title
stringlengths
1
112
url
stringlengths
31
142
text
stringlengths
0
172k
भाखर खाम्भू
https://hi.wikipedia.org/wiki/भाखर_खाम्भू
भाखर खाम्भू (जन्म ११ दिसंबर १९८९) राजस्थान के सांचोर जिले के एक भारतीय संगीत कलाकार, गायक और गीतकार हैं। प्रारम्भिक जीवन एवं शिक्षा भाखर खाम्भू () का जन्म ११ दिसंबर १९८९ को राजस्थान के सांचोर शहर में हुआ। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने शहर के सरकारी स्कूल से प्राप्त की और अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा भी अपने शहर के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। २००९ में उनके पिता की मृत्यु के बाद उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। २०११ में बेरोजगार होने के कारण उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ कलर पेंटिंग करना शुरू कर दिया और खाली समय में किताबें पढ़ना शुरू कर दिया और लेखन के प्रति उनका आकर्षण बढ़ने लगा। वह अपने सोशल साइट्स पर नियमित रूप से लिखते रहते हैं। वे न केवल लेखक, बल्कि एक अच्छे गीतकार भी हैं। उनकी शादी जुलाई २०१६ को कैलाश धोरावत से हुई। उनके दो बच्चे हैं, रेयान और प्राची। उन्होंने २०१९ में एनसीवीटी के तत्वावधान में अपने शहर के रामदेव निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से आईटीआई (इलेक्ट्रीशियन) में डिप्लोमा कोर्स किया। और दो साल तक अपने शहर के बिजली विभाग में प्राइवेट नौकरी की और उसे छोड़ दिया। और फिर उन्होंने संगीत की ओर रूख किया। संगीत कैरियर उन्होंने कई गाने लिखे, जिनमें "बाबा म्हाने दर्शन दो" और "बाबा धोरा री धरती मे मंदिर बणियो" गाने शामिल हैं। वे गीत राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव पीर के लिए लिखे गये थे। उन्होंने बाबा म्हाने दर्शन दो और तेरा ही सहारा श्याम जैसे कई गाने गाए। Category:Articles with hCards सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ म्यूज़िकमैच पर भाखर खाम्भू जैक्सस्टा पर भाखर खाम्भू श्रेणी:गायक श्रेणी:गीतकार श्रेणी:राजस्थान के लोग श्रेणी:भारतीय गायक श्रेणी:1989 में जन्मे लोग श्रेणी:भारतीय हिन्दू श्रेणी:जीवित लोग
आस्तिक्य
https://hi.wikipedia.org/wiki/आस्तिक्य
अनुप्रेषितआस्तिकता
उर्वह बिन मसऊद
https://hi.wikipedia.org/wiki/उर्वह_बिन_मसऊद
उरवह इब्न मसऊद (अरबी: عَرْوَة ٱبْبن مَسْود) ताइफ़ के एक सकीफ़ी सरदार थे जो मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के साथी बन गये। वह इस्लाम स्वीकार करने वाले अपने कबीले के लोगों में से पहले थे। रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने उसे दिखने में ईसा अलैहिस्लाम के समान बताया। वे अरबों के उन प्रतिष्ठित लोग में थे, जो हुदैबिया शांति वार्ता में शामिल हुए थे। नाम और वंशावली उरवह नाम, अबू मसऊद उपनाम, वंशावली उरवह बिन मसऊद बिन मालिक बिन क'अब बिन अम्र बिन साद बिन औफ बिन सकीफ बिन मंबह बिन बकर बिन हुवाज़िन बिन इकरमा बिन ख़ुस्फ़ा बिन क़ैस अयलान। मृत्यु इस्लाम स्वीकार करने के बाद, उन्होंने रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) से अपने कबीले में इस्लाम फैलाने की अनुमति मांगी। रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) बनू थकीफ की कुटिल प्रकृति और उनके अहंकार को पूरी तरह से समझते थे। उन्होंने कहा, "ये लोग आपसे लड़ेंगे?" उरवह इब्न मसऊद ने जवाब दिया वे लोग मुझ पर बहुत विश्वास करते हैं और मुझसे बहुत प्यार करते हैं और वे आपकी अनुमति से बनू सकीफ के पास ताइफ़ लौट आए। उरवह इब्न मसऊद को बनू सकीफ पर बहुत विश्वास था, इसलिए आते ही उसने अपने इस्लाम की घोषणा की और अपने लोगों को इस्लाम स्वीकार करने के लिए आमंत्रित किया। मगर वे आपके दुश्मन हो गये और उनकी दावत का जवाब तीरों से दिया।
एडेल फेरडोसिपुर
https://hi.wikipedia.org/wiki/एडेल_फेरडोसिपुर
एडेल फेरडोसिपुर (फ़ारसी: عادل فردوسیhپور; जन्म 3 अक्टूबर 1974) एक ईरानी पत्रकार, फुटबॉल कमेंटेटर, अनुवादक, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, टेलीविजन शो होस्ट और निर्माता हैं। वो लोकप्रिय टीवी शो नवाद के होस्ट और निर्माता थे। वो लोकप्रिय टीवी शो फुटबॉल 120 के निर्माता हैं। जीवन फेरदोसिपुर का जन्म 3 अक्टूबर 1974 को करमान प्रांत के रफ़संजान में हुआ था। स्नातक की शिक्षा के लिए अल्बोर्ज़ हाई स्कूल में दाखिला लेने से पहले फेरदोसिपुर ने ज़ोगी एलीमेंट्री स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने शरीफ यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी से औद्योगिक इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की। एडेल के करीबी दोस्त अली डेई है तथा दोनों एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ते थे। वह ईरान में सेलिब्रिटी फुटबॉल टीम के सदस्य और कप्तान हैं।Tabnak in Persian o 2009 के ईरानी राष्ट्रपति चुनावों में फेरदोसिपुर ने मीर होसैन मौसवी के लिए मतदान किया। लोकप्रियता अपनी ईमानदारी, लगन और अनोखी तरह की रिपोर्टिंग के कारण एडेल फेरडोसिपुर को ईरान में लोकप्रिय सार्वजनिक हस्तियों में से एक माना जाता है। एडेल उच्च प्राधिकारी अधिकारियों से प्रश्न करते है और उनके जवाब से असहमत भी होते है। सोमवार रात को प्रसारित होने वाले उनके कार्यक्रम के दर्शकों की संख्या 30 मिलियन (कुछ स्रोतों द्वारा 40 मिलियन भी बताई गई है) से अधिक है। न्यूज़वीक मैगज़ीन ने फेरडोसिपुर को उनकी व्यापक लोकप्रियता के कारण 2009 में ईरान के 20 शक्तिशाली व्यक्तियों में माना। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ प्रोग्राम 90 वेबसाइट श्रेणी:1974 में जन्मे लोग श्रेणी:ईरान के लोग
नास्तिक्य
https://hi.wikipedia.org/wiki/नास्तिक्य
अनुप्रेषितनास्तिकता
ऐलीन क्विन
https://hi.wikipedia.org/wiki/ऐलीन_क्विन
ऐलीन मैरी क्विन (जन्म: जून 28, 1971) एक अमेरिकी अभिनेत्री, गायिका और नर्तकी हैं। क्विन को सन् 1982 की फिल्म एनी में शीर्षक चरित्र के रूप में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। आरंभिक जीवन क्विन का जन्म 28 जून 1971 को हुआ और उनका पालन-पोषण यार्डली, पेंसिल्वेनिया में हुआ। ऐलीन क्विन, हेलेन एन क्विन और एंड्रयू क्विन सीनियर की सबसे बड़ी पुत्री और एंड्रयू क्विन जूनियर की बड़ी बहन हैं। जब वो 4 साल की थीं तब उन्होंने लेविटाउन, पेनसिल्वेनिया में केनेच डांस अकादमी में बैले और टैप डांस सीखना शुरू किया। जब क्विन छोटी थी तब उनकी मां ने उन्हे अपना व्यवसाय दिखाया जो एक टीवी, रेडियो और मंच गायिका/अभिनेत्री एवं प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका थी। क्विन ने एनी गेट योर गन के एक स्थानीय सामुदायिक थिएटर प्रोडक्शन में भूमिका के लिए ऑडिशन देने की विनती की और उन्हें भूमिका मिली। इसके अतिरिक्त उन्होंने सामुदायिक प्रस्तुतियों में भी प्रदर्शन किया। फ़ार हिल्स, न्यू जर्सी में पली-बढ़ी, उन्होंने प्राथमिक विद्यालय के दौरान ग्रे नन अकादमी में भाग लिया और हाई स्कूल के लिए समिट, न्यू जर्सी में ओक नॉल स्कूल ऑफ़ द होली चाइल्ड में भाग लिया। ऐलीन क्विन, न्यू जर्सी के फ़ार हिल्स में पली-बढ़ी। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय के दौरान ग्रे नन अकादमी और हाई स्कूल के दौरान न्यू जर्सी के समिट में ओक नोल स्कूल ऑफ़ द होली चाइल्ड में भाग लिया। 18 साल की उम्र में अपने बाल अभिनय करियर से ब्रेक लेते हुए क्विन ने स्कूल पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया। उन्होंने 1994 में ड्रू यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। क्विन एक स्पेनिश सम्मान सोसायटी, सिग्मा डेल्टा पाई की सदस्य है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1971 में जन्मे लोग श्रेणी:अमेरिकी अभिनेत्री
अस्तित्व संकट
https://hi.wikipedia.org/wiki/अस्तित्व_संकट
thumb|अस्तित्व संकट की स्थिति में प्रकृति के सामने अकेलेपन और महत्वहीनता की भावनाएँ आम हैं। मनोविज्ञान और मनोचिकित्सा के क्ष्रेत्र में अस्तित्व संकट (existential crises) आंतरिक संघर्ष हैं जो इस धारणा के कारण उत्पन्न होते हैं कि जीवन में अर्थ की कमी है अथवा किसी की व्यक्तिगत पहचान के बारे में भ्रम है। अस्तित्व संकट चिंता और तनाव के साथ आते हैं, अक्सर यह संकट इस हद तक होता है कि वो रोजमर्रा की जिंदगी में किसी के सामान्य कामकाज को बाधित कर देता है और अवसाद का कारण बनता है। जीवन और अर्थ के प्रति यह नकारात्मक रवैया अस्तित्व के रूप में पहचाने जाने वाले अस्तित्ववाद की विभिन्न स्थितियों को दर्शाता है। पर्यायवाची और निकट संबंधी शब्दों में अस्तित्व संबंधी भय, अस्तित्व संबंधी शून्यता, अस्तित्व संबंधी तंत्रिकाताप और अलगाव शामिल हैं। अस्तित्व संकट से जुड़े विभिन्न पहलुओं को कभी-कभी भावनात्मक, संज्ञानात्मक और व्यवहारिक घटकों में विभाजित किया जाता है। भावनात्मक घटक दर्द, निराशा, असहायता, अपराधबोध, चिंता अथवा अकेलापन जैसी उन भावनाओं को संदर्भित करते हैं जो इन स्थितियों में प्रभावित होती हैं। संज्ञानात्मक घटकों में अर्थहीनता की समस्या, व्यक्तिगत मूल्यों या आध्यात्मिक विश्वास की हानि और स्वयं की मृत्यु के बारे में विचार शामिल हैं। बाहरी तौर पर अस्तित्व संकट अक्सर लोगों को व्यसनी, असामाजिक और बाध्यकारी व्यवहार की तरफ ले जाता है। परिभाषा मनोविज्ञान और मनोचिकित्सा के क्ष्रेत्र में अस्तित्व संकट एक आंतरिक विरोधाभाष की अवस्था को बताता है। इसकी विशेषता है कि जीवन में अर्थ का अभाव है और यह तनाव, चिंता, निराशा और अवसाद जैसे विभिन्न नकारात्मक अनुभवों के साथ आता है। यह अक्सर इस हद तक होता है कि यह व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन के सामान्य कामकाज को बाधित कर देता है। यह आंतरिक संघर्ष की प्रकृति अस्तित्व संकट को अन्य प्रकार के संकटों से अलग करती है। अन्य प्रकार के संकट में मुख्य रूप से बाहरी परिस्थितियों, जैसे सामाजिक या वित्तीय संकट आदि हैं। हालांकि बाहरी परिस्थितियाँ अस्तित्व संकट को उत्पन्न करने या बढ़ाने में भूमिका निभा सकती हैं लेकिन मुख्य संघर्ष आंतरिक स्तर पर होता है। अस्तित्व संकट को हल करने का सबसे आम तरीका इस आंतरिक संघर्ष से निजात पाना और जीवन में अर्थ के नए स्रोत ढूंढना है। सन्दर्भ श्रेणी:अस्तित्ववादी अवधारणाएँ श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:जीवन दर्शन श्रेणी:लोकप्रिय मनोविज्ञान श्रेणी:मनोवैज्ञानिक अवधारणाएँ श्रेणी:मनोचिकित्सा श्रेणी:पीड़ाen:Existential crisis
बॉक्स प्लॉट
https://hi.wikipedia.org/wiki/बॉक्स_प्लॉट
thumb|upright=1.5|आकृति 1. माइकलसन प्रयोग के आँकड़ों का बॉक्स आरेख। विवरणात्मक सांख्यिकी में बॉक्स आरेख या बॉक्सप्लॉट () संख्यात्मक आँकड़ों के समूह को उनकी विषमता, विकृतता और स्थानीयता को उनके चतुर्थक के माध्यम से प्रदर्शित करने की रेखांकन विधि है। बॉक्स आरेख में एक आयताकार सरंचना के अतिरिक्त आयत से जुड़ी हुई कुछ रेखायें (जिन्हें व्हिस्कर्स कहा जाता है) हो सकती हैं जो ऊपरी और निचले चतुर्थक के बाहर परिवर्तनशीलता को दर्शाती हैं। इसे बॉक्स-एंड-व्हिस्कर आरेख भी कहा जाता है। आँकड़ों के वो बिन्दू जो अन्य सभी बिन्दूओं से पर्याप्त दूर स्थित हों उन्हें व्हिस्कर्स या बॉक्स से दूर अकेले आरेखित किया जा सकता है। बॉक्स आरेख को प्राचलित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें अंतर्निहित प्रायिकता बंटन के बिना सांख्यिकीय समष्टि के परिवर्तन को प्रदर्शित किया जाता है। इतिहास सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:वर्णनात्मक सांख्यिकी श्रेणी:सांख्यिक विधियाँ
अस्तित्व चिकित्सा
https://hi.wikipedia.org/wiki/अस्तित्व_चिकित्सा
अस्तित्व चिकित्सा अथवा अस्तित्ववादी चिकित्सा (existential therapy)https://egyankosh.ac.in/bitstream/123456789/90174/1/Unit-10.pdf यूरोपीय दर्शन अस्तित्ववाद की परंपरा द्वारा विकसित मानव स्वभाव और अनुभव पर आधारित मनोचिकित्सा का रूप है। यह उन अवधारणाओं पर ध्यान केंद्रित करता है जो मृत्यु, स्वतंत्रता, जिम्मेदारी और जीवन के अर्थ सहित मानव अस्तित्व पर पूर्ण रूप से लागू होता हैं। अस्तित्ववादी मनोचिकित्सा में चिंता, अलगाव और अवसाद जैसे मानवीय अनुभवों को मानसिक बीमारी की उपस्थिति के रूप में देखने के बजाय इन्हें मानव विकास और परिपक्वता की सामान्य प्रक्रिया के प्राकृतिक चरणों के रूप में देखा जाता है। विकास और परिपक्वता की इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में अस्तित्ववादी मनोचिकित्सा में किसी व्यक्ति के अनुभवों का दार्शनिक अन्वेषण शामिल होता है। इस चिकित्सा में व्यक्ति की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी पर जोर देते हुए मरीज के व्यक्तिगत जीवन में उच्च स्तर के अर्थ और कल्याण की सुविधा पर ध्यान दिया जाता है। पृष्ठभूमि जिन दार्शनिकों का कार्य सीधा उद्देश्य मानव अस्तित्व को समझना था उनका अस्तित्ववादी मनोचिकित्सा के विकास के लिए किया गया कार्य विशेष रूप से प्रासंगिक है। उदाहरण के लिए घटनाविज्ञान और अस्तित्ववाद के क्षेत्र अस्तित्व चिकित्सा की उत्पत्ति के लिए विशेष रूप से और सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। अनुसंधान अस्तित्व चिकित्सा पर पर्याप्त मात्रा में शोध उपलब्ध नहीं है। अधिकांश शोध चिकित्सा प्राप्त करने वाले उन लोगों पर केंद्रित है जिन्हें कैंसर जैसी चिकित्सीय चिंताएं भी हैं। इसके बावजूद, कुछ अध्ययनों ने कुछ लोगों के साथ अस्तित्व संबंधी उपचारों से सकारात्मक प्रभावी संकेत देखा है। हालाँकि, कुल मिलाकर, निर्णायक वैज्ञानिक दावे किए जाने से पहले अधिक शोध की आवश्यकता है। सन्दर्भ श्रेणी:मनोचिकित्सा en:existential therapy
कॉन्स्तेंतिन उशिंस्की
https://hi.wikipedia.org/wiki/कॉन्स्तेंतिन_उशिंस्की
कॉन्स्तेंतिन दिमित्रिच उशिंस्की (रूसी: Константи́н Дми́триевич Уши́нский; यूक्रेनी: Костянтын Дмитро́вич Уш ы́нский, रोमानीकृत: कोस्तिएंतिन दिमित्रोविच उशिन्स्की) (2 मार्च 1823 - 3 जनवरी 1871) एक रूसी शिक्षक और लेखक थे। उन्हें रूसी साम्राज्य में वैज्ञानिक शिक्षाशास्त्र के संस्थापक होने का श्रेय दिया जाता है। आरंभिक जीवन कॉन्स्तेंतिन उशिंस्की का जन्म तुला में एक सेवानिवृत्त अधिकारी के परिवार में हुआ था।कॉन्स्तेंतिन उशिंस्की . उनका परिवार नोवगोरोड-सिवरस्की (वर्तमान नोवहोरोड-सिवरस्की, यूक्रेन) चला गया जहाँ कॉन्स्तेंतिन के पिता को यूएज़ेडडी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।द टीचर ऑफ़ रशियन टीचर्स मॉस्को यूनिवर्सिटी ऑफ इंडस्ट्री एंड फाइनेंस की आधिकारिक साइट. सन् 1844 में उशिंस्की ने मॉस्को विश्वविद्यालय के कानून विभाग से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सन् 1846 से 1849 तक वे यारोस्लाव में डेमिडोव लिसेयुम में प्रोफेसर थे लेकिन अपने उदार विचारों के कारण उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। सन् 1854 में उशिंस्की गैचिना अनाथालय (गैचिन्स्की सिरोटस्की इंस्टीट्यूट) में रूसी साहित्य और कानून के शिक्षक बन गए। वर्ष 1855-1859 में वे उसी संस्थान में इंस्पेक्टर बन गए। सन् 1859-1862 में उशिन्स्की सेंट पीटर्सबर्ग में स्मॉली इंस्टीट्यूट ऑफ नोबल मेडेंस के इंस्पेक्टर थे। सन् 1860-1862 में उन्होंने शिक्षा विभाग की पत्रिका ज़ुर्नल मिनिस्टरस्टवा नारोडनागो ओब्राज़ोवानिया के मुख्य संपादक के रूप में भी काम किया। उसके बाद कॉन्स्तेंतिन को स्विट्जरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम और इटली (1862-1867) में स्कूल संगठनों का अध्ययन करने के लिए विदेश जाना पड़ा। इन्हें भी देखें एना कोर्निकोवा क्रिस्टीना अखीवा ग्रिगरी जिनव्येव निकोले सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ *कॉन्स्तेंतिन उशिंकी द्वारा बच्चों की कहानियाँ श्रेणी:रूसी लोग श्रेणी:लेखक
ऐस मगाशुले
https://hi.wikipedia.org/wiki/ऐस_मगाशुले
एलियास सेक्गोबेलो "ऐस" मैगशुले () (जन्म 3 नवंबर 1959) एक दक्षिण अफ़्रीकी राजनीतिज्ञ और पूर्व रंगभेद-विरोधी कार्यकर्ता हैं जिन्होंने अफ़्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के महासचिव के रूप में कार्य किया। वो पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के मुखर सहयोगी रहे हैं और उनपर कई भ्रष्ट गतिविधियों का आरोप लगे। प्रधान रहते हुए दिए गए सरकारी अनुबंध के तहत भ्रष्टाचार से संबंधित आरोपों के लिए उन्हें नवंबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था। जून 2023 में उन्हें एएनसी से निष्कासित कर दिया गया था क्योंकि पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने पाया था कि उन्होंने पार्टी को बदनाम किया है। प्रारंभिक जीवन मगाशुले ने अपने गृहनगर तुमाहोल, पेरीज़ में तुमाहोल प्राइमरी स्कूल (अब लेम्बेडे प्राइमरी) और फेहेलांग सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की। स्कूल के फ़ुटबॉल मैदान पर उन्हें अपना उपनाम "ऐस" मिला। उन्होंने अपनी कला स्नातक की डिग्री फोर्ट हरे विश्वविद्यालय से प्राप्त की, और स्नातक होने के बाद सेबोकेंग के मोखाका हाई स्कूल में और बाद में अपने ही पूर्व स्कूल फेहेलंग में पढ़ाया। यह भी देखें गैंगस्टर स्टेट - मगाशुले के बारे में 2019 की किताब सन्दर्भ श्रेणी:1959 में जन्मे लोग श्रेणी:दक्षिण अफ़्रीका की राजनीति
लौरा इंगल्स वाइल्डर
https://hi.wikipedia.org/wiki/लौरा_इंगल्स_वाइल्डर
लौरा एलिजाबेथ इंगल्स वाइल्डर (7 फरवरी, 1867 - 10 फरवरी, 1957) एक अमरीकी लेखिका थीं। वर्ष 1932 और 1943 के बीच प्रकाशित बाल पुस्तक शृंखला लिटिल हाउस ऑन द प्रेयरी सेटलर में अमरीकी परिवार में उनके बचपन पर आधारित थी। टेलीविजन शृंखला लिटिल हाउस ऑन द प्रेयरी (1974-1983) की कथा एक पुस्तक पर आधारित थी। उसमें लौरा की भूमिका मेलिसा गिल्बर्ट और उसके पिता चार्ल्स इंगल्स की भूमिका माइकल लैंडन ने निभाई थी। जन्म लौरा एलिजाबेथ इंगल्स का जन्म 7 फरवरी 1867 को चार्ल्स फिलिप और कैरोलिन लेक (नी क्विनर) इंगल्स के घर हुआ था। इंगल्स के जन्म के समय उनका परिवार विस्कॉन्सिन के बिग वुड्स क्षेत्र में, पेपिन, विस्कॉन्सिन गाँव से सात मील उत्तर में रहता था। लौरा की बड़ी बहन मैरी अमेलिया के बाद वे पाँच बच्चों में से दूसरे नंबर पर थीं। उनके बाद तीन और बच्चे थे-कैरोलीन सेलेस्टिया (कैरी), चार्ल्स फ्रेडरिक, जिनकी बचपन में ही मृत्यु हो गई थी, और ग्रेस पर्ल। आरंभिक जीवन लौरा जब वह दो साल की थीं तब इंगल्स वाइल्डर 1869 में अपने परिवार के साथ विस्कॉन्सिन से चले गए। रोथविले, मिसौरी में रुकने के बाद, वे कैनसस में बस गए। उनकी छोटी बहन कैरी का जन्म आज़ादी के समय अगस्त 1870 में हुआ था। इंगल्स वाइल्डर के अनुसार, उनके पिता चार्ल्स इंगल्स को बताया गया था कि यह स्थान श्वेत निवासियों के लिए खुला रहेगा, लेकिन जब वे वहाँ पहुँचे तो ऐसा नहीं था। इंगल्स परिवार को अपने घर पर कब्ज़ा करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं था। इन्हें भी देखें अजित वरदराज पाई अनंत अग्रवाल अमीलिया एरहार्ट सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ एमएनओपीडिया, मिनेसोटा विश्वकोश पर लौरा इंगल्स वाइल्डर श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:लेखिका श्रेणी:बाल साहित्यकार
स्कॉट जोप्लिन
https://hi.wikipedia.org/wiki/स्कॉट_जोप्लिन
स्कॉट जोप्लिन (नवंबर 24, 1868 – अप्रैल 1, 1917) एक अमेरिकी संगीतकार और पियानोवादक थे। "किंग ऑफ रैगटाइम" कहे जाने वाले स्कॉट जोप्लिन ने 40 से अधिक रैगटाइम टुकड़े, एक रैगटाइम बैले और दो ओपेरा की रचना की। उनकी पहली और सबसे लोकप्रिय कृतियों में से एक, "मेपल लीफ रैग" इस शैली की पहली और सबसे प्रभावशाली हिट बन गई जिसे बाद में सर्वोत्कृष्ट राग के रूप में पहचाना गया। जोप्लिन अर्कांसस के टेक्सारकाना में रेलवे मजदूरों के एक संगीत परिवार में पले-बढ़े, उन्होंने स्थानीय शिक्षकों की मदद से अपना संगीत ज्ञान विकसित किया। टेक्सारकाना में रहते हुए उन्होंने एक गायन चौकड़ी बनाई और मैंडोलिन और गिटार सिखाया। 1880 के दशक के अंत में उन्होंने रेल मजदूर के रूप में अपनी नौकरी छोड़ दी और एक भ्रमणशील संगीतकार के रूप में अमेरिकी दक्षिण की यात्रा की। जोप्लिन 1894 में सेडालिया, मिसौरी चले गए और एक पियानो शिक्षक के रूप में जीविकोपार्जन किया। वहां उन्होंने भावी रैगटाइम संगीतकार आर्थर मार्शल, स्कॉट हेडन और ब्रून कैंपबेल को पढ़ाया। 1907 में जोप्लिन एक नए ओपेरा के लिए निर्माता खोजने के लिए न्यूयॉर्क शहर चले गए। जोप्लिन के संगीत को फिर से खोजा गया और 1970 के दशक की शुरुआत में जोशुआ रिफ़किन द्वारा रिकॉर्ड किए गए लाखों बिकने वाले एल्बम की रिलीज़ के साथ लोकप्रियता में लौट आया। आरंभिक जीवन जोप्लिन उत्तरी कैरोलिना के पूर्व गुलाम जाइल्स जोप्लिन और केंटुकी की एक स्वतंत्र अफ्रीकी-अमेरिकी महिला फ्लोरेंस गिवेंस से पैदा हुए छह बच्चों में से दूसरे थे।Jasen & Tichenor (1978) पृष्ठ 82. सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:अमेरिकी गायक श्रेणी:१९१७ में निधन
ली चैटफ़ील्ड
https://hi.wikipedia.org/wiki/ली_चैटफ़ील्ड
ली रॉबर्सन चैटफ़ील्ड (जन्म 25 मई, 1988) एक अमरीकी राजनीतिज्ञ और मिशिगन हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स के पूर्व रिपब्लिकन सदस्य हैं। वे 2017 से 2019 तक प्रो टेम्पोरोर वक्ता और 2019 से 2021 तक मिशिगन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के वक्ता थे। आरंभिक जीवन ली चैटफ़ील्ड ने नॉर्थलैंड इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की, जो विस्कॉन्सिन में एक गैर-मान्यता प्राप्त बप्तिस्त कॉलेज है। उन्होंने वर्जीनिया में लिबर्टी यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री प्राप्त की। वर्ष 2014 में राज्य सभा के लिए चुने जाने से पहले उन्होंने उत्तरी मिशिगन में अपने मंत्री पिता द्वारा संचालित एक ईसाई स्कूल में काम किया था। चैटफील्ड स्कूल में शिक्षक, कोच और एथलेटिक निदेशक थे। राजनीतिक जीवन प्राथमिक चुनाव में रिपब्लिकन पदाधिकारी फ्रैंक फोस्टर को हराने के बाद चैटफील्ड पहली बार 2014 में मिशिगन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चुने गए थे। वे 2016 में 67 प्रतिशत वोट के साथ और 2018 में 58 प्रतिशत से अधिक वोट के साथ राज्य विधानमंडल के लिए फिर से चुन लिए गए थे। वक्ता चैटफील्ड 2019 से 2020 तक राज्य सभा के वक्ता थे। 30 साल की उम्र में चुने जाने वाले वे सबसे कम उम्र के सदन के अध्यक्ष थे। चैटफ़ील्ड के कार्यकाल के दौरान मिशिगन ने सदन के अध्यक्ष के रूप में सरकार को विभाजित कर दिया था। विधायिका के दोनों सदन रिपब्लिकन द्वारा नियंत्रित थे। इन्हें भी देखें अंजू बाला (राजनीतिज्ञ) अच्युत पटवर्धन अजीत जोगी अजीत प्रताप सिंह सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ मिशीगन हाउस रिपब्लिकंस श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:राजनीतिज्ञ
एलेना एपिना
https://hi.wikipedia.org/wiki/एलेना_एपिना
एलेना एपिना (Еле́на Евге́ниевна А́пина; विवाह से पहले का नाम – लेवोचकिना) एक सोवियत और रूसी गायिका, संगीत कलाकार, अभिनेत्री और गीतकार हैं। उनका करियर सन् 1988 में शुरू हुआ और आज भी जारी है। एपिना की लोक शैली की विशेषता का अध्ययन एलेना ने सेराटोव कंज़र्वेटरी के लोक गीत संकाय में किया। अपनी अनोखी आवाज़ के लिए वह पूर्व सोवियत संघ में सबसे लोकप्रिय रूसी संगीत कलाकारों में से एक और 2002 में रूसी संघ की सम्मानित कलाकार बन गई हैं। जीवनी एलेना का जन्म 23 अगस्त 1964 को सेराटोव शहर में हुआ। जब वह 5 साल की थी तो उनके माता-पिता ने उन्हें पियानो की कक्षा के लिए एक स्थानीय संगीत विद्यालय में दाखिला दिलाया। उन्होंने संगीत विद्यालय से सफलतापूर्वक स्नातक की उपाधि प्राप्त की और संगीत महाविद्यालय में दाखिला लिया। कॉलेज से स्नातक होने के बाद उन्होंने सेराटोव स्टेट कंज़र्वेटरी के लोक गीत संकाय में दाखिला लिया। कंज़र्वेटरी में अध्ययन के दौरान एलेना को एक मित्र ने गर्मियों की छुट्टियों में कुछ अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए एक बैंड में गायिका के रूप में आमंत्रित किया। 1988 से 1991 में वह रूसी महिला बैंड कोम्बिनैसिया की प्रमुख गायिका थीं। एलेना एपिना 90 के दशक में एक लोकप्रिय गायिका थी। उन्होंने उस दौरान कई एल्बम बनाए और उनके संगीत वीडियो नियमित रूप से फिल्माए गए और मुख्य टीवी चैनलों पर प्रसारित किए गए। 1998 में एलेना एपिना को "वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गायक" के रूप में प्रतिष्ठित रूसी संगीत पुरस्कार "ओवेशन" मिला। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1964 में जन्मे लोग श्रेणी:रूसी गायक
मिचियो काकु
https://hi.wikipedia.org/wiki/मिचियो_काकु
मिचियो काकु (जापानी: カク ミチオ, 加來 道雄, /ˈmiːtʃioʊ ˈkɑːkuː/; जन्म 24 जनवरी, 1947) एक अमरीकी भौतिक विज्ञानी, विज्ञान संचारक, भविष्य विज्ञानी और लोकप्रिय-विज्ञान के लेखक हैं। वे न्यूयॉर्क के सिटी कॉलेज और सीयूएनवाई ग्रेजुएट सेंटर में सैद्धांतिक भौतिकी के प्रोफ़ेसर हैं। मिचियो भौतिकी और तत्संबंधित विषयों पर कई पुस्तकों के लेखक हैं। विज्ञान और विज्ञान कथा को जोड़ने के उनके प्रयासों के लिए उन्हें 2021 का सर आर्थर क्लार्क लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिल चुका है। आरंभिक जीवन काकु का जन्म 1947 में सैन जोस, कैलिफोर्निया में हुआ था। काकु के अनुसार उनके दादा 1906 के सैन फ्रांसिस्को भूकंप के बाद सफाई अभियान में भाग लेने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका आए थे। उनके पिता और माता दोनों का जन्म कैलिफोर्निया में हुआ था। उनके माता-पिता दोनों को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तुले लेक वॉर रिलोकेशन सेंटर में नजरबंद किया गया था, जहाँ वे मिले थे और जहाँ उनके बड़े भाई का जन्म हुआ था। काकु के अनुसार अल्बर्ट आइंस्टीन की मृत्यु के समय उनकी डेस्क की तस्वीर देखकर उन्हें भौतिकी में करियर बनाने की प्रेरणा मिली। वे यह जानकर बहुत प्रभावित हुए कि आइंस्टीन अपने एकीकृत क्षेत्र सिद्धांत को पूरा करने में असमर्थ रहे हैं और उन्होंने इस सिद्धांत को हल करने के लिए अपना जीवन समर्पित करने का संकल्प लिया। एक हाई स्कूल विज्ञान मेले के लिए, काकू ने अपने माता-पिता के गैराज में 2.3 एमईवी "एटम स्मैशर" बनाया।अल्बुकर्क, न्यू मैक्सिको में हुए राष्ट्रीय विज्ञान मेले में भौतिक विज्ञानी एडवर्ड टेलर उनकी ओर आकर्षित हुए। उन्होंने काकु को अपना शिष्य बनाया और उन्हें हर्ट्ज़ इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति प्रदान की। इन्हें भी देखें आन्द्रे मैरी एम्पीयर आर्थर एच काम्पटन आर्नो पेन्जियस सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:भौतिक विज्ञानी श्रेणी:लेखक
मिथत संकर
https://hi.wikipedia.org/wiki/मिथत_संकर
thumb|मिथत संकर ,2015 मिथत संकर (जन्म 1963) सार्वजनिक और संवैधानिक कानून के तुर्की प्रोफेसर , स्तंभकार और अरब मूल के अनुवादक हैं। वह जून 2015 के आम चुनाव के बाद से तुर्की संसद में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) के सांसद रहे हैं और फरवरी 2020 में पार्टी के सह-अध्यक्ष चुने गए थे। जीवनी प्रारंभिक जीवन और शैक्षणिक कैरियर 1963 में नुसायबिन में जन्मे, संकर ने अंकारा विश्वविद्यालय जाने से पहले दियारबाकिर के हाई स्कूल में पढ़ाई की , जहां उन्होंने सार्वजनिक कानून में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 1995 में, स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उन्होंने अपनी संवैधानिक कानून में बुनियादी अधिकारों की व्याख्या पर एक थीसिस के साथ ( तुर्की : टेम्पल हाकलारिन योरुमु )पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की। । 1985-1990 तक, वह डिकल विश्वविद्यालय के विधि संकाय में अनुसंधान सहायक के रूप में कार्यरत थे। 1999 से, वह अंकारा विश्वविद्यालय में व्याख्याता और 2007 से पूर्ण प्रोफेसर रहे हैं। साथी विद्वान तानिल बोरा के साथ मिलकर , उन्होंने जुर्गन हेबरमास की पहली प्रमुख कृति " स्ट्रुक्टुरवंडेल डेर ओफ़ेंटलिचकिट " का तुर्की भाषा में अनुवाद किया। राजनीतिक सक्रियता मिथत संकर अंकारा स्थित मानवाधिकार फाउंडेशन (TİHV, स्था. 1990) और मानव अधिकार संस्थान [tr] (TİHAK, स्था. 1999) के संस्थापकों में से एक हैं। 1998 और 2003 के बीच, संकर और उनके सहयोगी तानिल बोरा ने तुर्की में मानवाधिकार आंदोलन पर ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन (İHD) के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया। 2007 से, वह वामपंथी बिरगुन अखबार के लिए स्तंभकार रहे हैं । उन्होंने तारफ समाचार पत्र के लिए भी लिखा है। संसदीय कैरियर जून 2015 के आम चुनाव से पहले , संकर को एचडीपी नेता सेलाहटिन डेमिर्तास, जो उनके पूर्व छात्रों में से एक थे, जिन्होनें संसद बनने के लिए दौड़ने के लिए कहा था। कुछ हिचकिचाहट के बाद, वह एचडीपी को 10% सीमा से अधिक की मदद करने के लिए अपने अकादमिक करियर को निलंबित करने पर सहमत हुए। मार्डिन निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी की चुनावी सूची का नेतृत्व करते हुए , उन्हें ग्रैंड नेशनल असेंबली के सदस्य चुना गये । इसके बाद नवंबर 2015 के मध्यावधि चुनाव और 2018 के आम चुनाव में उन्हें फिर से चुना गया। वह वर्तमान में ग्रैंड नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष हैं। नवंबर 2015 में, संकर और एरोल डोरा साथी सांसदों गुलसर येल्ड्रिम और अली अटलान के साथ भूख हड़ताल में शामिल हुए, ताकि सीमावर्ती शहर नुसायबिन में चल रहे अपवाद कर्फ्यू का विरोध किया जा सके , जहां 13 नवंबर से और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के बहाने YDG-H सदस्यों, 70% पड़ोस में बिजली काट दी गई है, 30% में पानी की आपूर्ति काट दी गई है। 23 फरवरी 2020 को, संकर को पर्विन बुलडन के साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का सह-अध्यक्ष चुना गया, जो फिर से चुने गए। सन्दर्भ श्रेणी:तुर्की श्रेणी:सांसद
एग्नेस वरदा
https://hi.wikipedia.org/wiki/एग्नेस_वरदा
एग्नेस वर्दा () (30 मई 1928 – 29 मार्च 2019) बेल्जियम में जन्मे फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, फोटोग्राफर और फ्रांसीसी तथा ग्रीक मूल के कलाकार थे। वर्दा के काम में ऐसे युग में स्थान की शूटिंग को नियोजित किया गया था जब ध्वनि प्रौद्योगिकी की सीमाओं ने घर के अंदर, निर्मित सेटों और परिदृश्यों की चित्रित पृष्ठभूमि के साथ, स्थान पर बाहर की बजाय फिल्म बनाना आसान और अधिक सामान्य बना दिया था। 1950 के दशक के फ्रांसीसी सिनेमा के लिए गैर-पेशेवर अभिनेताओं का उनका उपयोग भी अपरंपरागत था। वर्दा की पहली फीचर फिल्म थी ला प्वाइंट कोर्टे (1955), उसके बाद क्लियो फ्रॉम 5 टू 7 (1962), उनकी सबसे उल्लेखनीय कथा फिल्मों में से एक, वागाबॉन्ड (1985), और कुंग फू मास्टर (1988)। वर्दा को ब्लैक पैंथर्स (1968), द ग्लीनर्स एंड आई (2000), द बीचेस ऑफ एग्नेस (2008), फेसेस प्लेसेस (2017) और उनकी अंतिम फिल्म, एग्नेस द्वारा वर्दा (2019) जैसे वृत्तचित्रों के लिए भी जाना जाता था। निर्देशक मार्टिन स्कॉर्सेसी ने वर्दा को "सिनेमा के देवताओं में से एक" के रूप में वर्णित किया।| कई अन्य प्रशंसाओं के बीच, वर्दा को 2015 कान्स फिल्म फेस्टिवल में मानद पाम डी'ओर प्राप्त हुआ, यह पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला बनीं, 1985 के वेनिस फिल्म फेस्टिवल में वागाबॉन्ड के लिए गोल्डन लायन, एक अकादमी मानद पुरस्कार, और फेसेस प्लेसेस के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फ़ीचर के लिए अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन, प्रतियोगी ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाले सबसे उम्रदराज़ व्यक्ति बन गए। 2017 में, वह मानद ऑस्कर जीतने वाली पहली महिला निर्देशक बनीं। सन्दर्भ
एग्नेस वर्दा
https://hi.wikipedia.org/wiki/एग्नेस_वर्दा
एग्नेस वर्दा () (30 मई 1928 – 29 मार्च 2019) बेल्जियम में जन्मीं फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, फोटोग्राफर और फ्रांसीसी तथा यूनानी मूल की कलाकार थी। वर्दा के काम में ऐसे युग में स्थान की शूटिंग को नियोजित किया गया था जब ध्वनि प्रौद्योगिकी की सीमाओं ने घर के अंदर, निर्मित सेटों और परिदृश्यों की चित्रित पृष्ठभूमि के साथ, स्थान पर बाहर की बजाय फिल्म बनाना आसान और अधिक सामान्य बना दिया था। 1950 के दशक के फ्रांसीसी सिनेमा के लिए गैर-पेशेवर अभिनेताओं का उनका उपयोग भी अपरंपरागत था। वर्दा की पहली फीचर फिल्म थी ला प्वाइंट कोर्टे (1955), उसके बाद क्लियो फ्रॉम 5 टू 7 (1962), उनकी सबसे उल्लेखनीय कथा फिल्मों में से एक, वागाबॉन्ड (1985), और कुंग फू मास्टर (1988)। वर्दा को ब्लैक पैंथर्स (1968), द ग्लीनर्स एंड आई (2000), द बीचेस ऑफ एग्नेस (2008), फेसेस प्लेसेस (2017) और उनकी अंतिम फिल्म, एग्नेस द्वारा वर्दा (2019) जैसे वृत्तचित्रों के लिए भी जाना जाता था। निर्देशक मार्टिन स्कॉर्सेसी ने वर्दा को "सिनेमा के देवताओं में से एक" के रूप में वर्णित किया।| कई अन्य प्रशंसाओं के बीच, वर्दा को 2015 कान्स फिल्म फेस्टिवल में मानद पाम डी'ओर प्राप्त हुआ, यह पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला बनीं, 1985 के वेनिस फिल्म फेस्टिवल में वागाबॉन्ड के लिए गोल्डन लायन, एक अकादमी मानद पुरस्कार, और फेसेस प्लेसेस के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फ़ीचर के लिए अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकन, प्रतियोगी ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाले सबसे उम्रदराज़ व्यक्ति बन गए। 2017 में, वह मानद ऑस्कर जीतने वाली पहली महिला निर्देशक बनीं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ एग्नेस वर्दा पर सिने टैमारिस सिनेमा के अग्रणी दूरदर्शी: एग्नेस वर्दा का प्रभाव सातवीं कला पर श्रेणी:1928 में जन्मे लोग श्रेणी:२०१९ में निधन
मोत्सी माब्यूज़
https://hi.wikipedia.org/wiki/मोत्सी_माब्यूज़
मोत्सेगेट्सी "मोत्सी" माब्यूज़ (जन्म: 11 अप्रैल 1981) एक प्रसिद्ध दक्षिण अफ़्रीकी नर्तकी हैं। उन्होंने अपना करिअर एक पेशेवर नर्तकी के रूप में आरंभ किया हालांकि उन्हें विशेष प्रसिद्धि जर्मन नृत्य प्रतियोगिता लेट्स डांस में भाग लेने के बाद मिली। 2011 से मोत्सी माब्यूज़ इसी प्रतियोगिता में एक जज के रूप में अपनी भूमिका निभा रही हैं। साथ ही 2019 से वह ब्रिटिश संस्करण प्रतियोगिता स्ट्रिक्टली कम डांसिंग में भी जज के रूप में काम कर रही हैं। आरंभिक जीवन मोत्सी माब्यूज़ का जन्म 1981 में बोफुथत्स्वाना गणराज्य के मंकवे शहर में हुआ था हालांकि उस समय बोफुथत्स्वाना को मात्र तीन राष्ट्रों द्वारा अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त थी। 1994 में बोफुथत्स्वाना दक्षिण अफ़्रीका का हिस्सा बन गया और अब यह दक्षिण अफ़्रीका के पश्चिमोत्तर प्रान्त में शामिल है। मोत्सी माब्यूज़ जब पाँच वर्ष की हुई तब उनका परिवार दक्षिण अफ़्रीका की राजधानी प्रिटोरिया चला गया, जहाँ रहते हुए उनकी छोटी बहन ओटी माब्यूज़ का जन्म हुआ। बचपन से ही दोनों बहनों ने नृत्य में विशेष रुचि ली। मोत्सी ने अपनी स्कूली शिक्षा प्रिटोरिया के हिलव्यू हाई स्कूल से पूरी की। व्यक्तिगत जीवन 2003 में मोत्सी माब्यूज़ ने अपने साथी नर्तक टिमो कुलज़ाक से शादी की। हालांकि नौ वर्ष के वैवाहिक जीवन के बाद 2014 में इस जोड़े ने तलाक ले लिया। इसके बाद 2015 में वह अपने एक और साथी नर्तक एवगेनिज वोज्न्युक के साथ प्रेम संबंध में आई, जिसके बाद 2017 में कानूनी रूप से दोनों ने विवाह कर लिया। 2018 में माब्यूज़ ने एक बेटी को जन्म दिया। इन सबके अलावा माब्यूज़ अपने पति के साथ जर्मनी में एक नृत्य स्कूल भी चलाती हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:कलाकार श्रेणी:नर्तक श्रेणी:1981 में जन्मे लोग
ब्रेंडन कवनाघ
https://hi.wikipedia.org/wiki/ब्रेंडन_कवनाघ
ब्रेंडन कवनाघ (जन्म अक्टूबर 1967) एक ब्रिटिश पियानोवादक और आयरिश मूल के पियानो शिक्षक हैं जिन्हें अंग्रेजी में पीएचडी के कारण "डॉ॰ के" के नाम से भी जाना जाता है। वह बूगी-वूगी शैली को बजाने और प्रचारित करने में माहिर हैं जिसे अक्सर शास्त्रीय, जैज़, ब्लूज़, रॉक एंड रोल और पारंपरिक आयरिश संगीत विषयों के साथ जोड़ा जाता है। वह नियमित रूप से सार्वजनिक पियानो पर खुले स्थानों में प्रदर्शन करते हैं। कभी-कभी संगीत में रुचि रखने वाले राहगीरों, दोस्तों या परिवार के साथ युगल प्रारूप में भी प्रदर्शन करते है। वह पारंपरिक आयरिश धुनों पर जोर देने के साथ पियानो अकॉर्डियन भी बजाते हैं। शिक्षा कवनाघ ने 1978 से हाईगेट में सेंट अलॉयसियस कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने पढ़ाई जारी रखी और फिर मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में प्रथम श्रेणी एकल बीए ऑनर्स के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन से एंग्लो-आयरिश साहित्य और नाटक में एमए की उपाधि प्राप्त की तथा इसके बाद यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क से अंग्रेजी भाषा और साहित्य में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। 1980 के दशक के अंत में कवनाघ ने प्रोफेसर नेली बेन-ऑर एमबीई के साथ शास्त्रीय पियानो का अध्ययन किया जिसने उन्हें 8 ग्रेड सिद्धांत और व्यावहारिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की। वह आज एक कामचलाऊ शास्त्रीय पियानोवादक के रूप में अपनी सफलता का श्रेय अपनी कामचलाऊ शैली के समर्थन और प्रोत्साहन को देते हैं। लंदन के पियानोवादक हैमी हॉवेल (मृत्यु 1999) उनके बूगी-वूगी शैली के गुरु हैं, जिन्होंने युवा कवनाघ के उत्साह को प्रोत्साहित करने के लिए तीन निःशुल्क संगीत शिक्षाएँ दीं। सन्दर्भ श्रेणी:1967 में जन्मे लोग
माइकल मार्टिन
https://hi.wikipedia.org/wiki/माइकल_मार्टिन
माइकल मार्टिन (आयरिश: [ˈmʲiːçaːl̪ˠ];Martin spells his first name Micheál, that is without an acute accent, or síneadh fada over the i. See Martin's official website Micheál Martin TD . The Irish language version of the name Michael is usually spelt Mícheál. जन्म 1 अगस्त 1960) एक आयरिश फियाना फ़ेल राजनीतिज्ञ हैं, जो दिसंबर 2022 से टैनिस्टे , विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। 2020 से 2022 तक ताओसीच के रूप में और जनवरी 2011 से फियाना फेल के नेता रहे हैं। वह 1989 से कॉर्क साउथ-सेंट्रल के लिए टीचटा डाला (टीडी) रहे हैं । उन्होंने 2011 से 2020 तक विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया और विभिन्न कैबिनेट कार्यालयों में बर्टी अहर्न और ब्रायन कोवेन के अधीन कार्य किया। जनवरी 2011 में, मार्टिन ने कोवेन के नेतृत्व के विरोध में विदेश मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। फियाना फ़ेल के नेता के रूप में कोवेन के स्वयं के इस्तीफे के बाद, मार्टिन को तुरंत उनकी जगह लेने के लिए चुना गया। कुछ ही हफ्तों बाद, 2011 के आम चुनाव में , मार्टिन ने फियाना फ़ेल को 85 साल के इतिहास में सबसे खराब परिणाम तक पहुँचाया, जिसमें 57 सीटों का नुकसान हुआ और केवल 17.4% का लोकप्रिय वोट मिला। फिर भी वे विपक्ष के नेता बनकर नेतृत्व में बने रहे। 2016 के आम चुनाव में , फियाना फेल के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ, डेल में उनका प्रतिनिधित्व दोगुना से भी अधिक हो गया। मार्टिन विपक्ष के नेता के रूप में बने रहे। मार्टिन ने 2020 के आम चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया , जिसके कारण फियाना फेल सिर्फ एक सीट के साथ डेल में सबसे बड़ी पार्टी बन गई। लंबी बातचीत के बाद, उन्हें 27 जून 2020 को ताओसीच नियुक्त किया गया, उन्होंने लंबे समय से प्रतिद्वंद्वी पार्टी फाइन गेल के साथ एक ग्रैंड गठबंधन का नेतृत्व किया, यह पहली बार था कि इन दोनों पार्टियों ने ग्रीन पार्टी के साथ मिलकर शासन किया था। गठबंधन समझौते की शर्तों के तहत, मार्टिन ने पांच साल के कार्यकाल की पहली छमाही के लिए ताओसीच के रूप में कार्य किया, उनके पूर्ववर्ती लियो वराडकर ने तानैस्टे के रूप में कार्य किया। . इसके बाद मार्टिन ने कार्यालय में वराडकर की नियुक्ति को सुविधाजनक बनाने के लिए 17 दिसंबर 2022 को ताओसीच पद से इस्तीफा दे दिया। कॉर्क में जन्मे मार्टिन ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले शुरुआत में एक शिक्षक के रूप में काम किया था। वह 1985 में कॉर्क सिटी काउंसिल के लिए चुने गए, और 1992 से 1993 तक कॉर्क के लॉर्ड मेयर के रूप में कार्य किया। 1989 में, वह पहली बार कॉर्क साउथ-सेंट्रल के डेल ईरेन के लिए चुने गए थे जिस सीट का उन्होंने शुरुआत से प्रतिनिधित्व किया था। 1997 के चुनाव में फियाना फेल की जीत के बाद, ताओसीच बर्टी अहर्न ने मार्टिन को शिक्षा और विज्ञान मंत्री के रूप में कैबिनेट में नियुक्त किया। 2000 में, मार्टिन को स्वास्थ्य और बच्चों का मंत्री नियुक्त किया गया। 2004 में, स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, मार्टिन सभी आयरिश कार्यस्थलों में तंबाकू धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाने के लिए उल्लेखनीय थे। जिससे आयरलैंड पूर्ण कार्यस्थल धूम्रपान प्रतिबंध लगाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। उसी वर्ष, मार्टिन ने स्वास्थ्य सेवा कार्यकारी की स्थापना की । अहर्न के उत्तराधिकारी, ब्रायन कोवेन द्वारा विदेश मामलों के मंत्री नियुक्त किए जाने से पहले, उन्होंने 2004 से 2008 तक उद्यम, व्यापार और रोजगार मंत्री के रूप में कार्य किया। 2009 में, मार्टिन लैटिन अमेरिका की यात्रा करने वाले पहले आयरिश विदेश मंत्री बने, इस दौरान उन्होंने आयरिश मंत्री द्वारा क्यूबा की पहली आधिकारिक यात्रा भी की। शेरोन कमिंस और हिल्डा कावुकी के अपहरण के बाद, मार्टिन ने विदेश मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान खार्तूम का भी दौरा किया । प्रारंभिक जीवन मार्टिन का जन्म 1960 में कॉर्क में हुआ था और उनका पालन-पोषण टर्नर क्रॉस क्षेत्र में हुआ था। मार्टिन पैडी मार्टिन (1923-2012), रक्षा बलों के पूर्व सैनिक , सीआईई कर्मचारी और आयरिश अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज, और एलीन "लाना" कॉर्बेट (1929-2010) के बेटे थे । वह पांच लोगों के परिवार में तीसरा बच्चा था। मार्टिन के सबसे बड़े भाई सीन और उनके जुड़वां भाई पैड्रिग बाद में कॉर्क में स्थानीय राजनीति में शामिल हो गए। उनकी दो छोटी बहनें, एलीन और मायरेड, अराजनीतिक बनी हुई हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क में कला का अध्ययन करने से पहले मार्टिन ने कोलाइस्टे क्रिओस्ट री में पढ़ाई की । विश्वविद्यालय में अपने समय के दौरान मार्टिन राजनीति में शामिल हो गए। ओग्रा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सेवा देने से पहले, वह पार्टी की युवा शाखा, ओग्रा फियाना फेल के यूसीसी क्यूमैन के एक प्रमुख सदस्य थे । बीए की डिग्री के साथ स्नातक होने के बाद, मार्टिन ने राजनीतिक इतिहास में एमए पूरा किया। [9] इसके बाद, उन्होंने शिक्षा में उच्च डिप्लोमा पूरा किया, और प्रेजेंटेशन ब्रदर्स कॉलेज में इतिहास शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया । 2009 में, उन्होंने अपनी एमए थीसिस को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया: फ्रीडम टू चॉइस: कॉर्क एंड पार्टी पॉलिटिक्स इन आयरलैंड 1918-1932 । सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1960 में जन्मे लोग श्रेणी:राजनीतिज्ञ
विकिडाटा
https://hi.wikipedia.org/wiki/विकिडाटा
पुनर्प्रेषित विकिडेटा
Wikidata
https://hi.wikipedia.org/wiki/Wikidata
पुनर्प्रेषित विकिडेटा
माइकल एरिक डायसन
https://hi.wikipedia.org/wiki/माइकल_एरिक_डायसन
माइकल एरिक डायसन (जन्म 23 अक्टूबर, 1958) एक अमेरिकी अकादमिक , लेखक, नियुक्त मंत्री और रेडियो होस्ट हैं। वह वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस और डिवाइनिटी ​​स्कूल में प्रोफेसर भी हैं। डायसन ने मैल्कम एक्स, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, मार्विन गे, बराक ओबामा, एनएएस का पहला एल्बम इल्मैटिक, बिल कॉस्बी, टुपैक शकूर और हरीकेन कैटरीना विषयों से संबंधित बीस से अधिक किताबें लिखी और संपादित की हैं। माइकल ए. फ्लेचर द्वारा इन्हे "एक प्रिंसटन पीएच.डी.और सड़कों का एक बच्चा जो दोनों को अलग करने के लिए कभी भी कष्ट नहीं उठाता" के रूप में वर्णित किया गया है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डायसन का जन्म 23 अक्टूबर, 1958 को डेट्रॉइट, मिशिगन में एडी मॅई लियोनार्ड के बेटे के रूप में हुआ, जो अलबामा से थे। उन्हें उनके सौतेले पिता एवरेट डायसन ने गोद लिया था। उन्होंने शैक्षणिक छात्रवृत्ति पर मिशिगन के ब्लूमफील्ड हिल्स में क्रैनब्रुक स्कूल में पढ़ाई की, लेकिन वह वहां से छोड़कर और नॉर्थवेस्टर्न हाई स्कूल में अपनी शिक्षा पूरी की। वह उन्नीस साल की उम्र में एक नियुक्त बैपटिस्ट मंत्री बन गए। अपने परिवार का समर्थन करने के लिए डेट्रॉइट में कारखानों में काम करने के बाद, उन्होंने इक्कीस साल की उम्र में नए छात्र के रूप में नॉक्सविले कॉलेज में प्रवेश लिया। डायसन ने 1985 में कार्सन-न्यूमैन कॉलेज से स्नातक की डिग्री, मैग्ना कम लाउड प्राप्त की। 1993 में उन्होंने पीएच.डी. की डिग्री प्रिंसटन विश्वविद्यालय से धर्म में प्राप्त की। जिसमे उनके डॉक्टरेट शोध का शीर्षक''नायकों के उपयोग: मैल्कम एक्स और मार्टिन लूथर किंग, जूनियर की व्याख्या में उत्सव और आलोचना था। कैरियर प्रोफ़ेसर डायसन ने शिकागो थियोलॉजिकल सेमिनरी , ब्राउन यूनिवर्सिटी , चैपल हिल में उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय , कोलंबिया विश्वविद्यालय , डेपॉल विश्वविद्यालय और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में पढ़ाया है । 2007 से 2020 तक, वह जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर थे ।Michael E Dyson, Department of Sociology, Georgetown University 2021 में, डायसन वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय चले गए जहां उन्होंने सेंटेनियल चेयर का कार्यभार संभाला और कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में अफ्रीकी अमेरिकी और डायस्पोरा अध्ययन के विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रोफेसर और डिवाइनिटी ​​​​स्कूल में नैतिकता और समाज के विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। 2016 और 2018 के बीच, वह मिडिलबरी, वर्मोंट में मिडिलबरी कॉलेज में विजिटिंग प्रोफेसर थे । जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में अपने समय के दौरान, डायसन को कई छात्रों से यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना करना पड़ा और शीर्षक IX कार्यालय द्वारा इसकी जांच की गई।https://www.wnycstudios.org/podcasts/takeaway/segments/professor-michael-eric-dyson-entertaining-racehttps://georgetownvoice.com/2021/06/01/georgetown-investigated-professor-michael-eric-dyson-for-student-harassment-allegations-before-his-hire-by-vanderbilt/ लेखक उनकी 1994 की पुस्तक मेकिंग मैल्कम: द मिथ एंड मीनिंग ऑफ मैल्कम एक्स न्यूयॉर्क टाइम्स की वर्ष की उल्लेखनीय पुस्तक बन गई । Calvin Reid (February 21, 2000). "Interview. Michael Eric Dyson: Of Her s and Hip-hop. The real challenge of King's heroism is to make it a useful heroism", Publishers Weekly. अपनी 2006 की पुस्तक कम हेल ऑर हाई वॉटर: हरिकेन कैटरीना एंड द कलर ऑफ डिजास्टर में , डायसन ने समग्र "नस्ल और वर्ग संबंधों में विफलता" की पृष्ठभूमि के खिलाफ आपदा के मद्देनजर राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं का विश्लेषण किया है। Austin Considine (February 5, 2006). "Disparities revealed in Katrina's wake / Race, class central to analysis of how nation failed victims", San Francisco Chronicle.Staff (April 2006). "The center of the storm", Ebony. 2010 में, डायसन ने बॉर्न टू यूज़ माइक्स: रीडिंग नैस इलमैटिक का संपादन किया, जिसमें केविन कोवल, कायरा डी. गौंट ("प्रोफेसर जी"), ड्रीम जैसे अन्य लोगों के अलावा एल्बम के ट्रैक पर आधारित योगदान था। हैम्पटन , मार्क लामोंट हिल , एडम मैन्सबैक और मार्क एंथोनी नील । इस संकलन में डायसन का अपना निबंध, "'वन लव', टू ब्रदर्स, थ्री वर्सेज" तर्क देता है कि वर्तमान अमेरिकी दंड प्रणाली आबादी के किसी भी अन्य वर्ग की तुलना में युवा काले पुरुषों को अधिक नापसंद करती है। Alessandro Porco (May 2009). "'Time is Illmatic': A Critical Retrospective on Nas's Groundbreaking Debut", Postmodern Culture – Volume 19, Number 3. उनकी पिछली तीन पुस्तकें न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर सूची में बार-बार छपीं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:लेखक श्रेणी:अमेरिकी अध्यापक श्रेणी:1958 में जन्मे लोग श्रेणी:समाजशास्त्र
माइकल डी. हिगिंस
https://hi.wikipedia.org/wiki/माइकल_डी._हिगिंस
माइकल डी॰ हिगिंस या माइकल डैनियल हिगिंस (; जन्म 18 अप्रैल 1941) एक आयरिश राजनीतिज्ञ, कवि, प्रसारक और समाजशास्त्री हैं, जिन्होंने 2011 से आयरलैंड के नौवें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है। लेबर पार्टी के माध्यम से राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करते हुए, उन्होंने ताओसीच द्वारा नामांकित होने के बाद 1973 से 1977 तक सीनेटर के रूप में कार्य किया। 1981 में टीच डाला (टीडी) के रूप में चुने गए। उन्होंने 1981 से 1982 और 1987 से 2011 तक गॉलवे वेस्ट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह 1983 से 1987 के दौरान सीनाड ईरेन से सीनेटर के रूप में राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से लौट आए। उन्होंने 1993 से 1997 तक कला, संस्कृति और गेल्टाचट मंत्री और 1981 से 1982 और 1990 से 1991 तक गॉलवे के मेयर के रूप में कार्य किया। हिगिंस 2003 से 2011 तक लेबर पार्टी के अध्यक्ष रहे थे। आयरलैंड के राष्ट्रपति घोषित किए जाने के बाद उन्होंने लेबर पार्टी के अध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया। हिगिंस ने राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल का उपयोग न्याय, सामाजिक समानता, सामाजिक समावेशन, सांप्रदायिकता -विरोधी, नस्लवाद-विरोधी और मेल-मिलाप से संबंधित मुद्दों के उपर विशेष ध्यान केंद्रित करने कार्य किया है। उन्होंने अप्रैल 2014 में किसी आयरिश राष्ट्रपति द्वारा यूनाइटेड किंगडम की पहली राजकीय यात्रा की। हिगिंस 2018 में आयरलैंड के राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ाई लड़ी और उसमें वे भारी जीत के साथ फिर से चुने गए। हिगिंस ने 822,566 प्रथम-वरीयता वोटों के साथ आयरलैंड गणराज्य के इतिहास में सबसे बड़ा व्यक्तिगत जनादेश प्राप्त किया । हिगिंस दूसरी बार राष्ट्रपति पद पर कार्यरत 11 नवंबर 2018 को हुए। प्रारंभिक जीवन हिगिंस का जन्म 18 अप्रैल 1941 को लिमरिक में हुआ था। उनके पिता, जॉन हिगिंस, बैलीकार, काउंटी क्लेयर थे , और आयरिश रिपब्लिकन आर्मी की तीसरी बटालियन, दूसरी कॉर्क ब्रिगेड, चार्लेविले कंपनी में लेफ्टिनेंट थे । जॉन, अपने दो भाइयों पीटर और माइकल के साथ, आयरिश स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदार थे। जब जॉन के पिता का स्वास्थ्य ख़राब हो गया, जिसका एक कारण शराब का सेवन था, तो जॉन ने पाँच साल के माइकल और उसके चार साल के भाई को न्यूमार्केट-ऑन-फर्गस , काउंटी क्लेयर के पास अपने अविवाहित चाचा और चाची के खेत में रहने के लिए भेज दिया। उनकी बड़ी जुड़वां बहनें लिमरिक में ही रहीं।उनकी शिक्षा बैलीकार नेशनल स्कूल, काउंटी क्लेयर और सेंट फ़्लैनन कॉलेज, एनिस में हुई। यूनिवर्सिटी कॉलेज गॉलवे (यूसीजी) में स्नातक के रूप में, उन्होंने 1963-64 में कॉलेज की साहित्यिक और वाद-विवाद सोसायटी के उप-लेखा परीक्षक के रूप में कार्य किया, और 1964-65 शैक्षणिक वर्ष में लेखा परीक्षक के पद तक पहुंचे। उन्होंने 1964-65 में यूसीजी छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। 1967 में, हिगिंस ने अमेरिकन इंडियाना यूनिवर्सिटी ब्लूमिंगटन से समाजशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री के साथ स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।उन्होंने थोड़े समय के लिए मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में भी भाग लिया । सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1941 में जन्मे लोग श्रेणी:राष्ट्रपति श्रेणी:आयरलैंड की राजनीति श्रेणी:आयरलैंड के लोग श्रेणी:समाजशास्त्री
उदराध्मान
https://hi.wikipedia.org/wiki/उदराध्मान
उदराध्मान तब होता है जब वात या तरल पदार्थ जैसे पदार्थ उदर में जमा हो जाते हैं जिससे पेट आध्मात होता है। यह साधारणतः पर अपने आप में एक रोग के बजाय शरीर में किसी अन्तर्निहित रोग या शिथिलता का लक्षण है। इस स्थिति वाले लोग अक्सर इसे "फूला हुआ" के रूप में वर्णित करते हैं। प्रभावित लोगों को अक्सर परिपूर्णता, औदरिक दबाव और कभी मतली, पीड़ा या ऐंठन की अनुभूति होती है। सबसे चरम मामलों में, वक्षोदर मध्यपट और फुप्फुसों पर ऊपर की ओर दबाव भी श्वास की पीड़ा का कारण बन सकता है। सन्दर्भ
सारजेंट
https://hi.wikipedia.org/wiki/सारजेंट
सार्जेंट ( सार्जेंट का संक्षिप्त रूप और जब किसी नामित व्यक्ति की उपाधि के रूप में उपयोग किया जाता है तो बड़े अक्षरों में लिखा जाता है) कई देशों के सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग में लाया जाने वाला एक रैंक है। यह कुछ पुलिस सेवाओं में एक पुलिस रैंक भी है। वैकल्पिक वर्तनी, सार्जेंट , का उपयोग द राइफल्स और अन्य इकाइयों में किया जाता है जो ब्रिटिश लाइट इन्फेंट्री से अपनी विरासत प्राप्त करते हैं । इसकी उत्पत्ति लैटिन सर्विएन्स , 'वह जो सेवा करता है', पुराने फ्रांसीसी शब्द सार्जेंट के माध्यम से हुई है ।
डेनियल स्ट्रीच
https://hi.wikipedia.org/wiki/डेनियल_स्ट्रीच
डैनियल स्ट्रीच: एक स्विस सैन्य प्रशिक्षक, कम्यूनिटी काउंसिल मेम्बर और स्विस पीपुल्स पार्टी के पूर्व सदस्य हैं। एक प्रोटेस्टेंट जो कैथोलिक और फिर इस्लाम में परिवर्तित हो गया, स्ट्रीच ने मस्जिद के नई मीनारों के निर्माण पर राष्ट्रीय प्रतिबंध के अभियान के दौरान स्विस पीपुल्स पार्टी छोड़ दी थी। जीवनी स्ट्रीच 2003 से 2007 तक पार्टी के ग्रुयेरेस अनुभाग के संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष थे। उन्होंने 2005 में कैथोलिक धर्म से इस्लाम धर्म अपना लिया। उन्होंने बताया कि इस्लाम ने उन्हें "जीवन के महत्वपूर्ण सवालों के तार्किक जवाब" दिए हैं। इसके बाद उन्होंने पार्टी के कुछ "अतिवादी" पदों, विशेष रूप से देश भर में नई मीनारों के निर्माण पर प्रतिबंध लगाने के अभियान से अपनी परेशानी का हवाला देते हुए जून 2007 में अपने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि स्ट्रीच ने 2007 में कहा था कि उनके "कई मुस्लिम मित्र" थे, उन्होंने नवंबर 2009 की शुरुआत तक इस्लाम में अपने व्यक्तिगत रूपांतरण को सार्वजनिक नहीं किया था, जब उन्होंने 29 नवंबर 2009 के आसन्न जनमत संग्रह के लिए उनके अभियान के विरोध में स्विस पीपुल्स पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने कंजर्वेटिव डेमोक्रेटिक पार्टी कैंटोनल सेक्शन की स्थापना में भाग लिया। स्ट्रीच का मामला जनमत संग्रह से पहले के सप्ताह के दौरान 23 नवंबर को स्विस दैनिक समाचार पत्र 20 मिनटेन द्वारा रिपोर्ट किया गया था और कहानी को अगले दिन टैब्लॉइड अखबार ब्लिक द्वारा उठाया गया था। जनमत संग्रह के नतीजे पर अंतरराष्ट्रीय कवरेज के हिस्से के रूप में स्ट्रीच की कहानी पहली बार 4 दिसंबर 2009 को टिक्कुन डेली में अंग्रेजी में छपी। कहानी का एक अलंकृत संस्करण 30 जनवरी 2010 को पाकिस्तानी अखबार द नेशन की वेबसाइट पर प्रकाशित हुआ। इसमें स्ट्रीच को एक प्रमुख स्विस राजनेता के रूप में दर्शाया गया है जो मुस्लिम विरोधी प्रचार में सक्रिय रूप से शामिल था, उसने अचानक अपने "बुरे तरीकों" की गलती देखी और फिर इस्लाम में परिवर्तित हो गया। रिपोर्ट में स्ट्रीच को "मस्जिदों की मीनारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान शुरू करने वाला पहला व्यक्ति" भी बताया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि "स्ट्रीच के इस्लाम में रूपांतरण ने स्विस राजनीति में हंगामा पैदा कर दिया है, इसके अलावा उन लोगों के लिए भी झटका है जो मस्जिदों के निर्माण पर प्रतिबंध का समर्थन करते थे मीनारें" और यह कि वह "अब अपने किए पर शर्मिंदा है और स्विट्जरलैंड में यूरोप की सबसे खूबसूरत मस्जिद बनाने की इच्छा रखता है", इन्हें भी देखें योराम फान क्लावेरेन अनार्ड वॉन डूर्न संदर्भ श्रेणी:जन्म वर्ष अज्ञात (जीवित लोग) श्रेणी:रोमन कैथोलिक धर्म से इस्लाम धर्म अपनाने वाले श्रेणी:स्विस मुस्लिम श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:इस्लाम में परिवर्तित लोगों की सूची
मुहम्मद रिज़िक बिन हुसैन शिहाब
https://hi.wikipedia.org/wiki/मुहम्मद_रिज़िक_बिन_हुसैन_शिहाब
मुहम्मद रिज़िक बिन हुसैन शिहाब (अरबी: مُحَمَّد رِزْق شِهَاب, रोमानीकृत: मुअम्मद रिज़क सिहाब, उच्चारण [mʊˈħæmmæd rizq ʃihaːb]; जन्म 24 अगस्त 1965) एक इंडोनेशियाई इस्लामवादी मौलवी हैं। उन्हें आमतौर पर हबीब रिज़िक के नाम से जाना जाते है। वो दिसम्बर 2020 से प्रतिबंधित समूह डिफेंडर्स फ्रंट (इंडोनेशियाई: फ्रंट पेम्बेला इस्लाम, संक्षिप्त रूप में एफपीआई) के संस्थापक और नेता है। इंडोनेशिया में आपराधिक आरोपों का सामना करते हुए, वह नवम्बर 2017 से 2020 तक रियाद, सऊदी अरब में रह रहे थे। इंडोनेशिया में लौटने के बाद, उन्हें सन् 2020 के अंत में गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम आयोजित करने और आपराधिक उकसावे का आरोप लगाया गया हैं, जिन्होंने COVID-19 महामारी नियमों का उल्लंघन किया था। जीवनी प्रारंभिक जीवन रिज़ीक का जन्म 24 अगस्त 1965 को जकार्ता में हुसैन बिन शिहाब और सिरिफ़ा सिदाह अलतास के यहाँ हुआ था। उनके माता-पिता दोनों मिश्रित हद्रामी और बेतावी विरासत के अरब इंडोनेशियाई थे। उनके पिता सैय्यद हुसैन बिन मुहम्मद बिन हुसैन बिन अब्दुल्ला बिन हुसैन बिन मुहम्मद बिन शेख बिन मुहम्मद शिहाब थे, जिनका जन्म 1920 के आसपास हुआ था, वे पांडु अरब इंडोनेशिया आंदोलन के सह-संस्थापक थे, जो अरब इंडोनेशियाई लोगों के लिए एक बॉय स्काउट्स जैसा आंदोलन था। जिसकी स्थापना उन्होंने की थी। 1937 में उनके दोस्त (जो बाद में पीआईआई या इंडोनेशिया का इस्लामिक स्काउटिंग संगठन बन गया।) उनके पिता की मृत्यु 1966 में हो गई जब रिज़ीक 11 महीने का था, और इस वजह से रिज़ीक को बोर्डिंग स्कूल में नहीं डाला गया। 4 साल की उम्र में, उन्होंने मस्जिदों में कुरान की शिक्षा जारी रखी। एकल माता-पिता के रूप में, उनकी माँ एक दर्जी और दुल्हन मेकअप कलाकार के रूप में काम करती थीं। शिक्षा 1975 में एसडीएन 1 (पब्लिक एलीमेंट्री स्कूल नंबर 1) पेटंबुरान, तनाह अबांग , जकार्ता से स्नातक होने के बाद , रिज़ीक ने 1976 में सेंट्रल जकार्ता के पेजोम्पोंगन में एसएमपी 40 (पब्लिक मिडिल स्कूल नंबर 40) में जूनियर हाई स्कूल शुरू किया। वह अपने घर से बहुत दूर था, इसलिए वह पेटम्बुरान के एक नजदीकी स्कूल, बेथेल क्रिश्चियन मिडिल स्कूल में स्थानांतरित हो गया और 1979 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उसके बाद उसने गैम्बिर में एसएमएएन 4 हाई स्कूल में दाखिला लिया, लेकिन 1982 में टैंगेरंग में इस्लामिक विलेज हाई स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की । उन्होंने जकार्ता में LIPIA में अरबी कक्षाएं लीं ।पड़ोसियों द्वारा झगड़े में पड़ने की प्रवृत्ति वाला एक परेशान करने वाला युवक माने जाने वाले रिज़ीक को उसके परिवार ने 1990 में किंग सऊद विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए सऊदी अरब भेजा , उसुल अल-फ़िक्ह और शिक्षा में पढ़ाई की, जिसे उन्होंने कम लाउड के साथ चार साल में पूरा किया। रिज़ीक ने इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया में स्नातक कार्यक्रम लिया, लेकिन केवल एक वर्ष के लिए, जिसके बाद वह खत्म होने से पहले इंडोनेशिया लौट आए। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पूरे परिवार को मलेशिया में रहने के लिए उनकी छात्रवृत्ति निधि पर्याप्त नहीं थी। बाद में, वह अपनी शिक्षा जारी रखने में सक्षम हो गए और उसी विश्वविद्यालय से शरिया में एमए की डिग्री हासिल की व्यक्तिगत जीवन रिज़ीक अपने कबीले शिहाब (या शिहाबुद्दीन आल बिन सईच) के साथ एक सैय्यद है, जो इमाम अहमद अल-मुहाजिर के माध्यम से इमाम 'अली इब्न अबी सिआलिब' के वंश का पता लगाता है। इस बीच, उनकी पत्नी भी आल बिन याह्या एक सैय्यद परिवार से हैं । रिज़ीक और उनका परिवार 2017 में सऊदी अरब जाने तक जकार्ता के तनाह अबांग बाज़ार जिले में रहते थे। वे नवंबर 2020 में इंडोनेशिया लौट आए। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए, रिज़ीक ने इत्र और मुस्लिम सामान बेचने वाली एक छोटी सी दुकान का स्वामित्व और संचालन किया। उनका विवाह फदलुन बिन याह्या से हुआ और उनके सात बच्चे हैं, जिनकी स्कूली शिक्षा जमीयत खीर में हुई। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:इंडोनेशियाई श्रेणी:1965 में जन्मे लोग श्रेणी:अरबी श्रेणी:इस्लाम
बन बी
https://hi.wikipedia.org/wiki/बन_बी
बर्नार्ड जेम्स फ़्रीमैन () (जन्म मार्च 19, 1973), जिन्हें पेशेवर रूप से बन बी के नाम से जाना जाता है, यह एक अमेरिकी रैपर हैं। उन्हें दक्षिणी रैप जोड़ी यूजीके (अंडरग्राउंड किंग्ज़) के आधे हिस्से के रूप में जाना जाता है, एक समूह जिसे उन्होंने 1987 में पिंप सी के साथ मिलकर बनाया था। यूजीके के साथ अपने काम के अलावा, बन बी ने पांच एकल एल्बम जारी किए हैं, जिनमें 2010 का ट्रिल ओजी भी शामिल है, जिसे द सोर्स से दुर्लभ 5-माइक रेटिंग प्राप्त हुई थी। वह ह्यूस्टन, टेक्सास में स्थित राइस यूनिवर्सिटी में अतिथि व्याख्याता भी थे। जीवन और कैरियर फ्रीमैन का जन्म [[[पोर्ट आर्थर, टेक्सास]] में हुआ था, जहां उनकी मुलाकात पिंप सी से हुई थी, और उनका पालन-पोषण ह्यूस्टन, टेक्सास शहर में हुआ, जहां उनकी मुलाकात स्लिम ठग से हुई थी। व्यक्तिगत जीवन बन बी की शादी 2003 से क्वीनी से हुई है और उनके दो सौतेले बच्चे और सात सौतेले पोते-पोतियाँ हैं। उनका सौतेला बेटा अमेरिकी रैपर यंग-बी है, जो रैप ग्रुप यंगेस्ट एन चार्ज का सदस्य है, जो बन बी के शुरुआती अभिनय के रूप में कार्य करता है। 24 अप्रैल, 2019 को, बन बी ने एक हथियारबंद घुसपैठिया को गोली मार दी, जो उसके ह्यूस्टन स्थित घर को लूटने का प्रयास कर रहा था। घुसपैठिया पैदल भाग गया। संदिग्ध डीमोंटे जैक्सन को अस्पताल पहुंचने के बाद ह्यूस्टन पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
लेन गुडमैन
https://hi.wikipedia.org/wiki/लेन_गुडमैन
लियोनार्ड गॉर्डन गुडमैन (25 अप्रैल 1944 - 22 अप्रैल 2023) अंग्रेजी के पेशेवर बॉलरूम डांसर, नृत्य शिक्षक और नृत्य प्रतियोगिता निर्णायक थे। 2004 से 2016 तक यूके टेलीविजन कार्यक्रम स्ट्रिक्टली कम डांसिंग और 2005 से 2022 तक अमेरिकी टेलीविजन कार्यक्रम डांसिंग विद द स्टार्स पर गुडमैन मुख्य न्यायाधीश के रूप में दिखाई दिए, जहां विभिन्न हस्तियां ग्लिटर बॉल ट्रॉफी के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। उन्होंने डार्टफोर्ड, केंट में एक बॉलरूम डांस स्कूल भी चलाया। आरंभिक जीवन गुडमैन का जन्म 25 अप्रैल 1944 को फ़र्नबोरो, केंट (अब लंदन में) में हुआ था। वह पूर्वी लंदन के बेथनल ग्रीन में पले-बढ़े, जहाँ उनके दादा फल और सब्जियाँ बेचते थे एवं एक कॉस्टर-मॉन्गर के रूप में काम करते थे। एक बच्चे के रूप में गुडमैन को अपने दादा के ठेले के आस - पास घुमाया जाता और यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा जाता था कि सब्जियाँ ताज़ा दिखें। जब वह छह साल के थे तब वह ब्लैकफेन चले गए और बाद में वेस्टवुड सेकेंडरी मॉडर्न स्कूल में दाखिला लिए जहां वह क्रिकेट टीम के सदस्य थे। करियर गुडमैन वूलविच में हार्लैंड और वोल्फ के लिए प्रशिक्षु वेल्डर थे। 19 साल की उम्र में जब उनके डॉक्टर ने उन्हें पैर की चोट के उपचार के लिए नृत्य करने की सलाह दी तो उन्होंने नृत्य करना शुरू कर दिया। विभिन्न प्रतियोगिताएं जीतकर गुडमैन पेशेवर नर्तक बन गए और बीस के दशक के अंत में ब्लैकपूल में ब्रिटिश चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्होंने नृत्य से संन्यास ले लिया। नृत्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें कार्ल एलन पुरस्कार दिया गया। 2006 और 2007 के जिस शो में वह दिखाई दिए थे उसे उत्कृष्ट वास्तविकता/प्रतिस्पर्धा कार्यक्रम श्रेणी में एमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। सन्दर्भ
मिलोस फ़ॉर्मन
https://hi.wikipedia.org/wiki/मिलोस_फ़ॉर्मन
जान टॉमस " मिलोस " फॉर्मन (; 18 फरवरी 1932 – 13 अप्रैल 2018) एक चेक-अमेरिकी फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, अभिनेता और प्रोफेसर थे। जो सन् 1968 में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवास करने से पहले अपने मूल देश चेकोस्लोवाकिया में प्रसिद्धि प्राप्त की थी। फॉर्मन ने अपने करियर के दौरान दो अकादमी पुरस्कार, एक बाफ्टा पुरस्कार, तीन गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक गोल्डन बियर, एक सीज़र पुरस्कार और चेक लायनभी जीता था।List of Milos Forman nominations . Awardsdatabase.oscars.org (29 January 2010). Retrieved on 23 June 2011. फ़ॉर्मन चेकोस्लोवाक न्यू वेव (1960 के दशक के प्रमुख फिल्म निर्माता) में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। फिल्म विद्वानों और चेकोस्लोवाक अधिकारियों ने उनकी सन् 1967 की फिल्म द फायरमेन्स बॉल को पूर्वी यूरोपीय साम्यवाद पर एक कटु व्यंग्य के रूप में भी देखा जा रहा था। यह फ़िल्म प्रारंभ में प्राग स्प्रिंग (राजनतिक उदारवाद) के अधिक सुधारवादी माहौल में उनके गृह देश के सिनेमाघरों में दिखाई गई थी। हालाँकि, बाद में सन् 1968 में वारसॉ संधि देशों द्वारा आक्रमण के बाद कम्युनिस्ट सरकार द्वारा इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बाद में फॉर्मन को चेकोस्लोवाकिया छोड़ने को मजबूर किया गया और वो संयुक्त राज्य अमेरिका चले गये। वहाँ उन्होंने फिल्में बनाना जारी रखा। उन्हें मनोवैज्ञानिक नाटक वन फ़्लू ओवर द कूकूज़ नेस्ट(1975) और जीवनी नाटक अमाडेस (1984) के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए दो अकादमी पुरस्कार मिले। इस दौरान, उन्होंने ब्लैक पीटर (1964), लव्स ऑफ ए ब्लोंड (1965), हेयर (1978), रैगटाइम (1981), वालमोंट (1989), द पीपल वर्सेस लैरी फ्लिंट (1996) और मैन ऑन द मून (1999) जैसी उल्लेखनीय और प्रशंसित फिल्मों का निर्देशन भी किया। प्रारंभिक जीवन मिलोस फ़ॉर्मन का बचपन उनके माता-पिता के शीघ्र निधन के कारण बहुत खराब स्थिति में बीता। उनकी मां अन्ना फॉर्मेनोवा की 1943 में ऑशविट्ज़ एकाग्रता शिविर में हत्या कर दी गई थी, और उनके पिता रुडोल्फ फॉर्मैन की 1944 में मित्तेलबाउ-डोरा एकाग्रता शिविर में हत्या कर दी गई थी।Eintrag Rudolf Forman im Gedenkbuch KZ Mittelbau-Dora उनके माता-पिता के करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों ने उनका पालन-पोषण किया था। उनकी शुरुआती शिक्षा नाचोद में एक ग्रामर स्कूल (विशेष विद्यालय जिनमें लेटिन की शिक्षा दी जाती थी) से हुई। वह युद्ध की समाप्ति के बाद पोडेब्राडी में एकबोर्डिंग स्कूल में चले गए। उनके सहपाठियों में वेक्लाव हावेल और जेरज़ी स्कोलिमोव्स्की थे।Náchod to krásné město Kostelec. Náchod 2004, , p. 119. कैरियर सिनेमैटोग्राफर मिरोस्लाव ओन्ड्रिसेक और स्कूल के लंबे समय के दोस्त इवान पासर के साथ , फॉर्मन ने सेमाफोर थिएटर के बारे में मूक वृत्तचित्र सेमाफोर फिल्माया। फॉर्मन का पहला महत्वपूर्ण प्रोडक्शन ऑडिशन था, जो प्रतिस्पर्धी गायकों के बारे में एक वृत्तचित्र था। उन्होंने चेकोस्लोवाकिया में कई चेक कॉमेडी का निर्देशन किया । 1968 में प्राग स्प्रिंग के दौरान वह पेरिस में अपनी पहली अमेरिकी फिल्म के निर्माण के लिए बातचीत कर रहे थे। उनके नियोक्ता, एक चेक स्टूडियो ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया, इसलिए उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका जाने का फैसला किया। वह न्यूयॉर्क चले गए, जहां बाद में वह 1978 में कोलंबिया विश्वविद्यालय में फिल्म के प्रोफेसर और कोलंबिया के फिल्म विभाग के सह-अध्यक्ष (अपने पूर्व शिक्षक फ्रांटिसेक डैनियल के साथ) बन गए। उनके शिष्यों में से एक भावी निर्देशक जेम्स मैंगोल्ड थे , जिनका उन्होंने कोलंबिया में मार्गदर्शन किया था।उन्होंने सिनेमैटोग्राफर मिरोस्लाव ओन्ड्रिसेक के साथ नियमित रूप से सहयोग किया । सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:पटकथा लेखक श्रेणी:अभिनेता श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका श्रेणी:चेकोस्लोवाकिया श्रेणी:अकादमी पुरस्कार श्रेणी:निर्देशक
कार्ल ऑर्फ़
https://hi.wikipedia.org/wiki/कार्ल_ऑर्फ़
कार्ल हेनरिक मारिया ऑर्फ़ (; 10 जुलाई 1895 – 29 मार्च 1982) जर्मन संगीतकार और संगीत शिक्षक थे। उन्होंने कैंटाटा शैली के संगीत कार्मिना बुराना (1937) की रचना की थी। उनके शूलवर्क (विद्यालयी स्तर का कार्य) की अवधारणाएँ बच्चों की संगीत शिक्षा के लिए प्रभावशाली थीं। जीवन प्रारंभिक जीवन कार्ल हेनरिक मारिया ऑर्फ़ का जन्म 10 जुलाई 1895 को म्यूनिख में हुआ था। उनकी माता का नाम पाउला ऑर्फ़ (जन्म उपनाम कोस्टलर, 1872-1960) और पिता का नाम हेनरिक ऑर्फ़ (1869-1949) था। उनका परिवार बवेरियन था और इम्पिरियल जर्मन आर्मी में काम करता था; उनके पिता संगीत में गहरी रूचि रखने वाले सेना अधिकारी थे और उनकी माँ एक प्रशिक्षित पियानोवादक थीं। उनके दादा कार्ल वॉन ऑर्फ़ (1828-1905) और नाना कार्ल कोस्टलर (1837-1924) दोनों प्रमुख सेनापति थे। उनकी दादी फैनी ऑर्फ़ (जन्म उपनाम क्राफ्ट, 1833-1919) यहूदी मूल की कैथोलिक थीं। उनकी नानी का नाम मारिया कोस्टलर (जन्म एस्चेनब्रेनर, 1845-1906) था। ऑर्फ़ की एक छोटी बहन थी जिसका नाम मारिया ("मिया", 1898-1975) था और उसने 1924 में आर्किटेक्ट एल्विन सीफ़र्ट (1890-1972) से शादी की। अपने परिवार की सैन्य पृष्ठभूमि के बावजूद ऑर्फ़ ने 1970 में एक साक्षात्कार में बताया: "मेरे पिता के घर में निश्चित रूप से ड्रिलिंग की तुलना में संगीत रचना का काम अधिक होता था।" (हिन्दी अनुवाद मूल अंग्रेज़ी से किया गया है) मूल भाषा: "In meinem Vaterhaus ist sicher mehr musiziert als exerziert worden." पुनः मुद्रित के लिए देखें। पाँच साल की उम्र में उन्होंने पियानो बजाना शुरू कर दिया और बाद में सेलो और ऑर्गन जैसे वाद्ययंत्रों का अध्ययन भी किया। उन्होंने कठपुतली नाटकों के लिए कुछ गीत और संगीत तैयार किया। जुलाई 1905 में दास गुते काइंड में उनके दो लघुचित्र प्रकाशित हुए, जो डाई कैथोलिस्चे फ़ैमिली के बच्चों का पूरक था। For the vignettes, see Das gute Kind, vol. 8, no. 10, 9 July 1905 (Augsburg: Schmid, 1905), pp. 76–77 and 79–80. They are reprinted with English translation in . उन्होंने सन् 1903 में संगीत समारोहों में जाना शुरू कर दिया और सन् 1909 में अपना पहला ओपेरा (रिचर्ड वैगनर का द फ्लाइंग डचमैन) को प्रस्तुत किया। उन्होंने सन् 1911 में गुस्ताव महलर के दास लिड वॉन डेर एर्डे का विश्व प्रीमियर और 4 जून 1914 को रिचर्ड स्ट्रॉस द्वारा अपने ओपेरा इलेक्ट्रा का संचालन करने सहित कई महत्वपूर्ण संगीत कार्यक्रम में भाग लिया। सन्दर्भ श्रेणी:1895 में जन्मे लोग श्रेणी:१९८२ में निधन श्रेणी:जर्मन संगीतकार
रामजीलाल सुमन
https://hi.wikipedia.org/wiki/रामजीलाल_सुमन
रामजीलाल सुमन (जन्म: 25 जुलाई 1950) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं। वे पूर्व उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से सांसद हैं। वे समाजवादी पार्टी के राजनेता हैं। सन्दर्भ श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:1950 में जन्मे लोग
सबाहतिन अली
https://hi.wikipedia.org/wiki/सबाहतिन_अली
सबाहतिन अली (25 फरवरी 1907 – 2 अप्रैल 1948) एक तुर्की उपन्यासकार, लघुकथा लेखक, कवि और पत्रकार थे। प्रारंभिक जीवन उनका जन्म 1907 में ओटोमन साम्राज्य के गुमुलसिने (अब उत्तरी ग्रीस में कोमोटिनी) के संजक के एग्रीडेरे टाउनशिप (अब दक्षिणी बुल्गारिया में अर्डिनो) में हुआ था। उनके पिता का नाम सेलाहट्टिन अली था जो एक तुर्क अधिकारी थे और उनकी माँ का नाम हुस्निये था। उनके पिता का परिवार काला सागर क्षेत्र में रहता था। बालिकेसिर के एक विद्यालय में शिक्षक की नियुक्ति से पहले वो इस्तांबुल, कानाक्कले और एड्रेमिट में रहते थे। प्रथम विश्व युद्ध के कारण उनकी प्रारंभिक और मध्य विद्यालयी शिक्षा बाधित हो गई, जिससे उनका बचपन कठिन हो गया था। फिर उन्हें बालिकेसिर से इस्तांबुल के स्कूल ऑफ एजुकेशन में स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ उन्होंने सन् 1926 में शिक्षक प्रमाणपत्र के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उनकी विभिन्न कविताएँ और लघु कहानियाँ स्कूल के छात्र पेपर में प्रकाशित हुईं। एक वर्ष तक योज़गाट में शिक्षक के रूप में सेवा करने के बाद, उन्होंने तुर्की के राष्ट्रीय शिक्षा मंत्रालय से छात्रवृत्ति अर्जित की और सन् 1928 से सन् 1930 तक जर्मनी के पॉट्सडैम में अध्ययन किया। जब वे तुर्किये लौटे, तो उन्होंने आयडिन और कोन्या के उच्च विद्यालयों में जर्मन भाषा पढ़ाई। मृत्यु thumb|बुल्गारिया में सबाहतिन अली की प्रतिमा उन्हें उनकी एक कविता के लिए एक वर्ष कारावस की सजा हुई। कारावास से रिहा होने पर उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। पासपोर्ट के लिए उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया। संभवतः 1 या 2 अप्रैल 1948 को बुल्गारिया की सीमा पर उनकी हत्या कर दी गई थी। उनका शव 16 जून 1948 को पाया गया था। आम तौर पर यह माना जाता है कि उनकी हत्या राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा से जुड़े एक तस्कर अली एर्टेकिन ने की थी। उसे सीमा पार करने में मदद करने के लिए भुगतान किया गया। एक और परिकल्पना यह है कि एर्टेकिन ने उसे सुरक्षा सेवाओं को सौंप दिया था, और पूछताछ के दौरान उसे मार दिया गया था। सबाहतिन अली की 100वीं जयंती 31 मार्च 2007 को तुर्की के शहर बुल्गारिया, अर्डिनो में मनाई गई। अली बुल्गारिया में एक प्रसिद्ध लेखक थे। उनकी किताबें 1950 के दशक से बुल्गारिया के स्कूलों में पढ़ी जाती रही हैं और उन्हें देश के तुर्की अल्पसंख्यकों द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है। विरासत उनका लघु उपन्यास "मैडोना इन ए फर कोट" (1943) तुर्की साहित्य के सर्वश्रेष्ठ उपन्यासों में से एक माना जाता है। इसके अनुवाद सर्वश्रेष्ठ विक्रेताओं की सूची में शामिल हुए हैं और उनके जन्म के देश में इसकी रिकॉर्ड संख्या में प्रतियां बिकी हैं। यह पहली बार सन् 1941-42 में दैनिक हकीकत के पन्नों पर 48 किश्तों में छपा। इस उपन्यास के साथ, सबाहतिन अली दो तुर्की उपन्यासकारों में से एक बन गए (अहमत हमदी तानपीनार के "द टाइम रेगुलेशन इंस्टीट्यूट" के साथ) जिनकी रचनाएँ पेंगुइन क्लासिक्स के रूप में प्रकाशित हुईं, जहाँ उपन्यास को अनुवाद में प्रकाशित किया गया था मॉरीन फ्रीली और अलेक्जेंडर डावे के द्वारा और डेविड सेलिम सेयर्स द्वारा विद्वत्तापूर्ण परिचय के साथ प्रकाशित हुआ। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:पत्रकार श्रेणी:तुर्की श्रेणी:कवि श्रेणी:उपन्यासकार श्रेणी:लेखक
पीटर स्ट्रॉस
https://hi.wikipedia.org/wiki/पीटर_स्ट्रॉस
पीटर लॉरेंस स्ट्रॉस (Peter Lawrence Strauss; जन्म: फरवरी 20, 1947) एक अमेरिकी टेलीविजन और फिल्म अभिनेता हैं जिन्हें 1970 और 1980 के दशक में कई टेलीविजन लघु शृंखलाओं में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। वो एमी विजेता हैं और गोल्डन ग्लोब पुरस्कार के लिए पांच बार नामांकित हैं। आरंभिक जीवन स्ट्रॉस का जन्म क्रोटन-ऑन-हडसन, न्यूयॉर्क में हुआ। उनके पिता वॉरेन बी॰ स्ट्रॉस जर्मन मूल के वाइन आयातक थे। उनका परिवार यहूदी था। स्ट्रॉस ने 1965 में हैकली स्कूल और 1969 में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। करियर स्ट्रॉस ने सन् 1979 में टेलीविजन के लिए बनी फिल्म द जेरिको माइल में अपने अभिनय के लिए एमी पुरस्कार जीता और सन् 1980 में उन्होंने सन् 1946 की क्लासिक फिल्म एंजेल ऑन माई शोल्डर के टेलीविजन रीमेक में अभिनय किया। सन् 1985 में उन्होंने जेफरी आर्चर की किताब पर आधारित लघु शृंखला केन एंड एबेल में एबेल रोज़्नोव्स्की का अभिनय किया। उन्होंने सन् 2002 में अल्पकालिक शृंखला बॉडी एंड सोल में डॉ॰ आइजैक ब्रौन के रूप में अभिनय किया। उन्होंने सन् 1990 और सन् 2006 में बाइकर माइस फ्रॉम मार्स के दोनों संस्करणों में स्टोकर वान रॉटन के लिए आवाज प्रदान की। व्यक्तिगत जीवन स्ट्रॉस ने 31 दिसंबर 1998 को राचेल टिकोटिन से शादी की। स्ट्रॉस एक सफल साइट्रस उत्पादन व्यवसाय चलाते हैं और लॉस एंजिल्स काउंटी अर्बोरेटम और बॉटैनिकल गार्डन के सलाहकार बोर्ड में हैं। उन्होंने सांता मोनिका माउंटेन कंजरवेंसी को एक खेत की संपत्ति बेच दी। तब से इस खेत को राष्ट्रीय उद्यान सेवा द्वारा पीटर स्ट्रॉस रेंच के रूप में अधिग्रहित कर लिया गया है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1947 में जन्मे लोग श्रेणी:अमेरिकी अभिनेता
पिज़्ज़ा डिलीवरी
https://hi.wikipedia.org/wiki/पिज़्ज़ा_डिलीवरी
पिज़्ज़ा डिलीवरी (pizza delivery) पिज़्ज़ा रेस्टोरेंट द्वारा दी जाने वाली एक सेवा है जिसके तहत फ़ोन या ऑनलाइन आर्डर देने वाले ग्राहकों को पिज़्ज़ा वितरित किया जाता है। अंगूठाकार|पिज़्ज़ा डिलीवरी करता हुआ लड़का पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय पिज़्ज़ा डिलीवरी में जो पिज़्ज़ा, ग्राहक तक पहुंचाने जाता है उसे पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय कहते है। पिज़्ज़ा डिलीवरी में इसका बहुत बड़ा हाथ होता है क्योकि ग्राहक से अपना आर्डर ले कर उसे निश्चित जगह और निश्चित समय पर पिज़्ज़ा डिलीवरी करना ही पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय का मुख्य काम होता है। इसके साथ ही साथ वे ग्राहक से नकद या कार्ड भुगतान भी लेते है तथा आवश्यकता पड़ने पर बदलाव भी लौटाते हैं। वैसे सही समय पर गरम-गरम पिज़्ज़ा ग्राहक तक पहुँचाना, पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय पर निर्भर करता है। पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय को सभी यातायात नियमों तथा सड़क सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ग्राहक का आर्डर पिज़्ज़ा ग्राहक द्वारा बताये जगह पर पहुँचाना होता है। पिज़्ज़ा की डिलीवरी करने तथा ग्राहक तक कागजी कार्यवाही पूरा करना भी पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय का ही काम होता है। इसके लिए वह अपने वाहन जैसे साइकिल, मोटरसाइकिल या स्कूटर का इस्तेमाल करता है। पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय की सर्विस से प्रसन्न या नाखुश व्यक्ति का पिज़्ज़ा डिलीवरी पर बहुत बड़ा असर छोड़ता है। ग्राहकों के सारे सवाल जो पिज़्ज़ा तथा उसकी डिलीवरी से सम्बंधित होते है उनका सही-सही तथा सटीक जवाब देना भी पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय का ही काम होता है। इन सब कामों के अलावा वह ग्राहकों को वर्तमान तथा आगामी प्रमोशन के बारे में बताता है जिससे पिज़्ज़ा डिलीवरी आर्डर में वृद्धि होती है। अंगूठाकार|पिज़्ज़ा डिलीवरी पिज़्ज़ा डिलीवरी का इतिहास पिज़्ज़ा डिलीवरी की कहानी जितनी पुरानी है उतनी ही दिलचस्प भी है। अगर पिज़्ज़ा डिलीवरी के इतिहास की बात करू तो सबसे पहला पिज़्ज़ा १८ वीं शताब्दी में नेपल्स में बना था और इसकी पहली पिज़्ज़ा डिलीवरी का सारा श्रेय इटली की महारानी मर्गेरिटा को जाता है जब वो १८८९ में इतावली शहर नेपल्स घूमने आयी। रानी ने स्थानीय भोजन खाने का अनुरोध किया इसलिए यह काम उस टाइम के बेशकीमती पिज़्ज़ा निर्माता राफेल एस्पोसिटो ने खुद अपने हाथों से किया और यही से पहली पिज़्ज़ा डिलीवरी शुरू हुयी। महारानी मर्गेरिटा के नाम से ही मर्गेरिटा पिज़्ज़ा का नाम कारण भी हुआ। वैसे पिज़्ज़ा डिलीवरी की बात हो और डोमिनोज़ पिज़्ज़ा डिलीवरी का जिक्र न आये ऐसा हो नहीं सकता।  डोमिनोज़ ने १९९० के दशक की शुरुवात में पिज़्ज़ा डिलीवरी के इतिहास में सबसे गजब के सौदे में से एक सौदा किया जो ३० मिनट की फ़ास्ट पिज़्ज़ा डिलीवरी का था जिसमें अगर पिज़्ज़ा ३० मिनट में ग्राहक के पास नहीं पंहुचा तो वो पिज़्ज़ा फ्री में ग्राहक का हो जाता था। इसने बहुत धूम मचाई पिज़्ज़ा डिलीवरी के क्षेत्र में। मगर यह सौदा उतना सही नहीं साबित हो पाया। इसे पूरा करने के लिए पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय ने तमाम यातायात नियमों की अनदेखी की जिससे १९९३ में मुकदमों की एक श्रृंखला के चलते डोमिनोज़ को अपने राष्ट्रीय मंच से यह सौदा छोड़ना पड़ा। मगर आज भी दुनिया भर की कुछ पिज़्ज़ा दुकानें अभी भी इस सौदे का सम्मान करते हुए ३० मिनट्स वाली पिज़्ज़ा डिलीवरी देती है। इंटरनेट के आने के बाद १९९४ से १९९७ के आसपास पिज़्जानेट नामक एक प्रायोगिक सेवा थी जहाँ से ऑनलाइन पिज़्ज़ा आर्डर कर सकते थे। इसके बाद २००८ से २००९ के बीच मोबाइल अप्लीकेशन की बहुत सी श्रृंखलाओं का विकास हुआ जिससे फ़ोन पिज़्ज़ेरिया का इस्तेमाल हुआ। मोबाइल फ़ोन एप्स के आ जाने से पिज़्ज़ा मेनू को देखने से लेकर पिज़्ज़ा आर्डर कर उसे ट्रैक  करना आसान हो गया था। इंटरनेट के आ जाने से पिज़्ज़ा डिलीवरी में चार चांद लग गए। क्योकि जितने ज्यादा आर्डर होंगे उतनी ही डिलीवरी भी होंगी। वर्तमान समय में पिज़्ज़ा डिलीवरी के ऑर्डर चाँद तक पहुंच गए हैं। सबसे पहला पिज़्ज़ा डिलीवरी जो चाँद पर हुयी वो २००१ में अमेरिकन पिज़्ज़ा कंपनी पिज़्ज़ा हट ने की थी। अंगूठाकार| पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉक्स पिज़्ज़ा कितना लोकप्रिय है इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पूरी दुनिया ९ फरवरी को राष्ट्रीय पिज़्ज़ा दिवस के रूप में मनाती है। और इस दिन पूरी दुनिया में बहुत सी पिज़्ज़ा डिलीवरी होती है। पिज़्ज़ा डिलीवरी में पिज़्ज़ा गरम रखने की तकनीक पिज़्ज़ा डिलीवरी में पिज़्ज़ा को गरम रखना अति आवश्यक होता है। उसे सही सलामत व गरम गरम ही ग्राहक तक पहुँचाना पिज़्ज़ा की डिलीवरी का बहुत बड़ा टास्क होता है, जिसके लिए वर्तमान समय में नालीदार फाइबर बोर्ड के बने पिज़्ज़ा बॉक्स का इस्तेमाल किया जाता है जो सस्ते तथा डिस्पोजेबल होते है। ये जितने कठोर होते हैं उतने ही हलके भी होते हैं। इन बॉक्स से पिज़्ज़ा से निकला हुआ तेल या रस लीक नहीं होता क्योकि ये अच्छे शोषक भी होते है। पिज़्ज़ा डिलीवरी में आमतौर पर जिस बैग का इस्तेमाल किया जाता है उसे हॉट बैग कहते हैं। इसमें रख कर पिज़्ज़ा ले जाने से पिज़्ज़ा गरम बना रहता है क्योकि ये बैग थर्मल बैग होते हैं जो आमतौर पर विनाइल,और नायलॉन के बने होते है जो निष्क्रिय रूप से गर्मी बरकरार रखते हैं। इसलिए इनका इस्तेमाल पिज़्ज़ा डिलीवरी में होता है। वर्तमान समय में बैक स्टेप्स के साथ वाटरप्रूफिंग वाले बैग भी बहुतायत से पिज़्ज़ा डिलीवरी में इस्तेमाल किये गए। सन्दर्भ श्रेणी:खाद्य उद्योग
कारक विश्लेषण
https://hi.wikipedia.org/wiki/कारक_विश्लेषण
कारक विश्लेषण () एक सांख्यिकीय पद्धति है जिसका उपयोग प्रेक्षित, सहसंबद्ध चरों के बीच परिवर्तनशीलता का वर्णन करने के लिए संभावित रूप से कम संख्या में न देखे गए चरों के संदर्भ में किया जाता है जिसे कारक कहा जाता है। उदाहरण के लिए, यह संभव है कि छह देखे गए चरों में परिवर्तन मुख्य रूप से दो न देखे गए (अंतर्निहित) बदलाव में परिवर्तन के कारण होते हैं। कारक विश्लेषण न देखे गए अव्यक्त चरों की प्रतिक्रिया में ऐसी संयुक्त विविधताओं की खोज करता है। देखे गए चर को संभावित कारकों और "त्रुटि" शब्दों के रैखिक संयोजन के रूप में मॉडल किया गया है, इसलिए कारक विश्लेषण को चर-में-त्रुटि मॉडल के एक विशेष मामले के रूप में माना जा सकता है। सीधे शब्दों में कहें तो, किसी चर का कारक भार उस सीमा को निर्धारित करता है जिस हद तक चर किसी दिए गए कारक से संबंधित है। कारक विश्लेषणात्मक तरीकों के लिए एक विशिष्ट औचित्य यह है कि देखे गए चरों के बीच परस्पर निर्भरता के बारे में प्राप्त ज्ञान का उपयोग डेटासेट में चरों की संख्या को कम करने के लिए किया जा सकता है। कारक विश्लेषण का उपयोग आमतौर पर साइकोमेट्रिक्स, व्यक्तित्व मनोविज्ञान, जीव विज्ञान, विपणन, उत्पाद प्रबंधन, संचालन अनुसंधान, वित्त और मशीन लर्निंग में किया जाता है। यह उन डेटा सेटों से निपटने में उपयोगी हो सकता है जिनमें बड़ी संख्या में देखे गए चर होते हैं लेकिन माना जाता है कि वे कम संख्या में अंतर्निहित/अव्यक्त चरों को प्रतिबिंबित करते हैं। यह सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली अंतर-निर्भरता तकनीकों में से एक है और इसका उपयोग तब किया जाता है जब चरों का प्रासंगिक सेट एक व्यवस्थित अंतर-निर्भरता दिखाता है और इसका उद्देश्य उन अव्यक्त कारकों का पता लगाना है जो एक समानता बनाते हैं। सन्दर्भ श्रेणी:उत्पाद प्रबन्धन श्रेणी:विपणन अनुसंधान
आई.आई.एल.एम इंस्टिट्यूट फॉर हाईयर एजूकेशन
https://hi.wikipedia.org/wiki/आई.आई.एल.एम_इंस्टिट्यूट_फॉर_हाईयर_एजूकेशन
आईआईएलएम इंस्टिट्यूट फॉर हाईयर एजूकेशन व्यवसाय प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में भारत की एक अग्रणी शिक्षण संस्थान है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली के लोधी रोड में है। इसके दो अन्य परिसर ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के गुरुग्राम में हैं। इसकी स्थापना 1993 में हरियाणा के गुड़गांव (अब गुरुग्राम) में हुई थी। 2018 में इस संस्थान को एक निजी विश्वविद्यालय के रूप में पंजीकृत कर दिया गया और इसका नाम आईआईएलएम यूनिवर्सिटी रखा गया। परिसर आई.आई.एल.एम. इंस्टिट्यूट फॉर हाईयर एजूकेशन का मुख्य परिसर नई दिल्ली के लुटियंस में लोधी रोड पर स्थित है। इस परिसर में 'आईआईएलएम इंस्टिट्यूट फॉर हाईयर एजूकेशन' और 'आईआईएलएम अंडरग्रेजुएट बिजनेस स्कूल' शामिल हैं। इसके अतिरिक्त इस परिसर में कुछ अन्य शिक्षण संस्थान जैसे, 'कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी', 'कॉलेज ऑफ फार्मेसी' और 'ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट' भी स्थित हैं। यहाँ पढ़ाई जाने वाली इंजीनियरिंग और फार्मेसी के पाठ्यक्रम डॉ॰ ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। यह परिसर 1996 से अपने उत्कृष्ट शिक्षा के लिए जाना जाता है। आर्थिक दृष्टि से भी यह संस्था काफ़ी उत्कृष्ट मानी गई है क्योंकि आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी भी यहाँ प्रवेश पा सकते हैं। परिसर में स्कॉलर कॉफ़ीघर और बॉक्स कॉफ़ीघर नाम के दो कॉफ़ीघर स्थित हैं, जो क्रमशः इंजीनियरिंग भवन और व्यवसाय प्रबंधन भवन के पास है। साथ ही परिसर में एक साईं मंदिर और देवी सरस्वती की एक मूर्ति भी विराजमान है। सन्दर्भ श्रेणी:शिक्षण संस्थान श्रेणी:भारत के शिक्षा संस्थान श्रेणी:विश्वविद्यालय
टेम्पल ग्रांडिन
https://hi.wikipedia.org/wiki/टेम्पल_ग्रांडिन
मैरी टेम्पल ग्रांडिन (Mary Temple Grandin; जन्म: अगस्त 29, 1947) एक अमेरिकी शैक्षणिक और पशु व्यवहारवादी हैं। वह पशुओं के वध के मानवीय व्यवहार की एक प्रमुख प्रस्तावक और पशु व्यवहार पर 60 से अधिक वैज्ञानिक पत्रों की लेखिका हैं। ग्रांडिन पशुधन उद्योग की सलाहकार हैं जहां वह जानवरों के व्यवहार पर सलाह देती हैं और ऑटिज्म की प्रवक्ता भी हैं। ग्रांडिन उन पहले ऑटिस्टिक लोगों में से एक हैं जिन्होंने ऑटिज़्म के अपने व्यक्तिगत अनुभव से प्राप्त अंतर्दृष्टि का दस्तावेजीकरण किया है। वह कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के कृषि विज्ञान महाविद्यालय में पशु विज्ञान विभाग की संकाय सदस्य हैं। सन् 2010 में टाइम 100 की वार्षिक सूची द्वारा प्रकशित दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में उन्हें "हीरोज" श्रेणी में नामित किया गया। जीवनी पर आधारित, एमी और गोल्डन ग्लोब-विजेता फिल्म टेम्पल ग्रांडिन का वह विषय थी। ग्रांडिन ऑटिज्म अधिकारों और न्यूरोडायवर्सिटी आंदोलनों का मुखर समर्थक रही हैं। आरंभिक जीवन मैरी टेम्पल ग्रांडिन का जन्म बोस्टन, मैसाचुसेट्स के एक धनी परिवार में हुआ था। परिवार के कर्मचारियों में से एक का नाम भी मैरी था इसलिए भ्रम से बचने के लिए ग्रांडिन को उनके मध्य नाम टेम्पल से संदर्भित किया गया। उनकी मां एना यूस्टेसिया पुरवेस (बाद में कटलर) एक गायिका एवं अभिनेत्री है। ग्रांडिन, जॉन कोलमैन पुरवेस (विमानन ऑटोपायलट के सह-आविष्कारक) की पोती हैं। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी विषय में डिग्री ली है। उनके पिता रिचर्ड मैक्कर्डी ग्रांडिन थे, जो एक रियल एस्टेट एजेंट और उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़े कॉर्पोरेट गेहूं फार्म व्यवसाय ग्रांडिन फार्म्स के उत्तराधिकारी थे। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1947 में जन्मे लोग श्रेणी:एलजीबीटी लोग
फातमा टर्गुट
https://hi.wikipedia.org/wiki/फातमा_टर्गुट
फातमा टर्गुट () (जन्म 2 जनवरी 1984) एक तुर्की रॉक संगीत गायिका हैं। फातमा टर्गुट ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अतातुर्क प्राइमरी स्कूल में और माध्यमिक शिक्षा सोके हिल्मी फ़िराट अनातोलियन हाई स्कूल में पूरी की। उन्होंने 2003 में, शास्त्रीय गिटार विभाग के डोकुज़ इयूल विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। उन्होंने 2010 में वहां से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इन वर्षों के दौरान उन्होंने जो शिक्षा प्राप्त की, उसमें उन्हें पॉलीफोनिक गाना बजानेवालों, गायन, तुर्की संगीत सद्भाव और पश्चिमी संगीत सद्भाव जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिला। उन्होंने विभिन्न शौकिया रॉक बैंड के साथ अपना मंचीय कार्य भी जारी रखा। उन्होंने 2005 और 2008 के बीच एक निजी संगीत कक्षा में शास्त्रीय गिटार और गाना बजानेवालों की शिक्षिका के रूप में काम किया। वह 2007 में रॉक ग्रुप "ए ड्यू कारमेन" की सदस्य बनीं, जो आगे चलकर मॉडल बन गईं। समूह के साथ मिलकर, उन्होंने तीन एल्बम जारी किए, पेरिली सिर्क (2009), डायजेर मसालर (2011) और लेवलिन हिकायेसी (2013)। उन्हें कई शहरों में ढेर सारे संगीत कार्यक्रम करने का अवसर मिला। वह वर्तमान में एकल के रूप में अपने संगीत करियर को आगे बढ़ा रही हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ
कैंडन अरसेटिन
https://hi.wikipedia.org/wiki/कैंडन_अरसेटिन
कैंडन अरसेटिन (उच्चारण ['dʒandan 'ertʃetin]; जन्म 10 फरवरी 1961) एक तुर्की गायिका तथा गीतकार हैं। अपनी गायिकी के पच्चीस वर्षों में उन्हें मानव जीवन से संबंधित गीत तैयार करने तथा उन्हें वे गीत गाने के लिए जाना जाता है। उनके काम ने अन्य कलाकारों को प्रभावित किया। अरसेटिन विविध संगीत वीडियो निकाले। उनका परिवार बाल्कन से आया है, इसलिए उन्होंने अपने गीतों और कार्यों में बाल्कन संगीत के तत्वों का उपयोग किया है। तुर्की के अलावा, उन्होंने फ़्रांसीसी और ग्रीक में भी गाने लिखे हैं। आरंभिक जीवन कैंडन का जन्म 10 फरवरी 1961 को किर्कलारेली में अल्बानियाई और मैसेडोनियन वंश के एक परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा किर्कलारेली में पूरी की। 11 वर्ष की आयु में छात्रवृत्ति जीतने के बाद कैंडन गैलाटसराय हाई स्कूल में भाग लेने के लिए अकेले इस्तांबुल चली गईं। वर्ष 1978 में वे इस्तांबुल नगरपालिका गायन स्कूल गईं और गायिकी की शिक्षा ली। वर्ष 1986 में उन्होंने समूह क्लिप्स वी ओनलर के साथ मिलकर यूरोविज़न गीत प्रतियोगिता में तुर्की का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने "हैली" गीत गाया। उस समय तुर्की को उस प्रतियोगिता में अब तक का सबसे अच्छा परिणाम मिला। वर्ष 1990 में उन्होंने यूरोविज़न टर्की फ़ाइनल में सिहान ओकन के साथ मिलकर "दाहा कोले" गीत गाया। सन् 1992 में उन्होंने सिनान एर्कोक के साथ "किम्बिलिर नेरडेसिन" गीत गाकर प्रतियोगिता में पुनः भाग लिया। इन्हें भी देखें अंग्गुन सिप्ता सस्मी अदिति महसिन ऑर्कुट बुयुक्कॉक्टेन कमाल अतातुर्क सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:तुर्की के लोग श्रेणी:गायिका श्रेणी:गीतकार श्रेणी:अभिनेत्री
भार्याधिकारिकम् (पत्नी से सम्पर्क)
https://hi.wikipedia.org/wiki/भार्याधिकारिकम्_(पत्नी_से_सम्पर्क)
कामसूत्र
द ब्लू अम्ब्रेला
https://hi.wikipedia.org/wiki/द_ब्लू_अम्ब्रेला
द ब्लू अम्ब्रेला (The Blue Umbrella) रस्किन बॉन्ड द्वारा लिखी गयी एक अद्भुत और दिल को छू लेने वाली कहानी है। जो पहली बार 1980 में छपी थी। छपने से ले कर आज तक यह कहानी छोटे बड़े सभी में काफी लोकप्रिय और चर्चित रही है। इस कहानी पर इसी नाम से एक हिंदी फिल्म भी बन चुकी है। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया था। और भारत सरकार द्वारा नेशनल अवार्ड भी दिया गया था।
लानी गिनीयर
https://hi.wikipedia.org/wiki/लानी_गिनीयर
कैरोल लानी गिनीयर (/ˈlɑːni ɡwɪˈnɪər/ LAH-nee gwin-EER; 19 अप्रैल, 1950 - 7 जनवरी, 2022) एक अमरीकी शिक्षक, कानूनी विद्वान और नागरिक अधिकार सिद्धांतकार थे। वे हार्वर्ड लॉ स्कूल में कानून की प्रोफेसर थीं। वहाँ स्थायी प्रोफेसर पद पर नियुक्त होने वाली वे पहली महिला थीं। वर्ष 1998 में हार्वर्ड आने से पहले गिनीयर ने दस वर्षों तक पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल में पढ़ाया। वर्ष 1993 में राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने गिनीयर को नागरिक अधिकारों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित किया, लेकिन उनका नामांकन वापस ले लिया। आरंभिक जीवन कैरोल लानी गिनीयर का जन्म 19 अप्रैल 1950 को न्यूयॉर्क सिटी में यूजेनिया "जेनी" पैप्रिन और इवार्ट गिनीयर के घर हुआ था। इवार्ट का जन्म जमैका के माता-पिता के घर पनामा में हुआ था और उनका पालन-पोषण पनामा और बोस्टन में हुआ था। कैरोल 1929 में हार्वर्ड कॉलेज में दाखिला लेने वाले दो अश्वेत विद्यार्थी में से एक थीं। वर्ष 1931 में उन्हें स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, वित्तीय सहायता और कैंपस आवास से बाहर किए जाने के बाद वे स्कूल का खर्च उठाने में असमर्थ हो गई थीं लेकिन अंततः वे 1969 में एक प्रोफेसर और एफ्रो-अमेरिकन स्टडीज विभाग के पहले अध्यक्ष बनकर हार्वर्ड लौट आए। गिनीयर के माता-पिता हवई (स्थान) क्षेत्र में मिले, जहाँ प्रत्येक हवई की कम्युनिस्ट पार्टी और हवई नागरिक अधिकार कांग्रेस का सदस्य था। गिनीयर के पिता भी यूनाइटेड पब्लिक वर्कर्स ऑफ़ अमेरिका, कांग्रेस ऑफ़ इंडस्ट्रियल ऑर्गेनाइज़ेशन (सीआईओ) यूनियन के राष्ट्रीय अधिकारी थे। इन्हें भी देखें सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ हार्वर्ड की वेबसाइट पर गिनीयर के प्रकाशन श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:शिक्षक श्रेणी:नागरिक अधिकार आंदोलन
मोलर आयतन
https://hi.wikipedia.org/wiki/मोलर_आयतन
रसायन विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में किसी पदार्थ का मोलर आयतन (molar volume) किसी दिये गये तापमान और दाब पर पदार्थ द्वारा घेरे गए आयतन और पदार्थ की मात्रा के अनुपात का मान है। इसे प्रतीक Vm या से लिखा जाता है। इसका मान मोलर द्रव्यमान (M) और यह द्रव्यमान घनत्व (ρ) के अनुपात के बराबर होता है: मोलर आयतन का एसआई मात्रक घन-मीटर प्रति मोल (m3/mol) होता है, हालांकि गैसों के लिए अक्सर घन-डेसीमीटर प्रति मोल (d3/mol) और द्रव एवं ठोस पदार्थों के लिए घन सेंटीमीटर प्रति मोल (cm3/mol) का उपयोग अधिक किया जाता है। परिभाषा अंगूठाकार|इथेनॉल मात्रा बढ़ने के साथ आयतन में परिवर्तन। किसी पदार्थ i के मोलर आयतन को उसके मोलर द्रव्यमान में उसके घनत्व ρ i 0 का भाग देने पर प्राप्त भागफल के रूप में परिभाषित किया जाता है: N घटकों वाले एक आदर्श मिश्रण के लिए, मिश्रण की मोलर आयतन इसके सभी घटकों के मोलर आयतनों के भारित योग के बराबर होता है। एक वास्तविक मिश्रण के लिए उसके घनत्व को ज्ञात किये बिना मोलर आयतन की ज्ञात नहीं किया जा सकता: भिन्न-भिन्न तरह के द्रव-द्रव मिश्रणों का मोलर आयतन भिन्न रहता है। उदाहरण के लिए शुद्ध इथेनॉल और शुद्ध जल का मिश्रण, जो मिश्रण करने पर संकुचन या विस्तार का प्रदर्शित सकता है। विशिष्ट आयतन से संबंध मोलर आयतन का मान मोलर द्रव्यमान को पदार्थ के विशिष्ट आयतन गुणा करके प्राप्त किया जा सकता है। उपरोक्त नियमानुसार विशिष्ट आयतन किसी पदार्थ के घनत्व का व्युत्क्रम होता है: आदर्श गैसें आदर्श गैसों के लिए, मोलर आयतन का मान आदर्श गैस समीकरण द्वारा दीया जाता है; यह मानक ताप और दाब पर कई सामान्य गैसों के लिये एक अच्छा सन्निकटन है। आदर्श गैस समीकरण को एक आदर्श गैस का मोलर आयतन ज्ञात करने के लिए निम्नलिखित रूप में लिखकर ज्ञात किया जाता है इसलिए किसी दिए गए ताप और दाब के लिए सभी आदर्श गैसों के लिए मोलर आयतन का मान समान होता है और यह गैस नियतांक R = या लगभग पर आधारित होता है। एक आदर्श गैस का 100 किलो-पास्कल (100 kPa या 1 बार) दाब पर मोलर आयतन 100 पर 0 °C ताप के लिए होता है और 25 °C ताप के लिए होता है। इकाई वायुमंडल दबाव पर एक आदर्श गैस का मोलर आयतन होता है 0 °C ताप के लिए होता है और 25 °C ताप के लिए होता है। क्रिस्टलीय ठोस क्रिस्टलीय ठोसों के लिए, मोलर आयतन को एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी द्वारा मापा जा सकता है। इकाई कोष्टिका के लिए आयतन (Vcell) की गणना इकाई कोष्टिका के प्राचलों से की जा सकती है, जिसका निर्धारण एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी प्रयोग में पहला चरण है (यह गणना संरचना निर्धारण सॉफ्टवेयर द्वारा स्वचालित रूप से की जाती है)। यह मोलर आयतन से निम्नलिखिति सूत्र से संबंधित है जहाँ N A आवोगाद्रो नियतांक है और Z इकाई कोष्टिका में सूत्र इकाइयों की संख्या है। परिणाम को आम तौर पर "क्रिस्टलोग्राफिक घनत्व" कहा जाता है। सन्दर्भ श्रेणी:आयतन
मोलर अवशोषण गुणांक
https://hi.wikipedia.org/wiki/मोलर_अवशोषण_गुणांक
रसायन विज्ञान में मोलर अवशोषण गुणांक या मोलर क्षीणन गुणांक (ε) किसी रासायनिक स्पीशीज़ के किसी दिए गए तरंगदैर्घ्य के प्रकाश को क्षीण अर्थात् अवशोषण की प्रबलता के मापन है। यह सम्बंधित पदार्थों का नौज गुणधर्म है। मोलर अवशोषण गुणांक का एसआई मात्रक वर्ग मीटर प्रति मोल () होती है लेकिन सामान्यतः इसे M−1⋅cm−1 अथवा L⋅mol−1⋅cm−1 (ये दोनों इकाइयाँ {nobreak|0.1 m2/mol}} के समान होती हैं) में व्यक्त किया जाता है। कुछ पुरानी पुस्तकों में इसकी इकाई cm2/mol का उपयोग उपयोग किया जाता है जहाँ 1 M−1⋅cm−1 का मान 1000 cm2/mol के बराबर होता है। मोलर अवशोषण गुणांक को मोलर विलोपन गुणांक और मोलर अवशोषकता के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन इन वैकल्पिक शब्दों के उपयोग को आईयूपीएसी द्वारा निरुत्साहित किया गया है। बीयर-लैंबर्ट नियम बीयर-लैम्बर्ट नियम के अनुसार किसी पदार्थ में अवशोषण आपतित प्रकाश के पथ-लम्बाई और पदार्थ की सान्द्रता पर भी निर्भर करता है: जहाँ उस पदार्थ का मोलर अवशोषण गुणांक है उस पदार्थ की मोलर सान्द्रता है पथ-लम्बाई है। सन्दर्भ श्रेणी:विश्लेषणात्मक रसायनशास्त्र
आई.आई.एल.एम उच्च शिक्षा संस्थान
https://hi.wikipedia.org/wiki/आई.आई.एल.एम_उच्च_शिक्षा_संस्थान
पुनर्प्रेषित आई.आई.एल.एम इंस्टिट्यूट फॉर हाईयर एजूकेशन
एकपद
https://hi.wikipedia.org/wiki/एकपद
गणित में, एक मोनोमियल मोटे तौर पर बोल रहा है, एक बहुपद जिसमें केवल एक शब्द है। एक मोनोमियल की दो परिभाषाओं का सामना करना पड़ सकता है: एकपदी, जिसे पावर उत्पाद भी कहा जाता है, गैर-ऋणात्मक पूर्णांक घातांक वाले चर की शक्तियों का एक उत्पाद है, या, दूसरे शब्दों में, संभवतः दोहराव के साथ चर का एक उत्पाद है। उदाहरण के लिए, एकपदी है. अटल एकपदी है, जो खाली उत्पाद और के बराबर है किसी भी चर के लिए . यदि केवल एक ही चर माना जाता है, इसका मतलब है कि एकपदी या तो है या एक शक्ति का , साथ एक सकारात्मक पूर्णांक. यदि कई चरों पर विचार किया जाए, तो कहें, फिर प्रत्येक को एक घातांक दिया जा सकता है, ताकि कोई भी एकपदी का रूप हो साथ गैर-ऋणात्मक पूर्णांक (ध्यान दें कि कोई भी घातांक संगत कारक को बराबर बनाता है ). एकपदी एकपदी है जिसे पहले अर्थ में एक गैरशून्य स्थिरांक से गुणा किया जाता है, जिसे एकपदी का गुणांक कहा जाता है। पहले अर्थ में एकपदी दूसरे अर्थ में एकपदी का एक विशेष मामला है, जहां गुणांक है . उदाहरण के लिए, इस व्याख्या में और एकपदी हैं (दूसरे उदाहरण में, चर हैं और गुणांक एक सम्मिश्र संख्या है)। लॉरेंट बहुपद और लॉरेंट श्रृंखला के संदर्भ में, एक मोनोमियल के घातांक नकारात्मक हो सकते हैं, और प्यूसेक्स श्रृंखला के संदर्भ में, घातांक तर्कसंगत संख्या हो सकते हैं। चूंकि "एक-द्विआधारी" शब्द के साथ-साथ "बहुपद" शब्द, लैटिन शब्द "बाइनोमियम" ("बाइ-" उपसर्ग को बदलकर "एक-एक" शब्द) से आया है, इसलिए एक-द्वियाधारी को सैद्धांतिक रूप से "एक-एकाधिकार" कहा जाना चाहिए। American Heritage Dictionary of the English Language, 1969."मोनोमियल" "मोनोनोमियल" के हैप्लोलॉजी द्वारा एक सिंकोप है। दो परिभाषाओं की तुलना किसी भी परिभाषा के साथ, मोनोमियल का सेट सभी बहुपदों का एक सबसेट है जो गुणन के तहत बंद है। इस धारणा के दोनों उपयोग पाए जा सकते हैं, और कई मामलों में भेद को बस अनदेखा कर दिया जाता है, उदाहरण के लिए पहले और दूसरे अर्थ के लिए उदाहरण देखें। अनौपचारिक चर्चाओं में भेद शायद ही कभी महत्वपूर्ण होता है, और प्रवृत्ति व्यापक दूसरे अर्थ की ओर होती है। बहुपदों की संरचना का अध्ययन करते समय, किसी को अक्सर निश्चित रूप से पहले अर्थ के साथ एक धारणा की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए यह मामला है जब एक बहुपद की अंगूठी के मोनोमियल आधार, या उस आधार के मोनोमियल क्रम पर विचार किया जाता है। पहले अर्थ के पक्ष में एक तर्क यह भी है कि इन मूल्यों को नामित करने के लिए कोई स्पष्ट अन्य धारणा उपलब्ध नहीं है (शब्द शक्ति उत्पाद उपयोग में है, विशेष रूप से जब मोनोमियल का उपयोग पहले अर्थ के साथ किया जाता है, लेकिन यह स्थिरांक की अनुपस्थिति को स्पष्ट नहीं करता है), जबकि बहुपद का धारणा शब्द स्पष्ट रूप से मोनोमियल के दूसरे अर्थ के साथ मेल खाता है। इस लेख का शेष भाग "एकपदी" का पहला अर्थ मानता है। एकपदी आधार एकपदी (पहला अर्थ) के बारे में सबसे स्पष्ट तथ्य यह है कि कोई भी बहुपद उनका एक रैखिक संयोजन होता है, इसलिए वे सभी बहुपदों के सदिश समष्टि का आधार बनाते हैं, जिसे एकपदी आधार कहा जाता है - गणित में निरंतर अंतर्निहित उपयोग का एक तथ्य। संख्या डिग्री के एकपदी की संख्या में वेरिएबल्स के बहुसंयोजनों की संख्या है तत्वों में से चुना गया चर (एक चर को एक से अधिक बार चुना जा सकता है, लेकिन क्रम मायने नहीं रखता), जो मल्टीसेट गुणांक द्वारा दिया जाता है . यह व्यंजक द्विपद गुणांक के रूप में, बहुपद व्यंजक के रूप में भी दिया जा सकता है , या बढ़ती फैक्टोरियल शक्ति का उपयोग करना : बाद वाले फॉर्म विशेष रूप से तब उपयोगी होते हैं जब कोई चरों की संख्या तय करता है और डिग्री को भिन्न होने देता है। इन अभिव्यक्तियों से पता चलता है कि निश्चित n के लिए, डिग्री d के एकपदी की संख्या एक बहुपद अभिव्यक्ति है डिग्री का अग्रणी गुणांक के साथ . उदाहरण के लिए, तीन चरों में एकपदी की संख्या ( ) डिग्री d का है ; ये संख्याएँ क्रम 1, 3, 6, 10, 15, ... बनाती हैं त्रिकोणीय संख्याओं का. हिल्बर्ट श्रृंखला किसी दी गई डिग्री के एकपदी की संख्या को व्यक्त करने का एक संक्षिप्त तरीका है: डिग्री के एकपदी की संख्या में चर डिग्री का गुणांक है की औपचारिक शक्ति श्रृंखला के विस्तार की चरों में अधिकतम डिग्री वाले एकपदों की संख्या है . यह डिग्री के एकपदी के बीच एक-से-एक पत्राचार से होता है में चर और अधिकतम डिग्री के एकपदी में चर, जिसमें अतिरिक्त चर को 1 से प्रतिस्थापित करना शामिल है। मल्टी-इंडेक्स नोटेशन मल्टी-इंडेक्स नोटेशन अक्सर कॉम्पैक्ट नोटेशन के लिए उपयोगी होता है, खासकर जब दो या तीन से अधिक चर होते हैं। यदि उपयोग किए जा रहे चर एक अनुक्रमित परिवार बनाते हैं जैसे कोई भी सेट कर सकता है और फिर एकपदी संक्षिप्त रूप में लिखा जा सकता है इस अंकन के साथ, दो मोनोमियल का उत्पाद केवल घातांक वैक्टर के योग का उपयोग करके व्यक्त किया जाता है: डिग्री एकपदी की डिग्री को चर के सभी घातांकों के योग के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें उन चरों के लिए 1 के अंतर्निहित घातांक भी शामिल हैं जो घातांक के बिना दिखाई देते हैं; उदाहरण के लिए, पिछले अनुभाग के उदाहरण में, डिग्री है . की डिग्री 1+1+2=4 है. एक शून्येतर स्थिरांक की डिग्री 0 है। उदाहरण के लिए, −7 की घात 0 है। एक मोनोमियल की डिग्री को कभी-कभी आदेश कहा जाता है, मुख्य रूप से श्रृंखला के संदर्भ में। इसे कुल डिग्री भी कहा जाता है जब इसे चर में से एक में डिग्री से अलग करने की आवश्यकता होती है। मोनोमियल डिग्री अपरिवर्तनीय और बहुभिन्नरूपी बहुपदों के सिद्धांत के लिए मौलिक है। स्पष्ट रूप से, इसका उपयोग बहुपद की डिग्री और सजातीय बहुपद की धारणा को परिभाषित करने के लिए किया जाता है, साथ ही ग्रोबनेर आधारों को तैयार करने और कंप्यूटिंग करने में उपयोग किए जाने वाले वर्गीकृत मोनोमियल ऑर्डरिंग के लिए भी किया जाता है। स्पष्ट रूप से, इसका उपयोग टेलर श्रृंखला की शर्तों को कई चर में समूहीकृत करने में किया जाता है। ज्यामिति बीजगणितीय ज्यामिति में एकपदी समीकरणों द्वारा परिभाषित किस्में α के कुछ सेट में समरूपता के विशेष गुण होते हैं। इसे बीजगणितीय समूहों की भाषा में, बीजगणितीय टोरस की समूह क्रिया के अस्तित्व के संदर्भ में (समान रूप से विकर्ण मैट्रिक्स के गुणक समूह द्वारा) व्यक्त किया जा सकता है। इस क्षेत्र का अध्ययन टोरस एम्बेडिंग के नाम से किया जाता है। संदर्भ श्रेणी:बीजगणित श्रेणी:Pages with unreviewed translations
पीटो नलिका
https://hi.wikipedia.org/wiki/पीटो_नलिका
अंगूठाकार|विमान वायुगति मापने के लिए पीटो नलिका का उपयोग करते हैं। यह उदाहरण, एयरबस ए380 से, एक पीटो नलिका (दाएं) को एक स्थिर पोर्ट और एक एंगल-ऑफ-अटैक वेन (बाएं) के साथ जोड़ता है। वायु-प्रवाह दाएँ से बाएँ होता है। दाएँ|अंगूठाकार|पीटो नलिका के प्रकार अंगूठाकार|मैनोमीटर से जुड़ी एक पीटो-स्थैतिक नलिका अंगूठाकार|कामोव का-26 हेलीकॉप्टर पर पीटो नलिका अंगूठाकार| फॉर्मूला वन कार पर पीटो नलिका अंगूठाकार| बोइंग 777 पर पिटोट ट्यूब का स्थान एक पीटो नलिका (pitot tube) अथवा पीटो शलाका (pitot probe) द्रव प्रवाह के वेग को मापने वाला यंत्र है। इसका आविष्कार 18वीं शताब्दी की शुरुआत में एक फ्रांसीसी इंजीनियर हेनरी पीटो ने किया था और 19वीं शताब्दी के मध्य में एक फ्रांसीसी वैज्ञानिक हेनरी डार्सी द्वारा इसे इसके आधुनिक रूप में संशोधित किया गया था। विमान की एयरस्पीड निर्धारित करने; नावों की पानी की गति; और उद्योग में तरल पदार्थ, वायु और गैसों का प्रवाह वेग मापन के लिए इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। संचालन का सिद्धांत मूल पीटो नलिका में एक नलिका होती है जो सीधे द्रव प्रवाह में इंगित करती है। चूंकि इस नलिका में तरल पदार्थ होता है, इसलिए इसका दबाव मापा जा सकता है; गतिमान द्रव को विराम (गतिरुद्ध) अवस्था में लाया जाता है क्योंकि प्रवाह को जारी रखने की अनुमति देने के लिए कोई आउटलेट नहीं है। यह दाब द्रव का विराम दाब अथवा गतिरुद्ध दाब है, जिसे कुल दाब या (विशेष रूप से विमानन में) पीटो दाब के रूप में भी जाना जाता है। विराम दाब के मापन को प्रवाह वेग (विमानन में वायुगति) निर्धारित करने के लिए काम में नहीं किया जा सकता है। हालाँकि बर्नूली समीकरण के अनुसार: विराम दाब = स्थैतिक दाब + गतिक दाब जिसे चर रूप में लिखने पर इसे प्रवाह वेग के लिए इसे हल करने पर जहाँ प्रवाह वेग है; विराम या पूर्ण दाब है; स्थैतिक दाब है; और द्रव घनत्व है। ध्यान दें: उपरोक्त समीकरण केवल उन तरल पदार्थों पर लागू होती है जिन्हें असम्पीडित माना जा सकता है। लगभग सभी परिस्थितियों में तरल पदार्थों को असम्पीड्य माना जाता है। कुछ परिस्थितियों में गैसों को असम्पीडित माना जा सकता है। इसके लिए संपीडनशीलता देखें। गतिक दाब, विराम दाब और स्थैतिक दाब का अन्तर होता है। गतिक दाबा संलग्न कंटेनर के अंदर एक डायाफ्राम का उपयोग करके निर्धारित किया जाता है। यदि डायाफ्राम के एक तरफ हवा स्थिर दबाव पर है, और दूसरा ठहराव दबाव पर है, तो डायाफ्राम का विक्षेपण गतिशील दबाव के समानुपाती होता है। विमान में, स्थैतिक दाब को आमतौर पर विमानकबंध के किनारे स्थिर स्टैटिक पोर्ट का उपयोग करके मापा जाता है। मापा गया गतिक दाब विमान के संकेतित एयरस्पीड को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। ऊपर वर्णित डायाफ्राम व्यवस्था आमतौर पर एयरस्पीड इंडिकेटर के भीतर निहित होती है, जो यांत्रिक लीवर के माध्यम से गतिशील दबाव को एयरस्पीड रीडिंग में परिवर्तित करती है। अलग-अलग पीटो और स्टैटिक पोर्ट के बजाय, एक पिटोट-स्टैटिक नलिका (जिसे प्रांटल नलिका भी कहा जाता है) को नियोजित किया जा सकता है, जिसमें स्थैथिक दाब को मापने के लिए, सीधे वायु प्रवाह के बाहर, किनारों पर छेद के साथ पीटो नलिका के साथ समाक्षीय एक दूसरी नलिका होती है।"How Aircraft Instruments Work." पोप्यूलर साइंस, मार्च 1944, पृष्ठ 116. यदि दाब अंतर को मापने के लिए तरल स्तंभ मैनोमीटर का उपयोग किया जाता है , जहाँ स्तंभों की ऊंचाई का अंतर है; मैनोमीटर में तरल का घनत्व है; g गुरुत्वाकर्षण के कारण मानक त्वरण है। इसलिए, विमान और दुर्घटनाएँ पीटो-स्टैटिक सिस्टम दाब-संवेदनशील उपकरणों की एक प्रणाली है जिसका उपयोग अक्सर विमानन में विमान की एयरस्पीड, मैक संख्या, ऊंचाई और ऊंचाई की प्रवृत्ति को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। पीटो-स्थैतिक प्रणाली में आम तौर पर एक पीटो नलिका स्टैटिक पोर्ट और पीटो-स्थैतिक उपकरण होते हैं। पीटो-स्टैटिक सिस्टम रीडिंग में त्रुटियां बेहद खतरनाक हो सकती हैं क्योंकि पीटो स्टैटिक सिस्टम से प्राप्त जानकारी क्योंकि एयरस्पीड जैसी राशियाँ सुरक्षा निर्धारण में उपयुक्त होती है। कई वाणिज्यिक एयरलाइन घटनाओं और दुर्घटनाओं का कारण पीटो-स्टैटिक सिस्टम की विफलता का पता लगाया गया है। उदाहरणों में ऑस्ट्रल लाइनस एरेस फ्लाइट 2553, नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस फ्लाइट 6231, बिरजेनएयर फ्लाइट 301 और दो एक्स-31 में से आदि शामिल हैं। फ्रांसीसी वायु सुरक्षा प्राधिकरण बीईए के अनुसार एयर फ्रांस फ्लाइट 447 के अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त होने में पिटोट ट्यूब आइसिंग एक महत्वपूर्ण कारक था। सन् 2008 में एयर कैराइब्स ने अपने ए330एस पर पीटो नलिका आइसिंग की खराबी की दो घटनाओं की सूचना दी। बिरगेनएयर फ्लाइट 301 में एक पीटो नलिका विफलता थी, जिसमें जांचकर्ताओं ने पाया कि पीटो नलिका के अन्दर कुछ किटों ने घोंसला बनाया था; मुख्य संदिग्ध काले और पीले रंग की मिट्टी का डबर ततैया है। एरोपेरू फ्लाइट 603 में एक पीटो-स्टैटिक सिस्टम विफलता थी क्योंकि सफाई दल ने स्टैटिक पोर्ट को टेप से अवरुद्ध कर दिया था। उद्योग अनुप्रयोग अंगूठाकार| एफ/ए-18 से पीटो नलिका अंगूठाकार|माउंट वाशिंगटन वेधशाला में मौसम उपकरण। पीटो नलिका स्टैटिक एनीमोमीटर दाईं ओर है। उद्योग में, मापा जा रहा प्रवाह वेग अक्सर नलिकाओं और टयूबिंग में बहने वाले होते हैं जहां एनीमोमीटर द्वारा माप प्राप्त करना मुश्किल होगा। इस प्रकार के मापों में, उपयोग करने के लिए सबसे व्यावहारिक उपकरण पीटो नलिका है। डक्टेड विंड टनल के अंदर प्रवाह वेग का निर्धारण करने के लिए यू-ट्यूब वॉटर गेज या कुछ अन्य अंतर दाब गेज से जुड़े पीटो के साथ डक्ट ट्यूब को डक्ट में एक छोटे से छेद के माध्यम से डाला जा सकता है। इस तकनीक का एक उपयोग हवा की मात्रा निर्धारित करना है जिसे एक वातानुकूलित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। फिर किसी वाहिनी में द्रव प्रवाह दर का अनुमान इससे लगाया जा सकता है: आयतन प्रवाह दर (घन पैर प्रति मिनट)= मुंह पर चिपकाने क्षेत्र (वर्ग पैर) × प्रवाह वेग (पैर प्रति मिनट) आयतन प्रवाह दर (घन मीटर की दूरी पर प्रति दूसरा)= मुंह पर चिपकाने क्षेत्र (वर्ग मीटर) × प्रवाह वेग (मीटर प्रति दूसरा) विमानन में, हवाई गति को आम तौर पर समुद्री मील में मापा जाता है। तेज़ हवा की गति वाले मौसम केंद्रों में, पिटोट ट्यूब को एक विशेष प्रकार का एनीमोमीटर बनाने के लिए संशोधित किया जाता है जिसे पीटो नलिका स्टेटिक एनीमोमीटर कहा जाता है। सन्दर्भ श्रेणी:मापक यंत्र
धनात्मक वास्तविक संख्यायें
https://hi.wikipedia.org/wiki/धनात्मक_वास्तविक_संख्यायें
गणित में, धनात्मक वास्तविक संख्यायें का समुच्चय, शून्य से अधिक मान वाली वास्तविक संख्याओं का उपसमुच्चय है। ऋणेत्तर वास्तविक संख्याओं में शून्य भी शामिल होता है। यद्यपि इसके लिए प्रतीक के रूप में और का उपयोग समान रूप से किया जाता है। समुच्चय के लिए प्रतीक चिह्न या और समुच्चय के लिए प्रतीक चिह्न या व्यापक रूप से काम में लिया जाता है, एक सितारा (एस्ट्रिक्स) के साथ उस समुच्चय को प्रदर्शित किया जाता है जो शून्य अवयव रहित हो। यह गणितज्ञों के मध्य एक सामान्य अभ्यास है। एक समिश्र तल में, को धनात्मक वास्तविक अक्ष से निरूपित किया जाता है और आमतौर पर एक क्षैतिज किरण के रूप में खींचा जाता है। इस किरण का उपयोग सम्मिश्र संख्या के ध्रुवीय रूप में निर्देश रेखा के रूप में किया जाता है। वास्तविक धनात्मक अक्ष को समिश्र संख्याओं में और कोणांक के रूप में लिखी जाती है। गुणधर्म समुच्चय द्विचर संक्रियाओं जोड़, गुणा और भाग के लिए संवृत है। यह समुच्चय वास्तविक रेखा से एक टोपोलॉजी प्राप्त करता हैं और इस प्रकार एक गुणक टोपोलॉजी समूह या एक योज्य टोपोलॉजी अर्धसमूह की संरचना है। किसी दी गयी धनात्मक वास्तविक संख्या के लिए इसकी पूर्णांक घातांकों का अनुक्रम तीन स्थितियाँ दर्शाता है: पहली स्थिति में के लिए इसका सीमान्त मान शून्य होता है; दूसरी स्थिति में यह नियत और एकांक रहता है; और के लिए अनुक्रम अपरिबद्ध होता है। सनदर्भ श्रेणी:संस्थिति श्रेणी:गणितीय विश्लेषण
परम्परा
https://hi.wikipedia.org/wiki/परम्परा
परम्परा लोगों या समाज के एक समूह के भीतर प्रतीकात्मक अर्थ या अतीत में कोई विशेष महत्व रखने वाले विश्वासों या व्यवहारों को कहते हैं। परम्पराएँ हजारों वर्षों तक बनी और विकसित हो सकती हैं। जबकि यह माना जाता है कि परम्पराओं का एक प्राचीन इतिहास होता है, कई परम्पराओं का कम समय में आविष्कार जानबूझकर किया गया होता है। कई देशों में उन परम्पराओं को संरक्षित करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं जिनके लुप्त होने का खतरा है। कई कारक परम्परा के के विनाश को बढ़ा सकते हैं, जिनमें औद्योगीकरण, वैश्वीकरण और विशिष्ट सांस्कृतिक समूहों का आत्मसात या हाशिए पर आ जाना शामिल है। प्रथागत उत्सव और जीवन शैली उन परम्पराओं में से हैं जिन्हें संरक्षित करने की मांग की जाती है। सन्दर्भ श्रेणी:परम्पराएँ श्रेणी:सामाजिक अवधारणाएँ
कन्ज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
https://hi.wikipedia.org/wiki/कन्ज़्यूमर_इलेक्ट्रॉनिक्स
यह मोबाइल सबसे मिलेगा इसलिए सब इंग्लिश मोबाइल में खरीदे 2 महीने का रिचार्ज फ्री मिलेगा
रिवाज़
https://hi.wikipedia.org/wiki/रिवाज़
पुनर्प्रेषित परम्परा
भविष्यद्वाणी
https://hi.wikipedia.org/wiki/भविष्यद्वाणी
अनुप्रेषितपूर्वानुमान
नूतन नियम
https://hi.wikipedia.org/wiki/नूतन_नियम
अनुप्रेषितनया नियम
बिशप स्कूल
https://hi.wikipedia.org/wiki/बिशप_स्कूल
अंगूठाकार|261x261पिक्सेल बिशप स्कूल ला जोला, कैलिफोर्निया में स्थित एक स्वतंत्र कॉलेज प्रारंभिक एपिस्कोपल डे स्कूल है। बिशप शिक्षाविदों, कला और एथलेटिक्स में अपनी प्रतिष्ठा के साथ-साथ अपनी विशाल बंदोबस्ती के लिए जाना जाता है। स्कूल छठी से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम प्रदान करता है और इसमें छात्र-शिक्षक अनुपात 8:1 है। इतिहास बिशप स्कूल की स्थापना 1909 में एलेन ब्राउनिंग स्क्रिप्स और उनकी सौतेली बहन (एलिज़ा) वर्जीनिया स्क्रिप्स द्वारा राइट रेवरेंड जोसेफ हॉर्सफॉल जॉनसन के अनुरोध पर भूमि और धन के उपहार के साथ की गई थी, जो उस समय लॉस के एपिस्कोपल डायोसीज़ के बिशप थे । एंजिलिस . मूल रूप से, यह केवल लड़कियों के लिए एक बोर्डिंग स्कूल था और अन्ना फ्रांसिस ओ'हेयर बेंथम को उद्घाटन प्रधानाध्यापिका नियुक्त किया गया था परिसर के शुरुआती हिस्सों को वास्तुकार इरविंग गिल द्वारा डिजाइन किया गया था, जो ला जोला में कई इमारतों के लिए जिम्मेदार थे। वर्तमान टावर बिल्डिंग को मूल गिल टावर के प्रतिस्थापन के रूप में कार्लटन विंसलो द्वारा डिजाइन किया गया था। 1971 में हेडमास्टर फिलिप पर्किन्स के नेतृत्व में पास के सैन मिगुएल स्कूल में विलय के बाद बिशप सह-शैक्षिक बन गए, जिन्होंने 1974 में सेवानिवृत्ति तक सेवा की जब डोरोथी ऐनी विलियम्स को हेडमिस्ट्रेस नियुक्त किया गया। बोर्डिंग विभाग 1982-1983 स्कूल वर्ष के बाद बंद कर दिया गया था, और बाद में उसी वर्ष माइकल टीटेलमैन को हेडमास्टर नियुक्त किया गया था। 2009 के अंत में छठी कक्षा को शामिल करने के लिए स्कूल का विस्तार हुआ, और पहला समूह 2016 में स्नातक हुआ। उसी वर्ष, हेडमास्टर माइकल टीटेलमैन सेवानिवृत्त हो गए, और एमेक्लेयर लैम्बर्ट रोश को स्कूल का प्रमुख नियुक्त किया गया। स्कूल के प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, रोश ने एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2018 में, लंबे समय तक बिशप के प्रशासक कैरोल बैरी को स्कूल का अंतरिम प्रमुख नियुक्त किया गया था जब एमेक्लेयर लैम्बर्ट रोश सेवानिवृत्त हुए थे। 2019 में, रॉन किम को स्थायी प्रधानाध्यापक नियुक्त किया गया था कैंप बिशप स्कूल का 11 एकड़ का परिसर ला जोला के मध्य में स्थित है। परिसर के केंद्र में एक घास का चतुर्भुज है, जहां परंपरा दोपहर से पहले किसी को भी "चतुष्कोण" पर पैर रखने से रोकती है मूल परिसर क्वाड से घिरा हुआ है और इसमें बीसवीं सदी के अंत की इमारतें शामिल हैं, जिनमें प्रसिद्ध वास्तुकार इरविंग गिल द्वारा डिजाइन की गई कई मूल इमारतें शामिल हैं, जो वास्तुकला में आधुनिक आंदोलन के अग्रदूतों में से एक हैं। स्कूल आसपास की अचल संपत्ति का अधिग्रहण कर रहा है, एक सदी से भी अधिक समय में प्रारंभिक परिसर का काफी विस्तार हुआ है। अतिरिक्त सुविधाओं में एक विज्ञान केंद्र, एक फुटबॉल और फील्ड एथलेटिक्स केंद्र और एक जलीय केंद्र शामिल हैं। स्कूल के पास परिसर के विस्तार की और भी योजना है। पूरे परिसर को 1998 में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर नामित किया गया था, 1994 से शुरू होने वाले वर्षों में कई इमारतों ने व्यक्तिगत ऐतिहासिक महत्व प्राप्त किया: बेंथम हॉल (इरविंग गिल, 1909), स्क्रिप्स हॉल (इरविंग गिल, 1910-11), गिलमैन हॉल (इरविंग गिल और लुई गिल, 1916), सेंट मैरी चैपल (कार्लटन विंसलो, 1916), द टॉवर (कार्लटन विंसलो, 1930), व्हीलर जे. बेली लाइब्रेरी (कार्लटन विंसलो, 1935), और उद्यान। रैंकिंग बिशप स्कूल को लगातार राष्ट्रीय और कैलिफ़ोर्निया दोनों में एक शीर्ष निजी स्कूल का नाम दिया गया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 2007 में आठ चुनिंदा अमेरिकी कॉलेजों में उच्च मैट्रिकुलेशन दर के लिए बिशप को मान्यता दी, और सीबीएस ने 2011 में स्कूल को यह देखते हुए मान्यता दी कि पूर्वी तट के चुनिंदा कॉलेजों में बिशप की मैट्रिकुलेशन दर डियरफील्ड अकादमी की तुलना में अधिक है। कॉलेज बोर्ड के एडवांस्ड प्लेसमेंट प्रोग्राम ने एपी बायोलॉजी प्रोग्राम को लगातार दो वर्षों (2004 और 2005) तक देश में सबसे मजबूत स्थान दिया, क्योंकि बिशप ने मध्यम आकार के स्कूलों (300-799 छात्रों) के लिए उपलब्धि की उच्चतम दर हासिल की थी। 2023 तक, बिशप को कैलिफ़ोर्निया में शीर्ष ईसाई हाई स्कूल के रूप में स्थान दिया गया। छात्र जीवन बिशप स्कूल कला, एथलेटिक्स और विज्ञान में फैली छात्र गतिविधियों का विस्तृत चयन प्रदान करता है।
ली स्ट्रैसबर्ग
https://hi.wikipedia.org/wiki/ली_स्ट्रैसबर्ग
ली स्ट्रैसबर्ग (जन्म इज़राइल स्ट्रैसबर्ग; 17 नवंबर, 1901 - 17 फरवरी, 1982) एक अमरीकी थिएटर निर्देशक, अभिनेता और अभिनय शिक्षक थे। उन्होंने 1931 में थिएटर निर्देशक हेरोल्ड क्लरमैन और चेरिल क्रॉफर्ड के साथ ग्रुप थिएटर की स्थापना की थी जिसे "अमेरिका का पहला सच्चा नाट्य समूह" कहा गया। सन् 1951 में वे न्यूयॉर्क शहर में गैर-लाभकारी एक्टर्स स्टूडियो के निदेशक बने, जिसे "देश का सबसे प्रतिष्ठित अभिनय स्कूल" माना जाता है। वे 1966 में, लॉस एंजिल्स में एक्टर्स स्टूडियो वेस्ट के निर्माण में भी शामिल हुए थे। आरंभिक जीवन ली का जन्म इज़राइल स्ट्रैसबर्ग में ऑस्ट्रियाई पोलैंड (ऑस्ट्रिया-हंगरी का हिस्सा, अब यूक्रेन में) के बुडज़ानो में यहूदी माता-पिता के यहाँ हुआ था। ली तीन बेटों में सबसे छोटे थे। उनके पिता न्यूयॉर्क चले गए, जबकि उनका परिवार अपने चाचा, जो कि एक रब्बी शिक्षक थे, के साथ अपने गृह गाँव में ही रहा। उनके पिता कपड़ा उद्योग में प्रेसर के रूप में काम करते थे। वर्ष 1909 में परिवार मैनहट्टन के लोअर ईस्ट साइड में फिर से एकजुट हुआ जहाँ वे 1920 के दशक की शुरुआत तक रहे। युवा स्ट्रैसबर्ग ने अत्यधिक पढ़ाई के लिए अपने बड़े भाई ज़ाल्मन के साथ रहे जिनकी 1918 में इन्फ्लूएंजा महामारी में मृत्यु स्ट्रैसबर्ग के लिए इतनी दर्दनाक थी कि, कुशल छात्र होने के बावजूद, उन्होंने हाई स्कूल छोड़ दिया। इन्हें भी देखें अजित वरदराज पाई अनंत अग्रवाल अमीलिया एरहार्ट सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:अभिनेता श्रेणी:निर्देशक
परंपरा
https://hi.wikipedia.org/wiki/परंपरा
पुनर्प्रेषित परम्परा
सिल्विया अर्ल
https://hi.wikipedia.org/wiki/सिल्विया_अर्ल
सिल्विया ऐलिस अर्ल (Sylvia Earle; जन्म: अगस्त 30,1935) अमेरिकी समुद्री जीवविज्ञानी, समुद्र विज्ञानी, खोजकर्ता, लेखक और व्याख्याता हैं। वो सन् 1998 से नेशनल जियोग्राफ़िक सोसाइटी की बड़े पैमाने पर खोजकर्ता रही हैं। अर्ल अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन की पहली महिला मुख्य वैज्ञानिक थीं। उन्हें टाइम मैगजीन ने सन् 1998 में प्लैनेट के लिए अपना पहला हीरो नामित किया था। अर्ल समुद्र और उसके वन्य जीवन की रक्षा के लिए कार्य करने वाले समूह ओशन एल्डर्स समूह की सदस्या भी हैं। ब्रिटिश फिल्म निर्माता अली तबरीज़ी की नेटफ्लिक्स ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्री सीस्पिरेसी (2021) में प्रदर्शित होने पर अर्ल को बड़ी संख्या में प्रसिद्धि मिली। वो शाकाहारी आहार खाती है। वो मांसाहारी मछली में रासायनिक निर्माण का वर्णन करती है और साथ ही यह भी बताती है की बड़ी मछलियों की आबादी में 90% की कमी हुई है। वह अपने शाकाहारी भोजन करने के संबंध में जो निर्णय लिया है उसमें महासागरों के स्वास्थ्य का संदर्भ देती है। इसके अलावा, वह समुद्री भोजन उद्योग का वर्णन "फ़ैक्टरी जहाज़ों के रूप में करती है जो मछली और उनके रास्ते में आने वाली हर चीज़ को वैक्यूम करते हैं।" यह गीतकारों को मारने के लिए बुलडोजर का उपयोग करने जैसा है"। कैलिफ़ोर्निया में गुड फ़ूड कॉन्फ्रेंस में एक चर्चा केदौरान अर्ले ने गायब हो रहे मछली भंडार की चेतावनी दी, और कहा कि तटीय लोगों के आहार में सदियों से समुद्री भोजन शामिल है। लेकिन वाणिज्यिक मछली पकड़ने का उद्योग अब कोई मतलब नहीं रखता है। वह समाधान के रूप में पौधे-आधारित आहार मतलब की शाकाहार भोजन को बढ़ावा दिया और हमें बदलाव करने को प्रोत्साहित किया है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अर्ल का जन्म 1935 में गिब्स्टाउन अनुभाग में ग्रीनविच टाउनशिप, ग्लूसेस्टर काउंटी, न्यू जर्सी में ऐलिस फ़्रीस (रिची) अर्ल और लुईस रीडे अर्ल के यहाँ हुआ था। उसके माता-पिता दोनों बाहरी गतिविधियों को लेकर उत्साहित थे और प्राकृतिक दुनिया में अपनी बेटी की शुरुआती रुचियों का समर्थन करते थे। अर्ल के बचपन के दौरान परिवार फ्लोरिडा के पश्चिमी तट पर डुनेडिन चला गया।"Sylvia A. Earle". Encyclopedia of World Biography. Detroit: Gale, 1998. Biography in Context. Web. 14 Jan. 2016.Legendary ocean scientist to speak at Gulf Coast Community Foundation luncheon, Gulf Coast Community Foundation, December 9, 2019 अर्ल ने सेंट पीटर्सबर्ग जूनियर कॉलेज (1952) से एसोसिएट डिग्री एवं फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी से विज्ञान स्नातक की डिग्री (1955) प्राप्त की। उन्होंने मास्टर ऑफ साइंस (1956) और फाइकोलॉजी में डॉक्टरेट की डिग्री ड्यूक विश्वविद्यालय (1966) से प्राप्त की हैं। left|thumb|टेकटाइट-II की सभी महिला टीम, अर्ले के नेतृत्व में, रिब्रीथर प्रशिक्षण में सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1935 में जन्मे लोग श्रेणी:समुद्र विज्ञान श्रेणी:जीव विज्ञान श्रेणी:लेखक श्रेणी:अमेरिका
फेलो
https://hi.wikipedia.org/wiki/फेलो
फ़ेलो एक अवधारणा है जिसका सटीक अर्थ संदर्भ पर निर्भर करता है। हिन्‍दी में फेलो पद एक विशिष्‍ट शोधकर्ता के लिए प्रयुुुक्त होता है। विद्वान या पेशेवर समाजों में, यह एक विशेषाधिकार प्राप्त सदस्य को संदर्भित करता है जिसे विशेष रूप से उनके काम और उपलब्धियों की मान्यता के लिए चुना जाता है। उच्च शिक्षण संस्थानों के संदर्भ में, एक फेलो किसी विशेष कॉलेज या विश्वविद्यालय में शिक्षकों के उच्च रैंक वाले समूह का सदस्य या कुछ विश्वविद्यालयों में शासी निकाय का सदस्य हो सकता है। यह एक विशेष रूप से चयनित स्नातकोत्तर छात्र भी हो सकता है, जिसे कुछ विशिष्‍ट अध्‍ययन या अनुसंधान करने के लिए एक निश्चित अवधि (आमतौर पर एक वर्ष या अधिक) के लिए छात्रवृत्ति, अनुसंधान सुविधाएं और अन्य विशेषाधिकार देने वाले पद (जिसे फेलोशिप कहा जाता है) पर नियुक्त किया गया है। शिक्षा और अकादमिक क्षेत्र शिक्षा और अकादमिक क्षेत्र में कई प्रकार की फ़ेलोशिप हैं, जो अलग-अलग कारणों से प्रदान की जाती हैं। शिक्षण फ़ेलोशिप टीचिंग फेलो की उपाधि का उपयोग किसी विश्वविद्यालय या समान संस्थान में अकादमिक शिक्षण स्थिति को दर्शाने के लिए किया जाता है और यह मोटे तौर पर (वरिष्ठ) व्याख्याता की उपाधि के बराबर है। भारत में टीचिंग फेलो के रूप में काम करने को शिक्षण अनुभव के रूप में गिना जाता है। टीचिंग फेलो या टीचिंग असिस्टेंट शब्द का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में माध्यमिक विद्यालय, हाई स्कूल और मिडिल स्कूल सेटिंग में छात्रों या वयस्कों के लिए किया जाता है जो एक या अधिक कक्षाओं में शिक्षक की सहायता करते हैं। मेडिकल फ़ेलोशिप अमेरिकी चिकित्सा संस्थानों में, एक फेलो का तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है जिसने रेजीडेंसी प्रशिक्षण (उदाहरण के लिए आंतरिक चिकित्सा, बाल चिकित्सा, सामान्य सर्जरी, आदि) पूरा कर लिया है और वर्तमान में 1 से 3 साल के उप-विशेषता प्रशिक्षण कार्यक्रम में है।)। अनुसंधान फ़ेलोशिप एक शैक्षणिक पद के रूप में रिसर्च फेलो के पद का उपयोग किसी विश्वविद्यालय या समान संस्थान में शैक्षणिक स्थिति को दर्शाने के लिए किया जा सकता है; यह मोटे तौर परव्याख्याता के पद के बराबर है। आर्थिक अनुदान के रूप में फेलो का तात्पर्य अकादमिक वित्तीय अनुदान या छात्रवृत्ति प्राप्तकर्ता से भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, जर्मनी में, अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट फाउंडेशन जैसे संस्थान पोस्टडॉक्टरल शोध के लिए रिसर्च फेलोशिप प्रदान करते हैं और धारक को रिसर्च फेलो के रूप में संदर्भित करते हैं, जबकि पुरस्कार धारक औपचारिक रूप से अपने गृह संस्थान में एक विशिष्ट शैक्षणिक उपाधि धारण कर सकता है।Ten Years' Growth - What Fruit Has the Georg Forster Programme Borne? , Retrieved on 18 Feb 2009 भारत में भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला द्वारा फेलो का चयन किया जाता है। उद्योग और कॉर्पोरेट फेलो विज्ञान, इंजीनियरिंग चिकित्सा, और अनुसंधान एवं विकास में गहन उद्योगों में, कंपनियां कॉर्पोरेट, तकनीकी या उद्योग फेलो के रूप में बहुत कम संख्या में शीर्ष वरिष्ठ शोधकर्ताओं को नियुक्त कर सकती हैं। ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ होते हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं। वैज्ञानिक, चिकित्सा और अन्य अनुसंधान-गहन संगठनों में अध्येताओं के उल्लेखनीय उदाहरणों में शामिल हैं: एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेस (एएमडी) फेलो एप्पल फेलो बैटल फेलो बेल लैब्स फेलो बोइंग फेलो डीएक्ससी टेक्नोलॉजी फेलो ड्यूपॉन्ट फेलो गूगल साथियों [ प्रशस्ति - पत्र आवश्यक ] हेनरी फोर्ड तकनीकी अध्येता एचपी फेलो इंटेल फेलो माइक्रोसॉफ्ट फेलो नासा अध्येता ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी (ओआरएनएल) फेलो आरटीआई इंटरनेशनल फेलो टोरे फेलो सन्दर्भ श्रेणी:नेतृत्व श्रेणी:आधिकारिक पद
लेव लेश्चेंको
https://hi.wikipedia.org/wiki/लेव_लेश्चेंको
लेव वेलेरियनोविच लेश्चेंको (रूसी: Лев Валерьянович Лещенко; जन्म 1 फरवरी 1942),[1] एक रूसी गायक हैं, जो "द पोबेडी" और 1980 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक समापन समारोह थीम गीत, मॉस्को के गायन के लिए जाने जाते हैं। आरंभिक जीवन लेव लेश्चेंको का जन्म 1 फरवरी 1942 को मॉस्को, सोवियत संघ में हुआ था। उनके पिता, वेलेरियन आंद्रेयेविच लेश्चेंको (1904-2004), एक लाल सेना अधिकारी थे जो मॉस्को के बाहर युद्ध में थे। उनके दादा खार्कोव प्रांत के निज़ी गाँव से थे, जो उस समय रूसी साम्राज्य का हिस्सा था। वर्ष 1900 में वे कुर्स्क प्रांत चले गए, जहाँ उन्हें एक कारखाने में एकाउंटेंट की नौकरी मिल गई। दादाजी लेश्चेंको एक संगीत प्रेमी व्यक्ति थे: उन्होंने चर्च में गाया, कई वाद्ययंत्र भी बजाए। लेव वेलेरियनोविच के पिता 1931 में मॉस्को चले गए। फ़िनिश युद्ध और फिर महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध से गुज़रने के बाद, वे लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पहुँचे और उन्हें कई आदेश दिए गए। द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेने के लिए उन्हें पदक से सम्मानित किया गया। उनकी माँ क्लावदिया पेत्रोव्ना लेश्चेंको (नी फेडोसेयेवा; 1915-1943) की लेव के जन्म के तुरंत बाद मृत्यु हो गई, इसलिए उनका पालन-पोषण उनकी सौतेली माँ मरीना मिखाइलोव्ना ने किया। उनके दादा-दादी, उनकी सौतेली माँ इरीना पावलोवना लेश्चेंको के साथ, जिनसे उनके पिता ने 1948 में शादी की थी, लेश्चेंको को सोकोलनिकी, मॉस्को में पाला। बचपन में, उनका परिचय शास्त्रीय संगीत और थिएटर से हुआ और उन्होंने लियोनिद उत्योसोव के गीतों को गाना शुरू किया।Аргументы и факты — Семья газет для всей семьи! वर्ष 2021 में जॉर्जियाई आंतरिक मंत्रालय ने पुष्टि की कि रूसी गायक लेव लेश्चेंको, जो रूसी राजनीतिक अभिजात वर्ग के करीबी हैं, ने जॉर्जिया में कई दिन बिताए थे। इन्हें भी देखें अनास्तासिया वासिलिवेना मेकेवा अलेक्सेय वराबियोव उलियाना सिनेट्स्काया निकोलाइ नोस्कोव सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट श्रेणी:सोवियत संघ के लोग श्रेणी:रूसी गायक श्रेणी:गायक
फ़्रेडी ताइफ़ोर
https://hi.wikipedia.org/wiki/फ़्रेडी_ताइफ़ोर
15 नवंबर, 1945 को अदाना शहर में पैदा हुए फ़र्डी टेफ़ूर एक मुस्लिम गायक, अभिनेता, निर्देशक, कवि, संगीतकार, लेखक और व्यवसायी हैं, जो तुर्की के सबसे सफल और प्रसिद्ध लोगों में से एक हैं। जबकि संगीत और अभिनय की दुनिया में उनके तीस से अधिक संगीत और फिल्म एल्बम हैं, उन्होंने 1982 में फर्डिफॉन मुज़िक संगीत कंपनी की स्थापना की। उन्होंने 2009 में निर्माण उद्योग में भी प्रवेश किया। अरेबेस्क का राजा (तुर्की में: अरेबेस्क'इन क्रालि) तुर्की के लोगों द्वारा उन्हें दी गई एक सामान्य उपाधि है। उन्हें फ्रेडी बाबा के नाम से भी जाना जाता है। 2021 में टीवी कार्यक्रम Şarkılar Bizi Söyler के लोकप्रिय सर्वेक्षण के अनुसार, उन्होंने तुर्की संगीत के सबसे लोकप्रिय चेहरे का खिताब जीता। वह तुर्की संगीत के रचनाकारों और अग्रदूतों में से एक हैं। श्रेणी:1946 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग
हाइड्रोजन आयोडाइड
https://hi.wikipedia.org/wiki/हाइड्रोजन_आयोडाइड
|Section1= |Section2= |Section3= |Section4 = |Section7= |Section8=}} हाइड्रोजन आयोडाइड () (HI) एक द्विपरमाणुक अणु और हाइड्रोजन हैलाइड है। जलीय घोल को HI के हाइड्रोआयोडिक अम्ल या हाइड्रोआयोडिक अम्ल के रूप में जाना जाता है, जो एक मजबूत अम्ल है। हालाँकि, हाइड्रोजन आयोडाइड और हाइड्रोआयोडिक एसिड इस मायने में भिन्न हैं कि मानक परिस्थितियों में पहला एक गैस है, जबकि दूसरा गैस का एक जलीय घोल है। वे परस्पर परिवर्तनीय हैं। HI का उपयोग कार्बनिक और अकार्बनिक संश्लेषण में आयोडीन के प्राथमिक स्रोतों में से एक और एक कम करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है। हाइड्रोजन आयोडाइड के गुण HI एक रंगहीन गैस है जो ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके पानी और आयोडीन देती है। नम हवा के साथ, HI हाइड्रोआयोडिक अम्ल की एक धुंध (या धुंआ) देता है। यह पानी में असाधारण रूप से घुलनशील है और हाइड्रोआयोडिक एसिड देता है। एक लीटर पानी में 425 लीटर HI गैस घुल जाएगी, सबसे अधिक संकेंद्रित घोल में HI के प्रति अणु में केवल चार पानी के अणु होते हैं।Holleman, A. F.; Wiberg, E. "Inorganic Chemistry" Academic Press: San Diego, 2001. . हाइड्रोआयोडिक अम्ल हाइड्रोआयोडिक अम्ल शुद्ध हाइड्रोजन आयोडाइड नहीं है, बल्कि एक मिश्रण है जिसमें यह शामिल है। वाणिज्यिक "केंद्रित" हाइड्रोआयोडिक एसिड में आमतौर पर द्रव्यमान के अनुसार 48-57% HI होता है। यह घोल 127 डिग्री सेल्सियस पर 57% HI, 43% पानी के साथ उबलता हुआ एक एज़ियोट्रोप बनाता है। उच्च अम्लता आयन पर आयनिक आवेश के फैलाव के कारण होती है। आयोडाइड आयन त्रिज्या अन्य सामान्य हैलाइडों की तुलना में बहुत बड़ी है, जिसके परिणामस्वरूप नकारात्मक चार्ज एक बड़े स्थान पर फैल जाता है। इसके विपरीत, एक क्लोराइड आयन बहुत छोटा होता है, जिसका अर्थ है कि इसका नकारात्मक चार्ज अधिक केंद्रित होता है, जिससे प्रोटॉन और क्लोराइड आयन के बीच मजबूत संपर्क होता है। HI में यह कमजोर H+···I− इंटरैक्शन आयन से प्रोटॉन के पृथक्करण की सुविधा प्रदान करता है और यही कारण है कि HI हाइड्रोहैलाइड्स का सबसे मजबूत एसिड है।  Ka ≈ 1010  Ka ≈ 109  Ka ≈ 106 सन्दर्भ
सापार्डी जोको डेमोनो
https://hi.wikipedia.org/wiki/सापार्डी_जोको_डेमोनो
सापार्डी जोको डेमोनो (20 मार्च 1940 - 19 जुलाई 2020) एक इंडोनेशियाई कवि थे जो गीतात्मक कविताओं के लिए जाने जाते थे तथा जिन्हें व्यापक रूप से इंडोनेशिया में गीतात्मक कविता का प्रणेता माना जाता था। लंबी बीमारी के बाद 19 जुलाई 2020 को साउथ टैंगेरंग, बैंटन में उनका निधन हो गया। आरंभिक जीवन सापार्डी ने सुरकार्ता में हाई स्कूल में रहते हुए ही कविता लिखना शुरू कर दिया था। हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद सापर्डी गाजा माडा विश्वविद्यालय में साहित्य विभाग के अंग्रेजी प्रभाग में अध्ययन करने के लिए योग्यकार्ता चले गए और बाद में इंडोनेशियाई साहित्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इस अवधि के दौरान वह कविता लिखने के साथ-साथ रेडियो प्रसारण और थिएटर से भी जुड़े रहे। सापार्डी का साहित्यिक करियर उनके अकादमिक करियर के साथ-साथ विकसित हुआ। करियर 1973 में अमेरिका से लौटने के बाद वह इंडोनेशिया विश्वविद्यालय में साहित्य विभाग में स्थायी संकाय सदस्य बन गए। 1989 में उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और 1993 में पूर्ण रूप से प्रोफेसर बन गये। 1969 में सापार्डी का पहला कविता संग्रह दुकामु अबादी (आपका शाश्वत दुःख) जारी किया गया। दुकामु अबादी का ध्यान उस व्यक्ति के दर्द पर है जो अस्तित्व पर सवाल उठाता है और अपने समय के कई साहित्यिक साथियों के विपरीत सापार्डी की कविता क्रांतिकारी और सामाजिक विचारों के बजाय मानवीय स्थिति पर अधिक केंद्रित है। सापर्डी ने अन्य देशों की साहित्यिक कृतियों का इंडोनेशियाई में कई अनुवाद भी पूरा किया है। सन्दर्भ श्रेणी:1940 में जन्मे लोग श्रेणी:२०२० में निधन
टेरेंस मैककेना
https://hi.wikipedia.org/wiki/टेरेंस_मैककेना
टेरेंस मैककेना (Terence McKenna; नवंबर 16, 1946 – अप्रैल 3, 2000) एक अमेरिकी लोकवानस्पतिकीशास्त्री और रहस्यवादी थे। उन्होंने प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले साइकेडेलिक पौधों के अच्छे उपयोग पर काम किया। उन्होंने विभिन्न विषयों के बारे में बात की और लिखा, जिनमें साइकेडेलिक दवा, पौधे-आधारित एंथोजेन, शमनवाद, तत्वमीमांसा, कीमिया, भाषा, दर्शन, संस्कृति, प्रौद्योगिकी, नृवंशविज्ञान, पर्यावरणवाद और मानव की सैद्धांतिक उत्पत्ति चेतना शामिल हैं। उन्हें '90 के दशक का टिमोथी लेरी' "शमनवाद की ऑन्टोलॉजिकल नींव पर अग्रणी अधिकारियों में से एक",, और "रेव कल्चर की बौद्धिक आवाज" कहा जाता था। जीवनी प्रारंभिक जीवन मैककेना को अपनी युवावस्था में जीवाश्म-शिकार का शौक विकसित हुआ और इससे उन्हें प्रकृति की गहरी वैज्ञानिक समझ प्राप्त हुई। 14 साल की उम्र में कार्ल जंग की किताब साइकोलॉजी एंड अल्केमी पढ़कर उन्हें कम उम्र में ही मनोविज्ञान में रुचि हो गई। यह वही उम्र थी जब उन्होंने एक निबंध पढ़ा तब मैककेना को पहली बार जादुई मशरूम के बारे में पता चला। "सीकिंग द मैजिक मशरूम" जो 13 मई 1957 को लाइफ पत्रिका के संस्करण में छपा। 16 साल की उम्र में मैककेना एक साल के लिए पारिवारिक मित्रों के साथ रहने के लिए लॉस अल्टोस, कैलिफ़ोर्निया चले गए। उन्होंने लैंकेस्टर, कैलिफ़ोर्निया में हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। सन् 1963 में उन्हें एल्डस हक्सले द्वारा द डोर्स ऑफ परसेप्शन और हेवन एंड हेल के माध्यम से साइकेडेलिक्स की साहित्यिक दुनिया से परिचित कराया गया और द विलेज वॉयस के कुछ मुद्दों ने साइकेडेलिक्स पर लेख प्रकाशित किए। मैककेना ने कहा कि मॉर्निंग ग्लोरी सीड्स के साथ उनके शुरुआती साइकेडेलिक अनुभवों में से एक ने उन्हें दिखाया कि "वहां कुछ करने लायक था" और साक्षात्कार में उन्होंने दावा किया कि वह किशोरावस्था से ही रोजाना भांग का सेवन करते थे। अध्ययन और यात्रा सन् 1965 में मैककेना ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में दाखिला लिया और उन्हें टस्मान एक्सपेरिमेंटल कॉलेज में स्वीकार कर लिया गया। 1967 में कॉलेज में रहते हुए उन्होंने तिब्बती लोक धर्म के अध्ययन के माध्यम से शमनवाद का अध्ययन शुरू किया। उसी वर्ष, जिसे उन्होंने अपना "अफीम और कबला चरण" कहा, उन्होंने यरूशलेम की यात्रा की, जहां उनकी मुलाकात एक नृवंशविज्ञानी कैथलीन हैरिसन से हुई, जो बाद में उनकी पत्नी बनीं। सन्दर्भ श्रेणी:1946 में जन्मे लोग श्रेणी:पर्यावरण श्रेणी:२००० में निधन श्रेणी:दर्शन श्रेणी:पर्यावरणवाद श्रेणी:मनोविज्ञान
केंजी मियाज़ावा
https://hi.wikipedia.org/wiki/केंजी_मियाज़ावा
केंजी मियाज़ावा () (जन्म और मृत्यु - 27 अगस्त 1896 - 21 सितंबर 1933) एक जापानी उपन्यासकार, कवि और बच्चों के साहित्य के लेखक थे, जो ताइशो के अंत और शुरुआती शोवा काल में हनामाकी, इवाते के रहने वाले थे। उन्हें एक कृषि विज्ञान शिक्षक, एक शाकाहारी, सेलिस्ट, धर्मनिष्ठ बौद्ध और यूटोपियन सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी जाना जाता था।Curley, Melissa Anne-Marie, "Fruit, Fossils, Footprints: Cathecting Utopia in the Work of Miyazawa Kenji", in Daniel Boscaljon (ed.), Hope and the Longing for Utopia: Futures and Illusions in Theology and Narrative, James Clarke & Co./ /Lutterworth Press 2015. pp.96–118, p.96. उनके कुछ प्रमुख कार्यों में नाइट ऑन द गैलेक्टिक रेलरोड, काज़े नो माटासाबुरो, गौचे द सेलिस्ट और द नाइट ऑफ तनेयमगहारा शामिल हैं। मियाज़ावा ने लोटस सूत्र पढ़ने के बाद निचिरेन बौद्ध धर्म अपना लिया और निचिरेन बौद्ध संगठन कोकुचुकाई में शामिल हो गए। उनकी धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं ने उनके और उनके धनी परिवार, विशेषकर उनके पिता के बीच दरार पैदा कर दी, हालाँकि उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार ने अंततः निचिरेन बौद्ध धर्म में परिवर्तित होकर उनका अनुसरण किया। मियाज़ावा ने इवाते प्रीफेक्चर में किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए रासु किसान संघ की स्थापना की।David Poulson, Miyazawa Kenji 1933 में निमोनिया से उनकी मृत्यु हो गई। अपने जीवनकाल में एक कवि के रूप में लगभग पूरी तरह से अज्ञात, मियाज़ावा के काम ने मरणोपरांत अपनी प्रतिष्ठा हासिल की, [3] और 1990 के दशक के मध्य तक उनकी शताब्दी पर तेजी से उछाल आया। [4] उनके जीवन और कार्यों को समर्पित एक संग्रहालय 1982 में उनके गृहनगर में खोला गया था। उनके कई बच्चों की कहानियों को एनिमे के रूप में रूपांतरित किया गया है, विशेष रूप से नाइट ऑन द गेलेक्टिक रेलरोड। उनकी कई टांका और मुक्त छंद कविताएँ, कई भाषाओं में अनुवादित, आज भी लोकप्रिय हैं। अन्य रचनाएँ 1919 में, केनजी ने निचिरेन के लेखन से उद्धरणों का एक खंड संपादित किया, और दिसंबर 1925 मेंNabeshima (ed.) 2005, p. 34. एक निचिरेन मंदिर (法華堂建立勧進文, होक्के-डो कोनरीउ कांजिन-बुन) बनाने का अनुरोध किया। इवाते निप्पो में एक छद्म नाम के तहत। सन्दर्भ
सेठ अब्रामसन
https://hi.wikipedia.org/wiki/सेठ_अब्रामसन
सेठ अब्रामसन (जन्म 31 अक्टूबर 1976) एक अमेरिकी प्रोफेसर, वकील, लेखक, राजनीतिक स्तंभकार और कवि हैं। वो बेस्ट अमेरिकन एक्सपेरिमेंटल राइटिंग शृंखला के संपादक हैं और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की विदेश नीति के एजेंडे और राजनीतिक घोटालों का विवरण देते हुए नॉनफिक्शन (काल्पनिक नहीं) कार्यों की एक बेस्टसेलिंग त्रयी लिखे। आरंभिक जीवन और शिक्षा अब्रामसन ने डार्टमाउथ कॉलेज (1998), हार्वर्ड लॉ स्कूल (2001), द लोवा राइटर्स वर्कशॉप (2009) से स्नातक एवं परस्नातक उपाधियाँ प्राप्त की और विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय (2010, 2016) में अंग्रेजी में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। करियर अब्रामसन सन् 2001 से सन् 2007 तक न्यू हैम्पशायर पब्लिक डिफेंडर के लिए ट्रायल वकील थे। अब्रामसन 2015 में न्यू हैम्पशायर विश्वविद्यालय में संचार कला और विज्ञान के सहायक प्रोफेसर बन गए और 2018 में उन्हें न्यू हैम्पशायर इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट में संबद्ध संकाय बनाया गया। उनके शिक्षण क्षेत्रों में डिजिटल पत्रकारिता, इंटरनेट के बाद का सांस्कृतिक सिद्धांत, इंटरनेट के बाद का लेखन और कानूनी वकालत शामिल हैं। अब्रामसन ने द वाशिंगटन पोस्ट, डलास मॉर्निंग न्यूज़, द सिएटल टाइम्स, न्यूज़वीक, इंडीवायर और द गार्जियन जैसे प्रकाशनों के लिए लिखा है। 2011 में पब्लिशर्स वीकली ने लिखा था कि "एक ब्लॉगर और टिप्पणीकार के रूप में उन्होंने कविता, राजनीति एवं उच्च शिक्षा को कवर करते हुए और लेखन में स्नातक कार्यक्रमों की एक विवादास्पद अमेरिकी समाचार-शैली की रैंकिंग तैयार करते हुए बहुत बड़ी संख्या में अनुयायी बनाए हैं।"Review of Northerners, Publishers Weekly (May 2011) ट्रम्प प्रशासन के दौरान अब्रामसन सीएनएन कानूनी विश्लेषक थे।Review of Proof of Collusion, Publishers Weekly (November 2018). सन्दर्भ श्रेणी:1976 में जन्मे लोग श्रेणी:अमेरिकी लेखक
संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद
https://hi.wikipedia.org/wiki/संयुक्त_राष्ट्र_मानव_अधिकार_परिषद
पुनर्प्रेषित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद्
यदुवंशी क्षत्रिय
https://hi.wikipedia.org/wiki/यदुवंशी_क्षत्रिय
अनुप्रेषित यदुवंश
मेटिन फेज़ियोग्लू
https://hi.wikipedia.org/wiki/मेटिन_फेज़ियोग्लू
मेटिन फेज़ियोग्लू (जन्म 7 जुलाई 1969) एक तुर्की वकील और आपराधिक कानून के प्रोफेसर हैं। उन्होंने मई 2013 और दिसंबर 2021 के बीच तुर्की बार्स एसोसिएशन के 8वें अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे पूर्व सीएचपी राजनेता और उप प्रधानमंत्री तुरहान फेज़ियोग्लू के पोते हैं। आरंभिक जीवन मेटिन फेज़ियोग्लु का जन्म 7 जुलाई 1969 को इस्तांबुल के कडिकोय में हुआ था। उनका पालन-पोषण उनके दादा-दादी तुरहान फेज़ियोग्लू और उनकी पत्नी लेयला फेज़ियोग्लू ने किया। उन्होंने 1986 में टेड अंकारा कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1990 में उन्होंने अंकारा विश्वविद्यालय के विधि संकाय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1992 में उन्होंने सार्वजनिक कानून में स्नातकोत्तर की और 1995 में उसी क्षेत्र में पीएच.डी. की उपाधि भी प्राप्त की। व्यवसाय वर्ष 1996 में मेटिन अंकारा यूनिवर्सिटी लॉ फैकल्टी में एक सहायक डॉक्टर के रूप में नियुक्त हुए। उन्होंने आपराधिक कानून में विशेषज्ञता हासिल की और कोलंबिया विश्वविद्यालय से कानूनी अंग्रेजी प्रमाणपत्र प्राप्त किया। वे वर्ष 2000 में एसोसिएट प्रोफेसर और 2005 में प्रोफेसर बने। सन् 2007 में वे अंकारा यूनिवर्सिटी फैकल्टी ऑफ लॉ के डीन बने और 2008 तक उस पद पर कार्य किया। 10 अक्टूबर 2010 को मेटिन को अंकारा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। इसके लिए वे 1991 से पंजीकृत थे। उन्होंने 61वीं साधारण महासभा में 58 प्रतिशत मत प्राप्त किए। वह 62वीं साधारण महासभा में फिर से निर्वाचित हुए जिसमें उन्हें 60 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। इन्हें भी देखें सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ टर्किश बार्स एसोसिएशन की वेबसाइट पर प्रोफ़ाइल Haberler.com पर सभी प्रासंगिक समाचारों का संग्रह श्रेणी:तुर्की के लोग श्रेणी:कानूनी अवस्था के अनुसार लोग
थॉमस गॉट्साल्क
https://hi.wikipedia.org/wiki/थॉमस_गॉट्साल्क
थॉमस जोहान्स गॉट्साल्क (जन्म - 18 मई 1950) जर्मन के एक रेडियो और टेलीविजन के मेजबान और मनोरंजनकर्ता हैं। उन्हें कई वर्षों तक यूरोप के सबसे बड़े टेलीविजन शो वेटन, दास..? की मेजबानी के लिए जाना जाता है जिसे उन्होंने 1987 और 2011 के बीच जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड और दक्षिण टायरॉल में बड़ी सफलता दिलाई। 2015 तक वह हरीबो कन्फेक्शनरी के टेलीविजन विज्ञापनों में ब्रांड एंबेसडर भी थे। आरंभिक जीवन गॉट्साल्क का जन्म बामबर्ग, बवेरिया में हुआ। उनके पिता एक वकील थे। उन्होंने इतिहास और जर्मन भाषाशास्त्र का अध्ययन किया और अंत में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के लिए एक शिक्षक के रूप में अपनी परीक्षाएँ दीं। हालाँकि, इसी दौरान उन्हें अपने असली व्यवसाय मनोरंजन का पता चला। करियर 1971 से गॉट्साल्क ने बायरिशर रुंडफंक (बवेरियन ब्रॉडकास्टिंग) के युवा कार्यक्रम के लिए एक फ्रीलांसर के रूप में काम किया और 1973 में वह एक समाचार कार्यक्रम के एंकर बन गये। 1978 में रेडियो होस्ट के रूप में अपनी "उत्कृष्ट प्रतिभा" के लिए उन्हें कर्ट-मैग्नस-प्रीइस से सम्मानित किया गया। गॉट्साल्क ने 1977 में शुरू टीवी शो टेलेस्पीले की मेजबानी की। यह शो शुरुआत में बेयरिशर रंडफंक के टेलीविजन चैनल पर प्रसारित होने के बाद 1980 में राष्ट्रीय सार्वजनिक एआरडी चैनल में बदल गया। इसी वर्ष, गॉट्साल्क ने पहले जर्मन हिप हॉप समूह जीएलएस यूनाइटेड की स्थापना की और पहला जर्मन रैप गीत "रैपर्स ड्यूश" प्रस्तुत किया। व्यक्तिगत जीवन गॉट्साल्क ने 1976 में अपनी पत्नी थिया से शादी की। उनके दो बेटे है- रोमन और ट्रिस्टन एवं उनका एक पोता (जन्म 2010) भी है। 2019 में उन्होंने यह घोषणा की कि वह और थिया शादी के 43 साल बाद अलग हो रहे है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1950 में जन्मे लोग श्रेणी:जर्मनी के लोग
कॉलैबरेटिव ब्लॉग
https://hi.wikipedia.org/wiki/कॉलैबरेटिव_ब्लॉग
Collaborative blog एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ कई लेखक या सहयोगी मिलकर साझा कंटेंट शेयर करते हैं। यह एक साझा प्रयास होता है जहाँ हर सदस्य अपने विचारों, लेखों, या पोस्ट्स को साझा करता है, जिससे ब्लॉग का कंटेंट विविध और समृद्ध होता है।
मुख्तार औवेज़ोव
https://hi.wikipedia.org/wiki/मुख्तार_औवेज़ोव
मुख्तार उमरखानुली औवेज़ोव (कज़ाख: मुख्तार उमरहानुली उएज़ोव, Мухтар омарханули Авезов, мухтар вмараханули Авезою, कज़ाख उच्चारण : [mo̙χtɑɾ ɔmɑɾˈχɑno̙lɯ æwˈjezəf]; रूसी: मुख्तार उमरखानोविच औएज़ोव, मुख्तार उमरखानोविच औवेज़ोव; 28 सितंबर 1897 - 27 जून 196 1) एक कज़ाख लेखक थे। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता, भाषाशास्त्र के डॉक्टर और सोवियत संघ के एक सम्मानित शिक्षाविद (1946) थे। मुख्तार का लेखन कवि अबाई से प्रभावित था। मुख्तार के पिता और दादा उमरखान औएज़ दोनों कवि का बहुत सम्मान करते थे, जो औवेज़ोव परिवार का पड़ोसी और मित्र था। उनके दादाजी लोक कथाओं के कथाकार थे और उन्होंने अपने पोते को पढ़ना-लिखना सिखाया। आरंभिक जीवन मुख्तार औवेज़ोव का जन्म पूर्वी कजाक़िस्तान प्रांत के अबे जिले के नाम से जाने जाने वाले क्षेत्र के एक खानाबदोश मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके दादाजी ने उन्हें कज़ाख भाषा के लिए अरबी और सिरिलिक लिपि दोनों का उपयोग करके पढ़ना और लिखना सिखाया। मुख्तार की शिक्षा सेमिपालाटिंस्क टीचर्स सेमिनरी और लेनिनग्राद स्टेट यूनिवर्सिटी में हुई थी। मुख्तार अपने नाटकों के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। उनका लिखा पहला नाटक एनलिक-केबेक था। उसमें दो युवा प्रेमियों की कहानी है जो रोमियो और जूलियट की कहानी से मिलती जुलती है। उन्होंने बीस से अधिक नाटक लिखे जो कजाकिस्तान में समाजवाद से संबंधित मुद्दों से संबंधित थे। नाटक लिखने के बाद, मुख्तार ने अपना ध्यान उपन्यास लिखने पर केंद्रित कर दिया। दो उपन्यास - अबाई कुनानबैउली और द पाथ ऑफ अबे - कज़ाख कवि अबाई कुनानबैउली के जीवन से संबंधित उनके जीवन के अंतिम बीस वर्षों की उपज थे।इराज बशीरी, जीवनियाँ: मध्य एशिया और ईरान मुख्तार एक असाधारण खिलाड़ी थे और उन्होंने "यारीश एफसी" का प्रतिनिधित्व किया था, जो उस समय शहर की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम थी।मुख्तार औएज़ोव फंड। आत्मकथा और पत्र पुरस्कार 1945 - पदक "महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध 1941-1945 में बहादुरी भरे श्रम के लिए" 1948 - "मॉस्को की 800वीं वर्षगांठ की स्मृति में" पदक 1949 - ऑर्डर ऑफ द बैज ऑफ ऑनर 1959 - उपन्यास-संवाद द वे ऑफ़ अबाई के लिए लेनिन पुरस्कार। इन्हें भी देखें इल्या इलिच मेखनिकोव इस्लाम मखाचेव सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:रूस के लोग श्रेणी:कवि श्रेणी:शिक्षक श्रेणी:नाटककार
सांड्रा सिस्नेरोस
https://hi.wikipedia.org/wiki/सांड्रा_सिस्नेरोस
सांड्रा सिस्नेरोस (जन्म: दिसंबर 20, 1954) एक अमेरिकी लेखिका हैं। वह अपने पहले उपन्यास द हाउस ऑन मैंगो स्ट्रीट (1983) और उसके बाद और लघु कहानी संग्रह, वुमन हॉलरिंग क्रीक एंड अदर स्टोरीज़ (1991) के लिए सबसे ज्यादा जानी जाती हैं। उनका काम साहित्यिक रूपों के साथ प्रयोग करना है जो उभरती हुई विषय स्थितियों की जांच करता है जिन्हें खुद सिस्नेरोस सांस्कृतिक संकरता और आर्थिक असमानता के संदर्भ में बढ़ने का श्रेय देती हैं और इसको बताने के लिए उन्होंने अनूठी कहानियों को संपन्न किया। वह कई पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता हैं जिसमें नेशनल एंडोमेंट फॉर द आर्ट्स फ़ेलोशिप भी शामिल है तथा 2017 में उन्हें 25 नए फोर्ड फाउंडेशन आर्ट ऑफ़ चेंज फ़ेलोशिप में से एक से सम्मानित किया गया था और उन्हें चिकनो साहित्य में एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता है। 1998 में उन्होंने मैकोंडो राइटर्स वर्कशॉप की स्थापना की जो लेखकों के लिए सामाजिक रूप से जागरूक कार्यशालाएँ प्रदान करता है और 2000 में उन्होंने अल्फ्रेडो सिस्नेरोस डेल मोरल फाउंडेशन की स्थापना की जो टेक्सास से जुड़े प्रतिभाशाली लेखकों को पुरस्कार देता है। सिस्नेरोस वर्तमान में मेक्सिको में रहती है। आरंभिक जीवन सिस्नेरोस का जन्म 20 दिसंबर 1954 को शिकागो के इलिनोइस में मैक्सिकन विरासत के एक परिवार में हुआ था जो सात बच्चों में से तीसरी थी। परिवार में वह एकमात्र जीवित बेटी थी जो खुद को "पुरुषों के समूह में विषम संख्या" मानती थी। सिस्नेरोस के परदादा ने मैक्सिकन राष्ट्रपति के लिए पियानो बजाया था और वह एक अमीर पृष्ठभूमि से थे लेकिन उन्होंने अपने परिवार के भाग्य को जुए में लगा दिया। सन्दर्भ टिप्पणी . (ऑनलाइन पढ़ने के लिए जेस्टोर सब्सक्रिप्शन आवश्यक) . (ऑनलाइन पढ़ने के लिए जेस्टोर सब्सक्रिप्शन आवश्यक) . (ऑनलाइन पढ़ने के लिए जेस्टोर सब्सक्रिप्शन आवश्यक) बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1954 में जन्मे लोग श्रेणी:२०वीं सदी के अमेरिकी लेखक
दार्शनिक मानवशास्त्र
https://hi.wikipedia.org/wiki/दार्शनिक_मानवशास्त्र
thumb|विट्रुवियन मैन अथवा लिओनार्दो दा विंची की एक पूर्ण पुरुष की चित्राकृति दार्शनिक मानवशास्त्र (philosophical anthropology) अथवा मानवशास्त्रीय दर्शन (anthropological philosophy)Fikentscher (2004) pp.74, 89Cassirer (1944) मानव के लिए तत्त्वमीमांसा और घटनाविज्ञान के प्रश्नों को समझने वाला संकाय है। दार्शनिक मानवशास्त्र और मानवशास्त्र का दर्शन अलग-अलग विषय हैं। मानवशास्त्र के दर्शन में मानवशास्त्रीय कार्य में अंतर्निहित दार्शनिक अवधारणाओं का अध्ययन किया जाता है। इतिहास प्लेटो ने मानव सार को आत्मा के साथ समझा। उनके अनुसार भौतिक शरीर उसकी जेल है जिससे आत्मा मुक्त होने की इच्छा रखती है। फीड्रस के अनुसार मृत्यु के बाद पुनर्जन्म के रूप में आत्मा एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करती है। इस प्रकार प्लेटो ने मन-शरीर द्वैतवाद की अवधारणा दी। अरस्तु ने मानव को शरीर, आत्मा और सार के युग्म के रूप में परिभाषित किया जिसे हीलोमोर्फिज्म (अर्थात् सृष्टिवाद) भी कहते हैं। मानव एक प्रकार का पशु है जिसे कुछ विशेष गुण अन्य जीवों की तुलना में बेहतर बनाते हैं। मानव तर्कसंगत आत्मा के साथ होता है। आत्मा कोई बाहरी अथवा असंगत वस्तु नहीं है बल्कि ये ऐसा विशेष तत्त्व है जो मानव शरीर के द्रव्यों को सुव्यवस्थित, संरचना और जीवन का रूप देता है। अरस्तु की आत्मा की अवधारणा को सैद्धान्तिक रूप में पेरी प्सिकिस (आत्मा के बारे में) में समझाया गया है। इसकी व्यावहारिक अवधारणा को पोलिटिक्स और निकोमेकियन नीतिशास्त्र में वर्णित किया गया है। ईसाई धर्म में शून्यतः सृष्‍टि की अवधारणा विकसित हुई जिसके अनुसार सभी जीव और पदार्थ ईश्वर की देन है। प्लेटो द्वारा परिभाषित आकाश मानव की शक्ति के बाहर की बात है और ये सभी ईश्वर द्वारा निर्मित हैं। समय की कल्पना एक रैखिक अवधारणा है जो चक्रिय रूप नहीं ले सकता। ईसाई धर्म में ईश्वर को अद्वितीय माना गया है। मानव और उस दिव्य पृकृति (सार) के सह-अस्तित्व को समझने के लिए मानव को निर्मित किया है। सन्दर्भ श्रेणी:दार्शनिक नृविज्ञान श्रेणी:सामाजिक विज्ञान का दर्शन en:Philosophical anthropology
चिकित्सकीय सूचकांक
https://hi.wikipedia.org/wiki/चिकित्सकीय_सूचकांक
चिकित्सीय सूचकांक या चिकित्सात्मक सूचक () किसी दवा की सापेक्षिक सुरक्षा का एक मात्रात्मक मापन है। इसे चिकित्सीय अनुपात भी कहा जाता है। यह चिकित्सीय औषधि की मात्रा का एक तुलनात्मक अध्ययन है जिसमें उस औषधि के विषाक्तता (नकारात्मक) प्रभाव में उसके औषधीय प्रभाव का भाग देकर ज्ञात किया जाता है। सम्बंधित अन्य शब्द औषधी समय अथवा सुरक्षित समय हैं जो प्रभावोत्पादकता (एफिकेशी) और विषाक्तता के मध्य ईष्टतम समय परास को निरूपित करते हैं। इस सूचकांक का उपयोग उपयोग प्रतिकूल प्रभवों के नगण्य स्तर के लिए अधिकतम औषधीय लाभ प्रदान करने के लिए किया जाता है। परम्परागत रूप से एक अनुमोदित दवा के लिए नैदानिक ​​संकेत सेटिंग्स में, चिकित्सीय सूचकांक दवा की खुराक के अनुपात को संदर्भित करता है जो लक्षित संकेत के साथ संगत नहीं होने वाली घटना/गंभीरता पर प्रतिकूल प्रभाव पैदा करता है (उदाहरण के लिए 50% विषयों में विषाक्त खुराक, टीडी) वह खुराक जो वांछित औषधीय प्रभाव की ओर ले जाती है (उदाहरण के लिए 50% विषयों में प्रभावकारी खुराक, ईडी)। इसके विपरीत, एक दवा विकास सेटिंग में चिकित्सीय सूचकांक की गणना प्लाज्मा एक्सपोज़र स्तरों के आधार पर की जाती है। फार्मास्युटिकल टॉक्सिकोलॉजी के शुरुआती दिनों में, जानवरों में चिकित्सीय सूचकांक को अक्सर 50% आबादी (एलडी50) के लिए दवा की घातक खुराक के रूप में निर्धारित किया जाता था, जिसे 50% आबादी (ईडी50) के लिए न्यूनतम प्रभावी खुराक से विभाजित किया जाता था। आधुनिक सेटिंग्स में, अधिक परिष्कृत विषाक्तता समापन बिंदुओं का उपयोग किया जाता है। कई दवाओं के लिए, मनुष्यों में गंभीर विषाक्तता सबलेथल खुराक पर होती है, जो उनकी अधिकतम खुराक को सीमित कर देती है। निचले स्तर के बजाय उच्च सुरक्षा-आधारित चिकित्सीय सूचकांक बेहतर है; किसी व्यक्ति को दवा के चिकित्सीय प्रभाव को प्रेरित करने के लिए ली गई खुराक की तुलना में घातक सीमा तक पहुंचने के लिए दवा की बहुत अधिक खुराक लेनी होगी। हालाँकि, उच्चतर के बजाय कम प्रभावकारिता-आधारित चिकित्सीय सूचकांक बेहतर है; किसी व्यक्ति को विषाक्त सीमा तक पहुंचने के लिए दवा के चिकित्सीय प्रभाव को प्रेरित करने के लिए ली गई खुराक की तुलना में दवा की अधिक खुराक लेनी होगी। आमतौर पर, सीमित चिकित्सीय सीमा के साथ किसी दवा या अन्य चिकित्सीय एजेंट का रक्त स्तर माप - यानी, विषाक्त और चिकित्सीय खुराक के बीच न्यूनतम अंतर वाला - रोगी के व्यक्तिगत परिणामों के आधार पर खुराक समायोजन की अनुमति देता है। इसे चिकित्सीय दवा निगरानी (टीडीएम) प्रोटोकॉल के माध्यम से हासिल किया जा सकता है। टीडीएम को इसकी संकीर्ण चिकित्सीय सीमा के कारण लिथियम के साथ मानसिक विकारों के उपचार में उपयोग के लिए अनुशंसित किया जाता है। Term Full form ईडी ईफेक्टिव ड़ोस टीडी टाक्सिक ड़ोसएलडी लीथल ड़ोस टीआई थेरप्यूटिक इंडेक्स सन्दर्भ श्रेणी:औषधशास्त्र
मोहम्मद-रेज़ा शजरियन
https://hi.wikipedia.org/wiki/मोहम्मद-रेज़ा_शजरियन
मोहम्मद-रज़ा शज़ेरियन (फ़ारसी: محمدرضا شجريان; फ़ारसी उच्चारण: [mohæmːæd ɾeˈzɒː ʃædʒæɾiˈɒːn], 23 सितंबर 1940 - 8 अक्टूबर 2020) एक ईरानी गायक और फ़ारसी शास्त्रीय संगीत के उस्ताद थे। वे फ़ारसी सुलेख और मानवीय गतिविधियों में अपने कौशल के लिए भी जाने जाते थे। आरंभिक जीवन वर्ष 1962 में जब शजरियन 21 साल के थे तब उन्होंने शिक्षिका फ़रखोनदेह गोलाफ़शान से शादी की। उनका एक बेटा होमायून और तीन बेटियाँ, फ़रज़ानेह (a.k.a. रहेलेह), मोजगन और अफसानेह थीं। अफ़सानेह ने परविज़ मेश्काटियन से शादी की। 1993 में शजरियन और गोलाफशां का तलाक हो गया। गायिकी शजरियन ने अपनी गायिकी की शुरुआत वर्ष 1959 में रेडियो खुरासान से की थी। वे 1960 के दशक में अपनी विशिष्ट गायन शैली के साथ प्रमुखता से उभरे। उनके मुख्य शिक्षक अहमद इबादी, एस्माईल मेहरताश, अब्दुल्ला दावामी और नूर-अली बोरौमंद थे। उन्होंने पिछली पीढ़ियों के गायकों की गायन शैली भी सीखी, जिनमें रेजा घोली मिर्जा ज़ेली, फ़रीबोरज़ मनौचेहरी, ग़मर मोलौक वज़ीरी, एघबल अजार और ताज इस्फ़हानी शामिल हैं। शजरियन ने परविज़ मेश्काटियन, मोहम्मद रज़ा लोटफ़ी, होसैन अलीज़ादेह, फ़रामरज़ पेवर, दारियुश पिरनियाकन और सोहराब पौर्नज़ेरी जैसे संगीतकारों के साथ काम किया था। उन्हें चुनौतीपूर्ण पारंपरिक दस्तगाह शैली में एक कुशल गायक के रूप में जाना जाता था। पुरस्कार वर्ष 1999 में फ्रांस में यूनेस्को ने उन्हें पिकासो पुरस्कार और 2006 में यूनेस्को मोजार्ट मेडल प्रदान किया। 2017 में, लॉस एंजिल्स टाइम्स ने उन्हें "फ़ारसी शास्त्रीय संगीत का सबसे महान जीवित उस्ताद" के रूप में उद्धृत किया। एनआईआरटी गोल्डन कप (1977) गोल्डन पिकासो मेडल (1999) नुशिन मेडल (2008) इन्हें भी देखें गूगूश अली अकबर दहखुदा अली क़ुदसी ताहिरा सफ़रज़ादेह सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:ईरान के लोग श्रेणी:ईरानी गायक श्रेणी:संगीतकार श्रेणी:गीतकार
फिलिप ज़िंबार्डो
https://hi.wikipedia.org/wiki/फिलिप_ज़िंबार्डो
फिलिप जॉर्ज ज़िंबार्डो (/zɪmˈbɑːrdoʊ/; जन्म 23 मार्च, 1933) एक अमरीकी मनोवैज्ञानिक और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। उन्होंने कॉलेज के छात्रों के लिए विभिन्न परिचयात्मक मनोवैज्ञानिक पाठ्यपुस्तकें तथा द लूसिफ़र इफ़ेक्ट, द टाइम पैराडॉक्स और द टाइम क्योर सहित विभिन्न उल्लेखनीय रचनाएँ लिखी हैं। वे हीरोइक इमेजिनेशन प्रोजेक्ट के संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं। आरंभिक जीवन ज़िंबार्डो का जन्म 23 मार्च, 1933 को न्यूयॉर्क सिटी में सिसिली के कैमरामाटा के इतालवी प्रवासियों के एक परिवार में हुआ था। जीवन के आरंभ में उन्होंने भेदभाव और पूर्वाग्रह का अनुभव किया। उन्हें अक्सर यहूदी, प्यूर्टो रिकान या काले जैसी अन्य नस्लों और नस्लों के लिए गलत समझा जाता था। ज़िम्बार्डो के अनुसार जीवन के आरंभ में इन अनुभवों ने लोगों के व्यवहार के बारे में उनकी जिज्ञासा जगाई और बाद में स्कूल में उनके शोध को प्रभावित किया। ज़िंबार्डो ने 1954 में ब्रुकलिन कॉलेज से मनोविज्ञान, समाजशास्त्र और मानवविज्ञान में बी.ए. पूरा किया। उन्होंने 1955 में मनोविज्ञान विषय से स्नातकोत्तर और 1959 में येल विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की। वहाँ नील ई. मिलर उनके सलाहकार थे। येल में रहते हुए उन्होंने साथी स्नातक छात्र रोज़ अब्देलनौर से शादी की; 1962 में उनका एक बेटा हुआ और 1971 में उनका तलाक हो गया। उन्होंने 1959 से 1960 तक येल में पढ़ाया। इन्हें भी देखें अगेहानन्द भारती अब्राहम मास्लो इन्द्र सेन एडवर्ड थार्नडाइक सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ ज़िंबार्डो की आधिकारिक वेबसाइट श्रेणी:अमेरिका के लोग श्रेणी:मनोवैज्ञानिक श्रेणी:लेखक
सारा गिल्बर्ट
https://hi.wikipedia.org/wiki/सारा_गिल्बर्ट
डेम सारा कैथरीन गिल्बर्ट डीबीई एफआरएस (जन्म अप्रैल 1962) एक अंग्रेजी वैक्सीनोलॉजिस्ट हैं, जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर और वैक्सीनटेक की सह-संस्थापक हैं। वह इन्फ्लूएंजा और उभरते वायरल रोगजनकों के खिलाफ टीकों के विकास में माहिर हैं। उन्होंने यूनिवर्सल फ्लू वैक्सीन के विकास और परीक्षण का नेतृत्व किया जिसका 2011 में नैदानिक परीक्षण हुआ। जनवरी 2020 में उन्होंने प्रोमेड-मेल पर चीन के चार लोगों के बारे में एक रिपोर्ट पढ़ी, जो वुहान में अज्ञात मूल के एक अजीब प्रकार के निमोनिया से पीड़ित थे। दो सप्ताह के भीतर ऑक्सफोर्ड में नए रोगज़नक़ के खिलाफ एक टीका तैयार किया गया था जिसे बाद में कोविड-19 के रूप में जाना गया। 30 दिसंबर 2020 को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के साथ सह-विकसित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन को यूके में उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई थी। जनवरी 2022 तक दुनिया भर के 170 से अधिक देशों को वैक्सीन की 2.5 बिलियन से अधिक खुराकें जारी की जा चुकी हैं। आरंभिक जीवन और शिक्षा सारा कैथरीन गिल्बर्ट का जन्म केटरिंग, नॉर्थहैम्पटनशायर में हुआ था। उनके पिता एक मोची के कार्यालय प्रबंधक थे और उनकी माँ एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका थीं। गिल्बर्ट ने केटरिंग हाई स्कूल फॉर गर्ल्स में दाखिला लिया, जहाँ उन्हें एहसास हुआ कि वह चिकित्सा में काम करना चाहती हैं। उन्होंने 1983 में ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय (यूईए) से जैविक विज्ञान में बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वह अपनी डॉक्टरेट की डिग्री के लिए हल विश्वविद्यालय चली गईं जहां उन्होंने यीस्ट रोडोस्पोरिडियम टोरुलोइड्स की आनुवंशिकी और जीव रसायन की जांच की और 1986 में पीएचडी के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सन्दर्भ श्रेणी:1962 में जन्मे लोग श्रेणी:महिला जीव वैज्ञानिक
द बिशप स्कूल
https://hi.wikipedia.org/wiki/द_बिशप_स्कूल
द बिशप स्कूल () कैलिफ़ोर्निया के ला जोला में स्थित माध्यमिक स्तर का विद्यालय है। बिशप स्कूल अपने शिक्षाविदों, कलाओं और एथलेटिक्स में अपनी प्रतिष्ठा के लिए भी जाना जाता है। विद्यालय में छठी से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को पढ़ाया जाता है और इसमें छात्र-शिक्षक अनुपात 8:1 है। इतिहास बिशप स्कूल की स्थापना सन् 1909 में एलेन ब्राउनिंग स्क्रिप्स और उनकी सौतेली बहन (एलिज़ा) वर्जीनिया स्क्रिप्स द्वारा, राइट रेवरेंड जोसेफ हॉर्सफॉल जॉनसन के अनुरोध पर, भूमि और धन के उपहार के साथ की गई थी, जो उस समय लॉस एंजिल्स के एपिस्कोपल डायोसीज़ के बिशप थे। मूल रूप से, यह केवल लड़कियों के लिए एक बोर्डिंग स्कूल था और अन्ना फ्रांसिस ओ'हारे बेंथम को उद्घाटन प्रधानाध्यापिका के रूप नियुक्त किया गया था। परिसर के शुरुआती हिस्सों को आर्किटेक्ट इरविंग गिल द्वारा डिजाइन किया गया था, जो ला जोला में कई इमारतों के लिए जिम्मेदार थे। वर्तमान टावर बिल्डिंग को मूल गिल टावर के प्रतिस्थापन के रूप में कार्लटन विंसलो द्वारा डिजाइन किया गया था। हेडमास्टर फिलिप पर्किन्स के नेतृत्व में 1971 में पास के सैन मिगुएल स्कूल में विलय के बाद बिशप सह-शैक्षिक बन गया, जिन्होंने 1974 में सेवानिवृत्ति तक सेवा की, जब डोरोथी ऐनी विलियम्स को प्रधानाध्यापिका नियुक्त किया गया था। बोर्डिंग विभाग 1982-1983 स्कूल वर्ष के बाद बंद कर दिया गया था, और बाद में उसी वर्ष माइकल टीटेलमैन को हेडमास्टर नियुक्त किया गया था। 2009 के अंत में छठी कक्षा को शामिल करने के लिए स्कूल का विस्तार किया गया, और 2016 में पहला समूह स्नातक हुआ। उसी वर्ष, हेडमास्टर माइकल टीटेलमैन सेवानिवृत्त हो गए और एमेक्लेयर लैम्बर्ट रोश को स्कूल का प्रमुख नियुक्त किया गया। स्कूल के प्रमुख के रूप में अपने समय के दौरान, रोशे ने एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2018 में, लंबे समय तक बिशप के प्रशासक कैरोल बैरी को स्कूल का अंतरिम प्रमुख नियुक्त किया गया था जब एमेक्लेयर लैम्बर्ट रोश सेवानिवृत्त हुए थे। रॉन किम को 2019 में, स्थायी प्रधानाध्यापक नियुक्त किया गया। सन्दर्भ श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका में शिक्षा
पालतू पशु बीमा
https://hi.wikipedia.org/wiki/पालतू_पशु_बीमा
पालतू पशु बीमा (पेट इन्शुरेंस) पालतू पशुओं के लिए एक विशेष प्रकार का बीमा है, जो पालतू जानवरों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए बना है। यह बीमा, पालतू जानवरों को चिकित्सा और वित्तीय सहायता प्रदान करता है जब उनको इसकी ज़रूरत होती है। अपने प्यारे पालतू जानवरों की भविष्य की सुरक्षा हेतु तथा असमय व अचानक होने वाले खर्चों से मुक्ति पाने हेतु पालतू पशुओं के मालिक पालतू पशु बीमा करवाते है। पालतू जानवरों को पालना इतना आसान नहीं है क्योकि वो जब बड़े होते जाते हैं तो उनका वार्षिक नियमित खर्चा भी बढ़ता जाता है, जिनमें नियमित देखभाल, टीकाकरण, उनकी सौंदर्य देखभाल, टिक उपचार तथा जानवरों के डॉक्टर्स की फीस भी शामिल होती है। इसके साथ ही साथ अगर आपके पालतू जानवरों को किसी शल्य चिकित्सा की ज़रुरत पड़ गयी तो उसका खर्चा अलग से बढ़ जाता है। इन्ही सब परेशानियों से उपजे अतिरिक्त खर्चों के लिए ही पालतू जानवरों के स्मार्ट माता-पिता या उनके मालिक पालतू पशु बीमा करवाते हैं। इसी पालतू पशु बीमा के आधार पर, आपके प्यारे पालतू जानवरों को विशेष लाभ मिलेगा जिसमें तीसरे पक्ष के नुकसान के लिए कवरेज तथा पालतू पशु चोरी हो जाना भी शामिल है। पालतू पशु बीमा की सबसे पहले शुरुवात १८९० में स्वीडन में हुयी थी। पालतू पशु बीमा की नीतियाँ पालतू पशु बीमा की नीतियां अलग अलग कंपनियों द्वारा और उनके प्रीमियम के हिसाब से अलग अलग हो सकती हैं। यहाँ हम उन सामान्य बातों या नीतियों का ज्ञान दे रहे हैं जिनको इस पालतू पशु बीमा में आमतौर पर या तो कवर किया जाता है या कवर नहीं किया जाता है।   अंगूठाकार|पालतू पशु बीमा बीमा कवर सर्जरी, दवा, एक्स-रे, रक्त परीक्षण तथा आपातकालीन देखभाल। दाँतों की बीमारियाँ।   दुर्घटनायें जैसे जहर खा लेना या काटने के घाव, चोरी होना।   बीमारियां जैसे मधुमेह, कैंसर, तथा गैस्ट्रिक सूजन।   टूटे हुए दाँत तथा मसूड़े का रोग। एलर्जी, तथा हिप डिस्पलासिया। आँख और कान में संक्रमण। सदमा तथा वात रोग। विदेशी वस्तुओं को निगल लेना। परजीवी संक्रमण। अंगूठाकार|बीमार कुत्ता इलाज करवाते हुए बीमा कवर में नहीं ऐसी चोट जो पहले से ही मौजूद हो।   ऐसी घटनाएं जिसमे पालतू जानवरों के मालिक की गलती हो जैसे पालतू जानवरों को मारना जिससे पालतू जानवर चोटिल हो जाये। पालतू जानवरों का टीकाकरण, सुंदरीकरण, तथा नाखून काटना जैसे खर्च को पालतू पशु बीमा कवर नहीं करता है। प्रजनन या घरघराहट के कारण जटिलताओं को भी यह बीमा कवर नहीं करता है। बीमा की अन्य बातें हमारे पालतू जानवरों की उम्र इंसानों से बहुत कम होती है। इस छोटी सी ज़िन्दगी के बीच में असंख्य बीमारियों तथा दुर्घटनाओं से हमारे पालतू पशुओं को जूझना पड़ता है। पैसे की कमी होने से उनके मालिकों को भी बहुत से कष्ट झेलने पड़ते हैं। जिसका एक अकेला उपाय पालतू पशु बीमा हो सकता है। यह हमारे पालतू जानवरों के अस्पताल में भर्ती होने पर तो काम आता ही है साथ ही उनकी मृत्यु, सर्जरी, तथा उनके चोरी होने यहाँ तक उनके भाग जाने पर भी यह बीमा की रकम मिलती है। पालतू पशु बीमा आमतौर पर कुत्तों तथा बिल्लियों के लिए ही होता है मगर इसमें गाय, भैंस, भार ढोने वाले ऊँट, घोड़ा, गधा, सांड, पाड़ा, बकरी तथा भेंड़ को शामिल किया गया है। बीमा के प्रकार पालतू पशु बीमा के मुख्यतः ३ प्रकार होते हैं। व्यापक (दुर्घटना तथा बीमारी) कवरेज पालतू पशु बीमा।   केवल दुर्घटना कवरेज पालतू पशु बीमा।   बुनियादी कल्याण देखभाल पालतू पशु बीमा। अंगूठाकार|गाय के बच्चे का इलाज करते हुए पशुचिकित्सक व्यापक कवरेज पालतू पशु बीमा बीमा में शामिल इसमें दुर्घटनायें जैसे कि काटने का घाव, निगली हुयी वस्तुयें, टूटी हुयी हड्डियां आदि को कवर किया गया है। इसमें कैंसर, गठिया तथा मधुमेह जैसे रोगों को कवर किया गया है। इसमें सामान्य बीमारी जैसे त्वचा का संक्रमण तथा मूत्र संक्रमण शामिल हैं। यदि आपका पालतू पशु अत्यधिक चाटना, विनाशकारी चीज़े चबाने जैसे व्यवहारिक गतिविधियों को करता है तो इससे उत्पन्न समस्याओं को भी इस बीमा में कवर किया गया है। चिकित्सक द्वारा लिखी दवाओं, एक्स-रे, सिटी स्कैन, एमआरआई,  तथा रक्त परीक्षणों को भी इसी बीमा पालिसी में कवर किया गया है। पालतू जानवरों के टूटे दाँत, रुट कैनाल, तथा पेरियोडोंटल जैसे रोग को भी इसी पालिसी में कवर किया गया है। बीमा में शामिल नहीं इसमें प्रजनन तथा गर्भधारण को शामिल नहीं किया गया है। इसमें पालतू पशुओं का सुंदरीकरण कवर नहीं किया गया है। इसमें पालतू पशुओं की क्लोनिंग शामिल नहीं है।   इसमें जानबूझ कर अपने पालतू पशु को चोट पहुँचाना शामिल नहीं है। भोजन करना शामिल नहीं है।   प्रतीक्षा अवधि के दौरान होने वाली स्थितियां इसमें शामिल नहीं है।   अंगूठाकार|बीमार बिल्ली इलाज करवाते हुए केवल दुर्घटना कवरेज पालतू पशु बीमा इस पालतू पशु बीमा में क्या शामिल है इसमें बीमारियों को कवर नहीं किया जाता है। इसमें केवल दुर्घटना या चोट लगने पर आपातकालीन पशुचिकित्सक देखभाल के अंतर्गत परिक्षण, उपचार, सर्जरी, तथा परीक्षा शुल्क शामिल है। यदि आपके पालतू पशु ने किसी जहरीली चीज़ या विदेशी वस्तु निगल ली है या फिर उसको लू लग गयी है तो इस दुर्घटना को इसमें कवर किया जाता है। किसी दुर्घटना में हड्डी टूट जाना, मधुमक्खी के डंक से चोट लग जाना या आपका पालतू पशु किसी कार की चपेट में आ कर चोटिल हो गया हो तो इन सबको इस बीमा पालिसी में कवर किया जाता है। इस पालतू पशु बीमा में क्या शामिल नहीं है यदि आपके पालतू पशु को कोई बीमारी जैसे कैंसर या दाँतों की बीमारी है तो इसको इस बीमा में कवर नहीं किया गया है। यदि आपके पालतू पशु में कोई बीमारी या स्थितियां पहले से ही ,मौजूद है तो उनको भी इस बीमा से दूर रखा गया हैं।   यह बीमा आपके पशुओं की नियमित जाँच तथा व्यवहार सम्बन्धी देखभाल को कवर नहीं करता है। बुनियादी कल्याण देखभाल पालतू पशु बीमा इस पालतू पशु बीमा में क्या शामिल है अंगूठाकार|पशुचिकित्सक ऊँट का इलाज करते हुए मल परीक्षण मूत्र विश्लेषण दाँतों की सफाई टिकाकरण परजीवी रोकथाम माइक्रोचिपिंग इस पालतू पशु बीमा में क्या शामिल नहीं है कॉस्मेटिक सर्जरी गर्भावस्था  नाखून काटना   संवारना   चोट बीमारियां (पुरानी शर्तें) संदर्भ श्रेणी:पालतू पशु
इब्राहीम मौलौफ़
https://hi.wikipedia.org/wiki/इब्राहीम_मौलौफ़
इलेक्ट्रिक कुकटअप
https://hi.wikipedia.org/wiki/इलेक्ट्रिक_कुकटअप
इंटरनेट की युग में, इलेक्ट्रिक कुकटॉप ने रसोई की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत की है। यह उपकरण न केवल सुरक्षितता के साथ काम करता है, बल्कि इसका इस्तेमाल करना भी सुगम है और इसमें ऊर्जा की बचत की जा सकती है। इलेक्ट्रिक कुकटॉप का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें गैस की तुलना में कम सीधी आग होती है, जिससे इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित होता है। इसमें एकदम से उच्च तापमान पर पहुंचने की क्षमता होती है, जिससे खाना तेजी से पकता है और रसोई में समय की बचत होती है। इसकी दूसरी एक बड़ी विशेषता यह है कि यह एकदम साफ-सुथरा है और इसे साफ करना भी आसान है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक कुकटॉप ऊर्जा भी बचाता है, क्योंकि इसमें गैस की तुलना में कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह ऊर्जा की सुरक्षित और सही उपयोग के साथ एक शानदार विकल्प है। इसके बावजूद, इलेक्ट्रिक कुकटॉप और गैस कुकटॉप के बीच कुछ अंतर हैं। गैस कुकटॉप जलती हुई आगों का उपयोग करके खाना पकाता है, जबकि इलेक्ट्रिक कुकटॉप इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग करता है। इससे उन लोगों को भी लाभ हो सकता है जो गैस के उपयोग से विचलित होते हैं या जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं है। समाप्त में, इलेक्ट्रिक कुकटॉप ने रसोई के कार्यों को सरल, सुरक्षित, और ऊर्जा सहायक बना दिया है। इसमें गैस कुकटॉप के मुकाबले कई लाभ हैं, और यह एक सुरक्षित और सुगम विकल्प है जो आज की तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में हमारी आवश्यकताओं को पूरा करता है। अंत में, इलेक्ट्रिक कुकटॉप और गैस कुकटॉप के बीच का अंतर यह है कि गैस कुकटॉप जलती हुई आगों का उपयोग करता है, जबकि इलेक्ट्रिक कुकटॉप इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग करता है।
हिंदू उच्च माध्यमिक विद्यालय
https://hi.wikipedia.org/wiki/हिंदू_उच्च_माध्यमिक_विद्यालय
पुनर्प्रेषित हिंदू हायर सेकेंडरी स्कूल
इब्राहिम मालूफ़
https://hi.wikipedia.org/wiki/इब्राहिम_मालूफ़
इब्राहिम मालूफ़ (, ; जन्म 5 नवंबर 1980 को बेरूत में) एक फ्रांसीसी-लेबनानी ट्रम्पेटर, निर्माता, अरेंजर और संगीतकार हैं। सन् 2022 में वह एंजेलिक किडजो के सहयोग से अपने एल्बम क्वीन ऑफ शीबा के लिए ग्रैमी पुरस्कार में नामांकित होने वाले पहले लेबनानी वादक बने। जीवनी उनके पिता ट्रम्पेटर नसीम मालूफ़ हैं और उनकी मां पियानोवादक नदा मालूफ़ हैं। उनके चाचा लेखक अमीन मालूफ़ हैं और उनके दादा कवि, पत्रकार और संगीतज्ञ रुश्दी मालूफ़ थे। लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान एक बच्चे के रूप में अपना देश छोड़ने के बाद वह अपनी बहन लैला के साथ पेरिस में बड़े हुए। उन्होंने 17 साल की उम्र तक वहां अध्ययन किया और एटैम्पस (एस्सोन) में लीसी जियोफ्रॉय-सेंट-हिलैरे से सामान्य विज्ञान और विशिष्ट गणित में डिग्री हासिल की। जब वो सात साल के थे तो उन्होंने अपने पिता जो कंजर्वेटोएरे डी पेरिस में फ्रांसीसी ट्रम्पेटर मौरिस आंद्रे के पूर्व छात्र थे से ट्रम्पेटर बजाना सीखना शुरू किया। उन्होंने शास्त्रीय, बारोक, आधुनिक और समकालीन प्रदर्शनों के साथ-साथ शास्त्रीय अरबी संगीत सीखी। उनके पिता ने माइक्रोटोनल ट्रम्पेट या "क्वार्टर टोन ट्रम्पेट" का आविष्कार किया जिससे ट्रम्पेट पर अरबी मक़ाम बजाना संभव हो गया। 2000 में मालूफ़ की मुलाकात निर्माता मार्क-एंटोनी मोरो से हुई जिन्होंने उन्हें सेलिस्ट विंसेंट सेगल से मिलवाया। 2006 से 2013 तक मालूफ़ फ्रांस में ऑबर्विलियर्स ला कौरन्यूवे के सीएनआर में एक ट्रम्पेट प्रशिक्षक थे।Conservatoire Regional staff listing सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक जालस्थल श्रेणी:1980 में जन्मे लोग श्रेणी:फ्रांसिसि संगीत
श्री श्री गणेश पागल सेवाश्रम
https://hi.wikipedia.org/wiki/श्री_श्री_गणेश_पागल_सेवाश्रम
श्री श्री गणेश पागल सेवाश्रम मदारीपुर जिला के राजैर उपजिला में कादम्बरी में स्थित एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थ स्थल है। यह विशेष रूप से बंगाली हिंदुओं के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। गणेश पागल के अनुयायियों के लिए १९०५ (१३१२ बंगाबाद) में मदारीपुर के राजैर उपजिला के कादम्बरी दिघीरपार क्षेत्र में लगभग ३६५ बीघा भूमि पर गणेश पागल सेवाश्रम की स्थापना की गई थी। thumb|श्री श्री गणेश पागल सेवाश्रम समाधि मंदिर गणेश पागल मूर्ति जगह श्री श्री गणेश पागल सेवाश्रम मदारीपुर जिला के राजैर उपजिला में कादंबरी बाजार के उत्तर-पूर्व कोने में स्थित है। ढाका से ढाका-बरिसाल राष्ट्रीय राजमार्ग पार करके टेकरहाट तेमाथा से लगभग १२ किमी दूर इसका स्थान है। महत्त्व १५० साल पहले १३ संतों ने एक साथ मिलकर सेवाश्रम में १३ किलो चावल और १३ रुपये से कुंभ मेले का आयोजन किया था। तभी से प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास की 13वीं तिथि को लगने वाले मेले की निरंतरता बनी हुई है। श्री श्री गणेश पागल सेवाश्रम संघ के इस मेले को उपमहाद्वीप के सबसे बड़े कुंभ मेलों में से एक माना जाता है। मेले का क्षेत्रफल करीब १६७ एकड़ यानी ९ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। पहले यह मेला केवल एक दिन के लिए लगता था, लेकिन अब यह मेला लगभग एक सप्ताह तक चलता है। बांग्लादेश के अलावा, पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले के कटवा में भी गणेश पागल कुंभ मेला मनाया जाता है। करीब १५० साल पुराने पारंपरिक कुंभ मेले में देश-विदेश से करीब १० लाख लोग जुटते हैं। भारत, नेपाल और भूटान से भी कई लोगों ने इस कुंभ मेले में भाग लिया। जाति, पंथ और रंग से बेपरवाह होकर मेले में आने वाले लोगों का मानना ​​है कि मेले में जाकर गणेश पागल मंदिर के दर्शन करने से हर तरह के संकट से मुक्ति मिल जाती है। आधारभूत संरचना thumb|गणेश पागल गुच्चा मंदिर आश्रम का मुख्य द्वार आश्रम में कुल १०८ छोटे-बड़े मंदिर हैं। हालाँकि, आश्रम के मुख्य द्वार से गुजरते हुए, आपको बगल में मंदिरों का एक समूह दिखाई देगा। जहां एक साथ आठ एकीकृत मंदिर हैं। वे हैं - लक्ष्मी नारायण मंदिर, दुर्गा मंदिर, श्री श्री राधा गोविंदा मंदिर, गौर निताई मंदिर, राम मंदिर, हरि मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, मनसा मंदिर। समाधि मंदिर के उत्तर में मनसा मंदिर और दक्षिण में शिव मंदिर है। इसके अलावा पूर्व में श्मशान काली मंडी और पश्चिम में सरस्वती मंदिर है। और देखें बांग्लादेश में धर्म बांग्लादेश में हिंदू धर्म बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:बांग्लादेश में हिन्दू मन्दिर श्रेणी:आश्रम or:ଶ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ଗଣେଶ ପାଗଲ ସେବାସ୍ରମ
सिनर्जी
https://hi.wikipedia.org/wiki/सिनर्जी
सिनर्जी () एक ऐसी अंतःक्रिया या सहयोग है जो संपूर्णता को जन्म देती है जो इसके भागों के साधारण योग से अधिक होती है। सिनर्जी शब्द एटिक ग्रीक शब्द συνεργία सिनर्जिया से आया है, जो सिनर्जोस, συνεργός से आया है, जिसका अर्थ है "एक साथ काम करना"। इतिहास सिनर्जी और सिनर्जेटिक शब्दों का प्रयोग फिजियोलॉजी के क्षेत्र में कम से कम 19वीं शताब्दी के मध्य से किया जाता रहा है: सिन'र्जी, सिनर्जिया, सिनेनर्जिया, (एफ.) सिनर्जी; συν, 'साथ', और εργον, 'काम' से। स्वास्थ्य में विभिन्न अंगों के बीच क्रिया का सहसंबंध या संयोजन; और, कुछ के अनुसार, रोग में। —डंग्लिसन, रॉबली मेडिकल लेक्सिकॉन ब्लैंचर्ड और ली, 1853 1896 में, हेनरी माज़ेल ने ला सिनर्जी सोशल लिखकर "सिनर्जी" शब्द को सामाजिक मनोविज्ञान में लागू किया, जिसमें उन्होंने तर्क दिया कि डार्विनियन सिद्धांत "सामाजिक तालमेल" या "सामाजिक प्रेम", एक सामूहिक विकासवादी ड्राइव का हिसाब देने में विफल रहा। उच्चतम सभ्यताएँ न केवल अभिजात वर्ग की, बल्कि जनता की भी कृति थीं; हालाँकि, उन जनसमूह का नेतृत्व किया जाना चाहिए, क्योंकि भीड़, एक स्त्री और अचेतन शक्ति, अच्छे और बुरे के बीच अंतर नहीं कर सकती है। 1909 में, लेस्टर फ्रैंक वार्ड ने तालमेल को प्रकृति के सार्वभौमिक रचनात्मक सिद्धांत के रूप में परिभाषित किया: मैंने सामाजिक संघर्ष को केन्द्रापसारक और सामाजिक एकजुटता को केन्द्रापसारक के रूप में वर्णित किया है। दोनों में से कोई भी अकेला बुरे परिणामों का उत्पादक है। संघर्ष अनिवार्य रूप से सामाजिक व्यवस्था को नष्ट करने वाला है, जबकि साम्यवाद व्यक्तिगत पहल को खत्म कर देता है। एक विकार की ओर ले जाता है, दूसरा पतन की ओर। जो नहीं देखा जाता है - वह सत्य जिसकी कोई व्याख्या नहीं है - वह यह है कि संपूर्ण, रचनात्मक आंदोलन इन दोनों सिद्धांतों के उचित क्रमबद्ध संयोजन और अंतःक्रिया में निहित है। यह सामाजिक तालमेल है, जो कि ब्रह्मांडीय तालमेल का एक रूप है, जो प्रकृति का सार्वभौमिक रचनात्मक सिद्धांत है। —वार्ड, लेस्टर एफ. ग्लिम्पसेस ऑफ द कॉसमॉस, खंड VI (1897-1912) जी. पी. पटनम की संस, 1918, पृ. 358 ईसाई धर्मशास्त्र में, तालमेलवाद यह विचार है कि मुक्ति में दैवीय अनुग्रह और मानव स्वतंत्रता के बीच किसी प्रकार का सहयोग शामिल है। प्राकृतिक विज्ञान में तालमेल का आधुनिक दृष्टिकोण ऊर्जा और सूचना के बीच संबंध से प्राप्त होता है। तालमेल तब प्रकट होता है जब सिस्टम दोनों प्रणालियों में अंतर्निहित विभिन्न सूचनाओं (अर्थात् क्रम, जटिलता) के बीच परिवर्तन करता है। सन्दर्भ
सहक्रिया
https://hi.wikipedia.org/wiki/सहक्रिया
सहक्रिया () एक ऐसी अंतःक्रिया या सहयोग है जो संपूर्णता को जन्म देती है जो इसके भागों के साधारण योग से अधिक होती है। सिनर्जी शब्द एटिक ग्रीक शब्द συνεργία सिनर्जिया से आया है, जो सिनर्जोस, συνεργός से आया है, जिसका अर्थ है "एक साथ काम करना"। इतिहास सहक्रिया और सहक्रियात्मक शब्दों का प्रयोग फिजियोलॉजी के क्षेत्र में कम से कम 19वीं शताब्दी के मध्य से किया जाता रहा है: सिन'र्जी, सिनर्जिया, सिनेनर्जिया, (एफ.) सिनर्जी; συν, 'साथ', और εργον, 'काम' से। स्वास्थ्य में विभिन्न अंगों के बीच क्रिया का सहसंबंध या संयोजन; और, कुछ के अनुसार, रोग में। —डंग्लिसन, रॉबली मेडिकल लेक्सिकॉन ब्लैंचर्ड और ली, 1853 1896 में, हेनरी माज़ेल ने ला सिनर्जी सोशल लिखकर "सहक्रिया" शब्द को सामाजिक मनोविज्ञान में लागू किया, जिसमें उन्होंने तर्क दिया कि डार्विनियन सिद्धांत "सामाजिक सहक्रिया" या "सामाजिक प्रेम", एक सामूहिक विकासवादी ड्राइव का हिसाब देने में विफल रहा। उच्चतम सभ्यताएँ न केवल अभिजात वर्ग की, बल्कि जनता की भी कृति थीं; हालाँकि, उन जनसमूह का नेतृत्व किया जाना चाहिए, क्योंकि भीड़, एक स्त्री और अचेतन शक्ति, अच्छे और बुरे के बीच अंतर नहीं कर सकती है। 1909 में, लेस्टर फ्रैंक वार्ड ने सहक्रिया को प्रकृति के सार्वभौमिक रचनात्मक सिद्धांत के रूप में परिभाषित किया: मैंने सामाजिक संघर्ष को केन्द्रापसारक और सामाजिक एकजुटता को केन्द्रापसारक के रूप में वर्णित किया है। दोनों में से कोई भी अकेला बुरे परिणामों का उत्पादक है। संघर्ष अनिवार्य रूप से सामाजिक व्यवस्था को नष्ट करने वाला है, जबकि साम्यवाद व्यक्तिगत पहल को खत्म कर देता है। एक विकार की ओर ले जाता है, दूसरा पतन की ओर। जो नहीं देखा जाता है - वह सत्य जिसकी कोई व्याख्या नहीं है - वह यह है कि संपूर्ण, रचनात्मक आंदोलन इन दोनों सिद्धांतों के उचित क्रमबद्ध संयोजन और अंतःक्रिया में निहित है। यह सामाजिक तालमेल है, जो कि ब्रह्मांडीय तालमेल का एक रूप है, जो प्रकृति का सार्वभौमिक रचनात्मक सिद्धांत है। —वार्ड, लेस्टर एफ. ग्लिम्पसेस ऑफ द कॉसमॉस, खंड VI (1897-1912) जी. पी. पटनम की संस, 1918, पृ. 358 ईसाई धर्मशास्त्र में, सहक्रियावाद यह विचार है कि मुक्ति में दैवीय अनुग्रह और मानव स्वतंत्रता के बीच किसी प्रकार का सहयोग शामिल है। प्राकृतिक विज्ञान में सहक्रिया का आधुनिक दृष्टिकोण ऊर्जा और सूचना के बीच संबंध से प्राप्त होता है। सहक्रिया तब प्रकट होता है जब सिस्टम दोनों प्रणालियों में अंतर्निहित विभिन्न सूचनाओं (अर्थात् क्रम, जटिलता) के बीच परिवर्तन करता है। सन्दर्भ
अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस
https://hi.wikipedia.org/wiki/अंतर्राष्ट्रीय_बाल_कैंसर_दिवस
अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस हर साल, 15 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस (ICCD- International Childhood Cancer Day )  मनाया जाता है, जो समाज में बाल कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस बचपन के कैंसर से पीड़ित बच्चों के बारे में जागरूकता बढ़ाने व्  कैंसर से पीड़ित परिवारों को समर्थन देने के लिए मनाया जाता है। इतिहास 1991 दुनिया में बचपन के कैंसर के लिए सबसे बड़ा रोगी-सहायता संगठन "चाइल्डहुड कैंसर इंटरनेशनल" स्थापित किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस का आयोजन पहली बार 2002 में किया गया था, जो बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करने के लिए होता है। ICCD 2002 में चाइल्डहुड कैंसर इंटरनेशनल के द्वारा शुरू किया गया था, जो 93 से अधिक देशों में काम कर रहा है। कैंसर शब्द की खोज का श्रेय "हिप्पोक्रेटस" नामक वैज्ञानिक को दिया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य बचपन के कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और कैंसर से पीड़ित बच्चों, किशोरों, बचे लोगों और उनके परिवारों को समर्थन प्रदान करना है। प्रत्येक वर्ष, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, लगभग 400,000 बच्चे और किशोर कैंसर का शिकार होते हैं। बचपन के कैंसर के सबसे आम प्रकारों में ल्यूकेमिया, मस्तिष्क कैंसर, लिम्फोमा, ठोस ट्यूमर, न्यूरोब्लास्टोमा, विल्म्स ट्यूमर और हड्डी के ट्यूमर शामिल हैं। वर्ष 2018 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 'बाल कैंसर के लिए वैश्विक पहल' शुरू की, जिसका लक्ष्य 2030 तक कैंसर से पीड़ित बच्चों की जीवन रक्षा दर को कम से कम 60 प्रतिशत तक बढ़ाना है। उद्देश्य यह दिवस बचपन के कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। लोगों को इस बारे में जानकारी देने के माध्यम से वे समझते हैं कि कैंसर के इलाज के लिए सही जानकारी और समर्थन कितना महत्वपूर्ण है। बचपन में कैंसर से पीड़ित बच्चों, किशोरों, उनके परिवारों और समाज को समर्थन प्रदान करना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। यह उन्हें आत्मविश्वास और उम्मीद देता है कि उन्हें इस लड़ाई में साथ दिया जा रहा है। इस दिन का उद्देश्य है कि समाज और सरकार बच्चों के कैंसर के इलाज की प्राथमिकता को समझें और इसके लिए सही संसाधन उपलब्ध कराएं। इस दिन के माध्यम से बाल कैंसर के अनुसंधान और उपचार में नवीनतम विकासों की जानकारी प्राप्त की जाती है और इसके लिए समर्थन की गुहार की जाती है। बच्चों को इस दिन के माध्यम से आत्मज्ञान और आत्मविश्वास का विकास करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे इस बीमारी के साथ सफलतापूर्वक लड़ सकें। संदर्भ सूची :
राजागिरिया
https://hi.wikipedia.org/wiki/राजागिरिया
राजागिरिया श्रीलंका की प्रशासनिक राजधानी श्री जयवर्धनेपुरा का एक हिस्सा है। कोलंबो की सीमा से लगा एक बड़ा उपनगर, राजगिरिया संसद मार्ग पर बोरेला और एथुल कोटे के बीच स्थित है।
ध्रुवीकरण घनत्व
https://hi.wikipedia.org/wiki/ध्रुवीकरण_घनत्व
चिरसम्मत विद्युत् चुम्बकीकी में ध्रुवण घनत्व () या विद्युत ध्रुवीकरण या केवल ध्रुवण सदिश क्षेत्र है जो परावैद्युत क्षेत्र में स्थायी अथवा प्रेरित विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण को आयतनीय घनत्व के रूप में व्यक्त करता है। जब किसी परावैद्युत् पदार्थ को विद्युत्-क्षेत्र में रखा जाता है तो उसके अणु विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण प्राप्त कर लेते हैं और इसे ध्रुवण कहा जाता है। किसी दिए गये परावैद्युत पदार्थ का विद्युत ध्रुवण को विद्युत् द्विध्रुव आघूर्ण (एसआई मात्रकों में यह सदिश राशि है जिसका मात्रक कूलाम-मीटर (C-m) होता है) और आयतन (घन मीटर) के भागफल के रूप में परिभाषित किया जाता है।Introduction to Electrodynamics (3rd Edition), D.J. Griffiths, Pearson Education, Dorling Kindersley, 2007, McGraw Hill Encyclopaedia of Physics (2nd Edition), C.B. Parker, 1994, ध्रुवण घनत्व को गणितीय रूप में P द्वारा निरूपित किया जाता है; और एसआई मात्रक में इसकी इकाई कूलाम प्रति वर्ग मीटर (C/m2) है। ध्रुवण घनत्व से यह भी समझा जा सकता है कि कोई किसी पदार्थ को जब विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है तो उसपर क्या प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त पदार्थ को विद्युत क्षेत्र में रखने पर विद्युत् क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन को बल की गणना से ज्ञात किया जा सकता है। इसकी तुलना चुम्बकन से की जा सकती है, जिसमें चुम्बकत्व में किसी पदार्थ के चुम्बकीय क्षेत्र के परिवर्तन का मापन करते हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:पदार्थों में विद्युत व चुम्बकीय क्षेत्र
दसभुज
https://hi.wikipedia.org/wiki/दसभुज
ज्यामिति में, एक दसभुज (अंग्रेजी decagon, ग्रीक δέκα déka और γωνία gonía, "दस कोण") एक दस कोणों वाली आकृति या दसकोण है। . एक साधारण दसभुज के आंतरिक कोणों का कुल योग 1440° होता है। सामान्‍य दसभुज एक सामान्‍य दसभुज की सभी भुजाएँ समान लंबाई की होती हैं और प्रत्येक आंतरिक कोण हमेशा 144° के बराबर होगा। Sidebotham, Thomas H. (2003), The A to Z of Mathematics: A Basic Guide, John Wiley & Sons, p. 146, ISBN 9780471461630. किनारे की लंबाई दाएँ|351x351पिक्सेल चित्र में एक सामान्‍य दसभुज दिखाया गया है। श्रेणी:प्राथमिक आकार
सेबस्टियन गोर्का
https://hi.wikipedia.org/wiki/सेबस्टियन_गोर्का
सेबस्टियन लुकाक्स गोर्का (हंगेरियाई: Gorka Sebestyén Lukács) (जन्म: अक्टूबर 22, 1970) एक ब्रिटिश मूल के हंगेरियन-अमेरिकी मीडिया होस्ट और कमेंटेटर हैं जो वर्तमान में सलेम रेडियो नेटवर्क और न्यूज़मैक्स टीवी से जुड़े हैं तथा एक पूर्व सरकारी अधिकारी हैं जिन्होंने ट्रम्प प्रशासन में राष्ट्रपति के उप सहायक के रूप में जनवरी 2017 से 25 अगस्त 2017 तक, सात महीने कार्य किया।"White House aide Sebastian Gorka ousted from post", Politico, अगस्त 25, 2017, अभिगमन तिथि: मार्च 20, 2024 उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। गोर्का का जन्म यूनाइटेड किंगडम में हंगेरियन माता-पिता के घर हुआ। वे 1992 से 2008 तक हंगरी में रहे और 2012 में एक मूल अमेरिकी नागरिक बन गए। आरंभिक जीवन और शिक्षा गोर्का का जन्म लंदन में ज़ुस्ज़सा और पाल गोर्का के घर हुआ। इनके माता-पिता 1956 के असफल सोवियत-विरोधी विद्रोह] के बाद हंगरी से यूनाइटेड किंगडम भाग गए और 25 फरवरी 1963 को प्राकृतिक रूप से ब्रिटिश नागरिक बन गए। लंदन विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान वह एक स्वयंसेवक के रूप में ब्रिटिश प्रादेशिक सेना में शामिल हो गए। 1992 में वह हंगरी चले गए जहाँ उन्होंने हंगरी के रक्षा मंत्रालय के लिए काम किया। 1997 में वह रोम में नाटो डिफेंस कॉलेज में पार्टनरशिप फॉर पीस इंटरनेशनल रिसर्च फेलो थे। 1998 में गोर्का ने विक्टर ओरबान के सलाहकार के रूप में कार्य किया। 2002 में उन्होंने कोर्विनस विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान डॉक्टरेट कार्यक्रम में प्रवेश किया जहां उन्होंने 2007 में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। गोर्का मूल अमेरिकी नागरिक हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:1970 में जन्मे लोग श्रेणी:अमेरिका के लोग
सारा वेडिंगटन
https://hi.wikipedia.org/wiki/सारा_वेडिंगटन
सारा कैथरीन रैगल वेडिंगटन (5 फरवरी 1945 – 26 दिसंबर, 2021) अमेरिकी अटॉर्नी, विधिवेत्ता, महिला अधिकार के वकील और टेक्सास हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की सदस्य थीं। वो संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के समक्ष ऐतिहासिक रो बनाम वेड मामले में "जेन रो" (असली नाम नोर्मा मैककोर्वे) का प्रतिनिधित्व करने के लिए जानी जाती थीं। वो अमेरिकी कृषि विभाग की पहली महिला जनरल काउंसिल भी थीं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा सारा रैगल का जन्म फरवरी 5, 1945 को एबिलीन, टेक्सास में लीना कैथरीन और मेथोडिस्ट मंत्री हर्बर्ट डॉयल रैगल के घर हुआ था। एक बच्चे के रूप में वो अपने जूनियर हाई बैंड की ड्रम प्रमुख थीं। वो अपने चर्च में मेथोडिस्ट यूथ फ़ेलोशिप की अध्यक्ष थीं। वो ऑर्गन बजाती थीं, चर्च गाना बजाने वालों में गाती थीं और घोड़ों की सवारी करती थीं। वेडिंग्टन ने दो साल पहले हाई स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर एबिलीन में मैकमुरी विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वह सिग्मा कप्पा सोरोरिटी की सदस्य थीं। 1964 में, उन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल में प्रवेश लिया । आंशिक रूप से तब प्रेरित हुए जब मैकमुरी कॉलेज के डीन ने उनसे कहा, "इस कॉलेज की कोई भी महिला कभी भी लॉ स्कूल नहीं गई है। यह तुम्हारे लिए बहुत कठिन होगा" वह अपने लॉ स्कूल की कक्षा 120 में केवल पांच महिलाओं में से एक थी। 1967 में, लॉ स्कूल के अपने तीसरे वर्ष के दौरान, वेडिंग्टन रॉन वेडिंग्टन से गर्भवती हो गई और अवैध गर्भपात के लिए मैक्सिको चली गई। यह बात जिसे उन्होंने 1992 तक उजागर नहीं किया था। उन्होंने उसी वर्ष जेडी प्राप्त की। अपनी कक्षा की शीर्ष तिमाही में उन्होने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सन्दर्भ श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका श्रेणी:वकील श्रेणी:प्रजनन स्वास्थ्य
प्रेमानंद महाराज
https://hi.wikipedia.org/wiki/प्रेमानंद_महाराज
प्रेमानंद महाराज (अंग्रेजी: Premanand Maharaj) एक कृष्णमार्गी संत हैं, इनका जन्म कानपुर के निकट अखरी गाँव, सरसौल ब्लॉक में वर्ष १९७२ में हुआ था। वृन्दावन में इनका श्री हित राधा केलि कुँज आश्रम है। वर्तमान में वे अपने प्रवचनों के कारण में सोशल मीडिया पर काफी चर्चित है। प्रारंभिक जीवन अखरी गाँव, कानपुर में वर्ष १९७२ में जन्मे, प्रेमानंद महाराज का पूर्व नाम अनिरुद्ध कुमार पाण्डेय था, उनकी माता श्रीमती रमा देवी एवं पिता का नाम शंभू पाण्डेय था। इन्होनें अल्प आयु में ही संन्यास ले लिया था। इन्हें भी देखें राधा स्वामी स्वामी हरिदास वृन्दावन सन्दर्भ श्रेणी:हिन्दू आध्यात्मिक नेता श्रेणी:वृंदावन
पिएत्रो बोसेली
https://hi.wikipedia.org/wiki/पिएत्रो_बोसेली
पिएत्रो बोसेली () (जन्म 3 दिसंबर 1988) एक इतालवी मॉडल और अभियंता हैं। उन्होंने इससे पहले उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में गणित विषय के स्नातकोत्तर शिक्षण सहायक भी रहे हैं। जीवनी बोसेली का चार भाइयों में सबसे बड़े हैं अर्थात् उसके तीन छोटे भाई हैं। बोसेली ने अपनी रुचि को पहचाना और छः साल की उम्र में अरमानी जूनियर के लिए मॉडलिंग करना आरम्भ कर दिया। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में यान्त्रिक अभियान्त्रिकी का अध्ययन किया और सन् 2009 में प्रथम श्रेणी की डिग्री (बीईएनजी) की उपाधि प्राप्त की और इसके पश्चात् सन् 2016 में पीएचडी भी की। बोसेली का प्रतिनिधित्व ब्रिटिश मॉडलिंग एजेंसी मॉडल 1 के द्वारा किया जाता है। तब से उन्हें "दुनिया का सबसे कामुक गणित शिक्षक" करार दिया गया है। जून 2023 तक, उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 3.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं। मोडलिंग बोसेली को कपड़ों के खुदरा विक्रेता एबरक्रॉम्बी एंड फिच और फिटनेस क्लब इक्विनॉक्स के लिए अमेरिकी मॉडलिंग अभियानों में देखा गया है। वह जीक्यू स्टाइल के लिए भी स्प्रेड में दिखाई गई हैं और उन्हें एटीट्यूड के कवर पर चित्रित किया गया था। Friday, 19 April 2019 वह अगस्त 2020 जीक्यू इटालिया के कवर पर एक लेंटिकुलर कवर का उपयोग करते हुए दिखाई दिए, जो उनकी छवि और माइकलएंजेलो डेविड की छवि के बीच स्विच हो गया। पत्रिका पर गैलेरिया डेल'एकेडेमिया द्वारा सफलतापूर्वक मुकदमा दायर किया गया था, जिसके पास उनकी अनुमति के बिना मूर्ति की एक तस्वीर का उपयोग करने के लिए मूर्ति है।  सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ
फोनॉन
https://hi.wikipedia.org/wiki/फोनॉन
भौतिकी में फोनॉन () संघनित पदार्थों विशेषतः ठोस और कुछ द्रवों में अणुओं या परमाणुओं की प्रत्यास्थ और आवृत्ति संरचना में होने वाला सामूहिक उत्तेजन है। फोनॉन ऐसा कणाभ है जो अन्योन्य क्रिया कर रहे कणों की प्रत्यास्थ संरचना की कंपन विधा के क्वांटम यांत्रिकी क्वांटीकरण की उत्तेजित अवस्था है। फोनॉन को प्रकाश तरंगों में फोटॉन के अनुरूप ध्वनि तरंगों की क्वांटीकृत अवस्था के रूप में समझा जा सकता है। हालाँकि फोटॉन मूलभूत कण हैं जिसे भौतिक रूप से संसूचित किया जा सकता है जबकि फोनॉन ऐसा कणाभ है जो उदगमन घटना को निरूपित करता है। फ़ोनॉन का अध्ययन संघनित पदार्थ भौतिकी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे संघनित पदार्थ प्रणालियों के कई भौतिक गुणों जैसे ऊष्मा चालकता और विद्युत चालकता के साथ ही न्यूट्रॉन प्रकीर्णन एवं संबंधित प्रभावों के मॉडल में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। फोनॉन की अवधारणा 1932 में सोवियत भौतिक विज्ञानी इगोर टाम द्वारा दी गई थी। फोनॉन नाम ग्रीक शब्द φωνή (फ़ोन) से आया है, जिसका अनुवाद ध्वनि या आवाज है, क्योंकि लंबी तरंगदैर्घ्य वाले फोनॉन ध्वनि उत्पन्न करते हैं। यह नाम ध्वनि तरंगों के लिए तरंग-कण द्वैतता प्रदर्शित करने वाले फोटॉन शब्द के अनुरूप होता है। सन्दर्भ श्रेणी:कणाभ श्रेणी:बोसोन
सैंद्रो कोप्प
https://hi.wikipedia.org/wiki/सैंद्रो_कोप्प
सैंड्रो कोप्प (जन्म सन् 1978 में) स्कॉटलैंड में स्थित एक जर्मन-न्यूजीलैंड दृश्य कलाकार हैं। उनका काम शास्त्रीय चित्रकला और डिजिटल प्रौद्योगिकी के अंतर्संबंध पर अन्वेषण करना है। जीवनी कोप्प स्कॉटलैंड में पले-बढ़े और उन्होंने सन् 1998 में ललित कला (चेहरे की विशेषताओं पर शोध और पेंटिंग) और अंग्रेजी में मुख्य विषयों के साथ अपना एबिटुर (माध्यमिक स्तर की शिक्षा) प्राप्त किया। इसके बाद वो सन् 2000 में अपनी माँ के गृह देश न्यूजीलैंड में आ गए। उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों की चित्रकारी उनके साथ स्काइप पर बातचीत के दौरान भी की। सन् 2006 से कोप्प स्कॉटलैंड में रहने लगे और उस समय अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों को स्काइप वार्तालापों से चित्रित किया। व्यक्तिगत जीवन कोप्प सन् 2004 से अभिनेत्री टिल्डा स्विंटन के साथ रिश्ते में हैं। कोप्प के कोई बच्चे नहीं हैं। प्रदर्शनियाँ कोप्प के काम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया गया है। कुछ हालिया प्रदर्शनियों की सूची में शामिल हैं:- दिसंबर 2015, फीडबैकलूप, पांच ग्यारह दिसंबर 2014, आई एम हियर, ओटो ज़ू, मिलान मई 2014, एनालॉग, गैलेरी एंटोनी लॉरेंटिन, पेरिस , जून 2013, सिनेमैटिक विज़न, विक्टोरिया मिरो गैलरी,लंदन , अक्टूबर 2013, फियर्सली लव्ड, टिमोथी एवरेस्ट, लंदन अक्टूबर 2012, मध्यस्थ उपस्थिति, 6 फिट्ज़रॉय स्क्वायर, लंदन जनवरी 2012, वहां आप हैं।, लेहमैन मौपिन, न्यूयॉर्क नवंबर 2011, क्रॉट्स प्रोजेक्ट्स: इनसाइट्स II कुन्स्ट/हाले, हीडलबर्ग, जर्मनी मई 2011, बीइंग विद यू, आईएसटी उत्सव, इस्तांबुल, तुर्की सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ श्रेणी:पेंटिंग श्रेणी:स्कॉटलैण्ड श्रेणी:कलाकार श्रेणी:शास्त्रीय अध्ययन श्रेणी:डिजिटल प्रौद्योगिकी श्रेणी:चित्रकला