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वर्ल्ड नंबर-1 खिलाड़ी ने नोवाक जोकोविच को हराया; बिग-4 की 20 साल लम्बी बादशाहत खत्म
Wimbledon 2023, Men's Singles Final Update; Carlos Alcaraz VS Novak Djokovic टेनिस जगत को नया सितारा मिला। 20 साल के कार्लोस अल्कारेज ने रविवार देर रात विम्बलडन मेंस सिंगल्स फाइनल का खिताब जीता
टेनिस जगत को नया सितारा मिला। 20 साल के कार्लोस अल्कारेज ने रविवार देर रात विम्बलडन मेंस सिंगल्स फाइनल का खिताब जीता। उन्होंने 36 साल के नोवाक जोकोविच को 4 घंटे 42 मिनट तक चले मुकाबले में कड़ी मशक्कत के बाद 1-6, 7-6, 6-1, 3-6, 4-6 से हराया। सर्बिया के जोकोविच 10 साल बाद विम्बलडन फाइनल हारे, वह 4 बार से लगातार खिताब जीत रहे थे। उन्हें आखिरी बार 2013 में ग्रेट ब्रिटेन के एंडी मरे ने फाइनल में हराया था। वर्ल्ड नंबर-1 अल्कारेज ने वर्ल्ड नंबर-2 जोकोविच के लगातार 34 जीत के सिलसिले को भी तोड़ा। स्पेनिश युवा अल्कारेज का यह पहला विम्बलडन खिताब है, वह चैम्पियनशिप में अपना 12वां मैच ही खेल रहे थे। टेनिस में यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम है, उन्होंने पिछले साल US ओपन जीता था। 20 साल की बादशाहत खत्म की 20 साल के अल्कारेज ने टेनिस में 20 साल लम्बी बिग-4 की बादशाहत खत्म की। वह 2003 के बाद बिग-4 के अलावा विम्बलडन जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने। 2002 में ऑस्ट्रेलिया के लेटन हेविट ने विम्बलडन मेंस सिंगल्स का खिताब जीता था। 2003 से 2022 तक बिग-4 प्लेयर्स ही विम्बलडन जीत रहे थे। बिग-4 यानी नोवाक जोकोविच (23 ग्रैंड स्लैम), राफेल नडाल (22 ग्रैंड स्लैम), रोजर फेडरर (20 ग्रैंड स्लैम) और एंडी मरे (2 विम्बलडन) हैं। ऐसे चला विम्बलडन का फाइनल ….. अल्कारेज बोले- जोकोविच मेरे आदर्श हैं और रहेंगे... विम्बलडन चैम्पियन कार्लोस अल्कारेज ने कहा, 'मैं जब बच्चा था, जोकोविच का खेल देखकर ही मुझे टेनिस से प्यार हुआ। मैंने कई बार आपके स्टाइल में खेलने की प्रैक्टिस की है। आप मेरे आदर्श हैं और रहेंगे...' 'विम्बलडन जीतना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि सिर्फ 20 साल की उम्र में विम्बलडन चैम्पियन बनूंगा। मुझे खुद पर गर्व है। मुझे ग्रास कोर्ट से अब प्यार हो गया। मैं बेशक वर्ल्ड नंबर-1 हूं, पर अभी बहुत छोटा हूं। मेरे खेल को लेकर सभी फैसले माता-पिता और कोच लेते हैं।' जोकोविच बोले- यकीन नहीं हो रहा मैं हार गया जोकोविक ने मैच के बाद कहा, 'मैंने इस कोर्ट पर कई मुकाबले जीते। यहां हारना मेरे लिए इमोशंस से भरा रहा, यकीन नहीं हो रहा मैं आज जीत नहीं पाया। अल्कारेज ने शानदार खेल दिखाया, वह जीत डिजर्व कर रहे थे। उन्होंने घास कोर्ट पर बहुत कम मैच खेले थे, मुझे लगा कि क्ले और हार्ड कोर्ट पर ही अल्कारेज अच्छा कर सकते हैं, लेकिन जिस तरह उन्होंने घास पर खेल दिखाया, बेहद शानदार था।' फोटोज में देखें मैच के टॉप मोमेंट्स... अल्कारेज ने ये रिकॉर्ड तोड़े अल्कारेज को मिले 24.49 करोड़ रुपए विम्बलडन में जेंटलमेंस सिंगल्स चैंपियन अल्कारेज और लेडीज सिंगल्स चैंपियन मार्केटा वोंद्रोसोवा को करीब 24.49 करोड़ रुपए मिले। रनर-अप जोकोविच को 12.25 करोड़ रुपए की प्राइज मनी दी गई। पिछले साल मेंस और विमेंस चैंपियन को करीब 20.85 करोड़ रुपए मिले थे। 2022 में पहला ग्रैंड स्लैम जीता, वर्ल्ड नंबर-1 भी बने 2022 अल्कारेज का साल रहा। वह ऑस्ट्रेलिया ओपन में पहली बार 31वीं वरीयता ले कर उतरे। वह तीसरे ही राउंड में हार गए, लेकिन मियामी, मैड्रिड, रियो और कोंडे गोडो ओपन मिलाकर 4 ATP खिताब जीते। इसी साल US ओपन फाइनल में उन्होंने वर्ल्ड नंबर-5 कास्पर रूड को 4-6, 6-2, 7-6, 6-3 के अंतर से हराया और अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता। साल का अंत उन्होंने वर्ल्ड नंबर-1 बनकर किया और 2023 में भी इसी फॉर्म को जारी रख अब विम्बलडन फाइनल भी जीता। कौन हैं अल्कारेज? कार्लोस का जन्म 5 मई 2003 को स्पेन में हुआ। कार्लोस ने 4 साल की उम्र में ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। इसकी प्रेरणा उन्हें अपने पिता कार्लोस अल्कारेज गोंजालेज से मिली जिनकी गिनती स्पेन के टॉप-40 टेनिस खिलाड़ियों में होती थी। अल्कारेज के कोच शीर्ष वरीयता प्राप्त पूर्व खिलाड़ी जुआन कार्लोस फेरेरो हैं। उनके मार्गदर्शन में ही कार्लोस ने 15 साल की उम्र में प्रोफेशनल टेनिस खेलना शुरू कर दिया।अल्कारेज टेनिस इतिहास के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जो अपने डेब्यू ग्रैंडस्लैम के पहले राउंड में नहीं हारे। विमेस सिंगल्स में मार्केटा वोंद्रोसोवा जीतीं चेक रिपब्लिक की गैरवरीय खिलाड़ी मार्केटा वोंद्रोसोवा ने टेनिस का सबसे पुराना टूर्नामेंट विम्बलडन का लेडीज सिंगल्स इवेंट जीता। वोंद्रोसोवा ने करियर का पहला ग्रैंडस्लैम टाइटल जीता। उन्होंने शनिवार शाम लेडीज सिंगल्स कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में ट्यूनीशिया की ओन्स जेबुर को 6-4, 6-4 से हराया। पढ़े पूरी खबर
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ज्यूडिशियल रिफॉर्म बिल पर बोले- तानाशाह सरकार को सेवाएं नहीं देंगे
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को न्याय सुधार बिल पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विरोधियों का कहना है कि वे सुधार के नाम पर न्यायपालिका पर कब्जा करना चाहते हैं। अब इजराइली सेना में भी नेतन्याहू का विरोध शुरू हो गयाConcerns rise in Israel as dozens of IAF pilots threaten to cease volunteering
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को न्याय सुधार बिल पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विरोधियों का कहना है कि वे सुधार के नाम पर न्यायपालिका पर कब्जा करना चाहते हैं। अब इजराइली सेना में भी नेतन्याहू का विरोध शुरू हो गया है। इजराइली एयरफोर्स के 200 से अधिक फाइटर पायलटों ने चेतावनी दी है कि यदि पीएम नेतन्याहू अपनी जिद नहीं छोड़ते हैं, तो वे सामूहिक इस्तीफे दे देंगे। उनका कहना है कि वे तानाशाह सरकार को अपनी सेवाएं नहीं दे सकते हैं। उधर, एयरफोर्स के रिटायर पायलट और नेविगेटर्स के सबसे बड़े संगठन फोरम-555 ने भी नेतन्याहू सरकार को अल्टीमेटम दिया है। फाइटर पायलट व इलीट कमांडो बोले- नेतन्याहू फैसला वापस लें 1700 लोगों के हस्ताक्षर वाले पत्र में कहा है कि वे सरकार की न्याय व्यवस्था में हस्तक्षेप के खिलाफ हैं। सरकार नहीं मानी तो वे वालंटियर सर्विस देना बंद कर देंगे। माना जा रहा है कि बड़े पैमाने पर एयरफोर्स के रिजर्व पायलट इस्तीफा देते हैं, तो इजराइल की सैन्य क्षमता प्रभावित हो जाएगी। मजबूरी: रिजर्व वॉलंटियर पायलटों पर निर्भर है इजराइली एयरफोर्स बिल का विरोध क्यों हो रहा है? जनवरी 2023 में सत्ता में आने के अगले दिन ही पीएम नेतन्याहू की दक्षिणपंथी सरकार न्यायपालिका में सुधार की घोषणा की थी। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के जजों के चयन और संसद के फैसलों को बदलने की कोर्ट की क्षमता को प्रतिबंधित करने वाला बिल पेश किया। उग्र विरोध के बाद नेतन्याहू मार्च में समझौते के लिए वार्ता शुरू की। जून में विपक्ष ने वार्ता छोड़ दी तो जुलाई में सरकार नया बिल ले आई जो निर्वाचित अधिकारियों के फैसलों को रद्द करने की कोर्ट की क्षमता को सीमित कर देगा। विरोधी कह रहे हैं कि नेतन्याहू सुप्रीम कोर्ट को नियंत्रित करना चाहते हैं। रिजर्व बलों के इस्तीफों का सबसे ज्यादा असर किस पर होगा? इजराइली सेना के सभी हिस्सों में रिजर्व फोर्स का अपना महत्व है, लेकिन सबसे ज्यादा असर इजरायल के एयरफोर्स पर होने की संभावना है। वहां की फाइटर स्क्वाड्रन अपने ऑपरेशन के लिए मुख्य रूप से रिजर्व पायलटों पर निर्भर है। जो आम तौर पर सिविलियन काम करते हैं लेकिन जब भी जरूरत होती है तो महीने के कई दिनों पर वायुसेना में सेवा देते हैं। वे आम नागरिक के रूप में रहने के बावजूद हर माह वाॅलंटियर के तौर पर कुछ दिनों तक एयर फोर्स की ट्रेनिंग और युद्ध व टोही मिशन में शामिल होते हैं। रिजर्व फोर्स पायलट क्या करते हैं... इजराइल में 684 एयरक्राफ्ट हैं और एयरफोर्स में 34 हजार सक्रिय जवान हैं। इससे ज्यादा 55 हजार वाॅलंटियर रिजर्व जवान हैं। एयरफोर्स के रिजर्व वाॅलंटियर पायलट ही गाजा और सीरिया में एयर स्ट्राइक, इजरायल में पेट्रोलिंग, लेबनान और वेस्ट बैंक पर सर्विलांस जैसे काम करते हैं। इतना ही नहीं, रिजर्व फोर्स के कई वाॅलंटियर के पास वायुसेना फूल टाइम जवानों से भी ज्यादा फाइटर विमानों और ड्रोन के संचालन का अनुभव हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर इजराइल को ईरान के किसी परमाणु संयंत्र को निशाना बनाना हो तो वह रिजर्व पायलट के बिना नहीं हो सकता।
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ढाई लाख के बैग के साथ पहुंची एयरपोर्ट, यूजर्स ने की लुक की तारीफ
हाल ही में परिणीति चोपड़ा को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया। इस दौरान उन्होंने एंट्रेंस चेक पर रुककर पैपराजी को पोज दिए। इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है। खास बात ये है कि परिणीति ने हाथ में जो बैग लिया
हाल ही में परिणीति चोपड़ा को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया। इस दौरान उन्होंने एंट्रेंस चेक पर रुककर पैपराजी को पोज दिए। इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है। खास बात ये है कि परिणीति ने हाथ में जो बैग लिया हुआ है, उसकी कीमत करीब ढाई लाख की है। बैग की कीमत करीब ढाई लाख रुपए वीडियो में परिणीति ब्लैक जंपसूट में दिखाई दे रही हैं। उन्होंने अपने बालों में पोनीटेल की है और फुटवियर के तौर पर ब्लैक शूज पहने हुए हैं। उन्होंने अपना मेकअप बिल्कुल सिंपल रखा और एक्सेसरीज के तौर पर सनग्लासेस भी पहने। उन्होंने कानों में सिंपल स्टड इयररिंग्स पहनी और ब्लैक बैग लिया। परिणीति का ये ब्लैक बैग LV ब्रांड का है। यूजर्स ने की परिणीति की तारीफ इस वीडियो पर सोशल मीडिया पर यूजर्स लगातार कमेंट कर रहे हैं। वीडियो पर एक यूजर ने लिखा- परिणीति किसी बार्बी गर्ल की तरह लग रही हैं। वहीं एक यूजर ने लिखा- आप पर ये ब्लैक आउटफिट काफी अच्छा लग रहा है। पिछले दिनों परिणीति ने पर्सनल केयर ब्रांड क्लेंस्टा के इंवेस्टर-पार्टनर के तौर पर नए सफर की शुरुआत की।
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देर की तो देना होगा ₹5000 तक जुर्माना, जाने घर बैठे ऑनलाइन कैसे फाइल कर सकते हैं इनकम टैक्स रिटर्न
ITR Filing Due Date (AY 2022-23, FY 2021-22) वित्त वर्ष 2022-2023 और असेसमेंट ईयर 2023- 24 के लिए 31 जुलाई तक इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरना है। ऐसे में अगर आपने अब तक ITR फाइल नहीं किया है तो जल्द से जल्द कर दें
वित्त वर्ष 2022-2023 और असेसमेंट ईयर 2023- 24 के लिए 31 जुलाई तक इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरना है। ऐसे में अगर आपने अब तक ITR फाइल नहीं किया है तो जल्द से जल्द कर दें। ऐसा नही करने पर आपको 5000 रुपए तक का लेट फाइन भरना पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, ITR भरते समय आपको कुछ जरूरी सावधानी रखनी चाहिए। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप घर बैठे आसानी से अपना ITR फाइल कर सकते हैं। कैसे फाइल कर सकते हैं ITR ? ITR फाइल करना क्यों है जरूरी ? नियमों के अनुसार इनकम टैक्स से कुछ व्यक्ति और फार्म को छूट भी मिलती है, यानी उन्हें टैक्स नहीं देना होता है। लेकिन सरकारी या कंपनियों में नियमित नौकरी करने वाले व्यक्तियों का टैक्स उन्हें सैलरी मिलने के पहले ही काट लिया जाता है। वहीं जो लोग अपना कोई रोजगार करते हैं, या अपनी कोई व्यापार चलाते हैं, या कोई कंपनी या फार्म जो उत्पादन या व्यापार करती है उन्हें अपने आमदनी की जानकारी सरकार तक देनी होती है। इसके बाद यदि वे टैक्स के दायरे से बाहर पाए जाते हैं तो उन्हें टैक्स में छूट या कटा हुआ टैक्स वापस मिल जाता है। इसके अलावा अन्य कई लाभ हैं जिन्हें पाने के लिए आपको ITR जरुर फाइल करना चाहिए। कब फाइल कर सकते हैं इनकम टैक्स रिटर्न? आमतौर पर, आयकर रिटर्न दाखिल करने की तारीख व्यक्तियों या वेतनभोगियों और गैर ऑडिट मामलों के लिए 31 जुलाई की होती है। जबकि रिलेवेंट असेसमेंट वर्ष के लिए 31 अक्टूबर आखिरी तारीख होती है। 31 जुलाई 2023 के बाद 5,000 रुपए तक लेट फीस देनी होगी 31 जुलाई के बाद ITR फाइल करने वाले टैक्सपेयर्स को लेट फीस देनी होगी। अगर किसी इंडिविजुअल टैक्सपेयर की सालाना आय 5 लाख रुपए से ज्यादा है, तब उसे 5000 रुपए की लेट फीस देनी होगी। अगर टैक्सपेयर की एनुअल इनकम 5 लाख रुपए से कम है, तब उसे लेट फीस के रूप में 1,000 रुपए भरने होंगे।
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ग्रेजुएट उम्मीदवार 2 अगस्त तक कर सकेंगे अप्लाई, 1 लाख तक मिलेगी सैलरी
Rajasthan High Court Junior PA Recruitment 2023 Notification And Other Informations. राजस्थान में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राजस्थान हाईकोर्ट ने जूनियर पर्सनल असिस्टेंट के पदों पर वैकेंसी निकाली है।
राजस्थान में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राजस्थान हाईकोर्ट ने जूनियर पर्सनल असिस्टेंट के पदों पर वैकेंसी निकाली है। इसके लिए ग्रेजुएट उम्मीदवार राजस्थान हाईकोर्ट की ऑफिशल वेबसाइट hcraj.nic.in पर जाकर 2 अगस्त तक ऑनलाइन अप्लाई कर सकेंगे। इसके बाद 25 अगस्त से 10 सितंबर के बीच भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सिलेक्ट होने पर उम्मीदवारों को पोस्टिंग दी जाएगी। योग्यता भर्ती प्रक्रिया में अप्लाई करने वाले उम्मीदवार के पास भारत में कानून द्वारा स्थापित किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान से किसी भी विषय में ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए। इसके साथ ही उम्मीदवार को कंप्यूटर का नॉलेज भी होना चाहिए। सैलरी भर्ती प्रकिया में सिलेक्ट होने पर कैंडिडेट्स को हर महीने 33 हजार 800 रुपए से लेकर एक लाख 6 हजार 700 रुपए तक सैलरी दी जाएगी। हालांकि प्रोबेशन टाइम में उम्मीदवार को मात्र 23 हजार 700 रुपए ही सैलरी मिलेगी। आयु सीमा राजस्थान हाईकोर्ट में निकली भर्ती में उम्मीदवार की आयु सीमा में 18 साल से 40 साल के बीच होनी चाहिए। हालांकि आरक्षित वर्गों से संबंध रखने वाले उम्मीदवार को सरकारी नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी। उम्मीदवार की आयु की गणना 01 जनवरी 2024 को आधार मानकर की जाएगी। सिलेक्शन प्रोसेस राजस्थान हाईकोर्ट में निकली भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों का सिलेक्शन रिटन टेस्ट के आधार पर किया जाएगा। इसके बाद उम्मीदवारों का टाइपिंग टेस्ट और स्किल टेस्ट होगा। मेरिट के आधार पर उन्हें फाइनल पोस्टिंग दी जाएगी। हालांकि पोस्टिंग से पहले उम्मीदवारों को अपने डॉक्यूमेंट वेरीफाई कराने होंगे। फीस राजस्थान हाईकोर्ट में निकली भर्ती में सामान्य श्रेणी और दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों से 700 रुपए फीस वसूली जाएगी। वहीं ओबीसी, ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों से 550 रुपए फीस ली जाएगी। जबकि SC-ST वर्ग के उम्मीदवारों से 450 रुपए फीस ली जाएगी। वैकेंसी डिटेल्स राजस्थान हाईकोर्ट में जूनियर पर्सनल असिस्टेंट के 59 पदों पर भर्तियां की जाएगी। इनमें 17 पद अनारक्षित हैं। 16 पद एससी वर्ग के लिए, 11 पद एसटी वर्ग के लिए, 9 पद ओबीसी, 2 पद एमबीसी, 4 पद ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। ऐसे करे अप्लाई ऑनलाइन आवेदन करने से पहले ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर पढ़े.. नोट - हर दिन की तरह आज फिर से हम आपके लिए एक नई नौकरी की जानकारी लेकर आए है। अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है। तो उन्हें यह जरूर भेजें। ताकि भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं में यह आपके और आपके दोस्त और रिश्तेदारों के लिए फायदेमंद साबित हों। नौकरी के साथ ही देश दुनिया से जुड़ी तमाम खबरों के जानने के लिए पढ़ते रहे दैनिक भास्कर डिजिटल। अब 10वीं-12वीं-ग्रेजुएट बेरोजगारों के लिए नौकरियों की भरमार : अगर आप जॉबलेस हैं और जयपुर में नौकरी ढूंढ रहे हैं तो भास्कर ऐप बनेगा आपका मददगार। हर महीने की 10 हजार से लेकर 25 हजार की सैलरी मिलेगी। जयपुर शहर में बैंक, कॉर्पोरेट ऑफिस, डिलीवरी बॉय से लेकर कोई भी नौकरी चाहिए तो भास्कर पर खोजें अपनी पसंदीदा जॉब। (यहां क्लिक कर जॉब देखें)
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पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं, 16 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार
Petrol Price Today (17 July 2023), Petrol Rate in India; What is the petrol rate today in Maharashtra, Karnataka, Manipur, Telangana, Punjab, Jharkhand, Sikkim,? Follow Petrol Price Latest Information On Dainik Bhaskar पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज यानी 17 जुलाई (सोमवार) को कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर है तो डीजल 89.62 रुपए लीटर
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज यानी 17 जुलाई (सोमवार) को कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर है तो डीजल 89.62 रुपए लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपए और डीजल 94.27 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। एक साल से ज्यादा समय से पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं हुआ है। एक साल से ज्यादा समय से नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के दाम आखिरी बार 21 मई 2022 में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव किया गया था। तब पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क घटाया गया था। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम 9.5 रुपए और 7 रुपए कम हो गए थे। हालांकि इसी महीने 10 जून को पंजाब सरकार ने पेट्रोल वैट दर में करीब 1.08% की बढ़ोतरी की गई है। इससे पेट्रोल प्रति लीटर 92 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। जबकि डीजल वैट दर में 1.13% बढ़ोतरी होने से यह 90 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। वहीं जुलाई 2022 में, महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर VAT में 5 रुपए और 3 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। 16 राज्यों में पेट्रोल 100 के ऊपर देश के 16 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के ऊपर है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मणिपुर, तेलंगाना, पंजाब, झारखंड, सिक्किम, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए के ऊपर बिक रहा है। वहीं डीजल भी ओडिशा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 100 रुपए से ऊपर है। राजस्थान में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल भारत में सबसे महंगा फ्यूल राजस्थान के श्रीगंगानगर में बिक रहा है। यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 113.30 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 98.07 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है। वहीं महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल 109.26 रुपए प्रति लीटर और डीजल 95.66 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं पोर्ट ब्लेयर में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल बिक रहा है। यहां पेट्रोल की कीमत 84.10 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 79.74 रुपए प्रति लीटर है। रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं रेट्स तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के कीमत और कच्चे तेल के दाम हर दिन सुबह 6 बजे जारी होते हैं। इसमें केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स, ढुलाई की लागत और डीलर कमीशन शामिल होता है।
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इनपुट मिलने के बाद BSF ने चलाया सर्च ऑपरेशन; नशा-हथियारों की तस्करी में इस्तेमाल
India Pakistan Border Heroin Smuggling; Cross Border Drone Movement | Amritsar BSF Punjab पंजाब के अमृतसर में सरहदी इलाके में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने रविवार शाम ड्रोन बरामद किया है। यह एक पाकिस्तानी ड्रोन है, जो भारतीय सरहद में नशे की खेप को छोड़ने आया था।
पंजाब के अमृतसर में सरहदी इलाके में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने रविवार शाम ड्रोन बरामद किया है। यह एक पाकिस्तानी ड्रोन है, जो भारतीय सरहद में नशे की खेप को छोड़ने आया था। सूचना के बाद रिकवर किए गए इस ड्रोन को BSF ने रिकवर कर लिया है और इसे जल्द ही फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। BSF के अनुसार रविवार शाम के समय विशेष सूचना मिली थी। जिसके आधार पर जांच शुरू की गई। BSF के जवानों ने अमृतसर के सरहदी गांव हासिमपुरा के बाहरी इलाके में खेतों में ड्रोन बरामद कर लिया। यह एक हेक्साकॉप्टर ड्रोन है, जिसे पाकिस्तानी तस्कर हेरोइन व हथियारों की तस्करी करने में प्रयोग करते हैं। जुलाई महीने में रिकवर किया गया यह तीसरा ड्रोन BSF की तरफ से जुलाई महीने में यह तीसरा ड्रोन रिकवर किया गया है। इससे पहले 8 जुलाई को तरनतारन के राजोके से रिकवर किया गया था। वहीं उसके अगले ही दिन 9 जुलाई को ड्रोन अमृतसर के कक्कड़ से बरामद किया गया था। वहीं जून महीने में कुल 8 ड्रोन बरामद किए गए थे।
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224 सीटों पर BJP के 50% से ज्यादा वोट; मैथ्स नहीं, केमिस्ट्री जरूरी
Bangalore Opposition Meeting Explained; What was the BJP's Lok Sabha election vote share in UP, Gujarat, MP, Rajasthan? आप नेता अरविंद केजरीलवाल और भगवंत मान प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही दिल्ली लौट गए। बैठक के बाद विपक्षी पार्टियों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन इसमें सिर्फ 14 दल के नेता ही थे।
बेंगलुरु में आज विपक्षी एकता की बड़ी बैठक चल रही है, जिसमें 26 पार्टियों के टॉप लीडर्स ने शिरकत की। मकसद एक ही है- एकजुट होकर 2024 के चुनाव में BJP को हराना। विपक्ष का गणित है कि 2019 में BJP+ को 45% फीसदी वोट मिले थे। पूरा विपक्ष मिलकर 55% वोट अपने पाले में कर लेगा और सरकार बन जाएगी, लेकिन ये इतना सीधा गणित नहीं है। मंडे मेगा स्टोरी में जानेंगे कि अगर पूरा विपक्ष एकसाथ आ जाए, फिर भी बीजेपी को हराना मुश्किल क्यों है? ग्राफिक्सः हर्षराज साहनी, महेंद्र वर्मा
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शिव-पार्वती और पितरों की पूजा का पर्व, अब 2027 में बनेगा ऐसा संयोग
Somvati and Hariyali Amavasya सावन माह शिवजी को विशेष प्रिय है। लेकिन इस महीने कई तीज-त्योहार आते हैं। इसलिए भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की पूजा का भी बहुत महत्व है।
आज सावन महीने की अमावस्या होने से हरियाली अमावस्या पर्व है। इस बार इस पर्व पर हर्षण योग, पुनर्वसु नक्षत्र, श्रावण सोमवार और अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है। साथ ही कर्क राशि में बुधादित्य योग भी बन रहा है, इसलिए ये पर्व और भी खास हो गया है। सावन महीने में सोमवती और हरियाली अमावस्या का योग इससे पहले 20 जुलाई 2020 में बना था। अब ये शुभ संयोग 2 अगस्त 2027 में बनेगा। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार इस दिन किया गया स्नान और दान और भी पुण्य फलदायी रहेगा। इस पर्व पर किए गए श्राद्ध और तर्पण से पितर तृप्त होते हैं। भगवान शिव-पार्वती की पूजा भी इस दिन की जाती है। हरियाली अमावस्या पर खेती में काम आने वाले औजार हल, हंसिया आदि की पूजा करने की परंपरा है। खेतों में खड़ी फसल अच्छी रहे, इसी कामना के साथ किसान ये पर्व मनाते हैं। यह पर्व किसानों की समृद्धि और पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देने के लिए मनाया जाता है। नारद पुराण के अनुसार श्रावण मास की अमावस्या को पितृ श्राद्ध, दान, देव पूजा एवं पौधा रोपण आदि शुभ काम करने से अक्षय फल प्राप्ति होती है। जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष, शनि की दशा और पितृ दोष है। उन्हें शिवलिंग पर पंचामृत अवश्य चढ़ाना चाहिए। हरियाली अमावस्या पर करना चाहिए पौधा रोपण सावन हरियाली और उत्साह का महीना माना जाता है। इसलिए इस महीने की अमावस्या पर प्रकृति के करीब आने के लिए पौधा रोपण किया जाता है। इस दिन पौधारोपण से ग्रह दोष शांत होते हैं। अमावस्या तिथि का संबंध पितरों से भी माना जाता है। पितरों में प्रधान अर्यमा को माना गया है। भगवान श्रीकृष्ण गीता में कहते हैं कि वह स्वयं पितरों में प्रधान अर्यमा हैं। हरियाली अमावस्या के दिन पौधा रोपण से पितर भी तृप्त होते हैं, यानी इस दिन पौधे लगाने से प्रकृति और पुरुष दोनों ही संतुष्ट होकर मनुष्य को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए इस दिन एक पौधा लगाना शुभ माना जाता है। अमावस्या पर शिव-पार्वती पूजा का महत्व सावन माह शिवजी को विशेष प्रिय है। लेकिन इस महीने कई तीज-त्योहार आते हैं। इसलिए भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की पूजा का भी बहुत महत्व है। अमावस्या पर भगवान शिव-पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्य और समृद्धि मिलती है। इसके साथ ही हर तरह के रोग भी खत्म हो जाते हैं। अमावस्या पर पूजा में ऊँ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें। देवी पार्वती को सुहाग का सामान चढ़ाएं और शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं।
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बोलीं, ‘उन्होंने मुझे अजीब से होटल में बुलाया, कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए फोर्स किया’
Ratan Rajput shared her casting couch experience, एक्ट्रेस रतन राजपूत टीवी शो ‘अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो’ से घर-घर में फेमस हुईं थीं। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने साथ हुए कास्टिंग काउच का एक्सपीरियंस शेयर किया। रतन ने कहा, 'मैंने Me Too मूवमेंट के दौरान भी कास्टिंग
एक्ट्रेस रतन राजपूत टीवी शो ‘अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो’ से घर-घर में फेमस हुईं थीं। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने साथ हुए कास्टिंग काउच का एक्सपीरियंस शेयर किया। रतन ने कहा, 'मैंने Me Too मूवमेंट के दौरान भी कास्टिंग काउच के बारे में कभी खुलकर बात नहीं की थी। लेकिन मुझे लगता है कि लोगों को सच्चाई पता होनी चाहिए।' उन्होंने बताया कि कैसे एक डायरेक्टर की टीम ने उन्हें ऑडिशन के लिए वियर्ड जगह पर बुलाया था। एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि वहां वो अपने एक मेल फ्रेंड को भाई बनाकर ले गई थीं। मुझे महसूस हुआ कि वहां कुछ तो गड़बड़ है डीएनए की एक रिपोर्ट के मुताबिक रतन ने कहा, ‘मैं एक मीटिंग के लिए ओशिवारा स्थित एक होटल में गई थी। वो बहुत ही अजीब सी जगह थी। वहां वियर्ड सी लाइटिंग थी और आस-पास कपड़े बिखरे पड़े थे। मुझे एक लड़की दिखी जो अजीबो-गरीब हालत में पड़ी हुई थी, शायद उसने शराब पी हुई थी। मैंने ऐसा महसूस किया कि यहां पहले से ही कुछ गड़बड़ हो चुकी है।’ वो हमें कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए फोर्स कर रहे थे रतन ने आगे बताया, ‘वो हमें कोल्ड ड्रिंक का एक सिप लेने के लिए फोर्स कर रहे थे। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि वो मुझे एक दूसरे ऑडिशन के लिए बुलाएंगे। इसके बाद जब मैं और मेरा एक दोस्त घर पहुंचे तो हमें डाउट होना शुरू हो गया कि उस कोल्ड ड्रिंक में कुछ मिला हुआ था। हम होश में तो थे पर आउट ऑफ कंट्रोल फील कर रहे थे। साथ आए लड़के को देख नाराज हो गया शख्स इस इंटरव्यू में 36 वर्षीय एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि इस ऑडिशन में वो अपने साथ अपने एक मेल फ्रेंड को लेकर गई थीं। ऐसे में वहां मौजूद को-ऑर्डिनेटर उनके मेल फ्रेंड को देखकर नाराज हो गया। उसने पूछा कि वो यहां अपने बॉयफ्रेंड को क्यों लेकर आई हैं। तब रतन ने उससे झूठ कहा कि वो उनका बॉयफ्रेंड नहीं, बल्कि भाई है। मैं उसे थप्पड़ मारना चाहती थी अंत में रतन ने उस शख्स का नाम ना बताते हुए कहा, ‘मैं उस इंसान को थप्पड़ मारना चाहती थी। वो अभी भी इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। उन्हें इस तरह न्यूकमर्स को ट्रैप नहीं करना चाहिए। मेरा मानना है कि इंडस्ट्री गलत नहीं है पर इस इंडस्ट्री में मौजूद कुछ लोग गलत जरूर हैं।’ रतन ने अपने करियर में ‘अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो’ के अलावा ‘रावण', ‘महाभारत’ और ‘संतोषी मां’ जैसे शोज भी किए। इसके अलावा वो ‘रतना का रिश्ता’ और ‘बिग बॉस 7’ जैसे रियलिटी शोज में भी नजर आईं। वे इन दिनों यूट्यूब पर व्लॉग बनाती हैं।
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₹80/किलो टमाटर बेच रही सरकार; पाकिस्तान में 150 साल पुराना मंदिर तोड़ा
Dainik Bhaskar Morning News and Latest Headlines; Here are today's top stories for you On Dainik Bhaskar.बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक, दिल्ली में यमुना का जलस्तर घटा, पाकिस्तान में 150 साल पुराना मंदिर तोड़ा, 20 साल के कार्लोस अल्कारेज 36 साल के जोकोविच को हराकर विम्बलडन जीता
नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली में बाढ़ की रही। एक खबर आम आदमी पार्टी की उस शर्त से जुड़ी रही, जिसे कांग्रेस ने मान लिया है। कांग्रेस का AAP को समर्थन देने असर 20 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में दिखेगा। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. केंद्र के अध्यादेश पर AAP के साथ कांग्रेस; AAP बोली- विपक्ष की मीटिंग में शामिल होंगे कांग्रेस ने दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर लाए केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी का समर्थन किया है। केंद्र सरकार संसद के मानसून सत्र में अध्यादेश से जुड़ा बिल पेश करने वाली है। अरविंद केजरीवाल इसके खिलाफ विपक्ष का समर्थन जुटा रहे हैं। कांग्रेस का साथ मिलने के बाद AAP ने तय किया कि वो बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में शामिल होगी। ये खबर अहम क्यों है: इससे पहले 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक में AAP समेत 17 दल शामिल हुए थे। केजरीवाल मीटिंग के बाद हुई जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने की बजाय दिल्ली निकल गए थे। फिर AAP ने बयान जारी किया था कि कांग्रेस ने अगर अध्यादेश पर हमारा समर्थन नहीं किया तो हम विपक्ष की ऐसी किसी भी बैठक में नहीं जाएंगे, जिसमें कांग्रेस शामिल होगी। अध्यादेश के खिलाफ AAP सरकार की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. अजित पवार मंत्रियों के साथ शरद पवार से मिले; प्रफुल्ल बोले- हमने पैर पकड़कर उनका आशीर्वाद लिया महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार और उनके गुट के मंत्रियों ने NCP से बगावत के 14 दिन बाद शरद पवार से मुलाकात की। अजित गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हमने पैर पकड़कर शरद पवार जी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। हां, शांत होकर हमारी बातें सुनीं। ये खबर अहम क्यों है: एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद शरद पवार और अजित पवार के नेतृत्व वाले गुटों की यह पहली मुलाकात थी। NCP के संस्थापक शरद पवार ने उन 9 विधायकों को निलंबित करने की मांग की है। जिन्होंने अजित पवार का समर्थन किया और शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. दिल्ली में यमुना का जलस्तर घटा; केजरीवाल का ऐलान- हर बाढ़ पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए देंगे दिल्ली में 5 दिन बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है। CM केजरीवाल ने हर बाढ़ पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। जलस्तर बढ़ने के बाद राजधानी के 3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट गुरुवार से बंद थे, जिन्हें फिर से चालू कर दिया गया है। LG ऑफिस ने आरोप लगाया है कि फ्लड कंट्रोल कमेटी की 2 साल से मीटिंग नहीं हुई है। इसके जवाब में आम आदमी ने कहा कि ये मीटिंग 6 जुलाई को हो गई थी। ये खबर अहम क्यों है: राजधानी में इससे पहले ऐसी बाढ़ 1978 में आई थी, लेकिन उस समय शहर की जनसंख्या सिर्फ 30 लाख थी। आज ये करीब 2 करोड़ है। साथ ही नदी के किनारे रिहायशी इमारतें और नई बस्तियां बस गई हैं। ऐसे में यमुना से सटे इलाके में रहने वाले 25 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ कर शेल्टर होम में शरण लेना पड़ा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 4. देशभर में ₹80/किलो टमाटर बेच रही सरकार; दिल्ली-NCR समेत कई शहरों में बिक्री जारी केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए 80 रुपए प्रति किलो की दर से टमाटर बेचना शुरू किया है। ये बिक्री नेशनल कंज्यूमर कोऑपरेटिव फेडरेशन ने शुरू की है। शुरुआत दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा से हुई है। आज से देश के बाकी शहरों में भी सस्ते टमाटर बेचे जाएंगे। ये खबर अहम क्यों है: टमाटर की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर खरीद रही है। देश के 60% टमाटर का उत्पादन दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में होता है। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से जल्द ही नई फसल आने की उम्मीद है। जिससे आने वाले समय में कीमतें घट सकती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 5. पाकिस्तान के सिंध में 150 साल पुराना मंदिर तोड़ा; दूसरे मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला पाकिस्तान के सिंध प्रांत में दो मंदिरों में तोड़फोड़ हुई। कराची में 150 साल पुराना मरी माता मंदिर तोड़ दिया गया। मंदिर को बुलडोजर से गिराए जाने के दौरान भारी संख्या में पुलिस मौजूद थी। आरोप है कि मंदिर की जमीन एक शॉपिंग प्लाजा प्रमोटर को 7 करोड़ रुपए में बेची गई है। वही सिंध के काशमोर में एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया। ये खबर अहम क्यों है: कराची में जिस मंदिर को तोड़ा गया है, वहां पिछले साल जून में देवी-देवताओं की प्रतिमाएं तोड़ी गई थीं। ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के मुताबिक, बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में 428 बड़े मंदिर थे। धीरे-धीरे इनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया गया और वहां दुकान, रेस्टोरेंट, होटल्स, दफ्तर, सरकारी स्कूल या फिर मदरसे खोल दिए गए। आज यहां सिर्फ 20 बड़े मंदिर बचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6. नड्डा बोले- गहलोत कॉन्ट्रैक्ट पर हैं, पायलट सब-कॉन्ट्रैक्ट पर; गहलोत को नवंबर में घर बैठाना है भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में 'नहीं सहेगा राजस्थान' कैंपेन को लॉन्च किया। उन्होंने कहा- गहलोत के परिवार के लोग हजारों करोड़ के टेंडर ले रहे हैं। कांग्रेस मां, बेटे और बेटी की पार्टी है। गहलोत तो कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। सचिन तो सब-कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। गहलोत को हमें नवंबर में घर बैठाना है। ये खबर अहम क्यों है: भाजपा 'नहीं सहेगा राजस्थान' के तहत अगले 15 दिन आक्रामक तरीके से गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। इसके लिए अलग से एक वेबसाइट भी जारी की गई है। वेबसाइट पर प्रदेश स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक आंदोलन से जुड़ी तमाम जानकारियां मिलेंगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 7. अल्कारेज ने पहली बार विम्बलडन खिताब जीता; मेंस सिंगल्स के फाइनल में जोकोविच को हराया स्पेन के टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्कारेज ने विम्बलडन के मेंस सिंगल्स फाइनल में 23 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन नोवाक जोकोविच को हरा दिया। अल्कारेज ने 5 सेट में 1-6, 7-6, 6-1, 3-6, 6-4 से मैच जीता। उन्होंने पहली बार विम्बलडन और दूसरी बार ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। अल्कारेज ने पिछले साल US ओपन का खिताब जीता था। ये खबर अहम क्यों है: अल्कारेज ने जोकोविच के 8वीं बार विंबलडन जीतने का सपना चकनाचूर कर दिया। अलकरेज विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाले और खिताब जीतने वाले तीसरे स्पेनिश खिलाड़ी हैं। इससे पहले सेंटाना ने 1966 में और राफेल नडाल ने 2008 और 2010 में ​​​​​​​खिताब जीता था। अलकरेज सबसे कम उम्र में विंबलडन का फाइनल खेलने वाले स्पेनिश खिलाड़ी हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… अब खबर हटके... सोनिया और प्रियंका ने हरियाणवी गाने पर डांस किया राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें हरियाणा के सोनीपत से आई कुछ महिलाएं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हरियाणवी गाने पर डांस करती दिखीं। करीब 12 मिनट के इस वीडियो के आखिर में डांस की झलक दिखाई गई है। डांस का पूरा वीडियो जल्द ही रिलीज किया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर... भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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हमारे जीवन में सबसे मूल्यवान क्या है जिसके लिए हमें सतर्क रहना है?
Acharya Swami Avdheshanand Giri Maharaj Ji Life Lessons स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र / हमारे जीवन में सबसे मूल्यवान क्या है जिसके लिए हमें सतर्क रहना है?
हम संसार में कई मूल्यवान चीजों को जुटाने के लिए आतुर रहते हैं। कुछ लोगों को महंगी धातुएं जुटाने का शौक होता है, कुछ लोगों को भौतिक सुविधाओं का। हमारा शरीर और उसके सारे अंग भी कीमती हैं। उसके साथ ही कुछ और भी है जो बहुत मूल्यवान है। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हमारे जीवन में सबसे मूल्यवान क्या है जिसके लिए हमें सतर्क रहना है? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
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ब्लड प्रेशर काबू में रखे, हड्डियां बनें मजबूत, पाचन भी दुरुस्त होगा
लाल टमाटर दिन-ब-दिन और ज्यादा सुर्ख होता जा रहा है। 20 रुपए किलो बिकने वाले टमाटर की कीमत 250 से 350 रुपए किलो पर पहुंच गई। इसकी कीमत ऐसी बढ़ी है कि लोगों ने इसे खरीदना ही छोड़ दिया है।
लाल टमाटर दिन-ब-दिन और ज्यादा सुर्ख होता जा रहा है। 20 रुपए किलो बिकने वाले टमाटर की कीमत 250 से 350 रुपए किलो पर पहुंच गई। इसकी कीमत ऐसी बढ़ी है कि लोगों ने इसे खरीदना ही छोड़ दिया है। फास्ट फूड चेन की बड़ी कंपनी मैकडॉनल्ड्स ने भी अपने बर्गर से टमाटर हटा दिए हैं। हालंकि कंपनी अच्छी क्वालिटी के टमाटर न मिलने की वजह से इसका इस्तेमाल बंद करने की सफाई दे रही है। टमाटर की बढ़ती लाली की वजह से घरों में भी सब्जियों का रंग फीका पड़ने लगा है। एक समय था जब लोग लाल टमाटर चुनकर खरीदते और हरे टमाटर को खरीदने से कतराते। आज हम आपको हरे टमाटर के बारे में बताएंगे जो सेहत और स्वाद के साथ-साथ आपकी जेब का भी ख्याल रख सकता है। हरे टमाटर में विटामिन सी, कैल्शियम, फोलेट, विटामिन ए, फाइबर, पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को तंदुरुस्त रखते हैं। आइए आयुर्वेदाचार्य आर.पी पराशर से जानते हैं हरे टमाटर खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं। हरे टमाटर खाने से सेहत को क्या-क्या फायदे मिलते हैं… आंखों की रोशनी बढ़ाए डॉ. पराशर कहते हैं, हरे टमाटर में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद है। हरे टमाटर का इस्तेमाल करने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है और आंखों से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती है। हड्डियों-दांतों को मजबूत बनाए हड्डियों-दांतों को स्वस्थ रखने के लिए हरा टमाटर फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, टमाटर लाइकोपीन से समृद्ध होता है, जो हड्डियों-दांतों को नुकसान पहुंचने से बचा सकता है। टमाटर में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। बता दें कि शरीर का लगभग 99 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम को हड्डियों और दांतों में जमा होता है, जो उन्हें मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि दांतों व हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हरा टमाटर फायदेमंद हो सकता है। अगर हड्डियां और दांत कमजोर हैं या लगातार शरीर में दर्द रहता है तो हरे टमाटर काे खाना शुरू कर दीजिए। हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी हरा टमाटर खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। हरे टमाटर के अर्क में लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन और विटामिन-ई जैसे कई कैरोटीनॉयड मौजूद होते हैं। ये सभी एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम कर सकते हैं जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद कर सकते हैं। हरे टमाटर के अंदर पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को भी कम कर सकते हैं। हरा टमाटर वजन घटाए और पाचन दुरुस्त रखे एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें तो हरे टमाटर फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। फाइबर वजन को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है। अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं और वजन कम करना चाहते हैं, तो हरे टमाटर खाना शुरू कर दिजिए। पेट के लिए भी हरा टमाटर किसी वरदान से कम नहीं है । हरे टमाटर में भरपूर फाइबर होता है, जो पाचन को दुरुस्त बनाता है और पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल में अपनी राय दें हरा टमाटर स्किन चमकाए हरा टमाटर एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो स्किन के लिए फायदेमंद है। स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर करने के लिए हरे टमाटर का इस्तेमाल रोजाना करें। स्किन हेल्दी रहेगी। डायबिटीज में फायदेमंद डायबिटीज की समस्या में भी हरे टमाटर के फायदे देखे जा सकते हैं। हरे टमाटर में मौजूद नारिंगिन नाम का कंपाउंड एंटीडायबिटिक प्रभाव वाला होता है जो ब्लड ग्लूकोज के लेवल को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। टमाटर का जूस लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, पोटेशियम, विटामिन-सी, फ्लेवोनॉइड, फोलेट और विटामिन-ई से समृद्ध है, जो टाइप 2 डायबिटीज के जोखिमों को बढ़ने से रोकता है। इस आधार पर कह सकते हैं कि डायबीटिक व्यक्ति को आहार में टमाटर का जूस पीने के फायदे हो सकते हैं। कैंसर के जोखिम को कम करे हरा टमाटर हरा टमाटर एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन कैंसर के सेल्स को पनपने से रोकने में मदद करता है। टमाटर में लाइकोपीन पाया जाता है जो कि एक कैरोटीनॉयड है। यह कंपाउंड कैंसर के खिलाफ कीमो प्रिवेंटिव गुणों वाला है। लाइकोपीन में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं, जो कैंसर की समस्या को बढ़ने से रोकने मदद कर सकते हैं। एंटी इंफ्लेमेटरी गुण यानी सूजन घटाए हरे टमाटर का इस्तेमाल सूजन संबंधी समस्या के लिए किया जा सकता है। बताया जाता है कि टमाटर में लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी, विटामिन ई जैसे कई ऐसे बायो एक्टिव कंपाउंड मौजूद होते हैं, जिनमें एंटी इंफ्लामेटरी यानी सूजन को कम करने वाले गुण हैं। हरे टमाटर के नुकसान हरे टमाटर खाने के फायदे जानने के साथ-साथ इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी होनी जरूरी है, क्योंकि इसे जरूरत से ज्यादा खाने से नुकसान हो सकता है। डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सलाह सहित जानकारी दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें।
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बोलीं- कमर पर हाथ रखा, माथे को चूमा; जिनके शपथ-पत्र से छूटे वे तो बाहर खड़े थे
Madhya Pradesh Jhabua Deputy Collector Molestation Case - आदिवासी नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले में झाबुआ के निलंबित एसडीएम सुनील कुमार झा 24 घंटे के भीतर ही जेल से बाहर आ गए।
आदिवासी नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले में झाबुआ के निलंबित एसडीएम सुनील कुमार झा 24 घंटे के भीतर ही जेल से बाहर आ गए। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी, होमगार्ड सैनिक और ड्राइवर के शपथ-पत्र के आधार पर झा को कोर्ट ने जमानत दे दी। शपथ-पत्र में इन्होंने कहा कि ऐसा कुछ हुआ नहीं जैसा छात्राओं ने बताया। जबकि छात्राओं का कहना है कि निलंबित एसडीएम झा ने उनसे पीरियड कब आता है और कौन सा पैड इस्तेमाल करती हो, जैसे सवाल पूछने के साथ ही गलत तरीके से छुआ था। झा कह रहे हैं कि उन्होंने तो क्लास में लगने वाले पीरियड के बारे में पूछा था। हकीकत जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम झाबुआ में उस हॉस्टल में पहुंची, जहां की छात्राओं की शिकायत के बाद एसडीएम पर एफआईआर हुई थी। छात्राएं घटना के चार दिन बाद भी डरी-सहमी हैं। रिपोर्टर ने छात्राओं से अलग-अलग बात की और फिर वार्डन से अलग से चर्चा की तो वहीं तथ्य सामने आए जो एफआईआर में दर्ज हैं। यह बात भी सामने आई कि जिन लोगों ने निलंबित एसडीएम झा के समर्थन में कोर्ट में शपथ पत्र दिए वे जहां घटना हुई उस कमरे में थे ही नहीं। बाहर खड़े थे। सबसे पहले हॉस्टल के निरीक्षण के बैकग्राउंड को जानते हैं... कलेक्टर ने आदेश दिए और जांच करने पहुंच गए एसडीएम कलेक्टर तन्वी हुड्‌डा 8 जुलाई शनिवार को थांदला गई थीं। यहां उन्होंने एक सरकारी गर्ल्स हॉस्टल का निरीक्षण किया। उन्हें हॉस्टल के हालात खराब मिले। इसके बाद उन्होंने शनिवार शाम आधिकारिक वाट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज भेजा। इसमें निर्देश था कि सभी एसडीएम अपने-अपने अधिकार क्षेत्र के छात्रावासों की सुविधाओं की जांच करें और सोमवार को रिपोर्ट दें। इस मैसेज को पाते ही एसडीएम सुनील कुमार झा ने शिक्षा विभाग के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक (एडीपीसी) ज्ञानेंद्र ओझा को इसकी जानकारी दी। अगले दिन रविवार को करीब 3 बजे सुनील झा और ज्ञानेंद्र ओझा अपने गार्ड अमर सिंह के साथ तीन हॉस्टल का निरीक्षण करने के लिए निकले। सबसे पहले उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय छात्रावास और ओबीसी लड़कियों के हॉस्टल का निरीक्षण किया। इसके बाद वे आदिवासी छात्राओं के हॉस्टल पहुंचे। ये वही हॉस्टल हैं जहां छेड़छाड़ वाली घटना हुई। ओबीसी और आदिवासी हॉस्टल इसके आसपास ही हैं। सुनील झा और वार्डन निर्मला झरबड़े और एडीपीसी ज्ञानेंद्र ओझा पास के नवीन कन्या आश्रम पहुंचे जो 6वीं से 8वीं में पढ़ने वाली आदिवासी छात्राओं के लिए बनाया गया है। निर्मला जांच करने वाली इस टीम के साथ सबसे पहले ओबीसी हॉस्टल में गई थीं, क्योंकि उस हॉस्टल की वार्डन रविवार होने के कारण छुट्‌टी पर थी, उनका प्रभार आदिवासी हॉस्टल की वार्डन निर्मला झरबड़े के पास था। हमें बाहर खड़ा रखा और लड़कियों के कमरों में अकेले गए थे एसडीएम दैनिक भास्कर ने आदिवासी हॉस्टल की वार्डन निर्मला झरबड़े से बात की। उन्होंने बताया कि जब हम हॉस्टल पहुंचे तो सुनील झा सर अकेले हॉस्टल में गए। मुझे और ज्ञानेंद्र ओझा सर को प्रांगण में ही इंतजार करने को कहा। चूंकि वह एसडीएम हैं और निरीक्षण करने आए थे, ताे मैंने गर्ल्स हॉस्टल होने के बावजूद कोई आपत्ति नहीं ली और एसडीएम सर को अकेले जाने दिया। एसडीएम सुनील झा सर कमरा नंबर 1 से 5 का निरीक्षण करने लगे। थोड़ी देर बाद वे बाहर निकले और मुझसे रजिस्टर लाने के लिए कहा और टॉयलेट का निरीक्षण करने के लिए जाने लगे। मैं लौटी और उन्हें रजिस्टर दे दिया। फिर एसडीएम ने मुझसे पूछा कि पलंग की संख्या के मुकाबले लड़कियां ज्यादा हैं। मैंने जवाब दिया कि पलंग हॉस्टल में ही रखे हैं, लेकिन कुछ लड़कियां बेड शेयर करके रहना चाहती हैं। इसके बाद उन्होंने रजिस्टर में साफ लिखा कि व्यवस्था संतोषप्रद है। सात पलंग पर 10 बच्चियां तथा 8 पलंग पर 10 बच्चियां रहती हैं। वॉर्डन ने एसडीएम को बताया कि पलंग ऊपर रखे हैं। जरूरत पड़ी तो लगा लेंगे। साफ-सफाई अच्छी है। बाउंड्रीवॉल टूटी है जिसे बनाई जाना चाहिए। लड़कियों ने बताया कि जो सर आए थे उन्होंने मेरी कमर पर हाथ डाला निर्मला आगे बताती हैं कि जब एसडीएम निरीक्षण कर चले गए उसके बाद बच्चियां मेरे पास आईं। उन्होंने मुझसे पूछा 'यह अंकल जो अभी आए थे वो कौन हैं?' एक बच्ची ने मुझे बताया कि उन्होंने (सुनील झा) उसकी कमर पर हाथ रखा। एक और लड़की ने बताया कि सर उस से पूछ रहे थे कि तुम्हें आखिरी बार पीरियड कब आया था? तुम पैड कहां से लेती हो? उन्होंने मुझे गलत तरीके से छुआ भी। ये सुनकर मैं सन्न रह गई, क्योंकि इन लड़कियों की उम्र 11-13 है। इनसे ऐसे सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए थे। इसके बाद मैंने तुरंत आदिवासी विभाग की असिस्टेंट कमिश्नर नेहा मेहरा को संपर्क करने की कोशिश की। संडे होने के कारण उनसे बात नहीं हो पाई। अगले दिन कलेक्टर ऑफिस गई। मीटिंग चल रही थी इसलिए उनसे मेरी मुलाकात दोपहर तीन बजे हुई। जब मैंने उन्हें घटनाक्रम बताया तो वो चौंक गईं। फिर उन्होंने कलेक्टर तन्वी हुड्‌डा को ये मामला बताया और रात को तीन बजे मैंने एफआईआर लिखवाई। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धाराओं 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354ए (यौन उत्पीड़न), अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया। अगले दिन पुलिस ने सुनील झा गिरफ्तार कर लिया। भास्कर ने वार्डन निर्मला झरबड़े से पूछा क्या आपकी सुनील झा से अनबन हुई थी? उन्होंने कहा, 'नहीं। उन्होंने पलंग को लेकर मुझसे सवाल किया था। उसका उत्तर मैंने दे दिया था। उन्होंने ऑन-रिकॉर्ड लिखा है कि उन्हें मेरा काम संतोषजनक लगा। ' छात्राएं बोलीं- बाल छूकर सर ने पूछा कौन सा तेल लगाती हो दैनिक भास्कर ने आदिवासी कन्या आश्रम की लड़कियों से बात की। उन्होंने ठीक वैसा ही बताया जैसा एफआईआर में लिखा है। 13 वर्षीय छात्रा ने बताया कि सर (सुनील झा) मेरे कमरे में आए। उन्होंने हॉस्टल में व्यवस्थाओं के बारे में पूछा और फिर बेड पर बैठ गए। उन्होंने मुझे कंधे से पकड़ा। इतनी देर में दूसरी लड़की बाथरूम से नहाकर आई। उसके बाल गीले थे। उन्होंने उसके बाल टच किए और पूछा, 'तुम कौन सा तेल लगाती हो?' उसने जवाब दिया 'आमला (आंवला) का। ' उसके बाद वह खड़े हुए। उन्होंने मेरे माथे को चूमा। बगल में एक लड़की और खड़ी थी। सर ने उससे पूछा, 'क्या तुम्हें पीरियड होते हैं? क्या तुम स्टेफ्री (पैड) खरीदती हो? कौन से मार्केट से लेती हो?' इसके बाद वह एक लड़की को बाहर ले गए। उन्होंने उस लड़की को टॉयलेट दिखाने के लिए कहा। उन्होंने उसे भी कसकर गले लगाया था। कमर पर हाथ भी रखा था। एडीपीसी का पक्ष में बयान, हमने सबसे बाहर खड़े होकर बात की पॉक्सो और एससी/ एसटी जैसी गंभीर धाराओं में जेल में बंद सुनील झा की रिहाई तीन लोगों के शपथ-पत्र देने कारण हुई है। एसडीएम के साथ निरीक्षण वाले दिन साथ रहे एडीपीसी ज्ञानेंद्र ओझा, ड्राइवर पंकज और होमगार्ड सैनिक अमरसिंह हुडवे ने कोर्ट को शपथ पत्र पर लिखकर दिया है कि सुनील झा के खिलाफ जो शिकायत दर्ज की गई है, वो झूठी है। इसके बाद हमने एडीपीसी ज्ञानेंद्र ओझा से बात की तो उन्होंने बताया कि मैं उस दिन एसडीएम के साथ था। हमने हर लड़की से सबके सामने प्रांगण में बात की थी। सुनील जी ने लड़कियों से क्लास में लगने वाले पीरियड्स के बारे में पूछा था। इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। हमने ड्राइवर पंकज और होमगार्ड सैनिक अमरसिंह हुडवे से भी बात की, लेकिन उन्होंने कहा कि हमें जो भी बताना है कोर्ट को बताएंगे। इस खबर पर आप अपनी राय दे सकते हैं... मैं सुबह पांच बजे उठा तो पुलिस मेरे घर के बाहर इंतजार कर रही थी जेल से छूटने के बाद पूर्व एसडीएम सुनील कुमार झा ने पहली बार दैनिक भास्कर से बात की। उन्होंने बताया कि जब मैं मंगलवार को सुबह 5 बजे उठा तब मेरे घर के बाहर पुलिस खड़ी हुई थी। वो मुझसे ऐसे व्यवहार कर रहे थे जैसे मैं कोई आतंकवादी हूं। पुलिस ने मुझे कुछ नहीं बताया। न ही उन्होंने एफआईआर की कॉपी दी। झा ने कहा- मैं बस अपनी ड्यूटी कर रहा था। शनिवार को कलेक्टर के हॉस्टल के निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। मैंने यह बात ज्ञानेंद्र ओझा को बताई। उन्होंने मुझसे कहा कि उन्हें रविवार को काम है, इसलिए लंच टाइम के बाद हॉस्टल देखने चलेंगे। हम घर से 3 बजे निकले। हमने एक-सवा घंटे में तीनों हॉस्टल का निरीक्षण कर लिया था। हम हर हॉस्टल में केवल 15 मिनट ही रुके होंगे। मैंने हर हॉस्टल में वॉशरूम, पानी, रूम और खाने की सुविधा को लेकर सवाल पूछे थे। कुछ बच्चियों से बात भी हुई। मैं इसी काम के लिए गया था। हमने पूछा, 'क्या अपने लड़कियों से उनके पीरियड्स के बारे में पूछा था?' सुनील झा ने जवाब दिया कि 'मैंने पूछा था कि क्या आपकी क्लास में टीचर पढ़ाने आते हैं? आपके कितने पीरियड्स लगते हैं? मैं पता करना चाहता था कि टीचर उन्हें कितनी देर पढ़ाती है। ' झा कहते हैं, 'मुझे क्यों फंसाया जा रहा है। मुझे नहीं पता? मैंने तो हॉस्टल से आते ही कलेक्टर को सब पेपर और रिपोर्ट भेज दी थी।' यह भी पढ़ें... झाबुआ एसडीएम छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार झाबुआ में नाबालिग आदिवासी छात्राओं से छेड़छाड़ करने पर एसडीएम सुनील कुमार झा के खिलाफ पॉक्सो सहित एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि रविवार दोपहर करीब 4 बजे एसडीएम नवीन आदिवासी कन्या आश्रम निरीक्षण के लिए अचानक पहुंच गए, यहां तीन छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें (बैड टच) कीं। पढ़ें पूरी खबर
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जो लोग बदलाव के लिए सकारात्मक रहते हैं और हर बदलाव को अवसर की तरह मानते हैं, वे कामयाबी हासिल करते हैं
जीवन में परिवर्तन होते रहते हैं और जो लोग इन परिवर्तनों को सकारात्मक सोच के साथ अपना लेते हैं, उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। कभी-कभी कुछ बदलाव ऐसे हो जाते हैं, जिनकी वजह से हमारी समस्याएं बढ़ जाती हैं। quotes on success and happiness, we should accept changes with positive thinking, thoughts about opportunities
जीवन में परिवर्तन होते रहते हैं और जो लोग इन परिवर्तनों को सकारात्मक सोच के साथ अपना लेते हैं, उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। कभी-कभी कुछ बदलाव ऐसे हो जाते हैं, जिनकी वजह से हमारी समस्याएं बढ़ जाती हैं, ऐसे स्थितियों में भी हमें निराश नहीं होना चाहिए। नकारात्मकता और निराशा से बचेंगे तो सभी समस्याएं हल हो सकती हैं। यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स...
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जेन-ज़ी के लिए वेतन से ज़्यादा क्या मायने रखता है?
मैं हाल ही में कुछ कैंपस इंटरव्यू पैनल का हिस्सा रहा हूं। मैंने महसूस किया कि जेन-ज़ी नाम से पहचानी जाने वाली युवा पीढ़ी अब ज्यादा वेतन से आकर्षित नहीं होती। मैं कुछ अनुभव साझा कर रहा हूं N. Raghuraman's column - What matters more than salary for Gen-Z?
मैं हाल ही में कुछ कैंपस इंटरव्यू पैनल का हिस्सा रहा हूं। मैंने महसूस किया कि जेन-ज़ी नाम से पहचानी जाने वाली युवा पीढ़ी अब ज्यादा वेतन से आकर्षित नहीं होती। मैं कुछ अनुभव साझा कर रहा हूं - 1. दिल्ली के एक ऑफिस में कोई भी कर्मचारी काम पर मोबाइल नहीं ले जा सकता। हाल ही में यहां एक 21 वर्षीय युवा की नौकरी लगी। उसके तकनीकी ज्ञान और वाकपटुता से इंटरव्यू पैनल प्रभावित था। लेकिन युवक ने चार दिन में नौकरी छोड़ दी। उसने एमडी को कारण बताया, ‘मेरी गर्लफ्रेंड चाहती है कि उसे जब भी जरूरत हो, मैं फोन पर उपलब्ध रहूं। वह रात में बात नहीं कर सकती क्योंकि घर में माता-पिता होते हैं।’ लेकिन जब कंपनी मालिक ने कहा कि लगभग 200 कर्मचारी बिना मोबाइल के काम कर रहे हैं, तब उसने तपाक से जवाब दिया, ‘वे मेरी पीढ़ी के नहीं है और मेरे लिए नौकरी से ज्यादा गर्लफ्रेंड मायने रखती है।’ 2. भोपाल के एक कैंपस इंटरव्यू में, विनाइल फ्लोर बनाने वाली कंपनी ने मुंबई हेड ऑफिस के लिए 12 लोगों को चुना। जॉइनिंग के लिए एचआर विभाग का प्रतिनिधि उन्हें मुंबई के रेलवे स्टेशन लेने पहुंचा और एक अपार्टमेंट में ले गया, जिसे इन कर्मचारियों के आने से एक दिन पहले किराए पर लिया गया था। इनमें से 6 उस बड़े फ्लैट में गए लेकिन फिर उन्होंने यहां नौकरी न करने का फैसला लिया क्योंकि फ्लैट में सीलिंग फ़ैन, वॉटर फ़िल्टर और वाई-फ़ाई नहीं था। प्रतिनिधि बोला कि वह एक दिन में व्यवस्था कर देगा, फिर भी कर्मचारी ये कहकर चले गए कि ‘आप हमारे आने से पहले, इन आधारभूत ज़रूरतों के बारे में नहीं सोच पाए, इसका मतलब है, कंपनी परवाह नहीं करती।’ 3. उसकी नोएडा की एक फाइनेंस कंपनी में 12 हजार रु. प्रतिमाह पर नौकरी लगी। एक ही दिन में उसे अहसास हो गया कि वहां उसका मासिक खर्च 18 हजार होगा। उसने गृहनगर में काउंसलर को फ़ोन करके पूछा कि खर्च कैसे चलाएं। काउंसलर बोला, ‘बाकी पैसे परिवार से मांग लो।’ युवक ने कहा, नौकरी मिलने के बाद कैसे मांगें। तब काउंसलर बोला, ‘अब तक तुम परिवार से 10 हजार ले रहे थे, अब 6 हजार ही मांगने होंगे।’ युवक मान गया लेकिन 3 महीने बाद उसने पैसे मांगने बंद कर दिए क्योंकि उसे अच्छे प्रदर्शन पर कंपनी से मिलने वाले बोनस के रूप में अतिरिक्त कमाई का ज़रिया मिल गया। अगले 6 महीने में उसने नौकरी बदल ली। फिर कम समय में तीन नौकरियां बदलकर आज बड़ी फाइनेंस कंपनी में 200 लोगों की टीम संभाल रहा है। ये तीन उदाहरण नियोक्ताओं को बताते हैं कि जेन-ज़ी को पता है कि उन्हें क्या चाहिए और वे उसे हर हालत में हासिल करते हैं। अगर कंपनी इनकी मानसिक सेहत और खुशी का ख्याल रखेगी, तो ये कम वेतन पर भी काम कर लेंगे। लगभग 75% जेन-ज़ी कर्मचारियों वाले समूह, आरपीजी ने पिछले हफ्ते एक स्टडी जारी की, जिसने बताया कि इस पीढ़ी के लिए खुद की खुशी कितनी मायने रखती है। आरपीजी समूह के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने मीडिया को बताया, ‘इस अध्ययन से जेन-ज़ी की उम्मीदों और चाहतों को समझकर, उन्हें पूरा करने में मदद मिलेगी।’ वे मेहनती हैं लेकिन काम के समय में लचीलापन चाहते हैं। फंडा यह है कि अगर आप अलग-अलग सोच वाले युवा कर्मचारियों को रखना चाहते हैं, तो जेन-ज़ी की खुशी को बढ़ाना सीखें और कार्यस्थल को ऐसा बनाएं जिससे वे प्रेरित हों। ‘मोबाइल छूना मना है’ या ‘यह ड्रेस कोड नहीं है’ जैसे मूर्खतापूर्ण नियम बनाकर उनकी आज़ादी न छीनें।
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भगवान विष्णु ने मलमास को दिया है अपना नाम पुरुषोत्तम, इस महीने में पूजा-पाठ के साथ ही करें ग्रंथों का पाठ
मंगलवार, 18 जुलाई से सावन महीने का अधिक मास शुरू हो रहा है। इस बार 19 साल बाद सावन महीने का अधिक मास आया है। इस महीने में मांगलिक कर्म नहीं किए जाते हैं।
मंगलवार, 18 जुलाई से सावन महीने का अधिक मास शुरू हो रहा है। इस बार 19 साल बाद सावन महीने का अधिक मास आया है। इस महीने में मांगलिक कर्म नहीं किए जाते हैं, पूजा-पाठ और भक्ति के नजरिए से ये महीना बहुत ही पवित्र माना गया है। इसे मलमास और पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, अधिक मास में विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार से जैसे मांगलिक कामों के लिए मुहूर्त नहीं रहते हैं। इस संबंध में मान्यता है कि अधिक मास को शुभ नहीं होता है। ये हिन्दी पंचांग का अतिरिक्त महीना है। दरअसल, इस महीने में सूर्य संक्रांति नहीं होती है यानी सूर्य का राशि परिवर्तन नहीं होता है, संक्रांति को भी एक पर्व की तरह माना गया है और ये हर में आता ही है। सूर्य हर महीने राशि बदलता है, लेकिन अधिक मास में सूर्य राशि नहीं बदलता है, इस वजह से इस महीने को शुभ नहीं माना गया है। अधिक मास को ऐसे मिला भगवान विष्णु का नाम हिन्दी पंचांग के अतिरिक्त महीने मलिन माना जाता है, इस वजह से इसका एक नाम मलमास पड़ गया। सभी 12 महीनों के अलग-अलग स्वामी देवता हैं, लेकिन ये अतिरिक्त महीना मलिन होने की वजह से कोई भी देवता इसका स्वामी नहीं बनना चाहता था। उस समय मलमास ने विष्णु जी से प्रार्थना की थी। मलमास की प्रार्थना से प्रसन्न होकर विष्णु जी इस महीने के स्वामी बन गए और अपना सर्वश्रेष्ठ नाम पुरुषोत्तम भी इस महीने को दिया। इस कथा की वजह से अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। अधिक मास में कौन-कौन से काम करना चाहिए? अधिक मास में पूजा-पाठ से जुड़े सभी धर्म-कर्म किए जा सकते हैं। जैसे अपने इष्टदेव की पूजा करें, शिवलिंग, विष्णु जी, श्रीकृष्ण और गणेश जी का अभिषेक करें। मंत्र जप, ध्यान करें। ग्रंथों का पाठ करें या सुनें। प्रवचन में शामिल सकते हैं। संत-महात्माओं के दर्शन करें। धन, अनाज, जूते-चप्पल, कपड़े का दान करें। गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें।
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मेष राशि के लोग मंगल ग्रह की करें पूजा, मकर और कुंभ राशि के लोग किसी मंदिर में लगाएं शमी का पौधा
सोमवार, 17 जुलाई को सावन महीने की (हरियाली) अमावस्या है। इस दिन सावन कृष्ण पक्ष खत्म हो जाएगा और अगले दिन यानी 18 तारीख से अधिक मास शुरू होगा। hariyali amawasya on 17th July, Somwati amawasya on 17th July. we should plant a plant according to zodiac sign
सोमवार, 17 जुलाई को सावन महीने की (हरियाली) अमावस्या है। इस दिन सावन कृष्ण पक्ष खत्म हो जाएगा और अगले दिन यानी 18 तारीख से अधिक मास शुरू होगा। हरियाली अमावस्या पर पूजा-पाठ के साथ ही पौधारोपण भी जरूर करना चाहिए, क्योंकि ये प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व है। इस दिन प्रकृति को लाभ मिले ऐसे काम करना चाहिए। उज्जैन ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, हरियाली अमावस्या पर राशि अनुसार पौधे लगाएंगे तो कुंडली के ग्रह दोषों का असर कम हो सकता है। पौधारोपण के साथ ही इन पौधों की देखभाल करने का संकल्प भी जरूर लें। ये पौधे किसी मंदिर में या किसी सार्वजनिक जगह पर लगाएं। जानिए सभी 12 राशियों के लिए कौन-कौन से पौधे शुभ हैं... मेष- इस राशि के लोग हरियाली अमावस्या पर मंगल ग्रह की पूजा करें और किसी मंदिर में खेर के पेड़ का पौधा लगाएं। वृषभ- शुक्र राशि का स्वामी है। इन लोगों को शिवलिंग का दूध से अभिषेक करना चाहिए और गुलर का पौधा लगाना चाहिए। मिथुन- किसी मंदिर में अपामार्ग का पौधा लगा सकते हैं। इस राशि के लोग बुध ग्रह के लिए हरे मूंग का दान भी कर सकते हैं। कर्क- इस राशि के लोग शिवलिंग के साथ ही चंद्र देव की पूजा करें। इन लोगों को बिल्व पत्र के पेड़ का पौधा लगाना चाहिए। सिंह- सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। ये लोग सूर्य को अर्घ्य चढ़ाएं और सूरजमुखी और किसी छायादार पेड़ के पौधे लगाएं। कन्या- ये किसी मंदिर में अपामार्ग का पौधा लगाएं। गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और पूजा करें। तुला - इस राशि के लोग गूलर का पौधा लगाएंगे तो बेहतर रहेगा। शुक्र ग्रह के लिए दूध का दान करें। वृश्चिक- ये राशि स्वामी मंगल को गुलाल और लाल फूल चढ़ाएं। इन्हें खेर का पौधा लगाना चाहिए। धनु और मीन - इन राशियों का स्वामी गुरु है। इन लोगों को आम और पीपल का पौधा लगाना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को आम या किसी अन्य फल का दान करें। मकर और कुंभ- मकर-कुंभ राशि का स्वामी शनि है और इन लोगों को जामुन या शमी का पौधा लगाना चाहिए। शनि के लिए तेल का दान करें।
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वृष राशि वालों के इनकम सोर्स बढ़ सकते हैं और मकर राशि के नौकरीपेशा लोगों को पदौन्नति मिलने के योग हैं
Aaj Ka Rashifal (Horoscope Today) | Daily Rashifal (17th July 2023), Daily Zodiac Forecast: Singh Rashi, Kanya, Aries, Taurus, Gemini Cancer Libra, And Other Signs, 17 जुलाई, सोमवार को हर्षण नाम का शुभ योग बन रहा है। जिससे आज वृष राशि वालों के इनकम सोर्स बढ़ेंगे। आर्थिक नजरिये से मिथुन राशि वालों का दिन अच्छा रहेगा। कर्क राशि के नौकरीपेशा लोगों के लिए दिन अच्छा है।
17 जुलाई, सोमवार को हर्षण नाम का शुभ योग बन रहा है। जिससे आज वृष राशि वालों के इनकम सोर्स बढ़ेंगे। आर्थिक नजरिये से मिथुन राशि वालों का दिन अच्छा रहेगा। कर्क राशि के नौकरीपेशा लोगों के लिए दिन अच्छा है। धनु राशि के लोग बिजनेस में नया काम शुरू करना चाहते हैं तो अच्छा समय है। रुका हुआ सरकारी काम भी पूरा हो सकता है। मकर राशि के नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिलने के योग हैं। वहीं, कन्या राशि के नौकरीपेशा लोगों को संभलकर रहना होगा। कुंभ राशि के लोग बिजनेस में जोखिम न लें। परेशान हो सकते हैं। इनके अलावा बाकी राशियों के लिए दिन ठीकठाक रहेगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के मुताबिक 12 राशियों का फल मेष - पॉजिटिव- कोई भी काम शुरू करने से पहले अच्छी प्लानिंग कर लें, इससे हम किसी भी मुश्किल से बच जाएंगे। बच्चों से संबंधित चल रही किसी समस्या का भी समाधान मिलने से राहत रहेगी। आत्मविश्वास बने रहने से खुद को भावनात्मक रूप से मजबूत रखने में किसी की मदद की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। नेगेटिव- किसी काम में समस्या आ रही है, तो उसे कुछ समय के लिए डालना ही बेहतर होगा। कुछ समय आत्म मनन और चिंतन करने में भी लगाएं। इस समय लाभ की अपेक्षा खर्चों की अधिकता रहेगी। जिसकी वजह से घर के सदस्यों में कुछ मनमुटाव होने की भी आशंका है। व्यवसाय- बिजनेस में नए काम की शुरुआत की योजना है तो उस पर गंभीरता से विचार करें। विरोधी आपकी योजनाओं को फेल करने का प्रयास भी कर सकते हैं। पार्टनरशिप संबंधी व्यवसाय में किसी प्रोजेक्ट को लेकर दिक्कतें आ सकती हैं। लव- पारिवारिक सदस्यों के बीच सहयोग और स्नेह की भावना बनी रहेगी। मनोरंजन आदि में भी सुखद समय व्यतीत होगा। अपने लव पार्टनर को कुछ उपहार अवश्य दें। स्वास्थ्य- पेट में जलन व एसिडिटी की समस्या रहेगी। ज्यादा गुस्से और तनाव जैसी स्थितियों से दूर रहें। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 3 वृष - पॉजिटिव- अपनी पिछली गलतियों से सीख लेकर वर्तमान को और अधिक बेहतर बनाना आपको सफलता देगा। निकट संबंधियों के साथ में मुलाकात होगी। सामाजिक तथा धार्मिक संस्थाओं में भी आपका योगदान और निष्ठा की वजह से आपके मान-सम्मान व यश की वृद्धि होगी। नेगेटिव- दूसरों के मामले में हस्तक्षेप ना करें, इसकी वजह से आप भी व्यर्थ ही मुश्किल में पड़ जाएंगे। मन में कुछ नकारात्मक विचार भी उत्पन्न हो सकते हैं। कुछ समय मेडिटेशन में समय व्यतीत करना उचित रहेगा। किसी जरूरतमंद मित्र की मदद करने पड़ सकती हैं। व्यवसाय- कारोबार में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए ज्यादा कोशिश करनी होगी। कार्यस्थल पर खुद की भी मौजूदगी रखने से कर्मचारियों की कार्य क्षमता बनी रहेगी। इनकम सोर्स बढ़ेंगे। मशीनरी तथा मोटर पार्ट्स से संबंधित कार्य में विशेष सफलता हासिल होने वाली है। लव- पति-पत्नी आपसी सामंजस्य से घर में खुशनुमा माहौल बनाकर रखेंगे। प्रेम संबंधों में गलतफहमी की वजह से कुछ अलगाव की स्थिति बनेगी। स्वास्थ्य- घर में अधिकतर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी रह सकती हैं। इस समय व्यवस्थित दिनचर्या और संयमित खानपान को रखना अति आवश्यक है। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 2 मिथुन - पॉजिटिव- व्यवस्थित तथा संयमित दिनचर्या रखने से कई तरह की उलझनों से छुटकारा मिलेगा। तथा खुद को तनावमुक्त और उर्जा से पूर्ण महसूस करेंगे। शाम के समय नजदीकी रिश्तेदार व मित्रों के साथ भी सुखद समय व्यतीत होगा। किसी खास विषय पर विचार विमर्श भी रहेगा। नेगेटिव- युवाओं को ठोस प्लानिंग के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही भी आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकती है। घर में बच्चों की संगति और उनकी गतिविधियों पर नजर रखना भी जरूरी है। लेकिन ज्यादा अनुशासन बनाकर रखने की बजाय दोस्ताना व्यवहार रखें। व्यवसाय- आर्थिक दृष्टि से समय लाभप्रद है। बदलाव संबंधी योजनाओं पर भी विचार होगा। कार्यभार की वजह से अत्यधिक व्यस्तता रहेगी परंतु सभी निर्णय खुद ही लेने का प्रयास करें। सरकारी नौकरीपेशा लोगों का काम समय पर पूरा न होने से अधिकारियों की नाराजगी हो सकती है। लव- घर-परिवार मे सुखद और सामंजस्य पूर्ण वातावरण बना रहेगा। प्रेमी-प्रेमिका को मुलाक़ात अवसर भी मिलेंगे। स्वास्थ्य- वर्तमान मौसम की वजह से अनियमित दिनचर्या आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करेंगी। अपनी दिनचर्या व्यवस्थित रखें तथा हल्का खानपान ले। भाग्यशाली रंग- ऑरेंज, भाग्यशाली अंक- 7 कर्क - पॉजिटिव- आज किसी भी कार्य के प्रति आपकी लगन और मेहनत आपके उद्देश्यों तक जरूर पहुंचेंगी। आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़े किसी अनुभवी व्यक्ति का सानिध्य प्राप्त होगा। विद्यार्थी अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र चित्त रहेंगे। कोई भी समस्या होने पर परिवार वालों के साथ शेयर करना निश्चित ही समाधान देगा। नेगेटिव- कोई भी विवादित मामला आपसी वार्तालाप से सुलझाने की कोशिश करें। आर्थिक मामलों में भी सावधानी बरतने की जरूरत है। भाइयों से संपत्ति व बंटवारे संबंधी विवाद का हल किसी की मदद से हल हो जाएगा। आपसी संबंधों को ना बिगाड़े। व्यवसाय- व्यापार में विस्तार संबंधी नई संभावना पर विचार होगा। अपना पूरा ध्यान मार्केटिंग में तथा अपनी प्रोडक्ट्स के प्रमोशन पर लगाएं, लेकिन लेनदेन या कागजी कार्यवाही में पारदर्शिता रखें। सरकारी नौकरी में बॉस व अधिकारी आपके काम से संतुष्ट रहेंगे। लव- जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करें, इससे आपसी सामंजस्य बेहतर बना रहेगा। घर में किसी मांगलिक अवसर संबंधी योजनाएं भी बनेंगी। स्वास्थ्य- काफी समय से चल रही शारीरिक अस्वस्थता से आज राहत मिलेगी। सियाटिका से परेशान लोगों को अपना ध्यान ज्यादा रखने की जरूरत है। भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 5 सिंह - पॉजिटिव- कोई सरकारी मामला अटका हुआ है, तो आज उसका समाधान मिलने की संभावना है। कुछ समय धार्मिक स्थल अथवा अनुभवी व्यक्तियों के साथ व्यतीत करने से आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी। साथ ही आपको जीवन के सकारात्मक पहलुओं से भी रूबरू करवाएगा। नेगेटिव- रूपए-पैसे संबंधी लेनदेन की वजह से रिश्ते में दरार पड़ सकती है। रिश्तेदारों व भाइयों के साथ कोई भी वाद-विवाद होने पर आवेश में आने की बजाय धैर्य से समाधान निकाले। विद्यार्थियों को भी अपने पढ़ाई के प्रति ज्यादा‌ लापरवाही करना ठीक नहीं है। व्यवसाय- व्यवसाय संबंधी गतिविधियों में कोई भी महत्वपूर्ण फैसला लेते वक्त जल्दबाजी न करें। पार्टनरशिप संबंधी कामों में कोई भी नया काम शुरू करने के बजाय मौजूदा गतिविधियों पर ध्यान देना उचित रहेगा। नौकरीपेशा लोगों पर काम ज्यादा रहेगा। लव- पति-पत्नी के बीच आपसी सामंजस्य में कुछ कमी रहेगी। ध्यान रखें कि इसका नकारात्मक प्रभाव पारिवारिक व्यवस्था पर ना पड़े। स्वास्थ्य- ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। अपनी नियमित जांच अवश्य कराएं। भाग्यशाली रंग- क्रीम, भाग्यशाली अंक- 9 कन्या - पॉजिटिव- व्यवस्थित दिनचर्या रहेगी तथा समय अनुसार सभी कार्य संपन्न होते जाएंगे। कोई समस्या आने पर किसी नजदीकी मित्र अथवा संबंधी की सलाह भी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। युवाओं तथा विद्यार्थियों का संतुलित व्यवहार उन्हें किसी भी परिस्थिति में सामंजस्य बनाकर रखने में मदद करेगा। नेगेटिव- घर के वरिष्ठ लोगों के मान-सम्मान का ध्यान रखें। पड़ोसियों के साथ किसी भी विवादित मामले से दूर रहें और किसी की गलत बात को सहन भी ना करें। वरना अकारण ही लोग आपके ऊपर हावी हो सकते हैं। कोई इलेक्ट्रॉनिक वस्तु खराब होने से बड़ा खर्चा भी आएगा। व्यवसाय- बिजनेस में मौजूदा परिस्थितियों का गंभीरता से मूल्यांकन करने की जरूरत है। प्रभावशाली लोगों से संबंध मधुर रखें। उनके सहयोग मार्गदर्शन से कई तरह की बेहतरीन जानकारियां मिलेंगी। नौकरीपेशा लोगों को क्लाइंट की वजह से दिक्कतें आ सकती हैं। लव- वैवाहिक संबंध मधुर बनाए रखने में आपके विशेष प्रयास जरूरी हैं। लव पार्टनर के साथ किसी मनोरंजन स्थल पर जाने का प्लान बन सकता है। स्वास्थ्य- खांसी, जुकाम जैसी एलर्जी परेशान करेगी। अपना ध्यान रखें तथा आयुर्वेद का इस्तेमाल करें। भाग्यशाली रंग- गुलाबी, भाग्यशाली अंक- 3 तुला - पॉजिटिव- व्यवस्थित दिनचर्या व्यतीत होगी। आप अपनी कार्यकुशलता तथा काबिलियत के दम पर कोई महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करेंगे। अगर घर के रखरखाव तथा बदलाव संबंधी योजनाएं चल रही है, तो आज उससे संबंधित कोई कार्य हो सकता है। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्र चित्त रहेंगे। नेगेटिव- सब कुछ ठीक होते हुए भी कहीं ना कहीं मन में बेचैनी जैसी स्थिति रहेगी और इस वजह से आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। तनाव से राहत पाने के लिए कुछ समय अपने मनोनुकूल कार्यो में व्यतीत करें। आज आय के साथ-साथ खर्चों की भी अधिकता रहेगी। व्यवसाय- निजी कारणों से बिजनेस में कोई निर्णय लेते समय दिक्कत आ सकती है। बेहतर होगा किसी अनुभवी की सलाह जरूर लें। कमीशन, बीमा आदि जैसे व्यवसाय में बेहतरीन फायदा लाभ की उम्मीद बन रही हैं। युवा वर्ग को अपनी पढ़ाई से संबंधित ही नौकरी मिलने की पूरी उम्मीद है। लव- पति-पत्नी के बीच संबंधों में मधुरता रहेगी और घर में भी सुख-शांति का माहौल होगा। किसी विपरीत लिंगी मित्र के मिलने से पुरानी यादें ताजा होंगी। स्वास्थ्य- आपके व्यवस्थित रहने से स्वास्थ्य में सुधार होगा। आप अपने अंदर सकारात्मक ऊर्जा महसूस करेंगे। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 8 वृश्चिक - पॉजिटिव- आज फोन कॉल द्वारा कोई महत्वपूर्ण सूचना मिलेगी। पिछले कुछ समय से चल रही किसी पारिवारिक समस्या का समाधान मिलेगा, तथा आप तनावमुक्त होकर अपनी व्यक्तिगत कार्यों के प्रति भी ध्यान दे पाएंगे। किसी निकट संबंधी द्वारा मूल्यवान उपहार की प्राप्ति भी संभव है। नेगेटिव- कोई भी निर्णय लेने की स्थिति में अपने ऊपर ही विश्वास रखें। दूसरों की बातों में आकर अपना नुकसान ही कर बैठेंगे। इस समय किसी को भी पैसा उधार ना दे। कुछ समय आध्यात्मिक गतिविधियों में व्यतीत करने से आपकी मनोस्थिति में भी सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। व्यवसाय- आज व्यवसाय में कुछ मंदी की स्थिति रहेगी। परंतु जरूरत के अनुसार आय के साधन बने रहेंगे। इस समय कार्य संबंधी छोटी-छोटी बारीकियों पर अधिक ध्यान दें। कोई व्यवसायिक यात्रा संबंधी भी प्रोग्राम बन सकता है। ऑफिस में किसी सहयोगी की वजह से दिक्कत आने की आशंका है। लव- परिवार जनों के साथ मनोरंजन आदि में सुखद समय व्यतीत होगा। किसी विपरीत लिंगी मित्र के मिलने से पुरानी खुशनुमा यादें ताजा होंगी। स्वास्थ्य- पेट दर्द तथा एसिडिटी संबंधी तकलीफ बढ़ सकती हैं। जिसकी वजह असंतुलित खान-पान और दिनचर्या ही है। आयुर्वेदिक चीजों का ज्यादा सेवन करें। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 1 धनु - पॉजिटिव- आज कोई खास कार्य समय पर बन जाएगा और रोजमर्रा की भागदौड़ से भी कुछ राहत मिलेगी। सरकारी काम रुका हुआ है, तो किसी की मदद से पूरा होने की संभावना है। सामाजिक गतिविधियों में भी आपका रुझान रहेगा तथा नये संपर्क भी बनेंगे। नेगेटिव- प्रॉपर्टी अथवा वाहन के खरीद-फरोख्त संबंधी कोई योजना है तो अभी उचित समय का इंतजार करना जरूरी है, क्योंकि इस समय कोई नुकसान की आशंका है। विद्यार्थी अपने पढ़ाई के प्रति लापरवाही करके अपना ही नुकसान करेंगे। आज किसी भी तरह के उधारी संबंधी लेनदेन ना ही करें। व्यवसाय- बिजनेस में नया काम शुरू करने के लिए बहुत अच्छा समय है, लेकिन कार्य प्रणाली सीक्रेट रखें। किसी से भी शेयर न करें। कोई कर्मचारी ही आपकी गतिविधियों का नाजायज फायदा उठा सकता है। सरकारी नौकरी में मनचाहा काम न मिलने से तनाव हो सकता है। लव- पति-पत्नी के बीच करके व्यवस्था को लेकर कुछ मनमुटाव की स्थिति बनेगी। विवाहेत्तर प्रेम संबंध घर की व्यवस्था को खराब कर सकते हैं। स्वास्थ्य- अत्यधिक कार्यभार की वजह से वजह से टांगों में दर्द व थकान की परेशानी रहेगी। उचित आहार ले। भरपूर आराम ले तथा व्यायाम पर भी ध्यान दें। भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 9 मकर - पॉजिटिव- पिछली गलतियों से सीख लेकर वर्तमान को बेहतर बनाने का प्रयास काफी हद तक सफल रहेगा। परिवार अथवा व्यवसाय संबंधी विशेष कार्य को लेकर आपको कोई ठोस और महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं और आप सफल भी रहेंगे। विदेश यात्रा संबंधी गतिविधियां भी होंगी। नेगेटिव- दूसरों के मामले में हस्तक्षेप ना ही करें,तो उचित है। क्योंकि इस वजह से आपके खुद के कार्यों में भी रुकावटे आएंगी। कोई भी निर्णय लेते समय जल्दबाजी और लापरवाही की वजह से आप किसी मुसीबत में पड़ सकते हैं। धैर्य और संयम बनाकर रखें। व्यवसाय- बिजनेस में नया काम शुरू किया है, तो मेहनत के बाद ही सफलता मिलेगी। इसलिए तनाव ना ले। महिलाओं से संबंधित व्यवसाय में विशेष फायदा होने वाला है। नौकरी मे पदोन्नति संभव है। परंतु साथ ही आपका कार्यभार भी बढ़ेगा। लव- विवाहित संबंध सुखद रहेंगे। निकट संबंधियों के साथ आपसी विचारों का आदान-प्रदान सबको खुशी देगा। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। स्वास्थ्य- अपनी इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए सजग रहे। इस मौसम में खान-पान के प्रति विशेष रुप से ध्यान देने की जरूरत है। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 6 कुंभ - पॉजिटिव- फोन अथवा मेल के माध्यम से कोई विशेष जानकारी मिलेगी और आपका पूरा ध्यान अपने काम तथा आर्थिक गतिविधियों पर ही केंद्रित रहेगा। इसके परिणाम भी उत्तम ही हासिल होंगे। आय की स्थिति बेहतर होगी। शाम को किसी मित्र के साथ खुशनुमा मुलाकात भी होगी। नेगेटिव- बेमतलब दूसरों की परेशानियों में ना ही उलझे और अपने काम से ही मतलब रखें। किसी भी नकारात्मक परिस्थिति में धैर्य और संयम बनाकर रखना आपको तनाव से दूर रखेगा और इससे परिस्थितियां जल्दी सामान्य हो जाएंगी। वरिष्ठ व्यक्तियों को अपनी सेहत के प्रति ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। व्यवसाय- इस समय व्यवसाय को लेकर किसी भी तरह का रिस्क लेना आपको परेशानी में डाल सकता है। बेहतर होगा कि वर्तमान परिस्थितियों पर ही ध्यान दें तथा दूसरों पर काम छोड़ने की अपेक्षा स्वयं की देखरेख में ही करें। नौकरी में स्थान परिवर्तन संबंधी कोई गतिविधि चल रही है तो आज उससे संबंधित कोई जानकारी मिल सकती है। लव- पति-पत्नी के संबंध बेहतर रहेंगे। तथा घर का माहौल उचित व अनुशासित रहेगा। स्वास्थ्य- तनावपूर्ण स्थितियों को अपने ऊपर हावी ना होने दें। क्योंकि इसका असर आपकी कार्य क्षमता पर पड़ेगा और स्वास्थ्य भी प्रभावित होगा। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 6 मीन - पॉजिटिव- प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री संबंधी कोई काम है, तो उससे संबंधित कोई भी निर्णय लेने के लिए आज का दिन बहुत ही अनुकूल है। युवा लोग सफलता पाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और बेहतर परिणाम भी हासिल होंगे। फाइनेंस से संबंधित समस्या का भी समाधान मिलेगा। नेगेटिव- कोर्ट केस संबंधी किसी भी मामले में लापरवाही ना बरतें। वरना मामला अटक भी सकता है। तनाव की वजह से नींद ना आने के कारण कुछ थकान भी हावी रहेगी। कोई भी समस्या आने पर घर के वरिष्ठ लोगों का योगदान लेना सहायक रहेगा। व्यवसाय- दूरदराज के क्षेत्रों से नए संपर्क बनेंगे जो कि भविष्य में फायदेमंद साबित होंगे। वर्तमान ऑर्डर तय समय पर पूरे हो जाएंगे, लेकिन अपनी योजनाएं सीक्रेट रखें। ऑफिस में स्टाफ के बीच कुछ राजनीति जैसा माहौल रह सकता है। लव- पति-पत्नी के बीच सुखद सामंजस्य रहेगा। जिससे परिवार में खुशनुमा माहौल रहेगा। लव पार्टनर को कुछ उपहार अवश्य दें। स्वास्थ्य- वर्तमान मौसम की वजह से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उचित आराम भी ले। बदन दर्द और थकान की परेशानी महसूस होगी। भाग्यशाली रंग- क्रीम, भाग्यशाली अंक- 4
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मेघालय के पश्चिमी खासी हिल्स में भूकंप का झटका, तीव्रता 4.2 रही
Breaking News Headlines Update; Dainik Bhaskar Breaking News Headlines Today, India and World Latest Pictures Videos, Pictures, and More From Dainik Bhaskar. दिल्ली के द्वारका इलाके में पानी में डूबकर 3 लड़कों की मौत हो गई।
मेघालय के पश्चिमी खासी हिल्स में रविवार को भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया कि भूकंप शाम 7:53 पर आया। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 आंकी गई। ​​​​​​​भूकंप का केंद्र खासी हिल्स में 10 किलोमीटर की गहराई में था। अभी तक किसी के हताहत होने कोई रिपोर्ट नहीं है। आज की अन्य प्रमुख खबरें... MP के सागर में ट्रक-कार में भिड़ंत, 6 लोगों की मौत, एक घायल MP के सागर में रविवार को ट्रक और कार की टक्कर हो गई। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। हादसा सानौधा थाना क्षेत्र के बमोरी डूंडर गांव के पास हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई। जबकि ट्रक सड़क से नीचे उतर गया। पढ़ें पूरी खबर... नागालैंड में पैसेंजर ट्रेन वाहन से टकराई, कोई हताहत नहीं नागालैंड के दीमापुर जिले में एक अवैध रेलवे क्रॉसिंग पर रविवार को पैसेंजर ट्रेन एक वाहन से टकरा गई। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हादसा सुबह करीब 11 बजे रंगपहाड़ और दीमापुर रेलवे स्टेशनों के बीच हुआ।लालगढ़-डिब्रूगढ़ अवध असम एक्सप्रेस इलाके से गुजर रही थी। थाहेखु गांव के पास अवैध क्रॉसिंग पर अचानक एक वाहन पटरी पर आ गया और ट्रेन की चपेट में आ गया। हालांकि हादसे से ट्रेन की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा। हादसे बाद वाहन चालक मौके से भाग गया। स्थानीय RPF ने केस दर्ज किया है। चंडीगढ़ में एक बम शेल मिला, पुलिस मौके पर मौजूद चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में रविवार को एक बम शेल मिला है। स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर मौजूद है। पढ़ें पूरी खबर... JDS 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले NDA में शामिल हो सकती है, बोम्मई ने दिए संकेत 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले JDS के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो सकती है। कर्नाटक में भाजपा के वरिष्ठ नेता बसवराज बोम्मई ने रविवार को इस संबंध में संकेत दिया। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं और JDS अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा के बीच इस पर बात होगी। उन्होंने कहा कि JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने कुछ बातें रखी हैं और उन पर बात होना है। अजित पवार NCP मंत्रियों के साथ शरद पवार से मिले, प्रफुल्ल पटेल बोले- हमने पैर पकड़कर उनका आशीर्वाद लिया अजित पवार और उनके गुट के विधायक रविवार को शरद पवार से मिलने पहुंचे। यह मुलाकात वाईबी चह्वाण सेंटर पर हुई। मुलाकात के बाद NCP (अजित गुट) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हमने पैर पकड़कर शरद पवारजी का आशीर्वाद लिया। हमने उनसे कहा कि NCP के नेता पार्टी से अलग ना हों, इसके लिए हमने उनसे अपील की। उन्होंने हमें कोई भी जवाब नहीं दिया। हां, उन्होंने शांत होकर हमारी बात सुनी। पूरी खबर यहां पढ़ें... पहलगाम रूट पर पत्थर गिरने से महिला अमरनाथ यात्री की मौत पहलगाम से अमरनाथ गुफा मंदिर जाने वाले मार्ग पर रविवार को पत्थर गिरने की घटना में एक महिला यात्री की मौत हो गई और दो स्थानीय पुलिसकर्मी घायल हो गए। महिला तीर्थयात्री की पहचान 53 वर्षीय उर्मीलाबेन के रूप में की गई है। एक जुलाई से शुरू अमरनाथ यात्रा के पहले पंद्रह दिनों में दो लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। शनिवार को 21401 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किये। अलास्का में भूकंप के तेज झटके, 7.4 तीव्रता; सुनामी का अलर्ट जारी अमेरिकी राज्य अलास्का में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.4 रही। अमेरिका के सुनामी वॉर्निंग सिस्टम ने भी अलर्ट जारी किया है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 9.3 किमी की गहराई पर था। पूरी खबर यहां पढ़ें... मुंबई में मार्वे बीच पर 5 लड़के डूबे, दो को बचाया गया, तीन लापता मुम्बई के मार्वे बीच पर रविवार को 5 लड़के डूब गए। दो लड़कों का रेस्क्यू किया गया वहीं 3 लड़के अब भी मिसिंग हैं। सर्च ओपेरेशन जारी है। कोस्ट गार्ड और नेवी के डाईवर्स भी बुलाये गए। घटना रविवार सुबह पौने दस बजे के करीब की है। केंद्र सरकार ने देशभर में 80 रुपए किलो टमाटर बेचना शुरू किया, NAFED और NCCF के जरिए बिक्री देशभर में खुले बाजार में टमाटर 250 से 300 रुपए किलो बिक रहे हैं। केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए इसे 80 रुपए किलो बेचने शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि 16 जुलाई से टमाटर 80 रुपए प्रति किलो बेचने का निर्णय लिया गया है। NAFED और NCCF के माध्यम से दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में कई जगहों पर बिक्री आज से शुरू हो गई है। ऐसे स्थानों पर मौजूदा बाजार कीमतों के आधार पर कल से इसका विस्तार अधिक शहरों में किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... जम्मू-कश्मीर पुलिस की LOC के पास कार्रवाई, 318 ड्रग तस्कर गिरफ्तार जम्म-कश्मीर के बारामूला पुलिस ने रविवार को कहा कि टीम ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ उरी से लेकर बारामूला जिले के अन्य हिस्सों में ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। पिछले कुछ दिनों में भारी मात्रा में नशीली दवाओं की खेप बरामद करते हुए 318 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। सुभासपा के ओपी राजभर NDA में शामिल हुए, अमित शाह बोले- आपका स्वागत करता हूं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) में शामिल हो गए हैं। वे अखिलेश की पार्टी सपा के सहयोगी रह चुके हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा- ओपी राजभर से दिल्ली में मुलाकात हुई और उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं। उनके आने से उत्तर प्रदेश में NDA को मजबूती मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें... अमेरिका के जॉर्जिया में गोलीबारी, महिला समेत 4 की मौत; आरोपी गिरफ्तार अमेरिका के जॉर्जिया में शनिवार को हुई मास शूटिंग में 4 लोगों की मौत हो गई। इसमें 3 पुरुष और एक महिला शामिल हैं। गोलीबारी के बाद आरोपी आंद्रे लॉन्गमोर वहां से फरार हो गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की वजह फिलहाल सामने नहीं आई है। पुलिस के मुताबिक आरोपी फायरिंग के बाद करीब 5-6 घंटे तक फरार रहा था। दिल्ली में गोल्फ कोर्स में बने तालाब में डूबकर 3 लड़कों की मौत, दीवार फांदकर अंदर गए थे दिल्ली के द्वारका इलाके में पानी में डूबकर 3 लड़कों की मौत हो गई। द्वारका के DCP एम हर्षवर्धन ने बताया कि शनिवार देर शाम 4 लड़के फुटबॉल खेलकर घर लौट रहे थे। इस दौरान वे दीवार कूदकर एक निर्माणाधीन गोल्फ कोर्स में घुस गए। इनमें से 3 लड़के वहां बने छोटे तालाब में उतर गए, जिसमें वे डूब गए। चौथे लड़के ने पुलिस को इसकी सूचना दी। हालांकि, पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही तीनों लड़कों की मौत हो गई। संजय राउत को क्राइम ब्रांच का नोटिस: CM ऑफिस पर लगाए आरोपों के सबूत देने को कहा शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत को मुंबई क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजा है। राउत ने कहा था कि CM ऑफिस से जेल में बैठे क्रिमिनल्स के साथ डील की जा रही है। पुलिस ने राउत से इन्हीं आरोपों के सबूत देने को कहा है, जिससे इनकी जांच की जा सके। अमेरिका में इंडियन कॉन्स्यूलेट के बाहर तिरंगा लेकर इकट्ठे हुए भारतीय प्रवासी; खालिस्तान समर्थकों को दिया जवाब अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासी शनिवार को सैन-फ्रांसिस्को में इंडियन कॉन्स्यूलेट के बाहर तिरंगा लेकर इकट्ठे हुए। दरअसल, 1 जुलाई को खालिस्तान समर्थकों ने इस कॉन्स्यूलेट में आग लगाने की कोशिश की थी। मार्च में भी खालिस्तान समर्थकों ने कॉन्स्यूलेट पर हमला किया था। उनको जवाब देने के लिए भारतीय प्रवासी यहां इकट्ठे हुए और तिरंगा लहराया।
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बॉयफ्रेंड और 5 दोस्त हैं आरोपी, सभी गिरफ्तार
केरल के अडूर में एक नाबालिग का पिछले 8 महीने में तीन बार रेप और एक बार गैंगरेप हुआ। आरोपी उसके दोस्त और परिचित ही थे। जून 2023 में लड़की से उसके बॉयफ्रेंड ने रेप किया था। Teen Gang-Raped Many Times Since 2022 By Boyfriend, Friends in Kerala
केरल के अडूर में एक नाबालिग का पिछले 8 महीने में तीन बार रेप और एक बार गैंगरेप हुआ। आरोपी उसके दोस्त और परिचित ही थे। जून 2023 में लड़की से उसके बॉयफ्रेंड ने रेप किया था। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामला जिला बाल कल्याण समिति के जरिए सामने आया। मामले की जानकारी मिलते ही हमने लड़की का बयान दर्ज किया। मामला दर्ज करने के बाद उसे मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा गया। एक महीने पहले बॉयफ्रेंड ने रेप किया दिसंबर 2022 में लड़की के साथ उसके दोस्त शक्ति ने कथित तौर पर रेप किया था। इसके बाद अनूप नाम के लड़के ने उसका यौन उत्पीड़न किया। फिर अनूप, शक्ति, अभिजीत और अरविंद को उसके घर लेकर गया। यहां अरविंद को छोड़कर सभी ने उसके साथ गैंगरेप किया। लड़की के बॉयफ्रेंड सुमेश ने जून 2023 में उसके साथ रेप किया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जुलाई के पहले हफ्ते में गैंगरेप का मामला दर्ज किया। इसके दो दिन बाद सुमेश को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी शनिवार रात और रविवार सुबह हुई है। ऐसी ही अन्य खबर भी पढ़ें... भोपाल में ज्वैलरी शॉप की सेल्सगर्ल से दुष्कर्म, लिव इन पार्टनर के दोस्त से छह महीने पहले हुई थी दोस्ती मध्यप्रदेश की भोपाल के न्यू मार्केट स्थित ज्वैलरी शोरूम में काम करने वाली सेल्सगर्ल के साथ लिव इन पार्टनर के दोस्त ने रेप किया। आरोपी ने शादी का झांसा दिया था। झांसे में आकर युवती ने लिव इन पार्टनर का घर छोड़ दिया था। अब आरोपी ने भी शादी से इनकार कर दिया। पीड़िता ने थाने पहुंचने कर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया। पढ़ें पूरी खबर...
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सभी बाढ़ प्रभावित जिले, सिरसा में बांध टूटे, CM बोले- 3 जिलों में पानी
हरियाणा में अभी भी 13 जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इन जिलों के 403 गांव में घग्गर और यमुना नदी का पानी घुस चुका है। इससे 133 कच्चे-पक्के मकान गिर गए हैं। 26 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, दो लोग लापता हैं।
हरियाणा में कल उत्तर हरियाणा के 5 जिलों में मध्यम बारिश का यलो अलर्ट है। इसमें पंचकूला, करनाल, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला जिले शामिल हैं। ये सभी जिले पहले ही बाढ़ की चपेट में हैं। इसके अलावा बाकी जिलों में हलकी बारिश हो सकती है। वहीं CM मनोहर लाल ने कहा कि पलवल, सिरसा और फतेहाबाद में पानी ज्यादा है। दिल्ली ITO बैराज पर CM ने कहा कि यमुना की स्थिति को लेकर हरियाणा सरकार जांच कराएगी। बाढ़ को देखते हुए भी यमुना की यह स्थिति क्यों बनाई गई है। यमुना 7 लाख क्यूसिक पानी ले लेती थी लेकिन अब साढ़े 3 लाख क्यूसिक में पानी कैसे फैल गया?। इसके अलावा राज्य में सिरसा में घग्गर नदी की चार जगहों से टूट गई। मीरपुर, खैरेकां, पनिहारी और बुर्जकर्मगढ़ के बीच और नेजाडला कलां के पास से छोटे बांध टूटे हैं। जिसके बाद घग्गर नदी का पानी रिंग बांध को तोड़कर मुख्य बांध के किनारे तक जा पहुंचा है। घग्गर का जलस्तर बढ़ने पर ग्रामीणों को अपने खेतों और मकानों की चिंता सता रही है। इसलिए लोग घग्गर नदी को शांत रखने के लिए इसके किनारे आकर पूजा कर रहे हैं। वहीं करनाल के लालूपुरा में भी यमुना का बांध टूटने का खतरा पैदा हो गया है। यहां कटाव हो रहा है। राज्य में अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पंचकूला, झज्जर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पलवल, सिरसा और यमुनानगर बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों के 403 गांवों में घग्गर और यमुना नदी का पानी घुस चुका है। इससे 133 कच्चे-पक्के मकान गिर गए हैं। 26 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, दो लोग लापता हैं। इस दौरान 16 लोगों को सांप काट चुके हैं। दिल्ली की मंत्री को चीफ इंजीनियर का जवाब, हथिनीकुंड बैराज है डैम नहीं दिल्ली सरकार के मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए हरियाणा के इरिगेशन के चीफ इंजीनियर सतबीर सिंह कादियान ने कहा कि हथिनीकुंड बैराज एक डैम नहीं है। बैराज का मतलब पानी की दिशा बदलने की क्षमता है। यहां डैम की तरह पानी को कंट्रोल कर नहीं छोड़ा जा सकता। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा था कि हथनीकुंड से 3 जगहों दिल्ली, हरियाणा और यूपी को पानी जाता है, दिल्ली में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बावजूद पानी की एक बूंद भी हरियाणा और यूपी की ओर नहीं भेजी गई, क्यों? क्या ऐसा इसलिए था क्योंकि ये दोनों राज्य बीजेपी शासित हैं? बीजेपी को जवाब देना चाहिए...क्या यह दिल्ली के लोगों के खिलाफ एक साजिश थी?। जाखल मंडी में बाढ़ फतेहाबाद के रतिया क्षेत्र के चिम्मो साइफन पर नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। नदी का पानी अब फतेहाबाद के गांवों की तरफ बढ़ रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में हड़कंप की स्थिति बन गई है। इससे पहले बाढ़ ने जाखल मंडी को भी चपेट में ले लिया है। देर रात जाखल मंडी में हैफेड के गोदामों में पानी घुस गया। इसके साथ 40 फुटा रोड पर भी पानी भरा गया। रंगोई नाले ने अब फतेहाबाद शहर और आसपास की ढाणियों में दहशत फैला दी है। कुरुक्षेत्र में पशुपालक की डूबने से मौत कुरुक्षेत्र जिले के बाबैन शहर के गांव गुढ़ा में बाढ़ के पानी में डूबने से एक पशुपालक की मौत हो गई है। बीर सिंह अपने पशुओं को चारा डालकर घर लौट रहा था। रास्ते पर पानी ज्यादा और बहाव तेज होने की वजह से वह रास्ता भटक गया था। इस बीच वह अचानक बाढ़ के पानी में डूब गया। कल 7 जिलों में भारी बारिश IMD ने 19 जुलाई तक मौसम का जो पूर्वानुमान जारी किया है उसमें प्रदेश के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। 17 जुलाई को उत्तर हरियाणा के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। 5 दिनों के लिए हरियाणा में यलो अलर्ट रखा गया है। IMD चंडीगढ़ ने बताया कि अगले पांच दिनों में अधिकतम तापमान में किसी तरह का बदलाव नहीं होने वाला। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गरज चमक की संभावना है। आज कैसे रहेंगे हालात IMD की और से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक आज पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, मेवात व पलवल में 25 से 50 प्रतिशत क्षेत्र में बारिश की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में गिने चुने स्थानों पर बूंदाबांदी संभव है। 17 जुलाई को बारिश का दायरा कुछ बढ़ेगा। 12680 का हेल्थ चेकअप हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के लिए अभी तक कुल 703 मेडिकल कैंप आयोजित किए गए, जिनमें 12680 लोगों का टेस्ट किया गया। इसी प्रकार 28 गांवों व वार्डों में फॉगिंग करवाई गई तथा 10363 ORS के पैकेट वितरित किए गए। विज ने बताया कि इन टीमों द्वारा पानी जनित रोगों और वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। गांवों का दौरा कर रही हेल्थ टीमें विज ने बताया कि राज्य के बाढ़ प्रभावित 416 गांवों में 328 टीमों ने दौरा किया। उन्होंने बताया कि 340 मेडिकल कैंप आयोजित किए गए। जिनमें 7833 लोगों का चेकअप किया गया। इसी प्रकार 18 गांवों व वार्डों में फॉगिंग करवाई गई तथा 5715 ORS के पैकेट वितरित किए गए। उन्होंने बताया कि शनिवार को गांवों व वार्डों में 3 लोगों की मौत की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। 16 को सांप ने काटा उन्होंने बताया कि अब तक बुखार के 1312, गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 202, पेचिश के 27, सांप के काटने के 16, नेत्र से संबंधित 53, त्वचा रोग 1247 और 4857 अन्य मामलों की रिपोर्ट हुई हैं। इसी प्रकार, अब तक अंटरिंक बुखार के 6 मामलों की रिपोर्ट हुई है।
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वृषभ राशि के लोग घर-परिवार में संतुलन बनाए रखें, सिंह राशि के लोग की बढ़ सकती हैं उलझनें
सोमवार, 17 जुलाई को मेष राशि के लोग चिंताओं से बचें, इन्हें नए अवसर मिल सकते हैं। वृषभ राशि के लोग घर-परिवार में संतुलन बनाए रखें। सिंह राशि के लोगों की उलझनें बढ़ सकती हैं। Monday, 17 July Tarot rashifal in hindi, somwar ka rashifal, People of Taurus, people of Leo, daily horoscope
सोमवार, 17 जुलाई को मेष राशि के लोग चिंताओं से बचें, इन्हें नए अवसर मिल सकते हैं। वृषभ राशि के लोग घर-परिवार में संतुलन बनाए रखें। सिंह राशि के लोगों की उलझनें बढ़ सकती हैं। टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए सभी 12 राशियों के लिए दिन कैसा रह सकता है... मेष - FOUR OF CUPS चिंता छोड़कर नए अवसर पर ध्यान दें। योजनाओं को वास्तविकता का रूप देना संभव है। योजनाओं का प्रयोग सही तरीके से करें। ऊर्जा में आ रहे बदलाव की वजह से आसपास की स्थिति बदलने लगेगी और आप से जुड़े हुए लोगों को इस बात का फायदा मिल सकता है। फिलहाल खुद पर ध्यान दें। करियर : करियर से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण निर्णय आपके द्वारा लिए जाएंगे, इस कारण आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। लव : रिलेशनशिप संबंधी चिंता पार्टनर के व्यवहार के कारण बनी रहेगी, लेकिन पार्टनर के व्यवहार में सुधार हो सकता है। हेल्थ : शरीर में पानी की कमी हो सकती है। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 2 वृषभ - THE STAR घर-परिवार में संतुलन बनाए रखें। नए व्यक्ति के साथ परिचय होने से शुरुआत में तकलीफ होगी, लेकिन इस व्यक्ति के जरिए लाभ मिल सकते हैं। जिससे आपके जीवन में सुधार आएगा। मित्रों के साथ धन के लेन-देन में लापरवाही न करें। करियर : व्यापार से जुड़े लोगों को नए ऑर्डर मिल सकते हैं, इस कारण काम संबंधी व्यस्तता बनी रहेगी। लव : परिवार की ओर से सुझाए गए रिश्ते पर ध्यान दें। हेल्थ : शारीरिक समस्याओं को नजरअंदाज न करें। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 5 मिथुन - THE EMPEROR समय कठिन रहेगा, लेकिन आप प्रयत्नों के जरिए परिस्थिति में सुधार कर लेंगे। महत्वपूर्ण कामों के लिए खुद को तैयार रखें। परिवार के लोगों के साथ रिश्तों में उतार-चढ़ाव रहेगा। जिन कामों की चिंता सता रही है, वह काफी हद तक दूर हो सकती है और बदलाव की वजह से परिवार के लोगों के साथ व्यवहार सुधरने लगेगा। करियर : करियर संबंधी चिंता रहेगी. लेकिन अपनी काबिलियत का ध्यान रखते हुए खुद को प्रेरित रखें। लव : लव रिलेशनशिप संबंधी कठिनाइयां दूर होंगी। हेल्थ : सेहत में सुधार हो सकता है। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 1 कर्क - EIGHT OF SWORDS अभी तक जिन बातों की वजह से विचार नकारात्मक हो रहे थे, उन्हें बदलने की आवश्यकता है। प्रयत्न सही दिशा में हो, इस बात का ध्यान रखें। अपना हौसला बनाए रखें और अपने लक्ष्य के लिए प्रयत्न करें। करियर : करियर में सुधार हो सकता है। फिर भी नए काम में गंभीरता रखें। लव : रिलेशनशिप से जुड़ी किसी भी बात के लिए खुद को कमजोर न समझें। हेल्थ : बदन दर्द की तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 3 सिंह - PAGE OF SWORDS लोगों से मिल रहे सुझाव की वजह से उलझनें बढ़ सकती हैं। सेहत में आ रहे बदलाव की वजह से चिड़चिड़ापन रहेगा। करीबी लोगों के साथ अपनी समस्याओं की चर्चा करें। किसी व्यक्ति को जरूरत से अधिक जानकारी देना आपके लिए नुकसान का कारण बन सकता है। करियर : जिस कार्यक्षेत्र में आप पारंगत हैं, उससे जुड़ी जिम्मेदारियों को स्वीकार करें। लव : गलत लोगों की वजह से रिलेशनशिप में दिक्कत हो सकती है। हेल्थ : पेट संबंधी तकलीफ बढ़ सकती है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 4 कन्या - TWO OF SWORDS दुविधाओं को दूर करने का रास्ता मिलेगा। फिर भी आप अपनी बातों को किसी व्यक्ति के सामने जाहिर करना पसंद नहीं करेंगे। जब तक परिस्थिति आपकी मर्जी के अनुसार नहीं होती है, तब तक जरूरी बातें बाहरी लोगों को न बताएं। वक्त आने पर उनका जवाब देना आपके लिए संभव होगा। किसी भी वजह से नकारात्मक न बनें। करियर : आपके द्वारा किए गए काम की प्रशंसा होगी। साथ में बढ़ोतरी प्राप्त हो सकती है। लव : रिलेशनशिप संबंधी निर्णय लेने से पहले खुद की अपेक्षाओं पर ध्यान देना होगा। हेल्थ : लो बीपी और शुगर के कारण तकलीफ होगी। लकी कलर : ग्रे लकी नंबर : 9 तुला - THREE OF CUPS मौज-मस्ती पर ध्यान रहेगा। मानसिक रूप से जो थकान महसूस हो रही थी, वह हद तक दूर हो सकती है। मित्रों के साथ जुड़े रहने से अकेलापन दूर होगा। परिवार के साथ जो दूरियां बन रही हैं, उन पर भी ध्यान देना जरूरी है। यात्रा करने का मौका प्राप्त हो सकता है। इसका फायदा जरूर उठाएं। काम से जुड़ी बातों को वक्त पर ही पूरा करना आपके लिए आवश्यक होगा। करियर : काम की नई शुरुआत सकारात्मक तरीके से हो सकती है। लव : पार्टनर के साथ वक्त बिताने की कोशिश करें। एक-दूसरे के लिए बनी हुई नाराजगी दूर होगी। हेल्थ : बालों से संबंधित समस्या हो सकती है। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 6 वृश्चिक - EIGHT OF CUPS पुरानी बातों को छोड़कर केवल नए लक्ष्य पर ध्यान दें। जिन बातों के कारण तकलीफ हो रही है, उनका प्रभाव कम होगा। जीवन को देखने का नजरिया बदलने की वजह से स्वभाव में सुधार हो सकता है। पैसों से जुड़ी समस्या दूर होगी, लेकिन उधार लेन-देन न करें। करियर : काम की गति बनी रहेगी, इस कारण बिना किसी रूकावट के काम आगे बढ़ता जाएगा। लव : रिलेशनशिप में प्रेम बना रहेगा। हेल्थ : पैर दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। लकी कलर : गुलाबी लकी नंबर : 7 धनु - QUEEN OF CUPS भावनाओं पर काबू रखें। निर्णय लेने में हड़बड़ी न करें। गुस्से में लिए गए निर्णय की वजह से आपका नुकसान हो सकता है। निराशाजनक बातों में बदलाव आएगा, लेकिन पुरानी बातों के प्रभाव से खुद को बाहर निकालने की कोशिश करें। करियर : विदेश में काम करने वाले लोगों को फायदा हो सकता है। इन पैसों का इस्तेमाल जरूरी कामों पर करें। लव : फिलहाल पार्टनर को आपकी मदद की आवश्यकता हो सकती है। हेल्थ : कमर दर्द की परेशानी बढ़ेगी। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 8 मकर - THE FOOL जिन बातों में बदलाव करके काम को सुधारा जा सकता है, उनका अवलोकन करें। अपनी गलतियों का एहसास होगा। व्यक्तित्व में बदलाव आएगा। सही लोगों का चुनाव करके आप खुद को सुधारने की कोशिश करें। व्यक्तिगत जिम्मेदारियां बखूबी से निभाई जाएंगी, इस कारण पारिवारिक जीवन और मित्रों के साथ के संबंध गहरे बनेंगे। करियर : आपके द्वारा किए गए काम की वजह से लोग प्रेरित होंगे। आपको नेतृत्व करने का मौका प्राप्त हो सकता है। लव : मर्जी के अनुसार पार्टनर के साथ व्यवहार रखने से विवाद हो सकते हैं। हेल्थ : शुगर संबंधी तकलीफ न बढ़े, इस बात का ध्यान रखें। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 3 कुंभ - PAGE OF PENTACLES किसी व्यक्ति के साथ बातचीत करते समय उनकी व्यक्तिगत बातों में दखलअंदाजी न दें। पैसों से संबंधित लेन-देन की वजह से गलतफहमी हो सकती है। अभी प्रयत्नों के अनुसार फायदा प्राप्त नहीं होगा, लेकिन मिलने वाले अनुभव के कारण बड़ी समस्याओं को दूर करना संभव हो सकता है। आर्थिक स्रोत संबंधी नई शुरुआत हो सकती है। करियर : सोने-चांदी के व्यापार से जुड़े लोगों को लेन-देन करते समय सतर्कता रखनी होगी। लव : पार्टनर के सामने बेझिझक होकर अपनी भावनाएं प्रकट करें। हेल्थ : डायरिया की तकलीफ हो सकती है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 2 मीन - KING OF SWORDS मेहनत के साथ ही काम करने का श्रेय भी मिलेगा। प्रगति की वजह से आपका हौसला बढ़ेगा। समस्याओं को दूर करने के लिए डेडीकेशन और प्रयत्नों सतर्कता रखनी होगी। करीबी लोगों के साथ के संबंधों में बदलाव हो सकता है। आपका जीवन प्रगति की ओर जा रहा है। इसलिए पुरानी बातें भूलकर केवल वर्तमान पर ध्यान दें। करियर : मार्केटिंग से जुड़े लोगों को कम प्रयत्न में बड़ा फायदा मिल सकता है। लव : आपके गलत व्यवहार की वजह से पार्टनर को दिक्कत हो सकती है। हेल्थ : थायराइड संबंधी तकलीफ बढ़ने की संभावना है। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 1
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पहला ODI 40 रन से जीता; मारुफा अख्तर ने झटके 4 विकेट
बांग्लादेश विमेंस टीम ने भारतीय टीम को तीन मैच की वनडे सीरीज के पहले मैच में 40 रन से हरा दिया है। बांग्लादेश विमेंस टीम की भारत के खिलाफ वनडे में यह पहली जीत है। बांग्लादेश सीरीज में 1-0 की बढ़त बना लिया है। तीनIndia vs Bangladesh Women's 1st ODI. IND Loses To BAN.
बांग्लादेश विमेंस टीम ने भारतीय टीम को तीन मैच की वनडे सीरीज के पहले मैच में 40 रन से हरा दिया है। वनडे क्रिकेट में बांग्लादेश विमेंस टीम की भारत के खिलाफ यह पहली जीत है। बता दें विमेंस वनडे क्रिकेट में भारत और बांग्लादेश के बीच यह छठवां मुकाबला था। इससे पहले खेले गया पांच मैचों में भारत को जीत मिली थी। बांग्लादेश ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला मीरपुर में खेला गया। बारिश से बाधित यह मैच 44-44 ओवर का कर दिया गया था। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बांग्लादेश की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 43 ओवर में 152 रन पर ऑल आउट हो गई थी। इसके जवाब में भारतीय टीम 35.5 ओवर में 113 रन ही बना पाई और डकवर्थ लुईस नियम के तहत 40 रन से मैच हार गई। बांग्लादेश के लिए मारुफा अख्तर ने चार विकेट लिए। मारुफा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। कप्तान सुल्ताना ने 39 रन की पारी खेली बांग्लादेश की ओर से सबसे ज्यादा 39 रन कप्तान निगार सुल्ताना ने बनाए। वहीं फरगना हक ने 27 रन की पारी खेली। भारत के लिए पहला वनडे मुकाबला खेल रहीं अमनजोत कौर ने चार विकेट लिए। देविका वैद्य को दो और दीप्ति शर्मा को एक विकेट मिला। राबिया खान को तीन विकेट मिले भारत के लिए सबसे बड़ी पारी दीप्ति शर्मा ने खेली। उन्होंने 40 बॉल में 20 रन बनाए। अमनजोत कौर और यास्तिका भाटिया ने 15-15 रनों की पारी खेली। बांग्लादेश के लिए मारुफा के अलावा राबिया खान को तीन विकेट मिले। नाहिदा अख्तर और सुल्ताना खातून ने एक-एक विकेट झटके। सीरीज का दूसरा मुकाबला 19 जुलाई को मीरपुर में ही खेला जाएगा।
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सेना ने कब्जे में लिया, जांच के लिए साथ ले गई, मिसगाइडेड बताया जा रहा
चंडीगढ़ में एक बार फिर बम शेल मिला है। इसको लेकर हुई जांच में यह मिला है कि यह बम शेल सुखना चो में बहर आया है। बताया यह भी जा रहा है कि जहां बम मिला है कि वहां आसपास 40 हजार से ज्यादा आबादी रहती है।
चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में बम शेल मिला है। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। यह बम शेल बापूधाम कॉलोनी के पीछे पड़ा हुआ था। इसका पता चलते ही पुलिस ने इलाके को सील कर दिया। वहां सारा ट्रैफिक रोक दिया गया। बम शेल 51MM का बताया जा रहा है। जिसे सेना इस्तेमाल करती है। इसके बाद सेना यहां जांच के लिए पहुंची। जिसके बाद बम को कवर कर वह अपने साथ चंडी मंदिर यूनिट में ले गई। इसकी आगे की जांच वहीं होगी। शुरूआती जानकारी के मुताबिक इसे मिसगाइडेड बमशेल बताया जा रहा है। सुखना में नहाने गए बच्चों ने देखा चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक सुखना में कुछ बच्चे नहाने के लिए गए थे। इसी दौरान उनकी नजर बम शेल पर पड़ी। वह इसे उठाकर शास्त्री नगर की तरफ ले आए। जिसके बाद पता चला कि यह बम है। फिर सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। जिसके बाद IT पार्क की पुलिस मौके पर पहुंची। बम को रेत की बोरियों से ढका पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वहां जमा लोगों को हटाया। फिर बम शेल को रेत की बोरियों से कवर कर दिया गया ताकि अगर कहीं उसमें धमाका हो तो आसपास के इलाकों में कोई नुकसान न हो। उसके चारों तरफ भी पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पुल और रोड पूरी तरह सील की गई पुलिस ने बम बरामद होते ही उसे कवर कर लिया। इसके बाद मनीमाजरा से सेक्टर 26 की रोड को बंद कर दिया गया था। इसके अलावा जिस शास्त्री नगर पुल पर बम को कवर किया गया है, उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया था।हालांकि बम को ले जाने के बाद पुलिस ने इलाके में ट्रैफिक खोल दिया है। पानी में बहकर आने की आशंका पुलिस की शुरूआती जांच में संभावना जताई जा रही है कि यह कहीं से बहकर सुखना चो में आया है। हाल ही में बारिश की वजह से काफी उथल-पुथल मची है। उसी पर यह बम शेल कहीं जमीन में दबे होने और अब बारिश के पानी के साथ बहकर आने की संभावना के एंगल से इसकी जांच की जा रही है। ये खबर भी पढ़ें... पंजाब व हरियाणा CM आवास के पास बम मिला:थोड़ी दूरी पर हेलीपैड भी, आर्मी इसे कल करेगी डिफ्यूज​​​​​ चंडीगढ़ के सेक्टर 2 स्थित राजिंदरा पार्क आम के बाग में सोमवार दोपहर जिंदा बम मिलने से हड़कंप मच गया। यह VVIP इलाका है। जहां नजदीक में ही पंजाब के CM भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर का सरकारी आवास है। यही नहीं, इसकी कुछ दूरी पर हेलीपेड है, जहां CM भगवंत मान का हेलिकॉप्टर उतरता है
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मुख्यमंत्री पर बड़ा हमला, कहा-परिवार के लोग करोड़ों के टेंडर ले रहे
JP Nadda Rajasthan BJP Meeting Schedule Update - बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज प्रदेश भाजपा के 'नहीं सहेगा राजस्थान' आंदोलन को लॉन्च करेंगे।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज प्रदेश भाजपा के 'नहीं सहेगा राजस्थान' आंदोलन को लॉन्च किया। इस दौरान नड्डा ने कहा- यूपीए का मतलब है, उत्पीड़न, पक्षपात और अत्याचार। नड्डा ने कहा- गहलोत सरकार ने पक्षपात करने का काम किया है। जयपुर बम ब्लास्ट मामले में वसुंधरा सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट चलाई। गहलोत सरकार ने आतंकवादियों को छोड़ने का काम किया। नड्डा ने कहा- गहलोत सरकार ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चलाने का काम किया। वहीं, बांग्लादेश से आए रोहिंग्याओं को बसाने का काम किया है। उनके वोटर आईडी और आधार कार्ड बनाने का काम गहलोत सरकार ने किया है। नड्डा ने कहा- यह गहलोत सरकार नहीं है, यह घर को लूटने वाली सरकार है। दिल्ली को पैसा भेजने और गरीबों का हक मारने वाली सरकार है। इस सरकार ने भ्रष्टाचार में रिकॉर्ड बनाने का काम किया है। नड्डा ने कहा- गहलोत को हमें नवंबर में घर बैठाना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राम मंदिर बनाने का हम सबका सपना था। वो पूरा हो रहा है। केदारनाथ, उज्जैन का जीर्णोद्धार हुआ है। हम पुष्कर तीर्थ का भी जीर्णोद्धार करवा रहे हैं। इसे लेकर केंद्र सरकार ने 40 करोड़ रुपए दिए हैं। जेपी नड्डा ने कहा- गहलोत के परिवार के लोग हजारों करोड़ के टेंडर ले रहे हैं। गहलोत परिवारवाद को पोषित करने में लगे हैं। भरतपुर की एक मंत्री के पति पर रेप और मर्डर के चार्ज हैं, लेकिन गहलोत उन्हें बचाने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस मां, बेटे और बेटी की पार्टी है। गहलोत तो कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। सचिन तो सब-कॉन्ट्रैक्ट पर हैं। पूनिया ने कहा- माधुरी दीक्षित के गाने की तरह राहुल गांधी ने कर्ज माफी पर गिनती बोली इस दौरान उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने संबोधित करते हुए कहा- जैसे माधुरी दीक्षित 1,2,3,4......5,6 गाना गाती है। उसी तरह से राहुल गांधी ने कर्ज माफी के लिए 1 से 10 तक गिनती बोली। किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ। वसुंधरा बोलीं- पेपर लीक का सुनकर मुझे रोना आता है पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- इस सरकार ने साढ़े चार साल में भ्रष्टाचार में डूब कर सरकार चलाई है। चारों ओर लूट मची हुई है। कल तो गहलोत सरकार ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इनके पूर्व राज्यमंत्री 18.40 लाख रुपए की घूस लेते हुए पकड़े गए। प्रदेश में धर्म परिवर्तन हो रहे हैं। हमारी भामाशाह योजना को बंद करके उन्होंने चिरंजीवी योजना शुरू की। अन्नपूर्णा रसोई को बदलकर इंदिरा योजना कर दिया। खाने की क्वालिटी हमारे मुकाबले खराब कर दी है। वसुंधरा ने कहा- पेपर लीक का सुनकर तो मुझे रोना आता है। 19 पेपर लीक हो गए। 40 लाख युवाओं का भविष्य खराब हो गया। दिल्ली बुलाने पर अंगूठा दिखा देते हैं गहलोत बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जब भी दिल्ली बुलाया जाता है, तब वे अंगूठा दिखा देते हैं। पहले हाथ का अंगूठा दिखाया था। अब पैर का अंगूठा दिखा दिया। 'नहीं सहेगा राजस्थान' का पोस्टर लॉन्च जयपुर के बीलवा में चंदन वन वाटिका में भाजपा के 'नहीं सहेगा राजस्थान' आंदोलन से संबधित ऑडियो, वीडियो और पोस्टर का विमोचन किया गया। प्रदेश में अगले 15 दिन भाजपा आक्रामक तरीके से गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। 'नहीं सहेगा राजस्थान' आंदोलन जयपुर से शुरू होकर संभाग और प्रत्येक विधानसभा स्तर तक किया जाएगा। इसकी अलग से एक वेबसाइट भी जारी की गई है। वेबसाइट पर प्रदेश स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक आंदोलन से जुड़ी तमाम जानकारियां मिलेंगी। यह आंदोलन प्रदेशभर में 1 अगस्त तक चलेगा। एक अगस्त को जयपुर में महा आंदोलन होगा। सरकार के खिलाफ तैयार करेंगे चार्जशीट
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आयरलैंड दौरे के लिए टीम में हो सकते हैं शामिल, सितंबर में चोटिल हुए थे
Jasprit Bumrah Bowling Practice - अगले महीने आयरलैंड दौरे के लिए टीम में हो सकते है शामिल, सितंबर से है चोटिल
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में बॉलिंग प्रैक्टिस फिर शुरू कर दी है। रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे बुमराह अगले महीने होने वाले आयरलैंड टूर का हिस्सा हो सकते है, जहां टीम 3 टी-20 मैच की सीरीज खेलेगी। बुमराह सितंबर 2022 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दौरान चोटिल हो गए थे। तब से वह रिकवरी कर रहे हैं। मार्च में सर्जरी कराई थी बुमराह ने इसी साल मार्च में न्यूजीलैंड जाकर पीठ की सर्जरी कराई थी। चोटिल होने के कारण ही वे टी-20 वर्ल्ड कप 2022, IPL 2023, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 में भी टीम का हिस्सा नहीं बन सके थे। श्रेयस अय्यर ने भी बल्लेबाजी शुरू की चोटिल बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने भी NCA में बल्लेबाजी शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही उनका नेट्स में वीडियो वायरल हुआ था। रिपोर्ट्स के अनुसार अय्यर वनडे वर्ल्ड कप से पहले ही 100% फिट हो जाएंगे और टूर्नामेंट का हिस्सा भी बन सकते हैं। एशिया कप से पहले भी अय्यर का फिटनेस टेस्ट होगा। अगर वे इस टेस्ट को भी पास कर लेते हैं तो वह इस चैंपियनशिप में भी खेल सकते हैं। एशिया कप 31 अगस्त से शुरू होगा। राहुल और ऋषभ भी NCA में केएल राहुल और ऋषभ पंत भी NCA में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं। यह दोनों खिलाड़ी भी चोट से अच्छी रिकवरी कर रहे हैं। उनकी वापसी के लिए भी कोई विशेष समयसीमा निर्धारित नहीं की गई है। राहुल ने लंदन में जांघ की सर्जरी कराई है। कार एक्सीडेंट में घायल हुए ऋषभ पंत ने घुटने की सर्जरी कराई है।
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धनंजय डी सिल्वा शतक के करीब; शाहीन शाह अफरीदी के 100 विकेट पूरे
पाकिस्तान क्रिकेट टीम श्रीलंका के दौरे पर है। गल्ल में दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट खेला जा रहा है। पहले दिन श्रीलंका ने टॉस जीत कर बल्लेबाजी चुनी। पहले दिन के स्टंप्स तक श्रीलंका ने 6 विकेट खो कर 242 रन बना लिए है।Pakistan Vs Sri Lanka (PAK Vs SL) 1st Test Day 1 Latest Updates;
श्रीलंका ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पहले दिन स्टंप्स तक 6 विकेट खोकर 242 रन बना लिए हैं। ऑलराउंडर धनंजय डी सिल्वा 94 रन बनाकर नाबाद हैं। एंजेलो मैथ्यूज ने 64 रन की पारी खेली। पाकिस्तान की ओर से तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए हैं। श्रीलंका ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी श्रीलंका ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम के दोनों ओपनर कम स्कोर पर पवेलियन लौटे। निशान मधुशंका 4 और कप्तान दिमुथ करुणारत्ने 29 रन बनाकर आउट हुए। कुशल मेंडिस भी 12 रन ही बना सके। इन तीनों को शाहीन ने आउट किया। दिनेश चांदीमल 1 रन बनाकर नसीम शाह की गेंद पर आउट हुए। श्रीलंका का स्कोर 4 विकेट पर 54 रन था और टीम गहरे संकट में नजर आ रही थी। इसके बाद मैथ्यूज और धनंजय ने पांचवें विकेट की साझेदारी में 131 रन जोड़े। मैथ्यूज ने 64 रन की पारी खेली। उनका विकेट लेग स्पिनर अबरार अहमद ने लिया। ऑलराउंडर धनंजय डी सिल्वा 94 रन बना कर नाबाद है और शतक के करीब पहुंच चुके है। सदीरा समरविक्रमा 36 रन बना कर आगा सलमान का शिकार हुए। उनका विकेट गिरते ही स्टंप्स की घोषणा कर दी गई। शाहीन के 100 टेस्ट विकेट पूरे श्रीलंका की पारी में पहला विकेट लेते ही शाहीन शाह अफरीदी ने टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट का माइलस्टोन छू लिया। इसके बाद उन्होंने दो विकेट और लिए। शाहीन टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाले पाकिस्तान के 19वें गेंदबाज बने हैं। बारिश ने डाला खलल मैच के आखिरी सेशन में बारिश ने खलल डाल दिया। 58.2 ओवर के बाद बारिश आ गई। इस कारण दिन का खेल रुक गया। बारिश थमने के बाद 7 ओवर का खेल हुआ और स्टंप्स हो गया। दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन पाकिस्तान प्लेइंग इलेवन: अब्दुल्ला शफीक, इमाम-उल-हक, शान मसूद, बाबर आजम (कप्तान), सऊद शकील, सरफराज अहमद, आगा सलमान, नोमान अली, अबरार अहमद, शाहीन शाह अफरीदी और नसीम शाह। श्रीलंका प्लेइंग इलेवन: निशान मदुशंका, दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), कुसल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, दिनेश चांडीमल, धनंजय डी सिल्वा, सदीरा समरविक्रमा (विकेटकीपर), रमेश मेंडिस, प्रभात जयसूर्या, विश्व फर्नांडो और कसुन राजिथा।
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प्रियंका सोनीपत से आई महिलाओं के गले लगीं; राहुल गांधी ने वीडियो शेयर किया
हरियाणा में राहुल गांधी और किसानों के बीच बातचीत का वीडियो ऑल इंडिया कांग्रेस पार्टी ने जारी कर दिया है। इस वीडियो में राहुल गांधी सोनीपत के दो किसानों से बातचीत कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने रविवार को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें हरियाणा के सोनीपत से आई कुछ महिलाएं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के साथ हरियाणवी गाने पर डांस करती हुई दिख रही हैं। करीब 12 मिनट के इस वीडियो में सोनीपत की कुछ महिलाओं को दिल्ली लाने, घुमाने और अंत में उनकी सोनिया, प्रियंका और राहुल से मुलाकात शामिल है। वीडियो में प्रियंका गांधी के आवास पर पहुंची इन महिलाओं से राहुल पूछते दिख रहे हैं- कैसी लगी दिल्ली, घूमा कि नहीं? इसके बाद उनके साथ सोनिया, प्रियंका और राहुल लंच करते नजर आ रहे हैं। वीडियो के शुरुआती हिस्से में राहुल और सोनीपत के दो किसानों के बीच बातचीत है। 8 जुलाई को शिमला जाने के दौरान राहुल सोनीपत के मदीना गांव में इन किसानों से मिले थे। राहुल ने खेत में ट्रैक्टर चलाया, धान रोपा और किसानों के साथ खाना भी खाया था। तब उन्होंने इन महिलाओं को दिल्ली आने का न्योता दिया था। हालांकि इसका पूरा वीडियो सामने नहीं आया है। महिला ने कहा- अपने घर बुलाओ, राहुल बोले- मेरा घर सरकार ने छीन लिया वीडियो में 8 जुलाई को सोनीपत के मदीना गांव में राहुल गांधी महिलाओं के साथ बातचीत करते हुए दिख रहे हैं। राहुल महिलाओं से उनकी समस्या और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछते हैं। इसके बाद एक महिला पूछती है- अपने बारे में तो कुछ बताओ? इस पर राहुल कहते हैं- मैं दिल्ली का हूं। फिर महिला बोलती है- हमें भी अपने घर बुलाओ? जवाब में राहुल कहते हैं- सरकार ने तो मेरा घर छीन लिया। खैर, आ जाओ दिल्ली दिखाता हूं। फिर राहुल गांधी ने प्रियंका से उनकी बात कराई। राहुल ने प्रियंका को कहा कि इन महिलाओं को दिल्ली आना है। आपके घर ले आऊं। प्रियंका से बात होने के बाद पिछले शुक्रवार को राहुल गांधी ने स्पेशल गाड़ी भेजकर इन महिलाओं को दिल्ली बुलाया। उन्हें इंडिया गेट घुमाया। इसके बाद सभी महिलाएं प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से भी मिलीं। वीडियो के एक हिस्से में राहुल और दो किसानों तसबीर कुमार और संजय की बातचीत भी है। राहुल ने बातचीत के दौरान किसानों से पूछा- देश में सब कुछ प्राइवेट हो रहा है। इसका फायदा किसको हो रहा है? किसानों ने जवाब में कहा- देश के कुछ बड़े अमीर लोगों को। पढ़िए राहुल-किसानों की बातचीत के अंश... राहुल: ये आपका है ट्रैक्टर, लोन लेकर खरीदा होगा, आप चलोगे हमारे साथ? किसान: हां चलो। राहुल: ये टूटता नहीं है। खराब नहीं होता और इसके औजार भी खराब नहीं होते, कितने साल चलते हैं? किसान: 15 से 20 साल चल जाते हैं। राहुल: आपने यह जमीन ठेके पर ले रखी होगी और आप क्या करते हो? किसान: हां। मैं मजदूरी करता हूं, मुझे फसल का चौथा हिस्सा मिलता है। राहुल: आपको कितना पैसा मिलता है एक एकड़ फसल का? किसान: एक एकड़ फसल से हमें 20 हजार रुपए मिल जाते हैं। राहुल: खेत में साल में कितनी फसल होती हैं? किसान: 2 साल में। राहुल: 5 एकड़ जमीन को तैयार करने में कितना समय लग जाता है? किसान: एक दिन का समय लग जाता है। राहुल: फसल को लगाने के लिए खेत को तैयार करने में कितना पैसा लग जाता है? किसान: ट्रैक्टर में 10 हजार रुपए का डीजल लगता है, 10 लेबर की जरूरत होती है। इसमें भी 35 सौ रुपया लग जाता है। राहुल: आपको क्या लगता है, जो ये सब प्राइवेट हो रहा है, फायदा किसको जा रहा है? किसान: इसका फायदा देश के बड़े-बड़े लोगों को जा रहा है। राहुल: मान लिया आपने इसमें 5 साल काम किया, तो फायदा कितने साल रहता है और नुकसान कितने साल रहता है? किसान: 2 साल नुकसान ही होता है, 3 साल फसल फायदा देती है। राहुल: खेती करना 10 साल पहले आसान था कि अब ? किसान: पहले किसानों को खेती करना आसान था, पहले बीमा का पैसा समय पर मिल जाता था, लेकिन ये सरकार तो बेकार है। किसानों से मुलाकात के बाद राहुल की अहम बातें 1. किसानों को सही फल नहीं मिलता किसानों का भारत को जोड़ने में बहुत बड़ा योगदान है - उनका उगाया हुआ अनाज देश की हर थाली का हिस्सा है, मगर उनकी इस तपस्या को सही फल और सम्मान नहीं मिलता। भारत जोड़ो यात्रा अपने अगले चरण में सोनीपत, हरियाणा के खेतों में रुकी। 2. किसानों को सरकार की मदद चाहिए मेरी मुलाकात दो किसान भाइयों, संजय मलिक और तसबीर कुमार से हुई। संजय ने ज़मीन सरकार से लीज पर ले रखी है, वहीं तसबीर उनके साथ 25% के ठेके पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि किसानी में हर पांच साल में से 3 साल मौसम के कारण नुकसान झेलना पड़ता है। तब उन्हें सरकार की मदद की जरूरत पड़ती है। 3. महिलाओं ने घर की रोटियां खिलाईं, दिल्ली देखने की इच्छा जताई पुरुष, महिलाएं, बच्चे, सभी खेतों में मौजूद थे- धान की रोपाई का खास दिन था। उनके साथ मिल कर खेतों में हाथ बंटाया, ट्रैक्टर चलाया, धान बोया, दिल खोल कर कई बातें हुईं। महिलाओं ने घर की रोटियां खिलाईं और अपने जीवन के बारे में बातचीत की। उनमें से किसी ने भी अब तक दिल्ली नहीं देखी थी। उन्होंने दिल्ली देखने की इच्छा जताई, और मुझे सब के साथ और वक्त बिताने का मौका मिला। 4. किसान सीधे, लेकिन अधिकार पहचानते हैं सीधे-सादे, सच्चे और समझदार हैं भारत के किसान, अपने अधिकार भी पहचानते हैं। जरूरत आने पर काले कानूनों के खिलाफ डट जाते हैं तो साथ में MSP और बीमा की सही मांग भी उठाते हैं। अगर हम उन्हें सुनें, उनकी बात समझें तो देश की कई समस्याएं सुलझ सकती हैं। राहुल गांधी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... ​​​​राहुल गांधी ने किसानों के साथ धान की रोपाई की:खेतों में ट्रैक्टर चलाया; दिल्ली से शिमला जाते वक्त सोनीपत के मदीना गांव में रुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार सुबह अचानक हरियाणा के सोनीपत में रुके। यहां उन्होंने किसानों के साथ खेतों में धान की रोपाई की। उन्होंने ट्रैक्टर चलाकर खेत की जुताई भी की। इस दौरान किसानों और खेत मजदूरों के साथ खेती-किसानी पर बातचीत भी की। राहुल ने किसानों के साथ ही बैठकर नाश्ता भी किया (पूरी खबर पढ़ें) राहुल गांधी हाथ में जूते पकड़ चले; घुटनों के ऊपर पैंट चढ़ा धान रोपा; हरियाणवी लस्सी का स्वाद चखा राहुल गांधी करीब 2 घंटे तक खेत में रहे। मजदूरों से बातचीत की, धान की रोपाई की विधि को जाना। ट्रैक्टर चला कर पानी में गाड लगाई। बाद में किसानों के बीच बैठ कर नाश्ता किया। राहुल गांधी ने यहां रोटी के साथ देसी लस्सी (छाछ) का आनंद भी लिया (पूरी खबर पढ़ें) अंबाला से चंडीगढ़ ट्रक की यात्रा कर चुके राहुल गांधी राहुल गांधी का अचानक हरियाणा में इस तरह से चौंकाने वाला फैसला पहली बार नहीं है। एक महीने पहले भी वह दिल्ली से शिमला जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने अंबाला में काफिला रुकवाया। यहां से वे एक ट्रक में सवार होकर चंडीगढ़ तक गए। इसका पता तब चला, जब कांग्रेस नेताओं ने इसके वीडियो-फोटो जारी किए। (पूरी खबर पढ़ें) राहुल ने ट्रक यात्रा से पहले ड्राइवर्स से बात की:8 सवाल पूछे; कहा- अगर आप न चलो तो पूरा देश रुक जाएगा राहुल गांधी की ट्रक यात्रा इन दिनों खूब चर्चा में है। बीते दिनों मुरथल से चंडीगढ़ के बीच 50 किलोमीटर की ट्रक यात्रा में उनकी ड्राइवरों से काफी बात हुई। एक ढाबे में चाय पीते-पीते उन्होंने ड्राइवरों से 8 सवाल पूछे (पूरी खबर पढ़ें)
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मस्क बोले- कंपनी का कैश फ्लो निगेटिव, एडवरटाइजिंग रेवेन्यू में 50% की गिरावट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर अभी भी घाटे की कंपनी बनी हुई है। इस बात की जानकारी खुद कंपनी के मालिक एलन मस्क ने दी। मस्क ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा,'एडवरटाइजिंग रेवेन्यू में लगभग 50% की गिरावट और ज्यादा लोन के कारण कंपनी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर अभी भी घाटे की कंपनी बनी हुई है। इस बात की जानकारी खुद कंपनी के मालिक एलन मस्क ने दी। मस्क ने एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, 'एडवरटाइजिंग रेवेन्यू में लगभग 50% की गिरावट और ज्यादा लोन के कारण कंपनी का कैश फ्लो अभी भी निगेटिव बना हुआ है। किसी और चीज को हासिल करने से पहले हमें पॉजिटिव कैश फ्लो तक पहुंचने की जरुरत है।' हालांकि, मस्क ने यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया कि एडवरटाइजिंग रेवेन्यू में गिरावट किस समय की है। इससे पहले मस्क ने कहा था कि ट्विटर 2023 में लगभग 3 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल करने के ट्रैक पर है, जबकि 2021 में यह 5.1 बिलियन डॉलर था। मस्क ने 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर खरीदा था 28 अक्टूबर 2022 को एलन मस्क ने 44 बिलियन डॉलर (तब 3,368 अरब रुपए) में ट्विटर खरीदा था। ट्विटर के इंडिपेंडेंट बोर्ड के चेयरमैन ब्रेट टेलर ने भारतीय समय के मुताबिक रात 12 बजकर 24 मिनट पर एक प्रेस रिलीज में मस्क के साथ हुई डील के बारे में जानकारी दी थी। उस समय मस्क ने बताया था कि कंपनी को हर दिन करीब 32 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। ऐडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहते मस्क मस्क ने ट्विटर पर रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कई बदलाव किए हैं। वो अपने प्लेटफॉर्म से कमाई के लिए केवल ऐडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं। इसी कारण उन्होंने ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान भी दुनियाभर में लॉन्च किया था। हाल ही में उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट पढ़ने की डेली लिमिट तय की थी। वेरिफाइड यूजर अब एक दिन में सिर्फ दस हजार पोस्ट पढ़ सकते हैं। अनवेरिफाइड यूजर एक हजार पोस्ट, वहीं नए अनवेरिफाइड यूजर रोजाना सिर्फ 500 पोस्ट ही पढ़ सकते हैं। ट्विटर खरीदने के बाद मस्क के 4 बड़े फैसले... 1. CEO पराग अग्रवाल को निकाला था एलन मस्क ने 27 अक्टूबर 2022 को 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर खरीदा था। इसके बाद मस्क ने कंपनी के चार टॉप ऑफिशियल्स को निकाल दिया था। इनमें CEO पराग अग्रवाल, फाइनेंस चीफ नेड सेगल, लीगल एग्जीक्यूटिव्स विजया गड्डे और सीन एडगेट शामिल हैं। इसके बाद चीफ मार्केटिंग ऑफिसर लेस्ली बेरलैंड, चीफ कस्टमर ऑफिसर सारा पर्सनेट और ग्लोबल क्लाइंट सॉल्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट जीन-फिलिप महू को बाहर कर दिया गया था। 2. 50% से ज्यादा कर्मचारियों को निकाला एलन मस्क ट्विटर के 7,500 एम्प्लॉइज में से 50% से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल चुके हैं। इसके बाद उन्होंने बचे हुए इम्प्लॉइज को कंपनी में बने रहने के लिए अल्टीमेटम देते हुए ईमेल किया था। एम्पलॉइज को भेजे एक ईमेल में मस्क ने लिखा था, कर्मचारियों को एक सफल ट्विटर 2.0 बनाने के लिए बहुत परिश्रमी होने की जरूरत होगी। साथ ही सफलता के लिए देर तक काम और उच्च क्षमता दिखानी होगी। ईमेल में कहा गया था कि जो भी एम्पलॉइज कंपनी का हिस्सा बने रहना चाहते हैं वो ईमेल में दिए गए लिंक पर ‘हां’ में क्लिक करें। जिस किसी ने ऐसा नहीं किया, उसे निकाले जाने का तीन महीने का नोटिस मिलेगा। आप जो भी निर्णय लें, ट्विटर को सफल बनाने के आपके प्रयासों के लिए धन्यवाद। इस ईमेल के बाद काफी सारे एमप्लॉइज ने इस्तीफा दे दिया था। 3. ट्विटर पर ट्रंप की वापसी करवाई थी नवंबर 2022 में मस्क ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट बहाल किया था। उन्होंने ट्विटर पर ट्रंप की वापसी को लेकर एक पोल किया था। उन्होंने पूछा था, क्या प्रेसिडेंट ट्रंप का अकाउंट बहाल किया जाना चाहिए। हां या ना। 1.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ने वोटिंग में हिस्सा लिया और 52% लोगों ने हां में जवाब दिया था। 4. ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस एलन मस्क ने ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस को दुनियाभर में लॉन्च किया है। भारत में एंड्रॉयड और IOS वाले मोबाइल यूजर्स के लिए ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस की कीमत 900 रुपए प्रति महीना है। वेब यूजर्स ब्लू सब्सक्रिप्शन सर्विस 650 रुपए महीने में ले सकते हैं। 27 अक्टूबर को ट्विटर खरीदने के पांच दिन बाद मंगलवार रात को एलन मस्क ने इसका ऐलान किया था।
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धार्मिक माहौल के लिए लोबान का धुआं और मंत्र, रील-टू-रियल में TV शो की शूटिंग
Mythological Show Shooting Process Explained मुंबई से 3 घंटे 27 मिनट की दूरी पर है उमरगाम। उमरगाम गुजरात के हिस्से में आता है। यहां के स्वास्तिक भूमि सेट पर इन दिनों टीवी शो शिव शक्ति की शूटिंग चल रही है
रामायण-महाभारत से लेकर देवों के देव महादेव तक, आपको कई पौराणिक कथाओं पर बने टीवी सीरियल्स याद होंगे। इनके भव्य सेट, कभी स्वर्ग, कभी धरती, कभी बड़े महल और कभी जंगल। कभी ना कभी आपने भी सोचा ही होगा कि आखिर ये सीरियल्स शूट कैसे और कहां होते हैं? इतने भव्य सेट्स को बनाने के लिए जगह कितनी लगती होगी? आज रील टू रियल में छोटे पर्दे की इसी कहानी के बड़े सच को जानने के लिए हम मुंबई से दूर महाराष्ट्र-गुजरात के बॉर्डर पर उमरगाम पहुंचे। उमरगाम गुजरात की सीमा में है। यहां लगा है कलर्स चैनल पर आ रहे सीरियल शिव-शक्ति का सेट। डेढ़ एकड़ में फैले इस सेट पर एक ही छत के नीचे धरती, कैलाश, पाताल और स्वर्ग लोक के सेट हैं। माहौल को धार्मिक बनाने के लिए लोबान जलाई गई थी, जिससे पूरा सेट महक रहा था। सेट पर मंत्र भी गूंज रहे हैं। जब हम पहुंचे तो वहां भगवान शिव और सती के विवाह का सीन शूट किया जा रहा था। राजा दक्ष के महल में फेरे हो रहे थे। सारे देवता, ऋषि, शिवगण आदि बने कलाकार दिखाई दे रहे थे। भगवान शिव और सती जिस हवन कुंड के सात फेरे ले रहे थे उसमें आग नहीं थी। वो आग बाद में VFX के जरिए जलाई जाएगी। उमरगाम से मुंबई की दूरी कोई साढे तीन घंटे की है। रोज यहां एपिसोड शूट होते हैं, फिर दो लोग यहां से वीडियो फुटेज लेकर मुंबई जाते हैं। एक ट्रेन से और एक कार से ताकि मुंबई में ट्रैफिक ज्यादा हो तो भी कोई एक फुटेज समय पर एडिटिंग के लिए पहुंच जाए। कुछ ऐसी दिलचस्प कहानी है टीवी सीरियल्स की शूटिंग की। आज की रील टू रियल की ये रिपोर्ट इसी सीरियल के सेट से... क्रिएटिव डायरेक्टर का काम क्या होता है? शो की कहानी मिलने के बाद उसको स्क्रैच से उठाकर पर्दे पर दिखाने तक की जिम्मेदारी क्रिएटिव डायरेक्टर की होती है। शो में लगने वाले VFX, म्यूजिक, सेट डिजाइनिंग, कास्ट और उनके कपड़े को शाॅर्ट लिस्ट करना, इन सब की जिम्मेदारी क्रिएटिव डायरेक्टर के पास होती है। जब मैंने सिद्धार्थ तेवतिया से सेट पर बात की तो उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में वो शिव शक्ति शो की शूटिंग कर रहे हैं। शिव शक्ति, उस भगवान की कहानी हैं जो सबसे बड़े भगवान हैं, मगर इमोशन के लेवल पर वो हम इंसानों जैसे हैं। शिवजी बहुत भोले हैं, वो हम इंसानों के इमोशंस से कनेक्ट कर सकते हैं। हमारा शो कुछ इसी कहानी पर आधारित है। अब बात कहानी लिखने, सेट डिजाइनिंग और एडिटिंग के काम की - शूटिंग से पहले शो की स्क्रिप्ट फाइनल करने में 8-10 महीने लगते हैं शूटिंग शुरू होने से पहले हमारे प्रोडक्शन डिजाइनर ओमंग कुमार और प्रोड्यूसर सिद्धार्थ कुमार तिवारी के बीच बस एक ही बात होती थी कि हमारी ये दुनिया किसी भी तरह से बनावटी ना लगे। ऐसे शोज की शूटिंग शुरू होने से पहले तकरीबन 8-10 महीने लग जाते हैं। इसमें कहानी लिखने से लेकर शूटिंग से जुड़ी सभी चीजों की तैयारियां शामिल होती हैं। माइथोलॉजी बेस्ड शो की कहानी कैसे फाइनल की जाती है? सबसे पहले हमें उस भगवान को समझना पड़ता है, जिस पर कहानी बेस्ड होती है। भगवान की भावना को पूरी तरह समझने के बाद ही हम कहानी में काम करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो पाते हैं। उन्हें समझने का सिर्फ एक ही जरिया है और वो पुराण है। जैसे हम अभी शिव शक्ति पर शो कर रहे हैं, उसके लिए हमने शिव पुराण का सहारा लिया क्योंकि इसके जरिए हमें मूल कहानी और भावना समझने में मदद मिली। इसके साथ विष्णु पुराण, लिंग पुराण का भी सहारा लेते हैं, जिससे भगवान की दुनिया को करीब से देख पाते हैं। इन सबके अध्ययन के बाद ही हम कहानी लिखते हैं। सेट बनाने में किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है? सिद्धार्थ ने कहा- हम जहां अभी खड़े हैं, ये राजा दक्ष का दरबार है। राजा दक्ष ब्रह्मजी के पुत्र थे और पूरे संसार के पहले राजा थे। इतने बड़े व्यक्ति का दरबार भी उन्हीं की तरह भव्य ही होगा। उनका दरबार दूसरे राजा के दरबार की तुलना में अधिक विशाल भी होगा। इस वजह से ऑडियंस को रियल फील कराने के लिए हमने इतना ग्रैंड सेट तैयार किया। सेट बनाना या VFX शूट करना, दोनों में आसान कौन? इस शो में अलग-अलग दुनिया दिखाई है- शूटिंग से लेकर एडिटिंग का काम कैसे होता है? टेलीविजन की दुनिया में सबसे बड़ा इश्यू होता है शो को टेलिकास्ट करना। हर दिन हमें एक नए शो का टेलिकास्ट करना पड़ता है। इसके साथ ही हम क्वालिटी पर भी कंप्रोमाइज नहीं कर सकते हैं। यही वजह है कि हमारे प्रोड्यूसर ने कह रखा है कि हम काम एडवांस में कर लें, लेकिन वो भी क्वालिटी को ध्यान में रख ही करें। इस रेश्यो को मेंटेन करने के लिए हमारी पूरी टीम मेहनत करती है। एक्टर्स भी पूरी मेहनत के साथ अपना शाॅट कम रीटेक में कम्प्लीट करते हैं। डायरेक्टर से लेकर प्रोडक्शन टीम अपना काम कम समय में क्वालिटी को ध्यान में रखकर पूरा करती है। शूटिंग के बाद एडिटिंग का काम मुंबई में होता है। यहां से फुटेज हम अपने प्रोडक्शन हाउस स्वास्तिक मुंबई भेजते हैं। ये पूरा प्रोसेस हर दिन का होता है। एडिटिंग के लिए फुटेज पहुंचाने का सोर्स क्या होता है? हमारा सेट उमरगाम में हैं और प्रोडक्शन हाउस मुंबई में है। मुंबई के ट्रैफिक पर भी हम भरोसा नहीं कर सकते हैं। यही वजह है कि शूट होने के बाद यहां से दो लड़के फुटेज का चिप लेकर निकलते हैं। एक चिप को हम कार के जरिए भेजते हैं और दूसरे को हम ट्रेन से भेजते हैं। कोशिश यही रहती है कि दोनों में से कोई भी चिप टाइम पर एडिटिंग के लिए पहुंच ही जाए। समय बचाने के लिए 2 की जगह 5 कैमरे का इस्तेमाल करते हैं आज हम शिव और सती का विवाह शूट कर रहे हैं। शादी का मंडप लगा हुआ है। पूरा सेट हमने लाइट अप किया हुआ है। ऐसे शूट के लिए 2-3 कैमरे लगते हैं। कई बार हम टाइम बचाने के लिए 5 कैमरे का इस्तेमाल करते हैं। पैसे बढ़ जाते हैं, लेकिन वक्त बच पाता है। एक्टर्स को पौराणिक दौर का एहसास कराने के लिए सेट पर श्लोक-मंत्र बजते हैं पौराणिक दौर को पर्दे पर फिल्माना आसान नहीं है। उदाहरण के तौर पर उस वक्त धरती की शायद खुशबू बहुत अलग होती होगी। अब वह खुशबू हम स्क्रीन पर तो नहीं दिखा सकते इसलिए हम कलाकार के लिए ऐसा माहौल बनाते हैं ताकि वो उस दौर को महसूस कर सकें और वैसा ही एक्ट करें। इस कारण हम सेट पर लोबान जला कर रखते हैं। जिस वक्त डायलॉग नहीं चलता हम सेट पर मंत्र और श्लोक चलाते हैं। एक्टर्स उसे महसूस करते हैं और वहीं हम ऑडियंस तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं। कैलाश लोक की डिजाइनिंग कैसे की? सबको पता है कि शिव जी की एक दुनिया थी। कैलाश पर उनका निवास स्थान था। पुराण की मदद से हमने ये जाना है कि उनके आसपास का माहौल कैसा था और वो कहां रहते थे। इन सब बातों पर विचार करने के लिए हमने कैलाश लोक को उसी हिसाब से बनाने की कोशिश की। कैलाश लोक की सेट डिजाइनिंग के वक्त हमारी यही सोच थी कि उस दौर की भव्यता में कोई कमी ना रहे और ये बाकियों से बिल्कुल अलग हो। सेट पर हमने पत्थर और बर्फ के साथ जमे हुए पानी को भी दिखाने की कोशिश की है। इस सेट पर हमने पत्थर, सफेद बर्फ और नीले पानी का कॉम्बिनेशन तैयार किया। शो से जुड़े लोगों की सुविधाओं की जिम्मेदारी किस पर? ये सेट मुंबई से 3 घंटे की दूरी पर उमरगाम में है। शो से सभी जुड़े सभी लोगों के लिए शो की कंपनी स्वास्तिक ने सारी सुख-सुविधा दी। ट्रैवलिंग का भी पूरा मैनेजमेंट किया गया है। हालांकि हम में से ज्यादातर लोग यहीं रहते हैं क्योंकि शूटिंग हर रोज हो रही है। शो के एक्टर्स आते-जाते रहते हैं। यहां शूट, रहना, खाना और फिर मुंबई लौटने की पूरी जिम्मेदारी भी प्रोडक्शन हाउस ही उठाता है। यहां उमरगाम में सेट के पास पूरी सोसाइटी है जिसमे कई सारे कमरे हैं, वहा पूरी टीम और एक्टर्स रहते हैं। इस सेट की साइज इतनी बड़ी है कि जिसे मुंबई में बनाना आसान नहीं था। हम इसे सेट नहीं स्वास्तिक भूमि कहते हैं।
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10 पार्ट की स्पेशल सीरीज में; देखिए कल, यानी 17 जुलाई से
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर लॉ कमीशन का जनता से सुझाव मांगना, पीएम मोदी का एक परिवार में दो कानून वाला बयान, संसदीय समिति की बैठक। ये साफ इशारा कर रहे हैं कि सरकार यूसीसी पर गंभीरता से आगे बढ़ रही है। ये कैसा होगा, इसके
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर लॉ कमीशन का जनता से सुझाव मांगना, पीएम मोदी का एक परिवार में दो कानून वाला बयान, संसदीय समिति की बैठक। ये साफ इशारा कर रहे हैं कि सरकार UCC पर गंभीरता से आगे बढ़ रही है। ये कैसा होगा, इसके प्रावधान क्या होंगे... फिलहाल कुछ भी साफ नहीं है। दैनिक भास्कर लाया है 10 स्टोरीज की एक कम्प्लीट सीरीज। जिसमें UCC के संवैधानिक, राजनीतिक, सामाजिक और दुनिया से जुड़े हर पहलू कवर होंगे। आप तक पहुंचने वाली हर नॉलेज एक्सपर्ट पैनल से ऑथेंटिकेट होगी। इसमें वो सब कुछ होगा, जिसे कोई राय बनाने से पहले जानना जरूरी है। पढ़िए और देखिए, यूनिफॉर्म सिविल कोड पर 10 पार्ट की स्पेशल सीरीज, कल यानी 17 जुलाई 2023 से सिर्फ दैनिक भास्कर ऐप पर...
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गलत ट्रीटमेंट से और खराब हो गई थी कंडीशन, चलना तक हो गया था मुश्किल
The Kapil Sharma Show Fame Atul Parchure Speaks About His Cancer Wrong Treatment. द कपिल शर्मा शो फेम एक्टर अतुल परचुरे ने हाल ही में खुलाया किया कि वो कैंसर से पीड़ित हैं। एक इंटरव्यू के दौरान अतुल ने इससे जुड़े अपने एक्सपीरियंस शेयर किए।
द कपिल शर्मा शो फेम एक्टर अतुल परचुरे ने हाल ही में खुलाया किया कि वो कैंसर से पीड़ित हैं। एक इंटरव्यू के दौरान अतुल ने इससे जुड़े अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। अतुल ने बताया, ‘पिछले साल मैं एक फैमिली वैकेशन पर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड गया था। वहां से लौटने के बाद मेरी तबियत खराब हुई। मैं ठीक से कुछ खा भी नहीं पा रहा था। तब चेकअप करवाने पर मुझे पता चला कि मुझे कैंसर है। लीवर में निकला 5 सेमी कैंसरग्रस्त ट्यूमर इसके बाद जब डॉक्टर ने मेरी अल्ट्रा सोनोग्राफी की तो मैंने उनकी आंखों में डर देखा। मैं तुरंत समझ गया कि कुछ गड़बड़ है। मुझे बताया गया कि मेरे लीवर में 5 सेंटिमीटर लंबा ट्यूमर है जो कैंसरग्रस्त है।’ मेरा चलना तक मुश्किल हो गया था अतुल ने आगे बताया, ‘शुरुआत में मैं मिस डायग्नोज्ड हो गया था। ऐसे में ट्रीटमेंट के दौरान मेरी हेल्थ बेहतर होने के बजाय और खराब हो गई। मेरे लिए चलना तक मुश्किल हो गया था। ऐसी कंडीशन में करना पड़ा डेढ़ महीने इंतजार ऐसी कंडीशन में डॉक्टर्स ने मुझसे डेढ़ महीने इंतजार करने के लिए कहा। डाक्टर्स का कहना था कि अगर उन्होंने अभी सर्जरी की तो मुझे जॉन्डिस हो जाएगा और मेरे लीवर में पानी भर जाएगा। इसके बाद मैं शायद सर्वाइव ना कर पाऊं। आने वाले दिनों में पता चलेगी स्थिति बाद में मैंने डॉक्टर बदल लिया। प्रॉपर मेडिकेशन और कीमोथेरेपी के जरिए खुद को बेहतर किया। अब आने वाले कुछ दिनों में मुझे पता चलेगा कि मेरी स्थिति कितनी ठीक है।’ कपिल की टीम ने किया था संपर्क अतुल ने यह भी बताया कि इस दौरान कपिल की टीम ने भी उनसे संपर्क किया था। मेकर्स चाहते थे कि वो शो में सुमोना के पिता का रोल प्ले करें पर वो अपनी हेल्थ कंडीशन के चलते परफॉर्म नहीं कर सकते थे। कई फिल्मों में निभा चुके हैं कॉमिक रोल अतुल ने टीवी शो ‘आर के लक्ष्मण की दुनिया’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। रोहित शेट्टी की फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ में उन्होंने धोंदू का रोल प्ले किया था। अतुल इमरान हाशमी स्टारर आवारापन और सलमान-गोविंदा की पार्टनर समेत कई फिल्मों में काॅमिक रोल कर चुके हैं।
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कई बिजनेसमैन ने पत्नियों के पीछे छोड़े डिटेक्टिव, मास्टरमाइंड 100 से ज्यादा परिवारों पर रख रहा था नजर
Rajasthan Jaipur High-profile Businessmen Hiring Detectives To Spy On Their Wives. राजस्थान में अपने ही अपनों की जासूसी करवा रहे हैं। ATS ने ऐसे कांड का खुलासा किया है, जिसमें 100 से ज्यादा परिवारों की जासूसी कराई गई।
राजस्थान में अपने ही अपनों की जासूसी करवा रहे हैं। ATS ने ऐसे कांड का खुलासा किया है, जिसमें 100 से ज्यादा परिवारों की जासूसी कराई गई। सबसे ज्यादा मामले पति-पत्नी और उनके अफेयर से संबंधित जासूसी के हैं। इस जासूसी कांड को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड है 48 साल का पुष्पेंद्र भूटानी। वह खुद को प्राइवेट जासूस बताता है। पैसों के लिए वह लोगों की पत्नियों का पीछा करता, उनकी गुप्त मीटिंग की तस्वीर खींचता। पति की डिमांड पर उनकी कॉल डिटेल भी निकलवाता कि वह किससे बात कर रही हैं और कितनी देर। चौंकाने वाली बात है कि इस काम में पुलिस की मिलीभगत भी सामने आई है। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पीछे एक पॉश कॉलोनी में राजस्थान ATS ने दबिश देकर प्राइवेट जासूस को गिरफ्तार किया। उसके लग्जरी फ्लैट और मोबाइल से ऐसे रिकॉर्ड हाथ लगे हैं, जिसको देख अधिकारी भी चौंक गए। जासूसी के लिए उसने लाखों रुपए के पैकेज तय कर रखे थे। जितनी डिटेल, उतना पैसा। कई बड़े बिजनेसमैन ने अपनी पत्नियों की जासूसी के लिए उसको हायर किया था। यहां तक कि कई परिवारों ने बेटे के लिए बहू तक की जासूसी तक करवाई। लोगों को पैसे ब्याज पर देने वाला शख्स कैसे इतने बड़े जासूसी कांड का मास्टरमाइंड बन गया। पढ़िए, संडे बिग स्टोरी में… सबसे ज्यादा पति-पत्नी की जासूसी ADG (एटीएस-एसओजी) अशोक राठौड़ ने बताया कि पुष्पेंद्र भूटानी के ऑफिस से जासूसी के काम आने वाले हिडन कैमरा और डॉक्यूमेंट मिले हैं। इससे पता चला है कि बड़ी संख्या में लोगों की जासूसी की जा रही थी। इसमें सबसे अधिक मामले पति-पत्नी के हैं। मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड लेकर पति-पत्नी एक-दूसरे की जासूसी करते हैं। इसके लिए कई युवक-युवतियों ने उससे संपर्क किया था। एक-दूसरे की जासूसी के लिए लोकेशन तक मंगवाई जाती थी। इसके अलावा मैरिज से पहले लड़का-लड़की का परिवार भी होने वाले दूल्हा-दुल्हन को परखने के लिए जासूसी करवाता था। बड़ी संख्या में पुष्पेंद्र के ऑफिस से इसके रिकॉर्ड मिले हैं। अब वो केस पढ़िए, जिनका खुलासा जासूस ने एटीएस के सामने किया है… केस-1 : जयपुर के एक बिजनेसमैन को अपनी पत्नी पर शक था कि वो उसके ऑफिस जाने के बाद किसी से चोरी छिपे मिलती है। फोन पर बातचीत करती है, लेकिन घर पहुंचने से पहले ही सारे सबूत मिटा देती है। शक को पुख्ता करने के लिए उसने अपनी पत्नी पर नजर रखना शुरू कर दिया। काफी कोशिश के बाद भी कोई प्रफू उसके हाथ नहीं लगा। थक-हारकर उसने प्राइवेट डिटेक्टिव की मदद ली। पत्नी की कॉल डिटेल, सीडीआर (बातचीत के ऑडियो) के साथ लोकेशन निकलवाई। पत्नी के अफेयर का पता लगाने के लिए उसका पीछा करवा फोटोशूट भी करवाया। केस-2 : जयपुर की एक हाई प्रोफाइल फैमिली ने बेटे की शादी के लिए लड़की पसंद की। सगाई के बाद ही लड़के वाली फैमिली ने आने वाली बहू के बारे में जानकारी जुटाने के लिए जासूसी शुरू कर दी। प्राइवेट डिटेक्टिव हायर किया और होने वाली बहू के आने-जाने से लेकर उसके मोबाइल कॉल पर बात करने वाले नंबरों की जानकारी जुटाई। बेटे की शादी से पहले परिवार बहू की पुरानी लाइफ के बारे में जानना चाहते थे। अफेयर से लेकर बहू का किससे क्या अटैचमेंट है, इसकी जानकारी जुटाई। मोबाइल पर सबसे ज्यादा बात किन नंबरों पर होती है, उसके नाम पते निकलवाने के साथ ही उसका पूरा रिकॉर्ड निकलवाया गया। बिना लड़की वालों को पता लगे, गुपचुप तरीके से सभी डाउट क्लीयर होने के बाद बेटे की धूमधाम से शादी कर दी। केस-3 : राजस्थान के बिजनेसमैन एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए भी प्राइवेट डिटेक्टिव हायर कर रहे हैं। एक बिजनेसमैन ने अपने कॉम्पिटिटर की जासूसी इसलिए करवाई ताकि वह जान सके कि उसका अगला प्रोजेक्ट क्या है। सरकारी ठेके के लिए वह किससे मिल रहा है, कहां डील कर रहा है। प्राइवेट डिटेक्टर ने काम हाथ में लेने के बाद बिजनेसमैन का कई दिन तक पीछा किया। वह कहां, कब, किससे मिल रहा है, इसकी डिटेल निकाली। साथ ही कई सीक्रेट जानकारियां भी उसको लाकर दी। कैसे हुआ जासूसी कांड का खुलासा? ATS को मुखबिर तंत्र के जरिए काफी समय से सूचना मिल रही थी कि लोगों की प्राइवेट जानकारी निकाली जा रही है। इस काम में अवैध तरीके से जासूसी करने वाले लोग शामिल हैं, जो मोबाइल लोकेशन, सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स) निकालकर पैसों के बदले बेच रहे हैं। इसी को लेकर ATS ने नजर रखने के साथ मुखबिरों को एक्टिव कर रखा था। बीते रविवार को ATS के पास सूचना आई कि पुष्पेंद्र भूटानी नाम का एक शख्स है, जो खुद को बड़ा जासूस बताता है। वह इस तरह के काम में इन्वॉल्व है। उसने हाल ही में कई लोगों की सीडीआर के प्रिंटआउट निकलवाए हैं। मुखबिर ने यह भी बताया कि जल्द ही वह पैसे लेकर सारे सबूत नष्ट करने वाला है। ऐसे में ATS ने सूचना का सत्यापन किया और अगले दिन सोमवार (10 जुलाई) को पुष्पेंद्र भूटानी के फ्लैट पर दबिश दी। सांगानेर एयरपोर्ट के पीछे एक कॉलोनी में रॉयल एवेन्यू अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर- 908 की धावा बोलकर घंटी बजाई तो वह घर पर ही था। एटीएस को देख पुष्पेंद्र ने वहां से भागने की कोशिश की। ऐसे में शक और पुख्ता हो गया। बाद में जब उसके घर की तलाशी ली तो कई सबूत ऐसे मिले, जिसे देख ATS के अधिकारी भी चौंक गए। पुष्पेंद्र के बेडरूम में टेबल पर एक सफेद पन्नों पर कुछ प्रिंटेड (हार्ड कॉपी) नंबर मिले। यह एक मोबाइल नंबर की सीडीआर की हार्ड कॉपी थी। यानी एक मोबाइल नंबर से किन-किन लोगों को कॉल किया गया उसका पूरा रिकॉर्ड। कितने मिनट बात हुई, कितने बजे बजे कॉल हुआ, ये सब जानकारी थी। एटीएस ने वहां से सारे दस्तावेज जब्त किए। पुष्पेंद्र को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ शुरू की। ATS से बोला- हां, मैं ही हूं डिटेक्टिव पुष्पेंद्र उसने एटीएस के सामने कबूला कि वह प्राइवेट डिटेक्टिव पुष्पेंद्र भूटानी है। टेबल पर मिली दस्तावेज उसके एक क्लाइंट के थे, जिसने उसे जासूसी के लिए हायर किया था। पुष्पेंद्र का मोबाइल खंगाला तो कई राज खुले हैं। कबीर डार्क वेब के नाम से सेव दो मोबाइल नंबरों पर कई डिटेल्स का आदान-प्रदान किया गया था। पूछने पर उसने बताया कि ये भी एक एजेंसी है, जो लोगों की कॉल डिटेल लीक करने का काम करती है। इसके बदले वह पैसे लेता है। कबीर नाम के व्यक्ति ने 7 मोबाइल नंबर की सीडीआर पुष्पेंद्र को भेज रखी थी। दो पुलिसकर्मियों की भूमिका आई सामने पुष्पेंद्र भूटानी के मोबाइल में कई पुलिसकर्मियों के नंबर सेव मिले हैं। पूछताछ में उसने बताया कि एक मोबाइल नंबर की CDR (कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड) उसने मोती डूंगरी थाने के पुलिसकर्मी मुकेश कुमार शर्मा से मंगवाई थी। उसके बदले 10 हजार रुपए दिए थे। जांच में सामने आया है कि जयपुर कमिश्नरेट के एक अन्य पुलिसकर्मी शंकर यादव ने कई मोबाइल नंबरों की लोकेशन व सिम धारक का नाम-पता पुष्पेंद्र भूटानी को भेजे थे। इससे साफ है कि बिना पुलिस की मिलीभगत लोगों की पर्सनल डिटेल लीक कर जासूसी कराई जा रही थी। हालांकि दोनों पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच SOG-ATS कर रही है। लोगों की पत्नियों का पीछा करता, तस्वीरें खींचता प्राइवेट डिटेक्टिव भूटानी पैसों के लिए कोई भी टास्क पूरा करने के लिए हां भर देता था। इसके लिए वह हर अवैध तरीका अपनाता था। कोई पैसों के बदले पत्नी की जासूसी का टास्क देता तो वह इसे पेशा मानकर शुरू कर देता। उनकी पत्नियों का कार या बाइक से पीछा करता। कई बार डिस्को-पब तक चोरी छिपे जाता और उनकी निजी तस्वीरें खींचकर पतियों तक पहुंचाता। जासूसी के अलग-अलग पैकेज, हर डिटेल का अलग रेट इस जासूसी के बदले वह सामने वाले से मनचाही रकम वसूलता था। यानी जितना कठिन काम, उसकी उतनी ज्यादा कीमत। पूछताछ में सामने आया कि पुष्पेंद्र ने जासूसी के लिए कई पैकेज बना रखे थे। कई बार 3 दिन की जासूसी, सीडीआर देने के बदले वह 2 से तीन लाख रुपए तक लेता था। वहीं, जिस कबीर डार्क वेब नाम के शख्स से वह डिटेल निकलवाता था, उसका भी फिक्स रेट चार्ट बना रखा था। आरोपी पुष्पेंद्र भूटानी ने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद कबीर उसे वॉट्सऐप पर मोबाइल नंबर की सीडीआर वॉट्सऐप पर भेज देता था। इसमें मोबाइल कॉल डिटेल, सिम कार्ड ऑनर के नाम-पत्ते, उसकी लोकेशन तक बताने के लिए टाइम के हिसाब से रुपए लिए लेता था। कबीर और अन्य सोर्स से प्राइवेट मोबाइल डाटा लेकर पुष्पेन्द्र इसमें अपना प्रॉफिट जोड़कर आगे ग्राहक को भेज देता था। 4 साल में 100 से ज्यादा लोगों की कर चुका जासूसी सूत्रों की मानें तो पुष्पेन्द्र भूटानी पिछले 4 साल से प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी चला रहा था। इस दौरान उसके क्लाइंट्स भी बड़े बिजनेसमैन थे। पिछले 4 सालों में पुष्पेंद्र भूटानी के 100 से अधिक लोगों के लिए जासूसी कर चुका है। सोशल मीडिया से ढूंढता था मालदार ग्राहक ATS पूछताछ में पता चला है भूटानी ने ग्राहक ढूंढने के लिए कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी डिटेक्टिव एजेंसी और उसके काम के बारे में प्रचार कर रखा था। वहां अपने मोबाइल नंबर भी दे रखे थे। ज्यादातर लोग वहीं से सर्च कर उससे संपर्क करते थे। इसके अलावा जिन लोगों के लिए वह पहले जासूसी कर चुका था, उनके जरिए भी आगे से आगे कई क्लाइंट्स मिलते चले जाते थे। लोग कहते थे जुगाड़ी, कैसे बना डिटेक्टिव? भूटानी किसी समय अपने दोस्तों और सर्किल में जुगाड़ी के नाम से प्रसिद्ध था। पहले वह लोगों के छोटे-मोटे काम करवाता था। उनके फंसे काम निकलवाने में माहिर था, इसलिए लोग भी झांसे में आकर उसको काम के बदले पैसा दे देते थे। इन पैसों को वह महंगे ब्याज पर लोगों को देकर वसूली करता था, लेकिन मालदार पार्टियों-बिजनेसमैन तक अपनी पहुंच बनाने के लिए उसने नया तरीका ढूंढा। चार साल पहले सांगानेर में अपनी डिटेक्टिव एजेंसी खोली। इसका कोई नाम नहीं रखा, क्योंकि उसने अपनी एजेंसी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं करवाया था। पुष्पेंद्र भूटानी ने लोगों की अवैध तरीक से जासूसी करवा काफी पैसा कमाया। उसे गाड़ियों का इतना शौक है कि कुछ महीनों में ही नई कार खरीद लेता। बताया जा रहा है पुष्पेंद्र भूटानी की लव मैरिज हुई थी। वह पिछले करीब 15 साल से जयपुर के प्रताप नगर इलाके में ही रह रहा है। उसके दो बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। कई राज्यों तक फैलाया जासूसी नेटवर्क भूटानी का नेटवर्क राजस्थान के कई जिलों में फैला है। उसके सबसे मजबूत लिंक जयपुर के थानों से लेकर कई सरकारी दफ्तरों में होना अभी तक सामने आया है। इसके साथ ही मुंबई और साउथ के कुछ शहरों में उसका नेटवर्क होने का ATS को पता चला है। डिटेक्टिव एजेंसी पुष्पेंद्र भूटानी अकेला चलाता था, लेकिन वह एक टीम के साथ मिलकर काम करता है। टीम में कितने और कौन-कौन लोग हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। SP या DCP ऑफिस से परमिशन, फिर निकलवा सकते हैं कॉल डिटेल किसी भी व्यक्ति की कॉल डिटेल, लोकेशन और सीडीआर या तो उसकी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी यानी एयरटेल, जीओ, वोडाफोन जैसी कंपनियों के पास होती है। या फिर पुलिस अधिकारी को पास कानूनी शक्तियां होती हैं, जिसका इस्तेमाल कर ये भी कॉल डिटेल कंपनियों से निकलवा सकते हैं। लेकिन इसका भी एक लंबा प्रोसेस है। क्या होती है CDR CDR का मतलब कॉल डिटेल रिकॉर्ड होता है, लेकिन इसमें भेजे गए एसएमएस और रिसीव किए गए एसएमएस में क्या लिखा था, इसका डेटा नहीं होता। CDR से ये भी पता चलता है कि कॉल कहां से की गई। यानी फोन करने वाले की लोकेशन क्या थी? जिसको कॉल किया गया है, उसकी लोकेशन क्या थी? कॉल कैसे कटी? नार्मल तरीके से या कॉल ड्राप हुआ? ये भी पढ़ें पेशाब पिलाया, गंजा किया, प्रेमी-प्रेमिका की नाक जलाई:MP पेशाबकांड से भी खौफनाक 5 मामले; पीड़ित बोले- ये दर्द मौत से बदतर; आरोपी खुलेआम घूम रहे MP में आदिवासी युवक पर पेशाब करने का मामला देशभर में सुर्खियों में है। वहां के मुख्यमंत्री ने पीड़ित को CM निवास बुलाकर पैर धोए। घटना पर शर्मिंदगी जताते हुए माफी मांगी। वहीं, आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाकर जेल भिजवाया...(यहां CLICK कर पूरा पढ़ें)
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महिलाएं टूरिस्ट गाइड बन रहीं, सऊदी अरब ने 2019 से गैर धार्मिक टूरिज्म की इजाजत दी है।
फतिमा अल जिमाम ब्लैक लेगिंग्स और कैजुअल टॉप्स पहनकर घूमना पसंद करती हैं। उनके घुंघराले बाल खुले रहते हैं। उनके पास सिल्वर जीएमसी पिकअप ट्रक है। वे इस पर अकेले सऊदी अरब के रेगिस्तानी इलाकों में घूमती हैं। एक टूर गाइड के रूप में वे
फतिमा अल जिमाम ब्लैक लेगिंग्स और कैजुअल टॉप्स पहनकर घूमना पसंद करती हैं। उनके घुंघराले बाल खुले रहते हैं। उनके पास सिल्वर जीएमसी पिकअप ट्रक है। वे इस पर अकेले सऊदी अरब के रेगिस्तानी इलाकों में घूमती हैं। एक टूर गाइड के रूप में वे अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, चीन और अन्य देशों के लोगों को अपने देश की सैर कराती हैं। 34 साल की अल जिमाम सऊदी अरब में आ रहे बड़े बदलाव का प्रतिनिधित्व करती हैं। लंबे समय तक रूढ़िवादी देश के रूप जाने जाते रहे सऊदी अरब ने 2019 से गैर धार्मिक टूरिज्म की इजाजत दी है। इसके साथ पिछले पांच साल में महिलाओं को कई मामलों में छूट मिली हैं। फिर भी, कुछ बंदिशें कायम हैं। बदलावों के बावजूद मानवाधिकारों के मामले में देश की आलोचना होती है। सऊदी अरब ने टूरिज्म पर बड़ा दांव लगाया है। सरकार दस साल में टूरिज्म इंडस्ट्री पर 80 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। 2030 तक हर साल दस करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य है। मिस अल जिमाम कहती हैं, अगर तेल खत्म हो जाएगा तो हमारे पास कुछ नहीं होगा। इसलिए खेती, सोलर एनर्जी, टूरिज्म जैसे प्रोजेक्ट में पैसा लगाया जा रहा है। अल जिमाम बताती हैं, सऊदी अरब में अधिकतर लोग टूरिस्टों के प्रति बहुत उदार हैं। देश में कई महिला टूर गाइड काम कर रही हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं टूरिस्ट गाइड की ट्रेनिंग ले रही हैं। मैं जिस क्लास में टूरिस्ट गाइड की ट्रेनिंग ले रही थी, वहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से दोगुनी थी। यूरोप के टूरिज्म स्कूलों में ट्रेनिंग के लिए बहुत लोगों को भेजा गया है। अल जिमाम बताती हैं, मैं अब भी शहर में अबाया (बुरका) और हिजाब पहनती हूं। रेगिस्तानी और पहाड़ी इलाकों में इसकी जरूरत नहीं पड़ती है। राजधानी रियाद में सरकारी दफ्तर, कोर्ट, पुलिस स्टेशन या मस्जिद को छोड़कर किसी अन्य जगह अबाया नहीं पहनती हूं। पेगे मेकक्लानहन © The New York Times
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परिवार सहित गृहमंत्री अमित शाह से मिले; प्रताप बाजवा बोले- पूर्व MLA वाशिंग मशीन के लिए रेडी
Ashwani Sekhri Join BJP Updates; Home Minister Amit Shah Sunil Jakhar | PPCC President Amarinder Singh Raja Warring Congress सुनील जाखड़ की प्रधानगी में भाजपा की पंजाब ईकाई में एक और कांग्रेस नेता का नाम आज जुड़ने जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि माझा की राजनीति में सक्रिय रहे पूर्व विधायक अश्वनी सेखड़ी आज भाजपा जॉइन कर सकते हैं।
सुनील जाखड़ की प्रधानगी में भाजपा की पंजाब इकाई में एक और कांग्रेस नेता का नाम आज जुड़ गया है। माझा की राजनीति में सक्रिय रहे पूर्व विधायक अश्वनी सेखड़ी ने भाजपा जॉइन कर ली है। वह आज परिवार सहित गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने गृहमंत्री को सम्मानित भी किया। उनकी जॉइनिंग से पहले ही विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सेखड़ी पर तंज कस दिया। प्रताप बाजवा ने ट्वीट करके कहा- बसंती के टांगे में सवार होने के लिए एक और सवारी आज दोपहर 12:30 बजे दिल्ली के टांगा स्टेशन पर पहुंच रही है। अश्वनी सेखड़ी वाशिंग मशीन के लिए तैयार... पूर्व विधायक अश्वनी सेखड़ी की बात करें तो वह 4 बार बटाला से MLA रहे और माझा की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। आज गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होंगे। कभी नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी रहे और हमेशा उनके साथ कंधे से कंधा मिला दिखने वाले सेखड़ी कुछ समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। राजा वड़िंग से हैं नाराज सेखड़ी की बात करें तो वह नवजोत सिंह सिद्धू गुट के माने जाते हैं। सिद्धू के प्रधान बनने, रिजाइन और अब भी वह सिद्धू के करीब ही देखे जाते रहे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की तरफ से सिद्धू के करीबियों से किनारा किए जाने का असर सेखड़ी पर भी दिखा। वड़िंग द्वारा उन्हें लगातार नजर-अंदाज किया जा रहा था। यही कारण है कि वह पार्टी छोड़ जा रहे हैं। सेखड़ी का राजनीतिक सफर सेखड़ी ने पहली बार 1985 में बटाला से पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ा। वह 2002 और 2012 में बटाला से फिर से चुने गए। 2002 में, उन्हें पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री नियुक्त किया गया। 2009 में, उन्हें पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रवक्ता नियुक्त किया गया । वह उन 42 कांग्रेस विधायकों में से एक थे, जिन्होंने पंजाब में सतलज-यमुना लिंक (SYL) नहर को असंवैधानिक करार देते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के विरोध में अपना इस्तीफा सौंप दिया था। 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में उन्होंने बटाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन आम आदमी पार्टी के अमनशेर सिंह से चुनाव हार गए ।
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पत्थर पर बैठ वीडियो बनवा रहे थे; मार्वे बीच पर 5 लड़के डूबे, 2 को रेस्क्यू किया
Bandra Bandstand Drowning Accident| Woman Drowned While Couple Was Getting Pictures Clicked| मुंबई के बांद्रा बैंडस्टैंड में ऊंची लहरों के बीच चट्‌टान पर बैठकर फोटो क्लिक करे रहे कपल में से पत्नी की समुद्र में डूबकर मौत हो गई। मुकेश सोनार अपनी पत्नी ज्योति, अपने बच्चों और परिवार के बाकी लोगों के साथ पिकनिक मनाने गए थे।
मुंबई के बांद्रा बैंडस्टैंड में समुद्र में चट्‌टान पर बैठकर फोटो क्लिक करवा रहा एक कपल लहरों में बह गया। हादसे में पत्नी की मौत हो गई। पति का नाम मुकेश (35) और पत्नी का नाम ज्योति (32) है। घटना बीते रविवार को हुई जब यह कपल अपने बच्चों और परिवार के लोगों के साथ पिकनिक मनाने निकला था। जब महिला पानी में बही तो बच्चे मम्मी-मम्मी चिल्लाते रह गए। वीडियो में ये पूरा वाकया कैद हो गया। वहीं, आज मुंबई के मार्वे बीच पर नहाने गए 5 लड़के पानी में डूब गए। ये सभी लड़के 12 से 16 साल के थे। इनमें से दो काे रेस्क्यू कर लिया गया है। जुहू बीच पर एंट्री नहीं मिली, तो बांद्रा गया था परिवार हादसे वाले दिन परिवार जुहू चौपाटी पर पिकनिक मनाने निकला था, लेकिन हाई टाइड के चलते उन्हें जुहू बीच पर एंट्री नहीं मिली। इसके बाद परिवार बांद्रा बैंडस्टैंड पहुंचा। बांद्रा फोर्ट पहुंचकर परिवार समुद्र के पास खड़े होकर तस्वीरें लेने लगा। इसके बाद मुकेश (35) और ज्योति (32) समुद्र में कुछ दूर जाकर चट्‌टान पर बैठ गए और फोटो-वीडियो क्लिक करवाने लगे। परिवार के लोग दूर से वीडियो क्लिक करते हुए उन्हें किनारे पर आने को बोलते रहे, लेकिन कपल वहीं बैठा रहा। इतने में ही एक बेहद ऊंची लहर दोनों को अपने साथ बहाकर ले गई। लोगों ने मुकेश को खींचकर बाहर निकाला मुकेश ने ज्योति की साड़ी पकड़कर उसे खींचने की कोशिश की, लेकिन पानी का बहाव इतना जोरदार था कि ज्योति दूर बह गई। वहां मौजूद अन्य लोगों ने फुर्ती दिखाते हुए मुकेश के पैर पकड़कर उसे पानी से बाहर खींचा। वहां मौजूद और लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सोमवार को कोस्टगार्ड्स को ज्योति की बॉडी मिली। इस पोल में भाग लेकर अपनी राय जरूर दें... मुंबई के मार्वे बीच पर पांच लड़के डूबे, तीन अब भी लापता वहीं, आज मुंबई के मार्वे बीच पर नहाने गए पांच लड़के समुद्र में डूब गए। सभी की उम्र 12 से 16 साल के बीच हैं। घटना सुबह करीब पौने दस बजे हुई, जबकि इसकी खबर पुलिस को साढ़े दस बजे मिली। पुलिस ने कोस्ट गार्ड की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें दो लड़कों को रेस्क्यू कर लिया गया है। तीन लड़के अब भी लापता हैं। समुद्र में करीब आधा किलोमीटर तक उनकी खोज की जा रही है।
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वजह- नस्लीय हमले बढ़े; 2 साल पहले सिर्फ 40 हजार के पास थीं बंदूकें
Increase in Gun Licenses among Indian Americans in the United States - अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ नस्लीय हिंसा के मामले बढ़ने के बाद दो साल में 80 हजार भारतीयों ने नए गन लाइसेंस लिए हैं। अमेरिका में रहने वाले लगभग 40 लाख भारतीयों में पहले बंदूकें रखने का ट्रेंड नहीं था। दो साल पहले मात्र 40
अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ नस्लीय हिंसा के मामले बढ़ने के बाद दो साल में 80 हजार भारतीयों ने नए गन लाइसेंस लिए हैं। अमेरिका में रहने वाले लगभग 40 लाख भारतीयों में पहले बंदूकें रखने का ट्रेंड नहीं था। दो साल पहले मात्र 40 हजार भारतीयों के पास ही बंदूकें थीं। अमेरिका के नेशनल फायर आर्म्स सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, अब गन लाइसेंस वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर एक लाख 20 हजार हो गई है। सर्वे के अनुसार 80 हजार भारतीयों ने गन लाइसेंस के लिए अप्लाई करने का मन बनाया है। अमेरिका में भारतीय समुदाय सबसे शांतिप्रिय समझा जाता है। यहां हर 100 अमेरिकियों पर 120 बंदूकें हैं। 2020 में भारतवंशी अमेरिकियों पर हमले 500% बढ़े आगे बढ़ने से पहले पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं... भारतीय स्टोर्स को लूट रहे चोर, सोचते हैं उनके पास हथियार नहीं होंगे एशियन अमेरिकन स्टोर ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपुल पटेल का कहना है कि भारतीयों पर पिछले दो साल में नस्लीय हमलों के मामले 279 से बढ़कर 470 हो गए। पटेल बताते हैं कि अमेरिका में स्टोर चलाने वाले भारतीयों को आसान शिकार मानकर अक्सर हमले होते हैं, क्योंकि लुटेरे ये मानकर वारदात करते हैं कि वहां किसी के पास हथियार नहीं होंगे। छह महीने में भारतीय मूल के 12 लोगों पर हमले हो चुके हैं। कैलिफोर्निया और जॉर्जिया में स्टोर में पार्ट टाइम जॉब करने वाले दो भारतीयों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। ओहायो में पिछले महीने भारतीय स्टूडेंट की हत्या हुई थी। इन घटनाओं से भारतीयों में दहशत बढ़ गई है। अमेरिकी गन कल्चर का इतिहास 230 साल पुराना
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भारत ने अमेरिका को दिया, कहीं होता तरबूज बराबर; राजस्थान में नींबू के प्रसाद वाला मंदिर
5 हजार सालों से भारत को अपना खट्टा स्वाद देने वाला नींबू आज ग्लोबल फल बन गया है। असम का यह देसी फल आज व्हाइट हाइस से लेकर वेटिकन तक में जगह बना चुका है। नींबू शायद दुनिया का इकलौता फल है जो खाने के साथ-साथ बड़ी मात्रा में साफ-सफाई के भी काम आता है।
यूरोप से लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अरब, अफ्रीका और भारतीय खाने में एक बात कॉमन है। वह है नींबू का इस्तेमाल। कहीं सलाद के साथ तो कहीं कुकिंग-बेकिंग में तो कहीं अचार बनाकर। नींबू के बिना किसी भी देश की थाली पूरी नहीं होती। थाली के अलावा नींबू की मौजूदगी सोडा, शिकंजी के बतौर दुनिया भर के गिलासों में भी घुली है। टमाटर आजकल सभी के दांत खट्टे किए हुए है। कुछ महीनों पहले नींबू भी 200 रुपए किलो पहुंचकर अपना रंग दिख चुका है। हर सुबह गुनगुने पानी में नींबू-शहद पीने वालों की मॉर्निंग नींबू के बिना गुड नहीं होती। चाय में नींबू निचोड़कर लेमन टी पीने वाले हों या शिकंजी के शौकीन, किसी का नींबू के बिना गुजारा नहीं होता। आज फुरसत का रविवार है, नाश्ते के पोहे से लेकर डिनर के सलाद तक नींबू ही निचोड़ा जाएगा, इसलिए आज नींबू पर ही बात करते हैं… असम से निकलकर दुनिया भर में फैला है नींबू क्या आपको पता है कि अमेरिका में सिर्फ 200 साल पहले तक नींबू का चलन नहीं था। नींबू अपने देश के एक राज्य असम से ही निकलकर दुनिया भर में फैला। 5 हजार सालों से भारत को अपना खट्टा स्वाद देने वाला नींबू आज ग्लोबल फल बन गया है। असम का यह देसी फल आज व्हाइट हाउस से लेकर वेटिकन तक में जगह बना चुका है। नींबू शायद दुनिया का इकलौता फल है जो खाने के साथ-साथ बड़ी मात्रा में साफ-सफाई के भी काम आता है। वेदों से लेकर पुराणों तक में नींबू का उल्लेख मिलता है। आयुर्वेद में इफरात से इसका जिक्र हुआ है। हजारों साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता में लोग नींबू से नशा किया करते थे। 80 लाख साल पहले तक नींबू, संतरा जैसे तमाम फल एक ही हुआ करते थे। आज दुनिया भर में मटर के दाने से लेकर तरबूज के आकार के नींबू मिल जाते हैं। नींबू प्रजाति के सैकड़ों फलों ने दुनिया को अपना दीवाना बना रखा है। ऐसे में असम के नींबू के ग्लोबल होने की कहानी को जान लेते हैं। नींबू में 70% शुगर फिर भी लगता है खट्टा यह जानना भी दिलचस्प है कि खट्टेपन का पर्याय बन चुके नींबू में मीठे फलों से ज्यादा शुगर पाई जाती है। बाजार में मिलने वाले किसी भी सामान्य नींबू में 70% तक शुगर होती है। जबकि मीठे फलों में भी 40 से 50% तक ही शुगर यानी मिठास होती है। इसके बावजूद नींबू अपने खट्टेपन के लिए ही जाना जाता है। दरअसल, नींबू में शुगर के अलावा काफी मात्रा में साइट्रिक एसिड मौजूद होता है। जो नींबू में मौजूद शुगर के स्वाद को दबाकर उसे खट्टा बनाता है। खबर में आगे बढ़ने से पहले पोल के माध्यम से अपनी राय साझा करते चलें... नींबू सिर्फ फल नहीं पूरी प्रजाति है, इसके सैकड़ों रूप नींबू शब्द सुनते ही हमारे मन में बाजार में ‘10 के 2’ बिकने वाले पीले और रसीले गोल फल का ख्याल आता है, लेकिन हमारे किचन में इस्तेमाल होने वाले इस फल का असली नाम ‘सिट्रस लेमन’ है। जो नींबू प्रजाति के सैकड़ों फलों में से एक है। हालांकि दुनिया भर में खट्टेपन के लिए मुख्य रूप से दो तरह के नींबू इस्तेमाल होते हैं। पहला लाइम और दूसरा लेमन। अपने देश में इन दोनों को नींबू कहा जाता है, लेकिन इनमें अंतर है। 80 लाख साल पहले नींबू और संतरे में नहीं था अंतर नींबू प्रजाति के फलों को अंग्रेजी में ‘सिट्रस’ कहते हैं। ‘नेचर’ मैगजीन में पब्लिश एक DNA स्टडी के मुताबिक आज से 80 लाख साल पहले नींबू प्रजाति के एक फल से लेमन, लाइम, ऑरेंज जैसे तमाम सिट्रस फल पैदा हुए। यानी पहले नींबू और संतरे में कोई अंतर नहीं होता था। लेकिन बाद में प्राकृतिक कारणों और फिर हाइब्रिड नस्ल के चलते नींबू और संतरे की सैकड़ों प्रजातियां विकसित हुईं। नींबू के खट्टेपन में ऐसा क्या है कि दुनिया हुई दीवानी? नींबू के रस में 5 से 8% तक साइट्रिक एसिड पाया जाता है। नींबू के अलावा भी सभी खट्टे फलों में साइट्रिक एसिड पाया जाता है। साइट्रिक एसिड ही नींबू प्रजाति के फलों को उनका खास टेस्ट देता है। साइट्रिक एसिड के कम या ज्यादा होने होने पर ही फलों का खट्टापन निर्भर करता है। साइट्रिक एसिड का यह प्रतिशत ही नींबू को दूसरे खट्टे फलों में सबसे पसंदीदा बनाता है। साइट्रिक एसिड के खास टेस्ट को अब कोल्ड ड्रिंक्स से लेकर फूड फ्लेवर तक में इस्तेमाल लिया जाता है। अंग्रेजों ने चुराया नींबू का नाम, देसी ‘लिम्बू’ बना अंग्रेजी का ‘लेमन’ दुनिया को भारत ने ही नींबू खाना सिखाया। साथ ही इसका नाम भी भारतीयों ने ही दिया। संस्कृत के पुराने ग्रंथों में नींबू का ‘निम्बूक या निम्बूकम्’ के बतौर जिक्र मिलता है। इसे आम बोलचाल की भाषा में ‘लेमू’, ‘लिम्बू’ और नींबू कहा जाता था। अंग्रेजी का ‘लेमन’ शब्द भी इसी लेमू, लिम्बू और नींबू से निकला है। कोलंबस अमेरिका लेकर गया था नींबू का बीज 10-11वीं सदी तक नींबू भारत से निकलकर अरब देशों में जा चुका था। रसीले नींबू ने रेगिस्तान के लोगों का गला तर किया, लेकिन पश्चिमी देशों में नींबू काफी बाद में पहुंचा। समुद्री मार्ग से अमेरिका की खोज करने वाले कोलंबस अपने साथ नींबू के बीज ले गया था। जिसे उसने 1493 में अमेरिका की धरती पर लगाया, लेकिन अमेरिका में नींबू को पॉपुलर होने में काफी वक्त लगा। पिछले 200 सालों में नींबू अमेरिका में काफी कॉमन हो गया। खाने के अलावा सफाई और टोटके में भी नींबू का इस्तेमाल नींबू एक ऐसा फल है जो खाने के साथ-साथ गंदगी को साफ करने में भी काम आता है। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में उगने वाले कुल नींबू का सिर्फ 60% हिस्सा खाया जाता है। बाकी नींबू हाईजीन और मेडिकल इंडस्ट्री में काम आता है। नींबू की हाई एसिडिक वैल्यू और लो पीएच के कारण इसे अच्छा क्लिनिंग एजेंट माना जाता है। तांबे के पुराने बर्तन को चमकाने और लोहे पर लगे जंग को छुड़ाने के लिए नींबू का इस्तेमाल काफी वक्त से किया जाता रहा है। यही वजह है कि आज कई सारे क्लिनिंग प्रोडक्ट नींबू की शक्तियों से लैस होने का दावा करते हैं। इसके अलावा नींबू का टोटका भी काफी चलन में रहा है। डरावनी फिल्मों की वजह से यह माना जाने लगा कि घर में बुरी शक्तियों का प्रभाव हो तो नींबू को काटने पर लाल रस निकलेगा। ऐसी मान्यता है कि हरी मिर्च के साथ नींबू को टांग दें तो ‘बुरी नजर’ से बचे रहेंगे। उत्तर और मध्य भारत की लगभग सभी दुकानों पर नींबू और मिर्च टंगे मिल जाते हैं। कई शहरों में तो इसके लिए अलग बिजनेस भी चल निकला है। सुबह-सुबह एक फेरी वाला नींबू और मिर्च की लड़ियों को दुकानों में लटकाता चलता है। इसके लिए उसे रोज के हिसाब से पैसे मिलते हैं। नींबू की मदद से कटे हुए फल नहीं होंगे बदरंग सेब या केले को काटने के बाद अलग कुछ देर खुला छोड़ दें तो उनका रंग हल्का काला पड़ जाता है। ऐसा ऑक्सिडेशन के कारण होता है। लेकिन अगर कटे हुए फल के टुकड़ों को नींबू पानी में डुबोकर निकाल लिया जाए तो साइट्रिक एसिड सेब में बनने वाले ऑक्सिडेशन की प्रक्रिया को बंद कर देता है। जिसके कारण कटे हुए फल काले नहीं पड़ते। बड़े रेस्टोरेंट और 5 स्टार होटलों के चमचमाते फ्रूट कॉर्नर के फल इसी प्रक्रिया से गुजरते हैं, इसलिए देर तक ताजे लगते हैं। बिहार का गागर नींबू, तरबूज जितना बड़ा लेमन और लाइम के अलावा भी नींबू प्रजाति के सैकड़ों फल हैं। दुनिया भर में मटर के दाने से लेकर तरबूज जितने बड़े नींबू मिलते हैं। बिहार में ‘गागर नींबू’ होता है। इसका आकार किसी तरबूज या फुटबॉल जितना होता है। स्वाद हल्का खट्टा-मीठा और शेप बिल्कुल लेमन की तरह। बिहार के प्रसिद्ध लोकपर्व छठ में इसका प्रसाद भी चढ़ाया जाता है। वैशाली, गया, बोधगया जैसे बिहार के जिन पर्यटक स्थलों पर विदेशी टूरिस्ट आते हैं। वहां के स्थानीय लोग उन्हें बड़ा नींबू बेचकर पैसे कमाते हैं। तरबूज जितना बड़ा नींबू देखना छोटे-छोटे लाइम के शौकीन विदेशियों को हैरत में डाल देता है और वो उसके साथ फोटो खिंचाने के भी पैसे देते हैं। आयुर्वेद का अमृत है नींबू, इसके सैकड़ों देसी नुस्खे भी आयुर्वेद में नींबू को अमृत के समान बताया गया है। आयुर्वेदिक पद्धति में नींबू उन फलों में शामिल है, जिसका सबसे ज्यादा जिक्र हुआ है। पतंजलि के मुताबिक नींबू के कुछ फायदे इस तरह से हैं- नींबू चाटते ही आंखें क्यों सिकुड़ती और शक्ल बिगड़ती है? क्या आपने कभी सोचा है कि नींबू चाटते ही शक्ल क्यों बिगड़ जाती है? दरअसल, नींबू का रस जैसे ही जीभ को छूता है, वहां मौजूद टेस्ट बड्स ब्रेन को सिग्नल भेजते हैं कि मुंह में एसिड पहुंच गया है। एसिड आंख और नाक के लिए सेंसिटिव होता है। ऐसे में हमारा दिमाग नींबू का टेस्ट मिलते ही तुरंत आंख, नाक और कान की मांसपेशियों को सिकोड़ लेता है। ताकि नींबू का एसिडिक रस उनमें न जाए। दूसरे शब्दों में कहें तो नींबू के एसिड से डर कर दिमाग थोड़ी देर के लिए शक्ल को ही बिगाड़ देता है। वैसे एक कहावत भी है- ‘निबुआ नोन चटाना’ यानी धोखा देना। जब कहीं से धोखा खा जाएं तब भी शक्ल और मन ऐसे ही बदरंग हो जाता है; मानो ‘निबुआ नोन चाट’ लिया हो। जॉन थॉमस ने किया नींबू निचोड़ने वाली मशीन का आविष्कार नींबू निचोड़ने वाली मशीन (लेमन स्क्वीज़र) का आविष्कार जॉन थॉमस वाइट नाम के एक अफ्रीकी अमेरिकी ने 8 दिसंबर 1896 को किया था। 1896 में ही जॉन थॉमस ने लेमन स्क्वीज़र मशीन को पेटेंट करवाया। इससे पहले नींबू हाथ या दांत के सहारे ही निचोड़े जाते थे, लेकिन लेमन स्क्वीज़र के आविष्कार के कुछ दशकों के भीतर ही यह दुनिया भर के घरों में नजर आने लगा और हाथ या दांत से नींबू निचोड़ना खराब माना जाने लगा। राजस्थान के इस मंदिर में देवी को चढ़ता सिर्फ नींबू का प्रसाद राजस्थान के बांसवाड़ा में एक ऐसा देवी मंदिर है; जिसमें सिर्फ नींबू का ही प्रसाद चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि काफी पहले यहां अकाल पड़ा था। इस दौरान लोगों के पास देवी को चढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं था। ऐसे में लोगों ने नींबू देवी को अर्पित किया। कुछ दिनों में अकाल टल गया। लोगों ने इसे देवी और नींबू का चमत्कार माना। तब से लेकर आज तक नाहरसिंह माता मंदिर में सिर्फ और सिर्फ नींबू का प्रसाद चढ़ाया जाता है। पुजारी दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के हाथों में नींबू की फांक रखते जाते हैं। नींबू एक ऐसा फल है जिसका सब्जियों के साथ पुराना याराना है। इसे डालकर खाएं तो टेस्ट लाजवाब हो जाएगा। दरवाजे के बाहर टांग दें तो बुरी नजरों से बचाएगा। पेड़ पर लटका हो तो बगीचे की खूबसूरती बढ़ाएगा। संभवतः नींबू इकलौता फल है जो खाने में, पीने में, सजाने और पूजा-टोटके में भी इस्तेमाल किया जाता है। नींबू इकलौता फल है जिसे किसी फल की तरह अकेले नहीं खाया जा सकता, लेकिन इसके एक से ज्यादा इस्तेमाल हैं। अंग्रेजी की एक कहावत यह तक कहती है, 'When life gives you lemons, make lemonade' यानी जब जिंदगी का स्वाद खट्टा हो जाए यानी आपको जिंदगी मुश्किल हालात में पहुंचा दे तो ऐसी आपदा को अवसर में बदल लीजिए। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपको मीठे फल मिलने के बजाय सिर्फ नींबू भी मिलें तो आप उससे शर्बत-शिकंजी बना लें। ग्राफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।
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नव्या को बचपन के प्यार विभोर और मशहूर एक्टर रेहान में से किसी एक को चुनना है, जिंदगी उलझ गई
तुम एक ऐसा साथी डिजर्व करती हो, जो तुम्हें प्यार के साथ-साथ सारी सुख-सुविधाएं भी दे। मैं तुम्हारे लिए परफेक्ट मैच नहीं हूं।
“कितनी बार तुम अलार्म को बंद कर चुकी हो। अब उठ भी जाओ। बाद में शोर मचाओगी कि देर हो गई। शाम को देर तक तब ऑफिस में काम करना पड़ेगा,” मां ने उसके कमरे के परदे खोलते हुए कहा। नव्या ने जोर से अंगड़ाई ली और लेटे-लेटे ही बोली, “क्या मॉम, इतना प्यारा सपना देख रही थी, बहुत नजदीक थी अपनी चाह को पूरा करने के। मुझे जगाकर सब गड़बड़ कर दी,” नव्या रूठने का नाटक करते हुए बोली। “तुम और तुम्हारे सपने…अब तैयार हो जाओ। पहले ही बहुत देर हो चुकी है। नाश्ता बिना किए नहीं जाने दूंगी,” मां ने भी डांटने का झूठा नाटक करते हुए कहा। नव्या बेशक अभी एक ऑफिस में बतौर डिजिटल आर्टिस्ट की तरह काम कर रही थी, लेकिन उसका सपना अभिनेत्री बनने का था। कॉलेज के बाद ही उसने जूनियर कलाकार के रूप में फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। अभिनय उसके लिए किसी जुनून से कम नहीं था और घर में भी किसी को इस बात पर कोई आपत्ति नहीं थी। नव्या डांस अच्छा कर लेती थी, इसलिए फिल्मों में अक्सर उसे ग्रुप डांस में काम करने का मौका मिल जाता था। लेकिन वह तो हीरोइन बनना चाहती थी। दिन-रात बस यही सपना देखा करती थी। वह छुट्टी के दिन डांस प्रैक्टिस करने और अभिनय का अभ्यास करने में घंटों बिता देती। इतवार को सुबह और शाम अपने घर के पास समुद्र तट पर चली जाती और वहां अभ्यास करती। टकराती हुई लहरें उसकी लय के रूप में काम करती थीं और सुनहरी रेत उसका डांस फ्लोर थी। एक सुबह जब नव्या समुद्र तट पर थिरक रही थी और लहरों की लय के साथ ताल मिलाने की कोशिश कर रही थी, तो उसे दिखा रेहान। वह आराम से हेडफोन लगाए टहल रहा था। उसने टी-शर्ट और बरमुडा पहना हुआ था। ऐसा लुक था कि आसानी से पहचाना न जाए। कुछ पल के लिए जैसे वह अपनी सुधबुध ही खो बैठी थी। शुक्र है कि उस समय बहुत ज्यादा लोग नहीं थे, वरना भीड़ रेहान को घेर लेती। वह दौड़कर उसके पास गई और अपना हाथ आगे कर दिया। “ऑटोग्राफ प्लीज। मैं आपकी बड़ी फैन हूं। आपकी हर फिल्म देखती हूं।” रेहान उस समय का सबसे पॉपुलर हीरो था और आए दिन ऐसी दीवानी लड़कियों से उसकी मुलाकात हो ही जाती थी। उसने टहलते हुए नव्या को थिरकते देखा था। उसकी प्रतिभा और अनुपम सौंदर्य ने उसका भी ध्यान खींचा था। उसकी पारखी नजरें नव्या के भीतर छिपे कलाकार को पहचान गई थीं। उसके चेहरे पर छाया जुनून और कुछ कर पाने की ललक देख, रेहान को अपने संघर्ष के दिन याद आ गए जब वह अपनी किस्मत आजमाने मुंबई आया था। ऑटोग्राफ देते हुए वह बोला, “एक्टिंग का भी शौक रखती हो या केवल डांस करना ही पसंद है।” रेहान बात कर रहा है, इसी बात से एक्साइटेड हो वह बोली थी, “नहीं रेहान जी, मैं फिल्मों में भी छोटे-मोटे रोल करती हूं, बतौर जूनियर आर्टिस्ट। यह बात अलग है कि हम जैसे भीड़ में गुम हो जाने वाले कलाकारों को कोई पहचानता नहीं, न ही याद रखता है।” उसकी आवाज में उदासी थी। “बस एक ब्रेक का इंतजार है।” “कल मुझसे मिलने आ सकती हो शान स्टूडियो में। मेरी ग्यारह बजे शूटिंग है,” रेहान ने उसे एक कार्ड थमाते हुए कहा। इतना कह वह आगे बढ़ गया। कार्ड हाथ में थामे नव्या उसे दूर तक जाते देखती रही। “मैडम नारियल पानी लेंगी?” एक आवाज ने उसे चौंकाया। तब जैसे उसकी तंद्रा टूटी। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि वह सुपर स्टार रेहान से मिली थी और उसने उसे मिलने के लिए बुलाया है। रात भर वह सपने देखती रही कि वह बहुत बड़ी हीरोइन बन गई और रेहान के साथ काम कर रही है। तो क्या सचमुच उसका सपना सच होने वाला है? उसका मन हुआ कि तुरंत विभोर को फोन करे, पर सोचा सरप्राइज देगी। शान स्टूडियो में जब वह पहुंची तो चौकीदार ने रोक लिया। नव्या ने तब रेहान का कार्ड दिखाया। स्टूडियो में भव्य सेट लगा था। रेहान एक कुर्सी पर बैठा सीन समझ रहा था। नव्या को देख उसने इशारे से उसे बुलाया। “दादा, मैं चाहता हूं कि इन्हें फिल्म में कोई भूमिका दी जाए। डांसर का एक रोल है न?” रेहान ने डायरेक्टर से कहा तो नव्या हैरान रह गई। उसने तो सुना था कि फिल्म इंडस्ट्री में काम दिलाने के लिए लड़कियों के साथ बहुत शोषण किया जाता है। डायरेक्टर सोम बनर्जी की फिल्में सामाजिक विषयों से जुड़ी और एकदम साफ-सुथरी होती हैं। इतने बड़े डायरेक्टर को रेहान उसे भूमिका देने के लिए कह रहा है। नव्या को लगा वास्तव में वह सपना देख रही है। रेहान का शुक्रिया कर जब वह स्टूडियो से निकली तो उसके मन में एक अनजाना सा एहसास था, ख्वाब को पूरा करने का एहसास। रेहान किसी देवदूत की तरह उसकी जिंदगी में आया हो जैसे! दो दिन बाद जब नव्या को डायरेक्टर सोम बनर्जी के ऑफिस से ऑडिशन के लिए फोन आया तो हैरान रह गई। रेहान के कहने के बावजूद उसे उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी उसे बुला लिया जाएगा। यह सुन मां-पापा की भी खुशी का ठिकाना न रहा। उसने फोन करके विभोर को भी इस बारे में बता दिया। विभोर, जिससे वह प्यार करती है। दोनों बचपन के दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे का साथ देने को तैयार रहते थे। “मुझ पता था नव्या कि तुम एक दिन अपनी पहचान बनाने में सफल होगी। तुम चाहो तो मैं चल सकता हूं तुम्हारे साथ ऑडिशन में,” विभोर की खुशी उसके चेहरे से झलक रही थी। “विभोर, पता नहीं कि वे इस बात को पसंद करेंगे या नहीं। लेकिन वहां से आकर मैं तुमसे मिलूंगी। और अगर सब ठीक रहा तो पार्टी मेरी तरफ से होगी।” नव्या को जब फिल्म मिली तो उसे लगा कि उसके पंख उग आए हों। कभी-कभी सपने का जल्दी सच हो जाना भी डरा देता है। विभोर उसे समझाता, “अपनी काबिलियत पर भरोसा रखो नव्या। जरूरी नहीं है कि हर लड़की फिल्म जगत में समझौता करते ही आगे बढ़ती हो। रेहान जैसे सुलझे हुए अभिनेता ने तुम्हारे टैलेंट को पहचाना, यह जरूर किस्मत की बात है।” विभोर के साथ नव्या अपने संवादों की प्रैक्टिस करती जो उसका प्रेमी होने के साथ-साथ उसका मार्गदर्शक भी था। प्यार करना तो उसी से सीखा था नव्या ने। फिल्म की शूटिंग के दौरान कई बार विभोर उसके साथ था। फिल्म लोगों को पसंद आती है और रेहान और नव्या की जोड़ी हिट हो जाती है। नव्या की व्यस्तता बढ़ी तो विभोर को लगा जैसे वह उससे दूर जा रही है। वह एक नई दुनिया का हिस्सा बन रही है। नव्या की ओर रेहान आकर्षित हो रहा था। उसकी मासूमियत, एक्टिंग और डांस के प्रति उसके जुनून के कारण वह उसकी ओर खिंच रहा था। बहुत सारी लड़कियां उसके जीवन में आई थीं जो उसके पैसे से प्यार करती थीं, पर नव्या अलग थी। उसने कभी रेहान को आकर्षित करने की कोशिश नहीं की। वह उससे बहुत प्यार करने लगा था। नव्या समझ रही थी और इतने बड़े कलाकार जिसकी वजह से आज वह एक प्रसिद्ध अभिनेत्री थी, के मन में एक भावनात्मक उथल-पुथल चल रही है। वह खुद को उस बवंडर में फंसा महसूस कर रही थी। रेहान की वह इज्जत करती थी, उसकी शुक्रगुजार थी, पर प्यार… विभोर के अलावा वह किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकती। फिर चाहे इसके लिए अपने सपनों को ही कुर्बान क्यों न करना पड़े। विभोर को जब उसने रेहान के बारे में बताया तो उसने केवल यही कहा, “नव्या, तुमसे किसी को भी प्यार हो सकता है। मैं रेहान को दोष नहीं दूंगा। जहां तक मैंने उसे तुम्हारे माध्यम से जाना है, वह एक अच्छा इंसान है। और अभिनेताओं जैसा नहीं, जो तुम्हारे साथ किसी तरह की जबरदस्ती करे। मुझे लगता है, मेरा शहर छोड़कर जाना ही सही होगा। वैसे भी मैं न तो फेमस हूं, न ही मेरे पास कोई खास नौकरी है। पैसों की तंगी भी हमेशा बनी रहती है। तुम एक ऐसा साथी डिजर्व करती हो, जो तुम्हें प्यार के साथ-साथ सारी सुख-सुविधाएं भी दे। मैं तुम्हारे लिए परफेक्ट मैच नहीं हूं।” रेलवे स्टेशन पर खड़ा विभोर ट्रेन के आने की प्रतीक्षा कर रहा था। “जब प्यार हम दोनों ने एक-दूसरे से किया है तो फैसला अकेले तुम कैसे ले सकते हो?” नव्या उसके साथ आकर खड़ी हो गई। “और रेहान?” “उसने मेरे फैसले का मान रखा है। वह खुद प्यार में है, इसलिए समझ गया। उसने मुझसे कहा,“ सच्चा प्यार कभी भी प्रसिद्धि की चमक से प्रभावित नहीं हो सकता।” “लेकिन तुम्हारा फिल्मी करियर तो मेरी वजह से दांव पर लग गया न?” “नहीं। और तुम्हें भी शहर छोड़कर जाने की जरूरत नहीं। अपने प्यार पर भरोसा है न?” “खुद से ज्यादा।” विभोर ने नव्या को सीने से लगा लिया। वे इस बात से अनजान थे कि रेहान दूर खड़ा उन प्रेमियों को आलिंगनबद्ध होता देख रहा था। नव्या के सपने में प्यार के रंग भी घुल गए थे। - सुमना.बी E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें
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शव को पानी या बॉडी फार्म में डिकंपोज किया जा रहा, जानिए ऐसे 8 तरीके
पर्यावरण को लेकर दुनिया जागरूक हो रही है। अंतिम संस्कार तक के तरीके बदल रहे हैं। मृत शरीर को जलाने या दफनाने की बजाय पानी में डिकंपोज करने का तरीका निकाला गया है। इसे 'एक्वामेशन' कहा जा रहा है। इसके जरिए ग्रीनहाउस गैस एमिशन काफीWater cremation and other ways human body can be disposed of when you die
पर्यावरण को लेकर दुनिया जागरूक हो रही है। अंतिम संस्कार तक के तरीके बदल रहे हैं। मृत शरीर को जलाने या दफनाने की बजाय पानी में डिकंपोज करने का तरीका निकाला गया है। इसे 'एक्वामेशन' कहा जा रहा है। इसके जरिए ग्रीनहाउस गैस एमिशन काफी कम होता है। एक्वामेशन को एल्कलाइन हाइड्रोलाइसिस, रिएक्शन या वाटर क्रिमेशन भी कहा जाता है। ये पानी में अंतिम संस्कार करने का एक तरीका है। इसमें पोटैशियम हाइड्रोऑक्साइड जैसे एल्कलाई के मिश्रण से मिले पानी में पार्थिव शरीर को 3 से 4 घंटे सिलेंडर (मशीन) में रखा जाता है। पानी को 150 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है। इसके बाद सिर्फ हडि्डयां बचती हैं। इन हडि्डयों को ओवन में राख बना दिया जाता है और कलश में रखकर परिवार वालों को सौंप देते हैं। वहीं, इस पानी को सीवेज में मिला दिया जाता है। सिर्फ 5% एल्कलाई के मिश्रण का इस्तेमाल होता है एक्वामेशन की प्रोसेस के दौरान मृत शरीर को स्टेनलैस स्टील के एक बड़े से रेसोमेटर (मशीन) में रखा जाता है। इसमें मृतक के वजन, जेंडर के आधार पर एल्कलाई डाला जाता है। इसके बाद पानी मिलाते हैं। आमतौर पर मशीन में 95% पानी और 5% एल्काई होता है। इसे 150 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है। कुछ घंटों बाद शरीर का मास खत्म हो जाता है। DNA और RNA तक नहीं बचता, सिर्फ हड्डियां रह जाती हैं। हड्डियों को साफ पानी से साफ कर दिया जाता है। बाद में इन्हें राख बना दिया जाता है। एक्वामेशन पर्यावरण के लिए बेहतर 'द एटलांटिक' के मुताबिक, शरीर को जलाकर किए गए अंतिम संस्कार के पर्यावरणीय प्रभाव का लगभग दसवां हिस्सा एक्वामेशन का होता है। शरीर को जलाने से पर्यावरण को खतरा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर को जलाने से भारी मात्रा में कार्बन डाईऑक्साइड (CO2) रिलीज होता है। US एनवायरमेंट प्रोटेक्शन एजेंसी के मुताबिक, शरीर को जलाकर किए गए अंतिम संस्कार से 535 पाउंड CO2 रिलीज होता है। ये करीब 965 किलोमीटर दूर कार चलाने से रिलीज हुई CO2 के बराबर है। कई बार प्लास्टिक और मेटल से बने ताबूत दफन होने के बाद आसानी से डिकंपोज नहीं होते। वहीं, कई बार बॉडी डिकंपोजिशन मिट्टी के लिए खरतरनाक हो सकता है। इससे घांस-पौधों की ग्रोथ रुक जाती है। अंतिम संस्कार के 8 अन्य तरीके शरीर को जलाने और एक्वामेशन के अलावा भी 8 अन्य तरीके हैं जिनके जरिए मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है। इन तरीकों के बारे में जानिए... पार्थिव देह को मिट्‌टी बनाने की प्रक्रिया को टेरामेशन कहते हैं। इसमें देह को बक्से में रखा जाता है। शरीर में लगे पेसमेकर जैसे बाहरी इक्वीपमेंट्स निकाल दिए जाते हैं। लकड़ी के चिप्स और दूसरे जैव पदार्थ के साथ गर्म हवा अपघटन तेज कर देती है। 30 दिन में हडि्डयां-दांत तक मिट्‌टी में मिल जाते हैं। इससे एक घन मीटर मिट्‌टी बनती है। ग्रीक शब्द क्रिए का लैटिन भाषा में अपभ्रंश क्रायो होता है, जिसका अर्थ है बहुत ज्यादा ठंडा। क्रायोमेशन में डेड बॉडी को फ्रीज किया जाता है। इस प्रक्रिया में शरीर को -192°C तक ठंडा किया जाता है। इसके लिए लिक्विड नाइट्रोजन का उपयोग होता है। इससे शरीर के बेहद छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं। ये पाउडर जैसे दिखने लगते हैं। मैगनेट की मदद से शरीर पर मौजूद मेटल ऑब्जेक्ट्स जैसे-पेसमेकर, आर्टिफिशियल लिंब को हटाया जाता है। इसके बाद सिर्फ पाउडर ही बचता है, जिसे परिवार को सौंप दिया जाता है। इसका खर्च करीब एक करोड़ 64 लाख होता है। प्लास्टिनेशन में मेडिकल पर्पस या पब्लिक डिस्प्ले के लिए शरीर के अंगों, टिश्यू या पूरे शरीर को ही प्रीजर्व किया जाता है। 1977 में जर्मन एनाटोमिस्ट गुंथर वॉन हेगेंस ने अंतिम संस्कार का ये तरीका ढूंढा था। प्लास्टिनेशन में सबसे पहले शरीर को सड़ाने वाले बैक्टेरिया को मारने के लिए फॉर्मेल्डिहाइड-बेस्ड सॉल्यूशन लगाया जाता है। इसके बाद शरीर पर मौजूद पानी को हटाने के लिए एसीटोन के मिश्रण में मृत शरीर को डुबाया जाता है। फिर बॉडी को लिक्विड पॉलिमर जैसे- सिलिकॉन से भरे कंटेनर में डाला जाता है। आखिर में बॉडी पर लगे पॉलिमर को सख्त करने के लिए शरीर को गर्माहट दी जाती है या धूप में रख दिया जाता है। तिब्बत का बौद्ध समुदाय स्काई बरियल या झाटोर अंतिम संस्कार क्रिया का पालन हजारों सालों से करते आ रहे हैं। इस क्रिया में पहले शव को शमशान ले जाया जाता है। ये शमशान एक ऊंचाई वाले इलाके में होता है। वहां पर लामा ( बौद्ध भिक्षु) धूप बत्ती जलाकर शव का पूजन करते हैं। फिर बॉडी को डिकंपोज होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस दौरान पक्षी शव के मास को खा लेते हैं। पारसी समुदाय में भी शवों को पक्षियों को खिलाने कि परंपरा है। वो शव को जोरास्ट्रियन में ले जाकर रख देते है। जहां पक्षी उन्हें अपना भोजन बना लेते हैं। बॉडी फार्म या ह्यूमन टैपोनॉमी फैसिलिटी में मृत शरीर को नैचुरल रेट पर डिकंपोज होने के लिए छोड़ दिया जाता है। ये फैसिलिटी अक्सर फॉरेंसिक साइंटिस्ट संचालित करते हैं। ये रिसर्च में मदद करते हैं। जैसे- जब शव डिकंपोज होते हैं तो वो आसपास की वनस्पतियों को किस तरह प्रभावित करते हैं। इससे ये पता चल सकता है कि शव कितने समय से वहां पड़ा है। ये रिसर्च डेटा मर्डर केस में मदद कर सकता है। दुनिया के 4 देशों- कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और अमेरिका में 10 ह्यूमन बॉडी फॉर्म हैं। यहां लोग मरने के बाद शरीर को रिसर्च के लिए सौंप सकते हैं। ये ऑर्गन डोनेशन की तरह है। अंतिम संस्कार का एक अजीब तरीका रीफ बॉल है। इसमें मृत शरीर की राख को सीमेंट में मिलाकर एक बॉल बनाई जाती है। इस बॉल को पानी में डाल दिया जाता है। रीफ समुद्री जीवों का घर होता है। मरीन लाइफ को बचाने के लिए इंसान आर्टिफिशियल रीफ का आइडिया लेकर आया। सीमेंट की इस बॉल में कई होल होते हैं जिनसे मच्छलियां आसानी से गुजर जाती हैं। ये बॉल पानी में किस जगह डाली गई हैं, परिवार वालों को इसकी जानकारी दी जाती है। स्पेस बरियल में मानव अवशेषों को अंतरिक्ष में भेज दिया जाता है। आम तौर पर दाह संस्कार के बाद राख को एक कलश में रखकर इसे स्पेस में छोड़ दिया जाता है। ये स्पेस बरियल सबऑर्बिटल होते हैं। यानी स्पेस में भेजी गई राख पृथ्वी की कक्षा (ऑर्बिट) में नहीं रहती, वो ज्यादा ऊंचाई तक पहुंच ही नहीं पाती। थोड़ी दूरी तक जाने के बाद ये ग्रैविटी और हवा के कारण वापस पृथ्वी पर ही आ जाती है। पहली बार 1992 में 'स्टार ट्रैक' बनाने वाले अमेरिकी लेखक यूजीन वेस्ले रोडडेनबेरी की अस्थियां अंतरिक्ष में प्रवाहित की गई थीं। बरियल एट सी, मतलब- समुद्र में अंतिम संस्कार। इसमें शरीर को ताबूत में रखकर समुद्र में डाल दिया जाता है। इसके लिए मरीन टाइम मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन से लाइसेंस लेना होता है। इसके लिए डेथ सर्टिफिकेट और मृतक को संक्रमण से मुक्त दिखाने वाला डॉक्टर का सर्टिफिकेट दिखाना होता है। इसके अलावा मृतक के कपड़े बायोडिग्रेडेबल जैसे- वुल या कॉटन के होने चाहिए।
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दिल्ली-NCR समेत कई शहरों में बिक्री जारी, थोक कीमतों में कमी के चलते राहत
केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए आज यानी रविवार से टमाटर 80 रुपए प्रति किलो में बेचना शुरू कर दिया है। सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि देशभर के 500 से अधिक जगहों पर कीमत का दोबारा आकलन करने
केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए आज यानी रविवार से टमाटर 80 रुपए प्रति किलो में बेचना शुरू किया है। पहले इसे 90 रुपए प्रति किलो में बेचा जा रहा था। सरकार ने कहा कि देशभर की 500 से अधिक जगहों पर कीमत का दोबारा आकलन करने के बाद 16 जुलाई से टमाटर ₹80/किलो बेचने का फैसला लिया गया है। नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED) और नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (NCCF) के माध्यम से दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में बिक्री आज से शुरू हो गई है। कल से देश के अन्य शहरों में भी सस्ते टमाटर की बिक्री शुरू होगी। सरकार ने कहा कि थोक कीमतों में कमी आने के कारण कीमतें घटाई गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अभी टमाटर की एवरेज प्राइस 117 रुपए प्रति किलोग्राम है। शनिवार को दिल्ली-NCR में 18 हजार किलो टमाटर बिका दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार से सस्ते टमाटरों की बिक्री शुरू हुई थी। यहां शनिवार को मोबाइल वैन के जरिए 90 रुपए प्रति किलो के हिसाब से करीब 18 हजार किलो टमाटर बेचा गया। वहीं रिटेल मार्केट में अभी दिल्ली में टमाटर की कीमत 178 रुपए किलो, मुंबई में 150 रुपए किलो और चेन्नई में 132 रुपए किलो है। हापुड में टमाटर की अधिकतम कीमत 250 रुपए किलो है। दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों का कुल उत्पादन में लगभग 60% योगदान टमाटर का उत्पादन लगभग हर राज्य में होता है। वहीं दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों का देश के कुल उत्पादन में लगभग 60% योगदान होता है। इन क्षेत्रों में हुए ज्यादा उत्पादन का उपयोग भारत के अन्य हिस्सों में टमाटर की निरंतर सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। बीते 3 सालों में भी दिखा बारिश में टमाटर के दाम बढ़ने का ट्रेंड बीते तीन सालों में भी बारिश में टमाटर के दामों में बढ़ोतरी का ट्रेंड दिखा है। पिछले साल यानी 2022 के जून में टमाटर के दाम 60-70 रुपए किलो तक पहुंच गए थे। इससे पहले 2021 में दाम 100 रुपए और 2020 में दाम 70-80 रुपए प्रति किलो के करीब पहुंच गए थे। चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है। ये करीब 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है। चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ टॉप पर है। भारत में साल 2021-22 में 2 करोड़ टन से ज्यादा टमाटर का उत्पादन हुआ था। यहां मुख्य तौर पर दो तरह के टमाटर उगाए जाते हैं। हाइब्रिड और लोकल। मध्य प्रदेश देश में सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य है। इसके बाद सर्वाधिक टमाटर उगाने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा और गुजरात हैं।
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पुर्तगाल से मंगाए थे 16 टन टमाटर; मेकर्स ने पूरे शहर को बुक किया था
आज टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं। टमाटर इतने महंगे हो गए हैं, कि आम आदमी सोच में है कि इसे खाए भी की नहीं। हालांकि एक वक्त था, जब हमारी फिल्मों में टमाटरों की होली खेली जाती थी। आपने ‘जिंदगी मिलेगी न दोबारा’
आज टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं। टमाटर इतने महंगे हो गए हैं, कि आम आदमी सोच में है कि इसे खाए भी की नहीं। हालांकि एक वक्त था, जब हमारी फिल्मों में टमाटरों की होली खेली जाती थी। आपने ‘जिंदगी मिलेगी न दोबारा’ तो देखी ही होगी। फिल्म के सीन में ऋतिक रोशन, कटरीना कैफ और फरहान अख्तर सहित सभी एक्टर्स टमाटरों की होली खेलते हैं। ये स्पेन में मनाया जाने वाला एक फेस्टिवल है, जिसे ला टोमाटिना के नाम से जाना जाता है। इसमें लोग एक-दूसरे के साथ टमाटरों की होली खेलते हैं और खूब एंजॉय करते हैं। हालांकि इस सीन को फिल्माने के लिए लगभग एक करोड़ के टमाटर मंगाए गए थे। स्पेन में उस वक्त टमाटर पके नहीं थे, तो फिल्म के मेकर्स ने पुर्तगाल से करीब 16 टन टमाटर मंगाए थे। मेकर्स ने इसके लिए स्पेन के बुन्योल शहर को बुक कर लिया था। पुर्तगाल से 16 टन टमाटर मंगाए गए थे जिंदगी न मिलेगी दोबारा को रिलीज हुए 12 साल हो गए हैं। आज भी लोग इस फिल्म के एक-एक सीन को याद करते हैं। खास तौर से एक जुनून गाने वाले सीन, जहां फिल्म के सभी एक्टर्स ऋतिक रोशन, कटरीना कैफ, फरहान अख्तर और अभय देओल एक दूसरे के ऊपर टमाटर फेंकते हैं। फिल्म की रिलीज के वक्त प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी ने इस सीन पर बात की थी। रितेश ने कहा कि सीक्वेंस बिल्कुल ओरिजिनल लगे इसके लिए उन्होंने पुर्तगाल से 16 टन (16 हजार किलो) टमाटर मंगाए थे। ये सीन स्पेन के बुन्योल शहर में फिल्माया गया था। उस वक्त स्पेन में पके टमाटर उपलब्ध नहीं थे। मेकर्स ने बहा दिए थे एक करोड़ के टमाटर रितेश के मुताबिक, इस सीक्वेंस को पूरा फिल्माने में एक करोड़ का खर्चा आया था। इसमें टमाटरों के दाम और उन्हें ले आने का खर्चा शामिल था। फिल्म की डायरेक्टर जोया अख्तर ने भी इस सीक्वेंस पर बात की थी। जोया के मुताबिक, उन्होंने टोमाटिना फेस्टिवल का सीक्वेंस उसी जगह शूट किया जहां ये रियल में होता है। उन्होंने इसके लिए पूरे शहर को बुक कर लिया था। स्पेन के लोगों ने उस साल दो बार सेलिब्रेट किया फेस्टिवल जोया ने कहा कि बुन्योल शहर के लोग काफी स्वीट और मिलनसार थे। उन्होंने उस साल दो बार ला टेमाटिना फेस्टिवल सेलिब्रेट किया। एक बार स्पेन के लिए तो एक बार इंडिया के लिए। जोया ने कहा कि जैसे हमारे यहां होली मनाई जाती है, ठीक वैसे ही स्पेन में ये टोमैटो फेस्टिवल मनाया जाता है। उस दिन जहां देखो हर जगह लाल रंग ही दिखाई देगा। हालांकि जोया ये भी कहती हैं कि मेकर्स के लिए इसकी शूटिंग करना आसान नहीं था। स्पेन में टोमैटो फेस्टिवल की शुरुआत कैसे हुई? इसकी शुरुआत 1945 में हुई थी, जब कुछ युवा स्पेन के शहर में धरना देने बैठ गए थे। जब पुलिस उन्हें रोकने के लिए आगे बढ़ी, तब युवाओं ने पास में लगी सब्जी की दुकानों से सब्जियों व फलों को उठा-उठाकर उन पर हमला कर दिया। इसके बाद से यहां फूड फाइट के तौर पर 'ला टोमाटिना' मनाया जाने लगा। इस फेस्टिवल के दौरान लोग एक-दूसरे पर जमकर टमाटरों से वार करते हैं। लोगों को चोट न लगे, इसलिए टमाटरों को पहले हाथ से पिचका लिया जाता है। हर साल अगस्त महीने के अंतिम बुधवार को स्पेन में ये त्योहार मनाया जाता है। इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए दुनिया के कोने-कोने से लोग शामिल होते हैं।
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सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पुलिस को जानकारी दी, 12 घंटे में 4 गिरफ्तार
बेंगलुरु में एक शख्स ने किडनैपिंग का लाइव वीडियो रिकॉर्ड कर अपराधियों को पकड़वा दिया। शख्स ने वीडियो को टि्वटर पर पोस्ट करते हुए पुलिस को टैग किया था। जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और टीम ने गाड़ी नंबर के आधार पर किडनैपर्सBengaluru man shoots live kidnap scene and informs police four arrested Video
बेंगलुरु में एक शख्स ने किडनैपिंग का लाइव वीडियो रिकॉर्ड कर अपराधियों को पकड़वा दिया। शख्स ने वीडियो को टि्वटर पर पोस्ट करते हुए पुलिस को टैग किया था। जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और टीम ने गाड़ी नंबर के आधार पर किडनैपर्स की पहचान की। 12 घंटे के भीतर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। 15 जुलाई की रात की घटना यह मामला 15 जुलाई का है। विजय डेनिस नाम का एक शख्स HSR लेआउट इलाके के हैंगओवर पब के पास अपनी कार में बैठा था। रात में करीब 12 बजे कुछ लोग पब से बाहर निकले और एक व्यक्ति को पीटने लगे। मारपीट के बाद आरोपियों ने पीड़ित को कार में बैठाया और फरार हो गए। इस पूरी घटना को विजय ने अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया था। आधे घंटे के बाद विजय ने कर्नाटक डीजीपी और अन्य अधिकारियों को टि्वटर पर टैग करते हुए वीडियो पोस्ट कर दिया। पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा वीडियो वायरल होते ही पुलिस टीम एक्शन में आई। रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों की पहचान जनार्दन, मधुसूदन, योगेश्वर और आनंद बाबू के रूप में हुई। पुलिस ने कहा, पीड़ित और आरोपी दोस्त थे और उनके बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। हालांकि आरोपियों ने पीड़ित को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। वीडियो ट्वीट होने के तुरंत बाद, पुलिस उपायुक्त, बेंगलुरु (पूर्व) सीके बाबा ने कहा, इस घटना पर एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। 11 जुलाई को बेंगलुरु में टेक कंपनी के MD और CEO का मर्डर बेंगलुरु में 11 जुलाई को एक टेक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और CEO की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने एरोनिक्स इंटरनेट कंपनी के MD फणींद्र सुब्रमण्यम और CEO वीनू कुमार पर ऑफिस में घुसकर तलवार से हमला किया। इससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, अस्पताल ले जाते समय दोनों की मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर...
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थिएटर में लोगों ने फेंके थे सिक्के; 11 दिनों के अंदर 47 फिल्मों के ऑफर मिले
Aashiqui Actor Rahul Roy Speaks About Overnight Stardom - महेश भट्ट की फिल्म 1990 में रिलीज फिल्म आशिकी को कौन भूल सकता है। इस फिल्म के बाद राहुल रॉय रातों-रात स्टार बन गए थे। राहुल ने एक रिसेंट इंटरव्यू में कहा कि इस फिल्म का क्रेज इस कदर था कि
महेश भट्ट की 1990 में रिलीज फिल्म आशिकी को कौन भूल सकता है। इस फिल्म के बाद राहुल रॉय रातों-रात स्टार बन गए थे। राहुल ने एक रिसेंट इंटरव्यू में कहा कि इस फिल्म का क्रेज इस कदर था कि लोग थिएटर की स्क्रीन पर सिक्के फेंक रहे थे। राहुल के मुताबिक, आशिकी में काम करने के लिए उन्हें उस वक्त 30 हजार रुपए फीस के तौर पर मिले थे। राहुल ने बताया कि आशिकी में काम करने के 6 महीने बाद उन्हें एक साथ 47 फिल्मों के ऑफर मिले थे। ऑडियंस का रिएक्शन देखने थिएटर गए थे राहुल राहुल रॉय ने बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए कहा- फिल्म की रिलीज के बाद मैं मुकेश भट्ट और महेश भट्ट के साथ मुंबई के मेट्रो सिनेमा गया। थिएटर के बाहर लोग चीयर कर रहे थे। मेरे पास उस वक्त बॉडीगार्ड्स नहीं थे। थिएटर के अंदर मेरा सीन आने पर लोग स्क्रीन पर सिक्के फेंकने लगे थे। ऑडियंस का ये रिएक्शन देख कर मैं खुशी से झूम उठा। 11 दिनों के अंदर मिले थे 47 फिल्मों के ऑफर राहुल ने आगे कहा- आशिकी को रिलीज हुए 6 महीने हो गए थे। मेरे पास एक भी फिल्म नहीं थी। लेकिन अगले 11 दिनों के अंदर मेरे पास 47 फिल्मों के ऑफर आए। महेश भट्ट ने आशिकी के जरिए मुझे बहुत बड़ा सम्मान दिया। जब भी मुझे लगता है कि उन्हें इस सम्मान के बदले कुछ देना चाहिए, तो मैं उन्हें बुक वगैरह देता हूं। वो अक्सर मुझसे बुक के लिए कहते हैं। आशिकी के बाद मन मुताबिक रोल नहीं मिल पाया सिद्धार्थ कानन के साथ एक दूसरे इंटरव्यू में राहुल ने कहा कि उन्हें आशिकी के बाद कई अच्छे प्रोजेक्ट मिले। लेकिन उन्हें मन मुताबिक काम नहीं मिला। राहुल ने कहा- फिल्म मेकर्स मुझसे पहले कुछ और ही कहते थे, लेकिन जब फिल्म की शूटिंग स्टार्ट होती थी तो चीजें बदल जाती थीं। मैं जो चाहता था वो रोल मुझे नहीं मिल पाता था। ब्लैक में बिके थे आशिकी टिकट राहुल ने एक बार द कपिल शर्मा शो में बताया कि आशिकी के लिए लोगों के अंदर इतना क्रेज था कि वे ब्लैक में 1500 रुपए तक के टिकट खरीद रहे थे। महज 11 दिनों में 47 फिल्में करने के बाद राहुल दुविधा में फंस गए थे। उन्हें एक दिन में तीन-तीन फिल्मों की शूटिंग करनी पड़ती था। बाद में उनके लिए ऐसा करना मुश्किल हो गया। इसके बाद उन्होंने 21 प्रोड्यूसरों के पैसे वापस कर दिए। बिग बॉस के विनर भी रह चुके हैं राहुल रॉय राहुल रॉय बिग बॉस के पहले सीजन के विनर थे। आशिकी के अलावा उन्होंने जुनून, फिर तेरी कहानी याद आई, नसीब, ऐलान ​​और कैबरे जैसी फिल्मों में काम किया है। राहुल के खराब दिनों में सलमान ने बढ़ाया मदद का हाथ राहुल रॉय को 2020 में ब्रेन स्ट्रोक आया था। राहुल उस वक्त लद्दाख में शूटिंग कर रहे थे। उन्हें एयरलिफ्ट करके मुंबई के नानावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी बहन प्रियंका रॉय के मुताबिक, हॉस्पिटल के खर्चे बहुत ज्यादा हो गए थे। फरवरी 2020 का समय था। सलमान खान ने राहुल से संपर्क किया और मदद की पेशकश की। सलमान ने इसके बाद राहुल का हॉस्पिटल में जितना बकाया था, सब चुकता कर दिया। खास बात ये रही कि उन्होंने इसकी चर्चा न तो मीडिया में की और न ही किसी के सामने। प्रियंका ने कहा कि सलमान के बारे में लोग कुछ भी कहें लेकिन वो शख्स किसी हीरे से कम नहीं है। पूरी खबर पढ़ें
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ओला S1 को टक्कर देगा; इंट्रोडक्टरी प्राइस 1.29 लाख, सिंगल चार्ज में 115 किलोमीटर की रेंज का दावा
बेंगलुरु की EV कंपनी एथर एनर्जी अगले महीने अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर 450S लॉन्च करेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्कूटर 3 अगस्त को लॉन्च होगा। कंपनी ने ऑफिशियल वेबसाइट पर इलेक्ट्रिक स्कूटर को टीज करने के साथ प्री-बुकिंग शुरू कर दी है। कस्टमर्स 2500 रुपए
बेंगलुरु की EV स्टार्टअप कंपनी एथर एनर्जी 3 अगस्त को नया इलेक्ट्रिक स्कूटर 450S लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने ऑफिशियल वेबसाइट पर इसकी प्री-बुकिंग शुरू कर दी है। कस्टमर्स 2500 रुपए टोकन मनी देकर स्कूटर को बुक कर सकते हैं। कंपनी ने हाल ही में इलेक्ट्रिक स्कूटर का टीजर जारी किया था। इसमें स्कूटर की रेंज, टॉप स्पीड, और इंट्रोडक्टरी प्राइस का खुलासा किया था। कंपनी ने इसकी इंट्रोडक्टरी कीमत 1,29,999 रुपए रखी है। टीजर में स्कूटर का डिजिटल LED इन्स्ट्रूमेंट क्लस्टर नजर आ रहा है। सिंगल चार्ज में 115 किलोमीटर की रेंज का दावा टीजर के अनुसार, कंपनी ने दावा किया है कि 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर सिंगल चार्ज में 115 किलोमीटर चलेगी। स्कूटर 0-40 किलोमीटर/घंटे की स्पीड मात्र 3.9 सेकंड में हासिल कर लेती है। इसकी टॉप स्पीड 90 किमी/घंटे की होगी। 450S में नहीं मिलेगी टचस्क्रीन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर 450X मॉडल पर बेस्ड होगा, लेकिन इसमें 7.0-इंच की टचस्क्रीन के जगह पर कलर LCD डिस्प्ले मिलेगा। ओला S1 को टक्कर देगा एथर एनर्जी 450S एथर एनर्जी 450S इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला S1 को टक्कर देगा। जहां एथर एनर्जी अपने अपकमिंग ई-स्कूटर में सिंगल चार्ज पर 115 किलोमीटर का रेंज मिलने का दावा कर रही है। वहीं, ओला S1 में कंपनी 101 किलोमीटर चलने का दावा करती है। हालांकि, दोनों स्कूटर में 90 किमी/घंटे की टॉप स्पीड का दावा किया जाता है।
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‌BJP प्रभारी विजय बोले- राजनीति में समय बलवान, आज की तारीख में पार्टी का स्टैंड साफ
BJP Akali Dal Alliance Update; Vijay Rupani Interview | Sunil Jakhar भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी विजय रुपाणी ने भाजपा- अकाली दल में गठबंधन होने से एक बार साफ इनकार कर दिया है। एक इंटरव्यू में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री रहे रुपाणी ने कहा कि राजनीति में समय बलवान होता है।
भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी विजय रुपाणी ने भाजपा-अकाली दल में गठबंधन होने से एक बार साफ इनकार कर दिया है। एक इंटरव्यू में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री रहे रुपाणी ने कहा कि राजनीति में समय बलवान होता है। लेकिन आज की डेट में, पार्टी का स्टैंड बहुत क्लियर है। रुपाणी ने कहा कि अगर भाजपा पंजाब में आ जाए तो राज्य के लिए चीजें बेहतर हो सकती हैं। गुजरात की तर्ज पर, पंजाब को अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा वापस पाने के लिए वोट बैंक की राजनीति से विकास की राजनीति में स्थानांतरित होने की जरूरत है। वहीं, रुपाणी ने पंजाब में सुनील जाखड़ का आना एक अच्छा संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। भाजपा ने पंजाब में रणनीतिक तौर पर विस्तार करने और आगे बढ़ने की योजना बनाई है। लोग AAP से नाराज और निराश हैं। लोग राज्य में बदलाव करने के बाद अब पछता रहे हैं। जाखड़ परिवार की छवि से भाजपा को फायदा होगा रुपाणी ने कहा कि इस समय पंजाब की जनता के सामने भाजपा का एक बड़ा चेहरा पेश करना है। जाखड़ करीब एक साल पहले बीजेपी में आए थे। जाखड़ ने स्वयं और उनके पिता ने पंजाब और देश की सेवा की। उनकी साफ-सुथरी छवि और कद्दावर नेता हैं। इसलिए उन्हें पंजाब में पार्टी का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा ने उन्हें राज्य में पार्टी का कायाकल्प और विस्तार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। वह एक परिपक्व राजनेता हैं, जिन्होंने विधायक और सांसद के रूप में कार्य किया है और पंजाब में बहुत काम किया है। इससे पार्टी को फायदा होगा। भाजपा में हर किसी के लिए अवसर है रुपाणी ने कहा कि भाजपा में सभी एक ही पार्टी के सदस्य हैं, चाहे वे पहले से ही पार्टी में हों या दूसरे दलों से भाजपा में आए लोग हों। भाजपा के नेता एक विचारधारा के लिए काम करते हैं। जिस तरह से पीएम मोदी देश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं, पंजाब भाजपा के कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि राज्य आगे बढ़े। जब से जाखड़ को पंजाब भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, तब से पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। वर्करों व लोगों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। उनकी निजी राय है कि जाखड़ को नियुक्त करके पार्टी ने दूसरे दलों से भाजपा में आए लोगों के लिए एक उदाहरण पेश किया है कि अगर वे सक्षम हैं और अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें उचित अवसर मिलेंगे।
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इसरो ने कहा- स्पेसक्राफ्ट सही कंडीशन में है; अभी 4 बार और बदली जाएगी ऑर्बिट
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chandrayaan Chandrayaan 3 Update. ISRO Completes First Orbit raising Maneuver. Know When Chandrayaan -3 reached on moon? Follow ISRO Chandrayaan 3 Location Latest News, Photos, Videos On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर)
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने शनिवार को चंद्रयान -3 की पहली ऑर्बिट रेजिंग की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। यानी चंद्रयान अब पृथ्वी की अगली और पहले से बड़ी कक्षा में पहुंच गया है। ये प्रोसेस इसरो के बेंगलुरु स्थित टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) से कंट्रोल की गई। 31 जुलाई तक ऑर्बिट रेजिंग की प्रक्रिया 4 बार और की जाएगी। इसरो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया, ‘चंद्रयान-3 सही कंडीशन में है। यान एक ऐसी ऑर्बिट (कक्षा) में है, जो पृथ्वी से सबसे नजदीक होने पर 173 किलोमीटर और सबसे दूर होने पर 41,762 किलोमीटर की दूरी पर है। लॉन्चिंग के 16 मिनट बाद पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा यान इसरो ने 14 जुलाई को 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की। आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से LVM3-M4 रॉकेट के जरिए चंद्रयान को स्पेस में भेजा गया। लॉन्चिंग के 16 मिनट बाद चंद्रयान को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया। ये कक्षा पृथ्वी से सबसे नजदीक होने पर 170 किलोमीटर और सबसे दूर होने पर 36,500 किलोमीटर की दूरी पर थी। 23 अगस्त को चांद पर उतरेंगे लैंडर और रोवर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि अगर सब कुछ प्लान के अनुसार रहा तो यान 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे चांद पर उतरेगा। चंद्रयान-3 में लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं। लैंडर और रोवर चांद के साउथ पोल पर उतरेंगे और 14 दिन तक वहां प्रयोग करेंगे। प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रमा की कक्षा में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स का अध्ययन करेगा। मिशन के जरिए इसरो पता लगाएगा कि चांद की सतह पर कैसे भूकंप आते हैं। यह चंद्रमा की मिट्टी का अध्ययन भी करेगा। भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा अगर सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता मिली यानी मिशन सक्सेसफुल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। अमेरिका और रूस दोनों के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने से पहले कई स्पेस क्राफ्ट क्रैश हुए थे। चीन 2013 में चांग'ई-3 मिशन के साथ अपने पहले प्रयास में सफल होने वाला एकमात्र देश है। आदिपुरुष फिल्म के बजट से सस्ता चंद्रयान-3 बिना लॉन्चिंग कॉस्ट के चंद्रयान-3 का बजट लगभग 615 करोड़ रुपए है, जबकि हाल ही में आई फिल्म आदिपुरुष का बजट 700 करोड़ रुपए था। यानी चंद्रयान-3 इस मूवी की कॉस्ट से करीब 85 करोड़ रुपए सस्ता है। इससे 4 साल पहले भेजे गए चंद्रयान 2 की लागत भी 603 करोड़ रुपए थी। वहीं इसकी लॉन्चिंग पर 375 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। ग्राफिक में देखें किस तरह चांद तक पहुंचेगा चंद्रयान-3...
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गोड्डा पावर प्लांट सौंपा, भारत की पहली इंटरनेशन बिजली परियोजना फुल कैपेसिटी के साथ शुरू
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने गोड्डा पावर प्लांट पूरी कैपेसिटी से शुरू होने के बाद शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। यह अडाणी ग्रुप का पहला इंटरनेशनल पावर प्लांट है। इसके साथ ही यह भारत का भी ऐसा पहला
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने फुल कैपेसिटी से गोड्डा पावर प्लांट शुरू होने के बाद शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। यह अडाणी ग्रुप का पहला इंटरनेशनल पावर प्लांट है। इसके साथ ही भारत का भी यह ऐसा पहला इंटरनेशनल पावर प्रोजेक्ट है, जिससे देश में बनी 100% बिजली को दूसरे देश में सप्लाई की जा रही है। इसके लिए अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पावर ने झारखंड के गोड्डा में 1600 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट लगाया है। ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) को बिजली की सप्लाई की जा रही है। 2016 में इसे लेकर करार किया गया था। साढ़े तीन साल में प्लांट चालू हुआ हसीना से मुलाकात के बाद गौतम अडाणी ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर की। इसके साथ उन्होंने लिखा,'1600 मेगावाट के अल्ट्रा सुपर-क्रिटिकल गोड्डा पावर प्लांट के फुल लोड शुरुआत और हैंडओवर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं भारत और बांग्लादेश की समर्पित टीमों को सलाम करता हूं जिन्होंने साढ़े तीन साल के रिकॉर्ड समय में प्लांट को चालू करने के लिए कोविड का सामना किया।' अडाणी पावर ने बिजली एक्सपोर्ट अप्रैल से शुरू कर दिया है अडाणी पावर लिमिटेड (APL) ने 10 अप्रैल 2023 से अपने पावर प्रोजेक्ट के जरिए बांग्लादेश को बिजली एक्सपोर्ट शुरू कर दिया है। कंपनी 2017 में पावर पर्चेज एग्रीमेंट के तहत 25 सालों तक गोड्डा पावर प्लांट से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति की जाएगी। पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण था मुश्किल अडाणी के जिस पावर प्लांट से बिजली बांग्‍लादेश सप्लाई हो रही है उसके लिए एक समय जमीन अधिग्रहण भी बड़ी चुनौती थी। जिले में SPT एक्‍ट के कारण जमीन मिल पाना आसान नहीं था और मुआवजा राशि समेत अन्‍य कई मुद्दों को लेकर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव अपने समर्थकों के साथ खुलकर इसका विरोध कर रहे थे। बाद में स्‍थानीय लोगों ने क्षेत्र के विकास के लिए अपनी जमीनें दीं। बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण भागीदार भारत की "पड़ोसी पहले" नीति के तहत बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण भागीदार है। दोनों देशों के बीच सहयोग का दायरा सुरक्षा, व्यापार, बिजली एवं ऊर्जा, ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी, साइंस और टेक्नोलॉजी, डिफेंस सेक्टर, नदियों और समुद्री मामलों सहित कई सेक्टर्स तक फैला हुआ है।
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सऊदी की जॉब ठुकराकर देश को चुना, मेहनत-ईमानदारी को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
आज के ‘ये मैं हूं’ में बात कश्मीर की फिरदौस जां की, जिनका बचपन तंगहाली में गुजरा। मेडिकल फील्ड में 22 साल से लोगों की सेवा कर रही फिरदौस को 2023 में ‘नेशनल प्लोरेंस नाइटेंगल’ अवॉर्ड से नवाजा गया है।
आज के ‘ये मैं हूं’ में बात कश्मीर की फिरदौस जां की, जिनका बचपन तंगहाली में गुजरा। लेकिन वह मेहनत करना जानती थीं। पैसा नहीं था तो पैसा कमाया। एक समय करियर भी तय नहीं था। लेकिन उस फील्ड में अपना करियर बनाया, जिससे वह डरती थीं। मेडिकल फील्ड में 22 साल से लोगों की सेवा कर रही फिरदौस को 2023 में ‘नेशनल प्लोरेंस नाइटेंगल’ अवॉर्ड से नवाजा गया है। आज जानिए इनकी कहानी…. 3 महीने की थी, जब पिता का साया सिर से उठ गया मेरा बचपन जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले में एक बहुत ही खूबसूरत शहर चरार-ए-शरीफ में बीता है। शहर तो खूबसूरत था लेकिन मेरे परिवार की जिंदगी बेरंग थी। मैं मात्र ३ महीने की थी, जब मेरे पापा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। मां के सिर पर पांच बच्चों की जिम्मेदारी आ गई। हमारे पास थोड़ी सी जमीन थी। उसी के सहारे मेरी बहादुर मां ने हम बहनों और भाई को पाला। मैंने और मेरे परिवार ने गुरबत के बहुत दिन देखे हैं। नई किताब और स्कूल यूनिफॉर्म तक के लिए तरसे पैसों की तंगी की वजह से मेरी दोनों बड़ी बहनें पढ़ाई नहीं कर पाईं। मां ने मेरी एक बहन, भाई और मेरा सरकारी स्कूल में एडमिशन कर दिया। स्कूल के दिनों में हम भाई-बहन नई किताबों और यूनिफॉर्म के लिए तरस गए। कोचिंग और ट्यूशन तो हमारी पहुंच से बहुत दूर की बात थे। हमने लालेटन की रोशनी में पढ़ाई की। मगर, यह डर बना रहता कि कहीं लालटेन का तेल न खत्म हो जाए फिर बाकी रात कैसे कटेगी? स्कूल में पहनने के लिए एक ही यूनिफॉर्म थी, इस वजह से उसे रात में ही धोकर सुखा देती। फिर सुबह उसी को पहनकर स्कूल जाती। जब हाईस्कूल में पहुंची तो वहां मेरे साथ पढ़ने वाली लड़कियां काफी अमीर घर की और इंग्लिश मीडियम से पढ़कर आई थीं। लेकिन मैंने मेहनत करना नहीं छोड़ा। अगर मैं फर्स्ट नहीं आती तो सेकेंड जरूर आती। हम तीनों भाई-बहन ने आगे बढ़ने के लिए बहुत मेहनत की। स्कूल में आइसक्रीम खाने के लिए बेचनी पड़ी थी किताब स्कूल में मेरी एक टीचर थीं, जो मुझे बहुत प्यार करती थीं। एक दिन स्कूल में उन्होंने देखा कि मेरी यूनिफॉर्म फटी हुई है तो उन्होंने मुझे बुलाकर कहा कि आप इतनी तेज बच्ची हो। घर जाना तो सुई-धागे से इसे सिलवा लेना। मैंने उस वक्त कहा कि मैम, मेरे घर में तो सुई-धागा भी नहीं है। बचपन का एक और किस्सा है जो मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी। मेरी टीचर ने मुझे बच्चों की एक किताब दी थी। एक दिन मैं दोस्तों के साथ बाहर खेल रही थी। मेरी बाकी दोस्त आइसक्रीम खाने लगीं। उन्हें आइसक्रीम खाता देखकर मुझे भी आइसक्रीम खाने का मन होने लगा, लेकिन मेरे पास पैसे नहीं थे। मैं दुकानदार के पास गई और कहा कि मेरी किताब के बदले मुझे आइसक्रीम दे दीजिए। दुकानदार ने कहा कि आप इतनी प्यारी बच्ची हैं कि मैं आपको आइसक्रीम ऐसे भी दे सकता हूं। मगर, मैंने कहा कि मां ने कहा है कि कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाने चाहिए। मैंने दुकानदार को किताब दी और उससे पैसे ले लिए। फिर उन्हीं पैसों से आइसक्रीम खरीदी और बचे हुए पैसों को फिर उसी दुकानदार को दिया तो उसने मेरी किताब वापस कर दी। बचपन में रोटी मोड़कर माइक बनाती और बन जाती रिपोर्टर मैंने हाईस्कूल की पढ़ाई खत्म की। उसके बाद मेरा कोई लक्ष्य नहीं था। एक तरह से कोई मकसद नहीं था। मेडिकल का एग्जाम दिया, मगर सफल नहीं हो पाई। शायद मुझे रिपोर्टर बनना था। क्योंकि मैं हाथ में रोटी को मोड़कर माइक की तरह बनाती और रिपोर्टर बनने की एक्टिंग किया करती। तब दिमाग में कुछ भी क्लियर नहीं था। उस वक्त मां ने कहा कि अब तुम नर्सिंग करोगी। मैंने ये सुनते ही हाथ खड़े कर दिए। मैंने मां से कहा-ये मुझसे नहीं होगा। मुझे हॉस्पिटल से डर लगता है। मैं खून नहीं देख सकती, लोगों को तकलीफ में नहीं देख सकती। मैं लोगों को अपने सामने रोते भी नहीं देख पाऊंगी। फिर मां ने कहा कि तुम नर्सिंग ही करोगी क्योंकि यह समाज सेवा है। मां की मृत्यु जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बनी मां के बहुत समझाने पर मैं नर्सिंग के फील्ड में आ गई। साल 2005 के अप्रैल में मेरी मां की एक्सीडेंटल डेथ हुई। मैंने पापा को कभी देखा नहीं था तो उनके लिए उतनी तकलीफ महसूस नहीं हुई। लेकिन मां का जाना मेरी दुनिया लुटने जैसा था। मेरी उम्मीदें टूटकर बिखर गईं। लेकिन उस वक्त नर्सिंग फील्ड ने ही मुझे संभाला। बहुत कुछ सिखाया। जब मैं पेशेंट का ध्यान रखती और वे ठीक होने के बाद जब मुस्कुराते तो मुझे सुकून मिलता। लोगों की सेवा करके मुझे अंदर से शांति मिलती। लगने लगा कि मुझे यही तो करना था और मां की भी यही ख्वाहिश थी। फिर मैंने पूरे दिल से नर्सिंग को अपना लिया। नौजवान टीचर की जान बचाकर लगा जिंदगी में कुछ बड़ा काम किया है मेरी दूसरी पोस्टिंग में ही मुझे इंटेसिव यूनिट केयर (ICU) की जिम्मेदारी मिली। उस दौरान एक केस आया, जिसमें एक नौजवान टीचर को तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत थी। डॉक्टर किसी और पेशेंट को देखने में बिजी थे। जिस कंडीशन में वो अस्पताल पहुंचा था, वहां मौजूद सारे स्टाफ ने कहा ये नहीं बचेगा। मैंने उस वक्त खुद फैसला लेते हुए उसे ऑक्सीजन लगाई। उसके बाद उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया। हम सबकी कोशिशों से वो बच गया। जब वह पेशेंट अस्पताल से डिस्चार्ज हुआ तो वो वक्त हमारे लिए सेलिब्रेशन जैसा था। उस वक्त मुझे लगा कि मैंने पहली बार जिंदगी में कुछ बड़ा काम किया है। उस एक केस ने मुझे नर्सिंग करियर में आगे बढ़ने में बहुत मोटिवेट किया। खबर में आगे बढ़ने से पहले पोल के माध्यम से अपनी राय साझा करते चलें... विदेश का पैसा छोड़ अपने लोगों की सेवा करना चुना मेरे पति भी डॉक्टर हैं। वो सउदी अरब के रियाद में बतौर इमरजेंसी फिजिशियन काम करते हैं। मेरे पति ने मुझे सऊदी के लिए कई ऑफर दिए लेकिन मैंने मना कर दिया। अगर मैं सऊदी का ऑफर लेती तो उसमें बहुत पैसा था। लाइफ एक तरह से सेट होती। लेकिन मैं ये मानती हूं कि पैसा सबकुछ नहीं होता। मैं अपना देश छोड़ना नहीं चाहती हूं। अपने लोगों की सेवा करना चाहती हूं। मुझे इसी में सुकून मिलता है।< कोविड के दौरान आगे बढ़कर निभाई अपनी जिम्मेदारी मैं कश्मीर में अपने दो बच्चों के साथ अकेले रहती हूं। जब कोविड का वक्त शुरू हुआ, उस समय भी मैं अपनी ड्यूटी से पीछे नहीं हटी। लोगों की सेवा के लिए मुझे अपने दो छोटे बच्चों को घर पर छोड़कर जाना पड़ा। कभी पड़ोसी तो कभी भाई के भरोसे छोड़कर जाती। मैं बच्चों तो कई-कई दिन तक मिल नहीं पाती थी। यहां तक कि उस समय ईद पर भी मैं उनसे मिल नहीं पाई। मेरे बच्चों ने अकेले ही सबकुछ मैनेज किया है। दो दशक की मेहनत-ईमानदारी के लिए राष्ट्रपति ने किया सम्मानित मैं 2२ साल से नर्सिंग फील्ड में हूं। फिलहाल मैं शेर-ए कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (SKIMS) मैं स्टॉफ नर्स हूं। २२ साल के करियर में मुझे जहां-जहां पोस्टिंग दी गई, वहां गई। मैंने ट्रांसफर रूल को पूरी ईमानदारी से फॉलो किया है। अस्पताल के साथ मैंने पढ़ाई, घर सब बखूबी संभाला। मैंने नर्सिंग में मास्टर और पीएचडी की। मैंने नेशनल और इंटरनेशनल जर्नल के लिए रिसर्च पेपर लिखे। मेडिकल स्टूडेंट के लिए अपने पैसों से दो बुकलेट भी लिखी हैं। अस्पताल के बाद मुझे जो भी थोड़ा वक्त मिलता है, उस दौरान में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की सेवा करती हूं। मैंने इन इलाकों में जाकर टीकाकरण अभियान चलाया। आज भी जब समय मिलता अलग-अलग एरिया में जाकर लोगों की देखभाल करती हूं। अपना रिसोर्स लगाकर ड्रग एडिक्शन, पीयर प्रेशर जैसी चीजों पर स्कूल में अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया है। ड्रग एडिक्शन पर केस स्डटी भी लिखी है। मैंने ड्यूटी से बढ़कर लोगों की सेवा की है और कर रही हूं। इन सबको देखते हुए राष्ट्रपति दौपद्री मूर्मू ने मुझे राष्ट्रपति भवन में बुलाकर ‘नेशनल प्लोरेंस नाइटेंगल’ अवाॅर्ड से सम्मानित किया है।
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आंखों से जुड़ी समस्यों का समय पर इलाज जरूरी, 3 हजार लोगों पर हुई रिसर्च
जामा के नए अध्ययन के मुताबिक, अगर आंखों से जुड़ी समस्यों का उपचार समय पर नहीं किया जाए तो उससे डिमेंशिया विकसित होने की संभावना बढ़ सकती है। पहले के शोधों में मस्तिष्क और नजर के बीच के संबंध पर अध्ययन किया जा चुका है।Relationship between vision and dementia
जामा के नए अध्ययन के मुताबिक, अगर आंखों से जुड़ी समस्यों का उपचार समय पर नहीं किया जाए तो उससे डिमेंशिया विकसित होने की संभावना बढ़ सकती है। पहले के शोधों में मस्तिष्क और नजर के बीच के संबंध पर अध्ययन किया जा चुका है। जामा ऑप्थैल्मोलॉजी जर्नल के लेखक और मिशिगन यूनिवर्सिटी में विजुअल साइंस और ऑप्थैल्मोलॉजी के सहायक प्रोफेसर डॉ. जोशुआ एर्लिच ने कहा कि इस नए अध्ययन में देखने की क्षमता और डिमेंशिया के लक्ष्णों पर उसके प्रभाव के बीच के संबंध को देखा गया। 3 हजार लोगों पर स्टडी हुई एर्लिच और उनके सह-लेखकों ने अमेरिका की 2021 में की गई नेशनल हेल्थ एंड ऐजिंग ट्रेंडस स्टडी के आंकड़ों को देखा। इसमें लगभग 3,000 लोगों को शामिल किया गया था। इन लोगों को नजदीक और दूर की नजर के साथ कॉन्ट्रास्ट सेंसटिविटी के परीक्षण के लिए टैबलेट डिवाइस दिए गए। इन लोगों में 71 साल से अधिक उम्र वालों की डिमेंशिया स्क्रीनिंग इंटरव्यू से जांच की गई। इन सभी में से 12.3% लोगों में डिमेंशिया के लक्षण दिखे। इन लक्षणों में जिन लोगों की दूर की नजर खराब थी उनमें 19.5% और जिनकी पास की नजर खराब थी उनमें 21.5% की बढ़त देखी गई। इसके अलावा ऐसे लोग जिनके देखने की क्षमता मध्यम से गंभीर तौर पर खराब थी या वो दृष्टिबाधित थे, में 32.9% की बढ़ोतरी देखी गई। निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि नजर कम होने से डिमेंशिया होता है लेकिन, ये पक्का है कि दोनों में संबंध है। नजर कम होना खतरे की घंटी एर्लिच ने कहा, डिमेंशिया नजर कम होने का कारण हो सकता है, या दोनों चीजें एक ही समय भी हो सकती हैं। नजर कम होने या दृष्टिहीनता में करीब 80% से ज्यादा मामलों को या तो रोका जा सकता है या फिर पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आंखें चेक करवाना जरूरी है। जैसे ही देखने की क्षमता कम हो जाए या कोई समस्या लगे तो उसका तुरंत इलाज करवाएं। जिन लोगों की नजर जा चुकी है या ठीक नहीं हो सकती उन्हें ऐसी गतिविधियों से जुड़ना चाहिए जिससे मस्तिष्क का व्यायाम होता रहे। नजर के अलावा सभी इंद्रियों का ध्यान रखना होगा मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए इंद्रियों का ख्याल रखना जरूरी है। इससे डिमेंशिया को रोकने में भी मदद मिल सकती है। हमें ऐसे व्यायाम और खानपान से जुड़े रहना चाहिए जिससे इंद्रियों को फायदा हो। देखने के अलावा सुनने, सुंघने की क्षमता घटने से भी डिमेंशिया होने की संभावना बढ़ जाती है। 5.5 करोड़ लोग डिमेंशिया के शिकार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो दुनिया में 5.5 करोड़ लोग डिमेंशिया से पीड़ित हैं। इनमें से 60% मरीज लो या मिडिल इनकम देशों में रहते हैं। भूलने की बीमारी के ज्यादातर मरीज बुजुर्ग ही होते हैं। WHO के मुताबिक, साल 2030 तक मरीजों की संख्या बढ़कर 7.8 करोड़ हो जाएगी। वहीं, साल 2050 तक यह आंकड़ा 13.9 करोड़ पर पहुंच जाएगा। ये खबर भी पढ़ें... विटामिन D से डिमेंशिया का कनेक्शन: धूप में रहें, भूलने की बीमारी का खतरा 33% तक कम होता है धूप का आनंद लें। यह आपके शरीर में विटामिन D की पूर्ति करता है। विटामिन D डिमेंशिया का खतरा 33% तक कम करता है। यह दावा अमेरिका की टफ्ट्स यूनिवर्सिटी की रिसर्च में किया गया है। रिसर्चर्स ने 290 लोगों में विटामिन D के प्रभाव पर स्टडी की। पढ़ें पूरी खबर...
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500 फीट होगी ऊंचाई; भारत 418 फीट ऊंचा तिरंगा फहराने की घोषणा कर चुका
Pakistan IMF Deal Update;  इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से लोन अप्रूव होते ही पाकिस्तान ने सबसे ऊंचा झंडा लहराने की होड़ शुरू कर दी है।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से लोन अप्रूव होते ही पाकिस्तान ने सबसे ऊंचा झंडा फहराने की होड़ शुरू कर दी है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने 76वें स्वतंत्रता दिवस यानी 14 अगस्त पर 500 फीट ऊंचे पाकिस्तानी ध्वज को फहराने का फैसला किया है। इसकी लागत करीब 40 करोड़ पाकिस्तानी रुपए होगी। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पंजाब प्रांत को विदेशी कर्ज चुकाने के लिए अगले 2 साल में कम से कम 2 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है। इस बीच पंजाब सरकार ने लाहौर के लिबर्टी चौक पर झंडा फहराने की घोषणा की है। कुछ दिन पहले ही IMF ने पाकिस्तान को स्टाफ लेवल एग्रीमेंट के तहत 3 अरब डॉलर का कर्ज देने के फैसले को मंजूरी दी थी। IMF से डील के बाद सऊदी अरब-UAE ने भी की मदद IMF और पाकिस्तान की सरकार के बीच 9 महीने का स्टैंड-बाय अरेंजमेंट हुआ। इसके बाद 11 जुलाई को सऊदी अरब ने पाकिस्तान की मदद करने के लिए 2 अरब अमेरिकी डॉलर उसके सेंट्रल बैंक में ट्रांसफर किए थे। इसके अगले ही दिन UAE ने भी पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर की मदद दी। 2017 में भारत-पाकिस्तान के बीच शुरू हुई सबसे ऊंचे झंडे की रेस भारत-पाकिस्तान के बीच सबसे ऊंचा झंडा फहराने की रेस 6 साल पहले शुरू हुई थी। दरअसल, 2017 में भारत ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर साउथ एशिया का सबसे ऊंचा झंडा फहराया था। इस तिरंगे की ऊंचाई 360 फीट थी। इस पर साढ़े तीन करोड़ की लागत आई थी। इसके बाद पाकिस्तान ने कई बार भारत पर तिरंगे के जरिए जासूसी करने का आरोप लगाया था। फिर कुछ महीने बाद पाकिस्तान ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर साउथ एशिया का सबसे ऊंचा 400 फीट ऊंचा झंडा फहरा दिया। इसे तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने फहराया था। इसके बाद इसी साल भारत ने बॉर्डर के पास जॉइंट चेक पोस्ट पर पाकिस्तानी झंडे से ऊंचा तिरंगा फहराने के लिए 418 फीट का टावर इंस्टॉल कर दिया था। अब भारत पाकिस्तान का रिकॉर्ड न तोड़ पाए इसके लिए पड़ोसी देश ने पहले ही 500 फीट ऊंचा झंडा फहराने की घोषणा कर दी है। पाकिस्तान को मिला उम्मीद से ज्यादा का राहत पैकेज जियो न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का राहत पैकेज उसकी उम्मीद से ज्यादा है। 2019 में हुए समझौते के आधार पर उसे 2.5 अरब डॉलर मिलने का इंतजार था। दरअसल, पाकिस्तान और IMF के बीच 6.5 अरब डॉलर के कर्ज पर 2019 में सहमति बनी थी। इसकी दो किश्तें पाकिस्तान को मिल चुकी हैं। दिवालिया होने की कगार पर था पाकिस्तान पाकिस्तान IMF के साथ डील से पहले दिवालिया होने की कगार पर आ गया था। पिछले कुछ महीनों में नौबत ये आ गई थी कि लोग फ्री के राशन के लिए लूट मचा रहे थे। देश की जनता की बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही थीं। पाकिस्तान में जून में आई आर्थिक तंगी का अंदाजा रोजमर्रा के सामानों के दाम से लगाया जा सकता है… IMF की शर्तें पूरी नहीं कर पा रही थी शाहबाज सरकार पाकिस्तान को IMF की तरफ से कर्ज मिलने की मंजूरी 8 महीने देरी से मिली है। इसकी वजह यह रही कि इमरान खान ने सरकार गिरने के ठीक दो दिन पहले पेट्रोल-डीजल 10 रुपए तक सस्ता कर दिया था, जिससे IMF नाराज हो गया था। शाहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री बनने के बाद कई बार पेट्रोल के दाम बढ़ाए थे, इसके बाद भी वो IMF की शर्तें पूरी नहीं कर पा रहे थे।
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अल्कारेज इस टूर्नामेंट का सिर्फ 12वां मैच खेलेंगे, जोकोविच इसे 7 बार जीत चुके
Wimbledon 2023 Latest News Updates - विम्बलडन 2023 का फाइनल कार्लोस अल्कारेज और नोवाक जोकोविच के बीच खेला जाएगा। मुकाबला लंदन के ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब के सेंटर कोर्ट पर शाम 7:30 बजे होगा।अल्कारेज
विम्बलडन 2023 का फाइनल कार्लोस अल्कारेज और नोवाक जोकोविच के बीच खेला जाएगा। मुकाबला लंदन के ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब के सेंटर कोर्ट पर शाम 7:30 बजे होगा।अल्कारेज टूर्नामेंट में अपना 12वां ही मैच खेलेंगे जबकि जोकोविच 7 बार विम्बलडन जीत चुके हैं। इसे 2 पीढ़ियों का मुकाबला भी कह सकते हैं, क्योंकि जब स्पेन में अल्कारेज का जन्म (2003) हुआ था तब जोकोविच ने अपने प्रोफेशनल करियर का आगाज कर दिया था। जब अल्कारेज ने पहली बार रैकेट थामा, तब जोकोविच पहला ग्रैंड स्लैम मैच खेल चुके थे। जोकोविच ने एक महीने पहले ही 23वां ग्रैंड स्लैम जीता है। ऐसे में यह देखना रोचक है कि आज के विम्बलडन फाइनल में नई पीढ़ी बाजी मारेगी या एक बार फिर अनुभव ही भारी पड़ेगा। इस अहम मौके पर आपके लिए लाए हैं 146 साल पुराने टेनिस टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहे 2 स्टार्स की स्टोरी... शुरुआत वर्ल्ड नंबर-1 अल्कारेज की कहानी से... अल्कारेज को विरासत में मिली टेनिस साल 2003 में स्पेन के मर्सिया शहल में जन्मे कार्लोस को छोटी उम्र में ही टेनिस से प्यार हो गया। उन्हें टेनिस विरासत में मिली। वे एक ऐसे परिवार में पले-बढ़े, जिसका टेनिस के प्रति रुझान था। कार्लोस के दादा ने एक टेनिस क्लब शुरू किया था, जबकि उनके पिता कार्लोस अल्कारेज सीनियर एक सेमी-प्रो टेनिस प्लेयर रहे। उनके पिता स्पेनिश चैंपियनशिप के रनर-अप रहे और एक टेनिस अकादमी भी चलाते थे। अल्कारेज ने 4 साल की उम्र में ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। कार्लोस के पेरेंट्स ने उनकी क्षमता पहचानी और उन्हें अपने सपनों को जीने के लिए प्रोत्साहित किया। राफेल नडाल एकेडमी में टेनिस की बारीकियां सीखीं 12 साल की उम्र में ही कार्लोस अपने परिवार को छोड़कर बार्सिलोना में टेनिस कोचिंग लेने चले गए। यहां उन्होंने अपनी इंस्पिरेशन दिग्गज राफेल नडाल की एकेडमी में टेनिस की बारीकियां सीखनी शुरू कर दीं। स्पेन के राफेल नडाल ही टेनिस लीजेंड हैं। अल्कारेज जब 3 साल के थे, तब नडाल पहला ग्रैंड स्लैम जीत चुके थे। 16 साल की उम्र में प्रोफेशनल टेनिस करियर शुरू किया अल्कारेज जब 16 साल के थे, तब उन्होंने रियो ओपन खेलकर प्रोफेशनल टेनिस में कदम रखा। अल्कारेज सेकेंड राउंड में हार गए, लेकिन अगले ही साल 2021 में उन्होंने अपने पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा लिया। 17 साल के अल्कारेज तब ऑस्ट्रेलियन ओपन का हिस्सा बनने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। मैड्रिड ओपन में अल्कारेज के 18वें जन्मदिन पर उनका सामना अपनी इंस्पिरेशन राफेल नडाल से हुआ। 2021 में ही उन्होंने अपना पहला ATP सिंगल्स टाइटल जीता। उन्होंने ओपन डी ओयरास में जीत दर्ज की। इसी साल उन्होंने फ्रेंच ओपन, विम्बलडन और यूएस ओपन में हिस्सा लिया। US ओपन में तो उन्होंने वर्ल्ड नबंर-3 स्टेफानोस सितसिपास को हराया। 2022 में पहला ग्रैंड स्लैम जीता, वर्ल्ड नंबर-1 भी बने 2022 अल्कारेज का साल रहा। वह ऑस्ट्रेलिया ओपन में पहली बार 31वीं वरीयता ले कर उतरे। वह तीसरे ही राउंड में हार गए, लेकिन मियामी, मैड्रिड, रियो और कोंडे गोडो ओपन मिलाकर 4 ATP खिताब जीते। इसी साल US ओपन फाइनल में उन्होंने वर्ल्ड नंबर-5 कास्पर रुड को 4-6, 6-2, 7-6, 6-3 के अंतर से हराया और अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता। साल का अंत उन्होंने वर्ल्ड नंबर-1 बनकर किया और 2023 में भी इसी फॉर्म को जारी रख अब विम्बलडन फाइनल में जगह बनाई। अब जानते हैं जोकोविच के बारे में... युद्ध के माहौल में पले बढ़े जोकोविच नोवाक जोकोविच का जन्म 22 मई, 1987 को बेलग्रेड, सर्बिया (उस समय का युगोस्लोवाकिया) में हुआ। उनका बचपन युगोस्लोवाकिया में युद्ध के माहौल में बीता, क्योंकि जब जोकोविच 4 साल के थे, तब युगोस्लोवाकिया में गृह युद्ध छिड़ गया। साल 2001 में युगोस्लोवाकिया से 6 अलग-अलग देश (स्लोवेनिया, क्रोएशिया, बोस्निया एंड हर्जेगोविना, मोंटेनेग्रो, सर्बिया और नॉर्थ मैकेंडोनिया) बने। जोकोविच ने एक इंटरव्यू में बताया था, 'युद्ध के कारण मैं कई बार खाली स्विमिंग पूल में अभ्यास करता था, क्योंकि बमबारी की वजह से ओपन फील्ड में जाने से डर लगता था।' 4 साल की उम्र में रैकेट थामा जोकोविच ने 4 साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू किया। उन्हें फैमिली ने पूरा सपोर्ट किया और जोकोविच टेनिस में अच्छा करने लगे। जोकोविच के बाद उनके 2 छोटे भाइयों ने भी टेनिस खेलना शुरू कर दिया। जोकोविच सर्बिया में जूनियर टूर्नामेंट जीतने लगे और देश में अपना नाम बना लिया। 2001 में उन्होंने सर्बिया से डेविस कप में हिस्सा लिया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2003 में उन्होंने फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन जूनियर टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया। जूनियर ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलियन ओपन में आया, जहां वह 2004 में सेमीफाइनल तक पहुंचे। 2003 में प्रोफेशनल टेनिस करियर शुरू किया 16 साल की उम्र में जोकोविच ने प्रोफेशनल टेनिस की दुनिया में कदम रखा। इस दौरान रोजर फेडरर और राफेल नडाल टेनिस वर्ल्ड के नए चैम्पियन बन चुके थे। 2005 में जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में पहला ग्रैंड स्लैम खेला, लेकिन फर्स्ट राउंड में ही हार गए। 2005 में ही जोकोविच विम्बलडन और यूएस ओपन दोनों ग्रैंड स्लैम के थर्ड राउंड तक पहुंचे। 2006 में पहला ATP टाइटल जोकोविच ने 2006 में डच ओपन के रूप में अपना पहला ATP टाइटल जीता। 2007 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में वह चौथे राउंड तक पहुंचे, लेकिन चैम्पियन रोजर फेडरर से हार गए। इसी साल उन्होंने मियामी मास्टर्स जीता और इंडियन वेल्स में रनर-अप रहे। नडाल-फेडरर के दौर में जोकोविच ने पहला ग्रैंड स्लैम जीता 2005 से 2007 तक ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब रोजर फेडरर या राफेल नडाल ने ही जीता था। लेकिन 2008 में जोकोविच चमके, उन्होंने सेमीफाइनल में रोजर फेडरर को हराकर बाहर किया और फाइनल में फ्रांस के जो-विलफ्रेड सोंगा को हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता। जोकोविच ने साल 2009 में ATP चैम्पियनशिप के 10 फाइनल में जगह बनाई और 5 खिताब जीते। लेकिन इनमें ग्रैंड स्लैम शामिल नहीं रहे, क्योंकि 4 में से 3 ग्रैंड स्लैम फेडरर या नडाल के पास ही गए। 2010 में जोकोविच ने अपने देश सर्बिया को डेविस कप जिताया। इसी साल वह US ओपन फाइनल में पहुंचे, लेकिन नडाल से हार गए। 2011 में 3 ग्रैंड स्लैम जीते, टेनिस में स्थातपित हुए 2011 को जोकोविच ने अपना साल बनाया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ओपन, विम्बलडन और US ओपन का खिताब जीता। वह फ्रेंच ओपन जीतने से चूक गए क्योंकि सेमीफाइनल में फेडरर के खिलाफ उन्हें 7-6, 6-3, 3-6, 7-6 से हार का सामना करना पड़ा। जहां फाइनल में फेडरर को नडाल ने हराकर चैम्पियनशिप जीती। 2001 से 2010 तक टेनिस जगत में रोजर फेडरर और राफेल नडाल का ही नाम चला, 2011 से दिग्गजों की लिस्ट में जोकोविच का नाम भी जुड़ गया। 2022 तक इन्हीं खिलाड़ियों का राज रहा। फेडरर ने 20 ग्रैंड स्लैम जीतकर रिटायरमेंट ले लिया, नडाल ने 22 ग्रैंड स्लैम जीते और अब इंजरी से जूझ रहे हैं। इन दोनों के बीच चमके 36 साल के जोकोविच 23 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं और आज अपना 24वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के लिए 20 साल के अल्कारेज का सामना करेंगे। जोकोविच के पास फेडरर की बराबरी करने का मौका जोकोविच अगर विम्बलडन जीत लेते हैं तो यह उनका 8वां विम्बलडन टाइटल होगा। वह सबसे ज्यादा विम्बलडन खिताब जीतने वाले स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के 8 खिताब की बराबरी कर लेंगे। विम्बलडन में युवा-दिग्गज के बीच पहली लड़ाई नहीं विम्बलडन में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा, जब टेनिस दिग्गज के सामने फाइनल में युवा खिलाड़ी आया हो। 2001 में 14 ग्रैंड स्लैम जीत चुके पीट सेम्प्रास के सामने 19 साल के युवा रोजर फेडरर ने फाइनल खेला था। 2008 में दिग्गज बन चुके फेडरर के सामने फाइनल में 21 साल के राफेल नडाल खड़े थे। दोनों ही बार युवा खिलाड़ियों को जीत मिली। अब एक बार फिर 2023 के विम्बलडन फाइनल में 23 ग्रैंड स्लैम जीत चुके नोवाक जोकोविच के सामने 20 साल के कार्लोस अल्कारेज खड़े हैं। आपने खबर पूरी पढ़ी अब इस पोल में अपनी राय दे दीजिए...
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तुझे देखा तो ये जाना सनम पर हुए रोमांटिक, सामने आया अनदेखा वीडियो
सलमान खान का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह स्टेज पर करीना के साथ शाहरुख खान की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के गाने पर रोमांस करते हुए दिखाई दिए। वीडियो में सलमान एक स्टेज शो में परफॉर्म करTujhe Dekha Toh Yeh Jana Sanam gets romantic, unseen video surfaced
सलमान खान का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह स्टेज पर करीना के साथ शाहरुख खान की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के गाने पर रोमांस करते हुए दिखाई दिए। वीडियो में सलमान एक स्टेज शो में परफॉर्म कर रहे हैं, जहां वह राज (शाहरुख) का किरदार निभा रहे हैं और करीना सिमरन (काजोल) बनकर स्टेज पर एंट्री करती हैं। इस दौरान वह किंग खान के आइकॉनिक सांग 'तुझे देखा तो ये जाना सनम' पर लिप-सिंक करते हुए दिखाई दिए। उन्होंने अपने हाथ में गिटार लिया हुआ है। इसके बाद करीना स्टेज पर आती हैं और सलमान घुटनों पर बैठ जाते हैं, और करीना के हाथ पर किस भी करते हैं। व्हाइट लहंगे में दिखीं करीना वीडियो में करीना व्हाइट लहंगे में नजर आईं। उन्होंने इस लुक के साथ मैचिंग ज्वेलरी पहन रखी थी, जिसमें वह काफी खूबसूरत लग रही हैं। वहीं, सलमान ग्रे टी-शर्ट और डेनिम जींस में नजर आ आए। सलमान-करीना का वर्कफ्रंट सलमान खान जल्द ही टाइगर 3 में नजर आएंगे। यह वाईआरएफ स्पाई यूनिवर्स का हिस्सा है और एक था टाइगर और टाइगर जिंदा है के बाद टाइगर फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म है। टाइगर 3 में कटरीना कैफ और इमरान हाश्मी भी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में शाहरुख खान का भी एक कैमियो है। यह फिल्म इसी साल दिवाली पर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। वहीं, करीना कपूर खान अगली बार कृति सेनन और तब्बू के साथ द क्रू में नजर आएंगी। उन्होंने अपने ओटीटी डेब्यू डिवोशन ऑफ सस्पेक्ट एक्स की शूटिंग भी पूरी कर ली है, जिसमें जयदीप अहलावत भी लीड रोल में हैं।
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डायरेक्टर बुखार में शूट करवाना चाहता था; इरिटेट होकर सलमान ने बाल ही मुंडवा लिए
he Story Behind Salman Khan's Baldness Revealed गंजे होने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। सलमान ने गुस्से में आकर अपना बाल मुंडवा लिया था। दरअसल सलमान एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे
'तेरे नाम' एक ऐसी फिल्म थी, जिससे सलमान खान का करियर रिवाइव हुआ था। सलमान खान इस फिल्म के लिए गंजे हो गए थे। हालांकि उनके गंजे होने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। सलमान ने गुस्से में अपना बाल मुंडवा लिया था। दरअसल सलमान एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। तभी उनके पास तेरे नाम के प्रोड्यूसर सुनील मनचंदा आए। उन्होंने सलमान को फिल्म की कहानी सुनाई, जो उन्हें काफी पसंद आई। हालांकि सलमान तब तक श्योर नहीं थे कि उन्हें बाल मुंडवाना चाहिए कि नहीं। एक दिन सलमान को बुखार हुआ। सलमान तेरे नाम से पहले जिस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, उसका डायरेक्टर उनके पास आया। डायरेक्टर ने सलमान को शूटिंग जारी रखने को कहा। तपती बुखार से परेशान सलमान डायरेक्टर की इस बात से काफी नाराज हुए। उन्होंने नाराज होकर अपना बाल ही मुंडवा लिया। सलमान असमंजस की स्थिति में थे सलमान खान ने 2021 में रियलिटी शो सारे गामा पा में शिरकत की थी। इसी दौरान उन्होंने गंजे होने का वाकया शेयर किया था। सलमान ने किस्सा सुनाते हुए कहा- मैं तेरे नाम से पहले एक दूसरी फिल्म की शूटिंग कर रहा था। तभी मेरे करीबी दोस्त सुनील मनचंदा मेरे पास आए। उन्होंने मुझे तेरे नाम स्किप्ट सुनाई और कहा कि फिल्म के दूसरे हाफ में मुझे गंजा होना पड़ेगा। मैं दुविधा में चला गया क्योंकि मैं ऑलरेडी दूसरी फिल्म कर रहा था डायरेक्टर ने सलमान से बुखार में भी शूट करने को कहा सलमान ने कहा कि एक दिन उन्हें बुखार हुआ। सलमान तेरे नाम से पहले जिस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, उसका डायरेक्टर उनके पास आया। डायरेक्टर ने सलमान को शूटिंग जारी रखने को कहा। सलमान ने कहा- मुझे अभी भी याद है कि मैं एक दिन बुखार से तप रहा था। डायरेक्टर मेरे पास आया और मुझे शूट करने के लिए परेशान करने लगा। मैं गुस्से में वॉशरूम चला गया और इरिटेट होकर पूरे बाल ही साफ कर दिया। करीबी लोग नहीं चाहते थे कि सलमान तेरे नाम में काम करें बाल मुंडवाने के बाद सलमान ने प्रोड्यूसर सुनील से बात की। उन्होंने कहा- अगले ही दिन मैं सुनील जी से मिला। मैंने कहा कि देखो मैंने अपना बाल मुंडवा लिया है। अब मैं तेरे नाम में काम करना चाहता हूं। उस वक्त मेरे करीबी नहीं चाहते थे कि मैं ये फिल्म करूं। हालांकि मैं इस फिल्म के साथ जुड़ना चाहता था। सबके मना करने के बाद भी मैंने राधे मोहन (फिल्म में सलमान के किरदार का नाम) का किरदार करना सही समझा। सलमान से डिमांड नहीं करते तो तेरे नाम के डायरेक्टर अनुराग कश्यप होते तेरे नाम से जुड़ी एक और दिलचस्प कहानी है। फिल्म का डायरेक्शन पहले अनुराग कश्यप करने वाले थे। हालांकि उन्होंने सलमान के सामने एक ऐसी डिमांड रख दी, जिसकी वजह से उन्हें रातों-रात इस प्रोजेक्ट से हाथ धोना पड़ा। अनुराग कश्यप ने एक पुराने इंटरव्यू में कहा, 'फिल्म का प्लॉट यूपी के मथुरा और आगरा बेस्ड था, इसलिए मैं चाहता था कि एक्टर भी पूरे यूपी वाले अवतार में दिखे। मैंने सलमान को कहा है कि उन्हें अपने सीने पर बाल उगाने होंगे। मेरी बात सुनकर सलमान बिल्कुल शांत रहे, उन्होंने उस टाइम मुझसे कुछ नहीं कहा। अगले दिन पता चला कि मुझे फिल्म से निकाल दिया गया है। मेरी जगह सतीश कौशिक को फिल्म के डायरेक्शन की कमान दे दी गई।'
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प्रिय बहनों, आप वैज्ञानिक हों या वकील; इस सफलता के लिए मर्दों का शुक्रिया करना होगा
;Chandrayaan Mission: Empowering Women Scientists with 25% Representation. Follow Baat Barabari Ki Story On Dainik Bhaskar पीरियड के दौरान पेट में दर्द हो रहा हो, लेकिन गोली खाकर बारह घंटे दफ्तर में बैठी रहो। तुमको हमसे बराबरी चाहिए न तो हर वक्‍त हमारे बराबर काम करो।
आज से डेढ़ सौ साल पहले एक महिला थी। नाम था कॉर्नेलिया सोराबजी। बॉम्‍बे यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई करने वाली देश की पहली महिला थीं। पता है वो देश की पहली महिला वकील नहीं थीं क्‍योंकि जब वो कानून पढ़कर हिंदुस्‍तान लौटीं तो यहां के कानून ने उन्हें बॉम्‍बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस नहीं करने दी। बावजूद इसके कि उनके पास कानून की डिग्री थी। इस देश का कानून तब ये कहता था कि काला कोर्ट पहनकर, गले में टाई बांधकर कोर्ट रूम में जज के सामने वही बोल सकता है, जो मर्द बनकर पैदा हुआ हो। अगर कोई स्‍त्री बनकर पैदा हुई है तो इस कोर्ट के दरवाजे उसके लिए बंद हैं। कहने का आशय ये है कि तब महिलाओं को इस देश में कानून प्रैक्टिस करने की इजाजत नहीं थी। डिग्री होने और ऑक्‍सफोर्ड की टॉपर होने के बावजूद कॉर्नेलिया प्रैक्टिस नहीं कर पाईं। ऐसी ही एक और महिला थीं मैरी पुणेन लुकसे। देश की पहली महिला सर्जन। जब वह मेडिसिन की पढ़ाई करने तिरुवनंतपुरम के महाराजा कॉलेज में गईं तो कॉलेज ने उन्‍हें दाखिला नहीं दिया। इनकार की वजह यह थी कि लड़कियों में मेडिसिन पढ़ने की काबिलियत नहीं होती। उस कॉलेज का ये नियम था कि लड़की को एडमिशन नहीं मिलेगा। वो लड़की जो बिना कॉलेज जाए घर बैठकर पिता की मेडिसिन की किताबें पढ़ा करती थी, उसे मद्रास यूनिवर्सिटी जाकर इतिहास में एडमिशन लेना पड़ा क्‍योंकि साइंस कॉलेज के दरवाजे उसके लिए बंद थे। ऐसी अनंत कहानियां हैं। इतनी कि डिजिटल स्‍पेस के अनंत पन्‍ने भी उन कहानियों के लिए नाकाफी पड़ जाएं। उन कहानियों से शुरू करके आज हम उस जगह आ पहुंचे हैं, जहां दो रोज पहले बहुत सारे अखबारों की खबरें हैं कि चंद्रयान-3 मिशन में शामिल हैं 25 फीसदी महिला वैज्ञानिक। तकरीबन 615 करोड़ की कुल लागत वाले इस प्रोजेक्‍ट चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी एक महिला वैज्ञानिक ऋतु करिधाल ने निभाई है, जो इस‍ मिशन की डायरेक्टर भी हैं। आज देश के सभी स्‍कूल-कॉलेजों के, लॉ, मेडिसिन और इंजीनियरिंग कॉलेज के दरवाजे लड़कियों के लिए भी खुले है। वो नियम खत्‍म कर दिए गए, जिसके तहत पहले लड़कियों के दाखिले तक पर पाबंदी हुआ करती थी। ज्ञान और शिक्षा की जिस दुनिया में सैकड़ों सालों से मर्दों की आवाजाही पर कभी कोई पाबंदी नहीं थी। वो ही दरवाजे औरतों के लिए हमेशा से बंद थे। उस दुनिया में घुसकर जितने कम समय में महिलाओं ने अपनी जगह बनाई है, उसे देखकर उस अदम्‍य इच्‍छाशक्ति की सिर्फ कल्‍पना की जा सकती है। कितनी भूख, कितनी तड़प और कितनी बेचैनी है औरतों में ज्ञान की। इस दुनिया में अपनी हिस्‍सेदारी की। ये सब कुछ वो तब कर पा रही हैं, जब उनकी राह के रोड़े बिल्कुल कम नहीं हुए हैं। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक तस्‍वीर वायरल हो रही थी। एलिशिया मंटानो नाम की एक अमेरिकी महिला 800 मीटर की रेस में हिस्‍सा ले रही हैं। वो महिला 8 महीने प्रेग्‍नेंट थीं। हालांकि यह घटना 2014 की है, लेकिन किसी कारण से पिछले दिनों अचानक यह तस्‍वीर सोशल मीडिया पर बुरी तरह वायरल होने लगी। उसे औरत के दौड़ने में कोई दिक्‍कत नहीं थी। दिक्‍कत उस तस्‍वीर को साझा कर रहे मर्दों के लिखे शब्‍दों में थी। वो लिख रहे थे कि औरत देवी है, औरत महान है। औरत चाहे तो क्‍या नहीं कर सकती। दुनिया की कोई दीवार उसके रास्‍ते में नहीं आ सकती। वो आठ महीने का पेट लेकर भी दौड़ सकती है। ऊपर से सुनने में यह बात इतनी दिक्‍कत तलब नहीं लगती, जितनी कि ये है। औरतों ने ज्ञान, शिक्षा, सत्‍ता और संपत्ति की दुनिया में बराबर की हिस्‍सेदारी मांगी है तो मर्दों को उनसे बदला लेने का ये सबसे आसान तरीका लगता है कि फिर वो औरतों को हर वक्‍त, हर समय मर्दों के बराबर दौड़ने को कहें। औरतों को इस तरह ललकार रहे मर्दों के शरीर को ऐसी किसी तकलीफ से गुजरना नहीं पड़ता, जिस तकलीफ से औरतें गुजरती हैं। उन्‍हें लगता है कि नौ महीने पेट में बच्‍चा रखना मजाक है, हर आधे घंटे पर उल्‍टी करना मजाक है, महीने में पांच दिन शरीर से रिसता हुआ खून, पेट में हो रही ऐंठन और दर्द मजाक है। अगर कोई औरत ये कहे कि वह प्रेग्‍नेंसी में, पीरियड्स के समय, मेनोपॉज के दौरान मर्दों की तरह दौड़ने-भागने का काम नहीं कर सकती और उसे थोड़ा आराम चाहिए, तो ये सब बातें भी मजाक हैं। वो दरअसल कामचोर है और बहाने कर रही है। मर्द जो खुद कभी प्रेग्‍नेंट नहीं होते, न उनके पेट चीरे जाते हैं, न वो बच्‍चा गिराने की गोली खाते हैं, न उनका अबॉर्शन या मिसकैरिज होता है, न उन्‍हें पीरियड्स होते हैं, लेकिन वो इन सारे तकलीफदेह अनुभवों से गुजर रही औरतों से उम्‍मीद करते हैं कि अगर उन्‍हें मर्दों की दुनिया में मर्दों के बराबर जगह चाहिए तो वो इन सारी तकलीफों को भूल जाएं। वो शरीर का सारा दर्द भुलाकर बस दौड़ती रहें। और उस दौड़ने का नतीजा क्‍या होता है? इतना दौड़ने के बावजूद उन्‍हें सबकुछ मर्दों के बराबर नहीं मिलता। लड़कों से ज्‍यादा लड़कियां विज्ञान पढ़ रही हैं, टॉप कर रही हैं, लेकिन वो सब की सब टॉप वैज्ञानिक नहीं बन पा रहीं। विज्ञान पढ़ने और वैज्ञानिक बनने के बीच उनके रास्‍ते में हजारों दीवारें हैं। ये वो दीवारें हैं, जिसका सामना किसी मर्द को कभी नहीं करना पड़ता। चंद्रयान-3 की टीम में जितने भी पुरुष वैज्ञानिक थे, उन्‍हें कभी पीरियड, प्रेग्‍नेंसी और मेनोपॉज जैसी तकलीफों का सामना नहीं करना पड़ा। उनका शरीर हॉर्मोन्‍स की रोलर-कोस्‍टर राइड से नहीं गुजरा, लेकिन औरतें इन सब चीजों का सामना कर रही थीं। साथ ही वो घर-गृहस्‍थी की जिम्‍मेदारियां भी संभाल रही थीं। उनके पास वैसा सपोर्ट सिस्‍टम नहीं था, जो पुरुषों के पास था। इसलिए हम औरतों का 25 फीसदी होना भी मर्दों के 75 फीसदी पर भारी है। हालांकि असली सेलिब्रेशन तो उस दिन होगा, जब यह संख्‍या 50 फीसदी होगी, बल्कि यूं कहें कि उससे भी ज्‍यादा।
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दिमाग पर करता बुरा असर, हमेशा सर्दी-जुकाम की समस्या; जानिए-कितने घंटे चलाना ठीक
बिना एसी में सोने से 70% कैलोरी बर्न होती हैं लेकिन एसी में सोने से जब बॉडी का टेंपरेचर कम रहता है, तो यह केवल 35% ही बर्न हो पाती हैं।  
घर हो या ऑफिस, गाड़ी हो या मॉल… हर जगह AC चलता है। एयर कंडिशनर यानी AC के बिना रहना मुश्किल हो जाता है। मानसून में वैसे भी उमस बढ़ने से गर्मी लगती है जिससे हमेशा AC में ही बैठने का मन करता है। लेकिन हमेशा इसकी ठंडक में बैठना आपको बीमार कर सकता है। यह आदत आपको मोटा भी बना सकती है। एसी में सोना ठीक नहीं इंटरनेशनल जरनल ऑफ ओबेसिटी ने दुनियाभर के लोगों में बढ़ रहे मोटापे पर रिसर्च की। रिसर्च में माना कि मोटापा, एक्सरसाइज न करने और फ्राइड फूड खाने से ही नहीं, बल्कि AC की ठंडी हवा में रहने से भी बढ़ता है। शोधकर्ताओं के अनुसार AC में रहने से शरीर को तापमान कम रखने के लिए मेहनत नहीं करना पड़ती जिससे कम कैलोरी बर्न होती हैं। बैड पर लेटकर जो कैलोरी बर्न होती हैं, उसे बेसल मेटाबोलिक रेट कहते हैं। बिना एसी में सोने से 70% कैलोरी बर्न होती हैं लेकिन एसी में सोने से जब बॉडी का टेंपरेचर कम रहता है, तो यह केवल 35% ही बर्न हो पाती हैं। शरीर में आती अकड़न दिल्ली के द्वारका स्थित मणिपाल हॉस्पिटल में फिजिशियन डॉ. संजय गुप्ता कहते हैं कि हमेशा AC में रहना ठीक नहीं है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा देर तक AC में बैठता है तो उसका शरीर जकड़ जाता है। पसीना भी कम निकलता है। इससे वह मोटापे का शिकार हो सकता है। AC में रहने से ओवरईटिंग होती है कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि ठंडी हवा भूख बढ़ाती है। AC की ठंडक में सोने से अच्छी नींद आती है। नींद अच्छी आती है तो भूख भी बढ़ती है। ऐसे में हाई कैलोरी और हाई कार्बोहाइड्रेट्स फूड इंसान के शरीर में गर्मी लाते हैं। बार-बार भूख लगने से वह ओवरइटिंग का शिकार होता है जिससे उसे मोटापा घेर लेता है। वर्कआउट से नहीं घटता वजन कुछ लोग जिम में AC के ठंडे टेंपरेचर के बीच एक्सरसाइज करते हैं। योग सेंटर और घर पर भी लोग AC चलाकर कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट करते हैं। लेकिन इससे तेजी से वजन कम नहीं होगा। दरअसल इससे पसीना नहीं निकलता। हमेशा AC बंद करके ही वर्कआउट करना चाहिए। खबर से जुड़े इस पोल में अपनी राय दें अपच और ब्लोटिंग की समस्या एक रिसर्च के अनुसार अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक AC में रहता है तो उनका बॉडी टेंपरेचर कम होता है। हर 1°C तापमान गिरने से शरीर का 12% तक मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है। इससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है और व्यक्ति अपच और ब्लोटिंग का शिकार होता है। आलसी बनता है इंसान AC में रहना इंसान को आलसी भी बनाता है। ठंडा तापमान व्यक्ति को आलस से भरता है। इससे वह चलने-फिरने की बजाय एक जगह पर बैठा रहता है। जब बॉडी की मूवमेंट प्रभावित होती है तो कैलोरी बर्न नहीं होती। इससे शरीर पर फैट जमा होने लगता है। बॉडी जितनी एक्टिव रहती है, जितनी उसकी मूवमेंट होती है, उतनी ज्यादा कैलोरी बर्न होती हैं। कैलोरी बर्न होती है तो मोटापा भी घटता है। डिहाइड्रेशन से भी मोटापे का कनेक्शन लगातार एसी में बैठने से स्किन ड्राई तो होती ही है लेकिन शरीर भी डिहाइड्रेट होता है। इसमें शरीर में पानी की कमी होने लगती हैं क्योंकि ठंडे टेंपरेचर में प्यास कम लगती है। जिससे मोटापा बढ़ता है। दरअसल हमेशा बॉडी वेट के हिसाब से पानी पीना चाहिए। यानी अगर किसी का 80 किलोग्राम वजन है तो उन्हें 3 लीटर पानी पीना चाहिए। पीरियड्स में होता दर्द एसी के कम तापमान में रहने से महिलाओं के पीरियड्स पर भी असर पड़ सकता है। 2011 में हुई रिसर्च के अनुसार ठंडा तापमान मेंस्ट्रुअल साइकिल को प्रभावित करता है। कम तापमान से नसों पर दबाव पड़ता है जिससे ब्लड फ्लो में दिक्कत होती और पीरियड्स के दौरान दर्द होने लगता है। ठंडे तापमान से ओव्यूलेशन की फ्रीक्वेंसी कम हो सकती है और पीरियड्स लंबे समय तक चल सकते हैं। ठंडा टेंपरेचर दिमाग पर करता है असर डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार AC का तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। ज्यादा ठंडा तापमान दिमाग पर असर करता है। दरअसल मानसून में बाहर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है और अगर आप रूम में AC का तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस रखते हैं तो दिमाग में मौजूद हाइपोथेलेमस को नुकसान पहुंचाता है। दिमाग का यह हिस्सा शरीर के टेंपरेचर को रेगुलेट करता है। अगर कोई व्यक्ति ठंडे तापमान से अचानक गर्म तापमान पर जाता है तो हाइपोथेलेमस बॉडी के टेंपरेचर को तुरंत नहीं बदल पाता और व्यक्ति को बुखार, सर्दी, जुकाम और गले की सूजन परेशान कर सकती है। चेहरे पर समय से पहले झुर्रियां पड़ने लगती हैं एक स्टडी में यह भी कहा गया कि AC में रहने से जब शरीर की नमी कम होती है तो समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। ठंडी और ड्राई हवा में रहने से पसीना कम और ऑयल ज्यादा निकलता है। इससे चेहरे पर पिंपल्स भी हो सकते हैं। रोम छिद्र भी बंद हो सकते हैं जिससे स्किन इन्फेक्शन हो सकता है। यही नहीं, घंटों AC की ठंडी हवा में बैठने से शरीर का टेंपरेचर लो रहता है और नसें सिकुड़ने लगती है जिससे ब्लड प्रेशर फ्लकचुएट करने लगता है।
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रंधावा बोले- बेटे नाकाबिल हैं तो टिकट नहीं; कांग्रेस को बर्बाद नहीं होने देंगे
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ​जीतने की क्षमता वाले उम्मीदवारों की जगह अपने बेटे-बेटियों को टिकट की पैरवी करने वाले नेताओं पर निशाना साधा है। रंधावा ने कहा- पार्टी के कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने की भावना कहां लेकर आओगे। आप तो मरRajasthan Politics Congress Incharge Sukhjinder Singh Randhawa On Leaders Son Candidature
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ​जीतने की क्षमता वाले उम्मीदवारों की जगह अपने बेटे-बेटियों को टिकट की पैरवी करने वाले नेताओं पर निशाना साधा है। रंधावा ने कहा- पार्टी के कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने की भावना कहां से लेकर आओगे। आप तो मरे जाते हैं कि मेरे बेटे को टिकट नहीं दिया तो जहर खा लूंगा। जो दूसरा वर्कर है उसका टाइम कब आएगा? रंधावा कांग्रेस मुख्यालय जयपुर में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में बोल रहे थे। रंधावा ने कहा- अगर किसी लीडर का बेटा कैपेबल है तो आ जाए और अगर कैपेबल नहीं है तो हम कांग्रेस को बर्बाद नहीं होने देंगे। आज कोई जिला अध्यक्ष है, उपाध्यक्ष है तो आप भी एमएलए बन सकते हैं। जब आप अपनी कैपेबिलिटी दिखाओगे तो आप भी बन सकते हो। मेरे पिताजी पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष थे, लेकिन जब मुझे टिकट दिया तो वे चुनाव नहीं लड़े। उन्होंने साफ कहा था कि बेटे को टिकट ​दे दिया तो मैं चुनाव नहीं लड़ सकता, फिर दूसरे वर्कर को मौका कैसे मिलेगा? उस भावना की जरूरत है। मुझे सीएम नहीं बनाया तो क्या कांग्रेस छोड़ देता? रंधावा ने कहा- कांग्रेस हर वर्कर को सम्मान देती है। मुझे डिप्टी सीएम बनाया, मैं सीएम नहीं बना तो क्या कांग्रेस छोड़ दूं। दूसरा सीएम बना तो मैंने जमकर उसकी मदद की, उसका सहयोग किया। मैं चला जाता कि मेरे को नहीं बनाया तो मैं काम नहीं करूंगा, ऐसा थोड़ी होता है। कांग्रेस ने हमें क्या नहीं दिया? विधायकों की तरफ ही देखते रहे तो कांग्रेस जिंदा नहीं रहेगी रंधावा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से कहा- डोटासराजी, हमें आदत डालनी पड़ेगी, अगर यहां बैठे संगठन के लोगों का सम्मान होगा तभी कांग्रेस जिंदा रहेगी। अगर हम एमएलए की तरफ देखते रहे तो कांग्रेस जिंदा नहीं रहेगी। एक बार हार गए तो दूसरी बार किसी और को टिकट मिलेगा। ये तो हमारे पास ही रहेंगे। ये तो हमारे योद्धा हैं। संगठन में बहुत लोग हैं। इनमें से केवल पांच फीसदी ने ही आकर कहा होगा कि हमें मंत्री विधायक या चेयरमैन बना दो। संगठन के 95 फीसदी नेता पार्टी के लिए ही काम करना चाहते हैं। मेरे मन में ऐसे लोगों के प्रति इतना सम्मान है कि जब मौका आएगा तो मैं इन्हें जरूर कुछ न कुछ पद दिलाकर सम्मान दिलाऊंगा। आज के नेता गाड़ी से नहीं उतरते, माइंडसेट चेंज करें, लोगों से मिलें रंधावा ने कहा- डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट को एक बात कहना चाहता हूं आप किसी के नहीं हो, आप कांग्रेस के हो, यह कसम खाकर जाइए। आप भेदभाव नहीं रखेंगे, आपके लिए सब बराबर हैं। माइंडसेट थोड़ा चेंज करना पड़ेगा। पुराने नेताओं को लोग क्यों याद करते हैं, क्योंकि वे हर आदमी से मिलते थे। अब तो लीडर गाड़ी से भी नहीं उतरते, कहते हैं गर्मी है। लोगों के बीच जाकर उनसे मिलना होगा, उनसे लगातार संपर्क रखना होगा। जो नेता लोगों से नहीं मिलता, वह कामयाब नहीं हो सकता। सबको पड़ोस में भगत सिंह चाहिए, खुद के घर में नहीं रंधावा ने कहा- पंजाब में सब कहते हैं भगत सिंह पैदा होना चाहिए, लेकिन मेरे घर में नहीं पड़ोस वाले घर में पैदा होना चाहिए। जब तक यह नहीं कहेंगे कि मेरे घर में भगत सिंह आएगा, तब तक पार्टी मजबूत नहीं होगी। वह ऐसे कर रहा है, वह यह कर रहा है, इससे काम नहीं चलेगा। एक दूसरे पर आरोप लगाने से काम नहीं चलता है, काम करना पड़ता है। सरकार नहीं बनी तो कोई नहीं पूछेगा रंधावा ने कहा- कांग्रेस जिंदा है तभी आप जिंदा हैं। सरकार बनेगी तभी आपको कोई पूछेगा। सरकार नहीं बनेगी तो कोई नहीं पूछेगा। जो ​विपक्षी पार्टी के किसी नेता के साथ मिल कर चलते हैं उनका भी ध्यान रखिए। जो कांग्रेस की बात नहीं करता, जो डरता है वह चाहे चला जाए। कांग्रेस में वही रहेगा, जो कांग्रेस की सेवा करेगा। कोई अगर कांग्रेस के खिलाफ बात कर रहा है, उसको निकालना हो तो निकाल दीजिए।
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हाथ में मेंहदी, लाल बिंदी लगाए रेड लहंगे में दिखीं खूबसूरत, फैंस ने की तारीफ
शहनाज गिल अक्सर ही अपने लुक को लेकर चर्चा में बनी रहती है। हालही में उन्होंने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमे वह ब्राइडल लुक में नजर आ रही है। वीडियो में एक्ट्रेस ने रेड लेहंगा पहना हुआ है। सोशल मीडियाHenna in hand, looked beautiful in red lehenga, fans praised
शहनाज गिल अक्सर ही अपने लुक को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। हाल ही में उन्होंने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें वह ब्राइडल लुक में नजर आ रही हैं। वीडियो में एक्ट्रेस ने रेड लंहगा पहना हुआ है। सोशल मीडिया पर फैंस इस वीडियो को काफी पसंद कर रहे हैं। शहनाज का लुक वीडियो में शहनाज गोल्डन और रेड लहंगे में बेहद खूबसूरत दिख रही हैं। उन्होंने अपने सिर पर एक जालीदार लाल दुपट्टा भी रखा हुआ है। हाथ में मेंहदी, लाल बिंदी और मैचिंग चूड़ी में वह एकदम दुल्हन लग रही हैं। इस लुक को उन्होंने लाइट मेकअप और मिनिमल ज्वेलरी के साथ कम्पलीट किया है। वीडियो शेयर करते हुए शहनाज ने कैप्शन में लिखा, 'मैं खुद से प्यार करती हूं'। वहीं वीडियो के बैकग्राउंड में 'कहानी सुनो 2.0 'गाना सुनाई दे रहा है। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, कुछ ही घंटों में इसे लाखों लाइक्स मिले हैं। फैंस ने की तारीफ फैंस ने वीडियो पर कमेंट करते हुए उनकी तारीफों के पुल बांध दिए हैं। वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'हम भी तुम्हें हमेशा और हमेशा प्यार करते रहेंगे'। दूसरे ने लिखा, 'बहुत सुन्दर लग रही हैं'। तीसरे ने लिखा, 'हमारे दिल की रानी'। वहीं एक अन्य यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'ओए मेरी प्यारी दुल्हन'। शहनाज गिल का वर्कफ्रंट शहनाज गिल के वर्क फ्रंट की बात करे तो उन्हें आखिरी बार सलमान खान, पूजा हेगड़े और दग्गुबाती वेंकटेश की फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' में देखा गया था। शहनाज गिल अपना यूट्यूब टॉक शो 'देसी वाइब्स विद शहनाज गिल' को भी होस्ट करती हैं। अब वह जल्दी ही साजिद खान द्वारा निर्देशित फिल्म 100% में दिखाई देंगी। इस फिल्म में शहनाज, नोरा फतेही और रितेश देशमुख के साथ स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी। इसके अलावा उनके पास रिया कपूर की फिल्म भी पाइपलाइन में है।
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सावन में भक्त कर सकते हैं उत्तराखंड के पंच केदार के पांचों मंदिरों में दर्शन-पूजा, पांडवों से जुड़ी हैं इन मंदिरों की कहानियां
अभी सावन महीना चल रहा है और इस बार ये महीना 31 अगस्त तक है। इस महीने में ज्योतिर्लिंग के साथ ही शिव जी के पौराणिक महत्व वाले मंदिरों में दर्शन और पूजन करने की परंपरा है। panchkedar in uttarakhand, five temples of Panchkedar in Uttarakhand, the stories of these temples are related to Pandavas
अभी सावन महीना चल रहा है और इस बार ये महीना 31 अगस्त तक है। इस महीने में ज्योतिर्लिंग के साथ ही शिव जी के पौराणिक महत्व वाले मंदिरों में दर्शन और पूजन करने की परंपरा है। उत्तराखंड में शिव जी के 5 प्राचीन मंदिर हैं, जिन्हें पंच केदार के नाम से जाना जाता है। इन पांच मंदिरों में केदारनाथ, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मद्यमहेश्वर और कल्पेश्वर महादेव शामिल है। पंच केदार के पांच में से चार मंदिर शीतकाल के लिए करीब छह महीने बंद रहते हैं, सिर्फ कल्पेश्वर महादेव मंदिर में भक्त सालभर दर्शन कर सकते हैं। अभी ये पांचों मंदिर भक्तों के लिए खुले हैं। जानिए उत्तराखंड के पंच केदार से जुड़ी खास बातें... ये है पंच केदार से जुड़ी पौराणिक मान्यता यहां प्रचलित कथाओं के मुताबिक, द्वापर युग में महाभारत युद्ध के बाद पांचों पांडव युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन और नकुल-सहदेव द्रौपदी के साथ हिमालय की ओर आए थे। सभी पांडव अपने पापों से मुक्ति चाहते थे, इसलिए पांडवों ने यहां शिव जी को प्रसन्न करने के लिए तप किया था। पांडवों के तप से प्रसन्न होकर शिव जी प्रकट हुए थे। पांडवों के दर्शन देने के बाद शिव जी इस क्षेत्र में एक बैल के रूप में गायब हो गए। बाद में उनके धड़ का ऊपरी हिस्सा काठमांडू में दिखाई दिया। अब उस स्थान पर पशुपतिनाथ मंदिर है। शिव जी भुजाएं उत्तराखंड के तुंगनाथ में, मुख रुद्रनाथ में, नाभि मध्यमहेश्वर में, बाल कल्पेश्वर में और केदारनाथ में बैल के कूबड़ के रूप में पूजा की जाती है। उत्तराखंड के इन पांचों स्थानों को पंच केदार कहा जाता है। केदारनाथ धाम पंच केदार में से एक केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में है। केदारनाथ बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। ये उत्तराखंड के चारधामों में भी शामिल है। केदरनाथ धाम से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं। शिवपुराण की कोटीरुद्र संहिता में लिखा है कि पुराने समय में बदरीवन में विष्णु भगवान के अवतार नर-नारायण पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव का रोज पूजन करते थे। नर-नारायण की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव यहां प्रकट हुए। शिव जी ने नर-नारायण से वरदान मांगने के लिए कहा। तब नर-नारायण ने वरदान मांगा कि शिव जी हमेशा यहीं रहें, ताकि अन्य भक्तों को भी शिव जी के दर्शन आसानी से हो सके। ये बात सुनकर शिव जी ने कहा कि अब से वे यहीं रहेंगे और ये क्षेत्र केदार क्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध होगा। माना जाता है कि ये केदारनाथ धाम में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है। स्वयंभू शिवलिंग का अर्थ है जो स्वयं प्रकट हुआ है। केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडव राजा जनमेजय ने करवाया था। बाद में आदि गुरु शंकराचार्य ने इस मंदिर का जिर्णोद्धार करवाया। तुंगनाथ मंदिर तुंगनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में है। शिवजी के सभी मंदिरों में ये मंदिर सबसे ऊंचाई पर स्थित है। तुंगनाथ महादेव मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में करीब 3600 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां का प्राकृतिक वातावरण मंदिर की खासियत है। ट्रैकिंग पसंद करने वाले लोगों को ये क्षेत्र काफी लुभाता है। तुंगनाथ दर्शन के लिए सोनप्रयाग पहुंचना होता है। इसके बाद गुप्तकाशी, उखीमठ, चोपटा होते हुए तुंगनाथ मंदिर पहुंच सकते हैं। एक मान्यता के मुताबिक माता पार्वती ने भी यहां तप किया था। तुंगनाथ मंदिर से करीब 1.5 किमी दूर चंद्रशिला है। इसकी ऊंचाई करीब 4000 मीटर है। रुद्रनाथ मंदिर रुद्रनाथ मंदिर उत्तराखण्ड के चामोली जिले में है। रुद्रनाथ मंदिर में शिवजी के एकानन यानी मुख की पूजा की होती है। ये मंदिर करीब 2290 मीटर की ऊंचाई है। यहां का प्राकृतिक वातावरण भक्तों को शांति देता है। रुद्रनाथ मंदिर आने के लिए सबसे पहले गोपेश्वर पहुंचना पड़ता है। इसके बाद गोपेश्वर से करीब 60 किमी दूर रुद्रनाथ मंदिर पहुंच सकते हैं। मध्यमहेश्वर मंदिर ये मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में है। यहां शिवजी की नाभि की पूजा की जाती है। मध्यमहेश्वर मंदिर करीब-करीब 3500 मीटर की ऊंचाई पर है। इस मंदिर की यात्रा के लिए सबसे पहले गौरीकुंड पहुंचना पड़ता है। गौरीकुंड से करीब 16 किमी की चढ़ाई है, इसके बाद मध्यमहेश्वर मंदिर पहुंचते हैं। कल्पेश्वर मंदिर इस मंदिर में शिवजी की जटाओं की पूजा की जाती है। ये मंदिर उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है। ये मंदिर जोशीमठ में स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई करीब 2150 मीटर है। इस मंदिर में शिव जी जटा की पूजा की जाती है। कल्पेश्वर मंदिर पंच केदार तीर्थ यात्रा में पांचवें नंबर पर है। पूरे साल में कभी भी इस मंदिर में दर्शन के लिए भक्त पहुंच सकते हैं। ये पत्थर का मंदिर है और यहां पहुंचने के लिए एक गुफा से होकर गुजरना पड़ता है।
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जानिए सावन, हरियाली अमावस्या, कर्क संक्रांति और सोमवार के योग में पूजा-पाठ के साथ कौन-कौन से शुभ काम करें?
17 जुलाई को तीज-त्योहार के नजरिए से कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन सावन महीने की अमावस्या है, कर्क संक्रांति और सोमवार का शुभ योग है। somwati amawasya on 17 July, Monday, hariyali amawasya on Monday, shiv puja vidhi on sawan amawasya
17 जुलाई को तीज-त्योहार के नजरिए से कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन सावन महीने की अमावस्या है, कर्क संक्रांति और सोमवार का शुभ योग है। इन शुभ योगों में पूजा-पाठ के साथ ही दान-पुण्य और दर्शन आदि धर्म-कर्म करेंगे तो अक्षय पुण्य मिल सकता है। अक्षय पुण्य यानी ऐसा पुण्य, जिसका असर जीवनभर बना रहता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, जब सोमवार को अमावस्या रहती है तो उसे सोमवती अमावस कहा जाता है। सावन में हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाता है। ये प्रकृति के प्रति आभार मानने का पर्व है। प्रकृति हमें सांस लेने के लिए हवा, पीने के पानी, खाने के खाना और जीने के जरूरी सभी चीजें देती है। हरियाली अमावस पर प्रकृति को कुछ लौटाने का प्रयास करना चाहिए। प्रकृति हरी-भरी रहे, इसके लिए पौधे लगाएं। ऐसे पौधे लगाएं, जो लंबे समय पर जीवित रहते हैं, जिनकी वजह से प्रकृति में संतुलन बना रहे। हरियाली अमावस पर करें पितरों के लिए धूप-ध्यान अमावस्या तिथि पर पितरों के लिए धूप-ध्यान करने की परंपरा है। पितरों के लिए दोपहर में धूप-ध्यान करना चाहिए। इसके लिए गाय के गोबर से बने कंडे जलाएं और जब कंडे से धुआं निकलना बंद हो जाए, तब अंगारों पर गुड़-घी डालें। हथेली में जल लेकर अंगूठे की ओर से पितरों को चढ़ाएं। इस दिन किसी पवित्र नदी के किनारे पिंडदान भी कर सकते हैं। जरूरतमंद लोगों को धन, कपड़े, जूते-चप्पल और अनाज का दान करें। सावन सोमवार और अमावस्या पर करें शिव जी का अभिषेक सावन महीने के सोमवार का महत्व काफी अधिक है। इस बार सावन, सोमवार और अमावस्या का योग बना है। इस दिन शिव जी का अभिषेक करें। तांबे के लोटे से जल और चांदी के लोटे से दूध शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्व पत्रों से श्रृंगार करें। चंदन से तिलक लगाएं। मिठाई का भोग लगाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें। इस दिन किसी शिव मंदिर में दर्शन-पूजन भी करें। कर्क संक्रांति पर करें सूर्य पूजा सोमवार को सूर्य का कर्क राशि में प्रवेश होगा। ज्योतिष में इसे कर्क संक्रांति कहा जाता है। इस दिन सुबह जल्दी उठें और सूर्य को जल चढ़ाएं। ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जप करें। गुड़ का दान करें।
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आपदा के समय आपके योगदान को अनदेखा नहीं किया जाता
इ स सप्ताह जब उफनती हुई यमुना दिल्ली के इलाकों में घुसने लगी तो एक बड़ी निजी फर्म के एचआर प्रमुख सक्रिय हो गए। उन्होंने उन कर्मचारियों की सूची बनवाई, जो निचली बस्तियों में रहते हैं। उन्होंने उनसे कहा कि अपने परिजनों की कुशलक्षेम पूछेंN. Raghuraman's column - Your contribution does not go unnoticed in times of disaster
इस सप्ताह जब उफनती हुई यमुना दिल्ली के इलाकों में घुसने लगी तो एक बड़ी निजी फर्म के एचआर प्रमुख सक्रिय हो गए। उन्होंने उन कर्मचारियों की सूची बनवाई, जो निचली बस्तियों में रहते हैं। उन्होंने उनसे कहा कि अपने परिजनों की कुशलक्षेम पूछें और यह भी पूछा कि क्या उन्हें वहां से किसी सुरक्षित जगह ले जाने के लिए मदद की दरकार है? उन्होंने पहले ही प्रबंधन से ऐसे परिवारों को निकट के होटलों में समायोजित करने की अनुमति ले ली थी। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी निचली बस्तियों में रहते हैं और परिवार तक पहुंचना चाहते हैं, वे छुट्‌टी की अर्जी दिए बिना जा सकते हैं। वहीं जो कार्यालय में ही रुके रहना चाहते हैं, उन्हें आवास-सुविधा मुहैया कराई जाएगी। कुल-मिलाकर उन्होंने बहुत मानवतापूर्ण रवैया दिखाया। जब वे इन तमाम चीजों में व्यस्त थे, तब उन्होंने एक कर्मचारी को देखा जो कार्ड पंच करके बाहर जाने को था। एचआर प्रबंधक ने उससे पूछा कि वह घर क्यों जा रहा है? कर्मचारी ने कहा आप ही ने कहा है कि हम चाहें तो घर जा सकते हैं। प्रबंधक ने उसे समझाते हुए कहा कि वह उन सौभाग्यशाली कर्मचारियों में से है, जो ऑफिस से दस मिनट की दूरी पर रहते हैं और उनमें से कोई स्थान बाढ़ग्रस्त नहीं है। घर जाने के बजाय वे उन कर्मचारियों के लिए सुविधाएं जुटाने में एचआर टीम की मदद करें, जिनके परिवार मुश्किल हालात में हैं। कर्मचारी बेमन से राजी हो गया, लेकिन उसने व्यस्त एचआर टीम की मदद के लिए कुछ नहीं किया और एचआर हेड की नजरों से यह बात छिपी नहीं। इससे मुझे एक घटना की याद हो आई, जिसने एक युवा पत्रकार के रूप में मेरे मन पर गहरा असर छोड़ा था। यह घटना एक प्रकाशन-संस्थान के कर्मचारी के साथ घटी थी, जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के निकट रहते थे। 27 जून, 1975 को रघुवीर वर्मा- जो अपने कार्यस्थल से दस मिनट की दूरी पर रहते थे- का विवाह होने जा रहा था। संस्थान ने सभी की छुटि्टयां निरस्त कर दी थीं, क्योंकि दो दिन पूर्व ही आपातकाल की घोषणा की गई थी और एक प्रकाशन संस्थान के लिए वह कठिन समय था। चूंकि वर्मा का विवाह बहुत पहले ही तय हो गया था, इसलिए उन्हें विशेष अनुमति दी गई थी। लेकिन उनके विवाह के दिन संस्थान के मालिक को वे काम पर नजर आए तो उन्होंने उनकी उपस्थिति की वजह पूछी। वर्मा ने कहा सुबह की पूजा के बाद मेरे पास विवाह समारोह में करने के लिए कोई काम नहीं था। चूंकि मैं कल नहीं आ पाऊंगा इसलिए सोचा कि मेरी अनुपस्थिति से दफ्तर के कामकाज में कोई बाधा न आए। संस्थान मालिक नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि तुम्हें पता है हमारी संस्कृति में मान्यता है कि लगन का धागा कलाई पर बांधने के बाद दूल्हा अपनी जगह छोड़कर नहीं जा सकता? वर्मा ने मुस्कराते हुए कहा, जी सर, मां ने भी यही कहा था। लेकिन मैंने आग्रह किया कि मेरा कुछ काम बाकी है, इसलिए उन्होंने मुझे ऑटो रिक्शा में आने-जाने की अनुमति दे दी। वर्मा ने शादी के लिए केवल डेढ़ दिन की छुट्‌टी ली थी। आज संस्थान के मालिक इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन शनिवार को जब मैंने उस संस्थान में फोन लगाया तो मुझे बताया गया कि वर्मा- जो अब 72 साल के हैं- आज भी एक जिम्मेदार पद पर कार्यरत हैं और नई पीढ़ी के मालिक उनका बहुत ख्याल रखते हैं। फंडा यह है कि आपदाएं और आपात-स्थितियां पहले से बताकर नहीं आतीं। लेकिन ऐसी स्थिति में भी जो कर्मचारी अपने संस्थान के बारे में सोचते हैं, उन्हें इस बात के लिए सराहा जाता है। पहले के दिनों में तो फिर भी इसमें कुछ समय लगता हो, लेकिन आज के दौर में तुरंत इसकी सराहना की जाती है।
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क्या सिर्फ पैसा है इसका कारण; रिश्ते बचाने के 10 उपाय
Why Do Couples Divorce? The Most Common Reasons and How to Save Your Relationship क्यों सालों तक साथ रहने के बाद पति-पत्नि अलग हो जाते है। इन गलतियों से सबक लेकर आप अपने रिश्तें को कैसे बचा सकते है?
तलाक लेने वाले देशों को लेकर वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स ने नए आंकड़े जारी किए हैं। 2023 की रैंकिंग में कई देशों की तलाक दर पहले से बढ़ी है। आंकड़े बताते हैं कि पुर्तगाल में सबसे ज्यादा तलाक होता है। वहां तलाक की दर 94 प्रतिशत है। इस लिस्ट में भारत की तलाक दर 1 प्रतिशत बताई गई है। दुनियाभर की तुलना में भारत की तलाक दर भले ही बहुत कम है। लेकिन इस बात से भी आप इनकार नहीं कर सकते हैं कि देशभर में तलाक के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहे हैं। समझने वाली बात यह है कि भारत में शादी दो लोगों के बीच नहीं बल्कि दो परिवारों के बीच होती है। जब तलाक होता है तब भी पति-पत्नी के साथ दो परिवार अलग हो जाते हैं। अगर बच्चे होते हैं तो उनके मन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। हमारे देश में प्यार, नफरत, विवाह और दूसरी शादी जैसी समस्या को सामाजिक स्तर पर सुलझा लिया जाता है। ऐसे में तलाक की बढ़ती संख्या की वजह क्या हो सकती है? इसे कैसे रोका जा सकता है। इस पर आज बात करते हैं। सवाल: भारत में तलाक का अधिकार कब मिला? जवाब: 1950 के दशक में संसद में हिंदू कोड बिल पारित हुआ था। इसमें महिलाओं को संपत्ति का अधिकार दिया गया। बहु विवाह पर रोक लगाई और तलाक मांगने का अधिकार भी मिला। 1976 में इस कानून में संशोधन किया गया। इसमें पति-पत्नी के बीच सहमति से तलाक की अनुमति दी गई। सवाल: बढ़ते तलाक की वजह क्या है भारत में? जवाब: समय के साथ ही परंपरागत संयुक्त परिवार टूटने लगा। महिलाएं काम पर जाने लगीं या अपना बिजनेस शुरू किया। इस तरह महिलाएं आर्थिक सुरक्षा के लिए पति पर निर्भर नहीं रहीं। पति भी पहले जैसे पुरुषवादी सोच के नहीं रहें। वे भी घर के काम में हाथ बंटाने लगे हैं। लिंग भेद से जुड़े मामलों में बदलाव आया है। रिश्ते को संभालने की जिम्मेदारी जितनी पत्नी की होती है उतनी ही पति की भी। जब तक दोनों मिलकर इस जिम्मेदारी को नहीं निभाएंगे तब तक ये रिश्ता आगे नहीं बढ़ सकता है। तलाक के कई पहलू हैं। तलाक के बाद बच्चों की परवरिश के लिए अगर महिलाएं पति से गुजारा-भत्ता की मांग करें तो समाज उन्हें लालची कहता है। इस लालच को परखने के लिए इकोनॉमिक रिसर्च फाउंडेशन ने एक सर्वे किया, जिसमें 405 महिलाओं से बातचीत की गई। सवाल: तलाक को लेकर की गई इकोनॉमिक रिसर्च फाउंडेशन की सर्वे में क्या बात सामने आई? जवाब: इसमें 405 महिलाओं से बातचीत की गई, जिससे पता चला कि… आखिर इन शादियों के टूटने का कारण क्या है और हम अपने रिश्तें को कैसे बचा सकते हैे? हमारे इन सवालों का जवाब दिया साइकोलॉजिस्ट, शिवानी मिश्री साधु ने दिया। सबसे पहले वजहों को समझते हैं... क्रिएटिव में दी वजहों के अलावा तलाक की कुछ और भी वजहें हैं, जान लें… एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर: अपने पार्टनर को धोखा देना। शादी के बाद भी किसी और महिला/पुरुष से संबंध रखना। घरेलू हिंसा: पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर होने वाले झगड़े। हिंसा और मारपीट। वजन बढ़ना: अपने पार्टनर का वजन बढ़ता देख किसी और की तरफ आकर्षित होना। खूबसूरती: बाहरी सुंदरता को महत्व देना। इस वजह से अपने पार्टनर को दोस्तों के बीच ले जाने से हिचकिचाना। उम्मीदों का पूरा न होना: शादी के पहले जो वादे एक-दूसरे से किए गए वो बाद में पूरे नहीं होना। नौकरी में ज्यादा समय देना: अपनी नौकरी की वजह से पार्टनर को कम वक्त देना। काम की वजह से अलग-अलग शहरों में रहना। पार्टनर की जिम्मेदारी न उठाना। मजबूरी की शादी: कई लोग घर वालों के लिए शादी कर लेते हैं। कुछ दिन तो रिश्ता चलता है । बाद में कड़वाहट के साथ अलग हो जाते हैं। अब तलाक बचाने का तरीका जानते हैं... साइकोलॉजिस्ट, शिवानी मिश्री साधु के अनुसार, कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा तब भारतीय पति-पत्नी के रिश्ते पहले के मुकाबले ज्यादा टूटे हैं। उन्हें 24 घंटे एक साथ रहना पड़ा, जिसकी वजह से झगड़े बढ़ने लगे और रिश्तों में तकरार आ गई। तलाक के बारे में अलग-अलग सर्वे क्या कहते हैं अब यह जानते हैं चलते-चलते तलाक से जुड़े दो देशों का नियम जानें फिलिपींस: यह इकलौता ऐसा देश हैं जहां तलाक पर प्रतिबंध है। काफी लंबे समय से तलाक से जुड़ा एक विधेयक यहां के संसद में मौजूद है जिसके पारित होने पर संशय बरकरार है। मौजूदा कानून के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति किसी विदेशी से तलाक लेता है तो वह दोबारा शादी कर सकता है। लेकिन अगर कोई देसी जोड़ा देश के बाहर तलाक लेता है, तब भी उसे शादीशुदा ही माना जाएगा। जापान: यहां अधिकतर तलाक सीधे-सीधे होते हैं। यहां शादीशुदा जोड़ों को बिना अदालत जाए एक पेज के फॉर्म पर दस्तखत कर तलाक तो मिल जाता है। जापान के कानून में बच्चे की कस्टडी से जुड़ा कोई प्रावधान नहीं है। यहां औरत को अगली शादी के लिए तलाक के छह महीने बाद तक का इंतजार करना पड़ता है लेकिन पुरुषों पर ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है।
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आमिर ने पांच साल तक नहीं किया ओपन, जब खोला ताे चला ही नहीं
Shahrukh Khan Gifted a Laptop to Aamir Khan in 1996, Aamir did not open it for next five years, इंटरनेट पर इन दिनों आमिर खान का एक पुराना वीडियो वायरल है। इस वीडियो में आमिर ने बताया कि 1996 में वो और शाहरुख खान यूएस में एक शो करने गए थे। इस दौरान शाहरुख खान उनके लिए एक लैपटॉप खरीद कर लाए थे।
इंटरनेट पर इन दिनों आमिर खान का एक पुराना वीडियो वायरल है। इस वीडियो में आमिर ने बताया कि 1996 में वो और शाहरुख खान यूएस में एक शो करने गए थे। इस दौरान शाहरुख खान उनके लिए एक लैपटॉप खरीद कर लाए थे। चूंकि, आमिर ज्यादा टेक्नो फ्रेंडली नहीं हैं इसलिए उन्होंने उस लैपटॉप को कई सालाें तक यूज नहीं किया। 5 साल बाद जब आमिर के मैनेजर ने इस लैपटाॅप को यूज करने के लिए ओपन किया तो वो स्टार्ट ही नहीं हुआ। आमिर बोल- टेक्नोलॉजी के मामले में अपडेटेड थे शाहरुख एक इवेंट से वायरल हुए इस वीडियो में आमिर ने कहा, ‘टेक्नोलॉजी और मेरा दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है।’ मैं आप लोगों को एक किस्सा सुनाता हूं। 1996 में मैं और शाहरुख यूएस और यूके में साथ में शोज कर रहे थे। शाहरुख उस वक्त भी टेक्नोलॉजी की काफी नॉलेज रखता था।’ मैंने लाइफ में कभी लैपटॉप यूज ही नहीं किया था आमिर ने आगे बताया, ‘वो टाइम पर एक नया कम्पयूटर आया था। शाहरुख ने मुझसे कहा कि यह लेटेस्ट है और वो मेरे लिए एक लेकर आ रहा है। मैंने उसको बोला कि मैंने अपनी लाइफ में कभी लैपटॉप यूज नहीं किया। मुझे क्या ही जरूरत है। तो वो बोला कि अरे तू समझ नहीं रहा, इसमें तू अपना ऑफिस डाल। उसने मेरे को बहुत समझाया तो मैंने बोला कि जो तू लेगा अपने लिए, वही तू मेरे लिए ले ले।’ 5 साल बाद स्टार्ट ही नहीं हुआ लैपटॉप शाहरुख, आमिर के लिए लैपटॉप लेकर तो आए पर आमिर ने इसे कई सालाें तक यूज ही नहीं किया। आमिर बोले, ‘पांच साल बाद मेरा एक नया मैनेजर आया। उसने मुझसे बोला कि सर आपका एक लैपटाॅप हमेशा पड़ा रहता है। क्या मैं उसे यूज कर सकता हूं? मैंने कहा बिल्कुल यूज करो पर जब उसने वो लैपटॉप ओपन किया तो वो स्टार्ट ही नहीं हुआ।’ दोनों ने ‘पहला नशा’ में किया था कैमियो आमिर खान और शाहरुख खान ने अब तक साथ में कोई फिल्म नहीं की है। हालांकि, दोनों आशुतोष गोवारिकर की डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म ‘पहला नशा’ में साथ नजर आए थे। 1993 में रिलीज हुई इस फिल्म में दोनों ने कैमियो रोल किया था।
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कब हमारा शरीर और मन बीमारियों से मुक्त हो सकता है?
Acharya Swami Avdheshanand Giri Maharaj Ji Life Lessons स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र / कब हमारा शरीर और मन बीमारियों से मुक्त हो सकता है?
शरीर हो या मन, दोनों ही कई बार बीमार हो जाते हैं। शरीर रोगों से और मन विचारों से। इन दोनों को रोगों से मुक्त रखना हमारी जिम्मेदारी है। शरीर और मन स्वस्थ्य होंगे तो ही हम कुछ रचनात्मक कर पाएंगे। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए कब हमारा शरीर और मन बीमारियों से मुक्त हो सकता है? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।
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टीचर के 4 हजार से ज्यादा पदों पर वैकेंसी, विजाग स्टील में अप्रेंटिस का मौका
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (16 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details राजस्थान और दिल्ली हाईकोर्ट में निकली भर्ती, विजाग स्टील में अप्रेंटिस का मौका।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 4 हजार से अधिक पदों पर पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 18 जुलाई है। सिलेक्शन होने पर 47 हजार से 1 लाख 51 हजार रुपए तक सैलरी मिलेगी। दिल्ली हाईकोर्ट में 16 पदों पर भर्ती निकली है। सिलेक्शन होने 1,31,100 रुपए से लेकर 2,16,600 रुपए महीना मिलेगा। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 29 जुलाई है। एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल (EMRS) में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए 4062 पदों पर वैकेंसी आई है। सिलेक्शन होने पर 18000 रुपए से लेकर 2,09200 रुपए तक हर महीने सैलरी मिलेगी। राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने जूनियर पर्सनल ऑफिसर (जेपीए) के 59 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर पहले दो साल तक 23,700 रुपए महीना मिलेगा। इसके बाद 33,800 रुपए से 1,06,700 रुपए महीना सैलरी मिलेगी विजाग स्टील प्लांट में ग्रेजुएट और टेक्नीशियन अप्रेंटिस के पद पर भर्ती निकली है। इसके लिए कैंडिडेट्स ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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राजस्थान और दिल्ली हाईकोर्ट में निकली वैकेंसी; विजाग स्टील में अप्रेंटिस का मौका
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (16 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details राजस्थान और दिल्ली हाईकोर्ट में निकली भर्ती, विजाग स्टील में अप्रेंटिस का मौका।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 4 हजार से अधिक पदों पर पोस्ट ग्रेजुएट टीचर की वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 18 जुलाई है। सिलेक्शन होने पर 47 हजार से 1 लाख 51 हजार रुपए तक सैलरी मिलेगी। दिल्ली हाईकोर्ट में 16 पदों पर भर्ती निकली है। सिलेक्शन होने 1,31,100 रुपए से लेकर 2,16,600 रुपए महीना मिलेगा। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 29 जुलाई है। एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल (EMRS) में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए 4062 पदों पर वैकेंसी आई है। सिलेक्शन होने पर 18000 रुपए से लेकर 2,09200 रुपए तक हर महीने सैलरी मिलेगी। राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने जूनियर पर्सनल ऑफिसर (जेपीए) के 59 पदों पर वैकेंसी निकाली है। सिलेक्शन होने पर पहले दो साल तक 23,700 रुपए महीना मिलेगा। इसके बाद 33,800 रुपए से 1,06,700 रुपए महीना सैलरी मिलेगी विजाग स्टील प्लांट में ग्रेजुएट और टेक्नीशियन अप्रेंटिस के पद पर भर्ती निकली है। विजाग स्टील प्लांट के अप्रेंटिस पद पर कैंडिडेट्स ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2023 है। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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430 करोड़ की संपत्ति, आधी कमाई कर देते हैं दान
Superstar Rajinikanth Luxury Lifestyle - Follow Rajinikanth Net Worth, Salary, Business, Cars Collection, House And Family Details On Dainik Bhaskar. रजनीकांत। दक्षिण भारत के इकलौते स्टार जिनका दौर कभी गया ही नहीं। वह अपनी हर अगली फिल्म के साथ चर्चाओं में लौट आते हैं। फिहलाल रजनीकांत अपनी नई फिल्म जेलर के गाने को लेकर चर्चा में हैं
रजनीकांत, दक्षिण भारत के इकलौते स्टार जिनका दौर कभी गया ही नहीं। वे अपनी हर फिल्म के साथ चर्चा में लौट आते हैं। फिलहाल वे अपनी नई फिल्म जेलर के गाने को लेकर चर्चा में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रजनीकांत ने इसके लिए 150 करोड़ लिए हैं। उनके पास करीब 430 करोड़ रुपए की संपत्ति है। चेन्नई के सबसे पॉश इलाके में 35 करोड़ का आलिशान बंगला, मर्सिडीज-बेंज जी वैगन और लेम्बोर्गिनी उरुस जैसे गाड़ियां हैं। वे देश में सबसे अधिक टैक्स देने वालों अभिनेताओं में भी शामिल हैं। आज हम रजनीकांत की लग्जरी लाइफ के बारे में जानेंगे.... रजनीकांत ने एक्टिंग की शुरुआत अपूर्व रागंगल (1975) से की थी। इसके डायरेक्टर के. बालाचंदर थे। के. बालाचंदर को रजनीकांत ने अपना गुरु मानते हैं। चेन्नई के साथ ही बेंगलुरु और पुणे के पॉश इलाके में रजनीकांत के पास घर है। बेंगलुरु वाले उनके बंगले की कीमत 45 करोड़ रुपए है। इस इलाके में बड़े बिजनेसमैन, जज और नेताओं के घर हैं। बंगलुरु और पुणे के पॉश इलाके में घर हैं। रजनीकांत के गेस्ट रूम में उनके ऑवार्ड्स रखे हैं। वहीं पीछे भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म विभूषण भी रखा है। इसके अलावा, उनका चेन्नई में एक वेडिंग हॉल भी है। इस हॉल का डाइनिंग स्पेस इतना बड़ा है कि 300 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। इस हॉल की कीमत लगभग 30 करोड़ रुपए है। रजनीकांत ने अक्टूबर 2020 में ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन को इस हाल के लिए 6.5 लाख रुपए का टैक्स भुगतान किया था। तमिल में सबसे ज्यादा पैसे लेने वाले हीरो, आधी कमाई दान में अपने पूरे करियर के दौरान, रजनीकांत ने किसी भी तरह का कॉमर्शियल विज्ञापन का समर्थन या उसमें अभिनय नहीं किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वे अपनी कमाई का आधा हिस्सा दान कर देते हैं। इतना ही नहीं, अगर फिल्म नहीं चलती है, तो वे फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स को पैसे भी वापस कर देते हैं। 2018 में, फोर्ब्स इंडिया ने उन्हें देश के सबसे अमीर सेलेब्स की लिस्ट में 14वां स्थान दिया था। जिसमें उनकी सालाना कमाई 50 करोड़ बताई गई थी। पद्मिनी पहली कार है जिसे सुपरस्टार रजनीकांत ने 1980 में खरीदा था। मूल रूप से फिएट कंपनी की कार पद्मिनी को प्रीमियर ऑटोमोबाइल्स द्वारा भारत में ही असेंबल किया गया था। यह कार रजनीकांत की फेवरेट कार है। इसके अलावा रजनीकांत के पास एम्बेस्डर कार से लेकर इनोवा तक है। रजनीकांत की कस्टमाइज लिमोजीन रजनीकांत की सबसे महंगी कार बेंटले लिमोजीन है। भारत में इसकी कीमत 5-7 करोड़ तक है। रजनीकांत ने इसे अपने हिसाब से कस्टमाइज कराया है। रजनीकांत की रोल्स रॉयस फैंटम रजनीकांत, उन कुछ भारतीय हस्तियों में से एक हैं, जिनके पास शानदार रोल्स रॉयस फैंटम है। इस कार की कीमत लगभग 17 करोड़ रुपए है। इस लग्जरी कार का पेट्रोल इंजन 6749 सीसी का है और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ उपलब्ध है। रजनीकांत की रोल्स रॉयस घोस्ट रजनीकांत के पास रोल्स रॉयस घोस्ट है। इसकी शुरुआती मॉडल की कीमत 6 करोड़ है। इसमें 6.6-लीटर ट्विन-टर्बो वी 12 पेट्रोल इंजन है, जो इसे 562 बीएचपी की पावर पर चल सकती है। लेम्बोर्गिनी उरुस एसयूवी रजनीकांत के पास लेम्बोर्गिनी उरुस एसयूवी है जिसकी कीमत 3.1 करोड़ है। लेम्बोर्गिनी की यह अपनी तरह की पहली कार है जो ट्विन-टर्बो V8 के साथ आती है। ये गाड़ी 3.6 सेकंड में सीधे 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। रणवीर सिंह और रोहित शेट्टी देश के उन सेलिब्रिटीज में से हैं जिनके पास लेम्बोर्गिनी उरुस है।
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धीरेंद्र शास्त्री बोले- सिंदूर नहीं तो समझो प्लॉट खाली; तंगहाल पाकिस्तान झंडे पर 40 करोड़ खर्च करेगा
Dainik Bhaskar Morning News and Latest Headlines; Here are today's top stories for you On Dainik Bhaskar. दिल्ली में यमुना का पानी घटा, बारिश का यलो अलर्ट: अगले 24 घंटे 20 राज्यों में भारी बारिश, पंजाब में युवक नदी में डूबा - हेटस्पीच केस में आजम खान को 2 साल की सजा: CM योगी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में की थी टिप्पणी
नमस्कार, कल की बड़ी खबर राहुल गांधी की रही, वे मानहानि केस में राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उधर, पड़ोसी देश पाकिस्तान ने साउथ एशिया का सबसे ऊंचा झंडा फहराने का ऐलान किया है। हम इस झंडे की ऊंचाई भी बताएंगे...। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. मोदी सरनेम केस में SC पहुंचे राहुल; गुजरात हाईकोर्ट ने 7 दिन पहले अर्जी खारिज की थी राहुल गांधी ने मोदी सरनेम केस में गुजरात हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। 23 मार्च को सूरत की सेशन कोर्ट ने राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ राहुल गुजरात हाईकोर्ट गए थे। लेकिन हाईकोर्ट ने दोष सिद्धि पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। ये खबर अहम क्यों है: सूरत कोर्ट से सजा मिलने के अगले दिन ही राहुल की सांसदी चली गई थी। अगर ये सजा बरकरार रहती है तो वे 8 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। ऐसे में कांग्रेस चाहती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उनकी सजा खत्म हो जाए। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. धीरेंद्र शास्त्री बोले- मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र न हो, तो समझिए प्लॉट खाली है बागेश्वर वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जिस स्त्री की शादी हो गई है। उसकी दो पहचान होती है। पहला- मांग का सिंदूर, दूसरा-गले का मंगलसूत्र। जिस स्त्री की मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र न हो, तो समझिए प्लॉट खाली है। जिसकी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र है, तो हम लोग दूर से देखकर समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई है। ये खबर अहम क्यों है: धीरेंद्र शास्त्री के फेसबुक पर 50 लाख, यूट्यूब पर 50 लाख 84 हजार और ट्विटर पर 1 लाख 63 हजार फॉलोअर्स हैं। ग्रेटर नोएडा में जिस कथा के दौरान उन्होंने ये बयान दिया, उसमें 5 लाख लोग पहुंचे थे। इससे पहले वे देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की भी बात कह चुके हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. दिल्ली में यमुना का पानी घटा, आज हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट; PM ने LG से बात की दिल्ली में यमुना का वाटर लेवल कम हो रहा है। शनिवार रात 10 बजे यमुना का जलस्तर घटकर 206.87 मीटर पर आ गया। इसके और कम होने की उम्मीद है। राजधानी में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पुरानी दिल्ली, कश्मीरी गेट और यमुना बाजार समेत दिल्ली के 30 इलाके बाढ़ 206.87 मीटरसे प्रभावित हैं। PM मोदी ने विदेश दौरे से लौटते ही LG से बाढ़ राहत कार्यों को लेकर फोन पर बात की। ये खबर अहम क्यों है: राजधानी के बाढ़ प्रभावित इलाकों से 25 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। करीब 22 हजार लोग टेंट और शेल्टर होम में रह रहे हैं। NDRF की 16 टीमें तैनात हैं। राजधानी से सटे नोएडा के सेक्टर-135 से 700 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 4. साउथ अफ्रीका के एक्सपर्ट का दावा- चीतों की मौत की वजह उन्हें पहनाए गए रेडियो कॉलर MP के कूनो नेशनल पार्क में एक हफ्ते में दो चीतों की मौत की वजह उनके गले में पहनाए गए रेडियो कॉलर से हुआ इन्फेक्शन है। ये दावा अफ्रीका के चीता एक्सपर्ट विंसेंट वान डेर मेरवे ने किया है। मेरवे ने कहा कि कॉलर से गर्दन के आसपास नमी बनी रही और बैक्टीरिया पैदा हुए। इसके बाद ब्लड इन्फेक्शन से चीतों की मौत हो गई। ये खबर अहम क्यों है: मेरवे दक्षिण अफ्रीका से भारत में चीतों को लाने वाले ग्रुप में शामिल थे। उन्होंने जिस ब्लड इन्फेक्शन की बात की है, उसे सेप्टीसीमिया नाम से जाना जाता है। इससे खून में जहर बनने लगता है। कूनो में साउथ अफ्रीका से 12 और नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे। नामीबिया से लाई गई चीता ज्वाला ने 4 शावक जन्में थे, जिनमें 3 की मौत हो चुकी है। अब सिर्फ 16 चीते बचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 5. UAE के राष्ट्रपति ने मोदी को फ्रेंडशिप बैंड बांधा; दोनों देश अब रुपए और दिरहम में व्यापार करेंगे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर पहुंचे PM मोदी को राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने फ्रेंडशिप बैंड बांधा। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। भारत और UAE के बीच डॉलर की बजाय रुपए और दिरहम में व्यापार करने पर सहमति बनी। बुर्ज खलीफा पर तिरंगे और PM मोदी की तस्वीर के साथ उनके लिए वेलकम मैसेज लिखा गया। ये खबर अहम क्यों है: PM बनने के बाद मोदी का ये 5वां UAE दौरा है। 2019 में PM मोदी को UAE ने अपने सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जायद' से सम्मानित किया था। रूस, सऊदी अरब और इराक के बाद UAE भारत का चौथा सबसे बड़ा तेल सप्लायर है। पाकिस्तान से अच्छे संबंध होने के बावजूद UAE कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ कोई भी बयान देने से बचता है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6. RPSC भर्ती के लिए कांग्रेस नेता ने 7.5 लाख लिए; डील करने वाले 3 दलाल भी गिरफ्तार राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) की भर्ती परीक्षा में नौकरी दिलाने के नाम पर घूस लेने वाले कांग्रेस नेता को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार कर लिया। जयपुर ACB ने पूर्व राज्य मंत्री गोपाल केसावत सहित चार दलालों को साढ़े 18.5 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। 7.5 लाख रुपए केसावत ने लिए थे। RPSC में EO (एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) की भर्ती के नाम पर 25 लाख में डील हुई थी। ये खबर अहम क्यों है: RPSC में करप्शन और पेपर लीक के मामले पर हजारों आंदोलन हो चुके हैं। दिसंबर 2022 में सीनियर टीचर भर्ती में पेपर लीक हुआ था, जिसमें RPSC मेंबर अरेस्ट हुआ था। CM अशोक गहलोत ने बीते दिनों ऐलान किया था कि पेपर लीक रोकने के लिए विधानसभा में नया बिल लाया जाएगा। एंटी चीटिंग बिल में संशोधन करके उम्रकैद का प्रावधान किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... 7. तंगहाल पाकिस्तान झंडे पर 40 करोड़ रुपए खर्च करेगा; इसकी ऊंचाई 500 फीट होगी आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान में 76वें स्वतंत्रता दिवस यानी 14 अगस्त पर 500 फीट ऊंचा झंडा फहराया जाएगा। यहां के पंजाब प्रांत में फहराए जाने वाले झंडे की लागत करीब 40 करोड़ पाकिस्तानी रुपए है। पंजाब को विदेशी कर्ज चुकाने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है। कुछ दिन पहले ही IMF ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर कर्ज देने के फैसले को मंजूरी दी है। ये खबर अहम क्यों है: दरअसल, 2017 में भारत ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर साउथ एशिया का सबसे ऊंचा (360 फीट) झंडा फहराया था, जिसकी लागत 3.5 करोड़ थी। कुछ महीने बाद पाकिस्तान ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर 400 फीट ऊंचा झंडा फहरा दिया। इसके बाद भारत ने इसी साल बॉर्डर के पास जॉइंट चेक पोस्ट पर पाकिस्तानी झंडे से ऊंचा तिरंगा फहराने के लिए 418 फीट का टावर इंस्टॉल किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… अब खबर हटके... बीमार तेंदुए को बाइक पर बांधकर वन विभाग पहुंचा किसान; वन विभाग ने अस्पताल पहुंचाया कर्नाटक के हासन जिले में एक किसान ने बीमार तेंदुए की जान बचाई। किसान ने तेंदुए को जाल में लपेटकर अपनी बाइक में बांधा और उसे वन विभाग के दफ्तर ले गया। जिसके बाद वन विभाग ने तेंदुए को पशु अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर्स का कहना है कि उसकी हालत स्थिर है। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि किसान तेंदुए की जान बचाने के लिए उसे बाइक के पीछे बांधकर ले गया था। उसका इरादा उसे नुकसान पहुंचाने का नहीं था। पढ़ें पूरी खबर... भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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अमेरिका में एक से चार वर्ष की आयु के बच्चों की ज्यादा मौतें डूबने से भी
अमेरिका में बड़ी संख्या में छोटे बच्चों की मौत स्वीमिंग पूल में डूबने से होती है। डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर्स (सीडीसी) के अनुसार एक से चार साल की आयु के बच्चों की मौत का प्रमुख कारण पानी में डूबना है। बहुत सारे मामलों में
अमेरिका में बड़ी संख्या में छोटे बच्चों की मौत स्वीमिंग पूल में डूबने से होती है। डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर्स (सीडीसी) के अनुसार एक से चार साल की आयु के बच्चों की मौत का प्रमुख कारण पानी में डूबना है। बहुत सारे मामलों में बच्चे माता-पिता के पैरों के पास बिना किसी चीख या हलचल के पानी में समा जाते हैं। स्वीमिंग पूल के अलावा झीलों और समुद्र तटों पर भी मौतें होती हैं। जुलाई के महीने में ऐसी मौतें अधिक होती हैं। संयुक्त राष्ट्र ने ऐसी मौतों को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने की अपील की है। अमेरिका अकेला विकसित देश है जिसमें संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर कोई योजना नहीं बनाई गई है। सीडीसी के विश्लेषण में बताया गया है, हालंाकि डूबने से मौतों की संख्या 1990 के बाद एक तिहाई कम हो गई है। लेकिन अकेले 2020 में 16.8 प्रतिशत बढ़ोतरी हो गई। अमेरिका में हर साल चार हजार से अधिक बच्चे डूबने से मरते हैं। स्वीमिंग पूलों में पांच से नौ साल के अश्वेत बच्चों के श्वेत बच्चों के मुकाबले डूबने की आशंका 2.6 गुना ज्यादा है। 10 और 14 साल के बच्चों में यह 3.6 गुना अधिक है। एशियाई, हिस्पेनिक और मूल अमेरिकियों की मौत का प्रतिशत भी ज्यादा है। इतिहासकार जेफ विल्टसे ने स्वीमिंग पूल हिस्ट्री पर अपनी किताब में लिखा है, श्वेत बच्चों को अलग से स्वीमिंग सिखाई जाती थी। अश्वेत बच्चों के लिए ऐसी कोई सुविधा नहीं रहती थी। 19 वीं और 20 वीं सदी में अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में अश्वेतों के समुद्र तटों पर जाने पर रोक थी। उन्हें पब्लिक स्वीमिंग पूल में नहाने पर प्रताड़ित किया जाता था। हैरिस काउंटी, टेक्सास में एक स्टडी से पता लगा कि जिस मकान में कई परिवार एक साथ रहते हैं वहां स्वीमिंग पूल में बच्चों की मौत एक परिवार वाले घर के मुकाबले तीन गुना ज्यादा होती है। यूएन का प्रस्ताव 2021 में यूएन के एक प्रस्ताव में सदस्य देशों से डूबने से बच्चों की मौतों को रोकने की लड़ाई को अहमियत देने की अपील की गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिकन पीडियाट्रिक्स अकादमी ने अमेरिकी सरकार से कहा कि वह अन्य देशों जैसी पहल करे। कनाडा, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया,न्यूजीलैंड,दक्षिण अफ्रीका सहित कई अमीर देशों ने इस संबंध में योजना बनाई है। © The New York Times एमिली बॉमगार्टनर
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धार्मिक पहचान स्थापित करने के लिए भोजन भी बना शक्तिशाली साधन!
पिछले हफ्ते हमने भारतीय रसोईघर और उससे मिलने वाले सबकों को लेकर चर्चा की थी। आज इसी चर्चा को जारी रखेंगे। रसोईघरों में मसाले के डिब्बे होते हैं। प्रत्येक डिब्बे में मसाले एक जैसे होते हैं। लेकिन हर रसोइया उनकी मात्रा बदलकर व्यंजन का स्वादFood also became a powerful tool to establish religious identity!
पिछले हफ्ते हमने भारतीय रसोईघर और उससे मिलने वाले सबकों को लेकर चर्चा की थी। आज इसी चर्चा को जारी रखेंगे। रसोईघरों में मसाले के डिब्बे होते हैं। प्रत्येक डिब्बे में मसाले एक जैसे होते हैं। लेकिन हर रसोइया उनकी मात्रा बदलकर व्यंजन का स्वाद बदल देता है। किसी एक मसाले की मात्रा बदलकर किसी बेस्वाद व्यंजन को जायकेदार बनाया जा सकता है। इस प्रकार, थोड़ी रचनात्मकता से सबकुछ संभाला जा सकता है। आजकल तैयार मसालों के पैकेट मिल रहे हैं, इसलिए इन मसालों से बने व्यंजनों का स्वाद भी लगभग एक जैसा होता है। क्या यह पाश्चात्यीकरण का संकेत है? विश्व के अधिकतर भागों में लोग आंच के इर्द-गिर्द बैठकर भोजन करते थे। रेगिस्तानों में आंच पर पके हुए मांस को काटकर रोटी पर परोसा जाता था। ठंडी जगहों में आंच के ऊपर एक मटका टांगा जाता था। दिनभर जो भी इकठ्ठा किया जाता था, उसे उस मटके में डाला जाता था। इस तरह सूप और स्टू बनने लगे, जिन्हें लोग ब्रेड के साथ खाते थे। इस्लामी देशों में समानता और भाईचारे के भाव पैदा करने के लिए सारा खाना एक ही बर्तन में परोसा जाता था। पंजाब के ग्रामीण भागों में महिलाएं भोर के समय कुएं के पास मिलकर पानी निकालती थीं और वैसे ही शाम को सामूहिक चूल्हे पर मिलकर रोटी बनाती थीं। मिलकर खाना बनाने की इस परंपरा से ‘सांझा चूल्हा’ की अवधारणा पैदा हुई। चीन में सारा खाना मेज़ के बीच में रखा जाता था और सभी एक साथ खाते थे, जो एकता का प्रतीक था। यूरोप में भोजन को मेज़ के बीच परोसा जाता था और आप वो खाते थे, जिस तक आप पहुंच सकते थे या जो आपका पड़ोसी आप तक पहुंचा देता था। बफ़े की शुरुआत यहीं से हुई, जहां हर कोई अपने लिए परोसता है और वह सभी व्यंजनों तक पहुंच सकता है। फिर जैसे-जैसे लोग धनवान होते गए, वैसे-वैसे उन्होंने खाना परोसने के लिए नौकरों को काम पर लगाया। 16वीं सदी में छुरियों और कांटों का उपयोग लोकप्रिय बन गया। इसके पहले सभी लोग हाथों से खाते थे। भारत में खाना हमेशा थाली में परोसा जाता था, जो या तो पत्तों की होती थी (बायोडिग्रेडेबल होने के कारण ऐसी थाली फेंकी जा सकती थी) या धातु की होती थी (बायोडिग्रेडेबल नहीं होने के कारण ऐसी थाली धोनी पड़ती थी)। सभी लोग अलग-अलग थालियों में खाते थे, जिससे ‘जूठन’ की धारणा सुदृढ़ बनी। महिलाएं पहले पुरुषों और फिर बच्चों को परोसती थीं और उनके बाद ही खाती थीं। यह पदानुक्रम निर्धारित था। भारत में अच्छा खाना क्या है, उसे भी अक्सर जाति वर्गीकरण से निर्धारित किया गया: उच्च वर्ग के लोग ब्राह्मणों द्वारा घी में पकाए हुए खाने को पसंद करते थे। इसलिए, राजसी और धनवान घरों में ‘महाराज’ खाना पकाने लगे। इन घरों में ‘महाराज’ का दर्जा घर के सदस्यों से भी ऊंचा होता था और इसलिए रसोईघर के चूल्हे पर घर की महिलाओं से भी अधिक अधिकार ‘महाराज’ का होता था। अधिकतर संस्कृतियों में भोज त्योहारों तथा विवाह, जन्म और मृत्यु जैसी यादगार घटनाओं से जुड़ गए। धार्मिक और सामुदायिक पहचान को स्थापित करने के लिए भोजन भी एक शक्तिशाली साधन बन गया। यहूदियों ने कोशर खाने से अपनी पहचान बनाए रखी। इस्लामिक घरों में रमज़ान में लोग दिनभर रोज़ा रखते हैं और सांझ होते ही खजूर खाकर रोज़ा तोड़ते हैं और फिर रात में भोज करते हैं। कई ईसाई घरों में ‘लेंट’ के दिनों में अंडे या मछलियों का सेवन नहीं किया जाता है। लेंट ख़त्म होते ही ईस्टर के बाद अंडों का सेवन बढ़ता है। श्रावण व कार्तिक के महीनों में वे हिंदू भी शाकाहारी बन जाते हैं, जो अन्य दिनों में मांस का सेवन करना पसंद करते हैं। शुक्रवार के दिन खट्टा नहीं खाया जाता है, ताकि गृहस्थी को संतोषी मां की याद दिलाई जा सके। यदि घर में किसी का निधन होता है तो कई दिनों तक चूल्हा नहीं जलाया जाता है। हिंदू शिव को कच्चा दूध, कृष्ण को मक्खन और देवी को नींबू अर्पित करते हैं। इस प्रकार अनुष्ठानों के माध्यम से खाना महत्वपूर्ण बन जाता है। पश्चिम में कोर्सेस में खाना परोसा जाता है। उदाहरणार्थ, फोर कोर्स खाने में पहले सूप परोसा जाता है, फिर सलाद, फिर मेन कोर्स और अंत में मीठा। लेकिन भारतीय थाली में सलाद, चावल, रोटी, सब्ज़ी, मिठाइयां, चटनी और पापड़, सभी एकसाथ परोसे जाते हैं। इस तरह, पश्चिम में भोजन ‘रैखीय’ तरीक़े से जबकि भारत में वह ‘चक्रीय’ तरीक़े से परोसा जाता है। पाश्चात्य खाने में मांस को काटने और फिर कांटे से खाने के लिए हाथ रैखीय तरीक़े से हिलता है, जबकि भारतीय खाने में रोटी तोड़ने या चावल में दाल मिलाने में हाथ चक्रीय तरीक़े से हिलता है। भारतीय व्यंजन एक-एक करके नहीं, बल्कि एक साथ मिलाकर खाए जाते हैं, जो विशिष्ट रूप से भारतीय प्रथा है। इस तरह पाश्चात्य पाकशैली में हम रसोइए का खाना चखते हैं, जबकि भारतीय पाकशैली में हम अपने आप मिश्रित खाना चखते हैं। क्या इससे ज़्यादा व्यक्तिगत कुछ हो सकता है? और क्या इसकी वजह यह हो सकती है कि भारत के लोग समूह में काम करना पसंद नहीं करते हैं?
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अजब है दास्तां तेरी ए ज़िंदगी...
दोस्तो, रफ़ी साहब के तो आपने बहुत से क़िस्से पढ़े और सुने होंगे, जो उनकी ज़िंदगी के यादगार हिस्से हैं, उनकी अच्छाइयों के, उनकी भलमनसाहत के, उनकी नेकियों के। उनके गुज़र जाने के बाद भी उनकी अच्छाइयों का सिला आज भी उनके परिवार को मिलताAjab Hai Dastaan Teri Aye Zindagi.
दोस्तो, रफ़ी साहब के तो आपने बहुत से क़िस्से पढ़े और सुने होंगे, जो उनकी ज़िंदगी के यादगार हिस्से हैं, उनकी अच्छाइयों के, उनकी भलमनसाहत के, उनकी नेकियों के। उनके गुज़र जाने के बाद भी उनकी अच्छाइयों का सिला आज भी उनके परिवार को मिलता रहता है। कहते हैं कि पूर्वजों की करनी का फल आने वाली नस्लों को मिलता है। आज ऐसा ही एक वाक़या आपके साथ साझा करने जा रहा हूं। रफ़ी साहब की दोनों बड़ी बहुएं सलीम खान साहब की बड़ी बहन की बेटियां हैं- यास्मीन हामिद रफ़ी और फौज़िया हामिद रफ़ी। दोनों लंदन में रहती हैं, इंग्लैंड की नागरिक हैं। कुछ साल पहले की बात है। मैं अपने दोस्त संजीव सरन के निवास स्थान पर गया तो उनके यहां पर मेरी मुलाकात यास्मीन रफ़ी से हो गई, जिन्हें सब डॉली बाजी कह रहे थे और वहां उनकी बेटी फरहाना भी थी। डॉली बाजी ने मुझे बताया कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में अपने ससुर रफ़ी साहब से नेक और शरीफ़ इंसान नहीं देखा। बकौल डॉली बाजी, ‘दुनिया में उनकी कितनी इज़्ज़त है, उसकी मिसाल देती हूं। मैंने इंडिया आने का प्रोग्राम बनाया। मैंने अपनी बेटी फरहाना से भी चलने का पूछा तो उसने मना कर दिया। खैर, मैंने अपना इंडिया का वीज़ा करवा लिया। लेकिन मेरी फ्लाइट के एक दिन पहले फरहाना ने मुझसे कहा कि मम्मी मैं भी चलूंगी। मैंने कहा कि अब कल रात की फ्लाइट है, एक दिन में इंडिया का वीज़ा कैसे होगा? वो बोली कि कल सुबह मैं एम्बेसी जाती हूं, हाई कमिश्नर से मिलती हूं और वीज़ा लगवा लूंगी। फ्लाइट तो कल रात की है।’ तो वह सुबह उठकर एम्बेसी भागी और वहां जाकर देखा तो एम्बेसी के बाहर फंक्शन की तैयारी चल रही थी। कई सारे लोग आकर बैठ रहे थे। उसने वहां जाकर कहा कि मुझे हाई कमिश्नर से मिलना है तो उससे कहा गया कि आज तो एम्बेसी बंद है। आज 15 अगस्त की छुट्टी है। हाई कमिश्नर आएंगे, फ्लैग ऑफ करेंगे, गेट-टुगेदर होगा और फिर वो चले जाएंगे। तो आज तो इम्पॉसिबल है। तो फरहाना मायूस हो गई, लेकिन वहां फ्लैग होस्टिंग के लिए जितने इंडियंस आए थे, वो भी उनके साथ बैठ गई। हाई कमिश्नर आए और फ्लैग होस्टिंग करने के लिए सीधे फ्लैग की तरफ चल दिए। फरहाना भी आगे बढ़ी और हाई कमिश्नर से बोली कि एक्सक्यूज़ मी सर, मुझे आज इंडिया जाना है। अगर मुझे वीज़ा मिल जाए तो अच्छा होता। इस पर हाई कमिश्नर बोले कि तुम इंडियन हो तो तुम्हें पता होना चाहिए कि आज स्वतंत्रता दिवस है। हम आज़ादी का जश्न मनाने के लिए यहां आए हैं। आज ऑफिस का कोई काम नहीं होगा, आज छुट्टी है.... । यह बोलकर वो आगे बढ़े, तभी फरहाना ने कहा- "सर, आपको अपने बारे में बताना चाहती हूं कि मैं कौन हूं ...।’ हाई कमिश्नर ने चिढ़ते हुए पूछा, ‘बताओ कौन हो तुम...?’ इस पर फरहाना बोली, ‘मैं मोहम्मद रफ़ी की पोती हूं।’ यह सुनकर हाई कमिश्नर हैरान रह गए। उन्होंने पूछा, "कौन मोहम्मद रफ़ी, महान गायक?’ फरहाना ने जवाब दिया, "जी’। हाई कमिश्नर चलकर नज़दीक आए, फरहाना का हाथ पकड़ा और कहा, तुमने ऐसे इंसान का नाम ले लिया है जिसके लिए हिदुस्तान की एम्बेसी कभी बंद नहीं हो सकती। पहले झंडा वंदन हुआ, राष्ट्रगान गाया गया और फिर हाई कमिश्नर ने अपने स्टॉफ़ से अपना ऑफिस खोलने को कहा। वो फरहाना को लेकर गए और इंडिया का वीज़ा लगाया। और फिर पासपोर्ट दिखाया और कहा कि देख लो फरहाना, यह इकलौता ऐसा पासपोर्ट है जिस पर 15 अगस्त वाले दिन वीज़ा लगा। एक और वाक़या मैं आपको बताता हूं जो अमिताभ बच्चन साहब ने मेरे साथ साझा किया था। उन्हीं के शब्दों में सुनते हैं यह किस्सा: ‘हम लोग शो करने कलकत्ता गए थे। एक दिन रफ़ी साहब के साथ हमारा शो था। अगले दिन किशोर कुमार साहब के साथ शो था। रफ़ी साहब के साथ हमारा शो बड़ा कामयाब रहा। दूसरे दिन रफ़ी साहब एयरपोर्ट के लिए निकल गए। उस दिन का शो किशोर कुमार साहब के साथ था। और अचानक बॉम्बे से खबर आई कि किशोर कुमार की फ्लाइट मिस हो गई, अब वो आ नहीं सकते। उस ज़माने में दो ही फ्लाइट चलती थी। हमें बहुत टेंशन हो गई कि शो में सिंगर नहीं होगा तो शो होगा कैसे! रफ़ी साहब एयरपोर्ट जा चुके थे। हम लोग तुरंत गाड़ी में बैठकर भागे। तब तक रफ़ी साहब फ्लाइट के अंदर बैठ भी चुके थे। उस ज़माने में सेक्युरिटी वगैरह का इतना झंझट नहीं था। इसलिए मैं तुरत-फुरत फ्लाइट के अंदर गया और रफ़ी साहब को पूरा मामला बताया। उनसे रुकने की गुजारिश की। रफ़ी साहब ने एक सेकंड के लिए भी नहीं सोचा और फ्लाइट से उतर गए।’ कहते हैं कि इंसान चला जाता है, उसकी बातें रह जाती हैं। रफ़ी साहब के नाम बहुत मशहूर शेर है- चाल वो चल कि पस-ए-मर्ग तुझे याद करें, काम वो कर कि ज़माने में तेरा नाम रहे। दुनिया में आपको फनकारों के फैन मिलेंगे, लेकिन रफ़ी साहब के सिर्फ मुरीद मिलेंगे। रफ़ी साहब ने हर एक्टर को अपनी आवाज़ दी है, मगर एक ऐसे एक्टर जो खुद बहुत बड़े सिंगर थे, उनको भी अपनी आवाज़ दी। वो थे किशोर कुमार। फिल्म का नाम है ‘शरारत’ और गाना है "अजब है दास्तां तेरी ए ज़िंदगी’। अपना ख़याल रखिए, खुश रहिए।
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चंद्रयान-3 की पहली ऑर्बिट राइजिंग सफल रही, साइंटिस्ट बोले- यान की हेल्थ नॉर्मल है
Breaking News Headlines Update; Dainik Bhaskar Breaking News Headlines Today, India and World Latest Pictures Videos, Pictures, and More From Dainik Bhaskar. पाकिस्तानी आर्मी की मीडिया विंग ने बताया कि 5 आतंकियों ने आर्मी बेस में घुसने की कोशिश की थी - तीस हजारी कोर्ट में फायरिंग मामले में 15 वकीलों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) के वैज्ञानिकों ने शनिवार को चंद्रयान -3 की ऑर्बिट राइजिंग की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसरो ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, अंतरिक्ष यान की हेल्थ नॉर्मल है। चंद्रयान-3 अब एक कक्षा में है, जो पृथ्वी से सबसे नजदीक होने पर 173 किलोमीटर पर है और पृथ्वी से सबसे दूर होने पर 41,762 किलोमीटर पर है। इसरो ने 14 जुलाई को सफलतापूर्वक यान की लॉन्चिंग की है। आज की अन्य प्रमुख खबरें... दिल्ली की कॉमर्शियल बिल्डिंग में आग लगी, दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर दिल्ली में कनॉट प्लेस स्थित बाराखंभा रोड पर स्थित DCM बिल्डिंग में शनिवार शाम करीब साढे़ छह बजे आग लग गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग बिल्डिंग के 9वें फ्लोर पर लगी है। घटनास्थल पर दमकल की 10 गाड़ियां पहुंच गई हैं। इस हादसे में अभी किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है। इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू अस्पताल में भर्ती, PMO ने कहा- तबीयत खराब लग रही थी इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, उनकी तबीयत खराब लग रही थी, जिसके बाद उन्हें तेल हाशोमर के शीबा अस्पताल ले जाया गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्पताल ले जाते समय नेतन्याहू होश में थे। वे चलकर अस्पताल के इमरजेंसी रूम पहुंचे। डॉक्टर्स ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत ठीक है। पढ़ें पूरी खबर... साउथ कोरिया में कई दिनों से भारी बारिश हो रही, भूस्खलन और बाढ़ से अब तक 22 की मौत साउथ कोरिया में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। इसके चलते अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ में करीब 22 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 14 अन्य लोग लापता हैं। सरकार की ओर से शनिवार को यह जानकारी शेयर की गई। आंकड़ों के मुताबिक ये मौतें मध्य और दक्षिणपूर्वी क्षेत्रों में हुई हैं। सपा MLA दारा सिंह चौहान का विधायकी से इस्तीफा,भाजपा ज्वॉइन कर सकते हैं सपा से विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने सतीश महाना उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। दारा सिंह फिर से भाजपा में शामिल होंगे और मऊ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। दारा सिंह चौहान विधानसभा चुनाव से पहले वन और पर्यावरण मंत्री पद छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। पढ़ें पूरी खबर... आर्मी चीफ मनोज पांडे ने LOC का किया दौरा, सैन्य तैयारियों की समीक्षा की चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) एरिया का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सैन्य तैयारियों की समीक्षा की। वहां मौजूद कमांडर ने उन्हें LOC की रक्षा करने के लिए की जा रही घुसपैठ रोधी ग्रिड की जानकारी दी। कर्नाटक में पुलिस ने 12 करोड़ का 1,500 किलो गांजा किया जब्त, 2 आरोपी गिरफ्तार कर्नाटक पुलिस ने शनिवार को बेंगलुरु में 12 करोड़ रुपए का 1,500 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। गांजे की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, मामले का मुख्य आरोपी राजस्थान से MBA ग्रेजुएट है। वहीं, अन्य BA ग्रेजुएट है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी लग्जरी लाइफ जीने के लिए गांजे की तस्करी करते थे। वे बड़े पैमाने पर स्थानीय विक्रेताओं से गांजा खरीदते थे और उसे कई राज्यों में बेचते थे। राहुल गांधी बोले- राफेल ने PM मोदी को बैस्टिल डे का टिकट दिला दिया कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर यूरोपीय यूनियन की संसद में हुई चर्चा को लेकर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि राफेल की मदद से ही उन्हें फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस में हिस्सा लेने का मौका मिला। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा- मणिपुर जल गया। यूरोपीय यूनियन की संसद में भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा हो गई, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं। राफेल ने उन्हें बैस्टिल डे का टिकट दिला दिया। पूरी खबर पढ़ें... भाजपा अध्यक्ष नड्‌डा ने चिराग पासवान को चिट्‌ठी लिखी, 18 जुलाई को होने वाली NDA की मीटिंग में बुलाया भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को 18 जुलाई को दिल्ली में होने वाली NDA की बैठक में शामिल होने का आमंत्रण भेजा है। एक पत्र लिखकर नड्‌डा ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी BJP के नेतृत्व वाले NDA का एक अहम हिस्सा है। पूरी खबर पढें... बालासोर हादसे के आरोपी 3 रेलवे अधिकारियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन हादसे को लेकर भुवनेश्वर की एक विशेष अदालत ने तीन आरोपी रेलवे अधिकारियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। तीनों की CBI रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गई थी, जिसके बाद उन्हें CBI स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार महंता, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार को CBI ने 7 जुलाई को गिरफ्तार किया था। रेलवे ने तीनों को सस्पेंड कर दिया है। पूरी खबर पढ़ें... पाकिस्तान में आतंकी हमले में 9 जवानों की मौत; 5 आतंकी भी मारे गए पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक आतंकी हमले में 9 जवानों की मौत हो गई। पाकिस्तानी आर्मी की मीडिया विंग ने बताया कि 5 आतंकियों ने आर्मी बेस में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन जवानों ने उन्हें घेर लिया। कई घंटों तक आतंकियों और जवानों के बीच मुठभेड़ चली, जिसमें सभी आतंकी मारे गए और 9 जवान शहीद हो गए। तीस हजारी कोर्ट में फायरिंग मामले में 15 वकीलों के लाइसेंस सस्पेंड किए गए बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने तीस हजारी फायरिंग मामले में 15 वकीलों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए हैं। फैक्ट फाइडिंग कमेटी की सिफारिश पर यह कदम उठाया गया है। 5 जुलाई को तीस हजारी कोर्ट परिसर में वकीलों के दो गुटों के बीच लड़ाई हो गई थी। इस दौरान फायरिंग भी हुई थी।
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कांवड़ लेकर हरिद्वार से आ रहे थे, डीजे हाईटेंशन लाइन से टकराया; मरने वालों में दो सगे भाई
Kanwar collided with high tension line, big accident in village, many Kanwariyas injured;मेरठ कांवड़ियों के डीजे में उतरा करंट
मेरठ में शनिवार रात कांवड़ियों का डीजे 11 KV की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। इससे उसमें करंट उतर आया। मेरठ के डीएम दीपल मीना ने बताया कि करंट लगने की वजह से 10 कांवड़िए झुलस गए थे। अस्पताल में इनमें से 5 की मौत हो गई, वहीं 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा थाना भावनपुर क्षेत्र के राली चौहान गांव में हुआ। ये सभी हरिद्वार से कांवड़ लेकर आए थे। मृतकों के नाम हिमांशु, प्रशांत, महेंद्र, लखमी और मनीष बताए जा रहे हैं। हिमांशु और प्रशांत दोनों सगे भाई हैं। तीसरे सगे भाई विशाल की हालत गंभीर है। सभी मृतक राली चौहान गांव के ही रहने वाले हैं। रात 8.30 बजे हुआ हादसा बताया जा रहा है कि हादसा रात 8.30 बजे के आसपास हुआ। जब युवक अपने गांव राली चौहान लौट रहे थे। कांवड़ियों के साथ ऊंचा डीजे था, जो गांव के मंदिर के पास हाईटेंशन लाइन से टकरा गया, जिससे इसमें करंट उतर आया। मौके पर चीख-पुकार मच गई। कुछ लोगों ने घायलों को ट्रॉली से अलग किया। सूचना पर डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचे। घायलों को गंगानगर के आईआईएमटी, मेरठ के आनंद अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना से गुस्साए गांववालों ने जाम लगा दिया। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। सीओ देवेश प्रताप चौहान ने बताया कि युवकों ने जेई से कहा था कि वो कांवड़ लेकर आ रहे हैं। 11 केवी की लाइन से बिजली सप्लाई बंद कर दी जाए। जेई ने कहा कि बिजली कट गई है। इसके बाद युवक कांवड़ लेकर आए। लेकिन बिजली कटी नहीं थी और हादसा हो गया। 22 फीट ऊंची थी डीजे कांवड़ ट्रैक्टर-ट्रॉली पर डीजे लगाकर पूरी 22 फीट ऊंची कांवड़ तैयार की गई थी। 4 जुलाई को ये लोग जल लेने हरिद्वार गए थे। आज यानी शनिवार सुबह ही हरिद्वार से मेरठ लौटे थे। वहां मंदिर में जलाभिषेक किया। चूंकि कांवड़ में हैवी साउंड और हैवी लाइटिंग थी, इसलिए दिन में मेरठ के इंचौली में ही एक फार्महाउस पर कांवड़ को खड़ा कर दिया। रात को कांवड़ लेकर कांवड़िए गांव जा रहे थे। यहां गांव के मंदिर में भी जलाभिषेक करना था। गांव के बाहरी छोर पर सड़क के एक किनारे ईंटों का चट्टा लगा था। इसको बचाने में ट्रैक्टर-ट्राली को दूसरी साइड से निकाला जा रहा था। तभी कांवड़ का म्यूजिक सिस्टम (डीजे) 11 KV की लाइन से टकरा गया। हादसे की सूचना मिलते ही गांव वाले तुरंत मौके पर पहुंचे। ये लोग घायलों को बाइकों पर लेकर ही अस्पताल में पहुंचे। किठौर विधायक की कार का शीशा तोड़ा हादसे के बाद ग्रामीणों ने मेरठ-किला मार्ग पर जाम लगाकर तोड़फोड़ कर दी। किठौर विधायक शाहिद मंजूर की कार का शीशा भी तोड़ दिया। घटना के काफी देर बाद पुलिस पहुंची। इस कारण ग्रामीण गुस्सा गए और पुलिस से भी कहासुनी की। हादसे की तस्वीरें देखिए
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27 करोड़ की टैक्स चोरी के मामले में छापेमारी करने गए थे
केरल में GST विभाग के छह अधिकारियों को दुकानदारों ने दुकान के अंदर बंद कर दिया। वे टैक्स चोरी के मामले में छापेमारी करने गए थे। 6 gst officials on special raid get locked inside shop by angry vendors in kerala
केरल में GST विभाग के छह अधिकारियों को दुकानदारों ने दुकान के अंदर बंद कर दिया। वे टैक्स चोरी के मामले में छापेमारी करने गए थे। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अधिकारियों को दुकान से निकाला। दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने या उनके साथियों ने किसी अधिकारी को दुकान में बंद नहीं किया। कुछ दुकानें जरूर बंद की गई थीं क्योंकि हमें नमाज पढ़ने मस्जिद जाना था। हमने अधिकारियों को इस बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी। टीम 25 दुकानों में छापेमारी करने पहुंची थी मामला केरल के कोझिकोड जिले का है। शुक्रवार को GST विभाग की 50 सदस्यों की टीम एक मार्केट में छापेमारी के लिए पहुंची थी। एसएम स्ट्रीट, तिरुवन्नूर और स्पेस मॉल में स्थित करीब 25 दुकानों में छापेमारी करनी थी। मार्केट में GST के अधिकारियों को देखते ही दुकानदार विरोध करने लगे। हालांकि, अधिकारियों ने किसी तरह उन्हें समझाया और छापेमारी शुरू की। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने 6 अधिकारियों को एक दुकान में बंद कर दिया। लेकिन पुलिस मौके पर पहुंच गई और अधिकारियों को बाहर निकाला। सभी दुकानें दो लोगों की पार्टनरशिप में हैं GST विभाग की टीम जिन 25 दुकानों में छापेमारी करनी पहुंची थी, ये दो लोगों के पार्टनरशिप में थीं। जिनमें से एक जेल में है। टीम को इनपुट मिले थे कि इन दुकान के मालिकों ने 27 करोड़ के टैक्स चोरी करने के इनपुट मिले थे। इसके बाद टीम ने यह छापेमारी अभियान शुरू किया। ऐसी अन्य खबरें भी पढ़ें... महाराष्ट्र में फर्जी छापेमारी, GST के 3 इंस्पेक्टर बर्खास्त महाराष्ट्र में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के 3 इंस्पेक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। उन पर फर्जी छापेमारी के जरिए एक व्यापारी से टैक्स के नाम पर 11 लाख रुपए लेने का आरोप था। GST डिपार्टमेंट ने अखबार में विज्ञापन जारी कर इस बर्खास्तगी की घोषणा की। पढ़ें पूरी खबर...
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न डॉक्यूमेंट, न CIBIL स्कोर; आसान कर्ज देकर कैसे फंसाते हैं
Madhya Pradesh (MP) Bhopal Family Suicide Case What is the case behind Bhupendra Vishwakarma and the Instant Personal Loan App? भूपेंद्र विश्वकर्मा और उसका परिवार कैसे लोन ऐप के जाल में फंसा, इन ऐप के काम करने का तरीका क्या है और सरकार इन ऐप पर रोक क्यों नहीं लगा रही है?
13 जुलाई को भोपाल के भूपेंद्र विश्वकर्मा अपने दो बच्चों को जहर देने के बाद पत्नी के साथ फांसी के फंदे से झूल गए। अपने 4 पन्ने के सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने इंस्टेंट लोन ऐप से लिए कर्ज का जिक्र किया है। भूपेंद्र पर 17 लाख रुपए का कर्ज था। रिकवरी एजेंट्स ने उसका फोन नंबर को हैक करके रिश्तेदारों को अश्लील वीडियो और मैसेज भेजे। इंस्टेंट लोन की ज्यादती का शिकार यह पहला मामला नहीं है। जून 2022 में मुंबई की एक 22 वर्षीय महिला ने लोन ऐप से 3,000 रुपए कर्ज लिए थे, लेकिन समय पर चुका नहीं पाई। कुछ दिनों बाद ही महिला की न्यूड तस्वीर उसके रिश्तेदारों के फोन नंबर पर भेजे जानी लगीं। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे कि भूपेंद्र विश्वकर्मा और उसका परिवार कैसे लोन ऐप के जाल में फंसा, इन ऐप के काम करने का तरीका क्या है और सरकार इन ऐप पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही? 15 महीने में कैसे इंस्टेंट लोन ऐप के जाल में फंसा भूपेंद्र विश्वकर्मा भूपेंद्र विश्वकर्मा के ऑनलाइन कर्ज के जाल में फंसने की कहानी को 3 हिस्से में समझते हैं… 1. पहले लालच देकर फंसाया: अप्रैल 2022 में भूपेंद्र विश्वकर्मा के वॉट्सएप पर एक ऑनलाइन काम करने का ऑफर आया। उसे कोलंबिया की एक कंपनी से ये ऑफर आया था। भूपेंद्र ने ऑफर देने वाली ई-कॉमर्स कंपनी की वेबसाइट www.csyonllem.com चेक करने के बाद ऑफर एक्सेप्ट कर लिया। शुरुआत में काम करने के बाद उसे फायदा हुआ, लेकिन जल्द ही उसे घाटा होने लगा। जैसे-जैसे भूपेंद्र घाटे में जाने लगा, कंपनी की ओर से उस पर काम का ज्यादा दबाव आने लगा। 2. कर्ज में फंसाकर लोन ऑफर किया: जब वह ज्यादा घाटे में चला गया तो उसे लोन ऑफर किया गया। भूपेंद्र को लगा कि CIBIL खराब होने की वजह से उसे कर्ज नहीं मिलेगा। लेकिन, किसी कागज के बिना इंस्टेंट लोन ऐप से उसे लोन मिल गया। फिर घाटे को खत्म करने के लिए कई बार उसने कंपनी से लोन लिया। जब तक भूपेंद्र को महसूस हुआ कि वह ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हुआ है, तब तक उस पर 17 लाख रुपए कर्ज चढ़ चुका था। 3. पैसे की रिकवरी के लिए अश्लील फोटो वायरल किए: जून 2023 में लोन देने वाली कंपनी पैसे की रिकवरी के लिए भूपेंद्र पर दबाव बनाने लगी। जून महीने में भूपेंद्र ने रिश्तेदारों से पैसा लेकर एक किश्त जमा की, लेकिन जुलाई में जब वह पैसा नहीं दे पाया तो कंपनी ने पैसा वसूलने के लिए खतरनाक तरीका अपनाया। लोन देने वाली कंपनी ने भूपेंद्र के मोबाइल और लैपटॉप को हैक करके उसके बैंक से पैसे निकाल लिए। इसके अलावा रिश्तेदारों के फोन नंबर पर भूपेंद्र और उसकी पत्नी के अश्लील एडिटेड फोटो और वीडियो भेजने लगे। इन सब चीजों से भूपेंद्र बेहद परेशान हो गया। इन सबसे तंग आकर उसने पहले अपने दो बच्चों को जहर दिया और फिर पत्नी के साथ फांसी लगा ली। बिना डॉक्यूमेंट देखे कर्ज देने वाले इंस्टेंट लोन ऐप होता क्या है? भारत में इन दिनों महज कुछ मिनट में लोन देने वाले ऐप का बिजनेस खूब फल-फूल रहा है। इन्हीं ऐप्स को इंस्टेंट लोन ऐप कहते हैं। ये लोन देने वाले ऐप बिना किसी KYC डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और बिना किसी लोन एग्रीमेंट के ही हर किसी को लोन दे रहे हैं। ये कर्ज देने वाले किसी बैंकों या कंपनी की तरह शख्स के CIBIL स्कोर भी नहीं चेक करती है। दरअसल, CIBIL स्कोर तीन अंकों का नंबर है, जिसका उपयोग बैंक आपकी क्रेडिट योग्यता का आकलन करने के लिए करती है। यही वजह है कि इस तरह के ऐप्स भारत में खूब पॉपुलर हो रहे हैं। 2022 में गूगल ने भारत के 3500 इंस्टेंट लोन ऐप को प्ले स्टोर से हटाने का फैसला लिया। नियमों को तोड़ने की वजह से गूगल ने इन्हें बैड ऐप्स बताया था। इसके बावजूद प्ले स्टोर पर अब भी सैकड़ों इंस्टेंट लोन ऐप्स एक्टिव हैं, जो आए दिन लोगों को कर्ज के जाल में फंसा रहे हैं। भारत में सैकड़ों ऐसे ऐप काम कर रहे हैं, जो लोगों को तुरंत लोन दिलाने के नाम पर करोड़ों की उगाही के खेल में शामिल हैं। इन सभी ऐप्स के काम करने का तरीका लगभग एक जैसा होता है, 8 स्टेप में समझिए इंस्टेंट लोन ऐप्स कैसे काम करते हैं… 1.कोई व्यक्ति तुरंत लोन पाने के लालच में इन लोन देने वाले ऐप्स को इंस्टाल करता है। 2. डाउनलोडिंग के समय ये ऐप्स यूजर से उसकी गैलरी, कॉन्टैक्ट्स, लोकेशन आदि के एक्सेस की परमिशन मांगते हैं, जो अक्सर यूजर दे देते हैं। 3. कई बार ये ऐप्स यूजर के फोन में बिना उसकी जानकारी के ही थर्ड पार्टी ऐप्स या मालवेयर इंस्टाल कर देते हैं और इसके जरिए यूजर की निजी जानकारियां चुरा लेते हैं। इन जानकारियों का इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने में होता है। 4. ये तुरंत लोन के नाम पर पूरा पैसा भी नहीं देते बल्कि 60-70% ही यूजर के खाते में ट्रांसफर किया जाता है। 5. मान लीजिए किसी ने 6 हजार रुपए लोन लिए, तो उसे महज 3,700-3,800 रुपए ही दिए जाएंगे, बाकी के 2,200-2,300 रुपए सर्विस और दूसरे चार्ज के नाम पर काट लिए जाते हैं। 6. अब लोन लेने वाले को ब्याज समेत 6,000 रुपए लौटाने हैं। इन ऐप्स की ब्याज दर इतनी ज्यादा होती है कि कई बार हफ्ते भर में ही लोन अमाउंट 40-50 हजार रुपए तक पहुंच जाता है। 7. फिर शुरू होता है लोन लेने वाले के साथ ब्लैकमेलिंग और शोषण का खेल, जो उससे कई गुना पैसे ऐंठने तक जारी रहता है। 8. इन ऐप्स की खासियत ये है कि ये 2 हजार से 5-7 हजार रुपए के छोटे-छोटे लोन ही देते हैं। जब यूजर पैसा नहीं लौटा पाते हैं तो यूजर की पूरी डिटेल इकट्ठा कर चुके ये लोन ऐप मार्फ्ड और अश्लील तस्वीरें उसके परिवार को भेजकर ब्लैकमेल करने लगते हैं। ऐसे में व्यक्ति मजबूर होकर उन्हें लोन अमाउंट से कई गुना ज्यादा पैसा दे देता है। कई बार ये ऐप लोगों को इतना परेशान करते हैं कि लोग सुसाइड तक कर लेते हैं, लेकिन इन ऐप्स का धंधा चलता रहता है, क्योंकि ये कोई नया शिकार तलाश लेते हैं। फ्रॉड में फंसाने वाले इन लोन ऐप्स की पहचान कैसे होती है? किसी भी ऑनलाइन ऐप्स से कर्ज लेने से पहले उसके बारे में सही से रिसर्च करना जरूरी है। इस तरह के ऐप्स अगर किसी बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी से जुड़े होते हैं, तभी इस पर भरोसा किया जा सकता है। ये ऐप्स जिस बैंक या NBFC कंपनी से जुड़े होने का दावा करते हैं, उसकी वेबसाइट पर जाकर एक बार जरूर रिसर्च करना चाहिए। इसके अलावा इस तरह के ऐप्स में ऑफिस एड्रेस नहीं होता है। कर्ज देने वाले सही ऐप्स आपसे फोटो, वीडियो आदि पर्सनल जानकारी नहीं मांगते हैं। ये ऐप्स केवल पैन, आधार जैसे डेटा KYC के लिए मांगते हैं। क्या ये ऐप्स कानूनी हैं, नहीं तो RBI एक्शन क्यों नहीं ले रही है? नहीं, इस तरह के कोई ऐप्स कानून का पालन नहीं करते हैंं। इन ऐप्स को लेकर दिसंबर 2022 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने चेतावनी जारी की थी। RBI ने आम लोगों को इस तरह के फ्रॉड डिजिटल लोन ऐप्स से दूर रहने को कहा था। RBI ने लोगों से अपील की थी कि वे किसी अनजान व्यक्ति, अनवेरिफाइड/अनऑथराइज्ड ऐप्स के साथ अपने KYC न शेयर करें। RBI ने साथ ही लोगों से ऐसी किसी भी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस या RBI को देने की अपील की थी। ऐसे फ्रॉड को रोकने के लिए डिजिटल लेंडर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी DLAI ने कहा था कि इसके लिए एक नियम बनना चाहिए। इस नियम के तहत 60 दिनों से कम के शॉर्ट टर्म लोन को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए। साथ ही लोन को प्रॉसेस करने से पहले निश्चित ब्याज दर दिखाई जानी चाहिए। इंस्टेंट लोन ऐप्स सिर्फ नागरिक नहीं, देश के लिए भी खतरा इस तरह के ज्यादातर लोन ऐप्स चीन से ऑपरेट होते हैं। इन लोन ऐप्स के जरिए फ्रॉड का धंधा नया नहीं है। 2012 में चीन में इस धंधे ने बहुत जोर पकड़ा था। इन इंस्टेंट लोन ऐप्स ने चीन में 100 अरब डॉलर के लोन बांट डाले थे। 2016 में चीनी सरकार ने इन ऐप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की और इन पर लगाम कसने के लिए चीन ने इंटरनेट फाइनेंशियल रिस्क स्पेशल रेक्टिफिकेशन वर्क लीडरशिप टीम ऑफिस का गठन किया। चीन सरकार ने इन ऐप्स को सभी बकाया लोन को चुकाने और अपना बोरिया-बिस्तर बांधने के लिए 2 साल का समय दिया। इसके बाद इन कंपनियों ने अपना ध्यान भारत की ओर लगाया। 2020 में कोरोना महामारी के बाद इन ऐप्स ने भारत में तेजी से पैर पसारे। चीन के साथ ही लोन ऐप्स कंपनियां ब्रिटेन, अफ्रीकी देशों, इंडोनेशिया समेत कई अन्य देशों में भी लोगों से फ्रॉड कर चुकी हैं। हालांकि, इन सभी देशों ने ऐसे ऐप्स पर बैन लगा दिया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कैश एडवांस नामक लोन ऐप को एंड्रॉयड डिवाइस में प्रॉक्सी नेटवर्क बनाकर चीन में स्थित सर्वर से जोड़ा गया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन लोन ऐप्स के सर्वर चीन में होने से ये देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। ये फेशियल रिकॉग्निशन वाली इमेज के साथ ही लोगों का पर्सनल डेटा भी ले लेते हैं। अगर व्यक्ति लोन लेते समय अपना आधार भी दे दे, तो व्यक्ति की अन्य डिटेल और ID प्रूफ से ये एक अलग आधार डेटाबेस तैयार कर सकते हैं। भास्कर एक्सप्लेनर की ये खबरें भी पढ़ें... 1. क्या है अल-नीनो जो मानसून पर बनेगा संकट:कई राज्यों में सूखे की आशंका; हिंद महासागर की ठंडी हवाओं से मिलेगी राहत मानसून आते ही दो शब्द अक्सर चर्चा में आ जाते हैं- ला-नीनो और अल-नीनो। स्पेनिश भाषा के ये शब्द इस बार भी सुनाई दे रहे हैं। 8 जून को केरल में मानसून की पहली बारिश हुई और उसी दिन अमेरिकी एजेंसी NOAA यानी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि प्रशांत महासागर में अल-नीनो आ गया। भारत में इसे बुरी खबर मानकर चर्चा शुरू हो गई। ऐसे में आज भास्कर एक्सप्लेनर में जानते हैं कि ये अल-नीनो है क्या, इसमें ला-नीनो से अलग क्या है और भारत के लिए ये बुरी खबर क्यों है? पूरी खबर यहां पढ़ें 2. मानसून के बूते भारत सदियों तक नंबर वन इकोनॉमी रहा:इसी वजह से हम गुलाम बने, आखिर इतना ताकतवर मानसून बना कैसे मानसून ने भारत को अंग्रेजों का गुलाम बनाया। अमेरिका और चीन छोड़िए, मानसून के बूते भारत सदियों तक दुनिया की नंबर वन इकोनॉमी रहा। मानसून ही सरकार का बहीखाता चलाता है। चौंकिए मत, ये सच है। मानसून ताकतवर है ही, पर कैसे…? आज मंडे मेगा स्टोरी में सिलसिलेवार ढंग से जानते हैं इस सवाल का जवाब… पूरी खबर यहां पढ़ें
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सिंह राशि वालों की इनकम बेहतर होगी और वृश्चिक राशि के लोगों को बिजनेस में रुका काम शुरू करने से मिल सकती है तरक्की
Aaj Ka Rashifal (Horoscope Today) | Daily Rashifal (16th July 2023), Daily Zodiac Forecast: Singh Rashi, Kanya, Aries, Taurus, Gemini Cancer Libra, And Other Signs, 16 जुलाई, रविवार के ग्रह-नक्षत्र ध्रुव नाम का शुभ योग बना रहे हैं। जिससे सिंह राशि वालों की इनकम बेहतर होगी। वृश्चिक राशि के लोगों को बिजनेस में रुका हुआ काम शुरू करने से तरक्की मिल सकती है।
16 जुलाई, रविवार के ग्रह-नक्षत्र ध्रुव नाम का शुभ योग बना रहे हैं। जिससे सिंह राशि वालों की इनकम बेहतर होगी। वृश्चिक राशि के लोगों को बिजनेस में रुका हुआ काम शुरू करने से तरक्की मिल सकती है। मकर राशि वालों को बिजनेस में फायदा होने के योग हैं। इनके अलावा धनु राशि वालों को बिजनेस के लेनदेन में बहुत सावधानी रखनी होगी। कुंभ राशि के लोग बड़ा फैसला सोच-समझकर लें। वहीं, बाकी राशियों पर सितारों का मिला-जुला असर दिखेगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के मुताबिक 12 राशियों का फल मेष - पॉजिटिव- दिन की शुरुआत नई ऊर्जा के साथ होगी। मन मुताबिक काम होने से मन खुश रहेगा। दिन अच्छा बीतेगा। पुरानी योजनाओं से लक्ष्य हासिल करने के लिए अच्छा समय है। शांत मन और सूझबूझ से चल रही चुनौतियों को भी पार कर लेंगे। नेगेटिव- नए लोगों से संपर्क बनाते समय उनके व्यक्तित्व को जरूर ध्यान में रखें। कुछ उलझनें और समस्याएं आ सकती हैं। परंतु समय रहते आप सुलझा भी लेंगे। महिलाओं को अपना कार्यभार संभालने में कुछ दिक्कतें रह सकती हैं। युवा वर्ग अपने लक्ष्य को हासिल करने के प्रति आलस ना करें। व्यवसाय- इस समय परिस्थितियां और भाग्य आपके पक्ष में काम कर रहे हैं। कोई बड़ी व्यावसायिक जिम्मेदारी निभा लेने से संतोष का अनुभव होगा। आज ज्यादा निवेश न करें और लेनदेन के मामले में भी सावधानी बरतें। पार्टनरशिप में कुछ सामंजस्य की कमी महसूस होगी। लव- पारिवारिक मसलों को बहुत ही धैर्य से समझाने की जरूरत है। स्वजनों की भावनाओं को अनदेखा ना करें। प्रेम प्रसंगों में भी समय और पैसा बर्बाद ही होगा। स्वास्थ्य- कार्यभार के वजह से स्वास्थ्य प्रभावित होगा। अपनी सामर्थ्य अनुसार काम करें तथा कुछ समय अपने आराम और सुकून के लिए भी निकालना जरूरी है। भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 8 वृष - पॉजिटिव- पैतृक संपत्ति से जुड़ा मामला चल रहा है तो उससे संबंधित कोई वार्तालाप होगा। किसी समस्या को लेकर मित्र से मिलने वाली मदद आपके लिए संजीवनी का कार्य करेंगी। कोई रुका हुआ व्यक्तिगत काम भी निपटाने के लिए आज का समय बहुत ही उत्तम है।। नेगेटिव- आर्थिक तथा घरेलू मसालों को बहुत ही धैर्य से सुलझाने की जरूरत है। अपने किसी भी निर्णय में परिवारजनों को भी जरूर शामिल करें। अस्वस्थता की वजह से आपकी कार्य क्षमता में कमी आ सकती है। लेकिन आपका आत्मविश्वास बना रहेगा। अगर किसी यात्रा का प्लान है तो उसमें कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। व्यवसाय- आज कारोबार में कुछ मंदी की स्थिति रहेगी। आपको इनकम के लिए अन्य स्त्रोतों को भी तलाशना होगा। इस समय मार्केटिंग संबंधी गतिविधियों में ज्यादा ध्यान दें। कुछ नई व्यवसायिक पार्टियों से संपर्क हो सकता है। अपनी योजनाएं अपने तक ही सीमित रखे। लव- परिवार जनों के साथ घूमने फिरने में सुखद समय व्यतीत होगा। प्रेम संबंधों के मामले में सावधानी बरतें, मान-हानि की आशंका है। स्वास्थ्य- सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या को लापरवाही में ना ले। थोड़ी सी सावधानी आपको स्वस्थ रखेगी। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 9 मिथुन - पॉजिटिव- आज दिन का अधिकतम समय पारिवारिक गतिविधियों को ही व्यवस्थित करने में व्यतीत हो जाएगा। अपनी कार्य क्षमता और योग्यता से आप बेहतर तरीके से अपने कामों को अंजाम दे पाएंगे। प्रॉपर्टी में निवेश करना भविष्य में फायदेमंद होगा। नेगेटिव- अपने ऊपर अतिरिक्त जिम्मेदारियां ना ले। काम की अधिकता आपको दिमागी और शारीरिक रूप से थका सकती हैं। भाई-बहनों के साथ आर्थिक समस्या को लेकर कोई मतभेद उत्पन्न हो सकता है। बहस करने के बजाय धैर्य रखना ज्यादा उचित है। गैर जरूरी खर्चों पर काबू रखें। व्यवसाय- बिजनेस में किसी योजना को साकार रूप देने का उचित समय है। पार्टनरशिप संबंधी कारोबार में भी उचित व्यवस्था बनी रहेगी। दोपहर बाद परिस्थितियां कुछ प्रतिकूल हो सकती है, लेकिन आप अपनी मेहनत और प्रयासों से काफी हद तक स्थिति सामान्य कर लेंगे। लव- परिवार से जुड़ी जिम्मेदारियों को समय पर निभा लेने से संतुष्टि का अनुभव होगा। प्रेम संबंधों में मधुरता बनी रहेगी। स्वास्थ्य- उमस भरी गर्मी की वजह से सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या परेशान करेगी। तनाव को अपने ऊपर हावी ना होने दें। भाग्यशाली रंग- गुलाबी, भाग्यशाली अंक- 2 कर्क - पॉजिटिव- आज कुछ उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी, लेकिन कोशिशों से परिस्थितियां व्यवस्थित भी हो जाएगी। इस समय स्थान परिवर्तन के उचित योग बने हुए हैं। इच्छुक व्यक्ति गंभीरता से इस पर विचार करें। किसी व्यक्तिगत समस्या में मित्र से मिलने वाली मदद आपके लिए संजीवनी का कार्य करेगी। नेगेटिव- पैसा आने के साथ-साथ खर्चे की स्थितियां भी तैयार रहेगी। भावनाओं में बहकर कोई ऐसा कदम ना उठाएं कि जिसके लिए आपको अफसोस करना पड़े। नकारात्मक प्रवृत्ति के लोगों से भी दूरी बनाकर रखें। अचानक ही किसी संबंधी के आगमन से कार्य में व्यवधान हो सकते हैं। व्यवसाय- कारोबार में भविष्य की योजना को लेकर विचार होगा। समय अनुसार बदलाव करने के लिए नए प्रयोगों का अमल करना आवश्यक है। प्रॉपर्टी डीलिंग संबंधी बिजनेस में निवेश का प्रोग्राम बन रहा है तो उस पर पहले अध्ययन जरूर करें। लव- परिवार में शांति का वातावरण बनेगा। संतान की सोहबत व अध्ययन से संबंधित जानकारी अवश्य लेते रहे। प्रेम संबंधों में लव पार्टनर का भरोसा बना रहेगा। स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहेगा। परंतु घर के किसी वरिष्ठ व्यक्ति के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता रह सकती है। उनका उचित इलाज लेना जरूरी है। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 3 सिंह - पॉजिटिव- जल्दबाजी के बजाय सहज तरीके से अपने कार्यों को अंजाम दें, निश्चित ही आपके कार्य बनेंगे। किसी अनुभवी से मुलाकात आपके विचारधारा में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। विद्यार्थियों को अपने किसी खास विषय के प्रति चल रहे प्रयासों में सफलता मिलने की संभावना है। नेगेटिव- कोई बड़ा निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति रह सकती हैं, इसलिए जल्दबाजी करने से बचें। व्यस्तता के चलते पारिवारिक तथा संतान संबंधी गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें। इन्हें भी उचित समय देना जरूरी है। आय की स्थिति बेहतर रहेगी लेकिन साथ ही खर्चे भी उसी अनुपात में बढ़ेंगे। व्यवसाय- नए व्यवसायियों से जोड़ना आपके लिए फायदेमंद रहेगा तथा कोई योजना भी क्रियान्वित होगी। दैनिक आय पहले से काफी अधिक बेहतर होगी। युवाओं को भी अपने करियर से संबंधित कोई टारगेट पूरा होने से राहत मिलेगी। लव- पारिवारिक वातावरण सुखद और सौहार्दपूर्ण रहेगा। प्रेम संबंधों को विवाह में तब्दील करने के लिए पारिवारिक स्वीकृति मिलेगी। स्वास्थ्य- इस उमस भरे वातावरण में किसी भी तरह का इन्फेक्शन होने से अपना बचाव रखें। इस समय चेस्ट संबंधी इंफेक्शन होने की आशंका है। भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 1 कन्या - पॉजिटिव- बेहतरीन समय है। हाथ में आए किसी भी अवसर को गंवाए नहीं। व्यवस्थित रहने से घर और व्यवसाय दोनों जगह उचित सामंजस्य बना रहेगा। आध्यात्मिक कार्यों में कुछ समय व्यतीत करने से अपने अंदर भरपूर सकारात्मक एनर्जी महसूस होगी। नेगेटिव- कोई भी विपरीत परिस्थिति बनने पर हताश होने की वजह उससे उबरने का रास्ता ढूंढे। आपके कुछ कार्यों में अनचाहे कारणों की वजह से विघ्न पड़ सकता है। व्यर्थ के मेलजोल और संपर्कों से दूर रहें। कोई अनचाही यात्रा भी करनी पड़ सकती हैं। व्यवसाय- साझेदारी का काम करने से पहले सोच विचार करें, फिर कदम आगे बढ़ाएं। फाइनेंस संबंधी किसी भी गतिविधि में बहुत सावधानी रखने की जरूरत है। आपका अपने काम के प्रति गंभीरता और संजीदगी से अंजाम देना कार्यक्षेत्र में उचित व्यवस्था बनाकर रखेगा। लव- जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखें। प्रेम संबंधों को लेकर कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले सोच-विचार कर ले। स्वास्थ्य- इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम पर जरूर ध्यान दें। किसी पारिवारिक सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर चिंता रह सकती हैं। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 5 तुला - पॉजिटिव- सामाजिक अथवा सोसाइटी संबंधी गतिविधियों में आपका योगदान सराहनीय रहेगा। किसी भी काम को शुरू करने से पहले उसकी रूपरेखा अवश्य बनाएं, इससे समय अनुसार कार्य संपन्न होते जाएंगे। नजदीकी रिश्तेदारों का घर में आगमन होगा और उनके साथ संबंध मधुर होंगे। नेगेटिव- किसी भी यात्रा के दौरान बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ ना कुछ दिक्कतें आएंगी। योजनाओं को किसी से शेयर ना करें वरना कार्य रूप देने में कुछ दिक्कत होगी। घर की जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करने के बजाए उन्हें व्यवस्थित करने की कोशिश करें। व्यवसाय- बिजनेस में काम ज्यादा होने से व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कतें आएंगी। कार्यस्थल पर अपनी उपस्थिति बनाए रखें और पूरा ध्यान दें। साझेदारी संबंधी व्यवसाय में पारदर्शिता रखना बहुत जरूरी है। नए बिजनेस संपर्क बनाने से पहले नफा नुकसान जरूर सोचें। लव- दांपत्य जीवन सुखद और सौहार्दपूर्ण रहेगा। प्रेम संबंधों में लव पार्टनर के साथ नजदीकियों बढ़ेगी। स्वास्थ्य- तनाव की वजह से सिर दर्द व माइग्रेन की दिक्कत हो सकती है। काम के बीच आराम का भी ध्यान रखें। भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 6 वृश्चिक - पॉजिटिव- किसी नए कार्य की शुरुआत बहुत ही सुखद रहेगी, तथा परिवार जनों का सहयोग भी मिलेगा। अपनी व्यस्त दिनचर्या से हटकर कुछ नई क्रियाकलापों और ज्ञानवर्धक बातों को सीखने में भी समय व्यतीत होगा। अपनी किसी कल्पना को भी हकीकत में बदलने का अच्छा मौका है। नेगेटिव- नकारात्मक प्रवृत्ति के लोगों से एक निश्चित दूरी बनाकर रखें क्योंकि इनकी वजह से आप की छवि भी खराब हो सकती है। आर्थिक कारणों से आपको अपनी कुछ योजनाएं स्थगित भी करनी पड़ सकती हैं। खुशियों को घर में ही तलाशे। व्यवसाय- कारोबार में कोई रुका हुआ कार्य शुरू हो जाने से तरक्की की संभावनाएं बनेंगी। साथ ही पिछले कुछ समय से चल रही बाधा भी दूर होंगी। युवाओं को मन मुताबिक परिणाम ना मिलने की वजह से आत्मविश्वास डगमगा सकता है। लेकिन मेहनत करते रहे, शीघ्र ही परिस्थितियां अनुकूल हो जाएंगी। लव- घर का माहौल शांतिपूर्ण व खुशनुमा बना रहेगा। लव अफेयर्स के मामलों में सावधान रहे, आपको धोखा मिल सकता है। स्वास्थ्य- मौसम की वजह से खांसी जुकाम जैसी एलर्जी होने की आशंका है। आयुर्वेदिक इलाज उचित रहेगा। भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 1 धनु - पॉजिटिव- अनुभवी तथा प्रभावशाली लोगों के माध्यम से कई नई जानकारियां मिलेंगी, जिस पर अमल करना आपको लाभ देगा। कोई भी बाधा आने पर बातचीत करके येन केन प्रकारेण आप अपना काम निकालने में सक्षम रहेंगे। कोई रुकी हुई पेमेंट भी हासिल हो सकती हैं। नेगेटिव- ध्यान रखें कि बेवजह की बातों में उलझ कर अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। गैर कानूनी कार्य में रुचि ना लें। पैसा आने के साथ-साथ खर्चे भी साथ में ही आएंगे। किसी नजदीकी मित्र से व्यक्तिगत बात को लेकर वाद-विवाद की स्थिति भी बनने की आशंका है। व्यवसाय- व्यवसाय में लेनदेन करते समय बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है। इस दौरान किसी भी कागजात पर बिना पढ़े हस्ताक्षर ना करें। इस समय कुछ नए प्रस्ताव सामने आएंगे। कोई भी व्यवसायिक निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करना जरूरी है। लव- घर की व्यवस्था उचित बनाए रखने में आपका भी सहयोग जरूरी है। मित्रों के साथ गेट-टुगेदर संबंधी खुशनुमा प्रोग्राम बनेंगे। स्वास्थ्य- महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा सजग रहे। योगा, मेडिटेशन पर अधिक ध्यान दें। तथा उचित इलाज भी ले। भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 8 मकर - पॉजिटिव- समय का उचित प्रतिबंधन रखने से आपको अपनी दिनचर्या व्यवस्थित रखने में सहायता मिलेगी। कुछ लोग जलन की भावना से आपके लिए व्यवधान डालने का प्रयास करेंगे। परंतु निश्चिंत रहें, उन्हें कामयाबी नहीं मिलेगी। अपनी आर्थिक योजनाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए किया गया प्रयास कामयाब रहेगा। नेगेटिव- प्रॉपर्टी अथवा वाहन खरीदने की योजना है तो अपनी सामर्थ्य से ज्यादा लोन लेना तकलीफ दे सकता है। परिस्थितियां कुछ विपरीत होने से कभी-कभी मनोबल कमजोर महसूस होगा। जरूरत पड़ने पर किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेना उचित रहेगा। आवेश में आकर किसी से भी वाद-विवाद ना करें। व्यवसाय- व्यवसाय में अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। प्रतिकूल परिस्थिति में भी आपको कहीं से मदद अवश्य मिल जाएगी। मार्केट में आपकी उत्तम छवि बनी रहेगी। अगर पार्टनरशिप करने संबंधी कोई योजना है, तो उस पर एक बार पुनः विचार जरूर करें। कामकाजी महिलाओं को भी बेहतर सफलता मिलेगी। लव- जीवनसाथी तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ आपसी संबंधों में मधुरता और नजदीकियां बढ़ेगी। प्रेम संबंधों के मामले में कुछ निराशा हो सकती हैं। स्वास्थ्य- किसी भी विपरीत परिस्थिति में तनाव और चिंता लेने से परहेज रखें। एक्टिव रहे, पॉजिटिव लोगों का सानिध्य करें। भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 4 कुंभ - पॉजिटिव- आज अपनी कोई मनोकामना पूरी करने का दिन है। कोई भी यात्रा बहुत ही सुखद और फलदायक रहेगी। सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में भी खूब मन लगेगा। अपने पारिवारिक तथा सामाजिक, सभी दायित्वों का निर्वाह भी बखूबी कर पाएंगे। लोग भी आपकी प्रतिभा के कायल होंगे। नेगेटिव- परिवार से संबंधित किसी कार्य को लेकर बहुत अधिक दौड़-धूप रह सकती है। महिलाओं को विशेष तौर पर घर और व्यवसाय में तालमेल बैठाकर रखने में दिक्कतें आएंगी। किसी नजदीकी रिश्तेदार से संबंधित कोई अप्रिय समाचार मिलने से मन व्यथित रहेगा। व्यवसाय- कारोबार में विस्तार संबंधी योजनाओं को आज क्रियान्वित ना करें तथा वर्तमान गतिविधियों पर ही ध्यान दें। स्टाफ तथा कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिलेगा। परंतु कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले अपनी बुद्धि और विवेक का पूरा इस्तेमाल करना होगा। लव- विवाह योग्य व्यक्तियों के लिए विवाह संबंधी कोई शुभ कार्य संपन्न हो सकता है। प्रेम संबंधों में भी नजदीकियां रहेंगी। स्वास्थ्य- किसी भी तरह का जोखिम लेना आपको मुसीबत में डाल सकता है। इस समय वाहन भी बहुत सावधानी से चलाने की जरूरत है। भाग्यशाली रंग- नीला, भाग्यशाली अंक- 3 मीन - पॉजिटिव- कोई सोचा हुआ काम आसानी से पूरा हो जाने से गजब का आत्मविश्वास महसूस होगा। आज आपका पूरा ध्यान निवेश संबंधी गतिविधियों पर केंद्रित रहेगा। और आप सफलता भी हासिल करेंगे। अतिरिक्त जिम्मेदारियां रहेंगी पर आप बखूबी उनका निर्वहन भी कर लेंगे। नेगेटिव- अपने व्यवहार में लचीलापन रखें। अच्छा दूसरों के व्यक्तिगत मामलों में हस्तक्षेप करने से परहेज करें। बहुत अधिक प्रैक्टिकल होना भी संबंधों को खराब कर सकता है। घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर भी व्यस्तता रहेगी। इस वजह से अगर अपने कार्य स्थगित भी करने पड़े तो चिंता ना करें। व्यवसाय- कामकाज की अधिकता के वजह से बहुत अधिक भागा-दौड़ी की स्थिति बनी रहेगी। कुछ प्रभावशाली लोगों की मदद से भविष्य में लाभदायक योजनाओं से जुड़ने का अवसर मिल सकता है। व्यवसाय में व्यवस्था और कार्य क्षमता बेहतर करने के लिए स्टाफ को ट्रेनिंग देने की जरूरत है। लव- पति-पत्नी के बीच चल रहे मनमुटाव का जल्दी ही समाधान मिलेगा तथा आपसी संबंधों और ज्यादा मधुर भी हो जाएंगे। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता रहेगी। स्वास्थ्य- आपका अपने स्वास्थ्य और दिनचर्या के प्रति सजग रहना आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखेगा। भाग्यशाली रंग- केसरिया, भाग्यशाली अंक- 5
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सीलन-बदबू दूर करे सिरका, नमक, नीम की पत्तियां; पेट्रोल-थर्माकोल से छत बनाएं वॉटरप्रूफ
टपकते पानी के कारण घर में अजीब सी बदबू आने लगती है। ऐसे में कुछ तरीके अपनाकर मानसून के दिनों में घर में सीलन, कीड़े-मकोड़े की समस्याओं छुटकारा पा सकते हैं।
बारिश का मौसम वैसे तो उमस भरी गर्मी के बाद राहत लेकर आता है। लेकिन अपने साथ बहुत सी परेशानियां भी लाता है। कुछ लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस जाता है, तो कुछ के घरों में दीवारों पर सीलन लग जाती है। कुछ लोग तो टपकती छत से परेशान रहते हैं। इस टपकते पानी के कारण घर में अजीब सी बदबू आने लगती है। ऐसे में कुछ तरीके अपनाकर मानसून के दिनों में घर में सीलन, कीड़े-मकोड़े की समस्याओं छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा बीमारियों के फैलने का खतरा भी रहता है। पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबास राय से जानें बारिश में होने इंफेक्शन से कैसे बचा जाए। सबसे पहले बात करते हैं मानसून से पहले की तैयारियों के बारे में… मानसून की मार झेलने से पहले अपने घर को तैयार करें। छत से पानी आना, नम अलमारी, नम महक वाले कमरे और कपड़े, दीवारों पर गीले पैच, लकड़ी के फर्नीचर और दरवाजे भी नम होकर खराब होने लगते हैं। अगर आप पहले से ही अपने घर को मानसून के लिए तैयार कर लेंगे तो किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। छत पर वॉटरप्रूफिंग करना न भूलें मानसून में सबसे बड़ी समस्या छत टपकना है। मानसून में घर को तैयार करने के लिए सबसे पहले लीक या कमजोर दीवार जोड़ों की जांच करें और इसे ठीक करने के लिए वॉटरप्रूफिंग करें। इलेक्ट्रिक तारों को पहले जांच लें बिजली की तारें बाहर दिख रही हैं तो उन्हें किसी बॉक्स में सेट करवाएं। ऐसी तारों से शॉर्ट सर्किट होने के खतरा रहता है। रग्स और कार्पेट को साफ करें बारिश के मौसम में रग्स और कार्पेट भी नम हो जाते हैं। अपने कालीनों को रोजाना वैक्यूम से साफ करें और सुखाएं। इसे नमी से बचाने के लिए रोजाना जगह बदलें और धूप दिखाते रहें आइए अब जानते हैं कि मानसून के दौरान क्या करें… खिड़कियां खुली रखें घर में सीलन से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने घर की खिड़कियां ज्यादातर खुली रखें। इसके अलावा बीच-बीच में पंखा भी चलाकर रखें। खाना बनाते समय नमी को बाहर निकालने के लिए एग्जॉस्ट फैन जरूर चलाएं। इससे घर में सीलन से बचाव हो सकता है। बाथरूम-किचन रखें साफ बारिश के दिनों में सीलन और बदबू से छुटकारा पाने के लिए घर की सफाई पर खास ध्‍यान दें। खासतौर पर बाथरूम और किचन को साफ रखें, क्योंकि यहीं सबसे ज्यादा सीलन रहती है और बीमारी फैलने की संभावना रहती है। बारिश के मौसम में नमी के कारण घर में अजीब सी बदबू भी भर जाती है। आइए जानते है सीलन की गंध से कैसे छुटकारा पाएं… इस तरह दूर करें बदबू घर में बारिश का पानी की वजह से सीलन और बदबू आ रही हो तो इससे छुटकारा पाने के लिए हाइड्रोजन परआक्साइड को पानी में मिला लें और छिड़काव करें। इससे बदबू दूर होगी। घर में विनेगर स्प्रे करें कई सारे लोग कमरे से बदबू को हटाने के लिए डियो का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि खुशबू बदबू से मिलकर एक नए तरह की गंध को पैदा करती है। ऐसे में घर से बदबू को हटाने के लिए विनेगर जैसे स्मैल अब्जॉर्बर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए एक स्प्रे बोतल में विनेगर और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर घर के कोने-कोने में छिड़क दें। तुलसी-नींबू से दूर करें सीलन की बदबू नींबू और तुलसी की खुशबू घर से सीलन की बदबू को हटाने में बहुत मददगार होती है। एक कप पानी में चार बड़े चम्मच सूखी तुलसी मिलाएं और कुछ मिनटों तक उबलने दें। अब इसे छान लें और उसमें नींबू के रस को 2-3 चम्मच मिलाकर स्प्रे बोतल में डालकर पूरे घर में थोड़ी-थोड़ी देर में छिड़कते रहें। बेकिंग सोडा से घर बनाएं खुशबूदार बारिश के दिनों में घर से आने वाली सीलन और कचरे की बदबू को दूर करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक स्प्रे बोतल में 2 कप पानी को भरकर इसमें 1 चम्मच बेकिंग सोडा और कुछ बूंद एसेंशियल ऑयल की मिलाएं। अब इसे अच्छे से हिलाकर मिक्स करें और घर में इसका छिड़काव करें। नमक का इस्तेमाल करें नमक में नमी को सोखने की क्षमता होती है। इसलिए घर की नमी दूर करने के लिए यह सबसे आसान उपाय है। एक डिब्बे में करीब एक किलो नमक को सीलन वाली जगह पर रख दें। असर आप खुद देखेंगे कि नमक ने काफी नमी को सोख लिया है। वॉर्डरोब में बिछाएं न्यूजपेपर बारिश के मौसम में होने वाली नमी को सोखने के लिए न्यूजपेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप वॉर्डरोब में न्यूजपेपर को बिछाएं। इससे नमी को सोखने में मदद मिलेगी। सूखी नीम की पत्तियों का करें इस्तेमाल बरसात के मौसम में अक्सर कीड़े-मकोड़े भी निकलने लगते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सूखी नीम की पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। नीम के पत्तियों के कड़वेपन की वजह से कीड़े मकोड़े दूर भागते हैं। इसके साथ ही खुशबू के लिए नींबू का इस्तेमाल किया जा सकता है। खबर से जुड़े इस पोल में अपनी राय दें मानसून में घर की सीलन और फंगस सेहत पर डाल सकती है बुरा असर, इन रोगों का रहता है खतरा…. सीलन और फंगस से भरी दीवारें सेहत की भी दुश्मन हैं। मानसून के मौसम में कई तरह के इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। ऐसे में जरा सी लापरवाही किसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। क्यों होती है सीलन और फंगस डॉ. राय कहते हैं, बरसात का मौसम बहुत सेंसिटिव होता है। इस मौसम में कीटाणु और सूक्ष्मजीव की संख्या भी तेजी से बढ़ती और फैलती है। असल में सीलन और फंगस का कारण साफ सफाई की कमी, पानी का दीवार से सटा होना, थर्मल इंसुलेशन न होना और घर में वेंटिलेशन की कमी सीलन और नमी पैदा करती हैं। इन सब चीजों के चलते दीवारों में सीलन और सफेद और काले रंग का फंगस हो जाता है। सेहत पर क्या नुकसान डालते हैं सीलन और फंगस जब घर की दीवार सीलन और फंगस से भर जाए तो समझ लें कि स्वास्थ्य के प्रति सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि सीलन और फंगस के कारण अल्टरनारिया, एस्परजिलस, पेनिसिलियम और क्लोडोस्पोलियम जैसी फंगल प्रजातियां पनपने लगती हैं। इनसे अस्थमा, राइनाइटिस, खांसी, जुकाम, गले में दर्द, सिर में दर्द, थकान और जोड़ों में दर्द, एलर्जी और डर्मेटाइटिस का खतरा बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में घर की छत टपकने से हैं परेशान हर जगह नहीं रखनी पड़ेगी बाल्टी, अपनाएं देसी जुगाड़ ...
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अब तक 29 मौतें, 3 लोग लापता, पटियाला-फिरोजपुर में युवक डूबे; मानसा में बाढ़ का खतरा
Punjab Weather Forecast; Flood Rescue Operation | DAM Water Levels पंजाब में बाढ़ से होने वाला नुकसान लगातार जारी है। बीते दो दिनों से पानी आने के कारण बंद किया गया संगरूर- दिल्ली नेशनल हाईवे 55 टूट गया। जिसके बाद दिल्ली व संगरूर के बीच सड़क मार्ग से संपर्क खत्म हो गया।
पंजाब में आई बाढ़ में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 3 लोग लापता है। राज्य के 14 जि़ले बाढ़ की चपेट में हैं। जिसमें पटियाला, जालंधर, कपूरथला, पठानकोट, तरनतारन, फिऱोज़पुर, फतहेगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली और संगरूर शामिल हैं। इन जिलों के 1390 गांव अभी भी बाढ़ प्रभावित हैं। राज्य में अब तक 25 हजार 160 बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सरकार के 164 राहत कैंपों में 3,331 लोग रह रहे हैं। सबसे अधिक 56 राहत कैंप जालंधर जि़ले में हैं। मौसम विभाग ने कल भी पूरे पंजाब में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं शनिवार को पटियाला में 13 साल का लड़का बड़ी नदी में बह गया। वह राजपुरा रोड पर घोड़े वाला पुल पर सेल्फी ले रहा था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह तेज बहाव में बह गया। करीब 2 घंटे बाद उसकी लाश बरामद कर ली गई है। फिरोजपुर में सतलुज के तेज बहाव में एक युवक लोगों की आंखों के सामने बह गया। सभी उसकी वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। वहीं शनिवार सुबह 5 बजे मानसा के अंतर्गत आते सरदूलगढ़ के चांदपुरा में 30 फीट घग्गर का किनारा टूट गया। जिस कारण आसपास के इलाकों में तेजी से पानी भर गया है। लेकिन यह हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लोग खुद मिट्‌टी की बोरियां रख स्थिति को काबू करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब स्थिति काबू में नहीं आ रही। अब यह दरार 80 फीट तक पहुंच गई है। जिसके चलते मानसा व आसपास के इलाकों में शाम तक दिक्कतें बढ़ सकती हैं। लोगों को गांव खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए भी कह दिया गया है। उधर, बीते दो दिनों से पानी आने के कारण बंद किया गया संगरूर-दिल्ली नेशनल हाईवे-55 टूट गया। वहीं देर रात सुल्तानपुर लोधी से विधायक राणा इंद्र प्रताप सिंह ने अपने वर्करों के साथ गांव भरोआणा के समीप से धुस्सी बांध को तोड़ दिया। संगरूर के सलेमगढ़ एरिया के लोगों ने सरकारी मदद ना पहुंचने का आरोप लगाया है। संगरूर के सलेमगढ़ से एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि रात बाढ़ में फंसे एक परिवार को निकालने के लिए विभिन्न सीनियर अधिकारियों को फोन किया गया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया तो किसी ने मदद से मना कर दिया। अंत में DSP के सहयोग के साथ परिवार को बचाया गया है। यह वही जगह है, जहां सीएम भगवंत मान बीते दिनों दौरा करके गए। बाढ़ से जुड़ी तस्वीरें- विधायक बोले- इलाका पानी में डूबा विधायक राणा इंदर प्रताप ने आरोप लगाया कि उनका इलाका पानी में डूब रहा है और प्रशासन उसके लिए कुछ नहीं कर रहा। रात तकरीबन 11.30 बजे वह JCB मशीन लेकर गांव भरोआणा पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने धुस्सी बांध का एक हिस्सा तोड़ दिया। उनका कहना था कि पानी का स्तर बढ़ने से बधवाना गांव, जहां लोगों को शेल्टर दी गई है और आसपास के 8 गांवों में पानी आने का खतरा बन गया था। बांध टूटने से किसी गांव को नुकसान नहीं हुआ है और यह पानी आसपास खेतों में ही जाएगा। इन जिलों में बारिश का अलर्ट इसके साथ ही पंजाब में बारिश का अलर्ट आज भी जारी है। कुछ समय के लिए चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों रोपड़, एसबीएस नगर, लुधियाना, होशियारपुर में बारिश का अलर्ट दिया गया है। इसके अलावा भी पूरे पंजाब मे आज बारिश के आसार बने हुए हैं। वहीं 16 से 19 जुलाई तक पंजाब में रुक-रुक कर बारिश होने की चेतावनी मौसम विभाग पहले ही जारी कर चुका है। बाढ़ से जुड़ी अपडेट्स- ये खबरें भी पढ़ें:- जालंधर में धुस्सी-बांध 5 दिन में बंद किया:सतलुज में जलस्तर बढ़ने से टूटा था, संत सीचेवाल ने लोगों संग मिल बनाया, ढोई बोरियां पंजाबी अपनी दरिया दिली और विपरीत परिस्थितियों में भी हार न मानकर मुसीबत से लड़ने के लिए जाने जाते हैं। इसी का उदाहरण जालंधर के उपमंडल शाहकोट के लोहियां में देखने को मिला है। लोहियां के मंडाला छन्ना में सतलुज का जलस्तर बढ़ने से धुस्सी बांध टूट गया था और इसके साथ लगते सारे गांव में फसलों से लहलहाते खेत पानी में डूब गए थे (पढ़ें पूरी खबर) पाकिस्तान पानी न लेता तो डूब जाता पंजाब:हरियाणा-राजस्थान अतिरिक्त पानी लेने को तैयार नहीं; सरकार ने BBMB को भेजा लेटर पंजाब सरकार ने भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) को लेटर लिख हरियाणा व राजस्थान पर अतिरिक्त पानी नहरों से ना लेने के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही अपना पक्ष भी रखा कि पंजाब में बाढ़ की स्थिति के कारण अतिरिक्त पानी पाकिस्तान की तरफ छोड़ना पड़ रहा है (पढ़ें पूरी खबर)
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दिल्ली ITO बैराज गेट मुद्दे पर CM ने रिपोर्ट मांगी; पलवल में मकान-स्कूल गिरा, सिरसा-फतेहाबाद में बांध टूटे
Haryana Latest Flood Situation हरियाणा में बाढ़ की विभीषिका कम नहीं हो रही है। प्रदेश के 13 जिले नदियों के पानी से सराबोर हैं। अभी तक 34 व्यक्तियों की जान जा चुकी है...
दिल्ली में ITO के पास बैराज के 32 में से 5 गेट न खुलने के खुलासे से हरियाणा सरकार में हड़कंप मच गया है। इसे देखते हुए CM मनोहर लाल खट्‌टर ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जिसमें सिंचाई विभाग के 2 चीफ इंजीनियर को शामिल किया गया है। CM ने 48 घंटे में इसकी जांच कर रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि इन गेट का संचालन हरियाणा सरकार करती है। इनके 5 गेट न खुलने की वजह से दिल्ली में पानी फैलता गया। गेट खुल जाते तो दिल्ली से तेजी से पानी बाहर निकल जाता। हरियाणा सरकार को दिल्ली में कोई दिलचस्पी नहीं, इसलिए इन गेट की मरम्मत नहीं कराई। CM मनोहर लाल ने कहा कि सरकार पूरी निष्पक्षता के साथ आईटीओ बैराज के 5 गेट नहीं खुलने के मामले की सच्चाई जानना चाहती है। वहीं मौसम विभाग ने 19 जुलाई तक राज्य के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। 17 जुलाई को उत्तर हरियाणा के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। 5 दिनों के लिए हरियाणा में यलो अलर्ट रखा गया है। 16 जुलाई को पूरे प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, करनाल, मेवात व पलवल में 25 से 50 प्रतिशत क्षेत्र में बारिश की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में गिने चुने स्थानों पर बूंदाबांदी संभव है। वहीं पलवल में यमुना का पानी ओवरफ्लो हो गया है। जिससे चांदहट पुलिस थाना डूब गया। वहीं 14 गांवों में पानी घुस गया है। यहां मकान भी पानी में गिर गया। वहीं स्कूल की बिल्डिंग गिर गई। पलवल में 50KM इलाके में पानी फैल गया है। इसे देखते हुए 2 फीडर की बिजली काट दी गई है। वहीं घग्गर में बांध टूटने से सिरसा व फतेहाबाद में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। रात को सिरसा में घग्गर नदी का बांध रात 10 बजे मुसाहिबवाला और नेजाडेला खुर्द के पास टूट गया। फतेहबाद में चांदपुरा के पास घग्घर नदी टूट गई है। रतिया क्षेत्र में कई जगह पानी ओवरफ्लो है, रंगोई नाला भी 2 जगह टूटा है। प्रशासन ने फतेहाबाद के 3 गांवों में धारा 144 लागू कर दी गई है। सोनीपत में पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला शनिवार शाम को सोनीपत में यमुना प्रभावित गांव जाजल और जाजल टोंकी में हालात का जायजा लेने पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा पशुचारे की किल्लत की समस्या दुष्यंत के सामने रखी। चौटाला ने आश्वासन दिया कि पशुओं के लिए चारा सरकार व प्रशासन की ओर से भिजवाया जाएगा। गांव जाजल टोंकी के रास्ते को चौड़ा और पक्का रोड बनाने की बात कही है। दुष्यंत ने सोनीपत में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के आरोप पर जवाब दिया और कहा कि बाढ़ राहत इंतजामों पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे, लेकिन प्राकृतिक आपदा के सामने किसी की नहीं चलती। डिप्टी सीएम ने सोनीपत क्षेत्र में धीरे-धीरे यमुना का पानी कम हो रहा है। यहां के प्रभावित ग्रामीणों की पूरी मदद की जा रही है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद भी पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ ग्रस्त मंझावली समेत कई गांवों का नाव में दौरा किया। इस दौरान डिप्टी CM ने अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए। सरस्वती नदी में 20 हजार क्यूसेक पानी इस बीच कुरुक्षेत्र के लिए सरस्वती नदी वरदान साबित हुई। सरस्वती बोर्ड के चेयरमैन धूमन सिंह किरमिच ने कहा कि यमुनानगर, अंबाला व कुरुक्षेत्र और मारकंडा व टांगरी का 20 हजार क्यूसेक से भी ज्यादा पानी लेकर चल रही है। सिरसा में बांध टूटने पर DC पार्थ गुप्ता और SP उदय सिंह मीणा बाइक पर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए निकले। दोनों के साथ बाइक पर ही सरकारी अमला भी था। उधर, सिरसा-सरदूलगढ़ हाईवे पर बनी पुलियों को बंद करने के विरोध में किसानों ने रोड जाम कर दिया। राज्य में अंबाला, पंचकूला, कुरूक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और कैथल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। आज सुबह कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश इस बीच पानी से हुई तबाही झेल रहे यमुनानगर में सुबह एक बार फिर 5 एमएम बारिश हुई। यमुना के कैचमेंट एरिया में बारिश से हथिनी कुंड बैराज में पानी बढ़ रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश के कई अन्य जिलों में बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है। सुबह रोहतक में 1 एमएम, महेंद्रगढ़ व नारनौल में 1-1 एमएम और नूंह के मंडोकला में 0.5एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई अन्य जिलों में मौसम खराब है। हरियाणा के जिलों में बाढ़ के हालात हरियाणा में हालात सामान्य नहीं यमुना नदी ने इस बार कई जिलों में कहर बरपाया है। 4 जिलों यमुनानगर, करनाल, पानीपत व सोनीपत में पानी अब कम हो रहा है, लेकिन गांव व फसल अभी भी डूबी हुई हैं। फरीदाबाद व पलवल में भी यमुना का पानी मार करने लगा है। करनाल में 34, पानीपत में 24, सोनीपत में 22 व यमुनानगर में 20 गांव बाढ़ की चपेट में है। यमुनानगर के गांव टापू कमालपुर में भूमि कटाव अधिक होने के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए गांव से पलायन कर रहे हैं। सेना और NDRF मदद पहुंचाने में लगीं दूसरी तरफ कुरुक्षेत्र में जहां मारकंडा नदी कहर बरपा रही है, वहीं कैथल, फतेहाबाद, सिरसा में घग्गर नदी एक के बाद एक गांव को चपेट में ले रही है। फिलहाल प्रदेश में बाढ़ के हालात सामान्य नहीं हैं। कई जिलों में सेना व NDRF की टीमें मैदान में राहत व बचाव के कार्य में लगी हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अंबाला, कुरुक्षेत्र व कैथल में भी बाढ़ का पानी रिहाइशी क्षेत्रों में घुसा है। ये खबर भी पढ़ें:- हरियाणा को 2 नदियों ने डुबोया: 6 जिलों में यमुना और 5 में घग्गर से आई बाढ़; सोम, टांगरी, मारकंडा-सरस्वती भी हुई ओवरफ्लो बाढ़ की चपेट में आए हरियाणा को 2 नदियों ने डुबोया। यह नदियां यमुना और घग्गर हैं। यमुना ने हथिनीकुंड बैराज से पलवल तक 252 किलोमीटर के रूट पर पड़ने वाले 100 से अधिक गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं घग्गर का पानी भी पंचकूला से फतेहाबाद-सिरसा तक कई गांवों में घुस चुका है। इन नदियों के साथ सूबे की 4 सहायक नदियां सोम, टांगरी, मारकंडा और सरस्वती ने भी पूरा साथ दिया (पढ़ें पूरी खबर)
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बैठक के बाद कहा- केंद्र सरकार के ड्राफ्ट के बाद फैसला करेंगे
Congress Meeting on Uniform Civil Code: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में पी चिदंबरम, सलमान खुर्शीद, विवेक तनखा, केटीएस तुलसी, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी, एल हनुमंथैया और अभिषेक मनु सिंघवी शामिल हैं।
देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर शनिवार को कांग्रेस की बैठक हुई। बैठक में देश में UCC लागू करने को लेकर चर्चा की गई। हालांकि, इस मीटिंग में भी कांग्रेस अपना रुख तय नहीं कर पाई है। कांग्रेस नेता केटीएस तुलसी ने ANI को बताया कि UCC को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है। जब केंद्र सरकार UCC ड्राफ्ट देगी तब पार्टी इस पर फैसला करेगी। इस बैठक में पी चिदंबरम, सलमान खुर्शीद, विवेक तनखा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी, एल हनुमंथैया और अभिषेक मनु सिंघवी शामिल थे। केंद्र सरकार देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी कर रही संविधान की धारा 44 के तहत केंद्र सरकार पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की तैयारी कर रही है। UCC के तहत शादी, वसीयत, बच्चा गोद लेने और अन्य मामलों में देशभर में एक ही कानून लागू हो जाएगा। लॉ कमीशन ने UCC पर सुझाव भेजने की तारीख 28 जुलाई तक बढ़ाई वहीं, लॉ कमीशन ने शुक्रवार को यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर आम लोगों और संगठनों से सुझाव लेने की तारीख बढ़ा दी। अब UCC पर लोगों के सुझाव 28 जुलाई तक स्वीकार किए जाएंगे। पहले यह तारीख 14 जुलाई तय की गई थी। लॉ कमीशन ने 14 जून को नोटिस जारी करते हुए आम लोगों और संगठनों से सुझाव मांगे थे। शुक्रवार तक कमीशन को 50 लाख से ज्यादा सुझाव मिल चुके हैं। आयोग का मानना है कि यह मुद्दा देश के हर नागरिक से जुड़ा है, ऐसे में कोई फैसला लेने से पहले उनकी राय जानना जरूरी है। UCC पर सुझाव देने की आखिरी तारीख 14 जुलाई तय की गई थी। अब पढ़ें, किस पार्टी ने UCC का समर्थन किया है और किसने नहीं... UCC के समर्थन में शिवसेना (ऊद्धव गुट) और AAP UCC के विरोध में पार्टियों के बयान ये खबरें भी पढ़ें... भास्कर एक्सप्लेनर: क्या यूनिफॉर्म सिविल कोड के बूते चुनाव लड़ेगी BJP; ये कानून है क्या? 14 जून को 22वें लॉ कमीशन ने एक बार फिर से यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर विचार-विमर्श की प्रक्रिया को शुरू किया है। इसके तहत आम लोगों, संस्थानों और धार्मिक संगठनों से यूनिफॉर्म सिविल कोड पर राय मांगी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि भारत सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए पहला सियासी कदम उठा लिया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... भास्कर एक्सप्लेनर: यूनिफॉर्म सिविल कोड से हिंदुओं के लिए क्या बदलेगा; इन वजहों से सवाल उठा रहे कई हिंदूवादी और आदिवासी संगठन विपक्षी दलों तो समान नागरिक संहिता को मुस्लिमों को उकसाने वाला मुद्दा बताते ही हैं, लेकिन कई हिंदूवादी समूहों और कुछ अन्य धर्मों के लोगों ने भी UCC पर चिंता जाहिर की है। उन्हें डर है कि UCC आने से उनके अधिकार भी कम हो जाएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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ओवैसी ने कहा- इनके घर भैंस दूध न दे तो उसका इल्जाम भी मियां पर ही लगाएंगे
Assam Chief Minister Himanta Biswa Controversy. Follow Vegetables Price Latest News, Reports and Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में सब्जियों की बढ़ती कीमत का जिम्मेदार मियां समुदाय को बताया। सरमा ने कहा- शहर में ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां हैं।
असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में सब्जियों की बढ़ती कीमत का जिम्मेदार मियां समुदाय को बताया। सरमा ने कहा- शहर में ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां हैं। ये असमिया लोगों को महंगी सब्जी बेच रहे हैं। सरमा की इस टिप्पणी के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए सरमा पर तंज कसा। ओवैसी ने लिखा- देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्गी अण्डा ना दे तो उसका इल्जाम भी मियां पर ही लगा देंगे। ओवैसी ने आगे लिखा, शायद अपनी निजी नाकामियों का ठीकरा भी मियां भाई के सर ही फोड़ते होंगे। आज कल मोदी जी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है, उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू वघैराह मांग कर काम चला लीजिए। अब पढ़िए असम में मियां को लेकर क्या है विवाद... असम में बंगाली मूल के मुसलमानों के लिए अक्सर 'मियां' शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए थे। असम के मुख्यमंत्री अक्सर मिया समुदाय को सांप्रदायिक बताते रहे हैं। साल 2021 में असम विधानसभा चुनाव से पहले सरमा ने एक कार्यक्रम में कहा था, मियां समुदाय असमिया संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है। सरमा ने उन्हें बाहरी भी बताया था। ताजा विवाद अजमल के बयान से, बोले थे- मियां के बिना राज्य का अस्तित्व नहीं ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) चीफ बदरुद्दीन अजमल ने हाल ही में मियां पर एक बयान देकर इसे फिर चर्चा में ला दिया। अजमल ने कहा था, असमिया समुदाय मुस्लिमों के बिना अधूरा है। मिया मुस्लिम और असमिया लोग भाइयों की तरह हैं। राज्य मुस्लिम समुदाय के बिना अस्तित्व में नहीं रह सकता। हिमंत सरमा की ताजा टिप्पणी अजमल के इसी बयान के बाद आई। सरमा ने कहा, अगर असमिया व्यापारी आज सब्जियां बेचते तो वह कभी अपने असमिया लोगों से ज्यादा कीमत नहीं वसूलते। सरमा बोले- असम के लोग आगे आएं, तो मियां से बाजार खाली करा दूंगा सीएम सरमा ने असम के युवाओं को आगे आने और सब्जी बेचने के लिए कहा। उन्होंने भरोसा दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से फ्लाईओवर के नीचे के बाजार को खाली करवा देंगे, जिससे असमिया लड़कों को रोजगार का अवसर मिल सके। सीएम ने आगे यह भी कहा, हम सभी ने देखा है कि कैसे गुवाहाटी शहर में ईद के दौरान भीड़ कम दिखाई देती है। ​​​​बसों की आवाजाही कम हो जाती है। क्योंकि ज्यादातर बस और कैब चलाने वाले मियां समुदाय से हैं। अजमल बोले- CM के मुंह से ऐसी बातें अच्छी नहीं असम के धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने सरमा के बयान की फिर आलोचना की। अजमल ने कहा, CM राज्य के प्रमुख हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द सही नहीं लगते हैं। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। अजमल ने आगे कहा, यह सब करके वह मुसलमानों और असमिया लोगों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं। अगर यह सब होने के बाद भी कोई घटना घटती है तो इसके लिए सरकार और सीएम सरमा जिम्मेदार होंगे। असम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... एक से ज्यादा शादी पर लगेगी रोक:असम के मुख्यमंत्री बोले- इसे तुरंत बैन करना चाहता हूं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 13 जुलाई को कहा- राज्य सरकार बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। अगले विधानसभा सत्र में इससे जुड़ा विधेयक पेश किया जाएगा। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हम राज्य में बहुविवाह पर तुरंत बैन लगाना चाहते हैं। सितंबर में होने वाले विधानसभा सत्र में इसे बैन करने का विधेयक पेश करेंगे। पढ़ें पूरी खबर...
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चंडीगढ़-मनाली NH सात दिन बाद बहाल; अब येलो नहीं ऑरेंज अलर्ट, खतरा बढ़ा
हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही के बाद आज से मानसून फिर रफ्तार पकड़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले पांच दिन के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बीच कुल्लू की लगवैली में आज सुबह के वक्त बादल फटा। इससे दो मकान और पांच गौशालाएं बह गई। गनीमत यह रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। भारी बारिश के बाद समालंग गांव के ग्रामीणों के सेब के बगीचे और जमीन भी बाढ़ में बह गई। इसके बाद सरवरी नदी का अचानक जल स्तर बढ़ गया। इससे गांव के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वहीं चंडीगढ़-मनाली NH दोपहर एक बजे के वक्त सात दिन बाद यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। अभी इसे वन-वे किया गया है। इसके बाद मंडी में कई दिनों से फंसे हुए 200 से अधिक ट्रकों को निकाला जा रहा है। NH बंद होने से यहां नौ-10 जुलाई से ही लदे हुए ट्रक फंस गए थे। किसी को कुल्लू, मनाली लद्दाख, लाहौल इत्यादि क्षेत्रों में जाना है। अर्की में चट्टान गिरने से मकान को नुकसान सोलन जिले में अर्की-भराड़ीघाट मार्ग पर बखालग के समीप विशालकाय चट्टान गिरने से एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चट्टान इतनी बड़ी थी कि कि मुख्य मार्ग पर आकर रुक गई अन्यथा सड़क के दूसरी ओर बने बाकी मकान भी में जद में आ जाते और बड़ा हादसा हो सकता था। आज-कल व परसो ऑरेंज अलर्ट मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज से अगले पांच दिन के लिए बारिश का यलो अलर्ट दे रखा था, लेकिन ताजा बुलेटिन में अब कुछेक स्थानों पर ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी दी गई है। ऑरेंज अलर्ट आज, कल व परसो के लिए दिया गया है, जबकि 18 जुलाई के लिए अब येलो अलर्ट दिया गया। गौर रहे कि येलो अलर्ट में 64.5 MM से 115.5 MM और ऑरेंज अलर्ट में 115.6 MM से 204.4 MM बारिश होने के अनुमान पर दिया जाता है। यानी ऑरेंज अलर्ट ज्यादा खतरनाक स्थिति में दिया जाता है। इसे देखते हुए सरकार ने प्रदेशवासियों और सैलानियों से सावधानी बरतने की अपील की है। लोगों को उफनते हुए नदी-नालों, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों, जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और गैर जरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है। प्रदेश में 20 जुलाई तक मौसम साफ होने के आसार नहीं है। 37 की मौत, 16 लापता प्रदेश में भारी बारिश के कारण 868 सड़कें पांच दिन से बंद पड़ी है। भारी बारिश ने 4000 करोड़ रुपए से ज्यादा की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह फ्लैश फ्लड व बाढ़ से 37 लोगों की मौत और 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं। बिजली, पानी व सड़क बहाली में हो सकती है बाधा प्रदेश में 2200 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर बंद होने से दर्जनों गांव में छह दिन बाद भी बिजली बहाल नहीं हो पाई। ऐसे में मानसून दोबारा एक्टिव होने से सड़क, बिजली व पानी की बहाली में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पिछले 72 घंटे में कम बरसे मेघ प्रदेश में पिछले 72 घंटों के दौरान बहुत कम बारिश हुई है। इससे जगह-जगह फंसे हुए 65 हजार से ज्यादा लोग रेस्क्यू हो पाए हैं। राज्य सरकार लगभग 450 सड़कें, 2200 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर और 450 से अधिक पेयजल योजनाएं बहाल करने में सफल रही है। सलूणी में सबसे ज्यादा 12MM बारिश प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान यलो अलर्ट की चेतावनी के बावजूद कम बारिश रिकॉर्ड की गई। चंबा के सलूणी में 12MM, कांगड़ा में 6MM, बरठी में 6MM, सोलन के अर्की में 5MM, पालमपुर में 3MM, मंडी के जोगेंद्रनगर में 2MM, सुजानपुर टिहरा में 2MM, बिलासपुर में 2MM और शिमला में 1MM बारिश हुई।
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सिंदूर-मंगलसूत्र हो तो समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई
Bageshwar Dham Dhirendra Krishna Shastri Shrimad Bhagwat Katha बागेश्वर वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महिलाओं पर बयान दिया है, जो चर्चा में है। उन्होंने कहा कि जिस स्त्री की शादी हो गई है। उसकी दो पहचान होती है। पहला- मांग का सिंदूर। दूसरा-गले का मंगलसूत्र।
बागेश्वर वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महिलाओं पर बयान दिया है, जो चर्चा में है। उन्होंने कहा कि जिस स्त्री की शादी हो गई है। उसकी दो पहचान होती है। पहला- मांग का सिंदूर। दूसरा-गले का मंगलसूत्र। जिस स्त्री की मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र न हो, तो समझिए प्लॉट खाली है। उन्होंने आगे कहा कि जिसकी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र है, तो हम लोग दूर से देखकर समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई है। यह बातें धीरेंद्र शास्त्री ने ग्रेटर नोएडा में कथा के दौरान कही थीं। शनिवार को इसका वीडियो सामने आया है। ''सबसे ज्यादा श्राप ब्यूटी पार्लर वालों को है'' धीरेंद्र शास्त्री ने कथा के दौरान शुक्रवार को कहा-सबसे ज्यादा श्राप ब्यूटी पार्लर वालों को है, जो जामुन पर इतना फाउंडेशन लगा देते हैं। हम श्रृंगार के विरोध में नहीं हैं, न हमें इससे कोई दिक्कत है। बस जो ज्यादा चटर-पटर दिखता है, वो सही नहीं है। इसकी पहचान उसके गुणों से होनी चाहिए, न की उसके श्रृंगार से। पागल बागों उठो, एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला लेकर प्रभु श्रीराम को पाने का प्रयत्न करो। माला से भगवान आएंगे और भाले से राक्षस भाग जाएंगे। महिला से बदसलूकी पर दर्ज हुई FIR सेवादार ने महिला को उठाकर फेंका, धीरेंद्र शास्त्री बोले- वह हमारा सेवादार नहीं इससे पहले बुधवार को बागेश्वर धाम सरकार के दरबार से एक वीडियो सामने आया था। इसमें दरोगा के सामने एक सेवादार ने महिला को उठाकर बैरिकेड के दूसरे साइड फेंक दिया था। इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। नोएडा पुलिस कमिश्ननर ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया था। हालांकि अगले दिन इस मामले में पं. धीरेंद्र शास्त्री ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा था- पंडाल में बहुत बुरी बात हो गई। वह हमारा सेवादार नहीं था। बुधवार को अफरा-तफरी मचने से 10 लोग घायल हो गए थे बुधवार को पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में भीड़ ज्यादा होने से अफरा-तफरी मच गई थी। इसमें 10 लोगों को चोटें आई थीं। इसके अलावा गर्मी-उमस होने से कई लोग बेहोश हो गए थे। घटना के वक्त कार्यक्रम में करीब 5 लाख लोग मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने समय रहते हालात पर काबू पा लिया था। हादसे में किसी की जान नहीं गई थी। पंडित शास्त्री के ये 2 बयान पढ़िए, जो सुर्खियों में रहे... 1- पिछले साल अप्रैल में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो आया था। इसमें वे भक्तों से कह रहे थे कि तुम अभी नहीं जागे, तो यह तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा। इसलिए मेरी अपील है कि सभी हिंदू एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर बुलडोजर चलवाओ। कुछ दिन बाद हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं।' 2- इस साल अप्रैल में भी धीरेंद्र शास्त्री का एक बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कथा के दौरान राजा सहस्त्रबाहुजी को बलात्कारी और राक्षस बताया था। उन्होंने कहा था कि हैहयवंश को खत्म करने के लिए ही भगवान परशुराम ने फरसा उठाया था। इस वंश का राजा बड़ा ही क्रूर था। वह न केवल साधुओं पर अत्याचार करता था, बल्कि महिलाओं के साथ भी बलात्कार जैसा कुकर्म करता था। सोशल मीडिया 50 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स यह भी पढ़ें- बागेश्वर सरकार…अर्जी-पर्ची और समाधान: 27 की उम्र में लाखों की भीड़ जुटाने का 'चमत्कार', डॉक्टर नहीं कर सकते उस बीमारी के इलाज का दावा बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री…वो नाम, जो आज देशभर में लोकप्रिय हो चला है। महज 27 साल का एक लड़का, जिसकी एक झलक पाने के लिए 5 लाख से ज्यादा लोग उमड़ रहे हैं। जिसके राम बोलते ही लाखों जयकारे एक साथ लगते हैं। वे लोगों को पागल कहते हैं, तो लोग उत्साहित हो उठते हैं। आवाज इतनी बुलंद कि लोग झूमने लगते हैं। क्या गर्मी-क्या बरसात, मौसम के तल्ख तेवर भी इन भक्तों के उत्साह को कम नहीं करते। पूरी खबर यहां पढ़ें
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गुरुद्वारा अमेंडमेंट एक्ट पर साइन करने की अपील; गुरबाणी प्रसारण के कॉन्ट्रैक्ट का हवाला दिया
CM Letter To Governor; Gurudwara Act 1925 Amendment Act | SGPC Sukhbir Badal Family पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुद्वारा एक्ट 1925 में संशोधन को लेकर विधानसभा में पास बिल पर जल्द हस्ताक्षर करने के लिए गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित को लिखा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुद्वारा एक्ट 1925 में संशोधन को लेकर विधानसभा में पास बिल पर जल्द हस्ताक्षर करने के लिए गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित को चिट्‌ठी लिखी है। सीएम मान ने ट्वीट भी किया है, जिसमें उन्होंने पवित्र गुरबाणी के टेलीकास्ट के दोबारा फिर से बादल परिवार की कंपनी के खास के हाथों में ना जाने की बात कही है। शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने हाल ही में घोषणा की कि वह 24 जुलाई को यूट्यूब चैनल शुरू कर रहे हैं। जिस पर गुरबाणी का प्रसारण किया जाएगा। फिलहाल यह प्रसारण एक निजी चैनल पर प्रसारित हाे रही है। इसके बाद CM ने यह कदम उठाया है। गवर्नर को लिखे पत्र में CM की अहम बातें 1. गुरबाणी से मुनाफा कमाया जा रहा जैसा कि आप जानते हैं, एक विशेष चैनल का स्वामित्व एक राजनीतिक परिवार के पास है। श्री हरिमंदिर साहिब से प्रसारित होने वाली सरब-सांझी गुरबाणी से मुनाफा कमाया जा रहा है। 2.स्वतंत्र प्रसारण के लिए पास किया विधेयक पवित्र गुरुओं की शिक्षा का प्रचार करने और श्री हरिमंदिर साहिब से सरब-सांझी गुरबाणी के प्रसारण को सभी के लिए स्वतंत्र रूप से उपलब्ध कराने के लिए, गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक 2023 पेश किया गया। विधानसभा ने इस विधेयक पर विचार किया और इसे भारी बहुमत से पारित कर दिया। 3. विधेयक पर साइन न करना लोकतंत्र का गला घोंटना यह विधेयक आपको 26-6-2023 को हस्ताक्षर हेतु भेजा गया था। लेकिन आज तक इस बिल पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है। मैं आपके ध्यान में यह भी लाना चाहूंगा कि हमारी 4.जल्द साइन करें ताकि गुरबाणी का प्रसारण निशुल्क हो जानकारी के अनुसार, उक्त चैनल के साथ एसजीपीसी का समझौता 23 जुलाई, 2023 को समाप्त हो रहा है। यदि आप तुरंत विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं, तो इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है कि लाखों श्रद्धालु प्रभावित होंगे। दुनिया में पवित्र गुरबाणी का सीधा प्रसारण देखने से वंचित हो जाएंगे। इससे उनकी धार्मिक भावनाएं गंभीर रूप से आहत होंगी। इसलिए, मैं आपसे इस विधेयक पर जल्द से जल्द हस्ताक्षर करने का आग्रह करता हूं, ताकि गुरबाणी का प्रसारण निःशुल्क उपलब्ध करवाया जा सके। SGPC ने रखा रेडियो चैनल का नाम शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) 24 जुलाई से गुरबानी का प्रसारण शुरू करने जा रही है। इसके लिए SGPC अलग चैनल तो शुरू नहीं करेगी, लेकिन इसके लिए यूट्यूब चैनल शुरू करने जा रही है। SGPC ने शुक्रवार इसके नाम की घोषणा कर दी है। इसकी जानकारी SGPC के प्रधान एडवोकेट धामी ने दी ही।
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बैटिंग के दौरान कप्तान ने कहा- मेहनत से यहां पहुंचे हो, अब एंजॉय करो
Rohit Sharma On Yashasvi Jaiswal; India Vs West Indies (Ind Vs Wi) 1st Test Match टीम इंडिया ने मुकाबला जीता और यशस्वी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद रोहित शर्मा ने टीम इंडिया और यशस्वी को लेकर अहम बातें कही...
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, 'यशस्वी टैलेंटेड खिलाड़ी हैं। वह प्लान से जरा भी नहीं भटके और रन बनाए। उनके साथ बैटिंग करते हुए यही कह रहा था कि मेहनत से यहां तक पहुंचे हो, अब अच्छे से एंजॉय करो।' यशस्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में ही 171 रन की पारी खेली। टीम इंडिया ने मुकाबला जीता और यशस्वी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद रोहित शर्मा ने टीम इंडिया और यशस्वी को लेकर अहम बातें कही। जानते हैं रोहित की अहम बातें... यशस्वी टैलेंटेड खिलाड़ी 'यशस्वी टैलेंटेड खिलाड़ी हैं। वह 2-3 सालों से लगातार परफॉर्म कर रहे थे। हमें पता था, वह अच्छा करेंगे और बड़े स्टेज के लिए भी तैयार हैं। यशस्वी ने बहुत धैर्य से बैटिंग की, उन्होंने टेम्परामेंट दिखाया और प्लान को प्रॉपर्ली एग्जीक्यूट किया। पिच स्लो थी, लेकिन यशस्वी ने गेम में इम्प्रूवमेंट करते हुए बैटिंग की और सेंचुरी लगाई।' बैटिंग करते हुए क्या बताया 'पिच पर बैटिंग करते हुए उसे लगातार बता रहा था कि तुम यहीं के लिए (इंटरनेशनल क्रिकेट) बने हो। खुद में विश्वास बहुत जरूरी है, क्योंकि पहले टेस्ट में बहुत सवाल दिमाग में घूमते हैं कि मैं यहां टिकूंगा या नहीं। साथ में बैटिंग करते हुए मेरा यही काम था कि उसे कहता रहूं, तुम बहुत मेहनत से यहां तक पहुंचे हो। अब अपने गेम को एंजॉय करो। रिजल्ट की चिंता मत करो, बस अपना नेचुरल गेम खेलो, रिजल्ट भी अच्छे ही मिलेंगे।' रोहित-यशस्वी ने 229 रन की पार्टनरशिप की रोहित शर्मा वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में डेब्यूटांट यशस्वी के साथ ओपनिंग करने उतरे। दोनों ने सेंचुरी लगाई और 229 रन की पार्टनरशिप की। दोनों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी का रिकॉर्ड भी तोड़ा। यह रिकॉर्ड संजय बांगर और वीरेंद्र सहवाग (201 रन) ने 2002 में बनाया था। ईशान के डेब्यू पर पहले रन पर 'मैं बस कह रहा था कि हमारे पास डिक्लेयर करने से पहले एक या 2 ही ओवर बाकी हैं। मैं चाह रहा था कि ईशान पहला रन बना ले। वो 15-20 गेंदें खेलने के बाद भी खाता नहीं खोल सके थे। मैं बस यही कह रहा था कि डेब्यू पर वो जल्दी पहला रन ले तो हम पारी डिक्लेयर कर दें।' यशस्वी के साथ विकेटकीपर ईशान किशन ने भी भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने 19 गेंदें डॉट खेलने के बाद 20वीं गेंद पर पहला रन लिया। उनके रन लेते ही भारत ने 422/5 के स्कोर पर पहली पारी डिक्लेयर कर दी। अश्विन और जडेजा की बॉलिंग पर 'रिजल्ट उनके बारे में खुद ही बता देते हैं। दोनों लम्बे समय से टीम इंडिया के लिए अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। उन्हें ज्यादा बताने की जरूरत भी नहीं पड़ती, दोनों अनुभवी हैं। उन्हें बॉलिंग के साथ फ्रीडम भी देते हैं क्योंकि जब ये दोनों अपने पीक पर रहते हैं तो टीम हमेशा ही अच्छा करती है।' रविचंद्रन अश्विन ने मैच में 12 और रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट लिए। दोनों के 17 विकेट के दम पर भारत ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में 150 और दूसरी पारी में 130 रन पर ऑलआउट कर दिया। बॉलिंग कोच ने भी यशस्वी की तारीफ की मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाबरे ने भी यशस्वी की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'पिच धीमी थी। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, रन बनाना भी मुश्किल हो रहा था। यशस्वी अपने शॉट्स खेलने के लिए पहचाने जाते हैं, लेकिन पिच के हिसाब से उन्होंने जिस तरह अपने आप को ढाला, वो बहुत इम्प्रेसिव था। इंटरनेशनल लेवल पर आपको इसी तरह एडाप्ट करना होता है।' भारत-वेस्टइंडीज टेस्ट की ये खबरें भी पढ़ें... IPL नहीं इंडियन क्रिकेट की सक्सेस हैं यशस्वी यशस्वी जायसवाल ने भारत से डेब्यू टेस्ट में ही शतक लगाया और क्रिकेट की दुनिया को अपनी पहचान बता दी। यशस्वी 12 साल की उम्र में अपना क्रिकेट करियर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से मुंबई आए थे। 9 साल बाद उन्होंने भारत के लिए डेब्यू किया और पहले ही मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ 171 रन की मैराथन पारी खेल दी। पढ़ें पूरी खबर... मैदान पर लेटे कोहली, डांस करते भी नजर आए, मोमेंट्स भारत ने पहला टेस्ट तीसरे दिन ही पारी और 141 रन से जीत लिया। 171 रन बनाने वाले यशस्वी जायसवाल और मैच में 12 विकेट लेने वाले रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के हीरो रहे। मैच के तीसरे दिन विराट कोहली का डांस देखने को मिला। पढ़ें पूरी खबर...
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महाराष्ट्र नगर पालिका में 1782 पदों पर निकली भर्ती, सिलेक्ट होने पर 45,000 रुपये तक मिलेगी सैलरी
महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पद पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है.। आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अगस्त है। इन पदों पर सिलेक्शन के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट और इंटरव्यू पास करना होगा। सिलेक्ट होने के बाद कैंडिडेट्स को सैलरी के
महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पद पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया है। इन पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अगस्त है। उम्मीदवारों को सिलेक्शन के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट और इंटरव्यू पास करना होगा। सिलेक्ट होने के बाद कैंडिडेट्स को सैलरी के तौर पर 15,000 रुपये से लेकर 45,000 रुपये प्रति माह तक मिलेंगे। वैकेंसी डिटेल्स एज लिमिट आवेदक की उम्र 21 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन ऐसे करें आवेदन
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लड़की से प्यार करता था; 2 गांवों के युवक घर से गाड़ी में डालकर ले गए
हरियाणा के पलवल में लड़की से प्रेम प्रसंग के चलते कुछ युवकों ने युवक का अपहरण कर लिया। खेतों में ले जाकर उसकी लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। परिजनों को पता चला तो वे युवक को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों
हरियाणा के पलवल में लड़की से प्रेम प्रसंग के चलते कुछ युवकों ने युवक का अपहरण कर लिया। खेतों में ले जाकर उसकी लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। परिजनों को पता चला तो वे युवक को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने 6 नामजद समेत 12 युवकों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। 2 गाड़ियों में आए युवक उठाकर ले गए गदपुरी थाना SHO राजबीर के अनुसार, धतीर गांव निवासी अर्जुन शिकायत में कहा है कि उसका सबसे बड़ा भाई निखिल (27) है। शुक्रवार को शाम करीब साढ़े 5 बजे उसके भाई निखिल को 2 गाड़ियों व एक बाइक पर आए किशोरपुर व धतीर गांव के 10-12 युवक गाड़ी में डालकर ले गए। जंगल में लाठी-डंडे से पीटा इसके बाद उसके भाई को किशोरपुर के जंगल में ले जाकर लाठी, डंडों से बुरी तरह से मारपीट कर खेतों में फेंक कर युवक फरार हो गए। उसका कहना है कि वह और उसके साथ मंढऩाका गांव निवासी विवेक व देवेंद्र मौके पर पहुंचे। वहां पर निखिल लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। वे तुरंत गाड़ी में बैठाकर उसको नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने निखिल की हालत गंभीर देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। किशोरपुर गांव की लड़की से प्रेम प्रसंग अर्जुन ने बताया कि उसके भाई निखिल ने अस्पताल ले जाते समय उसे रास्ते में बताया कि वह किशोरपुर गांव की एक लड़की से प्रेम करता था। इसी बात को लेकर किशोरपुर गांव निवासी समय, जुगन, सोनू उर्फ सुच्चा व ऋषि, धतीर गांव निवासी गौरव व सौरव सहित 6-7 लड़क़ों ने उसे पीटा है। उन्होंने भाई को फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने किया केस दर्ज, गिरफ्तारी अभी नहीं SHO ने बताया कि युवक की हत्या की सूचना के बाद गदपुरी थाना पुलिस फरीदाबाद अस्पताल पहुंच गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल फरीदाबाद मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस ने मृतक के भाई अर्जुन की शिकायत पर उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ अपहरण व हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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विभागों ने तैयार ही नहीं किया ड्राफ्ट, लेकिन अब भी सरकार के पास 3 रास्ते
Rajasthan Vidhan Sabha Monsoon Session Bills; रोजगार गारंटी, किसानों की कर्जमाफी और नकल माफिया को उम्र कैद की सजा जैसी सरकार के महत्वाकांक्षी घोषणाओं पर फिलहाल कानून बनाना मुश्किल है।
रोजगार गारंटी, किसानों की कर्जमाफी और नकल माफिया को उम्र कैद की सजा जैसी सरकार के महत्वाकांक्षी घोषणाओं पर फिलहाल कानून बनाना मुश्किल है। क्योंकि शुक्रवार को विधानसभा में सत्र फिर शुरू हो गया, लेकिन सरकार ने जिन कानूनों को लाने की घोषणा की थी, उनके ड्राफ्ट ही संबंधित विभागों ने अब तक तैयार नहीं किए हैं। इन सभी विषयों पर कानून बनाने की बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कही थी। जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने बजट में इसकी घोषणा भी की। नकल मामले में सख्त कानून लाने की मांग हाल ही में सचिन पायलट ने जन संघर्ष पद यात्रा में की थी। सीएम गहलोत ने पेपर लीक के माफियाओं के खात्मे के लिए उम्रकैद का कानून लाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक विधानसभा में इन कानूनों को बनाए जाने पर बीएसी ने कोई मंजूरी नहीं दी है। विधानसभा के उप मुख्य सचेतक (सरकारी) महेन्द्र चौधरी ने भास्कर को बताया कि फिलहाल 5 विधेयकों को ही पेश करना तय हुआ है। अब 18 या 19 जुलाई को बीएसी की बैठक दोबारा होगी और उस में तय होगा कि इन घोषणाओं पर कानून बनाने के बारे में क्या किया जाए? हालांकि अब भी सरकार के पास 3 रास्ते हैं, जिनके जरिए ये कानून बनाए जा सकते हैं। स्पेशल रिपोर्ट में जानिए कानून बनाने में क्या हैं अड़चनें और क्या हो सकता है समाधान... आखिर क्यों है कानून बनना मुश्किल सूत्रों के अनुसार सरकार के वित्त, कृषि, श्रम व रोजगार, कौशल विकास, सहकारिता, उच्च शिक्षा, विधि, प्रशासनिक सुधार, गृह आदि विभागों को इन कानूनों के मसौदे (प्रारूप) तैयार करने थे, जो फिलहाल विधेयक के रूप में पूरी तरह से तैयार नहीं हो सके हैं। अगर आनन-फानन में विधेयक पेश किए जाएंगे तो सदस्यों द्वारा उन पर पर्याप्त विमर्श की संभावना नहीं रहेगी। त्रुटियां रहने पर विपक्ष के किसी सदस्य की गंभीर आपत्ति हुई तो विधेयक पास नहीं हो पाएगा। पास होने पर भी राज्यपाल के पास अटकने की आशंका रहेगी। त्रुटियां रहने पर न्यायालय में भी उन्हें चुनौती दी जा सकेगी। कौन-कौन से विधेयक पेश करने में है चुनौती किसानों की कर्जमाफी और जमीनों को कुर्क नहीं करने संबंधी कानून राजस्थान में 22 लाख किसानों के कर्जे माफ किए गए हैं, फिर भी 19,422 किसानों की जमीनें कुर्क होने के मामले सामने आए हैं, क्योंकि शेष नेशनल या प्राइवेट बैंकों के कर्जे सरकार माफ नहीं करती है। बैंकों का कर्जा न चुकाने के चलते 19,422 किसानों की जमीनों के कुर्क होने के मामलों को प्रदेश में भाजपा चुनावी मुद्दा बना रही है। हाल ही उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह औऱ् बीकानेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यह मामला उठाया था। तीन दिन पहले झुंझुनूं में भाजपा की ओर से हुए किसान सम्मेलन भी यह मामला गूंजा था। किसानों के कर्जे माफ करने का वादा राजस्थान में ही वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी ने किया था। उसी के तहत सीएम गहलोत ने राजस्थान में सहकारी बैंकों से कर्जा लेने वाले किसानों का कर्जा माफ भी किया गया है। अड़चन कहां : लगभग सभी प्रावधान तय हो चुके हैं, लेकिन नेशनल और प्राइवेट बैंकों के कर्ज माफ करने का कोई तरीका फिलहाल नहीं सूझ रहा है। साथ ही जब बैंकों और किसानों के बीच कोई विवाद होता है, तो उसके लिए सरकार के पास कोई बॉडी नहीं थी सुनवाई के लिए। अब यह काम एक आयोग करेगा, जिसकी अध्यक्षता किसी हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज को सौंपी जा सकती है। पेपरलीक करने वालों को उम्रकैद की सजा देने का कानून राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम-एक्ट -2022 के तहत पेपर लीक करने वालों और नकल माफियाओं को नियंत्रित करने के लिए अभी तक अधिकतम सजा 7 साल की कैद है। अब इसे बढ़ाकर उम्र कैद किया जाना प्रस्तावित है। अड़चन कहां : उच्च शिक्षा विभाग ने इसे तैयार किया है। सूत्रों के अनुसार यह अभी केबिनेट तक ही पहुंचा है। मिनिमम इनकम गारंटी योजना में 1000 रुपए प्रतिमाह पेंशन वित्त विभाग के स्तर पर इस संबंध में कानून का प्रस्ताव बनाया जा रहा था। जिसके तहत प्रत्येक बुजुर्ग, विधवा व एकल महिलाओं आदि को प्रतिमाह 1000 रुपए की पेंशन स्वीकृत की जाए और उसमें स्वत: ही प्रत्येक वर्ष 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जाए। एक अप्रैल-2023 से पहले तय यह पेंशन 750 रुपए थी, जिसे बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है, लेकिन उसमें 15 प्रतिशत की वार्षिक बढ़ोत्तरी अब की जानी है। अड़चन कहां : वित्त विभाग के स्तर पर वित्तीय प्रावधानों को जोड़ना शेष है। डिलीवरी बॉय और गर्ल्स के लिए कानून गिग वर्कर्स उन डिलीवरी बॉय-गर्ल को कहा जाता है, जो मोटरसाइकिल या स्कूटी पर गली-गली घूम-घूम कर विभिन्न कंपनियों-एजेंसियों के सामान ऑनलाइन डिमांड पर लोगों तक पहुंचाते हैं। राजस्थान के भी सभी बड़े शहरों में लाखों की संख्या में यह गिग वर्कर्स काम करते हैं। जब राजस्थान से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरी थी, तब उनके कुछ प्रतिनिधि राहुल से मिले थे। राहुल ने तब राजस्थान में ऐसे वर्कर्स की आर्थिक सुरक्षा, भविष्य निधि, मेडिकल आदि सुनिश्चित करने और उन्हें कम्पनियों के शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए कानून बनाने की बात कही थी। सीएम गहलोत ने भी घोषणा की थी कि गिग वर्कर्स के लिए करीब 200 करोड़ रुपए का कल्याण कोष भी बनाया जाना है। अड़चन कहां : श्रम विभाग के स्तर पर पहले से लागू श्रम कानूनों के प्रावधानों को शामिल करना शेष है। लेकिन अब भी सरकार के पास ये तीन रास्ते ​​​​​​ऐसे बनता है राजस्थान की विधानसभा में कोई कानून राजस्थान के पूर्व विधि मंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने भास्कर को बताया कि प्रदेश में कानून बनाने की प्रक्रिया की अलग-अलग स्टेज है। इन सब स्टेज से जब कोई कानून गुजरता है, तो अंतत: उसके विषय में सरकार गजट नोटिफिकेशन जारी करती है और वो कानून अमल में आता है। फिलहाल 17 व 18 को पेश होंगे ये 5 विधेयक उदयपुर में विकास प्राधिकरण सहित जोधपुर में दो विश्वविद्यालयों के विधेयक भी लाने की तैयारी उदयपुर विकास प्राधिकरण सरकार इसी सत्र में उदयपुर में जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की तर्ज पर उदयपुर विकास प्राधिकरण स्थापित करना चाहती है। इसके लिए विधानसभा के इसी सत्र में विधेयक ला सकती है। जयपुर के अलावा राजस्थान में जोधपुर में और अजमेर में विकास प्राधिकरण है। शेष 12 बड़े शहरों में यूआईटी (अरबन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट) कार्यरत हैं। जोधपुर में मेडिकल यूनिवर्सिटी जोधपुर में मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना होनी है। इसके लिए विधेयक लाया जाएगा। वर्तमान में जयपुर में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित है, जो प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों का काम देखती है। अब एक और मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित होगी। जोधपुर में वर्तमान में विधि व आयुर्वेद सहित तीन यूनिवर्सिटी है। यह चौथी सरकारी यूनिर्विसिटी होगी। इसके अलावा एक और यूनिवर्सिटी जोधपुर में खुलने वाली है। जोधपुर में दिव्यांग यूनिवर्सिटी महात्मा गांधी दिव्यांग यूनिवर्सिटी के नाम से यह यूनिवर्सिटी फिलहाल जयपुर में है। हाल ही इस में कुलपति की नियुक्ति भी हुई है। अब इसी तरह की यूनिवर्सिटी जोधपुर में खुलने वाली है। इसका विधेयक इसी सत्र में लाया जा सकता है। सत्र बढ़ाया जाए पर्याप्त समय दिया जाए: राठौड़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भास्कर को बताया कि यह सरकार आनन-फानन में कई विधेयक पास करवाना चाहती है। नियम और परम्परा यह कहते हैं कि विधायकों को विमर्श और विचार के लिए पर्याप्त समय मिले। पूरी प्रक्रिया अपनाकर ही विधेयक को कानूनी अमली जामा पहनाया जाना चाहिए। पूर्व में भी सीकर में यूनिवर्सिटी जमीन पर थी ही नहीं और विधेयक ले आई थी सरकार। ऐसा अब नहीं होना चाहिए।
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सीबीएसई 10वीं-12वीं एग्जाम की डेटशीट जारी, 15 फरवरी से 10 अप्रैल तक होगा परीक्षा का आयोजन
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए 2024 बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट (CBSE Board Exam 2024 Date Sheet) जारी कर दिया गया है। परीक्षा 15 फरवरी, 2024 को शुरू की जाएगी और 10 अप्रैल, 2024 को खत्म होगी। जो भी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए 2024 बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट (CBSE Board Exam 2024 Date Sheet) जारी कर दी गई है। परीक्षा 15 फरवरी, 2024 को शुरू होगी और 10 अप्रैल, 2024 को खत्म होगी। इस बोर्ड परीक्षा (CBSE Board Exam) में शामिल होने वाले छात्र सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर डेटशीट (CBSE Board Exam 2024 Date Sheet) चेक कर सकते हैं। 55 दिनों तक चलेगी एग्जाम सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक डॉ संयम भारद्वाज द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी और लगभग 55 दिनों तक चलेंगी जो 10 अप्रैल, 2024 तक खत्म होगी। परीक्षा की तारीखों पर निर्णय विभिन्न हितधारकों द्वारा दिए गए इनपुट और सुझावों पर विचार करने के बाद किया गया है। सीबीएसई ने कार्यक्रम को अंतिम रूप देते समय छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखा है। सीबीएसई बोर्ड एग्जाम शेड्यूल कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए परीक्षाएं 15 फरवरी से 21 मार्च, 2024 तक आयोजित होने की संभावना है। वहीं, कक्षा 12वीं के छात्रों की परीक्षाएं 17 फरवरी से 10 अप्रैल, 2024 तक तय की गई हैं। इसके अलावा दोनों कक्षाओं के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं अस्थायी रूप से 2 जनवरी से 14 फरवरी, 2024 तक होने वाली हैं। नोटिफिकेशन में कहीं ये बात CBSE ने अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि, किसी भी परीक्षा का आयोजन करने वाले सभी संगठनों से अनुरोध है कि वे बोर्ड परीक्षाओं (CBSE Board) के कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अपनी परीक्षाओं की तारीखें तय करें। सीबीएसई बोर्ड एग्जाम डेटशीट देखने की डायरेक्ट लिंक
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पटवारी परीक्षा को लेकर CM हाउस घेरने जा रहे थे; विधायक बोले- सरकार ने लाठीचार्ज कराया
Madhya Pradesh (MP) MP Patwari Exam Scam Update  पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर भोपाल में कांग्रेस बड़ा प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस नेता CM हाउस का घेराव करने के लिए निकले हैं।  
भोपाल में शनिवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान महिला कार्यकर्ता का सिर फूट गया। भोपाल शहर जिला अध्यक्ष भी गंभीर घायल हो गए। उनकी आंख के नीचे चोट आई है। यह प्रदर्शन पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस परीक्षा के आधार पर पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा चुके हैं। कांग्रेस CBI जांच की मांग कर रही है। शनिवार दोपहर 1.40 बजे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता CM हाउस घेरने के लिए निकले। वे रोशनपुरा चौराहे पर जुटे। यहां से भारतीय जनता पार्टी और कर्मचारी चयन मंडल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े। CM हाउस की सिक्योरिटी पुलिस ने बढ़ा दी थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बाणगंगा चौराहा पर बैरिकेड्स लगाकर रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने वाटर कैनन चलाकर उन्हें खदेड़ दिया। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा का आरोप है कि पुलिस ने सरकार के कहने पर लाठीचार्ज किया। हमारे 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज नहीं किया गया है। डेढ़ घंटे चला कांग्रेस का प्रदर्शन मोनू सक्सेना ने आज ही भोपाल शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की शपथ ली है। उनकी आंख के नीचे चोट आई है। घायल महिला कार्यकर्ता का नाम महक राणा बताया गया है। घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल भेजा गया। विधायक शर्मा और कांग्रेस कार्यकर्ता बाणगंगा चौराहे पर ही बैठ गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सभी वापस लौट गए। प्रदर्शन करीब डेढ़ घंटा चला। विधायक पीसी शर्मा बोले- लोकतंत्र की हत्या हुई भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा से कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा, 'हम CBI जांच की मांग कर रहे हैं। सरकारी हमारी बात सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस के लाठीचार्ज और वाटर कैनन से भगदड़ मचाई। कांग्रेस अध्यक्ष (भोपाल शहर) मोनू सक्सेना को गंभीर चोट आई है। महक राणा को भी काफी चोट लगी है। 50 कार्यकर्ता घायल हुए हैं।' शर्मा ने कहा, 'हम शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे। ज्ञापन देना चाहते थे। यह अत्याचार है। लोकतंत्र की हत्या है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम लगातार जांच की मांग करते हुए लड़ाई लड़ते रहेंगे।' पुलिस का दावा- लाठीचार्ज नहीं किया, बैरिकेड से गिरे विधायक के आरोप पर एडीशनल DCP राजेश सिंह भदौरिया ने कहा, प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस ने कोई लाठीचार्ज नहीं किया। बैरिकेड गिराने पर सभी घायल हुए हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट आईं हैं। सभी को इलाज के लिए भेजा गया है। परीक्षा अभ्यर्थी भी कर चुके प्रदर्शन पटवारी परीक्षा के अभ्यर्थी भी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर चुके हैं। इंदौर में बड़ा प्रदर्शन हुआ था। भोपाल में भी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करते हुए 7 दिन में जांच कराने की मांग की, नहीं तो राजधानी के जंबूरी मैदान में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदेश के दूसरे जिलों में भी इस तरह के प्रदर्शन हुए थे। कांग्रेस क्यों सरकार पर हमलावर... BJP विधायक के कॉलेज के सेंटर से पटवारी भर्ती में टॉप-10 में 7 उम्मीदवार मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) द्वारा आयोजित ग्रुप-2 (सब ग्रुप-4) व पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट पर विवाद है। भर्ती परीक्षा के टॉप-10 की लिस्ट में से 7 उम्मीदवारों ने ग्वालियर के जिस केंद्र में परीक्षा दी, वह ​भिंड के भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा का है। इस सेंटर से 114 लोगों का चयन हुआ है। विधायक के सेंटर से 7 टॉपर होने पर उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है। टॉप-10 में शामिल इन सातों उम्मीदवारों का सेंटर ग्वालियर के NRI कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में था। इन उम्मीदवारों के रोल नंबर की सीरीज भी एक जैसे शुरुआती अंक ‘2488’ से हुई। इन सात में 5 उम्मीदवारों के हस्ताक्षर हिंदी में हैं। हस्ताक्षर में भी सिर्फ नाम लिखा गया है। किसी तरह की बनावट नहीं है। इसके बाद फर्जीवाड़े के आरोप बढ़ गए हैं। इन 7 टॉपर्स ने कुल 200 अंक में से 174.88 से 183.36 तक प्राप्त किए हैं। यह अंक नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया के बाद फाइनल रिजल्ट में मिले हैं। नॉर्मलाइजेशन के बाद करीब 10 अंक तक घटे और बढ़े हैं। जिन प्रश्नों को ईएसबी ने परीक्षा के बाद कैंसिल कर दिया और उनके नंबर नहीं दिए गए, उनके उत्तर भी इन उम्मीदवारों ने सही दर्ज किए थे। एक टॉपर उम्मीदवार के 11 प्रश्न कैंसिल किए हैं, उनमें से 10 के उत्तर सही लिखे थे। 30 जून को रिजल्ट आया, 10 को टॉप-10 की लिस्ट 15 मार्च से 26 अप्रैल के बीच ग्रुप-2 (सब ग्रुप-4) सहायक संपरीक्षक, सहायक जनसंपर्क अधिकारी, सहायक नगर निवेक्षक, सहायक राजस्व अधिकारी, सहायक अग्नि शमन अधिकारी जैसे पदों की सीधी एवं बैकलॉग भर्ती तथा पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 13 शहरों में ऑनलाइन हुआ था। इसके लिए 12.79 लाख आवेदन आए थे। इनमें से 9.78 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। रिजल्ट 30 जून को आया। टॉप-10 उम्मीदवारों की लिस्ट 10 जुलाई को जारी की गई। इसके बाद रिजल्ट पर विवाद शुरू हो गया। तस्वीरों में कांग्रेस का प्रदर्शन... ये भी पढ़िए... पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप के बाद सरकार ने इस परीक्षा के आधार पर पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस बात की जानकारी दी। कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने नियुक्तियां रोकने का फैसला कर ये मान लिया है कि इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। पूरी खबर पढ़िए पटवारी परीक्षा में सेंधमारी के 3 तरीके ऑनलाइन ली गई इस पटवारी परीक्षा काे लेकर दैनिक भास्कर ने अलग-अलग एक्सपर्ट से बात की। आपको बताते हैं 3 तरीके, जिनसे पटवारी परीक्षा में धांधली की आशंका है। आपको तीन कारण भी बताएंगे, जिससे शक पैदा होता है कि दाल में कुछ काला तो है। पूरी खबर पढ़िए
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फिल्ममेकर गौरव चावला ने किया खुलासा, तैमूर के साथ हॉरर फिल्में देखते हैं एक्टर
Film Maker Gaurav Chawla Interview; गौरव ने यह भी बताया कि सैफ को सुपरनैचुरल वर्ल्ड में काफी इंट्रेस्ट है और वो तैमूर के साथ भी हॉरर कंटेंट देखते हैं।
फिल्म मेकर गौरव चावला ने सैफ अली खान के साथ फिल्म ‘बाजार’ में काम किया था। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में गौरव ने सैफ के साथ का एक किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि वो एक बार सैफ के पटौदी पैलेस में गए थे, जहां सैफ अपने दोस्तों के साथ आत्माओं से बात करने के लिए ओइजा बोर्ड गेम खेल रहे थे। गौरव ने यह भी बताया कि सैफ को सुपरनैचुरल वर्ल्ड में काफी इंट्रेस्ट है और वो तैमूर के साथ भी हॉरर कंटेंट देखते हैं। इंग्लैंड से आए सैफ के कुछ दोस्तों ने शुरू किया था गेम मिर्ची प्लस को दिए एक इंटरव्यू में चावला ने कहा, ‘मैं सैफ और करीना के साथ पटौदी पैलेस गया था तब मुझे पता चला कि सैफ काे घोस्ट स्टोरीज पसंद हैं। पटौदी हाउस में इंग्लैंड से आए सैफ के कुछ दोस्त पहले से ही मौजूद थे। वो सभी आपस में मजाक कर रहे थे कि वो आत्मा बुलाने वाले हैं।’ इसके बाद वहां सभी ने मिलकर ओइजा बोर्ड गेम खेला, जहां वो आत्माओं को बुला रहे थे। मैं, सैफ और इंग्लैंड से आए उनके कुछ दोस्त, हम सब वहीं थे। हम सभी अंग्रेजी में बात कर रहे थे और मैं सोच रहा था कि क्या यहां अंग्रेजी बोलने वाली आत्मा आएगी? फिर हम सभी ने अपने हॉरर एक्सपीरियंस शेयर किए जब पूछा गया कि क्या उस रात वहां कोई आत्मा आई तो चावला बोले, ‘नहीं, शायद हमारी लैंग्वेज ही गलत थी, पर इसके बाद हम सभी ने वहां अपने एक्सपीरियंस शेयर करना शुरू किए। वहां इंग्लैंड से आई एक महिला ने भी अपना हॉरर एक्सपीरियंस शेयर किया।’ क्या है ओइजा बोर्ड गेम ? यह एक फ्लैट बोर्ड होता है जिसपर लैटिन एल्फाबेट, 0 से 9 तक नंबर, यस, नो, हैलो और गुडबॉय लिखा हाेता है। ओइजा बोर्ड के जरिए कई लोग आत्माओं से बात करने का दावा करते हैं। जूनियर एनटीआर के साथ आएंगे नजर वर्क फ्रंट की बात करें तो हाल ही में रिलीज हुई सैफ की फिल्म ‘आदिपुरुष’ फ्लॉप रही। अब वे इन दिनों जूनियर एनटीआर की अगली फिल्म 'देवारा' की शूटिंग कर रहे हैं। सैफ इस फिल्म में विलेन के रोल में नजर आंएगे।
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लॉरेंस बिश्नोई से फिरौती मांगने वाले गैंगस्टर अमित डागर की पत्नी, मंडी से वसूल रही थी फिरौती
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने कौशल गैंग के कुख्यात गैंगस्टर अमित डागर की पत्नी और लेडी डॉन ट्विंकल को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर की पत्नी पर अपने पति का डर दिखाकर गुरुग्राम की खांडसा मंडी से जबरन वसूली करने का आरोप है। गुरुग्राम की
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई से फिरौती मांगने वाले कौशल गैंग के कुख्यात गैंगस्टर अमित डागर की पत्नी लेडी डॉन ट्विंकल को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर की पत्नी पर अपने पति का डर दिखाकर गुरुग्राम की खांडसा मंडी से जबरन वसूली करने का आरोप है। गुरुग्राम की क्राइम ब्रांच सेक्टर 10 ने उसे गिरफ्तार किया है। एसीपी क्राइम वरुण दहिया के मुताबिक गैंगस्टर अमित डागर की पत्नी ट्विंकल पर पहले भी कई मामले दर्ज है और इसको पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। 2022 में हुआ था मामला दर्ज गुरुग्राम के एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि 2022 में महिला के खिलाफ जबरन वसूली का शिवाजी नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा पुलिस को भी अपने सूत्रों से जबरन वसूली की सूचना मिल रही थी। लेडी डॉन महिला अपना वर्चस्व जमाने के लिए खांडसा मंडी से जबरन वसूली करती थी। इस पूरे सिंडिकेट में उसका साथ गैंगस्टर कौशल चौधरी और अमित डागर के शूटर दिया करते थे। पूरी खांडसा मंडी पर इनका वर्चस्व बता दें की गैंगस्टर कौशल चौधरी और अमित डागर के जेल में जाने के बाद से लेडी डॉन ट्विंकल ही पूरी गैंग को ऑपरेट कर रही थी। खांडसा मंडी गुरुग्राम की सबसे बड़ी मंडी मानी जाती है। एसीपी क्राइम के मुताबिक लेडी डॉन कौशल गैंग की फाइनेंशियल सपोर्ट को लगातार मजबूत कर रही थी। इस लेडी डॉन से बिना पूछे मंडी में सब्जी तक नही बिकती थी। पालिथीन बिकेगा या नही, हरी मिर्च बिकेगी या नही, मशरूम बिकेगा या नही,धनिया बिकेगा या नही। या फिर कितने रुपए में बिकेगा, उसका रेट भी ये महिला डॉन ही तय किया करती थी। लेडी डॉन की बिना परमिशन के कोई सब्जी तक नही बेच सकता था। इस तरह से महिला ने पूरी खांडसा मंडी पर अपना वर्चस्व कायम कर रखा था। 1 लाख के इनामी के साथ चला रही थी एक्सटॉर्शन रैकेट बता दें कि बीते दिनों एनआईए ने कौशल गैंग के 1 लाख के इनामी बदमाश संदीप उर्फ बंदर को गिरफ्तार किया था। एसीपी की माने तो लेडी डॉन उसी के साथ मिल कर खांडसा मंडी में एक्सटॉर्शन को अंजाम दे रही थी। तब से ही एनआईए को भी इस लेडी डॉन की तलाश थी। कई बार लेडी डॉन के घर NIA द्वारा रेड भी की गई, लेकिन वह कभी भी हाथ नही आई। हालाकि सूत्रों के मुताबिक लेडी डॉन गुरुग्राम में ही फरारी काट रही थी। कौशल और अमित दोनों जेल में बंद बता दे कि कौशल चौधरी और अमित डागर दोनों जेल में बंद है। कौशल गैंग ने पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली जैसे सभी इलाकों में अपन वर्चस्व जमा रखा है। काफी सालों से ये गैंग आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते आ रहे है। गैंगस्टर ने लॉरेंस से भी मांग ली थी फिरौती बता दें कि अमित डागर वही गैंगस्टर है, जिसने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी फिरौती मांग ली थी। दिल्ली-गुरुग्राम में सक्रिय कौशल गिरोह के अमित डागर ने खुद को बड़ा गैंगस्टर बनाने के लिए लॉरेंस को ही धमकी देकर 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांग ली थी। फिरौती न देने पर अमित डागर के गुर्गों ने लॉरेंस से जुड़ी एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी की जयपुर में हत्या भी की थी। बताया जाता है कि तब लॉरेंस ने अमित डागर को 5 करोड़ रुपए की फिरौती दी थी। मूसेवाला से पहले थी अमित की हत्या की प्लानिंग इसके अलावा सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल लॉरेंस के शूटर्स ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया था कि सिद्धू मूसेवाला के बाद उनका अगला टारगेट गैंगस्टर अमित डागर ही है। बताया जाता है कि सिद्धू मूसेवाला से पहले गैंगस्टर अमित डागर को मारने की प्लानिंग थी। परंतु लॉरेंस गैंग इसमें नाकामयाब रही। मूसेवाला हत्याकांड से पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर दिनेश और संदीप अहीर ने कौशल गिरोह के अमित डागर की पंजाब में रेकी भी की थी। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने मिड्‌डूखेड़ा की हत्या के केस में अमित डागर और भूप्पी राणा को गिरफ्तार कर लिया था। ऐसे में अमित डागर के मर्डर की साजिश को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया था।
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शादीशुदा काव्य ने पत्नी का प्यार पाने के लिए गीतम के साथ प्यार का खेल खेला
गीतम के मन में एक विरक्ति छा गई। उसे लगा जो काव्य उसके पास खड़ा है, वो उसके लिए बिल्कुल अजनबी है।
नया शहर, नई नौकरी, नया ऑफिस, गीतम के लिए सब कुछ भला भला सा। ये पहाड़ी शहर, अंगड़ाई लेती बर्फ की चोटियां, ऑफिस की खिड़की से दिखती झील। गीतम सभी कुछ मन में, आंखों में भर लेना चाहती थी। वैसे उसने सुना था कि इस एक झील के अलावा इस शहर के आस पास और भी बहुत सी झीलें हैं। एक दिन सारी झीलों को देखूंगी- उसने सोचा। गीतम का ऑफिस उसके सपनों से मेल खाता लगा। जिस तरफ उसकी डेस्क थी उसके बिल्कुल बगल में काली लकड़ी की त्रिकोण के आकार की अलमारी थी जिसमें गीतम कुछ भी रख सकती थी, उसने सोचा कि इसमें वो जल्दी ही अपनी पसंद की चुनिंदा साहित्यिक किताबें रख देगी। पढ़ना उसे बहुत अच्छा लगता था। टेबल के पास ही खिड़की थी जिससे पूरा आसमान दिखता था। उगते सूरज के समय वो घर में होती थी, लेकिन डूबते हुए सूरज को देखने के लिए काम खत्म होने के बाद भी वो अपनी डेस्क पर कोहनी टिकाये खिड़की के पार देखती रहती। नीचे झील में तैरती खिलौने जैसी नावें, घूमते हुए लोग, दूर पेड़ों के बीच लाल, ढलती सुनहरी धूप। सब कुछ कितना मनभावन, सुखद। घर से पहली बार बाहर निकल कर इस शहर में आई गीतम को जैसे एक सपनों की दुनिया मिल गई थी। घर- जहां सब कुछ था सिवाय प्यार के। उसकी दूसरी मां ने उसके प्रति अपने सारे दायित्वों को पूरा किया, लेकिन कभी प्यार नहीं दिया उसे। गीतम ने भी सहज भाव से अपने स्नेहविहीन जीवन को स्वीकार कर लिया था। उसका घर छूटने पर किसी की भी आंखें नम नहीं हुईं। उसके पिता इस शहर में उसका सारा इंतजाम करने बाद अपने परिवार के पास वापस लौट गए थे। गीतम इस बेगाने शहर में अकेली रह गई थी। उसके पास था एक किराये का कमरा और उसका एक छोटा सा छतनुमा आंगन जहां उसने थोड़े से फूल, पौधे लगाये थे। गीतम अक्सर उन फूलों से बातें किया करती। शायद अपना अकेलापन बांटने के लिए। उन्हें प्यार से सहलाती। एकाध अधखिले गुलाब और गुलदाउदी घर से लाकर ऑफिस के दवातनुमा गुलदान में सजा देती। दो दिन बाद वे जब पूरे खिल जाते तो उनकी सुगंध आसपास फैल जाती। बीच बीच में अपने काम से ब्रेक लेती हुई गीतम फूलों की सुगंध में डूबी हुई खिड़की के पार से उतरती झुकी झुकी धूप को देखा करती। वो दिन भी आम दिनों की तरह एक सामान्य सा दिन था जब गीतम ने एक कविता को बार बार पढ़ा- चुनना वर ऐसा बाबा जो बजाता हो बांसुरी सुरीली बसंत के दिनों में ला सके रोज मेरे जूड़े की खातिर पलाश के फूल जिससे खाना नहीं खाया जाये मेरे भूखे रहने पर उसी से ब्याहना मुझे। गीतम मन ही मन ये पंक्तियां पढ़ रही थी कि सहसा उसने महसूस किया- उसे तेज भूख लग रही है। सुबह गैस सिलेंडर खत्म हो गया था और वो बस ठंडा दूध पी कर ही ऑफिस चली आई थी। “आज आपने लंच नहीं किया?’’ एक पुरुष स्वर हवा में तैर गया और गीतम अपने ख्यालों से बाहर निकल आई। काव्य सामने खड़ा था। ऑफिस के पहले दिन परिचय हुआ था इस युवक से। लंबा, इकहरा शरीर। कनपटी के बालों पर हल्की सफेदी। एकाध बार उससे कामकाज के विषय में थोड़ी बहुत औपचारिक बातें हो चुकी थीं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से ये पहली बार था। गीतम स्वभाव से अन्तर्मुखी, कम बोलने वाली लड़की थी। वो कुछ कहने ही वाली थी कि काव्य ने अपना टिफिन उसकी टेबल पर खोल कर रख दिया। गर्म परांठों की खुशबू एकदम से फैल गई। “चलिए, हम आज लंच शेयर करते हैं,” बिना किसी भूमिका के काव्य कह उठा। गीतम की आंखों में एक मौन कृतज्ञता उतर आई। गीतम एकाध दिन बाद ही काव्य के लिए अपने घर से टिफिन बना कर ले आई। काव्य प्रसन्न हो गया,“अरे, तुमने तो फौरन ही मेरा कर्ज उतार दिया।’’ गीतम हल्के से मुस्करा दी। उस ठंडे पहाड़ी शहर में पहली बार उसे अपनेपन की गर्माहट महसूस हुई। चंद दिनों में ही उनका परिचय प्रगाढ़ हो चुका था। फिर एक शाम ऑफिस के बाद काव्य ने पूछ लिया गीतम से, “घर जाने की जल्दी तो नहीं?’’ “नहीं तो...’’ वे दोनों झील के किनारे टहलते रहे। भीगे हुए सन्नाटे को सुनते हुए। “तुम्हें डर तो नहीं लग रहा?’’ काव्य ने हल्के स्वर में पूछा। “क्यों, डर कैसा? तुम जो साथ हो।’’ “गीतम, तुम समझ तो रही होगी कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगने लगी हो।’’ गीतम चुप रही। काव्य ने उस गहराती शाम में गीतम से ढेर सारी बातें करीं। उसकी सफेद शिफॉन की साड़ी के पल्लू पर छपे नीले हरे फूलों को थामते हुए एक बार फिर पूछ लिया, “मुझ पर भरोसा रखोगी न, गीतम?” गीतम अपना मन स्थिर करने की कोशिश में थी। इतने अपनेपन से आज तक किसी ने उससे बातें नहीं करी थीं। उसकी और काव्य की उम्र में अंतर था, लेकिन उसे शायद अपने जीवन में ऐसे ही पुरुष की तलाश थी जो उसके भीतर छिपी हुई बच्ची को दुलार ले। काव्य की बातें गीतम का मन मोह लेती थीं। अक्टूबर की सैलरी मिलने पर गीतम ने अपने लिए कुछ नई साड़ियां खरीद लीं। लाल बॉर्डर की नीली साड़ी पहन कर जिस दिन वो ऑफिस गई, काव्य ने तुंरत ही उसे कैमरे में कैद कर लिया, “ये खूबसूरती हमेशा मेरे पास सुरक्षित रहेगी।’’ गीतम को रोमांच हो आया। काव्य ने उससे कुछ भी नहीं छिपाया था। हां, वो शादीशुदा था। लेकिन अब उसकी पत्नी उसे तलाक देना चाहती है जबकि उन दोनों का प्रेम विवाह हुआ था। पिछले कुछ समय से उसकी पत्नी पंक्ति किसी लेखक की तरफ आकर्षित थी और उनका रिश्ता गहरा चुका था- ऐसा काव्य ने कहा था गीतम से। जब काव्य ने गीतम से यह बात उजागर करी तब तक गीतम उसके प्रेम में आकंठ डूब चुकी थी। गीतम ने काव्य के साथ शहर की हर झील को महसूस किया, बर्फीले पहाड़ों पर गिरती सूरज की हर किरण को अपनी मुट्ठी में समेटा। रातों की ठंडी चांदनी को अपने भीतर समाने दिया- मानो वो पूरी की पूरी काव्यमय हो चुकी थी। काव्य की दो बेटियां भी थीं जिनसे गीतम आज तक नहीं मिली थी। पंक्ति से तो फिर एक बार मिली थी जब ऑफिस खत्म होने के बाद वो काव्य के साथ ही बाहर निकल रही थी। जिस तरह काव्य ने पंक्ति का आलिंगन किया, गीतम को लगा कि उनके बीच सब कुछ तो सामान्य है। गीतम कुछ सावधान हुई। उसने सोचा कि अगले दिन से वो काव्य से एक निश्चित दूरी बना कर रखेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। काव्य बार बार उसके करीब आने का बहाना ढूँढता और आकर कुछ प्यारी बातें कह जाता जो गीतम को भली लगतीं। गीतम दुविधा में थी। काव्य के साथ अपने रिश्ते को उसे यहीं विराम देना चाहिए या आगे कुछ और… कितनी अकेली पड़ गई थी वो इस शहर में। घर से ऑफिस, ऑफिस से घर। जब घर का भी कामकाज समाप्त हो जाता, अकेलापन उसे बुरी तरह सालने लगता। सुनसान, सन्नाटा घर। उसे याद आता अपना शहर, स्कूल, कॉलेज, सहेलियां। घर भले ही बेगाना था लेकिन एक सुरक्षा तो थी ही। जब नौकरी शुरू हुई थी तो उसे कितना अच्छा लगा था। नई नौकरी, ऑफिस का माहौल, ये झीलों वाला पहाड़ी शहर… फिर सबसे बढ़ कर काव्य का मिल जाना, उसका साथ। लेकिन अब साल पूरा हो रहा था। काव्य से उसे प्रेम हो चुका था जिससे वो चाह कर भी बाहर नहीं निकल पा रही थी। उसने अपनी एक उम्रदराज महिला सहकर्मी से भी इस बारे में जिक्र किया था तो उसने काफी प्रैक्टिकल तरीके से समझाया कि नौकरी करने बाहर निकली हो तो इस तरह का आकर्षण, आसक्ति हो जाना तो स्वाभाविक है। इसमें नया क्या है। तब भी गीतम का मन तर्क देता कि प्यार केवल शरीर ही तो नहीं। इस प्यार में उसकी आत्मा भी तो बराबर से शामिल है। कुल मिला कर गीतम को उनकी बात से जरा भी संतुष्टि नहीं हो सकी। वो काव्य से प्यार करती थी, लेकिन उसका घर नहीं तोड़ना चाहती थी, जबकि काव्य बार बार उससे यही कहता कि वो उसका साथ पाने के लिए बेताब है। जितनी जल्दी सम्भव होगा वो पंक्ति से अलग हो जायेगा। फिलहाल अभी तो वो पति-पत्नी और बच्चे साथ ही में थे। गीतम उस प्यारे से, सुखी लगते परिवार को जरा सा भी दुख नहीं देना चाहती थी। ऐसे ही एक दिन पंक्ति का फोन आ गया था गीतम के पास, “काव्य ने मुझे बताया कि वो तुमसे प्यार करता है। क्या तुम भी...?’’ वो धीरे धीरे सुबक रही थी, “इतना जान लो कि मेरा किसी के साथ कोई चक्कर नहीं है। काव्य ने तुमसे सभी कुछ मनगढ़ंत कहा है। अपना अकेलापन बांटने के लिये तुमने मेरे पति को ही क्यों चुना? मेरा ही घर क्यों तोड़ना चाहती हो तुम? मेरे छोटे छोटे बच्चों के बारे में तो सोचो जरा। उनसे पिता का प्यार छीन कर क्या तुम सुखी रह सकोगी? अगर मेरा परिवार टूटा तो इसका पाप सीधा तुम्हारे सिर लगेगा।’’ गीतम उसका प्रलाप सुनती रही लेकिन चुप रही। एकाएक उसने निर्णय लिया। इस शहर को, इस नौकरी को उसे छोड़ देना चाहिए क्या? लेकिन इससे पहले दूसरी नौकरी भी तो पास में होनी चाहिए। वो दुविधा में थी। पिछले कई दिनों से काव्य ऑफिस नहीं आ रहा था। गीतम बेचैन थी। काव्य को देखे बिना वो उदास थी। उड़ती उड़ती खबर मिली कि काव्य की बेटी बीमार है। उन दिनों गीतम रोज ही काव्य के आने की राह देखती। उसे लगता काव्य के न आने से कोई उसकी जिंदगी चुरा ले गया है। एक खालीपन ही बचा रह गया था उसके मन में। उस रात बर्फ गिरी थी पहाड़ों पर। रविवार था। सैलानी मॉल रोड पर मौसम का आनंद उठा रहे थे। गीतम अपने कमरे की खिड़की से बाहर की बर्फ़बारी देख रही थी। सहसा उसने देखा घर के नीचे काव्य खड़ा है। मानो उसी की प्रतीक्षा में। वह दो क्षण उसे देखती रही कि एकाएक उसने पाया कि वो काव्य के सामने थी, ये सोचते हुए कि काव्य को इतनी सर्दी से बचा कर घर के भीतर लेती आऊँ। तभी उसके कानों ने काव्य का स्वर सुना, “मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं गीतम,” वो उदास था, “मुझे लगने लगा था कि मेरे और पंक्ति के बीच का प्यार खत्म हो चुका है। उसी प्यार को मैं तुममें ढूँढने लगा था। अपने प्यार का प्रतिदान मिला था तुमसे...” वो कुछ अटक गया, “लेकिन मैंने बहुत सोचा इस बारे में। अपने और पंक्ति के बीच के प्यार को मुझे दोबारा से जीवित करना होगा। अपनी बच्चियों की खातिर। पंक्ति मुझे तलाक भी दे सकती है अगर मैं जोर दे कर कहूं, लेकिन मैं अपनी बेटियों के बिना नहीं रह सकता। उनके बिना मेरा जीवन बिलकुल अंधेरा हो जायेगा।’’ काव्य का गला भर आया। “पंक्ति मेरा मन समझती है। उसने मुझे दोबारा से स्वीकार कर लिया है। लेकिन उसकी एक शर्त है, मुझे तुमसे दूर जाना होगा। मैंने अपना ट्रांसफर दूसरे शहर में करवा लिया है। हम अब कभी नहीं मिलेंगे।’’ गीतम के मन में एक विरक्ति छा गई। उसे लगा जो काव्य उसके पास खड़ा है, वो उसके लिए बिल्कुल अजनबी है। उसके कहे शब्द गीतम के लिए बिल्कुल निरर्थक हो चुके थे। उसकी तरफ देख पाना अब कठिन था गीतम के लिए। वो नहीं समझ सकी कि बीते हुए समय में कितना कुछ साझा किया था उन दोनों ने, फिर इस तरह अलग हो जाने में सिर्फ काव्य की ही मर्जी क्यों? काफी देर तक सुन्न सी खड़ी रही गीतम। उसके भीतर काव्य का जो कुछ भी शेष था वो सब कुछ छोड़ देना चाह रही थी, लेकिन ये इतना आसान तो नहीं था। इस रिश्ते की टूटन से वो कितना टूट चुकी है किसे बताए, कैसे बताए? गीतम बिना कुछ कहे कमरे में लौट आई। दिन, महीने, बरस बीतते गए। गीतम ने पापा की मर्जी से ब्याह किया। पति बहुत अच्छे हैं। दो प्यारे प्यारे बच्चे, सुखी गृहस्थी, सुखी परिवार। गीतम के पति बहुत अच्छी बांसुरी बजाते हैं। उनके लिए गीतम हर शाम अपने जूड़े में फूल सजाती है। जब भी उनके लिए व्रत उपवास करते हुए वो भूखी रहती है तब उसके पति से भी खाना नहीं खाया जाता। सब कुछ तो वैसा ही है जैसी उसने कामना करी थी। लेकिन गीतम को काव्य क्यों याद आता है? वो नहीं समझ पाती कि अगर जाना ही था तो काव्य उसके जीवन में आया ही क्यों था? क्या पंक्ति का प्यार वापस पाने के लिए उसने गीतम को मोहरा बनाया था? वो खुद से पूछती है कि क्या काव्य को उसने माफ कर दिया? शायद कभी नहीं। उसे अक्सर बरसों पहले का समय याद आता है- वो छोटा सा पहाड़ी शहर, उसकी झील, वो ऑफिस, उसकी खिड़की, डेस्क पर फूलदान में खिला गुलाब का फूल… वो बेचैन हो जाती है। उफ्फ! यादें इतनी मारक क्यों होती हैं? ये समय कहीं भी, कभी भी रुकता क्यों नहीं? - आभा श्रीवास्तव E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें
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एशियन गेम्स 2022 में टीम का हिस्सा होंगे; सोशल मीडिया पर स्टोरी पोस्ट कर लिखा- "फाइनली"
IPL 2023 में कोलकाता नाईट राइडर्स के टॉप सोक्रेर रिंकू सिंह ने एशिया गेम्स के लिए भारतीय टीम में चयन होने पर खुशी जताई। रिंकू सिंह ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की। कोलकाता नाईट राइडर्स ने रिंकू के चयन पर उनके फोटो पर “फाइनली” लिखRinku Singh's First Reaction After getting selecting in the india team
IPL 2023 में कोलकाता नाईट राइडर्स के टॉप स्कोरर रिंकू सिंह ने एशिया गेम्स के लिए भारतीय टीम में चयन होने पर खुशी जताई। रिंकू सिंह ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर की। कोलकाता नाईट राइडर्स ने रिंकू के चयन पर उनके फोटो पर “फाइनली” लिख कर पोस्ट किया था। इसे रिंकू ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपलोड किया। वेस्टइंडीज टूर में नहीं मिली थी जगह इससे पहले भारतीय टीम की आगामी टी-20 सीरीज के लिए रिंकू सिंह को टीम में जगह नहीं मिली थी। हार्दिक पंड्या की कप्तानी में टीम वेस्टइंडीज 5 टी-20 की सीरीज खेलेगा। IPL स्टार्स शामिल होंगे, लेकिन रिंकू का नाम नहीं है। कोलकाता के लिए बनाए सबसे ज्यादा रन कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने गुजरात के खिलाफ 5 बॉल पर 5 सिक्स लगा कर अपने नाम का परचम लहराया। इस सीजन आंद्रे रसेल के बुरे फॉर्म में होने के बाद 25 साल के रिंकू सिंह ने कोलकाता के लिए फिनिशर की जिम्मेदार निभाई। 2018 में IPL डेब्यू करने वाले रिंकू ने IPL 2023 में KKR के लिए सबसे ज्यादा 474 रन बनाए हैं। एशियाड में होंगे टी-20 मुकाबले एशियाड चीन के हांगझोऊ शहर में 23 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक होगा। 2014 के बाद फिर से एशियन गेम्स-2022 ​​​​​में क्रिकेट को शामिल किया गया है। गेम्स में मेंस और विमेंस के टी-20 मुकाबले होंगे। गायकवाड के पास कप्तानी एशियाड में भारत के IPL स्टार्स हिस्सा लेंगे। मेंस टीम में कई IPL स्टार्स को मौका मिला है। वहीं ऋतुराज गायकवाड को कप्तानी सौपी गई। एशियाड के लिए मेंस क्रिकेट स्क्वॉड - ऋतुराज गायकवाड (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, राहुल त्रिपाठी, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शाहबाज अहमद, रवि बिश्नोई, आवेश खान, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार, शिवम मावी, शिवम दुबे और प्रभसिमरन सिंह (विकेटकीपर)। स्टैंडबाय: यश ठाकुर, साई किशोर, वेंकटेश अय्यर, दीपक हुडा, साई सुदर्शन।
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जूनियर लेवल पर 49 शतक, यंगेस्ट डबल-सेंचुरियन; 9 फर्स्ट क्लास सेंचुरी, फिर हुआ डेब्यू
भारत से डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल का नाम इन दिनों सभी की जुबां पर हैं। 21 साल के यशस्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉटआउट 143 रन की पारी खेली। उनके लिए कहा जा रहा है कि वे IPL की देन हैं,; Yashasvi Jaiswal Success Story; IPL Performance, Double Century and Achievements
यशस्वी जायसवाल ने भारत से डेब्यू टेस्ट में ही शतक लगाया और क्रिकेट की दुनिया को अपनी पहचान बता दी। यशस्वी 12 साल की उम्र में अपना क्रिकेट करियर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से मुंबई आए थे। 9 साल बाद उन्होंने भारत के लिए डेब्यू किया और पहले ही मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ 171 रन की मैराथन पारी खेल दी। यशस्वी ने शुरुआती दिनों में मुंबई के आजाद मैदान पर प्रैक्टिस की, पैसे नहीं थे तो पानी-पूरी बेची और सफाई तक का काम किया। जूनियर क्रिकेट के 5 साल में 49 शतक लगाए और भारत की अंडर-19 टीम में जगह बनाई। अंडर-19 के बाद रणजी ट्रॉफी, लिस्ट-ए, फर्स्ट क्लास, IPL, इंडिया-ए और टीम इंडिया जहां भी मौका मिला, वहां परफॉर्म किया। यशस्वी ने बताया कि वह IPL नहीं बल्कि भारत के क्रिकेट स्ट्रक्चर की सबसे बड़ी सक्सेस हैं। आगे स्टोरी में हम उनके जूनियर क्रिकेट से टीम इंडिया तक का सफर जानेंगे। शुरुआत यशस्वी के शुरुआती दिनों के स्ट्रगल से करते हैं... 12 साल की उम्र में यूपी से मुंबई आए, टेंट में रहना पड़ा 12 साल की उम्र में यशस्वी क्रिकेट खेलने के लिए उत्तर प्रदेश से मुंबई आ गए। भदोही जिले के सुरियावां गांव में आज भी उनका परिवार रहता है, उनके पिता भूपेंद्र पेंट की छोटी दुकान चलाते थे। यशस्वी शुरुआती 5-6 महीनों तक मुंबई में अपने रिश्तेदार संतोष के यहां रहे। घर छोटा होने के कारण संतोष ने यशस्वी को आजाद मैदान भिजवाया, जहां उन्हें 3 साल तक टेंट में रहना पड़ा। यशस्वी टेंट में ही सोते थे, यहां तक कि कुछ पैसे कमाने के लिए पानी पुरी बेची और दुधवाले के यहां सफाई भी की। आजाद मैदान पर एक मैच के दौरान लोकल कोच ज्वाला सिंह ने उन्हें देखा और 2 साल तक ट्रेनिंग दी। यहीं से जूनियर क्रिकेट में यशस्वी का करियर शुरू हुआ। 5 साल में 49 सेंचुरी, अंडर-19 टीम में जगह बनाई यशस्वी ने 13-14 साल की उम्र में मुंबई की अंडर-19 टीम में जगह बनाई। उन्होंने 5 साल में ही 49 शतक लगा दिए और भारत की अंडर-19 टीम में भी शामिल हुए। लेकिन शुरुआती 2 मैचों में यशस्वी 15 और एक रन ही बना सके, जिस कारण उन्हें प्लेइंग-11 से ड्रॉप कर दिया गया। यहां तक कि सितंबर 2019 में हुए अंडर-19 एशिया कप में उन्हें मौका तक नहीं मिला। विजय हजारे में दोहरा शतक बनाया यशस्वी ने अंडर-19 के बाद मुंबई की सीनियर टीम में भी जगह बनाई। उन्होंने 50 ओवर के घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई से ओपनिंग की और पहले ही मैच में 113 रन बना दिए। उन्होंने सीजन में 22, 122, 203 और 60* रन की पारियां खेलीं। 17 की उम्र में लिस्ट-ए डबल सेंचुरी बनाने वाले यशस्वी सबसे युवा खिलाड़ी बने। यशस्वी ने विजय हजारे के 6 ही मैचों में 564 रन बना दिए और सीजन के टॉप स्कोरर देवदत्त पड्डीकल से महज 45 रन पीछे रहे। पड्डीकल ने 11 मैच में 609 रन बनाए थे। यशस्वी अब तक 32 लिस्ट-ए मैचों में 7 फिफ्टी और 5 सेंचुरी के सहारे 1511 रन बना चुके हैं। अंडर-19 वर्ल्ड कप में लीडिंग रन स्कोरर लिस्ट-ए में परफॉर्मेंस के बाद यशस्वी को फिर से भारत की अंडर-19 टीम में मौका मिला। उन्होंने श्रीलंका और नेपाल के खिलाफ शतक लगाए और वर्ल्ड कप टीम में भी जगह बना ली। साउथ अफ्रीका में जनवरी-फरवरी 2020 के दौरान हुए वर्ल्ड कप में यशस्वी ने सबसे ज्यादा 400 रन बनाए। उन्होंने 6 मैचों में एक शतक और 4 फिफ्टी लगाईं। उनका शतक पाकिस्तान टीम के खिलाफ आया था। यशस्वी एक मैच में फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने से इसलिए चूक गए क्योंकि जापान की टीम पहली पारी में 41 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। उन्होंने ही अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में 88 रन बनाकर टीम को 177 रन के स्कोर तक पहुंचाया। लेकिन टीम बांग्लादेश के खिलाफ करीबी मुकाबला 3 विकेट से हारकर खिताब नहीं जीत सकी थी। 400 रन बनाने और 3 विकेट लेने के लिए यशस्वी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। IPL में राजस्थान ने ₹2.4 करोड़ में खरीदा, मौके कम मिले अंडर-19 वर्ल्ड कप के बाद IPL ऑक्शन हुआ। यशस्वी को राजस्थान रॉयल्स ने 2.4 करोड़ रुपए की रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया। पहले सीजन उन्हें 3 ही मैच खिलाए गए, लेकिन रॉयल्स टीम की एकेडमी में इंटरनेशनल कोच और खिलाड़ियों के साथ यशस्वी ने अपनी टेक्निक और स्किल पर बहुत ज्यादा काम किया। रणजी में लगातार 3 शतक, फर्स्ट क्लास में 9 सेंचुरी 2021-22 की रणजी ट्रॉफी में यशस्वी को मुंबई से 3 मैच खेलने का मौका मिला। ये मैच क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल थे, उन्होंने इनमें 3 शतक और एक फिफ्टी लगाई। उत्तर प्रदेश के खिलाफ सेमीफाइनल में तो उन्होंने दोनों ही पारियों में शतक लगाए और टीम को फाइनल में पहुंचाया। यशस्वी ने 83 की औसत से 498 रन बनाए और अपनी टीम के दूसरे टॉप स्कोरर रहे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यशस्वी ने अब तक 15 ही मैच खेले। इनमें वह 80.21 की औसत से 1845 रन बना चुके हैं। इनमें उन्होंने 9 शतक लगा दिए। उनका कन्वर्जन रेट बेहद शानदार रहा, वह अब तक केवल 2 बार फिफ्टी बनाने के बाद स्कोर को सेंचुरी में कन्वर्ट नहीं कर सके हैं। दलीप ट्रॉफी, इंडिया-ए डेब्यू पर शतक यशस्वी को दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन से खेलने का मौका मिला। सितंबर 2022 में उन्होंने दलीप ट्रॉफी डेब्यू पर ही 228 रन बना दिए और अपनी टीम को पहली पारी में अहम बढ़त दिलाई। सेमीफाइनल में वह कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन फाइनल में 265 रन की मैराथन पारी खेल कर अपनी टीम को जीत दिलाई। उन्हें नवंबर में बांग्लादेश दौरे पर इंडिया-ए टीम में मौका मिला और यहां भी उन्होंने डेब्यू पर ही सेंचुरी लगा दी। मार्च 2023 में यशस्वी ने रेस्ट ऑफ इंडिया से खेलते हुए ईरानी कप में डेब्यू किया। इस बार उन्होंने रणजी चैम्पियन मध्य प्रदेश के खिलाफ एक दोहरा शतक और एक सेंचुरी बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। RR ने रिटेन किया, यशस्वी एमर्जिंग प्लेयर ऑफ IPL बने घरेलू क्रिकेट और अंडर-19 में शानदार परफॉर्म करने के बाद बारी IPL की आई। 2021 में यशस्वी को 10 मैच मिले, वह एक फिफ्टी के सहारे 249 रन ही बना सके। 2022 में मेगा ऑक्शन से पहले राजस्थान ने यशस्वी पर भरोसा जताया और उन्हें रिटेन किया। उस सीजन भी उन्हें 10 मैच मिले, वह 2 फिफ्टी के सहारे 258 रन ही बना सके। 2023 सीजन से पहले राजस्थान ने फिर यशस्वी को रिटेन किया और जोस बटलर के साथ सभी मैचों में ओपनिंग करने भेजा। यशस्वी ने इस बार विस्फोटक बैटिंग की और बटलर से भी ज्यादा रन बनाए। उन्होंने मुंबई इंडियंस टीम के खिलाफ अपना पहला IPL शतक लगाया और पूरे सीजन 163.61 के स्ट्राइक रेट से 625 रन बना दिए। इस परफॉर्मेंस के लिए उन्हें एमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया। इंडिया डेब्यू पर भी शतक क्रिकेटर बनने के लिए यूपी से मुंबई पहुंचे 12 साल के यशस्वी को 9 साल बाद अपनी मेहनत का फल मिला। अंडर-19, घरेलू क्रिकेट, लिस्ट-ए और IPL सभी जगह रन बनाने के बाद उन्हें आखिरकार भारतीय टीम में जगह मिली। 12 जुलाई को वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हें पहले टेस्ट में रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने का मौका मिला। उन्होंने मौके को भुनाया को डेब्यू पारी में ही शतक लगा दिया। वह मैच के तीसरे दिन 387 गेंद पर 171 रन बनाकर आउट हुए। सेंचुरी के बाद उन्होंने कहा, 'सेंचुरी लगाना मेरे लिए इमोशनल मोमेंट था, मैं इस शतक को अपने माता-पिता को समर्पित करना चाहता हूं। उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया।' एशियन गेम्स के लिए भी मौका मिला यशस्वी को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट के साथ टी-20 सीरीज की टीम में भी मौका दिया गया। पहले टेस्ट के बाद 20 से 24 जुलाई तक दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा। फिर 3 अगस्त से 5 मैचों की टी-20 सीरीज शुरू होगी। यशस्वी सितंबर-अक्टूबर में होने वाले एशियन गेम्स में भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। शुक्रवार देर रात जारी हुई टीम में उन्हें चुना गया गया है। माना जा रहा है कि बेहतरीन परफॉर्मेंस के आधार पर उन्हें आयरलैंड के खिलाफ 3 टी-20 की सीरीज में भी मौका दिया जाएगा। एशियन गेम्स और वर्ल्ड कप एक ही साथ खेले जाएंगे, ऐसे में उन्हें वनडे वर्ल्ड कप में मौका तो नहीं ही मिलेगा। लेकिन उनका शानदार फॉर्म जारी रहा तो वह जल्द ही भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में डेब्यू कर सकते हैं।
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CM योगी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में की थी टिप्पणी
Azam Khan Hate Speech Case; रामपुर की MP-MLA कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। आजम ने एक चुनावी सभा में CM-DM पर आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की थीं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
2019 के हेटस्पीच मामले में सपा नेता आजम खान को 2 साल की सजा सुनाई गई है। शनिवार को रामपुर की MP-MLA कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। आजम ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में CM-DM पर आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणियां की थीं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस पर भाजपाइयों ने जमकर हंगामा किया था। इसके बाद ADO पंचायत अनिल कुमार चौहान ने थाना शहजाद नगर में केस दर्ज कराया था। अनिल ने आचार संहिता के लागू होने के बावजूद आजम पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया था। आजम खान पर 3 धाराओं में केस दर्ज हुआ था। अभियोजन पक्ष के सहायक अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने कहा, "आजम को 3 धाराओं में सजा सुनाई गई है। दो धाराओं में 2-2 साल की सजा सुनाई है। जबकि 1 धारा में 1 महीने की सजा सुनाई गई है। आजम ने मुख्यमंत्री और तत्कालीन डीएम के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था।" जिस केस में आजम की विधायकी गई, उसी में हुए थे बरी इससे पहले 25 मई को हेटस्पीच के एक दूसरे केस में आजम खान को बड़ी राहत मिली थी। 2019 में पीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में रामपुर की स्पेशल MP/MLA कोर्ट ने आजम को बरी कर दिया था। आजम को इसी केस में MP/MLA कोर्ट की निचली अदालत से 3 साल की सजा हुई थी। सजा के बाद उनकी विधायकी चली गई थी। इसके बाद इस सीट पर उप चुनाव हुआ, जिसमें आजम पर केस करने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना विधायक चुने गए थे। 2008 में सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर हुई थी सजा इससे पहले 14 साल पुराने मामले में आजम और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को मुरादाबाद की MP-MLA कोर्ट ने 2-2 साल की सजा सुनाई थी। दरअसल, हरिद्वार हाईवे पर मुरादाबाद के छजलैट थाने के सामने 2 जनवरी 2008 को मुरादाबाद के तत्कालीन SSP प्रेम प्रकाश ने पूर्व मंत्री आजम खान की गाड़ी चेकिंग के लिए रुकवाई थी। इसके बाद उन्होंने आजम की गाड़ी पर लगा हूटर भी उतरवा दिया था। इस बात को लेकर विवाद बढ़ गया था। आजम खान वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए थे। आस-पास के जिलों से भी सपा के नेता और कार्यकर्ता छजलैट पहुंच गए थे। तब आजम समेत दूसरे सपा नेताओं पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, भीड़ को उकसाने, बवाल कराने समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। 27 महीने तक जेल में रहे थे आजम आजम खान अलग-अलग मामलों में 27 महीने तक जेल में रहे। उन्हें 19 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी। इसके बाद 20 मई की सुबह वह सीतापुर जिला जेल से रिहा हुए थे। इस दौरान उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, अदीब आजम और सपा नेता शिवपाल यादव भी मौजूद थे। आजम के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी पर भी सवाल उठते रहे हैं। आरोप है कि जौहर यूनिवर्सिटी बनाने के लिए आजम ने अपने रसूख का गलत इस्तेमाल किया। आजम रामपुर विधानसभा सीट से 10 बार विधायक रह चुके हैं। अब जानिए आजम ने भाषण देते समय क्या कहा था... 2019 का लोकसभा चुनाव सपा ने बसपा के साथ गठबंधन में लड़ा था। उस समय आजम खान रामपुर संसदीय सीट से सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी थे। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री और तब के डीएम समेत कई अफसरों के खिलाफ बयान दिए थे। आजम ने सीएम योगी, प्रदेश सरकार पर आपत्तिजनक बातें कहीं थी। उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी पर एक्शन को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा था। आजम ने भाषण शायरी के साथ कुछ इस अंदाज में शुरू किया था। कहा, "तुझको मालूम है दुनिया तुझे क्या कहती है, हाथ रख लेती है कानों पर तेरे नामों के साथ। कुछ दिन और रहे गर यही हालात-ए-चमन, बैठ सकता सय्याद भी आराम के साथ। इंकलाब है जुल्म के खिलाफ, नाइंसाफी के खिलाफ, फ्रिज से गोश्त निकालकर इंसान की जान लेने वालों के खिलाफ, जानवर के जिस्म से खाल उताकर अपने बच्चों को रोटी देने वाले, इंसानों के जिस्म से खाल उतारने वाले....के खिलाफ। इंकलाब है ये। एक ऐसा इंकलाब जिसमें आग बरसेगी आसमान से, जिसमें जमीन से पानी उगलेगा। जालिम को उसके एक-एक जुर्म का बदला चुकाना पड़ेगा। पिछले 5 बरस हिंदुस्तान के 125 करोड़ लोग खून के आंसू रोए हैं। मजदूर रोया है। किसान रोया है। मां रोई है। बहन रोई है। बेटी रोई है। नंगा रोया है। भूखा रोया है। आओ इंतकाम लो, एक-एक आंसू का बदला लो। तुम्हारा उधार है। तुम्हारा कर्ज है।" आजम खान ने कहा, "तुम्हारे साथ धोखा हुआ है। तुम्हें बर्बाद किया है। तुम्हें लूटा है। तुम्हारे साथ पांच साल तक जिल्लत हुई है। इंसानियत के @....हैं ये, जो इनसे बदला नहीं लेगा, जो जुल्म के खिलाफ नहीं लड़ेगा वह भी जालिम है। सोच लो यह पहला मौका मिला है। 70 साल की आजादी के बाद, यह ख्वाब पहली बार शर्मिंदा-ए-ताबीर हुआ है। ऐ कमजोरों, ऐ जमाने के सताए हुए लोगों, वे लोग जिन्हें मंदिर की दहलीज तक नहीं जाने दिया गया। सदियों नाइंसाफी झेलने वाले लोग एक मंच पर आए हैं। आओ तारीख बदल दो।" अब ग्राफिक के जरिए जानिए आजम खान का राजनीतिक सफर- आजम खान से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... 42 साल बाद आजम के पास कोई सुरक्षा नहीं:Y-कैटेगरी सिक्योरिटी हटाई गई सपा नेता आजम खान को एक और झटका लगा है। UP सरकार ने आजम खान की Y-श्रेणी की सुरक्षा हटा ली है। Y-श्रेणी के गनर और आवास पर तैनात गारद को रामपुर के SP ने पुलिस लाइन वापस बुला लिया है। VVIP की सुरक्षा को लेकर पिछले साल 8 नवंबर को राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की एक बैठक हुई थी। इसमें समिति ने कहा था कि आजम खान के लिए Y-श्रेणी की सुरक्षा बनाए रखने का कोई औचित्य नहीं है। पढ़ें पूरी खबर... आजम की Y श्रेणी सुरक्षा वापस, घर पर पुलिस तैनात: 24 घंटे पहले हटाई गई थी सुरक्षा, सपाई बोले- यह एक साजिश लग रही है रामपुर में आजम खान की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस कर दी गई है। उनके घर पर फिर से पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। 24 घंटे पहले ही उनकी सुरक्षा वापस ली गई थी। इसको लेकर सपा के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी लिखित प्रतिक्रिया जाहिर की है। यहां पढ़ें पूरी खबर
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गिरने से बाल बाल बचीं एक्ट्रेस, सामने आया वीडियो
जान्हवी कपूर अपने आप को फिट रखने के लिए काफी अपना वर्कआउट और एक्सरसाइज नहीं छोड़ती हैं। इसी बीच एक्ट्रेस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमे वह पिलाटेस करते हुए गिरने से बाल बाल बचीं। दरअसल, हुआ यूं कि की जबActress narrowly escaped falling, video surfaced while doing workout
जान्हवी कपूर अपने आप को फिट रखने के लिए काफी अपना वर्कआउट और एक्सरसाइज नहीं छोड़ती हैं। इसी बीच एक्ट्रेस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वह पिलाटेस करते हुए गिरने से बाल बाल बचीं। दरअसल, हुआ यूं कि की जब वह स्ट्रेचिंग कर रही थी, तो उनका बैलेंस बिगड़ गया और वह गिरने ही वाली थीं। ट्रेनर ने शेयर किया वीडियो जान्हवी के इस वीडियो में वह ऑरेंज टॉप और मैचिंग शॉर्ट्स में नजर आ रही हैं। उन्होंने अपने बालों का जुड़ा बनाया हुआ है। जान्हवी वर्कआउट के दौरान अपने आप को बैलेंस करने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि उनका बैलेंस बिगड़ जाता है और वह नीचे गिरने ही वाली होती हैं कि तभी उन्होंने खुद को संभाल लिया। जान्हवी का ये वीडियो उनकी फिटनेस ट्रेनर नम्रता पुरोहित ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। अब ये तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जान्हवी के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स जान्हवी कपूर जल्दी ही फिल्म बवाल में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ वरुण धवन भी लीड रोल में हैं। यह फिल्म 21 जुलाई को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी। इसके अलावा जान्हवी जल्दी ही जूनियर एनटीआर की फिल्म से टॉलीवुड डेब्यू करेंगी। 'एनटीआर 30' अगले साल 5 मार्च, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। ये जूनियर एनटीआर की पहली सोलो पैन इंडिया फिल्म है, जिसे तेलुगु के साथ-साथ तमिल, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम भाषा में रिलीज किया जाएगा। जान्हवी के पास 'मिस्टर एंड मिसेज माही' और 'बड़े मियां छोटे मियां' भी पाइप लाइन में है।
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महमूद गजनवी के साेमनाथ आक्रमण पर बेस्ड है फिल्म, 12 भाषाओं में पैन-इंडिया रिलीज होगी
The Battle Story of Somnath Teaser टीजर में मेकर्स ने भगवान शिव के पहले ज्योर्तिलिंग की कहानी दिखाई है।
पैन-इंडिया फिल्म ‘द बैटल स्टोरी ऑफ सोमनाथ’ का टीजर रिलीज हो चुका है। शनिवार को एक एनिमेटेड टीजर रिलीज करते हुए मेकर्स ने फिल्म की अनाउंसमेंट की। टीजर में दिखाई पहले ज्योर्तिलिंग की कहानी टीजर में मेकर्स ने भगवान शिव के पहले ज्योर्तिलिंग की कहानी दिखाई है। इसमें बताया गया कि चंद्र देव ने सतयुग में इसे सोने से बनाया था। इसके बाद रावण ने त्रेतायुग में इसे तांबे से बनवाया था और फिर द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने इसे लकड़ी से बनवाया था। महमूद गजनवी के आक्रमण पर बेस्ड है फिल्म फिल्म की कहानी 1025 ईस्वी में सोमनाथ मंदिर पर महमूद गजनवी द्वारा किए गए आक्रमण के इर्द-गिर्द बुनी गई है। टीजर में मेकर्स ने दिखाया है कि यह इतिहास का एकमात्र ऐसा युद्ध था जिसे आम लोगों ने मिलकर लड़ा था। इस युद्ध में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। पुननिर्माण का भी किया जिक्र कहा जाता है कि गजनवी ने सोमनाथ मंदिर से 20 लाख दीनार की संपत्ति लूटी थी। इसके साथ ही उसने मंदिर की मूर्तियों और ज्योर्तिलिंग को टुकड़ों में तोड़ दिया था। फिल्म के टीजर में सोमनाथ मंदिर पर हुए आक्रमण के बाद हुए पुननिर्माण का भी जिक्र किया गया है। आखिरी बार भारत के पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इसका पुनर्निमाण करवाया था। 12 भाषाओं में होगी रिलीज इसे 2इडियट फिल्म्स और मनीष मिश्रा ने प्रोड्यूस किया है। वहीं इस फिल्म को लिखा और डायरेक्ट अनूप थापा ने किया है। यह 12 भाषाओं में रिलीज होगी।
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इसकी लत पोर्नोग्राफी से खतरनाक, टीनएजर्स को लगी ‘जीरो इनबॉक्स’ की आदत, 4 तरीकों से उतारें बुखार
हर व्यक्ति रोज 2,500 बार स्मार्टफोन को टैप, क्लिक और स्वाइप करता है। यह पार्टनर को टच करने के मुकाबले 100 गुना अधिक है। हमें 30 मिनट मोबाइल पर चिपकने के बजाय 30 मिनट वॉर्मअप के लिए देने चाहिए, 20 मिनट इंटरनेट के लिए देने की जगह 3 नए शब्द सीखने पर जोर दें।
15 जुलाई यानी आज ‘सोशल मीडिया गिविंग डे’ है। एक ऐसा दिन जो बताता है कि सोशल मीडिया से समाज में पॉजिटिव बदलाव लाने के साथ ही जरूरतमंदों की जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है। इस नजरिए से सोशल मीडिया तो समाज के लिए फायदेमंद साबित होता, लेकिन इसकी ज्यादती से व्यक्ति गलत आदतों की तरफ खिंच रहा है, जिससे जिंदगी पर बुरा असर देखने को मिल रहा है। राजस्थान के युवक को गांजा छोड़ सोशल मीडिया की लत लगी ‘राजस्थान के अजमेर में 25 साल के एक लड़के को भांग खाने और गांजा पीने की आदत थी। स्मार्टफोन हाथ में आने के बाद सोशल मीडिया पर बने रहने का आधे घंटे का शौक धीरे-धीरे 10-12 घंटे में बदल गया। नशे की आदत तो छूटी, लेकिन सोशल मीडिया के इस्तेमाल ने पोर्नोग्राफी की लत में धकेल दिया। जो मजा भांग से मिल रहा था, वो सोशल मीडिया से मिलने लगा।’ लिव-इन कपल के रिश्ते के बीच आया सोशल मीडिया ‘बेंगलुरु में लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे इस कपल के बीच सोशल मीडिया एडिक्शन आ गया। नॉर्मल लड़का पोर्नोग्राफी एडिक्ट बन गया। देर रात तक पोर्नोग्राफी देखता। नौबत ब्रेकअप तक आ गई। जब कपल को इसका अहसास हुआ कि रिलेशनशिप नहीं बचेगी तो वो सोशल मीडिया डिएडिक्शन सेंटर आए। छह महीने के ट्रीटमेंट के बाद लड़के के सिर से सोशल मीडिया का बुखार उतरा।’ ये दोनों मामले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (NIMHANS) बेंगलुरु के SHUT क्लिनिक में अध्ययन का विषय बने। फाइव C से होती है सोशल मीडिया एडिक्ट की पहचान मेंटल हेल्थ पर काम करने वाली देश की सबसे बड़ी संस्था NIMHANS की ओर से 2014 में SHUT (सर्विस फॉर हेल्दी यूज ऑफ टेक्नोलॉजी) क्लिनिक की शुरुआत की गई थी। SHUT क्लिनिक के हेड डॉ. मनोज शर्मा के अनुसार फाइव C या फाइव सीक्रेट के जरिए सोशल मीडिया के बुखार की पहचान की जाती है। इसे क्रिएटिव ग्राफिक के जरिए समझते हैं- SHUT क्लिनिक में हर सप्ताह आ रहे 15 से 20 केस डॉ. मनोज शर्मा बताते हैं कि करीब 10 साल पहले सोशल मीडिया पर इतनी चहल-पहल नहीं थी। तब हर सप्ताह 2 से 3 केस ही आते थे। अब हर हफ्ते यहां देश भर से 15 से 20 केस आ जाते हैं। इनमें से ज्यादातर गंभीर होते हैं। पेरेंट्स आज अपने बच्चों को भी लेकर आते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि हालात उनके कंट्रोल से बाहर जा रहे हैं। SHUT क्लिनिक में शुक्रवार की सुबह 9.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक हेल्पलाइन एक्टिव रहती है, जिसमें 7-8 कॉल पर ही काउंसलिंग हो पाती है। जबकि NIMHANS बेंगलुरु में लोग पूरे देश से आकर सोशल मीडिया एडिक्शन का इलाज करवाते हैं। खबर में आगे बढ़ने से पहले एक पोल में अपनी राय देते चलें- 16 से 19 की उम्र के बच्चों में सोशल मीडिया की लत सबसे अधिक सोशल मीडिया यूज करने में सबसे आगे 16 से 19 की उम्र के टीनेजर्स हैं। दोस्तों के साथ ऑनलाइन गेम खेलना, वॉट्सऐप चैट करना, रील्स बनाना, सेल्फी लेना, फेसबुक-इंस्टा पर लगातार बने रहना ये समस्या सबमें देखने को मिलती है। इसके बाद 25 या इससे अधिक की उम्र के लोग हैं जिनमें सोशल मीडिया एडिक्शन देखा जा रहा। ये फोन पर पोर्नोग्राफी या वेब सीरीज देखने के एडिक्ट होते हैं। टीनएजर्स में ‘जीरो इनबॉक्स’ की टेंडेंसी खतरनाक सोशल मीडिया यूजर्स में एक आदत और देखने को मिलती है जिसे मनोवैज्ञानिक अपनी भाषा में ‘जीरो इनबॉक्स टेंडेंसी’ कहते हैं। यानी मैसेज के फ्लैश करते ही उसे खोलकर तुरंत पढ़ना और जवाब देना। टीनएजर्स की अपडेटेड रहने की चाहत उन्हें बार-बार सोशल मीडिया देखने की लत लगा देती है। ग्रेटर नोएडा की कंपनी एडोरिका केयर के फाउंडर अभिषेक पांडे बताते हैं कि सोशल मीडिया पर लोगों के हजारों फ्रेंड्स होते हैं, लेकिन अपने ही परिवार में उनका कम्युनिकेशन नहीं होता। घर में रहने के बावजूद पत्नी से फेस-टू-फेस बात नहीं होती। हालांकि वॉट्सऐप के जरिए वे तुरंत जवाब दे देते हैं। आमने-सामने बात करने से ज्यादा वॉट्सऐप पर जवाब लिखना रिश्तों में बड़ी समस्या बनकर उभरा है। ‘पैटी यूजर’ की निशानी- सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और बेहूदा हरकतें ‘हैशटैग पैटी’! ‘डॉन्ट बी ए पैटी सोशल मीडिया यूजर। यानी सोशल मीडिया को छोटी और हल्की बात करने के लिए इस्तेमाल न करें।’ सीआईपी के डॉ. वरुण कुमार बताते हैं कि इस हैशटैग के पीछे सोशल मीडिया यूजर को ये संदेश देना है कि सोशल मीडिया को घटिया हरकतों की शोविंडो न बनाएं। तौलिए में अधखुले शरीर की फोटो, बाथरूम में ली गई सेल्फी, किसी कमेंट पर गाली-गलौज, बिना परमिशन किसी को फेसबुक पेज या ग्रुप से जोड़ना, ये सब हरकतें सोशल मीडिया के ‘पैटी यूजर’ होने का उदाहरण हैं। सोशल मीडिया के बाद अब ‘डिस्कॉर्ड’ पर पोर्न देख रहे टीनेजर्स डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि टीनेजर्स केवल सोशल मीडिया यूज ही नहीं करते बल्कि नई-नई चीजें एक्सप्लोर भी कर रहे हैं। किसी सोशल मीडिया ऐप में कौन सा नया फीचर लॉन्च हुआ, ये सबसे पहले टीनेजर्स को पता चलता है। डिस्कॉर्ड इसी तरह का एक फ्री कम्युनिकेशन ऐप है जहां अपनी आवाज और वीडियो शेयर किए जाते हैं। ऐसे प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम गेम्स और प्रोग्राम होने के अलावा फ्रेंड्स के साथ चैट भी कर सकते हैं। इस पर आप यूट्यूब और स्पॉटिफाई जैसे ऐप्स को भी कनेक्ट कर सकते हैं। डॉ. मनोज ने बताया कि डिस्कॉर्ड में खतरनाक बात यह है कि बच्चे AI जेनरेटेड चाइल्ड सेक्शुअल एब्यूज मैटिरियल शेयर करते हैं। वे ग्रुप या कम्युनिटी बनाकर पोर्न देखते हैं। इसके सर्वर को डेटिंग प्लेटफॉर्म के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। जापान की तरह भारत में भी ‘हिकोकोमोरी’, वजह सोशल मीडिया घर में अपने आपको बंद रखना, दोस्तों-रिश्तेदारों से नहीं मिलना, किसी पार्टी या फंक्शन से किनारा करना, ऐसी मानसिक स्थिति को जापान में ‘हिकोकोमोरी’ कहते हैं। भारत में भी सोशल आइसोलेशन के मामले सामने आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल माना जा रहा है। डॉ. मनोज बताते हैं कि SHUT क्लिनिक में एक महिला अपने मरीज बेटे के साथ आई जो पहले एक्स्ट्रोवर्ट था, लेकिन अब इंट्रोवर्ट हो गया है। वह किसी से बात नहीं करता। बात करते समय उसकी जुबान लड़खड़ाती है। इंस्टाग्राम, फेसबुक चलाने में भारत दुनिया का नंबर वन देश है। इसलिए जापान जैसी स्थिति भारत में भी जल्द ही देखने को मिल सकती है, जो कि विकराल सूरत लेकर सामने आ सकती है- डिजिटल जेनरेशन FOMO फोबिया की शिकार डिजिटल जेनरेशन का सबसे बड़ा डर यह है कि किसी जानकारी को लेकर वे पिछड़ें नहीं। वॉट्सऐप से कुछ देर की दूरी उन्हें डराती है, उन्हें लगता है कि उनसे कुछ छूट न जाए। इसे ही FOMO यानी ‘फियर ऑफ मिसिंग आउट’ कहते हैं। यह एक तरह का फोबिया है। ऐसे में उंगलियां हमेशा नया देखने के लिए इंस्टा, फेसबुक, ट्विटर पर घूमती रहती हैं। देखी हुई रील्स आने पर झल्लाते हैं कि आजकल कुछ नया नहीं चल रहा। सैमसंग ने FOMO को JOMO में बदला, की नई शुरुआत ‘सोशल मीडिया डिटॉक्स’ पुस्तक में डॉ. स्टीव हैरिस बताते हैं कि अब समय है कि FOMO को JOMO में बदल दिया जाए। यानी ‘जॉय ऑफ मिसिंग आउट।’ यह सोच कि ‘मैं कुछ मिस कर रहा हूं, चलो बहुत अच्छा है।’ इसलिए मोबाइल बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सैमसंग की ओर से एक ऑफलाइन बॉक्स ऑफर किया जाता है। इसमें सेल फोन को एक छोटे ट्रांसपेरेंट बॉक्स में बंद कर देते हैं। फिर इसे एक निश्चित समय बाद खोला जाता है। यह स्मार्टफोन से दूरी बनाने का एक तरीका है। सपोर्ट सिस्टम बढ़ता नहीं, घटता जाता है कई लोग इंस्टाग्राम और ट्विटर पर अपने हजारों फॉलोअर्स देख खुश होते हैं। यूट्यूब ने सिल्वर बटन दे दिया, रील्स ने रिकॉर्ड बना दिया। इससे लगता है कि हमारा सोशल कैपिटल, सपोर्ट सिस्टम बढ़ गया, नेटवर्क स्ट्रॉन्ग हो गया, लेकिन जरूरत पड़ने पर यह सिस्टम मदद को आगे नहीं आता। डॉ. मनोज बताते हैं कि ऐसे लोगों का ऑफलाइन सपोर्ट सिस्टम यानी असली रिश्ते खत्म हो जाते हैं। जब तक आप एक्टिव रहते हैं तभी तक वाहवाही होती है, वरना कोई नहीं पूछता। इसे ‘सोशल ब्रेन हिप्नोसिस’ कहा जाता है। आप जिंदा हैं या नहीं, यह केवल कॉन्टैक्ट लिस्ट के पहले 50 लोगों को ही फर्क पड़ता है। असल सपोर्ट सिस्टम छूटने से साइको सोशल समस्याएं खड़ी होती हैं और व्यक्ति मानसिक परेशानियों से जूझते हैं। इस स्थिति को ‘साइकोपैथोलॉजी’ कहते हैं। इसमें सेल्फ स्टीम कम हो जाती है, झुंझलाहट और डिप्रेशन बढ़ता है। चुप रहना, उदास रहना, कम खाना, शराब पीना, नींद नहीं आना, खुद को कमरे में बंद रखना…ये लक्षण हों तो किसी मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल के पास जाने में हिचकें नहीं। कई ऐसे ऐप भी हैं जो सोशल मीडिया एडिक्शन को छुड़ाने में मदद करते हैं- सोशल मीडिया डिटॉक्स के 4 टूल SHUT क्लिनिक ने सोशल मीडिया डिटॉक्स के चार टूल्स बताए हैं- डॉ. मनोज बताते हैं कि व्यक्ति हर दिन 2,500 बार स्मार्टफोन को टैप, क्लिक और स्वाइप करता है। यह पार्टनर को टच करने के मुकाबले 100 गुना अधिक है। हमें 30 मिनट मोबाइल पर चिपकने के बजाय 30 मिनट वॉर्मअप के लिए देने चाहिए, 20 मिनट इंटरनेट के लिए देने की जगह 3 नए शब्द सीखने पर जोर दें और 30 मिनट मोबाइल पर बात करने की जगह 30 मिनट मेडिटेशन पर दें तो हर किसी के जीवन में बदलाव देखने को मिलेगा। बीएचयू की महिला महाविद्यालय की साइकोलॉजी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वंदना गुप्ता बताती हैं कि जब इंटरनेट या सोशल मीडिया नहीं था तब भी लोग बात करते और दुख-सुख साझा करते थे। अब लोग मोबाइल में सिर गड़ाए यूट्यूब पर समस्या का हल खोजते हैं। अब समय आ गया है कि सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाकर अपनों से जुड़ा जाए। ग्राफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।