Headline
stringlengths
31
111
Content
stringlengths
248
400
58,000 किमी/घंटे की गति से अमेरिका के आसमान में आगे बढ़ता दिखा 'आग का गोला'
अमेरिका के आसमान में हाल ही में करीब 58,000 किमी/घंटे की गति से आगे बढ़ता 'आग का गोला' (उल्का) दिखाई दिया जो ग्नाटस्टाउन (पेंसिल्वेनिया) से 35 किलोमीटर से अधिक की ऊंचाई पर विघटित हो गया। नासा ने बताया कि इसका व्यास 6 इंच मापा गया। बकौल नासा, इसकी उत्पत्ति संभवतः मंगल और बृहस्पति के बीच ऐस्टेरॉयड बेल्ट में हुई है।
इसरो ने जारी कीं चंद्रमा की सतह की 3डी तस्वीरें
इसरो ने मंगलवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह और वहां मौजूद लैंडर की 3डी 'ऐनाग्लिफ' तस्वीरें शेयर कीं। इसरो ने 'X' पर लिखा, "यह ऐनाग्लिफ नैवकैम स्टीरियो इमेजेज़ का इस्तेमाल करके बनाया गया है जिसमें प्रज्ञान रोवर द्वारा ली गई तस्वीरें शामिल हैं। 3डी में देखने के लिए लाल और सायान रंग के ग्लासेस का इस्तेमाल करें।"
अगस्त में खोजा गया निशीमुरा धूमकेतु नग्न आंखों से 12 सितंबर को आएगा नज़र
अगस्त 2023 में खोजा गया निशीमुरा धूमकेतु 12 सितंबर को नग्न आंखों से दिखाई देगा और इस दौरान यह धूमकेतु पृथ्वी के नज़दीक रहेगा। एक प्रोफेसर ने बताया, "इसे अब भी देखा जा सकता है लेकिन यह 12 सितंबर को पृथ्वी से सिर्फ 12.55 करोड़ किलोमीटर दूर होगा और नग्न आंखों से यह देखने का सबसे अच्छा मौका होगा।"
डायनासोर के 110 मिलियन साल पुराने पदचिह्न यूएस में मिले
टेक्सस (अमेरिका) में विशाल डायनासोर के पदचिह्न मिले हैं और माना जा रहा है कि ये लगभग 110 मिलियन साल पहले के हैं। ये निशान दो प्रकार के डायनासोरों ऐक्रोकैंथोसॉरस और सॉरोपोसाइडन के हो सकते हैं। टेक्सस के डायनासोर वैली स्टेट पार्क में गर्मी के कारण नदी का कुछ हिस्सा सूखने के बाद पैरों के निशान दिखने लगे थे।
क्या हैं चीन के नए मोबाइल ऐप्स को लेकर नए नियम?
चीन में मोबाइल ऐप स्टोर्स ने नए नियमों का पालन न होने पर ऐप पब्लिशर्स को ऐप लॉन्च करने से रोकना शुरू कर दिया है। दरअसल, चीन में ऐप पब्लिशर्स को अब कारोबार से जुड़ी जानकारियां सरकार को देनी होंगी। ऐप पब्लिशिंग फर्म 'ऐप इन चाइना' ने कहा, "ऐंड्रॉइड ऐप स्टोर्स ने पुष्टि की है कि...शुक्रवार से फाइलिंग अनिवार्य है।"
सिर्फ 2 दिन पहले बनी थी विक्रम लैंडर की चंद्रमा पर 'हॉपिंग' की योजना: जितेंद्र सिंह
केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने 'News18' को बताया कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को चंद्रमा पर 'फिर से उतारने' की योजना सिर्फ दो दिन पहले बनाई गई थी। उन्होंने कहा, "किसी भी लैंडर ने चंद्रमा की सतह से उड़ान नहीं भरी है इसलिए यह पथ-प्रदर्शक है।" इसरो ने पहले कहा था, "विक्रम ने सफलतापूर्वक हॉपिंग प्रयोग किया।"
वॉट्सऐप ने जुलाई में भारत में 72 लाख से अधिक अकाउंट पर लगाया प्रतिबंध
वॉट्सऐप ने बताया है कि आईटी नियम-2021 के अनुपालन के तहत कंपनी ने जुलाई 2023 में 72 लाख से अधिक अकाउंट पर प्रतिबंध लगाया। बकौल कंपनी, 1 जुलाई से 31 जुलाई के बीच 31 लाख अकाउंट्स को यूज़र्स द्वारा शिकायत करने से पहले एहतियात के तौर पर प्रतिबंधित किया गया। वहीं, कंपनी को जुलाई महीने में 11,607 शिकायतें मिली हैं।
नासा ने शेयर की मूनग्लिंट की दुर्लभ तस्वीर
नासा ने इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के अंतरिक्षयात्री द्वारा अलास्का के नज़दीक ऐल्यूशन द्वीपसमूह पर मूनग्लिंट की ली गई दुर्लभ तस्वीर शेयर की है। नासा ने बताया, "यह परिघटना तब होती है जब मूनलाइट एक विशेष ऐंगल पर पानी से परावर्तित (रिफ्लेक्ट) होती है...ऐस्ट्रोनॉट फोटोग्राफी में मूनग्लिंट कैद करना आम नहीं है।" तस्वीर में ऑरोरा लाइट भी दिख रही है।
विक्रम लैंडर की हॉपिंग के बाद इसरो ने शेयर कीं चंद्रमा की पहले व बाद की तस्वीरें
इसरो ने चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर की दूसरी सॉफ्ट लैंडिंग से पहले और बाद की तस्वीरें शेयर की हैं। हॉपिंग से पहले और बाद में लैंडर की जगह की भी तस्वीर शेयर की गई हैं। स्पेस एजेंसी ने लिखा, "सोलर पावर और बैटरी खत्म होने के बाद विक्रम लैंडर प्रज्ञान रोवर के पास स्लीप मोड में चला जाएगा।"
विक्रम लैंडर की चंद्रमा पर दूसरी सॉफ्ट लैंडिंग का क्या है महत्व?
इसरो ने चंद्रमा पर विक्रम लैंडर के दोबारा सॉफ्ट लैंडिंग करने की जानकारी देते हुए इसका महत्व बताया है। इसरो के मुताबिक, इससे भविष्य में चंद्रमा से सैंपल लाने और मानव मिशनों को लेकर उम्मीद मिली है। बकौल इसरो, कमांड देने पर विक्रम ने अपना इंजन चालू कर खुद को 40 सेंटीमीटर तक उठाया और 30-40 सेंटीमीटर दूर लैंड हुआ।
विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर दोबारा की सॉफ्ट लैंडिंग, इसरो ने शेयर किया वीडियो
इसरो ने बताया है कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर दोबारा सॉफ्ट लैंडिंग की है। इसरो ने 'X' पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, "विक्रम लैंडर ने...हॉपिंग (छलांग) का सफल प्रयोग किया।" स्पेस एजेंसी ने लिखा, "कमांड देने पर...इसने उम्मीद के मुताबिक खुद को करीब 40 सेंटीमीटर तक उठाया और 30-40 सेंटीमीटर की दूरी पर सेफ लैंडिंग की।"
चंद्रयान-3 के काउंटडाउन को आवाज़ देने वाली इसरो वैज्ञानिक एन वलारमथी का हुआ निधन
इसरो के रॉकेट लॉन्च के काउंटडाउन को अपनी आवाज़ देने वाली वैज्ञानिक एन वलारमथी का 64-वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया है। चंद्रयान-3 के काउंटडाउन के पीछे भी उनकी आवाज़ थी। पूर्व इसरो निदेशक पीवी वेंकटकृष्णन ने कहा, "वलारमथी मैडम की आवाज़ अब श्रीहरिकोटा से इसरो के आगामी मिशनों के काउंटडाउन के समय सुनाई नहीं देगी।"
माइक्रोसॉफ्ट ने करीब 30 साल बाद वर्डपैड को विंडोज़ से हटाया
माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज़-95 (1995) से विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आने वाले वर्डपैड ऐप्लिकेशन को ऑपरेटिंग सिस्टम से हटाने का एलान किया है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, "वर्डपैड को अब अपडेट नहीं किया जाएगा और इसे विंडोज़ के आगामी वर्ज़न से हटाया जाएगा। .doc और .rtf जैसे रिच टेक्स्ट डॉक्यूमेंट के लिए माइक्रोसॉफ्ट वर्ड...और .txt के लिए नोटपैड इस्तेमाल करें।"
कोविड-19 के नए वैरिएंट 'पिरोला' के बारे में अब तक क्या-क्या जानकारी उपलब्ध है?
यूके, अमेरिका, कनाडा, नॉर्वे, डेनमार्क और थाइलैंड आदि देशों में कोविड-19 के नए वैरिएंट 'पिरोला' (BA.2.86) के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन इससे मौत के कोई मामले नहीं जुड़े हैं। येल मेडिसिन रिव्यू में एक आर्टिकल में इसे लेकर लिखा गया कि 'चिंता करने के कुछ कारण हैं' क्योंकि 'इसके स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेशंस हैं'।
तुर्किये में रात में उल्कापात के कारण आसमान का रंग हुआ हरा और नारंगी; वीडियो आया सामने
तुर्किये के एरज़ुरम शहर और गुमसाने प्रांत में रात में उल्कापात के कारण आसमान का रंग कुछ सेकेंड के लिए हरा और नारंगी हो गया। एक राहगीर ने उल्कापात का वीडियो कैद कर लिया जिसमें बच्चे के गुब्बारे के साथ खेलने के दौरान अचानक आसमान का रंग हरा व नारंगी होता हुआ दिख रहा है।
आईएसएस छोड़ने से पहले अंतरिक्षयात्री ने शेयर की तस्वीर, लिखा- 'सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करें'
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अंतरिक्षयात्री सुल्तान अल नेयादी ने इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) को छोड़ने से पहले अपनी तस्वीर 'X' पर शेयर की है। सुल्तान ने लिखा, "अंतरिक्ष, यह गुडबाय नहीं है। मैं आपसे दोबारा मिलूंगा। हमारी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करें, हम जल्द मिलेंगे।" गौरतलब है कि नेयादी 3 मार्च को आईएसएस पहुंचे थे।
आदित्य-एल1 पर काम करने वाले वैज्ञानिकों को परफ्यूम इस्तेमाल करने की अनुमति क्यों नहीं थी?
इसरो के 'आदित्य-एल1' मिशन के मुख्य पेलोड पर काम करने वाले भारतीय तारा भौतिकी संस्थान (आईआईए) के वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स ने परफ्यूम का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि एक कण भी उनके पूरे काम को बाधित कर सकता था। इस दौरान मिशन के वैज्ञानिकों/इंजीनियर्स ने आईसीयू से 1-लाख गुना अधिक साफ कमरे में काम किया और एचईपीए फिल्टर्स का इस्तेमाल किया।
'आदित्य-एल1' को अगली कक्षा में पहुंचाने के लिए हुई पहली सफल अर्थ-बाउंड फायरिंग: इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को कहा कि देश का पहला सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' ठीक स्थिति में है और सही काम कर रहा है। स्पेस एजेंसी ने कहा, "आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु से पहले अर्थ-बाउंड मैनुवर को सफलतापूर्वक कर लिया गया है। यह ('आदित्य-एल1') नई कक्षा में 245 किमीx22459 किमी तक पहुंच गया है।" अगला मैनुवर 5 सितंबर को होगा।
शनि ग्रह के साथ हल्के नीले बिंदु की तरह दिख रही पृथ्वी की तस्वीर नासा ने की शेयर
नासा ने कैसिनी स्पेसक्राफ्ट द्वारा खींची गई शनि ग्रह की तस्वीर शेयर की है। शनि के प्राकृतिक रंग दिखाने के लिए तस्वीर को लाल, हरे और नीले फिल्टर का उपयोग कर खींचा गया जिसमें शुक्र, मंगल, पृथ्वी और पृथ्वी का चंद्रमा दिख रहा है। इसमें नीचे दाईं तरफ पृथ्वी और चंद्रमा हल्के नीले बिंदु की तरह नज़र आ रहे हैं।
सूर्य व चंद्रमा से जुड़े मिशनों के बाद क्या होगा इसरो का अगला मिशन?
चंद्रमा से जुड़े चंद्रयान-3 मिशन की सफलता और सूर्य से जुड़े आदित्य-एल1 मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद इसरो अब एक्सपोसैट (एक्स-रे पोलरीमीटर सैटेलाइट) को लॉन्च करने की तैयारी में जुटा है। देश के पहले पोलरीमीटर सैटेलाइट एक्सपोसैट के ज़रिए अंतरिक्ष में दूर से आने वाली खगोलीय एक्स-रे किरणों के स्रोतों के डायनामिक्स का अध्ययन किया जाएगा।
22 सितंबर को हो सकता है चंद्रमा पर अगला सूर्योदय
इसरो ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने अपना काम पूरा कर लिया है और उसे स्लीप मोड में डाल दिया गया है। इसरो ने आगे कहा कि चंद्रमा पर अगला सूर्योदय 22 सितंबर 2023 को होने की उम्मीद है। इससे पहले इसरो ने बताया था कि प्रज्ञान चंद्रमा पर 100-मीटर की दूरी तय कर चुका है।
प्रज्ञान रोवर को अपना काम पूरा करने के बाद स्लीप मोड में डाला गया, पेलोड किए गए बंद: इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने अपना काम पूरा कर लिया है और अब उसे सुरक्षित रूप से पार्क कर स्लीप मोड में डाल दिया गया है। बकौल इसरो, प्रज्ञान रोवर पर मौजूद अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (एपीएक्सएस) और लेज़र-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) पेलोड्स को बंद कर दिया गया है।
इसरो प्रमुख को उनके पड़ोस में रहने वाले बच्चे ने तोहफे में दिया 'चंद्रयान-3' का मिनिएचर मॉडल
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को उनके पड़ोस में रहने वाले एक बच्चे ने तोहफे में 'चंद्रयान-3' का मिनिएचर मॉडल दिया है। इसरो के पूर्व डायरेक्टर पीवी वेंकिटाकृष्णन ने इसकी तस्वीर 'X' पर शेयर कर लिखा, "बच्चे ने खुद से बनाया यह मॉडल...पड़ोसियों की ओर से उन्हें भेंट किया।" 23 अगस्त को चंद्रयान-3 चांद की सतह पर लैंड हुआ था।
कौन हैं भारत के पहले सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' की प्रोजेक्ट डायरेक्टर निगर शाजी?
भारत के पहले सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' की प्रोजेक्ट डायरेक्टर व वैज्ञानिक निगर शाजी तमिलनाडु के शेंगोट्टै शहर के एक किसान की बेटी हैं। उन्होंने सरकारी तिरुनेलवेली इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्यूनिकेशन्स में इंजीनियरिंग की और 1987 में इसरो में शामिल हो गईं। शाजी ने 'आदित्य-एल1' के सफल प्रक्षेपण पर कहा, "यह किसी सपने के सच होने जैसा है।"
सपने के सच होने जैसा: 'आदित्य-एल1' के सफलतापूर्वक लॉन्च होने पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर शाजी
भारत के पहले सौर मिशन 'आदित्य-एल1' के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद प्रोजेक्ट डायरेक्टर निगार शाजी ने कहा है कि यह एक सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने कहा, "मुझे बेहद खुशी है कि 'आदित्य-एल1' को पीएसएलवी द्वारा इंजेक्ट किया गया है। आदित्य-एल1 ने अपनी 125 दिनों की लंबी यात्रा शुरू कर दी है।"
हम इसरो के वैज्ञानिकों व इंजीनियरों के आभारी हैं: 'आदित्य-एल1' की सफल लॉन्चिंग पर खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारत के पहले सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग पर कहा है, "हम इसरो के वैज्ञानिकों, स्पेस इंजीनियरों, शोधकर्ताओं व कर्मचारियों के आभारी हैं।" कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "यह इसरो व भारत के लिए एक और शानदार उपलब्धि है। सबसे पहले 'आदित्य-एल1' का प्रस्ताव 2008 में वैज्ञानिकों ने इसरो से साझा किया था।"
100 नॉट आउट: चंद्रमा पर प्रज्ञान रोवर द्वारा तय किए गए रास्ते की तस्वीर शेयर कर इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा पर प्रज्ञान रोवर द्वारा तय किए गए रास्ते की तस्वीर शेयर कर बताया है कि प्रज्ञान ने चांद पर 100 मीटर की दूरी तय कर ली है। इसरो ने लिखा है, "प्रज्ञान 100* (नॉट आउट)...प्रज्ञान रोवर चंद्रमा पर 100 मीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है और यह सिलसिला जारी है।"
इसरो ने अपने सूर्य मिशन के लॉन्च की तस्वीरें जारी कीं
इसरो ने अपने सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' के प्रक्षेपण की पहली तस्वीरें जारी की हैं। इसरो ने तस्वीरों के साथ 'X' पर लिखा, "आदित्य-एल1 ने बिजली उत्पन्न करना शुरू कर दिया है।" इसरो ने कहा, "अब यान को अगली कक्षा में भेजने के लिए 3 सितंबर 2023 को भारतीय समयानुसार (सुबह) लगभग 11:45 बजे पहली अर्थ-बाउंड फायरिंग की जाएगी।"
चंद्रयान-3 के बाद इसरो ने आदित्य-एल1 को लॉन्च कर फिर से देश का मान बढ़ाया: कांग्रेस
इसरो द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत के पहले सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' को सफलतापूर्वक लॉन्च करने पर कांग्रेस ने बधाई दी है। कांग्रेस ने कहा, "इसरो ने देश को गौरवान्वित होने के अनेक मौके दिए हैं। चंद्रयान-3 के बाद इसरो ने आदित्य-एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर फिर से देश का मान बढ़ाया है। जय हिंद।"
श्रीहरिकोटा से 'आदित्य-एल1' मिशन लॉन्च किए जाने का वीडियो सामने आया
इसरो ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से भारत का पहला सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' लॉन्च किया। पीएसएलवी-सी57 रॉकेट से मिशन लॉन्च किए जाने का एक वीडियो ऑनलाइन सामने आया है। इसरो ने कहा कि आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर रहेगा और सन-अर्थ सिस्टम के लग्रांजियन पॉइंट (एल1) के करीब हेलो ऑर्बिट में स्थापित होगा।
पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा भारत का 'आदित्य-एल1', शुरू की एल1 पॉइंट की ओर 125 दिन की यात्रा
भारत का सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' शनिवार को सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया और उसने एल1 पॉइंट की ओर 125 दिनों की यात्रा शुरू कर दी। आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर रहेगा और सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा। यह न ही सूर्य पर लैंड होगा और न ही सूर्य के इससे ज़्यादा करीब जाएगा।
भारत का पहला सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' सफलतापूर्वक हुआ लॉन्च
इसरो ने शनिवार को भारत के पहले सूर्य मिशन 'आदित्य-एल1' को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। इसे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी57 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया। इस मिशन के तहत इसरो 'आदित्य-एल1' को सन-अर्थ सिस्टम के लग्रांजियन पॉइंट (एल1) के करीब हेलो ऑर्बिट में स्थापित करेगा जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है।
आदित्य-एल1 मिशन के लॉन्च को देखने के लिए श्रीहरिकोटा पहुंचे स्कूली छात्र, कहा- ऑल द बेस्ट
भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 के लॉन्च को देखने के लिए कुछ स्कूली छात्र आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे। वहीं, स्कूली छात्रों का वीडियो सामने आया है जिसमें वे 'इसरो', 'इंडिया' और 'ऑल द बेस्ट' कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि आदित्य-एल1 शनिवार सुबह 11:50 बजे लॉन्च किया जाएगा।
आदित्य-एल1 पेलोड प्रतिदिन सूर्य की 1,440 तस्वीरें भेजेगा, फरवरी तक पहली तस्वीर आने की उम्मीद
आदित्य-एल1 की परियोजना वैज्ञानिक डॉ. मुथु प्रियाल ने कहा है, "आदित्य-एल1 का प्राइमरी पेलोड ‘विज़िबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (वीईएलसी) इच्छित कक्षा तक पहुंचने पर ज़मीनी केंद्र को विश्लेषण के लिए प्रतिदिन 1,440 तस्वीरें भेजेगा।" इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ऐस्ट्रोफिज़िक्स के अधिकारियों के मुताबिक, 190 किलोग्राम का यह पेलोड 5-साल तक तस्वीरें भेजेगा। पहली तस्वीर फरवरी तक आने की उम्मीद है।
आदित्य-एल1 एक महत्वपूर्ण प्रक्षेपण, इसे लैग्रेंज पॉइंट तक पहुंचने में लगेंगे 125 दिन: सोमनाथ
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा, "भारत का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्षेपण है और इसे लैग्रेंज प्वाइंट तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे।" सोमनाथ ने कहा, "अभी चंद्रयान-4 पर फैसला नहीं लिया है लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा, "हमारा अगला प्रक्षेपण 'गगनयान' है जो अक्टूबर के पहले सप्ताह तक होगा।"
विक्रम व प्रज्ञान के निष्क्रिय होने के बाद काम करेगा नासा द्वारा निर्मित चंद्रयान-3 का पेलोड
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम द्वारा चंद्रमा पर ले जाया गया चौथा पेलोड लेज़र रेट्रोरिफ्लेक्टर ऐरे (एलआरए) बाकी उपकरणों और प्रज्ञान रोवर के निष्क्रिय हो जाने पर काम करना शुरू कर देगा। एलआरए को नासा ने लैंडर की सटीक लोकेशन का पता लगाने और दूरी मापने के लिए डिज़ाइन किया है। इसे किसी तरह की ऊर्जा की ज़रूरत नहीं होगी।
हमारे सौर मंडल के बाहर खोजे गए 6 नए ग्रह
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया है कि वैज्ञानिकों ने 6 नए एक्सोप्लैनेट (हमारे सौरमंडल से बाहर के ग्रह) की खोज की है जिसके साथ ही इनकी संख्या बढ़कर 5,502 हो गई है। नासा ने कहा कि इन एक्सोप्लैनेट को 'एचडी 36384 बी', 'टीओआई-198 बी', 'टीओआई-2095 बी', 'टीओआई-2095 सी', 'टीओआई-4860 बी' और 'एमडब्ल्यूसी 758 सी' नाम दिया गया है।
इंसेंटिव के तौर पर फ्री मसाला डोसा और कॉफी दी जाती थी: चंद्रयान-3 मिशन पर इसरो के वैज्ञानिक
इसरो के मून मिशन के वैज्ञानिक वेंकटेश्वर शर्मा ने कहा है कि स्पेस एजेंसी की ओर से कर्मचारियों को रोज़ाना शाम 5-बजे मुफ्त मसाला डोसा और फिल्टर कॉफी दी जाती थी। बकौल वेंकटेश्वर, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि चंद्रयान-3 मिशन के लिए कर्मचारियों को ओवरटाइम करना पड़ता था और इसरो के पास उन्हें देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन नहीं था।
चंद्रमा की सतह पर रूस के लूना-25 के क्रैश से पहले और बाद की तस्वीर सामने आई
नासा ने चंद्रमा पर रूस के लूना-25 के क्रैश की संभावित जगह की तस्वीरें शेयर की हैं। नासा के लूनर रेकॉनिसंस ऑर्बिटर से ली गई नई और पुरानी तस्वीरों से पता चला है कि जून 2022 और 24 अगस्त 2023 के बीच चंद्रमा की सतह पर नया गड्ढा बना। बकौल नासा, गड्ढा लूना-25 की संभावित क्रैश साइट के करीब है।
'सोने की मुर्गी' मारने जैसा होगा अंतरिक्ष आधारित स्पेक्ट्रम की नीलामी: स्पेस बॉडी 'आईएसपीए'
इंडियन स्पेस असोसिएशन (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट (सेवानिवृत्त) ने कहा है कि उपग्रह-आधारित स्पेक्ट्रम की नीलामी से विकास में अड़चन पैदा होगी। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष-आधारित स्पेक्ट्रम की नीलामी का विकल्प चुनना ‘सोने की मुर्गी’ को मारने के समान होगा और दुनियाभर के देशों ने अंतरिक्ष आधारित स्पेक्ट्रम के प्रशासनिक आवंटन का रास्ता चुना है।
चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर अज्ञात इवेंट का लगाया पता
चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर पर मौजूद इंस्ट्रूमेंट फॉर लूनर सीस्मिक ऐक्टिविटी (आईएलएसए) ने चंद्रमा पर एक अज्ञात इवेंट का पता लगाया है। बकौल इसरो, इसके मूल स्रोत की जांच हो रही है और संभवता यह इवेंट प्राकृतिक रूप से 26 अगस्त को घटित हुआ था। आईएलएसए ने प्रज्ञान रोवर के मूवमेंट्स के कारण हो रहे कंपन को भी कैद किया।
इंस्टाग्राम रील्स का ड्यूरेशन 3 मिनट से बढ़ाकर 10 मिनट किए जाने की हो रही टेस्टिंग
इंस्टाग्राम ने टेकक्रंच से कहा है कि वह रील्स की समय सीमा 10 मिनट तक करने पर काम कर रहा है जो फिलहाल टेस्टिंग फेज़ में है। इंस्टाग्राम पर फिलहाल 3 मिनट तक की रील बना सकते हैं। रील्स का ड्यूरेशन बढ़ने से इंस्टाग्राम की टिकटॉक से प्रतिस्पर्धा होगी, जिसने फरवरी-2022 में वीडियो बनाने का ड्यूरेशन 10 मिनट किया था।
ऑक्सीजन के नए प्रकार की हुई खोज
टोक्यो इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के न्यूक्लियर फिज़िसिस्ट योसुके कोंदो के नेतृत्व वाली फिज़िसिस्ट की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने ऑक्सीजन के नए आइसोटोप 'ऑक्सीजन-28' की खोज की है। 'ऑक्सीजन-28' आइसोटोप में 20 न्यूट्रॉन और 8 प्रोटॉन हैं। यह खोज भविष्य के न्यूक्लियर प्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे पहले ऑक्सीजन के 'ऑक्सीजन-26' आइसोटोप में सर्वाधिक (18) न्यूट्रॉन थे।
इसरो ने घूमते हुए प्रज्ञान का वीडियो किया शेयर, कहा- जैसे चंदामामा के आंगन में खेलता बच्चा
इसरो ने गुरुवार को चंद्रमा की सतह पर घूमते प्रज्ञान रोवर का एक और वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "सुरक्षित रास्ते की तलाश में रोवर को गोल-गोल घुमाया गया।" इसरो ने बताया, "घूमते रोवर का वीडियो लैंडर के इमेजर ने लिया...लग रहा है जैसे कोई बच्चा चंदामामा के आंगन में खेल रहा है...उसकी मां उसे प्यार से निहार रही है।"
'X' पर वीडियो और ऑडियो कॉल कर सकेंगे यूज़र्स, नहीं होगी फोन नंबर की ज़रूरत: एलन मस्क
पिछले साल ट्विटर का अधिग्रहण कर इसका नाम बदलने वाले एलन मस्क ने ट्वीट किया है, "'X' पर वीडियो और ऑडियो कॉल करने का फीचर लाया जा रहा है।" उन्होंने आगे कहा कि यह फीचर आईओएस, एंड्रॉयड, मैक और डेस्कटॉप पर उपलब्ध होगा। उन्होंने लिखा, "फोन नंबर की ज़रूरत नहीं होगी। 'X' एक प्रभावी ग्लोबल एड्रेस बुक है।"
चंद्रमा पर परीक्षण करते हुए प्रज्ञान रोवर का पहला वीडियो हुआ जारी
इसरो ने चंद्रमा पर परीक्षण करते हुए प्रज्ञान रोवर का एक वीडियो जारी किया है। इसरो ने लिखा, "रोवर में मौजूद एक अन्य उपकरण ने चंद्रमा पर सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि की।" इसरो ने बताया, "वीडियो में ऑटोमेटेड हिंज मेकैनिज़्म 18 सेंटीमीटर लंबे अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप को रोटेट कर रहा है...जिससे डिटेक्टर हेड सतह के बहुत करीब है।"
इंग्लैंड में दिया जाएगा दुनिया का पहला 7 मिनट कैंसर ट्रीटमेंट इंजेक्शन
ब्रिटिश सरकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) देश के सैकड़ों लोगों को कैंसर के इलाज में लगने वाले समय को तीन-चौथाई तक कम करने वाला इंजेक्शन देगी। यह ऐसी पेशकश करने वाली दुनिया की पहली स्वास्थ्य एजेंसी है। अधिकारियों ने बताया, "यह इंजेक्शन देने में 7 मिनट लगते हैं...जबकि आईवी देने के मौजूदा तरीके में 30-60 मिनट तक लगते हैं।
32 ग्लोबल कंपनियों ने भारत में लैपटॉप बनाने के लिए किया अप्लाई
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि 32 ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने सरकार के इंसेंटिव प्रोग्राम के तहत भारत में लैपटॉप, पीसी और अन्य हार्डवेयर बनाने के लिए अप्लाई किया है। उन्होंने बताया, "इनमें एचपी, डेल, एसर, लेनोवो, थॉमसन, वीवीडीएन, फॉक्सकॉन और नेटवेयर शामिल हैं।" दरअसल, सरकार ने लैपटॉप के आयात पर पाबंदियां लगाने का एलान किया है।
अमेरिका में पायलट ने कैद की दुर्लभ मौसमी परिघटना, वीडियो आया सामने
फ्लोरिडा (अमेरिका) के मैकडिल एयर फोर्स स्टेशन में एक पायलट ने एक दुर्लभ मौसमी परिघटना 'सेंट एल्मोज़ फायर' का वीडियो कैद किया जो आकाशीय बिजली के चमकने जैसा लग रहा है। यह वीडियो एक बचाव अभियान के दौरान कैद किया गया था। 'सेंट एल्मोज़ फायर' एक ऐसी मौसमी परिघटना है जिसमें एक एटमॉस्फेरिक इलेक्ट्रिक फील्ड में चमकदार प्लाज़्मा बनता है।
सूर्य के सामने से गुज़रा 96,000 किलोग्राम का चीनी स्पेस स्टेशन, तस्वीर आई सामने
चीन का तियानगॉन्ग स्पेस स्टेशन मंगलवार को सूर्य के सामने से गुज़रते हुए दिखा और ग्रीस के ऐस्ट्रोनॉमर एंथनी आईयोममाटिस ने इसकी तस्वीर भी शेयर की है। उन्होंने स्पेसवेदर को बताया कि 96,000 किलोग्राम (वॉल्यूम के हिसाब से आईएसएस के आकार का एक-तिहाई) का यह स्पेस स्टेशन सूर्य के सामने से केवल 0.69 सेकेंड में गुज़र गया।
तस्वीरों में: रात में आसमान में दिखा दुर्लभ सुपर ब्लू मून
दुनियाभर में बुधवार को रात में आसमान में दुर्लभ सुपर ब्लू मून दिखाई दिया जो इस साल का सबसे बड़ा और चमकीला चंद्रमा बताया जा रहा है। यह इस साल में अगस्त महीने में दूसरा पूर्णिमा का चांद है इसलिए इसे ब्लू मून भी कहा जाता है। एक तस्वीर में चिमनी के धुएं के ऊपर चंद्रमा दिख रहा है।
चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने 15 मीटर दूर से ली विक्रम लैंडर की तस्वीर, की गई जारी
इसरो ने चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर द्वारा विक्रम लैंडर की ली गई तस्वीर शेयर की है। इसरो ने लिखा, "एक बार फिर, सह-यात्री प्रज्ञान ने विक्रम को कैमरे में किया कैद! यह आइकॉनिक तस्वीर 30 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजे तकरीबन 15 मीटर दूर से ली गई थी। भारत के ऐश्वर्य की कोई सीमा नहीं है।"
क्यों आज के पूर्णिमा के चांद को 'सुपर ब्लू मून' कहा जा रहा है?
पूर्ण चंद्रमा के एक महीने में दूसरी बार दिखने के चलते आज के पूर्णिमा के चांद को 'सुपर ब्लू मून' कहा जा रहा है। इस दौरान चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे नज़दीक होगा। आखिरी बार यह परिघटना 2009 में दिखी थी और अगली बार 2037 में दिखने की उम्मीद है जिसके चलते इसे दुर्लभ कहा जा रहा है।
क्या हैं चंद्रमा की सतह पर सल्फर की मौजूदगी के मायने?
इंसानों के अस्तित्व के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व सल्फर का चंद्रमा पर मिलना दुर्लभ है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सतह पर इसके होने से वॉटर आइस की मौजूदगी के संकेत मिल सकते हैं जो भविष्य के चंद्र मिशनों के लिए महत्वपूर्ण बात है। सल्फर की मौजूदगी चंद्रमा के भूविज्ञान, इतिहास और वहां संभावित संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण है।
कैसे गूगल के नए फीचर की मदद से बुक किए जा सकते हैं सस्ते हवाई टिकट?
गूगल फ्लाइट्स ने एक नया फीचर लॉन्च किया है जो यात्रियों को बताएगा कि उनकी चुनी हुई तारीखों और डेस्टिनेशन के लिए हवाई टिकट कब सबसे सस्ते होंगे। 'प्राइस ट्रैकिंग' इनेबल करने पर गूगल लोगों को उड़ान की कीमतें घटने पर सूचित करेगा। कुछ सर्च रिज़ल्ट पर कलरफुल बैज दिखेगा जिसका अर्थ होगा कि उड़ान की कीमतें अब नहीं घटेंगी।
प्रज्ञान रोवर द्वारा खींची गई विक्रम लैंडर की पहली तस्वीर हुई जारी
इसरो ने चंद्रमा पर बुधवार सुबह प्रज्ञान रोवर द्वारा खींची गई विक्रम लैंडर की पहली तस्वीर 'X' (ट्विटर) पर जारी की है। इसके साथ इसरो ने लिखा, "कृपया मुस्कुराएं...यह तस्वीर रोवर पर लगे नैविगेशन कैमरे द्वारा ली गई।" गौरतलब है कि भारत 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक स्पेसक्राफ्ट लैंड करने वाला पहला देश बना था।
चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास किन तत्वों का लगाया पता?
चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सल्फर, एल्यूमीनियम, कैल्शियम, लोहा, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंग्नीज़, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का पता लगाया है। चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर पर मौजूद लेज़र-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) इंस्ट्रूमेंट ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास इन तत्वों की मौजूदगी की पुष्टि की। वहीं, इसरो ने बताया कि हाइड्रोजन की खोज जारी है।
नासा ने शेयर कीं भारत में भारी बारिश के बीच बाढ़ आने से पहले व बाद की सैटेलाइट तस्वीरें
नासा ने भारत में भारी बारिश के बीच पंजाब में बाढ़ आने से पहले व बाद की सैटेलाइट तस्वीरें शेयर की हैं। तस्वीरों में फिरोज़पुर के पास सतलज नदी से सटे इलाके में आई बाढ़ का दृश्य दिख रहा है। एक तस्वीर में 16 जून का जबकि दूसरी में बाढ़ आने के बाद 19 अगस्त का दृश्य दिख रहा है।
क्या है ई-चालान स्कैम जिसे लेकर सरकार ने लोगों को किया है आगाह?
साइबर धोखाधड़ी करने वाले अपराधी लोगों को टेक्स्ट मेसेज भेजकर ई-चालान स्कैम का निशाना बना रहे हैं। मेसेज में यातायात नियमों के उल्लंघन और जुर्माना भरने की बात लिखी होती है। इनमें एक लिंक भी रहता है जिस पर क्लिक करते ही यूज़र एक फर्ज़ी वेबसाइट पर रीडायरेक्ट होता है जिसके बाद जालसाज़ उसका बैंक अकाउंट हैक कर सकते हैं।
कौन-कौनसे देश सूर्य के अध्ययन के लिए अपना स्पेस मिशन भेज चुके हैं?
नासा के पार्कर सोलर प्रोब समेत कई सोलर मिशन सक्रिय हैं। जापानी स्पेस एजेंसी भी सूर्य के लिए कई मिशन लॉन्च कर चुकी है जबकि चीन ने 2022 में एडवांस्ड स्पेस-बेस्ड सोलर ऑब्ज़र्वेटरी लॉन्च की थी। यूरोपीय स्पेस एजेंसी भी सूर्य के लिए कई प्रोब मिशन भेज चुकी है। भारत का पहला सोलर मिशन आदित्य-एल1 2 सितंबर को लॉन्च होगा।
कैसे इसरो अपने स्पेस मिशंस की लागत कम रखता है?
इसरो में 1976-1988 के दौरान काम कर चुके पी सुदर्शन ने बताया है कि स्पेस एजेंसी की ज़ीरो-बेस्ड बजटिंग, ज़रूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए भारतीय कंपनियों पर निर्भरता और अन्य कारणों से स्पेस मिशंस की लागत कम होती है। ज़ीरो-बेस्ड बजटिंग एक ऐसी प्रणाली है जिसमें आगामी मिशंस के लिए पिछले साल का बजट आधार नहीं माना जाता है।
स्लोवाकिया के आसमान में नज़र आया विशाल स्प्राइट, तस्वीर आई सामने
स्लोवाकिया के आसमान में हाल ही में एक विशाल स्प्राइट नज़र आया और एस्ट्रोफोटोग्राफर स्टेनीस्लाव कानीयेंस्की ने इसकी तस्वीर कैद की। spaceweather.com ने इसे लेकर लिखा, "चंद सेकेंड के लिए ऐसा लगा कि...यह एक बड़ी जेलीफिश है।" स्प्राइट एक इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज है जो तूफान के दौरान कई बार एक क्यूमलोनिंबस बादल के शीर्ष से ऊपर की तरफ उत्सर्जित होता है।
'आदित्य-एल1' को ले जाने वाले पीएसएलवी-सी57 रॉकेट को लॉन्च पैड पर लाया गया: इसरो
इसरो ने तस्वीरें जारी कर बताया है कि श्रीहरिकोटा में पीएसएलवी-सी57 रॉकेट लॉन्च पैड पर आ गया है और इसी रॉकेट के ज़रिए सूर्य के अध्ययन के लिए 'आदित्य-एल1' मिशन भेजा जाएगा। यह मिशन भारत का ऑब्ज़र्वेट्री श्रेणी का पहला स्पेस मिशन होगा। गौरतलब है कि आदित्य-एल1 मिशन 2 सितंबर को सुबह 11:50 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा।
कल दिखाई देगा दुर्लभ सुपर ब्लू मून
दुर्लभ सुपर ब्लू मून कल (30 अगस्त) नज़र आएगा और भारत में लोग इस खगोलीय घटना का नज़ारा रात 9:30 बजे से देख सकते हैं। यह इस साल अगस्त का दूसरा सुपरमून होगा और इससे पहले यह परिघटना 1 अगस्त को हुई थी। नासा के मुताबिक, अन्य दिनों के चंद्रमा के मुकाबले सुपरमून 14% अधिक बड़ा दिखाई देता है।
चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर ने की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सल्फर मौजूद होने की पुष्टि
इसरो ने मंगलवार को बताया कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर पर मौजूद लेज़र-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) इंस्ट्रूमेंट ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सतह पर सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि की है। इसरो ने बताया, "एल्युमीनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंग्नीज़, सिलिकॉन और ऑक्सीजन की भी मौजूदगी मिली है और इसकी उम्मीद पहले से थी...हाइड्रोजन की जांच जारी है।"
नासा ने शेयर कीं बृहस्पति ग्रह पर तूफान की तस्वीरें
नासा ने सोशल मीडिया पर बृहस्पति ग्रह की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें वहां आया हुआ तूफान दिख रहा है। नासा ने तस्वीरों के साथ लिखा, "हमारे जूनो स्पेसक्राफ्ट ने बृहस्पति के उत्तरी गोलार्द्ध में तूफान की तस्वीरें कैद की हैं, स्पेसक्राफ्ट ने ये तस्वीरें बृहस्पति ग्रह के क्लाउड टॉप्स के ऊपर 23,500 किलोमीटर पर लीं।"
मैं और मेरा दोस्त एक-दूसरे से संपर्क में हैं: चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर
चंद्रयान-3 के आधिकारिक 'X' हैंडल ने चंद्र मिशन के बारे में अपडेट जारी किया है। स्पेसक्राफ्ट के 'X' हैंडल ने लिखा, "हेलो पृथ्वीवासियों! मैं चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर। मैं और मेरा दोस्त विक्रम एक-दूसरे से संपर्क में हैं। हमारी हालत ठीक है, सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है...बताना चाहता हूं कि मैं चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करने की राह पर हूं।"
मंगलयान ने मंगल ग्रह की परिक्रमा कर रहे उसके सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस का वीडियो किया कैद
भारत के मंगलयान स्पेसक्राफ्ट ने मंगल ग्रह की परिक्रमा कर रहे उसके सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस का एक वीडियो कैद किया है। यह वीडियो स्पेस इनथूज़ियास्ट एंड्रिया लक ने मंगलयान के वैज्ञानिक डेटा के आर्काइव से प्रोसेस किया है। गौरतलब है कि मंगलयान मिशन 2013 में लॉन्च किया गया था जो भारत का पहला इंटरप्लैनेटरी मिशन है।
चंद्रयान-3 ने पिछले 6 दिनों में चंद्रमा पर क्या-क्या किया है?
23 अगस्त को चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर बाहर निकला और मोबिलिटी ऑपरेशन्स शुरू किए। 26 अगस्त तक मिशन के 3 उद्देश्यों में से 2 पूरे कर लिए गए और 27 अगस्त को रोवर ने टेंप्रेचर वेरिएशन का डेटा भेजा। रोवर 4-मीटर व्यास वाले क्रेटर से बचकर निकलने में कामयाब भी हुआ।
ऑस्ट्रेलिया में महिला के मस्तिष्क में कैसे पहुंचा पाइथन में मिलने वाला कीड़ा?
ऑस्ट्रेलिया में जिस 64-वर्षीय महिला के मस्तिष्क में ज़िंदा परजीवी राउंडवॉर्म ओफिडास्करिस रोबर्टसी मिला था वह ऐसी झील के पास रहती थी जिसमें कार्पेट पाइथन रहते हैं और अकसर झील के आसपास से वनस्पति लाती थी। यह परजीवी आमतौर पर पाइथन में मिलता है। डॉक्टरों ने कहा, "महिला ने अनजाने में वनस्पति...या हाथों/बर्तनों पर लगे परजीवी के अंडे खाए होंगे।"
14 अक्टूबर को दिखाई देगा 'रिंग ऑफ फायर' सूर्यग्रहण
नासा के मुताबिक, अमेरिका में 14-अक्टूबर को 'रिंग ऑफ फायर' या वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा जो वहां ओरेगन तट से मेक्सिको की खाड़ी की तरफ बढ़ेगा। चंद्रमा के सूर्य के ठीक सामने से गुज़रने के दौरान चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य की सतह को नहीं ढक पाता है और परिणामस्वरूप यह आसमान में 'रिंग ऑफ फायर' जैसा नज़र आता है।
क्या है लैग्रेंज पॉइंट जहां से 'आदित्य-एल1' मिशन सूर्य का करेगा अध्ययन?
सूर्य के अध्ययन के लिए भेजा जाने वाला 'आदित्य-एल1' पृथ्वी से 15-लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंज पॉइंट-1 के नज़दीक हेलो ऑर्बिट में स्थापित होगा। लैग्रेंज पॉइंट्स अर्थ-सन सिस्टम में वो जगहें हैं जहां पृथ्वी और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल छोटे ऑब्जेट के सेंट्रीपीटल फोर्स को संतुलित करता है जिससे ऑब्जेक्ट (स्पेसक्राफ्ट) पृथ्वी-सूर्य के सापेक्ष स्टेबल पोज़िशन में परिक्रमा कर सकता है।
क्या हैं इसरो के आदित्य-एल1 मिशन की खासियतें?
इसरो 2 सितंबर को सुबह 11:50 बजे आदित्य-एल1 मिशन लॉन्च करेगा जो पहली बार अल्ट्रावॉयलेट बैंड के नज़दीक रिज़ॉल्वड सोलर डिस्क का अध्ययन करेगा। मिशन का ऑन-बोर्ड इंटेलिजेंस सोलर फ्लेयर और कोरोनल मास इजेक्शन का अध्ययन करेगा। इसके अलावा, यह मिशन अलग-अलग दिशाओं में अवलोकन कर सौर हवा की डायरेक्शनल और एनर्जी एनआईसोट्रॉपी का भी अध्ययन करेगा।
चंद्रमा की सतह पर प्रज्ञान रोवर के रास्ते में आया बड़ा क्रेटर, इसरो ने शेयर की तस्वीर
चंद्रयान-3 मिशन के बारे में अपडेट जारी करते हुए इसरो ने सोमवार को 'X' पर 2 तस्वीरें शेयर कर बताया कि प्रज्ञान रोवर सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर मिले एक क्रेटर से बचकर निकल गया। इसरो ने लिखा, "27 अगस्त को रोवर का 4 मीटर व्यास वाले क्रेटर से सामना हुआ जो रोवर की लोकेशन से 3 मीटर दूर था।"
जियो एयर फाइबर इंटरनेट सुविधा 19 सितंबर से होगी लॉन्च
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सोमवार को बताया कि 19-सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर कंपनी अपनी नई वायरलेस इंटरनेट सेवा जियो एयर फाइबर लॉन्च करेगी। उन्होंने कहा, "यह सेवा वायरलेस हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। 5G सेवा हमारी अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर्स में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है।"
सूर्य के अध्ययन के लिए भारत का पहला स्पेस मिशन 2 सितंबर को होगा लॉन्च: इसरो
इसरो ने सोमवार को बताया कि 'आदित्य-एल 1' 2 सितंबर को सुबह 11:50 बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। 'आदित्य-एल 1' मिशन भारत का ऑब्ज़र्वेट्री श्रेणी का पहला स्पेस मिशन होगा जो सूर्य के अध्ययन के लिए भेजा जाएगा। इस मिशन के तहत इसरो 'आदित्य-एल 1' को सन-अर्थ सिस्टम के लैग्रेंज पॉइंट-1 (एल-1) के करीब हेलो ऑर्बिट में स्थापित करेगा।
प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर पार की पहली बाधा: चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर
चंद्रयान-3 मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरामुथुवेल ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया है कि प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर पहली बाधा पार कर ली है। उन्होंने कहा कि 100 एमएम गहरा क्रेटर चंद्रमा की सतह पर पहली बाधा थी। उन्होंने आगे कहा, "हम पहले क्रेटर को लेकर बहुत चिंतित थे लेकिन बाधा पार हो गई।"
जापान ने लॉन्च से कुछ मिनट पहले टाला अपना मून मिशन
जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जाक्सा) ने तेज़ हवाओं का हवाला देकर सोमवार को अपने मून मिशन को लॉन्च के निर्धारित समय से करीब 30 मिनट पहले टाल दिया। खराब मौसम के कारण पहले भी लॉन्च को टाला गया था। जापान चंद्रमा पर अपना स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (एसएलआईएम) भेजेगा जो चंद्रमा पर उतरने वाला उसका पहला स्पेसक्राफ्ट होगा।
चंद्रमा पर जगहों का नामकरण कैसे किया जाता है?
चंद्रमा और अन्य ग्रहों पर नामकरण का निर्धारण अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (आईएयू) करता है जिसके भारत समेत 92 सदस्य देश हैं। सुझाए शब्दों को आईएयू की प्लेनेटरी सिस्टम नॉमनक्लेचर की कार्यसमिति के पास भेजा जाता है और सदस्यों की वोटिंग में मंज़ूरी मिलने पर नाम आधिकारिक माना जाता है। 3-महीने के अंदर सदस्य नाम पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।
मरने के बाद भी अपने शरीर का रंग बदल सकती है हॉगफिश: अध्ययन
नेचर जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, शिकारियों से बचने के लिए शरीर का रंग बदलने वाली हॉगफिश अपनी त्वचा का इस्तेमाल कर अपने आसपास का वातावरण महसूस कर सकती है। बकौल अध्ययन, हॉगफिश मरने के बाद भी विशेष लाइट-सेंसिंग कोशिकाओं से शरीर का रंग बदल सकती है। यह स्पष्ट नहीं है कि हॉगफिश इन रंग-परिवर्तनों को कैसे समझती है।
कौन है 'व्योममित्र' रोबोट जिसे गगनयान मिशन पर भेजेगा इसरो?
इसरो अगले साल मानव मिशन से पहले गगनयान मिशन के दूसरे ट्रायल में 'व्योममित्र' रोबोट भेजेगा। व्योममित्र हाफ-ह्यूमनॉयड प्रोटोटाइप है जो स्विच पैनल ऑपरेशंस करने के साथ-साथ अंतरिक्षयात्रियों से बातचीत और उनके सवालों का जवाब देने जैसी गतिविधियां कर सकती है। व्योममित्र मॉड्यूल पैरामीटर्स के ज़रिए निगरानी और अलर्ट भेजने के साथ-साथ लाइफ सपोर्ट ऑपरेशंस करने में भी सक्षम है।
चंद्रमा की ऊपरी सतह का तापमान 70°C है, अनुमान से कहीं अधिक: इसरो के वैज्ञानिक
इसरो के वैज्ञानिक बीएचएम दारुकेशा ने बताया है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ऊपरी सतह का तापमान 70°C है। दारुकेशा ने कहा, "हम सभी का मानना था कि तापमान 20°C से 30°C के बीच होगा। हमने जितना अनुमान लगाया था, तापमान उससे कहीं अधिक है। चंद्रमा की सतह पर तापमान का वेरिएशन 50°C है।"
मैं एक खोजकर्ता हूं, विज्ञान और आध्यात्मिकता दोनों की खोज करता हूं: इसरो प्रमुख एस सोमनाथ
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद पूर्णमिकावु मंदिर की अपनी यात्रा पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, "मैं एक खोजकर्ता हूं। चंद्रमा का पता लगाता हूं, इनर सेल्फ खोजता हूं इसलिए विज्ञान और आध्यात्म दोनों का पता लगाना मेरे जीवन की यात्रा का एक हिस्सा है।" उन्होंने आगे कहा, "इसलिए मैं कई मंदिरों में आता हूं, धर्मग्रंथ पढ़ता हूं।"
चीन में नज़र आए रूई की तरह दिखने वाले दुर्लभ ममाटस बादल, वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर चीन के हुबेई प्रांत का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है जिसमें रूई की तरह दिखने वाले दुर्लभ बादल नज़र आ रहे हैं। बादलों की इस असामान्य निर्माण प्रक्रिया को ममाटस बादल नाम से जाना जाता है जो अक्सर अपने साथ ओलावृष्टि, भारी बारिश और बर्फबारी जैसी गंभीर मौसमी परिस्थितियां लेकर आते हैं।
वॉट्सऐप ने एचडी में वीडियो शेयर करने का फीचर किया रोल आउट
वॉट्सऐप ने 'टेकक्रंच' से पुष्टि की है कि कंपनी ने एचडी में वीडियो शेयर करने का फीचर रोल आउट किया है। इससे पहले एचडी वीडियो 480p तक कंप्रेस किया जाता था लेकिन यूज़र्स अब वीडियो को 720p तक एचडी में भेजने का विकल्प चुन सकते हैं। वीडियो चुनने के बाद यूज़र्स को स्क्रीन के टॉप पर 'एचडी' बटन चुनना होगा।
यह चंद्रमा के दक्षिणी धुव्र की इस तरह की पहली प्रोफाइल है: चंद्रमा से भेजे गए डेटा को लेकर इसरो
इसरो ने रविवार को चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर पर मौजूद सीएचएएसटीई पेलोड (चंद्राज़ सरफेस थर्मोफिज़िकल एक्सपेरिमेंट) के पहले विश्लेषण को शेयर किया। चंद्रमा की सतह का थर्मल बिहेवियर समझने के लिए सीएचएएसटीई चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के आसपास चांद की ऊपरी सतह की टेंप्रेचर प्रोफाइल मापता है। इसरो ने कहा, "यह चंद्रमा के दक्षिणी धुव्र की ऐसी पहली प्रोफाइल है।"
हम मंगल ग्रह और शुक्र ग्रह पर जाने के लिए सक्षम हैं: इसरो
इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है, "हम चंद्रमा, मंगल ग्रह और शुक्र ग्रह पर जाने के लिए भी सक्षम हैं लेकिन और अधिक निवेश व आत्मविश्वास की ज़रूरत है।" उन्होंने कहा, "हमारे स्पेस सेक्टर को और आगे बढ़ना चाहिए।" उन्होंने चंद्रयान-3 मिशन को लेकर कहा, "चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर, दोनों ने ही तस्वीरें खींची हैं।"
कुछ भी गलत नहीं है: चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट का नाम 'शिवशक्ति' करने को लेकर इसरो प्रमुख
चंद्रयान-3 मिशन की लैंडिंग साइट का नाम 'शिवशक्ति' करने के एलान पर इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका अर्थ उस तरीके से समझाया...जो हम सभी के लिए सही है।" उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि शिवशक्ति नाम रखने में कुछ गलत है...देश का पीएम होने के नाते उन्हें इसके नामकरण का विशेषाधिकार है।"
सरकार ने 'स्मिशिंग' स्कैम को लेकर जारी की चेतावनी
'X' पर 'साइबर दोस्त' नाम से सरकार के हैंडल ने 'स्मिशिंग' स्कैम को लेकर चेतावनी जारी की है। 'स्मिशिंग' (एसएमएस फिशिंग) में लोगों को गुमराह करने वाले मेसेज भेजकर उनकी गोपनीय जानकारियां ली जाती हैं। सरकार ने कहा, "संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने या टेक्स्ट मेसेज पर व्यक्तिगत जानकारियां शेयर करने से बचें, खासकर जब वे (मेसेज) अवांछित हों।"
अक्टूबर में होगा गगनयान का पहला ट्रायल, फिर महिला रोबोट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा: सरकार
विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने गगनयान मिशन पर कहा है, "हम अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में ट्रायल मिशन की योजना बना रहे हैं।" उन्होंने कहा, "दूसरे मिशन में महिला रोबोट व्योममित्र को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। वह सभी मानवीय गतिविधियों की नकल करेगी। अगर सब कुछ सही रहा...तो हम आगे बढ़ सकते हैं।"
इसरो ने पीएम मोदी को भेंट कीं चंद्रमा पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की तस्वीरें
शनिवार को बेंगलुरु में इसरो के हेडक्वॉर्टर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की तस्वीरे भेंट कीं। इनमें चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर दिख रहे हैं। सोमनाथ ने पीएम को लैंडर से उतर रहे प्रज्ञान रोवर की तस्वीर दिखाते हुए कहा, "इसमें चंद्रमा पर भारतीय ध्वज दिख रहा है।"
चंद्रमा पर 'जवाहर पॉइंट' क्या है और इसका चंद्रयान-1 से क्या है संबंध?
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) के सतीश धवन स्पेस सेंटर से 22 अक्टूबर 2008 को भारत का पहला चंद्र मिशन चंद्रयान-1 लॉन्च किया गया था। 14 नवंबर 2008 को जिस जगह चंद्रयान-1 का मून इम्पैक्ट प्रोब लैंड हुआ था उस इम्पैक्ट साइट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर श्रद्धांजलि के तौर पर 'जवाहर पॉइंट' रखा गया था।
चंद्रमा पर घूमते प्रज्ञान रोवर का नया वीडियो हुआ जारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा पर प्रज्ञान रोवर का एक नया वीडियो शनिवार को 'X' पर शेयर किया। इसरो ने लिखा, "(चंद्रमा के) दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रमा के रहस्यों की खोज में शिवशक्ति पॉइंट के आसपास घूमता प्रज्ञान रोवर।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया था कि चंद्रमा पर जिस जगह विक्रम लैंडर उतरा, उसे 'शिवशक्ति पॉइंट' कहा जाएगा।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग की टेस्टिंग के लिए तमिलनाडु से भेजी गई चंद्रमा की मिट्टी जैसी मिट्टी
इसरो के चंद्रयान मिशन की टेस्टिंग के लिए चेन्नई (तमिलनाडु) से लगभग 400 किमी दूर स्थित नमक्कल ज़िले से 2012 से मिट्टी मंगाई जा रही है। इस ज़िले की मिट्टी चंद्रमा की मिट्टी के समान है। इसका इस्तेमाल चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की क्षमता जांचने और उसमें सुधार करने के लिए भी किया गया।
नारियल पानी बेचने वाले के पास भी कैश लेने का समय नहीं है: डिजिटल पेमेंट सिस्टम पर चंद्रशेखरन
बी20 समिट में शुक्रवार को टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि आज कोई अपने साथ कैश नहीं रखता है। उन्होंने कहा, "(डिजिटल) पेमेंट सिस्टम ने हमारे कामकाज़ के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है...नारियल पानी बेचने वाला दुकानदार भी कहता है- गूगल पे करेंगे या फोन पे? उसके पास कैश लेने का समय नहीं है।"
चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते समय भावुक हुए पीएम मोदी
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। उन्होंने बेंगलुरु में वैज्ञानिकों से कहा, "आज मैं एक अलग स्तर की खुशी महसूस कर रहा हूं...इस बार मैं बहुत बेचैन था...मैं दक्षिण अफ्रीका में था लेकिन मेरा मन आपके साथ था।" उन्होंने वैज्ञानिकों को सलाम भी किया।
ऐस्ट्रोफोटोग्राफर एंड्रयू मैकार्थी ने खींची चंद्रमा के दक्षिणी छोर की तस्वीर
ऐस्ट्रोफोटोग्राफर एंड्रयू मैकार्थी ने चंद्रमा के दक्षिणी छोर की तस्वीर खींची है और उसे X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, "यह वही जगह है जहां विक्रम लैंडर बुधवार को उतरा था...मेरे टेलिस्कोप से इतना ही दिख सकता था।" उनके ट्वीट पर एक यूज़र ने कमेंट किया, "चंद्रमा के क्रेटर्स की औसत चौड़ाई क्या है?"
चंद्रमा पर जिस जगह चंद्रयान-2 ने पदचिह्न छोड़े, वह पॉइंट अब 'तिरंगा' कहलाएगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि चंद्रमा पर जिस जगह चंद्रयान-2 ने पदचिह्न छोड़े, वह पॉइंट 'तिरंगा' कहलाएगा। 2019 में चंद्रयान-2 मिशन चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर पाया था। पीएम ने इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित कर कहा, "यह...पॉइंट हमें सीख देगा कि कोई भी विफलता आखिरी (अंत) नहीं होती। अगर...इच्छाशक्ति हो तो सफलता मिलकर रहती है।"
पीएम मोदी ने 23 अगस्त को घोषित किया 'नैशनल स्पेस डे'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एलान किया कि हर साल 23 अगस्त को 'नैशनल स्पेस डे' के तौर पर मनाया जाएगा। 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग हुई थी जिससे भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बना था। पीएम ने संबोधन शुरू करने से पहले वैज्ञानिकों से मुलाकात की।
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट को 'शिवशक्ति पॉइंट' के नाम से जाना जाएगा: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा है कि चंद्रमा पर जिस जगह विक्रम लैंडर उतरा उसे 'शिवशक्ति पॉइंट' कहा जाएगा। उन्होंने कहा, "स्पेस मिशन्स के टचडाउन पॉइंट को नाम दिए जाने की वैज्ञानिक परंपरा है। चंद्रमा के जिस स्थान पर चंद्रयान-3 उतरा...भारत ने भी उसके नामकरण का फैसला किया है।"