दबाव बना कर 29 दिसम्बर को गुपचुप पंचायत का आयोजन कराया. इसके बाद गुस्साए महिला के पति ने गांव के लोगों को साथ लिया और 24 दिसम्बर को मामला दर्ज कराया. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया की लंदन में ललित मोदी से मुलाक़ात के मामले में सफाई मांगी है। इस मुलाक़ात पर राकेश मारिया ने भी प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया कि वह 2014 में आधिकारिक कॉन्फ्रेंस के लिए लंदन गए थे। वहां ललित मोदी के वकील ने ललित मोदी को अंडरवर्ल्ड से ख़तरा बताकर मिलने का अनुरोध किया था।
मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया और इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के बीच साल 2014 में लंदन में मुलाकात हुई थी। सरकार अब मारिया से इस तस्वीर के पीछे का सच जानना चाहती है, वो भी 24 घंटों के अंदर। वहीं दूसरी ओर राज्य के गृह राज्यमंत्री रंजीत पाटिल ने कहा 'मारिया ललित मोदी से लंदन में मिले, दोनों के बीच क्या बात हुई ये उन्हें ही मालूम होगा। मैं और गृह सचिव देखेंगे कि रिकॉर्ड में क्या दर्ज है।'
राकेश मारिया भी इस मामले पर सफाई दे चुके हैं, एक प्रेस रिलीज के जरिए उन्होंने बताया कि 'साल 2014 में एक औपचारिक कॉन्फ्रेंस के लिए वह लंदन गए थे, वहां ललित मोदी के वक़ील ने मुझसे गुज़ारिश की थी कि उन्हें अंडरवर्ल्ड से ख़तरा है, इसलिए वो मुझसे मिलना चाहते हैं, क्योंकि मैं 2009-10 में क्राइम ब्रांच में ज्वाइंट कमिश्नर था, जब ललित मोदी को हमने अंडरवर्ल्ड के ख़तरे से आगाह किया था, उस समय जांच भी की थी। ललित मोदी से मैं 15-20 मिनट मिला था, मोदी ने मुझसे मदद की गुज़ारिश भी की थी। इस पर मैंने कहा था कि लंदन में मुंबई पुलिस कुछ नहीं कर सकती, आपको मुंबई आकर शिकायत दर्ज करानी होगी। भारत लौटने के बाद मैंने गृहमंत्री को मुलाकात की जानकारी दी थी और इसे गोपनीय रिकॉर्ड में दर्ज भी किया था।'
ललित मोदी प्रवर्तन निदेशालय के कई मामलों में जांच का सामना कर रहे हैं, सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के साथ उनकी कथित नज़दीकी पर इन दिनों सियासी बवंडर मचा हुआ है। |
यह लेख है: किसी ने सच ही कहा है, हर बच्चा बहादुर होता है, बस उसे मौके की तलाश होती है. ऐसा ही एक वाक्या ओडिशा में देखने को मिला है. यहां के केंद्रपारा जिले में एक छह साल की बच्ची ने बहादुरी का परिचय देते हुए दोस्त को बचाने के लिए मगरमच्छ से भिड़ गई. इस बच्ची की बहादुरी के सामने मगरमच्छ हार गया और वह अपनी दोस्त को बचाने में कामयाब हो गई. बहादुरी की मिसाल पेश करने वाली बच्ची का नाम टिकी है, वह दलाई बनकुआला गांव में पढ़ती है. फिलहाल वह पहली क्लास में पढ़ती है. मगरमच्छ से लड़ते हुए घायल हो गई इस बच्ची का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है. पीड़िता के हाथ और जांघ में कई जगह पर घाव है। फिलहाल वह खतरे से बाहर है। टिप्पणियां
बताया जा रहा है कि दोनों बच्चियां मंगलवार को गांव के तलाब में नहाने गईं थीं. इसी दौरान तलाब में एक मगरमच्छ आ गया और उसने अचानक बसंती पर हमला कर दिया। हालांकि बसंती की दोस्त टिकी ने हिम्मत दिखाते हुए छड़ी से मगरमच्छ के सिर पर वार किया। अचानक हुए इस वार से मगरमच्छ हैरान रह गया और उसने बसंती को तुरंत छोड़ दिया। लड़की को छोड़ने के बाद मगरमच्छ वापस पानी में चला गया।
वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है. दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं.
बताया जा रहा है कि दोनों बच्चियां मंगलवार को गांव के तलाब में नहाने गईं थीं. इसी दौरान तलाब में एक मगरमच्छ आ गया और उसने अचानक बसंती पर हमला कर दिया। हालांकि बसंती की दोस्त टिकी ने हिम्मत दिखाते हुए छड़ी से मगरमच्छ के सिर पर वार किया। अचानक हुए इस वार से मगरमच्छ हैरान रह गया और उसने बसंती को तुरंत छोड़ दिया। लड़की को छोड़ने के बाद मगरमच्छ वापस पानी में चला गया।
वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है. दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं.
वन विभाग ने दोनों बच्चियों को पुरस्कृत करने और उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया है. दोनों बच्चियों के बहादुरी के चर्चे पूरे इलाके में हो रहे हैं. |
रामानुजाचार्य ( जन्म: १०१७ - मृत्यु: ११३७ ) विशिष्टाद्वैत वेदान्त के प्रवर्तक थे। वह ऐसे वैष्णव सन्त थे जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत गहरा प्रभाव रहा।
रामानुजाचार्य दर्शन का आधार वेदान्त के अलावा सातवीं से दसवीं शताब्दी के रहस्यवादी एवं भक्तिमार्गी आलवार सन्तों के भक्ति-दर्शन तथा दक्षिण के पंचरात्र परम्परा थी।
रामानुजाचार्य की स्मृति में ५ फरवरी २०२२ (वसन्त पञ्चमी) को हैदराबाद में समता की प्रतिमा का अनावरण किया गया जो २१६ फुट ऊँची है।
संक्षिप्त जीवनी
रामानुज का जन्म १०१७ ईसवी में श्रीपेरुमबुदुर नामक गाँव में हुआ था जो वर्तमान समय में तमिल नाडु में आता है। बचपन में उन्होंने कांची जाकर अपने गुरू यादव प्रकाश से वेदों की शिक्षा ली। रामानुजाचार्य आलवार सन्त यमुनाचार्य के प्रधान शिष्य थे। गुरु की इच्छानुसार रामानुज से तीन विशेष काम करने का संकल्प कराया गया था - ब्रह्मसूत्र, विष्णु सहस्रनाम और दिव्य प्रबन्धम् की टीका लिखना। उन्होंने गृहस्थ आश्रम त्याग कर श्रीरंगम् के यतिराज नामक संन्यासी से सन्यास की दीक्षा ली।
मैसूर के श्रीरंगम् से चलकर रामानुज शालिग्राम नामक स्थान पर रहने लगे। रामानुज ने उस क्षेत्र में बारह वर्ष तक वैष्णव धर्म का प्रचार किया। उसके बाद तो उन्होंने वैष्णव धर्म के प्रचार के लिये पूरे भारतवर्ष का ही भ्रमण किया। ११३७ ईसवी सन् में १२० वर्ष की आयु पूर्ण कर वे ब्रह्मलीन हुए।
उन्होंने यूँ तो कई ग्रन्थों की रचना की किन्तु ब्रह्मसूत्र के भाष्य पर लिखे उनके दो मूल ग्रन्थ सर्वाधिक लोकप्रिय हुए - श्रीभाष्यम् एवं वेदान्त संग्रहम्।
विशिष्टाद्वैत दर्शन
रामानुजाचार्य के दर्शन में सत्ता या परमसत् के सम्बन्ध में तीन स्तर माने गये हैं - ब्रह्म अर्थात् ईश्वर, चित् अर्थात् आत्म तत्व और अचित् अर्थात् प्रकृति तत्व।
वस्तुतः ये चित् अर्थात् आत्म तत्त्व तथा अचित् अर्थात् प्रकृति तत्त्व ब्रह्म या ईश्वर से पृथक नहीं है बल्कि ये विशिष्ट रूप से ब्रह्म के ही दो स्वरूप हैं एवं ब्रह्म या ईश्वर पर ही आधारित हैं। वस्तुतः यही रामनुजाचार्य का विशिष्टाद्वैत का सिद्धान्त है।
जैसे शरीर एवं आत्मा पृथक नहीं हैं तथा आत्म के उद्देश्य की पूर्ति के लिये शरीर कार्य करता है उसी प्रकार ब्रह्म या ईश्वर से पृथक चित् एवं अचित् तत्त्व का कोई अस्तित्व नहीं हैं। वे ब्रह्म या ईश्वर का शरीर हैं तथा ब्रह्म या ईश्वर उनकी आत्मा सदृश्य हैं।
भक्ति से तात्पर्य
रामानुज के अनुसार भक्ति का अर्थ पूजा-पाठ या कीर्तन-भजन नहीं बल्कि ध्यान करना या ईश्वर की प्रार्थना करना है। इसी गहन भक्ति के तहत
संत रामानुजाचार्य को मां सरस्वती के दर्शन भी प्राप्त हुए थे , सामाजिक परिप्रेक्ष्य से रामानुजाचार्य ने भक्ति को जाति एवं वर्ग से पृथक तथा सभी के लिये सम्भव माना है।
इसके अलावा रामानुजाचार्य भक्ति को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर उसके लिए दार्शनिक आधार भी प्रदान किया कि जीव ब्रह्म में पूर्णता विलय नहीं होता है बल्कि भक्ति के द्वारा ब्रह्म को प्राप्त करके जीवन मृत्य के बंधन से छूटना यही मोक्ष है
इन्हें भी देखें
आदि शंकराचार्य
मध्वाचार्य
जगद्गुरु सुदर्शनाचार्य
भक्ति आन्दोलन
समता की प्रतिमा
रामानन्द
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
रामानुजाचार्य का परिचय (वेबदुनिया)
भक्ति के महान आचार्य थे रामानुजाचार्य (समय_अलाइव)
दार्शनिक
हिन्दू गुरु |
शब्द "पोएटिक्स" ग्रीक ποιητικός पोएटिकोस से आया है "कविता से संबंधित," शाब्दिक रूप से "रचनात्मक, उत्पादक," ποιητός पोएटोस से "बनाना," ποιεῖν पोइइन का मौखिक विशेषण "बनाना।" विद्वान टी. वी. एफ. ब्रोगन पश्चिमी में तीन प्रमुख आंदोलनों की पहचान करते हैं पिछले 3,000 वर्षों में काव्यशास्त्र, औपचारिकतावादी, वस्तुवादी अरिस्टोटेलियन परंपरा से शुरू हुआ (पोएटिक्स देखें)। रोमांटिक युग के दौरान, काव्यशास्त्र अभिव्यक्तिवाद की ओर प्रवृत्त हुआ और बोधगम्य विषय पर जोर दिया गया। 20वीं शताब्दी में अरिस्टोटेलियन प्रतिमान की वापसी देखी गई, जिसके बाद मेटाक्रिटिकलिटी या काव्यशास्त्र के सिद्धांत की स्थापना की ओर रुझान आया। |
फ्रांस के कान में जी-20 की बैठक के नतीजे को ‘सकारात्मक और संतुलित’ बताते हुए चीन ने कहा कि सम्मेलन में शामिल दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं ने वित्तीय बाजार में स्थिरता लाने तथा वैश्विक आर्थिक कामकाज में सुधार को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त की है.
चीनी प्रतिनिधिमंडल के प्रवक्ता मा झाओक्सु ने कहा, ‘वृहत आर्थिक नीतियों, वित्तीय बाजार में स्थिरता, वैश्विक आर्थिक कामकाज को बेहतर बनाने तथा आर्थिक पुनरूद्धार में तेजी लाने के लिये सभी पक्षों ने साथ मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्धता जतायी है.’
चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओं के कान में जी-20 बैठक में भाग लेकर लौटने के बाद प्रवक्ता का यह बयान आया है. बैठक में वैश्विक सुधार तथा वित्तीय स्थिरता को प्रभावित करने वाले व्यापक मुद्दों से निपटने के उपायों पर चर्चा की गयी. प्रवक्ता ने कहा कि यूरोप में सरकारी रिण संकट के मुद्दे को शिखर सम्मेलन में प्राथमिकता दी गयी. |
राहुल गांधी ने गुरुवार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पूर्वोत्तर के सांसदों से मुलाकात कर इस क्षेत्र के लोगों को परेशान किए जाने की घटनाओं को रोकने के संबंध में चर्चा की।
सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा से संबंधित चिंताओं के समाधान के लिए उचित सुधारात्मक उपाय सुझाने के लिए छह-सदस्यीय समिति गठित की है। राहुल गांधी के समक्ष शिष्टमंडल का नेतृत्व कांग्रेस महासचिव और पूर्वोत्तर राज्यों के प्रभारी लुइझिनो फलेरियो ने किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष न केवल अरुणाचल प्रदेश के छात्र नीडो तानियम के मामले में न्याय चाहते हैं, बल्कि पूर्वोत्तर राज्य के लोगों के खिलाफ भेदभाव के मुद्दे का भी समाधान चाहते हैं। यह बैठक कुछ दिन पहले लाजपत नगर में कुछ दुकानदारों द्वारा कथित तौर पर पिटाई किए जाने से 19-वर्षीय छात्र तानियम की मौत की पृष्ठभूमि में हुई है।
फलेरियो ने कहा कि गृह मंत्रालय ने छह-सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसका नेतृत्व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एमपी बेजबरूआ करेंगे और यह दो महीने के भीतर रिपोर्ट देगी। |
अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध और गहरा गया है. अमेरिका द्वारा चीनी वस्तुओं के आयात पर शुल्क लगाए जाने के जवाब में चीन ने पोर्क और फलों समेत अमेरिका से आयातित होने वाली 128 वस्तुओं पर शुल्क लगा दिया है. सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, कस्टम्स टैरिफ कमिशन ऑफ द स्टेट काउंसिल ने फलों और अन्य संबंधित 120 उत्पादों पर 15 प्रतिशत और सूअर का मांस (पोर्क) और इससे संबंधित अन्य आठ वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने का फैसला किया है.
मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी बयान के अनुसार स्टील और एल्यूमिनियम उत्पादों पर शुल्क लगाने के अमेरिका के कदम की प्रतिक्रियास्वरूप ऐसा किया गया है.टिप्पणियां
दुनियाभर में आपत्ति के बावजूद अमेरिकी प्रशासन ने स्टील के आयात पर 25 प्रतिशत और एल्यूमिनियम उत्पादों पर 10 प्रतिशत कर लगा दिया. बयान के अनुसार अमेरिका के कदम से चीन के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचा है.
मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी बयान के अनुसार स्टील और एल्यूमिनियम उत्पादों पर शुल्क लगाने के अमेरिका के कदम की प्रतिक्रियास्वरूप ऐसा किया गया है.टिप्पणियां
दुनियाभर में आपत्ति के बावजूद अमेरिकी प्रशासन ने स्टील के आयात पर 25 प्रतिशत और एल्यूमिनियम उत्पादों पर 10 प्रतिशत कर लगा दिया. बयान के अनुसार अमेरिका के कदम से चीन के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचा है.
दुनियाभर में आपत्ति के बावजूद अमेरिकी प्रशासन ने स्टील के आयात पर 25 प्रतिशत और एल्यूमिनियम उत्पादों पर 10 प्रतिशत कर लगा दिया. बयान के अनुसार अमेरिका के कदम से चीन के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचा है. |
ये तो हम सभी जानते हैं कि एक मां अपने बच्चों को सुख देने के लिए लाख मुश्किल झेलने को तैयार रहती है. मां चाहे इंसानों की हो या बेजुबान जानवरों की, वह अपने बच्चे की खातिर कुछ भी करने को तैयार रहती हैं. इसी भावना को जाहिर करने वाला एक वीडियो इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक मादा ओपस्सम (opossum) अपनी पीठ पर 12 बच्चों को लादकर धीमे-धीमे कदमों से चलती हुई दिख रही है. वीडियो में साफ तौर से झलक रहा है पीठ पर इतने सारे बच्चों के होने के चलते मादा ओपस्सम बेहद मुश्किल में है, वह कदम नहीं बढ़ा पा रही है, फिर शायद बच्चों की खातिर आगे बढ़ती हुई दिख रही है. इस मादा ओपस्सम को चलने में इसलिए और भी परेशानी हो रही है, क्योंकि उसके पीठ पर बैठे बच्चे उछल-कूद कर रहे हैं. वे कभी फिसल रहे हैं तो मां के शरीर के बाल पकड़कर दोबारा ऊपर चढ़ने की कोशिश करते हैं. स्वभाविक है कि बच्चों के पंजों से बाल खींचने के चलते मादा ओपस्सम को कष्ट हो रहा होगा, लेकिन यहां वह मां है, इसलिए उसे दुख में भी सुख का अहसास हो रहा होगा.नाइस टारगेट (NiceTargets) के फेसबुक पेज से पोस्ट किए गए दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को विस्कॉन्सिन तीरंदाजी रेंज (Wisconsin archery range) में सूट किया गया है. जेनोआ सिटी (Genoa City) के तीरंदाजी रेंज में काम करने वाले एक शख्स की नजर अचानक मैदान में पड़ी. वहां उन्होंने देखा कि एक ओपस्सम पीठ पर अपने 12 बच्चों को बिठाकर मैदान में घूम रही है. शायद वह बच्चों को घुमा रही है या खाने की तलाश कर रही है. टिप्पणियां
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
नाइस टारगेट (NiceTargets) के फेसबुक पेज से पोस्ट किए गए दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को विस्कॉन्सिन तीरंदाजी रेंज (Wisconsin archery range) में सूट किया गया है. जेनोआ सिटी (Genoa City) के तीरंदाजी रेंज में काम करने वाले एक शख्स की नजर अचानक मैदान में पड़ी. वहां उन्होंने देखा कि एक ओपस्सम पीठ पर अपने 12 बच्चों को बिठाकर मैदान में घूम रही है. शायद वह बच्चों को घुमा रही है या खाने की तलाश कर रही है. टिप्पणियां
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा. |
अमेरिकी टेक कंपनी ऐपल ने 2nd जेनेरशन AirPods लॉन्च कर दिए हैं. AirPods ऐपल का वायरलेस इयरफोन है. भारत में इसकी कीमत 14,900 रुपये से शुरू होगी. इस बार कंरपी ने वायरलेस चार्जिंग का भी ऑप्शन दिया है, लेकिन इसके लिए आपको 18,900 रुपये खर्च करने होंगे. इसकी बिक्री अगले कुछ हफ्तों से शुरू हो सकती है.
ऐपल ने सबसे पहले 2016 में AirPods लॉन्च किए थे और शुरुआत में इसके डिजाइन को लेकर दुनिय भर में काफी मजाक भी बना. इस नए एयरपॉड्स में नया H1 चिप दिया गया है और कंपनी के दावे के मुताबिक यह 50% ज्यादा टॉकटाइम और ऐपल डिवाइस में 2 टाइम ज्यादा तेज कनेक्टिविटी देता है. कंपनी के मुताबिक यह चिप सुपीरियर ऑडियो के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है.
इस पर AirPods में Hey Siri वॉयस ऐक्टिवेशन का भी सपोर्ट दिया गया है. यानी आप AirPods को Hey Siri बोल कर गाने चेंज कर सकते हैं, कॉल कर सकते हैं या मैप्स पर नेविगेशन कर सकते हैं.
इस बार AirPods के साथ वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट देने का मतलब ये है कि कंपनी ने एक नया वायरलेस चार्जिंग केस भी पेश किया है. ऐलल का कहना है कि यह केस 24 घंटे का लिस्निंग टाइम देता है. इसे किसी भी Qi एनेबल वायरलेस चार्जर पर रख कर आप चार्ज कर सकते हैं. इस वायरलेस चार्जिंग केस को आप अलग से भी खरीद सकते हैं और इसके लिए आपको 7000 रुपये देने होंगे.
डिजाइन की बात करें तो नए AirPods पुराने वाले से मिलते जुलते हैं. हालांकि इस बार वायरलेस चार्जिंग केस में बैटरी इंडीकेटर के लिए एलईडी लाइट दी गई है. हाल ही में सैमसंग ने भी नए वायरलेस इयरफोन्स Galaxy Buds लॉन्च किया है जिसकी कीमत भारत में 9999 रुपये है. इसमें वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट दिया गया है. |
अम्बिकापुर नगर के उतर-पूर्व छोर पर तकिया ग्राम स्थित है इसी ग्राम में बाबा मुराद शाह, बाबा मुहम्मद शाह और उन्ही के पैर की ओर एक छोटी मजार उनके तोते की है यहां पर सभी धर्म के एवं सम्प्रदाय के लोग एक जुट होते हैं मजार पर चादर चढाते हैं और मन्नते मांगते है बाबा मुरादशाह अपने "मुराद" शाह नाम के अनुसार सबकी मुरादे पूरी करते हैं। इसी मजार के पास ही एक देवी का भी स्थान है इस प्रकार इस स्थान पर हिन्दू देवी देवता और मजार का एक ही स्थान पर होना धार्मिक एवं सामाजिक समन्वय का जीवंत उदाहरण है। |
उत्तर प्रदेश के कैराना से विधायक नाहिद हसन का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लगी गई है. नाहिद हसन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में विधायक नाहिद हसन अपने विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दुकानदारों से सामान न लेने की अपील करते हुए दिख रहे हैं. साथ ही विधायक कहते हैं कि 'हम सामान खरीदते हैं तो इन भाजपाइयों की दुकान चलती है और उनका घर चलता है, इसलिए सभी भाइयों से मेरी अपील है कि बीजेपी समर्थित दुकानों से सामान लेना बंद करें.'
इस मामले में एसपी अजय कुमार का कहना है कि वीडियो वायरल संज्ञान में आया है, हमने एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव को जांच सौंप दी है. जांच आज ही पूरी कर ली जाएगी. अगर वीडियो में सच्चाई है तो किसी भी दर्जे का नेता हो, कितना भी पावरफुल हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
नाहिद हसन को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "दस दिनों के लिए, एक महीने के लिए बजार से बीजेपी के लोगों का बहिष्कार करें, चाहे आपको दूसरे गांव क्यों न जाना पड़े लेकिन अपने भाइयों के साथ खड़े रहें, कुछ तकलीफ उठा लें. उनके घर चलते हैं क्योंकि हम उनकी दुकानों से सामान खरीदते हैं और इस वजह से हम दुख झेल रहे हैं." कैराना सांप्रदायिक रूप से एक संवेदनशील क्षेत्र है. कुछ साल पहले यह जगह खबरों में थी क्योंकि ऐसी रिपोर्ट आई थीं कि मुस्लिमों के डर से हिंदू कैराना छोड़ रहे थे. माना जाता है कि कैराना में मुसलमानों की आबादी 60 फीसदी से ऊपर है. |
दीवाली तक सोने का भाव क्या होगा? सर्राफा बाजार में इस सवाल पर अटकलें लगने लगी हैं क्योंकि चौतरफा लिवाली समर्थन के चलते बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में यह 26,000 रु प्रति दस ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को लांघ गया। यह नया रिकार्ड है। सोने में पांच कारोबारी सत्रों से तेजी जारी है। आज यह 215 रुपये और तेजी के साथ 26,055 रु प्रति दस ग्राम हो गया। बाजार सूत्रों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में सोने में जारी उछाल का असर स्थानीय बाजार धारणा पर भी पड़ा। न्यूयार्क में सोना 1,782.50 डालर प्रति औंस की नयी उंचाई को छू गया है। फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दर को अगले साल मध्य तक निचले स्तर पर बनाये रखने की घोषणा की है जिसने सोने की चमक बढा दी। शादी ब्याह के सीजन से पहले की लिवाली ने भी सोने को बल दिया। वायदा बाजार में भी सोना मजबूत हो रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि एसएंडपी द्वारा अमेरिका की साख रेटिंग घटाये जाने का असर सर्राफा बाजारों, निवेशकों की राय पर है। घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 215 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 26,055 रु और 25,935 रु प्रति दस ग्राम बंद हुए। हालांकि गिन्नी के भाव में 100 टूटकर 20,900 रु प्रति आठ ग्राम बंद हुए। वहीं मौजूदा उच्च स्तर पर मांग कमजोर पड़ने से चांदी में गिरावट आई। चांदी तैयार के भाव 800 रु टूटकर 58,100 रु और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 12,00 रु की गिरावट के साथ 57,400 रु प्रति किलो बंद हुए। वहीं त्योहारी मांग बढ़ने से चांदी सिक्का के भाव 2,000 रु चढ़कर 66,000:67,000 रु प्रति सैंकड़ा बंद हुए। |
अभिनव भारत समिति (यंग इंडिया सोसाइटी) 1904 में विनायक दामोदर सावरकर और उनके भाई गणेश दामोदर सावरकर व नारायण दामोदर सावरकर द्वारा स्थापित एक गुप्त समाज था। प्रारंभ में मित्रा मेला के रूप में नासिक में स्थापित किया गया था जब विनायक सावरकर पुणे में फर्ग्यूसन काॅलेज में छात्र थे, समाज भारत के विभिन्न हिस्सों में शाखाओं के साथ कई सौ क्रांतिकारियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए बढ़ा, जो सावरकर के साथ लंदन में कानून का अध्ययन करने के लिए चले गए। इसने ब्रिटिश अधिकारियों की कुछ हत्याएं कीं, जिसके बाद सावरकर बंधुओं को दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया। समाज को औपचारिक रूप से 1952 में भंग कर दिया गया था।
इतिहास
विनायक सावरकर और गणेश सावरकर ने 1899 में नासिक में एक क्रांतिकारी गुप्त समाज का मित्र मेला शुरू किया। यह उस समय महाराष्ट्र में कई ऐसे मेलों (क्रांतिकारी समाजों) में से एक था, जो सशस्त्र विद्रोह के माध्यम से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने में विश्वास रखता था।1904 में, महाराष्ट्र के विभिन्न कस्बों से 200 सदस्यों की एक बैठक में, विनायक सावरकर ने इसका नाम बदलकर अभिनव भारत रख दिया, जो Giuseppe Mazzini के यंग इटली के बाद लिया गया।
1906 में, विनायक सावरकर कानून का अध्ययन करने के लिए लंदन चले गए। उसी वर्ष, उन्होंने Mazzini Charitra नामक एक खंड को संकलित किया, जो 25-पृष्ठ के परिचय के साथ इतालवी क्रांतिकारी Mazzini के लेखन का एक अनुवाद है। पुस्तक जून 1907 में महाराष्ट्र में प्रकाशित हुई थी और कहा जाता है कि 2000 प्रतियों के पहले संस्करण को एक महीने के भीतर बेच दिया गया था। माजिनी की गुप्त समितियों और गुरिल्ला युद्ध की तकनीकों को सावरकर ने पूरी तरह से अपना लिया था। उन्होंने भारत में अपने हमवतन के साथ-साथ लंदन में क्रांतिकारी प्रचार करने के लिए नियमित समाचार पत्र लिखे।
क्रियाएँ
सावरकर के क्रांतिकारी प्रचार के कारण 1 जुलाई 1909 की शाम मदनलाल ढींगरा ने भारतीय छात्रों की बैठक में लेफ्टिनेंट कर्नल विलियम कर्जन-वायली की हत्या कर दी, जो भारत के विदेश राज्य मंत्री का राजनीतिक सहयोगी था। लंदन में इंपीरियल इंस्टीट्यूट। ढींगरा को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में कोशिश करके उसे मार दिया गया था। नासिक के जिला मजिस्ट्रेट ए। एम। टी। जैक्सन की 1909 में अनंत लक्ष्मण कान्हारे द्वारा ऐतिहासिक "नासिक षड़यंत्र केस" में हत्या कर दी गई थी।
जैक्सन हत्याकांड की जांच में अभिनव भारत समिति के अस्तित्व और उसमें अग्रणी सावरकर भाइयों की भूमिका का पता चला। विनायक सावरकर ने भारत को बीस ब्राउनिंग पिस्तौल भेजने के लिए पाया था, जिनमें से एक का उपयोग जैक्सन की हत्या में किया गया था। उन्हें जैक्सन की हत्या में आरोपित किया गया और जीवन के लिए "परिवहन" की सजा सुनाई गई। सावरकर को 1910 में अंडमान द्वीप समूह की सेलुलर जेल में कैद किया गया था। सन 1952 में गणेश सावरकर जी ने इसे खत्म कर दिया था।
भारतीय स्वतंत्रता का क्रांतिकारी आंदोलन |
यूपी की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में जारी सियासी घमासान के बाद तस्वीर काफी हद साफ होती दिखी और अब यहां सुलह की कोशिशें शुरू हो गई हैं. शनिवार को हुए एक तरह के शक्ति परीक्षण में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पिता एवं पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह और चाचा शिवपाल पर भारी पड़ते दिखे.
इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश और रामगोपाल यादव का सपा से निष्कासन वापस ले लिया गया. सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा, 'नेताजी के आदेश अनुसार, अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है. सब साथ मिलकर सांप्रदायिक ताकतों से लड़ेंगे और उत्तर प्रदेश में फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे.'
नेताजी के आदेश अनुसार अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का पार्टी से निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। सब साथ (1/2)
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad)
December 31, 2016
.... मिलकर सांप्रदायिक ताकतों से लड़ेंगे और पुनः उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे। (2/2)
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad)
December 31, 2016
इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने बताया कि रामगोपाल यादव ने अपना सम्मेलन रद्द कर दिया और अब चुनावों के लिए मुलायम सिंह और अखिलेश यादव मिलकर उम्मीदवारों की लिस्ट बनाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा, अब साथ-साथ रहना बहुत जरूरी है और हम सब लोग मिलकर चुनाव में जाएंगे. हमारी सरकार ने सारे वादे पूरे किए हैं, जनता हमारे साथ है. सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में फैसला हुआ है कि टिकटों को लेकर सब मिलकर फैसला करेंगे और दोबारा से रिव्यू किया जाएगा. अखिलेश यादव के जो सुझाव हैं उन पर ध्यान दिया जाएगा.
पिता-पुत्र के बीच सुलह में आजम की अहम भूमिका
इससे पहले सीएम अखिलेश अपने पिता एवं पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह से मिलने उनके घर पहुंचकर सुलह के लिए अपनी शर्तें रखी थीं. पिता-पुत्र की इस मुलाकात में वरिष्ठ सपा नेता आजम खान की अहम भूमिका मानी जा रही है. उन्होंने ही पहले पिता मुलायम और फिर अखिलेश से मुलाकात कर बीचबचाव की कोशिश की. अखिलेश जिस गाड़ी से मुलायम सिंह के घर पहुंचे, उसमें भी अखिलेश के साथ आजम खान और अबु आजमी मौजूद थे.
अखिलेश ने अमर सिंह को हटाने की रखी शर्त
अखिलेश ने यहां पिता के सामने सुलह के लिए अमर सिंह को पार्टी से निकालने की शर्त रखी और 12 सितंबर से पहले के हालात बहाल करने की मांग की. दरअसल तभी से अखिलेश की चाचा शिवपाल के बीच खुली रस्साकशी शुरू हुई थी. अखिलेश यादव की इन शर्तों के बाद मुलायम सिंह ने अपने भाई एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को फोन कर अपने घर बुलाया और फिर थोड़ी देर बातचीत चलने के बाद बैठक खत्म हो गई.
मुलायम ने कर दी भूल : सपा विधायक
दरअसल सपा में जारी वर्चस्व की इस लड़ाई में पिता मुलायम अपने बेटे अखिलेश के सामने कमजोर साबित हुए. सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने पार्टी दफ्तर में शनिवार 10.30 बजे संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई थी, लेकिन वह मीटिंग शुरू ही नहीं हो सकी. मुलायम सिंह जिस पार्टी को अपनी और सिर्फ अपनी पार्टी कह रहे थे, वह भी उनसे मुंह मोड़ती दिखी और पार्टी दफ्तर के आगे सन्नाटा सा ही पसरा रहा. पार्टी दफ्तर में सुरक्षा अधिकारियों को 402 लोगों की लिस्ट दी गई थी, लेकिन 12 बजे तक बमुश्किल 100 लोग ही यहां पंहुचे. उसमें भी संगठन के लोग ज्यादा थे, विधायक और प्रत्याशी कम. बैठक के लिए पार्टी दफ्तर पहुंचने वालों में महज 18 मंत्री और विधायक, तो करीब 60 से ज्यादा प्रत्याशी शामिल थे. यहां देखने वाली बात यह है कि मुलायम द्वारा घोषित 395 प्रत्याशियों में से एक चौथाई भी मुलायम का साथ नहीं दिखे. वहीं अब तक जो विधायक और प्रत्याशी पार्टी दफ्तर पंहुचे भी, उनमें से ज्यादातर मुलायम सिंह को ही नसीहत देते दिखे. मुलायम कैंप के ऐसे ही एक विधायक बाबू खान का कहना है कि मुलायम सिंह ने भूल कर दी.
अखिलेश बोले- विधानसभा जीत कर पिता मुलायम को देंगे गिफ्ट
इससे पहले सीएम आवास पर अपने समर्थक विधायकों के साथ मीटिंग कर रहे अखिलेश ने बेहद भावुक अंदाज में कहा कि वह अपने पिता से अलग नहीं हैं. अब वह पिता मुलायम सिंह को विधानसभा जीत कर गिफ्ट देंगे. सीएम आवास पर हुई इस बैठक में शामिल होने के लिए सपा से निष्कासित रामगोपाल यादव और धर्मेंद्र यादव भी पहुंचे थे. वहीं अखिलेश समर्थकों ने इस बैठक में 220 एमएलए व एमएससी के पहुंचने का दावा किया. इस बैठक में शामिल विधायकों से हस्ताक्षर लिए गए और उनके समर्थन की यह चिट्ठी सीएम अखिलेश ने मुलायम सिंह को सौंपा है.
इस बीच शनिवार को यूपी के विभिन्न जिला कार्यालयों में अखिलेश समर्थक नारे लगते दिखे. वहीं मुलायम सिंह के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में कुछ अखिलेश समर्थकों ने पार्टी दफ्तर पर भी कब्जा कर लिया था. वहीं कुछ अखिलेश समर्थक नारेबाजी करते हुए लखनऊ में सपा दफ्तर की तरफ पहुंच गए. हालांकि पुलिस ने उनके रास्ते में रोक लिया और इस वजह से पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई.
अखिलेश को कांग्रेस और आरएलडी का समर्थन
सपा में दो-फाड़ के बीच पिता-पुत्र की अलग-अलग बुलाई इस बैठक को शक्ति परिक्षण के तौर पर देखा जा रहा था और इन बैठकों में शामिल नेताओं की संख्या ही यूपी में आगे की राजनीतिक बिसात तय होने वाली थी. बता दें कि यूपी विधानसभा में सपा के पास कुल 229 विधायक और 100 सदस्यीय विधानपरिषद में सपा के 67 सदस्य हैं.
यहां सीएम
अखिलेश
को कांग्रेस, आरएलडी और कुछ निर्दलीय विधायक से समर्थन का भरोसा मिला है. सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश और मुलायम की ओर से बुलाई गई विधायकों की बैठक पर कांग्रेस पैनी नजर है.
अब सपा में मुलायम सिंह, कांग्रेस में सोनिया गांधी और आरएलडी में अजीत सिंह नहीं बल्कि अखिलेश, राहुल और जयंत फैसले ले रहे हैं. बताया जाता है कि तीनों आपस में संपर्क में हैं. राहुल और जयंत ने अखिलेश को सपोर्ट करने का भरोसा दिया है. जयंत ने राहुल से बात करने के बाद अखिलेश को संदेश दिया कि हम सब साथ हैं.
सपा से निष्कासित अखिलेश और रामगोपाल
बता दें कि यूपी में तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के तहत सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
मुलायम सिंह यादव
ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अपने भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था. अखिलेश द्वारा
उम्मीदवारों की अपनी लिस्ट
जारी करने, तो वहीं रामगोपाल द्वारा पार्टी का सम्मेलन बुलाने पर मुलायम सिंह ने अनुशासनहीनता करार देते शुक्रवार को यह कार्रवाई की.
बेटे अखिलेश और भाई रामगोपाल के तेवरों से गुस्साए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में आनन-फानन में बुलाए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अखिलेश यादव को रामगोपाल गुमराह कर उनका भविष्य खत्म कर रहे हैं. साथ ही मुलायम ने कहा था कि रामगोपाल के बुलाए अधिवेशन में पार्टी नेताओं और मंत्रियों के शामिल होने को भी अनुशासनहीनता माना जाएगा.
अखिलेश ने जारी की थी अपनी अलग लिस्ट
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने गुरुवार को 235 उम्मीदवारों की अपनी अलग लिस्ट जारी कर दी थी, जिसके बाद शिवपाल यादव ने 68 और नाम घोषित कर 403 में से 393 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया. रामगोपाल का कहना है कि शिवपाल की अगुवाई में ऐसे तमाम नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया, जिनकी कोई जमीनी पकड़ नहीं है और चुनाव में उनकी जमानत तक नहीं बचेगी. इसी के खिलाफ आवाज उठाने से निष्कासन का ये गलत कदम उठाया गया है.
वहीं मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा, 'हम ही असली समाजवादी पार्टी हैं. नेताजी अभी भी हमारे नेता हैं. मेरे पिताजी के करीबी लोग अपने फायदे के लिए उन्हें दिग्भ्रमित कर रहे हैं. हम पिछले पांच सालों के दौरान किए गए अपने कार्यों के आधार पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. लोग हमारे किए गए कामों के लिए हमें वोट करेंगे. हमने अब तक किसी के साथ गठबंधन का फैसला नहीं किया है.' |
वृत्ति अरविंद (जन्म 11 जून 2002) एक इमरती क्रिकेटर हैं। अक्टूबर 2019 में, उन्हें 2019 आईसीसी टी 20 विश्व कप क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए संयुक्त अरब अमीरात के दस्ते में शामिल किया गया, गुलाम शब्बर की जगह। दिसंबर 2019 में, उन्हें 2019 संयुक्त अरब अमीरात त्रिकोणीय राष्ट्र श्रृंखला के लिए वनडे इंटरनेशनल (वनडे) टीम में नामित किया गया था। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ 8 दिसंबर 2019 को यूएई के लिए अपना वनडे डेब्यू किया। उसी महीने बाद में, उन्हें 2020 के अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए यूएई की टीम में नामित किया गया था।
सन्दर्भ |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के दौरे पर हैं. इस दौरे पर वह सोमवार को श्रवणबेलगोला के बाद मैसूर पहुंचे. यहां उन्होंने महाराजा कॉलेज ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और उन पर जनता की आंख में धूल झोंकने का आरोप लगाया. साथ ही जनता से बीजेपी की मिशन वाली सरकार चुनने का आह्वान किया.
कमीशन या मिशन वाली सरकार
एक बार फिर पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकार पर कमीशन खोरी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'मैंने बेंगलुरु में कहा था कि ये 10 प्रतिशत कमीशन का कारोबार है. लोग नाराज हो गए. कुछ ने मैसेज किया, फोन किया. नाराजगी व्यक्त की और कहा कि आपकी जानकारी सही नहीं है, ये दस नहीं ये इससे भी ज्यादा वाले हैं.'
इससे आगे पीएम ने कहा, 'मैं कर्नाटक के लोगों का गुस्सा समझ सकता हूं, देश का नौजवान जाग चुका है. देश को लूटने देने के लिए तैयार नहीं है. मैं आपसे सवाल पूछता हूं कि कर्नाटक में कमीशन वाली सरकार चाहिए या मिशन वाली सरकार चाहिए?
इससे अलावा पीएम ने केंद्र की यूपीए सरकार को भी घेरा. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान पार्लियामेंट के अंदर जब रेल बजट रखा जाता था तो तमाम ट्रेनों की घोषणाएं होती थीं, लेकिन जब हमने सरकार में आकर इन योजनाओं के बारे में पूछा तो पता चला कि 1500 प्रोजेक्ट का संसद में ऐलान तो हुआ, लेकिन उन पर कोई काम नहीं हुआ.
इसके अलावा पीएम मोदी ने विकास का अपना विजन भी बताया. उन्होंने कहा, 'आज मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे कुछ महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का मैसूर की धरती पर लोकार्पण करने का अवसर मिला.' उन्होंने कहा, 'अगर हमें गरीब से गरीब की आवश्यकता पूरी करनी है तो हमें रेल नेटवर्क को और अधिक ताकतवर करना होगा. पिछले चार साल से हम लगातार काम कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी पहले की तुलना में नई रेल लाइन बिछानी होगी. उनका दोहरीकरण करना होगा. नई ट्रेन चलानी होंगी.
दो प्रोजेक्ट का ऐलान
-इस दौरान पीएम मोदी ने दो नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया. उन्होंने बेंगलुरु-मैसूर नेशनल हाईवे का 6 लेन में विस्तार करने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि साढ़े 6 हजार करोड़ से ज्यादा लागत से 117 किमी का 6 लेन बनेगा. जिसके तहत दो हिस्सों में काम शुरू होगा. पहले हिस्से में बेंगुलुरू से निरागाटा और दूसरे हिस्से में निरागटा से मैसूर तक हाईवे विस्तार किया जाएगा.
-मैसूर का रेलवे प्लेटफॉर्म, सैटेलाइट रेलवे स्टेशन बनेगा. उन्होंने बताया यह नागड़ाहली में बनेगा और इस पर करीब 800 करोड़ रुपया खर्च होगा. पीएम ने बताया किये मॉर्डन स्टेशन होगा और मल्टी स्टोरी होगा.
कांग्रेस सरकार पर आरोप
इस दौरान पीएम मोदी ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को भी घेरा. उन्होंने कहा कर्नाटक में जो सरकार चल रही है अब वो जितने दिन ज्यादा चलेगी, उतने दिन कर्नाटक की बर्बादी करती जाएगी. |
लेख: देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री इस साल अप्रैल महीने में 3.4 प्रतिशत बढ़कर 1,00,415 इकाई रही। कंपनी ने पिछले वर्ष इसी महीने में 97,155 वाहन बेचे थे।
मारुति सुजुकी ने बयान में कहा कि कंपनी की घरेलू बिक्री 3.6 प्रतिशत बढ़कर 90,255 इकाई रही जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में 87,144 इकाई थी।
कंपनी का निर्यात अप्रैल 2012 में 1.5 प्रतिशत बढ़कर 10,160 वान रहा। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 10,011 थी। बयान के अनुसार घरेलू बाजार में यात्री कारों की बिक्री 1.3 प्रतिशत घटकर 72,939 इकाई रही जो वर्ष 2011 के इसी महीने में 73,905 इकाई थी।
कंपनी की मारुति 800, ए-स्टार, आल्टो, वैगन आर जैसी छोटी कारों की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 26.4 प्रतिशत घटकर 30,720 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 41,744 थी।टिप्पणियां
काम्पैक्ट खंड (एस्टिलो, स्विफ्ट तथा रिट्ज मॉडल) में मारुति सुजुकी की बिक्री आलोच्य महीने में 43 प्रतिशत बढ़कर 26,072 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष 2011 के इसी महीने में यह 18,227 इकाई थी। मारुति की डिजाइर माडल की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 31.5 प्रतिशत बढ़कर 15,510 इकाई थी जो पिछले वर्ष अप्रैल महीने में 11,797 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी।
मारुति सुजुकी ने बयान में कहा कि कंपनी की घरेलू बिक्री 3.6 प्रतिशत बढ़कर 90,255 इकाई रही जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में 87,144 इकाई थी।
कंपनी का निर्यात अप्रैल 2012 में 1.5 प्रतिशत बढ़कर 10,160 वान रहा। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 10,011 थी। बयान के अनुसार घरेलू बाजार में यात्री कारों की बिक्री 1.3 प्रतिशत घटकर 72,939 इकाई रही जो वर्ष 2011 के इसी महीने में 73,905 इकाई थी।
कंपनी की मारुति 800, ए-स्टार, आल्टो, वैगन आर जैसी छोटी कारों की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 26.4 प्रतिशत घटकर 30,720 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 41,744 थी।टिप्पणियां
काम्पैक्ट खंड (एस्टिलो, स्विफ्ट तथा रिट्ज मॉडल) में मारुति सुजुकी की बिक्री आलोच्य महीने में 43 प्रतिशत बढ़कर 26,072 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष 2011 के इसी महीने में यह 18,227 इकाई थी। मारुति की डिजाइर माडल की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 31.5 प्रतिशत बढ़कर 15,510 इकाई थी जो पिछले वर्ष अप्रैल महीने में 11,797 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी।
कंपनी का निर्यात अप्रैल 2012 में 1.5 प्रतिशत बढ़कर 10,160 वान रहा। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 10,011 थी। बयान के अनुसार घरेलू बाजार में यात्री कारों की बिक्री 1.3 प्रतिशत घटकर 72,939 इकाई रही जो वर्ष 2011 के इसी महीने में 73,905 इकाई थी।
कंपनी की मारुति 800, ए-स्टार, आल्टो, वैगन आर जैसी छोटी कारों की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 26.4 प्रतिशत घटकर 30,720 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 41,744 थी।टिप्पणियां
काम्पैक्ट खंड (एस्टिलो, स्विफ्ट तथा रिट्ज मॉडल) में मारुति सुजुकी की बिक्री आलोच्य महीने में 43 प्रतिशत बढ़कर 26,072 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष 2011 के इसी महीने में यह 18,227 इकाई थी। मारुति की डिजाइर माडल की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 31.5 प्रतिशत बढ़कर 15,510 इकाई थी जो पिछले वर्ष अप्रैल महीने में 11,797 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी।
कंपनी की मारुति 800, ए-स्टार, आल्टो, वैगन आर जैसी छोटी कारों की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 26.4 प्रतिशत घटकर 30,720 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने में यह संख्या 41,744 थी।टिप्पणियां
काम्पैक्ट खंड (एस्टिलो, स्विफ्ट तथा रिट्ज मॉडल) में मारुति सुजुकी की बिक्री आलोच्य महीने में 43 प्रतिशत बढ़कर 26,072 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष 2011 के इसी महीने में यह 18,227 इकाई थी। मारुति की डिजाइर माडल की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 31.5 प्रतिशत बढ़कर 15,510 इकाई थी जो पिछले वर्ष अप्रैल महीने में 11,797 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी।
काम्पैक्ट खंड (एस्टिलो, स्विफ्ट तथा रिट्ज मॉडल) में मारुति सुजुकी की बिक्री आलोच्य महीने में 43 प्रतिशत बढ़कर 26,072 इकाई रही। इससे पूर्व वर्ष 2011 के इसी महीने में यह 18,227 इकाई थी। मारुति की डिजाइर माडल की बिक्री इस वर्ष अप्रैल महीने में 31.5 प्रतिशत बढ़कर 15,510 इकाई थी जो पिछले वर्ष अप्रैल महीने में 11,797 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी।
कंपनी के मध्यम आकार के सेडान एस एक्स-4 की बिक्री आलोच्य महीने में 69.8 प्रतिशत घटकर 634 इकाई रही जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 2,102 इकाई थी। लक्जरी कार किजाशी की बिक्री आलोच्य महीने में 91.4 प्रतिशत घटकर 3 इकाई रही जो पिछले वर्ष इसी महीने में 35 इकाई थी। |
यह एक लेख है: चकाचौंध और रनों के साथ रुपयों का खेल ... इंडियन प्रीमियर लीग. दस साल तक इस 'चमक' को सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया ने दिखाया लेकिन अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को नए करार का इंतज़ार है. सोनी के पास बोर्ड को पेशकश देने का पहला अधिकार था, लेकिन बीसीसीआई ने खुली निविदा भेजने का फैसला किया.
वर्ष 2008 में वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के अधिकार तकरीबन 6500 करोड़ रु. में हासिल किए थे, जिसने अधिकारिक प्रसारण के लिये सोनी से हाथ मिलाया. अब बोर्ड को उम्मीद है नए करार से दस सालों के लिये वो इससे तिगुनी तकरीबन 18,000 करोड़ रुपये की रकम हासिल कर सकती है.टिप्पणियां
दुनिया इस निविदा को लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप देख रही है, लेकिन बोर्ड का कहना है उसने सुधारों की बयार पहले से ही बहा रखी है, रविवार को दिल्ली में बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, " हमारे काम कहां कोर्ट को चुनौती दे रहे हैं, मुझे नहीं लगता ऐसा हो रहा है. हमने कई सुधार लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों से पहले शुरू कर दिए थे. बोर्ड को करार से तिगुनी रकम मिलने की उम्मीद है, लेकिन यही पैसा कानूनी फांस भी बन सकता है. सोनी को पहले इनकार का अधिकार था, लेकिन निविदा मंगाकर बोर्ड ने इसे दरकिनार कर दिया. सूत्रों के मुताबिक डिजिटल अधिकार भी डब्लूएसजी के पास हैं ऐसे में बीसीसीआई, लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को मानने के बावजूद नए कानूनी पचड़े में फंस सकता है.
बीसीसीआई इस बार भारतीय उपमहाद्वीप के लिये 10 सालों के अधिकार बेच रहा है, लेकिन डिजिटल और बाकी देशों के लिये अधिकार की अवधि 5 साल होगी. बोर्ड सालाना आम बैठक से पहले लोढ़ा कमेटी के सामने फ्रंट फुट पर खेलता दिख रहा है, लेकिन प्रसारण पर ये पैंतरा कानूनी मैदान में उसे वापस बैकफुट पर धकेल सकता है.
वर्ष 2008 में वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के अधिकार तकरीबन 6500 करोड़ रु. में हासिल किए थे, जिसने अधिकारिक प्रसारण के लिये सोनी से हाथ मिलाया. अब बोर्ड को उम्मीद है नए करार से दस सालों के लिये वो इससे तिगुनी तकरीबन 18,000 करोड़ रुपये की रकम हासिल कर सकती है.टिप्पणियां
दुनिया इस निविदा को लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप देख रही है, लेकिन बोर्ड का कहना है उसने सुधारों की बयार पहले से ही बहा रखी है, रविवार को दिल्ली में बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, " हमारे काम कहां कोर्ट को चुनौती दे रहे हैं, मुझे नहीं लगता ऐसा हो रहा है. हमने कई सुधार लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों से पहले शुरू कर दिए थे. बोर्ड को करार से तिगुनी रकम मिलने की उम्मीद है, लेकिन यही पैसा कानूनी फांस भी बन सकता है. सोनी को पहले इनकार का अधिकार था, लेकिन निविदा मंगाकर बोर्ड ने इसे दरकिनार कर दिया. सूत्रों के मुताबिक डिजिटल अधिकार भी डब्लूएसजी के पास हैं ऐसे में बीसीसीआई, लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को मानने के बावजूद नए कानूनी पचड़े में फंस सकता है.
बीसीसीआई इस बार भारतीय उपमहाद्वीप के लिये 10 सालों के अधिकार बेच रहा है, लेकिन डिजिटल और बाकी देशों के लिये अधिकार की अवधि 5 साल होगी. बोर्ड सालाना आम बैठक से पहले लोढ़ा कमेटी के सामने फ्रंट फुट पर खेलता दिख रहा है, लेकिन प्रसारण पर ये पैंतरा कानूनी मैदान में उसे वापस बैकफुट पर धकेल सकता है.
दुनिया इस निविदा को लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप देख रही है, लेकिन बोर्ड का कहना है उसने सुधारों की बयार पहले से ही बहा रखी है, रविवार को दिल्ली में बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, " हमारे काम कहां कोर्ट को चुनौती दे रहे हैं, मुझे नहीं लगता ऐसा हो रहा है. हमने कई सुधार लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों से पहले शुरू कर दिए थे. बोर्ड को करार से तिगुनी रकम मिलने की उम्मीद है, लेकिन यही पैसा कानूनी फांस भी बन सकता है. सोनी को पहले इनकार का अधिकार था, लेकिन निविदा मंगाकर बोर्ड ने इसे दरकिनार कर दिया. सूत्रों के मुताबिक डिजिटल अधिकार भी डब्लूएसजी के पास हैं ऐसे में बीसीसीआई, लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को मानने के बावजूद नए कानूनी पचड़े में फंस सकता है.
बीसीसीआई इस बार भारतीय उपमहाद्वीप के लिये 10 सालों के अधिकार बेच रहा है, लेकिन डिजिटल और बाकी देशों के लिये अधिकार की अवधि 5 साल होगी. बोर्ड सालाना आम बैठक से पहले लोढ़ा कमेटी के सामने फ्रंट फुट पर खेलता दिख रहा है, लेकिन प्रसारण पर ये पैंतरा कानूनी मैदान में उसे वापस बैकफुट पर धकेल सकता है.
बीसीसीआई इस बार भारतीय उपमहाद्वीप के लिये 10 सालों के अधिकार बेच रहा है, लेकिन डिजिटल और बाकी देशों के लिये अधिकार की अवधि 5 साल होगी. बोर्ड सालाना आम बैठक से पहले लोढ़ा कमेटी के सामने फ्रंट फुट पर खेलता दिख रहा है, लेकिन प्रसारण पर ये पैंतरा कानूनी मैदान में उसे वापस बैकफुट पर धकेल सकता है. |
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने कहा कि हम किसी से टकराव नहीं चाहते लेकिन यदि कोई ऐसा करेगा तो हमारी सेनाएं पहले की ही तरह ‘ईंट का जवाब पत्थर’ से देंगी.
हम किसी से टकराव नहीं चाहते
वायुसेना के स्थानीय महाराजपुर एयरबेस पर 47 स्क्वाड्रन तथा टेक्टिक्स एण्ड एयर कॉम्बेट डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट (टीएसीडीई) को ‘स्टेन्डड्सर्’ सौंपने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम किसी से टकराव नहीं चाहते, लेकिन कोई ऐसा करेगा तो हमारी सेनाएं देश के सम्मान की रक्षा करेंगी जैसा वे पहले से करती आ रही हैं.’’
देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सबकुछ करेंगे
उन्होने कहा कि हम मजबूत रक्षा में विश्वास करते हैं और हमारे पास देश हित की रक्षा के लिए समृद्ध मारक क्षमता है. हम एक शांतिप्रिय देश हैं, लेकिन देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हम सभी प्रकार के कदम उठाएंगे. हमारे जवान देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हमेशा मजबूत इरादों के साथ तैयार रहते हैं. प्रतिभा ने वायुसेना के 47 स्क्वाड्रन और टीएसीडीई की तारीफ करते हुए कहा कि इस स्क्वाड्रन ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध में सक्रिय भागीदारी निबाही और अब यह अपनी सेवा के 50 साल पूरे करने जा रहा है. इसी तरह टीएसीडीई एक बहुआयामी संगठन के रूप में उभर कर सामने आया है और यह अपने नवोन्मेषी काम को ऐसे ही जारी रखेगा. |
आम आदमी पार्टी और एनसीपी के बीच महाराष्ट्र में चल रहे विवाद को लेकर शिवसेना, बीजेपी और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने अपनी जोरदार प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी जहां इसे दोनों पार्टियों की चाल बता रही है तो वही शिवसेना और एमएनएस इसे महज एक दिखावा करार दे रही है.
बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने कहा कि एनसीपी को आम आदमी पार्टी को बढ़ाना है. उनके ऊपर हमला करके उन्हें लाइमलाइट में रखना चाहते है. वहीं शिवसेना ने एनसीपी को भ्रष्ट करार देते हुए साफ कहा की शिवसेना पिछले पांच सालों से भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ लड़ती नजर आ रही है.
शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने कहा कि एनसीपी के सभी लोग भ्रष्ट है. 16 दागी मंत्रियों के खिलाफ गुनाह साबित हुआ लेकिन कार्यवाही नहीं हुई. इस झगड़े के पीछे राजनीति है और इसका नुकसान कांग्रेस और एनसीपी को ही होना है. राज ठाकरे की एमएनएस ने इसे मात्र दिखावा करार दिया.
अब सबको इंतजार चुनाव के नतीजों का है जिसके बाद ही यह साफ हो पायेगा की दो पार्टियों के बीच झगड़े का किसे फायदा और किसे नुकसान है. |
होटल के बाथटब में डूबने से पहले दिवंगत पॉप गायिका व्हिटनी ह्यूस्टन को संभवत: दिल का दौरा पड़ा था. यह कहना है उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का जिसमें खराब स्वास्थ्य और कोकिन को भी मौत की वजह बताया गया है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से 48 साल की गायिका की मौत की वजहों को लेकर जारी अटकलों को विराम मिला है. व्हिटनी की 11 फरवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में बेवरली हिल्स होटल में मौत हो गई थी.
लॉस एंजिलिस टाइम्स के मुताबिक, गायिका को बाथटब में मृत पाया गया था और उनके शरीर में कोकिन के अंश पाए गए. उन्हें मौत के वक्त दिल का दौरा पड़े होने की आशंका जताई गई है.
कोरोनर उपप्रमुख एडविंटर ने बताया, ‘उन्हें दिल का दौड़ा पड़ा होगा जिससे वह बेहोश हुई होंगी और भरे टब में डूब गई होंगी.’ |
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह
ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के सदस्य
अरविंद केजरीवाल
को हिटलर की तरह अहंकार में चूर स्वार्थी महत्वाकांक्षी कहा है.
कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, 'आप के बारे में मेरा नजरिया जनहित में लड़ने वाले योद्धा से बदलकर स्वार्थी, महत्वाकांक्षी, अहंकार में चूर व्यक्ति के तौर पर हो गया है, जिसके मन में लोकतंत्र के लिए थोड़ा सम्मान है.'
'केजरीवाल में हिटलर के गुण'
दिग्विजय सिंह
ने कहा कि वे शनिवार को केजरीवाल से प्रश्न पूछेंगे. उन्होंने केजरीवाल से पूछा कि क्या वह पहले की तरह आरएसएस, अन्ना हजारे एवं योग गुरु रामदेव से जुड़े सवालों को अब भी खारिज कर देंगे. सिंह ने अपने पत्र केजरीवाल के पूर्व सहयोगी भारतीय प्रशानिक सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी वाई. पी. सिंह द्वारा उन्हें हिटलर कहने का भी उल्लेख किया. सिंह ने कहा कि उन्हें केजरीवाल में हिटलर के गुण दिखते हैं.
किसी से नहीं चल सके संबंध
कांग्रेस नेता ने कहा कि केजरीवाल के सम्बंध सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय, अन्ना हजारे एवं किरन बेदी के साथ लम्बे समय तक नहीं चल सके. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अन्ना का उपयोग अपने महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए किया.
राष्ट्रीय सलाहकार समिति में नहीं हो सके शामिल
दिग्विजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय सलाहकार समिति में शामिल होना चाहते थे. उन्होंने कहा, 'आप सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे. आपने मुझसे निवेदन किया था कि मैं आप का नाम राष्ट्रीय सलाहकार समिति में शामिल होने के लिए प्रस्तावित करूं. मैंने आपका नाम प्रस्तावित किया था, लेकिन असफल हो गया. उन्होंने (सोनिया गांधी) अरुणा रॉय को ले लिया.' |
भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की अगले सप्ताह नई दिल्ली में होने वाली बैठक में विदेश सचिव स्तर की बातचीत होगी. इसमें समझौता बम विस्फोट के मुख्य आरोपी की जमानत का मुद्दा और भारत की खुफिया एजेन्सी रॉ का कथित हस्तक्षेप पाकिस्तान का प्रमुख एजेंडा होगा.
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल राहील शरीफ तथा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी
आईएसआई
के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर ने आज प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज की आगामी नई दिल्ली यात्रा को लेकर मुलाकात की. सरताज अपने समकक्ष अजीत डोभाल के साथ वार्ता के लिए 23 अगस्त को भारत आएंगे.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह तय हुआ कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का पाकिस्तान में कथित हस्तक्षेप बातचीत के दौरान एजेंडा के
शीर्ष मुद्दों
में एक रहेगा. उन्होंने बताया कि आईएसआई प्रमुख ने पाकिस्तान में रॉ की गतिविधियों और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों के बार बार संघषर्विराम उल्लंघन के बारे में शरीफ को अवगत कराया.
इससे पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एनएसए-स्तरीय वार्ताओं के एजेंडे पर चर्चा के लिए कल एक बैठक की अध्यक्षता की थी. दोनों बैठकों में गृहमंत्री निसार अली खान, वित्त मंत्री इशाक डार, अजीज, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातमी और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि पाकिस्तान बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच
एक आतंकवाद रोधी तंत्र
बनाने पर जोर देगा. कल की बैठक के बारे में बातचीत करते हुए पाकिस्तान के सरकारी सूत्रों ने यह भी कहा कि एनएसए स्तर की वार्ताओं के विभिन्न पहलुओं और एजेंडा पर भी चर्चा हुई.
- इनपुट भाषा |
केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर 'हमले की बढ़ती घटनाओं' पर चिंता जताते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य का दौरा करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है जो मामले पर रिपोर्ट सौंपेगी.
एक बयान में बताया गया कि भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव समिति के अध्यक्ष होंगे जिसके अन्य सदस्यों में पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी, अनंत हेगड़े, नलिन कतील और राष्ट्रीय सचिव तथा केरल के प्रभारी एच. राजा शामिल हैं. समिति के सदस्य जल्द ही राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर हो रही राजनीतिक हिंसा पर शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.टिप्पणियां
तिरुअनंतपुरम में पार्टी कार्यालय पर देसी बम हमले को देखते हुए यह निर्णय किया गया है. पार्टी का आरोप है कि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन को निशाना बनाकर हमला किया गया था जो बम हमले से कुछ समय पहले कार्यायल से रवाना हुए थे. भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और आरएसएस पदाधिकारियों पर हमले के लिए वामपंथी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक बयान में बताया गया कि भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव समिति के अध्यक्ष होंगे जिसके अन्य सदस्यों में पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी, अनंत हेगड़े, नलिन कतील और राष्ट्रीय सचिव तथा केरल के प्रभारी एच. राजा शामिल हैं. समिति के सदस्य जल्द ही राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर हो रही राजनीतिक हिंसा पर शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.टिप्पणियां
तिरुअनंतपुरम में पार्टी कार्यालय पर देसी बम हमले को देखते हुए यह निर्णय किया गया है. पार्टी का आरोप है कि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन को निशाना बनाकर हमला किया गया था जो बम हमले से कुछ समय पहले कार्यायल से रवाना हुए थे. भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और आरएसएस पदाधिकारियों पर हमले के लिए वामपंथी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तिरुअनंतपुरम में पार्टी कार्यालय पर देसी बम हमले को देखते हुए यह निर्णय किया गया है. पार्टी का आरोप है कि भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन को निशाना बनाकर हमला किया गया था जो बम हमले से कुछ समय पहले कार्यायल से रवाना हुए थे. भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और आरएसएस पदाधिकारियों पर हमले के लिए वामपंथी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
सपा नेता शिवपाल यादव की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने सहारनपुर दंगों पर अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में स्थानीय बीजेपी सांसद राघव लखनपाल पर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने का आरोपी लगाया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन दंगों को शुरुआती चरण में रोकने में नाकाम रहा. कमेटी ने डीएम, एडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को भी प्रशासनिक नाकामी के लिए जिम्मेदार बताया है. हालांकि बीजेपी ने इस रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण बताया है.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे एक पार्टी की रिपोर्ट बताया. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि दंगों के अपराधी जज बनने की कोशिश कर रहे हैं.
A report by their own political party.Have nothing to say as I haven't even seen the report : Rajnath Singh on Saharanpur riots state report
— ANI (@ANI_news)
August 17, 2014
Sambit Patra,BJP: An irony that the perpetrators of the Saharanpur riots are trying to be the judge, we reject report
pic.twitter.com/OKhgSgkUpy
— ANI (@ANI_news)
August 17, 2014
Strict action be taken against those at fault,be it an officer or anyone even belonging to any party: Rashid Alvi on Saharanpur riots report
— ANI (@ANI_news)
August 17, 2014
वहीं बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि रिपोर्ट में सच सामने नहीं आया है. उन्होंने सपा और बीजेपी दोनों को दंगों के लिए जिम्मेदार बताया.
Mayawati : Communal violence/tension in UP is because of both SP and BJP, both parties have political benefit in this
pic.twitter.com/3uXjfLXHBm
— ANI (@ANI_news)
August 17, 2014
गौरतलब है कि सहारनपुर दंगों में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. एक अनुमान के मुताबिक, दंगों के चलते शहर को करीब 244 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. |
स्पेन का एक व्यक्ति अपने 37वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर बैंकाक के एक व्यस्त इलाके में स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाया गया। थाईलैंड पुलिस ने बताया कि उसने अपनी आत्महत्या की फेसबुक पर सीधे ब्लागिंग की।
पुलिस को बुधवार मध्यरात्रि के बाद उस समय सतर्क किया गया जब स्पेन में बैठे उसके मित्रों ने सोशल नेटवर्क पर भेजे गए उसके हताशापूर्ण पोस्ट और एक घातक दवा के चित्र को देखा।
मामले की जांच कर रहे लेफ्टीनेंट कर्नल अपिचन स्वासदिबुद ने बताया कि उसके द्वारा किसी दवा से भरे गिलास का चित्र पोस्ट किए जाने के बाद उसके मित्रों ने हमें सतर्क किया।
उसके मित्र की फर्मासिस्ट बहन ने उसे आगाह किया कि यह एक खतरनाक दवा है जिससे मौत हो सकती है।टिप्पणियां
अपिचन ने कहा कि मृतक के मित्रों और पड़ोसियों ने बताया कि वह आमतौर पर एक खुशदिल इंसान था। वह एक दूरसंचार कंपनी में काम करता था और पिछले करीब एक साल से थाईलैंड में रह रहा था।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं।
पुलिस को बुधवार मध्यरात्रि के बाद उस समय सतर्क किया गया जब स्पेन में बैठे उसके मित्रों ने सोशल नेटवर्क पर भेजे गए उसके हताशापूर्ण पोस्ट और एक घातक दवा के चित्र को देखा।
मामले की जांच कर रहे लेफ्टीनेंट कर्नल अपिचन स्वासदिबुद ने बताया कि उसके द्वारा किसी दवा से भरे गिलास का चित्र पोस्ट किए जाने के बाद उसके मित्रों ने हमें सतर्क किया।
उसके मित्र की फर्मासिस्ट बहन ने उसे आगाह किया कि यह एक खतरनाक दवा है जिससे मौत हो सकती है।टिप्पणियां
अपिचन ने कहा कि मृतक के मित्रों और पड़ोसियों ने बताया कि वह आमतौर पर एक खुशदिल इंसान था। वह एक दूरसंचार कंपनी में काम करता था और पिछले करीब एक साल से थाईलैंड में रह रहा था।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं।
मामले की जांच कर रहे लेफ्टीनेंट कर्नल अपिचन स्वासदिबुद ने बताया कि उसके द्वारा किसी दवा से भरे गिलास का चित्र पोस्ट किए जाने के बाद उसके मित्रों ने हमें सतर्क किया।
उसके मित्र की फर्मासिस्ट बहन ने उसे आगाह किया कि यह एक खतरनाक दवा है जिससे मौत हो सकती है।टिप्पणियां
अपिचन ने कहा कि मृतक के मित्रों और पड़ोसियों ने बताया कि वह आमतौर पर एक खुशदिल इंसान था। वह एक दूरसंचार कंपनी में काम करता था और पिछले करीब एक साल से थाईलैंड में रह रहा था।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं।
उसके मित्र की फर्मासिस्ट बहन ने उसे आगाह किया कि यह एक खतरनाक दवा है जिससे मौत हो सकती है।टिप्पणियां
अपिचन ने कहा कि मृतक के मित्रों और पड़ोसियों ने बताया कि वह आमतौर पर एक खुशदिल इंसान था। वह एक दूरसंचार कंपनी में काम करता था और पिछले करीब एक साल से थाईलैंड में रह रहा था।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं।
अपिचन ने कहा कि मृतक के मित्रों और पड़ोसियों ने बताया कि वह आमतौर पर एक खुशदिल इंसान था। वह एक दूरसंचार कंपनी में काम करता था और पिछले करीब एक साल से थाईलैंड में रह रहा था।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं।
आत्महत्या से करीब 30 मिनट पहले उसने अपने बॉस को ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा और उनसे कहा कि वह स्पष्टीकरण के लिए उसके मित्र से बात कर सकते हैं। |
अफगानिस्तान के अलग-अलग प्रांतों में शनिवार से जारी सैन्य कार्रवाई में कम से कम 19 तालिबानी आतंकवादी मारे गए हैं और तीन दर्जन से ज्यादा को हिरासत में लिया गया है। देश के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी।
अफगान सेना, पुलिस व नाटो नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने कुनार, जावजान, गजनी, पक्तिका, हेरात व हेलमंद प्रांतों में यह अभियान चलाया था।टिप्पणियां
सिन्हुआ के मुताबिक मंत्रालय की ओर से कहा गया, "इसके परिणामस्वरूप 13 तालिबानी मारे गए और छह घायल हुए व 37 अन्य सशस्त्र तालिबानियों को गिरफ्तार किया गया।"
इसमें कहा गया है कि कुनार प्रांत के शेल्तन गांव में गठबंधन सेना की कार्रवाई में चार अन्य आतंकवादियों के साथ दो तालिबानी कमांडर भी मारे गए।
अफगान सेना, पुलिस व नाटो नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने कुनार, जावजान, गजनी, पक्तिका, हेरात व हेलमंद प्रांतों में यह अभियान चलाया था।टिप्पणियां
सिन्हुआ के मुताबिक मंत्रालय की ओर से कहा गया, "इसके परिणामस्वरूप 13 तालिबानी मारे गए और छह घायल हुए व 37 अन्य सशस्त्र तालिबानियों को गिरफ्तार किया गया।"
इसमें कहा गया है कि कुनार प्रांत के शेल्तन गांव में गठबंधन सेना की कार्रवाई में चार अन्य आतंकवादियों के साथ दो तालिबानी कमांडर भी मारे गए।
सिन्हुआ के मुताबिक मंत्रालय की ओर से कहा गया, "इसके परिणामस्वरूप 13 तालिबानी मारे गए और छह घायल हुए व 37 अन्य सशस्त्र तालिबानियों को गिरफ्तार किया गया।"
इसमें कहा गया है कि कुनार प्रांत के शेल्तन गांव में गठबंधन सेना की कार्रवाई में चार अन्य आतंकवादियों के साथ दो तालिबानी कमांडर भी मारे गए।
इसमें कहा गया है कि कुनार प्रांत के शेल्तन गांव में गठबंधन सेना की कार्रवाई में चार अन्य आतंकवादियों के साथ दो तालिबानी कमांडर भी मारे गए। |
एक्टर और फिल्मकार लेख टंडन का 88 साल की उम्र में रविवार को शाम 5 बजे निधन हो गया. टंडन ने कई बॉलीवुड फिल्म और टीवी सीरीज का निर्देशन किया था. वे एक एक्टर के तौर पर भी जाने जाते थे.
टंडन पिछले 5-6 माह से अस्वस्थ चल रहे थे. रविवार को उन्होंने अपने पवई स्थित घर में अंतिम सांस ली, जहां उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 12 बजे किया जाएगा. टंडन ने उत्तरायन, खुदा कसम, आम्प्रपाली, प्रोफेसर, जहां प्यार मिले औ प्रिंस जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था. उन्होंने फिल्म स्वेदश, रंग दे बसंती, हल्ला बोल, पहेली आदि फिल्मों में बतौर एक्टर काम किया. लेख टंडन का जन्म 13 फरवरी 1929 को लाहौर में हुआ था.
बताया जाता है कि लेख टंडन को फिल्मों में आने के लिए पृथ्वीराज कपूर ने प्रेरित किया था, जो उनके पिता के दोस्त थे. लेख को शाहरुख खान की खोज करने का श्रेय भी जाता है. उन्होंने शाहरुख को अपने टीवी सीरियल में दिल दरिया के लिए कास्ट किया था. लेख ने टीवी सीरियल फरमान का भी निर्देशन किया था. |
कर्नाटक के धारवाड़ जिले में दो बच्चों की लाशें मिलने से सनसनी फैल गई. दोनों बच्चे पिछले लगभग एक माह से लापता थे. दोनों की हत्या के पीछे मानव बलि की आशंका जताई जा रही है.
मामला धारवाड़ जिले के शिराकोल गांव का है. 24 सितंबर को 13 साल का नागराज और उसका 9 वर्षीय भाई आकाश गांव से गायब हो गए थे. 26 सितंबर को उनके लापता हो जाने की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी. मंगलवार की सुबह किसी ने पुलिस को खबर दी कि धारवाड़ में नाले के पास दो बच्चों की लाशें एक पेड़ से लटक रही हैं.
पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो वहां उन्हें
दो कटी हुई लाशें बरामद
हुई. जिसमें एक लाश का सिर गायब था. जबकि दोनों के पैर भी कटे हुए थे. पुलिस ने शिनाख्त के बाद दोनों की पहचान नागराज और आकाश के रूप में की.
मृतक बच्चों के पिता ने इरप्पा शिरासंगी ने बताया कि दोनों बच्चों को वे लगातार खोज रहे थे. पुलिस भी इस काम को कर रही थी. उन्होंने बच्चों की हत्या के पीछे मानव बलि की अशंका जताई है. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. |
मेलेनोमा, जिसे घातक मेलेनोमा भी कहा जाता है, एक प्रकार का कैंसर है जो मेलानोसाइट्स नामक वर्णक युक्त कोशिकाओं से विकसित होता है। मेलानोमा आम तौर पर त्वचा में होता है, लेकिन मुंह, आंतों या आंख में शायद ही कभी होता है। महिलाओं में, ये आमतौर पर पैरों पर होते हैं, जबकि पुरुषों में ये पीठ पर सबसे आम होते हैं। कभी-कभी वे आकार में वृद्धि, अनियमित किनारों, रंग में परिवर्तन, खुजली या त्वचा के टूटने जैसे परिवर्तनों के साथ एक तिल से विकसित होते हैं। मेलेनोमा का प्राथमिक कारण त्वचा के रंगद्रव्य के निम्न स्तर वाले लोगों में पराबैंगनी प्रकाश (यूवी) जोखिम है। यूवी प्रकाश या तो सूर्य से या अन्य स्रोतों से हो सकता है, जैसे टैनिंग उपकरण। लगभग 25% मोल्स से विकसित होते हैं। जिनके शरीर पर कई मस्से हों, उनके परिवार के सदस्यों का इतिहास प्रभावित हो और जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो, उन्हें अधिक खतरा होता है। कई दुर्लभ आनुवंशिक दोष जैसे ज़ेरोडर्मा पिगमेंटोसम भी जोखिम बढ़ाते हैं। निदान बायोप्सी और किसी भी त्वचा के घाव के विश्लेषण से होता है जिसमें संभावित कैंसर होने के संकेत होते हैं। सनस्क्रीन का उपयोग करने और यूवी प्रकाश से बचने से मेलेनोमा को रोका जा सकता है। उपचार आम तौर पर सर्जरी द्वारा हटाया जाता है। थोड़े बड़े कैंसर वाले लोगों में, प्रसार के लिए आस-पास के लिम्फ नोड्स का परीक्षण किया जा सकता है। यदि फैलाव नहीं हुआ है तो अधिकांश लोग ठीक हो जाते हैं। जिन लोगों में मेलेनोमा फैल गया है, उनके लिए इम्यूनोथेरेपी, बायोलॉजिकल थेरेपी, रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी से जीवित रहने में सुधार हो सकता है। इलाज के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में पांच साल तक जीवित रहने की दर स्थानीय बीमारी वाले लोगों में 99% है, जब लिम्फ नोड्स में फैल गई हो तो 65%, और दूर तक फैलने वाले लोगों में 25% है। इसके वापस आने या फैलने की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि मेलेनोमा कितना मोटा है, कोशिकाएं कितनी तेजी से विभाजित हो रही हैं, और ऊपर की त्वचा टूट गई है या नहीं। मेलेनोमा त्वचा कैंसर का सबसे खतरनाक प्रकार है। वैश्विक स्तर पर, 2012 में, यह 232,000 लोगों में हुआ। 2015 में 3.1 मिलियन लोग सक्रिय बीमारी से पीड़ित थे, जिसके परिणामस्वरूप 59,800 मौतें हुईं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में दुनिया में मेलेनोमा की दर सबसे अधिक है। उत्तरी यूरोप और उत्तरी अमेरिका में भी इसकी दरें अधिक हैं, जबकि एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में यह कम आम है। मेलेनोमा महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक आम है। मेलेनोमा 1960 के दशक से उन क्षेत्रों में अधिक आम हो गया है जहां ज्यादातर गोरे लोग रहते हैं। |
टीम अन्ना राजनीति न करे और सरकार पर यकीन रखें। यह बात पीएमओ में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने कही है। उनका कहना है कि सरकार ने इस बिल पर बहुत संजीदगी से काम किया है। इसी का नतीजा है कि संसदीय समिति ने बिल को यहां तक पहुंचाया है। नारायणसामी का कहना है कि बिल पास करने से पहले कई कानूनी पहलू हैं जिन पर संसद में विचार होगा। संसद सर्वोच्च है और अन्ना हजारे संसद पर अपनी शर्तें न थोंपें। |
बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत की फिल्म ‘सिमरन’का दूसरा गाना रिलीज हो गया है. जहां फिल्म का पहला गाना ‘लगदी है ठाएं’एक डांस नबंर था वहीं दूसरा गाना ‘पिजंरा तोड़ के’इमोशनल ट्रैक है. यह गाना फिल्म में सिमरन की कहानी बयां करता है और उसके किरदार से काफी हद तक पर्दा उठाता है. गाने को सुनिधि चौहान ने गाया है और सचिन-जिगर ने कंपोज किया है. इस खूबसूरत गाने के बोल प्रिया सराइया ने दिए हैं.
It's finally time to set yourself free with #Pinjra. Full Song Link in Bio!
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Aug 18, 2017 at 10:35pm PDT
हो ना हो इस गाने को देखऩे के बाद कंगना के फैंस के लिए इस फिल्म का इंतजार करना और भी मुश्किल हो जाएगा. आखिर जब गाने में ही इतना इंटरटेनमेंट मिल जाए, तो कोई फिल्म के लिए बेसब्र क्यों न हो! इस फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर की क्रिटिक्स ने वैसे भी काफी तारीफ की है. यह फिल्म 15 सितंबर को सिल्वर स्क्रीन पर रिलीज होगी.
फिल्म की कहानी एक गुजराती लड़की सिमरन के इर्द-गिर्द घूमती है. हालांकि रिपोर्ट्स की मानें, तो फिल्म की कहानी पंजाबी लड़की संदीप कौर की असल जिंदगी से प्रेरित है. संदीप कौर फिलहाल अमेरिका की जेल में बंद हैं. संदीप कौर पर बैंक से चोरी करने का आरोप है. जुए में बुरी तरह से हारने के बाद कर्ज में डूबी संदीप कौर ने डकैती का सहारा लिया था.
कंगना का किरदार इस फिल्म में काफी बेबाक, बिंदास और अल्हड़ है. उनके किरदार सिमरन को जुआ खेलने और चोरी करने की बुरी लत है. गाने में दिखाया गया है कि सिमरन को अकेले रहने से डर नहीं लगता और वो खुद की कंपनी को बखूबी एंजॉय करती है. इस गाने में कंगना रनौत अपनी आजादी का जश्न मनाती दिख रही हैं.
इससे पहले कंगना रनौत फिल्म 'रंगून' में दिखी थीं. इस फिल्म से कंगना को काफी उम्मीदें थीं लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसे ठंडा रिस्पॉन्स मिला. |
उद्योग मंडल एसोचैम ने गुरुवार को भारत बंद के दौरान
नोएडा में हुई हिंसा
की निंदा की है. एसोचैम ने कहा है कि इस तरह की घटना के बाद निवेशकों में डर बैठ गया है. एसोचैम ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उपनगर में सुरक्षा के बंदोबस्त फौरन कड़े करने की अपील की है.
एसोचैम के महासचिव डी. एस. रावत ने यहां जारी बयान में कहा़ कि
भारत बंद के नाम पर कल नोएडा में हुई तोड़फोड़ तथा हिंसा
की वारदात की अनदेखी नहीं की जा सकती. प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिये और दोषी लोगों को सजा मिलनी चाहिये.
उन्होंने कहा कि कल हिंसा के दौरान औद्योगिक सम्पत्ति के बड़े पैमाने पर नुकसान के बावजूद पुलिस पूरी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करा सकी है और
गुरुवार को भी कुछ जगहों पर झड़पें
हुई हैं. मुख्यमंत्री को इसमें हस्तक्षेप करते हुए नोएडा में सुरक्षा प्रबन्ध फौरन कड़े करने के आदेश देने चाहिये.
रावत ने कहा कि वारदात के दौरान जलाई गई कारों तथा औद्योगिक सम्पत्तियों नुकसान पहुंचते हुए मीडिया में आई तस्वीरें देखकर निवेशकों में भय व्याप्त हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर फौरन कदम नहीं उठाये गये तो नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में निवेश के माहौल को काफी नुकसान पहुंचेगा.
उन्होंने अगर निवेशकों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न नहीं की गई तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान रियलिटी क्षेत्र को होगा, क्योंकि तब दिल्ली तथा आसपास से आने वाले निवेशक नोएडा जाने से बचना चाहेंगे. |
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़खानी नहीं की जा सकती और विशेषज्ञों की एक समिति ईवीएम के काम पर नजर रख रही है.
अरोड़ा ने स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के नए शैक्षणिक सत्र के उद्घाटन के मौके पर कहा कि प्रणाली की प्रामाणिकता पर संदेह का कोई कारण नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि यहां बहुत सारे तकनीकीविद बैठे हैं, ऐसे में मैं आपको अवश्य बताना चाहूंगा कि ईवीएम की पूरी प्रक्रिया पर अति कुशल तकनीकी समिति नजर रख रही है.''
मुख्य चुनाव आयुक्त का बयान ऐसे समय में आया है जब कई राजनीतिक दलों ने हाल ही में आरोप लगाया था कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य ऐसे लोग नहीं हैं जिनसे संपर्क साधा जा सकता है, या जिन पर दबाव बनाया जा सकता है, या फिर उन्हें बहलाया-फुसलाया जा सकता है. ईवीएम में छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है.
अरोड़ा ने कहा, ‘‘....भारत के हर नागरिक को यह जान लेना चाहिए कि यह कोई ऐसी मशीन नहीं है जिससे छेड़छाड़ की जा सकती है. छेड़छाड़ और गड़बड़ी में फर्क होता है. कोई भी मशीन गड़बड़ हो सकती है. आप नई कार खरीदते हैं और यह एक ही हफ्ते में गड़बड़ हो सकती है.....'' उन्होंने कहा, ‘‘इन दिनों ईवीएम के बारे में बहुत चर्चा होती है. मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो सामान्यत: साक्षात्कार देता हूं लेकिन हाल ही में मुझे एक या दो साक्षात्कार देने पड़े और मैंने कहा कि भारत में 2014 में चुनाव हुए थे और आपके सामने ‘एक्स' परिणाम आया था और फिर दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए और आपके सामने ‘वाई' नतीजा आया.'' मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ‘‘अब, हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए, और हमारे सामने अलग परिणाम आए. इन सब के बीच उपचुनाव भी हुए और उनके भी नतीजे अलग-अलग थे. क्या ऐसा हो सकता है यदि परिणाम एक्स ही होता, ईवीएम त्रुटिपूर्ण होतीं और जब वाई परिणाम सामने आया तब (क्या) ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी थी?''
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव कराता है और ‘पूरी विनम्रता से (हम कहना चाहते हैं कि) हम अपने आप को देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विवेकपूर्ण रखवाले के रूप में देखते हैं.' उन्होंने कहा, ‘‘वयस्क सार्वभौमिक मताधिकार को चुनाव का आधार बनाने वाले अपने संविधान निर्माताओं को इसका सारा श्रेय जाता है. उन्हें स्वायत्त चुनाव आयोग के महत्व का भी अहसास हुआ. ''
अरोड़ा ने कहा, ‘‘......मैं आपकी आंखों में आंख डालकर लेकिन विनम्रता और सर्वोचित गर्व के साथ कह सकता हूं कि भारतीय चुनाव आयोग कोई व्यक्ति नहीं है बल्कि यह संविधान निर्माताओं द्वारा सृजित एक संस्था है.'' वह यहां ‘आगे का रास्ता - अवसर और चुनौतियां'' विषय पर बात कर रहे थे.
आगामी लोकसभा चुनावों पर सीईसी ने कहा, ‘‘हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे और मुझे विश्वास है कि हम एक विश्वसनीय, निष्पक्ष, तटस्थ और नैतिक चुनाव कराने में सफल होंगे.” ‘स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के निदेशक जगत राम, चिकित्सा संस्थान के वरिष्ठ संकाय और छात्र इस मौके पर मौजूद थे.
(इनपुट भाषा से) |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने नाम न छापे जाने की शर्त पर यह माना कि अपने तथा पीडीएफ के सभी 26 विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में ले जाया गया है। दिन में सहस्रधारा हेलीपैड से सभी विधायक तीन हेलीकाप्टरों से रामनगर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक रंजीत रावत भी विधायकों के साथ देखे गए।टिप्पणियां
हालांकि, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने इसे अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश मानने से इंकार करते हुए कहा कि सभी विधायक होली से पहले वहां घूमने गए हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत नहीं है। हमारा कुनबा एकजुट है और एकजुट ही रहेगा।'
इस बीच, विधानसभा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने विधानसभा पहुंचकर राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित किए गए कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के दफ्तर में ताला लगवा दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागी हरक सिंह रावत को निष्कासित करने का फैसला लिया गया था।
हालांकि, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने इसे अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश मानने से इंकार करते हुए कहा कि सभी विधायक होली से पहले वहां घूमने गए हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमें ऐसा कुछ करने की जरुरत नहीं है। हमारा कुनबा एकजुट है और एकजुट ही रहेगा।'
इस बीच, विधानसभा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने विधानसभा पहुंचकर राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित किए गए कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के दफ्तर में ताला लगवा दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागी हरक सिंह रावत को निष्कासित करने का फैसला लिया गया था।
इस बीच, विधानसभा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने विधानसभा पहुंचकर राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित किए गए कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के दफ्तर में ताला लगवा दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागी हरक सिंह रावत को निष्कासित करने का फैसला लिया गया था। |
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत आजकल एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस के साथ देखे जा रहे हैं. सुशांत क्रिकेटर के बाद अब टीचर बन गए हैं और वह जैकलीन को हिंदी सिखाने का काम कर रहे हैं.
सुशांत-कृति की 'राब्ता' की शूटिंग पूरी, शेयर की तस्वीर
दरअसल ये दोनों बी टाउन सेलेब्स एक खास इवेंट के लिए डांस की तैयारी कर रहे हैं. अब इसी डांस रिहर्सल के दौरान का एक विडियो सुशांत ने ट्वीट किया है. जिसमें वो जैकलिन को हिंदी सिखाते नजर आ रहे है. जैकलिन भी उतनी ही लगन से सुशांत से हिंदी के टिप्स ले रही है और ये दोनों ही जमकर मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं.
'एम.एस.धोनी' और 'सरबजीत' को मिली ऑस्कर लिस्ट में जगह
After she taught me how to dance , I'm returning the favour by giving some Hindi tips:)
@Asli_Jacqueline
pic.twitter.com/aUskapzEOq
— Sushant Singh Rajput (@itsSSR)
January 13, 2017
सुशांत ने इस पोस्ट के विडियो में जैकलिन को डांस सिखाने के बदले हिंदी सिखाने की बात कही और इन दोनों की केमिस्ट्री को देखकर लगता है कि ये डांस परफार्मेंस बेहद खास होगा. |
क्या आपको भी कानों में लगातार खुजली होती रहती है? कान में लगातार खुजली से ईयर इन्फेक्शन भी हो सकता है. कान के अंदर के हिस्से तक पहुंचना अंसभव है और कई बार लोग खतरनाक चीजों का इस्तेमाल करने लगते हैं जोकि बिल्कुल गलत है.
लेकिन कान में खुजली की वजह क्या है? जब किसी शख्स में अल्ट्रा सेंसिटिव न्यूरोलॉजिकल फाइबर्स होते हैं तो कानों में खुजली होती है. ये वे छोटे फाइबर होते हैं जो कानों की बाहरी परत बनाते हैं और सेसेंटिविटी बढ़ने से खुजली की समस्या हो सकती है. इसके अलावा ड्राई स्किन की वजह से भी खुजली हो सकती है. मानव के शरीर में सबसे ज्यादा सेंसेटिव कान होता है और इसलिए आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में ये घरेलू उपाय बहुत काम आएंगे.
3 घरेलू उपाय जिनसे मिलेगी मदद-
एलोवेरा-
अधिकतर लोगों के घरों में एलोवेरा का पौधा होता है. आप अपने सिर को एक तरफ झुकाकर कान में एलोवेरा जेल की 3-4 बूंदे डाल सकते हैं. कुछ सेकेंड तक सिर झुकाए रखें ताकि एलोवेरा जेल बाहर ना निकल जाए. एलोवेरा से कान की भीतरी परत की ड्राइनेस दूर होती है और pH का स्तर भी सामान्य हो जाता है. इसका एंटी इन्फ्लैमेटेरी गुण कानों की खुजली और सूखेपन की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है.
तेल-
कई सारे तेल कानों की खुजली की समस्या से निजात दिलाने में इस्तेमाल किए जा सकते हैं. नारियल का तेल, ओलिव ऑयल कान में डाल सकते हैं.
लहसुन-
लहसुन के बहुत सारे गुण आपने पहले ही सुने होंगे. लहसुन में एंटीबायोटिक और दर्द में राहत दिलाने वाले गुण मौजूद होते हैं. गर्म जैतून या तिल के तेल में एक कली लहसुन क्रश कर डाल दें. लहसुन को निकाल लें और तेल को कान के बाहरी हिस्से में लगाएं. आराम मिलेगा. |
रेड वाइन पसंद करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है कि वाइन आपको दांतों के डॉक्टर के पास जाने से बचाए रख सकती है. एक रिसर्च में पता चला है कि अंगूर के बीज और अंगूर से बनी रेड वाइन कैविटी से लड़ने में सहायक है.
इस खोज के बाद से इस संभावना को बढ़ावा मिला है कि प्राकृतिक पदार्थ दांतों के रोगों से लड़ने में कारगर सिद्ध हो सकते हैं, हालांकि इनके कुछ कुप्रभाव भी हो सकते हैं.
शोधकर्ताओं ने अपनी बात साबित करने के लिए दांतों में सड़न पैदा करने वाले कीटाणुओं को बायोफिल्म के रूप में विकसित किया. उन्होंने कीटाणुओं वाली बायोफिल्म को कुछ मिनटों तक अलग-अलग तरल पदार्थों जैसे, रेड वाइन, अल्कोहल रहित रेड वाइन, अंगूर के बीजों वाली रेड वाइन, और 12 प्रतिशत इथेनॉल के साथ सादे पानी में डुबो कर देखा.
स्पेन की वाइन रसायन अथॉरिटी की एम. विक्टोरिया मेरोने-अर्रिबॉस ने कहा, ‘अल्कोहल के साथ या बगैर अल्कोहल वाली रेड वाइन और अंगूर के बीजों वाली रेड वाइन कैविटी कम करने में सबसे ज्यादा कारगर हैं.’
जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमेस्ट्री में छपे शोध में कहा गया कि पहले भी यह कहा गया था कि पॉलिफेनॉल्स, अंगूर के बीच और वाइन बैक्टीरिया को तेजी से बढ़ने से रोकते हैं. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अगर आप अपने बच्चे को गाय का दूध पिला रहे हों तो सावधान हो जाइए। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि गाय का दूध बच्चों के लिए पोषण के रूप में अनुपयुक्त होता है और इससे बच्चे के गुर्दों पर विपरीत असर पड़ सकता है।
‘अखिल भारतीय स्वच्छता एवं जन स्वास्थ्य संस्थान’ में जैव प्रौद्योगिकी एवं पोषण विभाग के प्रमुख देवनाथ चौधरी ने कहा, ‘गाय का दूध बच्चों को उचित पोषण से उपेक्षित रखता है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो बच्चों के अपरिपक्व गुर्दों के लिए अनुपयुक्त है।’ उन्होंने ‘राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-3’ नामक अध्ययन में कहा है, जो मां स्वास्थ्य कारणों से बच्चों को दूध के तौर पर आहार नहीं दे सकतीं, उन्हें सुरक्षित विकल्प के लिए अपने पारिवारिक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। उन्हें गाय का दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि बच्चों के तेजी से विकास के लिए यह उचित नहीं है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान के निदेशक बी शशिकरन का कहना है कि गाय के दूध में पोषक तत्वों कमी होती है और इसमें आयरन की मात्रा भी कम होती है।
शशिकरन ने कहा, बच्चों को दूध पिलाना विशेषज्ञ के सलाह के आधार पर होना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद एक साल तक उसे गाय का दूध देना ठीक नहीं है क्योंकि पोषक तत्वों की दृष्टि से यह अनुचित, असुरिक्षत और अनुपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मां के दूध बच्चों के लिए सबसे महत्वपूर्ण कहा जाता है क्योंकि इसमें पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और कई बीमारियों से बचाने के अवयव पाए जाते हैं। टिप्पणियां
अध्ययन में कहा गया है कि पहले के दौर में मां लंबे वक्त तक बच्चों को अपना दूध पिलाती थीं, लेकिन बदलते वक्त के साथ यह चलन भी बदल गया और अब मां कुछ समय बाद ही बच्चों को अपना दूध पिलाना बंद कर देती हैं।
इसमें कहा गया है, दो-तीन महीने के दूध पिलाने वाली मां का आंकड़ा 51 फीसदी है, जबकि चार-पांच महीने का आंकड़ा तो सिर्फ 28 फीसदी तक रह जाता है।
‘अखिल भारतीय स्वच्छता एवं जन स्वास्थ्य संस्थान’ में जैव प्रौद्योगिकी एवं पोषण विभाग के प्रमुख देवनाथ चौधरी ने कहा, ‘गाय का दूध बच्चों को उचित पोषण से उपेक्षित रखता है क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो बच्चों के अपरिपक्व गुर्दों के लिए अनुपयुक्त है।’ उन्होंने ‘राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-3’ नामक अध्ययन में कहा है, जो मां स्वास्थ्य कारणों से बच्चों को दूध के तौर पर आहार नहीं दे सकतीं, उन्हें सुरक्षित विकल्प के लिए अपने पारिवारिक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। उन्हें गाय का दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि बच्चों के तेजी से विकास के लिए यह उचित नहीं है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान के निदेशक बी शशिकरन का कहना है कि गाय के दूध में पोषक तत्वों कमी होती है और इसमें आयरन की मात्रा भी कम होती है।
शशिकरन ने कहा, बच्चों को दूध पिलाना विशेषज्ञ के सलाह के आधार पर होना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद एक साल तक उसे गाय का दूध देना ठीक नहीं है क्योंकि पोषक तत्वों की दृष्टि से यह अनुचित, असुरिक्षत और अनुपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मां के दूध बच्चों के लिए सबसे महत्वपूर्ण कहा जाता है क्योंकि इसमें पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और कई बीमारियों से बचाने के अवयव पाए जाते हैं। टिप्पणियां
अध्ययन में कहा गया है कि पहले के दौर में मां लंबे वक्त तक बच्चों को अपना दूध पिलाती थीं, लेकिन बदलते वक्त के साथ यह चलन भी बदल गया और अब मां कुछ समय बाद ही बच्चों को अपना दूध पिलाना बंद कर देती हैं।
इसमें कहा गया है, दो-तीन महीने के दूध पिलाने वाली मां का आंकड़ा 51 फीसदी है, जबकि चार-पांच महीने का आंकड़ा तो सिर्फ 28 फीसदी तक रह जाता है।
शशिकरन ने कहा, बच्चों को दूध पिलाना विशेषज्ञ के सलाह के आधार पर होना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद एक साल तक उसे गाय का दूध देना ठीक नहीं है क्योंकि पोषक तत्वों की दृष्टि से यह अनुचित, असुरिक्षत और अनुपयुक्त है। उन्होंने कहा कि मां के दूध बच्चों के लिए सबसे महत्वपूर्ण कहा जाता है क्योंकि इसमें पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और कई बीमारियों से बचाने के अवयव पाए जाते हैं। टिप्पणियां
अध्ययन में कहा गया है कि पहले के दौर में मां लंबे वक्त तक बच्चों को अपना दूध पिलाती थीं, लेकिन बदलते वक्त के साथ यह चलन भी बदल गया और अब मां कुछ समय बाद ही बच्चों को अपना दूध पिलाना बंद कर देती हैं।
इसमें कहा गया है, दो-तीन महीने के दूध पिलाने वाली मां का आंकड़ा 51 फीसदी है, जबकि चार-पांच महीने का आंकड़ा तो सिर्फ 28 फीसदी तक रह जाता है।
अध्ययन में कहा गया है कि पहले के दौर में मां लंबे वक्त तक बच्चों को अपना दूध पिलाती थीं, लेकिन बदलते वक्त के साथ यह चलन भी बदल गया और अब मां कुछ समय बाद ही बच्चों को अपना दूध पिलाना बंद कर देती हैं।
इसमें कहा गया है, दो-तीन महीने के दूध पिलाने वाली मां का आंकड़ा 51 फीसदी है, जबकि चार-पांच महीने का आंकड़ा तो सिर्फ 28 फीसदी तक रह जाता है।
इसमें कहा गया है, दो-तीन महीने के दूध पिलाने वाली मां का आंकड़ा 51 फीसदी है, जबकि चार-पांच महीने का आंकड़ा तो सिर्फ 28 फीसदी तक रह जाता है। |
बिहार में उपचुनाव के परिणाम निश्चित रूप से सब के लिए चौंकाने वाले रहे हैं ख़ासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए जिन्हें दरौंदा छोड़कर सभी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी. इसलिए आज का परिणाम नीतीश कुमार के लिया करारा झटका है. हालांकि उनके समर्थक कहते हैं कि उपचुनाव के परिणाम का अति विश्लेषण नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि पिछले दस साल के दौरान बिहार का चुनावी इतिहास तो यही कहता हैं कि उपचुनाव में एनडीए की पराजय होती है और उसके एक साल के अंदर होने वाले चुनाव का परिणाम उल्टा हो जाता है फिर चाहे वो लोकसभा हो या फिर विधानसभा. लेकिन जो परिणाम आए है उसके कुछ संदेश साफ़ है सबसे पहला ये कि प्रत्याशी किसी भी दल का हो वोटर परिवारवाद नहीं चाहता. लेकिन इस चुनाव में सांसदों ने अपने ही परिवार के सदस्यों को टिकट दिलाया लेकिन जनता ने इन प्रत्याशियों को नकार दिया. सबसे पहला विधान सभा क्षेत्र दरौंदा हैं जहाँ से जनता दल यूनाइट के अजय सिंह निर्दलीय व्यासदेव सिंह से हार गये. जीत हार का अंतर सत्रह हज़ार से अधिक वोट का था.
दूसरा बेलहर जहां बांका से सांसद गिरिधारी यादव के भाई ललधारी यादव को हार का मुंह देखना पड़ा. यहां से आरजेडी के रामदेव यादव जीते. इसके बाद किशनगंज सीट जहां कांग्रेस के सांसद डॉक्टर जावेद ने अपनी मां सैयदा बानु को टिकट तो दिलवा दिया लेकिन वो तीसरे स्थान पर रहीं. ओवैसी के पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवार कमरुल यहां से खाता खोलने में कामयाब रहे. लेकिन नीतीश कुमार के लिए सबसे चौंकाने वाला परिणाम सिवनी बख्तियारपुर कर रहा जहां उन्हें उम्मीद भी नहीं रही होगी की दो सांसद दिनेश यादव और चौधरी महबूब अली कैसर के संयुक्त चुनावी अभियान के बाद भी उनकी पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर अरुण कुमार को आरजेडी उम्मीदवार ज़फ़र आलम हराने में क़ामयाब रहेय. इस का कारण VIP पार्टी के उम्मीदवार दिनेश भी हैं जो 25, हज़ार वोट पाने में क़ामयाब रहे. ये वोट निश्चित रूप से जनता दल युनाइट को जाता और इस परिणाम के बाद फ़िलहाल मुकेश निषाद की 'राजनीतिक दुकान' चलती रहेगी.
वहीं दरौंदा की सीट पर भी तेजस्वी यादव अपने आधारभूत यादव मुस्लिम ख़ासकर यादव वोटरों को अपने पार्टी के उम्मीदवार उमेश सिंह को ट्रांसफर करा पाने में क़ामयाब नहीं रहे क्योंकि यहां पर एक निर्दलीय शैलेन्द्र यादव को क़रीब 17000 हज़ार वे अधिक वोट आये जिसमें अधिकांश यादव वोटर ही हैं. |
लेख: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के थाना टीपी नगर थाने में पुलिस और सपाइयों के बीच हुई मारपीट में एक दरोगा के पैर की हड्डी टूट गई। इस घटना में पुलिस ने सपा नेत्री और उनके बेटे और उसके दोस्त के अलावा करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सपा नेत्री के बेटे व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी ओम प्रकाश ने बताया कि टीपी नगर क्षेत्र में कल रात जांच के दौरान सपा महिला सभा की जिले की अध्यक्षा संगीता राहुल के बेटे नितिन राहुल की कार रोकने पर उसने व उसके दोस्त विकास गुप्ता निवासी गुप्ता कालोनी ने दरोगा से हाथापाई कर दी, जिस पर उन्हें पकड़ कर थाने लाया गया।
थाने में अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची सपा नेता संगीता राहुल ने अपने बेटे का पक्ष लेते हुए दरोगा को ही थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में थाने में सपाई पहुंच गए, जिन्होंने वहां हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि थाने में सपाइयों ने दरोगा सर्वेश यादव को पीटा।
दरोगा सर्वेश यादव ने संगीता राहुल और उसके बेटे नितिन राहुल और उसके दोस्त विकास को नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं संगीता राहुल ने भी दरोगा सर्वेश यादव के खिलाफ तहरीर दी है।टिप्पणियां
उधर, सपा नेता संगीता राहुल ने उनके बेटे व साथी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि 'पुलिस ने जांच के नाम पर उनके बेटे व उसके दोस्त के साथ बेवजह बदसलूकी की थी। थाने पर पहुंचने पर आरोपी दरोगा ने जो कि शराब के नशे में था और उनके साथ भी मार पिटाई की। नशे में होने के कारण वह खुद ही कहीं गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई।'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
एसपी सिटी ओम प्रकाश ने बताया कि टीपी नगर क्षेत्र में कल रात जांच के दौरान सपा महिला सभा की जिले की अध्यक्षा संगीता राहुल के बेटे नितिन राहुल की कार रोकने पर उसने व उसके दोस्त विकास गुप्ता निवासी गुप्ता कालोनी ने दरोगा से हाथापाई कर दी, जिस पर उन्हें पकड़ कर थाने लाया गया।
थाने में अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची सपा नेता संगीता राहुल ने अपने बेटे का पक्ष लेते हुए दरोगा को ही थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में थाने में सपाई पहुंच गए, जिन्होंने वहां हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि थाने में सपाइयों ने दरोगा सर्वेश यादव को पीटा।
दरोगा सर्वेश यादव ने संगीता राहुल और उसके बेटे नितिन राहुल और उसके दोस्त विकास को नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं संगीता राहुल ने भी दरोगा सर्वेश यादव के खिलाफ तहरीर दी है।टिप्पणियां
उधर, सपा नेता संगीता राहुल ने उनके बेटे व साथी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि 'पुलिस ने जांच के नाम पर उनके बेटे व उसके दोस्त के साथ बेवजह बदसलूकी की थी। थाने पर पहुंचने पर आरोपी दरोगा ने जो कि शराब के नशे में था और उनके साथ भी मार पिटाई की। नशे में होने के कारण वह खुद ही कहीं गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई।'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
थाने में अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची सपा नेता संगीता राहुल ने अपने बेटे का पक्ष लेते हुए दरोगा को ही थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में थाने में सपाई पहुंच गए, जिन्होंने वहां हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि थाने में सपाइयों ने दरोगा सर्वेश यादव को पीटा।
दरोगा सर्वेश यादव ने संगीता राहुल और उसके बेटे नितिन राहुल और उसके दोस्त विकास को नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं संगीता राहुल ने भी दरोगा सर्वेश यादव के खिलाफ तहरीर दी है।टिप्पणियां
उधर, सपा नेता संगीता राहुल ने उनके बेटे व साथी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि 'पुलिस ने जांच के नाम पर उनके बेटे व उसके दोस्त के साथ बेवजह बदसलूकी की थी। थाने पर पहुंचने पर आरोपी दरोगा ने जो कि शराब के नशे में था और उनके साथ भी मार पिटाई की। नशे में होने के कारण वह खुद ही कहीं गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई।'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दरोगा सर्वेश यादव ने संगीता राहुल और उसके बेटे नितिन राहुल और उसके दोस्त विकास को नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं संगीता राहुल ने भी दरोगा सर्वेश यादव के खिलाफ तहरीर दी है।टिप्पणियां
उधर, सपा नेता संगीता राहुल ने उनके बेटे व साथी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि 'पुलिस ने जांच के नाम पर उनके बेटे व उसके दोस्त के साथ बेवजह बदसलूकी की थी। थाने पर पहुंचने पर आरोपी दरोगा ने जो कि शराब के नशे में था और उनके साथ भी मार पिटाई की। नशे में होने के कारण वह खुद ही कहीं गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई।'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उधर, सपा नेता संगीता राहुल ने उनके बेटे व साथी सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि 'पुलिस ने जांच के नाम पर उनके बेटे व उसके दोस्त के साथ बेवजह बदसलूकी की थी। थाने पर पहुंचने पर आरोपी दरोगा ने जो कि शराब के नशे में था और उनके साथ भी मार पिटाई की। नशे में होने के कारण वह खुद ही कहीं गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई।'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) |
किरिबस डॉलर किरिबस की मुद्रा है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा पर नहीं है, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई डॉलर से 1:1 के अनुपात में आंकी जाती है। सिक्के 1979 में ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के सिक्कों और बैंकनोट के साथ जारी किए गए।
सिक्के
१९७९ में १, २, ५, १०, २० और ५० सेंट्स और एक डॉलर के मूल्यवर्ग में सिक्के जारी किए गए। ५० सेंट्स और एक डॉलर के अलावा बाकी सारे सिक्के ऑस्ट्रेलियाई के सिक्कों समान आकार के हैं। ५० सेंट छोटा और गोल है, जबकि एक डॉलर बड़ा और बारह कोणों वाला है।
मुद्रा |
फरवरी २००७ तक बोक्माल/रिक्स्माल संस्करण पर लेखों की संख्या १,००,००० को पार गई थी और नाय्नोर्स्क संस्करण पर लेख संख्या २०,००० के पार पहुँच गई थी। |
क्या
साध्वी प्राची
और जस्टिस
मार्कंडेय काटजू
में कोई समानता है? फिलहाल इस सवाल का जवाब है - 'हां'. थोड़ा विस्तार से कहें तो दोनों ने ही महात्मा गांधी को ब्रिटिश एजेंट करार दिया है.
एक स्कूली छात्रा का रिसर्च
महात्मा गांधी कौन थे? उन्हें राष्ट्रपिता क्यों कहते हैं? लखनऊ की एक स्कूली छात्रा ऐश्वर्या पाराशर को पहले सवाल का जवाब तो मिल गया था, लेकिन दूसरे प्रश्न का उत्तर नहीं मिल रहा था. फिर सूचना के अधिकार की मदद से उसने पता लगाया कि केंद्र सरकार के पास महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता घोषित करने का कोई अभिलेख नहीं है. महात्मा गांधीजी को बस आदरपूर्वक राष्ट्रपिता कहा जाता है. इसी तरह कुछ और स्कूली छात्रों ने अपने मां-बाप, टीचर और किताबों की मदद ली और पाया कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने पहली बार सिंगापुर रेडियो से अपने संदेश महात्मा गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था. उसके बाद 30 जनवरी, 1948 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने रेडियो पर ही राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कि 'राष्ट्रपिता अब नहीं रहे.'
जस्टिस काटजू का अनुसंधान
जो सवाल ऐश्वर्या के मन में था शायद वैसा ही जस्टिस मार्कंडेय काटजू के मन में भी रहा होगा. काटजू ने रिसर्च किया तो कुछ नया ही खोज निकाला. फिर 10 मार्च को जस्टिस काटजू ने एक ट्वीट किया. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, "गांधी अंग्रेजों के एजेंट थे, और सुभाष चंद्र बोस जापानियों के एजेंट थे. दोनों एजेंटों में ज्यादा फर्क नहीं है."जस्टिस काटजू ने ब्लॉग पर एक पोस्ट लिखा 'गांधी- ए ब्रिटिश एजेंट'. इस पोस्ट में काटजू ने बताते हैं कि महात्मा गांधी अंग्रेजों के 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर काम करते थे. काटजू का कहना है कि गांधी अंग्रेजों के एजेंट थे, जिन्होंने भारत को नुकसान पहुंचाया.
अपनी बात के समर्थन में काटजू ने कुछ उदाहरण भी पेश किए हैं. काटजू का कहना है कि गांधी आद्योगिकीकरण नहीं बल्कि चरखा चलाने का प्रचार करना चाहते थे. उनका कहना है कि गांधी के भाषण और लेखों को देखने पर लगता है कि उनका झुकाव और जोर हिंदू धर्म के विचारों की ओर ज्यादा था (जैसे रामराज्य, गौरक्षा आदि). काटजू पाते हैं कि गांधी की सभाओं में अक्सर हिंदू भजन 'रघुपति राघव राजा राम' के बोल सुनाई देते थे. काटजू आगे लिखते हैं, "20वीं सदी में अंग्रेज शासकों के खिलाफ जो क्रांतिकारी आंदोलन खड़ा हुआ था, जिसे चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजगुरू, राम प्रसाद बिस्मिल आदि द्वारा शुरू किया गया था उसे महात्मा गांधी ने अपने आंदोलन में बदल लिया.
साध्वी प्राची का अंवेषण
अपने धारदार बयानों के बूते मीडिया में सुर्खियां बटोरने में माहिर साध्वी प्राची ने जस्टिस काटजू की लाइन ले ली है. अपने ताजा बयान में विश्व हिन्दू परिषद नेता साध्वी प्राची ने कहा, 'देश को आजादी गांधी के तकली, चरखे से नहीं मिली. वो तो भगत सिंह और सावरकर जैसों की देन है. गांधी तो अंग्रेजों के एजेंट थे.'
पहले भी आए बापू पर बयान
1. विश्व हिंदू परिषद नेता आचार्य धर्मेद्र ने एक बार कहा था कि कोई डेढ़ पसलीवाला, बकरी का दूध पीने और सूत कातने वाला व्यक्ति भारत का राष्ट्रपिता नहीं हो सकता.
2. मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने केरल यूनिवर्सिटी में अपने भाषण में महात्मा गांधी को जातिवादी बताया था. रिपोर्ट के मुताबिक रॉय ने ये भी सलाह दे डाली कि अब वक्त आ गया है कि गांधी के नाम पर बने विश्वविद्यालयों के नाम बदल देने चाहिए - और शुरुआत महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी से ही करनी चाहिए.
हिंदू नेताओं के विवादित बयानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयम बरतने की सलाह दे चुके हैं. लेकिन हिंदू नेताओं पर उसका कोई असर नहीं हुआ है. जस्टिस काटजू के बयान की तो संसद में निंदा हो चुकी है. क्या साध्वी के बयान पर भी संसद में निंदा प्रस्ताव पारित किया जाएगा? |
सीमा पर पाकिस्तान ऐसा नासुर है, जो हर दूसरे दिन हिंदुस्तान के लिए नई आफत खड़ी करता है. जहां से घुसपैठिए हर वक्त भारत में घुसने और आतंक मचाने की टोह में रहते हैं. लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि हमारे देश में ऐसे चेहरे भी हैं जो इन घुसपैठियों का काल बनते हैं. हम आपको बताते हैं कि कैसे इन खास कमांडोज को जबरदस्त ट्रेनिंग देकर आतंकियों से लोहा लेने के लिए तैयार किया जाता है.
कश्मीर में जिस तरीके के हालात चल रहे हैं, उसमें सीमा पार से आतंकी
पाक अधिकृत कश्मीर
में ट्रेनिंग लेकर भारत के अंदर घुसने की तैयारी में हैं. ऐसे में सीमा की सुरक्षा करने वाली BSF जो सीमा पर सबसे आगे रहती है, उसकी भी अपनी खास तैयारी है. स्पेशल 40 कमांडो, ये बीएसएफ के वो खतरनाक कमांडो हैं जो दुश्मन के बगल में मौजूद रहेंगे, लेकिन उसे उसकी भनक तक नहीं लगेगी. उसकी वेशभूषा, उसके चहरे का रंग, उसकी बिजली वाली चाल. ये कमांडो आसपास के माहौल और मौसम से ऐसे घुल मिल जाते हैं कि इनको पहचानना मुश्किल हो जाता है.
जहां कश्मीर घाटी में 12 सालों बाद बीएसफ को
आतंरिक सुरक्षा
में कानून व्यवस्था के लिए तैनात किया, वो अब इन आतंकियो के छक्के छुड़ा देंगे. आतंकी अब पत्थरबाजों की आड़ में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने में सहमेंगे. कमांडो की ट्रेनिंग में शामिल किया गया है कि अगर आतंकी बिल्डिंग का कब्जे में ले लें तो किस तरीके से बिल्डिंग के अंदर घुसना है. इन कमांडो हर तरह के खतरों को भांपते हुए ट्रेंड किया जा रहा है. यही वजह है कि बीएसएफ ने इजराइल की तर्ज पर बॉर्डर की सुरक्षा के लिए आधुनिक हथियार तो खरीद रही है और अपने जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग देकर उनको खासतौर पर आतंक प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कर कर रही है.
पाक आतंकियों से निपटने की खास ट्रेनिंग
इन कमांडो को मार्शल आर्ट के साथ साथ दूसरे ट्रेनिंग के बाधाएं पार करने की ट्रेनिंग दी जाती है. ये सब ट्रेनिंग इन कमांडो को दी जा रही है. ग्वालियर के टेकनपुर की
बीएसएफ
अकादमी में. कश्मीर के अंदर जो घने जंगल है उन जंगलों में आतंकी छिपकर पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से बात करते हैं. उनके पास धारदार हथियार होते हैं. इन हथियारों में AK 47 जैसे हथियार शामिल हैं. लश्कर आतंकी बहादुर अली जब भारत में पकड़ा गया तो उसने खुलासा किया कि वो कई दिनों तक जंगलो में छिप कर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की फिराक में था.
पानी के अंदर भी आतंकियों को ढेर करने का दम
बीएसफ ने अपने ऐसे कमांडो टेकनपुर में तैयार किए हैं, जो जंगल के अंदर भी आतंकी को घुसकर मारते हैं. आतंकी जंगल से बचकर पानी के रास्ते भागने की कोशिश कर सकते हैं. पानी के अंदर हो या फिर जंगल सब जगह ये कमांडो बिजली की चपलता से पानी के अंदर भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं. कश्मीर जैसे एरिया में तंकी नदी से निकल कर बहार भागे तो उनको कैसे घेरना है उसके लिए ये कमांडो जमीन में खिसते हुए क्रॉलिंग करते हैं और आतंकी को जमीन में खिसकते खिसकते मार गिराते हैं.
मगरमच्छ से लेते हैं प्रेरणा
बीएसएफ के ये कमांडो जंगल के सबसे खतरनाक शिकारी मगरमच्छ से प्रेरणा लेते हैं. जिस तरह मगरमच्छ अपने शिकार के करीब आने का इंतजार करता है, जिस तरह मगरमच्छ धैर्य रखते हुए बेहद खामोश रहता है. पानी में सिर्फ आंखें नजर आती हैं. उसी तरह ये कमांडो भी भारत पाकिस्तान की सरहद पर मौजूद दलदली इलाके में चौबीसों घंटे रहते हैं. कमांडो कश्मीर के खतरे वाले इलाके में जाएंगे तो गुजरात के इस सर क्रीक इलाके में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों, अपराधियों और स्मगलरों के इंतजार में भारत की सरहद के ये प्रहरी भी हैं.
टेकनपुर में तैयार किए जाते हैं स्पेशल कमांडो
2008 यानी वो साल जब 26 नवंबर को पाकिस्तान की तरफ से भारत पर सबसे भयानक आतंकवादी हमला हुआ, जब समुद्र के रास्ते आए 10 आत्मघाती हमलावरों ने भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को लहुलूहान कर डाला, दो सौ से ज्यादा बेगुनाहों का खून बहा दिया था पर अब अगर आतंकी सीमा पर घुसते हैं तो अब इनका मुकाबला बीएसएफ के स्पेशल कमांडोज से होगा. 2009 में ही तैयार हुई 40 कमांडो की पहली खेप. आज तक की टीम को इन फौलादी कमांडो की फैक्ट्री में जाने का मौका मिला. ये फैक्ट्री मध्य प्रदेश में ग्वालियर से सिर्फ 32 किलोमीटर दूर टेकनपुर में है.
गुजरात, राजस्थान में तैनात किए गए क्रोक्रोडाइल कमांडो
देश की खास कमांडो फैक्ट्री टेकनपुर में सात सौ एकड़ इलाके में फैली है. बीएसएफ ने हाल में ही राजस्थान और गुजरात की सीमा पर क्रीक क्रोक्रोडाइल कमांडो के साथ डेजर्ट स्कॉरर्पियन कमांडो की टीमें भी तैयार की हैं. जो की टेकनपुर से ही तैयार होकर गई है. |
रॉस टेलर ने बांग्लादेश के खिलाफ वेलिंगटन टेस्ट में 200 रनों की पारी खेलकर दिवंगत मार्टिन क्रो के शतकों की संख्या को पार किया, जिसके बाद उन्होंने अपने मेंटर के लिए प्रार्थना की और माफी मांगी. टेलर का यह 18वां शतक है, जिससे उन्होंने क्रो के 17 शतक के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया.
उनके करियर का यह तीसरा दोहरा शतक है. इस बल्लेबाज ने क्रो की भविष्यवाणी सही साबित करने की अपनी इच्छा पूरी की, जिन्होंने कहा था कि टेलर एक दिन उनके शतकों की संख्या को पीछे छोड़ देगा.
Off they come and a job well done! 🙌🏽 Big moments for Ross Taylor and Henry Nicholls today before the bowlers give us a sniff with some late breakthroughs 🏏 DAY FIVE 👀 on!
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March 11, 2019
कैंसर के कारण क्रो के निधन के लगभग दो साल बाद 2017 में अपना 17वां शतक जड़ने वाले टेलर ने कहा, ‘मैंने होगन (क्रो) से कहा कि मुझे माफ कर दीजिए कि मैंने यहां पहुंचने के लिए इतना समय लिया.’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो 17 इतनी बड़ी संख्या थी. वहां पहुंचना संभवत: राहत पहुंचाने वाला था और इसके बाद मैं उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाया. शायद यह मेरे दिमाग में चल रहा था.’ टेलर ने इस पारी के दौरान बेसिन रिजर्व में सर्वाधिक रन बनाने के क्रो के रिकॉर्ड को भी तोड़ा.
रॉस टेलर के दोहरे शतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से न्यूजीलैंड ने वर्षा से प्रभावित दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन जीत की ओर कदम बढ़ाए.
🔥🔥 Test match double ton number three for Ross 'The Boss' Taylor! WHAT A PLAYER!
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March 11, 2019
मैच में पहले दो दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया था. बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 211 रन ही बना सकी थी, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने रॉस टेलर (200), हेनरी निकोल्स (107) और कप्तान केन विलियमसन (74) की पारियों की बदौलत छह विकेट पर 432 रन बनाने के बाद पारी घोषित की.
बांग्लादेश ने दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में तीन विकेट पर 80 रन बनाए है. टीम अब भी पहली पारी के आधार पर 141 रन से पीछे है. |
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में एक घर के सामने दो दिन से एक डेड बॉडी रखी हुई है. परिवार इस बॉडी को दफन करना चहता है लेकिन बॉडी की पहचान न होने से परिवार परेशान है.
गाजियाबाद की कामना सोसायटी में रहने वाले मर्चेंट नेवी में कार्यरत सुल्तान अहमद की अमेरिका के बोस्टन शहर में कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी. सुल्तान के घरवालों के पास 1 अक्टूबर 2018 सुल्तान की कंपनी से आए दो लोगों ने बताया कि उनके बेटे की एक जहरीली गैस लीक होने की वजह से अमेरिका में मौत हो गई थी. परिवारवालों ने अमेरिका से लाश भारत मंगाने के लिए मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई थी.
रविवार को उनके घर के सामने एक एंबुलेंस आई. इस एबुलेंस में एक डेड बॉडी थी. ये डेड बॉडी इतनी खराब हो गई थी कि इसकी पहचान मुश्किल है. मृतक सुल्तान के परिजनों का कहना है कि उसके शव को तब तक नहीं दफनाया जाएगा, जब तक प्रशासन द्वारा इसका पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट नहीं कराया जाता और ये साबित नहीं हो जाता कि ये लाश सुल्तान अहमद की ही है.
पीड़ित परिवार अपनी इस मांग को लेकर सबसे पहले थाना इंदिरापुरम पहुंचे तो वहां से उन्हें एसएसपी ऑफिस के लिए भेज दिया गया. यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्हें एडीएम के पास भेज दिया गया. एडीएम ने इन्हें फिर से एसएसपी के पास भेज दिया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मदद से परिवार ने बॉडी की पोस्टमार्टम कराने की गुहार भी लगाई लेकिन कोई हल नही मिला.
बहराल पूरा परिवार रविवार सुबह से ही अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहा है, और डेड बॉडी घर के दरवाजे पर रखा हुआ है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पूरी जानकारी होने के बावजूद कोई अधिकारी मृतक के शव को देखने नहीं आया है. |
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने एक आरटीआई कार्यकर्ता से 10 रुपये की फीस वसूलने के लिए 31 हजार रुपये खर्च कर डाले. मुख्य सूचना आयुक्त ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसके लिए अंग्रेजी के मुहावरे 'पेनी वाइस पाउंड फूलिश' का इस्तेमाल किया है.
दरअसल आरटीआई का आवेदन करने वाले शख्स ने कोर्ट फी स्टैंप में 10 रुपये की फीस भरी थी. लेकिन एनजीटी का कहना था कि उसका पेमेंट दफ्तर में प्रमाणित नहीं हो सका. लिहाजा एनजीटी ने
आवेदक को 10 रुपये की फीस
आईपीओ या डिमांड ड्राफ्ट के जरिये भरने के लिए चिट्ठी लिखी.
आवेदक से यह भी कहा गया कि वह मांगी गई जानकारी ऑफिस में आकर ले ले. यह चिट्ठी लिखने में करीब 50 रुपये का खर्च किया गया. मामला कोर्ट में गया और एनजीटी ने इसके लिए अदालती कार्यवाही में 31 हजार रुपये फूंक डाले.
(इनपुट: भाषा) |
आईपीएल फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल ने उसका करार रद्द करने के बीसीसीआई के फैसले को बंबई हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोच्चि टस्कर्स केरल के अध्यक्ष मुकेश पटेल ने कहा, हमने अदालत की शरण ली है। दोपहर में मामले की सुनवाई है। क्रिकेट बोर्ड ने अनुबंध की शर्तों के उल्लंघन का हवाला देकर कोच्चि का अनुबंध रद्द कर दिया था। इसके तुरंत बाद टीम के मालिकों ने बोर्ड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी। बीसीसीआई ने दावा किया है कि फ्रेंचाइजी ने 156 करोड़ रुपये का सालाना भुगतान नहीं किया, जो बैंक गारंटी के तौर पर किया जाना था। पटेल ने कहा, बीसीसीआई का नोटिस गलत है। हम अपने वकीलों से बात करके कानूनी कार्रवाई करेंगे। हमने कभी भुगतान में गड़बड़ नहीं की। पटेल इस बात से नाराज थे कि आईपीएल-4 में मैचों की संख्या 94 से घटकर 74 होने के बावजूद बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी फीस कम नहीं की। |
फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में सुपरस्टार सलमान खान की भारत से पाकिस्तान की ऑनस्क्रीन यात्रा को काफी सराहा गया है और इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स-ऑफिस पर अपना कब्जा जमाया है बल्कि सरहद पार भी अपनी जीत का परचम लहराया है.
कबीर खान डायरेक्टेड फिल्म 'बजरंगी भाईजान' को दक्षिण कोरिया में 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले दस दिवसीय 20वें बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा. कबीर ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा, 'एशिया के फेमस फिल्म फेस्टिवल 'बुसान फिल्म फेस्टिवल' के लिए बजरंगी भाईजान को चुना गया है.'
इस फिल्म ने घरेलू बाजार में अभी तक 294.98 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है और इसकी उपलब्धि को लेकर सलमान खान फिल्म्स के सीईओ अमर बुटाला काफी उत्साहित हैं. बुटाला ने अपने एक बयान में कहा, 'यह फिल्म
घरेलू बाजार
के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी एक नया
बॉक्स-ऑफिस
रिकार्ड तय करने की ओर बढ रही है और बुसान से मिला निमंत्रण हमारी फिल्म के लिए एक महत्वपूर्ण मान्यता है.'
'बजरंगी भाईजान'
17 जुलाई को रिलीज हुई थी और फिल्म में करीना कपूर खान, सलमान खान, बाल कलाकार
हर्षाली मल्होत्रा
और नवाजुद्दीन सिद्दीकी मुख्य भूमिका में हैं.
इनपुट: IANS |
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया जिसमें 6 महिलाओं की मौत हो गई. जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है. दरअसल सागवाड़ा निवासी 24 लोगों का दल दो क्रूजर जीप से केला देवी के दर्शन कर जिले के मण्डफिया स्थित सांवलिया जी के दर्शन करने जा रहे थे. उसी दौरान चित्तौड़-उदयपुर मार्ग पर भादसोड़ा फोरलेन पर खड़े ट्रेलर के पीछे एक क्रूजर जीप तेज गति से जा घुसी, जिससे उसमें सवार पांच महिलाओं ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया तो वही चालक और सात अन्य महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गई.
इस घटना के दौरान मौके पर कोहराम मच गया, घायल लोगों को एम्बुलेंस की सहायता से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया. तो वही मृतक महिलाओं के शवों को भी शवगृह में रखवाया गया. हादसे में सभी गम्भीर घायलों में से उपचार के दौरान एक अन्य
महिला ने भी दम तोड़ दिया
. वही बाकी बची सात घायलों को उदयपुर के लिये रेफर कर दिया गया है.
घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा, राजन दुष्यंत सहित पुलिस अधिकारियों ने चिकित्सालय पहुंच कर घटना की जानकारी ली और पुलिस ने लापरवाही के आरोप में ट्रेलर टोला के ड्राईवर को गिफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है. |