headline
stringlengths
18
150
summary
stringlengths
7
255
article
stringlengths
1
185k
सुमोना चक्रवर्ती ने पहनी टीम इंडिया की जर्सी, तो कपिल शर्मा ने कहा कुछ ऐसा कि Video हुआ वायरल
कपिल शर्मा का वीडियो वायरल सुमोना चक्रवर्ती के साथ जमकर की मस्ती कपिल शर्मा का वीडियो हुआ वायरल
Hassi aur masti ka banaya Kapil ne mahaul, aayi jab Bhoori badalke apna avataar! Dekhiye #TheKapilSharmaShow, iss Sunday, raat 9:30 baje. @M_Raj03@JhulanG10@vedakmurthy08@KapilSharmaK9@kikusharda@haanjichandan@Krushna_KAS@bharti_lalli@sumona24@RochelleMRao@apshahapic.twitter.com/dr3bp97ccF कपिल शर्मा (Kapil Sharma) के शो में एक समय ऐसा आता है जब उनमें सुमोना चक्रवर्ती में नोंकझोंक हो जाती है. उनकी इस नोकझोंक ने दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया. 'द कपिल शर्मा शो' (The Kapil Sharma Show) का यह प्रोमो वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सुमोना चक्रवर्ती (Sumona Chakravarti) इंडियन टीम की जर्सी पहनकर मेहमानों के सामने आ जाती हैं, जिसके बाद कपिल शर्मा उन्हें क्रिस गेल का अंडा कहकर बुलाते हैं. उनकी इस बात पर सभी जोर-जोर से हंसने लग जाते हैं. A tribute to the legendary Kishore Kumar on #TheKapilSharmaShow! Join us as we celebrate the priceless moments with his family tomorrow at 9:30 PM. @KapilSharmaK9@kikusharda@haanjichandan@Krushna_KAS@bharti_lalli@sumona24@RochelleMRao@trulyedward@banijayasiapic.twitter.com/rPzcbQHnvb कपिल शर्मा (Kapil Sharma) और सुमोना चक्रवर्ती (Sumona Chakravarti) की नोंकझोंक वाले इस वीडियो को सोनी टीवी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. इस वीडियो को लोग खूब देख रहे हैं. जब से यह वीडियो शेयर किया गया है तभी से यह सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. यह एपिसोड इस रविवार को प्रसारित किया जाएगा.
तीन तलाक के मुद्दे पर जेडीयू का एनडीए सरकार को समर्थन नहीं, जानिए- असहमति क्यों
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा-एक बड़े समुदाय के हैं कुछ तौर तरीके समुदाय के लोगों से बातचीत करके समाधान निकालना चाहिए पूर्व में लोकसभा में बहस के दौरान पार्टी के दोनों सांसद चुप रहे
तीन तलाक के मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड केंद्र की बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के साथ नहीं है. पार्टी ने साफ कहा है कि अगर राज्यसभा में इस मुद्दे पर वोटिंग हुई तो पार्टी इसके समर्थन में वोट नहीं करेगी. पार्टी की बिहार इकाई के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने NDTV से खास बातचीत में कहा कि ट्रिपल तलाक के पक्ष में हम लोग अभी नहीं हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि एक बड़े समुदाय की परम्परा में कुछ तौर तरीक़े बने हुए हैं. इसट्रिपल तलाक से लाखों महिलाएं प्रभावित होंगी. इस पर उस समुदाय के लोगों से उनकी भावनाओं के साथ बातचीत करके एक समाधान निकालना चाहिए. मैं इसलिए मानता हूं कि वर्तमान स्वरूप में ट्रिपल तलाक के हम लोग पक्षधर नहीं हैं. उनकी पार्टी वोटिंग के समय क्या करेगी? इस सवाल पर सिंह ने कहा कि हम समर्थन में वोट नहीं करेंगे. इससे पूर्व लोकसभा में बहस के दौरान पार्टी के दोनों सांसद चुप रहे और वोटिंग में भी उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था. लेकिन बिहार भाजपा के नेताओं का कहना है कि जनता दल यूनाइटेड का तो स्टैंड पुराना है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है. इससे पहले भी विधि आयोग द्वारा इस मुद्दे पर राय मांगी जाने पर नीतीश कुमार ने लिखित रूप में इस मुद्दे पर अपना विरोध प्रकट किया था. उनका कहना था कि सरकार द्वारा किसी संप्रदाय विशेष पर ऐसी कोई नीति थोपी नहीं जानी चाहिए जब तक कि उस समुदाय में उस इस मुद्दे सर्वसहमति न बन जाए.
सरबजीत की बहन ने भाई की रिहाई के लिए दरगाह शरीफ में की जियारत
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के अजमेर आने से एक दिन पहले आज सरबजीत की बहन ने दरगाह शरीफ में अपने भाई की रिहाई के लिए जियारत की।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के अजमेर आने से एक दिन पहले आज सरबजीत की बहन ने दरगाह शरीफ में अपने भाई की रिहाई के लिए जियारत की। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा, ‘‘ख्वाजाजी के करम से पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी यहां आ रहे हैं और मुझे आशा और विश्वास है कि पिछले 22 साल से पाकिस्तान में जेल में बंद मेरा भाई को भी ख्वाजाजी का करम नसीब होगा। ’’ इस अवसर पर सरबजीत की बेटी स्वपनदीप भी अपनी बुआ के साथ थी।टिप्पणियां दलबीर ने कहा कि वषरें पहले बेनजीर भुट्टो दरगाह आयी थीं और अपने पति की रिहाई के लिए जियारत की थीं और जब वह रिहा हो गए तब दोनों ख्वाजा को धन्यवाद करने फिर आए। मजार पर चादर चढ़ाने के बाद उन्होंने कहा, 'अब मैं भी ख्वाजाजी से पाकिस्तानी जेल से अपने भाई की रिहाई की प्रार्थना के साथ जियारत कर रही हूं। वह पिछले 22 साल से जेल में है। मैं फिर अपने भाई के साथ यहां आऊंगी।' उन्होंने कहा, 'चूंकि जरदारी को सरबजीत के क्षमादान अनुरोध पर फैसला करना है, मैं यहां इसलिए आयी हूं कि मुझे खबर मिली है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति दरगाह पर आ रहे हैं। यहां हरेक की फरियाद सुनी जाती है।' सरबजीत को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनायी गयी है। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा, ‘‘ख्वाजाजी के करम से पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी यहां आ रहे हैं और मुझे आशा और विश्वास है कि पिछले 22 साल से पाकिस्तान में जेल में बंद मेरा भाई को भी ख्वाजाजी का करम नसीब होगा। ’’ इस अवसर पर सरबजीत की बेटी स्वपनदीप भी अपनी बुआ के साथ थी।टिप्पणियां दलबीर ने कहा कि वषरें पहले बेनजीर भुट्टो दरगाह आयी थीं और अपने पति की रिहाई के लिए जियारत की थीं और जब वह रिहा हो गए तब दोनों ख्वाजा को धन्यवाद करने फिर आए। मजार पर चादर चढ़ाने के बाद उन्होंने कहा, 'अब मैं भी ख्वाजाजी से पाकिस्तानी जेल से अपने भाई की रिहाई की प्रार्थना के साथ जियारत कर रही हूं। वह पिछले 22 साल से जेल में है। मैं फिर अपने भाई के साथ यहां आऊंगी।' उन्होंने कहा, 'चूंकि जरदारी को सरबजीत के क्षमादान अनुरोध पर फैसला करना है, मैं यहां इसलिए आयी हूं कि मुझे खबर मिली है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति दरगाह पर आ रहे हैं। यहां हरेक की फरियाद सुनी जाती है।' सरबजीत को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनायी गयी है। दलबीर ने कहा कि वषरें पहले बेनजीर भुट्टो दरगाह आयी थीं और अपने पति की रिहाई के लिए जियारत की थीं और जब वह रिहा हो गए तब दोनों ख्वाजा को धन्यवाद करने फिर आए। मजार पर चादर चढ़ाने के बाद उन्होंने कहा, 'अब मैं भी ख्वाजाजी से पाकिस्तानी जेल से अपने भाई की रिहाई की प्रार्थना के साथ जियारत कर रही हूं। वह पिछले 22 साल से जेल में है। मैं फिर अपने भाई के साथ यहां आऊंगी।' उन्होंने कहा, 'चूंकि जरदारी को सरबजीत के क्षमादान अनुरोध पर फैसला करना है, मैं यहां इसलिए आयी हूं कि मुझे खबर मिली है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति दरगाह पर आ रहे हैं। यहां हरेक की फरियाद सुनी जाती है।' सरबजीत को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनायी गयी है। मजार पर चादर चढ़ाने के बाद उन्होंने कहा, 'अब मैं भी ख्वाजाजी से पाकिस्तानी जेल से अपने भाई की रिहाई की प्रार्थना के साथ जियारत कर रही हूं। वह पिछले 22 साल से जेल में है। मैं फिर अपने भाई के साथ यहां आऊंगी।' उन्होंने कहा, 'चूंकि जरदारी को सरबजीत के क्षमादान अनुरोध पर फैसला करना है, मैं यहां इसलिए आयी हूं कि मुझे खबर मिली है कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति दरगाह पर आ रहे हैं। यहां हरेक की फरियाद सुनी जाती है।' सरबजीत को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनायी गयी है।
2जी : बीजेपी ने फिर किया जेपीसी का बहिष्कार
2जी मामले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (में शामिल बीजेपी सदस्यों ने प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को बतौर गवाह बुलाए जाने की मांग पूरा नहीं किए जाने के कारण बैठक का बहिष्कार किया।
2जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में शामिल बीजेपी सदस्यों ने गुरुवार को बैठक का बहिष्कार किया। प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को बतौर गवाह बुलाए जाने की मांग को पूरा नहीं किए जाने के कारण बीजेपी सदस्यों ने यह कदम उठाया।टिप्पणियां जेपीसी में शामिल बीजेपी के छह सदस्यों- यशवंत सिन्हा, जसवंत सिंह, गोपीनाथ मुंडे, हरिन पाठक, रवि शंकर प्रसाद और धर्मेंद्र प्रधान बैठक में शामिल नहीं हुए। पिछली बैठक में भी उन्होंने वॉकआउट किया था। सिन्हा ने बीजेपी सदस्यों की ओर से समिति के अध्यक्ष पीसी चाको को कड़े शब्दों में भेजे पत्र में अपनी पार्टी के विरोध का इजहार किया है। पार्टी का आरोप है कि चाको अलोकतांत्रिक ढंग से पेश आ रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि जुलाई की बैठक में बीजेपी ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्तमंत्री पी चिदंबरम को समिति के समक्ष बुलाया जाए। इस बैठक में भी हमने यही मांग दोहराई, ताकि सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। इसीलिए समिति की ओर से प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के बयान दर्ज करने की बात कही गई। निर्णय लेने की प्रक्रिया में प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका के चलते समिति के समक्ष उनका उपस्थित होना जरूरी है। पत्र में यह भी कहा गया कि कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब केवल यही दोनों दे सकते हैं। जेपीसी में शामिल बीजेपी के छह सदस्यों- यशवंत सिन्हा, जसवंत सिंह, गोपीनाथ मुंडे, हरिन पाठक, रवि शंकर प्रसाद और धर्मेंद्र प्रधान बैठक में शामिल नहीं हुए। पिछली बैठक में भी उन्होंने वॉकआउट किया था। सिन्हा ने बीजेपी सदस्यों की ओर से समिति के अध्यक्ष पीसी चाको को कड़े शब्दों में भेजे पत्र में अपनी पार्टी के विरोध का इजहार किया है। पार्टी का आरोप है कि चाको अलोकतांत्रिक ढंग से पेश आ रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि जुलाई की बैठक में बीजेपी ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्तमंत्री पी चिदंबरम को समिति के समक्ष बुलाया जाए। इस बैठक में भी हमने यही मांग दोहराई, ताकि सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। इसीलिए समिति की ओर से प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के बयान दर्ज करने की बात कही गई। निर्णय लेने की प्रक्रिया में प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका के चलते समिति के समक्ष उनका उपस्थित होना जरूरी है। पत्र में यह भी कहा गया कि कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब केवल यही दोनों दे सकते हैं। पार्टी का आरोप है कि चाको अलोकतांत्रिक ढंग से पेश आ रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि जुलाई की बैठक में बीजेपी ने मांग की थी कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्तमंत्री पी चिदंबरम को समिति के समक्ष बुलाया जाए। इस बैठक में भी हमने यही मांग दोहराई, ताकि सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। इसीलिए समिति की ओर से प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के बयान दर्ज करने की बात कही गई। निर्णय लेने की प्रक्रिया में प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका के चलते समिति के समक्ष उनका उपस्थित होना जरूरी है। पत्र में यह भी कहा गया कि कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब केवल यही दोनों दे सकते हैं।
फेसबुक विवाद में कूदे राहुल गांधी, ट्वीट करके सरकार पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने ट्वीट करके मोदी सरकार पर निशाना साधा है. 39 भारतीयों की मौत से ध्यान हटाने के लिए डेटा लीक की कहानी गढ़ी 39 भारतीयों की कहानी रडार से गायब है
फेसबुक डेटा लीक को लेकर भारत में मचे सियासी घमासान में अब राहुल गांधी भी कूद पड़े हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट करके मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा है कि इराक में 39 भारतीयों की मौत से ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस और डेटा लीक की यह कहानी गढ़ी गई है.   Problem: 39 Indians dead; Govt on the mat, caught lying. Solution: Invent story on Congress & Data Theft. Result: Media networks bite bait; 39 Indians vanish from radar. Problem solved. — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 22, 2018 कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि समस्‍या थी इराक में 39 भारतीयों की मौत हुई. सरकार पस्‍त रही और झूठ पकड़ा गया. उन्‍होंने कहा कि सरकार ने इसका हल निकाला और कांग्रेस पर डेटा चोरी की कहानी गढ़ी. राहुल ने आगे कहा कि इसका परिणाम ये हुआ कि मीडिया नेटवर्क चारे में फंसे, 39 भारतीयों की कहानी रडार से गायब है और समस्‍या खत्‍म हुई. टिप्पणियां फेसबुक डेटा लीक के लिए ज़िम्मेदार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के बारे में कहा जा रहा है कि उसे भारत में भी चुनावों से जोड़ने की तैयारी है. कैंब्रिज एनालिटिका ट्रंप के चुनाव प्रचार में शामिल रही है और ब्रेग्ज़िट के समय यूरोपियन यूनियन छोड़ने की मुहिम में भी. अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी में घमासान छिड़ गया है. बुधवार दोपहर टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सीधे कांग्रेस से पूछा कि फेस बुक लीक से बदनाम हुई कंपनी कैब्रिज एनालिटिका से उसका क्या रिश्ता रहा है? कांग्रेस ने दो टूक इस बात का खंडन किया.  googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });   Problem: 39 Indians dead; Govt on the mat, caught lying. Solution: Invent story on Congress & Data Theft. Result: Media networks bite bait; 39 Indians vanish from radar. Problem solved. — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 22, 2018 Solution: Invent story on Congress & Data Theft. Result: Media networks bite bait; 39 Indians vanish from radar. Problem solved. — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 22, 2018 Result: Media networks bite bait; 39 Indians vanish from radar. Problem solved. — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 22, 2018 Problem solved. फेसबुक डेटा लीक के लिए ज़िम्मेदार कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के बारे में कहा जा रहा है कि उसे भारत में भी चुनावों से जोड़ने की तैयारी है. कैंब्रिज एनालिटिका ट्रंप के चुनाव प्रचार में शामिल रही है और ब्रेग्ज़िट के समय यूरोपियन यूनियन छोड़ने की मुहिम में भी. अब इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी में घमासान छिड़ गया है. बुधवार दोपहर टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सीधे कांग्रेस से पूछा कि फेस बुक लीक से बदनाम हुई कंपनी कैब्रिज एनालिटिका से उसका क्या रिश्ता रहा है? कांग्रेस ने दो टूक इस बात का खंडन किया.
पाकिस्तान के झूठे दावों का कच्चा चिट्ठा खोल रहा लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी सैफउल्ला
भारत में लगातार आतंकवादी और फिदायीन भेज रहा है पाक पाकिस्तानी में आतंकी संगठनों के चल रहे हैं ट्रेनिंग कैम्प सार्क सम्मेलन में आतंकवाद पर भी चर्चा की संभावना
दरअसल भारत पाकिस्तान को यह मौका नहीं देना चाहता कि वह इस बात की शिकायत करे कि भारत उससे बात नहीं कर रहा। हालांकि कश्मीर के मुद्दे को हवा देकर उसने तनाव की नई स्थितियां बनाई हैं।
इंटरनेट पर मुकाबले में दादा से हारी शाहरुख की टीम
सौरव गांगुली की टीम भले ही कोलकाता नाइट राइडर्स से बहुचर्चित आईपीएल मुकाबला हार गई हो, लेकिन इंटरनेट पर लोकप्रियता के मुकाबले में पुणे वारियर्स ने शाहरुख खान की टीम को हरा दिया।
सौरव गांगुली की टीम भले ही कोलकाता नाइट राइडर्स से बहुचर्चित आईपीएल मुकाबला हार गई हो, लेकिन इंटरनेट पर लोकप्रियता के मुकाबले में पुणे वारियर्स ने शाहरुख खान की टीम को हरा दिया। गूगल ने यह सर्वे पश्चिम बंगाल के क्रिकेट प्रेमियों के बीच कराया था। इसमें वारियर्स ने केकेआर को 81-44 से हराया।टिप्पणियां गूगल इंडिया का सर्वे सबसे ज्यादा हिट पर आधारित था। इसमें आईपीएल की अंकतालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर काबिज पुणे वारियर्स दूसरे स्थान पर रही। मुंबई इंडियन्स टीम गूगल पर सबसे लोकप्रिय रही, जबकि केकेआर सबसे नीचे। पिछले महीने कराए गए सर्वे में मुंबई इंडियन्स ने बाजी मारी। पुणे वारियर्स दूसरे और दिल्ली डेयरडेविल्स तीसरे नंबर पर रही। चेन्नई सुपर किंग्स चौथे स्थान पर रही। गूगल इंडिया के एक प्रतिनिधि ने बताया सौ की स्केल पर पुणे वारियर्स ने 31 हिट हासिल किए, जबकि मुंबई को 39 हिट मिले। केकेआर को 13 हिट मिले। दिल्ली क्षेत्र में भी वारियर्स ने 27-13 से बाजी मारी। गूगल इंडिया का सर्वे सबसे ज्यादा हिट पर आधारित था। इसमें आईपीएल की अंकतालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर काबिज पुणे वारियर्स दूसरे स्थान पर रही। मुंबई इंडियन्स टीम गूगल पर सबसे लोकप्रिय रही, जबकि केकेआर सबसे नीचे। पिछले महीने कराए गए सर्वे में मुंबई इंडियन्स ने बाजी मारी। पुणे वारियर्स दूसरे और दिल्ली डेयरडेविल्स तीसरे नंबर पर रही। चेन्नई सुपर किंग्स चौथे स्थान पर रही। गूगल इंडिया के एक प्रतिनिधि ने बताया सौ की स्केल पर पुणे वारियर्स ने 31 हिट हासिल किए, जबकि मुंबई को 39 हिट मिले। केकेआर को 13 हिट मिले। दिल्ली क्षेत्र में भी वारियर्स ने 27-13 से बाजी मारी। पिछले महीने कराए गए सर्वे में मुंबई इंडियन्स ने बाजी मारी। पुणे वारियर्स दूसरे और दिल्ली डेयरडेविल्स तीसरे नंबर पर रही। चेन्नई सुपर किंग्स चौथे स्थान पर रही। गूगल इंडिया के एक प्रतिनिधि ने बताया सौ की स्केल पर पुणे वारियर्स ने 31 हिट हासिल किए, जबकि मुंबई को 39 हिट मिले। केकेआर को 13 हिट मिले। दिल्ली क्षेत्र में भी वारियर्स ने 27-13 से बाजी मारी।
मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल: साइकिल से संसद जाने वाले तीन सांसदों की हो सकती है बड़ी तरक्‍की
मंगलवार को पीएम मोदी मंत्रिपरिषद का होगा फेरबदल अर्जुन मेघवाल, मनसुख मांडविया और अनिल दवे के मंत्री बनने की संभावना ये तीनों सांसद साइकिल से जाते हैं संसद
इस सूची में तीसरा नाम अनिल दवे का है। वह मध्‍य प्रदेश से भाजपा के राज्‍यसभा सदस्‍य हैं। नर्मदा नदी के बचाव और सफाई के लिए सक्रिय रूप से अभियान चलाते रहे हैं।  टिप्पणियां इन तीनों के ही मंगलवार को मंत्री पद लेने की शपथ लेने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्‍प होगा कि वह राष्‍ट्रपति भवन साइकिल या लाल बत्‍ती से सजी कार से जाते हैं। उल्‍लेखनीय है कि 2014 में सत्‍ता में आने के बाद से मोदी सरकार का यह पहला बड़ा मंत्रिमंडल विस्‍तार है। वर्तमान में मंत्रिपरिषद में 66 सदस्‍य हैं। इनकी अधिकतम संख्‍या 82 से अधिक नहीं हो सकती। इन तीनों के ही मंगलवार को मंत्री पद लेने की शपथ लेने की संभावना है। अब यह देखना दिलचस्‍प होगा कि वह राष्‍ट्रपति भवन साइकिल या लाल बत्‍ती से सजी कार से जाते हैं। उल्‍लेखनीय है कि 2014 में सत्‍ता में आने के बाद से मोदी सरकार का यह पहला बड़ा मंत्रिमंडल विस्‍तार है। वर्तमान में मंत्रिपरिषद में 66 सदस्‍य हैं। इनकी अधिकतम संख्‍या 82 से अधिक नहीं हो सकती। उल्‍लेखनीय है कि 2014 में सत्‍ता में आने के बाद से मोदी सरकार का यह पहला बड़ा मंत्रिमंडल विस्‍तार है। वर्तमान में मंत्रिपरिषद में 66 सदस्‍य हैं। इनकी अधिकतम संख्‍या 82 से अधिक नहीं हो सकती।
उत्तर प्रदेश : नवविवाहिता का शव फंदे झूलता मिला, दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज
उत्तर प्रदेश के बांदा की घटना मायके पक्ष ने हत्या का मामला दर्ज करवाया इसी साल 5 फरवरी को हुई थी शादी
पुलिस ने बताया कि मोहनी की शादी इसी साल पांच फरवरी को हुई थी. शव का पोस्टमॉर्टम कराकर मायके पक्ष को सौंप दिया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दीवाली बधाई संदेश में मनमोहन ने जताई आशावाद के नए दौर की आस
पिछले कुछ महीनों से कथित निराशावाद के माहौल को लेकर चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दीवाली के अवसर पर यह उम्मीद जताई है कि देशवासियों के लिए ‘आशावाद का नया दौर’ शुरू होगा।
पिछले कुछ महीनों से कथित निराशावाद के माहौल को लेकर चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दीवाली के अवसर पर यह उम्मीद जताई है कि देशवासियों के लिए ‘आशावाद का नया दौर’ शुरू होगा। दीवाली के बधाई संदेश में मनमोहन ने लोगों के लिए शांति एवं समृद्धि की कामना की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल प्रकाशपर्व हर देशवासियों के लिए आशावाद के नए दौर का प्रतीक होगा। मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार के कई आरोपों से जूझ रही तथा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई जैसे आर्थिक फैसलों पर उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री लगातार कह रहे है कि नकारात्मक और निराशावाद के निरर्थक माहौल से देश को नुकसान पहुंचेगा खासकर निवेश संभावनाएं प्रभावित होंगी। शनिवार को उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने निराशा का माहौल दूर किया है। टिप्पणियां इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। दीवाली के बधाई संदेश में मनमोहन ने लोगों के लिए शांति एवं समृद्धि की कामना की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल प्रकाशपर्व हर देशवासियों के लिए आशावाद के नए दौर का प्रतीक होगा। मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार के कई आरोपों से जूझ रही तथा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई जैसे आर्थिक फैसलों पर उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री लगातार कह रहे है कि नकारात्मक और निराशावाद के निरर्थक माहौल से देश को नुकसान पहुंचेगा खासकर निवेश संभावनाएं प्रभावित होंगी। शनिवार को उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने निराशा का माहौल दूर किया है। टिप्पणियां इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल प्रकाशपर्व हर देशवासियों के लिए आशावाद के नए दौर का प्रतीक होगा। मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार के कई आरोपों से जूझ रही तथा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई जैसे आर्थिक फैसलों पर उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री लगातार कह रहे है कि नकारात्मक और निराशावाद के निरर्थक माहौल से देश को नुकसान पहुंचेगा खासकर निवेश संभावनाएं प्रभावित होंगी। शनिवार को उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने निराशा का माहौल दूर किया है। टिप्पणियां इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार के कई आरोपों से जूझ रही तथा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई जैसे आर्थिक फैसलों पर उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री लगातार कह रहे है कि नकारात्मक और निराशावाद के निरर्थक माहौल से देश को नुकसान पहुंचेगा खासकर निवेश संभावनाएं प्रभावित होंगी। शनिवार को उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने निराशा का माहौल दूर किया है। टिप्पणियां इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। शनिवार को उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार ने निराशा का माहौल दूर किया है। टिप्पणियां इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। इससे पहले, टेलीविजन पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से विभिन्न आर्थिक फैसलों पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार में नहीं आने का आह्वान किया था। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है। देश को 1991 जैसे आर्थिक संकट में फंसने के खिलाफ आगाह करते हुए उन्होंने कहा था देश को उच्च और समग्र वृद्धि के मार्ग पर लाने के लिए कठिन फैसले करने का वक्त आ गया है।
नोटबंदी के बीच मणिपुर में दो माह से जारी है आर्थिक नाकेबंदी, नहीं दिख रहा कोई समाधान
मणिपुर के मुख्यमंत्री और संयुक्त नगा परिषद अपने रुख से नहीं हिल रहे सरकार की दो नए जिले गठित करने की योजना के विरोध में नाकाबंदी यूएनसी के अनुसार, नगाओं की बहुत से जमीन नए जिलों द्वारा हड़प ली जाएगी
मणिपुर में नगाओं की दो माह से जारी अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी का कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है. मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और संयुक्त नगा परिषद (यूएनसी) अपने रुख से नहीं हिल रहे हैं. सरकार की दो नए जिले गठित करने की योजना के विरोध में यूएनसी ने एक नवंबर से ही अनिश्चितकालीन नाकाबंदी कर रखी है. यूएनसी के अनुसार, नगाओं की बहुत सारी जमीन नए जिलों द्वारा हड़प ली जाएगी. हालांकि, सरकार ने इसका जवाब दो नहीं, सात नए जिले बनाने की घोषणा के कर के दे दिया है. सभी वर्ग के लोगों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि प्रशासनिक सुविधा के अलावा यह विकास की गति तेज करने के लिए लंबे समय से लंबित मांग थी. इबोबी ने बताया कि सबसे पहले यूएनसी को नाकेबंदी खत्म करनी चाहिए और यह भरोसा देना चाहिए कि ऐसा फिर नहीं होगा. उसके बाद ही बात हो सकती है और यूएनसी के दो नेताओं गैदन कामेई और स्टीफन लैमकांग को रिहा किया जा सकता है ताकि एक बेहतर माहौल बनाया जा सके. मुख्य सचिव ओइनाम नबकिशोर ने कहा, "यूएनसी की शर्तो में एक यह है कि बातचीत सेनापति जिला के मुख्यालय में होनी चाहिए." इसके जवाब में इबोबी ने कहा, "यूएनसी मुट्ठी भर लोगों का एक क्लब है. यदि सरकार सेनापति जिले में जाती है तो अन्य सभी संगठन भविष्य में इस तरह की शर्त रख सकते हैं. अधिक से अधिक हम प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली जा सकते हैं." केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार की दो नए जिले गठित करने की योजना के विरोध में यूएनसी ने एक नवंबर से ही अनिश्चितकालीन नाकाबंदी कर रखी है. यूएनसी के अनुसार, नगाओं की बहुत सारी जमीन नए जिलों द्वारा हड़प ली जाएगी. हालांकि, सरकार ने इसका जवाब दो नहीं, सात नए जिले बनाने की घोषणा के कर के दे दिया है. सभी वर्ग के लोगों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि प्रशासनिक सुविधा के अलावा यह विकास की गति तेज करने के लिए लंबे समय से लंबित मांग थी. इबोबी ने बताया कि सबसे पहले यूएनसी को नाकेबंदी खत्म करनी चाहिए और यह भरोसा देना चाहिए कि ऐसा फिर नहीं होगा. उसके बाद ही बात हो सकती है और यूएनसी के दो नेताओं गैदन कामेई और स्टीफन लैमकांग को रिहा किया जा सकता है ताकि एक बेहतर माहौल बनाया जा सके. मुख्य सचिव ओइनाम नबकिशोर ने कहा, "यूएनसी की शर्तो में एक यह है कि बातचीत सेनापति जिला के मुख्यालय में होनी चाहिए." इसके जवाब में इबोबी ने कहा, "यूएनसी मुट्ठी भर लोगों का एक क्लब है. यदि सरकार सेनापति जिले में जाती है तो अन्य सभी संगठन भविष्य में इस तरह की शर्त रख सकते हैं. अधिक से अधिक हम प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली जा सकते हैं." केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सभी वर्ग के लोगों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उनका कहना है कि प्रशासनिक सुविधा के अलावा यह विकास की गति तेज करने के लिए लंबे समय से लंबित मांग थी. इबोबी ने बताया कि सबसे पहले यूएनसी को नाकेबंदी खत्म करनी चाहिए और यह भरोसा देना चाहिए कि ऐसा फिर नहीं होगा. उसके बाद ही बात हो सकती है और यूएनसी के दो नेताओं गैदन कामेई और स्टीफन लैमकांग को रिहा किया जा सकता है ताकि एक बेहतर माहौल बनाया जा सके. मुख्य सचिव ओइनाम नबकिशोर ने कहा, "यूएनसी की शर्तो में एक यह है कि बातचीत सेनापति जिला के मुख्यालय में होनी चाहिए." इसके जवाब में इबोबी ने कहा, "यूएनसी मुट्ठी भर लोगों का एक क्लब है. यदि सरकार सेनापति जिले में जाती है तो अन्य सभी संगठन भविष्य में इस तरह की शर्त रख सकते हैं. अधिक से अधिक हम प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली जा सकते हैं." केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उसके बाद ही बात हो सकती है और यूएनसी के दो नेताओं गैदन कामेई और स्टीफन लैमकांग को रिहा किया जा सकता है ताकि एक बेहतर माहौल बनाया जा सके. मुख्य सचिव ओइनाम नबकिशोर ने कहा, "यूएनसी की शर्तो में एक यह है कि बातचीत सेनापति जिला के मुख्यालय में होनी चाहिए." इसके जवाब में इबोबी ने कहा, "यूएनसी मुट्ठी भर लोगों का एक क्लब है. यदि सरकार सेनापति जिले में जाती है तो अन्य सभी संगठन भविष्य में इस तरह की शर्त रख सकते हैं. अधिक से अधिक हम प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली जा सकते हैं." केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके जवाब में इबोबी ने कहा, "यूएनसी मुट्ठी भर लोगों का एक क्लब है. यदि सरकार सेनापति जिले में जाती है तो अन्य सभी संगठन भविष्य में इस तरह की शर्त रख सकते हैं. अधिक से अधिक हम प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली जा सकते हैं." केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने हाल में कहा था कि नाकाबंदी को खत्म कराने को लेकर मणिपुर सरकार गंभीर नहीं है. इबोबी ने इससे यह कहकर इनकार किया है कि इसमें राजनीति करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है क्योंकि यह राज्य की जनता के भूखे रहने का सवाल है. एक नवंबर से जारी इस नाकेबंदी के परिणामस्वरूप मणिपुर में उपभोक्ता सामान, बच्चों की भोजन सामग्री, भवन निर्माण और अन्य सामग्री नहीं है.टिप्पणियां रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रिजिजू ने नाकेबंदी को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया है और राज मार्ग -37 पर ट्रकों और तेल टैंकरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजा है. लेकिन यूएनसी ने कहा है कि वह अपने आंदोलन को और तेज करेगी. शनिवार से उसने नगा बहुल पहाड़ी जिलों में सरकारी कार्यालयों का घेराव शुरू किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शरीरिक दंड देने पर शिक्षकों को हो सकती है तीन साल की सजा
किसी विशेष दुकान से पुस्तक, पोशाक और अन्य स्टेशनरी सामग्री खरीदने के लिए छात्रों को शारीरिक दंड देने वाले शिक्षकों को तीन साल की सजा हो सकती है। स्कूलों में शैक्षणिक कदाचार रोकने से संबंधित विधेयक के मसौदे में यह बात कही गई है।
किसी विशेष दुकान से पुस्तक, पोशाक और अन्य स्टेशनरी सामग्री खरीदने के लिए छात्रों को शारीरिक दंड देने वाले शिक्षकों को तीन साल की सजा हो सकती है। स्कूलों में शैक्षणिक कदाचार रोकने से संबंधित विधेयक के मसौदे में यह बात कही गई है। स्कूलों में शैक्षणिक कदाचार रोकने से सम्बंधित विधेयक के मसौदे में यह स्पष्ट किया गया है कि कोई भी स्कूल प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कैपिटेशन फीस की मांग करने या किसी कक्षा में दाखिले के लिए चंदा नहीं मांग सकता है।टिप्पणियां मसौदा विधेयक एक नवंबर को होने वाले केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (केब) की बैठक में पेश किया जाएगा। मसौदे में (एचआईवी) एड्स या किसी अन्य गंभीर बीमारी की खबर होने पर किसी छात्र को दाखिला देने से इनकार करने की सख्त मनाही की गई है। शिक्षकों से स्कूलों में शारीरिक दंड देने या छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोकने जैसे कार्यों में शामिल नहीं होने को कहा गया है। स्कूलों में शैक्षणिक कदाचार रोकने से सम्बंधित विधेयक के मसौदे में यह स्पष्ट किया गया है कि कोई भी स्कूल प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कैपिटेशन फीस की मांग करने या किसी कक्षा में दाखिले के लिए चंदा नहीं मांग सकता है।टिप्पणियां मसौदा विधेयक एक नवंबर को होने वाले केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (केब) की बैठक में पेश किया जाएगा। मसौदे में (एचआईवी) एड्स या किसी अन्य गंभीर बीमारी की खबर होने पर किसी छात्र को दाखिला देने से इनकार करने की सख्त मनाही की गई है। शिक्षकों से स्कूलों में शारीरिक दंड देने या छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोकने जैसे कार्यों में शामिल नहीं होने को कहा गया है। मसौदा विधेयक एक नवंबर को होने वाले केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (केब) की बैठक में पेश किया जाएगा। मसौदे में (एचआईवी) एड्स या किसी अन्य गंभीर बीमारी की खबर होने पर किसी छात्र को दाखिला देने से इनकार करने की सख्त मनाही की गई है। शिक्षकों से स्कूलों में शारीरिक दंड देने या छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोकने जैसे कार्यों में शामिल नहीं होने को कहा गया है। शिक्षकों से स्कूलों में शारीरिक दंड देने या छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोकने जैसे कार्यों में शामिल नहीं होने को कहा गया है।
बिल्‍डरों के खिलाफ नहीं थम रहा प्रदर्शन, खरीदारों का सवाल-हमारा फ़्लैट कब मिलेगा?
शनिवार को खरीदारों ने बिल्‍डर के खिलाफ किए प्रदर्शन सत्‍ता बदली लेकिन फिर भी नहीं बदले हालात पिछले आठ साल से कर रहे फ्लैट मिलने का इंतजार
हालांकि यूपी सरकार का दावा है कि किसी भी क़ीमत पर घर ख़रीददारों के हितों से समझौता नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही रीयल एस्‍टेट कानून को मज़बूती से लागू कराया जाएगा और इसके साथ ही यूपी सरकार ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का सीएजी ऑडिट का फ़ैसला लिया है ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगे. यूपी सरकार के मंत्री सतीश महाना का कहना है, "हम सीएजी का ऑडिट करा रहे हैं ताकि भ्रष्टाचार का पता चले, रेरा कानून को सख़्ती से लागू किया जाएगा हम बॉयर्स के घर का सपना पूरा करेंगे.'' हम जब बिल्डरों का पक्ष जानने के लिए आम्रपाली के दफ़्तर पहुंचे तो उनके कॉरपोरेट ऑफिस में कोई नहीं था ना कोई अधिकारी और ना कोई चपरासी. पूरा दफ़्तर खाली पड़ा हुआ था, केंद्र और राज्य दोनों में सरकारें बदल गई हैं पर फ्लैट मालिकों के लिए कुछ नहीं बदला. बैंक की क़िश्त और किराया का बोझ हर महीने इनकी कमर तोड़ रहा है. हम जब बिल्डरों का पक्ष जानने के लिए आम्रपाली के दफ़्तर पहुंचे तो उनके कॉरपोरेट ऑफिस में कोई नहीं था ना कोई अधिकारी और ना कोई चपरासी. पूरा दफ़्तर खाली पड़ा हुआ था, केंद्र और राज्य दोनों में सरकारें बदल गई हैं पर फ्लैट मालिकों के लिए कुछ नहीं बदला. बैंक की क़िश्त और किराया का बोझ हर महीने इनकी कमर तोड़ रहा है.
पार्टी को लेकर बीसीसीआई और उच्चायोग में ठनी
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग व बीसीसीआई आधिकारिक डिनर रद्द किए जाने को लेकर एक-दूसरे से भिड़ गए हैं। दोनों ने इस पर विरोधाभासी बयान दिए हैं।
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग और बीसीसीआई आधिकारिक डिनर को रद्द किए जाने को लेकर एक-दूसरे से भिड़ गए हैं। दोनों ने इस मामले में विरोधाभासी बयान दिए हैं। क्रिकेट बोर्ड ने जहां कहा है कि उसने पहले ही बता दिया था कि टीम 18 जुलाई को रिसेप्शन में उपस्थित नहीं हो पाएगी, वहीं उच्चायोग ने यह दावा करके इस विवाद को नया मोड़ दे दिया कि वह बीसीसीआई था, जिसने यह तिथि सुझाई थी। भारतीय टीम ने 18 जुलाई को उच्चायोग के रिसेप्शन में भाग लेने के बजाय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की चैरिटी शुरू करने को लेकर आयोजित समारोह में भाग लिया था। भारतीय उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी थी। बीसीसीआई ने कहा कि रिसेप्शन की तिथि भारतीय उच्चायोग ने सुझाई थी, लेकिन टीम छह महीने पहले से ही दूसरे कार्यक्रम के लिए हामी भर चुकी थी, इसलिए यह न्यौता स्वीकार नहीं किया गया। बीसीसीआई ने बयान में कहा, भारतीय उच्चायोग ने भारतीय टीम को 18 जुलाई, 2011 को रिसेप्शन में शामिल होने का न्यौता दिया था। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम को उसी दिन अन्य कार्यक्रम में भाग लेना था और उसका यह कार्यक्रम छह महीने पहले से तय था। बोर्ड सचिव एन श्रीनिवासन ने बयान में कहा, बीसीसीआई ने भारतीय उच्चायोग को इससे सूचित कर दिया था और सुझाव दिया था कि रिसेप्शन 25 जुलाई, 2011 को आयोजित किया जा सकता है। लेकिन उच्चायोग ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस समारोह की तिथि का सुझाव बीसीसीआई ने दिया था।
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah Written Update: क्या भिड़े को पता चल जाएगा ट्यूशन बोर्ड किसने तोड़ा!
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में जानिए आज क्या होगा? क्या भिड़े को पता चलेगा टप्पू सेना का कारनामा 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में आज फिर होगा हंगामा
सब टीवी के शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' के पिछले एपिसोड में आपने देखा कि भिड़े सब्जी लेने के लिए मार्केट जाता है, तो टप्पू सेना ये सोचकर परेशान है कि आखिर भिड़े ट्यूशन क्लास का टूटा हुआ बार्ड किस तरह से ठीक किया जाए. वहीं पूरी टप्पू सेना मिलकर बोर्ड को ठीक करने की कोशिशें करती है. इतने में जोरदार बारिश आ जाती है और भिड़े को मार्किट से वापस लौटना पड़ता है. टप्पू सेना अपनी सूझ-बूझ और सोढ़ी की सलाह पर हथोड़ी से डेंट को बिल्कुल ठीक कर देते हैं और अंजली से उसको पेंट करवा लेते हैं. जिसके बाद बोर्ड बिल्कुल नए जैसा हो जाता है. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में आपने देखा कि बोर्ड तो ठीक हो जाता है लेकिन भिड़े भी गोकुलधाम सोसाइटी के गेट पर पहुंच जाता है. वहां अब्दुल उसे रोकने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन भिड़े बारिश की वजह से अब्दुल की बातों को नजरअंदाज कर देता है. इतने में टप्पू सीढ़ी लेकर वापस बोर्ड को टांग रहा होता है तभी भिड़े आ जाता है. आज के एपिसोड में आप देखेंगे की क्या टप्पू भिड़े के देखने से पहले बोर्ड को वापस उसकी जगह पर टांग पाएगा? अगर भिड़े को ये सब पता चला तो वो किस तरह टप्पू सेना को सजा देगा?
मुजफ्फरनगर : गोहत्या की खबर के बाद भीड़ ने घर पर हमला किया, गांव में तनाव
गोहत्या के आरोप में पुलिस ने एक परिवार के चार सदस्यों को हिरासत में लिया। भीड़ ने घर को नुकसान पहुंचाया और इसमें आग लगाने का प्रयास किया। परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित गोहत्या का एक मामला दर्ज।
कथित गोहत्या की खबर के बाद भीड़ ने यहां कांधला गांव में एक घर पर हमला कर दिया, जिसके बाद गांव में तनाव व्याप्त हो गया। गोहत्या के आरोप में पुलिस ने एक परिवार के चार सदस्यों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि यह समस्या कल शाम उस समय शुरू हुई, जब गुस्‍साए स्थानीय ग्रामीण जिशान कुरैशी के घर के बाहर एकत्र हो गए और उन पर एवं उनके परिवार के सदस्यों पर गोहत्या का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि भीड़ ने कुरैशी के घर को नुकसान पहुंचाया और इसमें आग लगाने का प्रयास किया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और हालात पर काबू पा लिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि जब भीड़ घर के बाहर पहुंची, कुरैशी अपनी पत्नी शहनाज और दो अन्य लोगों सद्दाम और मोटा के साथ घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि में परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित गोहत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि तनाव व्याप्त होने के कारण गांव में भारी पुलिस बलों को तैनात किया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने बताया कि यह समस्या कल शाम उस समय शुरू हुई, जब गुस्‍साए स्थानीय ग्रामीण जिशान कुरैशी के घर के बाहर एकत्र हो गए और उन पर एवं उनके परिवार के सदस्यों पर गोहत्या का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि भीड़ ने कुरैशी के घर को नुकसान पहुंचाया और इसमें आग लगाने का प्रयास किया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और हालात पर काबू पा लिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि जब भीड़ घर के बाहर पहुंची, कुरैशी अपनी पत्नी शहनाज और दो अन्य लोगों सद्दाम और मोटा के साथ घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि में परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित गोहत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि तनाव व्याप्त होने के कारण गांव में भारी पुलिस बलों को तैनात किया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि जब भीड़ घर के बाहर पहुंची, कुरैशी अपनी पत्नी शहनाज और दो अन्य लोगों सद्दाम और मोटा के साथ घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि में परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित गोहत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि तनाव व्याप्त होने के कारण गांव में भारी पुलिस बलों को तैनात किया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बनी फिल्म को YouTube पर देखना चाहते है तो, ये है शर्त
'राम के नाम' डॉक्यूमेंट्री पर लगी उम्र सीमा बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बनी है फिल्म यूट्यूब पर देखने के लिए रखी गई शर्त
जाने-माने फिल्मकार आनंद पटवर्धन ने कहा है कि बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) विध्वंस पर आधारित उनकी राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त डॉक्यूमेंट्री ‘राम के नाम' को देखने के लिये यूट्यूब (YouTube) पर उम्र सीमा लगायी गयी है. निर्देशक ने कहा कि वीडियो साझा करने वाली वेबसाइट उन ‘‘हिंदुत्ववादी गुडों को ध्यान में रख रही है, जो सभी धर्मनिरपेक्ष सामग्री को खत्म कर देना चाहते हैं''. 1992 की यह डॉक्यूमेंट्री अयोध्या में बाबरी मस्जिद वाले स्थान पर राम मंदिर निर्माण के लिये हिंदू राष्ट्रवादी विश्व हिंदू परिषद के अभियान के साथ-साथ इसके कारण भड़की सांप्रदायिक हिंसा की पड़ताल करती है. डॉक्यूमेंट्री को उस वक्त केंद्रीय फिल्म प्रमाणन ब्यूरो से ‘यू' सर्टिफिकेट मिला था और 1996 में उच्च न्यायालय से इसके प्रसारण की अनुमति मिलने के बाद उसे दूरदर्शन के प्राइम टाइम पर दिखाया गया था. पटवर्धन ने कहा कि वह हैरान हैं कि इसकी रिलीज के 28 साल बाद अब इसे सिर्फ ‘‘वयस्कों'' को दिखाये जाने के लायक बताया जा रहा है. एक फेसबुक पोस्ट में निर्देशक ने रविवार को लिखा, ‘‘यूट्यूब एक बार फिर हिंदुत्वादी गुडों का ध्यान रख रहा है जो चाहते हैं कि सभी धर्मनिरपेक्ष सामग्री खत्म हो जायें. पटवर्धन ने कहा कि वह हैरान हैं कि बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) से जुड़ी इस फिल्म की रिलीज के 28 साल बाद अब इसे सिर्फ ‘‘वयस्कों'' को दिखाये जाने के लायक बताया जा रहा है. एक फेसबुक पोस्ट में निर्देशक ने रविवार को लिखा, ‘‘यूट्यूब (YouTube) एक बार फिर हिंदुत्वादी गुडों का ध्यान रख रहा है जो चाहते हैं कि सभी धर्मनिरपेक्ष सामग्री खत्म हो जायें. इसका ताजा उदाहरण यह है कि मेरी जिस फिल्म को सीबीएफसी से ‘यू' (यूनीवर्सल यानी सभी उम्र वालों के लिये) प्रमाणपत्र मिला है उन्होंने मेरी उसी फिल्म ‘राम के नाम' को देखने के लिये ‘उम्र सीमा' लगा रखी है.''     फिल्मकार ने कहा कि वीडियो साझा करने वाली वेबसाइट ने इससे पहले ‘जय भीम कामरेड' के साथ भी ऐसा ही किया था जबकि इस फिल्म को भी ‘यू' प्रमाणपत्र मिला था जो यह सवाल खड़ा करता है कि क्या यूट्यूब हमारी सीबीएफसी से भी बुरा है? पटवर्धन ने कहा कि इस वेबसाइट पर हिंदुत्व का प्रभाव है. वेबसाइट के इस कदम को उन्होंने घृणित बताया है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप 14 साल से अधिक और 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं तो आपको कई मुश्किल भरे काम करने की अनुमति है लेकिन आप ‘राम के नाम' को नहीं देख सकते हैं. फिलहाल छोटी सी खुशखबरी यह है कि अगर आप 18 साल से अधिक के हैं तो आप यूट्यूब चैनल पर मेरी इस इस फिल्म को देख सकते हैं जब तक कि वे इस फिल्म पर आगे प्रतिबंध लगाने के नये पैंतरे न सोच लें'' पटवर्धन इस बाबत यूट्यूब को पत्र लिखा था जिस पर वीडियो साझा करने वाली वेबसाइट ने जवाब दिया था कि ‘‘फिल्म ‘राम के नाम' की समीक्षा की गयी जिसके आधार पर उन्होंने तय किया कि यह हर उम्र के दर्शकों के लिये उपयुक्त नहीं हो सकता है और इसलिए इसे देखने के लिय उम्र सीमा लगायी गयी है.''    पटवर्धन ने यूट्यूब का जवाब भी अपने पोस्ट के साथ साझा किया है. यूट्यूब के जवाब में लिखा है, ‘‘फिर से समीक्षा किये जाने के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि आपके वीडियो हमारे कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन नहीं करते हैं, लेकिन ये वीडियो आम दर्शकों के लिये उपयुक्त नहीं हो सकते हैं. इसलिए हमने आपके वीडियो पर उम्र सीमा लगायी है.''
'परमाणु ठिकानों पर हमला करता अल कायदा'
अल कायदा ने 9/11 के बाद अमेरिकी परमाणु विद्युत संयंत्रों, हवाईअड्डों और यहां तक कि ब्रूकलिन ब्रिज पर भी, कई हमलों की साजिश रची थी।
पाकिस्तानी आतंकवादी खालिद शेख मोहम्मद ने जांचकर्ताओं को बताया है कि अल कायदा ने 9/11 के बाद अमेरिकी परमाणु विद्युत संयंत्रों, हवाईअड्डों और यहां तक कि ब्रूकलिन ब्रिज पर भी, कई हमलों की साजिश रची थी। यह जानकारी विकिलीक्स द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों में सामने आई है। 'सीएनएन' ने विकिलीक्स के ताजा खुलासों के हवाले से कहा है कि मोहम्मद ने जांचकर्ताओं को बताया था कि अलकायदा ने परमाणु ठिकानों पर हमलों की साजिश रची थी। मोहम्मद ने हमलों की ऐसी सूची सामने रखी थी, जो दिल दहला देने वाले हैं। मोहम्मद को 11 सितम्बर, 2001 के हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। गुआंटानामो खाड़ी के कैदियों से सम्बंधित जो गोपनीय सरकारी दस्तावेज लीक हुए हैं, उनके आधार पर ऐसा लगता है कि मोहम्मद अपनी गिरफ्तारी से पहले तक 9/11 की अगली कड़ी के रूप में कई हमलों की साजिश रचने में व्यस्त था। मोहम्मद ने कहा है कि 9/11 के हमले के तत्काल बाद उसने लंदन स्थित हीथ्रो हवाईअड्डे पर हमले की साजिश रचनी शुरू की थी। दस्तावेजों के अनुसार, मोहम्मद ने बताया था कि हमले के लिए दो प्राथमिक प्रकोष्ठ बनाए गए थे। एक प्रकोष्ठ ब्रिटेन में था, जिसे केन्या स्थित एक व्यावसायिक उड़ान स्कूल से पॉयलट प्रशिक्षण प्राप्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, और दूसरा प्रकोष्ठ सऊदी अरब में था, जिसे हमले में खुद को शहीद करने की इच्छा रखने वालों की पहचान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दस्तावेजों के अनुसार, 2001 के अंतिम दिनों में मोहम्मद एक व्यावसायिक विमान को अगवा करने और उसे कैलीफोर्निया की सबसे ऊंची इमारत में टकराने की साजिश में लगा हुआ था। उसने कॉकपिट में पहुंचने के लिए दो जूता बमों के इस्तेमाल की योजना बनाई थी। दस्तावेज कहते हैं कि उसके बाद अप्रैल 2002 में मोहम्मद ने मालवाहक विमानों को अगवा करने और उन्हें अमेरिका के कई हवाईअड्डों पर गिराने का विचार बनाया था। उसने अल कायदा आतंकवादी इयमान फारिस से इस काम में मदद मांगी थी। उसने हवाईअड्डों के कार्गो वाले इलाकों में प्रवेश करने के तरीकों के बारे में जानकारी मांगी थी।
आखिर क्‍यों उतार रही हैं यह एक्‍ट्रेस अपने कपड़े और शेयर कर रही हैं वीडियो...?
वाणी कपूर ने शेयर किया है कपड़े उतारे हुए अपना वीडियो काल्‍की कोचलिन भी शेयर कर चुकी हैं अपना ऐसा ही वीडियो दोनों एक्‍ट्रेस एक डिजाइनर ब्रांड के लिए कर रही हैं प्रमोशन
A post shared by VK (@_vaanikapoor_) on Jul 10, 2017 at 10:46pm PDT When shirts get in the way, there’s only one thing left to do - #StripToBasics! Where is your strip to basics video? @labelritukumarpic.twitter.com/AJTA27eEg4 So excited to bring this to you guys! Something special’s coming your way, here’s a sneak peek #StripToBasics @labelritukumar A post shared by VK (@_vaanikapoor_) on Aug 1, 2017 at 11:29pm PDT #StripToBasics | @kalkikanmani Introducing "BASICS by LABEL Ritu Kumar". The BASICS is a collection of essential high quality must have garments for every woman's wardrobe | Tap the link in bio to see the full collection| #KalkiinLabel Also available exclusively on : @myntradotcom Shot by : @mummydaddymedia A post shared by Label Ritu Kumar (@labelritukumar) on Aug 3, 2016 at 10:50pm PDT
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने EVM से छेड़छाड़ का डेमो दिखाया, दावा- एक सीक्रेट कोड के ज़रिए होती है छेड़छाड़
EVM टाइप मशीन का लाइव डेमो सौरभ भारद्वाज का सवाल- भिंड में हर वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं जिसके साथ कोई छेड़छाड़ न हो सकती हो- सौरभ
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया, जिसमें आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन की लाइव टेंपरिंग का लाइव डेमो दिखाया. इस दौरान सौरभ ने दावा किया कि 'एक सीक्रेट कोड के ज़रिए होती है EVM से छेड़छाड़ संभव है. वोटिंग के दौरान कोड चुपके से डाल दिया जाता है. कोड डालने के बाद हर वोट एक खास पार्टी को जाता है. EVM का मदर बोर्ड बदलकर छेड़छाड़ की जा सकती है. कोई ऐसी मशीन नहीं, जिसके साथ छेड़छाड़ न की जा सके. इस टेम्परिंग को पकड़ना आसान नहीं है. मैंने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट को पढ़़ा और उनके जवाब पढ़े. कैसे भिंड के अंदर जिस मशीन के ऊपर कोई भी बटन दबाओ पर्ची बीजेपी की ही निकल रही थी. चुनाव आयोग ने इसकी जांच की, लेकिन उनकी रिपोर्ट का कोई सिर-पैर नहीं है'. इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि आज सदन में देश को बड़े षड्यंत्र का सच पता चलेगा. @3.38- दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं जिसके साथ छेड़छाड़ न की जा सकती हो. जिधर से हम ये ईवीएम की तकनीक लाए हैं वो भी इनके जरिए चुनाव नहीं करवा रहे, क्योंकि वे जानते हैं कि इनके साथ छेड़छाड़ संभव है : सौरभ @3.35- पिताजी कहते थे कि तेरी इंजीनियरिंग का क्या फायदा खुलवाने तो सीवर ही हैं, लेकिन आज मैं इसका इस्तेमाल कर पा रहा हूं. @3.34 सौरभ ने कहा- मैं तुम्हारे कारण ही इंजीनियरिंग छोड़कर राजनीति में आया था, आज मैं फिर इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर रहा हूं.  @3.32 सौरभ ने कहा- मैंने बी-टेक किया है. मैंने 10 साल बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए. मैं चैलेंज करता हूं कि कोई भी साइंटिस्ट ये साबित कर दे कि ऐसा क्यों हो रहा था. कोई भी बटन दबाओ वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था. @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.38- दुनिया में ऐसी कोई मशीन नहीं जिसके साथ छेड़छाड़ न की जा सकती हो. जिधर से हम ये ईवीएम की तकनीक लाए हैं वो भी इनके जरिए चुनाव नहीं करवा रहे, क्योंकि वे जानते हैं कि इनके साथ छेड़छाड़ संभव है : सौरभ @3.35- पिताजी कहते थे कि तेरी इंजीनियरिंग का क्या फायदा खुलवाने तो सीवर ही हैं, लेकिन आज मैं इसका इस्तेमाल कर पा रहा हूं. @3.34 सौरभ ने कहा- मैं तुम्हारे कारण ही इंजीनियरिंग छोड़कर राजनीति में आया था, आज मैं फिर इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर रहा हूं.  @3.32 सौरभ ने कहा- मैंने बी-टेक किया है. मैंने 10 साल बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए. मैं चैलेंज करता हूं कि कोई भी साइंटिस्ट ये साबित कर दे कि ऐसा क्यों हो रहा था. कोई भी बटन दबाओ वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था. @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.35- पिताजी कहते थे कि तेरी इंजीनियरिंग का क्या फायदा खुलवाने तो सीवर ही हैं, लेकिन आज मैं इसका इस्तेमाल कर पा रहा हूं. @3.34 सौरभ ने कहा- मैं तुम्हारे कारण ही इंजीनियरिंग छोड़कर राजनीति में आया था, आज मैं फिर इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर रहा हूं.  @3.32 सौरभ ने कहा- मैंने बी-टेक किया है. मैंने 10 साल बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए. मैं चैलेंज करता हूं कि कोई भी साइंटिस्ट ये साबित कर दे कि ऐसा क्यों हो रहा था. कोई भी बटन दबाओ वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था. @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.34 सौरभ ने कहा- मैं तुम्हारे कारण ही इंजीनियरिंग छोड़कर राजनीति में आया था, आज मैं फिर इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर रहा हूं.  @3.32 सौरभ ने कहा- मैंने बी-टेक किया है. मैंने 10 साल बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए. मैं चैलेंज करता हूं कि कोई भी साइंटिस्ट ये साबित कर दे कि ऐसा क्यों हो रहा था. कोई भी बटन दबाओ वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था. @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.32 सौरभ ने कहा- मैंने बी-टेक किया है. मैंने 10 साल बड़ी-बड़ी कंपनियों को दिए. मैं चैलेंज करता हूं कि कोई भी साइंटिस्ट ये साबित कर दे कि ऐसा क्यों हो रहा था. कोई भी बटन दबाओ वोट बीजेपी को क्यों जा रहा था. @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.18- सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन के जरिए दिखाया कि कैसे ईवीएम की टेम्परिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि जिस भी पार्टी को जितवाना होता है, उसका एक कोड होता है. उसी का इस्तेमाल किया जाता है.  @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @3.01 सौरभ भारद्वाज ने दिखा रहे हैं ईवीएम टेम्परिंग का लाइव डेमो @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @2.58 : सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं एक मशीन लाया हूं. जो हू-ब-हू ईवीएम की तरह है. यह उसी मशीन की तरह है जिस मशीन के बटन दबाकर लोग हिन्दुस्तान का भविष्य चुनते हैं. @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @2.50 विजेंद्र गुप्ता को मार्शल ने बाहर कर दिया है. विजेंद्र गुप्ता अब विधानसभा के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @2.35  डेमो देखने के लिए JDU, TMC, RJD और CPM के नेता विधानसभा में मौजूद हैंटिप्पणियां @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @2.26 - ईवीएम में छेड़छाड़ के मुद्दे पर अल्का लांबा ने कहा कि अगर ईवीएम पर शक है तो क्या उसकी जांच नहीं होनी चाहिए. ईवीएम पर सवाल उठे हैं तो जांच होनी चाहिए. नई ईवीएम होते हुए भी एमसीडी चुनाव पुरानी ईवीएम से हुए. दिल्ली में पर्याप्त ईवीएम होते हुए भी राजस्थान से ईवीएम मंगाई गई. हम ईवीएम में छेड़छाड़ से जुड़ा सबूत पेश करेंगे.   ​@2.23 सदन की शुरुआत होते ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी काम रोको प्रस्ताव पर अड़ी जिसे स्पीकर रामनिवास गोयल ने नामंजूर कर दिया है. स्पीकर ने कहा- सदन नियम के अनुसार चलेगा. इस बीच बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता लगातार बोलते रहे, जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया. मार्शल उन्हें बाहर ले गए. @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   @1.00 इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सदन में सौरभ भारद्वाज बड़े षड्यंत्र का खुलासा करेंगे. अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा भी सदन में मौजूद हैं. बड़े खुलासे को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे. उन्हें ज़रूर सुनिएगा. सत्यमेव जयते. देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 9, 2017 उल्लेखनीय है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर 2 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. शनिवार को मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने रविवार को अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने केजरीवाल को सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपये लेते हुए देखा है. उन्होंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई तो उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया और पार्टी से निलंबित कर दिया है, हालांकि आम आदमी पार्टी के बाकी नेता इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा दरअसल आप के खिलाफ साजिश का हिस्सा हैं. उनके माध्यम से आप को परेशान करने का खेल चल रहा है. कपिल मिश्रा मंत्रिपद जाने की बौखलाहट में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं.   देश में चल रहे एक बहुत बड़े षड्यंत्र का सच आज सदन में सौरभ भारद्वाज देश के सामने रखेंगे। उन्हें ज़रूर सुनियेगा। सत्यमेव जयते।
Earthquake: असम में आया 5.5 तीव्रता का भूकंप, बिहार, पश्चिम बंगाल और नागालैंड में झटके महसूस किये गये
बिहार में भूकंप के तेज झटके. देश के कई इलाकों में भूकंप के झटके. भूकंप के झटकों से घरों से बाहर निकले लोग.
बुधवार को असम के कोकराझार में 5.5 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किये गये. बिहार के साथ-साथ, पश्चिम बंगाल के कूच बेहर, अलीपिरदौर, दार्जलिंग में झटके महसूस किये गये हैं. बताया जा रहा है कि भूकंप 10.20 मिनट पर आया. जिसकी गहराई 13 किलोमीटर मापी गई.  Earthquake measuring 5.5 on the Richter scale hits parts of Assam. Tremors also felt in parts of West Bengal; visuals from Siliguri. pic.twitter.com/pixNPJ85or Earthquake of magnitude 4.6 on the Richter scale hit #JammuAndKashmir at 05:15 am today
गोवा में 'आप' और बीजेपी के बीच मुकाबला, कांग्रेस की कोई गुंजाइश नहीं : अरविंद केजरीवाल
बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया, यह कांग्रेस से भी बदतर गोवा के लोग 'ईमानदार' पार्टी के पक्ष में वोट देंगे कांग्रेस एक भी सीट जीतने में सफल नहीं होगी
दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में असली लड़ाई 'आप' और सत्तारूढ़ बीजेपी के बीच होगी. साथ ही, उन्होंने यह दावा भी किया कि 40-सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस एक भी सीट जीतने में सफल नहीं होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ पैसा कमाने के लिए गोवा में चुनाव जीतना चाहती है और आगामी चुनावों में गोवा के लोग 'ईमानदार' पार्टी के पक्ष में वोट देंगे. केजरीवाल ने दक्षिण गोवा के क्यूपेम गांव में एससी/एसटी समुदाय के लोगों को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि चूंकि भगवा पार्टी को गोवा में हारने का डर है, इसलिए इसके अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जाने की बजाय यहां एक जनसभा की. केजरीवाल ने लोगों से कांग्रेस का समर्थन कर अपना वोट बर्बाद नहीं करने की अपील करते हुए कहा, 'गोवा से कांग्रेस का पूरा सफाया हो जाएगा और यह एक भी सीट नहीं जीतेगी. बीजेपी और 'आप' के बीच सीधा मुकाबला है.' उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया है. यह पार्टी कांग्रेस से भी बदतर निकल गई. टिप्पणियां गौरतलब है कि बीजेपी का चुनाव अभियान शुरू करने के लिए राज्य के लोगों से संपर्क साधने को लेकर अमित शाह शनिवार को गोवा में थे. केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह का राज्य के लोगों से संपर्क नहीं हुआ. वह आए, सभा को संबोधित किया और चले गए. वह लोगों से नहीं मिले. आम आदमी पार्टी लोगों से मिल रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ पैसा कमाने के लिए गोवा में चुनाव जीतना चाहती है और आगामी चुनावों में गोवा के लोग 'ईमानदार' पार्टी के पक्ष में वोट देंगे. केजरीवाल ने दक्षिण गोवा के क्यूपेम गांव में एससी/एसटी समुदाय के लोगों को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि चूंकि भगवा पार्टी को गोवा में हारने का डर है, इसलिए इसके अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जाने की बजाय यहां एक जनसभा की. केजरीवाल ने लोगों से कांग्रेस का समर्थन कर अपना वोट बर्बाद नहीं करने की अपील करते हुए कहा, 'गोवा से कांग्रेस का पूरा सफाया हो जाएगा और यह एक भी सीट नहीं जीतेगी. बीजेपी और 'आप' के बीच सीधा मुकाबला है.' उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया है. यह पार्टी कांग्रेस से भी बदतर निकल गई. टिप्पणियां गौरतलब है कि बीजेपी का चुनाव अभियान शुरू करने के लिए राज्य के लोगों से संपर्क साधने को लेकर अमित शाह शनिवार को गोवा में थे. केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह का राज्य के लोगों से संपर्क नहीं हुआ. वह आए, सभा को संबोधित किया और चले गए. वह लोगों से नहीं मिले. आम आदमी पार्टी लोगों से मिल रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केजरीवाल ने दक्षिण गोवा के क्यूपेम गांव में एससी/एसटी समुदाय के लोगों को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि चूंकि भगवा पार्टी को गोवा में हारने का डर है, इसलिए इसके अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जाने की बजाय यहां एक जनसभा की. केजरीवाल ने लोगों से कांग्रेस का समर्थन कर अपना वोट बर्बाद नहीं करने की अपील करते हुए कहा, 'गोवा से कांग्रेस का पूरा सफाया हो जाएगा और यह एक भी सीट नहीं जीतेगी. बीजेपी और 'आप' के बीच सीधा मुकाबला है.' उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया है. यह पार्टी कांग्रेस से भी बदतर निकल गई. टिप्पणियां गौरतलब है कि बीजेपी का चुनाव अभियान शुरू करने के लिए राज्य के लोगों से संपर्क साधने को लेकर अमित शाह शनिवार को गोवा में थे. केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह का राज्य के लोगों से संपर्क नहीं हुआ. वह आए, सभा को संबोधित किया और चले गए. वह लोगों से नहीं मिले. आम आदमी पार्टी लोगों से मिल रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केजरीवाल ने लोगों से कांग्रेस का समर्थन कर अपना वोट बर्बाद नहीं करने की अपील करते हुए कहा, 'गोवा से कांग्रेस का पूरा सफाया हो जाएगा और यह एक भी सीट नहीं जीतेगी. बीजेपी और 'आप' के बीच सीधा मुकाबला है.' उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी ने लोगों को धोखा दिया है. यह पार्टी कांग्रेस से भी बदतर निकल गई. टिप्पणियां गौरतलब है कि बीजेपी का चुनाव अभियान शुरू करने के लिए राज्य के लोगों से संपर्क साधने को लेकर अमित शाह शनिवार को गोवा में थे. केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह का राज्य के लोगों से संपर्क नहीं हुआ. वह आए, सभा को संबोधित किया और चले गए. वह लोगों से नहीं मिले. आम आदमी पार्टी लोगों से मिल रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि बीजेपी का चुनाव अभियान शुरू करने के लिए राज्य के लोगों से संपर्क साधने को लेकर अमित शाह शनिवार को गोवा में थे. केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह का राज्य के लोगों से संपर्क नहीं हुआ. वह आए, सभा को संबोधित किया और चले गए. वह लोगों से नहीं मिले. आम आदमी पार्टी लोगों से मिल रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने केंद्र सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया
एएमयू ने कहा, मोदी सरकार का हलफनामा राजनीति से प्रेरित यूपीए सरकार का हलफनामा वापस लेने की इजाजत न दी जाए 1967 के फैसले के मुताबिक एएमयू को केंद्र ने बनाया था न कि मुस्लिम ने
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को अल्पसंख्यक का दर्जा दिए जाने के मामले में केंद्र सरकार के हलफनामे पर एएमयू ने भी हलफनामे के जरिए अपना जवाब दाखिल करते हुए कहा है कि मोदी सरकार का हलफनामा राजनीति से प्रेरित है और केंद्र को यूपीए सरकार का हलफनामा वापस लेने की इजाजत नहीं देनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को तीन हफ्ते में इसका जवाब दाखिल करने को कहा है. एएमयू ने कहा है कि सरकार बदलने के साथ दूसरी सरकार का नजरिया नहीं बदलना चाहिए. एएमयू देश की सबसे पुरानी मुस्लिम यूनिवर्सिटी है. इसे मिला अल्पसंख्यक का दर्जा सभी मुस्लिमों के लिए खास मायने रखता है.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यूपीए सरकार की अपील को वापस लेने का हलफनामा दाखिल किया है. मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा है कि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं दिया जा सकता. मोदी सरकार ने हलफनामे में 1967 में अजीज बाशा केस में संविधान पीठ के जजमेंट को आधार बनाया है जिसने कहा था कि एएमयू को केंद्र सरकार ने बनाया था न कि मुस्लिम ने. केंद्र ने हलफनामे में 1972 में संसद में बहस के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बयानों का हवाला दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर इस संस्थान को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया तो देश में अन्य अल्पसंख्यक वर्ग या धार्मिक संस्थानों को इनकार करने में परेशानी होगी. केंद्र ने यूपीए सरकार के वक्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उन पत्रों को भी वापस ले लिया है जिनमें फैकल्टी आफ मेडिसिन में मुस्लिमों को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया था. केंद्र ने 1967 के सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ 1981 में संसद में संशोधन बिल पास करते हुए एएमयू को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया, उसे भी मोदी सरकार ने गलत ठहराया है. हलफनामे में कहा गया है कि इस तरह कोर्ट के जजमेंट को निष्प्रभावी करने के लिए संशोधन करना संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है. एएमयू ने कहा है कि सरकार बदलने के साथ दूसरी सरकार का नजरिया नहीं बदलना चाहिए. एएमयू देश की सबसे पुरानी मुस्लिम यूनिवर्सिटी है. इसे मिला अल्पसंख्यक का दर्जा सभी मुस्लिमों के लिए खास मायने रखता है.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यूपीए सरकार की अपील को वापस लेने का हलफनामा दाखिल किया है. मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा है कि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं दिया जा सकता. मोदी सरकार ने हलफनामे में 1967 में अजीज बाशा केस में संविधान पीठ के जजमेंट को आधार बनाया है जिसने कहा था कि एएमयू को केंद्र सरकार ने बनाया था न कि मुस्लिम ने. केंद्र ने हलफनामे में 1972 में संसद में बहस के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बयानों का हवाला दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर इस संस्थान को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया तो देश में अन्य अल्पसंख्यक वर्ग या धार्मिक संस्थानों को इनकार करने में परेशानी होगी. केंद्र ने यूपीए सरकार के वक्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उन पत्रों को भी वापस ले लिया है जिनमें फैकल्टी आफ मेडिसिन में मुस्लिमों को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया था. केंद्र ने 1967 के सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ 1981 में संसद में संशोधन बिल पास करते हुए एएमयू को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया, उसे भी मोदी सरकार ने गलत ठहराया है. हलफनामे में कहा गया है कि इस तरह कोर्ट के जजमेंट को निष्प्रभावी करने के लिए संशोधन करना संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यूपीए सरकार की अपील को वापस लेने का हलफनामा दाखिल किया है. मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा है कि एएमयू को अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा नहीं दिया जा सकता. मोदी सरकार ने हलफनामे में 1967 में अजीज बाशा केस में संविधान पीठ के जजमेंट को आधार बनाया है जिसने कहा था कि एएमयू को केंद्र सरकार ने बनाया था न कि मुस्लिम ने. केंद्र ने हलफनामे में 1972 में संसद में बहस के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बयानों का हवाला दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर इस संस्थान को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया तो देश में अन्य अल्पसंख्यक वर्ग या धार्मिक संस्थानों को इनकार करने में परेशानी होगी. केंद्र ने यूपीए सरकार के वक्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उन पत्रों को भी वापस ले लिया है जिनमें फैकल्टी आफ मेडिसिन में मुस्लिमों को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया था. केंद्र ने 1967 के सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ 1981 में संसद में संशोधन बिल पास करते हुए एएमयू को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया, उसे भी मोदी सरकार ने गलत ठहराया है. हलफनामे में कहा गया है कि इस तरह कोर्ट के जजमेंट को निष्प्रभावी करने के लिए संशोधन करना संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है. केंद्र ने यूपीए सरकार के वक्त मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उन पत्रों को भी वापस ले लिया है जिनमें फैकल्टी आफ मेडिसिन में मुस्लिमों को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया था. केंद्र ने 1967 के सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के खिलाफ 1981 में संसद में संशोधन बिल पास करते हुए एएमयू को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया, उसे भी मोदी सरकार ने गलत ठहराया है. हलफनामे में कहा गया है कि इस तरह कोर्ट के जजमेंट को निष्प्रभावी करने के लिए संशोधन करना संवैधानिक ढांचे के खिलाफ है.
रजनीकांत की फिल्म '2.0' के फर्स्ट लुक के लॉन्च में शामिल हो सकते हैं कमल हासन और शाहरुख
इस इवेंट में कमल हासन और शाहरुख खान भी शामिल हो सकते हैं फिल्म निर्माता करण जौहर फर्स्ट लुक के लॉन्च की मेजबानी करेंगे यशराज स्टूडियो के कार्यक्रम में इस फिल्म के सभी कलाकार उपस्थित रहेंगे
रविवार को सुपरस्टार रजनीकांत और अक्षय कुमार की आगामी तमिल फिल्म '2.0' का फर्स्ट लुक लॉन्च किया जाएगा. आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार इस इवेंट में कमल हासन और शाहरुख खान भी शामिल हो सकते हैं.टिप्पणियां बता दें, फिल्म निर्माता करण जौहर रविवार को सुपरस्टार रजनीकांत की आगामी तमिल फिल्म '2.0' के फर्स्ट लुक के लॉन्च की मेजबानी करेंगे. बुधवार को लयका (Lyca) प्रोडक्शंस की ओर जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 'शहर के प्रतिष्ठित यशराज स्टूडियो के कार्यक्रम में इस फिल्म के सभी कलाकार उपस्थित रहेंगे.' शंकर द्वारा निर्देशित फिल्म 2010 की तमिल 'एंथीरम' का सीक्वल है. कथित तौर पर यह 350 करोड़ रुपये के बजट में बनी है. फिल्म में अक्षय कुमार, एमी जैक्सन, सुधांशु पांडे और आदिल हुसैन जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं. इसका संगीत ऑस्कर विजेता एआर रहमान ने दिया है. बता दें, फिल्म निर्माता करण जौहर रविवार को सुपरस्टार रजनीकांत की आगामी तमिल फिल्म '2.0' के फर्स्ट लुक के लॉन्च की मेजबानी करेंगे. बुधवार को लयका (Lyca) प्रोडक्शंस की ओर जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 'शहर के प्रतिष्ठित यशराज स्टूडियो के कार्यक्रम में इस फिल्म के सभी कलाकार उपस्थित रहेंगे.' शंकर द्वारा निर्देशित फिल्म 2010 की तमिल 'एंथीरम' का सीक्वल है. कथित तौर पर यह 350 करोड़ रुपये के बजट में बनी है. फिल्म में अक्षय कुमार, एमी जैक्सन, सुधांशु पांडे और आदिल हुसैन जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं. इसका संगीत ऑस्कर विजेता एआर रहमान ने दिया है. शंकर द्वारा निर्देशित फिल्म 2010 की तमिल 'एंथीरम' का सीक्वल है. कथित तौर पर यह 350 करोड़ रुपये के बजट में बनी है. फिल्म में अक्षय कुमार, एमी जैक्सन, सुधांशु पांडे और आदिल हुसैन जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में हैं. इसका संगीत ऑस्कर विजेता एआर रहमान ने दिया है.
मोबाइल के लिए बर्बर हत्या : 17 साल के लड़के ने 10 महीने के बच्चे के सामने उसकी मां का गला रेता
पुलिस ने आरोपी पर लूट और हत्या का मामला दर्ज किया पूछताछ में आरोपी ने कबूला अपना गुनाह चोरी के उद्देश्‍य से की गई तनुश्री दलोई की हत्‍या
मुंबई से सटे पालघर जिले के नालासोपारा से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। महज एक मोबाइल खरीदने के लिए 17 साल के युवक ने अपने पड़ोस में रहने वाली 22 साल की तनुश्री की उसके 10 महीने के बच्चे के सामने गला रेत कर हत्या कर दी। इस मामले में नालासोपारा पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले 17 साल के नाबालिग लड़के को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की और जल्द ही उसने अपना गुनाह कबूल कर पुलिस को पूरी घटना की जानकरी दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उस पर लूट और हत्या का मामला दर्ज कर लिया।टिप्पणियां नालासोपारा पश्चिम के डी.डी. कॉम्पलेक्स में बी विंग में पहले मालेपर पर रहनेवाली 22 साल की तनुश्री अनिल दलोई की हत्या चोरी के उद्देश्य से की गई थी। तनुश्री के पति अनिल दलोई मुंबई में गहनों की डिजाइन बनाने का काम करते हैं। नालासोपारा में तैनात डीएसपी अनिल आकडे के मुताबिक शनिवार की सुबह तनुश्री के पति और उनका देवर काम के लिए निकल गये। तभी दोपहर में पड़ोस में रहने वाला 17 साल का आरोपी लूट के इरादे से घर में घुसा और उसने लूट के बाद तनुश्री की गला रेतकर हत्या कर दी और तनुश्री के गले की चेन और मोबाइल ले गया। तनुश्री के जिस्म पर चोट के निशान भी पाये गये हैं। तनुश्री ने ने घटना के वक्त आरोपी के साथ काफी जद्दोजहद की होगी इसलिए उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। नालासोपारा पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसे अदालत ने भिवंडी बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने उसके पास से 55000 रुपये नकद और एक छुरा भी बरामद किया है। इस मामले में नालासोपारा पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले 17 साल के नाबालिग लड़के को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की और जल्द ही उसने अपना गुनाह कबूल कर पुलिस को पूरी घटना की जानकरी दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उस पर लूट और हत्या का मामला दर्ज कर लिया।टिप्पणियां नालासोपारा पश्चिम के डी.डी. कॉम्पलेक्स में बी विंग में पहले मालेपर पर रहनेवाली 22 साल की तनुश्री अनिल दलोई की हत्या चोरी के उद्देश्य से की गई थी। तनुश्री के पति अनिल दलोई मुंबई में गहनों की डिजाइन बनाने का काम करते हैं। नालासोपारा में तैनात डीएसपी अनिल आकडे के मुताबिक शनिवार की सुबह तनुश्री के पति और उनका देवर काम के लिए निकल गये। तभी दोपहर में पड़ोस में रहने वाला 17 साल का आरोपी लूट के इरादे से घर में घुसा और उसने लूट के बाद तनुश्री की गला रेतकर हत्या कर दी और तनुश्री के गले की चेन और मोबाइल ले गया। तनुश्री के जिस्म पर चोट के निशान भी पाये गये हैं। तनुश्री ने ने घटना के वक्त आरोपी के साथ काफी जद्दोजहद की होगी इसलिए उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। नालासोपारा पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसे अदालत ने भिवंडी बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने उसके पास से 55000 रुपये नकद और एक छुरा भी बरामद किया है। नालासोपारा पश्चिम के डी.डी. कॉम्पलेक्स में बी विंग में पहले मालेपर पर रहनेवाली 22 साल की तनुश्री अनिल दलोई की हत्या चोरी के उद्देश्य से की गई थी। तनुश्री के पति अनिल दलोई मुंबई में गहनों की डिजाइन बनाने का काम करते हैं। नालासोपारा में तैनात डीएसपी अनिल आकडे के मुताबिक शनिवार की सुबह तनुश्री के पति और उनका देवर काम के लिए निकल गये। तभी दोपहर में पड़ोस में रहने वाला 17 साल का आरोपी लूट के इरादे से घर में घुसा और उसने लूट के बाद तनुश्री की गला रेतकर हत्या कर दी और तनुश्री के गले की चेन और मोबाइल ले गया। तनुश्री के जिस्म पर चोट के निशान भी पाये गये हैं। तनुश्री ने ने घटना के वक्त आरोपी के साथ काफी जद्दोजहद की होगी इसलिए उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। नालासोपारा पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसे अदालत ने भिवंडी बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने उसके पास से 55000 रुपये नकद और एक छुरा भी बरामद किया है। तनुश्री के जिस्म पर चोट के निशान भी पाये गये हैं। तनुश्री ने ने घटना के वक्त आरोपी के साथ काफी जद्दोजहद की होगी इसलिए उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। नालासोपारा पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसे अदालत ने भिवंडी बाल सुधार गृह भेज दिया है। पुलिस ने उसके पास से 55000 रुपये नकद और एक छुरा भी बरामद किया है।
विदेशों में स्टार और घर में 'भिखारी' : दिल्ली के जादूगर इशामुद्दीन खान कानून से लड़ने को तैयार
इशामुद्दीन खान अपने वक्त के जाने माने जादूगर हैं उनके रस्सी से किए गए जादू की पूरी दुनिया में चर्चा थी भारत में कानून के हिसाब से तमाशबीनों को खास दर्जा हासिल नहीं है
कुछ वक्त के लिए ही सही इशामुद्दीन खान के कदमों में दुनिया बिछ गई थी. जादूगरी की दुनिया का एक बड़ा तहलका - जिसमें रस्सी को हवा में लटका दिया जाता था - यह जादू जिस पर भरोसा करना मुश्किल था इसके बूते खान सोचने लगे थे कि उनका भविष्य तो उज्जवल है. 22 साल पहले इशामुद्दीन ने जनता को तब हैरानी में डाल दिया था जब उन्होंने एक टोकरी में से लंबी रस्सी निकालकर हवा में 20 फुट ऊपर लटकाई थी जिस पर उनके सहायक चढ़ भी थे. लेकिन इस हैरतअंगेज़ कारनामे के बाद अब इतने सालों बाद भी खान अपनी और इस कला की पहचान के लिए लड़ाई जारी रखे हुए हैं. ख़ान नाराज़ हैं कि जादूगरी की इस कला को बचाने को लेकर देश में उन्हें किसी तरह का समर्थन हासिल नहीं है और उन्होंने तय किया है कि सड़क पर प्रदर्शन करने वालों को अपराधी घोषित करने वाले इस आदिम जाति के कानून को चुनौती देंगे. खान कहते हैं 'सड़कों पर परफॉर्म करना मुझे बहुत पसंद है, लेकिन कानून के तहत मैं स्ट्रीट परफॉर्मर नहीं भिखारी हूं.' उन्होंने आगे कहा 'मैं अकेला तो कानून से लड़ नहीं सकता लेकिन मैं हार मानने को तैयार नहीं हूं.' खान बताते हैं कि उन्होंने इस कानून को चुनौती देने के लिए कुछ कानूनी केंद्रों से मदद मांगने का फैसला किया है. खान के पिता बंदरों का खेल करते थे और उनकी मां कचड़ा बीनने का काम करती थीं. वह दिल्ली की कठपुतली कॉलोनी में बड़े हुए हैं जो सपेरे, कठपुतली का खेल करने वाले और तमाशा करने वालों का ठिकाना है जिसे सलमान रुश्दी के प्रसिद्ध उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' में जादूगार का ठिकाना बताया गया. लेकिन खान की मानें तो अब इस तरह के काम की कोई कीमत नहीं है. इसके पीछे की वजह है दशकों पुराना बॉम्बे बेगरी एक्ट जिसके मुताबिक सड़को पर तमाशा करने वाला लाखों लोगों को परेशानी का सबब बताया गया और उन्हें गैरकानूनी अवस्था के गढ्ढे में ढकेल दिया. यही वजह है कि देश की बहुमूल्य रहस्यवाद और कलात्मक परंपरा के बावजूद आदिवासी कलाकारों को अपने कला के प्रदर्शन के कम ही मौके मिल पाते हैं. 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' ख़ान नाराज़ हैं कि जादूगरी की इस कला को बचाने को लेकर देश में उन्हें किसी तरह का समर्थन हासिल नहीं है और उन्होंने तय किया है कि सड़क पर प्रदर्शन करने वालों को अपराधी घोषित करने वाले इस आदिम जाति के कानून को चुनौती देंगे. खान कहते हैं 'सड़कों पर परफॉर्म करना मुझे बहुत पसंद है, लेकिन कानून के तहत मैं स्ट्रीट परफॉर्मर नहीं भिखारी हूं.' उन्होंने आगे कहा 'मैं अकेला तो कानून से लड़ नहीं सकता लेकिन मैं हार मानने को तैयार नहीं हूं.' खान बताते हैं कि उन्होंने इस कानून को चुनौती देने के लिए कुछ कानूनी केंद्रों से मदद मांगने का फैसला किया है. खान के पिता बंदरों का खेल करते थे और उनकी मां कचड़ा बीनने का काम करती थीं. वह दिल्ली की कठपुतली कॉलोनी में बड़े हुए हैं जो सपेरे, कठपुतली का खेल करने वाले और तमाशा करने वालों का ठिकाना है जिसे सलमान रुश्दी के प्रसिद्ध उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' में जादूगार का ठिकाना बताया गया. लेकिन खान की मानें तो अब इस तरह के काम की कोई कीमत नहीं है. इसके पीछे की वजह है दशकों पुराना बॉम्बे बेगरी एक्ट जिसके मुताबिक सड़को पर तमाशा करने वाला लाखों लोगों को परेशानी का सबब बताया गया और उन्हें गैरकानूनी अवस्था के गढ्ढे में ढकेल दिया. यही वजह है कि देश की बहुमूल्य रहस्यवाद और कलात्मक परंपरा के बावजूद आदिवासी कलाकारों को अपने कला के प्रदर्शन के कम ही मौके मिल पाते हैं. 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' उन्होंने आगे कहा 'मैं अकेला तो कानून से लड़ नहीं सकता लेकिन मैं हार मानने को तैयार नहीं हूं.' खान बताते हैं कि उन्होंने इस कानून को चुनौती देने के लिए कुछ कानूनी केंद्रों से मदद मांगने का फैसला किया है. खान के पिता बंदरों का खेल करते थे और उनकी मां कचड़ा बीनने का काम करती थीं. वह दिल्ली की कठपुतली कॉलोनी में बड़े हुए हैं जो सपेरे, कठपुतली का खेल करने वाले और तमाशा करने वालों का ठिकाना है जिसे सलमान रुश्दी के प्रसिद्ध उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' में जादूगार का ठिकाना बताया गया. लेकिन खान की मानें तो अब इस तरह के काम की कोई कीमत नहीं है. इसके पीछे की वजह है दशकों पुराना बॉम्बे बेगरी एक्ट जिसके मुताबिक सड़को पर तमाशा करने वाला लाखों लोगों को परेशानी का सबब बताया गया और उन्हें गैरकानूनी अवस्था के गढ्ढे में ढकेल दिया. यही वजह है कि देश की बहुमूल्य रहस्यवाद और कलात्मक परंपरा के बावजूद आदिवासी कलाकारों को अपने कला के प्रदर्शन के कम ही मौके मिल पाते हैं. 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' खान के पिता बंदरों का खेल करते थे और उनकी मां कचड़ा बीनने का काम करती थीं. वह दिल्ली की कठपुतली कॉलोनी में बड़े हुए हैं जो सपेरे, कठपुतली का खेल करने वाले और तमाशा करने वालों का ठिकाना है जिसे सलमान रुश्दी के प्रसिद्ध उपन्यास 'मिडनाइट्स चिल्ड्रन' में जादूगार का ठिकाना बताया गया. लेकिन खान की मानें तो अब इस तरह के काम की कोई कीमत नहीं है. इसके पीछे की वजह है दशकों पुराना बॉम्बे बेगरी एक्ट जिसके मुताबिक सड़को पर तमाशा करने वाला लाखों लोगों को परेशानी का सबब बताया गया और उन्हें गैरकानूनी अवस्था के गढ्ढे में ढकेल दिया. यही वजह है कि देश की बहुमूल्य रहस्यवाद और कलात्मक परंपरा के बावजूद आदिवासी कलाकारों को अपने कला के प्रदर्शन के कम ही मौके मिल पाते हैं. 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' लेकिन खान की मानें तो अब इस तरह के काम की कोई कीमत नहीं है. इसके पीछे की वजह है दशकों पुराना बॉम्बे बेगरी एक्ट जिसके मुताबिक सड़को पर तमाशा करने वाला लाखों लोगों को परेशानी का सबब बताया गया और उन्हें गैरकानूनी अवस्था के गढ्ढे में ढकेल दिया. यही वजह है कि देश की बहुमूल्य रहस्यवाद और कलात्मक परंपरा के बावजूद आदिवासी कलाकारों को अपने कला के प्रदर्शन के कम ही मौके मिल पाते हैं. 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' 1995 में खुले आसमान के नीचे रस्सी के साथ यह कमाल करने वाले खान पहले कलाकार थे. इसे जादगूरी की दुनिया का तहलका माना जाने लगा क्योंकि यह खुले मैदान में किया जा रहा था जहां किसी तरह की तिकड़म या लोगों की नज़रों को धोखा देने की संभावना कम होती थी. खान बताते हैं कि इस ट्रिक के बारे में सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान यूरोप के लेखकों ने लिखा था. यह इतना मुश्किल जादू था कि 30 के दशक के मैजिक सर्किल ने इसे करने वाले के लिए ईनाम तक की घोषणा कर दी थी.टिप्पणियां खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' खान बताते हैं 'मैंने एक बार सुना था कि अगर मैं यह ट्रिक कर लूंगा तो मुझे वह पैसा मिल सकता है जो ब्रिटिश मैजिक सर्किल ने तय किया है. मैंने छह साल इसके राज़ का पता लगाने में निकाल दिए.' फिर खान ने कुतुब मिनार के बाहर हजारों दर्शकों की भीड़ के सामने हवा में रस्सी लटकाने वाला यह जादू करके दिखाया जिसमें लोगों ने एक बच्चे को उस रस्सी पर चढ़ते भी देखा. रातों रात खान दुनिया भर में लोकप्रिय हो गए. खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?' खान को दुनिया भर से न्यौते आने लगे, उन्हें प्रायोजक मिलने लगे और अभी भी दिल्ली में विदेश से आने वाले पर्यटक खान को इस जादू के लिए ढूंढ निकालते हैं. लेकिन वहीं भारत में खान की इस प्रतिभा का कोई नामलेवा नहीं है. इस कानून में बदलाव को लेकर उठी मांग अब ठंडे बस्ते में है. कठपुतली नगर जहां खान के पेशे से जुड़े दो हजार परिवार रहते हैं, उस बस्ती को ढहा दिया गया है. लेकिन खान जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ थोड़ी बहुत फ्रेंच और जापानी भी बोल लेते हैं, अभी भी आशावान है. वह कहते हैं 'मुझे सड़कों पर यह खेल दिखाना पसंद है और मुझे इसकी अनुमति मिलनी चाहिए. क्या मैं कुछ ज्यादा मांग रहा हूं?'
गर्मी दूर भगाने के लिए पूल में यूं नजर आईं ये एक्ट्रेस, फैन्स ने कर डाली रिक्वेस्ट- अब लौट भी आओ
इन दिनों लंदन में हैं मल्लिका नया वीडियो हुआ वायरल 'मर्डर' फिल्म है यादगार
A post shared by Mallika Sherawat (@mallikasherawat) on Jun 3, 2018 at 10:07pm PDT
रविचंद्रन अश्विन ने ट्विटर पर पोस्‍ट किया फोटो, फैंस ने इस बात को लेकर की चर्चा
नागपुर टेस्‍ट में अश्विन ने पूरे किए हैं 300 विकेट इस मामले में डेनिस लिली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा टीम इंडिया की वनडे टीम में शामिल नहीं है अश्विन
Great start to the day, morning safari @ the Pench Tiger Reserve. Nature and the wilderness at its stunning best. @vijayshankar260@coach_rsridharpic.twitter.com/qqqjwZ5cE4 Some downtime at Pench seems terrific. Is that a healthy apple or a crisp medu vada?! Haha! https://t.co/AWmTk5pijW Actually a not so crispy https://t.co/Lz6P1QgG9a Hhaaa @ashwinravi99 I thought it’s a medu vadai too Another Newton loading!!! Apple it is! Looked like Wada for a moment.
जिंदा इंसान को मरा हुआ बताकर लेखपाल ने हड़पी जमीन, फिर हुआ ऐसा
लेखपाल ने धोखे से हड़पी जमीन जिंदा इंसान को मरा हुआ बताया लेखपाल के खिलाफ मामला दर्ज
बलिया जिले के नरही थाना में राजस्व विभाग के एक कर्मचारी ने राजस्व अभिलेखों में जीवित व्यक्ति को मृतक प्रदर्शित कर फर्जीवाड़ा के जरिये अपने भाई, बहन व मां का नाम अंकित कर दिया, जिसपर उसे निलंबित कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बताया कि बलिया तहसील के राजस्व निरीक्षक रणजीत बहादुर सिंह ने गुरूवार को नरही थाना में राजस्व कर्मी लेखपाल अजय कुमार के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की जालसाजी , कुटरचित अभिलेख तैयार करने के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.  उन्होंने बताया कि अजय को बलिया तहसील क्षेत्र में कैथवली, पलिया खास और फिरोजपुर ग्राम का प्रभार दिया गया था.उसने इन ग्रामों के मौजा उमरपुर दियरा में जीवित व्यक्ति मार्कण्डेय और दयाशंकर तथा मृतक रघुनाथ की भूसंपत्ति राजस्व अभिलेखों में अपने सगे भाई संजय तिवारी, बहन सुनीता व मां विभा के नाम कर दिया है. जिला प्रशासन ने लेखपाल अजय को निलंबित कर दिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
अयोध्या मामले में मोदी सरकार भी पहुंची सुप्रीम कोर्ट, कहा- विवाद सिर्फ 0.313 एकड़ का, बाकी जमीन वापस हो
मोदी सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट जमीन के लिए दी याचिका अधिग्रहीत जमीन वापस मांगी
गौरतलब है कि अयोध्या मामले की नई संवैधानिक 5 सदस्यीय संवैधानिक पीठ सुनवाई कर रही है. न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस ए नजीर इसमें शामिल हैं. ये दोनों राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले पर सुनवाई के लिये पूर्व में गठित तीन सदस्यीय पीठ का हिस्सा थे. न्यायमूर्ति भूषण और न्यायमूर्ति नजीर तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाली उस तीन सदस्यीय पीठ का हिस्सा थे, जिसने 27 सितंबर 2018 को 2:1 के बहुमत से शीर्ष अदालत के 1994 के एक फैसले में की गई एक टिप्पणी को पांच सदस्यीय संविधान पीठ के पास पुनर्विचार के लिये भेजने से मना कर दिया था.  शीर्ष अदालत ने 1994 के अपने फैसले में कहा था कि मस्जिद इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं है. यह मामला अयोध्या भूमि विवाद मामले पर सुनवाई के दौरान उठा था. न्यायमूर्ति नजीर ने बहुमत के फैसले से अलग राय जताई थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने  2010 के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 14 अपील दायर हैं. चार दीवानी मुकदमों पर सुनाए गए अपने फैसले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 2.77 एकड़ जमीन को तीन पक्षों--सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच बराबर-बराबर बांटने का आदेश दिया था. अयोध्या मामले पर सुनवाई के लिये इस साल आठ जनवरी को गठित पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ में न्यायमूर्ति भूषण और न्यायमूर्ति नजीर शामिल नहीं थे. पीठ का पुनर्गठन इसलिये किया गया क्योंकि मूल पीठ के सदस्य न्यायमूर्ति यू यू ललित ने 10 जनवरी को मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था.  उन्होंने मामले की सुनवाई में आगे हिस्सा लेने से मना कर दिया था क्योंकि वह 1997 में एक संबंधित मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तरफ से एक वकील के तौर पर पेश हुए थे. नयी पीठ में प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ भी शामिल हैं.
अवसाद से बचना है तो खाएं जादूई मशरूम : शो
मशरूम यानी जादुई मशरूम बेहद प्रभावी ढंग से अवसाद का इलाज कर सकती है मस्तिष्क के प्रमुख तंत्र की गतिविधि को ‘फिर से शुरू’ कर सकने में सक्षम है यह शोध साइंटिफिक रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मध्य प्रदेश सरकार ने NIFT के छात्रों को मृगनयनी एम्पोरियम से जोड़ने का लिया फैसला
कुटीर, बुनकर एवं हस्तकला उद्योग को बढ़ावा NIFT छात्रों को रॉयल्टी भी दी जाएगी. मृगनयनी ब्रांड के उत्पादों की बिक्री देश-विदेश में की जाती है
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलाजी (National Institute Of Fashion Technology) के डिजाइनिंग के स्टूडेंट्स  को मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Govt.) ने इस संस्थान के छात्रों को अपने मृगनयनी एम्पोरियम से जोड़ने का फैसला लिया है. मध्यप्रदेश सरकार के ‘‘मृगनयनी ब्रांड एम्पोरियम'' से प्रदेश के कुटीर, बुनकर एवं हस्तकला उद्योग के विभिन्न उत्पादों की बिक्री देश-विदेश में स्थित अनेक शो रुम से की जाती है. यह भी पढ़ें- एमपी में बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के समय बदले प्रदेश सरकार ने मंगलवार को बताया,‘‘निफ्ट संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा बुनकरों के लिये विकसित डिजाइन उपभोक्ताओं को पसंद आने पर विद्यार्थियों को रायल्टी दी जाएगी.'' प्रदेश के बुनकरों और शिल्पियों के उत्पादों को जन-जन तक पहुँचाने के लिये हाल ही में होशंगाबाद एवं बैतूल में मृगनयनी के नये विक्रय केन्द्र खोले गये हैं. इसके अलावा प्रदेश के बाहर हैदराबाद और एकता मॉल केवड़िया (गुजरात) तथा रायपुर में मृगनयनी के नये शो रूम खोले गये हैं. प्रदेश के हस्तशिल्प एवं हाथकरघा को व्यापक बाजार मुहैया कराने के लिये अन्य राज्यों के साथ करार किये गये हैं. हस्तशिल्पियों और बुनकरों को रोजगार और तुरंत मार्केट सुविधा उपलब्ध कराने के लिये गौहर महल भोपाल, अर्बन हाट इंदौर और शिल्प बाजार ग्वालियर में नई गतिविधियाँ शुरू की गई हैं.
Sridevi: श्रीदेवी की 'दुर्घटनावश डूबने' से हुई थी मौत, फॉरेंसिक रिपोर्ट में दावा
24 फरवरी को हुआ दुबई में निधन हार्ट अटैक से हुई मौत शादी समारोह में होने गई थीं शामिल
#FLASH Forensic report says, #Sridevi died from accidental drowning (Source: UAE's Gulf News) pic.twitter.com/eWXdw1p1ZL Sources have said that Dubai Police have released the forensic report on Sridevi's death to her family and the Indian Consulate representative: Local media reports #Sridevi #Mumbai: Fogging being done at Pawan Hans crematorium, in preparation for the last rites of #Sridevipic.twitter.com/RL5gcFCWBV #Sridevi will always remain alive in my memory. It feels awkward to speak of her in the past tense. We have lost the biggest star of our country. I still cannot believe it. It will take many years to register what has actually happened: Anupam Kher in Mumbai pic.twitter.com/Ay4MTSznDL
महाराष्ट्र : युवती से उसके ब्वॉय फ्रेंड के सामने सामूहिक बलात्कार
चमोरशी तालुका के कृष्ण नगर गांव के पास हुई वारदात युवती अपने दोस्त के साथ लालडोंगरी पहाड़ियों के पास घूमने गई थी आरोपियों ने युवती के दोस्त को पीटा और 4000 रुपये लूट लिए
(इनपुट भाषा से)
ऑस्‍ट्रेलिया का 'माइंड गेम', भारत दौरे में विराट कोहली को गुस्‍सा दिलाने की कोशिश करेंगे स्‍टीव स्मिथ व उनकी टीम
कहा-ऐसा करने से विराट का ध्‍यान एक हद तक खेल से हट जाएगा कोहली का माना विश्‍वस्‍तरीय खिलाड़ी और बेहतरीन कप्‍तान ऑस्‍ट्रेलियाई प्‍लेयर्स से कई बार हो चुकी विराट कोहली की बहस
भारत के खिलाफ उसके घरेलू मैदान पर होने वाली चार टेस्‍ट मैच की सीरीज के लिए ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान स्‍टीव स्मिथ, प्रतिद्वंद्वी कप्‍तान विराट कोहली के खिलाफ एक खास योजना पर काम करना चाहते हैं.  स्मिथ ने खुलासा किया है कि भारत के खिलाफ आगामी चार मैचों की टेस्ट सीरीज जीतने के लिए उनकी टीम आक्रामक रुख अख्तियार करेगी. इसके साथ ही उनकी टीम भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को उकसाने की कोशिश करेगी. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज अगले वर्ष फरवरी में खेली जानी है. स्मिथ का मानना है कि विराट को गुस्‍सा दिलाने से टीम इंउिया के कप्‍तान का ध्‍यान एकम हद से खेल से हट जाएगा जिसका मेहमान टीम फायदा उठाने की कोशिश करेगी. कोहली को विश्वस्तरीय खिलाड़ी करार देते हुए स्मिथ ने माना कि टीम इंडिया के कप्‍तान ने काफी सुधार किया है और पिछले डेढ़ साल में अपनी टीम का बेहतरीन नेतृत्व दिया है. उन्‍होंने कहा कि भारत ने हाल में काफी मैच जीते हैं. इसके साथ ही उन्‍होंने इस दौरान काफी क्रिकेट अपने घरेलू मैदान पर खेली है. टीम की बॉडी लेंग्‍वेज भी सुधरी है. ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान ने कहा, कोहली मैदान पर भावनाओं से भरे हुए नजर आते हैं, लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि उन्‍होंने इस संबंध में काफी सुधार भी किया है.टिप्पणियां स्मिथ ने कहा, 'मुझे लगता है कि अगर हम टीम के रूप में उन्हें उकसाने में कामयाब हुए और उन्हें जल्दी आउट करने में कामयाब रहे तो भारतीय टीम बिखर जाएगी.' गौरतलब है कि भारतीय टीम इस समय 18 टेस्‍ट मैच से अजेय है और इस प्रदर्शन में खुद विराट के अलावा ऑलराउंडर आर. अश्विन को प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा है. अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से रवींद्र जडेजा भी विपक्षी बल्‍लेबाजों के लिए मुश्किल का सबब बने हैं. गौरतलब है कि विराट का इस समय ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ औसत 60.76 का है और पिछले कुछ समय में ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ि‍यों से मैदान पर उनकी गरमागरम बहस हो चुकी है. कोहली ने हाल ही में इंग्‍लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्‍ट में 235 रन बनाए थे. ऐसा करके वे एक कैलेंडर ईयर में तीन दोहरे शतक बनाने वाले पांचवें बल्‍लेबाज बने हैं. कोहली से पहले ऑस्‍ट्रेलिया के माइकल क्‍लार्क, रिकी पोंटिंग और डॉन ब्रेडमैन और न्‍यूजीलैंड के  ब्रैंडन मैक्‍कुलम यह कमाल कर चुके हैं. हालांकि स्मिथ ने स्‍वीकार किया कि भारत का यह दौरा उनके टीम के लिए आसान नहीं होगा. उन्‍होंने कहा कि भारत का दौरा हमेशा मुश्किलभरा होता है. हमें वहां चार टेस्‍ट खेलने है. हम वहां 'अंडर डॉग' बनकर जा रहे हैं ऐसे में हमारी टीम के लिए वहां अच्‍छा प्रदर्शन करने के अच्‍छे अवसर हैं. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच पहला टेसट 23 फरवरी 2017 से पुणे में खेला जाएगा. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज अगले वर्ष फरवरी में खेली जानी है. स्मिथ का मानना है कि विराट को गुस्‍सा दिलाने से टीम इंउिया के कप्‍तान का ध्‍यान एकम हद से खेल से हट जाएगा जिसका मेहमान टीम फायदा उठाने की कोशिश करेगी. कोहली को विश्वस्तरीय खिलाड़ी करार देते हुए स्मिथ ने माना कि टीम इंडिया के कप्‍तान ने काफी सुधार किया है और पिछले डेढ़ साल में अपनी टीम का बेहतरीन नेतृत्व दिया है. उन्‍होंने कहा कि भारत ने हाल में काफी मैच जीते हैं. इसके साथ ही उन्‍होंने इस दौरान काफी क्रिकेट अपने घरेलू मैदान पर खेली है. टीम की बॉडी लेंग्‍वेज भी सुधरी है. ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान ने कहा, कोहली मैदान पर भावनाओं से भरे हुए नजर आते हैं, लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि उन्‍होंने इस संबंध में काफी सुधार भी किया है.टिप्पणियां स्मिथ ने कहा, 'मुझे लगता है कि अगर हम टीम के रूप में उन्हें उकसाने में कामयाब हुए और उन्हें जल्दी आउट करने में कामयाब रहे तो भारतीय टीम बिखर जाएगी.' गौरतलब है कि भारतीय टीम इस समय 18 टेस्‍ट मैच से अजेय है और इस प्रदर्शन में खुद विराट के अलावा ऑलराउंडर आर. अश्विन को प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा है. अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से रवींद्र जडेजा भी विपक्षी बल्‍लेबाजों के लिए मुश्किल का सबब बने हैं. गौरतलब है कि विराट का इस समय ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ औसत 60.76 का है और पिछले कुछ समय में ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ि‍यों से मैदान पर उनकी गरमागरम बहस हो चुकी है. कोहली ने हाल ही में इंग्‍लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्‍ट में 235 रन बनाए थे. ऐसा करके वे एक कैलेंडर ईयर में तीन दोहरे शतक बनाने वाले पांचवें बल्‍लेबाज बने हैं. कोहली से पहले ऑस्‍ट्रेलिया के माइकल क्‍लार्क, रिकी पोंटिंग और डॉन ब्रेडमैन और न्‍यूजीलैंड के  ब्रैंडन मैक्‍कुलम यह कमाल कर चुके हैं. हालांकि स्मिथ ने स्‍वीकार किया कि भारत का यह दौरा उनके टीम के लिए आसान नहीं होगा. उन्‍होंने कहा कि भारत का दौरा हमेशा मुश्किलभरा होता है. हमें वहां चार टेस्‍ट खेलने है. हम वहां 'अंडर डॉग' बनकर जा रहे हैं ऐसे में हमारी टीम के लिए वहां अच्‍छा प्रदर्शन करने के अच्‍छे अवसर हैं. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच पहला टेसट 23 फरवरी 2017 से पुणे में खेला जाएगा. स्मिथ ने कहा, 'मुझे लगता है कि अगर हम टीम के रूप में उन्हें उकसाने में कामयाब हुए और उन्हें जल्दी आउट करने में कामयाब रहे तो भारतीय टीम बिखर जाएगी.' गौरतलब है कि भारतीय टीम इस समय 18 टेस्‍ट मैच से अजेय है और इस प्रदर्शन में खुद विराट के अलावा ऑलराउंडर आर. अश्विन को प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा है. अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से रवींद्र जडेजा भी विपक्षी बल्‍लेबाजों के लिए मुश्किल का सबब बने हैं. गौरतलब है कि विराट का इस समय ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ औसत 60.76 का है और पिछले कुछ समय में ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ि‍यों से मैदान पर उनकी गरमागरम बहस हो चुकी है. कोहली ने हाल ही में इंग्‍लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्‍ट में 235 रन बनाए थे. ऐसा करके वे एक कैलेंडर ईयर में तीन दोहरे शतक बनाने वाले पांचवें बल्‍लेबाज बने हैं. कोहली से पहले ऑस्‍ट्रेलिया के माइकल क्‍लार्क, रिकी पोंटिंग और डॉन ब्रेडमैन और न्‍यूजीलैंड के  ब्रैंडन मैक्‍कुलम यह कमाल कर चुके हैं. हालांकि स्मिथ ने स्‍वीकार किया कि भारत का यह दौरा उनके टीम के लिए आसान नहीं होगा. उन्‍होंने कहा कि भारत का दौरा हमेशा मुश्किलभरा होता है. हमें वहां चार टेस्‍ट खेलने है. हम वहां 'अंडर डॉग' बनकर जा रहे हैं ऐसे में हमारी टीम के लिए वहां अच्‍छा प्रदर्शन करने के अच्‍छे अवसर हैं. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच पहला टेसट 23 फरवरी 2017 से पुणे में खेला जाएगा. हालांकि स्मिथ ने स्‍वीकार किया कि भारत का यह दौरा उनके टीम के लिए आसान नहीं होगा. उन्‍होंने कहा कि भारत का दौरा हमेशा मुश्किलभरा होता है. हमें वहां चार टेस्‍ट खेलने है. हम वहां 'अंडर डॉग' बनकर जा रहे हैं ऐसे में हमारी टीम के लिए वहां अच्‍छा प्रदर्शन करने के अच्‍छे अवसर हैं. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच पहला टेसट 23 फरवरी 2017 से पुणे में खेला जाएगा.
सुनील ग्रोवर ने ट्विटर पर उड़ाई कपिल शर्मा के सबसे करीबी दोस्त की खिल्ली, 'चंदू चायवाले' ने दिया जवाब
ट्विंटर पर अपनी तस्वीर पोस्ट कर फंसे चंदन प्रभाकर, सुनील ने उड़ाई खिल्ली सुनील के कमेंट का चंदन प्रभाकर ने दिया जवाब ऑस्ट्रेलिया में हुए विवाद के बाद कपिल के शो से अलग हुए थे सुनील-चंदन
sometimes posture of ur body defines u...love pic.twitter.com/mqiG3ISlDq Is this picture what r u trying to define, the poster of ur body or beauty of the building behind you? https://t.co/9KXldf0gOY Hahaha...paji my posture is bcoz of the beauty of the building... A post shared by Sunil Grover (@whosunilgrover) on Aug 16, 2017 at 5:42am PDT
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार अभियान आज होगा खत्म
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अब केवल एक ही दिन बाकी है और आज रात चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसी के साथ ही राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वन्द्वी मिट रोमनी के बीच महीनों से चल रहे वाद-विवाद पर भी रोक लग जाएगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अब केवल एक ही दिन बाकी है और आज रात चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसी के साथ ही राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वन्द्वी मिट रोमनी के बीच महीनों से चल रहे वाद-विवाद पर भी रोक लग जाएगी। पिछले कुछ दिनों से धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे दोनों प्रत्याशियों को चुनाव के लिए अहम समझे जाने वाले कुछ राज्यों में कई बैठकों को संबोधित करना है। ये बैठकें देर रात तक खत्म होंगी। 51 वर्षीय ओबामा और प्रथम महिला मिशेल आधी रात तक अपने गृह नगर शिकागो लौटने वाले हैं। इससे पहले वह विस्कोन्सिन और ओहायो में बैठकों को संबोधित करेंगे। ओबामा का प्रचार अभियान आयोवा के देस मोनेस में खत्म होगा। मिशेल पहले नॉर्थ कैरोलिना और फ्लोरिडा में बैठकों को संबोधित करेंगी और बाद में अंतिम प्रचार अभियान के तहत वह लोवा के डेस मोनेस में राष्ट्रपति के साथ बैठक को संबोधित करेंगी। ओबामा के प्रचार अभियान दल का कहना है ‘प्रथम महिला अमेरिकी लोगों को याद दिलाएंगी कि पिछले चार साल में देश ने कितनी प्रगति की है। वह समर्थकों को चुनाव के दिन तक प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। पिछले कुछ दिनों से धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे दोनों प्रत्याशियों को चुनाव के लिए अहम समझे जाने वाले कुछ राज्यों में कई बैठकों को संबोधित करना है। ये बैठकें देर रात तक खत्म होंगी। 51 वर्षीय ओबामा और प्रथम महिला मिशेल आधी रात तक अपने गृह नगर शिकागो लौटने वाले हैं। इससे पहले वह विस्कोन्सिन और ओहायो में बैठकों को संबोधित करेंगे। ओबामा का प्रचार अभियान आयोवा के देस मोनेस में खत्म होगा। मिशेल पहले नॉर्थ कैरोलिना और फ्लोरिडा में बैठकों को संबोधित करेंगी और बाद में अंतिम प्रचार अभियान के तहत वह लोवा के डेस मोनेस में राष्ट्रपति के साथ बैठक को संबोधित करेंगी। ओबामा के प्रचार अभियान दल का कहना है ‘प्रथम महिला अमेरिकी लोगों को याद दिलाएंगी कि पिछले चार साल में देश ने कितनी प्रगति की है। वह समर्थकों को चुनाव के दिन तक प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। 51 वर्षीय ओबामा और प्रथम महिला मिशेल आधी रात तक अपने गृह नगर शिकागो लौटने वाले हैं। इससे पहले वह विस्कोन्सिन और ओहायो में बैठकों को संबोधित करेंगे। ओबामा का प्रचार अभियान आयोवा के देस मोनेस में खत्म होगा। मिशेल पहले नॉर्थ कैरोलिना और फ्लोरिडा में बैठकों को संबोधित करेंगी और बाद में अंतिम प्रचार अभियान के तहत वह लोवा के डेस मोनेस में राष्ट्रपति के साथ बैठक को संबोधित करेंगी। ओबामा के प्रचार अभियान दल का कहना है ‘प्रथम महिला अमेरिकी लोगों को याद दिलाएंगी कि पिछले चार साल में देश ने कितनी प्रगति की है। वह समर्थकों को चुनाव के दिन तक प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। मिशेल पहले नॉर्थ कैरोलिना और फ्लोरिडा में बैठकों को संबोधित करेंगी और बाद में अंतिम प्रचार अभियान के तहत वह लोवा के डेस मोनेस में राष्ट्रपति के साथ बैठक को संबोधित करेंगी। ओबामा के प्रचार अभियान दल का कहना है ‘प्रथम महिला अमेरिकी लोगों को याद दिलाएंगी कि पिछले चार साल में देश ने कितनी प्रगति की है। वह समर्थकों को चुनाव के दिन तक प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। ओबामा के प्रचार अभियान दल का कहना है ‘प्रथम महिला अमेरिकी लोगों को याद दिलाएंगी कि पिछले चार साल में देश ने कितनी प्रगति की है। वह समर्थकों को चुनाव के दिन तक प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्जीनिया में रैलियों को संबोधित करेंगे। फ्लोरिडा में सुबह चुनाव रैली को संबोधित करने के बाद रोमनी वर्जीनिया और ओहायो जाएंगे। फिर आधी रात को न्यू हैम्पशायर में उनका अभियान समाप्त होगा। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। 65 वर्षीय रोमनी के साथ उनकी पत्नी एन रोमनी भी होंगी। उन्होंने अपने पुत्र जोश रोमनी को मिन्नेसोटा में बैठकों को संबोधित करने के लिए भेजा है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। कांग्रेस के पॉल रयान उप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। वह पांच राज्यों नेवादा, कोलोराडो, आयोवा, ओहायो और विस्कोन्सिन में बैठकें करेंगे। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। कई महीनों से देश में चल रहा चुनाव प्रचार चरम में पहुंच चुका है और घरेलू मुद्दे, खास कर देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े मुद्दे परिदृश्य पर वर्चस्व बनाए हुए हैं। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। पिछले दो चुनावों में जहां इराक युद्ध और अफगानिस्तान युद्ध का मुद्दा प्रचार अभियान पर छाया रहता था वहीं इस बार एजेंडा में विदेश नीतियों को ज्यादा जगह और महत्व नहीं मिला। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। चीन तथा उसकी कथित मुद्रा नीति को लेकर ओबामा और रोमनी ने एक दूसरे पर जम कर निशाना साधा। चीन की कथित मुद्रा नीति से अमेरिका की अर्थव्यवस्था और ओबामा प्रशासन की ईरान, इस्राइल तथा पश्चिम एशिया के संदर्भ में नीतियां प्रभावित हो रही हैं। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। बहरहाल, दूसरी प्रेसीडेन्शियल डिबेट में विदेशनीति को अधिक महत्व मिला, जिससे संकेत मिला कि दोनों प्रत्याशियों में कम से कम इस मुद्दे को लेकर ज्यादा मतभेद नहीं हैं। लोकप्रियता संबंधी वोट के मामले में ओबामा और रोमनी लगभग बराबर चल रहे हैं, लेकिन चुनाव के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले राज्यों में ओबामा रोमनी से थोड़ा आगे चल रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, 6 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर यह बढ़त असर डाल सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की खबर में कहा गया है कि चुनाव अभियान के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मतों में बढ़त हासिल कर ली। राष्ट्रीय रायशुमारियों में भी लगातार कहा गया है कि लोकप्रियता के मतों में दोनों प्रत्याशी बराबर पर हैं। वॉशिंगटन पोस्ट..एबीसी न्यूज की रायशुमारी में कहा गया है कि ओबामा और रोमनी को संभावित मतदाताओं का 48..48 फीसदी समर्थन मिलने की उम्मीद है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। दोनों ही प्रत्याशी स्वतंत्र मतदाताओं के मामले में भी बराबर चल रहे हैं और प्रत्येक को 46 फीसदी समर्थन मिल रहा है।टिप्पणियां अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जिस व्यवस्था के तहत होते हैं उसके अनुसार, प्रत्येक राज्य में आबादी के आधार पर निर्वाचक मतों की कुछ तय संख्या होती है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है। इस ‘इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम’ के तहत कुल 538 निर्वाचक मत उपलब्ध हैं और जीतने के लिए इनमें से 270 मत हासिल करना जरूरी है।
पुलिस और रेलवे अधिकारियों का दावा, बेंगलुरु से पलायन रुका
विश्वास बहाली के उपायों और व्यापक सुरक्षा उपायों के चलते बेंगलुरु से पूर्वोत्तर के लोगों का अपने गृह राज्य के लिए पलायन रुक गया है। ये लोग असम हिंसा के बदला लिए जाने के डर से यहां से पलायन कर रहे थे।
विश्वास बहाली के उपायों और व्यापक सुरक्षा उपायों के चलते बेंगलुरु से पूर्वोत्तर के लोगों का अपने गृह राज्य के लिए पलायन रुक गया है। ये लोग असम हिंसा के बदला लिए जाने के डर से यहां से पलायन कर रहे थे। पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले बेंगलुरु में 17 हजार पुलिसकर्मी, रैपिड एक्शन बल और कर्नाटक राज्य पुलिस के जवान पूर्वोत्तर के लोगों के अंदर विश्वास बहाली के लिए तैनात किए गए हैं। पिछले सप्ताह हमले की अफवाहों के डर से पूर्वोत्तर के 30 हजार से अधिक लोग शहर से पलायन कर चुके हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सुनील कुमार ने कहा, ‘‘स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सामान्य है तथा लोग रमजान का त्योहार मना रहे हैं। पूर्वोत्तर के लोग बिना किसी बाधा के अपने काम पर जा रहे हैं तथा पलायन पूरी तरह से रुक गया है।’’ उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।टिप्पणियां पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन को देखते हुए गुवाहाटी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने वाली रेलवे ने लगातार दूसरे दिन कोई विशेष रेलगाड़ी नहीं चलाई। एडीजीपी रेलवे भाष्कर राव ने कहा कि गुवाहाटी के लिये आज कोई ट्रेन नहीं है। यात्री यदि बेंगलूर से जाना चाहते हैं तो उन्हें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस पकड़ना होगा और उन्हें हावड़ा से गुवाहाटी जाना होगा। कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोका ने घोषणा की है कि वह स्वयं आज पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे। पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले बेंगलुरु में 17 हजार पुलिसकर्मी, रैपिड एक्शन बल और कर्नाटक राज्य पुलिस के जवान पूर्वोत्तर के लोगों के अंदर विश्वास बहाली के लिए तैनात किए गए हैं। पिछले सप्ताह हमले की अफवाहों के डर से पूर्वोत्तर के 30 हजार से अधिक लोग शहर से पलायन कर चुके हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सुनील कुमार ने कहा, ‘‘स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सामान्य है तथा लोग रमजान का त्योहार मना रहे हैं। पूर्वोत्तर के लोग बिना किसी बाधा के अपने काम पर जा रहे हैं तथा पलायन पूरी तरह से रुक गया है।’’ उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।टिप्पणियां पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन को देखते हुए गुवाहाटी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने वाली रेलवे ने लगातार दूसरे दिन कोई विशेष रेलगाड़ी नहीं चलाई। एडीजीपी रेलवे भाष्कर राव ने कहा कि गुवाहाटी के लिये आज कोई ट्रेन नहीं है। यात्री यदि बेंगलूर से जाना चाहते हैं तो उन्हें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस पकड़ना होगा और उन्हें हावड़ा से गुवाहाटी जाना होगा। कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोका ने घोषणा की है कि वह स्वयं आज पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सुनील कुमार ने कहा, ‘‘स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सामान्य है तथा लोग रमजान का त्योहार मना रहे हैं। पूर्वोत्तर के लोग बिना किसी बाधा के अपने काम पर जा रहे हैं तथा पलायन पूरी तरह से रुक गया है।’’ उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।टिप्पणियां पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन को देखते हुए गुवाहाटी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने वाली रेलवे ने लगातार दूसरे दिन कोई विशेष रेलगाड़ी नहीं चलाई। एडीजीपी रेलवे भाष्कर राव ने कहा कि गुवाहाटी के लिये आज कोई ट्रेन नहीं है। यात्री यदि बेंगलूर से जाना चाहते हैं तो उन्हें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस पकड़ना होगा और उन्हें हावड़ा से गुवाहाटी जाना होगा। कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोका ने घोषणा की है कि वह स्वयं आज पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे। पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन को देखते हुए गुवाहाटी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने वाली रेलवे ने लगातार दूसरे दिन कोई विशेष रेलगाड़ी नहीं चलाई। एडीजीपी रेलवे भाष्कर राव ने कहा कि गुवाहाटी के लिये आज कोई ट्रेन नहीं है। यात्री यदि बेंगलूर से जाना चाहते हैं तो उन्हें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस पकड़ना होगा और उन्हें हावड़ा से गुवाहाटी जाना होगा। कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोका ने घोषणा की है कि वह स्वयं आज पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे। एडीजीपी रेलवे भाष्कर राव ने कहा कि गुवाहाटी के लिये आज कोई ट्रेन नहीं है। यात्री यदि बेंगलूर से जाना चाहते हैं तो उन्हें यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस पकड़ना होगा और उन्हें हावड़ा से गुवाहाटी जाना होगा। कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और गृहमंत्री आर अशोका ने घोषणा की है कि वह स्वयं आज पूर्वोत्तर के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे।
नित्यानंद के विदेश भागने की औपचारिक जानकारी से विदेश मंत्रालय ने किया इनकार
रेप मामला दर्ज होने के बाद ही भाग गया विदेश विदेश मंत्रालय के पास नहीं है कोई जानकारी बच्चों को अगवा करने और बंधक बनाने का भी है आरोप
अपनी बातों को लेकर अक्सर विवादो में रहने वाला स्वयंभू बाबा नित्यानंद (Nithyananda) देश छोड़कर भाग गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से ये जानकारी मिली है. बुधवार को नित्यानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें उस पर आश्रम में बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें बंधक बनाकर अनुयायियों से चंदा जुटाने के काम में लगाने का आरोप लगाया गया है. खबर है कि नित्यानंद त्रिनिदाद एंड टोबैगो में हैं. हालांकि विदेश मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण के अनुरोध या किसी भी जानकारी से इनकार किया है. मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हमारे पास कोई औपचारिक जानकारी नहीं है. न ही गुजरात पुलिस और न ही गृह मंत्रालय से. इसके अलावा, किसी भी प्रत्यर्पण अनुरोध के लिए, हमें उस व्यक्ति के स्थान और राष्ट्रीयता के विवरण की जरूरत होगी.  हमारे पास अभी तक उसके बारे में ऐसी कोई जानकारी नहीं है.'' अहमदाबाद में एक पुलिस अधिकारी आरवी असारी के हवाले से पीटीआई ने कहा कि नित्यानंद विदेश भाग गया है और अगर जरूरत पड़ी तो गुजरात पुलिस उचित माध्यम के जरिए उसको हिरासत में लेगी. पुलिस ने कहा कि नित्यानंद कर्नाटक में अपने खिलाफ रेप का मामला दर्ज होने के बाद ही देश छोड़कर भाग गया है और उसे यहां ढूंढना समय की बर्बादी होगी. उसके भारत आने के बाद हम निश्चित तौर पर उसको गिरफ्तार करेंगे.
जानें यूपी में आज से लोगों को ऑनलाइन खरीदारी पर क्यों चुकानी होगी ज्यादा कीमत
ई-कॉमर्स साइट्स से मंगाई जाने वाली चीज़ों पर अब 5% प्रवेश कर भी देना होगा राज्य को इससे लगभग 600 करोड़ रुपये सालाना राजस्व लाभ होने का अनुमान है देश के कई दूसरे राज्यों में भी पहले से लागू है ऐसा ही टैक्स
उत्तर प्रदेश में गुरुवार से ऑनलाइन शॉपिंग महंगी हो गई. ई-कॉमर्स साइट्स के जरिये मंगाई जाने वाली वस्तुओं पर अब राज्य में लोगों को 5% प्रवेश कर भी देना होगा. अधिकारियों के मुताबिक, कर लगने की वजह से राज्य सरकार को लगभग 600 करोड़ रुपये सालाना राजस्व लाभ होने का अनुमान है. ज्ञात हो कि पिछले दिनों विधानासभा से पारित प्रवेश कर संबंधी विधेयक को राज्यपाल राम नाईक की हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार द्वारा इसे गुरुवार से लागू कर दिया गया. अब तक ई-कॉमर्स के जरिये दूसरे राज्य से मंगाए जाने वाले माल पर किसी तरह का टैक्स वसूलने का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं था. ऐसे में मोबाइल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कपड़े आदि अपेकृक्षात काफी सस्ते होने से ई-कॉमर्स का दिन-प्रतिदिन चलन तो बढ़ता जा रहा था, लेकिन राज्य सरकार को किसी तरह का टैक्स नहीं मिल रहा था. वाणिज्य कर आयुक्त मुकेश मेश्राम के मुताबिक, 'राज्य में तकरीबन 10-12 हजार करोड़ रुपये की सालाना ऑनलाइन शॉपिंग हो रही है, जिसमें वर्ष 2020 तक चार गुना इजाफा होने का अनुमान है. पांच फीसदी प्रवेश कर से सरकार को सालाना 500-600 करोड़ रुपये राजस्व लाभ मिलने का अनुमान है.' गौरतलब है कि वाणिज्य कर विभाग ने ई-कॉमर्स को प्रवेश कर के दायरे में लाने के साथ ही उस पर पांच फीसदी टैक्स वसूलने संबंधी अधिसूचना बुधवार को ही जारी कर दी थी.टिप्पणियां सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारियों के मुताबिक, कर लगने की वजह से राज्य सरकार को लगभग 600 करोड़ रुपये सालाना राजस्व लाभ होने का अनुमान है. ज्ञात हो कि पिछले दिनों विधानासभा से पारित प्रवेश कर संबंधी विधेयक को राज्यपाल राम नाईक की हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार द्वारा इसे गुरुवार से लागू कर दिया गया. अब तक ई-कॉमर्स के जरिये दूसरे राज्य से मंगाए जाने वाले माल पर किसी तरह का टैक्स वसूलने का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं था. ऐसे में मोबाइल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कपड़े आदि अपेकृक्षात काफी सस्ते होने से ई-कॉमर्स का दिन-प्रतिदिन चलन तो बढ़ता जा रहा था, लेकिन राज्य सरकार को किसी तरह का टैक्स नहीं मिल रहा था. वाणिज्य कर आयुक्त मुकेश मेश्राम के मुताबिक, 'राज्य में तकरीबन 10-12 हजार करोड़ रुपये की सालाना ऑनलाइन शॉपिंग हो रही है, जिसमें वर्ष 2020 तक चार गुना इजाफा होने का अनुमान है. पांच फीसदी प्रवेश कर से सरकार को सालाना 500-600 करोड़ रुपये राजस्व लाभ मिलने का अनुमान है.' गौरतलब है कि वाणिज्य कर विभाग ने ई-कॉमर्स को प्रवेश कर के दायरे में लाने के साथ ही उस पर पांच फीसदी टैक्स वसूलने संबंधी अधिसूचना बुधवार को ही जारी कर दी थी.टिप्पणियां सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अब तक ई-कॉमर्स के जरिये दूसरे राज्य से मंगाए जाने वाले माल पर किसी तरह का टैक्स वसूलने का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं था. ऐसे में मोबाइल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कपड़े आदि अपेकृक्षात काफी सस्ते होने से ई-कॉमर्स का दिन-प्रतिदिन चलन तो बढ़ता जा रहा था, लेकिन राज्य सरकार को किसी तरह का टैक्स नहीं मिल रहा था. वाणिज्य कर आयुक्त मुकेश मेश्राम के मुताबिक, 'राज्य में तकरीबन 10-12 हजार करोड़ रुपये की सालाना ऑनलाइन शॉपिंग हो रही है, जिसमें वर्ष 2020 तक चार गुना इजाफा होने का अनुमान है. पांच फीसदी प्रवेश कर से सरकार को सालाना 500-600 करोड़ रुपये राजस्व लाभ मिलने का अनुमान है.' गौरतलब है कि वाणिज्य कर विभाग ने ई-कॉमर्स को प्रवेश कर के दायरे में लाने के साथ ही उस पर पांच फीसदी टैक्स वसूलने संबंधी अधिसूचना बुधवार को ही जारी कर दी थी.टिप्पणियां सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वाणिज्य कर आयुक्त मुकेश मेश्राम के मुताबिक, 'राज्य में तकरीबन 10-12 हजार करोड़ रुपये की सालाना ऑनलाइन शॉपिंग हो रही है, जिसमें वर्ष 2020 तक चार गुना इजाफा होने का अनुमान है. पांच फीसदी प्रवेश कर से सरकार को सालाना 500-600 करोड़ रुपये राजस्व लाभ मिलने का अनुमान है.' गौरतलब है कि वाणिज्य कर विभाग ने ई-कॉमर्स को प्रवेश कर के दायरे में लाने के साथ ही उस पर पांच फीसदी टैक्स वसूलने संबंधी अधिसूचना बुधवार को ही जारी कर दी थी.टिप्पणियां सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि वाणिज्य कर विभाग ने ई-कॉमर्स को प्रवेश कर के दायरे में लाने के साथ ही उस पर पांच फीसदी टैक्स वसूलने संबंधी अधिसूचना बुधवार को ही जारी कर दी थी.टिप्पणियां सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश स्थानीय क्षेत्र में माल के प्रवेश पर कर अधिनियम के तहत अब ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स के माध्यम से प्रदेश के बाहर से मंगाए जाने वाले माल पर पांच फीसदी टैक्स (वैट एक्ट के तहत टैक्स फ्री यानी कर मुक्त वस्तुओं को छोड़कर) लगेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महाराष्ट्र में अब मंत्री करेंगे पानी का बंटवारा
महाराष्ट्र का पानी अब नेताओं के हाथ में होगा और वे इसका बंटवारा अपनी मर्जी से करेंगे। राज्य विधानसभा ने देर रात यह बिल पास किया।
महाराष्ट्र का पानी अब नेताओं के हाथ में होगा और वे इसका बंटवारा अपनी मर्जी से करेंगे। राज्य विधानसभा ने देर रात एक बिल पास करके पानी बंटवारे का सारा अधिकार मंत्री समूह को दे दिया है। इससे पहले यह ज़िम्मा महाराष्ट्र जल संपत्ति नियामक प्राधिकरण के पास था हालांकि विपक्ष ने विधानसभा में इस बिल का विरोध किया था। विपक्ष का आरोप था कि मंत्री समूह मनमानी करते हुए सिंचाई का पानी उद्योगों को दे सकता है। राज्य के कृषि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल भी पहले इस बिल का विरोध कर चुके हैं। साथ ही इतना अहम बिल देर रात पास किए जाने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
BJP ने कहा, परिवार सहित जमानत पर रहने वाले लोगों को ही ‘मैं भी चौकीदार’ कैम्पेन से परेशानी
भाजपा ने साधा कांग्रेस पर निशाना ‘मैं भी चौकीदार हूं’ कैम्पेन को लेकर निशाना प्रियंका और राहुल ने उड़ाया था कैम्पेन का मजाक
BJP के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि ‘‘मैं भी चौकीदार हूं” आंदोलन एक बड़ा जन आंदोलन बन गया है. जब यह सोशल मीडिया पर चला तो पूरे दिन ग्लोबल ट्रेंड बना था. 20 लाख लोगों ने इसका ट्वीट किया. इसे सोशल मीडिया और नमो ऐप पर एक करोड़ लोगों ने प्ले किया.  BJP नेता ने कहा कि 31 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘मैं भी चौकीदार' अभियान से जुड़ने वाले लोगों से संवाद करेंगे. इस कार्यक्रम के तहत वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये 500 स्थानों पर लोगों से जुड़ेंगे. गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की मर्जी है कि वह अपने नाम के आगे क्या लगाते हैं. उन्होंने एक किसान का हवाला देते हुए हुए मोदी को ''अमीरों का चौकीदार'' बताया है. इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी प्रयास करते रहें लेकिन इससे सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता है. हर कोई यह कह रहा है कि चौकीदार चोर है. मोदी समर्थक नारे लगाने पर बेंगलूरू में कुछ इंजीनियरों को कथित तौर पर गिरफ्तार करने के संदर्भ में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कल बेंगलुरु में स्टार्ट-अप से जुड़े एक कार्यक्रम में जब कुछ लोगों ने राहुल गांधी जी से कुछ सवाल किए और नरेन्द्र मोदी के समर्थन में बातें कहीं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी बोलने की आजादी पर हमें नसीहत देने के बजाए खुद सीखें. राहुल गांधी अभी पूर्वोत्‍तर के दौरे पर हैं जबकि प्रियंका गांधी प्रयागराज से वाराणसी की यात्रा पर.
जेट एयरवेज की नई फ्लाइट सेवा 14 दिसंबर से शुरू होगी, बेंगलुरु-सिंगापुर के लिए अब सीधी उड़ान
बेंगलुरु और सिंगापुर के बीच एक दैनिक सीधी विमान सेवा शुरू करेगी जेट यह सेवा 14 दिसंबर से शुरू की जाएगी इस उड़ान के लिए बोइंग 737-800 श्रेणी का विमान लगा रही है
जेट एयरवेज ने बेंगलुरु और सिंगापुर के बीच एक दैनिक सीधी विमान सेवा शुरू करने की घोषणा की. कंपनी की एक विज्ञप्ति के अनुसार, यह सेवा 14 दिसंबर से शुरू की जाएगी जिससे आसियान क्षेत्र के साथ संपर्क सुविधा और बढ़ेगी.टिप्पणियां इस सेवा से हैदराबाद, मेंगलुरु, कोंयंबटूर और तिरूवनंतपुरम के यात्रियों को बेंगलुरु से सिंगापुर आने जाने की सुविधा होगी. इस मार्ग पर उसकी फ्लाइट 9डब्ल्यू024 प्लाइट बेंगलुरु से 11 बजकर 10 मिनट पर उड़कर वहां के समय से 18 बजकर 10 मिनट पर सिंगापुर पहुंचेगी. वापसी में 9डब्ल्यू023 स्थानीय समय 1915 बजे उड़कर बेंगलुरु (स्थानीय समय) 21 बजकर 15 मिनट पर पहुंचेगी. एयरलाइन इस उड़ान के लिए बोइंग 737-800 श्रेणी का विमान लगा रही है. इस सेवा से हैदराबाद, मेंगलुरु, कोंयंबटूर और तिरूवनंतपुरम के यात्रियों को बेंगलुरु से सिंगापुर आने जाने की सुविधा होगी. इस मार्ग पर उसकी फ्लाइट 9डब्ल्यू024 प्लाइट बेंगलुरु से 11 बजकर 10 मिनट पर उड़कर वहां के समय से 18 बजकर 10 मिनट पर सिंगापुर पहुंचेगी. वापसी में 9डब्ल्यू023 स्थानीय समय 1915 बजे उड़कर बेंगलुरु (स्थानीय समय) 21 बजकर 15 मिनट पर पहुंचेगी. एयरलाइन इस उड़ान के लिए बोइंग 737-800 श्रेणी का विमान लगा रही है. एयरलाइन इस उड़ान के लिए बोइंग 737-800 श्रेणी का विमान लगा रही है.
ऑस्ट्रेलियाई टीम पर गुवाहाटी में पत्थर फेंकने की घटना की सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने की निंदा
ऑस्ट्रेलियाई टीम की बस पर फेंके गए पत्थर सीएम सोनोवाल ने घटना की निंदा की है सोनोवाल ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात की
उन्होंने घटना पर लिखा, असम के लोग इसे स्वीकार नहीं करते. फीफा अंडर 17 विश्वकम गुवाहाटी में जारी है. फीफा और सभी टीमों ने हमारे इंतजामों को लेकर संतुष्टि जाहिर की है. घटना को साजिश करार देते हुए उन्होंने लिखा, असम की जनता के समर्थन से इस साजिश को नाकाम कर देंगे. दोषियों पर कानून का शिकंजा कसा जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एरॉन फिंच ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा करते हुए यह जानकारी दी थी। तस्वीर में बस का शीशा टूटा नजर आ रहा है. उन्होंने लिखा, डरावनी घटना ......होटल लौटते समय बस की खिड़की पर पत्थर फेंका गया. इसके बाद खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया था कि गुवाहाटी पत्थर फेंकने की घटना हमारे सुरक्षा उपायों पर कोई सवाल खड़ा नहीं करती. ऑस्ट्रेलिया और फीफा टीमें हमारे सुरक्षा उपायों से संतुष्ट हैं। भारत एक अच्छा मेजबान बना रहेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'वन टू का फोर...' गाने पर अनिल कपूर ने जमाया रंग, माधुरी-सलमान संग लगाए जोरदार ठुमके
अनिल कपूर ने लगाए ठुमके 'रेस 3' के प्रमोशन के लिए पहुंचे माधुरी और सलमान ने भी किया डांस
A post shared by WE LOVE YOU SALMAN(@rockstarsalmankhan) on May 31, 2018 at 8:54am PDT
पुलिस-वकील विवाद: SC ने याचिका पर सुनवाई से पहले मामले में उच्च न्यायालय के आदेश मांगे
पुलिस और वकील विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से किया इंकार सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हाई कोर्ट के मामले में नहीं देंगे दखल SC ने कहा- हम फिलहाल हाईकोर्ट के रास्ते में नहीं आना चाहते
तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प मामले में उच्चतम न्यायालय ने पुलिस मुख्यालय पर पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन से संबंधित दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पेश करने का सोमवार को निर्देश दिया. न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा और न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी की पीठ ने कहा कि चूंकि उच्च न्यायालय पहले से ही इस पर विचार कर रहा है, इसलिए वह समानांतर कार्यवाही नहीं करना चाहती. सुप्रीम कोर्ट ने वकील और पुलिस के बीच हुई झड़प मामले में पुलिस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाी के लिए कुछ वकीलों की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह बात कही. पीठ ने याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता जी एस मणि से कहा कि वह पहले इस मामले की सुनवाई कर रहे उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों को देखना चाहती है. मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा, ''हम आपकी याचिका को अभी खारिज नहीं कर रहे हैं. पहले आप उच्च न्यायलय की आदेश अदालत में पेश करें. हम देखना चाहते हैं कि उच्च न्यायालय ने क्या किया है और क्या इसमें कुछ और करने की जरूरत है''. अब इस मामले में पीठ 16 दिसंबर को सुनवाई करेगी.
कार्टूनिस्ट त्रिवेदी को न्यायिक हिरासत, समर्थन में उठी आवाज
देशद्रोह और राष्ट्रीय चिह्नों के अपमान के आरोप का सामना कर रहे कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी को सोमवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच, असीम के समर्थन में देशभर से आवाज भी उठने लगी हैं।
देशद्रोह और राष्ट्रीय चिह्नों के अपमान के आरोप का सामना कर रहे कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी को सोमवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच, असीम के समर्थन में देशभर से आवाज भी उठने लगी हैं। कुछ सामाजिक संगठनों, अधिकार समूहों व कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और पत्रकारों ने असीम पर लगाए गए आरोपों की कड़ी आलोचना की है। भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे की मुहिम से जुड़े 25 वर्षीय त्रिवेदी पर अपनी वेबसाइट पर 'घृणित एवं आपत्तिजनक' सामग्री डालने और पिछले साल दिसम्बर में भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान संविधान का अपमान करने वाला बैनर लगाने का आरोप है। पुलिस ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद उन्हें बांद्रा-कुर्ला से गिरफ्तार किया था। बांद्रा के मजिस्ट्रेट ने उन्हें रविवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था। पुलिस ने हालांकि त्रिवेदी से एक ही दिन पूछताछ की और आगे पूछताछ नहीं करने का निर्णय लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए के तहत राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। मुम्बई पुलिस को त्रिवेदी की रिमांड अवधि रविवार को सात दिन के लिए मिली थी लेकिन पुलिस ने एक दिन ही उनसे पूछताछ कर सोमवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर दिया, जहां से उन्हें 24 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे की मुहिम से जुड़े 25 वर्षीय त्रिवेदी पर अपनी वेबसाइट पर 'घृणित एवं आपत्तिजनक' सामग्री डालने और पिछले साल दिसम्बर में भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान संविधान का अपमान करने वाला बैनर लगाने का आरोप है। पुलिस ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद उन्हें बांद्रा-कुर्ला से गिरफ्तार किया था। बांद्रा के मजिस्ट्रेट ने उन्हें रविवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था। पुलिस ने हालांकि त्रिवेदी से एक ही दिन पूछताछ की और आगे पूछताछ नहीं करने का निर्णय लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए के तहत राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। मुम्बई पुलिस को त्रिवेदी की रिमांड अवधि रविवार को सात दिन के लिए मिली थी लेकिन पुलिस ने एक दिन ही उनसे पूछताछ कर सोमवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर दिया, जहां से उन्हें 24 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" पुलिस ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद उन्हें बांद्रा-कुर्ला से गिरफ्तार किया था। बांद्रा के मजिस्ट्रेट ने उन्हें रविवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था। पुलिस ने हालांकि त्रिवेदी से एक ही दिन पूछताछ की और आगे पूछताछ नहीं करने का निर्णय लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए के तहत राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। मुम्बई पुलिस को त्रिवेदी की रिमांड अवधि रविवार को सात दिन के लिए मिली थी लेकिन पुलिस ने एक दिन ही उनसे पूछताछ कर सोमवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर दिया, जहां से उन्हें 24 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" पुलिस ने हालांकि त्रिवेदी से एक ही दिन पूछताछ की और आगे पूछताछ नहीं करने का निर्णय लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए के तहत राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। मुम्बई पुलिस को त्रिवेदी की रिमांड अवधि रविवार को सात दिन के लिए मिली थी लेकिन पुलिस ने एक दिन ही उनसे पूछताछ कर सोमवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर दिया, जहां से उन्हें 24 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" मुम्बई पुलिस को त्रिवेदी की रिमांड अवधि रविवार को सात दिन के लिए मिली थी लेकिन पुलिस ने एक दिन ही उनसे पूछताछ कर सोमवार को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर दिया, जहां से उन्हें 24 सितम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील ने संवाददाताओं को आश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच पूरी हो जाने के बाद त्रिवेदी को पुलिस हिरासत में नहीं रखा जाएगा। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में त्रिवेदी की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" केजरीवाल ने कहा, "देशद्रोह के आरोप तब लगते हैं जब कोई देश के खिलाफ युद्ध छेड़ता है। कार्टून बनाने पर इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते। हम विचारों की स्वतंत्रता के पक्षधर हैं।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" आईएसी की ही सदस्य प्रीती मेनन ने कहा, "त्रिवेदी ने हमसे कहा है कि वह जब तक जरूरी होगा, हिरासत में रहने के लिए तैयार हैं। जब तक उनके खिलाफ लगा राजद्रोह का आरोप नहीं हटाया जाता, वह अपने लिए वकील नियुक्त नहीं करेंगे और न ही जमानत लेंगे।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" इस मामले में केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसे कलाकारों को संविधान के दायरे में रहना चाहिए और अपने कार्टून में राष्ट्रीय प्रतीकों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को कार्टून से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन "वे संविधान के दायरे में होने चाहिए।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कलाकार राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने कार्टून की विषय-वस्तु नहीं बना सकते। आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" आईएसी ने त्रिवेदी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी बिना शर्त रिहाई और उन पर लगाए गए राजद्रोह के निराधार आरोप हटाने की मांग की। आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" आईएसी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "असीम त्रिवेदी के खिलाफ राजद्रोह के कानून का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध और एक भ्रमित राष्ट्र का संकेत है, जो भारत जैसे परिपक्व लोकतंत्र को शोभा नहीं देता। उनके उत्पीड़न से भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के खिलाफ प्रतिशोध की बू आती है।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" वक्तव्य में कहा गया, "आईएसी की मांग है कि असीम त्रिवेदी को बिना शर्त रिहा किया जाए और उन पर लगे राजद्रोह सहित अन्य आरोप फौरन वापस ले लिए जाएं।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मरक डेय काट्जू ने त्रिवेदी पर राजद्रोह का आरोप लगाने की निंदा करते हुए इसे 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया और उनकी गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार राजनेताओं तथा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" काट्जू ने कहा, "आरोप मूर्खतापूर्ण हैं और यह राजद्रोह नहीं है। यह सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है। जिन राजनेताओं और पुलिस कर्मियों ने यह गिरफ्तारी की है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "त्रिवेदी के खिलाफ जो कुछ भी किया जा रहा है, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" काट्जू ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिज्ञों की आलोचना करने वाले कार्टून प्रकाशित होते रहते हैं। राजनेताओं को इसके प्रति सहिष्णु होना चाहिए। काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" काट्जू ने कहा, "यह तानाशाही नहीं है। आप लोगों को इस तरह गिरफ्तार नहीं कर सकते। किसी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना अपराध है, जिसने भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध नहीं किया हो।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" उधर, त्रिवेदी की रिहाई की मांग को लेकर सैंकड़ों स्थानीय लोगों ने कानपुर में केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल के निवास के बाहर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" 'मुम्बई पुलिस हाय-हाय', 'असीम को रिहा करो' के नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने कानपुर से  जायसवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया। असीम के पिता अशोक त्रिवेदी ने जायसवाल से रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।टिप्पणियां अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" अशोक ने कहा कि असीम ने भ्रष्टाचार को कार्टून के जरिए दर्शाया था। उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।" जायसवाल ने असीम की रिहाई में मदद का भरोसा देते हुए कहा, "मैं पता लगाऊंगा कि उन्हें किन आरोपों में मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस सम्बंध में मैं महाराष्ट्र के गृह मंत्री से भी बात करूंगा।"
अब इस खिलाड़ी ने लगा दिए एक ही ओवर में 6 छक्के, देखें- Video
वॉस्टरशायर के बल्लेबाज ने लगाए 6 छक्के सबसे पहले यह कारनामा सर गैरी सोबर्स ने किया था युवराज सिंह, रवि शास्त्री और हर्शल गिब्स का नाम भी शामिल
Watch: @WorcsCCC's Ross Whiteley smashes six sixes in an over against @YorkshireCCC's Karl Calver. #NatwestT20Blastpic.twitter.com/COmX4dwrk5
Kashmir मसले पर भारत की दो टूक- 'चीन ने अनाधिकृत तरीके से भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा जमा रखा है'
कश्मीर पर चीन के बयान पर भारत की आपत्ति 'कश्मीर पर भारत पहले ही स्टैंड साफ कर चुका है' दूसरे देश को इस मुद्दे पर टिप्पणी का कोई हक नहीं
कश्मीर (Kashmir) पर चीन (China के बयान को लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ने अनाधिकृत तरीके से कश्मीर में भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा कर रखा है. इतना ही नहीं, बल्कि तथाकथित CPEC को लेकर भी भारत अपनी चिन्ता को जाहिर करता रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा है, हम अन्य देशों से भारत की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की उम्मीद करते हैं.  Raveesh Kumar, Ministry of External Affairs: We do not expect other countries, including China to comment on the matters which are internal to India, just as India refrains from commenting on internal issues of other countries. UTs of J-K, & Ladakh are integral part of India. https://t.co/SvOmw2bcGa विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मामले पर भारत पहले  ही अपना स्टैंड साफ कर चुका है. इसलिए चीन या फिर किसी दूसरे देश को इस मुद्दे पर टिप्पणी करने का कोई हक नहीं है. हम अन्य देशों से ऐसी अपेक्षा नहीं करते हैं. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है. बता दें कि इससे पहले चीन ने जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के कदम पर आपत्ति जताई थी और इसे 'गैर कानूनी और अमान्य' बताया था. भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांटने का पांच अगस्त को निर्णय लिया था. इसी निर्णय के अनुसार गुरुवार को जम्मू कश्मीर का दो केंद्र शासित प्रदेशों में बंटवारा हो गया. चीन ने इससे पहले आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में गठन को लेकर आपत्ति जताई थी और कहा था कि इसमें कुछ चीनी क्षेत्र भी शामिल हैं.
Birthday Special: एक सड़क हादसा जिसने बदल दी 'क्राइम मास्टर गो गो' की तकदीर
59 साल के हुए शक्ति कपूर पढ़ाई में नहीं थी दिलचस्पी, खराब नंबरों से होते थे पास 700 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
A post shared by Shraddha (@shraddhakapoor) on Jun 2, 2017 at 12:12am PDT
पापा ने ई रिक्शा से नहीं घुमाया तो 10 साल के मासूम ने फांसी लगाकर दी जान
10 साल के लड़के ने फांसी लगाकर दी जान पापा के ई रिक्शा से ना घुमाने से था नाराज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
नोएडा के सेक्टर-20 थाना क्षेत्र के निठारी गांव में रहने वाले एक 10 वर्षीय लड़के ने बुधवार दोपहर को अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली. पुलिस के अनुसार, लड़का अपने पिता के ई-रिक्शा पर सवार होकर घूमने जाना चाह रहा था, पिता द्वारा मना करने पर उसने आत्महत्या कर ली. सेक्टर-20 थाने के प्रभारी निरीक्षक राजवीर सिंह चौहान ने बताया कि निठारी गांव में रहने वाले शिवेन दास ई-रिक्शा चलाते हैं. उनका 10 वर्षीय बेटा सुमेर बुधवार सुबह को उनके ई- रिक्शा पर सवार होकर घूमने जाना चाह रहा था, लेकिन वह उसे लेकर नहीं गए. उत्तर प्रदेश: कानून व्यवस्था की खुली पोल, दो पुलिसकर्मी समेत 11 की गोली मारकर हत्या इस बात से वह नाराज हो गया. थाना प्रभारी ने बताया कि बुधवार दोपहर को सुमेर ने अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले की जांच जारी है. अधिकारी ने बताया कि बच्चा टीवी शो से प्रभावित हो सकता है. (इनपुट:भाषा)
न्यायालय ने बोफोर्स पर सीबीआई दलील को सही ठहराया
यादव ने सीबीआई की उस दलील को सही ठहराया कि क्वात्रोच्चि को जारी आयकर नोटिस का बोफोर्स दलाली मामले से सम्बंध नहीं है।
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विनोद यादव ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की उस दलील को सही ठहराया कि इटली के व्यवसायी ओत्तावियो क्वात्रोच्चि को जारी आयकर नोटिस का बोफोर्स दलाली मामले के आपराधिक पहलु से कोई सम्बंध नहीं है। न्यायाधीश ने उस आवेदन को खारिज कर दिया है जिसमें सीबीआई और केंद्र सरकार से यह पूछा गया था कि क्या क्वात्रोच्चि के खिलाफ आपराधिक मामले को बंद करने की मांग के सम्बंध में उनके रुख में कोई बदलाव तो नहीं आया है।
ऐसा लगता है यश जी अब भी हमारे साथ हैं : शाहरुख
शाहरुख ने कहा, ‘मैं बहुत दुखी हूं, वह (यश चोपड़ा) हमारे साथ नहीं हैं। मैंने उनके साथ 20 साल तक काम किया है और मुझे यकीन है कि हम 500 साल और उनकी फिल्में देखेंगे।’
बॉलीवुड के सपुर स्टार शाहरुख खान का कहना है कि उन्हें फिल्म निर्माता दिवंगत यश चोपड़ा की बहुत याद आती है।टिप्पणियां उन्होंने 13 नवम्बर को रिलीज होने जा रही ‘जब तक है जान’ के सिलसिले में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं बहुत दुखी हूं, वह (यश चोपड़ा) हमारे साथ नहीं हैं। मैंने उनके साथ 20 साल तक काम किया है और मुझे यकीन है कि हम 500 साल और उनकी फिल्में देखेंगे।’ शाहरुख ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि वह (यश जी) कहीं नहीं गए हैं। वह अब भी हमारे इर्द-गिर्द हैं।’ यश चोपड़ा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जब तक है जान’ दिवाली पर अजय देवगन की ‘सन ऑफ सरदार’ के साथ रिलीज होगी। इस बारे में शाहरुख ने कहा, ‘किसी से भी फिल्म के रिलीज की तारीख में परिवर्तन की बात कहना अनुचित है। यश जी चाहते कि दूसरी फिल्म भी अच्छा प्रदर्शन करे। सभी फिल्में महत्वपूर्ण हैं।’ उन्होंने 13 नवम्बर को रिलीज होने जा रही ‘जब तक है जान’ के सिलसिले में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं बहुत दुखी हूं, वह (यश चोपड़ा) हमारे साथ नहीं हैं। मैंने उनके साथ 20 साल तक काम किया है और मुझे यकीन है कि हम 500 साल और उनकी फिल्में देखेंगे।’ शाहरुख ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि वह (यश जी) कहीं नहीं गए हैं। वह अब भी हमारे इर्द-गिर्द हैं।’ यश चोपड़ा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जब तक है जान’ दिवाली पर अजय देवगन की ‘सन ऑफ सरदार’ के साथ रिलीज होगी। इस बारे में शाहरुख ने कहा, ‘किसी से भी फिल्म के रिलीज की तारीख में परिवर्तन की बात कहना अनुचित है। यश जी चाहते कि दूसरी फिल्म भी अच्छा प्रदर्शन करे। सभी फिल्में महत्वपूर्ण हैं।’ यश चोपड़ा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जब तक है जान’ दिवाली पर अजय देवगन की ‘सन ऑफ सरदार’ के साथ रिलीज होगी। इस बारे में शाहरुख ने कहा, ‘किसी से भी फिल्म के रिलीज की तारीख में परिवर्तन की बात कहना अनुचित है। यश जी चाहते कि दूसरी फिल्म भी अच्छा प्रदर्शन करे। सभी फिल्में महत्वपूर्ण हैं।’
जीएसटी दरों में पूरी तरह बदलाव करने की है जरूरत : राजस्‍व सचिव हसमुख अधिया
जीएसटी परिषद की 23वीं बैठक गुवाहाटी में 10 नवंबर को होनी है 100 से अधिक वस्तुओं पर जीसटी की दरों को तर्कसंगत बनाया गया है 'जीएसटी को स्थिर होने में एक साल लगेगा, यह सभी के लिए नई व्यवस्था है'
उन्होंने कहा कि हम जितनी जल्दी हो सके इसे करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि फिटमेंट कमेटी इस पर काम करने के लिए कितना समय लेती है. अधिया से जब पूछा गया कि जीएसटी को स्थिर होने में कितना समय लगेगा तो उन्होंने कहा कि इसमें एक साल लगेगा, क्योंकि यह सभी के लिए नई व्यवस्था है. जीएसटी में कर प्रणाली के पूरी तरह से बदलाव होना है इसलिए एक साल की आवश्यकता है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Kasautii Zindagii Kay 2 की 'प्रेरणा' अचानक बन गई बच्ची, बार-बार देखा जा रहा Video
'कसौटी बचपन की' का वीडियो हुआ वायरल सेट पर दिखे छोटे अनुराग और छोटी प्रेरणा हिना खान ने छोड़ा शो
दरअसल,'कसौटी जिंदगी की 2' (Kasautii Zindagii Kay 2) की लोकप्रिय स्टार एरिका फर्नांडिज (Erica Fernandes) ने हाल ही में एक वीडियो जारी की. इस वीडियो में एरिका फर्नांडिज (Erica Fernandes) 'कसौटी जिंदगी की-2' (Kasauti Zindagi ki-2) के दूसरे किरदारों के साथ सेट पर मस्ती करते नजर आ रहे हैं. एकिता फर्नांडिज  (Erica Fernandes) ने इस वीडियो में इंस्टाग्राम के बेबी फिल्टर का प्रयोग किया है, जिसमें सभी बच्चे लग रहे हैं. यह वीडियो एरिका फर्नांडिज  (Erica Fernandes) ने पार्थ सम्थान (Parth Samthan), पूजा बनर्जी (Pooja Banerjee), साहिल आनंद (Sahil Anand) और शुभावी चौकसे (Shubhavi choksey) के साथ बनाई है. वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा 'कसौटी बचपन की' (Kasauti Bachpan Ki). वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे वाकई में कसौटी बचपन की शुरू होने वाला हो.  kasautii bachpan kay #kasautiizindagiikay #madteam #teamgoals #ejf #ericafernandes @ektaravikapoor @starplus @balajitelefilmslimited A post shared by ERICA JENNIFER FERNANDES (@iam_ejf) on May 16, 2019 at 9:38am PDT Believe in your dreams @festivaldecannes . A post shared by Hina Khan (@realhinakhan) on May 16, 2019 at 3:37pm PDT
चैंपियंस ट्रॉफी का चैंपियन बना भारत, जडेजा और धवन रहे हीरो
रविंद्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच और गोल्डन बॉल का अवार्ड भी मिला। वहीं पूरे टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करने वाले शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज चुना और गोल्डन बैट के अवार्ड से नवाजा गया।
विराट कोहली की जुझारू पारी के बाद रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की फिरकी के जादू से भारत ने वर्षा से प्रभावित आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी के 20 ओवर के फाइनल में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर एक बार फिर वनडे क्रिकेट में अपनी बादशाहत साबित की। रविंद्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच और गोल्डन बॉल का अवार्ड भी मिला। वहीं पूरे टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करने वाले शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज चुना और गोल्डन बैट के अवार्ड से नवाजा गया। दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने कोहली (34 गेंद में 43 रन) और जडेजा (25 गेंद में नाबाद 33) के बीच 5.3 ओवर में छठे विकेट की 47 रन की साझेदारी से सात विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया। विश्व चैम्पियन भारत ने इसके बाद अश्विन (15 रन पर दो विकेट) और जडेजा (24 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत इंग्लैंड को आठ विकेट पर 124 रन के स्कोर पर रोककर मेजबान टीम को पहली बार आईसीसी वनडे टूर्नामेंट जीतने से वंचित कर दिया। इयोन मोर्गन (33) और रवि बोपारा (30) ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर इंग्लैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था लेकिन इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) ने इन दोनों को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेज दिया जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ। वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते। भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। रविंद्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच और गोल्डन बॉल का अवार्ड भी मिला। वहीं पूरे टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करने वाले शिखर धवन को मैन ऑफ द सीरीज चुना और गोल्डन बैट के अवार्ड से नवाजा गया। दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने कोहली (34 गेंद में 43 रन) और जडेजा (25 गेंद में नाबाद 33) के बीच 5.3 ओवर में छठे विकेट की 47 रन की साझेदारी से सात विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया। विश्व चैम्पियन भारत ने इसके बाद अश्विन (15 रन पर दो विकेट) और जडेजा (24 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत इंग्लैंड को आठ विकेट पर 124 रन के स्कोर पर रोककर मेजबान टीम को पहली बार आईसीसी वनडे टूर्नामेंट जीतने से वंचित कर दिया। इयोन मोर्गन (33) और रवि बोपारा (30) ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर इंग्लैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था लेकिन इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) ने इन दोनों को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेज दिया जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ। वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते। भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने कोहली (34 गेंद में 43 रन) और जडेजा (25 गेंद में नाबाद 33) के बीच 5.3 ओवर में छठे विकेट की 47 रन की साझेदारी से सात विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया। विश्व चैम्पियन भारत ने इसके बाद अश्विन (15 रन पर दो विकेट) और जडेजा (24 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत इंग्लैंड को आठ विकेट पर 124 रन के स्कोर पर रोककर मेजबान टीम को पहली बार आईसीसी वनडे टूर्नामेंट जीतने से वंचित कर दिया। इयोन मोर्गन (33) और रवि बोपारा (30) ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर इंग्लैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था लेकिन इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) ने इन दोनों को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेज दिया जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ। वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते। भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। इयोन मोर्गन (33) और रवि बोपारा (30) ने पांचवें विकेट के लिए 64 रन जोड़कर इंग्लैंड को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था लेकिन इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) ने इन दोनों को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेज दिया जो मैच का निर्णायक पल साबित हुआ। वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते। भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। वर्ष 2011 में विश्व चैम्पियन बना भारत इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बाद पहली टीम बना जिसने विश्व कप और चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीते। भारत इससे पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा था। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। दूसरी तरफ इंग्लैंड को 2004 की तरह इस बार भी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड को 2004 में भी उसकी सरजमीं पर ही वेस्टइंडीज ने फाइनल में हराया था। इंग्लैंड 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भी तीन बार शिकस्त खा चुका है। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने दूसरे ओवर में ही कप्तान एलिस्टेयर कुक (02) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर स्लिप में अश्विन को कैच थमाया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। जोनाथन ट्राट लय में दिख रहे थे। उन्होंने आते ही भुवनेश्वर कुमार पर दो चौके मारे। महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में गेंद अश्विन को थमाई और ट्राट दूसरी गेंद को ही आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और भारतीय कप्तान ने स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। ट्राट ने 17 गेंद में 20 रन बनाए। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। अश्विन ने अपने अगले ओवर में जो रूट (07) को इशांत शर्मा के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने जडेजा पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर उनका पैर हल्का सा हवा में उठा और धोनी ने चपलता दिखाते हुए उनके स्टंप उखाड़ दिए। बेल को तीसरे अंपायर ने आउट दिया लेकिन टीवी रीप्ले में कुछ भी बेहद साफ तौर पर नहीं दिख रहा था। उन्होंने 16 गेंद में 13 रन बनाए। मोर्गन और बोपारा ने इसके बाद विकेट के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने 8.5 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। मोर्गन ने इशांत पर चौका जबकि बोपारा ने छक्का जड़ा। इंग्लैंड को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 48 रन की दरकार थी। बोपारा ने इसके बाद जडेजा जबकि मोर्गन ने इशांत पर छक्का जड़कर रन और गेंद के अंतर को कम किया। इशांत ने हालांकि मोर्गन और बोपारा को लगतार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत को जोरदार वापसी दिलाई। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। दोनों कैच अश्विन ने लपके। मोर्गन ने 30 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा जबकि बोपारा ने 25 गेंद में दो छक्के जड़े। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। इंग्लैंड को अंतिम दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी। जडेजा ने इसके बाद जोस बटलर (00) को बोल्ड किया जबकि टिम ब्रेसनैन (02) रन आउट हो गए जिससे इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 15 रन चाहिए थे। अश्विन ने हालांकि इस ओवर में सिर्फ नौ रन खर्च करके भारत को जीत दिला दी। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। इससे पहले, इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के क्रीज पर उतरने से पहले ही बारिश आ गई। इसके बाद मैच साढ़े छह घंटे से भी अधिक के विलंब के बाद शुरू हुआ जिसके कारण इसे 20-20 ओवर का कर दिया गया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। टूर्नामेंट के चार मैचों में कम से कम अर्द्धशतकीय साझेदारी करने वाली शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी फाइनल में नाकाम रही। रोहित 14 गेंद में सिर्फ नौ रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड की गेंद पर बोल्ड हुए। भारत पावरप्ले के चार ओवर में एक विकेट पर 19 रन ही बना सका। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। धवन ने ब्राड की शार्ट गेंद को थर्ड मैन बाउंड्री पर छह रन के लिए भेजा लेकिन इस बीच पहले 5.4 ओवर और फिर 6.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। दूसरी बार बारिश आने पर खेल एक घंटे से अधिक समय तक रोकना पड़ा। बारिश के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू हुआ तो धवन ने स्पिनर ट्रेडवेल पर लगातार दो चौके मारे लेकिन अगले ओवर में बोपारा की गेंद इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। उन्होंने 24 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। दिनेश कार्तिक भी 11 गेंद में छह रन बनाने के बाद ट्रेडवेल की गेंद को हवा में लहरा गए और इयोन मोर्गन ने आसान कैच लपका। सुरेश रैना (01) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) बोपारा की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर पवेलियन लौटे जिससे भारत का स्कोर 13वें ओवर में पांच विकेट पर 66 रन हो गया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। कोहली और जडेजा ने 18वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। जडेजा ने एंडरसन पर छक्का जड़ा लेकिन कोहली एक गेंद बाद बोपारा को कैच देकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 34 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा।टिप्पणियां जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। जडेजा ने इसके बाद एंडरसन पर चौका और फिर अंतिम ओवर में ब्रेसनैन पर छक्का जड़कर टीम का स्कोर 130 रन के करीब पहुंचाया। उन्होंने 25 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। भारत ने अंतिम चार ओवर में 43 रन जोड़े। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया। इंग्लैंड की ओर से रवि बोपारा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेम्स एंडरसन, जेम्स ट्रेडवेल और स्टुअर्ट ब्राड ने किफायती गेंदबाजी करते हुए क्रमश: 24, 25 और 26 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया।
सऊदी गए सालेह, प्रदर्शनकारियों ने मनाया जश्न
रॉकेट हमले में घायल हुए यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के उपचार के लिए सऊदी अरब जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने जश्न मनाया।
रॉकेट हमले में घायल हुए यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के उपचार के लिए सऊदी अरब जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने जश्न मनाया। अभी इस बात की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है कि सालेह की गैर-मौजूदगी में राष्ट्रपति का कामकाज कौन संभालेगा। यमन के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति की गैर मौजूदगी में उप राष्ट्रपति 60 दिनों तक देश की सत्ता संभाल सकता है। उप राष्ट्रपति आबिद राबो मंसूर हादी ने अमेरिकी राजदूत से मुलाकात की। इससे इस बात के संकेत मिले हैं कि फिलहाल राष्ट्रपति का कामकाज वह संभाल रहे हैं। इससे पहले सालेह आपात चिकित्सा के लिए विमान से सऊदी अरब रवाना हो गए जिससे अमेरिका के इस सहयोगी देश में संकट और बढ़ गया है। आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ाई में यमन का सहयोग कई महीने से जारी विरोध प्रदर्शनों से कमजोर हुआ है। सालेह पर पद छोड़ने के लिए शक्तिशाली पड़ोसी खाड़ी देशों और उनके पुराने सहयोगी अमेरिका का दबाव है क्योंकि उनका मानना है कि देश में इस उथल-पुथल से अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो सकता है। इसके साथ ही आतंकवादी संगठन अल कायदा के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो सकती है।
इस हीरोइन ने एंजेलिना जोली से छीना लारा क्रॉफ्ट का रोल
स्वीडिश एक्ट्रेस हैं एलिसिया पहले दो पार्ट में एंजेलिना जोली दिखी थीं 18 मार्च को होगी रिलीज
The #TombRaider movie trailer drops tomorrow, in theaters March 2018. @tombraidermoviepic.twitter.com/EQBknf9Cla
डोकलाम में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद युद्ध का कारण बन सकता है : अमेरिकी विशेषज्ञ
मैं यह हल्के-फुल्के अंदाज में नहीं कह रहा हूं- जेफ एम.स्मिथ डोकलाम में चीन, भारत तथा भूटान, तीनों देशों की सीमाएं आकर मिलती हैं. चीन ने बार-बार भारत से डोकलाम से सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है.
चीन ने बार-बार भारत से डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है. डोकलाम को चीन अपना भू-भाग मानता है. भारत ने कहा है कि दोनों देशों के सैनिकों को उस जगह से हटना चाहिए, क्योंकि यह उसके सहयोगी देश भूटान का हिस्सा है.टिप्पणियां भूटान का चीन के साथ कोई कूटनीतिक संबंध नहीं है. उसने भी डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण का विरोध किया है. (इनपुट आईएएनएस से) टिप्पणियां भूटान का चीन के साथ कोई कूटनीतिक संबंध नहीं है. उसने भी डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण का विरोध किया है. (इनपुट आईएएनएस से) भूटान का चीन के साथ कोई कूटनीतिक संबंध नहीं है. उसने भी डोकलाम में चीन द्वारा सड़क निर्माण का विरोध किया है. (इनपुट आईएएनएस से) (इनपुट आईएएनएस से)
रितेश देशमुख ने हेलीकॉप्टर में लगाया घर का पंखा, फिर हुआ ऐसा खतरनाक हादसा- देखें Video
रितेश देशमुख ने प्लेन में लगाया पंखा फिर हुई कुछ ऐसी घटना वीडियो अभी भी हो रहा वायरल
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन, रितेश देशमुख, माधुरी दीक्षित की आने वाली फिल्म 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) में कुछ ऐसे कॉमेडी हैं, जिसे देखने के बाद आप हंस-हंस कर लोट-पोट हो जाएंगे. इस फिल्म के कुछ सीन ऐसे है कि दिमाग खुजाने पर मजबूर होना पड़ेगा. अजय देवगन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जो फिल्म 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) का एक सीन है. इस सीन में रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) को प्लेन उड़ाने के लिए पीछे की पंखे की जरूरत पड़ती है, तभी उन्हें घर का पंखा दिखता है और फिर वह उसे उखाड़ने के बाद प्लेन में लगा देते हैं. पहले तो साथ में मौजूद जॉनी लीवर (Johnny Lever) भी सरप्राइज हो जाते हैं.   A post shared by Ajay Devgn (@ajaydevgn) on Feb 8, 2019 at 12:55am PST   फिलहाल जब दोनों ही इस प्लेन में बैठते हैं और इसे उड़ाते हैं. कुछ दूर जाने के बाद खतरनाक हादसा होता है और घर का पंखा उखड़ जाता है. इसके बाद तो फिल्म देखने के बाद ही पता चल पाएगा. अजय देवगन द्वारा रिलीज किए गए इस वीडियो को करीब 6 लाख लोगों ने देखा. अजय देवगन ने इस वीडियो को रिलीज करते हुए लिखा, 'क्या आपके पास ऐसा हेलिकॉप्टर है?' यह वीडियो इतना फनी है कि फैन्स भी इस पर सुपर वीडियो लिख रहे हैं. फिल्म 'टोटल धमाल (Total Dhamaal)' का ट्रेलर भी हाल ही में रिलीज किया गया था. इस फिल्म के ट्रेलर ने यूट्यूब (YouTube) पर धमाल मचा दिया था.    इंद्र कुमार (Indra Kumar) के डायरेक्शन वाली 'धमाल' सीरीज की ये तीसरी फिल्म है. 'टोटल धमाल (Total Dhamaal)' में इस बार अजय देवगन, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, रितेश देशमुख, अरशद वारसी, जावेद जाफरी , संजय मिश्रा और पीतोबाश नजर आएंगे. 'टोटल धमाल (Total Dhamaal)' के ट्रेलर में इस बार कॉमेडी का भरपूर छौंक डाला गया है. 'टोटल धमाल (Total Dhamaal)' में इस बार 50 करोड़ रु. का चक्कर नजर आ रहा है, और हर कोई 50 करोड़ रुपये की रकम के पीछे भाग रहा है. अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित गुजराती कपल के तौर पर नजर आ रहे हैं. 'टोटल धमाल' 22 फरवरी को रिलीज हो रही है और इसे इंद्र कुमार ने डायरेक्ट किया है.
कांगड़ा : रामा राम और बिमला देवी को पुलवामा में शहीद हुए बेटे तिलक राज पर गर्व
पिछले महीने ही तिलक राज के बेटे का जन्म हुआ तीन साल का है तिलक राज का बड़ा बेटा परिवार ने कहा बेटे को बड़ा होने पर मिले सरकारी नौकरी
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 कर्मियों में से एक तिलक राज के परिवार में कुछ समय पहले ही किलकारी गूंजी थी लेकिन पुलवामा की घटना ने पूरे परिवार को हिला दिया है. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जावील के रहने वाले तिलक राज गुरुवार को हुए हमले से तीन दिन पहले ही अपने घर से निकले थे. पिछले महीने ही उनके बेटे का जन्म हुआ है. पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ हमला राज्य में अब तक हुए हमलों में से बेहद भयानक है. राज के परिवार में उनका एक और बेटा है जो अभी तीन साल का है. इसके अलावा उनके परिवार में उनके माता-पिता और बड़े भाई है. उनके माता-पिता रामा राम और बिमला देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है जिसने देश के लिए शहादत दे दी. परिवार सहित धेवा गांव में हमले की खबर आते ही शोक की लहर छा गई. शहीद के पिता ने कहा, ‘‘ हमने अपना बेटा खोया लेकिन हम चाहते हैं कि पाकिस्तान को करारा जवाब मिले ताकि आगे से ऐसे हमलों को अंजाम देने की उसकी हिम्मत न हो.'' कांगड़ा के पुलिस उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा, ‘‘ तिलक राज इस हमले में घायल हुए थे और कल कश्मीर में सेना के एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई.'' अधिकारी ने बताया कि वह शहीद का पार्थिव शरीर यहां पहुंचने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. परिवार दुख में डूबा है. परिवार ने सरकार से मांग की है कि वह तिलक राज के बेटे को बड़ा होने पर सरकारी नौकरी दे. मुख्यमंत्री ने शहीद परिवार को 20 लाख रुपये देने की घोषणा की है और वह शनिवार की सुबह शहीद के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए धेवा में मौजूद रह सकते हैं. मुख्यमंत्री ने फोन पर शहीद के पिता से बातचीत की है. VIDEO : पीएम मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि राज्य के मंत्री किशन कपूर और विधायक अर्जुन सिंह ने भी परिवार से मुलाकात की और परिवार को तत्काल सहायता के तौर पर पांच लाख रुपये का चेक दिया. कांग्रेस और भाजपा दोनों ने मुआवजा राशि की घोषणा का स्वागत किया. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में विधायकों के साथ रात्रिभोज रद्द कर दिया. (इनपुट भाषा से)
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की डांसिंग स्किल पर आया सनी लियोन का रिएक्शन, कहा- मैं यह देखकर बहुत हैरान हूं कि...
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का डांस देख हैरान हुईं सनी लियोन बत्तियां बुझादो के जरिए पहली बार नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ दिखेंगी सनी 15 नवंबर को रिलीज होगी नवाजुद्दीन सिद्दीकी और अथिया शेट्टी की फिल्म
बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) और एक्ट्रेस अथिया शेट्टी की फिल्म का सॉन्ग 'बत्तियां बुझा दो' (Battiyan Bujhado) रिलीज हो गया है. इस सॉन्ग में नवाजुद्दीन सिद्दीकी बॉलीवुड की डीवा सनी लियोन (Sunny Leone) के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं. लेकिन खास बात तो यह है कि गाने में सनी लियोन के साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने भी समा बांध दिया है और यह चीज देखकर खुद एक्ट्रेस भी काफी हैरान हैं. गाने में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जबरदस्त परफॉर्मेंस देखकर सनी लियोन ने उनकी तारीफ की है, साथ ही उनकी डांसिंग स्किल्स से वह काफी प्रभावित भी हुई हैं.  नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) के डांस के बारे में बात करते हुए सनी लियोन (Sunny Leone) ने कहा, "उन्होंने मुझे इस चीज से काफी हैरान कर दिया है कि वह किस तरह मस्ती और खेल में भी डांस कर सकते हैं." इसके अलावा सनी लियोन ने बत्तियां बुझादूं के बारे में बात करते हुए कहा, "जब मैंने पहली बार इस गाने को सुना था तो मैं इससे काफी जुड़ गई थी. वहीं, नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ काम करने का अनुभव भी काफी जबरदस्त था, बल्कि इनके साथ मैं पहली बार स्क्रीन पर नजर आने वाली हूं." बता दें कि फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर' (Motichoor Chaknachoor) में एक्ट्रेस अथिया शेट्टी (Athiya Shetty) अनिता का रोल अदा कर रही हैं, जिसे एक एनआरआई दूल्हे की तलाश है. इसी वजह से वह नवाजुद्दीन सिद्दीकी से शादी कर लेती हैं, लेकिन उन्हें बाद में पता चलता है कि उनकी नौकरी शादी के बाद लगी है. कुछ ही दिनों पहले मोतीचूर चकनाचूर का ट्रेलर भी रिलीज हुआ था, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था. दोनों की यह फिल्म 15 नवंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी. इस फिल्म को देबामित्रा बिश्वाल डायरेक्ट कर रहे हैं और इसे राजेश भाटिया और किरण भाटिया ने मिलकर प्रोड्यूस किया है.
कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर बेटे के शव के साथ फंसी थी मां, सुषमा स्वराज ने इस तरह की मदद....
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बेटे के शव के साथ बैठी मां की मदद की महिला बेटे के साथ ऑस्ट्रेलिया से भारत आ रही थी, लेकिन बेटे की मौत हो गई एक नेटिजेन ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री को इस घटना के बारे में बताया
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक बार फिर विदेश में बसे भारतीय की मदद की. सुषमा स्वराज एक भारतीय महिला की उसके बेटे का शव लाने में मदद की. यह महिला अपने बेटे के साथ ऑस्ट्रेलिया से भारत आ रही थी, लेकिन कुआलालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अचानक उसके बेटे की मौत हो गई. एक नेटिजेन ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस घटना के बारे में अवगत कराया.सुषमा स्वराज ने कहा- नाइजारियाई अधिकारियों की हिरासत से चार भारतीय रिहा ट्वीट के बाद सुषमा ने कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए मदद का आश्वासन दिया और कहा कि शव सरकार के खर्चे पर भारत लाया जाएगा. सुषमा ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘भारतीय उच्चायोग के अधिकारी मां और उसके बेटे के शव के साथ मलेशिया से चेन्नई आ रहे हैं. शोक संपतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.’’ बता दें कि पिछले काफी दिनों से नाइजीरियाई अधिकारियों की हिरासत में फंसे चार भारतीयों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से छुड़ा लिया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि नाइजीरिया अधिकारियों की हिरासत में रहे चार भारतीयों को वहां के भारतीय उच्चायुक्त के दखल के बाद रिहा कर दिया गया. इन चार में से दो भारतीय नागरिकों ने ट्विटर के जरिए सुषमा से अपनी रिहाई की अपील की थी.  टिप्पणियां VIDEO- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल इनमें से एक व्यास यादव ने कहा था कि उन्हें नाइजीरियाई अधिकारियों ने पकड़ लिया है और पिछले तीन महीने से उन्हें लागोस में रखा गया है. इनपुट- भाषा सुषमा स्वराज ने कहा- नाइजारियाई अधिकारियों की हिरासत से चार भारतीय रिहा ट्वीट के बाद सुषमा ने कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए मदद का आश्वासन दिया और कहा कि शव सरकार के खर्चे पर भारत लाया जाएगा. सुषमा ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘भारतीय उच्चायोग के अधिकारी मां और उसके बेटे के शव के साथ मलेशिया से चेन्नई आ रहे हैं. शोक संपतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.’’ बता दें कि पिछले काफी दिनों से नाइजीरियाई अधिकारियों की हिरासत में फंसे चार भारतीयों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से छुड़ा लिया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि नाइजीरिया अधिकारियों की हिरासत में रहे चार भारतीयों को वहां के भारतीय उच्चायुक्त के दखल के बाद रिहा कर दिया गया. इन चार में से दो भारतीय नागरिकों ने ट्विटर के जरिए सुषमा से अपनी रिहाई की अपील की थी.  टिप्पणियां VIDEO- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल इनमें से एक व्यास यादव ने कहा था कि उन्हें नाइजीरियाई अधिकारियों ने पकड़ लिया है और पिछले तीन महीने से उन्हें लागोस में रखा गया है. इनपुट- भाषा ट्वीट के बाद सुषमा ने कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए मदद का आश्वासन दिया और कहा कि शव सरकार के खर्चे पर भारत लाया जाएगा. सुषमा ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘भारतीय उच्चायोग के अधिकारी मां और उसके बेटे के शव के साथ मलेशिया से चेन्नई आ रहे हैं. शोक संपतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.’’ बता दें कि पिछले काफी दिनों से नाइजीरियाई अधिकारियों की हिरासत में फंसे चार भारतीयों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से छुड़ा लिया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि नाइजीरिया अधिकारियों की हिरासत में रहे चार भारतीयों को वहां के भारतीय उच्चायुक्त के दखल के बाद रिहा कर दिया गया. इन चार में से दो भारतीय नागरिकों ने ट्विटर के जरिए सुषमा से अपनी रिहाई की अपील की थी.  टिप्पणियां VIDEO- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल इनमें से एक व्यास यादव ने कहा था कि उन्हें नाइजीरियाई अधिकारियों ने पकड़ लिया है और पिछले तीन महीने से उन्हें लागोस में रखा गया है. इनपुट- भाषा बता दें कि पिछले काफी दिनों से नाइजीरियाई अधिकारियों की हिरासत में फंसे चार भारतीयों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से छुड़ा लिया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि नाइजीरिया अधिकारियों की हिरासत में रहे चार भारतीयों को वहां के भारतीय उच्चायुक्त के दखल के बाद रिहा कर दिया गया. इन चार में से दो भारतीय नागरिकों ने ट्विटर के जरिए सुषमा से अपनी रिहाई की अपील की थी.  टिप्पणियां VIDEO- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल इनमें से एक व्यास यादव ने कहा था कि उन्हें नाइजीरियाई अधिकारियों ने पकड़ लिया है और पिछले तीन महीने से उन्हें लागोस में रखा गया है. इनपुट- भाषा VIDEO- कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल इनमें से एक व्यास यादव ने कहा था कि उन्हें नाइजीरियाई अधिकारियों ने पकड़ लिया है और पिछले तीन महीने से उन्हें लागोस में रखा गया है. इनपुट- भाषा इनपुट- भाषा
किसानों के आंदोलन से सरकार चिंतित, फसल बीमा योजना का मूल्यांकन शुरू हुआ
भुगतान में देरी पर बीमा कंपनियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए बिना नुकसान के आकलन के भुगतान नहीं कर सकतीं कंपनियां कृषि मंत्रालय को 18 दिसंबर तक देने होंगे सांसदों को जवाब
अब संसदीय समिति ने 18 दिसंबर तक कृषि मंत्रालय से कहा है कि वह सांसदों की तरफ से उठाए गए सवालों के जवाब दें.
नंबर वन की तरह ही आगे बढ़े नोवाक जोकोविक, सेरेना विलियम्स...
शीर्ष वरीय नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को 6-3, 6-0, 6-0 से हराया, जबकि 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने स्पेन की कार्ला सुआरेज नवारो को 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी।
दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी सर्बियाई नोवाक जोकोविक ने केवल तीन गेम गंवाकर शान से अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, जबकि महिला वर्ग में मौजूदा चैम्पियन और शीर्ष वरीय अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने कतई एकतरफा मुकाबले में जीत दर्ज करके टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में चीन की पांचवीं वरीयता प्राप्त ली ना के साथ रोचक मुकाबले की नींव रखी है। इस बीच, मौजूदा अमेरिकी ओपन चैम्पियन एंडी मरे को आगे बढ़ने के लिए चार सेट तक जूझना पड़ा। शीर्ष वरीयता प्राप्त और वर्ष 2011 के चैम्पियन नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को केवल 79 मिनट में 6-3, 6-0, 6-0 से हराकर लगातार 18वीं बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। तीसरी वरीयता प्राप्त मरे ने लगातार तीसरे साल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन उन्हें 64वीं रैंकिंग के उज्बेक खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन पर 6-7, 6-1, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा। नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे। उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है। महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। शीर्ष वरीयता प्राप्त और वर्ष 2011 के चैम्पियन नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को केवल 79 मिनट में 6-3, 6-0, 6-0 से हराकर लगातार 18वीं बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। तीसरी वरीयता प्राप्त मरे ने लगातार तीसरे साल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन उन्हें 64वीं रैंकिंग के उज्बेक खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन पर 6-7, 6-1, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा। नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे। उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है। महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे। उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है। महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है। महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
महाराष्ट्र में जिस 50-50 फॉर्मूले पर टूटा BJP-शिवसेना का गठबंधन, अब उसी ब्लूप्रिंट पर बन सकती है नई सरकार 
50-50 फॉर्मूले को लेकर बीजेपी-शिवसेना हुए थे अलग अब उसी फॉर्मूले के तहत राज्य में बन सकती है सरकार सूत्रों के मुताबिक शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में बनी सहमति
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन जिस 50-50 फॉर्मूले को लेकर टूटा, अब वही फॉर्मूला राज्य में सरकार गठन का ब्लूप्रिंट साबित हो सकता है. एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया कि शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी के बीच राज्य में सरकार गठन को लेकर एक सामान्य सहमति बन गई है. हालांकि कांग्रेस नेतृत्व पहले शिवसेना के साथ गठजोड़ को तैयार नहीं था और बाहर से समर्थन देने की बात भी चल रही थी, लेकिन अब शिवसेना और एनसीपी के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस भी सरकार में शामिल हो सकती है. बताया जा रहा है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर लगभग सहमति बन गई है. विधानसभा चुनावों में एनसीपी को शिवसेना से सिर्फ दो सीटें कम मिली हैं. सूत्रों का कहना है कि सरकार के पहले ढाई साल में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना का सीएम होगा, वहीं आखिरी ढाई साल मुख्यमंत्री का पद एनसीपी के पास होगा. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर ही बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध पैदा हुआ और दोनों दलों के रास्ते जुदा हो गए. दूसरी तरफ,  बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने सरकार बनने की स्थिति में पूरे पांच साल के लिए डिप्टी सीएम पद की मांग की है. साथ ही, विधानसभा अध्यक्ष का पद भी कांग्रेस के हिस्से में जा सकता है. वहीं, दूसरी तरफ मंत्री पद का बंटवारा तीनों दलों के बीच बराबर होगा. हालांकि अभी इस बात पर चर्चा नहीं हुई है कि गृह और वित्त जैसे अहम मंत्रालय किस दल के हिस्से में जाएंगे. इसके अलावा कांग्रेस और एनसीपी ने यह शर्त भी रखी है कि अगर शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे सीएम बनते हैं, तो उन्हें विचारधारात्मक मतभेदों को किनारे रखना होगा और वे अयोध्या जैसे मुद्दों पर नहीं बोलेंगे.
सीएमओ हत्याकांड : छिपाकर सल्फास लेकर जेल पहुंचे थे सीएमओ!
एनआरएचएम घोटाले में वर्ष 2010 में हुई डॉ वीके आर्या की हत्या के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद सोमवार को 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गये लखनऊ के पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके शुक्ला की तलाशी में उनके पास सल्फास जैसा पदार्थ मिला
एनआरएचएम घोटाले में वर्ष 2010में हुई मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ वीके आर्या की हत्या के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद सोमवार को 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गये लखनऊ के पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके शुक्ला की तलाशी में उनके पास सल्फास जैसा पदार्थ मिला है। जिला कारागार के सूत्रों ने बताया है कि अदालत के आदेश पर 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में कल शाम जिला कारागार में लाये गये डॉ शुक्ला की तलाशी में उनके पास 10 ग्राम सफेद पाउडर की एक पुडिया मिली है, जो सल्फास हो सकती है। उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर पुलिस अधिकारी शुक्ला को कल शाम लगभग साढे सात बजे जिला कारागार लाकर उन्हें कारागार अधिकारियों को सौप दिया जिसके बाद कारागार में रखने से पूर्व उनकी तलाशी ली गयी।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई। जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है। जिला कारागार के सूत्रों ने बताया है कि अदालत के आदेश पर 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में कल शाम जिला कारागार में लाये गये डॉ शुक्ला की तलाशी में उनके पास 10 ग्राम सफेद पाउडर की एक पुडिया मिली है, जो सल्फास हो सकती है। उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर पुलिस अधिकारी शुक्ला को कल शाम लगभग साढे सात बजे जिला कारागार लाकर उन्हें कारागार अधिकारियों को सौप दिया जिसके बाद कारागार में रखने से पूर्व उनकी तलाशी ली गयी।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई। जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है। उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर पुलिस अधिकारी शुक्ला को कल शाम लगभग साढे सात बजे जिला कारागार लाकर उन्हें कारागार अधिकारियों को सौप दिया जिसके बाद कारागार में रखने से पूर्व उनकी तलाशी ली गयी।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई। जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई। जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है। जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है।
2016 तक मानवरहित रेलवे क्रासिंग नहीं रहेगी : त्रिवेदी
रेल मंत्री ने कहा, हमारे प्रयास होंगे कि 2016 तक सभी क्रासिंग या तो मानवयुक्त हों या उन पर ओवरब्रिज हों।
नए रेल मंत्री के तौर पर कामकाज संभालने के बाद दिनेश त्रिवेदी ने आज रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 11 सूत्री कार्यक्रम की घोषणा की और कहा कि 2016 तक कोई मानवरहित रेलवे क्रासिंग नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, हमारे प्रयास होंगे कि 2016 तक सभी क्रासिंग या तो मानवयुक्त हों या उन पर ओवरब्रिज हों। फिलहाल देश में 32,694 क्रासिंग हैं जिनमें से 14,853 मानवरहित हैं। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार 2010-11 में मानवरहित क्रासिंगों पर 229 लोगों की मौत हो गई थी।
आमिर को क्षमादान मांगना चाहिए
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पांच साल के प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने की जगह मोहम्मद आमेर को खेल की वैश्विक संस्था से क्षमादान मांगना चाहिए।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पांच साल के प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने की जगह मोहम्मद आमेर को खेल की वैश्विक संस्था से क्षमादान मांगना चाहिए। बोर्ड के एक सूत्र ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि वह अंतरराष्ट्रीय खेल मध्यस्थता अदालत में अपील दायर कर चुका है या अब दायर करेगा। लेकिन निश्चित तौर पर उसके पास प्रतिबंध कम करवाने का बेहतर मौका है अगर वह कुछ महीने चुप रहे और इसके बाद सीधे दया के लिए आईसीसी से संपर्क करे।’’ बोर्ड के एक सूत्र ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि वह अंतरराष्ट्रीय खेल मध्यस्थता अदालत में अपील दायर कर चुका है या अब दायर करेगा। लेकिन निश्चित तौर पर उसके पास प्रतिबंध कम करवाने का बेहतर मौका है अगर वह कुछ महीने चुप रहे और इसके बाद सीधे दया के लिए आईसीसी से संपर्क करे।’’
श्रमिकों की कमी से जूझ रहा है कपड़ा उद्योग : एसोचैम
उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि कपड़ा उद्योग को श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
उद्योग मंडल एसोचैम ने सोमवार को कहा कि कपड़ा उद्योग को श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस उद्योग के श्रमिक अधिक वेतन की वजह से दूसरे क्षेत्रों में जा रहे हैं। संगठन ने एक बयान में कहा कि यह संकट जैसी स्थिति ऐसे समय में आई है जबकि लागत बढ़ने की वजह से बांग्लादेश, श्रीलंका, वियतनाम, चीन जैसे देशों के मुकाबले भारत की प्रतिस्पर्धी क्षमता घट रही है। संगठन ने पिछले हफ्ते ऑनलाइन और फोन के जरिये लुधियाना, अमृतसर, सूरत, अहमदाबाद और कोलकाता के 100 कपड़ा कंपनियों के प्रमुखों से बातचीत कर एक सर्वे किया। सर्वे शामिल 45 प्रतिशत लोगों ने कहा कि श्रमिकों की कमी की वजह से उनके संयंत्र की क्षमता का मात्र 50 से 60 प्रतिशत का ही उपयोग हो पा रहा है। वहीं 30 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बिक्री लक्ष्य पूरा नहीं करने की वजह से उनका मुनाफा घट रहा है।
लाखों सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, इस राज्य के कर्मियों को मिलेगा सातवें वेतन आयोग का एरियर
केंद्रीय कर्मचारियों ने कई मुद्दों को लेकर सरकार से नाराजगी जताई थी सरकार ने बातचीत के लिए तीन समितियों का गठन किया था कर्मचारियों की नाराजगी अभी भी बरकरार है
बता दें  कि केंद्र सरकार ने जून 2016 में वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने का ऐलान किया था. 1 जनवरी 2016 से यह सिफारिशें लागू की गई है. केंद्रीय कर्मचारियोंं ने कई मुद्दों को लेकर सरकार से नाराजगी जताई थी. सरकार ने बातचीत के लिए तीन समितियों का गठन किया था. समिति की रिपोर्ट के आधार पर सिफारिशें लागू कर दी गई हैं. इसके बावजूद कर्मचारियों की नाराजगी अभी भी बरकरार है.
DU SOL: दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग शुरू करेगा 5 ऑनलाइन कोर्स, घर बैठे मिलेगी डिग्री
DU SOL 5 ऑनलाइन कोर्स शुरू कर रहा है. ऑनलाइन प्रोग्राम के लिए जनवरी 2020 से छात्र एनरोल कर पाएंगे. लर्निंग मटेरियल नवंबर तक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा.
दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) का स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) अब ऑनलाइन कोर्स भी करवाएगा. इसकी जानकारी DU SOL के एक अधिकारी ने NDTV को फोन पर दी. उन्होंने बताया कि लर्निंग मटेरियल नवंबर तक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा. वहीं, ऑनलाइन प्रोग्राम के लिए जनवरी 2020 से छात्र एनरोल कर पाएंगे. दिल्ली यूनिवर्सिटी को 5 ऑनलाइन कोर्स शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से मंजूरी मिल गई है. DU जो कोर्स ऑनलाइन शुरू करने वाला है उनमें बीए प्रोग्राम, बीकॉम, इंग्लिश ऑनर्स, पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स और बीकॉम ऑनर्स शामिल हैं. वहीं, दिल्ली यूनिवर्सिटी का स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग आने वाले दिनों में ऑनलाइन कोर्स की डिटेल जारी करेगा. स्टूडेंट्स sol.du.ac.in पर जाकर ऑनलाइन कोर्स से संबंधित हर जानकारी हासिल कर पाएंगे.  आपको बता दें कि SOL के स्टूडेंट्स फिलहाल ग्रेजुएशन कोर्स के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं.  DU SOL की वेबसाइट भारी ट्रैफिक के चलते स्लो हो गई है. दिल्ली यूनिवर्सिटी ने मई/जून में ग्रेजुएशन कोर्सेज की परीक्षाएं आयोजित की थी.
महाराष्ट्र की नई सरकार को SC से बड़ी राहत, कोर्ट ने कहा- ऐसे तो देश में लोकतंत्र ही नहीं रहेगा...
सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी याचिका सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी कहा, ऐसे तो देश में लोकतंत्र ही नहीं रहेगा
महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की संयुक्त सरकार के गठन के ख़िलाफ़ दायर याचिका खारिज हो गई है. सुप्रीम कोर्ट ने महा विकास अघाडी को राहत देते हुए गठबंधन को अपवित्र बताने वाली याचिका खारिज कर दी. सुनवाई के दौरान जस्टिस एन वी रमना ने कहा कि कोर्ट इसकी न्यायिक समीक्षा क्यों करे? जस्टिस अशोक भूषण ने भी कहा कि प्री पोल एलायंस और पोस्ट पोल अलायंस में कोर्ट क्यों दखल दे. कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को गठबंधन से नहीं रोक सकते. अगर याचिकाकर्ता की दलील मान ली जाए तो फिर देश में कोई लोकतंत्र नहीं रहेगा. जस्टिस रमना ने कहा कि हमने कर्नाटक मामले में फैसले में कहा है कि संवैधानिक नैतिकता राजनीतिक नैतिकता से अलग है. कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों को गठबंधन से नहीं रोक सकते. ये फैसला जनता को करना है ना कि कोर्ट को. कोर्ट से उसकी अपेक्षा मत करिए जो उसका क्षेत्राधिकार नहीं है. बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की संयुक्त सरकार के गठन के ख़िलाफ़ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. यह सुनवाई जस्टिस एन वी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने की. आपको बता दें कि ये वही बेंच है जिसने महाराष्ट्र में फ़्लोर टेस्ट को लेकर फैसला सुनाया था. यह याचिका अखिल भारत हिन्दू महासभा के नेता प्रमोद पंडित जोशी ने दायर की है जिसमें कहा गया है कि चुनाव बाद के पार्टी गठबंधन के आधार पर बन रही सरकार को असंवैधानिक करार दिया जाए. शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन सरकार दूसरे दल के साथ बना रही है जो कि वोटरों के साथ धोखा है. शिवसेना ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन सरकार दूसरे दल के साथ बना रही है जो कि वोटरों के साथ धोखा है.
IND vs SA: गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन पर बल्‍लेबाजों ने पानी फेरा, केपटाउन टेस्‍ट 72 रन से हारी टीम इंडिया
दूसरी पारी में भी भारतीय बल्‍लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन जारी रहा 208 रन का लक्ष्‍य था, पूरी टीम महज 135 रन पर आउट हुई दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), डीन एल्गर, एडेन मार्कराम, हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डिकॉक, वर्नोन फिलेंडर, केशव महाराजा, डेल स्‍टेन, कागिसो रबाडा और मोर्ने मोर्केल. भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, ऋद्धिमान साहा, हार्दिक पंड्या, आर. अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह. भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, ऋद्धिमान साहा, हार्दिक पंड्या, आर. अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह.
नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में दो नाइजीरियाई गिरफ्तार
तस्करी के आरोप में दो नाइजीरियाई लोगों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से आठ करोड़ रुपए मूल्य की हेरोइन जब्त की गई. आठ करोड़ रुपए मूल्य की दो किलो हेरोइन जब्त की गई.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीरिया में अलग-अलग जगहों पर हुए विस्फोट, 31 मरे
सीरिया में रविवार को हुए विस्फोट की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 31 लोग मारे गए। इसकी जानकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीरियाई समाचार एजेंसी साना के हवाले से दी।
सीरिया में रविवार को हुए विस्फोट की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 31 लोग मारे गए। इसकी जानकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीरियाई समाचार एजेंसी साना के हवाले से दी। पहला विस्फोट एक यात्री बस में उस वक्त हुआ जब वह मिसयाफ कस्बे से राजधानी दमिश्क की तरफ जा रही थी। बस में विस्फोटक के जरिए धमाका किया गया था। घटना में कम से कम चार लोग मारे गए। दूसरा विस्फोट अलेप्पो प्रांत में रविवार रात हुआ जिसमें कम से कम 27 लोग मारे गए। इस विस्फोट ने अलेप्पो के मालाब अल-बलाडी इलाके को खासा प्रभावित किया। इस इलाके में तीन अस्पताल और विस्थापितों के लिए एक स्कूल है। अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। दमकलकर्मी एवं अन्य लोग इन पीड़ितों को मलबे से निकालने की कोशिश में लगे हैं। इस मलबे से शव भी निकाले जा रहे हैं।टिप्पणियां अलेप्पो सीरिया सरकार और सेना के बीच हो रहे संघर्ष के मुख्य केंद्र के रूप में उभरा है जो इस स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। पहला विस्फोट एक यात्री बस में उस वक्त हुआ जब वह मिसयाफ कस्बे से राजधानी दमिश्क की तरफ जा रही थी। बस में विस्फोटक के जरिए धमाका किया गया था। घटना में कम से कम चार लोग मारे गए। दूसरा विस्फोट अलेप्पो प्रांत में रविवार रात हुआ जिसमें कम से कम 27 लोग मारे गए। इस विस्फोट ने अलेप्पो के मालाब अल-बलाडी इलाके को खासा प्रभावित किया। इस इलाके में तीन अस्पताल और विस्थापितों के लिए एक स्कूल है। अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। दमकलकर्मी एवं अन्य लोग इन पीड़ितों को मलबे से निकालने की कोशिश में लगे हैं। इस मलबे से शव भी निकाले जा रहे हैं।टिप्पणियां अलेप्पो सीरिया सरकार और सेना के बीच हो रहे संघर्ष के मुख्य केंद्र के रूप में उभरा है जो इस स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। दूसरा विस्फोट अलेप्पो प्रांत में रविवार रात हुआ जिसमें कम से कम 27 लोग मारे गए। इस विस्फोट ने अलेप्पो के मालाब अल-बलाडी इलाके को खासा प्रभावित किया। इस इलाके में तीन अस्पताल और विस्थापितों के लिए एक स्कूल है। अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। दमकलकर्मी एवं अन्य लोग इन पीड़ितों को मलबे से निकालने की कोशिश में लगे हैं। इस मलबे से शव भी निकाले जा रहे हैं।टिप्पणियां अलेप्पो सीरिया सरकार और सेना के बीच हो रहे संघर्ष के मुख्य केंद्र के रूप में उभरा है जो इस स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। दमकलकर्मी एवं अन्य लोग इन पीड़ितों को मलबे से निकालने की कोशिश में लगे हैं। इस मलबे से शव भी निकाले जा रहे हैं।टिप्पणियां अलेप्पो सीरिया सरकार और सेना के बीच हो रहे संघर्ष के मुख्य केंद्र के रूप में उभरा है जो इस स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। अलेप्पो सीरिया सरकार और सेना के बीच हो रहे संघर्ष के मुख्य केंद्र के रूप में उभरा है जो इस स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सीरिया में पिछले साल से चल रहे संघर्ष में अब तक 20,000 लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 8000 सैनिक और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं।
अहमदाबाद में सट्टेबाज गिरफ्तार, 1.28 करोड़ रुपये, एक किलो सोना बरामद
स्पॉट फिक्सिंग का कांड सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों से सट्टेबाजों की गतिविधियों पर करीबी नजर बनाए रखने के लिए कहा था।
गुजरात पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण से जुड़े मामले में एक व्यक्ति को सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस सट्टेबाज के पास से 1.28 करोड़ रुपये और एक किलो सोना बरामद किया गया।टिप्पणियां पुलिस सह आयुक्त (अपराध) एके शर्मा ने बताया, विनोद मुलचंदानी नामक एक सट्टेबाज को आईपीएल सट्टेबाजी कांड के संबंध में गिरफ्तार किया गया है। ज्यादा जानकारी दिए बिना उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति के पास से 1.28 करोड़ रुपये नकद, एक किलोग्राम सोना और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इस कथित सट्टेबाज को शहर के रईस इलाके की एक इमारत से पकड़ा गया। इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का कांड सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों से सट्टेबाजों की गतिविधियों पर करीबी नजर बनाए रखने के लिए कहा था। शुक्रवार को अतिरिक्त प्रमुख सचिव (गृह) एसके नंदा ने कहा कि पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों को उन लोगों के खिलाफ सबूत जुटाने के निर्देश दिए गए थे, जो सट्टेबाजी और जुए में शामिल रहे हैं। पुलिस सह आयुक्त (अपराध) एके शर्मा ने बताया, विनोद मुलचंदानी नामक एक सट्टेबाज को आईपीएल सट्टेबाजी कांड के संबंध में गिरफ्तार किया गया है। ज्यादा जानकारी दिए बिना उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति के पास से 1.28 करोड़ रुपये नकद, एक किलोग्राम सोना और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इस कथित सट्टेबाज को शहर के रईस इलाके की एक इमारत से पकड़ा गया। इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का कांड सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों से सट्टेबाजों की गतिविधियों पर करीबी नजर बनाए रखने के लिए कहा था। शुक्रवार को अतिरिक्त प्रमुख सचिव (गृह) एसके नंदा ने कहा कि पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों को उन लोगों के खिलाफ सबूत जुटाने के निर्देश दिए गए थे, जो सट्टेबाजी और जुए में शामिल रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का कांड सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों से सट्टेबाजों की गतिविधियों पर करीबी नजर बनाए रखने के लिए कहा था। शुक्रवार को अतिरिक्त प्रमुख सचिव (गृह) एसके नंदा ने कहा कि पुलिस आयुक्तों और अधीक्षकों को उन लोगों के खिलाफ सबूत जुटाने के निर्देश दिए गए थे, जो सट्टेबाजी और जुए में शामिल रहे हैं।
निर्भया गैंगरेप केस में चौथे दोषी अक्षय सिंह ने फांसी से बचने के लिए दी अजीबोगरीब दलील, सुनवाई आज
अक्षय ने दी है पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट की बेंच करेगी सुनवाई बाकी तीन की याचिकाएं हो चुकी हैं खारिज
साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया रेप कांड में दोषी पाए गए अक्षय कुमार सिंह की पुनर्विचार याचिका पर आज पर चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस आर भानुमति और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच सुनवाई करेगी. याचिका में अक्षय सिंह चार दोषियों में से एक है जिसने फांसी की सजा पर फिर विचार करने की याचिका दी है. इससे पहले  9 जुलाई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप मामले में तीन दोषियों मुकेश, विनय और पवन की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी. दोषी अक्षय कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पुनर्विचार अर्जी में कई अजीबोगरीब दलीलें भी दी हैं. याचिका में कहा गया है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है दिल्ली गैस चेंबर में तब्दील हो चुकी है. यहां का पानी जहरीला हो चुका है और ऐसे में जब खराब हवा और पानी के चलते उम्र पहले से ही कम से कम होती जा रही है फिर फांसी की सजा की जरूरत क्या है. यही नहीं अक्षय कुमार की तरफ से दायर पुनर्विचार अर्जी में वेद पुराण और उपनिषद में लोगों की हजारों साल तक जीने का हवाला दिया गया है. अर्जी में  कहा गया है इन धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक सतयुग में लोग हजारों साल तक जीते थे. त्रेता युग में भी एक एक आदमी हज़ार साल तक जीता था  लेकिन अब कलयुग में आदमी की उम्र 50-60  से साल तक सीमित रह गई है. बहुत कम लोग 80-90 साल की उम्र तक पहुंच पाते हैं. जब कोई व्यक्ति जीवन की कड़वी सच्चाई और विपरीत परिस्थितियों से गुजरता है तो वो एक लाश से बेहतर और कुछ नहीं होता.  आपको बता दें कि दिसंबर 2012 में हुए निर्भया रेप मामले में कुल 6 आरोपी थे. जिसमें से एक नाबालिग था और 18 साल की उम्र करने पर उसको छोड़ा जा चुका है. एक और आरोपी राम सिंह  ने तिहाड़ जेल में खुद को फांसी लगा ली थी.  फिलहाल चार अपराधी फांसी की सजा पाने के बाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अपील कर चुके हैं और उनकी याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं. आज अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई होगी.
रणजी ट्रॉफी में पंजाब की कमान हरभजन को, युवराज भी शामिल
ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को पंजाब की रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया, जिसमें मध्य क्रम के आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह को भी शामिल किया गया है।
ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को पंजाब की रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया, जिसमें मध्य क्रम के आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह को भी शामिल किया गया है। राज्य की सीनियर चयन समिति ने मोहाली के पीसीए स्टेडियम में बैठक की और आगामी घरेलू सत्र के लिए 15 सदस्यीय टीम का चयन किया। किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मनदीप सिंह को उप-कप्तान बनाया गया है। उन्होंने आईपीएल पांच में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था। टीम के अन्य सदस्य करण गोयल, जीवनजोत सिंह, उदय कौल, मयंत सिदाना, अमितोज सिंह, राहुल शर्मा, सिद्धार्थ कौल, मनप्रीत गोनी, संदीप शर्मा, गुरकीरत मान, बिपुल शर्मा और राजविंदर गोलू हैं। टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों को 8 अक्तूबर को शिविर के लिए पहुंचने को कहा गया है। शिविर का आयोजन टीम के गेंदबाजी कोच हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में होगा। टिप्पणियां पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। राज्य की सीनियर चयन समिति ने मोहाली के पीसीए स्टेडियम में बैठक की और आगामी घरेलू सत्र के लिए 15 सदस्यीय टीम का चयन किया। किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मनदीप सिंह को उप-कप्तान बनाया गया है। उन्होंने आईपीएल पांच में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था। टीम के अन्य सदस्य करण गोयल, जीवनजोत सिंह, उदय कौल, मयंत सिदाना, अमितोज सिंह, राहुल शर्मा, सिद्धार्थ कौल, मनप्रीत गोनी, संदीप शर्मा, गुरकीरत मान, बिपुल शर्मा और राजविंदर गोलू हैं। टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों को 8 अक्तूबर को शिविर के लिए पहुंचने को कहा गया है। शिविर का आयोजन टीम के गेंदबाजी कोच हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में होगा। टिप्पणियां पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मनदीप सिंह को उप-कप्तान बनाया गया है। उन्होंने आईपीएल पांच में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था। टीम के अन्य सदस्य करण गोयल, जीवनजोत सिंह, उदय कौल, मयंत सिदाना, अमितोज सिंह, राहुल शर्मा, सिद्धार्थ कौल, मनप्रीत गोनी, संदीप शर्मा, गुरकीरत मान, बिपुल शर्मा और राजविंदर गोलू हैं। टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों को 8 अक्तूबर को शिविर के लिए पहुंचने को कहा गया है। शिविर का आयोजन टीम के गेंदबाजी कोच हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में होगा। टिप्पणियां पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। टीम के अन्य सदस्य करण गोयल, जीवनजोत सिंह, उदय कौल, मयंत सिदाना, अमितोज सिंह, राहुल शर्मा, सिद्धार्थ कौल, मनप्रीत गोनी, संदीप शर्मा, गुरकीरत मान, बिपुल शर्मा और राजविंदर गोलू हैं। टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों को 8 अक्तूबर को शिविर के लिए पहुंचने को कहा गया है। शिविर का आयोजन टीम के गेंदबाजी कोच हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में होगा। टिप्पणियां पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों को 8 अक्तूबर को शिविर के लिए पहुंचने को कहा गया है। शिविर का आयोजन टीम के गेंदबाजी कोच हरविंदर सिंह के मार्गदर्शन में होगा। टिप्पणियां पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। पीसीए के मानद सचिव एमपी पांडोव ने बताया कि शिविर के अलावा खिलाड़ी दो दिवसीय दो मैचों में भी हिस्सा लेंगे जिससे कि उनकी फिटनेस का आकलन किया जा सके। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं। चयन समिति ने साथ ही तरुवर कोहली की अगुआई में अंडर-25 टीम की घोषणा भी की। टीम के अन्य सदस्य रवि इंदर सिंह, सिमरत बावा, गुरकीरत वालिया, हिमांशु चावला, गितांश खेड़ा, गुरिंदर सिंह, योगेश कुमार, राहुल सिंगला, बेअंत सिंह, दीपक बंसल, कमल पस्सी, अमित पराशर, प्रीत कमल और शरद लुंबा हैं।
खिलाड़ियों का चयन सिर्फ आंकड़ों को देखकर न हो : सचिन तेंदुलकर
तेंदुलकर का मानना है कि चयनकर्ताओं को राष्ट्रीय टीम चुनते समय सिर्फ खिलाड़ियों के आंकड़ों पर गौर नहीं करना चाहिए, बल्कि इसकी जगह दबाव से निपटने की उसकी क्षमता पर ध्यान देना चाहिए।
भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि चयनकर्ताओं को राष्ट्रीय टीम चुनते समय सिर्फ खिलाड़ियों के आंकड़ों पर विचार नहीं करना चाहिए, बल्कि इसकी जगह दबाव से निपटने की खिलाड़ी की क्षमता पर ध्यान देना चाहिए। तेंदुलकर ने केएससीए के प्लैटिनम जुबली समारोह के दौरान कहा, चयन सिर्फ स्कोरबुक देखने से जुड़ा नहीं होना चाहिए। चयनकर्ता ऐसे खिलाड़ियों को चुन सकता है, जिसने काफी अधिक रन बनाए हो, लेकिन यह काम नहीं करेगा। मैंने ऐसे खिलाड़ी देखे हैं, जो घरेलू स्तर पर बेजोड़ थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।टिप्पणियां उन्होंने कहा, चयन के समय खिलाड़ियों का आकलन करना होता है। अगर वह कुछ मैचों में विफल भी हो जाए, तो भी यह देखने की जरूरत है कि क्या उसमें दबाव झेलने की क्षमता है और क्या वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन कर सकता है। तेंदुलकर ने कहा कि आलोचना का सामना करने वाले ट्वेंटी-20 प्रारूप सहित क्रिकेट में आए अन्य बदलावों ने खेल को और अधिक रोमांचक बना दिया है और टेस्ट मैचों में अधिक नतीजे हासिल करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा, क्रिकेट एकमात्र खेल है, जिसमें तीन प्रारूप हैं और यह और अधिक रोमांचक होता जा रहा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि दर्शकों के लिए भी। तेंदुलकर ने केएससीए के प्लैटिनम जुबली समारोह के दौरान कहा, चयन सिर्फ स्कोरबुक देखने से जुड़ा नहीं होना चाहिए। चयनकर्ता ऐसे खिलाड़ियों को चुन सकता है, जिसने काफी अधिक रन बनाए हो, लेकिन यह काम नहीं करेगा। मैंने ऐसे खिलाड़ी देखे हैं, जो घरेलू स्तर पर बेजोड़ थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।टिप्पणियां उन्होंने कहा, चयन के समय खिलाड़ियों का आकलन करना होता है। अगर वह कुछ मैचों में विफल भी हो जाए, तो भी यह देखने की जरूरत है कि क्या उसमें दबाव झेलने की क्षमता है और क्या वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन कर सकता है। तेंदुलकर ने कहा कि आलोचना का सामना करने वाले ट्वेंटी-20 प्रारूप सहित क्रिकेट में आए अन्य बदलावों ने खेल को और अधिक रोमांचक बना दिया है और टेस्ट मैचों में अधिक नतीजे हासिल करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा, क्रिकेट एकमात्र खेल है, जिसमें तीन प्रारूप हैं और यह और अधिक रोमांचक होता जा रहा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि दर्शकों के लिए भी। उन्होंने कहा, चयन के समय खिलाड़ियों का आकलन करना होता है। अगर वह कुछ मैचों में विफल भी हो जाए, तो भी यह देखने की जरूरत है कि क्या उसमें दबाव झेलने की क्षमता है और क्या वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन कर सकता है। तेंदुलकर ने कहा कि आलोचना का सामना करने वाले ट्वेंटी-20 प्रारूप सहित क्रिकेट में आए अन्य बदलावों ने खेल को और अधिक रोमांचक बना दिया है और टेस्ट मैचों में अधिक नतीजे हासिल करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा, क्रिकेट एकमात्र खेल है, जिसमें तीन प्रारूप हैं और यह और अधिक रोमांचक होता जा रहा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि दर्शकों के लिए भी। तेंदुलकर ने कहा कि आलोचना का सामना करने वाले ट्वेंटी-20 प्रारूप सहित क्रिकेट में आए अन्य बदलावों ने खेल को और अधिक रोमांचक बना दिया है और टेस्ट मैचों में अधिक नतीजे हासिल करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा, क्रिकेट एकमात्र खेल है, जिसमें तीन प्रारूप हैं और यह और अधिक रोमांचक होता जा रहा है, खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि दर्शकों के लिए भी।
Bigg Boss 11 : शिल्पा शिंदे और हिना खान का ड्रामा जारी, विकास के चुरा लिए पैसे
हिना खान हो गई हैं बेकाबू शिल्पा शिंदे के तेवर बरकरार विकास बन रहे हैं टारगेट
Iss hafte ke luxury budget task ke kaaran #BB11 gharwalon ke beech phir aayi daraar! Watch all the fun tonight at 10:30pm! #BBSneakPeekpic.twitter.com/J0AO9Zat2N
मेहुल चोकसी ने कोर्ट से कहा- 41 घंटे सफर करके भारत नहीं आ सकता, ED पर गुमराह करने का आरोप भी लगाया
चोकसी बोला- सेहत सही नहीं है कहा- 41 घंटे सफर कर नहीं आ सकता भारत ईडी पर भी कोर्ट को गुमराह करने का लगाया आरोप
इसके साथ ही उसने कहा कि वह अपना बकाया चुकाने के लिए बैंकों के संपर्क में है. उसने कहा कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जांच के साथ जुड़ने के लिए तैयार है. प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट से कहा था कि मेहुल चोकसी को भगोड़ आर्थिक अपरोधी घोषित किया जाए और उसकी संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए जाएं. बता दें, हालही इंटरपोल ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के आग्रह के बाद इंटरपोल ने यह नोटिस जारी किया था. मेहुल चोकसी 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपियों में एक है. इस धोखाधड़ी मामले में चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी आरोपी है. चोकसी गीतांजलि ग्रुप का चेयमैन है. चोकसी ने एंटीगुआ में शरण ली है. आरसीएन जारी होने के साथ चोकसी को इंटरपोल के 192 सदस्य देशों में से कोई भी देश गिरफ्तार कर सकता है, जिसके बाद उसके प्रत्यर्पण या निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. नीरव मोदी व मेहुल चोकसी के खिलाफ फरवरी में पीएनबी धोखाधड़ी से जुड़े मामले में ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा लगाए गए धनशोधन के आरोपों के आधार पर इंटरपोल ने जुलाई में नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. ईडी ने अक्टूबर में दोनों की भारत व विदेश की 218 करोड़ मूल्य की संपत्तियां कुर्क की थीं.
मुंबई में गवाहों से जिरह के लिए भारत को पत्र लिखेगा पाकिस्तान
संघीय जांच एजेंसी के विशेष अभियोजक मोहम्मद अजहर चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कानूनी जरूरतें पूरी करने के लिए भारतीय गवाहों से जिरह के संबंध में भारत के अधिकारियों को पत्र लिखेगी।
पाकिस्तान सरकार मुंबई हमले के मामले में अहम गवाहों से जिरह की अनुमति के लिए भारत को पत्र लिखेगी। इससे पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने मामले में सबूत एकत्रित करने भारत गए एक न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। संघीय जांच एजेंसी के विशेष अभियोजक मोहम्मद अजहर चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कानूनी जरूरतें पूरी करने के लिए भारतीय गवाहों से जिरह के संबंध में भारत के अधिकारियों को पत्र लिखेगी। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के आरोपी सात पाकिस्तानी संदिग्धों पर मुकदमा चला रही आतंकवाद रोधी अदालत ने मार्च में भारत का दौरा करने वाले आयोग की रिपोर्ट को गैर-कानूनी कहकर खारिज कर दिया था। न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान गवाहों से जिरह के लिए तैयार हो जाते हैं तो एक और आयोग को मुंबई भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभियोजक पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ चार भारतीय गवाहों के बयानों का इस्तेमाल तभी कर सकते हैं जब भारतीय अधिकारी बचाव पक्ष के वकीलों को गवाहों से जिरह की अनुमति दें। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। संघीय जांच एजेंसी के विशेष अभियोजक मोहम्मद अजहर चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कानूनी जरूरतें पूरी करने के लिए भारतीय गवाहों से जिरह के संबंध में भारत के अधिकारियों को पत्र लिखेगी। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के आरोपी सात पाकिस्तानी संदिग्धों पर मुकदमा चला रही आतंकवाद रोधी अदालत ने मार्च में भारत का दौरा करने वाले आयोग की रिपोर्ट को गैर-कानूनी कहकर खारिज कर दिया था। न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान गवाहों से जिरह के लिए तैयार हो जाते हैं तो एक और आयोग को मुंबई भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभियोजक पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ चार भारतीय गवाहों के बयानों का इस्तेमाल तभी कर सकते हैं जब भारतीय अधिकारी बचाव पक्ष के वकीलों को गवाहों से जिरह की अनुमति दें। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के आरोपी सात पाकिस्तानी संदिग्धों पर मुकदमा चला रही आतंकवाद रोधी अदालत ने मार्च में भारत का दौरा करने वाले आयोग की रिपोर्ट को गैर-कानूनी कहकर खारिज कर दिया था। न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान गवाहों से जिरह के लिए तैयार हो जाते हैं तो एक और आयोग को मुंबई भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभियोजक पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ चार भारतीय गवाहों के बयानों का इस्तेमाल तभी कर सकते हैं जब भारतीय अधिकारी बचाव पक्ष के वकीलों को गवाहों से जिरह की अनुमति दें। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। न्यायाधीश चौधरी हबीब-उर-रहमान ने कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान गवाहों से जिरह के लिए तैयार हो जाते हैं तो एक और आयोग को मुंबई भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभियोजक पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ चार भारतीय गवाहों के बयानों का इस्तेमाल तभी कर सकते हैं जब भारतीय अधिकारी बचाव पक्ष के वकीलों को गवाहों से जिरह की अनुमति दें। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। उन्होंने कहा कि अभियोजक पाकिस्तानी आरोपियों के खिलाफ चार भारतीय गवाहों के बयानों का इस्तेमाल तभी कर सकते हैं जब भारतीय अधिकारी बचाव पक्ष के वकीलों को गवाहों से जिरह की अनुमति दें। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। न्यायिक आयोग की 800 पन्नों की रिपोर्ट अदालत में पेश करने वाले विशेष अभियोजक चौधरी ने डॉन अखबार को बताया कि आयोग की रिपोर्ट को दरकिनार करने से आरोपियों को फायदा होगा क्योंकि अभियोजन पक्ष चार अहम गवाहों के बयानों को इस्तेमाल नहीं कर सकता। चौधरी की दलील है कि अगर सात आरोपियों को छोड़ दिया जाता है तो इसके लिए मुंबई में आयोग के कामकाज पर निगरानी रखने वाले भारतीय न्यायाधीश एसएस शिंदे जिम्मेदार होंगे क्योंकि शिंदे ने कानून का और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की संबंधित धाराओं का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिंदे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम के अनुरोध पर भारतीय गवाहों से जिरह से मना किया था। वकील रियाज अकरम चीमा ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील अब भी गवाहों से जिरह के लिए भारत जाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। उन्होंने कहा, आतंकवाद निरोधक अदालत ने हमारी याचिका को मंजूर किया जिसमें मुंबई गए आयोग की कार्यवाही पर कई आपत्तियां जताई गईं और इससे वाकई बचाव पक्ष का मामला मजबूत हुआ। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकिउर रहमान लखवी के वकील ख्वाजा हरीश अहमद ने दलील दी कि बचाव पक्ष के वकील और अभियोजक भारतीय गवाहों से जिरह कर सकते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। उन्होंने कहा कि इन गवाहों से जिरह नहीं करने देना पाकिस्तान और भारत दोनों की आपराधिक प्रक्रिया संहिताओं के प्रावधानों के विरुद्ध है। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी। भारत और पाकिस्तान की सरकारों के बीच एक सहमति के मद्देनजर पाकिस्तान के आयोग को मुंबई हमलों के गवाहों से जिरह नहीं करने दी गयी थी।
बांदा बलात्कार : वार्डन को धमकी मामले की जांच के आदेश
शहनाज ने बताया कि जब जेल में लड़की को उन्हें सौंपा गया तो वह खून से लथपथ थी और चोटों के कारण वह अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी।
उत्तर प्रदेश के कारागार विभाग ने सोमवार को बांदा जेल की वार्डन के उस आरोप की जांच के आदेश दिए हैं जिसमें उसने कहा है कि उसके वरिष्ठ अधिकारियों ने उसे धमकाकर बलात्कार मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक के खिलाफ मुंह न खोलने को कहा था। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) वीके गुप्ता ने बताया कि कारागार वार्डन शहनाज बेगम के आरोप की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच की जिम्मेदारी कारागार महानिरीक्षक (आईजी) योगेश शुक्ल को सौंपी गई है। शहनाज ने आरोप लगाया है कि सच बोलने पर जेल और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उसे धमका रहे हैं। बसपा विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के घर चोरी के आरोप में बलात्कार पीड़िता को इसी जेल में बंद किया गया था। शहनाज ने कहा, "बलात्कार मामले की जांच कर रही सीबी-सीआईडी टीम को मैंने वही बताया जो सच था। मैंने उन्हें बताया कि जब जेल में लड़की को मुझे सौंपा गया तो वह खून से लथपथ थी और चोटों के कारण वह अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी।" शहनाज ने कहा, "वरिष्ठ अधिकारी कह रहे हैं कि मुझे जेल की ड्यूटी से हटा दिया जाएगा। अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्मदाह कर लूंगी।" वहीं पीड़ित लड़की ने अपने गांव शहबाजपुर में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस उसे घर से बाहर निकलने नहीं दे रही है। उसके मुताबिक बाहर जाने की बात कहने पर पुलिस के लोग उसे धमकी देते हैं। लड़की ने कहा, "क्या यह तरीका होता है किसी को सुरक्षा प्रदान करने का। ये तो मुझे और मेरे परिवार को एक तरह से बंधक बनाने जैसा है।" पीड़ित लड़की ने सुरक्षित ठिकाने के अलावा पांच लाख रुपये मुआवजा और बांदा के पुलिस अधीक्षक अनिल दास सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उसका कहना है कि पुलिस अधीक्षक ने जेल में उससे मिलकर बयान से मुकरने के लिए दबाव डाला था। बांदा जनपद की अदालत में पीड़ित लड़की की उम्र के मामले पर सुनवाई सोमवार को भी नहीं हो सकी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा सभी दस्तावेज तलब कर लिए जाने के कारण स्थानीय अदालत ने इस मामले पर सुनवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी।
रुपये में गिरावट जारी, डॉलर के मुकाबले 59 पर पहुंचा
डॉलर के मुकाबले रुपया में आज भी गिरावट का रुख रहा और यह 13 पैसे नीचे 59.70 प्रति डॉलर पर खुला।
डॉलर के मुकाबले रुपया में आज भी गिरावट का रुख रहा और यह 13 पैसे नीचे 59.70 प्रति डॉलर पर खुला। हालांकि, डॉलर के मुकाबले यूरो में तेजी से रुपये में गिरावट थोड़ी थम गई। गुरुवार रुपया कारोबार के दौरान सार्वकालिक निचले स्तर 59.93 प्रति डॉलर पर चला गया था। हालांकि रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से यह थोड़ा सुधरकर 87 पैसे नीचे 59.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। हालांकि, डॉलर के मुकाबले यूरो में तेजी से रुपये में गिरावट थोड़ी थम गई। गुरुवार रुपया कारोबार के दौरान सार्वकालिक निचले स्तर 59.93 प्रति डॉलर पर चला गया था। हालांकि रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से यह थोड़ा सुधरकर 87 पैसे नीचे 59.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
Video में देखें दुनिया का सबसे महंगा सांप, जितने में खरीद सकते हैं बंगला
दुनिया का सबसे महंगा सांप कीमत में आ सकता है बंगला इंडोनेशिया में होती है स्मग्लिंग
आपने अभी तक बहुत से सांप देखें होंगे, कुछ खतरनाक सांपों की तस्वीरें देखी होंगी. इंडिया से बाहर विदेशों में रह रहे लोगों से आने वाली सांपों की वायरल वीडियोज़ देखे होंगे. लेकिन क्या अभी तक आपने दुनिया के सबसे महंगे सांप की तस्वीर देखी है? जी हां, दुनिया का सबसे महंगा सांप जिसकी कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है. इस कीमत में आप दिल्ली या मुम्बई में बंगला ले सकते हैं. जी हां, ग्रीन ट्री पाइथन (Green Tree Python). इस सांप की खास बात है इसका रंग. ये पाइथन ग्रीन शेड्स में आता है. वहीं, इनमें नीले रंग का पाइथन और भी रेयर होता है. अपने रंग की वजह से इनकी कीमत करोड़ों में होती है. सांप की ये प्रजाति इंडोनेशिया के द्वीपों, न्यू गिनिया या न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है. सांपों को पसंद करने वाले या नॉलेज रखने वालों के बीच, ग्रीन ट्री पाइथन प्रजाति बहुत पॉपुलर है.  हालांकि, ब्लू पाइथन काफी कम देखें जाते हैं जिस वजह से यह बहुत पॉपुलर हैं. Curled-Up Blue Tree Python pic.twitter.com/ReaFCT66SM ग्रीन ट्री पाइथन (Green Tree Python) लंबाई में 2 मीटर लंबा और 1.6 किलोग्राम वजनी हो सकता है. वहीं, फीमेल ग्रीन ट्री पाइथन ज्यादा लंबी और भारी होती हैं. सांपों की ये प्रजाति पेड़ों पर रहती है. खाने में इन्हें सरीसृप और स्तनधारी पसंद है.  इंडोनेशिया में ये सांप बहुत पॉपुलर हैं, अपनी करोड़ों की कीमत के चलते इनकी स्मग्लिंग भी जोरों पर होती है.  ग्रीन ट्री पाइथन की खास वीडियोज़... Your daily/weekly dose of beautiful aru green tree python pic.twitter.com/sWqE9gkVHB Sssscared of ssssnakes? Watch this! —————————————————#snakes#greentreepython#python#animalkingdom#science#biology#snakeskinpic.twitter.com/1gyIcIWPe3 Awesome green tree python drinking water Protect #WildLife#SlashProtectsAnimals#SlashWildLifepic.twitter.com/wQoYyqh5iK Beautiful and amazing green tree python Protect #WildLife#SlashProtectAnimals#SlashWildLifepic.twitter.com/yleqeDQ8Bl I call this one dinner time for Tika. #greentreepythonpic.twitter.com/aJXruLxD0B
शेयर बाजारों में मामूली गिरावट, सेंसेक्स 21 अंक नीचे
देश के शेयर बाजारों में कारोबारी सप्ताह के शुरुआती दिन सोमवार को गिरावट देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 20.85 अंकों की गिरावट के साथ 19,895.10 पर और निफ्टी 1.15 अंकों की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ।
देश के शेयर बाजारों में कारोबारी सप्ताह के शुरुआती दिन सोमवार को गिरावट देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 20.85 अंकों की गिरावट के साथ 19,895.10 पर और निफ्टी 1.15 अंकों की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 35.01 अंकों की गिरावट के साथ पर 19,880.94 खुला और 20.85 अंकों या 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 19,895.10 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,921.38 के ऊपरी और 19,647.88 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा स्टील (4.13 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.22 फीसदी), टीसीएस (2.52 फीसदी), जिंदल स्टील (1.59 फीसदी) और भेल (1.53 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (3.19 फीसदी), भारती एयरटेल (1.71 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.50 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.46 फीसदी) और एलएंडटी (1.37 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.25 अंकों की गिरावट के साथ 5,889.05 पर खुला और 1.15 अंकों या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,912.00 के ऊपरी और 5,825.85 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 35.01 अंकों की गिरावट के साथ पर 19,880.94 खुला और 20.85 अंकों या 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 19,895.10 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,921.38 के ऊपरी और 19,647.88 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा स्टील (4.13 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.22 फीसदी), टीसीएस (2.52 फीसदी), जिंदल स्टील (1.59 फीसदी) और भेल (1.53 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (3.19 फीसदी), भारती एयरटेल (1.71 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.50 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.46 फीसदी) और एलएंडटी (1.37 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.25 अंकों की गिरावट के साथ 5,889.05 पर खुला और 1.15 अंकों या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,912.00 के ऊपरी और 5,825.85 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा स्टील (4.13 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.22 फीसदी), टीसीएस (2.52 फीसदी), जिंदल स्टील (1.59 फीसदी) और भेल (1.53 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (3.19 फीसदी), भारती एयरटेल (1.71 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.50 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.46 फीसदी) और एलएंडटी (1.37 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.25 अंकों की गिरावट के साथ 5,889.05 पर खुला और 1.15 अंकों या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,912.00 के ऊपरी और 5,825.85 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (3.19 फीसदी), भारती एयरटेल (1.71 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.50 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.46 फीसदी) और एलएंडटी (1.37 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.25 अंकों की गिरावट के साथ 5,889.05 पर खुला और 1.15 अंकों या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,912.00 के ऊपरी और 5,825.85 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.25 अंकों की गिरावट के साथ 5,889.05 पर खुला और 1.15 अंकों या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,906.15 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,912.00 के ऊपरी और 5,825.85 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 25.90 अंकों की तेजी के साथ 5,756.91 पर और स्मॉलकैप 26.25 अंकों की तेजी के साथ 5,591.79 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के 13 में से छह सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। सूचना प्रौद्योगिकी (1.21 फीसदी), धातु (0.91 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.89 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (0.87 फीसदी) और बिजली (0.45 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में बैंकिंग (1.16 फीसदी), सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.39 फीसदी), रियल्टी (0.32 फीसदी) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.29 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,280 शेयरों में तेजी और 1,089 में गिरावट रही, जबकि 153 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
बिहार : स्कॉर्पियो और मोटरसाइकिल की टक्कर में 3 मरे
इस हादसे में मौके पर ही बाइक सवार तीन लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचा रामाश्रय राम, राजा पंडित और मिट्ठू दास के रूप में की गई है पुलिस मामले की जांच कर रही है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोहम्मद शमी को मैच फिक्सिंग के आरोपों से मिली क्लीनचिट, बीसीसीआई ने दिया इस श्रेणी का अनुबंध
टल गई शमी की शामत! जल्द ही डेयर डेविल्स के शिविर से जुड़ेंगे कोलकाता पुलिस जांच रिपोर्ट आना बाकी
Police reaches #MohammadShami's residence in Amroha for investigation. pic.twitter.com/HLXd8g523V
'रईस' : आखिर आ ही गई शाहरुख की 'लैला', रिलीज हुआ सनी लियोनी का 'लैला ओ लैला' गाना
फिल्‍म 'रईस' का 'लैला ओ लैला' गाना हुआ रिलीज देसी स्‍टाइल में ठुमके लगाती दिख रही हैं सनी लियोनी शाहरुख खान ने ट्विटर सनी से कहा, 'अब आ भी जाओ'
@SunnyLeone kabse khamosh hue ho jaane jahan kuch bolo … kya abhi aur sitam dhane ko jee chahta hai. Ab aa jao. https://t.co/nUxXMGoz3G Thoda aur intezaar karo Meri jaan.. Jald hi aa rahi hun Mr King Khan...@iamsrk#Lailaaaraheehai ;))) https://t.co/EI8qHukbf2   बता दें कि शाहरुख खान की 'रईस' और ऋतिक रोशन की 'काबिल' 25 जनवरी को सिनेमाघरों में उतर रही हैं. दोनों फिल्‍मों के ट्रेलर की काफी तारीफ हो रही है. बता दें कि शाहरुख खान की 'रईस' और ऋतिक रोशन की 'काबिल' 25 जनवरी को सिनेमाघरों में उतर रही हैं. दोनों फिल्‍मों के ट्रेलर की काफी तारीफ हो रही है.
कांग्रेस पर जमकर बरसे सलमान रश्दी
जयपुर में साहित्य उत्सव से दूर रहने को बाध्य किए जाने के दो माह बाद विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि ‘व्यर्थ चुनावी गुणाभाग’ के चलते उनकी मौजूदगी रोकी गई।
जयपुर में साहित्य उत्सव से दूर रहने को बाध्य किए जाने के दो माह बाद विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि ‘व्यर्थ चुनावी गुणाभाग’ के चलते उनकी मौजूदगी रोकी गई। अपनी पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ को लेकर कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनों की आंखों में खटकने वाले जाने-माने लेखक ने कहा कि जयपुर में उनकी मौजूदगी पर रोक लगाने से कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में औंधे मुंह गिरी। ताज पैलेस में ‘इंडिया टुडे कानक्लेव’ में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत आज के नेताओं के बजाय श्रेष्ठ नेताओं की अगुवाई का हकदार है।टिप्पणियां जनवरी के जयपुर साहित्य उत्सव के विवाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘वहां जो कुछ हुआ वह देवबंदी हठ नहीं था। यह मामूली व्यर्थ चुनावी गुणाभाग था। राहुल गांधी पर यह काम नहीं कर पाया।’ अपने संबोधन में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तानी राजनीति में अहम केंद्र इमरान खान पर भी जमकर प्रहार किए। अपनी पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ को लेकर कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनों की आंखों में खटकने वाले जाने-माने लेखक ने कहा कि जयपुर में उनकी मौजूदगी पर रोक लगाने से कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में औंधे मुंह गिरी। ताज पैलेस में ‘इंडिया टुडे कानक्लेव’ में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत आज के नेताओं के बजाय श्रेष्ठ नेताओं की अगुवाई का हकदार है।टिप्पणियां जनवरी के जयपुर साहित्य उत्सव के विवाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘वहां जो कुछ हुआ वह देवबंदी हठ नहीं था। यह मामूली व्यर्थ चुनावी गुणाभाग था। राहुल गांधी पर यह काम नहीं कर पाया।’ अपने संबोधन में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तानी राजनीति में अहम केंद्र इमरान खान पर भी जमकर प्रहार किए। ताज पैलेस में ‘इंडिया टुडे कानक्लेव’ में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि भारत आज के नेताओं के बजाय श्रेष्ठ नेताओं की अगुवाई का हकदार है।टिप्पणियां जनवरी के जयपुर साहित्य उत्सव के विवाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘वहां जो कुछ हुआ वह देवबंदी हठ नहीं था। यह मामूली व्यर्थ चुनावी गुणाभाग था। राहुल गांधी पर यह काम नहीं कर पाया।’ अपने संबोधन में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तानी राजनीति में अहम केंद्र इमरान खान पर भी जमकर प्रहार किए। जनवरी के जयपुर साहित्य उत्सव के विवाद की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘वहां जो कुछ हुआ वह देवबंदी हठ नहीं था। यह मामूली व्यर्थ चुनावी गुणाभाग था। राहुल गांधी पर यह काम नहीं कर पाया।’ अपने संबोधन में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तानी राजनीति में अहम केंद्र इमरान खान पर भी जमकर प्रहार किए। अपने संबोधन में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तानी राजनीति में अहम केंद्र इमरान खान पर भी जमकर प्रहार किए।
टाइगर श्रॉफ अपनी बहन के साथ मिलकर करने जा रहे हैं ऐसा काम, जिसे सुनकर आप भी कहेंगे 'अरे वाह...'
टाइगर-कृष्णा मिलकर खोलेंगे जिम भाई-बहन जल्द करेंगे जिम की ओपनिंग टाइगर श्रॉफ अपने फिटनेस के लिए सीरियस
A post shared by Urban Asian (@urbanasian) on Nov 29, 2018 at 4:19am PST A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Nov 29, 2018 at 2:44am PST
दीपावली पर गोरखपुर में बोले सीएम योगी, कहा- सरकार बिना भेदभाव के सभी के विकास के लिए....
गोरखपुर में सात परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया इनमें एक परियोजना का शिलान्यास तथा छह परियोजाओं का लोकार्पण शामिल है ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिए गए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार बिना भेदभाव के सभी के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को खुशहाल बनाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है. बता दें, मुख्यमंत्री ने दीपावली के अवसर पर गोरखपुर जिले की ग्राम पंचायत तिकोनिया नम्बर-3 में वनटांगिया ग्राम के विकास के लिए लगभग एक करोड़ 32 लाख रुपये की कुल सात परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया. इस मौके पर राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इनमें एक परियोजना का शिलान्यास तथा छह परियोजाओं का लोकार्पण शामिल है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए. सभी को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर जिले की चयनित पांच वनटांगिया बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया गया है. मुख्यमंत्री आवास योजनान्तर्गत इन सभी गांवों में कुल 791 आवास निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके तहत 694 आवास का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा 97 निर्माणाधीन है. उन्होंने बताया कि दो वर्ष पूर्व इन गांवों में पक्का मकान, शौचालय, पेंशन, मालिकाना हक, हैण्डपम्प, सड़क, बिजली आदि की सुविधा नहीं थी. प्रदेश सरकार ने इन गावों में विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं. इन ग्रामों के बच्चों को शिक्षा का लाभ मिल रहा है और उन्हें निःशुल्क वर्दी, बैग, स्वेटर आदि भी उपलब्ध हो रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी सोच के साथ यदि अच्छा काम किया जाए तो उसका परिणाम भी अच्छा होता है. अयोध्या में शनिवार को ‘दीपोत्सव' का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ. हम सभी को दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, अन्याय से न्याय की ओर और बुराई से अच्छाई की ओर ले जाने का संदेश देता है. यह पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है. पर्व और त्योहार सामूहिकता के प्रतीक हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश की वनटांगिया समुदाय की 38 बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें शासकीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिना भेद-भाव सभी के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को खुशहाल बनाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार निरन्तर कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के माध्यम से बेटा-बेटी में भेदभाव समाप्त करने की दिशा में अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इसी कड़ी में अभी 25 अक्टूबर को ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' की शुरुआत की गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत निर्मित आवासों का फीता काटकर संबंधित का गृह प्रवेश भी कराया.
सिटिज़नशिप बिल का ममता बनर्जी ने किया विरोध, कहा- NRC, CAB के कारण किसी भी नागरिक को शरणार्थी नहीं बनने देंगे
ममता बनर्जी ने किया CAB और NRC का विरोध कहा- TMC के रहते बंगाल में नहीं लागू होगा NRC और CAB लोगों से कहा- NRC और CAB को लेकर चिंता न करें
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Bannerjee) ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) का विरोध करने के लिए विपक्षी दलों का आह्वान करते हुए कहा कि देश के एक भी नागरिक को शरणार्थी नहीं बनने दिया जाएगा. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सत्ता में रहते बंगाल में कभी एनआरसी और कैब की इजाजत नहीं दिए जाने का आश्वासन देते हुए बनर्जी ने इन्हें एक ही सिक्के के दो पहलू बताया.  बनर्जी ने खड़गपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “एनआरसी और कैब को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. हम बंगाल में कभी इसकी इजाजत नहीं देंगे. वे किसी वैध नागरिक को यूं ही देश से बाहर नहीं फेंक सकते या उसे शरणार्थी नहीं बना सकते.” इस रैली का आयोजन उपचुनावों में हाल में पार्टी को मिली जीत को लेकर किया गया था. नागरिकता (संशोधन) विधेयक, यानी सिटिज़नशिप (अमेंडमेंट) बिल (Citizenship Amendment Bill) या CAB को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वीकृति दे दी थी. इस बिल के ज़रिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकेगी.
चीन के गुआंगदोंग प्रांत में डेंगू के 37 मामले
चीन के गुआंगदोंग प्रांत में 37 व्यक्ति डेंगू की चपेट में आ गए हैं। डेंगू के सभी 37 मरीज झोंगशान शहर के हैं और ये मामले 16 जुलाई तक के हैं। प्रशासन ने शनिवार को कहा कि इसमें और वृद्धि हो सकती है।
चीन के गुआंगदोंग प्रांत में 37 व्यक्ति डेंगू की चपेट में आ गए हैं। डेंगू के सभी 37 मरीज झोंगशान शहर के हैं और ये मामले 16 जुलाई तक के हैं। प्रशासन ने शनिवार को कहा कि इसमें और वृद्धि हो सकती है।टिप्पणियां समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के स्वास्थ्य विशेषज्ञ हे जियानफेंग का कहना है कि मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी मांसपेशियों में हल्का दर्द है तथा त्वचा पर दाने निकल आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू से पीड़ित किसी भी मरीज ने दक्षिण-पूर्वी एशिया की यात्रा नहीं की थी, जहां इस बीमारी के अधिकतर संक्रमण पाए जाते हैं। इससे पता चलता है कि यह बीमारी बाहर से नहीं आई है। उन्होंने डेंगू के मामलों के लिए बारिश के मौसम को जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें मच्छर बढ़ते हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के स्वास्थ्य विशेषज्ञ हे जियानफेंग का कहना है कि मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी मांसपेशियों में हल्का दर्द है तथा त्वचा पर दाने निकल आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू से पीड़ित किसी भी मरीज ने दक्षिण-पूर्वी एशिया की यात्रा नहीं की थी, जहां इस बीमारी के अधिकतर संक्रमण पाए जाते हैं। इससे पता चलता है कि यह बीमारी बाहर से नहीं आई है। उन्होंने डेंगू के मामलों के लिए बारिश के मौसम को जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें मच्छर बढ़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू से पीड़ित किसी भी मरीज ने दक्षिण-पूर्वी एशिया की यात्रा नहीं की थी, जहां इस बीमारी के अधिकतर संक्रमण पाए जाते हैं। इससे पता चलता है कि यह बीमारी बाहर से नहीं आई है। उन्होंने डेंगू के मामलों के लिए बारिश के मौसम को जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें मच्छर बढ़ते हैं।
कांग्रेस का तंज- प्रज्ञा ठाकुर ने फिर गोडसे को देशभक्त कहा, अब मोदी जी किडनी और लिवर से भी माफ नहीं कर पाएंगे...
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल गांधी के हत्यारे गोडसे को बताया था देशभक्त कांग्रेस ने पार्टी से निकालने की मांग की
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Singh Thakur) द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने के बाद सियासी घमासान मच गया है. कांग्रेस सत्तारुढ़ बीजेपी पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर बीजेपी पर तंज कसा. उन्होंने लिखा, 'चुनाव में गोडसे का गुणगान किया तो सुरक्षा समित का सदस्य बना दिया. अब संसद में गोडसे का गुणगान किया है, लगता है केन्द्र में मंत्री बनने का टाइम आ गया है...कहीं रक्षा मंत्री तो नहीं. अब मोदी जी मन से इनाम देंगे क्या? उन्होंने आगे लिखा, 'प्रज्ञा ठाकुर ने पहले भी गोडसे को देशभक्त कहा है और आज फिर कहा. मोदी जी पहले दिल से माफ़ नहीं करने वाले थे और अब शायद किडनी, लिवर से भी माफ़ नहीं कर पाएंगे'. #PragyaSinghThakur ने पहले भी गोडसे को देशभक्त कहा है।। और आज फिर कहा है।। मोदी जी पहले दिल से माफ़ नही करने वाले थे और अब शायद किड्नी,लिवर,,से भी माफ़ नहीं कर पाएंगे।#PragyaSinghThakur राष्ट्रपिता गांधी के हत्यारे, आजाद भारत के पहले आतंकवादी-देशद्रोही गोडसे को देशभक्त कहने वाली बीजेपी की लोकसभा सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) को मोदी दिल से, मन से, दिमाग से माफ़ करें या न करें, देश को कोई मतलब नहीं, लेकिन संसद से बर्खास्त करें ये देश की मांग है. दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने लिखा, 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल से कभी माफ़ नहीं करने की बात कहने वाले मोदी जी को अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में इसी बयान को दोहराने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर को क़तई माफ़ नहीं करना चाहिये. देश तो उन्हें इस बयान के लिये कभी भी माफ़ नहीं करेगा. भाजपा से देश अब यह जानना चाहता है कि वो गांधी जी के साथ हैं या गोडसे के साथ? उन्हें अब यह स्पष्ट करना चाहिये. यदि वो गांधी जी के साथ हैं तो गांधी जी के हत्यारे को महिमा मंडित करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अविलंब भाजपा को करनी चाहिये.'  राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल से कभी माफ़ नहीं करने की बात कहने वाले मोदी जी को अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में इसी बयान को दोहराने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर को क़तई माफ़ नहीं करना चाहिये। 1/3 छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री जी और गृहमंत्री जी को स्पष्ट करना चाहिए कि वो गांधी के साथ हैं या गोडसे के साथ? मुंह में गांधी और दिल में गोडसे नहीं चलेगा. गांधी के देश में गोडसे महिमामंडित नहीं हो सकता'. उन्होंने आगे कहा, 'शुतुरमुर्ग बनने से काम नहीं चलेगा. नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी सामने आकर प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर देश के समक्ष अपना रुख स्पष्ट करें. वे देश के सामने कहें कि गांधी के हत्यारे गोडसे के प्रति उनके मन में क्या है.' शुतुरमुर्ग बनने से काम नहीं चलेगा। नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी सामने आकर प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर देश के समक्ष अपना रूख स्पष्ट करें। वे देश के सामने कहें कि गांधी के हत्यारे गोडसे के प्रति उनके मन में क्या है। https://t.co/qKQNQxHNFJ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा, 'भाजपा झूठे बहाने बनाना कब बंद करेगी? क्या मोदी जी ने ही प्रज्ञा ठाकुर को संसद की रक्षा कमेटी का सदस्य नहीं बनाया? क्या भाजपा का टिकट दे मोदी जी ने प्रज्ञा ठाकुर को सांसद नहीं बनाया? ये बताइए कि प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा से बाहर कब करेंगे? देश भाजपा को कभी मन से माफ़'नहीं करेगा.' इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी निशाना साधा था. उन्होंने लिखा, 'देश की संसद में खड़े होकर भाजपा की एक सांसद ने गोडसे को देशभक्त बोल ही दिया. अब प्रधानमंत्री जी (जिन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती धूम धाम से मनाई) से अनुरोध है कि दिल से बता दें कि गोडसे के बारे में उनके क्या विचार हैं? महात्मा गांधी अमर हैं'. आज देश की संसद में खड़े होकर भाजपा की एक सांसद ने गोडसे को देशभक्त बोल ही दिया। अब प्रधानमंत्री जी (जिन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती धूम धाम से मनाई) से अनुरोध है कि दिल से बता दें कि गोडसे के बारे में उनके क्या विचार हैं? महात्मा गांधी अमर हैं। वहीं, राहुल गांधी ने भी प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधते हुए इसे संसद के इतिहास में एक दुखद दिन बताया. आपको बता दें कि भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ठाकुर के बयान को निंदनीय बताया है. नड्डा ने ठाकुर को संसदीय समिति से हटाने की पार्टी द्वारा अनुशंसा करने की जानकारी दी, वहीं राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि नाथूराम गोडसे को देशभक्त मानने की सोच की वह और उनकी पार्टी निंदा करते हैं.
दरोगा ने तीस हजार रुपये में कर दिया मासूम का सौदा
क्या कोई खाकीधारी दरोगा इतना बेरहम हो सकता हैं कि एक साल के मासूम का सौदा ही कर दे वो भी महज तीस हजार रुपये के लिए...।
क्या कोई खाकीधारी दरोगा इतना बेरहम हो सकता हैं कि एक साल के मासूम का सौदा ही कर दे वो भी महज तीस हजार रुपये के लिए...।टिप्पणियां बुलंदशहर में एक साल के अनाथ बच्चे का सौदा तीस हजार रुपये में दरोगा ने कर दिया। दरअसल, 15 दिन पहले इसकी मां की हत्या कर दी गई थी और पिता भी पहले ही चल बसा था। हत्या के बाद बच्चे को सिकन्दराबाद पुलिस ने पड़ोस की एक महिला को सुपुर्दगी में दे दिया था। पड़ोसी महिला ने बुलंदशहर निवासी एक अन्य बेऔलाद दंपत्ती को वह बच्चा तीस हजार रुपये में दिलवाने की बात कही और दरोगा को पैसे भी दे दिए लेकिन इसके बाद भी दरोगा अधिक पैसे की मांग को लेकर अड़ा रहा। परेशान दंपत्ती किसी तरह मीडिया के सामने आ गया जब एसएसपी से इस बाबत पूछा गया तो सारी जानकारी के बाद दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। बुलंदशहर में एक साल के अनाथ बच्चे का सौदा तीस हजार रुपये में दरोगा ने कर दिया। दरअसल, 15 दिन पहले इसकी मां की हत्या कर दी गई थी और पिता भी पहले ही चल बसा था। हत्या के बाद बच्चे को सिकन्दराबाद पुलिस ने पड़ोस की एक महिला को सुपुर्दगी में दे दिया था। पड़ोसी महिला ने बुलंदशहर निवासी एक अन्य बेऔलाद दंपत्ती को वह बच्चा तीस हजार रुपये में दिलवाने की बात कही और दरोगा को पैसे भी दे दिए लेकिन इसके बाद भी दरोगा अधिक पैसे की मांग को लेकर अड़ा रहा। परेशान दंपत्ती किसी तरह मीडिया के सामने आ गया जब एसएसपी से इस बाबत पूछा गया तो सारी जानकारी के बाद दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। हत्या के बाद बच्चे को सिकन्दराबाद पुलिस ने पड़ोस की एक महिला को सुपुर्दगी में दे दिया था। पड़ोसी महिला ने बुलंदशहर निवासी एक अन्य बेऔलाद दंपत्ती को वह बच्चा तीस हजार रुपये में दिलवाने की बात कही और दरोगा को पैसे भी दे दिए लेकिन इसके बाद भी दरोगा अधिक पैसे की मांग को लेकर अड़ा रहा। परेशान दंपत्ती किसी तरह मीडिया के सामने आ गया जब एसएसपी से इस बाबत पूछा गया तो सारी जानकारी के बाद दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया।
भूकंप से ग्वादर तट के निकट तैयार हुआ ‘द्वीप’
पाकिस्तान में मंगलवार को आए शक्तिशाली भूकंप के कारण ग्वादर के निकट समुद्री क्षेत्र में करीब 40 फुट का एक छोटा ‘द्वीप’ तैयार हो गया। समाचार चैनलों ने इस ‘द्वीप’ की तस्वीरें प्रसारित की हैं। 7.7 तीव्रता के भूकंप से 40 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
पाकिस्तान में मंगलवार को आए शक्तिशाली भूकंप के कारण ग्वादर के निकट समुद्री क्षेत्र में करीब 40 फुट का एक छोटा ‘द्वीप’ तैयार हो गया। समाचार चैनलों ने इस ‘द्वीप’ की तस्वीरें प्रसारित की हैं। 7.7 तीव्रता के भूकंप से 40 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।टिप्पणियां ग्वादर के डीआईजी मोअज्जम जाह के अनुसार यह ‘द्वीप’ तट से करीब 350 फुट की दूरी पर है। इस शक्तिशाली भूकंप का केन्द्र बलूचिस्तान प्रांत में अवारान से 69 किलोमीटर की दूरी पर था और इसका झटका कराची, हैदराबाद, लरकाना और सिंध प्रांत के अन्य कस्बों और शहरों में महसूस किया गया। ग्वादर के डीआईजी मोअज्जम जाह के अनुसार यह ‘द्वीप’ तट से करीब 350 फुट की दूरी पर है। इस शक्तिशाली भूकंप का केन्द्र बलूचिस्तान प्रांत में अवारान से 69 किलोमीटर की दूरी पर था और इसका झटका कराची, हैदराबाद, लरकाना और सिंध प्रांत के अन्य कस्बों और शहरों में महसूस किया गया। इस शक्तिशाली भूकंप का केन्द्र बलूचिस्तान प्रांत में अवारान से 69 किलोमीटर की दूरी पर था और इसका झटका कराची, हैदराबाद, लरकाना और सिंध प्रांत के अन्य कस्बों और शहरों में महसूस किया गया।
Bhojpuri Cinema: पवन सिंह ने YouTube पर मचाया धमाल, 1 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया Video
भोजपुरी पावरस्टार पवन सिंह ने मचाया धमाल एक्ट्रेस मधु शर्मा संग खूब जमी जोड़ी यूट्यूब पर एक करोड़ से ज्यादा बार देखा गया वीडियो
भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) के पावरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) ने यूट्यूब पर अपने सॉन्स से धमाल मचा दिया है. इस भोजपुरी गाने में पवन सिंह और मधु शर्मा (Madhu Sharma) की जोड़ी खूब जंच रही है. पवन सिंह के इस गाने का नाम 'आरा के आवारा' ( Aara Ke Awaara) है. इस भोजपुरी सॉन्ग को पवन सिंह और अल्का झा ने मिलकर गाया है. पवन सिंह का यह वीडियो सॉन्ग लोगों को खूब पसंद आ रहा है. पवन सिंह का यह गाना फिल्म 'चैलेंज' का है. पवन सिंह की इस फिल्म ने सिनेमाघरों में खूब धमाल मचाया था.  पवन सिंह (Pawan Singh) और  मधु शर्मा (Madhu Sharma) के इस भोजपुरी गाने की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे अभी तक 1 करोड़ 65 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस सॉन्ग को टीम फिल्म भोजपुरी यूट्यूब चैनल पर पब्लिश किया गया है. पवन सिंह के गाने 'आरा के आवारा' ( Aara Ke Awaara) के बोल श्याम देहाती ने लिखे हैं, जबकि इसका म्यूजिक छोटे बाबा ने दिया है. पवन सिंह का यह गना यूट्यूब पर जमकर धमाल मचा रहा है. पवन सिंह (Pawan Singh) को भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) का पावरस्टार क्यों कहा जाता है उन्होंने इस गाने से एक बार फिर से यह साबित भी कर दिया है. पवन सिंह के इस गाने ने खूब धूम मचा रखी है. इस गाने को उनकी आवाज ने और ज्यादा खूबसूरत बना दिया है.  इस गाने में पवन सिंह और मधु शर्मा (Madhu Sharma) की जोड़ी लोगों को खूब पसंद आ रही है.
Indian Independence Day: गिलहरी का नाम लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने लालकिले से क्या संदेश दिया?
पीएम नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर चौथी बार फहराया तिरंगा देश के लोगों से एकता बनाकर विकास करने की अपील की लोगों से न्यू इंडिया के सपने के लिए काम करने को कहा
लालकिले से पीएम मोदी ने कहा कि कोई छोटा नहीं होता कोई बड़ा नहीं होता. एक गिलहरी भी परिवर्तन की प्रक्रिया का हिस्सा बनती है. उन्होंने कहा कि 2022 में सामूहिक शक्ति के द्वारा हम परिवर्तन ला  सकते हैं. न्यू इंडिया में हर किसी को समान अवसर मिले. यहां पर भारत का विश्व में दबदबा बने. पीएम मोदी ने कहा कि हम अगले पांच साल के लिए न्यू इंडिया का संकल्प लें. इनपुट: IANS इनपुट: IANS