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वहाँ प्रभु के लोगों के साथ मिल कर प्रभु की सेवा करने लगा।
11 सितंबर, 2001 नहीं है “दुनिया को बदल,” था दुनिया 12 सितंबर, जब जॉर्ज व.
इस इलाके में महुआ का फूल पंद्रह से लेकर एक महीने तक टपकेगा जो सुखाने के बाद बारह रुपए किलो बिक जाता है।
ऐसा करने में फोंट साइज क्या रहेगी और पब्लिश होने के बाद पोस्ट पढने में आएगी भी या नहीं इस बात की दिक्कत थी ।
जनपद में राम नगर के कुछ प्रत्याशियों को सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं के इशारे पर अज्ञात चोरी के मुकदमें में गिरफ्तार कर पिटाई की जाती है और फिर मैनेजमेंट के अनुसार जब उनका चालान न्यायलय आता है तो उनको मार डालने के लिए अधिवक्ताओं का एक उग्र समूह न्यायलय परिसर में जमकर पुन: पिटाई की जाती है।
क्या यौन अंगों की शुचिता का प्रश्न सिर्फ महिलाओ के लिए हैं ?
एक जमाना था जब क्रिकेट के सितारों की शादी फिल्मी तारिकाओं से होती थी।
छिपाया हुआ )
डार्विन का विश्वास, बाईबिल से, क्यों डगमगाया (►)।
एचडीएफसी बैंक ने बयान में कहा कि ब्याज के अलावा अन्य स्रोत से आय सितंबर , 2013 को समाप्त तिमाही में 25.3 प्रतिशत बढ़कर 1,471.8 करोड़ रुपये रही।
तीसरी कहानी तो बहुत ही अच्छी है…केवल इच्छापूर्ति या डर के कारण ही सब धर्मों के लोग अपने-अपने भगवान को पूजते हैं.
इसलिये यदि पुत्र तुम्हें स्वतंत्र करेगा, तो सचमुच तुम स्वतंत्र हो जाओगे” यूहन्ना 8:34,36
अफगानिस्तान के रक्ष मंत्री अब्दुल रहीम वारडाक ने कहा है कि आतंकवाद को नकेल देने के अफगानिस्तान के प्रयास में पाकिस्तान की ओर से सहयोग मिल रहा है।
आज ब्लॉगजगत में बहुत कुछ बदल गया है।
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न्यायपालिका में व्यपाक भ्रष्टाचार के खिलाफ़ कोई मुह नही खोलता है.
मानव अधिकार आयोग की पुलिस पर निर्भरता
पीठ ने कहा वे राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं।
गुरुजी खटिया पर लेटे थे।
इलेक्ट्रोड /ग्रेफाइट
बचपन में उनका नाम शिवराम था।
कभी हाथ जोड़े मुझसे मेरा हाल तो पूछते अपने स्वार्थ , अपनी मंशा के दरवाज़े बन्द कर
साधारणता बड़े बच्चे तथा किशोर ही इस रोग के शिकार होते हैं।
इसे आप अपने स्तन के दूध में अपनी राह बनाने के लिए खाना खाने के लिए कुछ ही घंटे लगते याद रखें.
एमएमटीसी सोने की हॉलमार्क युक्त ब्राण्डेड तथा जडाऊ आभूषणों की सप्लाई करती है।
पर जब प्रभा सामने आती है तो सांप सूंघ जाता है ……… . शायद १ ९ ७ ० के ज़माने में ऐसा ही होता होगा ये तो हमें ६ ० - ६ ५ साल के ब्लॉगर भाई बतायेंगे …… . अगर कोई है तो …… .
- नाश्ते के बाद यानी नमकीन या नमक , मिर्च-मसाले से बनी चीजों के साथ या उन्हें ग्रहण करने के बाद दूध नहीं पीना चाहिए।
प्राचीनकाल में महामुनि मरक डेय अपने अनुपम तपोबल के कारण श्रेष्ठ तपस्वी कहलाए।
कुछ वाक्य
रामनाथ सिंह से अदम गोंडवी हो जाने का उनका फैसला उस जंग की भी एक बानगी था जो सामंतवाद , पितृसत्ता , पूंजीवाद और ऐसी तमाम प्रतिगामी प्रवित्तियों के खिलाफ वो सारी जिंदगी लड़ते रहे थे .
होली आ ही गई है ।
इस पार आप स्त्रीयान हि क्यून लेख लिखति hain ...
written by Ashu pragya mishra , September 30 , 2010
ट्रेन से कटे युवक की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली
सुनकर सेठजी जोर से चीखे - अरे!
इस कार्य में बोनापार्ट द्वारा खोजी गयी 100 से अधिक नई प्रजातियां शामिल हैं.
अब टीवी ज्यादा खराब होते नहीं हैं और रेडियो खराब होने पर लोग नया खरीद लेते हैं।
तकनीकी अधिकारी(अ)
वैसे ये केवल मेरा विचार है, और मैं इस पर अमल करती हूँ, बल्कि तोहफे भी लेती हूँ, लड़ - झगड़ के, फिर वो चाहे कैडबरीज़ का सेलिब्रेशन पैक ही क्यों न हो.
) ४ . पापा खाना क्यों खा रहे हैं ? ( पापा घर का सारा खाना खा लेंगे ..
दरअसल पिछले दिनों आस्ट्रेलिया की कोयला खदानों में पानी भरने की वजह से लोहे की कीमतों में वृद्धि हुई है।
आतंकियों ने विस्फोट के लिए सिनेमाघरों के पास की जगह चुनी और ऐसे समय धमाका किया जब एक सिनेमाघर का शो छूट चुका था।
उहें लगता ह कि अब हम गरीब सवणा] पर भी दया करके कुछ देने की थिति में ह।
संस्था की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण सामाजिक कार्यों पर ब्रेक लगना भी लाजमी है।
इस भौतिक युग में भी काशी का ठाट-बाट निराला है और जन-जन की बोली से जो रस टपकता है, उससे लगता है कि यहां के जनजीवन पर काशी के घाटों, मंदिरों और वेद मंत्रों के उच्चारण का सदाबहार प्रभाव है।
युजरचे नाव पासवर्ड
बात एक रात की
इसके उत्तर पर निर्भर करेगा जीवन का सारा ढंग।
हम लोग तब तक़ छुट्टे सांद ही थे।
जरुरत है कि रामगोपाल वर्मा बनायें रामगोपाल वर्मा का बैसाख, या राजश्री प्रोडक्शन वाले बनायें-इस माघ-पूस में हम आपके हैं कौन-मैंने समझाने की कोशिश की।
भारती एयरटेल के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक सुनील भारती मित्तल ने कहा, ‘ जबरदस्त प्रतिस्पर्धा और हाल ही में नियामकीय एवं कर घटनाक्रमों से भारत में दूरसंचार आय घटी है।
हम में से हरेक को यह सवाल खुद से पूछना चाहिए और इसके जवाब में ही हमारे भविष्य की वास्तविकता निहित है .
http://www.pravakta.com/dastan-e-siyasat
लाल मसूर की दाल और कुछ
इस वेब मौका के लिए कुछ भी नहीं छोड़ता है, भी अभी तक के रूप में आप हर कदम पर खर्च समय के आयोजन में सहायता करने के लिए जा रहा है.
बराड़ ने बताया कि बैंक कर्मचारियों का रोष धरना मुख्य कार्यालय में पूरे भारत में 22 नवंबर को दिया गया और बैंक कर्मचारियों का अगला रोष धरना 29 नवंबर को नाबार्ड कार्यालय चंडीगढ़ में दिया जाएगा।
दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम बुखारी ने अन्ना के आंदोलन को इस्लाम विरोधी बताया, क्योंकि इसमें वंदे मातरम और भारत माता की जय जैसे नारे लग रहे थे।
एक और साल जा रहा है और नए साल की दस्तक है।
और अब एहसास १३.०२.२००९ बहुत से डर हकीकत हो जाते हैं सही है लेकिन बहुत सी हकीकतें ऐसी होती हैं जिहें लोग डर समझने की भूल कर बैठते हैं
आपके परिवारों में भी लोगों ने प्रेम किया होगा और कई ने जाति से बाहर शादियां भी की
लिखना लगातार जारी रहे . देबाशीष किसी की मदद के मोहताज नहीं रहे .
यदि वे ईमानदार हैं और इतने मजबूत हैं कि दरबानों पर पार पा जाते हैं : यह अच्छा है !
काली काली करतूत ...”
मैं कोई ऐरा गैरा नत्थू खैरा तो हूं नही.
वो रोटी बनाते हुए चार बार उठ कर उल्टियां करने जाती....पर सास आँगन में बैठे सब देखती रहतीं..एक बार नहीं कहती..'रहने दो..मैं बना लूंगी..'
‘ बड़े ' लेखक हैं , मेरी कौन सुनेगा ? मैं तो यह भी नहीं कह सकता कि ' वही होगा जो ईश्वर को मंजूर होगा।
यह यज्ञायोजन ' विद्या विस्तार आयोजन ' कहे गये हैं ।
समाचार, राज्य में खेल समाचार हिंदी समाचार,
आज जादू को पता नहीं कहां से एक पुरानी पिचकारी मिल गयी।
पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास ने बताया कि घायल होने वाले केवल 5 व्यक्ति हैं , जबकि सूत्रों के अनुसार घायलों की संख्या 26 है।
उनके लिए कोई फर्क नहीं है कांग्रेस में और भाजपा के भ्रष्टाचार में .
दुनियाभर में इस विधा पर अनेक बेहतरीन फिल्में बनी हैं, जैसे लिटिल मिस सनशाइन, माय बिग फैट ग्रीक वेडिंग वगैरह।
साँस्कृतिक ख़तरा
हुसैन फिल्म स्टार माधुरी दीक्षित के बहुत बडे फैन थे।
क्योकि एक साल में बहुत से इस साल वैलेंटाइन डे मनाने वालो लड़कियों के बॉयफ्रेंड इनके द्वारा ऐक्स्ड ( axed ) कर देने के कारण एक्स-बॉयफ्रेंड हो जाते है।
हम, कलिका बन खिले - धरती ने प्रेम दिया गगन ने गीत दिया, और हम निखर गए...
मैगलन डेटाबेस में
अब यदि राजीव मास जी अपनी सफाई में कुछ कहना चाहते है तो अवश्य कहें- Ma yur ( Talk • Email ) ० ९ : १ ० , १ ९ नवंबर २ ० १ ० ( UTC )
यीशु मसीह के कुंआरी से जन्म का अभिप्राय : मनुष्य पूरी तरह पतित है।
दे . रा . अ. ... अभिनेता और स्पेस या परफॉर्मेन्स एरिया रंगमंच के लिए ज़रूरी हैं।
और वे भी कुछ पता था इसके बारे में मुझे नहीं लगता कि वे इसे ध्यान देना चाहिए.
सोमवार, 15 मार्च 2010
अंचल में अकाल पड़ा।
वहां मैंने महसूस किया कि पति अपनी सहकर्मी के साथ काफी खुले हुए हैं।
लेकिन ऐसा करते समय आप अविचारशीलताकी अवस्था में होते हैं ?
सप्ताह में गुरुवार का दिन इस संस्था का गंगा स्वछता के लिए समर्पित होता है।
जिसमें आने वाले मेहमानों पर मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की पैनी निगाहें लगी होंगी।
वीर सावरकर की आत्मकथा से उद्धृत कालापानी की यातना का वर्णन तो रोंगटे खड़ा कर देता है।
1966 में लोगों ने विद्रोह कर के डायरेक्टर्स फोर्टनाइट शुरू किया।
गेहूं दिया जाता
66 वर्षों की आजादी के बाद एक तय शुदा बीमारी से हमारी सरकारें क्यों नहीं निजात पा रही हैं।
एक तो अधिग्रहण की जाने वाली जमीन की वाजिब कीमत क्या होनी चाहिए ? दूसरी बात क्या सार्वजनिक मकसद के तहत टाउनशिप या विशेष आर्थिक क्षेत्रों ( एसईजेड ) को जमीन उपलब्ध कराना जायज है ?
अब कविता करना छोड़ दिया-६ सितम्बर की कविता, ईके को ५-९-०६ को प्रेषित हैं भरे हॄदय में भाव उतरते शब्दों में कतराते हैं निर्जीव लेखनी का माध्यम पा कर कुंठित हो जाते हैं जिस दिल में छंद बसाये थे हम ने वह दिल ही तोड़ दिया अब कविता करना छोड़ दिया जो अब तक लिखा अधूरा था श्रोता न मुझ को मिला कभी रोया न कोई सुन कर कविता न हॄदय किसी का खिला कभी लेखनी अभी भी बहती है पर धार को हम ने मोड़ दिया अब कविता करना छोड़ दिया सुनते थे कवि की पहुंच रवि से भी आगे बढ़ होती है कहते हैं कवि की पूछ सभी जन से आगे चढ़ होती है सब सपने थे वह स्वप्न कलश खुद अपने हाथों फोड़ दिया अब कविता करना छोड़ दिया जो हम न करेंगे कविता तो क्या काव्य लुप्त हो जायेगा?
डीडीए आवास योजनाओं के अंतर्गत 87 सौ ईडब्ल्यूएस आवासीय योजनाएं प्रस्तावित हैं।
बूढ़ा जवान बनने की कोशिश करे तो सौ सौ लानतें मलामतें!
धीरे-धीरे जनसंख्या बढ़ती गई , सिंचाई योग्य जमीन होने के कारण अनेक लोग यहां बस गए।
भूरे चावल की दो कमियां हैं-पहला यह कि दुकानदारों द्वारा इसे भारी मुनाफे पर दोबारा मिलों को बेचा जा सकता है, इसलिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली का माल कहीं ओर जाने की प्रक्रिया जारी ही रहेगी।
आभार परिचय कराने के लिए।
आज 16-18 संस्करण निकालने वाले अखबार भी विदेश निवेश पर खड़े हैं।
यदी वह बेहतर कर रही है तो उसके लिए उसे प्रशंसा से पहले आलोचना सुननी पड़ेगी।