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कानपुर। पत्रकारिता के अमिट हस्ताक्षर वरिष्ठ पत्रकार सुरेश त्रिवेदी की श्रद्धांजलि सभा आज अशोक नगर स्थित हिंदी पत्रकार भवन में हुई। पत्रकारों, राजनीतिज्ञों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों व उद्यमियों ने स्वर्गीय सुरेश जी निष्पक्ष व निडर पत्रकारिता की जमकर तारीफ की। वक्ताओं ने कहा कि सुरेश जी की पत्रकारिता से नौजवान पत्रकारों को सीखना चाहिए। वह सभी के लिए नजीर पेश कर गए हैं। अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब हिंदी पत्रकार भवन आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सुरेश जी के चाहने वालों का तांता लगा रहा। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नीलिमा कटिहार ने उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया। विधायक महेश त्रिवेदी ने सुरेश जी के साथ अपने खट्टे मीठे अनुभव को साझा किया। मेयर प्रमिला पांडे ने उन्हें सच्चा व निडर पत्रकार बताते हुए उनके आदर्शों पर चलने की सलाह दी। सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने उन्हें अपना पथ प्रदर्शक बताया। संघर्ष काल के अपने और उनके अनुभवों को साझा किया। विधायक इरफान सोलंकी ने कहा कि सुरेश जी मेरे चाचा जैसे थे। वह मेरे मरहूम पिता के समय से हम लोगों से जुड़े हुए थे। और समय-समय पर मार्गदर्शन करते रहते थे। पूर्व मंत्री अमरजीत जनसेवक ने सुरेश त्रिवेदी जी को पत्रकारिता का क्रांतिवीर बताया। इस मौके पर कानपुर जर्नलिस्ट के अध्यक्ष ओम बाबू मिश्रा ने कहा कि सुरेश जी के देखे सपने को साकार किया जाएगा। अशोक नगर स्थित पत्रकार पार्क में सुरेश जी की प्रतिमा की स्थापना होगी। क्लब के महामंत्री अभय त्रिपाठी ने कहा कि सुरेश त्रिवेदी की याद में सुरेश त्रिवेदी पत्रकार रत्न के नाम से हर वर्ष पत्रकारों को पुरस्कृत किया जाएगा। सुरेश त्रिवेदी के सिद्धांतों पर चलकर पत्रकारों के लिए जर्नलिस्ट क्लब संघर्ष करता रहेगा। श्रद्धांजलि सभा में सुरेश जी के दोनों पुत्र सौरभ और मनी वह अन्य परिजन उपस्थित रहे। इस मौके पर पूर्व सांसद राजा राम पाल, भाजपा नेता सुरेश अवस्थी, कांग्रेस नेता शैलेंद्र दीक्षित, हर प्रकाश अग्निहोत्री, पवन गुप्ता, आप नेता रोहित सक्सेना, वीरेंद्र चतुर्वेदी, अतर नईम, विनोद दीक्षित, अनुभव चक, विभा दुबे,पार्षद महेन्द्र पांडेय पप्पू, रतन गुप्ता, पार्षद नमिता मिश्रा, भूपेश अवस्थी, अनूप अवस्थी, किरण पाण्डेय, व्यापारी नेता अवधेश बाजपेयी, मनोज चौहान, जसवीर दीवान, शरद त्रिपाठी, शिवम दीवान, सन्नी जयसवाल, संजय अग्रवाल, संजीव चौहान, सपा नेता वरुण मिश्र, राकेश साहू, सचिन तांगड़ी, बंटी सेंगर, सर्वेश यादव, अजय यादव, दवा व्यापार मंडल के कमल नयन आहूजा, संजय मल्होत्रा, राजेश शुक्ला, आंनद गुप्ता, अधिवक्ता मिथुन शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश अवस्थी, अंजनी निगम, सौरभ शुक्ला, अधीर सिंह लल्ला, संजय लोचन पाण्डेय, ओम चौहान, सुनील गुप्ता, अरुण मिश्रा, सर्वेश मिश्रा, आदित्य द्विवेदी, रंजय सिंह, गौरव चतुर्वेदी, जमीर सिद्दीकी, जर्नलिस्ट क्लब के दिलीप सिंह, विक्की रघुवंशी, आलोक अग्रवाल, शैलेन्द्र मिश्रा, तरुण अग्निहोत्री, रितेश शुक्ला, पुष्कर बाजपेयी, सीपी गुप्ता, मो कैफ, धीरेंद्र जयसवाल, दिलीप अंशवानी, संजय सिंह, अजय त्रिपाठी, सौरभ मिश्रा, नीरज तिवारी, श्याम तिवारी, राजन साहू, शानू अग्निहोत्री, विशाल सैनी, अतुल मिश्रा, राजेश यादव, प्रकाश श्रीवास्तव, जीपी अवस्थी, हर मोहन शुक्ला, अक्षरांस चतुर्वेदी, हारून जाफरी, मनोज अंशवानी समेत सैकड़ों राजनीतिक, समाजिक एवं पत्रकार लोग मौजूद रहे। Information is Life Previous Post बदलापुर में युवक का शव मिलने का मामला, एसपी की कार्रवाई, हल्का दारोगा,हमराही सिपाही निलंबित Next Post देश के पहले एयरपोर्ट जैसे रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे-PM Next Post देश के पहले एयरपोर्ट जैसे रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे-PM Leave a Reply Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked * Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. No Result View All Result Recent Posts Kanpur: लेदर किंग इरशाद मिर्जा का निधन, पद्मश्री समेत कई पुरस्कारों से हो चुके थे सम्मानित प्राचीन मन्दिर की बेसकीमती जमीन पर अवैध कब्जा, साठगांठ करके तैयार किये फर्जी कागज़, FIR दर्ज। यूपी के 3 और शहरों में लागू हुई पुलिस कमिश्नर प्रणाली Kanpur : भाजपा नेता को धमकाने में तीन पर मुकदमा। Kanpur : दुष्प्रचार के मामले में वकील ने पुलिस आयुक्त से की शिकायत। Recent Comments https://israel-lady.co.il/ on ‘शिवलिंग मिलने वाली जगह को तुरंत सील करें’, वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद वजू पर पाबंदी। KeithKody on यूपी में फिर महागठबंधन चाहते हैं अखिलेश? कहा- BJP से लड़ना है या समाजवादी पार्टी से, तय कर लें BSP-कांग्रेस
''कबीर उपनिषद और योग से प्रेरित है,नानक ने उपनिषद को लिया योग की अनिर्वचनीयता से मुंह फेरे रहे। सच पूछो तो कबीर से बड़े योगी नानक थे जो योग का विरोध नहीं करते उसके तत्वों को अपनी विश्‍व दृष्टि में समाहित कर लेते हैं। तुलसी तो योगियों का विरोध करते हैं, पर मुझे वह सिद्ध लगते हैं - योगः कर्मसु कौशल हिन्दुत्व के प्रति घृणा का इतिहास - 17 ''तुम फालतू बातें करके मेरा ध्यान बंटा देते हो, फिर सही मुद्दे पर आने में एक जुग लग जाता है। मैंने तुलसी को इसलिए याद किया था कि मध्यकाल के वह अकेले कवि हैं जिसमें यह साहस था कि सत्ता के आतंक के बीच अपना विरोध प्रकट कर सकें और समाज की त्रासदी को बयान कर सकें और और जन साधारण की यातनाओं को दर्ज करते हुुए सीधे टकराव से बचने के लिए एक अन्योक्ति विधान का सहारा ले सकें । कहते हैं, नानक जी ने दो पदों में बाबर के अत्याचारों का उल्लेख किया था, परन्तु किन्हीं कारणों या दबावों में आगे उन्होंने आलोचना का मार्ग त्याग दिया था। दूसरा कोई कवि नहीं है जो इसका साहस कर सका हो । कबीर भी आर्थिक अभाव या उत्पीड़न का कहीं कोई संकेत नहीं देते । वह मुसलमानों की आचारसंहिता की हिन्दू नजरिए से आलोचना करते है, हिन्दुओं में ब्राह्मणों की आलोचना और हिन्दू बाह्याचार की आलोचना करते हैं, परन्तु आर्थिक शोषण धार्मिक उत्पीड़न और निष्ठुर प्रश्‍ाासन का कहीं संकेत नहीं मिलता। कहना चाहो तो कबीर बहुत तेजस्वी आन्दोलनकारी है, उनकी तर्कशैली, वेधक व्यंय, बेलौस अन्दाज सीधे मन पर असर करते हैं, लेकिन यह असर किसी को कायल कर सकता है, वर्णवादियों का या धार्मिक श्रेष्ठता का दावा करने वालों का मान भंग कर सकता है, परन्तु मनोरचना में वह परिवर्तन नहीं ला सकता जिससे वे अपना मार्ग बदल सकें। यह काम नानक अधिक सफलता से कर लेते हैं, बिना व्यंग्य के, बिना किसी को चोट पहुंचाए।'' ''तुम कहते हो मैं बहका देता हूं, इस समय तुम खुद बहक रहे हो।'' ''तुम ठीक कहते हो! बहकना कुछ तो मेरे स्वभाव में है । '' तुमने कभी बच्चों को रास्ते चलते देखा है? उसी रास्ते पर सभी सीधे चल रहे हैं, वे इधर उधर दौड़ते, बहकते हुए फिर भी अपने रास्ते पर ही चलते है। मेरा बचपना गया ही नहीं । बहकते हुए बात करता हूं! कई बार अपने को घिक्कारता भी हूं इसके लिए और फिर समझाता हूं कि जो सीधी राह चलता है उसे पूरे रास्ते अपना रास्ता भी नहीं दिखाई देता, सिर्फ गन्तव्य दिखाई देता है, इसके कारण कई बार वह आगे के गड्ढे को भी नहीं देख पाता, और औंधे मुंह गिरता है। इसलिए रास्ते को तो बहकते हुए चलने वाले ही जानते हैं, सो अपने को समझा लेता हूं कि बुरी आदत यह भी नहीं है और इससे जो मिलता है वह तेज दौड़ से नहीं मिल सकता, मंजिल अवश्‍य जल्द मिल सकती है। '' तो बहकने का अपना मजा भी है यार और इसके कुछ फायदे भी हैं। जब कबीर और नानक की तुलना कर रहा था तो डेल कार्नेगी की सबसे कामयाब पुस्तक हाउ टु विन फ्रेंडस ऐंड इन्फ्लुएंस पीपुल के एक तर्क की याद आ गई । वह कहता है यदि तुम को गाहक से बहस में जीतना चाहते हो तो गाहक तो हार जाएगा, पर सौदा तुम्हारे पास छोड़ कर चला जाएगा! बहस में हार जाओ, तो सौदा उसके पास पहुंच जाएगा। '' वह ताली बजाने लगा। ''यह समझो कि यदि कबीर बहस जीतने वाले आन्दोलनकारी हैं, नानक बहस हार कर भी अपना विचार, अपनी मान्यता दूसरों तक पहुंचाने और उन्हें बदलने वाले आन्दोलनकारी हैं तो तुलसी दोनों का समन्वय और अधिक सफल आन्‍दोलनकारी क्‍योंकि वह जानते थे अपनी टहनी से अलग हुआ पत्ता उससे जुड़ नहीं पाता। अंधड़ में वह अपनी जगह पर टिक कर खडे रहने और अपने को अपनी परिधि में बदलते हुए बदलने के हामी हैं। ''कबीर उपनिषद और योग से प्रेरित है, नानक ने उपनिषद को लिया योग की अनिर्वचनीयता से मुंह फेरे रहे। सच पूछो तो कबीर से बड़े योगी नानक थे जो योग का विरोध नहीं करते उसके तत्वों को अपनी विश्‍व दृष्टि में समाहित कर लेते हैं। तुलसी तो योगियों का विरोध करते हैं, पर मुझे वह सिद्ध लगते हैं - योगः कर्मसु कौशलम् । अपने काम को पूरी दक्षता और मनोयोग से कर लेना ही योग है और उसे सफलता तक पहुंचाना सिद्धि । ''एक बात जिस पर लगातार पर्दा डाला गया है कि कहीं हमारे सामुदायिक संबंध इससे गड़बड़ न हों उसके तीन परिणाम हुए हैं। सामुदायिक संबध बिगड़ते चले गए है, सुधरे तो नहीं हैं ये दरहम बरहम करने वाले भी मानेंगें; दूसरे हम सचाई को समझने में असमर्थ रहे हैं, तीसरे इनके परिणाम हमारी योजना के विपरीत हुए हैं। इसकी मीमांसा में जाने पर तुम सिर पकड़ कर बैठ जाओगे । परन्तु इस सचाई को स्वीकार करो कि इस्लाम के आने के बाद पूरा भारत, और इसके सभी सामाजिक स्तरों, सभी क्षेत्रों के लोग उस मनोदशा में पहुंच गए थे जिसे तुलसी के आर्थिक विपन्नता के सन्दर्भ में प्रताड़ित (सीद्यमान) जनों की निरुपायता और व्यग्रता को मुखर करते हुए प्रयोग किया था, 'कहां जाईं, का करीं।'' वह कुछ कहना चाहता था, मैंने बरज दिया । ''यार, अभी इस प्रयोग के साथ याद आया, और ऐसे प्रयोग तुलसी में भरे पड़े है, इतनी सादगी से इतनी गहन वेदना को सर्वग्राह्य भाषा में व्यक्त करने वाले दुनिया के कितने कवि मिलेंगे और उनमें ऐसी उक्तियां कितनी मिलेंगी। तुलसी में यह मिलती है, क्योंकि तुलसी जनमन में रचे, उसी के मुहावरों मे गहनतम विचार प्रकट करने वाले विस्मयकारी कवि है- अणोरणीयान् महतोमहीयान् ! ''तुम बीच में कुछ कहने जा रहे थे, मैने बरज दिया था, अब कहो ।'' ''अब क्या कहूंगा? इतनी देर तक तो मैं अपने सिर को संगसार से बचाता रहा इसमें क्या कहना चाहता था, यह याद रहेगा। अब तुम्हें जो कहना है, कहते जाओ, मैं मूक बना सुनता रहूंगा।'' ''कबीर के पूर्वज, कम से कम एक पुस्त पहले के लोग मुसलमान हो गए हैं, विभिन्न तबकों के लोग हैं जो इससे पहले कभी इतने क्षुब्ध न थे, और, तुलसी तो चलो बाद में आते हैं, उनसे पहले के ब्राह्मण भी सनाका खाए हुए है, पर दूसरे जिनके विषय म यह बताया जाता रहा कि इस्लाम के प्रभाव में उनको पहली बार अपना क्षोभ प्रकट करने का अवसर मिला, उसे नकारा नहीं जा सकता, परन्तु वे उस प्रभाव से बचने के लिए छटपटाते हुए पुराने भारतीय मूल्यों को संकटग्रस्त देख कर चिन्तित है और उसको बचाना चाहते हैं। प्रभावित होते तो इस्‍लाम कबूल कर लेते । आतंंकित हैं और वे तक आतंकित हैं जिनको धर्म बदलना पड़ा है और उससे बचाव के लिए छटपटा रहे हैं। ''जिन मूल्‍यों को ले कर वे चिन्ति हैं उन मूल्यों पर कसने पर ब्राह्णवादी वर्णवाद बहुत खरा नहीं सिद्ध होता था, परन्तु वह उससे सीधे टकराता नहीं, अपितु उससे अनुकूलित हो कर अपने को स्‍वीकार्य बनाने के प्रयत्न में रहता आया था परन्तु यहां इस्लामी मूल्यों का उन जीवनमूल्यों से सीधा विरोध था जिसने पिछड़े सामाजिक स्तरों पर भी अपनी जगह बनाई थी। ''मैं जो कह रहा हूं उसे समझाने चलूं तो थक जाओगे, परन्तु एक उदाहरण से समझो कि इसमें चिड़ीमार थे, शिकारी थे, व्याध थे, परन्तु निरपराध पक्षियों की हत्या अपनी उदरपूर्ति के लिए करने के कारण निन्दनीय समझे जाते थे! पूरा समाज शाकाहारी न था, मांसाहार प्रचलित था, परन्तु कसाई भी बलि पशु का गला रेतते हुए उसकी छटपटाहट का आनन्द लेने या उसके प्रति संवेदनशून्‍य होने की जगह उसे झटके से काटने का हामी था। वध को यातनापूर्ण वध बनाना उसे उद्विग्न करता था। इसलिए यह कहना तो आधा सही है कि संत आन्दोलन इस्लाम के प्रभाव में पैदा हुआ, पूरा सच यह है कि यह इस्लाम की प्रतिक्रिया में उन मूल्यों की रक्षा से कातर जनों द्वारा पैदा हुआ जो आदिम अवस्था से इन मूल्यों से जुड़े थे। '' तुमको याह होगा, अपनी किसी पोस्ट में मैंने हिन्दुत्व को ब्राह्मणवाद और वर्णवाद से अलग किया था और कहा था कि हिन्दुत्व में ब्राह्मणवाद सहित सभी मतों के लोगों के लिए जगह थी जब कि ब्राह्मणवाद सहित दूसरे किसी में यह उदारता नहीं थी। ''इस बात को समझा जा सका होता तो यह भी समझ में आ जाता, कि क्यों संत आन्दोलन अपने मूल्य सीधे उपनिषदों से या उपनिषदों तक आई और उससे ेहो कर प्रवहमान परंपरा से ग्रहण करता हैं, न कि ब्राह्मणवाद से जिसे उसका सीधा टकराव नहीं हुआ इसलिए उसे झेलता आया था।'' ''बात पूरी हो गई? चला जाय?'' ''नहीं यार जो कहना था वह तो रह ही गया। रास्ते में भटकने का तो यही नुकसान है कि मंजिल तक पहंचने में इतनी देर हो जाती है कि रास्ते को ही अपनी मंजिल मानना पड़ जाता है। '' मैं कहना यह चाहता था कि पूरे सन्त आन्दोलन में भी जिसमें नवधर्मान्तरित हिन्दू भी श्‍ाामिल थे, किसी का साहस ऐसी तीखी टिप्पणी करने का नहीं होताः गोड़ गंवार नृपाल महि यवन महामहिपाल और लो अगली पंक्ति तो भूल ही गई पर उसमें कहा गया है कि वे घरों में घुस कर सिल पत्थर तक तोड़ डालते हैं और इनके टीले बन गए हैं, 'लागे अढुक पहाड़। अकेले वह है जो अभाव और अकाल की उस दारुण अवस्था का वर्णन करते हैं जिसमें न किसान किसानी करने पाता है, न बनिया राेजगार चला पाता है, न सेवक को चाकरी मिलती। क्षुधार्त लोग अपने बेटे और बेटियों तक को बेचने को विवश हो जाते हैं। अकेले वह है जो कलिकाल की आड़ में बार बार मध्यकालीन संकट की याद दिलाते हैं। वह है जो क्षुधार्तता की यातना का मूर्त करते हैं, ''आगि बड़वागि तें बड़ी है आगि पेट की'। और सुनो स्त्रियों के विषय में बहुत सारी शिकायतें तुम लोगों को हैं तुलसी से सन्दर्भ और रणनीति के अज्ञान के कारण, पर कभी फुर्सत मिले तो दुहराते रहना, 'कत बिधि सृृृृजी नारि जगमांहीं । पराधीन सपनेहु सुन नाहीं ।' बाकी बातें कल। मैं जब तुलसी को क्रान्तदर्शी और क्रान्तिकारी कह रहा था तो उनके इस पक्ष के कारण जिसे दबाने के प्रयत्न हेाते रहे और इसलिए तुम्हें वह प्रतिक्रियावादी लगते हैं न कि सांस्कृतिक मोर्चे के अद्वितीय योद्धा !
भारत, ब्राजील और अमेरिका की स्थिति बता रही है कि अभी दूर है कोरोना से जंग में जीत May 06, 2020 • NARESH BATHAM कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे कई देशों ने बुधवार को इसे रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में कुछ राहत दी और आर्थिक गतिविधियों को दोबारा शुरू करने की पहल की। हालांकि, भारत के एक बाजार में सामने आई संक्रमण की स्थिति और ब्राजील के एक प्रमुख शहर में पहला लॉकडाउन और अमेरिका में राष्ट्रपति का केवल अर्थव्यवस्था पर ध्यान यह बताता है कि जानलेना वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग में जीत अभी दूर है। चेन्नई के बाजार ने खराब की भारत में स्थिति भारत के कुछ हिस्सों में सोमवार को लॉकडाउन में कुछ राहतें दी गई थीं। हालांकि, एशिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक बाजार में कोरोना के कई मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों में हड़कंप मचा है। दक्षिण चेन्नई में स्थित यह बाजार 250 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल में फैला है। यह बाजार पूरे लॉकडाउन के दौरान खुला रहा और अब यहां कोरोना के करीब 1000 पॉजिटिव मामले हैं। अब बंद हो चुके कोयंबेडु बाजार से जुड़े 7000 लोगों को खोजकर क्वारंटीन किया गया था। इस बाजार की घटना ने भारत में प्रतिदिन सामने आने वाले पॉजिटिव मामलों के औसत को आसमान पर पहुंचा दिया। मंगलवार को देश में 3900 मामले सामने आए थे और 195 लोगों की मौत हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 49,391 हो गई है। जिसमें 33,514 सक्रिय हैं, 14,183 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 1694 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील के साओ लुइस में लगा लॉकडाउन वहीं, ब्राजील के मरान्हाओ राज्य की राजधानी साओ लुइस देश का पहला ऐसा बड़ा शहर बन गया है जहां कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन लगाया गया है। इसके तहत साओ लुइस और आस-पास के तीन शहरों में करीब 15 लाख लोगों को उनके घरों में रहने को कहा गया है। कुछ आवश्यक सेवाओं को ही अनुमति दी गई है। बड़ी संख्या में उद्योग बंद हो गए हैं। स्कूलों में ताले पड़ गए हैं और परिवहन से साधनों पर भी रोक लगा दी गई है और पार्क भी बंद कर दिए गए हैं। यहां लॉकडाउन की घोषणा फिलहाल 10 दिन के लिए की गई है। बता दें कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने कहा था कि केवल बुजुर्गों और अधिक खतरे में आए लोगों को घर पर रहने की जरूरत है। राष्ट्रपति और उनके समर्थक ऐसे स्थानीय नेतृत्व की आलोचना करते आए हैं जिन्होंने कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा सख्त कदम उठाए हैं। ब्राजील में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के एक लाख 15 हजार 953 मामले सामने आ चुके हैं। यहां इस जानलेवा महामारी की वजह से अबतक 7958 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां अभी 59 हजार से ज्यादा मामले सक्रिय हैं और इनमें 2500 से ज्यादा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ट्रंप का ध्यान केवल अर्थव्यवस्था खोलने पर अमेरिका में स्थितियां जल्द से जल्द समान्य करने के प्रयासों के तहत राष्ट्रपति ट्रंप ने एरिजोना में मास्क बनाने वाली एक फैक्टरी का दौरा किया। यहां ट्रंप ने कहा, 'मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सब एकदम सही है। क्या कुछ लोग प्रभावित होंगे? हां। क्या कुछ लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे? हां। लेकिन, हमें अपने देश को फिर से पटरी पर लाना है और यह काम जल्द से जल्द होना चाहिए।' बता दें कि सोमवार को यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन की ओर से जारी एक मॉडल के मुताबिक अगस्त तक अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या एक लाख 34 हजार के करीब पहुंच सकती है। संस्थान के निदेशक डॉ. क्रिस्टोफर मरे ने कहा, यह संख्या 95 हजार से दो लाख 43 हजार तक जा सकती है। वहीं, ट्रंप ने मॉडल की सटीकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को बंद रखने की हमें और बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। बता दें कि अमेरिका में अभी तक कोरोना वायरस के 12 लाख 38 हजार 83 मामले सामने आ चुके हैं। यहां इस जानलेवा महामारी की वजह से अभी तक 72 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक अमेरिका में अभी नौ लाख 64 हजार 787 सक्रिय मामले हैं, इनमें से 16 हजार से ज्यादा की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
आलोचना, प्रगतिशील वसुधा, वागर्थ, नया ज्ञानोदय, बनास जन, संबोधन तथा अपूर्वा आदि प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। बनारस के दो सौ वर्षों के रचनात्मक इतिहास के बेहद पठनीय उपन्यास 'बहती गंगा' पर आधारित शिल्पायन प्रकाशन से संदर्भ-पुस्तक 'बहती गंगा में काशी' में आलेख प्रकाशित।
अलीगंज : आईसीडीएस विभाग ने लगाया पोषण मेला,लोगों को दी गई पोषण की जानकारी - गिद्धौर Home / अलीगंज / अलीगंज : आईसीडीएस विभाग ने लगाया पोषण मेला,लोगों को दी गई पोषण की जानकारी अलीगंज : आईसीडीएस विभाग ने लगाया पोषण मेला,लोगों को दी गई पोषण की जानकारी Akshay Kr. Singh Monday, March 18, 2019 अलीगंज आईसीडीएस विभाग ने पोषण पखवाड़ा के तहत प्रखंड के बीआरसी मैदान में सोमवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय के द्वारा लोगों को सही पोषण का संदेश देने तथा छोटे-छोटे नौनिहाल बच्चों को मानसिक क्षमता वरदधन के उद्देश्य से पोषण मेला का आयोजन किया गया था. जहाँ आंगनबाडी सेविका-सहायिका के छोड़ ग्रामीणों व अन्य लोगों की उपस्थिति नगण्य दिख रही थी,इसका कारण था कि पोषण पखवाड़े के तहत आयोजित मेले का प्रचार-प्रसार नहीं होना. पोषण मेला की अध्यक्षता प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी बिंदु ने किया। उन्होंने बताया कि बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा यह पोषण मेला का आयोजन किया गया और यह मेला का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों को कुपोषण से बचाना है।आगे अपनी बातों में उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में लोग सही तरीके से खान पान नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाता है। स्वास्थ्य व पोषण शिक्षा पाकर कुपोषण से बचा जा सकता है। मेले में विभिन्न विभागों ने अपने अपने स्टाल लगाए जिसमें बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस ) का पोषण स्टाल, जीवीका का पोषण स्टाल,स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य स्टाल,समग्र सेवा का संतुलित आहार का स्टाल प्रमुख हैं। मौके पर बाल विकास परियोजना के महिला प्रवेक्षिका एवं विभिन्न केन्द्र सेविका व सहायिका के अलावे अन्य लोगों की उपस्थिति नगण्य थी। अलीगंज : आईसीडीएस विभाग ने लगाया पोषण मेला,लोगों को दी गई पोषण की जानकारी Reviewed by Akshay Kr. Singh on Monday, March 18, 2019 Rating: 5
CBSE: सीबीएसई इस सत्र के पाठ्यक्रम में जोड़ेगा तीन नए विषय - News Today Network Home उत्तरप्रदेश CBSE: सीबीएसई इस सत्र के पाठ्यक्रम में जोड़ेगा तीन नए विषय CBSE: सीबीएसई इस सत्र के पाठ्यक्रम में जोड़ेगा तीन नए विषय सीबीएसई (CBSE) नए सत्र (New Season) के 11वीं के पाठ्यक्रम (Syllabus) में तीन नए कौशल विषय (Skill Subject) शुरू करने जा रहा है। बोर्ड के अनुसार नई पीढ़ी को अधिक रचनात्मक, नवीन, शारीरिक रूप से फिट बनाने, कार्यस्थल पर वैश्विक विकास और आवश्यकताओं के साथ तालमेल रखने के लिए इन विषयों की शुरुआत की जा रही है। यह तीन नए विषय डिजाइन-थिंकिंग (Design-Thinking), फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर (Physical activity trainer) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) है। इन विषयों की शुरुआत इसी सत्र (2020-21) से की जाएंगी। बोर्ड ने स्कूलों से कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए एक-एक कौशल विषय चुनने पर विचार करने को कहा था और इसकी शुरुआत इसी शैक्षणिक सत्र (Academic session) से हो रही हैं। माध्यमिक स्तर (Secondary level) पर मौजूद पांच अनिवार्य विषयों के साथ-साथ एक कौशल विषय को अतिरिक्त छठे विषय के रूप में लिया जाएं। सीबीएसई के अनुसार दसवीं बोर्ड का कोई भी विद्यार्थी तीन वैकल्पिक विषय विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान में से एक विषय में फेल होता है। तो छठे विषय को मुख्य विषय मानकर दसवीं का परिणाम दिया जाएगा। और अगर कोई विद्यार्थी असफल विषय में फिर से पास होना चाहता है तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा (Compartment exam) में शामिल हो सकता है। इसी प्रकार उच्च माध्यमिक स्तर (Upper secondary level) पर भी स्कूल एक या एक से अधिक कौशल विषय ऐच्छिक विषय (Optional subject) के रूप में ले सकते हैं।
KBC 13 Sholay stuntwoman Reshma pathan Hema Malini amitabh bachchan ramesh sippy कौन बनेगा करोड़पति में हेमा मालिनी को सरप्राइज देने पहुंची 'शोले' की स्टंटवुमन, कहा- 'बसंती' के लिए दे सकती हूं जान - India TV Hindi News KBC 13 में हेमा मालिनी को सरप्राइज देने पहुंची 'शोले' की स्टंटवुमन, कहा- 'बसंती' के लिए दे सकती हूं जान 'कौन बनेगा करोड़पति 13' का 'शानदार शुक्रवार' 15 अक्टूबर को सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होगा। Published on: October 14, 2021 7:48 IST Image Source : TWITTER KBC 13 मुंबई: बॉलीवुड की पहली स्टंटवुमन रेशमा पठान 'कौन बनेगा करोड़पति 13' के 'शानदार शुक्रवार' एपिसोड में नजर आएंगी। हेमा मालिनी 16 अक्टूबर को अपना 73वां जन्मदिन मना रही हैं, यह शो में उनके लिए एक सरप्राइज होगा। मशहूर फिल्म 'शोले' में सभी स्टंट्स के लिए हेमा मालिनी की बॉडी डबल की भूमिका निभाने वाली रेशमा पठान एक सरप्राइज के रूप में आएंगी। वह आते ही डॉयलॉग बोलती है, अरे ओ बसंती, जन्मदिन मुबारक हो। पहचानना मुझे? रेशमा इंडस्ट्री की पहली स्टंटवुमन थीं और उन्हें 'शोले गर्ल' के नाम से जाना जाता है। बॉलीवुड स्टार हेमा मालिनी और 'शोले' के निर्देशक रमेश सिप्पी शो में हॉटसीट बैठे और मेगास्टार अमिताभ बच्चन के सवालों का जवाब देते हुए नजर आ गए। वे 'शोले' के 46 साल पूरे होने का जश्न मनाएंगे। शो के दौरान दोनों फिल्म की दिलचस्प कहानियां और पर्दे के पीछे के पलों को साझा करेंगे। हेमा मालिनी ने कहा कि आपने 'शोले' में मेरा बॉडी डबल रोल किया है, और आपके द्वारा किए गए सभी कठिन और खतरनाक शॉट्स के कारण, मैं प्रसिद्ध हो गई। मुझे वह सब याद है। और, मुझे यह भी याद है कि शूटिंग के दौरान, हमने एक साथ बहुत समय बिताया है।
जीवीके ग्रुप के चेयरमैन और उनके बेटे के खिलाफ केस दर्ज, मुंबई एयरपोर्ट डेवलपमेंट में 705 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप - Primehindi News Home News जीवीके ग्रुप के चेयरमैन और उनके बेटे के खिलाफ केस दर्ज, मुंबई... जीवीके ग्रुप के चेयरमैन और उनके बेटे के खिलाफ केस दर्ज, मुंबई एयरपोर्ट डेवलपमेंट में 705 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन जी वेंकट कृष्णा (जीवीके) रेड्डी और उनके बेटे जीवी संजय रेड्डी के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डेवलपमेंट में 705 करोड़ रुपए के हेर-फेर के आरोप में यह कार्रवाई की गई। एफआईआर में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अफसरों और कुछ दूसरे लोगों के नाम भी बताए जा रहे हैं। जीवीके ग्रुप पर आरोप- एमआईएएल का पैसा दूसरी कंपनियों लगाया एफआईआर के मुताबिक आरोपियों ने 2012 से 2018 के बीच मुंबई एयरपोर्ट के डेवलपमेंट के नाम पर घोटाला किया। जीवीके ग्रुप ने एमआईएएल के सरप्लस फंड में से 395 करोड़ रुपए अपनी दूसरी कंपनियों में लगाए। एमआईएएल के मुंबई बेस्ड होने के बावजूद सरप्लस फंड को हैदराबाद के बैंकों में रखा गया। इस हेरा-फेरी के लिए बोर्ड मीटिंग का फर्जी प्रस्ताव तैयार किया गया। दूसरी ओर फर्जी कॉन्ट्रैक्ट दिखाकर 310 करोड़ की हेरा-फेरी की गई। Previous articleIPL VIVO Title Sponsor BCCI Meeting Boycott Chinese Company IPL 2020 News Updates | बीसीसीआई अधिकारी ने कहा- हमें फायदा होगा, तभी वीवो से करार तोड़ने पर विचार करेंगे; आईपीएल के लिए होने वाली बैठक में फैसला होगा Next articleइस्तीफे के बढ़ते दबाव के बीच दिल का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री, स्टैंडिंग कमेटी के पांच में से तीन नेताओं ने कहा- कुर्सी छोड़ें ओली
जाह्नवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुंजन सक्सेना'(Gunjan Saxena) की रिलीज डेट आई सामने! नेटफ्लिक्स पर होगी रिलीज जाह्नवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुंजन सक्सेना' की रिलीज डेट आई सामने! नेटफ्लिक्स पर होगी रिलीज एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर स्टारर फिल्म 'गुंजन सक्सेना'(Gunjan Saxena) इस दिन होगी नेटफ्लिक्स पर रिलीज कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से सिनेमाघर बंद है। वहीं सरकार ने अब तक सिनेमाघरों को खोलने को लेकर कोई इशारा नहीं दिया है। ऐसे में फिल्ममेकर्स के पास मूवी रिलीज करने के लिए सिर्फ ओटीटी प्लेटफार्म का विकल्प बचा है। बता दें कि, जून में करण जौहर ने अपनी फिल्म 'गुंजन सक्सेना(Gunjan Saxena) को डिजिटल प्लेटफार्म पर रिलीज करने की घोषणा की थी। वहीं अब इस फिल्म की रिलीज डेट भी सामने आ चुकी है। एंटरटेमेंट पोर्टल बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म 'गुंजन सक्सेना' के करीबी सूत्र ने बताया कि फिल्म की राइट्स के लिए डिजिटल प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स की तरफ से बहुत बड़ा अमाउंट दिय गया है। वहीं इस फिल्म को 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रिलीज किया जाएगा। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर रिपोर्ट में आगे लिखा गया है कि, 'फिल्म की कहानी देशभक्ति पर आधारित है। इस वजह से फिल्म की रिलीज के लिए 15 अगस्त सबसे बेस्ट डेट है। इस फिल्म के माध्यम से युद्ध क्षेत्र में जाने वाली पहली महिला भारतीय वायु सेना की पायलट गुंजन सक्सेना को श्रद्धांजलि दी जानी है। वहीं फिल्म का एक ट्रेलर भी बनाया जा रहा है। जिसे अगले 10 दिन के भीतर रिलीज कर दिया जाएगा। यह भी पढ़ें- कॉमेडी-ड्रामा फ़िल्म 'लूटकेस' को मिली नई रिलीज़ डेट, अब इस दिन होगी रिलीज़ सूत्रों के हवाले से, पहले फिल्म मेकर्स ने फिल्म को कारगिल दिवस यानि 26 जुलाई को रिलीज करने को लेकर भी विचार किया था। वहीं अब फिल्म के ट्रेलर को 26 जुलाई को रिलीज किया जा सकता है। बता दें कि, इस फिल्म में एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर के साथ पंकज कपूर भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगी। पंकज फिल्म में जाह्नवी के पिता का किरदार निभाएंगे। फिल्म की कहानी वॉर ड्रामा पर आधारित है।
Supreme Court row: cabinet ministers should speak up like sc judges says yashwant sinha - जज विवाद पर बोले यशवंत सिन्हा, कैबिनेट मंत्री भी उठाएं आवाज, उद्धव ने भी साधा निशाना | Navbharat Times cabinet ministers should speak up like sc judges says yashwant sinha जज विवाद पर बोले यशवंत सिन्हा, कैबिनेट मंत्री भी उठाएं आवाज, उद्धव ने भी साधा निशाना नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Jan 13, 2018, 09:35PM IST जज विवाद पर सहयोगियों ने भी खोला मोर्चा पढ़ें: जस्टिस कुरियन बोले, न्याय के लिए उठाई आवाज यही नहीं महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सरकार में शामिल शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे ने भी मोदी सरकार पर अटैक किया है। उद्धव ने कहा, 'कल जो कुछ भी हुआ, वह परेशान करने वाला है। सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सकती है, लेकिन हमें यह भी सोचना होगा कि उन्हें ऐसा कदम क्यों उठाना पड़ा। लोकतंत्र के सभी 4 स्तंभों को स्वंतत्रता से खड़ा रहना चाहिए, यदि वे एक दूसरे में गिरते हैं तो यह ध्वस्त हो जाएगा।' यशवंत सिन्हा ने 4 जजों के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा हालात 1975-77 के दौरान की इमर्जेंसी जैसे हो गए हैं। यही नहीं संसद के सत्र की अवधि कम किए जाने को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई। पत्रकारों से बात करते हुए सिन्हा ने कहा, 'यदि संसद के कामकाज से समझौता किया जा रहा है, सुप्रीम कोर्ट का काम सही से नहीं चल पा रहा है तो लोकतंत्र खतरे में है।' पढ़ें: SC में जजों के बीच ऐसे होता है केसों का बंटवारा सिन्हा ने कहा, 'यदि सुप्रीम कोर्ट के 4 सबसे सीनियर जज कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है तो हमें उसे गंभीरता से लेना चाहिए।' पार्टी से बागी तेवर अपना चुके सिन्हा ने कहा, 'लोकतंत्र के लिए महसूस करने वाले हर नागरिक को बोलना चाहिए। मैं पार्टी के नेताओं और कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्यों से भी कहूंगा कि वे अपनी आवाज बुलंद करें। मैं उनसे अपील करूंगा कि वे भय से निकलें और अपनी बात रखें।'
खट्टे फलों से चमक उठेगा पूरा घर-mobile पंजाब केसरी(इंटीरियर डैकोरेशन)- सुंदर और स्टाइलिश घर का सपना तो हर किसी का होता है लेकिन अगर घर में साफ-सफाई ही न हो तो सुंदर घर भी गंदा लगने लगता है। हर रोज घर को एक-एक कोने की सफाई करना भी कोई आसान काम नहीं है। शीशों की सफाई और चमक को बरकरार रखने केे लिए खट्टे फल बहुत लाभकारी है। इनसे आसानी से घर के सामान को साफ रखा जा सकता है। 1. मौसम्बी मौसम्मी सेहत और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसका इस्तेमाल साफ-सफाई में भी किया जा सकता है। मार्बल का फर्श,ब्रास फर्नीचर,मैटल,एल्युमिनियम से बनी चीजों को साफ करने के लिए बहुत असरदार है। इसके छिलकों को सुखा कर इसमें थोड़ा सा नमक मिला कर पेस्ट बना लें। जिस चीज को साफ करना है वहां पर यह पेस्ट रगड़ें और गीले कपडे से साफ करते रहें। इससे बाथरूम भी साफ कर सकते हैं। संतरे के सूखे छिलकों को पीस कर इसमें सिरका मिला कर रख लें। शीशा साफ करने के लिए इसका इस्तेमाल करें, अच्छे से चमक जाएंगे। अलमारी में संतरे के सूख छिलके रखने से कीडा लगने का डर नहीं रहता। घर में कॉपर और ब्रास के मंहगे शोपीस को साफ करने के लिए नींबू के छिलकों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे प्लास्टिक के बाल्टी,टब,मग के अलावा शीशे के दरवाजे,खिड़की और लोहे के दरवाजों पर पड़े दाग-धब्बे,तांबे के बर्तन साफ किए जा सकते हैं। नींबू के टुकड़ों को डस्टबीन में डालने से बहबू नहीं आती।
27वें सोल लायंस गोल्ड अवार्ड 2021 में सुपर फिट गर्ल, कृष्णा श्रॉफ को 'फिटनेस एंथूज़ियास्टिक ऑफ द ईयर 2020-2021' – UB INDIA NEWS कृष्णा श्रॉफ असाधारण प्रतिभा की धनी हैं। 21वीं सदी की एक स्वतंत्र और मजबूत महिला, जिन्होंने आर्क लाइट्स से दूर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने फिटनेस की दुनिया में खुद को एक रोल मॉडल के रूप में स्थापित किया है, और देश भर की लड़कियां उन्हें प्रेरणा के रूप में देखती हैं। ट्रेंडिंग सोशल मीडिया वीडियो से लेकर जिम में भारी वजन उठाने तक तथा मिक्स्ड मार्शल आर्ट के क्षेत्र में कुछ आश्चर्यजनक मूव्स करने तक, कुछ भी ऐसा नहीं है जहाँ कृष्णा ने कुछ अलग ना किया हो। इसलिए, यह सुनकर कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि उन्हें प्रतिष्ठित 27वें सोल लायंस गोल्ड अवार्ड 2021 में 'फिटनेस एंथूज़ियास्टिक ऑफ द ईयर 2020-2021' के रूप में सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल-श्री भगत सिंह कोश्यारी द्वारा, मंगलवार को मुंबई के राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में, प्रदान किया गया। उद्यमशीलता से ओतप्रोत, एमएमए, एक मिश्रित मार्शल आर्ट वेन्चर, जिसके पीछे कृष्णा की कड़ी मेहनत और सोच है, और जिसे उन्होंने अपने भाई टाइगर श्रॉफ के साथ शुरू किया था, आज पूरे भारत में उसकी 8 शाखाएं हैं। संवेदना को नोबेल………….. लोगों के इतने प्यार और आशीर्वाद से कृतज्ञ हो कर कृष्णा श्रॉफ ने कहा, "इस विशिष्ट आदर के लिए लायंस अवार्ड का बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं हमेशा कहती हूं कि फिटनेस आज बेहद जरूरी है और इसका 100% भविष्य है। मैं अपने देश में फिटनेस को आगे बढ़ाने और हमारे देश के युवाओं को उनके फिटनेस के लिए प्रेरित और मदद करने तथा उन्हें समग्र रूप से एक बेहतर जीवन शैली से परिचित कराने के लिए तत्पर और संकल्पित हूँ। मैंने हमेशा कहा है कि फिटनेस ने मुझे उस मुकाम पर ला दिया है जिसकी सभी ने मुझसे अपेक्षा की थी और इस कारण से मैं फिटनेस का हमेशा आभारी रहूँगी। मैं अपने सबसे बड़े प्रेरक और मुझे प्रोत्साहित करने के लिए अपने भाई टाइगर को भी धन्यवाद देना चाहती हूं। अपनी क्षमताओं को बढ़ाकर जो मैं कर रही हूँ उस काम के प्रति पूर्णतः समर्पित और विश्वास करती हूँ और यह मेरे लिए एक आशीर्वाद है।" इस समारोह में सेना के अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति और फिल्म उद्योग की जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं। एक विचार किस तरह किसी वैज्ञानिक की विचार श्रृंखला को मथ देता है और उसे नोबेल पुरस्कार के मुहाने तक... साहित्य से बदलता है समाजः तारकिशोर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि साहित्यकार समाज के श्रेष्ठ लोग होते हैं। वे जो लिखते हैं' उससे समाज...
Homeजीवनशैलीकरी पत्ते के इस्तेमाल से बाल यूं होंगे लंबे और घने, ये रहा तरीका बालों को तेज से बढाने के लिए करी पत्ता का इस्तेमाल Image Source : INSTRAGRAM/AMOROUS_SEEKER करी पत्ता का इस्तेमाल सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि बालों को लंबे, घने और काले बनाने में भी किया जा सकता हैं। करी पत्ता एंटी ऑक्सिडेंट के गुणों से भरपूर होता है। यहीं एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों को बेअसर करते हैं और आपके बालों को स्वस्थ और मजबूत रखते हैं। इसके साथ ही करी पत्ता प्रोटीन और बीटा-कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत माना जाता हैं। इसे स्कैल्प पर असर करते हुए जड़ से प्रभावित करता है। इसके इस्तेमाल से बाल लंबे, घने और चमकदार होते हैं। करी पत्ता में मौजूद पोषक तत्व बालों के झड़ने और पतले होने को रोकते हैं। इसमें अमीनो एसिड भी पाया जाता है जो स्कैल्प को मजबूत करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। Hair Care Tips: गर्मियों में बालों को टूटने और झड़ने से यूं बचाएं, फॉलो करें ये उपाय कैसे करें करी पत्ता और नारियल तेल का इस्तेमाल आपको बता दें कि नारियल तेल में भी ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आपके बालों को पोषण के साथ-साथ उन्हें नमी प्रदान करते हैं। एक बाउल या पैन में नारियल तेल डालकर गर्म करें इसके बाद इसमें करी पत्ता डालकर कम से कम 4 मिनट गर्म करें। जिससे पत्तियों को पोषक तत्व तल में आसानी से मिल जाए। अब इस तेल को बालों को स्कैल्प में अच्छी तरह से लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। करीब 1 घंटा बाद बालों को शैंपू और पानी से धो लें। करी पत्ता का पेस्ट आप चाहे तो करी पत्ता का पेस्ट बनाकर इसे बालों में लगा सकते हैं। इसके लिए पहले करी पत्ता को ग्राइंडर में डालकर पीस लें। इसके अलावा आप चाहे तो करी पत्ता को सुखाकर पाउडर बना लें। जब लगाना हो तब एक बाउल में पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना सकते हैं। इसे बालों की जड़ों में अच्छी तरीके से लगा लें। कम से कम आधा घंटे लगा रहने के बाद धो लें। नोट: कई लोगों को करी पत्ता से एलर्जी होती है। इसलिए इसे बालों में लगाने से पहले पैच टेस्ट कर लें। इसके लिए थोड़ा सा पेस्ट लें और अपने हाथ में लगाएं अगर आपको जलन या कोई समस्या हो रही हैं तो इसका इस्तेमाल करने से बचें। इसके साथ ही इसके बीजों का सेवन करने से बचें क्योंकि वह जहरीले होते हैं।
You can also contribute to the construction of Shri Ram temple, people will contact you from 15 January to 15 February | श्री राम मंदिर निर्माण में आप भी कर सकते हैं योगदान 15 जनवरी से 15 फरवरी तक लोग आपसे करेंगे संपर्क - Dainik Bhaskar You Can Also Contribute To The Construction Of Shri Ram Temple, People Will Contact You From 15 January To 15 February मंदिर सहयोग अभियान:श्री राम मंदिर निर्माण में आप भी कर सकते हैं योगदान 15 जनवरी से 15 फरवरी तक लोग आपसे करेंगे संपर्क विश्व हिंदू परिषद पूरे देश के साथ जिले में शुरू करेगी सहयोग अभियान अयोध्या में बन रहे श्री रामलला के मंदिर निर्माण में आप भी योगदान करना चाहते है, तो निराश होने की जरूरत नहीं। 15 जनवरी से लोग आपसे संपर्क कर योगदान करने का आह्वान करेंगे। इसके लिए वह आपके पास तक पहुंचेगे। विश्व हिंदू परिषद मंदिर निर्माण में सभी का योगदान हो इस सोच के साथ पूरे देश में अभियान शुरू कर रही है। दतिया में अभियान को लेकर विभिन्न संगठनों के साथ बैठक हो चुकी है। लोग श्रद्धानुसार योगदान दे सकते है। बैठक में शामिल रहे अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय कार्य परिषद सदस्य शिवराज सिंह जाट ने बताया कि 5 दिसंबर को भरतगढ़ मंदिर पर बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें बताया गया कि लोगों को यह लगे कि मंदिर निर्माण में उनका भी योगदान है। लोग भावनात्मक रूप से मंदिर से जुड़े, इसलिए 15 जनवरी से देश के साथ जिले में एक अभियान चलेगा। विभिन्न संगठनों के दल बनाए जाएंगे। दल डोर टू डोर संपर्क करेंगे। जिसकी जितनी श्रद्धा होगी वह मंदिर निर्माण के लिए अपना योगदान दे सकता है। कम से कम 10 रुपए रखा गया है। इसके अलावा लोग सौ रुपए, एक हजार रुपए तक की रसीद है। इसके बाद स्वेच्छा से कितनी भी राशि दी जा सकती है। यह संगठन रहेगा शामिल बैठक में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, आरएसएस, भाजपा, अधिवक्ता परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राज्य कर्मचारी संघ, किसान संघ, मजदूर संघ, स्वदेशी जागरण मंच, विद्या भारती, साहित्य परिषद, भारत विकास परिषद आदि संगठनों से हिस्सा लिया था। कम से कम दस रुपए कर सकेंगे दान अभियान 15 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगा। अभियान के लिए दल गठित किए जाएंगे। दल को क्षेत्र दिया जाएगा। दल निर्धारित क्षेत्र में हर परिवार से संपर्क करेंगे। दल एक बार ही संपर्क करेगा। जाति, धर्म नहीं देखेगा। योगदान के लिए किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाएगा।
Fact Check Is This Person Who Dances On Tip Tip Barsa Paani Really A Pakistan MP? - Fact Check: टिप टिप बरसा पानी पर डांस करने वाला ये शख्स क्या सच में पाकिस्तानी सांसद है? होमज़रा हटकेFact Check: 'टिप टिप बरसा पानी' पर डांस करने वाला ये शख्स क्या सच में पाकिस्तानी सांसद है? Written by संज्ञा सिंह, Updated: 7 जनवरी, 2022 10:07 AM एक वीडियो जो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, उसमें पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य आमिर लियाकत हुसैन को बॉलीवुड के एक हिट गाने पर नाचते हुए दिखाया गया है. वीडियो, जिसने ट्विटर और फेसबुक पर हजारों व्यूज बटोर लिए हैं, इसमें एक शख्स को 'टिप टिप बरसा पानी' गाने पर डांस करते हुए दिखाया गया है - लेकिन आपको बता दें कि ये कोई राजनीतिक नेता नहीं है, जैसा कि कई समाचार वेबसाइटों ने दावा किया है. शहबाज ने प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ा तो 'पीटीआई' के सांसद देंगे इस्तीफा: पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री वीडियो को ट्विटर पर 2.5 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. कई समाचार वेबसाइटों ने इस वीडियो को कवर करते हुए दावा किया है कि इसमें आमिर लियाकत हुसैन को दिखाया गया है, जो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सदस्य हैं. जबकि, इस वीडियो में शोएब शकूर नाम के कोरियोग्राफर को 'टिप टिप बरसा पानी' पर डांस करते हुए दिखाया गया है. वीडियो को सबसे पहले तीन दिन पहले पाकिस्तान स्थित फोटोग्राफी स्टूडियो एचएस स्टूडियो ने फेसबुक पर ऑनलाइन शेयर किया था. फेसबुक से लेकर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये वायरल हो गया. शकूर ने भी अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया था. पत्रकार, अमन मलिक, उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने वीडियो को यह दावा करते हुए शेयर किया कि इसमें आमिर लियाकत हुसैन को दिखाया गया है. बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि वह गलत थे जब कई लोगों ने ट्विटर पर उनकी गलती पकड़ ली. बेशक, यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों के साथ एक वीडियो वायरल हुआ है. पिछले साल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होना शुरू हुआ, जिसमें दावा किया गया था कि शहर में लियोनेल मेस्सी का स्वागत करने के लिए पेरिस की सड़कों पर 300,000 से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी थी.
अनुष्का शर्मा ने फ्लॉन्ट किया बेबी बंप | anushka sharma flaunts baby bump in latest photo fans hilarious comments viral - News Nation इस दौरान अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) अपनी फैमिली के साथ- साथ ज्यादा वक्त बिता रही हैं. अनुष्का इन दिनों मुंबई में हैं और उन्होंने फिर से शूटिंग भी शुरू कर दी है News Nation Bureau | Edited By : Akanksha Tiwari | Updated on: 24 Nov 2020, 11:37:32 AM अनुष्का शर्मा ने फ्लॉन्ट किया बेबी बंप (Photo Credit: फोटो- @anushkasharma Instagarm) बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) जनवरी के महीने में अपने पहले बच्चे को जन्म देने वाली हैं. इस दौरान अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) अपनी फैमिली के साथ- साथ ज्यादा वक्त बिता रही हैं. अनुष्का इन दिनों मुंबई में हैं और उन्होंने फिर से शूटिंग भी शुरू कर दी है. सेट से अनुष्का की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल रहे हैं. वहीं अब अनुष्का ने एक तस्वीर शेयर की ह्रेस अपने प्रेग्नेंसी ग्लो को फ्लॉन्ट करती नजर आ रही हैं. अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'हे.' तस्वीर में अनुष्का का लुक देखने लायक है. इस फोटो को अब तक लाखों लाइक्स और कमेंट्स मिल चुके हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'मैम आपका मूड स्विंग तस्वीर में साफ-साफ नजर आ रहा है. वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'अनुष्का शर्मा मैम आपने इतने खूबसूरत हो तो बेबी भी खूबसूरत होगा.' बता दें कि अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) के चेहरे पर उनके मां बनने की खुशी साफ-साफ नजर आती है. अनुष्का अपने प्रेग्नेंसी के दिनों में खूब इंजॉय कर रही हैं. सोशल मीडिया पर भी अनुष्का फैंस के साथ तस्वीरें और वीडियो शेयर करती रहती हैं. अनुष्का और विराट ने अपनी एक बेहद खूबसूरत तस्वीर शेयर करते हुए फैंस को प्रेग्नेंसी की जानकारी दी थी. इस पोस्ट में लिखा था कि हम तीन होने जा रहे हैं. वहीं अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) के वर्कफ्रंट की बात करें तो फिल्म जीरो के बाद से वो किसी फिल्म में नजर नहीं आई हैं मगर बतौर निर्माता उन्होंने कई वेब सीरीज का निर्माण किया है.
असम: तालिबान का समर्थन करने के आरोप में 14 लोग गिरफ्तार – Legend News असम: तालिबान का समर्थन करने के आरोप में 14 लोग गिरफ्तार August 21, 2021 LegendNews 0 Comments असम, आईटी अधिनियम, गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम, तालिबान गुवाहाटी। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का सोशल मीडिया के जरिए समर्थन करने के आरोप में 14 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। असम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये गिरफ्तारियां शुक्रवार रात से की गईं और इन पर गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम, आईटी अधिनियम और सीआरपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया। उपमहानिरीक्षक वायलेट बरुआ ने कहा कि असम पुलिस सोशल मीडिया पर तालिबान के समर्थन में टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया कि हम इस तरह के लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज कर रहे हैं। अगर आपकी नजर में कोई ऐसी चीज आती है तो कृपया पुलिस से संपर्क करें।
मुखपृष्ठ भोपालBhopal मध्य प्रदेशMadhya Pradesh देशNational विदेशWorld मनोरंजनEntertainment खेलSports राशिफलAstrology व्यापारBusiness संपादकीय Contact You are here » Home » मध्य प्रदेश » तमिलनाडु एक्स. से हो रही थी गांजे की तस्करी Posted On 22nd February, 2016. Under मध्य प्रदेश बैतूल, . नईदिल्ली से चैन्नई जा रही 2611 तमिलनाडु एक्सप्रेस के एसी-2 कोच से आरपीएफ की स्कोर्ट पार्टी ने गांजा ले जा रहे तीन लोगों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। तीनों युवक नईदिल्ली से चैन्नई 20 किलो गांजे की खेप लेकर जा रहे थे। पकड़े गए युवक नईदिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे है। आरोपियों को आरपीएफ ने हिरासत में लेकर सोमवार को न्यायालय में पेश करने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक तमिलनाडु एक्सप्रेस के वातानुकुलित-2 के कोच में यात्री हरिनारायण सफर कर रहे थे। उन्होंने अपना मोबाईल चोरी होने की शिकायत आरपीएफ से की थी। जब ट्रेन इटारसी से निकलकर बैतूल की ओर आ रही थी, तब आरपीएफ को इस बारे में सूचना मिली कि यात्री की शिकायत पर आरपीएफ ने एसी-2 कोच में सर्चिंग की तब इसी कोच में यात्रा कर रहे तीन लोगों पर शक की सूई घुमी। कोच में यात्रा कर रहे सुल्तानपुरी निठारी, सी ब्लाक उत्तर पश्चिम दिल्ली, रंजीत सिंह पिता विनोद सिंह (22), सर्विस गली सुल्तानपुरी नईदिल्ली निवासी अमान पिता रमेश कुमार(19), रंजीत नगर निवासी प्रीतपाल पिता ओमप्रकाश(50) को स्कोर्ट पार्टी ने पूछताछ की तो वे अलग-अलग बाते करने लगे। इसी दौरान आरपीएफ ने तीनों के बैग की तलाशी ली तो बैग के अंदर 15 पैकेट में करीब 20 किलो से अधिक गांजा रखा हुआ था। Related Posts:सरकार रख रही विधिक मर्यादा का ध्यानमुख्यमंत्री भ्रष्ट 10 मंत्रियों के नाम बताएंकिसानों ने नकारा भूमि अधिग्रहण बिलटीम इंडिया कम बैक..!कश्मीर के छात्रों का ध्रुवीकरण न करे भाजपा, ये देशहित में नहीं : दिग्विजयगढ़ा बांध का विरोध शुरू, सैकड़ों की संख्या में किसानों ने बैतूल पहुंचकर जताया वि...
With plains sizzling, holidaymakers rush to Himachal for long weekend, Shimla News in Hindi - www.khaskhabar.com हिमाचल प्रदेश Jul 4, 2022 11:50 amहिन्दी I English Hindi News » Himachal Pradesh » Shimla » With plains sizzling, holidaymakers rush to Himachal for long weekend भीषण गर्मी के बीच छुट्टियां मनाने के लिए हिमाचल पहुंच रहे लोग khaskhabar.com : गुरुवार, 14 अप्रैल 2022 3:24 PM शिमला। कोविड-19 के मामलों में गिरावट के बीच और मैदानी इलाकों में चिलचिलाती गर्मी से परेशान, 17 अप्रैल तक चलने वाले लंबे छुट्टी की शुरूआत के पहले दिन, गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के गंतव्यों में छुट्टियां मनाने वालों की भीड़ जुटी। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के अनुसार, राज्य की राजधानी और इसके आसपास के पिकनिक स्थलों को चार दिवसीय छुट्टी को देखते हुए 50,000 से अधिक पर्यटकों की मेजबानी करने के लिए तैयार किया गया है। कैश रजिस्टर को ध्यान में रखते हुए, शिमला, कुफरी, मनाली, धर्मशाला, पालमपुर, कसौली और चैल जैसे प्रमुख स्थलों में कई निजी होटल व्यवसायियों ने कमरे के शुल्क में वृद्धि की है। उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि शिमला, कुफरी, चैल, नारकंडा और कसौली के अधिकांश होटलों में महामारी के कारण पिछले साल 1,000 रुपये वाला एक कमरा 5,000 रुपये में दिया गया। सप्ताहांत के अलावा, गुरुवार को बी.आर. अम्बेडकर की जयंती और बैसाखी का त्यौहार भी है और अगले दिन गुड फ्राइडे है। इसलिए इसे वीकेंड के साथ जोड़कर लोग चार दिनों तक लगातार जश्न मना सकते हैं। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां आईएएनएस को बताया, "शिमला और इसके आसपास के स्थानों जैसे चैल, कुफरी, नारकंडा और कसौली में हमारी लगभग सभी संपत्तियां इस सप्ताहांत तक पूरी तरह से भरी हुई हैं।" उन्होंने कहा कि ज्यादातर पर्यटक उन गंतव्यों की यात्रा करना पसंद करते हैं, जहां से वे बर्फ से लदी पहाड़ियों के ²श्य का आनंद ले सकें। उन्होंने कहा कि शिमला और मनाली के अलावा नारकंडा, सांगला, कसौली, चैल, पालमपुर, धर्मशाला और डलहौजी सबसे अधिक मांग वाले गंतव्य हैं। चंडीगढ़ स्थित उद्यमी राकेश भंडारी ने कहा, "महामारी के कारण भय और चिंता के लंबे अंतराल के बाद, हमें एक पारिवारिक छुट्टी का अवसर मिला। चूंकि मीडिया रिपोटरें में कहा गया है कि पूरा कश्मीर क्षमता से भरा हुआ है, इसलिए हमने शिमला की यात्रा करने का फैसला किया।" उनकी बेटी नेहा ने कहा, "चंडीगढ़ में चिलचिलाती परिस्थितियों के मुकाबले पहाड़ियों में कितना सुखद मौसम है।" मनाली बर्फ से लदे पहाड़ों के कारण पर्यटकों का पसंदीदा बना हुआ है। मनाली के एक ट्रैवल एजेंट ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "मनाली के पास की पहाड़ियों में अभी भी काफी बर्फ है, जहां पर्यटक आनंद ले सकते हैं।" पर्यटकों की भीड़ को देखकर टैक्सी चालक और गाइड खुलेआम ऊंचे रेट का हवाला देकर सैलानियों की जेब ढीली कर रहे हैं। पर्यटक दीपक तलवार ने कहा, "कुफरी में, टट्टू के मालिक आपके मना करने के बावजूद वास्तव में आपका शिकार करने की कोशिश कर रहे हैं।" विभिन्न रिपोटरें के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में राज्य में पर्यटकों की आमद में 80-90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को काजा-लोसार-ग्रामफू-कोकसर राजमार्ग से यात्रा करने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि सड़क यातायात के लिए बहाल नहीं हुई है। राजमार्ग 14,931 फीट (4,551 मीटर) कुंजुम र्दे से होकर गुजरता है। राज्य की अर्थव्यवस्था पनबिजली, बागवानी और पर्यटन पर अत्यधिक निर्भर है। Web Title-With plains sizzling, holidaymakers rush to Himachal for long weekend Tags: with plains sizzling, holidaymakers rush to himachal for long weekend, holiday, himachal, summer, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, real time news, shimla news, shimla news in hindi, real time shimla city news, real time news, shimla news khas khabar, shimla news in hindi
साहसिक पर्यटन गतिविधियों का केंद्र बन रहा उत्तराखंड,दुबई में आयोजित चार दिवसीय अरेबियन ट्रैवल मार्केट (एटीएम) में प्रतिभाग कर रहा है उत्तराखंड पर्यटन : सतपाल महाराज – Mankhi अंतर्राष्ट्रीय, पर्यटन उत्तराखंड पर्यटन पवेलियन के साथ-साथ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और इंडिया टूरिज्म पवेलियन का भी महाराज ने किया शुभारंभ
बॉल टेंपरिंग विवाद के बीच डेविड वार्नर ने छोड़ा खिलाड़ियों का वाट्सएप ग्रुप | CricketCountry.com हिन्दी बॉल टेंपरिंग विवाद के बीच डेविड वार्नर ने छोड़ा खिलाड़ियों का वाट्सएप ग्रुप डेविड वार्नर को ही माना जा रहा है बॉल टेंपरिंग विवाद के पीछे का मुख्‍य सूत्रधार | Updated : March 27, 2018 3:51 PM IST David Warner (file photo) © Getty Images दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्‍ट मैच के दौरान सामने आए बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद ऑस्‍ट्रेलियाई टीम के उपकप्‍तान डेविड वार्नर को अपना पद छोड़ना पड़ा। हालांकि आईसीसी ने वार्नर पर कोई कार्रवाई नहीं की। आईसीसी की गाज कप्‍तान स्‍टीवन स्मिथ पर एक मैच का बैन लगाकर और गेंदबाज बेनक्रोफ्ट पर 75 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाकर गिरी। इस मामले की अलग से जांच के लिए क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के अध्‍यक्ष जेम्‍स सदरलैंड दक्षिण अफ्रीका पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि टीम के कप्‍तान और उपकप्‍तान पर इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। तमाम घटनाक्रम के बीच ये खबर आ रही है कि डेविड वार्नर ने ऑस्‍ट्रेलिया की टीम के खिलाड़ियों के वाट्सएप ग्रुप को छोड़ दिया है। झगड़े के बाद हसीन जहां का पसीजा दिल, सड़क दुर्घटना में घायल पति से मिलने को है बेताब फॉक्‍सस्‍पोर्ट्स डॉट कॉम डॉट एयू में छपी खबर के मुताबिक वार्नर को खिलाड़ियों के अलावा अन्‍य लोगों के पार्टी करते हुए देखा गया है। इस बात से उनके टीम मेंट काफी नाराज हैं। वेबसाइट का कहना है कि कुछ खिलाड़ियों ने इस बाबत क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया से वार्नर का होटल बदलने की भी दरख्‍वास्‍त की है। रिपार्ट ये भी इशारा कर रही हैं कि डेविड वार्नर ने ऑस्‍ट्रेलियाई टेस्‍ट टीम के वाट्सएप ग्रुप को भी छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि बॉल टेंपरिंग विवाद में वार्नर की सक्रिय भूमिका थी। उनके कहने पर ही कप्‍तान स्मिथ ने बेनक्रोफ्ट को बॉल पर टेप लगाकर टेंपरिंग करने के लिए कहा था। इस विवाद के सामने आने के बाद से ही क्रिकेट जगत में खलबली मच गई है। भारत सहित कई देशों के बड़े खिलाड़ी स्‍टीवन स्मिथ की आलोचना कर चुके हैं। स्‍वयं ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टर्बुनेल ने इस मामले में दोषी खिलाड़ियों पर सख्‍त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ऑस्‍ट्रेलिया को टेस्‍ट सीरीज में अगला मैच शुक्रवार को जोहान्‍सबर्ग में खेलना है, लेकिन इससे पहले ही टीम के साथ जुड़ने के लिए क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के अध्‍यक्ष जेम्‍स सदरलैंड जोहान्‍सबर्ग पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि सभी पक्षों को सुनने के बाद वो स्मिथ और वार्नर के क्रिकेटिंग करियर को लेकर अहम फैसला लेंगे। Last updated on March 27, 2018 3:51 PM IST Steven Smith Cricket Australia Cameron Bancroft icc David warner australia vs south africa ball tampering
स्वरा भास्कर ने इस TV Anchor पर जमकर जताई नाराजगी, कहा- सत्ता के तल'वे चा'टने.. | Filmy Hungama देश से माफ़ी मांगते हुए कृषि कानूनों के वापस लेने के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए फैसले के बाद से हल'चल देखने को मिल रही है. सोशल मीडिया पर कमेंट्स और प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई है. एक तरफ लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कई मोदी समर्थक परेशान और दुखी नजर आ रहे हैं. इसमें आम जनता से लेकर कई बड़ी हस्तियां भी शामिल हैं जो कृषि कानून वापस लेने के फैसले से काफी आहत नजर आ रहे हैं. इसी बीच अब इसमें एक टीवी एंकर भी शामिल है जिनको सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है. यही नहीं अब यह टीवी एंकर आम जनता के साथ ही स्वरा भास्कर के नि'शा'ने पर भी आ गए. जी हां यह कोई और नहीं बल्कि टाइम्स नाउ से जुड़े एंकर सुशांत सिन्हा हैं. कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद से वह लगातार मोदी सरकार पर नाराजगी जाहिर करते दिख रहे. इसी बीच अब लोग सुशांत के पुराने ट्वीट्स निकालकर उनको जमकर ट्रो'ल कर रहे हैं. एक तरफ जहां सुशांत कृषि कानून वापस लिए जाने के फैसले को गलत बताते नजर आ रहे हैं. एक दो नहीं बल्कि कई ट्वीट कर उन्होंने मोदी सरकार के फैसले को गलत बताया. यही नहीं उन्होंने तो वीडियो जारी कर अपना दुःख भी जाहिर किया. एंकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा जिसमे वह काफी भावुक होते हुए पीएम मोदी के फैसले पर दुःख जता रहे. वह कहते नजर आ रहे कि, आखिर आप कुछ किसानों के सामने क्यों झुक गए. चुनाव की वज से आप इतना घब'रा गये कि, देश के अन्य किसान जो इस कानून के साथ थे उनका नहीं सोचा. तो इस बीच अब सुशांत के एक ट्वीट को लेकर स्वरा भास्कर ने उनकी जमकर क्लास लगा दी. यही नहीं स्वरा ने तो एंकर को गोदी मीडिया का द'लाल तक कह डाला. अब स्वरा के इस ट्वीट पर लोग उनकी भी आलोचना करते नजर आ रहे हैं. दरअसल, सुशांत सिन्हा ने अपने एक पुराने ट्वीट पर आई प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए लिखा था, "जब इंसान पं'चर बनाने का पु'श्तै'नी काम छोड़कर कुछ और करता है तो ऐसी ही गलतियां करता है. सरकार की आलोचना और सवाल पूछने के मेरे पुराने और कल तक के ट्वीट/वीडियो निकालने की मेहनत में जनाब अपना ही एजेंडा ध्व'स्त कर रहे कि मोदी सरकार से तो सवाल पूछे ही नहीं जाते कभी। थैंक यू। लगे रहो।" सुशांत सिन्हा का यह ट्वीट देख अभिनेत्री स्वरा भास्कर भ'ड़'क उठीं, स्वरा भास्कर ने सुशांत सिन्हा को जवाब देते हुए कहा, "गोदी मीडिया का द'ला'ल इस देश के मेहनत क'श कामगार वर्ग की खि'ल्ली उड़ा रहा है! जी हां जनाब, सत्ता के त'ल'वे चा'टने से ज़्यादा मेहनत लगती है पं'क्च'र बनाने में।" वायरल वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/FakirHu/status/1462113672889651204 इन दोनों के ट्वीट पर अब सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है. कुछ यूजर्स एंकर का समर्थन कर रहे है तो कुछ अभिनेत्री के समर्थन में ट्वीट कर रहे है. कई लोग स्वरा की आलोचना भी करते नजर आ रहे. तो कई लोग स्वरा की बात का समर्थन करते दिखाई दे रहे हैं. बहरहाल कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद से जनता दो गु'टों में नजर आ रही है. एक मोदी सरकार के फैसले को सही बता रही है. तो वहीं एक वर्ग फैसले को गलत बताते हुए आलोचना कर रहा है. बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रकाश पर्व के मौके पर राष्‍ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करके हर किसी को चौं'का दिया था. उन्‍होंने अपने संबोधन में आंदोलन ख'त्‍म कर किसानों को घर लौटने की अपील भी की. उन्‍होंने कहा कि किसान अपने खेत में लौटें, अपने परिवार के बीच लौटें. CATEGORY Naya Naya, News & Gossip Tagged FilmyHungama, social media, Sushant sinha or Swara Bhasker, Swara Bhasker angry on Journalist, Swara Bhasker News, Twitter War, स्वरा भास्कर, स्वरा भास्कर ने पत्रकार को बताया गोदी मीडिया का दलाल
एक किलो अवैध मादक पदार्थ अफीम के साथ आरोपी गिरफ्तार | abhitak.news एक किलो अवैध मादक पदार्थ अफीम के साथ आरोपी गिरफ्तार 10:43 pm or October 10, 2020 राजगढ़ 10 अक्टूबर :अभी तक: 9 अक्टूबर 20 को थाना कालीपीठ में पदस्थ सउनि बने सिंह एवम उनके दल को मुखबिर से सूचना प्राप्‍त हुई कि एक व्‍यक्ति मोटर साईकल से अफीम बेचने के लिये ग्राम पाटरी कलां जोड़ के पास खडा है। थाना प्रभारी कालीपीठ जितेन्द्र चौहान ने बताया कि पुलिस दल मौके के लिए रवाना हुआ और मौके पर पहुंचकर देखा तो मुखबिर द्वारा बताये हुलिये का एक व्‍यक्ति ग्राम पाटरी कला के जोड़ के पास में मोटर सायकल के साथ खडा दिखाई दिया, आरोपी को पकड़ने की कोशिश के दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की परंतु कालीपीठ पुलिस के दल की सतर्क कार्यवाही के चलते पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपी लेखराज मेघवाल ( 22) निवासी ग्राम सेमली जागीर कामखेड़ा झालावाड ,(राजस्थान) का होना बताया तलाशी लेने पर लेखराज के पास रखे प्लास्टिक के झोले के अन्‍दर पोलेथिन में मादक पदार्थ अफीम होना पाया गया जिसका वजन करने पर 1.020 किलो ग्राम होना पाया गया जिसे जप्त किया गया साथ ही आरोपी के द्वारा प्रयोग की गई मोटर सायकल को पुलिस ने जप्त किया। आरोपी को धारा 8/18 एनडीपीएस अधिनियम के तहत आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 8/18 एनडीपीएस अधिनियम का दर्ज किया गया । Previous article भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा प्रदत्त चलित खाद्य प्रयोगशाला पहंुची मंदसौर
इनोकुलेट: माता-पिता को यही पता होना चाहिए 🚑 HI.Fitness-N-Health.com मुख्यनिवारण: माता-पिता को यही पता होना चाहिए इन बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण किया जाना चाहिए इस तरह टीके काम करते हैं टीकाकरण के बारे में सब - सात सवाल और जवाब जैसे ही उनके बच्चे का जन्म होता है, माता-पिता को यह विचार करना पड़ता है कि वे अपने बच्चे को टीकाकरण करना चाहते हैं या नहीं। क्योंकि टीकाकरण जर्मनी में स्वैच्छिक हैं। कई माता-पिता आश्चर्य अक्सर टीकाकरण के लाभ और उनके बच्चों outweighs क्षति बीमारियों कि शायद ही इस देश में पाए जाते हैं के खिलाफ संरक्षित किया जाना चाहिए नहीं है। शिकायतकर्ता ने शिकायत की, "जर्मन अपने बच्चों को बहुत कम टीका नहीं देते हैं।" क्लॉस ग्रिट्ज, 6 नवंबर 2002 को पेडियट्रिशियन के प्रोफेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष पहले जर्मन टीकाकरण दिवस पर। "बार-बार यह बड़ी बीमारियों की बात आती है, क्योंकि बच्चे किंडरगार्टन या स्कूल में टीका सुरक्षा के बिना आते हैं।" डॉ Irmela हिमपात, एक सामान्य चिकित्सक और Impfberaterin सेवा बोने वर्तमान में कहा गया है कि माता-पिता के रूप में हानिरहित बचपन रोगों को वर्गीकृत के रूप में वे इन बीमारियों किसी भी अधिक जानना टीकाकरण थकान के लिए मुख्य कारणों में से एक है। क्योंकि यूरोप में, टीकाकरण के लिए धन्यवाद, अधिकांश बचपन की बीमारियों को खत्म कर दिया गया है या दुर्लभ हो गया है। तो कुछ लोगों को अभी तक कि काली खांसी और Haemophilus influenzae बी (एचआईबी) के साथ संक्रमण पता बच्चों को जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है या गलसुआ खसरा के साथ एक संभावित समस्या है सकते हैं के लिए। बर्लिन के रॉबर्ट कोच संस्थान के टीकाकरण संबंधी स्थायी समिति (STIKO) माता-पिता को सलाह देता है टिटनेस, डिप्थीरिया, पोलियो, काली खांसी, हिब, गलसुआ, खसरा, रूबेला और हेपेटाइटिस बी टीकाकरण के खिलाफ उनके बच्चे पैदा करने की। चूंकि इन बीमारियों के लिए कोई विश्वसनीय उपचार नहीं है, इसलिए वे रोगी या उसके साथी मनुष्यों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। गंभीर रूप से बीमार बच्चे, जैसे दिल या फेफड़ों की बीमारियों वाले, को न्यूमोकॉसी और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ भी टीकाकरण किया जाना चाहिए; चिकनपॉक्स के खिलाफ बच्चों को न्यूरोडर्मिट्स। इसके अलावा, एक बाल रोग विशेषज्ञ या उष्णकटिबंधीय डॉक्टर से 6-8 सप्ताह पहले यह निर्धारित करना चाहिए कि अतिरिक्त टीकाकरण की आवश्यकता है या नहीं। एक टीका में, मारे गए या क्षीण रोगजनक या घटकों को उनके द्वारा प्रशासित किया जाता है। प्रतिरक्षा प्रणाली इस पर प्रतिक्रिया करती है जैसे कि यह प्राकृतिक रोगाणु था - यह एंटीबॉडी बनाती है और घुसपैठियों को याद करती है। यदि बाद में सही रोगजनक प्रकट होता है, तो यह प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा हानिकारक, गणना और क्षतिग्रस्त हो जाता है। पूर्ण टीकाकरण आमतौर पर एकाधिक टीकाकरण की आवश्यकता होती है। आम तौर पर, डॉक्टर को माता-पिता को प्रत्येक टीकाकरण से पहले टीकाकरण के लाभ और जोखिम के बारे में शिक्षित करना चाहिए और बच्चे की पूरी तरह से जांच करना चाहिए। माता-पिता टीकाकरण के बारे में पूछे जाने वाले सबसे आम प्रश्नों की एक सूची यहां दी गई है: बीमारियों का इलाज दवाओं के साथ किया जा सकता है - क्यों टीकाकरण? एंटीबायोटिक्स केवल बैक्टीरिया के खिलाफ काम करते हैं। कई बचपन की बीमारियां वायरस के कारण होती हैं। आज भी उनके खिलाफ चिकित्सा काफी हद तक शक्तिहीन है। जर्मनी में अब मौजूद बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण क्यों? टीकाकरण के लिए धन्यवाद, ये बीमारियां हमारे देश में दुर्लभ हो गई हैं। लेकिन वे गायब नहीं है: तो वहाँ है पृथ्वी में टिटनेस का कारण है, इस तरह के डिप्थीरिया रोगज़नक़ों के रूप में अन्य कीटाणुओं किसी भी समय से यात्रियों या आप्रवासियों पेश किया जा सकता। क्या परेशानी की समस्याओं से गुजरना और प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करना बेहतर नहीं है? यह अभी तक कुछ भी साबित नहीं हुआ है। प्रतिरक्षा प्रणाली भी टीकाकरण से सक्रिय होती है - लेकिन बीमारी के परिणामों के बिना। क्या कई बीमारियों के खिलाफ इतनी जल्दी टीकाकरण करते समय एक बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली अतिरंजित नहीं होती है? अप करने के लिए छह आइटम के साथ एकल या संयोजन टीकों के साथ टीकाकरण पिछले अनुभव के अनुसार शिशुओं और छोटे बच्चों शिशुओं संपर्क में कई नए कीटाणुओं के साथ हर दिन आ रहे हैं की प्रतिरक्षा प्रणाली पर कोई तनाव। यहां तक ​​कि मां की सांस एक की तुलना में एक बहुत अधिक जीवाणु गणना शामिल तैयार कर रहे हैं छह गुना संयोजन टीका के साथ सिरिंज शामिल है। बच्चों की शुरुआती टीकाकरण अक्सर विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है क्योंकि वे खांसी या हब जैसी बीमारियों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। साइड इफेक्ट्स और टीका नुकसान का खतरा क्या है? टीके उपलब्ध सबसे सुरक्षित दवाओं में से एक हैं। लेकिन सभी दवाओं की तरह, वे पूरी तरह से दुष्प्रभावों से मुक्त नहीं हैं। अधिकांश समय वे टीकाकरण क्षेत्र में लाली और सूजन तक सीमित होते हैं या हल्के बुखार के दो से तीन दिन तक सीमित होते हैं। सामान्य रूप से, वास्तविक बीमारी से गुज़रने से टीकाकरण से गंभीर, स्थायी चोट का खतरा हमेशा कम होता है। टीका नहीं किया जाना चाहिए? कारण इस तरह के अंडे का सफेद या कुछ एंटीबायोटिक दवाओं, जन्मजात या अर्जित immunodeficiencies और कुछ टीकों के लिए पिछले intolerances के रूप में एक टीके के घटकों, से एलर्जी को टीका नहीं हो सकता। नहीं बच्चे के विकास के शुरुआती प्रचार करें? कई माता-पिता ट्रिगर विकास चुनौतियों शुरुआती विश्वास। यह कुछ भी नहीं है ने साबित कर दिया है। खाते में एक गंभीर बीमारी या स्थायी क्षति निकाले बिना उस रोग अनुभव के लिए पर्याप्त समय - बच्चों के लिए प्रति वर्ष आठ संक्रमण के वैसे भी औसत है।
Mohini Ekadashi 2021 Date: मोहिनी एकादशी 22 या 23 मई को? जानें सही तिथि, सटीक मुहूर्त और पारण का समय - Rgyan News Home आध्यात्मिक Mohini Ekadashi 2021 Date: मोहिनी एकादशी 22 या 23 मई को? जानें... मोहिनी एकादशी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मोहिनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु ने मोहिनी का वेष धारण किया था ताकि वो असुरों से अमृत कलश लेकर देवताओं को दे सकें. यही कारण है कि यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है. हिंदू धर्म में एकादशी का काफी धार्मिक महत्व है. मान्यता है कि इस दिन जो भक्त पवित्र मन से व्रत रखते हैं वो सांसारिक मोह-माया और बंधनों से ऊपर उठ जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष को प्राप्त करते हैं. हिंदू पंचाग के अनुसार, मोहिनी एकादशी इस बार 22 और 23 दोनों ही दिन पड़ रही है. इसी कारण लोगों में असमंजस है. 22 मई के दिन स्मार्त लोगों की मोहिनी एकादशी हैं और वहीं 23 मई को वैष्णव लोग मोहिनी एकादशी का व्रत रखेंगे और पूजा अर्चना करेंगे. लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए मोहिनी एकादशी का व्रत और पूजा घर पर ही करें. आइए जानते हैं क्या है इस बार मोहिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त और किस समय व्रत का पारण करना होगा. मोहिनी एकादशी के दिन शाम के वक्त घर के सब सदस्य बैठकर खुद ही एकादशी की व्रत कथा पढ़ें और इसे सुनने का भी लाभ लें. मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मन्त्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें. इस दिन विष्णुसहस्रनाम का पाठ भी करना चाहिए. अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें. Previous articleHappy Sita Navami Wishes Quotes And messages: सीता नवमी के पावन पर्व पर आप भी अपनों को भेजें ये शुभकामना संदेश
सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें, ऑनलाइन ट्यूशन तोशानी सिंह रिलीज़ की तारीख - अप्रैल 6, 2020 उन सभी में एक चीज समान है: उनके कारण का प्यार। ये चरित्र वाले लोग होते हैं, कभी पीछे नहीं हटते। उनमें से प्रत्येक ने वास्तविक मान्यता प्राप्त की है और अपनी जगह पर है। विदेशी मुद्रा दलाल (अंग्रेजी से। "ब्रोकर" - ब्रोकर) - एक कंपनी है जो वित्तीय बाजारों (सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें विदेशी मुद्रा, शेयर बाजार) तक पहुंच प्रदान करने में लगी हुई है। कठोर सैन्य प्रशिक्षण और आदतों के कारण स्वस्थ नागरिकता प्राप्त होगी। 4. फ्रेम के अनुसार छवि समायोजित करने के लिए छवि चमक और विपरीत समायोजित करें। यदि आप लाइब्रेरी के सदस्य नहीं हैं तो भी आप लाइब्रेरी आ सकते हैं। तथापि, यदि आप नियमित रूप से लाइब्रेरी आना चाहते हैं तो आपको लाइब्रेरी का सदस्य बनना पड़ेगा। आप जब लाइब्रेरी के दौरे पर आएं तो आपको एक पहचान-पत्र लाने की जरूरत होगी। यदि आप एक भारतीय नागरिक नहीं हैं, तो आपको पहचान के लिए अपना पासपोर्ट लाना होगा। इस उद्देश्य के लिए, विशेष साइटें बनाई गईं, जिन पर कंपनी के अधिकारी ग्राहकों से राय प्राप्त कर सकते हैं, और आम लोग उनकी राय पर पैसा कमा सकते हैं। Step 5: दस्तावेज़ जमा करने के बाद, आपका डीमैट और ट्रेडिंग खाता 4-7 दिनों सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें में खोला जाएगा। 5-मिनट की कैंडलस्टिक के साथ विकल्प कैसे खोलें, इसका एक विस्तृत उदाहरण । अगली कैंडलस्टिक को बंद करने के लिए समय के बराबर समाप्ति समय बढ़ाएं। यह वह कैंडलस्टिक है जिसकी आप शर्त लगाएंगे। जैसे ही वर्तमान कैंडलस्टिक का काउंटडाउन समय सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें 05:00 हो (नया कैंडलस्टिक शुरू करना) विकल्प खोलें। वहां, खरीदने के लिए समय 4 मिनट होगा। यदि आप अगले कैंडलस्टिक हरे रंग की शर्त लगाते हैं, तो ऊपर क्लिक करें। यदि आप अगले कैंडलस्टिक लाल पर दांव लगाते हैं, तो नीचे क्लिक करें। अपने चुनाव के अलावा, 70%, 82%,… जैसे कुछ अंक होते हैं। यह उत्पादों की इन जोड़ियों का भुगतान (लाभ का अनुपात) होता है। यदि आप जीतते हैं, तो आपको 70% से 82% तक के लाभ का भुगतान किया जाएगा या अन्यथा आप अपने निवेश का 100% हार जाएँगे/जाएँगी। यदि आपको यह नहीं मालूम कि आपके लिए कौन सी जोड़ी उपयुक्त होगी। 7. क्या भारतीय रिज़र्व बैंक के पास इन छूट प्राप्त गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के मामले में कोई सांविधिक शक्ति है? उनकी शिक्षाओं को अभी भी अमेरिका के कुछ शीर्ष विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता है। 20 वीं शताब्दी के अधिकांश समय तकनीकी विश्लेषण चार्टिंग तक सीमित था, क्योंकि बड़ी मात्रा में डेटा की सांख्यिकीय गणना अनुपलब्ध थी। इसका मतलब है कि कोई तकनीकी विश्लेषण संकेतक उपलब्ध नहीं थे। इसका अर्थ यह भी है कि इस डिजिटल युग को संभवतः तकनीकी विश्लेषण का स्वर्ण युग माना जा सकता है। इस लिए इसके बारे में अधिक जानने के लिए यही सही समय है। जैसा कि आप देख सकते हैं, विदेशी मुद्रा विचलन (विशेष रूप से क्लासिक तेजी या मंदी पर) व्यापार करना मुश्किल नहीं है, और मूल्य विचलन खुद को ढूंढना काफी आसान काम है। कंसेप्ट लंदन से आया था और इसीलिए हम चाहते थे कि थीम ज्यादा इंग्लिश सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें हो। आप देखेंगे कि LBC की भीतरी सज्जा बहुत ही युवा-केंद्रित है, क्योंकि वह आयु-वर्ग हमारे कुल व्यवसाय का 60% हिस्सा है। ऐसा होते हुए भी हमें लंदन की पुरानी संस्कृति चाहने वालों को भी गंवाना नहीं था। इसीलिए आप LBC के इंटीरियर में काफी अंतर्विरोध देखेंगे। हमने स्ट्रीट कल्चर दिखाने के लिए काफी नटखट तत्वों को शामिल किया और फिर भी उसका ओल्ड स्कूल कायम रखने के लिए उसे विक्टोरियन ही रखा। फेसला: तुरंत पुनरावृत्ति के साथ संयोजन के विशिष्ट मानदंड पर ध्यान दें - पसंद की स्थिति से, बहुत सी वस्तुओं की पेशकश नहीं की जाती है जैसे कि, लेकिन विभिन्न प्रकार वस्तुओं; यह माना जाता है कि बिक्री पर कम से कम पांच हॉट डॉग, 5 चीज़केक और 5 डोनट्स हैं। प्रत्येक समूह में पाई, निश्चित रूप से भिन्न होती है - बिल्कुल समान डोनट्स के लिए केवल एक कंप्यूटर पर मॉडलिंग की जा सकती है \u003d) हालांकि, कार्य के अर्थ में, पाई की भौतिक विशेषताएं आवश्यक नहीं हैं, और उनके समूहों में हॉट डॉग / चीज़केक / डोनट्स को समान माना जाता है। आप जो कुछ करते हैं, वह बस उस 'बिक' बटन पर क्लिक करते हैं जो किसी व्यापार के खुलने पर आपकी स्क्रीन के शीर्ष पर दिखाई देता है। यह न केवल आपको किसी व्यापार पर नुकसान को सीमित करने की अनुमति देगा, इसका उपयोग अर्जित मुनाफे की रक्षा के लिए भी किया जा सकता है यदि आप प्रवृत्ति को उलटने और खोने की स्थिति में प्रवेश करने की उम्मीद करते हैं। इस प्रोसेस से आवेदन करने से पैन कार्ड मिलने में देरी हो सकती है क्योंकि पहले आवेदन उनके पास पहुचँता है, फिर verify करते है इसके बाद dispatch करते हैं। इस वजह से आपको पैन कार्ड मिलने में देरी हो सकती है। हालांकि, चिंता अभी भी बनी हुई है और कुछ लोगों का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि वायरस पर नियंत्रण पा लिया गया है। यदि आरएसआई 30 से नीचे है और सीसीआई 200 से नीचे है, तो संपत्ति ओवरसोल्ड है। इस मामले में, आपको अप विकल्प खरीदने की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में एक ख़ासियत यह है कि ग्राहक इस तरह की संपत्ति के लिए क्रिप्टो-सीएफडी का व्यापार कर सकते हैं। 1 तक: 2, संभावित उत्तोलन, जो निश्चित रूप से, इस तथ्य को देखते हुए कि क्रिप्टोकरेंसी बहुत अस्थिर है, लाभ का एक उच्चतर अवसर प्रदान करता है, सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें या सापेक्ष हानि परिणाम। पात्रों, मुद्राओं, खातों को बेचने के लिए सबसे अच्छी साइट - togor.ru, gamazon.ru, money4power.ru, moneyforgame.ru, gzor.ru। Binatex द्विआधारी विकल्प है जो अपने मंच के लिए किसी भी ग्राहकों को स्वीकार करता है के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ब्रोकर है. कंपनी 1080 साइप्रस, निकोसिया, Demostheni Severi एवेन्यू, 6 वीं मंजिल, कार्यालय 601 में आधारित है और पंजीकरण संख्या 191592 जो सेशेल्स में आधारित है के साथ Yulanta व्यापार लिमिटेड के अंतर्गत आता है। कंपनी आधिकारिक तौर पर पंजीकृत है और वेबसाइट पर एक आधिकारिक बयान है। यह मेरी समीक्षा के लिए पहला अच्छा संकेत है। एडमिरल मार्केट्स में, हमें लगता है कि मेटा ट्रेडर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म - एक पेशेवर ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर - बाजार मे उपलब्ध सबसे अच्छा ट्रेडिंग सिमुलेटर है। यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जिसमे एक बड़े समुदाय ट्रेडिंग करता है। ऑनलाइन विदेशी मुद्रा और सीएफडी ट्रेडिंग के लिए इसका सबसे उन्नत कार्यक्षमता है, जो किसी भी शुरुवाती ट्रेडर के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो मुफ्त ऑनलाइन ट्रेडिंग सिम्युलेटर के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करना चाहता है। वास्तव में, आपने अब सही विदेशी मुद्रा ब्रोकर कैसे चुनें, इस पर हमारी मार्गदर्शिका देखें तक अपने ओलम्पिक व्यापार खाते से कितने पैसे कमाए हैं!
गड़चिरोली : अब शीघ्र बनेगा वड़सा-गड़चिरोली रेलवे मार्ग - Nagpur Today : Nagpur News Home » गड़चिरोली : अब शीघ्र बनेगा वड़सा-गड़चिरोली रेलवे मार्ग गड़चिरोली : अब शीघ्र बनेगा वड़सा-गड़चिरोली रेलवे मार्ग सांसद अशोक नेते की पहल पर रेल मंत्रालय का आश्वासन गड़चिरोली। गड़चिरोली-चिमूर लोकसभा क्षेत्र की रेलवे संबंधी सवालों के संदर्भ में सांसद अशोक नेते ने केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात कर सविस्तार चर्चा की. चर्चा के दौरान मंत्री महोदय ने गड़चिरोली जैसे अतिदुर्गम व नक्सलग्रस्त लोकसभा क्षेत्र में रेलवे के विस्तारीकरण के संदर्भ में प्राथमिकता और प्रधानता देने का आश्वासन दिया. इसी क्रम में 5 वर्षों से लंबित 52.36 किमी वड़सा-गड़चिरोली रेल लाइन के लिए तत्काल निधि का प्रावधान किए जाने की बात कही. यह जानकारी प्रचार प्रमुख राजेन्द्र भुरसे द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है. विज्ञप्ति के अनुसार, सांसद अशोक नेता ने 19 जून 2014 को नागभिड़ में बैठक कर लोकसभा क्षेत्र में रेल मार्ग व प्लैटफार्म के संदर्भ में दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे नागपुर व बिलासपुर जोन के अधिकारियों को रेलवे मंत्रालय से माँगों के संदर्भ में पहल करने की सूचना दी थी. उसके बाद 3 दिसम्बर 2-14 को सांसद नेते ने केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात कर लोकसभा क्षेत्र के रेलवे के प्रलंबित मामलों के संदर्भ में गंभीर मंत्रणा की. इस दौरान मंत्री महोदय ने वड़सा-गड़चिरोली रेलवे लाइन के लिए निधि दिए जाने संंबंधी संकेत दिए. इसी के अंतर्गत वड़सा रेलवे स्थानक पर दरभंगा एक्सप्रेस के ठहराव, बिलासपुर-चेन्नई एक्सप्रेस को नियमित ठहराव को भी मंजूरी दी गई साथ ही गोंदिया जिले के आमगाँव में भी बिलासपुर-चेन्नई एक्सप्रेस रोके जाने की बात उन्होंने कही. गड़चिरोली-चिमूल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत वड़सा-ब्रह्मपुरी, सिंदेवाही, नागभीड़, गोंदिया जिले के आमगांव में रेलवे स्थानक हैं. केवल अनेक सुपरफास्ट / एक्सप्रेस गाडिय़ां नहीं रुकती हैं. इससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करता पड़ता है. इसलिए उन्होंने यह माँग रखी. अब इन स्थानों में उक्त गाडिय़ां रोकी जाएँगी.
by ISD News Network · Published On June 16, 2018 · 2558 Views पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने जो प्रस्ताव भेजा था राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उसे सिरे से खारिज कर दिया है। 21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के लिए दोषी करार जिन 7 सात कैदियों को सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी उसे राज्य सरकार रिहा क्यों करवाना चाहती है? ऐसे में यह सवाल एक बार फिर सांदर्भिक हो गया है कि आखिर वह हथियार डीलर कौन थी जिसने राजीव गांधी की हत्या के हालात पैदा किए? आखिर अभी तक किसी सरकार ने इस सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास क्यों नहीं किया? * राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तमिलनाडु विधानसभा के प्रस्ताव को सिरे से किया खारिज * सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि राजीव गांधी की हत्या की मुख्य साजिशकर्ता अभी भी इटली में है * राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा कराने के पीछ तमिलनाडु सरकार की मंशा क्या है हालांकि इस मामले को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रहमण्यम स्वामी समय-समय पर उठाते रहे हैं। अब जब राष्ट्रपति ने तमिलनाडु सरकार के राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है तो एक बार फिर स्वामी ने इस उस ओर संकेत किया है। स्वामी ने कहा है कि राजीव गांधी के हत्यारे काफी सौभाग्यशाली हैं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी अभी तक उन्हें फांसी नहीं दी गई है। स्वामी ने अपने ट्वीट में तमिलनाडु विधानसभा द्वारा पास किए गए इस प्रस्ताव को ही अवैध बताया है। साथ ही अवैध प्रस्ताव को खारिज करने के राष्ट्रपति के फैसले का स्वागत किया है। इस मामले में स्वामी ने कहा कि इस मामले की असली दोषी तो इटली में बैठी है संयोग से अभी बहुत बीमार है। उनका संकेत स्पष्ट है कि असली गुनहगार तो अभी भी कानूनी पंजे से बाहर है। कहा जाता है कि भारत में हथियारों के डील की वजह से जो हालात पैदा हुए राजीव गांधी की हत्या उसी परिस्थिति का परिणाम थी। हथियार डील में क्वात्रोची का नाम तो जगजाहिर हो गया लेकिन असली खिलाड़ी अभी तक पर्दे के पीछे ही छिपा है। जिसे बाहर लाना सरकार का ही काम होता है। राजीव गांधी की हत्या के बाद अधिकांश समय तक कांग्रेस की ही सरकार केंद्र में रही है। फिर भी राजीव गांधी की हत्या के हालत पैदा करने वाले हथियार डील के उस खिलाड़ी का नाम सामने अभी तक नहीं आ पाया है तो सवाल और गहरा हो जाता है। स्वामी ने अपने ट्वीट में एक बार फिर उसी असली खिलाड़ी की ओर संकेत किया है। URL: who was the weapon dealer who created circumstances of Rajiv Gandhi's assassination? Keywords: राजीव गाँधी, राजीव गाँधी हत्या, राजीव गाँधी के हत्यारे, सुब्रहमण्यम स्वामी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, तमिलनाडु सरकार, rajiv gandhi, rajiv gandhi murder, rajiv gandhi killer, Rajiv Gandhi's assassination, tamil nadu govt
PNB घोटालाः मेहुल चोकसी को 'Lynching' का डर, कहा- भारत आया तो भीड़ पीट-पीटकर मार डालेगी - Pnb scam mehul choksi fears from mob lynching - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindi PNB घोटालाः मेहुल चोकसी को 'Lynching' का डर, कहा- भारत आया तो भीड़ पीट-पीटकर मार डालेगी मेहुल चोकसी ने सीबीआई की विशेष अदालत से उसके खिलाफ जारी दोनों वारंट खारिज करने की गुहार लगाई है. Published: June 28, 2018 12:17 PM IST नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 13 हजार करोड़ के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मामा भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत आने से डर लग रहा है. सीबीआई ने उसके खिलाफ दो गैर-जमानती वारंट जारी करा रखे हैं. एक वारंट अप्रैल में जारी हुआ था, जबकि दूसरा मई में निकाला गया था. इसको लेकर चोकसी ने बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत में याचिका भेजी. इसमें उसने उसके खिलाफ जारी दोनों वारंट खारिज करने की गुहार लगाई है. याचिका में मेहुल चोकसी ने सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष उपस्थित न होने के कारण भी गिनाए हैं. साथ ही उसने कहा है कि भारत आने पर उसकी जान को खतरा हो सकता है. याचिका में चोकसी ने देश में सामूहिक रूप से पीट-पीटकर मारे जाने ( Mob lynching) के ट्रेंड का जिक्र करते हुए यह अंदेशा जताया है. उसने कहा है कि उसे डर है कि अगर वह भारत लौटता है तो भीड़ उसे पीट-पीटकर मार डालेगी. Also Read - PNB Scam: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की रिमांड 7 जनवरी तक बढ़ाई गई Also Read - PNB Scam: ब्रिटेन की अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत अवधि 29 दिसंबर तक बढ़ाई जेल में भी जान जाने का सता रहा खौफ Also Read - मेहुल, माल्या समेत 50 टॉप डिफाल्‍टर्स समेत बैंकों के Rs. 68,600 करोड़ की लोन राशि बट्टे खाते में इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने सीबीआई की विशेष अदालत को भेजी अपनी याचिका में 'लिंचिंग' को लेकर जेल में कैदी के मारे जाने का उदाहरण भी दिया है. याचिका में उसने कहा है, 'हाल के दिनों में भीड़ द्वारा सामूहिक रूप से पीट-पीटकर किसी को मार डालने की कई घटनाएं हुई हैं. यहां तक कि जेल के भीतर भी एक कैदी को भीड़ ने मार डाला. आम लोगों द्वारा सड़क पर सामूहिक रूप से किसी को पीट-पीटकर मार डालने से इंसाफ पाने की यह प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है. यह खतरनाक है. पुलिस-प्रशासन भी इस आक्रामक भीड़ में से किसी एक की पहचान नहीं कर पाती है.' चोकसी ने अपनी याचिका में कहा है कि उसे कई लोगों ने जान से मारने की धमकी दी है. इन धमकियों को देखते हुए वह अभी अपने ठिकाने का सार्वजनिक नहीं कर सकता. पीएनबी घोटाले के आरोपी ने अपनी याचिका में कहा है कि जेल जाने के बाद भी जेल के अन्य कैदी उसके लिए खतरा बन सकते हैं. सीबीआई ने मेहुल चोकसी, गीतांजलि समूह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया अपनी कंपनी के कर्मचारियों से ही खतरा हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ-साथ पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि का घोटाला करने वाले मेहुल चोकसी ने अपनी याचिका में कहा है कि उसके खिलाफ भारत में गहरी नाराजगी और गुस्सा फैला हुआ है. चोकसी की तरफ से वकील संजय एबोट और राहुल अग्रवाल द्वारा सीबीआई की विशेष अदालत में दाखिल की गई याचिका में 5 समूहों का जिक्र किया गया है, जिनसे उसे जान का खतरा है. चोकसी ने याचिका में कहा है, 'मेरी कंपनी के वे कर्मचारी, जिनका वेतन मेरे बैंक खातों के जब्त होने के कारण लंबित है और जिन कर्मियों के परिजनों को इस घोटाले के कारण गिरफ्तार होना पड़ा, उनसे मेरी जान को खतरा हो सकता है.' चोकसी ने उन जमीन मालिकों और कंपनी के सप्लायरों, जिनके पैसे नहीं चुकाए गए, से भी खुद को खतरा बताया है. इसके अलावा जिन ग्राहकों ने मेहुल से जेवर खरीदे थे और वे जेवर सीबीआई द्वारा जब्त कर लिए गए, उनसे भी मेहुल चोकसी को खतरा है. गीतांजलि ज्वेलर्स का एमडी था मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ के घोटाले को लेकर सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर आया 'गीतांजलि ज्वेलर्स' का एमडी मेहुल चौकसी, इस घोटाले के 'किंग-पिन' नीरव मोदी का मामा है. मेहुल की कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ का है. इस कंपनी का कारोबार देश के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में भी है. भगोड़े मेहुल चौकसी के पिता चीनूभाई चोकसी ने 1966 में गीतांजलि ज्वेलर्स की स्थापना की थी. हीरे के कारोबार से चर्चा में आए मेहुल चोकसी ने वर्ष 1985 में अपने पिता से इस कंपनी की जिम्मेदारी ली थी. पीएनबी का घोटाला सामने आने के बाद मेहुल चोकसी अपने भांजे नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर फरार हो गया. इस साल की शुरुआत में घोटाला के सामने आने के बाद विदेश से ही उसने अपने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखकर नई नौकरी ढूंढ़ लेने की सलाह दी थी. साथ ही कहा था कि वह अब उन्हें सैलरी (वेतन) नहीं दे सकता है. Mehul ChoksiNeerav ModiNirav Modi PNB fraud casePNB scamPNB घोटालानीरव मोदीपंजाब नेशनल बैंक फ्रॉडपीएनबी घोटालामेहुल चोकसीसीबीआई
धर्म के लिए मरते है लेकिन धर्म का पालन नही करते: सीपी सिंह - TIMES NEWS LIVE || Latest News updates Home झारखण्ड धर्म के लिए मरते है लेकिन धर्म का पालन नही करते: सीपी सिंह धर्म के लिए मरते है लेकिन धर्म का पालन नही करते: सीपी सिंह रांची, (रिर्पोटर) : धर्म के लिए हम सब मरते है लेकिन धर्म का पालन नही करते है। आज धर्म का पालन करने की जरूरत है। उक्त बातें नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कही। वह शनिवार देर रात्री मो अली अखड़ा के द्वारा सम्मान समारोह सह रस्म पगड़ी के कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। सीपी सिंह ने कहा कि इसलिए हम सबको भाई चारे के साथ सभी त्यौहार मनाने की जरूरत है। मोहर्रम में हिंदू-मुस्लिम सभी को शोक होती है। वही विशिष्ट अतिथि अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन कमाल खान, उप चेयरमैन गुरविंदर सिंह सेठी, धोताल आखाडा के प्रमुख खलीफा जमशेद अली उर्फ पप्पू गद्दी, इमाम बख्श अखाड़ा के प्रमुख खलीफा मो सईद, श्री महावीर मंडल के अध्यक्ष जय सिंह यादव, मंत्री ललित ओझा, सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष गुल मो गद्दी, मंत्री अकील उर रहमान थे। कमाल खान ने कहा कि हज़रत इमाम हुसैन ने हक़ के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। गुरविंदर सिंह सेठी ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने ज़ालिम बादशाह के सामने अपना सर न झुकाया। बल्कि नमाज की हालत में सर कटा दी। मुहर्रम व दुर्गा पूजा समितियों को सम्मानित करने के लिए मो अली अखड़ा द्वारा समारोह आयोजित किया गया, जिसमें दोनों समितियों के लोगों को एक मंच पर सम्मानित किया गया। जब पूजा समिति के लोग सम्मान ले रहे थे तब मुहर्रम कमेटी के लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। इसी तरह पूजा समिति ने भी मुहर्रम कमेटी के लोगों की हौसला अफजाई की। इस दौरान यहां उत्साह व एकजुटता का दृश्य देखने को मिला। वैसे तो कई मौके पर लोग एक साथ दिखते हैं। लेकिन मो अली अखड़ा की पहल पर दोनों समितियां एक मंच पर दिखीं। इस कार्यक्रम के मोहम्मद अली अखाड़ा के प्रमुख खलीफा फिरोज उर्फ रिंकू, सरपरस्त हाजी सलामूलहक़ उर्फ ईदू, मो रब्बानी, काज़िम कुरैशी, मो उद्दीन, सदस्य राजू उर्फ राधे, गुड्डू राजा इस कार्यक्रम के गवाह बने। कार्यक्रम की शुरुआत मो अली अखड़ा के प्रमुख खलीफा फिरोज उर्फ रिंकू के आगत अतिथियों के स्वागत भाषण से हुआ। रिंकू ने कहा कि यह शहर साम्प्रदायिक सौहार्द व मजहबी एकता का मिशाल रहा है। मुहर्रम, दुर्गा पूजा, होली, ईद आदि ऐसे त्योहार हैं, जिसमें दोनों वर्ग के लोग एक-दूसरे के साथ कदमताल करते हुए शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराते हैं। इसका मिशाल संपन्न दुर्गा पूजा और मुहर्रम में देखा गया। इस मौके पर राजू उर्फ राधे, गुड्डू राजा, मो अनवर, हाजी उमर, हाजी साहेब अली, मो इम्तिया, गुल मो गद्दी, सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के महासचिव अकिलुर्रह्मान, मो नौशाद खान, आज़ाद कुरैशी, राजा, बॉबी, मो सेराज, औरंगजेब, शफ़ीक़, कोल्हा खान, बबलू कुरैशी, नदीम अख्तर, इनामुलहक़, मो इरशाद, भोला, समेत हजारो लोग थे। वही एजुकेशनल ट्रस्ट वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा भी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष कमाल खान विशिष्ट अतिथि गुरविंदर सिंह सेठी, जय सिंह यादव, ललित ओझा, मो भोलू, सोसायटी के निदेशक हाजी परवेज अख्तर के अलावा मोहम्मद दानिश हनज़ला उस्मानी, असमर मुस्तफा, इबरार अहमद, सलाउद्दीन, मो रियाज, जम्मू भाई आदि थे।
Good News For Vodafone Idea Customers, Customers Will Be Able To Make Unlimited Calling on any network-Vodafone Idea के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, किसी भी नेटवर्क पर कर सकेंगे अनिलिमिटेड कॉलिंग - News Nation Vodafone Idea के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, किसी भी नेटवर्क पर कर सकेंगे अनिलिमिटेड कॉलिंग Vodafone Idea ने अपने असीमित प्लान के उपयोक्ताओं को नए वर्ष की सौगात दी है. कंपनी ने कहा कि ऐसे उपयोक्ता अब हमेशा किसी भी अन्य नेटवर्क पर घरेलू कॉल मुफ्त कर सकेंगे. News Nation Bureau | Edited By : Dhirendra Kumar | Updated on: 01 Jan 2021, 09:57:52 AM दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड Vodafone Idea-VIL के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है. वोडाफोन आइडिया ने अपने असीमित प्लान (Unlimited Plans) के उपयोक्ताओं को नए वर्ष की सौगात दी है. वोडाफोन आइडिया ने कहा है कि इस तरह के उपभोक्ता अब हमेशा किसी भी अन्य नेटवर्क पर घरेलू कॉल मुफ्त में कर सकेंगे. वीआईएल ने आईयूसी नहीं लेने का फैसला किया वीआईएल के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि कंपनी अपने इन उपयोक्ताओं से कभी भी अतिरिक्त इंटरकनेक्ट उपयोग शुल्क (आईयूसी) नहीं लेगी. इस तरह अब ये प्लान सही मायनों में असीमित बने रहेंगे. आईयूसी शुल्क कंपनियों को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर कॉल जुड़ने पर देना होता है. Reliance Jio के कस्टमर सभी नेटवर्क पर फ्री में करें अनलिमिटेड कॉलिंग बता दें कि Reliance Jio ने भी ऐलान किया है कि 1 जनवरी 2021 से उसके ग्राहक सभी नेटवर्क पर पूर्व की ही तरह अनलिमिटेड कॉलिंग कर सकेंगे. वहीं रिलायंस जियो ने हैप्पी न्यू ईयर ऑफर 2021 Jio Happy New Year Offer 2021 के तहत मौजूदा चार बेहतरीन प्री-पेड प्लान के बारे में भी जानकारी दी है. बता दें कि मौजूदा समय में रिलायंस जियो से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए जियो के प्रीपेड प्लान के साथ IUC मिनट्स दिए जाते हैं. टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के आदेश के बाद रिलायंस जियो ने IUC को खत्म करने का निर्णय लिया है. जियो का कहना है कि अब उसके ग्राहक देशभर में किसी भी नेटवर्क पर मुफ्त कॉलिंग का फायदा उठा सकेंगे. बता दें कि सितंबर 2019 में TRAI ने मोबाइल से मोबाइल पर कॉल करने के लिए Interconnect Usage Charge को जनवरी 2020 से बढ़ाकर दिसंबर 2020 कर दिया था. TRAI के इस फैसले के बाद रिलायंस जियो ने मौजूदा ग्राहकों से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए IUC वसूलना शुरू कर दिया था. (इनपुट भाषा) First Published : 01 Jan 2021, 09:57:52 AM Vodafone Idea Vodafone Idea VI Vodafone Idea News Vodafone Idea Best Plans Vodafone Idea Unlimited Talk Time वोडाफोन आइडिया वोडाफोन आइडिया न्यूज
Home MENU प्रबंध निदेशक सहकारी ग्राम विकास बैंक ने विकास भवन में की मंडल... मेरठ (सू0वि0) :उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी सुविधा अनुसार दीर्घकालीन ऋण उपलब्ध कराकर उनकी समस्याओं के निस्तारण व उनकी तरक्की में सहायक बनना है। वर्ष 1969 में स्थापित इस बैंक की प्रदेश में 323, मंडल में 20 व जनपद मेरठ में 04 शाखाएं स्थापित हैं। विकास भवन सभागार में बैंक के प्रबंध निदेशक आंद्रे वामसी आईएएस ने समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कड़े शब्दों में निर्देश दिए की वसूली के लक्ष्य को पूर्ण करने पर उनका वेतन रोक दिया जाएगा और कठोर विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बैंक के प्रबंध निदेशक आंद्रे वामसी ने राजस्व विभाग से उपस्थित अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह ऋण वसूली की आरसी की वसूली में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड द्वारा मंडल में ₹19 करोड रुपए ऋण वितरण का लक्ष्य था जिसके सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2019.20 में 5.40 करोड रुपए ऋण वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ऋण वितरण के सापेक्ष वसूली 57 प्रतिशत है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड किसानों का एक हितकारी व भरोसेमंद बैंक है, वह किसानों के हमेशा काम आया है। उन्होंने बताया कि बैंक से जनपद में करीब 5000 किसान व मंडल में करीब 14000 किसान जुड़े हैं ,बैंक किसानों को दीर्घकालीन ऋण उपलब्ध कराता है तथा बैंक में सावधि जमा पर अन्य बैंकों व सहकारी बैंकों के सापेक्ष 0.5 प्रतिशत ब्याज अधिक दिया जाता है। बैंक के रीजनल मैनेजर अरुण कुमार निगम ने बताया कि 31 अगस्त 2019 तक सावधि जमा में 7.83 करोड़ रुपए की सावधि जमा मंडल में है। उन्होंने बताया कि बैंक किसानों को लघु सिंचाई, कृषि पंजीकरण, पशुपालन, डेयरी, उद्यानीकरण, डनलप कार्ट ,मुर्गी पालन, ग्रामीण आवास, अकृषि क्षेत्र आदि 14 मदों में ऋण उपलब्ध कराता है।इस अवसर पर बैंक के डिप्टी रजिस्ट्रार कोपरेटिव एनके सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त मेरठ सुभाष चंद्र प्रजापति, अपर जिला अधिकारी गाजियाबाद ,उप जिलाधिकारी हापुड़ व सभी ए0 आर0 उपस्थित रहे।
नगर कांग्रेस कमेटी के द्वारा आज सांसद अहमद पटेल और 3 बार के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई – ख़बरें जरा हटके नगर कांग्रेस कमेटी के द्वारा आज सांसद अहमद पटेल और 3 बार के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई कानपुर:- कांग्रेस पार्टी के स्तम्भ अहमद पटेल और 3 बार के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.. कानपुर महानगर कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता सांसद अहमद पटेल एवं असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन पर कॉंग्रेस मुख्यालय तिलक हाल में शोक सभा आयोजित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजली दी गई। इस अवसर पर अध्यक्ष श्री हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि श्री पटेल और श्री तरुण गोगोई नेहरू गांधी परिवार के अत्यन्त वफादार और कॉंग्रेस के ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी, देश व जनता के हितों के लिए समर्पित कर दिया। अग्निहोत्री ने बताया कि श्री पटेल का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने नगर महापालिका के चुनाव से की थी। बाद में वह गुजरात प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। आपातकाल के बाद 1977 मे हुए चुनाव में वह पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। पटेल 3 बार लोकसभा और 5 बार राज्यसभा से सांसद रहे। वर्तमान में भी वह राज्यसभा के वरिष्ठ सांसद थे। अग्निहोत्री ने कहा कि कॉंग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधीके राजनीतिक सलाहकार के रूप में उनकी सेवाओं को हमेशा याद किया जायेगा। वही तरुण गोगोई को याद करते हुए हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि श्री गोगोई कॉंग्रेस के ऐसे वरिष्ठ नेता थे जिन्होंने लंबे समय तक असम के मुख्यमंत्री के रूप में रिकार्ड बनाया। असम में विकासशील राजनीति, देश में कानून व्यवस्था की दुरुस्ती और उल्फा जैसे आतंकवादी संगठन से शांति वार्ता व आतंकवाद के खात्मे के लिए देश उन्हें हमेशा याद करेगा। बाद में दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई और भावभीनी श्रद्धांजली दी गई। इस अवसर पर प्रमुख रूप से शंकर दत्त मिश्र, अब्दुल मन्नान, इकबाल अहमद, अशोक धानविक, निजामुद्दीन खां, महेंद्र त्रिपाठी पुत्तू, रविन्द्र शुक्ला मुन्ना, राजेश द्विवेदी, रामनारायण जैस, महताब आलम, संदीप चैधरी, राजाराम निगम व संदीप चैधरी आदि मौजूद थे। यह खबर भी पढ़े: उत्तर प्रदेश राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष का, उर्सला अस्पताल का निरीक्षण Tags: Ahamad patel, Har prakash agnihotri, Tarun gogoi, www.localvoicenews.com Previous आर्यनगर विधायक अमिताभ बाजपेयी धरने पर बैठे, कुलीबाजार में हुये हादसे को लेकर पीड़ित परिवारों को मुआवजे की मांग को लेकर
ये हैं बिंदी लगाने के वैज्ञानिक लाभ 1ये हैं बिंदी लगाने के वैज्ञानिक लाभ. Scientific Benefits of Putting Bindi स्त्री की सुंदरता में तब चार चांद लग जाते हैं, जब वह श्रृंगार करने के साथ ही माथे पर बिंदी भी लगाती है। बिंदी को श्रृंगार का एक आवश्यक अंग माना गया है। इसी वजह से महिलाएं और लड़कियां बिंदी लगाती हैं। आमतौर पर बिंदी को लेकर यही मान्यता है कि यह स्त्रियों के सुहाग की निशानी है। वृद्धजन और विद्वान अक्सर कहते हैं कि बिंदी के बिना स्त्रियों का माथा शोभा नहीं देता है। इन्हीं मान्यताओं के चलते बिंदी लगाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। स्त्री के सोलह श्रृंगार बताए गए हैं। इनमें बिंदी का महत्वपूर्ण स्थान है। विवाह से पूर्व लड़कियां बिंदी केवल सौंदर्य में वृद्धि के लिए लगाती हैं, लेकिन विवाह के बाद बिंदी सुहाग की निशानी बन जाती है। इस परंपरा को योग विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो बिंदी का संबंध हमारे मन से जुड़ा हुआ है। मस्तक पर जहां बिंदी लगाई जाती है, वहीं हमारा आज्ञा चक्र स्थित होता है। यह चक्र हमारे मन को नियंत्रित करता है। जब भी हम ध्यान लगाते हैं, तब हमारा ध्यान यहीं केंद्रित होता है। जब भी मन को एकाग्र किया जाता है तो आज्ञा चक्र पर ही दबाव दिया जाता है। इसी आज्ञा चक्र पर स्त्रियां बिंदी लगाती हैं, ताकि उनका मन एकाग्र रहे। महिलाओं का मन अति चंचल होता है। उनका मन बदलने में पलभर का भी समय नहीं लगता। वे एक समय में एक साथ कई विषयों पर चिंतन करती रहती हैं। अत: उनके मन को नियंत्रित और स्थिर रखने के लिए बिंदी लगाना बहुत कारगर उपाय है। इससे मन शांत और एकाग्र बना रहता है। शायद इन्हीं फायदों को देखते हुए प्राचीन ऋषि-मुनियों द्वारा बिंदी लगाने की अनिवार्य परंपरा प्रारंभ की गई है।
क्वेंटिन टारनटिनो के वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड के निर्माण के अंदर देखें - फिल्में और टीवी क्वेंटिन टारनटिनो के वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड के निर्माण के अंदर देखें पिछले साल, क्वेंटिन टारनटिनो ने अपनी नौवीं कृति के साथ हमारी स्क्रीन पर वापसी की, वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड , हॉलीवुड के स्वर्ण युग: 1969 लॉस एंजिल्स में प्रसिद्धि प्राप्त करने के लिए एक फीके टेलीविजन अभिनेता के प्रयास का दस्तावेजीकरण करने वाली फिल्म। अब, टारनटिनो विषयों, अवधारणाओं और प्रेरणाओं का खजाना हमारे लिए फिल्म के निर्माण में एक नई अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाले 30 मिनट के फीचर के रूप में लाया गया है। वृत्तचित्र, शीर्षक फिल्म बनाने के लिए एक प्रेम पत्र, सोनी पिक्चर्स द्वारा जारी किया गया है और के निर्माण में गोता लगाता है वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड . फिल्म के विषयों और विचारों की खोज के साथ-साथ मिनी-डॉक में लियोनार्डो डिकैप्रियो, ब्रैड पिट और मार्गोट रोबी के साथ-साथ टारनटिनो सहित फिल्म के सितारों के साथ साक्षात्कार भी शामिल हैं। यह घोषणा करने के बावजूद कि उनकी दसवीं फिल्म उनकी आखिरी होगी, निर्देशक - जिन्हें सर्वश्रेष्ठ चित्र सहित दस अलग-अलग ऑस्कर श्रेणियों में नामांकित किया गया है - ने खुलासा किया है कि वह एक का निर्देशन कर रहे हैं वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड उपोत्पाद , फिल्म के काल्पनिक टीवी शो के आसपास सेट, इनाम कानून . यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि टारनटिनो लगातार काम कर रहा है, जो कि हमेशा की जाने वाली सफलता को देखते हुए है।
Latest Odisha News in Hindi | Odisha Live Updates in Hindi | Odisha Articles, Photos & Videos at Lokmat News Hindi (लोकमत न्यूज हिन्दी) ओड़िसाFOLLOW Odisha, Latest Hindi News भारत :धन शोधन मामला: ओडिशा के पूर्व विधायक के पास से ED ने जब्त की 133 करोड़ की निधि, जानें पूरा मामला भारत :Brajrajnagar bypoll Election 2022: बीजेडी ने दिवंगत विधायक किशोर मोहंती की पत्नी अलका दिया टिकट, भाजपा ने पांडा पर खेला दांव, जानें समीकरण Brajrajnagar bypoll Election 2022: ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र में इस महीने की 31 तारीख को उपचुनाव है। पिछले साल दिसंबर में किशोर मोहंती के निधन के बाद ब्रजराजनगर में उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी है। ... भारत :'असानी' भीषण चक्रवाती तूफान में बदला, ओडिशा सहित पश्चिम बंगाल में 'अलर्ट' पर खतरे की संभावना कम बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात अब भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है। तेज बारिश और हवाएं चलेंगी। आंध्र प्रदेश में भी कुछ असर नजर आएगा। ... क्राइम अलर्ट :तांत्रिक ने पति को वश में करने के नाम पर महिला के साथ 79 दिनों तक किया रेप, जानिए पूरा मामला ओडिशा के बालासोर जिले में एक तांत्रिक ने महिला को बंद करके उसके बेटे के सामने 79 दिनों तक रेप करने का मामला सामने आया है। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने 6 मई को तांत्रिक के घर पर छापा मारकर महिला और उसके बेटे को छुड़ा लिया लेकिन तांत्रिक मौके से फरार ... क्राइम अलर्ट :ढाई साल के बेटे के सामने तांत्रिक ने महिला से 79 दिन तक किया दुष्कर्म, पीड़िता और बच्चे को कमरे में बंद कर फरार, फोन कॉल से बची जान... पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पति और ससुराल वालों ने पारिवारिक विवाद को सुलझाने के लिए उसे तांत्रिक के साथ रहने के लिए मजबूर किया था। ...
सोमेश्वर: लोद में मंत्री रेखा आर्य ने की हर घर कुकर कार्यक्रम की शुरूआत, 85 परिवारों को मिला लाभ - Pahad Prabhat (पहाड़ प्रभात) सोमेश्वर: लोद में मंत्री रेखा आर्य ने की हर घर कुकर कार्यक्रम की शुरूआत, 85 परिवारों को मिला लाभ SOMESHWAR NEWS: आज गोलज्यु मंदिर लोद में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के द्वारा महिला सशक्तिकरण के सराहनीय प्रयास हर घर परिवार कुकर वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष खडक़ सिंह नेगी, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र कैड़ा, विधायक प्रतिनिधि भुवन जोशी ने ग्राम सभा लोद के 85 परिवारों को प्रेशर कुकर बांटे। उन्होंने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों से भी लोगों को अवगत कराया। यह कार्यक्रम महिला बाल विकास अधिकारी नीमा शाह के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस मौके पर महामंत्री चंदन बिष्ट, उमेश मेहरा, युवा मोर्चा अध्यक्ष नरेंद्र नेगी, ग्राम प्रधान गोपाल नाथ, महेश जोशी, कमल कैड़ा, शंकर मेहरा, योगेश भंडारी, कैलाश भंडारी, ललित मोहन सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं मौजूद रहे। Tags: AMAR UJALA NEWS letest Job Uttarakhand LETEST NEWS AMAR UJALA Letest news uttarakhand Live News Uttarakhand OPEN PRABHAT Pahad prabhat News Uttarakhand live News Uttarakhand news
November 3, 2022 November 25, 2022 Mamta Jain 0 Comments Benefits of Rajma, राजमा खाने के फायदे, राजमा में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं राजमा खाने के फायदे: भारत देश में ही नहीं बल्कि राजमा और चावल पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है यह खाने में इतना स्वादिष्ट होता है कि यह अधिकतर लोगों को बहुत पसंद आता है और इसका स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट होता है राजमा जितना खाने में स्वादिष्ट होता है उसके अंदर उतनी ही विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में पहुंचकर हमें बहुत ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं। Benefits of Rajma. राजमा खाने के फायदे (Rajma Khane Ke Fayde) Benefits of rajma राजमा खाने के फायदे कुछ खाने वाली चीजें ऐसे होते हैं जिनकी बनावट मानव शरीर के किसी न किसी अंग से मिलते जुलते दिखाई देते हैं जैसा कि आपने अखरोट को देखा ही होगा यह फोड़ने में हमारे दिमाग की जैसी बनावट दिखाई देती है और यह हमारे दिमाग के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है इसी प्रकार राजमा की बनावट हमारे लीवर की बनावट के समान होती है इसीलिए यह हमारे लीवर को बहुत ही ज्यादा फायदा पहुंचाता है। यह भी पढ़े – काला अंगूर खाने के फायदे? काले अंगूर में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं? राजमा में पाए जाने वाले पोषक तत्व S.No पोषक तत्व 1 पोषक तत्व 2 फैट 3 कार्बोहाइड्रेट 4 फाइबर 5 कैल्शियम 6 आयरन 7 मैग्नीशियम 8 फास्फोरस 9 पोटैशियम 10 सोडियम 11 जिंक 12 विटामिन C 13 थाइमिन 14 रिबोफ्लेविन 15 नायसिन 16 विटामिन B6 17 फोलेट 18 विटामिन K 19 विटामिन E 20 ऊर्जा पेट को पहुंचाए फायदा राजमा खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है हमारे पाचन क्रिया को दुरुस्त करके हमारी पेट की समस्याओं को सुधारने में मदद करता है इसी वजह से हमें राजमा खाना चाहिए जिससे हमारे शरीर में फाइबर की मात्रा पहुंच सके और हमें पेट की समस्याओं से छुटकारा मिल सके। हड्डियों को मजबूत करने में सहायक यह हमारी हड्डियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है राज में के अंदर कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूत रखने में सहायक होती है इसलिए हमें राजमा का सेवन करना चाहिए जिससे हमारे शरीर के अंदर कैल्शियम की मात्रा पहुंच सके जिससे हमारी हड्डियां मजबूत हो सके। कोलेस्ट्रोल कम करने में मददगार यदि आप राज में का सेवन समय-समय पर करते हैं तो राज्यों में पाया जाने वाला मैग्नीशियम तत्व आपके शरीर में जाकर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सही करने में मददगार होता है और आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है कोलेस्ट्रोल के लेवल कम होने से हमें हार्ट की समस्या होने का खतरा कम हो जाता है इसलिए हमें राजमा का सेवन जरूर करना चाहिए। यह भी पढ़े – किडनी खराब होने से पहले देती है हमारे शरीर में कई संकेत ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक यदि आप ब्लड प्रेशर या फिर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान हैं तो आपको राजमा का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि राजमा के अंदर पोटेशियम, मैग्नीशियम और घुलनशील फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो आपके शरीर में ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में सहायक होता है। शुगर के स्तर को कम करने में सहायक यदि आप आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको और आदमी का सेवन करना चाहिए क्योंकि राजमा आपके शरीर में जाकर शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है और शरीर में शुगर को अवशोषित करने की क्षमता प्रदान करता है जिससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है इसलिए आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए। यह भी पढ़े – अमरूद खाने के फायदे? अमरूद के 9 औषधीय गुणों के बारे में जानकर रह जायेंगे हैरान वजन कम करने में सहायक यदि आप का भजन ज्यादा बढ़ गया है और आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपको अपने आहार में राजमा खाना चाहिए क्योंकि राजमा में फाइबर पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है राजमा में फाइबर के साथ-साथ अन्य खाद्य पदार्थ भी शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं जिससे आपको लंबे समय तक भूख कम लगती है और कैलोरी भी नहीं बढ़ती इससे आप अपना मोटापा आसानी से कम कर सकते हैं। मस्तिष्क के विकास में सहायक जिन व्यक्तियों को राजमा बहुत पसंद है उनको जानकर अच्छा महसूस इसलिए करेंगे क्योंकि राजमा में कॉलिंग नाम का एक पोषक तत्व पाया जाता है जो हमारे दिमाग के विकास करने में सहायक होता है और हमारे नर्वस सिस्टम को भी सही करता है यह हमारे दिमाग के विकास में सहायक सिद्ध हो सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं नियमित रूप से राजमा खाने वालों को यह जानकर हैरानी होगी कि राजमा में पाए जाने वाले पोषक तत्व और विटामिंस हमारे शरीर में जाकर हमारी इम्यूनिटी सिस्टम को दुरुस्त करता है जिससे हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। यह भी पढ़े – करी पत्ता के फायदे? करी पत्ता से बालों को कैसे काला करें? अस्वीकरण – यहां पर दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी है। यहां पर दी गई जानकारी से चिकित्सा कि राय बिल्कुल नहीं दी जाती। यदि आपको कोई भी बीमारी या समस्या है तो आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। Candefine.com के द्वारा दी गई जानकारी किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है। ये थे राजमा खाने के फायदे Follow us on Google News: ← खसखस के फायदे? ये है खसखस खाने के 7 बड़े फायदे बाल क्यों झड़ते हैं? बालों के झड़ने का क्या कारण है जाने इसके बारे में? → Mamta Jain मैं ममता जैन मीडिया क्षेत्र में मैं तीन साल से जुड़ी हुई हूं। मुझे लिखना काफी पसन्द है और अब मैने यही मेरा प्रोफेशन बना लिया है। मैं जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट हूं। हेल्थ, स्वास्थ्य, मनोरंजन, सरकारी योजना, क्रिकेट, न्यूज़ और ब्यूटी पर लिखने में मेरा स्पेशलाइजेशन है। हेल्थ और ब्यूटी से जुड़ी जानकारी जानने के लिए मुझे फॉलो करें।
Kisan Andolan: किसानों और सरकार के बीच वार्ता जारी, कृषि मंत्री ने अन्नदाताओं से की अपने रुख को नरम करने की अपील - Government farmer continue talks agriculture minister narendra singh tomar asked farmer groups to bring flexibility in their stance - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindi Kisan Andolan: किसानों और सरकार के बीच वार्ता जारी, कृषि मंत्री ने अन्नदाताओं से की अपने रुख को नरम करने की अपील Kisan Andolan 2020: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं से अपील की कि वे भी सरकार की तरह इस मामले पर अपने रूख में लचीलापन लाए. Updated: January 15, 2021 4:41 PM IST नई दिल्ली: प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और तीन केंद्रीय मंत्रियों ने तीन नये कृषि कानूनों पर एक महीने से अधिक समय से जारी गतिरोध को दूर करने के लिए वार्ता जारी रखने की शुक्रवार को प्रतिबद्धता व्यक्त की. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं से अपील की कि वे भी सरकार की तरह इस मामले पर अपने रूख में लचीलापन लायें. Also Read - राहुल गांधी ने अनुराग कश्‍यप और तापसी पन्‍नू पर IT Raid को लेकर सरकार पर कसा तंज केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर, रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री तथा पंजाब से सांसद सोम प्रकाश ने करीब 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ शुक्रवार को विज्ञान भवन में नौवें दौर की वार्ता शुरू की. भोजनावकाश से पहले तीनों कृषि कानूनों के बारे में चर्चा हुई. Also Read - Kisan Andolan: किसान आंदोलन से NHAI के सामने बड़ी चुनौतियां, कई प्रोजेक्ट के काम लटके बैठक में हिस्सा लेने वाली अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की सदस्य कविता कुरूंगटी ने कहा, '' सरकार और किसान संगठनों ने सीधी वार्ता की प्रक्रिया जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. '' इससे पहले 11 जनवरी को उच्चतम न्यायालय ने तीन कृषि कानूनों के कार्यान्वयन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी. शीर्ष अदालत ने इस मामले में गतिरोध को समाप्त करने के लिये चार सदस्यीय समिति का गठन किया था. हालांकि, समिति के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपिन्दर सिंह मान ने समिति से अपने को अलग कर लिया था. Also Read - Kisan Andolan: आंदोलन तेज करेंगे किसान- SKM का ऐलान, चुनावी राज्यों में BJP का करेंगे विरोध और 12 मार्च को... पंजाब किसान मोर्चा के बलजीत सिंह बाली ने कहा, ''अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में तोमर जी ने कहा कि आप लगातार कह रहे हैं कि सरकार अड़ी है और इसे प्रतिष्ठा का सवाल बनाये हुए है जबकि हमने आपकी कई मांगों को मान लिया है. क्या आप नहीं समझते कि आपको भी लचीलापन दिखाना चाहिए और केवल कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े नहीं रहना चाहिए. '' किसान नेता दर्शन पाल ने कहा, '' तीनों कानूनों के बारे में अच्छी चर्चा हुई. कुछ समाधान निकलने की संभावना है. हम सकारात्मक हैं.'' एक अन्य किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, '' सरकार ने हमसे कहा कि समाधान बातचीत से निकाला जाना चाहिए, अदालत में नहीं. सभी का समान मत है. कुछ समाधान की संभावना है. '' इससे पहले, आठ जनवरी को हुई वार्ता बेनतीजा रही थी. पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं के पास पिछले एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आठ जनवरी की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका था क्योंकि केंद्र सरकार ने तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग को खारिज कर दिया था और दावा किया था कि इन सुधारों को देशव्यापी समर्थन प्राप्त है. वहीं किसान नेताओं ने कहा कि वह अंत तक लड़ाई के लिये तैयार है और कानूनी वापसी के बिना घर वापसी नहीं होगी. वहीं, उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित समिति में अन्य तीन सदस्यों में शेतकारी संगठन महाराष्ट्र के अध्यक्ष अनिल घनवट, इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्रमोद कुमार जोशी और कृषि अर्थशास्त्री अशोक गुलाटी शामिल हैं. Farmers protestIMFkisan andolanKisan Andolan live newsKisan Andolan live updatesKisan Andolan2020Modi GovernmentNarendra Singh TomarNew Farm Law
मध्य प्रदेश के खरगोन में झिरन्या जनपद पिपरखेड़ा नाका पंचायत के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने मनरेगा जॉबकार्ड पर बॉलीवुड एक्ट्रेस के फोटो चिपका दिए। हद तो तब हो गई, जब इन्होंने दीपिका पादुकोण की फोटो पुरुष हितग्राही के कार्ड में लगा दी। अधिकारियों के सामने करीब एक दर्जन कार्ड ऐसे आए हैं, जिनमें ऐसे फोटो लगाकर लाखों रुपए निकाले गए। आखिर में जिक्र मदर टेरेसा का। उनको 1979 में आज ही के दिन नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। पढ़िए उन्हीं की कही एक बात... महबूबा रख लो, 4जी नेट दे दो; दीपिका-जैकलीन मनरेगा मजदूर; बिहार में मोदी की रैलियां; बाराबंकी में गैंगरेप Reviewed by ALL NATIONAL NEWS on October 16, 2020 Rating: 5
business man person suffering from cancer help to poor people daily in chandigarh, Chandigarh News in Hindi - www.khaskhabar.com हरियाणा Jun 24, 2018 4:11 pmहिन्दी I English Home » Haryana » Chandigarh » business man person suffering from cancer help to poor people daily in chandigarh khaskhabar.com : रविवार, 14 जनवरी 2018 4:55 PM चंडीगढ़| कारोबारी जगदीश लाल आहूजा 83 बरस के हैं और वह पिछले साढ़े तीन दशकों से गरीबों और जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन करा रहे हैं। वह कैंसर से जूझ रहे हैं और अपने सामुदायिक कार्यो को जारी रखने के लिए उन्होंने अपनी कई संपत्तियां बेच दी हैं। इन सबके बावजूद जगदीश लाल आहूजा का उत्साह कम नहीं हुआ है। वह कहते हैं कि यह कार्य उनके जीवन का मिशन है। आहूजा ने चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) के गेट नंबर 2 के बाहर आईएएनएस से कहा, "मैं अपनी आखिरी सांस तक इस लंगर को जारी रखूंगा। यह मुझे सुकून देता है। ईश्वर ने मुझे यह करने के लिए चुना है और मैं इसे जारी रखूंगा।" वह 1981 से चंडीगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में लंगरों का आयोजन कर रहे हैं। आहूजा ने पीजीआई के बाहर रोजाना लंगर लगाना शुरू किया, जहां 2001 से बड़ी संख्या में उत्तर भारत के सभी राज्यों से मरीज और उनके रिश्तेदार लंगर खा रहे हैं। कई गरम कपड़ों में लिपटे आहूजा ने कहा, "मैं यह खुद कर रहा हूं। पिछले कुछ वर्षो में कई लोगों ने मुझसे जुड़ने के लिए मुझे पैसे और अन्य चीजों की पेशकश की लेकिन मैंने किसी से कुछ नहीं लिया। मैं अपने खुद के संसाधनों से यह करना चाहता हूं। मैंने सभी पेशकश को मना कर दिया। मुझे लगता है कि ईश्वर मुझ पर मेहरबान है कि उसने मुझे इस काम को जारी रखने के योग्य बनाया है।" सामुदायिक कार्य करने की प्रक्रिया में आहूजा ने पिछले कुछ वर्षो में अपनी सात संपत्तियां बेच दी हैं। उन्होंने कहा, "मैं पैसे की वजह से इस लंगर में रुकावट नहीं आने दूंगा। हाल के कुछ वर्षो में हमें संख्या कम करनी पड़ी है। पहले हम 1,800 लोगों को भोजन कराते थे, लेकिन अब यह संख्या लगभग 500 हो गई है।" आहूजा का कहना है कि वह प्रतिकूल पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से ज्यादा पढ़ाई नहीं कर सके। आहूजा को निशुल्क लंगर का आयोजन करने की प्रेरणा अपनी दादी माई गुलाबी से मिली, जो अपने गृहनगर पेशावर (अब पाकिस्तान) में गरीब लोगों के लिए लंगरों का आयोजन करती थीं। भोजन में दाल, सब्जियां, चावल, चपाती, केले और हलवा शामिल हैं। बच्चों के लिए आहूजा की पत्नी निर्मल आहूजा गुब्बारे, कैंडी, बिस्किट और अन्य खाद्य सामग्री एसयूवी पिकअप में रखकर लाती हैं। फल के बड़े व्यापारी आहूजा ने कोई साधारण जीवन नहीं जीया है। वह 1947 में बंटवारे के समय अपने जन्मस्थान पेशावर से विस्थापित हो गए थे। उस समय उनकी उम्र 12 वर्ष थी। वह अपने परिवार के साथ शरणार्थी के तौर पर पंजाब के मनसा आ गए। बचपन में वह जीवनयापन करने के लिए रेलवे स्टेशन पर नमकीन दाल बेचा करते थे। वह बाद में पटियाला चले गए और गुड़ और फलों का कारोबार शुरू कर दिया। 1950 के दशक में आहूजा चंडीगढ़ चले गए, उस समय उनकी उम्र 21 वर्ष थी। उन्होंने एक फलों का ठेला ले लिया और केले बेचने शुरू कर दिए। वह कहते हैं, "यहां कोई अच्छी तरह से नहीं जानता था कि केलों को कैसे पकाया जाता है। मैंने यह शुरू किया और अच्छी कमाई करनी शुरू की।" आहूजा को बाद में क्षेत्र का राजा कहा जाने लगा और वह करोड़पति बन गए। उन्होंने कहा, "मैं किसी को भी खाली पेट जाने देना नहीं चाहता। मैंने अपने बचपन में बहुत मुश्किल दौर देखा है। मैं अभी भी वह दिन याद करता हूं। यदि मैं लोगों की परेशानी कम करने के लिए थोड़ा बहुत भी कर सकूं तो मैं करूंगा।" आहूजा 'पीजीआई भंडारे वाले' और 'लंगर बाबा 'के नाम से मशहूर हैं। लंगर के लिए कतार हमेशा लंबी होती है। ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब आहूजा पीजीआई स्थित लंगर स्थल ना आते हों। लंगर के लिए आए कई लोग आहूजा के चरण स्पर्श की कोशिश करते हैं लेकिन आहूजा इससे काफी चिढ़ जाते हैं। उन्हें आमतौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, "कृपया मेरे चरण स्पर्श मत कीजिए। मैं कुछ भी नहीं हूं और मैंने कुछ महान नहीं किया है। ईश्वर से आशीर्वाद लें।" पीजीआई में लगने वाला लंगर आहूजा द्वारा की जाने वाली एकमात्र सामाजिक गतिविधि नहीं है। वह वृद्धाश्रमों को भी आर्थिक मदद देते हैं, बच्चों में फल और कैंडी वितरित करते हैं। लोगों को गर्म कपड़े देते हैं और खुद को कई अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखते हैं। उन्हें चंडीगढ़ प्रशासन, कई अन्य संगठन और लोग सम्मानित भी कर चुके हैं। खुद को वर्चुअली अशिक्षित कहने वाले आहूजा की कार में एक मोबाइल टैबलेट है, जिसमें उनकी बेटी ने उनके सामाजिक कार्यो के वीडियो और तस्वीरें अपलोड की हुई हैं। आहूजा को इन कार्यो में अपनी पत्नी निर्मल का पूरा सहयोग मिला हुआ है। Web Title-business man person suffering from cancer help to poor people daily in chandigarh Tags: person suffering from cancer, person help to poor people, chandigarh top news, chandigarh latest news, businessman jagdish lal ahuja, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, chandigarh news, chandigarh news in hindi, real time chandigarh city news, real time news, chandigarh news khas khabar, chandigarh news in hindi
म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के……. | Harit Shakti आमीर खान की मूवी दंगल को देख प्रभावित हुए अमित सैनी कहते है। म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के……. शामली : जिस प्रकार हरियाणा की गीता और बबीता ने रूढ़िवादी परंपराओं की बेड़ियों को तोड़कर कुश्ती को अपना जुनून बनाया और देश दुनिया में नाम कमाया। उसी तर्ज पर शामली जिले के गांव हसनपुर लुहारी की दंगल गर्ल दो बहनें शगुन और वेदी चल रही हैं। गीता और बबीता फोगाट उनकी आदर्श हैं। दंगल फिल्म देखकर प्रेरित हुए उनके पिता अमित सैनी ने अपनी दोनों बेटियों को पहलवान बनाने की ठानी। एक बहन तो कई दंगल में अपनी प्रतिभा दिखा चुकी है, जबकि दूसरी तैयारी कर रही है। दरअसल जनपद शामली के थाना भवन थाना क्षेत्र के अमित सैनी ने आमिर खान की एक साल पहले आई दंगल मूवी को देखकर उससे प्रेरित होकर अपनी बेटियो को भी गीता और बबीता फोगाट की तरह पहलवान बनाने की ठानी। मासूम पहलवान शगुन ने बताया कि एक साल हुआ होगा दंगल मूवी आई थी। उसमे गीता बबीता के पापा है। वो बालते है। कि म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं मैने सोचा कि हम भी लडको से कम नही है। हम भी प्रैक्टिस करेगे रेसलेर बनेगें। हमे प्रैक्टिस करते हुए 4-5 महीने हो गये है। हमारे घर वाले मेरे पापा हमारा साथ दे रहे है। हम अपने गांव माता पिता स्कूल और जिले का नाम रोशन करना चहाते है। हम तीन बहने है। और दो हम पहलवानी कर रही है। और अगर तीसरी बहन भी कहेगी तो पापा उसे भी करवायेगे। थानाभवन के गांव हसनपुर लुहारी में 12 से 15 अप्रैल तक दंगल का आयोजन हो रहा है। जिसमें आसपास क्षेत्र के पहलवान हिस्सा ले रहे है। खास बात यह है कि दंगल में अमित की बेटी शगुन और वेदी भी अपनी उम्र के पहलवान के साथ हिस्स लिया। गांव हसनपुर लुहारी स्थित श्रीराम मंदिर ग्राउंड पर 12 वर्षीय शगुन पहलवान का मुकाबला अपने से ज्यादा अनुभवी लड़के पहलवान छुटमलपुर के विकास के साथ हुआ। शगुन ने अपने से ज्यादा अनुभव होने के बावजूद विकास को एक मिनट 30 सेकेंड तक चले रोमांचक मुकाबले में धूल चटा दी। इससे पहले वेदी ने भी अपने मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। प्रतियोगिता में मुकाबला हसनपुर लुहारी की वेदी व कादरगढ़ की प्यारला के बीच खेला गया। इस मैच में वेदी ने महज 30 सेकेंड में प्यारला को हराकर मुकाबला अपने नाम किया। पहलवान शगुन व वेदी के पिता ने बताया कि 4-5 महीने से ये बच्ची प्रैक्टिस कर रही है। एक मीहने की प्रैक्टिस के बाद बच्चियो का उस्ताद इन्हे गंगोह लेकर गया था। वहा शगुन ने कुस्ती लडी फिर चरथावल कस्बे मे शगुन को बराबरी पर छोड दिया गया। 12 तारीख से हमारे यहाँ दंगल हो रहा है। कल शगुन ने एक छुटमल पुर के अपने से सीनियर लडके को कुस्ती मे हराया। और आज एक ल्डकी को हराया है। मै ये चहाता हूँ कि मेरी बेटिया अंतरराष्ट्रीय खेले और देश का नाम रोशन करे। अपने क्षेत्र का नाम रोशन करे मै तो अपने बच्चो से ये ही उम्मीद रखता हूँ। वही रेसलर बहनो के उस्ताद अहसान हाशमी ने बताया कि दोनो बहने बहुत मेहनत कर रही है। और एक दिन जरूर देश का नाम रोशन करेगी। अब इन बच्चियो की जिंदगी बदल गई है। पहले जो ये सुबह सात बजे जागती थी अब प्रैक्टिस करने के लिए अलसुबह चार बजे जाग जाती हैं। 4-5 महीने से कुश्ती का अभ्यास कर रही हैं। सुबह चार बजे जागने के बाद दौड़ लगाती हैं। इसके बाद अखाड़े में अभ्यास करती हैं। दोनों बहनों में पहलवान बनने की अच्छी ललक है और वह खूब अभ्यास भी कर रही हैं।
Airsnore के साथ कंपनी इसलिए एक उत्पाद का उत्पादन करती है जो Airsnore से खर्राटों के उद्देश्य से कार्य करता है। Airsnore टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने के लिए विकसित किया गया था, यह एक उत्कृष्ट उपाय है। प्रतिस्पर्धी उत्पाद एक ही समय में अनगिनत शिकायतों को हल करने के लिए बार-बार प्रयास करते हैं। यह एक बहुत बड़ी चुनौती है और, तार्किक रूप से, शायद ही कभी काम करता है। और यह अंततः इस तथ्य की ओर जाता है कि प्रभावी सामग्री का उपयोग केवल बहुत कम या बिल्कुल नहीं किया जाता है, यही वजह है कि ऐसी तैयारी अप्रभावी है। संयोग से, Airsnore के निर्माता खुद को एक ऑनलाइन दुकान में उत्पादों को Airsnore हैं। इसका मतलब है कि आपके लिए सबसे सस्ता खरीद मूल्य है।
उड़न तश्तरी ....: August 2008 कैनिडियन पंडित-विदेशी ब्राह्मण!!! शाम दफ्तर से घर ट्रेन से वापस आ रहा हूँ था. सामने की दो कुर्सियों पर एक प्रेमी युगल आलिंगनबद्ध बैठा है. दो कुर्सियों में दो लोग और फिर भी एक की जगह बाकी?? अजब मंजर है. मन गदगद हो गया कि क्या जज्बा है जन सुविधाओं की सीमांत उपयोगिता का इनमें और एक हम हैं- शुद्ध भारतीय-एक टिकिट में दो सीट में ऐसा पसर कर बैठे हैं, कि दूसरा कोई बैठना चाहे तो एक तो उसका सिकुड़ी छाप होना जरुरी है और साथ ही बीमार भी कि खड़े रह ही नहीं सकते. वो प्रेमी युगल बात बात में एक दूसरे को लिप टू लिप किसिंग कर रहा है. आते ही- एक किस्स, कैसी हो-एक किस्स--मैं ठीक हूँ-एक किस्स-अच्छा लगा तुम ठीक हो-एक किस्स, तुम्हारा ईमेल मिला-एक किस्स. अरे, ईमेल मिलने का किस्स देने लगें तो हमारा तो दिन १५० से कम किस्स में खतम ही न हो और उपर से वो मास फारवर्ड वाले, किस्स करने के लिए एक दो कर्मचारी रखवा कर ही मानें. हर बात पर किस्स!! ट्रेन रुक गई-तो किस्स. ट्रेन चल दी-तो किस्स, ट्रेन चल रही है-तो किस्स, ट्रेन रुकी है-तो किस्स!! गजब है भई!!! मेरी आँख किताब में गड़ी, कान उनकी बातों पर टिके और ट्रेन अपनी रफ्तार में दौड़ी. बीच बीच में कनखियों से उन पर नजर. सीधे भी नजर रखे रहता तो उनको कोई फर्क न पड़ता मगर मेरे हिन्दुस्तानी संस्कार आड़े आ रहे थे. उसने कहा-मैं अपना पैक्ड खाना ले आया हूँ-एक किस्स-फ्री मिला-एक और किस्स-सो गुड-एक किस्स-तुम क्या बनाओगी अपने लिए-एक किस्स- चिकिन बेक्ड-सो डिलिसियस-एक किस्स-कीप द लेफ्ट ओवर फॉर टुमारो लंच-मेरा खाना बाहर है-एक और गहरा किस्स. किस्स किस्स किस्स!! मन तो किया कि पूछूँ-क्यूँ भई आप ये करते करते बोर नहीं हो जाते. मगर उनका जबाब क्या होगा, यही न कि जब भी बोर होते हैं-एक किस्स!! सो नहीं पूछा. गिनते गिनते गिनती खत्म होने को आई, मगर उनके किस्स का आदान प्रदान खत्म न हुआ. धन्य है-४५ मिनट के सफर में जितने किस्स उन्होंने किये-और हम अतीत में झांक कर देखते हैं तो हमारे और पत्नी के बीच सारे जीवन के किस्स-हम हार गये. कॉस्य पदक की तो छोड़ो-क्वालिफाई तक नहीं कर रहे. भारतीय हैं तो ओलंपिक हॉकी की भांति ही बुरा नहीं लगा. अमरीकन होते तो डूब मरते मगर हारना भी एक आदात होता है, एक सांस्कृतिक विरासत होता है जो हमें भारतीय होने की वजह से स्वतः प्राप्त है- सो चल गया. ये दीगर बात है कि महर्षि वात्सायन ने कामसूत्र हमारे मोहल्ले में बैठ कर लिखी थी- सो तो हॉकी के जादूगर ध्यान चन्द भी हमारे ही स्कूल से पढ़े थे. हम ऐसा सोचने लगे कि ये दोनों सारा होमवर्क यहीं ट्रेन में निपटा लेंगे तो घर जाकर करेंगे क्या? लाईफ स्टाईल मैग्जीन ने ज्ञानवर्धन किया कि पति महोदय घर जाकर बियर पीते हुए सोफे पर बैठ कर टी वी पर बास्केट बॉल देखेंगे और पत्नी सिर्फ अपने लिए खाना बनाते हुए अपनी सहेली से नई रेसिपि पर फोन पर बात करेगी. फिर थक कर दोनों सो जायेगे और सुबह ५ बजे उठकर दफ्तर जाने की जद्दोजहद. कठिन जिन्दगी है!! आत्मग्लानि आत्मविश्लेषण की जननी है-इस सिद्धांत के तहत हम आत्मविश्लेषण करने में जुट गये. पिछले बरस भी एक ऐसा ही जोड़ा जो बात बात में या बात बेबात में चुम्बन यज्ञ मे बिला जाता था, सामने बैठा करता था. इस बरस, दोनों सामने से हट कर कुछ दूर वाली सीट पर बैठते हैं अलग अलग दिशा में मगर अपने अपने नये साथियों के साथ. क्रियायें और भंगिमाऐं प्रायः वही हैं. निष्कर्ष स्वरुप जिस फल की प्राप्ति मैने की, वह आम से कम मीठा मगर फिर भी मीठा सा ही नजर आया. मुझे यह कैनेडियन पंडित यानि विदेशी ब्राह्मण टाइप आईटम लगे. वो पंडित जो दिन भर मंदिर में राम राम जपते हैं मगर दिल में बस एक उम्मीद कि कोई जजमान फंसे और वो उसे लूटें. सारा जैव रस इसी लूटम लाट को निछावर. भगवान गये तेल लेने, नोट आयें तो काम बने. भगवान का नाम नोट लाने के हाईवे की तरह- बस, दौड़े चले जाओ. छल एवं दिखावा ही परम धर्म!! ये वो साधु संत हैं, जो यह बताने के लिए लाखों रुपये बतौर फीस लेते हैं कि धन की जीवन में कोई महत्ता नहीं-धन त्यागो और बैकुंठ का फ्री पास लो. रोज सुबह टीवी पर दाढ़ी खुजाते उज्जवल सफला वस्त्र धारण किए और अपने नाम के साथ महाराज या बापू जोड़े गाँधी जी को गाली बकते सबको ब्रह्मचर्य का पाठ पढ़ाते और अपने बेटे पर कोई कंट्रोल बिन हवा में पिचकारी चलाते सभी प्रकार के धतकर्मों में लीन ये बाबा, बिल्कुल ऐसे ही नजर आते हैं. वो सारा जीवन रस जो हम पति पत्नी अपने रिश्तों क दीर्घजीवी बनाये रखने के लिए सरेस की तरह बचाये रखते हैं, उसे ये किसिंग में लुटाये दे रहे हैं. यह पंडितों की तरह मंत्रोच्चार के दिखावे के बिलिवर हैं और हम एक आम भक्त जो दिल में श्रृद्धा को जगह देता है, मौन रहता है और परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करता है कि हमारा वैवाहिक जीवन सुखमय बीते की तरह. भले हम बास्केट बॉल न देख पायें, मगर जो भी रुखी सूखी मिले, मिल बांट कर खायें. आधा तुम, आधा हम. साधु संत तुम्हें मुबारक-हमें हमारी मुक्ति का मार्ग मालूम है. परिवार बंधा रहे-बच्चे लोन मुक्त पढ़कर परिवार के साथ यथा संभव रहते रहें, अपने परिवारिक दायित्व समझें और उन दायित्वों के प्रति सजग रहें और हम उन पर भरसंभव बोझ न बन मार्गदर्शक बनें रहें, इसे ही हम मुक्ति का मार्ग समझते हैं और हम इससे खुश हैं. आपको आपकी कनैडियन पंडिताई और संतई मुबारक...एन्जॉव्य किजिये. हेव फन!!! हेव एनदर किस्स!! नोट:कनाडा में कम उपलब्ध गरमियाँ चल रही हैं. शायद एक दो हफ्ते के और मजे. फिर वही ठंड और सब घर में पैक. अतः सप्ताहंत घूमने फिरने और बाह्य कार्यक्रमों में उपयोग किये जा रहे हैं. अभी राजधानी ऑटवा से तीन दिन बाद वापस आया हूँ, अतः पिछले तीन दिन से कोई टीप नहीं कर पाया अब कोशिश कर कुछ देखता हूँ कल!!! अगला सप्ताहंत भी लॉस वेगस (विश्व की जुआ राजधानी) का कार्यक्रम है. प्रस्तुतकर्ता Udan Tashtari पर 8/25/2008 08:45:00 pm 101 टिप्पणियाँ इस संदेश के लिए लिंक लेबल: इधर-उधर, कहानी, जरा हट के, यूँ ही, व्यंग्य, हास्य-विनोद, hasya, hindi laughter, satire, story अंदर की बात!!! आज आपके मास्साब छुट्टी पर है इसलिए आज आपकी निबंध की क्लास मैं लूँगा. मैं छात्रों को बता रहा हूँ. आज का विषय है: 'अंदर की बात एवं बाहर की बात' क्या आप में से कोई छात्र इस विषय पर कुछ कह सकता है? 'सर, परिभाषा तो नहीं मगर उदाहरण से बता सकता हूँ.' यह वही छात्र है जिसने पिछली बार निबंध में टॉप किया था. मैं बहुत खुश हुआ कि अगर उदाहरण से बता देगा तो परिभाषा सिखाना तो बहुत आसान हो जायेगा. 'सर, आपने अभी कहा कि मास्साब छुट्टी पर हैं, यह बाहर की बात है और असल में मास्साब को छुट्टी पर भेजा गया है क्यूँकि उन पर हमारे निबंध चुरा कर छापने की इन्क्वायरी चल रही है, यह अंदर की बात है.' चुप रहो-मैं मास्साब की बची खुची इज्जत पर डांट का पैबंद लगाने की मित्रवत कोशिश करता हूँ. तुम लोग बस शारीफ लोगों को बदनाम करना जानते हो. अब मैं उनको बोलने का मौका न देते हुए परिभाषा पर आ जाता हूँ: दरअसल, बाहर की बात वह होती है जो अंदर से आती है बाहर सबको बतलाने के लिए और सामन्यतः उसी के द्वारा भेजी जाती है, जिसके विषय में बात है. अंदर की बात सामन्यतः बाहर से बाहर के लिए आती है और सामन्यतः अंदर से टूटे हुए व्यक्ति द्वारा भेजी जाती है. उदाहरण के लिए, संसद में चमका चमका कर दिखाया गया कि हमें १ करोड़ घूस दी गई. यह बाहर की बात कहलाई एवं यह उन्हीं के द्वारा कही गई जिन्हें घूस मिली. इसमें अंदर की बात यह है कि घूस दरअसल २५ करोड़ मिली और यह बात उसने बताई जिसने घूस दिलवाने के लिए अंदर के आदमी का काम किया-देयता और ग्रेहता के बीच सेतु के समान. मगर सर हमने तो सुना था कि अंदर की बात अक्सर अफवाह होती है! यह फिर वही विद्व छात्र पूछ रहा है. बेटा, अंदर की बात स्वभाववश अफवाह जैसी ही लगती है किन्तु अफवाह और अंदर की बात के बीच एक बारीक धागे जैसी लकीर का विभाजन है इसे ज्ञानी लोग समझ जाते हैं और मौका देख कर किनारा कस लेते हैं जैसे अडवानी जी ने इस घूस कांड में किया. अफवाह अक्सर कोरी बकवास होती है जबकि अंदर की बात मूलतः ठोस. अतः यह अंतर करना सीखना परम आवश्यक है और यह मात्र अनुभव से आ सकता है. जिस तरह घाघ नेता बनने की कोई किताबी पाठशाला नहीं है, बस अनुभव से बना जा सकता है, ठीक वैसे ही इसे पहचानने के लिए भी मात्र अनुभव की ही आवश्यक्ता है. जैसे उदाहरण के तौर पर अमरीका का कहना कि इराक के पास वेपन ऑफ मास डिस्ट्रक्शन हैं, यह बाहर की बात थी असल में अंदर की बात यह थी कि इराक के पास तेल के लबालब कुएं थे, जिस पर अमरीका की नजर थी. एक अन्य उदाहरण के माध्यम से यह बात समझने की कोशिश करो कि अडवानी जी चिल्ला रहे थे कि परमाणु करार नहीं होना चाहिये, यह बाहर की बात थी यानि मात्र जनता के लिए दिखावा. पुख्ता बात यह थी कि होना तो चाहिये मगर हमारे शासन काल में, न कि कांग्रेस के. बाहर की बात है मनमोहन सिंग कहते है यह परमाणु संधि देश हित में है. इसमें अंदर की बात का विशिष्ट उदाहरण है कि मैडम ने ऐसा कहने को कहा है बाकि तो मनमोहन सिंग को खुद नहीं मालूम कि किसके हित में है. यह अपने आप में एक विचित्र उदाहरण है. ऐसा ही अपवाद एक और है कि जब अंदर की बात कई बार अंदर से ही धीरे से बाहर करवा दी जाती है बाहर वाले के द्वारा जो अंदर का आदमी होता है-जैसे कि अडवानी जी नहीं चाहते कि मायावती प्रधान मंत्री बने. मगर सर, यह बात तो बाहर से बाहर आई थी, बालक कुतहलवश पूछ रहा है. हाँ मगर भिजवाई तो अंदर ही से थी, मैने बताया. अन्य भारतीय समस्यायों के जंजाल में फंसी आम जनता जिस तरह इन नेताओं की चालों और बयानों से कन्फ्यूज होकर चुप बैठ जाती है, कुछ वैसे यह छात्र भी अपनी कुर्सी पर वापस बैठ गया. इसी तरह अपवादवश कभी बाहर की बात बाहर से ही अंदर वाला बाहर वालों के लिए अंदर के व्यक्ति के द्वारा कहलवा देता है जिसका उम्दा उदाहरण अटल जी के समस्त संदेश स्व. महाजन जी द्वारा प्रसारित किए जाना था. अब बालक और ज्यादा कन्फ्यूज था, शायद किसान होता तो आत्महत्या कर लेता मगर सारांश में इतना समझ पाया कि बाहर की बात झूठी और अंदर की बात सच्ची, अगर अफवाह न हुई तो और अफवाह और अंदर की बात के बीच भेद करना अभी उसके लिए बिना अनुभव के संभव नहीं. फिर भी हिम्मत जुटा कर वो पूछ ही लेता है कि फिर वो मास्साब की चोरी की इन्क्वायरी वाली बात तो अंदर की बात कहलाई. मुझे जबाब नहीं सुझता और मैं सर दर्द का बहाना बना कर निकल लेता हूँ यह कहते हुए कि जब तुम्हारे मास्साब आ जायें, तो उनसे पूछ लेना. प्रस्तुतकर्ता Udan Tashtari पर 8/20/2008 09:45:00 pm 82 टिप्पणियाँ इस संदेश के लिए लिंक लेबल: कहानी, व्यंग्य, हास्य-विनोद, hasya, hindi laughter, hindi satire, hindi story, vyangya बुधवार, अगस्त 13, 2008 बारिशों का मौसम है... न तो साहित्यकार हूँ और न ही कवि. एक आम अदना सा ब्लॉगर हूँ. दिन भर मौका निकाल निकाल कर बाकी ब्लॉग्स पर ताका झाँकी करता रहता हूँ, आहें भरता हूँ कि हाय हसन, यूँ हम क्यूँ न हुए? एक से एक लिख्खाड़, एक से एक कवि, एक से एक आवाज के धनी पॉड कास्टर और उन सब से बढ़ कर एक से एक शब्दों के जादूगर गद्यकार. नाम तो खैर किसी का नहीं लेता मगर सब मिल जुल कर एक ही काम करते हैं: मेरा खून जलाते हैं और मैं सोचता रह जाता हूँ फिर वही..काश!!! हम ये क्यूँ न हुए. यह सब तो बस सोच की बातें हैं. शायद और भी ऐसा ही सोचते हों. मुझे क्या पता. कुछ दिन पहले महावीर जी और प्राण शर्मा जी से बात चलती थी. वो ऑन लाईन मुशायरा कर रहे थे. बड़ा भव्य आयोजन किया. मुझे जैसे कवि को भी न जाने किस सोच में आमंत्रित कर लिया और मैने अपने आपको धन्य महसूस किया. उनकी गल्ती और धन्य हम हो लिये. बड़े बड़े कवि/ कवियत्री शिरकत कर रहे थे, हम भी बीच में ठस लिये. अपनी सबसे बेहतरीन, अपनी समझ से, कविता भेज दी. तब पता चला कि लिस्ट से नाम कट जायेगा क्यूँकि बारिश पर लिखना है. समय कम, पुरानी लिखी में कोई बारिश पर लिखी नहीं..क्या करें. लगे जल्दी जल्दी लिखने. आखिर ऐसे मौके कब आ पाते हैं जब इतने बड़े नामों के साथ आप खड़े हों और इतने नामी गिरामी आय्जक आपको निमंत्रण दें. जल्दी जल्दी जो बन पड़ा, भेज दिया. आप भी पढ़ें और इन पॉड कास्टरर्स के चलते, सुनें भी: पहले बारिश पर एक दोहा सुनें: बारिश बरसत जात है, भीगत एक समान, पानी को सब एक हैं, हिन्दु औ' मुसलमान. अब एक गीत: बारिशों का मौसम है प्रिय! तुम चले आओ.. सांस सावनी बयार, बन के कसमसाती है प्रीत की बदरिया भी ,नित नभ पे छाती है इस बरस तो बरखा का ,तुमहि से तकाजा है मीत तुम चले आओ ,ज़िन्दगी बुलाती है खिल उठे हैं फूल फूल, भ्रमर गुनगुनाते हैं रिम झिमी फुहारों की, सरगमें सुनाते हैं उमड़ घुमड़ के घटा, भी तो यही कहती है साज बन के आ जाओ, रागिनि बुलाती है. झूम रही है धरा ,ओढ़ के हरी ओढ़नी किन्तु है पिपासित बस ,एक यही मोरनी इससे पहले दामिनी ,नभ से दे उलाहने प्रीत बन चले आओ, प्रेयसि बुलाती है पुनः एक बार आभार, महावीर जी का और प्राण शर्मा जी का. यहाँ सुनिये यह कविता: प्रस्तुतकर्ता Udan Tashtari पर 8/13/2008 08:55:00 pm 79 टिप्पणियाँ इस संदेश के लिए लिंक लेबल: कविता, नव-कविता, यूँ ही, hindi poem, kavita, poem अब के कर दिये हो, चलो कोई बात नहीं. अगली बार ऐसा मत करना माई बाप. भारी नौटंकी है बेटा होना भी. यह बात तो वो ही जान सकता है जो बेटा होता है. देखो तो क्या मजे हैं बेटियों के. १८ साल की हो गई मगर अम्मा बैठा कर खोपड़ी में तेल घिस रहीं हैं, बाल काढ़ रही हैं, चुटिया बनाई जा रही है और हमारे बाल रंगरुट की तरह इत्ते छोटे कटवा दिये गये कि न कँघी फसे और न अगले चार महिने कटवाना पड़े. घर में कुछ टूटे फूटे, कोई बदमाशी हो बस हमारे मथ्थे कि इसी ने की होगी. फिर क्या, पटक पटक कर पीटे जायें. पूछ भी नहीं सकते कि हम ही काहे पिटें हर बार? सिर्फ यही दोष है न कि बेटवा हैं, बिटिया नहीं. जब देखो तब, सारा फेवर लड़की को. अरे बेटा, कुछ दिन तो आराम कर ले बेचारी, फिर तो पराये घर चले जाना है. उनके लिए खुद से क्रीम पावडर सब ला ला कर रखें और वो दिन भर सजें. सिर्फ इसलिये कि कब लड़के वालों को पसंद आ जाये और उसके हाथ पीले किये जायें. हम जरा इत्र भी लगा लें तो दे ठसाई. पढ़ने लिखने में तो दिल लगता नहीं. बस, इत्र फुलेल लगा कर शहर भर लड़कियों के पीछे आवरागर्दी करते घूमते हो. आगे से ऐसे नजर आये तो हाथ पैर तोड़ डालूंगा-जाओ पढ़ाई करो. बिटिया को बीए करा के पढ़ाई से फुरसत और बड़े खुश कि गुड सेकेंड डिविजन पास हो गई. हम बी एस सी मे ७०% लाकर पिट रहे हैं कि नाक कटवा दी. अब बाबू के सिवा तो क्या नौकरी मिलेगी. अभी भी मौका है थोड़ा पढ़ कर काम्पटिशन में आ जाओ, जिन्दगी भर हमारी सीख याद रखोगे. पक गया मैं तो बेटा होकर. जब कहीं पार्टी वगैरह में जाओ कोई देखने वाला नहीं. कौन देखेगा, कोई लड़की तो हैं नहीं. -लड़का लड़की को देखे तो आवारा कहलाये और कोई लड़की देखे तो उनकी नजरे इनायत. -लड़की चलते चलते टकरा जाये तो मुस्कराते हुए सॉरी और हम टकरा जाये तो 'सूरदास है क्या बे!! देख कर नहीं चल सकता.' ऑफिस में अगर लड़की हो तो बॉस तमीज से बात करे, कॉफी पर ले जाये और फटाफट प्रमोशन. सब बस मुस्कराते रहने का पुरुस्कार और हम डांट खा रहे हैं कि क्या ढ़ीट की तरह मुस्कराते रहते हो, शरम नहीं आती. एक तो काम समय पर नहीं करते और जब देखो तब चाय के लिए गायब. क्या करें महाराज, रोने लगें? बताओ? अगर पति सही आईटम मिल जाये तो ऑफिस की भी जरुरत नहीं और आराम ही आराम. जब जो जी चाहे करो बाकी तो नौकर चाकर संभाल ही रहे हैं. आखिर पतिदेव आईटम जो हैं. जब मन हो सो कर उठो, चाय पिओ, नाश्ता करो और फिर ठर्रा कर बाजार घूमों, टीवी देखो, ब्लॉगिंग करो..फिर सोओ. रात के लिए क्या बनना है नौकर को बता दो, फुरसत!! क्या कमाल है, वाह. काश, हम लड़के भी यह कर पायें. क्या क्या गिनवाऊँ, पूरी उपन्यास भर जायेगी मगर दर्द जरा भी कम न होगा. रो भी नहीं सकता, वो भी लड़कियों को ही सुहाता है. उससे भी उनके ही काम बनते हैं. हम रो दें तो सब हँसे कि कैसा लड़का है? लड़का हो कर रोता है. बंद कर नौटंकी. भर पाये महाराज!! बस प्रभु, मेरी प्रार्थना सुन लो-अगले जनम मोहे बेटवा न कीजो. हाँ मगर ध्यान रखना महाराज, रंग रुप देने में कोताहि न बरतना-इस बार तो लड़के थे, चला ले गये. लड़की होंगे तो तुम्हारी यह नौटंकीबाजी न चल पायेगी. जरा ध्यान रखना, वर्कमैनशिप का. उपर वाली फोटू को सुपरवाईजरी ड्राईंग मानना, विश्वकर्मा जी. १९/२० चलेगा-खर्चा पानी अलग से देख लेंगे. ब्लॉगिंग स्पेशल: अगर लड़की होऊँ तो कुछ भी लिखूँ, डर नहीं रहेगा. अभी तो नारी शब्द लिखने में हाथ काँप जाते हैं. की-बोर्ड थरथरा जाता है. हार्ड डिस्क हैंग हो जाती है कि कहीं ऐसा वैसा न लिख जाये कि सब महिला ब्लॉगर तलवार खींच कर चली आयें. हालात ऐसे हो गये हैं कि नारियल तक लिखने में घबराहट होती है कि कहीं नारियल का 'यल' पढ़ने से रह गया, तो लेने के देने पड़ जायेंगे. इस चक्कर में कई खराब नारियल खा गये मगर शिकायत नहीं लिखी अपने ब्लॉग पर. चित्र साभार: गुगल ईमेज प्रस्तुतकर्ता Udan Tashtari पर 8/07/2008 08:47:00 pm 131 टिप्पणियाँ इस संदेश के लिए लिंक लेबल: यूँ ही, हास्य-विनोद, hasya, hindi laughter सोमवार, अगस्त 04, 2008 कुछ तो बदलना चाहिये!! मित्र के पिता जी नहीं रहे. यूँ भी एक न एक दिन तो नहीं ही रहना था-काल करे सो आज कर-की तर्ज पर आज ही नहीं रहे. सामने सामने प्यार से सब उन्हें बाबू जी कहते थे. बहुत ही भले आदमी थे हर स्वर्गवासी की तरह. अंतर बस इतना था कि वो जब तक जिन्दा रहे, दूसरों की तकलीफों के प्रति अति संवेदनशील थे. मरने के बाद का पता नहीं मगर शायद मरते वक्त उन्हें आभास नहीं हो पाया होगा कि वो जा रहे हैं अन्यथा मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि किसी को कोई तकलीफ न हो इसलिये वो खुद ही पाँच मिनट पहले बस से शमशान चले जाते और चिता पर लेट कर ही अंतिम सांस लेते याने कि पर-तकलीफ के प्रति संवेदनशीलता की पराकाष्टा. अन्य मित्रों की भाँति मैं भी शमशान गया था उनको अंतिम विदाई देने. बिल्कुल गमगीन चेहरा, आँख पर काला चश्मा और मूँह में पान मसाला कि भूले से भी कोई शब्द न फूटे. बस, मौन की आवाज, सामने जलती चिता, हवाओं की सरसराहट, पसीने की चिपचिप और शमशान का सन्नाटा. गम का इससे बेहतर सीन क्या हो सकता है? पूरा माहौल सेट मगर कुछ नालायक किसम के लोग पास ही खड़े हँसी मजाक भी कर रहे थे और अनाप शनाप राजनिती से लेकर शहर की बिजली, पानी की कभी न हल हो सकने वाली शास्वत समस्या पर कभी न खत्म होने वाली शास्वत बातचीत. मुझे ऐसे लोग पसंद नहीं. अरे भाई, गम का माहौल है, कुछ देर मत हंसों, कुछ देर इन समस्याओं को दर किनार करो. गम में शामिल रहो. ऐसे नहीं चुप रह सकते तो पान दबा लो सुरती वाला मगर चुप रहो. खराब लगता है जिसके घर गमी हुई है उसे. उसकी मजबूरी है वो चाह कर भी हँस नहीं सकता और उसे तो मूँह उतारे खड़े ही रहना है और तुम हो कि मूँह बाये तो ऐसा कि बंद ही नहीं कर रहे हो. वो तो खुद ही जल्दी में है, आधे घंटे भी उसे भारी लग रहे हैं. क्या तुम उतना भी साथ नहीं दे सकते? कैसे दोस्त हो यार? देखा नहीं, कितनी फटाफट धोती पहनी. चिता के दो चक्कर काट कर लगे पंडित की तरफ देखने और फिर उसके कहने पर दौड़ कर तीसरा चक्कर काटा. फट से दाग दी और जल्दी आग पकड़े इसलिये दनादन धौंख मरवाई. इधर से घी डालो, उधर से घी डालो-ये दूसरे भाई बोल रहे हैं जिन्होंने दाग नहीं दी. वो भी लगे हैं जल्दी आग पकड़े. पांच मिनट पहले से ही कपाल क्रिया के लिये लट्ठ उठाये खड़े पंडित जी की तरफ ताक रहे हैं कि कब वो कहें और ये सर फोड़े. चंदन फैंके और घर निकलें. गर्मी भी तो कितनी है? सर पर सीधे तपता सूरज और सामने चिता का ताप. बाप रे बाप!! बाबू जी तो निकल लिये और सुना है उपर तो बढ़िया ठंडक रहती है. हवाई जहाज में बाहर का तापमान बताता है एकदम ठंडा हर समय, तब ये तो उससे भी उपर निकले हैं. न धूल, न धक्कड़-पोल्यूशन फ्री-कूल कूल. अब तक तो वो डेस्टीनेशन पर टच कर रहे होंगे-कोई भारतीय रेल से तो गये नहीं हैं कि चले जा रहे हैं-गंतव्य आ ही नहीं रहा या फिर नोयडा से कनॉट प्लेस जा रहे हों कि ट्रेफिक में फंसे के फंसे ही रह गये और सुबह से शाम हो ली. फिर सब लोग वहीं पेड़ के नीचे जमा हुए. भाषण अधिभार हमारा क्षेत्र था सो चबूतरे पर मित्र हमारे बाजू में सर झुकाये खड़े हो लिये और बोले हम, भारी भर्राई आवाज में: " बाबू जी नहीं रहे. वे व्यक्ति नहीं, एक युग थे. आज एक युग समाप्त हुआ आदि आदि जरुरी व्यवहारिक फैशनारुप नियमित अंतिम क्रिया के बाद की बातें. आदतन बीच में एक पुराना शेर भी ठेल दिया: दो पल बैठी, चहचहाई और उड़ चली" कवियों के साथ ये बीमारी है. मंच दिखा, श्रोता दिखे और मन मचल उठता है. सो, मैं बीमार, लोभ संवरण न कर पाया. फिर कब अस्थि संकलन है आदि के बाद दो मिनट के नाम पर ३० सेकेंड का मौन रख फुर्ती से विदाई. खैर, बाबू जी चले गये ठंडे में और पीछे रह गये उनके पुत्र याने हमारे मित्र गर्मी में-एकदम खड़ी धूप. यही होता है जब गर्मी में सर से साया हट जाये. शायद किसी के बुजुर्ग ऐसी ही गरमी में निकल लिये होंगे और शमशान चिंतन तो जग प्रसिद्ध है, तब उसी चिंतन के क्षणों में उसने यह कहावत रची होगी: "बुजुर्ग एक वट वृक्ष से साये की तरह होते हैं." इस बीच एक दो बार और भी उनके घर जाना हुआ. सब रिश्तेदारों का जमावड़ा. कहीं नाश्ता चाय. कहीं मामा गाना अच्छा गाते हैं, तो उनको घेरे रिश्तेदार लोग गाना सुन रहे हैं. कहीं बड़े दिनों बाद मिल रहे कजिन्स ताश जमाये बैठे हैं. कोई अनजान हो, तो समझे घर में शादी है. बात यूँ निकल पड़ी कि आज उनकी तेहरवीं थी. मित्र ने सर मुंडवा रखा था. बकौल कई दोस्त, उस पर यह स्टाईल बहुत सूट कर रही थी. एकदम कूल ड्यूड. बड़े बेहतरीन बेहतरीन व्यंजन मनुहार कर कर के खिलाये जा रहे थे. हमारे मित्र प्रसन्न मुद्रा में सभी आंगतुकों का स्वागत कर रहे थे. चेहरे पर वही पुरानी मुस्कान. हँसी ठ्ट्ठे की फुहार हर तरफ. हमने भी लुत्फ उठाया स्वादिष्ट व्यंजनों का. बकौल हमारे मित्र याने दिवंगत के पुत्र, शहर के सबसे बेहतरीन केटरर ने जो बनाया था, फिर लज़ीज तो होना ही था. वाह!! निकल पड़ा हमारे मूँह से अनायास ही. पता चला चमचम बनारस से बुलवाये हैं. कहिन कि बाबू जी को बहुत पसंद थे. पता नहीं कब पसंद थे, हमारे होश में तो हमने उन्हें मुहल्ले की हलवाई की दुकान पर जाते तक कभी नहीं देखा, फिर बनारस के चमचम पसंद, वो भी ठेठ जबलपुरिया को-जो कभी जबलपुर के बाहर गया ही नहीं. सारे रिश्ते-नातेदार यहीं. उनकी लीला वो जाने, हमें तो चमचम बहुत पसंद आये. दो खा लिये. चलते चलते वे हमसे पूछ बैठे-"और कब तक हो इंडिया में?" हमने बताया कि अभी तो अप्रेल के आखिर तक हैं तो बड़े खुश हो लिये और कहने लगे कि चलो, अब आज सब झंझट से फुरसत हुए जा रहा हूँ. तुम तो जानेते ही हो कि कब से यह सब लफड़े लगे थे..पहले तो पिता जी बहुत दिन बीमार रहे फिर ......खैर, बस एकाध दिन में सब रिश्तेदार निकल लें तो बैठते हैं तुम्हारे साथ फिर महफिल जमें. वो जो बोतल कनाडा से लाये हो, वो तो रखी होगी न कि साफ हो गई. मैं उस दुखी मित्र (अरे भाई, उसके पिता को गुजरे अभी मात्र १३ दिन ही तो हुए हैं) को यह बता कर और दुखी नहीं करना चाहता था कि ४ महिने हो गये हैं हमें आये. अगर न भी साफ करते तो अल्कोहल तो अब तक हवा में ही उड़ लेती, और बोतल मिलती ऐसी ही खाली. इसलिये, हाँ में हाँ मिला कर चल दिया. सोचता हूँ कि हम सब भी एक न एक दिन किसी न किसी के लिये ऐसे ही लफड़े साबित होंगे और वो भी फुरसत होकर महफिल जमाने की फिराक में लगेंगे. बस, यह शेर याद आ लिया: देखो भाईया, सब कुछ पारी पारी है... आज तेरी है तो कल मेरी बारी है.... शायद वक्त आ गया है कि पुरातन परंम्पराओं को कुछ आसान किया जाये इसके पहले कि हमारी खुद की फजीहत हो. पुनश्चः : किसी की भावनाओं को आघात पहुँचाना इस आलेख का उद्देश्य कतई नहीं है. बस जैसा देखा और जैसा मन में आया कि बदलना चाहिये, उस हिसाब से लिख दिया. प्रस्तुतकर्ता Udan Tashtari पर 8/04/2008 08:50:00 pm 80 टिप्पणियाँ इस संदेश के लिए लिंक लेबल: इधर-उधर, व्यंग्य, हास्य-विनोद, hindi laughter, hindi thoughts, random thoughts, satire, thoughts, vyangya
WWE Legend Randy Ortan claims John Cena in 10 times better than Roman Reigns in SmackDown, "रोमन रेंस से जॉन सीना 10 गुना बेहतर हैं" - WWE दिग्गज ने यूनिवर्सल चैंपियन की बेइज्जती करते हुए बनाया मजाक × हिन्दी Follow Us Create Notifications New User posted their first comment this is comment text Link 👍 Approve 👎 Reject & ban ❌ Delete Log in Manage your profile Editing Story Queue Video Queue Editing Stats Writer Home SEO Redirection Admin Wiki Edits Taxonomy Home Edit Site Menu Mapping Dashboard Tag Pages Footer Dashboard Trending Dashboard Community Social Feed Queue Feed Center Notification Center Affiliate Home Manage Pages Bottom Tagline Dash Timeless Stories Logout WWE WWE SmackDown न्यूज़ "Roman Reigns से John Cena 10 गुना बेहतर हैं" - WWE दिग्गज ने यूनिवर्सल चैंपियन की बेइज्जती करते हुए बनाया मजाक By Ujjaval Palanpure Modified 15 May 2022 Follow Us 1 Comment Share WWE दिग्गज ने रोमन रेंस की बेइज्जती की WWE SmackDown का अंतिम एपिसोड जबरदस्त रहा था। कई लोगों को एपिसोड का मेन इवेंट काफी ज्यादा पसंद आया था। इस सैगमेंट के दौरान रैंडी ऑर्टन (Randy Orton) ने रोमन रेंस (Roman Reigns) की बुरी तरह बेइज्जती कर दी थी और अपने पुराने दुश्मन जॉन सीना (John Cena) को उनसे बेहतर बताया था। इसपर फैंस ने जबरदस्त तरीके से प्रतिक्रिया दी थी। WWE दिग्गज रैंडी ऑर्टन ने जॉन सीना को रोमन रेंस से 10 गुना बेहतर बताया View this post on Instagram Instagram Post SmackDown के अंतिम एपिसोड में रोमन रेंस और द उसोज़ का सैगमेंट देखने को मिला था। इसी दौरान रोमन रेंस ने प्रोमो कट करते हुए बताया था कि उन्होंने WWE में ढेरों सुपरस्टार्स को हराया है। उन्होंने यहां जॉन सीना और ब्रॉक लैसनर जैसे बड़े दिग्गजों को पराजित करने के बारे में भी बात की थी। साथ ही बताया था कि अब कोई भी ऐसा सुपरस्टार नहीं है जिन्हें रोमन ने नहीं हराया है। बाद में रैंडी ऑर्टन और रिडल ने एंट्री की। इसी समय रोमन रेंस हंस रहे थे और उसपर रैंडी ऑर्टन ने कहा, "मुझे दिख रहा है कि तुम मुस्कुरा कर रहे हो और बता रहे हो कि तुमने जॉन सीना की बुरी हालत की हुई है लेकिन जॉन सीना तुमसे 10 गुना बेहतर हैं और तुम अपने पूरे करियर में वहां तक नहीं पहुंच पाओगे। तुम्हें इसका यकीन करना होगा।" उन्होंने सैगमेंट में आते ही रोमन रेंस की बुरी तरह बेइज्जती कर दी थी। इसके बाद सैगमेंट जारी रहा और लगातार RK-Bro को फैंस की ओर से काफी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। अंत सही मायने में काफी शॉकिंग था। द उसोज़ ने RK-Bro की चुनौती को स्वीकारा और अगले हफ्ते के लिए टैग टीम टाइटल यूनिफिकेशन मैच को तय किया। View this post on Instagram Instagram Post बाद में उसोज़ ने कहा था कि वो डबल चैंपियन बनेंगे। जिमी ने दावा किया कि ब्लडलाइन के तीनों सदस्यों के पास दो-दो टाइटल्स रहेंगे। रोमन रेंस ने इसी वजह से अपने टाइटल्स को ऊपर किया लेकिन इतनी देर में रिडल ने घुटने से रोमन के चेहरे पर हमला कर दिया। बाद में दोनों रिंग छोड़कर चले गए। यह सैगमेंट जबरदस्त रहा था और ऑर्टन की उस लाइन को हमेशा फैंस द्वारा याद किया जाएगा। WWE और रेसलिंग से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के साथ-साथ अपडेट्स, लाइव रिजल्ट्स को हमारे Facebook page पर पाएं।
Bhagavad Gita Hindi Chapter 3 Verse 20 || भगवद् गीता 3.20 ⮪ BG 3.19 Bhagwad Gita Hindi BG 3.21⮫ ।।3.20।। व्याख्या कर्मणैव हि संसिद्धिमास्थिता जनकादयः आदि पद प्रभृति (आरम्भ) तथा प्रकार दोनोंका वाचक माना जाता है। यदि यहाँ आये आदि पदको प्रभृति का वाचक माना जाय तो जनकादयः पदका अर्थ होगा जिनके आदि(आरम्भ) में राजा जनक हैं अर्थात् राजा जनक तथा उनके बादमें होनेवाले महापुरुष। परन्तु यहाँ ऐसा अर्थ मानना ठीक नहीं प्रतीत होता क्योंकि राजा जनकसे पहले भी अनेक महापुरुष कर्मोंके द्वारा परमसिद्धिको प्राप्त हो चुके थे जैसे सूर्य वैवस्वत मनु राजा इक्ष्वाकु आदि (गीता 4। 12)। इसलिये यहाँ आदि पदको प्रकार का वाचक मानना ही उचित है जिसके अनुसार जनकादयः पदका अर्थ है राजा जनकजैसे गृहस्थाश्रममें रहकर निष्कामभावसे सब कर्म करते हुए परमसिद्धिको प्राप्त हुए महापुरुष जो राजा जनकसे पहले तथा बादमें (आजतक) हो चुके हैं।कर्मयोग बहुत पुरातन योग है जिसके द्वारा राजा जनकजैसे अनेक महापुरुष परमात्माको प्राप्त हो चुके हैं। अतः वर्तमानमें तथा भविष्यमें भी यदि कोई कर्मयोगके द्वारा परमात्माको प्राप्त करना चाहे तो उसे चाहिये कि वह मिली हुई प्राकृत वस्तुओं(शरीरादि) को कभी अपनी और अपने लिये न माने। कारण कि वास्तवमें वे अपनी और अपने लिये हैं ही नहीं प्रत्युत संसारकी और संसारके लिये ही हैं। इस वास्तविकताको मानकर संसारसे मिली वस्तुओंको संसारकी ही सेवामें लगा देनेसे सुगमतापूर्वक संसारसे सम्बन्धविच्छेद होकर परमात्मप्राप्ति हो जाती है। इसलिये कर्मयोग परमात्मप्राप्तिका सुगम श्रेष्ठ और स्वतन्त्र साधन है इसमें कोई सन्देह नहीं।यहाँ कर्मणा एव पदोंका सम्बन्ध पूर्वश्लोकके असक्तो ह्याचरन्कर्म पदोंसे अर्थात् आसक्तिरहित होकर कर्म करनेसे है क्योंकि आसक्तिरहित होकर कर्म करनेसे ही मनुष्य कर्मबन्धनसे मुक्त होता है केवल कर्म करनेसे नहीं। केवल कर्म करनेसे तो प्राणी बँधता है कर्मणा बध्यते जन्तुः (महा0 शान्ति0 241। 7)।गीताकी यह शैली है कि भगवान् पीछेके श्लोकमें वर्णित विषयकी मुख्य बातको (जो साधकोंके लिये विशेष उपयोगी होती है) संक्षेपसे आगेके श्लोकमें पुनः कह देते हैं जैसे पीछेके (उन्नीसवें) श्लोकमें आसक्तिरहित होकर कर्म करनेकी आज्ञा देकर इस बीसवें श्लोकमें उसी बातको संक्षेपसे कर्मणा एव पदोंसे कहते हैं। इसी प्रकार आगे बारहवें अध्यायके छठे श्लोकमें वर्णित विषयकी मुख्य बातको सातवें श्लोकमें संक्षेपसे मय्यावेशितचेतसाम् (मुझमें चित्त लगानेवाले भक्त) पदसे पुनः कहेंगे।यहाँ भगवान् कर्मणा एव के स्थानपर योगेन एव भी कह सकते थे। परन्तु अर्जुनका आग्रह कर्मोंका स्वरूपसे त्याग करनेका होने तथा (आसक्तिरहित होकर किये जानेवाले) कर्मका ही प्रसङ्ग चलनेके कारण कर्मणा एव पदोंका प्रयोग किया गया है। अतः यहाँ इन पदोंका अभिप्राय (पूर्वश्लोकके अनुसार) आसक्तिरहित होकर किये गये कर्मयोगसे ही है।वास्तवमें चिन्मय परमात्माकी प्राप्ति जड कर्मोंसे नहीं होती। नित्यप्राप्त परमात्माका अनुभव होनेमें जो बाधाएँ हैं वे आसक्तिरहित होकर कर्म करनेसे दूर हो जाती हैं। फिर सर्वत्र परिपूर्ण स्वतःसिद्ध परमात्माका अनुभव हो जाता है। इस प्रकार परमात्मतत्त्वके अनुभवमें आनेवाली बाधाओंको दूर करनेके कारण यहाँ कर्मके द्वारा परमसिद्धि(परमात्मतत्त्व) की प्राप्तिकी बात कही गयी है।परमात्मप्राप्तिसम्बन्धी मार्मिक बातमनुष्य सांसारिक पदार्थोंकी प्राप्तिकी तरह परमात्माकी प्राप्तिको भी कर्मजन्य मान लेते हैं। वे ऐसा विचार करते हैं कि जब किसी बड़े (उच्चपदाधिकारी) मनुष्यसे मिलनेमें भी इतना परिश्रम करना पड़ता है तबअनन्तकोटि ब्रह्माण्डनायक परमात्मासे मिलनेमें तो बहुत ही परिश्रम (तप व्रत आदि) करना पड़ेगा। वस्तुतः यही साधककी सबसे बड़ी भूल है।मनुष्ययोनिका कर्मोंका घनिष्ठ सम्बन्ध है। इसलिये मनुष्ययोनिको कर्मसङ्गी अर्थात् कर्मोंमें आसक्तिवाली कहा गया है रजसि प्रलयं गत्वा कर्मसङ्गिषु जायते (गीता 14। 15)। यही कारण है कि कर्मोंमें मनुष्यकी विशेष प्रवृत्ति रहती है और वह कर्मोंके द्वारा ही अभीष्ट वस्तुओंको प्राप्त करना चाहता है। प्रारब्धका साथ रहनेपर वह कर्मोंके द्वारा ही अभीष्ट सांसारिक वस्तुओंको प्राप्त भी कर लेता है जिससे उसकी यह धारणा पुष्ट हो जाती है कि प्रत्येक वस्तु कर्म करनेसे ही मिलती है और मिल सकती है। परमात्माके विषयमें भी उसका यही भाव रहता है और वह चेतन परमात्माको भी जड कर्मोंके ही द्वारा प्राप्त करनेकी चेष्टा करता है। परन्तु वास्तविकता यही है कि परमात्माकी प्राप्ति कर्मोंके द्वारा नहीं होती। इस विषयको बहुत गम्भीरतापूर्वक समझना चाहिये।कर्मोंसे नाशवान् वस्तु(संसार) की प्राप्ति होती है अविनाशी वस्तु(परमात्मा) की नहीं क्योंकि सम्पूर्ण कर्म नाशवान् (शरीर इन्द्रियाँ मन आदि) के सम्बन्धसे ही होते हैं जबकि परमात्माकी प्राप्ति नाशवान्से सर्वथा सम्बन्धविच्छेद होनेपर होती है।प्रत्येक कर्मका आरम्भ और अन्त होता है इसलिये कर्मके फलरूप प्राप्ति होनेवाली वस्तु भी उत्पन्न और नष्ट होनेवाली होती है। कर्मोंके द्वारा उसी वस्तुकी प्राप्ति होती है जो देशकाल आदिकी दृष्टिसे दूर (अप्राप्य) हो। सांसारिक वस्तु एक देश काल आदिमें रहनेवाली उत्पन्न और नष्ट होनेवाली एवं प्रतिक्षण बदलनेवाली है। अतः उसकी प्राप्ति कर्मसाध्य है। परन्तु परमात्मा सब देश काल वस्तु व्यक्ति आदिमें परिपूर्ण (नित्यप्राप्त) (टिप्पणी प0 150) एवं उत्पत्तिविनाश और परिवर्तनसे सर्वथा रहित हैं। अतः उनकी प्राप्ति स्वतःसिद्ध है कर्मसाध्य नहीं। यही कारण है कि सांसारिक पदार्थोंकी प्राप्ति चिन्तनसे नहीं होती जबकि परमात्माकी प्राप्तिमें चिन्तन मुख्य है। चिन्तनसे वही वस्तु प्राप्त हो सकती है जो समीपसेसमीप हो। वास्तवमें देखा जाय तो परमात्माकी प्राप्ति चिन्तनरूप क्रियासे भी नहीं होती। परमात्माका चिन्तन करनेकी सार्थकता दूसरे (संसारके) चिन्तनका त्याग करानेमें ही है। संसारका चिन्तन सर्वथा छूटते ही नित्यप्राप्त परमात्माका अनुभव हो जाता है।सर्वव्यापी परमात्माकी हमसे दूरी है ही नहीं और हो सकती भी नहीं। जिससे हम अपनी दूरी नहीं मानते उस मैंपनसे भी परमात्मा अत्यन्त समीप हैं। मैंपन तो परिच्छिन्न (एकदेशीय) है पर परमात्मा परिछिन्न नहीं हैं। ऐसे अत्यन्त समीपस्थ नित्यप्राप्त परमात्माका अनुभव करनेके लिये सांसारिक वस्तुओंकी प्राप्तिके समान तर्क तथा युक्तियाँ लगाना अपनेआपको धोखा देना ही है।सांसारिक वस्तुकी प्राप्ति इच्छामात्रसे नहीं होती परन्तु परमात्माकी प्राप्ति उत्कट अभिलाषामात्रसे हो जाती है। इस उत्कट अभिलाषाके जाग्रत् होनेमें सांसारिक भोग और संग्रहकी इच्छा ही बाधक है दूसरा कोई बाधक है ही नहीं। यदि परमात्मप्राप्तिकी उत्कट अभिलाषा अभी जाग्रत् हो जाय तो अभी ही परमात्माका अनुभव हो जाय।मनुष्यजीवनका उद्देश्य कर्म करना और उसका फल भोगना नहीं है। सांसारिक भोग और संग्रहकी इच्छाके त्यागपूर्वक परमात्मप्राप्तिकी उत्कट अभिलाषा तभी जाग्रत् हो सकती है जब साधकके जीवनभरका एक ही उद्देश्य परमात्मप्राप्ति करना हो जाय। परमात्माको प्राप्त करनेके अतिरिक्त अन्य किसी भी कार्यका कोई महत्त्व न रहे। वास्तवमें परमात्मप्राप्तिके अतिरिक्त मनुष्यजीवनका अन्य कोई प्रयोजन है ही नहीं। जरूरत केवल इस प्रयोजन या उद्देश्यको पहचान कर इसे पूरा करनेकी ही है।यहाँ उद्देश्य और फलेच्छा दोनोंमें भेद समझ लेना आवश्यक है। नित्य परमात्मतत्त्वको प्राप्त करनेका उद्देश्य होता है और अनित्य (उत्पत्तिविनाशशील) पदार्थोंको प्राप्त करनेकी फलेच्छा होती है। उद्देश्य तो पूरा होता है पर फलेच्छा मिटनेवाली होती है। स्वरूपबोध और भगवत्प्राप्ति ये दोनों उद्देश्य हैं फल नहीं। उद्देश्यकी प्राप्तिके लिये किया गया कर्म सकाम नहीं कहलाता। इसलिये निष्काम पुरुष(कर्मयोगी) केसभी कर्म उद्देश्यको लेकर होते हैं फलेच्छाको लेकर नहीं।कर्मयोगमें कर्मों(जडता) से सम्बन्धविच्छेदका उद्देश्य रखकर शास्त्रविहित शुभकर्म किये जाते हैं। सकाम पुरुष फलकी इच्छा रखकर अपने लिये कर्म करता है और कर्मयोगी फलकी इच्छाका त्याग करके दूसरोंके लिये कर्म (सेवा) करता है। कर्म ही फलरूपसे परिणत होता है। अतः फलका सम्बन्ध कर्मसे होता है। उद्देश्यका सम्बन्ध कर्मसे नहीं होता। निष्कामभावपूर्वक केवल दूसरोंके हितके लिये कर्म करनेसे परमात्मा दूर है यह धारणा दूर हो जाती है।लोकसंग्रहमेवापि संपश्यन्कर्तुमर्हसि लोक शब्दके तीन अर्थ होते हैं (1) मनुष्यलोक आदि लोक (2) उन लोकोंमें रहनेवाले प्राणी और (3) शास्त्र (वेदोंके अतिरिक्त सब शास्त्र)। मनुष्यलोककी उसमें रहनेवाले प्राणियोंकी और शास्त्रोंकी मर्यादाके अनुसार समस्त आचरणों (जीवनचर्यामात्र) का होना लोकसंग्रह है।लोकसंग्रहका तात्पर्य है लोकमर्यादा सुरक्षित रखनेके लिये लोगोंको असत्से विमुख करके सत्के सम्मुख करनेके लिये निःस्वार्थभावपूर्वक कर्म करना। इसको गीतामें यज्ञार्थ कर्म के नामसे भी कहा गया है। अपने आचरणों एवं वचनोंसे लोगोंको असत्से विमुख करके सत्के सम्मुख कर देना बहुत बड़ी सेवा है क्योंकि सत्के सम्मुख होनेसे लोगोंका सुधार एवं उद्धार हो जाता है।लोगोंको दिखानेके लिये अपने कर्तव्यका पालन करना लोगसंग्रह नहीं है। कोई देखे या न देखे लोकमर्यादाके अनुसार अपनेअपने (वर्ण आश्रम सम्प्रदाय आदिके अनुसार) कर्तव्यका पालन करनेसे लोकसंग्रह स्वतः होता है।कोई भी कर्तव्यकर्म छोटा या बड़ा नहीं होता। छोटासेछोटा और बड़ासेबड़ा कर्म कर्तव्यमात्र समझकर (सेवाभावसे) करनेपर समान ही है। देश काल परिस्थिति अवसर वर्ण आश्रम सम्प्रदाय आदिके अनुसार जो कर्तव्यकर्म सामने आ जाय वही कर्म बड़ा होता है। कर्मके स्वरूप और फलकी दृष्टिसे ही कर्म छोटा या बड़ा घोर या सौम्य प्रतीत होता है। (टिप्पणी प0 151) फलेच्छाका त्याग करनेपर सभी कर्म उद्देश्यकी सिद्धि करनेवाले हो जाते हैं। अतः जडतासे सम्बन्धविच्छेद करनेमें छोटेबड़े सभी कर्म समान हैं।किसी भी मनुष्यका जीवन दूसरोंकी सहायताके बिना नहीं चल सकता। शरीर मातापितासे मिलता है और विद्या योग्यता शिक्षा आदि गुरुजनोंसे मिलती है। जो अन्न ग्रहण करते हैं वह दूसरोंके द्वारा उत्पन्न किया गया होता है जो वस्त्र पहनते हैं वे दूसरोंके द्वारा बनाये गये होते हैं जिस मकानमें रहते हैं उसका निर्माण दूसरोंके द्वारा किया गया होता है जिस सड़कपर चलते हैं वह दूसरोंके द्वारा बनायी गयी होती है आदिआदि। इस प्रकार प्रत्येक मनष्यका जीवननिर्वाह दूसरोंके आश्रित है। अतः हरेक मनुष्यपर दूसरोंका ऋण है जिसे उतारनेके लिये यथाशक्ति दूसरोंकी निःस्वार्थभावसे सेवा (हित) करना आवश्यक है। अपने कहलानेवाले शरीरादि सम्पूर्ण सांसारिक पदार्थोंको किञ्चिन्मात्र भी अपना और अपने लिये न माननेसे मनुष्य ऋणसे मुक्त हो जाता है।सम्बन्ध कर्म करनेसे लोकसंग्रह कैसे होता है इसका विवेचन भगवान् आगेके श्लोकमें करते हैं।
Health Benefits Of Drinking Kiwi Juice Editorial23 Apr 2021, 16:09 IST गर्मियों में कीवी फल का सेवन बेहद लाभदायक माना जाता है। यहां जानिए इसके फायदे और कीवी फल का जूस बनाने की विधि। कीवी फल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। यह स्वादिष्ट फल बाजार में सालभर मिलता है। गर्मियों के मौसम में कीवी फल का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका सेवन शरीर को ठंडा रखता है। कीवी फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें कैलोरी बहुत कम पाई जाती है। कीवी का सेवन वजन कम करने और पाचन तंत्र को सही रखने में भी मददगार है। आज के अपने आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि 100 ग्राम किवी फल में कितनी मात्रा में तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा कीवी फल खाने से शरीर को कौन-कौन से फायदे होते हैं। साथ ही गर्मियों में कीवी फल से कैसे ड्रिंक बनाकर पीने स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। 100 ग्राम कीवी फल में पोषक तत्व कैलोरी की मात्रा- 61 फैट- 0.5 कार्बोहाइड्रेट की मात्रा- 15 ग्राम इसे भी पढ़ें: गर्मियों में जरूर करें अंगूर का सेवन, एक्सपर्ट ने बताए फायदे कीवी के सेवन से होने वाले फायदे कीवी फल में विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है। कीवी फल का जूस पीने से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है और पेट की समस्याएं दूर होती हैं। इसके सेवन से कब्ज और गैस की समस्या दूर होती है। गर्मियों में रोजाना कीवी का सेवन बेहद फायदेमंद है। कीवी का जूस इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा यह डायबिटीज और हृदय रोग के लिए भी फायदेमंद है। कीवी के जूस में मैग्नीशियम और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। अगर आप लैपटॉप पर ज्यादा करते हैं और आपकी आंखों पर ज्यादा जोर पड़ता है। ऐसे में कीवी का जूस बेहद फायदेमंद है। इससे विजन लॉस की समस्या से भी बचाव होता है। प्लेटलेट्स कम होने पर कीवी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके सेवन से शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से बढ़नी लगती हैं।
बजट 2021: टैक्स में राहत चाहता है ऑटो सेक्टर, क्या वित्त मंत्री पूरी कर पाएंगी उनकी उम्मीदें » News Media24 Updated Mon, 25 Jan 2021 11:16 AM IST एक फरवरी 2021 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद भवन में बजट 2021 पेश करेंगी। कोविड 19 के चलते ऑटो सेक्टर को काफी नुकसान हुआ। ऐसे में आगामी बजट से ऑटो सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं। सरकारों के इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस को बढ़ता देख इसमें राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही हैं। ऐसे में अगर जीएसटी की दरें कम की जाती है तो इससे गाड़ियों के दाम कम होंगे। ऐसे में लोग कम कीमत पर इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां खरीद सकेंगे। पिछले दिनों इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां को प्रमोट करने को लेकर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार 15 साल से पुराने वालों को हटाने की योजना को जल्द ही मंजूरी देगी। उन्होंने कहा, 'हमने प्रस्ताव पेश कर दिया है और मैं उम्मीद कर रहा हूं कि जल्द ही हमें स्क्रैपिंग नीति के लिए मंजूरी मिल जाएगी। ' इस नीति के तहत कार, ट्रक और बस जैसे 15 साल से पुराने वाहनों को सड़क से हटाने का प्रस्ताव है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बजट में सरकार व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी लेकर आएगी। अगर इस दिशा में बजट में फैसला लिया जाता है तो इस सेक्टर में जान आ जाएगी। जीएसटी घटाकर 18 फीसदी करने की मांग मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑटो सेक्टर जीएसटी में भी कटौती की मांग कर रहा है। कोरोना के बाद लोगों ने पर्सनल व्हीकल को रखना शुरू किया है। जिसके चलते पहली बार गाड़ी खरीदने वालों की संख्या में काफी तेजी आई है। वर्तमान में व्हीकल पर लगभग 28 फीसदी का जीएसटी लगता है। ऑटो इंडस्ट्री की मांग है कि अगर इसे घटाकर 18 फीसदी कर दिया जाता है तो मांग में जबरदस्त तेजी आएगी। सिंथेटिक्स उत्पादों में आयात शुल्क हो कम इसके आलावा यह भी उम्मीद की जा रही कि भारत में तकनीकी संबंधी उत्पादों की मांग को बढ़ावा देने के लिए सिंथेटिक्स उत्पादों और बेस तेलों पर आयात शुल्क कम किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा परिदृश्य में, अर्थव्यवस्था को महामारी के प्रभाव के बाद विकास की गति बढ़ाने की सख्त जरूरत है। "सरकार को ग्रीनर मोबिलिटी के लिए वित्तीय प्रोत्साहन के साथ ई-बाइक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग प्रोत्साहन नीतियां को लागू करना चाहिए। ग्राहकों को सीधे ई-बाइक की सवारी करने और खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन पारित किया जाना चाहिए। यदि हम प्रदूषण मुक्त स्थानों की ओर बढ़ना चाहते हैं और ऊर्जा का उपयोग कम करना चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक बाइक को व्यापक तौर पर अपनाने का ही एकमात्र विकल्प है। ई-मोबिलिटी के दृष्टिकोण से, सरकार को फेम-2 प्रोग्राम के तहत सभी तरह की सब्सिडी और लाभ इलेक्ट्रिक साइकिल को भी प्रदान करने चाहिए। चूंकि ई-बाइक बहुत कम गति दायरे में काम करती हैं, इसलिए उन्हें फेम-2 प्रोग्राम के लाभों को दायरे में शामिल नहीं किया जाता है। इससे निर्माताओं को अपनी ई-बाइक को अंतिम उपभोक्ताओं (एंड-यूजर्स) तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी। इको-फ्रेंडली होने के अलावा, ई-बाइक ट्रैफिक जाम और रेंज डिसऑर्डर के मुद्दे को भी हल करती है (एक ऐसा मुद्दा जो ईवी इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण है) क्योंकि उन्हें बैटरी चार्ज के बिना भी पैडल किया जा सकता है। " –अंकित कुमार, सीईओ, GoZero Mobility budget 2021 with amar ujala budget with amar ujala Business Diary Hindi News Business Diary News in Hindi Business News in Hindi union budget 2021 with amar ujala union budget with amar ujala
18 वर्षीय किशोरी की हत्या, आरोपी ने गला घोंटकर उतारा मौत के घाट | 18-year-old girl murdered, accused strangled to death | 18 वर्षीय किशोरी की हत्या, आरोपी ने गला घोंटकर उतारा मौत के घाट 18 वर्षीय किशोरी की... 18 वर्षीय किशोरी की हत्या, आरोपी ने गला घोंटकर उतारा मौत के घाट 15 Oct 2021 2:27 PM GMT राजस्थान के बूंदी जिले में एक घर में सोते समय 18 वर्षीय किशोरी की कथित रूप से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। यौन उत्पीड़न की आशंका से अभी इनकार नहीं किया जा सकता। घटना उस समय हुई जब किशोरी अपने कमरे में सो रही थी और उसका चाचा बाहर बरामदे में था। पुलिस उपाधीक्षक और सर्किल अधिकारी कैलाश चंद जाट के मुताबिक, रात में कुछ लोगों ने किशोरी के घर में घुसकर उसका गला घोंट दिया। सुबह जब उसका चाचा उठा तो उसने किशोरी को मृत पाया। उसके शव के पास रस्सी के दो टुकड़े पड़े थे। रात के समय जब वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय किशोरी के माता-पिता और भाई अपने खेत में फसल की रखवाली कर रहे थे। परिवार ने किसी भी संभावित संदिग्ध का नाम नहीं लिया है। नैनवा थाना प्रभारी बृजराज सिंह ने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। Tagsराजस्थान बूंदी जिले 18 वर्षीय किशोरी की हत्या राजस्थान न्यूज़ राजस्थान बिग न्यूज़ Rajasthan Bundi district 18 year old teenager murdered Rajasthan News Rajasthan Big News
पूर्व विधायक माविया अली ने उठाया जबरन सीमा वृद्धि का मुद्दा राजस्थान CM गहलोत- केंद्र ने किसानों से बातचीत शुरू करने में काफी देरी कर दी - 3 mins ago दिल्लीः मदरसे में भेजे जाने से नाराज लड़के ने छोड़ा घर, मुंबई में भिखारी के रूप में मिला - 12 mins ago एक नजर में जानें कृषि कानून से कैसे जुड़ा है किसानों का हित, दिल्‍ली की सीमाओं पर मचा है बवाल - 17 mins ago Ganesha Chalisa: बुधवार के दिन जरूर पढ़ें श्री गणेश चालीसा, होती है हर मनोकामना पूर्ण - 34 mins ago फिल्म अभिनेता-बीजेपी सांसद सनी देओल कोरोना संक्रमित - 41 mins ago डाक बंगले पर डीएम-एसएसपी देवबंद में नगरवासियों से बातचीत करते हुए। देवबंद [24CN] : गुरुवार को पीडब्लूडी गैस्ट हाउस में डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी डा. एस चनप्पा ने फ्रांस के विरोध को लेकर नगर में अल्पसंख्यक वर्ग सहित नगर के गणमान्य लोगों की बैठक बुलाई। इस दौरान फ्रांस को लेकर हो रहे धरना-प्रदर्शन को चर्चा की। बैठक में डीएम अखिलेश सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते भीड़ एकत्र करने से बचना चाहिए। और शासन एवं स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन पर पूर्ण अमल करना चाहिए। एसएसपी डा. एस चनप्पा ने कहा कि शांति बनाए रखना आवश्यक है। और सभी को शांति बनाने में प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी कानून को हाथ में लेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि बीते शुक्रवार को नगर में शांति पूर्वक विरोध जता कर ज्ञापन दिया जा चुका है। शुक्रवार (आज) कोई कार्यक्रम नहीं है। जनप्रतिनिधियों ने फ्रांस के राष्ट्रपति के कृत्य का विरोध करने के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा फ्रांस के समर्थन में खड़े होने पर अफसोस जताया। पूर्व विधायक माविया अली ने विश्वास दिलाया कि नगर में आपसी सौहार्द कायम रहेगा। और यदि कभी कोई कार्यक्रम किया गया तो प्रशासन को उसकी जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने डीएम से कहा कि सत्ता पक्ष जबरन नगर की सीमा वृद्धि के नाम पर शासनादेश की अवहेलना कर प्रस्ताव पर हंगामा करने का षड़यंत्र रच रहा है। इस दौरान एसडीएम आलोक कुमार, सीओ रजनीश उपाध्याय, कोतवाली प्रभारी अशोक सोलंकी, निरीक्षक डीसी कुमार, निरीक्षक संजय सिंह, श्री मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मेला ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सतेंद्र शर्मा, जमाल नासिर उस्मानी, ईदगाह कमेटी प्रबंधक हाजी अनस, खुर्रम उस्मानी, कलीम कुरैशी और मोहम्मद राहिल समेत अन्य मौजूद रहे।
Dhanbad News In Hindi : Collector reached the district hospital, saw the rapid response team's test kit, talked to patients and went well | जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर, रैपिड रिस्पांस टीम की जांच किट देखी, मरीजों से बात कर हालचाल जाना - Dainik Bhaskar Collector reached the district hospital, saw the rapid response team's test kit, talked to patients and went well निरीक्षण / जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर, रैपिड रिस्पांस टीम की जांच किट देखी, मरीजों से बात कर हालचाल जाना नारायणपुर. कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन की अवधि में जिला अस्पताल में आमजनों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लेने शुक्रवार की दोपहर कलेक्टर अभिजीत सिंह जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने यहां गंभीर और आकस्मिक चिकित्सा के लिए दिये जा रहे इलाज सेवाओं के अलावा आवश्यक होने पर संक्रमण प्रभावित मरीजों का आइसोलेशन और उपचार की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। साथ ही कोविड-19 वार्ड और 20 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड भी देखकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान इलाज के लिए भर्ती मरीजों से भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना। पोषण पुनर्वास केन्द्र का भी किया निरीक्षण कलेक्टर ने पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) का भी निरीक्षण कया। इस दौरान उन्होंने देखा कि कुछ बेड खाली है, उसके संबंध में जानकारी ली। बताया गया कि कोरोना संक्रमण के चलते आंगनबाड़ी बंद होने के कारण प्रतीक्षा सूची नहीं है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर रेडी-टू-इट का वितरण कर रही है। उसी के साथ-साथ वे उनके इलाके के गंभीर और कुपोषित बच्चों की भी जानकारी एकत्रित कर ऐसे बच्चों की सूची दें, ताकि उन बच्चों को माताओं के साथ पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) लाया जाये और उन्हें गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार देकर सुपोषित किया जाए।
बंगाल में इस साल नहीं होंगी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं, प्र बंगाल में इस साल नहीं होंगी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं, प्रमोट होंगे छात्र-छात्राएं कोलकाता । इस साल कोरोना महामारी की वजह से पश्चिम बंगाल में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगी। छात्र छात्राओं को मूल्यांकन कर अगली श्रेणी में प्रमोट कर दिया जाएगा। हालांकि विद्यार्थियों के मूल्यांकन का निर्णय विशेषज्ञ कमेटी आगामी एक सप्ताह में करेगी।
Coronalockdown: The bride and groom took seven rounds under the shadow of sanitizer and mask in Bihar - Coronalockdown: बिहार में सैनिटाइजर और मास्क के साए में दूल्हा-दुल्हन ने लिए सात फेरे - TV9 Bharatvarsh बिहार में कोरोना (Coronavirus) संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यही कारण है कि सरकार और प्रशासन लॉकडाउन का पालन में कोई भी कोताही बरतना नहीं चाह रही है. राज्य में अब तक कोरोना वायरस वायरस संक्रमितों की संख्या 72 तक पहुंच गई है. लॉकडाउन के दौरान ही विवाह के शुभ मुहूर्त आने के कारण कई शादियां भले ही टल गई हों लेकिन कई लोग पवित्र रिश्ते में बंधने से भी नहीं चूक रहे है. ऐसा ही एक विवाह नवादा में संपन्न हुआ जहां ना बाराती आए और ना ही बैंड बाजा बजा. वधू ने मेंहदी लगे हाथों को सैनिटाइज किया. दूल्हा-दुल्हन ने मास्क लगा कर शादी की रस्में आदा करने के बाद सात जन्मों के लिए एक-दूजे के हो गए. नवादा जिले के हिसुआ के बाजार काली स्थान की रहने वाली श्वेता कुमारी की शादी शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना के झंडा चौक के हनुमान गली निवासी गौरव कुमार से तय हुई थी. शादी की तिथि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू प्रथम चरण के लॉकडाउन की अंतिम तिथि यानी 14 अप्रैल के बाद 15 अप्रैल को रखी गई, लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से दोनों पक्ष परेशानी में आ गए. इस दौरान दोनों परिवारों ने लॉकडाउन (Lockdown) का पालन करने और विवाह भी संपन्न कराने को राजी हुए. वर पक्ष ने इसके लिए शेखपुरा जिला प्रशासन (Shaikhpura district administation) को आवेदन देकर पास जारी करने का अनुरोध किया. इसके बाद अनुमंडल कार्यालय से गौरव को पास मिल गया. पास में वाहन और स्वयं के अलावा सहयोगी को सैनिटाइज करने तथा आने-जाने के दौरान कहीं नहीं रूकने की शर्त भी लगाई गई. कार से दूल्हे को लेकर दो लोगों के साथ बारात शेखपुरा से नवादा आई जहां पहले से तैयार बैठी दुल्हन के घर पर पांच लोगों और एक पंडित की मौजूदगी में मास्क लगाकर शादी की रस्में हुईं. शादी के बाद वधू की विदाई भी हो गई. दूल्हा बने गौरव ने कहा, "प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि जान भी रहे और जहान भी. हमलोगों को हर परिस्थिति में कर्म को करना है."
वजन घटाने की कहानी: "मैं अपने दिन की शुरुआत ब्लैक कॉफी से करता हूं और दोपहर के भोजन के लिए फलों का एक बड़ा कटोरा रखता हूं" | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया - Cruxs Digital ईएसआईसी महिलाओं को बीमारी का लाभ उठाने के लिए शर्तों को आसान बनाता है, और अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं स्थापित करने का निर्णय लेता है कृषि सुधार लाभार्थियों को फायदा: एपीएमसी अधिनियम उन्मूलन पर नीतीश कुमार 'रोल मॉडल' से लेकर सेक्स वर्कर: केन्या का बाल श्रम बढ़ जाता है खुशहाल रिश्ते के 5 संकेत | द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया आंवला के फायदे: आपको रोजाना आंवला क्यों खाना चाहिए ओलंपिक तैराकी पदक विजेता केट केलर का आरोप कैपिटल दंगा | तैराकी समाचार पिछले 16 में फ्रेंच ओपन में निर्थ नडाल ने आरोप लगाए Ranchi Coronavirus Latest News Updates; COVID-19 Sample collection is being done at 20 places in Jharkhand Capital | कोविड-19 जांच के लिए रांची में 20 स्थानों पर किया जा रहा सैंपल कलेक्शन, सुरक्षा मानकों का किया जा रहा पालन हर प्रकार की त्वचा के लिए DIY फेस मास्क जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने 'व्यक्तिगत लाभ' के लिए पार्टी को कमजोर करने के लिए आजाद का विरोध किया इंडिया न्यूज़ – टाइम्स ऑफ़ इंडिया क्रिस गेल: क्रिस गेल ने वापसी की वेस्टइंडीज के साथ टी 20 विश्व कप की रक्षा का लक्ष्य | क्रिकेट समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया देखें: श्रद्धा कपूर ने चचेरे भाई प्रियांक शर्मा की शादी के उत्सव के लिए एक सफेद और समुद्री नीली लेहेंगा चोली का चयन किया – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली| सार्क देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक निरस्त कर दी गई है। अफगान संकट को देखते हुए इसके आयोजन पर अनिश्चितता बनी हुई थी। यह बैठक संयुक्त राष्ट्र्र महासभा के न्यूयॉर्क में जारी सत्र के दौरान इसी सप्ताह होने वाली थी। माना जा रहा था कि नेपाल इसकी मेजबानी करेगा, लेकिन अफगानिस्तान की सदस्यता को लेकर सदस्य देशों में सहमति नहीं बन रही थी। बता दें, अफगानिस्तान में पिछले माह तालिबान ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है, लेकिन उसे अभी अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिल पाई है। ऐसे में सवाल यह था कि सार्क बैठक में उसका प्रतिनिधित्व कौन करेगा? पाकिस्तान तालिबान सरकार की ओर से प्रतिनिधित्व की कोशिश में जुटा था, लेकिन अब बैठक ही निरस्त हो गई है, इसलिए उसके प्रयासों पर भी पानी फिर गया। पिछले साल कोरोना महामारी के चलते सार्क की वर्चुअल बैठक हुई थी। इससे पहले 2019 में सार्क विदेश मंत्रियों की औपचारिक बैठक हुई थी। भारत में आतंकी हमलों के बीच हुई इस बैठक में इसमें भारत व पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने एक दूसरे के भाषणों का बहिष्कार किया था। Tags New Delhi और नया पुराने एक टिप्पणी भेजें 0 टिप्पणियाँ * Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin. एक टिप्पणी भेजें Top Post Responsive Ads code (Google Ads) Below Post Responsive Ads code (Google Ads) Your Responsive Ads code (Google Ads) photo Univresl Reprter News Social Plugin facebook twitter whatsapp reddit pinterest vk instagram youtube uni Reprter pdf Facebook Recent Posts धर्म संस्था और समाज Featured About Us Galaxy Template is Designed Theme for Giving Enhanced look Various Features are available Which is designed in User friendly to handle by Piki Developers. Simple and elegant themes for making it more comfortable
शहर में किंगडम हॉल नामक एक पूजा स्थल के 2 सेट हैं, एक एवेन्यू सेंट जोसेफ पर स्थित है और दूसरा रुई फ्रेंकोइस टोस्का पर स्थित है। बैठकें अंग्रेजी, स्पेनिश, रूसी, वियतनामी, तागालोग, लिंगाला, ईवे, कंबोडियन, चीनी (मंदारिन), मालागासी, हाईटियन क्रियोल, सर्बियाई, अर्मेनियाई सहित कई भाषाओं में होती हैं। नाइस टूरिस्ट ऑफिस सबसे खूबसूरत धार्मिक स्मारकों को जोड़ने के लिए विशेष धार्मिक विरासत दर्शनीय स्थलों के मार्ग, पैदल और बस की सवारी प्रदान करता है। लंबा रास्ता जो खंडित हो सकता है। Rue de l’Opéra और rue de सेंट फ्रांस्वा डे पॉल (समुद्र की ओर दक्षिण) कोर्ट्स सेल्या में शामिल हो गए। वर्ग के बीच में, पुराने प्रान्त के बगल में, चैपल ऑफ मर्सी का सोबर मुखौटा।
सुप्रभात संस्थान के राजूसिंह भाटी ने मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर मुख्यमंत्री बी.पी.एल. आवास योजना में बकाया दूसरी व तीसरी किश्त का भुगतान करने की मांग की है। पत्र में भाटी ने लिखा है कि बीपीएल परिवारों को आवासीय ऋण की पहली किश्त अप्रेल में 25 हजार रूपये दी गई, जिससे उन परिवारों ने मकान बनाने का काम शुरू करते हुए नींव से लेकर खिड़की लगाने तक का कार्य नियमानुसार पूरा कर कर लिया। जिसका नगरपरिषद द्वारा सर्वे भी किया जा चूका है। लेकिन दूसरी किश्त व तीसरी का भुगतान नहीं होने के कारण निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है तथा लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन पर वैद्य भंवरलाल शर्मा, गोपाल सोनी, अमराराम चौधरी, इन्द्रसिंह, विवेक भाटी, गीतादेवी, प्रीति शर्मा, इच्छा शर्मा, दीपिका भाटी, जयप्रकाश, प्रकाश भार्गव, सुभाष खुडिया, महेन्द्रसिंह भाटी, जितेन्द्र भार्गव, महेश जोशी सहित अनेक लोगों के हस्ताक्षर है।
अंतरिक्ष कारपोरेशन लिमिटेड नौकरियां 2019: Any Graduate, LLB के लिए 02 , जूनियर लीगल ऑफिसर रिक्ति, , 6th December 2017 पर प्रकाशित , जूनियर लीगल ऑफिसर 06/12/2017 को, अंतरिक्ष कारपोरेशन लिमिटेड ने , जूनियर लीगल ऑफिसर की स्थिति के लिए, Any Graduate, LLB उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए नौकरी अधिसूचना की घोषणा की। अंतरिक्ष कारपोरेशन लिमिटेड 2019 में Online / Offline मोड में आवेदकों से आवेदन प्राप्त करने का प्रस्ताव है। योग्य उम्मीदवार, 15/12/2017 से पहले अंतरिक्ष कारपोरेशन लिमिटेड, के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए इच्छुक उमीदवार सभी पात्रता मानदंड, वेतन, कुल रिक्तियां, चयन प्रक्रिया, नौकरी विवरण, अंतिम तिथि, और आवेदन प्रक्रिया जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दिए गए पदनाम के लिए देख सकते हैं। अपना आवेदन ऑनलाइन जमा करने से पहले, कृपया नीचे सभी विवरण देखें। हम सभी उम्मीदवारों को Rojgarlive के माध्यम से शुभकामनाएं देना चाहते हैं। दूसरा पदनाम जूनियर लीगल ऑफिसर यन या तो लिखित परीक्षा / कार्मिक साक्षात्कार / अन्य मोड के आधार पर अंतरिक्ष कारपोरेशन लिमिटेड मानदंड या निर्णय द्वारा किया जाएगा। Antrix Corporation Limited, Antariksh Bhavan Campus, Near New BEL Road, Bangalore India, Pin Code : 560 231
प्रेमियों की आह करेगी स्वाह : The Dainik Tribune प्रेमियों की आह करेगी स्वाह पोस्ट समय: Mar 25, 2020 06:46 AM (IST) बात-बेबात किसी के भी गिरेबान को पलक झपकते ही पकड़ लेने वाले, दुनिया के सबसे ताकतवर कहे जाने वाले हाथ भी आज अपने ही चेहरे को छूने से कतरा रहे हैं। ऐसे में, सीएए के धुर-विरोधियों जैसी दादागीरी दिखाते हुए, नागरिकता संबंधी कागजों के बिना ही 'घुसपैठिए' चाइनीज़ कोरोना वायरस ने भी पूरे भारतवर्ष में जगह-जगह अपने गैर-कानूनी ठिकाने बनाने शुरू कर दिये हैं। राह चलते लोगों को आपस में नमस्ते करता देखकर, दुनियाभर में बदनाम होने के बावजूद, मिस्टर कोरोना को यह देखकर अपने ऊपर गर्व हो आया कि चलो उसके डर से ही सही, यहां के लोग एक-दूसरे से हाथ मिलाकर, हैलो-हाय बोलकर अभिवादन करना छोड़, नमस्ते वाली अपनी पुरातन संस्कृति की ओर लौट रहे हैं और दुनिया के अन्य देशों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं। दवाइयों की एक दुकान के सामने से गुजरते हुए अदृश्य कोरोना ने देखा कि दवा विक्रेता द्वारा मास्क के दाम एमआरपी से भी अधिक मांगे जाने पर ग्राहक गुस्से में बोला कि भाई साहब हो सकता है कि आने वाले समय में पूरी दुनिया ही कोरोना की चपेट में आकर नष्ट हो जाये, आप खुद ही बताइये ऐसे में आप गलत तरीके से पैसे कमाकर क्या करेंगे। यह सुनकर भी दुकानदार पूरी निर्लज्जता से बोला कि भाई साहब, जब सारी दुनिया नष्ट होने ही वाली है तो ऐसे में आप भी पैसे बचाकर क्या करोगे, रही बात मास्क की, वह तो इतने ही दाम में मिलेगा, लेना है तो लो, वैसे भी यह आखिरी पीस है और आप के पीछे भी कई लोग अपनी बारी के इंतज़ार में हैं। इससे पहले कि ग्राहक पलटकर कोई जवाब देता, कोरोना चुपचाप वहां से खिसक गया। रास्ते में लोगों की आपसी बातचीत सुनकर उसे पता चला कि देश के नेताओं ने एहतियातन मिलने-जुलने के कार्यक्रमों में भाग लेने से मना कर दिया था। बात यहां तक होती तो भी ठीक था, लेकिन इसके चलते कई प्रेमिकाओं ने भी अपने-अपने प्रेमी संग ऑफलाइन बातचीत खेलने से मना कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रेमियों के टूटे दिलों से निकली दर्द भरी आह सुनकर कोरोना को ऐसे लग रहा था कि जैसे उसके कान फट जाएंगे। भले ही पूरी दुनिया में उसका इलाज़ न ढूंढ़ा जा सका हो, लेकिन इन प्रेमियों के दिलों की अतल गहराइयों से निकली अनगिनत बददुआएं उसे अब जीने नहीं देंगी।
किसान पर मौसम की मार ऐसी पड़ी की साल भर की मेहनत पानी में डूबी है। नवंबर में गेहूं की बिजाई होनी है, इसके लिए भी जमीन तैयार नहीं है। बाढ़ ने ऐसे जख्म दिए कि भरने का नाम नहीं ले रहे हैं। मोहिउद्दीननगर गंगा व वाया नदी का जलस्तर तेज गति से बढ़ रहा है। जिसका असर गंगा के तटीय इलाके मे बसे गांव के लोगों की परेशानी का सबब बनता जा रहा है। नेपाल के तराई क्षेत्र व जंगल के साथ पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से थरुहट क्षेत्र की पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बाढ़ के पानी में बहे बिहार के युवक का शव बाहे नदी से पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। स्मरणीय है कि तीन दिन पूर्व थाना क्षेत्र के ग्राम मुकारमपुर में बाढ़ के पानी चपेट में आकर बिहार राज्य निवासी राजू डूब गया था। वह ग्राम देवीपुरा निवासी करन ¨सह के यहां नौकरी करता था। शव की तलाश पुलिस व ग्रामीणों द्वारा की जा रही थी। बाढ़ पानी में बहे युवक का दूसरे दिन भी कुछ अता पता नहीं चल पाया। हालांकि उसकी तलाश के लिए ग्रामीणों व पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया गया। मगर बाढ़ का पानी भरा होने के कारण कोई सफलता नहीं मिल पाई। गुरुवार को बिहार निवासी राजू नामक युवक ग्राम मुकारमपुर के निकट बाढ़ के पानी में बह गया था। इसकी सूचना जब ग्रामीणों को लगी तो वह मदद को दौड़े। राजू को तलाश के लिए अभियान भी चलाया गया। बाढ़ के पानी का बहाव तेज होने के कारण उसे बरामद करने में सफलता नहीं मिल पाई। जागरण संवाददाता, इलाहाबाद: गंगा-यमुना के जलस्तर में गुरुवार को भी कमी दर्ज की गई। हल्की फुल्की बारिश के बाद भी जलस्तर में कमी से कुछ राहत महसूस की गई। हालांकि अब भी बाढ़ का खतरा नहीं टला है। इससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग चिंतित हैं।
मऊ | SKH news खाद्य पदार्थो की गुणवक्ता की हो सकेगी तुरंत जांच Leave a Comment / उत्तर प्रदेश, मऊ / By skhnews अब खाद्य पदार्थो की गुणवक्ता की तुरंत हो सकेगी जांच । उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य औषधि प्रशासन द्वारा खाद्य पदार्थो की जांच के लिए सचल वाहन को जनपद भेजा है जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । दो दिनों तक यह वाहन जनपद में बिक रहे खाद्य पदार्थो … खाद्य पदार्थो की गुणवक्ता की हो सकेगी तुरंत जांच Read More » मऊः दो अंतरप्रांतीय वाहन चोर गिरफ्तार Leave a Comment / उत्तर प्रदेश, मऊ / By parvatisoftware मऊ – अमरनाथ सेवा समिति द्वारा शांति कुंज गाय घाट पर बाबा बर्फानी का दिबय दश॔न मऊ पुलिस को मिली बड़ी सफलता अन्र्तजनपदीय 4 चोरों को किया गिरफ्तार दिनांक 22/23.07.18 को थाना घोसी क्षेत्रान्तर्गत एटीएम काटकर चोरी की घटना का हुआ अनावरण, घटना को अजांम देने वाले 04 अन्तरजनपदीय शातिर चोर गिरफ्तार, कब्जे से घटना में प्रयुक्त इलेक्ट्रिक ग्राइन्डर कटर आदि उपकरण बरामद- जनपद मऊ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में स्वाट टीम व … मऊ पुलिस को मिली बड़ी सफलता अन्र्तजनपदीय 4 चोरों को किया गिरफ्तार Read More » भारत देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं: टीवी एक्ट्रेस सारा खान आधुनिक सुविधाओं से लैस गितांजली होटल का उदघाटन मऊ जनपद में एक नीजि कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची टीवी एक्टर सारा खान ने कहा कि भारत में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं आज नगर के सहादतपुरा स्थित एक होटल का फीता काटकर उद्घाटन करते समय महिलाओं की सुरक्षा पर बङी बात कही। बताते चले कि सारा …
गौ मांस से भरे ट्रक को देख भड़के लोग, पुलिस ने की फायरिंग | Aware Press News गौ मांस से भरे ट्रक को देख भड़के लोग, पुलिस ने की... NewsSocial Activities गौ मांस से भरे ट्रक को देख भड़के लोग, पुलिस ने की फायरिंग गोमांस और उसकी अफवाह का बाजार ठंडे होने का नाम ही नहीं ले रहे। दिल्ली से घंटे भर की दूरी पर बसे पलवल में बृहस्पतिवार को गोमांस की अफवाह ने एक बार फिर पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया। पशु मांस से भरे तीन ट्रकों के पकड़े जाने के बाद लोग भड़क गए जिसे संभालने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। (सभी फोटो : योगेश/अमर उजाला, फरीदाबाद)
बुढ़ापे में समझौता - Heart Touching Story on Respecting Old People in Hindi समझौता: बुढ़ापे का गहना – A Very Sad Story of an Old Age Father Inspiration By Editorial Team लाला गुरु प्रसाद स्टेशन की सीढ़ियां चढ़ते हुए काफी हांफ रहे थे। 70 साल की उम्र में जवानी का जोश आखिर कहां से आए! बहू-बेटे से गुस्सा होकर घर से निकले थे। आज उन्होंने खाना भी नहीं खाया था। अपने जीवन की सारी पूंजी बेटे को दे दी, यह सोच कर कि एक दिन बेटा ही उनके बुढ़ापे की लाठी बनेगा। शुरुआत में तो सुबोध उनका काफी ख्याल रखता था, पर जब से उसकी शादी हुई, वह कुछ बदल-सा गया था। परिवार की जिम्मेदारियों के बीच वह बूढ़े बाप का पहले जैसा ध्यान नहीं रख पाता था। आए दिन किसी न किसी बात को लेकर बाप-बेटे में बहस हो ही जाती थी। पर आज तो हद ही हो गई! लालाजी ने जब सुबोध से अपने कुछ खर्चे के लिए पैसे मांगे, तो सुबोध बोला- "पिताजी आपका क्या है? आप तो घर में पड़े रहते हैं। जानते हैं कितनी महंगाई है? मेरी तनख्वाह भी इतनी नहीं कि मैं आपके ऊपर जरूरत से ज्यादा पैसे खर्च कर सकूं। और मुझे अपने भविष्य के बारे में भी सोचना है। अगर आपको गवारा लगे तो आप हमारे साथ रह सकते हैं, अन्यथा जहां जाना चाहें, जा सकते हैं। आपकी मर्जी।" बेटे के मुंह से यह बात सुनकर लालाजी स्तब्ध रह गए। क्या इसी दिन के लिए अपनी सारी जमा पूंजी बेटे की नौकरी के लिए दी थी? अपमानित होकर जीने से तो अच्छा है कि कहीं बाहर जाकर रहें। कम से कम बेटे की सुननी तो नहीं पड़ेगी। यही सोचकर लालाजी बिना खाए-पिए घर से निकलकर प्लेटफार्म पर आ चुके थे। गुस्से में वो घर से निकल तो पड़े थे मगर कहां जाएं, ये अभी तक तय नहीं कर पाए थे। ठंड ज्यादा थी। लालाजी के हाथ-पैर कांप रहे थे, तभी पीछे से खर-खर की आवाज आई। एक भिखारी प्लास्टिक ओढ़ कर खुद को ठंड से बचाने की कोशिश में लगा हुआ था। लालाजी उसे गौर से देखने लगे, तभी उधर से गुजर रहे कुली ने लालाजी से कहा, "क्या देख रहे हो बाबूजी? ये पिछले कई सालों से यहां पड़ा है। उम्र के इस पड़ाव पर अगर परिवार साथ है, तो ठीक। वरना ऐसे ही दर-दर ठोकरें खानी पड़ती हैं।" लालाजी के कानों में कुली की आवाज गूंजने लगी। आखिरकार लालाजी जिन सीढ़ियों से स्टेशन आए थे, उन्हीं से धीरे-धीरे वापस लौटने लगे। शायद उन्होंने समय और हालात से समझौता कर लिया था! Tags:heart touching story in hindi for facebook, heart touching story of father in hindi, old age short story, respect parents story in hindi, stories of old age father in hindi
Rahul Gandhi appears before Surat court in a defamation case filed against him for his statement on Modi Surname मानहानि मामले में कोर्ट में पेश हुए राहुल, नकारे खुद पर लगे सभी आरोप Publish Date: | Thu, 10 Oct 2019 01:17 PM (IST) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने खिलाफ दायर मानहानि के मामले में गुरुवार को सूरत की कोर्ट के सामने पेश हुए। अहमदाबाद। लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी चुनावी रैलियों और सभाओं में भाषणों के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लेकर दिए गए बयानों के बाद उन पर दायर मानहानि मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। राहुल गांधी इस सुनवाई के लिए सूरत की कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान राहुल गांधी ने सिरे से खुद पर लगे आरोपों को नकार दिया जिसके बाद अब कोर्ट में ट्रायर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि, राहुल गांधी ने कोर्ट में बार-बार पेश ना होने के लिए हाजिरी माफी की अर्जी भी लगाई है जिस पर आगामी 10 दिसंबर को सुनवाई होगी। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी सुबह सवा दस बजे सूरत के जिला सत्र न्‍यायालय परिसर में पहुंचे, करीब पौने बारह बजे कोर्ट की कार्यवाही शुरू हुई। जज ने राहुल से उनके नाम, उम्र व पते की तस्‍दीक की उसके बाद आरोप सुनाते हुए पूछा की क्‍या उन्हें आरोप कबूल हैं? इस पर राहुल ने कहा, उन्‍होंने कोई गुनाह नहीं किया इसलिए आरोप स्‍वीकार नहीं है। राहुल गांधी की तरफ से इस मामले में हाजिरी माफी की भी अर्जी दी गई। भारतीय दंड संहिता की धारा 499 व 500 के तहत राहुल के खिलाफ मुकदमा दाखिल हुआ तथा प्राथमिक सबूतों की जांच के बाद कोर्ट ने राहुल को 10 अक्‍टूबर को कोर्ट में उपस्थित होने का समन भेजा था। कांग्रेस के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता शक्तिसिंह गोहिल ने बताया कि राहुल ने सभी आरोप नकार दिए इसलिए अब इस मामले में कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी। बता दें कि लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लिए दिए गए बयानों से भड़के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने सूरत में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। अपनी शिकायत में उसने बताया कि 13 अप्रेल 2019 को कर्नाटक के बैंगलोर में राहुल ने चुनावी रैली में ललित मोदी, नीरव मोदी आि के नामों का उल्‍लेख करते हुए कहा था कि सभी मोदी चोर हैं, राहुल के इस बयान से व्‍यक्तिगत रुप से वे तथा समाज के लाखों लोगों की भावना को ठेस पहुंची है। मोदी ने बताया कि राहुल जी की हाजिरी माफी की अर्जी का उनके वकीलों ने विरोध किया जिसके बाद सुनवाई की तारीख तय की गई। इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने कोर्ट परिसर में ही राहुल गांधी को याचिकाकर्ता पूर्णेश मोदी व उनके वकीलों से भी मिलवाया।
छत्तीसगढ़ : RSS में शामिल हो सकते है सरकारी कर्मचारी | Tez News छत्तीसगढ़ : RSS में शामिल हो सकते है सरकारी कर्मचारी रायपुर – छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने एक विवाद मोल लेने वाला नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जॉइन कर सकते हैं। कर्मचारियों को संघ की शाखाओं में भी शामिल होने की छूट दी गई है। सरकार के इस फैसले की चौतरफा आलोचना हो रही है। गुरुवार को कांग्रेस ने इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की। सामान्य प्रशासनिक विभाग के स्पेशल सचिव डीडी सिंह ने कहा कि अविभाजित मध्य प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध था। बीजेपी सरकार ने अब इस फैसले को पलट दिया है। 23 फरवरी को बीजेपी सरकार ने यह आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि छत्तीसगढ़ सिविल सर्विस 1965 के नियम 5(1) के मुताबिक बैन का नियम आरएसएस पर लागू नहीं होता है। कांग्रेस का कहना है कि यह मनमाने रवैए के तहत लिया गया एक अवैध फैसला है। कांग्रेस ने कहा कि आरएसएस पूरी तरह से राजनीतिक संगठन है और यह हिन्दू राष्ट्र बनाने की वकालत करता है। कांग्रेस ने कहा कि जो संगठन हिन्दू राष्ट्र जैसी असंवैधानिक चीजों को स्थापित करना चाहता उसके प्रति सरकार की मेहरबानी खतरनाक है। इस मसले पर कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा, 'एक सरकारी कर्मचारी संविधान के प्रति निष्ठा रखने की शपथ लेता है और उसे ऐसे संगठन का मेंबर बनने की छूट दी जा रही है जिसका बुनियादी सिद्धांत ही संविधान के खिलाफ है।' कांग्रेस के एक और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह बीजेपी सरकार के मनमाने रवैये का परिचायक है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकारी कर्मचारियों का राजनीतिकरण कर रही है जो कि संविधान के उस नियम के खिलाफ है जिसमें ब्यूरोक्रेसी को स्वतंत्र रखने की बात कही गई है। सुरजेवाला ने कहा, 'प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह के पैरों तले से राजनीतिक जमीन खिसक रही है। ऐसे में वह भेदभाव करने वाले विनाशकारी फैसले ले रहे हैं। कांग्रेस इस फैसले की कड़ी निंदा करती है। हम बीजेपी सरकार से इस खतरनाक फैसले को वापस लेने की मांग करते हैं।' छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अजित जोगी ने कहा, 'यह एक असंवैधानिक कदम है। सरकारी कर्मचारियों को एक खास निष्ठा में बांधने की कोशिश है। जो सरकारी कर्मचारी लंबे वक्त तक शाखा जाएगा उसकी निष्ठा जनता के प्रति निष्पक्ष नहीं रह सकती।' छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस आदेश से सरकार और राजनीतिक पार्टी के बीच की दूरी को खत्म करने की साजिश है। सिंहदेव ने कहा कि भले आरएसएस खुद को सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन कहता है लेकिन हकीकत यह है कि वह विशुद्ध राजनीतिक संगठन है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से लोकतांत्रिक ढांचे पर बुरा असर पड़ेगा। छत्तीसगढ़ सिविल सर्विस नियम 1965 के मुताबिक सरकारी कर्मचारी किसी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं बन सकते। इस नियम के मुताबिक, 'कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी राजनीति पार्टी का मेंबर नहीं बन सकता। वह किसी भी वैसे संगठन के प्रति अपना जुड़ाव नहीं रखेगा जिसकी सक्रिय राजनीति में अहम भागीदारी है।'
Supreme Court refuses to ban Yeddyurappa swearing-in| national News in Hindi | येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इनकार - Samachar Jagat Samachar Jagat | Thursday, 17 May 2018 08:30:01 AM नई दिल्ली। कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर मध्य रात्रि को उच्चतम न्यायालय पहुंची राजनीतिक लड़ाई अल-सुबह अपने आंशिक मुकाम तक पहुंची और शीर्ष कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बीएस येदियुरप्पा के राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर गुरुवार को होने वाले शपथ-ग्रहण पर तत्काल रोक लगाने से इनकार कर दिया। न्यायालय ने हालांकि स्पष्ट कर दिया कि येदियुरप्पा का पद पर बने रहना मामले के अंतिम फैसले पर निर्भर करेगा कांग्रेस-जनता दल सेक्यूलर (जद एस) के अनुरोध पर मध्य रात्रि को सुनवाई के लिए गठित न्यायमूर्ति ए के सिकरी, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की खंडपीठ ने रात करीब सवा दो बजे से सुबह साढ़े पांच बजे तक चली सुनवाई के बाद कहा कि वह राज्यपाल के आदेश पर रोक लगाने के पक्ष में नहीं है। इसलिए वह येदियुरप्पा के शपथ-ग्रहण पर रोक नहीं लगाएगी, लेकिन भाजपा नेता का मुख्यमंत्री पद पर बने रहना इस मामले के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगा। कांग्रेस एवं जद(एस) गठबंधन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी, बीजेपी विधायकों की ओर से पूर्व एटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी और केंद्र सरकार की ओर से एटर्नी जनरल के के वेणुगोपाल और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल- तुषार मेहता एवं मनिन्दर सिंह की दलीलें सुनने के बाद न्यायालय ने प्रदेश बीजेपी को नोटिस जारी करके उसे शुक्रवार को साढ़े 10 बजे तक राज्यपाल वजूभाई वाला को 15 मई को सौंपी गई चिठ्ठी की प्रति जमा कराने को कहा है। इस मामले की सुनवाई कल साढे 10 बजे के लिए निर्धारित की गई है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन ने राज्यपाल द्वारा येदियुरप्पा को शपथ के लिए आमंत्रित किये जाने के बाद शीर्ष अदालत के अतिरिक्त रजिस्ट्रार का दरवाजा खटखटाया था। इस मामले को तत्काल मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के आवास ले जाया गया और उन्होंने सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए रात में ही सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति सिकरी की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय खंडपीठ गठित की थी। रात को सन्नाटे में डूब जाने वाले सर्वोच्च न्यायालय के कोर्ट कक्ष-6 में जैसे ही मामले की सुनवाई शुरू हुई, भाजपा विधायकों की ओर से पेश हो रहे रोहतगी ने कहा कि न्यायालय राज्यपाल के आदेश के खिलाफ कोई आदेश पारित नहीं कर सकता।
Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन में बागियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र के लोग रूसी सेना में हो सकते हैं शामिल | 🌎 LatestLY हिन्दी Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन में बागियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र के लोग रूसी सेना में हो सकते हैं शामिल विक्टर वोडोलात्स्की ने शनिवार को कहा कि रूस समर्थित विद्रोहियों द्वारा 2014 से नियंत्रित क्षेत्रों के निवासियों को यूक्रेन के सैनिकों द्वारा हमले का डर है और जिनके पास रूसी पासपोर्ट हैं उनका सेना में स्वागत किया जाएगा. विदेश Bhasha| Jan 29, 2022 10:09 PM IST Russia-Ukraine Conflict, 29 जनवरी: विक्टर वोडोलात्स्की ने शनिवार को कहा कि रूस समर्थित विद्रोहियों द्वारा 2014 से नियंत्रित क्षेत्रों के निवासियों को यूक्रेन के सैनिकों (Ukraine Army) द्वारा हमले का डर है और जिनके पास रूसी (Russia) पासपोर्ट हैं उनका सेना में स्वागत किया जाएगा. पड़ोसियों के साथ संबंधों पर संसदीय समिति के उपाध्यक्ष वोडोलात्स्की ने सरकारी समाचार एजेंसी तास को बताया, "यदि (क्षेत्रों में) रहने वाले रूसी नागरिक रूसी सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहते हैं, तो रोस्तोव क्षेत्रीय सैन्य आयोग उन्हें पंजीकृत करेगा." रूस ने इन क्षेत्रों में पांच लाख से अधिक लोगों को पासपोर्ट प्रदान किए हैं. वोडोलात्स्की ने कहा कि रंगरूट रूस में काम करेंगे, लेकिन इससे यह विकल्प खुला रहेगा कि वे भविष्य के किसी भी आक्रमणकारी बल में शामिल हो सकते हैं रूस ने यूक्रेन के पास एक अनुमान के मुताबिक लगभग एक लाख सैनिक जमा किए हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेनी शहरों और "महत्वपूर्ण क्षेत्रों" पर कब्जा करने या "जबरदस्ती या भड़काऊ राजनीतिक कृत्यों" को अंजाम देने के लिए अनुमानित एक लाख सैनिकों के बल के किसी भी हिस्से का उपयोग कर सकते हैं. रूस इस बात से इनकार करता रहा है कि वह आक्रमण की योजना बना रहा है, लेकिन यह तर्क देता है कि यूक्रेन एक सुरक्षा खतरा बन गया है. उसकी मांग है कि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) वादा करे कि यूक्रेन को कभी गठबंधन में शामिल होने की अनुमति नहीं देगा तथा रूसी सीमाओं के पास गठबंधन हथियारों की तैनाती को रोकेगा व पूर्वी यूरोप से अपनी सेना को वापस बुलाएगा. अमेरिका और नाटो इस हफ्ते औपचारिक रूप से इन मांगों को खारिज कर चुके हैं, यद्यपि अमेरिका ने उन क्षेत्रों को रेखांकित किया है जिन्हें लेकर बातचीत की संभावना है और इस बात का संकेत दिया कि युद्ध को टालने का एक रास्ता हो सकता है. रूसी राष्ट्रपति ने पश्चिमी प्रतिक्रिया के बारे में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि इससे समझौते पर पहुंचने की बहुत कम गुंजाइश है. लावरोव ने एक साक्षात्कार में रूसी रेडियो स्टेशन को बताया, "जब वे कहते हैं कि वे अपनी स्थिति नहीं बदलेंगे, हम भी अपनी स्थिति नहीं बदलेंगे." उन्होंने कहा, "मुझे यहां समझौता करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं दिखती." people from rebel controlled areas in ukraine may join the russian armyr russia ukraine news russia ukraine news in hindi russia ukraine war reasons russia-ukraine conflict रूस यूक्रेन तनाव रूस यूक्रेन युद्ध रूस यूक्रेन विवाद
Excel में जब आप Date, Time और Currency फीड करते हैं, Currency में By Default वहां Dollar Symbol आता है इस Settings का अक्‍सर लोग Excel में से ठीक करने की कोशिश करते हैं लेकिन यह Windows की Region Settings से ठीक होती है, आईये जानते हैं कि Excel में Region Settings कैसे करें - यहां Formats ड्रापडाउन मेन्‍यू में से अपने देश और भाषा को सलेक्‍ट करें, भारत के यहां दो विकल्‍प हैं - इस Settings को Change से एक्‍सल में जब भी किसी सेल को Currency format में बदला जायेगा तो वहां Region Settings की वजह से अपने आप Indian currency symbols ₹ और डेट और टाइम हिंदी में आयेगा
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग व विनिर्माण क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी है| यह पब्लिक सेक्टर की कंपनी है| इस कंपनी में समर ट्रेनिंग के लिए भी बहुत सारे विद्यार्थी आते हैं तथा आईटीआई के विद्यार्थी अप्रेंटिस भी करते हैं अधिक जानकारी के लिए आप इसके वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं| हरिद्वार रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी लगभग 7 किलोमीटर है
IPL 2020 Delhi Capitals Indian players assemble in Mumbai ahead of departure for UAE See Pics - IPL 2020: यूएई रवाना होने से पहले मुंबई पहुंचे दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी- PICS हिंदी न्यूज़ › क्रिकेट › IPL 2020: यूएई रवाना होने से पहले मुंबई पहुंचे दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी- PICS क्रिकेटIPL 2020: यूएई रवाना होने से पहले मुंबई पहुंचे दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी- PICS एजेंसी,मुंबईPublished By: Mridula Bhardwaj Fri, 21 Aug 2020 08:20 AM कप्तान श्रेयस अय्यर की अगुवाई में दिल्ली कैपिटल्स के भारतीय खिलाड़ी 19 सितंबर से शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए संयुक्त अरब अमीरात रवाना होने से पहले गुरुवार (20 अगस्त को) को मुंबई में इकट्ठा हुए। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले पांच महीने देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित अपने घरों में बिताने वाले दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी अलग-अलग समूहों में मुंबई पहुंचे। उन्होंने इस बीच सुरक्षा के सभी उपाय अपनाए। दुनिया की सबसे चर्चित क्रिकेट लीगों में से एक इंडियन प्रीमियर लीग के शुरू होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है। दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल की उन चुनिंदा टीमों से एक है, जिसके नाम अब तक एक भी आईपीएल खिताब दर्ज नहीं हुआ है। पिछले सीजन में मुंबई के युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की कप्तानी में टीम ने बढ़िया प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान हासिल किया था। आईपीएल की इस युवा टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। टीम हालांकि दुर्भाग्यशाली रही और फाइनल में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सकी। IPL ने जारी किया नया लोगो ड्रीम11 आईपीएल, मुंबई इंडियंस ने शेयर की तस्वीर दिल्ली कैपिटल्स टीम ने इस बार अपनी टीम में शिमरोन हेटमायर जैसे धाकड़ खिलाड़ियों को शामिल किया है। इसके अलावा दिल्ली ने ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज अलेक्स कैरी को 2.40 करोड़ रुपये में खरीदा जबकि ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस के लिए टीम ने 4.8 करोड़ रुपये की बोली लगाई। नीलामी से पहले टीम ने कई सारे बदलाव भी किए और कुछ खिलाड़ियों की ट्रेडिंग के साथ रिटेन और रिलीज भी किया। इस साल दिल्ली कैपिटल्स में अजिंक्य रहाणे और अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी शामिल हैं। IPL 2020: राजस्थान रॉयल्स, KXIP और केकेआर की टीमें पहुंचीं यूएई, 6 दिन रहना होगा आइसोलेशन में पहली बार दिल्ली कैपिटल्स की टीम का हिस्सा बने अंजिक्य रहाणे ने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं कि यह हर किसी के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। लेकिन प्रत्येक की तरह मैंने भी पिछले कुछ महीनों में अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया तथा अपने परिवार की देखभाल की।'' उन्होंने कहा, ''मैंने उनके साथ जो समय बिताया उससे मैं बेहद सकारात्मक मूड में हूं। हालांकि यह आईपीएल हमारे लिए पूरी तरह से भिन्न अनुभव होगा और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि मैदान में उतरने पर हम सभी सकारात्मक रहें।'' Off to work his magic 🎩✨#YehHaiNayiDilli pic.twitter.com/1HFjmqVOYf Came to seek blessings and wishes from my parents before the long tour. They still see me as a kid 😊 There's no love like the love of your parents and I'll always cherish it ❤️ pic.twitter.com/kTrbFLN6Gx — Shikhar Dhawan (@SDhawan25) August 20, 2020 Hello world !! #travel #coronaway pic.twitter.com/qhuGC7YLJd — Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) August 20, 2020 ᴄʜᴇᴄᴋᴇᴅ ɪɴ 🎒 ✅ Jinks has arrived at the Mumbai hotel ahead of our team departure in a few days 😎#YehHaiNayiDilli pic.twitter.com/7QGVDHxPvK 🐯 ⒶⓁⓁ ⓈⒺⓉ ⓉⓄ ⓇⓄⒶⓇ 🐯#YehHaiNayiDilli pic.twitter.com/QKN9OKCnsT With blessings and best wishes from parents & family, our DC boys are all set to travel to the Mumbai hotel 😇#YehHaiNayiDilli pic.twitter.com/WJtNQ7EJII Delhi CapitalsIPLIPL 2020अन्य..MumbaiDelhi Capitals PlayersUaeShikhar DhawanShreyas IyerAshwinAjinkya RahaneRishabh PantPrithvi ShawIshant SharmaShimron HetmyerIndian Premier LeagueCricketCricket NewsHindi Cricket NewsLatest Cricket NewsIPL News
1. जोड़ों और हड्डियों का स्वास्थ्य (JOINTS AND BONES HEALTH) 2. ज्वाइंटस & बोन्स हेल्थ (JOINTS & BONES HEALTH) 4. ग्लुकोसामाइन 5. क्रिल ऑयल जोड़ों के दर्द के लिए भी रामबाण इलाज है। 6. संयुक्त स्वास्थ्य (JOINT HEALTH) 7. संयुक्त हड्डियों व्यापक समस्याएं (PREVALENCE OF JOINT PROBLEMS) 8. संयुक्त व्यापक समस्याओं के लिये वेस्टीज कोलेजन (PREVALENCE OF JOINT PROBLEMS) 9. परिचय वेस्टीज कोलेजन का (VESTIGE COLLAGEN INTRODUCTION TO COLLAGEN) 10. वेस्टीज कोलेजन संरचना (COMPOSITION OF VESTIGE COLLAGEN) 11. वेस्टीज कोलेजन के लाभ (BENEFITS OF VESTIGE COLLAGEN) 12. वेस्टीज कोलेजन की खुराक (DOSAGE OF VESTIGE COLLAGEN) 13. वेस्टीज कोलेजन-एमआरपी- (VESTIGE COLLAGEN MRP) जोड़ों और हड्डियों का स्वास्थ्य (JOINTS AND BONES HEALTH)। वेस्टिज ग्लूकोसामाइन इसका पूरा नाम ग्लूकोसामाइनोग्लाईकैन है यह मनुष्य के सभी टिशुओं में मिलता है, कार्टिलेज में यह बहुत ही गाढ़ा होता है, यह एमिनो एसिड की एक लम्बी कड़ी है जो समुद्री सीपियों में बहुत घनत्व में पाया जाता है। वेस्टिज ग्लूकोसामाइन के फायदे नई कार्टिलेज के निर्माण में सहायता करता है और वर्तमान कार्टिलेज की सुरक्षा करता है। खराब व घिसी हुई कार्टिलेज की मरम्मत करता है। जोड़ों को चिकनाई प्रदान करता है और सिनोवियल फ्ल्यूड (ग्रीस) का निर्माण करता है। एनाल्जेसिक और एन्टी-इनफ्लेमेटरी एक्शन प्रदान करता है। ज्वाइंटस & बोन्स हेल्थ (JOINTS & BONES HEALTH) वेस्टिज कैल्शियम कैल्शियम का 99% भाग हमारी हड्डियों व दाँतों में पाया जाता है बाकी 1% रक्त, मांसपेशियों व नरम ऊतकों की कोशिकाओं में पाया जाता है। आज के आधुनिक समय में मिलावट व मंहगाई के कारण हम अपने शरीर की कैल्शियम की कमी को पूरा नहीं कर पाते जिसके कारण बाथरुम में गिरने तक से हमारी हड्डियाँ टूट जाती हैं। वेस्टिज कैल्शियम के फायदे कैल्शियम कार्बोनेट व विटामिन डी-3 युक्त गोलियाँ जो पूरी तरह से शरीर में समा जाती हैं। स्वस्थ व मजबूत हड्डियों के रख-रखाव एवं निर्माण में सहायता करता है। हड्डियों में कैल्शियम के घनत्व को बढ़ाता है और गठिया जैसी बिमारियों से बचाता है। दाँतों कि परेशानियों से रक्षा करता है। कैल्शियम हमारी हड्डीयों को मजबूत करता है ! 99% हिस्सा हड्डीयों और दांतों, व 1% हिस्सा कैल्शियम पूरे शरीर के खून के सर्किल को चलाने के लिए जरुरी होता है ! अगर हम शरीर को कैल्शियम नहीं देते तो खून हड्डीयों से इसे खींचना शुरू कर देता है ! ऐसी अवस्था में हड्डिया कमज़ोर हो जातीं हैं, दातों मे कमजोरी और डिस्क के समस्या हो जाती है। ग्लुकोसामाइन ग्लुकोसामाइन शरीर के मुख्य जोड़ों में चिकनाई पैदा करता है ! इसमें एमिनो एसिड होते हैं जो समुद्र की सिपिओं में मिलते हैं ! इसमें केन्द्रोइन नाम का एक विशेष तत्व होता है जो हमारे जोडों के बीच की झिली को मजबूत करता है और उसे खराब होने से बचाता है ! इससे हमारे धुटने, टखने, कुल्हे और कंधे फिर से अच्छा काम करना शुरू कर देते हैं ! क्रिल ऑयल जोड़ों के दर्द के लिए भी रामबाण इलाज है। यह न सिर्फ दर्द से राहत दिलाता है बल्कि त्वचा को चिकना भी बनाता है। यही नहीं किसी तरह की जलन या सूजन हो तो उसे भी कम करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि क्रिल ऑयल महज 7 से 14 दिन में अपना असर दिखाना शुरु कर देता है। इसके अलावा क्रिल ऑयल के जरिये जोड़ों में अकड़न को कम किया जा सकता है, कड़ापन घटता है और पैरों को हिलने डुलने में मदद मिलती है। मतलब यह कि क्रिल ऑयल के जरिये शरीर में चपलता आती है जबकि फिश ऑयल से इस तरह के फायदे कम ही देखने को मिलते हैं। संयुक्त स्वास्थ्य (JOINT HEALTH) एक जोड़ वह होता है जहां दो या दो से अधिक हड्डियां आपस में जुड़ी होती हैं। (A joint is where two or more bones are joined together.) जोड़ कठोर हो सकते हैं, जैसे खोपड़ी में हड्डियों के बीच के जोड़, या चलने योग्य, जैसे घुटने, कूल्हे और कंधे। (Joints can be rigid, like the joints between the bones in the skull, or movable, like knees, hips & shoulders.) कई जोड़ों में हड्डियों के सिरों पर कार्टिलेज होता है, जहां हड्डियां आपस में मिलती हैं। (Many joints have cartilage at the ends of the bones, where the bones come together.) स्वस्थ कार्टिलेज हड्डियों को एक-दूसरे पर सरकने की अनुमति देकर गति में मदद करता है। (Healthy cartilage helps with movement by allowing bones to glide over one another.) कार्टिलेज हड्डियों को एक-दूसरे के खिलाफ रगड़ने से रोककर उनकी रक्षा भी करता है। (Cartilage also protects bones by preventing them from rubbing against each other.) स्वस्थ जोड़ आपको दौड़ने, चलने, कूदने, खेल खेलने और अन्य चीजें आसानी से करने की अनुमति देते हैं। (Healthy joints will allow you to run, walk, jump, play sports & do the other things easily.) जोड़ों और हड्डियों का स्वास्थ्य (JOINTS & BONES HEALTH) संयुक्त हड्डियों व्यापक समस्याएं (PREVALENCE OF JOINT PROBLEMS) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, भारत में 6 में से 1 व्यक्ति गठिया से पीड़ित है। (According to the World Health Organization (WHO), 1 in 6 people suffer from arthritis in India.) ऑस्टियो आर्थराइटिस दूसरी सबसे आम संयुक्त समस्या है और यह भारत में 22% से 39% की व्यापकता के साथ सबसे अधिक बार होने वाली संयुक्त बीमारी है। (Osteoarthritis is the second most common joint problem and it is the most frequent joint disease with a prevalence of 22% to 39% in India.) ऑस्टियो आर्थराइटिस पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम रूप से पायी जाती है। (Osteoarthritis is more common in women than men.) ऑस्टियो आर्थराइटिस से पीड़ित 80% लोगों की गति सीमित होती है और 25% अपने जीवन की प्रमुख दैनिक गतिविधियों को नहीं कर पाते हैं। (80% of those with osteoarthritis have limitations in movement and 25% cannot perform their major daily activities of life.) संयुक्त व्यापक समस्याओं के लिये वेस्टीज कोलेजन (PREVALENCE OF JOINT PROBLEMS) परिचय वेस्टीज कोलेजन का (VESTIGE COLLAGEN INTRODUCTION TO COLLAGEN) कोलेजन स्वस्थ जोड़ों में प्रमुख संरचनात्मक प्रोटीन है और मानव शरीर में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन है। (Collagen is the major structural protein in healthy joints and the most abundant protein found in the human body.) यह पूरे शरीर में ताकत और लचीलापन बनाए रखता है। (It maintains strength and flexibility throughout the body.) यह हड्डियों, उपास्थि, त्वचा और अन्य संयोजी ऊतकों में मुख्य निर्माण कारक प्रोटीन है। (It is the main building protein in bones, cartilage, skin and other connective tissues.) उम्र के साथ, शरीर में कोलेजन का उत्पादन धीमा हो जाता है जिससे त्वचा पर झुर्रियां पड़ सकती हैं, हड्डियां भंगुर हो सकती हैं और जोड़ों के कार्टिलेज के अध: पतन को तेज कर सकता है।(As we age, collagen production slows down in the body which can lead to wrinkles on skin, brittle bones and accelerates the degeneration of joint cartilage.) गुलाब हिप के अर्क और विटामिन सी के साथ वेस्टीज कोलेजन शरीर को महत्वपूर्ण कोलेजन के साथ फिर से भरने में मदद करता है और स्वस्थ ऊतकों के रखरखाव में मदद करता है। (Vestige Collagen with Rosehip extract and Vitamin C helps to replenish the body with vital collagen and helps in maintenance of healthy tissue.) यह जोड़ों के आराम, लचीलेपन और उपास्थि के स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए दिखाया गया है। (It is shown to support joint comfort, flexibility and cartilage health.) वेस्टीज कोलेजन संरचना (COMPOSITION OF VESTIGE COLLAGEN) सामग्री (INGREDIENTS) कार्य (FUNCTIONS) कोलेजन (Collagen) निर्माण में उपयोग किए जाने वाले पेप्टाइड कोलेजन पेप्टाइड शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं और खुद को संयोजी ऊतकों के लिए तेजी से उपलब्ध हैं। यह सूजन को कम करने में मदद करता है। यह कठोर और स्थिर जोड़ों वाले लोगों में दर्द को कम करने में भी मदद करता है, खासकर उन लोगों के लिए जो ऑस्टियो आर्थराइटिस जैसी स्थितियों से पीड़ित हैं। (Peptide Collagen peptides used in the formulation are easily absorbed by the body and makethemselves rapidly available to the connective tissues. It helps in the reduction of inflammation. It also helps to ease pain in people with stiff and immobile joints, especially inthose suffering from conditions like osteoarthritis.) रोज़हिप (Rosehip) रोज़हिप एक्सट्रैक्ट जोड़ों के दर्द को कम करता है और जकड़न को कम करके जोड़ों के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। (Rosehip extract eases joint pain and also improves joint health by reducing stiffness.) विटामिन सी (Vitamin C) विटामिन सी शरीर में प्राकृतिक कोलेजन संश्लेषण का समर्थन करने के लिए आवश्यक एक आवश्यक पोषक तत्व है। (Vitamin C is an essential nutrient required for supporting natural collagen synthesis in body.) वेस्टीज कोलेजन के लाभ (BENEFITS OF VESTIGE COLLAGEN) स्वस्थ ऊतकों को बनाए रखने में मदद करता है। (Helps in maintaining healthy tissues.) संयुक्त स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करता है। (Helps in supporting joint health.) जोड़ों के लचीलेपन में सुधार करने में मदद करता है। (Helps in improving the flexibility of the joints.) सूजन को कम करने में मदद करता है। (Helps in reducing the inflammation.) कठोर और गतिहीन जोड़ों वाले लोगों के दर्द को कम करने में मदद करता है। (Helps to ease pain in people with stiff and immobile joints.) शरीर में प्राकृतिक कोलेजन संश्लेषण का समर्थन करता है। (Supports natural collagen synthesis in the body.) मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। (Helps in maintaining muscle health.) पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। (Helps in improving digestive health.) वेस्टीज कोलेजन की खुराक (DOSAGE OF VESTIGE COLLAGEN) निर्देशानुसार ही लें। एक पाउच दिन में एक या दो बार, या चिकित्सक की सलाह द्वारा 100 मिलीलीटर पानी में लेना है। (One Sachet to be dissolved in 100 ml water once or twice a day, or as directed by a physician.)
Best smartphone under 10 thousand rupees best gift on daughters day 2020 27th september know best phone options – News18 हिंदी मोबाइल-टेक भाषा चुनें हिन्दी ENGLISHবাংলা मराठीગુજરાતીঅসমীয়া ಕನ್ನಡ தமிழ் മലയാളം తెలుగు ਪੰਜਾਬੀ اردو ଓଡ଼ିଆ लाइव टीवी News18 इंडियाNews18 उत्तर प्रदेश, उत्तराखंडNews18 पंजाब, हरियाणा,हरियाणाNews18 बिहार, झारखंडNews18 मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़News18 राजस्थान ऐप डाउनलोड करें हमें फॉलो करें Trending Topics :#FarmLaws#UPElections#BiggBoss#Cricket देश क्रिकेट मनोरंजन फूड नौकरी प्रदेश दुनिया नॉलेज टेक मनी वीडियो हेल्थ लाइफ राज्य/शहर चुनेंलाइव टीवी अपना शहर चुनें दिल्ली-एनसीआर एटा फैजाबाद मैनपुरी श्रावस्ती संत रविदास नगर कांकेर बीजापुर मुंगेली सूरजपुर राजगीर कटनी डिंडोरी पन्‍ना बालाघाट राजगढ़ सीहोर हरदा पुष्कर प्रतापगढ़ गुड़गांव महाराष्ट्र पंजाब राज्य दिल्ली-एनसीआर उत्तर प्रदेश लखनऊवाराणसीआगरामेरठ बिहार पटनामुजफ्फरपुरगयाभागलपुर मध्य प्रदेश भोपालइंदौरजबलपुरग्वालियर राजस्थान जयपुरअजमेरउदयपुरकोटा उत्तराखंड ऋषिकेशदेहरादूनचमोलीअल्मोड़ाहल्द्वानीनैनीतालहरिद्वारपिथौरागढ़पौड़ी गढ़वालबागेश्वररुद्रप्रयागचम्पावतटिहरी गढ़वालउत्तरकाशीऊधमसिंह नगर हरियाणा चंडीगढ़रोहतक झारखंड रांचीधनबाद छत्तीसगढ़ रायपुरबिलासपुर हिमाचल प्रदेश शिमलामंडीधर्मशालाकुल्‍लू महाराष्ट्र पंजाब देश क्रिकेट मनोरंजन फूड नौकरी प्रदेश दुनिया नॉलेज टेक मनी वीडियो हेल्थ लाइफ लेटेस्ट खबरें Big Boss अजब-गजब फोटो ऑटो करियर धर्म राशि साहित्य ब्लॉग मिशन पानी Nerolac #ACKC #CryptoKiSamajh लेटेस्ट खबरें Big Boss अजब-गजब फोटो ऑटो करियर धर्म राशि साहित्य ब्लॉग मिशन पानी Nerolac #ACKC #CryptoKiSamajh Home /News /tech / Daughter's Day 2020: स्मार्टफोन है बेटियों के लिए बेस्ट गिफ्ट ऑप्शन, ये हैं 10 हज़ार से कम वाले फोन Daughter's Day 2020: स्मार्टफोन है बेटियों के लिए बेस्ट गिफ्ट ऑप्शन, ये हैं 10 हज़ार से कम वाले फोन Daughter's Day पर बेटियों के लिए बेस्ट है ये फोन ऑप्शंस. बेटियों को गिफ्ट के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन मोबाइल फोन हो सकता है. तो आज हम आपको बता रहे हैं 10 हज़ार से कम कीमत वाले कुछ खास स्मार्टफोन्स... अधिक पढ़ें ... News18Hindi Last Updated : September 27, 2020, 05:36 IST संबंधित खबरें Motorola जल्द ला सकता 200 मेगापिक्सल कैमरे वाला पहला फोन, लॉन्चिंग डेट भी लीक Realme के 32 इंच वाले बजट Smart TV पर मिल रही तगड़ी छूट, मिलेगा HDR 10 कंटेंट 500 रु से कम कीमत पर मिल रहा है धांसू Smart Band, मिलती है कॉलिंग नोटिफिकेशन पहले से भी सस्ता मिल रहा है 50MP कैमरे वाला Redmi का फोन, मिलेगी 6000mAh बैटरी Daughter's Day 2020: डॉटर्स डे 2020 (Daughter Day 2020) आज (27 सितंबर) सेलिब्रेट किया जा रहा है. कोरोना काल में हर मौके पर सब आप घर पर हैं, और ऐसे में डॉटर्स डे भी लोग घर पर ही मना रहे हैं. इस बार कोरोना के चलते भले ही मां-बाप अपनी बेटियों को डिनर या लंच पर बाहर न ले जा सकें, लेकिन इस दिन को यादगार बनाने के लिए वह उन्हें अच्छा सा तोहफा ज़रूर दिया जा सकता है. बेटियों को गिफ्ट के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन मोबाइल फोन हो सकता है. तो अगर आप इस डॉटर्स डे अपने डॉटर के लिए बेहतरीन फीचर्स वाला बजट फोन देने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं 10 हज़ार से कम कीमत वाले कुछ खास स्मार्टफोन्स... Realme C15: कीमत 9,999 रुपये रियलमी C15 में 6.5 इंच का HD+ (720x1600 पिक्सल्स) डिस्प्ले 20:9 अस्पेक्ट रेशियो के साथ दिया गया है. कैमरा की बात करें तो फोन के क्वॉड कैमरा सेटअप में 13 मेगापिक्सल प्राइमरी सेंसर, 8 मेगापिक्सल का सेकेंडरी सेंसर, 2 मेगापिक्सल का मोनोक्रोम और 2 मेगापिक्सल का रेट्रो लेंस दिया गया है. सेल्फी के लिए Realme C15 में 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है. फोन में 6000mAh की पावरफुल बैटरी दी गई है, जो 18W फास्ट चार्जिंग सपॉर्ट करती है. Realme C15 को भारत में दो वेरिएंट्स 3GB+32GB और 4GB के साथ पेश किया गया है. इसके 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाले वेरिएंट की कीमत 9,999 रुपये है. वहीं, दूसरे 4 जीबी रैम वाले वेरिएंट को 10,999 रुपये रखी गई है. (ये भी पढ़ें- Xiaomi फैंस के लिए खुशखबरी! 800 रुपये में घर लाएं लेटेस्ट Redmi Note 9 Pro Max) Redmi 9- कीमत 8,999 रुपये फोन में 6.53 इंच का HD+ IPS डिस्प्ले दिया गया है. बताया गया कि ये इमेरसिव स्क्रीन के साथ आता है, जिससे इंटरटेनमेंट का बेहतर एक्सपीरिएंस मिलेगा. फोन में हाई परफॉर्मेंस वाला Helio G35 ऑक्टो कोर प्रोसेसर (2.3Ghz) मिलेगा. कैमरे की बात करें तो रेडमी 9 में डुअल रियर AI कैमरा दिया गया है. इसमें 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर दिया गया है. सेल्फी के लिए फोन में 5 मेगापिक्सल का AI कैमरा भी है. रेडमी 9 में 5000mAh की बैटरी दी गई है. इस फोन के 4 जीबी रैम+ 64 जीबी स्टोरेज की कीमत 8,999 रुपये और 4GB+ 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 9,999 रुपये है. (ये भी पढ़ें- बेहद सस्ते में मिल रहा है OnePlus का ये 4 कैमरे वाला खूबसूरत स्मार्टफोन, बैटरी भी दमदार) Infinix Smart 4 Plus- कीमत 7,999 रुपये इनफिनिक्स के Smart 4 plus में 6.82 इंच का HD+ डिस्प्ले दिया गया है, जिसका अस्पेक्ट रेशियो 20.5:9 है. फोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक Helip A25 प्रोसेसर दिया गया है. ये फोन एंड्रॉयड 10 बेस्ड XOS 6.2 पर काम करता है. इनफिनिक्स का ये स्मार्टफोन ड्यूल सिम सपोर्ट करता है. फोन के रियर पर फिंगरप्रिंट सेंसर जैसा फीचर दिया गया है. इनफिनिक्स स्मार्ट 4 प्लस के कैमरे की बात करें तो इसके रियर में डुअल AI रियर कैमरा है. इसमें 13 मेगापिक्सल का प्राइमेरी कैमरा और दूसरा डेप्थ सेंसर है. इसमें 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है. यानी कि इतनी कम कीमत में आपको कुल 3 कैमरे मिल जाएंगे, जो कि दो रियर और सेल्फी कैमरा है. पावर देने के लिए फोन में 6000mAh बैटरी दी गई है, जो कि 10W चार्जिंग के साथ आती है. कंपनी ने फोन को सिर्फ एक ही वेरिएंट रैम 3 जीबी +32 जीबी में लॉन्च किया है, जिसकी कीमत सिर्फ 7,999 रुपये है. इसकी स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है. Samsung Galaxy M01s: कीमत 9,499 रुपये इस स्मार्टफोन में 6.3 इंच का एचडी+ इनफिनिटी डिस्प्ले दिया गया है. ये फोन एंड्राएड 10 OS पर बेस्ड MediaTek Helio P22 प्रोसेसर पर काम करता है. फोन में सिक्योरिटी के लिए रियर माउंटेड फिजिकल फिंगरप्रिंट सेंसर मौजूद है. इसमें 13 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल का डुअल रियर कैमरा दिया गया है. वहीं फोन का फ्रंट कैमरा 8 मेगापिक्सल के साथ आता है. पावर के लिए 4,000mAh की बैटरी और USB Type C सपोर्ट दिया गया है. इस फोन को 9,999 रुपये में लॉन्च किया गया था, लेकिन इसमें कंपनी ने 500 रुपये की कटौती कर दी है. Tecno Spark Power 2: कीमत 9,999 रुपये 7-इंच का HD+ वॉटरड्रॉप नॉच डिस्प्ले वाला ये फोन मीडियाटेक हेलियो P22 प्रोसेसर पर काम करता है. इसका रेजोलूशन 720x1640 पिक्सल्स है. ये फोन एंड्रॉयड पर बेस्ड HIOS 6.1 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. फोन में 2GHz MediaTek Helio P22 MTK6762 octa-core प्रोसेसर है. कैमरे की बात करें तो फोन के रियर पैनल में क्वाड कैमरा सेटअप दिया गया है. इसमें 16 मेगापिक्सल का प्राइमेरी कैमरा है जबकि सेकेंडरी कैमरा वाइड एंगल कैमरा है, तीसरा कैमरा माइक्रो कैमरा दिया गया है. सेल्फी के लिए फोन के फ्रंट में 16 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. यानी कि इसमें कुल 5 कैमरे हैं. पावर के लिए फोन में 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो कि 18Watt की फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ आती है. कंपनी का दावा है कि फोन एक बार चार्ज होकर 4 दिन तक चलेगा. टेक्नो ने इस फोन की कीमत सिर्फ 9,999 रुपये रखी गई है, जो कि इसके 4जीबी रैम और 64 जीबी इंटरनल स्टोरेज के लिए है. पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें. 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ICMR Expert ने कहा ये अधिक पढ़ें अगली ख़बर ट्रेंडिंग टॉपिक उत्तर प्रदेश चुनावCricket Newsमौसम का हालरेलवे की खबरतालिबानकमाई के उपायकोरोना वैक्सीनसोने के भावसरकारी नौकरीरेसिपी सोशल मीडिया पीएम मोदीराहुल द्रविड़कंगना रनौतयोगी आदित्यनाथविराट कोहलीचरणजीत सिंह चन्नीएमएस धोनीराहुल गांधीअखिलेश यादवनवजोत सिंह सिद्धूसलमान खानअमरिंदर सिंहअमिताभ बच्चनदिशा पटानीसूर्यकुमार यादवकरीना कपूर खान पॉपुलर कैटेगरी ताजा खबरेंक्रिकेटबॉलीवुड अजब-गजबराशिफल करियरसाहित्य जगतताजा फोटो गैलरीबिजनेस वेब स्टोरीजमोबाइल-टेकपॉडकास्ट राजस्थानबिहारपंजाबमध्य प्रदेशझारखंडउत्तराखंडछत्तीसगढ़हिमाचल प्रदेशमहाराष्ट्रदेश दुनियाप्रदेश लाइव टीवीन्यूज 18 इंडिया Language Sites Hindi NewsMarathi NewsGujarati NewsBengali NewsTamil NewsTelugu NewsKannada NewsMalayalam NewsPunjabi NewsUrdu NewsAssam NewsOdia News News18 Group TopperLearningCricketNextMoneycontrolFirstPostCompareIndiaCNBCTV18History IndiaMTV IndiaClear Study DoubtsEducation Franchisee OpportunityCAprep18 हमारे बारे में डिस्क्लेमरसंपर्क करेंफीडबैकSitemap Complaint RedressalAdvertise with UsPrivacy PolicyCookie Policy CNN name, logo and all associated elements ® and © 2020 Cable News Network LP, LLLP. 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» करणपुर की टीम बनी बरोटीवाला ओपन कबड्डी टूर्नामेंट विजेता करणपुर की टीम बनी बरोटीवाला ओपन कबड्डी टूर्नामेंट विजेता करणपुर की टीम बनी बरोटीवाला ओपन कबड्डी टूर्नामेंट विजेता January 27th, 2020 | Post by :- Pankaj Goldy | 98 Views ज़िला सोलन के बरोटीवाला में समाज कल्याण यंग स्टार क्लब द्वारा 25 और 26 जनवरी को खेल प्रतियोगिता आयिजित की गयी जिसमें मुख्यातिथी के रूप में दून के विधायक परमजीत सिंह"पम्मी" व विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला भाजपा उपाध्यक्ष बलविंदर ठाकुर ने शिरकत की।क्लब द्वारा दोनों अतिथियों का जोरदार स्वागत किया व उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। दोनों ने अपने संबोधन में खेलों को बढावा देने व नशे के खिलाफ कार्य करने के लिए क्लब को बधाई व शुभकामनाएँ देते हुए युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वाहन भी किया साथ ही भविष्य में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया। प्रधान गुरनाम सिंह ठाकुर ने बताया कि खेल प्रतियोगिताओं में 3000 और 1500 मीटर की दौड़ और कब्बडी की खेल प्रतियोगिता कराई गई। 3000 और 1500 मीटर की दौड़ में विभिन्न क्षेत्रों के आये 90 धावकों ने भाग लिया जिसमे दोनों वर्ग की दौड़ में दाताराम पहले और अनिकेत दूसरे व उज्जवल तीसरे स्थान पर रहे। पहले विजेता को 3100 और दूसरे स्थान पर रहे उपविजेता को 2100 और तीसरे स्थान के धावक को 1100 रुपये दिये । कबड्डी टूर्नामेंट में 60 किलो वर्ग में 24 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमे विजेता टीम राजपुरा और उपविजेता मानपुरा रही विजेता टीम को ट्रॉफी व 21000 हजार और उपविजेता टीम को ट्रॉफी व 11000 इनाम राशी दी गयी। ओपन वर्ग में कबड्डी टूर्नामेंट में विभिन्न क्षेत्रों की 18 टीमों ने हिस्सा लिया। ओपन कब्बडी टूर्नामेंट की विजेता टीम करणपुर को ट्रॉफी और 31000 की इनामी राशी और उपविजेता टीम राजपुरा को ट्रॉफी और 21000 की इनामी राशि दी। दून विधायक ने क्लब को 31000 नगद ओर 6 सोलर लाईटस दी । जिला भाजपा उपाध्यक्ष बलविंदर ठाकुर ने क्लब को कार्यक्रम के लिए 51000 का सहयोग दिया और आयोजित उन्होंने क्लब को 31000 राशि का सहयोग किया टूर्नामेंट में कलब के प्रधान गुरनाम सिंह ठाकुर ,संजीव गिरी, रवि शर्मा , विवेक ठाकुर , स्थानीय पंचायत प्रधान ऱाम रतन बीडीसी अनिल शर्मा, बीडीसी बीर सिंह नंबरदार गुरमीत गिरी, गुरदीप सैनी, श्यामलाल ठाकुर, जगदीश गौतम, जतिंदर तनवर, सुनील ठाकुर, अरविंद तनवर, अमरजीत चौधरी, सुरजीत शर्मा, बिट्टू , जी बी शर्मा, बिट्टू तनवर, हर्ष गिरी, गुरचरण ठाकुर, अंशुमान ठाकुर, भूपेश चौधरी, विक्रम ठाकुर, शिव कुमार चौधरी, अभिनव ठाकुर, पुनीत चौधरी, काकू चौधरी, सौरव गुप्ता, गौरव गुप्ता और समस्त समाजकल्याण यंग स्टार बरोटीवाला की टीम व विशेष तौर पर कुश्ती संघ के के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश के कबड्डी कौच संजीव ठाकुर गुरमेल चौधरी व राजकुमार चौधरी ने भी शिरकत की।
मामला इंदौर का है जहां एक युवक ने खुद को अंडरकवर पुलिस ऑफिसर बताकर एक युक्ति से 8 लाख रुपए और एक स्कूटी शादी के नाम से ऐंठ लिए। राजवीर सोलंकी खुद को अंडरकवर पुलिस अधिकारी बता कर लड़की से सगाई करता है। मगर युवती को किसी चीज को लेकर शंका हुई तो उसने जांच पड़ताल की पता चला राजवीर एक फ्रॉड है। युवती ने पुलिस को बताया कि राजवीर अपने आप को पुलिस का अंडर कवर पुलिस अधिकारी बताकर उससे मिला था। ऐसे ही दोनो को दोस्ती की शुरुआत हुई फिर धीरे-धीरे बात शादी तक पहुंच गई। इसी दौरान महिला को राजवीर पर शक हुआ। तो उसने पुलिस को सूचना दी तहकीकात की तो पता चला। आरोपी के पास कई नकली कार्ड पुलिस के मिले। पीड़ित युवती ने विजयनगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। फिलहाल आरोपी के बारे में एक और बात सामने आई जिसमें उसने दूसरी महिला से 40 लाख रुपए ठगे। Sp आशुतोष बागरी ने बताया कि अभी जांच चल रही है पुलिस को शंका है कि और जानकारियां भी सामने आ सकती हैं। की आरोपी ने कई और लड़कियो के साथ फ्रॉड किया होगा। - Advertisement - Tags Crime news Fraud ASI hindi news local news Share Facebook Twitter WhatsApp Pinterest [wptelegram-join-channel] Previous articleतुर्की के मशहूर शेफ नुसरत गोक्श के रेस्टोरेंट में खाया 38 लाख रुपए का खाना, शेयर किया बिल तो हुए ट्रोल
यह एक मिश्रित समय है। रुका हुआ धन वापस आएगा। संतान पक्ष की ओर से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आय के नए स्रोत खुलेंगे। आपका शांत चित्त मन आपको कई परेशानियों से बचाएगा। यश, मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापारिक स्थिति आशाजनक रहेगी। किसी नए उत्पाद या सेवा को शुरू करने में सफल होंगे। कारोबार का विस्तार करने के लिए समय अनुकूल है। पारिवारिक सुख व धन बढ़ेगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा और काफी समय से चली आ रही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। काम में ध्यान देने से ज्यादा आप अपने कार्य के विषय या अपने कार्यस्थान के बारे में चर्चा करते रहने से आप अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाएंगे। आप अपने बिजनस अथवा ऑफिस की ओर से लंबी यात्रा पर जा सकते हैं। आपकी यह यात्रा विदेश से जुड़ी हो सकती है। जीवनसाथी की भावनाओं को समझें। किस्मत का सितारा बदल रहा है लेकिन मजबूत इच्छाशक्ति के बिना आप कामयाबी नहीं पा सकेंगे। विद्यार्थियों के लिए समय उत्तम है, संतान की ओर से भी शुभ समाचार मिल सकता है। वाद-विवाद से मानसिक कष्ट बढ़ सकता है।(राधावल्लभ मिश्रा)
रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) के शो ‘खतरों के खिलाड़ी 10 (Khatron Ke Khiladi 10)’ को उसका विनर मिल गया है. एक्ट्रेस करिश्मा तन्ना ने ‘खतरों के खिलाड़ी 10’ का खिताब अपने नाम कर लिया. हालांकि, इस बात के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे कि इस सीजन की विनर करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) ही होंगी. बता दें, कलर्स चैनल पर प्रसारित होने वाले शो ‘खतरों के खिलाड़ी’ की शूटिंग कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण बीच में ही रोक दी गई थी. वहीं, अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान और सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार शो की शूटिंग दोबारा हुई. शनिवार रात 10 बजे शो का फिनाले एपिसोड प्रसारित किया गया जिसमें रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) ने विजेता के नाम की घोषणा की. एक्ट्रेस इस सीजन की जीत पर काफी खुश हैं और लोग उन्हें खूब बधाइयां भी दे रहे हैं. इसके अलावा कुछ दिनों पहले एकता कपूर ने करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) को अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर बधाई भी किया था, तब से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि खतरों के खिलाड़ी सीजन 10 की ट्रॉफी करिश्मा को मिलने वाली है. हालांकि, दर्शक आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे थे. बता दें, ‘खतरों के खिलाड़ी (Khatron Ke Khiladi 10 Winner)’ का यह खिताब पहली बार किसी लड़की ने जीता है. ऐसे में एक्ट्रेस करिश्मा तन्ना यह खिताब हासिल करके इमोशनल भी हो गई थीं. एक्ट्रेस ने अपनी जीत की खुशी मां के साथ केक काटकर मनाई. जिसके फोटो और वीडियो करिश्मा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किए हैं.
मिजोरम चुनाव: कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र, छात्रों को लैपटॉप देने की घोषणा | Mizoram polls: Congress releases manifesto, promises laptops to students - Hindi Oneindia 23 min ago पीएमसी बैंक घोटाले में बड़ा खुलासा, 10.5 करोड़ रिकॉर्ड से गायब मिजोरम चुनाव: कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र, छात्रों को लैपटॉप देने की घोषणा | Published: Friday, November 2, 2018, 18:40 [IST] नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को आने वाले मिजोरम विधानसभा चुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस ने सत्ता में लौटने पर कक्षा 10 और उससे ऊपर की मंजूरी देने वाले छात्रों को मुफ्त लैपटॉप प्रदान करने का वादा किया है। मुख्यमंत्री ललथनहवला ने चुनावी घोषणापत्र जारी किया है. पार्टी ने किसानों और युवाओं के लिए अपना महत्वपूर्ण कार्यक्रम जारी रखने का वादा किया है। बता दें कि, पूर्वोत्तर में मिजोरम एकमात्र राज्य है, जहां कांग्रेस सरकार में है। ललथनहवला पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी हैं। वह 2008 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। पार्टी ने घोषणापत्र में कहा है कि उन्होंने हेल्थ केयर स्कीम चलाई जिससे राज्य के लोग 5 लाख रुपए तक का क्लेम कर सकते हैं। हेल्थ केयर स्कीम के तहत इस बार पार्टी की ओर से यह दावा किया गया है कि राज्य के लोगों को 5 लाख रुपए से ज्यादा का फायदा मिलेगा। कांग्रेस ने घोषणापत्र में कहा कि, युवाओं के लिए पार्टी की ओर से दावा किया गया कि इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मेनेजमेंट के स्टडी टूर के लिए एक बजट बनाया जाएगा और एचएसएलसी पास करने वालों को लैपटॉप दिए जाएंगे। घोषणापत्र में कहा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एंबुलेस नेटवर्क चलाया जाएगा, शराब और नशे की लत के लिए एक पुनर्वास केंद्र, एक परियोजना मूल्यांकन और निगरानी समिति की स्थापना होगी। मध्य प्रदेश: पूर्व कांग्रेस सांसद प्रेमचंद गुड्डू बेटे संग भाजपा में शामिल mizoram assembly polls congress manifesto laptops मिजोरम विधानसभा चुनाव 2018 कांग्रेस घोषणापत्र लैपटॉप mizoram assembly elections 2018 assembly elections 2018
सीएम ने मास्क के साथ व सामाजिक दूरी का भी सख्ती से पालन करने और राज्य में टेस्टिंग को बढ़ाकर प्रति दिन 30 हजार तक करने के निर्देश भी जारी किए हैं। कोरोना वायरस की वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को एक उच्च-स्तरीय वर्चुअल मीटिंग को संबोधित कर कैप्टन ने सभी डिप्टी कमिश्नरों को अपने जिलों में हॉटस्पॉट इलाकों में जरूरत पड़ने पर नाइट कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। माइक्रो कंटेनमेंट के लिए यह रणनीति अपनाई जाएगी। Sarkari Naukri-Result 2021Updates: 10वीं से लेकर स्नातकों के लिए निकली ढेरों सरकारी नौकरियां, बैंक, पुलिस, शिक्षा विभाग समेत नौकरी से जुड़ी हर अपडेट पाएं यहां Sarkari Result 2021, Sarkari Naukri Job 2021, RRB NTPC Phase 4 CBT Admit Card, JPSC Exam Date: सरकारी नौकरी करने वाले छात्रों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा कई नियुक्तियां निकाली गई हैं. सरकारी नौकरी पाने की इच्‍छा रखने वाले युवा हर जारी सरकारी भर्ती की जानकारी एक ही जगह चेक कर सकते हैं. बैंक, रेलवे, SSC के अलावा कई राज्य सरकार की नौकरी के लिए भी आप आवेदन कर सकते हैं. झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने 252 पदों के लिए चार सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के लिए स्नातक उत्तीर्ण उम्मीदवारों से 15 मार्च 2021 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं. सरकारी नौकरी से जु़ड़ी हर अपडेट के लिए बने रहे parbhatkhabar.com के साथ... उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) में युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का शानदार मौका है। यूपीपीसीएल ने एडिशनल प्राइवेट सेक्रेटरी के पदों पर आवेदन आंमत्रित किए हैं। जो उम्मीदवार इन पदों पर नौकरी पाना चाहते हैं, बता दें कि आवेदन प्रक्रिया 03 मार्च, 2021 से शुरू हो जाएगी। इन पदों पर नौकरी से संबंधित पूरी जानकारी जैसे जरूरी योग्यता, चयन प्रक्रिया, कैसे करें आवेदन, पदों का विवरण आदि आपको आगे की स्लाइड्स में दिया जा रहा है।
FIX: स्काइप विंडोज 10 में बंद नहीं होगा मैं Skype छोड़ने के लिए कैसे बाध्य करूं? स्काइप को सिस्टम ट्रे से बंद करें Skype की स्थापना रद्द करें और इसे नवीनतम संस्करण के साथ बदलें टास्क मैनेजर का उपयोग करके स्काइप को बंद करें .Bat फ़ाइल बनाएँ विंडोज 10 आखिरकार यहां है, और हम इसे अभी तक प्यार कर रहे हैं। लेकिन कुछ उपयोगकर्ताओं ने स्काइप को प्रभावित करने वाले कुछ बगों की सूचना दी है। अर्थात्, वे एप्लिकेशन को बंद करने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए इस लेख में, हम आपको इस समस्या के समाधान के बारे में बताने जा रहे हैं विंडोज 10 के दर्जनों उपयोगकर्ताओं ने अपने कंप्यूटर पर स्काइप के साथ एक अजीब बग की सूचना दी है जो उन्हें कार्यक्रम को बंद करने से रोकता है। यदि आप Skype बंद करना चाहते हैं, तो आमतौर पर आप अपने टास्कबार में आइकन पर क्लिक करेंगे और संदर्भ मेनू से "Skype से बाहर निकलें" चुनें। हालाँकि, कई उपयोगकर्ताओं ने रिपोर्ट किया है कि वे Skype से इस तरह से बाहर नहीं निकल सकते हैं, इसलिए हम आपको कुछ वर्कअराउंड प्रदान कर रहे हैं। अगर Skype मेरे कंप्यूटर पर बंद नहीं होगा तो क्या करें? समाधान 1 - सिस्टम ट्रे से स्काइप बंद करें यदि आप उन उपयोगकर्ताओं में से एक हैं जो टास्कबार के माध्यम से स्काइप को बंद नहीं कर सकते हैं, तो सिस्टम ट्रे के माध्यम से इसे बंद करने का प्रयास करें। सबसे पहले अपनी स्क्रीन के निचले दाएं किनारे पर जाएं, और आपकी घड़ी के बगल में एक Skype आइकन होना चाहिए। यदि कोई Skype आइकन उपलब्ध नहीं है, तो यह छिपाया जा सकता है, इसलिए आपको इसे प्रकट करने के लिए एक तीर का बटन दबाने की आवश्यकता है। स्काइप आइकन को सिस्टम ट्रे में खोजने के बाद, उस पर राइट-क्लिक करें और फिर " क्विट स्काइप " दबाएं। समाधान 2 - स्काइप की स्थापना रद्द करें और इसे नवीनतम संस्करण के साथ बदलें एक और फिक्स उपलब्ध है और इसके लिए आपको स्काइप के वर्तमान संस्करण को अनइंस्टॉल करना होगा। अपने कंप्यूटर से स्काइप को अनइंस्टॉल करने के बाद, आपको स्काइप की वेबसाइट पर जाने की आवश्यकता है, स्काइप के नवीनतम संस्करण को डाउनलोड करें और इसे फिर से इंस्टॉल करें। स्काइप को फिर से स्थापित करने के बाद, आपको सिस्टम ट्रे पर जाए बिना टास्कबार के माध्यम से इसे बंद करने में सक्षम होना चाहिए। हमें यह बताना होगा कि यह समाधान सभी विंडोज़ 10 कंप्यूटरों पर समस्या को ठीक नहीं करता है, लेकिन इसने उपयोगकर्ताओं की संख्या में मदद की है, इसलिए यह जाँचने योग्य है। समाधान 3 - टास्क मैनेजर का उपयोग करके स्काइप को बंद करें यदि यह मदद नहीं करता है, और आप अभी भी स्काइप छोड़ नहीं सकते हैं, तो आप हमेशा टास्क मैनेजर का उपयोग करके इसे बंद कर सकते हैं। अपने टास्कबार पर जाएं, उस पर राइट-क्लिक करें और फिर संदर्भ मेनू से टास्क मैनेजर चुनें। जब टास्क मैनेजर खुल जाता है, तो स्काइप प्रक्रिया मिलने तक सूची को नीचे स्क्रॉल करें, इसे चुनें, और "एंड टास्क" बटन दबाएं। यह जबरदस्ती और सफलतापूर्वक Skype बंद कर देगा। समाधान 4 - .bat फ़ाइल बनाएँ Skype छोड़ने के लिए बाध्य करने का एक अन्य तरीका एक बैच फ़ाइल बनाना और उसमें निम्न पंक्तियाँ जोड़ना है: टास्ककिल / f / im skypehost.exe अपने डेस्कटॉप पर फ़ाइल सहेजें और Skype बंद करने के लिए बस इसे खोलें। इस समय हम नहीं जानते कि यह समस्या क्या है, और Microsoft स्काइप को पैच करने और इस छोटी सी समस्या को हल करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहा है, और हम उम्मीद कर रहे हैं कि सभी विंडोज 10 उपयोगकर्ताओं के लिए जल्द ही आधिकारिक फिक्स उपलब्ध होगा।
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर हरिश्चंद्र महाविद्यालय में सरदार पटेल की 144 वीं जयन्ती का हुआ आयोजन | उर्जांचल टाईगर भारत के प्रथम गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर "सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती" विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ओ पी सिंह ने कहा कि वल्लभ भाई की यह दूरदर्शिता और कठोर निर्णय लेने की क्षमता का ही परिणाम है कि आज हम अखंड भारत की संकल्पना को पूर्ण होता देख रहे हैं। अपने समकालीन राष्ट्र निर्माताओं से परे पटेल जन आकांक्षाओं की पूरा करने में श्रेय लेने की किसी दौड़ में नहीं दिखती। आज कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की स्वर्णिम सरंचना के इस महान शिल्पकार को न सिर्फ याद करने का दिन है बल्कि उनको इस शिल्प का श्रेय देने का भी स्वर्णिम अवसर है। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉक्टर विश्वनाथ वर्मा ने सरदार पटेल की राजनीतिक यात्रा को खेड़ा आंदोलन से जोड़ते हुए कहा कि बागडोरी आंदोलन में किसानों की आवाज़ उठाने के साथ ही सविनय अवज्ञा की नींव पड़ी। सहमति और असहमति के बीच रास्ता बनाना सरदार पटेल की नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। राजनीति विज्ञान विभाग की डॉ अनुपम साही ने सरदार पटेल को मजबूत मनोवैज्ञानिक करार दिया। उन्होंने कहा कि पटेल की शख्सियत ऐसी थी जो सामने वाले का मन मोह लेती थी और पटेल सामने खड़े व्यक्ति के भावों को आसानी से भाप लेते थे। रसायन विज्ञान विभाग के डॉ अनिल कुमार ने सरदार पटेल की रणनीतिक कुशलता का ज़िक्र करते हुए कहा कि 545 रियासत थी जिसे पटेल ने 561 में परिवर्तित किया। डॉ पंकज कुमार सिंह ने सरदार पटेल को धर्मनिरपेक्ष नेता बताते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में सरदार पटेल की भूमिका की मूल्यांकन करना सूरज को दिए दिखाने जैसा है।
आयकर विभाग की जांच रिपोर्ट में राबड़ी देवी के साथ पूछताछ के दौरान उस तथ्य का जिक्र है कि जब उनसे ये पूछा गया कि आखिर उनके खाते में एक करोड़ रुपये कहां से आए, तब उन्होंने यह कहकर जवाब टाल दिया कि फिलहाल उन्हें याद नहीं है। राबड़ी ने कहा कि वह अपने लिखित जवाब में इसके बारे में बताएंगी। सच्चाई यह है कि राबड़ी और लालू के दामाद राहुल यादव ने ये राशि उनके खाते में ट्रांसफर की थी, जिस पैसे से डिलाइट मार्केटिंग के शेयर खरीदे गए। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज सीबीआइ के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। तेजस्वी के वकील ने सीबीआइ से दो हफ्ते का वक्त मांगा है। इससे पहले कल लालू यादव को भी पेश होना था लेकिन उनके वकील ने भी दो सप्ताह का वक्त मांगा है। इस मामले में सीबीआई ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए क्रमश: 25 सितंबर और 26 सितंबर को दिल्ली तलब किया था। जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव के वकील ने सीबीआई से पूछताछ के लिए दो हफ्ते का और वक्त देने की मांग की है। रेलवे होटल घोटाला मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सोमवार को सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। उनके वकील सीबीआई मुख्यालय पहुंचे और पूछताछ के लिए दो हफ्ते का वक्त देने की मांग की। वहीं सीबीआई का कहना है कि उनकी इस अपील पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही पूछताछ के लिए फिर से समन भेजा जायेगा। संभावना है कि अब दशहरा के बाद ही लालू को पूछताछ के लिए बुलाया जायेगा। इस मामले में लालू प्रसाद को पहले 11 सितंबर को और तेजस्वी यादव को 12 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन दोनों ने अपरिहार्य कारणों से सीबीआइ से कुछ दिनों की मोहलत मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। जिसके बाद दोनों को दोबारा 25 सितंबर व 26 सितंबर को पेश होने के लिए कहा गया था। राजद सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली बुलाया है। उन्हें 27 सितंबर को ईडी मुख्यालय में प्रस्तुत होने के लिए कहा गया है। परंतु सूत्रों के अनुसार, उनका दिल्ली जाकर ईडी के समक्ष पेश होना अभी तक तय नहीं माना जा रहा है। इस बात को लेकर अभी संशय ही बना हुआ है कि वह ईडी के समक्ष पेश होकर उसके सवालों का जवाब देंगी।राबड़ी देवी से ईडी उसी मामले में पूछताछ करने की तैयारी में है, जिस मामले में सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज कर रखा है। सीबीआइ ने जुलाई महीने में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनके छोटे बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव तथा पत्नी राबड़ी देवी पर मुकदमा दर्ज किया था।
SuperFastNews.co.in - पुलिस भर्ती में महिलाओं को 3 सेंटीमीटर ऊंचाई में छूट - पुलिस भर्ती में महिलाओं को 3 सेंटीमीटर ऊंचाई में छूट (Tue, Jul 17th 2018 / 14:09:15) भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाली पुलिस भर्ती में महिला अभ्यर्थियों को तीन सेंटीमीटर ऊंचाई में छूट मिलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट ने महिला अभ्यर्थियों के लिए जरूरी ऊंचाई सीमा 158 सेंटीमीटर से घटाकर 155 सेंटीमीटर करने का फैसला किया गया। इसी तरह वकील सुरक्षा विधेयक को भी मंजूरी दी गई। इसे लागू करने सरकार अध्यादेश लाएगी। इसके प्रभावी होने पर वकीलों को अपना काम करने के दौरान डराने या प्रभावित करने वाले को एक से लेकर सात साल तक की सजा हो सकेगी। वहीं, प्राकृतिक आपदा से केले की फसल के प्रभावित होने पर अब प्रति हेक्टेयर एक लाख रुपए की सहायता राशि मिलेगी। मंत्रालय में हुई कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पुलिस भर्ती में महिला अभ्यर्थियों को ऊंचाई में छूट देने की घोषणा की थी। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्रावधान एएसआई और प्रधान आरक्षक कम्प्यूटर पर भी लागू होंगे। इसी तरह वकीलों को अपना काम करने में कोई परेशान न हो, इसके लिए अधिवक्ता सुरक्षा विधेयक लाने की मंजूरी भी दी गई। इसमें प्रावधान किया गया है कि प्रकरण को प्रभावित करने की गरज से यदि वकील को डराया जाता है, साक्ष्य मांगे जाते हैं या उसके ऊपर हमला किया जाता है तो एक से सात साल तक की सजा होगी। इसके साथ ही दस हजार रुपए का जुर्माना भी किया जाएगा। डॉ. मिश्रा ने इसे देश में वकीलों की सुरक्षा के लिए लागू होने वाला पहला कानून बताया। बैठक में सड़क विकास निगम को राजमार्ग निधि के आधार पर कर्ज लेने की अनुमति भी दी गई। निधि में अगले दस साल तक 60-60 करोड़ रुपए जमा होंगे। इसके आधार पर निगम 400 करोड़ रुपए का कर्ज लेगा। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति पिछड़ा वर्ग के 10 की जगह 50 छात्रों को मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना में डिफाल्टर किसानों द्वारा बकाया मूलधन की पचास फीसदी राशि लौटाने पर अब सामग्री के साथ नकद कर्ज भी मिलेगा। शून्य प्रतिशत पर ब्याज पर कर्ज जमा करने की तारीख 15 जून से बढ़ाकर 30 जून करने को भी कैबिनेट ने मंजूरी दी। ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में टर्सरी कैंसर केयर सेंटर खोलने, मानसिक आरोग्यशाला ग्वालियर के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परियोजना को निरंतर रखने और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जरी विभाग के लिए 75 पद के साथ सुविधाएं बढ़ाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। केला, पपीता और नीबू की फसल प्राकृतिक आपदा से खराब होने पर राहत राशि में इजाफा किया गया है। 50 फीसदी से ज्यादा केले की फसल को नुकसान होता है तो प्रति हेक्टेयर एक लाख रुपए की सहायता मिलेगी। 25 से 33 प्रतिशत नुकसान होने पर 27 हजार 500 रुपए मिलेंगे। होम | धर्म-आस्था | अपराध | राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय | मनोरंजन | अजब गजब | उद्योग-व्यापर | गैजेट&ऑटोमोबाइल | जीवन शैली | स्थानीय ख़बरें | रोजगार-कैरियर | राजनीति | स्वास्थ्य | न्यायालय-आदेश | खेल खबर | सरकार-शासन | अनुसंधान-प्रयोग | योग-व्यायाम | पंजाब | नगालैंड | उड़ीसा | मेघालय | महाराष्ट्र | मिजोरम | अरुणाचल प्रदेश | आंध्र प्रदेश | लक्षद्वीप | हिमाचल प्रदेश | उत्तरांचल | दादरा और नगर हवेली | गोवा | अंडमान एवं निकोबार | छत्तीसगढ़ | तमिलनाडु | दिल्ली | पश्चिम बंगाल | उत्तर प्रदेश | सिक्किम | मणिपुर | पांडिचेरी | मध्य प्रदेश | बिहार | हरयाणा | असम | केरल | दमन और दीव | जम्मू और कश्मीर | त्रिपुरा | झारखंड | कर्नाटक | राजस्थान | नियम एवं शर्तें | गोपनीयता नीति | विज्ञापन हमारे साथ | हमसे संपर्क करें
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अर्थात परमेश्वर ने मसीह में होकर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उस ने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है॥ सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
दरोगा और सिपाही ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पीआरवी टीम से की मारपीट - दरोगा और सिपाही ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पीआरवी टीम से की मारपीट May 15, 2019 Dhirendra Singh अपराध 0 यूपी के हरदोई जिले में मंगलवार रात एक शादी समारोह के दौरान जमकर मारपीट हुई। यहां सुरसा थाना क्षेत्र के मलिहामऊ गांव में एक शादी समारोह आयोजित हुआ। जिसमें उन्नाव बांगरमऊ थाने में तैनात उपनीरीक्षक सतेंद्र सिंह यादव व हरदोई पुलिस में लाइन में तैनात सिपाही संतोष यादव भी शामिल होने गए थे। शादी में नशे में धुत बरातियों और जनातियों में विवाद शुरू हो गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने यूपी-100 को दी। जानकारी मिलते ही यूपी-100 की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम के पहुंचते ही समारोह में मौजूद सिपाही और दरोगा ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पीआरवी टीम से मारपीट करना शुरू कर दी। इस मामले में सिपाही और दरोगा समते आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
सुप्रीम कोर्ट: किफायती उपचार मौलिक अधिकार - Law Trend सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अशोक भूषण,और जस्टिस आर सुभाष रेड्डी एवं जस्टिस एम आर शाह की संयुक्त पीठ ने अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के आर्टिकल 21 के तहत स्वास्थ्य का अधिकार एक मौलिक अधिकार है। स्वास्थ्य के अधिकारों में किफायती उपचार शामिल है। पीठ ने आगे कहा कि राज्य की जिम्मेदारी है कि वह राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की तरफ से संचालित हो रहे अस्पतालों में किफायती इलाज का प्रावधान करे। सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि यह विवादित नही किया जा सकता कि किन कारणों से इलाज महंगा है। और यह आम नागरिकों के लिए बिल्कुल सस्ता नही है। भले कोई व्यक्ति कोरोना से जीवित हो लेकिन आर्थिक रूप से कई बार मर चुके है। इसलिए अधिक से अधिक प्रावधान राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा किये जाए या निजी अस्पतालों द्वारा लिए जाने वाले फीस पर कैप लगाना होगा। इसके लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम की शक्ति का प्रयोग किया जा सकता है। किफायती उपचार मौलिक अधिकार पीठ ने यह भी कहा कि देश के नागरिकों का अधिक से अधिक टेस्ट करवाया जाए ,सही तथ्य और आंकड़े घोषित करने होंगे । कोरोना संक्रमित होने वाले व्यक्तियों के तथ्य और आंकड़ों के परीक्षण को घोषणा करने की संख्या में पारदर्शिता होनी चाहिये। नही तो लोगों को गुमराह किया जाएगा। और लोगों की धारणा बन जाएगी कि सब ठीक है और वह लापरवाह हो जाएंगे।
पीलीबंगा : दलित परिवार की नाबालिग की बरामदगी व आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दलित शोषण मुक्ति मंच द्वारा शुक्रवार को पीलीबंगा पुलिस थाने का घेराव किया जाएगा। इस घेराव की रणनीति बनाने को लेकर मंच के कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुधवार को जिलाध्यक्ष मनीराम मेघवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पूर्व उपप्रधान कमला मेघवाल, सीटू के जिला उपाध्यक्ष शेर सिंह, भवन निर्माण मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दर्शन सिंह बाजीगर, मुकेश मांवर, महेंद्र सिंह, लालचंद, करतार सिंह, वीरू सिंह व गेजा सिंह सहित अनेक लोग शामिल हुए।
मथुरा: कार से बालाजी दर्शन को जा रहा था परिवार, ड्राइवर को आयी झपकी, चार की मौत, तीन घायल - News Today Network Home उत्तरप्रदेश मथुरा: कार से बालाजी दर्शन को जा रहा था परिवार, ड्राइवर को... मथुरा: कार से बालाजी दर्शन को जा रहा था परिवार, ड्राइवर को आयी झपकी, चार की मौत, तीन घायल न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के मथुरा जिले में तेज रफ़्तार कार आगे जा रहे ट्रक में जा घुसी। दद्रनाक हादसे में चार कार सवार लोगों की मौत हो गई। हादसे में तीन अन्‍य लोग घायल हो गए हैं। मृतों में युवक समेत दो बहन व एक दिल्‍ली का युवक शामिल है। बदायूं से सभी कार में सवार होकर बालाजी दर्शनों के लिए जा रहे थे तभी हादसा हो गया। यह हादसा रायाथाना क्षेत्र के कोयल रेलवे फाटक के पास हुआ। बदायूं जिले के सम्राट अशोक नगर निवासी प्रभाकर शुक्रवार की रात राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। उनके साथ कार में बेटा रोहित, बेटी काजल और सिमरन, नई दिल्ली के भजनपुरा निवासी मनीष, नीलम और कार ड्राइवर अमरपाल सिंह थे। लेकिन मथुरा जिले में राया थाना क्षेत्र में मथुरा-अलीगढ़ मार्ग पर कोयल रेलवे फाटक के पास ट्रक में पीछे से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे का कारण ड्राइवर को झपकी आना बताया जा रहा है। इंस्पेक्टर राया शिव प्रताप ने क्रेन बुलवाकर अवरुद्ध रास्ते को खुलवाया तो वहीं घायलों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने हादसे में मारे गए लोगो के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
फगवाड़ा भाजपा मंडलाध्यक्ष पम्मा पर मामला दर्ज करने से भडक़ी भाजपा,सांपला व बाघा साथियों समेत पहुंचे पम्मा के घर | K9 News Punjab Home Hindi-News फगवाड़ा भाजपा मंडलाध्यक्ष पम्मा पर मामला दर्ज करने से भडक़ी भाजपा,सांपला व... फगवाड़ा भाजपा मंडलाध्यक्ष पम्मा पर मामला दर्ज करने से भडक़ी भाजपा,सांपला व बाघा साथियों समेत पहुंचे पम्मा के घर फगवाड़ा(डॉ रमन) चाचोकी वार्ड में हुए एक विवाद में कांग्रेस की शह तथा सियासी स्कोर सैटल करने के लिए फगवाड़ा पुलिस द्वारा भाजपा मंडल अध्यक्ष फगवाड़ा परमजीत सिंह पम्मा चाचोकी को रात को घर से उठा कर लाने तथा मामला दर्ज करने को लेकर सियासत गर्माती नजर आ रही है। पुलिस की इस कार्यवाही से भडक़े पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला तथा प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष व हल्का प्रभारी राजेश बाघा गठबंधन नेताओं के साथ पम्मा के घर पहुंचे तथा पुलिस को निशाने पर लिया व भाजपा अध्यक्ष पम्मा को ढारस दिया कि भाजपा व अकाली दल का एक एक सिपाही उनके साथ है तथा पुलिस के दम पर ऐसी ओछी सियासत सहन नही की जाएगी। श्री सांपला ने पम्मा से सारे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में जनाधार खो चुकी है तथा सियासत चमकाने के लिए ओछे हथकंडो पर उतर आई है। सांपला ने कहा कि पुलिस को हथठोका बना कर कभी सियासत नही की जा सकती । भाजपा एक संर्घष से निकली विचारधारा का नाम है तथा ऐसी हरकतो से घबराने वाली नही है। सांपला ने कहा कि स्थानीय विधायक को ऐसी सियासत महंगी पड़ेगी तथा आने वाले समय में फगवाड़ा की सूझवान जनता इसका जबाब दे देगी। उन्होंने पुलिस को साफ शब्दों में ताडऩा करते कहा कि किसी भी सियासी पार्टी का पिटठू बनने से बाज आए। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की शह पर पुलिस द्वारा भाजपा की प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचाने की साजिश है,जिसका मुंहतोड़ जबाब दिया जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष व हल्का प्रभारी राजेश बाघा ने कहा कि भाजपा व अकाली दल एक जुट है तथा पम्मा के साथ है व पुलिस की वर्दी में कांग्रेस की शह पर धक्केशाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र वो सारा मामला प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी शर्मा जी के ध्यान में लाएंगे तथा आगे दिशा निर्देशानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पम्मा के घर हमला करने की वारदात सीसीटीवी में कैद है,पर पुलिस ने एक पासड़ कार्यवाही करते हुए पम्मा को हिरासत में रखा तथा दूसरे लोगो को भगा दिया पर पम्मा को रातभर हिरासत में रखा। शिरोमणी यूथ अकाली दल कपूरथला के जिला अध्यक्ष व फगवाड़ा के पूर्व डिप्टी मेयर रणजीत सिंह खुराना ने घटना को अत्यंत अफसोसजनक बताते कहा कि पुलिस के जोर पर सियासत नही होती। उन्होंने कहा कि शिरोमणी अकाली दल अपने सहयोगी दल के साथ चट्टान की तरह खड़ा व पम्मा के साथ किसी कीमत पर धक्केशाही सहन नही की जाएगी। पुलिस ऐसी बातों से बाज आए। इस मौके नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष बलभद्र सेन दुगगल,नगर सुधार ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन तेजस्वी भारद्वाज,पूर्व मंडलाध्यक्ष रमेश सचदेवा,पकंज चावला,पूर्व पार्षद बीबी सर्बजीत कौर,अकाली नेता जसविंदर सिंह भगतपुरा,पूर्व पार्षद अनुराग मानखंड,आर.के.गुप्ता,इंद्रजीत सोनकर,भाजपा नेता प्रदीप आहुजा,कशमीर सिंह माही,प्रदेश भाजयुमों सचिव अशोक दुगगल आदि मौजूद थे। Previous articleਨਾਹਰ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਵੱਲੋਂ ਜੋ ਗਰੀਬ ਅਤੇ ਲੋੜਵੰਦ ਪਰਿਵਾਰਾਂ 50/60ਘਰਾ ਨੂੰ ਲੰਗਰ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ Next articleਗੁਰਦੁਆਰਾ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਹਰਗੋਬਿੰਦਗੜ• (ਭੋਗਪੁਰ) ਟਰੱਸਟ ਵਲੋਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਦਰਖਾਸਤਾਂ ਤੇ ਕਾਰਵਾਈ ਕਰੇ ਪੁਲਿਸ — ਫਤਿਹ ਸਿੰਘ
प्रसिद्ध संत भय्यूजी महाराज ने इंदौर स्थित अपने घर में आज कथित रूप से गोली मार कर खुदखुशी कर ली. इंदौर के पुलिस उपमहानिरीक्षक एच सी मिश्रा ने बताया, संत भय्यूजी महाराज ने इंदौर बाइपास स्थित अपने घर में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. इंदौर के बॉम्बे अस्पताल के महाप्रबंधक राहुल पाराशर ने बताया कि गोली लगने के बाद उन्हें तुरंत हमारे अस्पताल लाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. इंदौर के जिलाधिकारी निशांत वरवड़े ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि भय्यूजी महाराज ने किन हालात में और किस वजह से कथित तौर पर आत्महत्या की. उन्होंने कहा कि पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हो सकेगा. वरवड़े ने कहा कि महाराज के शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय महाराज यशवंत राव चिकित्सालय में भेजा गया है. भय्यूजी के शिष्य ने बताया कि संत बनने से पहले वह मॉडलिंग भी किया करते थे. उनके कई अनुयायी हैं, जिनमें राजनेता एवं फिल्म स्टार शामिल हैं. अध्यात्म गुरू का आश्रम इंदौर शहर में स्थित है और उनके अनुयायियों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई शीर्ष नेता, सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर सहित कई मशहूर हस्तियां सम्मिलित थीं. भय्यूजी महाराज का वास्तविक नाम उदयसिंह देखमुख है. उनका जन्म शुजालपुर के एक किसान परिवार में हुआ था. उनका मुख्य आश्रम इंदौर स्थित बापट चौराहे पर है. सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके सानिध्य में संचालित होता है. कई राजनीतिक और फिल्मी हस्तियां उनके आश्रम में जा चुकी हैं. 2012 सद्भावना उपवास के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें गुजरात बुलाया था. वे चर्चा में तब आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था. बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था. #Spiritual leader Bhayyuji Maharaj देश का उत्तरी हिस्सा हुआ बारिश और तूफान से त्रस्त, बिजली ने ली करीब 48 की जान; मानसून बढ़ा दक्षिण की तरफ
sonu diner with jackie chan | जैकी चैन के साथ सोनू सूद ने किया डिनर मुंबई: अभिनेता सोनू सूद इस बात से काफी उत्साहित हैं कि उन्हें दिग्गज अभिनेता जैकी चैन के साथ डिनर का मौका मिला. बॉलीवुड अभिनेता ने 'अद्भुत डिनर' के लिए अंतर्राष्ट्रीय अभिनेता को धन्यवाद दिया. अभिनेता ने भारत-चीन की फिल्म 'कुंग फू योगा' में अहम किरदार के लिए हस्ताक्षर किए हैं. 'हैपी न्यू ईयर' के अभिनेता ने चैन और फिल्म के अन्य सदस्यों के साथ अपनी तस्वीर साझा की. सोनू ने फोटो पर लिखा, "जैकी का 'अद्भुत डिनर' के लिए शुक्रिया." भारत में पिछले साल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच तीन फिल्म समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. स्टैंली टॉग द्वारा निर्देशित 'कुंग फू योगा' उसी का एक हिस्सा है.
किसानों की बैठक सम्पन्न मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का शुभारंभ - Aaj Tak News Home Unlabelled किसानों की बैठक सम्पन्न मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का शुभारंभ किसानों की बैठक सम्पन्न मिट्टी सत्याग्रह यात्रा का शुभारंभ *सिवनी जिले के 100 गाँव की मिट्टी एकत्र कर दिल्ली बार्डर पर शहीद स्मारक बनाने जाएंगे सिवनी से किसान सिवनी/ देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में गांधी जी द्वारा 91 वर्ष पहले आजादी के आंदोलन के दौरान की गई दांडी यात्रा की स्मृति में 12 मार्च से विभिन्न राज्यों में मिट्टी सत्याग्रह यात्रा निकालकर गांव गांव तक 3 किसान विरोधी कानून तथा सभी कृषि उत्पादों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की कानूनी गारंटी ,किसानों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मिट्टी सत्याग्रह यात्रा 30 मार्च से 6 अप्रैल तक निकाली जा चुकी है उक्त यात्रा के दौरान अभी तक 16 राज्यों में मिट्टी इकठ्ठी की जा चुकी है इस मिट्टी से दिल्ली वार्डर पर शहीद स्मारक बनाए जाएंगे। मिट्टी सत्याग्रह की मुख्य यात्रा 30 मार्च से दांडी के उसी स्थान से शरू हुई जहाँ गांधी जी ने नमक सत्याग्रह किया था जिसमें समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाली कइयों विभूतियों शामिल है। यात्रियों को दांडी में किसानों द्वारा 100 गाँव की मिट्टी तथा बारदोली में 50 गाँव से लाई गई मिट्टी सौपी गई ।उमराची में यात्रा का स्वागत किया गया। मध्यप्रदेश से दूसरी यात्रा नर्मदा बचाओ आंदोलन और जनांदोलन के राष्ट्रीय समन्वय की नेत्री मेधा पाटेकर के नेतृत्व में बड़वानी जिले के राजघाट से शुरू की गई ।मिट्टी सत्याग्रह यात्रा में शामिल नर्मदा घाटी के किसान ,मजदूर,मछुआरों के प्रतिनिधि गांधी समाधि ,राजघाट(कुकरा)बड़वानी से रतलाम मंदसौर होकर राजस्थान के डूंगरपुर जाएंगे । इसी यात्रा के तारतम्य में आज किसान संघर्ष समिति के प्रदेश सचिव राजकुमार सनोडिया की अध्यक्षता में ,जिला अध्यक्ष रामकुमार सनोडिया के गाँव सरगापुर मे एक किसान भाई के घर सम्पन्न हुई । इसके पहले उक्त यात्रा से संबंधित बैठक ड्रीम लैंड सिटी में पी आर इनवाती के घर मे हुई। मारबोडी की प्रस्तावित बैठक स्थगित की गई । बैठक में उपस्थित जनों के यात्रा को विस्तार रूप ,उपलब्ध संसाधनों पर विचार विमर्श के बाद निर्णय लिया कि सिवनी जिले की पावन भूमि से 100 गाँव की मिट्टी एकत्र कर एक प्रतिनिधि मंडल 04 मार्च को निकलेगा जो राजस्थान के डूंगरपुर जाएगा जहाँ पर मध्यप्रदेश के अन्य जिलों की यात्राएँ मिलेगी तथा दिल्ली वॉर्डर (शाहजहांपुर ,टिकरी गाजीपुर,सिंधु)की ओर बढ़ेंगी इसके साथ ही सिवनी के कोविड19 की सुरक्षा को देखते हुए स्थगित आंदोलन को गांव में जारी रखने की सहमति बनी कुछ जागरूक किसानों के मतानुसार किसान ने कोविड जैसी महामारी लॉकडाउन में भी फसल उगाना खेत मे कृषि कार्य नहीं छोड़ा किसान भी एक प्रकार से समाजहित में निरंतर कार्य करते रहा है और करते रहेगा इसी महामारी का फायदा उठाकर तो मोदी सरकार बिषम परिस्थितियों में यह बिल लेकर आई ।किसान तो पहले ही इस बिल के लागू होने से मर गया है सो आंदोलन रोकने का कदम सही नही है किसान खेत में आंदोलन जारी रखेगा जिसके लिए सरगापुर का स्थान भी चयन कर लिया गया ।चूंकि मिट्टी सत्याग्रह यात्रा सम्पन्न होते ही पुनः आंदोलन आगामी अनिश्चित कालीन जब तक माँगे पूरी नही हो जाती तब तक चलेगा और आगामी मई में पुनः किसान पँचायत किसान के खेत मे करेंगे। जिसमें डॉ सुनीलम से दूरभाष चर्चा के बाद सहमति मिल गई है। उक्त जानकारी अनिश्चित कालीन कोविड 19 के कारण स्थगित किसान आंदोलन के अधिकृत मीडिया प्रभारी राजेश पटेल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी है। राजेश पटेल ने आगे बताया कि उपस्थित राजकुमार सनोडिया ने आज बैठक के दौरान अपने वक्तव्य में डॉ सुनीलम द्वारा जारी सन्देश को पढ़कर सुनाया जिसमे कहां गया है कि मोदी सरकार किसानों की मिट्टी (जमीन)छीनकर अडानी अम्बानी को सौंपना चाहती है इसके खिलाफ यह यात्रा निकाली गई है । किसान आंदोलन के दौरान देश की मिट्टी को बचाने के लिए 318 किसान शहीद हुए हैं शहीद स्मारक बनाकर उन्हें याद करने के लिए यह यात्रा गांधी जी की प्रेरणा से निकाली गई है। यात्रा को उमरांची में गुजरात पुलिस ने रोक दिया ।यात्रियों ने कहा कि मोदी ने गुजरात को पुलिस स्टेट में तब्दील कर दिया है। देश का किसान लोकतंत्र बचाने की लड़ाई को लड़ रहा है। यात्रा के दौरान जगह जगह के हज़ारों की संख्या में किसान अपने गाँव की मिट्टी यात्रा में शामिल यात्रियों को सौंप रहे व यात्रियों का स्वागत आदर कर रहे यात्रा सरकार पटेल की जन्म स्थली करमसद और साबरमती से निकल चुकी है।
Light festival in Germany, amidst a record 14 thousand cases of four months, thousands of people gathered | जर्मनी में चार महीने के रिकॉर्ड 14 हजार केस के बीच लाइट फेस्टिवल, हजारों की भीड़ जुटी - Dainik Bhaskar Light Festival In Germany, Amidst A Record 14 Thousand Cases Of Four Months, Thousands Of People Gathered यूरोप में पैर पसारता कोरोना:जर्मनी में चार महीने के रिकॉर्ड 14 हजार केस के बीच लाइट फेस्टिवल, हजारों की भीड़ जुटी तस्वीर 18वीं शताब्दी के ब्रांडेनबर्ग गेट की, जो बर्लिन में है। इसके ऊपर लाइट शो आयोजित किए जा रहे हैं। जर्मनी में एक बार फिर कोरोना के मरीज बढ़ने लगे हैं। यहां एक दिन में मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा 14,600 को पार कर गया है। यह संख्या पिछले 4 महीनों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले 12 मई को 13,833 मरीज मिले थे। इन सबके बीच राजधानी बर्लिन में बड़े स्तर पर लाइट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जुट रही है। महामारी के बीच लोग न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग दिख रही है। फेस्टिवल के तहत जगह-जगह लाइट और लेजर शो हो रहे हैं। फेस्टिवल का यह 17वां साल है। यह 12 सितंबर तक चलेगा। दूसरी तरफ, जर्मनी में डेल्टा वैरिएंट के कारण बढ़े मरीजों ने चिंता बढ़ा दी है। यहां साप्ताहिक केस 16% और मौतें 35% तक बढ़ गई हैं। इसे लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि यदि मरीज कम नहीं हुए तो जर्मनी यूरोप का हॉटस्पॉट बन सकता है। 8.40 करोड़ की आबादी वाले जर्मनी में अब तक 39.96 लाख मरीज मिल चुके हैं। 92,829 मौतें हो चुकी हैं। 37.57 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि जर्मनी की हालत अभी और खराब हो सकती है, क्योंकि देश में आम चुनाव के लिए 26 सितंबर को मतदान होने हैं। यूरोप में कोरोना से तबाही का अलर्ट जारी कर चुका है WHO WHO यूरोप में कोरोना की 'महा-तबाही' का अलर्ट भी जारी कर चुकी है। यूरोप के WHO डायरेक्टर हांस क्लूज ने कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था- 'यूरोप में एक बार फिर मौतें तेजी से बढ़ने लगी हैं, खासकर गरीब देशों में। उन्होंने यह भी कहा था कि दिसंबर तक यूरोप में 2 लाख से ज्यादा मौतें हो सकती हैं। नौकायन में बनाया रिकॉर्ड: 14 साल की कैटी; बोट से दो माह में 2900 किमी सफर किया, सोलो ट्रैवल करने वाली ब्रिटेन की सबसे युवा सोमवार से शुरू हो रहा है आईएए म्यूनिख: ऑटो शो के दिन लौटे, कार कंपनियों की उम्मीदें बढ़ीं, महामारी के बाद यूरोप का यह पहला प्रमुख ऑटो इवेंट 9/11 के 20 साल: फायर फाइटिंग टीम के सदस्य रहे स्टीव बुसेनी ने कहा- US में 9/11 हमले से ज्यादा मौतें तो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के मलबे के प्रदूषण से हो चुकी
कार्बोस को वजन घटाने के लिए लंबे समय से दुश्मन के रूप में देखा गया है, लेकिन यदि आप जानते हैं कि कौन से कार्बोस खाते हैं, और उन्हें कितनी बार उपभोग करना है, तो शोध से पता चला है कि वे वास्तव में आपको कुछ पाउंड शेड करने में मदद कर सकते हैं। इंटरनल मेडिसिन के इतिहास में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, कम वसा वाले आहार की तुलना में कम कार्बोहाइड्रेट आहार के प्रभावों की जांच करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, एक साल बाद कम कार्ब समूह में 59 प्रतिभागियों की तुलना में वजन में अधिक कमी आई थी कम वसा वाले समूह में। कम कार्ब डाइटर्स में भी कम वसा वाले द्रव्यमान होते थे लेकिन कम वसा वाले आहार की तुलना में एचडीएल ("अच्छा") कोलेस्ट्रॉल में अधिक वृद्धि होती है। हालांकि, स्टैनफोर्ड शोधकर्ताओं द्वारा आयोजित किए गए अन्य अध्ययनों और इस साल के शुरू में प्रकाशित, कम वसा वाले आहार और कम कार्ब आहार के बीच कोई स्पष्ट अंतर नहीं मिला है। हालांकि यह देखा जाना बाकी है कि क्या एक आहार वास्तव में दूसरे की तुलना में स्वस्थ है, कम से कम कार्बोस पर काटने से जुड़े स्वास्थ्य लाभ निर्विवाद हैं। शुरुआत करने वालों के लिए, कम कार्बोस खाने से आप दैनिक आधार पर कैलोरी की मात्रा को स्वचालित रूप से कम कर देते हैं, जो आपके शरीर को कार्बोस से प्राप्त शर्करा के बजाय ऊर्जा के लिए अपने मध्यवर्ती भाग में संग्रहीत वसा जलाने के लिए मजबूर करता है। कार्बोस पर आसान जाना मधुमेह के लिए भी आपके जोखिम को कम करता है क्योंकि सरल कार्बोस सरल शर्करा से बने होते हैं। एक कार्ब कटबैक भी आपके पेट को फट सकता है क्योंकि अब आप अपने शरीर को अधिक प्रोटीन, वसा और अन्य पोषक तत्वों से भर रहे हैं। और यह सिर्फ शुरुआत है। लेकिन चूंकि यह आपके आहार से कार्बोस को पूरी तरह से काटने के लिए अवास्तविक (और अस्वास्थ्यकर) है, इसलिए हमने एक गाइड रखा है कि आप कार्बोस कैसे खा सकते हैं और अभी भी वजन कम कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए पढ़ना जारी रखें! आप कितने कार्बोस एक दिन खा सकते हैं? यदि आप अपने बीच में घूमने की तलाश में हैं, तो प्रतिदिन खाने वाले कार्बोस की संख्या की बारीकी से निगरानी करना महत्वपूर्ण है। अमेरिकियों के लिए आहार दिशानिर्देशों के मुताबिक, कार्बोस को आपके दैनिक कैलोरी सेवन का 45-65 प्रतिशत बनाना चाहिए, यही कारण है कि पत्रिका पोषण, चयापचय, और कार्डियोवैस्कुलर रोगों ने कम कार्ब आहार की पहचान की है, जहां से 45 प्रतिशत से कम कैलोरी carbs हैं। यदि आप एक दिन में 2, 000 कैलोरी खा रहे हैं और कम कार्ब आहार का प्रयास करने की तलाश में हैं, तो इसका मतलब है कि यदि आप तीन बड़े भोजन खाते हैं तो आपको रोजाना 225 ग्राम से कम कार्बोस खाना चाहिए , या प्रति भोजन लगभग 45 ग्राम कार्बोस खाना चाहिए और एक दिन में दो नाश्ता। जिम व्हाइट, आरडी, एएससीएम और जिम व्हाइट फिटनेस न्यूट्रिशन स्टूडियोज के मालिक, इसे एक कदम आगे ले जाते हैं और एक कम कार्ब आहार को परिभाषित करते हैं जिसमें एक दिन में 125 ग्राम से कम कार्बो होते हैं। फिर भी, यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि आदर्श कार्ब का सेवन व्यक्ति से अलग हो सकता है क्योंकि आयु, लिंग और शारीरिक गतिविधि के स्तर से वजन घटाने को बढ़ावा देने के लिए आपको खाने वाले कार्बोस की संख्या पर असर पड़ता है। जब आप उपभोग कर रहे कार्बोस की संख्या पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, तो व्हाइट यह भी ध्यान देने के लिए एक वकील है कि कार्बोस पर वापस काटने से आपको कैसा लगता है। दूसरे शब्दों में, लक्ष्य ईंधन की एक मीठी जगह को मारना है जो आपको ऊर्जावान, सुस्त नहीं छोड़ देता है। "बहुत से लोग अपने carbs ड्रॉप लेकिन प्रोटीन और वसा जैसे अन्य मैक्रोन्यूट्रिएंट भी छोड़ देते हैं, " व्हाइट यह खाओ, यह नहीं! "इससे कई कमियां हो सकती हैं, चयापचय धीमा हो सकता है, और समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले ऊर्जा के स्तर में कमी आ सकती है।" आपको किस प्रकार के कार्बोस खाना चाहिए? हालांकि कम कार्ब आहार पर कुछ निश्चित कार्बोस की अनुमति है और यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो भी खाया जा सकता है, आप जिस प्रकार के कार्बोस खाते हैं, उतना ही उतना ही मायने रखता है जितना कि आप कितने कार्बोस का उपभोग करते हैं। आम तौर पर बोलते हुए, जटिल कार्बोस को पाउंड शेड करने के लिए चिपकते हैं क्योंकि वे आपकी रक्त शर्करा को जांच में रखने में बेहतर होते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ मोटाइटी में प्रकाशित एक अध्ययन में, बादाम में समृद्ध आहार की तुलना जटिल कार्बोस से भरी हुई एक आहार की तुलना में, बादाम-भारी समूह में 24 सप्ताह की अवधि में उनके जटिल कार्ब पागल समकक्षों की तुलना में अधिक वजन कम हो गया, लेकिन परिसर कार्ब खाने वालों को अभी भी लंबे समय तक फार्माकोलॉजिकल हस्तक्षेप के दौरान वजन घटाने से परे शरीर के वजन में कमी का अनुभव हुआ। कॉम्प्लेक्स कार्बोस पूरे अनाज, फलियां और सब्जियों में पाए जाते हैं, और उन्हें "आहार स्टार्च" के रूप में जाना जाता है जो लगातार ऊर्जा मुक्त करते हैं। ये कार्बोस इतनी सफल हैं क्योंकि यह वजन घटाने से संबंधित है क्योंकि उनमें से कई फाइबर और / या प्रोटीन को तृप्त करने के उत्कृष्ट स्रोत भी हैं। जटिल carbs के विशिष्ट उदाहरणों में शामिल हैं ... वास्तव में, पूरे अनाज इस तरह के एक स्टार हैं कि टफट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने प्रति दिन पूरे अनाज की तीन या अधिक सर्विंग्स खाई थी, उनमें से 10 प्रतिशत कम पेट वसा था, जिन्होंने परिष्कृत, सफेद कार्बोस से उसी मात्रा में कैलोरी खाई थी। वज़न कम करने के लिए कार्बोस का उपयोग करने के तरीके के बारे में अधिक प्रेरणा के लिए, 25 सर्वश्रेष्ठ कार्ब्स की यह सूची देखें जो आपके एबी को उजागर करेगी! और किस प्रकार के कार्बोस से बचें? यदि जटिल कार्बोस (मॉडरेशन में) आपके वजन घटाने वाले सहयोगी हैं, तो उनके कम जटिल समकक्ष आपके दुश्मन हैं। सरल कार्बोस, जैसे कि उन्हें बुलाया जाता है, (जैसे सोडा और सफेद रोटी) रक्त शर्करा को बढ़ा सकते हैं और भूखों को तेज कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वे वजन घटाने के विपरीत वजन बढ़ाने के साथ अधिक जुड़े हुए हैं। अपने लाभ के लिए कार्बोस का उपयोग करने के लिए (और प्रक्रिया में वजन कम करने के लिए) अपने दैनिक कार्ब सेवन सावधानीपूर्वक निगरानी करें, और सरल लोगों पर जटिल कार्बोस का पक्ष लें। अधिक वजन घटाने युक्तियों और चाल के लिए, 26 खाद्य पदार्थों पर नज़र डालें जो प्यार संभालते हैं! सभी कार्बोस क्यों न दें? हालांकि पूरी तरह से कार्बोस छोड़ना आदर्श समाधान की तरह लग सकता है, वे आपके शरीर के ऊर्जा का पसंदीदा स्रोत हैं। दूसरे शब्दों में, आपको जीवित रहने और बढ़ने के लिए उनमें से एक निश्चित राशि की आवश्यकता है। कार्बोस को ठंडा तुर्की का मतलब है कि आप पेटी-विस्फोटक फाइबर जैसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों पर भी गायब रहेंगे, और इसका मतलब यह भी है कि व्यायाम जैसी स्वस्थ गतिविधियों में शामिल होने के लिए आपके पास कम ऊर्जा होगी। और यद्यपि लो-कार्ब आहार वजन घटाने से जुड़ा जा सकता है, फिर भी कार्बो आहार से वजन बढ़ सकता है। वह काम कैसे करता है, आप पूछते हैं? यदि आपके आहार में कार्बोस की अनुपस्थिति है तो आप अधिक वसा और प्रोटीन खाने से शून्य को भर देंगे। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, हालांकि आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद, कैलोरी में कमी नहीं है, और वे बुरे लड़के झटका को नरम करने के लिए वहां किसी भी कार्बोस के बिना जल्दी जोड़ सकते हैं। वास्तव में, जिम व्हाइट के अनुसार, "वसा कैलोरी के [संख्या] को कार्बोस के रूप में दोगुना कर देता है।" आखिरी लेकिन निश्चित रूप से कम से कम नहीं, कार्बोस की पूरी कमी आपके रक्त शर्करा पर प्रतिकूल और अस्थिर प्रभाव डालती है, जो वजन बढ़ाने के लिए दिखाया गया है। जब आप भोजन खाते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा के लिए पाचन कार्बोस को तोड़ देता है, जिससे आपके रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और आपके पैनक्रिया इंसुलिन उत्पन्न करते हैं। हालांकि, जब आपकी रक्त शर्करा कम होती है, तो शरीर अपने ऊर्जा भंडार को भरने के लिए उच्च-चीनी जंक फूड चाहता है। भारत में शोधकर्ताओं के अनुसार, आपके रक्त शर्करा को संतुलित करने से टाइप 2 मधुमेह की शुरुआत भी हो सकती है। अपनी रक्त शर्करा को जांच में रखने के लिए, प्रोटीन और थोड़ा स्वस्थ वसा के साथ एक जटिल कार्ब को संयोजित करने का प्रयास करें। अधिक स्वस्थ स्नैक्स के लिए जो महत्वपूर्ण कार्बोस को अस्वीकार किए बिना वजन कम रखेंगे, 27 सर्वश्रेष्ठ लो कार्ब स्नैक्स की इस सूची पर नज़र डालें!
मायावती की रैली में भगदड़, दो महिलाओं की मौत – Tez News Home > India News > मायावती की रैली में भगदड़, दो महिलाओं की मौत मायावती की रैली में भगदड़, दो महिलाओं की मौत लखनऊ- बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली में भगदड़ मचने से दो महिलाओं की दबकर मौत हो गई, जबकि 12 अन्य घायल हो गए. रैली का आयोजन कांशीराम स्मारक स्थल पर किया गया था। पुलिस ने बताया कि सीढ़ियों पर बने दो द्वारों में से एक से लोग नीचे आ रहे थे और संतुलन बिगड़ने से एक दूसरे के ऊपर गिर पड़े। घटना में बिजनौर की 68 वर्षीय शांति देवी और एक अन्य अज्ञात महिला की दम घुटने से मौत हो गई। बसपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिजली का तार कटने की अफवाह के चलते भगदड़ मची। घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है। पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष राम अचल राजभर ने हालांकि कहा कि महिलाओं की मौत गर्मी और उमस की वजह से हुई। बसपा संस्थापक कांशी राम की दसवीं पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता और लोग एकत्र हुए थे. वर्ष 2002 में लखनऊ में बसपा की एक रैली के बाद चारबाग रेलवे स्टेशन में पार्टी के कम से कम 12 कार्यकर्ता मारे गए और 22 घायल हो गए थे। बोलीं देश की जनता से किए एक चौथाई वादे भी मोदी सरकार ने पूरे नहीं किए हैं। बीजेपी RSS के एजेंडे पर साम्प्रदायिकता को मजबूत कर रही,दिल्ली की कानून-व्यवस्था बीजेपी सरकार ठीक नहीं कर पा रही। 2007, 2012 की तरह बीजेपी तीसरे नम्बर पर रहेगी,इस बार बीजेपी अपने कर्मों से चौथे नम्बर पर भी जा सकती है। भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी फिल्मी कलाकारों का इंस्तेमाल करेगी,भीड़ को वोट में बीजेपी नहीं बदल पाएंगी। माया ने सपा को आड़े हाथ लिया उन्होंने कहा की यूपी में मुलायम के पुत्र मोह की वजह से यादव वोट बैंक अखिलेश और शिवपाल यादव के खेमों में बट गया है। शिवपाल के खेमो को अखिलेश खेमो और अखिलेश के खेमो को शिवपाल के लोग हराने की अंदर ही अंदर ही कोशिश करेंगे। सपा के राज़ में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गया है। बीएसपी की सरकार बनने के बाद गुंडों माफियाओं को जेल के अंदर भेज जायेगा। गुंडा टैक्स की वसूली और महिलौओं के खिलाफ अपराध नहीं होगा। सर्जिकल स्ट्राइक पर माया बोली की BSP को बदनाम करने की साजिश से सावधान रहे, BJP आतंकवादी वारदातों को चुनाव में भुनाने की कोशिश करेगी बीजेपी ने आतंकवादियों पर हमले का फैसला देर से लिए, 9 महीने पहले पठानकोट पर हमले के बाद फैसला लेना चाहिए था। चुनाव में फायदा लेने के लिए बीजेपी सरकार का हथकंडा,सेना का श्रेय लूटने में लगे है बीजेपी के मंत्री। यूपी में चुनाव को देखते हुए युद्ध करा सकते हैं पीएम मोदी, चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक बीजेपी जा सकती है। मायावती ने कहा की अभी उड़ी में शहीदों की चिता ठंडी नहीं हुई, पीएम दशहरा मना रहे, राजनैतिक लाभ के लिए पीएम लखनऊ में दशहरा मनाने आ रहे। माया ने कांग्रेस पर भी हल्ला बोलते हुए कहा की कांग्रेस ने देश में सबसे ज्यादा 37 वर्षों तक राज किया,कांग्रेस गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर हुई। कांग्रेस का किसानों से किया जा रहा वादा झूठा, कांग्रेस का किसानों का कर्ज माफ करने का वादा झूठा। बीजेपी, कांग्रेस, सपा सत्ता में आने को हर हथकंडा अपना रही, सर्वजन हिताए, सर्वजन सुखाए बीएसपी की नीति। कांग्रेस ने एसी में बैठने वाले किसानों का कर्ज माफ किया था, छोटे, मध्यम किसानों का कांग्रेस ने कर्जा माफ नहीं किया था। बसपा नेता लिखित बयान ही जारी करे। मैं भी लिखित बयान देती हूं, लिखकर नहीं बोलेने पर राहुल गांधी जैसी स्थिति होगी। बसपा से बाहर गए नेताओं पर माया ने कहा की बीएसपी पर जाने वाले लोगों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, उन्होंने कहा की आज की इस समुद्री विशाल महारैली से विरोधियों की नींद उड़ी। मीडिया से सावधान ! माया ने मीडिया पर बोला की मीडिया सर्वे का प्रयोग बीएसपी का मनोबल गिराने के लिए, सर्वे और मीडिया से सावधान रहना है। मायावती ने अखिलेश के वादों पर लैपटॉप और स्मार्टफोन के बदले नकद मदद करने की बात कही। माया ने साफ़ किया की बसपा सरकार बनने पर अब प्रदेश में नए स्मारक और संग्रहालय नहीं बनाए जाएंगे, उन्होंने कहा की पिछली बसपा सरकार में स्मारक और संग्रहालय में काम पूरे हो चुके। माया ने कहा की बीएसपी जो करती है पूरी ईमानदारी से करती है, अन्य पार्टियां घोषणापत्र को पूरा नहीं करती हैं। 'यूपी में लगे राष्ट्रपति शासन' मायावती ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी ने बातें की थी 'सबका साथ, सबका विकास', 'अच्छे दिन आएंगे' जो सिर्फ जुमला बनकर रह गया है, ये सब हवा हवाई बातें हैं। मायावती ने 2017 में पूर्ण बहुमत से यूपी में सरकार बनाने का दावा किया साथ ही कहा कि बीजेपी यूपी में तीसरे नंबर की पार्टी होगी या चौथे पर भी जा सकती है। यूपी के हालात राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के काबिल हैं। मायावती ने कहा कि सपा ने बसपा के कार्यक्रमों/योजनाओं का नाम बदलकर चलाया है।
300 व 500 वॉट के घरेलू इंवर्टर चार्जिंग सिस्टम में 6 व 10 हजार रुपये का अनुदान Home Haryana News 300 व 500 वॉट के घरेलू इंवर्टर चार्जिंग सिस्टम में 6 व 10 हजार रुपये का अनुदान Ranjeet-Singh-Chautala चंडीगढ़, 6 सितंबर- हरियाणा के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि तेजी से बढ़ते आधुनिकीकरण के चलते जहां ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों का तेजी से क्षरण हो रहा है , वहीं इनका अत्यधिक दोहन पर्यावरण के लिहाज से भी मुफीद नहीं है। इसलिए परम्परागत ऊर्जा के विकल्प तलाशना और उन्हें बढ़ावा देना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। सरकार का प्रयास है कि लोग ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों को छोडक़र ऐसे विकल्प अपनाएं जो न केवल कम खर्चीले हों बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचाएं।
ला जोला के शानदार दृश्यों के साथ आधुनिकतावादी समुद्र तटीय घर - आंतरिक सज्जा इस आधुनिक समुद्र तट के घर में चिकना, हवादार रहने की जगह है, सोच-समझकर बनाया गया है फ्रेडमैन डिजाइन समूह , ला जोला में, सैन डिएगो में एक समुद्र तट शहर में स्थित है, कैलिफोर्निया । लिविंग रूम में, फर्श से छत तक ग्लास के बड़े विस्तार से नीचे समुद्र के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं। बढ़ते हुए, डबल वॉल्यूम छत इस स्थान को भव्य, फिर भी सुरुचिपूर्ण महसूस कराता है। प्राकृतिक प्रकाश अंतरिक्ष को रोशन करता है - जिसमें समकालीन साज-सामान के साथ गूंजती हुई लकड़ी की सामग्री का एक संयोजन शामिल है। इनडोर लिविंग स्पेस मानार्थ कलर पैलेट्स, टेक्सचर और फिनिश के उपयोग के माध्यम से बाहरी लिविंग स्पेस के साथ विलय हो जाता है। जब कांच के पैनल खुले होते हैं, तो घर के मालिक एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। दीवारों पर रंगीन कला के काम से तटस्थ रंग पैलेट की सराहना की जाती है। यह परे खिड़कियों के माध्यम से शांत विचारों से अलग नहीं होने में मदद करता है। इस दृष्टिकोण से, ऐसा लगता है कि यह नीचे समुद्र के ऊपर छांट दिया गया है, जो कभी भी अंगूरों को बंद करना चाहेगा जब आपके पास एक अच्छा दृश्य होगा? ... लेकिन वे सौंदर्यशास्त्र के लिए शानदार हैं। ट्रेवर्टीन फ़्लोरिंग इस आधुनिकतावादी समुद्र तटीय घर की चिकना, साफ-सुथरी रेखाओं के साथ जुड़ती है, जिसमें क्षेत्र के आस-पास की जगहें खाली होती हैं और दृश्य बनावट के साथ-साथ गर्मी भी प्रदान करती है। संबंधित: ला जोला में अल्ट्रा-आधुनिक समुद्र तट घर हम क्या प्यार करते हैं: शानदार आंतरिक रहने के लिए शानदार आंतरिक स्थानों की पेशकश करने वाले शानदार बाहरी रहने वाले स्थानों से। इस घर में कुछ शानदार विशेषताएं हैं, लेकिन हम विशेष रूप से रहने वाले कमरे में कुचल रहे हैं। छत तक पहुँचने के लिए छत और कांच के पैनल के साथ, यह एक ऐसी जगह है जहाँ हम समय बिताने का आनंद लेंगे ... वह और शांत आउटडोर फायरपिट, क्या दृश्य है! आपके बारे में कैसा है, इस आधुनिक समुद्र तटीय घर की आपकी पसंदीदा डिज़ाइन विशेषता क्या है? बाहरी रहने वाले क्षेत्र छतों से शानदार समुद्र के दृश्य प्रदान करते हैं, रैपराउंड सिटिंग और वास्तुशिल्प रूप से दिलचस्प पूल परिदृश्य के साथ आउटडोर फायर पिट। बाहरी रिक्त स्थान घर के निवासियों को परे की भावना प्रदान करते हैं, जबकि मनोरंजन और बातचीत के लिए अलग-अलग क्षेत्रों की पेशकश भी करते हैं। धन्यवाद तालिका सजावट के लिए विचार बिल्ट-इन की एक दीवार सजावटी वस्तुओं और पुस्तकों के लिए जगह प्रदान करती है। खिड़कियों से रहने वाले कमरे का एक दृश्य परिप्रेक्ष्य, जहां आप निजी बेडरूम के स्तर तक सीढ़ियों को देख सकते हैं।
क्षेत्र में बनाये रखे विधि व्यवस्था, गश्ती में नहीं बरते लापरवाही : एसडीपीओ Kanhaiya Kashyap 6/03/2022 बेनीपट्टी(मधुबनी)। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ठ में एसडीपीओ अरूण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सभी थानाध्यक्षों की मासिक अपराध समीक्षा बैठक हुई। जिसमें अब तक लंबित पड़े सभी कांडों का थानावार समीक्षा की गयी और एसएचओ को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में अपराध नियंत्रण, लंबित कांडों के निष्पादन, अभियान चलाकर तस्करों और आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने, गुंडा परेड करवाने, जनता दरबार से आये हुए आवेदनों का त्वरित निष्पादन करने, क्षेत्र में विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने, ससमय कांडों का प्रतिवेदन भेजने, केस डायरी नियमित रूप से संधारित करने, ससमय सुबह, दिवा, संध्या व रात्रि गश्ती निकालने व वाहन जांच करने सहित कई विन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। इस दौरान एसडीपीओ ने कहा कि सभी एसएचओ लंबित कांडों के निष्पादन में गंभीरता दिखायें और अनुसंधानकर्ता को ससमय निष्पादन करने को प्रेरित करें। उन्होंने सभी एसएचओ को असमाजिक तत्वों और शराब तस्करों पर कड़ी नजर रखने और वाहन जांच अभियान चलाते रहने का निर्देश दिया। वही, समय से एसआर और नन एसआर कांडों का प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। मौके पर सर्किल इंस्पेक्टर आरके निराला, बेनीपट्टी एसएचओ सह पुनि सीताराम प्रसाद, राजकिशोर कुमार, अंजेश कुमार, राजकुमार मंडल, अनोज कुमार, राजकुमार राय, विजय पासवान, प्रहलाद शर्मा, हरिद्वार शर्मा आदि मौजूद थे।
संबलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास कर्नाटक की बस पलटी, यात्री हुए घायल Home > अन्य राज्य > छत्तीसगढ़ > संबलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास कर्नाटक की बस पलटी, यात्री हुए घायल Action India7 Aug 2020 7:26 AM GMT धमतरी । Action India News ज‍िला मुख्‍यालय से महज 10 किलोमीटर दूर ग्राम संबलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास शुक्रवार सुबह कर्नाटक की बस पलट गई। बस में 20 से 25 लोग सवार थे। सूचना पर मौके पर धमतरी से संजीवनी 108 गाड़ी पहुंची। दो घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। बाकी लोगों का भी प्राथमिक उपचार करने के बाद छोड़ दिया गया। अर्जुनी थाना प्रभारी उमेंद्र टंडन ने बताया कि बेंगलुरु की एक कंपनी में 25 मजदूर परिवार काम कर रहे थे। सभी एक साथ उत्तरप्रदेश के लिए गुरुवार छह अगस्त को बेंगलुरू से बस क्रमांक केए 20 सी 4097 में सवार होकर रवाना हुए। बस में 10 बच्चों समेत 30 लोग सवार थे। वहीं शुक्रवार को सुबह करीब 7 बजे संबलपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास बस को किनारे करने के दौरान वाहन चालक को झपकी आई और बस सड़क किनारे गीले स्थान में पलट गई। वाहन की गति धीमी होने के कारण लोगों को गंभीर चोट नहीं आई है। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ा दिया गया। बस चालक के पास उत्तरप्रदेश जाने का परमिट भी है।
थाईलैंड के मछुआरे ने एक दिन पहले ही देखा था Gift मिलने का सपना, अगले दिन ही हाथ लगा 2.5 करोड़ रुपये का खजाना – Dainik Samvad थाईलैंड के मछुआरे ने एक दिन पहले ही देखा था Gift मिलने का सपना, अगले दिन ही हाथ लगा 2.5 करोड़ रुपये का खजाना बैंकॉक। इस दुनिया में हर इंसान चाहता है की वो करोड़पति बन जाए या करोड़पति बनने का सपना देखते हैं। मगर सोचिये कि करोड़पति बनने का सपना देखती ही अगले ही दिन वह सच हो जाए। ऐसा ही कुछ थाइलैंड (Thailand) में रहने वाले एक मछुआरे (Fisherman) के साथ हुआ है। मछुआरे के हाथ एक बेशकीमती मोती लगा है, जिसने उसकी किस्मत ही चेंज कर दी है। इस मोती की अनुमानित कीमत 2.5 करोड़ रुपये है। असल में, हचाई नियोमादेचा (Hatchai Niyomdecha) ने सपना देखा था कि उन्हें समुद्र तट पर कोई उपहार मिलने वाला है और उनका यह सपना सच हो गया। बता दें हचाई समुद्र तट पर अपने परिवार के साथ सीप (Shells) चुनने में लगे थे तभी उनकी नजर पानी में तैरती एक चीज पड़ी, इस चीज पर कई सीप चिपके थे। जिनमें तीन स्नेल शेल (Snail Shells) थे। हचाई अपने भाई के साथ उसे लेकर पिता के पास गए। जब उनके पिता ने सीप की सफाई की तो उन्हें दुर्लभ नारंगी रंग का मोती नजर आया। ये मोती सी स्नेल (समुद्री घोंघे) Melo Melo से बनता है और शेल में ही रहता है, जबकि पारंपरिक मोती ओएस्टर्स के भीतर मिलते हैं। दूसरे दिन हचाई ने जब इस मोती की कीमत का पता लगाया, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। 7.68 ग्राम के इस रत्न की कीमत 2.5 करोड़ (2,50,000 पाउंड) बताया। जिसके बाद हचाई के घर देखने वालों की भीड़ लग गई। हचाई ने बताया, उन्हें कुछ दिन पहले सपना आया था, जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति ने उनसे समुद्र तट पर जाकर गिफ्ट लेने के लिए कहा था। हालांकि, उन्हें इस बात का बिलकुल विश्वास नहीं था कि ऐसा कुछ हो भी जाएगा, मगर जब सपना सच हो गया है तो उनके होश उड़ गए। इस मोती के लिए अब तक कई खरीददार आ चुके हैं, मगर हचाई ने इसे बेचा नहीं है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें सही दाम नहीं मिल जाता वो इसे नहीं बेचेंगे। हचाई ने कहा कि मैं अधिक से अधिक कीमत पर इसे बेचना चाहता हूं जिससे पूरी फैमिली जिससे पूरा जीवन ख़ुशी ख़ुशी बीता सके।