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मार्केटिंग में पीएम मोदी का मुकाबला नहीं; मणिपुर से देश शर्मिंदा, जवाब देना होगा
Manipur Incident; Rajasthan Chief Minister Chief Minister Ashok Gehlot criticizes Modi Government । कहा- मणिपुर में जिस तरह महिलाओं का अपमान हुआ, उससे पूरे देश की विश्व में बेइज्जती हुई है। 77 दिन हो गए
सीएम अशोक गहलोत ने मणिपुर की घटना को लेकर भी केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कहा- मणिपुर में जिस तरह महिलाओं का अपमान हुआ, उससे पूरे देश की विश्व में बेइज्जती हुई है। 77 दिन हो गए, पीएम ने एक शब्द नहीं बोला। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया,फिर बोले। गहलोत जयपुर में शनिवार को मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा- पीएम कह रहे हैं कि मणिपुर, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कानून-व्यवस्था पर ध्यान रखें, बताइए कहां मणिपुर और कहां राजस्थान। पीएम ने राजस्थान के स्वाभिमान के साथ चोट की है। पीएम कहते हैं 140 करोड़ जनता को शर्मसार होना पड़ रहा है। 140 करोड़ जनता शर्मिंदा नहीं है, वह तो दुखी है, आपकी सरकार के कारनामों से, आपकी लापरवाही से। एक बार गृहमंत्री जाकर आ गए और इतिश्री कर ली। मणिपुर में कांग्रेस सरकार होती तो क्या होता? गहलोत ने कहा- पीएम ने चंद सेकेंड में औपचारिकता करके बात को खत्म कर दिया। आप कम से कम मीटिंग करते। वहां स्थिति कंट्रोल कैसे होगी। आप कर्नाटक घूम रहे हो। राजस्थान घूम रहे हो, छत्तीसगढ़ घूम रहे हो । चुनाव के अंदर ऐसा मैंने पहली बार देखा है। मणिपुर में उनकी सरकार है। वहां अगर कांग्रेस सरकार होती तो आप कल्पना कीजिए क्या-क्या बोलते? वहां हालात को कंट्रोल करने की जगह गृह मंत्री चुनावी राज्यों में घूमते रहे। अगर एक राज्य में आग लग रही हो और आप कुछ नहीं कर रहे हैं। केंद्र सरकार विफल रही। मुझे अफसोस है, मणिपुर जल रहा है, वहां हजारों लोग मारे गए हैं। फिर भी पीएम ने कुछ नहीं किया। बीजेपी को नहीं सहेगी जनता, क्योंकि उन्होंने निकम्मापन दिखाया है गहलोत ने बीजेपी के 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान पर निशाना साधा। कहा- बीजेपी के 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान में कोई सच्चाई नहीं है। जनता बीजेपी को नहीं सहगी, क्योंकि जिस तरह से पिछले साढे़ 4 साल में निकम्मापन दिखाया है, उसकी वजह से आपको जनता नहीं सहेगी। मार्केटिंग में पीएम का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। मार्केटिंग की वजह से ही उनका मामला चल रहा है। मोदी सीकर में पूरे देश भर के किसानों को डीबीटी करेंगे। राजस्थान में वे छठी बार आ रहे हैं। बीजेपी ने राजस्थान सरकार पर बौखलाकर धावा बोला है गहलोत ने कहा- बीजेपी वालों के पास कहने के लिए कुछ नहीं है। केवल रटी-रटाई बातें बोलते हैं। हर राज्य में विपक्ष बोलता है कि भ्रष्टाचार बढ़ गया है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। इस तरह की रटी-रटाई बातें वो रहे हैं। बीजेपी वालों ने राजस्थान सरकार पर धावा बोला है । उनके पास कहने को कुछ नहीं है। यहां के नेताओं को प्रधानमंत्री और अमित शाह को जवाब देना पड़ता है कि सरकार के खिलाफ इश्यू क्यों नहीं बनाया? विपक्ष की वह बातें बार-बार बोल रहे हैं, उसका असर जनता में कोई नहीं पड़ रहा है। कितने ही झूठ बोलो, लेकिन बीजेपी का जनता में असर नहीं है। एफआईआर अनिवार्य करने से अपराध के बढ़े आंकड़ों का दुरुपयोग कर रही है बीजेपी सीएम ने कहा- एनसीआरबी के आंकड़े भी बीजेपी वाले झूठ बताते हैं। अनिवार्य एफआईआर करने से अपराध के बढ़े हुए आंकड़ों का बीजेपी दुरुपयोग कर रही है। सरकार के खिलाफ गलत माहौल बना रही है। ओवरऑल राजस्थान की स्थिति अच्छी है। हमने अनिवार्य एफआईआर का उसका इंपेक्ट पूरे देश के अंदर है। अनिवार्य एफआईआर होने से संख्या बढ़ी है। उन आंकड़ों का दुरुपयोग कर रहे हैं। एफआईआर नहीं करने पर थानेदार के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान कर दिया। हमारे नवाचारों की वजह से तफ्तीश का टाइम कम हो गया। बीजेपी के लोग सरकार को झूठा बदनाम करने के लिए रोज मीडिया से बात करते हैं और उसी रूप में जनता को गुमराह करने का अभियान चला रखा है। हमारी योजनाओं से घबरा गई बीजेपी गहलोत ने कहा-हमारी योजनाओं और फैसलों से घबरा कर बीजेपी के लोगों ने तय किया कि सरकार को किस तरह से बदनाम किया जाए। जिस तरह का राजस्थान में माहौल बनाया, उससे घबरा कर बौखला गए हैं। इनके पास पूरी कैबिनेट है, प्रधानमंत्री हैं। रक्षा मंत्री आ गए हैं, प्रधानमंत्री छठी बार आ रहे हैं सीकर में। राजस्थान मिनिमम गारंटी योजना लागू करने वाला पहला राज्य सीएम ने कहा- राजस्थान मिनिमम गारंटी योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। कल ही हमने विधानसभा में बिल पास किया है। देश के बुजुर्ग,असहाय सहित आम आदमी को एक मिनिमम आय की गारंटी होनी चाहिए। यह एक्ट पूरे देश में लागू होना चाहिए। पीएम मोदी को मैंने लेटर भी लिखा था कि वे सोशल सिक्योरिटी एक्ट लागू करें। हमारी सरकार बनने पर सोशल सिक्योरिटी योजनाओं को और आगे बढ़ाएंगे गहलोत ने कहा- हमारी सरकार आएगी तो सोशल सिक्योरिटी की थीम को आगे बढ़ाएंगे। राहुल गांधी ने जिस तरह से कहा था कि न्याय योजना से हर व्यक्ति को तय पैसा मिलना चाहिए। केंद्र में हमारी सरकार नहीं बनी, लेकिन व​ह थीम हम आगे बढ़ाएंगे। हम चाहते हैं कि सोशल सिक्योरिटी को लेकर लगातार काम करें। हमारी सरकार दोबारा बनेगी तो हम इस योजना को और आगे बढ़ाएंगे। कर्जा हर सरकार पर है, हमारे पैरामीटर शानदार गहलोत ने कहा- हम पर कर्जा बढ़ाने का आरोप का आरोप लगता है, लेकिन कर्जा भारत सरकार की मंजूरी से मिलता है। अगर राज्य की कर्जा लेने की स्थिति नहीं हो तो कर्ज लेने की अनुमति मिलती नहीं है। हम पैरामीटर्स पर खरा उतरते हैं, इसलिए कर्जा मिलता है। कर्ज हर राज्य सरकार पर है। RPSC भंग करने की मांग पर गहलोत बोले- इतनी तो अक्ल होनी चाहिए, यह संवैधानिक संस्था है गहलोत ने RPSC को भंग करने से साफ इनकार कर दिया है। गहलोत ने कहा- कल विपक्ष के लोगों ने भी मांग रखी थी। इतनी अक्ल-नॉलेज होनी चाहिए कि यह संविधान के अंतर्गत बनी हुई संस्था है। कोई इसको भंग नहीं कर सकता। नॉलेज होनी चाहिए न । कल कानून पास किया, जिसमें हमने पेपरलीक करने वालों को आजीवन कारावास की सजा कर दी। यह मामूली बात नहीं है। देश में एकमात्र राजस्थान राज्य है, जिसने ऐसा कानून बना हम कड़ा कदम उठा रहे हैं। बीजेपी के पास कोई सामान नहीं गहलोत ने कहा, बीजेपी के पास कोई सामान नहीं है। सिर्फ गाली-गलौज करो, झूठे आरोप लगाने के अलावा कुछ सामान नहीं। इसलिए ऐसी बातें करके आते हैं। इनको पूछो आपने क्यों नहीं किया। आज तक आपके पेपर लीक हुए थे, उन पर कार्रवाई नहीं की, हमने पेपर कैंसिल किए। हर राज्य में पेपर आउट हो रहा है। हमने 200 लोगों को पकड़ा, जितनी कड़ी कार्रवाई हमने की किसी राज्य में नहीं की।
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धन्य हैं बाबा; इस देश में गइया माता और मां-बहन प्‍लॉट
प्रकृति ने जब स्‍त्री और पुरुष की रचना की तो दोनों को एक-दूसरे से अलहदा बनाया था। एक को कम और दूसरे को ज्‍यादा नहीं बनाया था। स्‍त्री को नए मनुष्‍य को अपने भीतर धारण कर सकने की सलाहियत दी तो पुरुष को मांसपेशियों में dhirendra krishna shastri
प्रकृति ने जब स्‍त्री और पुरुष की रचना की तो दोनों को एक-दूसरे से अलहदा बनाया था। एक को कम और दूसरे को ज्‍यादा नहीं बनाया था। स्‍त्री को नए मनुष्‍य को अपने भीतर धारण कर सकने की सलाहियत दी तो पुरुष को मांसपेशियों में बल दिया। दोनों को अपनी-अपनी नेमतें बख्‍शीं। अलग-अलग शक्तियां दीं। और ऐसी शक्ति कि एक की शक्ति के बगैर दूसरे की शक्ति अधूरी है। दोनों को एक-दूसरे का पूरक बनाया। मनुष्‍य बनाया और मनुष्‍यों के बीच अपार संतुलन। लेकिन ये तो प्रकृति की बनाई दुनिया थी। मांसपेशियों की ताकत के बल पर जब पुरुष ने सत्‍ता हासिल कर ली तो जैसे उसने जमीन पर कब्‍जा किया, राज्‍यों पर कब्‍जा किया, महलों, हीरे-जवाहरातों पर कब्‍जा किया, गाय-घोड़े-हाथियों पर कब्‍जा किया, ठीक उसी तरह उसने स्‍त्री पर भी कब्‍जा कर लिया। जैसे संसार की अचल संपदा पर पुरुष का मालिकाना हक हुआ, वैसे ही औरत पर भी उसका मालिकाना हक हो गया। अब पुरुष देवता हो गया और स्‍त्री उसकी दासी। मर्द मालिक और औरत उसकी जमीन। यही कह रहे थे न बाबा धीरेंद्र शास्‍त्री, जब उन्‍होंने बिना सिंदूर, मंगलसूत्र वाली औरत को खाली प्‍लॉट कहा था। प्रवचन सुनाते हुए बोले कि जब कोई औरत सुहाग की निशानियां नहीं धारण करती, माथे पर सिंदूर नहीं लगाती, गले में मंगलसूत्र नहीं पहनती तो वो खाली प्‍लॉट की तरह होती है। खाली प्‍लॉट मतलब जिसका कोई मालिक नहीं। कचहरी के कागज पर जिसके नाम किसी का पट्टा नहीं। औरत जमीन है। और जमीन का क्‍या है। उस पर हल चलाओ, उसे रौंदो, कुचलो, आग लगा दो, उस पर जंगल उगा दो, उसे उजाड़ दो, बंजर कर दो। जमीन थोड़े न शिकायत करने जाती है कि उसके साथ सही व्‍यवहार नहीं हो रहा है। वैसी ही ये औरतें हैं। इनके साथ मालिक जो चाहे करें, इनके मुंह से शब्‍द नहीं फूटना चाहिए। औरतें प्‍लॉट जो ठहरीं। मेरी दादी कहा करती थीं कि लेखपाल शुक्‍ला की बीवी बहुत पिटती है क्‍योंकि उसकी जबान बहुत तेज चलती है। उन्‍होंने अपनी बेटियों, बहुओं, पो‍तियों, नातिनों सबको यह शिक्षा दी कि ज्‍यादा बोलने वाली लड़कियां अपना घर बर्बाद कर देती हैं। लड़कियां चुप ही भली क्यों लगती हैं, इस बात को समझाने के लिए उनके पास एक मेटाफर भी था। एक भगोने में पानी डालकर कहतीं, लड़कियों को पानी की तरह होना चाहिए। जिस बर्तन में डाल दो, बस उसी का आकार ले ले। इस प्‍लॉट और बर्तन का आकार ले लेने वाली पानी जैसी औरत में कोई फर्क नहीं है। दोनों में एक ही चीज कॉमन है। उनके मुंह में जबान नहीं है और उनका मालिक सिर्फ एक है- मर्द। मर्द जैसा चाहे, जैसा कहे, औरत को बिल्कुल वैसा ही हो जाना चाहिए। वैसे ही इस प्‍लॉट वाली थ्‍योरी में एक बात बहुत कमाल की है। आदमी को देखकर कोई नहीं बता सकता कि उसके प्‍लॉट की रजिस्‍ट्री हुई है या नहीं। आदमी तो शादी के पहले जैसा दिखता है, शादी के बाद भी वैसा ही दिखता रहता है। उसके बाहरी रूप-रंग-डिजाइन में कोई फर्क नहीं आता। मर्द शादी के बाद भी खुद को कुंवारा बताकर तमाम लड़कियों को घुमाता रह सकता है। दूसरी-तीसरी शादी भी कर सकता है। अफेयर कर सकता है, झूठ बोल सकता है। कुल मिलाकर दुनिया का कोई ऐसा धत्कर्म नहीं है, जिसे करने का डायरेक्‍ट लाइसेंस उसके पास न हो, क्‍योंकि उसकी मांग में तो है नहीं प्‍लॉट रजिस्‍ट्री की निशानी। फिर उसे देखकर कोई कैसे ये पता लगाए कि उस प्‍लॉट के मालिकाना हक की क्‍या स्थिति है। मर्द का कोई मालिक नहीं है। मर्द जमीन से लेकर औरत तक, हरेक चीज का मालिक है। कितनी अजीब सी बात है ये। हम ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहां गइया माता है और मां-बहन प्‍लॉट हैं। और इस गलीजता पर किसी को कोई ऐतराज भी नहीं है। उस दिन बाबा के आश्रम में बैठी औरतें बाबा के इस वाक्‍य पर हंस रही थीं। मर्दों के चेहरे पर तो खैर अश्‍लील मुस्‍कुराहट थी ही, लेकिन औरतें भी इस बात से आहत महसूस नहीं दिखाई दीं। औरतों ने भी ये मान ही लिया है कि वो मर्दों के लिए प्‍लॉट हैं। पतियों की दासी हैं। पुरुषों की गुलाम। उन्‍होंने मान लिया है कि वह मनुष्‍य नहीं हैं। इसलिए उन्‍हें किसी हक, अधिकार, बराबरी की कोई जरूरत नहीं है। यह गुलामी इतनी गहरी है कि गुलाम हो चुके मनुष्‍य ने अपनी स्‍वेच्‍छा से मनुष्‍य होने का अधिकार खो दिया। और कई बार ऐसा होता भी है कि प्‍लॉट हिलने लगता है। भूकंप का नाम तो सुना ही होगा। मुंह में जबान रखने वाली और मनुष्‍य होने का अधिकार मांगने वाली औरतें तो भूकंप ही हैं। जब आता है तो अट्टालिकाएं जमीन पर लोटने लगती हैं। इसलिए औरतों को न बोलने की शिक्षा दी जाती है क्‍योंकि उनका बोलना भूकंप के समान है। जब वो बोलती हैं तो रिश्‍ते टूट जाते हैं। गुलामी पर टिकी हुई शादी की संस्‍था चरमराने लगती है। मर्दों के पांवों के नीचे से जमीन खिसक जाती है। मूंछों पर ताव देने वालों को सांप सूंघ जाता है। औरतों के बोलने से आए भूकंप से जब घर गिरते हैं तो उसमें सबसे नीचे पितृसत्‍ता ही जमींदोज मिलती है। मालिक लोग अपना महल ढहता देख क्रोध से फुंफकारने लगते हैं। औरतों पर चरित्रहीन होने और घर तोड़ने की तोहमत देने लगते हैं। दुनिया के नरक में जाने की भविष्‍यवाणियां करने लगते हैं। लेकिन पता है न, दुनिया के जिस-जिस हिस्‍से में जब-जब औरतों ने अपनी जबान खोली है, मनुष्‍य होने का पीछे छूट गया अधिकार वापस मांगा है, उन्‍होंने इस दुनिया को और बेहतर बनाया है। जिस सड़क पर औरतें चलती हैं, वो सड़क ज्‍यादा सुरक्षित और मानवीय होती है। वो जिस ट्रेन-बस में सुर करती हैं, वहां होना ज्‍यादा आसान हो जाता है। दफ्तर में औरतों की मौजूदगी के मायने समझने हों तो छह महीने किसी ऐसी जगह काम करके देख लीजिए, जहां सिर्फ मर्द हों, एक भी औरत नहीं। आपको खुद ब खुद समझ में आ जाएगा कि स्‍त्री की आसपास मौजूदगी ही कितनी इंसानियत से भरी होती है। दुनिया को बेहतर बनाने की सारी लड़ाइयां औरतें अकेले ही लड़ रही हैं, लेकिन बेहतर हो रही दुनिया में वो मर्द भी रहते हैं, जो जानते ही नहीं हैं कि उनकी क्रूरता, अहंकार और मर्दानगी ने खुद उनसे कितनी सारी मनुष्‍यता छीन ली है। जहां-जहां भूकंप से पुरानी इमारतें गिरी हैं, वहां-वहां एक नई सभ्‍यता ने जन्‍म लिया है, जिसकी सृजनहार ये औरतें हैं। इसलिए औरत के बोलने से अगली बार आपको भूकंप जैसा महसूस हो तो याद रखिएगा कि उसका ये बोलना एक नई बेहतर जमीन बनाने की शुरुआत है। औरत कोई जमीन नहीं है, लेकिन उसके पैरों की नीचे की जमीन बहुत ठोस है, जिस पर अंगद की तरह पांव टिकाकर खड़ी है औरत। औरत जो प्‍लॉट नहीं है। औरत जो किसी की दासी नहीं है। औरत जिसका कोई मालिक नहीं है। औरत जो आजाद है। औरत जो मनुष्‍य है।
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बीमारी ठीक हो गई, लेकिन मैं दोबारा मां नहीं बन सकती
Madhya Pradesh Cancer Survivor Patient Story; What challenges did Sushma Vishwakarma face during her cancer treatment? बेटा छह साल का हो गया था, पति को इंदौर में बढ़िया नौकरी मिल गई थी। घर में एक मंजिल और बन रहा था। सास-ससुर और इन्होंने(पति) ने ननद की शादी तय कर दी थी। उसकी तैयारीयां शुरू हो गई थीं। इसी बीच मुझे टायफाइड हो गया।
मेरा नाम सुषमा विश्वकर्मा है। 38 साल उम्र है मेरी। दो साल पहले मैंने जीने की उम्मीद तक छोड़ दी थी। दरअसल मुझे बड़ी आंत का कैंसर था। महीनों मैं बिस्तर पर रही। ऑपरेशन कर स्टूल का रास्ता बदल दिया गया था। जब भी वो दिन याद आते हैं, भगवान का मैं शुक्रिया करती हूं। मैं हॉस्पिटल में जब एडमिट हुई थी तब मेरा बेटा 6 साल का था। जब वहां से बाहर आई तब उसकी उम्र साढ़े सात हो गई थी। एक मां ही जानती है कि अपने बच्चे से इतना समय दूर रहने पर तड़प किस तरह की होती है। मेरी शादी 2014 में हुई। शादी के पहले से मेरा मन था कि मैं टीचिंग करूं। 2015 में बेटा हुआ और मैं दो साल उसकी देखभाल करने में लगी रही। मेरे पति हर पल मेरा सपोर्ट करते थे। वो अच्छी तरह से जानते थे कि मैं टीचर बनना चाहती हूं। उन्होंने मेरा बीएड में एडमिशन करवा दिया। बीएड पूरा करने के बाद मैंने कुछ दिन पढ़ाया भी। मैं एक कॉलेज में गेस्ट फैकल्टी भी थी। इसके बाद मैंने फैशन डिजाइनिंग का भी कोर्स किया। कुल मिलाकर आप समझ लें कि मेरी जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था। बेटा दो साल का हो गया था, पति को भोपाल में बढ़िया नौकरी मिल गई थी। मकान भी एक मंजिल और बन गया था। ननद की शादी तय हो गई थी। अब आप ही बताएं इससे ज्यादा एक स्त्री अपने जीवन में क्या मांग सकती है। ननद की शादी की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई थी। इसी बीच मुझे टायफाइड हो गया। मैंने सिहोर में ही लोकल डॉक्टर को दिखाया। मैंने दवा का पूरा कोर्स किया। अपने हेल्थ को लेकर कभी कोताही नहीं करती थी। मैंने हमेशा से ही खुद का ख्याल रखा है। सुबह उठ कर गुनगुना पानी पीती थी। मॉर्निंग वॉक करती थी। इसलिए जब डॉक्टर ने बताया कि टायफाइड की वजह से मुझे कैंसर हो गया तो मैं शॉक्ड थी। हुआ यूं कि टायफाइड के बाद मेरे स्टूल के रास्ते से ब्लड आने लगा था। मैंने लोकल डॉक्टर को फिर से दिखाया, उसे अपनी समस्या बताई। उसने बिना जांच किए पाइल्स की दवा दे दी। मैंने डेढ़ महीने पाइल्स की दवा खाई। तब तक कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी थी। लॉकडाउन लग गया था। ननद की शादी 30 अप्रैल 2021 को तय थी। इधर मेरी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। 20 दिन में ही मेरा वजन 7 किलो कम हो गया। ब्लीडिंग रुक ही नहीं रही थी। डॉक्टर ने मुझे भोपाल रेफर कर दिया। घर में 30 अप्रैल को शादी थी, 17 अप्रैल को मैं भोपाल के गैस्ट्रोकेयर हॉस्पिटल गई। यहां जांच के बाद डॉक्टर ने मुझे जवाहर लाल नेहरू कैंसर हॉस्पिटल रेफर किया। यहां कोलोनोस्कोपी की गई। मुझे ट्यूमर बताया गया। इसके साथ मैं कोरोना पाॅजिटिव भी हो गई थी। डॉक्टर ने कहा कुछ तो सीरियस है, लेकिन इसका पता आगे की जांच में चलेगा। उन्होंने मुझे दूसरे हॉस्पिटल भेज दिया। जांच की तो बात है यह सोचकर हम लोग प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। वहां मेरी रिपोर्ट आदि देखने के बाद हॉस्पिटल अटेंडेंट कैंसर वार्ड की तरफ ले जाने लगे। जब मैं उस वार्ड की तरफ बढ़ रही थी तब मुझे कुछ शक हुआ कि मेरी बीमारी ज्यादा सीरियस तो नहीं। उस दिन मैं डर गई थी। एकदम से धड़कन बढ़ गई। मैंने अपने पति से पूछा- यहां क्यों लेकर जा रहे हैं। उन्होंने ढांढस बंधाते हुए जवाब दिया- जो जांच डॉक्टर ने लिखी है वो यहीं होती है। सरकारी हॉस्पिटल में इसकी मशीन नहीं है। इससे पहले मैं कुछ समझती, मुझे सीधे बेड पर लिटा दिया गया। नर्स आई और उसने बॉटल लगा दी। जब मेरे आसपास से सब थोड़ी देर के लिए हटे तो मैंने बगल के बेड पर लेटे हुए व्यक्ति से पूछा-आपको क्या हुआ है? उनका जवाब आया- कैंसर और यहां रेडियोथेरेपी होती है। इतना बताने के बाद वो पेशेंट भी मुझे सिम्पैथी देने लगा। उसकी बातों को सुनकर मेरा डर पहले से ज्यादा बढ़ गया। तभी नर्स ने आकर मेरे पति को कहा कि डॉक्टर साहब आपको बुला रहे हैं। डॉक्टर ने इन्हें बताया कि रेडियोथेरेपी के बाद हो सकता है कि मैं जीवन में कभी मां न बन पाऊं। मेरे पति ने डॉक्टर से यह कहा- आप इसका इलाज करो, बाकी सारी चिंता छोड़कर। मेरी पहली रेडियोथेरेपी 27 अप्रैल को हुई। मुझे 10 मिनट के लिए मशीन के भीतर ले गए। उस वक्त ऐसा लगा कि आज ही मौत हो जाएगी। बाद में यह पता चला कि ऐसी 21 थेरेपी और होनी है। तीन दिन बाद घर में शादी थी। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं। फिर मैंने तय किया कि मैं शादी एंजॉय करूंगी। मैंने सभी रस्मों में भाग लिया। संगीत से लेकर शादी तक खूब नाची। शादी में जमकर तैयार हुई। सबके साथ हंस कर रहती थी। कुछ दिनों के लिए बिल्कुल भूल गई कि मुझे कोई बीमारी है। ननद की शादी के बाद रेडियोथेरेपी का बाकी कोर्स पूरा करना था। भोपाल के प्राइवेट हॉस्पिटल में वो बहुत महंगा था। एक बार के लिए हमें दस हजार रुपए देने होते थे। हमें बड़ौदा में कैलाश कैंसर हॉस्पिटल के बारे में पता चला। ये एक ट्रस्ट का हॉस्पिटल था। इस वजह से कैंसर के लिए इलाज के लिए बाकी की तुलना में काफी सस्ता भी। पहले देवर ने जाकर वहां की स्थिति देखी और फिर हमने तय किया कि आगे का इलाज हम लोग वहीं से कराएंगे। शादी निपटाने के बाद जुलाई 2021 में मैं और मेरे पति बड़ौदा के लिए निकल गए। वहां जाते ही डॉक्टर ने कहा कि आंत का ऑपरेशन करना होगा। फिर कीमोथेरेपी लेनी होगी। जैसे-जैसे डॉक्टर सलाह दे रहे थे, हम वो करते जा रहे थे। इन सब में मेरे पति की नौकरी छूट गई। कई बार तो ऐसा हुआ कि ये एक हाथ से मुझे पकड़कर डॉक्टर के पास ले जा रहे होते और दूसरे हाथ से फोन पकड़कर इंटरव्यू दे रहे होते थे। मेरा पहला ऑपरेशन 29 जुलाई 2021 को हुआ। उस दिन मुझे बहुत रोना आया। फिर मैंने सोचा कि अगर मैं ही टूट जाऊंगी तो परिवार के दूसरे लोगों का क्या होगा। मैंने खुद को हिम्मत दी, जिस दिन ऑपरेशन थिएटर व्हीलचेयर पर बैठकर जा रही थी, उस दिन अपने पति को थम्सअप दिया। मैं नहीं चाहती थी कि उनका मनाेबल टूटे। बाद में पता चला कि जितनी देर मेरा ऑपरेशन चला, ये इंटरव्यू दे रहे थे और जो टाइम बचा उसमें मंदिर में बैठे रहे। मुझे खुद से ज्यादा बाकी लोगों के लिए खराब लग रहा था। खैर, ऑपरेशन हो गया। कुछ दिनों के लिए स्टूल का रास्ता बदल दिया गया। पेशाब की नली लगी थी और हाथ में पर्मानेंट एक निडिल डली रहती थी, जहां से इंजेक्शन लगाए गए। अब मुझे टोटल 12 कीमो लेने थे जो 15 दिन के अंतराल पर होते थे। यानी महीने में दो कीमो लेने थे और कभी अगर हीमोग्लोबिन वगैरह कम हो गया तो दो-तीन दिन टल जाता था। पहले चार-पांच कीमो तक तो ठीक था, लेकिन उसके बाद ऐसा लगता था कि कोई सूई से मेरे पूरे शरीर पर गोद रहा है। उसके बारे में सोच कर भी मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं। मैं देखती थी कि किसी-किसी पेशेंट को दो-तीन घंटे में ही छोड़ दिया गया तो मुझे और रोना आता था कि मेरे साथ ऐसा क्यों नहीं होता, लेकिन मैं कभी रोती नहीं थी। मुझमें पता नहीं कहां से इतनी हिम्मत आ गई थी। मुझे जब भी रोना आता था तो मेरे बेटे का चेहरा नजर आने लगता था। दूसरे कीमो के बाद मैं तीन महीने बाद पहली बार घर आई। यहां एक दूसरी समस्या मेरा इंतजार कर रही थी। घर आते ही दूसरे दिन मेरे बाएं पैर में दर्द शुरू हो गया। हम लोग डिनर कर के सोने गए थे। बिस्तर पर जैसे ही आंख लगी, मुझे बाएं पैर में हल्की सी झनझनाहट लगी। थोड़ा दर्द भी हो रहा था, लेकिन मैंने अपने पति को जगाया नहीं। जब रात के तीन बजे तक कोई आराम नहीं हुआ तब मैंने पेनकिलर लिया। सुबह मेरे पैर सूज गए थे। मेरी परेशानी को देखते हुए घर वालों ने तय कर लिया था कि अब जब तक कोर्स पूरा नहीं हो जाएगा, मुझे बड़ौदा के कैंसर हॉस्पिटल में ही रहना है। मेरे देवर ने मेरा बैग पैक किया। सास ने रास्ते के लिए कुछ खाना पका कर दिया और मेरे पति के साथ मुझे जाने को कहा गया। मैं जब निकल रही थी तो मेरा बेटा गेट पर खड़ा था। मैं उसे देखना चाह रही थी, मगर मुझे रोना आ रहा था। मैं जब कार में बैठ गई तो देखा चौखट के पास मेरा छह साल का बेटा हाथ पीछे की तरफ बांधे खड़ा है। उसने वैसे ही पोजिशन में हाथ बांधे कहा, ‘ मम्मा! तुम अब ठीक हो जाना, तभी आना, मैं तुम्हारे बिना रह लूंगा।’ बस यही बात मेरे लिए हिम्मत का काम करती थी। मुझे हॉस्पिटल में जब खराब लगता था, मैं सोचती थी कि मेरे बच्चे ने कहा है कि ठीक होकर आना। इसलिए मैं ठीक होकर ही यहां से जाऊंगी। मुझे कुछ नहीं हो सकता। मेरे पैरों में सूजन बढ़ती जा रही थी। मैं बिना सहारे के चल नहीं पाती थी। डॉक्टर ने बाद में बताया कि पैर की एक नस सूख रही थी। कीमो के साइड इफेक्ट के तौर पर यह प्रॉब्लम हुई है। बाद में मैं अपने मन को यही कहकर शांत करती थी कि चलो कम से कम बाल नहीं झड़ रहे हैं। पैर को ठीक होने में साल भर लग गए। वैसे तो ये अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। कभी-कभी दर्द इतना होता है कि सहना मुश्किल हो जाता है। पैर के दर्द के बीच मेरा हर 15वें दिन कीमो होता था। उसके बाद के तीन दिन मेरे जीवन में जंग की तरह थे। मुझे कम से कम 48 घंटे के लिए कीमो वार्ड में रहना पड़ता था। उस समय लगता था कि कोई हथौड़े से सिर पर मार देता, मगर ये न करता। मेरी दिवाली, होली सब हॉस्पिटल में बीते। दिवाली में वहां एक छोटी बच्ची थी उसके साथ ही फुलझड़ी जला ली। होली में वहीं रंग खेल लिया। होली में सास-ससुर आए थे। घर से कोई आता था तो लगता था कि बस जाने न दूं, लेकिन धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो गया। मैं बस ठीक होकर घर आना चाहती थी। जिस दिन मेरा आखिरी कीमो था, वो दिन ही नहीं कट रहा था। मैं लगातार मुस्कुरा रही थी। नर्स ने ये बात नोटिस की। वो भी मुझे देख मुस्कुराने लगी। सच ही था मेरे लिए वो पल जेल के टॉर्चर से छूटने जैसा था। 20 जुलाई, 2022 को मैं अपने घर लौट आई थी। घर आई तो सरप्राइज देखकर फिर रोना आ गया। मुझे अकेले रहकर जितना रोना नहीं आया उससे ज्यादा अपने घर वालों से मिलकर आया। मेरे देवर, ननद और बेटे ने पूरे घर को फूलों से सजा रखा था। घर में चारों ओर दिए जलाए थे। रंगोली बनाकर मेरा स्वागत किया गया। एक पल के लिए ऐसा लग रहा था कि उस दिन ही दिवाली है। मेरी आंखों में आंसू थे। खुशी के। इस खुशी के कि मैं अपने बच्चे और परिवार के पास लौट आई हूं। जब वो दिन वो सारे पल याद करती हूं तो बस यही बात समझ में आती है कि हिम्मत रखने से दुनिया जीती जा सकती है। पॉजिटिव होकर सोचते रहने से सब ठीक हो जाता है। सही इलाज और पॉजिटिव थॉट के कारण ही मैं आज हेल्दी हूं। अपने परिवार के साथ आपकी तरह छोटी-छोटी खुशियां समेट रही हूं। नॉर्मल लाइफ जी रही हूं। सुषमा ने अपने जज्बात शाश्वत के साथ शेयर किए हैं।
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मूवी टिकटों की बिक्री और टीवी में गिरावट से हॉलीवुड का संकट बढ़ा
एक्टरों और राइटरों की हड़ताल से जूझ रहे हॉलीवुड के सामने कई अन्य समस्याएं भी हैं। शुक्रवार को यूनियनों से जुड़े एक लाख 60 हजार एक्टर हड़ताल पर चले गए। उनका कहना है कि बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनियों के चीफ का भारी भरकम वेतन चिंता का
एक्टरों और राइटरों की हड़ताल से जूझ रहे हॉलीवुड के सामने कई अन्य समस्याएं भी हैं। शुक्रवार को यूनियनों से जुड़े एक लाख 60 हजार एक्टर हड़ताल पर चले गए। उनका कहना है कि बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनियों के चीफ का भारी भरकम वेतन चिंता का विषय है। दूसरी ओर हमें अपना हिस्सा नहीं मिल रहा है। एक्टरों से पहले मई में 11500 स्क्रीनराइटर भी अच्छे वेतन की मांग के लिए हड़ताल पर जा चुके हैं। इसी समय हॉलीवुड के दो परंपरागत बिजनेस-बॉक्स ऑफिस और टेलीविजन चैनल बुरी तरह टूट चुके हैं। महामारी के बीच महीनों थिएटर बंद रहने के बाद 2023 में बिजनेस बढ़ने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन, अमेरिका और कनाडा में टिकटों की बिक्री (40 हजार करोड़ रु) 2019 की समान अवधि से 21 प्रतिशत कम है। स्पाइडरमैन: एक्रॉस द स्पाइडर वर्स की कामयाबी से उम्मीद जागी थी पर इंंडियाना जोन्स एंड द डायल ऑफ डेस्टिनी, एलिमेंटल, द फ्लैश, शाजम-फ्यूरी ऑफ द गॉड्स जैसी बड़े लागत की फिल्में पिट गई। अकाउंटिंग फर्म पीडब्लूसी के अनुसार दुनियाभर में 2027 में 7.2 अरब मूवी टिकट बिकने की संभावना है। जबकि 2019 में कुल 7.9 अरब टिकट बिके थे। टेलीविजन बिजनेस भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। 2027 में पांच करोड़ घरों में केबल या सैटेलाइट टेलीविजन होगा। यह आज के छह करोड़ 40 लाख और सात साल पहले के दस करोड़ से कम है। डिज्नी,एनबीसी यूनिवर्सल, पैरामाउंट ग्लोबल और वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी अपने भारी मुनाफे के लिए टेलीविजन चैनलों पर निर्भर करते थे। उस युग की समाप्ति का परिणाम शेयर बाजार में दिख रहा है। डिज्नी के शेयर मार्च 2021 से 55 प्रतिशत गिर गए हैं। एमटीवी, सीबीएस की मालिक पैरामाउंट ग्लोबल के शेयरों में 83 प्रतिशत गिरावट हुई है। स्ट्रीमिंग बिजनेस की चुनौती अलग है। स्ट्रीमिंग में बड़ी हॉलीवुड कंपनियों के साथ नेटफ्लिक्स, अमेजन, एपल ने धन की बरसात कर दी। डिज्नी प्लस, पैरामाउंट प्लस और मैक्स को मुनाफे में लाने के लिए उनकी मूल कंपनियों ने लागत कम की है। दस हजार से अधिक जॉब खत्म कर दिए हैं। नई टीवी सीरीज का निर्माण रोक दिया है। वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी का कहना है कि उसका स्ट्रीमिंग बिजनेस 2023 में प्रॉफिट में आएगा। डिज्नी ने 2024 तक मुनाफा कमाने का लक्ष्य रखा है। पेरामाउंट का कहना है कि उसे इस साल सबसे अधिक घाटा होगा। इस स्थिति में कंपनियां आसानी से एक्टरों, राइटरों की मांग नहीं मानने वाली हैं। संकेत हैं कि लंबे समय तक खींचतान चलेगी। बड़ी कंपनियों के सीईओ के पैकेज पर निशाना 40 साल से शो बिजनेस से जुड़े एजेंट कहते हैं, उन्होंने हॉलीवुड में ऐसा गुस्सा पहले नहीं देखा है। पैरामाउंट पिक्चर्स के पास एक्टरों के धरने में मिसेज ड्रेसलर ने डिज्नी के चीफ बॉब आइगर पर हमला बोला। उन्होंने आइगर के 220 करोड़ रुपए सालाना के पैकेज की आलोचना की और कहा कि हॉलीवुड के मुगल मध्यकाल के जागीरदारों के समान हैं। संभव है, आने वाले हफ्तों में कुछ स्टूडियो अपने राइटरों, कुछ एक्टरों, प्रोड्यूसरों के साथ लंबी अवधि के कॉन्ट्रेक्ट खत्म कर दें। ब्रूक्स बार्न्स © The New York Times
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अरकू वैली: अनछुई खूबसूरत जगह जो मानसून में होती है पूरे निखार पर
आंध्रप्रदेश के उत्तर में विशाखापटनम से 115 किमी दूर स्थित है अरकू वैली। यह समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पूर्वी घाट की पहाड़ियों से घिरी है। यह एक अनछुई खूबसूरत जगह है और चारों तरफ पहाड़ियां व जंगल होनेAraku Valley: An unspoilt beauty that is in full bloom during the monsoons
आंध्रप्रदेश के उत्तर में विशाखापटनम से 115 किमी दूर स्थित है अरकू वैली। यह समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पूर्वी घाट की पहाड़ियों से घिरी है। यह एक अनछुई खूबसूरत जगह है और चारों तरफ पहाड़ियां व जंगल होने के कारण यहां का मौसम हमेशा शीतल बना रहता है। अगर आप मानसून में आने की सोच रहे हैं तो यहां आपको जबरदस्त हरियाली, झरने और सदाबहार जंगल वाली फीलिंग आएगी। अरकू वैली में कॉफी की खूब पैदावार होती है। आप यहां कॉफी के बगीचों में घूमते हुए कॉफी के बारे में जानकारियां भी ले सकते हैं और ताजी कॉफी का आनंद भी उठा सकते हैं। इसके साथ-साथ यह पूरा क्षेत्र जनजातीय क्षेत्र है, इसलिए आप यहां के जनजातीय जीवन से भी रूबरू हो सकते हैं। अरकू में एक ट्राइबल म्यूजियम भी बना है। यहां कुछ गार्डन भी बने हुए हैं, जिनमें पैदल घूमते हुए आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं। इनमें पदमपुरम गार्डन प्रमुख है। इसमें कुछ ट्री हाउस भी हैं, जिनमें आप ठहर भी सकते हैं। अरकू वैली अपने झरनों के लिए प्रसिद्ध है। मानसून में यहां के झरने पूरे निखार पर होते हैं। प्रमुख झरनों में कतिकी वॉटरफॉल, अनंतागिरी वॉटरफॉल और चापाराई वॉटरफॉल प्रमुख हैं। ज्यादातर झरनों तक सड़क बनी हुई है और गाड़ी जा सकती है, लेकिन कुछ झरनों तक पहुंचने के लिए एकाध किमी पैदल भी चलना पड़ सकता है। बोर्रा केव अरकू वैली का सबसे बड़ा आकर्षण बोर्रा केव हैं। इन्हें स्थानीय भाषा में बोर्रागुहालु भी कहते हैं। ये देश की सबसे बड़ी गुफाओं में से एक हैं। इनके अंदर जाने की और लाइटिंग व ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके अंदर जाने पर ऐसा लगता है, जैसे हम किसी मायावी संसार में आ गए हों। गुफाएं लाइमस्टोन की बनी हैं और इनके ऊपर से गोस्थनी नदी बहती है। कालांतर में लाइमस्टोन पानी में घुलता गया और इससे इन गुफाओं का निर्माण हुआ। इससे गुफा के अंदर अनंत प्रकार की आकृतियों का निर्माण भी हुआ, जिन्हें स्थानीय निवासी देवताओं का रूप मानकर पूजा भी करते हैं। केके रेलवे लाइन केके अर्थात कोत्तवलसा-किरंदुल रेलवे लाइन। 1960 के दशक में इस लाइन का निर्माण किया गया था। यह विशाखापटनम को छत्तीसगढ़ के बैलाडीला की लौह अयस्क खदानों से जोड़ती है। यह लाइन अरकू वैली से होकर गुजरती है, जो देश व दुनिया के सबसे खूबसूरत रेलमार्गों में से एक है। बिजली से चलने वाली ब्रॉडगेज की ट्रेन जब पहाड़ों, सुरंगों और घुमावों से होकर गुजरती है, तो नजारा देखने लायक होता है। इस लाइन पर विशाखापटनम से अरकू तक विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन भी चलाई जाती है, जिससे अरकू घूमने का आनंद कई गुना बढ़ जाता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस लाइन का बोर्रागुहालु स्टेशन बोर्रा गुफाओं के ऊपर है। कैसे जाएं? अरकू जाने के लिए सबसे पहले आपको पहुंचना होगा विशाखापटनम। यह पूरे देश से वायु, रेल व सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है। दिल्ली, हावड़ा, मुंबई, चेन्नई सभी जगहों से विशाखापटनम के लिए नियमित रूप से ट्रेनें चलती हैं। विशाखापटनम से अरकू की दूरी 115 किमी है। सड़क अच्छी बनी है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट व टैक्सियां आसानी से मिल जाती हैं। वैसे विशाखापटनम से अरकू जाने का सर्वोत्तम तरीका है ट्रेन। विशाखापटनम से सुबह एक ट्रेन अरकू के लिए चलती है। वैसे तो यह ट्रेन आगे किरंदुल तक जाती है, लेकिन अरकू तक इसमें विस्टाडोम कोच भी लगाया जाता है। कब जाएं? अरकू वैली जाने का सर्वोत्तम समय मानसून का होता है। इस समय यहां सुंदरता चरम पर होती है। इसके अलावा सर्दियों में भी यहां जाना ठीक रहता है। कहां ठहरें? अरकू में हर बजट के होटल व रिसॉर्ट उपलब्ध हैं। इन सबकी जानकारी आपको इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएगी।
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मेकअप का सामान साथ रख सोते थे महमूद!
हमारी इंडस्ट्री के एक लीजेंडरी एक्टर महमूद भाई, जिन्हें हम प्यार से भाईजान कहकर बुलाते थे, की आज डेथ एनिवर्सरी है। साल 2004 में वे आज ही के दिन, यानी 23 जुलाई को इस दुनिया से रुखसत हुए थे। मैं उन चंद खुशनसीब लोगों मेंMehmood used to sleep keeping makeup items with him!
हमारी इंडस्ट्री के एक लीजेंडरी एक्टर महमूद भाई, जिन्हें हम प्यार से भाईजान कहकर बुलाते थे, की आज डेथ एनिवर्सरी है। साल 2004 में वे आज ही के दिन, यानी 23 जुलाई को इस दुनिया से रुखसत हुए थे। मैं उन चंद खुशनसीब लोगों में से हूं, जिन्हें महमूद भाई से मिलने का, उनसे बात करने का, उनसे दुआएं लेने का मौका मिला। नलिन वोरा जो महमूद भाईजान के सेक्रेटरी थे, उन्होंने मुझे महमूद भाईजान से मिलाया था। इत्तिफ़ाक़ था कि नलिन मेरे घर के बिल्कुल सामने रहते थे। मेरा घर ग्राउंड फ्लोर पर था और वहां छोटा-सा गार्डन था। उसी के सामने नलिन वोरा का घर था। महमूद भाईजान जब भी नलिन वोरा के घर आते थे तो आते वक़्त या जाते वक़्त अपनी टाटा सियारा गाड़ी रोककर हॉर्न बजाते थे। मैं हॉर्न सुनकर बाहर आता था और वो मुझसे पूछते थे कि क्या लिख रहा है? कादर खान का रोल, अनुपम खेर का रोल या फिर मेरा रोल? मैं हर बार बस हंसकर उनसे कहता था कि भाईजान आइए न अंदर। मगर वो हमेशा बाहर से ही चले जाते थे। वो हर बार यही बोलते थे कि जिस दिन मेरा रोल लिखेगा, उस दिन आऊंगा और अपना रोल डिस्कस करूंगा। वो मुझसे हमेशा कहते थे कि मुझे एक्टिंग पैसों के लिए नहीं करनी। एक्टिंग मेरा पैशन है, मेरी ज़िंदगी है। बिना एक्टिंग के मैं जी रहा हूं, पर ये समझ लें कि ज़िंदा नहीं हूं। एक्टिंग मेरी सांसें हैं, मेरी रूह है। मैं मेकअप का सामान अपने सिरहाने रखकर सोता हूं, क्योंकि इतने साल मेरी आदत पड़ गई है उसकी खुशबू की। मैं मेकअप और स्पीडगम सूंघकर सोता हूं बेटा। खैर, एक दिन की बात है। महमूद भाईजान ने हॉर्न बजाया और मैं हर बार की तरह इस बार भी ज़िद करने लगा कि भाईजान अंदर आइए। दिव्या भारती उस वक़्त मेरे घर पर ही थीं। उसने जैसे ही देखा कि रूमी भाई भागकर बाहर गए हैं तो वो भी चौंक गई और मेरे पीछे-पीछे भागी आई। दिव्या जैसे ही बाहर आई, उसने महमूद भाईजान को देखा और उन्हें सलाम किया। महमूद भाईजान दिव्या को देखकर चौंक गए और बोले कि ये यहां क्या कर रही है? मैंने कहा कि यह मेरी बहन है, मुझे राखी बांधती है। दिव्या ने भी ज़िद की कि आपको अंदर आना ही पड़ेगा। पूरी इंडस्ट्री यह बात जानती है कि एक बार दिव्या ने ज़िद की तो कोई उसको ना नहीं बोल सकता था। महमूद भाईजान भी दिव्या की ज़िद के आगे झुक गए और अंदर आ गए। मेरे यहां पर ज़मीन पर बैठने का सिस्टम था और ज़मीन पर गद्दे बिछे रहते थे। मेरे पास घासलेट का छोटा-सा स्टोव था, जिस पर मैं चाय बनाने लगा। दिव्या ने मुझे हटाकर कहा कि आप बैठो, चाय मैं बनाती हूं। मैं बैठकर महमूद भाईजान के साथ बातें करने लगा और कहने लगा कि भाईजान, आपने ‘प्यार किए जा’ में ओमप्रकाश जी के साथ जो सीन किया था, वो एक यादगार सीन है। हर एक्टर जो कॉमेडी करना चाहता है, कॉमेडी की टाइमिंग सीखना चाहता है, वह सीन एक तरीके से उसके लिए क्लास है। हर एक्टर उससे सीखता है। महमूद भाईजान ने कहा कि वो तो है और उसके लिए मुझे अवार्ड भी मिला, लेकिन उसमें मुझसे अच्छी एक्टिंग ओमप्रकाश जी की है। मैंने तो सिर्फ डायलॉग बोला था, पर सीन उनके रिएक्शंस से उठा। हमेशा याद रखना कि डायलॉग बोलना एक्टिंग नहीं है, रिएक्ट करना एक्टिंग है। उन्होंने जिस तरह से रिएक्ट किया, सीन उनका है मेरा नहीं। लोग मेरे लिए वो सीन याद करते हैं और मैं ओमप्रकाश जी के लिए। ये महानता थी महमूद भाईजान की। बातों-बातों में महमूद भाईजान के साथ ज़िक्र छिड़ा ‘पड़ोसन’ मूवी के गाने ‘मेरी प्यारी बिंदु’ का। उन्होंने बताया कि वो गाना नहीं, फिल्म के डायलॉग थे और मैं भी मौजूद था वहां शूटिंग पर और ‘मेरी प्यारी बिंदु’ गाने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ किशोर दा को जाता है। जब किशोर कुमार उसकी रिहर्सल करने लगे तो बोले कि मज़ा नहीं आ रहा है, मेरा कैरेक्टर म्यूजिकल है। ये मुझसे सीखने आया है। कुछ म्यूज़िकल ही होना चाहिए। हम जिस स्टूडियो में शूटिंग कर रहे थे, वहां रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी था। तो उसी वक़्त सबने मिलकर इम्प्रोवाइस किया, लिखा और फिर वहीं पर रिकॉर्ड हुआ और गाना बना - ‘मेरी प्यारी बिंदु।’ मुझे मौका मिल गया था महमूद भाईजान से बातें सुनने का तो मैं सुन रहा था। चाय बनाते-बनाते दिव्या भी सुन रही थी। दिव्या ने चाय बनाई, हमने पी। दिव्या बहुत ख़राब चाय बनाती थी और मेरी उम्मीद के मुताबिक उसने उस दिन भी बहुत ख़राब चाय बनाई थी। दिव्या ने जिस मोहब्बत से बनाई थी, महमूद भाईजान ने भी पी और मुझे तो पीनी ही थी। महमूद भाईजान को ज़मीन पर लगे गद्दे पर बैठने में थोड़ी तकलीफ थी, पर वो बैठे और जब वो उठने लगे तो मैंने हाथ देकर उठाया। उन्होंने मुझे और दिव्या को आशीर्वाद दिया और बोले कि रूमी बेटा, अगर तू बगैर फ़ोन और बगैर गैस चूल्हे के रह रहा है तो तरक्की करेगा ही। पर ये बच्ची जो स्टार है और मेरे लिए स्टोव पर चाय बना रही है तो ये बहुत नाम करेगी और मेरी दिल से दुआ है कि खुदा इसे हमेशा खुश रखें। इसी बात पर महमूद भाईजान की शान में मुझे हफ़ीज़ जालंधरी का एक शेर याद आ रहा - "कोई चाराह नहीं दुआ के सिवा, कोई सुनता नहीं खुदा के सिवा।’ जाते-जाते महमूद भाईजान गद्दे की तरफ देखकर बोले कि इस पर सोते हो तो सच में तुम ज़मीन से जुड़े हो। आशीर्वाद देकर वो चले गए। उस वक़्त मेरी फिल्म बन रही थी ‘श्रीमान आशिक़’ और उस फिल्म में महमूद भाईजान ने गेस्ट अपीयरेंस किया था। फिल्म के क्लाइमेक्स में बिंदु जी के पिता बनकर आते हैं। महमूद भाईजान की याद में उनकी और मुमताज़ की फिल्म "प्यार किए जा’ का गाना सुनिए- ‘ओ मेरी मैना, तू मान ले मेरा कहना।’ अपना ख़याल रखिए, खुश रहिए।
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चैटजीपीटी के नुकसान करने की क्षमता की अमेरिका में जांच शुरू
अमेरिका की नियामक एजेंसी फेडरल ट्रेड कमीशन ने चैटबॉट चैटजीपीटी बनाने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपन एआई की जांच शुरू कर दी है। एजेंसी जांच करेगी कि क्या चैटबॉट ने डेटा जुटाकर और लोगों की गलत जानकारी का प्रकाशन करके कंज्यूमरों को नुकसान पहुंचाया है।
अमेरिका की नियामक एजेंसी फेडरल ट्रेड कमीशन ने चैटबॉट चैटजीपीटी बनाने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपन एआई की जांच शुरू कर दी है। एजेंसी जांच करेगी कि क्या चैटबॉट ने डेटा जुटाकर और लोगों की गलत जानकारी का प्रकाशन करके कंज्यूमरों को नुकसान पहुंचाया है। सैनफ्रांसिस्को की कंपनी को पिछले सप्ताह भेजे गए बीस पेज के पत्र में एजेंसी ने कहा कि वह ओपन एआई की सिक्योरिटी प्रक्रियाओं पर भी गौर कर रही है। जांच पूरी होने में कई माह लगेंगे। अभी स्पष्ट नहीं है कि एजेंसी ओपन एआई के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। एफटीसी ने ओपन एआई से दर्जनों सवाल पूछे हैं। इनमें शामिल है कि कंपनी कैसे अपने एआई मॉडलों को ट्रेन करती है और पर्सनल डेटा का क्या करती है। यह भी देखा जाएगा कि क्या ओपन एआई कंज्यूमरों को हानि पहुंचाने वाले नाजायज और गोपनीय प्राइवेसी या डेटा सिक्योरिटी तरीके अपनाती है। एफटीसी की जांच ने प्रमुख एआई कंपनियों में शामिल ओपन एआई के सामने नियंत्रण का पहला खतरा पैदा किया है। इससे संकेत मिलते हैं कि लोगों, कारोबारों और सरकारों द्वारा एआई प्रोडक्ट का उपयोग बढ़ाने के चलते टेक्नोलॉजी पर कड़ी नजर रखी जाएगी। ओपन एआई के चीफ सैम आल्टमैन ने गुरुवार को ट्वीट किया कि हम कानून का पालन करेंगे। ओपन एआई टेक्नोलॉजी का सुरक्षित होना जरूरी है। जांच से ओपन एआई को चैटजीपीटी बनाने का तरीका और डेटा के स्रोतों की जानकारी देने के लिए विवश किया जा सकता है। हालांकि, ओपन एआई पहले ऐसी जानकारी बताती रही है लेकिन उसने अभी हाल में यह नहीं बताया है कि एआई सिस्टमों के लिए डेटा कहां से आया है और चैटजीपीटी बनाने में कितने डेटा का इस्तेमाल हुआ है। शायद वह प्रतिद्वंद्वियों द्वारा कॉपी किए जाने की आशंका से चुप है। महत्वपूर्ण डेटा पर नजर गुरुवार को एफटीसी की चीफ लीना खान ने अमेरिकी संसद की न्यायिक कमेटी की सुनवाई में कहा कि चैटजीपीटी और कुछ अन्य सेवाओं के पास डेटा का विशाल खजाना है। यह किसी को नहीं मालूम कि इन कंपनियों के पास किस तरह का डेटा पहुंच रहा है। लोगों का संवेदनशील डेटा लिए जाने की खबरें सामने आई हैं। © The New York Times सेसिला कांग, केड मेट्ज
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भारत ने नौसेना का जहाज INS कृपाण वियतनाम को तोहफे में दिया, रक्षा मंत्री ने किया था ऐलान
Breaking News Headlines Update; Dainik Bhaskar Breaking News Headlines Today, India and World Latest Pictures Videos, Pictures, and More From Dainik Bhaskar.  अरुणाचल प्रदेश के तवांग में शनिवार सुबह 6:56 बजे 3.3 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र धरती से 5 किमी नीचे था।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को नौसेना का जहाज INS कृपाण वियतनाम पीपुल्स नेवी को तोहफे के रूप में दिया। रक्षा मंत्री ने 19 जून,2023 को आईएनएस कृपाण स्वदेश वियतनाम को उपहार में देने की घोषणा की थी। आईएनएस कृपाण अपनी अंतिम यात्रा में भारत से वियतनाम के लिए 28 जून,2023 को रवाना हुआ था और 8 जुलाई,2023 को वियतनाम के कैम रॉन पहुंचा था। यह पहली बार है कि भारत ने किसी मित्र विदेशी देश को पूरी तरह से परिचालन वाला कार्वेट सौंपा है। आज की अन्य प्रमुख खबरें... महाराष्ट्र में ठाणे जिले के भयंदर में पहाड़ी से पत्थर सड़क पर गिरे, कोई हताहत नहीं महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भयंदर शहर में शनिवार को एक पहाड़ी से पत्थर टूटकर सड़क पर गिर गए। डिजास्टर मैनेजमेंट सेल के चीफ यासीन तड़वी ने कहा कि घटना भायंदर पाड़ा इलाके में दोपहर करीब 2.30 बजे हुई। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि स्थानीय फायर ब्रिगेड और RDMC की एक टीम मौके पर पहुंची और सड़क से पत्थरों को हटा दिया। घटनास्थल पर JCB मशीनों का इस्तेमाल किया गया। असम 1 लीटर से कम की पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर बॉटल्स पर बैन लगाएगा, 2 अक्टूबर से लागू होगा फैसला असम सरकार ने 2 अक्टूबर से 1 लीटर से कम की पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर बॉटल्स बैन करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वास सरमा ने कैबिनेट बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2024 से राज्य में 2 लीटर से कम की बॉटल्स भी बैन कर दी जाएंगी। आतंकी यासीन मलिक की सुरक्षा में चूक के मामले में तिहाड़ प्रशासन ने 4 अफसरों को सस्पेंड किया दिल्ली की तिहाड़ जेल प्रशासन ने कश्मीरी आतंकी यासीन मलिक की सुरक्षा में चूक के मामले में 4 अफसरों को सस्पेंड किया है। इनमें एक डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, 2 असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट और एक अन्य अधिकारी शामिल है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने होम सेक्रेटरी अजय भल्ला को चिट्‌ठी लिखकर सवाल उठाया था कि सुप्रीम कोर्ट के बुलाए बिना शुक्रवार को यासीन को कोर्ट क्यों ले जाया गया था। इसके बाद तिहाड़ प्रशासन ने ये कदम उठाया। पूरी खबर पढ़ें... ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में छत्तीसगढ़ की IAS अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया छत्तीसगढ़ की IAS अफसर रानू साहू को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया। ED ने उन्हें रायपुर कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी है। शुक्रवार (21 जुलाई) देर रात तक रानू साहू के सरकारी आवास में ईडी की टीम ने छापेमारी की थी। इस छापेमारी में मिले अहम सबूतों के मुताबिक रानू साहू करोड़ों के हेरफेर में शामिल थीं, फिलहाल मामले की जांच जारी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... दिल्ली एयरपोर्ट पर 10 करोड़ रुपए की विदेशी करेंसी पकड़ी गई; 3 यात्रियों के खिलाफ मामला दर्ज दिल्ली एयरपोर्ट पर शुक्रवार को 10 करोड़ रुपए की विदेशी करेंसी पकड़ी गई। ताजिकिस्तान के 3 यात्रियों से 7 लाख 20 हजार डॉलर और 4 लाख 66 हजार यूरो जब्त किए गए। इसकी भारतीय रुपए में कीमत 10 करोड़ रुपए है। तीनों यात्रियों के खिलाफ विदेशी करेंसी की तस्करी का मामला दर्ज किया गया है। असम के नागांव में पकड़ी गई 5 करोड़ रुपए की हेरोइन, 3 गिरफ्तार असम के नागांव में पुलिस ने शुक्रवार को 5 करोड़ रुपए के ड्रग्स जब्त किए। इसके साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। पुलिस ने 800 ग्राम हेरोइन बरामद की, जो साबुन के 60 डिब्बों में रखी हुई थी, जब्त की। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 3.3 तीव्रता का भूकंप अरुणाचल प्रदेश के तवांग में शनिवार सुबह 6:56 बजे 3.3 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र धरती से 5 किमी नीचे था। बिहार में गोलीबारी हुई, दो की मौत कई घायल बिहार के मुजफ्फरपुर में गोलीबारी हुई, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और कुछ लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि 4 लोग बाइक पर आए थे। वे गोलीबारी करने लगे। गोली लगने से आशुतोष साही की मौके पर ही मौत हो गई और उनके बॉडीगार्ड को भी गोली लगी है। जो बाइडेन ने अमेरिकी नौसेना के नेतृत्व के लिए एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी को चुना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नौसेना का नेतृत्व करने के लिए एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी को चुना है। अगर उनके नाम की पुष्टि हो जाती है तो वे नौसेना के इतिहास में यह जिम्मेदारी संभालने वाली पहली महिला होंगी। ट्रम्प के सीक्रेट फाइल्स केस की सुनवाई अगले साल 20 मई को होगी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स घर ले जाने के मामले की सुनवाई अगले साल 20 मई को होगी। अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट जज ऐलीन कैनन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
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9 दिनों से हॉस्पिटल में एडमिट थीं, वजहों का खुलासा नहीं किया
मौनी रॉय पिछले 9 दिनों से हॉस्पिटल में एडमिट थीं। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर अपनी फोटो शेयर कर ये जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि उन्हें किस वजह से एडमिट होना पड़ा सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए मौनी रॉय ने
मौनी रॉय पिछले 9 दिनों से हॉस्पिटल में एडमिट थीं। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर अपनी फोटो शेयर कर ये जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि उन्हें किस वजह से एडमिट होना पड़ा सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए मौनी रॉय ने लिखा- मैं अब ठीक हूं और मेरी सेहत में सुधार हो रहा है। उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को हॉस्पिटल में उनका ख्याल रखने के लिए शुक्रिया भी किया। उन्होंने अपने पति सूरज नांबियार को भी उनका ध्यान रखने के लिए शुक्रिया कहा। धीरे-धीरे सेहत में सुधार हो रहा है: मौनी हॉस्पिटल बेड से फोटो शेयर करते हुए मौनी ने लिखा- मैंने हॉस्पिटल में 9 दिन बिताए लेकिन इस दौरान मिले प्यार से मेरे मन में एक ठहराव घर कर गया है। इससे पहले मैंने कभी भी ऐसा कुछ भी महसूस नहीं किया था। मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं वापस घर आ चुकी हूं और धीरे-धीरे मेरी सेहत में भी सुधार हो रहा है। अच्छी सेहत से ज्यादा जरूरी कुछ भी नहीं होता.. उन दोस्तों का शुक्रिया जो समय निकालकर हॉस्पिटल आए: मौनी मौनी रॉय ने आगे लिखा- मेरे दोस्तों का भी शुक्रिया जिन्होंने अपना कीमती समय निकालकर हॉस्पिटल में मेरा इतना ख्याल रखा, मेरे लिए दुआएं की और मुझे इतना प्यार दिया। इ लव यू गाइस! उन्होंने अपने पति को टैग करते हुए लिखा- तुम्हारे जैसा कोई नहीं है। ओम नमः शिवाय! दिशा पाटनी, मृणाल ठाकुर ने पोस्ट पर किया कमेंट इस पोस्ट पर मौनी के फैंस लगातार कमेंट कर रहे हैं। दिशा पाटनी ने कमेंट किया- जल्दी ठीक हो जाओ मौनी! लव यू! निया शर्मा ने लिखा- गेट वेल सून मौनी। इनके अलावा अर्जुन बिजलानी और मृणाल ठाकुर ने भी मौनी रॉय को स्पीडी रिकवरी विश की। वहीं एक फैन ने लिखा- आपको शायद विटामिन की कमी हो गई, अपनी डाइट सही रखिए। जल्द ही मौनी रॉय पायल देव और जुबिन नौटियाल की म्यूजिक एल्बम में दिखाई दी थीं। जल्द ही बॉबी देओल और अर्जुन रामपाल के साथ फिल्म पेंटहाउस में नजर आएंगी।
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अब तक 6 आरोपी पकड़े गए; निर्वस्त्र की गई एक महिला के पति कारगिल युद्ध लड़े
Manipur Violence; Women Paraded Naked Viral Video Controversy मणिपुर में जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था, उनमें से एक के पति आर्मी में सूबेदार थे। उन्होंने कहा, 'मैंने करगिल युद्ध में देश को दुश्मनों से बचाया
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के मामले में एक नाबालिग की गिरफ्तारी हुई है। मणिपुर पुलिस ने शनिवार शाम को ट्वीट कर जानकारी दी कि मामले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें 5 मुख्य आरोपियों के साथ एक नाबालिग भी शामिल है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए 4 आरोपियों की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी हुई। उन्हें 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। उधर, चुराचांदपुर जिले में 5 हजार कुकी महिलाओं ने काले कपड़े पहनकर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। इंफाल में भी महिलाएं सड़कों पर उतरीं और टायर जलाए। सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। निर्वस्त्र की गई एक महिला के पति कारगिल युद्ध लड़ चुके हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने कारगिल युद्ध में देश को दुश्मनों से बचाया, लेकिन दंगाइयों से अपनी पत्नी की इज्जत नहीं बचा सका।' पीड़ित के पति असम राइफल्स में सूबेदार थे। इधर, 28 मई को काकचिंग जिले के सेरौ गांव में एक फ्रीडम फाइटर की 80 साल की पत्नी इबेटोम्बी को भीड़ ने उसके घर के अंदर जिंदा जला दिया था। हथियारबंद भीड़ ने उसके पोते पर भी हमला किया, लेकिन महिला ने उसे बाहर भगा दिया। उन्होंने उसे वहां से भगाते हुए कहा कि 'तुम यहां से भाग जाओ, कुछ देर बाद आकर मुझे ले जाना'। लेकिन परिवार के साथ ये उनके अंतिम शब्द बन गए। मणिपुर मामले पर बड़े बयान... 4 मई को थोउबाल जिले में हुई थी घटना महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना 4 मई को थोउबाल जिले में हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनसे अश्लील हरकतें कीं। एक पीड़ित महिला के पति ने बताया- 'हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला किया था। मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रही। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली।' वहीं, वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा- 'अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहां मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। अब मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका है।' 2 महीने में दर्ज हुईं 6 हजार FIR मणिपुर में 3 मई से 28 जून तक 5,960 FIR दर्ज हुईं। इनमें से 1,771 केस जीरो FIR के रूप में दर्ज हुए। इनमें से एक तिहाई मामले महिला उत्पीड़न से जुड़े हुए थे। NCRB के आंकड़ों के अनुसार, मणिपुर में 2019 में 2,830, 2020 में 2,349 और 2021 में 2,484 FIR ही दर्ज हुई थीं। वहीं, इस साल मई-जून में ही करीब 6 हजार मामले दर्ज हो गए। राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने खुद माना है कि हिंसा के दौरान राज्य के विभिन्न थानों में हजारों FIR दर्ज हुई हैं। जातीय हिंसा की वजह से लोग FIR दर्ज कराने के लिए एक-दूसरे के इलाके में नहीं जा रहे। जीरो FIR दिल्ली, आइजोल और गुवाहाटी में भी दर्ज हो रही हैं। ममता ने भाजपा से पूछा- बेटी बचाओ नारा कहां है? पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार (21 जुलाई) को मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- आपने 'बेटी बचाओ' का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है। आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है। आप पश्चिम बंगाल पर उंगली उठाते हैं, लेकिन क्या आपको बहनों और मांओं के लिए प्यार नहीं है? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी? संसद में दूसरे दिन भी हंगामा मणिपुर हिंसा को लेकर संसद सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार (21 जुलाई) को दूसरे दिन विपक्षी दलों ने हंगामा किया। इसके चलते सदन की कार्यवाही बाधित हुई। दोनों सदनों को 24 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार चर्चा करने को तैयार है। कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने दोनों सदनों में चर्चा का नोटिस दिया था। 4 पॉइंट्स में जानिए क्या है मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इम्फाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। कैसे शुरू हुआ विवाद: मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। मैतेई का तर्क क्या है: मैतेई जनजाति वाले मानते हैं कि सालों पहले उनके राजाओं ने म्यांमार से कुकी काे युद्ध लड़ने के लिए बुलाया था। उसके बाद ये स्थायी निवासी हो गए। इन लोगों ने रोजगार के लिए जंगल काटे और अफीम की खेती करने लगे। इससे मणिपुर ड्रग तस्करी का ट्राएंगल बन गया है। यह सब खुलेआम हो रहा है। इन्होंने नगा लोगों से लड़ने के लिए आर्म्स ग्रुप बनाया। नगा-कुकी विरोध में क्यों हैं: बाकी दोनों जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इंफाल घाटी में हैं। ऐसे में ST वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों का बंटवारा होगा। सियासी समीकरण क्या हैं: मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई और 20 विधायक नगा-कुकी जनजाति से हैं। अब तक 12 CM में से दो ही जनजाति से रहे हैं। मणिपुर हिंसा से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें... ‘वो हमारे कपड़े उतरवा रहे थे, पुलिस चुपचाप खड़ी थी’:मणिपुर वायरल वीडियो की FIR लिखने वाले SHO बोले- हां, गैंगरेप हुआ ‘हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, वो हमें बचा लेंगे। मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने कपड़े उतार दिए….’। ये कहना है 21 साल की पीड़िता का। पूरी खबर पढ़ें... ‘कुकी नजर आया तो गोली मार दूंगा’...पार्ट-1:मणिपुर के गांवों में बनीं विलेज फोर्स, बूढ़े-जवान राइफल लेकर बंकर में तैनात 29 जून की सुबह थी, हम होटल से इंफाल एयरपोर्ट के लिए निकल रहे थे। फोन बजा, कॉल एन बोबी सिंह का था। वे शायद दौड़कर कहीं जा रहे थे, हांफती आवाज में कहने लगे, ‘कुकी मिलिटेंट ने हमला कर दिया है, बंदूक लेकर मैं भी जा रहा हूं।’ फिर फोन डिस्कनेक्ट हो गया। पढ़ें पूरी खबर... कुकी के बंकर में हैंडमेड M17 मशीनगन...पार्ट-2: कमांडर बोला- मैतेई मिलिटेंट के लिए बनाए, CM हमारे बारे में झूठ बोलना बंद करें मणिपुर के कांगपोपकी जिले में है साइकुल कस्बा। 26 जून को जब हम यहां पहुंचे, तो इलाके के लोकल कुकी लीडर हमें इंफाल बॉर्डर पर मौजूद बंकर दिखाने ले गए। रास्ते में लगातार बंदूक लटकाकर घूमते लोग मिलते रहे। बंकर, बंदूकें, लड़ाके सब कुछ बिल्कुल मैतेई आबादी वाले सिंगदा गांव जैसे थे, जहां हम साइकुल आने से पहले गए थे। पढ़ें पूरी खबर... मैतेई लड़ाकों के लीडर बोले- कुकी मणिपुर के नहीं...पार्ट-3: इंफाल में दंगे हुए तो मेरे लोग ग्राउंड पर थे, वे लड़े भी ‘कुकी बाहर से आए हैं, वे म्यांमार से आकर यहां बसे हैं। ये जमीन हमारी है, मणिपुर के मूल निवासी मैतेई हैं। पहले कुकी के 3 विधायक थे, अब 10 हैं। ये ऐसे ही सब जगह घुस रहे हैं, कब्जा कर रहे हैं, नहीं रोका तो कर लेंगे।’ यह कहना है मैतेई लिपुन संगठन के लीडर प्रमोद सिंह का। इसे मैतेई राष्ट्रवाद भी कहा जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें... मणिपुर में स्कूल और खेत खाली, टूरिज्म ठप...पार्ट-4: किसानों की सुरक्षा में जवान; बंकर, हथियार, हिंसा के बीच बच्चे पढ़ने कैसे जाएं मणिपुर में हिंसा शुरू हुए ढाई महीने से ज्यादा हो चुके हैं। जल चुके 120 से ज्यादा गांव, 3,500 घर, 220 चर्च और 15 मंदिर हिंसा की निशानी के तौर पर खड़े हैं। इस तबाही में खाली स्कूल और खेत भी जुड़ चुके हैं। अब स्कूलों के खुलने का वक्त है और खेतों में बुआई का। पूरी खबर पढ़ें...
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एयरफोर्स के Mi-17 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया, यमुनोत्री हाईवे पर लैंडस्लाइड
उत्तरी भारत के बाद अब महाराष्ट्र में भारी बारिश का कहर टूट रहा है। रायगढ़ के इरशालगढ़ में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 21 हाे गई है।Maharashtra Rainfall Flood Situation Update; Delhi, up, bihar Himachal Pradesh, Kerala, odisha Weather Forecast
महाराष्ट्र के यवतमाल में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति है। कई घरों में पानी भर गया। एक घर की दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई। जिले के आनंदनगर टांडा गांव में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एयरफोर्स के Mi-17 हेलिकॉप्टर को बुलाया गया। पांच जगहों पर SDRF की टीमें तैनात की गई थीं। इन टीमों ने फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। रायगढ़ के इर्शालवाडी में लैंडस्लाइड से मरने वालों की संख्या 26 हाे गई है, 82 लोग लापता हैं। पालघर, मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। गुजरात के जूनागढ़ में चार घंटे में आठ इंच बारिश हुई है। इससे सड़कों पर पानी भर गया। कई कारें पानी में बहती दिखीं। अमरेली में भी सड़कों पर पानी भर गया। पहाड़ों में भी तेज बारिश का दौर जारी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी और जम्मू-कश्मीर के कारगिल में 21 जुलाई की देर रात बादल फट गया। कश्मीर के रामबन इलाके में बारिश के कारण पहाड़ी से पत्थर गिरने से 55 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। उत्तराखंड के यमुनोत्री हाईवे पर लैंडस्लाइड हो गया और कई गाड़ियां दब गईं। वहीं, स्कूलों में भी मलबा जमा हो गया। बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। यूपी में बिजनौर के मंडावली में कोटावाली नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बस तेज बहाव में फंस गई। बस में करीब 40 यात्री सवार थे। जेसीबी से सभी का रेस्क्यू किया गया। अब जानिए देश के मौसम का हाल... अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे इन राज्यों में तेज बारिश: छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना, केरल। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के पालघर में रविवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में हल्की बारिश: तमिलनाडु, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। मौसम से जुड़े अपडेट्स... अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें... अन्य राज्यों में मौसम का हाल... MP में महाकाल मंदिर में घुसा पानी, 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट उज्जैन में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। महाकाल मंदिर के गणेश और नंदी मंडपम में बारिश का पानी भर गया। सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खरगोन, इंदौर, रतलाम, उज्जैन और आगर-मालवा में बिजली की गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान यहां 24 घंटे के भीतर 4 इंच तक बारिश हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर... गुजरात के जूनागढ़ में चार घंटे में आठ इंच बारिश गुजरात के जूनागढ़ शहर में शनिवार दोपहर बादल फट गए। यहां सिर्फ 4 घंटे में ही 8 इंच बारिश हो गई। वहीं, गिरनार पर्वतीय क्षेत्र में 14 इंच बारिश दर्ज की गई है। जब पहाड़ों से बहता पानी जूनागढ़ शहर में पहुंचा तो बाढ़ आ गई। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां तिनकों की तरह बहती हुई नजर आईं। शहर के निचले इलाकों में 5 फीट तक पानी भर गया है। एनडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को निकालनें में लगी हुई है। पढ़ें पूरी खबर... पंजाब में घग्गर का जलस्तर बढ़ रहा:11 जिलों के लिए बारिश का यलो अलर्ट मौसम विभाग ने आज पूरे राज्य में दोबारा से यलो अलर्ट जारी कर दिया है। दोपहर 1 बजे तक पटियाला, SAS नगर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, SBS नगर, तरनतारन, जालंधर, होशियारपुर, अमृतसर, गुरदासपुर, कपूरथला में अलर्ट जारी किया है। वहीं आज हिमाचल में भी भारी बारिश होने के आसार हैं। पढ़ें पूरी खबर... हरियाणा के 16 शहरों में आज बारिश:सिरसा में घग्गर का मुख्य बांध टूटा हरियाणा के 16 शहरों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी हुआ है। इनमें बापौली, घरौंडा, करनाल, इंद्री , राडौर, पानीपत, निलोखेरी, थानेसर, शाहाबाद, अंबाला, कालका, बराडा , जगाधरी , छछरौली, नारायणगढ़ और पंचकूला शमिल हैं। इ्स दौरान 40 से 60 किलोमीटर स्पीड से हवाएं भी चलेंगी। पढ़ें पूरी खबर... राजस्थान के जोधपुर रेलवे स्टेशन में प्लेटफॉर्म तक पानी भरा, पटरियां पानी में डूबीं जोधपुर में देर रात हुई मूसलाधार बारिश से सड़कों पर गाड़ियां बह गईं। भीतरी शहर में गलियां, नदी बन गईं। एक बाइक के साथ आदमी भी बह गया। इधर जीरा मंडी में पानी भरने से लाखों रुपए का जीरा भी बह गया। जीरा मंडी में 50 लाख का नुकसान बताया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर... बिहार में कमजोर पड़ा मानसून, 26 जुलाई तक बारिश नहीं बिहार में एक बार फिर मानसून कमजोर पड़ गया है। पारा बढ़ने लगा है। मौसम विभाग की माने तो अगले 5 दिनों तक राज्य में कहीं भी तेज बारिश के आसार नहीं है। 26-27 जुलाई तक अच्छी बारिश का इंतजार करना होगा। पढ़ें पूरी खबर...
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बार-बार न छुएं, न रगड़ें; गुलाब जल से छीटें मारें, हल्दी-पानी भी कारगर
बारिश के बाद बीमारियों का बढ़ना कोई नई बात नहीं है। इन मौसमी बीमारियों की चपेट में ज्यादातर घर-परिवार आते हैं। मूसलाधार बारिश के बाद उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों की मुसीबत आई फ्लू ने बढ़ा दी है।
बारिश के बाद बीमारियों का बढ़ना नई बात नहीं है। इन मौसमी बीमारियों की चपेट में ज्यादातर लोग आते हैं। मूसलाधार बारिश के बाद उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों की मुसीबत आई फ्लू ने बढ़ा दी है। डॉक्टर के पास लगी लंबी कतारों में बच्चों की तादाद ज्यादा है। स्कूलों से भी नोटिस जारी करके आंखों का ख्याल रखने की हिदायत दी जा रही है। कानपुर मेडिकल कॉलेज की आई स्पेशलिस्ट डॉ. शालिनी मोहन से जानते हैं कि आई फ्लू इन्फेक्शन से खुद को और परिवार को कैसे सुरक्षित रखा जाए। साथ ही कुछ टिप्स भी दिए जा रहे हैं, जो आपके काम के हो सकते हैं। आंखों में जलन-खुजली है तो समझिए आई फ्लू डॉ. मोहन कहती हैं कि आई फ्लू एक बीमारी है जो आंखों को बेहद तकलीफ देती है। इसे वायरल कंजक्टिविटी कहते हैं। यह कॉमन इन्फेक्शन है, जिसकी चपेट में कभी न कभी हर इंसान आता है। आई फ्लू होने पर आंखों में जलन और खुजली होने लगती है। यह बीमारी सर्दियों और बारिश के मौसम में ज्यादा फैलती है और तेजी से फैल सकती है। आई फ्लू होने के दूसरे कारण भी हैं जैसे-कॉस्मेटिक या कॉन्टेक्ट लेंस। बहुत ज्यादा इन्फेक्शन फैलने की वजह से यह आंखों के आगे एक पतली सी झिल्ली में पहुंच जाता है। जिसकी वजह से आंखों में खुजली की शिकायत होती है। साथ ही आंखों में सूजन आ जाती है। बर्दाश्त न कर पाने वाला दर्द होता है। हालांकि, आई फ्लू की चपेट में हर उम्र के लोग आते हैं, लेकिन बच्चों को यह अपनी गिरफ्त में जल्दी लेता है। कभी-कभी आई फ्लू इन्फेक्शन का कारण धूल-मिट्टी भी हो सकता है। यह इन्फेक्शन एक आंख से शुरू होकर दूसरी आंख तक फिर एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंचता है। इन्फेक्शन में आंखों का रंग पीला होने के बाद धीरे-धीरे लाल होने लगता है। आई फ्लू इन्फेक्शन फैलने की वजह यह इन्फेक्शन वायरस और बैक्टीरिया से फैलता है। इस परेशानी की वजह हीमोफिलस बैक्टीरिया है। यह बैक्टीरिया कनेक्टिविटी सेक्शुअल रिलेशन से भी फैलता है। कभी-कभी डिलीवरी के दौरान मां बैक्टीरिया या वायरस की चपेट में आ जाती है जिससे होने वाले बच्चे पर भी इसका असर देखा जा सकता है। नवजात शिशु में डिलीवरी के 5 से 12 दिनों तक ही यह बैक्टीरियल कंजक्टिविटी यानी आई फ्लू नजर आता है। नवजात शिशुओं में भी आई-फ्लू इन्फेक्शन का कारण यही बैक्टीरिया होते हैं। जिसमें बच्चे की आंख गुलाबी होकर उसमें जलन होने लगती है या आंसू बहते हैं। कितने तरह के होते हैं आई फ्लू नॉर्मल आई फ्लूः इसमें आंखों के अंदर सफेद हिस्से पर छोटे-छोटे खून के धब्बे दिखाई देते हैं। आंखों में हमेशा पानी रहता है। बैक्टीरियल कंजक्टिविटी: इसे आंख आना भी कहते हैं। इसमें आंखों से पीले और हरे रंग का चिपचिपा पानी निकलता है। सुबह उठने पर पलकें आपस में चिपक जाती है। ये बच्चों में ज्यादा तेजी से फैलता है। वायरल कंजक्टिविटी : इसकी शुरुआत हवा में फैले वायरस की वजह से होता है। इसमें खांसी जुकाम, दोनों आंखों में लाली और सूजन की शिकायत होती है। इस इन्फेक्शन का असर बड़े लोगों पर ज्यादा होता है। 65 से 90 फीसदी आई फ्लू इन्फेक्शन की वजह एडिनोवायरस ही होता है। एलर्जिक कंजक्टिविटी : इस स्थिति में आंखों का रंग गुलाबी, खुजली होना और आंख से पानी गिरने की परेशानी होती है। गोनोकोकल कंजक्टिविटी : इसे नीसेरिया गोनोरिया कहते हैं, जो बहुत ही दुर्लभ है। यह इन्फेक्शन नवजात शिशुओं और सेक्शुअल रिलेशनशिप के दौरान हो सकता है। इसकी भी शुरुआत आंखों में लाली, खुजली और सूजन से होती है। इन घरेलू नुस्खों को अपनाकर आई फ्लू का इलाज करें आलूः आलू को पतले-पतले टुकड़ों में काट लें। रात में सोने से पहले उस कटे हुए आलू को आंखों के ऊपर 10 मिनट लगाकर रखें। जल्दी आराम मिलेगा। आंवले का रस : 3 से 4 आंवलों का रस निकाल लें। एक गिलास पानी में उस रस को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात में सोने से पहले इस्तेमाल करें। पालक-गाजर का रसः पालक के 5 पत्तों का रस निचोड़ लें। 2 गाजर का रस निकाल लें। आधे कप पानी में गाजर और पालक के रस को मिलाकर पिएं। गुनगुना पानी : हल्के गुनगुने पानी के इस्तेमाल से आंखों को धोने से आंखों के ऊपर जमने वाले गंदगी साफ हो जाएगी। गुलाब जल : गुलाब जल से आंखों को धोने से आंखों का इन्फेक्शन कम होता है। गुलाब के जल की दो बूंदें आंखों में डालें, आराम मिलेगा। शहद-पानीः एक गिलास पानी में 2 चम्मच शहद मिला लें। अब इस पानी का छींटे आंखों पर मारें। संक्रमण कम होगा। हल्दी-गर्म पानी: 2 चम्मच हल्दी पाउडर को 2 मिनट गर्म करें। एक गिलास गर्म पानी में इस भुनी हल्दी को मिलाएं। इस पानी में रुई भिगोकर आंखें पोंछें। आखिर में इस पोल में अपनी राय देते चलें… डिस्क्लेमर-बरसात का मौसम अपने साथ आई फ्लू भी लाता है। आंख को कोई नुकसान पहुंचाए बिना एक या दो हफ्ते में ठीक हो जाता है। काले रंग का चश्मा पहनकर रखें। परेशानी ज्यादा है तो डॉक्टर से सलाह-मशविरा करें।
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अंबाला में घर डूबे, फतेहाबाद में बहे दंपती; हवाई सर्वे कर बोले CM- 2 जिलों में पानी
हरियाणा के सिरसा जिले में मल्लेवाला के पास घग्गर नदी का मुख्य बांध टूट गया है। बांध टूटने के बाद किसानों ने गांव की मुख्य सड़क पर मिट्‌टी डालकर उसे बांध के रूप में मजबूत करना शुरू कर दिया।
हरियाणा में कल मौसम रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक कुछ जिलों में हल्की बारिश की आशंका है। वहीं यमुनानगर में हथिनी कुंड बैराज के 18 गेट खोल दिए गए हैं। यह पानी यमुना में यमुनानगर से आगे कुरूक्षेत्र, करनाल, पानीपत और सोनीपत के रास्ते दिल्ली जाएगा। जिससे इन शहरों में भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। पहाड़ों में हो रही बारिश के बाद शनिवार को 11 बजे हथिनी कुंड बैराज में पानी का लेवल 2 लाख 23 हजार 054 क्यूसेक था। वहीं 2 बजे तक यह 2 लाख 51 हजार 987 क्यूसेक पर पहुंच गया। बैराज का डेंजर लेवल 70 हजार क्यूसेक है। वहीं फतेहाबाद के रतिया ब्लॉक के गांव बलियाला में ग्रामीणों को घग्घर दरिया की बाढ़ में बहकर आए पति-पत्नी मिले। जिन्हें ग्रामीणों ने बाहर निकाला और उन्हें तुरंत रतिया के अस्पताल ले जाया गया। दोनों बोलने की हालत में नहीं हैं। घग्गर में पानी का बहाव तेज इस बीच सीएम मनोहर लाल ने फतेहाबाद और सिरसा का हवाई सर्वे किया। सीएम ने कहा कि टोहाना, भूना, जाखल, फतेहाबाद और सिरसा के ओटू झील के साथ लगते गांवों में जलभराव हुआ है। अभी घग्गर में तेज बहाव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 12 जिले बाढ़ से प्रभावित थे, 10 जिलों का पानी निकल चुका है। जिनमें शेष है वहां पर पंपिंग से पानी निकाला जाएगा। जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हें आने वाले सप्ताह में मुआवजा दिया जाएगा। अंबाला की टांगरी नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा वहीं अंबाला की टांगरी नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे एक बार फिर हालात बिगड़ने शुरू हो गए हैं। घरों में कई फीट पानी भर गया है। लोगों घरों से निकल रहे हैं। स्कूलों की छुटि्टयां कर दी गई हैं। करनाल के 12 गांवों में अलर्ट हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद करनाल के इंद्री, कुंजपुरा व घरौंड़ा एरिया के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा इंद्री के एरिया के करीब 12 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। सिरसा में घग्गर नदी का मुख्य बांध टूटा सिरसा में मल्लेवाला के पास घग्गर नदी का मुख्य बांध टूट गया। बांध टूटने की खबर मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। उन्होंने गांव की मेन रोड पर मिट्‌टी डालकर बांध बनाना शुरू कर दिया है। यहां से दूसरे गांवों में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा है। सिरसा में नेताओं का विरोध सिरसा में रंगोई नाले के कारण प्रशासन 2 बांध बना रहा है। पानी नेशनल हाईवे 9 पर पहुंचने के कारण सिरसा के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हालात का जायजा लेने के लिए किसानों के बीच पहुंचे। जिस पर किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी कर दी। किसी भी नेता को बोलने का अवसर नहीं दिया गया। किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध होता देखकर राजनेता चुपचाप वापस लौट आए। हरियाणा में बाढ़ के हालात की तस्वीरें... कई जिलों में सुबह बारिश हुई हरियाणा में कई जिलों में शनिवार सुबह बारिश हुई। सुबह से सबसे ज्यादा बारिश करनाल क्षेत्र में 44 एमएम हुई है। इसके बाद पंचकूला में 30.5 एमएम और यमुनानगर में 17.5एमएम बारिश दर्ज की गई है। सिरसा के डबवाली में 0.5 एमएम बारिश हुई है। पहले मत्तड़ के पास हुआ था कमजोर गांव मत्तड़ के पास गुरुवार को तटबंध कमजोर हो गया था। बांध की पटरी 20 फीट थी, जो केवल 5 फीट ही रह गई। बांध को मजबूत करने के लिए मिट़्टी की जरूरत थी, लेकिन इसके लिए दूर से मिट्‌टी लाना आसान नहीं था। तब बांध के किनारे 2 किसानों ने अपनी 10 एकड़ धान के खेतों से मिट्‌टी उठवा दी। किसान काला सिंह और निरंजन सिंह के 5-5 एकड़ से ग्रामीणों ने मिट्‌टी उठाकर तटबंध मजबूत किए। दोनों के खेतों से 10-10 फीट मिट्‌टी उठाई गई। दामाद की मौत के बाद भी पहुंचा किसान किसान निरंजन सिंह के दामाद की गुरुवार को मौत हो गई। उस समय वे शोक जताने अपने दामाद के घर पर थे, जब उन्हें पता चला कि बांध टूटने वाला है तो वे वहां से अंतिम संस्कार करके वापस बांध पर आ गए। बांध के पानी को देखकर बड़ा मन दुखी हुआ, लेकिन फिर भी अपनी 5 एकड़ फसल से मिट्ठी उठाकर हजारों एकड़ फसल को डूबने से बचा लिया और किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
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वसुंधरा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले CPM के पूर्व विधायक पवन दुग्गल भी पार्टी में शामिल
Rajasthan Congerss Leaders BJP Party Joining Update. Folow Rajasthan Vidhan Sabha Election Assembly Polls 2023 Latest News, Reports and Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) इन्हें प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने BJP जॉइन करवाई।
राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पाला बदलने वाले नेताओं के चेहरे सामने आने लगे हैं। शनिवार को 17 नेताओं ने भाजपा जॉइन की। इसमें कांग्रेस-माकपा नेताओं के अलावा IAS-IPS भी शामिल हैं। वसुंधरा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले CPM के पूर्व विधायक पवन दुग्गल भी 'भगवाधारी' हो गए हैं। कई नेताओं ने 'घर वापसी' की है। पिता-पुत्र और पति-पत्नी एक साथ आए पार्टी में राजाखेड़ा से भाजपा विधायक रहे रविन्द्र कुमार बोहरा अपने बेटे विवेक बोहरा के साथ बीजेपी में शामिल हुए। विवेक बोहरा 2013 के विधानसभा चुनावों में राजाखेड़ा से बीजेपी प्रत्याशी थे। बाद में बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। शनिवार को जयपुर स्थित BJP ऑफिस में हुए भव्य कार्यक्रम में दोनों फिर से बीजेपी में शामिल हो गए। इन्हें प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने बीजेपी जॉइन करवाई। इनके अलावा आज एक पति-पत्नी ने भी साथ में बीजेपी जॉइन की। अनूपगढ़ से माकपा के टिकट पर विधायक बने पवन दुग्गल ने अपनी पत्नी रानी दुग्गल के साथ बीजेपी जॉइन की। रानी दुग्गल भी माकपा से अनूपगढ़ प्रधान रही हैं। आज दोनों ने माकपा छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। इनके साथ ही आज माकपा नेता विष्णु भांभू भी पार्टी में शामिल हुए। कांग्रेस नेता शिवचरण कुशवाह भी बीजेपी में शामिल हुए। कुशवाह 2018 के विधानसभा चुनावों में धौलपुर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे थे। वे भाजपा की शोभारानी कुशवाह से चुनाव हार गए थे। इनके साथ ही बसपा से चुनाव लड़ चुके लल्लूराम बैरवा और रिंकी वर्मा ने भी आज बीजेपी का दामन थाम लिया। रिटायर्ड IAS व IPS भी पार्टी में नेताओं के साथ रिटायर्ड IAS और IPS अधिकारियों ने भी बीजेपी जॉइन की। इनमें पूर्व आईपीएस जसवंत सम्पतराम भी शामिल हैं। इनके पिता 6 बार विधायक रहे हैं। मोहनलाल सुखाड़िया व भैरों सिंह शेखावत सरकार में मंत्री भी रहे हैं। पूर्व आईएएस डॉ सत्यपाल सिंह, पूर्व IAS मनोज शर्मा, रिटायर्ड मुख्य आयकर आयुक्त केआर मेघवाल और रिटायर्ड अतिरिक्त आयुक्त स्टेट जीएसटी दिनेश रंगा ने भी पार्टी जॉइन की। इनकी हुई घर वापसी आज कई बीजेपी नेताओं की घर वापसी भी हुई। इन नेताओं को अलग-अलग कारणों से बीजेपी से निष्काषित कर दिया गया था। कुछ ने पार्टी छोड़ दी थी। कोई अन्य पार्टी जॉइन नहीं की थी। इनमें डीडी कुमावत सबसे चर्चित नाम है। डीडी कुमावत ने 2018 में बीजेपी से फुलेरा से टिकट मांगा था। नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके बाद इन्हें पार्टी ने निष्काषित कर दिया था। आज इन्होंने फिर से पार्टी जॉइन कर ली है। वहीं, बांसवाड़ा से बीजेपी सांसद रहे धनसिंह रावत और सिकराय से बीजेपी विधायक रहीं गीता वर्मा ने भी आज भाजपा में वापसी कर ली। कांग्रेस की गलत नीतियों के चलते छोड़ी पार्टी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए नेता शिवचरण कुशवाह ने कहा- कांग्रेस पार्टी की गलत नीतियों के चलते मैने पार्टी छोड़ी है। एक तरफ कांग्रेस की गलत नीतियां हैं। दूसरी तरफ बीजेपी के साथ प्रदेश का विकास है। उन्होंने कहा- मैंने बिना शर्त बीजेपी जॉइन की है। बीजेपी के सिपाही की तरह मोदी सरकार की नीतियों को घर-घर लेकर जाऊंगा। रिटायर्ड आईपीएस जवसंत सम्पतराम ने कहा- मेरे लिए बीजेपी नई पार्टी नहीं है। मेरे पिता बाबू सम्पतराम दो बार भैरों सिंह शेखावत सरकार में गृहमंत्री रहे हैं। उन्होंने कहा- मुझे खुशी है कि मैं आज प्रभावी तरीके से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी से जुड़ा हूं। कांग्रेस की उलटी गिनती शुरू बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले नेताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा- आज जितने भी लोगों ने पार्टी जॉइन की है, उन्होंने निस्वार्थ भाव व बिना शर्त के पार्टी को जॉइन की है। मुझे उम्मीद है कि ये सभी लोग मिलकर 2023 में राजस्थान में कमल का फूल खिलाएंगे। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा- प्रदेश की कांग्रेस सरकार झूठ व लूट की सरकार है। इसकी गलत नीतियों के चलते लोग कांग्रेस छोड़ बीजेपी जॉइन कर रहे हैं। अब कांग्रेस की उलटी गिनती शुरू हो गई है। पहले भी कई दिग्गज़ कर चुके है पार्टी जॉइन पूर्व सांसद सुभाष मेहरिया ने 19 मई को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओमप्रकाश पहाड़िया, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पारिवारिक सदस्य एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विजेंद्र सिंह शेखावत ने 12 जून को विधिवत रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। इनके साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी के राजस्थान प्रदेश महासचिव अशोक कुमार वर्मा, रिटायर्ड आईपीएस गोपाल मीणा, रामदेव सिंह, रिटायर्ड आईएएस पृथ्वीराज मीना भी बीजेपी जॉइन कर चुके हैं।
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करतारपुर साहिब यात्रा 24 तक स्थगित; जालंधर में पेड़ गिरने से मंदिर की दीवार व गाड़ी टूटी
Punjab Weather Report; Rain Alert Rivers Water Level | Ghaggar Ravi Beas Satluj Amritsar Gurdaspur Mansa पंजाब में बाढ़ के बाद हालात सामान्य होते दिख रहे हैं, लेकिन हिमाचल में हो रही बारिश के कारण घग्गर नदी में जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। हरियाणा के पंचकूला एरिया में घग्गर का जलस्तर बढ़ रहा है।
पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात सामान्य होते दिख रहे हैं, लेकिन हिमाचल की पहाड़ियों में हो रही तेज बारिश के बाद घग्गर नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। हरियाणा के पंचकूला जिले में घग्गर में पानी बढ़ गया है। पंचकूला से निकलने के बाद घग्गर मोहाली के रास्ते पंजाब में दाखिल होती है और उसके बाद पटियाला, संगरूर, मानसा जिलों से गुजरती है। पंचकूला में घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद इससे लगते पटियाला, मानसा और दूसरे जिलों के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। रेस्क्यू टीमों के अलावा संबंधित जिलों का प्रशासन तैयारी में जुट गया है, ताकि हालात पहले की तरह न बन जाएं। वहीं, अब पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब की यात्रा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सोमवार को गुरदासपुर DC हिमांशू अग्रवाल दोबारा श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर का जायजा लेंगे। अगर स्थिति काबू में हुई तो ही यात्रा शुरू की जाएगी। शनिवार को DC ने जायजे के दौरान पाया कि करतारपुर कॉरिडोर को जाने वाली सड़क को काफी नुकसान पहुंच चुका है। जालंधर में बारिश का कहर, पेड़ गिरा, पोल्ट्री फार्म ध्वस्त जालंधर में बारिश ने खूब तबाही मचाई है। शहर के बीच सोढल में एक बड़ा पेड़ अचानक गिर गया। इसके गिरने से सोढल मंदिर की जहां चारदीवारी गिर गई, वहीं पर इसने आधी सड़क भी ब्लॉक करके रख दी। दीवार के पास खड़ी एक बोलेरो गाड़ी भी चपेट में आ गई। इसके साथ गांव नुस्सी में बारिश के कारण एक तीन मंजिला पोल्ट्री फार्म ध्वस्त हो गया है। इससे कई मुर्गियां मर गई नंगल डैम का जलस्तर 1151 फीट वहीं, भाखड़ा से नीचे सतलुज दरिया की डाउनस्ट्रीम में बने नंगल डैम का जलस्तर शनिवार को 1151 फीट पर पहुंच गया और यह डेंजर लेवल से सिर्फ 3 फीट नीचे है। अगर हिमाचल में हो रही भारी बारिश के बाद पानी की आवक बढ़ने की सूरत में भाखड़ा डैम से अधिक पानी रिलीज किया गया तो नंगल डैम का वाटर लेवल डेंजर लेवल को छू सकता है। इसी वजह से नंगल के SDM ने अलर्ट जारी किया है कि अगर भाखड़ा डैम से अधिक पानी छोड़ा गया तो निचले एरिया में सतलुज दरिया के आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। उधर, शनिवार को फिरोजपुर में सतलुज दरिया पर बना एक धुस्सी बांध टूट गया। इसके बाद पानी आसपास के इलाकों में फैलना शुरू हो गया। वहीं, सरदूलगढ़ के अंतर्गत आते दो स्कूल सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल खेहरा खुर्द व सरकारी एलिमेंट्री स्कूल खेहरा खुर्द में 24 जुलाई तक छुटि्टयां घोषित कर दी गई हैं। 23-24 को पंजाब में शांत रहेगा मानसून मौसम विभाग के अनुसार 23-24 जुलाई को पंजाब में मानसून शांत रहने का अनुमान है। कुछ शहरों में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। लेकिन 25-26 जुलाई को पंजाब में दोबारा से यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शनिवार शाम 5 बजे तक सर्वाधिक बारिश अमृतसर में 85MM दर्ज की गई है। फिरोजपुर में 74 MM, जालंधर में 54.5 MM, मोगा में 45.5 MM बारिश दर्ज की गई है। 7 गांवों से निकाले जा रहे लोग वहीं गुरदासपुर से कटे 7 गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रावी में जलस्तर अभी सामान्य है, जिसके चलते रावी के आसपास मिट्‌टी की बोरियां भरी जा रही हैं, ताकि किसी भी स्थिति पर तुरंत काबू पाया जा सके। गुरदासपुर से कट चुके घनिकेबेट एरिया में जिला प्रशासन के साथ-साथ आर्मी को भी अलर्ट पर रखा गया है। रावी के पार से लोगों को निकाला जा रहा है, वहीं सेहत विभाग की टीमें भी रावी पार भेजी गई हैं। पंजाब के हालातों से जुड़ी तस्वीरें...
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नए फ्रंट सस्पेंशन के साथ आएगी ई-स्कूटर, 31 जुलाई से ₹10 हजार महंगी मिलेगी
ओला इलेक्ट्रिक ने आज (22 जुलाई) से ओला S1 एयर की प्री बुकिंग शुरू कर दी है। बायर्स कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से 999 रुपए में बुक कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर की शुरुआती कीमत 1.09 रुपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है। ये इंट्रोडक्ट्री प्राइस हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने आज (22 जुलाई) से ओला S1 एयर की प्री बुकिंग शुरू कर दी है। बायर्स कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट से 999 रुपए में बुक कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर की शुरुआती कीमत 1.09 रुपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है। ये इंट्रोडक्ट्री प्राइस हैं। 31 जुलाई से ई-स्कूटर 10 हजार रुपए महंगी हो जाएगी। इंडियन मार्केट में ओला की इस इलेक्ट्रिक स्कूटर का मुकाबला एथर 450S से होगा, जो 3 अगस्त को लॉन्च होने वाली है। 31 जुलाई से 10 हजार रुपए महंगी हो जाएगी S1 एयर बेंगलुरु बेस्ड स्टार्टअप कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के CEO भाविश अग्रवाल ने आज अपने ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'S1 एयर की खरीदी के लिए 28 जुलाई से 30 जुलाई तक परचेस विंडो 1,09,999 रुपए (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत पर ओपन होगी। इंट्रोडक्ट्री प्राइस पर इलेक्ट्रिक स्कूटर को खरीदने के लिए अभी प्री बुक करें। इसके बाद 31 जुलाई से ई-स्कूटर के लिए 1,19,999 रुपए (एक्स-शोरूम) चुकाने होंगे। इसकी डिलीवरी अगस्त में शुरू होगी।' ई-स्कूटर में मिलेगा नया फ्रंट सस्पेंशन इलेक्ट्रिक स्कूटर में सबसे बड़ा बदलाव इसका फ्रंट सस्पेंशन है। हाल ही में इसके टूटूने की खबरों के बाद कंपनी ने अब इसमें मोनो-शॉक के बजाय फ्रंट टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर में ट्विन-शॉक एब्जॉर्बर दिए हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में एक ट्वीट कर दावा किया था कि S1 एयर इलेक्ट्रिक स्कूटर की 5 लाख किलोमीटर से अधिक तक राइडिंग टेस्ट किया गया है। ओला S1 एयर : रेंज, बैटरी और पावर कंपनी के मुताबिक, ओला S1 एयर में परफॉरमेंस के लिए ओला हाइपर ड्राइव मोटर दी गई है, जो 4.5 kWh की एक हब मोटर है। ये मोटर 11.3 hp की मैक्सिमम पावर और 58 nm का टॉर्क जनरेट करती है। मोटर को पावर देने के लिए 3 kWh के बैटरी पैक से जोड़ा गया है। बैटरी को एक बार फुल चार्ज करने पर इलेक्ट्रिक स्कूटर 125 km चलती है। ई-स्कूटर की टॉप स्पीड 90 kmph है। एडवांस्ड फीचर्स से लैस है S1 एयर S1 एयर कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। इसमें S1 एयर एक LED हेडलैंप, 7 इंच टीएफटी स्क्रीन, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, रिवर्स मोड, OTA अपडेट, रिमोट बूट लॉक/अनलॉक और म्यूजिक प्लेबैक जैसे फीचर्स शामिल हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर में 3 राइडिंग मोड- इको, नॉर्मल और स्पोर्ट मिलते हैं। 15 अगस्त 2023 को इलेक्ट्रिक बाइक ला सकती है ओला ओला इलेक्ट्रिक ने 9 फरवरी को S1 एयर के साथ ओला S1 और S1 प्रो के नए वैरिएंट अनवील किए थे। इंडियन मार्केट में अब ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के 6 ऑप्शन के साथ अवेलेबल हैं। इसके साथ ही पहली बार 5 इलेक्ट्रिक बाइक की झलक भी दिखाई थी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कंपनी 15 अगस्त को इन इलेक्ट्रिक बाइकों से पर्दा उठा सकती है।
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26 या 27 जुलाई तक जारी होगा रिजल्ट, यूजीसी अध्यक्ष ने ट्विट कर दी जानकारी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट) रिजल्ट 2023 की तारीख घोषित हो गई है। एनटीए 26 या 27 जुलाई तक रिजल्ट जारी कर सकता है। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कहा है कि, एनटीए का
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट) रिजल्ट 2023 की तारीख घोषित हो गई है। एनटीए 26 या 27 जुलाई तक रिजल्ट जारी कर सकता है। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कहा है कि, एनटीए का लक्ष्य है 26 या 27 जुलाई तक रिजल्ट रिलीज हो जाए। वहीं, अगर कोई बदलाव होगा तो अपडेट किया जाएगा। 6 जुलाई को जारी हुई थी प्रोविजनल आंसर-की यूजीसी नेट आंसर की 6 जुलाई को जारी की गई थी। उम्मीदवारों को 8 जुलाई, 2023 तक ऑब्जेक्शन दर्ज करने का मौका दिया गया था। वहीं, अब रिजल्ट जारी किया जाएगा। रिजल्ट घोषित होने के बाद कैंडिडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर इसे चेक कर पाएंगे। ऐसे चेक करें रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट
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मिथुन राशि के लोग काम में बदलाव करेंगे तो लाभ हो सकता है, तुला राशि के लोग अहंकार से बचेंगे तो बेहतर रहेगा
रविवार, 23 जुलाई को मेष राशि के लोग तनाव से बचें और अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने की कोशिश करें। मिथुन राशि के लोग काम में जरूरी बदलाव करेंगे तो लाभ हो सकते हैं। People of Gemini, Libra horoscope in hindi, Sunday, 23rd Tarot rashifal in hindi, ravivar ka rashifal
रविवार, 23 जुलाई को मेष राशि के लोग तनाव से बचें और अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने की कोशिश करें। मिथुन राशि के लोग काम में जरूरी बदलाव करेंगे तो लाभ हो सकते हैं। तुला राशि के लोग अहंकार से बचेंगे तो रिश्तों में प्रेम बना रहेगा। टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए सभी 12 राशियों के लिए दिन कैसा रह सकता है... मेष - TEN OF WANDS काम और पैसों से जुड़ा तनाव रहेगा। जिम्मेदारियां को कम वक्त में पूरा कर पाएंगे। जितना आप खुद को तनाव से दूर रखेंगे, काम उतनी गति से आगे बढ़ेगा। तय वक्त पर काम पूरा होगा। नए व्यक्ति के साथ हुई चर्चा की वजह से काम को नई दिशा देने का रास्ता मिलेगा। अपनी एकाग्रता को भंग न होने दें। करियर : काम की क्वालिटी के साथ अपने स्किल्स को बेहतर बनाने की कोशिश करें। लव : प्रयत्न के बाद भी रिलेशनशिप में तुरंत बदलाव न होने से निराशा हो सकती है। संयम रखें। हेल्थ : शारीरिक कमजोरी बढ़ती हुई नजर आ रही है। विटामिंस की जांच करवानी आवश्यक होगी। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 1 वृषभ - THE DEVIL लालच की वजह से गलत निर्णय लेने की संभावना बन रही है। गलत व्यक्ति की ओर बढ़ रहा आकर्षण आपसे गलतियां कराएगा। हर एक काम के फायदे और नुकसान को पैसों में तोलना गलत होगा। जो बातें मन की शांति देती हैं, उन पर ध्यान दें। अपने सही नियम किसी अन्य व्यक्ति की वजह से न बदलें। करियर : अपेक्षाएं ज्यादा होने से तकलीफ हो सकती है। खुद की क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। लव : लव रिलेशनशिप संबंधी गलतफहमी दूर हो सकती है। हेल्थ : सेहत में सुधार आएगा। फिर भी गर्म और तले हुए पदार्थों का सेवन न करें। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 4 मिथुन - ACE OF CUPS प्रसन्नता रहेगी। जिस व्यक्ति के आसपास होने से आपकी सोच और स्वभाव में बदलाव आता है, ऐसे व्यक्ति की ओर ध्यान देना आपके लिए आवश्यक होगा। लोगों के साथ संबंध भले ही पुराना हो, लेकिन इन रिश्तों की वजह से आपका फायदा हो सकता है। व्यक्तिगत नुकसान का अवलोकन करने की आवश्यकता है। गंभीरता के साथ काम में उचित बदलाव करें। करियर : करियर से जुड़ी बातों को आगे बढ़ाने के लिए अभी का समय उपयुक्त है। काम पर पूरा फोकस बनाए रखें। लव : अगर रिलेशनशिप के लिए नकारात्मकता है तो इसे नजरअंदाज न करें। हेल्थ : शरीर में इन्फेक्शन होने की संभावना है। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 3 कर्क - KING OF CUPS अपनी भावनाओं को काबू में रखें। कर्तव्य और महत्वपूर्ण कामों को अंजाम तक पहुंचाने की करें। जितना अधिक काम और आर्थिक पक्ष पर ध्यान देंगे, उतनी आसानी से स्थिरता प्राप्त होगी। यदि आपका आर्थिक पक्ष मजबूत है तो कोई निर्णय तुरंत लिया जा सकता है। फिलहाल खुद को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दें। करियर : विदेश से जुड़े काम अपेक्षा के अनुसार पूरे होंगे। आपको फायदा मिल सकता है। लव : किसी नए मित्र के साथ रिलेशनशिप की शुरुआत हो सकती है। हेल्थ : सेहत में सुधार करने के लिए खानपान और जीवनशैली में सुधार करना होगा। सेहत से जुड़ी समस्या हो सकती है। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 7 सिंह - THREE OF PENTACLES लोगों के साथ चर्चा करके निर्णय लेने से नुकसान को टाला जा सकता है, लेकिन सही लोगों के साथ ही चर्चा करें। निवेश करने से पहले हर छोटी बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है। निवेश के कारण अन्य कोई काम ना अटके इस बात पर भी ध्यान देना उतना ही आवश्यक होगा। घर की सजावट में बदलाव किए जाएंगे, इस कारण खर्च हो सकता है। करियर : वरिष्ठ लोगों के मार्गदर्शन का उपयोग करके नए काम की शुरुआत करें। लव : रिलेशनशिप संबंधी तनाव परिवार के लोगों की मदद से दूर हो सकता है। हेल्थ : सिर दर्द के साथ थकान हो सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 2 कन्या - THE HERMIT अपने विचारों की वजह से महत्वपूर्ण निर्णय सही तरीके से लेना आपके लिए संभव हो सकता है। नए आर्थिक स्रोत प्राप्त होंगे, इस कारण काम में बदलाव हो सकता है। काम में आपकी रुचि भी रहेगी। नई बातें सीखने के लिए समय उपयुक्त साबित होगा। जो नई जानकारी आपको प्राप्त हो रही है, उसके जरिए आपके स्वभाव में उचित बदलाव आएगा। करियर : टेक्निकल क्षेत्र से जुड़े लोगों को नई नौकरी की तलाश के लिए प्रयत्न करने होंगे। लव : परिवार के विरोध की वजह से रिलेशनशिप से जुड़ा निर्णय तुरंत अमल में लाना कठिन होगा। हेल्थ : बदन दर्द की तकलीफ बढ़ सकती है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 9 तुला - TEMPERANCE किसी भी निर्णय को अमल में लाने से पहले उसके परिणाम के बारे में सोच-विचार करने की आवश्यकता है। आपसे गलत काम न हो, इस बात का ध्यान रखें। अभी तक किए गए कामों का फल प्राप्त होगा। आप अपने रास्ते से भटक सकते हैं, इसलिए गलत बातों की ओर ध्यान न दें। करियर : अहंकार से बचें और सभी को साथ लेकर काम करें। लव : पार्टनर की गलतियों की वजह से विवाद हो सकते हैं, धैर्य से काम लें। हेल्थ : गलत खान-पान के कारण हो पेट से जुड़ी बीमारी हो सकती है। एसिडिटी को नियंत्रण में लाना जरूरी है। लकी कलर : ग्रे लकी नंबर : 5 वृश्चिक - SEVEN OF PENTACLES प्रयत्नों में बदलाव की वजह से सफलता मिलेगी। पैसों से जुड़े लेन-देन में संयम रखें। अपनी संगत में बदलाव करें। हर एक व्यक्ति के स्वभाव को सही तरीके से परखें। आपकी निर्णय क्षमता सही है, फिर भी खुद के लिए आत्मविश्वास कम हो सकता है। जिन कामों में आप खुद को कमजोर समझते हैं, उन्हें ठीक से करने की कोशिश करें। करियर : पुराने क्लाइंट से काम प्राप्त होगा, लेकिन इस काम को किसी और व्यक्ति के साथ बांटकर ही काम पूरा किया जा सकता है। लव : अपनी निराशा की वजह से रिलेशनशिप में दिक्कत हो सकती है। हेल्थ : जोड़ों के दर्द से संबंधित समस्या हो सकती है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 6 धनु - DEATH अगर कोई बातें पीछे छूट रही हैं तो एक नई शुरुआत भी हो सकती है। इसी बात पर ध्यान देना होगा। नकारात्मकता की वजह से महत्वपूर्ण अवसर नजरअंदाज हो सकते हैं। किसी व्यक्ति के साथ के लेन-देन करते समय नकारात्मक न रहें। आपकी वजह से जाने-अनजाने में दूसरों को दुख पहुंच सकता है। दूसरों के साथ प्रेम से रहें। करियर : पैसों का लेन-देन करते समय कोई व्यक्ति आपको धोखा दे सकता है। सतर्कता रखें। लव : नए रिलेशनशिप की शुरुआत होने में वक्त लगेगा। फिलहाल पुराने रिलेशनशिप से खुद को निकालने की कोशिश करें। हेल्थ : शुगर संबंधी तकलीफ बढ़ सकती है। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 8 मकर - KING OF SWORDS जीवन में डिसिप्लिन बनाने की कोशिश करें। हर काम बात पर नियंत्रण रखने की जिद न करें। स्वभाव में लचीलापन बनाए रखें। बदलाव करने की कोशिश करनी होगी। एकदम किसी आदत को बदलने की गलती न करें। जिन बातों की वजह से प्रेरणा मिलती रहती है, उन पर ज्यादा ध्यान दें। करियर : काम से जुड़ी महत्वपूर्ण बात को नजरअंदाज करने की वजह से दिक्कतें बढ़ सकती हैं। लव : अभी तक प्राप्त हुए बुरे अनुभव की वजह से नए रिलेशनशिप को नकारात्मक तरीके से न देखें। सकारात्मक रहें। हेल्थ : साइनस की तकलीफ है तो अतिरिक्त ध्यान दें। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 3 कुंभ - THE FOOL जीवन में नई शुरुआत करने के लिए आपको अपनी सोच बदलनी पड़ेगी। पुराने चुनिंदा लोगों के साथ ही आपके संबंध बने रहेंगे। जिन लोगों के साथ बातचीत बंद हो रही है या दूरियां बढ़ रही हैं, ऐसे रिश्तों को टिकाए रखने की कोशिश सोच-समझकर करें। जिस काम से आपके स्वभाव में सकारात्मक बदलाव आता है, ऐसे काम ज्यादा करें। करियर : कुछ लोगों को करियर की दिशा बदलने का रास्ता प्राप्त हो सकता है। विद्यार्थियों के लिए अभी का समय अत्यंत लाभदायक है ।करियर से जुड़ी हुई बातों पर बारीकी से ध्यान दें। लव : कठिन समय में पार्टनर का साथ प्राप्त होगा। हेल्थ : उल्टी और अपच की तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 9 मीन - EIGHT OF PENTACLES प्रयत्न करने के बाद भी बार-बार असफल होने से चिड़चिड़ापन और नकारात्मकता हो सकती है। सेहत में कुछ बदलाव हो सकते हैं, जिसका असर आपकी सोच पर होगा। आज वर्तमान से जुड़ी बातों पर ध्यान दें। आपको मिले अनुभव का इस्तेमाल करें और लक्ष्य प्राप्त करने की कोशिश करें। बड़े लक्ष्य के बारे में विचार न करें। करियर : स्पर्धा परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को अपेक्षा से कई गुना ज्यादा मेहनत करनी होगी। लव : पैसों से संबंधित हुए लेन-देन की वजह से पार्टनर की नाराजगी का सामना करना सकता है। हेल्थ : एक जगह ज्यादा देर बैठ कर काम करने से बदन दर्द हो सकता है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 4
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53 किग्रा वेट कैटेगरी में टॉप पर रहीं; मानसी ने सरिता मोर को हराया
Asian Games Wrestling Trials Update नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में बने रेसलिंग एरिना कॉम्प्लेक्स में ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल वर्ग के खिलाड़ियों का वजन हो चुका है।
युवा रेसलर अंतिम पंघल एशियन गेम्स की विमेंस कैटेगरी में भारतीय टीम से बतौर स्टैंड बाय हिस्सा लेंगी, क्योंकि दिल्ली हाई कोर्ट ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के खिलाफ उनकी और सुजीत कलकल की याचिका खारिज कर दी है। इधर, अंतिम ने इंदिरा गांधी स्टेडियम में शनिवार को ट्रायल के पहले दिन 53 KG वेट कैटेगरी की फाइनल बाउट जीत ली है। 19 साल की अंतिम पंघल ने 53 किग्रा वेट कैटेगरी के फाइनल में मंजू को चित कर दिया है। जीत के बाद अंतिम ने कहा- 'मैंने फेयर ट्रायल जीते हैं और मैं हाई कोर्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करूंगी।' अंतिम ने सेमीफाइनल में नेहा को 12-2 से हराया था और दूसरे राउंड में तमन्ना को 7-2 से हराया था। अंतिम को पहले राउंड में बाई मिला था। आगे पढ़ें नेशनल ट्रायल के पहले दिन की रिपोर्ट... मानसी ने उलटफेर किया मानसी ने 57 किग्रा वेट कैटेगरी में सरिता मोर को 9-6 से हराया। पहले राउंड में सरिता मोर ने अंशु मलिक को 6-4 से हराया था। वहीं 62 किग्रा वेट कैटेगरी में सोनम मलिक अगले राउंड में पहुंच गई हैं। अंशु ने 2021 की वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। इसी चैम्पियनशिप में सरिता ने 2022 में ब्रॉन्ज जीता था। 2 वर्ग के ट्रायल्स जारी शनिवार को ग्रीको रोमन के छह वेट कैटेगरी और विमेंस के ट्रायल्स होंगे। वहीं, रविवार को मेंस फ्रीस्टाइल डिवीजन के ट्रायल्स होंगे। ट्रायल्स से पहले करीब 9:30 बजे ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल वर्ग के खिलाड़ियों का वजन किया गया। आज ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल वर्ग की 6 अलग-अलग वेट कैटेगरी के साथ विमेंस प्लेयर के ट्रायल्स होने हैं। मीडिया कर्मियों को एंट्री मिली ओपन ट्रायल्स बंद दरवाजों के पीछे हो रहे हैं। पहले यहां मीडिया को अंदर घुसने की परमिशन नहीं थी, लेकिन ट्रायल्स से ठीक पहले अंदर जाने की परमिशन दी गई। पहलवानों के साथ भी कोच और सपोर्ट स्टाफ के एक-एक मेंबर के ही जाने की परमिशन थी, लेकिन अब पेरेंट्स को भी अंदर घुसने की परमिशन दी गई है। एड हॉक कमेटी के मेंबर ज्ञान सिंह ने कहा कि क्षेत्र के डीसीपी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि कोई भी हॉल में प्रवेश न करे। ट्रायल के दौरान हर पहलवान के साथ उसका कोच और एक सपोर्ट स्टाफ (मसाजर) ही साथ जा सकेगा। बजरंग-विनेश के चयन पर भड़के पेरेंट्स बजरंग पूनिया और विनेश फोगट को बिना ट्रायल के एशियाड में डायरेक्ट एंट्री मिलने पर बाकी पहलवानों के पेरेंट्स शुक्रवार को स्टेडियम पहुंचे और विरोध जताया। अंडर-20 चैंपियन अंतिम पंघल और विकास कालीरमन के पेरेंट्स की एडहॉक कमेटी के साथ तीखी नोकझोंक हो गई। पेरेंट्स के आक्रोश के बाद बंद दरवाजों के पीछे ट्रायल्स कराने का फैसला लिया गया। 23 जुलाई तक करनी है स्क्वॉड की घोषणा एशियन गेम्स में शामिल होने वाले भारतीय पहलवानों के नामों की घोषणा करने की आखिरी तारीख 23 जुलाई है। ओलिंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) तक अगर उस तारीख तक नाम नहीं भेजे गए, तो गेम्स में भारतीय कुश्ती दल का भाग लेना मुमकिन नहीं होगा। ज्ञान सिंह ने कहा कि हमारा काम ट्रायल आयोजित करना है। जो भी पहले आएगा हम उसका नाम IOA को भेज देंगे। अंतिम पंघल और सुजीत कलकल ने हाईकोर्ट में अपील की थी ओलिंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स-2022 में डायरेक्ट एंट्री के विरोध में युवा रेसलर्स ने हाईकोर्ट में अपील की थी। अंतिम पंघल और सुजीत कलकल एडहॉक कमेटी के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें एडहॉक कमेटी ने एक दिन पहले बजरंग और विनेश को 22-23 जुलाई को दिल्ली केडी जाधव स्टेडियम में होने वाले नेशनल ट्रायल से छूट दी थी।
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घटना को 50 दिन हुए, AIIMS डायरेक्टर बोले- परिजन DNA सैंपल देने में देरी कर रहे
Odisha Balasore Train Accident Case Update; Coromandel Express Accident Story and Updates On Dainik Bhaskar केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को बताया कि सिग्नलिंग में गड़बड़ी की वजह से ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसा हुआ था।
2 जून को ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 295 लोगों की जान चली गई थी। हादसे को 50 दिन बीत चुके हैं। अब तक 41 शवों की पहचान नहीं हो पाई है। AIIMS भुवनेश्वर के डायरेक्टर आशुतोष बिस्वा ने बताया, परिजन शवों को लेने धीरे-धीरे आ रहे हैं। उनका DNA सैंपल लेकर शवों को परिजनों को सौंप जा रहा है। उधर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि सिग्नलिंग में गड़बड़ी की वजह से यह ट्रेन हादसा हुआ था। रेलवे सेफ्टी कमिश्नर ने हादसे की जांच पूरी कर ली है। जांच में पता चला है कि हादसे से कुछ दिनों पहले नॉर्थ सिग्नल (गुमटी स्टेशन) पर सिग्नलिंग सर्किट में बदलाव हुआ था। रेल मंत्री ने 40 पेज की रिपोर्ट का हवाला दिया रेल मंत्री ने राज्यसभा में मार्क्सवादी नेता जॉन ब्रिटास और आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के सवाल के जवाब में राज्यसभा को लिखित में यह जानकारी दी। उन्होंने सदन में जिस 40 पेज की रिपोर्ट का जिक्र किया, वह 3 जुलाई को सामने आई थी। स्टेशन पर लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 94 के लिए इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के रिप्लेसमेंट से जुड़े सिग्नलिंग वर्क के दौरान गड़बड़ी हुई थी। इसकी वजह से ही ट्रेन को गलत लाइन पर ग्रीन सिग्नल दे दिया गया, जहां पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी। इसी वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। फिर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट कोरोमंडल की बोगियों में भिड़ गई। यह हादसा रेलवे अधिकारियों की ओर से हुई चूक और लापरवाही को दिखाता है। 176 लोगों की गंभीर चोटें आईं थीं अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस हादसे में 295 लोगों की मौत हो गई। 176 लोगों की गंभीर चोटें आईं। 451 लोगों को हल्की चोटें थीं। 180 लोगों को प्राथमिक उपचार देने के बाद घर भेज दिया गया। मामले में तीन गिरफ्तार, गैर इरादतन हत्या का आरोप बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मोहंता, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार को 7 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 201 (सबूत मिटाने) और रेलवे एक्ट की धारा 153 के तहत केस दर्ज किया गया है। स्पेशल कोर्ट ने तीनों को पांच दिन की CBI रिमांड में भेजा था। 11 जुलाई को तीनों की रिमांड चार दिन के लिए बढ़ा दी गई। तीनों की CBI रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गई थी, जिसके बाद उन्हें CBI स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। मामले में अगली सुनवाई 27 जुलाई को होगी। उधर, 12 जुलाई को रेलवे ने 7 अफसरों को सस्पेंड कर दिया था। इनमें गिरफ्तार होने वाले 3 रेलकर्मी भी शामिल थे। साउथ ईस्टर्न रेलवे के जनरल मैनेजर अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि अगर ये अधिकारी सतर्क होते तो हादसा नहीं होता।
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शिमला में बादल फटने से कई गाड़ियां बही, घर क्षतिग्रस्त; चंबा-पठानकोट NH पर लैंडस्लाइड
Himachal Pradesh monsoon 2023, Rain Flood Situation (दैनिक भास्कर) हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच बीती रात से ही भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह लैंडस्लाइड, नदी-नाले उफान पर और बाढ़ जैसे हालत बने हुए है। रोहड़ू में तीन लोग फ्लैड फ्लड के बाद लापता और कोटखाई में दो
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच बीती रात से ही भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहे हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। रोहड़ू में तीन लोग फ्लड में लापता हो गए। वहीं कोटखाई में दो व्यक्तियों की मौत हो गई है। हिमाचल में बारिश से तबाही की तस्वीरें...
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डॉन्की से ईटली भेजा था; पिता बोले- डॉन्करों ने मारकर जंगल में फेंका
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पिहोवा की नंद कॉलोनी के युवक का शव स्लोवेनिया देश से डेढ़ साल के बाद भारत लाया गया। 9 अप्रैल 2022 को डॉन्की के रास्ते इटली जाते हुए प्रदीप की मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि उसका बेटा
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पिहोवा की नंद कॉलोनी के युवक का शव स्लोवेनिया देश से सवा साल के बाद भारत लाया गया। 9 अप्रैल 2022 को डॉन्की के रास्ते इटली जाते हुए प्रदीप की मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि उसका बेटा स्लोवेनिया में डॉन्करों के कब्जे में था। बेटे की हत्या करके शव जंगल में ही फेंक दिया। अब उसके पिता के डीएनए के मिलान के बाद शव भारत भेजा गया है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर डीएनए के जांच के लिए सैंपल लेकर उसे परिजनों के हवाले कर दिया। 19 अप्रैल को मिली सूचना महेश चंद ने बताया कि मार्च 2022 में 13 लाख रुपए लेकर उसके बेटे प्रदीप को पिहोवा के एजेंट मदन लाल और तपन गुप्ता ने इटली भेजने के लिए दुबई के लिए रवाना किया था। 8 अप्रैल के बाद से उनकी प्रदीप से कोई बातचीत नहीं हुई। 19 अप्रैल को उनको प्रदीप की मौत की सूचना मिली। आरोप लगाया कि डॉन्करों ने प्रदीप की हत्या करके शव जंगल में फेंक दिया। डीएनए मैच के बाद भेजा शव महेश चंद ने बताया कि शव की शिनाख्त के लिए स्लोवेनिया सरकार ने परिजनों को डीएनए मांगा गया था। फरवरी को उसने अपने डीएनए का सैंपल सरकार के माध्यम से स्लोवेनिया भेजा था। वहां उनका डीएनए शव के साथ मैच कर गया। करीब 3 महीने बाद उसकी रिपोर्ट आई, जिसके बाद शव को भारत भेज दिया गया। शव के सैंपल भी लिए गए थाना शहर पिहोवा प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने 22 अप्रैल 2022 को महेश चंद की शिकायत पर आरोपी मदन लाल और तपन गुप्ता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था। अब इसमें आईपीसी की धारा 370 को जोड़ा गया है। शव का डीएनए सैंपल प्रदीप के परिजनों के साथ मैच कराया जाएगा। वहीं स्लोवेनिया से आई पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में मौत के कारण नहीं बताए गए।
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राठौड़ बोले- सीएम बाबूलाल कटारा को जेल से बुलाकर साफा पहनाएं,अन्य सदस्यों का भी सम्मान करें
सीएम अशोक गहलोत के आरपीएससी को संवैधानिक संस्था बताकर भंग नहीं होने के बयान पर नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार किया हैं। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अगर RPSC संवैधानिक संस्था हैं। उसमें कोई कमी नहीं है तो सीएम अशोक गहलोत को उसे पुरस्कृत करना चाहिए।
सीएम अशोक गहलोत के आरपीएससी को संवैधानिक संस्था बताकर भंग नहीं होने के बयान पर नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार किया हैं। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अगर RPSC संवैधानिक संस्था हैं। उसमें कोई कमी नहीं है तो सीएम अशोक गहलोत को उसे पुरस्कृत करना चाहिए। सरेआम पैसे लेकर नौकरियां लुटाने वाली संस्था को सीएम पुरस्कृत करें। एक कार्यक्रम रख ले। उसमें जेल से बाबूलाल कटारा को बुलाकर साफा पहनाओ। उनका सम्मान करों। गोपाल केसावत तो चांदी का चरखा काटकर उसमें से सोने के तार निकाल ही रहे थे। उन्हें भी कार्यक्रम में बुला लो। मंजू शर्म व संगीता आर्य जो आपके सलाहकार की पत्नी है। उन्हें भी सम्मान कार्यक्रम में बुलाओ। उनका भी सम्मान सीएम अशोक गहलोत को करना चाहिए। दरअसल आज सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि कल विपक्ष के लोगों ने आरपीएससी को भंग करने की मांग रखी थी। इनमें इतनी अक्ल नॉलेज होनी चाहिए। आरपीएससी संविधान के अंतर्गत बनी हुई संस्था है। कोई इसको भंग नहीं कर सकता। इतनी नॉलेज तो होनी चाहिए ना। हमारी सरकार आने पर जांच करेंगे राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि हमारी सरकार आने पर हम आरपीएससी द्वारा करवाए गई सभी परीक्षाओं की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग कल एंटी चीटिंग बिल में उम्रकैद का प्रावधान लेकर आए है। लेकिन जब यह बिल लाया गया था। उसके बाद से अब तक 7 पेपर लीक हो चुके हैं। लेकिन इन्होंने किसी में भी एक भी आरोपी की प्रोपटी अटैच नहीं की। राठौड़ ने कहा कि हाथी के दांत खाने के कुछ ओर और दिखाने के कुछ ओर होते हैं। जनता को दोनों पैर दिखाते हुए मणिपुर पर चिंता व्यक्त की राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत की प्रेस कांफ्रेंस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज सीएम अशोक गहलोत ने जनता को दोनो पैर दिखाते हुए मणिपुर की घटना पर चिंता व्यक्त की। लेकिन मैने कल भी विधानसभा में कहा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसी तरह की चिंता खाजूवाला की घटना पर भी दिखाते। करौली व दौसा की घटना पर भी इतनी ही चिंता दिखाते। राठौड़ ने कहा कि कल इनके मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने सदन में सच्चाई बयां कर दी तो उन्हें बर्खास्त कर दिया। राठौड़ ने कहा कि यह वहीं गुढ़ा है, जिनके बेटे के जन्मदिन पर जाकर सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि अगर राजेन्द्र गुढ़ा नहीं होते तो मेरी सरकार नहीं होती। इनका एहसान मैं कभी नहीं भूल सकता हूं। लेकिन कल वो इसलिए सीएम गहलोत के कोप का भाजन बन गए। क्योंकि उन्होंने जन संघर्ष यात्रा में सचिन पायलट का साथ दिया।
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प्री-रजिस्टर के लिए गूगल प्ले स्टोर पर अवेलेबल हुआ AI चैटबॉट
OpenAI अगले हफ्ते अपने AI चैटबॉट 'ChatGPT' का ऐप एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च करेगा। कंपनी ने इसके बारे में ट्वीट करके जानकारी दी। इसके साथ ही गूगल प्ले स्टोर पर आज से ऐप प्री-रजिस्टर के लिए अवेलेबल हो गया है। हालांकि, कंपनी ने अभी
OpenAI अगले हफ्ते अपने AI चैटबॉट 'ChatGPT' का ऐप एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च करेगा। कंपनी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही गूगल प्ले स्टोर पर आज से ऐप प्री-रजिस्टर के लिए अवेलेबल हो गया है। प्री-रजिस्टर करने और ऑटोमेटिक इंस्टॉल ऑप्शन इनेबल रखने पर ऐप लॉन्च होने के बाद अपने आप डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा। मई में ioS डिवाइस के लिए लॉन्च हुआ था ऐप कंपनी ने अभी तक एंड्रॉयड डिवाइस के लिए ऐप लॉन्चिंग की कोई कंफर्म डेट नहीं बताई है। दो महीने पहले मई में कंपनी ने ioS डिवाइस के लिए ChatGPT ऐप लॉन्च किया था। भारत सहित कई देशों में एक साथ लॉन्च हो सकता है ऐप OpenAI ने यह नहीं बताया है कि ऐप को सबसे पहले किन देशों में लॉन्च किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी भारत सहित कई देशों में एक साथ ऐप लॉन्च कर सकती है। ऐप से ChatGPT यूजर्स को क्या फायदा होगा? ऐप इंस्टॉल करने के बाद ChatGPT यूज करने के लिए यूजर्स को बार-बार ब्राउजर पर नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ऐप में सर्च की हिस्ट्री सेव होती है, जिसकी मदद से यूजर्स किसी पुराने सर्च को देख सकेंगे। इसके अलावा ऐप में मिलने वाले सभी फीचर्स को भी यूजर्स एक्सेस कर पाएंगे। अभी 2 बड़ी AI कंपनियां ChatGPT और बार्ड से आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर CV तक आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब ChatGPT देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी ChatGPT आपको सुझाव देता है। जैसे यदि किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत ChatGPT पर टाइप करेगा Write an essay on democracy। हाल ही में एलन मस्क ने xAI कंपनी और मेटा ने 'लामा-2' लॉन्च किया है टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने यूनिवर्स के रियल नेचर को समझने के गोल के साथ एक नई AI कंपनी की शुरुआत की। इस कंपनी का नाम xAI है। इस दौरान मस्क ने कहा कि AI 5 साल में ह्यूमन इंटेलिजेंस से आगे निकल जाएगा। इसके साथ ही मेटा ने AI लैंग्वेज मॉडल लामा-2 लॉन्च किया है, जिसे रिसर्च और कॉमर्शियल पर्पज के लिए फ्री में यूज किया जा सकता है। AI से जुड़ी यह खबरे भी पढ़ें... TRAI ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रेगुलेट करने की सिफारिश की टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को रेगुलेट करने के लिए एक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने की सिफारिश की है। TRAI ने गुरुवार को अपनी 10 पन्नों की सिफारिशों में कहा कि AI को रेगुलेट करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AIDAI) को तुरंत एक इंडिपेंडेंट संवैधानिक अथॉरिटी के रूप में स्थापित करना चाहिए। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें... गूगल नए AI प्रोडक्ट 'जेनेसिस' की टेस्टिंग कर रहा गूगल अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रोडक्ट 'जेनेसिस' की टेस्टिंग कर रहा है। यह AI टूल रिलेवेंट इंफॉर्मेशन और करेंट इवेंट्स को प्रोसेस कर लेटेस्ट न्यूज स्टोरीज जनरेट कर सकता है। गूगल अपने इस नए टूल को द न्यूयॉर्क टाइम्स, द वॉशिंगटन पोस्ट और न्यूज कॉर्प जैसे न्यूज ऑर्गेनाइजेशन के सामने प्रेजेंट भी कर चुका है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें... मेटा ने AI लैंग्वेज मॉडल 'लामा-2' लॉन्च किया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा ने मंगलवार को AI लैंग्वेज मॉडल लामा-2 लॉन्च किया है। इसे रिसर्च और कॉमर्शियल पर्पज के लिए फ्री में यूज किया जा सकता है। इसे कंपनी ने नेक्स्ट जनरेशन ओपन-सोर्स लैंग्वेज मॉडल बताया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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12वीं तक सभी भारतीय भाषाओं में होगी पढ़ाई, मल्टीलिंगुवल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए लिया ये फैसला
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी शिक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। सीबीएसई ने स्कूलों को मल्टीलिंगुवल एजुकेशन को लागू करने के लिए शिक्षा के अल्टरनेट मीडियम के तौर पर इंडियन लैंग्वेजेस का प्रयोग करने को लेकर निर्देश
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी शिक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। सीबीएसई ने स्कूलों को मल्टीलिंगुवल एजुकेशन को लागू करने के लिए शिक्षा के अल्टरनेट मीडियम के तौर पर भारतीय भाषाओं का प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने सभी स्कूलों से अपने यहां मौजूद सुविधाओं को देखते हुए मल्टीलिंगुवल एजुकेशन सिस्टम डेवलप करने पर जोर दिया है। सीबीएसई के निदेशक ने स्कूलों को भेजा लेटर सीबीएसई के निदेशक (एकेडमिक) जोसेफ इमैनुएल ने स्कूलों को रिलीज लेटर में कहा है कि इंडियन लैंग्वेजेस के जरिए शिक्षा उपलब्ध कराने की सुविधा के लिए की गई पहल के मद्देनजर सीबीएसई से संबद्ध स्कूल अन्य मौजूदा विकल्पों के अलावा एक अल्टरनेट मीडियम के रूप में भारतीय भाषाओं का प्रयोग करने पर विचार कर सकते हैं, जो कि प्री प्राइमरी क्लासेस से कक्षा 12वीं तक एक अल्टरनेटिव मीडियम है। एक्सपर्ट से एडवाइज ले सकते हैं स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन जोसेफ इमैनुएल ने कहा कि स्कूल इस दिशा में मौजूद रिसोर्सेस का पता लगा सकते हैं। इस क्षेत्र के एक्सपर्ट से एडवाइस ले सकते हैं। सीबीएसई स्कूलों में बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बेस्ट प्रैक्टिसेस शेयर करने के लिए अन्य स्कूलों से सहयोग कर सकते हैं। क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होंगी NCERT की किताबें केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, स्कूल में पढ़ाई जाने वाली NCERT की किताबें भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होंगी। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इन किताबों को भारत की 22 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध कराए जाने की योजना बनाई गई है। शिक्षा मंत्रालय की इस परियोजना का मकसद देशभर के छात्रों को उन्हीं की क्षेत्रीय या मातृभाषा में शिक्षा उपलब्ध कराना है। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने कहा कि हायर एजुकेशन अथॉरिटी ने भी कई भाषाओं में पढ़ाना शुरू कर दिया है और विभिन्न भाषाओं में परीक्षा आयोजित कर रहा है। इसके तहत टेक्निकल, मेडिकल, वोकेशनल, स्किल, कानून शिक्षा आदि की किताबें अब भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हो रही हैं।
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बहनें कहतीं उम्र तो देखो, बदन मत तोड़ो; कोई कहता-हाथ-पैर तोड़ दूंगा बुढ़िया, घर में चुपचाप पूजा-पाठ करो
हर इंसान अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ बेहतर और अपने मन का करना चाहता है। लेकिन वक्त और हालात उसे इसकी इजाजत नहीं देते। नतीजा, जिंदगी आगे बढ़ जाती है और दिल के अरमान दिल के ही किसी कोने में दबकर रह जाते हैं।
हर इंसान अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ बेहतर और अपने मन का करना चाहता है। लेकिन वक्त और हालात उसे इसकी इजाजत नहीं देते। नतीजा, जिंदगी आगे बढ़ जाती है और दिल के अरमान दिल के ही किसी कोने में दबकर रह जाते हैं। जिंदगी में बाकी बचता है तो बस एक ही लफ्ज….काश… काश…खुद के लिए किया होता। काश… ऐसा कर पाते। काश… वैसा किया होता। ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा ही होता है। हमारी आज की कहानी की किरदार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। जिंदगी की आपा-धापी में वो अपने हिस्से की जिंदगी जीना भूल ही गई। लेकिन कहते हैं न “जब जागो, तभी सवेरा” उम्र के जिस पड़ाव पर ज्यादातर लोग जोड़ों का दर्द और हजारों बीमारियों का हवाला देकर जिंदगी को जैसे-तैसे गुजारने लगते हैं। वही ओल्ड इज गोल्ड मॉडल को अपनी जिंदगी का लक्ष्य बनाकर 58वें बरस की उम्र में पहुंच कर फिर से एक नई जिंदगी जीने की शुरुआत की। जिस उम्र में लोग रिटायरमेंट की सोचते हैं, उन्होंने उस उम्र में मॉडलिंग में करियर बनाया। ‘ये मैं हूं’ में आज मिलिए सीनियर मॉडल मुक्ता सिंह से जो उनकी हम उम्र महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। बोर्डिंग स्कूल में गुजरा बचपन मैं मुक्ता सिंह एक आर्टिस्ट हूं। पापा की नौकरी ऐसी थी कि आए दिन उनका ट्रांसफर होता रहता। उनके ट्रांसफर की वजह से हम भाई बहनों की पढ़ाई पर इसका गलत असर पड़ रहा था। जिसके बाद पापा ने हमारा दाखिला अजमेर के एक बोर्डिंग स्कूल में करवा दिया। ख्वाहिशें दबकर रह गईं मुझे बहुत अच्छी तरह से पढ़ाया-लिखाया गया था। मेरे पापा चाहते थे कि उनके बच्चे आर्थिक तौर पर मजबूत बने। वो शादी को ज्यादा महत्व नहीं देते थे। उस जमाने में भी वो बहुत खुली सोच रखते थे। लेकिन मुझे एक लड़के से प्यार हो गया और हमने शादी कर ली। ऐसा नहीं है कि शादी के बाद सपने खत्म हो गए। शादी के बाद जिंदगी बड़ी दिलचस्प रही। पति फाइटर पायलट थे। उनका भी ट्रांसफर होता रहता। वो एयरफोर्स में थे। फौजियों को ज्यादा सैलरी तो मिलती नहीं है। उसी तनख्वाह में घर गृहस्थी संभालना मुश्किल हो रहा था। मुझे इसका एहसास तब हुआ और मैं सोचा करती कि काश मैंने भी कुछ किया होता तो पति को फाइनेंशियली सपोर्ट कर पाती। उसके बाद जब बच्चे हो गए, तो घर की जिम्मेदारियां ज्यादा बढ़ गईं। ऊपर से मैं अपनी बीमार मां की देखभाल भी करती थी। इन सब वजहों से अपने लिए किसी करियर को नहीं चुन सकी और न ही फुल टाइम जॉब कर सकी। कभी-कभी मैं थोड़े-बहुत काम कर लिया करती। अखबबारों में लिखा, पेटिंग के जरिए जिदगी में रंग भरे मैने फ्रीलांसर के तौर पर काम किया। न्यूजपेपर और मैगजीन के लिए खूब लिखा। लेकिन मैं कोई फुल टाइम जॉब नहीं कर पाईं। मुझे आर्ट और म्यूजिक से बहुत लगाव है। ऐसे में पेंटिंग शुरू की और आइकॉनिक म्यूजिशियन के चेहरों को अपने कैनवास पर उतारा। साथ ही, ग्राफिक इमेजरी के जरिए उनके सबसे लोकप्रिय गीतों को भी शामिल किया। इतना सब करने के बावजूद मन में कुछ और एक्ट्रा करने की ख्वाहिश बनी रही। लेकिन पति-बच्चों और बीमार मां की देखभाल में न तो वक्त निकाल सकी और न ही इस बारे में ठीक से सोच सकी। बच्चे की होम स्कूलिंग पर ध्यान दिया पहले बेबी के बाद दूसरा बेबी बहुत देर बाद प्लान किया। हम अपने बच्चों को ऐसी एजूकेशन नहीं दे सके जैसी मुझे और मेरे पति को मिली थी। क्योंकि कम सैलरी में हम अच्छा स्कूल अफोर्ड नहीं कर सकते थे। इसलिए बच्चे की होम स्कूलिंग पर बहुत ध्यान देती। अब मुझे बच्चों की कामयाबी देखकर गर्व होता है कि वो फैंसी स्कूलों से पढ़े बच्चों से ज्यादा क्वालिफाइड है। मेरे बेटे ने लंदन से लॉ की पढ़ाई की और वह वहीं पर सेटल है। मॉडलिंग का सिलसिला मां और बेटी को खुश करने से शुरू हुआ मेरी मॉडलिंग की शुरुआत बाल रंगना बंद करने से हुई। जब मैंने बाल कलर करना बंद किया तो खुद का कॉन्फिडेंस लो हुआ। मुझे लगा मैं सुंदर नहीं लगूंगी। बेटी का कहना था कि अगर मैं बाल कलर करना बंद कर दूंगी तो अपनी जिंदगी में इंटरेस्ट लेना भूल ही जाऊंगी। मेरी मां भी उस वक्त बहुत बीमार थीं और वो मुझे सफेद बालों में नहीं देखना चाहती थीं। अपनी मां और बेटी का दिल रखने के लिए मैंने दोनों को वादा किया कि मैं खुद को फिट और स्टाइलिश रखने की कोशिश करूंगी। मैं खुद भी बेरंग सी जिंदगी जीना नहीं चाहती मैं खुद भी बेरंग सी जिंदगी जीना नहीं चाहती थी, क्योंकि सोसाइटी में लोग नजरअंदाज करने लगते हैं। इसलिए मैं बहुत वर्कआउट करती। अपनी फिटनेस, ड्रेसिंग स्टाइल, हेयर हर एक चीज में ज्यादा दिलचस्पी लेना शुरू किया। क्योंकि मैं खुद को फिट और परफेक्ट रखना चाहती थी। खबर में आगे बढ़ने से पहले पोल के माध्यम से अपनी राय देते चलें... एक साड़ी ने दिलाया मॉडलिंग का ऑफर मैं एक आर्टिस्ट हूं। अपने इस शौक को पूरा करने के लिए मैंने लॉकडाउन के दौरान इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाया, ताकि अपनी बनाई पेंटिंग को उस पर पोस्ट कर सकूं। पेंटिंग के साथ मैं अपनी फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती। देखते ही देखते मेरे फॉलोअर्स बढ़ने लगे। लोग मेरे लुक की तारीफ करने लगे। यह सब देख मेरा आत्मविश्वास बढ़ने लगा। मैं एक शादी में अपने बालों के कलर से मैच करती ग्रे कलर की साड़ी पहन कर गई। मेरी वो ड्रेसिंग स्टाइल महफिल की जान बन गया। हर कोई मेरे लुक तारीफ कर रहा था। मैंने एक दो दिन बाद उस पार्टी की पिक्चर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी और उस डिजाइनर को टैग कर दिया, जिसने मेरी साड़ी डिजाइन की थी। उस डिजाइनर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी वो पिक्चर शेयर की जिसका बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला। सोशल मीडिया पर साड़ी वाली ड्रेस की अपनी फोटो पोस्ट करना बना जिंदगी का टर्निंग पॉइंट उस डिजाइनर ने मुझे अपनी ड्रेस पहन कर शूट करने का ऑफर दिया। मैंने उनका ऑफर स्वीकार भी कर लिया। लॉकडाउन के दौरान ही वो मेरे घर अपने ड्रेस लेकर आए और नेचुरल लाइट में शूट किया। उन्होंने अपनी वेब साइट पर जब मेरे फोटो डाले तो वहीं से चेक कर के दूसरे डिजाइनर ने भी मुझे कॉल किया। जो मॉडलिंग करियर का पहला ब्रेक और इस उम्र में जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बना। अब तक 20 से 25 डिजाइनर और ब्रांड के साथ काम कर चुकी हूं। मेरे सफेद बाल मुझे ग्लैमरस दिखाएंगे अंदाजा नहीं था जब मैंने बालों को कलर करना छोड़ा तो मुझे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि ये इतना ग्लैमरस माना जाएगा। मैने तो सिर्फ इसलिए छोड़ा कि बाल रंगना मेरे लिए तकलीफदेह होता जा रहा था। क्योंकि मां को देखना, बच्चे देखना इसमें इतना टाइम निकल जाता था कि खुद के लिए समय ही नहीं मिलता था। मैं बालों को कलर करने के लिए सैलून नहीं जा पाती और घर में कलर करना मुझे पसंद नहीं था। मैंने कहीं पढ़ा भी कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे स्किन का पिगमेंट बदलता है। कुदरत ने भी इंसान को ऐसे बनाया है कि उम्र के हिसाब से स्किन की पैलेट बालों की पैलेट से मैच खाए तो वो ज्यादा आकर्षक लगती है। फिर मैंने देखा भी नफीसा अली भी उस उम्र में सफेद बालों के साथ कितनी खूबसूरत लगती हैं। मुझे लगा कि फिर मैं क्यों नहीं कर सकती। काला रंग और सफेद बाल…दोस्तों ने मना किया मेरे दोस्तों ने कहा जिनकी स्किन लाइट कलर की होती है वो सफेद बाल कैरी कर पाते हैं डार्क स्किन वालों पर सफेद बाल सूट नहीं करते। लेकिन मैंने सोच लिया कि चाहे डार्क स्किन क्यों न हो मैं सफेद बाल में जचूंगी। ब्लैक पैंथर मूवी में हीरोइन की मां का जिसने रोल निभाया था वो ब्लैक वुमन थी और उसके सफेद बाल थे जो उसपर खूब फब रहे थे। फिल्म के उस कैरेक्टर से मुझे हौसला मिला। मैं फिटनेस की दिवानी हूं लोग कहते हैं इस उम्र में हल्की फुल्की एक्सरसाइज ही करना चाहिए। मैं भी सबकी तरह सोचती थी कि एक उम्र के बाद एक्सरसाइज करना ठीक नहीं है। क्योंकि जब मैं 40 साल की थी मेनोपॉज के दौरान मेरे बैक में बहुत दर्द रहता था। अगर थोड़ी ज्यादा एक्सरसाइज कर लेती तो घुटने भी दुखने लगते। मुझे मेरी बहनें कहतीं उम्र का लिहाज करो, तुम ज्यादा अपने बदन को मत तोड़ो। लेकिन मैंने एक्सरसाइज करने के दौरान एक चीज नोटिस की है कि हम जितनी ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं हमारी बॉडी की एक्सरसाइज करने की क्षमता बढ़ती जाती है। जोड़ों के दर्द से राहत और बढ़ती उम्र का असर जल्दी नहीं होता है। मैं खुद को जब 40 की उम्र वाली मुक्ता से तुलना करती हूं तो आज मैं 60 पार कर रही हूं और खुद को ज्यादा फिट और एनर्जेटिक महसूस करती हूं। अब मुझे न पीठ में दर्द होता है न घुटनों में। मैं अपनी बॉडी और सेहत से बहुत खुश हूं। जब मैं स्टाइलिश कपड़े पहनती हूं तो अच्छा फील करती हूं। कोई स्पेशल डाइट फॉलो नहीं करती मैं हर चीज खाती हूं लेकिन कम मात्रा में। कई बार चीजें इतनी टेस्टी लगती हैं की हम खाते ही जाते हैं। लेकिन इस उम्र में ऐसा करना हजारों बीमारियों को दावत देना है। इस उम्र में मेटाबॉलिज्म लेवल कम हो जाता है। मैं चीनी कम करना चाहती हूं लेकिन जब मुझे मीठे की तलब होती है तो चाय-कॉफी में चीनी लेती हूं। लोग करते हैं भद्दे कमेंट सोशल मीडिया पर लोग अजीबो गरीब कमेंट करते हैं। शुरू में आदमी ज्यादा नेगेटिव कमेंट करते थे। एक पुरुष ने लिखा “अगर मैंने तुझे अपने खेत में देख लिया तो हाथ पैर तोड़ दूंगा बुढ़िया” किसी ने लिखा “घर में बैठकर चुपचाप पूजा-पाठ करो”। उस वक्त मुझे बहुत बुरा लगता लेकिन मैं खामोश रही। एक बार एक महिला ने मुझे ऐसा कमेंट किया कि मुझसे रहा नहीं गया। उसने लिखा “दादी ढब-ढब के घर में बैठने से भी 21वीं सदी में जिया जा सकता है”। मैने उसके जवाब में कबीर दास का दोहा लिख दिया “बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय। जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय”।। उसके बाद उसे इतनी मिर्ची लगी की वो मुझसे कहने लगी गीता पढ़ी है, राम चरित मानस पढ़ा है अगर यह सब पढ़ा होता तो कबीर को पढ़ने की जरूरत नहीं होती। वो मेरी काबिलियत पर कमेंट करने लगी। शुरू में मुझे बहुत दुख हुआ। लेकिन अब मुझे इन कमेंटस् पर हंसी आती है। सच कहूं तो अब मुझे सेलिब्रिटी वाली फीलिंग आती है हाहाहा…। यंग लड़कियां करती हैं सपोर्ट 20 से लेकर 40 साल की महिलाएं जो यंग वुमन हैं उनसे मुझे जितना प्यार मिला है अपनी जिंदगी में इतना प्यार आज तक नहीं मिला। मुझे वो लिखती हैं… “आपको देखकर बढ़ती उम्र से अब डर नहीं लगता”। कहते हैं न “हर उम्र का अपना ही लुत्फ है। उसके हिसाब से जियोगे तो खुश रहोगे और खूबसूरत दिखोगे।” बढ़ती उम्र को छिपाने की जरूरत नहीं बल्कि इस उम्र में खुद को स्मार्टली कैरी करने का हुनर आना चाहिए।
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एक महीने में 1.8 करोड़ कमाए, 10वीं में फेल हुए, फिर खेती शुरू की
Telangana Farmer Becomes Millionaire Selling Tomatoes तेलंगाना का एक किसान टमाटर बेचकर करोड़पति बन गया हैं। उसने बीते एक महीने में लगभग 1.8 करोड़ रुपए के टमाचर बेचे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान सीजन के अंत तक लगभग 2.5 करोड़ रुपए का टमाटर बेच लेगा।
तेलंगाना के किसान बी महिपाल रेड्डी टमाटर बेचकर करोड़पति बन गए हैं। उन्होंने एक महीने में टमाटर की लगभग 8 हजार क्रेट बेचकर 1.8 करोड़ रुपए कमाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान का दावा है कि सीजन के अंत तक वो टमाटर बेचकर लगभग 2.5 करोड़ रुपए कमा लेंगे। एक हफ्ते पहले पुणे के नारायणगंज में रहने वाले किसान तुकाराम भागोजी ने एक महीने में 13 हजार क्रेट टमाटर बेचकर 1.5 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की थी। उनके पास 18 एकड़ कृषि भूमि है। तुकाराम ने अपने बेटे और बहू की मदद से 12 एकड़ में टमाटर उगाए थे। पूरी खबर पढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दें... किसान का पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं लगा, 10वीं पास नहीं कर सका रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना के किसान बी महिपाल रेड्डी (40) तेलंगाना के मेडक जिले के कौडिपल्ली गांव के रहने वाले हैं। बचपन में उनका मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगा। वो 10वीं क्लास पास नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने स्कूल छोड़कर खेती की ओर रुख कर लिया। रेड्डी टमाटर के साथ धान की खेती करते हैं, लेकिन धान की खेती में उन्हें फायदा नहीं हुआ। इसी साल 15 अप्रैल को उन्होंने टमाटर की खेती शुरू की थी। उन्होंने 8 एकड़ जमीन पर टमाटर लगाए थे। 15 जून को फसल पकने के बाद वो उसे मार्केट ले आए। हैदराबाद में आंध्र प्रदेश से आने वाले टमाटर की कमी से मुनाफा कमाया रिपोर्ट के मुताबिक, रेड्डी ने हैदराबाद के मार्केट में टमाटर बेचकर मुनाफा कमाया। दरअसल, आंध्र प्रदेश से हैदराबाद में टमाटर की सप्लाई पर्याप्त रूप से पूरी नहीं हो पा रही थी। इसलिए उन्होंने मार्केट में टमाटर भेजना शुरू कर दिया। उन्होंने बाजार में 100 रुपए प्रति किलो के रेट से टमाटर बेचे और 15 दिन में करीब सवा करोड़ रुपए कमा लिए। टमाटर की खेती में 16 लाख लगाए, खेत में अभी भी 40 फीसदी फसल बची रिपोर्ट के मुताबिक, रेड्डी ने अपनी फसल को हाई क्वालिटी की बनाने के लिए एक एकड़ फसल पर 2 लाख रुपए खर्च किए थे। पूरी फसल पर 16 लाख रुपए खर्च किए थे। रेड्डी ने बताया कि खेत में अभी भी 40% फसल बची है, जिसे जल्द मार्केट में लाया जाएगा। चंडीगढ़ में टमाटर 350 रुपए किलो तक पहुंचा चंडीगढ़ के फुटकर बाजारों में पिछले हफ्ते टमाटर के दाम 350 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए थे, हालांकि अभी ये 200 रुपए के ऊपर ही बना हुआ है। वहीं गाजियाबाद में टमाटर का दाम 200 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है। देश में ज्यादातर जगहों पर टमाटर की कीमतें 100 रुपए के पार चल रही हैं। बीते 3 सालों में भी दिखा बारिश में टमाटर के दाम बढ़ने का ट्रेंड बीते तीन सालों में भी बारिश में टमाटर के दामों में बढ़ोतरी का ट्रेंड दिखा है। पिछले साल यानी 2022 के जून महीने में टमाटर के दाम 60-70 रुपए किलो तक पहुंच गए थे। इससे पहले 2021 में दाम 100 रुपए और 2020 में दाम 70-80 रुपए प्रति किलो के करीब पहुंच गए थे। चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश नेशनल हार्टीकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है। ये करीब 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से करीब 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है। चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ टॉप पर है। भारत में साल 2021-22 में 2 करोड़ टन से ज्यादा टमाटर का उत्पादन हुआ था। यहां मुख्य तौर पर दो तरह के टमाटर उगाए जाते हैं। हाइब्रिड और लोकल। मध्य प्रदेश देश में सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य है। इसके बाद सर्वाधिक टमाटर उगाने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा और गुजरात आते हैं।
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19 गेंद में 10 रन नहीं बना सकी टीम इंडिया, 4 विकेट भी गंवाए; सीरीज 1-1 से ड्रॉ
इंडिया विमेंस और बांग्लादेश विमेंस के बीच तीसरा वनडे टाई रहा। तीन मैचों की वनडे सीरीज बराबरी पर खत्म हुई। तीसरा वनडे भी मीरपुर में खेला गया। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश ने 50 ओवरोंIND vs BAN Women 3rd ODI Score Update - India vs Bangladesh match tied.
इंडिया विमेंस टीम और बांग्लादेश विमेंस टीम के बीच तीसरा वनडे मैच टाई रहा। तीन मैचों की वनडे सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म हुई। सीरीज का पहला मैच बांग्लादेश ने और दूसरा मैच भारत ने जीता था। शनिवार को मीरपुर में खेले गए मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश ने 50 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान के साथ 225 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 49.3 ओवर में 225 रन पर ही ऑल आउट हो गई। भारत को आखिरी 19 बॉल पर 10 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम नहीं बना सकी और इस दौरान आखिरी 4 विकेट भी गंवा दिए। फरगाना हक की शतकीय पारी बांग्लादेश टीम की ओपनर फरगाना हक ने शतक लगाया। उन्होंने 160 गेंदों का सामना करते हुए 107 रन बनाए। फरगाना ने इस पारी में 7 चौके लगाए। फरगाना को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। शमीमा सुल्ताना ने 78 गेंदों का सामना करते हुए 52 रन बनाए। सुल्ताना की इस पारी में 5 चौके शामिल रहे। कप्तान निगार सुल्ताना ने 36 गेंदों में 24 रन की पारी खेली। शोभना ने नाबाद 23 रन बना। भारत के लिए स्नेह राणा ने दो विकेट झटके। उनके अलावा देविका वैद्य को एक विकेट मिला। हरलीन देओल प्लेयर ऑफ द मैच ​​​​​​ बांग्लादेश के दिए टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए हरलीन देओल टॉप स्कोरर रहीं। उन्होंने 108 गेंदों का सामना करते हुए 77 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान 9 चौके लगाए। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। स्मृति मंधाना ने 85 गेंदों में 59 रन बनाए। इस पारी में 5 चौके लगाए। जेमिमा रोड्रिग्ज नॉट ऑउट रहीं। उन्होंने 45 गेंदों में नाबाद 33 रन बनाए। कप्तान हरमनप्रीत कौर 14 रन बनाकर आउट हुईं। अमनजोत कौर ने 10 रन बनाए। दीप्ति शर्मा 1 रन, स्नेह राणा और देविका वैद्य खाता तक नहीं खोल सकीं।
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NCLT ने कंस्ट्रक्शन कंपनी DPIL​​​​​​​ को दी मंजूरी, 5 सालों में 834 खरीददारों को मिलेगा घर
सैकड़ो ऋण दाताओं और घर खरीदने वालों के लिए ऐतिहासिक फैसला लेते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने भारत के पहले प्राइवेट हिल स्टेशन लवासा को डार्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर को बेचने की मंजूरी दे दी है। डार्विन की ओर से दिए गए रिज़ोल्यूशन प्लान
सैकड़ों लेंडर्स और घर खरीदने वालों के लिए ऐतिहासिक फैसला लेते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने भारत के पहले प्राइवेट हिल स्टेशन लवासा को डार्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (DPIL) को बेचने की मंजूरी दे दी है। डार्विन की ओर से दिए गए रिजोल्यूशन प्लान को मंजूरी देने वाला NCLT का आदेश लेंडर्स की ओर से इसके पक्ष में वोट करने के बाद आया है। 8 सालों में करना होगा 1,814 करोड़ पेमेंट लेंडर्स और ऑपरेशनल क्रेडिटर्स सहित टोटल 6,642 करोड़ रुपए का दावा कंपनी ने स्वीकार किया है। इसमें आठ सालों में 1,814 करोड़ रुपए के पेमेंट की बात की गई है। इस रिवाइज और पहले से बेहतर रिजोल्यूशन प्लान में लेंडर्स को 929 करोड़ रुपए और घर खरीदने वालों को पुरी तरह से तैयार घरों को देने पर 438 करोड़ रुपए खर्च करना शामिल है। 837 होम-बायर्स ऐसे हैं, जिनके दावे स्वीकार कर लिए गए हैं, इन बायर्स की ओर से कुल 409 करोड़ रुपए का क्लेम किया गया था। पांच साल के भीतर देना होगा घर रिजोल्यूशन प्लान में एनवायरमेंटल मंजूरी मिलने के पांच साल की अवधि के भीतर घर खरीदारों को रियल वैल्यू के आधार पर पूरी तरह से निर्मित संपत्तियों की डिलीवरी की बात की गई है। घर खरीदने वालों को प्रोजेक्ट में निर्मित संपत्तियों को प्राप्त करने के लिए डार्विन को एक्चुअल फ्यूचर कंस्ट्रक्शन लागत का भुगतान करना होगा। ट्रांसपेरेंसी के लिए निर्माण लागत निर्धारण समिति का होगा गठन श्याम बाबू गौतम, कुलदीप कुमार खेर, NCLT के टेक्निकल और जुडिशियल मेंबर की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कंस्ट्रक्शन कॉस्ट के लिए एक ट्रांसपेरेंट मैकेनिज्म बनाया जाएगा। इसके लिए 4 सदस्यों की एक 'निर्माण लागत निर्धारण समिति' का गठन होगा। जिसमें FCCA, घर खरीदने वालों के प्रतिनिधियों और रिजोल्यूशन आवेदक की मैनेजमेंट टीम का बराबर का प्रतिनिधित्व होगा। मुख्य रूप से प्राइवेट हिल स्टेशन का व्यवसाय करने वाली कंपनी डार्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (DPIL) लवासा कॉरपोरेशन लिमिटेड के लिए 25 दिसंबर 2021 को बोली जीती थी। इसके पहले डार्विन ग्रुप ने जेट एयरवेज और रिलायंस कैपिटल की बोली में दिलचस्पी दिखाई थी। कंपनी रिटेल, रियलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरे व्यापारों में शामिल है। DPIL को हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 2010 में बनाया था ​​​ पुणे के पास वेस्टर्न घाट में मुलशी घाटी में स्थित, लवासा को हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 2010 में बनाया था, जिसने एक वेस्टर्न-स्टाइल शहर की परिकल्पना की थी। लवासा कॉर्पोरेशन को वरसगांव नदी पर बांध बनाने और एक शहर के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की अनुमति मिली थी। देश के बड़े बैंक देते हैं कर्ज यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, L&T फाइनेंस, Arcil, बैंक ऑफ इंडिया और एक्सिस बैंक, लवासा के बड़े फाइनेंशियल क्रेडिटर्स हैं। कंपनी द्वारा अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने में विफल रहने के बाद लवासा के लेनदारों में से एक राज इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इंडिया ने कंपनी के खिलाफ दिवालियापन याचिका दायर की थी, जिसे अगस्त 2018 में स्वीकार किया गया था।
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क्विज मास्टर सिद्धार्थ बसु बोले- पहले उनकी बैड बॉय वाली इमेज थी; अमिताभ-शाहरुख पर भी बोले
Famous TV producer Siddharth Basu सिद्धार्थ बसु टीवी एक फेमस प्रोड्यूसर हैं। उन्हें क्विज मास्टर के नाम से भी जाता है। सिद्धार्थ ने कौन बनेगा करोड़पति, दस का दम और इंडियाज गॉट टैलेंट जैसे शोज का कॉन्सेप्ट दिया है।
सिद्धार्थ बसु एक फेमस टीवी प्रोड्यूसर हैं। उन्हें क्विज मास्टर के नाम से भी जाता है। सिद्धार्थ ने कौन बनेगा करोड़पति, 10 का दम और इंडियाज गॉट टैलेंट जैसे शोज का कॉन्सेप्ट दिया है। एक रिसेंट इंटरव्यू में सिद्धार्थ ने कहा कि सलमान जब 10 का दम कर रहे थे, उस वक्त तक उनकी बैड बॉय वाली इमेज थी। शो के बाद उनकी इमेज काफी हद तक बदल गई। सिद्धार्थ ने बतौर KBC होस्ट शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन के बीच अंतर पर भी बात की है। सिद्धार्थ ने कहा कि लोग शाहरुख के पास खुले हाथों के साथ जाते थे। शाहरुख के अंदर एटीट्यूड नहीं था। जबकि अमिताभ बच्चन के पास लोग हाथ जोड़ते हुए जाते थे। जाहिर है कि बिग बी का रुतबा अलग था। सिद्धार्थ ने कहा- KBC टीवी पर आता तो रास्ते खाली हो जाते थे सिद्धार्थ ने लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा- कौन बनेगा करोड़पति ने हमारी जिंदगी बिल्कुल बदल कर रख दी। टीवी इंडस्ट्री में भी इसके बाद काफी बदलाव आए। खुद अमिताभ बच्चन की लाइफ भी इस शो के आने के बाद कितनी बदल गई। शो जब टीवी पर आता था, तो हर रास्ता खाली हो जाता था। रेस्टोरेंट भी खाली रहते थे, हर घर से KBC का म्यूजिक सुनने को मिलता था। हम लोग एक बार डिस्कस कर रहे थे कि हमें KBC के लिए किसे होस्ट बनाना चाहिए। किसी ने अमिताभ बच्चन का नाम लिया। मैं उनका नाम सुनकर चौंक गया। KBC ने अमिताभ को कर्जे से उबरने में मदद की थी 1999 में अमिताभ बच्चन की प्रोडक्शन कंपनी 'अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (ABCL) को भारी नुकसान हो गया था। बिग बी 90 करोड़ के कर्जे में आ गए थे। लेनदार घर पर आकर अपना पैसा मांगते थे। तभी उन्हें साल 2000 में कौन बनेगा करोड़पति होस्ट करने को मिल गया। 2013 में इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बिग बी ने कहा था, "ये ऐसे वक्त में मेरे पास आया, जब मुझे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। रिपोर्ट्स की माने तो पहले सीजन के 85 एपिसोड्स से बिग बी ने करीब 15 करोड़ रुपए कमाए थे। अमिताभ पड़े बीमार तो शाहरुख ने होस्ट किया शो सिद्धार्थ ने शाहरुख और अमिताभ के बारे में बात करते हुए कहा- शाहरुख खान हमेशा जमीन पर रहकर किसी भी चीज पर विचार करते थे। वो खुले हाथों से सबसे मिलते थे। अमित जी का रुतबा था, लोग उनसे हाथ जोड़कर मिलते थे। बता दें कि शाहरुख खान ने शो का तीसरा सीजन होस्ट किया था। पहला और दूसरा सीजन अमिताभ बच्चन ने होस्ट किया था। दूसरे सीजन में बिग बी की हेल्थ खराब हो गई थी। इसी वजह से शाहरुख को शो की कमान दी गई। हालांकि इसके बाद अमिताभ ही शो के निरंतर होस्ट बने रहे। 10 का दम करने के बाद सलमान की बैड बॉय वाली इमेज बदली सिद्धार्थ बसु ने सलमान पर भी बात की। उन्होंने कहा- सलमान का ऑडियंस के साथ अलग ही कनेक्शन है। हमने जब 10 का दम किया तो उनका पब्लिक में इमेज बिल्कुल बदल गया। इससे पहले उनकी इमेज बैड बॉय वाली थी। सलमान बहुत दिलदार आदमी हैं। लोग उन्हें दिल खोल कर चाहते हैं। शो की शुरुआत 2008 में हुई। इसके अब तक तीन सीजन आ चुके हैं। अंतिम सीजन 2018 में आया था।
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7वीं में पढ़ाई छोड़ दी थी, अब बेटियां बोलीं- पापा पढ़ाई तो करनी होगी
राजस्थान के एक विधायक ने 65 की उम्र में बीए की परीक्षा पास कर ली है। ये विधायक मात्र सातवीं तक ही पढ़े थे लेकिन उनकी पांच बेटियों ने जोर देते हुए उनसे जब कहा कि पापा पढ़ाई तो करनी होगी।
राजस्थान के एक विधायक ने 65 की उम्र में बीए की परीक्षा पास कर ली है। ये विधायक मात्र सातवीं तक ही पढ़े थे। उनकी पांच बेटियों ने जोर देते हुए उनसे कहा- पापा पढ़ाई तो करनी होगी। पापा आप जो सेवा कर रहे हैं। वह अच्छी होगी। अगर पढ़ाई कर लेंगे तो उसमें कई फायदे भी होंगे। बेटियों की बात मानकर वर्धमान महावीर विश्वविद्यालय कोटा से पढ़ाई शुरू की। यह सब कर दिखाया उदयपुर ग्रामीण के विधायक फूलसिंह मीणा ने। मीणा ने हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम में राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन और समाजशास्त्र से बीए फाइनल की परीक्षा पास की। विधायक ने कहा- आज वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बेटियों की बदौलत बीए पास हो गए हैं। मैं युवाओं का कहना चाहता हूं कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है, लक्ष्य आपका तय होना चाहिए, आपका इरादा मजबूत होना चाहिए सफलता जरूर मिलेगी। बेटियों ने बदल दिया मुझे विधायक की पांच बेटियां संजना, रेखा, दीपिका, सुमन व ज्योति समय-समय पर पढ़ाई के लिए कहती रहती थीं। मीणा ने बताया कि बेटियों ने यही कहा कि जनता के दुख-दर्द, तकलीफ को दूर करने के लिए आप अधिकारियों से तभी समाधान करवा पाएंगे। सशक्त जनप्रतिनिधि साबित होंगे, जब आप स्वयं भी उच्च शिक्षित होंगे। मीणा ने बताया- बेटियों की इस बात ने मन पर गहरा असर किया। विधायक ऐसे बढ़ते गए आगे फिर क्या नई ऊर्जा के साथ अपनी पढ़ाई में जुट गए। 40 साल के अंतराल के बाद उन्होंने फिर से शिक्षा की डोर थामी। पहली बार दसवीं की परीक्षा देने के लिए राजस्थान स्टेट ओपन से 2013 में आवेदन भरा। 2015 में पास हुए। वे स्टेट ओपन से 2017 में 12वीं में पास हुए। विधायक कहते है कि अब मन में है कि पीएचडी डिग्री ली जाए। इसके लिए अभी पढ़ाई का सफर जारी रहेगा। विकट परिस्थितियां थी तो छोड़ी पढ़ाई विधायक मीणा बताते है कि अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 7वीं कक्षा से पढ़ाई छोड़ चुके थे। वे अपने कामकाज में लग गए। उस समय पिताजी के निधन के बाद घर पर कोई काम करने वाला नहीं था। 13 की उम्र में मीणा ने खेती करनी शुरू कर दी। करीब 12 साल खेती की। उसके बाद उससे गुजारे में दिक्कत होने लगी। वे मजदूरी करने लगे। कई सालों बाद वे लैबर कॉन्ट्रेक्टर का काम करने लगे। आज 125 लैबर काम कर रही है। पार्षद से विधायक तक का सफर बता दें कि मीणा यूआईटी उदयपुर में ट्रस्टी भी रहे। 2010 में वे नगर निगम उदयपुर में पार्षद चुने गए। साल 2013 में उनको ग्रामीण विधानसभा से भाजपा ने टिकट दिया गया। वे चुनाव जीत गए। इसके बाद 2018 में फिर टिकट मिला और चुनाव जीत गए। अच्छे अंक लाने वाली बेटियों को हवाई यात्रा कराते विधायक ग्रामीण विधायक मीणा बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र से बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाली छात्राओं को प्रतिवर्ष जयपुर की हवाई यात्रा कराते हैं। वहां वे राजभवन, विधानसभा इत्यादि महत्वपूर्ण संस्थानों का विजिट करवाते हैं।
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BJP नेता के हत्यारे 4 दिन बाद भी फरार, बहन बोली- धमकी मिली...गवाही दी तो जिंदा गाड़ देंगे
BJP leader's killers absconding even after 4 days, sister said- Threatened, will bury her in the ground if she testifiesनीचे लगी फोटो शालिनी की है। गोद में 2 साल का बच्चा है। 20 साल पहले मां को खो चुकी शालिनी के पिता की 4 दिन पहले लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। जब तक वह ससुराल से अस्पताल पहुंचती, पिता दम तोड़ चुके
17 साल पुराना एक मुकदमा...कोर्ट में 20 से ज्यादा बार पेशी। वकीलों की फीस भरी और पुलिस से अनगिनत बार मदद की गुहार लगाई। तमाम कोशिशों के बाद आशा को बदले में 2 भाइयों की मौत, पुलिस की अनदेखी और असहनीय दुख मिला। 2006 में आशा के बड़े भाई सहदेव सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जब उसने और छोटे भाई दिनेश ने कानूनी लड़ाई लड़ी तो दबंगों ने 18 जुलाई को दिनेश की भी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। आशा की हिम्मत टूट चुकी है। उन्होंने आंखों के सामने 2 सगे भाइयों की अर्थी उठती देखी। बच्चों को बिलखते और परिवार को टूटते हुए देखा। ये सब देखकर उन्हें पुलिस से चिढ़न होने लगी है। आशा कहती हैं, 'भाई की हत्या हुए 100 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। इतने समय में तो बड़े-बड़े माफिया भी पकड़ लिए जाते हैं, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। अगर हमें पहले से सुरक्षा दी जाती, तो आज मेरे दोनों भाई जिंदा होते।' दिनेश की हत्या के बाद आशा अपनी भांजी शालिनी को लेकर संग्रामपुर थाने पहुंची। गांव के 4 रसूखदार लोग (ग्राम प्रधान संजय कुमार सिंह उर्फ मुन्ना, दीपक सिंह, पंचम सिंह और रवि शंकर पांडेय) के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। भाजपा के बूथ अध्यक्ष रहे दिनेश की हत्या का मुकदमा लिखे गए 4 दिन बीत चुके हैं, लेकिन आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। अमेठी की इस बर्बर घटना के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम पीड़ित परिवार से मिली। पुलिस की अब तक की कार्रवाई को देखा। जिन पर हमले का शक है, उनके अरोपियों के भी घर गई। गांव के लोगों से भी बात की। आइए सब कुछ जानते हैं… सबसे पहले बात 17 साल पुराने मुकदमे की, जो दिनेश की हत्या की वजह बना साल था 2006...धौरहरा गांव के सहदेव सिंह का पड़ोसी संजय सिंह से विवाद चल रहा था। दरअसल, सहदेव सिंह दिव्यांग थे। उनके पास गांव में राशन बांटने का कोटा था, ये बात दबंग संजय को पसंद नहीं थी। विवाद बढ़ा तो एकदिन ताव में आकर संजय ने सहदेव की गोली मारकर हत्या कर दी। जिस वक्त सहदेव को गोली मारी गई, उस दौरान वहां पर उनका छोटा भाई दिनेश सिंह मौजूद था। लेकिन आरोपी जल्दबाजी में उसे देख नहीं पाए। बाद में दिनेश के ही बयान पर संजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। 17 साल से दिनेश सिंह बड़े भाई सहदेव को न्याय दिलाने के लिए मुकदमा लड़ रहे थे। अगस्त में इस मामले में आखिरी सुनवाई थी। लेकिन इससे पहले एकमात्र आई-विटनेस दिनेश की भी हत्या करवा दी गई। दिनेश की मौत के बाद अब पीड़ित परिवार ने संजय सिंह समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। (सहदेव हत्याकांड के बारे में हमें मृतक दिनेश के रिश्तेदार भूपेंद्र सिंह ने जानकारी दी।) 5 लोगों ने दिनेश की बाइक रुकवाई, लाठी मारकर सिर फोड़ दिया 18 जुलाई 2023…अमेठी का संग्रामपुर थाना क्षेत्र का धौरहरा गांव। दोपहर के करीब 12 बज रहे थे। दो कमरों के कच्चे घर में दिनेश बारिश रुकने का इंतजार कर रहे थे। स्कूल से जुड़े एक जरूरी काम को लेकर उन्हें बाहर जाना था। बारिश रुकी...तो दिनेश बाइक लेकर शहर की तरफ चल दिए। वह घर से कुछ ही दूर पहुंचे थे कि पास के बाजार में उनकी बाइक के सामने अचानक 5 लोग आए और गाड़ी रोक दी। सभी के चेहरे गमछे से ढके हुए थे। हाथ में लोहे की रॉड और लाठियां थीं। दिनेश कुछ बोलते...इससे पहले हमलावरों ने उन पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। दिनेश ने बचकर भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें धक्का देकर कीचड़ में गिरा दिया। इसके बाद बीच सड़क पर घसीटकर लाए। जितना मार सकते थे उतना मारा। दिनेश जोर-जोर से चिल्ला रहे थे लेकिन उनकी आवाज किसी के पास नहीं पहुंच रही थी। हमलावरों ने सिर पर एक के बाद एक करीब 4 वार किए। दिनेश बेहोश हो गए। हमलावरों को लगा कि मार दिया है। हमलावर वहां से भागे, तो आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। एक व्यक्ति ने दिनेश के सीने पर हाथ रखा, तो पता चला कि सांस चल रही थी। न्याय सिंह कहते हैं, "जब मैं वहां पहुंचा तो दिनेश जीजा सड़क पर पड़े हुए थे। पूरा शरीर खून से लथपथ था। जीभ बाहर निकली हुई थी, सांसें चल रही थीं। लोगों ने उनके चेहरे पर पानी फेंका, लेकिन वह नहीं उठे। इसके बाद मैंने लोगों की मदद से किसी तरह उन्हें संग्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने पट्टी करवाकर उन्हें गौरीगंज जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के बाद जीजा को थोड़ा होश आया, तो वह गांव के मुन्ना सिंह और कुछ लोगों का नाम ले रहे थे, लेकिन उनकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई।" 'जिन्होंने बड़े पापा को गोली मारी, वही मेरे पापा के हत्यारे' मृतक दिनेश सिंह ने अपनी एकलौती बेटी शालिनी की शादी 2020 में की थी। उसका ससुराल मऊ जिले में है। पिता की मौत की खबर पाते ही वह गांव पहुंची। उसने हमलावरों के खिलाफ संग्रामपुर थाने में तहरीर दी है। शालिनी कहती हैं, 'पापा भाजपा के बूथ अध्यक्ष थे। गांववाले उनके पास आए दिन सोर्स-सिफारिश लेकर आते रहते थे। जिस दिन उनकी हत्या हुई, उस दिन भी वह किसी के बच्चों के एडमिशन के लिए शहर गए थे। लोग उन्हें बहुत मानते थे, क्योंकि उनके कहने पर सरकारी काम आसानी से हो जाते थे। लेकिन मुन्ना सिंह और उसके लोग इसी बात से चिढ़ते थे।' शालिनी के मुताबिक, अगस्त में सहदेव सिंह की हत्या वाले केस में उसके पिता दिनेश को आखिरी बार गवाही देने जाना था, इसके बाद दोषियों को सजा मिलनी तय थी। लेकिन उससे पहले मुन्ना सिंह ने अपने लोगों के साथ मिलकर दिनेश सिंह की हत्या करवा दी। पिता की निर्मम हत्या के बाद 26 साल की शालिनी ससुराल से मायके तो आ गई हैं, लेकिन उन्हें डर है कि आरोपी पार्टी वाले उनकी भी जान ले सकते हैं। पुलिस भी उनकी तहरीर पर आरोपियों की छानबीन में जुटी हुई है, इसलिए खतरा अभी टला नहीं है। फिलहाल, शालिनी के घर के सामने पुलिस फोर्स तैनात की गई है। दिनेश ने बहन को किया आखिरी कॉल, कहा- मौत सिर पर है... 17 साल पहले हुई सहदेव सिंह की हत्या का मुकदमा दिनेश सिंह लड़ रहे थे। उनकी गवाही इस मामले के लिए अहम साबित होती, इससे पहले दिनेश की भी हत्या कर दी गई। जो घटना हुई... उसका अंदेशा दिनेश को पहले से ही था। वह अक्सर बहन आशा को फोन पर कहता था कि उसे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मौत उसके सिर पर है। आशा ने बताया, 'हत्या से एक दिन पहले भइया (दिनेश) ने मुझे फोन किया था। वह घबराए हुए थे। कह रहे थे कि अरोपी पक्ष उन्हें केस वापस लेने के लिए धमका रहा है। उन्हें पैसे का लालच देकर गवाही न देने के लिए बोला जा रहा था।' इतना कहते हुए आशा रोने लगती हैं। थोड़ी देर बाद चुप होकर फिर कहती हैं- 'जब से सहदेव भइया की हत्या का केस चला, हमें जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही थीं। हमने इसकी शिकायत संग्रामपुर थाने में की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। आप बताइए...जब पुलिस भी दबंगों से मिली हुई हो, तब भला गरीबों की कौन सुनेगा।' परिवार के समर्थन में आई भाजपा... अमेठी भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने दिनेश सिंह के ‌BJP नेता होने की पुष्टि की है। दुर्गेश कहते हैं, 'धौरहरा गांव के दिनेश सिंह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता होने के साथ बूथ नंबर 206 के अध्यक्ष भी थे। उन पर ऐसा जानलेवा हमला होगा, ये किसी ने सोचा नहीं था। पार्टी मृतक परिवार के साथ खड़ी है। कानूनी से आर्थिक सहायता, जो भी संभव होगा हम दिनेश के घरवालों की मदद करेंगे।' पीड़ित परिवार की आर्थिक हालत को देखते हुए SDM प्रीति तिवारी ने दिनेश के परिवार को पात्रता के आधार पर हर संभव आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है। साथ ही खंड विकास अधिकारी से मृतक के परिजनों को आवास उपलब्ध कराए जाने को लेकर निर्देश दिए हैं। मृतक दिनेश के परिवार से बात करने के बाद हम आरोपियों के घर पहुंचे, तो उन सबके घरों पर ताला लगा हुआ था। गांव वालों ने बताया कि उनका परिवार घटना के बाद से ही फरार है। 18 जुलाई के बाद से परिवार का कोई भी सदस्य घर लौटकर नहीं आया। 4 दिन बाद भी आरोपियों को पकड़ नहीं पाई पुलिस जिस जगह दिनेश सिंह पर हमला हुआ, पुलिस वहां 10 मिनट के अंदर पहुंची। पूरा मामला समझा और तुरंत घायल दिनेश को अस्पताल भिजवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल, अमेठी पुलिस ने सुरक्षा को देखते पूरे धौरहरा गांव में PAC तैनात की है। 15 पुलिसवाले गांव में चक्कर लगा रहे हैं। फोर्स, पीड़ित परिवार के साथ-साथ आरोपियों के घरों की निगरानी कर रही है। जो लोग दिनेश के परिवार से मिलने आ रहे हैं, उनकी बकायदा चेकिंग और नाम-पता, फोन नंबर लिखवाया जा रहा है। दिनेश के घर के बाहर मिले संग्रामपुर थाने के उपनिरीक्षक देवी दयाल ने बताया, 'पीड़ित परिवार ने जिन 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है उनमें से 3 धौरहरा गांव के हैं। जबकि रवि शंकर पांडेय दूसरे गांव का रहने वाला है। इनकी गिरफ्तारी के लिए संग्रामपुर थाना क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर दबिश दी जा रही है। फिलहाल, सभी अरोपी फरार हैं।' आरोपी मुन्ना सिंह की क्रिमिनल हिस्ट्री... पुलिस के मुताबिक, बूथ अध्यक्ष दिनेश सिंह की हत्या के आरोप में नामजद संजय सिंह का आपराधिक बैकग्राउंड रहा है। संजय उर्फ मुन्ना के खिलाफ संग्रामपुर, प्रयागराज सहित कई थानों में 15 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। इस पूरे मामले में हमने गांव के लोगों से बातचीत की। कुछ गांववाले कैमरे पर बोलने को राजी नहीं थे। लोगों का कहना है कि अगर आरोपियों को जल्द नहीं पकड़ा गया तो, गांव में दहशत बनी रहेगी। इस घटना से बाद से मुन्ना सिंह का परिवार फरार है, लेकिन उसके करीबी अभी भी यहीं पर हैं। यहां कौन आ रहा है। कौन उनके खिलाफ बोल रहा है। सारी जानकारी आरोपियों तक पहुंच रही है। हमें रहना तो इसी गांव में है। इसलिए बहुत ज्यादा नहीं कह सकते। दिनेश के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए एक बुजुर्ग ने बताया मुन्ना सिंह दबंग नेचर का आदमी है। 2 जनपदों में हिस्ट्रीशीटर रहा है। आज तक उसके खिलाफ कोई बोल नहीं पाया, लेकिन इस केस के बाद से उसका पूरा घर बंद पड़ा है। वह खुद अपने परिवार के साथ यहां से भाग गया है। उसका फरार होना यह बताता है कि कहीं-न-कहीं गलती उसकी ही है। मुख्य आरोपी ने वीडियो वायरल कर मांगी मदद दिनेश सिंह की हत्या के मामले में मुख्य अभियुक्त धौरहरा गांव के ग्राम प्रधान संजय सिंह उर्फ मुन्ना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है। संजय ने PM मोदी, CM योगी और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी से न्याय की गुहार लगाई है। वायरल वीडियो में आरोपी संजय दिनेश के परिवार उसे फंसाने का आरोप लगाया है। वीडियो में संजय ने कहा, 'विपक्षियों ने मुझे फंसाने के लिए साजिश रची है और जबरन मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज कराया है। जबकि सच ये है कि मैं घटना वाले दिन लखनऊ ने एक निजी अस्पताल में अपने भाई के इलाज करवा रहा था। मेरे पास इसके पूरे सबूत भी मौजूद हैं।' फिलहाल... ये तो थी अमेठी में हुई भाजपा बूथ अध्यक्ष की हत्या की पूरी कहानी। ऐसी ही और खबरें आप नीचे दिए लिंक्स पर जाकर पढ़ सकते हैं... "दोपहर के 1 बजे रहे थे। रुक-रुककर बारिश हो रही थी। सुबह-सुबह घर में लड़कर पति और देवर थाने चले गए, लेकिन दोपहर तक नहीं लौटे। उनकी चिंता में दिल बैठा जा रहा था। इंतजार करते-करते आधा दिन बीत गया तो मैं अपनी देवरानी और पड़ोस की 3 महिलाओं को लेकर थाने पहुंची। वहां देखा कि बड़े दरोगा उनको और देवर जी को कुर्सी के पास बिठाए हुए थे। दोनों डरे हुए थे, मानो उन्हें मारा गया हो।" पढ़ें पूरी कहानी... कौशांबी का पिपरी थाना। एक महिला सिपाही ने पिता से कहा- अपनी बेटी को घर ले जाओगे? पिता ने भरे मन से जवाब दिया- इसने अपनी ही मां को मार दिया, इसे ले जाकर क्या करूंगा? बेटी ने पिता को देखा। पिता ने बेटी को देखा। यह शायद आखिरी मुलाकात हो। पढ़ें पूरी कहानी...
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एयरपोर्ट पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बोले- राजस्थान में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं हुई
केंद्रीय विदेश मंत्री डा एस जयशंकर उदयपुर पहुंचे। उनका डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। इस दौरान बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी पहुंचे।
केंद्रीय विदेश मंत्री डा एस जयशंकर उदयपुर पहुंचे। उनका डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। इस दौरान बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी पहुंचे। फ्लाइट दिल्ली से ही लेट होने से उदयपुर पहुंचने में उनको देरी हुई। पहले उनके साढ़े बारह बजे आने का कार्यक्रम था लेकिन वे दोपहर तीन बजे बाद एयरपोर्ट पर उतरे। डबोक एयरपोर्ट पर भाजपा नेता बंशीलाल खटीक, गजपाल सिंह, किरण जैन आदि ने स्वागत किया। एयरपोर्ट से वे सीधे होटल गए। विदेश मंत्री उदयपुर की ताज अरावली होटल में बैठक में शामिल होने आए, बैठक का एजेंडा अति गोपनीय रखा गया है। एयरपोर्ट पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रधानमंत्री ने उसके लिए खेद प्रकट ​किया है, हम तो बहस के लिए तैयार है पर दो दिन से विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहे है, विपक्ष बहस नहीं चाहता है और वह बहाने ढूंढ रहा है। केवल मणिपुर ही नहीं बंगाल में जो हिंसा हुई है उस पर भी चर्चा होनी चाहिए, बिहार पर भी चर्चा हो। वे बोले कि राजस्थान में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं हुई है। एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि महागठबंधन की हवा तो पहले ही निकल चुकी है, नाम बदलने से कुछ नहीं बदलता है, चेहरा तो वहीं है। जैसे ही यूपीए का नाम आता है तो दस साल के कुशासन की याद लोगों को ताजा हो जाती है। जनता वोट नाम पर नहीं काम पर वोट करती है। मोदी ने कहा कि वे व्यक्तिगत यात्रा पर आए है।
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बिना बुलाए तिहाड़ से सुप्रीम कोर्ट ले जाया गया था
Kashmiri Terrorist Yasin Malik Security Breach दिल्ली की तिहाड़ जेल प्रशासन ने कश्मीरी आतंकी यासीन मलिक की सुरक्षा में चूक के मामले में 4 अफसरों को सस्पेंड किया है। इनमें एक डिप्टी सुपरिंटेंडें
दिल्ली के तिहाड़ जेल प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में यासीन मलिक की व्यक्तिगत पेशी मामले में लापरवाही को लेकर शनिवार (22 जुलाई) को 4 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें एक डिप्टी सुपरिन्टेंडेंट, 2 असिस्टेंट सुपरिन्टेंडेंट और एक अन्य अधिकारी शामिल है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने 21 जुलाई को होम सेक्रेटरी अजय भल्ला को चिट्‌ठी लिखकर सवाल उठाया था कि सुप्रीम कोर्ट के बुलाए बिना यासीन को कोर्ट क्यों ले जाया गया? मेहता ने इसे सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा में गंभीर चूक बताया था। उन्होंने चिट्‌ठी में लिखा- यासीन जैसा आतंकी और अलगाववादी नेता, जो न केवल टेरर फंडिंग मामले में दोषी है, बल्कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के साथ संबंध रखता है, वो भाग सकता था, जबरन ले जाया जा सकता था या मारा जा सकता था। दरअसल, 21 जुलाई को कश्मीरी आतंकी यासीन बिना बुलाए सुप्रीम कोर्ट में पेश हुआ था। कोर्ट में उसे देखकर जज नाराज हो गए थे। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कहा था कि हमने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था, जिसमें कहा गया हो कि उसे व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होना है। केस की सुनवाई कर रहे एक जज ने खुद को सुनवाई से अलग किया टेरर फंडिंग केस में दोषी ठहराए जाने के बाद से यासीन तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। यासीन को 21 जुलाई को जम्मू कोर्ट के आदेश के खिलाफ CBI की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया था। यासीन के केस की सुनवाई कर रहे जस्टिस दीपांकर दत्ता ने इस केस से खुद को अलग कर लिया है। जस्टिस दत्ता ने कहा कि इस केस की सुनवाई 4 हफ्ते बाद की जाएगी। इसकी सुनवाई दूसरी बेंच करेगी, जस्टिस दत्ता उसके सदस्य नहीं होंगे। उन्होंने कहा- अगर यासीन को अपनी कोई बात रखनी होगी तो वो वर्चुअली जुड़ेगा। उसे कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा। कश्मीर में आतंकी हमलों के लिए फंडिंग करता था यासीन यासीन मलिक को 2022 में NIA कोर्ट ने टेरर फंडिंग केस, UAPA और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई थी। यासीन को कई धाराओं में सजा मिली है। दो मामलों में उम्र कैद और अन्य मामलों में 10 साल सजा सुनाई गई है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। ​​​​​ ​यासीन पर पाकिस्तान के समर्थन से कश्मीर में आतंकी हमलों के लिए फंडिंग और आतंकियों को हथियार मुहैया कराने से जुड़े कई केस दर्ज थे। श्रीनगर में वायुसेना के जवानों पर हमला मलिक पर 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में एयरफोर्स के जवानों पर हमला करने का आरोप है। इस घटना में 40 लोग घायल हुए थे, जबकि चार जवान शहीद हो गए थे। स्क्वॉड्रन लीडर रवि खन्ना उनमें से एक थे। यह सभी एयरपोर्ट जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया था। मलिक ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में भी इस बात का जिक्र किया था। कश्मीरी पंडितों की हत्या का आरोप इसके साथ ही मलिक पर पाकिस्‍तानी आतंकियों के साथ संबंध रखने के भी आरोप हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद के अपहरण के भी आरोप लगे हैं। 1990 में कश्मीरी पंडितों की हत्या कर उन्हें घाटी छोड़ने पर मजबूर करने में भी यासीन की अहम भूमिका थी। कौन है यासीन मलिक? यासीन मलिक एक कश्मीरी आतंकी और अलगाववादी नेता है। वो जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) से जुड़ा है। वह कश्मीर की राजनीति में हमेशा से ही सक्रिय रहा। उस पर युवाओं को भड़काने और हाथों में बंदूक लेने के लिए प्रेरित करने का आरोप है। यह खबर भी पढ़ें... MP में ISIS से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा, जबलपुर से 3 आरोपी गिरफ्तार मध्यप्रदेश के जबलपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और प्रदेश ATS ने जॉइंट ऑपरेशन में ISIS से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस मामले में जबलपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारियां 26-27 मई को जबलपुर में 13 जगहों पर रातभर की छापेमारी के बाद की गईं। पढ़ें पूरी खबर...
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शांतनु से हुई पहली मुलाकात से लेकर प्यार के परवान चढ़ने तक माधवी को हर बात याद आने लगी
शादी से पहले एक दूसरे की झलक देख लेने की चाहत, अकेले में मिलने की बात सोचते ही धड़कनों का तेज हो जाना… उस जमाने का प्यार ही और था!
शांतनु ऑफिस के लिए निकल चुके थे। आज घर में सिर्फ मैं और बेटी कीर्ति थे। कीर्ति की आज कॉलेज की छुट्टी थी। मैं फैला हुआ घर समेट रही थी। एफएम पर गाना बज रहा था- पहली नजर में कैसा जादू कर दिया तेरा बन बैठा है मेरा जिया… गाना सुन कर कीर्ति बोल पड़ी, “मम्मा ये पहले के जमाने सॉन्ग्स भी कैसे होते थे ना। ऐसा भी कहीं होता है, किसी को कोई पहली नजर में कैसे अच्छा लग सकता है और कोई किसी को अपना दिल कैसे दे सकता है?” मैं कीर्ति की बातें सुन मन ही मन मुस्कुरा रही थी। अगले ही पल कीर्ति ने सवाल किया, “मम्मा, आपने पापा को पहली बार कब देखा था? आपकी लव मैरिज थी या अरेंज?” मेरे जवाब न देने पर कीर्ति जिद करने लगी, “बताओ ना मम्मी!” “क्यों नहीं हो सकता पहली नजर में प्यार? क्यों नहीं दे सकता कोई पहली नजर में किसी को दिल?” मैंने उल्टे कीर्ति से ही सवाल किया तो वह मुझे हैरानी से देखने लगी। उसकी जिज्ञासा शांत करने के लिए मैंने उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहा, “तुम्हें पता है, मुझे तुम्हारे पापा से पहली नजर में ही प्यार हुआ था। पता है कैसे?” कीर्ति के चेहरे की उत्सुकता बता रही थी कि वह अभी सब कुछ जान लेना चाहती है। मैं उसके सवालों के जवाब देने उसके पास बैठ गई। “आओ, बताती हूं तुम्हें अपने पहली नजर के प्यार की कहानी!” कीर्ति एकटक मुझे देखे जा रही थी। मैंने उससे कहा, “मुझे आज भी याद है, 26 जनवरी का दिन था वह। मैं छत पर बैठी अपने पोस्ट ग्रेजुएशन के एग्जाम की तैयारी कर रही थी। दादाजी छत पर आए और मुझे एक फोटो दिखाते हुए कहा, “जरा देख कर बता, कैसा लग रहा है लड़का?” मुझे पहले तो कुछ समझ नहीं आया। फिर जब फोटो देखी तो पता नहीं क्यों पहली बार में ही दिल को भा गई थी तुम्हारे पापा की फोटो, जैसे पहली नजर का प्यार!” “अरे वाह! पहली नजर का प्यार! मम्मा, आप तो बड़ी छुपी रुस्तम निकलीं।” कीर्ति ने मां की चुटकी ली। कीर्ति की हरकत पर माधवी शरमा गई। लेकिन बेटी ने जिद की पूरी कहानी सुनाने की। माधवी ने आगे कहना शुरू किया, “हमारे टाइम में लव मैरिज नहीं होती थीं, हमारे परिवार में तो लव मैरिज की बात सोच भी नहीं सकते थे। मैंने पहली बार आपके पापा की सिर्फ फोटो ही देखी थी! तस्वीर देखते ही दिल से एक आवाज आई कि मैं इनसे ही शादी करूंगी। तस्वीर देखते ही वो अपने से लगे।” अपने पहली नजर के प्यार का अनुभव बताते हुए माधवी के चेहरे पर लाली छा गई। कीर्ति ने मां से आगे की कहानी बताने का इशारा किया। “एक और इंटरेस्टिंग बात बताऊँ?” माधवी ने कीर्ति की उत्सुकता बढ़ा दी। “हां मम्मा, प्लीज बताओ ना।” “हमारा रिश्ता पक्का होने से पहले मैंने सिर्फ तुम्हारे पापा की ही पहली फोटो देखी थी। उससे पहले मैंने किसी और लड़के की फोटो नहीं देखी थी। न ही मेरे परिवार की तरफ से किसी तरह का देखना दिखाना हुआ था। जबकि तुम्हारे पापा ने मुझसे पहले कई लड़कियां देखी थीं, लेकिन उन्हें कोई पसंद ही नहीं आई।” मम्मी की बात सुनकर कीर्ति हंस दी। उसने हंसते हुए कहा, “अरे वाह! पापा ने तो खूब फोटोज देखी होंगी लड़कियों की। कीर्ति की बात सुनकर माधवी को भी हंसी आ गई। उसे भी बेटी को अपनी प्रेम कहानी सुनाने में मजा आने लगा। “पता है, दादू ने आपके पापा से कहा था- ‘अब तू अकेला ही लड़की देखने जाना और जिसे तू पसंद करेगा उसी से हम तेरी शादी कर देंगे।’ तेरे पापा अपने एक दोस्त के साथ अकेले ही मुझे देखने आए थे। मैं भी उन्हें पहली नजर में पसंद आ गई थी। इस तरह हमारा रिश्ता पक्का हुआ।” “मतलब आपको पसंद करने में दादू-दादी का कोई रोल नहीं था? वाह मम्मा, ये तो बहुत बड़ी बात है।” आज कीर्ति पूरे मूड में थी। उसकी उत्सुकता बढ़ती जा रही थी। उसने मां से कहा, “और बताओ ना, बड़ा मजा आ रहा है। आप शादी से पहले पापा के साथ डेट पर गई थीं, कहां गई थीं?” “ना बाबा, उस जमाने में डेट-शेट कहां होती थीं! छोटा शहर जहां हर कोई एक दूसरे की जन्मकुंडली तक से परिचित होता था। कोई बात किसी से छुपती नहीं थी। कभी हिम्मत ही नहीं हुई इस बारे में कुछ सोचने की, डेट पर जाना तो दूर की बात थी।” माधवी को पुराने दिन याद आने लगे। बेटी को अपना अतीत बताते हुए वह खुद भी जैसे अतीते में जा पहुंची। “हां, शादी से पहले मन में अक्सर ये ख्वाहिश रहती कि काश, कभी कहीं घर से बाहर तुम्हारे पापा मुझे अनजाने में मिल जाएं! एक बार मैं अपने कॉलेज के एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में तुम्हारे पापा के घर की तरफ रहने वाले एक प्रोफेसर से मिलने गई। घर से सज संवर कर मैं मन ही मन यह सोचती जा रही थी कि शायद तुम्हारे पापा कहीं किसी रास्ते में टकरा जाएं!” “तो क्या पापा उस दिन आपको मिले मम्मा?” “नहीं बेटा, लेकिन उस दिन पूरे समय मेरी आंखें तुम्हारे पापा को ही ढूंढ रही थीं। अब सोचती हूं तो लगता है, सही में मैं भी कैसी पागल थी! शादी से पहले एक दूसरे की झलक भर देख लेने की चाहत, अकेले में मिलने की बात सोचते ही धड़कनों का तेज हो जाना… उस जमाने का प्यार ही और था! उस जमाने में अब की तरह थोड़े न होता था कि शादी से पहले सालों तक एक दूसरे से मिलना जुलना, साथ घूमना फिरना, एक दूसरे के बारे में सब कुछ जान लेना… हां, शादी से पहले एक दो बार मेरी और तुम्हारे पापा की फोन पर जरूर बात हुई थी, लेकिन उन फोन कॉल्स का भी अपना एक अलग ही मजा और चार्म होता था। तब मोबाइल फोन तो होते नहीं थे। घर में सिर्फ एक लैंडलाइन फोन होता था। जब भी फोन की घंटी बजती मैं इंतजार करती कि काश, तुम्हारे पापा का फोन हो, लेकिन हर बार मेरी चाहत अधूरी रह जाती।” “मम्मा, वैसे फोन पर आप क्या बात करते थे? कीर्ति ने मां को छेड़ते हुए पूछा। “आज तुम्हें हुआ क्या है, तुम्हारे दिमाग में आखिर चल क्या रहा बदमाश जरा बताओ तो मुझे,” कहते हुए माधवी ने कीर्ति के गालों पर एक प्यार भरी चपत लगाई। कीर्ति के सवालों के बहाने आज माधवी एक बार फिर 26 साल पीछे पहुंच गई थी। शादी से पहले की सारी बातें उसे मन ही मन गुदगुदा रही थीं। “अरे! क्या ही बात होती होंगी तू सोच जरा, बस ‘हूं-हां, कैसे हो, आज लंच में क्या खाया, मम्मी-डैडी कैसे हैं’ यही सब और क्या। वैसे भी जब एक दो बार फोन पर हमारी बात हुई, उस समय घर के सब लोग आसपास थे।” माधवी सोचने लगी, वो भी क्या दिन थे, फोन कॉल की फॉर्मल बातचीत में भी अपना ही एक अलग प्यार था। वह कीर्ति को और किस्से बताने लगी, “पता है बेटा, जब दो लोग शादी के बंधन में बंधने से पहले एक दूसरे से अनजान होते हैं तो उनके बीच में एक अलग किस्म का आकर्षण होता है। एक दूसरे की पसंद, आदतों के बारे में जानने की चाह, शादी के बाद एक दूसरे से होने वाला, ये एक अलग ही अनुभव होता है।” “सही में मम्मा, आज तो मजा आ गया आपके जमाने की लव स्टोरी के बारे में जानकर! सिर्फ पापा की फोटो देखकर आपका पहली नजर का वो प्यार किसी फिल्मी लव स्टोरी से कम थोड़े है!” मां के प्यार की कहानी सुनकर कीर्ति बहुत खुश हुई और माधवी के गले लग गई। माधवी को अपने जमाने के इश्क पर एक बार फिर से प्यार आ गया। वह सोचने लगी, आज शाम शांतनु के साथ बैठकर उन यादों को फिर से ताजा करेगी… - ललिता गोयल E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें
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अब 28 जुलाई तक करें आवेदन, अक्टूबर में मेन एग्जाम
आईबीपीएस क्लर्क भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट को आगे बढ़ा दिया गया है। अब इस वैकेंसी के लिए 28 जुलाई, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) की ओर से इस संबंध में ऑफिशियल नोटिफिकेशन ibpsonline.ibps.in जारी किया
आईबीपीएस क्लर्क भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट को आगे बढ़ा दिया गया है। अब इस वैकेंसी के लिए 28 जुलाई, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) की ओर से इस संबंध में ऑफिशियल नोटिफिकेशन ibpsonline.ibps.in जारी किया गया है। पहले इस भर्ती के लिए आवेदन की लास्ट डेट 21 जुलाई, 2023 तक थी जिसे आगे बढ़ा दिया गया है। इस अभियान के माध्यम से कुल 4,045 क्लर्क के खाली पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। अक्टूबर में मेन एग्जाम आईबीपीएस क्लर्क 2023 के लिए प्रीलिम्स एग्जाम अगस्त या सितंबर में होगी। वहीं मेन एग्जाम अक्टूबर में होनी है। परीक्षा का डिटेल्ड नोटिफिकेशन संस्थान द्वारा बाद में जारी किया जाएगा। ऐसे में उम्मीदवार ऑफिशियल पोर्टल पर नजर बनाएं रखें। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना चाहिए। एप्लीकेशन फीस सामान्य श्रेणी : 850 रुपये एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी और पूर्व सैनिक : 175 रुपये ऑफिशियल वेबसाइट ​​​​​​​
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ब्लू-टिक वेरिफाइड यूजर ही कर पाएंगे मैसेज शेयर, देने होंगे पैसे
ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक और बदलाव करने की घोषणा की है। कंपनी ने डायरेक्ट मैसेज (DM) से संबंधित एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि स्पैम मैसेज को रोकने के लिए अनवेरीफाइड अकाउंट से भेजे जाने वाले DM की लिमीट को अब
ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक और बदलाव करने का ऐलान किया है। कंपनी ने डायरेक्ट मैसेज (DM) से संबंधित एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि स्पैम मैसेज को रोकने के लिए अन-वेरिफाइड अकाउंट से भेजे जाने वाले DM की लिमिट को अब कम किया जाएगा। इस फैसले के बाद यूजर्स को एक लिमिट के बाद और मैसेज करने के लिए कंपनी का ब्लू-टिक वेरिफाइड यूजर बनना पड़ेगा और इसके लिए फीस भी चुकानी पड़ेगी। ट्विटर के इस फैसले को उसकी कमाई बढ़ाने के उपाय के रूप में देखा जा रहा है। कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि डेली DM की लिमिट क्या होगी। मैसेज भेजने के लिए भी देने होंगे पैसे ट्विटर पर आप जिन लोगों को फॉलो नहीं करते उन्हें अब मैसेज नहीं भेज पाएंगे। इसका मतलब है कि जिन यूजर्स ने पहले हर यूजर्स से डायरेक्ट मैसेज रिसीव करने का ऑप्शन चुना था और इसके लिए पैसे चुका रहे हैं, वहीं यूजर्स अब DM की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। नए यूजर्स के लिए यूजर मैनुअल लाएगा ट्विटर कंपनी ने कहा है कि वह यूजर मैनुअल फिर से लेकर आएगी ताकि जिन यूजर्स ने अब तक इस सुविधा को नहीं लिया है, उन्हें सेटिंग में ऑप्शन चुनने की इजाजत दी जा सके। इसका टेस्ट जून 2023 में शुरू किया गया था। 22 जुलाई को कंपनी ने बताया कि इस फैसले से पिछले एक हफ्ते में स्पैम मैसेज में 70% तक कमी आई है। दोगुना बढ़ेगी रीच 19 जुलाई को ट्विटर वेरिफाइड ने भी एक ट्वीट में बताया था, 'क्या आप जानते हैं? एफिलिएटेड अकाउंट वाली वेरिफाइड संस्थाओं को ट्विटर पर अब दोगुना रीच मिलेगी।' वेरिफाइड अकाउंट्स वाली संस्थाएं अब अपने बिजनेस आइडिया के साथ कस्टमर्स तक पहुंच पाएंगी। इसको री-ट्वीट करते हुए ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने कहा, 'नकली पहचान और झूठी ऑर्गेनाइजेशन एफिलिएशन से बचने के लिए कंपनियों के लिए साइन अप करना जरूरी है।' इसके पहले कंपनी ने ट्वीट को किया था लिमिट इससे पहले, एलन मस्क की कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखे जाने वाले डेली ट्वीट की संख्या को लिमिट कर दिया था। इस फैसले पर कंपनी ने कहा था कि वैल्युएबल डाटा के अनधिकृत स्क्रैपिंग को रोकने के लिए यह फैसला जरूरी था। मस्क ने कहा था कि नए फैसले एक अस्थाई उपाय के रूप में लागू होंगे। उन्होंने कहा था कि हमारा डाटा इतना चुराया जा रहा था कि यह नॉर्मल यूजर्स के लिए यह एक डिग्रेडिंग (अपमानजनक) सर्विस बन गई थी। कंपनी की घोषणा के अनुसार, अन-वेरिफाइड यूजर्स उस समय एक दिन में 800 पोस्ट पढ़ सकते थे, वहीं वेरिफाइड अकाउंट यूजर्स एक दिन में 10 हजार ट्वीट तक स्क्रॉल कर सकते थे। हालांकि, कंपनी ने इस सुविधा को 5 जुलाई से फिर से लागू कर दिया था। अपने फैसलों को लेकर विवादों में है कंपनी इसी साल मई में, मस्क ने प्लेटफॉर्म पर आने वाले कॉल और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग जैसे फीचर्स के बारे में बताया था। पिछले साल अक्टूबर में टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीद था। इसके बाद से ही कंपनी अपने फैसलों को लेकर लगातार चर्चा में है। अक्टूबर 2022 से अब तक कंपनी ने सैकड़ों लोगों को नौकरी से निकाल दिया और कई लोगों ने खुद ही कंपनी छोड़ दी है।
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जोशी बोले- राज्य में 50 टका के बिना नहीं होते काम, बड़े मैंडेट से सरकार बनाएंगे
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी शनिवार दोपहर भरतपुर जाते वक्त दौसा कलेक्ट्रट पर रूके, यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा महिला सुरक्षा को लेकर जब राज्य सरकार का मंत्री अपनी ही सरकार को
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी शनिवार दोपहर भरतपुर जाते वक्त दौसा कलेक्ट्रेट पर ठहरे। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा महिला सुरक्षा को लेकर जब राज्य सरकार का मंत्री अपनी ही सरकार को आइना दिखाए तो वह मंत्री भी असुरक्षित है। सीएम ने महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोलने वाले मंत्री को ही बर्खास्त कर दिया। यदि ऐसी ही सख्त कार्यवाही राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ करती तो उनमें भय पैदा होता। मंत्री-विधायक बोले- किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे उन्होंने कहा कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी की बैठक में मंत्री-विधायकों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि हम जिसे मेनिफेस्टो के आधार पर चुनाव जीत कर आए हैं। उसमें से कोई भी काम पूरा नहीं हुआ। ऐसे में अब किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे। क्योंकि राज्य सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। महंगाई पर नियंत्रण नहीं किया। वादा करने के बावजूद कई बार बिजली के दाम बढ़ाए। महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पाए। डीजल-पेट्रोल सबसे महंगा है। महिला अत्याचार व दलित अपराध के मामलों में नंबर वन है। कांग्रेस के कुनबे में बहुत बड़ा अंतर्विरोध उन्होंने कहा पेपर लीक समेत कई मामले कांग्रेस की अंदरुनी मीटिंग में उठे थे और विधायकों ने यहां तक कहा कि 50 टका के बिना काम नहीं होते। यह अब तक की महा भ्रष्ट सरकार है, उनके कुनबे के अंदर ही बहुत बड़ा अंतर्विरोध चल रहा है। वहीं मणिपुर हिंसा के सवाल पर जोशी ने कहा कांग्रेस को पहले अपना प्रदेश देखना चाहिए। 1 अगस्त को जयपुर में होगा बड़ा आंदोलन उन्होंने कहा राज्य सरकार के जिम्मेदार लोग अपराधियों के हक में बयान देते हैं कि 65% रेप के मामले फर्जी पाए जाते हैं। यदि मुख्यमंत्री ही ऐसा कहेंगे तो फिर राजस्थान कैसे बचेगा। सरकार के मंत्री हेमाराम चौधरी ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। विधायक दिव्या मदेरणा ने महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए, इसीलिए भाजपा कह रही है कि नारी का अपमान नहीं सहेगा राजस्थान। इसे लेकर 1 अगस्त को बड़ा व ऐतिहासिक आंदोलन भाजपा द्वारा किया जाएगा। अब तक का सबसे बड़ा मैंडेट लाएगी BJP उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा में राज्य में शत प्रतिशत सरकार बदलेगी और अब तक का सबसे बड़ा मैंडेट पाकर भाजपा सरकार बनाएगी। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा महंगाई, भ्रष्टाचार व पेपर लीक समेत कई मुद्दों को लेकर पार्टी द्वारा नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत बड़े आंदोलन किए जा रहे हैं। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जिले में दौसा कलेक्ट्रेट, भांडारेज मोड़, सिकंदरा चौराहा, मानपुर चौराहा, मेहंदीपुर बालाजी मोड़, पाटोली व महुवा समेत कई जगहों पर जोरदार स्वागत हुआ।
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लोगों ने कहा- सेंसर बोर्ड को शर्म आनी चाहिए, इसे पास कैसे कर दिया
Christopher Nolan Oppenheimer Movie Sex Scene Controversy  इसी बीच फिल्म में दिखाया गया एक इंटीमेट सीन कॉन्ट्रोवर्सी में है। ट्विटर पर कई यूजर्स इस सीन की आलोचना कर रहे हैं।
क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म 'ओपेनहाइमर' में इंटिमेट सीन के दौरान भगवत गीता दिखाने पर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल, फिल्म के एक इंटिमेट सीन में लीड एक्टर सिलियन मर्फी भगवत् गीता पढ़ते नजर आ रहे हैं। इस सीन पर लोगों ने आपत्ति जताई है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स का कहना है कि यह सीन बेहद आपत्तिजनक है। यह हमारे धार्मिक ग्रंथों का अपमान है। वहीं कुछ यूजर्स ने भारतीय सेंसर बोर्ड को इसका जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि सेंसर बोर्ड ने इसे सिनेमाघरों में रिलीज करने की अनुमति कैसे दे दी। बोर्ड के मेंबर्स को शर्म आनी चाहिए। अब देखिए फिल्म का वह सीन जिस पर विवाद है... यूजर्स बोले- इस सीन की क्या जरूरत थी एक यूजर ने लिखा, ‘इस तरह के इंटिमेट सीन की क्या जरूरत थी? जहां फ्लोरेंस गीता पकड़े हुए हैं और सिलियन उसे पढ़ रहे हैं? ओपेनहाइमर कमाल की फिल्म है पर यह सीन देखकर मैं बहुत निराश हुआ।’ एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, ‘ओपेनहाइमर के एक सीन में एक न्यूड लड़की गीता लेकर आती है और फिर ओपेनहाइमर उसे इंटीमेट सीन के दौरान पढ़ते हैं। मेरी नजर में यह बहुत ही अपमानजनक है।’ कुछ यूजर्स ने कहा, ‘इस सीन को पास करने पर इंडियन सेंसर बोर्ड को शर्म आनी चाहिए। पश्चिम के विकृत लोग हमेशा ही हिंदू ग्रंथों का शोषण करते हैं।’ किरदार की तैयारी के लिए सिलियन ने पढ़ी थी गीता इससे पहले फिल्म क्रिटिक सुचित्रा त्यागी को दिए एक इंटरव्यू में सिलियन ने भगवत गीता का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, ‘मैंने इस किरदार की तैयारी के लिए भगवत गीता पढ़ी थी। मुझे यह बहुत ही इंस्पायरिंग लगी थी। मेकर्स ने रियल लाइफ से लिया रिफ्रेंस यह फिल्म साइंटिस्ट जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की लाइफ पर बेस्ड है। ओपेनहाइमर को हिंदू महाकाव्य में काफी इंट्रेस्ट था। ऐसे में रियल लाइफ रिफ्रेंस लेते हुए डायरेक्टर ने फिल्म में भगवत गीता कोट्स काे भी शामिल किया है। MI-7 से ज्यादा है फर्स्ट डे कलेक्शन दूसरी तरफ इस फिल्म ने पहले दिन 13 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। इसके साथ ही इसने हाल ही में रिलीज हुई टॉम क्रूज स्टारर ‘मिशन इम्पॉसिबल 7’ के पहले दिन की कमाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। MI-7 ने पहले दिन 12.50 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था। ओपेनहाइमर के साथ ही रिलीज हुई फिल्म ‘बार्बी’ ओपनिंग डे पर मात्र 5 करोड़ का ही कलेक्शन कर पाई। फिल्म में एक्टर सिलियन मर्फी ने साइंटिस्ट जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर का लीड रोल प्ले किया है। उनके अलावा एमिली ब्लंट, फ्लोरेंस पग और रॉबर्ट डाउनी जूनियर जैसे एक्टर्स भी अहम किरदार निभा रहे हैं।
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CBI को 5 दिन में टाइटलर की आवाज के सैंपल की रिपोर्ट देने के आदेश
1984 Delhi Anti Sikh Riots; Jagdish Tytler CBI Case | Delhi Court Orders Voice Sample Report 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान हत्याओं से संबंधित मामले में दिल्ली कोर्ट ने CBI को आरोपी जगदीश टाइटलर की आवाज के नमूनों के संबंध में फोरेंसिक रिपोर्ट 5 दिन में पेश करने के लिए कहा है।
1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान हत्याओं से संबंधित मामले में दिल्ली कोर्ट ने CBI को आरोपी जगदीश टाइटलर की आवाज के नमूनों के संबंध में फोरेंसिक रिपोर्ट 5 दिन में पेश करने के लिए कहा है। मजिस्ट्रेट विधि गुप्ता आनंद ने मामले में टाइटलर के खिलाफ दायर चार्जशीट पर संज्ञान लेना है या नहीं, इस पर फैसला भी 26 जुलाई के लिए टाल दिया। जांच अधिकारी ने कोर्ट में तथ्य पेश किया कि आवाज के नमूनों की रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। जिसके बाद मजिस्ट्रेट द्वारा इस मामले की सुनवाई स्थगित कर दी। इसके साथ ही 26 जुलाई को कोर्ट में आवाज के सैंपल की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा। सीबीआई ने 20 मई को इस मामले में टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी थी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए थे दंगे शुरू तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के एक दिन बाद 1 नवंबर, 1984 को यहां पुल बंगश इलाके में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी और एक गुरुद्वारे को आग लगा दी गई थी। अदालत के समक्ष दायर अपने आरोप पत्र में CBI ने कहा कि टाइटलर ने 1 नवंबर, 1984 को पुल बंगश गुरुद्वारा आजाद मार्केट में एकत्रित भीड़ को उकसाया, भड़काया। जिसके परिणामस्वरूप गुरुद्वारा जलाया गया। इतना ही नहीं, तीन सिखों- ठाकुर सिंह, बादल सिंह और गुरु चरण सिंह की हत्या की गई थी। सीबीआई ने चार्जशीट में टाइटलर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 147 (दंगा), 109 (उकसाने) के साथ धारा 302 (हत्या) के तहत आरोप लगाए हैं।
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फोन छीन लेता, परिवार-दोस्तों से मिलने नहीं देता; अमीर और कामयाब महिलाएं क्यों पिटती-सहती हैं
पति या पार्टनर से पिटने वालीं अमीर या सफल महिलाएं अब्यूजिव रिलेशनशिप से जल्दी नहीं निकल पाती हैं। दरअसल, खराब रिश्ते के दौरान उनकी पैसों से जुड़ी आजादी छीन ली जाती है। उन्हें अपना कैरियर और रुतबा खोने का डर लगा रहता है।
‘स्त्री’, ‘प्रेम कोशम’, और ‘नरसिम्हा नायडू’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस फ्लोरा सैनी ने अपनी आपबीती में कहा है कि वह एक मशहूर प्रोड्यूसर के साथ एब्यूजिव रिलेशनशिप में थीं। फ्लोरा ने इसी साल फरवरी में अपनी निजी जिंदगी के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि वह व्यक्ति उनके चेहरे और प्राइवेट पार्ट्स को चोट पहुंचाता था। इंस्टाग्राम पर अपनी आपबीती शेयर करते हुए उन्होंने बताया था कि मैं तो उसके प्यार में थी, मगर जल्द ही सब कुछ बदल गया। वह मुझे अक्सर बुरी तरह मारता-पीटता। मेरा फोन भी वह अपने पास रख लेता और मुझ पर एक्टिंग छोड़ने का दबाव बनाता। आखिर में एक शाम उसने मुझे पेट पर मुक्का मारा। इसके बाद मैं वहां से भाग गई और अपने माता-पिता के पास आ गई। ऐसा नहीं है कि कामयाब या अमीर महिलाओं से पार्टनर या पति की मारपीट के ऐसे वाकये सिर्फ भारत जैसे देशों में ही होते हैं। पूरी दुनिया में यह एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इसके बाद भी ये कामयाब महिलाएं पिटती और सहती रहती हैं। ऐसे बुरे रिश्ते से जल्दी निकल नहीं पातीं। आइए-कामयाब अमेरिकी एक्ट्रेस रचेल वुड की भी आपबीती जान लेते हैं। रचेल वुड अमेरिका के मशहूर म्यूजिशियन मर्लिन मैंसन के प्यार में थीं। एक ब्लॉग में वह कहती हैं कि पार्टनर जब भी उन्हें अब्यूज करता तो वह गाना गाता कि मैं तुम्हें मारना चाहता हूं, तुम्हारी खोपड़ी तोड़ना चाहता हूं। उन्होंने बताया कि मैंसन अक्सर उनका सेलफोन चेक करता और ऑनलाइन एक्टीविटीज पर भी नजर रखता। वह उन्हें रातभर जगाकर रखता, कुछ खाने नहीं देता। उसने रचेल को दोस्तों और परिवार से अलग कर दिया और कहता कि ‘तुम्हारी कोई औकात नहीं है। अपनी पार्टनर के लिए बनाया ‘रेप रूम’, जबरन बनाता संबंध रचेल वुड ने बताया कि मैंसन ने घर में एक 'रेप रूम' बना रखा था। ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नामित हो चुकीं फोबे ब्रिजर्स टीनएज में मैंसन की फैन थीं। एक बार फोबे अपने दोस्तों के साथ मैंसन के घर गईं तो मैंसन ने उसे एक कमरा दिखाते हुए कहा यह उसका ‘रेप रूम’ है। जहां वह रचेल के साथ जबरन संबंध बनाता और रात-रात भर डरा-धमकाकर यातना देता। रचेल ने कहा है कि मैंसन मेरी कामयाबी से बहुत जलता, जिसका नतीजा मुझे घर की चारदीवारी के भीतर भुगतना पड़ता। आखिरकार बड़ी मुश्किल से रचेल का मैंसन से पीछा छूटा। ब्रेकअप के बाद भी मैंसन ने 150 से ज्यादा फोन किए और मार डालने की धमकी दी। सोसाइटी का गणित ऐसा कि महिला हमेशा कमजोर महसूस करे दिल्ली में साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र के प्रोफेसर डॉ. देवनाथ पाठक कहते हैं कि पितृसत्तात्मक समाज ने जेंडर आधारित फर्क को समय के साथ और मजबूत बनाया है। पहले तो समाज या परिवार यह जताता है कि तुम लड़की हो और लड़की या महिला कितनी ही काबिल या कामयाब हो उसे पुरुष का सहारा जरूर चाहिए। कहने को जमाना भले बदल गया हो, मगर सोसाइटी का मूल मंत्र है, कि कोई महिला पुरुष के बगैर अधूरी है। यह सोच घर, स्कूल और समाज में रची-बसी है। महिला आईएएस, बिजनेसवुमन या एथलीट ही क्यों न बन जाए उसे यह महसूस कराया जाता है कि तुम अब भी कमतर हो। पति के बगैर उसका करियर, कामयाबी और शोहरत सब बेकार समझी जाती है। यही वजह है कि स्त्री कई समझौते करती है। रिश्ता निभाने की बात बचपन से महिला के मन में बिठाई जाती है देवनाथ पाठक कहते हैं कि ज्यादातर महिलाएं रिश्ते को ‘निभाने’ में भरोसा करती हैं। यह निभाना इसी पितृसत्ता की देन है, जो महिला के मन में बचपन से बैठा दी जाती है। परिवार में ही होता है महिला के चरित्र का निर्माण, जीवनभर उसी के अनुसार करती हैं बर्ताव जेंडर बेस्ड सोच कहती है कि पुरुषों को करियर में सफल पत्नी का आगे आना मंजूर नहीं है। रिश्ते के इस गणित में लिंगभेद को प्राकृतिक भेद माना जाता है। यानी पितृसत्तात्मक समाज बार-बार इस बात पर जोर देता है कि लड़की या लड़के में फर्क सामाजिक नहीं, प्राकृतिक है और यह भेद बना रहना चाहिए। चर्चित समाजशास्त्री लीला दुबे ने अपनी किताब में 'एंथ्रोपॉलिजकल एक्सप्लोरेशंस इन जेंडर' में बताया है कि परिवार में ही लड़कियों के चरित्र का निर्माण होता है। जीवनभर वो उसी के अनुसार बर्ताव करती रहती हैं। पार्टनर से अलग होने में कामयाब महिलाओं के सामने क्या होती हैं चुनौतियां क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव कहती हैं कि कोई अमीर या कामयाब महिला मार-पीट, लड़ाई-झगड़े और रोज की किचकिच वाले रिश्ते से आसानी से और जल्दी क्यों नहीं निकल पाती। इसके पीछे कई वजहें हैं। शादी बचाने की आस्था: कामयाब महिलाओं में से कई तो इस आस्था में यकीन करती हैं कि भले ही वे कितनी पिटें, मगर शादी बची रहनी चाहिए। पैसा, करियर, सोशल स्टेटस छिनने का खौफ: अमीर और कामयाब महिलाएं भी पैसों को लेकर अपने पति पर भरोसा करती हैं और उन्हें लगता है कि अलग होने पर कहीं ये पैसा या करियर उनसे छिन न जाए। बच्चों के पिता को खोने का डर: कुछ महिलाओं को लगता है कि अगर वे शादी तोड़ देती हैं तो बच्चे अपने पिता से वंचित हो जाएंगे। यही बच्चे बाद में इस बात को लेकर उन्हें कोसेंगे। परिवार के आरोप: रिश्ता टूटने पर परिवार वाले सारा आरोप महिला पर ही मढ़ देते हैं। परिवार सोचता है कि वह थोड़ा सह ले तो शादी बचाई जा सकती है। चोट लगने या मौत का डर: अपने बुरे पार्टनर से अलग होने वाली महिलाओं को लगता है कि अगर वे रिश्ते से अलग होंगी तो शायद मार दी जाएं या बुरी तरह चोट लग सकती है। संस्था ‘वुमंस एड’ के मुताबिक, ब्रिटेन में हर 4 में से एक महिला जीवन भर घरेलू हिंसा झेलती है। बैंकर, सेलिब्रिटी या मशहूर वकील ही क्यों न हो, सभी ने घरेलू हिंसा झेली है। इनमें और आम महिलाओं में बस फर्क यही है कि उन्हें सपोर्ट सिस्टम जल्दी और आसानी से मिल जाता है। वे खर्चीले प्राइवेट क्लिनिक में इलाज करा पाती हैं। पुलिस से फौरी तौर पर मदद मिलती है। मीडिया का ध्यान भी इन पर जाता है। यह एक गलतफहमी है कि अमीर या सफल महिलाएं अब्यूजिव रिलेशनशिप से जब चाहें बाहर आ सकती हैं। दरअसल, खराब रिश्ते के दौरान उनकी पैसों से जुड़ी आजादी छीन ली जाती है। पति-पत्नी के बीच ईगो प्रॉब्लम बनती है वजह मैरिज काउंसलर सुप्रिया गिरि कहती हैं कि हमारे पास कई ऐसी महिलाएं आती हैं, जो अच्छे पैसे कमा रही हैं और जो वेल सेटल्ड हैं, मगर उनके पार्टनर से रिश्ते ठीक नहीं हैं। कुछ तो गंभीर रूप से घरेलू हिंसा का सामना भी कर रही हैं, जहां उनके ससुरालवाले या पति उनके कमाए पैसों पर अधिकार चाहते हैं। वे चाहते हैं कि पति की पूरी कमाई बची रहे और घर का खर्च पत्नी ही उठाए। कुछ पीड़ित ऐसी हैं कि जिनके पति बहुत कम कमाते हैं या काम नहीं करते। वे अपनी कमाऊ पत्नी को शक की नजर से देखते हैं। उससे जलते भी हैं और बात-बात पर हाथ उठाते हैं। ‘लेडीज फर्स्ट’ की सोच- महिलाओं की निगरानी करना अमेरिका की मशहूर उपन्यासकार एलिस वॉकर के चर्चित नॉवेल 'लाइट ऑफ माई फादर्स स्माइल' में एक किरदार आइरीन कहती है- ’क्या तुम्हें पता है कि "लेडीज फर्स्ट" क्यों कहा जाता है? दरअसल, ऐसा इसलिए है, क्योंकि शुरुआती दिनों में अगर महिलाओं को आदमी के पीछे चलने की मंजूरी दी जाती, तो उन्हें लगता कि हम भाग जाते। हमें सामने इसलिए रखा गया कि ताकि वो हम पर नजर रख सकें।' मशहूर ब्रिटिश लेखिका वर्जीनिया वुल्फ भी कह चुकी हैं- महिला को आजाद होना है तो उसके पास पैसा होना चाहिए। उसके पास अपना एक कमरा हो, जहां वो खुलकर सांस ले सके, लेकिन कई बार पैसा होने के बावजूद महिलाएं खुलकर सांस नहीं ले पातीं। दुनिया में हर तीन महिला में से एक ने सही पार्टनर की मारपीट संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘यूएन वुमन’ के मुताबिक, दुनियाभर में हर तीन में से एक महिला को मार-पीट सहनी पड़ी या उसके साथ सेक्शुअल अब्यूज होता है। मार-पीट करने वाले पार्टनर या पति का मकसद अपनी पत्नी या पार्टनर को अपने हिसाब से ढालना है। वह उसे पैसों को लेकर धमकाता है और उसे अहसास कराता है कि पत्नी उसे छोड़कर कहीं नहीं जा सकती। यह स्थिति सबसे खतरनाक होती है। खबर से जुड़े इस पोल में अपनी राय दें मारपीट के बारे में मुंह खोलने से बचती हैं महिलाएं कनाडा में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं पर एक सर्वे हुआ, जिसके मुताबिक सर्वे में शामिल 70 फीसदी महिलाओं ने पार्टनर की मारपीट छिपा ली। ये महिलाएं अमीर-गरीब, पढ़ी-लिखी और अनपढ़ भी थीं। उन्हें बताया गया कि अगर वो अपने साथ हुए अन्याय के बारे में बात करेंगी तो उन्हें कई तरह के फायदे मिलेंगे। मगर इसके बावजूद महिलाओं ने मुंह नहीं खोला। ये एब्यूजिव रिलेशनशिप की तस्वीर है। पार्टनर या पति चाहता है कि महिला पूरी तरह उस पर आश्रित हो जाए सुप्रिया गिरि कहती हैं कि मार-पीट या लड़ाई-झगड़े करने वाला पार्टनर धीरे-धीरे अपने पार्टनर या बीवी की आजादी पर अंकुश लगाता है। उसकी कोशिश रहती है कि वह हर एक दिन पूरी तरह उसी पर आश्रित हो जाए। कई कामयाब महिलाएं यह कहती हैं कि दुनिया को नहीं पता कि उनकी शादी किन हालात से गुजरी है। मैं कमाती हूं, पर मेरा पैसा कब, कहां और कैसे खर्च होता है, मुझे पता नहीं चलता। वह मेरे पैसे को इसलिए काबू करता है ताकि मुझे काबू कर सके। मार-पीट के साथ इमोशनल टॉर्चर भी करता है पार्टनर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 10 देशों में महिलाओं की सेहत और घरेलू हिंसा को लेकर 24 हजार महिलाओं पर सर्वे किया गया। स्टडी के मुताबिक, 13-61 फीसदी महिलाओं को अपने पार्टनर से मार-पीट झेलनी पड़ी। वहीं, 4-49 फीसदी को लड़ाई-झगड़े में गंभीर चोटें लगीं। 6-59 फीसदी से यौन हिंसा हुई, जबकि 20-75 फीसदी को भावनात्मक रूप से टाॅर्चर किया गया। बुरे रिश्ते में डूबी रहने वालीं महिलाएं सोचतीं-शायद बदल जाए उनका पार्टनर साइकोलॉजिस्ट प्रियंका श्रीवास्तव कहती हैं कि महिला भले ही अच्छा कमाती हो, बिजनेसवुमन हो तो भी उसमें चिड़चिड़ापन, अवसाद, खुद पर संदेह और अपने आपको तुच्छ समझने जैसी भावनाएं इसीलिए देखने को मिलती हैं। मैं काउंसिलिंग के दौरान यह चीज अक्सर महसूस करती हूं। ज्यादातर महिलाएं अपने साथ हुए दुर्व्यवहार या हिंसा के बारे में शिकायत तक नहीं करतीं। खुद से ज्यादा महिला को इस बात की चिंता होती है कि लोग इसके बारे में क्या सोचेंगे। वह अपने करियर को दागदार होने से बचाना चाहती है। वह रिश्ते से नाउम्मीद तो होती है, लेकिन बाहर निकल नहीं पाती। इस उम्मीद में रहती है कि शायद उसका पार्टनर या पति एक दिन बदल जाए। महिलाओं के बारे में पुरानी मान्यताओं का पुनर्जन्म, हर हाल में बना रहे नारीत्व ‘फैमिली, किनशिप एंड मैरिज इन इंडिया’ और ‘फ्रीडम एंड डेस्टिनी’ किताबों की लेखिका और दिल्ली यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज स्टडीज की चेयरपर्सन पैट्रीशिया ओबेरॉय के अनुसार भारत में महिलाओं के बारे में जो भी पुरानी मान्यताएं हैं, वे नए-नए रूपों में जन्म लेती रहती हैं। उनका अवतार बस नया होता है, बाकी धारणाएं पुरानी होती हैं। यह माना जाता है कि महिला कितनी भी आगे क्यों न बढ़ जाए, उसके अंदर की ‘नारी’ को जिंदा रहना चाहिए। वह जरूरत के मुताबिक दबी-सहमी या चुप नजर आनी चाहिए। वो आवाज न उठाए। पैट्रीशिया ओबेराॅय ने भारतीय फिल्मों के पोस्टर, विज्ञापन और होर्डिंग्स में महिलाओं को दर्शाए जाने का गहराई से अध्ययन किया है। लेकिन क्या महिला होने का अर्थ समाज की नजरों में यह है कि उसे परिवार, रिश्ते और वर्कप्लेस में दबी, सहमी, खामोश रहना चाहिए? अगर समाज की सोच इसी ढर्रे पर टिकी रही तो बेटियों को पढ़ाने, बचाने, उन्हें आगे बढ़ाने का कोई फायदा नहीं। क्योंकि उसकी सफलताएं ही अगर उसकी मुश्किलों की वजह बनेंगी तो फिर उसकी बगावत के लिए समाज तैयार रहे जहां समाज के दिखावटी स्लोगन और नारों के अंदर छिपे छल की पोल खुल जाएगी। ग्राफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।
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1000 से ज्यादा वैकेंसी, 21 अगस्त तक करें अप्लाई
साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे में 1000 से ज्यादा भर्ती के लिए आवेदन आज यानि 22 जुलाई से शुरू हो गए हैं। यहां आयोजित सभी भर्तियां जनरल डिपार्टमेंटल कॉम्पिटिटिव एग्जाम (GDCE) कोटा के तहत भरी जाएंगी। इस भर्ती के लिए नोटिफिकेशन 18 जुलाई को जारी हुआ
साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे में 1000 से ज्यादा भर्ती के लिए आवेदन आज यानि 22 जुलाई से शुरू हो गए हैं। यहां आयोजित सभी भर्तियां जनरल डिपार्टमेंटल कॉम्पिटिटिव एग्जाम (GDCE) कोटा के तहत भरी जाएंगी। इस भर्ती के लिए नोटिफिकेशन 18 जुलाई को जारी हुआ था। उम्मीदवार 21 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगे। वैकेंसी डिटेल्स असिस्टेंट लोको पायलट : 820 पद टेक्निशियन : 132 पद जूनियर इंजीनियर : 64 पद एज लिमिट उम्मीदवारों को 10 वीं पास होना चाहिए। उनकी उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 42 साल होना जरूरी है। सिलेक्शन प्रोसेस कैंडिडेट्स का सिलेक्शन लिखित परीक्षा के जरिए होगा। परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स का फाइनल सिलेक्शन डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के बाद होगा। सैलरी असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन – सैलरी लेवल 2 के मुताबिक जूनियर इंजीनियर- सैलरी लेवल 6 के मुताबिक ऐसे करें अप्लाई भर्ती से संबंधित डिटेल नोटिफिकेशन
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रसूखदार नेता के आगे मंत्री नतमस्तक, जूनियर मंत्री की हाईकमान तक शिकायत
Rajasthan Bureaucracy Politics Unheard Stories सरकार में अगर विपक्षी पार्टी के नेता के किसी काम को सत्ताधारी पार्टी के विधायक से ज्यादा तवज्जो मिले तो हलचल होना स्वाभाविक है।
जूनियर मंत्री के बाहरी सहयोगियों का बवाल और हाईकमान तक शिकायत प्रदेश का भविष्य गढ़ने वाले विभाग में जूनियर मंत्री का पावर हर किसी की जुबां पर है। टॉप लेवल से मिले आशीर्वाद से पावर मिल गया, लेकिन पावर के साइड इफेक्ट भी दिखने लगे हैं। मंत्री की बैठकों में उनके कुछ बाहरी चहेतों के बैठने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विभाग के अफसर बाहरी लोगों के विभागीय बैठकों में बैठने पर आपत्ति जता चुके हैं। जिन दो लोगों के विभागीय बैठकों में बैठने का विवाद है, वे पड़ौसी राज्य के हैं। दोनों पावर के उपकेंद्र बने हुए हैं। विभाग से अब कई तरह के विवादों के दस्तावेज बाहर पहुंचने लगे हैं। जूनियर मंत्री को पावर देने के साइड इफेक्ट चुनावी साल में सत्ता वाली पार्टी की परेशानी जरूर बनेंगे। हाईकमान से लेकर कई जगह शिकायतें पहुंचने लगी है। सौम्य छवि वाले मंत्री को घर में चुनौती का राज पश्चिमी राजस्थान के सौम्य छवि वाले मंत्रीजी को उनके घर में जाकर प्रदेश के मुखिया के ओएसडी लगातार चुनौती दे रहे हैं। सियासी पंडित इस घटना के पीछे कुछ इन साइड स्टोरी खोजकर लाए हैं। बताया जाता है सौम्य छवि वाले मंत्रीजी को मुखिया ने कुछ समय पहले कोई सियासी असाइन्मेंट दिया था। वह असाइन्मेंट ऐसा था जो उनकी स्टाइल और कैरेक्टर से मेल नहीं खाता था, मंत्रीजी उस पर खरा नहीं उतर पाए। इस असाइन्मेंट के इनकार के बाद से मंत्रीजी का सियासी पावर हाउस से फ्रिक्वेंसी गड़बड़ाई हुई है। घर में चुनौती मिलने के तार भी उससे ही जोड़े जा रहे हैं।अब सियासत भी शतरंज के खेल से कम थोड़े ही है, हर कोई इससे पार थोड़े ही पा सकता है। मंत्री और महिला नेता के बीच सियासी समझौता सियासत में कुछ भी स्थायी नहीं होता, दोस्त कब दुश्मन बन जाए और दुश्मन कब दोस्त यह सब परिस्थितियों और जरूरत पर निर्भर करता है। एक मंत्री और महिला नेता के बीच दशक भर से चल रही सियासी कड़वाहट अब दूर होने की खबर है। मंत्री किसी जमाने में महिला नेता के सियासी चाणक्य और मेंटर रहे थे, लेकिन बाद में रिश्ते इतने तल्ख हो गए कि बोलचाल बंद थी। पिछले दिनों से कड़वाहट भुलाने का फैसला हो चुका है। गोविंददेवजी के भक्त दोनों नेताओं में इस सुलह से राजधानी के सियासी समीकरण भी बदले हैं। अब यह समझौता कितने दिनों तक टिकता है, इस पर भी सबकी निगाह है, क्योंकि चुनावों में हित टकराएंगे, अगर ऐसा हुआ तो महिला नेता ईंट का जवाब पत्थर से देने में कोई कसर नहीं रखने वालीं। विपक्षी पार्टी के नेता के रसूख के आगे हाथ मलते रह गए सत्ताधारी सरकार में अगर विपक्षी पार्टी के नेता के किसी काम को सत्ताधारी पार्टी के विधायक से ज्यादा तवज्जो मिले तो हलचल होना स्वाभाविक है। सत्ता वाली पार्टी के कुछ विधायक ने एक अफसर की पोस्टिंग के लिए सिफारिश की लेकिन कुछ नहीं हुआ। विपक्षी पार्टी के नेताजी ने एक झटके में चहेते अफसर को उस जगह लगवा दिया, सत्ता वाली पार्टी के विधायक हाथ मलते रह गए। सत्ता वाली पार्टी के नेताओं को विपक्षी पार्टी के नेताजी का रसूख खल गया, बात संगठन मुखिया तक पहुंचा दी। अब सत्ता वाले समझदार नेता विपक्ष को भी साधकर तो रखते ही हैं। अब जिस मंत्री के महकमे का काम था वे सरकार के संकटमोचक हैं और विपक्ष के नेता संकटकारक। अब संकटमोचक को संकट-कारक से तो संबंध ठीक ही रखने होंगे। फिलहाल यह सियासी शिष्टाचार अंदरखाने विवाद का मुद्दा बना हुआ है। सब मिले हुए हैं का जुमला ऐसे ही थोड़े बोला जाता है। विपक्षी पार्टी में एक केंद्रीय मंत्री अचानक चर्चा के केंद्र में आए विपक्षी पार्टी में चेहरों को लेकर लड़ाई भले ही एक बार रुक गई हो, लेकिन अटकलें अब भी जारी हैं। मन में कई नेताओं के सियासी लड्डू फूट रहे हैं। इस बीच दिल्ली में भी सियासी समीकरण सेट किए जा रहे हैं। एक केंद्रीय मंत्री को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। सियासी रणनीतिकार केंद्रीय मंत्री को अगले चेहरे के तौर पर देख रहे हैं। लो प्रोफाइल केंद्रीय मंत्री कला संस्कृति में रुचि रखने के साथ नई सियासी लाइन में फिट बैठ रहे बताए। मंत्रीजी के समर्थक भी मन ही मन उत्साहित हैं। नजदीकी नेता के आगे मंत्री क्यों हुए नतमस्तक? सत्ता वाली पार्टी में पावर सेंटर की जांच के लिए कुछेक लक्षण हैं, जिन्हें देखकर आसानी से पता लगाया जा सकता है। पावर सेंटर वाले एक नेताजी के आगे कई मंत्री भी अपने आपको बौना महसूस करते हैं। विधानसभा में राजधानी वाले मंत्रीजी के चैंबर में सत्ता के पावर वाले नेताजी पहुंच गए। नेताजी और मंत्रीजी में लंबे समय से अच्छी घुटती है। मंत्रीजी के चैंबर में कुछ और मंत्री भी बैठे थे। सत्ता के नजदीकी वाले नेताजी जैसे ही चैंबर में एंटर हुए वहां बैठे मंत्रियों ने खड़े होकर जिस अंदाज में प्राेटोकॉल दिया उससे आप अंदाजा लगा सकते हैं, पावर क्या चीज होती है? नेताजी ने वहां बैठे मंत्रियों को काम भी बता दिए। सड़क बनाने के काम भरी बताए। किसी ने तर्क दिया कि बारिश में सड़क बनाने का क्या फायदा, तभी मंत्री ने जवाब दिया कि नेताजी ने कह दिया तो बारिश में भी बना देंगे, इनका आदेश सिर माथे। अब यह अलग बात है कि दूर दराज के कई इलाकों में बारिश तो छोड़ो उसके बाद भी सड़कों की रिपेयर तक नहीं हुईं, लेकिन उन क्षेत्रों में नेताओं का राज-सत्ता में ऐसा रसूख नहीं हैं। प्रभाव वाले नेताजी प्रदेश के मुखिया के नजदीकी हैं, पावर कॉरडोर्स में यही सबसे बड़ी योग्यता है। इलेस्ट्रेशन : संजय डिमरी एंकर: राहुल बंसल सुनी-सुनाई में पिछले सप्ताह भी थे कई किस्से, पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें महिला नेता ने किसको दिया कीमती हार:नेता ने मंत्री के रिश्तेदार का पद छिनवाया, विधायक ने बड़े नेता को दी गाली
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विवेक अग्निहोत्री बोले- सारी फिल्में मुझसे ही बनवाओगे, दूसरा फिल्ममेकर नहीं है?
Director Vivek Agnihotri new project  एक ट्विटर यूजर ने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से कहा कि अगर उनके अंदर हिम्मत है तो मणिपुर वाली घटना पर एक फिल्म बना कर दिखाएं
इस वक्त देश में मणिपुर वाली घटना की सबसे ज्यादा चर्चा है। एक ट्विटर यूजर ने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो मणिपुर वाली घटना पर एक फिल्म बना कर दिखाएं। विवेक ने इसका जवाब भी दिया है। विवेक ने कहा कि सारी फिल्में क्या वहीं बना लेंगे। क्या कोई दूसरा फिल्ममेकर नहीं है कि जो इस घटना पर फिल्म बना सके। जाहिर है कि विवेक अग्निहोत्री अब कश्मीर फाइल्स अनरिपोर्टेड नाम से वेब सीरीज बना रहे हैं। सीरीज का ट्रेलर भी रिलीज हो चुका है। यूजर ने कहा- समय बर्बाद न करके मणिपुर फाइल्स बनाइए विवेक अग्निहोत्री ने हाल ही में एक ट्वीट कर लिखा- भारत की न्यायपालिका कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार पर अंधी और मूक बनी रही। कश्मीरी हिंदुओं के संवैधानिक रूप से प्राप्त जीने के अधिकार को बचाए रखने में भी नाकाम रही। विवेक के इसी ट्वीट पर एक यूजर ने रिप्लाई करते हुए लिखा- अपना समय बर्बाद मत करिए, अगर आपके अंदर हिम्मत है तो जाकर 'मणिपुर फाइल्स' बनाइए। विवेक ने कहा- सब मैं ही बना लूं विवेक ने ट्वीट के जवाब में लिखा- मुझमें विश्वास दिखाने के लिए आपका बहुत शुक्रिया। पर सारी फिल्में मुझसे ही बनवाओगे क्या यार, तुम्हारी 'TEAM INDIA' में कोई ऐसा फिल्म मेकर नहीं है क्या जो इस पर फिल्म बना सके? विवेक यहां विपक्षी पार्टियों पर तंज कस रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने हाल में एक नया गठबंधन बनाया है, जिसे उन्होंने I.N.D.I.A ( Indian National Developmental Inclusive Alliance) नाम दिया है। सुप्रीम कोर्ट की मणिपुर पर टिप्पणी के बाद आया विवेक का ट्वीट मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने वाली घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वयं संज्ञान लिया है। कोर्ट ने कहा कि अगर सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं कर पाती है, तो स्वयं सुप्रीम कोर्ट मामले में हस्तक्षेप करेगा। विवेक का कश्मीरी हिंदुओं के लिए किया गया ट्वीट सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से जोड़ कर देखा जा रहा है। जाहिर है कि 1990 में जब कश्मीरी हिंदुओं को वहां से भगाया गया तो उनका साथ या उनके पक्ष में खड़ा होने वाला कोई नहीं था। यहां तक कि सरकार ने भी उन लोगों के लिए कोई खास कदम नहीं उठाया। वहां से पलायन किए हुए लोगों के अंदर आज भी इसका दर्द है। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 1990 में 219 कश्मीरी पंडित हमले में मारे गए थे, इसके बाद पंडितों का पलायन शुरू हुआ। एक अनुमान के मुताबिक 1 लाख 20 हजार कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा था। मणिपुर की घटना ने देश को झकझोरा, महिलाओं को निर्वस्त्र परेड कराया गया, बलात्कार हुआ मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच झड़प के एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव के पास हमला हुआ था। इस दौरान भीड़ ने तीन कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया। इस दौरान एक महिला के साथ दिनदहाड़े बलात्कार किया गया। महिलाओं को निर्वस्त्र परेड कराने का एक वीडियो भी बनाया गया। 19 जुलाई, 2023 को ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर ले जाते हुए दिखाया गया है। कई लोगों को उनके साथ-साथ चलते देखा जा सकता है, जबकि अन्य पुरुष परेशान दिख रही महिलाओं को खेतों में खींच रहे हैं।
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धमकाकर पुलिसवाले ले उड़े; आरक्षक समेत 4 पर FIR; सस्पेंड TI ने जारी किया वीडियो
Madhya Pradesh Alirajpur Gold Coins Controversy मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पुलिसवालों पर महिला को डरा धमकाकर सोने के सिक्के छीन लेने का आरोप है।
मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पुलिसवालों पर महिला को डरा धमकाकर सोने के सिक्के छीन लेने का आरोप है। आदिवासी महिला का कहना है कि पुलिसवाले सादे कपड़ों में गए और उसे धमकाकर सोने के 240 सिक्के लेकर फरार हो गए। मामला सोंडवा थाना क्षेत्र के बेजड़ा गांव का है। ग्रामीणों की शिकायत पर सोंडवा थाने में पदस्थ एक आरक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला संज्ञान में आते ही एसपी हंसराज सिंह ने थाना प्रभारी विजय देवड़ा, प्रधान आरक्षक सुरेश चौहान, आरक्षक राकेश देवार और वीरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। जिसके बाद थाना प्रभारी विजय देवड़ा ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। गुजरात से सिक्के लेकर आई महिला बेजड़ा गांव की रमकुबाई भयड़िया ने बताया कि मैं अपने जेठ की बहू के साथ गुजरात में मजदूरी करने गई थी। वहां एक मकान में काम करते समय उन्हें सोने के 240 सिक्के मिले। यह सिक्के वो चुपचाप अपने गांव ले आई। यहां आकर सारे सिक्के अपने घर में गाड़ दिए, लेकिन ये खबर गांव में तेजी से फैल गई। पुलिसवाले घर आए और सिक्के लेकर चले गए रमकुबाई ने कहा- बुधवार को चार पुलिसकर्मी मेरे घर पहुंचे और मुझे धमकाया। इसके बाद घर में जगह-जगह खुदाई कर सिक्के अपने साथ लेकर चले गए। मुझे जब ठगी का अहसास हुआ, तो मैंने इसकी शिकायत पुलिस को की। ग्रामीणों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने थाने का घेराव कर दिया। थाने पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को एसडीएम प्रियांशी भंवर और एसडीओपी श्रद्धा सोनकर ने शांत कराया। एसडीओपी सोनकर ने बताया कि मामले की जांच के बाद सोंडवा थाने के आरक्षक राकेश डावर सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच के बाद तीन आरोपियों को भी नामजद कर लिया जाएगा। भाजपा नेता जयपाल सिंह ने मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है। 2 करोड़ से ज्यादा के सिक्के लोगों का कहना है कि एक सिक्का 50 ग्राम तक का है। सिक्कों की संख्या भी अधिक बताई जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इन सिक्कों की कीमत 2 करोड़ रुपए से अधिक है। इस मामले से जुड़े सभी पुलिसकर्मी भी गायब बताए जा रहे हैं। इस खबर पर आप अपनी राय दे सकते हैं... गुजरात पुलिस को दी जाएगी सूचना इस मामले में अब जिले की पुलिस गुजरात पुलिस को भी सूचना देने की तैयारी कर रही है। गुजरात पुलिस पता लगाएगी कि जहां से सिक्के मिलने की बात कही जा रही है, वहां यह कैसे आए? अगर नहीं तो क्या यह गुजरात से चुराकर यहां लाए गए। निलंबित टीआई ने बनाया भावुक वीडियो इस मामले में निलंबित थाना प्रभारी विजय देवड़ा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट, जिसमें वो कह रहे हैं कि विभाग ने मुझे आज चोर घोषित कर दिया। 19 जुलाई को मेरे बच्चे का बर्थडे था, तो मैंने 18 को एसपी से छुट्टी ली। 19 जुलाई को रेगुलर आरटी कॉल पर जॉइनिंग की। मुझे सूचना मिली कि एक गांव के दो घरों में शराब रखी है। मैंने पहले स्टाफ को भेजा फिर खुद जाकर जांच की। यहां शराब नहीं मिली। कुछ महिलाएं मिलीं। मैंने उन्हें कहा कि अपने पतियों को थाने भेज देना। मैंने बैठक भी ली। इसके बाद मुझे खबर मिली कि पुलिसवाले सोने के सिक्के चोरी कर ले गए। इसके बाद तथाकथित समाजसेवी महिलाओं को लेकर थाने पहुंचे और हमारे खिलाफ शिकायत की। धन्यवाद मेरे विभाग का जिसने बिना जांच के हमें चोर घोषित कर दिया। विभाग ने महिलाओं से पूछा भी नहीं कि वो सिक्के कहां से लेकर आई थी। इन लोगों ने हमें चोर बना दिया। वीडियो में विजय देवड़ा ने रोते हुए कहा, मैं सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि हम चोर नहीं है। मैं वरिष्ठ अधिारकियों से निवेदन करता हूं कि हमारे मामले की जांच अलीराजपुर एसपी या उनके अधिनस्थों से ना कराई जाए। इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और हमें न्याय दिलाया जाए।
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नितिन मुकेश बोले- तंगी में पापा ने सब्जी वाले से पैसे मांगकर फीस भरी
Singer Mukesh 100th Birth Anniversary Special Story; What was Mukesh's last song? Follow Mukesh legendary singer Personal Life, Biography And Information On Dainik Bhaskar. ‘फूल तुम्हें भेजा है खत में’, ‘क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर लगती हो’, ‘कहीं दूर जब दिन ढल जाए’…इन सभी गीतों को आवाज दी है 40 दशक के मशहूर सिंगर मुकेश
लीजेंड्री सिंगर मुकेश की आज 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 1300 से ज्यादा गाने गा चुके मुकेश कभी राज कपूर की आवाज माने जाते थे। 40 के दशक से अपनी गायकी का सफर शुरू करने वाले मुकेश को गायकी का ट्रैजेडी किंग भी कहा जाता था। उनके 100वें जन्मदिन पर हमने बात की उनके बेटे सिंगर नितिन मुकेश से। नितिन मुकेश ने हमसे अपने पिता की जिंदगी के कुछ बेहतरीन किस्से शेयर किए। उनकी प्रेम कहानी किसी फिल्म से कम नहीं थी। उन्होंने अपने पिता की जिंदगी के संघर्ष वाले दिनों की यादें भी साझा कीं। नितिन मुकेश के शब्दों में ही पढ़िए उनके पिता की जिंदगी की कहानी… बहन की शादी में गाते देख फेमस एक्टर ने मुंबई आने का प्रस्ताव दिया पापा (सिंगर मुकेश) का जन्म दिल्ली के एक माथुर कायस्थ परिवार में 22 जुलाई 1923 को हुआ था। वो 10 भाई-बहनों में एक थे। उनका रुझान हमेशा से संगीत की तरफ था। वो कुंदन लाल सहगल के गीत उनकी स्टाइल में ही गाते थे। एक दिन उनकी बहन की शादी थी, जिसमें बारात की तरफ से उस वक्त के मशहूर एक्टर-प्रोड्यूसर मोतीलाल आए थे। उसी फंक्शन में भाई-बहनों के कहने पर पापा ने सहगल साहब के गीत सुनाए। उनके गीत मोतीलाल को बहुत भा गए, जिसके बाद उन्होंने पापा से कहा- मेरे साथ मुंबई चलो, मैं तुम्हारा जीवन सुधारना चाहता हूं। फिर मोतीलाल ने दादा जी से बात की। उन्होंने कहा- आपका लड़का इतना बेहतरीन गाता है, फिर ये दिल्ली में क्यों है। इसे तो मुंबई जाना चाहिए। उनकी ये बात सुनकर दादा जी घबरा से गए। दरअसल, उस वक्त पापा की नौकरी लग गई थी। मिडिल क्लास परिवार में ये सारी चीजें बड़ी मायने रखती हैं। पापा के भविष्य को लेकर दादा जी किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे। फिर पापा के ताऊ जी ने दादा जी को समझाया और कहा- बेटे को मुंबई जाकर सपना पूरा करने दो। फिर वो पापा को मुंबई भेजने के लिए राजी हो गए। उस वक्त पापा 16-17 साल के थे। एक्टर मोतीलाल ने मुंबई में पनाह दी, संगीत शिक्षा दिलाई मोतीलाल की कोई संतान नहीं थी। इस कारण वो पापा को अपने सगे बेटे जैसा मानते थे। उन्होंने ताउम्र पापा की परवरिश एक बेटे की तरह ही की। हालांकि, जब वो पापा को मुंबई लेकर आए, तो कहा- तुम्हें हर एक सुख-सुविधा मिलेगी। खाना मिलेगा, कपड़े मिलेंगे मगर खबरदार एक रुपया भी मुझसे मांगा तो। तुम्हें इंडस्ट्री में अपनी पहचान खुद के दम पर बनानी पड़ेगी। पैसे भी खुद ही कमाने होंगे। उन्होंने पापा को पंडित जगन्नाथ प्रसाद से संगीत की शिक्षा दिलवाई। पापा ने भी संगीत के लिए बड़ी मेहनत की, जिसका फल भी उन्हें जल्द ही मिल गया। पहली फिल्म से डायरेक्टर ने गाना हटाया, दर्शकों की डिमांड पर दोबारा जोड़ा म्यूजिक डायरेक्टर अनिल बिस्वास ने पापा को पहली बार 1945 की फिल्म पहली नजर में गाने का मौका दिया था। गाने के बोल थे- दिल जलता है, तो जलने दे। इस फिल्म में मोतीलाल बतौर एक्टर नजर आए थे। ये गाना उन्हीं पर फिल्माया भी गया था। इस फिल्म और गाने से जुड़ा ये किस्सा है कि डायरेक्टर मजहर खान ने कहा था कि अगर लोगों को ये गाना पसंद नहीं आया तो वो ये गाना फिल्म से हटा देंगे। रिलीज के बाद कुछ टाइम के लिए उन्होंने फिल्म से इस गाने को हटा भी दिया था। हालांकि, बाकी सभी लोग समेत अनिल बिस्वास को भी पापा की आवाज में ये गाना बहुत पसंद आया था। बाद में जब दर्शकों को फिल्म में गाना नहीं मिला तो उन्होंने फिल्म में इस गाने को फिर से डालने की मांग की। लोगों को महसूस हुआ कि फिल्म की असली जान ये गाना ही था। लोगों की बढ़ती डिमांड को देखकर इस गाने को वापस जोड़ा गया। दशक बीत गए हैं, लेकिन आज भी ये गाना लोगों के जहन में है। आज मैं जब भी किसी कार्यक्रम में जाता हूं, तो लोग सबसे ज्यादा इसी गीत की डिमांड करते हैं। पापा के पास कई फिल्मों में एक्टिंग के ऑफर आए थे। एक-दो फिल्मों में उन्होंने काम किया था, लेकिन बतौर एक्टर वो लोगों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब नहीं रहे। शायद उन्होंने आधे मन से ही एक्टिंग की थी। समय रहते उन्होंने खुद से इस बात को भांप लिया था कि वो सिर्फ बेहतरीन सिंगर ही बन सकते हैं। मैं हमेशा उनसे कहता था कि अच्छा हुआ वो एक्टर नहीं बने नहीं तो ये इंडस्ट्री इतने लाजवाब सिंगर से वंचित रह जाती। मैं तो मात्र शरीर हूं, आत्मा तो मुकेश हैं- राज कपूर राज कपूर और पापा का रिश्ता सगे भाइयों जैसा था। राज जी हमेशा कहते थे- मैं तो मात्र शरीर हूं, मेरी आत्मा और रूह तो मुकेश हैं। फिल्म आग की शूटिंग के दौरान दोनों की पहली बार मुलाकात हुई थी, जिसके बाद दोनों की दोस्ती ताउम्र रही। दोनों की आवाज भी काफी हद तक मिलती थी। राज जी ने भी कुछ फिल्मों के गानों को अपनी आवाज दी थी। राज जी पापा के सुख-दुःख के साथी थे। पापा के निधन के बाद ऐसा कोई दिन नहीं बीता कि उन्होंने कॉल करके हमसे बात ना की हो। उनके गुजर जाने के बाद उनकी पत्नी कृष्णा जी हमें कॉल करती थीं। मुकेश से शादी की जिद पर घरवालों ने सरला को नजरबंद किया पापा माथुर कायस्थ थे और मां गुजरात के बड़ौदा की श्रीमाली ब्राह्मण थीं। पापा बड़े मामा के बहुत प्रिय मित्र थे, इसी वजह से पापा उनके घर जाया करते थे। इसी दौरान मां और उनकी मुलाकात भी होती थी। धीरे-धीरे साथ वक्त बिताने से मां उन्हें पसंद करने लगीं। पापा भी मां की सादगी पर मोहित होकर उन्हें पसंद करने लगे। दोनों ने शादी करने का फैसला भी कर लिया। जब ये बात दोनों के परिवार वालों को पता चली तो पापा के परिवार में से किसी ने ऐतराज नहीं किया, लेकिन मां का परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था। उन्होंने पापा के घर आने पर भी पाबंदी लगा दी। परिवार के बढ़ते विरोध के चलते दोनों ने भागकर शादी करने का फैसला किया था। पापा ने इस पर मोतीलाल जी से भी बात की थी। उन्होंने पापा का पूरा सपोर्ट किया था। उन्होंने कहा था- तुम सरला से शादी करो, मैं कन्यादान करूंगा। मां-पापा घर से भागते इससे पहले ही परिवार वालों ने मां को नजरबंद कर दिया। घर से निकलने की इजाजत भी नहीं थी। दोनों टाइम का खाना उनके कमरे में पहुंचा दिया जाता था। मां ने परिवार वालों से कहा था कि वो मर जाएंगी, लेकिन खाना नहीं खाएंगी। इस पर घरवालों का कहना था कि इससे बढ़िया है कि वो मर जाएं, लेकिन शादी तो उस लड़के से नहीं ही कराएंगे। ये सिलसिला कई दिनों तक चला फिर बारिश का मौसम आ गया। पापा बारिश के दिनों में रात-रात भर मां के घर के नीचे उनकी एक झलक पाने के लिए खड़े रहते थे। मां की एक दोस्त थीं, जो उनके घर के पास रहती थीं। वो मां से जुड़ी सभी जानकारियां पापा तक पहुंचाती थीं। मां सावन सोमवार का व्रत रखती थीं। भगवान के दर्शन के बाद ही वो कुछ खाती थीं। उन्होंने ये योजना बनाई कि जब वो दर्शन के लिए मंदिर जाएंगी, तभी वहां से वो पापा के साथ भागकर शादी कर लेंगी। इस बात की जानकारी उन्होंने खत के जरिए दोस्त की मदद से पापा तक पहुंचाई। जिस दिन उन्होंने शादी की योजना बनाई उसी दिन पापा का जन्मदिन भी था। 22 जुलाई 1946 के दिन मां घर से बिना चप्पल पहने ही मंदिर के लिए निकल गईं। मंदिर पर पापा के दोस्त विजय किशोर दुबे मां का इंतजार कर रहे थे। रास्ते में मां ने अपने लिए चप्पल खरीदी। फिर पापा के दोस्त के साथ मां भागकर कांदिवली के एक मंदिर आईं, जहां पापा पहले से उनका इंतजार कर रहे थे। फिर दोनों ने शादी की, मोतीलाल जी ने मां का कन्यादान किया था। शादी के वक्त पापा 23 साल के थे और मां 18 साल की थीं। शादी के बाद पापा से पास घर नहीं था, तो कुछ दिनों तक दोनों मोतीलाल जी के घर पर ही रहे, फिर वो लोग एक साल तक सैनेटोरियम में रहे। इसके बाद पापा ने एक कमरा किराए पर लिया। बुरे वक्त में बच्चों की फीस भरने में सब्जी वाले ने मदद की फिल्म आवारा जैसी फिल्मों के हिट गाने देने के बाद भी पापा ने स्ट्रगल किया। तंगी का दौर ऐसा था कि दोनों टाइम खाना क्या बनेगा, ये भी नहीं पता होता था। मां ने अपने गहने भी गिरवी रख दिए थे। पापा बेहद कम पढ़े-लिखे थे। उन्हें तो हिंदी लिखनी नहीं आती थी। उर्दू में लिखा करते थे। हालांकि, उन्होंने खुद पर मेहनत की और हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषा सीखीं। यही वजह थी कि वो हमेशा चाहते थे कि उनके बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ें। तंगी के दौर तक हम सिर्फ 3 भाई-बहन ही थे। फीस जमा न होने की वजह से स्कूल वालों ने हमें निकाल दिया था। ये बात जब पापा को पता चली तो वो बेचैन हो उठे। तब इस मुसीबत की घड़ी में एक सब्जी वाले ने पापा की मदद की, जिसका एहसान पापा ने ताउम्र माना। इस बुरे दौर में पापा के कई दोस्तों ने उनकी किसी ना किसी तरह से मदद की। पड़ोस में एक आंटी रहती थीं। वो अपने बच्चों के साथ हमारे के लिए भी खाने के लिए कुछ ना कुछ लाती रहती थीं। वो इस बात की भनक बिल्कुल नहीं लगने देती थीं कि हमारे बुरे दिन हैं तो वो मदद के लिए ऐसा कर रही हैं। पापा ने हमेशा मुझे संगीत के लिए प्रोत्साहित किया मैं पापा के साथ हमेशा रिकॉर्डिंग में जाता था। वहीं से मेरा रुझान भी संगीत की तरफ हो गया। उन्होंने हमेशा मुझे इस चीज के लिए प्रोत्साहित किया। मैंने भी उन्हीं के गुरुजी पंडित जगन्नाथ प्रसाद से संगीत की शिक्षा ली। पापा ने लता दीदी को ब्रेक नहीं दिया था। उन्होंने बस दीदी के करियर के शुरुआती दिनों में मदद की थी। दीदी पापा को बड़ा भाई मानती थीं। दीदी की मां उन्हें अकेले रिकॉर्डिंग के लिए नहीं भेजती थीं, वो थोड़ा डरती थीं। इसी कारण पापा उन्हें हमेशा रिकॉर्डिंग के लिए ले जाया करते थे। पापा ने पूरी जिंदगी बड़ा भाई बनकर दीदी का साथ दिया। पापा का जो अंतिम कॉन्सर्ट अमेरिका में था, लता दीदी भी उनके साथ गई थीं। कुछ दिनों से पापा की तबीयत खराब चल रही थी, जिसके बाद उन्होंने दीदी से कहा- आप दो गाने नितिन से गवा लें, इससे मुझे भी थोड़ा आराम मिल जाएगा और मेरा सपना भी पूरा हो जाएगा कि उसने आपके साथ परफॉर्मेंस दी। इस बात पर दीदी ने भी सहमति जताई थी। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब शो शुरू हुआ तब दीदी ने मुझे स्टेज पर बुलाया और गाने की गुजारिश की। ये पल मेरे लिए बेहद खास था, क्योंकि इस शो में मैंने पापा के सामने अपनी परफॉर्मेंस दी, जो उन्हें बहुत पसंद आई थी। पापा के चले जाने के बाद दीदी ने ताउम्र मेरा साथ दिया। वो अपने हर कार्यक्रम में मुझे बुलाती थीं। उनकी बदौलत मैंने पूरी दुनिया देखी है। आए दिन वो कॉल और मैसेज से हाल-चाल पूछती थीं। कोविड के दौरान वो हर दिन कॉल करके तबीयत की जानकारी लेती थीं। इस दौरान उन्होंने मुझे राम दरबार की मूर्ति भेजी थी, जो आज भी मेरे मंदिर में रखी हुई है।
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परीक्षा की आंसर की जारी, esb.mp.gov.in से करें डाउनलोड
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (Madhya Pradesh Employees Selection Board (MPESB) ने ग्रुप 4 कंबाइंड रिक्रूटमेंट टेस्ट भर्ती परीक्षा के लिए आंसर-की जारी कर दी है। यह आंसर की ऑफिशियल वेबसाइट esb.mp.gov.in पर रिलीज की गई है। उम्मीदवार परीक्षा पोर्टल पर जाकर इसे चेक कर
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (Madhya Pradesh Employees Selection Board (MPESB) ने ग्रुप 4 कंबाइंड रिक्रूटमेंट टेस्ट भर्ती परीक्षा के लिए आंसर-की जारी कर दी है। यह आंसर की ऑफिशियल वेबसाइट esb.mp.gov.in पर रिलीज की गई है। उम्मीदवार परीक्षा पोर्टल पर जाकर इसे चेक कर सकते हैं। एप्लीकेशन फीस 50 रुपये प्रति प्रश्न कैंडिडेट्स को अगर प्रोविजनल आंसर-की पर कोई ऑब्जेक्शन है तो वे इसके खिलाफ 24 जुलाई तक ऑब्जेक्शन दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उम्मीदवारों को 50 रुपये प्रति प्रश्न फीस देना होगी। एमपीईएसबी ग्रुप 4 परीक्षा 15 जुलाई 2023 को आयोजित की गई थी। वहीं, अब आंसर की जारी कर दी गई है। समीक्षा के बाद जारी फाइनल आंसर की ऑब्जेक्शन दर्ज कराने के बाद MPPEB उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया की समीक्षा करेगा। उसके अनुसार फाइनल आंसर की तैयार की जाएगी। फिर रिजल्ट जारी होगा। आंसर की से संबंधित किसी भी प्रश्न के मामले में उम्मीदवार MPPEB online@gmail.com पर ईमेल भेज सकते हैं। ऐसे करें आवेदन
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सरकार ने चाइनीज कंपनी के ₹8199 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव ठुकराया
BYD India EV Manufacturing Plant Investment Proposal Rejected चीन की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी BYD मोटर्स भारत में अपना EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित नहीं कर पाएगी। सरकार ने कंपनी के 1 बिलियन डॉलर (लगभर ₹8199 करोड़) की EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
चीन की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी BYD मोटर्स भारत में अपना EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित नहीं कर पाएगी। सरकार ने कंपनी के 1 बिलियन डॉलर (लगभर ₹8199 करोड़) की EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के अनुसार, BYD हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के साथ पार्टरशिप करके EV बनाने के लिए प्लांट लगाना चाहती थी, जिसके लिए कंपनी ने उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के पास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। इसके बाद DPIIT ने विभिन्न विभागों से इसके बारे में इनपुट मांगा था। चर्चा के दौरान सेफ्टी को लेकर कई सवाल उठाए थे। ET को एक अधिकारी ने बताया कि देश के मौजूदा नियम ऐसे निवेश की अनुमति नहीं देते हैं। भारत में इलेक्ट्रिक SUV-सेडान बेचती है कंपनी अभी BYD भारतीय मार्केट में इलेक्ट्रिक SUV एटो 3, इलेक्ट्रिक सेडान e6 बेचती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी भारत में जल्द ही एक और अपनी इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कर सकती है। बिक्री के हिसाब से अभी BYD दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल मेकर कंपनी है। अभी सड़क, पुल और बिजली संयंत्र बनाती है मेघा इंजीनियरिंग हैदराबाद की इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर अभी सड़क, पुल और बिजली संयंत्र बनाती है। निवेश प्रस्ताव में BYD और मेघा इंजीनियरिंग भारत में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के साथ रिसर्च, डेवलपमेंट और ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित करना चाहती थीं।
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एजेंट की जरूरत नहीं, खुद ही करें ऑनलाइन अप्लाई
Bharat Griha Raksha Policy Coverage; Does it provide insurance for incidents such as Earthquake, Lightning, Storm, Cyclone, Flood? अगर आप इस पॉलिसी में 1 करोड़ का बीमा खरीदते हैं, तो आपको 2500 से 4200 सालाना प्रीमियम भरना होगा
देश में ऐसे कई लोग है, जिन्होंने अपना पैसा सहारा में इन्वेस्ट कर रखा था, लेकिन इसी बीच सहारा कंपनी निवेश किया गया पैसा उन्हें वापस नहीं मिला। अपनी मेहनत की कमाई को पाने के लिए बहुत से लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। इन परेशानियों को देखते हुए भारत सरकार ने सहारा में फंसे पैसों को रिफंड करने के लिए एक नया पोर्टल जारी किया गया है। जिसकी मदद से आप बिना किसी एजेंट की मदद से खुद ही ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है। ये अमाउंट सीधे बैंक खाते में आ जाएगा. वो भी फ्री। ऑनलाइन आवेदन की पूरी प्रोसेस को जानने के लिए देखिए वन मिनट वीडियो.
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मनोहर लाल बोले- हर कैदी के अधिकार होते हैं, हम सिरसा आश्रम नहीं आने देते
Haryana CM Manohar Lal Khattar On Dera Sacha Sauda chief Gurmeet Ram Rahim Singh Parole डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख राम रहीम को 7वीं बार पैरोल पर हरियाणा CM मनोहर लाल ने दोटूक बात कही है। उन्होंने कहा कि हर कैदी के अधिकार होते हैं
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख राम रहीम को 7वीं बार पैरोल पर हरियाणा CM मनोहर लाल ने दो टूक बात कही है। उन्होंने कहा कि हर कैदी के अधिकार होते हैं, इसी वजह से राम रहीम को पैरोल मिलती है। इतना जरूर है कि हम उनको सिरसा स्थित आश्रम में आने की परमिशन नहीं देते। राम रहीम को लगातार पैरोल पर हरियाणा सरकार की आलोचना के बाद सीएम का ये बयान आया है। राम रहीम की पैरोल पर CM की अहम बातें हमने कभी सजा कम करने को नहीं कहा CM मनोहर लाल ने कहा कि राम रहीम अपराधी हैं। उन्होंने अपराध किया। उनको सजा मिली। जब उनको सजा मिल रही थी तो सरकार ने कभी ये नहीं कहा कि इसे कम कर दो। हमने कभी सपोर्ट नहीं की। ये कोर्ट का मामला है, कोर्ट करेगी। हमने कोर्ट के हवाले कर दिया। कोर्ट ने सजा दी। उन्हें जेल भेजा। कैदियों के अधिकार, हमने नहीं दिए, पहले से मिले अपराधियों और कैदियों को भी कुछ अधिकार मिले हुए हैं। वह हमने नहीं दिए हैं, ये पहले से हैं। एक अपराधी को क्या मिल सकता है क्या नहीं, ये मैनुअल में लिखा हुआ है। इस मैनुअल के हिसाब से सजा के शुरू के 2 साल में उन्हें कोई पैरोल नहीं मिली। बाद में उन्होंने पैरोल के लिए अप्लाई किया तो उन्हें पैरोल मिलनी थी तो मिल गई। ये प्रशासनिक काम है। जेल वालों ने किया। सरकार कोई एक्स्ट्रा फेवर नहीं कर रही हमारा कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है। कानून के हिसाब से आज भी वह कैदी हैं। कैद में रहने के बाद वे अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। जो अधिकार नहीं, वह नहीं मिलेगा। सरकार उन्हें कोई एक्स्ट्रा फेवर नहीं कर रही है। हमसे पूछा तो सिरसा आश्रम अलाउड नहीं किया लॉ एंड ऑर्डर की वजह से स्टेट गवर्नमेंट से पूछा जाता है कि इनको पैरोल मिले तो कहां रखना है?। हमारी जो एजेंसीज हैं, उन्होंने बताया कि इनको सिरसा में नहीं रखना है। वह हमेशा सिरसा के लिए अप्लाई करते रहे हैं लेकिन हम उसे अलाउड नहीं करते। बाकी आश्रम से हमें कोई आपत्ति नहीं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश रहना है तो वहां के प्रशासन से रिपोर्ट ली गई। उन्होंने कहा दिक्कत नहीं तो पैरोल में रहेंगे। ये पैरोल सभी अपराधियों को मिलती है। राम रहीम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... जेल से बाहर बर्थडे मनाएगा राम रहीम: 30 दिन की पैरोल, ढाई साल में 7वीं बार बाहर सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिल गई है। गुरुवार शाम पांच बजे राम रहीम सुनारिया जेल से निकलकर यूपी के बागपत के लिए रवाना हो गया। उसे सिरसा डेरे में जाने की इजाजत नहीं है। इससे पहले उसके लिए सिरसा से घोड़े और गाय पहुंचाए गए हैं और वहां पर सुरक्षा बढ़ाई गई (पूरी खबर पढ़ें)
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26 से 28 जुलाई तक कर सकेंगे अप्लाय, 7 अगस्त को NSE-BSE पर लिस्ट होंगे शेयर्स
Yatharth Hospital and Trauma Care Services Limited IPO 2023 Update; यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन हो रहा है। इ
यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते ओपन हो रहा है। इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के जरिए कंपनी 490 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। रिटेल निवेशक इस IPO के लिए 26 जून से 28 जून तक बोली लगा सकेंगे। 7 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे। अगर आप भी इस IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? रिटेल निवेशक को मिनिमम एक लॉट यानी 50 शेयरों के लिए अप्लाय करना होगा। कंपनी ने IPO का प्राइज बैंड 285-300 रुपए प्रति शेयर रखा है। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड 300 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं तो आपको 15,000 रुपए लगाने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसके लिए 1,95,000 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। पैसा जुटा कर क्या काम करेगी कंपनी? यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज के ग्रेटर नोएडा, नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन एवं झांसी ओरछा में चार अस्पताल हैं। कंपनी IPO से मिलने वाले पैसों का यूज अपने कर्ज को कम करने, कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग और जनरल कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी।
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चुनावी तैयारियां से पहले कांग्रेस उदयपुर शहर प्रभारी बांसवाड़ा के जैन तो देहात में जयपुर के मिश्रा को दिया जिम्मा
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान कांग्रेस ने भी संभाग एवं जिला प्रभारी लगा दिए है। कांग्रेस में जिलाध्यक्षों व प्रभारियों के लगने के साथ ही अब संगठनात्मक रूप से चुनावी तैयारियों में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जुटने के लिए जोश भरा जाएगा।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान कांग्रेस ने भी संभाग एवं जिला प्रभारी लगा दिए है। कांग्रेस में जिलाध्यक्षों व प्रभारियों के लगने के साथ ही अब संगठनात्मक रूप से चुनावी तैयारियों में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जुटने के लिए जोश भरा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जारी की सूची में रतन देवासी को उदयपुर संभाग का प्रभारी बनाया है। बांसवाड़ा से आने वाले चांदमल जैन को उदयपुर शहर व जयपुर से आने वाले सुरेश मिश्रा को उदयपुर देहात कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है। उदयपुर देहात कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला को चित्तौडगढ़़ जिले का तो राजसमंद जिले के भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत को अजमेर ग्रामीण का प्रभारी बनाया गया है। इससे पहले इसी महीने जिलाध्यक्षों की सूची में उदयपुर शहर में फतहसिंह राठौड़ तो देहात में कचरूलाल चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया। जानिए नई जिम्मेदारी वाले पदाधिकारियों के बारे में रतन देवासी : सिरोही जिले से आने वाले देवासी अभी कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष है। वे रानीवाड़ा से पहले विधायक रहते हुए सरकार में उप मुख्य सचेतक रहे है। वे जालौर से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भी रहे। चांदमल जैन : प्रदेश कांग्रेस महासचिव है। वे बांसवाड़ा में लम्बे समय तक यूथ कांग्रेस व संगठन के जिलाध्यक्ष रहे। सुरेश मिश्रा : जयपुर की सांगानेर विधानसभा से आने वाले मिश्रा अभी प्रदेश कांग्रेस महासचिव है। वे सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है।
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शॉट पूरा होने के बाद एक्टर को गले से लगाया, कबीर खान ने शेयर किया इंसीडेंट
Kabir Khan Reveals Irfaan Khan Reaction To Nawaz Emotional Scene साल 2009 में रिलीज हुई कबीर खान निर्देशित फिल्म ‘न्यूयॉर्क’ में जॉन अब्राहम, कटरीना कैफ और नील नितिन मुकेश लीड रोल में थे।
साल 2009 में रिलीज हुई कबीर खान निर्देशित फिल्म ‘न्यूयॉर्क’ में जॉन अब्राहम, कटरीना कैफ और नील नितिन मुकेश लीड रोल में थे। फिल्म में इरफान खान ने एफबीआई एजेंट का रोल प्ले किया था। इसी फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी एक छोटे से रोल में नजर आए थे। इस कैमियों रोल में भी नवाज ने इतनी शानदार परफॉर्मेंस दी थी कि उसे देखकर इरफान खान तक रो पड़े थे। डायरेक्टर कबीर खान ने एक इंटरव्यू में यह इंसीटेंड शेयर किया। कबीर ने बताया कि नवाज ने इस शॉट को सिंगल टेक में पूरा किया था और उनकी परफॉर्मेंस देखकर वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए थे। मैंने कहा- कुछ भी हो जाए, हमें यह लड़का चाहिए ह्यूमन्स ऑफ सिनेमा को दिए एक इंटरव्यू में कबीर ने कहा, ‘कई लोगों को लगता था कि नवाज एक्टर नहीं हैं पर उनका ऑडिशन बहुत ही शानदार था। फिल्म ‘न्यूयॉर्क’ में डायरेक्टर अली अब्बास जफर मेरे असिस्टेंट थे। उन्होंने मुझे नवाज का ऑडिशन दिखाया था। उसे देखकर मैंने उनसे कहा था कि कुछ भी हो जाए। हमें यह लड़का चाहिए।’ एक ही टेक में पूरा हो गया था सीन शूटिंग के दिन को याद करते हुए कबीर ने कहा, ‘यह एक 3 से 4 मिनट का टेक था और मुझे इसके लिए दूसरा टेक लेना ही नहीं पड़ा। जैसे ही मैंने कट बोला तो सेट पर कुछ लोग तालियां बजा रहे थे तो वहीं कुछ लोगों की आंखों में आंसू थे। इरफान ने नवाज को गले से लगा लिया मुझे याद है आधे घंटे बाद इरफान मेरे पास आए और बोले सभी लोग नवाज की परफॉर्मेंस की बात कर रहे हैं। मैंने इरफान को माॅनिटर पर नवाज का सीन दिखाया। इसे देखने के बाद इरफान भी रो पड़े। वो नवाज के पास गए और उन्हें गले से लगा लिया। फिल्म में नवाज ने एक ऐसे शख्स का रोल किया था जिसे 9/11 का सस्पेक्ट मानकर कस्टडी में टॉर्चर किया गया था। यशराज बैनर की इस फिल्म ने नवाज को फिल्म इंडस्ट्री में एस्टैब्लिश करने में मदद की थी। इसके दो साल बाद ही उन्हें ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में लीड रोल मिला था, जिसके बाद वो इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम बन गए। इस फिल्म के अलावा नवाज और इरफान ने ‘पान सिंह तोमर’ और ‘द लंचबॉक्स’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया था।
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राष्ट्रपति विक्रमसिंघे बोले- मोदी के नेतृत्व में तरक्की कर रहा भारत; PM ने कहा- मुसीबत में हम आपके साथ
Sri Lanka President Ranil Wickremesinghe India Visit Latest News Updates. श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 2 दिन के दौरे पर भारत आए हुए हैं। शुक्रवार को उन्होंने PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 2 दिन के दौरे पर भारत आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और डेलीगेशन लेवल की बातचीत हुई। इस दौरान श्रीलंका में UPI के इस्तेमाल को लेकर समझौता हुआ। विक्रमसिंघे ने कहा- PM मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार तरक्की कर रहा है। वहीं दोनों देशों के रिश्तों पर बात करते हुए PM मोदी बोले- हमारे संबंध प्राचीन और व्यापक हैं। श्रीलंका और भारत के बीच हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। पैसेंजर फेरी सर्विस शुरु होंगी। इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड पर काम होगा। मोदी ने कहा- पिछला एक साल श्रीलंका के लिए चुनौतियों से भरा रहा। हम कठिन समय में वहां के लोगों के साथ खड़े रहेंगे। हमें उम्मीद है कि श्रीलंका की सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करके समानता, न्याय और शांति के प्रोसेस को आगे बढ़ाएगी। भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति और 'SAGAR' विजन दोनों में श्रीलंका का महत्वपूर्ण स्थान है। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के बयान की बड़ी बातें... NSA अजित डोभाल, अडाणी से भी मिले विक्रमसिंघे इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति ने NSA अजित डोभाल और बिजनेसमैन गौतम अडाणी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच कोलंबो पोर्ट को लेकर चर्चा हुई। गुरुवार शाम को भारत पहुंचे विक्रमसिंघे का क्रेंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने स्वागत किया था। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। विक्रमसिंघे आज भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। उनकी ये यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना का 75वां साल मना रहे हैं। आर्थिक तंगी के बाद पहली भारत यात्रा पिछले साल श्रीलंका में सिविल वॉर जैसे हालात बन गए थे और जनता ने राजपक्षे की सरकार को विद्रोह कर उखाड़ फेंका था। इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने देश की कमान संभाली थी। दरअसल, रानिल सिर्फ गोटबाया राजपक्षे का बचा हुआ टेन्योर पूरा करने तक ही राष्ट्रपति रहेंगे। यह कार्यकाल सितंबर 2024 तक है। श्रीलंका में भारत की मदद से करोड़ों रुपए के वेलफेयर प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। श्रीलंकाई राष्ट्रपति और मोदी मिलकर इनकी समीक्षा करेंगे। कुछ प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जो पूरे हो चुके हैं। पॉवर और एनर्जी, एग्रीकल्चर और नेवल डिफेस से जुड़े मामले सबसे ज्यादा अहम हैं। भारत दौरे से पहले रुपए को कॉमन करेंसी बनाने पर मंजूरी दी भारत दौरे से पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसंघे ने कहा था कि श्रीलंका भारतीय रुपए का भी उतना ही इस्तेमाल होते देखना चाहता है जितना अमेरिकी डॉलर का होता है। उन्होंने कहा था अगर रुपए का इस्तेमाल कॉमन करेंसी के रूप में होगा तो इससे हमें कोई ऐतराज नहीं है। हमें ये देखना पड़ेगा कि इसके बाद हमें क्या जरूरी बदलाव करने होंगे। विक्रमसिंघे ने कहा था- जैसे जापान, कोरिया और चीन सहित पूर्वी एशिया के देशों में 75 साल पहले बड़े पैमाने पर विकास हुआ, वैसे ही अब भारत और हिन्द महासागर के क्षेत्र की बारी है। दुनिया विकसित हो रही है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में भी तेजी से विकास हो रहा है। श्रीलंका के राष्ट्रपति का यह बयान कोलंबो में इंडियन CEO फोरम को संबोधित करते हुए आया था।
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बेटे के साथ बॉर्डर पर दौड़ते दिखे तारा सिंह, लिखा- पिता के प्यार की कोई सीमा नहीं होती
Gadar 2 motion poster release, Sunny Deol running on border with Utkarsh Sharma, सनी देओल और अमीषा पटेल 2001 में रिलीज हुई फिल्म ‘गदर’ का रीमेक ‘गदर 2’ लेकर आ रहे हैं। फिल्म के मेकर्स ने शुक्रवार को इसका एक नया मोशन पोस्टर रिलीज किया। इस पोस्टर में सनी और उत्कर्ष शर्मा बॉर्डर पर दौड़ते हुए नजर आ
सनी देओल और अमीषा पटेल 2001 में रिलीज हुई फिल्म ‘गदर’ का रीमेक ‘गदर 2’ लेकर आ रहे हैं। फिल्म के मेकर्स ने शुक्रवार को इसका एक नया मोशन पोस्टर रिलीज किया। इस पोस्टर में सनी और उत्कर्ष शर्मा बॉर्डर पर दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म में सनी, तारा सिंह और उत्कर्ष उनके बेटे जीत के रोल में नजर आएंगे। चारों तरफ से बरस रहीं गोलियां मेकर्स ने फिल्म का नया मोशन पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, ‘एक पिता के प्यार की कोई सीमा नहीं होती।’ वीडियो में सनी और उत्कर्ष भारत-पाकिस्तान की बॉर्डर पर दौड़ रहे हैं और उनके ऊपर चारों तरफ से गोलियां बरसाई जा रही हैं। वहीं इस पोस्टर को शेयर करते हुए सनी देओल ने लिखा, ‘अपने देश और परिवार की रक्षा के लिए, हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है ये तारा सिंह।’ उनकी इस पोस्ट पर फॉलोअर्स ने कमेंट सेक्शन में अपना एक्साइटमेंट दिखाया है। यूजर्स बोले- पोस्टर खतरनाक हैं तो फिल्म कैसी होगी एक यूजर ने कमेंट किया, ‘मैं इस फिल्म के लिए कई सालों से इंतजार कर रहा था। बहुत एक्साइटेड हूं।’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘पोस्टर इतने खतरनाक हैं तो फिल्म क्या होगी?’ 1971 में सेट है फिल्म अनिल शर्मा के निर्देशन में बनी यह फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसकी कहानी 1971 में सेट है। फिल्म में सनी देओल, अमीषा पटेल और अनिल शर्मा के बेटे उत्कर्ष शर्मा का अहम रोल है। उत्कर्ष ने 2018 में फिल्म ‘जीनियस’ से डेब्यू किया था।
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अमेरिकी संस्था ने पाकिस्तान को बेहतर रैंकिंग दी, कहा- न्यूक्लियर सिक्योरिटी रिस्क बढ़ रही
US Nuclear Threat Initiative NTI Report on Nuclear Security परमाणु सुरक्षा की स्थिति का मूल्यांकन करने वाले अमेरिका-बेस्ड अंतरराष्ट्रीय संगठन नेशनल थ्रेट इनिशिएटिव (NTI) ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है
पिछले एक दशक में पहली बार न्यूक्लियर सिक्योरिटी रिस्क बढ़ रही है। परमाणु सुरक्षा की स्थिति का मूल्यांकन करने वाले अमेरिका स्थित अंतरराष्ट्रीय संगठन न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव (NTI) ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है। वहीं, NTI ने न्यूक्लियर वेपन की सेफ्टी के मामले में पाकिस्तान को भारत से बेहतर रैंकिंग दी है। नई रैंकिंग में संगठन ने पाकिस्तान को भारत, ईरान और उत्तर कोरिया से आगे रखा है। पाक को इस बार पहले से तीन अंक ज्यादा मिले हैं और 22 देशों की सूची में 19वां स्थान हासिल किया है। उसके बाद 40 अंकों के साथ भारत 20वें स्थान पर है। NTI के मुताबिक, दुनिया में प्लूटोनियम के स्टॉक में इजाफा हुआ है। यूरेनियम की तरह ही इसका इस्तेमाल भी परमाणु हथियार बनाने में किया जा सकता है। प्लूटोनियम का भंडार 17 हजार किलोग्राम बढ़ा, इससे बन सकते हैं 2100 न्यूक्लियर वेपन इंडेक्स के मुताबिक 2019 के बाद से प्लूटोनियम के वैश्विक भंडार में 17 हजार किलोग्राम, यानी करीब 19 टन की बढ़ोतरी हुई है। ये 2,100 परमाणु हथियार बनाने के लिए काफी हैं। न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में प्लूटोनियम का काफी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से भारत, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान और रूस में यह सबसे ज्यादा मात्रा में मौजूद है। इसके अलावा अमेरिका में भी इस न्यूक्लियर मटेरियल का काफी भंडार है। रिपोर्ट के मुताबिक, 22 में से 12 देशों में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से न्यूक्लियर मटेरियल को लेकर रिस्क सबसे ज्यादा है। वहीं, न्यूक्लियर फैसिलिटी की सुरक्षा के मामले में भी पाकिस्तान की रैंकिंग भारत से आगे है। 47 देशों की सूची में पाकिस्तान को 61 अंक मिले और वो रूस-इजराइल के साथ 32वें स्थान पर है, जबकि भारत इस लिस्ट में 52 अंकों के साथ 40वें पायदान पर है। कैसे दी जाती है न्यूक्लियर सेफ्टी इंडेक्स रैंकिंग न्यूक्लियर सेफ्टी इंडेक्स की रैंकिंग 175 देशों और ताइवान में परमाणु सुरक्षा की स्थिति का आंकलन करती है। इसमें एक किलोग्राम से ज्यादा न्यूक्लियर मटेरियल (यूरेनियम और प्लूटोनियम) वाले 22 देशों का असेसमेंट किया जाता है कि वो अपने न्यूक्लियर मटेरियल की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रहे हैं। यह रैंकिंग उन देशों को भी इवैल्युएट करती है, जिनके पास एक किलोग्राम से कम या हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाली परमाणु सामग्री नहीं है। न्यूक्लियर मटेरियल की सेफ्टी के मामले में ईरान और नॉर्थ कोरिया को सबसे कम रैंकिंग मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार साउथ एशियन देशों में हुआ है। NTI के मुताबिक, न्यूक्लियर रिस्क ग्लोबल अनस्टेबिलिटी की वजह से बढ़ रहा है। रूस-यूक्रेन जंग इसका बड़ा कारण है। दुनिया में साढ़े 12 हजार से ज्यादा, परमाणु हथियार इससे पहले स्वीडन के थिंक टैंक SIPRI ने पिछले महीने दावा किया था कि दुनिया में अब 12,512 परमाणु हथियार हैं। इनमें से 9,576 ऐसे हैं, जो हमले के लिए तैयार है। पूरी दुनिया में चीन ने अपने परमाणु हथियारों का जखीरा तेजी से बढ़ाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 90% परमाणु हथियार रूस और अमेरिका के पास हैं। वहीं चीन और पाकिस्तान ने भारत के मुकाबले तेजी से अपने परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाई है। पूरी दुनिया में परमाणु हथियारों की रेस शुरू हो चुकी है।
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ऐंबैस्डर ने ब्रिटिश रक्षा मंत्री के बयान पर जेलेंस्की के तंज को गलत बताया था
Ukraine-UK Relations Strain as Zelensky Fires Ambassador यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ब्रिटेन में मौजूद अपने ऐंबैस्डर वादिम प्रिस्टाइको को बर्खास्त कर दिया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ब्रिटेन में मौजूद अपने ऐंबैस्डर वादिम प्रिस्टाइको को बर्खास्त कर दिया है। प्रिस्टाइको ने कुछ दिनों पहले सार्वजनिक रूप से जेलेंस्की की आलोचना की थी। शुक्रवार को यूक्रेन के प्रेसिडेंट ऑफिस की तरफ से जारी एक स्टेटमेंट में बताया गया कि प्रिस्टाइको को राजदूत और इंटरनेशनल मैरीटाइम ऑर्गेनाइजेशन में यूक्रेन के प्रतिनिधि के पद से हटाया जाता है। हालांकि, इसमें बर्खास्तगी का कारण नहीं बताया गया। दरअसल, लिथुआनिया में NATO समिट के दौरान ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी बेन वैलेस ने कहा था कि कीव को पश्चिमी देशों से मिल रही मदद के लिए और ज्यादा आभार जताना चाहिए। इस पर जेलेंस्की ने व्यंग्य करते हुए कहा था कि वैलेस चाहें तो यूक्रेन के लोग रोज सुबह उठकर उन्हें पर्सनली शुक्रिया कह सकते हैं। इस बयान पर स्काई न्यूज से बात करते हुए प्रिस्टाइको ने जेलेंस्की की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह की अनहेल्दी बयानबाजी देशहित में नहीं है। वैलेस ने कहा था- हम यूक्रेन की मदद कर रहे, लेकिन हम अमेजन सर्विस नहीं 11-12 जुलाई को हुई NATO समिट के दौरान वैलेस ने कहा था- रूस के साथ जंग में यूक्रेन को पश्चिमी देश लगातार मदद पहुंचा रहे हैं। आपको ये अच्छा लगे या न लगे लेकिन लोग चाहते हैं कि इस मदद के लिए पश्चिमी देशों की सराहना की जाए। मैं पिछले साल जून में जब 11 घंटे की यात्रा करके यूक्रेन गया था तो मैंने कहा था कि हम अमेजन सर्विस नहीं हैं। अगर कोई देश आपकी मदद कर रहा है तो आपको उसे बार-बार ये जताना होगा कि उसकी मेहनत बेकार नहीं जा रही है। उन्हें इस मदद का क्रेडिट भी मिल रहा है। जेलेंस्की ने कहा था- हम हमेशा ब्रिटेन के शुक्रगुजार वैलेस के इस बयान पर जेलेंस्की ने कहा था कि हम जंग में मदद के लिए हमेशा ब्रिटेन, वहां के प्रधानमंत्री और डिफेंस मिनिस्टर के शुक्रगुजार रहेंगे। ब्रिटेन हमारा पार्टनर है और उन्होंने हमारी बहुत मदद की है। मुझे नहीं पता कि अब वो क्या चाहते हैं। हम और किस तरह से उन्हें धन्यवाद कह सकते हैं। वैलेस को मुझे चिट्ठी लिखकर ये बताना चाहिए कि हम उनका आभार जताने के लिए और क्या कर सकते हैं। प्रिस्टाइको बोले- जेलेंस्की का बयान सही नहीं इसके बाद इस बयानबाजी के अगले दिन स्काई न्यूज ने पूरे मामले पर ब्रिटेन में यूक्रेन के ऐंबैस्डर वादिम प्रिस्टाइको से बात की। प्रिस्टाइको ने कहा- जेलेंस्की के बयान में व्यंग्य नजर आ रहा था। मुझे नहीं लगता ये हमारे लिए अच्छा है। हमें रूस को ये नहीं दिखाना चाहिए कि हमारे बीच किसी भी तरह का तनाव है। उन्हें सिर्फ यही संदेश जाना चाहिए कि हम हर स्थिति में साथ खड़े रहेंगे। अगर वैलेस को लगता है कोई परेशानी है तो वो मुझे खुद फोन करके इसकी जानकारी दे सकते हैं। NATO के साथ है यूक्रेन का भविष्य NATO समिट के दौरान संगठन और उसके मेंबर देशों ने इस बात पर सहमति जताई थी कि यूक्रेन को उनके साथ शामिल होने का हक है। NATO चीफ जेन स्टोल्टेनबर्ग ने कहा था कि यूक्रेन का भविष्य NATO के साथ है, लेकिन वो संगठन में कब शामिल होगा, इसे लेकर कोई तारीख नहीं बताई गई थी। CNN को दिए इंटरव्यू में बाइडेन ने कहा था कि यूक्रेन को अब भी मेंबर देश बनने से पहले इसके लिए जरूरी टारगेट हासिल करने की जरूरत है। साथ ही जब तक जंग खत्म नहीं हो जाती, तब तक इसमें शामिल नहीं हो सकता है।
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पाक स्थित गुरुद्वारे के ग्रंथी बोले- यहां हालात ठीक हैं; गुरदासपुर प्रशासन की टीम करेगी दौरा
Shri Kartarpur Sahib Pakistan; Situation Under Control Kartapur Sahib Corridor | Pak Government Appeal श्री करतारपुर कॉरिडोर में भारी बारिश के कारण ओवरफ्लो होकर रावी नदी का पानी भरने से श्री करतापुर साहिब की यात्रा बंद कर दी गई थी। तीर्थयात्रा को गुरुवार को बंद कर दिया गया था, लेकिन पाक सरकार ने इसे दोबारा शुरू करने की अपील की है।
श्री करतारपुर कॉरिडोर में भारी बारिश के कारण ओवरफ्लो होकर रावी नदी का पानी भरने से श्री करतापुर साहिब की यात्रा बंद कर दी गई थी। तीर्थयात्रा को गुरुवार को बंद कर दिया गया था, लेकिन पाक सरकार ने इसे दोबारा शुरू करने की अपील की है। वहीं श्री करतारपुर साहिब के हेड ग्रंथी ने वीडियो जारी करके सामान्य हालातों के बारे में भी बताया है। करतारपुर कॉरिडोर का प्रबंधन करने वाली परियोजना प्रबंधन इकाई के उप सचिव राणा तारिक ने बीती शाम बताया कि पाकिस्तान की ओर करतारपुर कॉरिडोर में बाढ़ या बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है। उन्होंने भारतीय पक्ष से तीर्थयात्रा को तुरंत फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। जीरो लाइन पर वर्तमान में सब सामान्य एक वीडियो संदेश में गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के मुख्य ग्रंथी गोबिंद सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले रावी नदी में बाढ़ आ गई थी और पानी कुछ घंटों में ही उतर गया था। तब से जलस्तर काफी कम हो गया है और वर्तमान में जीरो लाइन पर सब समान्य है। उन्होंने मांग की है कि श्रद्धालुओं को उनके समय अनुसार पाक आने की अनुमति दी जाए। जीरो लाइन पर बस, इलेक्ट्रिक कार्ट, सुरक्षा टुकड़ियां सब तैयार हैं और गुरुघर भी श्रद्धालुओं का इंतजार कर रहा है। पाक कर चुका सभी इंतजाम पूरे गोबिंद सिंह ने वीडियो में कहा कि भारत की ओर से कॉरिडोर को बंद करने के बावजूद, PMU, पंजाब आपदा प्रबंधन टीमों, इवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड, सिंचाई, लोक निर्माण विभाग आदि सहित विभिन्न सरकारी विभागों ने किसी भी स्थिति से निपटने के इंजजाम किए। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए बसों, नावों और बचाव टीमों को तैनात करने सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। उन्होंने मुख्य गुरुद्वारा, परिक्रमा दिखाते हुए दावा किया कि बाढ़ का पानी नहीं है। रविवार से शुरू हो सकती यात्रा गुरदासपुर के DC डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब की एक दिवसीय तीर्थ यात्रा को 3 दिन के लिए निलंबित कर दिया था। आज प्रशासन हालातों का जायजा लेगा और रविवार से तीर्थ यात्रा दोबारा से शुरू हो सकती है।
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सबसे तेज 76 शतक लगाए, तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा; देखिए टॉप रिकॉर्ड्स
Virat Kohli India-West Indies Test Record; Virat Kohli Equals Sir Donald Bradman's Test Centuries Record in India-West Indies Second Test! भारत-वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट का दूसरा दिन विराट कोहली के रिकॉर्ड्स के नाम रहा। कोहली ने ऑल टाइम ग्रेट बैटर सर डॉनाल्ड ब्रैडमैन के टेस्ट शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की।
भारत-वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट का दूसरा दिन विराट कोहली के रिकॉर्ड्स के नाम रहा। कोहली ने ऑल टाइम ग्रेट बैटर सर डॉनाल्ड ब्रैडमैन के टेस्ट शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की। वह 500वें इंटरनेशनल मैच में शतक लगाने वाले पहले बैटर बने और सबसे तेज 76 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले खिलाड़ी भी बने। उन्होंने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा। पोर्ट ऑफ स्पेन में जारी मुकाबले में कोहली ने 121 रन की पारी खेली। उनकी पारी के दम पर टीम इंडिया ने 400 रन का आंकड़ा पार किया और वेस्टइंडीज पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। आगे स्टोरी में हम मैच के दूसरे दिन बने टॉप रिकॉर्ड्स को जानेंगे... 1. 500वें इंटरनेशनल मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैटर कोहली करियर के 500वें मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैटर बने हैं। उन्होंने 121 रन की पारी खेली। इतना ही नहीं, कोहली 500वें मैच में शतक जमाने वाले पहले खिलाड़ी बने। उनसे पहले अब तक कोई खिलाड़ी अपने 500वें मैच में अर्धशतक भी नहीं लगा सका था। कोहली के बाद कुमार संगाकारा ने 500वें मैच में 48 रन बनाए थे। श्रीलंकाई बल्लेबाज ने मार्च 2013 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में यह पारी खेली थी। 2. 500 मैच में सबसे ज्यादा सेंचुरी, सचिन को पीछे छोड़ा कोहली 500 इंटरनेशनल मैच में सबसे ज्यादा सेंचुरी जमाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने दिग्गज सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा। कोहली के 76 शतक हो गए, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 500 मैच तक 75 शतक लगाए थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट से ज्यादा शतक सिर्फ सचिन तेंदुलकर (100 शतक) ने ही लगाए हैं। इसके लिए उन्होंने 664 इंटरनेशनल मैच खेले। 3. वेस्टइंडीज के खिलाफ 12वां इंटरनेशनल शतक लगाया, कैलिस की बराबरी की वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाने के मामले में भी विराट कोहली ने रिकॉर्ड बनाया। विराट ने विंडीज के खिलाफ 12वां इंटरनेशनल शतक लगाया और साउथ अफ्रीका के लीजेंडरी ऑलराउंडर जैक कैलिस की बराबरी की। इंटरनेशनल क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक जमाने का रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम है। गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 शतक लगाए हैं। 4. कोहली का 29वां टेस्ट शतक, ब्रैडमैन की बराबरी की कोहली ने टेस्ट शतकों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर ली है। उन्होंने 29वां शतक लगाया। ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट में 29 शतक लगाए थे। सबसे ज्यादा टेस्ट शतक के मामले में विराट 16वें नंबर और भारतीय बैटर्स में चौथे नंबर पर हैं। भारतीयों में विराट से ज्यादा टेस्ट शतक सचिन (51 शतक), राहुल द्रविड़ (36 शतक) और सुनील गावसकर (34 शतक) ने ही लगाए हैं। स्पोर्ट्स की ये खबरें भी पढ़ें... त्रिनिदाद टेस्ट के दूसरे दिन भारत 352 रन से आगे 500वें मुकाबले में विराट कोहली के शतक के दम पर भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मजबूत शुरुआत की है। टीम दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद 352 रन आगे है। त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में शुक्रवार रात को वेस्टइंडीज ने एक विकेट पर 86 रन बना लिए। कप्तान कैग ब्रेथवेट 37 और कर्क मैकेंजी 14 रन पर नाबाद लौटे, जबकि तेगनारायण चंद्रपॉल 33 रन बनाए। पूरी खबर पढ़ें... शतक के बाद कोहली ने चूमी वेडिंग रिंग 76वें शतक के बाद विराट कोहली की वेडिंग रिंग किस...अल्जारी जोसेफ का डायरेक्ट थ्रो पर रनआउट और जडेजा का स्वोर्ड सेलिब्रेशन। ये भारत-वेस्टइंडीज दूसरे टेस्ट के टॉप मोमेंट्स रहे, जिन्हें फैंस ने खूब पसंद किया। दिन का खेल समाप्त होने तक वेस्टइंडीज ने 86 रन पर एक विकेट गंवा दिए है, जबकि भारत ने पहली पारी में 438 रन बनाए। पढ़ें पूरी खबर...
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सार्वजनिक स्थानों पर होंगे कार्यक्रम, संभागस्तरीय बैठकें भी होगी आयोजित
BJP Rajasthan Jan Sampark Abhiyan Assembly Elections राजस्थान अभियान के तहत बीजेपी सार्वजनिक स्थानों पर जनसम्पर्क करके गहलोत सरकार का फेल कार्ड बांटेगी
विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी पूरी तरह से चुनावी मोड़ मे आ गई हैं। आज प्रदेश के चार संभागों में नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत बीजेपी सार्वजनिक स्थानों पर जनसम्पर्क करके गहलोत सरकार का फेल कार्ड बांटेगी। इसके अलावा इन चारों संभागों में अभियान से जुड़े पदाधिकारियों की बैठक भी आयोजित होगी। जयपुर में प्रभारी अरूण सिंह, अजमेर में प्रदेश चुनाव प्रभारी व केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भरतपुर में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, जोधपुर में प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर भाजपा पदाधिकारियों एंव जनप्रतिनिधियों की बैठक लेंगे। इन लोगों को बुलाया गया बैठक में संभागस्तरीय बैठक में संभाग के जिलाध्यक्ष,जिलाप्रभारी,विधानसभा प्रभारी, विधानसभा संयोजक-विस्तारक, सांसद,पूर्व सांसद,विधायक,पूर्व विधायक, जिला प्रमुख,मेयर,चेयरमेन,प्रधान, प्रदेश पदाधिकारी,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य,पूर्व जिलाध्यक्ष बैठक में भाग लेंगे। इनके अलावा नहीं सहेगा राजस्थान अभियान से जुड़े अन्य जनप्रतिनिधि भी बैठक में मौजूद रहेंगे। कल बीजेपी ने की संभाग प्रभारी व सह-प्रभारियों की नियुक्तियां बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने शनिवार को प्रदेश के सातों संभागों के लिए संभाग प्रभारी व सह प्रभारी की भी नियुक्तियां भी कर दी हैं। जयपुर संभाग का प्रभारी प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा को बनाया गया है। वही बीकानेर संभाग प्रभारी की जिम्मेदारी पूर्व सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष सीआर चौधरी को दी गई हैं। सांसद दिया कुमारी को अजमेर संभाग का प्रभारी नियुक्त किया गया हैं। मुकेश दाधीच को कोटा का संभाग प्रभारी बनाया गया हैं। इसके अलावा भरतपुर में हेमराज मीणा, जोधपुर में जगवीर छाबा औऱ उदयपुर संभाग प्रभारी दामोदर अग्रवाल को नियुक्त किया गया हैं।
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अविनाश के फैमिली को मारने और रेप की धमकी; एक्टर की तरफ से जारी हुआ स्टेटमेंट
बिग बॉस OTT में इन दिनों जमकर बवाल देखने को मिल रहा है। शो में वाइल्ड कार्ड एंट्री लेने वाले कंटेस्टेंट एल्विश यादव और अविनाश सचदेव की बीच भारी नोकझोंक हो गई। एल्विश के फैंस ने अविनाश को सोशल मीडिया पर उल्टा सीधा कहना शुरू
बिग बॉस OTT में इन दिनों जमकर बवाल देखने को मिल रहा है। शो में वाइल्ड कार्ड एंट्री लेने वाले कंटेस्टेंट एल्विश यादव और अविनाश सचदेव की बीच भारी नोकझोंक हो गई। एल्विश के फैंस ने अविनाश को सोशल मीडिया पर उल्टा-सीधा कहना शुरू कर दिया। यहां तक की रेप और मारने तक की धमकी दी गई है। अब अविनाश की तरफ से स्टेटमेंट जारी किया गया है। स्टेटमेंट में कहा गया है कि एक गेम को गेम की तरह लेना चाहिए। आप अपने चहेते कंटेस्टेंट को सपोर्ट कर सकते हैं, लेकिन सपोर्ट करने के नाम पर बाउंड्री नहीं लांघ सकते। अविनाश की टीम ने इस स्टेटमेंट के साथ मुंबई साइबर क्राइम और शो के होस्ट सलमान खान को भी टैग किया है। अविनाश की तरफ से क्या कहा गया..पहले पूरा पढ़िए किसी को आइडल मानना ​​बहुत अच्छी बात है, लेकिन कोई नहीं चाहेगा कि उसके फॉलोवर्स हेट और निगेटिविटी फैलाएं। इन तथाकथित प्रशंसकों ने सभी सीमाओं को लांघ दिया है। अविनाश के सभी नजदीकी लोगों को बेतुकी बातें बोली जा रही हैं। रेप और मारने की धमकी दी जा रही है। एक गेम को गेम की तरह लेना चाहिए। एक साफ सुथरा आदमी इस बात को समझ सकता है। हम जानते हैं कि सोशल मीडिया पर लोगों को आजादी है कि वो अपना ओपिनियन रख सकें। लेकिन ये सब नॉर्मल नहीं है। इसे टॉक्सिसिटी कहते हैं। ये इमोशनल और मेंटल हैरेसमेंट है। हमें पता है कि जब भी आपका आइडल घर से बाहर आएगा। ये सब देख कर उसे खुद अच्छा नहीं लगेगा। वो जब देखेगा कि उसके फैंस सपोर्ट के नाम पर किसी के लिए इतना गंदा सोच सकते हैं तो वो खुद काफी निराश होगा। अविनाश की टीम ने इस स्टेटमेंट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। उन्होंने मुंबई साइबर क्राइम और शो के होस्ट सलमान खान को टैग भी किया है। एल्विश और अविनाश के बीच हुई थी लड़ाई बिग बॉस एक ऐसा शो है, जहां कंटेस्टेंट एक दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। शो में हमेशा लड़ाई-झगड़ा देखने को मिलता है। हालांकि कभी-कभार लड़ाई गंभीर हो जाती है। इसका प्रभाव शो के बाहर भी दिखाई देता है। अपने फेवरेट कंटेस्टेंट को सपोर्ट करने के लिए फैंस सोशल मीडिया पर एक दूसरे से उलझ जाते हैं। एल्विश जब से शो में आए हैं, अक्सर अविनाश से उलझ जा रहे हैं। हाल के एपिसोड में एल्विश ने अविनाश को लेकर आपत्तिजनक कमेंट किया था। अविनाश इतना भड़क गए कि मामला हाथापाई तक आ गया था। सलमान को कर चुके हैं रोस्ट, अब बिग बॉस के मेंबर हैं एल्विश एल्विश यादव एक फेमस यूट्यूबर हैं। उनके 10 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर भी उनके 6 मिलियन फॉलोवर्स हैं। एल्विश गुरुग्राम के वजीराबाद गांव के रहने वाले हैं। वे सिर्फ 25 साल के हैं। एल्विश अपने यूट्यूब चैनल पर बिग बॉस और सलमान खान को भी रोस्ट कर चुके हैं। बिग बॉस में एंट्री लेने के बाद उन्होंने सलमान खान की रोस्ट की हुई वीडियो अपने चैनल से हाइड कर दी है।
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मणिपुर में अब दुखों के पहाड़ हैं, इनके पीछे छिपी पीड़ा कौन समझेगा
Manipur Viral Video Controversy मणिपुर में महिलाओं के साथ जो कुछ हुआ, उसकी व्यथा सुन- सुनकर दूसरी महिलाओं का जी भर आता है। जिन पहाड़ों की लड़ाई वहाँ लड़ी जा रही है,
मणिपुर में महिलाओं के साथ जो कुछ हुआ, उसकी व्यथा सुन- सुनकर दूसरी महिलाओं का जी भर आता है। जिन पहाड़ों की लड़ाई वहाँ लड़ी जा रही है, इस घटना के बाद लगता है ये दुखों के पहाड़ हैं और किसी को मिल भी जाएँ या किसी से छिन भी जाएँ तो अब कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा। परतें खुलीं तो पता चला जो वीडियो अब वायरल हो रहा है वह दो -ढाई महीने पुराना है। इतने ही पहले पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करा दी गई थी। पुलिस ने इस रिपोर्ट को संबंधित थाने को ट्रांसफ़र करने में अठारह दिन लगा दिए। साफ़ दिखाई दे रहा है कि पुलिस और संभवतया राज्य सरकार ने इस रिपोर्ट को लगातार छिपाए रखने के पूरे प्रयास किए होंगे। अगर वीडियो वायरल नहीं होता तो यह ह्रदय विदारक घटना पुलिस की फ़ाइलों में दबकर ही रह जाती और वो पीड़ा जिसकी बात की जा रही है, कहीं दिखाई नहीं देती। पीडिताओं की कहानी तो कुछ इस तरह है कि मैतेई युवकों ने जब उन्हें कपड़े उतारने को कहा तब वे पुलिस वाहन में ही बैठी थीं। युवकों के अत्याचार से डरकर जब इन महिलाओं ने पुलिस जवानों की तरफ़ देखा तो उन्होंने मुँह फेर लिया। कुल मिलाकर यह भीषणतम अत्याचार पुलिस की निगरानी में किया गया, यह भी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। एक समुदाय जिसके लोग बड़े - बड़े पदों पर बैठे हैं, उनका ऐसा और इतना भी क्या दबदबा है जो महिलाओं पर अत्याचार से ही तुष्ट हो रहा है। मणिपुर की सरकार से कौन पूछेगा कि इतने जघन्य अपराध की रिपोर्ट इतने दिनों तक छिपाई क्यों गई? कौन इसका ज़िम्मेदार है? वीडियो वायरल होने के बाद दोषियों की तुरंत गिरफ़्तारी और उन्हें मौत की सजा दिलाने तक का दम्भ भर रहे ज़िम्मेदार लोग दो महीने तक कहाँ छिपे हुए थे? कुकियों का कहना है कि वायरल वीडियो में जो कुछ है वह तो केवल एक भाग है, ऐसा हमारी कई लड़कियों के साथ हुआ है और वे अब तक सदमें में हैं, इसलिए बाहर नहीं आ पा रही हैं। फ़िलहाल, भारी बारिश के बीच कुकी हज़ारों की संख्या में यहाँ- वहाँ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और पुलिस और प्रशासन की एक ही रट है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। एक- एक को पकड़कर सजा दिलवाएँगे। सभ्य समाज को लज्जित कर देने वाली इस घटना ने मणिपुर में जिन अधिकारों की लड़ाई चल रही है, उन तमाम उद्देश्यों को बहुत बौना कर दिया है। हमें वीडियो में दिख रहे मानसिकता के बौनेपन से लड़ना है और लड़ना है उस मानसिकता से भी जिसके तहत कुछ लोग इतने बड़े और जघन्य अपराध को दबाए रखने में अपनी शान समझते हैं।
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याददाश्त के साथ दूसरी स्किल निरंतर काम करती हैं, पॉजिटिविटी भी बढ़ती है
रिटायरमेंट के बाद के समय को बहुत से लोग अपने हिसाब से जीवन जीने की तरह देखते हैं। लेकिन अल्जाइमर एसोसिएशन के एम्स्टर्डम में हुए सम्मेलन में रिसर्च पेपर में कहा गया है कि बुजुर्गों के लिए वालंटियर सर्विस या समाज सेवा के कार्य उनकीThe mind of the elderly associated with volunteer service remains healthy
रिटायरमेंट के बाद के समय को बहुत से लोग अपने हिसाब से जीवन जीने की तरह देखते हैं। लेकिन अल्जाइमर एसोसिएशन के एम्स्टर्डम में हुए सम्मेलन में रिसर्च पेपर में कहा गया है कि बुजुर्गों के लिए वालंटियर सर्विस या समाज सेवा के कार्य उनकी याददाश्त और मस्तिष्क की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। मानसिक विकार दूर रहते हैं। अल्जाइमर एसोसिएशन की मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी मारिया सी कैरिलो का कहना है कि वालंटियर सर्विस में ज्यादा सक्रिय रहने वाले बुजुर्गों के दिमाग का एग्जीक्यूटिव फंक्शन का स्तर अधिक पाया गया है। एग्जीक्यूटिव फंक्शन योजना बनाने, फोकस करने, याद करने और कार्यों की प्राथमिकता तय करने में मदद करता है। किसी रचनात्मक या सृजन से जुड़े रहें बुजुर्ग सेलिया बारबरेना (67) ने रिटायर होने के बाद सेवा करने की ठानी। उनका कहना है कि अगर आपके भीतर किसी तरह का अच्छा दबाव नहीं है तो आप खोखले हो जाएंगे। आप किसी न किसी रचनात्मक या सृजन से जुड़े रहें। बारबरेना का कहना है कि रिटायर होने के बाद आप अकेले हो जाते हैं। डिप्रेशन, एंग्जाइटी या नींद न आने जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। याददाश्त कमजोर होने लगती है। वालंटियर सर्विस के द्वारा याददाश्त के साथ ही दिमाग की दूसरी स्किल निरंतर काम में लिप्त रहने के कारण सक्रिय और इस तरह से स्वस्थ बनी रहती हैं। वे कहती हैं कि वालंटियर सर्विस ने उन्हें जीवन का उद्देश्य, अर्थ और मित्र दिए हैं। यह मानसिक सेहत के लिए अनमोल है। समाज को कुछ देने की भावना पॉजिटिव बनाए रखती है वैज्ञानिक कैरिलो के मुताबिक, वालंटियर सर्विस के दौरान मेलजोल और शारीरिक सक्रियता दिमाग के लिए लाभप्रद है। लेकिन इससे भी ज्यादा समाज को कुछ देने की भावना डिप्रेशन, मानसिक समस्याओं को दूर रखती है और हमेशा पॉजिटिव बनाए रखती है।
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पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं, 16 राज्यों में 100 रुपए लीटर के ऊपर पेट्रोल
Petrol Price Today (22 July 2023), Petrol Rate in India; What is the petrol rate today in Maharashtra, Karnataka, Manipur, Telangana, Punjab, Jharkhand, Sikkim,? Follow Petrol Price Latest Information On Dainik Bhaskar पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज यानी 22 जुलाई (शनिवार) को भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर है तो डीजल 89.62 रुपए लीटर के हिसाब से बिक रहा है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज यानी 22 जुलाई (शनिवार) को भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर है तो डीजल 89.62 रुपए लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपए और डीजल 94.27 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। देश के 16 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए लीटर के ऊपर बना हुआ है। 16 राज्यों में पेट्रोल 100 के ऊपर देश के 16 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के ऊपर है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मणिपुर, तेलंगाना, पंजाब, झारखंड, सिक्किम, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए के ऊपर बिक रहा है। वहीं डीजल भी ओडिशा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 100 रुपए से ऊपर है। एक साल से ज्यादा समय से नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के दाम आखिरी बार 21 मई 2022 में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव किया गया था। तब पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क घटाया गया था। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम 9.5 रुपए और 7 रुपए कम हो गए थे। हालांकि पिछले महीने 10 जून को पंजाब सरकार ने पेट्रोल वैट दर में करीब 1.08% की बढ़ोतरी की गई है। इससे पेट्रोल प्रति लीटर 92 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। जबकि डीजल वैट दर में 1.13% बढ़ोतरी होने से यह 90 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। वहीं जुलाई 2022 में, महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर VAT में 5 रुपए और 3 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। राजस्थान में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल भारत में सबसे महंगा फ्यूल राजस्थान के श्रीगंगानगर में बिक रहा है। यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 113.30 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 98.07 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है। वहीं महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल 109.26 रुपए प्रति लीटर और डीजल 95.66 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं पोर्ट ब्लेयर में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल बिक रहा है। यहां पेट्रोल की कीमत 84.10 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 79.74 रुपए प्रति लीटर है।
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ब्रैडमैन के बराबर कोहली; सीमा की राष्ट्रपति से गुहार- पाक नहीं जाना
Dainik Bhaskar Morning News and Latest Headlines; Here are today's top stories for you On Dainik Bhaskar. प्रमुख मोहन भागवत वाराणसी में इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो का उद्घाटन करेंगे। 24 जुलाई तक चलने वाले सम्मेलन में 25 देशों के 450 से ज्यादा मंदिरों के
नमस्कार, कल की बड़ी खबर मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता से जुड़ी रही। एक खबर पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर की रही, जिसने भारत में रहने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से गुहार लगाई है। हम आपको मणिपुर की पीड़ित लड़की की आपबीती भी बताएंगे...। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. मणिपुर: आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी; संसद में हंगामा, कार्यवाही 24 जुलाई तक स्थगित मणिपुर में 3 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और एक महिला से गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार 4 आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। उधर, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मामले को लेकर हंगामा किया। इसके चलते दोनों सदन की कार्यवाही 24 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई है। 21 साल की गैंगरेप पीड़िता ने भास्कर को बताया, 'हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, वो हमें बचा लेंगे। मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। हमें उतारकर इधर-उधर छूने लगे। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने जान बचाने के लिए कपड़े उतार दिए….'। पीड़िता अभी भी ट्रॉमा में है। ये खबर अहम क्यों है: कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई को हिंसा भड़की। घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई। वारदात के करीब 2 हफ्ते बाद 18 मई पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज हुई। घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ। मणिपुर हिंसा में अब तक 142 लोग मारे गए हैं। करीब 60 हजार लोग बेघर हो चुके हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी के ASI सर्वे की मंजूरी दी; मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज की वाराणसी कोर्ट ने ज्ञान‌‌‌वापी के आर्कियोलॉजिकल सर्वे को मंजूरी दे दी है। अदालत ने सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी और कहा कि वजु स्थल को छोड़कर बाकी पूरे कैंपस का बिना नुकसान पहुंचाए साइंटिफिक सर्वे किया जाए। अगली सुनवाई 4 अगस्त को होगी। ये खबर अहम क्यों है: हिंदू पक्ष का कहना है कि ज्ञानवापी आदिविश्वेश्वर का मूल स्थान है। पश्चिमी दीवार पर मिले निशान और अवशेषों से लगता है कि यह मंदिर की दीवार है। ओरल एविडेंस के आधार पर कोई पक्ष नहीं रखा जा सकता, इसलिए सर्वे कराना जरूरी है। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यहां पहले से मस्जिद थी, जिसे किसी धार्मिक स्थल के स्थान पर नहीं बनाया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. कोहली ने की ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी; साढ़े 4 साल बाद विदेश में टेस्ट शतक जमाया भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज के दूसरा मुकाबले में विराट कोहली ने टेस्ट करियर का 29वां शतक जड़ा। इसके साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज सर डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। विराट ने साढ़े 4 साल बाद विदेश में कोई टेस्ट शतक जमाया है। ये खबर अहम क्यों है: दुनिया में 15 बल्लेबाजों ने ही 29 से ज्यादा शतक जमाए हैं। सचिन तेंदुलकर 51 टेस्ट शतक के साथ पहले स्थान पर हैं। सचिन के अलावा राहुल द्रविड़ (36 शतक) और सुनील गावस्कर (34 शतक) कोहली से ज्यादा शतक जमाने वाले भारतीय हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक के मामले में सचिन (100 शतक) दुनिया में पहले नंबर और कोहली (76 शतक) दूसरे नंबर पर हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 4. सीमा हैदर ने राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी; मीडिया से कहा- अब मैं भारत की बहू पाकिस्तानी नागरिक सीमा गुलाम हैदर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 38 पेज की दया याचिका भेजी है। इसमें सीमा ने 4 बच्चों के साथ भारत में रहने की परमिशन मांगी है। उसने मीडिया से बातचीत में कहा- मैं भारत की जेल में जिंदगी गुजार दूंगी, लेकिन पाकिस्तान नहीं जाऊंगी। मैं भारत की बहू हूं, पाकिस्तान मेरे लिए पराया देश बन चुका है। मैंने सिर्फ एक गुनाह किया, नेपाल से भारत आई। ये खबर अहम क्यों है: सीमा ने राष्ट्रपति मुर्मू को भेजी याचिका में अपना नाम सीमा मीणा पत्नी सचिन मीणा लिखा है। इसमें उसने अपनी शादी की कुछ तस्वीरें भी लगाई हैं। सीमा पर अवैध तरीके से भारत में घुसने का आरोप है। दिल्ली हाईकोर्ट के वकील इरफान फिरदौस ने बताया कि भारतीय कानून के तहत अवैध तरीके से घुसपैठ करने वाले लोगों को देश की नागरिकता नहीं मिल सकती है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 5. गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट; MP के उज्जैन में शिप्रा नदी तीसरी बार उफान पर मौसम विभाग ने गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के ठाणे, रायगढ़, पुणे और पालघर जिलों में बारिश का रेड अलर्ट है। दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान के पार पहुंचा है। MP के उज्जैन में शिप्रा नदी एक हफ्ते में तीसरी बार उफान पर है। लैंडस्लाइड की वजह सेचमोली जिले में बद्रीनाथ हाईवे 5 जगहों पर ब्लॉक हो गया है। ये खबर अहम क्यों है: देशभर में 22 राज्यों के 235 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। 10 हजार मकान तबाह हो गए हैं। बाढ़ के चलते 2.50 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है। 21 जुलाई तक उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 41% ज्यादा और मध्य भारत में 11% ज्यादा बारिश हुई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6. प्रियंका बोलीं- सिंधिया की विचारधारा अचानक पलट गई; मध्य प्रदेश के लिए दी 6 गारंटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज किया। उन्होंने कहा, 'मैं सिंधिया पर 10 मिनट बोल सकती हूं कि कैसे उनकी विचारधारा अचानक पलट गई, लेकिन ध्यान भटकाने नहीं आई हूं।' प्रियंका ने MP की जनता के लिए 6 गारंटी दी। इनमें पुरानी पेंशन लागू बहाली, महिलाओं के खाते में हर महीने 1500 रुपए, 500 रुपए में गैस सिलेंडर, किसानों की कर्ज माफी, 100 यूनिट तक फ्री बिजली और दिव्यांग पेंशन बढ़ाना शामिल है। ये खबर अहम क्यों है: प्रियंका की MP में 40 दिन में यह दूसरी चुनावी यात्रा है। खास बात ये है कि उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस महासचिव बनाया गया था। दोनों को 2019 लोकसभा चुनाव में UP की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन सिंधिया मार्च 2020 में BJP में शामिल हो गए। पूरी खबर यहां पढ़ें... 7. श्रीलंका में भी UPI से पेमेंट कर सकेंगे भारतीय; PM मोदी बोले- मुसीबत में हम आपके साथ अब श्रीलंका में भी भारतीय UPI से पेमेंट किया जा सकेगा। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने PM मोदी से दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान श्रीलंका में UPI के इस्तेमाल को लेकर एग्रीमेंट हुआ। मोदी ने कहा- पिछला 1 साल श्रीलंका के लिए चुनौतियों से भरा रहा। हम मुसीबत में वहां के लोगों के साथ खड़े रहेंगे। विक्रमसिंघे ने श्रीलंका का सहयोग करने के लिए PM मोदी को धन्यवाद दिया। ये खबर अहम क्यों है: श्रीलंका से पहले फ्रांस, UAE और सिंगापुर भी भारतीय UPI को अपना चुके हैं। आर्थिक तंगी के बाद श्रीलंका के राष्ट्रपति की ये पहली भारत यात्रा थी। विक्रमसिंघे ने भारत दौरे से पहले रुपए को कॉमन करेंसी बनाने पर मंजूरी दी। श्रीलंका में भारत की मदद से करोड़ों रुपए के वेलफेयर प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... आज का कार्टून By मंसूर नकवी... कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… अब खबर हटके... पंचायतों का फरमान- मवेशी खुले में घूमते मिले तो 25 जूते और ₹1000 जुर्माना मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के दो ग्राम पंचायतों ने मवेशियों के घूमने पर सजा तय की है। जिसके मुताबिक अगर किसी भी गांव वाले के मवेशी खुले में घूमते पाए गए तो मालिक पर हजार रुपए जुर्माना लगेगा। साथ ही उसे सरेआम 25 जूते मारे जाएंगे। गांव में इसकी मुनादी की गई। आदेश में कहा गया है कि मवेशियों के खेतों में घुस जाने से किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। पढ़ें पूरी खबर... भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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भाजपा उदयपुर संभाग के जनजाति मोर्चा के नेता जुटे, बोले- कांग्रेस ने आदिवासियों का शोषण किया
भाजपा उदयपुर संभाग की जनजाति मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक संपर्क कार्यशाला का आयोजन उदयपुर स्थित भाजपा जिला कार्यालय में हुआ। भारत माता, श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल के चित्र पर दीप प्रज्वलन करके कार्यशाला शुरू हुई।
भाजपा उदयपुर संभाग की जनजाति मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक संपर्क कार्यशाला का आयोजन उदयपुर स्थित भाजपा जिला कार्यालय में हुआ। भारत माता, श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल के चित्र पर दीप प्रज्वलन करके कार्यशाला शुरू हुई। इसमें तय किया गया कि उदयपुर संभाग के 4 जिले बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, उदयपुर एवं डूंगरपुर की 18 विधानसभा क्षेत्रों में मोदी सरकार द्वारा 9 वर्षों में सेवा सुशासन गरीब कल्याण की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए जनजाति के परिवारों से संपर्क किया जाएगा। भाजपा जनजाति मोर्चा की तैयार की संपर्क योजना को देख रहे प्रदेश के संयोजक पूर्व आईपीएस के सी मीणा ने विस्तार से जानकारी दी। भाजपा के प्रदेश महामंत्री मोतीलाल मीणा ने कहा कांग्रेस हमेशा सिर्फ आदिवासियों के वोट प्राप्त करने का प्रयास कर आदिवासी समाज को भ्रमित करने का कार्य करती है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित आदिवासी समाज के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ता कमर कस कर कार्य करें । मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नारायण मीणा ने वॉलिंटियर से घर-घर जाकर मोदी सरकार के 9 वर्षों के सेवा सुशासन गरीब कल्याण की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी सदैव राष्ट्र के गौरव संस्कृति शिल्प कला, जल, जंगल के सरंक्षण करने वाले रहे है। मोर्चा के प्रदेश महामंत्री धर्मेंद्र राठौड़ ने आदिवासी महापुरुषों बिरसा मुंडा, कालीबाई, पूंजा भील, नाना भाई खाट के जीवन पर प्रकाश डाला। उदयपुर संभाग के संयोजक नरेंद्र मीणा ने स्वागत भाषण किया। इस दौरान वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पेपर लीक से लेकर कई मामलों को रखते हुए नहीं सहेगा राजस्थान के नारे लगवा कर कार्यकर्ताओं में जोश भरा। कार्यक्रम में भाजपा उदयपुर शहर के संगठन प्रभारी बंशीलाल खटीक, मोर्चा के चारों जिलों के जिलाध्यक्ष उदयपुर देहात से शंकर खराड़ी, बांसवाड़ा से परमेश्वर महिडा, डूंगरपुर के कांतिलाल डामोर, प्रतापगढ़ से खेत सिंह मीणा, मोर्चा की प्रदेश मंत्री संतोष मीणा, युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतिलाल अहारी, पूर्व प्रदेश मंत्री मानसिंह मीणा, मुकेश रावत आदि उपस्थित रहे।
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जेलेंस्की बोले- चीन के लिए रखा 60 हजार टन अनाज तबाह; निशाने पर यूक्रेन के पोर्ट शहर
Russia Ukraine War Photos Update; यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया था कि एक पोर्ट सिटी पर रूस के हमले में चीन को भेजने के लिए रखा 60 हजार टन कृषि उत्पाद (अनाज) नष्ट हो गया
यूक्रेन जंग के बीच गुरुवार को रूस ने ओडेसा शहर पर हमला किया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। रॉयटर्स के मुताबिक, इस हमले में चीन के कॉन्सुलेट ऑफिस को भी नुकसान पहुंचा है। ओडेसा के गवर्नर ने बिल्डिंग की एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें एक खिड़की टूटी नजर आ रही है। इसके अलावा, बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया था कि एक पोर्ट सिटी पर रूस के हमले में चीन को भेजने के लिए रखा 60 हजार टन कृषि उत्पाद (अनाज) नष्ट हो गया। दरअसल, 17 जुलाई को रूस ने यूक्रेन के साथ ‘ब्लैक सी ग्रेन डील’ खत्म कर दी थी। इससे ठीक एक दिन पहले क्रीमिया ब्रिज पर अटैक में 2 लोगों की मौत हो गई थी। ये ब्रिज रूस के लिए यूक्रेन में मिलिट्री सप्लाई का अहम रूट है। रूस ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद से रूस लगातार यूक्रेन की पोर्ट सिटीज पर जवाबी हमले कर रहा है। यूक्रेन की मिलिट्री के मुताबिक, रूस ने 19 मिसाइल और 19 ड्रोन्स से हमला किया। यूक्रेन इसमें से सिर्फ 5 मिसाइल और 13 ड्रोन्स को मार गिराने में कामयाब हो पाया। ब्लैक सी पोर्ट पर दिखने वाले जहाजों पर हमले की धमकी इससे पहले बुधवार को रूस ने कहा था कि यूक्रेन के ब्लैक सी पोर्ट पर दिखने वाले जहाजों को मिलिट्री टारगेट समझा जाएगा। रूस ने कहा था कि वो किसी भी जहाज पर हमले से नहीं कतराएगा। ग्रेन डील खत्म होने के बाद भी कीव ने वादा किया था कि रूस के डील से हटने के बाद भी वो टेंपरेरी शिपिंग रूट बनाकर ग्रेन्स को एक्सपोर्ट करना जारी रखेगा। क्या थी ब्लैक सी ग्रेन डील अमेरिका बोला- यूक्रेन इस्तेमाल कर रहा क्लस्टर हथियार दूसरी तरफ, अमेरिका ने पुष्टि की है कि यूक्रेन अब उसके क्लस्टर हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा- शुरुआती फीडबैक से पता चला है कि रूस के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। इससे पहले 13 जुलाई को ज्वाइंट स्टाफ जे3 के संचालन निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डगलस सिम्स ने इस बात की पुष्टि की थी कि क्लस्टर हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं। यूक्रेन में इस्तेमाल हो रहे क्लस्टर बम क्या होते हैं क्लस्टर बम एक ऐसा हथियार है, जिसे हवा में रिलीज करने पर कई छोटे-छोटे बम निकलते होते हैं। ये छोटे बम साधारण बमों की तुलना में ज्यादा इलाके को प्रभावित करते हैं। ये खतरनाक इसलिए माने जाते हैं क्योंकि मुख्य बम से निकलने वाले कई सारे छोटे विस्फोटक निर्धारित लक्ष्य के आसपास भी नुकसान पहुंचाते हैं। ज्यादातर मामलों में इनकी चपेट में आम नागरिक भी आते हैं। इन्हें लड़ाकू विमानों के जरिए आसमान और तोपों के जरिए जमीन से भी दागा जा सकता है। बम के फटने के बाद आसपास गिरने वाले छोटे विस्फोटक लंबे समय तक पड़े रह सकते हैं। ऐसे में जंग खत्म हो के बाद भी इनकी चपेट में आने से जान जा सकती है। यह विरोधी सैनिकों को मारने या उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
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18 अगस्त तक कर सकेंगे अप्लाई, 1.42 लाख रुपए तक मिलेगी सैलरी
Eklavya Model Residential Schools Vacancy Details Update; Government job vacancy teaching and non-teaching positions भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए उम्मीदवार एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल की ऑफिशल वेबसाइट emrs.tribal.gov.in पर जाकर 18 अगस्त तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देशभर में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में 6 हजार से ज्यादा पदों पर वैकेंसी निकाली है। इसके तहत टीचिंग और नॉन टीचिंग पदों पर भर्तियां की जाएंगी। भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए उम्मीदवार एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल की ऑफिशल वेबसाइट emrs.tribal.gov.in पर जाकर 18 अगस्त तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। वैकेंसी डिटेल्स राजस्थान समेत देशभर में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में भर्ती अभियान के जरिए कुल 6,329 पद भरे जाएंगे। इनमें 5,660 पद TGT (टीचर) के होंगे, जबकि 335 पद पर मेल हॉस्टल और 334 पद पर फीमेल हॉस्टल में वार्डेन के होंगे। सैलरी देशभर में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में निकली वैकेंसी में सलेक्शन होने पर उम्मीदवार को हर महीने 29,200 रुपए से लेकर 1 लाख 42 हजार रुपए तक सैलरी दी जाएगी। आयु सीमा एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल में निकली 6 हजार से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती के लिए 18 से 40 साल तक की उम्र के उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं। सिलेक्शन प्रोसेस इन पदों पर सिलेक्शन के तहत पहले तीन घंटे की लिखित परीक्षा होगी। इसके बाद इंटरव्यू और आखिर में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाएगा। सभी स्टेप पास करने वाले उम्मीदवार का ही सिलेक्शन फाइनल होगा। योग्यता TGT (टीचर) पद के लिए संबंधित विषय के साथ ग्रेजुएशन, बीएड और सीटीईटी कर चुके उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे, जबकि हॉस्टल वार्डेन के लिए किसी भी विषय से ग्रेजुएशन या रीजनल कॉलेज ऑफ एजुकेशन ऑफ एनसीईआरटी से चार वर्षीय इंटीग्रेटेड डिग्री कोर्स हासिल कर चुके उम्मीदवार आवेदन कर पाएंगे। आवेदन फीस भर्ती प्रक्रिया में प्रिंसिपल के पद पर आवेदन के लिए 1500 रुपए फीस देना होगी, जबकि पीजीटी के पद के लिए लिए 1000 रुपए फीस देना होगी। इसी तरह नान टीचिंग स्टाफ के लिए पदों पर अप्लाई करने के लिए उम्मीदवार को 1000 रुपए फीस देनी होगी। एप्लीकेशन प्रोसेस आवेदन करने से पहले ऑफिशियल नोटिफिकेशन जरूर पढ़े.. नोट - हर दिन की तरह आज फिर से हम आपके लिए एक नई नौकरी की जानकारी लेकर आए है। अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है। तो उन्हें यह जरूर भेजें। ताकि भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं में यह आपके और आपके दोस्त और रिश्तेदारों के लिए फायदेमंद साबित हों। नौकरी के साथ ही देश दुनिया से जुड़ी तमाम खबरों के जानने के लिए पढ़ते रहे दैनिक भास्कर डिजिटल। अब 10वीं-12वीं-ग्रेजुएट बेरोजगारों के लिए नौकरियों की भरमार : अगर आप जॉबलेस हैं और जयपुर में नौकरी ढूंढ रहे हैं तो भास्कर ऐप बनेगा आपका मददगार। हर महीने की 10 हजार से लेकर 25 हजार की सैलरी मिलेगी। जयपुर शहर में बैंक, कॉर्पोरेट ऑफिस, डिलीवरी बॉय से लेकर कोई भी नौकरी चाहिए तो भास्कर पर खोजें अपनी पसंदीदा जॉब। (यहां क्लिक कर जॉब देखें)
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पुरुषोत्तम मास में मिलता है दान का 10 गुना पुण्य, दीपदान, पुए और पान के दान से सौभाग्य और समृद्धि बढ़ने की मान्यता
A donation gets 10 times virtue in Purushottam month, अभी अधिक मास चल रहा है, जो कि 16 अगस्त तक रहेगा। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। इस महीने में जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करने की परंपरा है। अधिक मास में किए गए दान का पुण्य पूरे परिवार को मिलता
अभी अधिक मास चल रहा है, जो कि 16 अगस्त तक रहेगा। इसे पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। इस महीने में जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करने की परंपरा है। अधिक मास में किए गए दान का पुण्य पूरे परिवार को मिलता है। विष्णु धर्मोत्तर पुराण के मुताबिक अधिक मास में दान देने की परंपरा है। इस महीने में किए गए दान का 10 गुना फल मिलता है। पुरुषोत्तम महीने के देवता भगवान विष्णु हैं। इसलिए इस महीने में उनकी कृपा पाने के लिए पूजा में नैवैद्य के रूप में पुआ बनाकर चढ़ाना चाहिए। फिर इसका प्रसाद दान देना चाहिए। पुराणों का कहना है कि पुरुषोत्तम मास में हर दिन 33 चीजें दान करके भगवान विष्णु के 33 नाम बोलने चाहिए। इससे लक्ष्मी, पुत्र, पौत्र, सुख और समृद्धि बढ़ती है। इस पवित्र महीने में व्रत, उपवास, पूजा और दान जैसे शुभ काम करने से परिवार सहित सभी पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा होती है। अधिक मास में दीपदान, मालपुआ और पान का दान करने का विधान ग्रंथों में बताया गया है। दीपदान: अधिक मास में दीपदान से व्रत और तीर्थ यात्रा का पुण्य मिल जाता है और दीपदान से दरिद्रता दूर होती है। इस दान से सभी तीर्थों का पुण्य मिल जाता है। इस पवित्र महीने में किसी भी मंदिर, गौशाला, नदी, तालाब या घर के बाहर घी और तिल के तेल के दीपक लगाने से समृद्धि मिलती है। मालपुआ दान: पुरुषोत्तम मास में मालपुआ दान करने का भी विशेष महत्व है। इस महीने में हर दिन गुड़-घी से बने 33 मालपुआ कांसे के बर्तन में रखकर बर्तन सहित जरुरतमंद लोगों को दान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से पृथ्वी दान जितना पुण्य मिलता है। हर दिन न कर सकें, तो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी, नवमी और अष्टमी को करें। ये भी न कर सकें, तो किसी भी एक दिन कर सकते हैं। ताम्बूल दान: पुरुषोत्तम मास में पान दान करने का भी महत्व बताया है। अधिक मास में पान का दान देने से सौभाग्य बढ़ता है। इलायची, लौंग, कपूर, नागरपान, कस्तूरी, जावित्री, कत्था और चूना इनमें से जो भी चीजें मिल जाएं, सबको मिलाकर भगवान के लिए ब्राह्मण को देने से ऐश्वर्य और सुख भोगकर मुक्ति मिलती है।
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बहुत सारे काम एक साथ करने से बेहतर है समय का सही उपयोग करें और किसी एक काम में एक्सपर्ट हो जाएं
पुराने समय में भारद्वाज मुनि थे। वे देवगुरु बृहस्पति के पुत्र थे। भारद्वाज बहुत सारा ज्ञान हासिल करना चाहते थे। उनकी सोच ये थी कि उन्हें संसार की सारी बातों का ज्ञान हो जाए। इसके लिए वे लगातार अध्ययन करते रहते थे। indra dev and bhardwaj muni story, we should become expert in any one work to get success in life
पुराने समय में भारद्वाज मुनि थे। वे देवगुरु बृहस्पति के पुत्र थे। भारद्वाज बहुत सारा ज्ञान हासिल करना चाहते थे। उनकी सोच ये थी कि उन्हें संसार की सारी बातों का ज्ञान हो जाए। इसके लिए वे लगातार अध्ययन करते रहते थे। एक दिन बृहस्पति ने अपने पुत्र भारद्वाज से कहा कि पूरे संसार का ज्ञान वेदों में है। अगर तुम वेद पढ़ लोगे तो समझ लो कि तुमने पूरा ज्ञान हासिल कर लिया है। पिता की बात मानकर भारद्वाज वेद पढ़ने लगे। भारद्वाज मुनि की संकल्प शक्ति और पढ़ाई की एकाग्रता देखकर देवराज इंद्र प्रसन्न हो गए और वे भारद्वाज के सामने प्रकट हुए। इंद्र ने कहा कि मैं तुम्हारी लगन देखकर बहुत प्रसन्न हूं। तुम मुझसे कोई भी वर मांग सकते हो। भारद्वाज ने इंद्र से कहा कि संसार में ज्ञान बहुत सारा है, लेकिन मेरी उम्र बहुत कम है। कृपया करके मेरी उम्र सौ साल बढ़ा दीजिए। इंद्र ने भारद्वाज की उम्र सौ वर्ष और बढ़ा दी। भारद्वाज मुनि को ज्ञान हासिल करते-करते सौ वर्ष भी बीत गए। इसके बाद देवराज इंद्र ने उनकी उम्र सौ साल और बढ़ा दी। अगले सौ साल और बीत गए, लेकिन भारद्वाज को पूरा ज्ञान नहीं मिल सका। जब अगले 100 भी बीत गए गए, तब इंद्र भारद्वाज के सामने प्रकट हुए और बोले कि भारद्वाज सामने तीन पहाड़ हैं। क्या हम इन पहाड़ों से एक मुट्ठी मिट्टी लेकर इन पहाड़ों की व्याख्या कर सकते हैं? ये संभव नहीं है। ठीक इसी तरह संसार का ज्ञान है। संसार का ज्ञान अथाह है। किसी एक व्यक्ति के लिए पूरा ज्ञान हासिल करना संभव नहीं है। इसलिए तुम्हें समय का सदुपयोग करना चाहिए और अपनी उम्र के अनुसार किसी एक ज्ञान को हासिल करना चाहिए और उसमें पारंगत होने की कोशिश करनी चाहिए। मुझे सब ज्ञान मिल जाएगा, ये जिद करना भी ज्ञान हासिल करने में बाधक होती है। इंद्र की बातें भारद्वाज मुनि को समझ आ गईं और इसके बाद उन्होंने सूर्य देव की भक्ति की और अपने ज्ञान को व्यवस्थित किया। इसके बाद से उनका नाम विद्वान मुनियों में शामिल हो गया। इस कहानी में देवराज इंद्र ने संदेश दिया है कि बहुत सारा काम एक साथ करने से बेहतर है कि हम किसी एक काम को ठीक से पूरा कर लें। किसी एक काम में एक्सपर्ट हो जाएंगे तो जीवन सफल हो जाएगा।
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आलिया बोलीं- राहा को जब भी देखती हूं, बोलती हूं तू तो साइंटिस्ट ही बनेगी
आलिया भट्ट और रणवीर सिंह इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी का लगातार प्रमोशन कर रहे है। हालही में आलिया ने एक प्रमोशनल इवेंट में शिकरत की जहा उन्होंने अपने बेटी राहा कपूर के बारे में बात की है। आलियाAlia said- Whenever I see Raha, I say you will become a scientist
आलिया भट्ट और रणवीर सिंह इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' का लगातार प्रमोशन कर रहे हैं। हाल ही में आलिया ने एक प्रमोशनल इवेंट में शिरकत की जहां उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में खुलकर बात की है। इवेंट के दौरान आलिया ने कहा की उनकी बेटी राहा कपूर बड़ी होकर साइंटिस्ट (वैज्ञानिक) ही बनेगी। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। साड़ी में दिखीं आलिया भट्ट वीडियो में आलिया ब्लू कलर की साड़ी में दिखाई दे रही है, जिसमें वह काफी खूबसूरत लग रही हैं ,उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- 'मैं अपनी बेटी को देखती हूं और कहती हूं, तू तो साइंटिस्ट बनेगी।' ये सुनकर वहां पर मौजूद सभी लोग तालियां बजाने लगते हैं। आलिया ने रणबीर कपूर से की है शादी आलिया भट्ट और रणबीर कपूर ने 14 अप्रैल 2022 को शादी की थी। शादी को काफी प्राइवेट रखा गया था और इसमें परिवार से जुड़े कई सदस्य और कुछ अन्य लोग ही शामिल हुए थे। पिछले साल नवंबर में आलिया ने बेटी को जन्म दिया है, जिसका नाम राहा कपूर है। रणवीर सिंह ने बताया मैथ्स में मिले थे जीरो इसी इवेंट में रणवीर सिंह ने खुलासा किया कि उन्हें मैथ्स की परीक्षा में जीरो नंबर मिले थे। एक्टर ने इवेंट में वहां पर मौजूद दर्शकों से पूछा कि क्या किसी ने मैथ्स में सौ में से शून्य अंक प्राप्त किए हैं और फिर कहा, 'मैं लाया हूं। जिसको मिला था मैथ्स में अंडा।100 में से जीरो और माइनस10 बात करने की वजह से, मुझे सौ में माइनस 10 नंबर मिले थे।' रणवीर का जवाब सुनकर वहां पर सभी लोग है पड़ते हैं। कब रिलीज होगी फिल्म रणवीर सिंह और आलिया भट्ट स्टारर फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' 28 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। करण जौहर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शबाना आजमी, धर्मेंद्र और जया बच्चन समेत कई दिग्गज सितारे शामिल हैं। फिल्म में रणवीर और आलिया की जबरदस्त रोमांटिक केमिस्ट्री देखने को मिलेगी।
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परफेक्शन अच्छा है, पर इसके लिए परेशान न रहें
कई बार परफेक्शन का भी प्रेशर बन जाता है। हर काम व्यवस्थित किया जाए, इसका इतना दबाव बनता है कि जब इसमें दिक्कत आती है, तो लोग उदास होना शुरू हो जाते हैं। वैसे ये समय परफेक्शन का है। लेकिन इस गुणवत्ता को दोष नPt. Vijayshankar Mehta's column - Perfection is good, but don't worry about it
कई बार परफेक्शन का भी प्रेशर बन जाता है। हर काम व्यवस्थित किया जाए, इसका इतना दबाव बनता है कि जब इसमें दिक्कत आती है, तो लोग उदास होना शुरू हो जाते हैं। वैसे ये समय परफेक्शन का है। लेकिन इस गुणवत्ता को दोष न बना लें। परफेक्शन की जरूरत दो स्थानों पर होती है। एक घर में, एक घर के बाहर। घर में महिलाओं पर परफेक्शन का अत्यधिक दबाव है। कामकाज की दुनिया में भी कुछ लोग ऐसे होंगे, जो ताबड़तोड़ काम करते हैं। वहां भी दबाव है। ध्यान रखें, अपना स्वभाव ऐसा बनाएं कि हम तो परफेक्शन से काम करेंगे, दूसरा सहयोग दे तो अच्छा। अन्यथा उसके असहयोग, असहमति के कारण हम उदास नहीं होंगे। जो लोग बहुत परफेक्ट होते हैं, जब उनकी उम्र धीरे-धीरे बढ़ती है, तो उदासी उनको घेर लेती है क्योंकि सब उनके अनुसार नहीं चलते। उदासी भी दो तरह की है। एक वर्ष भर रहने वाली उदासी। दूसरी जीवनभर। देश में लगभग 6% लोग सालभर उदास रहते हैं। 13% जीवनभर उदास हैं। ये चिंता की बात है। इसलिए परफेक्ट रहिए पर उदास और परेशान न रहें।
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‘फबिंग’ बंद करें कम से कम बच्चों के सामने!
कल सुबह की बात है, मैं अपने डॉग्स को मॉर्निंग वॉक पर ले जाने में थोड़ा लेट हो गया। वो इसलिए क्योंकि एक रात पहले कोहरा सीरियल के चार एपिसोड देख रहा था। मैं कॉलोनी से बाहर निकलने ही वाला था कि देखा बगीचे मेंN. Raghuraman's column - Stop 'phubbing' at least in front of children!
कल सुबह की बात है, मैं अपने डॉग्स को मॉर्निंग वॉक पर ले जाने में थोड़ा लेट हो गया। वो इसलिए क्योंकि एक रात पहले कोहरा सीरियल के चार एपिसोड देख रहा था। मैं कॉलोनी से बाहर निकलने ही वाला था कि देखा बगीचे में बेंच पर बैठे एक बुजुर्ग मोबाइल चलाने में व्यस्त थे। वो नियमित तौर पर मॉर्निंग वॉक के लिए जाते हैं और कसरत के बाद मोबाइल पर थे। जैसे ही मैं उनके सामने से गुजरा, अचानक उन्होंने मुझे बुलाया और फोन दिखाने लगे कि ‘ये हमारी मुश्किलों का बहुत अच्छा समाधान है, देखो इसे, ये सिर्फ एक मिनट का है।’ मुझे उन्हें कहना पड़ा कि मैं चश्मा भूल गया हूं, आप उसे मेरे इंस्टाग्राम पर भेज सकते हैं। और मैं सैर पर चला गया। लौटकर मैंने देखा कि वो अभी भी मोबाइल पर रील्स चला रहे हैं। उन्होंने मुझे वापस आते हुए नहीं देखा, जबकि मेरे डॉग्स करीब जाकर उन्हें सूंघने वाले थे। बाहरी दुनिया से बेखबर वह रील्स में गहरे खोए हुए थे। इकलौता मैं ही वहां से नहीं गुजर रहा था, मेन गेट से बच्चे भी स्कूल बस पकड़ने के लिए गुजर रहे थे। कल्पना करें, अगर उनके हाथ में किताब होती और जब बच्चे गुजरते, तो वह सिर उठाकर उन्हें देख मुस्कराते या शायद उन्हें गुड मॉर्निंग कहते और तब ये दुनिया बिल्कुल अलग होती। यही वजह है कि मेरे दिल ने उन्हें फबर (Phubber) नाम दिया। आप अपनी आदतें देखेंं। क्या आप गुपचुप फबर हैं या बिंदास और गर्व से भरे फबर जैसे गार्डन में बैठे ये बुजुर्ग महाशय हैं? अगर आप अंतहीन रूप से उन लोगों की इंस्टाग्राम रील्स देख रहे हैं, जिन्हें आप जानते ही नहीं हैं और आपसे कहीं छोटी उम्र के लोगों के लिए बनाए उस कंटेट को देख रहे हैं तो निश्चित तौर पर आप एक फबर हैं! फबिंग शब्द असल में पश्चिमी देशों में उनके लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो अपने स्मार्टफोन के लिए अपने पार्टनर को नजरअंदाज करते हैं। ये शब्द खुद 11 साल पुराना है और यह अ‌वधारणा उससे भी पुरानी है। ये शब्द 2012 में ऑस्ट्रेलिया की विज्ञापन एजेंसी मैक्केन ने गढ़ा था, जिन्होंने शब्दकोश की बिक्री बढ़ाने के लिए शुरू किए कैम्पेन में इसका इस्तेमाल किया था और उन्होंने सिर्फ इतना कहा था- ‘स्टॉप फबिंग’। इंस्टाग्राम अक्टूबर 2010 में आया और 2012 तक आते-आते जब ये शब्द इस्तेमाल होने लगा तब इंस्टा यूजर्स 5 करोड़ से थोड़ा ज्यादा हो गए थे। वहां से 11 साल बाद आज 2023 में घरेलू स्तर पर जो भी गड़बड़झाला है, वो फब से जुड़ा है। यही वजह हो सकती है कि लोग इन दिनों जोक करते हैं कि आज की शादीशुदा जिंदगी में तीन लोग होते हैं। जाहिर तौर पर पहले दो पति-पत्नी हैं और दोनों में से अगर कोई हाथ में मोबाइल पकड़े है, तब वहां तीसरे आदमी की एंट्री होती है और वो मार्क जुकरबर्ग हो सकते हैं या एलॉन मस्क या कभी-कभी बिल गेट्स भी! आप सब जानते हैं मैं यहां किस उत्पाद की बात कर रहा हूं। सैर के बाद जब मैं घर लौटा तो इत्तेफाक से एक खबर दिखी। पुणे जिला परिषद, महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित समिति द्वारा तैयार मसौदा मापदंडों के अनुसार आचार्य विनोबा भावे एप पर खुद को मान्यता देने वाली राज्य की पहली परिषद होगी। नीति के तहत प्राइमरी व सेकंडरी स्कूल्स में किताबें पढ़ने का सत्र होगा, इसके बाद किताबों की समीक्षा और उस पर चर्चा होगी कि बच्चों ने क्या पढ़ा और क्या समझा। बाकी सभी चीजों के अलावा पढ़ने की आदत युवाओं में डाली जाएगी।
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इसमें 7,965 कस्टम ड्यूटी और 1108 GST; 1,629 वसूले गए
चीनी मोबाइल कंपनियों ने 8000 करोड़ टैक्स चुराया. Chinese mobile companies stole 8000 crore tax
चीन की मोबाइल कंपनियां भारत में कस्टम से लेकर GST जैसे टैक्स की चोरी कर रही हैं। राज्यसभा में आईटी मंत्रालय की ओर से दिए गए लिखित जवाब के मुताबिक, चीनी मोबाइल कंपनियों ने बीते 5 साल में करीब 8000 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की है। मंत्रालय के अनुसार चीन की इन मोबाइल कंपनियों ने 7,965 करोड़ कस्टम शुल्क की चोरी की। वहीं, GST चोरी के मामले में 1108 करोड़ रुपए की रकम थी। जिन चीनी कंपनियों के नाम टैक्स चोरी में सामने आए हैं, उनमें ओप्पो, विवो, शाओमी और ट्रांसेशन जैसे नामी मोबाइल ब्रांड शामिल हैं। इन कंपनियों से 1,629 करोड़ रुपए का टैक्स वसूला गया है। ओप्पो ने 5,086 करोड़ का टैक्स चुराया आंकड़ों के मुताबिक, ओप्पो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने इस अवधि में 5,086 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की है। जिसमें सीमा शुल्क के रूप में 4,403 करोड़ और 683 करोड़ की GST शामिल है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 में 4,389 करोड़ रुपए की कस्टम ड्यूटी की चोरी की, जिसमें से 450 करोड़ रुपए की वसूली की गई। वीवो ने 2,923.25 करोड़ का टैक्स नहीं दिया वीवो ने 2,923.25 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की। जिसमें 2,875 करोड़ कस्टम और 48.25 करोड़ GST शामिल है। वहीं, वीवो ने 2,217 करोड़ रुपए की कस्टम ड्यूटी की चोरी की। जिसमें से वित्तवर्ष 2020-21 में 72 करोड़ रुपए की वसूली की गई। वित्त वर्ष 2022-23 में वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 658 करोड़ रुपए की चोरी की। शाओमी ने 851.14 करोड़ का टैक्स नहीं भरा शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 851.14 करोड़ का टैक्स नहीं भरा। इसमें 682.51 करोड़ कस्टम ड्यूटी और 168.63 करोड़ रुपए GST शामिल है। शाओमी को वित्तवर्ष 2019-20 में 653.02 करोड़ रुपए की कस्टम ड्यूटी को चोरी करते पकड़ा गया। जिसमें से 46 लाख रुपए वसूल लिए गए हैं। वहीं, लेनोवो ने 42.36 करोड़ रुपए की GST चोरी की।
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एएनएम और नर्स बनने का मौका, IIT में ड्राइवर और सिक्योरिटी ऑफिसर के पदों पर भर्ती
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (22 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details UPSSSC ने प्रवर्तन कॉन्स्टेबल के लिए 477 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर 38 हजार से 43 हजार रुपए महीना सैलरी मिलेगी।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। UPSSSC ने प्रवर्तन कॉन्स्टेबल के लिए 477 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर 38 हजार से 43 हजार रुपए महीना सैलरी मिलेगी। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 28 जुलाई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और नर्स के 3646 पदों पर वैकेंसी निकाली है। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 8 अगस्त है। इसके बाद रिटन टेस्ट के आधार पर उम्मीदवारों का सिलेक्शन किया जाएगा। महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पद पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अगस्त है। सिलेक्शन होने के बाद कैंडिडेट्स को सैलरी के तौर पर 15,000 रुपए से लेकर 45,000 रुपए प्रति माह तक मिलेंगे। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) खड़गपुर ने जूनियर एग्जीक्यूटिव, जूनियर अकाउंट्स ऑफिसर, स्टाफ नर्स, सिक्योरिटी इंस्पेक्टर सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली है। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 है। राजस्थान लोक सेवा आयोग में 905 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। सिलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स को 56 हजार रुपए से 70 हजार रुपए तक सैलरी मिलेगी। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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ANM-नर्स बनने का मौका, IIT में ड्राइवर और सिक्योरिटी ऑफिसर के पदों पर भर्ती
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (22 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details UPSSSC ने प्रवर्तन कॉन्स्टेबल के लिए 477 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर 38 हजार से 43 हजार रुपए महीना सैलरी मिलेगी।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। UPSSSC ने प्रवर्तन कॉन्स्टेबल के लिए 477 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर 38 हजार से 43 हजार रुपए महीना सैलरी मिलेगी। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 28 जुलाई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और नर्स के 3646 पदों पर वैकेंसी निकाली है। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 8 अगस्त है। इसके बाद रिटेन टेस्ट के आधार पर उम्मीदवारों का सिलेक्शन किया जाएगा। महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पद पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अगस्त है। सिलेक्शन होने के बाद कैंडिडेट्स को सैलरी के तौर पर 15,000 रुपए से लेकर 45,000 रुपए प्रति माह तक मिलेंगे। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) खड़गपुर ने जूनियर एग्जीक्यूटिव, जूनियर अकाउंट्स ऑफिसर, स्टाफ नर्स, सिक्योरिटी इंस्पेक्टर सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली है। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 है। राजस्थान लोक सेवा आयोग में 905 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। सिलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स को 56 हजार रुपए से 70 हजार रुपए तक सैलरी मिलेगी। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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खुश और बेफिक्री से जीना है तो बच्चों और उनके बचपन से प्रेरणा लें
हम बच्चों को कोरी स्लेट मानकर उन्हें सबकुछ सिखाने की ज़िम्मेदारी ओढ़ लेते हैं। लेकिन ज़रा ग़ौर कीजिएगा, डग-मग चलता, चंद शब्द ही बोल पाने वाला बच्चा कितना जिज्ञासु, चंचल और ख़ुशदिल होता है। हम भी कभी उस दौर में थे, ऐसे ही थे तो
हम बच्चों को कोरी स्लेट मानकर उन्हें सबकुछ सिखाने की ज़िम्मेदारी ओढ़ लेते हैं। लेकिन ज़रा ग़ौर कीजिएगा, डग-मग चलता, चंद शब्द ही बोल पाने वाला बच्चा कितना जिज्ञासु, चंचल और ख़ुशदिल होता है। हम भी कभी उस दौर में थे, ऐसे ही थे तो क्यों न उन्हीं बालसुलभ गुणों से प्रेरणा लेकर फिर से वैसे ही बन जाएं। जिज्ञासा का गुण बच्चे हर बात में ढेर सारे सवाल करते हैं। वे हर उस बात को तब-तक पूछते रहते हैं जब-तक उन्हें संतुष्ट करने वाला जवाब नहीं मिल जाता। उन्हें कोई मतलब नहीं होता कि कोई बार-बार पूछने पर उनके बारे में क्या सोचता है वे केवल पूछे जाते हैं जो उनके ज्ञान प्रसार में सहायक होता है। जिज्ञासा ज्ञानार्जन की बुनियादी शर्त है। इसी तरह यदि हम स्वयं में जिज्ञासा की भावना का विकास करेंगे तो इससे हम अपने ज्ञान को बढ़ाकर, नित नए अनुभवों को समझने व जानने के लिए ख़ुद को तैयार भी कर पाएंगे। मस्ती का गुण बच्चे हर छोटे-से-छोटे काम में ख़ुशी को ढूंढ लेते हैं। चाहे वह मम्मी से पहले खाना ख़त्म करना हो या पानी लाकर दे देना। वे हर गतिविधि को एक खेल के नज़रिए से देखते हैं और उसे पूरा करके एक काम को पूरा करने जैसी अनुभूति करते हैं। ऐसे ही हम भी अपने जीवन में अतिरिक्त गंभीरता को त्यागकर थोड़ा खिलंदड़पन ले आएं, तो न सिर्फ़ किसी काम को बेहतर तरीक़े से कर पाएंगे बल्कि हर काम में आनंद की अनुभूति भी कर पाएंगे। जुड़े रहने का गुण चलना सीखना हो, साइकल चलाना या ब्लॉक बनाना, बच्चे बहुत ही एकाग्र होकर हर काम को मन लगाकर करते हैं। वे हर काम को एक चुनौती की तरह लेते हैं और तब तक जुटे रहते हैं, जब-तक उसे पूरा नहीं कर लेते। ठीक इसी प्रकार उनका ये गुण यदि बड़े स्वयं के अंदर फिर विकसित कर पाएं तो ये हमें लचीला बनाकर चुनौतियों का सामना करने और आसानी से हार न मानने के लिए प्रेरित कर सकता है। निडरता का गुण बच्चे किसी भी नई चीज़ को आज़माने और जोखिम लेने से नहीं हिचकिचाते। उनके अंदर विफलता और हार का डर नहीं रहता। वे हर एक काम के सफल होने की कामना करने के बजाय हर क्षण में आनंद की अनुभूति करते हैं। यही निडरता हमें कंफर्ट ज़ोन से निकलकर नई-नई चीज़ें आजमाने के लिए तैयार कर सकती है। इसके साथ ही किसी काम के पूरा न होने पर उसकी असफलता के लिए चिंतित होने के बजाय उससे मिले अनुभवों से सीखने में मदद कर सकती है। खरे दिल का गुण कहते हैं न कि बच्चे मन के सच्चे। वे किसी बात में छल-कपट जैसी चीज़ों को शामिल नहीं करते। वे अपनी भावनाओं को खुलकर और बिना किसी हिचकिचाहट के सामने रखते हैं। यदि उन्हें कोई बात अच्छी नहीं लगी तो सीधे बोल देते हैं। इसके साथ ही वे किसी की बुराई करने में भी विश्वास नहीं रखते। यही गुण यदि हम अपना लें तो ख़ुद के साथ ईमानदार रह पाएंगे और अपनी भावनाओं को स्पष्टता से व्यक्त करना भी सीख पाएंगे। प्यार का गुण बच्चों को जिससे प्यार होता है, वे उससे हिल-मिल जाते हैं। बच्चों में शुद्ध, बिना शर्त प्यार और मासूमियत होती है जो दिल को छू जाती है। इसी के चलते उनकी लड़ाइयां भी पलभर में ख़त्म हो जाती हैं। उनके इस गुण को अपनाकर हम अपनी बातचीत और व्यवहार में प्रेम, करुणा और सहानुभूति के महत्व को समझ सकते हैं। इसके साथ ही उनकी मासूमियत हमें रिश्तों को खुले ढंग से देखना और प्यार से उन्हें संजोकर रखना भी सिखाती है। अवलोकन से सीखने का गुण बच्चे हर चीज़ की जानकारी या समझ अपने आस-पास मौजूद लोगों से ही लेते हैं। वे घर से सीखते हैं कि कैसे व्यवहार किया जाता है। वे जो कुछ भी देखते-सुनते हैं उसी की नक़ल करते हैं और फिर उनका वैसा ही व्यवहार बनता जाता है। उनके अवलोकन करके सीखने का गुण हमें सचेत कर सकता है। यह हमारे व्यवहार और कार्यों को ऐसा विकसित करने में मदद करेगा, जिसके ज़रिए हम अपने व्यक्तित्व को दूसरों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण के रूप में पेश कर सकते हैं।
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कोहली ने 55 महीने बाद विदेश में जमाया टेस्ट शतक, रोच-वारिकन को 3-3 विकेट
India Vs West Indies (Ind Vs Wi) 2nd Test Match Live Cricket Score Scorecard/commentary Update; Follow India Vs West Indies Test Latest Photos And Video Updates On Dainik Bhaskar. भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में जारी है। दूसरे दिन का खेल आज शाम 7:30 बजे से खेला जाएगा।
भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने 100वें टेस्ट मैच की पहली पारी में 438 रन पर ऑलआउट हो गई। त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में जारी टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम की ओर से विराट कोहली (121 रन) ने टेस्ट करियर का 29वां शतक जमाया। यह कोहली का 500वां मैच है। कोहली के अलावा, यशस्वी जायसवाल 57, रोहित शर्मा 80, रवींद्र जडेजा ने 61 और रविचंद्रन अश्विन ने 56 रन बनाए। वेस्टइंडीज की ओर से जोमेल वारिकन और केमार रोच ने 3-3 विकेट लिए। जेसन होल्डर को 2 विकेट मिले। मैच का स्कोर कार्ड देखने के लिए यहां क्लिक करें कोहली ने ब्रैडमैन की बराबरी की विराट कोहली ने टेस्ट शतकों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर ली है। ब्रैडमैन ने भी 29 शतक ही जमाए थे। दुनिया में कुल 15 बल्लेबाजों ने ही इससे ज्यादा शतक जमाए हैं। सचिन तेंदुलकर 51 टेस्ट शतक के साथ पहले स्थान पर हैं। भारतीय बल्लेबाजों में सचिन के अलावा राहुल द्रविड़ (36 शतक) और सुनील गावस्कर (34 शतक) ने ही कोहली से ज्यादा शतक जमाए हैं। विराट इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक 76 शतक जमा चुके हैं। उन्होंने 29 टेस्ट शतकों के अलावा वनडे में 46 और टी-20 इंटरनेशनल में 1 शतक जमाया है। इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट से ज्यादा शतक सिर्फ सचिन तेंदुलकर (100 शतक) ने ही जमाया है। 55 महीने बाद विदेश में टेस्ट शतक विराट ने 55 महीने के बाद विदेश में कोई टेस्ट शतक जमाया है। विदेशी जमीन पर इससे पहले उनका आखिरी टेस्ट शतक दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में आया था। कोहली-जडेजा के बीच सेंचुरी पार्टनरशिप विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने पांचवें विकेट के लिए 286 बॉल पर 159 रन की साझेदारी की। विराट 121 और जडेजा 61 रन बनाकर आउट हुए। यशस्वी-रोहित ने फिफ्टी लगाई टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया को यशस्वी जाlयसवाल और कप्तान रोहित शर्मा ने तेज शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 20वें ओवर में ही सेंचुरी पार्टनरशिप कर दी। यशस्वी 57 और और रोहित 80 रन बनाकर आउट हुए। नंबर-3 पर उतरे विराट कोहली ने पारी संभाली। लेकिन दूसरे एंड पर शुभमन गिल 10 और अजिंक्य रहाणे 8 ही रन बनाकर आउट हो गए। वेस्टइंडीज से केमार रोच, अल्जारी जोसेफ, शैनन गेब्रियल और जोमेल वारिकन को 1-1 विकेट मिला। पहली पारी में ऐसे गिरे भारत के विकेट पहले दिन का खेल भारत-वेस्टइंडीज के दूसरे टेस्ट का पहला दिन भारतीय बैटर्स के नाम रहा। इस दिन का खेल समाप्त होने तक टीम इंडिया ने चार विकेट पर 288 रन बनाए। कोहली 87 और जडेजा 36 रन पर नाबाद लौटे। यहां क्लिक करें... भारत-वेस्टइंडीज टेस्ट की ये खबरें भी पढ़ें... कोहली सबसे ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वाले 5वें बैटर बने भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। यह दोनों टीमों के बीच 100वां टेस्ट भी है। अपना 500वां इंटरनेशनल मुकाबला खेल रहे कोहली 87 रन बनाकर नॉटआउट लौटे। वह इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5वें बैटर बन गए। उन्होंने जैक कैलिस को पीछे छोड़ा। पढ़ें पूरी खबर... यशस्वी को जीवनदान, एथनाज ने टपकाया आसान कैच भारत-वेस्टइंडीज 100वें टेस्ट का पहला दिन रोमांच से भरा रहा। इस दिन टीम इंडिया की ओर से यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों की आकर्षक बल्लेबाजी देखने को मिली, तो वारिकन और गेब्रियल जैसे कैरेबियाई गेंदबाजों ने रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे के स्टंप्स भी बिखेरे। साथ ही करियर का 500वां इंटरनेशनल मुकाबला खेल रहे विराट कोहली ने कमाल की कवर ड्राइव लगाई। पढ़ें पूरी खबर...
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सिंह राशि वालों की इनकम बेहतर होगी और मकर राशि वालों को मिलेगा सितारों का साथ
22 जुलाई, शनिवार के ग्रह-नक्षत्र वरियान योग बना रहे हैं। जिससे आज बिजनेस में नई योजनाओं पर काम शुरू करने के लिए वृष राशि वालों का दिन अच्छा है। कोई बड़ा ऑर्डर भी मिल सकता है। कर्क राशि वालों के बिजनेस में उपलब्धियों वाला समय
22 जुलाई, शनिवार के ग्रह-नक्षत्र वरियान योग बना रहे हैं। जिससे आज बिजनेस में नई योजनाओं पर काम शुरू करने के लिए वृष राशि वालों का दिन अच्छा है। कोई बड़ा ऑर्डर भी मिल सकता है। कर्क राशि वालों के बिजनेस में उपलब्धियों वाला समय है। महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी मिल सकती है। सिंह राशि वालों के बिजनेस में सुधार होगा और इनकम भी बेहतर होगी। वृश्चिक राशि वालों को उधार दिया पैसा मिल सकता है। मकर राशि वालों को सितारों का साथ मिलेगा और सरकारी नौकरीपेशा लोगों को मनचाही जिम्मेदारी मिल सकती है। इनके अलावा बाकी राशियों के लिए दिन ठीकठाक रहेगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के मुताबिक 12 राशियों का फल मेष - पॉजिटिव- प्रॉपर्टी या व्हीकल खरीदी-बिक्री की कोई योजना बन रही है तो उससे जुड़ा काम हो सकता है। भरपूर मेहनत और प्रयास करते रहे, क्योंकि मेहनत के उचित परिणाम हासिल करने के लिए कर्म प्रधान तो होना ही पड़ेगा। बच्चों को अपनी किसी विषय को लेकर चल रही समस्या का भी समाधान मिलेगा। नेगेटिव- दिल की बजाय दिमाग से निर्णय ले। वरना किसी के बहकावे में आकर अथवा भावनाओं की वजह से आप धोखा भी खा सकते हैं। अपने महत्वपूर्ण वस्तुओं की देखभाल स्वयं करें। किसी भी नए कार्य को शुरू करने में अभी ध्यान देने के बजाय वर्तमान गतिविधियों को पहले पूरा करें। व्यवसाय- कार्यस्थल पर किसी भारी व्यक्ति के हस्तक्षेप से कर्मचारियों में आपस में कोई फूट पड़ सकती है, जिसका असर व्यवसाय की कार्य क्षमता पर पड़ेगा। गतिविधियों पर अपना फोकस बनाए रखना जरूरी है। संपर्कों के माध्यम से या फोन द्वारा ही कोई बड़ा ऑर्डर भी मिल सकता है। लव- पति-पत्नी के बीच सामंजस्य और मधुरता बनी रहेगी। जिससे घर परिवार में भी वातावरण खुशनुमा बना रहेगा। स्वास्थ्य- वर्तमान नकारात्मक वातावरण की वजह से लापरवाही करना उचित नहीं है। इंफेक्शन की आशंका है, हाइजीनिक रहे। भाग्यशाली रंग- नीला, भाग्यशाली अंक- 7 वृष - पॉजिटिव- आज किसी अनुभवी तथा प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात होगी। कई तरह की जानकारियां मिलेंगी और आपकी उन्नति का भी कोई मार्ग प्रशस्त होगा। युवाओं को अपनी मेहनत के मनोनुकूल परिणाम मिलने से राहत रहेगी। मनोरंजक यात्रा संबंधी योजनाएं बनेंगी। नेगेटिव- अचानक ही घर में मेहमानों के आगमन से कुछ महत्वपूर्ण कार्यों में अवरोध आएगा तथा खर्चों की अधिकता रहेगी। अपने व्यवहार में धैर्य और लचीलापन रखना जरूरी है, इसलिए थोड़ा विनम्र रहे। समय रहते अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास करें। व्यवसाय- बिजनेस में नई योजनाओं पर काम शुरू करने के लिए दिन अच्छा है। इस समय आपको कोई बड़ा ऑर्डर भी मिल हो सकता है। नौकरी में काम बहुत रहेगा। बड़े अधिकारियो के साथ बहस में न उलझे। लव- पारिवारिक लोगों के साथ आनंद और उल्लास पूर्ण समय व्यतीत होगा। प्रेम प्रसंग में और अधिक प्रगाढ़ता आएगी। स्वास्थ्य- वर्तमान मौसम का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ेगा। आलस और सुस्ती भरा दिन रहेगा। भाग्यशाली अंक- बादामी, भाग्यशाली अंक- 6 मिथुन - पॉजिटिव- आज आप पूरी तरह फोर्स में रहेंगे। परिवार जनों के साथ विशेष मुद्दों पर वार्तालाप होगा। प्रॉपर्टी के लेनदेन संबंधी भी कुछ योजनाएं बनेंगी। आपकी कोई विशेष प्रतिभा लोगों के सामने आएगी। भाइयों के साथ चल रहे मनमुटाव दूर होने से मन को राहत मिलेगी। नेगेटिव- कुछ विपरीत परिस्थितियां भी बनेगी। पड़ोसियों के साथ किसी मामले को लेकर वाद-विवाद हो सकता है, परंतु जरा सी सावधानी और सूझबूझ द्वारा परिस्थितियां संभल जाएंगी। बच्चों की संगति और गतिविधियों पर नजर रखे तथा उनका मार्गदर्शन करते रहे। व्यवसाय- प्रभावशाली व्यवसायियों के साथ संबंध बहुत फायदेमंद होंगे। उनके साथ वार्तालाप द्वारा कई सुझाव भी मिलेंगे। आज का दिन मार्केटिंग संबंधी कार्यों तथा पेमेंट वगैरह एकत्रित करने के लिए भी अनुकूल है। ऑफिस में अपने अधीनस्थ लोगों पर प्रभुत्व बना रहेगा। लव- घर में किसी भी समस्या को ज्यादा तूल देने से परिस्थितियां बिगड़ सकती हैं। बेहतर होगा कि पारिवारिक व्यक्ति आपस में ही बैठकर समस्याओं का समाधान करें। स्वास्थ्य- अत्यधिक भागा-दौड़ी की वजह से थकान और सिर दर्द रहेगा। उचित आराम मिले तथा मन मुताबिक गतिविधियों में कुछ समय जरूर व्यतीत करें। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 3 कर्क - पॉजिटिव- किसी मित्र अथवा संबंधी के साथ चल रहा मनमुटाव शांतिपूर्ण तरीके से हल हो सकता है, सिर्फ धैर्य और संयम रखने की जरूरत है। किसी पॉलिसी अथवा प्रॉपर्टी आदि में निवेश करना भविष्य में फायदेमंद साबित होगा। कोई यात्रा का भी प्लान हो सकता है। नेगेटिव- दोपहर बाद परिस्थितियों में कुछ प्रतिकूलता भी रहेगी। अनचाही गतिविधियों में समय व्यर्थ होने से मन उदास रहेगा। इस समय अपने अंदर उत्साहहीनता की भावना ना आने दे। युवा वर्ग अपने शिक्षा और करियर पर ज्यादा ध्यान दें। व्यर्थ के खर्चों पर भी काबू रखें। व्यवसाय- कारोबारी मामलों को लेकर समय उपलब्धियों वाला है। योजनाबद्ध तरीके से अपने कार्य को अंजाम दें। किसी कंपनी से आपको कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। ऑफिस में अपने पेपर्स तथा फाइलों को सुव्यवस्थित व कंप्लीट रखें। वरना लापरवाही मुसीबत का कारण बन सकती है। लव- दांपत्य जीवन में मधुरता रहेगी। किसी नन्हे मेहमान की किलकारी संबंधी शुभ समाचार मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य- स्वास्थ्य मे थोड़ी सी सावधानी रखना आपको स्वस्थ रखेगी। फिर भी लापरवाही बिल्कुल ना बरतें। भाग्यशाली रंग- लाल, भाग्यशाली अंक- 1 सिंह - पॉजिटिव- अपनी दिनचर्या शुरू करने से पहले पूरे दिन की कार्यप्रणाली की रूपरेखा बनाले, तो अवश्य ही सफलता मिलेगी। धार्मिक संस्थाओं से जुड़ना और उनका सहयोग करना भी आपको सुकून देगा। किसी नजदीकी मित्र से मुलाकात आपको जीवन से जुड़े नए आयाम सुझाएगी। नेगेटिव- आज व्यक्तिगत कानों में ज्यादा ध्यान लगाएं। कुछ ऐसे खर्चे सामने आएंगे कि जिन पर कटौती करना भी संभव नहीं होगा। क्रोध और जिद जैसी नकारात्मक स्वभाव पर अंकुश रखें, इसकी वजह से कई बनते काम बिगड़ भी सकते हैं।विद्यार्थी वर्ग अपने प्रोजेक्ट को लेकर परेशान रहेंगे। व्यवसाय- व्यवसायिक गतिविधियों में कुछ सुधार आएगा तथा आय की स्थिति भी बेहतर होगी। अपने कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से करते चलें। परिवारजनों तथा सहयोगियों की सलाह पर भी अवश्य ध्यान दें। सरकारी सेवारत लोगों को कोई विशेष कार्यभार मिलेगा। लव- घर परिवार में सुख-शांति भरा माहौल रहेगा। प्रेम संबंधों में एक दूसरे के प्रति विश्वास की भावना बढ़ेगी। स्वास्थ्य- बारिश के खुशनुमा मौसम में स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी रहेगी। खांसी, जुकाम तथा गले से संबंधित किसी भी दिक्कत को नजरअंदाज ना करें। तुरंत इलाज ले। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 5 कन्या - पॉजिटिव- समय आपके पक्ष में हैं, इसका उचित सदुपयोग करें। आसपास की गतिविधियों में समय नष्ट ना करके अपने काम पर ध्यान दें। इस समय की गई मेहनत के आपको उचित परिणाम मिलेंगे। यह समय आत्म अवलोकन का भी है। इससे आप कोई भी निर्णय लेने में आसानी महसूस करेंगे। नेगेटिव- किसी भी चुनौती का सामना घबराने की वजह धैर्य और शांति से करें, वरना व्यक्तिगत अथवा व्यवसायिक तनाव की वजह से घर के वातावरण पर भी असर पड़ेगा। अनावश्यक यात्राओं को टालना बेहतर है, क्योंकि इसमें पैसा और समय व्यर्थ ही होगा। व्यवसाय- बिजनेस के कामों में सुधार होगाा। आपको मेहनत के मुताबिक नतीजे भी मिलेंगे। युवा वर्ग को किसी व्यक्तिगत समस्या की वजह से करियर संबंधी व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है। बहुत अधिक मेहनत की जरूरत है। लव- पति-पत्नी के बीच चल रहा आपसी मनमुटाव घर की व्यवस्था कर सकता है। प्रेम संबंधों में रोमांटिक माहौल बना रहेगा। स्वास्थ्य- संयमित दिनचर्या रखने से पिछले कुछ समय से चल रही स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत से राहत मिलेगी। परंतु अभी लापरवाही ना बरते। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 4 तुला - पॉजिटिव- आज परिवार से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने पड़ सकते हैं, जिसमें आपकी मेहनत और योग्यता भी सबके समक्ष जाहिर होगी। व्यस्तता के बावजूद आप अपने व्यक्तिगत रुचि संबंधी कार्यों के लिए भी समय निकाल लेंगे। विवाह योग के लोगों के लिए कोई बेहतर रिश्ता आने की संभावना है। नेगेटिव- दूसरों की जिम्मेदारियों को अपने ऊपर लेना आपके लिए मुसीबत का कारण बन सकता है। इसलिए अपनी क्षमता के अनुसार ही कार्य करें। विद्यार्थी वर्ग व्यर्थ की गतिविधियों में व्यस्त होकर अपने करियर व पढ़ाई के साथ खिलवाड़ ना करें। व्यवसाय- व्यवसाय में कुछ बदलाव करने की योजना बना रहे हैं, तो समय अनुकूल है। आर्थिक मामलों में घर के किसी वरिष्ठ और अनुभवी व्यक्ति का मार्गदर्शन और सलाह के लिए उपयोगी साबित होगी। नौकरी पेशा लोगों को ऑफिस में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। लव- वैवाहिक संबंधों में प्रेम माधुर्य बनाए रखें। प्रेमी-प्रेमिका के बीच में किसी प्रकार की गलतफहमियां उत्पन्न होने से दूरियां बढ़ सकती हैं। स्वास्थ्य- अत्यधिक तनाव और कार्यभार लेने वजह से शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस करेंगे। कुछ समय प्रकृति के साथ भी जरूर व्यतीत करें और योगा मेडिटेशन भी करें। भाग्यशाली रंग- सफेद , भाग्यशाली अंक- 8 वृश्चिक - पॉजिटिव- उधार दिया हुआ पैसा फंसा हुआ है, तो आज उसके हासिल होने की प्रबल संभावना है। व्यक्तिगत तथा आर्थिक मामलों में अपने नजदीकी मित्रों तथा परिवारजनों के साथ सलाह अवश्य ले। आपको कोई निर्णय लेने में आसानी होगी। प्रियजनों के साथ संबंधों में मधुरता आएगी। नेगेटिव- विरोधाभासी परिस्थितियों से खुद को दूर रखें, वरना इसकी वजह से आपकी कार्य क्षमता प्रभावित होगी। व्यक्तिगत अथवा सामाजिक मामलों में चल रही उलझनो की वजह से भी दिनचर्या कुछ अस्त-व्यस्त रहेगी। युवा मर्यादित रहे, अपनी ही किसी बात पर शर्मिंदगी महसूस होगी। व्यवसाय- व्यवसाय में आपके नेतृत्व और प्रबंधन से सभी काम उचित तरीके से व्यवस्थित रहेंगे। जल्दबाजी न करें और महत्वपूर्ण फैसला लेते वक्त किसी अनुभवी से सलाह लें। ऑफिस की जिम्मेदारियां अच्छे से निभाएंगे और अधिकारियों से भी मार्गदर्शन मिलेगा। लव- पति-पत्नी का कुछ समय एक साथ व्यतीत करना भावनात्मक संबंधों में और अधिक नज़दीकियां लाएगा। लव पार्टनर को कुछ उपहार देना संबंधों में मधुरता आएगी। स्वास्थ्य- किसी खास कार्य में अवरोध आने की वजह से मानसिक तनाव और चिंता हावी ना होने दें। कुछ समय आत्म चिंतन तथा मनन में भी अवश्य व्यतीत करें। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 4 धनु - पॉजिटिव- वरिष्ठ सदस्यों के मार्गदर्शन से आज आपकी कोई महत्वपूर्ण समस्या हल होने वाली है, तथा मानसिक और आत्मिक सुख शांति बनी रहेगी। सिर्फ अपने ऊपर ज्यादा कार्यभार लेने से बचें, क्योंकि आप अपना विकास करना चाहते हैं तो आपको थोड़ा स्वार्थीपन भी लाना जरूरी है। वित्तीय योजनाओं को भी कार्य रूप देने का सही समय है। नेगेटिव- युवाओं को अपने भविष्य को लेकर कोई चिंता रह सकती है, परंतु अपने ऊपर नकारात्मकता हावी ना होने दें और किसी अनुभवी की मदद से समाधान निकालने का प्रयास करें। स्वयं को व्यस्त रखें। किसी धार्मिक स्थल पर जाकर कुछ समय व्यतीत करना आपको सुकून देगा। व्यवसाय- बिजनेस मे इस वक्त नया काम या योजना शुरू न करें। फाइनेंस संबंधी मामलों को लेकर कोई त्वरित निर्णय भी लेना पड़ सकता है। व्यवसायिक पार्टियों के साथ संबंध खराब ना होने दें। ऑफिस में व्यवस्था उचित बनी रहेगी। लव- परिवारजनों के साथ मिलजुल कर घर की व्यवस्था को लेकर विचार-विमर्श होंगे। युवाओं के प्रेम संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता आएगी। स्वास्थ्य- मौसमी बीमारियों का संकेत मिल रहा है। इसलिए लापरवाही बिल्कुल ना करें। संतुलित और व्यवस्थित दिनचर्या रखें। भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 9 मकर - पॉजिटिव- ग्रह स्थिति अनुकूल बनी हुई है।सही समय पर सही निर्णय लेना आपकी कई परेशानियों का हल निकाल देगा। विद्यार्थी अपनी परीक्षा को लेकर सजग रहेंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा और उनकी आवभगत में मनोरंजक भरा समय भी व्यतीत होगा। नेगेटिव- खर्चे बढ़ेंगे लेकिन उन पर कटौती रखना भी फिलहाल संभव नहीं है। पड़ोसियों के साथ किसी बात पर वाद-विवाद भी खड़ा हो सकता है। बेहतर होगा कि दूसरों के मामले में हस्तक्षेप ही ना करें। किसी घनिष्ठ मित्र से संबंधित अप्रिय समाचार मिलने से मन व्यथित रह सकता है। व्यवसाय- व्यवसाय में प्रोडक्शन के साथ-साथ मार्केटिंग संबंधी कार्यों को भी व्यवस्थित करने में ध्यान दें। किसी प्रोजेक्ट को लेकर दिक्कतें सामने आ सकती हैं। हालांकि आप समझदारी से उनको निपटाने में सक्षम भी रहेंगे। सरकारी नौकरी में मनोनुकूल कार्यभार मिलने से आज कुछ राहत मिलेगी। लव- पति-पत्नी आपसी सामंजस्य द्वारा उचित व्यवस्था बनाकर रखेंगे। प्रेम संबंधों में चल रही गलतफहमियां दूर होंगी। तथा संबंधों में मधुरता आएगी। स्वास्थ्य- वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। चोट लगने की आशंका है। कोई भी रिस्क लेना आपको मुश्किल में डाल देगा। भाग्यशाली रंग- केसरिया, भाग्यशाली अंक- 2 कुंभ - पॉजिटिव- आज आपका कोई सपना साकार होने वाला है, सिर्फ इस के लिए आत्मविश्वास और मेहनत की जरूरत है। और यह गुण आप में विद्यमान हैं। स्थान परिवर्तन संबंधी कोई योजना है, तो आज उस पर काम शुरू कर दें। युवाओं का कोई प्रोजेक्ट भी यथा समय पर कंप्लीट हो जाएगा। नेगेटिव- आलस और तनाव जैसी स्थिति को अपनी दिनचर्या में स्थान ना दें। अपने बोलचाल का लहजा नर्म रखें। गलत शब्दों के प्रयोग से संबंध खराब भी हो सकते हैं। किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में अनुभवी व्यक्ति की सलाह आपके लिए उचित रहेगी। व्यवसाय- नए व्यवसायिक लोगों से संपर्क बनेंगे। आपको उचित आर्डर और नये एग्रीमेंट मिल सकते हैं। स्टाफ तथा कर्मचारियों का भी भरपूर सहयोग बना रहेगा। वर्किंग महिलाएं अपने मान-सम्मान के प्रति सचेत रहें। नौकरीपेशा लोगों को परिवर्तन संबंधी कोई समाचार मिल सकता है। लव- घर परिवार के लिए समय निकालना घर के वातावरण को खुशनुमा रखेगा। प्रेम प्रसंगों में भी निकटता बढ़ेगी। स्वास्थ्य- अत्यधिक मेहनत और थकान की वजह से शारीरिक और मानसिक कमजोरी महसूस होगी। इम्यूनिटी स्ट्रांग बनाकर रखें। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 1 मीन - पॉजिटिव- काफी समय से चल रही थकान भरी दिनचर्या से राहत पाने के लिए आज मनोरंजन तथा मन मुताबिक गतिविधियों में मन लगेगा। घर के रखरखाव संबंधी सामान की ऑनलाइन शॉपिंग में भी समय व्यतीत होगा। विद्यार्थियों की अपने किसी विषय को लेकर चल रही समस्या भी दूर होगी। नेगेटिव- ध्यान रखें, कि अन्य गतिविधियों में व्यस्तता की वजह से आपके कुछ महत्वपूर्ण काम छूट सकते हैं, जो कि बहुत महत्वपूर्ण थे। इसलिए दिनचर्या को व्यवस्थित रखना अति आवश्यक है। गुस्से और आवेश में आकर कोई ऐसा निर्णय ना लेकिन बाद में आपको पछताना भी पड़े। व्यवसाय- कारोबारी गतिविधियां व्यवस्थित रहेंगी। आय की स्थिति में भी सुधार आएगा। लेकिन कर्मचारियों की कुछ लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इसलिए कार्यस्थल पर अपनी उपस्थिति अवश्य रखें। सरकारी नौकरी में अवांछित लोगों के साथ व्यवहार करते समय सावधान रहें। लव- दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। प्रेम संबंध में पारदर्शिता रखना अति आवश्यक है, क्योंकि अलगाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। स्वास्थ्य- खान-पान के प्रति आपकी ही लापरवाही की वजह से गैस व कब्जियत की शिकायत रहेगी। तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें। भाग्यशाली रंग- क्रीम, भाग्यशाली अंक- 6
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महिलाओं को पीरिएड्स का नोटिफिकेशन भेजेगी, हार्ट रेट और बॉडी टेम्परेचर भी बताएगी
वियरेबल गैजेट्स बनाने वाली कंपनी बोट (boAt) ने भारत में शुक्रवार को स्मार्ट रिंग (Smart Ring) अनवील की है। यह साधारण सी दिखने वाली अंगुठी (रिंग) एडवांस फीचर्स से लैस है। रिंग फीमेल यूजर्स को मेन्स्ट्रुअल साइकल का नोटिफिकेशन स्मार्टफोन पर भेजेगी।
वियरेबल गैजेट्स बनाने वाली कंपनी बोट (boAt) ने भारत में शुक्रवार को स्मार्ट रिंग (Smart Ring) पेश की है। यह साधारण सी दिखने वाली रिंग (अंगुठी) एडवांस फिटनेस फीचर्स से लैस है। रिंग फीमेल यूजर्स को मेन्स्ट्रुअल साइकल का नोटिफिकेशन स्मार्टफोन पर भेजेगी। इसके अलावा रिंग से हार्ट रेट और बॉडी टेम्परेचर की जानकारी भी मिलेगी। रिंग को सेरेमिक और मैटल से मिलाकर बनाया गया है। ये रिंग वॉटर रेसिसटेंस होगी, जिसे पहनकर आप स्वीमिंग भी कर सकेंगे। भारतीय मार्केट में इस रिंग का मुकाबला अल्ट्रा ह्यूमन रिंग एयर और सैमसंग की गैलेक्सी रिंग से होगा। अगस्त में लॉन्च हो सकती है स्मार्ट रिंग बोट ने स्मार्ट रिंग की लॉन्च डेट के बारे में जानकारी नहीं दी है। उम्मीद है अगस्त में इस रिंग को भारतीय मार्केट उतारा जा सकता है। कंपनी का कहना है कि boAt Smart Ring को प्राइस किफायती ही रखा जाएगा। बोट स्मार्ट रिंग अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और बोट के ऑफिशियल ऑनलाइन स्टोर सहित ई-कॉमर्स प्लेटफार्म्स पर अवेलेबल होगी। बोट स्मार्ट रिंग के फीचर्स मेन्स्ट्रुअल ट्रैकर : स्मार्ट रिंग की सबसे बड़ी खासियत मेन्स्ट्रुअल ट्रैकर है। इसकी मदद से महिला यूजर्स माहवारी चक्र (पीरियड) ट्रैक कर सकेंगी। इसके साथ ही नोटिफिकेशन और रिमाइंडर के जरिए इसकी जानकारी भी मिलेगी। एक्टिविटी ट्रैकिंग : स्मार्ट रिंग यूजर की डेली फिजिकल मूवमेंट को ट्रैक करेगी। यह वॉकिंग स्टेप्स, डिस्टेंस कवर्ड, बर्न कैलोरी आदि की जानकारी देगी। इसमें गोल सेट करने के साथ हर दिन की प्रोग्रेस भी देख सकेंगे। हार्ट रेट मॉनिटरिंग : स्मार्ट रिंग हार्ट रेट सेंसर से लैस है। रूटीन काम करने से लेकर वर्कआउट के दौरान भी रिंग से हार्ट रेट की जानकारी मिलती रहेगी। बॉडी रिकवरी ट्रैकिंग : स्मार्ट रिंग यूजर की बॉडी में आने वाले ओवरआल चेंजेस को ट्रेक करेगी और ये भी बताएगी कि चेंजेस पॉजिटिव है या नहीं। बॉडी टेम्परेचर मॉनीटरिंग : रिंग बॉडी टेम्परेचर को भी मापेगी। ज्यादा ठंडा या गर्म होने पर यह नॉटिफिकेशन भेजेगी। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि स्मार्ट रिंग फीवर नापने वाले थर्मामीटर का काम करेगी या नहीं। SpO2 मॉनिटरिंग : स्मार्ट रिंग में SpO2 मीटर दिया गया है, जो खून में मौजूद ऑक्सीजन (blood oxygen) का लेवल मापता है। इससे सांस संबंधित समस्याओं को पहचानने में भी मदद मिलेगी। स्लीप मॉनिटरिंग : यूजर रिंग से स्लीपिंग साइकल को भी ट्रैक कर सकेंगे। स्लीप पैटर्न से लेकर, नींद के घंटे आदि को इसमें रिकॉर्ड किया जा सकेगा।
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सितंबर में नया रूट खुलेगा; एक महीने पहले उत्तराखंड में नया व्यू पॉइंट मिला था
Mount Kailash can be seen from India in September, भगवान शिव का घर माने जाने वाले कैलाश पर्वत जाने के लिए उत्तराखंड के लिपुलेख में तैयार किया जा रहा रास्ता जल्द ही शुरू हो जाएगा। PTI के मुताबिक, इस साल सितंबर के बाद इस रास्ते को खोले जाने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया
भगवान शिव का घर माने जाने वाले कैलाश पर्वत जाने के लिए उत्तराखंड के लिपुलेख में तैयार किया जा रहा रास्ता जल्द ही शुरू हो जाएगा। PTI के मुताबिक, इस साल सितंबर के बाद इस रास्ते को खोले जाने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (BRO) ने पिथौरागढ़ के नाभीढांग में KMVN हटस से भारत-चीन सीमा पर लिपुलेख दर्रे तक सड़क की कटाई का काम शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा। एक महीने पहले उत्तराखंड में नया व्यू पॉइंट मिला था। पिथौरागढ़ जिले के नाभीढ़ांग के ठीक ऊपर 2 किलोमीटर ऊंची पहाड़ी से तिब्बत में मौजूद कैलाश पर्वत आसानी से दिखाई देता है। 6.5 किमी लंबी सड़क को काटने का काम शुरू रिपोर्ट के मुताबिक, BRO की हीरक परियोजना के चीफ इंजीनियर विमल गोस्वामी ने बताया कि हमने नाभीढ़ांग में KMVN हटस से लिपुलेख दर्रे तक करीब 6.5 किमी लंबी सड़क को काटने का काम शुरू कर दिया है। अगर मौसम सही रहा तो सितंबर तक काम पूरा हो जाएगा। सड़क के काम के साथ-साथ ‘कैलाश व्यू प्वाइंट’ भी तैयार होगा’। हीरक परियोजना को भारत सरकार ने ‘कैलाश व्यू पाइंट’ बनाने की जिम्मेदारी दी है। स्थानीय ग्रामीणों ने ढूंढा था नया रास्ता पिथौरागढ़ में मिले नए दर्शन पॉइंट को स्थानीय ग्रामीणों ने तलाशा था। ग्रामीणों की सूचना पर अफसरों और विशेषज्ञों की टीम भी वहां पहुंची थी। उन्होंने वहां रोड मैप, लोगों के ठहरने की व्यवस्था, दर्शन के पॉइंट तक जाने का रूट सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए सर्वे किया था। इस व्यू पॉइंट से 4-5 दिन की यात्रा करके कैलाश पर्वत के दर्शन किए जा सकते हैं। श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से धारचूला और बूढ़ी के रास्ते नाभीढांग तक पहुंचना होगा। इसके बाद दो किलोमीटर की चढ़ाई को पैदल तय करना होगा। लिंपियाधूरा चोटी से भी दर्शन हो सकते हैं बीते महीने स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया था कि पिथौरागढ़ के ही ज्योलिंगकांग से 25 किलोमीटर ऊपर लिंपियाधूरा चोटी से भी कैलाश पर्वत के दर्शन हो सकते हैं। लिंपियाधूरा चोटी के पास ओम पर्वत, आदि कैलाश और पार्वती सरोवर हैं। यहां से कैलाश पर्वत के दर्शन होने से इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन का स्कोप बढ़ेगा। 2019 से बंद है कैलाश मानसरोवर यात्रा कैलाश मानसरोवर यात्रा आखिरी बार साल 2019 में हुई थी। उसके बाद पहले कोरोना के कारण, फिर भारी बर्फबारी की वजह से यात्रा रोक दी गई थी। अभी यात्रा में लगते हैं 2 से 3 हफ्ते कैलाश यात्रा 3 अलग-अलग राजमार्ग से होती है। पहला- लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड), दूसरा- नाथू दर्रा (सिक्किम) और तीसरा- काठमांडू। इन तीनों रास्तों पर कम से कम 14 और अधिकतम 21 दिन का समय लगता है। 2019 में 31 हजार भारतीय यात्रा पर गए थे। कैलाश की परिक्रमा 52 किमी कैलाश पर्वत श्रेणी कश्मीर से भूटान तक फैली हुई है। इसमें ल्हा चू और झोंग चू के बीच यह पर्वत स्थित है। यहां दो जुड़े हुए शिखर हैं। इसमें से उत्तरी शिखर को कैलाश के नाम से जाना जाता है। इस शिखर का आकार एक विशाल शिवलिंग जैसा है। हिंदू धर्म में इसकी परिक्रमा का बड़ा महत्व है। परिक्रमा 52 किमी की होती है। तिब्बत के लोगों का मानना ​​है कि उन्हें इस पर्वत की 3 या फिर 13 परिक्रमा करनी चाहिए। वहीं, तिब्बत के कई तीर्थ यात्री तो दंडवत प्रणाम करते हुए इसकी परिक्रमा पूरी करते हैं। उनका मानना ​​है कि एक परिक्रमा से एक जन्म के पाप दूर हो जाते हैं, जबकि दस परिक्रमा से कई अवतारों के पाप मिट जाते हैं। जो 108 परिक्रमा पूरी कर लेता है उसे जन्म और मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है। भारत का हिस्सा, लेकिन अब चीन का कब्जा 1962 में जब भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ तो चीन ने भारत के कैलाश और मानसरोवर पर कब्जा कर लिया। अब यहां पहुंचने के लिए चीनी पर्यटक वीजा प्राप्त करना होता है। इसके चलते अब कैलाश जाना आसान नहीं रहा। ITBP के जवान और चीनी सैनिकों के पचासों तरह की चेकिंग के बाद मानसरोवर पहुंचा जाता है।कैलाश मानसरोवर यात्रा दो से तीन सप्ताह तक चलती है (इस पर निर्भर करते हुए कि आप यात्रा कहां से शुरू करते हैं।)।
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ABVP कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्रार और पुलिसवालों से भी की मारपीट; लाठीचार्ज
दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में शुक्रवार को बड़ा बवाल हो गया। ABVP के कार्यकर्ताओं ने कुलपति और प्राक्टर की जमकर पिटाई की गई है। कई दिनों से धरने पर बैठे ABVP के कार्यकर्ताओं का गुस्सा शुक्रवार दोपहर बाद फूट गया। कार्यकर्ताओं ने कुलसचिव को बुरी
गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी (DDU) में शुक्रवार शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने वाइस चांसलर के चैंबर में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। दरवाजा उखाड़कर फेंक दिया। इसके बाद वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इतना ही नहीं, बीच-बचाव करने आए पुलिसवालों से भी मारपीट की। बाद में पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर ABVP कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। बवाल में वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार, 3-4 ABVP कार्यकर्ता और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सभी को अस्पताल भेजा गया है। अभी मौके पर हंगामा हो रहा है। 3 से 4 थानों की फोर्स तैनात की गई है। वहीं, 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। अब बवाल के 2 फुटेज देखिए... पहले जानते हैं क्यों हुआ बवाल ABVP कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी में फैली अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों के मुताबिक वाइस चांसलर के आश्वासन के बाद भी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद 13 जुलाई को ABVP कार्यकर्ताओं ने मांगे पूरी न होने पर यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। उस दिन कार्यकर्ताओं ने तीन गेट के ताले भी तोड़ दिए थे। इसके बाद वाइस चांसलर ने एक-एक कर छात्रों की समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इन सभी का समाधान कर दिया जाएगा। इसके बाद डीन डॉ. सत्यपाल सिंह ने हंगामा करने वाले 4 कार्यकर्ताओं के निलंबन और 4 कार्यकर्ताओं को यूनिवर्सिटी में प्रवेश वर्जित करने का आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के विरोध में छात्र वाइस चांसलर से मिलने शुक्रवार को पहुंचे तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। इस पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया। वाइस चांसलर नहीं आए तो उनके चैंबर में घुसे कार्यकर्ता ABVP कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी के गेट पर वाइस चांसलर प्रोफेसर राजेश सिंह का इंतजार करते रहे। 3 बजे तक वे बाहर नहीं निकले। इसके बाद नाराज कार्यकर्ता वाइस चांसलर के चैंबर में पहुंच गए। इस दौरान पुलिस अपनी सुरक्षा में वाइस चांसलर को बाहर निकाल रही थी, तभी कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। अफरा-तफरी के माहौल की तस्वीरें देखिए... गमलों से किया हमला ABVP कार्यकर्ताओं ने गमले फेंककर वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार को मारा। इस दौरान रजिस्ट्रार जमीन पर गिर गए। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें जमकर पीटा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। घटना को लेकर अफरा-तफरी का माहौल है। ये भी पढ़ें.. DDU छात्रों ने आधी रात घेरा कुलपति का आवास: स्टूडेंट्स बोले- न खाना मिल रहा न पानी दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बुधवार की रात हंगामा खड़ा कर दिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन की अव्यवस्थाओं से नाराज आरपी शुक्ल हॉस्टल के छात्रों ने कुलपति आवास पर प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। सूचना पाते ही कैंट पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस ने किसी तरह छात्रों को समझा-समझा बुझाकर मामला शांत कराया। यहां पढ़ें पूरी खबर पूर्णिया विवि में लाखों की कॉपी हुई रद्दी, लगी दीमक:15 लाख खरीदी थी कॉपी, पहले VC राजेश सिंह के कार्यकाल में हुई थी खरीदारी नव स्थापित पूर्णिया विश्वविद्यालय में रुपयों का कैसे दुरुपयोग होता है तो परीक्षा विभाग चले जाए। वहां पर अभिभावक व छात्रों से लिए फीस के रुपये से खरीदी गई कॉपी को कैसे दीमक लगा दिया गया है। इसको देखकर लगता है कि विवि प्रशासन ने कैसे छात्रों के पैसे का दुरुपयोग किया है। यहां पढ़ें पूरी खबर
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सांवलाराम व मिथिलेश सह प्रभारी, उदयपुर के निवर्तमान प्रभारी हेमराज को भरतपुर का जिम्मा
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने सक्रियता संगठन में बढ़ा दी है। कुछ जिलों में जिलाध्यक्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने संभाग प्रभारी एवं सह प्रभारियों की सूची जारी की है जिसमें उदयपुर संभाग में भी प्रभारी एवं दो सह प्रभारी लगाए गए है।
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने संगठन में सक्रियता बढ़ा दी है। कुछ जिलों में जिलाध्यक्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने संभाग प्रभारी एवं सह प्रभारियों की सूची जारी की है जिसमें उदयपुर संभाग में भी प्रभारी एवं दो सह प्रभारी लगाए गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने शुक्रवार को जारी की सूची में दामोदर अग्रवाल को उदयपुर संभाग प्रभारी लगाया है। भीलवाड़ा से आने वाले अग्रवाल प्रदेश महामंत्री हैं और अब उनको यहां का जिम्मा दिया गया है। पहला सह प्रभारी सांवलाराम देवासी को बनाया। वे जालौर जिले के भीनमाल से आते हैं और अभी वे प्रदेश में सचिव हैं। इसी प्रकार दूसरे सह प्रभारी की जिम्मेदारी मिथिलेश गौतम को दी गई है। एबीवीपी में काम करने वाले मिथिलेश केकड़ी से आते हैं। उदयपुर से भाजपा नेता प्रमोद सामर को जोधपुर संभाग का सह प्रभारी बनाया गया है। सामर उदयपुर में बड़े नेताओं की रैलियों को लेकर चुनाव में पूरा जिम्मा संभालते हैं और सहकारिता से भी जुड़े हैं। उदयपुर संभाग के निवर्तमान संभाग प्रभारी हेमराज मीणा को भरतपुर संभाग का प्रभारी बनाया गया है। वे बारां से आते हैं। संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए नए अध्यक्ष सीपी जोशी की नई टीम के साथ पिछले दिनों कुछ जिलों में नए जिलाध्यक्ष भी लगाए और अब संभागों में भी प्रभारी व सह प्रभारियों के लिए नए सिरे से जिम्मा दे दिया है। सूची आने के साथ ही भाजपा में कयास लगाए जाने लगे कि जिनको ये जिम्मा दे दिया गया है उनको विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलेगा। पार्टी जानकार बताते हैं कि स्थितियों के अनुरूप चुनाव के समय कुछ भी संभव है, पहले कुछ नहीं कहा जा सकता है।
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दोस्तों में 16 फीट नीचे कूदने की लगी थी शर्त, हालत गंभीर; CCTV आया सामने
Uttar Pradesh (UP) Kanpur Dr. Virendra Swaroop School Student Video Goes Viral. फिल्मी स्पाइडरमैन एक-बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में पलक झपकते ही पहुंच जाता है...। बिल्डिंग में दौड़ते हुए चढ़ जाता है। उसे कोई पकड़ नहीं सकता है...।
कानपुर के किदवई नगर में तीसरी क्लास में पढ़ने वाला एक स्टूडेंट स्कूल की पहली मंजिल से कूद गया। बच्चे को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना 19 जुलाई की है। शुक्रवार को इसका CCTV सामने आया है। बाबूपुरवा कॉलोनी निवासी आनंद बाजपेई ने बताया कि उनका 8 साल का बेटा एच-2 ब्लॉक स्थित डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर में पढ़ता है। उस दिन दोपहर करीब डेढ़ बजे स्कूल से पत्नी के पास फोन आया कि बेटा छत से कूद गया है। उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। हम वहां पहुंचे तो बेटे का इलाज चल रहा था। स्कूल प्रबंधन का दावा है कि छुट्टी से थोड़ी देर पहले बेटे ने पानी की बोतल भरने की इजाजत मांगी थी। वह क्लास के बाहर ठंडा पानी भरने गया। तभी उसके तीन दोस्त भी वहां पहुंचे। तीनों दोस्तों में स्पाइडरमैन की तरह कूदने की चर्चा होने लगी। कौन कूद सकता है? इस बात को लेकर शर्त लग गई। इससे बेटा चार फीट की रेलिंग फांदकर 16 फीट नीचे कूद गया। शुक्रवार को डॉक्टरों ने बताया, बच्चे का जबड़ा और आगे के चार दांत टूट गए हैं। साथ ही होंठ भी फट गए हैं। घुटने की झिल्ली फट गई है। बॉडी में और भी जगह गंभीर चोंटें हैं। हालांकि बच्चे को इलाज के बाद अब अस्पताल से घर भेज दिया गया है। खबर में पोल भी है। आगे बढ़ने से पहले इसमें हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं। CCTV में कैद हुई पूरी घटना स्कूल में लगे CCTV में पूरी घटना कैद हुई है। इसमें साफ दिख रहा है कि छात्र विराट अकेले रेलिंग की तरफ आया और रेलिंग पर चढ़कर छलांग लगा दी। किदवई नगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि पूरे मामले में छात्र के परिजन ने स्कूल प्रबंधन पर कोई भी आरोप नहीं लगाया है। छात्र की मां का कहना है कि बेटे की गलती से ऐसा हुआ है। ये खबर भी पढ़ें... कुशीनगर में टीचर ने कहा- योर वर्क इज नॉट गुड, इतनी सी बात पर स्कूल के टॉप फ्लोर से कूदी छात्रा कुशीनगर में सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के टॉप फ्लोर से कूदकर छात्रा ने सुसाइड की कोशिश की थी। छात्रा की मां ने स्कूल प्रबंधन और क्लास टीचर पर बेटी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। आठ महीने पहले मां ने पुलिस को तहरीर देकर कहा है कि बेटी के पास चिट मिलने पर उसे प्रताड़ित किया गया। उसे सभी के सामने बेइज्जत किया गया। जो बात वो सह नहीं पाई और पेपर खत्म होते ही स्कूल के टॉप फ्लोर पर जाकर छलांग लगा दी। हालांकि प्रिंसिपल का कहना है कि छात्रा से सिर्फ इतना कहा था कि योर वर्क इज नॉट गुड। इसके बाद उसे क्लास में भेज दिया गया था। पढ़ें पूरी खबर... मेरठ में छठी मंजिल से कूदी 12वीं की छात्रा, यूनिफॉर्म पहन कर एक घंटे तक छत पर घूमती रही मेरठ में 12वीं की छात्रा गोल्डन टॉवर की छठी मंजिल से कूद गई। पुलिस छात्रा को लेकर लोकप्रिय हॉस्पिटल गई। यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना छह महीने पुरानी और शास्त्री नगर कुटी चौराहे के पास की है। खरखोदा के रहने वाले रोहित अग्रवाल की बेटी अवनी अग्रवाल एमपी जीएस स्कूल में पढ़ती थी। रोहित प्रॉपर्टी का काम करते हैं। अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस उसके साथ पढ़ने वाले छात्रों और परिजनों से वजह जानने का प्रयास कर रही है। छात्रा का बैग, ब्लेजर, एक जूता और चश्मा पुलिस ने मौके से बरामद किया है। पढ़ें पूरी खबर...
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कुल्लू में 4 जगह बादल फटे; भारतीय नौ सेना के तीन अफसर पानी में बहे
हिमाचल प्रदेश के मनाली जिले के जगतसुख गांव में गुरुवार रात करीब 12 बजे बादल फट गया। इसके बाद साथ लगते नाले से सड़क पर मलबा आ गया, जिससे सड़क अवरुद्ध हो गईं और 6 के करीब गाड़ियों को मलबे से नुकसान पहुंचा।
हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिनों तक भारी बारिश का येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने ताजा बुलेटिन में कल के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 23 से 25 जुलाई के लिए येलो अलर्ट दिया गया है। वहीं बीते 24 घंटे के दौरान पहाड़ों पर भारी बारिश ने कहर बरपाया है। कुल्लू जिले में चार अलग-अलग जगह बादल फटने और कुछ लोगों के फ्लैश फ्लड में बहने की आशंका है। इसमें मनाली घूमने आए भारतीय नौ सेना के तीन अफसर भी शामिल बताए जा रहे हैं।कुल्लू के सैंज, पाशी गांव, जगतसुख और हरिपुर के करजां में भी बादल फटने के बाद लोग दहशत में आ गए। पाशी गांव में ग्रामीणों को घर छोड़कर भागना पड़ा। बादल फटने के बाद सैंज बाजार को सुबह चार बजे खाली करवाया गया। मनाली के जगतसुख में बादल फटने के बाद सारा मलबा सड़क पर आ गया, जिससे सड़क अवरुद्ध हो गईं और आधा दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को मलबे से नुकसान पहुंचा। उधर, मणिकर्ण में भारी बारिश के बाद दुकानों में मलबा घुस गया। HRTC बस पर गिरी चट्टाने उधर, किन्नौर के उरनी ढांक से HRTC की बस पर चट्टाने गिर गई। इससे तीन यात्रियों को चोटें आई है और बस को भी काफी नुकसान पहुंचा है। HRTC की बस रिकांगपियो से शिमला आ रही थी। इसकी सूचना मिलने के बाद आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने घायलों व दूसरे यात्रियों को बस से बाहर निकाला। प्रदेश में खराब मौसम और सड़कों की दयनीय हालत को देखते हुए कई सब डिवीजन में स्कूल 22 जुलाई तक बंद कर दिए गए हैं। आनी, निचार, सांगला, ठियोग, जुब्बल-कोटखाई, कुमारसैन, रोहड़ू इत्यादि क्षेत्रों में मानसून ब्रेक तीसरी बार बढ़ाया गया है। 676 सड़कें बंद, 720 से ज्यादा रूट ठप प्रदेश में पिछले सप्ताह की भारी बारिश के बाद 676 सड़कें 11 दिन से बंद पड़ी हैं। 720 से ज्यादा रूट्स पर बस सेवाएं सप्ताह से भी अधिक समय से ठप हैं। लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बंद होने से सेब ढुलाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है। 1,138 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बंद हैं, जिससे लोगों की रात एक सप्ताह से अंधेरे में बीत रही है। 4,808 करोड़ की संपत्ति तबाह हो चुकी प्रदेश में 4,808 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी व निजी संपत्ति भारी बारिश से तबाह हो गई है। अकेले जल शक्ति विभाग की 1,440 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग की 1,521 करोड़ और बिजली बोर्ड की 1,451 करोड़ रुपए की संपत्ति बर्बाद हुई। 138 लोगों की जा चुकी जान प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 138 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 38 लोगों की जान लैंड स्लाइड व फ्लैश फ्लड के कारण हुई है। 12 लोग अभी भी लापता हैं।
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कर्क राशि के लोग किसी के दबाव में कोई निर्णय न लें, कन्या राशि के लोगों को मिल सकता है धन लाभ
शनिवार, 22 जुलाई को मेष राशि के लोग आलस से बचें और गलत आदतों को सुधारें, तभी लाभ हो पाएगा। कर्क राशि के लोग दूसरों के दबाव में कोई निर्णय न लें। कन्या राशि के लोगों को धन लाभ मिल सकता है। Saturday, 22 July tarot Horoscope in hindi, People of Cancer, people of Virgo, Shaniwar ka rashifal
शनिवार, 22 जुलाई को मेष राशि के लोग आलस से बचें और गलत आदतों को सुधारें, तभी लाभ हो पाएगा। कर्क राशि के लोग दूसरों के दबाव में कोई निर्णय न लें। कन्या राशि के लोगों को धन लाभ मिल सकता है। टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए सभी 12 राशियों के लिए दिन कैसा रह सकता है... मेष - QUEEN OF SWORDS गलत आदतों को सुधारकर जीवन में डिसिप्लिन बनाएं। जिस तरह से आप प्रयत्न करेंगे, उसी प्रकार से फल प्राप्त होगा। आलस से खुद को दूर रखें और महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान दें। काम से जुड़ी बातें आसानी से आगे बढ़ेंगी। व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। करियर : बेकार के काम में वक्त बर्बाद न करें। अपने टारगेट प्रयत्न बढ़ाने की आवश्यकता है। लव : अन्य लोगों से अधिक रिलेशनशिप संबंधी विचारों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ें। हेल्थ : शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए खानपान में बदलाव करें। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 1 वृषभ - ACE OF WANDS आपके द्वारा किए गए प्रयत्न को सफलता मिलेगी, साथ में प्रशंसा भी हो सकती है। लोगों का विश्वास बढ़ने से नई जिम्मेदारियां मिलेंगी, इस कारण व्यक्तित्व में सुधार होगा और आर्थिक पक्ष को मजबूत बनाने का मौका प्राप्त हो सकता है। प्रॉपर्टी से जुड़े काम करते समय अनुभवी लोगों का साथ मिलेगा। जीवन में कई बदलाव नजर आएंगे। नई बातों को नकारात्मक तरीके से न लें। करियर : आपके प्रयत्नों की वजह से बड़ी समस्या सुलझ सकती है। लव : रिलेशनशिप में नई शुरुआत हो सकती है। पार्टनर की जरूरतों पर ध्यान देते रहें। हेल्थ : सेहत में सुधार होगा, फिर भी पुरानी बीमारी न हो, इस बात की सतर्कता रखें। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 4 मिथुन - SEVEN OF CUPS अपने डर की चर्चा सही व्यक्ति के साथ करें। फिलहाल अपने विचारों को समझने की कोशिश करते रहें। जब तक निर्णय पक्का नहीं होता है, तब तक इसकी चर्चा दूसरों के साथ न करें। कठिन लगने वाला निर्णय महत्वपूर्ण है, इस बात का ध्यान रखें। करियर : करियर में नाराजगी बढ़ेगी, इस कारण कार्यक्षमता कम हो सकती है। लव : बेकार के रिलेशनशिप की वजह से बार-बार चिंता बढ़ेगी। हेल्थ : तनाव के कारण नींद संबंधी समस्या हो सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 2 कर्क - ACE OF SWORDS दूसरों के दबाव में निर्णय न लें। मित्रों के साथ बातचीत करते समय सकारात्मक रहें। परिवार से अधिक मित्रों से सहयोग मिल सकता है। पैसों से जुड़ी समस्या जल्दी ही दूर होगी। बड़ा फायदा होने से आपका हौसला बढ़ेगा। इस वजह से बड़े लक्ष्य पूरे हो सकते हैं। करियर : काम से जुड़े लोगों को अच्छे सुझाव मिल सकते हैं। काम बेहतर तरीके से हो सकता है। लव : रिलेशनशिप की शुरुआत सकारात्मक तरीके से होगी। अधिकतर बातें फिलहाल आप पर निर्भर करती हैं। हेल्थ : लोबीपी और शुगर की तकलीफ न हो, इस बात का ध्यान रखें। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 3 सिंह - THE LOVERS आपके काम को प्रशंसा मिलेगी, लेकिन इस काम की वजह से जीवन में क्या बदलाव आ रहे हैं, ये जानना आपके लिए जरूरी है। परिवार के लोगों के साथ बढ़ रही दूरियों की वजह से अकेलापन बढ़ सकता है। काम में सतर्कता रखनी होगी। किसी नए व्यक्ति के साथ परिचय बढ़ने से उलझनें बढ़ सकती हैं। व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी न दें। करियर : काम करते समय उत्साह होने से नई बातें सीखने की कोशिश करेंगे। लव : पार्टनर्स में आकर्षण बना रहेगा। हेल्थ : शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए शरीर को डिटॉक्स करने की आवश्यकता है। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 9 कन्या - FIVE OF PENTACLES पैसों से संबंधित चिंता दूर होगी। अगर आप निवेश से जुड़े निर्णय सही तरीके से लेते हैं तो आर्थिक पक्ष होगा और भविष्य में आपको फायदा मिल सकता है। बड़ी खरीदारी के बारे में फिलहाल विचार न करें। जब तक किसी काम की पूरी जानकारी नहीं होती है, तब तक रिस्क न लें। करियर : मित्र के साथ शुरू किए काम को बडा रूप दे पाएंगे। लव : एक-दूसरे के लिए बढ़ने वाली नाराजगी के बारे में पार्टनर्स से चर्चा करें। हेल्थ : शरीर पर लगी हुई चोट को ठीक होने में वक्त लगेगा। लकी कलर : गुलाबी लकी नंबर : 5 तुला - THE MAGICIAN अपनी कार्यक्षमता का सही इस्तेमाल करें। समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करें। प्रगति होगी, लेकिन बढ़ रही नकारात्मकता की वजह से गलत कामों की ओर झुकाव हो सकता है। अपनी तारीफ की बातों की वजह से अहंकार बढ़ सकता है। अहंकार और क्रोध से बचें, वर्ना हानि हो सकती है। गलत काम को बढ़ावा न दें। परिवार के लोगों के सामने आपकी छवि नकारात्मक न बने, इस बात का ध्यान रखें। करियर : करियर से जुड़ा कोई बड़ा निर्णय लेने से पहले सोच-विचार करने की आवश्यकता है। लव : पार्टनर की वजह से सकारात्मकता बनी रहेगी। हेल्थ : कमर में जकड़न हो सकती है। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 3 वृश्चिक - NINE OF WANDS पैसों की आवक सीमित रहेगी, इस कारण चिंता बढ़ सकती है। बड़े खर्च टालने की कोशिश करें। अचानक होने वाले समस्याओं के लिए खुद को तैयार रखें। रिश्तेदारों में तालमेल बना रहेगा। फिलहाल किसी भी व्यक्ति के साथ पैसों का लेन-देन सोच-समझकर करें। करियर : लोगों आपके काम में बाधा डालने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन बड़ा नुकसान नहीं होगा। लव : पार्टनर की तुलना अन्य लोगों के साथ करने से विवाद हो सकते हैं। हेल्थ : त्वचा संबंधी तकलीफ बढ़ने की संभावना है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 8 धनु - KNIGHT OF PENTACLES पैसों के लिए लिए गए निर्णय की वजह से करीबी लोगों के साथ विवाद हो सकता है। जीवन में संतुलन बनाए रखें। भावुक होकर लिए गए निर्णय के कारण आपको तकलीफ हो सकती है। विचारों को महत्व देकर लिए गए निर्णय के कारण भी नुकसान सकता है। करियर : करियर से जुड़े निर्णय लेने के लिए अन्य लोगों पर निर्भरता बढ़ेगी। अपनी कमजोरियों को दूर करने की कोशिश करें। लव : पार्टनर की मदद करने से पहले उनसे बात जरूर करें। हेल्थ : मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 7 मकर - THREE OF SWORDS दूसरों का आपके जीवन में बढ़ता हुआ हस्तक्षेप तकलीफ का कारण बनेगा। जरूरत से अधिक व्यक्तिगत जानकारी किसी को न दें। मानसिक रूप से कमजोरी रह सकती है। परिवार के लोग आलोचना कर सकते हैं। अकेलापन बढ़ेगा। अपनी गलतियों को स्वीकार करें और कमजोरियों को दूर करने की कोशिश करें। करियर : काम की जगह चल रहे षड़यंत्र की वजह से आपको मानहानि का सामना करना पड़ सकता है। लव : रिलेशनशिप टूटने की संभावना है। हेल्थ : सिर दर्द की समस्या बढ़ेगी। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 6 कुंभ - SIX OF CUPS सही लोगों के साथ जुड़ने से काम का विस्तार होगा। अचानक किसी व्यक्ति से पैसों की मदद प्राप्त हो सकती है। योजना के अनुसार काम करें। डिसिप्लिन बनाए रखें। लोग आपको भटकाने की कोशिश कर सकते हैं। खुद के लिए जो बातें महत्वपूर्ण हैं, उन ध्यान दें। करियर : विद्यार्थियों को प्रयत्नों के अनुसार सफलता मिलेगी। लव : पार्टनर से सरप्राइस प्राप्त हो सकता है। हेल्थ : सर्दी-बुखार की तकलीफ होगी। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 2 मीन - FOUR OF PENTACLES जिस काम के बारे में गहराई से विचार कर रहे हैं, उससे संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। फिलहाल एकांत में समय बिता कर अपनी एकाग्रता को बढ़ाने की कोशिश करें। सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी, इस कारण पुरानी तकलीफ दूर करना आपके लिए संभव हो सकता है। करियर : व्यापारी वर्ग को लेन-देन करते समय दस्तावेज ठीक से पढ़कर ही आगे बढ़ना होगा। लव : पार्टनर आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं, सतर्क रहें। हेल्थ : बीपी संबंधी समस्या जटिल हो सकती है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 7
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महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया था; ममता बोलीं- बेटी बचाओ नारे का क्या हुआ
 Manipur Women Paraded Naked Video Case Update - Follow Manipur Crime News, Headlines, Reports And Latest Informations On Dainik Bhaskar. मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 11 दिन पुलिस कस्टडी में सौंपा है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि सरकार सभी आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। इस बीच कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- आपने 'बेटी बचाओ' का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है। आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है। ममता बोलीं- कब तक बेटियां जलाई जाएंगी ममता ने कहा- मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि क्या मणिपुर की घटना से आपको थोड़ा भी दुख नहीं हुआ? आप पश्चिम बंगाल पर उंगली उठाते हैं, लेकिन क्या आपको बहनों और मांओं के लिए प्यार नहीं है? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी, दलित और अल्पसंख्यक लोग मारे जाएंगे? हम मणिपुर नहीं छोड़ेंगे, पूर्वोत्तर की बहनें हमारी बहनें हैं। ममता ने आगे कहा- बिलकिस बानो के मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पहलवानों के मामले में (बृजभूषण शरण सिंह) जमानत दे दी गई। देश की महिलाएं आने वाले चुनाव में आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी। 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई थी घटना महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई (बुधवार) को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले जा रहे हैं और उनसे अश्लील हरकतें कर रहे हैं। मणिपुर घटना पर हरभजन सिंह बोले- मैं गुस्से से सुन्न हो गया हूं, आरोपियों को सजा-ए-मौत दी जाए पंजाब से आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने मणिपुर में हुई घटना के बाद गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करके सख्त सजा देने की मांग की है। हरभजन सिंह ने ट्वीट करके लिखा- अगर मैं कहूं कि मैं क्रोधित हूं, तो यह एक अंडर-स्टेटमेंट है। मैं गुस्से से सुन्न हो गया हूं। मणिपुर में जो हुआ उसके बाद आज मैं शार्मिंदा हूं। अगर इस भयानक अपराध के अपराधियों को कानून के सामने नहीं लाया जाता और मौत की सजा नहीं दी जाती, तो हमें खुद को इंसान कहना बंद कर देना चाहिए। पूरी खबर पढ़ें मणिपुर के वायरल वीडियो पर बयान... सुप्रीम कोर्ट बोला- सरकार कदम उठाए, वरना हम उठाएंगे महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी। प्रधानमंत्री बोले- 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया PM मोदी ने कहा, 'इस घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। ये बेइज्जती पूरे देश की हो रही है।' उन्होंने कहा- 'मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं। हिंदुस्तान के किसी भी कोने या किसी भी राज्य में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून-व्यवस्था और बहनों का सम्मान प्राथमिकता है।' एक और वीडियो वायरल, इसमें मैतेई लोगों की हत्या का दावा महिलाओं का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कई लोगों के शव दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट करने वाले शख्स ने दावा किया है कि ये वीडियो जून का है, जब कुकी समुदाय ने सुगनू इलाके के आसपास मैतेई गांवों में लोगों की हत्या की थी। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो की पुलिस ने अभी तक पुष्टि नहीं की है। वीडियो शेयर करने वाले ने देश के तमाम मीडिया हाउस, केंद्रीय मंत्रियों और मणिपुर के मुख्यमंत्री को भी टैग किया है। फेसबुक-ट्विटर पर वीडियो शेयर करने पर रोक न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि सरकार ने फेसबुक-ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्वस्त्र महिला की वीडियो को शेयर न करने का आदेश दिया है। आदेश का उल्लंघन होने पर केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है। ​​​​​​ मामले की FIR में क्या है... 4 पॉइंट्स में जानिए क्या है मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इम्फाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। कैसे शुरू हुआ विवाद: मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। मैतेई का तर्क क्या है: मैतेई जनजाति वाले मानते हैं कि सालों पहले उनके राजाओं ने म्यांमार से कुकी काे युद्ध लड़ने के लिए बुलाया था। उसके बाद ये स्थायी निवासी हो गए। इन लोगों ने रोजगार के लिए जंगल काटे और अफीम की खेती करने लगे। इससे मणिपुर ड्रग तस्करी का ट्राएंगल बन गया है। यह सब खुलेआम हो रहा है। इन्होंने नगा लोगों से लड़ने के लिए आर्म्स ग्रुप बनाया। नगा-कुकी विरोध में क्यों हैं: बाकी दोनों जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इंफाल घाटी में हैं। ऐसे में ST वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों का बंटवारा होगा। सियासी समीकरण क्या हैं: मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई और 20 विधायक नगा-कुकी जनजाति से हैं। अब तक 12 CM में से दो ही जनजाति से रहे हैं। मणिपुर से जुड़ी भास्कर की ये एक्सक्लूसिव खबरें भी पढ़ें... ‘कुकी नजर आया तो गोली मार दूंगा’...पार्ट-1:मणिपुर के गांवों में बनीं विलेज फोर्स, बूढ़े-जवान राइफल लेकर बंकर में तैनात 29 जून की सुबह थी, हम होटल से इंफाल एयरपोर्ट के लिए निकल रहे थे। फोन बजा, कॉल एन बोबी सिंह का था। वे शायद दौड़कर कहीं जा रहे थे, हांफती आवाज में कहने लगे, ‘कुकी मिलिटेंट ने हमला कर दिया है, बंदूक लेकर मैं भी जा रहा हूं।’ फिर फोन डिस्कनेक्ट हो गया। पढ़ें पूरी खबर... कुकी के बंकर में हैंडमेड M17 मशीनगन...पार्ट-2:कमांडर बोला- मैतेई मिलिटेंट के लिए बनाए, CM हमारे बारे में झूठ बोलना बंद करें मणिपुर के कांगपोपकी जिले में है साइकुल कस्बा। 26 जून को जब हम यहां पहुंचे, तो इलाके के लोकल कुकी लीडर हमें इंफाल बॉर्डर पर मौजूद बंकर दिखाने ले गए। रास्ते में लगातार बंदूक लटकाकर घूमते लोग मिलते रहे। बंकर, बंदूकें, लड़ाके सब कुछ बिल्कुल मैतेई आबादी वाले सिंगदा गांव जैसे थे, जहां हम साइकुल आने से पहले गए थे। पढ़ें पूरी खबर... मणिपुर हिंसा के 2 महीनों के 10 चुनिंदा फोटोज: हाथ में बंदूक लिए खड़े दिखे युवा; गाड़ियों की चेकिंग कर रही महिलाएं मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा की मुख्य वजह हाईकोर्ट का एक आदेश है। इस आदेश में मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य के मैतेई समुदाय को ST का दर्जा देने की सिफारिश की थी। इस आदेश के विरोध में कुकी समुदाय ने 3 मई को एक मार्च बुलाया गया था। इसी मार्च के साथ राज्य में हिंसा की शुरुआत हुई थी। मणिपुर हिंसा से जुड़े 10 चुनिंदा फोटोज देखें… मणिपुर CM बोले- हिंसा प्री-प्लांड:इस्तीफे की पेशकश पर कहा- PM और गृहमंत्री के पुतले जलाए गए, मैं दुखी था मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि वे लोगों के बर्ताव से दुखी थे। मणिपुर में 2 महीने से जारी हिंसा के बीच बीरेन सिंह ने शुक्रवार यानी 30 जून को इस्तीफा देने की बात सोची। इसके लिए वे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलने वाले थे। हालांकि बाद में उन्होंने अपना फैसला बदल दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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बोले- मैं गुस्से से सुन्न हो गया हूं, आरोपियों को सजा-ए-मौत दी जाए
Rajya Sabha MP Harbhajan Singh On Manipur Incident क्रिकेटर से राज्यसभा सांसद बने हरभजन सिंह ने मणिपुर में हुई घटना के बाद गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करके सख्त सजा की मांग की है।
पंजाब से आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने मणिपुर में हुई घटना के बाद गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करके सख्त सजा देने की मांग की है। हरभजन ने यह गुस्सा मणिपुर की उस वीडियो पर जाहिर किया है, जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाता दिखाया गया था। हरभजन सिंह ने ट्वीट करके लिखा- अगर मैं कहूं कि मैं क्रोधित हूं, तो यह एक अंडर-स्टेटमेंट है। मैं गुस्से से सुन्न हो गया हूं। मणिपुर में जो हुआ उसके बाद आज मैं शार्मिंदा हूं। अगर इस भयानक अपराध के अपराधियों को कानून के सामने नहीं लाया जाता और मौत की सजा नहीं दी जाती, तो हमें खुद को इंसान कहना बंद कर देना चाहिए। यह मुझे परेशान कर रहा है कि ऐसा हुआ है। अब बहुत हो गया है। सरकार को जरूर कार्रवाई करनी चाहिए। हरभजन ने आरोपियों के लिए मांगी सजा-ए-मौत हरभजन सिंह ने आगे लिखते हुए घटना के अपराधियों के लिए सजा-ए मौत की मांग की। उन्होंने आरोपियों को जल्द पकड़ कर कटघरे में खड़ा करने की मांग की है। हरभजन ने कहा कि अगर इन्हें मौत की सजा नहीं दी जा सकती तो हमें खुद को इंसान कहना बंद कर देना चाहिए। अब तक 4 आरोपी गिरफ्तार इस घटना के बाद पूरे भारत में गुस्सा देखने को मिल रहा है। कई नेता व स्टार इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना के बाद मणिपुर सरकार को भी फटकार लगाई। मणिपुर की पुलिस ने कहा कि थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, हत्या और सामूहिक बलात्कार के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि सरकार सभी आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। वहीं, भीड़ ने गुरुवार (20 जुलाई) शाम को एक आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया।
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बीटीएससी ने मैकेनिक डीजल के 86 पदों पर निकाली भर्ती, एग्जाम और मेरिट बेसिस पर होगा सिलेक्शन
बिहार टेक्निकल सर्विस कमिशन के तहत एक भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, इस भर्ती प्रक्रिया में मैकेनिक डीजल के 86 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की आखिरी तारीख 3
बिहार टेक्निकल सर्विस कमिशन के तहत एक भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसके अनुसार, इस भर्ती प्रक्रिया में मैकेनिक डीजल के 86 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट के जरिये आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की आखिरी तारीख 3 अगस्त तय की गई है। पदों की संख्या : 86 एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से मैकेनिक डीजल बिजनेस में अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट या नेशनल बिजनेस सर्टिफिकेट और वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए। एज लिमिट अधिकतम 42 वर्ष। सिलेक्शन प्रोसेस कंप्यूटर बेस्ड रिटन एग्जाम मेरिट लिस्ट सैलरी 9,300 रुपये से लेकर 34,800 रुपये प्रतिमाह। एप्लीकेशन फीस 600 रुपये। ऐसे करें आवेदन
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कल से शुरू आवेदन, 13 अगस्त तक मिलेगा मौका
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में सब-इंस्पेक्टर पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ssc.nic पर जाकर इन पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन शनिवार, 22 जुलाई 2023 से शुरू होंगे। आवेदन करने की आखिरी तारीख
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) में सब-इंस्पेक्टर पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ssc.nic पर जाकर इन पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन शनिवार, 22 जुलाई 2023 से शुरू होंगे। आवेदन करने की आखिरी तारीख 13 अगस्त 2023 तक है। नोटिफिकेशन के साथ शुरू आवेदन एसएससी सीपीओ भर्ती का पूरा नोटिफिकेशन पीडीएफ कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की ऑफिशियल वेबसाइट www.ssc.nic.in पर ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा। दिल्ली पुलिस में उप-निरीक्षक (कार्यकारी) और सीएपीएफ में उप-निरीक्षक (जीडी) पदों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 22 जुलाई 2023 से एसएससी सीपीओ नोटिफिकेशन 2023 जारी होने के साथ शुरू होगा। एप्लीकेशन फीस सामान्य/ओबीसी : 100 रुपये एससी/एसटी/भूतपूर्व सैनिक/महिला : कोई फीस नहीं देना है। इस परीक्षा का महत्व एसएससी सीपीओ 2023 भर्ती प्रक्रिया विभिन्न केंद्र सरकार पुलिस बलों में उम्मीदवारों की भर्ती के लिए होती है। इसमें दिल्ली पुलिस और सीएपीएफ शामिल हैं। एसएससी सीपीओ एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है, जो दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर (कार्यकारी) और सीएपीएफ में सब-इंस्पेक्टर (जीडी) के लिए हर साल आयोजित की जाती है।
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फिल्म अजमेर-92 के डायरेक्टर बोले-दरगाह वाले पहले फिल्म देखें, फिर विरोध करें
Ajmer 92 Director Pushpendra Singh Exclusive Interview On Dainik Bhaskar. देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल पर बनी फिल्म अजमेर-92 आज रिलीज हो रही है। उमेश कुमार तिवारी ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया गया
देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल पर बनी फिल्म अजमेर-92 आज रिलीज हो रही है। उमेश कुमार तिवारी ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया गया। रिलायंस एंटरटेनमेंट की ओर से इसे रिलीज किया जा रहा है। इसमें करण वर्मा, सुमित सिंह, विजेंद्र काला, जरीना वहाब, सयाजी शिंदे और मनोज जोशी अलग-अलग किरदारों में हैं। रिलीज से पहले यह पूरे देश में चर्चाओं में है। विरोध के चलते इस फिल्म की दो बार रिलीज टाली जा चुकी है। आखिरकार मेकर्स इसे रिलीज करने में कामयाब हो गए हैं। यह फिल्म साल 1992 में अजमेर में हुए ब्लैकमेल कांड पर आधारित है। इसका निर्देशन पुष्पेन्द्र सिंह ने किया है। रिलीज से पहले फिल्म के डायरेक्टर ने इससे जुड़े अनुभवों को शेयर किया। पहली बार कब जानकारी मिली और कैसे रिसर्च शुरू की? पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि अजमेर में मेरे एक मित्र हैं, जो पत्रकार हैं। उन्होंने सबसे पहले मुझे इस कांड के बारे में जानकारी दी। इससे पहले मुझे इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी। जब इसके बारे में पता लगा तो रोंगटे खड़े हो गए। इसके बाद इस पर फिल्म बनाने का निर्णय किया। सबसे पहले उस समय अजमेर के अखबारों में छपी न्यूज क्लिप्स को इकट्‌ठा किया और उन पर जानकारी जुटाई। छोटी से छोटी जानकारी को समझने लगा और उस पर तथ्य जुटाने लगा। सेशन कोर्ट में यह मामला चला था। वहां से पूरी जानकारी ली। जब उसे पढ़ रहा था, खून खौल रहा था। सच कहूं तो दिल-दिमाग गुस्से में था। इसके बाद पीड़िताओं से मिला, उनसे जानकारी जुटाई। जब कहानी लिख था, तब कई रात तक नींद नहीं आती थी। नींद में सेक्स स्कैंडल का शिकार हुई लड़कियां दिखती थीं। लिखते वक्त ऐसे लगता था, जैसे वे पीड़ित लड़कियां सामने खड़ी रहती हों। मैंने उनके दर्द को अपनी कहानी का हिस्सा बनाया है। पीड़िताओं तक कैसे पहुंचे और क्या अलग जानकारी मिली? सेशन कोट में FIR और अन्य दस्तावेजों से इस कांड के बारे में बहुत सी जानकारी मिल गई थी। इसके बाद मैंने पीड़िताओं की जानकारी ली और उन तक खुद पहुंचा। उनसे बात करना उनके घावों को फिर से कुरेदने जैसा था। वो बोल ही नहीं पा रही थीं। हिम्मत करके जब वे बोल रही थीं, 30 साल पुराने घाव फिर हरे हो रहे थे। जिस समय यह घटना घटी, आरोपी बहुत पावरफुल थे। घटना को दबाने में जुटे हुए थे। पूरे शहर में तनाव का माहौल था। ऐसे में ये पीड़िताएं हिम्मत के साथ डटी रहीं और इनके खिलाफ लड़ती रहीं। इन लड़कियों के दर्द, शोषण और यातनाओं को मैंने फिल्म में दिखाया है। उस समय जो समाज में माहौल था, पीड़िताएं आत्महत्याएं कर रही थीं। परिवार के लोग साथ छोड़ रहे थे। पावरफुल लोगों के खिलाफ आवाज उठाने वाला कोई नहीं था। ऐसे में इन्हीं चीजों पर फोकस करते हुए कहानी लिखी है। कौन लोग थे, जो इस फिल्म को रिलीज नहीं करने दे रहे थे? आज यह सभी के सामने है कि बहुत से लोग इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देना चाह रहे थे। अब यह सभी खबरों में भी उनके नाम आ गए हैं। मुझे बहुत से लीगल नोटिस भेजे गए, जिनका जवाब मैं और टीम ने दे दिया है। बिना देखे कोई कैसे विरोध कर सकता है, यह कहानी आज बाहर लाना जरूरी था। हमने ठान लिया था कि इस सच्चाई को सामने जरूर लेकर आएंगे, चाहे जितनी मुश्किलें आ जाएं। कोई राजनीतिक पार्टी आपका विरोध कर रही है? कोई नेता जाे नहीं चाहता हो कि कहानी सामने आए? अब तक हमें किसी पॉलिटिकल पार्टी ने कहानी कहने से नहीं रोका है और हमारा मकसद भी किसी पार्टी पर सवाल उठाना नहीं है। हम सिर्फ लड़कियों की कहानी को कह रहे हैं, बाकी कोई नेता या पार्टी का रोल नहीं है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि BJP आपको सहयोग कर रही है? यह सही नहीं है, हमें किसी भी पार्टी का किसी भी तरह का सहयोग नहीं मिला है, हमने कहानी को पॉलिटिकल रंग नहीं दिया है। सिर्फ उस समय जो घटित घटना, लड़कियों के दर्द और यातना को दर्शाया है। कुछ लोग इसे रिलीज नहीं होने देना चाहते, इसलिए प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं। इस कांड में युवा कांग्रेस का जिक्र बताया जाता है, आपने यह दिखाया है? इसमें मैंने कहीं भी कोई पॉलिटिकल रंग नहीं दिया है, हम इस कहानी को दिखाना चाहते है। इसलिए इन विवादों से दूर रहे। हमारे लिए उन पीड़िताओं के दर्द को दिखाना जरूरी था, न किसी कहानी को पॉलिटिकल रंग देना जरूरी था। कहा जा रहा है कि इस फिल्म के जरिए पवित्र जगह को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है? दरगाह से जुड़ाव को हमने कहीं भी नहीं दिखाया है। यह कहानी क्राइम, क्रिमनल और जस्टिस की है। दरगाह पवित्र जगह है, इसका कोई जिक्र नहीं है। दरगाह से विरोध हो रहा है, लेकिन उन्हें पहले फिल्म देखनी चाहिए, इसके बाद राय रखनी चाहिए। यह उनकी कहानी है, जिन्होंने एक अहसनीय पीड़ा को सहा है। हमने किसी एक धर्म को टारगेट नहीं बनाया है, यह सभी धर्मों के लोगों के लिए बनाई गई फिल्म है, इसे सभी को देखना चाहिए और लड़कियों के दर्द को महसूस करना चाहिए। क्या यह सही है कि आप अजमेर में शूट करना चाहते थे, लेकिन वहां शूट नहीं होने दिया? यह सही है कि मैंने अपनी फिल्म की शूटिंग अजमेर से शुरू की। वहां मैंने कुछ दिन शूट भी कर दिया था। शुरुआत में तो लोग ऐसा कहते थे कि यहां ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है। फिर कुछ लोगों को लगा कि यह अजमेर कांड पर बन रही है, तो डिस्कशन शुरू हुआ कि आप इसमें किसी को भी हीरो नहीं बनाओगे, यानी किसी भी व्यक्ति का महिमा मंडन नहीं करोगे। सिर्फ सच्चाई दिखाओगे। फिर कुछ दिनों में ही वहां के कुछ लोगों को परेशानी होने लग गई और हमें शूटिंग पर दिक्कतें आने लगीं। हमें प्रशासन ने भी कोई सहयोग नहीं दिया, परमिशन तक नहीं दी। प्रशासन को यहां सहयोग करना चाहिए था, यह सिर्फ एक जगह की नहीं पूरे देश की कहानी है, जिसे आज दिखाने की जरूरत है। प्रशासन साथ देता तो इसे यहीं शूट करता। इसके बाद मैंने मध्यप्रदेश के चंदेरी में इसकी शूटिंग की। इसकी पूरी शूटिंग वहीं की है, लेकिन फिल्म में आउटरपार्ट अजमेर का ही नजर आएगा, जो हमने पहले ही शूट कर लिया था। आज भी लोग इसे अजमेर में रिलीज नहीं होने देना चाहते, कुछ कहेंगे? इस फिल्म को देखने जाएं, पीड़ित लड़कियों के सपोर्ट में खड़े हाें। जो इंसाफ के लिए लड़ी हैं, उनको आपके साथ की जरूरत है। अजमेर के लोगों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।
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बोले- व्यक्तिगत पेश होने के लिए नहीं कहा था, वर्चुअली सुनवाई होगी
Kashmiri Separatist Yasin Malik Terror Funding Case कोर्ट में उसे व्यक्तिगत रूप से पेश होता देख जज हैरान रह गए। जस्टिस सूर्यकांत और दीपांकर दत्ता की बैंच ने कहा कि हमने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया
कश्मीरी आतंकी यासीन मलिक शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश हुआ। कोर्ट में उसे देख जज नाराज हो गए। जस्टिस सूर्यकांत और दीपांकर दत्ता की बैंच ने कहा कि हमने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था, जिसमें कहा गया हो कि उसे व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होना है। इसके मामले में वर्चुअली सुनवाई होगी। टेरर फंडिंग केस में दोषी ठहराए जाने के बाद से यासीन तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। यासीन को आज जम्मू अदालत के आदेश के खिलाफ CBI की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया था। केस की सुनवाई कर रहे एक जज ने खुद को सुनवाई से अलग किया यासीन के केस की सुनवाई कर रहे जस्टिस दीपांकर दत्ता ने इस केस से खुद को अलग कर लिया है। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि इस केस की सुनवाई चार हफ्ते बाद की जाएगी। इसकी सुनवाई दूसरी बैंच करेगी, जस्टिस दत्ता उसके सदस्य नहीं होंगे। उन्होंने कहा, अगर यासीन को अपनी कोई बात रखनी होगी तो वो वर्चुअली जुड़ेगा। उसे कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा। कश्मीर में आतंकी हमलों के लिए फंडिंग करता था यासीन यासीन मलिक को 2022 में NIA कोर्ट ने टेरर फंडिंग केस, UAPA और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई थी। यासीन को कई धाराओं में सजा मिली थी। दो मामलों में उम्र कैद और अन्य मामलों में 10 साल सजा सुनाई गई है। सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी। ​​​​​ ​यासीन पर पाकिस्तान के समर्थन से कश्मीर में आतंकी हमलों के लिए फंडिंग और आतंकियों को हथियार मुहैया कराने से जुड़े कई केस दर्ज थे। श्रीनगर में वायुसेना के जवानों पर हमला मलिक पर 25 जनवरी 1990 को श्रीनगर में वायुसेना के जवानों पर हमला करने का आरोप है। इस घटना में 40 लोग घायल हुए थे, जबकि चार जवान शहीद हो गए थे। स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना उनमें से एक थे। यह सभी एयरपोर्ट जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया था। मलिक ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में भी इस बात का जिक्र किया था। कश्मीरी पंडितों की हत्या का आरोप इसके साथ ही मलिक पर पाकिस्‍तानी आतंकियों के साथ संबंध रखने के भी आरोप हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद के अपहरण के भी आरोप लगे हैं। 1990 में कश्मीरी पंडितों की हत्या कर उन्हें घाटी छोड़ने पर मजबूर करने में भी यासीन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कौन है यासीन मलिक यासीन मलिक एक कश्मीरी आतंकी और अलगाववादी नेता है। वो जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) से जुड़ा है। वह कश्मीर की राजनीति में हमेशा से ही सक्रिय रहा है। उस पर युवाओं को भड़काने और हाथों में बंदूक लेने के लिए प्रेरित करने का आरोप है। यह खबर भी पढ़ें... MP में ISIS से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा, जबलपुर से 3 आरोपी गिरफ्तार मध्यप्रदेश के जबलपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और प्रदेश ATS ने जॉइंट ऑपरेशन में ISIS से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में जबलपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां 26-27 मई को जबलपुर में 13 जगहों पर रातभर की छापेमारी के बाद की गईं। पढ़ें पूरी खबर...
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वजु स्थल छोड़कर बाकी कैम्पस की जांच का आदेश; वाराणसी कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज
Gyanvapi Masjid Shivling Scientific Survey and Carbon Dating Case ज्ञानवापी में वजूस्थल को छोड़कर परिसर के सर्वे वाली याचिका पर आज फैसला आ सकता है। शुक्रवार को करीब डेढ़ घंटे तक हुई बहस के बाद जिला जज ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
ज्ञान‌‌‌वापी केस में ASI सर्वे की इजाजत मिल गई है। वाराणसी कोर्ट ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा कि वजु स्थल को छोड़कर बाकी पूरे कैंपस का बिना नुकसान पहुंचाए साइंटिफिक सर्वे किया जाए। जिला जज ने ASI डायरेक्टर को 4 अगस्त को कोर्ट में पेश होने को कहा है। उन्हें कोर्ट को बताना होगा कि वो ये सर्वे कैसे करेंगे। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी है। मुस्लिम पक्ष ने फैसले के विरोध में हाईकोर्ट में अपील करने की बात कही है। मुस्लिम पक्ष ने सर्वे पर रोक लगाने की याचिका दाखिल की थी। 14 जुलाई को करीब डेढ़ घंटे तक हुई बहस के बाद जिला जज डॉ. अजय कृष्णा विश्वेश ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। अब ASI ही मामले की दिशा-दशा तय करेगा- हिंदू पक्ष हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा- हमारा कहना था कि पूरे क्षेत्र का ASI सर्वे करना चाहिए। आज कोर्ट ने हमारे उस आवेदन पर सहमति दे दी और अब ASI ही इस मामले की दिशा और दशा को तय करेगा। शिवलिंग का सर्वे नहीं होगा। उसका मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है जिसकी अगली सुनवाई 29 अगस्त को है। 14 जुलाई को सुनवाई में दोनों पक्षों ने अदालत में क्या कहा, जानते हैं... हिंदू पक्ष: 'मंदिर को लेकर बताने वाला कोई जिंदा नहीं, लेकिन इतिहास है' वाराणसी कोर्ट में 14 जुलाई को हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था- ज्ञानवापी आदिविश्वेश्वर का मूल स्थान है। यह लाखों लोगों की भावनाओं से जुड़ा है। सर्वे के दौरान पश्चिमी दीवार पर मिले निशान और अवशेषों से लगता है कि यह मंदिर की दीवार है। ओरल एवीडेंस के आधार पर कोई पक्ष नहीं रखा जा सकता, इसलिए सर्वे अनिवार्य है। हम संपूर्ण परिसर के सर्वे की मांग करते हैं, जिससे सभी को पता चलेगा कि यह परिसर स्वयंभू आदिविश्वेवर मंदिर है। मंदिर को लेकर बताने वाला कोई जिंदा नहीं है, लेकिन इतिहास है, जो बहुत कुछ कह रहा है। सर्वे के बाद वाराणसी का इतिहास सामने होगा। मुस्लिम पक्ष: यहां पहले से मस्जिद थी, किसी धार्मिक स्थल की जगह नहीं बनाया मुस्लिम पक्ष ने कहा- यहां पहले से मस्जिद थी, जिसे किसी धार्मिक स्थल के स्थान पर नहीं बनाया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनकर फैसला सुरक्षित कर लिया था। सर्वे के इन माध्यमों पर जिला जज से अपील जिला जज से हिंदू पक्ष के एडवोकेट ने निवेदन किया था कि ज्ञानवापी परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराना जरूरी है। इससे सनातनी हिंदुओं में तनावपूर्ण वातावरण व्याप्त है। ज्ञानवापी मामले को लेकर उपजे तनाव का सौहार्दपूर्ण समाधान वैज्ञानिक तथ्य सामने आने पर हो जाएगा। मुस्लिम पक्ष को भी इस पर तैयार होना चाहिए और सर्वे से किसी भी तरह की वर्तमान स्थिति को क्षति नहीं होगी। हिंदू पक्ष के एडवोकेट ने निवेदन किया था कि आर्कियोलॉजी के एक्सपर्ट रडार पेनिट्रेटिंग, एक्सरे पद्धति, रडार मैपिंग, स्टाइलिस्ट डेटिंग कर सकते हैं। स्टाइलिस्ट डेटिंग में किसी संरचना के निर्माण शैली से उसकी सदियों पुराने स्थिति का आकलन किया जाता है। इसमें पुरातत्व के विशेषज्ञ प्रूफ कर देते हैं कि संबंधित संरचना किस दौर की है। ज्ञानवापी परिसर में किस दौर में कौन-सी संरचना से मंदिर बना था, यह भी रिपोर्ट में होगा। स्वास्तिक, त्रिशूल, डमरू और कमल चिह्न मिले थे वाराणसी कोर्ट में वकील विष्णुशंकर जैन ने दलील दी कि ज्ञानवापी की 14 से 16 मई के बीच हुए सर्वे में 2.5 फीट ऊंची गोलाकार शिवलिंग जैसी आकृति के ऊपर अलग से सफेद पत्थर लगा मिला। उस पर कटा हुआ निशान था। उसमें सींक डालने पर 63 सेंटीमीटर गहराई पाई गई। पत्थर की गोलाकार आकृति के बेस का व्यास 4 फीट पाया गया। ज्ञानवापी में कथित फव्वारे में पाइप के लिए जगह ही नहीं थी, जबकि ज्ञानवापी में स्वास्तिक, त्रिशूल, डमरू और कमल जैसे चिह्न मिले। मुस्लिम पक्ष कुंड के बीच मिली जिस काले रंग की पत्थरनुमा आकृति को फव्वारा बता रहा था, उसमें कोई छेद नहीं मिला है। न ही उसमें कोई पाइप घुसाने की जगह है। कार्बन डेटिंग पर लगी है रोक ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग के साइंटिफिक सर्वे और कॉर्बन डेटिंग के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए कोर्ट ने कहा- इस मामले में संभलकर चलने की जरूरत है। हाईकोर्ट के आदेश की बारीकी से जांच करनी होगी। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति की तरफ से वकील हुजेफा अहमदी ने यह याचिका दायर की। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और केवी विश्वनाथन की पीठ ने इसकी सुनवाई की। हिंदू पक्ष सुप्रीम कोर्ट में पहले ही कैविएट दाखिल कर चुका है। केंद्र सरकार के वकील अमित श्रीवास्तव भी कोर्ट में उपस्थित हुए। कोर्ट में सुनवाई के दौरान मसाजिद कमेटी की तरफ से वकील मुमताज अहमद, रईस अहमद और एखलाक अहमद ने दलीलें पेश कीं। हिंदू पक्ष की तरफ से वकील सुधीर त्रिपाठी, सुभाष नंदन चतुर्वेदी, अनुपम द्विवेदी, प्रदेश सरकार की ओर से राजेश मिश्र और केंद्र सरकार की तरफ से अमित श्रीवास्तव मौजूद रहे। हिंदू पक्ष के 5 बड़े दावे
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बोलीं- बिजनेस फैमिली से भी संबंध रखती हूं; कहा- फैमिली में जेंडर को लेकर भेदभाव नहीं
Amitabh Bachchan Grand-Daughter Navya Naveli Nanda On Her Career Choices. अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा की एक्टिंग में कोई रुचि नहीं है। उनका रुझान एक्टिंग से ज्यादा बिजनेस की तरफ है। नव्या का कहना है
अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली नंदा की एक्टिंग में कोई रुचि नहीं है। उनका रुझान एक्टिंग से ज्यादा बिजनेस की तरफ है। नव्या का कहना है कि उनकी फैमिली में जेंडर को लेकर कोई भेदभाव नहीं है। नव्या इसके लिए अपनी फैमिली की शुक्रगुजार भी हैं। नव्या के भाई अगस्त्या नंदा जल्द ही जोया अख्तर की फिल्म द आर्चीज में नजर आएंगे। भाई के फिल्मों में डेब्यू के बाद ये सवाल उठा था कि क्या नव्या भी इंडस्ट्री में कदम रखेंगी। हालांकि नव्या ने फिलहाल साफ कर दिया है कि उनका फिल्मों में आने का कोई इरादा नहीं है। मेरे घर में जेंडर के आधार पर भेद नहीं होता नव्या ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा- मैं सौभाग्य से एक ऐसे परिवार में पली-बढ़ी हूं, जहां मर्दों और औरतों को समान रूप से देखा जाता है। मेरे घर में किसी ने मुझ पर मेरे लिंग के आधार पर भूमिका नहीं सौंपी। इसी वजह से मुझे काम करने में काफी सहायता मिली। एक्टिंग नहीं करेंगी नव्या नव्या से एक्टिंग में भविष्य बनाने पर सवाल किया गया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा- मेरा संबंध बिजनेस फैमिली से भी है। इसे लेकर मैं बिल्कुल क्लियर हूं। कॉलेज खत्म होने के बाद मुझे एहसास हो गया था कि मुझे करना क्या है। नव्या ने कहा- मैंने हमेशा महिला सशक्तिकरण के लिए बात की है। मैं लकी हूं कि मुझे अपनी बात रखने के लिए एक प्लेटफॉर्म मिला है। मैं इसके जरिए गंभीर मुद्दों को उठा सकती हूं। बता दें कि नव्या महिलाओं के उत्थान के लिए काम करती हैं। इससे अलावा हेल्थ सेक्टर में वे काफी ज्यादा सक्रिय हैं। बिग बी ने की थी घोषणा- बेटे-बेटी दोनों को प्रॉपर्टी में मिलेगी हिस्सेदारी नव्या का कहना है कि उनके घर में महिलाओं और पुरुषों को समान रूप से देखा जाता है। नव्या की बात इसलिए भी सही है कि क्योंकि कुछ साल पहले अमिताभ बच्चन ने घोषणा की थी कि उनकी प्रॉपर्टी में दो हिस्से होंगे। एक हिस्सा उनके बेटे अभिषेक को मिलेगा, जबकि दूसरे हिस्से की मालकिन उनकी बेटी श्वेता बच्चन होंगी। मार्च 2017 में अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर की थी, जिसमें वो एक प्लेकार्ड पकड़े दिखाई दे रहे थे। कैप्शन में उन्होंने जेंडर इक्वलिटी को हैशटैग करते हुए लिखा था- हम बराबर है। प्लेकार्ड पर लिखा हुआ था, जब मैं मरूंगा और अपने पीछे जो भी संपत्ति छोड़कर जाऊंगा, वो मेरी बेटी और बेटे के बीच बराबर बाटी जाएगी। फिल्मी बैकग्राउंड होने के बावजूद फिल्मों से दूर हैं नव्या नव्या, जया-अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन नंदा की बेटी हैं। श्वेता ने एस्कॉर्ट्स कंपनी के मालिक निखिल नंदा से शादी की थी। नव्या 25 साल की हैं, उन्होंने न्यूयॉर्क की फोरडम यूनिवर्सिटी से डिजिटल टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन किया है। साथ ही वो प्रोडक्ट मार्केटिंग और स्ट्रैटेजिक ग्रोथ में एक्सपर्ट हैं। उन्होंने स्टेनफोर्ड बिजनेस स्कूल से यूएक्स और डिजाइन थिंकिंग में सर्टिफिकेट हासिल किया हुआ है। वे एक ऑनलाइन हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म आरा हेल्थ की फाउंडर भी हैं। इसके अलावा वे एक चैट शो भी होस्ट करती हैं। एक फिल्मी बैकग्राउंड से होने के बावजूद नव्या फिल्मों से दूर ही रहती हैं।
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फतेहाबाद में हाईवे की एक लेन बनी दरिया: सिरसा में NH पर दरार, ट्रैफिक किया वन वे
Haryana Rain LIVE Video Update; Yamuna Ghaggar River Water Level Karnal Ambala Panipat Flood Situation | Chandigarh Gurugram Hisar Sirsa Monsoon Photos हरियाणा में आज 5 जिलों में बारिश को लेकर चंडीगढ़ मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
हरियाणा में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे 6 जिलों पर भारी बताए हैं। मौसम विभाग ने करनाल, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सोनीपत, यमुनानगर में अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है। उधर, फतेहाबाद में बाढ़ का पानी लोगों को लगातार डरा रहा है। यहां शहर के पास से गुजर रहा हाईवे की एक लेन अब दरिया में बदल गई है। हांसपुर कट के पास रोड पर दूर-दूर तक एक तरफ पानी भरा हुआ है। यह पानी शहर में प्रवेश के लिए भी आतुर है। शहर के लोग भी पानी देखने पहुंच रहे हैं। हालांकि अभी शहर मे बाढ़ का खतरा कम ही है। सिरसा में घग्गर का कहर, नेशनल हाईवे पर पानी वहीं सिरसा जिले में घग्गर खूब तबाही मचा रही है। रंगोई नाले से घग्गर का पानी ओवर फलो होकर नेशनल हाईवे नंबर नौ पर पहुंच गया है। रंगोई नाला हाईवे के नीचे से निकलता है, जिस कारण सड़क पर दरार आ गई। ऐसे में ट्रैफिक वन वे कर दिया गया। शहर को आने वाले मुख्य रोड को बंद किया प्रशासन ने हाईवे पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। घग्गर का पानी नेशनल हाईवे के साथ-साथ चल रहा है। नेशनल हाईवे नौ से शहर को आने वाले मुख्य रोड को बंद कर दिया गया है। सिरसा में एंट्री के लिए अब वाहनों की सिरसा-डबवाली हाईवे पर सरदूलगढ़ रोड से एंट्री हो रही है। हरियाणा में अभी भी 593 गांव बाढ़ प्रभावित हैं। 33 शहरी क्षेत्रों में भी बाढ़ का असर दिख रहा है। इन बाढ़ प्रभावित इलाकों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। अब 26 हजार से ज्यादा लोगों में कई तरह की बीमारियों के लक्षण मिले हैं। 24 घंटे में 500 से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में आ गए हैं। इनकी कुल संख्या अब 5403 पहुंच गई है। सांप के काटने की घटनाएं बढ़ी हरियाणा में बाढ़ ग्रस्त इलाकों में सांप काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। अब तक सूबे में 40 लोगों के साथ स्नेक बाइट की घटनाएं सामने आई हैं। हालांकि अभी तक इससे किसी के मरने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं अब तक बाढ़ग्रस्त इलाकों में 10 लोगों की बीमारी से मौत होने की सूचना है। 2 जिलों में हालात अभी खराब राज्य के 2 जिलों में बाढ़ से हालात सुधरे नहीं हैं। सिरसा में घग्गर नदी का जलस्तर लगातार 50 हजार क्यूसेक से ऊपर चल रहा है। ऐसे में सिरसा, रानियां, ऐलनाबाद के साथ-साथ 49 गांव खतरे में हैं। रंगोई नाले ने भी खतरे को बढ़ा दिया है। पिछले 24 घंटे में रंगोई नाला 6 जगह से टूट चुका है। गांव सिंकदरपुर के पास रंगोई नाला टूटने के बाद नेशनल हाईवे के साथ पानी लग चुका है।
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कहा- 1100% बढ़ जाएगा टैक्स का बोझ, दोबारा से विचार करे सरकार
30 डोमेस्टिक और विदेशी निवेशकों ने भारत सरकार से ऑनलाइन गेम के फुल फेस वैल्यू पर 28% टैक्स लगाने के GST परिषद के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र के में निवेशकों ने कहा कि काउंसिल
ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लगाने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए गेमिंग कंपनियों के इन्वेस्टर्स ने सरकार को लेटर लिखा है। 30 डोमेस्टिक और विदेशी गेमिंग इन्वेस्टर्स ने प्रधानमंत्री मोदी को लेटर लिखकर GST काउंसिल के फैसले पर चिंता जताई है। सेक्टर में अगले 3-4 साल में 4 अरब डॉलर के निवेश पर असर पड़ेगा इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री और इससे जुड़े अधिकारियों से मुलाकात की इच्छा भी जताई है और फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया है। लेटर में इन्वेस्टर्स ने लिखा, 'GST काउंसिल के फैसले से इस सेक्टर में अगले 3-4 साल में लगभग 4 अरब डॉलर के निवेश पर असर पड़ेगा। इससे भारत में इस सेक्टर की ग्रोथ रुक जाएगी। इसके साथ ही इस फैसले से इस सेक्टर के इनवेस्टर्स के कॉन्फिडेंस में भी कमी आएगी।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक लेटर में निवेशकों ने कहा कि काउंसिल के फैसले में 'संवैधानिक रूप से संरक्षित लीगल ऑनलाइन स्किल गेमिंग इंडस्ट्री की जुआ, सट्टेबाजी और दूसरे 'गेम ऑफ चांस' के साथ गैर जरूरी तुलना की गई है। भारत को गेमिंग कैपीटल बनाने के सपने पर चोट PM को लिखे लेटर में इन्वेस्टर्स ने कहा, 'भारत को गेमिंग कैपीटल' बनाने के विजन से हमने इस सेक्टर में निवेश किया था। हमारा उद्देश्य देश में हाइ-स्कील्ड जॉब के साथ इनोवेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और विजुअल इफेक्ट्स जैसे सेक्टर में रोजगार के नए रास्ते खोलने का था। लेकिन सरकार का यह निर्णय 20.50 हजार करोड़ रुपए के निवेश वाले क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। 50 हजार से ज्यादा हाई-स्किल्ड नौकरियों को नुकसान निवेशकों ने यह भी कहा कि इस फैसले का गेमिंग इंडस्ट्री पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और लगभग 50 हजार से ज्यादा हाई-स्किल्ड नौकरियों के भी नुकसान होने की आशंका है। साथ ही, 10 लाख से ज्यादा लोगों के रोजगार पर भी संकट है जो इस खेल उद्योग से इन-डायरेक्ट तौर पर जुड़े हुए हैं। 'इन्वेस्टर्स ने कहा कि गेमिंग इंडस्ट्री विज्ञापन के लिए 8,198 करोड़ रुपए का खर्च करती है। इसके बंद हो जाने से बड़े मीडिया और एंटरटेनमेंट उद्योग पर भी बहुत बुरा असर पड़ेगा।' GST में हीं चला जाएगा 50-70% हिस्सा इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यदि हर बार खेले जाने वाले हर एक कॉन्टेस्ट की फेस वैल्यू पर इस तरह से GST लगाया जाएगा, तो कुल GST का बोझ 1100% बढ़ जाएगा। साथ ही एक ही पैसे पर बार-बार टैक्स लगाए जाने के कारण स्थिति ऐसी हो जाएगी कि हर एक रुपए का 50-70% हिस्सा GST में हीं चला जाएगा। ड्रीम-11 और मोबाइल प्रीमियर लीग के इनवेस्टर्स भी शामिल प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में भारत के 11 इन्वेस्टर्स ने हस्ताक्षर किए हैं। जिसमें पीक XV पार्टनर्स, क्रिस्कैपिटल, कलारी कैपिटल, लुमिकाई और मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं। वहीं 19 विदेशी हस्ताक्षर करने वालों में टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, ट्राइब कैपिटल, रिपब्लिक कैपिटल और टेल्स्ट्रा वेंचर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं। टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट औक पीक-XV ने भारत की गेमिंग कंपनी ड्रीम-11 और मोबाइल प्रीमियर लीग में निवेश किया है। वित्त मंत्री को भी लिखा था पत्र पिछले हफ्ते, 100 से ज्यादा गेमिंग फर्मों ने इसी तरह के एक आग्रह पत्र के साथ वित्त मंत्री को GST बढ़ाए जाने के परिणामों के बारे में बताया था। जिसमें कहा गया था कि बढ़ाया गया GST विदेशी निवेश के लिए मुश्किलें पैदा करेगा। यह गेमिंग इंडस्ट्री में पहले से ही इन्वेस्ट किए गए 2,050 करोड़ रुपए को जोखिम में डाल देगा। IT राज्य मंत्री ने कहा था GST काउंसिल के पास जाएंगे इससे पहले ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लगाए जाने के सरकार के फैसले की काफी आलोचना हुई थी। जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि वह GST काउंसिल के पास जाएंगे और उनसे दरों से जुड़े इस निर्णय पर फिर से विचार करने का आग्रह करेंगे।
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दावा- पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की साजिश के तहत उतारे कपड़े; जानिए सच्चाई
Manipur Women Paraded Naked Viral Video. Follow NO Fake News Trends and Misinformation Reports On Dainik Bhaskar. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14 मई 2023 का ये वीडियो उत्तरप्रदेश के चंदौली जिले का है।
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में मणिपुर पुलिस ने अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान सोशल मीडिया पर मणिपुर के नाम से एक और महिला का निर्वस्त्र वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मियों पर यह महिला हमला कर रही है। डंडा लेकर उन्हें खदेड़ती है। वेरिफाइड ट्विटर यूजर आई एम केसरिया ने वीडियो शेयर कर लिखा- जब वह खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट गलियों में लेकर घूमें तब क्या। मणिपुर में पुलिस का विरोध करने के लिए अलग से निर्वस्त्र औरतों की टीम बनाई गई है, वो निर्वस्त्र हो कर पुलिस को खदेड़ रही है मतलब सोचो वहां किस तरह की साजिश चल रही है। (अर्काइव) वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर हमें इस मामले से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। इनमें बताया गया कि 14 मई 2023 का यह वीडियो उत्तरप्रदेश के चंदौली जिले का है। जहां नगपालिका परिषद चेयरमैन पद के चुनाव की मतगणना की जा रही थी। इस पद के लिए निर्दलीय दावेदार सोनू किन्नर भी थे। प्रशासन ने भाजपा प्रत्याशी मालती देवी की जीत की घोषणा कर दी थी। किन्नर समुदाय ने प्रशासन पर गड़बड़ी का आरोप लगाया और निर्वस्त्र होकर प्रशासन का विरोध करते हुए रिकाउंटिंग की मांग की। रिकाउंटिंग में सोनू किन्नर को विजयी घोषित किया गया। रिकाउंटिंग के बाद मतगणना का परिणाम जारी किया गया। जिसमें सोनू किन्नर ने भाजपा की मालती सोनकर को 397 वोट के अंतर से हरा दिया। इस मामले से जुड़ी पूरी खबर 2 महीने पहले भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की थी। 15 मई 2023 को LGBTQ कम्यूनिटी के ट्विटर हैंडल Yes We Exist ने वायरल वीडियो समेत इस मामले से जुड़ा पोस्ट शेयर किया था। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत और बेबुनियाद है। ये वीडियो मणिपुर का नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश के चंदौली का है जहां किन्नर समुदाय ने चुनाव में धांधली के विरोध में प्रदर्शन किया था । एक फेक न्यूज, जिसने मणिपुर हिंसा की आग में किया घी का काम... मणिपुर में हिंसा की शुरुआत के दौरान एक फोटो वायरल हुई। ये फोटो थी, बैग में रखी एक लड़की की लाश की। दावा किया गया कि ये फोटो मैतेई समुदाय की लड़की की है, जिसकी हत्या कुकी समुदाय के लोगों ने की है। जबकि ये फोटो आयुषी नाम की युवती की थी, जिसकी लाश 18 नवंबर 2022 की सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर मिली थी। आयुषी ने करीब एक साल पहले भरतपुर (राजस्थान) के रहने वाले छत्रपाल राजपूत से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। पेरेंट्स इस शादी के पक्ष में नहीं थे। आयुषी शादी के बाद एक भी बार अपने ससुराल नहीं गई और मायके में ही रह रही थी। 17 नवंबर की दोपहर आयुषी का मां से झगड़ा हुआ। पिता को पता चला तो उन्होंने आयुषी को समझाया। वह नहीं मानी तो पिता ने गुस्से में लाइसेंसी रिवॉल्वर से आयुषी के सीने में दो गोलियां दाग दीं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आयुषी की हत्या के बाद पिता घर के पास की दुकान से पॉलिथीन खरीदकर लाए। दोपहर में उसकी लाश को सूटकेस में पैक किया। देर रात 3 बजे कार में सूटकेस रखा और 150 किलोमीटर दूर मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुबह 5 बजे फेंक दिया। इस घटना की फोटो पहले भी लव जिहाद के नाम से वायरल हो चुकी है, जिसका फैक्ट चेक भास्कर ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश किया था। भास्कर अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि कृपया कोई भी फोटो, वीडियो या मैसेज बिना पुष्टि के शेयर ना करें। अब जानिए क्या है मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इम्फाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। कैसे शुरू हुआ विवाद: मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। मैतेई का तर्क क्या है: मैतेई जनजाति वाले मानते हैं कि सालों पहले उनके राजाओं ने म्यांमार से कुकी काे युद्ध लड़ने के लिए बुलाया था। उसके बाद ये स्थायी निवासी हो गए। इन लोगों ने रोजगार के लिए जंगल काटे और अफीम की खेती करने लगे। इससे मणिपुर ड्रग तस्करी का ट्राएंगल बन गया है। यह सब खुलेआम हो रहा है। इन्होंने नगा लोगों से लड़ने के लिए आर्म्स ग्रुप बनाया। नगा-कुकी विरोध में क्यों हैं: बाकी दोनों जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इम्फाल घाटी में हैं। ऐसे में ST वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों का बंटवारा होगा। सियासी समीकरण क्या हैं: मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई और 20 विधायक नगा-कुकी जनजाति से हैं। अब तक 12 CM में से दो ही जनजाति से रहे हैं।
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फ्लाइट शुरू करने के लिए DGCA से शर्तों के साथ मंजूरी, 3 मई से बंद है ऑपरेशन
GoFirst Airline Crisis; Director General Civil Aviation (DGCA) Allows Airline Go First to Resume Flights with Conditions एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने शुक्रवार को कर्ज में डूबी एयरलाइन गो फर्स्ट को फ्लाइट दोबारा शुरू करने के लिए शर्तों के साथ मंजूरी दे दी।
एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने शुक्रवार को कर्ज में डूबी एयरलाइन गो फर्स्ट को फ्लाइट दोबारा शुरू करने के लिए शर्तों के साथ मंजूरी दे दी। DGCA ने कहा कि गो फर्स्ट एयरलाइन दिल्ली हाईकोर्ट और NCLT में चल रहे केस के नतीजे के आधार पर अपने ऑपरेशन शुरू कर सकती है। कैश की किल्लत के कारण गो फर्स्ट के ऑपरेशन 3 मई से बंद है। एयरलाइन ने 28 जून को एविएशन रेगुलेटर को अपना रिजम्पशन प्लान दिया था। इसकी जांच करने के बाद DGCA ने इसे स्वीकार किया है। DGCA ने कहा कि गो फर्स्ट फ्लाइट ऑपरेशन शुरू कर सकता है, बशर्ते वह एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट रखने के लिए सभी नियमों का पालन करता हो। एयरलाइन को ये भी तय करना होगा कि विमान ऑपरेशन के लिए पूरी तरह सेफ है। गो फर्स्ट ने गुरुवार को कहा कि उसकी सभी उड़ाने कम से कम 23 जुलाई 2023 तक सस्पेंड कर दी गई हैं। गो फर्स्ट ने सबसे पहले 2 मई 2023 को ऐलान किया था कि वो अपनी फ्लाइट्स 3, 4 और 5 मई के लिए कैंसिल कर रही है। गो फर्स्ट की वेबसाइट के अनुसार एयरलाइन एक समय रोजाना 27 डोमेस्टिक और 8 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए 200 से ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट करती थी। 5 पॉइंट में पूरी मामला समझें.. अभिलाष लाल को IRP नियुक्त किया था जस्टिस रामलिंगम सुधाकर और LN गुप्ता की दो सदस्यीय बेंच ने कर्ज में डूबी गो फर्स्ट को चलाने के लिए अभिलाष लाल को इंटेरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल यानी IRP नियुक्त किया था। यह पहली बार था जब किसी भारतीय एयरलाइन ने खुद से ही अपने कॉन्ट्रेक्ट और कर्ज को रिनेगोशिएट करने के लिए बैंकरप्सी प्रोट्रेक्शन की मांग की थी। बाद में पिर शैलेन्द्र अजमेरा को रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल बनाया गया। इंजन सप्लाई नहीं होने से बंद करने पड़े ऑपरेशन एयरलाइन का दावा है कि इंजनों की सप्लाई नहीं होने से उसे अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े है। अमेरिका के एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की। ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी फ्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े। इससे उसे भारी नुकसान हुआ। फ्लाइट नहीं उड़ने के कारण उसके पास कैश की कमी हो गई और फ्यूल भरने के लिए भी पैसे नहीं बचे। एयरलाइन के A20 नियो एयरक्राफ्ट में इन इंजनों का इस्तेमाल होता है। एयरलाइन के CEO कौशिक खोना का दावा है कि इंजन की खराबी से कंपनी को बीते तीन साल में 1.1 बिलियन डॉलर यानी करीब 8.9 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। गो फर्स्ट के साथ PW के कॉन्ट्रैक्ट में तीन बड़ी शर्तें थीं: बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2020 तक, PW ने समय पर स्पेयर इंजन उपलब्ध कराए, फ्री में रिपेयरिंग की और कम्पेनसेशन भी दिया। उसके बाद एयरलाइन को कुछ भी नहीं मिला। एयरलाइन ने पिछले साल मार्च में एक हफ्ते में 2,084 फ्लाइट ऑपरेट की थीं। विमानों के ग्राउंडेड होने के साथ इस साल मार्च तक ये आंकड़ा घटकर 1,642 पर आ गया। 2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ी थी पहली फ्लाइट गो फर्स्ट वाडिया ग्रुप की बजट एयरलाइन है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार 29 अप्रैल 2004 को गो फर्स्ट की शुरुआत हुई थी। नवंबर 2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए पहली फ्लाइट ऑपरेट की। एयरलाइन के बेड़े में 59 विमान शामिल हैं। इनमें से 54 विमान A320 NEO और 5 विमान A320 CEO हैं। गो फर्स्ट 35 डेस्टिनेशन के लिए अपनी फ्लाइट ऑपरेट करता है। इसमें से 27 डोमेस्टिक और 8 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन शामिल हैं। एयरलाइन ने साल 2021 में अपने ब्रांड नाम को गोएयर से बदलकर गो फर्स्ट कर दिया था।
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मेटा ने 'गूगल वीयर OS' के लिए लॉन्च किया वॉट्सऐप ऐप, वॉइस मैसेज भी कर सकेंगे
इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप अब स्मार्टवॉच के 'गूगल वीयर OS' के लिए अवेलेबल हो गया है। अब गूगल वीयर ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टवॉच यूजर्स बिना फोन के वॉट्सऐप यूज कर पाएंगे। वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने इसके बारे में जानकारी
इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप अब स्मार्टवॉच के 'गूगल वीयर OS' के लिए अवेलेबल हो गया है। अब गूगल वीयर ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टवॉच यूजर्स बिना स्मार्टफोन के वॉट्सऐप यूज कर पाएंगे। वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा,'अब आप नए वॉट्सऐप फॉर वेयर OS ऐप के साथ अपनी कलाई से वॉट्सऐप कर सकते हैं।' बिना फोन के स्मार्टवॉच में वॉट्सऐप यूज कर सकते हैं गूगल वीयर OS से चलने वाली स्मार्टवॉच में ऐप इंस्टॉल और अकाउंट सेटअप करने के बाद यूजर्स को वॉट्सऐप यूज करने के लिए वॉच को फोन से कनेक्टेड नहीं रखना होगा। फोन की तरह ही स्मार्टवॉच के ऐप के जरिए यूजर्स मैसेज, वॉयस मैसेज करने के साथ वॉट्सऐप के दूसरे फीचर्स यूज कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए स्मार्टवॉच LTE-कैपेबल होना चाहिए, जो eSIM को सपोर्ट करती हो या फिर उसमें डेडिकेटेड सिम स्लॉट हो। ऐसा नहीं होने पर फोन से कनेक्ट किए बिना स्मार्टवॉच में इंटरनेट नहीं चलेगा और आप वॉच को फोन से कनेक्ट किए बिना वॉट्सऐप यूज नहीं कर पाएंगे। अभी केवल नोटिफिकेशन और क्विक रिप्लाई फीचर के जरिए वॉट्सऐप यूज करते है यूजर्स अभी स्मार्टफोन में वॉट्सऐप के नोटिफिकेशन दिखाई देते हैं, जिसमें टच करके क्विक रिप्लाई फीचर के जरिए यूजर्स मैसेज का रिप्लाई कर सकते हैं। इसके साथ ही कॉल आने पर यूजर्स कॉल रिसीव करके बात भी कर सकते हैं। वहीं, स्मार्टवॉच में वॉट्सऐप इंस्टॉल करने के बाद यूजर्स ऐप के सभी फीचर्स को यूज कर पाएंगे।
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सचिन बिजी रहने लगा तो अकीरा को राज का साथ लुभाने लगा, प्यार का रिश्ता उलझ चुका था
तुमने राज को अपने फ्री टाइम के लिए टाइमपास बनाया। राज के साथ टाइम स्पेंड करने के चक्कर में तुमने सचिन को इग्नोर किया।
“हाय अकीरा, आज तुम्हारे चेहरे पर स्माइल! टचवुड, कहीं नजर न लग जाए। अरे, वुड कहां है? चल, अब कर टचवुड।” “तू पागल हो गई है क्या रीवा? अब मैं बच्ची नहीं रही।” अकीरा ने कहा। रीवा और अकीरा दोनों बेस्टीज हैं। अकीरा के चेहरे पर कई वर्षों बाद हंसी देखी थी रीवा ने। अकीरा ने अपने पूरे परिवार को कोविड में खो दिया। कॉलेज पूरा होते ही अचानक से उस पर अपने होटल के फैमिली बिजनेस को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी आ गई। दोस्तों की यह तिकड़ी पूरी करता था सचिन। सचिन और अकीरा दोनों कॉलेज से दोस्त रहे हैं और एक-दूसरे में अपना फ्यूचर देखते रहे हैं। सचिन की तो जैसे जान ही अकीरा में बसती, पर कुछ समय से ओटीटी पर अपने न्यूज स्टार्टअप को लाने की वजह से वह अक्सर बिजी रहता। वहीं अकीरा लंबे समय से डिप्रेशन में चल रही थी। अकीरा इंप्रेसिव से डिप्रेसिव गर्ल में तब्दील होती जा रही थी। काफी कोशिशों के बाद रीवा और सचिन ने अकीरा को डिप्रेशन मोड से बाहर लाने में कामयाबी पाई, पर अब तक भी अकीरा के चेहरे पर नॉर्मल मुस्कुराहट नहीं लौटी थी। न जाने कुछ दिनों से अकीरा फिर से चहकने लगी थी। वह अब बात-बात पर हंसने भी लगती। पुराने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी उसने बात करनी शुरू कर दी। जिसका अकीरा की सेहत पर अच्छा असर पड़ा। आज अकीरा को रीवा से मिलने जाना था। रीवा और अकीरा दोनों शहर से कोसों दूर एक कैफे में मिले, क्योंकि यह कैफे दोनों के घर के रास्ते के बीच में पड़ता है। किसी को आने-जाने में परेशानी न हो इसलिए दोनों का मीटिंग और सैपरेटिंग पाइंट यही एकमात्र कैफे हमेशा से रहा है। रीवा एक जानी-मानी साइकोलॉजिस्ट थी और अकीरा होटेलियर बन चुकी थी। अकीरा दिल की सारी बातें रीवा से डिस्कस करती और रीवा दोस्त पहले थी, साइकोलॉजिस्ट बाद में। कुछ दिनों से अकीरा ने रीवा के सामने दिल नहीं खोला था। बस इसी की पूरी जानकारी लेने दोनों फ्रेंड्स शहर से दूर कैफे में मिलने का प्लान बनाया। “अकीरा, सब सही तो चल रहा है ना तुम दोनों के बीच?” रीवा ने हेलो-हाय के बाद पहला सवाल दागा। “हां, बस जिंदा हूं यही समझ ले,” अकीरा ने कहा। “पर आज तो तुम लंबे समय बाद ब्लश कर रही हो। क्या राज है तुम्हारे इन पिंक चीक्स का?” “हां, तुझे कैसे पता, वह राज ही तो है, जिसके आने के बाद से मैं फिर से जीना सीख रही हूं। वह समझता है मुझको, समय देता है। देख, अभी भी लगातार उसी के मैसेज आ रहे हैं। बेचैन है यह जानने के लिए कि मैं कहां हूं, क्या कर रही हूं?” अकीरा हमेशा की तरह आज भी रीवा को सबकुछ बताने के लिए बेताब थी। उसने चहकते हुए कहा, “दो महीने से तुम्हारी बताई दवा की भी जरूरत नहीं पड़ी, जब से राज मिला है।” “ओह, अकीरा यानी तुम माइक्रो चीटिंग कर रही हो। तभी दवा की भी जरूरत नहीं पड़ी,” रीवा ने अपनी बात रखते हुए कहा। “माइक्रो चीटिंग, यह क्या कहा तुमने?” अकीरा ने पूछा। अरे, तुम सालों से सचिन को डेट कर रही हो। अब तुमने अपना खालीपन भरने के लिए राज को ढूंढ लिया है और तुम्हें वह अच्छा भी लग रहा है। अगर तुम उस रिश्ते में रहकर अपना आप नहीं खो रही तो माइक्रो चीटिंग सही है। थोड़ी बहुत माइक्रो चीटिंग करना हेल्दी है, लेकिन सीरियस मत हो जाना कहीं।” रीवा ने हाई फाइव करते हुए अकीरा से कहा। “रीवा, मेरी जान, तुमने जैसा कहा मैं वैसा ही करूंगी। अब शायद किसी के लिए सीरियस न हो पाऊं। मैंने राज को सब बता दिया है कि मैं सचिन के साथ काफी समय से रिलेशन में हूं। लेकिन राज और मुझे, हम दोनों को ही एक दूसरे के साथ टाइम स्पेंड करना पसंद है। ऐसा फील होता है कि जैसे मैं वापिस कॉलेज गोइंग गर्ल बन गई हूं। वह हमेशा मेरी बहुत केयर करता है और मुझे भी उसे अपनी पल-पल की जानकारी देना अच्छा लगता है। एट लीस्ट कोई तो है जो मेरी सुन रहा है। सचिन के साथ ऐसा नहीं है, मुझे उससे मिलने के लिए आजकल अपॉइंटमेंट लेनी पड़ती है।” कुछ सोचते हुए अकीरा ने रीवा से फिर पूछा, “सच बताओ रीवा, पक्का यह माइक्रो चीटिंग सही है ना?” रीवा ने उसे तसल्ली देते हुए कहा, “हां, तुझे अच्छा लग रहा है तो कर, जी भर कर कर, लेकिन सीरियस मत होना और अपने वुड बी पार्टनर को चीट मत करना। कम जानकारी होने से लोग आसानी से इसकी पहचान नहीं कर पाते। ऐसे में सामने वाले को यह एहसास भी नहीं हो पाता कि वह अपने नए दोस्त का साथ पाने के लिए कमिटेड पार्टनर से माइक्रो चीटिंग कब शुरू कर देता है,” रीवा ने कहा। अकीरा चुपचाप उसे सुनती रही। रीवा ने अपनी बात जारी रखी, “बस, सचिन को चीटेड फील नहीं होना चाहिए। अगर उसे ऐसा लगे तो तुम समझदार हो, तुम्हें पता होना चाहिए कि तुम्हें क्या करना है। और हां, तुम दोनों को कंपेयर भी मत करना अकीरा, क्योंकि यह बात बहुत गलत होगी।” “हम्म…” ये सुनकर अकीरा चुप हो गई। रीवा को उसने पूरा सच नहीं बताया कि वह राज की तरफ ज्यादा झुक रही है। कुछ देर गप्पे मारने के बाद दोनों दोस्तों ने विदा ली और अपने-अपने काम में बिजी हो गए। रीवा जानती थी कि अकीरा कुछ न कुछ तो उससे छिपा रही है, पर उसने सही वक्त आने का इंतजार किया। अब रीवा अक्सर अकीरा का हाल-चाल जानने के लिए उसे फोन करती रहती ताकि अकीरा हमेशा चहकती रहे। एक दिन अकीरा ने खुद रीवा को कॉल करके बताया कि राज उससे शादी करना चाहता है। उसने रीवा का मन टटोलने के लिए पूछा, “अब मैं क्या कहूं रीवा?” “तुम क्या चाहती हो अकीरा?” रीवा ने कहा। “यार, मैं तो मजाक-मजाक में खाली वक्त में मैसेज करती थी। पर राज इतना सीरियस हो जाएगा पता नहीं था।” रीवा ने कहा, “मैंने पूछा तुमसे कि तुम क्या चाहती हो? सवाल पूरा सुनो, फिर जवाब देना।” रीवा की आवाज कुछ नाराजगी और कुछ खीज से भरी थी। “मुझे उससे बात करना पसंद है। उससे मिलने से पहले शीशे के सामने बार-बार खुद को देखना पसंद करती हूं। अपनी ड्रेस को बार-बार फ्लॉन्ट करना अच्छा लगता है। राज का नाम आते ही मैं ब्लश करने लगती हूं। रंग पसंद करने लगी हूं मैं फिर से। मुझे राज के साथ वक्त बिताना पसंद है, लेकिन जब अकेले में या आंख बंद करके सोचती हूं तो सचिन ही नजर आता है। जानती तो हो, सचिन के इग्नोर करने से मैं डिप्रेशन में आ गई थी। जो आज राज कर रहा है, पहले सचिन करता था।” यह सब सुनते ही रीवा 'कुछ तो है, जो नींद आए कम’ वाला गुनगुनाने लगी। अकीरा समझ गई कि रीवा उसके मजे ले रही है। उसने तुनककर पूछा, “बोलो ना रीवा, क्या करूं?” रीवा बोली, “देखो, तुमने राज को अपने फ्री टाइम के लिए टाइमपास बनाया है। राज के साथ टाइम स्पेंड करने के चक्कर में तुमने सचिन को इग्नोर किया। वो बिजी रहता है तो तुम उसे इग्नोर करना कहती हो। तो अब तुम अपने दिल से पूछो कि तुम क्या चाहती हो? पर इन सबमें राज के साथ तो गलत हुआ न।” अकीरा ने रीवा को बताया कि मैंने राज को पहले ही बता दिया था कि मैं शादी तो सचिन से ही करूंगी। पर वह नहीं मान रहा। उसका कहना है कि वह या तो मुझसे शादी करेगा या किसी से भी नहीं। यार, रीवा कुछ कर वरना यह सिरदर्द मुझे मार डालेगा।” “तो फिर सचिन को सब बता दो,” रीवा ने सलाह दी। “क्या उसे बताना सही होगा, रीवा?” “हां, क्योंकि तुमने कुछ गलत नहीं किया। बस तुम जब अकेले थीं तो किसी को अपना समझ कर बात कर रही थी। तुम उस वक्त अपने डिप्रेशन के फेज से बाहर आने की कोशिश में थी। अगर तुम गलत होतीं तो तुम राज को सब सच नहीं बताती। तुमने पहले दिन ही सच कह दिया था।” रीवा ने उसे समझाया। “ओके, रीवा थैंक यू। इस बार भी मुझे बाहर निकालने के लिए।” हिम्मत करके अकीरा ने सचिन को सब सच बता दिया। सचिन को पहले से ही शक था, क्योंकि राज उसका भी दोस्त है। सचिन, अकीरा को खुश देखकर चुप था, क्योंकि अकीरा की हंसी होंठों पर धीरे धीरे लौट रही थी। सचिन ने आगे बढ़कर अकीरा को गले लगाते हुए कहा, “तो मेरी जान, तुमने माइक्रो चीटिंग मेरे साथ कर ही ली। और इसकी सजा तुम्हें मिलेगी।” “अरे, तुम्हें कैसे पता माइक्रो चीटिंग के बारे में?” “तो आप क्या समझती हैं मिस अकीरा, जो दुनिया को खबर देता है। वह अपने घर की खबरों पर नजर नहीं रखेगा?” यह कहते हुए सचिन ने अकीरा को बाहों में भर लिया और दोनों देर तक हंसते रहे। हंसी थमी तो सचिन ने थोड़ा सीरियस होते हुए कहा, “ये बताओ, अब फाइनली तुम शादी किससे कर रही हो? राज से या मुझसे?” सचिन के चेहरे की गंभीरता देखकर अकीरा सहम गई। और कहा “पता नहीं।” “इस ‘पता नहीं’ का जवाब मैं देता हूं। अगले हफ्ते हम शादी करेंगे और तुम राज से माइक्रो चीटिंग करोगी।” सचिन की बात पर दोनों जोर से खिलखिला कर हंस पड़े। - गीतांजलि E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें