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यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: उत्तर भारत में शीत लहर जारी, लेह में पारा सात डिग्री तक गिरा | 45 ट्रेनें रद्द
यह लेख है: उत्तर भारत में शीत लहर जारी है और पहाड़ी क्षेत्रों में पारा सामान्य से कई डिग्री नीचे है तो वहीं, कोहरे की वजह से 45 ट्रेनें रद्द की गईं और कम से कम 14 ट्रेने देरी से चल रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी में आज सर्दी रही और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से चार डिग्री ज्यादा था, जबकि अधिकतम पारा मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री ऊपर रहते हुए 17.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह के वक्त हल्का कोहरा होने की वजह से 45 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और 14 अन्य देरी से चलीं। वहीं, आईजीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि उड़ानों का संचालन ठीक रहा। हिमाचल प्रदेश में, पारा सामान्य दो से चार डिग्री नीचे बना हुआ है। हालांकि क्षेत्र में सुबह के वक्त आसमान साफ था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में आंशिक रूप से बादल छा गए और मध्य तथा ऊंची पहाड़ियों से तेज बर्फीली हवांए चलने लगीं। राज्य का सबसे सर्द इलाका केलांग रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड हुआ, जबकि मनाली और काल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.6 डिग्री नीचे और शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में आज सर्दी रही और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से चार डिग्री ज्यादा था, जबकि अधिकतम पारा मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री ऊपर रहते हुए 17.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह के वक्त हल्का कोहरा होने की वजह से 45 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और 14 अन्य देरी से चलीं। वहीं, आईजीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि उड़ानों का संचालन ठीक रहा। हिमाचल प्रदेश में, पारा सामान्य दो से चार डिग्री नीचे बना हुआ है। हालांकि क्षेत्र में सुबह के वक्त आसमान साफ था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में आंशिक रूप से बादल छा गए और मध्य तथा ऊंची पहाड़ियों से तेज बर्फीली हवांए चलने लगीं। राज्य का सबसे सर्द इलाका केलांग रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड हुआ, जबकि मनाली और काल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.6 डिग्री नीचे और शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, आईजीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि उड़ानों का संचालन ठीक रहा। हिमाचल प्रदेश में, पारा सामान्य दो से चार डिग्री नीचे बना हुआ है। हालांकि क्षेत्र में सुबह के वक्त आसमान साफ था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में आंशिक रूप से बादल छा गए और मध्य तथा ऊंची पहाड़ियों से तेज बर्फीली हवांए चलने लगीं। राज्य का सबसे सर्द इलाका केलांग रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड हुआ, जबकि मनाली और काल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.6 डिग्री नीचे और शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। हिमाचल प्रदेश में, पारा सामान्य दो से चार डिग्री नीचे बना हुआ है। हालांकि क्षेत्र में सुबह के वक्त आसमान साफ था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में आंशिक रूप से बादल छा गए और मध्य तथा ऊंची पहाड़ियों से तेज बर्फीली हवांए चलने लगीं। राज्य का सबसे सर्द इलाका केलांग रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड हुआ, जबकि मनाली और काल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.6 डिग्री नीचे और शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। राज्य का सबसे सर्द इलाका केलांग रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड हुआ, जबकि मनाली और काल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.6 डिग्री नीचे और शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। कश्मीर घाटी और लद्दाख क्षेत्र में शीत लहर और प्रचंड हो गई और समूचे मंडल में पारा गिरा है, जिस वजह से शुष्क मौसम बना हुआ है। लेह शहर में पारा सात डिग्री सेल्सियस तक गिरा है और राज्य का सबसे सर्द इलाका रहा।टिप्पणियां करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। करगिल शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि श्रीनगर में शून्य से चार डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। उधर, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा बना हुआ है। वहीं, नारनौल दोनों राज्यों का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां का न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया। राजस्थान के कई हिस्सों में शीत लहर का असर जारी है और चुरू राज्य का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां का तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया।
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: यमन : विद्रोहियों के कब्जे वाले ताएज शहर के निकट पहुंचे सरकार समर्थक बल, 57 लोगों की मौत
यह लेख है: यमन सरकार के समर्थक बलों के विद्रोहियों के कब्जे वाले ताएज शहर के निकट पहुंच जाने के बाद हुए संघर्ष में कम से कम 57 लोगों की मौत हो गई है। गवर्नर अली अल मामरी ने बताया कि सऊदी नीत सैन्य गठबंधन के युद्धक विमानों की मदद से सरकार समर्थक बलों ने शहर के पश्चिमी और दक्षिणी उपनगरों को अपने कब्जे में ले लिया।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हुती विद्रोहियों (ईरान समर्थक शिया विद्रोहियों) ने जिन अहम सड़कों को नौ महीने से बंदकर रखा था, उन्होंने (सरकार समर्थक बलों) उसे फिर से खोल दिया। उन्होंने कहा कि अब उन दो लाख लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय मदद पहुंचाई जा सकेगी, जो अब तक घेराबंदी में थे। सरकार समर्थक सैन्य सूत्रों ने बताया कि सरकार समर्थक बलों और विद्रोहियों के बीच शुक्रवार को हुए संघर्ष में 57 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 37 विद्रोही, छह आम नागरिक और शेष सरकार समर्थक लड़ाके थे। गवर्नर अली अल मामरी ने बताया कि सऊदी नीत सैन्य गठबंधन के युद्धक विमानों की मदद से सरकार समर्थक बलों ने शहर के पश्चिमी और दक्षिणी उपनगरों को अपने कब्जे में ले लिया।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हुती विद्रोहियों (ईरान समर्थक शिया विद्रोहियों) ने जिन अहम सड़कों को नौ महीने से बंदकर रखा था, उन्होंने (सरकार समर्थक बलों) उसे फिर से खोल दिया। उन्होंने कहा कि अब उन दो लाख लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय मदद पहुंचाई जा सकेगी, जो अब तक घेराबंदी में थे। सरकार समर्थक सैन्य सूत्रों ने बताया कि सरकार समर्थक बलों और विद्रोहियों के बीच शुक्रवार को हुए संघर्ष में 57 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 37 विद्रोही, छह आम नागरिक और शेष सरकार समर्थक लड़ाके थे। उन्होंने कहा कि हुती विद्रोहियों (ईरान समर्थक शिया विद्रोहियों) ने जिन अहम सड़कों को नौ महीने से बंदकर रखा था, उन्होंने (सरकार समर्थक बलों) उसे फिर से खोल दिया। उन्होंने कहा कि अब उन दो लाख लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय मदद पहुंचाई जा सकेगी, जो अब तक घेराबंदी में थे। सरकार समर्थक सैन्य सूत्रों ने बताया कि सरकार समर्थक बलों और विद्रोहियों के बीच शुक्रवार को हुए संघर्ष में 57 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 37 विद्रोही, छह आम नागरिक और शेष सरकार समर्थक लड़ाके थे। सरकार समर्थक सैन्य सूत्रों ने बताया कि सरकार समर्थक बलों और विद्रोहियों के बीच शुक्रवार को हुए संघर्ष में 57 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 37 विद्रोही, छह आम नागरिक और शेष सरकार समर्थक लड़ाके थे।
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: स्टिंग ऑपरेशन में नौकरी दिलाने का दावा कर रही जेडीयू नेता घूसखोरी में फंसीं, पार्टी निलंबित करेगी
यह लेख है: बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र और उत्तर लीक होने के मामले के बाद सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) की एक नेता की घूसखोरी का मामला सामने आया है. निजी चैनलों द्वारा किए गए स्टिंग में जेडीयू की एक नेता पांच लाख रुपये में नौकरी दिलाने का दावा करती देखी जा रही हैं. इस बीच जेडीयू ने कहा है कि भ्रष्टाचार की आरोपी महिला नेता को पार्टी निलंबित करेगी. घूसखोरी के इस मामले में दरभंगा के लहेरियासराय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.टिप्पणियां पुलिस के अनुसार, बिहार की जिला अदालतों में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया में धांधली का स्टिंग ऑपरेशन सामने आया है, जिसमें एक महिला हमीदा असगरी खुद को जेडीयू की अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की महासचिव बताते हुई पांच लाख रुपये में नौकरी दिलाने का दावा कर रही हैं. इस स्टिंग ऑपरेशन में हमीदा असगरी दरभंगा के एक अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये की डील करती नजर आ रही हैं. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हमीदा का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है, कानून अपना काम करेगा. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पहले हमीदा का निलंबन होगा और फिर उनके निष्कासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. पहले उन्होंने कहा था कि हमीदा उनकी पार्टी की कोई पदाधिकारी नहीं हैं. बाद में कहा, "अगर यह बात सामने आई है, तब पहले पूरी रिपोर्ट मांगी जाएगी और तब उनका निलंबन होगा. पार्टी में यही नियम है." दरभंगा के उसम गांव निवासी अभ्यर्थी प्रशांत कुमार और मधुबनी जिले के मुनीराबाद गांव निवासी मोहम्मद उस्मान के बयान पर ठगी के आरोप के तहत लहेरियासराय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने शनिवार के बताया कि दर्ज प्राथमिकी में हमीदा असगरी सहित छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. इन पर नौकरी के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी का आरोप है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोप है कि जिला अदालतों में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए हुई परीक्षा में पैसे देने के बाद भी इन युवकों को नौकरी नहीं मिली. उल्लेखनीय है कि हाल ही में बीएसएससी की इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने का मामला प्रकाश में आया है. सरकार ने यह परीक्षा रद्द कर दी है. पुलिस के अनुसार, बिहार की जिला अदालतों में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया में धांधली का स्टिंग ऑपरेशन सामने आया है, जिसमें एक महिला हमीदा असगरी खुद को जेडीयू की अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की महासचिव बताते हुई पांच लाख रुपये में नौकरी दिलाने का दावा कर रही हैं. इस स्टिंग ऑपरेशन में हमीदा असगरी दरभंगा के एक अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये की डील करती नजर आ रही हैं. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हमीदा का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है, कानून अपना काम करेगा. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पहले हमीदा का निलंबन होगा और फिर उनके निष्कासन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. पहले उन्होंने कहा था कि हमीदा उनकी पार्टी की कोई पदाधिकारी नहीं हैं. बाद में कहा, "अगर यह बात सामने आई है, तब पहले पूरी रिपोर्ट मांगी जाएगी और तब उनका निलंबन होगा. पार्टी में यही नियम है." दरभंगा के उसम गांव निवासी अभ्यर्थी प्रशांत कुमार और मधुबनी जिले के मुनीराबाद गांव निवासी मोहम्मद उस्मान के बयान पर ठगी के आरोप के तहत लहेरियासराय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने शनिवार के बताया कि दर्ज प्राथमिकी में हमीदा असगरी सहित छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. इन पर नौकरी के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी का आरोप है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोप है कि जिला अदालतों में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए हुई परीक्षा में पैसे देने के बाद भी इन युवकों को नौकरी नहीं मिली. उल्लेखनीय है कि हाल ही में बीएसएससी की इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने का मामला प्रकाश में आया है. सरकार ने यह परीक्षा रद्द कर दी है. बाद में कहा, "अगर यह बात सामने आई है, तब पहले पूरी रिपोर्ट मांगी जाएगी और तब उनका निलंबन होगा. पार्टी में यही नियम है." दरभंगा के उसम गांव निवासी अभ्यर्थी प्रशांत कुमार और मधुबनी जिले के मुनीराबाद गांव निवासी मोहम्मद उस्मान के बयान पर ठगी के आरोप के तहत लहेरियासराय थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने शनिवार के बताया कि दर्ज प्राथमिकी में हमीदा असगरी सहित छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. इन पर नौकरी के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी का आरोप है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोप है कि जिला अदालतों में चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के लिए हुई परीक्षा में पैसे देने के बाद भी इन युवकों को नौकरी नहीं मिली. उल्लेखनीय है कि हाल ही में बीएसएससी की इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने का मामला प्रकाश में आया है. सरकार ने यह परीक्षा रद्द कर दी है.
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: 3,30,64,900 SC, OBC छात्रों को 7465 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: सामाजिक कल्याण और सशक्तिकरण विभाग पिछले दो वर्षो में विभिन्न योजनाओं के तहत अनुसूचित जातियों, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के छात्रों को लगभग 7,465 करोड़ रुपये की छात्रवृत्तियां प्रदान कर चुका है। छात्रवृत्तियों से लगभग 3,30,64,900 छात्र लाभान्वित हुए हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के दौरान अनुसूचित जाति उप योजना (एससीएसपी) के लिए अतिरिक्त रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 38,832 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों के आर्थिक विकास की योजनाओं पर जोर देना है। बयान के अनुसार, सरकार ने स्टैंडअप इंडिया अभियान के तहत भी 2.5 लाख अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमियों के लिए आर्थिक सहायता देने का निर्णय किया है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों के आर्थिक विकास की योजनाओं पर जोर देना है। बयान के अनुसार, सरकार ने स्टैंडअप इंडिया अभियान के तहत भी 2.5 लाख अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमियों के लिए आर्थिक सहायता देने का निर्णय किया है।
13
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: अमेरिका : राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हुआ निमोनिया, डॉक्टरों ने की पुष्टि
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन निमोनिया से पीड़ित पाई गई हैं और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है. इससे कुछ ही घंटे पहले हिलेरी अस्वस्थ महसूस होने के कारण यहां 9/11 हमलों की स्मृति सभा से बीच में ही चली गई थीं. हिलेरी की चिकित्सक लीसा बरडाक ने एक बयान में कहा कि पूर्व विदेश मंत्री को एलर्जी के कारण खांसी हो रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है. चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई." लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है. चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई." लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई." लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है हरभजन सिंह : अनिल कुंबले
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भारत का स्पिन विभाग स्तरीय गेंदबाजों से भरा है, और उन्होंने टीम में वापसी करने वाले ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह को 'देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों' में से एक करार दिया। श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था। टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है। पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था। टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है। पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है। पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है। कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
2
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: इस्लामिक धर्मगुरु ने रियल एस्टेट में किया 100 करोड़ रुपये का निवेश
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: विवादित इस्लामिक प्रचारक ज़ाकिर नाइक के गैर सरकारी संगठन 'इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन' (आईआरएफ) पर भारत सरकार का शिकंजा कसता ही जा रहा है. नाइक से पुछताछ लिए एनआईए ने पुख्ता सबूत जुटा लिए हैं. जल्द ही उसे समन भेजे जाएंगे.  एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा. बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.    एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा. बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.   बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.   गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: राष्ट्रपति 9 दिवसीय दौरे पर सेशेल्स व द. अफ्रीका रवाना
यह लेख है: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील रविवार सुबह सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के नौ दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं। वह दोनों देशों में अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी। राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी। इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है। राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी। इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है। राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है। राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है। राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में गोवा के राज्यपाल से सीबीआई ने की पूछताछ, दे सकते हैं इस्तीफा
यह एक लेख है: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के मामले में सीबीआई गोवा के राज्यपाल बीवी वांचू से बतौर गवाह पूछताछ कर रही है। वांचू एक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रहे हैं और वह स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के प्रमुख थे। उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है। वांचू मई, 2012 में गोवा के राज्यपाल बने और उनका कार्यकाल 2017 में खत्म होगा, लेकिन आज की पूछताछ के बाद संभव है कि वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन द्वारा पेश मिसाल पर अमल करते हुए इस्तीफा दे दें। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी के लिए हेलीकॉप्टर के 3,600 करोड़ रुपये के सौदे में रिश्वत के आरोप की जांच के सिलसिले में नारायणन से बतौर 'गवाह' 27 जून को पूछताछ की थी। इसके तीन दिन बाद नारायणन ने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। सीबीआई के अनुसार नारायणन उस समूह में शामिल थे, जिसने हेलीकॉप्टर खरीदने से पहले निविदा प्रक्रियाओं को देखा था। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनने से पहले नारायणन सुरक्षा सलाहकार थे। सूत्रों के अनुसार नारायणन, बीवी वांचू के साथ 2005 में हुई उस बैठक में शरीक हुए थे, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी विशेषताओं में प्रमुख बदलाव की अनुमति दी गई।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: सोनम कपूर चाहती हैं कि इस डायरेक्‍टर की हर फिल्‍म में बस वहीं नजर आएं...
फिल्मकार आर. बाल्की की फिल्मों में अभिनेता अमिताभ बच्चन हमेशा होते हैं, चाहे वह मुख्य भूमिका निभाएं या अतिथि भूमिका करें. फिल्मकार की फिल्म 'पैडमैन' में काम कर रहीं अभिनेत्री सोनम कपूर भी आशा करती हैं कि वह भी उनकी हर फिल्म का चेहरा जरूर बनेंगी. सोनम 'पैडमैन' में काम कर बेहद खुश हैं. यह अरुणाचलम मुरुगनंथा नाम के शख्स के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने महिलाओं की भलाई के लिए सस्ते दाम पर सैनिटरी नैपकिन पेश किया था. सोनम ने फोन पर आईएएनएस को बताया, 'पैडमैन को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं. आर. बाल्की एक ऐसे फिल्मकार हैं जिनके साथ मुझे लगता है कि मेरा मजबूत जुड़ाव है. मैं आशा करती हूं कि वह मुझे अब अपनी सारी फिल्मों में लेंगे. उनके साथ काम करने का अनुभव शानदार रहा.'   सोनम (31) का कहना है कि बाल्की एक बेहतरीन फिल्मकार और सकारात्मक सोच वाले शख्स हैं. अभिनेत्री के मुताबिक, 'वह अपनी फिल्मों के जरिए हमेशा कुछ कहना चाहते हैं और मेरा मानना है कि जिसके ऐसे इरादे हो वह फिल्म निश्चित रूप से अच्छा प्रदर्श्न करेगी.'टिप्पणियां इस महीने की शुरुआत में राम माधवानी निर्देशित फिल्म 'नीरजा' के लिए स्पेशल मेंशन वर्ग के तहत सोनम को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया.  अभिनेत्री का कहना है कि बाल्की, माधवानी, राकेश ओम प्रकाश मेहरा और आनंद एल. राय के साथ काम करना सम्मान की बात है.  सोनम के अनुसार, 'वे विशुद्ध फिल्मकार हैं। वे सच्ची फिल्में बनाना चाहते हैं.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस महीने की शुरुआत में राम माधवानी निर्देशित फिल्म 'नीरजा' के लिए स्पेशल मेंशन वर्ग के तहत सोनम को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया.  अभिनेत्री का कहना है कि बाल्की, माधवानी, राकेश ओम प्रकाश मेहरा और आनंद एल. राय के साथ काम करना सम्मान की बात है.  सोनम के अनुसार, 'वे विशुद्ध फिल्मकार हैं। वे सच्ची फिल्में बनाना चाहते हैं.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: राम मंदिर के सवाल पर इस बॉलीवुड एक्टर ने कहा- उत्सव मनाएं, भगवान श्रीराम अच्छा फैसला देने वाले हैं
यह लेख है: बॉलीवुड एक्टर मनोज जोशी (Manoj Joshi) राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर एक बयान दिया है, जो सुर्खियों में है. उन्होंने शुक्रवार को यहां कहा कि 'उत्सव मनाइए, भगवान राम अच्छा फैसला देने वाले हैं.' जोशी यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान अयोध्या मसले (Ayodhy Case) पर आने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले का जिक्र कर रहे थे. मूलरूप से गुजरात के रहने वाले मनोज जोशी ने चर्चित टीवी सीरियल 'चाणक्य' में अहम किरदार निभा कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है. बांदा में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सकीर्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, "अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय में सुनवाई पूरी हो चुकी है। दीवाली आने वाली है, सभी लोग उत्सव मनाइए, भगवान राम अच्छा फैसला देने वाले हैं." एक सवाल के जवाब में मनोज जोशी (Manoj Joshi) ने कहा कि "श्रीराम (Ram Mandir) जन्म भूमि करोड़ों हिंदुओं की आस्था का विषय है. नियति ने जो तय किया है, वही होने वाला है. दीवाली आने वाली है, हर घर में दीया जलाएं, उत्सव मनाएं, भगवान श्रीराम अच्छा फैसला देने वाले हैं." वहीं इससे पहले संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा था कि आशा है कि हिंदुओं के पक्ष में ही निर्णय आएगा,  बता दें कि चालीस दिन की सुनवाई के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने बीते बुधवार को राजनीतिक रूप से अति-महत्वपूर्ण 70 वर्ष पुराने मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 6 अगस्त से मामले में रोजाना सुनवाई शुरू की थी. इससे पहले अदालत द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल मामले को सुलझाने में विफल रही थी. पैनल की अध्यक्षता शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश कर रहे थे. बुधवार को अपराह्न् चार बजे, मुस्लिम पक्ष की ओर से पेश राजीव धवन बहस कर रहे थे, प्रधान न्यायाधीश ने सुनवाई को समाप्त कर दिया और घोषणा करते हुए कहा कि अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है था.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: 'पनामा पेपर्स' से चर्चा में आई कंपनी मोजेक फोंसेका के अल साल्वाडोर कार्यालय पर छापा
लेख: अल सल्वाडोर के अभियोजकों ने पनामा की कानून कंपनी मोजेक फोंसेका के कार्यालयों पर छापा मारा है और वहां से कई सारे दस्तावेजों और कंप्यूटर जब्त किए हैं। अल सल्वाडोर के महान्यायवादी जनरल डगलस मेलेंडेज के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि कंपनी द्वारा अपने साइन बोर्ड हटाने की खबर मिलने पर यह छापा मारा गया और इसका नेतृत्व खुद महान्यायवादी ने किया। कंपनी के कर्मचारियों ने हालांकि कहा कि वे अपने कार्यालय को कहीं दूसरी जगह ले जा रहे थे, इसीलिए साइन बोर्ड हटाया गया। मोजेक फोंसेका के मध्य अमेरिका स्थित कोलोनिया एस्कालोन में कंपनी के परिसर में छापेमारी के बाद महान्यायवादी कार्यालय ने कहा, 'छापेमारी के दौरान मोजेक फोंसेका के कार्यालय से काफी मात्रा में कंप्यूटर उपकरण जब्त किए गए।' मेलेंडेज ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि सात कर्मचारियों से पूछताछ की गई और 20 कंप्यूटर जब्त किए गए, लेकिन किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, 'इस वक्त हम किसी अपराध के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते।' उन्होंने कहा कि अल सल्वाडोर कार्यालय मोजेक फोंसेका कंपनी के लिए वैश्विक सूचना संसाधन में संभवत: मदद कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ (आईसीआईजे) तथा 100 से अधिक मीडिया संगठनों ने मिलकर मोजेक फोंसेका के 10 लाख से अधिक दस्तावेजों को लीक किया, जिससे पता चलता है कि इसने किस प्रकार अमीर व प्रभावशाली लोगों को अवैध धन छिपाने के लिए कंपनियां खोलने में मदद की। जिन लोगों का इसमें नाम आया है, उनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबंधी तथा आईसलैंड के प्रधानमंत्री सिगमुंदुर दावी गुन्नालाउगसन शामिल हैं। इसमें 500 से अधिक भारतीयों के नाम सामने आने की बात कही गई है। टिप्पणियां इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की वित्तीय खुफिया इकाई तथा इसकी कर शोध इकाई और भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों को मिलाकर गठित एक जांच दल इस मामले की जांच कर रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि खुलासे में 500 भारतीयों द्वारा विदेशों में कंपनियां खोलने की बात सामने आई है, जिसकी जांच होगी और जिन लोगों ने विदेशों में अवैध धन लगा रखा है, उन्हें चैन से सोने नहीं दिया जाएगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) मोजेक फोंसेका के मध्य अमेरिका स्थित कोलोनिया एस्कालोन में कंपनी के परिसर में छापेमारी के बाद महान्यायवादी कार्यालय ने कहा, 'छापेमारी के दौरान मोजेक फोंसेका के कार्यालय से काफी मात्रा में कंप्यूटर उपकरण जब्त किए गए।' मेलेंडेज ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि सात कर्मचारियों से पूछताछ की गई और 20 कंप्यूटर जब्त किए गए, लेकिन किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, 'इस वक्त हम किसी अपराध के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते।' उन्होंने कहा कि अल सल्वाडोर कार्यालय मोजेक फोंसेका कंपनी के लिए वैश्विक सूचना संसाधन में संभवत: मदद कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ (आईसीआईजे) तथा 100 से अधिक मीडिया संगठनों ने मिलकर मोजेक फोंसेका के 10 लाख से अधिक दस्तावेजों को लीक किया, जिससे पता चलता है कि इसने किस प्रकार अमीर व प्रभावशाली लोगों को अवैध धन छिपाने के लिए कंपनियां खोलने में मदद की। जिन लोगों का इसमें नाम आया है, उनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबंधी तथा आईसलैंड के प्रधानमंत्री सिगमुंदुर दावी गुन्नालाउगसन शामिल हैं। इसमें 500 से अधिक भारतीयों के नाम सामने आने की बात कही गई है। टिप्पणियां इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की वित्तीय खुफिया इकाई तथा इसकी कर शोध इकाई और भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों को मिलाकर गठित एक जांच दल इस मामले की जांच कर रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि खुलासे में 500 भारतीयों द्वारा विदेशों में कंपनियां खोलने की बात सामने आई है, जिसकी जांच होगी और जिन लोगों ने विदेशों में अवैध धन लगा रखा है, उन्हें चैन से सोने नहीं दिया जाएगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) अंतर्राष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ (आईसीआईजे) तथा 100 से अधिक मीडिया संगठनों ने मिलकर मोजेक फोंसेका के 10 लाख से अधिक दस्तावेजों को लीक किया, जिससे पता चलता है कि इसने किस प्रकार अमीर व प्रभावशाली लोगों को अवैध धन छिपाने के लिए कंपनियां खोलने में मदद की। जिन लोगों का इसमें नाम आया है, उनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संबंधी तथा आईसलैंड के प्रधानमंत्री सिगमुंदुर दावी गुन्नालाउगसन शामिल हैं। इसमें 500 से अधिक भारतीयों के नाम सामने आने की बात कही गई है। टिप्पणियां इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की वित्तीय खुफिया इकाई तथा इसकी कर शोध इकाई और भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों को मिलाकर गठित एक जांच दल इस मामले की जांच कर रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि खुलासे में 500 भारतीयों द्वारा विदेशों में कंपनियां खोलने की बात सामने आई है, जिसकी जांच होगी और जिन लोगों ने विदेशों में अवैध धन लगा रखा है, उन्हें चैन से सोने नहीं दिया जाएगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की वित्तीय खुफिया इकाई तथा इसकी कर शोध इकाई और भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों को मिलाकर गठित एक जांच दल इस मामले की जांच कर रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि खुलासे में 500 भारतीयों द्वारा विदेशों में कंपनियां खोलने की बात सामने आई है, जिसकी जांच होगी और जिन लोगों ने विदेशों में अवैध धन लगा रखा है, उन्हें चैन से सोने नहीं दिया जाएगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: दक्षिणी दिल्ली में फिल्म देखकर लौट रही महिला से चलती कार में गैंग रेप, 3 गिरफ्तार
फिल्म देखकर लौट रही 25 वर्षीय एक महिला का कथित रूप से तीन लोगों ने अपहरण कर लिया और चलती कार में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कोर्ट ने बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। महिला अपनी एक महिला मित्र के साथ बुधवार को वसंत विहार के पीवीआर प्रिया से फिल्म देखकर तड़के करीब 3.15 बजे घर लौट रही थी। तभी उसका अपहरण कर लिया गया। महिला ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने उसके साथ चलती कार में दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे वसंत विहार इलाके के पूर्वी मार्ग के पास छोड़ दिया। पीड़िता के अपहरण के तत्काल बाद उसकी दोस्त ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी। बाद में उसने पुलिस को बताया कि वे दोनों मुनीरका की ओर चलकर जा रही थीं, तभी कार में सवार तीन लोग उनके पास आए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता की दोस्त ने बताया, उनमें से एक ने मेरी दोस्त को कार में खींचा और कार चला दी।' पीड़िता की दोस्त ने कार का पंजीकरण नंबर नोट कर लिया था, जिसकी मदद से कार को ढूंढ़ लिया गया। टिप्पणियां अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) महिला अपनी एक महिला मित्र के साथ बुधवार को वसंत विहार के पीवीआर प्रिया से फिल्म देखकर तड़के करीब 3.15 बजे घर लौट रही थी। तभी उसका अपहरण कर लिया गया। महिला ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने उसके साथ चलती कार में दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे वसंत विहार इलाके के पूर्वी मार्ग के पास छोड़ दिया। पीड़िता के अपहरण के तत्काल बाद उसकी दोस्त ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी। बाद में उसने पुलिस को बताया कि वे दोनों मुनीरका की ओर चलकर जा रही थीं, तभी कार में सवार तीन लोग उनके पास आए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता की दोस्त ने बताया, उनमें से एक ने मेरी दोस्त को कार में खींचा और कार चला दी।' पीड़िता की दोस्त ने कार का पंजीकरण नंबर नोट कर लिया था, जिसकी मदद से कार को ढूंढ़ लिया गया। टिप्पणियां अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) महिला ने अपनी पुलिस शिकायत में कहा है कि आरोपियों ने उसके साथ चलती कार में दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे वसंत विहार इलाके के पूर्वी मार्ग के पास छोड़ दिया। पीड़िता के अपहरण के तत्काल बाद उसकी दोस्त ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी। बाद में उसने पुलिस को बताया कि वे दोनों मुनीरका की ओर चलकर जा रही थीं, तभी कार में सवार तीन लोग उनके पास आए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता की दोस्त ने बताया, उनमें से एक ने मेरी दोस्त को कार में खींचा और कार चला दी।' पीड़िता की दोस्त ने कार का पंजीकरण नंबर नोट कर लिया था, जिसकी मदद से कार को ढूंढ़ लिया गया। टिप्पणियां अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) पीड़िता के अपहरण के तत्काल बाद उसकी दोस्त ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना दी। बाद में उसने पुलिस को बताया कि वे दोनों मुनीरका की ओर चलकर जा रही थीं, तभी कार में सवार तीन लोग उनके पास आए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता की दोस्त ने बताया, उनमें से एक ने मेरी दोस्त को कार में खींचा और कार चला दी।' पीड़िता की दोस्त ने कार का पंजीकरण नंबर नोट कर लिया था, जिसकी मदद से कार को ढूंढ़ लिया गया। टिप्पणियां अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पीड़िता की दोस्त ने बताया, उनमें से एक ने मेरी दोस्त को कार में खींचा और कार चला दी।' पीड़िता की दोस्त ने कार का पंजीकरण नंबर नोट कर लिया था, जिसकी मदद से कार को ढूंढ़ लिया गया। टिप्पणियां अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) अधिकारी ने कहा, 'पंजीकरण नंबर की मदद से हमने कार के मालिक को गीता कॉलोनी (पूर्वी दिल्ली) में ढूंढ़ लिया। महिला के चिकित्सकीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया गया।'  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: 'भारत-अमेरिका व्यापारिक सम्बंधों में अपार सम्भावनाएं'
यह लेख है: पहले अमेरिका-भारत पश्चिम तटीय शिखर सम्मेलन में जुटे दोनों देशों के 300 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा और भावी सहयोग में उपस्थित अपार सम्भावनाओं को रेखांकित किया है। अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया। यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।" वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया। यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।" वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।" वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।" वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में बदलाव नहीं, डॉलर लुढ़का
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, जिसके बाद अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर में गिरावट दर्ज की गई. फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय नीतिगत बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने हाल ही में कमजोर आर्थिक आंकड़ों और महंगाई बढ़ने के बीच ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया. बयान के मुताबिक, 'समिति का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावनाएं बढ़ी है, लेकिन अर्थव्यवस्था में मजबूती के और अधिक संकेत मिलने तक फिलहाल इंतजार किए जाने की जरूरत है.' न्यूयॉर्क ट्रेडिंग में बुधवार को यूरो में पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में 1.1161 डॉलर की तुलना में 1.1173 डॉलर की मजबूती दर्ज की गई. पाउंड भी 1.2975 डॉलर की तुलना में 1.2998 डॉलर मजबूत हुआ. ऑस्ट्रेलियाई पाउंड भी 0.7550 डॉलर की तुलना में मजबूत होकर 0.7600 तक चढ़ गया. डॉलर 0.9790 स्विस फ्रैंक्स की तुलना में लुढ़ककर 0.9759 स्विस फ्रैंक्स पर रहा.टिप्पणियां फेडरल रिजर्व का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निकट अवधि के जोखिम संतुलित नजर आ रहे हैं. यह एक संकेत है कि केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरें बढ़ा सकता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय नीतिगत बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने हाल ही में कमजोर आर्थिक आंकड़ों और महंगाई बढ़ने के बीच ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया. बयान के मुताबिक, 'समिति का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावनाएं बढ़ी है, लेकिन अर्थव्यवस्था में मजबूती के और अधिक संकेत मिलने तक फिलहाल इंतजार किए जाने की जरूरत है.' न्यूयॉर्क ट्रेडिंग में बुधवार को यूरो में पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में 1.1161 डॉलर की तुलना में 1.1173 डॉलर की मजबूती दर्ज की गई. पाउंड भी 1.2975 डॉलर की तुलना में 1.2998 डॉलर मजबूत हुआ. ऑस्ट्रेलियाई पाउंड भी 0.7550 डॉलर की तुलना में मजबूत होकर 0.7600 तक चढ़ गया. डॉलर 0.9790 स्विस फ्रैंक्स की तुलना में लुढ़ककर 0.9759 स्विस फ्रैंक्स पर रहा.टिप्पणियां फेडरल रिजर्व का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निकट अवधि के जोखिम संतुलित नजर आ रहे हैं. यह एक संकेत है कि केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरें बढ़ा सकता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान के मुताबिक, 'समिति का मानना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावनाएं बढ़ी है, लेकिन अर्थव्यवस्था में मजबूती के और अधिक संकेत मिलने तक फिलहाल इंतजार किए जाने की जरूरत है.' न्यूयॉर्क ट्रेडिंग में बुधवार को यूरो में पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में 1.1161 डॉलर की तुलना में 1.1173 डॉलर की मजबूती दर्ज की गई. पाउंड भी 1.2975 डॉलर की तुलना में 1.2998 डॉलर मजबूत हुआ. ऑस्ट्रेलियाई पाउंड भी 0.7550 डॉलर की तुलना में मजबूत होकर 0.7600 तक चढ़ गया. डॉलर 0.9790 स्विस फ्रैंक्स की तुलना में लुढ़ककर 0.9759 स्विस फ्रैंक्स पर रहा.टिप्पणियां फेडरल रिजर्व का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निकट अवधि के जोखिम संतुलित नजर आ रहे हैं. यह एक संकेत है कि केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरें बढ़ा सकता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यूयॉर्क ट्रेडिंग में बुधवार को यूरो में पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में 1.1161 डॉलर की तुलना में 1.1173 डॉलर की मजबूती दर्ज की गई. पाउंड भी 1.2975 डॉलर की तुलना में 1.2998 डॉलर मजबूत हुआ. ऑस्ट्रेलियाई पाउंड भी 0.7550 डॉलर की तुलना में मजबूत होकर 0.7600 तक चढ़ गया. डॉलर 0.9790 स्विस फ्रैंक्स की तुलना में लुढ़ककर 0.9759 स्विस फ्रैंक्स पर रहा.टिप्पणियां फेडरल रिजर्व का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निकट अवधि के जोखिम संतुलित नजर आ रहे हैं. यह एक संकेत है कि केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरें बढ़ा सकता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फेडरल रिजर्व का कहना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निकट अवधि के जोखिम संतुलित नजर आ रहे हैं. यह एक संकेत है कि केंद्रीय बैंक साल के अंत तक ब्याज दरें बढ़ा सकता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: दिल्ली में अर्थ ऑवर की तैयारियां
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दुनियाभर के कई शहरों सहित दिल्ली में भी शनिवार शाम अर्थ ऑवर मनाया जाएगा। इस अयोजन में राष्ट्रपति भवन सहित कई महत्वपूर्ण इमारतों में एक घंटे के लिए बत्तियां बुझा दी जाएंगी। जनता से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है। हर साल मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ ऑवर मनाया जाता है। 'वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर' ने यह शुरुआत की है। इस बार 131 देशों के 4,000 से ज्यादा शहर इस वैश्विक आयोजन में हिस्सेदारी कर रहे हैं। दिल्ली और मुम्बई जैसे भारतीय शहर भी इसमें शामिल हैं। व्यवसायी संगीता शर्मा ने इस अवसर पर अपने मित्रों से अपने-अपने फेसबुक एकाउंट पर अर्थ ऑवर का संदेश डालने के लिए कहा है। शर्मा कहती हैं, "बातें करना बहुत हुआ। यदि आपको वास्तव में अपनी पृथ्वी की परवाह है और आप ऊर्जा बचाने व जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करना चाहते हैं तो अर्थ ऑवर के दौरान रात 8.30 बजे से 9.30 बजे तक बिजली बंद रखें।" राष्ट्रपति भवन से जारी हुए एक वक्तव्य के मुताबिक अर्थ ऑवर के दौरान इमारत की बाहरी बत्तियां बुझी रहेंगी। लगातार तीसरे साल अर्थ ऑवर का आयोजन हो रहा है। इस साल के इस आयोजन की एम्बेस्डर अभिनेत्री विद्या बालन इस अवसर पर दिल्लीवासियों के साथ मौजूद रहेंगी। इस अवसर पर म्यूजिक बैंड 'यूफोरिया' इंडिया गेट पर प्रस्तुति देगा। अर्थ ऑवर की शुरुआत 2007 में आस्ट्रेलिया के सिडनी से हुई थी। वहां 2,000 से ज्यादा व्यवसायियों और 22 लाख अन्य लोगों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक घंटे के लिए बिजली बंद रखी थी। भारत 2009 में इस अभियान में शामिल हुआ। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के मुताबिक इस साल के अर्थ ऑवर का संदेश है कि केवल एक घंटे के लिए ही ऊर्जा नहीं बचाई जाए बल्कि इसे अपने रोजमर्रा के जीवन में हर दिन बचाने की कोशिश की जाए।
2
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे नरेंद्र मोदी
यह एक लेख है: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर जो प्राकृतिक विपदा आई है, वह राष्ट्रीय आपदा जैसी है। मोदी ने शुक्रवार रात देहरादून पहुंचने के शीघ्र बाद संवाददाताओं से कहा, संकट की इस घड़ी में पूरा देश इस पर्वतीय राज्य के साथ खड़ा है। हम इस संकट से निबटने में राज्य सरकार को जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे।टिप्पणियां नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं। नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: मैच से पहले नर्वस थे गांगुली : ज्यौफ मार्श
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पुणे वॉरियर्स के कोच ज्यौफ मार्श ने कहा कि डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मंगलवार को आईपीएल मैच से पहले सौरव गांगुली काफी नर्वस थे। गांगुली ने अपने आलोचकों का मुंह बंद करते हुए नाबाद 32 रन बनाए और वॉरियर्स की छह विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। मार्श ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, उन्होंने मुझसे कहा कि वह अपनी जिंदगी में इससे पहले कभी इतना नर्वस नहीं थे। निश्चित तौर पर यह उनके लिए बड़ा अवसर था। मैंने पिछले सप्ताह उनके साथ काफी समय बिताया। कोच ने कहा कि यह गांगुली का इस खेल के प्रति प्यार और जुनून ही है कि वह आईपीएल में वापसी करने में सफल रहे। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, यह खेल के प्रति उनका जुनून है कि वह खेल रहे हैं। उन्हें अच्छा करते हुए देखना बढ़िया लगा। उन्होंने वास्तव में शानदार बल्लेबाजी की और शीर्ष क्रम में बढ़िया भूमिका निभाई। मार्श ने कहा कि गांगुली मुंबई इंडियन्स के खिलाफ 4 मई को खेले गए मैच के लिए तैयार नहीं थे और उन्हें मैच अभ्यास की जरूरत थी। उन्होंने कहा, गांगुली ने कहा कि वह तैयार नहीं हैं। वह नेट्स पर कुछ समय बिताना चाहते थे। यह उनका फैसला था। आज जब समय आया, तो उन्होंने कहा कि वह तैयार हैं।
8
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: लालू ने साधा पीएम पर निशाना, कहा - प्रधानमंत्री 50 दिन बाद इस्तीफा देंगे या मुंह छिपाते फिरेंगे?
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नोटबंदी के एक महीना पूरे होने के बाद एकबार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने पीएम मोदी से सवालिया लहजे में कहा कि नोटबंदी के 30 दिन बीत चुके हैं, स्थिति सामान्य नहीं हुई तो 50 दिन बीतने पर वादे के मुताबिक क्या मोदी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे या मुंह छिपाते फिरेंगे? पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने गुरुवार को लगातार छह ट्वीट कर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, "भागते भूत की लंगोटी भली. नोटबंदी में मिट्टी पलीत होते देख प्रधानमंत्री कालाधन का आलाप त्याग, अब 'कैशलेस' के पल्लू में छुप रहे हैं." प्रधानमंत्री के नसीहत देते हुए लालू ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "मोदी जी, देश महानगरों से ही नहीं बना है. आपका यह अर्थव्यवस्था पर थोपा घातक प्रयोग गांवों में अन्न, जीवन, मृत्यु और भविष्य का प्रश्न बन गया है." उन्होंने सरकार के पास गांवों की समझ न होने का आरेप लगाते हुए एक अन्य ट्वीट में राजद नेता ने लिखा, "न प्रधानमंत्री, न उनके मंत्री, न आर्थिक सलाहकारों या नीति आयोग को गांवों की समझ है. ग्रामीणों की व्यथा को समझना तो बहुत दूर की कौड़ी होगी." टिप्पणियां लालू यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में नोटबंदी से देश में 90 लोगों के मरने का दावा करते हुए कहा, "जो 90 लोग प्रत्यक्ष रूप से नोटबंदी की भेंट चढ़ गए वे क्या गैर मुल्की थे? उनके परिवार का भार कौन लेगा? प्रधानमंत्री के पास उनके लिए समय और शब्द भी नहीं है? मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल 20 फीसदी भारतीय ही 'कैशलेस ट्रांजैक्शन' करने की स्थिति में हैं? ये बस नोटबंदी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने गुरुवार को लगातार छह ट्वीट कर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, "भागते भूत की लंगोटी भली. नोटबंदी में मिट्टी पलीत होते देख प्रधानमंत्री कालाधन का आलाप त्याग, अब 'कैशलेस' के पल्लू में छुप रहे हैं." प्रधानमंत्री के नसीहत देते हुए लालू ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "मोदी जी, देश महानगरों से ही नहीं बना है. आपका यह अर्थव्यवस्था पर थोपा घातक प्रयोग गांवों में अन्न, जीवन, मृत्यु और भविष्य का प्रश्न बन गया है." उन्होंने सरकार के पास गांवों की समझ न होने का आरेप लगाते हुए एक अन्य ट्वीट में राजद नेता ने लिखा, "न प्रधानमंत्री, न उनके मंत्री, न आर्थिक सलाहकारों या नीति आयोग को गांवों की समझ है. ग्रामीणों की व्यथा को समझना तो बहुत दूर की कौड़ी होगी." टिप्पणियां लालू यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में नोटबंदी से देश में 90 लोगों के मरने का दावा करते हुए कहा, "जो 90 लोग प्रत्यक्ष रूप से नोटबंदी की भेंट चढ़ गए वे क्या गैर मुल्की थे? उनके परिवार का भार कौन लेगा? प्रधानमंत्री के पास उनके लिए समय और शब्द भी नहीं है? मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल 20 फीसदी भारतीय ही 'कैशलेस ट्रांजैक्शन' करने की स्थिति में हैं? ये बस नोटबंदी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री के नसीहत देते हुए लालू ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "मोदी जी, देश महानगरों से ही नहीं बना है. आपका यह अर्थव्यवस्था पर थोपा घातक प्रयोग गांवों में अन्न, जीवन, मृत्यु और भविष्य का प्रश्न बन गया है." उन्होंने सरकार के पास गांवों की समझ न होने का आरेप लगाते हुए एक अन्य ट्वीट में राजद नेता ने लिखा, "न प्रधानमंत्री, न उनके मंत्री, न आर्थिक सलाहकारों या नीति आयोग को गांवों की समझ है. ग्रामीणों की व्यथा को समझना तो बहुत दूर की कौड़ी होगी." टिप्पणियां लालू यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में नोटबंदी से देश में 90 लोगों के मरने का दावा करते हुए कहा, "जो 90 लोग प्रत्यक्ष रूप से नोटबंदी की भेंट चढ़ गए वे क्या गैर मुल्की थे? उनके परिवार का भार कौन लेगा? प्रधानमंत्री के पास उनके लिए समय और शब्द भी नहीं है? मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल 20 फीसदी भारतीय ही 'कैशलेस ट्रांजैक्शन' करने की स्थिति में हैं? ये बस नोटबंदी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लालू यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में नोटबंदी से देश में 90 लोगों के मरने का दावा करते हुए कहा, "जो 90 लोग प्रत्यक्ष रूप से नोटबंदी की भेंट चढ़ गए वे क्या गैर मुल्की थे? उनके परिवार का भार कौन लेगा? प्रधानमंत्री के पास उनके लिए समय और शब्द भी नहीं है? मोदी जी जानते हैं कि बमुश्किल 20 फीसदी भारतीय ही 'कैशलेस ट्रांजैक्शन' करने की स्थिति में हैं? ये बस नोटबंदी के दलदल से ध्यान हटाने का जुमला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
13
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: मून ने पाक में हुए आत्मघाती हमले की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता मार्टिन नेसिर्की ने कहा, "मून ने पाकिस्तान के मारदान में एक सैन्य भर्ती केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में कई लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक प्रवक्ता ने कहा, "इस आतंकवादी घटना के लिए एक किशोर का इस्तेमाल किए जाने की सूचना से मून को काफी आश्चर्य हुआ।" पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा प्रांत के मारदान में स्थित सेना के पंजाब रेजीमेंट सेंटर में स्कूली पोशाक में पहुंचे एक किशोर ने खुद को उड़ा लिया। इस हमले में कम से कम 27 जवानों की मौत हो गई और 40 घायल हो गए। प्रवक्ता ने कहा, "महासचिव ने पीड़ित व्यक्तियों के परिवारों और पाकिस्तानी सरकार के प्रति गहरी संवदेना प्रकट की है।" खबरों के मुताबिक आतंकवादी संगठन तालिबान के प्रवक्ता एहशानुल्लाह एहसान ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान और अमेरिकी ड्रोन हमलों के विरोध स्वरूप और अधिक हमले की चेतावनी दी है।
9
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: थाने में फायरिंग का मामला: दो अधिकारी बर्खास्त, थानाधिकारी, एक हेडकॉस्टेबल व एक कॉस्टेबल निलंबित
यह लेख है: राजस्थान पुलिस ने अलवर जिले के बहरोड थाने में गत शुक्रवार को हुई फायरिंग में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए 2 हेडकॉस्टेबल को बर्खास्त कर दिया और एक पुलिस उप अधीक्षक, संबंधित थानाधिकारी, एक हेडकॉस्टेबल एवं एक कॉस्टेबल को निलंबित कर दिया है. पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को बताया कि हेडकॉस्टेबल रामावतार एवं विजयपाल को बर्खास्त किया गया है. क्षेत्र में पूर्व में वृत्ताधिकारी रहे जनेश सिंह तंवर,वर्तमान थानाधिकारी सुगन सिंह, हेडकॉस्टेबल सुनील एवं कॉस्टेबल कृष्ण कुमार को निलंबित किया गया है. वृत्ताधिकारी रामजीलाल को एपीओ किया गया है. उन्होंने बताया कि बहरोड थाना क्षेत्र के शेष सभी 69 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है एवं उनके स्थान पर अन्य पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस उप अधीक्षक अतुल साहु को बहरोड़ एवं नवाब खान को भिवाड़ी वृत्ताधिकारी पद पर लगाया गया है. उल्लेखनीय है कि गत छह सितम्बर को अपराधी प्रवृत्ति के करीब 10—15 लोग थाने में घुस गये थे और वे ए के—47 से अंधाधुंध फायरिंग कर कुख्यात अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला गुर्जर :28: को लेकर फरार हो गये थे.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: बेंगलुरू में छेड़छाड़ : चैताली वासनिक ने NDTV को बताया, मुझे छेड़ा गया तो लोगों ने कहा, ऐसा होता रहता है
लेख: जिस वक्त पूरा बेंगलुरू शहर नए साल में प्रवेश का जश्न मना रहा था, चैताली वासनिक रात को लगभग 1:30 बजे अपने दफ्तर से घर लौट रही थीं, जैसे बहुत-सी अन्य लड़कियां लौटती हैं. रास्ते में जब चैताली ने देखा कि दो पुरुष उसे घूरते हुए सामने की दिशा से उसके रास्ते में आ रहे हैं, तो उसने भी वही किया, जो आमतौर पर सभी लड़कियां किया करती हैं - वह एक कोने में हो गई, ताकि उन्हें जाने का रास्ता मिल सके. मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..." ...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..." वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..." ...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..." वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." ...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..." वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: आईआईटी बॉम्‍बे से निकला इंटरनेट अब जोड़ेगा देश के हर गांव को!
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश के हर गांव में बिना ऑप्टिक फाइबर के जाल के इंटरनेट पहुंचाने का सपना आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने पूरा कर दिया है. 5 सालों की मेहनत के बाद भारत के गांव ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जुड़ने का सपना देख सकते हैं. दुनिया ने इस प्रयोग को सराहा है. Mozilla इंटरनेट की एक प्रतियोगिता में 27 देशों की 100 परियोजनाओं को पछाड़ते हुए ग्राम मार्ग नाम के इस प्रोजेक्ट ने पहला स्थान जीता. आईआईटी बॉम्बे की कोशिश थी इंटरनेट के जरिये शहर से ग्राम मार्ग तक पहुंचने की, मेहनत शुरू हुई 2012 में. फैकल्‍टी अफेयर्स के डीन प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बताया कि उन्होंने अपने अनुसंधान में पाया कि दूरदर्शन के पास टीवी व्‍हाइट स्‍पेस का स्पेक्ट्रम खाली पड़ा हुआ है, जिसका वो इस्तेमाल नहीं कर रहे. फिर स्पेक्ट्रम को इस्तेमाल करने के लिए तैयार हुआ एक छोटा सा वाईफाई उपकरण TVWS डिवाइस जिसने सपनों को पंख दे दिये. ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां 25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी. इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके. ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां 25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी. इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके. 25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी. इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके. इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: यूपी : 15 वर्षीय नाबालिग को बंधक बनाकर तीन लोगों ने रातभर किया सामूहिक दुष्कर्म
लेख: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। टीकर गांव में दो दिन पूर्व एक नाबालिग के साथ घटित दुष्कर्म का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि शनिवार को खागा थाने के संवत गांव में एक नाबालिग लड़की को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आ गई। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। खागा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विष्णुपाल सिंह ने बताया, "शुक्रवार की शाम शौच को गई एक 15 साल की एक किशोरी को अगवा कर संवत गांव के ही धुन्ना, नंदू व धीरू ने रात भर दुष्कर्म किया और सुबह उसे बेसुध हालत में गांव के किनारे छोड़ कर फरार हो गए।" कोतवाल ने बताया, "पीड़िता के चाचा की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। किशोरी की चिकित्सीय जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।" पुलिस ने बताया, "आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।" गौरतलब है कि फतेहपुर में घट रही दुष्कर्म की घटनाएं ज्यादातर शौच के लिए जंगल जाते समय हो रही है, जिससे साफ जाहिर है कि लोगों के घरों में शौचालयों का अभाव है। इस घटना के दो दिन पूर्व टीकर गांव में भी शौच जाते समय एक नाबालिग लड़की को उसे घर में रास्ते से घसीट कर दिनेश सिंगरौर ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: एंजलिना जोली कर रही थीं फिल्म की शूटिंग, तभी इलाके में मिली बम होने की खबर...
यह एक लेख है: 'द एटरनल्स' फिल्म की शूटिंग कर रही हॉलीवुड एक्ट्रेस एंजलिना जोली (Angelina Jolie) और अभिनेता रिचर्ड मैडेन को इलाके में बम मिलने के बाद को सेट से सुरक्षित बाहर निकाला गया. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, बम निरोधक विशेषज्ञों को डिवाइस की मदद से बम को निष्क्रिय करने की अनुमति देने के लिए फ्यूरीटेवेंटुरा के कैनरी द्वीप पर स्थित बेस को खाली करना पड़ा. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि यह दूसरे विश्व युद्ध का नाजियों द्वारा छोड़ा हुआ बेस रहा होगा. एक सूत्र ने कहा, "यह स्पष्ट रूप से भयानक था. बम यहां दशकों से रहा होगा, जिसे किसी ने छुआ तक नहीं क्या पता ऐसा करने पर क्या हो जाता. दुनिया के बड़े सितारे उस वक्त सेट पर मौजूद थे और कोई भी चांस नहीं लेना चाहता था. सौभाग्य से विशेषज्ञों इस परिस्थिति से निपटने में कामयाब रहे." घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों ने कहा कि 'द एटरनल्स' फिल्म की शूटिंग के दौरान यह सूचना तेजी से फैली और सभी को उचित दूरी पर जाने के लिए कहा गया. एंजलिना जोली Angelina Jolie) और रिचर्ड मैडेन मार्वल की फिल्म 'सुपरहीरो' में एटरनल लीडर थैना और इकारिस का किरदार निभा रहे हैं.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: गृहसचिव को हटाए जाने पर कांग्रेस ने कहा, 'तानाशाह' बनते जा रहे हैं नरेंद्र मोदी
लेख: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'तानाशाह' बनने का आरोप लगाते हुए चेताया कि यह 'आपदा' की शुरुआत है। सरकार की ओर से गृह सचिव अनिल गोस्वामी का इस्तीफा मांगे जाने के बाद कांग्रेस ने ये बातें कही हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की 'बर्खास्तगी' से नौकरशाही में भी 'अकुलाहट' है। उन्होंने कहा, यह पहली घटना नहीं है, जो दिखाती है कि प्रधानमंत्री तानाशाह बन रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि वरिष्ठ अधिकारियों को बर्खास्त किया जाना सिर्फ भीषण आपदा की शुरुआत है। नौकरशाही भी अकुला रही है... हमारे पास कई खबरें हैं। चाको ने कहा कि सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों के इस्तीफे के बाद सरकार के पास कहने को कुछ नहीं था, बल्कि वह कमजोर बहाने बना रही थी। उन्होंने कहा, वे सभी बहुत सम्मानित व्यक्ति हैं और उनका किसी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है... उन्होंने स्वतंत्रता पूवर्क काम करने की अनुमति नहीं मिलने पर इस्तीफा दिया... काम करने का वातावरण और स्वतंत्रता वहां नहीं थी। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दिया। सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। शारदा घोटाला मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता मतंग सिंह की गिरफ्तारी को रोकने की कथित कोशिश को लेकर विवाद में घिरने के बाद सरकार ने गोस्वामी से इस्तीफा देने को कहा था। उसके बाद उन्होंने बुधवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। सरकार ने ग्रामीण विकास सचिव एलसी गोयल को नया गृह सचिव नियुक्त किया है।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में
लेख: उत्तर भारत में लगातार पारा 40 के पार रहने के कारण लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। तेज धूप के साथ लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली में गुरुवार सुबह तेज धूप निकली। यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दिन में तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था। उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था। उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: चिन्मयानंद को झटका, शाहजहांपुर की CJM कोर्ट ने 14 दिन के लिए बढ़ाई न्यायिक हिरासत 
यह एक लेख है: अधिवक्ता पूजा सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद को मोतियाबिंद है और उनकी नजर कम हो रही है, क्योंकि मोतियाबिंद के कारण आंख के पास नस में तेज दर्द हो रहा है. पूजा सिंह ने कहा कि उन्होंने अदालत में भी इस बात को रखा है कि स्वामी पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हैं. ऐसे में जेल में उन्हें 'ए' क्लास की सुविधाएं मिलनी चाहिए परंतु उन्हें साधारण बंदियों की तरह भोजन और साधारण बंदियों की तरह फर्श पर लेटना पड़ रहा है. ओम सिंह ने बताया कि स्वामी और पीड़िता की आवाज के नमूने लेने के लिए विशेष जांच दल (SIT) ने सीजेएम की अदालत में अर्जी दी है जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है. उधर कलेक्ट्रेट में 'जनता की आवाज' नामक संगठन के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और चिन्मयानंद पर धारा 376 लगाने की मांग की. उन्होंने राज्यपाल के नाम भेजे गए ज्ञापन में आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार स्वामी का बचाव कर रही है. एलएलएम की एक छात्रा ने 24 अगस्त को वीडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. इसके बाद उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पीड़िता को न्यायालय में तलब किया और मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को एसआईटी के गठन का निर्देश दिया था. न्यायालय के निर्देश के बाद एसआईटी ने यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद एवं रंगदारी मांगने के मामले में पीड़िता समेत चार लोगों को जेल भेज दिया. इसी मामले में स्वामी की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए और बढ़ायी गई है.
9
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: चीन में भूकंप से मरने वालों की संख्या 381 तक पहुंची
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत युन्नान को हिला देने वाले 6.5 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या अब 380 के आंकड़े को पार कर चुकी है। भूकंप स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजकर 30 मिनट (भारतीय समयानुसार 2 बजे) आया, जो लुडियान, झाओतोंग काउंटी सीट के 23 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में लांगताउशन नगर क्षेत्र में 12 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, सुबह तक मरने वालों की संख्या कम से कम 381 हो गई है। इसने कहा कि विनाशकारी भूकंप तबाही का मंजर छोड़ गया है। इसमें 12 हजार से अधिक घर गिर पड़े और 30 हजार घर जमींदोज हो गए। समाचार एजेंसी ने कहा कि चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग भूकंप प्रभावित क्षेत्र के रास्ते में हैं जहां वह राहत कार्यों का निरीक्षण करेंगे। लुडियान काउंटी में 1,591 से अधिक लोग घायल हुए हैं । क्विाओजिया काउंटी में 60 लोगों की मौत हो गई और 193 घायल हुए हैं। दो साल के भीतर यह दूसरा भूकंप है। सितंबर 2012 में 5.7 तीव्रता के भूकंप से 80 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और 800 से अधिक घायल हुए थे।
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: भारत ने बुरहान वानी पर टिप्पणी को लेकर नवाज शरीफ पर निशाना साधा
यह लेख है: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिए जाने के बाद भारत ने बुधवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि शरीफ का बयान आतंकवाद से पाकिस्तान के लगाव को दिखाता है. सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.''  सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे. उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.'' शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.''  सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे. उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.'' शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.'' शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: अगर BJP,पीडीपी से हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं : संजय राउत
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का अहंकार ही है कि वह समझौते की बात न मानकर विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन सरकार बनाने के लिए राजी नहीं है. वहीं एनडीए में रहने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि अगर बीजेपी अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, हमें 24 घंटे दिए गए. वहीं कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं.  राउत ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी को मतभेद भूल कर महाराष्ट्र के हित में एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के साथ आना चाहिए. आपको बता दें कि मोदी सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही बीजेपी-शिवसेना की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई है. वहीं सरकार बनाने की कवायद के बीच महाराष्ट्र में एनसीपी की तो दिल्ली में कांग्रेस की बैठक है. शरद पवार ने कहा है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस से विचार करने के बाद किया जाएगा. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पार्टी की बैठक में आलाकमान जो निर्देश देगा उसके हिसाब से फैसला लिया जाएगा. आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: 'सुपरमैन' जैसी उम्मीदों का दबाव लेकर मैदान पर उतरेंगे सचिन...
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: क्रिकेट के समूचे इतिहास में इस बेइंतहा दबाव के साथ शायद ही कभी कोई खिलाड़ी मैदान पर उतरा हो... वैसे तो सचिन तेंदुलकर को इस दबाव और जिम्मेदारी को उठाने का तजुर्बा सबसे ज़्यादा है, और पिछले 24 साल से वह इसे बखूबी बिना किसी शिकन के उठाते रहे हैं, लेकिन अब उनकी आखिरी पारियों में न सिर्फ उनके चाहने वाले, बल्कि बड़े−बड़े जानकार भी उनसे कुछ 'सुपरमैन' सरीखे कारनामे की उम्मीद कर रहे हैं... वैसे, यह भी तय है कि सचिन तेंदुलकर इन चार पारियों में कुछ भी करें, क्रिकेट जगत में उनका कद हमेशा ऊंचा ही रहेगा... याद रखें, सर डॉन ब्रैडमैन, सर विवियन रिचर्ड्स, रिकी पॉन्टिन्ग, एलन बॉर्डर, जावेद मियांदाद, इंज़माम-उल-हक, सर गैरी सोबर्स में से कोई भी अपनी आखिरी पारी के लिए याद नहीं किए जाते, लेकिन सचिन तेंदुलकर की कई पारियां उम्दा पारियों के तौर पर हमेशा याद की जाती रहेंगी... क्रिकेट के सबसे बड़े नाम कहे जाने वाले सर डॉन ब्रैडमैन की आखिरी पारी बेहद फीकी रही, और वह सिर्फ दो गेंदों का सामना कर और इंग्लैंड के लेग-स्पिनर एरिक हॉलिज़ की गेंद पर शून्य पर आउट हो गए था... लेकिन इस बात की चर्चा शायद ही कभी होती है कि उससे सिर्फ एक टेस्ट मैच पहले उन्होंने अपने 51वें टेस्ट मैच में लीड्स पर नाबाद 173 रनों की पारी खेली थी... कभी सचिन तेंदुलकर के रोल मॉडल रहे सुनील गावस्कर ने जिस शानदार अंदाज़ से अपने करियर की शुरुआत की, उन्होंने अपनी आखिरी पारी भी उसी शान से खेली... सुनील गावस्कर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच बेंगलुरु में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था, जिसमें वह अपना 35वां टेस्ट शतक पूरा करने से सिर्फ चार रनों से चूक गए थे, लेकिन उससे पहले अपने 124वें टेस्ट मैच में उन्होंने 63 रनों की पारी खेली थी... टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी (नाबाद 400 रन) का रिकॉर्ड बनाने वाले वेस्ट इंडीज़ के ब्रायन लारा अपने 131वें टेस्ट की आखिरी दो पारियों में 0 और 49 रन बना पाए, लेकिन उससे ठीक पहले अपने 130वें टेस्ट मैच में लारा ने मुल्तान में दोहरा शतक ठोककर फैन्स का दिल जीत लिया था... वर्ष 2004 में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ की विदाई की यादें आज भी ताज़ा हैं... स्टीव वॉ ने अपनी आखिरी दो पारियों में 40 और 80 रन बनाए थे और उन्हें यादगार बना दिया... इत्तफाक है कि सिडनी में खेले गए उसी टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर ने भी 241 रनों की नाबाद पारी खेली थी, जिसे कई जानकार बेमिसाल मानते हैं... पिछले ढाई दशक से सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक उनसे 'और ज़्यादा' की ख़्वाहिश करते गए और वह अपने फैन्स की प्यास बुझाते और बढ़ाते रहे... अब ईडन गार्डन्स और मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जाने वाले उनके करियर के आखिरी 199वें और 200वें टेस्ट मैच में सचिन के चाहने वाले उनसे 'सुपरमैन' जैसी उम्मीदें लगा रहे हैं, और लगातार सुनाई दे रहे हैं 'यह दिल मांगे मोर...' के नारे...
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: जयपुर : पड़ोसी ने घर में घुसकर 6 साल की बच्ची से कथित रूप से बलात्कार किया
यह लेख है: जयपुर के करणीविहार थाना क्षेत्र में एक युवक ने देर रात अपने पड़ोसी के घर में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. करणीविहार थाना पुलिस के अनुसार- ज्ञानेन्द्र शुक्ला ने शनिवार की रात अपने पड़ोसी के मकान में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा किया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया.जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: राज बब्बर: सपा से बगावत करके डिंपल यादव को हराया था चुनाव, पढ़ें- सिनेमा से सियासत तक का सफर
यह लेख है: राज बब्बर कांग्रेस के सीनियर नेताओं में से एक हैं. राजनीति में आने से पहले वह फिल्मी दुनिया के मंझे हुए अभिनेता थे. वह तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे हैं. उन्हें सियासत का भी मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है. राज बब्बर का जन्म यूपी के आगरा में 23 जून 1952 को हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई आगरा के फैज ए आम इंटर कॉलेज में हुई. बब्बर ने ग्रेजुएशन आगरा कॉलेज से पूरा किया और वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के भी छात्र रहे हैं. दिल्ली में एनएसडी से ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बब्बर मुंबई चले गए और रीना रॉय के साथ उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. उन्हें असली पहचान इंसाफ का तराजू फिल्म से मिली. बब्बर ने अपने करियर में कई फिल्में कीं. उन्होंने निकाह, आज की आवाज, किस्सा कुर्सी का, अगर तुम न होते, दलाल और याराना जैसी कई फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी का परिचय दिया. राजबब्बर ने नादिरा जहीर से शादी की. उनके दो बच्चे आर्या बब्बर और जूही बब्बर हैं. बाद में उन्होंने स्मिता पाटिल से शादी की. स्मिता और राजबब्बर के बेटे का नाम प्रतीक बब्बर है.  राजबब्बर ने सिनेमा के क्षेत्र में अपनी मजबूत छाप छोड़ी थी लेकिन उसके बावजूद उन्होंने सियासत में आने का फैसला किया और 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में जनता दल में शामिल हो गए. बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की और तीन बार लोकसभा सांसद रहे. 1994 से 1999 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य रहे. 2004 में वह लोकसभा सांसद बने लेकिन 2006 में उन्हें समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. 2008 में राजबब्बर ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली और 2009 में फिरोजाबाद से पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को चुनाव में हराकर सांसद बने.  2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने गाजियाबाद से चुनाव लड़ा लेकिन वह बीजेपी के जनरल वीके सिंह से चुनाव हार गए. इसके बाद उन्हें यूपी कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया. इस चुनाव में वह फतेहपुर सीकरी से मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. राजबब्बर पहली बार सियासी तौर पर चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने 2013 में कहा था कि मुंबई में एक आम आदमी 12 रुपए में भरपेट खाना खा सकता है. उन्होंने यह भी कहा था कि भारत का गरीब आदमी दो बार का खाना 28 और 32 रुपए में खा सकता है. हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान के लिए अफसोस जताया था. 2013 में उन्होंने तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी की तुलना एडोल्फ हिटलर से की थी.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: यूपी की हार के लिए महंगाई, भ्रष्टाचार जिम्मेदार : कांग्रेस समिति
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कांग्रेस की एक उच्चस्तरीय समिति का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की बुरी हार के पीछे भ्रष्टाचार को लेकर बनी छवि, महंगाई, टिकटों का गलत वितरण, विवादित प्रचार अभियान और कमजोर ढांचा मुख्य वजह थे। प्रदेश चुनावों में पार्टी की चुनावी हार की तह तक जाने के लिए बनी एके एंटनी समिति ने ऐसा माना जा रहा है कि अपनी पड़ताल पूरी कर ली है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था। तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है। प्रदेश चुनावों में पार्टी की चुनावी हार की तह तक जाने के लिए बनी एके एंटनी समिति ने ऐसा माना जा रहा है कि अपनी पड़ताल पूरी कर ली है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था। तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था। तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है। तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: महाराष्ट्र सरकार पर कैग सख्त, 'करोड़ों बहे, मगर बांध कहां'
यह एक लेख है: महाराष्ट्र विधानसभा में पेश सीएजी की रिपोर्ट ने सरकार को परेशानी में डाल दिया है। इस रिपोर्ट में सीएजी महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग पर सख्त दिख रही है। सीएजी का कहना है कि प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है, फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। महाराष्ट्र में जहां किसान सूखे की मार झेल रहा है, ऐसे में सीएजी की इस रिपोर्ट ने एक बार फिर सरकार की योजनाओं पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।टिप्पणियां सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक, -प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है। -कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। -426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं। - लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।       -प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई - सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक, -प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है। -कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। -426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं। - लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।       -प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई - सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे -प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है। -कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। -426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं। - लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।       -प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई - सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: क्षेत्रीय संतुलन के लिए भारत ने परमाणु हथियार विकसित किए : कलाम
यह लेख है: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर शक्ति संतुलन स्थापित करने के लिए भारत को परमाणु हथियार और बैलेस्टिक मिसाइलें विकसित करनी पड़ीं।   ‘मिसाइल मैन’ के नाम से विख्यात कलाम ने एक क्षेत्रीय सम्मेलन में कहा, ‘आप देखें कि भारत के चारों ओर बड़े देश हैं, जिनके पास परमाणु हथियार थे। ऐसे में भारत के लिए संतुलन को लेकर बैलेस्टिक मिसाइल विकसित करना जरूरी था। इसमें बहुत ज्यादा खर्च भी नहीं आया।’   कलाम से यह पूछा गया था कि अब वह क्षेत्रीय शांति के लिए काम कर रहे हैं तो ऐसे में वह भारत के परमाणु कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाकर किसी तरह का दोष महसूस करते हैं।   इसके जवाब में कलाम ने कहा कि वह किसी तरह से दोष की भावना की अनुभूति नहीं करते और भारत को क्षेत्रीय संतुलन के लिए परमाणु हथियारों का रुख करना पड़ा जो जरूरी भी था।   कलाम ने कहा, ‘‘भारत ने अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों के विकास में थोड़ा खर्च किया तथा गरीबी उन्मूलन के लिए इस्तेमाल होने वाले धन को सैन्यीकरण पर खर्च करने से जुड़ा सवाल पूरी तरह उचित नहीं है।’’   उन्होंने कहा, ‘भारतीय मिसाइलों का कभी भी पहले इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। हमला होने के बाद ही प्रतिक्रिया की जाएगी।’ उनके मुताबिक क्षेत्र में देशों के बीच मतभेदों के बावजूद उन्हें उम्मीद है कि अगले 10 साल में दक्षिण एशिया भी यूरोपीय संघ की तरह एकीकृत क्षेत्र के रूप में सामने आएगा।   कलाम ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि क्षेत्रीय शांति पर अधिक ध्यान देने के साथ ही गरीबी उन्मूलन एवं ग्रामीण विकास पर अधिक खर्च किया जाए।’
2
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: 'खिलाड़ी' मुझसे कभी अलग नहीं होगा : अक्षय
लेख: अभिनेता अक्षय कुमार का कहना है कि वह स्वयं पर लगे खिलाड़ी के लेबल से अलग नहीं होना चाहते। वह अपने बैनर तले बन रही फिल्म 'खिलाड़ी 786' से एक बार फिर से इस दावे को मजबूत भी कर रहे हैं। 45 वर्षीय अक्षय ने कहा, "मैं अपने नाम के साथ खिलाड़ी शब्द जुड़ा होने से अच्छा महसूस करता हूं। यह मुझसे कभी अलग नहीं होगा। मैं हमेशा जोखिमभरी चीजें करता हूं और यह बहुत अच्छा है क्योंकि खिलाड़ी एक ऐसा शब्द है, जिसका अर्थ खेलों से जुड़े इंसान से है।" इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां 'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।" आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। 45 वर्षीय अक्षय ने कहा, "मैं अपने नाम के साथ खिलाड़ी शब्द जुड़ा होने से अच्छा महसूस करता हूं। यह मुझसे कभी अलग नहीं होगा। मैं हमेशा जोखिमभरी चीजें करता हूं और यह बहुत अच्छा है क्योंकि खिलाड़ी एक ऐसा शब्द है, जिसका अर्थ खेलों से जुड़े इंसान से है।" इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां 'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।" आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां 'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।" आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां 'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।" आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। 'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।" आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: इंडियन ग्रां पी : मुख्य रेस में लगेगा हस्तियों का जमावड़ा
लेख: देश में पहली बार बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर होने वाली फॉर्मूला वन (एफ-1) रेस 'इंडियन ग्रां पी' में रविवार को सचिन तेंदुलकर सहित कई क्रिकेट खिलाड़ियों, राजनेताओं, फिल्मी सितारों और चर्चित हस्तियों के पहुंचने की उम्मीद है। जेपी स्पोर्ट्स इंटरनेशनल (जेपीएसआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, मोटर स्पोर्ट के शौकीन तेंदुलकर ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है।" क्रिकेट खिलाड़ियों में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, विराट कोहली, वीवीएस लक्ष्मण और इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन मौजूद रहेंगे जबकि टेनिस स्टार सानिया मिर्जा भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगी। अधिकारी ने बताया, "खिलाड़ियों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है। रेस के अंत में तेंदुलकर झंडे को लहराते हुए नजर आ सकते हैं।" बॉलीवुड अभिनेता शहरुख खान, अर्जुन रामपाल, रितिक रोशन और अभिषेक बच्चन भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को भी आमंत्रित किया गया है लेकिन उनकी तरफ से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।" राजनेताओं में अरुण जेटली और कपिल सिब्बल के आने की उम्मीद है।
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: कर्नाटक की सभी नहीं सिर्फ 222 सीटों पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस, जानें क्‍यों
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महिला एम्पावरमेंट पार्टी की मौजूदगी के बावजूद सिर्फ़ 219 महिलाएं चुनाव लड़ रही है, जबकि 1155 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. मुख्‍यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उन लोगों ने अपने पांच साल के शासन में क्या किया है. सिर्फ राज्य को लूटा है. इस बार भी लूटना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा. इस बार कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी और मैं दोनों सीटों से भारी अंतर से जीतूंगा.  वहीं जेडीएस नेता कुमारस्वामी को भरोसा है कि चुनावों के नतीजों के बाद किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे. उधर, येद्दियुरप्‍पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और सिद्धरमैया दूसरी बार. हकीकत ये है कि ये तीनों ही ऐसे मुद्दे तलाश रहे हैं जो चुनावो में उनकी नैय्या पर लगा दे. वहीं जेडीएस नेता कुमारस्वामी को भरोसा है कि चुनावों के नतीजों के बाद किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे. उधर, येद्दियुरप्‍पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और सिद्धरमैया दूसरी बार. हकीकत ये है कि ये तीनों ही ऐसे मुद्दे तलाश रहे हैं जो चुनावो में उनकी नैय्या पर लगा दे.
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: 52 पुलिस स्टेशन में घूमने के बाद लिखी गई फिल्म 'जय गंगाजल' की कहानी
फिल्म 'जय गंगाजल' में आईपीएस ऑफिसर आभा माथुर की भूमिका निभाने वाली प्रियंका चोपड़ा भले ही हॉलीवुड में व्यस्त हों, मगर इसके निर्माता निर्देशक प्रकाश झा फिल्म के प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। प्रकाश झा देश के कई हिस्सों के पुलिस स्टेशन में घूमते हुए पहुंचे चंडीगढ़। चंडीगढ़ में प्रकाश झा माहिला पुलिस अधिकारीयों से मिले और अपनी फिल्म का ट्रेलर दिखाया। यहां प्रकाश झा ने बताया कि 'जय गंगाजल' के सिर्फ प्रचार के लिए ही वो पुलिसकर्मियों से नहीं मिल रहे हैं, फिल्म बनाने से पहले भी वो देश के 52 पुलिस स्टेशन गए थे और उसके बाद फिल्म पर काम शुरू किया था। इतना ही नहीं, प्रकाश झा ने दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को बतौर कंसलटेंट अपने साथ जोड़ा था, ताकि फिल्म में पुलिस और कानून से जुड़ी कोई गलती न हो पाए।टिप्पणियां प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म पर काम शुरू करने से पहले मैं महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के 52 पुलिस स्टेशन गया और वहां के हाल देखे। सबसे मिलने के बाद मैंने फिल्म पर काम शुरू किया। देश के कुछ पुलिस स्टेशन की हालत बेहद खराब है खासतौर से गांव के इलाकों में। यहां महिला पुलिसकर्मी बहुत ही मेहनत और परिस्थिति के विपरीत काम करती हैं, क्योंकि कई जगह तो शौचालय भी नहीं है। वहीं, प्रकाश झा फिल्म 'जय गंगाजल' में पुलिस और समाज के बीच के रिश्तों को भी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां प्रकाश झा ने बताया कि 'जय गंगाजल' के सिर्फ प्रचार के लिए ही वो पुलिसकर्मियों से नहीं मिल रहे हैं, फिल्म बनाने से पहले भी वो देश के 52 पुलिस स्टेशन गए थे और उसके बाद फिल्म पर काम शुरू किया था। इतना ही नहीं, प्रकाश झा ने दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को बतौर कंसलटेंट अपने साथ जोड़ा था, ताकि फिल्म में पुलिस और कानून से जुड़ी कोई गलती न हो पाए।टिप्पणियां प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म पर काम शुरू करने से पहले मैं महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के 52 पुलिस स्टेशन गया और वहां के हाल देखे। सबसे मिलने के बाद मैंने फिल्म पर काम शुरू किया। देश के कुछ पुलिस स्टेशन की हालत बेहद खराब है खासतौर से गांव के इलाकों में। यहां महिला पुलिसकर्मी बहुत ही मेहनत और परिस्थिति के विपरीत काम करती हैं, क्योंकि कई जगह तो शौचालय भी नहीं है। वहीं, प्रकाश झा फिल्म 'जय गंगाजल' में पुलिस और समाज के बीच के रिश्तों को भी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म पर काम शुरू करने से पहले मैं महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के 52 पुलिस स्टेशन गया और वहां के हाल देखे। सबसे मिलने के बाद मैंने फिल्म पर काम शुरू किया। देश के कुछ पुलिस स्टेशन की हालत बेहद खराब है खासतौर से गांव के इलाकों में। यहां महिला पुलिसकर्मी बहुत ही मेहनत और परिस्थिति के विपरीत काम करती हैं, क्योंकि कई जगह तो शौचालय भी नहीं है। वहीं, प्रकाश झा फिल्म 'जय गंगाजल' में पुलिस और समाज के बीच के रिश्तों को भी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां महिला पुलिसकर्मी बहुत ही मेहनत और परिस्थिति के विपरीत काम करती हैं, क्योंकि कई जगह तो शौचालय भी नहीं है। वहीं, प्रकाश झा फिल्म 'जय गंगाजल' में पुलिस और समाज के बीच के रिश्तों को भी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: योगी सरकार के निर्देश पर यूपी बोर्ड में अगले साल से NCERT की किताबें
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर अगले साल से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की किताबों की जगह एनसीईआरटी की किताबें ले लेंगी. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अपर सचिव (प्रशासन) शिव लाल ने बताया, 'हमें मई महीने में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की ओर से संदेश मिला जिसमें हमारे पाठ्यक्रम में एनसीईआरटी की पुस्तकें शामिल करने का निर्देश था.' दिनेश शर्मा के पास माध्यमिक शिक्षा का भी प्रभार है. उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में यह बदलाव अकादमिक वर्ष 2018-19 से प्रभावी होने की संभावना है. इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ष 2019 में दसवीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के अंतर्गत परीक्षाएं देनी होंगी. उन्होंने कहा, 'हाई स्कूल के लिए कृषि और इंटरमीडिएट के लिए व्यवसायिक शिक्षा जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं ली जाएंगी, क्योंकि इन विषयों के लिए पाठ्यक्रम की बात करें तो यूपी बोर्ड और सीबीएसई के बीच भारी अंतर है.' शिव लाल ने कहा, 'हमारी पाठ्यक्रम समितियों की बैठकों के साथ यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और इसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक में प्रस्तावित बदलावों पर विचार किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में होगी. इसके बाद प्रस्ताव का मसौदा मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा.' टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि हर साल यूपी बोर्ड द्वारा कराई जाने वाली दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं में लाखों की संख्या में विद्यार्थी शामिल होते हैं. पिछले साल 32.6 लाख विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षाओं, जबकि 29.2 लाख विद्याथी इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए थे. चालू अकादमिक वर्ष (2016-17) के लिए हुई परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा 9 जून को की जाएगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अपर सचिव (प्रशासन) शिव लाल ने बताया, 'हमें मई महीने में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की ओर से संदेश मिला जिसमें हमारे पाठ्यक्रम में एनसीईआरटी की पुस्तकें शामिल करने का निर्देश था.' दिनेश शर्मा के पास माध्यमिक शिक्षा का भी प्रभार है. उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में यह बदलाव अकादमिक वर्ष 2018-19 से प्रभावी होने की संभावना है. इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ष 2019 में दसवीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के अंतर्गत परीक्षाएं देनी होंगी. उन्होंने कहा, 'हाई स्कूल के लिए कृषि और इंटरमीडिएट के लिए व्यवसायिक शिक्षा जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं ली जाएंगी, क्योंकि इन विषयों के लिए पाठ्यक्रम की बात करें तो यूपी बोर्ड और सीबीएसई के बीच भारी अंतर है.' शिव लाल ने कहा, 'हमारी पाठ्यक्रम समितियों की बैठकों के साथ यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और इसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक में प्रस्तावित बदलावों पर विचार किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में होगी. इसके बाद प्रस्ताव का मसौदा मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा.' टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि हर साल यूपी बोर्ड द्वारा कराई जाने वाली दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं में लाखों की संख्या में विद्यार्थी शामिल होते हैं. पिछले साल 32.6 लाख विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षाओं, जबकि 29.2 लाख विद्याथी इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए थे. चालू अकादमिक वर्ष (2016-17) के लिए हुई परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा 9 जून को की जाएगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में यह बदलाव अकादमिक वर्ष 2018-19 से प्रभावी होने की संभावना है. इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ष 2019 में दसवीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के अंतर्गत परीक्षाएं देनी होंगी. उन्होंने कहा, 'हाई स्कूल के लिए कृषि और इंटरमीडिएट के लिए व्यवसायिक शिक्षा जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं ली जाएंगी, क्योंकि इन विषयों के लिए पाठ्यक्रम की बात करें तो यूपी बोर्ड और सीबीएसई के बीच भारी अंतर है.' शिव लाल ने कहा, 'हमारी पाठ्यक्रम समितियों की बैठकों के साथ यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और इसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक में प्रस्तावित बदलावों पर विचार किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में होगी. इसके बाद प्रस्ताव का मसौदा मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा.' टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि हर साल यूपी बोर्ड द्वारा कराई जाने वाली दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं में लाखों की संख्या में विद्यार्थी शामिल होते हैं. पिछले साल 32.6 लाख विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षाओं, जबकि 29.2 लाख विद्याथी इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए थे. चालू अकादमिक वर्ष (2016-17) के लिए हुई परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा 9 जून को की जाएगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'हाई स्कूल के लिए कृषि और इंटरमीडिएट के लिए व्यवसायिक शिक्षा जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं ली जाएंगी, क्योंकि इन विषयों के लिए पाठ्यक्रम की बात करें तो यूपी बोर्ड और सीबीएसई के बीच भारी अंतर है.' शिव लाल ने कहा, 'हमारी पाठ्यक्रम समितियों की बैठकों के साथ यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और इसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक में प्रस्तावित बदलावों पर विचार किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद की बैठक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में होगी. इसके बाद प्रस्ताव का मसौदा मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा.' टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि हर साल यूपी बोर्ड द्वारा कराई जाने वाली दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं में लाखों की संख्या में विद्यार्थी शामिल होते हैं. पिछले साल 32.6 लाख विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षाओं, जबकि 29.2 लाख विद्याथी इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए थे. चालू अकादमिक वर्ष (2016-17) के लिए हुई परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा 9 जून को की जाएगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उल्लेखनीय है कि हर साल यूपी बोर्ड द्वारा कराई जाने वाली दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं में लाखों की संख्या में विद्यार्थी शामिल होते हैं. पिछले साल 32.6 लाख विद्यार्थी हाई स्कूल की परीक्षाओं, जबकि 29.2 लाख विद्याथी इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए थे. चालू अकादमिक वर्ष (2016-17) के लिए हुई परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा 9 जून को की जाएगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: काले धन से निपटने के लिए साझा प्रोटोकॉल विकसित : सिन्हा
यह लेख है: केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि भारत ने विदेशी खातों में मौजूद काले धन से निपटने के लिए कुछ साझा प्रोटोकॉल विकसित किए हैं। इसके साथ ही कई देशों के साथ कर सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान संबंधित समझौते, अमेरिका के साथ विदेशी खाता कर अनुपालन अधिनियम (एफएटीसीए) पर हस्ताक्षर और आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) के साथ मिलकर काम शुरू करने का फैसला हुआ है। यहां संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित 'विकास के लिए वित्तीयन पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन' में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सिन्हा ने कहा,"जहां तक भारत का सवाल है, हमने स्पष्ट कर दिया है कि करदाताओं ने यदि विदेशों में ऐसे धन छुपा कर रखे हैं या उनकी ऐसी विदेशी आय है, जिस पर कर नहीं चुकाया गया है, तो उन्हें और अधिक नहीं छुपाया जा सकेगा।" सिन्हा ने कहा कि यदि करदाता अपनी संपत्ति का खुलासा (सितंबर अंत तक) नहीं करते, तो सरकार उनपर 120 फीसदी जुर्माना लगा सकती है और उन्हें सश्रम कारावास भी हो सकता है। यही नहीं यदि वे देश छोड़ देते हैं, तो देश में मौजूद उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है। सिन्हा ने कहा "देश में कर वसूली सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) का 10 फीसदी है, जबकि ओईसीडी में यह 34.6 फीसदी है। यह गंभीर समस्या है। कर वसूली बढ़ाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। अन्यथा हम वह काम नहीं कर पाएंगे, जिसके लिए हमें चुना जाता है।" टिप्पणियां भारत और अमेरिका ने इस महीने के शुरू में एफएटीसीए लागू करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इससे दोनों देशों में कर सूचनाओं का आदान प्रदान बढ़ेगा। काला धन अधिनियम के तहत विदेशों में जमा अघोषित संपत्ति पर 30 फीसदी कर और 30 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। सितंबर अंत तक इन संपत्तियों का यदि खुलासा नहीं किया जाता है, तो इस पर 30 फीसदी कर के साथ 90 फीसदी जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे कुल प्रभावी जुर्माना 120 फीसदी हो जाएगा। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी की 2014 की एक रपट के मुताबिक भारत की 95 अरब डॉलर संपत्ति विदेश में गुप्त रूप से जमा है और यह चीन (250 अरब डॉलर) तथा रूस (123 अरब डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर है। एक अनाधिकारिक अनुमान के मुताबिक, देश की 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक की संपत्ति विदेशों में हो सकती है। यहां संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित 'विकास के लिए वित्तीयन पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन' में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सिन्हा ने कहा,"जहां तक भारत का सवाल है, हमने स्पष्ट कर दिया है कि करदाताओं ने यदि विदेशों में ऐसे धन छुपा कर रखे हैं या उनकी ऐसी विदेशी आय है, जिस पर कर नहीं चुकाया गया है, तो उन्हें और अधिक नहीं छुपाया जा सकेगा।" सिन्हा ने कहा कि यदि करदाता अपनी संपत्ति का खुलासा (सितंबर अंत तक) नहीं करते, तो सरकार उनपर 120 फीसदी जुर्माना लगा सकती है और उन्हें सश्रम कारावास भी हो सकता है। यही नहीं यदि वे देश छोड़ देते हैं, तो देश में मौजूद उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है। सिन्हा ने कहा "देश में कर वसूली सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) का 10 फीसदी है, जबकि ओईसीडी में यह 34.6 फीसदी है। यह गंभीर समस्या है। कर वसूली बढ़ाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। अन्यथा हम वह काम नहीं कर पाएंगे, जिसके लिए हमें चुना जाता है।" टिप्पणियां भारत और अमेरिका ने इस महीने के शुरू में एफएटीसीए लागू करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इससे दोनों देशों में कर सूचनाओं का आदान प्रदान बढ़ेगा। काला धन अधिनियम के तहत विदेशों में जमा अघोषित संपत्ति पर 30 फीसदी कर और 30 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। सितंबर अंत तक इन संपत्तियों का यदि खुलासा नहीं किया जाता है, तो इस पर 30 फीसदी कर के साथ 90 फीसदी जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे कुल प्रभावी जुर्माना 120 फीसदी हो जाएगा। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी की 2014 की एक रपट के मुताबिक भारत की 95 अरब डॉलर संपत्ति विदेश में गुप्त रूप से जमा है और यह चीन (250 अरब डॉलर) तथा रूस (123 अरब डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर है। एक अनाधिकारिक अनुमान के मुताबिक, देश की 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक की संपत्ति विदेशों में हो सकती है। सिन्हा ने कहा कि यदि करदाता अपनी संपत्ति का खुलासा (सितंबर अंत तक) नहीं करते, तो सरकार उनपर 120 फीसदी जुर्माना लगा सकती है और उन्हें सश्रम कारावास भी हो सकता है। यही नहीं यदि वे देश छोड़ देते हैं, तो देश में मौजूद उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है। सिन्हा ने कहा "देश में कर वसूली सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) का 10 फीसदी है, जबकि ओईसीडी में यह 34.6 फीसदी है। यह गंभीर समस्या है। कर वसूली बढ़ाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। अन्यथा हम वह काम नहीं कर पाएंगे, जिसके लिए हमें चुना जाता है।" टिप्पणियां भारत और अमेरिका ने इस महीने के शुरू में एफएटीसीए लागू करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इससे दोनों देशों में कर सूचनाओं का आदान प्रदान बढ़ेगा। काला धन अधिनियम के तहत विदेशों में जमा अघोषित संपत्ति पर 30 फीसदी कर और 30 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। सितंबर अंत तक इन संपत्तियों का यदि खुलासा नहीं किया जाता है, तो इस पर 30 फीसदी कर के साथ 90 फीसदी जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे कुल प्रभावी जुर्माना 120 फीसदी हो जाएगा। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी की 2014 की एक रपट के मुताबिक भारत की 95 अरब डॉलर संपत्ति विदेश में गुप्त रूप से जमा है और यह चीन (250 अरब डॉलर) तथा रूस (123 अरब डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर है। एक अनाधिकारिक अनुमान के मुताबिक, देश की 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक की संपत्ति विदेशों में हो सकती है। भारत और अमेरिका ने इस महीने के शुरू में एफएटीसीए लागू करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इससे दोनों देशों में कर सूचनाओं का आदान प्रदान बढ़ेगा। काला धन अधिनियम के तहत विदेशों में जमा अघोषित संपत्ति पर 30 फीसदी कर और 30 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। सितंबर अंत तक इन संपत्तियों का यदि खुलासा नहीं किया जाता है, तो इस पर 30 फीसदी कर के साथ 90 फीसदी जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे कुल प्रभावी जुर्माना 120 फीसदी हो जाएगा। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी की 2014 की एक रपट के मुताबिक भारत की 95 अरब डॉलर संपत्ति विदेश में गुप्त रूप से जमा है और यह चीन (250 अरब डॉलर) तथा रूस (123 अरब डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर है। एक अनाधिकारिक अनुमान के मुताबिक, देश की 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक की संपत्ति विदेशों में हो सकती है। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी की 2014 की एक रपट के मुताबिक भारत की 95 अरब डॉलर संपत्ति विदेश में गुप्त रूप से जमा है और यह चीन (250 अरब डॉलर) तथा रूस (123 अरब डॉलर) के बाद तीसरे स्थान पर है। एक अनाधिकारिक अनुमान के मुताबिक, देश की 466 अरब डॉलर से 1,400 अरब डॉलर तक की संपत्ति विदेशों में हो सकती है।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: उत्तराखंड : एक परांठा के वसूले 250 रुपये, 200 रुपये में पानी की बोतल
यह लेख है: उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं। बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
2
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: ममता बनर्जी का विमान आसमान में चक्कर लगाता रहा, तृणमूल कांग्रेस ने षड्यंत्र का आरोप लगाया
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कोलकाता स्थित एनएससीबीआई हवाईअड्डे पर बुधवार रात निजी एयरलाइन कंपनी का एक विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं. इस पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था. एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि विमान ने पटना से निर्धारित समय से एक घंटे देरी से शाम सात बजकर 35 निनट पर उड़ान भरी और यहां तकनीकी कारणों से आसमान में आधे घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाने के बाद रात नौ बजे से कुछ समय पहले उतर गया. अधिकारियों ने कहा कि किसी भी हवाईअड्डे पर ऐसी घटना कोई नई बात नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम, ममता के साथ उसी विमान में थे. उन्होंने यद्यपि विमान के उतरने के लिए एटीसी से ''अनुमति मिलने में देरी'' पर कड़ी आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री को मारने का एक षड्यंत्र है. हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.'' हकीम ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.'' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि विमान ने पटना से निर्धारित समय से एक घंटे देरी से शाम सात बजकर 35 निनट पर उड़ान भरी और यहां तकनीकी कारणों से आसमान में आधे घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाने के बाद रात नौ बजे से कुछ समय पहले उतर गया. अधिकारियों ने कहा कि किसी भी हवाईअड्डे पर ऐसी घटना कोई नई बात नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम, ममता के साथ उसी विमान में थे. उन्होंने यद्यपि विमान के उतरने के लिए एटीसी से ''अनुमति मिलने में देरी'' पर कड़ी आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री को मारने का एक षड्यंत्र है. हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.'' हकीम ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.'' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम, ममता के साथ उसी विमान में थे. उन्होंने यद्यपि विमान के उतरने के लिए एटीसी से ''अनुमति मिलने में देरी'' पर कड़ी आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री को मारने का एक षड्यंत्र है. हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.'' हकीम ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.'' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ''पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.'' हकीम ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.'' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ''पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.'' हकीम ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.'' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: लोकसभा चुनाव 2019: इस कारण दिल्ली में नहीं हुआ 'आप'-कांग्रेस का गठबंधन, राहुल गांधी ने बताई वजह
यह लेख है: राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड में हमारा गठबंधन तय हैं. दिल्ली में हमारी पार्टी गठबंधन के खिलाफ है और इसको लेकर सर्वसम्मति है. बाकी जगहों पर कुल मिलाकर गठबंधन की बात पटरी पर है.' कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान से कुछ दिन पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी बैठक में यह फैसला हुआ था कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस दिल्ली प्रभारी पीसी चाको और डीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन गठबंधन के पक्ष में थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित एवं कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इसका विरोध किया था. अधिकतर नेताओं की राय के मद्देनजर राहुल गांधी ने 'आप' के साथ गठबंधन नहीं करने पर सहमति जताई. महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन लगभग तय है तो तमिलनाडु में द्रमुक और झारखंड में झामुमो के साथ उसका गठबंधन पक्का हो चुका है.
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: जेवर में एक की हत्या और 4 महिलाओं से गैंगरेप के मामले में चार लोग हिरासत में लिए गए
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला हादसा हुआ. रात क़रीब एक-डेढ़ बजे बुलंदशहर जा रहे एक परिवार को छह बदमाशों ने रोका. विरोध करने पर एक शख्स जो कि उस परिवार का मुखिया था उसे गोली मारी. महिलाओं के साथ दरिंदगी की गई, गैंगरेप किया गया. वारदात के वक्त पुलिस से 100 नंबर कॉल कर मदद मांगी गई, पर पुलिस वारदात के डेढ़ घंटे बाद पहुंची. तब तक बदमाश वारदात को अंज़ाम दे चुके थे, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए वारदात के बाद पुलिस पूरी तरह मुस्तैद हो गई है और चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. छह आरोपियों की तलाश में यूपी पुलिस ने 7 टीमों का गठन किया. साथ ही केस को जल्द सुलझाने के लिए पुलिस एसटीएफ़ से मदद ले रही है. चारों पीड़ित महिलाओं का मेडिकल हो चुका है. रिपोर्ट का इंतज़ार है. कल शाम महिलाओं ने दावा किया था कि वे तीन आरोपियों को पहचानती हैं. साथ ही पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे बावरिया गैंग का हाथ हो सकता है.टिप्पणियां आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है.  26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.  छह आरोपियों की तलाश में यूपी पुलिस ने 7 टीमों का गठन किया. साथ ही केस को जल्द सुलझाने के लिए पुलिस एसटीएफ़ से मदद ले रही है. चारों पीड़ित महिलाओं का मेडिकल हो चुका है. रिपोर्ट का इंतज़ार है. कल शाम महिलाओं ने दावा किया था कि वे तीन आरोपियों को पहचानती हैं. साथ ही पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे बावरिया गैंग का हाथ हो सकता है.टिप्पणियां आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है.  26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.  आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है.  26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.  जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है.  26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: शांतिभूषण की ईमानदारी पर शक नहीं : नीतीश
यह एक लेख है: लोकपाल विधेयक का प्रारूप तैयार करने के लिए बनी संयुक्त समिति के सह-अध्यक्ष शांतिभूषण के खिलाफ जारी कथित विवादास्पद सीडी में लगे आरोपों के बाद शांतिभूषण का बचाव करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता। जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम से इतर अपने आवास पर नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री की ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता। जो लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं, उन्हें इसका नुकसान भरना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को भी इसी प्रकार सेंट किट्स मामले में फंसाने की कोशिश हुई थी। विरोधियों का यह आजमाया हुआ नुस्खा है और उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। नीतीश ने कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने गलत नंबर डायल किया है। शांतिभूषण और उनके पुत्र प्रशांत भूषण इसका जवाब देने में सक्षम हैं। उल्लेखनीय है कि शांतिभूषण, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और सपा के पूर्व महासचिव अमर सिंह के बीच कथित बातचीत की एक सीडी का खुलासा हुआ है, जिसमें एक न्यायाधीश को प्रभावित करने की कोशिश की गई है। इस टेप की सत्यता स्वतंत्र तौर पर प्रमाणित नहीं हुई है।
9
['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: मुशर्रफ ने कराई मेरी मां की हत्या : बिलावल भुट्टो
यह लेख है: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जिम्मेदार हैं। बिलावल ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, उन्होंने (मुशर्रफ ने) मेरी मां (बेनजीर) की हत्या कराई। अपनी मां की हत्या के लिए मैं उन्हें जिम्मेदार मानता हूं। यह पूछे जाने पर कि बिलावल ऐसा क्यों कह रहे हैं, उन्होंने कहा, क्योंकि उन्हें (मुशर्रफ को) खतरे की जानकारी थी। खुद उन्होंने (मुशर्रफ ने) पूर्व में उन्हें (बेनजीर को) धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि आपकी सुरक्षा का सीधा संबंध हमारे रिश्तों और हमारे बीच सहयोग से है। इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं। उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी। बिलावल ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, उन्होंने (मुशर्रफ ने) मेरी मां (बेनजीर) की हत्या कराई। अपनी मां की हत्या के लिए मैं उन्हें जिम्मेदार मानता हूं। यह पूछे जाने पर कि बिलावल ऐसा क्यों कह रहे हैं, उन्होंने कहा, क्योंकि उन्हें (मुशर्रफ को) खतरे की जानकारी थी। खुद उन्होंने (मुशर्रफ ने) पूर्व में उन्हें (बेनजीर को) धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि आपकी सुरक्षा का सीधा संबंध हमारे रिश्तों और हमारे बीच सहयोग से है। इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं। उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी। इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं। उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी। बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं। उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी। उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: आतंकी हमले की अफवाहों से परेशान बेंगलुरु पुलिस
यह एक लेख है: बेंगलुरु में आतंकी हमले की अफवाह ने इस कदर जोर पकड़ा कि इससे परेशान शहर के पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी को मंगलवार देर शाम एक खास प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लोगों से अपील करनी पड़ी कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आम दिनों की तरह काम करते रहें। पुलिस कमिश्नर ने लिखा है कि 'सभी लोगों से निवेदन है कि वह बेवजह फैल रही इस अफवाह पर ध्यान न दें कि बेंगलुरु शहर में भी आतंकी हमला होने वाला है। यह फ़िज़ूल की बात है, इसे नज़रअंदाज़ कर आम दिनों की तरह ही वह निश्चिन्त रहें।' दरअसल कुछ असामाजिक तत्वों ने व्हाट्सएप के जरिये यह अफवाह फैलाई कि बुधवार को बेंगलुरु में आतंकवादी हमला हो सकता है, ऐसे में लोग अपने घरों में ही रहें और बच्चों को स्कूल न भेजें। व्हाट्सऐप के जरिये फैलाये जा रहे इस फर्जी संदेश में कर्नाटक के गृहमंत्री के जी जॉर्ज और पुलिस का हवाले देते हुए कहा गया कि सूचना तकनीक के कारोबार से जुड़ी दो बड़ी कंपनियों को इस हमले का टारगेट बनाया जा सकता है। ऐसे में पूरे शहर में अफवाहों का बाजार गर्म है। हालांकि पुलिस ने न सर्फ बेंगलुरु बल्कि मैसूर, बेलगावी, हुबली, धारवाड़ और मंगलुरु जैसे शहरों में चौकसी बढ़ा दी है। बेंगलुरु शहर में बाहर से आने वाले रास्तों पर निगरानी बढ़ाई  जाने के साथ-साथ सभी शॉपिंग मॉल्स, थिएटर और दुसरे संवेदनशील एवं सामरिक महत्व की जगहों पर पुलिस आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा दिख रही है। पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी के साथ अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अलोक कुमार ने स्थानीय डीसीपी के साथ सुरक्षा व्यवस्था का मुआएना किया। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के लिए ट्विटर के ज़रिये इसकी विचारधारा को फैलाने के आरोप में @शमीविटनेस के हैंडलर मेहदी मसरूर बिस्वास को पुलिस ने बेंगलुरु में गिरफ्तार किया था। इसके फौरन बाद एक ट्वीट के ज़रिये शहर में आतंकी हमले की धमकी दी गई थी और व्हाट्सऐप के इस ताज़ा मेसेज ने इस आग में घी का काम किया।
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: आराम के हकदार हैं सीनियर खिलाड़ी : रैना
लेख: भारत के कार्यवाहक क्रिकेट कप्तान सुरेश रैना ने सचिन तेंदुलकर सहित सीनियर खिलाड़ियों के वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं आने के उनके फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि वरिष्ठ खिलाड़ी आराम के हकदार हैं। सचिन तेंदुलकर और नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के दौरे से बाहर रहने और वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह के चोटिल होने के कारण नहीं खेलने से भारतीय क्रिकेट टीम दोयम दर्जे की लग रही है। शनिवार को होने वाले ट्वेंटी-20 और पांच मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले रैना ने कहा कि युवा और कम अनुभव वाली टीम की कप्तानी करना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि कप्तान होने के नाते यह मेरे लिए चुनौती है और मैं इसके लिए बेहद उत्साहित हूं। रैना ने कहा, हमारी टीम में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं, जो मौजूदा शृंखला में अच्छा करने के लिए उत्सुक हैं। इन खिलाडियों ने प्रथम श्रेणी के मुकाबलों, आईपीएल और विश्व कप टीम में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ी विश्राम के हकदार हैं। इसके अलावा उनके नहीं रहने से युवा खिलाड़ियों को अपना प्रदर्शन करके आगे आने का मौका मिलेगा।
8
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: अपनी छवि चमकाने के लिए 'चाल चल' रहे हैं पीएम मोदी : चीनी अखबार
यह लेख है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दोरे से पहले एक सरकारी अखबार ने उनकी एक आलोचनात्मक खबर छापी है। इसमें उन पर अपनी घरेलू छवि चमकाने के लिए सीमा विवाद और चीन के खिलाफ सुरक्षा मुद्दों को लेकर 'चाल चलने' के आरोप लगाए गए हैं। शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज में शोधकर्ता हू झियोंग ने कहा, 'मोदी ने जब से सत्ता संभाली है, उन्होंने जापान, अमेरिका, यूरोपीय देशों से भारत के संबंध बढ़ाने पर जोर दिया है, ताकि देश के खराब आधारभूत ढांचे और आर्थिक विकास को बढ़ाया जा सके।' उन्होंने कहा, 'लेकिन पिछले वर्ष उनकी कूटनीतिक पहल से साबित हुआ है कि वह दूरदर्शी होने के बजाए यथार्थवादी हैं।'टिप्पणियां इस लेख का शीषर्क है, 'क्या मोदी के दौरे से चीन-भारत संबंध मजबूत होंगे?' पर्यवेक्षकों का मानना है कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के सहयोगी अखबार में छपी खबरें मोदी दौरे से पहले अनुभव को खट्टा करने वाली बात है। मोदी 14 मई से 16 मई के बीच चीन की यात्रा पर करेंगे। पहले से चली आ रही शत्रुता और परस्पर अविश्वास का हवाला देते हुए लेख में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच कभी भी वास्तविक रणनीतिक विश्वास नहीं बन सका। इसने कहा, 'चीन और भारत के नेताओं को न केवल परस्पर राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना चाहिए बल्कि कई सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।' शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज में शोधकर्ता हू झियोंग ने कहा, 'मोदी ने जब से सत्ता संभाली है, उन्होंने जापान, अमेरिका, यूरोपीय देशों से भारत के संबंध बढ़ाने पर जोर दिया है, ताकि देश के खराब आधारभूत ढांचे और आर्थिक विकास को बढ़ाया जा सके।' उन्होंने कहा, 'लेकिन पिछले वर्ष उनकी कूटनीतिक पहल से साबित हुआ है कि वह दूरदर्शी होने के बजाए यथार्थवादी हैं।'टिप्पणियां इस लेख का शीषर्क है, 'क्या मोदी के दौरे से चीन-भारत संबंध मजबूत होंगे?' पर्यवेक्षकों का मानना है कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के सहयोगी अखबार में छपी खबरें मोदी दौरे से पहले अनुभव को खट्टा करने वाली बात है। मोदी 14 मई से 16 मई के बीच चीन की यात्रा पर करेंगे। पहले से चली आ रही शत्रुता और परस्पर अविश्वास का हवाला देते हुए लेख में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच कभी भी वास्तविक रणनीतिक विश्वास नहीं बन सका। इसने कहा, 'चीन और भारत के नेताओं को न केवल परस्पर राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना चाहिए बल्कि कई सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।' इस लेख का शीषर्क है, 'क्या मोदी के दौरे से चीन-भारत संबंध मजबूत होंगे?' पर्यवेक्षकों का मानना है कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के सहयोगी अखबार में छपी खबरें मोदी दौरे से पहले अनुभव को खट्टा करने वाली बात है। मोदी 14 मई से 16 मई के बीच चीन की यात्रा पर करेंगे। पहले से चली आ रही शत्रुता और परस्पर अविश्वास का हवाला देते हुए लेख में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच कभी भी वास्तविक रणनीतिक विश्वास नहीं बन सका। इसने कहा, 'चीन और भारत के नेताओं को न केवल परस्पर राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना चाहिए बल्कि कई सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।' पहले से चली आ रही शत्रुता और परस्पर अविश्वास का हवाला देते हुए लेख में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच कभी भी वास्तविक रणनीतिक विश्वास नहीं बन सका। इसने कहा, 'चीन और भारत के नेताओं को न केवल परस्पर राजनीतिक विश्वास को मजबूत करना चाहिए बल्कि कई सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।'
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: कोल ब्लॉक आवंटन में किसी जांच की जरूरत नहीं : जायसवाल
लेख: कोल ब्लॉक आवंटन पर कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को टीम अन्ना के प्रधानमंत्री पर हमले के बाद सफाई दी है।टिप्पणियां जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: 'पाक पर हमले की सूरत में भारत में लक्ष्य चिह्नित'
यह एक लेख है: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख अहमद शुजा पाशा ने चेतावनीभरे लहजे में कहा कि अगर भारत ऐबटाबाद जैसे किसी हमले को अंजाम देता है तो पाकिस्तान की तरफ से भी उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए भारत के अंदर के लक्ष्यों की पहचान की जा चुकी है और अभ्यास कार्यक्रमों को भी अंजाम दिया जा चुका है। शुक्रवार को बंद कमरे में हुई देश की सीनेट और राष्ट्रीय एसेंबली के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पाशा ने यह चेतावनी दी। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की खबर के मुताबिक पाकिस्तान में हमला कर सकने की क्षमता संबंधी भारत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाशा ने साफ तौर पर कहा कि पूर्व से किए गए किसी भी हमले पर उपयुक्त प्रतिक्रिया दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी स्थिति के लिए आकस्मिक योजना तैयार है और भारत के अंदर के लक्ष्यों की पहचान की जा चुकी है। पाशा ने सांसदों से यह भी कहा कि इसके लिए अभ्यास कार्यक्रमों को भी अंजाम दिया जा चुका है। इससे पहले भी पाकिस्तानी सेना और सरकार ने ऐबटाबाद जैसे किसी हमले को अंजाम देने के लिए भारत को चेतावनी दी थी और कहा था कि इससे भयंकर विपत्ति पैदा हो सकती है।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: सरकार के भरोसे देश नहीं चल सकता, न चलना चाहिए : सिडनी में पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि सरकार के भरोसे देश नहीं चल सकता और चलना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देश चलाने के लिए लोगों को पहल करने देना चाहिए और शासन को उसमें रुकावट नहीं बनना चाहिए। प्रधानमंत्री ने सिडनी में ऑलफोन्स एरीना में बड़ी संख्या में एकत्र हुए भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, मैं नहीं मानता कि सरकारें देश बनाती हैं। पहले लगता था कि सरकार देश बनाती है, लेकिन मैं मानता हूं कि सरकार देश नहीं बनाती और उसे बनाना भी नहीं चाहिए, क्योंकि देश लोग बनाते हैं। उन्होंने कहा, हमें देश बनाने के लिए लोगों को मौका देना चाहिए, सरकार उसमें बाधा नहीं बने और रास्ते से हट जाए। प्रधानमंत्री ने उत्साही भारतीय समुदाय के लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अपनी इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, सरकार के भरोसे देश नहीं चल सकता और न चलना चाहिए। यह मेरा मानना है, लोगों को पहल करने दें। थोड़ी खिड़की खोलें.. और ताजा हवा आने दें। लोगों के जीवन में सरकार के हस्तक्षेप को कम करने की दिशा में अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने विधायक, सांसद या राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणपत्र सत्यापित कराने की व्यवस्था खत्म कर दी है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा, अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही थी यह व्यवस्था, मैंने उसे निकाल दिया। क्योंकि अगर हम अपनों पर भरोसा नहीं करेंगे तो लोग हम पर भरोसा क्यों करेंगे। किसी ने कहा कि यह मेरा है (दस्तावेज) तो यह मेरा है’। जब नौकरी लगेगी तब मूल प्रमाणपत्र दिखा दें। मोदी ने कहा कि अपने लोगों पर विश्वास करना सीखें। हम लोगों पर भरोसा करके उन्हें जोड़कर देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों को कानून बनाने में मजा आता था, मुझे अनावश्यक कानून खत्म करने में आनंद आता है। देश में स्वच्छता अभियान चलाने, शौचालय बनाने और सभी गरीबों के बैंक खाते खोलने के कार्यों को वरीयता के आधार पर आगे बढ़ाने के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा, कई लोगों के बड़े-बड़े काम करने के सपने होते हैं। वो सपने उन्हें मुबारक। मुझे तो छोटे छोटे काम करने हैं। छोटे लोगों के लिए करने हैं और छोटों को बड़ा बनाने के लिए करने हैं। उन्होंने कहा कि अपनी सरकार की छह महीने की अल्पावधि में ही वह यह अनुभव कर सकते हैं कि देश के सामान्य लोगों ने जो सपने देखे हैं, उन्हें पूरा करने का भारत मां आशीर्वाद दे रही है और देश की जनता उसे कर दिखाने का सामर्थ्य रखती है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भारत फिर से उठ खड़ा होगा, सामर्थ्यवान बनेगा और विश्व को संकट से मुक्ति दिलाने की ताकत बनेगा। और अब ऐसा कोई कारण नहीं लगता कि हमारा देश पीछे रह जाएगा। मोदी ने कहा, नियति ने उसका (भारत) आगे जाना तय कर लिया है। जिस देश के पास 250 करोड़ भुजाएं हों और उसमें भी 200 करोड़ ऐसी हों, जो 35 साल से कम आयु की हैं। उस युवाशक्ति और नौजवानों की ताकत के बल पर भारत मजबूत शक्ति बनेगा। हाल के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारतीय राजनीति में परिवर्तन के लिए विश्वभर में रह रहे भारतीयों की उमंग को दर्शाते हैं। इन नतीजों के प्रति लोगों की जिज्ञासा ,भारत के उज्ज्वल भविष्य को लेकर थी, न कि किसी पार्टी की हार या जीत को लेकर। जन-धन योजना की सफलता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 67 साल में एक साल में औसतन एक करोड़ बैंक खाते खुलते थे, लेकिन इस योजना के शुरू होने के 10 हफ्ते में सात करोड़ से अधिक खाते खुल चुके हैं। चुनाव के बाद देश में बदलाव के माहौल का दावा करते हुए उन्होंने कहा, सरकार वही, मुलाजिम वही, दफ्तार वही, फाइल वही, आदत वही, लोग भी वही.. लेकिन काम हुआ कि नहीं हुआ। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित मेडिसन स्कवायर की तरह यहां सिडनी के ऑलफोंस एरीना में भी ‘मोदी-मोदी’ के जयकारे लगाने वाली और उनकी हर बात पर तालियां बजा कर समर्थन करने वाली अति उत्साही भीड़ को अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोगों और व्यवस्थाओं को कम करके नहीं आंके। अगर सही दिशा दी जाए तब लोग उससे भी आगे दौड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, काम बहुत कठिन है लेकिन क्या हम यह सोचकर उसे हाथ नहीं लगाएं.. उससे दूर भाग जाएं? मैंने एक बड़ा संकट मोल लिया है। 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्रमा में हिस्सा लेने वाले लोगों ने आजादी नहीं देखी और अगर वो यह सोचते कि मेरे जीते जी आजादी आ जाए तब कभी आजादी नहीं मिल सकती थी। मोदी ने आस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों का भी आह्वान किया कि स्वच्छ भारत के अभियान को आगे बढ़ाने में वे भी पहल करें और भारत के अपने मूल गांव एवं स्थानों पर शौचालय बनाने में योगदान करें। इस पर उपस्थित लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर अपना समर्थन जताया। श्रम के सम्मान की जोरदार वकालत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सफाई करना या कूड़ा कचरा उठाना, अपनी शान कम करने की बात नहीं है बल्कि बहुत इज्जत का काम है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ‘श्रमेव जयते’ योजना शुरू की है।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: दिल्ली में भारी बारिश, दिन में छाया अंधेरा
यह लेख है: दिल्ली के कई इलाकों में तेज बारिश से पानी जमा हो गया है। कुछ जगहों से जाम लगने की खबर भी आ रही है। बारिश से पहले दिन में ही अंधेरा छा गया। एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर पानी भर गया है। हालांकि इसका विमानों की आवाजाही पर कोई असर अभी तक नहीं पड़ा है। उधर, चंडीगढ़ में आज सुबह हुई भारी बारिश से कई इलाक़ों में पानी भर गया। तेज बारिश से कई पेड़ उखड़ गए और कई जगह बिजली के खंभे भी गिर गए। जिसकी वजह से कई सेक्टरों की बिजली गुल हो गई। बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया और कई घंटे तक जाम लगा रहा। बिजली गुल होने से ट्रैफिक लाइट्स भी बंद हो गई, जिससे चौराहों पर ट्रैफिक को मैनेज करने में काफी परेशानी हुई। भारी बारिश की वजह से कई स्कूलों में छुट्टी भी करनी पड़ी। मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक दो दिन इसी तरह की तेज बारिश होने की उम्मीद हैं। वहीं, पंजाब के जालंधर में तेज बारिश से कई इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए। जालंधर बस अड्डे से लेकर बाजारों तक में पानी भर गया। तेज बारिश की वजह से दोपहर तक बाजार बंद रहे। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: छत्तीसगढ़ में पुलिस ने मुठभेड़ में 7 नक्सलियों को मार गिराया
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में मंगलवार को पुलिस से मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए. राज्य के नक्सल अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि नारायणपुर जिले के पुशपाल गांव के जंगल में पुलिस दल ने मुठभेड़ में सात नक्सलियों को मार गिराया. अवस्थी ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के बारसूर थाना क्षेत्र से जिला पुलिस बल और डीआरजी के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था. यह दल जब सीमावर्ती नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के पुशपाल गांव के जंगल में पहुंचा तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए. बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से सात नक्सलियों के शव, दो इंसास रायफल और अन्य हथियार बरामद किए गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अवस्थी ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के बारसूर थाना क्षेत्र से जिला पुलिस बल और डीआरजी के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था. यह दल जब सीमावर्ती नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के पुशपाल गांव के जंगल में पहुंचा तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए. बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से सात नक्सलियों के शव, दो इंसास रायफल और अन्य हथियार बरामद किए गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए. बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से सात नक्सलियों के शव, दो इंसास रायफल और अन्य हथियार बरामद किए गए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: दिल्ली में जबर्दस्त छापेमारी, कई जगहों से बरामद हुए पटाखे
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दीवाली नजदीक आने पर पटाखों को लेकर छापेमारी भी चल रही है. वजह कि सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ लाइसेंसी दुकानों पर ही पटाखे बिकने का आदेश दिया है. पुलिस ने दिल्ली के वेस्ट जिले में छापेमारी की. इस दौरान करीब 1700 किलो पटाख़े बरामद हुए. कुल सात मामले दर्ज हुए हैं. साउथ ईस्ट जिले में  67 किलो पटाख़े बरामद हुए और एक व्यक्ति गिरफ्तार हुआ. नार्थ जिले में करीब 650 किलो पटाखे बरामद हुए और एक गिरफ्तारी हुई.  ईस्ट जिले में  150 किलो पटाखे के साथ एक व्यक्ति पुलिस की पकड़ में आया. इसी तरह नार्थ ईस्ट में तीन किलो और आउटर जिले में ढाई किलो पटाखे मिले. दोनों जगहों से एक-एक गिरफ्तारी हुई. साउथ जिले में 10 किलो पटाख़े बरामद हुए. वहीं सेंट्रल जिले मेंकोई बरामदगी नहीं हुई. द्वारका जिला में करीब 37 किलो पटाखे बरामद हुए.इस दौरान दो लोग गिरफ्तार हुए. ये सभी कार्रवाई 1 नवंबर से हुई है.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: केरल : माकपा कार्यलय में अज्ञात व्यक्तियों ने लगाई आग
वीडियो देखें : पश्चिम बंगाल में लेफ्ट का प्रदर्शन टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त कार्यालय में कोई मौजूद नहीं था. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यालय आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और इमारत के अंदर मौजूद फाइलें नष्ट हो गईं हैं. स्थानीय लोगों की मदद से अग्निशमन एवं बचाव कर्मियों ने आग को बुझाया. माकपा नेता ने कहा कि उन्हें इस घटना में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं का हाथ होने की आशंका है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त कार्यालय में कोई मौजूद नहीं था. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यालय आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और इमारत के अंदर मौजूद फाइलें नष्ट हो गईं हैं. स्थानीय लोगों की मदद से अग्निशमन एवं बचाव कर्मियों ने आग को बुझाया. माकपा नेता ने कहा कि उन्हें इस घटना में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं का हाथ होने की आशंका है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: ओला कैब्स ने 20 करोड़ डालर में टैक्सीफॉरश्योर का अधिग्रहण किया
यह एक लेख है: देश की प्रमुख टैक्सी सेवा कंपनी ओला कैब्स ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी टैक्सीफॉरश्योर का नकद एवं इक्विटी कुल 20 करोड़ डॉलर के सौदे में अधिग्रहण किया है। कंपनी ने आज एक बयान में कहा, 'निजी परिवहन के क्षेत्र में बदलाव लाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए ओला ने टैक्सीफॉरश्योर का 20 करोड़ डालर के सौदे में अधिग्रहण करने की घोषणा की है।' बयान में कहा गया है कि इस सौदे के बाद ओला ने टैक्सीफॉरश्योर के ऑपरेटर आधारित माडल के जरिये अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है। ओला ने कहा कि टैक्सीफॉरश्योर का नेतृत्व व सभी 1,700 कर्मचारी उसके साथ जुड़े रहेंगे। अरविंद सिंघल जिन्होनें हाल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी 'सीईओ' को नियुक्त किया गया है, वह इस भूमिका में बने रहेंगे। वहीं टैक्सीफॉरश्योर अप्रमेय राधाकृष्णन व रघुनंदन जी कुछ निश्चित अवधि के लिए सलाहकार की भूमिका में योगदान देंगे। इस अधिग्रहण पर ओला के सह संस्थापक व सीईओ भविश अग्रवाल ने कहा, 'टैक्सीफॉरश्योर द्वारा अपनाई जाने वाली रणनीति में समपूरक मूल्य है। मैं टैक्सीफॉरश्योर की टीम का अपने यहां स्वागत करता हूं और उनके साथ मिलकर काम करने को बेसब्र हूं।' टैक्सीफॉरश्योर के सह संस्थापक व सीईओ रघुनंदन जी ने कहा कि अधिग्रहण के बाद यह संयुक्त इकाई अधिक मजबूत होगी और अपने सभी अंशधारको व उपभोक्ताओं को सर्वश्रेष्ठ पेशकश उपलब्ध कराएगी। टैक्सीफॉरश्योर कैब ऑपरेटरों के साथ काम करते हुए आपूर्ति व वितरण का अलग मॉडल अपनाती है। वहीं ओला का मॉडल ड्राइवरो व उद्यमियो के साथ काम करने वाला है।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: 'गोलमाल' शृंखला की अगली फिल्म फिलहाल नहीं : शेट्टी
यह एक लेख है: फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी ने 'गोलमाल' सीरीज की अगली फिल्म की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है, और कम से कम तीन फिल्मों तक वह इस सीरीज को दोबारा शुरू नहीं करेंगे। रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।" 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।" 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को खारिज करने पर बीसीसीआई में बनी लगभग एकराय : सूत्र
यह एक लेख है: -कमेटी की पहली सिफारिश में कोई भी व्यक्ति 70 साल की उम्र के बाद बीसीसीआई या राज्य संघ पदाधिकारी नहीं बन सकता.     -लोढ़ा समिति का सबसे अहम सुझाव है कि एक राज्य संघ का एक मत होगा और अन्य को एसोसिएट सदस्य के रूप में रेलीगेट किया जाएगा.     -आईपीएल और बीसीसीआई के लिए अलग-अलग गवर्निंग काउंसिल हों. इसके अलावा समिति ने आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को सीमित अधिकार दिए जाने का भी सुझाव दिया है.     -समिति ने बीसीसीआई पदाधिकारियों के चयन के लिए मानकों का भी सुझाव दिया है. उनका कहना है कि उन्हें मंत्री या सरकारी अधिकारी नहीं होना चाहिए, और वे नौ साल अथवा तीन कार्यकाल तक बीसीसीआई के किसी भी पद पर न रहे हों.     -लोढ़ा कमेटी का यह भी सुझाव है कि बीसीसीआई के किसी भी पदाधिकारी को लगातार दो से ज़्यादा कार्यकाल नहीं दिए जाने चाहिए.     -लोढ़ा समिति की रिपोर्ट में खिलाड़ियों के एसोसिएशन के गठन तथा स्थापना का भी प्रस्ताव है.     -समिति का सुझाव है कि बीसीसीआई को सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) के दायरे में लाया जाना चाहिए.     -समिति के मुताबिक, बीसीसीआई के क्रिकेट से जुड़े मामलों का निपटारा पूर्व खिलाड़ियों को ही करना चाहिए, जबकि गैर-क्रिकेटीय मसलों पर फैसले छह सहायक प्रबंधकों तथा दो समितियों की मदद से सीईओ करेंगे.
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: मध्यप्रदेश में गैंगरेप की शिकार विदेशी महिला दिल्ली रवाना
लेख: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बनी स्विट्जरलैंड की महिला को पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली भेज दिया गया है। पुलिस वहां हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है। भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है। भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: आंध्र में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन खतरे में, चंद्रबाबू नायडू आज करेंगे मोदी और राजनाथ से बात
लेख: आंध्र प्रदेश में राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा बीजेपी-टीडीपी गठबंधन अंतिम समय में संकटों से जूझता दिख रहा है। इसी संबंध में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडु बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से आज बात कर सकते हैं। आंध्र प्रदेश में 30 अप्रैल और सात मई को विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ आयोजित होने वाले हैं। खबर है कि नायडू ने आंध्र प्रदेश में मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से 'कमजोर उम्मीदवार' उतारे जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि यह कदम गठबंधन के लिए केवल 'नुकसानदेह' होगा। बताया जाता है कि नायडू ने बुधवार देर रात अपनी पार्टी के नेताओं के साथ एक टेलीकान्फ्रेंस में कहा कि विधानसभा के लिए बीजेपी की ओर से उतारे जा रहे उम्मीदवार वार्ड सदस्य के रूप में निर्वाचित होने में भी 'सक्षम नहीं' हैं। नायडू ने इन उम्मीदवारों के बारे में कहा की, 'वे विधानसभा सीट कैसे जीतेंगे? यह हमारे गठबंधन के लिए सिर्फ नुकसानदेह होगा।' खबर है कि नायडू ने इच्चापुरम, राजमुंदरी (शहरी), काइकालुरू और गुंटाकल जैसी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर बीजेपी की पसंद पर नाखुशी जाहिर की है। ये सीटें बीजेपी को गठबंधन के तहत दी गई थीं। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी के उम्मीदवारों के चयन में हस्तक्षेप का उसे कोई अधिकार नहीं है। राज्य के नेताओं ने साथ ही कहा कि 11 दिन पुराने इस गठबंधन के लिए यह छोटी-मोटी परेशानियां और जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा। लेकिन टीडीपी सूत्रों की मानें तो उन्होंने बीजेपी को शनिवार तक का समय दिया है और अगर वह तब अपने उम्मीदवार नहीं बदलती, तो नायडु उन विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार भी खड़े कर सकते हैं।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: कंपनियां अब शेयरधारकों को दे रही हैं दिवाली पर छूट
यह एक लेख है: सालाना आम बैठक के मौके पर खाने के सामान और दूसरे रियायती कूपन देकर शेयरधारकों को खुश करने वाली सूचीबद्ध कंपनियां अब दिवाली के मौके को भी अपने निवेशकों को रिझाने के अवसर के तौर देख रही हैं। कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं। एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं। एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: सचिन तेंदुलकर ने कहा, आईआईटी दिल्ली से जमीन नहीं मांगी
लेख: क्रिकेट दिग्गज और राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट अकादमी खोलने की योजना और इसके लिए आईआईटी, दिल्ली से जमीन मांगने की बात से रविवार को इनकार कर दिया और कहा कि इस तरह की खबरों से वह स्तब्ध हैं। तेंदुलकर ने सोशल वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, 'मैं इस प्रकार की खबरें देखकर स्तब्ध हूं कि मैंने आईआईटी दिल्ली से अपनी अकादमी खोलने के लिए जमीन मांगी।' तेंदुलकर के मुताबिक, न ही उन्होंने किसी प्रकार की अकादमी खोलने की योजना बनाई है और न ही जमीन की ही मांग की। तेंदुलकर की तरफ से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में है, जब मीडिया में रिपोर्ट आई कि आईआईटी-दिल्ली के निदेशक रघुनाथ के. सेवगांवकर ने इसलिए अपना पद छोड़ दिया, क्योंकि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उनपर दबाव बनाया था कि तेंदुलकर को एक क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए आईआईटी की जमीन दे दी जाए। तेंदुलकर ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि बेहतर होता कि अगर इस तरह की खबर छापने से पहले तथ्यों का पता लगाया जाता। इससे पहले आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेवगांवकर पर संस्था के पूर्व प्रोफेसर और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी को 1972 से 1991 के बीच के बकाया वेतन भुगतान के तौर पर 70 लाख रुपये देने का भी दबाव था।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: Results 2019: PM मोदी के नए कैबिनेट में स्मृति ईरानी को मिल सकता है अमेठी जीत का इनाम
यह लेख है: मोदी सरकार की विराट जीत के बाद अब सबकी नज़रें अगली सरकार के शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल पर है. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इसमें स्मृति ईरानी को कोई बड़ा मंत्रालय देने पर विचार हो सकता है. वहीं, चार बड़े मंत्रालयों में फेरबदल पर फ़ैसला नहीं होना है. सूत्रों की मानें तो अच्छा काम कर रहे मंत्री अपने पद पर बने रहेंगे. उधर, खबर यह भी आ रही है कि पश्चिम बंगाल से भी कुछ बन सकते हैं. कुछ नए चेहरों के साथ भी मोदी और अमित शाह प्रयोग कर सकते हैं. उधर, शनिवार को बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई है. जहां नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा. इस बैठक के बाद एनडीए की बैठक होगी जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोजपा के रामविलास पासवान समेत सभी एनडीए नेता और चुने गए सांसद मौजूद रहेंगे. बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है. जिसके मुताबिक शनिवार शाम 5 बजे सेंट्रल हॉल में एनडीए की बैठक बुलाई गई है.  बताया जा रहा है कि इसी के साथ मंत्रिमंडल, पोर्टफोलियो को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, शनिवार-रविवार अलग से एनडीए के नेताओं से मुलाकात करेंगे. वहीं बीजेपी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने नतीजों के दिन की यह बता दिया था कि नरेंद्र मोदी की तरफ से सभी सांसदों को अगले 100 दिनों का एजेंडा तय करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं. जाहिर है एनडीए अपने दूसरे कार्यकाल में उन बचे हुए कामों को प्राथमिकता के साथ करेंगे जो पहले कार्यकाल में अधूरे रह गए थे.
9
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: एलपीजी सिलेंडर में लगी आग कैसे बुझाएं : पुलिस वाले का वीडियो हो गया है वायरल
यह एक लेख है: इस वीडियो में पुलिसकर्मी को देखा जा सकता है, जो कुछ लोगों को सिलेंडर लीक की वजह से लगने वाली आग को बुझाने का सही, आसान और सुरक्षित तरीका सिखा रहा है... ऐसा लगता है कि यह वीडियो दिल्ली की ही किसी बस्ती में फिल्माया गया है, और आसपास मौजूद बहुत-से लोग बहुत ध्यान से पुलिसकर्मी की बात को सुन रहे हैं, और सीख रहे हैं... वीडियो में सुशील कुमार बताते हैं कि आग लग जाने की स्थिति में सिलेंडर को गीले कपड़े से चारों तरफ से कसकर लपेट देना चाहिए, और ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण आग कुछ सेकंडों में ही खत्म हो जाती है... इस वीडियो का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह है, जिसमें सुशील कुमार एक बार खुद आग बुझाकर दिखाने के बाद दोबारा आग लगवाते हैं, और एक साधारण गृहिणी को बुलाकर उनके हाथों से आग बुझवाते हैं... लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...      वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा... वीडियो में सुशील कुमार बताते हैं कि आग लग जाने की स्थिति में सिलेंडर को गीले कपड़े से चारों तरफ से कसकर लपेट देना चाहिए, और ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण आग कुछ सेकंडों में ही खत्म हो जाती है... इस वीडियो का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह है, जिसमें सुशील कुमार एक बार खुद आग बुझाकर दिखाने के बाद दोबारा आग लगवाते हैं, और एक साधारण गृहिणी को बुलाकर उनके हाथों से आग बुझवाते हैं... लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...      वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा... इस वीडियो का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह है, जिसमें सुशील कुमार एक बार खुद आग बुझाकर दिखाने के बाद दोबारा आग लगवाते हैं, और एक साधारण गृहिणी को बुलाकर उनके हाथों से आग बुझवाते हैं... लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...      वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा... लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...      वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा... अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...      वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा... वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा...
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: IPL10:आखिरकार MS धोनी के बल्‍ले ने किया 'धमाका', आखिरी गेंद पर चौका लगाकर दिलाई पुणे को यादगार जीत
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महेंद्र सिंह धोनी की बल्‍लेबाजी की क्षमता पर हाल में सवालिया निशान लगाए जा रहे थे. आईपीएल के लिहाज से बात करें तो कहा जा रहा था कि पुणे सुपरजाइंट टीम में जाने के बाद से मानो उनके बल्‍ले में 'जंग' ही लग गया है. पुणे टीम के मालिक संजीव गोयनका के भाई हर्ष गोयनका के ट्वीट ने माहौल को गरमाने का काम किया था. आईपीएल 10 सीजन में पुणे की कप्‍तानी से हटाए जाने के बाद हर्ष ने अपने ट्वीट में कप्‍तान के रूप में धोनी से स्‍टीव स्मिथ को बेहतर बताया था. बल्‍लेबाज के तौर पर भी धोनी शनिवार से पहले तक के मैचों में कुछ खास नहीं कर सके थे. बहरहाल, महेंद्र सिंह धोनी ने अपने खास स्‍टाइल में शनिवार को तमाम आलोचनाओं पर 'पूर्ण विराम' लगा दिया. अपनी धांसू बल्‍लेबाजी की दम पर उन्‍होंने आज पुणे टीम को सनराइजर्स हैदराबाद पर छह विकेट की यादगार जीत दिला दी. मैच की आखिरी गेंद पर सिद्धार्थ कौल को चौका जड़ते हुए माही ने दिखा दिया कि फिनिशर के रोल पर वे अभी भी 100 टंच खरे हैं. मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्‍के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्‍वर को दो चौके और एक छक्‍का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे  धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्‍कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली. मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्‍के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्‍वर को दो चौके और एक छक्‍का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे  धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्‍कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: भूकंप से हिला उत्तर भारत, जानमाल की भारी क्षति
कल शाम आए भूकंप ने उत्तर-पूर्व के राज्यों में भारी तबाही मचाई है। भूकंप से मरने वालों की संख्या 29 हो गई है। अकेले सिक्किम में 19 लोगों की मौत की खबर है। सिक्किम की ज्यादातर सड़कें बंद हैं। ऊपर से पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश के चलते बचाव अभियान धीमा पड़ गया है। जमीन खिसकने की वजह से भी पहाड़ी रास्ते बंद हैं, तो कई जगहों पर सड़कों में दरार आने से कुछ इलाके कट गए हैं। कुछ इलाकों में बिजली बहाल हो गई है। खबर के मुताबिक नॉर्थ सिक्किम में सबसे ज्यादा क्षति हुई है। हाइवे में दरार आने से अभी तक राष्ट्रीय आपदा टीम गंगटोक नहीं पहुंच पाई हैं। वहीं भूकंप से बाकी जिलों में कितना नुकसान हुआ है, इसका अंदाजा नहीं लग पाया है। सेना की लापता बस का पता लग गया है। सेना के सभी जवान सुरक्षित हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री ने मरने वालों के परिवार को दो लाख और घायलों को एक लाख रुपये देने का ऐलान किया है। बचाव अभियान में सेना के करीब 5500 जवान तैनात हैं, जो कि फंसे हुए लोगों को निकालने और सड़कें खोलने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राहत अभियान में जुटी सेना ने भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए सिक्किम में बड़े-बड़े टेंट लगाए हैं, जिनमें लोगों को खाना मुहैया कराया जा रहा है। ITBP ने पेगगॉन्ग कैंप में 300 नागरिकों और 22 सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाल कर उनके लिए छत का इंतजाम किया। भूकंप की वजह से ठप हुई टेलीफोन लाइनें की वजह से सेना नॉर्थ और वेस्ट सिक्किम में अपनी टीमों से संपर्क नहीं बना पा रही है। सड़कें जाम होने की वजह से आर्मी ने अपने पैदल दस्तों को सड़कों पर उतार दिया है, ताकि प्रभानित इलाकों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी भूकंप से खासा नुकसान हुआ है। यहां से सिक्किम की ओर जाने वाली तमाम सड़कें बंद हैं। भूकंप से दार्जिलिंग के कई इलाकों में जमीन खिसकने और भारी बारिश से सड़क संपर्क टूट गया है। कलीमपोंग में दो लोगों की मौत हुई है। भूकंप के बाद दार्जिलिंग के कई इलाकों में बिजली चली गई थी, जो आज सुबह बहाल हो गई। सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में भूकंप से प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद हालात पर नजर रख रही हैं। बंगाल में भूकंप से 5 लोग मारे गए हैं। राज्य सरकार ने मरनेवाले लोगों के परिवार के 2−2 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने का ऐलान किया है। भूकंप के झटके बिहार में भी महसूस किए गए और इस दौरान कच्चे मकानों की दीवार गिरने और अफरा-तफरी के कारण राज्य भर में 7 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार की शाम करीब 6.13 बजे राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 10 सेकेंड से अधिक समय तक भूकंप के झाटके महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि नवादा और किशनगंज जिले में भूकंप के झटकों के कारण दीवार गिरने की विभिन्न घटनाओं में 10 अन्य लोग घायल हो गए। जिला के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी बालमुकुंद प्रसाद ने बताया दरभंगा में सबसे अधिक चार लोगों की मौत हुई है। जिले के बहादुरपुर थाना अंतर्गत तरौनी गांव में अफरा तफरी के कारण गिरने से 16 वर्षीय मोहम्मद वसीम की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिले के केवटी थाना क्षेत्र में बिरानी गांव में समुद्री देवी नामक एक महिला का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र में उसरी गांव में झटकों के कारण भयभीत होकर तालाब में कूद जाने से चंद्रा देवी नामक एक महिला की डूबकर मौत हो गई। दरभंगा में कमतौल थाना क्षेत्र में ही एक अन्य घटना में सुरक्षित स्थान पर आश्रय के लिए जाने के प्रयास में दीवार से टकराकर कामेश्वर ठाकुर नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई। नालंदा जिले में हरनौत में एक कच्चे मकान के गिरने से मलबे की नीचे दबकर सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इसी प्रकार की एक अन्य घटना में नवादा में मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में ओरहनपुर गांव में रास्ता पार करते समय एक दीवार गिर गई, जिसके नीचे दबकर 60 वर्षीय मंती देवी की मौत हो गई। भागलपुर में अफरातफरी के दौरान बुद्धुचक गांव में बाजार से लौटते वक्त दिल का दौरा पड़ने से 65 वर्षीय हिमांशु शेखर झा की मौत हो गई। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में नेया गांव में मकान गिरने से तीन और अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव में छह लोग मामूली रूप से घायल हो गए। किशनगंज जिले से प्राप्त खबर के अनुसार नगर थाना क्षेत्र में अस्पताल रोड के पास एक ब्यूटी पार्लर की दीवार ढह जाने के कारण प्रेम ठाकुर नामक एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक मंदिर में चार फीट की प्रतिमा तीन भाग में खंडित हो गई। आपदा प्रबंधन विभाग राज्य में हताहतों की संख्या और नुकसान का आकलन कर रहा है। राज्य भर में कई स्थानों से कच्ची दीवार और मकान गिरने की खबर है।(इनपुट भाषा से भी)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: सिडनी में बंधक कांड : खाली किया गया भारतीय वाणिज्य दूतावास
यह एक लेख है: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास एक कैफे में लोगों को बंधक बना लिए जाने की घटना के बाद वाणिज्य दूतावास को खाली कर दिया गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। सिडनी में उप महावाणिज्य दूत विनोद बहाड़े ने बताया कि हालांकि बंधकों की राष्ट्रीयता के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वाणिज्य दूतावास के अधिकारी सुरक्षा एजेंसियों के बराबर संपर्क में हैं। वाणिज्य दूतावास से कैफे की दूरी मुश्किल से 400 मीटर है, जहां एक बंदूकधारी ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को बंधक बना रखा है। बहाड़े ने सिडनी से फोन पर बताया, "हमें जैसे ही सूचना मिली कि पास के कैफे में कुछ लोगों को बंधक बना लिया गया है, हमने वाणिज्य दूतावास खाली कर दिया। हालांकि हमने इसे बंद नहीं किया है, और समस्या सुलझने के बाद कामकाज फिर से शुरू होगा..." बहाड़े ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकरियों से लगातार सूचना प्राप्त कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि बंधकों में कोई भारतीय है या नहीं। कैनबरा में भारतीय उच्चायोग के उपउच्चायुक्त सुरिंदर दत्ता ने बताया कि घटना पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने फोन पर बताया, "हम सिडनी के भारतीय वाणिज्य दूतावास से खबरें ले रहे हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है, और हम जल्दी में कोई फैसला नहीं लेना चाहते..."
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ के बचाव में उतरे बोर्ड और कोच डेरेन लेहमन, खारिज किए कोहली के आरोप
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली द्वारा ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम पर 'सीमा लांघने' के आरोपों का ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच डेरेन लेहमन ने बुधवार को खंडन किया. लेहमन ने कहा कि उनकी टीम सही तरीके और सकारात्मक भावना के साथ मैच खेल रही है. गौरतलब है कि कप्तान स्टीव स्मिथ पर खेल भावना के खिलाफ जाकर डीआरएस का इस्तेमाल करने की कोशिश का आरोप है. कोहली ने मंगलवार को बेंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैच के दौरान कई बार निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठे सहयोगी स्टाफ की मदद ली, जो लैपटॉप और टीवी पर नजरें टिकाए हुए थे. इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है." सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कोहली ने मंगलवार को बेंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैच के दौरान कई बार निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठे सहयोगी स्टाफ की मदद ली, जो लैपटॉप और टीवी पर नजरें टिकाए हुए थे. इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है." सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है." सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है." सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: 30 के बाद मां बनने पर संतान, खासकर बेटियों में, अवसाद का खतरा
30 साल या उससे अधिक आयु में मां बनने वाली महिलाओं की संतान खासकर बेटियों में युवावस्था के दौरान डिप्रेशन में जाने की संभावना होती है। एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की वैज्ञानिक और मुख्य लेखिका जेसिका टीयर्न ने कहा, इस अध्ययन से पता चला है कि युवा महिलाओं का अवसाद और तनाव से ग्रसित होना उनके जन्म के कारकों जैसे उनके जन्म के समय उनकी मां की आयु 30 या उससे अधिक होने पर निर्भर करता है। इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया। शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की वैज्ञानिक और मुख्य लेखिका जेसिका टीयर्न ने कहा, इस अध्ययन से पता चला है कि युवा महिलाओं का अवसाद और तनाव से ग्रसित होना उनके जन्म के कारकों जैसे उनके जन्म के समय उनकी मां की आयु 30 या उससे अधिक होने पर निर्भर करता है। इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया। शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया। शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: 'अब तक जमा क्यों नहीं करवाए' के सवाल पर फूट पड़ा लोगों का गुस्सा, पढ़ें ये दिया जवाब
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: ------------------------------------- नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए. एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है.... दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.   नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए. एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है.... दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.   एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है.... दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.   दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.   हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: चार तेज गेंदबाजों के साथ ओवर गति धीमी पड़ सकती है : क्लार्क
यह एक लेख है: पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ वाका में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ नहीं उतरना चाहिए क्योंकि स्पिनर की अनुपस्थिति में वह धीमी ओवर गति के कारण परेशानी में पड़ सकता है। क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था। क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: यूपी: किशोरी से रेप के बाद अनाथालय किया गया सील, महिला आयोग ने मारी रेड तो बीयर की बोतलें और कंडोम बरामद
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: आगरा में एक किशोरी से कथित दुष्कर्म के बाद प्रशासन ने एक अनाथालय को सील कर दिया और इसके प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस संबंध में सीडीओ जे. रीभा ने बताया कि रविवार शाम सात बजे के लगभग अनाथालय को सील करने की कार्रवाई की गयी और अनाथालय प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर 28 लड़कों को आगरा में शाहगंज स्थित बाल गृह में रखा गया है. बाकी की 10 लड़कियों में से तीन लड़कियों को आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है. कम उम्र की बच्चियों को शाहगंज स्थित बाल गृह में रखा गया है. आगरा के एत्माउददौला क्षेत्र के अनाथालय की छत से तीन अक्टूबर को 16 वर्षीय एक किशोरी ने यमुना में छलांग लगा दी थी. स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया था. किशोरी ने अनाथालय में तीन युवकों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे. इस संबंध में मामला दर्ज कर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें से एक अनाथालय का सफाई कर्मी, दूसरा रसोइया और तीसरा युवक अनाथालय में ही रह रहा था. इन तीनों को जेल भेज दिया है. किशोरी द्वारा दुष्कर्म के आरोप लगाए जाने के बाद महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने अनाथालय का निरीक्षण किया था. उन्हें अनाथालय में बीयर की खाली बोतल और शौचालय में इस्तेमाल किए हुए कंडोम मिले थे.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: Akshaya Tritiya: सोना असली है या नकली, इस तरह करें पहचान
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) या अखा तीज (Akha Teej) हिन्‍दुओं का खास पर्व है और इस दिन सोना या सोने से बने आभूषणों को खरीदने की परंपरा है. अक्षय तृतीया धनतेरस के बाद सबसे ज्यादा सोना खरीदा जाता है. मान्‍यता है कि इस दिन सोना खरीदने से शुभ लाभ प्राप्‍त होता है. ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के द‍िन सौभाग्‍य और शुभ फल का कभी क्षय नहीं होता. यानी कि इस दिन जो भी काम किया जाए उसका फल कई गुना मिलता है और वह कभी घटता भी नहीं है. यही वजह है कि माना जाता है कि अगर इस दिन सोना खरीदरकर घर लाया जाए तो उससे घर का भाग्‍य बढ़ता है. इस दिन दीपावली की तरह धन की देवी मां लक्ष्‍मी की पूजा की जाती है. मान्‍यता है कि इस दिन सोना खरीदने से घर पर हमेशा माता लक्ष्‍मी वास करती हैं. अक्षय तृतीया (Akshaya Teej) के मौके पर सोने की मांग बेहद ज्‍यादा रहती है, जिस वजह से उसके दाम भी इन दिनों आसमान छू रहे होते हैं. ऐसे में ग्राहक का जागरुक होना बेहद जरूरी है. उन्‍हें यह पता होना चाहिए कि वे जो सोना खरीद रहे हैं वो असली है या नकली. भले ही भारतीय समाज में ज्यादातर मौकों पर सोना खरीदने का रिवाज है लेकिन इसके बावजूद अधिकतर लोग आज भी सोना नहीं पहचानते हैं. सरकार ने बेशक हॉलमार्क के विज्ञापनों के जरिए लोगों को थोड़ा जागरुक करने की कोशिश की हो, लेकिन बावजूद उसके कुछ लोग पैसे बचाने के चक्कर में सुनारों के झांसे में आ जाते हैं और नकली सोना ले बैठते हैं. इसीलिए अपनी हजारों की कमाई को नकली सोने में बहाने के बजाय नीचे दिए टिप्स को पढ़ें और अपने सोने को अच्छे से परखें कि वो असली है या नकली.
2
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: मुलायम सिंह यादव के लिए 'लकी' है यह मंदिर, भक्तों का दावा- इस देवी मां ने बदल डाली उनकी किस्मत
यह एक लेख है: चुनाव आते ही नेता मंदिर-मस्जिद का दौरा शुरू कर देते हैं. चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए नेता कोई भी चांस नहीं लेना चाहता है. देश में भी कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जिसका राजनीति में खासा महत्व है. उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मां कैला देवी का मंदिर भी वैसे ही धार्मिक स्थलों में जाना जाता है, जिसका राजनीति में काफी महत्व है.  यादव समुदाय से आने वाले लोगों के लिए मां कैला देवी मंदिर का विशेष महत्व है क्योंकि मां कैला यादवों की कुल देवी हैं. अपने राजनीतिक दलों और उसके विचारों को दरकिनार कर राजनेता पूजा और अनुष्ठान करने के लिए इस मंदिर में आते हैं, विशेषकर यादव समुदाय के लोग इस मंदिर में पूजा-याचना करने आते हैं.  मां कैला देवी के भक्तों का दावा है कि इस मंदिर ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का भाग्य बदल दिया और यही वजह है कि यादव परिवार को देवी की शक्तियों में गहरी आस्था है.  जब राजनीतिक एंगल से देखा जाए तो यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक दल मंदिर जाते समय जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हैं. मां कैला देवी का मंदिर जहां स्थित हैं, उस पूरे इलाके में यादव समुदाय का वर्चस्व है, जो चुनावी मौसम में इस क्षेत्र को महत्वपूर्ण बनाता है.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: शत्रु ने पीएम मोदी को बताया एक्शन हीरो, बोले- 'लक्ष्मण रेखा' कभी पार नहीं की
यह एक लेख है: पार्टी से नाराज चल रहे और कार्रवाई करने की परोक्ष रूप से चुनौती दे चुके बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार रात कहा कि उन्होंने पार्टी में कभी 'लक्ष्मण रेखा' पार नहीं की। इस साल होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें तेज व ऊर्जावान व्यक्ति एवं एक्शन हीरो बताया। उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।' उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। इस साल होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें तेज व ऊर्जावान व्यक्ति एवं एक्शन हीरो बताया। उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।' उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।' उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: राहुल ने झारखंड में क़र्ज़ माफ़ी से लेकर जल, जंगल और ज़मीन बचाने का वादा किया
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: झारखंड में दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार तेज़ होता जा रहा है. जहां भाजपा की तरफ़ से प्रचार की कमान ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संभाले हुए हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी की और से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली चुनावी सभा को सिमडेगा में संबोधित किया. राहुल ने जहां एक ओर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज़ पर किसानों की कर्ज़ माफ़ी का वादा किया. वहीं साथ ही साथ उन्होंने ग़रीब आदिवासियों और पिछड़ों के लिए जल जंगल ज़मीन को बचाने का आश्वासन दिया. राहुल गांधी कि इस सभा में कांग्रेस पार्टी के आयोजकों के अनुसार उनकी अपेक्षा के अनुसार भीड़ जुटी थी जिसमें अधिकांश आदिवासी समाज के लोग थे और जनता की भावना के अनुरूप राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनकी गठबंधन की सरकार बनती है तो ज़मीन से संबंधित सीएनटी एक्ट को हम बदलने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने झारखंड की BJP सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ये सरकार जब आयी थी तो आप को रोज़गार देने का वादा किया था. यहां पर कितने लोगों को रोज़गार मिला है वो हाथ उठाएं. उन्होंने वादा किया कि अगर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनी तो यहां के स्थानीय लोगों को रोज़गार दिया जाएगा. उन्होंने लोगों को बार-बार याद दिलाया कि वो चाहे मध्‍यप्रदेश हो या छत्तीसगढ़, कांग्रेस पार्टी ने अपने सारे चुनावी वादे पूरे किए और झारखंड में भी ना केवल किसानों का कर्ज़ माफ़ किया जाएगा बल्कि उनका धान भी सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ख़रीदेगी.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: हरियाणा में 125 फीट लंबी सुरंग खोदकर बैंक से उड़ाई करोड़ों की रकम
यह एक लेख है: डकैतों के एक गैंग ने हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में हॉलीवुड फिल्म की तर्ज पर करीब 125 फीट लंबी सुरंग खोदकर एक बैंक से करोड़ों की नकदी और गहने चुरा लिए। डकैतों के इस गिरोह ने सड़क की दूसरी ओर स्थित एक वीरान बिल्डिंग से पंजाब नेशनल बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम तक ढाई फीट चौड़ी सुरंग खोद डाली। हालिया समय में देश में हुई इस सबसे बड़ी डकैती का पता सोमवार सुबह को चला। पुलिस ने बताया कि इस वारदात को शनिवार रात के बाद कभी अंजाम दिया गया होगा। जिस बिल्डिंग से सुरंग की खुदाई के काम को अंजाम दिया गया, वहां दो कमरों में मिट्टी भरी पड़ी है। डाकुओं ने कमरे की खिड़कियों पर कार्डबोर्ड चिपका रखे थे, ताकि बाहर से उनकी गतिविधियों पर किसी की नजर न पड़े। सुरंग सीधे स्ट्रॉन्ग रूम तक खोदी गई, जहां मेटल के भारी-भारी रॉड लगे हुए थे। स्ट्रॉन्ग रूम पूरी तरह बिखरा पड़ा है। उदास बैंक कर्मचारियों को नुकसान का आकलन करते देखा गया। बैंक के अधिकारियों के मुताबिक डकैतों ने 360 में से 90 लॉकरों को तोड़ डाला। पुलिस के मुताबिक इस वारदात को अंजाम देने में डकैत काफी लंबे वक्त से लगे होंगे। इससे पहले की ऐसी ही एक घटना के तहत केरल में एक बैंक की शाखा में डकैतों ने बिल्डिंग के एक फ्लोर को खोदकर स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचने का रास्ता बनाया था और वहां से 80 किलो सोना सहित करीब आठ करोड़ की रकम की चोरी कर ली थी। बाद में डकैतों को गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके सरगना ने कबूल किया था कि उन्होंने एक हिन्दी फिल्म देखकर चोरी का यह आइडिया अपनाया था।
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: 'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक अमिताभ घोष को साहित्य उत्सव में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिला
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अंग्रेजी के मशहूर लेखक अमिताभ घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के 'टाटा लिटरेचर लाइव' में 'लाइफ टाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से रविवार को सम्मानित किया गया. घोष ने कहा कि यह उनके लिए एक लंबा सफर रहा है. 'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे  तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.टिप्पणियां इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे  तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.टिप्पणियां इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: पीएम मोदी से मिले फारूक अब्दुल्ला, कश्मीर के हालात पर की चर्चा
लेख: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में हालात पर चर्चा के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. गौरतलब है कि घाटी में 100 दिन से भी अधिक समय से अशांति है. बैठक के दौरान अब्दुल्ला ने बातचीत की मेज पर आने के इच्छुक सभी पक्षकारों से जल्द संवाद पर जोर दिया, ताकि घाटी में गतिरोध खत्म हो सके. पूरे राज्य का दौरा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी बात को पूरे धैर्य से सुना और उनके सुझावों पर उन्होंने गौर भी किया. अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी. उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पूरे राज्य का दौरा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी बात को पूरे धैर्य से सुना और उनके सुझावों पर उन्होंने गौर भी किया. अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी. उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी. उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए चीन को मना रहे हैं अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड
मामले के जानकार लोगों के अनुसार, यदि इस प्रयास के बावजूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित नहीं किया जाता तो तीन स्थायी सदस्य इस मुद्दे पर खुली बहस के लिए प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली शाखा में पेश करने की योजना बना रहे हैं. भारत ने चीन के इस रुख के प्रति निराशा जताई है और प्रस्ताव पेश करने वाले देशों ने चेताया है कि वे अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए ‘अन्य कदमों' पर विचार करेंगे. हालांकि, सुरक्षा परिषद समिति की आंतरिक वार्ताएं गोपनीय रखी जाती हैं लेकिन इस बार आतंकवादी को बचाने के चीन के अनुचित दृष्टिकोण से हताश परिषद के कई सदस्यों ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए मीडिया को बताया कि चीन किस प्रकार नकारात्मक भूमिका निभा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि प्रस्ताव के मूल प्रायोजक पिछले 50 घंटों से चीन के साथ ‘सद्भावना' वार्ता कर रहे हैं जिसे मामले के जानकार कई लोगों ने ‘समझौता' करार दिया है. इसका संभवत: यह मतलब है कि अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति में वैश्विक आतंकवादी तो घोषित किया जाएगा लेकिन उसे आतंकवादी घोषित करते समय इस्तेमाल की जाने वाली भाषा ऐसी होगी, जो चीन के लिए स्वीकार्य हो. माना जा रहा है कि चीन ने अजहर को आतंकवादी घोषित किए जाने की भाषा में ‘कुछ बदलावों' का सुझाव दिया है और अमेरिका, ब्रिटेन तथा फ्रांस इन सुझावों पर विचार कर रहे हैं. तीनों देशों ने संकेत दिया है कि यदि प्रस्ताव का मूल भाव नहीं बदलता और अंतत: अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाता है तो वे भाषा में बदलाव करने के चीन के अनुरोध को मानने के इच्छुक हैं. लेकिन अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्य अतीत के विपरीत, इस बार चीन के साथ वार्ता का निष्कर्ष निकलने तक बहुत अधिक देर इंतजार करने के इच्छुक नहीं हैं.  ऐसा समझा जाता है कि चीन को इन देशों ने सूचित किया है कि वे अन्य विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. वे खासकर खुली बहस पर विचार कर रहे हैं जिसके बाद प्रस्ताव पर मतदान होगा. बीजिंग को सूचित किया गया है कि यह कुछ महीनों, कुछ सप्ताह में नहीं, बल्कि कुछ दिनों में होगा. साथ ही, इन देशों के अधिकारियों का मानना है कि चीन पहले की तुलना में इस बार अधिक सहयोग कर रहा है. इस प्रस्ताव पर चीन का सहयोग मिलने को बड़ी सफलता माना जाएगा. चीन, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के बीच बातचीत होना एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है.
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['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: IPL महाराष्ट्र से बाहर, जयपुर को लेकर भी खतरा
यह लेख है: सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में आईपीएल के मैच न कराए जाने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए बीसीसीआई को बड़ा झटका दिया है। बीसीसीआई को अब महाराष्ट्र में होने वाले 1 मई के बाद बाकी बचे सभी 12 मैच राज्य से बाहर करवाने होंगे। लेकिन परेशानी महज इतनी ही नहीं है। जहां आईपीएल मैच शिफ्ट किए जाने की बातें हैं, वहां पर भी आईपीएल के खिलाफ पीआईएल डाली जा चुकी है। अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद जयपुर, हैदराबाद, जैसे वेन्यू पर भी आईपीएल मैचों पर आशंका के बादल छा सकते हैं। जाहिर है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नजरें राजस्थान हाईकोर्ट पर थी, जिसने बीसीसीआई और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन समेत राज्य सरकार को बुधवार तक का समय ये कारण बताने के लिए दिया था कि आखिर आईपीएल के मैच जयपुर में क्यों करवाए जाएं। राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा। पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। जाहिर है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नजरें राजस्थान हाईकोर्ट पर थी, जिसने बीसीसीआई और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन समेत राज्य सरकार को बुधवार तक का समय ये कारण बताने के लिए दिया था कि आखिर आईपीएल के मैच जयपुर में क्यों करवाए जाएं। राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा। पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा। पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
13
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: क्या सरकार आपको देख रही है?
यह लेख है: अगर आपको पता चले कि कोई आपकी बातचीत सुन रहा है, स्मार्टफोन का डेटा किसी और के पास जा रहा है, सोशल मीडिया पर जो लिख रहे हैं उस पर सुरक्षा एजेंसियां नज़र रखती हैं तो क्या आप सहज रहेंगे. भारत ही नहीं पूरी दुनिया में डेटा प्राइवेसी का मामला गंभीर हो गया है. खासकर जब भी यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर आता है तब यह मसला और भी गंभीर हो जाता है. यह बात ध्यान में रखिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा का ख़तरा या मसला सिर्फ एक देश को नहीं है, सभी देशों को है. इसका मतलब यह नहीं कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर आपकी ज़िंदगी में कोई भी ताक-झांक कर सके. आपकी लिखी गई बात, तस्वीरों या बातचीत को किसी और के हवाले कर दें या कोई और सुनता रहे. भारत ही नहीं पूरी दुनिया में यह सवाल बहुत बड़ा है. राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर और अन्य किसी बहाने से सरकार या कंपनी के पास डेटा न पहुंच जाए इसे लेकर नागरिकों का संघर्ष जारी है. अगर आपको लगता है कि इसमें क्या है तो फिर उन लोगों से पूछिए कि आप 80 हज़ार का स्मार्टफोन रखते हैं लेकिन साथ में दो हज़ार वाला पुराना जीएसएम फोन क्यों रखते हैं. जिन्हें ये बात समझ आ गई है उन्हें सोशल मीडिया से लेकर फोन के इस्तमाल में विकल्प ढूंढने शुरू कर दिए हैं. वे भी जो गृह मंत्रालय के आदेश के साथ हैं और वे भी जो गृहमंत्रालय के आदेश पर सवाल उठा रहे हैं. आदेश क्या है, 20 दिसंबर 2018 का आदेश यह कहता है कि इंफोर्मेशन टेक्नालजी एक्ट 2002 के सेक्शन 69 के उप-खंड (1) और इंफोर्मेशन टेक्नालजी रूल्स 2009 के नियम 4 की शक्तियों का उपयोग करते हुए निम्नलिखित सुरक्षा और खुफिया एजेंसी किसी भी कंप्यूटर में जमा या उसके ज़रिए भेजी गई सामग्री, पैदा की गई सूचना को इंटरसेप्ट कर सकती है, निगरानी कर सकती है, उनके डेटा को एनक्रिप्ट यानी उसे खोल सकती है. इसके लिए दस एजेंसियां अधिकृत की जाती हैं जिनके नाम हैं, इंटेलिजेंस ब्यूरो, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, सेंट्रल बोर्ड एंड डायरेक्ट टैक्सेस, डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस, सीबीआई, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी, कैबनिट सचिव(रॉ), डायरेक्टोरेट ऑफ सिग्नल इंटेलिजेंस और कमिश्नर ऑफ पुलिस दिल्ली. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का नाम देखकर यूं ही ख़्याल आया कि मुंबई पुलिस के कमिश्नर कैसे छूट गए. क्या राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित ख़तरे में पुणे और मुंबई के कमिश्नर की कोई भूमिका नहीं है. पर ये बात उतनी महत्वपूर्ण नहीं है. पर यह महत्वपूर्ण है कि दिल्ली ही क्यों, यह भी कि सीबीडीटी क्यों, सीबीआई क्यों. आपके कंप्यूटर में जो कुछ भी है, जो कुछ भी उससे भेजा जा रहा है और जो कुछ भी पहले उसमें जमा था मगर मिटा दिया गया, इन सबको हासिल किया जा सकता है, मॉनिटर किया जा सकता है और इंटरसेप्ट किया जा सकता है. राज्यसभा में इस बात को लेकर काफी बहस हुई कि क्या सरकार ने सभी एजेंसियों को खुली छूट दे दी है. अगर पहले से ही कानून था तो फिर गृह मंत्रालय को 20 दिसंबर 2018 को यह अधिसूचना क्यों जारी करनी पड़ी. हमारी सहयोगी नीता शर्मा ने एनडीटीवी डॉट कॉम पर लिखा है कि पहले गृह मंत्रालय लोगों के फोन कॉल और ईमेल स्कैन कर सकता था. नए आदेश से कई और एजेंसियों को यह अधिकार मिल गया है. जिनके नाम अभी अभी हमने बताए नीता से एक पूर्व नौकरशाह ने बताया कि पहली बार डेटा स्कैन करने का अधिकार कई सारी एजेंसियों को दिया गया है. इसके पहले जो बातचीत चल रही है जिसे डेटा इन मोशन कहते हैं उसे इंटरसेप्ट किया जा सकता है. मगर इस आदेश के बाद कंप्यूटर में जमा, या उससे भेजी गई सूचना को भी इंटरसेप्ट करने का पावर दे दिया गया है. यह मामला तकनीकि का भी है. अगर सरकार किसी खास कोड से एक साथ लाखों कंप्यूटर को मोनिटर करने लगे तो क्या होगा, सोशल मीडिया की कंपनियां ऐसी तकनीक को लेकर हमेशा विवादों में रहती हैं और दुनिया के कई देश उनकी इस बदमाशी को लेकर कानून बना रहे हैं लेकिन जब सरकार खुद यही काम करती है तो क्या उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर करने दिया जा सकता है, यह सवाल सिर्फ भारत का नहीं है, अमरीका और जापान और लंदन जर्मनी का भी है. अभी तक इंटेलिजेंस ब्यूरो को ज़ब्त करने का अधिकार नहीं है. उन्हें राज्य पुलिस के साथ मिलकर ऐसा करना पड़ता था. मगर इस नोटिफिकेशन के बाद से सब बदल गया है. नीता शर्मा ने लिखा है कि नए नोटिफिकेशन के बाद से सब्सक्राइबर, सर्विस प्रोवाइडर या कोई भी व्यक्ति जिसके अंडर वो कंप्यूटर है, उसे एजेंसियों को सारी जानकारी देनी होगी. नहीं देने पर सात साल तक की जेल हो सकती है. क्या यह कंप्यूटर ज़ब्त करने का आदेश भर है या आपके घर में रखा कंप्टूयर अब फोन की तरह टैप किया जा सकेगा. हमें इस मामले में कम से कम तीन पहलुओं को समझना होगा. कानूनी, प्राइवेसी और तकनीकि. ईमेल और फोन गृह सचिव की अनुमति के बाद टैप किए जाते रहे हैं लेकिन कंप्यूटर के इस सूची में जुड़ने से क्या बदल गया है. क्यों ममता बनर्जी से लेकर सीताराम येचुरी, रामगोपाल यादव से लेकर आनंद शर्मा तक सभी विपक्ष के नेता इस आदेश को लेकर चिन्तित हैं और सवाल उठा रहे हैं. असर देखिए, मोदी जी के कान और आंखें अब घर घर में हैं. हर फोन पर हुई बातचीत हर फोन पर हुई मेसेज सुन सकते हैं. कोई मां बेटे से बात कर रही है तो मोदी सुन रहे हैं. बेटा पिता से बात कर रहा है, कोई पत्रकार मोदी सरकार की नीतियों पर टिप्पणियों कर रहा है तो मोदी जी सुन रहे हैं. कोई किसान मोदी जी की किसान विरोधी नीतियों पर कह रहा है तो मोदी जी सुन सकते हैं. कोई युवा गूगल कर रहा है तो मोदी जी वो भी सुन सकते हैं. 2014 में सत्ता में आए घर घर में मोदी के नारे से, अब जब सत्ता जा रही है जो नारा बन गया है घर घर जासूसी. दि प्रिंट में मनीष छिब्बर ने लिखा है कि 22 दिसंबर 2008 को लोकसभा में बगैर किसी चर्चा के ही यह संशोधन पास हो गया था. तब कांग्रेस की सरकार थी. लोकसभा ही नहीं जब राज्य सभा में बहस हुई तब एक भी सांसद ने इसके खिलाफ वोट नहीं किया. इसी संशोधन के तहत पहली बार कंप्यूटर में जमा, या कंप्यूटर के द्वारा प्रसारित किसी सूचना को ट्रैक करने का अधिकार केंद सरकार को मिला था. यह गंभीर बात तो है लेकिन उस वक्त प्राइवेसी को लेकर वैसी समझ नहीं थी, जैसी आज है. आज दुनिया में टेक्नालजी के कारण डेटा सर्वेलांस यानी निगरानी के नए ख़तरे सामने आए हैं, उनकी बहस पहले से कहीं ज्यादा जटिल और सीरीयस हुई है. 2008 के संशोधन को लेकर कई संस्थाओं ने सवाल उठाए, क्या तब की सरकार ने उसे सुना था. क्यों नहीं तब के कानून में प्राइवेसी को लेकर सुरक्षा के उपाय किए गए थे, और अगर तब नहीं हुआ था तो क्या इसे आधार बनाकर कहा जा सकता है कि अब नहीं होगा.
13
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: चीनी मीडिया ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले को 'जुआ' बताया, कहा - मिसाल बनेगा यह कदम
यह एक लेख है: चीनी आधिकारिक मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम को ‘अत्यंत साहसिक’बताते हुए कहा कि यह एक ‘जुआ’है जो हर हाल में एक मिसाल पेश करेगा. चीनी मीडिया की ओर से यह भी कहा गया है कि भले ही यह कदम सफल रहे या विफल साबित हो, चीन भ्रष्टाचार पर इसके प्रभाव से सबक लेगा. सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने ‘मोदी टेक्स ए गैम्बल विद मनी रिफॉर्म’ शीर्षक से छपे लेख में कहा गया है कि ‘मोदी का कदम बहुत साहसिक है. हम इस बात की कल्पना नहीं कर सकते कि यदि चीन 50 और 100 युआन के नोट बंद कर देता है तो चीन में क्या होगा.’चीन में सर्वाधिक मूल्य का नोट 100 युआन है. संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं.  भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.' इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं.  भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.' इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: एक लाख कर्मचारियों को वीआरएस देना चाहती है बीएसएनएल
यह एक लेख है: वेतन का बोझ घटाने के लिए सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल चाहती है कि एक लाख कर्मचारी कंपनी छोड़ें, जिन्हें वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश करना चाहती है। कंपनी की करीब 48 फीसदी आय वेतन पर खर्च होती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है। वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है। वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ। उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है। वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ। वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: केरल: युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं का मर्डर, माकपा पर लगाया आरोप
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सत्तारूढ़ माकपा पर निशाना साधते हुए इस दोहरे हत्याकांड के खिलाफ अपना विरोध जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव निकट आने के कारण ये हत्याएं माकपा द्वारा रची गई साजिश है. हालांकि, माकपा के जिला सचिव एम वी बालाकृष्णन मास्टर ने इन हत्याओं में उनकी पार्टी की किसी भी तरह की भूमिका को पूरी तरह से खारिज किया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हम इस हत्या की कड़ी निंदा करते है. इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है.' पुलिस ने बताया कि हमलावरों की अभी पहचान नहीं हो पाई है. बता दें, केरल में पहले भी कई बार पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें सामने आई हैं. पिछले साल मई में कन्नूर के पास कुछ घंटों के अंतराल पर हुई अलग-अलग घटनाओं में माकपा और भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी थी. माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी. आठ लोगों के एक समूह ने पहले उनका पीछा किया और फिर उन पर हमला किया. हमलावरों के आरएसएस एवं भाजपा कार्यकता होने की बात कही जा रही है. बाबू गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया. इसके बाद साफ तौर पर बदले की एक कार्रवाई में न्यू माहे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से हत्या कर दी गई.
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: राम जेठमलानी के बाद सुब्रमण्यम स्वामी देंगे आसाराम के लिए अदालत में दलील
यौन उत्पीड़न के आरोप में जेल में बंद आसाराम से किए गए अपने वादे को निभाते हुए बीजेपी नेता और जाने-माने वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को जोधपुर की एक निचली अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की और वह आसाराम की रिहाई के लिए दलील देंगे। स्वामी के सहायक आवेदन जमा करने के लिए अदालत में पेश हुए। न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने आवेदन को विचारार्थ स्वीकार कर लिया और मंगलवार को दलीलों पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।टिप्पणियां आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं। आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। स्वामी के सहायक आवेदन जमा करने के लिए अदालत में पेश हुए। न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने आवेदन को विचारार्थ स्वीकार कर लिया और मंगलवार को दलीलों पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।टिप्पणियां आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं। आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं। आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।
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['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: दिल्‍ली हाईकोर्ट ने कहा, सरल भाषा में लिखी जाए FIR, न हो उर्दू के कठिन शब्‍दों का इस्‍तेमाल
लेख: दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसने अपने पहले के आदेश में सिर्फ यही निर्देश दिया था कि FIR में सरल भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए और गैर प्रचलित उर्दू-फारसी शब्दों से बचना चाहिए. मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने कहा कि शिकायत दर्ज करते समय पुलिस आम बोलचाल में इस्तेमाल होने वाले उर्दू और फारसी के शब्दों का उपयोग कर सकती है. अदालत ने एक याचिका का निपटारा करते समय यह स्पष्टीकरण दिया. याचिका में पुलिस थानों को भेजे गए पुलिस के एक परिपत्र को चुनौती दी गई थी, जिसमें प्राथमिकी दर्ज करते समय उर्दू या फारसी के 383 शब्दों का इस्तेमाल बंद करने का निर्देश दिया गया था. याचिकाकर्ता नईमा पाशा ने दावा किया कि यह परिपत्र कथित रूप से अदालत के सात अगस्त के उस निर्देश के बाद जारी किया गया जिसमें उसने शिकायत दर्ज करते समय सरल शब्दों के इस्तेमाल का निर्देश दिया था जबकि परिपत्र में उर्दू और फारसी से संबंधित 383 शब्दों की सूची में कुछ ऐसे भी शब्द हैं जो आम बोलचाल में इस्तेमाल होते हैं. पीठ ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा वह अपने सात अगस्त के आदेश पर स्पष्टीकरण देगा. अदालत ने कहा, ''गैर प्रचलित उर्दू एवं फारसी के शब्दों का (प्राथमिकी दर्ज करते समय) इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. एक लंबित जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत के सात अगस्त के आदेश का यही आशय था कि प्रचलन में मौजूद उर्दू और फारसी के शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है.'' 25 नवंबर को एक वकील की अन्य याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने यह पता लगाने के लिए कि क्या 20 नवंबर के परिपत्र का पालन हो रहा है, उसने प्राथमिकी की 100 प्रतियां मंगाई थीं.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: खुशखबरी : बीएमसी ने दुकानों के लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को किया ऑनलाइन
यह लेख है: मुंबई महानगरपालिका चुनावों से पहले बीएमसी में ऐलानों की बाढ़ आ गई है, चंद मिनटों में हजारों करोड़ के प्रस्ताव स्वीकृत किए जा रहे हैं. वैसे एक ऐलान से शहर के दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं. महानगरपालिका ने दुकानों के लाइसेंस जारी करने या रिन्यू कराने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है. इस ऐलान से पहले शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ मुंबई महानगरपालिका में आए. बीएमसी सभागृह में प्रबोधनकार ठाकरे की पेंटिंग के अनावरण के मौकों को भुनाते हुए तड़ातड़ ऐलान हुए, लेकिन एक ऐलान ऐसा जिससे शहर के 7.61 लाख दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं. शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है,  मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है. बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं. इस ऐलान से पहले शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ मुंबई महानगरपालिका में आए. बीएमसी सभागृह में प्रबोधनकार ठाकरे की पेंटिंग के अनावरण के मौकों को भुनाते हुए तड़ातड़ ऐलान हुए, लेकिन एक ऐलान ऐसा जिससे शहर के 7.61 लाख दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं. शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है,  मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है. बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं. शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है,  मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है. बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं. हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है,  मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है. बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं. बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं.
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: चैम्पियंस लीग : वोल्ट्स ने सनराइजर्स को पांच विकेट से हराया
यह लेख है: न्यूजीलैंड की ओटागो वोल्ट्स टीम ने शुक्रवार को पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए चैम्पियंस लीग के अंतिम क्वालीफाईंग मैच में इंडियन प्रीमियर लीग की सनराइजर्स हैदराबाद टीम को पांच विकेट से हरा दिया। वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं। वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए। मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी। इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं। वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए। मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी। इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए। मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी। इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी। इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
2
['hin']
इसके लिए एक लेख लिखें: गैस मूल्य निर्धारण : तेल मंत्रालय और आरआईएल को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाने का सरकार का विवादास्पद निर्णय सोमवार को उस समय न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया जब उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर विचार करने का निश्चय करते हुए एक जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. को नोटिस जारी कर दिए। प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है। न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है। न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
13
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: कमजोर पड़ने लगे हैं सुस्ती के कारक : मुखर्जी
लेख: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तेजी आनी तय है क्योंकि 2011-12 में आर्थिक विकास में गिरावट के प्रमुख कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।" उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।" मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।" उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।" मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।" मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
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['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: डाकघर में बिक रहा बोतलबंद गंगाजल हुआ हिट, 2 दिन में बिकीं सारी बोतलें
यह एक लेख है: ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद ‘गंगाजल’ की बिक्री भारतीय डाक (इंडिया पोस्ट) की ओर से पश्चिम बंगाल स्थित 47 मुख्य डाकघरों से शुरू किए जाने के दो दिन के भीतर ही शेल्फ पर रखी सारी बोतलें बिक चुकी हैं। पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई। इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से। ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं। घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं। सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई। इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से। ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं। घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं। सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से। ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं। घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं। सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं। घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं। सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं। सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया। घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं। घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी। अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग 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अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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['hin']
इस शीर्षक के साथ एक लेख लिखें: नक्सली वारदातों के साये में आंतरिक सुरक्षा पर सम्मेलन
लेख: देश की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्र सरकार सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेगी। यह चर्चा ऐसे समय होगी जब ओडिशा में नक्सलियों ने हाल ही में महत्वपूर्ण व्यक्तियों को अगवा किया है। बैठक में खुफिया तंत्र एवं आतंकवाद निरोधी क्षमताओं को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी। दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे। बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे। बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं। मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
2
['hin']
यह शीर्षक है, इसके लिए एक लेख लिखें: 8 कोर उद्योगों के उत्पादन में आई भारी गिरावट, GST कलेक्शन के आंकड़े भी मायूस करने वाले
लेख: सरकार के लिए आर्थिक मंदी से उबरने का समय और लंबा होता जा रहा है.अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े मायूस करने वाले हैं. बीते साल के मुक़ाबले इनमें 5.29 फ़ीसदी की गिरावट है जबकि कल ही ख़बर आई कि 8 कोर उद्योगों के उत्पादन में बीते साल के मुक़ाबले 5.2% की कमी आई है. अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 95,380 करोड़ रुपये रह गया है. बेशक, ये सितंबर से ज़्यादा है लेकिन बीते साल अक्टूबर के मुक़ाबले 5.29% कम है. बीते महीनों से जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से नीचे रहा है. आइए डालते हैं एक नजर सरकार के लिए बुरी ख़बरें और भी हैं. बीते साल सितंबर के मुक़ाबले इस साल उन 8 उद्योगों का उत्पादन भी 5.2 फ़ीसदी घटा है जिनको बिल्कुल कोर सेक्टर कहा जाता है. 8 में से सात उद्योगों में ये गिरावट दर्ज हुई है. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सितम्‍बर, 2019 में कोयला उत्‍पादन सितम्‍बर, 2018 के मुकाबले 20.5 प्रतिशत घट गया.  इस दौरान प्राकृतिक गैस का उत्‍पादन 4.9 प्रतिशत और कच्‍चे तेल का उत्‍पादन 5.4 प्रतिशत गिर गया. पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्‍पादों के उत्‍पादन में गिरावट 6.7 प्रतिशत रही. इस्‍पात के उत्‍पादन में 0.3 प्रतिशत की मामूली गिरावट जबकि सीमेंट के उत्‍पादन में 2.1 प्रतिशत की कमी आयी. बिजली का उत्‍पादन भी 3.7 प्रतिशत गिर गया. 8 कोर उद्योगों में बढ़ोतरी सिर्फ उर्वरक के उत्पादन में दर्ज़ की गयी है जो इस दौरान 5.4 प्रतिशत बढ़ गया. वर्ष 2019-20 में अप्रैल-सितम्‍बर के दौरान आठ कोर उद्योगों की संचयी उत्‍पादन वृद्धि दर 1.3 प्रतिशत रही. नीति आयोग की लैंड पालिसी पर स्पेशल सेल के चेयरमैन रहे अर्थशास्त्री टी हक़ मानते हैं कि अर्थव्यवस्था और कमज़ोर पड़ती जा रही है. टी हक़, पूर्व चेयरपर्सन, स्पेशल सेल ऑन लैंड पालिसी , नीति आयोग ने एनडीटीवी से कहा, 'मुझे डर है कि अभी जो अर्थव्यवस्था में सुस्ती मंदी के रूप में था अब हो सकता है कि वो आर्थिक अवसाद में न बदल जाए. अगर अर्थव्यवस्था अवसाद में चली गई तो हालात असहनीय हो जाएंगे. अर्थव्यवस्था में मांग को मजबूत करने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने. आम लोगों की आय बढ़ाना भी जरूरी होगी.' साफ़ है, अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए सरकार ने जो पिछले दो महीनों में जो कदम उठाये हैं उनका असर ज़मीन पर होता नहीं दिख रहा है और कमज़ोर पड़ती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सरकार को नए सिरे और बड़े स्तर पर पहल करना होगा.
8
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: क्रिसमस के मौके पर पोप ने बेहतर विश्व की कामना की
पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस के मौके पर पश्चिम एशिया शांति वार्ता की सफलता, सीरिया एवं अफ्रीका के दूसरे युद्धग्रस्त देशों में शांति तथा शरणार्थियों के लिए सम्मान सहित 'बेहतर विश्व' की कामना की है। फ्रांसिस ने सेंटर नीटर्स बासिलिका की बाल्कनी से दिए संदेश में कहा कि वह उन सभी लोगों के साथ हैं, जो बेहतर विश्व बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। इस मौके पर वहां करीब 70,000 पर्यटक, श्रद्धालु और रोमन मौजूद थे। पोप ने युद्धग्रस्त देशों का जिक्र करते हुए सीरिया, दक्षिण सूडान, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, नाइजीरिया और इराक का नाम लिया। इन देशों में लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। उन्होंने प्रार्थना की, प्रभु यीशू की कृपा से इस्राइल और फिलीस्तीन के बीच शांतिवार्ता का नतीजा निकले। सभी लोगों के प्रिय देश इराक के घाव भर जाएं, जहां हिंसा की घटनाएं निरंतर हो रही हैं। फ्रांसिस ने शांति के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए कहा, वास्तविक शांति का मतलब विपरीत ताकतों के बीच संतुलन बनाना नहीं होता है, संघर्ष और मतभेदों पर पर्दा डालना भी नही होता, बल्कि शांति के लिए प्रतिदिन की प्रतिबद्धता जरूरी है।
9
['hin']
एक लेख लिखें जिसका शीर्षक इस प्रकार है: जम्मू-कश्मीर : कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, दो आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के अरवानी में आतंकियों के खिलाफ सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई चल रही है. कुलगाम के ईदगाह मोहल्ला के अरवानी में सुबह से आतंकियो के खिलाफ मुठभेड़ जारी है. एक बिल्डिंग तीन आतंकी फंसे हुए थे, जिसमें से दो मारे गए हैं. एक आतंकी जिंदा है, जिसके खिलाफ कार्रवाई जारी है.   आशंका है कि फंसा हुआ आतंकी लश्कर का कमांडर जुनैद अहमद मट्टू (mattoo) हो सकता है. ये उन 12 खूंखार आतंकियों में शामिल है, जिसकी लिस्ट सुरक्षाबलों ने पिछले महीने जारी की थी. ये कुलगाम के खुदवानी का ही रहने वाला है. अभी तक यह पक्की खबर नहीं मिल पायी है कि मारे गए आतंकियों में जुनैद शामिल है या नहीं.  टिप्पणियां खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.     वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.     वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं.
9
['hin']