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[ "हॉकी में..... " ]
<p><b>हॉकी </b>में न्यूजीलैंड को हराने के बाद जीत का जश्न मनाती खिलाड़ी।</p><p><b>बर्मिंघम @ पत्रिका. </b>राष्ट्रमंडल खेलों में रविवार को भारत के लिए स्वर्णिम दिन रहा। भारत के स्टार मुक्केबाज अमित पंघाल ने 51 किलो वर्ग के फ्लाइटवेट फाइनल में तो 48 किलोग्राम महिला बॉक्सिंग के फाइनल में बॉक्सर नीतू घणघस ने गोल्ड मेडल जीता। </p><p>पुरुष ट्रिपल जंप इवेंट में भारत ने गोल्ड और सिल्वर दोनों जीतकर धमाका किया। एल्धोस पॉल ने गोल्ड और अब्दुल्ला अबूबकर ने सिल्वर मेडल जीता। पॉल ने 17.03 मीटर और अबूबकर ने 17.02 मीटर लंबी छलांग लगाई। भारतीय महिला हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को पेनल्टी शूटआउट में हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 16 साल बाद महिला हॉकी में पदक जीता है। भारत अब तक 47 पदक जीत चुका है। इनमें 16 स्वर्ण, 12 रजत और 19 कांस्य पदक शामिल हैं। <b>विस्तृत@स्पोर्ट्सगेमिंग</b></p>
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[ "न्यूज विंडो", "मौसम की सटीक भविष्यवाणी कठिन" ]
<p><b>नई दिल्ली@ पत्रिका. </b>मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन ने मौसम की सटीक भविष्यवाणी करने की क्षमता प्रभावित की है। दुनियाभर की मौसम एजेंसियां अपने निगरानी नेटवर्क और मौसम पूर्वानुमान मॉडल में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। </p>
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[ "‘पत्रिका’ विशेष", "75" ]
<p><b>तरह के आयोजन </b></p><p><b>जयपुर. </b>आजादी के अमृत महोत्सव पर पत्रिका समूह 8-14 अगस्त तक अपने विभिन्न संस्करणों में और मल्टीमीडिया प्लेटफॉर्म्स पर <b>जन भागीदारी वाले 75 तरह के आयोजन </b>कर रहा है। बच्चों, युवाओं और महिलाओं की रुचि, प्रतिभा, रचनात्मकता और सामाजिक जुड़ाव वाले इन कार्यक्रमों और आयोजनों में पत्रिका के पाठकों के साथ <b>पाठकों के साथ डिजिटल यूजर</b> भी जुड़ सकेंगे। विशेष पठनीय सामग्री व <b>स्पेशल कॉलम </b>भी पत्रिका में दिए जा रहे हैं।</p>
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[ "दूसरे मिशन के साथ लौटेंगे" ]
<p>एसएसएलवी का पहला प्रायोगिक प्रक्षेपण मामूली विसंगति के कारण कामयाब नहीं हो पाया। उन्होंने विश्वास जताया कि अंतरिक्ष एजेंसी जल्द एसएसएलवी के दूसरे मिशन के साथ लॉन्च पैड पर लौटेगी। उम्मीद है कि दूसरा मिशन सफल रहेगा और उपग्रहों को निर्दिष्ट कक्षा में पहुंचाएगा। भारत और विश्व के वाणिज्यिक बाजार को एक नया रॉकेट मिलेगा। भारत आत्मनिर्भर होगा। <b>-एस. सोमनाथ, </b>इसरो अध्यक्ष </p>
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[ "8 राज्य, 36 संस्करण ..... " ]
<p><b>8 राज्य, 36 संस्करण </b>| अजमेर द्म अलवर द्य अहमदाबाद द्व इंदौर ठ्ठ उज्जैन श उदयपुर श्च कोटा ह्न कोलकाता ह्म् खंडवा ह्ल ग्वालियर ह्व चेन्नई 1 छिंदवाड़ा 2 जगदलपुर 3 जबलपुर 4 जयपुर 5 जोधपुर 6 दिल्ली 7 नागौर 8 पाली 9 बाड़मेर ‌ बांसवाड़ा बिलासपुर ख् बीकानेर बेंगलूरु भिलाई भीलवाड़ा भोपाल रतलाम रायपुर सतना सागर सीकर सूरत शहडोल फ् श्रीगंगानगर नर्मदापुरम</p>
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[ "भारत छोड़ो आंदोलन: 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस महासमिति की बैठक में महात्मा गांधी ने किया था आगाज", " आजादी बनाए रखने का भी मंत्र है ‘करो या मरो’", "युद्ध और अहिंसा के बीच महाभ्रम का निवारण" ]
<p>भारतीय स्वाधीनता के आंदोलन में 1920 से 1942 के वर्षों में शांतिपूर्ण संघर्ष से अहिंसक शक्ति प्राप्त हुई। उसके उपयोग का अवसर 9 अगस्त 1942 को ही आ गया। कांग्रेस महासमिति की 8 अगस्त की बैठक की रात्रि में महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजो-भारत छोड़ो’ की चुनौती दी। ‘करो या मरो’ के आह्वान के साथ अगले ही दिन सुबह जगह-जगह से सत्याग्रहियों की टोली निकल पड़ी। यह सत्ता को हटाने का विद्रोह नहीं था, यह ऐसी अहिंसक क्रांति थी जिसमें द्रोह, घृणा, रोष, हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं था। ‘वन्दे मातरम्’ का घोष संगीनाें से अधिक प्रभावी व सशक्त बन गया। देश का ऐसा कोई नगर, ग्राम या जनपद नहीं रहा, जहां ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ के साथ ‘करो या मरो’ का नारा नहीं गूंज उठा। </p><p>1939 में युद्ध की घोषणा के बाद 1942 में विश्व युद्ध के विनाशकारी परिणाम आने लगे थे। रूस व अमरीका ने अभी तक औपचारिक तटस्थता बनाए रखी थी। 1941 में जापान द्वारा अमरीका के पर्ल बंदरगाह में नौ सेना के बेड़े को ध्वस्त कर देने के बाद सोवियत रूस व अमरीका युद्ध में शामिल हो गए। हिटलर, मुसोलिनी व तोजो एक पंक्ति में हो गए तथा स्टालिन, चर्चिल और रूजवेल्ट की अपनी पंक्तिबन गई। 1942 में अटलांटिक सागर में एक युद्ध पोत पर अमरीका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चर्चिल ने विचार विमर्श किया। दोनों ने एक संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कहा गया कि नाजी अत्याचार की समाप्ति पर शांति स्थापित होगी, जिससे सभी राष्ट्रों को अपनी सीमाओं में सुरक्षित रूप से रहने का अवसर मिलेगा। इससे सभी देशों के व्यक्ति भय और अभाव से स्वतंत्र होकर अपना जीवन बिता सकेंगे। इस घोषणा पत्र के अनुसार भारत अपने अधिकार की मांग कर सकता था, परन्तु चर्चिल ने स्पष्ट कर दिया कि यह घोषणा पत्र भारत या ब्रिटेन के साम्राज्य के किसी भाग पर लागू नहीं होगा। इस स्पष्टीकरण से देश में ब्रिटेन विरोधी वातावरण अधिक बनने लगा और धुरी राष्ट्रों जर्मन-जापान के प्रति सहानुभूति के साथ समर्थन के भाव बनने लगे। </p><p>विश्व युद्ध की स्थिति जिस तरह भयावह होती जा रही थी तथा जापान भी भारतीय सीमा की ओर बढ़ता जा रहा था, उससे कलकत्ता तक आतंक फैल गया था। भारत के लोग विवशता के साथ सारी स्थिति देख रहे थे। महात्मा गांधी बार-बार कह रहे थे भारत की सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि ब्रिटेन भारत की सत्ता देशवासियों को सौंप दे। आजादी के लिए मोर्चा खोलना समय की आवश्यकता बन गया था। ब्रिटेन भारत की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं कर पा रहा था। इस बीच 28 जुलाई 1942 को जार्ज षष्ठ ने अपनी डायरी में लिखा कि चर्चिल ने यह कहकर अचंभित कर दिया कि उनके सहयोगी तथा पार्लियामेंट में दोनों या तीनों दल युद्ध की समाप्ति के बाद भारत को भारतीयों के हवाले के लिए तैयार हैं। विचार-विमर्श करने के बाद यह समझ में आ गया है कि भारत छोड़ना ही पड़ेगा। </p><p>महात्मा गांधी ने 8 अगस्त को अपने सवा दो घंटे के भाषण में स्पष्ट किया कि यदि स्थिति दूसरी होती तो मैं आपको थोड़ा इंतजार करने को कहता। अब स्थिति असह्य हो गई है। कांग्रेस के लिए अन्य कोई रास्ता नहीं रह गया। एक छोटा सा मंत्र आपको देता हूं, जिसे हृदय पटल पर अंकित कर लीजिए। यह मंत्र है ‘करो या मरो’ या तो हम भारत को आजाद कराएंगे या आजादी की कोशिश में अपने प्राण त्याग देंगे। गांधीजी ने कहा कि इस समय से हम आजाद हैं और अपने को आजाद मान लें। हम पर हर कोई हुकूमत नहीं कर सकता। हम अपनी हुकूमत कायम करेंगे। किसी अन्य हुकूमत के मातहत नहीं रह सकते। उन्होंने प्रेस वालों से कहा कि आपको सरकारी मशीन नहीं बनना चाहिए। जजों से कहा कि आप इस्तीफा तो न दें, पर आप अनुचित आज्ञा का पालन नहीं करें। छात्रों से कहा कि वे कह दें कि हम तो कांग्रेस के आदमी हैं, उसकी आज्ञा का ही पालन करेंगे। फौज से कहा कि जब उचित लगेगा, तब कहूंगा कि उन्हें क्या करना चहिए। राजाओं से कहा कि भारत तो आजाद होगा ही और उस भारत में आपको अपना स्थान रखना है। अच्छा होगा आप जनता के सेवक बन जाएं। गांधीजी का ‘करो या मरो’ का मंत्र आज भी सार्थक है, सिद्ध है। यह मंत्र आजादी पाने से अधिक आजादी को बनाए रखने का है। मनीषियों के वचन कालातीत होते हैं, वे सदैव के लिए होते हैं। वह राष्ट्र जीवन्त होता है, जिसमें आहूत होने की कामना है। </p><p>आजादी के अमृत महोत्सव के इस मौके पर भारत छोड़ो आंदोलन का मूल्यांकन जरूरी है। भारत की आजादी की इस आखिरी बड़ी लड़ाई का गौरवगान और उसे खारिज करने वालों के मजबूत धड़े हैं। इन तथ्यों और तर्कों से अलग यह बात भी अहमियत रखती है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के महाभ्रम के बीच हुए औपनिवेशक दासता के पूरे आख्यान को पलट देने वाला वह संघर्ष वास्तव में युद्ध और अहिंसा के बीच फैले महाभ्रम को मिटाने का महामंथन है। यह अलग बात है कि उससे भ्रम कितना मिटा और कितना बना रहा। जो लोग उस आंदोलन से अलग रहे, उनका साफ कहना है कि विश्वयुद्ध के बाद भारत को आजाद होना ही था इसलिए किसी आंदोलन की जरूरत नहीं थी। उसी रौ में यह कहने वाले भी हैं कि अंग्रेजों से मुक्ति से ज्यादा जरूरी थी भारतीय वर्ण व्यवस्था की दासता से मुक्ति। दूसरी ओर महात्मा गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी युद्ध में ब्रिटेन को समर्थन देने और न देने के बीच झूल रही थी। इसका अहसास गांधी को उसी समय हो गया था जब विश्वयुद्ध छिड़ते ही वे 3 सितंबर 1939 को वायसराय लॉर्ड लिनलिथगो से मिलने शिमला जा रहे थे। लोग गांधी को चेतावनी दे रहे थे कि अंग्रेजों के आगे समर्पण न कर देना। इसी कारण उन्होंने युद्ध में मित्र राष्ट्रों को अहिंसक सहायता देने का वादा किया था। पर सुभाषचंद्र बोस, आचार्य नरेंद्र देव व जयप्रकाश नारायण जैसे गांधी के समर्थक इसके विरोध में थे। यही वजह है कि कांग्रेस कार्यसमिति में पहली बार गांधी का प्रस्ताव गिर गया था। </p><p>यूरोप के मित्र राष्ट्रों और यहूदियों तक को अत्याचारियों के विरुद्ध सत्याग्रह की सीख देने वाले गांधी के बारे में हालांकि यह भी कहा जाता है कि उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में अहिंसा पर ज्यादा जोर नहीं दिया और हिंसा के लिए भारतीयों की बजाय अंग्रेज सरकार को दोषी ठहराया। जबकि वास्तव में 8 अगस्त को गवालिया टैंक मैदान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में गांधी ने जब ‘करेंगे और मरेंगे’ का ऐलान किया तो उन्होंने न तो जनसंघर्ष का ऐलान किया था और न ही उन्हें अपनी गिरफ्तारी की उम्मीद थी। उन्हें आशा थी कि वायसराय उन्हें बात करने के लिए बुलाएंगे और वे भारतीयों को अहिंसक रख सकेंगे। 15 जुलाई 1942 को वर्धा में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में गांधी ने जो प्रस्ताव पारित कराया उसमें सात बातें साफ तौर पर कही गई थीं। पहली, जो लोग हिंसा में यकीन करते हैं और अंग्रेजों से घृणा करते हैं वे भारत छोड़ो आंदोलन से दूर रहें। दूसरी, इस बार हमें जेल नहीं जाना है क्योंकि जिनसे हम देश छोड़ने को कह रहे हैं उनकी जेल में जाने का कोई औचित्य नहीं है। तीसरी, साहसी छात्र कॉलेज छोड़ दें और तब तक कालेज न लौटें जब तक देश आजाद न हो जाए। चौथी, लोग व्यापक तौर पर कॉलेज और व्यवसाय को बंद कर दें। पांचवीं, साहसी लोग न तो नमक कर अदा करें, न लगान दें और न ही घर-खेत खाली करें। छठी, सरकारी कर्मचारी नौकरियों से इस्तीफा दे दें। सातवीं, चीन और रूस की हिफाजत में किसी तरह का खलल न पड़ने दिया जाए। इस प्रस्ताव में पहला व दूसरा बिंदु एक-दूसरे को काटने वाला था और छठा और सातवां बिंदु भी परस्पर विरोधी है। इन प्रस्तावों का अलग-अलग नेताओं ने अलग-अलग अर्थ निकाला। जहां जयप्रकाश नारायण, अच्युत पटवर्धन, अरुणा आसफ अली और राममनोहर लोहिया जैसे समाजवादियों ने भूमिगत संघर्ष चलाने, रेल की पटरियां उखाड़ने, भूमिगत रह रेडियो चलाने और मौका पड़ने पर पुलिस से मुठभेड़ करने वाला अर्थ निकाला, वहीं बलिया, सतारा, तलचर और मेदिनीपुर जैसे तमाम इलाकों ने अपने को आजाद करने का संदेश लिया। </p><p>73 वर्ष की अवस्था में भारत छोड़ो का आह्वान करने वाले गांधी हिंसा और घृणा के प्रति अपनी चेतावनी से पीछे नहीं हटने वाले थे। इसीलिए उन्होंने 8 अगस्त को चेतावनी दी थी कि जो सांप्रदायिक हैं वे इस आंदोलन से दूर रहें। भारत छोड़ो आंदोलन का अंग्रेज, कांग्रेसी, कम्युनिस्ट, आंबेडकरवादी और हिंदुत्ववादी भले अलग-अलग अर्थ लें पर गांधी जो अर्थ देना चाहते थे वह यही था कि भारत का सांप्रदायिक विभाजन न हो, भारत के लोग अपने को आजाद महसूस करें, कांग्रेस का भ्रम दूर हो, अंग्रेज यहां से चले जाएं। इसके लिए गांधी ने 10 फरवरी 1943 को आमरण अनशन (21 दिन चला) शुरू कर प्राण दांव पर लगा दिए थे। भले वायसराय ने इसे राजनीतिक ब्लैकमेलिंग कहा हो पर वह अपनी मुक्ति के लिए बेचैन एक भारतीय आत्मा का सच्चा सत्याग्रह ही था।</p>
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[ "वैश्विक परिदृश्य: यह स्पष्ट संकेत है कि तालिबान ने अपना पुराना रवैया नहीं बदला है, इसलिए सावधानी जरूरी है", "लादेन अल-कायदा का चेहरा था तो जवाहिरी उसका दिमाग", "इन दिनों अफगानिस्तान में छिपे विभिन्न आतंकी गुटों के लिए जवाहिरी एक संरक्षक की तरह था। तालिबान ने उसे पनाह दी" ]
<p>अयमान अल-जवाहरी से मेरी पहली मुलाकात 1998 में हुई थी। उस वक्त वह ओसामा बिन लादेन के दुभाषिए के रूप में काम कर रहा था, लेकिन यह स्पष्ट ही था कि अपनी भूमिका से वह कहीं ज्यादा था। लादेन के साथ मेरा यह दूसरा साक्षात्कार था। लादेन के अरबी भाषा में दिए जवाबों को वह शुद्ध अंग्रेजी में पेश कर देता था। जब मुझे पता चला कि जवाहिरी काबुल में अमरीकी ड्रोन हमले में मारा गया, तो मेरे चित्त पर उसके जिहाद से जुड़ने की छवियां बनने लगीं। तथ्य तो यह है कि वह राजधानी में मुक्त माहौल में रह रहा था और यह स्पष्ट संकेत भी है कि तालिबान ने अपना पुराना रवैया नहीं बदला है। अगर जवाहिरी अल-कायदा का ऑपरेशनल मास्टरमाइंड नहीं था, तो भी वह तालिबान के लिए महत्त्वपूर्ण था। यदि बिन लादेन अल-कायदा का सार्वजनिक चेहरा था, तो जवाहिरी उसका दिमाग। </p><p>लादेन का पहला साक्षात्कार मैंने 1997 में तोरा-बोरा पहाड़ियों की गुफाओं में लिया था जहां उसके कई साथी दुभाषिए के रूप में कार्य करते थे। एक साल बाद मेरा दूसरा साक्षात्कार बहुत अलग तरीके का रहा। लंच ब्रेक के दौरान मैंने जवाहिरी से पूछ लिया, ‘पिछले वर्ष आप कहां थे?' तो उसका सपाट जवाब था, ' रूस की जेल में।' लादेन ने मेरे कौतूहल को भांपते हुए बताया कि यह पहली मर्तबा नहीं था,जब मेरे मित्र को गिरफ्तार किया गया था। इसने कई वर्ष इजिप्ट की जेलों में गुजारे हैं। अब मेरी इस व्यक्ति के बारे में जानने की और उत्कण्ठा उत्पन्न हो गई। मैंने पूछा,'आप परिचय देंगे?' जवाहिरी ने जवाब दिया, 'मैं नेत्र सर्जन हूं, लेकिन अब यह मेरा पेशा नहीं है। अब सिर्फ शौक है।' मैं हंस पड़ा और उसके वास्तविक प्रोफेशन के बारे में पूछा। उसने जवाब दिया कि दवाइयों और केमिकल्स का कारोबार है। साक्षात्कार खत्म होने तक मुझे पता चला कि वह अलग-अलग पासपोर्ट्स पर यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की यात्राएं कर चुका है। जब मैंने लादेन का तीसरा साक्षात्कार लिया, तब भी जवाहिरी लादेन का दुभाषिया था। इराक की आजादी के लिए अमरीकी मिशन के दौरान यह इंटरव्यू विस्फोटों और गोलियों की बौछारों के बीच हुआ था। इस इंटरव्यू में लादेन ने परमाणु हथियार होने का दावा किया था। मैंने उसके दावे पर शक जताया, लेकिन जवाहिरी ने कहा कि कोई भी रूसी ब्लैक मार्केट से परमाणु हथियार खरीद सकता है, यदि उसके पास 30 मिलियन डॉलर हैं। </p><p>इन दिनों अफगानिस्तान में छिपे विभिन्न आतंकी गुटों के लिए जवाहिरी एक संरक्षक की तरह था। तालिबान ने उसे अपने यहां पनाह देकर गलती की। आतंकी गुटों की मौजूदगी अफगानियों के लिए आहत होने का एक और कारक बनेगी और उन देशों को अलग रहने को मजबूर करेगी, जो तालिबान को मान्यता और राजनयिक संबंध स्थापित करना चाहते हैं।</p>
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[ "नेतृत्व", "प्रभावकारिता और उम्मीद के गुण विकसित करें", "संगठन की समग्र प्रगति के लिए अधीनस्थों को करें प्रेरित और प्रोत्साहित" ]
<p>मैंने पिछले आलेख में चर्चा की थी कि मनोवैज्ञानिक पूंजी यानी साइकोलॉजिकल कैपिटल, एक संगठन के लिए रणनीतिक लाभ प्रदान कर सकती है। कर्मचारियों की मनोवैज्ञानिक शक्ति संकट और अराजकता के समय में संगठन के समग्र मनोबल की नींव बनाती है और सभी को धैर्य और आत्मविश्वास भी देती है। यह गुण विकसित कर प्रबंधक स्वयं के और अपने अधीनस्थों के कौशल में विकास कर सकते हैं और इससे संगठनात्मक संस्कृति और पारिस्थितिकी तंत्र भी सुदृढ़ होता है। संगठन में साइकोलॉजिकल कैपिटल को प्रस्फुटित और पोषित कैसे करें? अग्रणी शोधकर्ताओं जैसे लुथन, एवी, एवोलियो और यूसफ ने इस क्षेत्र में विभिन्न अध्ययन किए हैं। मनोविज्ञान के संदर्भ में हस्तक्षेप का अर्थ व्यवहार में बदलाव लाने के लिए किए गए नियोजित प्रयासों या कार्यों का एक समूह है या मात्र किसी व्यवहार को मजबूत बनाना, विकसित करना या क्षीण करना है। साइकोलॉजिकल कैपिटल में विकास पर हुए अनुसंधानों में से अधिकांश ने व्यक्तिगत रूप से घटक कारकों (यानी, HERO - Hope, Efficacy, Resilience, Optimisim कारक - जिसकी हमने पहले भी चर्चा की थी) को बढ़ावा देने के विभिन्न तरीकों की पहचान करने के लिए एक दृष्टिकोण अपनाया है। सिद्धांतकार मानते हैं कि इन कारकों के किसी व्यक्ति के मानस पर होने वाले प्रभाव से ही व्यक्ति कार्य करता है और इस प्रकार उसका विकास भी होता है। आइए, इस बार चर्चा करते हैं उम्मीद और प्रभावकारिता के बारे में। </p><p>कार्यस्थल पर उम्मीद एक कर्मचारी के लक्ष्यों को प्राप्त करने के मार्ग पर आधारित होती है। इससे सम्बद्ध कारकों को प्रोत्साहित कर एक प्रबन्दक कर्मचारियों या टीम के सदस्यों के बीच उम्मीद विकसित कर सकते हैं। इसके लिए संगठनात्मक नीतियों और प्रथाओं को सभी स्तरों पर स्पष्ट रूप से परिभाषित करना चाहिए। साथ ही, एक चूंकि लीडर अपनी टीम के लिए एक कोच की भूमिका निभा सकते हैं, उन्हें SMART यानी Specific (विशिष्ट), Measurable (मापनीय), Attainable (प्राप्त करने योग्य), Relevant (प्रासंगिक) और Time-based (समय पर केंद्रित) लक्ष्य बनाने चाहिए। इसी प्रकार, छोटी उपलब्धियों और लक्ष्यों को प्राप्त करने पर भी उचित प्रोत्साहन मिलना चाहिए। एक प्रबंधक अपने कर्मचारियों की क्षमताओं पर ईमानदार प्रतिक्रिया देने के साथ-साथ स्थिति का यथार्थवादी मूल्यांकन भी कर सकता है। उसे निष्पक्ष होना चाहिए और अपने अधीनस्थों की जरूरतों और संवेदनशीलता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। प्रभावशीलता का प्रदर्शन पर सीधा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि किसी निश्चित कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने से ही व्यक्ति के आत्मविश्वास में विकास होता है। आवश्यक है कि लीडर अपनी टीम के सदस्यों के गुणों की पहचान करें और उन्हें नए कार्य सौंपते समय उनकी क्षमताओं को प्रोत्साहित करें। इससे अधीनस्थों को प्रेरणा मिलती है, और आत्मविश्वास बढ़ता है कि जो काम वे करने जा रहे हैं, उसमें वे पहले से ही कुशल हैं, और यह उन्हें नए क्षेत्र में सफल होने में मदद करेगा। आत्म-संदेह जैसी नकारात्मक भावनाओं को दूर करें और उन्हें नयी चीजें सीखने के लिए प्रेरित करें। इससे वे भविष्य की चुनौतियों के लिए आवश्यक कौशल विकसित करेंगे और उन्हें नए क्षेत्र में बढ़ने में भी मदद मिलेगी।</p>
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4,315,602
[ "राज्य की डायरी", "कैश कांड के सियासी संकेत, कांग्रेस सतर्क" ]
<p>आदिवासी बहुल राज्य झारखंड एक बार फिर पूरे देश में चर्चा में है। एक दो नहीं, कई ऐसी बड़ी घटनाएं सामने आई हैं, जिनसे चर्चा स्वाभाविक है। कांग्रेस पार्टी के तीन विधायकों के पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 48 लाख नकदी के साथ पकड़े जाने से राज्य की सियासत में उठापटक के साफ संकेत मिल रहे हैं। झारखंड सरकार को अस्थिर करने की यह दूसरी कोशिश बताई जा रही है। इस कांड के हवाला से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं। कैश कांड के बाद सकते में आई कांग्रेस ने अपना घर ठीक करने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य राजनीति से लेकर कई मोर्चे पर जूझ रहा है। सीएम के प्रेस सलाहकार से ईडी अधिकारी पूछताछ कर अवैध खनन, पत्थर लीज और विभिन्न कंपनियां बनाए जाने के मामलों की तह तक पहुंचना चाहते हैं। पिछले नौ वर्ष की तुलना में इस बार अब तक सबसे कम बारिश होने से राज्य में सूखे जैसी स्थिति बन रही है। राज्य सरकार स्थिति की गंभीरता पर विचार कर रही है, तो किसानों का दर्द बढ़ता जा रहा है। 22 वर्ष पुराने राज्य में प्रचुर मात्रा में कोयला, लोहा समेत अन्य खनिज सम्पदा है। फिर भी राज्य गरीबी का दंश झेलता नजर आ रहा है। बच्चियों, युवतियों की तस्करी थमती नजर नहीं आ रही है। इन सबके बीच राज्य के एक स्कूल की बदहाली से जुड़ा वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। राज्य के गोड्डा जिले के महगामा ब्लॉक के खिमियाचक का स्कूल बताया जा रहा है। यदि इस घटना में सच्चाई है, तो फौरन उचित कदम उठाने की जरूरत है। <b>- रवीन्द्र राय</b></p>
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4,315,604
[ "फैक्ट फ्रंट", "एसटीएस-28 मिशन" ]
<p>ना सा स्पेस शटल मिशन (30वां), यूनाइटेड स्टेट्स के रक्षा मंत्रालय के उद्देश्यों को समर्पित चौथा शटल मिशन था। इसे 8 अगस्त 1989 को लॉन्च किया गया था। स्पेस शटल कोलम्बिया की यह आठवीं उड़ान थी। 13 अगस्त 1989 को एडवर्ड्स एयर फोर्स बेस, कैलिफोर्निया के रनवे नंबर 17 पर उतरने से पहले इसने 34 लाख किमी की यात्रा की थी।</p>
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4,315,605
[ "पाठकों की प्रतिक्रियाएं" ]
<p><b>पत्रिकायन </b>का सवाल था, ‘परिवार में आपसी विवाद को हिंसक होने से कैसे रोका जा सकता है?’ इस मुद्दे पर कई प्रतिक्रियाएं मिलीं। इनमें से कुछ प्रतिक्रियाओं को ऑनलाइन भी दिया जा रहा है।</p><p>https//bit.ly/3bBGHMl</p>
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4,315,674
[ "बड़ा खुलासा : ईडी की रायपुर और दुर्ग-भिलाई में ज्वैलर्स के 4 ठिकानों पर जांच जारी", "तस्करी का 6 करोड़ का सोना और 1.50 करोड़ की ब्लैकमनी जब्त", "सिंडीकेट में 30 कारोबारी" ]
<p><b>करोड़ों के फर्जी खरीद-फरोख्त के बिल बरामद </b></p><p><b>पत्रिका ब्यूरो </b></p><p>patrika.com</p><p><b>रायपुर. </b>प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच तीसरे दिन रविवार को कपड़ा, सराफा कारोबारियों और उनके सीए के 14 ठिकानों पर पूरी हो गई है। इस समय उनके रायपुर, दुर्ग-भिलाई स्थित 4 ठिकानों पर चल रही है। ईडी के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद नगदी और तस्करी कर लाए गए सोना-चांदी और प्लेटिनम धातुओं को जब्त किया जा सकता है। इस समय तलाशी के दौरान उनके ठिकानों से तस्करी कर लाए गए करीब 6 करोड़ रुपए का सोना-चांदी और 1.50 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी जब्त की गई है। साथ ही उनके शोरूम से बरामद सोना-चांदी की मूर्तियों और मनीलॉन्ड्रिंग के दस्तावेज की जांच की जा रही है। बताया जाता है कि कारोबारियों द्वारा करोड़ रुपए ब्याज पर बाजार में उधार दिया गया है। इसके इनपुट मिलने के बाद संदेह के दायरे में आने वाले रसूखदार लोगों चिन्हांकित किया जा रहा है। बताया जाता है कि कारोबारियों से तस्करी करने वालों से सीधे कनेक्शन मिले है। इसमें दुबई से लेकर म्यांमार, बांग्लादेश और कुछ अन्य खाड़ी के देश बताए जाते है। इस गोपनीय जानकारी को डीआरआई को सौंपने की तैयारी की जा रही है। ताकि तस्करी करने वाले गिरोह तक पहुंचा जा सकें। </p><p><b>चार राज्यों से मिले कनेक्शन </b></p><p>तस्करी कर लाए गए सोना-चांदी और प्लेटिनम को छत्तीसगढ़ के साथ ही महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा और तेंलगाना में खपाए जाने के इनपुट मिले हैं। बताया जाता है कि तस्करी कर सोने के बिस्कुट लाने के बाद उन्हे गलाकर ज्वैलरी और मुर्तिया बनाई जाती थी। इसके बाद टैक्स चोरी करने के लिए इसे कच्चा बिल बनाकर बेचा जाता था। </p><p>तस्करी करने वालों गिरोह के लोगों द्वारा छत्तीसगढ़ में सिंडीकेट चलाने वाले करीब 30 कारोबारियों द्वारा सोना-चांदी और प्लेटिनम खरीदी करने के इनपुट मिले हैं। उन्हे कीमती धातु खरीदने के बाद मनीलॉन्ड्रिंग कर रकम एकत्रित की जाती थी। साथ ही हवाला के जरिए उन्हें रकम का भुगतान किया जाता था। बताया जाता है कि लगातार मिल रही गड़बड़ी को देखते हुए कारोबारियों के ठिकानों से दस्तावेज जब्त करने के साथ ही 4 प्रमुख ठिकानों को फोकस करते हुए तलाशी ली जा रही है। </p>
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4,315,675
[ "नक्सली स्मारिका में दावा : नक्सलियों ने स्वीकारा केंद्र सरकार के दबाव से कमजोर हो रहे नक्सलगढ़", "सालभर में दो केंद्रीय कमेटी मेंबर्स समेत 124 नक्सली ढेर" ]
<p><b>मुठभेड़ में 69,बीमारी से 27, जेल में 3, दुर्घटना में 4 और फर्जी मुठभेड़ में 19 की मौत</b></p><p><b>पत्रिका ब्यूरो </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जगदलपुर. </b>2021-22 का वर्ष नक्सलियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नही है। इस एक वर्ष में दो केंद्रीय कमेटी के सदस्यों अक्किराजू हरगोपाल उर्फ आरके तथा मिलिंद तेलतुंबड़े, पोलित ब्यूरो के 4 नेताओं सहित नक्सल संगठन के कुल 124 कैडर मारे गए है, जिनमे 69 लोगों की मौत मुठभेड़ में, 27 बीमारी से, दुर्घटना में 4, जेल में 3 और कथित फर्जी मुठभेड़ में 19 लोग मारे गए हैं। इसका खुलासा नक्सलियों ने शहीदी सप्ताह के दौरान जारी मैगजीन स्मारिका में किया है। यह पहली बार है कि एक वर्ष के दौरान नक्सलियों के इतने साथियों की मौत हुई है शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सलियों ने मारे गए लोगो को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कई स्थानों पर सभाओं के आयोजन का भी दावा किया है।</p><p><b>सरकार का दबाव बढ़ा </b></p><p><b>नक्सलियों </b>ने अपने दस्तावेज में इस बात का जिक्र किया है कि केंद्र सरकार नक्सलियों को खत्म करना चाहती है। इसीलिए उन पर दबाब बढ़ गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2022 तक नक्सलवाद को खत्म करने का टारगेट सुरक्षा बलों को दिया है। सरकार ने उनके ऊपर ह्यूमन और टेक्निकल इंटेलिजेंस बढ़ा दिया है, इनमें ड्रोन हमले भी शामिल है। जीपीएस ट्रैकर, सेटेलाइट,मोबाइल निगरानी, सीसीटीवी से विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसमें सेना और खासकर वायुसेना की भी मदद लेने का आरोप लगाया गया है। </p><p><b>सेंट्रल व पोलित ब्यूरो के सदस्यों की मौत से कमजोर हो रहा संगठन </b></p><p><b>नक्सलियों </b>के वरिष्ठ सीसी मेंबर अक्किराजू हरगोपाल उर्फ आरके की मौत कोरोना के कारण दक्षिण बस्तर के जंगलों में हुई थी जबकि आरके का प्रभार आंध्र-ओड़िसा बार्डर स्पेशल जोनल कमेटी का था लेकिन वह कोरोना काल मे बस्तर के जंगलों में ही रह रहा था। इसी तरह गढ़चिरौली में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मिलिंद तेलतुंबड़े की मौत हुई थी। यह दोनों नक्सल संगठन के महत्वपूर्ण सदस्य थे जो कि क्रमश: ओड़िसा और एमएमसी ( मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ ) की कमान संभाल रहे थे। इनकी मौत के बाद उस इलाके में नक्सलियों के पैर उखड़ने लगे हैं। </p><p><b>मृतकों में सर्वाधिक कैडर छत्तीसगढ़ का </b></p><p><b>देशभर </b>के नक्सल संगठन में छत्तीसगढ़ ( दंडकारण्य)का कैडर सबसे अधिक है इसलिए मृतकों में सर्वाधिक संख्या छत्तीसगढ़ के नक्सलियों की है। आंकड़ों के मुताबिक साल भर में 69 नक्सली छत्तीसगढ़ के मारे गए है, महिला नक्सलियों की संख्या 34 है एओबी से 3 आंध्र प्रदेश से 2, बिहार के 8, झारखंड के 13 ओडिशा से 2, पूर्वी घाट रीजन से 2 लोग शामिल है मृतकों में पीएलजीए के 21, जनमिलिशिया 8, एपीसी सदस्य 32 डीवीसी सदस्य 9 नक्सलियों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उनके 19 कैडर को फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया है। </p>
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[ "रायपुर : राखी के त्योहार की रौनक बिखरी, उमड़ी भीड़" ]
<p><b>पत्रिका ब्यूरो @ रायपुर. </b>भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन 11 और 12 अगस्त को है। रविवार को छुट्टी का दिन होने से गोलबाजार में बहनें अपने भाइओं के लिए रंग-बिरंगी राखियां खरीदने में उमड़ पड़ी। बाजार भी राखियों से सज गया है। बड़े से लेकर बच्चों के लिए अलग-अलग वेराइटी की फैंसी, रेशम, नक्काशीदार और फैशनेबल राखियां दूर से ही लोगों को आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा रेशम के धागे में बैंगल, स्टोन, रुद्राक्ष, चंदल और कुंदन लगी राखी की मांग भी अच्छी है। इस बार बाजार में आरती थाली राखी भी आई है, जिसमें दीप जलने लायक नक्काशीदार दीया में राखी, रोली और अक्षत की पैकिंग की गई है। महिलाओं को यह राखी खूब भा रही है। </p>
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[ "नया झांसा : ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उप्र सहित अन्य राज्यों के ट्रैफिक पुलिस का ई-चालान का डेटा मिला", "दिल्ली के कॉल सेंटर से युवतियां ई-चालान के नाम पर ठगती थीं, 6 गिरफ्तार" ]
<p><b>पत्रिका ब्यूरो @ रायपुर. </b>दिल्ली में ठगी का कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। यहां से युवतियां लोगों को फोन करके ई-चालान जमा करने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करती थी। पुलिस ने छापा मारकर कॉलसेंटर के सरगना सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 युवतियां भी शामिल हैं। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि प्रोफेसर कॉलोनी निवासी हितेश कुमार साहू से फर्जी ई-चालान भेजकर ऑनलाइन ठगी हो गई थी। इसकी जांच के दौरान पता चला कि दिल्ली में एक बड़ा गिरोह है, जो सुनियोजित ढंग से ई-चालान के नाम पर लोगों को ठग रहा है। इसके बाद पुलिस की टीम ने दिल्ली के तिलक नगर के वेल्यू सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ऑफिस में छापा मारा। <b>शेष @ पेज 4</b></p><p><b>दिल्ली... </b></p><p>मौके से इसके संचालक विभांशु गर्ग के अलावा सुमित कुमार ठाकुर, नेहा शर्मा उर्फ तनिशा, रानी उर्फ कोमल, सत्या उर्फ समिता, जन्नत अंसारी उर्फ काव्या को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से डायलर मशीन, 25 कम्प्यूटर, 35 मोबाइल फोन, बड़ी संख्या में फर्जी सिम, पेन ड्राइव, 2 लैपटॉप और बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किया है। आरोपी विभांशु एमबीए और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस में काम कर चुका है। आरोपी विभांशु के पास ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों के यातायात पुलिस ई-चालान का डेटा बरामद हुआ है। </p><p><b>क्या था मामला: </b>पुरानीबस्ती निवासी हितेश कुमार साहू के पास 23 जनवरी को ट्रैफिक रायपुर का ई-चालान मोबाइल में मैसेज के जरिए मिला। उसने भुगतान नहीं किया, तो 1 जुलाई को एक युवती ने उसे कॉल किया और वाट्सएप में ई-चालान और क्यूआर कोड भेजकर भुगतान करने के लिए कहा। खुद को युवती ने सीजेएम न्यायालय बिलासपुर का कर्मचारी बताया। हितेश ने भुगतान कर दिया। बाद में जब उसने ऑनलाइन स्टेटस चेक किया, तो भुगतान नहीं होना पाया गया। इसकी शिकायत उन्होंने ट्रैफिक पुलिस से की। इसके बाद पुरानीबस्ती थाने में अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई।</p><p><b>कुरियर बॉय बनकर पहुंची टीम </b></p><p>मामले की जांच के दौरान एसीसीयू को दिल्ली के तिलक नगर में कई संदिग्ध मोबाइल नंबर एक्टिव मिले। इसके बाद पुलिस ने उनकी जानकारी लेने के बाद पुलिस की टीम एक निजी कोरियर कंपनी का कर्मचारी बनकर कॉल सेंटर पहुंची और पूरी जानकारी लेने के बाद छापा मारा। कॉल सेंटर का संचालक विभांशु पहले टूर एंड ट्रेवल्स चलाता था। इसके बाद लेट्स कनेक्ट कंपनी के जरिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट आदि का काम करता था। </p>
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[ "रायपुर स्थित बूढ़ातालाब धरनास्थल पर प्रदर्शन", "यूक्रेन से लौटे छात्रों ने कहा- हमें प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिले" ]
<p><b>पत्रिका ब्यूरो @ रायपुर. </b>यूक्रेन-रुस के युद्ध की वजह से अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई बीच में छोड़कर प्रदेश वापस लौटे छात्रों का भविष्य अब तक मझधार में है। परिजन भी उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं। छात्रों को प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने की मांग को लेकर छात्रों और उनके परिजनों ने रविवार को राजधानी के बूढा तालाब स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ यूक्रेन मेडिकल पैरेंट्स एंड स्टूडेंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विधायक, सांसद, स्वास्थ्य मंत्री और सीएम को पूर्व में पत्र लिखकर इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की थी। लगातार पत्राचार के बाद भी सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। <b>शेष @ पेज 4</b></p><p><b>यूक्रेन...</b></p><p>इससे नाराज छात्रों और परिजनों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और राष्ट्रपति के नाम राजभवन के कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि समाधान नहीं निकला तो अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। </p><p><b>197 स्टूडेंट्स वापस लौटे हैं यूकेन से: </b>राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार रूस-यूक्रेन युद्ध शुरु होने के बाद प्रदेश में यूक्रेन से 197 स्टूडेंट्स वापस लौटे हैं। यूक्रेन से छात्र सकुशल लौटे, लेकिन उनकी पढ़ाई अधूरी है। छात्रों को अब भविष्य बर्बाद होने का डर सता रहा है। </p>
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[ "जशपुरनगर : सर्दी-जुकाम से पीड़ित थी छात्राएं", "आवासीय स्कूल की 18 छात्राएं संक्रमित, आइसोलेट" ]
<p><b>कोरोना टेस्ट के बाद हुआ खुलासा </b></p><p><b>पत्रिका ब्यूरो </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम महादेवडांड़ स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में 18 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। इसकी जानकारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग समेत जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में इस आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने की सूचना के बाद सभी को स्कूल परिसर में ही आइसोलेट किया गया है। पूरा मामला महादेवडांड़ गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। मिली जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में पढ़ने वाली कुछ छात्राओं में सर्दी जुखाम और बुखार की शिकायत मिली थी। जिसके बाद सभी छात्राओं का टेस्ट कराया गया। टेस्ट में 18 बालिकाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। फिलहाल अगले कुछ दिनों तक के लिए स्कूल को बंद कर दिया गया है। </p>
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[ "छत्तीसगढ़ में खेती का परिदृश्य \n" ]
<p>पूरे देश में धान का कटोरा के रूप में चर्चित छत्तीसगढ़ में कृषि परिदृश्य पर नजर डालें तो यहां 37.46 लाख किसान परिवार हैं। राज्य में कुल 137.90 लाख हेक्टेयर में खेती होती है। इसमें खरीफ फसल 48.09 लाख हेक्टेयर व रबी फसल 17.6 लाख हेक्टेयर रकबा है। </p><p>केंद्र सरकार की ओर से मिट्टी परीक्षण के लिए दो साल से लक्ष्य नहीं मिला था लेकिन इस वर्ष लक्ष्य मिला है तो उसे पूरा किया जाएगा। ताकि किसानों को खेती-किसानी का लाभ मिल सके। </p><p><b>आरके चंद्रवंशी, </b>संयुक्त निदेशक कृषि संचालनालय रायपुर </p>
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[ "हर दिन का लक्ष्य तय करें।", "1जंगल ही नहीं, दैनिक जीवन में भी सफल होने का पहला मंत्र है, हर सुबह अपना लक्ष्य तय कर लेना।", "सफलता को लेकर ग्रिल्स कहते हैं-" ]
<p><b>बेयर ग्रिल्स</b></p><p>3 अगर आपके पास हुनर है और आपका दृष्टिकोण स्पष्ट है तो <b>आपको दूसरी चीजों की आवश्यकता नहीं </b>है।</p><p>2 जीवन में मिलने वाले <b>हर अवसर का लाभ उठाएं, </b>क्योंकि कुछ मौके एक बार ही मिलते हैं।</p><p><b>‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ फेम</b></p>
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[ "शिव सिंह \n" ]
<p>patrika.com</p><p><b>भिलाई. </b>केंद्र सरकार के मृदा स्वास्थ्य परीक्षण (एसएचएम) कार्यक्रम के तहत किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच व विश्लेषण के लिए 15 फरवरी 2015 में शुरू किए गए अभियान की राज्य में हवा निकल गई है। अभियान के दूसरे चरण 2019-20 में राज्य के सभी विकासखंडों में एक मॉडल ग्राम चुनाव स्वायल हैल्थ से जुड़े कार्य किए गए लेकिन अब ब्रेक लग चुका है। दुर्ग जिले के पाटन ब्लाक में बनाई गई प्रयोगशालाओं के उपकरण दुर्ग के मंडी परिसर के एक कमरे में डंप कर दिए गए हैं। ट्रेनिंग ले चुके कर्मियों को भी वापस मूल काम पर भेज दिया गया है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2015-16 में मृदा स्वास्थ्य परीक्षण (एसएचएम) योजना कंपोनेंट अंडर नेशनल मिशन फॉर सस्टनेबल एग्रीकल्चर (एनएमएसए) के तहत शुरू किया है। <b>शेष @ पेज 4</b></p><p><b>खेतों... </b></p><p><b>सबसे पहले वर्ष 1955-56 में शुरू हुई टेस्टिंग : </b>केंद्र सरकार ने सबसे पहले खेतों की मिट्टी की टेस्टिंग का काम वर्ष 1955-56 में शुरू किया गया था। इस योजना के बाद प्रयोगशालाओं में वृद्धि की गई और इन प्रयोगशालाओं में वर्ष 2012-13 में 128.31 लाख नमूने जांचने की क्षमता हो गई। </p><p><b>यह है स्वायल हैल्थ कार्ड योजना : </b>केंद्र सरकार की इस स्वायल हेल्थ कार्ड योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को जमीन से जुड़ी गुणवक्ता की टेस्टिंग कर मृदा हेल्थ कार्ड प्रदान करना है। इसके लिए खेतों की मिट्टी जांचने के साथ ही किसानों को मिट्टी के आधार पर फसल लगाने के लिए जागरूक किया जाना है। इससे किसानों को मिटटी की गुणवक्ता के आधार पर फसल लगाने से अधिक लाभ मिलेगा और खाद के उपयोग से मिट्टी के संतुलन सही बनेगा। </p>
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[ "न्यूज विंडो", "विश्वनाथन फीडे के वाइस प्रेसिडेंट " ]
<p><b>नई दिल्ली@ पत्रिका. </b>विश्वनाथन आनंद को इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (फीडे) का वाइस प्रेसिडेंट चुना गया है। मौजूदा प्रेसिडेंट अर्कडी ड्वोरकोविच फिर प्रेसिडेंट चुने गए हैं। फीडे का चुनाव चेन्नई में आयोजित शतरंज ओलिंपियाड के दौरान जनरल बैठक में हुआ। आनंद 5 बार वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं।</p>
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[ "जांजगीर-चांपा", "आकाशीय बिजली से किसान की मौत" ]
<p><b>पत्रिका ब्यूरो @ जांजगीर-चांपा. </b>बाराद्वार थाना क्षेत्र के ग्राम सरवानी में गाज की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि ग्राम सरवानी निवासी रामसिंह सिदार 55 शनिवार की शाम खेत गया था। इसी दौरान उसके ऊपर आकाशीय बिजली गिर गई। उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती किए थे। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया है। </p>
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[ "बिना लक्ष्य के चल रही योजना \n" ]
<p><b>पिछले </b>दो सालों से इस योजना में कोई लक्ष्य ही तय नहीं किया गया है। कृषि विभाग के अफसरों ने बताया, केंद्र सरकार की इस योजना 2015-16 से 2020 तक दो चरणों में 9 लाख से अधिक किसानों को स्वायल हैल्थ कार्ड किसानों को दिए गए। इसके बाद लक्ष्य न होने की बात कहते हुए अधिकारियों ने ब्लॉक स्तर पर इस योजना में खोली गईं स्वायल टेस्टिंग लैब को अचानक बंद कर दिया गया। वर्तमान में सिर्फ राज्य सरकार की मिट्टी प्रयोगशालाओं में ही काम हो रहा है। </p>
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[ "लैब के उपकरण दुर्ग मंडी में डंप \n" ]
<p><b>पाटन </b>ब्लाक में किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण करने के लिए लैब खोले गए थे। इन्हें स्वाइल टेस्ट लैब(एसटीएल) कहा जाता है। मिट्टी टेस्ट करने के लिए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी गई। इसके बाद पाटन ब्लाक में टेस्टिंग का काम शुरू हुआ लेकिन पिछले 6 माह से पाटन के लैब को बंद कर सभी उपकरण डिब्बे में बंद कर दुर्ग मंडी में बने मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में रख दिए गए। यहां केवल एक क्लर्क ही पदस्थ है। </p>
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[ "8 राज्य, 36 संस्करण ..... " ]
<p><b>8 राज्य, 36 संस्करण </b>| अजमेर ं अलवर द्ब्रल अहमदाबाद ल इंदौर क उज्जैन ़ उदयपुर ख कोटा ख्र कोलकाता ग खंडवा द ग्वालियर ड्ट चेन्नई ङ छिंदवाड़ा च जगदलपुर छ जबलपुर ज जयपुर प जोधपुर व् दिल्ली य् नागौर ट पाली ठ बाड़मेर ड बांसवाड़ा फ बिलासपुर ढ बीकानेर ज़् बेंगलूरु ल् भिलाई त भीलवाड़ा थ भोपाल द रतलाम ध रायपुर । सतना : सागर ‘ सीकर ’ सूरत े शहडोल ब श्रीगंगानगर भ नर्मदापुरम</p>
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[ "एक संबोधन सब्द हे ‘रे’। ऐकर परयोग अपन ले छोटे बर ही करे जा सकथे, फेर मस्तुरियाजी अपन गीत म ‘रे’ के अतका खूबसूरती से परयोग करे हवय कि गीत के मधुरता अउ बाढ़ गे हे। लक्ष्मन मस्तुरिया के गीत म संबोधन सब्द के लालित्य देखव।मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा, मोर संग चलव जी।", "गीत म संबोधन सब्द", "कई गीतकारमन सम्बोधन के सानदार परयोग करके गीतमन ल नवा ऊंचाई दिन, फेर मस्तुरियाजी के बाते अलग रिहिस। आज के गीतकारमन ला चाही कि उमन मस्तुरियाजी के गीत ल चेत लगा के सुनंय अउ अपन गीत म घलो अइसन संबोधन के परयोग करंय कि गीत मधुरता म कोनो कमी झन आए।", "अजय ‘अमृतांशु’, भाटापारा " ]
<p>त्तीसगढ़ी भाखा म संबोधन सब्दमन के मधुरता देखते बनथे। हमर भाखा म संबोधन के कतकोन सब्द बोले जाथे। फेर, छत्तीसगढ़ी भाखा म संबोधन चिन्ह (!) के परयोग कमेच दिखई देथे। छत्तीसगढ़ी कविता म संबोधन के अपन अलगेच लालित्य हवय। अगर छत्तीसगढ़ी काव्य म संबोधन सब्द के लालित्य देखना हवय त लछमन मस्तुरिया के गीत के अवलोकन करे ल परही। मोर जानबा म संबोधन सब्द के लालित्य मस्तुरिहाजी के गीत म सबले जादा मिलथे। </p><p>एक संबोधन सब्द हे ‘रे’। ऐकर परयोग अपन ले छोटे बर ही करे जा सकथे, फेर मस्तुरियाजी अपन गीत म ‘रे’ के अतका खूबसूरती से परयोग करे हवय कि गीत के मधुरता अउ बाढ़ गे हे। लक्ष्मन मस्तुरिया के गीत म संबोधन सब्द के लालित्य देखव। </p><p>मोर संग चलव रे, मोर संग चलव गा, मोर संग चलव जी। </p><p>ए कालजयी गीत म ‘रे’ के प्रयोग से गीत के मधुरता अउ बाढ़ गे हवय। </p><p>ले चल ‘रे’ ले चल, ले चल ‘गो’ ले चल ‘ओ’ मोटरवाला ले चल। </p><p>बखरी के तुमा नार बरोबर </p><p>मन झूम रे। </p><p>वा रे मोर पडकी मैना। अपन परेमिका ल पड़की मैना के रूप देख के ‘रे’ के परयोग। पता दे जा ‘रे’ पता ले जा ‘रे’ गाड़ीवाला। ‘ओ’ गाड़ीवाला ‘रे’ पता दे जा रे पता ले जा रे। </p><p>अहो मन भजो गनपति गणराज। </p><p>मस्तुरियाजी अपन मन ल संबोधित करत हे। (मन ल ‘अहो’ कहि के संबोधन) </p><p>हम तोरे संगवारी ‘कबीरा हो’ </p><p>मन डोले ‘रे’ माघ फगुनवा। </p><p>नरवा म अगोर लेबे ‘रे’, </p><p>नरवा म अगोर लेबे ‘गा’। </p><p>मंय छत्तीसगढ़िया अंव ‘रे’, </p><p>मंय छत्तीसगढ़िया अंव ‘गा’। </p><p>मंय बंदथौं दिन रात ‘वो’ </p><p>मोर धरती मैया। </p><p>मोला जावन दे ना ‘रे’अलबेला। </p><p>काबर समाए रे मोर ‘बैरी’ नैना मा। </p><p>‘अहो’ गजानन स्वामी हो, </p><p>डंडा-सरन पांव। </p><p>मंगनी मा मांगे मया नइ मिले ‘रे’ </p><p>मंगनी मा। </p><p>संगी के मया जुलुम होगे‘रे’। </p><p>चल-चल ना किसान बोये चली धान असाढ़ आगे ‘गा’। </p><p>चल ‘जोह’ जुरमिल </p><p>कमाबो ‘जी’करम खुलगे। </p><p>दया मया ले जा ‘रे’ मोर गांव ले। </p><p>मोर खेतिखार रुनझुन, मन भौंरा नाचे झूमझूम, किंदर के आबे चिरैया रे। किंदर के आबे मोर ‘भौंरा रे’। </p><p>काल के अवइया कइसे आज ले नइ आये, तोला का होगे, </p><p>रस्ता नइ दिखे ‘बइरी’तोर। </p><p>चौंरा मा गोंदा ‘रसिया’ </p><p>मोर बारी मा पताल ‘रे’चौंरा मा गोंदा। </p><p>मोला जावन दे ना ‘रे’ अलबेला मोर। </p><p>जागौ रे जागौ बागी बलिदानीमन, महाकाल भैरव लेखनी म </p><p>हामाया सीतला कालीमन। </p><p>ए गीत के पूरा सब्द मन संबोधन के हवय। </p><p>वा रे मोर ‘पड़की मैन’। </p><p>छोड़ के गंवई सहर डहर झन जा झन जा ‘संगा रे’। </p><p>मोर गंवई गंगा ए। </p><p>रेंगव-रेंगव ‘रे’रेंगइया, बेरा कड़कथे रे। </p><p>‘भइया गा’ किसान हो जा तियार। </p><p>तोर मुरली म कइसे </p><p>जादू भरे ‘जोड़ीदार’। </p><p>मोर कुरिया सुन्ना ‘रे’, बियारा सुन्ना ‘रे मितवा’ तोरे बिना हितवा,तोरे बिना। </p><p>आ मोर बइया मा ‘गांजा कली’ </p><p>गाड़ी चढ़ के बंबई कोती भाग चली। </p><p>दुख के रतिहा काट संगी, </p><p>सुख बिहिनिया आही र, ‘संगवारी रे’। </p><p>मोर मया तोर बर जहर जुलुम होगे ‘लहरी यार’। </p><p>झमझम ले लुगरा पहिर के आये हौं, देखव तो ‘जोड़ी’ मैं कइसे लागे हौं। </p><p>दुनिया मड़ई मेला बजार ए, </p><p>ए बजार ए ‘गा भइया’ </p><p>तहीं बता ‘रे’ मोर मयारू, </p><p>तोर-मोर भेंट कहां मेर होही। </p><p>आ गे सुराज के दिन ‘रे संगी’। </p><p>ए गीतमन म र, अरे, अहो, ओ, गा, गो, जी, जोही, संगवारी रे, रे संगी, पड़की मैना, रसिया, मितवा, हितवा, जोड़ी, जोड़ीदार, गांजा कली, चिरैया रे, भौंरा रे, रे मोर मयारू, रे अलबेला, बैरी, लहरी यार, रे रेंगइया, भइया गा, भइया हो, गा भइया, कबीरा हो, रे रेंगइया, संगा रे, </p><p>संबोधन सब्द के परयोग कवि लछमन मस्तुरियाजी ह अपन गीत म करे हवंय। कई गीतकारमन सम्बोधन के सानदार परयोग करके छत्तीसगढ़ी गीतमन ल नवा ऊंचाई दिन, फेर मस्तुरियाजी के बाते अलग रिहिस। </p><p>आज के गीतकारमन ला चाही कि उमन मस्तुरियाजी के गीत ल चेत लगा के सुनंय अउ अपन गीत म घलो अइसन संबोधन के परयोग करंय कि गीत मधुरता म कोनो कमी झन आए। </p><p>- अजय ‘अमृतांशु’ </p><p>भाटापारा</p>
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[ "सुरता म... नागपुर ले कच्चा मारग म सरलग कामठी कंटो, डोंगरगढ़ होवत रइपुर पहुंचिस। ", "स्वामी विवेकानंद रइपुर म दू बछर रहिके आत्म सिक्छा ग्रहन करिन", "ये" ]
<p>परमानित जानकारी हे कि नरेंद्रदत्त (स्वामी विवेकानंदजी) अपन किसोर अवस्था म दू बछर रइपुर (छत्तीसगढ़) के बूढ़ापारा मुहल्ला म बिताय रिहिस। ये समे म वोमन अपन दाई-ददा अउ छोटे भाई-बहिनी के संग रहिन। सुरुआत म लगभग छह महीना अब के मेघ मारकेट के पहिली स्थित डे भवन म संयुक्त परिवार बरोबर (भूतनाथ डे राय बहादुर अउ पिता विस्वनाथ) रहिन। तेकर बाद उही बूढ़ापारा म सिरीमन मथनाथ सेन के मकान म लगभग दू बछर तक निवासी रिहिन। वइसे वे बेरा के कुआं अउ लीम के पेड़ आजो हावय। भले वरतमान म मकान स्वामी के अधिकार परिवरतन होगे हे। डे भवन बूढ़ापारा म तो बहुत समे तक स्वामी विवेकानंद (नरेंद्रनाथ दत्त) के रइपुर परवास म निवास स्थान लिखे पट्टिका घलो लगे रिहिस। </p><p>रइपुर यात्रा काबर ये सुवाल स्वाभाविक आय। विवेकानंदजी के पिताजी विधिवेत्ता अउ वकील रहिन। सरकारी काम-कारज के सिलसिला म वोमन अपन मित्र सिरी भूतनाथ डे जी के संग रहिन। फेर, काम जादा होय के सेती रइपुर म रुकना जरूरी होगे, तेकर सेती अपन परिवार ल रइपुर बुलवा लिस। कलकत्ता ले रइपुर सीधा सपाट रद्दा नइ रिहिस। रेल गाड़ी नागपुर तक रिहिस। छात्र नरेद्रनाथ ह आठवीं कक्छा के कलकत्ता म पढ़त राहय ते कारन सलाना परीक्छा पूरा करे के बाद दुरगा पूजा परब के बाद नवंबर के आसपास कलकत्ता ले इलाहाबाद, जबलपुर, नागपुर तक रेलगाड़ी म यातरा करिन। वे समे सिरीडे साहब के घरवाली (पत्नी) अउ उनकर नान्हे लइका लगग छह महीना के हरिनाथ डे (बाद म ऐहा विस्व विख्यात अउ कतकोन भासा के जानकारी बिद्वान, भासा सास्त्री बनिस) अउ दत्त परिवार के संग आइन। </p><p>नागपुर रेल टेसन म नवा तब बसे पोद्दार धरमसाला म रात बिताइन। ऐकर बाद नागपुर ले रइपुर तक बइलागाड़ी म कच्चा रद्दा ले आइन। विवेकानंद आसरम रइपुर ले परकासित विवेक ज्योति पत्रिका’ के दू अंक म परकासित व सोधपूरन लेख म सचित्र वरननन घलो करे गे हे। माने जाथे कि दिसंबर के पहिली हप्ता म रइपुर पहुंचिन। वो पइत अस्थायी कच्चा मारग,जंगल के रद्दा, हिंसक जानवर के सेती डरावना बने राहय। नरेंद्रजी के परिवार चार ठन बइलागाड़ी म बइठ के यात्रा करिन। संग म दोझिन बंदूकधारी रक्छक सिपाही घलो रिहिन। गाड़ी त धीरे-धीरे चलय, फेर सांझ होय के पहिलेच कोनो गांव म रुके। जंगल के रद्दा डरावना अउ सुनसान घलो राहय। बेनगंगा नदिया ल बड़े डोंगा- बड़े मचान अइसे सहारा म बड़े-बड़े लट्ठा ले सहारा म पार करिन। आघू बढ़िन। डोंगरगढ़ ले पहिलेच अचानक धियान आइस के नरेंद्रनाथ गाड़ी म नइये। अब्बड़ खोजिन। आखिर म तीर के गुफा म मिलिस। वोमन सांत अउ चुपचाप बइठे रिहिस। मानो धियान लगाए हे। कारन पूछिस त नरेंद्रनाथ ह अतेकेच कहिस कि ये बहुत सुग्घर, सांत जगा आय। माने जाथे कि उही गुफा म नरेंद्रनाथ ह पहिली भाव समाधि म रहिन। छत्तीसगढ़ छेत्र म वो गुफा ह वनांचल दर्रेकसा पास नामक जगा म हे। </p><p>नागपुर ले रइपुर के कच्चा मारग म सरलग कामठी कंटो, भंडारा, तुमसर, परसबाड़ा, दर्रेकसा पास, घोड़तलाब, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, दुरूग होवत रइपुर पहुंचिस। रइपुर के धरती ल परनाम जिहां संसार ल नवा रद्दा बतइया, प्रेरनाधार युग पुरुस स्वामी विवेकानंदजी ह दू बछर रहिके आत्म सिक्छा ग्रहन करिन। </p><p>- डॉ. सुखदेवराम साहू ‘सरस’, पुरानी बस्ती, रायपुर </p><p><b>डॉ. सुखदेवराम साहू,‘सरस’ </b><b>पुरानी बस्ती, रायपुर </b></p><p><b>रइपुर के धरती ल परनाम जिहां संसार ल नवा रद्दा बतइया, प्रेरनाधार युग पुरुस स्वामी विवेकानंदजी दू बछर रहिके आत्म सिक्छा ग्रहन करिन।</b></p>
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[ "परवचन सुने भर ले कुछ नइ होवय! " ]
<p>वी म जइसे ही ‘झूठ बोले कौआ काटे, काले कौए से डरियो’ गाना सुनई दिस के बुधारू ह झट ले रिमोट के बदन दबा दिस। तीर म बइठे वोकर घरवाली भड़क के बोलिस- काबर बदल देस चैनल। बस, दिन-रात परवचन सुनत रहिथस। जनम से सुनत आव हस। देवतामन के भुइंया भारत म सदियों से साधु-संत, महात्मामन परवचन सुनावत आवत हें अउ लोगनमन सुनत आवत हें। न परवचन कहइया साधु-संत, महात्मा, धरमगुरुमन ल ए जाने के फुरसत हे कि वोकरमन के बातमन ल कतके लोगनमन कान धरे हे अउ न सुनइया लोगनमन ए जाने के कोसिस करंय के वोमन ल सच, अहिंसा, नैतिकता, चरित्र, दान-पुन करे, मोह-माया ल छोड़े, धरम-करम करे के सिक्छा-िदिक्छा देवइयामन जउन कहात हावंय वोकर पालन करथे के नइ। वेद-पुरान अउ धरमगरंथमन के मुताबिक अचारन नइ करके सिरिफ वोला पढ़के सुनाने वाले साधु-संत, महात्मा होवंय या फेर एक कान ले परवचन सुन के दूसर कान ले निकलइया लोगन, वोकरमन से कभु समाज बदले हे अउ न बदलय। </p><p>घरवाली के परवचन सुनके बुधारू के हालत कोंदा-भइरा कस हो गे। झट ले रिमोट उठइय अउ सुवारी के पसंद वाले चैनल लगा के गुस्सा म पांव पटकत कुरिया ले निकल गे। </p><p>परछी म बइठ के बुधारू सोचे लगिस। घरवाली सोला आना सच कहत हे। हमर देस अउ समाज अतेक धारमिक हे कि हमनअपन देवता-धामी, भगवान, खुदा, वाहेगुरु,यीसु अउ धरमगुरुमनल सुरता करे बर एकोदिन नइ भुलावंन। तभो ले हमर समाज-देस म अधरम, हिंसा, बुराई, बेईमानी, अनाचार, अनैतिकता, चारित्रिक पतन, कुरीतियां, अंधबिसवास, दिनोंदिन बढ़हत हे। परकरीति, माइलोगिन अउ लइकामन ल भगवान, पालनहार, तारनहार समझ के पूजा करइया मनखे आखिर परकरीति के बिनास करे बर काबर लगे हें? दहेज बर बहुमन ल जलई, जादू-टोना के नाव म माइलोगिनमन ल सतई, पइसा के खातिर लइकामन ले अपहरन करके मार डरई ह सहज खेल-तमासा कस होगे हे। </p><p>लेवन चाय। पी लव। घरवाली चाय के कप देवत बुधारू से बोलिस- आपमन के रोज-रोज परवचन सुने अउ चिंता-फिकर करे ले न लोगनमन सुधरंय अउ न समाज। बुधारू चाय पीयत कहिस- बने काहत हस भागवान। घोर कलजुग हे। गुरुजीमन पढ़इया नोनीमन ऊपर नियत डोलाय, लहू के रिस्ता ह लहू बोहाय, रिस्तामन के मरयाद नइ रखय, सुवारथ-लालच म अंधरा हो जाय त लोगनमनके परवचन सुने के का फायदा? </p><p>जब सिरिफ परवचन सुने ल कोनो मनखे के भला होय हे, न समाज के। धरम अउ सच के मारग म चले से समाज से अधरम-अंधबिसवास मेटाही। फेर, अइसन नइ होवत हे त अउ का-कहिबे।</p>
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[ "बिस्व आदिवासी दिवस", "छ" ]
<p>त्तीसगढ़ राज म आदिवासी समाज के बहुलता हे। इहां के करीब 21 परतिसत आबादी ह आदिवासी समाज के आय। जिंकर बोली-भाखा, तीज-तिहार, रीति- रिवाज, देबी-देवतामन ह दूसर समाज बर अबक देखनी होथे। बिदेश म छत्तीसगढ़ के नाव बगराए बर तको ऐमन के खास महत्तम हे। तभो ले ए समाज के पुछारी कम होवत रहिस। </p><p>नवंबर 2000 म जब छत्तीसगढ़ राज बनिस त इहां के आदिवासीमन के दिल-दिमाग म नवा आसरा के अंजोर जगिस। दिसंबर 2018 म जब भूपेस बघेल ह मुख्यमंतरी बनिस त वोहा आदिवासी समाज के चेत लिस। छत्तीसगढ़ के इतिहास म पहली घंव बिस्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के दिन सरकारी छुट्टी राखे के फैसला करिस। सरकार के ए फइसला ह छत्तीसगढ़ ल एक घंव फेर दुनिया के माथा म जगमग दीया बरोबर चमकाइस। अउ आदिवासीमन के मान-स्वाभिमान बढ़ाय के काम करिस। महात्मा गांधीजी ह आदिवासीमन ला गिरिजन माने पहाड़ के रहइया कहय। ऐमन ल भुलई माने अपन मूल संस्करीति ले ले दूरिहाना कस होही। मूल ले भागे के भूल करइया समाज म मया नइ, बल्किन हिंसा के बीज जामथे। संयुक्त रास्टर संघ ह बछर 1993 म जिनेवा 9 अगस्त ल बिस्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाए के फइसला करिन। जेकर ले दुनियाभर के आदिवासी समाज के बिकास के रद्दा खुलिस। छत्तीसगढ़ के इतिहास म पहली घंव बिस्व आदिवासी नाच महोत्सव के आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार ह तको करिस। </p>
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[ "कविता के धार", "झन बो नफरत के बारी" ]
<p>जिनगी ल सांति से जी </p><p>नइ मिलय उधारी। </p><p>एके बार मिले हे </p><p>झन बो नफरत के बारी। </p><p>जेसना बो बे -तेसना काटबे </p><p>खुद के ओंहारी। </p><p>बने करम कर दुनिया म </p><p>बना ले चिन्हारी। </p><p>जात.-धरम म का रखे हे </p><p>छोड़ धरहा आरी। </p><p>मनखे के जतन करव </p><p>सेवा के धर तुतारी। </p><p>घेंच फंसे कचरा ल </p><p>चल जोर ले खखारी। </p><p>नइते नासुर बन जाही </p><p>लउहा एला टारी। </p><p>मनखे धरम ल गुन ले </p><p>भगवान बासा करथे। </p><p>दुख-सुख पीरा बांटे म </p><p>पापी चोला तरथे। </p><p>जात-धरम के आंच म </p><p>गरीब के कुंदरा जरथे। </p><p>असना उधम करे गुन </p><p>काकर अटारी भरथे। </p><p>अपन पेटेच झन देख </p><p>बड़ मेहनत धन संचरथे। </p><p>कोनो पाई-पाई जोड़ के </p><p>छितका कुरिया गड़थे। </p><p>जांगर चोट्टा कहां जानबे </p><p>पइसा कइसे ओगरथे। </p><p>टोर फोरआगी धराबे </p><p>पखरा जी कहां सुधरबे। </p><p>होय जनम एके बरोबर </p><p>एके कस जमो मरथे। </p>
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[ "ऐ" ]
<p>सो के बछर ल अजादी के अमरित महोत्सव के रूप म मनाय जावत हे। ए दरी घरो-घर म तिरंगा झंडा फहराय के नारा हे। </p><p>ए झंडा के बनइया गुनी मनखे के नाव हे पिंगली वेंकैया। तिरंगा झंडा बनाय बर वोहा गजब मिहतन करे रिहिस। पांच बछर ले कईठन देस के झंडा के अध्ययन करे के बाद हमर तिरंगा ल बना पाय रिहिस। पहली ए झंडा हर दू रंग के रिहिस लाल अउ हरियर। लाल रंग हिन्दू के अउ हरियर रंग मुसलमान के परतीक रिहिस। झंडा के बीच म चरखा के चिनहा बने रिहिस। महात्मा गांधी ल ये झंडा बड़ पसंद आय रिहिस, फेर वोला अउ बने असन बनाय के सलाह दिस। त पिंगलीजी ह तीन रंग के तिरंगा झंडा बनइस। तेकर बीच म चरखा के चिनहा ल वइसनेच राखिस। बाद म चरखा के चिनहा के जगा म असोक चक्र ल रखे गिस। </p><p>पिंगलीजी ह आजादी के लड़ई म महात्मा गांधी ल 50 बछर संग दिस। पिंगली वेंकैयाजी ह गजब गुनी मनखे रिहिस। कईठन बिसय म गियानी रिहिस। हिन्दी, अंगरेजी अउ जापानी भासा के गजब जानकार रिहिस। जापानी भासा ल बरोबर जानय, ते पाय के वोला जापान पिंगली काहय। वोहा किरिसी बिग्यान अउ भू-बिग्यान के गियानी रिहिस। हीरा के खान म हीरा ल परख लेवय। ऐकर सेती वोला डायमंड पिंगली काहंय। </p>
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[ "राखी तिहार" ]
<p>भाई अउ बहिनी हें मगन। खुसी, आनंद भरे हे मन। पबरित हे मया-दुलार। सावन के पुन्नी, राखी तिहार। घर-दुआरी म भाई ल अगोरत। ठाढ़े हे बहिनी, आंसू ल पोंछत। अंगना म भइया ह आही। मिठई, खजानी संग म लाही। बड़ पिड़हा म भाई ल बइठाही, करसा म दियना जोत जराही। कांसा के थारी, चंदन, रोली, मीठ-मीठ गोठ, बहिनी के बोली। भाई के माथ लगाही चंदन, चाउर के टीका, आरती-बंदन। कलई म बहिनी राखी बांधही, मनौती मया के सुग्घर मनाही। जुग-जुग जियत रह रतन-दुलारू, बहिनी के लेत रहिबे आरो मयारू।</p>
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[ "आवव मोर गांव", "कुमार वर्मा ‘सहायक शिक्षक’,देवादा (पाटन), दुर्ग", "देवादा के मंगलू देवता मंदिर", "दु" ]
<p>रुग जिला के पाटन तीर म बसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के धरती देवादा गांव हे। इहां के परमुख काम-बुता खेती-किसानी हे। धान लुवाय के बाद दूसर फसल म चना, गहूं, तिवरा अउ मसुरा बोथें। चारों मुड़ा हरियर-हरियर दिखथ रहिथें। इही गांव म मंगलू देवता मंदिर हे। जेहा गांव से एक कोस के दूहिरा म खेत-खार म तरिया के पार म पीपर रूख के भीतर म बिराजे हे। </p><p>मंगलू देवता के बारे म सियानमन बताथें कि ककरो कुछु कीमती जिनिस जइसे सोन, चांदी, गाय, बइला, छेरी आदि गवां जाथे या कोख सुना रेहे ले घलो मंगलू देवता के नाव लेके नरियर बदे ले मन्नत पूरा होथे। </p><p>मन्नत पूरा होय ले मंगलू देवता के चरन म जाके माथा टेक के नरियर फोरथें, चघाथे चढ़ाथे अउ रस्ता म जतका मनखे मिलथें वोला परसाद बांटथें। सब लोगन के इही मन्नत ह पूरा होय के बात ह पाटन अंचल म चारों मुड़ा बगर गे हे। </p><p>आज ऐकर परसिद्धि अतका बढ़ गे हे कि चइत अउ कुंवार नवरात म मनोकामना जोत जलाथें। मंगलू देवता मंदिर म रोज सरधालुमन के आवाजाही लगे रहिथे। </p>
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4,315,691
[ "ज्योती गनवीर, दुर्ग", "कहिनी", "मन के पीरा", "रा" ]
<p>खी तिहार के दूसर दिन परोसिन दीदी ल देखेंव। वोहा अपन भाई ल राखी बांध के मइके ले आय रिहिस। वोकर मइके के हाल-चाल पूछेंव। वोहा खुसी-खुसी बताइस- दाई, भइया-भउजी अउ लइकामन सबो बने-बने हावंय बहिनी। मेहा कहेंव- दीदी, अब तो तोर तीजा तिहार म एक पइत अउ मइके जाय के सुध लाम गे होही। कब तीजा तिहार आवय, अउ फेर मइके जावं सोचत होबे। मोर बात ल सुनके वोहा सोच म परगे। मेहा कहेंव, का होगे दीदी? का सोच म पर गेस? अपन मन के बात ल मोला नइ बताय बर हे का? वोहा कहिस- बहिनी, येदे अभीच-अभीच तो मइके गे करेंव। तीजा म जाहूं त, फेर आगिस रे ऐहा अइसे कोनो झन सोच लंय। कोनो बोल दिहीं त मेहा का जवाब देहूं। इही बात ल सोच के डररावत हंव। दूसरमन के बात ल छोड़, भउजी घलो ह झन सोच लय के लुगरा बर आय हे। राखी बर मोर भइया ह बढ़िया लुगरा दे हावय। अइसन म मेहा तीजा जांव के, नइ जांव सोचथव। </p><p>वोकर बात ल सुनके महूं ह सोच म पर गेंव। एक तरह ले वोकर बात ह सही घलो हे। वोकर मन के पीरा ल समझे के जरूरत हे। </p><p> सब्बो भउजी-भइयामन एक जइसे नइ होवय। फेर, मइके के सुरता...।</p>
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4,315,681
[ "19 बछर के उमर म फौज म भरती होइस" ]
<p>वोहा कपास के खेती के सोध करके नवा जानकारी दे रिहिस। वो बिसय म रिसर्च करे रिहिस। ए सेती ले वोला पट्टी वेंकैया घलोकाहंय। वोहा 19 बछर के उमर म फौज म भरती हो गे रिहिस। फेर, गांधीजी के आजादी के लड़ई म संघर गे। आंध्रपरदेस के विस्वविद्यालय म वोहा भू-बिग्यान अउ किरिसि के प्रोफेसर रिहिस। 2009 म वोकर नाव के डाक टिकिट जारी करे गे रिहिस हे। आंध्र परदेस म वोकर नाव के पिंगली वेंकैया रेलवे स्टेसन रखे गे हे। पिंगली के जनम स्थान मछलीपट्टम हर, जिहां वोहा सिक्छा के केन्द्र खोले रिहिस। 4 जुलाई 1963 के दिन 86 बछर के उमर म वोहा परलोक सिधार दिस। पिंगलीजी के सुरता म वोकर गांव म एकठन म्यूजियम बनाय बर चाही। कईझनमन के सलाह हे कि वोला भारत रत्न ले सम्मानित करे जाय।</p>
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4,315,683
[ "डहर के खेती, अउ रांड़ी के बेटी। " ]
<p><b>याने : </b>रद्दा के खेती ह सुरक्छित नइ रहय, काबर के रद्दा रेंगइया मनखे अउ गाय-गरवामन ले वोला नकसान हो जथे। अइसने रांड़ी के बेटी घलो होथे, जेकर घर के बाहिर सुरक्छा बर वोकर ददा नइ होवय। ऐहा सांस्करीतिक कहावत हे।</p>
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4,320,019
[ "पीएम से मिलीं राज्यपाल", "जीएसटी, जनजातियों की मात्रात्मक त्रुटि सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>रायपुर. </b>प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्यपाल अनुसुईया उइके ने गत दिवस नई दिल्ली प्रवास के दौरान सौजन्य भेंट की। राज्यपाल ने प्रदेश की सभी बहनों की ओर से प्रधानमंत्री के कलाई पर राखी बांधी और उनके स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की कामना की। </p><p>इस दौरान राज्यपाल ने प्रधानमंत्री से जीएसटी, जनजातियों की मात्रात्मक त्रुटि सहित प्रदेश से जुड़े विभिन्न विषयों और समसामयिक गतिविधियों पर चर्चा की। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री को प्रदेश के गोशाला द्वारा तैयार गोबर की माला, गोमूत्र और अन्य उत्पाद भेंट किए। उन्होंने छत्तीसगढ़ के एक जनजातीय कलाकार द्वारा बनाए गए प्रधानमंत्री का स्केच और राजभवन द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका एक आशा भी भेंट की।</p><p><b>प्रधानमंत्री </b>नरेन्द्र को राखी बांधती राज्यपाल अनुसुईया उइके। </p><p><b>प्रदेश में कानून व्यवस्था की दी जानकारी</b></p><p><b>राज्यपाल </b>ने प्रदेश के सीए और व्यापारियों के माध्यम से मिली जानकारी के अनुरूप जीएसटी से जुड़े विषयों को प्रधानमंत्री को अवगत कराते हुए इसके निराकरण का अनुरोध किया। प्रदेश में कानून व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी दी। राज्यपाल ने छत्तीसगढ की 22 जनजातियों की सूची में मात्रात्मक त्रुटि होने की वजह से प्रमाणपत्र मिलने में हो रही परेशानी के दृष्टिगत इसके शीघ्र संशोधन का आग्रह किया। उन्होंने प्रदेश में पांचवी अनुसूची के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में वहां के निवासियों के अधिकारों के संरक्षण की बातों को भी प्रमुखता से रखा।</p>
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4,320,020
[ "मातंगनी हाजरा का जन्म सन् 1869 में तामलुक के पास होगला (प.बंगाल) के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की थी। 12 साल की उम्र में ही उनका विवाह हो गया था। 62 साल में अंग्रेजों के अत्याचारों के विरुद्ध अपनी आवाज को बुलंद किया। 29 सितंबर, 1942 को एक बड़ी घटना घटी। विद्रोहियों ने थानों, अदालतों, सरकारी दफ्तरों पर एक साथ हमला कर अपने अधिकार में करना तय किया। इसलिए रात में ही पेड़ों को काटकर सड़कों का रास्ता रोक दिया गया। 30 से ज्यादा पुल तोड़े और टेलीफोन लाइन के तार काट दिए गए। 73 वर्षीय मातंगनी पांच हजार से ज्यादा स्त्री-पुरुषों का नेतृत्व कर रही थीं। अंग्रेज दोपहर तक क्रांतिकारियों तक पहुंचने में सफल हो गए। मातंगनी की ‘करो या मरो’ की ललकार में जुलूस आगे बढ़ता गया। मातंगनी हाथ में तिरंगा लिए जुलूस का नेतृत्व कर रही थीं। मातंगनी के दोनों हाथों पर गोली लगी, लेकिन उन्होंने तिरंगा नीचे नहीं गिरने दिया। ललाट पर गोली लगने से वह नीचे गिर र्गइं लेकिन झंडे को थामे रखा। फिर अंग्रेजों ने उनके हाथ से तिरंगा किया, जिसे एक लड़के ने पकड़ा और उसे भी गोली मार दी गई। इस तरह शहीदों की संख्या बढ़ती गई।" ]
<p><b>सेल्फी विद लहरिया </b>में जिन महिलाओं की तस्वीर प्रकाशित होने से रह गई थी, उन्हें हर रोज पत्रिका शीन्यूज फेसबुक पेज पर प्रकाशित किया जा रहा है। क्यूआर कोड स्कैन करें और इस फेसबुक पेज को भी जॉइन करें।</p>
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4,320,021
[ "इंडियन फ्रीडम क्विज" ]
<p><b>1. </b>दांडी यात्रा में गांधीजी ने लगभग कितनी दूरी तय करके नमक कानून का विरोध किया था? </p><p>(अ) 386 किमी. (ब) 400 किमी. </p><p>(स)100 किमी. </p><p><b>2. </b>रानी लक्ष्मीबाई का मूल नाम क्या था? </p><p>(अ) मणिकर्णिका (ब) कैलाशी देवी </p><p>(स) दुर्गा देवी </p><p><b>3. </b>किसने कहा कि ‘1857 ई. का विद्रोह ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने के लिए भारतीय जनता की क्रांति है।’ </p><p>(अ) विंसटन चर्चिल </p><p>(ब) कार्ल मार्क्स (स) लॉर्ड कैनिंग </p><p><b>4. </b>तात्या टोपे का वास्तविक नाम क्या था? </p><p>(अ) रामचंद्र पांडुरंग टोपे </p><p>(स) कृष्ण चन्द्र टोपे </p><p>(द) महावीर प्रसाद टोपे </p><p><b>5. </b>वर्ष 1857 ई. के विद्रोह की विफलता के बाद बहादुरशाह द्वितीय को किस स्थान पर निर्वासित किया गया था? </p><p>(अ) रंगून (ब) पेरिस (स) जापान </p><p>उत्तर- 1. लगभग 386 किमी. 2.मणिकर्णिका 3.कार्ल मार्क्स 4.रामचंद्र पांडुरंग टोपे 5. रंगून</p><p>ड्ड प्राचीन रोम में नमक इतना कीमती था कि जूलियस सीजर अपनी सेना को वेतन के रूप में मुद्रा की जगह केवल नमक देता था। </p><p>ड्ढ कोलकाता में वर्ष 1875 में निर्मित 45 एकड़ भूमि में फैला अलीपुर प्राणी उद्यान भारत का पहला और सबसे बड़ा चिड़ियाघर है। </p><p>स्र मानव शरीर में जितनी कोशिकाएं हैं, उनसे लगभग 10 </p><p>गुना अधिक जीवाणु कोष हैं। </p><p>द्घ टमाटर का मूल नाम लव एपल है।</p>
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4,320,022
[ "नक्सली कैम्प में पुलिस का धावा\n", "बीजापुर के जंगल मे मुठभेड़, दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद\n" ]
<p><b>बीजापुर @ पत्रिका. </b>पुलिस ने रविवार को मोदकपाल के जंगलों में नक्सलियों के कैम्प में धावा बोला। जवानों को सामने देखकर नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जवानों ने नक्सली हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। आधे घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हए। पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि मोदकपाल थाना क्षेत्र के बोगला-पंगुड जंगलों में नक्सलियों ने अपना कैम्प लगाया हुआ है। जवान जैसे ही नक्सलियों के कैम्प के पास पहुंचे तो नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया। नक्सली अपनी दैनिक उपयोग की सामाग्री छोड़ कर भाग गए। मौके से तीन टेंट भी बरामद किए गए है। </p><p>अभी बल इलाके में ही मौजूद है तथा उस इलाके में सर्चिंग जारी रहेगी। डीआरजी की टीम में 192 जवान शामिल थे ।</p>
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4,320,023
[ "...और भारत माता का जयघोष गूंज उठा" ]
<p>भारत के स्वतंत्र होने के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पिलानी के एक स्कूल में मुख्य अतिथि बनकर पहुंचे। स्कूल में विद्यार्थियों द्वारा विविध रंगारंग कार्यक्रमों को देखकर पंडित नेहरू मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उन्हें अपने विचार प्रकट करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया। वह मंच पर आकर बोले, ‘आज मुझे इस स्कूल में आकर बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है। हमारे नन्हे-मुन्ने बच्चों ने काफी मेहनत से अनेक कार्यों को कुशलतापूर्वक अंजाम दिया है। इन्हीं बच्चों को भविष्य में हमारे देश की नींव को मजबूत करना है। भारत माता का नाम रोशन करना है। तभी उत्सुकतावश एक छोटे विद्यार्थी ने पूछा, ‘भारत माता कौन हैं?’ पंडित नेहरू के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। उन्होंने उस विद्यार्थी से कहा, ‘बेटा, सोचो भारत माता कौन हैं?’ बालक कुछ देर सोचता रहा फिर बोला, ‘हमारा देश भारत है, उसकी माता भारत माता हुई।’ इस पर पंडित नेहरू बोले, ‘बच्चो, हमारा पूरा देश, इसके पहाड़, पवित्र नदियां, गांव, शहर, उद्योग सभी भारत माता हैं। हम सभी भारत माता की संतान हैं। हमारा फर्ज है कि हम अपनी भारत माता की सेवा करें। उसे विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं। संतान का कर्तव्य अपनी माता की देखभाल करना है। उसका नाम रोशन करना है, इसलिए हमें ऐसे कार्य करने होंगे कि हमारा देश विश्व के भाल पर मणि की तरह चमके।’ यह सुनकर वहां उपस्थित स्वाधीनता सेनानी-उद्योगपति घनश्यामदास बिड़ला के साथ अध्यापक-अध्यापिकाएं भावविभोर हो उठे और विद्यालय का प्रांगण ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष से गूंज उठा।</p>
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4,320,024
[ "पत्रिका न्यूज..... " ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जयपुर. </b>अनाथ बच्चों को भी शिक्षा, आरक्षण और छात्रवृत्ति का अधिकार मिलना चाहिए, तभी वे आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सकेंगे। इससे अनाथ बच्चों को भी समाज में सम्मानपूर्वक रहने का हक मिलेगा। यह तभी होगा, जब हर व्यक्ति इन बच्चों को सशक्त बनाने की दिशा में करेगा। यह कहना है संडे वुमन गेस्ट एडिटर के फेसबुक लाइव में शामिल हुईं सुप्रीम कोर्ट की वकील पॉलोमी पाविनी शुक्ला का। पॉलोमी कहती हैं कि अनाथ बच्चों के लिए उनकी लिखी किताब का उद्देश्य आम व्यक्ति को देश के अनाथ बच्चों की स्थिति से अवगत करवाना है। किताब को पढ़ने के बाद लोगों के दिमाग में यह स्पष्ट हो जाता है कि वे इन बच्चों के लिए क्या कर सकते हैं। हर व्यक्ति महीने में एक बार अनाथालय जाने का संकल्प ले तो, इससे बच्चों के अधिकारों का संरक्षण मिलने के साथ वे समाज की मुख्यधारा से भी जुड़ेंगे।</p>
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4,320,025
[ "गर्व का पर्व..." ]
<p><b>आजादी </b><b>के अमृत महोत्सव के तहत हमने बच्चों से ‘2047 के भारत की तस्वीर’ विषय पर विचार आमंत्रित किए हैं। पढ़िए, बच्चे क्या सोचते हैं इस बारे में-</b></p><p><b>हमारा देश प्रगति के पथ पर </b></p><p><b>तेजी से आगे बढ़ेगा </b></p><p>मैंसन् 2047 का भारत पूरी तरह से शिक्षित देखना चाहती हूं। चाहे वह पुरुष हो या महिला सभी को शिक्षित होना आवश्यक है, क्योंकि शिक्षा विकास के नए-नए द्वार खोलती है। यह व्यक्ति, समाज और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाती है। यदि देश का हर नागरिक शिक्षित हो जाएगा, तब देश विज्ञान, तकनीकी और उद्योग क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ेगा। साथ ही सैन्य क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकें आ जाएंगी, इससे हमारे देश की तरफ कोई आंख उठाकर देखने का दुस्साहस नहीं कर सकेगा। मेरे देश में अनुशासन-शांति और बढ़ेगी। किसी प्रकार का जाति-धर्म का भेदभाव नहीं रहेगा। लोग साथ मिलकर काम करेंगे। इससे राष्ट्र प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा और मजबूत होगा। मैं 2047 में अपने प्यारे देश को आदर्श, सुव्यवस्थित, धर्मनिरपेक्ष व विकसित और मजबूत राष्ट्र के रूप में देखना चाहती हूं।</p>
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4,320,013
[ "फूल राखी" ]
<p><b>विधि: </b>फूल राखी बनाने के लिए क्ले को ढक्कन से गोल आकार में काट लें। इस पर हल्का रंग करें। फिर क्ले से तीन पत्ती बनाकर बराबर दूरी पर चिपकाएं। फिर क्ले से छोटे-छोटे फूल बनाएं और चिपकाएं। बीच में छोटी-छोटी गोलियां बनाकर चिपकाएं। सूखने पर फूल पर लाल और गुलाबी रंग, पत्तियों पर हरा रंग और गोलियों पर पीला रंग करें। पीछे की तरह डोरी चिपका कर मोती पिरो दें। इसी तरह सूरजमुखी राखी भी बना सकते हैं। </p><p><b>- मोनिका कटारे, </b>नागौर</p>
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4,320,014
[ "स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश", "स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों में नहीं होगा कार्यक्रमों का आयोजन" ]
<p><b>रायपुर @ पत्रिका. </b>स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश के शासकीय स्कूलों में प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश के शासकीय स्कूलों में पदस्थ प्राचार्यों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है। संचालनालय के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्य₹मों का आयोजन नहीं करने के निर्देश दिए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल को प्रभात रैली निकालना अनिवार्य है। छात्र स्कूल पहुंचेंगे और वहां से वार्डों में प्रभात रैली निकालकर स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में बैनर-पोस्टर के माध्यम से स्थानीय लोगों को बताएंगे। </p><p>वार्ड की परिक्रमा लगाकर छात्र स्कूल पहुंचेगे और झंडा वंदन कार्यक्रम में शामिल होंगे।</p>
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4,320,015
[ "71 वर्षीय दादी ने खेला बास्केट बॉल " ]
<p><b>मैक्सिको </b>की 71 वर्षीय एंड्रिया गार्सिया लोपेज बास्केट बॉल की जबरदस्त खिलाड़ी हैं। सोशल मीडिया पर बास्केट बॉल खेलती एंड्रिया का वीडियो वायरल हो रहा है। नेटीजंस उन्हें ग्रेनी जॉर्डन के नाम से संबोधित कर रहे हैं। बास्केट बॉल खेलते हुए इस वीडियो को यूट्यूब पर पोस्ट किया गया है। वीडियो में एंड्रिया बॉल को बास्केट में डालने से पहले एक शॉट के लिए जगह बनाते समय प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ी के साथ शानदार खेल खेलती नजर आ रही हैं।</p>
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4,320,016
[ "बच्चो, इस..... " ]
<p><b>बच्चो, </b>इस बार 15 अगस्त को हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाने जा रहे हैं। इसी कड़ी में <b>‘कैसा होगा 2047 का भारत’ </b>विषय पर 15 वर्ष तक के बच्चे अपने विचार हमें 200 शब्दों में लिखकर भेज दें। चुनिंदा प्रविष्टियों को ब्रेन पावर पेज पर प्रकाशित किया जाएगा। साथ में अपना नाम, जगह और एक फोटो जरूर भेजें। <b>अपनी रचनाएं यहां भेजिए- </b></p><p>www.facebook.com/PatrikaBrainPower </p><p>www.facebook.com/groups/brainpower.patrika </p><p>patrikabrainpower@in.patrika.com</p>
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4,320,017
[ "स्टार्टअप... आई थ्री सर्वे" ]
<p> स्टार्टअप-आई थ्री यानी आइडिया, इनोवेशन, इंटीग्रेशन सर्वे में भाग लेने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करें एवं स्टार्टअप कल्चर के ट्रेंड पर राय दें।</p>
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4,320,012
[ "आज आएंगे कांग्रेस प्रदेश प्रभारी डॉ. चंदन यादव\n" ]
<p><b>रायपुर @ पत्रिका. </b>कांग्रेस के प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव 8 अगस्त सुबह 8.20 बजे नई दिल्ली से रायपुर पहुंचेंगे। वे सर्किट हाउस में कांग्रेस जनों भेंट एवं मुलाकात करेंगे। दोपहर 3 बजे रायपुर से कोरबा के लिए रवाना होंगे। वे कोरबा में 9 अगस्त सुबह 9 बजे आजादी की हीरक महोत्सव पर कोरबा में आयोजित गौरव यात्रा में शामिल होंगे। </p><p>इसके बाद वे जांजगीर और बिलासपुर भी जाएंगे। वे 10 अगस्त को कोटा और बलौदाबाजार में आयोजित गौरव यात्रा कार्य₹म में शामिल होंगे। वे अगले दिन 11 अगस्त को सुबह रायपुर से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। </p>
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[ "28 कंपनियां जुटाएंगी 45 हजार करोड़ रु." ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>मुंबई. </b>रूस-यूक्रेन जंग, सप्लाई चेन में रुकावट, लगातार बढ़ती महंगाई के कारण ब्याज दरों में बढ़ोतरी व आर्थिक मंदी की आशंका से वर्ष 2022 की पहली छमाही में आईपीओ बाजार में सुस्ती जारी रही। लेतिन अब भारतीय बाजार में विदेशी निवेशक लौट आए हैं। इस साल अबतक केवल 11 आईपीओ लॉन्च हुए और इन कंपनियों ने 33,254 करोड़ रुपए जुटाए। लेकिन पिछले दो महीने में भारतीय शेयर बाजार का सेंटीमेंट सुधरने से 2022 की दूसरी छमाही में आईपीओ मार्केट भी गुलजार रहने की उम्मीद है। </p><p>बाजार नियामक सेबी ने वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-जुलाई के बीच 28 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दी। इसके जरिए ये कंपनियां कुल 45,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। अप्रैल 2022 से पहले सेबी 52 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे चुकी है, जिनका पब्लिक इश्यू नहीं आया है। ये सभी कंपनियां आईपीओ के लिए सही समय का इंतजार कर रही हैं। </p><p><b>विदेशी निवेशक फिर लट्टू </b></p><p>अक्टूबर 2021 से जून 2022 के बीच 2.40 लाख करोड़ रुपए की बिकवाली करने के बाद विदेशी निवेशक फिर भारतीय इक्विटी बाजार पर लट्टू हो गए हैं। अगस्त के पहले सप्ताह में विदेशी निवेशकों ने 14,175 करोड़ रुपए और जुलाई में 4,989 करोड़ रुपए निवेश किया।</p>
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[ "इन आईपीओ का हो रहा इंतजार" ]
<p><b>कंपनी आईपीओ साइज </b></p><p>फार्मईजी <b>6,250</b></p><p>एमक्योर फार्मा <b>5,000</b></p><p>गो एयरलाइंस <b>3600</b></p><p>फाइवस्टार फाइनेंस <b>2,752</b></p><p>सीएमआर ग्रीन टेक <b>2,000</b></p><p>मोबीक्विक <b>1900 </b></p><p>वेलनेस फॉरएवर <b>1,500</b></p><p>स्टरलाइट पावर <b>1250</b></p><p>कैपिटल एसएफबी <b>1,000</b></p><p>(आईपीओ साइज करोड़ रुपए में)</p><p><b>चढ़ा सेंसेक्स और निफ्टी </b><b>पिछले 2 महीने में</b></p><p><b>कंपनियों ने 2022 में अब तक </b><b>आईपीओ के जरिए जुटाए </b><b>33,254 करोड़ रुपए</b></p><p><b>11</b></p><p><b>14</b><b>%</b></p>
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[ "इन कंपनियों के आएंगे आईपीओ\n" ]
<p><b>जिन </b>फर्मों को सेबी से मंजूरी मिली है, उनमें फैबइंडिया, एफआईएच मोबाइल्स, भारत एफआईएच, टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्युशंस, ब्लैकस्टोन समर्थित आधार हाउसिंग फाइनेंस व मैकलियोड्स फार्मा जैसी कंपनियां शामिल हैं।</p><p><b>विदेशी निवेशकों का ऐसा रहा रुख </b></p><p><b>माह निवेश-निकासी </b></p><p>जनवरी <b>-33,303 </b></p><p>फरवरी <b>-35,591 </b></p><p>मार्च <b>-41,123 </b></p><p>अप्रैल <b>-17,144</b></p><p>मई <b>-39,993</b></p><p>जून <b>-50,203</b></p><p>जुलाई <b>+4989 </b></p><p>अगस्त <b>+14,175 </b></p><p>(इक्विटी में निवेश-बिकवाली की राशि करोड़ रुपए में)</p><p>इंफोग्राफिक्स@पत्रिका</p>
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4,315,696
[ "भारतीय एथलीटों ने की पदकों की बारिश", "बर्मिंघम @ पत्रिका. 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के 10वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 से ज्यादा पदक अपनी झोली में डाले। इस दौरान मुक्केबाजों और एथलीटों ने देश को जश्न मनाने का अवसर दिया। एथलेटिक्स में पुरुषों की ट्रिपल जंप स्पर्धा में एडोल्स पॉल और अब्दुल्ला अबूबकर ने शीर्ष दो स्थान हासिल कर क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक पर कब्जा जमाया। वहीं अन्नू रानी ने महिलाओं की जेवलिन थ्रो स्पर्धा में और संदीप कुमार ने पुरुषों की 10 हजार मीटर वॉक रेस में कांस्य पदक जीते। इससे पहले मुक्केबाजी में अमित पंघल और नीतू ने स्वर्णिम पंच जड़े। ", "एथलेटिक्स", "17.03 मी जंप के साथ पहले भारतीय बने पॉल" ]
<p><b>बैडमिंटन: </b><b>कांस्य के लिए खेलेंगे श्रीकांत</b></p><p><b>युवा </b>भारतीय एथलीट एल्डोस पॉल राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की ट्रिपल जंप स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। पॉल ने 17.03 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि अब्दुल्लाह ने उनसे सिर्फ 0.01 मीटर पीछे रहते हुए 17.02 के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता। एल्डोस और अब्दुल्ला के हमवतन प्रवीण चित्रावेल कांस्य पदक से तीन सेंटीमीटर के अंतर से चूक गए और 16.89 मीटर के प्रयास के साथ चौथे स्थान पर रहे। </p><p><b>कड़े संघर्ष में जीते लक्ष्य </b></p><p><b>लक्ष्य </b>को फाइनल में पहुंचने के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन अंतत: उन्होंने सिंगापुर के जियाह हेंग टेह को 21-10, 18-21, 21-16 से मात दी। फाइनल में वे मलेशिया के एनजी ते योंग से भिड़ेंगे। </p><p><b>योंग से हारे श्रीकांत: </b>मलेशिया के एनजी ने श्रीकांत को 13-21, 21-19, 21-10 से हरा कर ऑल इंडिया फाइनल होने से रोक दिया। श्रीकांत सिंगापुर के टेह से भिड़ेंगे। </p><p>भारत की शीर्ष शटलर पीवी सिंधू और युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए एकल वर्ग के फाइनल में जगह बनाई, हालांकि किदांबी श्रीकांत सेमीफाइनल में हार गए। श्रीकांत अब कांस्य पदक मुकाबले में उतरेंगे। सिंधू ने महिला एकल सेमीफाइनल में सिंगापुर की जिया मिन यिओ को रविवार को 21-19, 21-17 से हरा कर फाइनल में जगह बनाई। वे लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची हैं। </p><p><b>एडोल्स पॉल</b></p>
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4,315,704
[ "शानदार: न्यूजीलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 2-1 से हरा कर जीता कांस्य पदक", "भारतीय महिला हॉकी टीम 16 साल बाद पोडियम पर पहुंची", "03", "पदक है महिला टीम का राष्ट्रमंडल खेलों में", "2002 में मैनचेस्टर खेलों में भारत ने जीता था स्वर्ण\n", "2006 में मेलबर्न खेलों में जीता था रजत पदक" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क</b></p><p>patrika.com</p><p><b>बर्मिंघम. </b>भारतीय महिला हॉकी टीम ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रविवार को न्यूजीलैंड को शूटआउट में मात देकर 16 साल बाद इन खेलों में पदक जीता है। </p><p>भारत ने कांस्य पदक मैच में न्यूजीलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 2-1 से हराया। इससे पहले दोनों टीमें निर्धारित समय तक 1-1 से बराबरी पर थीं। भारत के लिए इकलौता गोल सलीमा टेटे (29वें मिनट) ने किया। वहीं न्यूजीलैंड की ओर से ओलिविया (59वें मिनट) ने गोल किया। शूटआउट में भारत के लिए सोनिका और नवनीत ने गोल किए। सेमीफाइनल में हार के बाद भारतीय टीम ने कांस्य पदक मुकाबले में आक्रामक खेल दिखाया। </p><p><b>गोलकीपर सविता का शानदार प्रदर्शन</b></p><p><b>भारत </b>को सेमीफाइनल मैच के शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया से 3-0 से मात मिली थी, और यह मैच भी शूटआउट में जा चुका था। न्यूजीलैंड ने पहले प्रयास में स्कोर किया जबकि भारत विफल रहा, जिससे टीम पर दबाव बढ़ गया। यहां भारत की अगुवाई करते हुए कप्तान सविता पूनिया ने न्यूजीलैंड के अगले चारों प्रयास रोके, जबकि सोनिका और नवनीत ने एक-एक गोल कर जीत दिलाई। </p><p>महिला हॉकी टीम कांस्य पदक मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराने के बाद जश्न मनाते हुए। </p><p><b>10 खिलाड़ियों से खेली टीम: </b>भारत मैच के 58वें मिनट तक 1-0 से आगे चल रहा था और कांस्य पदक से एक हाथ की दूरी पर था कि तभी लालरेमसियामी को येलो कार्ड मिला और मैदान पर सिर्फ 10 भारतीय खिलाड़ी रह गए। ज्यादा खिलाड़ियों की बदौलत न्यूजीलैंड ने भारतीय हाफ में जगह बना ली। यहां पहले कीवियों को पेनल्टी कॉर्नर और फिर पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिसके उपयोग से न्यूज़ीलैंड ने स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया।</p>
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4,315,705
[ "फ्रेंच लीग-1: क्लेरमां को 5-0 से हराया" ]
<p><b>पीएसजी की जीत में </b><b>मेसी के दो गोल</b></p><p><b>चोट के कारण नहीं खेले एमबाप्पे </b></p><p><b>नांतेस </b>पर पिछले सप्ताहांत की ट्रॉफी डेस चैंपियंस की जीत के बाद नए कोच क्रिस्टोफ गाल्टियर ने शुरुआती दोनों मैचों में जीत दर्ज की है। उनको यह परिणाम तब मिले हैं, जब चोट के कारण स्टार मैन एमबाप्पे की अनुपस्थिति के बावजूद टीम ने खचाखच भरे स्टेडियम में जीत हासिल की। नेमार ने इस मैच के 9वें मिनट में गोल किया। </p><p><b>बर्लिन @ पत्रिका. </b>लियोनेल मेसी के डबल गोल ने क्लेरमां के खिलाफ पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को शनिवार को 5-0 से जीत के साथ फ्रेंच लीग 1 खिताब रक्षा शुरू करने में मदद की। मेसी, नेमार, अचरफ हकीमी और मार्क्विनहोस के गोलों के बाद एक शानदार बढ़त हासिल की। स्टेड गेब्रियल-मोंटपीड में एक प्रमुख शुरूआत के लिए टीम की जीत में योगदान दिया। मेसी ने इस मैच में दो गोल दागे। </p>
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4,315,706
[ "अफरीदी को पीछे छोड़ा, 16 हजारी भी बने", "एशिया कप चयन आज" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क</b></p><p>patrika.com</p><p><b>लॉड्रहिल. </b>कप्तान रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज दौरे पर पांच टी-20 मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली है। शनिवार देर रात खेले गए मैच में भारतीय टीम ने चौथे टी-20 मैच में 59 रन की जीत के साथ अपनी बढ़त 3-1 बना ली। यह मैच में कप्तान रोहित शर्मा के लिए बेदह खास रहा। </p><p>रोहित ने इस मैच में 16 गेंदों पर 33 रन की पारी खेली जिसमें 3 छक्के लगाए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रोहित (477) अब सर्वाधिक छक्के लगाने के मामले में दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने शाहिद अफरीदी (476) को पीछे छोड़ दिया।</p>
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4,315,707
[ "अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ: दूसरी बार कार्यकाल संभालेंगे अर्कडी", "आनंद बने उपाध्यक्ष, ड्वोरकोविच अध्यक्ष" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क</b></p><p>patrika.com</p><p><b>चेन्नई. </b>अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (एफआइडीई) के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच रविवार को दूसरी बार 141 मतों के बड़े अंतर के साथ फीडे के अध्यक्ष चुने गए। पूर्व विश्व चैंपियन और भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद फीडे के उपाध्यक्ष के रूप में चुने गए। </p><p>यहां आयोजित फीडे चुनावों में, ड्वोरकोविच को अपने चुनावी प्रतिद्वंद्वी, यूक्रेनी ग्रैंडमास्टर एंड्री बेरीशपोलेट्स के लिए 16 के मुकाबले 157 वोट मिले। तीसरे उम्मीदवार फ्रांस के बाचर कौटली ने मतदान शुरू होने से पहले अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। </p>
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4,315,708
[ "इस साल घट गई मोबाइल गेम्स की कमाई" ]
<p><b>9.6 फीसदी की गिरावट </b></p><p>इस दौरान मोबाइल गेम्स में प्लेयर स्पेन्डिंग पिछले साल के मुकाबले 9.60 फीसदी नीचे गिरकर 11.40 बिलियन डॉलर पर आ गई है। फर्म ने अलग-अलग कैटेगरी में गेम्स की कमाई को ऐनलाइज किया है, जिसके मुताबिक आर्केड व टेबलटॉप गेम्स के अलावा हर कैटेगरी में गिरावट देखने को मिली है।</p><p>नई दिल्ली @ पत्रिका. यूं तो ज्यादातर मोबाइल गेम्स कमाई के मामले में कई बड़े रेकॉर्ड्स बना रहे हैं, लेकिन कुछ गेम्स ऐसे भी हैं जिनकी इस साल के पहले हाफ में कमाई काफी घट गई है। सेंसर टावर की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल के पहले हाफ के दौरान यूनाइटेड स्टेट्स में मोबाइल गेम्स के डाउनलोड और कमाई दोनों घटी हैं। </p>
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4,315,709
[ "इस सिस्टम से विनेश बनीं विजेता", "कम से कम 6 पहलवान होना जरूरी" ]
<p><b>बर्मिंघम @ पत्रिका. </b>भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता, वे लगातार तीन खेलों (2014, 2018 व 2022) में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने बर्मिंघम खेलों में नॉर्डिक सिस्टम के आधार पर खिताब जीता। विनेश के 53 किलो भार वर्ग में चार पहलवान थे जिसमें विनेश ने तीनों मैच जीतकर स्वर्ण पदक कब्जा कर लिया। आइए जानते हैं क्या है नॉर्डिक सिस्टम... </p><p>अगर सभी मैच होने के बाद दो खिलाड़ी समान अंक पर होते हैं चाहे उनके क्लासिफिकेशन प्वाइंट्स कुछ भी हों, तो उनके बीच मैच कराकर विजेता घोषित किया जाता है।</p>
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4,315,710
[ "मुक्केबाजी: नीतू घंघस और अमित पंघल ने जड़ा गोल्डन पंच " ]
<p><b>मुक्केबाज </b>अमित पंघल और नीतू घंघस ने रविवार को अपने-अपने फाइनल जीतकर स्वर्ण पदक जीत लिए। अमित ने पुरुषों के 51 किग्रा फाइनल में इंग्लैंड के कियेरेन मैकडॉनल्ड को 4-0 से मात दी। नीतू ने महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में इंग्लैंड की डेमी जेड को 4-0 से मात दी। मोहम्मद हुसामुद्दीन व रोहित टोकस को सेमीफाइनल में हार के साथ ही कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। </p>
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4,315,697
[ "सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाज" ]
<p><b>छक्के खिलाड़ी मैच </b></p><p><b>553 </b>क्रिस गेल (वेस्टइंडीज) 483 </p><p><b>477 </b><b>रोहित शर्मा (भारत) 410</b></p><p><b>476 </b>शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान) 524 </p><p><b>398 </b>ब्रैंडन मैकुलम (न्यूजीलैंड) 432 </p><p><b>379 </b>मार्टिन गुप्टिल (न्यूजीलैंड) 358</p><p><b>सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय</b></p><p><b>रन खिलाड़ी मैच</b></p><p><b>34357 </b>सचिन तेंदुलकर 664 </p><p><b>24064 </b>राहुल द्रविड़ 504 </p><p><b>23726 </b>विराट कोहली 463 </p><p><b>18433 </b>सौरव गांगुली 421 </p><p><b>17092 </b>महेन्द्र सिंह धोनी 535 </p><p><b>16892 </b>वीरेन्द्र सहवाग 363 </p><p><b>16000 </b>रोहित शर्मा 410</p>
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[ "पुरुष हॉकी", "इस बार पदक का रंग बदलने उतरेगी भारतीय टीम" ]
<p><b>बर्मिंघम. </b>राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार रजत पदक जीत चुकी भारतीय पुरुष हॉकी टीम इस बार कोई गलती नहीं करना चाहेगी और सोमवार को ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने उतरेगी। भारतीय टीम खेलों के अंतिम दिन स्वर्ण पदक के लिए ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। हालांकि भारतीय टीम की राह आसान नहीं होगी। 2010 खेलों के फाइनल में भी उसे ऑस्ट्रेलिया ने करारी शिकस्त दी थी। लेकिन टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम इस मौके को हाथ से नहीं जाने देगी। राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष हॉकी स्पर्धा में भारत ने आज तक स्वर्ण पदक नहीं जीता है और सभी 6 स्वर्ण ऑस्ट्रेलिया के नाम रहे हैं। भारत ने दो बार 2010 में दिल्ली में और 2014 में ग्लास्गो में रजत पदक अपने नाम किए, जबकि पिछली बार गोल्ड कोस्ट में भारत की झोली खाली रही थी। इस बार टीम से काफी उम्मीदे हैं। </p>
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[ "रेस वॉक में मिला तीसरा पदक" ]
<p>भारत के अनुभवी रेसवॉक एथलीट संदीप कुमार पूनिया ने पुरुषों की 10 हजार मी रेस वॉक में कांस्य पदक जीता। उन्होंने 38:49.21 के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ यह उपलिब्ध हासिल की। भारतीय एथलीट चार किमी तक पहले नंबर पर चल रहे थे।आगे चलकर उनकी रफ्तार में कमी आई, लेकिन वह पोडियम पर स्थान हासिल करने में सफल रहे। यह रेस वॉकिंग में भारत का तीसरा राष्ट्रमंडल पदक है। </p>
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[ "इंडोनेशिया ओपन", "भुल्लर ने जीता खिताब, चार साल का सूखा खत्म" ]
<p><b>जकार्ता @ पत्रिका. </b>भारत के गगनजीत भुल्लर ने रविवार को दो शॉट की जीत के साथ 500,000 बैंक मंदिरी इंडोनेशिया ओपन गोल्फ टूर्नामेंट जीत लिया और चार साल का अंतरराष्ट्रीय खिताब काअपना सूखा समाप्त कर दिया। </p><p>भुल्लर (68-67-68-65) ने आखिरी राउंड में सात अंडर 65 का बेहतरीन कार्ड खेला और 20 अंडर 268 के स्कोर के साथ खिताब जीता। यह उनका 11वां अंतरराष्ट्रीय और एशियन टूर पर 10वां खिताब है। इंडोनेशिया ओपन में यह उनकी तीसरी खिताबी जीत है । 2013 और 2016 में यह खिताब जीता चुके हैं।</p>
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[ "आज का पोल", " क्या भारतीय पुरुष हॉकी टीम ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीत पाएगी?" ]
<p>हमारे ट्विटर/फेसबुक पेज पर जाएं और विस्तार से अपनी राय रखें। @PatrikaNews </p><p>पिछला सवाल: क्या भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक जीत पाएगी?</p>
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[ "रेसिंग-शूटिंग गेम्स की कमाई घटी" ]
<p><b>इस </b>दौरान रेसिंग, शूटिंग और सिम्युलेशन गेम्स की कमाई घटी है। रेसिंग गेम्स में कमाई 38 फीसदी तक कम हुई है, वहीं शूटिंग गेम्स की कमाई 35.90 और सिम्युलेशन गेम्स की कमाई 20.30 फीसदी तक कम हुई है।</p>
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[ "हमसे जुड़ें" ]
<p>नए जमाने के खेल और खिलाड़ी। गेमिंग के नए पहलुओं को लेकर शुरू हुए इस कॉलम से जुड़ने और अपने सुझावों के बारे में बताएं।</p><p>sports@in.patrika.com https//bit.ly/3gFOBmi</p><p>यह कॉलम स्पोर्ट्स स्किल और नए खेलों से अवगत कराने मात्र के लिए है।</p>
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[ "मुद्दा: घटती प्रजनन दर से कमाई में जुटे एग-स्पर्म बैंक ", "आईवीएफ तकनीक से संतान पाने का बड़ा बाजार बना भारत", "वैश्विक आईवीएफ सेवा बाजार" ]
<p><b>(अरब डॉलर)</b></p><p><b>पत्रिका</b></p><p>*अनुमानित</p><p>भारत</p><p>विश्व</p><p>2020</p><p>2026</p><p>2021</p><p>2019</p><p>2022</p><p>2018</p><p>2023</p><p>इंफोग्राफिक्स@पत्रिका</p><p><b>स्रोत: </b>रिसर्च एंड मार्केट्स 2022</p><p><b>स्पर्म-एग की गुणवत्ता तय करती है कीमत </b></p><p><b>इंडियन मेडिकल </b>रिसर्च सेंटर की गाइडलाइन के मुताबिक 21-55 आयुवर्ग के पुरुष स्पर्म, 23-35 वर्ष की एक बच्चे की मां अंडाणु दान कर सकती है। स्पर्म-एग की क्वालिटी से कीमत तय होती है। </p><p><b>6 लाख में से 2.5 लाख का ही ट्रीटमेंट </b></p><p><b>विश्व </b>में आईवीएफ से 90 लाख बच्चों का जन्म हो चुका है। देश में हर साल 1800 आईवीएफ क्लीनिकों में करीब 2.50 लाख महिलाओं का ट्रीटमेंट हो पाता, जरूरत 6 लाख को होती है। </p><p>घटती प्रजनन दर आईवीएफ बाजार के बढ़ने की वजह है। सुविधा और जरूरत के अनुसार माता-पिता बनने के फैसले, बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया से बचना भी वजह है। <b>- डॉ. अरुणा कालरा, </b>सीनियर ऑब्स्टट्रिशन, सी. के. बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्राम </p>
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[ "तीर्थ यात्रा: रेल किराया किस्तों में" ]
<p><b>पत्रिका पहल: ऐसे फहराएं झंडा </b>कागज से बने झंडे का उपयोग जनता विशेष अवसरों, कार्यक्रमों या खेलकूद प्रतिस्पर्धा में कर सकती है, लेकिन ऐसे झंडे को फेंका नहीं जा सकता, न ही विकृत या फाड़ा जा सकता है। इन झंडों का निपटान भी पूरे गौरव के साथ या निजी तौर पर किया जाएगा। झंडा फहराते समय भी वह क्षतिग्रस्त या विकृत नहीं होना चाहिए। (ध्वज संहिता से) </p><p><b>आगरा@ पत्रिका. </b>भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों की यात्रा के लिए रेलवे ने यात्रा टिकट का भुगतान तीन महीने से लेकर तीन साल तक करने की सुविधा दी है। रामायण सर्किट रेल यात्रा 24 अगस्त से दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से शुरू होगी, जो 19 रात और 20 दिन में पूरी होगी। ट्रेन अयोध्या, सीतामढ़ी, जनकपुर, बक्सर, काशी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हंपी, रामेश्वरम, कांचीपुरम एवं भद्रचलम का दर्शन कराएगी। 36 माह के भुगतान में प्रति व्यक्ति प्रति माह 2690 रुपए किस्त होगी।</p>
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[ "संवाद: गणाचार्या पुष्पदंत सागर से पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की मुलाकात ", "माता के स्वभाव से बंधे रहते हैं बच्चों के संस्कार" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>देवास. </b>गणाचार्य पुष्ष्पदंत सागर ने कहा है कि महिलाओं को अपने स्वभाव की ओर देखना होगा, क्योंकि बच्चों के संस्कार माता के स्वभाव से बंधे रहते हैं। मां जब तक भौतिकता की तरफ देखती रहेंगी, तक तक बच्चे बिगड़ते रहेंगे। मां कभी रसोइए से भोजन नहीं बनवाए। मां के हाथों के भोजन में अपनत्व, आत्मीयता होती है और बच्चा उसे पाकर ही संस्कारवान बनता है। आचार्यश्री ने यह बात पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के साथ संवाद में की। मध्यप्रदेश प्रवास में कोठारी ने पुष्पगिरी तीर्थक्षेत्र पहुंचकर आचार्यश्री का आशीर्वाद लिया। आचार्यश्री ने कहा कि कोठारी का चिंतन व कलम पूरी तरह से भारतीय संस्कृति व संस्कारों से जुड़ा है।</p>
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[ "प्रदर्शन: एक झटके में 50% से ज्यादा की बढ़ोतरी", "अब बांग्लादेश में भी ईंधन की कीमतोें में लगी आग" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>ढाका. </b>सरकार द्वारा देश में ईंधन की कीमतों में 50 फीसदी से अधिक की वृद्धि किए जाने के बाद पूरे बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यह 1971 में देश की आजादी के बाद सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। सरकार द्वारा नई कीमतों की घोषणा के बाद फिलिंग स्टेशनों पर लोगों को धक्का-मुक्की करते हुए देखा गया। पेट्रोल के दाम में 51 फीसदी तो डीजल में 42 फीसदी का इजाफा हुआ है। बसों का किराया भी बढ़ गया है। बांग्लादेश छात्र संघ सहित कई छात्र संगठनों ने विरोध में रैलियां निकालीं। </p>
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[ "कैदियों की कहानी: पुड्डुचेरी की जेल में खूंखार कैदी बन रहे किसान", "प्राकृतिक खेती के ‘बीजारोपण’ से बदल रही कैदियों की मानसिकता", "‘पुथिया नंबिककाई’ प्रोजेक्ट से मिली दिशा" ]
<p><b>कृषि </b><b>के लिए कैदियों को दिया प्रशिक्षण</b></p><p>जेल प्रशासन ने कैदियों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया है। खेती के लिए उपकरण, सिंचाई प्रणाली और बीज जैसे संसाधन दिए हैं। जेल में पशु फार्म प्राकृतिक खेती में सहायता करता है, सामुदायिक जीवन के प्रति कैदियों में सामाजिक और भावनात्मक दृष्टिकोण बनाने में भी मदद करता है। </p><p><b>कभी </b><b>अपराधी रहे, अब पौधों के पालक</b></p><p><b>23 साल </b>से अधिक समय से जेल में बंद मणिकंडन कभी खूंखार अपराधी थे, अब वे हर सुबह पौधों के लिए जागते हैं। खेती में अपना समय देते हैं। इससे उनकी मानसिकता में बहुत बड़ा बदलाव आया है। यही नहीं, वे पत्राचार से बीबीए भी कर चुके हैं। वहीं, करीब 23 साल से बंद करुणा को भी अक्सर खेत में जानवरों के साथ समय बिताते हुए देखा जाता है। </p><p><b>चेन्नई @ पत्रिका. </b>पुड्डुचेरी जेल में प्रोजेक्ट ‘पुथिया नंबिककाई’ कैदियों को नई जिंदगी का सवेरा दिखा रहा है। कुछ कैदी किसान तो कुछ कारीगर बनकर जीवन रोशन कर रहे हैं। अब वे योगा में भी समय बिताते हैं। कई कैदी रिहा होने के बाद भी प्राकृतिक खेती करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए उन्हें निशुल्क बीज मुहैया कराने की भी योजना है। </p>
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[ "शौक पूरा करने बेच रहे स्पर्म-एग" ]
<p><b>साख के लिए कुछ भी करते आईवीएफ सेंटर </b></p><p>आईवीएफ की सफलता दर अभी भी 35% से कम है। जेनेटिक डिफेक्ट के बहाने आईवीएफ सेंटर बेहिचक जेंडर टेस्ट कर लड़का पाने की चाह रखने वाले जोड़ों से 3 गुना रुपए वसूलते हैं। यह गैरकानूनी है। साख के लिए सेंटर अन्य पुरुषों के स्पर्म उपयोग से भी नहीं चूकते हैं।</p><p><b>आईवीएफ </b>सेंटर व स्पर्म-एग बैंक के इस कारोबार मेे पैसे कमाने के फेर में अविवाहित युवक-युवतियां अपने स्पर्म या एग कई-कई बार बेच रहे हैं। कानूनी पचड़ों से बचने के लिए वे नाम बदल कर अलग-अलग सेंटरों या स्पर्म-एग बैंकों को सैंपल दे रहे हैं। पुणे की एक गायनकोलॉजिस्ट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके पास कई ऐसी लड़कियां आईं जो नाक या होठों की सर्जरी या फिर दोस्तों के साथ टूर पर जाने के लिए एग बेचकर रुपए कमाना चाहती थीं। कई मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र, मॉडलिंग स्टूडेंट व खिलाड़ी तक अपने स्पर्म बेचकर अपने ऐसे शौक पूरे कर रहे हैं। </p>
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[ "पीटीआई विधायक पर हमला, 4 मौत\n" ]
<p>पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई के एक विधायक को निशाना बनाकर हुए हमले में उनके भाई-भतीजे व दो पुलिसकर्मियों समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई। विधायक घायल हैं। </p><p><b>मैक्सिको में मुस्लिमों की ‘टार्गेट किलिंग’ </b></p><p>अमरीका के न्यू मैक्सिको में एक मुस्लिम युवक की हत्या कर दी गई है। शहर की गवर्नर ने मुस्लिमों की ‘टार्गेट किलिंग’ का अंदेशा जताया है। यह पिछले 9 महीनों में चौथे मुस्लिम व्यक्ति की घात लगाकर की गई हत्या है। </p>
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[ "‘करो या मरो’ का आगाज", "यूसुफ अली ने दिया था नारा ‘भारत छोड़ो’" ]
<p><b>अगस्त </b>की तारीख भारतीय स्वाधीनता संग्राम में बहुत महत्त्व रखती है। आज ही के दिन 1942 में ‘अंग्रेजो, भारत छोड़ो’ आंदोलन की शुरुआत हुई थी। मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने इस आंदोलन के लिए प्रस्ताव पारित किया और गांधी जी ने नारा दिया, ‘करो या मरो’। आजादी की लड़ाई के इस सबसे बड़े आंदोलन को ‘अगस्त क्रांति’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘भारत छोड़ो’ का नारा देने वाले थे स्वाधीनता सेनानी यूसुफ मेहर अली। वह आठ बार जेल भी गए। वर्ष 1942 में तो वह जेल में बंद थे, तब भी मुंबई के मेयर चुन लिए गए। मजदूरों और किसानों में वह बेहद लोकप्रिय थे और जब वर्ष 1940 में उन्हें गिरफ्तार किया गया तो मुंबई के कई बाजारों में काम-काज ही नहीं हुआ। उन्होंने ‘प्राइस ऑफ लिबर्टी’ किताब भी लिखी है। </p>
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[ "अरुण कुमार\n" ]
<p>patrika.com</p><p><b>जयपुर. </b>कोरोना के बाद दुनियाभर में इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) बाजार तेजी से बढ़ा है, लेकिन भारत आईवीएफ की वैश्विक राजधानी बनता दिख रहा है। कोरोना संक्रमण, घटती प्रजनन दर, बेरोजगारी, देर से शादी, खराब खानपान, अनियमित दिनचर्या व नशा बड़ा कारण है। सस्ते ट्रीटमेंट के चलते हर साल 25 हजार से अधिक विदेशी भारत में आईवीएफ कराते हैं। पहले से ही देश में 3 करोड़ जोड़े बांझपन से पीड़ित हैं। </p><p>एम्स दिल्ली के हालिया अध्ययन के मुताबिक कोरोना के बाद 10-15 प्रतिशत विवाहितों की प्राइवेट लाइफ प्रभावित हुई है। बच्चे पैदा करने में अक्षम महिला-पुरुष संतान-प्राप्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। आईवीएफ सेंटर इसका नाजायज फायदा भी उठा रहे हैं। </p><p>गुजरात, हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कई ऐसे मामले आए, जहां इलाज के बहाने महिलाओं के अंडाणु निकालकर अन्य जोड़ों को बेच दिए गए। </p>
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[ "अब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी जनता दल यूनाटेड" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>पटना. </b>जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने रविवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने की घोषणा की। पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मीडिया से कहा कि पार्टी ने तय किया है कि वर्ष 2019 के स्टैंड पर कायम रहते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुआ जाए। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता रहे आरसीपी सिंह बगैर सीएम नीतीश कुमार की सहमति के मंत्रिमंडल में शामिल हो गए थे। नीतीश इस बात का अगर खंडन करते तो अच्छा नहीं लगता। लिहाजा वह तब चुप रह गए।</p>
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[ "पार्टी का फैसला", "तृणमूल प्रवक्ता की बयानबाजियों पर 14 दिन तक लगी रोक" ]
<p><b>कोलकाता @ पत्रिका. </b>प. बंगाल तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष को शिक्षक भर्ती घोटाले में बंद पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के खिलाफ बयानबाजी करना अब भारी पड़ गया। पार्टी के सूत्रों के अनुसार पार्टी ने 14 दिन तक उनके बयानबाजी करने पर रोक लगा दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कुणाल को पार्थ के बारे में मीडिया से किसी भी किस्म की बात नहीं करने का निर्देश दिया गया है। तृणमूल से सेंसर किए जाने पर कुणाल ने कहा कि वह पार्टी के निर्देश का पालन करेंगे। कुणाल ने कहा था कि पार्थ को पता होना चाहिए कि जेल में कैसा महसूस होता है। </p>
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4,315,718
[ "ÒÒS߈ßæçŠæ·¤æÚUè ÚUæÁSÍæÙ Âç˜æ·¤æ Âýæ§UßðÅU çÜç×ÅðUÇU ·ð¤ çÜ° ×éÎý·¤ ß Âý·¤æàæ·¤ âéÚÔU‹Îý çןææ mæÚUæ, Ÿæè ·ë¤c‡ææ ·¤æòŒÜð€â, çmUÌèØ ×´çÁÜ âè-1, ÎðßÙ´ÎÙ Ù»ÚU Èð¤â-1 ·ð¤ âæ×Ùð, âèÂÌ ÚUæðÇU âÚU·´¤ÇUæ, çÕÜæâÂéÚU (ÀUæèâ»É¸U)-495006 âð Âý·¤æçàæÌ °ß´ ŒÜæÅU Ù´. 72-Õè, âðŽÅUÚU-Õè, çâÚUç»ÅU÷ÅUè ¥õlôç»·¤ ÿæð˜æ çÕÜæâÂéÚU (ÀUæèâ»É¸U) âð ×éçÎýÌÐ âÂæη¤Ñ ÚUæÁðàæ ÜæãæðÅUèÐ SÍæÙèØ âÂæη¤Ñ ÁØ´Ì ·é¤×æÚU *Ð *Âè¥æÚUÕè °ŽÅU ·ð¤ ÌãUÌ ¹ÕÚUæ𴠷𤠿ØÙ ·ð¤ çÜ° ©UæÚUÎæØèÐÓÓ çÕÜæâÂéÚU ȤæðÙ Ù´ÕÚU 07752-424488, ¥æÚU.°Ù.¥æ§üU Ù´. ..... " ]
<p>ÒÒS߈ßæçŠæ·¤æÚUè ÚUæÁSÍæÙ Âç˜æ·¤æ Âýæ§UßðÅU çÜç×ÅðUÇU ·ð¤ çÜ° ×éÎý·¤ ß Âý·¤æàæ·¤ âéÚÔU‹Îý çןææ mæÚUæ, Ÿæè ·ë¤c‡ææ ·¤æòŒÜð€â, çmUÌèØ ×´çÁÜ âè-1, ÎðßÙ´ÎÙ Ù»ÚU Èð¤â-1 ·ð¤ âæ×Ùð, âèÂÌ ÚUæðÇU âÚU·´¤ÇUæ, çÕÜæâÂéÚU (ÀUæèâ»É¸U)-495006 âð Âý·¤æçàæÌ °ß´ ŒÜæÅU Ù´. 72-Õè, âðŽÅUÚU-Õè, çâÚUç»ÅU÷ÅUè ¥õlôç»·¤ ÿæð˜æ çÕÜæâÂéÚU (ÀUæèâ»É¸U) âð ×éçÎýÌÐ âÂæη¤Ñ ÚUæÁðàæ ÜæãæðÅUèÐ SÍæÙèØ âÂæη¤Ñ ÁØ´Ì ·é¤×æÚU *Ð *Âè¥æÚUÕè °ŽÅU ·ð¤ ÌãUÌ ¹ÕÚUæ𴠷𤠿ØÙ ·ð¤ çÜ° ©UæÚUÎæØèÐÓÓ çÕÜæâÂéÚU ȤæðÙ Ù´ÕÚU 07752-424488, ¥æÚU.°Ù.¥æ§üU Ù´. CHHHIN/2011/39591 अन्य संस्करण : रायपुर, फोन नम्बर 0771-2263055, 0771-2263206, भिलाई, फोन 0788-4013309, जगदलपुर, फोन 07782-227288, भोपाल, फोन 0755-4012777, इंदौर, फोन 0731-2511051, जबलपुर, फोन 0761-4102358, 2973933, ग्वालियर, फोन 0751-4924721.</p>
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[ "मंत्री संजय निषाद के खिलाफ जारी हुआ वारंट" ]
<p><b>गोरखपुर @ पत्रिका. </b>यूपी में योगी सरकार के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गोरखपुर के सीजीएम जगन्नाथ ने मंत्री निषाद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। अदालत ने पुलिस को आदेश जारी किया है कि 10 अगस्त तक मंत्री को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करें। उन पर 2015 में निषादों के आरक्षण देने की मांग के आंदोलन के दौरान उग्र होने पर मुकदमा दर्ज हुआ था।</p>
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[ "सरदार उधम सिंह के हस्ताक्षर" ]
<p>यह हस्ताक्षर हैं सरदार उधम सिंह के। वह अपना नाम मोहम्मद सिंह आजाद लिखा करते थे। 13 मार्च, 1940 को इंग्लैंड में जरनल डायर की गोली मार कर हत्या की, तब यही साइन वहां पुलिस डाक्यूमेंट में भी किए थे। इस साइन के जरिए वह अपनी धर्म निरपेक्षता बताते थे।</p>
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[ "संक्रमण : शनिवार शाम को दोनों का गांव में हुआ अंतिम संस्कार", "उल्टी-दस्त से 9 और 11 साल के भाई-बहन की मौत का मामला, पसरा सन्नाटा", "शनिवार को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद 9 साल और 11 साल के दो बच्चों की मौत के बाद पीड़ित परिवार ही नहीं बल्कि समूचे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। ज्ञात हो कि कल जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम कुदमुरा निवासी भीम चौहान का पूरा परिवार रात से ही बीमार था। पहले उसकी बेटी शुभद्रा और बेटे सूरज को पेट दर्द और उल्टी दस्त की शिकायत हुई फिर धीरे-धीरे पूरा परिवार इस बीमारी की चपेट में आ गया। ", "उपसरपंच ने पूरे परिवार को भेजा अस्पताल" ]
<p><b>अस्पताल से आकर बीमार पिता ने अपने दोनाें बच्चों का किया अंतिम संस्कार </b></p><p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर/बगीचा. </b>शनिवार सुबह सूरज और शुभद्रा की हालत सीरियस हो गई। आनन फानन में उन्हें कुनकुरी के एक निजी अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते मे ही दोनो की मौत हो गई। </p><p>घटना के संबंध में अब जो विस्तृत जानकारी निकलकर सामने आ रही है, उसके अनुसार जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत क्षेत्र के कुदमुरा पतराटोली में 5 अगस्त को स्कूल में सूरज चौहान 9 वर्ष को बुखार के साथ दस्त की शिकायत हुई। जिसके बाद उसे घर भेज दिया गया शाम तक उसकी बड़ी बहन सुभद्रा चौहान 11 वर्ष की भी तबियत बिगड़ गई। इस बीच उनकी मां रोजगार सचिव मंगरी बाई 35 के पास पैसे नहीं थे उसने सोचा कहीं से पैसे आ जाएं तो बच्चों को अगले दिन अस्पताल ले जाकर ईलाज कराऊंगी इसके लिए उसने अपनी जिलाध्यक्ष शोभापति को भी फोन लगाया। देर शाम तक माता मंगरी बाई व पिता भीमराम चौहान समेत बड़ी बेटी सावित्री चौहान 15 की भी तबियत बिगड़ गई और बुखार उल्टी दस्त से पूरा परिवार पीड़ित हो गया। </p><p><b>पैसे ना होने से बैगा बुला लाया पीड़ित परिवार </b></p><p>रिश्तेदारों ने बताया कि पीड़ित परिवार ने बीमार होने की सूचना गांव के अन्य किसी को नहीं दी, रात भर थक हारकर संघर्ष करते रहे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय बैगा गुनिया से झाड़ फूंक भी कराया और ठीक होने का इंतजार करने लगे। झाड़ फूंक से पहले स्थानीय नर्स के द्वारा दोपहर साढ़े बारह बजे के आसपास घर में मां व बेटे को दवा दी गई थी। लेकिन बुखार तेज होने के कारण नर्स मधुलिका ने उन्हें बेहतर ईलाज के लिए अस्पताल जाने की सलाह भी दी थी। लेकिन पैसे के अभाव में वे संकोच करते रहे और शुक्रवार को अस्पताल नहीं पंहुच पाए। मां स्वयं बुखार से तप रही थी इस बीच रात दोंनों बच्चों के साथ पिता की तबियत काफी ज्यादा बिगड़ गई उन्हें भी उल्टी दस्त के साथ बुखार की शिकायत होने लगी। शनिवार को सुबह 8 बजे के आसपास रनपुर आयुर्वेद केंद्र में पदस्थ चिकित्सक जेआर चौहान कुदमुरा पंहुचे और उन्होंने तत्काल सभी को उच्चस्तरीय ईलाज के लिए कुनकुरी ले जाने की बात कही। इस दौरान दोनों बच्चे बेहोशी की हालत में थे और माता पिता बुखार से तप रहे थे। </p><p><b>बीमार पिता ने किया कफन-दफन </b></p><p>शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों बच्चों का शव कुदमुरा लाया गया जहां उनके पिता भीमराम चौहान को गंभीर हालत में कफन-दफन के लिए लाया गया। यहां गांव के लोगों ने पूर्व तैयारी कर ली थी। समाज व परिवार के अन्य लोगों ने शाम 7 बजे के आसपास दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार किया। बीमार हालात में पिता ने दोनों मासूम बच्चों को मिट्टी देकर अंतिम विदाई दी। दु:ख की इस घड़ी में पक्ष-विपक्ष का कोई नेता उन्हें ढांढस बंधाने तक नहीं पंहुचा। जशपुर विधायक विनय भगत को जब कुदमुरा में 2 बच्चों की मौत की जानकारी मिली तो उन्होंने गहरा दु:ख व्यक्त किए। </p>
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[ "नवीन संयुक्त एकलव्य आवासीय विद्यालय का किया गया निरीक्षण", "रविवार को विधायक जशपुर विनय भगत एवं कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने जशपुर के घोलेंग स्थित नवीन संयुक्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। " ]
<p><b>पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>कलेक्टर ने नवीन संयुक्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया इस अवसर पर वन मण्डलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय, सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग बीके राजपूत, विद्यालय के स्टॉफ सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं उपस्थित थे। </p><p>विधायक एवं कलेक्टर ने विद्यालय के विभिन्न कक्षाओं, प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब, सहित छात्र छात्राओं के आवासीय परिसर का अवलोकन करते हुए बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने परिसर की नियमित साफ -सफाई के साथ ही बच्चों की आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। साथ ही विद्यार्थियों को निर्धारित मेनू के मुताबिक भोजन प्रदान करने एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने की बात कही।</p>
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[ "मिलने वाली सुविधाओं का लिया जायजा", "कलेक्टर ने आदर्श कन्या आश्रम का किया, बच्चों से किया संवाद" ]
<p><b>अधीक्षिका से कहा बच्चे अपने गांव और मां-बाप से दूर हैं, आश्रम में पालक की तरह करें व्यवहार </b></p><p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने जिले के बगीचा विकासखंड के आदिम जाति अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय आदर्श कन्या आश्रम बगीचा का आकस्मिक निरीक्षण कर बच्चों को मिल रही सुविधाओं का प्रत्यक्ष जायजा लिया। </p><p>उल्लेखनीय है कि 70 सीटर क्षमता के इस कन्या आश्रम में कक्षा एक से लेकर कक्षा 5वीं तक बच्चे रहकर पढ़ाई कर रहे है। कलेक्टर ने उपस्थित अधीक्षिका से कहा कि बच्चे अपने गांव और मां-बाप से दूर आश्रम में रहकर पढ़ाई करने आए हैं। उनके साथ पालक की तरह व्यवहार करते हुए उनके भविष्य निर्माण में सहयोगी बनें। कलेक्टर ने आश्रम में बच्चों के शयनकक्ष, रसोईघर, शौचालय सहित पूरे परिसर का अवलोकन करते हुए बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने आश्रम की नियमित साफ सफाई के साथ ही बच्चों की आवश्यक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। साथ ही बच्चों को मेनू चार्ट के अनुसार पौष्टिक भोजन प्रदान करने एवं भोजन की गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए। </p><p>उन्होंने कहा कि इस कार्य मे किसी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए। साथ ही बच्चों के लिए खेल कूद एवं मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने आश्रम परिसर में साग-सब्जी और फलदार पौधे लगाने के लिए कहा। इस दौरान कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से बड़ी आत्मियता से वार्तालाप कर उनसे सामान्य ज्ञान के सवाल किए। जिसका बच्चों ने बड़ी सहजता से जवाब दिए। </p>
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[ "बांकी नदी के उद्गम स्थल सिटोंगा के जीर्णोद्धार के लिए जशपुर विधायक ने दिए 15 लाख रुपए " ]
<p><b>बांकी नदी जीर्णोद्धार अभियान में जिला प्रशासन ने खनिज न्यास निधि से गम्हरिया पुल से वनश्री चेक डैम तक तार फेंसिंग और सौंदर्यीकरण के लिए दिए 5 लाख रुपए </b></p><p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>बांकी नदी में जल संरक्षण के साथ अब शुरू हुआ सौंदर्यीकरण का कार्य जिसमे विधायक विनय भगत ने बांकीनदी उद्गम स्थल सिटोंगा के लिए 15 लाख और खनिज न्यास से कलेक्टर ने बांकीनदी तट पर गम्हरिया पुल से वनश्री चेकडैम तक तार फेंसिंग के साथ वृक्षारोपण और सौंदर्यीकरण का कार्य के लिए पांच लाख रुपए का आर्थिक सहयोग प्रदान कर योजना को आगे बढ़ाया है। </p><p> जशपुर विधायक विनय भगत ने जशपुर में बहने वाली जीवनदायिनी बांकीनदी जो अपना अस्तित्व खो रही थी, जिसे जशपुर की जनता और जिला प्रशासन के सहयोग से विलुप्त हो रहे बांकीनदी के अस्तित्व को वापस लाने का प्रयास किया जो सफल रहा जशपुर विधायक विनय भगत ने जनता की भावनाओं को समझते हुए बांकीनदी के जीर्णोद्धार के लिए सामने आए और उन्होंने सिटोंगा बांकी नदी उद्गम स्थल के लिए 15 लाख की घोषणा की है। इसके साथ ही बांकीनदी तट पर तार फेंसिंग कर बृहद वृक्षारोपण के साथ नदी किनारे घूमने आने वालों को बैठने के लिए बेंच और लाईट लगाने का कार्य बांकी नदी के किनारे होगा जिसके लिए जिला खनिज न्यास निधि से जशपुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने पांच लाख रुपए दिए हैं। </p>
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[ "दो अलग-अलग गांव में दो की मौत", "खेतों में रोपा लगा रहे दो दंपति पर गिरी गाज, दो की मौत " ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>शनिवार शाम को जिले के कुनकुरी थाना क्षेत्र के ग्राम घटमुंडा में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 1 वृद्ध की मौत हो गई वहीं 1 महिला के घायल होने का भी जानकारी सामने आ रहा। घायल को उपचार के लिये 108 संजीवनी की मदद से अस्पताल भेजा गया है। </p><p>घटना के संबंध में ग्राम पंचायत घटमुंडा के उपसरपंच तौफीक अली से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को ग्राम के ही निरबीतियुस किस्पोट्टा उम्र 60 वर्ष व सालोमी किस्पोट्टा उम्र 40 वर्ष प्रफुल्ल के खेत मे काम कर रहे थे, तभी देर शाम लगभग 5 बजे बिजली चमकने व बारिश से बचने नवाटोली की ओर बचने के लिए भागने लगे। इस दौरान खेत के ही मेड़ में गाज की चपेट में ही दोना आकाशीय बिजली गांज की चपेट में आ गए जिससे घटना स्थल पर ही निरबीतियुस किस्पोट्टा ने दम तोड़ दिया। जबकि सालोमी किस्पोट्टा घटना में बुरी तरह घायल हो गई। जिसे ग्रामीणों की मदद से संजीवनी 108 के माध्यम से उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया है। </p>
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[ "बगीचा के पूर्व बीईओ मनीराम यादव को संचालक ने किया निलंबित" ]
<p><b>मध्यांह भोजन योजना में महिला समूहों से कमीशन मांगने पर लोक शिक्षण संचालक ने किया निलंबित </b></p><p><b>पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ के संचालक सुनील कुमार जैन ने मनीराम यादव तत्कालीन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बगीचा एवं वर्तमान व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सिमडा विकासखण्ड दुलदुला को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। उनके विरूद्ध मध्यान्ह भोजन योजना में कार्यरत विभिन्न महिला स्व सहायता समूह के पदाधिकारियों के द्वारा प्रदान की गई राशि में से 8 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत लिए जाने तथा न पैसे ना दिए जाने पर महिला समूह की महिलाओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए शपथ पत्र और सीडी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की गई थी। </p><p>ज्ञात हो कि बगीचा क्षेत्र के विभिन्न महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने तत्कालीन बीईओ पर अवैध उगाही सहित प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया गया था। महिलाओं ने इसकी बाकायदा वीडियो फुटेज बनाकर सीडी प्रस्तुत कर कार्यवाही की मांग की थी, जिस पर जांच के बाद यह कार्यवाही की गई है। लोक शिक्षण संचालक सुनील कुमार जैन ने अपने आदेश में लिखा है कि मनीराम यादव व्याख्याता, तत्कालीन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी का उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत है, जिसके कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। </p>
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[ "कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की 18 छात्राएं कोरोना संक्रमित" ]
<p><b>छात्राओं को आइसोलेट कर स्कूल को कुछ दिनों के लिए किया गया बंद </b></p><p><b>पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क </b></p><p>patrika.com</p><p><b>जशपुरनगर. </b>जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के ग्राम महादेवडांड़ स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में 18 छात्राओं के कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसकी जानकारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग समेत जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। एक इतनी बड़ी संख्या में इस आवासीय विद्यालय में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने की सूचना के बाद सभी को स्कूल परिसर में ही आइसोलेट किया गया है। पूरा मामला महादेवडांड़ गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। मिली जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में पढ़ने वाली कुछ छात्राओं में सर्दी जुखाम और बुखार की शिकायत मिली थी। जिसके बाद टेस्ट कराया गया। जिसमें सभी संक्रमित मिले।</p>
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[ "CROSSWORD 6350 " ]
<p><b>बाएं से दाएं </b></p><p>1. एकाकीपन (5) 5. प्रकार, भांति (3) 8. फूलों का हार (2) 9. चांदी, धवल (3) 10. गधा (2) 11. भीत (3) 12. एक और चौथाई (2) 13. निश्चित, निर्णीत (2) 15. रुक-रुक कर बोलना (4) 17. लोग, प्रजा (2) 19 अरविन्द, पंकज, तामरस (3) 20. बराबरी, तुल्यता (4) 23. विवाह में वर-वधू द्वारा आपस में पहनाया जाने वाला फूलों का हार (2-2) 27. गीला, नम (2) 28. पर्वत, संख्या सूचक शब्द (2) 29. लोगों की सोच (2-3) 30. निरन्तर, लगातार, अनवरत (3) </p><p><b>ऊपर से नीचे </b></p><p>1. धरोहर, थाती (4) 2. कदली (2) 3. चिंता, फिक्र (4) 4. दृष्टि, निगाह (3) 6. रक्षक, रक्षा करने वाला (4) 7. प्रत्येक, शिव (2) 12. समस्त, सारा (3) 14. ब्राह्मणों से धार्मिक कार्य कराने वाला (4) 15. आक्रमणकारी (5) 16. वस्तु, प्राणी आदि का बोध सूचक शब्द (2) 18 ईसाई सेविका (2) 21. वह यंत्र जो चाबी से खुलता है (2) 22. प्रतिभूति, जिम्मेदारी (4) 24. वस्तु को विक्रय योग्य बनाने में हुआ वास्तविक व्यय (3) 25. जमीन नापने का एक पैमाना, हाथी (2) 26. मां का भाई (2) 27. प्यास (2) </p><p><b>हल </b><b>6349</b></p><p><b>SUDOKU 6085</b></p>
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4,315,760
[ "1. हाल ही खबरों में रही ‘मिशन वात्सल्य’ किस केंद्रीय मंत्रालय द्वारा लागू की गई योजना है?\n" ]
<p> (अ) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (ब) नागरिक उड्डयन मंत्रालय </p><p> (स) महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (द) गृह मंत्रालय </p><p>2. निम्न में से किसको हाल ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ‘पूर्व मुख्य अर्थशास्त्रियों की दीवार’ में शामिल किया गया है? </p><p> (अ) गीता गोपीनाथ (ब) राहुल सचदेवा </p><p> (स) एन्गोजी ओकोंजो-इवेला (द) एस पटनायक </p><p>3. किस देश में सरकार ने देश में भीषण सूखे को देखते हुए पो नदी के आसपास के पांच उत्तरी क्षेत्रों में आपातकाल की घोषणा की? </p><p> (अ) नेपाल (ब) मिस्र (स) चीन (द) इटली </p><p>4. हाल ही इजरायल और किस राज्य सरकार ने क्षमता निर्माण एवं एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए? </p><p> (अ) पंजाब (ब) हरियाणा (स) तमिलनाडु (द) बिहार </p><p>5. 1327 ईस्वी में करोली के किस शासक ने तिमनगढ़ मुस्लिमों से छीनकर पुन: यादवों का शासन स्थापित किया ? </p><p> (अ) विजयपाल यादव (ब) अर्जुन पाल यादव </p><p> (स) कुंवर पाल यादव (द) इनमें से कोई नहीं </p><p>6. किस परमार शासक ने दिलवाड़ा में भगवान आदिनाथ का भव्य मंदिर बनवाया? </p><p> (अ) तेजपाल (ब) विमल शाह </p><p> (स) उपेंद्र (द) वेरी सिंह प्रथम </p><p>7. बाबर ने प्रथम बार पश्चिम में कहां से होकर भारत में प्रवेश किया? </p><p> (अ) कश्मीर (ब) सिन्ध (स) पंजाब (द) राजस्थान </p><p>8. भारत में उप-राष्ट्रपति के चुनाव से संबंधित सभी संदेह तथा विवादों का निर्णय कौन करता है? </p><p> (अ) राज्य का उच्च न्यायालय (ब) मुख्य चुनाव आयुक्त </p><p> (स) भारत का सर्वोच्च न्यायालय (द) भारत का राष्ट्रपति </p><p>9. सौर ऊर्जा किसके द्वारा उत्पन्न होती है? </p><p> (अ) संलयन प्रक्रिया (ब) विखंडन प्रक्रिया </p><p> (स) दहन प्रक्रिया (द) इनमें से कोई नहीं </p><p>10. किस शहर में नोटर-डेम का गिरजाघर अवस्थित है? </p><p> (अ) रोम (ब) जेरूशलेम (स) पेरिस (द) वेनिस</p>
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[ "तबीयत बिगड़ने से ट्रेन मेें युवक की मौत\n", "रायगढ़@पत्रिका. तबियत बिगड़ने से एक युवक की ट्रेन में मौत हो गई। इस संबंध में जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार संतोष राणा 35 साल गिराज राणा धनगढ़ा थाना चंदवा, धनबाद झारखंड की तबियत पिछले दिनों से खराब थी। उसके परिजन उसे हटिया कुर्ला एक्सप्रेस में मुंबई इलाज कराने के लिए ले जा रहे थे। वे ओडिशा के झारमुड़ा के पास पहुंचे थे कि उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई। ऐसे में परिजन रायगढ़ रेलवे स्टेशन के अधिकारियों से संपर्क किए। यहां उपचार के लिए चिकित्सक रेलवे स्टेशन में मौजूद थे। प्रारंभिक उपचार के बाद ही चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।\n" ]
<p><b>3 अगस्त से होना था प्रवेश अब तक नहीं हो पाई है स्क्रूटनी </b></p><p><b>रायगढ़@पत्रिका. </b>आरटीई के दूसरे चरण में आए आवेदनों की स्क्रुटनी कर 3 अगस्त से प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन अब तक स्क्रुटनी का काम न हो पाने के कारण प्रवेश की प्रक्रिया जिले में शुरू नहीं हो पाई है। जिले में आरटीई के तहत करीब 300 स्कूलों में 42 सौ सीट आरक्षित था, प्रथम चरण में आए आवेदनों की स्क्रुटनी के बाद करीब 2 हजार लोग पात्र मिले जिनको प्रवेश दिलाया गया। इसके बाद शेष 2 हजार आरक्षित सीट के लिए फिर से दूसरे चरण में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई। 1 जुलाई से 15 जुलाई तक आवेदन के लिए अंतिम तिथि रखी गई थी। इस तिथि में आए आवेदनों की स्क्रुटनी का काम 16 जुलाई से शुरू हुआ है जो कि 25 जुलाई तक पूर्ण किया जाना था। स्क्रुटनी पूर्ण होने के बाद 27 जुलाई से 2 अगस्त तक लाटरी व आवंटन की प्रक्रिया शुरू करते हुए 3 अगस्त से प्रवेश शुरू होना था, लेकिन बताया जा रहा है कि जिले में आए करीब 746 आवेदनों की स्क्रुटनी पूरी नहीं हो पाई है जिसके कारण प्रवेश की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। एक हजार से अधिक सीट फिर खाली शैक्षणिक सत्र का आधा पूरा होने जा रहा है, अब और आवेदन की उम्मीद भी नहीं बताई जा रही है। इस हिसाब से देखा जाए तो जिले में आरक्षित सीट में इस बार करीब 12 सौ सीट खाली रह जाएगी। हर साल यह मामला उठता है लेकिन पूरे राज्य स्तर पर इस योजना के तहत प्रक्रिया काफी देरी से शुरू होती है जिसका खामियाजा आवेदकों को प्रवेश के बाद कोर्स को लेकर भुगतना पड़ता है। </p>
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4,315,762
[ "गैर इरादतन हत्या का मामला", "कथित डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया और सात वर्षीय मासूम की मौत" ]
<p><b>पत्रिका न्यूज नेटवर्क </b></p><p>patrika.com </p><p><b>रायगढ़. </b>बुखार से तड़प रही बालिका इरफा खान को चेक कर इंजेक्शन लगाने वाले कथित प्राइवेट डाक्टर तिरथो राम प्रधान पर गैर इरादतन हत्या का मामला पंजीबद्ध किया गया है। उसके इंजेक्शन लगाने के बाद बालिका के मुंह, नाक से झाग निकलने लगा था और मौत हो गई थी। मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र की है। इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतिका के पिता ने बताया कि बीते 1 नवंबर 2021 की सुबह वह सोकर उठा तो उसकी बेटी इरफा खान को काफी तेज बुखार था। ऐसे में वह पड़ोस में रहने वाले तिरथो राम प्रधान निवासी ग्राम केनापारा जो लैलूंगा शांतिनगर में रहकर प्राइवेट ईलाज करता था, उसके घर ले जाकर बेटी को दिखाया। तिरथो ने लड़की को चेक कर उसे तीन इंजेक्शन लगाया। इसके बाद बाद इरफा खान की तबियत और खराब होने लगी। वह बाथरूम गई। बाथरूम से निकलने के बाद उसके मुंह, नाक से झाग निकलने लगा। तब तिरथो राम प्रधान बोला कि लड़की की ज्यादा तबियत खराब हो रही है। चलो अस्पताल ले चलते है और वे सीएचसी अस्पताल लैलूंगा गए। </p><p>वहां के डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद ही लड़की को चेक कर मृत होने की पुष्टि की। जांच दौरान तिरथो राम प्रधान के घर आसपास रहने वाले बताए कि तिरथो राम नस, हड्डी फैक्कर आदि का आयुर्वेदिक तरीके से ईलाज करता था, डिग्रीधारी था या नहीं इसकी जानकारी नहीं है। आरोपी तिरथोराम प्रधान शांतिनगर के निवास और ग्राम केनापारा दोनों स्थान से फरार है, जिसकी पतासाजी की जा रही है। वहीं उसके संभावित स्थानों पर भी पुलिस के द्वारा दबिश दी जा रही है।</p>
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[ "अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान", "नर्सिंग अधिकारी पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी" ]
<p>अ खिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली नर्सिंग अधिकारी भर्ती सामान्य पात्रता परीक्षा (NORCAT) 2022 के जरिए एम्स नई दिल्ली, जोधपुर सहित विभिन्न एम्स और राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान (NITRD) के लिए नर्सिंग अधिकारी पदों पर भर्ती करेगा। किस एम्स में कितने पद भरे जाएंगे, इसकी संख्या बाद में की जाएगी, जबकि NITRD के लिए कुल 11 पदों को भरा जाएगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि तक एम्स के लिए अभ्यर्थियों की आयु 18 से 30, जबकि राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान के लिए 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को केंद्र नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट मिलेगी।</p><p><b>21 अगस्त अंतिम तिथि </b></p><p><b>अभ्यर्थी </b>वेबसाइट norcet2022.aiimsexams.ac.in या aiimsexams.ac.in पर लॉगिन कर 21 अगस्त (शाम 5 बजे) तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन में त्रुटि सुधार 22 से 23 अगस्त तक किए जा सकेंगे। आवेदन शुल्क के रूप में सामान्य/ओबीसी अभ्यर्थियों को 3000 रुपए भरने होंगे।</p>
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4,315,764
[ "15 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदनअभ्यर्थी वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर लॉगिन कर 15 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। चयन के लिए योग्यता डिग्री में मिले अंकों के आधार पर शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों को एसएसबी इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इंटरव्यू में सफल उम्मीदवारों को चिकित्सा परीक्षण से गुजरना होगा। ", "सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी", "सहायक प्रोफेसर पदों के लिए निकली भर्ती " ]
<p>दि ल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) से संबद्ध सेंट स्टीफंस कॉलेज ने रसायन शास्त्र, गणित, भौतिक विज्ञान सहित विभिन्न विषयों के लिए सहायक प्रोफेसर के स्थायी पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। कुल 17 पदों को भरा जाएगा। सभी पद सामान्य अभ्यर्थियों के लिए हैं। कुल पदों में से 1 पद दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित है। संबंधित स्ट्रीम में कम से कम 55 फीसदी अंकों के साथ मास्टर डिग्रीधारक अभ्यर्थी वेबसाइट ststephens.edu या recruitment.ststephens.edu पर लॉगिन कर 19 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। साथ ही अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), सीएसआइआर द्वारा आयोजित <b>नेट</b> परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी हो। आवेदन शुल्क के रूप में सामान्य अभ्यर्थियों को 500 रुपए भरने होंगे। दिव्यांग अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।</p>
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[ "भारतीय नौसेना ", "एसएससी आइटी पदों के लिए आवेदन मांगे " ]
<p>भा रतीय नौसेना ने विशेष नौसेना अभिविन्यास पाठॺक्रम के तहत सूचना प्रौद्योगिकी (कार्यकारी शाखा) में एसएससी अधिकारी पदों के लिए अविवाहित पुरुष और महिला अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस भर्ती के जरिए कुल 50 पदों को भरा जाएगा। संबंधित स्ट्रीम में कम से कम 60 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएट/पोस्टग्रेजुएट डिग्रीधारक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। कोर्स जनवरी, 2023 में नौसेना अकादमी (आइएनए), एझिमला केरल में शुरू होगा। नोटिफिकेशन अवश्य देखें।</p><p><b>आयु सीमा </b></p><p><b>जिन </b>अभ्यर्थियों का जन्म 2 जनवरी 1998 से 1 जुलाई 2003 (दोनों तिथियां शामिल) के बीच हुआ है, वे इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसी भी श्रेणी के अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट नहीं मिलेगी।</p>
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4,315,736
[ "बीजा लकड़ी की तस्करी करता वाहन पकड़ाया, जब्त\n" ]
<p><b>रायगढ़ @ पत्रिका. </b>इमारती लकड़ियों की तस्करी इन दिनों जोरों पर चल रहा है। जिसको देखते हुए वन विभाग द्वारा जांच अभियान तेज कर दिया है, इस दौरान शुक्रवार की रात में पीकअप में लोड कर ले जाया जा था, जिसे छाल रेंजर ने वाहन को पकड़ते हुए जब्ती कार्रवाई की है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज के अधिकारियों को सूचना मिली कि बीजा लट्ठों से भरे पिकअप वाहन आ रही है, जिसे वन विभाग की टीम ने वाहन को तो पकड़ लिया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गए। फरार आरोपियों के संबंध में विभाग द्वारा पतासाजी की जा रही है। विभागीय सूत्रों बताया कि छाल रेंज अंतर्गत रात्रि गश्ती के दौरान गलीमार गांव के पास जंगल में एक पिकअप संदिग्ध परिस्थितियों में नजर आई।</p>
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4,315,737
[ "एडमिशन अलर्ट", "आइआइटी हैदराबाद: मेडिकल फिजिक्स में करें एम.एससी" ]
<p>भा रतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) हैदराबाद ने बसवतारकम इंडो अमरीकन कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीटॺूट (BIACHRI) के सहयोग से मेडिकल फिजिक्स में तीन साल का मास्टर ऑफ साइंस (एम.एस.सी) पाठॺक्रम शुरू किया है। </p><p><b>12 अगस्त अंतिम तिथि </b></p><p><b>बी.एससी </b>(भौतिकी के साथ)डिग्रीधारक अभ्यर्थी वेबसाइट cip.iith.ac.in पर लॉगिन कर 12 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। एडमिशन ऑनलाइन इंटरव्यू के जरिए दिया जाएगा। नोटिफिकेशन अवश्य देखें।</p>
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4,315,738
[ "आज पवित्रा..... " ]
<p>आज पवित्रा एकादशी व्रत सबका झूलन यात्रा प्रारम्भ (पूर्वाह्न व प्रदोष की), चतुर्थ श्रावण वन सोमवार, व्रत, वैधृति पुण्यं, कत्ल की रात (मु.) तथा गण्डमूल सम्पूर्ण दिवारात्रि है। </p><p><b>चन्द्रमा: </b>चन्द्रमा दोपहर बाद 2-37 तक वृश्चिक राशि में, तदन्तर धनु राशि में रहेगा। </p><p><b>ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: </b>अंतरात 3-19 पर बुध पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। </p><p><b>दिशाशूल: </b>सोमवार को पूर्वदिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार दोपहर बाद 2-37 तक उत्तर दिशा की व इसके बाद पूर्वदिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। </p><p><b>राहुकाल (मध्यममान से): </b>प्रात: 7-30 बजे से प्रात: 9-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।</p>
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[ "आज जन्म..... " ]
<p>आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (यी, यू, ये, यो, भ) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। दोपहर बाद 2-37 तक जन्मे जातकों की जन्म राशि वृश्चिक व इसके बाद जनमें जातकों की जन्म राशि धनु है। वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल व धनुराशि के स्वामी बृहस्पति हैं। इनका जन्म ताम्रपाद से है। सामान्यत: ये जातक बुद्धिमान, चतुर, होशियार, कला के क्षेत्र में प्रवीण, धर्माचरण करने वाले, छिद्रान्वेषी, अच्छे आलोचक पर राज-समाज में मान-सम्मान पाने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय 26-27 वर्ष की आयु के बाद ही होता है। वृश्चिक राशि वाले जातकों को कार्य क्षेत्र में कुछ कठिनाई, रुकावट व बाधा के बाद लाभ की स्थिति बनी रहेगी।</p>
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[ "शुभ वि.सं.: 2079\n" ]
<p>संवत्सर का नाम: नल </p><p>शाके संवत्: 1944 </p><p>हिजरी संवत्: 1444 </p><p>मु.मास: मुहर्रम-9 </p><p>अयन: दक्षिणायण </p><p>ऋतु: वर्षा </p><p>मास: श्रावण </p><p>पक्ष: शुक्ल</p>
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