headline
stringlengths
4
3.02k
article
stringlengths
3
125k
पंजाब में कांग्रेस से है सीधी लड़ाई, AAP रेस में नहीं: हरसिमरत कौर
केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने पंजाब में अकाली दल बीजेपी गठबंधन के जीत का दावा किया है. पटना में प्रकाश पर्व के अवसर पर पहुंची हरसिमरत कौर ने गुरु गोविन्द सिंह की 350वीं जयंती के अवसर पर पटना साहिब में मत्था टेका और आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि पंजाब में तीसरी बार अकाली दल और बीजेपी की गठबंधन की सरकार बननी तय है. उन्होंने कहा कि बहुत ही मुबारक समय है और बहुत खुशी हुई कि गुरु साहब की धरती पर खालसा पंथ को 'मैं मुबारकबाद देती हूं'. केन्द्रीय मंत्री ने इंतजाम को लेकर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि जो भी तीर्थ यात्री यहां आ रहे हैं और खुश होकर जा रहे हैं. पटना के गांधी मैदान में 'आज तक' से खास मुलाकात में उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले चंडीगढ़ जिसे मिनी पंजाब कहा जाता है वहां हमारी जीत हुई है. स्थानीय चुनावों में अकाली दल बीजेपी को 26 में से 21 सीटे आई और अब सर्वें में भी अकाली दल बीजेपी की सरकार बनने लगी है. उन्होंने कहा कि अकाली दल बीजेपी की सरकार ने विकास के काम किए हैं, झूठे प्रचार नहीं किए बल्कि लोगों के दुख दर्द को समझ कर काम किया है जो जमीन पर भी दिखता है. हरसिमरत कौर ने कहा, 'आप पार्टी तो खत्म हो चुकी है हमारा मुकाबला तो कांग्रेस से है. आप के पंजाब में ही चार टुकड़े हो चुके हैं. अरविंद केजरीवाल का कोई ठिकाना नहीं वो पंजाब में कुछ बोलते हैं दिल्ली में कुछ बोलते हैं. पंजाब के खिलाफ पानी के लिए अदालत तक चले गए, वो अपने किसी बोली पर खरे नहीं उतरे हैं, यूटर्न ले लेते हैं. पंजाब के लोग उन्हें अच्छी तरह समझ गए हैं. केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि हमारी लड़ाई कांग्रेस से है, जिसने अपने कार्यकाल में कभी काम नहीं किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा जाए कि अपने पांच साल के कार्यकाल में उन्होंने कौन-सा विकास का काम किया है, बता नहीं पाएंगे. हरसिमरत कौर का कहना है कि वो पटना साहिब आकर धन्य हुईं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रकाश पर्व के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया.
यूपीः गाजीपुर में EVM पर घमासान, धरने पर बैठे महागठबंधन उम्मीदवार अफजाल अंसारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी मंडल के गाजीपुर में ईवीएम पर सियासत गरमा गई है. सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी ईवीएम बदलने की कोशिश का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रॉन्गरूम के बाहर सोमवार रात को धरने पर बैठ गए. इस दौरान अफजाल की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई. यहां बीजेपी नेता और रेलमंत्री मनोज सिन्हा और महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी में टक्कर बताई जा रही है. खबरों के अनुसार हंगामा तब शुरू हुआ, जब पड़ोसी राज्य बिहार के सीमावर्ती इलाके में ईवीएम पकड़े जाने की खबर आई. खबर मिलते ही अफजाल समर्थकों के साथ जंगीपुर पहुंच गए. अफजाल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग ईवीएम बदलने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें प्रशासन पर भरोसा नहीं है. हम खुद ही ईवीएम की निगरानी करेंगे. सूचना पाकर जंगीपुर विधायक डॉक्टर वीरेंद्र भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए. जखनियां विधायक त्रिवेणी राम ने भी अफजाल का समर्थन किया है. मौके पर पहुंचे आला अधिकारी अफजाल अंसारी के धरने पर बैठने की सूचना से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. आला प्रशासनिक अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए. अफजाल एसडीएम सदर और सीओ से उलझ पड़े और तीखी बहस हुई. अधिकारियों ने अफजाल को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराने की कोशिशें शुरू कर दीं. खबर लिखे जाने तक अफजाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉन्गरूम के बाहर जमे थे. बता दें कि गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र पूर्वांचल की उन हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है, जहां कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया जाता रहा है. गाजीपुर से मोदी सरकार में रेल एवं संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा चुनाव मैदान में हैं. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
मायावती के करीब आकर राजा भैया के खिलाफ और तल्ख हुए अखिलेश के तेवर
यूपी के राज्यसभा चुनाव के दौरान आखिरी वक्त में गच्चा देने के चलते रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के 17 साल पुराने रिश्ते पूरी तरह से बिखर चुके हैं. लोकसभा चुनाव में बसपा अध्यक्ष मायावती के करीब आकर अखिलेश यादव के तेवर राजा भैया के खिलाफ और भी तल्ख हो गए हैं. सपा अध्यक्ष ने राजा भैया के दुर्ग कहे जाने वाले कुंडा में गुरुवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए उनपर तीखे हमले किए और कहा कि उनके लिए सपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. बता दें कि प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट से राजा भैया ने अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक से दो उम्मीदवार उतारे हैं. प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल और कौशांबी से शैलेंद्र कुमार हैं. ये दोनों नेता सपा से सांसद रह चुके हैं और फिलहाल राजा भैया की जनसत्ता पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे हैं. राजा भैया की पार्टी का चुनाव निशान 'फुटबाल खेलता हुआ खिलाड़ी' है. अखिलेश ने राजा भैया का नाम लिए बगैर उनकी पार्टी के चुनाव निशान को टारगेट करते हुए कहा कि फुटबाल खेलना है तो हमारे साथ खेलें, कुंडा की जनता के साथ नहीं. फुटबाल के खेल में उन्हें ऐसा नचाएंगे कि पता नहीं लगेगा कहां चले गए. 2022 में सरकार बनने जा रही है, उनका हिसाब तब सही से होगा. सपा अध्यक्ष ने कहा कि हम भी तो फुटबाल के खिलाड़ी हैं, खेल लें हमारे साथ. अगर दस गोल से न हराया तो हम भी साइकिल वाले नहीं. अखिलेश ने कहा कि क्षत्रियों के लिए एक पुरानी कहावत है, 'रघुकुल रीत सदा चल आई, प्राण जाएं पर वचन ना जाए. लेकिन उनका (राजा भैया) वचन ही चला गया. कैसे लोग हैं, जिनका वचन ही चला गया. जो आदमी झूठ बोलता है, उससे खराब आदमी कोई नहीं हो सकता.' सपा प्रमुख ने कहा कि वादा किया था कि वोट देंगे, पता नहीं वो वचन कहां ध्वस्त हो गया, कहां उड़ गया और जब वचन उड़ गया तो हमने भी तय कर लिया कि जाएं, जहां जाना चाहें. ये समाजवादी पार्टी दोबारा उनके (राजा भैया) लिए दरवाजे नहीं खोलेगी. ये नई समाजवादी पार्टी है. ये दोबारा दरवाजा नहीं खोलेगी. अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर जुबानी हमला बोलते हुए राजा भैया को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि केवल चौकीदार ही नहीं, आपको ठोकीदार भी हटाना है. सुना है यहां एक धमकीदार भी हैं. जब चौकीदार का पता नहीं, ठोकीदार का पता नहीं तो धमकीदार कहां रहेंगे.' दरअसल पिछले साल राज्यसभा चुनाव के दौरान राजा भैया ने बसपा के उम्मीदवार को वोट नहीं दिया था. जबकि अखिलेश यादव को उम्मीद थी कि राजा भैया उनके कहने से बसपा को वोट करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया. इसी के बाद दोनों नेताओं के बीच रिश्ते बिगड़ गए. हालांकि राजा भैया सपा के नजदीक 2002 के बाद करीब आए हैं. यूपी में बसपा की सरकार बनी और मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए राजा भैया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था. इसके बाद सपा ने इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाई. इसके बाद राजा भैया सपा के तत्कालीन अध्यक्ष मुलायम सिंह के करीब आए. इसके बाद मुलायम सिंह की सरकार में मंत्री बने. इसके बाद 2012 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो फिर राजा भैया को मंत्री बनाया गया. निर्दलीय विधायक के तौर पर राजा भैया जीत दर्ज करते रहे हैं. हालांकि सपा ने 2002 के बाद से उनके सामने कभी अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है.
अल्ट्रासाउंड के कारण भारत और चीन में घटी महिलाओं की संख्याः संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोश ने कहा है कि तकनीक की मदद से भ्रूण का लिंग पता करने के कारण मुख्यत: चीन और भारत समेत एशिया में 11 करोड़ 70 लाख महिलाओं की कमी हो गई है. चेहरा पहचानें, जीतें ईनाम. भाग लेने के लिए क्लिक करें संयुक्त राष्ट्र और वियतनाम की ओर से हनोई में आयोजित एक सम्मेलन में विशेषज्ञों ने कहा कि प्रभावित देशों की इस समस्या से 50 सालों तक ग्रसित रहने की संभावना है, जिसमें विशेष तौर पर भारतीय व चीनी पुरुषों के लिए वधुओं की कमी होगी. सम्मेलन के पत्र में कहा गया, ‘लिंगानुपात में यह भिन्नता बेटों के लिए प्राथमिकता को दर्शाती है और साथ ही अल्ट्रासाउंड जैसी लिंग पता करने की तकनीक के बढ़ रहे इस्तेमाल को भी.’ फ्रांस के जनसांख्यिकी विशेषज्ञ क्रिस्टोफर गिलमोटो ने कहा, ‘भ्रूण का लिंग पता करने की तकनीक से कई अभिभावकों को ‘अपनी मर्जी का गर्भपात’ करने की सहूलियत मिल जाती है.’
Jio कॉलिंग चार्ज का असर: बाजार की सुस्‍ती के बीच टेलिकॉम शेयर उछले
एयरटेल के शेयर में करीब 6 फीसदी की तेजी वोडा-आइडिया के शेयर में 14 फीसदी तक की तेजी टेलिकॉम इंडस्‍ट्री की दिग्‍गज कंपनी रिलायंस जियो ने उपभोक्ताओं से किसी अन्य कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लेने का ऐलान किया है. इस फैसले की वजह से जियो की प्रतिद्वंदी टेलिकॉम कंपनियों के शेयर में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली है. गुरुवार के कारोबार में टेलिकॉम इंडस्‍ट्री के शेयर 8 फीसदी से अधिक तेजी के साथ कारोबार करते देखे गए. एयरटेल में 6 फीसदी की तेजी शुरुआती कारोबार में एयरटेल के शेयर करीब 6 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे तो वहीं वोडा-आइडिया के शेयर में 14 फीसदी तक की तेजी आ गई. टेलिकॉम के शेयरों में यह तेजी तब आई जब बीएसई इंडेक्‍स पर बाजार के अन्‍य शेयर सुस्‍त कारोबार कर रहे थे. इंडेक्‍स की इस गिरावट की वजह से सेंसेक्‍स करीब 175 अंक टूटकर 38 हजार के स्‍तर पर आ गया तो वहीं निफ्टी ने भी 60 अंक से अधिक की बढ़त गंवा दी. कारोबार के शुरुआती मिनटों में निफ्टी 11 हजार 260 के स्‍तर पर कारोबार करता दिखा. क्‍या है जियो का फैसला दरअसल, रिलायंस जियो ने कहा है कि अब से ग्राहकों को जियो से दूसरे नेटवर्क में कॉलिंग के लिए IUC टॉप-अप रिचार्ज करवाना होगा. हालांकि जियो से जियो नेटवर्क पर कॉलिंग फ्री रहेगी, लेकिन किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए यूजर्स को 6 पैसे प्रति मिनट की दर से भुगतान करना होगा. अब तक केवल डेटा के लिए रिचार्ज कराना होता था और कॉलिंग और SMS की सेवा फ्री मिलती थी . बुधवार को बाजार का क्‍या रहा हाल? बता दें कि बुधवार को शेयर बाजार में लगातार 6 दिनों की गिरावट का सिलसिला टूटा और सेंसेक्स में करीब साढे छह सौ अंक का उछाल आया. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 645.97 अंक यानी 1.72 फीसदी की तेजी के साथ 38,177.95 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 186.90 अंक यानी 1.68 फीसदी की मजबूती लेकर 11,313.30 अंक पर रहा. सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक सर्वाधिक 5.45 फीसदी की तेजी में रहा. इसके बाद तेजी में रहे अन्य शेयरों में भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक का स्थान रहा. वहीं यस बैंक को सर्वाधिक 5.26 फीसदी का नुकसान हुआ. इसके बाद हीरो मोटोकॉर्प, एचसीएल टेक, आईटीसी, टीसीएस, इंफोसिस, ओएनजीसी और बजाज ऑटो के शेयर 2.65 फीसदी तक की गिरावट में रहे.
विधायक दल की बैठक में CM का फैसला: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला शनिवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा. पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका चयन शनिवार को विधायक दल की बैठक में होगा. अखिलेश ने कहा कि सूबे के कुछ इलाकों में पुलिसकर्मियों और लोगों की बीच हिंसा की जो खबरें सामने आ रही हैं वास्तव में वह पुराने अधिकारियों की साजिश है। सपा को बदनाम करने की साजिश रची गई है. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर इसमें सपा के कार्यकर्ता शामिल होंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. गुंडागर्दी की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. अखिलेश ने कहा कि सपा की सरकार में कानून व्यवस्था के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा. चुनाव में हार से निराश कुछ लोग ऐसी हरकतें कर रहे हैं जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं. गौरतलब है कि गुरुवार को अम्बेडकर नगर जिले के एक गांव में सपा के कथित कार्यकर्ताओं ने एक दलित बस्ती के कुछ घरों में आग लगा दी थी जिसमें कई लोग झुलस गए थे.
यूपी के बदायूं में मथुराकांड के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव के सहयोगी की तलाश
मथुरा हिंला के मुख्य आरोपियों में से एक राकेश बाबू गुप्ता नाम का आरोपी बदायूं जिले का मूल निवासी है. राकेश बाबू गुप्ता बदायूं जिले के थाना हजरतपुर क्षेत्र में स्थित छोटे से गांव गढ़िया शाहपुर का मूल निवासी है. आरोपी राकेश कुमार गुप्ता गांव प्रसिद्धिपुर स्थित साधन सहकारी समिति का सचिव है. इसका एक मकान दातागंज में कांसपुर मार्ग पर है. थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में इंद्रा चौक के पास गली में भी एक मकान है. रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश का नाम रामवृक्ष के करीबी लोगों में राकेश का नाम था जिसके चलते मथुरा कांड के बाद पुलिस और खुफिया विभाग के अफसर राकेश को भूखे भेड़िये की तरह खोज रहे हैं, लेकिन वह फरार बताया जा रहा है. पुलिस की तरफ से अभी तक राकेश को लेकर कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है. राकेश की बेटी की शादी में आया था रामवृक्ष राकेश बाबू गुप्ता की बेटी की शादी में रामवृक्ष यादव बदायूं आया था. उसने बेटी व दामाद को आशीर्वाद भी दिया था. राकेश कब और कैसे रामवृक्ष के संपर्क में आया इसकी कोई सटीक जानकारी तो नही है लेकिन राकेश के फेसबुक अकाउंट के अनुसार 1 जून 2014 से राकेश ने स्वाधीन भारत के साथ काम करना शुरू किया था. राकेश के फेसबुक के कवर पेज पर सुभाष चन्द्र बोस की फोटो लगी हुई है. इससे ये तो साफ है कि राकेश भी पूरी तरह से रामवृक्ष जैसा ही जुनूनी हो चुका था. रामवृक्ष के आश्रम के कायदे कानून इतने सख्त थे कि राकेश 1 जून 2014 के बाद से कभी अपना फेसबुक पर कोई एक्टिविटी कर ही नहीं पाया. शायद उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जाती होगी. इसी के चलते राकेश ने 20 सितंबर 2014 को अपना दूसरा फेसबुक अकाउंट भी बनाया. जिसका कवर पेज जयगुरु देव की फोटो का था.
राजस्थान: 26 जिलों में 95 फीसदी फसलें बर्बाद, विधायकों की एक महीने की तनख्वाह किसानों को
राजस्थान में मार्च में भारी बारिश का 89 साल का रिकार्ड टूट गया है. राज्य में भारी बारिश और ओले ने ऐसी तबाही मचाई है कि किसान खून के आंसू रो रहे हैं. राज्य के 26 जिलों में 50 से लेकर 95 फीसदी से ज्यादा फसलें बर्बाद हो गई हैं. गेहूं, सरसों, जीरा, ईसबगोल समेत सब्जियां खेत में हीं काली पड़कर सड़ना शुरू हो गई हैं. राजस्थान सरकार ने जिला कलेक्टरों से तत्काल पैकेज जारी करने के आदेश दिए हैं. इस बीच सोमवार को किसान खराब गेहूं की फसलें लेकर विधानसभा पहुंचे, और सरकार से मुआवजा देने की मांग की. बाद में सभी विधायकों ने अपनी एक महीने की तनख्वाह किसानों को देने का ऐलान किया. जयपुर की नवरती बाई और उनके बेटे बजरंगी अपने खेत में टूटे हुए अरमानों को सहेजने में लगे हैं. पिछले 6 महीने से इसी गेहूं की खेती के सहारे परिवार पालने का सपना संजोए थे, लेकिन जब फसल काटने की बारी आई तो आसमान से आई आफत ने सब छीन लिया. किसानों के सभी काम बच्चों की पढाई, बीमारी, बेटी की शादी इसी खेती के सहारे होती है, जो अब खत्म हो गई है. राजस्थान के 26 जिलों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है और ओले गिर गए हैं. कोटा, भीलवाड़ा, उदयपुर, धौलपुर के इलाकों में, तो 95 फीसदी तक गेहूं, सरसों, जौ, लहसुन, धनिया और चना की फसलें नष्ट हो गई हैं. ओले और बारिश की इस आफत पर नवरती बाई ने कहा, 'सब बर्बाद हो गया, रुपया में 25 पैसे ही बचे हैं. सब गिर गए और सड़ गए. क्या करें खेती के अलावा कुछ भी नहीं है परिवार पालने के लिए.' नवरती के बेटे बजरंगी ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारा सब फसल खराब हो गई है. सरकार कुछ मुआवजे की घोषणा करें, वरना किसान कहां जाएंगे. दरअसल, राजस्थान में इस साल मार्च महीने में बारिश का 89 साल का रिकार्ड टूट गया है और पूरे राज्य में 40 मिमी तक बारिश हुई है. फसलों के अलावा सब्जियां और फल पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. हालांकि सरकार ने आपदा प्रबंधन सेंटर स्थापित किया है और जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट मंगवा कर किसानों को मदद देने के आदेश दिए हैं. कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा, 'निश्चित तौर पर बेमौसम की बरसात ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है. हमने सभी जिलों से रिपोर्ट मंगवाई है कि कहां कितना नुकसान हुआ है अभी मौसम खुला नहीं है. एक बार मौसम खुल जाए, तो पता चले कि कितना नुकसान हुआ है फिर सभी योजनाओं में किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.' दूसरी ओर बिजली गिरने से चार जिलों में नौ लोगों की जान गई हैं और दर्जनों मकान ध्वस्त हुए हैं.
Israel Election Results: बचेगी नेतन्याहू की कुर्सी? वोटों की गिनती जारी, हो रही कांटे की टक्कर
इजरायल में वोटों की गिनती जारी बेंजामिन नेतन्याहू की पार्टी को बढ़त 17 सितंबर को हुई थी वोटिंग इजरायल में मंगलवार को हुए आम चुनाव के नतीजे आज देर शाम तक सामने आ जाएंगे. बुधवार सुबह यहां पर वोटों की गिनती शुरू हुई. अभी तक शुरुआती रुझान जो आए हैं, उसमें कांटे की टक्कर चल रही है. मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और विपक्षी पार्टी के नेता बेनी गैंट्ज में कांटे का मुकाबला चल रहा है. इजरायल की न्यूज़ एजेंसी ‘Haaretz’ के मुताबिक, अभी तक जो आंकड़े सामने आए हैं उनमें बेंजामिन नेतन्याहू की पार्टी लिकुड 32 सीटें और बेनी गैंट्ज की पार्टी काहोन लोहान भी 32 सीटों पर चल रही है. हालांकि, अगर गठबंधन के अनुसार चलें तो बेंजामिन नेतन्याहू के गठबंधन को अभी तक रुझानों में 56 सीटें मिली हैं, जबकि बहुमत के लिए कुल 61 सीटों का आंकड़ा चाहिए. आपको बता दें कि इजरायल में अप्रैल ही में ही आम चुनाव हुए थे, लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू वहां के सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर सके इसी वजह से एक बार फिर चुनाव हुआ. इजरायल में 17 सितंबर को मतदान हुआ था और अब नतीजे सामने आ रहे हैं. अभी तक आए एक्जिट पोल में मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लिए खतरे की घंटी बज रही थी. क्योंकि कई एक्जिट पोल ने उनके गठबंधन की हार दिखाई थी और विपक्षी पार्टियों को बढ़त दिखाई थी. बेंजामिन नेतन्याहू 2009 से इजरायल के प्रधानमंत्री हैं और फिलिस्तीन के प्रति अपनी आक्रामक नीति के लिए चर्चा में रहते हैं. बीते दिनों उन्होंने ऐलान किया था कि अगर वह फिर सत्ता में आते हैं तो वेस्ट बैंक-जॉर्डन हिल के हिस्सों पर कब्जा कर वहां पर यहूदी कॉलोनी बसाएंगे. बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती की चर्चा हमेशा होती रही है. जन्मदिन के मौके पर भी बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को बधाई दी थी. अभी सितंबर में ही बेंजामिन नेतन्याहू को भारत दौरे पर आना था, लेकिन चुनाव के चलते दौरे को टालना पड़ा.
एटा से सांसद राजवीर ने कहा- कासगंज की घटना सोची-समझी साजिश
उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर देशभर में सियासत गरमाई हुई है. एटा से बीजेपी सांसद राजवीर सिंह ने कासगंज की घटना को सोची-समझी साजिश करार दिया है. उन्होंने बीते दिनों दिए अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उस वक्त दिया बयान गलत नहीं था, वहां हमारे लोग मारे गए हैं और मैं वहां का प्रतिनिधि हूं, इसलिए ऐसा कहा था. कांसगज जिला एटा लोकसभा क्षेत्र में ही आता है ऐसे में राजवीर सिंह कासगंज के भी प्रतिनिधि हैं. उन्होंने कहा कि जिस ढंग से वहां पर तेजाब की बोतलें, पिस्टल निकली और पत्थरबाजी हुई, यह सब अचानक नहीं हुआ इसके लिए पहले से ही तैयारी की गई होगी. उन्होंने कहा कि इसकी जांच हो रही है और जल्द की सब कुछ साफ हो जाएगा. परिवार की ओर से मृतक चंदन को शहीद का दर्जा देने की मांग पर राजवीर सिंह का कहना है, 'मैं भी मानता हूं कि उनको शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए, बाकी तो सरकार पर निर्भर करता है, उनकी मांग माननी चाहिए या नहीं लेकिन मैं इस मामले में परिवार के साथ खड़ा हूं.' सांसद राजवीर सिंह का कहना है कि अभी कासगंज में शांति है माहौल पूरी तरीके से नियंत्रण में है. उन्होंने स्थानीय जनता से अपील करते हुए शांति कायम रखने को कहा साख ही कानून को अपने हाथ में न लेने की हिदायत भी दी है. राजवीर सिंह का कहना है कि जो भी कार्रवाई संभव थी, योगी सरकार की ओर से वो किया गया है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कानूनी जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.
Chandrayaan-2: विक्रम और प्रज्ञान: ये हैं वो 2 हीरो, जिन पर टिकीं हैं पूरी दुनिया की निगाहें
चंद्रयान-2 की लैंडिंग से पहले आखिरी 15 मिनट होंगे बेहद चुनौतीपूर्ण 14 दिनों तक अपने वैज्ञानिक कार्यों को अंजाम देता रहेगा ‘प्रज्ञान’ घड़ी की सुइयों की टिकटिक आपको सुनाई पड़े या न सुनाई पड़े, लेकिन आप अपने दिल की धड़कनों की तेजी को बहुत अच्छे से सुन रहे होंगे. थोड़ी बेसब्री...थोड़ी अधीरता...थोड़ी उत्सुकता और बहुत सारी उम्मीदों से अपने दिल को संवारकर कि आज की रात चांद हिंदुस्तान का हो जाएगा. चांद के दक्षिणी छोर पर हिंदुस्तान का चंद्रयान अपने कामयाबी भरे अभियान के आखिरी चरण में पहुंच चुका है. बस चंद घंटों की दूरी पर चांद पर हिंदुस्तान होगा, लेकिन चांद पर हिंदुस्तान की कामयाबियों के कदम पहुंचेंगे, उसमें आखिरी 15 मिनट बेहद चुनौती भरे होंगे. आखिरी 15 मिनट के पहले 10 मिनट में चंद्रयान-2 चांद से 7.7 किलोमीटर दूर रह जाएगा. उसके बाद अगले 38 सेकंड में वो 5 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. इसके अगले 89 सेकंड में उसकी रफ्तार बेहद धीमी होगी और वो 400 मीटर का सफर तय करेगा. चांद पर उतरने को तैयार चंद्रयान-2, शुभकामनाएं देने के लिए यहां करें क्लिक इसके बाद अगले 66 सेकंड में वो चांद से महज 100 मीटर की दूरी पर पहुंच जाएगा,  लेकिन चांद तक पहुंचने का ये रास्ता आसान नहीं होगा. आखिरी 100 मीटर की दूरी पर लैंडर विक्रम लैंडिंग को लेकर आखिरी फैसला करेगा. लैंडर के चांद पर उतरने से पहले इसरो ने एक वीडियो के जरिए समझाया कि सॉफ्ट लैंडिंग कैसे होगी? ऐसे वैज्ञानिक मिशन को अंजाम देगा प्रज्ञान चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे- लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर हॉरिजोंटल वेलॉसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवॉयडेंस कैमरा लगे हैं. इसके साथ दो बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं. लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा. लैंडर विक्रम के चांद पर उतरने के बाद इसके भीतर से रोवर ‘प्रज्ञान’ बाहर निकलेगा और एक चंद्र दिवस यानी पृथ्वी की 14 दिनों की अवधि तक अपने वैज्ञानिक कार्यों को अंजाम देता रहेगा. चंद्रमा में पानी और मिनरल का पता लगाएगा प्रज्ञान वैसे बस वक्त का एक महीन फासला गुजरेगा और भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा, जो चांद के अनदेखे दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. चांद पर ये सॉफ्ट लैंडिंग खुद में एक इतिहास है, तो साथ ही चुनौतीपूर्ण भी है, क्योंकि इससे पहले इसरो ने कभी ऐसी प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया था. लैंडर विक्रम के चांद पर उतरने के 2 घंटे बाद उसका रैंप खुल जाएगा. इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान बाहर आएगा और अपने वैज्ञानिक प्रयोग शुरू कर देगा. प्रज्ञान चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर जाएगा जहां रोशनी नहीं है. ये इलाका अंधकार में डूबा रहता है, लेकिन यहां पानी होने की संभावना है. प्रज्ञान बताएगा कि वहां पानी है या नहीं? साथ ही ये भी पता करेगा कि वहां पर कोई मिनरल वगैरह भी हैं क्या? ये जानकारी इसलिए भी जरूरी है कि चंद्रमा पर स्पेस स्टेशन बनाने के लिए पानी की जरूरत होगी.  22 जुलाई को जब चंद्रयान-2 चांद के लिए निकला था, तो एक मुकम्मल अंतरिक्ष यान था. धीरे-धीरे इसके दो हिस्से हुए ऑर्बिटर और लैंडर. अब रोवर यानी प्रज्ञान भी अलग होने वाला है. इन तीनों को ट्रैक करना इसरो के वैज्ञानिकों के लिए बड़ी चुनौती होगी, लेकिन 48 दिनों की महान साधना से इसरो के वैज्ञानिकों ने उस दूरी को बच्चों का खेल बना दिया है, जो धरती से चांद को तीन लाख 84 हजार किलोमीटर दूर पाता है.
भगोड़े मेहुल चोकसी पर दर्ज हुआ एक और केस, 37 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप
मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. मेहुल चोकसी पर लक्ष्मी इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. मेहुल चोकसी ने लक्ष्मी इंफ्रा डेवलपर्स लिमिटेड को 37.22 करोड़ रुपए की संपत्ति बेची थी, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बाद में जब्त कर लिया था. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, चेकसी ने लक्ष्मी इंफ्रा डेवलपर्स को एक बिल्डिंग प्रोजेक्ट का हिस्सा 37 करोड़ रुपए में बेच दिया लेकिन बाद में ईडी ने इस प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया. अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा कि देश भागने से ठीक पहले चोकसी ने यह प्रॉपर्टी बेच दी और लक्ष्मी इंफ्रा डेवलपर्स के साथ धोखाधड़ी की. चोकसी ने इस कंपनी को 37.22 करोड़ रुपए का चूना लगाया. ईडी ने अभी हाल में भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कुल 24.77 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति जब्त की है जिसमें कीमती वस्तुएं, गाड़ियां और बैंक खाते शामिल हैं. 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले में यह कार्रवाई धनशोधन निवारक कानून 2002 के तहत की गई. ईडी ने चोकसी की दुबई स्थित तीन व्यावसायिक संपत्तियां, कीमती वस्तुएं, एक मर्सिडीज बेंज ई-280 और मियादी जमा राशि जब्त की. चोकसी ने पिछले साल एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी. ईडी ने अब तक 2,534.7 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी की ओर से मामले में चोकसी और नीरव मोदी के खिलाफ जांच की जा रही है. ईडी ने चोकसी के प्रत्यर्पण की मांग की है और ईडी की मांग पर मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है.
मनोज कुमार ने शाहरुख-फराह के खिलाफ मामला दर्ज कराया
गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेता मनोज कुमार ने फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के एक दृश्य से कथित तौर पर उनकी छवि खराब होने के मामले में शाहरुख खान और फराह खान पर एक स्थानीय अदालत में आपराधिक मामला दर्ज कराया है. कुमार ने दोनों पर आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, मानहानि और साजिश रचने जैसे अपराधों के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. पूरा मामला 2007 का है जिस साल रिलीज हुई ‘ओम शांति ओम’ के एक दृश्य में शाहरुख ने कथित तौर पर मनोज कुमार का मजाक उड़ाया है. कथित तौर पर इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि मनोज कुमार को एक शो के दौरान एक ऑडिटोरियम में नहीं घुसने दिया जाता. कुमार ने 2008 में भी इस दृश्य पर विरोध दर्ज कराते हुए मानहानि का मामला दर्ज किया था लेकिन जब शाहरुख ने निजी तौर पर उनसे माफी मांगकर इस दृश्य को हटाने का आश्वासन दिया तो मामला वापस ले लिया गया. शहर की दीवानी अदालत ने भी 2008 में शाहरुख को निर्देश दिया था कि टीवी चैनलों पर फिल्म के प्रसारण से पहले विवादास्पद दृश्य को फिल्म में से हटा लिया जाए. मनोज कुमार ने मंगलवार को अपने वकील अशोक सरोगी के माध्यम से अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दर्ज शिकायत में कहा है कि हाल ही में इस फिल्म को जापान में रिलीज किया गया जिसके बाद उन्हें फोन आने लगे कि फिल्म में उनकी खिल्ली उड़ाने वाला दृश्य अब भी है. शिकायत के मुताबिक, ‘फरियादी (कुमार) को यह भरोसा दिलाया गया था कि फिल्म से दृश्य को हटा लिया गया है. हालांकि इसे हटाया नहीं गया और आरोपियों (शाहरुख और फराह) ने फिल्म के लिए सस्ती लोकप्रियता और कारोबार हासिल करने तथा इससे पैसा कमाने की कोशिश की है.’ मनोज कुमार का आरोप है कि आरोपियों ने सभी जगहों पर इसी आपत्तिजनक दृश्य को दिखाने की साजिश रची और इस तरह उन्हें अंधेरे में रखकर अवैध तरीके से लाभ कमाया. इस तरह से उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. मनोज कुमार ने मामले की पूरी तरह पुलिस से जांच कराने की मांग करते हुए कहा है कि चूंकि फिल्म के मूल निगेटिव और इलेक्ट्रानिक मास्टर प्रिंट आरोपियों के पास ही हैं इसलिए उचित जांच जरूरी है. मजिस्ट्रेट ने मामले में सुनवाई इस सप्ताहांत तक स्थगित करते हुए आज निर्देश दिया कि फिल्म की एक प्रति अदालत में प्रस्तुत की जाए जिसमें कथित आपत्तिजनक दृश्य हो.
एशिया में भूकंप, ट्विटर पर तमाम देशों के लोग दे रहे हैं जानकारी
एक बार फिर भूकंप ने न सिर्फ उत्तर भारत में तहशत का माहौल बना दिया बल्कि एशिया के कई देशों में भी इसका असर देखा गया. ट्विटर पर लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में आए भूकंप के बारे में जानकारी दी. यह भूकंप दोपहर करीब 12:30 बजे आया. Earthquake: Tremors reported in Islamabad, other cities https://t.co/35ydBvpdmd — Adnan Ghani (@MGHANI) January 31, 2018 Earthquake of Magnitude:6.1 Date: 31/01/2018 Time (IST):12:37 PM Latitude:36.50 N Longitude: 70.98 E Depth: 186 Km Location:HINDU KUSH REGION, AFGHANISTAN #earthquake — Janak Dave (@dave_janak) January 31, 2018 1 minor girl killed. 9 injured as house collapsed in Hub, Balochistan due to earthquake https://t.co/NtDasPV1RQ #EarthquakePakistan pic.twitter.com/Nbzc7JgjGs — The Nation (@The_Nation) January 31, 2018 #earthquake This M5.9 earthquake was felt in Hindu Kush Region, Afghanistan, Central Afghanistan, Pakistan, Eastern Uzbekistan, Punjab-Chandigarh-Haryana, India, Central Afghanistan, Pakistan, Eastern Uzbekistan via EMSC — Qaiser Thethia (@qaiserthethia) January 31, 2018 This powerful #earthquake was felt in Hindu Kush Region, Afghanistan, Pakistan — EMSC (@LastQuake) January 31, 2018 Pakistan, India and Afghanistan jolted with strong earth quake. Stay safe people everywhere ! — Gharidah Farooqi (@GFarooqi) January 31, 2018 #earthquake in Noida? pic.twitter.com/OhXZfJt6LB — Gaurav Sharma (@sharmag88) January 31, 2018 This M5.9 earthquake was felt in Hindu Kush Region, Afghanistan, Central Afghanistan, Pakistan, Eastern Uzbekistan, Punjab-Chandigarh-Haryana, India, Central Afghanistan, Pakistan, Eastern Uzbekistan via EMSC — Iftikhar Firdous (@IftikharFirdous) January 31, 2018
एक लेग स्पिनर का दामाद हूं, इसलिए मेरा विकेट गिरा: पवार
आजतक के विशेष कार्यक्रम ‘मुंबई मंथन’ में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ कुछ अन्य मुद्दों पर हंसते हुए भी जवाब दिए. कार्यक्रम में राजदीप सरदेसाई ने पवार से क्रिकेट पर कुछ सवाल किए. इसी दौरान शरद पवार ने राजदीप से कहा कि आप कहते हैं कि आप गुगली अच्छी डालते हैं. आप एक क्रिकेटर के लड़के हैं. आपके पिता की गुगली ज्यादा बेहतर होती है. इसी दौरान राजदीप ने एक राज से पर्दा हटाते हुए कहा कि कम लोगों को पता है कि पवार एक टेस्ट क्रिकेटर के सन इन लॉ यानि दामाद हैं. राजदीप ने बताया कि पवार की पत्नी के पिता सादु शिंदे भारत के लिए टेस्ट मैच खेल चुके हैं. वो बेहतरीन लेग स्पिनर थे. वे गुगली डालते थे. इस पर फौरन पवार ने मजाकिया अंदाज में कहा कि इसीलिए मेरी विकेट गई. शरद पवार आईसीसी चेयरमैन भी रह चुके हैं. लिहाजा, तमाम राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ उनसे क्रिकेट पर भी सवाल किए गए. उनसे जब सवाल किया गया कि आज क्रिकेट को भी कोर्ट ने टेकओवर कर लिया है. इस पर उन्होंने कहा कि ये नहीं होना चाहिए. ये बिलकुल गलत है. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को पवार ने कहा कि ये देश की सबसे अच्छी एसोसिएशन थी. पवार ने कहा कि वहां कोर्ट ने दो रिटायर्ड ऑफिसर्स को अप्वॉइंट किया. मुझे लगा कि ये कुछ करेंगे. लेकिन मैंने कल ही रिपोर्ट मांगी तो मुझे कुछ नहीं मिला. पवार ने बताया कि दोनों अधिकारी रोज ऑफिस जाते और 15-20 मिनट रुकते. दोनों को रोज का एक लाख रुपये मिलता था. जब तक के लिए वे अप्वाइंट किए गए थे, तब तक वे एक भी दिन अब्सेंट नहीं रहे. पवार ने तंज कसते हुए कहा कि जब उनका समय खत्म हो गया तो मुझे लगता है कि वे दुखी होंगे. मैं ज्यादा कुछ कहना नहीं चाहता.
कांग्रेस राष्ट्र विरोधी, मोदी जनता के चहेते: रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने जहां एक ओर कांग्रेस की घोर आलोचना की है वहीं दूसरी ओर गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की है. रामदेव ने मंगलवार को केन्द्र सरकार पर करारा प्रहार करते हुये कहा कि कांग्रेस की शासन से देश की जनता उब चुकी है. उनका वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्णरूप से सफाया हो जायेगा. एक कार्यक्रम में शामिल होने आगरा पहुंचे बाबा रामदेव ने मीडिया से बातचीत के दौरान केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि देश को वर्तमान में एक राजनैतिक विकल्प की आवश्यकता है, क्योंकि कांग्रेस की सरकार आत्मघाती, कुलघाती और राष्ट्र विरोधी है. देश के राजनीतिक दलों ने देश की जनता के साथ धोखा किया है और 2014 के चुनाव में केन्द्र से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जायेगा. रामदेव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि बीजेपी और संघ प्रधानमंत्री के दावेदार के रूप में नरेन्द्र मोदी के बारे में फैसला करें तो यह एक अच्छा फैसला होगा क्योंकि नरेन्द्र मोदी आम जनता के चहेते बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने देश को सामाजिक, आर्थिक तथा राजनैतिक आधार पर बांटा है. यही कारण है कि जनता अब इन पर विश्वास नहीं कर रही है. प्रदेश में कथित रूप से बढ़ते अपराध पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से ज्यादा दिल्ली में अपराध हो रहे हैं लेकिन इस ओर लोगों का ध्यान इसलिये आकषिर्त नहीं हो पाते क्योंकि केन्द्र सरकार हर रोज एक नया मुद्दा छोड़ जाती है.
शांती बहाली के लिए पाकिस्तान को संदेह का लाभ दे सकता है भारत: सलमान खुर्शीद
भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि भारत अपने ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को संदेह का लाभ देने के लिए तैयार है क्योंकि दोनों ही देश शांति की बहाली चाहते हैं. परमाणु क्षमता से संपन्न दोनों ही पड़ोसी देश आजादी के बाद से ही कश्मीर पर टकराव की स्थिति में रहे हैं. कश्मीर दोनों देशों में विभाजित है. उन्‍होंने कहा कि भारत व पाकिस्तान इन विभाजित भागों में अलग-अलग शासन व्यवस्था चलाते हैं लेकिन दोनों ही पूरे कश्मीर पर अपना दावा करते हैं. खुर्शीद ने कहा कि भारत पाकिस्तान की सेना पर नियमित रूप से यह आरोप लगाता है कि वह सशस्त्र विद्रोहियों को सीमा पार घुसपैठ करवाने के दौरान भारतीय सैनिकों का ध्यान भटकाने के लिए गोलीबारी करता है. ये विद्रोही सीमा पार करने के बाद हमले किया करते हैं. द ऑस्ट्रेलियन अखबार को दिए साक्षात्कार में खुर्शीद ने दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव को स्वीकार किया. खुर्शीद ने कहा, 'हम समय-समय पर पाकिस्तान से बात करते रहते हैं और निजी भाव-भंगिमाओं में हमें काफी गर्मजोशी दिखाई पड़ती है. हमारा मानना है कि हमें उन्हें समय देना चाहिए, हालांकि यह समय हम अपनी कीमत पर नहीं देंगे लेकिन हमें उन्हें संदेह का लाभ देना चाहिए.
Unnao Rape case: पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर, वकील कोमा में
उन्नाव रेप केस की पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. दो दिन पहले उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के एम्स लाया गया था. इसके साथ ही उनके वकील की हालत में भी कोई सुधार नहीं है. वह अभी भी कोमा में हैं. मंगलवार की शाम दोनों की हालत को लेकर एम्स ने मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया था. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पीड़िता की हालत को लेकर बुलेटिन जारी किया. जिसमें डॉक्टरों की रिर्पोट के आधार पर बताया गया कि पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. इसीलिए उन्हें वेंटिलेटर पर ही रखा गया है. उनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल किए जाने के प्रयास जारी हैं. एम्स की ओर से बताया गया कि डॉक्टरों की एक विशेष टीम पीड़िता की देखरेख कर रही है. साथ ही मंगलवार को पीड़िता के वकील को भी एम्स में शिफ्ट कर दिया गया. वह अभी तक कोमा में हैं. हॉक्टरों के मुताबिक अभी भी उनकी हालत गंभीर है. बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता और उनके वकील को एम्स में भर्ती किए जाने का फरमान सुनाया था. इस आदेश पीड़िता को एयरलिफ्ट करके सोमवार को एम्स लाया गया. जबकि उनके वकील को मंगलवार के दिन एम्स में शिफ्ट किया गया. 28 जुलाई को हुए हादसे के बाद इन दोनों का इलाज लखनऊ के ट्रामा सेंटर में किया जा रहा था. उधर, उन्नाव रेप कांड के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया. बुधवार को इस मामले पर दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई. जहां सीबीआई ने जज से कहा कि 4 जून 2017 को आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर पीड़िता के साथ बलात्कार करने में शामिल था. साथ ही शशि सिंह के साजिश में शामिल होने का आरोप भी सही है.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूंका कांग्रेस नेताओं का पुतला, जेएनयू को बंद करने की रखी मांग
बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पुतला फूंका गया. दशहरे के मौके पर जिस तरीके से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रावण रूपी पुतला फूंका गया उसके विरोध में बीजेपी और एलजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के पुतले फूंके. गौरतलब हो कि दशहरा के मौके पर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के अंदर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, योग गुरु बाबा रामदेव, बीजेपी नेता साध्वी प्राची, बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ और नाथूराम गोडसे का पुतला दहन किया था. पुतला दहन करने के दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने जांच के आदेश दे दिए. पटना में बीजेपी और एलजेपी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के पुतले फूंकने के साथ मांग रखी है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी छात्र संगठन की इस हरकत के लिए माफी मांगे. एलजेपी के कार्यकर्ता कृष्ण सिंह ने कहा कि 'जेएनयू के अंदर जो घटना घटी है वह बेहद शर्मनाक है प्रधानमंत्री का पुतला फूंकना उनका अपमान करने जैसा है. हम पुतला फूंकने के विरोधी नहीं है जिस तरीके से प्रधानमंत्री को रावण के रूप में दिखाया गया वह अपमानजनक है और इसके लिए सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए.' वहीं दूसरी और बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में राष्ट्रविरोधी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं उस को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय को तुरंत बंद कर देना चाहिए.
अर्थव्यवस्था पर जुबानी जंग तेज, शिवराज का मनमोहन सिंह पर पलटवार
मनमोहन सिंह को शिवराज, शाहनवाज का जवाब शिवराज सिंह ने वैश्विक मंदी पर फोड़ा ठीकरा शाहनवाज बोले- कांग्रेस का बिगाड़ा अब दुरुस्त हो रहा मनमोहन सिंह ने कहा, देश भारी मंदी की चपेट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है. शिवराज सिंह ने रविवार को कहा, 'मोदी जी जो कर रहे हैं वह सारा देश और सारी दुनिया जानती है. देश हर मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है और जो कदम उठाए गए हैं आपको बता दूं यह वैश्विक मंदी है. उस मंदी से निपटने के लिए सारा देश उन कदमों को जानता है. वित्त मंत्री जी ने घोषणा की है और तेजी से उस दिशा में काम हो रहा है.' मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए रविवार को कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत काफी खराब है और मोदी सरकार के गलत प्रबंधन के कारण देश मंदी की ओर बढ़ रहा है. एक बयान में मनमोहन सिंह ने कहा, 'पिछली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 5 फीसदी रही जिससे पता चलता है कि देश लंबे दिनों तक मंदी की चपेट में रहेगा.' उन्होंने कहा, 'जबकि देश के पास तेजी से विकास करने की पूरी क्षमता है.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, भारत इस ग्रोथ को नहीं झेल सकता, इसलिए मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि बदले की राजनीति छोड़े और इस मानव निर्मित संकट को समाप्त करने और अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए विचारवान लोगों से राय मशविरा करे. मनमोहन सिंह के इस बयान पर शिवराज सिंह के अलावा बीजेपी के पूर्व सांसद और मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी पलटवार किया. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 'मनमोहन सरकार की गलत नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ा जिसे हमारी सरकार अब दुरुस्त कर रही है.' उन्होंने यह भी कहा कि स्विस बैंक के जितने खाताधारक हैं उनके नाम जल्द सामने आएंगे और ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी शनिवार को अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना की थी. चव्हाण ने कहा कि सरकार में किसी का ध्यान अर्थव्यवस्था पर नहीं है और सभी कश्मीर, अनुच्छेद 370 और पाकिस्तान में व्यस्त हैं. चव्हाण ने सरकार से पूछा कि भारत 5 खरब डॉलर की इकोनॉमी कैसे बनेगा जब विकास दर 5 फीसदी से नीचे है. एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर यह कहते हुए निशाना साधा कि इस सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत खराब कर दी है. प्रियंका ने ट्विटर पर कहा, 'जीडीपी वृद्धि दर को देखते हुए यह साफ है कि अच्छे दिनों का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पंचर कर दिया है.' उन्होंने कहा, न जीडीपी वृद्धि दर मजबूत हुई और न रुपया ही मजबूत हुआ है. देश से रोजगार गायब है. अब साफ हो गया है कि कौन देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहता है?
इनिएस्ता ने बार्सिलोना को अलविदा कहने का संकेत दिया
स्पेनिश क्लब बार्सिलोना की अगुवाई करने वाले दिग्गज फुटबॉलर आंद्रेस इनिएस्‍ता ने कोपा डेल रे टूर्नामेंट के फाइनल में सेविला को 5-0 से शिकस्त देने के बाद संकेत दिया कि यह उनका टीम के साथ अंतिम मैच हो सकता है. चीन के किसी क्लब से जुड़ने की खबरों के बीच 33 साल के इनिएस्ता ने कहा कि वह अपने भविष्य की योजना का खुलासा ‘इस सप्ताह’ करेंगे. सेविला के खिलाफ कल खेले गए फाइनल के दौरान उनके खेल में उम्र का जरा भी असर नहीं दिखा और उन्होंने टीम के लिए एक गोल भी किया. जब वह मैदान से बाहर जा रहे थे, तो उनकी आंखें नम थीं और दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया, जिसमें सेविला के प्रशंसक भी शामिल थे. इनिएस्ता ने कहा, ‘इस सप्ताह मैं अपनी योजना (भविष्य) लोगों के साथ साझा करूंगा, लेकिन हमें आज जैसा दिन भी देखने को मिलेगा.’ 💪 Led by example as always. ❤ Proud of our captain! 👏 @andresiniesta8 pic.twitter.com/2Ij42Bbovz — FC Barcelona (@FCBarcelona) April 21, 2018 जब उनसे पूछा गया कि क्या बार्सिलोना के लिए यह उनका आखिरी मैच था, तो उन्होंने कहा, ‘मैं फिर कहूंगा कि अपने फैसले से इस सप्ताह अवगत कराऊंगा. मुझे लगता है कि यह काफी हद तक साफ है, लेकिन हम देखेंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘इसकी संभावना है. आने वाले कुछ दिनों में अपने फैसले को सार्वजनिक करूंगा. आज का दिन खास है.’ इनिएस्ता का यह छठा कोपा डेल रे खिताब था. इसके अलावा उन्होंने आठ ला लीगा ट्रॉफी, तीन चैंपियंस लीग ट्रॉफी और एक विश्व कप जीता है. बार्सिलोना ने अगले हफ्ते के आखिर में अगर डेपोर्टिवो ला कोरुना को हरा दिया, तो वह नौवां ला लीगा खिताबी जीत का हिस्सा बन जाएंगे. The King of Spain, Andres Iniesta, receiving a standing ovation from both Sevilla and Barcelona fans in the Wanda Metropolitano during the Copa Del Rey final. Only the highest respects for one of the greatest to ever play the game. pic.twitter.com/1ZTVNTIisx — Juan (@socraticjuan) April 22, 2018
रणबीर-आलिया के अफेयर के बारे में पहले से जानती थीं ये एक्ट्रेस
रणबीर कपूर और आलिया भट्ट का रिश्ता कुछ समय से चर्चा का विषय बना हुआ है. जब से उन्होंने 'ब्रहास्त्र' की शूटिंग शुरू की है, तब से उनके लिंकअप की चर्चा हो रही है. हाल ही में रणबीर ने आलिया संग अपने रिश्ते को कंफर्म भी कर दिया. लेकिन उनके कंफर्म करने से पहले उनकी एक एक्स गर्लफ्रेंड को इसकी जानकारी थी. दरअसल, रणबीर की एक्स गर्लफ्रेंड दीपिका पादुकोण को पहले से पता था कि रणबीर और आलिया का अफेयर चल रहा है. पिंकविला ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि रणबीर ने अपनी मम्मी नीतू कपूर और दीपिका को आलिया संग अपने रिश्ते के बारे में पहले ही बता दिया था. आलिया की कामयाबी पर ऐसा रहा कटरीना का रिएक्शन वेबसाइट ने करीबी दोस्त के हवाले से लिखा है- रणबीर और दीपिका अभी भी करीबी दोस्त हैं और एक-दूसरे से सीक्रेट्स शेयर करते हैं. रणबीर ने उन्हें इस बारे में बताया था और वो रणबीर और आलिया के लिए बहुत खुश थीं. एक्स कपल के बीच ऐसी दोस्ती कम ही देखने को मिलती है.
लोकसभा में फिर हंगामा, मुठभेड़ के बाद राजनाथ देंगे बयान
पंजाब में आतंकी हमले के मुद्दे ने लोकसभा को अपनी जद में ले लिया है. पंजाब के सांसदों ने गुरदासपुर आतंकी हमले को आंतरिक सुरक्षा और सौहार्द के लिए बड़ा खतरा बताया है. सांसदों ने सरकार से इस ओर सदन में बयान की मांग की है, जिस पर संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि गृह मंत्री सदन में मंगलवार को बयान देंगे. लोकसभा की कार्यवाही को हंगामे के कारण कुछ घंटों के लिए स्थगित करना पड़ा था. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद गृह मंत्री के बयान की मांग एक बार फिर शुरू हुई. वेंकैया नायडू ने कहा कि गृह मंत्री बयान देने के लिए तैयार हैं, लेकिन बयान पंजाब थाने में आतंकियों से मुठभेड़ खत्म होने के बाद दिया जाएगा. विपक्ष ने स्पीकर से शि‍कायत की है कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है. आरोप-प्रत्यारोप और बहस विपक्ष की ओर से बोलते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'हमें बोलने नहीं दिया गया डिबेट में. ऐसा नहीं होना चाहिए. हम जो प्रदर्शन कर रहे हैं आप भी करते थे. सरकार की इंटेलिजेंस कहां गई थी. उन्हें पता क्यों नहीं चला. राज्य सरकार भी कह रही है कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है.' खड़गे के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, 'ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है. ये बिल्कुल गलत है कि जब मुठभेड़ चल रही है, विपक्ष इंटेलिजेंस पर असफलता के आरोप लगा रही है. यह ऐसा मुद्दा नहीं है, जिस पर हंगामा कर विपक्ष अपने नंबर बढ़ाए.' नायडू ने बताया कि गृह मंत्री मध्य प्रदेश में सीआरपीएफ के कार्यक्रम को जल्दी खत्म कर दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. उनके राष्ट्रीय राजधानी पहुंचते ही वह पहले पंजाब मामले की नए सिरे से समीक्षा करेंगे. गृह मंत्री लगातार मुठभेड़ पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई. ललित मोदी और व्यापम मामले को लेकर हंगामे के कारण कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. कांग्रेस के साथ ही दूसरे विपक्षी दल ललित मोदी मामले में सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और व्यापम मामले में शिवराज के इस्तीफे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. पिछले हफ्ते भी इन मुद्दों पर सदन के अंदर और बाहर जमकर बवाल हुआ. शुक्रवार को हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही सोमवार के लिए स्थगित कर दी गई थी. कांग्रेस सांसद सोमवार को भी काली पट्टी लगाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे, वहीं संसद में जारी गतिरोध खत्म करने के लिए लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन फिर सर्वदलीय बैठक बुला सकती हैं.
IPL-12: क्रिस लिन का जोरदार छक्का भी नहीं तोड़ पाया कार का शीशा, देखें VIDEO
टाटा हैरियर कार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में लगातार चर्चा में है. यह लीग की आधिकारिक साझेदार है. कमेंटेटर्स ने समय-समय पर इस एसयूवी कार के बारे में बताया है. रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए मैच में कोलकाता के क्रिस लिन ने दर्शकों को इस कार की मजबूती को दिखाने का 'लाइव डेमो' दिया. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर लिन बेहतरीन लय में बल्लेबाजी कर रहे थे. इसी बीच उन्होंने 11वें ओवर में राजस्थान के लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल पर एक स्वीप शॉट लगाया, जो स्टैंड के पास रखी गई कार की विंडशील्ड पर जा लगा. हैरानी वाली बात यह थी कि कार के कांच पर खरोंच तक नहीं आई. कंपनी इससे बेहतर विज्ञापन के बारे में सोच भी नहीं सकती. TATA Harrier strong enough for a Lynnsane SIX https://t.co/dxWC6iuGGl via @ipl — bishwa mohan mishra (@mohanbishwa) April 9, 2019 राजस्थान की टीम इस मैच में अच्छी शुरुआत नहीं कर पाई थी, जबकि लिन (50 रन, 32 गेंदों में ) और सुनील नरेन (47 रन, 25 गेंदों में)  की सलामी जोड़ी ने कोलकाता को बेहतरीन शुरुआत दी. लिन ने इस मैच में 31 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया था. कोलकाता ने 140 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए यह मुकाबला 8 विकेट से जीता था. मैच के बाद लिन ने कहा, 'मेरी किस्मत ने एक बार फिर मेरा साथ दिया, लेकिन हम जानते थे कि हमें पावर प्ले में तेजी से रन बनाने होंगे. पावरप्ले अच्छा रहा और इसके बाद हमारी टीम नियंत्रण में थी.' उन्होंने कहा, 'नरेन की बल्लेबाजी अविश्वसनीय थी. वह हमारे लिए यह बीते कुछ साल से करते आ रहे हैं. हम ज्यादा बात नहीं करते हैं. बस स्थिति को सहज रखते हैं. मैं आम तौर पर धीमी शुरुआत के लिए जाना जाता हूं. यह लंबा टूर्नामेंट है. हम महत्वपूर्ण जीतों के साथ आगे बढ़ रहे हैं.'
मशहूर कोरियोग्राफर के पैरों में लिपट गए रणवीर स‍िंह, वायरल हुई तस्वीर
रणवीर सिंह को उनके एनर्जेटिक और मस्तीभरे अंदाज के लिए जाना जाता है. रणवीर बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में से एक हैं और उनके रोल्स और फैशन सेन्स के चर्चे आए दिन होते रहते हैं. यूं तो रणवीर अपने हर किरदार में जान डालने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन इसके साथ वे अपने साथ काम करने वाले लोगों के साथ मस्ती भी खूब करते हैं. हम सभी को रणवीर की इस मस्ती से जुड़ी फोटो और वीडियो देखने को मिल जाती हैं. ऐसे ही एक बार फिर रणवीर की फोटो सामने आई है, जिसमें वे कोरियोग्राफर श्यामक डावर को तंग कर रहे हैं. इस नए फोटो में रणवीर सिंह ने कोरियोग्राफर श्यामक डावर के पैरों को पकड़ा हुआ है और उन्हें जाने से रोक रहे हैं. श्यामक ने अपना माथा पकड़ा हुआ है. फोटो में रणवीर के कपड़ें भी देखने लायक हैं. उन्होंने बहुत कूल ब्लैक जीन्स के साथ ऑरेंज जैकेट पहनी हुई है और काफी यूनिक सनग्लासेस लगाए हुए हैं. श्यामक ने रिहर्सल के लिए कैजुअल कपड़ों को पहना हुआ है. View this post on Instagram #ranveersingh with #shiamakdavar 😁😎🤘😄 A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Sep 15, 2019 at 9:25pm PDT बता दें कि कुछ समय पहले रणवीर सिंह को करण जौहर और आलिया भट्ट संग फिल्म तख्त के सेशंस में देखा गया था. फिल्म तख्त एक पीरियड फिल्म है, जिसमें रणवीर, आलिया संग विक्की कौशल, भूमि पेडनेकर, जाह्नवी कपूर, करीना कपूर और अनिल कपूर होंगे. बता दें कि रणवीर सिंह, डायरेक्टर कबीर खान की फिल्म 83 में भी नजर आने वाले हैं. फिल्म में वे पूर्व क्रिकेटर कपिल देव का किरदार निभा रहे हैं. उनकी पत्नी दीपिका पादुकोण, फिल्म में कपिल की पत्नी रोमी देव के किरदार में दिखेंगी. इस फिल्म की कहानी साल 1983 में भारत की पहली क्रिकेट वर्ल्ड कप की जीत पर आधारित है. फिल्म 83, 10 अप्रैल 2020 को रिलीज होगी.
Tech Wrap: यहां जानें टेक की 5 बड़ी खबरें
दुनिया का पहला अंडर डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर वाला स्मार्टफोन, जानें फीचर्स चीनी कंपनी Vivo ने आखिरकार आज दुनिया के पहले अंडर डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर वाले स्मार्टफोन को आधिकारिक तौर पर पेश कर दिया है. इस स्मार्टफोन का नाम Vivo X20 Plus UD रखा गया है. हालांकि अभी इसकी कीमत और उपलब्धता के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. टैरिफ वॉर में Airtel का दांव, इस प्लान में अब मिलेगा 14GB ज्यादा डेटा भारती एयरटेल ने एक बार फिर से रिलायंस जियो को 399 रुपये वाले प्लान के जरिए काउंटर किया है. कंपनी ने 399 रुपये वाले प्लान में एक बार फिर से बदलाव किया है. इस प्लान की वैलिडिटी को बढ़ाकर एयरटेल ने 84 दिन कर दिया है. इस तरह इस प्लान में अब प्रतिदिन 1GB डेटा, प्रतिदिन 100 SMS और अनलिमिटेड वॉयस कॉल दिया जा रहा है. पहली सेल में 6 मिनट में आउट ऑफ स्टॉक हुआ Honor 9 Lite Honor का नया स्मार्टफोन 9 Lite भारत में पिछले हफ्ते लॉन्च किया गया था. इसके लिए दावा किया गया है कि ये पहली बार सेल में उपलब्ध होते ही 6 मिनट के भीतर आउट ऑफ स्टॉक हो गया. इसकी पहली सेल 21 जनवरी रविवार को फ्लिपकार्ट पर थी. 21 जनवरी को इस स्मार्टफोन को दो बार फ्लैश सेल में उपलब्ध कराया गया था. SpiceJet रिपब्लिक डे ऑफर: 769 रुपये में बुक करें फ्लाइट टिकट! रिपब्लिक डे 2018 से पहले ही स्पाइसजेट  ने एक लिमिटेड पीरियड प्रमोशनल ऑफर की घोषणा की है. इस दौरान चुनिंदा डॉमेस्टिक फ्लाइट्स की टिकट 769 रुपये की शुरुआती कीमत से सेल की जाएगी. ये ऑफर ग्रेट रिपब्लिक डे सेल स्किम के तहत दिया जा रहा है. Honor के इन स्मार्टफोन्स पर मिल रही है भारी छूट, देखें लिस्ट गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्लिपकार्ट और अमेजन इंडिया की साइट पर सेल का आयोजन किया गया है. इस दौरान तमाम प्रोडक्ट्स पर डिस्काउंट दिया जा रहा है. इस दौरान सबसे ज्यादा फोकस में स्मार्टफोन्स पर है.  चीन की कंपनी 'Honor' इस मौके पर भारी छूट दे रही है. कंपनी के तकरीबन सभी मॉडलों पर आकर्षक ऑफर दिए जा रहे हैं.
'भारत के गौरव को मटियामेट करने के लिए कुछ लोग आमादा हैं'
सहज वक्ता के गुण मुझमें नहीं हैं. शायद इसीलिए मुझे भाषण देने की जगह भाषण पढ़ने वाली नेता बताया गया. पूरी दुनिया एक विचित्र उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है. तकनीक और उससे जुड़ाव के लिए गैर-बराबरी और असुरक्षा लगातार चुनौती बनी हुई है. हर जगह समाज तेज और ठोस बदलाव के दौर से गुजर रहा है. अपने देश में भी यही हालात हैं. हमारे लोगों में आकांक्षा, अभिलाषा, अधीरता और जागरूकता तेजी से बढ़ रही है. हमारे संस्थान अभी भी विकास की प्रक्रिया में हैं और उनमें नई जान डालने की दरकार है. आजादी के बाद के बीते दशकों में सरकारों ने हमारे राष्ट्र निर्माताओं की विरासत को आगे बढ़ाते हुए लगातार प्रयास किए हैं. फिर भी, आज हमारे सामने एक वैकल्पिक नजरिया पेश किया जा रहा है कि हम क्या थे, हम क्या हैं और हमें क्या होना चाहिए. यह वास्तव में हमें पीछे धकेलने वाला है. यह नजरिया हमारे इतिहास की विकृत अवधारणा पर आधारित है और हमारे भविष्य के लिए बहुत घातक है. हम एक खुले विचार वाले उदार लोकतंत्र रहे हैं. यह प्रतिनिधित्व और सहभागिता पर आधारित रहा है. इसे ऐसी राजनैतिक प्रतिस्पर्धा से बल मिलता रहा है जिसमें नियमों, परंपराओं और मर्यादाओं का पूरा ख्याल रखा जाता रहा है. हमारे खुले और उदार लोकतंत्र ने कभी एकरूपता थोपे बगैर देश की एकता के सूत्र मजबूत किए हैं. हमारे गणतंत्र ने न केवल विविध विचारों को सम्मान और संरक्षण दिया है बल्कि इसने हमेशा चर्चा-परिचर्चा को प्रोत्साहित किया है. यहां असहमति, असंतोष और विरोध को भी स्थान मिलता रहा है. इसने संवाद और समझौते के प्रति अपनी क्षमताओं का भी परिचय दिया है. वर्षों से, हमारा लोकसंवाद शालीनता, तर्क-वितर्क पर आधारित रहा है न कि हुड़दंगई, हंगामा और गाली-गलौज पर. हमारा लोकतंत्र विचार-विमर्श से बहुमूल्य बनता है एकपक्षीय आत्मालाप से नहीं, जवाबदेही से इसमें सुंदरता आती है न कि सार्वजनिक सवालों और जांच-परख पर अंकुश लगाने से. हमारा देश, हमारा समाज और हमारी आजादी—सब पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है जिसकी पूरी तैयारी की गई है और भारत को नए रंग में रंगने की कोशिश हो रही है. इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है, तथ्यों में हेर-फेर किए जा रहे हैं, राष्ट्र निर्माताओं का अपमान किया जा रहा है, पूर्वाग्रह को हवा देकर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश हो रही है. क्या भारत 26 मई, 2014 से पहले वाकई एक बड़ा ब्लैक होल  था? क्या भारत की सारी तरक्की, समृद्धि और महानता महज इन चार वर्षों का परिणाम है?  क्या ऐसी बात कहना हमारे देश के लोगों के बुद्धि-विवेक का अपमान नहीं है? हमारे देश ने इतने वर्षों में जो कुछ उपलब्धियां हासिल की हैं उसे जान-बूझकर खारिज करते जाना कुछ और नहीं, बल्कि बस सत्ता का अहंकार है. हमारी पहले की सारी उपलब्धियों को, जो देश के लोगों के साझा प्रयासों का परिणाम है, एक सनक में खारिज करते जाना कुछ और नहीं, बल्कि एक अकड़, एक मिथ्याभिमान है. यह श्रेय लेने वाली बात नहीं है. यह भारत की शक्ति और पिछले कई दशकों में भारतीयों के अथक प्रयासों को पहचानने-स्वीकारने की बात है. हम सबको गंभीरता से इस बात पर विचार करना होगा कि कैसे हमारे मूलभूत सिद्धांतों और संविधान के मूल्यों पर जान-बूझकर आघात किया जा रहा है. संविधान को बदल देने की टिप्पणियां दर्शाती हैं कि भारत के गौरव को मटियामेट करने के लिए किस प्रकार से कुछ लोग आमादा दिखते हैं. सत्ताधारी पक्ष की ओर से आने वाले भड़काऊ बयान अचानक या भूल से दिए गए नहीं होते, यह तो एक खतरनाक तैयारी का हिस्सा हैं. इस नई और खतरनाक परिपाटी के सबूत आपको चारों तरफ दिख जाएंगे. भय और धमकियां रोजमर्रा की बातें हो चुकी हैं. इससे इतर बातों को कहने की आजादी ही नहीं है, उनका गला घोंट दिया जाता है. हिंसा से इन आवाजों को दबाने की कोशिश हो रही है और प्रतिरोध के स्वर दबाने के लिए हत्याएं तक की जा रही हैं. अपने लिए अपने तरीके से सोचने, असहमति और प्रतिरोध, अपनी पसंद से भोजन, लोगों से मिलने-जुलने या अपनी मर्जी से शादी-ब्याह तक की आजादी जैसी चीजों के लिए जगह ही नहीं बची. इन सब पर हमले हो रहे हैं. जहां सौहार्द्र और सद्भाव को बढ़ाने की कोशिश होती थी, वहां धार्मिक उन्माद बढ़ाने में लोग जुटे हैं. स्वयंभू पहरुओं के हमलों और निजी सेनाओं को सरकारी संरक्षण मिला है. वे बेखौफ घूम रहे हैं. दलितों और महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है. हमारे समाज में ध्रुवीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है और इन सभी चीजों का सिर्फ एक ही मकसद है—चुनाव जीतना. सदियों से भारतीय परंपरा और जीवनशैली ऐसी रही है जैसे कई धाराएं अंततः आकर एक में मिल जाती हैं. यह भावना मिटाई जा रही है. हमारी सदियों पुरानी सामाजिक बनावट में छेड़छाड़ करके इसे नए तरीके से गढऩे की कोशिश हो रही है. उथल-पुथल की इस अनावश्यक कोशिश से लोगों में हताशा, असंतोष और क्रोध उपजा है जिसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे. लोग इससे थोड़ी देर के लिए मंत्रमुग्ध भले ही हो सकते हों, लेकिन हमारे गणतंत्र को तटस्थ और मजबूत संस्थानों की आवश्यकता है. संसदीय बहुमत को बहस और कानूनों को ध्वस्त करने के लाइसेंस की तरह नहीं लिया जाना चाहिए. जांच एजेंसियों का प्रयोग करके राजनैतिक विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है. न्यायपालिका में उथल-पुथल मची हुई है. सिविल सोसाइटी का मुंह बंद किया जा रहा है. विश्वविद्यालयों और छात्रों पर बेडिय़ां कसी जा रही हैं. मीडिया के एक बड़े हिस्से को धमकाया जा रहा है, ताकि वह जांच-पड़ताल की अपनी भूमिका छोड़ दे और प्रशासनिक खामियों, घोटालों और हेराफरी को उजागर न कर सके. पारदर्शिता को बढ़ाने और भ्रष्टाचार से लडऩे के लिए आरटीआइ कानून बनाया गया था. आज यह कानून किसी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. आरटीआइ कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं. आधार को सशक्तीकरण का एक माध्यम बनना था. इसका प्रयोग शिकंजा कसने के साधन के रूप में किया जा रहा है. हम ज्ञान-संचालित समाज बनना चाहते हैं लेकिन देखिए किस प्रकार से वैज्ञानिक स्वभाव का मजाक बनाया जा रहा है और बुद्धिजीवियों को कैसे ठिकाने लगाया जा रहा है. राजनीति की आवाज ही लोकतंत्र का संगीत है लेकिन अब इस आवाज को दबाया जा रहा है. यह सब भारत को 10 खरब डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाने के नाम पर हो रहा है. बेशक, हमें तेज विकास की आवश्यकता है लेकिन इसका मतलब पहले कर दो और फिर सोचो नहीं होता. हम बार-बार देख रहे हैं कि चाहे वह अर्थव्यवस्था का विषय हो या पड़ोसियों के साथ संबंध की बात हो या सुरक्षा से जुड़े गंभीर विषय और सीमापार आतंकवाद हो, फैसले वापस लिए जा रहे हैं. क्या अधिकतम शासन-प्रणाली का अर्थ न्यूनतम सत्य है? क्या इसका यह अर्थ है कि असहज सचाई की जगह वैकल्पिक तथ्य ले लें? नौकरियों का ही उदाहरण ले लीजिए. हर कोई जानता है कि रोजगार की स्थिति दयनीय है. लेकिन अचानक हमें यह बताया जा रहा है कि 2017 में 75 लाख नौकरियों का सृजन किया गया. रोज-रोज नई बातें कही जाती रहीं और अर्थव्यवस्था की हालत बदतर होती गई. जीएसटी को लेकर जितनी काट-छांट, जितना रद्दोबदल देखा गया, ऐसा लगता है कि बिना किसी तैयारी के सुधार के नाम पर कोई हठ पूरा किया जा रहा है. किसान परेशान थे पर उनकी सुध लेने में कितनी देर की गई और उनकी परेशानियों को दूर करने की कोशिश भी आधे-अधूरे हुई. भारत विचार की पुनर्व्याख्या के लिए हमारे संविधान के मार्गदर्शक सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति मनसा वाचा कर्मणा समर्पण की जरूरत है. मन, वचन से और कर्म तीनों में इसके प्रति समर्पण झलकना चाहिए. संस्थाओं और संस्थागत प्रक्रिया की रक्षा और मजबूती के लिए हमें अपने संकल्प को फिर दृढ़ करना होगा. ***
कर्नाटक: 40 साल में 15 CM, सिर्फ सिद्धारमैया कर पाए कार्यकाल पूरा
कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या सिद्धारमैया अपनी कुर्सी बचा पाएंगे? क्या बी एस येदियुरप्पा दोबारा कर्नाटक के किंग बनेंगे? इन सवालों के जवाब तो 15 मई को मिलेंगे जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती के परिणाम सामने आएंगे लेकिन सिद्धारमैया ने एक रिकॉर्ड तो अपने नाम कर ही लिया है. कर्नाटक की सियासत में सिद्धारमैया ऐसे पहले सीएम हैं, जिन्होंने राज्य के पिछले चार दशक के इतिहास में पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया है. कर्नाटक विधानसभा बनने से पहले इसे मैसूर नाम से जाना जाता था. आजादी के बाद से अब तक यहां 28 मुख्यमंत्री रहे हैं. 1947 से लेकर 1956 के बीच मैसूर से तीन मुख्यमंत्री हुए. 1952 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ और के हनुमंत्याह पहले सीएम बने. 1954 में राज्यों के पुर्नगठन के बाद 1956 में मैसूर को राज्य का दर्जा मिला. 1956 से 1972 तक मैसूर राज्य रहा, इस दौरान पांच मुख्यमंत्री चुने गए. 1972 में मैसूर राज्य को कर्नाटक नाम मिला. 1972 में पांचवें विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आई और मुख्यमंत्री डी देवराज उर्स मुख्यमंत्री बने. वे कर्नाटक के पहले सीएम हैं जो 5 साल 286 दिन तक अपने पद रहे. इतने लंबे समय तक कोई दूसरा सीएम नहीं रहा. इसके बाद पांच साल के कार्यकाल पूरा करने वाले सीएम के तौर पर सिद्धारमैया का ही नाम आता है. कर्नाटक के 2013 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया, तो सत्ता के सिंहासन पर सिद्धारमैया विराजमान हुए. उन्होंने अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. जबकि 1978 से लेकर अब तक करीब 15 मुख्यमंत्री बने और 5 बार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा है. इस दौरान सिद्धारमैया को छोड़कर कोई दूसरा मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. इतना ही नहीं 1999 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने जीता और एसएम कृष्णा सीएम बने, लेकिन वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. 2008 में बीजेपी ने पहली बार कर्नाटक के जरिए दक्षिण भारत में एंट्री की. कर्नाटक में बीजेपी के लिए कमल खिलाने का श्रेय बीएस येदियुरप्पा को मिला, लेकिन वे पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. येदियुरप्पा तीन साल 62 दिन तक मुख्यमंत्री रहे. खनन घोटाले में लोकायुक्त की रिपोर्ट येदियुरप्पा के गले की फांस बनी और उन्हें भ्रष्टाचार की वजह से अपनी मुख्यमंत्री पद की कुर्सी गंवानी पड़ी. येदियुरप्पा की जगह सदानंद गौड़ा सीएम बने, लेकिन वे एक साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सकें. पार्टी ने उनकी जगह जगदीश शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाया. शेट्टार सीएम के पद पर महज 304 दिन रहे और उनके नेतृत्व में हुए चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी एक बार फिर बीएस येदियुरप्पा को सीएम के चेहरे पर आगे करके रणभूमि में उतरी है, तो वहीं कांग्रेस सीएम सिद्धारमैया के सहारे सत्ता को बरकरार रखने की जद्दोजहद कर रही है.
'ऑपरेशन क्लीन' पर योगी को मिला जवाब- सचिवालय में रद्दी हटाने के लिए भी स्टाफ नहीं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऑपरेशन क्लीन पर निकले हैं. पिछले तीन-चार दिनों में वे सचिवालय से लेकर थाने, जहां गए हैं वहां उन्होंने सफाई पर जोर दिया. अब उन्हें यूपी सरकार के अफसरों ने ही जवाब दे दिया है. यूपी सचिवालय का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने सफाई का ज्यादा ध्यान देने के लिए कहा था. इस पर उन्हें जवाब मिला है कि सफाई के लिए स्टाफ ही नहीं हैं. यूपी सचिवालय के व्यवस्था अधिकारी ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सचिवालय में कर्मचारियों की कमी है, इसी कारण सफाई में अड़चन आ रही है. जब अचानक सचिवालय पहुंचे थे योगी, गंदगी देखने पर लगाई थी फटकार अचानक निरिक्षण किया था. सीएम योगी ने वहां फैली गंदगी और बिगड़ी फाइलों को देखकर फटकार लगाई थी. बता दें कि योगी लगातार दौरे कर निरिक्षण कर रहे हैं. पहले वह एनेक्सी बिल्डिंग में अचानक निरीक्षण पर पहुंच गये थे, और वहीं गुरुवार को योगी ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में औचक निरीक्षण किया था. मंत्री भी कर रहे सफाई मुख्यमंत्री के साथ-साथ यूपी सरकार के मंत्री भी लगातार एक्शन में रहे हैं. गुरुवार को यूपी सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी जब विधानसभा में अपने दफ्तर पहुंचे तो गंदगी देख खुद झाड़ू लगाने लगे थे.
बर्थडे स्पेशल: सचिन बनना चाहते थे तेज गेंदबाज, लिली ने कहा था बल्लेबाज ही रहो
क्रिकेट की दुनिया में 24 वर्षों तक छाए रहने वाले सचिन तेंदुलकर आज 46 साल के हो गए. 24 अप्रैल 1973 को दिन में एक बजे मुंबई के शिवाजी पार्क राणाडे रोड स्थित निर्मल नर्सिंग होम में सचिन का जन्म हुआ था. उस वक्त उनका वजन 2.85 किग्रा था. और आगे चलकर यही शिशु क्रिकेट का युगपुरुष बन गया. महज 16 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले इस 'छोटे सचिन' ने 40 के हो जाने पर ही अपने बल्ले को आराम दिया. नहीं थकने वाले इस सफर के दौरान सचिन ने इतने कीर्तिमान रच डाले कि उन्हें 'क्रिकेट के भगवान' का दर्जा दे दिया गया. ...तुम बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान क्यों नहीं लगाते..? दरअसल, सचिन बल्लेबाज नहीं, तेज गेंदबाज बनने की ख्वाहिश रखते थे. तभी तो वे मुंबई से चेन्नई एमआरएफ पेस एकेडमी जा पहुंचे. लेकिन वहां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज डेनिस लिली ने उनकी चाहत को खारिज कर दिया. और उन्हें सलाह दी कि तुम बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान क्यों नहीं लगाते..? और यहीं से सचिन के क्रिकेट जीवन की शुरुआत हुई. जिसे बाद में दुनिया ने 'मास्टर ब्लास्टर' का नाम दिया. सचिन के 13 'माइल स्टोन' 1. महज 12 वर्ष की उम्र में अंडर-17 हैरिस शील्ड में अपने स्कूल की ओर से खेलते हुए शतक लगाया. 2. जब 14 साल के हुए तो विनोद कांबली के साथ 664 रनों की पार्टनरशिप की, जो उस समय वर्ल्ड रिकॉर्ड था. 3. इन दिनों सचिन ने बिना आउट हुए 207, 329 और 346 के स्कोर बनाए. 4. 15 वर्ष की उम्र में तत्कालीन बंबई के लिए फर्स्ट क्लास में डेब्यू करते हुए शतक जमाया. 5. 16 साल के हुए तो पाकिस्तान के खिलाफ कराची (1989) में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया. 6. 17 वर्ष की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जमाया और इंग्लैंड के खिलाफ 1990 का ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट हार से बचा लिया. 7. वर्ष 2000 में 50 इंटरनेशनल शतक बनानवाले वे पहले बल्लेबाज बने. 8. 2003 वर्ल्ड कप में 673 रन बनाए, जो वर्ल्ड कप के इतिहास में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड बना. 9. 2008 में टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में ब्रायन लारा को पीछे छोड़ा. 10.2009 में 14,000 टेस्ट रन, 30,000 इटरनेशनल रन और 90 अंतरराष्ट्रीय शतक पूरे कर लिये. 11. 36 साल के होने पर ऐसा कारनामा किया,जो वनडे इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था. वनडे इंटरनेशनल का पहला दोहरा शतक जमाया. 12. दिसंबर 2012 में वनडे से रिटायर होने से पहले सचिन ने 100 इंटनेशनल शतकों का अद्भुत रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. 13. नवंबर 2013 में उन्होंने अपने घरेलू मैदान वानखेडे़ स्टेडियम में 200 वां टेस्ट खेलकर क्रिकेट को अलविदा कह दिया. जाने-अनजाने फैक्ट्स 1. बचपन में सचिन को उनके दोस्त मेकेनरो नाम से पुकारते थे. दरअसल वे अपने लंबे बालों में बैंड लगाकर अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी जॉन मैकेनरो की तरह दिखना चाहते थे. 2. सचिन पहले ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्हें थर्ड अंपायर ने रन आउट दिया. यह वाकया 1992 के डरबन टेस्ट का है. 3. सचिन अपने क्रिकेट करियर में भले ही इतने सफल रहे हों, लेकिन वे क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स पर टेस्ट में शतक नहीं जमा पाए. 4. सचिन 2003 में बॉलीवुड फिल्म स्टंप्ड में देखे गए. 5. सर डॉन ब्रैडमैन के 29 शतकों की बराबरी करने पर उन्हें फरारी 360 मोडेना गिफ्ट के तौर पर मिला था. जिसकी चाबी उन्हें एफ-1 चैंपियन माइकल शूमाकर ने सौपी थी. बाद में इसकी इंपोर्ट ड्यूटी फिएट इंडिया ने चुकाई थी.
लेह की बाढ़ से लगभग 100 अमेरिकी प्रभावित
लेह में आई बाढ़ में कम से कम 100 अमेरिकी नागरिक प्रभावित हुए हैं. नई दिल्ली स्थित भारतीय दूतावास ने उन लोगों की मदद के लिए अपना एक दल वहां भेजा है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता पीजे क्रोली ने बताया ‘भारत में आई बाढ़ के चपेट में लगभग 100 अमेरिकी नागरिक आ गये हैं. अभी तक हमें किसी के मरने या घायल होने की सूचना नहीं मिली है.’ उन्होंने बताया ‘इस क्षेत्र में प्रभावित हुए अपने नागरिकों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए हम भारतीय अधिकारियों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं.’ उन्होंने बताया ‘लेह में ज्यादा प्रभावित अमेरिकी नागरिकों की सहायता के लिए नई दिल्ली स्थित भारतीय दूतावास ने अधिकारियों का एक दल वहां रवाना किया है.’ उन्होंने बताया कि भारत के लेह में बाढ़ग्रस्त विदेशी नागरिकों में अमेरिकियों की संख्या सबसे ज्यादा है. इससे पहले अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को लेह में आई हाल के बाढ़ को देखते हुए वहां यात्रा नहीं करने की सलाह दी थी. विदेशी पर्यटकों के लिए लेह एक पसंदीदा जगह है. पिछले शुक्रवार को लेह में बादल फटने के बाद आई बाढ़ में कुल 166 लोगा मारे जा चुकें हैं जिसमें 23 विदेशी भी शामिल हैं. अभी भी 400 से अधिक लोग लापता हैं.
ये हैं लंदन में इंजीनियरिंग के बेस्‍ट कॉलेज
इंजीनियरिंग की पढ़ाई विदेश में करना चाहते हैं तो लंदन आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन होगा. यहां के कई कॉलेज इंजीनिरिंग की पढ़ाई के लिए दुनिया में अपनी खास जगह रखते हैं. कॉचुनाव करते हुए इस बात का ध्‍यान जरूर रखें कि वही यूनिवर्सिटी चुनें जिसका एकेडमिक बैकग्राउंड और बे‍हतर भविष्‍य हो. ये हैं लंदन के टॉप कॉलेज यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज इंप्रीयल कॉलेज ऑफ लंदन इस तरह पूरे होंगे आपके फाइनेंशियल गोल यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्‍टर यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन यूनिवर्सिटी ऑफ इडनबर्ग बोर्ड एग्जाम में 95% से ज्यादा नंबर लाने हैं तो ये करें यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम यूनिवर्सिटी ऑफ लीडस यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्‍पटन यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्‍टल
दिल्लीः सरेंडर करने पहुंचे विधायक अमानतुल्ला खान को पुलिस ने नहीं किया गिरफ्तार
जामिया नगर पुलिस स्टेशन में सरेंडर करने पहुंचे आप विधायक अमानतुल्ला खान को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया. पुलिस ने थाने पहुंचे विधायक से काफी देर तक पूछताछ की. पुलिस ने कहा कि जब जरूरत होगी तब विधायक को गिरफ्तार किया जाएगा. आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान रविवार को सैकड़ों समर्थकों के साथ जामिया नगर पुलिस स्टेशन सरेंडर करने पहुंचे. पुलिस ने तकरीबन डेढ़ घंटे तक विधायक से पूछताछ की. जिसके बाद पुलिस ने विधायक को रिहा कर दिया. पुलिस का कहना है कि विधायक अमानतुल्ला खान जांच में सहयोग कर रहे हैं. मामले की जांच जारी है, अगर जरूरत पड़ी तो विधायक को गिरफ्तार भी किया जाएगा. थाने से बाहर आते ही विधायक ने कहा कि वह तो थाने में सरेंडर करने के लिए आए थे, मगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया. विधायक अमानतुल्ला खान ने इसे सच्चाई और अवाम की जीत करार देते हुए कहा कि वह पूरी तरह निर्दोष है और जल्द इस मामले में सच सबके सामने आएगा.
दाऊद के भाई इकबाल कास्कर के मददगारों में NCP के दो नेताओं का भी नाम
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कास्कर को उगाही के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. मंगलवार को मुंबई पुलिस कमिश्नर ने खुद इस संबंध में तमाम पहलुओं पर जानकारी दी. अब इस गैंग से एनसीपी नेताओं के नाम जुड़ने की बात सामने आ रही है. एक तरफ जहां ये खुलासा हुआ है कि इकबाल की गैंग के लोग दाऊद के नाम से लोगों को डराने-धमकाने का काम करते थे. वहीं उनकी इस काली करतूत में कुछ नेताओं की सांठ-गांठ का भी पुलिस ने जिक्र किया है. NCP नेताओं के नाम जानकारी आ रही है कि इकबाल गैंग के वसूली और जमीनों पर कब्जे के धंधे में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के दो नेता भी शामिल हो सकते हैं. दोनों ही नेता ठाणे के बताए जा रहे हैं. जिन पर पुलिस की नजर है. पुलिस ने जताई थी आशंका मुंबई पुलिस कमिश्नर ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गैंग के साथ नेताओं की सांठ-गांठ की बात कही थी. उन्होंने इस बात की आशंका जताई थी कि कुछ नेता भी जमीनों पर कब्जे कराने और लोगों को धमकाने जैसी करतूतों में गैंग का साथ दे रहे थे. उन्होंने बताया था कि गैंग की मदद करने में लोकल नेताओं के नाम सामने आए हैं. इनमें कई पार्षद स्तर के नेता हैं. हालांकि, इकबाल गैंग के साथ कितने नेता जुड़े हैं और वो किस भूमिका में गैंग का साथ दे रहे थे, इस पर अभी कोई पुख्ता जानकारी पुलिस नहीं दे पाई है. बता दें कि गैंग के लोग दाऊद के नाम पर बिजनेसमैन और प्रॉपर्टी डीलर को डराकर उनसे पैसा वसूलते थे.  गैंग में 10 से 20 लोगों को चिह्नित किया गया है. इस मामले में दाऊद के भाई इकबाल को सोमवार शाम गिरफ्तार किया गया था. इकबाल के अलावा ड्रग्स डीलर यानीन को भी गिरफ्तार किया गया है.
मुलायम बने पीएम तो उन्हें माला पहनाऊंगा मैं, बेनी के नए बोल
पार्टी आलाकमान की घुड़की और इस्तीफे की धमकी के बाद केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर मिठास में लिपटे व्यंग्य बाण छोड़े. एक सभा में उन्होंने कहा कि ‘लोकसभा चुनाव के बाद यदि मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो मैं उनका स्वागत माला पहनाकर करूंगा.’ इसके साथ ही बेनी ने यह भी कह दिया कि यूपी में कांग्रेस 80 में 50 सीटें जीतेगी और फिर राहुल गांधी को इस देश का पीएम बनना ही होगा. यूपी की अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए बेनी बोले कि ‘आज स्थिति इतनी खराब हो गई है कि मंत्री तक को अधिकारियों के यहां जाकर अपना काम कराने के लिए गिड़गिड़ाना पड़ता है.यह निर्वाचित जनप्रतिनिधि का अपमान है.’ अटल को जेल में डालने वाले की मूर्ति बना रही बीजेपी बेनी ने बीजेपी और मोदी को भी नहीं बख्शा. उन्होंने गुजरात बीजेपी के सरदार बल्लभ भाई पटेल की 200 फीट उंची मूर्ति लगवाए जाने की घोषणा पर तंज कसते हुए कहा कि इन्हीं पटेल ने आरएसएस पर बैन लगाया था और अटल बिहारी वाजपेयी को जेल में डाल दिया था. बेनी ने यह भी कहा कि एक तरफ बीजेपी पटेल की माला जपती है, दूसरी तरफ उनके द्वारा किए गए समझौते के अनुरूप संविधान में जोड़ी गई धारा 370 को हटाने की मांग करती है. मुझे बचा लो भाजपा जाए भाड़ में बेनी ने मोदी मैन और यूपी में पार्टी प्रभारी अमित शाह की भी खिल्ली उड़ाई. उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में इन दिनों एक अजब फरिश्ते का नाम लिया जा रहा है. राज्य में भाजपा के पास कोई नेता नहीं बचा तो गुजरात से अमित शाह नाम के शख्स को बुलाया गया है. वह इशरत जहां के फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी है. इन दिनों जमानत पर छूटा है. शनिवार को उसने अयोध्या आकर रामलला के दर्शन किए और प्रार्थना की कि मुझे बचा लो, भाजपा जाए भाड़ में।’ बेनी ने मोदी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि चुनावी मौसम शुरू होने वाला है. आगे चलकर नरेन्द्र मोदी भी आएंगें. भाजपा उन्हें महापुरूष बता रही है मगर हजारों मुसलमानों का कत्लेआम करवाकर कोई महापुरूष नहीं बन सकता.
जम्मू कश्मीरः सेना के जवान ने की आत्महत्या
जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना के एक जवान ने अपने सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की वजह अभी साफ नहीं है. यह घटना सांबा जिले में हुई. जम्मू कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आदर्श कुमार नामक सेना के जवान ने शुक्रवार को जिले के बंगलाड क्षेत्र में अपने सर्विस राइफल से खुद को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली. गोली चलने की आवाज़ सुनकर उसके साथी उसकी तरफ दौड़ पड़े और आदर्श को अस्पताल पहुंचाया. लेकिन डॉक्टरों ने वहां उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बताया कि सेना का जवान आदर्श कुमार राजस्थान का निवासी था. वह लंबे समय से जम्मू कश्मीर में तैनात था. उसने आत्महत्या क्यों की, इस बात की जांच की जा रही है. पुलिस ने मृतक जवान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
विधानसभा में सरकार का कुबूलनामा, गुजरात में पिछले दो साल में 184 शेरों की मौत
सोमवार को गुजरात विधानसभा में सरकार के वन और पर्यावरण मंत्री गनपत वसावा से गिर के बब्बर शेर के बारे में सवाल पूछा गया और उसपर जो जवाब मिला उससे लोग हैरान रह गए. दरअसल मंत्री गनपत वसावा ने विधानसभा में बताया कि पिछले दो साल में 184 शेर, शेरनी और उनके शावकों की मौत हुई है. जिसमें 152 शेर की प्राकृतिक मृत्यु हुई है जबकि 32 शेरों की अप्राकृतिक मृत्यु हुई है. कांग्रेस के विधायक गयासुद्दीन शेख ने ये सवाल पूछा था, जिसके जवाब में वनमंत्री ने कहा कि 2016 में 104 शेर और 2017 में 80 शेरों की मौत हुई है. साथ ही विधानसभा में रखे गए आंकड़ों के मुताबिक दो साल में हुई 184 शेरों की मौत में 74 शेरनियां हैं जबकि 71 शेर और 39 शेरों के बच्चे यानी शावकों की मौत दर्ज की गई है. जिसमें 2016-2017 में 152 शेरों की प्राकृतिक मौत हुई जिसमें 2016 में 92 जबकि 2017 में 60 शेर की मौत हुई है. वहीं 32 शेरों की अप्राकृतिक मौत हुई जिनमें से 12 की मौत वर्ष 2016 में और 2017 में 20 शेरों की मौत हुई है. अप्राकृतिक मौत में कई बार शेर खुले कुए में गिर जाने, गिर के बीचोबीच से गुजरने वाले रेलवे ट्रेक पर ट्रेन से कट कर मौत हो जाती है. जिस पर मंत्री ने कहा कि गुजरात में शेरों की होने वाली अप्राकृतिक मौत को लेकर सरकार ने गिर के आसपास के इलाके में खुले कुएं पर दीवार बनाना, रेलवे ट्रेक के आसपास फेन्सिंग करना साथ ही शेर की मूवमेंट को मॉनिटर करने के लिए वनप्राणी मित्र को भी अपॉइंट किया है, जो स्वैच्छिक शेर की रक्षा करने का काम करते हैं.
वीडियो: ड्रीम गर्ल की दमदार ओपनिंग, आयुष्मान-एकता ने ऐसे मनाया जश्न
आयुष्मान खुराना की फिल्म ड्रीम गर्ल रिलीज हो चुकी है. फिल्म का इंतजार फैंस को बेसब्री से था. डायरेक्टर राज शांडिलय की बनाई इस फिल्म को दर्शकों से बढ़िया रिस्पांस मिल रहा है. इस कॉमेडी फिल्म ने अपनी रिलीज के पहले दिन 10.05 करोड़ रुपये की कमाई की है. इस खुशी में फिल्म की प्रोड्यूसर एकता कपूर ने आयुष्मान खुराना संग एक मजेदार वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में एकता कपूर, आयुष्मान के किरदार पूजा से फोन पर बात कर रही हैं और उन्हें डबल डिजिट्स देने के लिए शुक्रिया कर रही हैं. एकता ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'पूजी ने एकू को डबल दिया. ये पोस्ट इस आदमी की तारीफ में है, जिसका आज जन्मदिन है. तुम्हारी चॉइस, तुम्हारी अच्छाई, तुम्हारी गहराई तुम्हें एक बढ़िया इंसान बनाती है. तुम्हारी सफलता इसका फल है. डबल डिजिट्स के लिए शुक्रिया. एक खराब महीना गुजारने के बाद मुझे इसकी जरूरत थी. आयुष्मान भव जय माता दी.' View this post on Instagram Poojieee ne ‘eku ‘ ko double diya( ok I hammmm n I don’t know how to act AT ALL) but this is an appreciation post for this man whose bday it is today! Ur choices ur humility ur warmth n depth make u d Man U r ! N ur success is d biproduct! Pls stick with ur gut n convictions n Thanku for a ‘ double digit’ opening ! After a shitty month I needed this ! AYUSHMAAAN BHAVAAAH JAI MATA DI A post shared by Erk❤️rek (@ektaravikapoor) on Sep 13, 2019 at 8:59pm PDT बता दें कि फिल्म ड्रीम गर्ल में आयुष्मान संग नुशरत भरूचा, विजय राज, अनु कपूर और मनजोत सिंह हैं. ये कॉमेडी फिल्म एक लड़के के बारे में है, जो कॉल सेंटर में काम करता है और लड़की की आवाज में मर्दों से बात करता है. फिल्म को फैंस और क्रिटिक्स से अच्छे रिव्यू मिले हैं.
3 बार टीम इंडिया कर चुकी है यह कारनामा, विराट दूसरी बार कर सकते हैं ऐसा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट हारने का बाद भारतीय टीम मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में 0-1 से पीछे है. बंगलुरू में 4 मार्च से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में एक और जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी बढ़त को और मजबूत करना चाहेगी, वहीं विराट ब्रिगेड के पास सीरीज में वापसी करने का दबाव होगा. भारतीय टीम 85 साल के अपने टेस्ट इतिहास में सीरीज का पहला टेस्ट हारने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए अब तक तीन बार सीरीज पर कब्जा जमा चुकी है. जबकि विराट कोहली के सामने एक बार फिर दो साल बाद वह कारनामा दोहराने का मौका है. जानिए कब-कब हुआ ऐसा- 45 साल पहले वाडेकर की कप्तानी में की थी वापसी 1972-73 में इंग्लैंड के खिलाफ अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहला टेस्ट गंवाने के बाद सीरीज 2-1 से जीती. दिल्ली के फिरोज शाह कोटला (20-25 दिसंबर 1972) पर खेले गए उस टेस्ट मैच में तेज गेंदबाज ज्योफ आरनॉल्ड की घातक गेंदबाजी ( 6+3 विकेट) से भारतीय बल्लेबाजी चरमरा गई थी. जिससे इंग्लैंड ने वह टेस्ट मैच 6 विकेट से जीत लिया. -लेकिन कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच को भारत ने 28 रन से जीत लिया और सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली. उस मैच में इंग्लैंड के टोनी ग्रेग का ऑलराउंड प्रदर्शन भगवत चंद्रशेखर ( कुल 9 विकेट) और बिशन सिंह बेदी ( कुल 7 विकेट) की फिरकी के आगे फीका रहा. -तत्कालीन मद्रास (चेन्नई) में खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट में एक बार फिर भारतीय स्पिन का दबदबा रहा.  भारत ने यह टेस्ट 4 विकेट से जीत लिया. चंद्रशेखर ने कुल 7, बेदी ने 6 और प्रसन्ना ने 6 विकेट चटकाए. भारत ने वह टेस्ट मैच जीत कर सीरीज में 2-1 से अपराजेय बढ़त ले ली. -पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के अगले दो टेस्ट कानपुर और मुंबई में खेले गए, जो ड्रॉ रहे और भारत ने टोनी लुईस की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम को पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज में 2-1 से मात दी. 2001 में मुंबई टेस्ट हार कर कंगारुओं से जीती सीरीज 2001 में भारत दौरे पर 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम उस समय अपने चरम पर थी. लगातार 15 टेस्ट जीत कर आए कंगारुओं ने मुंबई में भारत को 10 विकेट से रौंद कर 16वां टेस्ट जीता था. लेकिन कोलकाता के ईडन गॉर्डन्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत की टीम ने जबरदस्त खेल दिखाया और फॉलोऑन के बावजूद कंगारुओं को 171 रनों से धूल चटा दी. फॉलोऑन पारी के दौरान राहुल द्रविड और वीवीएस लक्ष्मण का ऐतिहासिक प्रदर्शन रहा. द्रविड़ ने 180 और लक्ष्मण ने 281 रन बनाए. इन दोनों के बीच 376 रनों की साझेदारी हुई. यह टेस्ट मैच टर्बनेटर हरभजन सिंह की हैट्रिक के लिए भी याद रखा जाएगा. -सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने चेन्नई में तीसरा टेस्ट 2 विकेट से जीत लिया . एक बार फिर हरभजन सिंह ने अपनी फिरकी की बदौलत चमत्कारी प्रदर्शन करते हुए उस टेस्ट में कुल 15 विकेट निकाले. मैथ्यू हेडन के दोहरे शतक के सहारे ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 391 का स्कोर खड़ा किया था, लेकिन भारत ने करारा जवाब देते हुए अपनी पहली पारी में 501 रन बना डाले. सचिन तेंदुलकर ने 126 रनों की शतकीय पारी खेली. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 264 रन पर ढेर हो गयी और भारत ने दूसरी पारी में 8 विकेट पर 155 रन बना यह टेस्ट और सीरीज 2-1 से जीत ली. 2015 में श्रीलंका से गॉल टेस्ट हार कर सारीज पर किया कब्जा -2015 में विराट कोहली की कप्तानी में श्रीलंका के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से जीत लिया. सीरीज का पहला टेस्ट मैच श्रीलंका ने 63 रन से जीता. आर. अश्विन ने 6 विकेट लेकर श्रीलंका की पाहली पारी 183 रनों पर रोक दी थी. जबाव में भारत ने अपनी पहली पारी में शिखर धवन और विराट कोहली की शतकीय पारियों की मदद से 375 रन बनाए. दूसरी पारी में श्रीलंका 367 रन बनाए और 176 रनों के मामूली टारगेट के सामने भारतीय टीम 112 रन पर ढेर हो गई. इसके लिए जिम्मेवार थे रंगना हेराथ, जिन्होंने अपने स्पिन से 7 विकेट झटक लिए. -इसके बाद भारत ने दूसरे टेस्ट में जोरदार वापसी की और कोलंबो में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच 278 रनों से जीत लिया और सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली. लोकेश राहुल के शतक से भारत ने पहली पारी में 393 रन बनाए. श्रीलंका ने अपनी पहली पारी में 306 रन बनाए, जिससे भारत को 87 रनों बेशकीमती बढ़त मिल गयी. दूसरी पारी में अजिंक्य रहाणे की 126 रनों की पारी की बदौलत भारत ने 325 रन बनाए. 413 रनों के लक्ष्य के आगे श्रीलंका की दूसरी पारी 134 रनों पर सिमट गई. -सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच भी भारत ने 117 रनों से जीत लिया. इस टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा ने 145 रनों की पारी के सहारे भारत ने अपनी पहली पारी में 312 रन बनाए. श्रीलंका की पहली पारी 201 रनों पर सिमट गई. ईशांत शर्मा ने 5 विकेट निकाले. दूसरी पारी में निचले क्रम की बल्लेबाजी के सहारे भारत ने 274 रन बनाए. जिससे श्रीलंका को 386 रनो का टारगेट मिला . लेकिन मेजबान टीम 268 रन पर ढेर हो गई और भारत ने 117 रन से यह टेस्ट जीत कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया. साथ ही वहां 22 साल बाद भारत ने कोई टेस्ट सीरीज जीती.
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर कि तुम...
इस बात से तो हम और आप इनकार ही नहीं कर सकते हैं कि आज से कुछ साल पहले तक प्यार के इजहार का जो तरीका हुआ करता था, उसमें अब काफी बदलाव आ चुका है. पहले के प्यार में आज की तुलना में कहीं अधिक मासूमियत हुआ करती थी. उदाहरण के तौर पर उस समय की फिल्मों को देख लीजिए. उस वक्त की फिल्मों को देखकर और आज की फिल्मों में प्यार के इजहार करने के तरीके को देखकर अंतर साफ नजर आता है. बीते समय में जहां प्यार के इजहार लिए लोग प्रेम पत्र लिखा करते थे वहीं आज वाट्सऐप और चैट जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. उस दौर में प्रेम पत्र लिखना और फिर उसे सहेली के हाथ भिजवाना, प्यार के इजहार का यही एक तरीका था. प्रेम पत्र लिखना थोड़ी धीमी प्रकिया तो जरूर थी लेकिन आज के किसी भी विकल्प से कहीं अधिक कारगर थी. प्रेम पत्र लिखकर आप वाकई अपने प्रिय को ये समझा सकते हैं कि आपके दिल में क्या चल रहा है. यह मानी हुई बात है कि किसी से जोर-जोर से चिल्लाकर प्यार का इजहार करने से बेहतर है कि आप प्रेम भरे शब्दों की मदद लें और खत लिखें. आज के युवाओं के मन में अक्सर ये सवाल उमड़ते-घुमड़ते रहते हैं कि जिन बातों को हम कहकर बता सकते हैं, उन्हें लिखकर समझाने की क्या जरूरत. पर आप जानते हैं लिखने के दौरान आपका दिमाग नहीं, आपका दिल आपको कमांड देता है और जब बात दिल से निकलेगी तो दिल तक पहुंचेगी ही. विशेषज्ञों की मानें तो प्रेम पत्र लिखना दरअसल प्यार के इजहार का सबसे बेहतरीन तरीका है. अगर आपको भी किसी से प्यार का इजहार करना है और आपको ये नहीं समझ आ रहा कि कैसे प्यार का इजहार करें, तो प्रेम पत्र लिखने से बेहतर शायद ही कुछ हो. अगर आपके मन में अब भी कुछ शंकाएं हैं तो ये बातें आपकी उलझन को दूर करने में मददगार साबित हो सकती हैं: 1. भावनाओं को लिखकर ही सबसे बेहतर तरीके से पेश किया जा सकता है विशेषज्ञ मानते हैं कि किसी से बोलकर प्यार का इजहार करने के दौरान हम कहना तो बहुत कुछ चाहते हैं पर भूल जाते हैं. लेकिन लिखने के दौरान हम अपनी सारी भावनाओं को पूरी तरह से व्यक्त कर सकते हैं. वो भी मीठे शब्दों के साथ. 2. प्यार जताने का सहज तरीका प्यार में जितनी सादगी हो, वह उतना ही खूबसूरत हो जाता है. किसी के प्रेम पत्र का इंतजार करना, उसकी खुशबू को महसूस करना, ये सबकुछ जितना सादा है और उतना ही कारगर भी. 3. शब्द कभी मरते नहीं प्रेम पत्र एक ऐसी चीज हैं जिन्हें आप सालों-साल सहेजकर रख सकते हैं. ये आपके प्यार को हमेशा नया बनाए रखते हैं. आप समय-समय पर उन खतों को निकालकर, प्यार की उस पहली पहल को याद कर सकते हैं.
शाबाश! IIT कानपुर के तीन छात्रों ने फोर्ब्स टॉप 30 में बनाई जगह
IIT कानपुर के तीन पूर्व छात्रों को फोर्ब्स की टॉप 30 अंडर 30, 2017 की सूची में जगह मिली है. लखनऊ के रहने वाले फरीद अहसान, गोरखपुर के भानू प्रताप सिंह और गाजियाबाद के अंकुश सचदेव को सोशल नेटवर्किंग ऐप 'शेयरचैट' विकसित करने के लिए इस सूची में शामिल किया गया है. IIT कानपुर के छात्र को माइक्रोसाॅफ्ट ने दिया 1.5 करोड़ का ऑफर फोर्ब्स की फरवरी एडिशन मैगजीन में यह सूची जारी की गई. फरीद, भानू और अंकुश द्वारा विकसित 'शेयरचैट' ऐप दरअसल, खासतौर से ऐसे लोगों के लिए बनाया गया है, जो हिन्दी भाषी हैं या जिन्हें अंग्रेजी नहीं आती. यह ऐप उनके लिए अंग्रेजी को आसान बनाने का काम करेगा. फोर्ब्स मैगजीन की इस सूची में ऐसे युवाओं, लीडर्स और उनकी कंपनियों को शामिल किया गया है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में गेमचेंजर के तौर पर उभरे हैं. आईआईटी कानपुर के इन तीन छात्रों को फोर्ब्स की टॉप 30 अंडर 30 की सोशल मीडिया, मोबाइल टेक और कम्युनिकेशन कैटगरी में रखा गया है. फोर्ब्स सूची में नाम शामिल किए जाने पर फरीद ने कहा कि फोर्ब्स की सूची में जगह पाकर हमें बहुत अच्छा लग रहा है. शेयरचैट की उपयोगिता को पहचान मिल रही है. कानपुर IIT ने गंगा किनारे बसे 5 गांवों को लिया गोद बता दें कि स्नातक करने के बाद इन तीन छात्रों ने उच्च सैलरी पैकेज वाली नौकरियों के ऑफर को रिजेक्ट कर दिया था और अपने सपनों को पूरा करने के लिए इंटरप्रन्योशिप का रास्ता चुना. हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार भानू ने कहा कि तकनीक के प्रति हमारे प्यार ने हमें इंटरनेट से जुड़े प्रोडक्ट्स बनाने के लिए प्रेरित किया. कई विफलताओं और कई बार ठुकराए जाने के बाद अब जाकर 'शेयरचैट' के रूप में सफलता हमारे पास आई है. 'शेयरचैट' यूजर्स की संख्या हर महीने लगभग 30 फीसदी के लिहाज से बढ़ रही है. आईआईटी कानपुर के छात्र ने नस काट कर आत्महत्या की कोशिश की गौरतलब है कि शेयरचैट को साल 2015 में लॉन्च किया गया था. यह अपनी तरह का पहला सोशल नेटवर्किंग एप्ल‍िकेशन है, जिसे क्षेत्रिय भाषाई उपभोक्ताओं के लिए विकसित किया गया है. यह देश की 8 भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें हिन्दी, मराठी, मलयालम, तेलुगु, गुजराती, पंजाबी, तमिल और बंगाली भाषा शामिल हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में शुरू होंगे दो एमबीए कोर्स
अगर आप एमबीए कोर्स करना चाहते है तो आपके लिए खुशखबरी है. जी हां, दिल्ली यूनिवर्सिटी में एमबीए के दो नए कोर्स शुरू होने वाले है. दिल्ली में अभी फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट ही एमबीए कोर्स कराता है लेकिन अब कॉमर्स डिपार्टमेंट व डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल स्टडीज को भी एमबीए कोर्स कराने की अनुमति मिल गई है. डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल स्टडीज पहले मास्टर ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस (MIB) और मास्टर ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड ऑर्गेनाइजेशनल डेवलपमेंट (MHROD) में मास्टर्स की डिग्री कराता था. इसे अब एमबीए में बदलने की मंजूरी दे दी गई है. यह पहला मौका होगा जब फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी भी एमबीए की डिग्री छात्रों को देगी. फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट में हर साल स्टूडेंट्स का चयन कैट की परीक्षा के आधार पर किया जाता है. मंजूरी के बाद MIB को एमबीए इन इंटरनेशनल बिजनेस, MHROD को एमबीए इन ह्यूमन रिसोर्स एंड ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट में बदल दिया जाएगा. इस कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया इसी साल से शुरू हो जाएगी.
राजनाथ बोले- चीन से रहना होगा सतर्क, समंदर में ताकत बढ़ाने की जरूरत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज (रविवार) विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना के आईएनएस शिवालिक और सबमरीन सिंधुकीर्ति (INS Shivalik and Submarine Sindhukirti) का दौरा किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना समुद्री चुनौतियों पर नजर बनाए हुए है और देश की रक्षा कर रही है. रक्षा मंत्री ने पूर्वी नौसेना कमान (ईस्टर्न नेवल कमांड हेडक्वार्टर) में कहा, मेरा मानना है कि भारतीय नौसेना हमारी 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' में सबसे महत्वपूर्ण है. हमारा पड़ोसी देश चीन हमेशा गतिविधियां करता है, मुझे लगता है कि हमें समुद्री क्षेत्र में अपनी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. मुझे यकीन है कि भारतीय नौसेना मजबूत होती रहेगी. Defence Min at Eastern Naval Command HQ,Vizag: I believe Indian Navy is working as most imp.component in our 'Act East Policy'. Our neighbour China always does activities.I think we need to increase our awareness in maritime domain.I believe Indian Navy will keep getting stronger pic.twitter.com/nB5wxkhPpW — ANI (@ANI) June 30, 2019 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना की परियोजनाओं की भी समीक्षा की और नौसेना कर्मियों के साथ बातचीत की. राजनाथ सिंह ने नौसैनिकों को निर्देश दिया कि वह नौसेना की परियोजनाओं में तेजी लाने में सहयोग करें. Raksha Mantri Shri @rajnathsingh also highlighted @indiannavy ’s significant role in implementing India’s Act East Policy. RM was also briefed about the Long Range Maritime Reconnaissance aircraft P8I prior to his departure to New Delhi. pic.twitter.com/AQn3SvJ1B3 — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) June 30, 2019 Visited the indigenously conceived, designed & constructed frontline stealth frigate INS Shivalik and Indian Naval Submarine Sindhukirti at Visakhapatnam today. Indian Navy is maintaining constant vigil against maritime threats and safeguarding our Nation’s maritime interests. pic.twitter.com/vpirAXL0oD — Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 30, 2019 बता दें कि राजनाथ सिंह शनिवार को दो पूर्वी नौसेना कमान (ईस्टर्न नेवल कमांड) की दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को विशाखापट्टनम पहुंचे थे. For latest update on mobile SMS < news > to 52424 for Airtel, Vodafone and idea users. Premium charges apply!!
भारत को जूडो विश्व कप में पहला पदक
कल्पना देवी थोडम विश्व कप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय जूडो खिलाड़ी बन गई, जिसने उजबेकिस्तान के ताशकंद में संपन्न टूर्नामेंट में 52 किलो से कम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया. विश्व कप अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ का आधिकारिक टूर्नामेंट होने के साथ ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट भी है. इसमें 17 देशों के 100 से अधिक जूडो खिलाड़ियों ने भाग लिया. आईटीबीपी के साथ कार्यरत मणिपुर की कल्पना भोपाल के भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र पर एशियाई खेलों की तैयारी में जुटी है. उसने सिंगापुर में राष्ट्रमंडल जूडो चैम्पियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था.
तीसरा मोर्चा बनाएगा अगली सरकार: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि केंद्र में अगली सरकार तीसरा मोर्चा द्वारा बनाई जाएगी और इसमें समाजवादी पार्टी अहम भूमिका निभाएगी. गंगापार इलाके में रविवार को रैलियों को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि कई राज्यों में छोटे दल चुनाव मैदान में हैं. ये सभी दल चुनाव के बाद एकजुट होंगे और तीसरा मोर्चा मजबूत होगा और देश में अगली सरकार बनाएगा. पार्टी सदस्यों को कड़ी मेहनत करने का निर्देश देते हुए अखिलेश ने कहा, 'हमें यथासंभव अधिकाधिक सीटों पर हमारी जीत सुनिश्चित करनी होगी ताकि अगली सरकार के गठन में हम अहम भूमिका निभा सकें.' उन्होंने कहा देश का सबसे बड़ा राज्य होने के नाते यूपी को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे को कांग्रेस के समर्थन की संभावना से इंकार किया था. विकास के गुजरात मॉडल को खारिज करते हुए अखिलेश मोदी पर बरसे और कहा कि राज्य में उनकी दो साल पुरानी सरकार का कामकाज कहीं ज्यादा बेहतर है.
टेलर ने कहा- कुलदीप और चहल के खिलाफ शॉट्स खेलकर जीते मैच
न्यूजीलैंड टीम के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज रॉस टेलर ने खुशी जताई कि टॉम लाथम ने स्वीप और रिवर्स स्वीप शाट्स खेलने की उनकी सलाह मानी जिससे टीम इंडिया के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की लय बिगड़ गई. स्पिनरों के खिलाफ इसी रणनीति के कारण टेलर और लाथम टारगेट तक पहुंच पाए. मुंबई में खेले गए पहले वनडे मैच में रॉस टेलर ने 95 रन बनाए और टॉम लाथम के साथ 200 रनों की साझेदारी की जिसकी मदद से न्यूजीलैंड ने 281 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया को 6 विकेट से हरा दिया. कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने मिलकर 20 ओवर डाले और 125 रन दे दिए जबकि उनको एक ही विकेट मिला. रॉस टेलर ने कहा, ‘स्वीप शाट्स से हम स्पिनरों पर दबाव बनाने में कामयाब रहे. लाथम ने बढ़िया बल्लेबाजी की. मैने उसे रिवर्स स्वीप खेलने को कहा और उसने वही किया.’ टेलर ने कहा कि धूप और उमस में साढे तीन घंटे फील्डिंग करने के बाद उन्हें अच्छी शुरूआत की जरूरत थी जो मार्टिन गप्टिल और कोलिन मुनरो ने दी. टेलर ने कहा, ‘हमने साढे तीन घंटे फील्डिंग की जिसके बाद हमें पता था कि अच्छी शुरूआत जरूरी है.’ आम तौर पर न्यूजीलैंड टीम शुरूआत से ही यहां जूझती नजर आती है. हम स्ट्राइक रोटेट करने में कामयाब रहे. इसका श्रेय गप्टिल और मुनरो को जाता है. उन्होंने अच्छी नींव रखी और हम स्ट्राइक रोटेट कर सके.’ भारत दौरे के पिछले अनुभवों और आईपीएल में खेलने का भी उन्हें फायदा मिला. टेलर ने कहा, ‘मैं यहां कई बार आया हूं. चाहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए या आईपीएल के लिए. मैं अब पहले की तरह युवा नहीं हूं लिहाजा खास प्रयास की जरूरत थी. मैने वही किया. हमने अभ्यास मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन किया था और वानखेड़े पर उस लय को कायम रखना अच्छा रहा.’
गुरुवार को मार्केट का शुरुआती हालः सेंसेक्स 86 अंक टूटा, रुपया भी हुआ कमजोर
वैश्विक बाजार में कमजोर रुख के बीच कोषों और निवेशकों की ओर से बिकवाली बढ़ाये जाने के कारण बंबई शेयर बाजार का सूचकांक गुरुवार के शुरुआती कारोबार में 86 अंक कमजोर हो गया. उधर डॉलर के मुकाबले रुपया 41 पैसे नीचे खुला. बंबई शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 में पिछले तीन कारोबारी सत्रों के दौरान 58.25 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गयी थी, जो शुरुआती कारोबार में 86.44 अंक यानी 0.39 फीसद की गिरावट के साथ 21,746.42 अंक पर आ गया.इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी शुरुआती कारोबार में 26.15 अंक यानी 0.40 फीसद की गिरावट के साथ 6,497.90 अंक पर आ गया. रुपया भी हुआ कमजोर उधर गुरुवार के शुरुआती कारोबार में डॉलर की तुलना में रुपया 41 पैसे कमजोर हो गया है. घरेलू शेयर बाजार में कमजोर रुख के बीच बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने के कारण अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में  डॉलर की कीमत 61.36 रुपए हो गई है. हालांकि फॉरेक्स बाजार में बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे के सुधार के साथ 60.95 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जो गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 41 पैसे की गिरावट के साथ 61.36 रुपया प्रति डॉलर पर आ गया.
यशवंत को जेटली का जवाब- अर्थव्यवस्था सही दिशा में,नोटबंदी-GST फ्यूचर के लिए Best
आर्थिक नीति पर सवाल उठाने वाले पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया है. जेटली ने सिन्हा को 80 साल की उम्र में नौकरी चाहने वाला करार देते हुए कहा कि वह वित्त मंत्री के रूप में अपने रिकॉर्ड को भूल गए हैं. इस मामले में सिन्हा के बेटे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा भी कूद पड़े और सरकार की आर्थिक नीतियों का जोरदार बचाव किया. एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में जेटली ने कहा कि सिन्हा नीतियों की बजाय व्यक्तियों पर टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यशवंत सिन्हा वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पीछे-पीछे चल रहे हैं. वह भूल चुके हैं कि कैसे कभी दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कड़वे बोल का इस्तेमाल करते थे. हालांकि, जेटली ने सीधे-सीधे सिन्हा का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि उनके पास पूर्व वित्त मंत्री होने का सौभाग्य नहीं है, न ही उनके पास ऐसा पूर्व वित्त मंत्री होने का सौभाग्य है जो आज स्तंभकार बन चुका है, इसमें जेटली का पहला उल्लेख सिन्हा के लिए और दूसरा चिदंबरम के लिए था. उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री होने पर मैं आसानी से यूपीए दो में नीतिगत शिथिलता को भूल जाता. मैं आसानी से 1998 से 2002 के एनपीए को भूल जाता. उस समय सिन्हा वित्त मंत्री थे. मैं आसानी से 1991 में बचे चार अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार को भूल जाता. मैं पाला बदलकर इसकी व्याख्या बदल देता. जेटली ने सिन्हा पर तंज कसते हुए कहा कि वह इस तरह की टिप्पणियों के जरिये नौकरी ढूंढ रहे हैं. सिर्फ पीछे-पीछे चलने से तथ्य नहीं बदल जाएंगे. यशवंत ने किया है सबसे बड़ा वार इससे पहले, अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला करके राजनैतिक तूफान खड़ा कर चुके सिन्हा ने कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत पर चर्चा के लिये उन्होंने पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय मांगा था लेकिन उन्हें समय नहीं मिला. यशवंत सिन्हा का सरकार पर वार- गिरती GDP के बीच नोटबंदी आग में तेल डालने की तरह यशवंत सिन्हा ने कहा, 'मैंने पाया कि मेरे लिए दरवाजे बंद थे. इसलिए, मेरे पास मीडिया में बोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. मुझे विश्वास है कि मेरे पास प्रधानमंत्री को देने के लिए उपयुक्त सुझाव हैं. सिन्हा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम जैसे लोग जिन्हें वित्तीय मामलों पर विशेषज्ञ माना जाता है अगर बोलें तो उस समय की सरकार को उसे सुनना चाहिए. उन्होंने उन लोगों की राय को ‘राजनैतिक शब्दाडंबर’ के तौर पर खारिज किये जाने के खिलाफ सलाह दी. भाजपा नेता ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार का नाम लिए बिना कहा कि केंद्रीय परियोजनाओं के लचर कार्यान्वयन के लिए उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि एनडीए पिछले 40 महीने से सत्ता में है. केंद्र की आर्थिक नीतियों पर सिन्हा के करारे हमले का उनके पुत्र और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने भी एक अग्रणी अंग्रेजी अखबार में लेख के जरिये जवाब दिया. मोदी के 'सुपरमैन' जेटली पर 'अटल के वित्त मंत्री' का अटैक, इन 10 मुद्दों पर घेरा जयंत सिन्हा ने अपने पिता के लेख का वस्तुत: उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने चुनौतियों पर कई लेख लिखे जा चुके हैं. उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्यवश ये लेख कुछ सीमित तथ्यों से व्यापक निष्कर्षों को रेखांकित करते है.' उन्होंने कहा, 'एक या दो तिमाही के नतीजों से अर्थव्यवस्था का आकलन करना ठीक नहीं है और चल रहे संरचनात्मक सुधारों के लम्बे समय तक के प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिए यह आंकड़े अपर्याप्त है.' जयंत ने कहा कि ये संरचनात्मक सुधार केवल वांछनीय नहीं है बल्कि इनकी जरूरत एक 'न्यू इंडिया' के निर्माण और बेहतर नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए है. उन्होंने कहा, 'नयी अर्थव्यवस्था अधिक पारदर्शी, वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी और इनोवेशन आधारित होगी तथा नयी अर्थव्यवस्था और भी अधिक न्यायोचित होगी जिससे सभी भारतीयों को बेहतर जीवन मिलेगा'. जयंत ने दावा किया कि वर्ष 2014 से मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए संरचनात्मक सुधारों से सुधारों का तीसरा चरण शुरू हुआ. इससे पहले वर्ष 1991 में और दूसरा चरण 1999-2004 राजग सरकार में हुआ था. उन्होंने कहा, 'हम मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण कर रहे है जिससे 'न्यू इंडिया' के लिए लम्बी अवधि के लिए फायदा होगा और रोजगार के अवसरों का सृजन होगा. शत्रु ने भी किया है हमला इस बीच, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के समर्थन में उनकी पार्टी के एक अन्य नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी उतर आए. उन्होंने कहा कि यशवंत सच्चे अर्थों में राजनेता हैं और उन्होंने सरकार को आईना दिखाया है. पूर्व वित्त मंत्री के विचारों को खारिज करने वाले, पार्टी के नेताओं पर शत्रुघ्न ने निशाना साधा और कहा कि ऐसा करना 'बचकाना' होगा क्योंकि उनके (सिन्हा के) विचार पूरी तरह से पार्टी और राष्ट्र के हित में है. कई ट्वीट कर सरकार पर कटाक्ष करते हुए शत्रुघ्न ने यशवन्त सिन्हा की टिप्पणियों को लेकर कही जा रही बातों के संदर्भ में दावा किया कि हम सब जानते हैं कि किस तरह की ताकतें उनके पीछे पड़ी हैं. उन्होंने नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में कहा था कि राष्ट्र किसी भी दल से बड़ा है और राष्ट्र हित सबसे पहले आता है. केंद्र की आर्थिक नीतियों पर सिन्हा के करारे हमले का उनके पुत्र और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने भी एक अग्रणी अंग्रेजी अखबार में लेख के जरिये जवाब दिया. नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने अपने पिता के लेख का वस्तुत: उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने चुनौतियों पर कई लेख लिखे जा चुके है. उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्यवश ये लेख कुछ संकीर्ण तथ्यों से व्यापक निष्कर्षों को रेखांकित करते है. उन्होंने कहा कि एक या दो तिमाही के नतीजों से अर्थव्यवस्था का आकलन करना ठीक नहीं है और चल रहे संरचनात्मक सुधारों के लम्बे समय तक के प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिए यह आकड़े अपर्याप्त है.' जयंत ने कहा कि ये संरचनात्मक सुधार केवल वांछनीय नहीं है बल्कि इनकी जरूरत एक 'न्यू इंडिया' के निर्माण और बेहतर नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए है।
त्रिवेंद्र रावत ने ली उत्तराखंड CM पद की शपथ, सतपाल महाराज समेत 9 मंत्री शामिल
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. शनिवार को देहरादून के परेड ग्राउंड में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में त्रिवेंद्र रावत ने शपथ ली. सतपाल महाराज ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. सतपाल महाराज के बाद प्रकाश पंत, हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, यशपाल आर्य, अरविंद पांडेय, सुबोध उनियाल ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. रेखा आर्य और धन सिंह रावत ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली. RSS के स्वयंसेवक से लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तक का सफर तय करने वाले रावत के बारे में कुछ ख़ास बातें..... भावुक हुए त्रिवेंद्र रावत शपथ लेने से पहले आज तक के साथ खास बातचीत में त्रिवेंद्र सिंह रावत भावुक हो गये. उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता स्वच्छ और पारदर्शी सरकार देना है. राज्य को विकास के शिखर की ओर ले जाना है, राज्य जिस हालत में है उससे राज्य को उभारना है. रावत बोले कि भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया है, यह बोलते हुए त्रिवेंद्र भावुक हो गये. कभी गुस्सा नहीं आता त्रिवेंद्र रावत की पत्नी सुनीता रावत ने कहा कि उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ हर जिम्मेदारी को निभाया है, वह आठ भाईयों में से सबसे छोटे हैं, उन्हें पूरे परिवार को सहयोग मिला है. सुनीता ने कहा कि त्रिवेंद्र साधारण खाना खाते हैं, बड़े धैर्यवान हैं उन्हें कभी गुस्सा नहीं आता है. वह हमेशा राज्य के हित में काम करेंगे. सेना से खासा लगाव त्रिवेंद्र सिंह रावत पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लाक के खैरासैण गांव के रहने वाले हैं. यहां साल 1960 में प्रताप सिंह रावत और भोदा देवी के घर त्रिवेन्द्र सिंह का जन्म हुआ. त्रिवेंद्र रावत के पिता प्रताप सिंह रावत सेना की रुड़की कोर में सेवा दे चुके हैं. रावत का सेना से खासा लगाव है. उन्होंने कई शहीद सैनिकों की बेटियों को गोद ले रखा है. वह सेना और भूतपूर्व सैनिकों से जुड़े कार्यक्रम में जाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे त्रिवेंन्द्र रावत की पत्नी सुनीता स्कूल टीचर हैं और उनकी दो बेटियां हैं. त्रिवेंद्र सिंह नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. रावत की शुरुआती पढ़ाई खैरासैण में ही हुई. त्रिवेन्द्र ने कक्षा 10 की पढ़ाई पौड़ी जिले के सतपुली इंटर कॉलेज और 12वीं की पढ़ाई एकेश्वर इंटर कॉलेज से हासिल की. शुरू से ही शांत स्वभाव वाले त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लैंसडाउन के जयहरीखाल डिग्री कॉलेज से स्नातक और गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से स्नातकोत्तर की डिग्री की. श्रीनगर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में एमए करने के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत 1984 में देहरादून चले गए. यहां भी उन्हें RSS में अहम पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई. 2002 में पहली बार बने विधायक देहरादून में संघ प्रचारक की भूमिका निभाने के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत को मेरठ का जिला प्रचारक बनाया गया. जहां उनके काम से संघ इतना प्रभावित हुआ कि इन्हें उत्तराखंड बनने के बाद 2002 में भाजपा के टिकट पर कांग्रेस के विरेंद्र मोहन उनियाल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया गया. 2002 में रावत ने डोईवाला से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2007 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से भाजपा ने रावत पर भरोसा जताया और वह राज्य विधानसभा पहुंचने में सफल हुए. उथल-पुथल भरा रहा राजनीतिक सफर रावत साल 2012 में अपनी परंपरागत सीट डोईवाला छोड़कर रायपुर से चुनाव लड़े, लेकिन यहां उन्हें कांग्रेस के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा. इसके बाद हरिद्वार से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जब रमेश पोखरियाल निशंक ने डोईवाला सीट छोड़ी, तो त्रिवेन्द्र सिंह रावत फिर से इस विधानसभा सीट से कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट के खिलाफ उपचुनाव में मैदान में उतरे, लेकिन फिर से उन्हें इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा. 2017 के विधानसभा चुनाव में त्रिवेन्द्र सिंह रावत एक बार फिर से डोईवाला विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरे और इस बार उन्होंने कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को करारी हार दी. मोदी और शाह के करीबी रावत संघ के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. मोदी एवं शाह के नजदीकी होने और संघ के भरोसेमंद स्वयंसेवक होने के कारण त्रिवेंद्र रावत आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं. पार्टी संगठन को हमेशा से त्रिवेन्द्र सिंह रावत की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा रहा. लिहाजा उनको पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया. साथ ही झारखंड़ जैसे राज्य का प्रभारी और लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के सहप्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया.
चीन में सत्ता परिवर्तन की तैयारी शुरू
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का 18वां राष्ट्रीय अधिवेशन गुरुवार, आठ नवम्बर को शुरू होने जा रहा है, जिसमें देश के नए नेतृत्व का औपचारिक चयन होगा. बेशक नए नेतृत्व को अतीत की एक बड़ी समृद्ध विरासत मिलेगी, लेकिन इसके साथ ही उसके सामने अभूतपूर्व चुनौतियां भी होंगी. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा है कि खासतौर से पिछले दशक की चीन की उपलब्धियां बहुत मूल्यवान हैं. इस बात को यहां तक कि कुछ पश्चिमी मीडिया ने भी स्वीकार किया है. सिन्हुआ द्वारा जारी 'चाइनाज फ्यूचर लीडरशिप टू इनहेरिट फार्चून, बर्डन' शीर्षक वाले लेख में कहा गया है कि सीपीसी ने दुनिया के सर्वाधिक आबादी वाले देश में कुशल प्रबंधन को अपनाया और चीन को वैश्विक मामलों के केंद्रीय मंच पर ला खड़ा किया. पिछले दशक में चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, दुनिया का सबसे बड़ा विनिर्माता और निर्यातक तथा दुनिया में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश बन गया. देश में बढ़ रहा मध्य वर्ग और गरीबी में जीने वालों की संख्या में बेतहाशा कमी, ये सभी बातें सीपीसी की शासन क्षमता की गवाह हैं और यह शासन क्षमता भविष्य में भी विकास के अवसर तैयार करेगी. यद्यपि औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, सूचना क्रांति और कृषि आधुनिकीकरण के मामले में चीन की क्षमता का दोहन होना अभी बाकी है, जैसा कि प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने सितम्बर में समर दाओस फोरम में कहा था. सीपीसी की केंद्रीय समिति के पार्टी स्कूल में वैज्ञानिक समाजवाद के शिक्षण एवं अनुसंधान विभाग में प्रोफेसर, किन गांग ने कहा है कि वैश्विक विकास के साथ बढ़ रहे जुड़ाव के कारण चीन अपनी वृद्धि हासिल करने के लिए बाजारों और संसाधनों का पूर्ण दोहन करने में सक्षम हुआ है, आंतरिक और बाहरी दोनों रूपों में. उन्होंने कहा कि सर्वागीण क्षमता में सुधार के अलावा चीन ने एक और महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी अवसर प्रदर्शित किया है. वह यह कि इसके पास खुद से निर्मित ऐसा सम्पूर्ण तंत्र है, जिसके जरिए चुनौतियों का सामना किया जा सकता है.
योगी के मंत्री ने कहा- राम मंदिर निर्माण की देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह ने विवादित बयान दिया हैं.  धर्मपाल ने राम मंदिर निर्माण में हो रही देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट को जिम्मेदार ठहराया है. प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल ने शाहजहांपुर में कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा. आप, हम, सभी लोग और जज भी जानते है कि अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है, पर सुप्रीम कोर्ट इस मामले में कोताही बरत रहा है. ये मेरी समझ में नही आता कि कोर्ट ऐसा कैसे कर सकता है?' बता दें कि धर्मपाल सिंह नहरों की सिल्ट सफाई की प्रगति का जायजा लेने शाहजहांपुर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि पिछला चुनाव नरेंद्र मोदी ने विकास के नाम पर लड़ा और उनका नारा था 'सबका साथ सबका विकास'. लेकिन जब हम राम का नाम लेते हैं तो आप लोग कहते हो राम के नाम पर वोट मांग रहे हो, और जब नाम न लो तो कहते हो राम को भूल गए. धर्मपाल सिंह ने कहा कि जो सब में रमण करता है वो राम हैं और अयोध्या में राम का भव्य मंदिर बनेगा. ओम प्रकाश राजभर की बयानबाजी को धर्मपाल सिंह ने गलत बताया. बता दें कि धर्मपाल सिंह योगी सरकार में बहुत अहमियत रखते हैं. वे गोरखपुर के प्रभारी मंत्री भी हैं. बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 25 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर जनाग्रह रैली का आयोजन करेगा. उसी दिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर जोर देने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में राम मंदिर बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है. इसी मुद्दे पर आरएसएस की ओर से 25 नवंबर को अयोध्या में जनाग्रह रैली के आयोजन को विश्व हिन्दू परिषद का भी समर्थन है. इनमें हजारों साधु-संतों के हिस्सा लेने की भी संभावना है.
पहली बार सलमान की फिल्म में कटरीना-प्रियंका शेयर करेंगी स्क्रीन!
प्रियंका चोपड़ा एक बार फिर सलमान खान की अगली फिल्म भारत से बॉलीवुड में कमबैक करने जा रही हैं. इससे पहले ये चर्चा थी कि प्रियंका ने इस फिल्म के लिए कोई फीस नहीं ली है. अब खबरें आ रही हैं कि फिल्म में प्रियंका के साथ कटरीना भी पहली बार स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी. 'भारत' के बाद प्रियंका को मिली एक और हिंदी फिल्म, शुरू की तैयारी डेकेन क्रॉनिकल की खबर के मुताबि‍क, प्रियंका और कटरीना भारत फिल्म में स्क्रीन स्पेस शेयर करने के लिए तैयार हैं. एक सूत्र के मुताबिक, इस फिल्म में कटरीना का किरदार क्या होगा फि‍लहाल इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन ये जरूर कहा जा रहा है कि ये रोल अहम होने वाला है. टाइगर बनकर लौटेंगे सलमान, कटरीना संग आएंगे नजर कटरीना के किरदार के बारे में बात करते हुए सूत्र ने कहा कि कटरीना कैफ भारत के डायरेक्टर अली अब्बास जफर के काफी करीबी दोस्त मानी जाती हैं. अली की पहली फिल्म 'मेरे ब्रदर की दुल्हनिया' में कटरीना ने लीड रोल अदा किया था. जबकि प्रियंका चोपड़ा, अली अब्बास की फिल्म गुंडे में लीड रोल में नजर आईं थीं. अली इन दोनों अदाकारा के काफी करीब हैं इसलिए अपनी फिल्म भारत में इन दोनों एक्ट्रेसेस को अहम किरदारों में फिट कर सकते हैं. बता दें कि सलमान खान की फिल्म भारत एक पीरियड फिल्म है और इसमें 70 साल के इतिहास की कहानी है जिसमें इतिहास के कई सारे पहलुओं को दर्शाया गया है. ये फिल्म के साल 2019 में ईद पर रिलीज हो सकती है.
रणदीप हुड्डा की फिल्म 'मैं और चार्ल्स' का मोशन पोस्टर रिलीज
कई दिनों से बनकर तैयार फिल्म 'मैं और चार्ल्स' इसी साल 30 अक्टूबर 2015 को रिलीज होगी. फिल्म में रणदीप हुड्डा, ऋचा चड्ढा, आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा अहम किरदार में हैं और फिल्म के डायरेक्टर प्रवाल रमन हैं. 'मैं और चार्ल्स' एक काल्पनिक थ्रिलर ड्रामा है और यह सत्य घटनाओं से प्रेरित होकर बनाया गया है. यह फिल्म आदरणीय भारतीय पुलिस अमोद कांत के द्वारा सीरियल किलर 'चार्ल्स शोभराज' के बारे में बताई हुई कहानी पर आधारित है. फिल्म के टाइटल 'मैं और चार्ल्स' में 'मैं' का मतलब अमोद कांत है और उनके द्वारा बताई गई कहानी को फिल्म के माध्यम से दर्शाया जाएगा. देखें मोशन पोस्टर...
स्पाइसजेट की नई छूट योजना 'वन स्टॉप सेल', बुकिंग 2,999 रुपये से शुरू
स्पाइसजेट ने गुरुवार को 'वन स्टॉप सेल' की घोषणा की. इस छूट योजना के तहत टिकट बुकिंग कम से कम 2,999 रुपये में की जा सकती है. स्पाइसजेट के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी कनेश्वरन अविली के मुताबिक, 'हमारी इस पेशकश से कस्टमर्स को बेहद आकर्षक दर पर कनेक्टिंग और वाया फ्लाइट के टिकट उपलब्ध होंगे.' कंपनी की यह नई छूट योजना पहले आ चुकी अन्य छूट योजनाओं की तरह ही है, जिनका उद्देश्य कम व्यस्त अवधि में बुकिंग बढ़ाना है. स्पाइसजेट की देखादेखी अन्य विमानन कंपनियां भी ग्राहकों के लिए अग्रिम बुकिंग पर छूट योजनाएं पेश कर सकती हैं. स्पाइसजेट के मुताबिक, यह योजना कनेक्टिंग और वाया फ्लाइट्स के लिए है. कंपनी के मुताबिक छूट योजना के तहत 19 फरवरी से 22 फरवरी 2015 के बीच बुकिंग की जा सकती है, जबकि इन टिकटों पर यात्रा 26 फरवरी से 15 अप्रैल 2015 के दौरान की जा सकती है.इनपुट IANS से
यूपी के मंत्री पर सवार हुआ केजरीवाल का 'भूत'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का असर यूपी के मंत्रियों पर भी दिखने लगा है. इसकी बानगी मेरठ में देखने को मिली. प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री शाहिद मंजूर बुधवार, 1 जनवरी, की सुबह करीब साढ़े 10 बजे अपनी गाड़ी और सुरक्षा काफिले के साथ कमिश्नरी चौराहे से गुजर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने सीओ ब्रह्मपुरी मनीष मिश्र को बुलाया. शाहिद ने काफिला छोड़ा और अपने एक कार्यकर्ता से बाइक लेकर सीओ को पीछे बैठा लिया. हैंडिल खुद थामा और निकल पड़े शहर की सड़कों पर. सबसे पहले शाहिद ने एसडीएम शिवकुमार को नववर्ष की बधाई देते हुए फूलों का गुलदस्ता भेंट कर भ्रष्टाचार के खात्मे की शपथ दिलाई. अपनी कार से जा रही संयुक्त निदेशक उद्योग आभा गुप्ता वहां रुकीं तो उन्हें भी मंत्री ने गुलदस्ता भेंट किया. वह बाइक से जिला सहकारी बैंक चौराहे पर पहुंचे. वहां एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी को फूल देते हुए वायदा कराया कि जाम से शहर के लोगों को मुक्ति दिलाएं. इसके बाद मंत्री ने शहर के प्रमुख चौराहों पर जाम की स्थिति जानी और पुलिस के अफसरों से भी जनता की सुरक्षा का वायदा लिया.
नेपाल में राजनीतिक गतिरोध से भारत चिंतित
भारत ने नेपाल शांति प्रक्रिया में गतिरोध पर चिंता जताई जबकि इस बीच देश के प्रमुख राजनीतिक दल मंत्रीमंडल विस्तार में लगे हैं. पार्टी सूत्रों ने कहा कि नेपाल में भारत के राजदूत राकेश सूद ने नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष गिरिजा प्रसाद कोईराला और सीपीएन यूएमएल नेता के पी शर्मा ओली से अलग-अलग मुलाकात की और नेपाल में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की.
कपिल शर्मा शो में भारती सिंह-कार्तिक आर्यन का पोल डांस, Video
इस वीकेंड कपिल शर्मा शो में फिल्म लुका छुपी के लीड एक्टर्स कार्तिक आर्यन और कृति सेनन ने धमाल मचाया. दोनों ने शो में जबरदस्त मस्ती कर दर्शकों को एंटरटेन किया. इस दौरान सबसे मजेदार नजारा तब था जब भारती सिंह और एक्टर कार्तिक आर्यन के बीच पोल डांस मूमेंट हुआ. ये पल प्राइसलेस था. कपिल के शो में करोड़पति क्विज गेम के दौरान कीकू शारदा और कृष्णा अभिषेक ने अपनी कॉमेडी से समा बांधा. इस बीच भारती और कार्तिक के बीच अच्छी केमिस्ट्री देखने को मिली. एक पोल लाया गया और कार्तिक-भारती ने साथ में पोल डांस किया. इस बीच भारती की मस्ती देखने लायक थी. शो काफी एंटरटेनिंग था. बता दें, कार्तिक और कृति की फिल्म लुका छुपी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है. कमाई के लिहाज से ये फिल्म कार्तिक के करियर की सबसे सफल फिल्म बनकर उभरी है. An "Audience Poll" unlike you've ever seen before! Watch this fun-filled moment between @TheAaryanKartik & @bharti_lalli on #TheKapilSharmaShow tomorrow at 9:30 PM @kritisanon @KapilSharmaK9 @kikusharda @haanjichandan @Krushna_KAS @sumona24 @RochelleMRao @trulyedward @banijayasia pic.twitter.com/c3vYIAgvN0 — Sony TV (@SonyTV) March 1, 2019 Few minutes to some #LukaChuppi on @SonyTV :) #TheKapilSharmaShow pic.twitter.com/zl6NzYzMEo — Kapil Sharma FC (@KapilFans) March 2, 2019 बता दें, कपिल शर्मा शो टीआरपी चार्ट में अच्छी रैंकिंग पर बना हुआ है. कॉमेडियन के कमबैक ने दर्शकों में जोश भर दिया है. इस बार शो को सलमान खान प्रोड्यूस कर रहे हैं. वहीं कपिल का शो नवजोत सिंह सिद्धू के विवादित बयान की वजह से चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, उन्होंने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान का समर्थन किया था. जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हुई. Dosto just half an hour to go for the No. 1, most popular and hilarious show.. @KapilSharmaK9 show. Watch me with @dalermehndi #hansrajhans @JJassiOfficial along with @Krushna_KAS @bharti_lalli and @kikusharda . Tonight’s gonna be a good good night! 9:30 pm only on @SonyTV .. pic.twitter.com/52fzJhsHv1 — King Mika Singh (@MikaSingh) March 3, 2019 Today #LukaChuppi team on #TheKapilSharmaShow today... Don't miss today's episode...there will be ful masti wid @TheAaryanKartik and gorgeous @kritisanon 😍 #TKSS Rt🔁if u r excited pic.twitter.com/r4NUBmXA7G — The Kapil Sharma Show™ | TKSS Fans | (@TKSS2FANS) March 2, 2019 शो में उनकी जगह अर्चना पूरन सिंह की एंट्री हुई. लेकिन सिद्धू को शो से हटाने की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई. खबरों के मुताबिक, अर्चना को कुछ समय के लिए ही शो में लाया गया है. मामला शांत होने के बाद सिद्धू की वापसी होगी. सलमान खान भी सिद्धू को शो में वापस लाना चाहते हैं. वे सिद्धू के खिलाफ लोगों का भड़का गुस्सा काम होने का इंतजार कर रहे हैं.
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार बने BMC के ब्रांड एंबेसडर
बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार को बॉम्बे म्यूनिसिपल कॉर्पेरेशन का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. अक्षय नगर निगम की तरफ से मुंबई वालों को जागरुक करेंगे. अक्षय कुमार को दर्शक बहुत पसंद करते हैं और उनकी हर बात को लोग बहुत ध्यान से सुनते हैं और शायद यही वजह है कि अक्षय कुमार को बीएमसी के ब्रांड एंबेस्डर के लिए परफेक्ट फेस माना है. अक्षय कुमार से टॉयलेट- एक प्रेमकथा का नाम सुनकर PM मोदी भी मुस्कुरा दिए अक्षय कुमार फिलहाल यूके में हैं और अपनी आने वाली फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' के प्रमोशन में बिजी हैं. साथ ही अक्षय कुमार की फिल्म 'गोल्ड' की शूटिंग भी लंदन में चल रही है जिसमें अक्षय कुमार एक एथलीट की भूमिका में नजर आने वाले हैं. TOILET... का गाना हंस मत पगली रिलीज, प्यार में डूबे दिखे अक्षय अक्षय के फैन्स 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं. फिल्म 11 अगस्त को रिलीज होगी और फिल्म में भारत में शौचालय की बुरी स्थिति को दिखाया गया है कि कैसे एक दुल्हन अपने ससुराल इसलिए आने से मना कर देती है कि उसके ससुराल में शौचालय नहीं होता.
Election Result: अथश्री लोकसभा चुनाव 2019 कथा!
आखिरकार वो घड़ी आ ही गई है जब लोकसभा चुनाव के महासमर के नतीजे दुनिया के सामने होंगे. 23 मई की सुबह 8 बजे जब ईवीएम खुलेंगे तो फैसला हो जाएगा कि अगले पांच साल देश पर किस पार्टी की सत्ता होगी. क्या एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है या फिर कांग्रेस का जादू चलेगा. 19 मई को मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल में मोदी के नाम की सुनामी चली है, अधिकतर एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी को अकेले दम बहुमत मिलता दिख रहा है. 543 लोकसभा सीटों में से इस बार 542 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ, 2019 के चुनाव में कुल 67.11 फीसदी मतदान हुआ जो कि आज़ाद भारत में इतिहास है. सात चरणों में हुए इस चुनाव में कई बार हिंसा की खबरें आईं, तो कई विवाद भी हुए. नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग हुई तो मतदान खत्म होते-होते बंगाल में लड़ाई छिड़ गई. कैसा रहा ये चुनाव, नतीजों में किस पर निगाहें टिकी हैं, क्या एग्जिट पोल सच साबित होंगे, क्या नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे. ऐसे कई सवाल हैं जिनपर हर किसी की निगाहें हैं और 23 मई को इससे पर्दा उठेगा. 2019 का लोकसभा चुनाव सात चरणों में लड़ा गया. 11 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो 19 मई को आखिरी चरण का मतदान हुआ. पहले चरण में 91, दूसरे में 97, तीसरे में 117, चौथे में 71, पांचवें में 51 और छठे-सातवें में 59-59 सीटों पर वोट डाले गए. 543 सीटों में से कुल 542 सीटों पर ही मतदान हो पाया था, तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर सुरक्षा कारणों की वजह से मतदान टाला गया था. जब चुनाव शुरू हुआ था, तब राजनीतिक हल्कों में पुलवामा आतंकी हमला, बालाकोट एयरस्ट्राइक की चर्चा थी. कांग्रेस की तरफ से राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले को लेकर सरकार को घेरा गया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है का नारा उछाला तो जवाब में नरेंद्र मोदी खुद ही चौकीदार बन गए. उनके चौकीदार बनने की देरी थी कि पूरी भाजपा ही चौकीदार बन गई. इस चुनाव में कई ऐसी बातें हुई जिसने न सिर्फ पूरे देश को हिला दिया, उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी का सामना करने को अपनी 25 पुरानी दुश्मनी भुला समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक साथ आ गए. अखिलेश मायावती की जोड़ी ने साथ मिलकर बीजेपी को चुनौती दी, देश ने एक लंबे अरसे के बाद मायावती को मुलायम सिंह के लिए वोट मांगते हुए देखा. इतना ही नहीं, यूपी से ज्यादा इस बार बंगाल पर हर किसी की नजर रही. राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 23 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा. बंगाल में बवाल इतना ज्यादा हुआ कि ममता बनर्जी की सरकार ने कई बार योगी आदित्यनाथ, अमित शाह, स्मृति ईरानी की रैलियां ही कैंसिल करवा दीं. मतदान में बहुत हिंसा हुई, पोलिंग बूथ पर देसी बम बरसाए गए. चुनाव खत्म होते-होते जब अमित शाह के रोड शो की बारी आई तो बवाल मच गया. शाह ने आरोप लगाया कि सुरक्षा ना होती तो उनका बचना मुश्किल था. बंगाल फतह के लिए पीएम मोदी ने भी चुपचाप कमल छाप का नारा दिया. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता में आने के लिए जोर लगा रही थी तो कांग्रेस ने भी 72000 का वादा कर ट्रंप कार्ड चल दिया. प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री हुई, राहुल अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़े. कांग्रेस का पूरा कैंपेन न्याय योजना और पीएम मोदी को राफेल के मुद्दे पर कोसने के इर्दगिर्द ही रहा. नतीजों से पहले जब एग्जिट पोल आए तो हर किसी की आंखें फटी की फटी रह गई. आजतक/एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी अकेले दम पर 300 के आंकड़े को छू सकती है और एनडीए 365 तक पहुंच सकता है. तो वहीं कांग्रेस एक बार फिर 100 के आंकड़े से काफी दूर रह सकती है. सिर्फ आजतक नहीं बल्कि कई एजेंसियों के सर्वे ने एनडीए को 300 पार पहुंचाया. अगर 23 मई को एग्जिट पोल नतीजों में बदलते हैं, तो भारतीय राजनीति में एक लंबे समय के बाद इतिहास रचा जाएगा. जब एक नेता के नाम पर लगातार दो बार कोई पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ देश पर राज करेगी. नरेंद्र मोदी से पहले ऐसा सिर्फ जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी कर पाए हैं. नेहरू के नाम पर कांग्रेस को 1952, 1957 और 1962 में पूर्ण बहुमत मिला तो इंदिरा की अगुवाई में कांग्रेस 1967-1971 में पूर्ण बहुमत लाई थी. यानी बीजेपी बहुमत लाती है तो नरेंद्र मोदी का इतिहास रचना तय है. लेकिन क्या ये इतिहास रचा जाएगा, ये तो 23 मई को ही तय होगा. 23 मई को होने वाली मतगणना के लिए aajtak.in ने भी बड़ी तैयारी की है. आप सभी सुबह 6 बजे से हमारी वेबसाइट पर पूरी कवरेज डिटेल में देख पाएंगे, जहां पर पूरे देश के नतीजे और सभी 542 सीटों पर एक-एक अपडेट आपको देखने को मिलेगा. हम आपको हर बड़े चेहरे के बारे में बताएंगे, वीआईपी सीट का लेखा-जोखा देंगे. 23 के बाद के समीकरण समझाएंगे. तो देश के सबसे बड़े चुनाव के सबसे सटीक और सही नतीजे जानने के लिए आप aajtak.in के साथ जुड़े रहिए. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
जानें हर ईद पर क्यों याद आती है मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी 'ईदगाह' और हामिद
आज फिर ईद है. समूची दुनिया में उल्लास व प्रेम का वातावरण है. ऐसे में हिंदी कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कहानी 'ईदगाह' की याद स्वाभाविक है. कुछ कहानियां ऐसी होती हैं, जो समय व काल की सीमा से परे होती हैं. ईदगाह उन्हीं में से एक है. ईद, ईद के उत्सव, ग्रामीण क्षेत्र में इस उत्सव की उमंग और बाल मनोविज्ञान पर लिखी यह कहानी अपने प्रभाव में अप्रतिम है. भारतीय ग्रामीण परिवारों की भयंकर आर्थिक समस्या, गरीबी और संकट भी एक छोटे से बच्चे के अपने दादी से प्रेम व संवेदना के आगे बौना साबित होता है. मुंशी प्रेमचंद ने बेहद सरल और व्यावहारिक भाषा में यह सिद्ध कर दिया है कि उमंगों के लिए, प्रेम व लगाव के लिए धन एक बेहद छोटा तत्व है, और शायद इसे ही आज का समाज विस्मृत करता जा रहा है. इस कहानी ने कैसे समूचे भारतीय उपमहाद्वीप को प्रभावित किया है, इसका अंदाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान से भी लगाया जा सकता है. मई 2018 में 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के लाभार्थियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस योजना की प्रेरणा उन्हें मुंशी प्रेमचंद की कहानी 'ईदगाह' से मिली थी. उन्होंने कहा, "खाना बनाते हुए दादी के हाथ जल ना जाएं इसलिए हामिद चिमटा खरीदकर लाता है, मुझे लगा जब एक हामिद कर सकता है तो देश का प्रधानमंत्री क्यों नहीं कर सकता." आज ईद के अवसर पर एक बार फिर साहित्य आजतक पर पढ़े, मुंशी प्रेमचंद की यह कालजयी कहानी; कहानी: ईदगाद - प्रेमचंद रमज़ान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आई है. कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात है. वृक्षों पर कुछ अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है. आज का सूर्य देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है, मानो संसार को ईद की बधाई दे रहा है. गांव में कितनी हलचल है. ईदगाह जाने की तैयारियाँ हो रही हैं. किसी के कुरते में बटन नहीं है, पड़ोस के घर से सुई-तागा लाने को दौड़ा जा रहा है. किसी के जूते कड़े हो गए हैं, उनमें तेल डालने के लिए तेली के घर भागा जाता है. जल्दी-जल्दी बैलों को सानी-पानी दे दें. ईदगाह से लौटते-लौटते दोपहर हो जाएगी. तीन कोस का पैदल रास्ता, फिर सैकड़ों आदमियों से मिलना, भेंट करना. दोपहर के पहले लौटना असंभव है. लड़के सबसे ज्यादा प्रसन्न हैं. किसी ने एक रोज़ा रखा है, वह भी दोपहर तक, किसी ने वह भी नहीं, लेकिन ईदगाह जाने की खुशी उनके हिस्से की चीज़ है. रोजे बड़े-बूढ़ों के लिए होंगे. इनके लिए तो ईद है. रोज ईद का नाम रटते थे. आज वह आ गई. अब जल्दी पड़ी है कि लोग ईदगाह क्यों नहीं चलते. इन्हें गृहस्थी की चिंताओं से क्या प्रयोजन. सेवैयों के लिए दूध और शक्कर घर में है या नहीं, इनकी बला से, ये तो सेवैयाँ खाएँगे. वह क्या जानें कि अब्बाजान क्यों बदहवास चौधरी कायमअली के घर दौड़े जा रहे हैं!  उन्हें क्या खबर कि चौधरी आज आँखें बदल लें, तो यह सारी ईद मुहर्रम हो जाए. उनकी अपनी जेबों में तो कुबेर का धन भरा हुआ है. बार-बार जेब से अपना ख़जाना निकालकर गिनते हैं और खुश होकर फिर रख लेते हैं. महमूद गिनता है, एक-दो, दस-बारह. उसके पास बारह पैसे हैं. मोहसिन के पास एक, दो, तीन, आठ, नौ, पंद्रह पैसे हैं. इन्हीं अनगिनती पैसों में अनगिनती चीजें लाएँगे-खिलौने, मिठाइयाँ, बिगुल, गेंद और जाने क्या-क्या! और सबसे ज़्यादा प्रसन्न है हामिद. वह चार-पाँच साल का ग़रीब-सूरत, दुबला-पतला लड़का, जिसका बाप गत वर्ष हैजे की भेंट हो गया और माँ न जाने क्यों पीली होती-होती एक दिन मर गई. किसी को पता न चला, क्या बीमारी है. कहती भी तो कौन सुनने वाला था. दिल पर जो बीतती थी, वह दिल ही में सहती और जब न सहा गया तो संसार से विदा हो गई. अब हामिद अपनी बूढ़ी दादी अमीना की गोद में सोता है और उतना ही प्रसन्न है. उसके अब्बाजान रुपये कमाने गए हैं. बहुत-सी थैलियाँ लेकर आएँगे. अम्मीजान अल्लाहमियाँ के घर से उसके लिए बड़ी अच्छी-अच्छी चीजें लाने गई है, इसलिए हामिद प्रसन्न है. आशा तो बड़ी चीज है और फिर बच्चों की आशा! उनकी कल्पना तो राई का पर्वत बना लेती हैं. हामिद के पाँव में जूते नहीं हैं, सिर पर एक पुरानी-धुरानी टोपी, जिसका गोटा काला पड़ गया है, फिर भी वह प्रसन्न है. जब उसके अब्बाजान थैलियाँ और अम्मीजान नियामतें लेकर आएँगी तो वह दिल के अरमान निकाल लेगा. तब देखेगा महमूद, मोहसिन, नूरे और सम्मी कहाँ से उतने पैसे निकालेंगे. अभागिनी अमीना अपनी कोठरी में बैठी रो रही है. आज ईद का दिन और उसके घर में दाना नहीं. आज आबिद होता तो क्या इसी तरह ईद आती और चली जाती? इस अंधकार और निराशा में वह डूबी जा रही है. किसने बुलाया था इस निगौड़ी ईद को? इस घर में उसका काम नहीं, लेकिन हामिद! उसे किसी के मरने-जीने से क्या मतलब? उसके अंदर प्रकाश है, बाहर आशा. विपत्ति अपना सारा दलबल लेकर आए, हामिद की आनंद-भरी चितवन उसका विध्वंस कर देगी. हामिद भीतर जाकर दादी से कहता है- तुम डरना नहीं अम्मा, मैं सबसे पहले जाऊँगा. बिलकुल न डरना. गांव से मेला चला. और बच्चों के साथ हामिद भी जा रहा था. कभी सबके सब दौड़कर आगे निकल जाते. फिर किसी पेड़ के नीचे खड़े होकर साथ वालों का इंतजार करते. ये लोग क्यों इतना धीरे चल रहे हैं? हामिद के पैरों में तो जैसे पर लग गए हैं. वह कभी थक सकता है? शहर का दामन आ गया. सड़क के दोनों ओर अमीरों के बगीचे हैं. पक्की चारदीवारी बनी हुई है. पेड़ों में आम और लीचियाँ लगी हुई हैं. कभी-कभी कोई लड़का कंकड़ उठाकर आम पर निशाना लगाता है. माली अंदर से गाली देता हुआ निकलता है. लड़के वहाँ से एक फर्लांग पर हैं. खूब हँस रहे हैं. माली को कैसे उल्लू बनाया है! अब बस्ती घनी होने लगी थी. ईदगाह जाने वालों की टोलियाँ नजर आने लगीं. एक से एक भड़कीले वस्त्र पहने हुए, कोई इक्के-ताँगे पर सवार, कोई मोटर पर, सभी इत्र में बसे, सभी के दिलों में उमंग. ग्रामीणों का वह छोटा-सा दल, अपनी विपन्नता से बेखबर, संतोष और धैर्य में मगन चला जा रहा था. बच्चों के लिए नगर की सभी चीज़ें अनोखी थीं. जिस चीज़ की ओर ताकते, ताकते ही रह जाते. और पीछे से बार-बार हार्न की आवाज होने पर भी न चेतते. हामिद तो मोटर के नीचे जाते-जाते बचा. सहसा ईदगाह नजर आया. ऊपर इमली के घने वृक्षों की छाया है. नीचे पक्का फर्श है, जिस पर जाजिम बिछा हुआ है और रोजेदारों की पंक्तियाँ एक के पीछे एक न जाने कहाँ तक चली गई हैं, पक्की जगत के नीचे तक, जहाँ जाजिम भी नहीं है. नए आने वाले आकर पीछे की कतार में खड़े हो जाते हैं. आगे जगह नहीं हैं. यहाँ कोई धन और पद नहीं देखता. इस्लाम की निगाह में सब बराबर हैं. इन ग्रामीणों ने भी वजू किया और पिछली पंक्ति में खड़े हो गए. कितना सुंदर संचालन है, कितनी सुंदर व्यवस्था! लाखों सिर एक साथ सिजदे में झुक जाते हैं, फिर सब-के-सब एक साथ खड़े हो जाते हैं. एक साथ झुकते हैं और एक साथ घुटनों के बल बैठ जाते हैं. कई बार यही क्रिया होती है, जैसे बिजली की लाखों बत्तियाँ एक साथ प्रदीप्त हों और एक साथ बुझ जाएँ और यही क्रम चलता रहे. कितना अपूर्व दृश्य था, जिसकी सामूहिक क्रियाएँ, विस्तार और अनंतता हृदय को श्रद्धा, गर्व और आत्मानंद से भर देती थीं. मानों भ्रातृत्व का एक सूत्र इन समस्त आत्माओं को एक लड़ी में पिरोए हुए हैं. नमाज खत्म हो गई है, लोग आपस में गले मिल रहे हैं. तब मिठाई और खिलौने की दुकान पर धावा होता है. ग्रामीणों का वह दल इस विषय में बालकों से कम उत्साही नहीं है. यह देखो, हिंडोला है. एक पैसा देकर जाओ. कभी आसमान पर जाते हुए मालूम होंगे, कभी जमीन पर गिरते हुए. चर्खी है, लकड़ी के हाथी, घोड़े, ऊँट, छड़ों से लटके हुए हैं. एक पैसा देकर बैठ जाओ और पच्चीस चक्करों का मजा लो. महमूद और मोहसिन, नूरे और सम्मी इन घोड़ों और ऊँटों पर बैठते हैं. हामिद दूर खड़ा है. तीन ही पैसे तो उसके पास हैं. अपने कोष का एक तिहाई, जरा-सा चक्कर खाने के लिए, वह नदीं दे सकता. खिलौनों के बाद मिठाइयाँ आती हैं. किसी ने रेवड़ियाँ ली हैं, किसी ने गुलाब जामुन, किसी ने सोहन हलवा. मज़े से खा रहे हैं. हामिद बिरादरी से पृथक है. अभागे के पास तीन पैसे है. क्या नहीं कुछ लेकर खाता? ललचाई आँखों से सबकी और देखता है. मिठाइयों के बाद कुछ दुकानें लोहे की चीज़ों की हैं, कुछ गिलट और कुछ नकली गहनों की. लड़कों के लिए यहाँ कोई आकर्षण न था. वह सब आगे बढ़ जाते हैं. हामिद लोहे की दुकान पर रुक जाता है. कई चिमटे रखे हुए थे. उसे ख़याल आया, दादी के पास चिमटा नहीं है. तवे से रोटियाँ उतारती हैं, तो हाथ जल जाता है. अगर वह चिमटा ले जाकर दादी को दे दे, तो वह कितनी प्रसन्न होंगी!  फिर उनकी उँगलियाँ कभी न जलेंगी. घर में एक काम की चीज हो जाएगी. खिलौने से क्या फ़ायदा. व्यर्थ में पैसे ख़राब होते हैं. उसने दुकानदार से पूछा, यह चिमटा कितने का है? दुकानदार ने उसकी ओर देखा और कोई आदमी साथ न देखकर कहा, ‘यह तुम्हारे काम का नहीं है जी’ ‘बिकाऊ है कि नहीं?’ ‘बिकाऊ क्यों नहीं है? और यहाँ क्यों लाद लाए हैं?’ ‘तो बताते क्यों नहीं, कै पैसे का है?’ ‘छः पैसे लगेंगे?’ हामिद का दिल बैठ गया. ‘ठीक-ठीक बताओ.’ ‘ठीक-ठाक पाँच पैसे लगेंगे, लेना हो लो, नहीं तो चलते बनो’ हामिद ने कलेजा मजबूत करके कहा- तीन पैसे लोगे? यह कहता हुआ वह आगे बढ़ गया कि दुकानदार की घुड़कियाँ न सुने. लेकिन दुकानदार ने घुड़कियाँ नहीं दीं. बुलाकर चिमटा दे दिया. हामिद ने उसे इस तरह कंधे पर रखा, मानो बंदूक है और शान से अकड़ता हुआ संगियों के पास आया. ग्यारह बजे सारे गाँव में हलचल मच गई. मेले वाले आ गए. मोहसिन की छोटी बहन ने दौड़कर भिश्ती उसके हाथ से छीन लिया और मारे खुशी के जो उछली, तो मियाँ भिश्ती नीचे आ गए और सुरलोक सिधारे. इस पर भाई-बहन में मार-पीट हुई. दोनों खूब रोए. उनकी अम्मां शोर सुनकर बिगड़ी और दोनों को ऊपर से दो-दो चांटे और लगाए. अब मियाँ हामिद का हाल सुनिए. अमीना उसकी आवाज़ सुनते ही दौड़ी और उसे गोद में उठाकर प्यार करने लगी. सहजा उसके हाथ में चिमटा देखकर वह चौंकी. ‘यह चिमटा कहाँ था?’ ‘मैंने मोल लिया है.’ ‘कै पैसे में?’ ‘तीन पैसे दिए.’ अमीना ने छाती पीट ली. यह कैसा बेसमझ लड़का है कि दोपहर हुआ, कुछ खाया, न पिया. लाया क्या, चिमटा. सारे मेले में तुझे और कोई चीज़ न मिली जो यह लोहे का चिमटा उठा लाया? हामिद ने अपराधी-भाव से कहा- तुम्हारी ऊँगलियाँ तवे से जल जाती थीं, इसलिए मैंने इसे लिया. बुढ़िया का क्रोध तुरंत स्नेह में बदल गया, और स्नेह भी वह नहीं, जो प्रगल्भ होता है और अपनी सारी कसक शब्दों में बिखेर देता है. यह मूक स्नेह था, खूब ठोस, रस और स्वाद से भरा हुआ. बच्चे में कितना त्याग, कितना सदभाव और कितना विवेक है!  दूसरों को खिलौना लेते और मिठाई खाते देखकर इसका मन कितना ललचाया होगा!  इतना जब्त इससे हुआ कैसे? वहाँ भी इसे अपनी बुढ़िया दादी की याद बनी रही. अमीना का मन गदगद हो गया. और अब एक बड़ी विचित्र बात हुई. हामिद के इस चिमटे से भी विचित्र. बच्चे हामिद ने बूढ़े हामिद का पार्ट खेला था. बूढ़िया अमीना बालिका अमीना बन गईं. वह रोने लगी. दामन फैलाकर हामिद को दुआएँ देती जाती थी और आँसू की बड़ी-बड़ी बूँदें गिराती जाती थी. हामिद इसका रहस्य क्या समझता.
बैडमिंटन रैंकिंग में सायना, श्रीकांत को 2 स्थान का फायदा
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल हाल ही में जारी वर्ल्ड बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) की महिला एकल रैंकिंग में दो स्थान के फायदे के साथ छठे स्थान पर पहुंच गई हैं. वहीं, भारत के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त पुरुष एकल खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत भी दो स्थान के फायदे के साथ 11वें क्रम पर पहुंच गए हैं. भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी सिंधु हालांकि, 10वें स्थान पर ही बनी हुई हैं. दक्षिण कोरिया की सुंग जि ह्यून एक स्थान नीचे खिसककर सातवें और चीन की वांग शिजियान भी एक अंक नीचे आठवें स्थान पर पहुंच गई हैं. स्पेन की कैरोलिना मारिन बीडब्ल्यूएफ की महिलाओं की एकल रैंकिंग में शीर्ष पर हैं. पुरुषों की एकल रैंकिंग में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले श्रीकांत एकमात्र ऐसे भारतीय हैं, जो रैंकिंग में आगे बढ़े हैं. वहीं, उनके हमवतन अजय जयराम तीन पद खिसककर 24वें और साई प्रणीत 33वें स्थान पर पहुंच गए हैं. भारत के समीर वर्मा भी इस रैंकिंग में खिसक कर 37वें स्थान पर आ गए, जबकि चोटिल पारुपल्ली कश्यप 68वें स्थान पर पहुंच गए. महिलाएं की युगल रैंकिंग में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा भी खिसक कर 16वें स्थान पर आ गई हैं.
साहित्य आजतक: जानें, सिने कलाकार आशुतोष राणा के 10 भाव....
आज तक के साहित्यिक महाकुंभ, साहित्य आज तक में श्रोताओं से मुखातिब होने पहुंचे सिने कलाकार और रंगकर्मी आशुतोष राणा ने कहा कि साहित्य का प्रयोग सत्कार के लिए होना चाहिए, धिक्कार के लिए नहीं. हालांकि हो ऐसा रहा है कि मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोग सत्कार की जगह धिक्कार की भाषा को ज़्यादा समय दे रहे हैं. आइए जानें साहित्यस आजतक में उनकी 10 खास बातें... 1. शब्दकोष में जहां शब्दों के अर्थ होते हैं वहीं साहित्य में शब्दों के भाव होते हैं. यही वजह है कि हमें साहित्यकारों के नाम जीवनपर्यंत याद रह जाते हैं. 2. वे हिन्दी को अंग्रेजी की तरह ही व्यापार की भाषा बनाने की बात कहते हैं. इसे छोड़ने पर खुद से छूट जाने की बात कहते हैं. उसे उसका वाजिब हक देने की बात कहते हैं. हिन्दी को राजभाषा के बजाय लोक की भाषा बनाए जाने की वकालत करते हैं. 3. वे फेसबुक जैसे सामाजिक माध्यमों पर होने वाली बहस पर तंज करते हैं कि कैसे वहां देश-दुनिया को बदलने की क्रांति चल रही है. आंदोलन चल रहा है. इंटरनेट के दौर में उससे दूर रहने पर वे कहते हैं कि देश चलता नहीं मचलता है. मुद्दा हल नहीं होता चलता है. 4. सोशल मीडिया से तर्क गायब हो गए हैं. हम तो सत्य खोज रहे हैं. गांधी, राम और कृष्ण जैसे लोग इंसान के तौर पर पैदा हुए थे. फिर धीरे-धीरे व्यक्तित्व बने. 5. राणा कहते हैं कि वो रामलीला में रावण बनना चाहते थे लेकिन उस समय उम्र आड़े आती थी. हमसे बड़े लोग रावण बन जाते थे. वे तंज कस देते थे कि तुम इस लायक नहीं. अब लायक हैं तो कोई यह रोल नहीं देता. 6. वे अंग्रेजी में या हिन्दी में बोलने पर आत्मविश्वास की वकालत करते हैं. वे भाषा के बजाय भाव को तरजीह देने की बात करते हैं. हालांकि अंग्रेजी का जुड़ाव आर्थिकी से है. शायद यही वजह है कि सारा मामला गड्डमगड्ड हो जाता है. 7. अंग्रेजीदां होना कोई बड़ी बात नहीं . अंत में विचार ही बचे रह जाते हैं. आपकी सोच महत्वपूर्ण होती है. देश के अलग-अलग हिस्सों की विविधता ही उसकी पहचान है. हमारा देश तो विविधता के लिए ही जाना जाता है. 8. बाग में हर फूल की अपनी महत्ता है और शायद यही वजह है कि बंगाल से चलकर आने वाला रसगुल्ला पूरे देश में पसंद किया जाने लगता है. 9. राजमा पंजाब से निकल कर पूरे देश में पसंद किया जाने लगता है. वे देश की विविधता को ही खूबसूरती और मजबूती की वजह बताते हैं. 10. आज तक ने इस तरह का आयोजन करके समाचार को विचार के तौर पर स्थापित करने का काम किया. इसके लिए आज तक को बहुत-बहुत बधाई.
बिना नफा-नुकसान के बेची जमीन: ग्रेनो अथॉरिटी
यमुना एक्सप्रेसवे के लिए किए गए जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर पैदा विवाद के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि विकास के लिए किसानों से अधिग्रहित जमीन बिना किसी नफा नुकसान के बेची गई. मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमा रमण ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘प्रति वर्ग मीटर जमीन की कीमत 11,000 रुपए आंकी गई. उन्होंने बताया कि जमीन जिस दर से खरीदी गई, उसी दर पर बेची भी गई. दूसरी ओर अथॉरिटी की मुश्किलें अभी खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक टेंशन खत्म नहीं होती है कि दूसरी टेंशन पैदा हो जाती है. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के साथ यही हो रहा है. हाईकोर्ट के आदेश पर जब अथॉरिटी सुलह की कोशिशों में जुटी है, तो अब मायावती के पैतृक गांव के किसानों ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहां की पंचायत से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और यूपी सरकार की टेंशन फिर बढ़ सकती है. किसानों ने मायावती के पैतृक गांव बादलपुर में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर पंचायत लगाई. किसानों ने साल 2008 में 230 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ किसानों ने हाईकोर्ट में याचिका भी दे दी है. ग्रेटर नोएडा में जिस तरह एक के बाद एक गांव भूमि अधिग्रहण के खिलाफ कोर्ट जा रहे हैं, उससे अथॉरिटी में खलबली मची हुई है. हालांकि नोएडा एक्सटेंशन की टेंशन को कम करने के लिए प्राधिकरण ने बैठक करके किसानों से दो तरीकों से बात करने का फार्मूला निकाला है. उन किसानों से निजी तौर पर बात होगी जिन्होंने हाईकोर्ट में अर्जी दे रखी है, जबकि जिन किसानों ने सामूहिक तौर पर याचिका दी उनसे अलग बात होगी. हालांकि प्राधिकरण ने मुआवजे पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन पतवारी गांव से बातचीत की शुरुआत कर दी गई है. इस सिलसिले में गांव के प्रधान को चिट्ठी भेजी गई है. प्राधिकरण किसानों की कुछ मांगों पर सहमत है, मसलन आबादी की ज़मीन का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा और किसानों को 6 प्रतिशत विकसित ज़मीन दी जाएगी. फिलहाल सुलह की कोशिशें जारी हैं. उम्मीद है कि हाईकोर्ट के 12 अगस्त तक समझौते की तारीख तक कोई ना कोई नतीजा निकल आएगा.
भारत और अमेरिका की तीनों सेनाओं के बीच युद्धाभ्यास इस साल के अंत तक संभव
भारत और अमेरिका के बीच तीनो सेनाओं की सैन्य युद्धाभ्यास इस साल के अंत तक हो सकती है. रक्षा मंत्रालय अमेरिकी अधिकारियों के साथ इसका प्रारूप तैयार करने मे लगा है. इससे पहले भारतीय सेना के तीनों अंग अमेरिका की सेना के साथ अलग-अलग युद्ध अभ्यास करते रहे हैं. लेकिन ये पहली बार होगा जब दोनो देशों की थल सेना, वायु सेना और नौसेना एक साथ युद्ध अभ्यास करेगी. इस मुद्दे पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अमेरिकी  विदेश मंत्री माइक पोंपियो व रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के बीच सितंबर मे होने वाली टू प्लस टू बैठक मे चर्चा संभव है. इससे पहले इस मामले में अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस की पिछले वर्ष हुई भारत यात्रा के दौरान निर्मला सीतारमण के साथ विस्तार से चर्चा हुई थी. आपको बता दें कि पिछले साल तीनो भारतीय सेनाओं ने रूस मे इंद्र-2017 द्विपक्षीय युद्धाभ्यास के तहत रूसी सेनाओं के साथ सम्मिलित रूप से हिस्सा लिया था. जिसमें भारतीय सेना के 350 जवान, वायुसेना के 80 जवानों और आईएल 76 एयक्राफ्ट व भारतीय नौसेना की एक फ्रिगेट शामिल हुए थे. लेकिन यह अमेरिका के साथ इस तरह का पहला युद्धाभ्यास होगा जिसमे तीनों सेनाएं सम्मिलित रूप से शामिल होंगी. वहीं पिछले साल ही भारतीय सेना व अमेरिकी सेना के बीच युद्धाभ्यास-2017, वाशिंग्टन के संयुक्त बेस लुईस-मैककॉर्ड मे आयोजित किया गया था. जिसमे गोरखा रायफल्स के 200 जवान शामिल हुए थे.  जबकि भारतीय नौसेना व अमेरिकी नौसेना ने जापान की नौसेना के साथ हाल ही मे मालाबार-2018  के तहत त्रीपक्षीय युद्घाभ्यास किया था. इस सालाना अभ्यास में तीनों देशों के बड़ी संख्या में विमान, नौसेना की परमाणु पनडुब्बियां और जंगी जहाजों ने हिस्सा लिया था. गौरतलब है कि 6 जुलाई को भारत और अमेरिकी विदेश व रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली टू प्लस टू बैठक अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो के उत्तर कोरिया दौरे की वजह से टाल दी गई थी. भारत और अमेरिका के बीच होने वाले इस युद्धाभ्यास को पड़ोसी देशों व हिंद व प्रशांत महासागर क्षेत्र मे चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी के लिहाज से सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जबकि भारत के अमेरिका के साथ बढ़ते सैन्य संबंधों को चीन अपने खिलाफ सैनिक लामबंदी के तैर पर लेता रहा है.
पाकिस्‍तान: एयरबेस पर हमला, 8 आतंकी ढेर
आधुनिक हथियारों से लैस और आत्मघाती जैकेट पहने आतंकवादियों के एक गिरोह ने गुरुवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित नौसेना के एक महत्वपूर्ण ठिकाने पर हमला किया. दोनों तरफ से भारी गोलीबारी में आठ हमलावर और एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई. ऐसा माना जा रहा है कि इसी ठिकाने पर पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियार रखे हैं. आतंकवादियों में से कुछ सैनिकों की वर्दी में थे. वह तड़के करीब दो बजे कामरा नौसैनिक ठिकाने में घुसे, हालांकि प्रतिष्ठान में बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. हमलावरों ने कम से कम तीन अवरोध पार किए और साब 2000 निगरानी विमानों तक पहुंचने की कोशिश की. पाकिस्तानी वायु सेना के एक प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि तीन घंटे तक हुई गोलीबारी में सात आतंकवादियों को कमांडो ने ढेर कर दिया. प्रवक्ता ने बताया कि एक हमलावर के शरीर में विस्फोटक बंधे थे. हमलावरों से कमांडो के दो दलों ने संघर्ष किया. प्रवक्ता ने कहा कि इस दौरान एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए. इनमें बेस कमांडर एयर कोमोडोर मोहम्मद आजम शामिल है. प्रवक्ता ने बताया कि आजम इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे और उन्हें एक गोली लगी है, लेकिन वह स्थिर और सुरक्षित हैं. इससे पहले खबरों में कहा गया था कि हमले में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई.
कठुआ मामले में डैमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा
जम्मू-कश्मीर में आठ साल की बच्ची के साथ दहला देने वाले गैंगरेप और हत्या के खिलाफ लोगों के लगातार बढ़ते गुस्से और राष्ट्रव्यापी विरोध के बाद जाकर नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) डैमेज कंट्रोल के लिए उतरी. वह भी इसलिए कि राज्य में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ उसका लगातार अस्थिर होता गठजोड़ किसी तरह से बच जाए. अप्रैल की 14 तारीख को जम्मू और कश्मीर के लिए भाजपा के प्रभारी महासचिव राम माधव जम्मू पहुंचे. वे वहां उन दो भाजपा मंत्रियों चौधरी लाल सिंह और चंदर प्रकाश गंगा को हटाने के हाइकमान के निर्देश की तामील करवाने आए थे, जिन्होंने मासूम बच्ची के खिलाफ भयावह हिंसा के आरोपी लोगों के लिए कथित तौर पर समर्थन जाहिर किया था. जाहिर था कि माधव उन्हें हटाए जाने से खुश नहीं थे. उनके इस्तीफे श्रीनगर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भिजवाने के बाद माधव ने दावा किया कि उनके मंत्री निर्दोष थे और अगर उनका कोई दोष था भी तो वह केवल उनकी असावधानी थी. माधव के अनुसार, गंगा और लाल सिंह 2 मार्च को कठुआ में हिंदू एकता मंच की रैली में केवल पुलिस की जांच को लेकर लोगों की भ्रांतियों को दूर करने के लिए शामिल हुए थे और वे महज लोगों को यह भरोसा दिला रहे थे कि किसी भी निर्दोष को दंडित नहीं किया जाएगा. माधव ने अनिच्छापूर्ण राजनैतिक समझौते का संकेत भी दे दिया, ‘‘हमने न केवल जम्मू और कश्मीर बल्कि समूचे देश के लोगों के जेहन में व्याप्त भ्रांतियों और भय को दूर करने की अपनी तरफ से भरसक कोशिश की है.’’ लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नेतृत्व ने किसी दबाव में कोई फैसला नहीं लिया है, ‘‘कोई भी हमें किसी एजेंडे के लिए निर्देशित नहीं कर सकता. हम दोनों ही बराबर के और जिम्मेदार सहयोगी हैं.’’ पार्टी के इस रुख के जम्मू क्षेत्र में पार्टी के समर्थन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका को न्यूनतम करने के प्रयास के तहत बाद में (17 अप्रैल को) यह सामने आया कि माधव ने मंत्रिमंडल में फेरबदल का मार्ग प्रशस्त करने के लिए भाजपा के सभी दस मंत्रियों के इस्तीफे हासिल कर लिए हैं. हालांकि विश्लेषकों का यही मानना था कि यह कदम महज एक राजनैतिक चाल है, यह दिखाने के लिए जम्मू-कश्मीर में भाजपा पीडीपी के नियंत्रण से बाहर काम करती है. इस बीच, श्रीनगर में महबूबा ने बड़ा सैद्धांतिक रास्ता अपनाते हुए देश के राजनैतिक नेतृत्व, न्यायपालिका, मीडिया और सिविल सोसाइटी का इस बात के लिए शुक्रिया अदा किया कि वे कठुआ मामले में न्याय को सुनिश्चित करने में उनकी सरकार के साथ खड़े रहे हैं. पीडीपी के मंत्री और प्रवक्ता नईम अख्तर ने गठबंधन सरकार को किसी तरह के खतरे से साफ इनकार किया और कहा कि मंत्रियों के इस्तीफे ‘‘विश्वास को मजबूत करने वाला एक प्रमुख कदम है और इससे (पीडीपी-भाजपा) गठजोड़ मजबूत होगा.’’ हालांकि दोनों घटकों में यह शांति कमजोर ही जान पड़ती है. महबूबा और अन्य पीडीपी नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर माधव और दिल्ली में बैठे उनकी पार्टी के आला नेताओं ने कुछ भी नहीं कहा है. खास तौर पर मुख्यमंत्री के भाई और राज्य के पर्यटन मंत्री तसद्दुक मुफ्ती के बयान पर, जिन्होंने 12 अप्रैल को द इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू में सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार का साफ संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा, ‘‘हमें (पीडीपी और भाजपा को) इस जगह (जक्वमू और कश्मीर) को फिर से खड़ा करने में भागीदार होना था. लेकिन उसकी जगह हम अपराध में भागीदार हो गए हैं जिसकी कीमत कश्मीरियों की एक समूची पीढ़ी को अपने खून से अदा करनी पड़ सकती है.’’ कोई हैरत की बात नहीं कि उस समय जम्मू में मौजूद माधव ने इस पर कोई प्रतिक्रिया करने से इनकार कर दिया और इसे ‘‘बाकी सब बयानबाजी है जिसे हम रोजाना सुन रहे हैं’’, कहकर खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि हम ‘‘पीडीपी के अपना रुख साफ करने और उसे दिल्ली में भाजपा नेतृत्व को जाहिर करने का इंतजार करेंगे.’’ उधर, राजधानी दिल्ली में भी 16 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह व्यवहार में कुछ कम रूखे नजर आए. कठुआ की घटना को उन्होंने ‘‘अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताया.’’ उन्होंने घाटी में खराब होती सुरक्षा की स्थिति की बात भी मानी और बेहद कमजोर अंदाज में ही सही, इस बात को फिर से दोहराया कि ‘‘वे बातचीत के इच्छुक किसी भी पक्ष से वार्ता करने को तैयार हैं.’’ पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने के महबूबा के अनुरोध के बारे में राजनाथ सिंह ने जोर देकर इस बात को कहा कि ‘‘हमारी तरफ से कोशिशों में कोई कमी नहीं रही है. अब यह पाकिस्तान को समझना है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते.’’ कुछ नीची आवाज को छोड़ दें तो यह माधव द्वारा फरवरी में कही गई बातों से कुछ भी अलग नहीं था कि, ‘‘महबूबाजी का अपना नजरिया हो सकता है, क्योंकि वे यह मानती हैं कि अगर दो सरकारें (भारत और पाकिस्तान) आपस में बातचीत करेंगी तो हिंसा में थोड़ी कमी आ सकती है. लेकिन इस बारे में गठजोड़ कोई निर्णय नहीं ले सकता. उसका दायरा केवल राज्य के मसलों तक ही सीमित है.’’ अप्रैल की 13 तारीख को यानी गंगा और लाल सिंह को हटाए जाने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी को आखिरकार कठुआ और उन्नाव (जहां उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोपी हैं) पर बढ़ते लोगों के गुस्से और क्षोभ पर प्रतिक्रिया जाहिर करनी पड़ी. दिल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मोदी ने कहा, ‘‘पिछले दो दिन से जो घटनाएं चर्चा में हैं, वे सभ्य समाज को शोभा नहीं देतीं. एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इनके लिए शर्मसार हैं. कोई अपराधी बचेगा नहीं और न्याय होगा और पूरा होगा. इन बेटियों को न्याय मिलकर रहेगा. हम सबको मिलकर इसका संकट से निबटना होगा. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों को सजा दिलाने में भारत सरकार कोई कोताही नहीं होने देगी.’’ रोचक बात यह है कि मोदी ने अपनी पूरी बात में कठुआ या उन्नाव का नाम नहीं लिया. कई विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री के शब्द मरहम की तरह और नपे-तुले थे ताकि उसका कोई भी सिरा कहीं से भी जम्मू और कठुआ में नारेबाजी करते वकीलों जैसे ‘उन्मादी कट्टरपंथियों’ से न जुड़े, जिनका भगवा रणनीति पर, खासकर अगले साल होने वाले लोकसभा के चुनावों के मद्देनजर अत्यधिक प्रभाव है. फिर सवाल उठता है कि जो भाजपा गठबंधन के एजेंडे को लागू करने, पाकिस्तान और हुर्रियत अलगाववादियों से बातचीत की महबूबा की दलीलें लगातार ठुकराती रही हो, वह अपने दोनों मंत्रियों को हटाने के लिए इतनी आसानी से कैसे तैयार हो गई? विश्लेषकों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी के गठबंधन के लिए कभी कोई वास्तविक खतरा रहा ही नहीं. राज्य में काम कर चुके एक पूर्व नौकरशाह कहते हैं, ‘‘अभी सरकार का लगभग तीन साल का कार्यकाल बचा है और पीडीपी या भाजपा में से कोई भी गठबंधन को तोडऩा नहीं चाहेगा.’’ महबूबा लगातार पीडीपी को भाजपा से दूर रखती दिखी हैं और इसी वजह से कई लोग मानते हैं कि महबूबा गठबंधन को कभी भी तोड़ सकती हैं. लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं होगा. जहां, पीडीपी इतनी जल्दी सत्ता का सुख छोडऩा नहीं चाहती है और भाजपा राज्यपाल शासन का ऐसा अंतहीन दौर नहीं चाहती जिसमें हाल-फिलहाल नए सिरे से चुनाव कराने की संभावना न हो. भाजपा के अचानक झुक जाने की पहेली का जवाब यह है कि आठ साल की बकरवाल बच्ची के साथ जो हुआ, उसके खिलाफ पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश था. सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ था और ट्रोल करने में माहिर भगवा टोली भी इसे काबू नहीं कर पा रही थी. इसके अलावा इस जघन्य दुराचार के कारण लोग सड़कों पर आ गए थे. उनके सामने दिसंबर, 2013 में ‘निर्भया’ के साथ हुए बलात्कार की घटना एक और क्रूर रूप लेकर खडी थी. दरअसल, भाजपा तब झुकने को मजबूर हो गई जब विशेष जांच दल (एसआइटी) ने कठुआ की अदालत में दाखिल 18 पन्नों के आरोपपत्र में सनसनीखेज खुलासा किया. आठ साल की बच्ची का अपहरण किया गया, उसे नशा दिया गया, भूखा रखा गया और बेहोशी की हालत में ही उसके साथ लगातार बलात्कार किया गया. आरोप है कि उसके साथ वहशी व्यवहार करने वालों में राज्य का पूर्व राजस्व अधिकारी संजी राम, उसका बेटा विशाल और एक नाबालिग भतीजा समेत कई लोग थे. इनमें मामले की जांच करने वाले पुलिसकर्मी भी थे, जिन्होंने उस लड़की पर कोई दया नहीं दिखाई. उन लोगों ने बच्ची के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया. (देखें कब क्या हुआ: त्रासदी की समय रेखा). कई दिनों तक वह कठुआ के रासना गांव में एक देवस्थान के अंदर बंदी बनी रही जिसका पुजारी और संरक्षक सांजी राम था. बेचैन मन में बस यही ढाढस उभरता है कि उन राक्षसों की जबरदस्ती खिलाई नशीली दवा के कारण छाई बेहोशी में उसकी कोमल काया उस अमानवीय यातना को झेल सकी होगी. अंतत: जिस दिन जंगल में उसका मृत शरीर मिला, वह दर्द के किसी भी एहसास से बहुत दूर जा चुकी थी. जम्मू क्षेत्र के खानाबदोश बकरवाल चरवाहों को इलाके से निष्कासित करने के उद्देश्य से यह षड्यंत्र रचा गया था. चार्जशीट में विस्तृत ब्योरा दर्ज है कि कैसे राम, हेड कांस्टेबल तिलक राज और विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया ‘बकरवालों के डेरों’ के खिलाफ थे और अक्सर उन्हें ‘इलाके से निष्कासित’ करने की योजना बनाया करते थे. पिछले दिसंबर में राम ने अपने घर के पीछे के जंगलों में उनके घोड़ों के चरने पर लड़की के दत्तक पिता पर 1,000 रुपए का जुर्माना ठोक दिया था. चार्जशीट के मुताबिक, राम और अन्य लोगों ने मुस्लिम खानाबदोशों पर नशीले पदार्थों की तस्करी करने और गायों को मारने का आरोप लगाया था. दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद कहते हैं कि कठुआ मामले के पीछे ‘जातीय समुदाय का सफाया’ करने की मंशा जुड़ी थी. राम और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के मद्देनजर गठित हिंदू एकता मंच और 11 अप्रैल को कठुआ और जम्मू में विरोध प्रदर्शन करने वाले वकीलों की ओर से आयोजित बंद के पीछे वजह एक ही थी. केंद्रीय जांच ब्यूरो को मामला सौंपने के अलावा उनकी मांग थी कि करीब 7,000 रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों को तत्काल निष्कासित किया जाए जिन्हें जम्मू शहर और उसके आसपास बसने की इजाजत दी गई है और सरकार की ओर से बकरवाल और गुज्जरों के लिए प्रस्तावित वन भूमि अधिकार को वापस लिया जाए. उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह पहले कह चुके हैं कि रोहिंग्या शरणार्थी जम्मू और कश्मीर में सक्रिय ‘आतंकवादी गुटों के षड्यंत्र में आसानी से फंस जाते हैं’ और ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा’ बन जाते हैं. बर्खास्त किए जाने से पहले, मंत्री लाल सिंह ने कसम खाई थी कि वनों में हुए सभी अतिक्रमण को हटाकर वन भूमि को मुक्त करेंगे और जंगलों में खेती पर रोक लगाएंगे. यह कदम खानाबदोशों की आजीविका के लिए संकट बन जाता. कठुआ बलात्कार और हत्या पर राष्ट्रव्यापी आक्रोश ने लंबे समय से उथल-पुथल से गुजर रही कश्मीर घाटी को भरोसा दिलाया कि आम नागरिक ही नहीं, राष्ट्रीय मीडिया भी बच्ची के न्याय के लिए एकजुट खड़ा है. एक संदेश घाटी के अलगाववादी युवाओं के पास गया है कि भारत का एक बड़ा हिस्सा मुसलमानों और कश्मीरी लोगों की परवाह करता है. महबूबा ने कहा कि यह एक मौका है. लेकिन क्या दिल्ली इस मौके पर जवाब देने के लिए तैयार है? एक सवाल कई जवाब बकरवाल कौन हैं? परंपरागत रूप से बकरवाल भेड़-बकरी चराने वाले सुन्नी मुसलमान होते हैं. इन खानाबदोशों और गुज्जरों को मिलाकर इनकी आबादी जम्मू-कश्मीर में 11 फीसदी है. ये साल में दो बार अपने मवेशियों के साथ ठिकाना बदलते हैं—गर्मियों में कश्मीर और लद्दाख का रुख करते हैं तो सर्दियों में जम्मू के मैदानी भाग का. हाल के वर्षों में कट्टर हिंदू समूहों ने इन्हें बदनाम कर दिया है. मसलन, मुख्य आरोपी सांजी राम ने रसाना गांव के हिंदुओं को कथित तौर पर उकसाया कि बकरवाल नशीले पदार्थों की तस्करी करते हैं और गायों को मारने के लिए कश्मीर ले जाते हैं. क्या मामले में लीपापोती की गई? हां. जब लड़की को गोद लेने वाले पिता ने उसके गायब होने की शिकायत 11 जनवरी को हीरानगर पुलिस से की तो पुलिस ने उसे अपने संबंधियों के यहां खोजने की नसीहत दी. अगले दिन दोपहर में एफआइआर दर्ज करने के बाद जांच अधिकारी सब इंसपेक्टर आनंद दत्त और हेड कांस्टेबल तिलक राज ने कथित तौर पर सांजी राम से घूस ली. आरोप है कि ये लोग बच्ची को यहां-वहां खोजने का नाटक करते रहे जबकि उस दौरान बच्ची के साथ बलात्कार होता रहा. बाद में दो पुलिसवालों ने कथित तौर पर महत्वपूर्ण साक्ष्यों को नष्ट कर दिया. उन्होंने बच्ची के कपड़े से खून और वीर्य के धब्बे साफ किए. आरोपपत्र में कहा गया है कि रिटायर्ड राजस्व अधिकारी राम के पास बड़ी मात्रा में नकदी थी. पुलिस यह पता कर रही है कि राम को किसने पैसे दिए. राष्ट्रीय मीडिया ने इस रिपोर्ट को देरी से क्यों उठाया? हालांकि जम्मू-कश्मीर के मीडिया में यह मामला बड़े पैमाने पर उठाया गया था, लेकिन राष्ट्रीय अखबारों और टेलीविजन नेटवर्क की नींद तब टूटी जब कठुआ जिला अदालत में पुलिस की ओर से पेश 18 पेज की चार्जशीट में इस दहला देने वाले अपराध की कहानी सामने आई. हिंदू प्रदर्शनकारियों ने सीबीआइ जांच की मांग क्यों की? मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस मामले को अपराध शाखा के विशेष जांच दल (एसआइटी) को सौंपने के बाद हिंदू बहुल रसाना गांव के निवासियों का आरोप था कि पुलिस उन्हें परेशान कर रही है और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर रही है. स्थानीय वकीलों ने उनका समर्थन किया और मामला सीबीआइ को सौंपने की मांग की. यह मांग जाहिर तौर पर अभियुक्तों को बचाने की कोशिश थी जिनके बारे में कई लोगों का मानना था कि वे ‘निर्दोष’ हैं, जबकि कुछ लोगों की सोच यह थी कि उन्होंने ‘न्यायसंगत काम’ किया है. इसी के साथ उनकी मंशा कुछ समय की मोहलत और हासिल कर लेने की भी रही होगी. त्रासदी की समय रेखा जनवरी 7 रिटायर्ड राजस्व कर्मचारी सांजी राम ने अपने नाबालिग भानजे से बकरवाल लड़की को अगवा करने को कहा. वह लड़की अपने घोड़े चराने नियमित रूप से रसाना गांव के जंगल आती थी. इस काम में दीपक खजूरिया (एसपीओ, हीरानगर) और एक दोस्त शामिल होता है. जनवरी 10 नाबालिग लड़का बच्ची को फुसलाकर जंगल ले जाता है. अपने दोस्त परवेश कुमार की मदद से वह नशे की गोली का इंतजाम करता है और बेहोश लड़की से बलात्कार करता है. वे लोग बच्ची को देवस्थान लाते हैं, सांजी राम वहां का पुजारी था. पुलिसकर्मी दीपक खजूरिया और नशे की गोलियों का इंतजाम करता है ताकि बच्ची को होश न आए. जनवरी 11-12 नाबालिग मेरठ में रह रहे सांजी राम के बेटे विशाल को बुलाता है. बच्ची का पिता हीरानगर थाने में शिकायत करता है. दो पुलिसवाले बच्ची को खोजने की नाकाम कोशिश करते हैं. एफआइआर दर्ज होती है और विशाल रसाना को निकलता है. इंस्पेक्टर आनंद दत्त और कॉन्स्टेबल तिलकराज और खजूरिया सांजी राम के साथ 5 लाख रु. का सौदा करते हैं. जनवरी 13 सांजी राम, नाबालिग, विशाल, खजूरिया और परवेश देवस्थान में इकट्ठा होते हैं. विशाल और किशोर बच्ची का बलात्कार करते हैं. पुलिया पर ले जाकर गला घोंटने से पहले खजूरिया बच्ची का बलात्कार करता है. नाबालिग बच्ची का सर पत्थर से कुचल देता है. जनवरी 15-17 सांजी राम अपने भानजे और बेटे को बच्ची का शव जंगल में फेंक आने को कहता है. शव पास के एक चरवाहे को मिलता है. बकरवाल गुस्से में प्रदर्शन करते हैं. जनवरी 18 पुलिस नाबालिग को हिरासत में लेती है. वह बच्ची के बलात्कार और हत्या का गुनाह कुबूल कर लेता है. पर दत्त की सलाह पर अपने साथियों के नाम नहीं बताता. जनवरी 20-23 दत्त और तिलकराज सुबूत मिटाने जाते हैं. वे केस प्रॉपर्टी में रखे बच्ची के कपड़े धो देते हैं ताकि उस पर से खून और वीर्य के धब्बे मिटाए जा सकें. दोनों गला दबाने में इस्तेमाल किया गया बच्ची के दुपट्टे जैसे कुछ सामान भी हटा देते हैं जनवरी 22-23 मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मामले को जम्मू पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप देती हैं. पुलिस इंस्पेक्टर जनरल आलोक पुरी और सैयद अहफादुल मुज्तबा की अगुआई में एक विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित. फरवरी कठुआ के हिंदू एक वकील की अगुआई में हिंदू एकता मंच (एचईएम) गठित करके पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं. प्रदर्शनकारी कोशिश करते हैं कि एसआइटी अपराध-स्थल तक पहुंच न पाए मार्च 2 भाजपा के मंत्री चौधरी लाल सिंह और चंदर प्रकाश गंगा ने एचईएम प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया. गंगा ने सीबीआइ जांच का समर्थन किया और लाल सिंह ने प्रदर्शनकारियों से किसी आदेश को मानने से मना किया. मार्च 8 भाजपा के मंत्री मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मिलते हैं. पर वह केस को सीबीआइ को सौंपने से इनकार कर देती हैं. मार्च 18 एसआइटी विशाल को मेरठ से गिरफ्तार कर लेती है. मार्च 20 पहले सांजी राम और फिर दीपक खजूरिया, परवेश, दत्त, तिलकराज और एक अन्य एसपीओ सुरिन्दर कुमार गिरफ्तार किए जाते हैं. अप्रैल 9 एसआइटी कठुआ जिला अदालत में दो चार्जशीट दाखिल करती है. इसमें बलात्कार, हत्या, बंधक  बनाना, आपराधिक षड्यंत्र जैसे आरोप. महबूबा, मोदी और राजनाथ से मिलकर दोनों मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है अप्रैल 11-12 जेऐंडके बार एसोशिएसन की अपील पर जम्मू बंद. महबूबा के भाई और पर्यटन मंत्री तसद्दुक मुफ्ती का आरोप, पीडीपी और भाजपा अपराध में भागीदार, जिसकी कीमत कश्मीरियों को खून देकर चुकानी होगी. महबूबा का भाजपा को कथित संदेश, सिंह और गंगा हटाए नहीं गए तो गठजोड़ खतरे में अप्रैल 13-14 पीएम मोदी  ने कठुआ और उन्नाव की घटनाओं को सभ्य समाज के लिए शर्मनाक’ कहा. लाल सिंह और गंगा का इस्तीफा. पीडीपी ने कहा, इस्तीफे से गठजोड़ मजबूत हुआ. भाजपा महासचिव राम माधव का दावा: दोनों मंत्री निर्दोष. ***
जेडीयू ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार उतारे
जेडीयू के बागियों ने आखिरकार अपनी ताकत का एहसास करा ही दिया. जेडीयू ने अपने 3 उम्‍मीदवारों को बिहार से राज्‍यसभा के लिए उतारा तो पार्टी के बागियों ने भी उसके जवाब में अपने 3 उम्‍मीदवारों को उतार डाला. शरद यादव, पवन वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी के खिलाफ, जेडीयू के ही अनिल शर्मा, साबिर अली और निर्दलीय दिलीप जायसवाल ने पर्चा भर दिया. हालांकि बागियों ने शरद यादव के खिलाफ अपना उम्‍मीदवार नहीं दिया है. जबकि पवन वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी के खिलाफ उम्‍मीदवार उतारे हैं. राज्‍यसमा में पर्चा भरने के बाद बागी विधायक राजू सिंह, नीरज बबलू और रविंदर राय ने खुली बगावत का ऐलान कर दिया. साफ हो गया कि राज्‍यसमा के 3 में 2 सीटों पर अब चुनाव होगा. 19 जून को वोटिंग के साथ ही नीतीश की ताकत और बागियों के दावे का खुलासा हो जाएगा.
NBCC की बिल्डिंग में आग, कोई हताहत नहीं
लोधी रोड स्थित एनबीसीसी की बिल्डिंग में सोमवार सुबह आग लग गई. शॉर्ट सर्किट के चलते बिल्डिंग में यह हादसा हुआ. तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. लोधी रोड पर एनबीसीसी की इमारत में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. आग इमारत की तीसरी मंजिल पर लगी. कई दमकलों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
मन की बात: PM मोदी ने अमरनाथ यात्रियों की सेवा के लिए कश्मीरियों को कहा धन्यवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में दूसरी बार 'मन की बात' की पीएम मोदी ने श्री हरिकोटा जाने के लिए क्विज कॉम्पीटिशन की जानकारी दी पीएम मोदी ने अमरनाथ यात्रियों की सेवा के लिए कश्मीरियों की तारीफ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जलनीति, अमरनाथ यात्रा, चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग, विज्ञान के प्रति बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए क्विज कॉम्पीटिशन समेत कई विषयों का जिक्र किया. जलनीति के लिए काम कर रही है सरकार जलनीति पर जोर देते हुए कहा कि जल संरक्षण लोगों के दिल को छूने वाला विषय है. पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार और एनजोओ जल संरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं. इसका शानदार उदहारण झारखंड का आरा केरम गांव है. वहीं मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को बधाई भी दी. पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा में उन फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनमें कम पानी की जरुरत होती है और किसान का भी कोई नुकसान नहीं होता है. रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने की अमरनाथ यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा की सफलता के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कश्मीर के लोग अमरनाथ यात्रियों की सेवा और मदद करते हैं. इस बार अमरनाथ यात्रा में पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग अमरनाथ यात्रा से लौटकर आते हैं, वह जम्मू-कश्मीर के लोगों की गर्मजोशी और अपनेपन की भावना के कायल हो जाते हैं. वहीं उत्तराखंड में भी चार धाम की यात्रा के लिए रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं. छात्रों के लिए श्रीहरिकोटा जाने का मौका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विद्यार्थियों के लिए दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी. पीएम मोदी ने कहा कि क्विज कॉम्पीटिशन के जरिए सबसे ज्यादा नंबर पाने वाले बच्चों को  7 सितंबर को श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा और चंद्रयान 2 की लैडिंग देखने का मौका मिलेगा. पीएम मोदी ने कहा कि क्विज कॉम्पीटिशन के जरिए श्रीहरिकोटा जाने का जो अवसर मिलने वाला है, इसको किसी भी हालत में जाने मत देना. पीएम मोदी ने कहा कि माइगॉव ऐप पर 1 अगस्त को क्विज की जानकारी दी जाएगी. कश्मीर के लोगों में विकास के लिए उत्साह प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कश्मीर के लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए बेताब हैं. पीएम ने कहा कि बैक टु विलेज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दूर-दराज के गांवों से भी लोग शामिल हुए. शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग के गांवों में अधिकारियों का भव्य स्वागत किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग नफरत फैलाना चाहते हैं, वे अपने मकसद में कभी सफल नहीं हो पाएंगे. चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग देश की सफलता प्रधानमंत्री ने चंद्रयान मिशन 2 का जिक्र करते हुए कहा कि हमें अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना चाहिए. वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके चंद्रयान की तकनीकी खामी को इतनी जल्दी ठीक कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जीवन में मुश्किलों को पार करने की हिम्मत होनी चाहिए. आसमान के पार और अंतरिक्ष में भारत की सफलता गर्व का प्रतीक है. चैम्पियन्स ने बढ़ाया देश का सम्मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के चैम्पियनों को बधाई देते हुए कहा, हमारे देश के दस चैम्पियन्स ने टूर्नामेंट में मैडल जीते. इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो एक से ज्यादा खेलों में मैडल जीते. पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है और हमारे देश का सम्मान बढ़ा है.
सिद्धारमैया के डॉक्टर बेटे संभाल पाएंगे वरुणा सीट से विरासत?
कर्नाटक विधानसभा चुनाव का सियासी तापमान काफी गर्म हो चुका है. एक तरफ जहां राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस ने अपनी पिछली सीटों पर किलेबंदी शुरू कर दी है. वहीं बीजेपी बीएस येदियुरप्पा के चेहरे के सहारे उसमें सेंध लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं, ताकि एक बार फिर कर्नाटक की सियासत में कमल खिल सके. इन सबके बीच राज्य की हाईप्रोफाइल माने जाने वाली वरुणा विधानसभा सीट का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. कर्नाटक में कांग्रेस का चेहरा और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जहां अपनी दो बार की जीती हुई वरुणा विधानसभा सीट से अपने बेटे यतींद्र सिद्धारमैया को उतारा है. बीजेपी सीएम के बेटे की सीट पर घेराबंदी करने में जुटी है. बीजेपी के थोटाडप्पा बस्वाराजू सहित 16 उम्मीदवार मैदान में हैं. 2008 में वरुणा सीट को मिली पहचान कर्नाटक के मैसूर जिले के तहत आने वाली वरुणा विधानसभा सीट 2008 में वजूद में आई है. मार्च 2007 में न्यायमूर्ति कुलदीप सिंह की अध्यक्षता वाले भारतीय परिसीमन आयोग (डीसीआई) ने बन्नूर विधानसभा क्षेत्र को खत्म कर वरुणा विधानसभा क्षेत्र के गठन को मंजूरी दी थी. 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में सिद्धारमैय ने वरुणा सीट से उतरकर जीत हासिल की. सिद्धारमैया दो बार जीते राज्य के 2008 में हुए विधानसभा सभा चुनाव में वरुणा सीट से कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के 71 हजार 908 वोट मिले. जबकि बीजेपी उम्मीदवार एल रवीनसिद्धैया 53 हजार 71 वोट मिले. इस तरह से सिद्धारमैया ने18 हजार 837 मतों के बीजेपी को मात दी थी. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में सिद्धारमैया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कर्नाटक जनता पक्ष (केजीपी) के उम्मीदवार कापू सिद्धा लिंग्स्वामी को 29 हजार 641 वोटों से हराया था. पिछले चुनाव में सिद्धारमैया को 84 हजार 385 वोट हासिल मिले थे. सियासी विरासत बेटे के नाम 2013 में कर्नाटक की सत्ता की कमान संभालने वाले सिद्धारमैया ने अपने बड़े बेटे राकेश सिद्धारमैया को राजनीति में लाने की इच्छा जताई थी. लेकिन पिछले साल जुलाई माह में राकेश के निधन हो जाने के चलते वो सपना सकार नहीं हो सका. इसके बाद सिद्धारमैया ने अपने छोटे बेटे यतींद्र सिद्धारमैया को विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की कमान सौंपी है. पेशे से चिकित्सक यतींद्र को राज्य सरकार ने वरुणा विधानसभा क्षेत्र की सतर्कता समिति का पहले अध्यक्ष नियुक्त किया. उन्हें क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी करने के लिए सशक्त बनाया गया. इसके बाद इस बार उन्हें कांग्रेस ने प्रत्याशी के तौर पर उतारा है. बीजेपी ने उतारा बस्वाराजू को सिद्धारमैया के दुर्ग कहे जाने वाले वरुणा सीट पर उनके बेटे को मात देने के लिए बीजेपी ने थोटाडप्पा बस्वाराजू चुनाव मैदान में उतारा है. थोटाडप्पा बस्वाराजू लिंगायत समुदाय से हैं और 1980 से बीजेपी में है. नरसिंहपुर के रहने वाले बस्वाराजू क्षेत्र में 'थोटाडप्पा होम नेस्ट' नाम के एक होटल के मालि हैं. येदियुरप्पा के बेटे की साख दांव पर वरुणा सीट पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और बीजेपी के युवा मोर्चा के महासचिव बीवाई विजयेंद्र को यहां से टिकट दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन आलाकमान ने उनका टिकट काटकर बस्वाराजू को दे दिया. इस फैसले से पार्टी के भीतर आतंरिक कलह पैदा हो गई है. टिकट काटे जाने पर विजयेंद्र ने कहा,''पार्टी ने वरुणा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया, लेकिन मैं निराश नहीं हूं. पार्टी ने मुझे बलि का बकरा नहीं बनाया है.' उन्होंने कहा कि वह पार्टी के फैसले का पालन करेंगे और वरुणा में पार्टी उम्मीदवार के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा, "मैंने वर्षों से पार्टी के लिए काम किया है. मैंने 20 दिन पहले वरुणा में अपना काम शुरू कर दिया है." वरुणा सीट पर 16 उम्मीदवार वरुणा सीट पर जनता दल (सेक्युलर) के अभिषेक एस मानेगर, कनार्टक जनता पक्ष के उमेश सी. इंडियन न्यू कांग्रेस पार्टी के गुरुलिंघैया, सपा के निर्मला कुमारी सहित 16 उम्मीदवार हैं. पिता की सीट जीतने की चुनौती वरुणा विधानसभा सीट पर एक तरफ जहां मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र के सामने अपने पिता की सीट को बचाने का दबाव है. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा के बेटे को टिकट नहीं मिलने के कारण प्रत्याशी के रूप में उभरे थोटाडप्पा बस्वाराजू पर खुद को साबित करने की चुनौती है. ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इतेहदुल मुसलिमीन पहले ही जनता दल (सेक्युलर) को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है, जिससे मुस्लिम वोटों के कटने की आशंका भी दोनों पार्टियों को सता रही है. ऐसे में 23 उम्मीदवारों के मैदान में होने से वरुणा विधानसभा सीट पर मुकाबला कांटे का हो गया है.
Jio दिवाली धमाका ऑफर: JioPhone 2 सेल सहित ये हैं ऑफर्स
JioPhone 2 पहली बार ओपन सेल के तहत 5 नवंबर यानी आज से बेचा जा रहा है. सेल की शुरुआत हो चुकी है और यह 12 नवंबर तक चलेगी. स्टॉक रहने तक इसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. आपको बता दें कि कि JioPhone 2 ओपन सेल जियो दिवाली धमाका ऑफर के तहत है. जियो दिवाली धमाका में कुछ और भी ऑफर्स दिए जा रहे हैं. इनमें पेटीएम यूज करके खरीदारी करने पर 200 रुपये का कैशबैक दियाजा रहा है. दिवाली धमाका ऑफर के तहत कंपनी ने 1699 रुपये का सलाना प्लान लॉन्च किया है. इसके तहत 547.5GB 4G डेटा दिया जाएगा. इसके साथ अनलिमिटेड वॉयस कॉल भी मिलेगी और इसकी वैलिडिटी 1 साल की होगी. डेटा में कैपिंग है और हर दिन आप सिर्फ 1.5GB ही डेटा यूज कर पाएंगे. JioPhone 2 की कीमत 2,999 रुपये है और कस्टमर्स को पूरे पैसे देकर इसे खरीदना होगा. JioPhone 1 के साथ कंपनी ने जीरो रुपये इफेक्टिव प्राइस के साथ लॉन्च किया था, लेकिन यहां अब ऐसा नहीं है. ऑफर के तहत जियो 100% कैशबैक भी दे रहा है, लेकिन इसके लिए रिलायंस डिजिटल कूपन लेना होगा जो माइ जियो ऐप में जुड़ेगा. ये ऑफर 149 रुपये से लेकर 9999 रुपये के प्लान पर लागू होगा और  कैशबैक 31 दिसंबर तक अवैध हो जाएगा. JioPhone 2 में नए फीचर्स दिए गए हैं. इसमें QWERTY कीपैड के साथ 2.4 इंच की QVGA डिस्प्ले दी गई है. इसकी बैटरी 2,000mAh की है. इस फोन ब्लैकबेरी फोन की तरह ही चार नेविगेशन की दी गई हैं. इसमें दो सिम कार्ड लगा सकते हैं. यह फोन KaiOS पर चलता है और मेमोरी वेरिएंट की बात करें तो इसमें 512MB रैम के साथ 4GB की इंटरनल मेमोरी दी गई है. इसमें माइक्रो एसडी कार्ड का सपोर्ट भी दिया गया है जिसके जरिए 128GB तक मेमोरी बढ़ाई जा सकती है. इस फोन में फोटोग्राफी के लिए 2 मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया गया है, जबकि सेल्फी के लिए इसमें VGA फ्रंट कैमरा दिया गया है. रियर कैमरा में एलईडी फ्लैश भी दिया गया है.
कश्मीर में पहली बार ईद पर कर्फ्यू, छुट्टी के दिन भी MHA के कंट्रोल रूम में बने रहे अधि‍कारी
बकरीद के मौके मंगलवार को जहां कश्मीर के हालात को लेकर एक तरफ सुरक्षा बलों को शांति बनाने के लिए पूरे निर्देश दिए गए थे, वहीं केंद्र सरकार भी कश्मीर की स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए थी. गृह मंत्रालय के अधिकारी कश्मीर की स्थिति को देखते हुए बकरीद की आधिकारिक छुट्टी होने के बावजूद भी कार्यालय में मौजूद रहे. गृह सचिव राजीव महर्षि, ज्वॉइंट सेक्रेटरी जम्मू-कश्मीर डिवीजन नॉर्थ ब्लॉक में स्थिति को मॉनिटर करने के लिए मौजूद रहे. बता दें कि सोमवार की शाम भी गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एनएसए अजीत डोभाल और आईबी चीफ के बीच कश्मीर के हालात को लेकर बैठक हुई, जिसमें सुरक्षा बलों को सुरक्षा चाक चौबंद करने के निर्देश थे. दो प्रदर्शनकारियों की मौत उधर, कश्मीर घाटी में हिंसा का दौर अभी भी शांत नहीं हुआ है. बांदीपोरा और शोपियां में जहां प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है, वहीं बांदीपोरा के अलावा श्रीनगर में भी कई जगह हिंसा हुई है. कई वर्षों बाद यह पहला मौका है जब घाटी में ईद के मौके पर 10 जिलों में कर्फ्यू लगा. घाटी में निगरानी के लिए हेलीकॉप्टरों और ड्रोन को भी तैनात किया गया. कुछ इलाकों में लोगों के जुटने पर ड्रोन ने सुरक्षा बलों को पहले ही चेतावनी दे दी, जिसके बाद वहां भी तैनाती कर दी गई. हजरतबल मस्जिदों में नहीं अदा की गई नमाज अलगाववादियों की ओर से हिंसा की आशंका के बीच सुरक्षा बल बड़ी संख्या में सड़कों पर तैनात किए गए. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के उभार के बाद इस साल हालात को देखते हुए ऐसा पहला मौका था, जब ईदगाह और हजरतबल मस्जिदों में ईद की नमाज आयोजित नहीं की गई. लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत दी गई थी और ये कहा गया था कि परिवार वालों के साथ ईद मनाएं तो ज्यादा बेहतर होगा. तनावपूर्ण स्थिति के कारण सरकार पहले ही सभी टेलीकॉम नेटवर्कों की इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के आदेश दे चुकी है. सरकारी दूरसंचार सेवा बीएसएनएल के अलावा सभी नेटवर्कों की मोबाइल सेवा भी अगले कुछ दिन तक बंद रहेगी.
IPL-5: लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचा चेन्नई सुपर किंग्स
एम.ए.चिदम्बरम स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम ने दिल्ली डेयरडेविल्स को 86 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां रविवार को उसका मुकाबला कोलकाता नाइटराइडर्स से होगा. सुपरकिंग्स की ओर से रखे गए 223 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी डेयरडेविल्स टीम 16.5 ओवरों में 136 रन बनाकर पैवेलियन लौट गई. डेयरडेविल्स की ओर से सलामी बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने सबसे अधिक 55 रन बनाए. आईपीएल के इतिहास में यह रनों के लिहाज से सातवीं सबसे बड़ी जीत है. लक्ष्य का पीछ करने उतरी डेयरडेविल्स ने 17 रन के कुल योग पर विस्फोटक बल्लेबाज डेविड वार्नर के विकेट गंवा दिए. वार्नर को बेन हिल्फेनहाउस की गेंद पर मुरली विजय ने कैच किया. उन्होंने तीन रन बनाए. कप्तान वीरेंद्र सहवाग कुछ खास नहीं कर सके और वह एक रन के निजी योग पैवेलियन लौट गए. सहवाग को एल्बी मोर्कल ने माइकल हसी के हाथों कैच कराया. रॉस टेलर ने 14 गेंदों पर एक चौके और दो छक्के की मदद से ताबड़तोड़ 24 रन जरूर बनाए लेकिन वह भी ड्वेन ब्रावो की एक बेहतरीन गेंद पर सुरेश रैना को कैच थमाकर चलते बने. टेलर ने जयवर्धने के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 52 रनों की साझेदारी की. हरफनमौला आंद्रे रसेल को 17 रन के निजी योग पर रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर ब्रावो ने कैच किया. रसेल ने जयवर्धने के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 32 रन जोड़े. विकेट कीपर बल्लेबाज नमन ओझा कुछ खास योगदान नहीं दे सके और वह सात रन के निजी योग पर शादाब जकाती की गेंद पर विजय को कैच थमा बैठे. बेहतरीन लय में दिख रहे महेला जयवर्धने को अश्विन ने बोल्ड किया. जयवर्धने ने 38 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के लगाए. इसके बाद वेणुगोपाल राव भी 10 रन के निजी योग पर रनआउट हो गए. आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे ऑफ स्पिनर सनी गुप्ता को जकाती की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने स्टंप किया. सनी खाता भी नहीं खोल सके. वरुण एरॉन खाता खोले बगैर रन आउट हुए जबकि पवन नेगी आठ रन पर नाबाद रहे. सुपरकिंग्स की ओर से अश्विन ने तीन और जकाती ने दो जबकि हिल्फेनहाउस, मोर्कल, और ब्रावो ने एक-एक विकेट झटके. इससे पहले सुपरकिंग्स ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 222 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के 58 गेंदों पर 15 चौकों और चार छक्कों की मदद से बनाए गए 113 रन शामिल है. इससे पहले, डेयरडेविल्स ने टॉस जीतकर सुपरकिंग्स को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. सुपरकिंग्स की ओर से विजय और माइकल हसी ने शानदार शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 68 रन जोड़े. हसी के रूप में सुपरकिंग्स का पहला विकेट गिरा. उन्हें वरुण एरॉन ने 20 रन के निजी योग पर विकेट कीपर नमन ओझा के हाथों कैच कराया. इसके बाद सुरेश रैना ने 17 गेंदों पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 27 रन बनाकर पवन नेगी की गेंद पर उन्हीं को कैच थमाकर चलते बने. रैना ने विजय के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 69 रन जोड़े. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी 23 रन के निजी योग पर एरॉन के दूसरे शिकार हुए. एरॉन ने धोनी को नेगी के हाथों कैच कराया. धोनी ने विजय के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 36 रन जोड़े. एल्बी मोर्कल (0) को उमेश यादव ने ओझा के हाथों विकेट के पीछे लपकवाया वहीं विजय रन आउट हुए. हरफनमौला ड्वेन ब्रावो ने 12 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 33 रन बनाए. ब्रावो ने विजय के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 39 रन जोड़े. डेयरडेविल्स की ओर से एरॉन ने दो जबकि यादव और नेगी ने एक विकेट झटका. मैच के लिए टीम इस प्रकार थी. चेन्नई सुपर किंग्सः मुरली विजय, माइक हसी, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी, ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, एल्बी मोर्कल, आर अश्विन, बेन हिलफनहाउस, शादाब जकाती, सुब्रमण्यम बद्रीनाथ. दिल्ली डेयरडेविल्सः वीरेंद्र सहवाग, डेविड वार्नर, महेला जयवर्धने, नमन ओझा, रॉस टेलर, वेणुगोपाल राव, सनी गुप्ता, पी नेगी, वरुण एरॉन, उमेश यादव, आंद्रे रसेल.
जॉब बदलने की सोच रहे हैं तो ये 5 पांच स्किल्‍स होने ही चाहिए...
हर किसी के जीवन में एक ऐसा समय आता है, जब वह करियर को आगे बढ़ाने के लिए नए अवसरों के बारे में सोचने लगते हैं.  हालांकि, आज के इस प्रतिस्पर्धी बाजार में अपने टैलेंट के हिसाब से जॉब ढूंढना मुश्किल भरा काम हो गया है. अधिकांश कंपनियां ऐसा कैंडिडट चाहती हैं, जिनमें एक से ज्यादा विषय में प्रतिभा हो. इसलिए अगर आप भी अच्छी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखिए- 1. IQ के साथ EQ भी जरूरी हो सकता है अपका IQ बहुत अच्छा हो, लेकिन IQ के साथ EQ अच्छा होना भी उतना ही जरूरी है. आजकल कंपनी के HR ये देखते हैं कि आप एक टीम के साथ कैसा व्यवहार करते हैं. EQ को बेहतर करने के लिए जरूरी है कि आप खुद को विपरीत स्थिति के अनुकूल बनाये रखें. ताकि आप स्थिति पर बेहतर नियंत्रण कर सकें. 2. .कम्युनिकेशन स्किल्‍स यह जरूरी नहीं है कि हर इंसान को अपनी बात रखने का सलीका आता ही हो. किसी भी प्रोफेशनल के लिए कम्युनिकेशन स्किल्स सबसे जरूरी हैं. जब तक आप अच्छे से कम्युनिकेट नहीं कर पाएंगे आपकी ग्रोथ नहीं होगी. 3.किसी काम को सीखने की लगन किसी नए काम को सीखने में हमारा ही फायदा है. भविष्य को कोई नहीं जानता है. ये जरूरी नहीं की सीख कहां से मिली है, सीख कहीं से भी मिली हो उससे हमें फायदा ही होगा. इसीलिए अगर कुछ सीखने को मिले तो उसे सीखें जरूर. 4.समय प्रबंधन सफलता के लिए कर्म के साथ ही समय प्रबंधन भी बेहद जरूरी है. उचित समय पर किया गया कर्म हमेशा फलदायी होता है. सफल वही लोग होते हैं जो लक्ष्य तय करने और उसकी प्राप्ति के लिए अपनी प्राथमिकताएं तय करते हैं. ऐसे लोगों को यह मालूम होता है कि उन्हें कितने समय में अपने कार्यों को पूरा करना है. 5.फीडबैक feedback आपके व्यक्तित्व को विकसित करने का सबसे सस्ता एवं शक्तिशाली हथियार है. हममें से कोई भी सर्वश्रेष्ठ होने का दावा नहीं कर सकता. हमको दिए हुए सुझावों पर विचार करके ही हम अपना व्यक्तित्व निखार सकते हैं.
पॉन्‍डीचेरी: नाबालिग को अगवा कर किया रेप
पॉन्‍डीचेरी में दो युवकों ने एक नाबलिग लड़की का अपहरण करके उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनमें से एक बस कंडकटर है. पुलिस को बुधवार को इस घटना की सूचना मिली और इसके कुछ घंटे बाद ही उसने कंडकटर और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया. पीड़ित लड़की का ताल्लुक गरीब परिवार से है और वह एक सरकारी स्कूल की छात्रा है. उसे राजीव गांधी सरकारी महिला एवं बाल अस्पताल में चिकित्सा जांच के लिए भर्ती कराया गया है. लड़की का एक जनवरी से पता नहीं चल रहा था. उस दिन वह ट्यूशन पढ़ने के बाद घर के लिए रवाना हुई थी और रास्ते में उसे कथित तौर पर अगवा कर लिया गया. पुलिस के अनुसार बस कंडकटर मुथू ने बस स्टैंड पर लड़की से कहा कि उसकी मां हादसे में घायल हो गई है और उससे मिलना चाहती है. इस कारण लड़की उसके साथ चली गई. इसके बाद इस कंडकर और उसके साथी ने लड़की को किसी तरह अचेत कर दिया और फिर निकट विल्लूपुर में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. पुलिस अधीक्षक पलानिवेलू ने कहा कि आईपीसी की धारा 366 (अपहरण) और 376 (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
बच्चों की पढ़ाई के लिए दो नौकरी करते हैं आधे से ज्यादा पैरेंट्स!
हाल ही में आई एक रिपोर्ट साबित करती है कि अपने बच्चों के लिए भरतीय पैरेंट्स अपनी खुशियों और आराम को भी त्याग देते हैं. रिपोर्ट के अनुसार करीब आधे पैरेंट्स बच्चों की यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के लिए पैसे उधार लेते हैं और अपनी छुट्टियों का त्याग करते हुए ज्यादा काम करते हैं. यह रिपोर्ट एक एचएसबीसी ग्लोबल सर्वे के आधार पर तय की गई, जो 15 देशों के करीब 10 हजार पैरेंट्स और 1500 स्टूडेंट की जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है. सर्वे में यह भी सामने करीब 84 फीसदी पैरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए अपनी इनकम पर ही निर्भर रहते हैं, वहीं 41 फीसदी पैरेंट्स के पास शिक्षा के लिए कोई स्पेशल फंड नहीं जोड़ा गया है. पैरेंट्स को जरूर पता होनी चाहिए बच्चों से जुड़ी ये 6 बातें कितना पैसा खर्च करते हैं पैरेंट्स सर्वे के अनुसार भारतीय माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए औसत 5560 डॉलर खर्च करते हैं. वहीं करीब 64 फीसदी पैरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज का सहारा लेते हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक दिक्कत के चलते कई पैरेंट्स बच्चों के लिए कई सुविधाएं त्याग देते हैं. बच्चे बड़े हो जाएं तो मां-बाप भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां! पेरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए बाहर खाना ना खाकर, फिल्में ना देखकर पैसे की बचत करते हैं जबकि 59 फीसदी छुट्टी लेने से बचते हैं और 49 फीसदी ज्यादा काम करते हैं या पैसे कमाने के लिए दूसरी नौकरी का सहारा लेते हैं.
टाटा मोटर्स ने उतारी अपनी नई छोटी कार बोल्ट
टाटा मोटर्स ने अपनी नई छोटी कार बोल्ट पेश कर दी है जो मारुति स्विफ्ट , हुंडई आई10 , आई20, होंडा जैज़ और शेवरले बीट को टक्कर देगी. गुरुवार को टाटा ने यह कार दिल्ली में लॉन्च की. इस कार की प्री बुकिंग चल रही है और इसकी कीमत 4.4 लाख रुपये (एक्स शो रूम दिल्ली) से शुरू है. डीजल मॉडल 5.49 लाख रुपये से शुरू है. यह टाटा विस्ता के प्लेटफॉर्म पर आधारित है और सवा तीन मीटर लंबी है. इसमें पेट्रोल और डीजल दोनों ही तरह के इंजन हैं. डीजल मॉडल में 1.3 लीटर क्वॉड्राजेट डीजल मोटर है जबकि पेट्रोल में 1.2 लीटर रेवोट्रॉन. इन दोनों इंजनों के लिए पांच स्पीड का गियर बॉक्स है. इस कार में कई तरह के नए फीचर हैं जैसे जीपीएस नेविगेशन, डुअल एयरबैग्स, एबीएस, कॉर्नर स्टैबिलिटी कंट्रोल वगैरह. इस कार का अगला हिस्सा पहले वाले मॉडलों से कहीं ज्यादा सुंदर है और इसके हेडलैंप खास तरह के हैं जो आंखों का लुक देते हैं. इस कार के टॉप मॉडल में हरमन टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है जबकि कम दाम वाले में यह टचस्क्रीन नहीं है.
झारखंड पर बीजेपी का अभी कोई फैसला नहीं
झारखंड के नए मुख्यमंत्री पर सस्पेंस अब भी खत्म नहीं हुआ है. बीजेपी ससंदीय बोर्ड़ की बैठक में सीएम के नाम पर फैसला नहीं हो सका. दिल्ली में बीजेपी ससंदीय बोर्ड की बैठक के बाद बीजेपी नेता अनंत कुमार ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री शिबु सोरेन ने बीजेपी को झारखंड का नेतृत्व सौंपने की पेशकश की है और इसलिए बीजेपी ने समर्थन वापसी के फैसले पर फिलहाल रोक लगा दी है. झारखंड के नए सीएम पर फैसले के विषय पर पूछे जाने पर बीजेपी नेता अनंत कुमार ने कहा कि राज्य ईकाई औऱ सहयोगी दलों से बात की जाएगी और उसके बाद कोई फैसला होगा.
यूपीः रेप के बाद युवती की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक लड़की के साथ बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या करने वाला दरिंदा पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया. पुलिस अधीक्षक अनीस अंसारी ने बताया जिले के हल्दी थानाक्षेत्र में एक 22 वर्षीय लड़की की बलात्कार के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. जिसका आरोपी राजेश साहनी हत्या के बाद फरार हो गया था. पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी उसके कब्जे से बरामद कर लिया. एसपी अंसारी के मुताबिक राजेश साहनी और युवती के बीच अवैध संबंध थे. राजेश पहले से विवाहित था. लड़की उसे ब्लैकमेल कर रही थी. जिससे तंग आकर दो दिन पहले 25 जनवरी को राजेश ने पहले उसके साथ बलात्कार किया. और उसके बाद तेजधार चाकू से एक एक कर उसकी उंगलियां काट लीं. और बाद में चाकू से उसके जिस्म को कई जगह से काट डाला. जिसकी वजह से उस लड़की की मौके पर ही मौत हो गई. बलात्कार और हत्या की इस वारदात को अंजाम देकर राजेश मौके से फरार हो गया था. पुलिस अधीक्षक अंसारी के मुताबिक पूछताछ के दौरान राजेश साहनी ने बताया कि लड़की की ब्लैकमेलिंग से उसके दाम्पत्य जीवन में कटुता आ गई थी. उसके घर में अक्सर झगड़ा होने लगा था. इसलिए उसने लड़की को मौत की नींद सुला दिया. पुलिस ने उसके खिलाफ बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद जिला कारागार भेज दिया गया है.
डाक विभाग में 10वीं के लिए भर्ती, बिना परीक्षा-इंटरव्यू के होगा चयन
हरियाणा पोस्टल सर्किल ने 'ग्रमीण डाक सेवक' पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. इस भर्ती के माध्यम से 682 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा और चयनित उम्मीदवारों की जल्द ही नियुक्ति की जाएगी. अगर आप भी इस भर्ती में अप्लाई करना चाहते हैं और इन पदों के योग्य हैं तो आप आवेदन करने की आखिरी तारीख से पहले अप्लाई कर सकते हैं. पद का विवरण 682 ग्रामीण डाक सेवक पदों के लिए निकाली गई इस भर्ती में ओबीसी के लिए 130, एससी के लिए 124 और अनारक्षित वर्ग के लिए 401 पद आरक्षित हैं. JSSC ने 10वीं के लिए निकाली वैकेंसी, 20200 होगा पे-स्केल योग्यता इस भर्ती में किसी भी मान्यता बोर्ड से 10वीं पास कर चुके उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. आयु सीमा भर्ती में 18 साल से 40 तक के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं और यह उम्र 03.12.2018 के आधार पर तय की जाएगी. UP में 69 हजार पदों पर टीचर भर्ती, जानें- कब तक कर सकेंगे अप्लाई? आवेदन फीस आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को 100 रुपये फीस का भुगतान करना होगा, जबकि एससी-एसटी और महिला उम्मीदवारों को फीस नहीं देनी होगी. आवेदन करने की आखिरी तारीख आवेदन की प्रक्रिया 3 दिसंबर 2018 से शुरू हो गई है. उम्मीदवार 2 जनवरी 2019  तक आवेदन कर सकते हैं. कैसे करें अप्लाई इच्छुक उम्मीदवार डाक विभाग की वेबसाइट www.appost.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. कैसे होगा सलेक्शन उम्मीदवारों का चयन 10वीं के अंकों के आधार पर होगा. वहीं चुने गए उम्मीदवारों की नियुक्ति हरियाणा में होगी. वहीं  पे- स्केल 10 हजार रुपये है. नोट: उम्र सीमा, फीस और वैकेंसी से संबंधित अन्य जानकारी के लिए नोटिफिकेशन देखें, इस लिंक पर क्लिक करें.
दिवालिया होने की कगार पर जेपी इंफ्रा, 32 हजार फ्लैट्स का सपना अधर में
नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल एनसीएलटी ने आईडीबीआई बैंक द्वारा कर्ज में डूबी जेपी इंफ्राटेक के खिलाफ दायर ऋण शोधन याचिका (इंसॉल्वेंसी पेटीशन) स्वीकार कर ली है. जेपी इंफ्राटेक ने नियामकीय सूचना में कहा कि एनसीएलटी की इलाहाबाद पीठ ने दिवाला एवं रिण शोधन अक्षमता संहिता 2016 की धारा सात के तहत आईडीबीआई बैंक की याचिका स्वीकार की गई है. इसमें कहा गया है कि कंपनी की तरफ से याचिका के बाद एनसीएलटी की इलाहाबाद पीठ ने नौ अगस्त को आईडीबीआई बैंक की याचिका स्वीकार कर ली और अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया है. इसे भी पढ़ें: नोटबंदी के असर पर बने सस्पेंस से आरबीआई जल्द उठाएगा पर्दा यूं दिवालिया घोषित हो सकती है जेपी इंफ्रा जेपी इंफ्राटेक समस्या से जूझा रही है. कंपनी ने नोएडा और आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण किया है. कंपनी कर्ज में कमी लाने के लिये अपनी संपत्ति बेच रही है. इस फैसले के बाद एनसीएलटी की तरफ से अब जेपी इंफ्रा को 180 दिन की मोहलत दी जाएगी जिसमें उसे अपना कर्ज लौटाने का रोडमैप देना होगा. यदि जेपी इंफ्रा रोडमैप देने में फेल होती है तो अगले 90 दिनों की नोटिस के बाद जेपी इंफ्रा की पूरी संपत्ति बेचने और उसे दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इसे भी पढ़ें: 34,000 करोड़ की एंबी वैली को नीलामी से बचाने की आखिरी कोशिश किसे होगा नुकसान गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में बड़े रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में निवेश कर चुकी जेपी इंफ्रा लगभग 32 हजार रेजिडेंशियल यूनिट बना रहा है. इस निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के लिए वह ग्राहकों से पैसे भी ले चुकी है. लिहाजा, यदि जेपी इंफ्रा को दिवालिया घोषित किया जाता है तो इसका सबसे बड़ा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जिन्होंने लंबे समय से जेपी प्रोजेक्ट में अपना पैसा लगाया है. दिवालिया घोषित होने के बाद लोगों का घर का सपना तो टूटना तय है लेकिन खतरा उनके निवेश किए गए पैसे पर भी मंडरा रहा है.
ग्लोइंग स्किन चाहती हैं तो लगाएं स्ट्रॉबेरी फेस पैक, झट से दिखेगा असर
आज 20 मई को Pick Strawberry Day मनाया जाता है. दरअसल फलों की रानी स्ट्रॉबेरी का सेवन करने का यह सबसे अच्छा महीना होता है. स्ट्रॉबेरी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण स्वादिष्ट होन के साथ त्वचा में कसाव और दमक लाने का काम भी करते हैं. आइए आज इस मौके पर जानते हैं स्ट्रॉबेरी के कुछ ऐसे फेस पैक के बारे में जिनकी मदद से आप सेहत के साथ अपने सौन्दर्य में भी चार चांद लगा सकती हैं. स्ट्रॉबेरी फ्रेश क्रीम मास्क- इस मास्क को बनाने से पहले सबसे पहले आपको चाहिए स्ट्रॉबेरी प्यूरी. इस प्यूरी में फ्रेश क्रीम (ड्राई स्किन) और दही (ऑयली स्किन) के साथ एक चम्मच शहद मिला लें. अब इस मास्क को 10 मिनट के लिए चेहरे पर लगा छोड़ दें. इसके बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धोकर साफ कर लें. यह चेहरे से मुंहासों को दूर कर स्किन पर चमक और निखार लाता है. स्ट्रॉबेरी फेस मास्क- इस फेस मास्क को बनाना बेहद आसान है. इसे बनाने के लिए आपको 3 से 4 स्ट्रॉबेरी की प्यूरी बनानी है. अब इस प्यूरी को 15 मिनट के लिए ऐसे ही अपने चेहरे पर लगा रहने दें. 15 मिनट बाद मास्क के सूखने पर चेहरे को सादे पानी से धो लें. इस मास्क का इस्तेमाल करने पर आपके चहेरे पर चमक के साथ कसाव भी आएगा. स्ट्रॉबेरी और चॉकलेट मास्क- स्ट्रॉबेरी को मसलकर उसका पेस्ट तैयार कर लें. इस पेस्ट में शहद के साथ कोको पाउडर मिलाकर उसका पेस्ट तैयार कर लें. इस पेस्ट को 15 मिनट के लिए चेहरे पर लगा छोड़ दें. यह मास्क प्राकृतिक तरीके से चेहरे की मृत त्वचा की परत उतारता है. शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण स्किन को मुलायम बनाता है जबकि स्ट्रॉबेरी और कोको स्किन में चमक लाने का काम करते हैं. स्ट्रॉबेरी और नींबू मास्क- त्वचा में चमक लाने के लिए स्ट्रॉबेरी और नींबू से बना मास्क लगाएं.  यह आपकी स्किन से टैन को दूर करके रंगत को निखारने का काम करता है. इस मास्क को बनाने के लिए स्ट्रॉबेरी पेस्ट में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर फेस पर 10 मिनट के लिए इस मास्क को लगाएं. थोड़ी देर बाद चेहरे को गुनगुने पानी से साफ कर लें.
भारत में भी खुल सकेंगे विदेशी विश्‍वविद्यालय
सरकार ने विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए भारत में परिसर खोलकर डिग्रियों की पेशकश करने के प्रस्ताव को आज हरी झंडी दे दी. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में यहां हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया. कैबिनेट ने विदेशी शैक्षिक संस्थान (प्रवेश नियमन एवं परिचालन) विधेयक 2010 को मंजूरी दी है, जिससे अब इसे संसद में पेश करने का रास्ता साफ हो गया है. मानव संसाधन विकास मंत्री ने विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी के बाद कहा, ‘यह विधेयक हमारे लिए मील का पत्थर है, जो विकल्प, प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता का विस्तार करता है.’ विधेयक में भारत में केन्द्र स्थापित कर डिग्रियां की पेशकश करने वाले विदेशी संस्थानों के प्रवेश और परिचालन के नियमन का प्रावधान भी है. यह विधेयक वाम दलों सहित अलग अलग वगो’ के कुछ प्रावधानों पर विरोध के कारण पिछले चार साल से अटका हुआ था. पिछले साल विधेयक को सचिवों की समिति के हवाले किया गया था, जिसने कुछ प्रावधानों में संशोधन किया. इसके बाद विधेयक को बिना किसी बदलाव के मंजूरी दे दी गयी. प्रस्तावित कानून किसी विदेशी संस्थान को भारत में कैम्पस खोलने के लिए मंजूरी प्रदान करने के आठ महीने के समयबद्ध कार्यक्रम की पेशकश करता है. विदेशी संस्थानों को इस विधि में पंजीकरण प्रक्रिया के विभिन्न स्तरों से गुजरना होगा और अंतत: उन्हें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) या किसी अन्य नियामक संस्था से पंजीकरण मिलेगा.
प्रियंका पर निशाना? कैलाश बोले- चॉकलेटी चेहरों के बूते कांग्रेस लड़ना चाहती है चुनाव
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री पर विवादास्पद बयान दिया है. शनिवार को कैलाश विजयवर्गीय ने प्रियंका गांधी वाड्रा की तुलना करीना कपूर और सलमान खान जैसे फिल्मी सितारों से करते हुए कहा कि कांग्रेस 'चॉकलेटी चेहरों' के बूते अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है. विजयवर्गीय ने इंदौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "कभी कोई कांग्रेस नेता मांग करता है कि करीना कपूर को भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़वाया जाए, तो कभी इंदौर से चुनावी उम्मीदवारी को लेकर सलमान खान के नाम पर चर्चा की जाती है, इसी तरह, प्रियंका को कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में ले आया जाता है." उन्होंने कहा, "उनके पास नेता नहीं है, इसलिए वो चॉकलेटी चेहरे के माध्यम से चुनाव में जाना चाहते हैं, ये उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी को दिखाता है...कोई करीना कपूर के माध्यम से चुनाव में जाना चाहता है, कोई सलमान का, कभी प्रियंका गांधी को ले आते हैं." BJP's Kailash Vijayvargiya: Unke paas leader nahi hain, isliye wo chocolatey chehre ke madhyam se chunav mein jaana chahte hain. Ye unke andar atmavishwas ke kami ko dikhata hai... Koi Kareena Kapoor ka naam chalata hai, koi Salman Khan ka, kabhi Priyanka Gandhi ko le aate hain. pic.twitter.com/GhVWrnuRbR — ANI (@ANI) January 26, 2019 बता दें कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया है. रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी 4 फरवरी को कुंभ में स्नान करने के बाद अपना पद संभालेंगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विजयवर्गीय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाए. बीजेपी नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस में राहुल के नेतृत्व के प्रति आत्मविश्वास होता, तो प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाया ही नहीं जाता." प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर भी हमला बोला. किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सरकार किसानों को भरमाने के लिए कर्ज माफी का नाटक कर रही है. कमलनाथ ने कहा, "कमलनाथ सरकार पहले हमें यह बताए कि क्या उसके खजाने में 40,000 करोड़ रुपये हैं जिनके जरिये वह किसानों का कर्ज माफ करने की नौटंकी कर रही है." कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर कमलनाथ सरकार ने शिवराज सिंह चौहान की कोई भी गरीब हितैषी योजना बंद करने की कोशिश की, तो बीजेपी नेता ईंट से ईंट बजा देंगे. विजयवर्गीय के बेटे ने दी धमकी कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय भी विवादों में हैं.  आकाश विजयवर्गीय पर इंदौर नगर निगम के अधिकारियों को धमकाने का आरोप है. इससे जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आकाश विजयवर्गीय इंदौर में एक पुल के शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद दिख रहे हैं. BJP MLA Akash Vijayvargiya at an event for laying of foundation stone of a bridge in Indore,Madhya Pradesh:Mujhe bina bataye karyakram rakh diya,kal shaam suchna mili.Nagar Nigam adhikari sun lein,aage se karyakram aap samay pe puch kar rakhein, warna aap samajh jaana ki kya hoga pic.twitter.com/x2Q9Gh2RHc — ANI (@ANI) January 26, 2019 इंदौर से विधायक आकाश वीडियो में कह रहे हैं, " मुझे बिना बताए कार्यक्रम रख दिया, कल शाम सूचना मिली...नगर निगम अधिकारी सुन लें, आगे से कार्यक्रम आप समय पर पूछकर रखें, वरना आप समझ जाना कि क्या होगा." आकाश का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी उनसे पूछे बिना कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर लेते हैं.
जियोनी का सस्ता डुअल सिम स्मार्टफोन पेश, कीमत 6,499 रुपये
चीन की कंपनी जियोनी ने एक और सस्ता डुअल सिम स्मार्टफोन पेश कर दिया है. यह है P2S और यह एंड्रॉयड 4.2 पर आधारित है. कंपनी ने इसकी कीमत 6499 रुपये रखी है. यह हैंडसेट मीडियाटेक डुअल कोर 1.3 जीएचजेड प्रॉसेसर से लैस है. इस फोन का वजन 124 ग्राम है और इसकी मोटाई 9.3 मिमी है. इसका स्क्रीन 4 इंच का है जिसका रिजॉल्यूशन 800x480 पिक्सल है. एंड्रॉयड 4.2 इसका ओएस है और इसका रैम 512 है. इसकी स्टोरेज क्षमता 4जीबी की है. इसमे एक माइक्रो एसडी कार्ड स्लॉट भी है जिसमें 32 जीबी तक स्पेस है. इस हैंडसेट मे फ्रंट वीजीए कैमरा है और रियर में 5एमपी कैमरा है. इसमे एलईडी फ्लैश और वीडियो रिकॉर्डिंग क्षमता है. इसके अन्य फीचर हैं 3जी, वाई-फाई, डीटीएस 3डी सराउंड साउंड, एफएम रेडियो, जीपीएस और ब्लूटुथ. इसमें ऐक्सीलेरोमीटर, मैग्नेटिक और प्रॉक्सिमिटी सेंसर हैं. इसकी बैटरी 1600 एमएएच की है कंपनी का दावा है कि यह 12 घंटों का टॉक टाइम देती है. यह काले, सफेद, गुलाबी और नीले रंगों में उपलब्ध है. कंपनी ने इसकी कीमत निर्धारित की है 6,499 रुपये.
अक्षय कुमार की केसरी 150 करोड़ के करीब, बदला ने बनाया ये रिकॉर्ड
अक्षय कुमार स्टारर पीरियड ड्रामा केसरी ने बॉक्स ऑफिस पर मजबूत पकड़ बना रखी है. बॉक्स ऑफ‍िस के आंकड़ों पर नजर डालें तो होली वीकेंड पर र‍िलीज फिल्म ने अब तक 143 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. मार्च महीने में र‍िलीज हुई अमिताभ बच्चन, तापसी पन्नू स्टारर बदला ने भी 100 करोड़ रुपये के क्लब में एंट्री कर ली है. 150 करोड़ के करीब केसरी ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्म के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि केसरी आने वाले द‍िनों में 145 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है. 150 करोड़ तक फिल्म के लिए पहुंचना आने वाले द‍िनों की कमाई पर न‍िर्भर करेगा. केसरी के बॉक्स नई र‍िलीज होने वाली फिल्मों का असर देखने को मिलेगा. फिल्म ने भारतीय बाजार में तीसरे हफ्ते शुक्रवार को 1.65 cr, शन‍िवार 2.62 cr, रव‍िवार 3.23 cr. की कमाई की है. #Kesari is decent... Will cross ₹ 145 cr in coming days, but the journey to ₹ 150 cr will depend on its trending in Weekend 4, when it faces new films and shows get reduced further... [Week 3] Fri 1.65 cr, Sat 2.62 cr, Sun 3.23 cr. Total: ₹ 143.02 cr. India biz. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 #Kesari biz at a glance... Week 1: ₹ 105.86 cr [8 days] Week 2: ₹ 29.66 cr Weekend 3: ₹ 7.50 cr Total: ₹ 143.02 cr India biz. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 100 करोड़ क्लब में बदला फिल्म बदला ने भी बॉक्स ऑफ‍िस पर 100 करोड़ के क्लब में एंट्री पा ली है. तरण आदर्श ने फिल्म के आंकड़े शेयर करते हुए बताया कि 8 मार्च को र‍िलीज हुई बदला ने भारतीय बाजार में पांच हफ्ते में 85 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. फिल्म की नेट कमाई 100 करोड़ रुपये है. फिल्म ने पहले हफ्ते में 38 cr, दूसरे हफ्ते में 29.32 cr, तीसरे हफ्ते में 11.12 cr, चौथे हफ्ते में 5.25 cr, और पांचवे हफ्ते में रविवार तक 1.57 cr की कमाई की है. #Badla is rock-steady, despite limited showcasing at plexes... Crosses ₹ 85 cr [Nett BOC] and ₹ 100 cr [Gross BOC] in the *domestic* market... Remarkable run indeed... [Week 5] Fri 30 lakhs, Sat 55 lakhs, Sun 72 lakhs. Total: ₹ 85.26 cr. India biz. Gross BOC: ₹ 100.60 cr. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 #Badla ⁠ ⁠biz at a glance... Week 1: ₹ 38 cr Week 2: ₹ 29.32 cr Week 3: ₹ 11.12 cr Week 4: ₹ 5.25 cr Weekend 5: ₹ 1.57 cr Total: ₹ 85.26 cr India biz. SUPER HIT. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 बॉक्स ऑफ‍िस पर कायम जंगली की रफ्तार विद्युत जामवाल फिल्म जंगली बॉक्स ऑफिस पर धीरे-धीरे अपनी पकड़ बना रही है. 5 अप्रैल को र‍िलीज हुई फ‍िल्म ने दूसरे हफ्ते में टोटल 23 करोड़ की कमाई कर ली है. हालांकि फिल्म के बजट की भरपाई थियेटर के अलावा रेवेन्यू के दूसरे जरिए से हुई. जंगली ने दूसरे हफ्ते में शुक्रवार को 40 लाख, शन‍िवार 65 लाख, और रव‍िवार को 95 लाख रुपये की कमाई की. अब तक भारतीय बाजार में जंगली ने 23.20 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. दूसरे वीकेंड में  जंगली की कमाई में 85.56 फीसदी की बढ़त नजर आ रही है. #Junglee ⁠ ⁠biz at a glance... Week 1: ₹ 21.20 cr Weekend 2: ₹ 2 cr Total: ₹ 23.20 cr India biz. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 #Junglee crashes... Decline in Weekend 2 [vis-à-vis Weekend 1]: 85.56%... However, the controlled costs and recoveries from non-theatrical avenues have helped recover the budget... [Week 2] Fri 40 lakhs, Sat 65 lakhs, Sun 95 lakhs. Total: ₹ 23.20 cr. India biz. — taran adarsh (@taran_adarsh) April 8, 2019 बता दें कि विद्युत जामवाल स्टारर जंगली फिल्म का क्रेज बच्चों के बीच देखने को मिला रहा है. इसे हॉलीवुड डायरेक्टर चक रसेल ने डायरेक्ट किया है. फिलहाल जंगली में जबरदस्त एक्शन से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं. विद्युत जामवाल के स्टंट सीन को काफी सराहा गया है. विनीत जैन ने जंगली को प्रोड्यूस किया है. फिल्म के लीड स्टार विद्युत जामवाल के अलावा पूजा सावंत और आशा भट्ट लीड रोल में है.
IPL में शिल्पा ने भी लगाया था सट्टाः दिल्ली पुलिस
आईपीएल में हुई फिक्सिंग और सट्टेबाजी राजस्थान रॉयल्स के गले की हड्डी बनती जा रही है. पहले पति राज कुंद्रा सवालों के घेरे में आए और अब शिल्पा शेट्टी पर भी सट्टेबाजी आरोप लगाया जा रहा है. दिल्ली पुलिस की मानें तो शिल्पा ने आईपीएल के एक मैच में सट्टा लगाया था और एक लाख रुपये हार भी गई थीं. जांच अधिकारियों ने यह भी कहा कि उन्हें शिल्पा के पति और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा के इस बयान पर भरोसा नहीं है कि वह सट्टेबाजी में एक करोड़ रुपये गंवा चुके हैं. कुंद्रा और शिल्पा ने अपने खिलाफ आरोपों से इनकार किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वे कुंद्रा से फिर पूछताछ कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर शिल्पा को भी पूछताछ के लिए बुला सकते हैं. पुलिस ने 2 दिन पहले कुंद्रा से 11 घंटे तक पूछताछ की थी. कुंद्रा के कारोबारी साझेदार उमेश गोयनका द्वारा दर्ज एक बयान में शिल्पा और उनके पति के नाम आये. आईपीएल स्पॉट-फिक्सिंग मामले की जांच के दौरान सट्टेबाज गोयनका का बयान दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने कहा कि कुंद्रा जांच का हिस्सा बने हुए हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि कुंद्रा उनकी जांच के केंद्र में नहीं हैं क्योंकि फिलहाल उनके खिलाफ स्पॉट-फिक्सिंग को लेकर कोई सबूत नहीं है. पुलिस सूत्रों के अनुसार कुंद्रा ने पूछताछ के दौरान दावा किया था कि वह आईपीएल के चौथे सीजन में सट्टेबाजी में 50 लाख रुपये, पांचवें सीजन में 40 लाख रुपये और हाल ही में संपन्न छठे सीजन में 12.5 लाख रुपये गंवा चुके हैं.
सांची अपने बौद्ध स्मारकों के लिए लोकप्रिय है
सांची मध्यप्रदेश का एक छोटा सा गांव हैं जो रायसेन जिले में स्थित है. अपने स्तूपों के लिए प्रसिद्ध सांची में कई बौद्ध स्मारक मौजूद हैं. ईसा पूर्व तीसरी सदी से बारहवीं सदी के दौरान बने स्तूप, मठों, मंदिरों और स्तंभों के लिए जाना जाता है. यह बौद्धों का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है. ये स्तूप तोरणों से घिरे हैं जिनमें से प्रत्येक प्यार, शांति, विश्वास और साहस का परिचायक है. स्तूप के द्वार की मेहराब पर भगवान बुद्ध का जीवन चरित्र खुदा हुआ है. यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर में शामिल किया है. अगर आप सड़क या रेलगाड़ी से जा रहे हैं तो आपको पांच किलोमीटर दूर से ही सांची का स्तूप नजर आने लगेगा. ज्यों-ज्यों आप इस विशाल, शानदार स्तूप के पास पहुंचेंगे आप अलग ही एहसास से ओत-प्रोत होने लगेंगे. पहाड़ की चोटी पर स्थित यह स्तूप आपको आध्यात्मिक एहसास से लबरेज कर देगा. स्तूप नंबर वन यानि ग्रेट स्तूप के अलावा इस इलाके में कई और स्तूप, मठ, मंदिर और बेहद प्रसिद्ध अशोक की लाट भी है, ये सभी कुछ यहां तीन ईसा पूर्व से 12वीं शताब्दी के बीच यानी 1,400 सालों के दौरान बनाया गया है. महान स्तूप को मौर्य शासक अशोक ने बनवाया तो फिर शुंग शासक पुष्यमित्र ने यहां सीढ़ियां और जंगले बनाकर इसे फैलाव दिया. यह 36.5 मीटर व्यास का गोलाकार गुंबद तिहरे छाते से घिरा है, जो बुद्ध, धर्म और संघ के तीन गहनों को प्रदर्शित करता है. सांची का म्यूजियम इस परिसर में नीचे की ओर है, जहां कई कलाकृतियां मौजूद हैं. जिसमें सिंहों वाली अशोक की लाट और ब्राह्मणवादी पट्टियां जिन पर विष्णु, गणेश और देवी महिषासुर मर्दिनी को दिखाया गया है. क्या देखें यहां मौजूद 'ग्रेट स्तूप' भारत में मौजूद सबसे पुरानी शिला संरचना है जिसे सम्राट अशोक ने ईसा पूर्व तीसरी सदी में स्थापित किया था. सांची में कुल 36 मठ, 18 मंदिर, एक स्तूप के साथ ही 1 अशोक स्तंभ मौजूद हैं. हालांकि जब 1854 में पुरातात्विक विभाग ने यहां खुदाई की तो ग्रेट स्तूप के अलावा यहां तीन और स्तूप, अशोक स्तंभ, मौर्यकालीन मंदिर, गुप्तकालीन मंदिर इत्यादि मिले थे. कैसे पहुंचें हवाई मार्गः करीबी एयरपोर्ट भोपाल. रेल मार्गः करीबी प्रमुख रेलवे स्टेशन भोपाल में भी है, जो सभी प्रमुख शहरों के साथ रेल संपर्क से जुड़ा है. सड़क मार्गः यह विश्व प्रसिद्ध स्मारक राज्य की राजधानी भोपाल से सड़क मार्ग से सिर्फ 45 किमी दूर है. जबकि बेसनगर और विदिशा से इसकी दूरी 10 किलोमीटर है. यह कोटगढ़, भोपाल, विदिशा और इंदौर से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. कब जाएं अगर आप यहां घूमने जाने का मन बना रहे हैं तो यह जान लें कि यह लोगों के के लिए सुबह 8 बजे से 5 बजे तक खोला जाता है. आम लोगों को यहां घूमने में करीब एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है. यहां फोटोग्राफी करने की अनुमति है, साथ ही यहां गाईड भी मौजूद हैं.
Tech Wrap: यहां जानें आज की 5 बड़ी खबरें
यहां जानें दिनभर क्या रहा टेक जगत का हाल. हम यहां आपको टेक्नोलॉजी की दुनिया की 5 बड़ी खबरें दे रहे हैं, नीचे दिए गए लिंक्स पर क्लिक कर विस्तार से पढ़ सकते हैं हमारी पूरी खबर... नई रॉयल एनफील्ड Classic 350 ABS भारत में लॉन्च, जानें कीमत रॉयल एनफील्ड ने अपने Classic 350 गनमेटल ग्रे का ABS वर्जन भारत में लॉन्च कर दिया है. रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 गनमेटल ग्रे ABS की कीमत 1.80 लाख रुपये, ऑन-रोड (पटना) रखी गई है. कंपनी ने हाल ही में अपनी बाइक्स में एंटी-लॉक ब्रेक्स (ABS) को देना शुरू किया है. 1 नवंबर से शुरू हो रहा है फ्लिपकार्ट दिवाली सेल, मिलेंगे बंपर ऑफर्स फ्लिपकार्ट ने फेस्टिव धमाका सेल के तुरंत बाद अपनी नई सेल फ्लिपकार्ट दिवाली सेल की घोषणा कर दी है. इस सेल का आयोजन 1 नवंबर से लेकर 5 नवंबर तक किया जाएगा. इस दौरान ढेरों स्मार्टफोन्स और संबंधित प्रोडक्ट्स पर आकर्षक डील्स और डिस्काउंट दिए जाएंगे. जिन स्मार्टफोन्स को फिलहाल लिस्ट किया गया है उसमें Realme 2 Pro, Redmi Note 5 Pro और Honor 9N का नाम शामिल है. Jio यूजर्स को फ्री में मिल रहा है 8GB डेटा, ऐसे करें चेक पिछले महीने रिलायंस जियो ने भारतीय बाजार में अपने दो साल पूरे किए थे. अपनी दूसरी सालगिरह के मौके पर कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए जियो सेलिब्रेशन पैक को जारी किया था. इस पैक के तहत सितंबर के महीने में चार दिनों तक लगातार ग्राहकों को प्रतिदिन 2GB डेटा दिया था. साथ ही कंपनी ने ये भी जानकारी दी थी कि अगले महीने अक्टूबर में यूजर्स को 8GB डेटा दिया जाएगा. OnePlus 6T आज होगा लॉन्च, जानें कैसे देखें LIVE बहुप्रतिक्षित स्मार्टफोन OnePlus 6T की ग्लोबल लॉन्चिंग आज होगी. पहले इसकी तारीख 30 अक्टूबर तय की गई थी. हालांकि, ऐपल का इवेंट भी 30 अक्टूबर को ही होने की वजह इसकी तारीख में बदलाव किया गया है. OnePlus 6T की लॉन्चिंग न्यू यॉर्क में की जाएगी. दिवाली से पहले Jio ने पेश किया फेस्टिव गिफ्ट कार्ड, जानें क्या है खास टेलीकॉम दिग्गज रिलायंस Jio ने जियो फोन गिफ्ट कार्ड पेश किया है. ये खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए है जो मानसून हंगामा एक्सचेंज ऑफर के तहत फर्स्ट जेनरेशन स्मार्ट फीचर फोन को खरीदना या गिफ्ट करना चाहते हैं. इस गिफ्ट कार्ड की कीमत 1,095 रुपये रखी गई है.
BSSC CGL परीक्षा का रिजल्ट जारी
बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (BSSC) ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. इस परीक्षा के माध्यम से 3,616 कॉन्स्टेबल के पद भरे जाने हैं. परीक्षा का रिजल्ट और मेरिट लिस्ट दोनों ही ऑफिशियल वेबसाइट पर डाल दी गई है. जिन उम्मीदवारों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया था, वे अपना रिजल्ट देख सकते हैं. रिजल्ट जानने के लिए लिंक: www.bssc.bih.nic.in
मोदीराज में पार्टी के दो सिन्हा फिर खिलाफ, क्या पार्टी लेगी कोई एक्शन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काल में भारतीय जनता पार्टी या फिर उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत पार्टी में किसी के पास नहीं है. कई बार भाजपा से जुड़े लोग पार्टी की मंशा पर सवाल उठाते भी हैं, लेकिन मोदी के खिलाफ बोलने का साहस कोई नहीं दिखा पाता. ऐसे में पार्टी के 2 वरिष्ठ नेता इन दिनों लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. खास बात यह है कि दोनों का सरनेम सिन्हा ही है और दोनों ने बिहार से राजनीति की शुरुआत की. दोनों ही अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में सीनियर केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. बड़े फैसलों के खिलाफ 2 सिन्हा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यशवंत सिन्हा और शत्रुध्न सिन्हा भाजपा से जुड़े दो ऐसे राजनेता हैं जो पार्टी पर लगातार हमलावर बने हुए हैं. माना जाता है कि दोनों पार्टी में अपनी उपेक्षा से बेहद आहत हैं, शायद इसीलिए मौका मिलने पर दोनों पार्टी लाइन के खिलाफ चले जाते हैं. खास बात यह है कि पार्टी आलाकमान इन 2 नेताओं से जुड़े हर प्रकरण पर चुप्पी साध जाती है. हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से चुनाव आयोग के सिफारिश पर उनकी रजामंदी के बाद दिल्ली विधानसभा में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों की लाभ के पद मामले में सदस्यता चली गई. आप पार्टी इसे मोदी और भाजपा की साजिश बता रही है, उसने फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट चली गई है. इस मामले पर भाजपा और कांग्रेस समेत कई दल एक साथ खड़े दिख रहे हैं, लेकिन केंद्र में सत्तारुढ़ भाजपा के ये 2 वरिष्ठ नेता इन सबसे नाराज हैं और उन्होंने फिर से बगावती रुख अख्तियार कर लिया है. यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर इस फैसले को 'तुगलकशाही' करार दिया. उन्होंने ट्वीट किया, ''आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने का राष्ट्रपति का फैसला न्याय की प्रकृति के विरुद्ध है. इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही हाइकोर्ट के फैसले का इंतजार किया गया. यह तुगलकशाही का सबसे बुरा आदेश है.'' दूसरी ओर, शत्रुध्न सिन्हा भी इस फैसले के खिलाफ हो गए हैं और पार्टी की लाइन के खिलाफ जाते हुए आप पार्टी का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, " 'आप' आए, 'आप' छाए, 'आप' ही 'आप' चर्चा में विछाए. घर-घर में, हर खबर में तो किस बात की फिकर 'आप' को? हितों की राजनीति ज्यादा नहीं चलती. चिंता मत करिए, खुश रहिए!" उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि उम्मीद है और प्रार्थना करते हैं कि आपको जल्द ही न्याय मिलेगा. 'आप' की टीम और खासकर 'आप' को बहुत बहुत बधाई.' नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ सिन्हा यह पहला मौका नहीं है जब सिन्हा भाजपा के दो कद्दावर सिन्हा ने पार्टीलाइन के विपरीत जाकर लोगों को चौंकाया है. पूर्व वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा सरकार के साहसिक फैसलों नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ जमकर हमला बोल चुके हैं. उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की कई मौकों पर खुलकर आलोचना की और 'राजशक्ति' पर नियंत्रण के लिए 'लोकशक्ति' की जरूरत बताई. इसके अलावा यशवंत ने पार्टी प्रमुख अमित शाह के बेटे जयंत शाह की आय से अधिक संपति बनाने के मामले में पार्टी को आड़े हाथों लिया. इस पर उन्होंने कहा था, ऐसा लगता है कि पार्टी ने इतने वर्षों में अर्जित अपने उच्च नैतिक आधार खो दिया. यशवंत सिन्हा यहीं नहीं रुके उन्होंने पार्टी के खिलाफ अपना बागी तेवर जारी रखा. कुछ दिन पहले उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि आज की भाजपा वह भाजपा नहीं रह गई है जो अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के वक्त थी. मोदी के मंत्री 'चापलूस' यशवंत की तरह शत्रुध्न सिन्हा भी पार्टी के खिलाफ झंडा बुलंद किए हुए हैं. आप के विधायकों की सदस्यता जाने पर पार्टी की आलोचना की. वह पहले भी कई बार पार्टी के खिलाफ गए हैं. अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार कहा था, अगर भाजपा 'वन-मैन शो और टू-मैन आर्मी' से बचती है तो ही वह लोगों की उम्मीदों पर खरी उतर पाएगी. उन्होंने भी नोटबंदी और जीएसटी की खूब आलोचना की है. साथ ही मोदी के करीबी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को लगातार अपना निशाना बनाया है. नोटबंदी पर उन्होंने कहा था कि नोटबंदी से सभी को बहुत दिक्कतें हुईं, फैक्टरी बंद हो गए, उत्पादन गिर गया, बेरोजगारी बढ़ गई. त्राहिमाम की स्थिति बन गई. उन्हें ही नहीं, बहुत सारे लोगों को लगा और वह इसे छुपाकर नहीं कह सकते. साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री मोदी के 'कथन न खाऊंगा न खाने दूंगा' की नकल करते हुए कहा कि मौजूदा समय यह 'न जीऊंगा न जीने दूंगा' बन गया है. उन्होंने पिछले साल नवंबर में आरोप लगाया कि मोदी के 90 फीसदी मंत्री चापलूस हैं और उन्हें कोई नहीं जानता. हालांकि यह भी दिलचस्प है कि पार्टी के शीर्ष स्तर पर इन दोनों नेताओं के बगावती रुख के देखते हुए कुछ भी नहीं कहा गया. पार्टी भी उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही. पिछले कुछ महीनों में यशवंत सिन्हा जिस तरह से बगावती रुख बनाए हुए हैं उस तरह से उन्हें पार्टी की ओर से कड़ा दंड मिल सकता था, लेकिन पार्टी आलाकमान इस मामले में चुप्पा साधे हुए है, यही हाल 'शॉटगन' शत्रुध्न सिन्हा के साथ भी है. शायद दोनों को उम्मीद थी कि मोदीराज में उन्हें 'कुछ' मिलेगा, लेकिन उनकी आस अधूरी रह गई, वहीं पार्टी इन दोनों पर चुप रहकर यह नहीं दिखाना चाहती कि नया नेतृत्व पुराने दिग्गजों को साथ नहीं रख पा रही.
पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, पुंछ के दिगवार सेक्टर में दागे मोर्टार
पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है. बुधवार देर रात जम्मू-कश्मीर के दिगवार सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से मोर्टार दागे गए. इसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. बता दें, इस महीने कई बार पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. Jammu & Kashmir: Pakistan violated ceasefire in Digwar sector of Poonch last night; Indian Army retaliated accordingly — ANI (@ANI) July 11, 2019 पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन करता आ रहा है. राजौरी जिले में सोमवार को नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन में एक नागरिक घायल हो गया. भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान इस साल अब तक 1,248 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है. पुलिस ने कहा कि सोमवार को पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास बिना किसी उकसावे के भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी और गोलीबारी की. भारतीय सेना ने भी प्रभावी रूप से जवाब दिया. घायल नागरिक की पहचान राम स्वरूप के रूप में की गई है. उसे नौशेरा अस्पताल में दाखिल करा दिया गया. इससे पहले 11 जून को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी जवानों के अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जवान शहीद हो गया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि यह घटना शाम में हुई. आनंद ने कहा, "इस घटना में लांस नायक मोहम्मद जावेद (28) गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई. वे बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले थे."
आराम नहीं हराम
वह पिछले तीन घंटे से लगातार अपनी डेस्क पर लैपटॉप पर आंखें गड़ाए हुए हैं. फर्ज कीजिए, वे मि. एक्स हैं. हालांकि उन्हें अपने काम से बेहद प्यार भी है, लेकिन उन्हें समझ में नहीं आता कि पिछले कुछ अरसे से वे इतना झल्लाने क्यों लगे हैं, जरूरी बातें भूल जाते हैं, बात-बात पर आपा खो देते हैं और गुस्से से भर जाते हैं. आखिर क्यों? दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. पी.एन. रंजन कहते हैं, ''उन्हें गुस्सा आ रहा है क्योंकि इस वक्त उनके मस्तिष्क की तंत्रिकाओं में तनाव है. तंत्रिकाएं गुस्से में हैं." तंत्रिकाएं गुस्से में? जी हां. इस सवाल का जवाब डॉ. एडवर्ड जैकबसन की किताब प्रोग्रेसिव रिलैक्लेशन में कुछ यूं मिलता है. हमारा दिमाग लाखों-करोड़ों तंत्रिकाओं का एक विशालकाय जाल है. इंद्रियों के जरिए मिलने वाले संदेशों को ये तंत्रिकाएं मस्तिष्क तक पहुंचाती हैं. आप यूं समझ लें कि जब तक वे ये काम खुशी-खुशी कर रही हैं, आप खुशी महसूस करेंगे और जब उन्होंने आपस में लडऩा शुरू कर दिया तो आपकी भी खैर नहीं. मस्तिष्क की तंत्रिकाएं आपस में लडऩे लगें तो आपको डिप्रेशन, अवसाद, चिंता, अपच और अनिद्रा जैसी बीमारियां घेरने लगेंगी. आप तनाव में रहेंगे, स्मृति कमजोर हो जाएगी, जरूरी फाइल आलमारी में रखकर भूल जाएंगे, मीटिंग में सहकर्मियों पर गुस्सा हो जाएंगे, दुखी और तनावग्रस्त रहेंगे. तंत्रिकाओं का गुस्सा और झगड़ा बढ़ता जाए तो यह कैंसर जैसी बड़ी बीमारी का भी रूप ले सकता है. इन सबसे बचने का तरीका क्या है? तरीका एक ही है. तंत्रिकाओं के आपसी झगड़े बंद हों और वे प्यार से काम करें. लेकिन इस झगड़े के निबटारे के लिए जरूरी कदम तो खुद मि. एक्स को ही उठाने होंगे. वे जरूरी कदम क्या हो सकते हैं? मेदांता हॉस्पिटल में डिपार्टमेंट ऑफ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. रजनीश कपूर कहते हैं, ''घंटों एक ही पोजिशन में बैठकर काम करते रहना हार्ट और स्पाइन के लिए खतरनाक हो सकता है. जरूरी है कि हम बीच-बीच में उठकर बॉडी को स्ट्रेच करें, आंखों को आराम दें. और इस अपराध बोध से भी बचें कि ऐसा करना वक्त की बर्बादी है." इन सभी बातों का आशय दरअसल यह है कि आज की भागमभाग और तनाव भरी जिंदगी में आराम बहुत जरूरी है. भरपूर नींद जरूरी है. हम अपने शरीर से जितना काम लेते हैं, जरूरी है कि उसी अनुपात में उसे आराम भी दिया जाए. काम करना जरूरी है, लेकिन काम का तनाव लेना नहीं. वर्ष 2007 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, रिलैक्सेशन या आराम को गंभीरता से लेने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा 24 फीसदी तक कम हो जाता है. ऐसे लोगों का शरीर किसी संकट या आपात स्थिति में उपजे तनाव का सामना करने में भी ज्यादा सक्षम होता है. डॉ. कपूर कहते हैं, ''यह जरूरी है कि कोई न कोई व्यायाम हमारी नियमित दिनचर्या का हिस्सा हो, चाहे वह योग हो, जिम जाना, दौडऩा, तैरना या और कोई भी व्यायाम." वे बताते हैं कि सिर्फ इतना ही काफी नहीं है. इसके अलावा काम के दौरान हर घंटे पर पांच मिनट का ब्रेक लेना जरूरी है. हर एक-डेढ़ घंटे के बाद दो मिनट के लिए आंखें बंद करके कुर्सी पर सिर टिकाकर बैठ जाएं. बीच-बीच में दोनों हाथों को ऊपर करके बॉडी और पैरों को स्ट्रेज करें, गर्दन को घुमाएं और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. कोशिश करें कि लिफ्ट लेने की बजाए दफ्तर में भी सीढिय़ों का इस्तेमाल करें. इसके अलावा दोपहर के खाने के बाद पांच मिनट की नैप या झपकी कार्यक्षमता को बढ़ाती है. सिर्फ एक महीने ये करके देखें. क्या आपकी स्मृति से लेकर कार्यक्षमता तक में इजाफा हुआ है? आराम का ही एक जरूरी हिस्सा है नींद— गहरी और सुकून भरी नींद. नींद हमारी जिंदगी का इतना अहम अंग है कि अमेरिका में नेशनल स्लीप फाउंडेशन नाम की एक संस्था ही बन गई, जिसका काम अपने देश के नागरिकों की नींद पर रिसर्च करना और वे तरीके ईजाद करना है, जिससे लोगों की नींद को बेहतर किया जा सके. इस संस्था के 18 विशेषज्ञों के एक समूह ने 300 से ज्यादा शोधपत्रों के बाद वह चार्ट बनाया है, जो बताता है कि नवजात शिशु से लेकर 70 वर्ष के वृद्ध तक, हर आयु वर्ग के व्यक्ति के लिए कितनी नींद जरूरी है. दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के स्लीप स्पेशलिस्ट डॉ. एम.एस. कंवर कहते हैं, ''नींद की कमी से हार्ट अटैक, डायबिटीज, स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर और ओबिसिटी यानी मोटापे का खतरा बढ़ जाता है. नींद जरूरी है, बेहतर स्वास्थ्य के लिए, दफ्तर में ज्यादा सक्षम प्रदर्शन के लिए, प्रमोशन और इंक्रीमेंट के लिए, यहां तक कि देश की जीडीपी में बढ़ोतरी के लिए भी. जैसा कि अमेरिका की नेशनल रिसर्च काउंसिल द्वारा प्रकाशित किताब स्लीप डिसऑर्डर ऐंड स्लीप डिप्राइवेशन: ऐन अनमेट पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम काफी विस्तार से इस समस्या पर रौशनी डालती है. ध्यान भी आराम का ही विस्तार है. जैसा कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव कहते हैं, ''व्यायाम देह और ध्यान मन और आत्मा को तंदुरुस्त रखता है." इस भाग- दौड़ के वक्त में, जब किसी के पास ठहरकर अपने भीतर की आवाज सुनने का वक्त नहीं है, हमारा मूलमंत्र होना चाहिए— 'आराम हराम नहीं है.' सफल होने और शिखर पर पहुंचने के बोझ से लदा हमारा शरीर कह रहा है, मुझे आराम की जरूरत है. क्या हम सुन पा रहे हैं?
मिशन 2010 के लिए क्‍या तैयार है दिल्‍ली?
ठीक एक साल बाद दिल्ली में है कॉमनवेल्थ गेम्स, जिसमें 71 मुल्कों के हजारों खिलाड़ी शिरकत करेंगे, दिल्ली का दम दुनिया देखेगी, देश का मान सम्मान दाव पर होगा. आज तक ने उठाए 12 सवाल क्या देश के मान सम्मान से जुड़े कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार है दिल्ली. कॉमनवेल्‍थ गेम को लेकर किए गए इंतजाम पर अभी से उठ रहे हैं सवाल?  आज तक ने वक्त रहते शुरु की है मुहिम. कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारिय़ों की तहतक होगी आज तक की पड़ताल. क्या 12 महीने में तैयार हो पाएगी दिल्ली? आज तक पर 12 महीने के 12 सवाल:- 1. क्या इस साल दिसंबर तक चमक जायेंगे स्टेडियम? 2. क्या सभी जरुरी अभ्यास का इंतजाम हो पायेगा? 3. क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर के होंगे उद्घाटन और समापन समारोह? 4. क्या खिलाड़ियों को सुविधा-सहूलियतें मिल पायेंगी? 5. क्या सड़कें चिकनी-चमकदार हो पायेंगी? 6. क्या मेहमानों के मुताबिक तैयार हो पायेंगे दिल्ली के होटल? 7. क्या रहने चलने का सलीका सीखेगी दिल्ली? 8. क्या दिल्ली का नाज मेट्रो पूरी तरह सुरक्षित रहेगा? 9. क्या ट्रैफ़िक के नियम-कायदों का पालन होगा? 10. क्या दिल्ली में सुरक्षा इंतजाम पुख्ता  रहेंगे? 11. क्या दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दिल्ली आएंगे? 12. क्या दुनिया को अपना दमखम दिखा पायेगी दिल्ली? कॉमनवेल्थ खेलों का काउंटडाउन शुरु आजतक ने एक मुहिम के तहत इन सभी सवालों का सच टटोलने की कोशिश की और आज हम आपके सामने इसी सच की पूरी तस्वीर लेकर आए हैं. कॉमनवेल्थ खेलों का काउंटडाउन शुरु हो चुका है. हाथ में है सिर्फ साल भर का वक्त. मगर अबतक न तो फ्लाई ओवर्स तैयार हैं, न ही बसों की खेप आई है. यहां तक कि मेहमानों को ठहराने के लिए होटल के कमरे भी नहीं. मंदी की मार सरकार पर भी है और फंड की कमी का रोना भी है यानी डर है कि कहीं खेल बिगड़ न जाए.
बंगारू लक्ष्‍मण रिश्‍वत केस: क्‍या था पूरा मामला
दिल्ली की विशेष सीबीआई अदालत ने 11 साल पुराने रिश्‍वत केस में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को दोषी करार दे दिया है और कोर्ट सजा का ऐलान कल (शनिवार को) करेगी. सजा का ऐलान होने के तुरंत बाद सीबीआई ने बंगारू लक्ष्‍मण को हिरासत में ले लिया. एक नजर डालते हैं कि आखिर ये पूरा मामला था क्‍या: -तहलका डॉट कॉम ने 13 मार्च 2001 को फर्जी रक्षा सौदे के स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो जारी किया था. खुफिया कैमरे में बंगारु लक्ष्मण रक्षा सौदे के फर्जी एजेंट से एक लाख रुपये लेते दिखाई दिए. -तहलका डॉट कॉम के पत्रकारों ने बंगारु के सामने खुद को ब्रिटेन की वेस्ट एंड नाम की रक्षा कंपनी का एजेंट बताया और रक्षा सौदे के लिए उनसे सिफारिश करने को कहा. सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक रक्षा सौदों के एजेंट के तौर पर तहलका के पत्रकारों ने बंगारू लक्ष्मण से आठ बार मुलाकात की. -23 दिसंबर 2000 से 07 जनवरी 2001 के बीच ये आठों मुलाकातें हुईं. सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि 01 जनवरी 2001 को बंगारू लक्ष्मण ने अपने दफ्तर में इन फर्जी एजेंटों से एक लाख रुपये की रकम ली. -तहलका डॉट कॉम के स्टिंग ऑपरेशन के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया था. साल 2001 में एनडीए सरकार ने इसकी जांच के लिए वेंकटस्वामी आयोग बनाया, लेकिन जनवरी 2003 में जस्टिस के वेंकटस्वामी ने आयोग से इस्तीफा दे दिया. -मार्च 2003 में जस्टिस एस एन फूकन आयोग बना. इस आयोग ने पहली रिपोर्ट में जॉर्ज फर्नांडिस को क्लीन चिट दी, लेकिन आयोग की अंतिम रिपोर्ट के पहले ही 2004 में यूपीए सरकार ने फूकन आयोग का काम सीबीआई को सौंप दिया. -सीबीआई ने पिछले साल मई में बंगारू लक्ष्मण के खिलाफ चार्जशीट दायर की. बंगारु लक्ष्मण के पूर्व निजी सचिव टी सत्यमूर्ति इस केस में आरोपी थे, जो बाद में सरकारी गवाह बन गए और कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया. बंगारु लक्ष्मण भी इस केस की सुनवाई रुकवाने के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गए थे, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली.
अब एयर इंडिया उतरी किराये की जंग में, टिकटें सस्ती हुईं
सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया भी अब कम किराए की जंग में उतर गई है और उसने भी हवाई जहाजों के टिकटों में 50 फीसदी तक की कटौती का ऐलान किया है. कंपनी ने नए साल के अवसर पर 1,557 रुपये की टिकटों की घोषणा की है. एयरलाइंस के मुताबिक यह ऑफर 18 जनवरी तक टिकट कटाने वालों के लिए है. ऐसे यात्रियों को 16 जनवरी से 30 अप्रैल तक यात्रा करनी पड़ेगी. यह ऑफर खास रूटों पर मान्य है. नए ऑफर में दिल्ली-मुंबई फ्लाइट का किराया जो पहले 6,000 से 8,000 रुपये तक था, अब घटाकर 2,958 रुपये कर दिया गया है. दिल्ली से बंगलुरु का किराया घटाकर 1,800 रुपये और दिल्ली-इंदौर किराया 1,558 रुपये कर दिया गया है. जनवरी से अप्रैल तक का समय घरेलू उड़ानों के लिए हल्का माना जाता है. यानी इन दिनों कम लोग यात्रा करते हैं. इसके बाद गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने लगती हैं और तब जाकर यात्रा करने वालों की तादाद में काफी बढ़ोतरी होती है. एयर इंडिया के इस नए ऑफर से बाजार में स्पर्धा बढ़ने की संभावना है. हालांकि अभी तक कोई एयरलाइन सामने नहीं आई है. दो नई एयरलाइंस के आने से वैसे भी बाजार में स्पर्धा का नया दौर आ गया है.
भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई ने हाजी अली दरगाह में टेका माथा, मुख्य मजार के गेट से ही लौटीं
भूमाता रागिनी ब्रिगेड की प्रमुख तृप्ति देसाई ने गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच हाजी अली की दरगाह पहुंचीं. उन्हें दरगाह में उस जगह तक जाने दिया गया जहां आम महिलाओं को जाने की छूट है. दरगाह के आंतरिक हिस्से में स्थित पवित्र स्थान पर नहीं जाने दिया गया. दरगाह में जाने के बाद तृप्ति देसाई ने कहा कि वह बिना किसी को सूचित किए वहां गई हैं और माथा टेका. उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करती हूं कि बाकी महिलाओं को भी दरगाह में जाने की इजाजत मिले.' At Haji Ali Dargah I prayed that women must be allowed to enter inner sanctum like they did before '11: Trupti Desai pic.twitter.com/DtYASmBtDu — ANI (@ANI_news) May 12, 2016 हर पल साथ में था दरगाह प्रबंधन हाजी अली दरगाह के प्रबंधन ने बताया कि तृप्ति देसाई को माथा टेकने की इजाजत दी गई थी लेकिन उन्हें दरगाह के आंतरिक स्थान में नहीं जाने दिया गया. पूरे समय उनके साथ दरगाह प्रबंधन के लोग थे. प्रबंधन ने कहा, 'उन्हें दरगाह के अंदर नहीं जाने दिया गया, गेट पर ही माथा टेक कर वह वापस हो गईं. जहां तक हर महिला को जाने की इजाजत है तृप्ति देसाई को भी वहीं तक जाने दिया गया. मुख्य मजार तक जाने की इजाजत नहीं दी गई.' दरगाह प्रबंधन ने कहा कि मुख्य मजार के गेट तक पहुंचने के बाद भी तृप्ति काफी खुश थीं, और फिर वापस लौट गईं. पिछली बार सड़क से ही लौटी थीं तृप्ति बता दें कि पिछली बार तृप्ति देसाई ने जब दरगाह में जाने की कोशिश की थी तो उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया था. उस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनका विरोध किया था. मुस्लिम समुदाय के लोग मजार में महिलाओं के प्रवेश को अपनी परंपरा के खिलाफ मानते हैं.
मालदीव की दो दिन की यात्रा के बाद 8 जून को कोलंबो जाएंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जून को मालदीव के बाद पड़ोसी मुल्क श्रीलंका जाएंगे. प्रधानमंत्री बनते ही नरेंद्र मोदी की इन दोनों देशों की पहली यात्रा होगी. मालदीव की संसद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी अगली यात्रा के दौरान सदन को संबोधित करने का न्योता दिया है. मोदी 7-8 जून को मालदीव की यात्रा पर जाएंगे. विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने ट्वीट किया, "मालदीव की संसद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी आगामी मालदीव यात्रा के दौरान सदन की बैठक को संबोधित करने का न्योता दिया है." गुरुवार को दूसरे कार्यकाल के लिए पद ग्रहण करने के बाद मोदी की मालदीव की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. मालदीव के अखबार एडिशन की रिपोर्ट के मुताबिक, संसद के स्पीकर चुने गए पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मंगलवार को कहा था कि राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने मोदी को मालदीव की संसद को संबोधित करने का न्योता दिया है. मोदी ने नवंबर 2018 में राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए मालदीव की यात्रा की थी. इसके बाद दिसंबर में सोलिह भारत आए थे. नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर भूटान गए थे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस साल मार्च में मालदीव की यात्रा की थी. पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार बनने के बाद सुषमा स्वराज के साथ मालदीव की पहली द्विपक्षीय वार्ता हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर में सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर एक तरह से चीन को संदेश दिया था कि भारत के लिए द्विपीय देशों का महत्व पहले से ज्यादा बढ़ गया है. बीते हफ्ते सोलिह ने नरेंद्र मोदी की जीत पर बधाई दी थी. पिछले साल 5 फरवरी को तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने मालदीव में आपातकाल लगा दिया था जिसके बाद भारत के साथ उसके संबंधों थोड़े बिगड़ गए थे. भारत ने यामीन के फैसले की कड़ी आलोचना की थी और जल्द से जल्द लोकतांत्रिक सरकार चुने जाने की अपील की थी. सोलिह पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति बनाए गए हैं.
दोस्त अरुण को याद करते हुए बोले PM मोदी- साथ मिलकर सपनों को सजाया और निभाया
बहरीन दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को याद करते हुए कहा कि 'सपनों को सजाना और सपनों को निभाना ऐसा लंबा सफर जिस दोस्त के साथ पूरा किया, वो दोस्त अरुण जेटली ने आज ही अपना देह छोड़ दिया.' भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को दिल्ली के एम्स में 66 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद जेटली को नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'जब सभी कृष्ण जन्मोत्सव मना रहे हैं, उस समय मेरे भीतर एक शोक है. मैं गहरा दर्द दबाए हुए बैठा हूं. छात्र जीवन से जिस दोस्त के साथ सार्वजनिक जीवन का एक के बाद एक कदम मिलाकर चला. राजनीति की यात्रा साथ-साथ शुरू की. एक-दूसरे के साथ जुड़े रहना और साथ मिलकर जूझते रहना. सपनों को सजाना और सपनों को निभाना ऐसा लंबा सफर जिस दोस्त के साथ पूरा किया, वो दोस्त अरुण जेटली ने आज ही अपना देह छोड़ दिया.' अरुण जेटली के निधन पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं कि मैं इतना दूर यहां बैठा हूं और मेरा दोस्त अरुण चला गया. इसी महीने कुछ दिन पहले हमारी पूर्व विदेश मंत्री बहन सुषमा स्वराज चली गईं और आज मेरा दोस्त अरुण चला गया. मेरे लिए बड़ी दुविधा का पल है. मैं एक तरफ कर्तव्य भाव से बंधा हुआ हूं और दूसरी तरफ दोस्ती का एक सिलसिला भावनाओं से भरा हुआ है. मैं बहरीन की धरती से भाई अरुण जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनको नमन करता हूं. साथ ही इस दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को शक्ति दे, ऐसी प्रार्थना करता हूं.' बीजेपी और जेटली का अटूट रिश्ता इससे पहले यूएई में अरुण जेटली को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "बीजेपी और अरुण जेटली जी का अटूट रिश्ता रहा. एक छात्र नेता के रूप में वे आपातकाल के दौरान हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने में सबसे आगे थे. वे हमारी पार्टी के एक बहुत पसंदीदा चेहरा बने. उन्होंने पार्टी के कार्यक्रमों और विचारधारा को समाज के व्यापक दायरे में जोड़ने का काम किया." उन्होंने कहा, "मैंने एक मूल्यवान दोस्त खो दिया, जिसे दशकों तक जानने का मुझे सम्मान मिला. मुद्दों पर समझ और मामलों की बारीक जानकारी रखने वाली विशेषताओं के वह धनी थे. वे हमें अपनी अच्छी यादों के साथ छोड़कर चले गए हैं. हम उन्हें याद रखेंगे." गौरतलब है कि अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद शनिवार (24 अगस्त) को दिल्ली के एम्स में 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया. सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद जेटली को नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. यहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती रही और उन्हें बाद में लाइव सपोर्ट सिस्टम पर रखना पड़ा. जेटली का गुरुवार को डायलिसिस हुआ था.
आर्म्स एक्ट: सलमान खान का केस सुनने से जज का इनकार
मुंबई हिट एंड रन मामले में दोषी करार दिए गए अभिनेता सलमान खान फिलहाल जमानत पर रिहा चल रहे हैं, वहीं आगे जोधपुर में उनके ऊपर आर्म्स एक्ट मामले में सुनवाई होनी है. इस बीच आर्म्स एक्ट केस की सुनवाई कर रहे जज ने खुद को मामले से अलग कर लिया है. जस्टि‍स विजय विश्नोई ने आगे इस केस को सुनने से इनकार कर दिया है. जज विश्नोई ने राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को इस बाबत सूचित कर दिया है, जिसके बाद चीफ जस्टि‍स मामले की सुनवाई के लिए नए जज की नियुक्ति‍ करेंगे. आर्म्स एक्ट मामले में सलमान खान से 29 अप्रैल को जोधपुर कोर्ट में अपना बयान रिकॉर्ड करवाया गया था. उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उन्हें काले हिरण के शिकार और अवैध हथि‍यार के केस में फंसाया गया है. क्या है मामला सलमान खान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान उन्होंने दो काले हिरणों का शि‍कार किया और इस दौरान उन्होंने गैरलाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल किया. शि‍कार की यह घटना 1-2 अक्टूबर के बीच की है. सलमान के साथ मामले में कई दूसरे एक्टर भी आरोपी हैं. गौरतलब है कि काला हिरण वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत संरक्षित हैं. हिरणों का शि‍कार जोधपुर के कनकानी गांव के बाहर किया गया था.