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LUCKNOW : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद माखी कांड के पीडि़तों और वकीलों की सुरक्षा सीआरपीएफ के हवाले कर दी गयी है। गुरुवार देर रात सीआरपीएफ की एक टीम ने केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में डेरा डाल दिया, जहां दुष्कर्म पीड़िता और उसका वकील भर्ती है। इसके अलावा पीड़िता के उन्नाव स्थित माखी गांव, रायबरेली स्थित जेल जहां पीड़िता का चाचा है और उनके दो अन्य वकीलों को भी सीआरपीएफ सिक्योरिटी कवर दिया गया है। रायबरेली जेल में पीड़िता के चाचा की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है ताकि उसके साथ कोई अप्रिय घटना न हो। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पीड़िता के चाचा को जल्द ही नई दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया जाएगा, इसके लिए गृह विभाग द्वारा जल्द आदेश जारी हो सकता है। इसके अलावा सीबीआई की नजरें टॉमा सेंटर में भर्ती पीड़िता की हालत पर भी टिकी है। केजीएमयू के मीडिया प्रभारी प्रो। संदीप तिवारी ने शाम को जारी मेडिकल बुलेटिन में जानकारी दी कि पीड़िता और उसके वकील की हालत नाजुक किंतु स्थिर बनी हुई है। बताते चलें कि गुरुवार को पीड़िता की हालत में आंशिक सुधार देखने को मिला था, लेकिन उसका वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं हटाया जा सका। पीड़िता को कल बुखार भी आया था जिसका डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया है। वहीं उसके वकील का वेंटिलेटर सपोर्ट हटा लिया गया है पर ट्यूब द्वारा ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ रही है। पीड़िता के परिजनों ने ट्रॉमा सेंटर में ही डेरा डाल रखा है। सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता को नई दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराने का सुझाव दिया था पर उसके परिजनों ने ट्रॉमा सेंटर में ही ईलाज कराने की इच्छा जाहिर की जिसे मान लिया गया है।
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पैरों में पहने जाने वाले जूते भी क्या आपके दुःख और दुर्भाग्य का बड़ा कारण बन सकते हैं? फुटवियर (Footwear) से जुड़ी आखिर वो कौन सी बातें या फिर कहें नियम हैं, जिनकी अनदेखी के कारण इंसान को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जानने के लिए पढ़ें ये लेख. किसी इंसान की पर्सनालिटी और उसका स्टेटस पैरों में पहचाने वाले जूतों (Shoes) के जरिए आसानी से पहचाना जा सकता है. फिर चाहे वह लेदर का शूज पहनता हो या फिर स्पोर्ट्स का, लेकिन फैशन के इस दौर में अपने लिए जूतों को खरीदते समय उन जरूरी नियमों का विशेष ख्याल रखना चाहिए, जिसका संबंध आपकी किस्मत से जुड़ा हुआ है. ज्योतिष (Astrology) के अनुसार पैरों में पहने जाने वाले फुटवियर (Footwear) का संबंध आपकी कुंडली के नवग्रह में सबसे महत्वूपर्ण माने जाने वाले शनि भी होता है. आइए जूतों से जुड़े दोष और उन नियमों के बारे में जानते हैं, जिसकी अनदेखी करने पर इंसान को सुख-सौभाग्य (Good Luck) की जगह दुःख-दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है. कुछ लोगों की आदत होती है कि वे कभी भी कोई चप्पल या जूता पहनकर कहीं भी चल देते हैं, लेकिन ऐसा करने से इंसान को हमेशा बचना चाहिए. विशेष तौर पर यदि आप किसी कार्य विशेष के लिए जा रहे हों तो भूलकर भी फटे हुए या फिर किसी दूसरे के जूते पहनकर न जाएं, अन्यथा आपको कार्य में असफलता और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ज्योतिष में कुछेक ऐसी चीजें बताई गई हैं, जिसे कभी भी दूसरों से उपहार में नहीं लेना चाहिए. मान्यता है कि न तो कभी किसी को उपहार में जूते देने और न ही किसी से उपहार में लेने चाहिए. यदि आपकी कुंडली में शनि दोष हो तो इस नियम को सख्ती के साथ पालन करना चाहिए नहीं बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यदि आपकी कुंडली में शनि ग्रह से संबंधित कोई दोष है या फिर कहें आप पर शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है तो आपको जूते से जुड़ा ये उपाय जरूर एक बार आजमाना चाहिए. मान्यता है कि यदि शनिवार के दिन किसी शनि मंदिर में काले रंग का फुटवियर को चुपचाप उताकर घर वापस लौट आने पर शनि संबंधी दोष में कमी आती है. इस उपाय को करते समय पीछे पलट कर नहीं देखना चाहिए. कई बार कुछ लोगों के जूते या चप्पल चोरी या फिर गुम हो जाते है तो उन्हें बहुत दुःख होता है, लेकिन ऐसा कभी नहीं करना चाहिए. फुटवियर चोरी होने पर दुःखी होने की बजाय खुश होते हुए अपने घर आ जाना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि जूते या चप्पल के साथ आपके शनि संबंधी दोष और परेशानियां भी चली जाती हैं. (यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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प्रतीकात्मक फोटो. कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और संघ (RSS) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर निशाना साधा है. संघ और भाजपा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य के लोगों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के बारे में गलत जानकारी देकर डरा रही है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि वह लोगों के डर को दूर करने के लिए राज्य में अभियान चलाएंगे. इसके बाद नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर आम राय बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि भगवा संगठन पश्चिम बंगाल (West Bengal) में घर-घर अभियान चलाएंगे, जिससे एनआरसी को लेकर लोगों के डर को दूर किया जाएगा. टीएमसी का नाम लिये बगैर प्रदेश में संघ के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राजनीतिक दलों को अगर असम (Assam) में अंतिम एनआरसी सूची में हिंदुओं के नाम हटाने की चिंता है तो उन्हें संसद में इस विधेयक का विरोध करने के बजाए इसका समर्थन करना चाहिए. प्रदेश भाजपा (BJP) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर हम जल्द ही घर-घर जाकर जागरुकता अभियान शुरू करेंगे. हम आम जनता को बताएंगे कि क्यों अवैध बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों को निकालने के लिये एनआरसी जरूरी है. हम पहले नागरिकता (संशोधन) विधेयक लागू करेंगे, जिससे पड़ोसी देशों से आने वाले हिंदू शरणार्थियों (Hindu Refugees) को नागरिकता दी जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी सिर्फ आतंक पैदा कर रही है, जिससे लोगों में डर बैठाया जा सके. हम इसका जवाब देंगे. " राज्य में एनआरसी लागू होने की आशंका के बीच लोग सरकारी व नगर निगम (Municipal Corporation) के दफ्तरों में जन्म प्रमाण-पत्र और अन्य जरूरी दस्तावेजों के लिये लंबी कतार लगा रहे हैं. भाजपा शासित असम में अंतिम राष्ट्रीय नागरिक पंजी में लाखों बंगालियों के नाम कथित तौर पर शामिल ना किये जाने के बाद लोगों में डर है. टीएमसी सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह पश्चिम बंगाल (West Bengal) में एनआरसी की इजाजत नहीं देगी. विधेयक को लेकर टीएमसी के विरोध के संदर्भ में संघ के पश्चिम बंगाल सचिव जिशनू बसु ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने निहित स्वार्थों को साधने के लिये लोगों के बीच डर पैदा कर रहे हैं. बसु ने कहा, "अगर वे (TMC) हिंदुओं को लेकर चिंतित हैं तो नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध क्यों कर रहे हैं? उन्हें इसका समर्थन करना चाहिए. हम स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि यह विधेयक जल्द ही संसद में पारित होगा, जिससे हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सके. जो लोग चाहते हैं कि हिंदुओं को नगरिकता नहीं मिले वे इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं. हम लोगों को एनआरसी और नागरिकता (संशोधन) विधेयक के बारे में अभियान चलाकर सूचित करेंगे. " . सनी देओल की हीरोइन को जब ज्यादा पढ़ी-लिखी होना पड़ा भारी, एक्ट्रेस ने खूब सुने थे ताने, बोलीं- इंडस्ट्री में. .
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आगरा। सदर की पार्किग को लेकर समस्या काफी दिनों से खड़ी होती रही है। छावनी की ओर से कभी भी यहां हस्तक्षेप कर पार्किग व्यवस्था प्रभावित कर दी है। सदर बाजार के कारोबारियों का कहना है कि इसी वजह से प्रोवोग, रीबोक जैसे कई नामचीन ब्रांड के शोरूम बंद हो गए। हाल ही में पार्किग बंदी को लेकर ही लगभग एक करोड़ का लॉस सदर बाजार झेल चुका है। हालांकि पिछले दिनों के आन्दोलन के बाद पार्किग बहाल हो गई है लेकिन डिवाइडर के नाम पर अभी भी इस व्यवस्था को लेकर अड़ंगेबाजी लगाने की तैयारी की जा रही है। ताज रोड ट्रेडर्स एसोसिएशन के सेक्रेट्री बिल्लू चौहान का कहना है कि सदर बाजार को लेकर छावनी का रवैया ठीक नहीं है। पार्किग व्यवस्था को ठप कर बाजार को बर्बाद करने की मंशा है। पिछले दिनों इसी मंशा के तहत ही पार्किग को बंद कर हिटलरशाही रवैया अपनाया गया था। जिसकी वजह से लगभग एक करोड़ रुपये का लॉस बाजार झेल चुका है। सेक्रेट्री ने चेतावनी देते हुए ऐलान किया है कि अगर पार्किग व्यवस्था प्रॉपर नहीं रहने दी गई तो भविष्य में आन्दोलन को और भी तीव्र किया जाएगा। कारोबारी रवीन्द्र पाल सिंह टिम्मा ने सवाल खड़ा किया है कि जब दुकानदार के नजदीक पार्किग ही नहीं होगी तो वह कारोबार कैसे कर पाएगा? टिम्मा के अनुसार छावनी परिषद अभी भी सदर बाजार की पार्किग को लेकर अड़ंगेबाजी का रुख अपना रही है। सड़क पर नया डिवाइडर बनाकर पार्किग को ठप करने की मंशा है। पंछी पेठा स्टोर की ओनर पूनम गर्ग का कहना है कि बिना पार्किग व्यवस्था के कारोबार करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि बिना पार्किग के स्टोर का कारोबार काफी प्रभावित रहा है। पार्किग में अड़ंगेबाजी से यहां टूरिस्ट ने आना नहीं के बराबर कर दिया है। जब टूरिस्ट नहीं आएगा तो सदर का कारोबार बंदी के कगार पर पहुंचना तय है। कारोबारी हेमंत भटीजा और संगीत शर्मा का कहना है कि सदर की पार्किग व्यवस्था को लेकर बाजार की इतनी बदनामी हो चुकी है कि ट्रेवल्स एजेंसी और एजेंट टूरिस्ट को यहां लेकर ही नहीं आना चाहते हैं। इसी का परिणाम है कि पिछले दिनों में सदर से रीबोक, एडिडास, प्रोवोग आदि जाने-माने ब्रांड के स्टोर अपना कारोबार समेट चुके हैं। व्यापारी नेता रवीन्द्र पाल सिंह टिम्मा का कहना है कि इस मामले में शासन-प्रशासन को सदर की पार्किग के सुचारू संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। फिर कैसे पूरा होगा नाइट बाजार का सपना! एक तरफ तो शासन आगरा में टूरिज्म को बढ़ावा देने को लेकर खासी सीरियस है। इसको लेकर सीएम की ओर से भी ड्रीम प्रोजेक्ट का सपना देखा गया है। इसी के तहत सदर बाजार में नाइट बाजार भी डेवलप किया जाना है। प्रशासन भी इसको लेकर खासी कवायद में लगा रहता है। वहीं, दूसरी तरफ यहां पार्किग को लेकर समस्या चली आ रही है। इसकी वजह से टूरिस्ट की इस बाजार में आमद नहीं के बराबर ही रह जाती है।
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Shah rukh's Mannat Value: बात जब बॉलीवुड की हो और शाहरुख़ और उनके घर 'मन्नत' की बात ना हो ये हो नहीं सकता। मुंबई जाने वाला आदमी सबसे पहले शाहरुख़ खान के बंगले को देखना चाहता है और उसके सामने फोटो खिचवाना चाहता है। ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जब शाहरुख़ के मन्नत के बहार फैंस की भीड़ ना मची हो। इसमें कोई शक नहीं है कि किंग खान और उनकी पत्नी गौरी ने अपने खूबसूरत घर को तहे दिल से सजाया है। मन्नत जितना खूबसरत बाहर से दीखता है उससे कई ज़्यादा भव्य उसका इंटीरियर है। लेकिन क्या आप जानते हैं मन्नत का नाम पहले मन्नत नहीं था, और इसका मालिक भी पहले कोई और था जिसे बाद में शाहरुख़ ने अपने नाम कर लिया। अपने घर मन्नत का नाम मन्नत शाहरुख़ ने ही रखा है। इससे पहले इस आलीशान बंगले का नाम Villa Vienna था। शाहरुख़ से पहले इस संपत्ति के मालिक केकु गांधी नाम के एक शिल्पकार थे, जो एक गुजरती मूल के पारसी व्यक्ति थे। मन्नत के बगल में मौजूद Kekee Manzil के मालिक भी वही थे। Villa Vienna में केकु की मां रहती थी। केकु के नाना मानेकजी बाटलीवाला ने बिज़नेस लॉस के कारण Villa Vienna को लीज पर दे दिया था और उनका पूरा परिवार Kekee Manzil में शिफ्ट हो गया था। इसके बाद Villa Vienna नरिमन दुबाश के नाम हो गया और वो वहाँ रहने लगे.
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एक ही होता है। अब, जीव मात्र सुख को ढूंढता है, दुःख से दूर भागता है । दुःख - पसंद नहीं है किसीको । अब फिर ये सुख तो टेम्परेरी हैं, वे उसे पसंद नहीं है सुख आने के बाद दुःख आता है। लोगों को कौन-सा सुख पसंद है? सनातन सुख, कि जिसके आने के बाद कभी भी दुःख नहीं आए। सनातन सुख किसे कहेंगे? मोक्ष को, मुक्ति को ! मोक्ष हो तभी सनातन सुख उत्पन्न होता है । बंधन से दुःख है । संसारी दुःख का अभाव, वह मुक्ति का प्रथम अनुभव कहलाता है । वह हम आपको 'ज्ञान' देते हैं, तब वैसा आपको दूसरे ही दिन से हो जाता । फिर यह शरीर का बोझ, कर्मों का बोझ वे सब टूट जाते हैं, वह दूसरा अनुभव । फिर आनंद ही इतना अधिक होता है कि जिसका वर्णन ही नहीं हो सकता । सिद्धगति, स्थिति कैसी ? प्रश्नकर्ता : मोक्ष मिलने के बाद हमारी स्थिति क्या रहती होगी? दादाश्री : परमात्म स्वरूप । प्रश्नकर्ता : फिर उसे कुछ कार्य करना रहता है क्या ? दादाश्री : कोई कार्य होता ही नहीं वहाँ पर । अभी भी आपका आत्मा कुछ भी कार्य नहीं कर रहा है । यह जो कार्य कर रहा है, वह अज्ञान भाव है, मिकेनिकल भाव है। आत्मा क्रियाकारी है ही नहीं, स्वयं ज्ञायक स्वभाव का है। वहाँ सिद्धगति में सिर्फ ज्ञाता- दृष्टा और परमानंद होता है । वहाँ सिद्धगति में इतना अधिक सुख है कि वहाँ के निरंतर सुख में से एक मिनिट का सुख यदि यहाँ पृथ्वी पर पड़े तो इस दुनिया में एक वर्ष तक तो आनंद-आनंद की सीमा न रहे ! मोक्ष का स्वरूप प्रश्नकर्ता : मोक्ष प्राप्त करने के बाद फिर कभी भी जन्म नहीं लेते? दादाश्री : इस बखेड़े में कौन आए? यह तो बहुत त्रासदायक वस्तु है। इस संसार में तो कितनी अधिक परवशता है? यह तो शराब पीकर खुद अपने आप को सुखी मानना, उसके जैसा है। यह संसार तो भूत चिपट गया हो, वैसा है। ये मन-वचन-काया के तीन भूत चिपटे हुए हैं ! वह तो दाढ़ दुःखे तब पता चलेगा । राजा को भी दाढ़ दुःखे तब राज्य प्यारा लगता है या रानियाँ प्यारी लगती हैं? प्रश्नकर्ता : कोई प्यारा नहीं लगता । दादाश्री : यह तो भयंकर आफत है ! और मोक्ष तो स्वाभाविक सुख है प्रश्नकर्ताः संसार के व्यवहार में रहने के बावजूद मनुष्य को मोक्ष का अनुभव हो सकता है? दादाश्री : अँधे मनुष्य को एक खंभे से कसकर खूब लपेटकर बाँध दिया हो, फिर उसे छुए बिना पीछे से धीरे से एक डोरी ब्लेड से काट लें तो उसे पता चलेगा या नहीं चलेगा? प्रश्नकर्ता : चलेगा। दादाश्री : इस भाग में से बंधन टूट गया है ऐसा उसे पता चल जाता है। उसी प्रकार मोक्ष का अनुभव होता है ! मोक्ष अर्थात् मुक्तभाव, बंधन नहीं लगता । पुलिसवाला पकड़े तब भी बंधन नहीं लगता। स्वर्ग, फिर भी बंधन प्रश्नकर्ताः ऐसा कहते हैं न, मोक्ष अर्थात् स्वर्ग मिलता है, वैकुंठ मिलता है या भगवान में मिल जाना, वह क्या है ? दादाश्री : स्वर्ग-वर्ग कुछ भी नहीं होता वहाँ तो । स्वर्ग यानी कि भौतिक सुख भोगने का स्थान और नर्क में भौतिक दुःख भोगने पड़ते हैं । और इस मध्यलोक में सुख और दुःख दोनों का मिक्सचर होता है । स्वर्ग में भी बंधन है, वहाँ भी पसंद नहीं हो तो भी रहना पड़ता है। वहाँ पर पत्नी के साथ में अच्छा नहीं लगता हो फिर भी जीना पड़ता है। क्योंकि उनका आयुष्य कम नहीं हो सकता । लाखों जन्मों से इसमें से छूटने की कामना हर एक के बुद्धि के आशय में होती ही है पर छूटा नहीं जा सकता । धक्के बहुत खाता है, छटपटाता है, फिर भी नहीं मिलता । पत्नी और बच्चों के बिना रहकर देखता है, वहाँ भी कुछ नहीं होता, इसलिए वापिस दूसरे जन्म में संसारी बनता है। सभी प्रकार के विकल्प करके देख लिए । निर्विकल्प प्राप्त करने के लिए जो कुछ करते हैं, वे सभी विकल्प के विकल्प हैं । ये जंजाल छूट सके वैसा नहीं है। गृहस्थी का जंजाल छूटे तो त्यागी का जंजाल चिपटता है, वहाँ भी संसार तो है ही न ! विनाशी चीज़ नहीं चाहिए मुक्ति के लिए क्या करना चाहिए? 'ज्ञानी' के अलावा हमें दूसरा कुछ भी नहीं चाहिए, वह भाव रखना । 'इस जगत् की कोई भी विनाशी चीज़ मुझे नहीं चाहिए ।' ऐसा पाँच बार सुबह में बोलकर उठे और उसे सिन्सियर रहे उसे कोई कर्म नहीं बंधता । परन्तु 'मुझे' अर्थात् कौन? वह निश्चित करके बोलना चाहिए । 'मैं शुद्धात्मा हूँ' और जो चाहिए वह इस देह को चाहिए, 'चंदूलाल' को चाहिए। और वह तो अधिक होता ही नहीं न? 'व्यवस्थित' में जो हो वह ठीक और नहीं हो तो वह नहीं, परन्तु 'मुझे कुछ भी नहीं चाहिए', वह भाव पक्का होना चाहिए। और उसके प्रति सिन्सियर रहें तो कुछ भी दख़ल हो वैसा नहीं है। 'व्यवस्थित' में जो मिलनेवाला हो उतना ही मिलनेवाला है, उसमें कुछ बदलाव नहीं होता। बल्कि लाभ यह है कि चिंता और बेचैनी कम हो जाती है। ये दोनों द्रव्य अलग हैं। उनका अलग अनुभव ही करना है। दूसरा कुछ भी करना नहीं है। भीतर बुद्धि दख़ल करे या विचार में एकाकार होकर उलझे तो भी वह 'हम' नहीं करते हैं । 'आप' 'आपका' भाग अलग रखो।'आप' और 'चंदूलाल' पड़ोसी की तरह रहो तो कुछ भी असर नहीं करेगा! यानी 'आप' यदि 'अपने आप' के प्रति सिन्सियर रहो तो यह ऐसा विज्ञान है कि आपको निर्लेप ही रखे ! आप कारखाने में नौकरी करते हो, वहाँ सिन्सियर रहते हो या नहीं दादाश्री : उसमें सिन्सियर रहना सिरदर्दी है । और इसमें इतनी अधिक सिरदर्दी नहीं है । और किसीको ऐसा रहता हो कि किसी रुचि में उसे स्वाद नहीं जाता हो, उसे सिन्सियारीटी नहीं रहती हो तो उस अनुसार मुझे कह देना, तो हम उसका रास्ता निकाल देंगे । परन्तु अंदर गड़बड़ करे और मन में उलझता रहे कि 'कर्म बंधेगा या क्या', तो उस तरह से हल नहीं आएगा। कर्म बंधन की थियरी अलग ही है । वह हमारे पास से समझ लेना है। जगत् की सत्ता कहाँ पर झुके ? इस जगत् में जिसकी सर्वस्व प्रकार की भीख चली गई हो, उसे इस जगत् में तमाम सूत्र हाथ में दे दिए जाते हैं । भीख कितने प्रकार की होती होगी? मान की भीख, लक्ष्मी की भीख, विषयों की भीख, शिष्यों की भीख, मंदिर बनवाने की भीख, अपमान की भीख । सभी प्रकार की भीख, भीख और भीख ! वहाँ अपना दारिद्र्य कैसे जाए? जिसकी तमाम प्रकार की भीख छूट जाए, उसके हाथ में इस जगत् की सत्ता आ जाती है। अभी मेरे हाथ में आ चुकी है, क्योंकि मेरी सर्वस्व भीख छूट गई है। जब तक निर्वासनिक पुरुष नहीं मिलेंगे, तब तक सच्चा धर्म प्राप्त नहीं होगा। निर्वासनिक पुरुष तो जगत् में कभी ही मिलते हैं । तब अपना मोक्ष का काम हो जाता है । वे नहीं मिलें तो कब तक चला सकते हैं? मान के भूखे हों तो चला सकते हैं, परन्तु लक्ष्मी की भीखवाले, कीर्ति की, विषय की भीखवाले को नहीं चला सकते ।
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भी लोग पौने दो रुपयासे अधिक नहीं लगाते।" मैंने कहा'अच्छा चले चलो, पौने तीन रुपया ही देवेंगे।" वह खुशी से कटराकी धर्मशाला में गाड़ीको लकड़ी रखने लगा। मैंने कहा'काटकर रक्खो।' वह बोला - 'काटनेके दो आना और दो।" मैंने कहा- 'हमने पौने तीन रुपया दिये । सच कहो क्या पौने तीन रुपयाकी गाड़ी है।' वह बोला- 'नहीं, पौने दो रुपयासे अधिक की नहीं, परन्तु आपने पौने तीन रुपया में ठहरा ली इसमें मेरा कौन सा अपराध है ? आपने उस समय यह तो नहीं कहा था कि काटना पड़ेगा ।' मैंने कहा - 'नहीं।' वह बोला - 'तब दो आना के लिये क्यों बेईमानी करते हो ?" मैं एकदम बोला-'अच्छा नहीं काटना चाहता है तो चला जा, मुझे नहीं चाहिये ।" वह बोला'आपकी इच्छा । मैं तो काटकर रखे देता हूँ, पर आप अपनी भूल पर पछताओगे । परन्तु यह संसार है, भूलोंका घर है ।" अन्तमें उसने लकड़ी काटकर रख दी। मैंने पौने तीन रुपया उसे दे दिया। यह चल गया। जब मैं भोजन करनेके लिये बैठा। आधे भोजनके बाद मुझे अपनी भूल याद आई । मैंने एकदम भोजनको छोड़ हाथ धो लिये । बाईजीने कहा- 'बेटा ! अन्तराय हो गया ?" मैंने कहा - 'नहीं।' लकड़ीवालेकी सब कथा सुनाई । बाईजीने कहा'तुमने बड़ी गलती को जब पोने दो रुपयाके स्थान पर पौने तीन रुपया दिये तब दो आना और दे देता ।" अन्त में एक सेर पक्वान्न और दो आना लेकर चला । दो मोल चलनेके बाद वह गाड़ीवाला मिला। मैंने उसे दो आने और पक्वान्न दिया । वह खुश हुआ । मुझे आशीर्वाद देता हुआ बोला- 'देखो, जो काम करो, विवेकसे करो । आपने पौने दो रुपयेके स्थानमें पौने तीन रुपया दिये यह भूल की। पौने दो रुपया ही देना थे । यदि मेरा उपकार करना था तो एक रुपया स्वतन्त्र देते तथा दो आनाके लिये वेईमान न बनना पड़ता । अब भविष्य बिहीकी समाधि में ऐसी भूल न करना । जितना सुख आपको एक रुपया देनेका नहीं हुआ उतना दुःख इस दो आनाकी भूलका होगा। व्यबहारमें यथार्थ बुद्धिसे काम लो। यों ही आवेगमें आकर न ठगा जाओ तथा दानको पद्धतिमें योग्य अयोग्यका विचार अवश्य रक्खो। आशा है अब ऐसी भूल न करोगे ।। बिल्लीकी समाधि सागरकी ही घटना है। हम जिस धर्मशाला में रहते थे उसमें एक बिल्लीका बच्चा था। उसकी मां मर गई । मैं बच्चेको दूध पिलाने लगा। बाईजी बोलीं- 'यह हिंसक जन्तु है। इसे मत पालो ।' मैं बोला- 'इसकी मां मर गई, अतः दूध पिला देता हूँ। क्या अनर्थ करता हूँ ?? बाईजी बोलीं- 'प्रथम तो तुम आगमकी आज्ञाके विरुद्ध काम करते हो । दूसरे संसार है। तुम किस किस की रक्षा करोगे ?" मैं नहीं माना। उसे दूध पिलाता रहा। जब वह चार मासका हुआ तब एक दिन उसने एक छोटासा चूहा पकड़ लिया। मैंने हरचन्द्र कोशिश की कि वह चूहेको छोड़ देवे पर उसने न छोड़ा । मैंने उसे बहुत डरवाया पर वह चूहा खा गया । इस घटनासे जब मैं आता था तब वह डरकर भाग जाता था, परन्तु जब बाईजी भोजन करती थीं तब आ जाता था और जब तक बाईजी उसे दूध रोटी न दे देतीं तब तक नहीं भागता था । बाईजीसे उसका अत्यन्त परिचय हो गया। जब बाईजी बरुवासागर या कहीं अन्यत्र जातो थीं तब वह एक दिन पहलेसे भोजन छोड़ देता था और जब तांगा पर बैठकर स्टेशन जाती थीं तब वहीं खड़ा रहता था। तांगा जानेके बाद ही वह धर्मशाला
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(आज समाचार सेवा) पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों की नियमित नियुक्ति की प्रकिया को तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि वाक-इन-इंटरव्यु प्रकिया के माध्यमसे हर जिले में आवश्यकतानुसार चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों पर अस्थायी नियुक्ति भी की जाये। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गयी, जिसमें निर्णय लिया गया कि चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जायेगी। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार के अलावा स्वास्थ्य विभाग सह आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, बिहार तकनीकी सेव आयोग के अध्यक्ष अजय कुमार चौधरी, एवं राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार सहित कई संबंधित अधिकारी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि राज्य में सामान्य चिकित्सकों, विशेषज्ञ चिकित्सकों के चार हजार से अधिक पद तथा पारा मेडिकल स्टाफ के बड़ी संख्या में पद खाली हैं। इन पदों पर आयोग के माध्यम से नियमित नियुक्ति की भी प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसके बावजूद खाली पदों को भरने के लिए तेजी से नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य से संबंधित आधारभूत संरचना को सुदृढ करने के लिए हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कई अहम निर्णय लिये गये हैं।
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यूपी के महराजगंज में साइकिल से कम्प्यूटर सीखने जा रही एक नाबालिग लड़की की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। घात लगाकर बैठे बदमाशों ने लड़की को खींचकर दिनदहाड़े गला रेत दिया और शव को खेत में फेंक भाग गए। साइकिल से कम्प्यूटर सीखने जा रही एक नाबालिग लड़की महराजगंज में दिन दहाड़े गला काटकर हत्या कर दी गई। लड़की कुशीनगर की रहने वाली थी जबकि वारदात सीमा से लगे महराजगंज जिले के घुघुली क्षेत्र के बारीगांव में हुई है। कुशीनगर के गजरा गांव की इस लड़की का खून से लथपथ शव गांव के बगल के खेत में मिला। इस जघन्य वारदात की खबर आसपास के इलाकों में जंगल में आग की तरह फैल गई। क्षेत्र में सनसनी मच गई। मौके पर पुलिस के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए। परिजनों ने किशोरी की पहचान कर ली है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शनिवार दोपहर बाद कप्तानगंज क्षेत्र के ग्राम गजरा की एक किशोरी रोज की तरह साइकिल से घुघली के बारीगांव के राजी टोला स्थित मार्ग से होकर इंदरपुर चौराहे पर कम्प्यूटर सीखने जा रही थी। बताया जा रहा है कि पहले से किशोरी के इंतजार में छिपे हमलावरों ने राजी टोले के पास किशोरी के पहुंचते ही उसे पकड़ लिया। उसके गले पर धारदार हथियार से वार किया और गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। उसके शव को बगल के खेत में फेंककर हमलावर भाग निकले। किशोरी का शव और साइकिल खेत में पड़ी मिली। किसी ने किशोरी का शव देखा तो शोर मचाया। शोर पर बहुत से लोग मौके पर पहुंच गए और इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसकी पहचान कराई। परिजनों को बुलाया गया और परिजनों ने भी पहचान कर ली। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह व सीओ सदर अजय सिंह चौहान भी पहुंच गए थे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ कर जांच शुरू कर दी। इस संबंध में एसओ देवेन्द्र कुमार सिंह का कहना रहा कि किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। घुघली के बारीगांव में किशोरी की हत्या की जानकारी मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शीघ्र इसका खुलासा कर दिया जाएगा।
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डेस्कः शास्त्रों की बात करें तो ग्रहों के परिवर्तन से कुछ राशियों के लोगों पर माँ लक्ष्मी की असीम कृपा हो सकती हैं। उनकी कृपा से उन राशियों के लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती हैं तथा जीवन में अच्छे दिन आ सकते हैं। साथ हीं साथ उनकी परेशानियां भी समाप्त हो सकती हैं। आज इसी संदर्भ में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे उन राशियों के बारे में जिन राशियों की आर्थिक परेशानियां माँ लक्ष्मी की कृपा से दूर हो सकती हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से। मेष और सिंह राशि, शास्त्रों के अनुसार ग्रहों के परिवर्तन होने से माँ लक्ष्मी मेष और सिंह राशि की आर्थिक परेशानियां दूर कर सकती हैं तथा इन्हे जीवन में तरक्की मिल सकती हैं। इस राशि के लोगों को बीमा या लॉटरी से धन लाभ हो सकता हैं तथा इनके सपने पूरे हो सकते हैं। माँ लक्ष्मी की कृपा से इनके जीवन में अच्छे दिन आ सकते हैं और इस राशि के जातक वाहन या मकान खरीदने में सफल हो सकते हैं। यह समय इनके लिए एक अच्छा संकेत दे रहा हैं। आप अपने जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त करने के लिए माँ लक्ष्मी की आराधना करें। तुला और वृष राशि, माँ लक्ष्मी की असीम कृपा से तुला और वृष राशि वाले लोगों की आर्थिक परेशानियां दूर हो सकती हैं तथा इन्हे बिजनेस और व्यापार में तरक्की मिल सकती हैं। इतना हीं नहीं माँ लक्ष्मी की कृपा से इनके जीवन में अच्छे दिन आ सकते हैं। बेरोजगार लोगों को रोज़गार के कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं तथा इनके घरों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती हैं। इनके घरों में सुख और समृद्धि आ सकती हैं तथा इनके कैरियर के छेत्र में भी मनचाहा सफलता मिल सकता हैं। आपके लिए माँ लक्ष्मी का दर्शन करना लाभकारी साबित हो सकता हैं। वृश्चिक और धनु राशि, ग्रहों के चाल में परिवर्तन होने से माँ लक्ष्मी आप पर मेहरबान रहेंगे। इससे आपकी आर्थिक परेशानियां दूर होगी और जीवन में अच्छे दिन आएंगे। बिजनेस करने वाले लोगो किसी यात्रा पर जा सकते हैं तथा इन्हे माँ लक्ष्मी की कृपा से धन लाभ हो सकता हैं। कर्ज लेने वाले लोग कर्ज से मुक्त हो सकते हैं तथा इनके जीवन में सुख और शांति आ सकती हैं। इस राशि के वैसे लोग जो शेयर बाजार में काम करते हैं। उन पर माँ लक्ष्मी की कृपा हो सकती हैं और इनके धन संपत्ति में बढ़ोत्तरी हो सकती हैं। मेहनत करने वाले लोगों को मेहनत का मीठा फल मिल सकता हैं। आपके लिए माँ लक्ष्मी की उपासना करना शुभ रहेगा।
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कारणपूर्ण क्रियाएं एक क्रिया को व्यक्त करती हैं जो होने वाली होती है। दूसरे शब्दों में, जब मैंने मेरे लिए कुछ किया है तो मैं ऐसा करता हूं। दूसरे शब्दों में, मैं वास्तव में कुछ भी नहीं करता, लेकिन किसी और से मेरे लिए ऐसा करने के लिए कहता हूं। यह कारक क्रियाओं की भावना है। इंटरमीडिएट से उन्नत स्तर तक अंग्रेजी शिक्षार्थियों को निष्क्रिय आवाज़ के विकल्प के रूप में कारक क्रिया का अध्ययन करना चाहिए। जैक ने अपना घर भूरा और भूरा रंग दिया था। मां ने अपने व्यवहार के कारण अपने बेटे को अतिरिक्त काम किया। उसने टॉम को सप्ताह के अंत तक एक रिपोर्ट लिखनी थी। पहला वाक्य अर्थ में समान हैः किसी ने जैक के घर को चित्रित किया। या जैक का घर किसी के द्वारा चित्रित किया गया था। दूसरी वाक्य इंगित करती है कि मां ने लड़के को कार्रवाई करने का कारण बताया। तीसरे में, किसी ने किसी को कुछ करने के लिए कहा। कारणपूर्ण क्रियाएं किसी के बारे में कुछ व्यक्त करने का विचार व्यक्त करती हैं। परिणामी क्रियाएं निष्क्रिय क्रियाओं के अर्थ में समान हो सकती हैं। आपकी तुलना के लिए यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं। मेरे बाल काटा गया था। (निष्क्रिय) मैंने अपने बाल कटवाये। (प्रेरणा का) इस उदाहरण में, अर्थ वही है। क्योंकि अपने बालों को काटना मुश्किल है, यह समझा जाता है कि किसी और ने आपके बालों को काट दिया है। कार धोया गया था। (निष्क्रिय) मुझे कार धोया गया। (प्रेरणा का) इन दो वाक्यों में अर्थ में थोड़ा अंतर है। सबसे पहले, यह संभव है कि स्पीकर ने कार धोया। दूसरे में, यह स्पष्ट है कि स्पीकर ने कार धोने के लिए किसी को भुगतान किया। आम तौर पर बोलते हुए, निष्क्रिय आवाज़ का उपयोग किए गए कार्यों पर जोर देने के लिए किया जाता है। कारण इस तथ्य पर तनाव डालते हैं कि कोई ऐसा होने का कारण बनता है। अंग्रेजी में तीन कारक क्रियाएं हैंः मेक, है और प्राप्त करें। यहां प्रत्येक क्रिया और आगे के रूपों के बारे में और स्पष्टीकरण दिए गए हैं। एक कारक क्रिया के रूप में 'मेक' इस विचार को व्यक्त करता है कि व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति को कुछ करने की आवश्यकता होती है। पीटर ने उसे अपना होमवर्क किया। शिक्षक ने कक्षा के बाद छात्रों को बना दिया। पर्यवेक्षक ने समय सीमा को पूरा करने के लिए श्रमिकों को काम करना जारी रखा। एक कारक क्रिया के रूप में 'है' इस विचार को व्यक्त करता है कि व्यक्ति उनके लिए कुछ करना चाहता है। विभिन्न सेवाओं के बारे में बोलते समय इस कारक क्रिया का प्रयोग अक्सर किया जाता है। कारक क्रिया के दो रूप हैं 'है'। यह फॉर्म इंगित करता है कि कोई अन्य व्यक्ति को कार्रवाई करने का कारण बनता है। किसी को ऐसा कुछ करने के लिए अक्सर प्रबंधन और काम संबंधों के लिए उपयोग किया जाता है। वे जॉन जल्दी पहुंचे थे। उसने अपने बच्चों को उसके लिए रात का खाना पकाना था। मैंने पीटर को शाम का अख़बार उठाया था। इस फॉर्म का उपयोग उन सेवाओं के साथ किया जाता है जिन्हें आम तौर पर कार धोने, घर चित्रकला, कुत्ते के सौंदर्य आदि जैसे भुगतान किया जाता है। पिछले शनिवार को मेरे बाल कट गए थे। उसने सप्ताहांत में कार धोया था। मैरी स्थानीय पालतू जानवरों की दुकान में तैयार कुत्ता था। नोटः यह फ़ॉर्म निष्क्रिय के अर्थ में समान है। 'गेट' का उपयोग एक कारक क्रिया के रूप में किया जाता है जैसे कि 'है' का उपयोग प्रतिभागियों के साथ किया जाता है। यह इस विचार को व्यक्त करता है कि व्यक्ति उनके लिए कुछ करना चाहता है। कारक क्रिया का प्रयोग अक्सर 'है' की तुलना में अधिक मूर्खतापूर्ण तरीके से किया जाता है। उन्होंने पिछले हफ्ते अपना घर पेंट किया। टॉम ने कल अपनी कार धोया। एलिसन ने एक कला डीलर द्वारा चित्रित चित्रकला प्राप्त की। इस फ़ॉर्म का उपयोग उन कठिन कार्यों के लिए भी किया जाता है जिन्हें हम पूरा करना चाहते हैं। इस मामले में, कोई कारक अर्थ नहीं है। मुझे रिपोर्ट कल रात खत्म हो गई। आखिरकार उसने अपने करों को कल कर लिया। मुझे रात के खाने से पहले लॉन मिला। किया है और किया गया है वही अर्थ है जब अतीत में भुगतान सेवाओं का उल्लेख किया जाता है। मैंने अपनी कार धोया था। = मुझे मेरी कार धोया गया। उसने अपनी कालीन साफ कर दी थी। = उसने अपनी कालीन साफ कर ली।
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खंडवा जिले में अवैध तरीके से शराब बेचने वाले व्यक्ति से रिश्वत मांगने के मामले चौकी प्रभारी को लाइन अटैच किया गया है। आरोप है कि जिले के मोेरटक्का चौकी प्रभारी और कार्यवाहक एसआई अखिलेश मंडलोई ने रिश्वत मांगते हुए संबंधित व्यक्ति की बुरी तरह से पिटाई की है। खंडवा। खंडवा (khandwa) जिले में अवैध तरीके से शराब (liqour) बेचने (seeling) वाले व्यक्ति से रिश्वत मांगने के मामले चौकी प्रभारी (chouki incharge) को लाइन अटैच (line attach) किया गया है। आरोप है कि जिले के मोेरटक्का चौकी प्रभारी और कार्यवाहक एसआई अखिलेश मंडलोई ने रिश्वत मांगते हुए संबंधित व्यक्ति की बुरी तरह से पिटाई की है। मामले को संज्ञान में लेते हुए जिले के एसपी ने चौकी प्रभारी को लाइन अटैच करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि शराब बेचने के आरोपी और प्रत्यक्षदर्शीयों द्वारा इस घटना की जानकारी तुरंत ही जिला एसपी को साक्ष्यों के साथ दी गई। घटना को देखते हुए और चौकी प्रभारी के द्वारा की गई मारपीट के मामले को देखते हुए उसे तुरंत ही लाइन अटैच कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार खंडवा जिले के मोरटक्का क्षेत्र में अवैध तरीके से शराब बेचने के आरोपी बद्री मेहता को चौकी प्रभारी अखिलेश मंडलोई ने उसके द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी मिलने के बाद बुलाया था। दोनों के बीच हो रही बात चीत के दौरान चौकी प्रभारी ने अचानक से आरोपी बद्री मेहता पर हाथ उठाना शुरू कर दिया। अपने साथ हो रही मारपीट के मामले को लेकर बद्री मेहता ने रिश्वत नहीं देने के मामले में आरोप लगाते हुए एसपी ऑफिस में जानकारी दी। जानकारी में सत्यता पाये जाने पर एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने पूरे मामले को लेकर तत्काल जांच के आदेश देते हुए चौकी प्रभारी पर कार्रवाई की है।
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कटिहार में बाइक और पिकअप की आमने-सामने की भिड़ंत में बाइक सवार दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। घटना डंडखोरा प्रखंड क्षेत्र के सौरिया शिव मंदिर के समीप की है। उप स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार करने के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल कटिहार रेफर कर दिया। घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि सौरीया शिव मंदिर के समीप कटिहार की ओर जा रही पिकअप वैन और सोनौली की ओर से आ रही बाइक की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। दुर्घटना में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए है। इसमें एक युवक का पैर और कमर टूट गई है। दूसरे युवक की भी हालत काफी गंभीर है। दुर्घटना में घायल हुए युवकों की पहचान उपेन मरांडी व राजकुमार मरांडी डंडखोरा प्रखंड निवासी के रूप में हुई है। हालांकि, घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। वहीं, दुर्घटना की सूचना पुलिस को दी गई। बाइक और पिकअप वैन को जब्त कर लिया है। वहीं, दुर्घटना को अंजाम देने के बाद पिकअप वैन का ड्राइवर फरार हो गया। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव व रोहडू विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहन लाल ब्राक्टा का मंदिर कमेटी देवता महेश्ववर महाराज समरेरी के लोगों ने तीन पंचायत का कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें ग्राम पंचायत समरकोट, ग्राम पंचायत भमनोली व ग्राम पंचायत भलून द्वारा देवता साहिब महेश्वर के प्रांगण में विधायक का फूल की मालाओं से भव्य स्वागत किया। समरेरी वासियों ने विधायक को अपनी -अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। विधायक ने कहा कि देवी-देवता हमारे आस्था के प्रतीत हंै, जिससे हमारी सदियों पुरानी देव सस्कृति संजोए हुए हैं। हम सबका यह नैतिक कत्र्तव्य बनता है कि हम इस इस देव समाज को संजोए रखें। हमारे क्षेत्र व हिमाचल की पहचान हमारी देव संस्कृति से है। विधायक ने लोगों की समस्याओं को सुना व हर संभव सहायता करने का आश्वासन भी दिया। विधायक के साथ कांग्रेस मंडल अध्यक्ष करतार सिंह कुल्ला, उपाध्यक्ष कांग्रेस मंडल रोहडू राजा राम चौहान, महासचिव कांग्रेस मंडल रोहडू पवन चौहान, महासचिव कॉंग्रेस मंडल रोहडू रवी रावत, महासचिव कांग्रेस मंडल रोहडू रविंद्र जोरटा, महासचिव कांग्रेस मंडल रोहडू कहान चंद चौहान, जिला शिमला महिला कांग्रेस कमेटी की महासचिव राजकुमारी सोनी, जिला शिमला कांग्रेस सेवा दल अध्यक्ष अजीत राणा, कॉंग्रेस मंडल रोहडू सेवा दल अध्यक्ष सुदेश भरेट, कांग्रेस मण्डल युवा कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष बलदेव सिंटियान, कांग्रेस मण्डल रोहडू युवा उपाध्यक्ष अशोक डांडा, कांग्रेस मंडल रोहडू युवा कांग्रेस सोशल मीडिया को-आडिनेटर रजत हामटा, प्रधान ग्राम पंचायत भलून रोशन लाल नशिंटू, प्रधान ग्राम पंचायत समरकोट शकुतला घामटा, पंचयात समिति सदस्य जीतेंद्र व मंदिर कमेटी के मोतमीन व समस्त मंदिर के सदस्य, समस्त पंचायत के महिला मंडल की महिलाएं व समस्त पंचायत के ग्रामवासी मौजूद रहे।
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बजरंग बली हनुमान का जन्म भगवान श्रीराम की सहायता के लिए हुआ। हनुमान जी को भगवान शंकर का अवतार भी माना जाता है। कहा जाता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की सेवा के निमित्त भगवान शिव जी ने एकादश रुद्र को ही हनुमान के रूप में अवतरित किया था। हनुमान जी चूंकि वानर−उपदेवता श्रेणी के तहत आते हैं इसलिए वे मणिकुण्डल, लंगोट व यज्ञोपवीत धारण किए और हाथ में गदा लिए ही उत्पन्न हुए थे। पुराणों में कहा गया है कि उपदेवताओं के लिए स्वेच्छानुसार रूप एवं आकार ग्रहण कर लेना सहज सिद्ध है। पुराणों के अनुसार, इस धरा पर जिन सात मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं। माता अंजनी एवं पवन देवता के पुत्र हनुमान का जीवनकाल पराक्रम और श्रीराम के प्रति अटूट निष्ठा की असंख्य गाथाओं से भरा पड़ा है। हनुमान जी में किसी भी संकट को हर लेने की क्षमता है और अपने भक्तों की यह सदैव रक्षा करते हैं। हनुमान रक्षा स्त्रोत का पाठ यदि नियमित रूप से किया जाए तो कोई बाधा आपके जीवन में नहीं आ सकती। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने से बड़े से बड़ा भय दूर हो जाता है। हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के पूजन का विशेष महत्व है। हनुमान जी भक्तों से विशेष प्रेम करते हैं और उनकी हर पुकार को सुनते हैं। श्रीराम की नित उपासना करने वालों पर हनुमान जी खूब प्रसन्न रहते हैं। हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए। इसके लिए पूजा के स्थान पर उनकी मूर्ति स्थापित करके शुद्ध जल, दूध, दही, घी, मधु और चीनी का पंचामृत, तिल के तेल में मिला सिंदूर, लाल पुष्प, जनेऊ, सुपारी, नैवेद्य, नारियल का गोला चढ़ाएं और तिल के तेल का दीपक जलाकर उनकी पूजा करें। इससे हनुमान जी प्रसन्न होकर भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं। हनुमान जी के बचपन से जुड़ा एक प्रचलित प्रसंग यह है कि एक बार बालक हनुमान ने पूर्व दिशा में सूर्य को उदय होते देखा तो वह तुरंत आकाश में उड़ चले। वायुदेव ने जब यह देखा तो वह शीतल पवन के रूप में उनके साथ चलने लगे ताकि बालक पर सूर्य का ताप नहीं पड़े। अमावस्या का दिन था। राहु सूर्य को ग्रसित करने के लिए बढ़ रहा था तो हनुमानजी ने उसे पकड़ लिया। राहु किसी तरह उनकी पकड़ से छूट कर भागा और देवराज इंद्र के पास पहुंचा। इंद्र अपने प्रिय हाथी ऐरावत पर बैठकर चलने लगे तो हनुमान जी ऐरावत पर भी झपटे। इस पर इंद्र को क्रोध आ गया। उन्होंने बालक पर वज्र से प्रहार किया तो हनुमान जी की ठुड्डी घायल हो गई। वह मूर्चित होकर पर्वत शिखर पर गिर गए। यह सब देखकर वायुदेव को भी क्रोध आ गया। उन्होंने अपनी गति रोक दी और अपने पुत्र को लेकर एक गुफा में चले गए। अब वायु के नहीं चलने से सब लोग घबरा गए। देवतागण सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी के पास पहुंचे। सारी बात सुनकर ब्रह्माजी उस गुफा में पहुंचे और हनुमान जी को आर्शीवाद दिया तो उन्होंने आंखें खोल दीं। पवन देवता का भी क्रोध शांत हो गया। ब्रह्माजी ने कहा कि इस बालक को कभी भी ब्रह्म श्राप नहीं लगेगा। इसके बाद उन्होंने सभी देवताओं से कहा कि आप सब भी इस बालक को वर दें। इस पर देवराज इंद्र बोले कि मेरे वज्र से इस बालक की हनु यानि ठोढ़ी पर चोट लगी है इसलिए इसका नाम हनुमान होगा। सूर्य ने अपना तेज दिया तो वरूण ने कहा कि हनुमान सदा जल से सुरक्षित रहेंगे। इस प्रकार हर देवता ने हनुमानजी को वर प्रदान किया जिससे वह बलशाली हो गए। एक और प्रसंग यह है कि सूर्यदेव के कहने पर हनुमान जी ने उन्हें सुग्रीव की मदद करने का वचन दिया। बाद में हनुमान ने सुग्रीव की भरपूर मदद की और उनके खास मित्र बन गए। सीताजी का हरण करके रावण जब उन्हें लंका ले गया तो सीताजी को खोजते श्रीराम और लक्ष्मण जी से हनुमान जी की भेंट हुई। उनका परिचय जानने के बाद वह उन दोनों को कंधे पर बैठाकर सुग्रीव के पास ले गए। सुग्रीव के बारे में जानकर श्रीराम ने उन्हें मदद का भरोसा दिया और सुग्रीव ने भी सीताजी को ढूंढने में मदद करने का वादा किया। श्रीराम ने अपने वादे के अनुसार एक ही तीर में बाली का अंत कर दिया और सुग्रीव फिर से किष्किन्धा नगरी में लौट आए। उसके बाद सुग्रीव का आदेश पाकर प्रमुख वानर दल सीताजी की खोज में सब दिशाओं में चल दिए। श्रीराम जी ने हनुमान जी से कहा कि मैं आपकी वीरता से परिचित हूं और मुझे विश्वास है कि आप अपने लक्ष्य में कामयाब होंगे। इसके बाद श्रीराम जी ने हनुमानजी को अपनी एक अंगूठी दी जिस पर उनका नाम लिखा हुआ था। सीताजी का पता मिलने के बाद जब हनुमान जी लंका में पहुंचे तो उन्होंने माता सीता से भेंटकर उन्हें श्रीराम का संदेश दिया और लंका की पूरी वाटिका उजाड़ने के बाद लंका में आग भी लगा दी। इसके बाद सीताजी को मुक्त कराने के लिए जो युद्ध हुआ उसमें हनुमान जी ने महती भूमिका निभाई।
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नोट - तापस अंध - महाराज दशरथ कौशल्या से कहते हैं- युवावस्था में एक दिन शिकार की तलाश में घूमता हुआ नदी के तट पहुँचा । रात हो आयी थी । कुछ दिखाई नहीं देता था । उसी समय अन्धे माता-पिता का पुत्र ऋषि कुमार अपने माता-पिता के लिए जल लेने को नदी तीर आया । उसने जल में घड़ा डुवाया तो घड़ा डूबने का शब्द मुझे हाथी के शब्द जैसा जान पड़ा । उसी क्षण मैंने शब्दवेधी वाण छोड़ दिया और वह ऋषि पुत्र के वक्षस्थल में जा घुसा । 'हाय ! मैं मारा गया', यह शब्द करता वह पृथ्वी पर गिर पड़ा । मनुष्य का शब्द सुनते ही दौड़ा हुआ वहां जाकर मैंने देखा कि एक ऋषि पृथ्वी पर पड़े छटपटा रहे हैं । उनसे मैंने अपना परिचय दिया और अज्ञान में जो अपराध हुआ था, उसके लिए क्षमा मांगी। उन्होंने कहा- अच्छा, आप शीघ्र जल ले जाकर मेरे माता-पिता को पिलायें । वे अन्धे बहुत प्यासे हैं । मैं घड़े में जल ले कर उनके पास गया और उनसे सारा हाल कहकर दुखी हृदय से क्षमा मांगी। तदुपरात उनके कथनानुसार मैं उन्हें उनके पुत्र श्रवणकुमार के शव के पास लाया । उन्होंने भी पुत्र के साथसाथ वहीं अपने प्राण छोड़ दिये । किन्तु मरते समय अन्धे तपस्वी ने मुझ से कहाराजन् ! जाओ, जैसे पुत्र वियोग में मैं मर रहा हूँ, वैसे हो तुम्हारी भो मृत्यु होगी । भयउ बिकल बरनत इतिहासा । राम रहित धिग जीवन आसा ।। सो तनु राखि करब में काहा । जेहि न प्रेम पतु मोर निबाहा ॥ शब्दार्थ - पनु- प्रण । निवाहा- पूरा किया । अर्थ - उस इतिहास का वर्णन करते-करते राजा व्याकुल हो गये और बोले कि राम के बिना जीने की आशा को धिक्कार है । उस शरीर को रख कर ही में क्या करूंगा, जिसने मेरे प्रेम के प्रण को पूरा न किया । हा रघुनन्दन प्रान पिरीते । तुम्ह विनु जियत बहुत दिन बीते ॥ हा जानको लखन हां रघुवर । हा पितु हित चित चातक जलधर ॥ शब्दार्थ - पिरीते प्यारे । चातक पपीहा । जलधर मेघ । अर्थ - हा रघुकुलं को आनन्द देने वाले प्राण प्रिय राम ! तुम्हारे विना जीते हुए मुझे बहुत दिन बीत गये । हा जानकी ! हा लक्ष्मण ! हा पिता के चित्त रूपी के लिए मेघ राम !
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बिक्री के मुनाफे वित्तीय प्रबंधक पता चलता है कि? बस यह सुनिश्चित उत्पादन लाभ के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसा नहीं है कि इसे बेचने के लिए जरूरी है कि स्पष्ट है। बिक्री प्रक्रिया (कार्यान्वयन) उत्पादन की तुलना में लगभग अधिक कठिन हो सकता है, लेकिन इसके महत्व को शायद ही overestimated जा सकता है। यह स्पष्ट है कि क्रियान्वयन की प्रक्रिया की प्रभावशीलता सावधान ध्यान देने की आवश्यकता। व्यापार के संचालन के कई अन्य पहलुओं की तरह, विपणन गतिविधियों मार्जिन मापा जा सकता है। इस मामले में, यह आंकड़ा है कि बिक्री पर लाभ कहा जाता है के लिए समझ में आता है। इस अनुपात से पता चलता है कि आय का कितना प्रतिशत लाभ लेता है। यदि वहाँ जानकारी सूचकांक गणना एक पूरे के रूप उद्यम पर और अलग-अलग उत्पादों के लिए दोनों बनाया जा सकता है। कुल बिक्री पर लाभ से ऊपर का आधार है, आय की राशि के लिए लाभ का अनुपात प्राप्त किया। राजस्व का निर्धारण किया दर हमेशा एक ही कोई समस्या नहीं है, उसके साथ लगभग कभी नहीं रहा है। लेकिन लाभ अनुपात के साथ यह और अधिक जटिल है, क्योंकि यह कई तरीकों से बड़ी संख्या द्वारा निर्धारित किया जा सकता है, खाते में कुछ कारकों लेने और दूसरों पर विचार नहीं। और अधिक विस्तार में इस समय करते हैं। कई मार्जिन शुद्ध आय के आधार पर गणना कर रहे हैं। इस मामले में यह भी ऐसा ही करने के लिए, और इस मूल्य का उपयोग करना संभव है। गणना लाभ मार्जिन, लाभ की हिस्सेदारी से पता चलता खाते में कारकों की संख्या सबसे अधिक के प्रभाव लेने। ये मूल्य निर्धारण, लागत प्रबंधन नीति, विशेष रूप से कर, शुल्क ऋण पूंजी, और दूसरों के लिए शामिल हैं। इस गणना के साथ समस्या यह है कि शुद्ध लाभ कारक है कि उत्पादन और उत्पादों की बिक्री, कि अन्य आय और व्यय से है, से संबंधित नहीं हैं पर निर्भर करता है। इसके अलावा, के लिए करों और शुल्कों को छोड़कर ऋण पूंजी स्थिति में अन्य कंपनियों के स्तर के साथ गणना की मूल्य की तुलना है कि वे कर लगाया जाता है या अन्यथा एक अलग पूंजी की संरचना करने के लिए अनुमति नहीं है। इसके बाद के संस्करण के कारण लो कर-पूर्व लाभ आंकड़ा या के उपयोग के द्वारा प्राप्त किया जा सकता की बिक्री से लाभ। के आधार पर गणना कर-पूर्व लाभ बिक्री के मार्जिन कराधान के अलावा अन्य कारकों के प्रभाव में उत्पादन और बिक्री की दक्षता में पता चलता है और आप अलग अलग कर स्थिति वाले संगठन तुलना करने के लिए अनुमति देता है। हालांकि, इस मामले में, लाभ अभी भी कंपनी है, जो कुछ हद तक है विकृत जानकारी बुनियादी उत्पादन के बारे में है की अन्य गतिविधियों के प्रभाव का सामना कर रहा है। अन्य गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े अगर यह बिक्री से लाभ की गणना करने के लिए सलाह दी जाती है। टैक्स और अन्य गतिविधियों को छोड़कर, की बिक्री की लाभप्रदता किसी दिए गए मूल्य निर्धारण और लागत नीतियों की प्रभावशीलता को दर्शाता है। गणना डाटा दर सबसे आसान विभिन्न कंपनियों के बीच तुलना करने के लिए जिस तरह से की मदद से, के रूप में खाते में केवल सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारकों में ले लिया। आप विश्लेषण के सबसे अक्सर इस्तेमाल किया तरीकों में से एक देख सकते हैं अन्य कंपनियों के लिए परिभाषित समान गुणांक के साथ कंपनियों के प्रदर्शन की तुलना करने के लिए है। इसके अलावा इस तरह की तुलना से इस्तेमाल किया जा सकता है और औसत मूल्यों के साथ तुलना की। हालांकि, सबसे अधिक इस्तेमाल किया क्षैतिज विश्लेषण, कई अवधियों के लिए उद्यम के प्रदर्शन के बीच तुलना में होते हैं जो। संकेतक में परिवर्तन द्वारा निर्धारित और रुझान है कि हम विभिन्न प्रबंधन के फैसले की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए अनुमति की पहचान कर रहे हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि लगभग लाभप्रदता के सभी संकेतक बारीकी से interrelated रहे हैं और एक दूसरे को प्रभावित लायक है। इस प्रकार, बिक्री क्षमता पर विशेष रूप से मजबूत प्रभाव की लाभप्रदता इक्विटी की (किफ़ायती हैं) और संपत्ति। अनुसंधान के एक विशेष प्रकार का है, जो कारक विश्लेषण कहा जाता है का उपयोग करके प्रभाव आप कर सकते हैं के स्तर का आकलन करें।
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मार्वल कॉमिक यूनिवर्स हीरो, विलेन और कई महत्वपूर्ण संभावनाओं से भरा हुआ है। जब हम कभी सुपरहीरो के बारे में बात करते हैं, तब सबसे पहले हमारे दिमाग में पुरुष सुपरहीरो का ही ख़्याल आता है, जबकि मार्वल यूनिवर्स में कई महिला सुपरहीरो भी हैं। ये महाशक्तिशाली महिलाएँ सशक्तिकरण को परिभाषित करती हैं और दुनियाभर की महिलाओं को प्रेरित करती हैं। यहाँ मार्वल यूनिवर्स की पाँच सबसे शक्तिशाली महिला सुपरहीरो के बारे में बताया गया है। आइए जानें। मार्वल की सबसे शक्तिशाली टेलीपैथ 'जीन ग्रे' जीन ग्रे, मार्वल के सबसे शक्तिशाली टेलीपैथ में से एक हैं और निश्चित रूप से वह इस सूची में सबसे मज़बूत हैं। एक्स-मेंस के सबसे मज़बूत सदस्यों में से एक जीन में टेलिकिनेजीस, टेलीपैथी, माइंड कंट्रोल, एस्ट्रल प्रोजेक्शन और साइकिक ब्लास्ट जैसी अद्भुत क्षमताएँ हैं। फ़ीनिक्स फ़ोर्स के साथ संयुक्त होने पर वह मॉलीक्युलर मैटर में हेरफेर कर सकती हैं और पूरे ग्रह को नष्ट कर सकती हैं। इन्ही ख़ूबियों की वजह से वह सबसे शक्तिशाली म्यूटेंट हैं। वांडा मैक्सिमॉफ, मार्वल यूनिवर्स की सबसे शक्तिशाली म्यूटेंट में से एक हैं। वह हेक्स पॉवर और केओस मैजिक का इस्तेमाल करती हैं, जो उन्हें संभावनाओं को बदलने और यहाँ तक की वास्तविकता के ताने-बाने को भी बदलने में सक्षम बनाता है। वांडा की शक्तियाँ इतनी ज़्यादा हैं कि उन्होंने एक बार पूरी म्यूटेंट आबादी को अपनी इच्छा से गायब कर दिया था। इसके अलावा वो गहरी इच्छाओं के आधार पर वास्तविकता का पुनर्निर्माण भी कर सकती हैं। सबसे शक्तिशाली एवेंजर 'कैप्टन मार्वल' कैरल डेनवर्स या कैप्टन मार्वल को कुछ दिनों पहले ही बड़े पर्दे पर दिखाया गया था। कॉमिक्स की तरह ही उन्हें फिल्म में भी काफ़ी शक्तिशाली दिखाया गया है। कैप्टन मार्वल सबसे शक्तिशाली एवेंजर हैं। ब्रह्मांडीय जागरूकता की शक्तियों और ऊर्जा में हेरफेर करने और अवशोषित करने की क्षमता के साथ कैप्टन मार्वल में उड़ने, सुपर स्पीड, स्थायित्व, शक्ति और सहनशक्ति जैसी शक्तियाँ हैं। उन्हें उनके बाइनरी रूप में हरा पाना लगभग नामुमकिन है। छूकर दूसरों की शक्तियाँ छिन लेती हैं 'रोग' कॉमिक्स में रोग, कैप्टन मार्वल की शक्तियों को छिन लेती हैं, जो उसे काफ़ी शक्तिशाली बनाता है, क्योंकि उनके अंदर किसी को भी छूकर उसकी शक्ति को अवशोषित करने की क्षमता है। इसके साथ ही वह किसी भी सुपरह्यूमन के व्यक्तित्व को केवल छूकर ग्रहण कर सकती है। इस तरह से देखा जाए तो रोग शक्तिशाली महिला सुपरहीरो की सूची में सबसे आगे हैं। इसके अलावा ये मनुष्यों और म्यूटेंट के बीच शांति क़ायम करने में भी आगे है। सबसे सशक्त महिला और शक्तिशाली सुपरहीरो 'अमेरिका शावेज़'
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बाजार में जितने भी नए स्मार्टफोन आते है वे नए फीचर के साथ लॉन्च किये जाते है. लेकिन स्मार्टफोन की बैटरी को लेकर यूजर्स अब भी खुश नही है. स्मार्टफोन की बैटरी कितनी भी अच्छी क्यों ना हो जब ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है तो स्मार्टफोन की बैटरी एक दिन भी नहीं चल पाती है. इस बात का पता लगाया गया है कि स्मार्टफोन की बैटरी किन कारणों से जल्द खत्म हो जाती है इन कारणों को यूजर्स कैसे रोक सकते है. यह बताया गया है. स्मार्टफोन की स्क्रीन का इस्तेमाल करने पर बैटरी सबसे ज्यादा खर्च होती है. अगर आपको अपने स्मार्टफोन की बैटरी को बचाना है तो आपको अपने स्मार्टफोन की ब्राइटनेस को कम रखना चाहिए. ब्राइटनेस कम रखने ऊपर जब धूम में स्क्रीन पर कुछ देखते है तो स्क्रीन पर कुछ दिखता नही है. इसलिए इसे ऑटो ब्राइटनेस मोड़ पर रखना चाहिए. जब यूजर्स ब्राउजिंग का इस्तेमाल करते है तो बहुत से एड भी देखने को मिलते है उन्हें डाउनलोड करने पर भी ज्यादा बैटरी खर्च होती है. बैटरी को बचने के लिए यूजर्स अपने स्मार्टफोन में एड ब्लॉकर इंस्टॉल कर ले. ईमेल करने पर भी स्मार्टफोन की बैटरी खत्म होती है. जब सारे ईमेल एक साथ इस्तेमाल करते है तो ज्यादा डेटा भी खर्च किया जाता है. बहुत से ईमेल आने पर भी बैटरी खत्म हो जाती है. गाने सुनने के लिए यूजर्स अब ऑनलाइन म्यूजिक ऍप का इस्तेमाल करते है इसमें भी बैटरी ज्यादा खर्च होती है. इसलिए यूजर्स को ऐसे ऍप भी दिए गए है जिनका इस्तेमाल करके यूजर्स ऑनलाइन गाने डाउनलोड करके ऑफलाइन सुन सकते है. जहाँ पर आपका वाई फाई नेटवर्क कम होता है वह भी बैटरी ज्यादा खर्च होती है. अच्छा कनेक्शन ढूंढने के चक्कर में बैटरी ही खत्म हो जाती है. ऐसे समय में यूजर्स को अपना मोबाईल डेटा इस्तेमाल करना चाहिए.
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व्यवसाय के क्षेत्र में आपको लाभ होगा. दैनिक कार्यों में आपको सफलता मिलने की संभावना है. जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मधुर होंगे. आप में से कुछ महत्वपूर्ण लोगों से संपर्क स्थापित कर अधिक प्रभावशाली बन जाएंगे. प्रेम संबंधों के मामले में आप भाग्यशाली रहेंगे. आप अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए खूब मेहनत करेंगे. आपकी मेहनत रंग लायेगी. बच्चे अपना काम समय से पूरा कर लेंगे. यदि कोई कानूनी मामला लंबित है, तो उसमें सफलता के संकेत मिल रहे हैं. परिवार और दोस्त खुशी के समय और यादगार अवसरों को मनाने के लिए इकट्ठा होंगे. आपके ज्ञान में बढ़ोतरी होगी. कार्यस्थल पर सहयोगी के साथ अपने व्यवहार को अच्छा बनाकर रखें. आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा. आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी. संपत्ति या वाहन की बिक्री या खरीद संभव है. आपको अपने बॉस की बातों को ध्यान से सुनने के बाद ही अपनी कोई राय देनी चाहिए. एस. एस. सी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए दिन बढ़िया रहने वाला है. वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंसल्टेंट और डॉक्टर खुद को बेहतर रूप में स्थापित करेंगे और खुद का नाम भी बनाएंगे. आर्थिक रूप से समय शुभ है, और आगे भी मौद्रिक लाभ का संकेत है. पहले दिये गए किसी एग्जाम का रिजल्ट आपके फेवर में रहेगा. आज आपको किसी मित्र की मदद करने का मौका मिलेगा. इससे मित्रों के बीच आपकी तारीफ होगी. इस समय पूरे दिल से किया हुआ कोई भी कार्य परिणाम अवश्य देगा. शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वालों को या शिक्षार्थियों को थोड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है. आर्ट्स स्टूडेंट्स के लिए दिन शानदार रहने वाला है. शिक्षकों का पूरा सपोर्ट मिलेगा. ऑफिस में आपके काम की तारीफ होगी.
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Don't Miss Out on the Latest Updates. Subscribe to Our Newsletter Today! Strengthen mother-in-law's relationship: बड़े-बुजुर्गों को अक्सर कहते हुए सुना होगा कि शादी दो परिवारों का मिलन होती है। शादी के बाद हर लड़की को ससुराल जाकर अपने परिवार को संभालना होता है। किसी भी नए रिश्ते को मजबूत करने के लिए काफी बातें ध्यान में रखनी होती है। जब कोई बहू शादी के बाद अपने ससुराल जाती है, तो पूरे परिवार का केंद्र बन जाती है। ऐसे में बहू को अपने सास (Healthy Relationship) के साथ रिश्ते को मजबूत (Strengthen mother-in-law's relationship) करना जरूरी होता है। अक्सर आपने देखा होगा कि सास और बहू (mother-in-law's relationship) के बीच काफी नोकझोंक होती रहती है। इसका कारण ये होता है कि जब सास बहू के कामों में आपकी गलतियां निकालती है, तो बहू उनके सास बहस करने लगती है। अगर आपके साथ ऐसी स्थिति है, तो थोड़ा अपना रवैया बदलें। अगर आपकी सास आपके काम में कुछ कमी निकाल रही है। तो उनकी बातों पर ध्यान दें और बहस करने की जगह पर चुप रहें। ऐसा व्यबहार अगर आप बार-बार करेंगी, तो एक वक्त ऐसा आएगा कि वो आपकी कमियां निकालनी बंद कर देगीं। किसी भी लोगों के साथ बहस या नोकझोंक तब बढ़ती है, जब आप उनको जबाव देना शुरू कर देते हैं। अगर आप लोगों को जबाव नहीं देंगे। तो बहस या फिर नोकझोंक की उम्मीद खत्म हो जाती है। अगर आपकी सास आपके लिए कुछ अच्छा करती है, तो उनकी तारीफ करना ना भूलें। अगर आप उनकी तारीफ करेंगी, तो जाहिर सी बात है। वे आपके काम की भी तारीफ करेंगी। ऐसे में दोनों के बीच एक-दूसरे के लिए प्यार बढ़ेगा। साथ ही नोकझोंक की नौबत भी (mother-in-law's relationship) नहीं आएगी। यदि आप ऐसी किसी परिस्थिति में हों, जब आपको लगे कि आपकी सास के साथ लड़ाई हो जाएगी। तो ऐसी स्थिति में आप वहां बहस करना छोड़ दें। अगर झगड़े का मौका बन भी रहा हो, तो वहां कम बोलें और चुपचाप अपने काम में लग जाएं। ऐसे में झगड़े की स्थिति अपने आप खत्म हो जाएगी।
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गुरूवार देर रात जनपद के सिद्धपीठ शाकम्भरी खोल में आए बाढ़ के तेज बहाव के दौरान एक दुकानदार की अस्थाई पुल की चपेट में आने से मौत हो गई वहीं दो दुकानदार गंभीर घायल हो गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका उपचार किया जा रहा है। बताया गया कि बाढ़ की चपेट में आने से कई श्रद्धालुओं के चार ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी के तेज बहाव में बहकर रेत में धंस गए। जबकि एक पीएसी का वाहन भी बाढ़ में बह गया है। उधर क्षेत्र के दुकानदारों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं जिला पंचायत द्वारा जल्द शुरू हो रहे नवरात्र उत्सव की सभी तैयारियों पर पानी फिर गया है। पुलिस प्रशासन समेत राहत व बचाव कार्य टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में ही मौजूद है। वहीं बाढ़ की चपेट में आकर मौत के मुहं में समाए दुकानदार के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने व्यक्ति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके पर जेसीबी व क्रेन को भेजा गया है जिनकी मदद से बाढ़ में फंसे वाहनों को निकालने की कोशिश की जा रही है। वहीं अचानक बाढ़ आने से इलाके के लोगों में दहशत बनी हुई है।
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साउथ इंडस्ट्री की अदाकारा रश्मिका मंदाना को "नेशनल क्रश" के नाम से जाना जाता है. उनका क्यूट अंदाज फैंस को उनका दीवाना बना देता है. रश्मिका मंदाना ने फिल्म "अलविदा" से बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी कदम रखा है. इसके बाद वह जल्द ही फिल्म 'जंवर' में नजर आएंगी. इस फिल्म में उनके साथ रणबीर कपूर भी नजर आएंगे. हालांकि इस समय रश्मिका अपनी प्रोफेशनल लाइफ से अधिक अपनी व्यक्तिगत जीवन को लेकर चर्चा में रहती हैं. काफी समय से बताया जा रहा था कि रश्मिका और विजय देवरकोंडा रिलेशनशिप में हैं और उन्हें कई बार साथ में स्पॉट भी किया जा चुका है। दोनों की डेटिंग की खबरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं, लेकिन अभी तक न तो रश्मिका और न ही विजय ने इस अफवाह पर कोई बयान दिया है. अब इसी बीच एक नयी समाचार सामने आ रही है कि रश्मिका को विजय देवरकोंडा से नहीं बल्कि किसी और से प्यार हो गया है. रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि रश्मिका केवल विजय देवरकोंडा से ही नहीं बल्कि बेलमकोंडा साईं श्रीनिवास से भी प्यार करती हैं. बेलमकोंडा तेलुगु फिल्मों के अदाकार हैं. बताया जा रहा है कि दोनों काफी समय से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं. रश्मिका और बेलमकोंडा को पब्लिकली भी साथ देखा जा चुका है और ये सच है कि रश्मिका और श्रीनिवास एक दूसरे से दिल हार बैठे हैं. इस वजह से ये एक दूसरे को डेट भी कर सकते हैं. आपको बता दें कि हाल ही में रश्मिका और श्रीनिवास को एक साथ अवॉर्ड फंक्शन के रेड कार्पेट पर देखा गया था, जिसके बाद से दोनों की डेटिंग की खबरें सोशल मीडिया पर हवा की तरह फैल रही हैं. हालांकि अब तक रश्मिका मंदाना और बेलमकोंडा में से किसी ने भी अपने संबंध को लेकर खुलासा नहीं किया है. ऐसे में सोशल मीडिया पर इनकी डेटिंग की खबरें हवा की तरह फैली हुई हैं. हालांकि कुछ समय पहले विजय और रश्मिका की डेटिंग की खबरें भी सुर्खियों में रही थीं. जब विजय "कॉफ़ी विद करण" शो में आए, तो उन्होंने खुलासा किया कि रश्मिका उनकी केवल एक अच्छी दोस्त हैं. इसके बाद अब रश्मिका और श्रीनिवास की डेटिंग की खबरें सुर्खियों में बनी हुई हैं.
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लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों को सामान्य करने के बचने की देशों की प्रतिबद्धता की अपील की है। इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार सैयद हसन नसरुल्लाह ने शुक्रवार को दक्षिणी बैरूत में सीरिया के क़ुनैतरा में शहीद होने को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कांफ़्रेंसिंग द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि ज़ायोनी शासन के साथ हर प्रकार के संबंधों को सामान्य न करने का प्रस्ताव अरब संघ ने पारित किया है जिस पर कुछ अरब अधिकारी अमल नहीं कर रहे हैं। सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि लेबनान, ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों को सामान्य करने से परहेज़ के अपने वादे पर अमल कर रहा है और इस देश की जनता ज़ायोनी शासन के साथ संबंध समान्य करने पर कभी चुप नहीं बैठेगी। सैयद हसन नसरुल्लाह ने सीरिया के क़ुनैतरा में शहीद होने वालों को श्रद्धांजलि पेश करते हुए कहा कि यदि प्रतिरोधकर्ताओं का बलिदान न होता तो लेबनान में जो शांति और स्थिरता है वह न होती। सैयद हसन नसरुल्लाह ने हाल ही में अमरीका द्वारा हिज़्बुल्लाह पर मादक पदार्थों की तस्करी के आरोपों को निराधार बताया और इसे अमरीकी षड्यंत्र बताया और कहा कि हिज़्बुल्लाह की नज़र में मादक पदार्थों की तस्करी हराम है। उन्होंने इराक़ और सीरिया में अमरीकी सैनिकों के बाक़ी रहने पर अधारित अमरीकी अधिकारियों के हालिया बयान को मिथ्याचार और वाशिंग्टन का दोग़लापन क़रार दिया। (AK)
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रांची. पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की लगातार बढ़ती कीमतों (Price Hike Of Petrol And Gas) का राजनीतिक विरोध इनदिनों चरम पर है. झारखंड की राजधानी रांची में भी झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमिटी की ओर से अनोखा और अनूठा प्रदर्शन देखने को मिला. कांग्रेस की महिला नेताओं ने राजधानी के मुख्य चौराहे अल्बर्ट एक्का चौक पर लकड़ी के चूल्हे पर रोटियां सेंककर महंगाई के मुद्दे पर केन्द्र सरकार को घेरा. झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमिटी के निर्देश पर रांची महानगर महिला कांग्रेस कमिटी की ओर से पेट्रोल-डीजल तथा गैस की कीमतों में अप्रत्याशित मूल्यवृद्धि के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रांची महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्र रश्मि पिंगुवा ने की. इस विरोध प्रदर्शन के मौके पर महिला कांग्रेस के नेत्रियों ने रांची के अलबर्ट एक्का चौक पर लकड़ी का चूल्हा जलाया. फिर उस पर तवा रखकर बकायदा रोटियां सेंकी. इस दौरान कई महिला नेता चूल्हे को अच्छी तरह जलाने के लिए फूंकती भी नजर आयीं. हालांकि धुएं के कारण उनकी आंखें और चेहरे लाल हो गये. प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुंजन सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की उज्ज्वला योजना एक भ्रम फैलाने वाली योजना बन गई है. उन्होंने इसे भी एक बहुत बड़ा जुमला बताया. उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए देश में महंगाई बढ़ाकर आम जनता की जेब काटने का काम कर रही है. पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में हुई अप्रत्याशित मूल्य वृद्धि से आज पूरा देश त्रस्त है. रांची महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्र रश्मि पिंगुवा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार देश व जनहित में एक भी फैसले नहीं ले रही है. इस कारण आज पूरा देश आंदोलित और उग्र है. अपने चंद मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए पूरे देश को ताक पर रख दिया गया है. देश में महंगाई और बेरोजगार बढ़ गई है. इसके बाद भी मोदी सरकार को होश नहीं आयी है. उन्होंने केन्द्र सरकार से पेट्रोल-डीजल तथा गैस की कीमतों को नियंत्रित करने और दाम घटाने की मांग की.
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विहार को श्रापबीती कहानी के लिए मुनि श्री सुखलाल जी के शब्दों से अधिक उपयुक्त शब्द नहीं मिल सकते। उन्होंने उसका वर्णन इस प्रकार किया है कि "हमारा सारा समय प्राय चलने में ही बीतता । कभी दो विहार होते, कभी तीन विहार होते । श्राराम पूरा कर पाते या नहीं कि शब्द हो जाता "सतो तैयार हो जानो" फिर भी जादू यह कि किसी को इसकी शिकायत नहीं थी । रात्रि को बैठकर अपने पैर थपने आप ही दवा लेते और सो जाते। सुबह तक थकान मिट जाती । फिर मुबह विहार के लिये तैयार हो जाते। कई दिनो तक यह क्रम चला । आखिर औदारिक शरीर पर इसका असर तो श्रया हो । बहुतो के पर दुखने लगे । कोई वोलता तो गरम पानी लाकर पैर धो लेता और कोई नहीं बोलता तो चुपचाप अपनी वहादुरी को छिपाये रहता। पर तो भी मानसिक उत्साह में कोई कमी नहीं थाई । रास्ते में प्राचार्य श्री के पैरों मे भी दर्द हो गया। दो तीन दिन तो बोले नहीं। पर प्राखिर आखिर वह कोई सुई नहीं थी, जो छुपाई जा सके । गति को मन्यरता ने यह प्रकट कर दिया कि "श्राचार्य श्री के पैरो मे भी दर्द है" और उनके जिम्मे और भी बहुत कार्य थे । प्राये लोगों से मिलना, व्यास्यान देना, चर्चा वार्ता करना आदि । हम चाहते थे कि श्राचार्य श्री विश्राम करें, पर उन्हें रात को भी देर तक विश्राम मिलना मुश्किल था । हम लोग तो कभी-कभी दूसरे कमरे मे जाकर आराम भी कर लेते थे, पर आचार्य श्री के पास सोने वाले सतो को तो पूरी तपस्या ही करनी पडती थी । तारानगर, राजगड से भिवानी तक बालू का कच्चा रास्ता था । सोचा करते - यहाँ चलने में दिक्कत होती है । भागे (भिवानी से दिल्ली तक) पक्फी सडक ग्रा जायेगी । चलने मे सुगमता रहेगो । कच्चे राम्ते मे जगह-जगह फांटे आते हैं, रेत बहुत है। जगह-जगह रास्ता पूछना पड़ता है, फिर भी कभी कभी तो चक्कर खा हो लेते थे । ये सव दुविधाएँ भिवानी मे श्रागे टल जायेंगी । पर वात
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'अनुपमा' बीते कई सालों से टीआरपी लिस्ट में नंबर वन पर रहने के साथ ही फैंस का सबसे पसंदीदा शो बना हुआ है। घर-घर में ये शो देखा जाता है। हर दिन फैंस को नए ट्विस्ट का इंतजार रहता है। फैंस अनुपमा और अनुज को हमेशा खुश और साथ देखने के लिए बेचैन रहते हैं। ऐसे में आने वाला एपिसोड बहुत मजेदार होने वाला है। फैंस की मनोकामना पूरी होती नजर आएगी। अनुपमा और अनुज एक बार फिर साथ होते नजर आएंगे। वहीं बा-बापूजी डिंपी से बहुत परेशान होकर घर छोड़ने का फैंसला लेंगे। आने वाले एपिसोड में आप देखेंगे बा और डिंपी के बीच विवाद बढ़ता ही जाएगा। बा तय करेंगी कि वो डिंपी के साथ अपना आगे का जीवन नहीं बिता सकतीं। वो उसके बुरे व्यवहार से तंग आकर घर छोड़ने का फैसला करेंगी। डिंपी बा के बारे में गलत बाते करेगी और बा को कहेगी कि घर में हो रही लड़ाइयों की वो मुख्य वजह हैं। परिवार में सारा स्ट्रेस उन्हीं की वजह से है। बाकी पारिवार के लोगों को भी डिंपी खूब सुनाएगी और बा को सबके सामने विलेन की तरह खड़ा करेगी। इस बेइज्जती के बाद बा तय करेंगी कि वो घर छोड़कर वृद्धा आश्रम में रहेंगी। बाबूजी भी उनके साथ जाने के लिए तैयार रहेंगे। वो अनुपमा से अपना दर्द बाटेंगी। वो कहेंगी कि उन्हें उनके परिवार से बहुत प्यार है, जिसे वो बिखरता नहीं देख सकतीं। ऐसे में अनुपमा, डिंपी को सही रास्ते पर ला पाएगी या नहीं, ये देखने वाली बात होगी। वहीं क्या बा सच में घर छोड़कर चली जाएंगी ये भी देखने वाली बात होगी। वहीं दूसरी ओर अनुपमा अनुज का कमरे में रोमांस देखने को मिलेगा। दोनों साथ में अच्छा वक्त बिताएंगे। दोनों एक दूसरे को किस करते नजर आएंगे। इसी बीच दोनों को माया देख लेगी और वो जल भुनकर राख होगी। माया और अनुज को रोमांस करता देख माया एक नया बवाल मचा देगी। उसे लगेगा कि उससे छिपकर अनुज-अनुपमा रोमांस करते हैं और वो एक-दूसरे से कभी दूर नहीं हुए।
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Pataudis Vacation Photos: बॉलीवुड सेलेब्स इन दिनों गर्मी के मौसम से राहत पाने के लिए एक से एक खास डेस्टिनेशन पर वेकेशन मना रहे हैं. ऐसे में सैफ अली खान और करीना कपूर खान भी अपने बच्चों के साथ लंदन में इंजॉय कर रहे हैं. इसी बीच सारा और इब्राहिम भी लंदन पहुंचे और इस वेकेशन का मजा डबल हो गया. पटौदीज की वेकेशन की कुछ बेहद खास तस्वीरें सारा अली खान और करीना कपूर खान ने सोशल मीडिया पर फैंस के साथ शेयर की हैं. सामने आई इन तस्वीरों में जहां सैफ अपने बच्चों के साथ मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं तो वहीं फैंस इस फ्रेम में करीना कपूर को काफी मिस कर रहे हैं. सारा अली खान ने ये तस्वीरें फैंस के साथ इंस्टाग्राम के जरिए शेयर की हैं. इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि सैफ सारा-इब्राहिम और सबसे छोटे बेटे जेह के साथ खूब मस्ती के मूड में दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि सैफ दूसरी शादी के बाद भी सारा और इब्राहिम को पूरा वक्त देते हैं. सारा और सैफ की बॉन्डिंग हर किसी को काफी पसंद है. बता दें कि सैफ के चारों बच्चों के बीच काफी शानदार बॉन्डिंग है. सारा और इब्राहिम सैफ-करीना के दोनों बेटों तैमूर और जेह के बेहद क्लोज हैं. अक्सर सारा तैमूर और जेह से मिलने के लिए ढेर सारे तोहफों के साथ सैफ-करीना के घर भी जाती रहती हैं. इस तस्वीर में और देख सकते हैं कि सारा कैसे जेह के साथ ढील कर रही और वहीं जेह भी सारा को बेहद क्यूटनेस के साथ घूर रहे हैं. सारा और इब्राहिम इस तस्वीर में सैफ के साथ रॉयल अंदाज में दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि सैफ जहां लंदन में सारा और इब्राहिम के साथ टाइम स्पेंड कर रहे हैं तो वहीं करीना ऐसे में अपने दोस्तों और गर्ल गैंग के साथ मस्ती में चूर हैं. बता दें कि गर्मी के मौसम से बचने के लिए तमाम सेलेब्स वेकेशन पर हैं. सारा अली खान ने अस वेकेशन से अपनी काफी सारी प्यारी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर ड्रॉप की हैं. इन तस्वीरों में सारा एक से बढ़कर एक शानदार लुक्स में नजर आ रही हैं. सारा के वेकेशन लुक्स सोशल मीडिया पर टॉक ऑफ द टाउन बने हुए हैं और फैंस इन्हें खूब लाइक और शेयर कर रहे हैं. सारा और इब्राहिम के बीच इस तस्वीर में काफी जबरदस्त बॉन्डिंग देखने को मिल रही है. बता दें कि बी टाउन में सारा और इब्राहिम सबसे पॉप्युलर भाई-बहन की जोड़ी है. सारा अक्सर इब्राहिम के साथ अपनी एक से बढ़कर एक प्यारी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं जिनमें दोनों से नजरे नहीं हटती हैं. करीना कपूर खान ने भी इस वेकेशन की तस्वीरें शेयर की हैं. इस तस्वीर में आप करीना और सैफ को रोमांस में डूबे देख सकते हैं. सैफ करीना की ये तस्वीर वायरल होने के बाद फैंस उनकी और भी तस्वीरों की डिमांस कर रहे हैं. हालांकि फिलहाल सैफ जहां बच्चों के साथ हैं तो वहीं करीना अपने दोस्तों के साथ चिल कर रही हैं.
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अपराधियों को पकड़ने के लिए उनके उंगलियों के निशानों का लंबे समय से इस्तेमाल किया जाता रहा है. ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने अब उंगलियों के निशानों के एक नए पहलू पर शोध किया है. शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया है कि उंगलियों के निशानों से कैसे किसी व्यक्ति की जीवनशैली के बारे में पता लगाया जा सकता है. बीबीसी के विज्ञान संवाददाता ने बताया है कि शोधकर्ताओं ने इस ओर काम किया है कि किस तरह उम्र, धूम्रपान, मादक पदार्थों और कुछ विशेष निजी उत्पादों के सेवन से उंगलियों के निशान बदलते हैं. शोधकर्ताओं ने ये भी कहा है कि वे उंगलियों के उन निशानों के बेहतर नमूने पेश करने में मदद कर सकते हैं जो निशान कई दिनों या हफ़्तों से अनदेखे रह गए हों. शोध का मकसद उन बंदूकों और बमों के हिस्सों पर से उंगलियों के निशान ढूँढना है, जिन निशानों को ढूँढना आम तौर पर मुश्किल होता है. ये काम लंदन के किंग्स कॉलेज में डॉक्टर सू जिक्कैल्स की अगुआई में चल रहा है. उंगलियों के निशानों से ज़्यादा जानकारी हासिल करने के काम में इन निशानों की रासायनिक संरचना और समय के साथ उनमें आए बदलाव का सहारा लिया गया है. डॉक्टर सू जिक्कैल्स का कहना है कि जब कोई व्यक्ति किसी चीज़ को छूता है, तो उसके अणु और लिपिड पीछे छूट जाते हैं. इन्हीं का अध्ययन कर शोधकर्ता पुराने पड़ चुके उंगलियों के निशानों से कई तरह के तथ्य निकालने की कोशिश कर रहे हैं. डॉक्टर सू जिक्कैल्स के मुताबिक बच्चे, बड़े और बूढ़ों के उंगलियों के निशानों में अलग अलग तरह के ऑर्गेनिक कंपाउंड यानि ऑर्गेनिक मिश्रण होते हैं. इसी तरह ध्रूमपान करने वाले लोग कोटिनाइन नाम का रयासन छोड़ते हैं. शोधकर्ताओं ने इन्हीं तथ्यों का इस्तेमाल अपने शोध में किया है. इसके अलावा वेल्स विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर नील और उनके साथी भी उंगलियों के निशानों पर शोध कर रहे हैं, ख़ासकर गोलियों पर से उंगलियों के निशान ढूँढने के काम पर. प्रोफ़ेसर नील ने कहा है कि इस शोध का नतीजा होगा एक ऐसा यंत्र जो घटनास्थल पर ही उंगलियों के निशानों का परीक्षण कर सकेगा. उंगलियों के निशान पर अब तक किया गया शोध लंदन में हुए एक आयोजन में पेश किया गया है.
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यदि हम दिन की शुरूआत सही ढंग से करें तो हमें जीवन में कामयाबी मिल ही जाती है। और व्यक्ति को कठिनाईयां नहीं होती हैं। दिन की शुरूआत में जो सामग्री जीव अथवा किसी व्यक्ति को हम देख लेते हैं तो हमारा दिन उसी के अनुकूल हो जाता है। गरूण पुराण में साफ-साफ बताया गया है कि व्यक्ति पर गरीबी तभी आती है जब उसकी सुबह की शुरूआत गलत हो। ऐसे में गरूण पुराण में एक और बात बताई गई है कि जो व्यक्ति सुबह के समय खासतौर से इन चीजों को देख लेता है तो उसका गरीब होना निश्चित रूप से हो जाता है। यदि हम दिन की शुरूआत सही ढंग से करें तो हमें जीवन में कामयाबी मिल ही जाती है। और व्यक्ति को कठिनाईयां नहीं होती हैं। दिन की शुरूआत में जो सामग्री जीव अथवा किसी व्यक्ति को हम देख लेते हैं तो हमारा दिन उसी के अनुकूल हो जाता है। गरूण पुराण में साफ-साफ बताया गया है कि व्यक्ति पर गरीबी तभी आती है जब उसकी सुबह की शुरूआत गलत हो। ऐसे में गरूण पुराण में एक और बात बताई गई है कि जो व्यक्ति सुबह के समय खासतौर से इन चीजों को देख लेता है तो उसका गरीब होना निश्चित रूप से हो जाता है। आप करोड़पति से सीधे रोड़पति कभी ना कभी हो ही जाते हैं। पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ गिर जाता है। इसलिए खासतौर से एक औरत के लिए इस तरह की कुछ चीज सुबह के समय कभी ना देखनी चाहिए। उन्हें ऐसी चीजें देखने से घोर पाप लगता है। और उसके परिवार और पति को बर्बादी का सामना करना पड़ता है। तो आइए आप भी जानें ऐसी चीजों के बारे में जरूरी बातें। गरूण पुराण के अनुसार चरित्रहीन औरत और ऐसे मर्द के दर्शन करना आपके नरक के दरवाजे खोलता है। जो व्यक्ति खासकर सुब-सुबह अपनी आंखों के सामने इन व्यक्तियों को पाता है। तो उसे निश्चित तौर पर अपनी बर्बादी का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों के दर्शन करना भी पाप के समान है। इसलिए आप कितना ही कुछ कर लें आपको नरक भोगना ही पड़ता है। इसलिए हो सके तो खासतौर से सुबह के समय चरित्रहीन व्यक्ति के दर्शन कभी ना करें। सबसे पहले आप ईश्वर के दर्शन करें, उसके बाद आप किसी को भी देख सकते हैं। अगर आप सुबह की शुरूआत टीवी खोलकर करते हैं तो इससे आपका दैनिक जीवन खराब हो सकता है। दरसअल टीवी में आपका प्रतिबिंब ठीक वेसे ही दिखाई देता है जैसे कि आइने में दिखाई देता है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को सुबह के समय ना तो आइना देखना चाहिए और ना ही टेलीविजन देखना चाहिए। इससे आपके ऊपर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। एकदम से सुबह-सुबह उठने के बाद उलटे जूते-चप्पलों को नहीं देखना चाहिए। इससे आपके ऊपर दोष लग सकते हैं। आपकी दिनचर्या खराब हो सकती है। और आपकी किसी से दुश्मनी भी हो सकती है। अथवा लड़ाई-झगड़े भी हो सकते हैं। सुबह के समय तेल लगे झूठे बर्तनों को देखना भी आपका पूरा दिन कर सकता है। इन चीजों को सुबह के समय बार-बार देखने पर राहु-केतु का सामना करना पड़ता है। और ऐसी स्थिति में व्यक्ति कंगाल हो जाता है। और ऐसे व्यक्ति से शनिदेव भी रूठ जाते हैं। हमेशा झूठे बर्तनों को रात में ही धो देना चाहिए। चाहे कुछ भी हो जाये परन्तु आप सुबह-सुबह लड़ाई-झगड़े, चाकू-छुरी, भयानक जानवरों की तस्वीर कभी ना देखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। और व्यक्ति धीरे-धीरे कंगाल हो जाता है। ऐसे व्यक्ति के साथ किसी ना किसी तरह की दुर्घटनाएं हो जाती हैं। जब आप सुबह के समय उठें तो किसी भी व्यक्ति को उधार पैसा ना दें। सुबह के समय उधार पैसा देने पर माता लक्ष्मी उन्हीं पैसों के साथ आपके घर से उसके घर चली जाती हैं जिसे आपने पैसे दिये हैं। और आप कंगाल हो सकते हैं। सुबह के समय कभी किसी को उधार पैसा नहीं देना चाहिए। नहीं तो आपको माता लक्ष्मी का विकराल रूप देखना पड़ सकता है। दरसअल जहां पर आप धन रखते हैं वहां पर सुबह के समय माता लक्ष्मी विश्राम करतीं हैं। और ऐसे में आप सुबह के समय किसी व्यक्ति को उधार पैसा देते हैं, तो आपको निर्धनता का सामना करना पड़ता है।
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ईरान सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद बाक़िर नौबख़्त ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान परमाणु समझौते से अमरीका के निकलने के बाद की स्थिति के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। स्वीडन से संबंध रखने वाली एक शोध संस्था ने बताया है कि शीत युद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रक्षा ख़र्चों में पिछले वर्ष सबसे अधिक वृद्धि हुई और अमरीका, चीन और सऊदी अरब इसमें सर्वोपरि रहे। सीरियाई सेना और स्वयं सेवी बलों ने राजधान दमिश्क़ के दक्षिण में स्थित अलआलाफ़ इलाक़े को आतंकवादियों के क़ब्ज़े से आज़ाद करा लिया है। भाजपा नेताओं के दलितों के घर खाना खाने की उमा भारती ने परोक्ष रूप से आलोचना की है। सीरिया में इस्राईल की गतिविधियों के सुबूत आए दिन सामने आते रहते हैं और हालिया दिनों में एक बार फिर सीरिया में इस्राईली हथियार बरामद हुए हैं। मानवता के अंतिम मोक्षदाता हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के जन्म दिन पर भारत प्रशासित कश्मीर में भव्य सभाओं का आयोजन हुआ। दलितों को रिझाने की कोशिश के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा अली गढ़ के एक गांव में एक दलित परिवार के घर ठहरने पहुंचे लेकिन इस बात का पूरा प्रबंध किया गया कि उनके एशो आराम में किसी तरह की रुकावट पैदा न होने पाए। भाजपा की कर्नाटक विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र जनता दल एस को अपने साथ मिलाने की कोशिश के तहत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधान मंत्री व जनता दल एस के प्रमुख देवेगोड़ा की तारीफ़ की। इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने आईआरआईबी के मीडिया कर्मियों के प्रति फ्रांस पुलिस के व्यवहार की आलोचना करते हुए कहा कि फ्रांस की पुलिस को इस देश में पत्रकारों और रिपोर्टरों को पेशेवराना गतिविधियों को सुनिश्चित बनाना चाहिए। यमन की उच्च क्रांति परिषद के प्रमुख ने ईरान के बारे में सऊदी अधिकारियों की बयानबाज़ी का मज़ाक़ उड़ाते हुए कहा है कि सऊदी जनरल, मीडिया गेम खत्म करें।
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संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजपूत समाज, करणी सेना के बाद अन्य लोग भी इसके विरोध में उतर गए हैं। वहीं इस मामले में करणी सेना के नेताओं को धमकी भरे फोन आ रहे हैं, जिससे मामला और भी पेचीदा होता जा रहा है। दरअसल, करणी सेना के प्रवक्ता विजेंद्र सिंह के पास एक इंटरनेशनल कॉल आया, जिसमें धमकी दी गई है। कहा जा रहा है कि ये फोन पाकिस्तान से आ रहा है। उन्होंने फिल्म का विरोध बंद करने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर वह करणी सेना के नेताओं को गोली मार देगें। उन्होंने कथित तौर पर दी जाने वाली धमकी का ऑडियो भी जारी किया है। इस मामले को लेकर करणी सेना के नेताओं ने कमिश्नर से मुलाकात की है और साथ ही शिकायत भी दर्ज कराई है। एसओजी मामले की जांच में जुट गई है। राजस्थान की करणी सेना ने भंसाली पर तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने फिल्म की शूटिंग की शुरुआत में सेट को तहस-नहस करने के साथ भंसाली के साथ मारपीट भी की। राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ कई राज्यों में फिल्म का विरोध चल रहा है। भंसाली ने कई बार स्पष्टीकरण दिया है कि फिल्म में ऐसा कोई दृश्य नहीं हैं, जो किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाता हो। उन्होंने कहा कि यह फिल्म देखकर राजपूत समुदाय गर्व महसूस करेगा। अफवाह फैलाकर राजपूतों को बेवजह भड़काया जा रहा है। फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। दीपिका इसमें रानी पद्मावती, शाहिद कपूर उनके पति राजा रतन सिंह और रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे हैं।
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शहर में इन दिनों बाइक चोरी के वारदात बढ़ती जा रही हैं। रविवार को भी एक चोर बाइक चोरी कर लाया, लेकिन किसी कारण बाइक के रुकने पर उसने बीच रास्ते में ही बाइक छोड़ दी और दूसरे मकान से बाइक उठा ले गया। मामला सदर थाना क्षेत्र के करणी विहार का है। एएसआई अमर सिंह ने बताया कि सुबह सूचना मिली थी कि करणी विहार निवासी शुभम मंडोवरा के घर से चोर बाइक चोरी कर ले गया। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो घर के बाहर कुछ ही दूरी पर एक बाइक लावारिस मिली। जब उसके बारे में पूछताछ की तो पता चला वह शुभम मंडोवरा की बाइक नहीं थी। एएसआई अमर सिंह ने बताया कि जब उस बाइक की जांच की जा रही थी तो इसी बीच नरपत की खेड़ी निवासी एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा और बोला कि यह बाइक उनकी है, जो बीती रात कोई चुरा कर भाग निकला था। जांच करने पर पता चला बाइक किसी कारण बंद पड़ गई इसीलिए चोर ने शुभम मंडोवरा के घर गेट का ताला तोड़ा और बाइक उठाकर ले गया। शुभम मंडोवरा मार्बल व्यवसायी है। जब घर से चोर बाइक लेकर निकल रहे थे तो शुभम की पत्नी को आवाज आई और खिड़की से झांक कर देखा तो चोर बाइक चुरा कर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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कार सवार कुछ लोग पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के लिए पहुंचते हैं. तभी गाड़ी से निकलकर एक शख्स पेट्रोल पंप पर तेल भरने वाले कर्मचारी को गाड़ी में ठूस कर वहां से फरार हो जाता है. दुनिया में हर रोज कहीं न कहीं चोरी और किडनैपिंग होती रहती है. कई बार जब इन घटनाओं के वीडियो हमारे सामने आते हैं तो हम दंग रह जाते हैं. इन दिनों किडनैपिंग का एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, जिसे देखकर आपके भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे. इस वीडियो को देखने के बाद आपको भी अंदाजा हो जाएगा कि आखिर चोर कुछ भी कर सकते हैं. इसलिए आपको हमेशा सावधान रहना चाहिए. क्या पता किसी दिन आपके साथ भी कोई ऐसा ही वाकया घट जाए. इस बार जो वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है, उसमें साफ दिख रहा है कि पेट्रोल पंप पर एक शख्स कार में तेल भरवाने के लिए पहुंचता है. पेट्रोल पंप कर्मचारी गाड़ी में तेल डालने लगता है. लेकिन तभी गाड़ी से निकलकर एक शख्स उसके पास पहुंच जाता है. जो कि गाड़ी में तेल डलते ही एक शख्स दरवाजे खोलकर उसे पैसा देता है. मगर इशी दौरान कर्मचारी जब उसे चेंज पैसा लौटाने लगता है तो पीछे खड़ा शख्स उसे जबरन गाड़ी में डालता है और वहां से गाड़ी लेकर भाग जाता है. अब इसी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. हम सभी ये बात बखूबी जानते हैं कि पेट्रोल पंप कर्मचारी के पास काफी पैसे होते हैं इसलिए गाड़ी में सवार अपराधी उसे ही किडनैप कर ले गए. इस वीडियो को इंस्टग्राम यूजर 'giedde'ने शेयर किया है. अब तक हजारों लोग इस वीडियो को देख चुके हैं. एक ओर जहां कुछ लोग इस वीडियो को शेयर कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं. वहीं कुछ लोग इस मसले पर जमकर मजे ले रहे हैं. इस वायरल वीडियो को देखने के बाद किसी का कहना है कि असल में ये आइडिया काफी अच्छा है. वहीं दूसरे यूजर का कहना है कि सच में ये तो काफी मस्त प्लान था. आपको बता दें कि यूं तो आए दिनों ऐसे वीडियो सामने आते रहते हैं. मगर कुछ वीडियो में लोग ऐसी चीजें ढूंढ लेते हैं, जिन पर मजे लिए जा सके. इस वीडियो को शेयर करने के साथ ही लोग इस पर जमकर मजे ले रहे हैं.
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मैनपुरी जिले के एक ही परिवार के चार लोग डॉक्टर बनने के बाद हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले गांव के मंदिरों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई। इसके बाद हेलीकॉप्टर ने लैडिंग की। गांव के लोगों ने डॉक्टर परिवार का बैंडबाजों के साथ स्वागत किया। मंदिरों में पूजा-पाठ का आयोजन किया गया। सत्यपाल के पुत्र डॉ. सत्यांश प्रताप, पुत्रवधु डॉ. आकाश दीप, पुत्री डॉ. रोहिणी सिंह चौहान और दामाद डॉ. अभिनव सिंह दिल्ली में विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। पहली बार रविवार को चारों दिल्ली से हेलीकॉप्टर से गांव पहुंचे। यहां संकट मोचन मंदिर, माता सती मंदिर, मां आशापुरा मंदिर, ठाकुर देवालय मंदिर, गोगाजी महाराज मंदिर, गमा देवी मंदिर और जर्मदा महाराज मंदिर के ऊपर हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा कराई गई। इसके बाद गांव के बाहर एक खेत में बने हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर उतरा। ग्रामीणों ने सभी का बैंडबाजों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद गांव के सभी मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा कराई गई। अखंड रामायण पाठ भी हुआ। डॉक्टर परिवार का गांव प्रति लगाव इलाके में चर्चा का विषय बना रहा। Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
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बचपन का एक जादुई देश ... केवल जब हम इस छोटे राज्य के निवासियों हैं, आकाश सबसे नीला है, रास्पबेरी सबसे प्यारी है, पेंसिल सबसे रंगीन होते हैं, और सर्दियों में बर्फ के तूफान सबसे खराब है। कई मायनों में, हम सभी को बालवाड़ी का श्रेय देना हैः श्रेष्ठ दोस्त, दिलचस्प खिलौने ऊंची छत, चौड़ी खिड़कियाँ और हर जगह से हल्की डाली जाती है और अब यहां रहने की अनूठी इच्छा पैदा हो सकती है। और बच्चों को ज्यादा की ज़रूरत नहीं हैः कुछ नायकों (स्वाभाविक रूप से, सकारात्मक!), पसंदीदा किताबें और कार्टून - और करापज़ की कृपा है और कौन Matroskin या Cheburashka के साथ जागने के लिए, दीवार से मुस्कुरा नहीं करना चाहता था? इस लेख में, शिक्षकों और युवा माता-पिता यह पता कर पाएंगे कि किंडरगार्टन (या बच्चों के कमरे में) की दीवार की सजावट की आवश्यकता क्या है। खाते में लेने की बारीकियों क्या हैं? बालवाड़ी में दीवार का सही डिजाइन - एक रामबाण है? आरंभ करने के लिए, एक महत्वपूर्णविस्तारः आप किस वॉलपेपर से या रंग चुनते हैं, बच्चे पर मनो-भावनात्मक बोझ पर निर्भर करेगा। क्या बच्चों को बचकाना या साहसी हो जाएगा, मुख्य रूप से चरित्र और शिक्षा पर निर्भर करता है लेकिन उन्हें अधिक विनम्र, शांत, दयालु या सक्रिय करने के लिए क्रोमोथेरेपी - रंग उपचार में मदद कर सकता है। बेशक, आपको इस तकनीक को "गोल्डन टैब्लेट" के रूप में नहीं माना जाना चाहिए - एक बालवाड़ी में दीवार की सजावट करना, पेंटिंग का रंग सब कुछ ठीक से नहीं करेगा। यह मुख्य रूप से शिक्षकों का काम है, जिसके मन के चश्मे के माध्यम से बच्चा रंगों की आवेगों को प्राप्त करेगा। तो, आइए पता करें कि किस पर असर पड़ेगाबच्चा उन या अन्य रंग बालवाड़ी की दीवारों की सजावट (नीचे दी गई तस्वीर) बहुत अलग हो सकती है। सभी कमरों में एक आकृति की नकल करने के लिए सभी आवश्यक नहीं हैं। किंडरगार्टन के समूह की दीवारों की सजावट अलग-अलग हो सकती हैः सबसे कम उम्र के छाया और एक पैटर्न के लिए, और बड़े बच्चों के लिए - दूसरा, और वर्ण अलग-अलग हैं हालांकि, बाद में वर्णों पर चर्चा की जाएगी, और अब - क्रोमोथेरेपी। स्पेक्ट्रम का पहला रंग लाल है यह नेता का नेता, नेता, एक बेहद आत्मविश्वासपूर्ण व्यक्तित्व है। एक लाल बच्चा से घिरा हुआ सब कुछ में पहला स्थान लेगा। अक्सर यह ऊर्जा और खुफिया की एक अकुशल आपूर्ति के साथ सफल होगा। हालांकि, सबसे ऊर्जावान रूप से शक्तिशाली रंग के काले पक्ष भी हैं। कंपनी में इतने भारी वातावरण के साथ, बच्चों को आक्रामक और चिड़चिड़ा हो सकता है, जो इस तरह की निविदा उम्र में बेहद अवांछनीय है। अच्छा-कुछ नहीं या खलनायक?
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टर्नहम ने एक ठंडी निःश्वास ली । देहरा-एक्सप्रेस धुआँ उड़ाता हुआ चल दिया । निर्मल ने थाँखें खोलकर चारो ओर देखा, और फिर बंद कर लीं । उनकी आँखें खुलती हुई देख शांता और चपला के प्राणों में प्राण आए । मिस्टर माथुर और राजेश्वरी के हृदय से एक वोक हट गया। डॉक्टर की आँखें चमक उठीं । शांता ने अश्रु-भरे नेत्रों से पूछा - "नन्हे, बेटा, लाल, कैसी तवियत है ?" डॉक्टर ने चुप रहने का आदेश दिया । शांता निर्मल की ओर देखती हुई चुप हो गई । मिस्टर माथुर ने बड़ी उद्विग्नता से पूछा- "डॉक्टर बोस, श्रव तो कुछ डर नहीं है ?" डॉक्टर बोस ने नाड़ी-परीक्षा करते हुए कहा - "अव तो कोई भय नहीं मालूम होता, लेकिन अच्छा होगा कि आप सबको यहाँ से छुटा दें । अभी तक रोगी को ठीक से होश नहीं हुआ है । होश आने पर कोई अचानक शोक या हर्ष का धक्का न लगना चाहिए, नहीं तो डर है ।" मिस्टर माथुर - "चपला, तुम यहाँ से नायो, और पनीमा को भी साथ लेती जाओो ।" फिर राजेश्वरी से कहा - "नुम भी जाओ, नाकर उनको धैर्य दो, ध्रुव कोई डर की बात नहीं ।" चपला ने अश्रु-भरे नेत्रों से निर्मल की ओर देखा, और फिर आँखें बंद कर लीं । निर्मल का चेहरा पीला पड़ गया था, आँखें बंद थीं, सिर पर और हाथों में पट्टी बँधी थी । मिस्टर माथुर - "चपला, नाथो, और अपनी दोनो माली को ले
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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कहा है कि मनमोहन सिंह सरकार पर फिलहाल कोई ख़तरा नहीं है, बशर्ते सभी संदेहों को दूर करने के बाद ही परमाणु समझौते पर आगे बढ़ा जाए. इस बीच विदेश दौरे से लौटी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ख़ुद अगले हफ़्ते वामपंथी दलों से इस मसले पर बात कर सकती हैं. उनके राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कहा, 'हम अपनी पार्टी में बातचीत करने के बाद अगले हफ़्ते उनसे (वाम दलों) बात करेंगे'. हालाँकि दक्षिण अफ़्रीका से लौटते ही सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत की. इस बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे. 'सरकार पर ख़तरा नहीं' परमाणु करार के मामले पर वामपंथी दलों के रवैये में और नरमी आने के संकेत शुक्रवार को मिले जब माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार पर कोई ख़तरा नहीं देख रही है. उनका कहना था, मैं इसे संकट के तौर पर नहीं देख रहा हूँ. ये (संकट) कहाँ था और कहाँ चला गया. हम यही कह रहे हैं कि बिना समीक्षा किए आगे न बढ़ें. " येचुरी ने कहा कि सरकार को सिर्फ़ 'पॉज़' का बटन दबाना चाहिए, 'स्टॉप' या 'इजेक्ट' बटन नहीं. कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक से पहले विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सोनिया गांधी से बातचीत की. माना जा रहा है कि दोनों के बीच वामपंथी दलों के साथ उपजे मतभेद को दूर करने के संभावित उपायों पर चर्चा हुई.
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यही प्रथम शिक्षा आवश्यक है कि वे धर्म और नीति -पथ के पथिक हैं । जो शिक्षा धर्म और नीति से रहित है वह शिक्षा नहीं, वरन् कुशिक्षा है। जिस कर्म में धर्म और नीति का सम्बन्ध नहीं है वही है। जिन्हें बाल्यावस्था में धर्म और नीति की शिक्षा नहीं दी जाती, वही दुश्चरित्र होकर अपने वंश को देशको कलङ्कित करते हैं । शिक्षा का मुख्य उद्देश, बालकों को दुश्चरित्र से बचाना है । दुश्चरित्र विद्वान् से वह मूर्ख कहीं बढ़ कर अच्छा है जो सञ्चरित्र है । सञ्चरित्रता के प्रभाव से कोई अपना ही कल्याण नहीं कर सकता, वह दूसरों का कल्याण क्या कर सकेगा ? बालकों को सञ्चरित्र बनाने के लिए नीति और धर्म का उपदेश देना प्रारम्भिक शिक्षा है । बचपन में जो चित्र हृदयपट पर खिँच जाता है वह मिटाये भी नहीं मिटता । अतएव बालकों के हृदय में धर्म और नीति का बीज सबसे पहले ही अङ्कुरित होना चाहिए । चरित्र बिगाड़नेवाली बातों से उन्हें स्वप्न में भी सम्पर्क न होना चाहिए । यद्यपि देश, काल, जाति, समाज और संस्कार के भेद से धर्म और उपासना भिन्न भिन्न है तथापि सब धर्मो का मूल-सूत्र एक ही. है । सभी सम्प्रदायों के उपास्य और आश्रय एक ईश्वर ही हैं । वही जगत्पिता हैं, वही जगद्गुरु हैं, वही सम्राट् के सम्राद हैं, और वही चराचर के प्रधान शासक तथा पालक हैं । वे सत्य, प्रेम, दया, न्याय, ज्ञान और मङ्गल का क्षय भण्डार हैं। उन सर्वशक्तिमान् जगदीश्वर में अटल विश्वास और भक्ति करना ही धर्म का प्रथम साधन है। जिस पर तुम्हारी भक्ति होगी, जिस पर तुम्हारा प्रेम होगा, उसकी प्रसन्नता के काम तुम अवश्य करोगे ।
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मोबाइल और कंप्यूटर यूजर्स इन गलतियों को करने से बचेंः - कई लोग नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते समय ब्राउजर पर अपनी बैंकिंग जानकारी जैसे- आईडी और पासवर्ड सेव कर देते हैं। ऐसी गलती कभी न करें, क्योंकि मोबाइल या लैपटॉप हैक होने पर आप दिक्कत में पड़ सकते हैं। इसलिए हमेशा मैन्युअली ही आईडी पासवर्ड दर्ज करें, इन्हें कभी सेव न करें। - हम एक दिन में कई वेबसाइट पर अलग-अलग कामों के लिए जाते हैं, लेकिन इस दौरान कई वेबसाइट ऐसी भी होती हैं जहां लोग उसे परमिशन दे देते हैं। हो सकता है कि आपने जिस वेबसाइट को परमिशन दी है, वो कोई फेक वेबसाइट हो। ऐसे में ये वेबसाइट आपके लिए खतरा पैदा कर सकती है। इसलिए परमिशन देने से पहले ये सब बातें जान लें। - आपको इस बात का ध्यान रखना है कि मोबाइल या लैपटॉप पर व्हाट्सएप या कहीं अन्य जगहों से मिले अनजाने लिंक पर कभी क्लिक न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो जालसाजों द्वारा आपका डाटा चुराने के अलावा आपका बैंक खाता भी खाली किया जा सकता है। - कई लोग अपना इंटरनेट बचाने के चक्कर में पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि पब्लिक वाई-फाई के जरिए हैकर्स सबसे ज्यादा लोगों को टारगेट करते हैं। इसलिए ध्यान रखें और अपने हिसाब से ही पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करें या न करें।
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- मॉडल टेनेंसी एक्ट से किराए के घरों से संबंधित पूरे कानूनी ढांचे में बड़ा बदलाव होगा। - सभी इनकम ग्रुप के लोगों के लिए रेंटल हाउसिंग की व्यवस्था होगी। - जिन लोगों को बेघर होने की समस्या से जूझनी पड़ती है, उन्हें बड़ी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय कैबिनेट ने सभी राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में परिचालित करने के लिए मॉडल टेनेंसी एक्ट को मंजूरी दे दी है, ताकि नए कानून बनाकर या मौजूदा रेंटल कानूनों को उपयुक्त रूप से संशोधित किया जा सके। यह देश भर में किराए के आवास के संबंध में कानूनी ढांचे को कायापलट करने में मदद करेगा, जिससे इसके समग्र विकास में मदद मिलेगी। मॉडल टेनेंसी एक्ट का उद्देश्य देश में एक जीवंत, टिकाऊ और समावेशी रेंटल हाउसिंग मार्केट बनाना है। यह सभी आय समूहों के लिए पर्याप्त किराये के आवास स्टॉक के निर्माण को सक्षम करेगा जिससे बेघरों की समस्या का समाधान होगा। मॉडल टेनेंसी एक्ट औपचारिक बाजार की ओर धीरे-धीरे स्थानांतरित करके किराये के आवास के इंस्टीट्यूनेशनालाइजेशन को सक्षम बनाएगा। मॉडल टेनेंसी एक्ट किराए के आवास उद्देश्यों के लिए खाली घरों को खोलने की सुविधा प्रदान करेगा। इससे आवास की भारी कमी को दूर करने के लिए एक व्यवसाय मॉडल के रूप में किराए के आवास में निजी भागीदारी को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। मॉडल टेनेंसी एक्ट से लोगों को प्रॉपर्टी किराये पर लेने में आसानी होगी। धोखाधड़ी या प्रताड़ना से बचने का पूरा अधिकार मिलेगा। नए कानून के चलते रेंटल हाउसिंग को एक औपचारिक मार्केट तैयार होगा। किरायेदार और मकान किराए पर देने वाले दोनों को फायदा होगा। दोनों को किसी बात को लेकर विवाद होने पर अथॉरिटी में जाने का अधिकार होगा। इसके लिए अलग से कोर्ट को भी व्यवस्था होगी। इस कानून को लागू करने का अधिकार राज्यों पर होगा। कोई भी किसी की प्रोपर्टी पर कब्जा नहीं कर सकता है। मकान मालिक भी किरायेदार को तंग करके घर खाली करने के लिए नहीं कह सकता। घर खाली कराना है तो मकान मालिक को पहले नोटिस देना होगा। किराएदार को भी यह ध्यान रखना होगा कि जिस घर में वह रहता है, उसका देखभाल उसे करना होगा।
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विरोधिरसभावपरिग्रहो यथा प्रियं प्रति प्रणयकलहकुपिताषु कामिनीषु वैराग्यकथाभिरनुनये । विरोधिरसानुभावपरिग्रहो यथा प्रणयकुपितायां प्रियायामप्रसीदन्त्यां नायकस्य कोपावेशविवशस्य रौद्रानुभाववर्णने । विभाव वर्णन करने में । विरोधी रस के भावों के परिग्रह का उदाहरण जैसे प्रिय के प्रति प्रणय कलह में कुपित कामिनियों के विषय में वैराग्य की बातचीत से अनुनय करने में। विरोधी रस के अनुभावों के परिग्रह का उदाहरण जैसे प्रणय कुपित तथा प्रसन्न न होनेवाली नायिका के विषय में कोपावेशविवश नायक के रौद्र रस के अनुभावों के वर्णन करने में । विरोधिनो रसस्य यो भावो व्यभिचारी तस्य परिग्रहः, विरोधिनस्तु यः स्थायी स्थायितया तत्परिग्रहोऽसम्भवनीय एव तदनुत्थानप्रसङ्गात् । व्यभिचारितया तु परिग्रहो भवत्येव । अत एव सामान्येन भावग्रहणम् । वैराग्यकथाभिरिति बैराग्य - विरोध है । विरोधी रस का जो भाव अर्थात् व्यभिचारी उसका परिग्रह; विरोधी का जो स्थायी, स्थायी के रूप में उसका परिग्रह ही असम्भव है क्योंकि उसके उत्थान का प्रसङ्ग ही नहीं आता । व्यभिचारी के रूप में तो उसका परिग्रह हो ही जाता है । इसीलिये सामान्यतया भाव शब्द का उपादान किया गया है 'वैराग्य की बातों के द्वारा ' यहाँ वैराग्य शब्द से शान्त का जो स्थायी निर्वेद वह कहा तारावती नायक इत्यादि में नहीं होता। दूसरी बात यह है कि रस अद्वितीयानन्दमय होता है, उसमें विरोध असम्भव है। विरोध के विषय में रसगङ्गाधरकार का कहना है कि यदि प्रकृत रस के विरोधी रसांगों का निबन्धन किया जावेगा तो विरोधी प्रकृत रस का बाध कर लेगा अथवा दोनों उसी प्रकार नष्ट हो जावेंगे जैसे सुन्द और उपसुन्द परस्पर लड़कर दोनों नष्ट हो गये । ) रस के उपकरण तीन होते हैं विभाव, भाव, और अनुभाव । विरोधी रस से सम्बद्ध इन तीनों का उपादान नहीं करना चाहिये । उदाहरण के लिये यदि शान्त रस के विभावों का शान्तरस के विभावों के रूप में ही वर्णन किया गया हो और उसके तत्काल बाद शृंगार रस के विभावों का वर्णन प्रारम्भ कर दिया जावे तो विरोधी रस के विभाव परिग्रह का दोष होगा । ( पहले बतलाया जा चुका है कि हास्य और शृंगार, वीर और अद्भुत रौद्र और करुण, भयानक और बीभत्स इनके विभावों का विरोध नहीं होता । इन रसों का विरोध तभी होता है जब एक ही आलम्बन के प्रति दोनों भाव हो । यदि हास्य और शृंगार के पृथक् पृथक् आलम्बनों का एक साथ शब्देन निर्वेदः शान्तस्य यः स्थायी स उक्तः । यथा 'प्रसादे वर्तस्व प्रकटयमुद्रं सन्त्यज रुषम्' इत्याद्युपक्रम्यार्थान्तरन्यासो 'न मुग्धे प्रत्येतुं प्रभवति गतः कालहरिणः' इति । मनागपि निर्वेदानुभवेशे सति रतेर्विच्छेदः । ज्ञातविषयसतत्त्वो हि जीवितसर्वस्वाभिमानं कथं भजेत । न हि ज्ञातशुक्तिकारजत तत्त्वस्तदुपादेयधियं भजते ऋते संवृतिमान्नात् । कथाभिरिति बहुवचनं शान्तरसस्य व्यभिचारिणो धृतिमतिप्रभृतीन संगृह्णाति । गया है । जैसे - 'प्रसन्नता में वर्तमान होओ, आनन्द प्रकट करो और क्रोध छोड़ दो' यह उपक्रम करके --'हे मुग्धे ! वीता हुआ कालहरिण पुनः आने में समर्थ नहीं होता ।' यहाँ थोड़े भी निर्वेद के अनुप्रवेश में रति का विच्छेद हो जाता है । विषयों के वास्तविक तत्त्व को जाननेवाला व्यक्ति निस्सन्देह जीवितसर्वस्व के अभिमान को किस प्रकार प्राप्त होवे । शुक्ति और रजत के तत्त्व को जाननेवाला एकमात्र संवृति को छोड़कर उसके उपादान की बुद्धि को प्राप्त नहीं होता। 'कथाभिः' का बहुवचन शान्त रस के व्यभिचारी धृति, मति इत्यादि का संग्रह कर लेता है । तारावती वर्णन किया जावेगा तो दोष नहीं होगा। एक में रौद्र और दूसरे में करुण का होना तो स्वाभाविक ही है । ) इसीलिये यहाँ पर विभाव विरोध में शान्त और शृङ्गार का उदाहरण दिया गया है । शम और रति एक दूसरे के विरोधी होते हैं । शम का वर्णन करते करते यदि कोई कवि रति के विभावों का उपादान कर ले तो यह दोष ही होगा । यह तो हुई विरोधी रस के विभावों के उपादान की बात । अब विरोधी रस के उपादान को लीजिये - भाव शब्द का अर्थ है व्यभिचारी भाव और स्थायी भाव । यहाँ पर भाव शब्द से तात्पर्य व्यभिचारी भाव से ही है स्थायी भाव से नहीं। क्योंकि यदि विरोधी रस के स्थायी भाव का उपादान किया जावेगा और उसका परिपोष भी स्थायी भाव के ही रूप में किया जावेगा तो प्रकृत रस तो समाप्त ही हो जावेगा और उसके स्थान पर विरोधी रस सत्ता में आ जावेगा । अतः विरोधी रस के सञ्चारी भावों का उपादान दोष होता है । यदि स्थायी भावों का भी उपादान व्यभिचारी भावों के रूप में किया जावेगा तो उनका उपादान भी दोष होगा । इसीलिये सामान्यतया भावों के विरोधी होने की बात कह दी गई है । उदाहरण के लिये प्रणयकुपिता नायिकाओं को मनाने के लिये कोई वैराग्य की कथायें करने लगे । वैराग्य ( निर्वेद ) यद्यपि शान्त रस का जब मानिनी के अनुनय के प्रसंग में उसका उपादान किया जावेगा तब वह
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पाली. राजस्थान के पाली जिले के एक गांव में मंगलवार रात हुई तीन लोगों की हत्या के बाद सनसनी फैल गई है। हत्या गांव के मंदिर में हुई। जहां लाठी-डंडों से लेस कुछ लोगों ने मंदिर में लूट की कोशिश की। वे मंदिर के सारे जेवरात और पैसे लूटकर ले गए। - बता दें कि मंगलवार देररात कुछ चोर मंदिर में घुस आए और सो रहे पुजारी बालूराम वे पास ही सो रहे दयाराम पर हमला कर दिया। - जिसमें बालूराम, दयाराम और कपूराराम की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल हो गए। जिनकी हालत फिलहाल गंभीर है। - हत्या के बाद चोर मंदिर में रखी चामुंडा माता की मूर्ति तोड़कर उसके सोने-चांदी के जेवरात और नकदी लेकर भाग गए। - जिसमें बालूराम, दयाराम और कपूराराम की मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल हो गए। जिनकी हालत फिलहाल गंभीर है। - हत्या के बाद चोर मंदिर में रखी चामुंडा माता की मूर्ति तोड़कर उसके सोने-चांदी के जेवरात और नकदी लेकर भाग गए। इसे भी देखेंः- सऊदी अरब में फंसी इस भारतीय लड़की ने भगवंत मान से लगाईं मदद की गुहार, कहा- प्लीज बचा लीजिये मुझे. . - घटना की जानकारी के बाद एसएचओ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल की जानकारी लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। - पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। चोरों को पकड़ने के लिए इलाके की नाकाबंदी भी कर दी गई है। - पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। चोरों को पकड़ने के लिए इलाके की नाकाबंदी भी कर दी गई है।
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विली नाचती-कूदती हुई बकरियों के पास जाती और उन्हें धक्के मार मारकर आस-पास के टोलों पर चढ़ा देतो । बड़ी-बूढ़ी गाएँ और भैंसें बड़े शान्त भाव से और तनिक घृरणा से यह दृश्य देखती जाती थीं, मानो कह रही हों.कर ले दो दिन और ऐश । फिर वह दिन भी आएगा जब तेरी पिछली लातों को बाँधकर तेरा दूध दुहा जायगा । उस समय उछलना । फिर तेरी चाल भी हमारी तरह बेढङ्गी होकर रह जाएगी । अव जी भर कर मस्त हरिरणी की तरह छलांगें भर ले ।" नोलती उछलती हुई राही के पास था गई । उसके गले में बँधी हुई घण्टियों को मधुर स्वर-लहरी उसके नाचते हुए पैरों के लिये घुंघरुओं का काम कर रही थी। फिर अपने पाँव टोले पर टेककर वह राही के पाँव सूँघने लगी । "नोलती !" चरवाही ने अपनी पतली आवाज में चिल्लाकर कहा । उसकी आवाज़ भी एक घण्टी की आवाज के समान थी । परन्तु चंचल नीलती ने परवाह न की और बेचारी चरवाही को तंग करने के लिये वह राही का बूट चाटने लगी । "नीलतो, हा ! हा ! हुश नोलती ही हो ।" वह फिर चिल्लाई । चरवाही राही के बिल्कुल निकट श्री गई और सोटे से नीलती को मारने लगी । बेचारी तंग आ गई थी । चेहरे पर पसीने की बूँदें थीं और गाल भी क्रोध से तमतमाए हुए थे । नीलती को परे हटाकर उसने निडर दृष्टि से राही की ओर ताका । "राहो, को को ?" (राही किधर जा रहे हो) उसने पहाड़ी भाषा में राही से पूछा । राहो मुस्करा दिया, फिर कहने लगा, "यह नीलतो बड़ी नटखट है ।" चरवाही के चेहरे से भिक जाती रही । वह नीलती की ओर, जो मार खाकर भी नाचती-भागती हुई जा रही थी। प्यार भरी दृष्टि से देखकर बोलो -"हाँ, अभी यह तीन बरस को भी नहीं हुई ।" "हूँ -और तुम कै वरस को हो ?"
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दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कैंपस में की जगह जातिसूचक नारे लिखे हुए हैं। वहीं, प्रोफेसरों को भी धमकी दी गई है। काटजू ने आरफा के ट्वीट करने के बाद मजाकिया लहजे में कहा, "ओ आरफा, क्या कोई आपके साथ मजाक भी नहीं कर सकता? मैं आपका बहुत सम्मान करता हूँ। " शी जिनपिंग ने कहा कि वह चीनी सेना को वर्ल्ड क्लास मिलिट्री बनाएँगे और ताइवान को चीन में मिलाएँगे। जरूरत पड़ी तो ताकत का इस्तेमाल किया जाएगा। वीडियो में इंदु मल्होत्रा कहती नजर आईं कि वामपंथी सरकारें केवल राजस्व के कारण कब्जा करना चाहती हैं। उन्होंने हिंदू मंदिरों पर कब्जा किया हुआ है। केजरीवाल, AAP और वामपंथी पार्टियाँ तिरंगे से दूर... भाजपा का विरोध करते-करते राष्ट्र-ध्वज का विरोध क्यों? हाई कोर्ट की जज प्रतिभा सिंह ने कहा कि भारत महिलाओं के लिए सबसे सम्मानजनक जगह है। इसके लिए उन्हें वामपंथी नेताओं के आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। रूस के साथ युद्ध में स्कूलों और आवासीय परिसरों को प्रयोग करने पर एमनेस्टी इंटरनेशनल ने यूक्रेन की आलोचना की। इसके बाद वामपंथी उस पर टूट पड़े। चैनल ने भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि प्रतिशोध लेने के लिए मोहम्मद फाजिल की हत्या की गई। वामपंथी इतिहासकारों ने मुगलों के नाम पर ऐसी कहानी रची कि लगा भारत में सब कुछ मुगलों की ही देन है। अगर मुगल नहीं होते तो भारत ही नहीं होता। राणा अयूब ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक को 'भारत की फेक खबरों का फैक्ट चेक' करने के लिए गिरफ्तार किया।
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रात के दृश्यों में हम अक्सर चीजों का सामना करते हैं।आम। किसी को एक सेट टेबल या कंप्यूटर मॉनीटर पर बार-बार विचार करना पड़ता है; दूसरों को अपने बालों को अपनी नींद में जोड़ना पड़ता है। हर कोई इस तरह के कताई पर ध्यान नहीं देगा। और व्यर्थ में। बाल, एक नियम के रूप में, व्यक्ति के साथ अवचेतन की बातचीत में एक प्रतीकात्मक प्रतीक है। आइए समझें कि सपने में बाल देखने का क्या अर्थ है, और उनका ध्यान क्यों रखें। शुरुआत के साथ, प्रश्न में मानव शरीर (बाल के सिर) के गुप्त अर्थ के बारे में पाठक को प्रबुद्ध करने लायक है। क्या आपने सोचा है कि एक औरत क्यों नहीं कर सकती हैचर्च के पास जाने के लिए? यह परंपरा अवसर से नहीं उभरी। इसकी जड़ें सदियों की गहराई में खो गई थीं। ऐसा लगता था कि महिलाओं की ब्राइड्स और कर्ल किसी प्रकार के एंटेना हैं। उनके माध्यम से, वह अंतरिक्ष (या दूसरी दुनिया) से गुप्त जानकारी समझती है। चर्च, निश्चित रूप से, इसे सभी पाखंडी और शैतानी ताकतों की machinations कहा जाता है। हालांकि, पवित्र चर्च में जादूगर कार्य को रोकने के लिए, सुंदरियों को उनके बालों को एक रूमाल से ढकने के लिए कहा गया था। यह कहानी हमें केवल उस हिस्से में रूचि देती है जिसे प्राचीन पूर्वजों ने देखा था। हमारे सिर एंटेना से भरे हुए हैं जो पतली दुनिया से मस्तिष्क तक जानकारी प्राप्त करते हैं और संचारित करते हैं। इस तरह के एक सिद्धांत से इंकार करने के लिए, विज्ञान नहीं कर सका (या कोशिश नहीं की)। तो यह पता चला है कि एक सपने में बालों को जोड़ना - मतलब है "उच्च" के साथ संपर्क की आवश्यकता है। एक सरल तरीके से, एंटीना समायोजित करें। इस तरह के एक विचार के आधार पर कई दुभाषियों ने अपनी प्रतिलिपि बनाई। आइए उन्हें बारीकी से देखें। यह बुद्धिमान लेखक रूट पर सही देखता है। एक सपने में बालों को जोड़ना असामान्य पारस्परिक संबंधों में खींचा जाने का जोखिम है। सहमत हैं, स्वाभाविक रूप से, जब एक व्यक्ति दूसरे को समान मानता है। खासकर जब अंतरंग संचार की बात आती है। और यदि आप एक कंघी या ब्रश में हेरफेर करने का सपना देखते हैं, तो आपको इस बारे में सोचना चाहिए कि वह साथी पास है या नहीं। आखिरकार, एक व्यक्ति के बालों को जोड़कर एक व्यक्ति अपने व्यक्तित्व के पूर्ण अवशोषण के लिए प्रयास करता है, जैसा कि श्री मेनेघेटी का दावा है। वह जो बाल करता है, वह पीड़ित के रूप में कार्य करेगा। सपना संकेत, चेतावनी। विशेष रूप से यह चिंताजनक है कि "हेयरड्रेसर" की पहचान अज्ञात हो गई है। आप को मनोवैज्ञानिक प्रकृति के कपटी नेटवर्क द्वारा घनिष्ठ रूप से देखा जा रहा है। आम तौर पर, लेखक को आश्वस्त है कि एक सपने में बाल देखकर घनिष्ठ क्षेत्र में कुछ घटनाएं होती हैं जो किसी व्यक्ति के जीवन पर गंभीर प्रभाव डालती हैं। कर्ल के रूप में, आप उनके अभिविन्यास को निर्धारित कर सकते हैं। अगर वे सुंदर, शानदार, स्वस्थ हो गए, तो इसका मतलब है कि साथी सुंदर होगा, और उसके साथ संचार आत्मा में खुशी पैदा करेगा। हंग, गंदा, निराश, ज़ाहिर है, वास्तविकता में विपरीत घटनाओं की ओर इशारा करते हुए। यहां हमें एक अलग डिक्रिप्शन योजना का सामना करना पड़ रहा है। निर्देशिका के कंपाइलर मानव स्वास्थ्य के साथ कर्ल के प्रकार के वास्तविक संबंध से आगे बढ़ते हैं। एक सपने में लंबे बाल का मिश्रण - बीमारों के लिए वसूली के लिए। लेकिन इसके विपरीत, रोग के विपरीत, उन्हें देखें। इसके अलावा, यह व्याख्या केवल कर्ल के मालिक से संबंधित है। यही है, अगर आपको परिचित लोगों के किसी के साथ अपने सपने में अपने बालों को बांधने का मौका मिला, तो वह सुरक्षित रूप से दुर्भाग्य से छुटकारा पाने के लिए उसके ऊपर है। जब वे वास्तव में उपस्थित नहीं होते हैं तो किसी के सिर पर लंबे समय तक चलने के लिए एक बीमारी का अग्रदूत होता है। बाल भूरे रंग के होने पर भी बदतर। यह, इस संग्रह के आश्वासन के अनुसार, महान दुख का मतलब है। शायद कोई प्रिय और करीबी सपनों को हमेशा के लिए छोड़ देगा। शोक पहनना है। अपने बालों को धोने के लिएः घर पर - बेहतर के लिए एक बदलाव के लिए, एक दूसरे पर - चिंताओं और परेशानियों के लिए। हमें किसी की देखभाल करना, मदद करना, आंसू मिटा देना और अन्य लोगों की समस्याओं को हल करना होगा। मॉर्फियस देश में किसी के कर्ल को काटने के लिए - इस व्यक्ति के साथ भारी, घातक झगड़ा करने के लिए। यहां हम इस विषय पर भी आते हैं।रिश्तों। श्री मिलर ने अपने लिंग के अनुसार सपने देखने वालों के लिए व्याख्याओं को विभाजित करने का फैसला किया। तो, एक महिला के लिए दर्पण के सामने एक सपने में बालों को जोड़ना उसका हल्कापन है। एक कपटी seducer द्वारा सेट जाल में गिरने का खतरा है। एक कड़वी भाग्य एक खूबसूरत औरत की प्रतीक्षा करता है, अगर वह दिमाग नहीं लेती है, जो सपने में आने वाले सुराग से निर्देशित होती है। अगर लड़की ने उसके सिर पर काले और हल्के तारों को देखा, तो उसके सामने एक मुश्किल विकल्प होगा। इच्छाओं में केवल ज्ञान और संयम जीवन परिस्थितियों की जटिलताओं को समझने में मदद करेगा। लेकिन सफेद बाल का मतलब असीमित खुशी है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसके साथ क्या करते हैं। जब एक औरत ने देखा कि एक आदमी अपने बालों को एक सपने में जोड़ रहा था, तो उसे इस सज्जन से सावधान रहना चाहिए। उनकी भावनाएं अमानवीय हैं। मर्केंटाइल और गणना उनके कार्यों का मार्गदर्शन करती है। साहस उसकी खुशी नहीं लाएगा। एक आदमी अपने तारों को कंघी कर रहा है - सफलता के लिए, अगर वे स्वस्थ और सुंदर दिखते हैं। और विफलता के लिए, जब सिर स्पैस, गंदे या फीका बाल था। इस लेखक के पास अपना दृष्टिकोण हैअवचेतन के गुप्त संकेतों की मान्यता। उनकी राय में, बाल मादा जननांग का प्रतीक हैं। और उसकी सभी व्याख्याएं इस विवादास्पद तथ्य से ठीक आती हैं। अगर एक औरत ने सपना देखा है कि वह अपने कर्ल को जोड़ रही है, तो उसे मिस्ड अवसरों पर पछतावा करना होगा (पढ़नाः अस्वीकार भागीदारों)। इस तरह की एक साजिश एक आदमी को बताती है कि वह यौन क्षेत्र में नई उपलब्धियों के लिए तैयार है। एक सपने में ग्रे बाल हर किसी को परेशान करना चाहिए। यह नपुंसकता, जुनून की कमी का प्रतीक है। हर कोई जानता है कि सेलेस्टियल में एक और शासनकालदृष्टिकोण। इसलिए, उनका डिक्रिप्शन यूरोपीय लेखकों द्वारा प्रस्तुत किए गए लोगों के समान नहीं है। इसलिए, एक सपने में भूरे बालों को चीनी द्वारा दीर्घायु और महान खुशी का संकेत माना जाता है। और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इस तस्वीर का सपना देखा गया है। जीवन से सपना लेने के लिए तैयार हो जाओ। अगर मुझे अपने सिर पर कर्ल को जोड़ना पड़ा, तो सपना किताब पेर्क की सिफारिश करती है। जल्द ही जीवन परिस्थितियों में बेहतर बदलाव आएगा। सभी दुःख एक तेज घोड़े के खुर के नीचे से चिड़ियों की तरह उड़ जाएगा। चिंता व्यर्थ हो जाएगी। आप खुशी से और गर्व से आगे बढ़कर, खुशी से आगे देख सकते हैं। हालांकि, इस अद्भुत स्रोत में बुरे संकेत हैं। यदि किसी आदमी के सपनों में तंग आते हैं, तो आपको बेटे या पोते के नुकसान के कारण पीड़ित होना पड़ेगा। खुले कर्ल के साथ प्रिय पति को देखने के लिए - उसके राजद्रोह के लिए। दुश्मनों की साजिशों का सामना करने के लिए स्वयं को अपने चेहरों को कैसे कवर किया जाता है, यह महसूस करने के लिए खुद को नंगे सिर के रूप में जाना जाता है। हमें मुकदमेबाजी में प्रवेश करना होगा, जिसके परिणामस्वरूप दुखी होगा। लेखक की आशावादी देखो व्याख्या। लड़की के लिए कर्ल मुकाबला - शादी के लिए। सहमत हैं, अच्छा। अगर उसने एक सपना देखाः माँ अपने बालों को पकड़ती है, पता है, यह माता-पिता है जो दूल्हे की पसंद को प्रभावित करेगा। ऐसा पूर्वानुमान आधुनिक लड़कियों के लिए काफी सकारात्मक नहीं लग सकता है। उन्हें इस तथ्य पर प्रतिबिंबित होना चाहिए कि एक और खुशहाल जीवन आयोजित करने में अनुभव युवा शौक की तुलना में अधिक उपयोगी है। अगर वे पालन करते हैं, तो मातृ सलाह सुनना उचित है। और नहीं, तो अपने आप को माता-पिता के पते पर करें, आगे के भाग्य पर अपने विचार की व्याख्या करें। वह आपको बताएगी कि सिर में क्या गलत है, सही विचार, उसके अवलोकन और अनुभव साझा करें। उस विवाहित महिला की शादी से डरना चाहिए। जैसा कि सपना किताब कहती है, वह परिवार की समस्याओं से जुड़ी एक दुखी सड़क की भविष्यवाणी करता है। शायद पति / पत्नी के हिस्से पर हमला। पवित्र के साथ बातचीत में सावधानी और सावधानी बरतना आवश्यक है। कौन, जैसा कि वे कहते हैं, forewarned forearmed है। एक आदमी अपने हेजहोग को जोड़कर - मेहमानों के लिए, अच्छा। असहज, हालांकि! बुद्धिमान सकारात्मक भविष्यवाणियों के इस स्रोत में, हममिलेगा श्री हससे यकीन है कि रात के दृश्यों में बालों को जोड़ना व्यक्ति को काम करने के लिए एक और गंभीर दृष्टिकोण के लिए प्रेरित करना है। आखिरकार, सपने आसन्न असफलताओं, असफलताओं और हानियों की बात करता है। मजबूत लिंग के प्रतिनिधियों को विशेष ध्यान देने की सिफारिश की जाती है। अगर वे खुद को उन्मुख नहीं करते हैं, तो रात के स्वर्गदूतों की अच्छी सलाह खारिज कर दें, वे परिवार के कल्याण को खतरे में डाल देंगे। नुकसान अस्वीकार्य हो सकता है। श्री हससे के अनुसार व्यापारिक लोगों को नवीनतम निर्णयों का विश्लेषण करना चाहिए, परियोजनाओं की प्रगति का निरीक्षण करना चाहिए। सबसे अधिक संभावना है कि, एक शर्मनाक गलती उनकी पिछली गणनाओं में आ गई, जिसने बीमारियों या साधारण चोरों को खेत में रखने की इजाजत दी। सुरक्षात्मक या सक्रिय उपायों को लेने की तत्काल आवश्यकता है। अन्यथा, दिवालियापन अपरिहार्य है। जो महिलाएं कर्ल के संयोजन को देखते हैं उन्हें भी पूर्व विचार की आवश्यकता होती है। पहने हुए धोखेबाज के पास। अपने पंजे वाले पंजे में न आएं - यह निकट भविष्य के लिए सपने देखने वाला लक्ष्य है।
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उत्तराखंड राजभवन में पेश की गई एक सीडी उत्तराखंड में बीजेपी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है। गैरसैंण में तीन नवंबर को सदन में हुए हंगामे की रिपोर्ट और सीडी विधानसभा ने राजभवन को सौंप दी है। विधानसभा ने सदन में हुए हंगामे की वीडियो कवरेज की सीडी भी राजभवन को भेजी है। खास बात यह है कि इस वीडियो कवरेज में सदन में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश के कोई दृश्य नहीं हैं। भाजपा इसी पर जोर दे रही है और भाजपा नेताओं का आरोप है कि सदन में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश के बाद से ही विपक्ष के सदस्यों के सब्र का बांध टूटा था। ऐसे में विधानसभा की तरफ से राजभवन को सौंपी गई रिपोर्ट और सीडी भाजपा के लिए परेशानी का सबब भी बन सकती है। तीन नवंबर को गैरसैंण में सदन में गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने पर विपक्ष ने सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की थी। इसके लिए विपक्ष बाकायदा काम रोको प्रस्ताव लेकर आया था। इस प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार नहीं किया था। इससे गुस्साए विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया था। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत हाथ में माइक लेकर मेजों पर चढ़ गए थे। विपक्ष के कई सदस्यों ने विधानसभा की रिपोर्टिंग डेस्क को उलटने की कोशिश की थी और मार्शल से हाथापाई की थी।
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भोपाल : मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने को सिलसिला लगातार जारी है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बंगाल के आस-पास ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है. उसके प्रभाव से सोमवार से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है. इस बारें में मौसम विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मप्र से मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है. इससे अरब सागर से नमी आ रही है. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्ना स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पड़ने के वजह से वातावरण में भी काफी नमी आ गई है. इस वजह से तापमान बढ़ते ही शाम के समय बारिश होने लगती है. बंगाल के आस-पास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है. इसके प्रभाव से सोमवार से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी. विशेषकर उत्तरी मप्र में कहीं-कहीं अच्छी बरसात की भी संभावना जताई जा रही है. वहीं उज्जैन में मानसून की अच्छी आमद दर्ज की गई है. अब तक करीब सात इंच पानी गिर चूका है. वहीं नागदा क्षेत्र में अच्छी वर्षा से चंबल डैम जून में ही ओवरफ्लो हो गया है. इससे शनिवार रात चंबल नदी का पानी समीप तट पर स्थिति चामुंडा माता मंदिर परिसर में पहुंच गया. रविवार सुबह तक मंदिर परिसर और माता की मूर्ति जलमग्न हो गई थी. हालांकि कुछ देर बाद पानी उतरने भी लगा था. यहां के लोगों ने कहा कि इस साल चंबल ने जून में ही माता चामुंडा के चरण पखार दिए. अमूमन ऐसा दृश्य जुलाई-अगस्त में नजर आता है.
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लिवर से निकलने वाले वैक्स (Waxy Material) की तरह के एक पदार्थ को कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। मेडिकल साइंस (Medical Science) की भाषा में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को लिपिड भी कहा जाता है। शरीर के लिए कोलेस्ट्रॉल जरूरी होता। कोलेस्ट्रॉल कोशिकाओं को सेहतमंद रखता है। लेकिन उसके लिए इस बात ध्यान रखना आवश्यक होता है कि शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल ही हो और सही मात्रा में हो। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार (LDL and HDL Cholesterol) के होते हैं। पहला गुड कोलेस्ट्रॉल। दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए आवश्यक होता है। शरीर के विकास के लिए जरूरी हार्मोन जैसे- एस्ट्रोजन, एल्डोस्टेरोन, कोर्टिसोल और प्रोजेस्टेरॉन का निर्माण कोलेस्ट्रॉल के बिना संभव नहीं है। वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल शरीर को नुकसान पहुंचता है और कई बीमारियों का कारण बनता है। क्या है बैड कोलेस्ट्रॉल? लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) को बैड कोलेस्ट्रॉल भी कहते हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से लिपोप्रोटीन में प्रोटीन की जगह फैट की मात्रा अधिक हो जाती है। यह स्थिति दिल संबंधी (Heart attack) बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। खान-पान में इस्तेमाल होने वाले तेल को खराब कोलेस्ट्रॉल का मुख्य कारक माना जाता है। खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाले तेलों में सैचुरेटेड फैट का ध्यान नहीं रखने पर कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में विशेषज्ञों के हवाले से यह दावा किया गया है कि पाम कर्नेल ऑयल, कोकोनट ऑयल, ताड़ के तेल में पाए जाने वाला सैचुरेटेड फैट खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है। कैसे कंट्रोल करें कोलेस्ट्रॉल? कोलेस्ट्रॉल लेवल को मेनटेंन करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली (Lifestyle) अपनाना आवश्यक होता है। खाने की आदतों में सुधार, शारीरिक गतिविधियां और नियमित हेल्थ टेस्ट कोलेस्ट्रॉल को खतरनाक स्तर तक जाने रोक सकता है। दूध, दही, चॉक्लेट्स आदि से बचेंः सैचुरेटेड फैट बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। सैचुरेटेड फैट का एक सोर्स खाद्य तेल भी होते हैं। इसलिए हेल्दी ऑयल का विकल्प तलाशें। दूध, दही आदि जैसे डेयरी प्रोडक्ट के अधिक सेवन से भी बचें। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकने के लिए चॉकलेट्स और तले-भुने व्यंजनों से परहेज करना चाहिए। फिजिकल एक्टिविटी से ना बचेंः शारीरिक गतिविधियां बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकती हैं। फिजिकल एक्टिविटी से बॉडी में मौजूद अतिरिक्त फैट कम होता है। फिजिकल एक्टिविटी से कैरोली बर्न होता है। अगर कैलोरी बर्न होता रहता है, तो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।
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इस दिन पत्नी के साथ आप भी व्रत रख सकते हैं। आपको आसपास कई ऐसे पुरुष मिल जाएंगे जो पत्नी के साथ खुद भी उपवास करते हैं। वह खुद भी उपवास कर पत्नी के साथ प्यार जाहिर करते हैं। लिहाजा इस दिन उपवास कर आप पत्नी के साथ बिना कहे अपनी फीलींग्स का एहसास करवा सकते हैं। शादी और उसके पहले साल जितने भी फेस्टिवल्स होते हैं उन्हें कपल्स गहनों से लेकर कपड़े देने तक खास बना सकते हैं। ऐसे में पत्नी को वह गिफ्ट दें जिसमें आपकी केयर और लव शो होता हो। अपनी फीलिंग्स को जाहिर करने के लिए आप प्यार भरा खत लिख सकते हैं या फिर फ्लॉवर्स देकर उन्हें सरप्राइड कर सकते हैं। करवाचौथ का दिन पत्नी के लिए बेहद चैलेंजिंग रह सकता है। लिहाजा इस दिन को आसानी और फन के साथ बिताने का प्लान बनाएं। पत्नी और खुद की फेवरेट मूवीज की लिस्ट बनाकर उन्हें देखें। इसी बीच आप कुछ गेम्स भी खेल सकते हैं। इन एक्टिविटीज के साथ आपकी पत्नी को पता ही नहीं चलेगा कि दिन कैसे बीत गया। किसी भी सुहागन के लिए करवाचौथ का व्रत बेहद खास होता है। ऐसे में अगर पति उस व्रत में एफर्ट्स डाल दे तो वह दिन हमेशा के लिए ही पत्नी के जहन में यादगार हो जाता है। हालांकि इस दिन को खास बनाने के लिए आपको भारी-भरकम राशि खर्च करने की जरूरत नहीं है। कई बार आपके द्वारा की गयी हुई छोटी-छोटी चीजें ही इस दिन को खास बना सकती हैं।
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घायल शिवा गणेश और कॉलेज प्रिंसिपल के बयान पर पुलिस ने तीन छात्रों पर रैगिंग का केस दर्ज किया है. खम्ममः सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने पर एक इंजीनियरिंग छात्र के सीनियरों द्वार पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है. यह घटना तेलंगाना में खम्मम जिले के सत्तुपल्ली इलाके की है. मदर टेरेसा साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग कॉलेज में सेकेंड ईयर के छात्र शिवागणेश को एक मामूली सी बात को लेकर EEE के थर्ड ईयर के तीन छात्रों ने मिलकर जमकर पिटाई की. सत्तुपल्ली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सुरेश ने कहा कि शिवागणेश ने करीब एक महीना पहले अपने एक दोस्त के फेसबुक मैसेंजर में मैसेज भेजा था जो उसी कॉलेज के थर्ड ईयर के अफरीदी तक पहुंच गया. जिससे गलतफहमी का शिकार होकर अफरीदी ने शिवा गणेश पर नाराज हो गया. छानबीन करने के बाद जब उसे पता चला कि शिवा भी इसी कॉलेज में पड़ता है, तब अपने दोस्तों मनिकिरण और साईतेजा के साथ मिलकर कॉलेज से शिवा गणेश को बाहर एक पुराने घर में ले जाकर जमकर पिटाई की. जबकि ये एक महीना पुराना मामला था, जिसपर शिवा ने माफी भी मांग चुका था. घायल शिवा गणेश और कॉलेज प्रिंसिपल के बयान पर पुलिस ने उन तीनों छात्रों पर रैगिंग का केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. ये सारी घटना किसी दूसरे छात्र ने अपने फोन से वीडियो बनाया, जिससे पुलिस को आरोपी पर मामला दर्ज करने में आसानी हुई. पुलिस ने कहा, शिकायत के आधार पर, आईपीसीऔर रैगिंग अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बाद में पुलिस ने कहा कि छात्र इस तरह छोटी छोटी बातों पर रैगिंग जैसा अपराध करके अपना भविष्य बर्बाद न करें.
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रंगीलो फाल्गुनियो महोत्सव को लेकर श्री श्याम जन जागरण यात्रा सह प्रभात फेरी छठे दिन शनिवार को श्री श्याम मंदिर से निकली। यह यात्रा बंगाली गली, सुरेश अचल चौक, डॉ. रामस्वरूप अग्रवाल गली, जवाहरलाल रोड, अंडी गोला, परती टोला, माखन साह चौक, भवानी डेयरी, नई बाजार सब्जी मंडी होते हुए सत्यनारायण मंदिर पहुंची। यहां मंदिर प्रबंध समिति की ओर से विमल तोला, सुनील शर्मा, सुनील केडिया, डब्बू तुलस्यान, गणेश मरोडिया आदि ने यात्रा का स्वागत किया। यहां से यह यात्रा पुरानी बाजार, शनि मंदिर, साहू पोखर, छाता बाजार न्यू मार्केट, चैंबर ऑफ कॉमर्स, नवयुवक समिति, सूतापट्टी होते हुए श्री श्याम मंदिर पहुंची। इसकी शुरुआत पंडित संतोष झा ने श्याम भक्तो को चंदन तिलक लगाकर किया। इस दौरान भजन गायक अशोक खेतान, संजय मारोदिया एवं सोहन अग्रवाल ने तुम झोली भर लो भक्तों रंग और गुलाल से. . . , दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम. . . आदि भजन प्रस्तुत किये। रास्ते में जगह-जगह यात्रा का स्वागत हुआ। इसमें प्रवीण वर्मा, सविता वर्मा, युवराज वर्मा, कोमल अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, श्रेया अग्रवाल, पूजा शर्मा, मीनू शर्मा, राकेश शर्मा, किशन शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, विकाश मरोडिया शामिल थे। मौके पर सज्जन सुरेका, कैलाश मुरारका, नवीन सरावगी, मनीष कुमार शर्मा, पायल, प्रज्ञा, हिमांशी अग्रवाल, अमीषा केजरीवाल, सरिता देवी, आलोक शर्मा, पवन मोजसिया, जदगीश बंका, विजय क्याल थे।
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार में जब रेल मंत्री का दायित्व मिला तो रेलवे का जितना हो सका विकास किया। पटनाः बिहार में समाधान यात्रा पर निकले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से एक बड़ी मांग करते हुए कहा कि देश के आम बजट से रेलवे के बजट को अलग कर संसद में पेश किया जाए। रेल विभाग में मोदी सरकार के नौकरी दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि रेल विभाग में सब दिन से नौकरी मिलते रहती थी। ये नया कुछ थोड़े ही है। नीतीश कुमार ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि जब वे रेल मंत्री हुआ करते थे तब कितने ही लोगों को नौकरी दी गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेल का जो बजट था, जब उसकी चर्चा होती थी तो रातभर हाउस चलता रहता था। जब रेल बजट पेश होता था तो उसकी कितनी चर्चा पूरे देश में होती थी। इतनी बड़ी चीज थी, हम तो कहेंगे की रेलवे का बजट अलग से करवाइए। नीतीश कुमार ने कहा कि हर किसी के जीवन में रेलवे का काफी महत्व है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार में जब रेल मंत्री का दायित्व मिला तो रेलवे का जितना हो सका विकास किया। रेलवे का विकास हो, खूब अच्छा हो जाए तो लोगों को और सहूलियत हो जाएगी। रेलवे में पहले ही तरह बहालियां भी होनी चाहिए, ये तो बहुत अच्छी बात है। वहीं जातिगत गणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इससे उनकी सरकार का मनोबल बढा है और इस गणना से काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने निकाय चुनाव को भी रोकने की कोशिश की थी, पर उनलोगों ने कोर्ट के आदेश के अनुसार चुनाव कराया और अभी नगर सरकार ने काम भी करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से लोगों को लग रहा था कि हम गणना नहीं करवाएंगे। यह तो सबके फायदे के लिए करवाया जा रहा है। हम तो पहले ही बता दिए हैं कि, यह जाति आधारित गणना है न कि जनगणना। हमलोग इससे जानना चाहते हैं कि बिहार के लोगों की आर्थिक स्तिथि क्या है? उसी के हिसाब से बजट भी लाया जाएगा।
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पूरा बच्चन परिवार मंगलवार तड़के मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन के लिए नंगे पांव पहुंचा और माना जा रहा है कि उनकी यह यात्रा जल्द ही प्रदर्शित होने वाली फ़िल्म सरकार राज की सफलता के लिए दुआ मांगने को लेकर की गई है. अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन शादी के बाद इस फ़िल्म में पहली बार एक साथ नज़र आएंगे. इतना ही नहीं, ख़ुद अमिताभ बच्चन भी इस फ़िल्म में हैं. बच्चन परिवार किसी भी बड़े आयोजन से पहले सिद्धिविनायक मंदिर जाना नहीं भूलता. इस बार ख़ास बात ये है कि अमिताभ बच्चन अपने बेटे और बहू के साथ पहली बार स्क्रीन पर अभिनय करते हुए दर्शकों के सामने आएंगे. मंगलवार सुबह मुंबई की सड़कों पर उस वक़्त और ज़्यादा भीड़ इकट्ठी हो गई जब अमिताभ बच्चन अपने पूरे परिवार के साथ दर्शन के लिए सिद्धिविनायक मंदिर पहुँचे. न सिर्फ अमिताभ बच्चन बल्कि पूरा बच्चन परिवार इस फिल्म की सफलता के बारे में ख़ासा उत्साहित है. इसी ख़ुशी की वजह से अमिताभ बच्चन ने बेटे अभिषेक बच्चन और बहू ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ नंगे पांव जाकर मंदिर में सुबह की आरती में हिस्सा लिया और अपनी फ़िल्म सरकार राज की सफलता के लिए दुआ मांगी. अभिषेक बच्चन के कुछ दोस्तों ने भी इसमें हिस्सा लिया. इस पूरी यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. जैसे-जैसे अमिताभ अपने परिवार के साथ आगे बढ़े वैसे-वैसे अपने पसंदीदा कलाकारों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उनके पीछे हो ली. सरकार राज राम गोपाल वर्मा की फ़िल्म है. ये इससे पहले आई फ़िल्म सरकार की अगली कड़ी और इस साल की बहुप्रतीक्षित फ़िल्म है. ख़ास बात ये भी है कि ये शादी के बाद अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की पहली फ़िल्म है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन तीनों दमदार भूमिका में हैं. ये फ़िल्म रिलीज़ से पहले ही काफी चर्चा बटोर चुकी है और प्रोमोज़ में ऐश्वर्या का नया क़िरदार और रूप भी चर्चा का विषय बन गया है.
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India- Pak Relations: केंद्रीय मंत्री और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष रहते शरद पवार कई बार पाकिस्तान का दौर कर चुके हैं। फिलहाल शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान पद पर विराजमान हैं। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर कर दिया गया था। नई दिल्ली। गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार पुणे के कोंढवा इलाके में ईद-मिलन कार्यक्रम में पहुंचे। यहां कार्यक्रम में अपने संबोधन में NCP प्रमुख शरद पवार का पाकिस्तान प्रेम देखने को मिला। शरद पवार ने यहां पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्तों पर बात की और नाम लिए बगैर पूर्व पाक पीएम इमरान खान की तारीफ की। आगे पवार ने कहा कि चाहे वो लाहौर रहा हो या फिर करासी हम जहां भी गए वहां हमारा गर्मजोशी से स्वागत हुआ। एक किस्से का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि हम एक रेस्त्रां गए और नाश्ता करने के बाद, जब हमने खाने का बिल दिया तो रेस्त्रां के मालिक ने पैसा लेने से मना कर दिया। उन्होंने हमसे कहा कि हम उनके मेहमान हैं। यहां बता दें, केंद्रीय मंत्री और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष रहते शरद पवार कई बार पाकिस्तान का दौर कर चुके हैं। फिलहाल शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान पद पर विराजमान हैं। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर कर दिया गया था।
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ऋषिकेश न्यूज़ः पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मानव के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पौधरोपण जरूरी है. सभी को अधिक से अधिक संख्या में पौधे रोपने चाहिए. संकल्पतरू फाउंडेशन ने डोईवाला के जीवनवाला में कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित संस्था सदस्यों ने पौधरोपण किया. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आज मौसम में कई प्रकार के परिवर्तन हो रहे हैं. भूकंप के झटके आए दिन आ रहे हैं. प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही है. यह असंतुलित होते पर्यावरण का संकेत दे रहे हैं. इसलिए हमें ऐसी आपदाओं से बचने के लिए पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना होगा. फाउंडेशन संस्थापक अपूर्ण भंडारी ने कहा कि क्षेत्र में सौंग नदी के नाम से एक विविध जंगल विकसित करने को पौधरोपण किया गया है. इसके लिए संस्था द्वारा विभिन्न प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं. मौके पर डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला, देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा, ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल आदि रहे. भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चें के प्रदेश अध्यक्ष इंतजार हुसैन ने भाजपा जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक लेकर लोकसभा और निकाय चुनाव को लेकर तैयारी तेज करने की अपील की. इंतजार ने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं. मोर्चे के पदाधिकारी अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंचाने का काम करें. इस मौके पर मोर्चे के जिलाध्यक्ष तौफीक अहमद ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया. जनपद की मोर्चे की गतिविधियों को सामने रखा. इस मौके पर तौफीक अहमद, अबरार अहमद आदि रहे.
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भदोही जनपद में कहीं बिजली कटौती की समस्या तो कहीं ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली आपूर्ति ही ध्वस्त होने से नाराज लोग लगातार शिकायत करने के बावजूद विभाग मौन धारण किए हुए है। शहर तो शहर ग्रामीण क्षेत्रों में भी चरमराई विद्युत आपूर्ति से बदहाल हो चुके ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है। गोपीगंज विद्युत उपकेंद्र पर कौलापुर ग्राम सभा में ट्रांसफार्मर के कई दिनों से खराब पड़े होने से बिजली संकट को झेल रहे ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोग ट्रांसफार्मर बदलने की मांग कई दिनों से कर रहे थे। उपरोक्त ग्रामीणों को विद्युतकर्मी रोज रोज दिलासा दे वापस भेज देते थे। वहीं विकास खंड डीघ के कौलापुर गांव मे पूर्व माध्यमिक विद्यालय के पास लगा ट्रांसफार्मर हफ्तों से खराब हुआ पड़ा था जिस पर ग्रामीणों ने दूसरे ट्रांसफार्मर से कनेक्शन जोड़ लिया था। दूसरे ट्रांसफार्मर के जोड़े जाने से पूरे गांव बिजली आपूर्ति बहाल हो गई। लेकिन व्यवस्था को ठीक करने की बजाय जब इसकी जानकारी बिजली विभाग के कर्मचारियों को लगी तो उनको गांव की रोशनी बर्दास्त नही हुई और बिजली आपूर्ति को तत्काल बंद कर दिया। बिजली संकट से परेशान गांव के लोग दूसरे ट्रांसफार्मर से बिजली का उपयोग कर रहे थे। उक्त ट्रांसफार्मर पहले भी खराब हुआ था बाद में बदले एक सप्ताह में फिर जल गया तो मजबूरी में ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर स्थानीय विभागीय लोगों को देने पर दूसरे ट्रांसफार्मर से कनेक्ट कर चालू कराया लेकिन इस बाबत बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा ट्रांसफार्मर को सोमवार को सुबह बंद करा दिया गया कहा गया कि ट्रांसफार्मर से बिजली का उपयोग नहीं होगा जिससे नाराज ग्रामीणों ने पावर हाउस में पहुंचकर बिजली विभाग के खिलाफ खूब नारेबाजी करते हुए अति शीघ्र ट्रांसफार्मर को चालू कराने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में लवकुश प्रजापति, कुन्नाराम, कैलाश प्रजापति, विकास प्रजापति, रोहित शर्मा, मनोज कुमार, टिंकू प्रजापति, रामकुमार, रमेश प्रजापति, दया शंकर प्रजापति सहित आदि लोग शामिल रहे। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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यह मेरी मौलिक रचना नहीं है....... किन्तु मुझे बहुत अच्छा लगा इसलिए मैं आपसब से शेयर करना चाहूँगा....... सैमसन की कहानी तो आपने सुनी होगी. अगर नहीं सुनी तो अब सुनिए और सोचिए ये आपको किसकी याद दिलाती है. मन्नतों के बाद पैदा हुआ ये हीरो कईयों के लिए भगवान समान था. परम शक्तिशाली योद्धा जो सिर्फ हाथों से शेरों का संहार कर सकता था. ईश्वर ने एक शर्त पर उसे ये ताकत दी कि सैमसन कभी भी अपने बालों को नहीं काटेगा. सैमसन भगवान के बताए रास्ते पर चलता रहा. वो एक बार में सैकड़ों दुश्मनों को धूल चटा देता. युद्ध की अनूठी रणनीति से गांव के गांव तबाह कर देता. फिर उसे डिलाइला नाम की एक लड़की से प्यार हो गया और जल्द ही दोनों ने शादी कर ली. पर दुश्मनों ने उसकी पत्नी को सिक्कों से खरीद लिया और काम दिया सैमसन की अकूत शक्ति का राज़ जानने का. पहले कुछ दिन तो सैमसन अपनी पत्नी को टालता रहा पर बहुत मान मनौव्वल के बाद उसने सच बता दिया. उस रात डिलाइला ने सैमसन के सारे बाल मुंडवा दिए. सैमसन की पूरी शक्ति खत्म हो गई और उसे कैद कर लिया गया. सैमसन ने प्रायश्चित्त किया. अपने बाल दोबारा उगाए और फिर ईश्वर से बस एक बार के लिए अपनी शक्ति वापस मांग ली.
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India News (इंडिया न्यूज), Agra News: मसहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) ने हाल ही में दावा कि आगरा (Agra News) की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों को दबाया गया है। वहीं दावे के बाद आगरा कोर्ट में देवकीनंदन ठाकुर की पहल पर गठित ट्रस्ट ने वाद भी दाखिल कर दिया है। वहीं देवकीनंदन के दावे के बाद मस्जिद के गेट पर पुलिस वालों को तैनात किया गया है। दायर वाद मे कहा गया है कि औरंगजेब ने मथुरा से भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियां लूट कर आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबा दिया था। उस वाद में मांग की गयी है कि सीढियों की खुदाई की जाए और मूर्तियां वापस सौंपी जाए। वहीं इन मुर्तियों को मथुरा के श्री कृष्ण जन्म स्थान पर स्थापित किया जाएगा। इस वाद को स्वीकारते हुए कोर्ट ने मस्जिद पक्ष को नोटिस भी जारी किया है। कुछ दिनों पहले देवकीनंदन ठाकुर ने भोपाल में आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात की थी। वहीं वहां से उन्होंने ऐलान किया था कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबे भगवान श्री कृष्ण को वापस मथुरा लाकर रहेंगे। अब इसी मामले में कथावाचक के संरक्षण में एक ट्रस्ट का गठन किया गया है। ट्रस्ट ने न्यायालय में वाद दाखिल किया है। कोर्ट ने वाद को स्वीकार कर लिया है साथ ही मस्जिद पक्ष को नोटिस देकर जवाब मांगा है। पूरा मामला धार्मिक है इसको दखते हुए प्रशासन मुस्तैद है यही कारण है कि सुरक्षा को देखते हुए सीढ़ियों के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। Also Read:
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अफ़ग़ानिस्तान के रक्षामंत्रालय ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यदि इस्लामाबद आतंकवादियों को शरण देना और उनको हथियारों से लैस करना बंद कर दे तो अफ़ग़ानिस्तान में युद्ध शीघ्र ही समाप्त हो जाएगा। तसनीम न्यूज़ एजेन्सी की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान के रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वज़ीरी ने पाक सेना प्रमुख जनरल क़मर बाजवा के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया स्वरूप कहा कि अफ़ग़ानिस्तान ने कभी पाकिस्तान से मांग नहीं की है कि वह अफ़ग़ानिस्तान में आतंकवाद से संघर्ष करे। ज्ञात रहे कि पाक सेना के प्रमुख जनरल क़मर बाजवा ने हाल ही में कहा था कि उनके देश ने अपनी क्षमता से अधिक अफ़ग़ानिस्तान की सहायता की है किन्तु अफ़ग़ानिस्तान अपनी धरती पर आतंकवादी गुटों से संघर्ष में अक्षम है। अफ़ग़ान और पाकिस्तानी अधिकारियों की ओर से यह बयान एेसी स्थिति में सामने आया है कि पाकिस्तान के विदेशमंत्री ख़ाजा मुहम्मद आसिफ़ ने पाकिस्तान के विदेशमंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी से टेलीफ़ोनी वार्ता में कहा था कि इस्लामाबाद हर क्षेत्र में काबुल के साथ सहयोग के लिए तैायर है। इससे पहले पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख़ुर्रम दस्तगीर ने एक बयान में कहा था कि अफ़ग़ानिस्तान में आतंकवादियों की सुरक्षित शरणस्थलियां हैं। अफ़ग़ानिस्तान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता शकीब मुस्तग़नी ने पाकिस्तानी रक्षामंत्री के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान के लिए बेहतर है कि वह आतंकवादी गुटों के विरुद्ध सच्चाई से कार्यवाही करे। यह पहली बार नहीं है जबकि पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान ने एक दूसरे पर आतंकवादी गुटों को शरण देने का आरोप लगाया है। यही नहीं पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान एक दूसरे को अपने यहां अशांति के लिए ज़िम्मेदार भी ठहराते हैं। (AK)
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पंजाब कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। जनवरी के पहले सप्ताह में यात्रा पंजाब पहुंचेगी। हालांकि पंजाब कांग्रेस द्वारा इसके सही समय सीमा की घोषणा बाद में ही की जाएगी। पंजाब कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई। इसमें सेक्रेटरी इंचार्ज पंजाब कांग्रेस हरीश चौधरी भी मौजूद रहे। साथ ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी, नेता विपक्ष पंजाब विधानसभा प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, पूर्व डिप्टी CM ओपी सोनी, सुखजिंदर सिंह रंधावा, पूर्व स्पीकर राणा केपी सिंह और अधिकांश मौजूदा व पूर्व सांसद एवं विधायक मौजूद रहे। कांग्रेसी नेताओं ने वेणुगोपाल को जमीनी स्तर पर सभी प्रबंध कर लिए जाने की जानकारी दी। साथ ही यात्रा में राज्य भर से बड़े स्तर पर लोगों के यात्रा में शामिल होने की उम्मीद जताई गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वड़िंग ने नेताओं को पंजाब में यात्रा की तैयारियों बारे बताया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं में यात्रा के स्वागत और उसमें शामिल होने के लिए काफी उत्साह है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी महासचिव को यात्रा में रिकॉर्ड स्तर पर लोगों के हिस्सा लेने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है और इसका असर पंजाब में करीब एक सप्ताह तक रहने वाली यात्रा के दौरान दिखाई देगा। बैठक में पूर्व मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा, पूर्व विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, सांसद चौधरी संतोख सिंह, सांसद जसबीर सिंह डिंपा, सांसद डॉ अमर सिंह, सांसद गुरजीत सिंह औजला, सांसद मोहम्मद सदीक, डॉ राज कुमार चब्बेवाल कांग्रेस विधायक दल के उप नेता, विधायक राणा गुरजीत सिंह, विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, विधायक परगट सिंह, विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला, पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, पूर्व मंत्री रणदीप सिंह नाभा, पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां, पूर्व विधायक इंद्रवीर सिंह बुलारिया और पूर्व विधायक अमित विज भी मौजूद रहे। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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वस्तुतः उनके प्रति प्रेम से यो करता है? पत्नी का पति के प्रति प्यार क्या वास्तविक प्रेम है? वह अपने बच्चों को क्यों प्यार करती है? वे अपने खून और बीज से पैदा हुए, सिर्फ इसलिए। वरना क्या हम सब बच्चों को एक ही तरह प्यार न करते?" 'बच्चों, पत्नी या पति के लिए मरने तैयार लोग आज कितने मिलेंगे? वह बेटा अपनी पत्नी के उसे त्यागने पर मरने तैयार होता है तो वह पत्नी के प्रति प्रेम के कारण नहीं, अपने प्रति प्रेम के कारण है। अपना सुख नष्ट हो जाने की निराशा ही कारण है। यदि उसे अपनी पत्नी से हार्दिक प्रेम हो और वह स्त्री और एक पुरुष को प्यार करने में अधिक खुशी पावे तो उसे स्वीकार करना चाहिए था। पत्नी के आनंद को अपने लिए स्वागत योग्य मानना चाहिए था। वही निःस्वार्थ प्रेम है। यदि पत्नी के मन में हार्दिक प्रेम होता तो अन्य पुरुष की तरफ आँख उठाकर भी नहीं देखती। कहते है कि बच्चों के प्रति प्रेम है। अपने बच्चे को पानी में डूबते देखकर कितने लोग अपनी जान की बाजी लगाकर उसे बचाने तैयार होंगे? एक बेटी ने अम्मा से कहा- उसकी बच्ची सत्रह सीढ़ीयोंवाले कुएँ में गिरी। माँ ने बच्ची को गिरते देखा। वह कुछ नहीं कर सकी। पास खड़े कोई गोताखोर को ले आये। मगर तब तक बच्ची मर गई थी। उस माँ को कुएँ में उतरकर बच्ची को निकालने की बात क्यों नहीं सूझी? निन्यानवे प्रतिशत लोग ऐसे हैं। अधिकांश लोग अपनी जान देकर दूसरे के प्राण बचाने तैयार नही हैं। इसीलिए अम्मा कहती है कि ईश्वर ही हार्दिक प्रेम करते हैं।' 'उस ईश्वर का सहारा दृढ़ता से लेना। इसका मतलब यह नही कि दूसरों को प्यार नही करना चाहिए। उनमें ईश्वर को देख उस ईश्वर को प्यार करें। तब व्यक्ति के नाराज़ होने पर भी हमें व्यथित होने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।' एक युवक अम्मा की बातें ध्यान से सुनते हुए सब के पीछे बैठा है। वह पहली बार आया है। उसके चेहरे पर जरा भी सम्मान नहीं है। अम्मा के बात खतम करते ही युवक ने कलरिमंडप पर रखे अम्मा के कृष्णभाव के चित्र को लक्ष्य करके किसी भूमिका के बिना पूछा- 'वह मोरपंख और मुकुट अम्मा ने पहने हैं न? इस वेष के
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उखड़ जायगा । मैंने बहुत से युवा पुरुषों को देखा है जो एकबारंगी बहुत अधिक काम के कारण चक्कर खाते हुए सिर में भीगा रूगाल लपेटते हैं, थकं हुए मन में फुरती लाने के लियं दम पर दम गरमागरम चाय पीते है तथा इसी प्रकार के और अनेक उपाय करते हैंः अत्यंत हानिकारक है, यह भारी पागलपन है । इससे भाँति भाँति के रोग लग जाते हैं और शरीर उबड़ जाता है। मैंने ऐसे बहुत से लोगों को देखा है जो पढ़ने में अति करने के कारण अकाल ही काल के गाल में गए हैं। यदि वे अपने समय और श्रम का संयम पूर्वक उचित विभाग करते तोस हाथ न धोते । संयम और व्यवस्था इन बातों से बड़ा रहा होती है, युवा पुरुष को चाहिए कि वह अपने ही की परिमित और अपने कार्यों को नियमित करे । यदि मन का नियत समय पर एक एक विषय र लगाया जाय, तो वह बहुत कुछ कर सकता है। पर यदि उसे लगातार एक की ओर लगाकर उस पर एक ही समय में बहुत सा बोझा डाल दिया जायगा तो अंत में कुछ भी न हो सकेगा : लोगों की मृत्यु असंयम ही से होती है। नियमपूर्व कार्य करने से कोई नहीं मरता, बल्कि इतिहास और जीवनचरित इस बात के साक्षी हैं कि काम करने से मनुष्य दीर्घायु होता है। पड़ी पड़ी मुर्चा खाने से वस्तु जितनी जल्दी नष्ट होती है, उतनी व्यवहार में आने से नहीं । बेंजमिन फ्रैंकलिन नामक एक
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ट्वीट छोड़ने से पहले अनुराग ने लिखा था- इस नए भारत के लिए आप सभी को बधाई मुझे उम्मीद है कि आप आगे बढ़ेंगे। ये मेरा आखिरी ट्वीट हो सकता है क्योंकि मैं ट्विटर छोड़ रहा हूं। अनुराग कश्यप ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं। हमेशा हर मुद्दे पर वह अपने विचार खुलकर सोशल मीडिया पर रखते हैं। मगर हाल ही में कुछ ऐसा हुआ है कि अनुराग ने अपने ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया है। शनिवार को अनुराग ने अपने ट्विटर को डिलीट किया है। जिसके बाद से लगातार उनके इस एक्ट पर लोग कमेंट कर रहे हैं। अनुराग के ट्विटर से जाने के बाद फिल्म मेकर अशोक पंडित ने इसपर कमेंट किया। ट्वीट करके सबसे पहले उन्होंने अनुराग के इस एक्ट को नौटंकी बताया। इसके बाद अशोक पंडित ने लिखा , 'अनुराग इससे पहले भी ट्विटर छोड़ चुके हैं। जब उनकी फिल्म Bombay Velvet एक डिजास्टर हुई तब उन्होंने ऐसा ही कुछ किया था। निश्चित रूप से अपनी अगली रिलीज से पहले वह वापस आ जाएंगे। ' This is how #UrbanNaxals remain in news. वहीं अनुराग के इस एक्टर पर बोलते हुए फिल्म मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने लिखा, 'ये बिल्कुल गलत है। जब मुझे असॉल्ट किया गया था तब तुम मन ही मन इसकी खुशियां मना रहे थे। अब तुम अपनी विक्टिम बनने का नाटक करे हो। ऐसा कोई भी सेलेब्स नहीं है जिसे ट्रोल ना किया गया हो या धमकी ना मिली हो। आओ मेरा मैसेज देख तुम्हें तसल्ली होगी। पीछे हटने वाले कभी जीतते नहीं और जीतने वाले कभी पीछे नहीं हटते। ' There is no celeb who is not trolled/threatened. Come and check my DM, you will feel better. झूठी चिट्ठियाँ लिखोगे तो लोग ऊँगली उठाएँगे ही। और मैदान छोड़ के भागना था तो झूठी चिट्ठी लिखी ही क्यों? क्या हुआ, अब Minority के लिए सारी हमदर्दी उड़न छू? ऐसे आएगा क्या Revolution? वहीं दूसा ट्वीट करके विवेक ने लिखा, 'Comrade, जब अपनी बात पे लड़ने की हिम्मत ही नहीं तो फिर पॉलिटिक्स पे बेवजह बोलते ही क्यों हो। झूठी चिट्ठियां लिखोगे तो लोग ऊंगली उठाएंगे ही। और मैदान छोड़ के भागना था तो झूठी चिट्ठी लिखी ही क्यों? क्या हुआ, अब Minority के लिए सारी हमदर्दी उड़न छू? ऐसे आएगा क्या Revolution? ' ट्वीट छोड़ने से पहले अनुराग ने लिखा था- इस नए भारत के लिए आप सभी को बधाई मुझे उम्मीद है कि आप आगे बढ़ेंगे। ये मेरा आखिरी ट्वीट हो सकता है क्योंकि मैं ट्विटर छोड़ रहा हूं। कुछ दिनों पहले अनुराग की बेटी को रेप करने की धमकी दी गई थी जिसके बाद उन्होंने पीएम मोदी से गुहार लगाई थी। अब आखिरकार अनुराग ने अपना ट्विटर ही डिलीट कर दिया है।
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Prostado D डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। मरीज की उम्र, लिंग व स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी के आधार पर ही Prostado D की खुराक निर्धारित की जाती है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। नीचे दिए गए खुराक के खंड में इस बारे में पूरी जानकारी के साथ बताया गया है। Prostado D के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और ज्यादा बिगड़ जाते हैं या ठीक नहीं होते तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें। इसके अतिरिक्त Prostado D का लिवर, हृदय और किडनी पर क्या असर होता है इस बारे में नीचे Prostado D से जुड़ी चेतावनी के सेक्शन में चर्चा की गई है। इन उपरोक्त परिस्थितियों के अलावा Prostado D कुछ अन्य दवाओं के साथ लिए जाने पर गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती है। पूरी जानकारी के लिए नीचे दी गई जानकारी देखें। Tamsulosin बढ़े हुए प्रोस्टेट (सौम्य प्रोस्टॅटिक हाइपरप्लेशिया) के साथ पुरुषों में मूत्र त्याग करने में सुधार करने के लिए प्रयोग किया जाता है। Dutasteride का उपयोग पुरस्थ ग्रंथि में अतिवृद्धि (benign prostatic hyperplasia) के उपचार में किया जाता है। चिकित्सा साहित्य में Prostado D के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Prostado D का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।
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Latehar : जिले के महुआडांड़ प्रखंड में रामनवमी की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है. कोरोना काल के दो वर्ष बाद यहां रामनवमी भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. पूरा शहर महावीरी झंडे से पट गया है. हिंदू महासभा के अध्यक्ष मनोज जायसवाल और बजरंग दल के पलामू विभाग के संयोजक सूरज साहू की अगुवाई में बैठक की गयी. इस बैठक में रामनवमी की तैयारियां और कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गयी. (पढ़ें, पलामू : पानी की समस्या दूर करने के लिए जल्द करें खराब चापाकलों की मरम्मत - DC) बैठक में फैसला लिया गया कि नवरात्र के सप्तमी तिथि को स्थानीय दुर्गा मंदिर से महावीर मंदिर तक मंगला जुलुस निकाली जायेगा. अष्टमी तिथि को संध्या जुलुस और रामनवमी को बाईक जुलुस और शोभा यात्रा निकाली जायेगी. दुर्गा वाहिनी शौर्य पथ संचलन और बजरंगियों की झांकी रामनवमी में विशेष आकर्षण का केंद्र होगी. आयोजन की सफलता के लिए विश्व हिंदू परिषद के प्रदीप जयसवाल, विहिप के मंत्री नितीश कुमार, खंड कार्यवाह राजन साहु अभाविप के उज्जवल धनुष, बजरंग दल के आयुष जायसवाल, नगर संयोजक रोहित ठाकुर, ग्रामीण संयोजक रोहित कुमार, राजा राम, सतीश कुमार ,जयंत कुमार, दीपक कुमार, अंकित जायसवाल, निरंजन जायसवाल व मुकेश लाल सहित कई सदस्य सक्रिय हैं.
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कोई भी भावनात्मक जुड़ाव दो लोगों के बीच के बंधन को मजबूत नहीं कर सकता। चाहे दोस्ती हो, प्यार हो या शादी। किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में भावनात्मक जुड़ाव अहम भूमिका निभाता है। साथ ही पार्टनर के बीच अंतरंगता, विश्वास, पसंद और प्यार बनाए रखना भी जरूरी है। लेकिन समय के साथ दोस्ती, प्यार, शादी जैसे किसी भी रिश्ते में भले ही दिन बीत जाएं, कुछ भावनात्मक जुड़ाव कुछ कम होने की संभावना रहती है। इससे आपके रिश्तों में काफी समय लगेगा। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता ऐसी गलतियों के बिना आराम से और सुचारू रूप से चले, तो आपको भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाने की जरूरत है। लेकिन ऐसे संकेत हैं कि आपके बीच का भावनात्मक जुड़ाव कम हो गया है। आइए अब इसका पता लगाएं। संचार किसी भी रिश्ते में महत्वपूर्ण है। इसकी कमी के कारण दो लोगों के बीच समस्याएं और संघर्ष उत्पन्न होते हैं। अगर पार्टनर अपने विचार, फीलिंग्स और एक्सपीरियंस शेयर न करें. . तो दोनों एक दूसरे से अलग-थलग महसूस करते हैं। साथ ही भावनात्मक रूप से जुड़ने में भी दिक्कत होती है। अंतरंगता सिर्फ शारीरिक नहीं है। भावना भी। अंतरंगता की कमी, जैसे हाथ पकड़ना, गले मिलना या व्यक्तिगत मामलों के बारे में बात करना, भावनात्मक जुड़ाव की कमी को दर्शाता है। भावनात्मक संबंध बनाने और बनाए रखने के लिए एक साथ समय बिताना महत्वपूर्ण है। यदि साथी एक साथ समय बिताने का प्रयास नहीं करते हैं, तो यह भावनात्मक जुड़ाव की कमी को दर्शाता है। किसी भी रिश्ते में दिक्कतें आना आम बात है। लेकिन भागीदारों को मिलकर मतभेदों को सुलझाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह भावनात्मक जुड़ाव की कमी को दर्शाता है। ट्रस्ट भावनात्मक संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि यह एक न हो तो सब कुछ खो जाता है। अगर कोई भरोसा नहीं है, तो पार्टनर अपने बगल में आदमी होने पर भी दूरी महसूस करता है। भावनात्मक संबंध बनाए रखने के लिए भावनात्मक समर्थन महत्वपूर्ण है। अगर पार्टनर एक-दूसरे को इमोशनल सपोर्ट नहीं देते हैं. . तो यह इमोशनल कनेक्शन की कमी को दर्शाता है। यदि इनमें से कोई भी लक्षण आपके रिश्ते में दिखाई दे तो तुरंत उसका समाधान करें। एक भावनात्मक बंधन विकसित करें। तभी आपका प्यार दशकों तक सुरक्षित रहेगा। आपका जीवन भी आरामदायक और सुगम होगा। दोनों को साथ में क्वालिटी टाइम स्पेंड करना चाहिए, जब कोई प्रॉब्लम हो तो साथ में बैठकर बातें करनी चाहिए, साथ में चीजें करनी चाहिए, एक-दूसरे में प्यार और भरोसा पैदा करना चाहिए। किसी भी रिश्ते में इमोशनल बॉन्ड बहुत जरूरी होता है। लेकिन यही बात तय कर सकती है कि आप दोनों के बीच प्यार बढ़ेगा या घटेगा। पहले संकेत देता है। इन्हें पहचानिए और जीवन को खुशहाल बनाइए। जीवनसाथी के कार्यों के माध्यम से उनकी भावनाओं का निरीक्षण करना चाहिए और उसके अनुसार समायोजन करना चाहिए।
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मेरठ के थाना परतापुर क्षेत्र में मारुति के राधा गोविंद शोरूम पर कार मालिक और उसके साथियों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान मालिक ने शोरूम में अंडे, टमाटर और जूते भी फेंके। इससे शोरूम में हड़कंप मच गया और कर्मचारियों ने पीछे के दरवाजे से भागकर जान बचाई। बता दें कि दिल्ली रोड पर मारुति के राधा गोविंद शोरूम में मारुति स्विफ्ट कार मालिक सुशील पुत्र यशपाल निवासी सुपरटेक और उनके एक दर्जन साथियों ने हंगामा करते हुए शोरूम में अंडे, टमाटर और जूते फेंके। कार मालिक ने बताया कि उन्होंने मार्च के महीने में राधा गोविंद शोरूम से स्विफ्ट कार खरीदी थी जिसका इंश्योरेंस भी शोरूम द्वारा किया गया था। कुछ ही दिन बाद गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद उन्होंने कार को शोरूम में ठीक होने के लिए दे दिया। आरोप है कि ढाई महीने से भी ज्यादा बीत जाने के बाद शोरूम कर्मचारी स्विफ्ट कार को ठीक नहीं करा पाए। इससे आक्रोशित होकर कार मालिक सुशील बुधवार को अपने साथियों के साथ शोरूम में पहुंच गया। इस दौरान उन्होंने कार को बाहर निकालकर आग लगाने की बात कही। लेकिन जब कार शोरूम से बाहर नहीं निकल पाई तो उन्होंने अंडे, टमाटर और जूतों की शोरूम में बरसात कर दी। वहीं हंगामा बढ़ता देख शोरूम में काम करने वाले कर्मचारी शोरूम को छोड़कर पीछे से भाग खड़े हुए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची परतापुर पुलिस को कार मालिक ने बताया कि इस शोरूम में आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिलता है। ढाई महीने से कार ठीक कराने के लिए दिन प्रतिदिन चक्कर काट रहे हैं। लेकिन आज तक कार को ठीक नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि शोरूम कर्मचारियों की मनमानी के चलते यह कदम उठाया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही कार को ठीक करके नहीं दिया गया तो वह कार को बाहर निकालकर उसमें आग लगा देंगे। नोट- इन खबरों के बारे आपकी क्या राय हैं। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें। Read the latest and breaking Hindi news on amarujala. com. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with amarujala. com to get all the latest Hindi news updates as they happen.
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'आज मैं सवाल पूछूंगा।' सक्सेना ने बिस्तर की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'बैठो।' राधा को एकाएक कमजोरी महसूस हुई और उबकाई सी आने लगी । वो बिस्तर की तरफ वापस लौटी और बैठ गई, उसे अच्छा लगा। किसी वजह से उसके पैर अस्थिर लग रहे थे। 'नशीली दवाओं का असर है ये,' फ्रीमैन ने सक्सेना को बताया, राधा की बेचैनी देखकर उसने वजह का सही अनुमान लगाया था। 'उबकाई और कमजोरी।' 'कौन है यह?' राधा की आवाज में अभी भी विद्रोह था। 'अरे, मैंने तुम्हें मिलवाया नहीं।' सक्सेना ने फ्रीमैन की तरफ इशारा करते हुए कहा । 'डॉक्टर गैरी फ्रीमैन। जेनेटिक्स एक्सपर्ट और टाइटन फार्मास्युटिकल्स में जेनेटिक्स विभाग के प्रमुख। वो हमारे लिए कई सालों से एक गुप्त प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। और ये बहुत जल्दी एक बड़ी खोज करने वाले हैं। अब मुझे मेरे सवालों के जवाब दो। पहला सवालआईबी को हमारे मिशन के बारे में क्या पता है?' राधा सकते में आ गई। वो बिलकुल नहीं जानती थी कि किस मिशन के बारे में वो पूछ रहा है। लेकिन अब वो इतना जानती थी कि इमरान का संदेह सही निकला है। टाइटन फार्मास्युटिकल्स कहीं ना कहीं बर्बाद हुए मेडिकल सेंटर के क्लीनिकल ट्रायल के पीछे है। लेकिन एक जेनेटिक एक्सपर्ट का क्लीनिकल ट्रायल में क्या काम? सक्सेना के चेहरे पर खीझ दिखने लगी । 'मुझे जवाब चाहिए,' उसने सख्ती से कहा। 'चुप रहने का कोई फायदा नहीं है। हमारे पास तुम्हारा मुंह खोलने के और भी तरीके हैं, दर्दनाक तरीके। मैं तुम्हारे साथ नरमी से पेश आ रहा हूं। मेरे धैर्य की परीक्षा मत लो।' 'मुझे नहीं मालूम कि तुम क्या बात कर रहे हो।' राधा की यह जानने में कोई दिलचस्पी नहीं थी कि सक्सेना के पास उससे जवाब निकलवाने के क्या तरीके हैं। 'मुझे तुम्हारी बात पर भरोसा नहीं है। तुम मेरे ऑफिस में जासूसी करने आई थी, पत्रकार बनकर। तुम खुफिया ब्यूरो से जुड़ी हो । किस हैसियत में, यह अभी मुझे नहीं मालूम। तुम्हारे पास पूर्वी दिल्ली की मेडिकल फैसिलिटी में लगी आग से जुड़ी सारी जानकारी थी । यहां तक कि मरीजों के लिए बनी कोठरियों तक की। तुम साफतौर पर हमारे बारे में काफी कुछ जानती हो।' राधा के चेहरे पर आश्चर्य के भाव उमड़ आए। ये लोग कैसे जानते हैं कि मैं आईबी के साथ हूं? 'मुझे सच में नहीं मालूम कि तुम किस बारे में बात कर रहे हो,' उसने दबी आवाज में अपना विरोध दर्ज कराया, वो उनकी जानकारी से हक्की - बक्की रह गई थी। 'मेरा खुफिया ब्यूरो से कोई लेना-देना नहीं है।' सक्सेना बनावटी ढंग से मुस्कुराया। 'हमें कम करके ना आंको,' उसने उसे चेतावनी के अंदाज में कहा। 'हमारी दूसरी टीम तुम सब लोगों पर नजर रख रही है। हमें मालूम है कि तुम सभी, उस आईबी एजेंट समेत, जौनगढ़ किले में एक साथ थे, जो तुम्हारे मंगेतर का है।'
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भरमौर -उपमंडल की ग्राम पंचायत होली के मझारण गांव में बुधवार को रीछ ने हमला कर ग्रामीण को बुरी तरह से लहूलुहान कर दिया। रीछ के हमले में घायल ग्रामीण का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होली में उपचार चल रहा है। जहां घायल की हालत में सुधार बताया जा रहा है। घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। फिलहाल वन विभाग की ओर से रीछ के हमले में ग्रामीण को कोई फौरी राहत प्रदान नहीं की गई है। होली पंचायत के मझारण गांव का पंजाबा राम बुधवार सवेरे घर से महज पांच सौ मीटर दूर खेतों में पशुओं को चरा रहा था। इस दौरान घात लगाकर बैठे रीछ ने अचानक पंजाबा राम पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि पंजाबा राम ने रीछ का डटकर मुकाबला किया और मदद के लिए आवाजें भी लगाइर्ं। पंजाबा राम के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहंुचे ग्रामीणों को देखकर रीछ मौके से भाग गया। ग्रामीणों ने तुरंत रीछ के हमले में घायल पंजाबा राम को उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होली पहंुचाया। रीछ के हमले से पंजाबा राम के सिर समेत शरीर के अन्य हिस्सों में चोंटे आई हैं। उधर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्ग होली के मेडिकल आफिसर डा. विवेक शर्मा ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि घायल की हालत खतरे से बाहर है। इस बावत वन विभाग को भी सूचित कर दिया गया है। नतीजतन नियमों के तहत विभाग घायल को राहत प्रदान करेगा।
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नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर चल रही उच्च स्तरीय बैठक समाप्त हो गई है। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आईबीचीफ, रॉ चीफ सहित गृह मंत्रालय के कई बड़े अधिकारी शामिल हुए। लगभग सवा घंटे तक चली इस बैठक में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए पांच बिन्दुओं पर फैसले लिए गए। - बैठक में निर्णय लिया गया कि आतंकियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर उनका खात्मा किया जाएगा। - अनरजिस्टर्ड गाड़ियों और तीर्थयात्रा करने से पहले यात्रियों पर कड़ी नजर रखी जाए, दर्शन कर लौटने वाले तीर्थयात्रियों पर भी नजर रखी जाएगी। - गृहमंत्रालय के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैठक में फैसला लिया गया है कि सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए ड्रोन से अमरनाथ यात्रियों की बसों पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही CRPF डीजी आर आर भटनागर कश्मीर में जाकर बालटाल और पहलगाम के रूट की सुरक्षा को और पुख्ता करके ग्राउंड रिपोर्ट गृहमंत्री राजनाथ सिंह को सौंपेंगे। - गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर को भी जम्मू कश्मीर जाने के लिए कहा है। दोपहर तीन बजे गृह राज्य मंत्री दिल्ली से कश्मीर के लिए रवाना होंगे। राजनाथ वहां जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह, राज्यपाल एन एन वोहरा और सुरक्षा बलों के साथ बैठक करेंगे। - रियल टाइम Actionable Intelligence input को और मजबूत करने को लेकर गृह मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए हैं. साथ ही आतंकियों के मुवमेंट की रियल टाइम जानकरी शेयर करने को लेकर भी इस बैठक में बात हुई है।
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चीन के हज़ार वरस होगये । जंगल के आश्रम, जहाँ विद्वान् ब्राह्मण अपने शिष्यों के साथ रहा करते थे, बढ़कर बड़े-बड़े विश्व विद्यालय बन गये, और विद्या के इन केन्द्रों में वे सब विषय पढ़ाये जाते थे जिनका उस समय तक मनुष्य को ज्ञान हो सका था। ब्राह्मण युद्धकला भी सिखलाते थे । तुम्हें याद होगा कि महाभारत में पाण्डवों के द्रोणाचार्य थे । वह ब्राह्मण थे और अन्य विषयों के अलावा युद्धकला की भी शिक्षा देते थे। चीन के हज़ार बरस बाहरी दुनिया से एक ऐसी खबर मिली है जिससे तबियत में परेशानी और दुःख होता है। लेकिन साथ ही उसे सुनकर हृदय गर्व और आनन्द से फूल उठता है । हम लोगों ने शोलापुरवालों की किस्मत का फैसला सुन लिया। इस खेदजनक समाचार के फैलने पर देशभर में जो कुछ हुआ उसका भी थोड़ा-बहुत हाल हमें मालूम होगया। जबकि हमारे नौजवान अपनी जान पर खेल रहे हैं और हजारों मर्द और औरतें निर्दय लाठी का मुक़ाबिला कर रहे हैं, मेरे लिए यहाँ चुपचाप मुश्किल होगया। लेकिन इससे भी हमें अच्छी ट्रेनिंग मिल रही है। मेरा खयाल है कि हममें से हरेक स्त्री और पुरुष को अपनी कठिन से कठिन परीक्षा करने के बहुत मौके मिलेंगे। इस समय तो यह जानकर दिल को खुशी होती है कि हमारे लोग तकलीफ़ों और मुसीबतों का सामना करने के लिए कैसी हिम्मत से आगे बढ़ रहे हैं और कैसे दुश्मन का हरेक नया हथियार और प्रहार इन लोगों को ज्यादा-से-ज्यादा ताकतवर और मुक़ाबिला करने के लिए अधिक से अधिक दृढ़ बना रहा है । जबे कमरों की खबरों से भरा हो, तो उसके लिए दूसरी बातों का ख्याल करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन कोरी उपेसे भी कोई खास फ़ायदा नहीं होता, इसलिए, और अगर कोई ठोस काम करना हो तो हमें अपने मन पर काबू करना ही चाहिए । इसलिए आओ, हम पुराने जमाने को लौट चलें और अपनी मौजूदा परेशानियों से दूर हटकर डेरा डालें। चलो, अब प्राचीन इतिहास में हिन्दुस्तान के भाई चीन के पास चलें । चीन में और पूर्वी एशिया के जापान, कोरिया, इण्डोचाइना, स्थाम, बरमा जैसे और मुल्कों में हमारा आर्य जाति से कोई सरोकार नहीं नहीं तो मंगल जातियों से परिचय करना पहुँगा ।
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लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और कांग्रेस में प्रदेश के भीतर गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। लोकसभा चुनाव के संभावित प्रत्याशियों के बीच खींचतान भी तेज हो गई है। ताजा मामले में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के गुट आमने-सामने हो गए हैं। हरिद्वार ग्रामीण जिले से हरिद्वार सीट के संभावित दावेदारों में नाम शामिल नहीं किए जाने से खफा पूर्व सीएम व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने फेसबुक पर तल्ख टिप्पणी की। उन्हें हटाए जाने को लेकर हरिद्वार में बाहरी और भीतरी को लेकर उठ रहे शोर पर भी उन्होंने अपने अंदाज में प्रहार किया। कांग्रेस के लिए अगला लोकसभा चुनाव करो या मरो बन गया है। पार्टी हाईकमान इस संबंध में सभी को एकजुटता से आगे बढ़ने की हिदायत दे चुका है। बावजूद इसके दिग्गज नेताओं के बीच रह-रहकर तलवारें खिंच रही हैं। पार्टी के भीतर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समर्थक गाहे-बगाहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को निशाने पर लेने से नहीं चूक रहे। लोकसभा चुनाव को लेकर निकाली गई परिवर्तन यात्रा के दौरान भी दोनों ही खेमों में दूरियां सामने आ चुकी हैं। अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने लोकसभा सीटों के लिए दावेदारों का पैनल भेजने का जिम्मा जिला और महानगर कांग्रेस कमेटियों के सुपुर्द किया है। बताया जा रहा है कि इस कड़ी में हरिद्वार ग्रामीण से लोकसभा सीट के लिए भेजे गए संभावित प्रत्याशियों के पैनल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम शामिल नहीं है। उनके स्थान पर पैनल में पूर्व सांसद हरपाल साथी, वरिष्ठ नेता राम सिंह सैनी और पूर्व जिलाध्यक्ष संजय पालीवाल का नाम शामिल है। हरिद्वार संगठन के इसी पैनल से हरीश रावत खफा बताए जा रहे हैं। उन्हें बाहरी बताते हुए खारिज किए गए उनके नाम पर उन्होंने फेसबुक पर टिप्पणी भी की। उन्होंने माफियाओं के नाम लेते हुए क्षेत्र के कुछ नेताओं पर इशारों में ही हमला भी बोला। हालांकि, इस पर जवाब में तीखी टिप्पणियां आने पर इसे फेसबुक वॉल से हटा दिया गया। गौरतलब है कि पूर्व सीएम हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट से पिछला विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। हरीश रावत की टिप्पणी से ठंड के बावजूद प्रदेश का सियासी माहौल गर्म रहा। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका दूरभाष नंबर स्विच ऑफ मिला।
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छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के कलेक्टर रणबीर शर्मा को एक युवक के साथ अमानवीय व्यवहार करने के मामले में उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं. छत्तीसगढ़ सीएम के कार्यालय ने बताया कि IAS गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का नया जिला कलेक्टर नियुक्त किया गया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य प्रशासन ने IAS अधिकारी शर्मा का तबादला संयुक्त सचिव (प्रतीक्षारत) के रूप में नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (सचिवालय) में कर दिया है. क्या था मामला? सूरजपुर के कलेक्टर रणवीर शर्मा अपने पूरे लाव लश्कर के साथ कोविड के चलते राज्य में लगे लॉकडाउन का मुआयना करने निकले थे. एक युवक को पुलिस ने रोका तो वह कलेक्टर के पास एक कागज़ और मोबाइल फोन पर कुछ दिखाने की कोशिश में पहुंचा. अचानक से कलेक्टर भड़क गए और उन्होंने उसका पहले फोन जमीन पर पटका और फिर उसे थप्पड़ मारा. कलेक्टर ने इसके बाद अपने साथ चल रहे पुलिस बल से कहा कि वो युवक रिकॉर्डिंग कर रहा था. इसके बाद कलेक्टर ने युवक को मारने का आदेश दे दिया. इस घटना का वीडियो किसी ने रिकॉर्ड कर लिया और ये सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. सोशल मीडिया पर रणवीर शर्मा को हटाने की मांग की गई और उसके बाद सीएम बघेल ने उनके ऊपर कार्रवाई करने का निर्णय लिया.
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आए दिन सभी लोगों को इस तरह के शब्द अपने परिवार में सुनने को मिलता रहता है। इसमें कोई नई बात नहीं है। होनी भी नहीं चाहिए। लेकिन हर परिवार में कहने का अंदाज अलग होता है। परिस्थिति अलग होती है। कभी पत्नी (हाउसवाइफ, कामकाजी औरतें नहीं) कहेगी कि खाली दिन भर बैठकर समाचारपत्र पढ़ते या टीवी देखते हैं तो कभी कहेगी कि दिन भर कोई काम नहीं खाली सोते रहते हैं। । या... ऐसे ही कुछ. . नित... नए अनुभवों से . . हर किसी को . . दो. . चार होना पड़ता है। कई बार, पत्नी अगर पति से गुस्से में हो तो वो अपनी खींझ उतारने के लिए कभी बच्चों पर बरसती है तो कभी अपने पड़ोसन पर गुस्सा उतारती है, लेकिन अगर पड़ोसन उस पर भारी हो तो अपना गुस्सा उतारने के लिए वह बहाने ढ़ूंढ़ते रहती है। इस बीच, अगर भूलवश पति ने खाना मांग लिया तो उसकी खैर नहीं। मेरा सर खा लो... से लेकर पता नहीं, वो क्या-क्या बक सकती है। तो ऐसे मौके पर जरा सावधान ही रहें। विशेषकर परिवार की शांति की खातिर। अगर, आपको फूलगोभी के साथ मटर या आलू-पनीर की सब्जी पसंद है तो आपको बैंगन का भर्ता मिलेगा। चाहे आप इसे खाना पसंद करते हैं या नहीं, लेकिन आपको अभी मौके की नजाकत को भांपते हुए चुपचाप से खाना पड़ेगा। वैसे भी आजकल जमाना आपकी बात सुनने से रहा। औरतों का जमाना है। आप पर औरतों को प्रताड़ित करने का आरोप लग सकता है। आपको सजा हो सकती है। समाज भी आपका साथ देने से रहा। जो लोग आपके साथ हमकदम-हमप्याला बने रहते थे। अब वो भी आप पर शक करने लगेंगे। कोई तो बात है। इन्हीं दिनों के लिए पुरानी कहावत है - धुंआ तभी उठता है, जब कहीं आग लगी होती है। लोग मॉर्निंग वाक के समय आपके बारे में चटखारे लेकर बातें करेंगे - कुछ तो बात होगी, तभी तो आज शर्मा जी उदास चल रहे हैं। शायद, फिर से उनकी पत्नी से मनमुटाव हो गया है। आखिर, शर्मा जी भी करें, तो क्या करें। बेचारे! सहने की भी एक सीमा होती है, कुछ कह दिया होगा, सुनते-सुनते। लेकिन उनकी पत्नी भी कहां कम है। हर बात में जवाब तो जैसे उनके जुबान पर ही होता है। एक बात कहो नहीं कि पूरा खानदान लपेटे में ले लेती है। सारा उदाहरण दे देती है कि मेरे मायके में तो ऐसा होता था। वहां मेरी मां का राज चलता है। किसी की हिम्मत जो उनसे कुछ कहे। अब बात कुछ, वो ले जायें कहीं और!
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जिस तरह से पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गये हैं उससे लोग काफी परेशान हैं। लोगो का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में इतनी बढ़ोत्तरी तो पहले कभी नहीं हुई। इसके खिलाफ देश भर की कई जगहों पर धरना-प्रदर्शन भी हो रहा है। हमने इस बढ़ती महंगाई के बारे में हमारे देश के युवा की क्या राय है, यह जानने की कोशिश की। सरकार के द्वारा बढ़ाये गए पेट्रोल-दिसेल के दामों से युवा काफी निराश हैं। युवाओं का कहना कि सरकार दिन प्रति दिन मंहगाई बढ़ाती जा रही है, और जिन चीज़ों पे ध्यान देना चाहिए जैसे रोज़गार, उसपर ध्यान नहीं दे रही है। जब युवा बेरोज़गार ही हैं तो वो कहाँ से इतना पैसा लाएंगे कि पेट्रोल डीजल खरीद सकें और किसी भी प्रकार की यात्रा कर सकें। युवाओं का यह भी कहना है कि पेट्रोल डीजल के दामों के साथ और भी ज़रूरी चीज़ों के दाम बढ़ गए हैं, जैसे दाल, चावल और घरेलु सामग्री में भी बहुत महंगाई बढ़ गयी है। पहले जैसे लोग दस कदम दूरी के लिए भी बाइक उठा लेते थे अब वो लोग एक किलोमीटर की दूरी भी साइकिल से तय कर रहे हैं। सबसे ज़्यादा परेशानी तो किसान और मज़दूर वर्ग को हो रही है जिनकी आमदनी इतनी नहीं है कि वो रोज़ रोज़ इतना महंगा पेट्रोल- डीजल खरीद कर व्यापार करने या कसी और ज़रुरत से बाहर जा पाएं। अब देखना यह होगा कि सरकार लोगों की बात मान कर इनके दामों में गिरावट लाएगी या महंगाई का यही हाल रह जायेगा।
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आज कार्य क्षेत्र में कार्यरत लोगों को महत्वपूर्ण कार्य में सफलता एवं धन लाभ होगा. घर परिवार में कोई धार्मिक व मांगलिक कार्यक्रम संपन्न होने के योग बनेंगे. आज कार्यक्षेत्र में नए सहयोगी बनेंगे. नौकरी में पदोन्नति होने के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी. राजनीति में आपको अपार जनसमर्थन एवं सहयोग मिलेगा. आज नौकरी में स्थानांतरण के योग हैं. आपको किसी जरूरी कार्य से घर से दूर जाना पड़ेगा. व्यापार में कुछ समस्या आ सकती है. किसी महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेदारी नए व्यक्ति के हाथों में न दें. आज पूजा आराधना में अत्यधिक समय व्यतीत होगा. आज कुछ छोटी-छोटी समस्याएं उत्पन्न होती रहेगी. अपनी समस्याओं को अधिक न बढ़ने दें. आज कोर्ट कचहरी के मामले में निर्णय आपके पक्ष में आ सकता है. खेलकूद प्रतियोगिता में उच्च सफलता एवं सम्मान मिलेगा. व्यापार में नए सहयोगी बनेंगे. आज आध्यात्मिक कार्यों में अभिरुचि रहेगी. किसी महत्वपूर्ण कार्य में सफलता मिलेगी. राजनीति में किसी उच्च पदस्थ व्यक्ति से भेंट होगी. नौकरी में पदोन्नति के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी. आज व्यापार में नए सहयोगी बनेंगे. किसी महत्वपूर्ण कार्य में आई बाधा सरकारी सहयोग से दूर होगी. व्यापारिक यात्रा सुखद एवं सफल रहेगी. आज नौकरी के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति गुप्त शत्रुओं से सावधानि बरतें. नौकरी में आपको महत्वपूर्ण पद से हटाया जा सकता है. अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें. जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय न लें. आज कोई महत्वाकांक्षा पूर्ण होगी. किसी महत्वपूर्ण कार्य से आपको यात्रा पर जाना पड़ सकता है. किसी विशिष्ट व्यक्ति से मार्गदर्शन एवं सानिध्य प्राप्त होगा. आज कार्य क्षेत्र में किसी अधूरे कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी आपको मिलेगी. राजनीति में अत्यधिक बोल चाल से बचें. किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा. आज भूमि संबंधी कार्य में संलग्न लोगों को विशेष सफलता प्राप्त होगी. कार्यक्षेत्र में नए लोगों से सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा. किसी महत्वपूर्ण कार्य में कड़ी मेहनत के बाद सफलता मिलेगी. आज संतान सुख में वृद्धि होगी. किसी अभिन्न मित्र से भेंट होगी. परीक्षा प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी. कार्य क्षेत्र में नए सहयोगी बनेंगे. व्यापार में धैर्य एवं लगन के साथ कार्य करें. किसी के कहे सुने में न आएं.
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हैदराबाद, पांच मई (भाषा) जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सेना के तकनीशियन पाब्बल्ला अनिल का पार्थिव शरीर शुक्रवार को यहां लाए जाने के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। हैदराबाद, पांच मई (भाषा) जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सेना के तकनीशियन पाब्बल्ला अनिल का पार्थिव शरीर शुक्रवार को यहां लाए जाने के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार, जनरल ऑफिसर कमांडिंग हेडक्वार्टर तेलंगाना और आंध्र उप क्षेत्र के मेजर जनरल राकेश मनोचा ने यहां वायु सेना स्टेशन हकीमपेट में अनिल को पुष्पांजलि अर्पित की। तेलंगाना के रहने वाले बहादुर जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय सेना ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। विज्ञप्ति में बताया गया है कि अनिल के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से राजन्ना सिरसिल्ला जिले के उनके पैतृक मल्कापुर गांव ले जाया गया है और वहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। गौरतलब है कि सेना का एक हेलीकॉप्टर किसी तकनीकी खामी के चलते जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बृहस्पतिवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके कारण इसमें सवार तकनीशियन अनिल की मौत हो गई और दो पायलट घायल हो गए। यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
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आज भी केशव निर्मला की सही पहचान नहीं कर सका है। वह बोलती है, हॅसती है और बात बात में मीठी चुटकी ले लेती है। फिर नव निर्मित वातावरण में चुपचाप छुप कर रह जाती है। केशव उस कुहरे को नहीं छेद पाता है । वह तो उसके मनके भीतर पैठ, उसके मन का ताला तोड़ कर पूछ लेना चाहता है - क्यों निमू रानी, आज तुम्हारी वे सब शरारतें कहीं काफूर हो गई हैं। वह खुश मिजाजी और उस मस्ती की दुनिया को छोड़ हो ? आज तो तुम में पिछली सी सजावट नहीं पाता हूँ । न साधारण शोखी ही बची है । न तुम तकरार करती हो । तुम्हारा खिला चेहरा फीकासा दीख रहा है। जब कि गृहस्थी का नाग इसी भाँति लड़कियों को डस लेता है, तब तुम लोग कोई सही उपाय क्यों नहीं कर लेती हो कि अलसा न सको । यदि किसी भावुकता के कारण मन मुरझा जाता है, तो उसका उपचार न करना भूल होगी। यह विज्ञान का युग है, जहाँ कि उस जंक को मिटा डालना ही हितकर होगा । और आज के इनसान की विचारधारा इतिहास की कई पगडंडियाँ लाँघ चुकी है । अब वह आदिम साम्यवाद, दासप्रथा, सामन्तवाद तथा पूँजीवाद की भारी-भारी मंजिलें तय कर चुका है। आज भावुकता की कसौटी पर निर्माण की भावना को परखना अनुचित होगा। तुम को कौन-सी उलक्रन है ? जीवन में कोई अड़चन हो, तो उसका निपटारा हो ही जाना चाहिए । अपने व्यक्तित्व के प्रति सन्देह करके उसे मिटा डालने की चेष्टा करना शुभ नहीं है । न नष्ट हो जाने की भावना जीवन का सही प्रतीक है। मौत भी सबल छुटकारा नहीं है। तभी निर्मला बेची को गोद में लिए आई और कुर्सी पर बैठ कर दूध पिलाने लगी । सरलता से बोली, "ज पाँचवी बोतल टूट गई। बाजार में ठीक से बोतलें नहीं मिल रही हैं और रबर तो बिलकुल सड़े-गले हैं ।" केशव देख रहा था कि माँ में कोई खास उत्साह नहीं हैं। बच्चों को पह
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करीब चार महीने पहले भारत में लगी पूर्णबंदी से बेरोजगारी में भारी इजाफा हो गया है। यों भारत में कोरोना वायरस के आगमन से पहले ही अर्थव्यवस्था बहुत मंदी चल रही थी। पूर्णबंदी लागू होने के बाद देश और दुनिया ने पलायन की जो तस्वीरें देखीं, वे अभी तक लोगों के जेहन में हैं। एक बात सच यह कि यह पलायन कोरोना के डर से जितना नहीं हुआ, उससे ज्यादा मजदूरों की खाली जेब की वजह से हुआ। करोड़ों की तादाद में जो पलायन हुआ था, वह सिर्फ बाजारों, उद्योगों और लोगों के काम बंद होने के कारण ही हुआ। जब इतनी संख्या में लोग ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे तो वहां अलग से रोजगार का संकट बढ़ गया, जो पहले से मौजूद था। यों भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रच्छन्न बेरोजगारी देखने को मिलती है, जहां खेतों में दो लोगों की जगह पूरा परिवार खेती में लगा होता है। ऐसे में दोबारा गांव से शहरों को पलायन होना निश्चित है, जो अब फिर शुरू भी हो रहा हैं। यह समझा जा सकता है कि लोग किन मुश्किलों से दो-चार हो रहे हैं। भूख से तड़प कर और सम्मान पर चोट सह कर कोई कितने दिन जी लेगा! लेकिन एक चिंता यह भी हैं कि अब शहरों में भी पहले जितना रोजगार नहीं रहा। शहरों में रहने वाले तमाम लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। अब महानगरों में रोजगार पहले से बड़ी समस्या बन चुकी है और ग्रामीण पलायन से यह और बढ़ जाएगी। वैसे सरकार रोजगार के क्षेत्र में कई काम करने का दावा कर रही हैं, लेकिन बेरोजगारी की रफ्तार जिस तरह बढ़ रही है, उसके भयावह नतीजे हो सकते हैं।
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नई दिल्लीः भगवान सूर्य की पूजा रविवार के दिन की जाती है. सूर्यदेव की पूजा घर और समाज में मान-सम्मान और दरिद्रता से छुटकारा पाने के लिए की जाती है. इसके साथ ही धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए सूर्य देव की पूजा की जाती है क्योंकि वह यश और वैभव के देवता हैं. रविवार के दिन सूर्य उपासना करना बेहद पुण्यदायी माना जाता है. कहा जाता है कि भगवान सूर्य संकटों से रक्षा भी करते हैं. ऐसे में अगर आप अपने जीवन की समस्याओं का समाधान चाहते हैं तो आज यानी रविवार के दिन सूर्य भगवान की पूजा जरूर करें. रविवार के दिन सूर्य को चल अर्पित करें. हालांकि अगर आप रोज ऐसा करते हैं तो ये बहुत अच्छा है. दरअसल रविवार के दिन सूर्य को जल अर्पित करने का अपनी ही एक महत्व है. लेकिन रविवार को सू्र्य भगवान की अराधना से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है. इसलिए रविवार के दिन इन बातों का रखें विशेष ध्यान. रविवार के दिन विशेष रूप से ध्यान रखें कि सुबह उठकर नहाने के बाद ही सूर्य भगवान को जल अर्पित करें. जल अर्पित करने के लिए तांबे के लौटा लें और उसमें जल भरें. इसके साथ ही लौटे में चावल-फूल डालें. इसके साथ ही रविवार के दिन पीले या लाल वस्त्र, तांबे का बर्तन, गेंहू, गुड़, माणिक्य, लाल चंदन आदि चीजों का दान करें. वहीं सूर्य भगवान को प्रसन्न करने के लिए रविवार को व्रत रखें, जल अर्पित करने के बाद धूप और दीप से उनका पूजन करें. दिन में सिर्फ एक बार फलहाल करें.
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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि अगर आरएसएस को लगता है कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए किसी आंदोलन की जरूरत है तो उसे नरेंद्र मोदी सरकार गिरा देना चाहिए। मुंबई शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि अगर आरएसएस को लगता है कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए किसी आंदोलन की जरूरत है तो उसे नरेंद्र मोदी सरकार गिरा देना चाहिए। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने इससे पहले शुक्रवार को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए वह इस मुद्दे पर कोई आंदोलन छेड़ने में नहीं हिचकिचाएगा। सेना मुख्यालय में मीडिया के साथ बात करते हुए ठाकरे ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने आरएसएस के समूचे अजेंडे को नजरअंदाज किया है। शिवसेना के प्रमुख ने कहा, 'मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद राम मंदिर का मुद्दा दरकिनार कर दिया गया। जब शिवसेना ने मुद्दा उठाया और मंदिर निर्माण पर जोर देने का फैसला किया तो आरएसएस अब इस मांग पर जोर देने के लिए आंदोलन की जरूरत महसूस कर रहा है। ' ठाकरे ने कहा, 'एक मजबूत सरकार होने के बावजूद अगर आप (आरएसएस) किसी आंदोलन की जरूरत महसूस करते हैं तो इस सरकार को गिरा क्यों नहीं देते। ' इससे पहले आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन पर संघ महासचिव भैयाजी जोशी ने शुक्रवार को कहा कि संघ 'अगर जरूरत पड़ी तो राम मंदिर के लिए आंदोलन छेड़ने से नहीं हिचकिचाएगा' लेकिन इस मामले में 'रोक लगी है' क्योंकि मामला उच्चतम न्यायालय में है।
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सुप्रसिद्ध कॉमेडीयन राजू श्रीवास्तव यांचे उपचारादरम्यान दिल्ली येथे निधन झाले असून ही घटना मनोरंजन विश्वाला हादरा देणारी आहे. त्यांच्या कुटुंबियांच्या दुःखात मी सहभागी आहे. परमेश्वर श्रीवास्तव यांच्या आत्म्यास सद्गती प्रदान करो हीच प्रार्थना. भावपूर्ण श्रद्धांजली.... राजू श्रीवास्तव मशहूर कॉमेडियन थे। वह कई लोकप्रिय टीवी शो का हिस्सा रह चुके हैं। उनकी गिनती देश के बेहतरीन कॉमेडियन में होती है। राजू श्रीवास्तव 'बिग बॉस', 'शक्तिमान', 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज', 'कॉमेडी सर्कस' और 'द कपिल शर्मा शो' का भी हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने 'मैंने प्यार किया', 'बाजीगर', 'ऐ आठ खादनी रुपया', 'बिग ब्रदर', 'मैं प्रेम की दीवानी हूं', 'बॉम्बे टू गोवा' जैसी फिल्मों में काम किया। राजू की सबसे बड़ी सफलता स्टैंडअप कॉमेडी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में मिली, जहां वह उपविजेता रहे। उनका लोकप्रिय किरदार 'गजोधर भैया' आज भी कई लोगों को याद है। इस शख्सियत में उन्होंने अमिताभ बच्चन, लालू प्रसाद यादव, राम देव बाबा की नकल उतारकर दर्शकों का मनोरंजन किया। उन्होंने 'शक्तिमान', 'बिग बॉस', 'कॉमेडी का महा मोकवा', 'कॉमेडी सर्कस', 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' आदि टीवी सीरियल्स में भी काम किया।
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कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को लाइव वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेन्स की। इस दौरान उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। राहुल ने कहा कि एक्शन लेने में देरी नहीं होनी चाहिए, तुरंत एक्शन होना चाहिए। राहुल ने कहा, 'केंद्र सरकार जिलों के साथ खुलकर बात करे और उनकी मांगों को पूरा करे। जिस रफ़्तार से लोगों तक राशन पहुंचना चाहिए, वह नहीं पहुंच रहा है। हमारे पास गोदाम में जो खाद्यान्न की जो सप्लाई है, उसे आप लोगों को दीजिए। बिना राशन कार्ड वाले लोगों को भी राशन दीजिए। लोगों के खातों में पैसा डालिए। ' राहुल ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि गोदाम में रखा अनाज लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। राहुल ने कहा, 'बेरोज़गारी आ गई है, केंद्र सरकार छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए पैकेज तैयार करे। सरकार को कंपनियों को सुरक्षा देने का काम करना चाहिए। ' उन्होंने कोरोना वायरस के मामलों की जांच को तेज़ी से बढ़ाने के लिए कहा। राहुल ने कहा कि हमारे पास बड़ी संख्या में प्रवासी लोग हैं और वे कई जगहों पर फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और कांग्रेस शासित राज्य सरकारों को इस मुद्दे को बेहद गंभीरता से लेना चाहिए। राहुल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई मुद्दों पर असहमति रखते हैं लेकिन आज यह समय लड़ने का नहीं है। वायनाड से सांसद राहुल ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है और हम साथ मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं।
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अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। अंतिम संस्कार के लिए शव को राजघाट लेकर जाते लोग। अमर उजाला के पत्रकार योगेश्वर सिंह को शहर के लोगों ने शुक्रवार को राप्ती नदी के राजघाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी। पिता काशीनाथ सिंह ने जब सिसकियों के साथ कांपते हाथों से योगेश्वर की चिता को मुखाग्नि दी तो घाट पर उमड़ा जनसमूह भी सिसक पड़ा। जिंदादिल और मृदुभाषी योगेश्वर को श्रद्धांजलि देने के लिए घाट पर उमड़ी भीड़ उनकी लोकप्रियता की कहानी बयां कर रही थी। सड़क हादसेमें घायल योगेश्वर का गुरुवार की देर शाम लखनऊ के सहारा हास्पिटल में निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को जब न्यू महेवा कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंचा तो समूचा इलाका लोगों की चीत्कार से गूंज उठा। पहले वैदिक औपचारिकता पूरी की गई, उसके बाद सैकड़ों की तादाद में लोग शव को लेकर राजघाट पहुंचे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। घाट पर श्रद्धांजलि देने वालों में सदर सांसद महंत आदित्यनाथ, नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. सैयद जमाल, सपा जिलाध्यक्ष डॉ. मोहसिन खान, महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार त्रिपाठी, संजय सिंह, विपिन सिंह, बसपा नेता राजेश पांडेय, स्पोर्ट्स कॉलेज की प्रधानाचार्य संतोष रावत, सीओ कैंट ए. मिश्रा, अंतरराष्ट्रीय पहलवान पन्नेलाल यादव, रामाश्रय यादव, दिलीप कुमार, जर्नादन सिंह, चंद्रविजय सिंह, डॉ. त्रिलोचन रंजन, राजेश जायसवाल, जितेंद्र सैनी, रामभुआल कुशवाहा, रणंजय सिंह जुगनू, श्याम यादव, जिला पंचायत सदस्य पवन सिंह, क्रिकेट खिलाड़ी रीना सिंह, कोच विजय लक्ष्मी सिंह, सीमा विश्वकर्मा, अनुराधा सिंह, अभय सिंह आदि शामिल रहे। अमर उजाला के पत्रकार योगेश्वर सिंह को शहर में विभिन्न संगठनों ने शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी। शुक्रवार को सेंट एंड्रयूज कालेज में आयोजित फुटबाल मैच स्थगित कर दिया गया। भाजपा कार्यालय में हुई शोकसभा में नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल एवं प्रवक्ता सत्येंद्र सिन्हा ने कहा कि पत्रकारिता जगत ने एक होनहार, मिलनसार व युवा पत्रकार खो दिया है। ईश्वर उनके परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें। भाजपा नेताओं ने दो मिनट का मौन भी रखा। इस दौरान जर्नादन तिवारी, कामेश्वर सिंह, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, राहुल श्रीवास्तव, संतराज यादव, देवेंद्र पाल, विश्वजीताशु सिंह आसू, रमेश सिंह, राधेश्याम सिंह चिंतामणि, निर्मला द्विवेदी, अमिता गुप्ता, अनिता रानी, ओमप्रकाश शर्मा, देवेश श्रीवास्तव आदि मौजूद थे। उधर, रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी की अध्यक्षता में हुई शोक सभा में क्षेत्रीय खेल अधिकारी एके पांडेय, हरीराम यादव, अनिल तिवारी, पीसी शुक्ला, प्रवीण कुमार, सीमा, विजय, लक्ष्मी सिंह आदि मौजूद थे। महाराणा प्रताप इंटर कालेज में भी दो मिनट का मौन रखा गया। यहां कृष्णकांत यादव, हरिशंकर गुप्ता, यशवंत सिंह, यागेंद्र नाथ यादव, ओम प्रकाश धर दुबे, किशोर कुमार जायसवाल, नियाज, मुरलीधर त्रिपाठी, अंगद यादव, रोहित आदि मौजूद थे। उधर, सेंट एंड्रयूज कालेज में शोक के चलते फुटबाल मैच स्थगित कर दिया गया। इस दौरान हुई शोक सभा में नसीम अहमद, शिव कुमार, गौतम सरकार, मनीष राना, विकास कुमार, कुबान अली, संजय चौहान, योगेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे। पत्रकार योगेश्वर सिंह के निधन पर आर्यनगर व्यापार मंडल के सदस्यों ने शोक सभा की। दो मिनट मौन रहकर उनकी आत्मा के शांति की प्रार्थना की। आनंद शंकर, कवलजीत सिंह, शक्ति मोहन, सोनी अग्रवाल, अजय कुमार, शहनवाज, दीप अग्रवाल, अंकित, संजीव, नवोदित, राकेश गुप्ता आदि उपस्थित थे। बार एसोसिएशन की ओर से भी योगेश्वर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर अभिमन्यु सिंह, प्रियानंद सिंह आदि मौजूद थे। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई की तरफ से लोक निर्माण विभाग कार्यालय पर हुई सभा में शहीद सैनिकों और पत्रकार योगेश्वर को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने वालाें में अमरनाथ यादव, बृजेश कुमार श्रीवास्तव, शेखर शरण श्रीवास्तव, हरिनारायण पांडेय, संजीव कुमार गुप्ता, अखंड प्रताप सिंह, समीर पांडेय, उमेश श्रीवास्तव, मानदेय सिंह, रूपेश मिश्रा, राजेश राव, आरडी चतुर्वेदी, कौशल शुक्ला, रामप्रताप सिंह, रवींद्र कुंवर, दिनेश सिंह, रामकरन, अजय सिंह, मुरलीधर आदि शामिल थे। हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें। Read the latest and breaking Hindi news on amarujala. com. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with amarujala. com to get all the latest Hindi news updates as they happen.
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पटना। युवती चिल्लाती रही, लेकिन कोई उसे बचाने सामने नहीं आया। इस दौरान अपराधियों ने पकड़कर उसका हाथ काट डाला और आराम से चलते बने। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मुंगेर के जमालपुर में सोमवार की सुबह हुई इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का आलम है। जानकारी के अनुसार जमालपुर की रहने वाली पूजा कुमारी पुलिस भर्ती के रिटेन टेस्ट को क्वालीफाई करने के बाद फिजिकल टेस्ट की तैयारी कर रही थी। इसके लिए हर दिन की तरह वह जमालपुर आरपीएफ बैरक में दौड़ लगाने जाती थी। सोमवार की सुबह दौड़ के लिए जाने के दौरान ही ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र में यह घटना सरेआम हुई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि घात लगाए अपराधियों ने उसे पकड़कर धारदार हथियार से दाएं हाथ की कलाई काट डाली। इस दौरान वह छूटने के लिए छटपटाती रही। उसने बचाने के लिए आवाज भी लगाई। लेकिन, अपराधियों के भय से कोई बचाव के लिए सामने नहीं आया। घटना के बाद अपराधी आराम से हथियार लहराते चले गए। इसके बाद पहुंची पुलिस ने उसे जमालपुर रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में युवती को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया। घायल पूजा रामचंद्रपुर बिजली ग्रिड में कार्यरत बिजली कर्मी प्रमोद शर्मा की बेटी है। वह आरा में नर्सिंग की पढाई कर रही है। इस दौरान उसने बिहार पुलिस की लिखित परीक्षा भी पास कर ली है।
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दीजिये । हम लोगोंका कर्तव्य है कि पतिकी इच्छानुसार चले । पतिकी इच्छा के विरुद्ध जो जाती है क्या वह राजपुत्री होसकती है ? हम लोग हृदय में एक रखकर मुखसे एक बोल नहीं सकती, संतोष के साथ सुभद्रा बहिनको पट्टरानी बनाकर लावे । इस प्रकार राणियोनें हर्षपूर्वक सम्मति दी । वह दिन आनंदसे व्यतीत हुआ । दूसरे दिन सम्राट्ने कालिंदी व मधुवाणीका सत्कार किया एवं विद्याधरमंत्रीका भी सत्कारकर उनको रवाना किया। भंडारवती नामक बुद्धिमती स्त्री के साथ लग्ननिश्चयमुद्रिका व आभरणोंके करंडको देकर विजयार्धपर भेजनेकी तैयारी की । विशेष क्या ? सेनाके संरक्षण के लिए जयंतको रखकर बाकी के सभी व्यंतर, म्लेच्छ व विद्याधर राजावोंको वहांपर जानेकी आज्ञा कीगई । बहुत संतोष के साथ छप्पन देश के राजा व राजपुत्र व अपने मित्रोंको सम्राट्ने वहांपर भेजा जिससे मामीजीको हर्ष होजाय । मंगलोपहार के साथ समस्त राजगणोंको भेजकर इधर अपनी बहिनोंके तरफ भी समाचार भेजा । भरतजी सचमुच असदृशपुण्यशाली हैं । वे जहां जाते हैं में वहां उनका आदर ही आदर होता है । प्रतिसमय उनको सुखसाधनों की की प्राप्ति होती रहती है । षट्खंड विजयी होकर सर्वाधिपत्यको प्राप्त करनेका समाचार हम पिछले प्रकरणमें बाच चुके है। परंतु इस प्रकरण में पट्टरानीकी प्राप्ति का संदेश है । इस प्रकार रात्रिंदिन उन को आनंद पर आनंद हो रहा है । इस का कारण क्या है ? भरत जी सत्रिंदिन उस आनंद की निवि परमात्मा का जिस भावना से स्मरण करते है उसी का यह फल है । उनकी भावना सदा यह रहती है किः--- " हे परमात्मन् ! सागर में जिस प्रकार तरंग के ऊपर दूसरा तरग आता है उसी प्रकार संपत्ति व संतोष के ऊपर पुनः संपत्ति
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रूसी संघ के सैन्य-औद्योगिक आयोग के प्रथम उपाध्यक्ष, साथ ही रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि पश्चिमी देशों में यह स्वीकार करने का साहस नहीं है कि उनकी प्रतिबंध नीति विफल हो गई है। राजनेता ने इस बारे में अपने टेलीग्राम चैनल में लिखा। यहां बताया गया है कि मंत्रियों के रूसी कैबिनेट के पूर्व प्रमुख ने क्या हो रहा था पर टिप्पणी कीः पश्चिमी देश इस तथ्य को स्वीकार नहीं कर सकते कि उनके "कठोर" प्रतिबंध वांछित प्रभाव दिए बिना विफल हो गए हैं। इसके विपरीत, यह सब हमें लाभान्वित भी करता है, क्योंकि हम अधिकांश औद्योगिक और उपभोक्ता वस्तुओं को अपने घरेलू सामानों से बदलने में कामयाब रहे, और हम एशियाई राज्यों की कीमत पर लापता लोगों के नुकसान की भरपाई करने में कामयाब रहे। साथ ही, समानांतर आयात भी संचालित होता है, जिसके माध्यम से वही पश्चिमी ब्रांड हमारे पास आते हैं, जिनके मालिकों को इससे कोई लाभ नहीं होता है। इसके अलावा, मास्को पर आर्थिक प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया के रूप में, उन्होंने पश्चिमी बौद्धिक संपदा के उपयोग के लिए नए नियमों को अपनाने का प्रस्ताव दिया, जिसमें लाइसेंस और रॉयल्टी का भुगतान न करना शामिल था। रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष के अनुसार, यह उपाय सभी उत्पादों पर लागू होना चाहिएः प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया के रूप में फिल्मों से लेकर औद्योगिक सॉफ्टवेयर तक। इस संबंध में, उन्होंने उन डेवलपर्स के प्रयासों की प्रशंसा की जिनके उत्पाद बिना संबंधित लाइसेंस के उत्पाद के उपयोग की अनुमति देते हैं। मेदवेदेव ने सारांशित किया। - लेखकः - इस्तेमाल की गई तस्वीरेंः
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इस गेंदबाज ने किया, डेल स्टेन को दक्षिण अफ्रीकी टीम से बाहर ! अफ्रीकी टीम ने अपने तेज गेंदबाज डेल स्टेन को गेंदबाजी के ज्यादा कार्यभार को देखते हुए आराम देकर उनकी जगह बायं हाथ के गेंदबाज तबरेज को मौका दिया गया है। नई दिल्ली। अगले महीने कैरेबिया में होने वाली सीमित ओवरों को त्रिकोणीय सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका की टीम में एक चौंका देने वाला बदलाव देखने का मिला है। अफ्रीकी टीम ने अपने तेज गेंदबाज डेल स्टेन को गेंदबाजी के ज्यादा कार्यभार को देखते हुए आराम देकर उनकी जगह बायं हाथ के स्पिन गेंदबाज तबरेज शम्सी को मौका दिया गया है। शुक्रवार को संभावित खिलाड़ियों के नाम का एलान किया गया, जिसमें सिर्फ शम्सी इकलौते नए खिलाड़ी है। इसके साथ की तेज गेंदबाज वायने पार्नेल की भी दक्षिण अफ्रीकी टीम में लगभग एक साल बाद वापसी हुई है। मुख्य चयनकर्ता लिंडा जोंडी ने कहा कि, स्टेन को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जाने वाली त्रिकोणीय वनडे सीरीज के लिए आराम दिया गया है। क्योंकि हम चाहते है कि वो टेस्ट मैच में बिल्कुल अच्छा मसहूस करें। दक्षिण अफ्रीका ने जनवरी में इंग्लैंड से टेस्ट मैच हारने के बाद अपना टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान गंवा दिया था। इस साल न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ अफ्रीकी टीम को सीरीज खेलनी है।
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विषय प्रवेश की मात्रा पशु पक्षियों में अधिक रहती है और दूसरे को मनुष्य में । गाय का बछड़ा स्वभाव से ही की ज्वाला के पास नहीं फटकता पर मनुष्य का बचवा आग पकड़ लेता है और बुद्धि से सीख का हां उससे बचा करता है । कुत्ते की पानी में तैरने की शक्ति स्वत सिद्ध है, आदमी के बच्चे को कटिन प्रयत्न करने पर प्राप्त होती है । बुद्धिप्राय ज्ञान को प्रायः दो विभागों में विभाजित करते हैं- विज्ञान और कला में । विज्ञान विशिष्ट ज्ञान है जिसमें विनतिपत्ति और विकल्प को गुंजाइश नहीं और इसके तर सर्वत्र व्यापक है। दो और दो मका चार सबकीं होते हैं, ऐसा नहीं कि ग़रीबों के यहां तीन और अमीरों के यहां चार या पाँच । पृथ्वी को गुरुवाकर्षणशक्ति व्यापक है, ऐसा नहीं कि न्यूटन के देश में उसका एक अर्थ हो और कपिल ऋषि के देश में दूसरा यह विज्ञान के मूल तस्त्रों के उदाहरण हैं । कला वाला ज्ञान सीमित और विकल्पानक होता है। बंगाली चित्रकार दूर तक लम्बी चली जाने वाली उंगलियों से स्त्री के सौन्दर्य को अंकित करता है पर रविवर्मा के चित्रों की साधारण नाप की उंगलियों को भी हम असुन्दर नहीं समझते। रीतिकाल को, भरपूर अलङ्कारों से लदी हुई, कविता भी काव्य की श्रेणी में है और साथ ही छायावाद के नारव श्रलंकारों से सुशोभित अनन्त की ओर की उड़ान भी सुंदर और मनोहारिणी कविता है। दोनों प्रकार का ज्ञान कला के अंतर्गत है। एक ओर मणिपुर और गुजरात का नृत्य है दूसरी ओर रूस का, एक और भारताय संगीत तो दूसरी ओर गरे । कला के अंतर्गत ये सभी हैं पर भारतीय संगीत जो माधुर्म एक भारतीय के संमुख उपस्थित का उसकी हतन्त्री को संकृत कर देता है, चाहे वह शब्द एक भी न समझे, उतने अंश में अँगरेजी संगीत नहीं। इसी प्रकार अँगरेज़ नागरिक की भावना अपने संगीत के पक्ष में और हमारे संगीत के विपक्ष में होती है। कला का यही विकल्प है, यही उसकी नितिपत्ति है। कला का जितना अंश मनुष्यमात्र पर व्यापक है वह विज्ञान का है - कला का स्वकीय नहीं । विज्ञान और कला का एक और गौष अंतर है- विज्ञान का ध्येय शुद्ध ज्ञान और कला का व्यवहार-ज्ञान, मनोरंजन और उपयोग । काव्यकला से हमारा मनोरंजन होता है, और उसका इसके अलावा भी उपयोग है। पर पृथ्वी घूमती है. या सूर्य, हम क्यों बोलते हैं, सभी मनुष्य एक ही भाषा क्यों नहीं बोलते इत्यादि प्रश्नों का समाधान हमारी ज्ञान की प्यास को ही अधिक बुझाता है, उपयोग की श्रेणी में कम आता है। और जब आता है तब गौण रूप से ।
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ग्वालियर : अक्सर आपने देश के विभिन्न राज्यों की एसटी और सिटी बसों को बंद होते और उसे धक्का लगाकर स्टार्ट करते देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी यह सुना है कि ट्रेनों को स्टार्ट करने के लिए यात्रियों द्वारा उतरकर धक्का लगाया गया हो। जी नहीं, अभी तक तो आपने यह सब नहीं सुना था लेकिन अब आप यह सुन लीजिए। जी, हाल में ग्वालियर में रेलवे स्टेशन से नैरोगेज ट्रेन प्रतिदिन कैलारस - सबलगढ़ के लिए रवाना हुई। इस दौरान कहा गया कि ट्रेन रामदास घाटी पर पहुंची। रेल जैसे तैसे घाटी पर चढ़ी मगर यहां पहुंचकर इंजन ही बंद हो गया। इसके बाद रेल को प्रारंभ करने के लिए लोग एक घंटे तक इंतजार में लगे रहे। मगर जब रेल चालू नहीं हुई तो लोगों ने ही धक्का लगाना प्रारंभ कर दिया। कुछ दूर चलने के बाद ट्रेन स्टार्ट हो गई। और यात्रियों को सबलगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया। रेल के चालू होते ही लोग खुश हो उठे। सभी संगठन की शक्ति के इस प्रयोग पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे। बाद में रेलवे अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दे दी गई। उल्लेखनीय है कि रेलवे द्वारा आज भी कई स्थानों पर पुराने रेलमार्ग पर पुरानी पद्धति का उपयोग किया जा रहा है। जिसके चलते कभी - कभी इस तरह की मुश्किलें सामने आने लगती हैं।
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जबलपुर कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी बुधवार को कुंडम तहसील के फीफरी गांव में स्थित शासकीय माध्यमिक शाला पहुंचे। उन्होंने यहां छात्रों से बात की। यही नहीं, कलेक्टर बोर्ड पर लिखकर सवाल हल करने के लिए छात्रों को दिए। हालांकि छात्र इसका जवाब नहीं दे पाए। इस पर कलेक्टर ने प्राचार्य को तुरंत ही हटा दिया, जबकि तीन टीचर्स की वेतन वृद्धि रोक दी। स्कूल में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्ति का नोटिस भी दे दिए। कलेक्टर इलैयाराजा टी कुंडम हाई स्कूल तिलसानी और फीफरी पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। ब्लैक बोर्ड पर गणित के सवाल लिखे, जिन्हें छात्र हल नहीं कर पाए। कलेक्टर ने स्कूल की मूलभूत सुविधाओं के साथ शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर नाराजगी दिखाई। तिलसानी स्कूल में पदस्थ दो शिक्षिकाओं वह एक टीचर को नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए, जबकि प्रभारी प्राचार्य का प्रभार लेने समेत कम्प्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्ति के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। स्कूल में क्लास अव्यवस्थित, छात्र की उपस्थिति कम मिलने, बाथरूम गंदा होने, विद्यालय परिसर में गंदगी और बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर भागवती कुंजाम माध्यमिक शिक्षक व रंजना प्रजापति माध्यमिक शिक्षक को एक दिन का वेतन राजसात करने का आदेश डीईओ को दिया। साथ ही, संस्था में प्रभारी प्राचार्य अर्चना यादव उच्च माध्यमिक शिक्षक को नोटिस जारी किया गया। प्रभारी प्राचार्य रीता चौबे को वहां से उच्च माध्यमिक शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य का दायित्व सौंपे जाने का आदेश जारी किया गया। भारत सिंह तेकाम भृत्य को दायित्वों का निर्वहन में लापरवाही बरतने पर दो वेतनवृद्धि रोकने का आदेश जारी किया गया। शासकीय हाईस्कूल तिलसानी में पदस्थ कमल सिंह मरकाम उच्च श्रेणी शिक्षक के शाला में हस्ताक्षर करने के बाद गायब होने पर नोटिस जारी किया गया। राहुल द्विवेदी आउटसोर्स डाटा ऑपरेटर शासकीय हाई स्कूल तिलसानी कुण्डम द्वारा सेवा समाप्ति करने के लिए पत्र लिखा गया। शासकीय प्राथमिक शाला फीफरी में पदस्थ कल्पना सिंह प्राथमिक शिक्षक के बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर वेतन कटौती करने आदेश जारी किए गए। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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सेवन करानेसे ही उसका अवकाश सुरक्षित रहेगा। ऐसे योजन से बच्चे को किसी भी प्रकारको वीमारी नहीं होगी, और चचेका विकास पूर्ण होगा। किं बहुना - बरेके विकासपर ही मानवसमाजका विकास निर्भर है। जद आटा बोल (दूध ) कर पिलाया जाता था तव भारत में द्रोण पुत्र अश्वस्थामा जैसे वीर एवं मानव-ऊसर उत्पन्न होते थे । अन्नका घोल छोड़कर जबसे हम पशु दुग्ध लेने लगे तबसे हमारी क्या शक्ति है. इसे सच लोग देख सकते हैं । अवकाश विशेषतया स्थूल मेदा ( चर्थी ) बढ़ानेवाले आहार जैसे - वृत, घृतसे बने हुए पदार्थ, आमिष, पशु-दुग्ध, छेना, भावा इत्यादि गरिष्ठ पदार्थोंसे शनैः शनैः अवरुद्ध होता है। क्योंकि त्थुल मेदा चढ़ानेवाले पदार्थों के सेवन करनेसे शरीर प्रारम्भमें - स्थूल हो जाता है। कुछ शक्ति-सी भी मालूम होतो है, परन्तु वह शक्ति स्थायी नहीं होती, अतः मेदासे पुष्ट शरीर देखने में · तो मोटा-ताजा लगता है; परन्तु कमजोर, सुस्त, ढोला और आलसी होता है । बच्चेका शरीर छोटा, सुकुमार और कोमल होता है। अतः - उपरोक्त आहार वश्चेके विकाशको तो रोकते ही हैं, इसके अतिरिक्त नाना प्रकारके उदररोग जैसे, - पेटका बढ़ना, पेटका निकलना, हाथ-पैरोंका पतला होना आदि उत्पन्न करके अन्ततोगत्वा मृत्यु तक भी कर देते हैं। आजकल भारतवर्ष में
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एसआरएमएस रिद्धिमा में बुधवार शाम संगीत की महफिल सजी। जिसमें कव्वाली और सितार की जुगलबंदी हुई। रामपुर सहसवान घराने के कव्वाल दानिश हुसैन बदायूंनी ने सुफियाना कलाम पर सुर साधे वहीं सितारवादक डा. दीपेंद्र उपाध्याय ने अपनी संगीत कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। देर शाम तक संगीतप्रेमी आनंद लेते रहे। संगीतमयी 'एक शाम कव्वाली के नाम' कार्यक्रम में रामपुर सहसवान घराने के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद निसार हुसैन खां साहब के पौत्र दानिश हुसैन बदायूंनी ने कई नामी सूफी कलाम पेश किए। शकील बदायूंनी के कलाम "जो लगा के आग गए हो, तुम वो लगी हुई है बुझी नहीं" पर स्वर साधा। अमीर खुसरो के कलाम "छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइके" को अपनी आवाज देकर श्रोताओं को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। सूफी संत बुल्ले शाह के कलाम "दमादम मस्त कलंदर" को पेश कर सभागार में मौजूद सभी लोगों को गुनगुनाने को मजबूर किया। कैसर उल जाफ़री की गजल "हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफ़िर की तरह" को पेश कर गजल गायक उस्ताद गुलाम अली की यादों में डुबा दिया। सहसवान घराने से ही ताल्लुक रखने वाले मशहूर तबला वादक आजम अली खां ने तबले पर संगत देकर दानिश हुसैन बदायूंनी की कव्वाली को और भी सुरमयी बनाया। बरेली निवासी सितारवादक डा. दीपेंद्र उपाध्याय परिवार की पांचवीं पीढ़ी के तंत्रकारी विधा के सितार वादक उस्ताद डा. दीपेंद्र उपाध्याय ने सितार संभाला। तबले पर इनकी संगत तीन ताल और एक ताल पर प्रशांत उपाध्याय ने दी। दोनों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति, डा. अनुज सक्सेना, सेंटर हेड डा. कविता अरोड़ा, रजत खंडेलवाल, अश्विनी ओवेराय आदि मौजूद रहे।
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लखनऊ। आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग द्वारा प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें राहुल गांधी की संसद सदस्यता के निरस्तीकरण व लोकतांत्रिक मूल्यों के हनन आदि मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता विभाग के चेयरमैन नितिन मिश्रा ने की। बैठक में प्रमुख रूप में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, नकुल दुबे उपस्थित रहे। बैठक का संचालन विभाग के वाइस चेयरमैन अशोक कुमार द्वारा किया गया। समीक्षा बैठक में प्रदेश के सभी अधिवक्ता तथा प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त कर भावी वैधिक योजनाओं पर विचार करते हुए नौजवान अधिवक्तागणों का आह्वहन किया। न्यायिक सुधार पर अधिवक्ताओं ने कहा कि अधिवक्ता उसकी धुरी है न्यायपालिका निष्पक्ष हो इसके लिए अधिवक्ता आवश्यक न्यायिक सुधार के कार्यरत रहेगा। अधिवक्ता समाज लोकतांत्रिक मूल्यों या संघर्ष के लिए राहुल गांधी के साथ हैं। बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्तमान समय में केन्द्र सरकार द्वारा की जा रही मनमानी तथा संविधान एवं लोकतंत्र की हत्या की साजिश पर ध्यान आकर्षित करना रहा। मुख्य वक्ताओं में विभाग के महासचिव अमानुर रहमान, अशोक सिंह, कमलेश शर्मा, रघुवीर सिंह, जगदम्बिका चतुर्वेदी, गोपाल कृष्ण, ओमप्रकाश तथा अन्य रहे जिन्होंने अपने व्यक्तयवों के माध्यम से पूरे सभागार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। बैठक में मुख्य वक्ताओं ने राजस्थान सरकार द्वारा पारित "एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट" (Advocate Protection Act) का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश में भी लागू कराने के लिए प्रदेश सरकार से मांग की है। बैठक में विभाग के उपाध्यक्ष एडवाकेट अनस खान, अजहर फैज खान, वीके शुक्ला, रमेश जी, मनीष दीक्षित, रमाकांत मिश्रा, शिव प्रसाद, रविन्द्र सिंह, लखनऊ जिलाध्यक्ष शिवाकांत त्रिपाठी, अजीत कुमार मिश्रा, शिव प्रसाद, दीन दयाल शर्मा, अवध बिहारी, अभिषेक यादव, संतोष गौतम, मनोज कुमार शाक्य, दिलीप कुमार मिश्रा, सहित सैकड़ों की संख्या अधिवक्तागण मौजूद रहे।
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काफी समय से बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम और पुलकित सम्राट के अफेयर के चर्चे चल रहे थे. पिछले दिनों यामी ने पुलकित सम्राट से ब्रेकअप कर लिया क्योंकि यामी के पैरेंट्स नहीं चाहते थे वह किसी शादी शुदा मर्द को डेट करें. काफी समय तक सुर्ख़ियों में चला यह अफेयर अब खत्म हो चूका है और दोनों ही अपनी-अपनी राहों में आगे बढ़ चुके हैं. लेकिन प्यार यदि इतनी जल्दी भुलाया जा सकता, तो बात ही क्या होती. आजकल यामी हर मुमकिन कोशिश कर रही हैं, जिससे उनके दिमाग में पुलकित का ख्याल नहीं आए. यामी जिस रास्ते को अपना रही हैं, उसे प्यार के साइड इफेक्ट्स नाम दिया जा सकता है. इसी कड़ी में यामी ने अपने फिटनेस ट्रेनर को भी बॉयकॉट कर दिया. दरअसल, अपने अफेयर के समय यामी और पुलकित दोनों एक ही ट्रेनर के साथ अपना वर्कआउट किया करते थे और जिम भी साथ में ही जाते थे. लेकिन जैसा कि आप सभी को पता है कि अब हालात बदल चुके हैं, तो यामी भी चाहती हैं कि उनके आसपास का माहौल भी बदले. इसी के चलते उन्होंने ट्रेनर का भी रास्ता साफ़ कर दिया. यामी अपने ब्रेकअप के बाद से इतना सतर्क हो गई हैं कि उन्होंने अपनी छोटी बहन को भी उस जिम में ना जाने की सलाह दी है. लेकिन बात करें ट्रेनर कि तो वह अभी भी पुलकित को ट्रैन कर रहे हैं. लेकिन यामी ने पुलकित के साथ-साथ ट्रेनर से भी किनारा कर लेने में अपनी भलाई समझी.
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Old Bag Hacks: फ़ैशन के इस दौर में पर्स, बैग रखना जितना ट्रेंडी है उतना ही ज़रूरी भी। लेकिन अगर आपके घर में ट्रेंड के चक्कर में बहुत ज्यादा बैग इकट्ठा हो गए हैं तो क्या आप उन्हें फेक देंगी। अगर आपका जवाब हां है तो आप जरा रुकिए गृहलक्ष्मी हमेशा की तरह इस बार भी आपके लिए बैग का नए तरीके से इस्तेमाल के ढेरों आइडिया लाई है। वैसे तो महिलाओं को ये बताने की जरुरत नहीं है कि घर के सामान का दुबारा से कैसे इस्तेमाल करना है। वे हर एक वस्तु का किसी न किसी रूप में इस्तेमल कर ही लेती हैं इसीलिए उन्हें गृहलक्ष्मी भी कहा जाता है। फिर भी अगर आपका बैग पुराना हो गया है और आप उसे फेंकने की सोच रही है तो इसे फेंकने की बजाय इसका इस्तेमाल पिलो कवर के रूप में करें। आपको शायद सुनकर यह बड़ा ही अजीब लग रहा होगा, लेकिन आप बड़ी आसानी से बैग से पिलो कवर बना सकती हैं। बस इसके लिए आपको बैग के अंदर रूई या अन्य चीजें भरनी होगी। इसके बाद बैग को सिल लें। आप चाहें तो जिप से भी बैग को कवर कर सकते हैं। लीजिए तैयार आपका पुराने बैग से बना पिलो । अगर आप अपने पिलो कवर को और सुंदर बनाना चाहती हैं तो आप इसमें पेंट या स्टीकर चिपकाकर डिजाइनर बना सकती हैं। अगर आपका बैग अब फैशन से मैच नही खाता है लेकिन अभी भी नए जैसा रखा है तो स्वाभाविक है की उसको फेंकने में आपका दिल भी दुखता होगा लेकिन क्या किया जाए कहीं लेकर भी तो नही जा सकती हैं। आप इसका एक अच्छा उपयोग कर सकती हैं। अक्सर लोग फर्स्ट ऐड किट के लिए डिब्बे का इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपको डिब्बे की जगह पुराने पड़े बैग का इस्तेमाल करना चाहिए। बैग में आपका सारा फर्स्ट ऐड का सामान आ जाएगा और सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे कहीं भी आसानी से ले जा सकती हैं। घर गृहस्थी की चीजों का ख्याल रखना एक स्त्री के लिए बड़ी ज़िम्मेदारी है। घर में हजारों कामों के साथ साथ हजारों चीजें होती है जिनको सही जगह में रखना बड़ा मुश्किल है। क्या आपने हथौड़ा और कील जैसी होम सप्लाई चीजों को किसी ड्राअर में रखा है? अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो अब ड्राअर की बजाय इन चीजों को रखने के लिए पुराने बैग का उपयोग करें। बैग इन होम सप्लाई को रखने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। इसे न सिर्फ आपके घर की जगह बचेगी बल्कि आपका घर सुव्यवस्थित भी लगेगा। आप इसे घर के किसी भी कोने में रख सकती हैं। आजकल हर किसी का काम लैपटॉप से ही होता है। लगातर लैपटाप का इस्तेमाल से अगर आपका भी बैग ख़राब हो गया है और आप नया लैपटॉप बैग खरीदने की सोच रहे हैं, तो अब ऐसा न करें। इसके लिए आप अपने किसी भी पुराने बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने पुराने बैग को पेंट करके नया लुक दे सकते हैं। एक्रिलिक पेंट से बैग को पेंट करें। आप चाहें तो बैग पर किसी तरह का डिजाइन भी बना सकते हैं। फिर न्यू लुक बैग को लैपटॉप बैग के रूप में इस्तेमाल करें। क्या आप हर बार की तरह इस बार भी बिजली का बिल , या अन्य छोटे कागज कहीं रखकर भूल गई हैं। बिजी लाइफ में कई बार कुछ जरूरी कागज़ वक्तपर नहीं मिल पाते हैं तो ये आर्टिकल वाकई आपके लिए बड़ा उपयोगी है। ये तो हो गई बड़े बैग के बड़े-बड़े आईडियाज लेकिन आप सोच रही होंगी कि जो छोटे बैग हैं उनका क्या किया जाय। आपको इसके लिए सोचने की ज़रूरत नहीं है। आप छोटे-छोटे बिल, रिसिप्ट, या फिर घर के छोटेमोटे कागजों को इसमें रख सकती हैं। जिन्हें बिना समय गवाएं ढूंढ सकती हैं। घर में पड़े पुराने बैग का इस तरह से इस्तेमाल आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है। आपकी फाइल्स खो जाती हैं या आप फाइल्स रखकर भूल जाते हैं, तो अब आपके साथ ऐसा नहीं होगा। क्योंकि आज हम आपके लिए एक बेहद ही अच्छा उपाय लेकर आए हैं। आप अपने बैग का इस्तेमाल फाइल रखने के लिए कर सकते हैं।
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हनुमान के वचन सुनकर सीता को बहुत सांत्वना मिली। तब हनुमान ने स्निग्ध स्वर में कहा, 'मातः यह मेरे पास श्रीराम के नाम की अंकित मुद्रिका है। ' मुद्रिका को देख और पहचानकर सीता आनंदविभोर हो उठीं। प्रबल पराक्रम मारुति ने भगवती सीता को देख लिया, उन्हें आश्वासन भी दे दिया, उनका संदेश और चिन्ह भी प्राप्त कर लिया। परन्तु अभी उनका कार्य पूरा नहीं हुआ। उन्होंने विचार किया कि अब मुझे अपने बल से शत्रु के पराक्रम का संतुलन भी करना चाहिए। परन्तु यह कैसे हो? आगा-पीछा विचार अब वे प्रकट रूप से अशोक वन में विचरण करने लगे। इतना ही नहीं वे फूलों को तोड़कर फेंकने, क्यारियों को बिगाड़ने, फलों को खाने और सरोवरों को दूषित करने लगे। अशोक वन के इस उत्पात का समाचार शीघ्र ही लंका में फैल गया। यह सूचना युवराज मेघनाद को दी गई तो उसने विरूपाक्ष, दुर्घर्ष, प्रप्यस और भासकर्ण महारथियों तथा सात मंत्रीपुत्रों के साथ सैन्य सहित राजपुत्र अक्षयकुमार को अशोक वन भेजा। अक्षयकुमार बड़ा धनुर्धर था। उसने तीन बाण हनुमान के मस्तक पर मारे। अनेक राक्षस भटों के संरक्षण में रहते हुए भी उन्होंने अक्षयकुमार को रथ से खींचकर भूमि पर ला पटका। मुहूर्त भर दोनों योद्धाओं में मल्ल युद्ध हुआ। अंत में हनुमान ने अक्षयकुमार के वक्ष को लातों से रौंद डाला, जिससे वह छटपटाता हुआ मर गया। सारी लंका में वानर का आतंक छा गया। मेघनाद स्वयं रथ पर चढ़ अशोक वन में आया। रावण की इस आज्ञा का तुरंत पालन हुआ। हनुमान को इससे अपार लाभ हुआ। लंका से सब घर-घाट उन्होंने देख लिए। दिन भर उन्हें घुमाया गया। संध्या होने पर उनके दोनों हाथों को वस्त्र से लपेट और तेल से तर करके, उनमें आग लगा, उन्हें लंका से बाहर फेंक दिया गया। हनुमान ने तुरंत ही अपने हाथों को मुक्त किया। अदूरदर्शी राक्षसों ने फिर उनकी ओर ध्यान ही नहीं दिया। इसके बाद वे सावधानी से फिर लंका में प्रविष्ट हो गए। फिर वे छिपते हुए धीरे-धीरे रावण के मणिमहल की ड्योढ़ियों में पहुंच छद्मवेश में हर्म्य में घुस गए। उनके पास तेल से भीगा हुआ ज्वलनशील बहुत सा वस्त्र था, जो राक्षसों ने उनके हाथ में लपेट दिया था। उसी को उपयुक्त स्थान में रख और उसके निकट बहुत सा काष्ठ एकत्र कर उन्होंने उसमें आग लगा दी। शीघ्र ही अनुकूल वायु पाकर आग की लपटें आकाश को छूने लगीं। महालय में भगदड़ मच गई।
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राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको गारंटी से कहता हूं कि मोदी सरकार किसानों की पूरी तरह मजदूर बना देना चाहती है। मोदी जी चाहते हैं कि गांव की सब्जियां एक ही तरीके के के ब्रांड पर बिके। जिससे अमीरों की जेब भरे और किसान कंगाल हो जाए। नागौर (राजस्थान), कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय राजस्थान के दौर पर हैं। राहुल ने शनिवार को सबसे पहले किशनगढ़ स्थित तेजाजी मंदिर में दर्शन किए। फिर रूपनगढ़ में ट्रैक्टर रैली को संबोधित किया। इसके बाद वह नागौर के मकराना में रैली को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने उनको मंच पर हल भेंट किया। जिसके बाद राहुल गांधी ने नए कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि किसान भाइयों आप जानते हैं कि मोदी सरकार के यह तीन कानून क्या हैं। मैं आपको आज यही बताने के लिए आया हूं। पहला कानून कहता है कै कि भारत के किसी भी कोने में देश के बड़े कारोबारी जितने फल खरीदना चाहते हैं वह खरीद सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो मंडी क्या होगा। यानि एक तरह से यह देश की मंडियों की हत्या करना है। राहुल गांधी ने रैली में कहा कि किसान भाइयों अब में आपको केंद्र सरकार का दूसरा कानून बताता हूं। इसमें उद्योगपति जितना भी फल-सब्जी और अनाज चाहे वह स्टोरेज कर सकता है। यानि इससे वह जमाखोरी करेंगे और हमको ही बाद में मुनाफा कमाकर अनाज बेचेंगे। वही राहुल गाधी ने कहा मोदी सरकार का तीसरा कानून कहता है कि अगर किसान कारोबारियों के पास जाकर सही दाम मांगेगा तो वह कोर्ट नहीं जा पाएगा। क्योंकि अदालत का दरवाजा बंद कर दिया जाएगा। इन तीनों कानूनों से किसानों को तो घाटा होगा ही, बल्कि युवा और छोटे व्यपारी भी बर्बाद हो जाएंगे। आखिर में राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको गारंटी से कहता हूं कि मोदी सरकार किसानों की पूरी तरह मजदूर बना देना चाहती है। मोदी जी चाहते हैं कि गांव की सब्जियां एक ही तरीके के के ब्रांड पर बिके। जिससे अमीरों की जेब भरे और किसान कंगाल हो जाए। मोदी जी कहते हैं कि इन तीन नए कानून से किसानों को आय दोगुनी करने का विकल्प दिया है। हां में कहता हूं कि आपने जो सही ऑप्शन दिए हैं वह भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या हैं।
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स्मृति ईरानी की सालों की मेहनत आखिर अमेठी में रंग लाई। इस बार उन्होंने वो कर दिखाया जिसके बारे में सिर्फ सोचा ही जा सकता था। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके गढ़ में मात दी है। इस मौके पर स्मृति की चौतफा तारीफ हो रही है। एक्टिंग से राजनीति का रुख करने वालीं स्मृति ईरानी को बॉलीवुड सेलेब्स भी बधाई दे रहे हैं। सबसे पहले स्मृति ईरानी की दोस्त एकता कपूर ने भी उन्हें विश किया है। एकता ने ट्वीट करते हुए लिखा- रिश्तों के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं, एक पीढ़ी आती है एक पीढ़ी जाती है. . . बनती कहानी नई। अनिल कपूर ने स्मृति ईरानी को बधाई देते हुए लिखा- बधाई हो, @smritiirani! जी। आपकी जीत सराहनीय है! देश के लिए कड़ी मेहनत और प्यार का ये सकारात्मक परिणाम का परिणाम है! यह एक नई शुरुआत है! शुभकामनाएं! रोनित रॉय ने सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी की फोटो शेयर करते हुए लिखा- एक नंबर! ! ! अमेठी में जीत की कोटी-कोटी बधाई स्मृति ईरानी। आजीवन विजयीभवः मुनमुन दत्ता ने भी ट्वीट कर स्मृति ईरानी को बधाई दी है। चेतन भगत ने लिखा- आपने न सिर्फ चुनाव जीता है बल्कि आपने इतिहास रचा है और लाखों भारतीयों को प्रेरित किया है। अमेठी में आपकी भारी जीत पर बहुत-बहुत बधाई।
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