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2MAG
| नेवता के समान औगना में खोलल गेल तो देख के लोग के अचरज के ठेकाना न रहल । |
3BHO
| बहुत बढ़िया। |
1BRA
| ब्रह्मा तब मनमें घबरानौ । |
3BHO
| ऊर्जा कईसनों होखो ओकर प्रवाह नियंत्रित कइल भी जरूरी होला । |
2MAG
| जब हमरा कोय काम-धंधा मिल जइतइ, अस्ताफ़ी इवानिच, तब हम सब कुछ वापस कर देबइ - खाना वगैरह पर आल खरचा के चुकता कर देबइ । |
4HIN
| जब आता है दुःख तभी,सागर सा लोचन रोता है । |
0AWA
| तुलसीदास तुम का कौनिउ नवाब सेनी कम हौ ? |
1BRA
| अमृत,धुनि सम्राट आदि अनेक उपाधिन ते अलंकृत कियौ गयी ही ब्रज़ साहित्य मण्डल और हिंदी साहित्य परिषद अादि । |
4HIN
| पता चला इनमे से जिन माताओं ने सी -सेक्शन की बैसाखी थामी सामान्य प्रसव को छोडके तीन साला होते होते उनके नव -जायों (बच्चों )के लिए ओबेसिटी का ख़तरा दो गुना ज्यादा बढ़ गया है . |
3BHO
| जौनपुर मे तरसवां मोड का लगे चारागाह मैदान पर लगावल एह मेला के प्रदर्शनियन के आजु जिलाधिकारी सुहास एल। |
2MAG
| हम ओकन्हीं के बात मान लेलिअइ, लेकिन एगो अबोध बेचैनी हमरा पर हावी हो गेलइ; हमरा लग रहले हल कि कोय तो हमरा ढकेल रहल ह । |
2MAG
| एकरा हम अप्पन सिंहासन पर बइठा के भेजइत ही । |
3BHO
| सभ पइसा त नेतवे घोंट जात बाड़े स। |
4HIN
| चेहरा शांत एवं सौम्य है और मुख पर सूर्यमंडल की आभा छिटक रही होती है . |
4HIN
| एक दूसरे से बतियाते हुए इधर ही आरहे थे . |
2MAG
| बाबाजी कहलन कि कुछो दे देऽ । |
1BRA
| फिर कबऊ पानी आयौ होयगौ और बाय अपने बहाब में लुढ़का कैं घाटी ताँऊ लै गयौ होयगौ । |
1BRA
| वर्षा के समै महि आवन तब आश बंधी, सत्य गई बीत बह अति तरसाई में । |
1BRA
| रोटी, कपड़ा, मकान, कृसि, नाना पिरकार की फसल, लेखन, बास्तु कला, स्थापत्त कला, भाला, गाँम, नगर और ह्माँ तक कै संस्कृति की क्रमस: आबिस्कार अरु विकास कैसे भयौ है । |
4HIN
| लेकिन इस प्रसंग में सबसे ज्यादा जरूरी उन अनजाने खिलाड़ियों के प्रति सहानुभूति के साथ सोचा जाना चाहिए, जो 2007 या 2008 या अभी अपना प्रदर्शन दिखाने के अवसर से वंचित रह गये । |
1BRA
| बिनकी मुरली , की तान सुनी है । |
4HIN
| इस बार परीक्षा प्रणाली के प्रति विश्वास( ? |
2MAG
| बारह बरस के राजकुमारी के रूप मे परगट हो गेल । |
0AWA
| केरे तट पर बसी है । |
1BRA
| गीतन में गरे की प्रधानता कूँ अधिक ध्यान दैबे लग गए हैं । |
2MAG
| जब घरे अयलन तऽ पइसा बांटे लगलन । |
1BRA
| होते काम में अडंगा अड़ानौ बिनके सुभाव में ओ जब ताँई काऊ न काऊ की खरी खोटी नाँय कर लेते बिनकी रोटी नाँय पचती । |
4HIN
| बेशक गांव की महिलाओं के आत्मविश्वास और स्वावलंबी होने की इस आकांक्षा को किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ जाने पर और ताकत मिली है । |
2MAG
| नावओला आयल तो खायला मैंगला पर खाली राजा के बेटिया के नाव पर चढ़ा के ले-ले चल गेल । |
2MAG
| सावेलिच हमरा से पीछू न तो जादे दूर पर हलइ, न अपन करुण निवेदन बंद करऽ हलइ । |
2MAG
| अपने के की कहलकइ ई हेर्मान - चाहे की नाम हइ ओकर ? |
0AWA
| तेहू भइसिया के दूध ते चन्दावती के घरमा खाय पिये की बहुत मुस्किल न रहै । |
1BRA
| हर पाथी के पन्नान में विवरन निख्यौ रहे है । |
4HIN
| मेरी मित्र है वो पर , दुनिया से थोडी विचित्र है , वोजिस पर दुनिया की नज़र है, उसके लिए वो बिल्कुल बेअसर है| |
0AWA
| तुलसीदास वइसै तौ बड़े मर्यादित स्वभाव औ संस्कारी हावभाव अपनि बनाय लिहिनि रहैं । |
1BRA
| परि स्कूल की सबयी लड़कीन के संग मेरौ ऐसौयी वात्सल्य भाव भर्यौ व्यौहार रहतौ आयौ सो वे बिना संकुचाये अपनी संकान कौ समाधान करिवे के तांई जब मन में आमती , मेरे ढिग आय जांती और मैंऊँ जहाँ तानूँ है सकतौ काऊ ते कछू बात की ना नहीं करती और न निरास करती । |
1BRA
| बे सबरे कविजन काव्य शास्त्र में पांरगत हे । |
2MAG
| रतगरे से चुड़कुट्टी सुरु होए, बहरी माँदर धँमसे, पचड़ा गवाए । |
2MAG
| बाकि ऊ न पकड़ायल तो ख्देरेओला चारो चचवा , नटवा , अहिरिनियां आउ पनेरनियां एके जगुन हो गेलन । |
3BHO
| जिये खातिर खाइल जरूरी बा। |
4HIN
| धर्मग्रंथों में मकर से मिथुन राशि तक सूर्य की स्थिति को उत्तरायण यानी देवताओं का दिन कहा गया है, इससे तात्पर्य है दैवी चेतना [सद्गुणों] की जागृति और संभवत:यही उत्तरायण के माहात्म्य का कारण है । |
2MAG
| मूरुख राजा के राज़ में अइसने काम होवऽ हे । |
1BRA
| जो तेरी ये बहिन खडी है तेरे आगैं । |
4HIN
| नदी न समझे ये तो कबीर भी कह गये हैं किन्तु सागर के न समझने वाली बात तो सचमुच नयी है । |
0AWA
| हम ऐका न डरइबै । |
1BRA
| संज्ञापदन के रूप स्त्रोत के आधार पै चार तरियाँ के हैं- तत्सम, तद्भव, देशज और विदेशी । |
3BHO
| हमरा कहानी के बुढ़ऊ के बेटी बेटा अमेरिका इंगलैंड में मस्त व्यस्त । |
2MAG
| हम घायल के दहलीज से घसीटके अंदर कर लेलिअइ आउ अंदर से घड़का लगा लेलिअइ । |
1BRA
| ता चढ़ि मुल्ला बाँग दे, क्या बहरा हुआ खुदाय । |
1BRA
| मुवरन के सुराज ज्यों सुहागौ बिखरायौ है । |
3BHO
| बुढ़िया के गाँव प एगो बाघ के नजर पड़ गइल रहे आ ऊ जब ना तब गाँव में घुस आवे आ जेही भेंटा जाव ओकरे के उठा ले जात रहुवे. |
3BHO
| हमनी के जीनीगी में यूरेका बोले के मौका--- |
3BHO
| मांग हमेसा समय के होला आ समय के मांगन के पूरा कइल जरूरी होला ना तs रेस में अपन काउनी गिनती ना होखी। |
3BHO
| त उ कहने, भाईसाहब मेरा तो एकदम ठीक है, |
3BHO
| हमरा के देखाके कहली देख तनि नवते देले बा , फिर हम थोड़ा थोड़ा निकाले लगनी सौ ग्राम निकाल देनी त बड़की माई कहली कि देख एहबार एतना जादा देले बा । |
1BRA
| इन्नै तौ क्रान्ति कौ दर्शन कमनीय किशोरी के रूप मेंई कर्यौ ए । |
3BHO
| ई होला जियत मनस के मनई के तागत। |
2MAG
| ई सोच के राजा छहो बेटी के राजाघर में बिआह कर देलन धाउ छोटकी लड़की के एगो बूटचुनवा के साथे कर देलन । |
4HIN
| अब अचानक उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उन्हें भारत में नौकरी के अच्छे प्रस्ताव मिले हैं, और वे निर्णय लेने से पहले मित्रों, शुभचिंतकों, परिजनों और सहकर्मियों के विचार जानना चाहती हैं । |
2MAG
| फेन गंगा-असनान करे के कोई फल नऽ हो तो ! |
0AWA
| झगड़ा केरा बीच बराव गजरानी देबी कराइन और सहजै नेताइन होय गई । |
3BHO
| काहे से कि झाड़ हटवला पर पगडंडी नीयर रास्ता साफे लउकत रहे। |
4HIN
| डु यू वॉन्ट सम टी-कॉफ़ी ? |
4HIN
| अपना अंश नहीं देने और होटलों की परम्परा को अपनाने से माता-पिता और संतानों के रिश्ते तो शायद बचे रह जाएं लेकिन हम रिश्तेदारी के रिश्ते नहीं बचा पाएंगे । |
0AWA
| जबान पर । |
3BHO
| बहुत साल बाद जब एही कहानी प हम आपके हैं कौन जइसन फिलिम बनलत ओहू में केशव प्रसाद मिश्र के नाम डालल गइल् । |
3BHO
| बिहार सरकार कैमूर के एसपी आ भभुआ के एसडीपीओ समेत चौदह गो अधिकारियन के तबादल क दिहले बिया । |
3BHO
| एह मौका पर विशिष्ट खबर भोजपुरी में अतवार अप्रैल उत्तर प्रदेश देशदुनिया बिहार शनिचर अप्रैल के खबर जम्मू कश्मीर के नमकहराम अलगाववादियन के बोलावल बंद का दौरान बवाल करत लड़िकन पर पुलिस के गोलीबारी से एगो शैतान के मौत हो गइल। |
3BHO
| ई केकरो मुँहतकी ना कइलस । |
3BHO
| जहाँ से वन्य विभाग के मुख्य द्वार तक बापिस आईला के बाद मुख्य द्वार कै बायें तरफ से निकलेला एगो पातर गौड़ीधारी रास्ता मिली । |
4HIN
| नतीज़नधमनियां अन्दर से खुरदरी और संकरी पड़ जाती हैं । |
3BHO
| काहें की ए लोगन के पता रहे की अगर देस, समाज के विकास करेके बा त पहिले सिछा के मजबूत करे के परी, काहें की एगो सिछित समाजे देस के विकास के, संस्क्रिती के विकास के एगो नया ऊंचाई दे सकेला। |
2MAG
| जो सारा , हग गन ! |
4HIN
| अब उसमे कुछ सुधार किया और गाने की गलती कर बैठा . |
1BRA
| समस्या पूर्ति के तांई आप विसै कैसै चुनते ? |
1BRA
| न्याव विभाग में नौकरी करते भयेऊ कान्त जी सन् 1954 तेऊ पहले अपनी साहित्य साधना में जुटि गये । |
4HIN
| उनको गाँव की याद आती होगी ,जाती होगी कभी-कभी ? |
2MAG
| बसंत बुमते-घामते एगेा दोसर राज में चल गेल । |
0AWA
| ऊ खुश तबहूं गारी देहै,नाराज,तबहूं गारी देहै । |
3BHO
| एगो देखीं ना झट से निरनय जनि लिहींघिन आवे भा खीस । |
1BRA
| भारतेन्दु और 'उदन्त मार्तण्ड' की भाषा पै ब्रजभाषा कौ प्रभाव है । |
4HIN
| काश एक श्रृंखला बद्ध आपूर्ति प्राविधि अस्तित्व में आसके ,जहां इस्तेमाल हो चुकी शैवाल पहुंचाई जा सके . |
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| परचारगी नौवत की बधाई बैठे । |
2MAG
| बहिन फूल लेवे जायत तो तू पकड़ लिहें ! |
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| आप सब धन्य हौ जौ ई तुलसी महतिमा केरी कथा औ रामजी की चर्चा मैंहा सहभागी बने हौ । |
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| ' याक पुलिसवाली चन्दावती क्यार हाथ पकरिके जीप मा बइठाय लीन्हेसि । |
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| आंय मार काट औ लूट पाट मची है ? |
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| सब जने हमार पक्ष लैकै उनका समझाइनि बहुत रहैं । |
2MAG
| हाँ, हम तो कई कोचिंग इन्स्टीच्यूट से सम्बद्ध ही । |
2MAG
| डगरिन तो लौट गैल आउ अपने एगो गिरहथ किहाँ नोकरी करे लगलक । |
3BHO
| 'गमछा जी, बड़ा मुश्किल हव आपके सवाल क जवाब। |
3BHO
| 'घर' जब 'बाजार' पहुँच जाला तऽ घर कऽ नैतिक अर्थवत्ता बिगड़ जाले। |
3BHO
| ओकरा लागत बा कि सगरी राज मोदी के स्टाइल में लुकाइल बा आ ओकर नकल करि के मोदी के मात दीहल जा सकेला. |
2MAG
| ओकर सड़ल देह से ठोपे-ठोपे पानी गिरइत हे । |
1BRA
| मेरे पूछबे पै पतौ चलौ कै आज बीच बजार में कविता पाठ होयगौ । |
1BRA
| परम्परा सौं हटकैं नव गीत लिखवे के तांईं प्रेरना दै । |
4HIN
| अब तेरा पता- ठिकाना किसी से क्या पूछना ? |
4HIN
| इसके पीछे माओवादी नेताओं का हाथ है । |
3BHO
| सोचीं केतना प्रसिद्धी रहे एह कविता के " कवि चूर जी आपन बुढ़ापा के जिनिगी ले साहित्य सृजन कइनी. |
2MAG
| ओहनी रात के उहई रह गेलन आउ बतिआइत हथ कि आज तक अइसन न देखली हल कि सिरहाना के बलिस्ता गोड़थारी आउ गोड़थारी के बलिस्ता सिरहाना कर देवे से अदमी मरेहे आउ जी जा हे । |
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