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महिलाओं को एक साल और पुरुषों को एक महीने की छुट्‌टी मिलेगी
Sikkim Civil Service Officers Annual Meeting Update - सिक्किम के मुख्यमंत्री ​​प्रेम सिंह तमांग ने बुधवार को सरकारी कर्मचारियों की मैटरनिटी और पैटरनिटी लीव बढ़ाने का फैसला लिया है। अब यहां महिलाओं को एक साल और पुरुषों को एक महीने की लीव कर दी गई
सिक्किम के मुख्यमंत्री ​​प्रेम सिंह तमांग ने बुधवार को सरकारी कर्मचारियों की मैटरनिटी और पैटरनिटी लीव बढ़ाने का फैसला लिया है। अब यहां महिलाओं को एक साल और पुरुषों को एक महीने की लीव कर दी गई। सीएम ने सिक्किम राज्य के सिविल सर्विस ऑफिसर की सालाना बैठक के दौरान यह बात कही। साथ ही कहा कि हम सर्विस के नियमों में बदलाव करेंगे। यह सरकारी कर्मचारियों के परिवार और बच्चों के बेहतर देखभाल लिए फायदेमंद होगा। सीएम ने सिविल सर्वेंट्स को राज्य की बैक बोन कहा सीएम तमांग ने सिविल सर्वेंट्स को राज्य प्रशासन को रीढ़ की हड्‌डी बताया। उन्होंने कहा कि सिविल सर्वेंट्स सिक्किम और यहां के लोगों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे। उन्होंने हाल ही में चयनित सिविल सर्वेंट्स को शुभकामनाएं दी और उनके बेहतर भविष्य की कामना की। क्या कहता मैटरनिटी बेनिफीट एक्ट? भारतीय संविधान के तहत नौकरी करने वाली महिलाओं के हित के लिए मैटरनिटी बैनिफिट एक्ट बनाया गया है। इस एक्ट के अनुसार पहले दो बच्चों के जन्म पर कामकाजी महिला को 26 हफ्तों की पेड लीव मिलती है। वहीं, तीसरे बच्चे के जन्म के समय 4 हफ्तों तक की छुट्टी मिल सकती है। अगर कोई महिला किसी बच्चे को गोद लेती है तो एक साल तक की छुट्टी का प्रावधान है। सबसे कम आबादी वाला राज्य है सिक्किम साल 2011 की जनगणना के मुताबिक सिक्किम देश में सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य है। 2011 में सिक्किम की आबादी लगभग 6 लाख 10 हजार थी। साल 2022 में आधार कार्ड के आंकड़ों के मुताबिक आबादी बढ़कर 6 लाख 71 हजार हो गई। आबादी की ग्रोथ रेट 10 फीसदी रही।
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झारखंड नगर सेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षा के लिए आवेदन का आज आखिरी दिन, 921 पदों पर होगी भर्ती
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की झारखंड नगर सेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षा 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का आज यानी 27 जुलाई 2023 आखिरी दिन है। जिन उम्मीदवारों ने अभी तक इन पदों के लिए आवेदन न किया हो, वे आधिकारिक वेबसाइट jssc.nic.in पर
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की झारखंड नगर सेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षा 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का आज यानी 27 जुलाई 2023 को आखिरी दिन है। जिन उम्मीदवारों ने अभी तक इन पदों के लिए आवेदन न किया हो, वे ऑफिशियल वेबसाइट jssc.nic.in पर जाकर रात 11.59 बजे तक रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकते हैं। इस एग्जाम के लिए फीस भरने की आखिरी तारीख 29 जुलाई 2023 तक है। उम्मीदवार 02 से 04 अगस्त 2023 तक अपने फॉर्म में बदलाव कर सकेंगे। वैकेंसी डिटेल्स एप्लीकेशन फीस उम्मीदवारों को 100 रुपये फीस का भुगतान करना होगा। जबकि एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए 50 रुपये फीस है। एज लिमिट उम्मीदवारों की उम्र एक अगस्त 2023 को 21 से 35 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी के लिए ऊपरी आयु सीमा में छूट दी गई है। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन कानूनी सहायक, राजस्व निरीक्षक, पशु चिकित्सा अधिकारी और उद्यान निरीक्षक के पदों के लिए संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होना चाहिए। स्वच्छता और खाद्य निरीक्षक और स्वच्छता पर्यवेक्षक के लिए संबंधित क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा होना जरूरी है। ऐसे करें आवेदन
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1930 में हुए क्रैश में UFO के साथ बॉडीज भी पाई गईं, वो इंसान नहीं थे
US Congress Hearings; Former US intelligence official David Grush इस दौरान US नेवी के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर रिटायर्ड मेजर डेविड ग्रश ने दावा किया कि अमेरिका कई सालों से UFO और एलियन्स से जुड़ी जानकारियां छिपा रहा है।
अमेरिकी संसद में बुधवार को UFO’s और एलियन को लेकर सुनवाई हुई। इस दौरान US नेवी के पूर्व इंटेलिजेंस ऑफिसर रिटायर्ड मेजर डेविड ग्रश ने दावा किया कि अमेरिका कई सालों से UFO और एलियन्स से जुड़ी जानकारियां छिपा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका इन UFO’s की रिवर्स इंजीनियरिंग पर काम कर रहा है। द गार्जियन के मुताबिक, मेजर ग्रश ने 2022 के आखिर तक अमेरिका की डिफेंस एजेंसी के लिए UAP (UFO से जुड़ी संदिग्ध घटनाएं) पर एनालिसिस करते थे। उन्होंने बताया कि सरकार को एलियन मिले थे और वो उनके स्पेसक्राफ्ट पर सीक्रेट रिसर्च कर रही है। ग्रश ने कहा कि उन्हें काम के दौरान कई सालों से क्रैश हुए UFO’s पर चल रही रिसर्च और रिवर्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम के बारे में पता चला था। हालांकि, उन्हें इस प्रोग्राम को देखने की मंजूरी नहीं दी गई। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने इन दावों को खारिज कर दिया। पेंटागन ने कहा कि अमेरिका ने एलियन से जुड़ा कोई भी प्रोग्राम न कभी चलाया था और न अब ऐसा कुछ हो रहा है। 1930 से एलियन्स पर रिसर्च प्रोग्राम चला रहा अमेरिका- पूर्व नेवी अफसर एलियन लाइफ पर ये अब तक की सबसे हाई-प्रोफाइल सुनवाई रही। संसद में ग्रश ने ये भी दावा किया कि 1930 में हुए क्रैश में दूसरे ग्रह का स्पेसक्राफ्ट मिला। साथ में बॉडी भी थी, ये इंसान की नहीं थी। उन्होंने बताया कि US के इस प्रोग्राम में सीधे तौर पर शामिल अधिकारियों के जरिए उन्हें ये सूचना मिली थी। उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिकी सरकार 1930 से ये प्रोग्राम चला रही है। मेजर ग्रश ने बताया कि सरकारी व्हिसलब्लोअर यानी सरकार से जुड़े खुलासा करने की वजह से उन्हें काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा है। उन्हें प्रोफेशनल और पर्सनल, दोनों लेवल पर विरोध झेलना पड़ा है। ग्रश ने ये भी कहा कि इसकी वजह से उनकी जान को भी खतरा रहा है। जून में ग्रश ने पृथ्वी के बाहर जीवन होने का दावा किया था दरअसल, जून में ग्रश ने पृथ्वी के बाहर जीवन होने और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के पास दूसरे ग्रह से जुड़ी बेहद अहम जानकारियां होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि वो संसद के सामने इसके सबूत पेश करने को भी तैयार हैं। इसके बाद विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन ने तुरंत इस मुद्दे पर सुनवाई के लिए जांच कमेटी का गठन किया। रिपब्लिकन के नेता बर्शेट ने कहा था कि वो इस बात में यकीन रखते हैं कि एलियन हैं। इस सुनवाई में ग्रश के अलावा पूर्व नेवी कमांडर डेविड फ्रेवर और रिटायर्ड नेवी पायलट रायन ग्रेव्स भी शामिल हुए थे। इस दौरान इन दोनों ने ही एलियन स्पेसक्रफ्ट देखने का दावा किया। अमेरिका ने UFO दिखने की बात स्वीकारी थी 24 जून 1947 को आई ‘उड़न तश्तरी’ की पहली खबर 24 जून 1947 को मशहूर बिजनेसमैन और पायलट केनेथ अर्नोल्ड वॉशिंगटन स्टेट में माउंट रेनियर के पास उड़ान भर रहे थे। केनेथ ने 9 चमकीले ऑब्जेक्ट्स को एक साथ V पैटर्न में आसमान में उड़ते हुए देखा। उनकी स्पीड लगभग 2700 किमी प्रति घंटा थी, जो उस वक्त की किसी भी टेक्नोलॉजी से तीन गुना ज्यादा तेज थी। केनेथ ने बताया कि उन्होंने आसमान में तश्तरी जैसे ऑब्जेक्ट देखे हैं, जिसे अगले दिन कई अखबारों ने छाप दिया कि आसमान में उड़ती हुई तश्तरी देखी गई है। इसके बाद UFO देखने की घटनाएं बढ़ गईं।
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तेलंगाना के भदाद्रि में महिला बह गई, मुलुगु में वॉटर फॉल पर फंसे 160 टूरिस्ट रेस्क्यू
Monsoon Rainfall Tracker State Wise Update; Heavy rain alert in Delhi, Punjab, Himachal and Gujarat; मुंबई में गुरुवार को मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते मुंबई के सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेजों को 27 जुलाई के लिए बंद कर दिया गया है।
दिल्ली, पंजाब, हिमाचल और गुजरात समेत उत्तर-पश्चिम राज्यों में इस मानसून जमकर बारिश हो रही है। दिल्ली में अब तक सामान्य से 45% अधिक बारिश हुई है। वहीं गुजरात में 90% से ज्यादा पानी बरसा है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में जमकर बारिश हो रही है। हालांकि सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य तेलंगाना है। यहां के कई जिलों में 15 फीट तक पानी भर गया है। तेलंगाना के भदाद्रि कोट्‌टागुदम जिले में एक महिला पुल पार करते समय बह गई। वहीं, मुलुगु में मुटियाला धारा जल प्रपात के पास फंसे 160 टूरिस्ट्स को NDRF ने रेस्क्यू किया। मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गुरुवार को मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। इसके चलते मुंबई के सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेजों को 27 जुलाई के लिए बंद कर दिया गया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले 3 दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल के शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना समेत 9 जिलों में भारी बारिश के साथ लैंडस्लाइड का खतरा जताया गया है। अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे… इन राज्यों में तेज बारिश होगी: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश। इन राज्यों में हल्की बारिश होगी: झारखंड और मेघालय में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। बारिश की संभावना नहीं: केरल, तमिलनाडु और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना नहीं है। अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें... अन्य राज्यों में मौसम का हाल... मध्यप्रदेश: नर्मदापुरम में निचले इलाकों में पानी भरा, भोपाल में भी बारिश; आज आधे MP में अलर्ट मध्यप्रदेश में गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल में सुबह 4 से 5 बजे के बीच तेज बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी सुबह 4 बजे से रुक-रुक कर पानी गिर रहा है। 4 घंटे में 2 इंच से ज्यादा पानी गिरने से निचले इलाकों में पानी भर गया। पूरी खबर यहां पढ़ें... छत्तीसगढ़: 18 जिलों में जमकर बरसेंगे बादल, रायपुर, दुर्ग सहित कई जिलों में अगले दो दिन भारी बारिश की चेतावनी छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में मानसून की दिशा में बदलाव आया है। इसके कारण 24 घंटे तक लगातार बारिश की संभावना है। 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... उत्तर प्रदेश: पश्चिमी UP में 30 जुलाई तक जारी रहेगी बरसात; नोएडा में आज भी सभी स्कूल बंद पश्चिमी UP में मूसलाधार बारिश फिर शुरू हो गई है। वहीं, आज भी मौसम विभाग ने 36 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी UP में 30 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहेगा। नोएडा में 12वीं तक के स्कूल आज भी बंद हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... राजस्थान: बीकानेर में 7 इंच से ज्यादा बारिश, कॉलोनियां डूबीं; आज भी कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट राजस्थान में इस सीजन मानसून अब तक मेहरबान रहा है। बुधवार देर शाम बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, भरतपुर संभाग के कई जिलों में भारी बरसात हुई। वहीं, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आज भी राज्य के कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। पूरी खबर यहां पढ़ें... हरियाणा: 16 जिलों में बारिश का अलर्ट, बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ा हरियाणा में मानसून एक्टिव होने से बारिश को लेकर अभी कोई राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। मौसम विभाग ने सूबे में 31 जुलाई तक बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। सूबे के 16 जिलों में आज भी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट है। पूरी खबर यहां पढ़ें... पंजाब: 3 जिलों में बारिश का अलर्ट, फाजिल्का के 22 गांवों में बाढ़ पंजाब के सभी जिलों में आज बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद माझा के अमृतसर, गुरदासपुर और पठानकोट में गरज के साथ बारिश हो रही है। पंजाब में बारिश सामान्य रहने के अनुमान हैं, लेकिन हिमाचल में बारिश के बाद एक बार फिर नदियों में पानी बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें... हिमाचल में 48 घंटे बारिश का ऑरेंज अलर्ट:8 जिलों में चेतावनी; 5361 करोड़ की संपत्ति तबाह मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज व कल के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे के दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन व सिरमौर जिले में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...
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3 की मौत, 2 की तलाश जारी; मूर्ति विसर्जन के दौरान दो जगह हुआ हादसा
गुजरात के वडोदरा शहर में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मां दशामा की मूर्ति विसर्जन के दौरान दो जगह हुए हादसे में 5 युवक महिसागर नदी में बह गए। इनमें दो युवकों के शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, अन्य तीन की5 Youths Drowned, Mahisagar river accident, 3 dead, Dashama idol immersion, Accident, Vadodara, Gujarat
गुजरात के वडोदरा शहर में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मां दशामा की मूर्ति विसर्जन के दौरान दो जगह हुए हादसों में 5 युवक महिसागर नदी में बह गए। इनमें दो युवकों के शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, अन्य तीन की तलाश जारी है। फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम के साथ स्थानीय युवकों की टीमें भी युवकों की तलाश में जुटी हुई हैं। नदी में बहाव के चलते युवकों के दूर तक बह जाने की आशंका है। 40-50 लोग पहुंचे थे मूर्ति विसर्जन में मिली जानकारी के मुताबिक, वडोदरा के किशनवाड़ी इलाके में रहने वाले प्रज्ञेश माछी (उम्र 23) के घर दशामा की मूर्ति स्थापित की गई थी। आज सुबह ढोल-नगाड़ों के साथ मूर्ति विसर्जन के लिए महिसागर नदी लाई गई थी। विसर्जन के लिए 40-50 लोग इकट्ठे हुए थे। विसर्जन के लिए मूर्ति सिंधरोट माही नदी पर बने चेक डैम पर लाई गई थी। दोस्त को बचाने दूसरा कूदा, दोनों की मौत मूर्ति विसर्जन के दौरान प्रज्ञेश माछी उफनती नदी में डूबने लगा। प्रग्नेश को बचाने के लिए उसका दोस्त सागर कुरी नदी में कूद गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण वह भी बह गया। दोनो युवक पलक झपकते ही गायब हो गए। अन्य युवकों ने इन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद दोनों युवकों के शव मिले। दूसरे हादसे में एक युवक की मौत, दो लापता महिसागर में ही डूबने से तीन युवकों मौत का दूसरा हादसा सावली तालुका के कनोडा गांव में हुआ। यहां भी महिसागर नदी किनारे करीब 60 से 70 लोगों की भीड़ मां दशामा के मूर्ति विसर्जन के लिए जमा हुई थी। विसर्जन के बाद संजय गोहिल (उम्र 32), कौशिक अरविंदभाई गोहिल (उम्र 20) और विशाल रतिलाल गोहिल (उम्र 15) नदी में नहाने उतरे थे। इसी दौरान तीनों नदी के तेज बहाव में बह गए। ग्रामीणों ने किसी तरह संजय गोहिल को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं, कौशिक और विशाल की तलाश जारी है। कनोडा गांव में रहने वाले तीनों युवक दोस्त थे।
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जरीन का दर्द छलका, बोलीं- इंडस्ट्री ने खुद को साबित करने का मौका नहीं दिया
Zareen Khan Vs Katrina Kaif - जरीन खान का कहना है कि कटरीना कैफ की तरह दिखने की वजह से उन्हें काफी नुकसान हुआ है। उन्हें हमेशा कटरीना की हमशक्ल की तरह देखा गया
जरीन खान का कहना है कि कटरीना कैफ की तरह दिखने की वजह से उन्हें काफी नुकसान हुआ है। उन्हें हमेशा कटरीना की हमशक्ल की तरह देखा गया। इंडस्ट्री में उनका खुद का कोई वजूद नहीं रह गया। जरीन के मुताबिक, उनका संबंध किसी फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं था। इसलिए जब लोग कटरीना के साथ तुलना करते थे तो उन्हें अच्छा लगता था। हालांकि बाद में उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गई। जरीन को फिल्म इंडस्ट्री से शिकायत भी है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में लोगों को टैलेंट नहीं बल्कि यारी-दोस्ती से काम मिलता है। जरीन ने कहा- कटरीना के साथ तुलना पर पहले खुशी मिलती थी जरीन खान ने सलमान खान की फिल्म वीर से डेब्यू किया था। उन्हें लॉन्च करने का श्रेय सलमान को ही जाता है। शुरुआत में उन्हें अच्छी फिल्मों में काम करने का मौका मिला। लेकिन कुछ वक्त बाद वे पर्दे से गायब हो गईं। फिल्में मिलीं भी तो उनके काम को सराहा नहीं गया। जरीन ने रैडिट में QUESTION & ANSWER का एक सेशन किया। इस दौरान एक यूजर ने पूछा कि कटरीना के साथ तुलना से उनके करियर पर क्या प्रभाव पड़ा। जवाब में जरीन कहती हैं- इंडस्ट्री में एंट्री करते वक्त मैं एक खोए हुए बच्चे की तरह थी। मैं किसी फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं थी। जब लोग मेरी तुलना कटरीना से करते थे, तो मुझे काफी खुशी मिलती थी। मैं भी कटरीना की खूबसूरती की फैन थी, हालांकि उनके साथ कंपेरिजन मुझे बैकफायर कर गया, क्योंकि इंडस्ट्री वालों ने मुझे खुद को साबित करने का मौका ही नहीं दिया। इंडस्ट्री में टैलेंट नहीं फ्रेंडशिप से काम मिलता है एक यूजर ने पूछा- आपको इंडस्ट्री के बारे में सबसे खराब चीज क्या लगती है? जरीन ने कहा- यहां लोग टैलेंट नहीं बल्कि फ्रेंडशिप की बदौलत काम कर रहे हैं। इंडस्ट्री में किसी के साथ कनेक्ट नहीं हैं जरीन एक यूजर का सवाल- मुझे लगता है कि आपकी इंडस्ट्री में काफी सारे कनेक्शन हैं, फिर भी आपको अच्छी फिल्में नहीं मिल रही हैं। क्या कारण हो सकते हैं? जरीन का जवाब- आप गलतफहमी का शिकार हैं, मेरी इंडस्ट्री में किसी के साथ कोई कनेक्शन नहीं हैं। सांप और टाइगर पालना चाहती हैं जरीन एक शख्स ने पूछा- आपके बकेट लिस्ट में क्या-क्या है? जरीन बोलीं- बहुत सारी चीजें हैं, जैसे फ्लाइंग लेसन लेना चाहती हूं। पिरामिड देखना चाहती हूं। सांप और टाइगर पालना चाहती हूं। हिरानी, कश्यप और भंसाली के साथ काम करना चाहती हैं जरीन एक यूजर ने जरीन से पूछा- आप किस एक्टर या डायरेक्टर के साथ काम करना पसंद करेंगी? जवाब- बहुत सारे नाम हैं, जैसे- इम्तियाज अली, राजकुमार हिरानी, अनुराग कश्यप और संजय लीला भंसाली। सलमान के साथ किया काम, तीन-चार फिल्मों में काम करने के बाद गायब हुईं जरीन ने 2010 में फिल्म 'वीर' से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। इसके बाद सलमान की फिल्म रेडी में उनका आइटम नंबर कैरेक्टर ढीला काफी पॉपुलर हुआ था। उन्हें अक्षय कुमार की फिल्म हाउसफुल 2 में भी काम करने का मौका मिला। इसके बाद उन्हें अक्सर 2, हेट स्टोरी-3, वजह तुम हो और हम भी अकेले, तुम भी अकेले में देखा गया।
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पुतिन का खत सौंपा, नॉर्थ कोरिया के हथियार-मिसाइलें देखीं; कहा- ये दुनिया की सबसे ताकतवर सेना
North Korea Dictator Kim Jong And Russia Defense Minister Meeting - नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने गुरुवार को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच मिलिट्री इश्यू और क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने गुरुवार को रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच सैन्य मसलों और सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई। नॉर्थ कोरिया के सरकारी मीडिया KCNA ने बताया कि किम ने रूसी रक्षा मंत्री को विक्ट्री डे पर बतौर मेहमान आमंत्रित किया है। दरअसल, कोरियन वॉर एनिवर्सरी को नॉर्थ कोरिया में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। चीन का भी एक डेलिगेशन इस मौके पर उत्तर कोरिया पहुंचा है। नॉर्थ कोरिया में गुरुवार को डिफेंस ऐग्जिबिशन हुई, जिसमें उन बैलिस्टिक मिसाइलों को भी शामिल किया गया, जिसकी टेस्टिंग को लेकर नॉर्थ कोरिया पर बैन लगा हुआ है। इसके बाद रक्षा मंत्री शोइगू ने भी स्पीच दी। उन्होंने कहा कि नॉर्थ कोरिया की आर्मी दुनिया की सबसे ताकतवर आर्मी बन गई है। इस मौके पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मेंबर ली होंगझोंग भी मौजूद रहे। सोवियत संघ टूटने के बाद पहली बार नॉर्थ कोरिया पहुंचे रूसी रक्षा मंत्री ये पहला मौका है, जब सोवियत यूनियन के टूटने के बाद कोई रूसी रक्षा मंत्री नॉर्थ कोरिया पहुंचा है। नॉर्थ कोरिया में कोरोना पाबंदियां हटने के बाद ये पहला मौका, जब कोई विदेशी डेलिगेशन प्योंगयांग पहुंचा। KCNA के मुताबिक, शोइगू ने किम जोंग को राष्ट्रपति पुतिन का एक लेटर भी सौंपा। इसके बाद किम ने मिलिट्री डेलिगेशन भेजने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया। तानाशाह ने कहा- इस यात्रा के साथ दोनों देशों के बीच सैन्य और परंपरागत रिश्ते बेहतर हुए हैं। क्षेत्रीय सुरक्षा, आपसी हितों और वैश्विक शांति पर मैंने अपने विचार भी साझा किए। तानाशाह किम के साथ रूस के रक्षा मंत्री की डिफेंस ऐग्जीबिशन की तस्वीरें... नॉर्थ कोरिया बोला- यूक्रेन में रूस का मिलिट्री ऑपरेशन सही ऐग्जीबिशन से पहले दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत भी हुई। इसमें नॉर्थ कोरिया के रक्षा मंत्री कैंग सुन नैम शामिल हुए। उन्होंने यूक्रेन में चल रहे रूसी मिलिट्री के ऑपरेशन को देश की सुरक्षा के लिए सही बताया। KCNA के मुताबिक, कैंग ने कहा कि उन्हें इस बात में कोई शक नहीं है कि पुतिन की लीडरशिप में रूस और मजबूत देश बनेगा। अमेरिका बोला- नॉर्थ कोरिया से हथियार ले रहा रूस रूसी डेलिगेशन की यात्रा को लेकर व्हाइट हाउस प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा- ये दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब रूस दूसरे देशों से हथियार खरीदने की कोशिश कर रहा है। इसमें अब कुछ सीक्रेट नहीं रहा है। पुतिन दूसरे देशों से जंग में मदद मांग रहे हैं और इसमें नॉर्थ कोरिया भी शामिल है। तानाशाह ने हमेशा से जंग में रूस का पक्ष लिया है और अब वो हथियार और मिसाइल भी सप्लाई कर रहा है। हालांकि, रूस और उत्तर कोरिया, दोनों ने ही इन दावों को खारिज कर दिया। नॉर्थ कोरिया ने दिखाए थे परमाणु हथियार इससे पहले मार्च में नॉर्थ कोरिया ने कई इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) सहित दूसरी मिसाइलों की टेस्टिंग की थी। देश ने पहली बार अपने परमाणु हथियार दुनिया के सामने पेश किए थे। इस दौरान नॉर्थ कोरिया ने और भी खतरनाक परमाणु हथियार बनाने की बात कही थी। न्यूक्लियर एक्सपर्ट्स का मानना है कि नॉर्थ कोरिया के हथियार बेशक छोटे हैं फिर भी इन्हें इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों पर लगाकर अमेरिका और साउथ कोरिया में तबाही मचाई जा सकती है। सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्यून सू के मुताबिक ने कहा था को पहली बार ऑफिशियली दिखाए गए नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियार 2016 के मुकाबले बड़े हैं। इससे परमाणु हथियार बनाने में उनकी तरक्की साफ दिख रही है। प्रतिबंध के बावजूद मिसाइल टेस्टिंग कर रहा नॉर्थ कोरिया संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है। इसके बावजूद लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहे हैं। खबर पढ़ने के बाद पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं...
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ड्राइवर-सवारियों को पता भी नहीं चला; वीडियो वायरल होने पर अधिकारी सस्पेंड
Maharashtra MSRTC Bus broken rooftop video Goes viral - MSRTC (महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम) की बस रोड पर टूटी हुई छत के बावजूद चल रही थी। बुधवार को इसका वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस की छत आधी खुल गई। इसके बावजूद बस सड़क पर चलती रही। आगे चल रहे वाहन में बैठे व्यक्ति ने इसका वीडियो बना लिया। वीडियो में बस की छत हवा में लहराती नजर आई। बुधवार को इसका वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया। घटना बुधवार (26 जुलाई) की है। MSRTC के डायरेक्टर बोले- सवारियों को पता भी नहीं चला MSRTC के मैनेजिंग डायरेक्टर और वाइस प्रेसिडेंट शेखर चन्ने ने बताया कि बस गढ़चिरौली-अहेरी रास्ते पर चल रही थी। ड्राइवर के केबिन के ऊपर का बाहरी फाइबर हिस्सा टूट गया। बाहरी एल्यूमीनियम छत वाला हिस्सा और छत की भीतरी परत ठीक थी। उन्होंने कहा कि बस ड्राइवर और सवारियों को टूटी छत के बारे में पता भी नहीं था। उनका कहना है कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कोरोना के समय से नुकसान में है MSRTC इस वीडियो के सामने आने के बाद पब्लिक सेफ्टी और MSRTC की बसों के मेंटेनेंस को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। महाराष्ट्र रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन देश के सबसे बड़े परिवहनों में शामिल है। इसमें 15,000 से ज्यादा बसें हैं, लेकिन यह काेराेना लॉकडाउन के समय से ही नुकसान में है। इससे जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें... शहर में भी परमिट देने में आनाकानी:निजी बस संचालकों के फायदे के लिए RTO ने निगम की 2 सिटी बसों का किया परमिट निरस्त रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) की मनमानी का बड़ा खेल सामने आया है। निजी बस संचालकों को फायदा पहुंचाने के लिए RTO निगम को ही परमिट देने में आनाकानी कर रहा है। यही नहीं 2015 से जो बस सिटी में संचालित हो रही थी, उसका परमिट भी निजी बस संचालक की आपत्ति से निरस्त कर दिया। पूरी खबर पढ़ें.. फतेहपुर में बस चालकों के लिए लगा कैंप:42 रोडवेज बस चालकों को दिया गया कार्ड, ट्रैफिक नियमों की दी जानकारी, 51 वाहन सीज फतेहपुर में केंद्र और प्रदेश सरकार के आदेश पर चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा पखवाड़ा अभियान के तहत RTO विभाग ने रोडवेज एआरएम के साथ मिलकर सरकारी बस चालकों के लिए स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया और जांच के बाद स्वस्थ मिले चालकों को जांच कार्ड का वितरण किया। साथ ही ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर छोटे बड़े 51 वाहनों को सीज कर दिया। पूरी खबर पढ़ें...
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छात्रा बोली- ऑटो में गलत जगह छुआ; गुस्साई लड़की ने आरोपी को जमकर धुना
Haryana Gurugram DU Girl Student Molestation Case - हरियाणा के गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने ऑटो में दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) की छात्रा से छेड़छाड़ की। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब छात्रा ने शोर मचाया।
हरियाणा के गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने ऑटो में दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) की छात्रा से छेड़छाड़ की। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब छात्रा ने शोर मचाया। छात्रा गुरुग्राम के एमजी रोड मेट्रो स्टेशन से ऑटो में बस स्टैंड आ रही थी। छात्रा का आरोप है कि उसके सामने वाली सीट पर बैठे आरोपी ने हाथ से उसे गलत जगह पर टच किया है। यह सुनकर वहां भीड़ जमा हो गई। मौके पर खूब हंगामा हुआ। छात्रा ने आरोपी को थप्पड़ मारे और कॉलर पकड़कर घसीटा। बाद में आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। इसका वीडियो भी अब सामने आया है। हंगामे का वीडियो सामने आया, छात्रा बोली- तू मेरी दादा की उम्र का, थप्पड़ मारा DU छात्रा से छेड़छाड़ से जुड़े वीडियो में दिख रहा है कि छात्रा ने आरोपी को पकड़ा हुआ है। जिसमें वह उसे गलत जगह छूने से मुकर रहा है लेकिन छात्रा बार-बार कह रही है कि वह झूठ बोल रहा है। आरोपी हाथ भी जोड़ता दिख रहा है। इसके बाद वह लोगों को उसे पकड़ने के लिए कहती है। इसके बाद छात्रा ऑटो में बैठी। जिसमें उसने बताया कि किस तरह उसके साथ आरोपी छेड़छाड़ कर रहा था। उसने गलत जगह पर छुआ। पहले उसे लगा कि आरोपी का पैर है लेकिन जब उसने देखा तो उसका हाथ था। छात्रा बहुत गुस्से में थी। उसने नीचे उतरकर कहा कि तू मेरे दादा की उम्र का है और उसे थप्पड़ मारा। आरोपी मुकरता रहा। छात्रा ने कहा कि इसने मुझे कई दूसरी जगहों पर भी टच किया। इसके बाद उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। छेड़छाड़ के आरोप में FIR दर्ज सिविल लाइन थाना पुलिस ने युवती के बयान पर आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। आरोपी की पहचान 40 साल के मोहरम अली के तौर पर हुई। उसको बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ये खबर भी पढ़ें... गुरुग्राम में महिला की दबंगई का VIDEO:कैब वाले को रातभर घुमाया, पैसे देने की बारी आई तो भड़क गई, बोली- केस में फंसा दूंगी हरियाणा के गुरुग्राम जिले में एक महिला की दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ज्योति नाम की महिला ने देर रात हुडा सिटी सेंटर के पास से ओला ऐप से कैब बुक की थी। रात लगभग 10 बजे बुक की गई कैब को महिला सुबह लगभग 11 बजे तक घुमाती रही​​​​​​​ (पूरी खबर पढ़ें)
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मिर्ची-पुदीना के फ्लेवर भी; राजस्थान का सबसे बड़ा पार्लर, पाकिस्तान से आया था परिवार
Rajasthan Zayka Special Story - (Jal Mahal Ice Cream Parlour). आपने आइसक्रीम तो खूब तरह की खाई होगी। अब जरा ये नाम सुनिए…. ब्लैक ब्यूटी, रम एन रेजिंस, थ्री मस्किटर्स, लेडीज पुलिस, गुलाबो, बबल गम, पिंक पैंथर, संतरा-मंतरा, गुलकंद, भूकंप वाली, डेथ बाई चॉकलेट।
आपने आइसक्रीम तो खूब तरह की खाई होगी। अब जरा ये नाम सुनिए…. ब्लैक ब्यूटी, रम एन रेजिंस, थ्री मस्किटर्स, लेडीज पुलिस, गुलाबो, बबल गम, पिंक पैंथर, संतरा-मंतरा, गुलकंद, भूकंप वाली, डेथ बाई चॉकलेट। क्या इनमें से किसी फ्लेवर का स्वाद चखा है। अगर नहीं तो आज राजस्थानी जायका में आपको ले चलते हैं राजस्थान के सबसे पुराने आइसक्रीम पार्लर। यहां आप आज से आइसक्रीम खाना शुरू करेंगे तो उसी फ्लेवर को दोबारा खाने के लिए कम से कम एक साल का इंतजार करना पड़ेगा। मतलब साल के 365 दिनों की तरह 365 वैरायटी की आइसक्रीम यहां मिलती हैं। केवल आइसक्रीम ही नहीं, इससे बनने वाले आइसक्रीम केक, आइसक्रीम पिज्जा तक मिलते हैं। लाल मिर्ची के फ्लेवर वाली आइसक्रीम भी मिल जाएगी और पुदीना फ्लेवर भी। तो चलिए चलते हैं जयपुर के MI रोड स्थित जलमहल आइसक्रीम पार्लर। पाकिस्तान से जयपुर पहुंचा स्वाद इस रेस्टोरेंट की शुरुआत 69 वर्ष पहले सन् 1954 में पाकिस्तान से आए सरदार महताब सिंह और उनके बड़े भाई महेन्द्र ने की थी। महताब सिंह पाकिस्तान की बहावलपुर प्रांत के रहने वाले थे। 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तब उन्हें पाकिस्तान से भारत आना पड़ा। सरदार महताब सिंह पाकिस्तान में अनाज का व्यापार करते थे। देश के विभाजन के दौरान अपना सब कुछ छोड़कर उन्हें जान बचाकर भारत आना पड़ा। रेस्टोरेंट्स को चलाने वाले 82 साल के हरपाल सिंह पाली बताते हैं कि वे उस वक्त महज 5-6 साल के थे। हर तरफ दंगे फसाद हो रहे थे। इसे देखकर सारा कारोबार छोड़कर पिता के साथ पाकिस्तान से भारत आए। उन्होंने बताया कि उस वक्त हालात इतने बिगड़े हुए थे कि पिता ने मेरी जान बचाने के लिए मुझे ट्रेन की सीट के नीचे छुपा दिया। जैसे-तैसे हम दिल्ली पहुंचे। करीब 6 महीने तक रिफ्यूजी कैंप में ही रहे। पिता मेहताब सिंह रोजगार की तलाश में 1948 में जयपुर आ गए। यहां आकर उन्होंने सांगानेरी गेट के सामने मानसरोवर नाम से रेस्टोरेंट की शुरुआत की। इसके लिए कई रिश्तेदारों-दोस्तों से पैसा उधार लिया। रेस्टोरेंट को बनाया आइसक्रीम पार्लर रेस्टोरेंट का कारोबार अच्छा चल रहा था। लेकिन इसे एमआई रोड पर ₹70 मासिक किराए से एक जगह लेकर शिफ्ट कर लिया। बसंत पंचमी के मौके पर 1954 में इसकी शुरुआत की। इसका नाम जयपुर के फेमस टूरिस्ट प्लेस जल महल के नाम से रखा गया। इसकी भी रोचक कहानी है। रेस्टोरेंट के हरपाल सिंह बताते हैं, कि सिख धर्म में छोटे बच्चे का नाम गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब को खोल कर उसमें जो पहला अक्षर आता है उसके ऊपर रखा जाता है। रेस्टोरेंट का नाम रखने के लिए भी यही तरीका अपनाया था। गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब से अक्षर आया ‘ज’, उसी के नाम पर रेस्टोरेंट का नाम रखा गया। आस-पास आइसक्रीम नहीं मिलती थी। इसलिए उन्होंने रेस्टोरेंट को दो हिस्सों में कर दिया। एक में दो फेमस ब्रांड क्वालिटी और वाडीलाल बेचना शुरू किया। इसका नाम कर दिया जल महल आइसक्रीम पार्लर। वहीं रेस्टोरेंट को नाम दिया सूर्य महल रेस्टोरेंट। धीरे-धीरे खुद की आइसक्रीम मैन्युफैक्चरिंग शुरु कर दी। बच्चों ने आइडिया कि साल में 365 दिन होते हैं। क्यों न 365 टाइप की आइसक्रीम बनाई जाए। हरपाल सिंह के भतीजे जितेन्द्र सिंह बताते हैं कि बस इसी आइडिया पर हमने काम शुरू किया। इन हाउस शैफ के साथ मिलकर एक से बढ़कर एक 365 वैरायटी तैयार कर दी। ताकि जो कस्टमर हमारे यहां पर रोजाना आ रहे थे उन्हें कुछ यूनिक दे सकें। इस आइडिया ने ऐसा काम किया कि स्वाद के दीवानों की भीड़ लगने लगी। इसके बाद हमने वैशाली नगर में एक ब्रांच और खोली। राजस्थान का सबसे बड़ा आइसक्रीम पार्लर! पार्लर के ऑनर हरपाल सिंह दावा करते हैं कि आज के समय राजस्थान का सबसे बड़ा आइसक्रीम पार्लर उनका ही है। जहां एक ही छत के नीचे इतनी वैरायटी की आइसक्रीम मिलती है। साथ ही आइसक्रीम से बनने वाले 10 से ज्यादा वैरायटी के फ्रोजन केक भी मिलते हैं। जो हमारे ग्राहकों में काफी पॉपुलर हैं। केक आइसक्रीम में मैंगो, ब्लैक फॉरेस्ट, माउंट कैरेमल, चोको फेंटेसी फ्रूट कॉकटेल, ओरियो, ड्राई फ्रूट केक, रेड वेलवेट, फेमस है। हनीमून से लेकर हर मौके के लिए खास आइसक्रीम आइसक्रीम के नामों की अगर बात करें तो उनके मेन्यू में एक से बढ़कर एक वैरायटी है। लाइफ के हर मौके के लिए स्पेशल आइसक्रीम है। पार्लर के मालिक जितेन्द्र सिंह बताते हैं कि अगर आप वनीला, स्ट्रॉबेरी, बटरस्कॉच, चॉकलेट, टूटी-फ्रूटी जैसे फ्लेवर खाकर पक गए हैं तो यहां फ्रेश पान, राजभोग, केवड़ा, बादाम मलाई आइसक्रीम, गुलाबो आइसक्रीम, ठंडाई, बबल गम, संतरा-मंतरा, गुलकंद, रम इन रेजिंस, थ्री मस्किटर्स, लेडीज पुलिस, वर्जिन पिंक, स्ट्रॉबेरी क्वीन, बनाना स्पलिट आइसक्रीम जैसी वैरायटी भी मिलेगी। इतना ही नहीं आइसक्रीम से बने पिज्जा भी खा सकते हैं। ब्लैक फॉरेस्ट पिज्जा, ब्लैक करंट पिज्जा, ड्राई फ्रूट पिज्जा। इन सभी के नाम पिज्जा जैसे जरूर हैं, लेकिन असल में ये आइसक्रीम के कॉम्बिनेशन से तैयार होते हैं। आगे बढ़ने से पहले देते चलिए आसान से सवाल का जवाब वैलेंटाइन डे स्पेशल और हनीमून स्पेशल हनीमून को स्पेशल मनाने के लिए भी हनीमून स्पेशल आइसक्रीम तैयार की गई है। इस आइसक्रीम के एक प्लेट की कीमत 250 रुपए है। इसमें हनी नेट आइसक्रीम डबल स्पून विद कैरेमल सॉस, कैरेमल नट्स, उसके ऊपर हनीमून कपल से टॉपिंग किया जाता है। वहीं वैलेंटाइन डे स्पेशल के लिए लेडी इन रेड नाम से खास आइसक्रीम बनाई गई है। यह आइसक्रीम कपल्स के बीच काफी पॉपुलर है। रक्षाबंधन स्पेशल केक और फेरेरो रोचर संडे : एक प्लेट की कीमत ढाई सौ रुपए है। यह रोचर चॉकलेट से बनता है। रक्षाबंधन के मौके पर आइसक्रीम की को इंट्रोड्यूस किया गया था। भाई अपनी बहनों के लिए यही आइसक्रीम खास तौर पर ऑर्डर करते हैं। पार्टी टाइम के लिए रम और व्हिस्की वाली आइसक्रीम : ये बिल्कुल एल्कोहल फ्री होती है। बस इसमें व्हिस्की और रम का एसेंस मिलाया जाता है। कपल्स इसे काफी पसंद करते हैं। भूकंप वाली आइसक्रीम : जिसे खाने के बाद पेट में भूचाल आ जाता है, इसे नाम दिया है अर्थक्वेक आइसक्रीम। ब्लैक ब्यूटी आइसक्रीम : चारकोल और एक्टिवेटेड चॉकलेट से बनाया जाता है। आइसक्रीम ऐसा जो बिल्कुल ब्लैक है। इसलिए इसका नाम ब्लैक ब्यूटी रखा गया। डेथ बाय चॉकलेट : ये डार्क चॉकलेट से बनती है। यदि किसी को चॉकलेट खाने की इच्छा हो रही है तो इसे खाकर उसे उसकी अंतिम इच्छा पूरी करना मानते हैं। इसलिए इसका नाम डेथ बाय चॉकलेट रखा गया है। लाल मिर्च वाली आइसक्रीम : इसे यहां चिली गुआवा आइसक्रीम नाम दिया है। जिसमें अमरूद के अलावा रेड चिली मिक्स करके बनाया जाता है। पुदीना फ्लेवर की भी आइसक्रीम : ये पुदीने की हरी पत्तियों के साथ बनने वाली मिंट चोको चिप्स आइसक्रीम है। आइसक्रीम काला जामुन : इसे जामुन में काला नमक (रॉक साल्ट) डालकर बनाया जाता है। इसमें ब्लैक करंट जैसा टेस्ट आता है। मिस्टर क्रंच : लड़कों में ज्यादा पसंद किया जाता है। लड़के ज्यादातर क्रंची आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं इसलिए इसे मिस्टर क्रंच नाम रखा गया। मिक्स फ्रूट ब्लॉसम : इसमें आठ से 10 तरीके की आइसक्रीम को एक साथ प्लेट में जमाया जाता है। फिर उसके बाद उसके ऊपर फ्रेश फ्रूट्स को छोटे-छोटे पीस इसमें टॉपिंग करते हैं। फ्रूट्स में मैंगो, एप्पल, बनाना, पाइनएप्पल, ग्रेप्स मिलाकर तैयार करते हैं। इसकी एक प्लेट की कीमत ₹300 रखी गई है। जल महल स्पेशल आइसक्रीम : 6 फ्लेवर यूज करके बनाया जाता है। रम एन रेजिंस, कैरेमल बिस्कॉफ, हेजल नट, तिरामिसु और रेड वेलवेट। ये करीब 700ml के आसपास आता है। इस एक ऑर्डर की कीमत 500 रुपए है। शुगर फ्री आइसक्रीम : डायबिटीज पेशेंट के लिए जो शुगर फ्री आइसक्रीम तैयार की गई है। इसमें वनीला, बटर स्कॉच, केसर पिस्ता जैसे फ्लेवर हैं। इनमें शुगर का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं होता। आइसक्रीम केक : केक का ट्रेंड चेंज हो रहा है। इसलिए यहां पर मिलने वाला वाली आइसक्रीम केक की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। इसे रक्षाबंधन के दिन इंट्रोड्यूस किया गया है। इसलिए खासकर भाई अपनी बहनों को इसे गिफ्ट करते हैं। पिछले राजस्थानी जायका में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर ये डिश है पनीर मथानिया, जो मारवाड़ की ही वर्ल्ड फेमस मथानिया गांव की मिर्च से तैयार होता है। मथानिया गांव में उगने वाली तीखी लाल मिर्च में बनी पनीर की इस स्पेशल सब्जी का स्वाद चखने लोग दूर-दूर से आते हैं। जोधपुर शहर के होटल जोन बाय द पार्क ने मथानिया कस्बे की मथानिया मिर्च के प्रयोग से बनाई इस डिश का नाम यूं तो मर्तबान पनीर रखा है। लेकिन चाहने वालों ने इसका नाम पनीर मथानिया रख दिया। कस्टमर इसे मथानिया मिर्च वाला पनीर बोलकर ही ऑर्डर करते हैं। डिमांड इतनी है कि होटल में सबसे ज्यादा ऑर्डर इसी डिश के होते हैं। खास बात यह है कि ये डिश किसी प्लेट में नहीं बल्कि चीनी मिट्टी से बने मर्तबान में डालकर परोसी जाती है। …इसलिए नाम रखा मर्तबान? कस्टमर के बीच ये डिश मथानिया मिर्च वाले पनीर के नाम से पॉपुलर है। लेकिन होटल के मैन्यू में इसे पनीर मर्तबान नाम दिया गया है। बाकी होटल्स में कोई भी डिश प्लेट में सर्व होती है। लेकिन पनीर की इस डिश को मर्तबान में डालकर सर्व किया जाता है। इसलिए इसे मर्तबान पनीर कहकर बुलाया जाता है। मर्तबान पनीर के एक ऑर्डर की कीमत 449 (बिना GST) है। लेकिन इसमें इतनी क्वांटिटी होती है कि 3 लोग आराम से खा सकते हैं। ज्यादातर लोग इसे गार्लिक नान के साथ खाना पसंद करते हैं। यह भी पढ़िए 1. आम से लेकर अंगूर-ब्लूबेरी, हर फ्रूट का कलाकंद:दादा से लेकर पोते ने तैयार की 8 वैरायटी, फैमिली का नाम पड़ गया कलाकंद वाले रसीले अल्फांसो आम की स्लाइस, केसरिया ठंडाई, नारंगी और ब्लूबेरी का ठंडा-ठंडा स्वाद बेचैन करती गर्मी में कितना सुकून देता है। अगर यही सारे फ्लेवर का मजा आपको सबकी फेवरेट कलाकंद में मिले तो कैसा लगेगा? वाह! सुनकर ही मुंह से लार टपकने लगेगी...(CLICK कर पूरा पढ़ें) 2. चमत्कार से बना ये जायका, मानते हैं भगवान का आशीर्वाद:बनाने के लिए रात 3 बजे कुएं से लाते हैं पानी, सबसे पुराने ग्रंथ में जिक्र मालपुए का नाम लेते ही सबसे पहले याद आता है पुष्कर। यहां के रबड़ी के मालपुए का स्वाद आपने भी जरूर चखा होगा। लेकिन आज हम आपको ऐसे मालपुआ से रू-ब-रू करवाएंगे जिसकी शुरुआत 16वीं सदी में हुई थी। यानी ये 450 साल से भी ज्यादा पुराना है...(CLICK कर पढ़ें)
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कंपनी का दावा- ये सबसे पतला और हल्का फोल्डेबल फोन, गैलेक्सी Z फ्लिप 5 भी लॉन्च
Samsung Galaxy Z Fold 5 Smartphone Launched in India - साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग ने भारत में गैलेक्सी Z फोल्ड 5 और गैलेक्सी Z फ्लिप 5 को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने गैलेक्सी Z फ्लिप 5
साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग ने गुरुवार (27 जुलाई) को भारत में गैलेक्सी Z फोल्ड 5 और गैलेक्सी Z फ्लिप 5 को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने गैलेक्सी Z फ्लिप 5 की शुरुआती कीमत 99,999 रुपए और गैलेक्सी Z फोल्ड 5 की शुरुआती कीमत 1,54,999 रुपए रखी है। लॉन्च के साथ ही दोनों स्मार्टफोन कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर प्री-बुकिंग के लिए अवेलेबल हो गए हैं। इससे पहले कंपनी ने बुधवार को गैलेक्सी अनपैक्ड लाइव इवेंट में इन दोनों स्मार्टफोन के साथ वॉच 6 सीरीज और गैलेक्सी टैब S9 सीरीज को अनवील किया था। गैलेक्सी अनपैक्ड इवेंट साउथ कोरिया के सियोल में 29 जुलाई तक चलेगा। गैलेक्सी Z फोल्ड 5 स्मार्टफोन दुनिया का सबसे पतला और हल्का फोल्डेबल फोन कंपनी का दावा है कि सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 5 स्मार्टफोन दुनिया का सबसे पतला और हल्का फोल्डेबल फोन है। फोन अनफोल्ड होने पर 129.9x154.9 x 6.1mm का है। जबकि फोल्ड होने पर इसका डायमेंशन 67.1 x 154.9 x 13.4mm है। इसका वजन 253 ग्राम का है। यहां हम आपको दोनों डिवाइस के स्पेसिफिकेशन के बारे में बता रहे हैं... सैमसंग गैलेक्सी Z फोल्ड 5 : स्पेसिफिकेशन सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप 5 Z फ्लिप 5 एलुमिनियम फ्रेम पर बना है और इसके बैक और फ्रंट पैनल पर कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास का इस्तेमाल किया गया है। फोन को IPX8 रेटिंग प्राप्त है जो इसे वॉटर प्रूफ और डस्ट प्रूफ बनाता है। कंपनी का दावा है कि फोन को रीसाइकल मटेरियल बनाया गया है जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। फोन का डायमेंशन फोल्ड होने पर 71.9x85.1x15.1mm है। वहीं, अनफोल्ड करने पर 71.9x165.1x6.9mm होता है। इसका वजन सिर्फ 187 ग्राम है। सैमसंग गैलेक्सी Z फ्लिप 5 : स्पेसिफिकेशन
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इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में 132 पदों पर निकली भर्ती, उम्मीदवार 16 अगस्त तक करें आवेदन
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर एग्जीक्यूटिव के 132 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। आईपीपीबी भर्ती 2023 नोटिफिकेशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 26 जुलाई, 2023 को शुरू हो चुके हैं और 16 अगस्त, 2023 को खत्म होंगे। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर एग्जीक्यूटिव के 132 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। आईपीपीबी भर्ती 2023 नोटिफिकेशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 26 जुलाई, 2023 को शुरू हो चुके हैं और 16 अगस्त, 2023 को खत्म होंगे। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों को किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना चाहिए। वित्तीय उत्पादों की बिक्री/संचालन में वर्क एक्सपीरियंस रखने वाले उम्मीदवारों को प्रायोरिटी दी जाएगी। एज लिमिट 21 से 35 वर्ष के बीच। एप्लीकेशन फीस सामान्य वर्ग : 300 रुपये एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी, दिव्यांग, महिलाएं : 100 रुपये सिलेक्शन प्रोसेस इन पदों के लिए चयन ऑनलाइन टेस्ट या ग्रुप डिस्कशन या पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। सैलरी 30,000/-रूपये प्रतिमाह। ऐसे करें आवेदन जरूरी डॉक्यूमेंट्स योग्यता प्रमाण पत्र आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस पैन कार्ड जाति प्रमाण पत्र निवास प्रमाण पत्र जन्म प्रमाण पत्र रोजगार कार्यालय का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट। ऑनलाइन आवेदन ऑफिशियल नोटिफिकेशन
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अमीषा पटेल ने पोंछे उनके आंसू, 11 अगस्त को रिलीज होगी फिल्म
सनी देओल और अमीषा पटेल की मोस्ट अवेटेड फिल्म गदर 2 का ट्रेलर रिलीज हो गया है। बीती रात मुंबई में फिल्म का ट्रेलर लॉन्च इवेंट रखा गया। इवेंट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें सनी इमोशनल होते हुए नजरAmeesha Patel wipes her tears, the film will release on August 11
सनी देओल और अमीषा पटेल की मोस्ट अवेटेड फिल्म गदर 2 का ट्रेलर 26 जुलाई को रिलीज हो गया है। बीती रात मुंबई में फिल्म का ट्रेलर लॉन्च इवेंट रखा गया। इवेंट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें सनी इवेंट के दौरान इमोशनल होते हुए नजर आ रहे हैं। तारा और सकीना के गेटअप में पहुंचे सनी- अमीषा वीडियो में सनी और अमीषा स्टेज पर दिखाई दे रहे हैं। ट्रेलर लॉन्च में सनी देओल तारा के गेटअप में जबकि अमीषा सकीना के गेटअप में पहुंचीं। एक्टर ने ऑरेंज कुर्ता, व्हाइट पठानी सलवार के साथ कोट पहना हुआ है। इसी के साथ उन्होंने मैचिंग पगड़ी भी लगा रखी है। वहीं अमीषा रेड शरारा सूट में नजर आईं। इस अवतार में वह बेहद खूबसूरत लग रही हैं। स्टेज पर पहुंचते ही लोगों का प्यार देख सनी के आंसू छलक पड़े। इस दौरान अमीषा उनके आंसू पोंछते हुए नजर आ रही हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर फैंस काफी पसंद कर रहे हैं। फैंस हुए एक्साइटेड वीडियो पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'सबसे प्यारी सकीना'। दूसरे यूजर ने लिखा, 'ब्लॉक बस्टर होगी मूवी'। तीसरे ने लिखा, 'तारा सिंह इज बैक'। वहीं एक अन्य यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, 'वाह ओल्ड इज गोल्ड गदर 2 का इंतजार है'। 22 साल बाद हुई तारा सिंह की वापसी गदर: एक प्रेम कथा साल 2001 में रिलीज हुई थी। अब 22 साल बाद फिल्म का सीक्वल आया है। फिल्म गदर में सनी देओल ने तारा सिंह का रोल प्ले किया था। अब एक बार फिर वह 22 साल बाद तारा सिंह बनकर लौटे हैं। फिल्म में सनी, अमीषा के साथ उत्कर्ष शर्मा भी लीड रोल में नजर आएंगे। गदर 2, 11 अगस्त को थिएटर्स में रिलीज होगी।
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गदर 2 ट्रेलर लॉन्च पर कहा- जनता नहीं चाहती..हम आपस में लड़ें
Sunny Deol Controversial Remark - Fans Reaction. गुरुवार को गदर 2 का ट्रेलर लॉन्च इवेंट हुआ। इस मौके पर सनी देओल ने कुछ ऐसा कहा जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है। सनी ने कहा कि सियायत की वजह से भारत और पाकिस्तान
गुरुवार को गदर 2 का ट्रेलर लॉन्च इवेंट हुआ। इस मौके पर सनी देओल ने कुछ ऐसा कहा जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है। सनी ने कहा कि सियासत (राजनीति) की वजह से भारत और पाकिस्तान के लोगों में एक दूसरे के लिए नफरत है। जनता नहीं चाहती कि हम आपस में लड़ें। सनी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के लोग आखिर हैं तो एक ही मिट्टी से निकले। सनी का ये स्टेटमेंट कुछ सोशल मीडिया यूजर्स को रास नहीं आया है। लोगों का कहना है कि वे इस फिल्म को देखने की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन सनी के इस बयान ने उनका दिल तोड़ दिया। पहले सनी देओल का पूरा स्टेटमेंट पढ़िए.. सनी देओल ने ट्रेलर लॉन्च में कहा, 'कुछ ले जाने या लेने-देने की बात नहीं होती है। बात होती है इंसानियत की। झगड़े नहीं होने चाहिए, दोनों तरफ उतना ही प्यार है, ये सियासी खेल होता है जो सब नफरतें पैदा करती हैं। आप फिल्म में भी यही देखेंगे। जनता नहीं कोई चाहती कि हम एक दूसरे के साथ झगड़ा करें। आखिर है तो सब इसी मिट्टी से।' सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा- पैसे बचाने के लिए शुक्रिया सनी देओल कुछ सोशल मीडिया यूजर्स सनी के इस स्टेटमेंट से नाखुश दिखे। एक यूजर ने लिखा- जिंदगी में पहली बार किसी मूवी को थिएटर में देखने का मन था। लेकिन सनी देओल के इस स्टेटमेंट ने मेरे 700-800 रुपए बर्बाद होने से बचा लिए। बहुत बहुत धन्यवाद सनी देओल। एक यूजर ने लिखा- इस डायलॉग के साथ ही पिक्चर फ्लॉप हो गई। सनी पाजी, दूसरा पार्ट बनाने से पहले पहला पार्ट ही देख लेते। एक यूजर ने लिखा- अपने घर से बाहर निकलिए सनी देओल, एक बार जाकर पाकिस्तान में हिंदुओं की दशा देखिए जो शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं। अमीषा पटेल बोलीं- लोगों ने 'गदर' को गटर बोला ट्रेलर लॉन्च इवेंट में फिल्म की एक्ट्रेस अमीषा पटेल ने एक शॉकिंग खुलासा किया। उन्होंने कहा, 'गदर के पहले पार्ट के वक्त लोगों ने इसे 'गटर' बोला था। फिर भी मैंने इसे चुनौती की तरह लिया था। वहीं चीज गदर 2 के समय पर हुई। लोगों ने कहा कि जो एक्ट्रेस लेजी लम्हे (फिल्म प्यार थोड़ा मैजिक का अमीषा पर फिल्माया एक गाना) पर डांस करती है, क्या वो 20 साल के लड़के की मां का रोल कर पाएगी। मैंने इस बात को भी एक चुनौती की तरह लिया और ये रोल करके दिखाया।' कैसा है फिल्म का ट्रेलर? फिल्म के ट्रेलर को ऑडियंस का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। सनी देओल 22 साल बाद फिर तारा सिंह बनकर लौटे हैं। करीब तीन मिनट के ट्रेलर में हर जगह सनी देओल का इम्पैक्ट ज्यादा दिख रहा है। अमीषा पटेल इस बार भी काफी मासूम लगी हैं। इस बार तारा सिंह हैंडपंप नहीं बल्कि हथौड़ा लेकर दुश्मनों पर वार करेंगे। ट्रेलर में चार चेहरों को ज्यादा स्क्रीन टाइम मिला है। सनी और अमीषा के बेटे बने एक्टर उत्कर्ष शर्मा के अलावा पाकिस्तानी फौज में जनरल बने एक्टर मनीष वाधवा भी काफी पावरफुल लगे हैं। ट्रेलर में सुनने को मिले जबरदस्त डायलॉग फिल्म के ट्रेलर में सनी देओल एक सीन में पाकिस्तानी फौज के जनरल से कहते हैं- अगर यहां के लोगों को दोबारा मौका मिले ना हिंदुस्तान में बसने का..तो आधे से ज्यादा पाकिस्तान खाली हो जाएगा। कटोरा लेकर घूमोगे.. भीख भी नहीं मिलेगी सनी देओल के बेटे चरणजीत ने पाकिस्तानी फौज के जनरल से कहा- दुआ मांग लेना कि मेरा पाप्पे यहां ना आएं.. क्योंकि अगर वो यहां आ गया ना तो तेरे इतने चिथड़े करेगा कि तेरा पूरा पाकिस्तान गिन नहीं पाएगा
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हाईकमान भी टेंशन में, एआईसीसी का एक वर्ग मानता है– गुढ़ा की बर्खास्तगी में जल्दबाजी हुई
Rajasthan Congress Internal Crisis Update - चार साल के गहलोत-पायलट विवाद को 20 दिन पहले दिल्ली में मैराथन बैठक के दौरान सुलझाने का दावा करने वाली कांग्रेस नए संकट में फंस गई है
चार साल के गहलोत-पायलट विवाद को 20 दिन पहले दिल्ली में मैराथन बैठक के दौरान सुलझाने का दावा करने वाली कांग्रेस नए संकट में फंस गई है। गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढा की ओर से उछाले गए 500 करोड़ रुपए के लेनदेन वाली ' लाल डायरी' के प्रकरण ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। डायरी में छिपे राज बाहर लाने की मांग उठाकर बीजेपी दो दिन से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर इसे हवा दे रही है, वहीं गुरुवार को सीकर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस पर कांग्रेस को घेर सकते हैं। चूंकि मोदी शेखावाटी में आ रहे हैं और गुढ़ा इसी क्षेत्र से आते हैं। ऐसे में कांग्रेस को डर है कि मोदी इसे बड़ा मुद्दा बनाएंगे, जो राजस्थान के साथ बाकी चार चुनावी राज्यों में भी अपना असर दिखा सकता है। एआईसीसी सूत्रों का कहना है कि गुढ़ा की मंत्री पद से बर्खास्तगी का फैसला लेने में जल्दबाजी हुई है। एआईसीसी नेताओं के एक वर्ग का मत है कि एक दिन पहले आनन-फानन में गुढ़ा को मंत्री पद से हटाकर दूसरे ही दिन विधानसभा से निलंबित करने से मामले ने ज्यादा तूल पकड़ा। चुनाव से पहले मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए गुढ़ा प्रकरण को प्रदेश स्तर पर बातचीत के जरिए निपटाया जा सकता था। इस नए घटनाक्रम के बाद भाजपा लगातार यह नरैटिव सेट करने में जुटी है कि गहलोत सरकार में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। सूत्रों का कहना है कि 6 जुलाई को दिल्ली में हुई बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस के माहौल में जो बदलाव आया था, गुढ़ा प्रकरण ने उसे गहरी चोट पहुंचाई है। चूंकि गुढ़ा ने डायरी में आरसीए चुनाव के दौरान और गहलोत सरकार को संकट के समय बचाने में हुए लेनदेन संबंधी ब्योरा होने के आरोप लगाए हैं। जनता में उत्सुकता है कि डायरी में जिस लेनदेन की बात हो रही है, उसमें किन-किन नेताओं के नाम है? इस वजह से यह मुद्दा पब्लिक के बीच ज्यादा चर्चाओं में आ रहा है। पार्टी के एक जनरल सेक्रेटरी नाम नहीं छापने की शर्त पर बोले- राष्ट्रीय नेतृत्व के स्तर पर डैमेज कंट्रोल के रास्ते तलाशे जा रहे हैं, लेकिन मामला इतना बढ़ चुका है कि कांग्रेस के लिए न निगलते बन रहा है और न उगलते। यह ऐसा मुद्दा है जो चुनाव तक ठंडा होना मुश्किल है। यही वजह है कि कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान के नेताओं को हिदायत दी है कि गुढ़ा प्रकरण को बयानबाजी करके ज्यादा तूल नहीं दिया जाए। मीडिया में भी बयानों से बचने के लिए कहा गया है। ट्रेंड : चुनाव से पहले जो मुद्दा छिड़ता है, वही गूंजता है महज 4 माह बाद हो रहे चुनाव को कांग्रेस अपनी योजनाओं के भरोसे जीतने की उम्मीद कर रही है। अचानक हुए डायरी प्रकरण से उसे डर है कि मुद्दा ज्यादा चला तो पॉजिटिव माहौल पर पानी फिर जाएगा। राजस्थान में यह ट्रेंड रहा है कि चुनावी साल में सरकार के खिलाफ जो मुद्दा छिड़ता है, वो सत्ताधारी पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाता है। पिछले चुनाव में वसुंधरा सरकार के खिलाफ भी आनंदपाल एनकाउंटर और भ्रष्टाचार बड़े मुद्दे थे।
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चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ 23 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, तीन दिन चलेगा इवेंट
Gujarat SemiconIndia 2023 Inauguration Schedule Update - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया इवेंट का उद्घाटन करेंगे। इसमें 23 देशों के प्रतिनिधि के साथ फॉक्सकॉन,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 28 जुलाई को गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया इवेंट का उद्घाटन करेंगे। इसमें 23 देशों के प्रतिनिधि के साथ फॉक्सकॉन, माइक्रोन , AMD और IBM सहित अन्य बड़ी चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां शामिल होंगी। इस इवेंट के जरिए सरकार भारत की चिप इंडस्ट्री में निवेशकों को आकर्षित करना चाहती है। गुजरात सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह इवेंट बिजनेस संभावनाओं के माध्यम से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के विकास के लिए है। इसका मुख्य फोकस इनोवेशन, पार्टिसिपेशन और ग्रोथ है। यह आयोजन भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के भविष्य को आकार देने में अत्यधिक महत्व रखता है। तीन दिन चलेगा सेमीकॉन इंडिया इवेंट सेमीकॉन इंडिया इवेंट कल यानी 28 जुलाई से शुरू होकर 30 जुलाई तक चलेगा। फॉक्सकॉन चेयरमैन यंग लियू, माइक्रोन के चीफ एक्सिकिटिव ऑफिसर संजय मेहरोत्रा और एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मार्क पेपरमास्टर तीन दिन के इस इवेंट के वक्ताओं में शामिल हैं। इससे पहले 25 जुलाई को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने आम लोगों के लिए सेमीकॉन इंडिया एग्जीबिशन ओपन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। सफलताओं के बारे में बताने का अच्छा तरीका है सेमीकॉन इंडिया इवेंट से पहले न्यूज एजेंसी से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, 'मुझे बहुत खुशी है कि 'सेमीकॉन इंडिया' का दूसरा एडिशन गांधीनगर में हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं, 15 महीने पहले जब पहला 'सेमीकॉन इंडिया' बेंगलुरु में लॉन्च किया गया था, तो ग्लोबल कंपनियों के बीच बहुत सारे सवाल थे - क्या भारत सफल होगा? क्या भारत फिर से विफल होगा? चूंकि भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के क्षेत्र में पिछले 70 सालों में बार-बार विफल रहा है। गांधीनगर में दूसरा एडिशन उन जबरदस्त सफलताओं को बताने का एक अच्छा तरीका है जो हमें पिछले 15 महीनों में मिली हैं।' जुलाई में सेमीकंडक्टर पॉलिसी अनाउंस हुई थी जुलाई 2022 में गुजरात सरकार ने सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 की अनाउंसमेंट की थी, जिसके तहत सरकार ने राज्य में सेमीकंडक्टर या डिस्प्ले फैब्रिकेशन मैन्युफैक्चरिंग में इन्वेस्ट करने के इच्छुक लोगों के लिए बिजली, पानी और भूमि शुल्क पर भारी सब्सिडी देने का प्रस्ताव रखा था। सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने के लिए जरूरी है। सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन को बढ़ावा दे रही सरकार भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर को प्रोत्साहन देने लिए PLI स्कीम की भी घोषणा की है। ग्लोबल कंपनियां सेमीकंडक्टर के लिए भारत को एक इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं। साल 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 27.2 बिलियन डॉलर थी और सालाना 19% की बढ़ोतरी के साथ इसके 2026 तक 64 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है। सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है? सेमीकंडक्टर चिप सिलिकॉन से बनी होती है और सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम आती है। ये चिप एक दिमाग की तरह इन गैजेट्स को ऑपरेट करने में मदद करती है। इसके बिना हर एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम अधूरा है। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर हाथ में मौजूद स्मार्टफोन तक सेमीकंडक्टर चिप पर ही काम करते हैं। कैसे काम करता है सेमीकंडक्टर? ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह धुलने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। इसी तरह कार में जब आप सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तो कार आपको अलर्ट देती है। ये सेमीकंडक्टर की मदद से ही होता है।
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क्या है हिंदू मैरिज एक्ट, 4 सिचुएशन में शादी होगी शून्य
Karnataka High Court; Second Wife Can't Maintenance Complaint Against Husband दूसरी शादी होने पर महिला को क्या अधिकार मिलते हैं, हिंदू धर्म में दूसरी शादी का क्या मतलब है और धारा 498 ए क्या है।
पिछले दिनों कर्नाटक हाईकोर्ट का एक फैसला चर्चा में रहा। जहां एक व्यक्ति की दूसरी पत्नी ने IPC की धारा 498ए के तहत शिकायत दर्ज की थी और कोर्ट ने पति की सजा को रद्द कर दिया। इस फैसले ने बहुत से लोगों को कंफ्यूज कर दिया। इसी दुविधा को दूर करेंगे आज जरूरत की खबर में। साथ ही ये समझेंगे कि धारा 498 ए क्या है और दूसरी शादी होने पर महिला को क्या अधिकार मिलते हैं। सवाल: कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले वाला केस क्या था? जवाब: दरअसल इस केस में शिकायत करने वाली महिला ने दावा किया था कि वह कंथाराजू की दूसरी पत्नी है। दोनों पांच साल साथ रहे, उनका एक बेटा भी है। इसके कुछ साल बाद वह पैरालाइज्ड हो गई और कंथाराजू ने उसको परेशान करना शुरू कर दिया। शिकायत में क्रूरता करने का आरोप लगाया गया। घर से बाहर निकालने और आग में जलाने की भी धमकी दी। जिसके चलते कंथाराजू की दूसरी पत्नी ने पति के खिलाफ ट्रायल कोर्ट में शिकायत दर्ज की। इसके बाद 2019 में ट्रायल कोर्ट ने कंथाराजू को दोषी ठहराया और सजा देने का एलान किया था। कंथाराजू ने कोर्ट के इस फैसले को कर्नाटक हाईकोर्ट में चुनौती दी। जिसके बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों और सबूतों को सुनने के बाद कहा कि दूसरी बीवी पति और ससुराल वालों पर क्रूरता के लिए धारा 498ए का इस्तेमाल नहीं कर सकती है। कोर्ट ने यह भी कहा कि निचली अदालत ने फैसले में गलती की है। सवाल: वाकई दूसरी पत्नी कानून की मदद घरेलू हिंसा के मामले में नहीं ले सकती? जवाब: हां। दूसरी पत्नी को इसका अधिकार नहीं है। हिंदू मैरिज एक्ट में दूसरी शादी करने का प्रावधान नहीं है। इसे अमान्य बताया गया है। तीन शर्तों पर दूसरी शादी मान्य होती है- सवाल: हिंदू विवाह अधिनियम या हिंदू मैरिज एक्ट क्या है? जवाब: हिंदू मैरिज एक्ट 1955 में लागू हुआ था। ये एक्ट हिंदूओं के अलावा बौद्ध और जैन धर्म पर भी अप्लीकेबल है। नोट: ये देश में रहने वाले उन सभी लोगों पर भी लागू होता है जो मुस्लिम, ईसाई, पारसी या यहूदी नहीं हैं। हिंदू विवाह अधिनियम 1955 की धारा 5 के अंतर्गत किन्हीं दो हिन्दूओं के बीच शादी संपन्न होने के लिए जरूरी शर्तें हैं। जिन्हें नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं- सवाल: मौजूदा मामले में महिला ने शिकायत धारा 498 ए के तहत दर्ज कराई। ये धारा 498 ए क्या है? जवाब: अगर किसी महिला का पति या पति का रिश्तेदार उसके साथ क्रूरता करता है तो धारा 498ए के तहत शिकायत दर्ज कराई जाती है। इसके तहत दो तरह के मामले शामिल हैं। एक दहेज को लेकर उत्पीड़न दूसरा किसी अन्य वजह से मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न है। सवाल: क्या हिंदू धर्म में लड़का या लड़की दो शादियां नहीं कर सकते हैं? जवाब: बिल्कुल नहीं। हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के तहत बिना तलाक के दूसरी शादी नहीं की जा सकती है। भारतीय दंड संहिता यानी IPC की धारा- 494 के तहत एक पत्नी के रहते दूसरी शादी करने पर क्रिमिनल ऑफेंस का केस बनता है। सवाल: अगर पहली पत्नी जिंदा है और उसे तलाक दिए बगैर पति दूसरी शादी कर लेता है, तो उस शादी को क्या कहते हैं? जवाब: इसे द्विविवाह प्रथा यानी बाइगैमी कहते हैं। सवाल: बाइगैमी यानी द्विविवाह प्रथा पर भारत में क्या कानून है? जवाब: हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के मुताबिक, दूसरी शादी लीगल नहीं मानी जाएगी। अगर पति या पत्नी के जिंदा रहते हुए पति-पत्नी में से कोई भी दूसरी शादी कर लेता है तो इस शादी को कानून के अंदर कोई मान्यता नहीं मिलेगी। इसका मतलब शादी नल एंड वॉयड यानी शून्य हो जाएगी। सवाल: शादी शून्य होने का क्या मतलब होता है? जवाब: शादी शून्य होने का मतलब शादी के रिश्ते का पति-पत्नी के लिए कोई मतलब नहीं रह जाता है। इसमें गुजाराभत्ता से कोई लेना-देना नहीं होता है। सवाल: शून्य शादी तलाक से कैसे अलग होती है? जवाब: तलाक होने के बाद पति और पत्नी दोनों की कंडीशन के हिसाब से गुजाराभत्ता, बच्चों की कस्टडी और दोनों के जीवन से जुड़े दूसरे फैसले होते हैं। जबकि शादी शून्य होने पर कोई मतलब नहीं रहता है। सवाल: शादी किन सिचुएशन में शून्य हो सकती है? जवाब: हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के सेक्शन 11 और 12 में चार सिचुएशन बताई गई हैं जिनके होने पर शादी को शून्य डिक्लेयर किया जा सकता है। नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं… सवाल: अगर पति-पत्नी अलग रह रहे हैं तो क्या वो बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर सकते हैं? जवाब: नहीं, अलग रहने के बाद भी बिना तलाक के दूसरी शादी नहीं की जा सकती है। अगर कोई शादीशुदा व्यक्ति अपने पति या पत्नी के जिंदा रहते बिना तलाक के दूसरी शादी करता है तो ऐसी शादी को शून्य माना जाता है। उसे भारतीय दंड संहिता के तहत 7 साल की जेल और जुर्माना देना पड़ सकता है। अब जरूरत की कुछ और खबरें पढ़िए... 1.बरसात के मौसम में आपके भी झड़ रहे हैं बाल:क्या है इसका कारण; कैसे होगा इसका इलाज 2.बारिश-उमस से हो सकता है डिहाइड्रेशन:शरीर में पानी की कमी 7 लक्षणों से पहचानें, फॉलो करें 15 टिप्स
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बाल एवं महिला विकास निगम में सीधे इंटरव्यू से भरे जाएंगे 17 पद, 8 औरतों के लिए रिजर्व
चंडीगढ़ बाल एवं महिला विकास निगम में 17 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसमें से 8 पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि दूसरे 9 पदों पर कोई भी आवेदन कर सकता है।
चंडीगढ़ बाल एवं महिला विकास निगम ने 17 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसमें से 8 पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि दूसरे 9 पदों पर कोई भी आवेदन कर सकता है। भर्ती के लिए किसी प्रकार के टेस्ट की जरूरत नहीं है। यह पद सीधे इंटरव्यू के जरिए भरे जाएंगे। इसमें हेल्पलाइन एडमिनिस्ट्रेटर महिला का एक पद, कॉल ऑपरेटर महिला के 7 पद, IT सुपरवाइज़र का एक पद, हेल्पलाइन एडमिनिस्ट्रेटर का एक पद और कॉल ऑपरेटर के 7 पद शामिल हैं। सभी कॉन्ट्रैक्ट आधार पर रखे जाएंगे। इसके लिए कोई भी आवेदन जमा करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ वॉक-इन-इंटरव्यू में शामिल होना है। शुल्क की जरूरत नहीं 26 जुलाई को विभाग द्वारा अधिसूचना जारी की गई है। 1 अगस्त को इसके लिए इंटरव्यू लिया जाएगा। इसमें किसी भी कैटेगरी के उम्मीदवार से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। 37 साल की उम्र तक कर सकते आवेदन विभाग के द्वारा जारी अधिसूचना में आवेदन करने के लिए आयु सीमा 18 से 37 वर्ष रखी गई है। इसके लिए उम्मीदवार को अपना बायोडाटा और अपने सर्टिफिकेट के साथ फोटो लेकर इंटरव्यू में शामिल होना होगा। यह इंटरव्यू सेक्टर-46 स्थित व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र आशा किरण में लिया जाएगा।
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वजह- कांग्रेस को विधानसभा चुनावों और राहुल केस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार
Congress Working Committee Members List - कांग्रेस पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सदस्यों की घोषणा में कुछ और दिन की देरी हो सकती है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने भास्कर को बताया है
कांग्रेस पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सदस्यों की घोषणा में कुछ और दिन की देरी हो सकती है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने भास्कर को बताया है कि नई CWC के सदस्यों के नाम लगभग तय हो चुके हैं, लेकिन इसकी अंतिम घोषणा कुछ ‘बाहरी घटनाओं’ पर निर्भर करती है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, नई 35 सदस्यीय कार्य-समिति की घोषणा 4 अगस्त के बाद की जाएगी। इसी दिन सुप्रीम कोर्ट पार्टी नेता राहुल गांधी की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें 2019 के मानहानि मामले में उनकी सजा को निलंबित करने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में राहुल की याचिका की सुनवाई का इंतजार गांधी परिवार के करीबी एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने भास्कर को बताया कि मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। अगर सुप्रीम कोर्ट 4 अगस्त को राहुल की सजा को निलंबित कर देता है, तो राहुल की सांसदी बहाल हो सकेगी और वे संसद के वर्तमान मानसून सत्र के बचे पांच दिन में भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना है की वे लोक सभा के अंदर भाजपा पर काफी जोर-शोर से आक्रमण करेंगे। उनका निलंबन का हटना एक बड़ी घटना होगी और इससे पार्टी कैडर और नेताओं को काफी ऊर्जा मिलेगी। पार्टी आलाकमान इस अवधि के दौरान CWC के सदस्यों की घोषणा कर सकता है। हालांकि, अभी इस बात पर कोई क्लैरिटी नहीं आ पाई है की क्या सुप्रीम कोर्ट 4 अगस्त को इस मामले मे अपना आदेश देगा या मामले को आगे की तारीख के लिए बढ़ा देगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बात की संभावना कम है कि 4 अगस्त को ही इस पूरे मामले में फाइनल ऑर्डर आ जाएगा। तीन राज्यों के चुनावी नतीजे का भी इंतजार कर सकता है विपक्ष पार्टी के दो अन्य शीर्ष नेताओं के अनुसार, पार्टी नेतृत्व CWC की घोषणा करने से पहले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों के परिणामों का इंतजार करने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है। सोनिया, राहुल, प्रियंका गांधी के मन में यह डर है कि CWC सदस्यों की घोषणा के बाद राज्य के नेताओं के बीच आंतरिक मनमुटाव पैदा हो सकते हैं, जिसका सीधा असर पार्टी के चुनाव तैयारी पर पड़ेगा। इससे पहले यह संभावना जताई जा रही थी की CWC की घोषणा कर्नाटक चुनाव के बाद कर दी जाएगी। राजनीतिक मामलों में गांधी परिवार के सदस्यों की सहायता करने वाले एक शीर्ष नेता ने कहा कि नई कार्य समिति की घोषणा अभी प्राथमिकता नहीं है। हमने CWC नहीं होने के बावजूद कर्नाटक में जीत हासिल की। रिपोर्ट्स और फीडबैक के अनुसार हम मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत रहे हैं। लेकिन अगर चुनाव से पहले CWC की घोषणा की जाती है, तो इससे राज्य के नेताओं के बीच मनमुटाव पैदा होने की काफी संभावना है, खासकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहां काफी प्रयासों के बाद हमने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शांति हासिल की है। इसलिए कुछ वरिष्ठ नेता यह तर्क दे रहे है कि CWC की घोषणा को इन राज्यों के विधानसभा चुनाव तक रोक दिया जाना चाहिए। अक्टूबर 2022 में खड़गे ने भंग की थी CWC पिछले साल अक्टूबर में पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 23सदस्यीय CWC को भंग कर दिया था और उसकी जगह एक 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया था। उसके बाद फरवरी में छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित अपने 85वें सत्र के दौरान, पार्टी ने निर्णय लिया था कि अब उसकी 35 सदस्यीय CWC होगी, जिसमें निर्वाचित और नामांकित दोनों सदस्य होंगे। इसमें सोनिया, राहुल और प्रियंका के अलावा मनमोहन सिंह और खड़गे होंगे। अब खड़गे को CWC के बाकी 30 स्थानों के लिए नेताओं को देश भर से चुनना है। नए गठित CWC में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं, अल्पसंख्यक समुदाय और युवाओं (50 वर्ष से कम आयु) के लिए 50% का आरक्षण होगा।
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क्या पलट सकता है ज्ञानवापी पर मुस्लिम पक्ष का दावा; पूरी कहानी
Ayodhya Archeological Report; Varanasi Gyanvapi Complex Mosque Temple ASI Survey Report Explained रामजन्मभूमि केस ASI सर्वे कितना अहम था? क्या इसकी वजह से ज्ञानवापी पर मुस्लिम पक्ष का दावा पलट सकता है?
ज्ञानवापी का ASI सर्वे होगा या नहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट आज फैसला करेगा। हिंदू पक्ष की दलील है कि खंभों पर मिले धार्मिक निशान का पता लगाया जाना जरूरी है कि क्या वे मंदिर का हिस्सा हैं। मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का विरोध करते हुए दलील दी है कि कोर्ट साक्ष्य बनाने की अनुमति नहीं दे सकता। वहीं ASI ने हलफनामा दिया है कि सर्वे से ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। भास्कर एक्सप्लेनर में अयोध्या रामजन्मभूमि केस से समझेंगे कि ASI सर्वे कितना अहम है? क्या इसकी वजह से मुस्लिम पक्ष का दावा कमजोर हो सकता है? सबसे पहले जानते हैं कि अयोध्या रामजन्मभूमि का ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे कब-कब हुआ... राजन्मभूमि के 5 ASI सर्वे में क्या बड़ी बातें सामने आईं? 1862-63: मौजूदा अयोध्या रामायण काल की ही अयोध्या है 1889-91: अयोध्या में राजपूतों की उपस्थिति थी 1969-70: अयोध्या की आबादी 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व की 1975-76: अयोध्या में खुदाई के दौरान मंदिर जैसे खंभे मिले 2003: उत्तरी भारत के मंदिरों की शैली के अवशेष मिले सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्मभूमि फैसला सुनाते हुए ASI की किन बातों को आधार बनाया सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या फैसले में 2003 में जारी ASI की रिपोर्ट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रिपोर्ट में कहा गया था कि विवादित बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि स्थल पर एक हिंदू स्ट्रक्चर यानी संरचना के अवशेष मिले थे। ASI रिपोर्ट के आधार पर शीर्ष कोर्ट के फैसले ने यह निष्कर्ष निकाला कि मस्जिद पहले से मौजूद एक बड़ी संरचना की दीवारों पर आधारित थी जो 12वीं शताब्दी की है। इसने यह भी कहा कि बरामदगी हिंदू धर्म की उत्पत्ति की संरचना का संकेत देती है। फैसले में यह भी कहा गया कि ASI रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि पहले से मौजूद अंतर्निहित संरचना के बड़े आयाम हैं, जो इस तथ्य से स्पष्ट है कि 85 पिलर बेस 17 रो यानी पंक्तियों में थे। इनमें से प्रत्येक में पांच पिलर बेस थे। कोर्ट ने ASI की रिपोर्ट के आधार पर यह भी कहा है कि मस्जिद खाली जमीन पर नहीं बनाई गई थी। साथ ही कोर्ट ने ASI रिपोर्ट के आधार पर अपने फैसले में कहा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने की भी पुख्ता जानकारी नहीं है। अब जानते हैं कि ज्ञानवापी मामले में ASI के सर्वे के क्या मायने हैं? अब वो 5 तस्वीरें, जो इशारा करती हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद की जगह पहले कोई और स्ट्रक्चर हो सकता है... Sources and further Readings...
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30 साल बाद पारंपरिक रूट से निकालने की परमिशन मिली; हिंसा के चलते रोक लगी थी
Muharram 2023 - Jammu Kashmir Srinagar Muharram Juloos - श्रीनगर में शिया समुदाय के लोगों ने 30 सालों से ज्यादा समय के बाद पारंपरिक गुरुबाजार-डलगेट रूट से मुहर्रम का जुलूस निकाला। यह जुलूस श्रीनगर के चर्चित लाल चौक इलाके से भी गुजरा
श्रीनगर में शिया समुदाय के लोगों ने 30 सालों से ज्यादा समय के बाद पारंपरिक गुरुबाजार-डलगेट रूट से मुहर्रम का जुलूस निकाला। यह जुलूस श्रीनगर के चर्चित लाल चौक इलाके से भी गुजरा। 1990 के दशक में हिंसा के चलते इस रूट से मुहर्रम का जुलूस निकालने पर रोक लगा दी गई थी। इस साल जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इसे निकालने की अनुमति दी। मुहर्रम को इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना माना जाता है। मुस्लिम समुदाय के लिए यह काफी धार्मिक महत्व रखता है। यह जुलूस मुहर्रम के आठवें दिन निकाला गया। सुबह 6 से 8 बजे तक निकाला गया जुलूस प्रशासन ने जुलूस निकालने के लिए 6 से 8 बजे तक का समय दिया था। शिया समुदाय के सैंकड़ों लोग सुबह 5.30 बजे गुरुबाजार में इकट्ठे हो गए। जिसके बाद 6 बजे से जुलूस निकाला। कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर वीके विधूरी ने बताया- कश्मीर के लोगों के बनाए अच्छे माहौल के चलते यह परमिशन दी गई। सुबह जुलूस निकालने की परमिशन इसलिए दी गई जिससे आम लोगों को कोई परेशानी न हो। इस कार्यक्रम के शांतिपूर्ण तरीके से होने से प्रशासन दूसरे मुद्दों पर भी फैसला कर सकेगा। जुलूस के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए कश्मीर के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस विजय कुमार ने बताया कि पिछले कुछ सालों से शिया समुदाय की ओर से इस रूट पर जुलूस निकालने की मांग की जा रही थी। प्रशासन ने इस बार परमिशन दी तो हमने सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए। एक दिन पहले हाई लेवल मीटिंग भी की गई। जम्मू-कश्मीर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... कश्मीर में 30 साल बाद सिनेमा गुलजार: पुलवामा और शोपियां में खुले थिएटर, LG मनोज सिन्हा बोले- जल्द ही हर जिले में खुलेंगे जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पिछले साल सितंबर में दक्षिण कश्मीर के दो जिलों पुलवामा और शोपियां में थिएटर का उद्घाटन किया। सिन्हा ने कहा- जल्द ही जम्मू-कश्मीर के हर जिले में ऐसे सिनेमा हॉल बनाए जाएंगे। इसके अलावा श्रीनगर में कश्मीर का पहला आईनॉक्स मल्टीप्लेक्स खोला जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...
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₹35-40 करोड़ रह सकता है फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन; ₹178 करोड़ में बनी है फिल्म
Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani; Box Office Prediction Update - रॉकी और रानी की प्रेम कहानी शुक्रवार यानी 28 जुलाई को रिलीज हो रही है। इस फिल्म के जरिए करण जौहर 7 साल बाद डायरेक्शन में वापसी कर रहे हैं। ट्रेड एक्सपर्ट का दावा है
रॉकी और रानी की प्रेम कहानी शुक्रवार यानी 28 जुलाई को रिलीज हो रही है। इस फिल्म के जरिए करण जौहर 7 साल बाद डायरेक्शन में वापसी कर रहे हैं। ट्रेड एक्सपर्ट का दावा है कि फिल्म पहले दिन 8 से 10 करोड़ रुपए की ओपनिंग ले सकती है। तीसरे और चौथे दिन फिल्म 12 करोड़ रुपए के आस-पास कमा सकती है। पहले वीकेंड पर फिल्म 35-40 करोड़ रुपए का बिजनेस कर सकती है। फिल्म 178 करोड़ रुपए के बजट में बनी है, फिल्म की स्टारकास्ट भी काफी बड़ी है। ऐसे में इससे कम कमाई होना फिल्म के लिए एक फेलियर माना सकता है। वीकेंड पर 35-40 करोड़ से कम कमाई मतलब फिल्म फेल रही ट्रेड एक्सपर्ट गिरीश जौहर ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा- अगर फिल्म पहले दिन 8 से 10 करोड़ रुपए कमाने में कामयाब रही तो इसकी पूरी संभावना है कि अगले दो दिनों में फिल्म 12 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करेगी। ऐसे में फिल्म आराम से 35-40 करोड़ रुपए का फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन कर लेगी। अगर कलेक्शन इससे ज्यादा रहा तो और बेहतर है, लेकिन इससे थोड़ा भी कम रहा तो ये माना जाएगा कि फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। भारी-भरकम स्टारकास्ट से होगा फायदा, धर्मा प्रोडक्शन और करण जौहर का टैग भी जुड़ा हुआ गिरीश ने आगे कहा- फिल्म का प्रोडक्शन धर्मा फिल्म्स ने किया है, साथ ही इस फिल्म में भारी-भरकम स्टारकास्ट भी है। फिल्म में वेटरन एक्टर्स जैसे धरम जी, जया बच्चन जी और शबाना आजमी भी दिखाई देंगी। फिल्म में आज के वक्त के दो बड़े स्टार रणवीर सिंह और आलिया भट्ट भी हैं। इसके अलावा बतौर डायरेक्टर करण जौहर का होना भी फिल्म के लिए अलग क्रैडिबिलिटी एड करेगा। ओपेनहाइमर और बार्बी से कोई खास नुकसान नहीं होगा गिरीश ने कहा कि रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को ओपेनहाइमर और बार्बी से कोई खास नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा- अच्छी बात ये है कि ये फिल्म पूरी तरह फैमिली ड्रामा है। इसका जोर-शोर से प्रमोशन भी हो रहा है। मैं मानता हूं कि ओपेनहाइमर और बार्बी अच्छी कमाई कर रही हैं, लेकिन ये मल्टीप्लेक्स और अर्बन ओरिएंटेड फिल्में हैं। फैमिली फिल्म होने की वजह से रॉकी और रानी की प्रेम की कहानी एक अलग ऑडियंस की तरफ अपना ध्यान आकर्षित कराएगी। पठान के बाद सबसे बड़ी फिल्म हो सकती है रॉकी और रानी.. गिरीश का कहना है कि पठान के बाद रॉकी और रानी..सबसे बड़ी फिल्म होने जा रही है। हमने कुछ दिन पहले जरा हटके- जरा बचके और सत्यप्रेम की कथा जैसी फिल्में देखी हैं, इन दोनों फिल्मों ने भी ठीक-ठीक परफॉर्म किया था। हालांकि ये दोनों फिल्में मिड रेंज बजट में बनी थीं। फिल्म के 90,000 एडवांस टिकट बिके फिल्म की एडवांस बुकिंग 24 जुलाई से स्टार्ट हो चुकी थी। मंगलवार तक फिल्म के 90,000 एडवांस टिकट बिक चुके थे। जाहिर है कि फैंस करण जौहर की डायरेक्शन तले बनी फिल्म देखने के लिए एक्साइटेड हैं। करण जौहर के डायरेक्शन में बनी ये सातवीं फिल्म है। उनकी अंतिम डायरेक्शन वाली फिल्म ऐ दिल है मुश्किल थी। उसने भी बॉक्स ऑफिस 120 करोड़ रुपए से ज्यादा का कलेक्शन किया था। 178 करोड़ में बनी है फिल्म, 160 करोड़ रिलीज के पहले कमाए फिल्म ने अपनी रिलीज से पहले ही 90% बजट की रिकवरी कर ली है। फिल्म का टोटल बजट 178 करोड़ रुपए है। फिल्म ने अब तक डिजिटल राइट्स से 80 करोड़ और सेटेलाइट राइट्स से 50 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है। इसके अलावा मेकर्स ने इसके म्यूजिक राइट्स को 30 करोड़ रुपए में बेचा है। इन सबको मिलाकर अब तक 160 करोड़ की रिकवरी हो चुकी है। इस तरह देखा जाए तो रॉकी और रानी की प्रेम कहानी बॉक्स ऑफिस पर सेफ साइड में हैं।
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इस साल 13 टूर्नामेंट खेले, 7 में पहले राउंड से बाहर; जापान ओपन में महज 32 मिनट में हारीं
डबल ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु का खराब फॉर्म जारी है। यह अनुभवी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बुधवार को जापान ओपन के पहले राउंड में हारकर बाहर हो गई। उनके उलट युवा लक्ष्य सेन ने इस सुपर 750 टूर्नामेंट के तीसरे राउंड में प्रवेश कर लिया। वहीं,Japan Open Badminton PV Sindhu Downfall Story Struggle
डबल ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु का खराब फॉर्म जारी है। यह अनुभवी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बुधवार को जापान ओपन के पहले राउंड में हारकर बाहर हो गई। उनके उलट युवा लक्ष्य सेन ने इस सुपर 750 टूर्नामेंट के तीसरे राउंड में प्रवेश कर लिया। वहीं, पिछले हफ्ते कोरिया ओपन जीतने वाली सात्विकसाईराज रैंकीरेड्‌डी-चिराग शेट्‌टी की जोड़ी ने भी दूसरे राउंड में जगह बनाई। तीसरे राउंड में उनका मुकाबला आज होगा। लगातार गेम में हारीं सिंधु सिंधु को चीन की झेंग यी मिन ने लगातार गेम में 21-12, 21-13 से हराया। सिंधु सिर्फ 32 मिनट में हार गईं। वे इस साल BWF वर्ल्ड टूर इवेंट का 13वां टूर्नामेंट खेलने उतरी थीं। यह साल का सातवां टूर्नामेंट है, जिसमें वे पहले राउंड से आगे नहीं बढ़ सकीं। सिंधु और झेंग के बीच पांचवां मुकाबला था, जिसमें झेंग को तीसरी बार जीत मिली। 2019 की वर्ल्ड चैम्पियन सिंधु के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने चोट से रिहैब करने के बाद वापसी की थी, लेकिन खराब फॉर्म से जूझ रही हैं। वे वर्ल्ड रैंकिंग में 17वें नंबर पर फिसल गई हैं। लक्ष्य तीसरे राउंड में पहुंचे पुरुष सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर ली है। उन्होंने राउंड ऑफ 16 में जापान के केंता सुनेयामा को 21-14, 21-16 से हराया। पहले राउंड में उन्होंने हमवतन प्रियांशु राजावत को 21-15, 12-21, 24-22 से हराया था। कनाडा ओपन जीतने के बाद लक्ष्य कोरिया ओपन से हट गए थे। फिर उन्होंने इस टूर्नामेंट से वापसी की। लक्ष्य ने 65 मिनट में जीत हासिल की। पुरुष सिंगल्स में गुरुवार को ही एचएस प्रणौय का सामना किदाम्बी श्रीकांत से होगा। सात्विक और चिराग ने लगातार 11वां मैच जीता सात्विक-चिराग की जोड़ी ने इंडोनेशिया के लियो रॉली केरनेंडो-डेनियल मार्थिन को तीन गेम में हराया। भारतीय जोड़ी 21-16, 11-21, 21-13 से जीत गई। उन्होंने 56 मिनट में जीत हासिल कर ली। यह सात्विक-चिराग की लगातार 11वीं जीत है। अब भारतीय जोड़ी का सामना डेनमार्क के जेपे बे-लेसे मोल्हेड की जोड़ी से होगा। तृषा-गायत्री की जोड़ी हारकर बाहर गुरुवार को विमेंस डबल्स में गायत्री गोपीचंद और तृषा जोली की जोड़ी को जापानी जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा। एन मात्सुयामा और सी शिडा की जोड़ी ने दोनों को 23-21, 21-19 के अंतर से हराया। उनसे पहले भारत के मिथुन मंजूनाथ और मालविका बंसोड अपने-अपने मुकाबले हारकर बाहर हो गए।
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अगस्त में होगा रिलीज, 1 हजार फीमेल डांसर्स के साथ डांस करते दिखेंगे शाहरुख
Shah Rukh Khan Jawan Song Zinda Banda Release in August First Week  'जवान’ का पहला गाना अगस्त के पहले वीक में रिलीज किया जाएगा। इस गाने का टाइटल 'जिंदा बंदा’ है, जिसे इरशाद कामिल ने लिखा है।
शाहरुख खान की फिल्म 'जवान’ का पहला गाना अगस्त के पहले वीक में रिलीज किया जाएगा। इस गाने का टाइटल 'जिंदा बंदा’ है, जिसे इरशाद कामिल ने लिखा है। यह पहला गाना होगा जिसमें शाहरुख खान हजार से ज्यादा फीमेल डांसर्स के साथ थिरकते हुए नजर आएंगे। इस गाने में उनके अलावा छह एक्ट्रेसेस और नजर आएंगी। गाने में नजर नहीं आएंगी दीपिका रिपोर्ट्स की मानें तो, 'फिल्म में दीपिका पादुकोण का भी अहम रोल है पर वो इस गाने में नजर नहीं आएंगी। फिल्म में उनका सिर्फ गेस्ट अपियरेंस है। हालांकि, इस गाने में शाहरुख के साथ सान्या मल्होत्रा, प्रियमणि, गिरिजा ओक, संजीता भट्टाचार्य, लहर खान और आलिया कुरेशी दिखाई देंगी।’ सेमी पॉपुलर एक्ट्रेसेज को मिला चांस जानकारों के मुताबिक, ‘फिल्म में संजीता भट्टाचार्य, लहर खान, गिरिजा ओक जैसे सेमी पॉपुलर चेहरों को भी मौका दिया गया है। गिरिजा आखिरी बार नेटफ्लिक्स फिल्म 'कला' में नजर आई थीं। वो 'शोर इन द सिटी' और 'तारे जमीन पर' जैसी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। संजीता भट्टाचार्य एक्ट्रेस होने के साथ-साथ सिंगर भी हैं। इससे पहले नेटफ्लिक्स की सीरीज 'फील्स लाइक इश्क' में काम कर चुकी हैं। 'जवान' से अपना फिल्म डेब्यू कर रही हैं। लहर फिल्म में शाहरुख की गैंग की स्नाइपर के रोल में हैं। इससे पहले वो ‘ब्रह्मास्त्र’ में नजर आई थीं। कई शहरों से फोक डांसर्स भी कास्ट किए शाहरुख ने ना सिर्फ इस फिल्म बल्कि इसके गानों को भी बड़े पैमाने पर शूट करवाया है। खास बात यह है कि इस गाने के लिए जिन डांसर्स को चूज किया गया है उन्हें देश भर के आधा दर्जन से ज्यादा शहरों से बुलाया गया। इन डांसर्स में चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, मदुरै, मुंबई और पुणे के कलाकार नजर आएंगे। इसके अलावा कई शहरों के फोक डांसर्स को भी इसमें कास्ट किया गया है। गाने पर खर्च किए हैं 15 करोड़ इस गाने को साउथ के मशहूर कंपोजर अनिरुद्ध ने कंपोज किया है। कोरियोग्राफी भी साउथ के कोरियोग्राफर शोबी से करवाई गई है। मेकर्स ने इसे तीन अलग-अलग भाषाओं में तैयार करवाया है। दावा किया जा रहा है कि मेकर्स ने इस गाने पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। विजय सेतुपति का लुक भी जारी हुआ फिल्म में मेन विलेन का रोल विजय सेतुपति प्ले कर रहे हैं। मेकर्स ने हाल ही में उनका लुक शेयर किया है। खुद विजय ने इस पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा था, ‘द डीलर ऑफ डेथ’। फिल्म 7 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होगी।
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2025 में शुरू होगा प्री-प्रोडक्शन वर्क, राजामौली के पिता कर रहे स्क्रिप्ट पर काम
RRR Sequel Shooting Location Update - ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘RRR’ के सीक्वल से जुड़ी बड़ी अपडेट सामने आई है। एक रिपोर्ट की मानें तो इन दिनों इस फिल्म के सीक्वल की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है। इसकी कहानी अफ्रीका में सेट हो सकती है। यह जानकारी फिल्म के राइटर और
ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘RRR’ के सीक्वल से जुड़ी बड़ी अपडेट सामने आई है। एक रिपोर्ट की मानें तो इन दिनों इस फिल्म के सीक्वल की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है। इसकी कहानी अफ्रीका में सेट हो सकती है। यह जानकारी फिल्म के राइटर और डायरेक्टर एसएस राजामौली के पिता विजयेंद्र प्रसाद ने दी है। उन्होंने कहा कि वो अभी फिल्म की स्क्रिप्ट लिख रहे हैं जिसके बाद वो इसे राजामौली के साथ शेयर करेंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2025 में इस फिल्म का प्री-प्रोडक्शन वर्क शुरू हाेगा। फिलहाल राजामौली, महेश बाबू के साथ अपनी अगली फिल्म SSMB29 पर जुटे हुए हैं। 2022 में ही शेयर कर दिया था आइडिया बॉलीवुड हंगामा को दिए एक इंटरव्यू में राइटर प्रसाद ने बताया, ‘इसका सीक्वल बन भी सकता है और नहीं भी। 2022 में इस फिल्म की रिलीज के बाद मैंने इसके सीक्वल का आइडिया अपने बेटे से शेयर किया था। इसकी कहानी अफ्रीका में सेट है और यह सीता राम राजू (रामचरण) और कोमाराम भीम (एनटीआर जूनियर) के साथ वहीं से शुरू होती है जहां से खत्म हुई थी। राजामौली को यह आइडिया पसंद आया था और उन्होंने इसकी पूरी स्क्रिप्ट डेवलप करने के लिए कहा था। SSMB29 कम्पलीट करने के बाद RRR पर जुटेंगे विजयेंद्र ने आगे बताया, ‘इस फिल्म पर अभी हमारे बीच कोई चर्चा नहीं हुई है क्योंकि इन दिनों राजामौली महेश बाबू के साथ अपनी अगली फिल्म पर बिजी हैं। वो जब तक इस फिल्म को कम्पलीट नहीं कर लेगा। दूसरी फिल्म पर काम नहीं करेगा।’ 2025 में शुरू हो सकता है RRR पर काम राजामौली इन दिनों महेश बाबू के साथ फिल्म ‘SSMB29’ पर काम कर रहे हैं। 2024 में इस फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क शुरू हो जाएगा। 2025 तक इसके रिलीज हाेने की संभावना है। ऐसे में संभव है कि राजामौली 2025 में RRR का प्री-प्रोडक्शन वर्क शुरू कर दें। 2022 में रिलीज हुई आरआरआर इंडियन सिनेमा की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक है। फिल्म के गाने नाटू-नाटू को ऑस्कर अवॉर्ड से भी नवाजा गया है।
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पाकिस्तान के ऊर्जा संसाधन नया टारगेट, गैस कंपनियां खरीदने जा रहा ड्रैगन
China going to buy Pakistan's energy resources, gas companies | आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान को अपने जाल में फांसने के लिए चीन ने एक और तैयारी कर ली है। पाकिस्तान में सरकारी कंपनियों काे बेचने की कवायद चल रही है। इन पर चीन की नजर है। वह दाे गैस कंपनियाों सुई नॉर्दर्न और सुई
आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान को अपने जाल में फांसने के लिए चीन ने एक और तैयारी कर ली है। पाकिस्तान में सरकारी कंपनियों काे बेचने की कवायद चल रही है। इन पर चीन की नजर है। वह दाे गैस कंपनियाों सुई नॉर्दर्न और सुई सदर्न काे खरीदने जा रहा है। यह कंपनियां गैस के भंडार वाले बलूचिस्तान प्रांत में गैस की खोज में शामिल हाेंगी। सूत्रों का कहना है कि चीन इन गैस कंपनियों, बिजली कंपनियों को हर कीमत पर लेना चाहता है। 9 सरकारी बिजली कंपनियों काे पिछले साल 17 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपए का घाटा हुआ था। इसे मिलाकर दाे गैस कंपनियों काे 68,853 करोड़ पाकिस्तानी रुपए (2.4 अरब डॉलर) का नुकसान हो चुका है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि घाटे में चल रही सरकारी इकाइयों का निजीकरण सही कदम है। ज्यादातर इकाइयां घिसे-पिटे पुराने ढर्रे से चलाए जाने के कारण कुप्रबंध का शिकार हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इन सरकारी इकाइयों काे चलाने के लिए हर पाकिस्तानी हर साल 3000 रुपए का भुगतान कर रहा है। हालांकि, उनको शक है कि इस चुनावी साल में सरकार ताकतवर यूनियन के विरोध का सामना करते हुए निजीकरण अंजाम दे पाएगी। CPEC का विरोध, कई बार चीन के कर्मचारियों पर हुए हमले चीन के महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का बलूचिस्तान में विरोध हो रहा है। प्रोजेक्ट पर चीन 60 अरब डॉलर (करीब 4.9 लाख करोड़ रुपए) का निवेश कर रहा है। ग्वादर पोर्ट में चीन की गतिविधियां स्थानीय लाेगाें के निशाने पर हैं। वे चीन की डीप फिशिंग का विरोध करते हुए सुरक्षा चेक पाॅइंट कम करने की मांग कर रहे हैं। चीनी नागरिकों और संपत्ति पर हमले भी हो चुके हैं। पिछले कुछ साल से चीन के प्रोजेक्ट और उनमें काम करने वाले चीनियों पर हमले बढ़े हैं। चीनी कर्मियों की सुरक्षा में AK 47 वाले गार्ड पाकिस्तान में विरोध के कारण चीन के कामगारों और इंजीनियरों की सुरक्षा में AK 47 राइफल से लैस जवान तैनात करने पड़ रहे हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा पर भरोसा करने के बजाय चीन ने ग्वादर में खुद के जवान तैनात कर रखे हैं। जुलाई 2021 में चीनी इंजीनियरों की बस पर फिदायीन हमला हो चुका था। तब सुरक्षा बढ़ाई गई। एयरलाइंस घाटे में, कराची, लाहौर एयरपोर्ट लीज पर देंगे इस्लामाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सरकारी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस काे भी निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का कर्ज और घाटा उसकी संपत्तियों से ज्यादा हाे गया है। पिछले साल यह 8,800 करोड़ और कुल कर्ज 75 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपए हाे गया। विमानतलों में कुप्रबंधन है। विदेशी कंपनियां आने से हालात बदलेंगे। कराची और लाहौर एयरपोर्ट को भी लीज पर दिया जाएगा। मौके की ताक में... नवाज शरीफ ही खरीदेंगे स्टील मिल सरकारी कंपनी पाकिस्तान स्टील मिल्स का 20,600 करोड़ रुपए का कुल घाटा उसकी 19,500 करोड़ की की कीमत से अधिक हाे गया है। यह जून 2015 से बंद है, पर इसे 2021-22 में कर अदायगी के बाद 745 करोड़ पाकिस्तानी रुपए लाभ हुआ है। एनालिस्ट काे लगता है कि शायद मिल का निजीकरण नहीं हाेगा। अगर ऐसा होता भी है तो इसे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ही खरीदेंगे। उनकी नजर ऐसी ही संपत्तियों पर है। पाक की विदेश स्थित संपत्तियां बेची जा रहीं विदेशी मुद्रा संकट के चलते पाकिस्तान ने वॉशिंगटन में पूर्व दूतावास की इमारत काे कारोबारी हफीज खान काे 203 करोड़ पाकिस्तानी रुपए में बेचा है। पाक सरकार अमेरिका में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की संपत्ति रूजवेल्ट होटल की संपत्ति काे 6,311 करोड़ रु. में न्यूयॉर्क सिटी प्रशासन काे लीज पर दे चुकी है।
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राष्ट्रपति को अरेस्ट किया, सभी सरकारी दफ्तर सस्पेंड, बॉर्डर सील
Niger Army Takes Control of Government: President Mohamed Bazoum in Custody पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर में गुरुवार को सेना ने तख्तापलट कर दिया। कुछ हथियार बंद सैनिक राष्ट्रपति भवन में घुसे और उन्होंने उस पर कब्जा कर लिया।
पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर में गुरुवार को सेना ने तख्तापलट कर दिया। कुछ हथियार बंद सैनिक राष्ट्रपति भवन में घुसे और उन्होंने उस पर कब्जा कर लिया। इसी के साथ राष्ट्रपति मोहम्मद बज्म को सत्ता से हटाकर कैद कर लिया। न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, सेना ने तख्तापलट का ऐलान नेशनल टीवी पर आकर किया। कर्नल अमादौ अब्द्रमाने अन्य सैन्य अधिकारियों संग टीवी पर आए और राष्ट्रपति को सत्ता से बेदखल करने की बात कही। नाइजर के बॉर्डर सील, पूरे देश में कर्फ्यू घोषित कर्नल ने आगे कहा, बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और खराब शासन के कारण हम राष्ट्रपति शासन को समाप्त कर रहे हैं। अब्द्रामने ने कहा कि नाइजर के बॉर्डर सील हैं। पूरे देश में कर्फ्यू घोषित है और सभी सरकारी दफ्तरों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने नाइजर के राष्ट्रपति को हरसभंव मदद देने की बात कही है। वहीं UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से बात की है और उन्हें संयुक्त राष्ट्र का पूरा समर्थन देने की पेशकश की है। हालांकि, नाइजर की सेना ने किसी भी विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि वे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। पिछले 3 सालों में पश्चिमी और मध्य अफ्रीकी देश में हुए तख्तापलट... बुर्किना फासो बुर्किना फासो की सेना ने जनवरी 2022 में राष्ट्रपति रोच काबोरे को इस्लामी आतंकवादियों द्वारा हिंसा को रोकने में विफल रहने का दोषी ठहराते हुए पद से हटा दिया था। तख्तापलट के नेता लेफ्टिनेंट कर्नल पॉल-हेनरी दामिबा ने सुरक्षा बहाल करने का वादा किया, लेकिन हमले बदतर हो गए, जिससे सशस्त्र बलों का मनोबल गिर गया, जिसके परिणामस्वरूप आठ महीने बाद दूसरा तख्तापलट हुआ, जब वर्तमान जुंटा नेता कैप्टन इब्राहिम ट्रोरे ने सितंबर में विद्रोह के बाद सत्ता पर कब्जा कर लिया। माली असिमी गोइता के नेतृत्व में मालियन कर्नलों के एक समूह ने अगस्त 2020 में राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीता को पद से हटा दिया। बिगड़ती सुरक्षा, विधायी चुनाव लड़ने और भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद तख्तापलट हुआ। खैर देश में संवैधानिक शासन की वापसी के लिए फरवरी 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। चाड अप्रैल 2021 में राष्ट्रपति इदरीस डेबी की विद्रोहियों ने हत्या कर दी थी। जिसके बाद चाड की सेना ने सत्ता संभाली। चाडियन कानून के तहत, संसद के अध्यक्ष को राष्ट्रपति बनना चाहिए था, लेकिन एक सैन्य परिषद ने हस्तक्षेप किया और स्थिरता सुनिश्चित करने के नाम पर संसद को भंग कर दिया। डेबी के बेटे, जनरल महामत इदरीस डेबी को अंतरिम राष्ट्रपति नामित किया गया और चुनावों में 18 महीने के परिवर्तन की देखरेख का काम सौंपा गया। गिनी विशेष बल के कमांडर कर्नल मामाडी डौंबौया ने सितंबर 2021 में राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को पद से हटा दिया। एक साल पहले, कोंडे ने तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए संविधान में कुछ बदलाव किए थे। बाद में डौंबौया अंतरिम राष्ट्रपति बने और उन्होंने तीन साल के भीतर लोकतांत्रिक चुनावों में बदलाव का वादा किया। यह खबर भी पढ़ें... सूडान में तख्तापलट के लिए सेना-पैरामिलिट्री के बीच लड़ाई:अब तक 97 लोगों की मौत नॉर्थ अफ्रीकी देश सूडान में तख्तापलट के लिए मिलिट्री और बागी पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लड़ाई जारी है। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, अब तक 97 लोगों की मौत हो चुकी है। 1,126 लोगों के घायल होने की खबर है। BBC के मुताबिक, डॉक्टरों का कहना है कि राजधानी खार्तूम के अस्पतालों में हालात बेहद मुश्किल हो गए हैं। लड़ाई के चलते स्वास्थ्यकर्मी घायलों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर...
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किसान, जवान और युवाओं पर केन्द्रीत रहेगा भाषण, लाल डायरी का भी होगा जिक्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आज सीकर में जनसभा होगी। पीएम मोदी के शेखावटी के इस दौरे के अपने मायने हैं। यहीं वज़ह है कि पीएम का पूरा भाषण लगभग किसान, जवान और युवा पर फोकस होगा। इसके अलावा पीएम मोदी प्रदेश में ताजा मुद्दे लाल डायरी को भी हवा दे सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आज सीकर में जनसभा होगी। पीएम मोदी के शेखावटी के इस दौरे के अपने मायने हैं। यहीं वज़ह है कि पीएम का पूरा भाषण लगभग किसान, जवान और युवा पर फोकस होगा। इसके अलावा पीएम मोदी प्रदेश में ताजा मुद्दे लाल डायरी को भी हवा दे सकते हैं। जनसभा से पहले पीएम मोदी प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण-शिलान्यास, एकलव्य आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन, पीएम प्रणाम योजना की लॉचिंग के साथ किसान सम्मान निधि के 17 हज़ार करोड़ रुपए किसानों के खाते में ट्रांसफर करेंगे। सीकर की जनसभा से पहले पीएम मोदी 8 जुलाई को बीकानेर में जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। ऐसे में 20 दिन में ही पीएम मोदी का राजस्थान का यह दूसरा दौरा हैं। माना जा रहा है कि सीकर के दौरे से अब भाजपा के बड़े नेताओं की जिलेवार दौरों की शुरुआत हो रही है। इससे पहले मोदी सहित केन्द्रीय नेताओं के संभाग स्तर पर ही दौरे हो रहे थे। किसान, जवान व युवाओं पर रहेगा फोकस पीएम मोदी का आज का पूरा भाषण किसान, जवान औऱ युवाओं पर फोकस रहने वाला हैं। दरअसल शेखावटी क्षेत्र किसान बाहुल्य क्षेत्र माना जाता हैं। वहीं तीन कृषि कानूनों का सीकर में ही सबसे ज्यादा विरोध हुआ था। यहीं वज़ह है कि पीएम मोदी सीकर से ही किसान सम्मान निधि की चौथी राशि पूरे देश के किसानों के खातों में ट्रांसफर करेंगे। वहीं सीकर से ही देशभर में बने सवा लाख किसान समृद्धि केन्द्रों का पीएम मोदी लोकार्पण करेंगे। ऐसे में साफ है कि पीएम मोदी के आज के भाषण का केन्द्र बिंदू भी किसान ही रहने वाले हैं। किसान के साथ-साथ राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र से ही सबसे ज्यादा युवा सेना में भर्ती होते हैं। वहीं अग्निवीर योजना का विरोध भी सीकर में हुआ था। ऐसे में पीएम मोदी वन रेंक वन पेंशन सहित अन्य घोषणाओं के जरिए सैनिकों को अपने पक्ष में साधने की कोशिश करेंगे। वहीं कोटा के बाद राजस्थान में सीकर एजुकेशन हब हैं। यहां करीब डेढ़ लाख स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आते है। वहीं इस समय राजस्थान में पेपर लीक पड़ा मुद्दा बना हुआ हैं। यहां पीएम मोदी अपने भाषण में युवाओं को साधने व पेपरलीक व बेरोजगारी के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर निशाना साधने का भी काम करेंगे। लाल डायरी के मुद्दे को भी हवा दे सकते है पीएम हर बार प्रधानमंत्री मोदी जिस भी प्रदेश में जाते है। वहां के करंट मुद्दों का जिक्र किए बिना नहीं रहते है। पीएम मोदी जब बीकानेर आए थे। तो उन्होंने खाजूवाल गैंगरेप का जिक्र करते हुए प्रदेश सरकार को घेरा था। वहीं सोमवार को विधानसभा में बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा द्वारा लहराई गई लाल डायरी का मुद्दा अभी गर्म है। ऐसे में मानकर चला जा रहा है कि पीएम मोदी इस मुद्दे को ओर हवा देने का काम करेंगे। लाल डायरी का जिक्र करके मोदी कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगा सकते हैं। 9 महीने में 7 बार राजस्थान आ चुके मोदी पिछले 9 महीने में पीएम मोदी 7 बार राजस्थान आ चुके हैं। इसकी शुरुआत 30 सितंबर 2022 को हुई थी। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अम्बा माता के दर्शन करने आए थे। उस समय वह सिरोही जिले के आबूरोड़ भी आए थे। दूसरी बार पीएम मोदी 1 नवंबर 2022 को बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में आए। तीसरी बार 8 जनवरी 2023 को मोदी भीलवाड़ा दौरे पर आए और गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण भगवान की जयंती समारोह में शामिल हुए। चौथी बार 12 फरवरी, 2023 को मोदी दौसा जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के मौके पर आए। पांचवीं बार 10 मई, 2023 को पीएम मोदी ने नाथद्वारा और आबूरोड़ में बड़ी सभाओं को संबोधित किया। छठी बार 31 मई, 2023 को मोदी ने अजमेर में बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। सातवीं बार मोदी ने इसी माह 8 जुलाई को बीकानेर में अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस हाईवे का लोकार्पण और 24,300 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया था। सीकर जिले में बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं सीटों के गणित के हिसाब से देखें तो बीजेपी के पास सीकर जिले में एक भी सीट नहीं हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में सीकर जिले की 8 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थी। वहीं एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई थी। लेकिन बीजेपी सीकर जिले की एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं शेखावटी के दो अन्य जिलों में से झुंझुनूं जिले की 7सीटों में से बीजेपी ने केवल 1 सीट जीती थी। शेष 6 सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी। वहीं चुरू जिले की 6 सीटों में से 4 कांग्रेस और 2 बीजेपी ने जीती थी। क्या है पीएम प्रणाम योजना पीएम प्रणाम, जिसका मतलब पीएम प्रमोशन ऑफ अल्टरनेटिव न्यूट्रिएंट्स फॉर एग्रीकल्चर मैनेजमेंट योजना है। इसकी घोषणा केन्द्र सरकार ने बजट में की थी। रसायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने के लिए सरकार पीएम प्रणाम योजना शुरू करने जा रही हैं। योजना के तहत जैविक उर्वरकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। योजना से केन्द्र सरकार रसायनिक उर्वरकों पर दी जा रही सब्सिडी का बोझ भी कम करना चाहती हैं। इस योजना की शुरुआत पीएम मोदी सीकर से करेंगे।
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आक्रोशित ग्रामीण बोले- उसे गांव में कदम नहीं रखने देंगे; बुर्के में डिनर का वीडियो आया
India Pakistan Anju Nasrullah Case Update - Fatima's Father On His Daughter Marriage. अंजू थॉमस से फातिमा बनी ग्वालियर की महिला के पिता ने बेटी को वॉइस मैसेज भेजा है। उन्होंने कहा- ‘मुझे तुमसे बात करनी है।’ इस मैसेज का उसने जवाब नहीं दिया।
अंजू थॉमस से फातिमा बनी ग्वालियर की महिला के पिता ने बेटी को वॉइस मैसेज भेजा है। उन्होंने कहा- ‘मुझे तुमसे बात करनी है।’ इस मैसेज का उसने जवाब नहीं दिया। अंजू के पाकिस्तान जाकर निकाह करने के बाद गांव में भी आक्रोश है। गांववालों का कहना है कि उसकी इस हरकत से पूरे देश की बदनामी हुई है। अब उसे गांव में नहीं घुसने देंगे। इसी बीच गुरुवार को फातिमा का बुर्के में डिनर का एक वीडियो सामने आया है। इसमें नसरुल्लाह और अन्य लोग हैं। मूलत: मध्यप्रदेश की रहने वाली 35 वर्षीय अंजू थॉमस पाकिस्तान में जाकर फातिमा बन गई है। उसने 25 जुलाई को पाकिस्तान के दीरबाला के डिस्ट्रिक कोर्ट में इस्लाम कुबूल कर लिया है। साथ ही, सोशल मीडिया फ्रेंड नसरुल्लाह से निकाह भी कर लिया है। अंजू उर्फ फातिमा अपने पाकिस्तानी इश्क नसरुल्लाह के साथ दीरबाला के टूरिस्ट्स प्लेस की सैर कर रही है। पाकिस्तान में अंजू का बुर्के में वीडियो सामने आया राजस्थान के अलवर से पाकिस्तान पहुंचकर फेसबुक फ्रेंड से शादी करने वाली अंजू का नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में अंजू बुर्के में नजर आ रही है। अंजू के पास ही नसरुल्ला और उसके दोस्त डिनर करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्विटर पर शेयर किया है। इधर, ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बौना गांव में अंजू के घर के बाहर लोगों का जमावड़ा रहता है। लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं। दैनिक भास्कर की टीम बौना गांव पहुंची। दादा BSF में थे, चाचा सेना में हैं; उसे टारगेट करने की साजिश गांववालों का कहना है कि अंजू का फातिमा बनना महज इत्तेफाक नहीं है, यह साजिश भी हो सकती है। उसका ताल्लुक कहीं न कहीं ग्वालियर के टेकनपुर से है। उसके दादाजी BSF में थे। चाचा सेना में हैं। हो सकता है कि उसे पाकिस्तान की एजेंसियों ने नसरुल्लाह के जरिए टारगेट किया हो। वह प्यार नहीं, बल्कि साजिश की शिकार हुई है। यही कारण है कि उसे वीजा दिलवाया गया। पाकिस्तान पहुंचते ही तत्काल धर्म परिवर्तन कराकर निकाह भी करवा दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पिछले दो दिनों से नेशनल न्यूज एजेंसी के नाम पर जांच एजेंसियों के लोग गांव-गांव घूमकर जानकारी जुटा रहे हैं। उसके लिए हमारे गांव के रास्ते हमेशा के लिए बंद हो गए... ग्वालियर से करीब 30 किलोमीटर दूर टेकनपुर का बौना गांव। गांव के अंदर संकरी गलियों के बीच से निकलकर अंजू का घर पड़ता है। करीब पांच हजार वर्गफीट का घर है। घर के बाहर कुछ लोग जमा हैं। उनमें नाराजगी और गुस्सा है। आपस में बात कर रहे हैं। कहते हैं- अंजू ने पाकिस्तानी नागरिक से निकाह करके अच्छा नहीं किया। इससे गांव की बदनामी हुई है। अगर वह भारत लौट भी आए, तो उसे गांव में कदम भी नहीं रखने दिया जाएगा। उसके लिए अब हमारे गांव के रास्ते हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। दूसरा शख्स कहता है कि यह इत्तेफाक है या कोई साजिश, इसकी भी जांच होनी चाहिए। बताया जाता है कि पिछले दो दिनों से गांव में सुरक्षा एजेंसियां मीडियाकर्मी बनकर लोगों से परिवार और उनके व्यवहार के बारे में पूछताछ कर रही हैं, जबकि अंजू उर्फ फातिमा के पिता गया प्रसाद थॉमस पहले ही कह चुके हैं कि वह सभी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। खबर में पोल पर अपनी राय दे सकते हैं। पिता बोले- सरकार से अपील, उसे वहीं मरने दें अंजू का पिता गया प्रसाद थॉमस कह चुके हैं कि उनका बेटी से कोई वास्ता नहीं है। वह हमारे लिए मर चुकी है। उसने मेरा सिर शर्म से झुका दिया है। बुधवार को गया प्रसाद ने अंजू के मोबाइल नंबर पर कॉल किया। यह कॉल बेटे डेविड थॉमस से लगवाया था। अंजू ने कॉल तो रिसीव किया, लेकिन पिता से बात नहीं की। उसने नेटवर्क न आने की बात कहते हुए वॉइस मैसेज करने के लिए कहा। इसके बाद पिता ने वॉइस मैसेज भी करवाया, लेकिन जवाब नहीं मिला। गया प्रसाद ने बताया कि वह सरकार से अपील करेंगे कि अंजू को वहीं रहने दें और मरने दें। ग्रामीण बोले- अंजू के माता-पिता की गलती नहीं, उनको तो पता ही नहीं था बौना गांव के रहने वाले सतेन्द्र गुर्जर का कहना है कि अंजू ने गलत किया है। इससे देश के साथ गांव की बदनामी हुई है। जब उनसे पूछा गया कि इसमें गलत क्या है? सतेंद्र का कहना था कि दो बच्चे और पति को ऐसे छोड़ पाकिस्तान चले जाना, वहां निकाह करना यह गलत नहीं तो क्या है? इसलिए गांव में अब अंजू के लिए कोई जगह नहीं है। उसे यहां नहीं रहने दिया जाएगा। गांव के सरपंच के भाई रवि गुर्जर का कहना है कि अंजू को गांव में नहीं आने दिया जाएगा। उसके लिए गांव के रास्ते हमेशा के लिए बंद हैं। जब पूछा गया कि अंजू के मां-पिता के लिए भी गांव के रास्ते बंद करेंगे, तो उनका कहना था कि उनकी क्या गलती है? उनको तो पता तक नहीं है। 21 जुलाई को राजस्थान से पाकिस्तान पहुंची थी अंजू 21 जुलाई को पति, दो बच्चों को छोड़कर राजस्थान के भिवाड़ी से अंजू थॉमस पाकिस्तान के दीरबाला पहुंची थी। हालांकि, उसके पाकिस्तान पहुंचते ही साफ हो गया था कि वह प्रेमी नसरुल्लाह के लिए पाकिस्तान गई है। 30 दिन के वीजा पर गई अंजू ने पहले तो तीन से चार दिन में लौट आने की बात कही थी। नसरुल्लाह और अंजू का दीरबाला के पर्यटन स्थल पर रोमांटिक वीडियो शूट कर ट्वीट किया गया है। पिता गया प्रसाद पहले भी कह चुके, वो मेरे लिए मर गई जब अंजू के फातिमा बनने और नसरुल्लाह से निकाह की बात सार्वजनिक हुई, तो उसके पिता गया प्रसाद थॉमस की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उनका बेटा डेविड भिवाड़ी से तत्काल ग्वालियर लेकर पहुंचा था। यहां मीडिया से चर्चा में गया प्रसाद ने कहा है कि मेरा उससे अब कोई वास्ता नहीं है। मेरे लिए बेटी मर गई है। अब मैं क्या कह सकता हूं। जिस लड़की को अपने बच्चों और पति का ख्याल नहीं आया, वो लड़की किसकी हो सकती है। जब उनसे पूछा गया कि वह बेटी के लिए कोई अपील करेंगे, उसे लाने के लिए? उन्होंने कहा कि ना ना ना, मुझे इससे लेनादेना नहीं है और न ही वो यहां आए। उसे वहीं मरने दिया जाए। अंजू उर्फ फातिमा ने निकाह के हलफनामा में लिखा ‘नाजिमा बेटी जी प्रसाद फ्लैट नंबर 704 टॉवर टेरा एलिगेंस भिवाड़ी, अलवर राजस्थान भारत। मैं शपथपूर्वक घोषणा करती हूं कि मेरा पूर्व नाम अंजू था। मैं ईसाई धर्म से हूं। मैंने स्वयं बिना किसी दबाव या जोर जबरदस्ती के सहर्ष इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है, जिसमें किसी की ओर से जोर-जबरदस्ती नहीं होती। इसके लिए मैं अपने देश भारत से यहां पाकिस्तान आई हूं। मन मुखलाफा (प्रार्थी) ने गवाहों के सामने, मुहम्मदन शरिया के अनुसार 10 तोला सोने के समेत दहेज के बदले में स्वेच्छा से सामी नसरुल्लाह से शादी की है। नसरुल्लाह मिन विश्फिया के कानूनी शौहर हैं। मिन मुखलफा ने इच्छा और मंशा के अनुसार उपरोक्त नसरुल्लाह से शादी कर ली है। यह मेरा कथन सत्य व सही है। मैंने इस संबंध में कुछ भी छिपाकर नहीं रखा है।’ एक शादी तोड़े बिना दूसरी करना गैरकानूनी: वकील ग्वालियर के वकील नितिन कुमार शर्मा ने बताया कि यह शादी नाजायज है। जब तक आप एक शादी से तलाक नहीं लेते, तो आपको दूसरी शादी करने का अधिकार नहीं। अंजू पाकिस्तान पहुंच गई है। नाम बदल लिया है, लेकिन अभी भी वह भारतीय नागरिक है। उस पर भारतीय कानून ही लागू होंगे। इसके साथ ही यदि लड़की के परिवार वाले IPC के सेक्शन 494 की धारा के तहत कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। जन्म से हिंदू थे अंजू के पिता, कई साल पहले बदला धर्म ग्वालियर के टेकनपुर में बौना गांव के थापा मोहल्ला की रहने वाली गया प्रसाद वैसे तो हिंदू हैं, लेकिन कई साल पहले उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया था। अब वह गया प्रसाद थॉमस हो गए हैं। अंजू के दादा सीमा सुरक्षा बल में बतौर सूबेदार रिटायर्ड थे। गया प्रसाद के पांच बेटियां और एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी अंजू का जन्म 25 दिसंबर 1988 को ग्वालियर में हुआ था। सनकी स्वभाव के चलते अंजू उत्तर प्रदेश के जालौन स्थित माधौगढ़ में अपने नाना-नानी के साथ रहती थी। करीब 17 साल पहले अंजू की शादी भिवाड़ी, अलवर राजस्थान निवासी अरविंद कुमार के साथ हुई थी। दोनों के एक 13 साल की बेटी व एक 5 साल का बेटा भी है। ये भी पढ़ें... पाकिस्तान पहुंची महिला के पिता बोले- उसे साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर जैसा मामला मध्यप्रदेश में भी सामने आया है। फर्क इतना है कि इस बार भारत से लड़की पाकिस्तान गई है। मूल रूप से ग्वालियर की रहने वाली दो बच्चों की मां अंजू (35) अपने प्रेमी नसरुल्लाह के पास पाकिस्तान पहुंच गई। उसकी इस हरकत से परिवार वाले भी नाराज हैं। पढ़ें पूरी खबर पिता बोले-अंजू से कोई वास्ता नहीं, उसे वहीं मरने दो मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली अंजू थॉमस ने पाकिस्तान में अपने प्रेमी से शादी कर ली है। इससे पहले उसने इस्लाम कबूल कर अपना नाम फातिमा रख लिया। उसने सोशल मीडिया फ्रेंड नसरुल्लाह से दीरबाला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में निकाह किया। पढ़ें पूरी खबर
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अविश्वास प्रस्ताव के जरिए ही सही, मणिपुर पर बहस का रास्ता खुला
Mallikarjun Kharge Vs Amit Shah | Parliament Manipur Debate, मणिपुर की हिंसा, आगज़नी तीन महीने से थमने का नाम नहीं ले रही है और इधर उस हिंसा पर संसद में बहस के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच झगड़ा चल रहा है।
मणिपुर की हिंसा, आगज़नी तीन महीने से थमने का नाम नहीं ले रही है और इधर उस हिंसा पर संसद में बहस के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच झगड़ा चल रहा है। गृह मंत्री अमित शाह ने नेता प्रतिपक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा था कि हम मणिपुर पर बहस करना चाहते हैं, कृपया सहयोग कीजिए। जवाबी चिट्ठी में मल्लिकार्जुन खडगे ने व्यंग्य कसा। कहा सुबह प्रधानमंत्री विपक्ष की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी और आतंकवादियों से करते हैं और शाम को गृहमंत्री हमें भावुक चिट्ठी लिखते हैं। यह भाजपा का दोहरा चरित्र है। यह सरकार की कथनी और करनी में अंतर को बताता है। कुल मिलाकर बहस करने के लिए बहस की जा रही है। मणिपुर का तो कोई समाधान निकल नहीं पा रहा है, उस पर चर्चा के लिए भी कल तक कोई समाधान नज़र नहीं आ रहा था। ख़ैर आख़िर बुधवार को मणिपुर पर बहस वाली समस्या समाप्त हो गई। दरअसल, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने मंज़ूर कर लिया है। संभवतया इस पर अगले सप्ताह लोकसभा में बहस होगी। मानसून सत्र के शुरू होने के साथ ही संसद में हंगामा शुरू हो गया था। न कोई कुछ बोल पा रहा था और न ही कोई कुछ सुनने को तैयार था। विपक्ष लगातार माँग कर रहा था कि मणिपुर की हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में आकर बयान दें। प्रधानमंत्री ने बयान दिया नहीं। अब अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के ज़्यादातर नेता अपने बयान दे पाएँगे और प्रधानमंत्री भी इस चर्चा का जवाब दे पाएँगे। हालाँकि अविश्वास प्रस्ताव का नाम जब भी सुनते हैं तो इससे सरकार के गिरने का एहसास होता है। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है और उसकी सेहत पर इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ने वाला है। हाँ, इस प्रस्ताव का इतना फ़ायदा ज़रूर है कि जो गतिरोध बना हुआ था, वो टूटेगा और सत्ता पक्ष - विपक्ष के नेता अपनी बात सदन में रख पाएँगे। मणिपुर पर भी और देश के बाक़ी मुद्दों या मसलों पर भी। जहां तक मणिपुर का सवाल है, भाजपा वहाँ मुख्यमंत्री को बदलना नहीं चाहती। कारण साफ़ है। झगड़ा मैतेई और कुकी आदिवासियों का है। दोनों में से किसी भी समुदाय का नया मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो एक नया झगड़ा शुरू हो जाएगा। यही वजह है कि भाजपा मानती है कि जो है वो बना रहे तो ही ठीक रहेगा।
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जेल के डर से प्रेग्नेंट महिलाएं अस्पताल नहीं जातीं, मोबाइल खरीदने के लिए पिता बदलना पड़ा
Know How a Game of Chess Created a Border Dispute Between India and Bangladesh. Follow Dainik Bhaskar Blackboard For More Interesting Stories. ब्लैकबोर्ड सीरीज में इन्हीं लोगों से मिलने मैं दिल्ली से करीब 1700 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के कूचबिहार पहुंचा।
''जब देश आजाद हुआ, हम गुलाम बन गए। भारतीय होते हुए भी हमें 24 साल पाकिस्तानी और 44 साल बांग्लादेशी बनाकर रखा। 68 साल तक पढ़ने नहीं दिया, अस्पताल नहीं जाने दिया। दुनिया चांद पर पहुंच गई, लेकिन हम गांव की दहलीज के बाहर पैर नहीं रख पाए। सड़क, बिजली, राशन हर चीज से महरूम रहे। यहां तक कि मोबाइल खरीदने के लिए भी दूसरे को बाप बनाना पड़ा। ऊपर से पुलिस की लाठी, जेल और देशद्रोही का ठप्पा।'' ये उन 50 हजार लोगों की कहानी है, जिन्हें दो राजाओं ने शतरंज की बाजी में दांव पर लगा दिया। आजादी के बाद भारत के 111 गांव (छिटमहल) बांग्लादेश में चले गए और बांग्लादेश के 51 गांव भारत में। कुल 162 गांवों में रहने वालों की नागरिकता छिन गई। 68 साल तक इनकी किसी ने सुध नहीं ली। 2015 में बांग्लादेश के साथ समझौते के बाद इन्हें नागरिकता तो मिली, लेकिन दशकों की बांग्लादेशी पहचान पीछा नहीं छोड़ रही। ब्लैकबोर्ड सीरीज में इन्हीं लोगों से मिलने मैं दिल्ली से करीब 1700 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के कूचबिहार पहुंचा... पक्की सड़क, दोनों तरफ जूट और धान के लहलहाते खेत, मद्धम-मद्धम बरसता सावन और हर दो-चार कदमों पर राजनीतिक पार्टियों के झंडे। जी करता है गाड़ी से उतर कर तसल्ली से इस खूबसूरती को निहारूं, लेकिन अगले ही पल मन भर सा जाता है। सोचने लगता हूं कि कैसे ये लोग दशकों तक इस हरियाली से महरूम रहे, उन पर क्या बीता होगा, बिना पहचान के जीना भी कोई जीना है क्या... यहीं सोचते-सोचते 30 किलोमीटर चलने के बाद मैं पहुंचा दक्षिण मसलदंगा गांव। यहां से कोलकाता 750 किलोमीटर दूर है और बांग्लादेश महज 70 किलोमीटर। कीचड़ से सनी संकरी गली। टीन शेड का माचिस की डिबियानुमा बिना दरवाजे का छोटा सा घर। बाहर छोटा सा मिट्टी का एक चूल्हा। पास में तीन-चार बर्तन बिखरे पड़े हैं। आठ लोगों के परिवार के लिए यही उनकी अमानत है। इसके अलावा एक इंच भी जमीन उनकी अपनी नहीं है। वे घर के बाहर पैर भी दूसरे की जमीन में ही रखते हैं। यहां मेरी मुलाकात 22 साल के इनामुल से होती है। पास में उनकी दो बहनें भी बैठी हैं। मम्मी-पापा और तीन भाई दूसरे के खेतों में काम करने गए हैं। कैमरा देखकर इनामुल पहले थोड़ा असहज हो जाते हैं। फिर बिखरे पड़े कपड़ों में से काफी मशक्कत के बाद एक शर्ट निकालते हैं और पहनकर बाहर आते हैं। मैं पूछता हूं, कैसे हैं आप? इनामुल के चेहरे पर कोई भाव नहीं। इधर-उधर देखने लगते हैं। मुझे लगता है शायद उन्हें हिंदी समझ नहीं आई। मैंने फिर पूछा- कैसे हैं आप? इनामुल बांग्ला मिली हिंदी में बताते हैं, ‘अपने पास बस ये दो कमरे ही हैं। इस जमीन का भी हमें कागज नहीं मिला है। सरकार ने 2015 में बिजली-पानी दिया, लेकिन तंगहाली कम नहीं हुई। जब पढ़ने-लिखने की उम्र थी, तो बाहर नहीं जाने दिया गया। दूसरे को माता-पिता बनाकर कुछ साल पढ़ा, फिर पढ़ाई छोड़ दी। अब बाहर जा सकता हूं, लेकिन अनपढ़ को नौकरी कौन देगा…तो बस दूसरे के खेतों में काम करके घर चलता है।' अंदर कमरे में बैठीं उनकी दोनों बहनें आपस में कुछ बात कर रही हैं। थोड़ी सहमी भी हैं कि मैं उनके भाई से सवाल क्यों कर रहा हूं। बड़ी बहन पढ़ नहीं पाई, लेकिन छोटी बहन 9वीं क्लास में है। इनामुल कहते हैं, ‘इसकी किस्मत अच्छी थी। जब ये पढ़ने लायक हुई तब हमें नागरिकता मिल गई थी। इसलिए इसे स्कूल जाने से किसी ने नहीं रोका।’ वे मुझे अपने कमरा दिखाते हैं। बिखरे पड़े सामान। तार पर टंगे मटमैले कपड़े। खेतों से सांय-सांय आती आवाज। छप्पर के ऊपर से रिसता पानी। हमारी बातचीत के बीच ही लाइट चली जाती है। अंधेरा छा जाता है, कुछ ही पल में मुझे घुटन सी होने लगती है। मैं सोचने लगता हूं 70 सालों से ये लोग बिना बिजली के यहां कैसे रह रहे होंगे। हम लोग तो जरा सा अंधेरा होने पर मोबाइल जला देते हैं, लेकिन इन लोगों के पास तो मोबाइल खरीदने के भी अधिकार नहीं थे। गांव में करीब 1400 लोग रहते हैं। इनमें 70% से ज्यादा मुस्लिम हैं। जहां तक मेरी नजर जाती है ज्यादातर घर टिन शेड के बने हैं। न किचन, न वॉशरूम। गांव में कम से कम 20 परिवार ऐसे हैं, जिनके पास संपत्ति के नाम पर सिर्फ टिन के 20 बाई 20 के घर ही हैं। खेती के लिए जरा सी भी अपनी जमीन नहीं। मजबूरन मजदूरी करना पड़ता है। समझौते के बाद गांव में सड़क बन गई है, बिजली आ गई है, लेकिन स्कूल और अस्पताल अभी भी कोसों दूर हैं। छोटा सा मदरसा जरूर है, पर उसे देखकर लगता नहीं कि यहां पढ़ाई होती होगी। जब मैं पहुंचा तो मदरसा के दरवाजे बंद थे। बाहर टिन के बने चार टॉयलेट हैं, लेकिन किसी में दरवाजा नहीं। टॉयलेट सीट पर कूड़े का ढेर लगा है। यहां मेरी मुलाकात 34 साल के छत्तर अली से हुई। मैंने पूछा मदरसे में पढ़ाई नहीं होती क्या? थोड़ा संकोच करते हुए कहते हैं, ‘बना है तो पढ़ाई तो होती ही है, पर दिक्कत यह है कि गांव में कोई पढ़ा-लिखा नहीं है। बाहर से कोई यहां आना नहीं चाहता। इसलिए रोज क्लास नहीं लगती।’ आप पढ़े-लिखे हैं? छत्तर अली जवाब देते हैं, ‘हमारे बाप-दादा ने स्कूल का मुंह नहीं देखा। मैं पढ़ना चाहता था, लेकिन गांव में स्कूल नहीं था। बाहर हमें जाने नहीं दिया जाता। पुलिस कहती थी कि तुम लोग बांग्लादेशी हो। एक चाचा ने बाहर जाने की कोशिश की, तो उन्हें जेल में बंद कर दिया। तीन साल तक वे जेल में रहे। फिर दूसरे गांव के एक आदमी ने कहा कि मुझे अपना बाप (पिता) बना लो, मैं तुम्हारा नाम स्कूल में लिखवा दूंगा। अपने पास और कोई ऑप्शन नहीं था। आज भी मार्कशीट में पिता के नाम की जगह उसी आदमी का नाम है। जबकि आधार कार्ड और वोटर ID में मेरे पापा का नाम है।’ तो कितनी पढ़ाई की आपने? बस 12वीं तक। आगे क्यों नहीं पढ़े? ग्रेजुएशन के लिए मुझे दूसरे शहर जाना पड़ता। उस आदमी ने साफ कहा था कि बाहर पढ़ने या नौकरी के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल नहीं करना। इसलिए पढ़ाई छोड़ दी। वैसे भी बिना किसी पहचान के, बिना किसी डॉक्यूमेंट के पढ़ाई का क्या मतलब… गांव में कैद ही तो रहना था। चोरी-छिपे शहर चला भी जाता तो बिना वोटर ID, आधार कार्ड के कौन नौकरी देता। अब तो नौकरी के लिए बाहर जा सकते हैं न? छत्तर अली बेहद इमोशनल हो जाते हैं। कहते हैं- ‘अब दिल्ली-मुंबई कहीं भी आजाद घूम सकते हैं। कोई रोक-टोक करने वाला नहीं है, लेकिन नौकरी के लिए बाहर नहीं जाऊंगा।’ क्यों? बाहर मजदूरी करने से अच्छा है गांव में खेती-बाड़ी करना। शहर में अच्छी नौकरी के लिए पढ़ाई की जरूरत होगी। वहां लोग मुझसे मार्कशीट मांगेंगे। मैं उन्हें कैसे समझाऊंगा कि आधार कार्ड वाला पापा का नाम सही है, मार्कशीट वाला नहीं। कितनी जमीन है आपके पास? दो बीघा जमीन है, लेकिन सरकार ने हमें कागज नहीं दिया है अभी तक। उस वजह से प्रधानमंत्री कृषि योजना का पैसा नहीं मिल रहा। PM आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा। कल को कोई जबरन जमीन पर कब्जा कर लेगा, तो मैं कैसे साबित करूंगा कि ये मेरी जमीन है।' सरकार से शिकायत नहीं करते? शिकायत… हमारी सुनता कौन है? अगर कोई सुनने वाला होता तो नागरिकता देने में 70 साल नहीं लगते। हमारे साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया गया। हर अधिकार छीन लिए गए। समझौते के बाद भले ही हमें नागरिकता मिली, लेकिन हुक्मरानों की नजर में हमारी कोई हैसियत नहीं। उनके लिए आज भी हमारी वही पहचान है। 20 साल के अशरफ अली ने इसी साल ग्रेजुएशन पूरा किया है। वे गांव के इकलौते ग्रेजुएट हैं। हिंदी-बांग्ला के साथ अंग्रेजी भी बोल लेते हैं। जब उन्हें पता चलता है कि मैं उनके गांव में स्टोरी करने आया हूं तो नाराजगी भरे लहजे में मुझसे कहते हैं- ‘आपको जंगल महल के लोगों की याद कैसे आ गई? 70 साल से तो कोई यहां झांकने नहीं आया। हम भारतीय थे, लेकिन सरकार हमें बांग्लादेशी कहती थी। बाहर निकलने पर सुरक्षाबल के जवान पकड़कर जेल में डाल देते थे। कहते थे कि तुम लोगों से देश को खतरा है... आप सोच भी नहीं सकते कि हम पर क्या बीतती होगी।’ कुछ देर रुकने के बाद अशरफ कहते हैं, "खुदा का शुक्र है कि सही वक्त पर मुझे नागरिकता मिल गई। मैं ग्रेजुएट हो गया, लेकिन जब भी बचपन के दिनों को याद करता हूं, बाप-दादा के हालात के बारे में सोचता हूं, तो अंदर से हिल जाता हूं। घर में लोग बीमार पड़े रहते थे, लेकिन अस्पताल नहीं जा पाते थे। महिलाओं को घर में ही बच्चा पैदा करना पड़ता था। कई लोगों की जान भी चली जाती थी। कुछ लोग मजबूरन दूसरे के डॉक्यूमेंट पर अस्पताल में इलाज कराते थे, कई बार पकड़े जाने पर जेल भी जाना पड़ता था।’’ अब आजादी कैसी लगती है? इस सवाल पर अशरफ मुस्कुराते हैं। फिर कहते हैं, "सच में अगर देश में कोई गुलामी का दर्द बयां कर सकता है, तो वो हम लोग ही हैं। आजाद भारत में हमने जो गुलामी झेली है, वैसी गुलामी अंग्रेजों के जमाने में भी नहीं थी। 70 साल हम तिरंगा फहराने के लिए तरसे हैं। 31 जुलाई 2015 की आधी रात हमने पहली बार तिरंगा फहराया। हमारे लिए आज भी आजादी का दिन 31 जुलाई ही है।’’ मैं पूछता हूं 15 अगस्त को आजादी नहीं मनाते? अशरफ जवाब देते हैं, ‘हम उस तारीख का आदर करते हैं, लेकिन सच तो यही है न कि आजादी के बाद हम गुलाम हो गए। 70 साल तक किसी ने हमारे बाप-दादा से क्यों नहीं पूछा कि तुम लोग 15 अगस्त को तिरंगा क्यों नहीं फहराते।’ मैंने गांव की कुछ महिलाओं से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन कोई बात करने के लिए तैयार नहीं हुई। एक महिला ने कहा कि आप फोटो खींचकर वायरल कर देंगे। मेरा शौहर डांटने लगेगा। वह महिला चेहरा ढंक कर अंदर चली गई। ये महिला उन गिनी-चुनी महिलाओं में से है, जो दूसरे गांव (छिटमहल से अलग) से यहां ब्याहकर आई हैं। छत्तर अली बताते हैं- "2015 से पहले हमारे यहां शादियां छिटमहल में ही होती थीं। बाहर का आदमी भला क्यों अपनी बेटी को नरक में भेजे। 2011 में छिटमहल के बाहर की लड़की ने छिटमहल के लड़के से शादी की, तो उसके बच्चों के सारे अधिकार छिन गए। लड़की पढ़ी थी, लेकिन उसके बच्चे स्कूल नहीं जा सकते थे।’ हमारी बातचीत के बीच ही 56 साल के सूरजमल मंडल आ जाते हैं। बीच में ही बोल पड़ते हैं- ‘तंगहाली तो कल भी थी और आगे भी रहेगी। हमारी जिंदगी ही ऐसी रही है कि तंगहाली से फर्क नहीं पड़ता। मुझे खुशी है कि अब हम आजाद हैं। कहीं भी जा सकते हैं बिना किसी रोक-टोक के। चीख-चीख के दुनिया को बता सकते हैं कि हम भारतीय हैं… इससे पहले यह साबित करने के लिए भी हमारे पास कागज नहीं थे।" गांव में ज्यादातर युवाओं के पास स्मार्ट फोन है, लेकिन 2015 के पहले ऐसा नहीं था। इक्का-दुक्का लोगों ने दूसरे के डॉक्यूमेंट पर फोन लिए थे, लेकिन फोन चार्ज करने के लिए तीन किलोमीटर दूर नजीरहाट अस्पताल जाना पड़ता था। वो भी छुपकर। पकड़े गए तो जेल जाना भी तय था। इसके बाद मैं यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर दिनहाटा कैंप पहुंचा। 2015 में बांग्लादेश से कुल 921 लोग भारत आए थे, उनमें से 58 परिवार इसी कैंप में रहते हैं। इनमें से करीब 25 परिवार हिंदुओं के हैं, बाकी मुस्लिम। अब इन्हें नागरिकता मिल गई है। रहने के लिए 2 कमरे का फ्लैट भी मिला है। 56 साल के क्षितिज बर्मन बांग्ला-मिली हिंदी में कहते हैं, "बांग्लादेश में खाने-पीने की दिक्कत नहीं थी। अच्छी-खासी जमीन जायदाद थी, लेकिन हम गैर मुल्क में थे। वहां हम तिरंगा नहीं फहरा सकते थे। पक्का घर नहीं बना सकते थे। 2015 में समझौता हुआ तो सब कुछ छोड़कर सिर्फ अपना शरीर लेकर आ गए। यहां अपने पास कुछ नहीं है, लेकिन सुकून है कि अपने मुल्क में हैं। लेकिन मुफीसुद्दीन बुरी तरह खीझ जाते हैं। वे बताते हैं, "बांग्लादेश में पैदा हुआ, पला-बढ़ा। वहां अपनी जमीन-जायदाद थी, गाय-बछड़े थे। समझौते के बाद सब कुछ छोड़कर सिर्फ भारत से प्यार की वजह से नवंबर 2015 में यहां आए। नेताओं ने खूब स्वागत किया। फूल-माला पहनाए। हम काफी खुश थे कि अपने वतन लौट आए हैं, लेकिन उसी रात हमें टिन के बने खंडहर में शिफ्ट कर दिया गया। कुछ दिनों तक राशन और दूध-बिस्किट दिए, लेकिन उसके बाद कोई झांकने भी नहीं आया। ऐसा लगता था हम जानवरों के खटाल में हैं। दिन-दिनभर खाली बैठे रहते थे। काम-धंधा भी कुछ नहीं था। कोरोना में तो हमें मरने के लिए छोड़ दिया गया था।’’ अब तो घर मिल गया न? नाराजगी भरे लहजे में कहते हैं- समझौते के बाद हमसे कहा गया कि जितनी संपत्ति यहां है, भारत में भी उतनी संपत्ति मिलेगी, लेकिन सब हड़प लिए। दो कमरे से हमारा गुजारा कैसे होगा। इसका भी कागज सरकार ने नहीं दिया है। कल को फ्लैट खाली करा दिया तो हम कहां जाएंगे। वहां मेरी दो बीघा जमीन थी। कई लोग ऐसे हैं जिनकी 10-10 बीघा जमीन थी, लेकिन यहां तो करने के लिए कुछ है ही नहीं। सरकार कहती है फ्लैट दे दिया, आप ही बताइए भूखे पेट इस फ्लैट का हम क्या करेंगे। बाल-बच्चे को कैसे पढ़ाएंगे। वहां अपने खेत का मालिक था, यहां दूसरे का ठेला चलाना पड़ता है। ऊपर से सरकार ने 90 हजार का बिजली बिल भेज दिया। खुद को बेचकर भी मैं इतना पैसा नहीं दे पाऊंगा। कभी-कभी तो लगता है कि यहां आकर गलती कर दी। आपकी बात सरकार से हो तो कह दीजिएगा कि हमें यहां नहीं रहना। वापस हमें बांग्लादेश भेज दे।’’ दीप्तिमान सेनगुप्ता सोशल वर्कर हैं। उनके पिता ने ही छिटमहल के लोगों की आजादी के लिए आंदोलन की शुरुआत की थी। पिता की मौत के बाद दीप्तिमान गुप्ता ने अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी और इनके हक के लिए लड़ने लगे। कई बार दिल्ली गए। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की थी। दीप्तिमान कहते हैं, "ये बहुत ही शर्म की बात है कि हमने 70 साल तक अपने ही लोगों के साथ दुश्मनों से भी खराब व्यवहार किया। उनके बुनियादी अधिकार छीन लिए, क्योंकि राजनीतिक पार्टियों के लिए ये वोट बैंक नहीं थे। राजनीतिक पार्टियां कहती थीं कि जमीन हमारी है, लेकिन लोग हमारे नहीं हैं। ये कैसे हो सकता है। जमीन हमारी है तो लोग गैर कैसे हो सकते हैं। अगर ये लोग गैर होते तो समझौते के बाद बांग्लादेश नहीं चले जाते… एक आदमी भी बांग्लादेश नहीं गया, क्योंकि ये भारतीय ही थे, बंटवारे ने इन्हें बांग्लादेशी बना दिया। मुझे दुख है कि भारत की नागरिकता मिलने के बाद भी इनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। अभी तक इन्हें जमीन के कागज नहीं मिले। जिसकी वजह से ना तो इन्हें PM आवास योजना का लाभ मिल रहा, ना ही खेती-किसानी के लिए लोन मिल रहा है।’ सीनियर जर्नलिस्ट शिखा मुखर्जी बताती हैं, ‘बांग्लादेश में जो लोग रहते थे, उनकी हालत फिर भी ठीक थी, लेकिन यहां के छिटमहल में रहने वालों के मूल अधिकार ही छीन लिए गए थे। ना स्कूल, ना अस्पताल, ना कोई पहचान। बहुत शर्म की बात है कि इतने सालों तक इन लोगों को ऐसे हालात से गुजरना पड़ा।’ अगले गुरुवार, 3 अगस्त को ब्लैकबोर्ड सीरीज में पढ़िए- …………………………………………………… मर्दों की निगाहें हम पर होती हैं और हमारी सड़क पर सीमा DTC बस चलाती हैं। कहती हैं, 'हम ऐसे पेशे में हैं जिसमें ज्यादातर मर्द हैं। हम भले ही अपनी लेन में हों और सेफ ड्राइविंग कर रहे हों, गाड़ी चलाने वाले मर्द ताने मारकर चले जाते हैं। कभी साइड से हम पास न दें, तो वे घूरकर देखते हैं, जानबूझकर गाड़ी फंसाने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम कुछ नहीं कर पाते। हम बस इतना ही सोचते हैं कि बिना झमेले के सुरक्षित घर लौट जाएं। पूरी खबर नेक्स्ट ऐपिसोड में...
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चुनावी साल में बीजेपी के टॉप-3 नेता 15 बार आए, कांग्रेस लीडरशिप ने बनाई दूरी
Prime Minister Narendra Modi Rajasthan (Sikar) Visit Significance - कांग्रेस में आपसी घमासान और लाल डायरी कांड के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 27 जुलाई को राजस्थान के सीकर पहुंचेंगे।
कांग्रेस में आपसी घमासान और लाल डायरी कांड के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार 27 जुलाई को राजस्थान के सीकर पहुंचेंगे। देशभर में 'इंडिया' अलायंस को लेकर पहले से ही राजनीति गर्म है। इसी बीच प्रधानमंत्री सीकर में अपनी सभा से राजस्थान के शेखावटी को साधेंगे। बीजेपी प्रधानमंत्री की इस सभा को काफी महत्वपूर्ण मान रही है। खासतौर से उस दौर में जब कांग्रेस आपसी खेमेबाजी से जूझ रही है, इस बीच प्रधानमंत्री का सीकर दौरा काफी महत्वपूर्ण रहेगा। राजनीतिक जानकारों का कहना है- राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अक्टूबर के महीने में आचार संहिता लग जाएगी। ऐसे में पीएम के इस दौरे से राजस्थान में चुनावी तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच जाएगी। पीएम मोदी का इस साल राजस्थान में यह सातवां दौरा है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा भी कई दौरे कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे इस साल राजस्थान नहीं आए हैं। इससे पहले वे 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राजस्थान आए थे। इसी तरह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अब तक राजस्थान से दूरी बनाई हुई है। इस साल कांग्रेस की ओर से कोई भी ऐसी चुनावी सभा या रैली नहीं हुई है, जिसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी , मल्लिकार्जुन खड़गे या कांग्रेस का कोई बड़ा नेता शामिल हुआ हो। राहुल गांधी ने तेलंगाना सहित अन्य राज्यों में दौरे किए हैं। मगर भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब तक राहुल किसी सभा या दौरे के लिए राजस्थान नहीं आए हैं। वहीं दूसरी ओर बीजेपी लगातार अपने नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे राजस्थान में करा रही है। बीजेपी के टॉप-3 नेता लगातार राजस्थान में सक्रिय हैं। 29 जून को जेपी नड्‌डा भरतपुर, 30 जून को अमित शाह उदयपुर, 8 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीकानेर का दौरा कर चुके हैं। जनवरी के बाद 11 फरवरी को पीएम मोदी दौसा पहुंचे। इसके बाद अजमेर, नाथद्वारा, माउंट आबू और बीकानेर के दौरे प्रधानमंत्री ने किए। अब 27 जुलाई को सीकर का दौरा होगा। वहीं अमित शाह इस साल भरतपुर और उदयपुर का दौरा कर चुके हैं। इसके अलावा वे जयपुर में अहम बैठक भी कर चुके हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा भी राजस्थान में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने जयपुर और भरतपुर में अपनी सभाएं की हैं। वहीं मंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर, पीयूष गोयल अलवर में सभा कर चुके हैं। कुल मिलाकर जहां कांग्रेस की सेंट्रल लीडरशिप की इस साल एक भी बड़ी सभा नहीं हुई है। वहीं बीजेपी की सेंट्रल लीडरशिप 15 से ज्यादा सभा और दौरे कर चुकी है। गहलोत-पायलट और आपसी विवादों से दूरी कांग्रेस से जुड़े जानकार बताते हैं कि राजस्थान के विवादों के चलते कांग्रेस की सेंट्रल लीडरशिप ने दूरी बनाई हुई है। अभी कुछ समय पहले तक सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का आपसी विवाद चल रहा था। पायलट मुखर होकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बोल रहे थे। पिछली बैठक के बाद यह कहा गया कि इसे सुलझा लिया गया है। वहीं उसके बाद अब मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी से एक बार फिर पार्टी के भीतर खेमेबाजी उभर आई है। वहीं दिव्या मदेरणा भी खुद अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा चुकी हैं। शेखावटी में पहली बार, गुढ़ा और लाल डायरी छाएगा पीएम मोदी पिछले साढ़े चार साल में पहली बार शेखावाटी पहुंचेंगे। वे सीकर से दो लोकसभा सीटें सीकर और झुंझुनू और 15 विधानसभा सीटों को साधेंगे। पीएम के दौरे में लाल डायरी और कांग्रेस के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का मुद्दा गूंजेगा। गुढ़ा शेखावटी क्षेत्र से ही आते हैं और झुंझुनू के उदयपुरवाटी से ही विधायक हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि इस सभा में पीएम मोदी लाल डायरी कांड से लेकर कांग्रेस सरकार में हुए भ्रष्टाचार और महिलाओं के प्रति बढ़े अपराध पर सरकार को घेरेंगे। गुढ़ा खुद विधानसभा में महिला अपराध पर अपनी ही सरकार को घेर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों को दुर्योधन और बलात्कारी तक कहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम की सभा में ये मुद्दे छाए रहेंगे। शेखावटी में बीजेपी की हालत खराब, 15 में से सिर्फ 1 विधायक शेखावटी में अपनी सभा से पीएम मोदी राजस्थान के उस हिस्से को साधेंगे, जहां बीजेपी काफी कमजोर रही है। शेखावटी में दोनों जिले सीकर और झुंझुनू में बीजेपी काफी कमजोर है। सीकर की 8 सीटों में से एक पर भी बीजेपी विधायक नहीं है। यहां 7 सीटों पर कांग्रेस और 1 सीट पर निर्दलीय विधायक है। वहीं दूसरी ओर झुंझुनू में भी 7 सीटों में से सिर्फ 1 सीट पर बीजेपी काबिज है। बाकी 6 सीटों पर कांग्रेस ही है। इस क्षेत्र से बीजेपी से एकमात्र विधायक सूरजगढ़ से सुभाष पूनिया हैं। बीजेपी के नेताओं का कहना है कि यही वजह है कि इस क्षेत्र से बीजेपी को मजबूती दिलाने के लिए पीएम मोदी सीकर आ रहे हैं। 90 के बाद शेखावटी ने बीजेपी को मेंडेट देना शुरू कर दिया है : सतीश पूनिया पीएम मोदी के दौरे को लेकर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि 1990 के बाद से अटल बिहारी वाजपेयी को शेखावाटी के लोगों ने अच्छा मेंडेट दिया। 90 के बाद से धीरे-धीरे यहां हमारा आधार बढ़ा है। पिछली बार भी हमारी अच्छी सीटें थी, आगे भी शेखावाटी में भाजपा को फायदा होगा। पूनिया ने कहा कि पीएम सीकर से 11.5 करोड़ किसानों के खाते में 2.5 लाख करोड़ रुपए जमा कराएंगे। सीकर इस बात का साक्षी बनेगा कि दुनिया की सबसे बड़ी स्कीम का पैसा यहां से ट्रांसफर होगा। पीएम के नाम और काम की अपील होती है, सीकर का शो पार्टी को एनर्जी देगा। जाट बाहुल्य इलाका, कांग्रेस अध्यक्ष यहीं से जानकारों का कहना है कि शेखावटी इलाका इसलिए सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पूरी तरह जाट बाहुल्य है। जाट राजस्थान में सबसे प्रभावशाली कौम में से एक है। ऐसे में यहां से पीएम इस वर्ग को साधने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी लक्ष्मणगढ़ से ही विधायक हैं। ऐसे में बीजेपी का फोकस जाट बाहुल्य इलाकों को साधने पर है। सीकर से सांसद सुमेधानंद सरस्वती भी जाट समुदाय से आते हैं। पीएम की सभा का जिम्मा भी उन्होंने ही उठाया हुआ है। हालांकि इस क्षेत्र में ब्राह्मण, मुसलमान, दलित और राजपूत वोटर भी अलग-अलग जगह अपना प्रभाव रखते हैं। सुभाष महरिया भी होंगे मौजूद प्रधानमंत्री की इस सभा में पूर्व सांसद सुभाष महरिया भी मौजूद रहेंगे। सुभाष महरिया मई में ही कांग्रेस छोड़कर वापस बीजेपी में शामिल हुए थे। महरिया इससे पहले तीन बार बीजेपी से ही सांसद रहे हैं। वे बीजेपी से मंत्री भी रहे। माना जा रहा है कि अगले विधानसभा चुनाव में सुभाष महरिया शेखावटी क्षेत्र में बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। बीजेपी के इस कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया सहित तमाम महत्वपूर्ण नेता मौजूद रहेंगे। किसानों के खाते में पैसा ट्रांसफर करेंगे पीएम पीएम सीकर दौरे पर 1.25 लाख किसानों को सम्मान निधि की 14वीं किस्त डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से भेजेंगे। इसके अलावा 1600 एफपीओ केंद्रों और एक केंद्रीय विद्यालय का भी उद्घाटन करेंगे। अपनी सभा से पहले पीएम मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण करेंगे। यह लगभग 345 करोड़ का प्रोजेक्ट होगा ये भी पढ़ें- पायलट बोले- बीजेपी को 'इंडिया' के नाम तक से नफरत:प्रदेशाध्यक्ष के दिनों को याद किया, कहा-काम करने का सबसे ज्यादा मजा तभी आया राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बीेजेपी और केंद्र सरकार पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन 'इंडिया' (INDIA) की जीत का दावा किया है। (पूरी खबर के लिए क्लिक करें)
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45 साल तक की उम्र के उम्मीदवार कर सकेंगे अप्लाई, रिटन टेस्ट के आधार पर होगा सिलेक्शन
Maharashtra Nagar Palika Recruitment 2023 - सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पदों पर वैकेंसी निकाली है।
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय ने 1782 पदों पर वैकेंसी निकाली है। जिसके तहत सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, कंप्यूटर इंजीनियर, फायर ऑफिसर, सेनेटरी इंस्पेक्टर, रेवेन्यू इंस्पेक्टर जैसे पदों पर भर्तियां की जाएंगी। जिसके लिए 45 साल तक की उम्र के उम्मीदवार महाराष्ट्र नगरपालिका प्रशासन निदेशालय की ऑफिशियल वेबसाइट mahadma.maharashtra.gov.in पर जाकर 20 अगस्त अप्लाई कर सकेंगे। इसके बाद उम्मीदवारों का सिलेक्शन टेस्ट के आधार पर किया जाएगा। सैलरी भर्ती में सिलेक्ट होने पर उम्मीदवार को हर महीने 15,500 से 56,700 रुपए तक सैलरी दी जाएगी। वैकेंसी डिटेल्स आयु सीमा इस भर्ती के लिए 21 से 45 साल तक के उम्र के उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं। हालांकि रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवार को सरकारी नियमों के तहत छूट दी जाएगी। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन सिलेक्शन प्रोसेस महाराष्ट्र नगर पालिका प्रशासन निदेशालय में निकली भर्ती में उम्मीदवारों का सिलेक्शन रिटन टेस्ट, स्किल टेस्ट और डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के आधार पर किया जाएगा। सबसे पहले ऑनलाइन अप्लाई के बाद रिटन टेस्ट आयोजित होगा। इसमें शॉर्टलिस्ट होने वाले उम्मीदवार को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। फिर डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के बाद मेरिट के आधार पर उम्मीदवार को पोस्टिंग दी जाएगी। ऐसे करें अप्लाई ऑनलाइन आवेदन करने से पहले ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर पढ़े.. नोट - हर दिन की तरह आज फिर से हम आपके लिए एक नई नौकरी की जानकारी लेकर आए हैं। अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है। तो उन्हें यह जरूर भेजें ताकि भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं में यह आपके और आपके दोस्त व रिश्तेदारों के लिए फायदेमंद साबित हों। नौकरी के साथ ही देश दुनिया से जुड़ी तमाम खबरों के जानने के लिए पढ़ते रहे दैनिक भास्कर डिजिटल। अब 10वीं-12वीं-ग्रेजुएट बेरोजगारों के लिए नौकरियों की भरमार : अगर आप जॉबलेस हैं और जयपुर में नौकरी ढूंढ रहे हैं तो भास्कर ऐप बनेगा आपका मददगार। हर महीने की 10 हजार से लेकर 25 हजार की सैलरी मिलेगी। जयपुर शहर में बैंक, कॉर्पोरेट ऑफिस, डिलीवरी बॉय से लेकर कोई भी नौकरी चाहिए तो भास्कर पर खोजें अपनी पसंदीदा जॉब। (यहां क्लिक कर जॉब देखें)
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जब पत्थर पर हथौड़े की चोट पड़ती है, तब मूर्ति बनती है; इसी तरह समस्याओं का सामना करने के बाद ही व्यक्ति कामयाब होता है
लक्ष्य बड़ा हो तो मुश्किलें भी बड़ी-बड़ी ही आती हैं और जो लोग मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहते हैं, उन्हें कामयाबी जरूर मिलती है। जब पत्थर पर हथौड़े की चोट पड़ती है, तब ही उससे मूर्ति बनती है। quotes about problems and success, inspirational thoughts, a person becomes successful only after facing problems
लक्ष्य बड़ा हो तो मुश्किलें भी बड़ी-बड़ी ही आती हैं और जो लोग मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ते रहते हैं, उन्हें कामयाबी जरूर मिलती है। जब पत्थर पर हथौड़े की चोट पड़ती है, तब ही उससे मूर्ति बनती है। यही बात हमारे जीवन पर भी लागू होती है। जब हम बाधाओं का सामना करते हैं, तब ही कामयाब बनते हैं। यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स...
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भारतीय कपास निगम लिमिटेड में जाने का मौका,1.20 लाख मिलेगी सैलरी
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (27th July 2023) भारतीय कपास निगम लिमिटेड ने जूनियर कॉमर्शियल एग्जीक्यूटिव और मैनेजमेंट ट्रेनी के 93 पदों पर वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी किया
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। बैंक नोट प्रेस, देवास ने सुपरवाइज़र, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट के 111 पदों पर वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 21 अगस्त 2023 है। आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी ने टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 10 सितंबर 2023 है। भारतीय कपास निगम लिमिटेड ने जूनियर कॉमर्शियल एग्जीक्यूटिव और मैनेजमेंट ट्रेनी के 93 पदों पर वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी किया है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 13 अगस्त 2023 है। न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (NIACL) ने एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर (स्केल I) की भर्ती निकाली है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 अगस्त 2023 को शुरू होगी और 21 अगस्त 2023 तक जारी रहेगी। मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से सुपरवाइज़र, मेंटेनर, अकाउंट्स सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो उम्मीदवार इस भर्ती में भाग लेना चाहते हैं, वे 31 जुलाई 2023 से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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देश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर ‘भारत मंडपम’; लंदन में धीरेंद्र शास्त्री बोले- कोहिनूर लेकर लौटेंगे
Dainik Bhaskar Morning News And Latest Headlines; Here Are Today's Top Stories For You On Dainik Bhaskar. ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर कल फैसला: कल 3.30 बजे तक रोक जारी, इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई - लंदन में धीरेंद्र शास्त्री बोले- कोहिनूर लेकर ही लौटेंगे: कहा- पहले अंग्रेज भारत में बोलते थे, अब हम बोल रहे और ये सुन रहे
नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली में बने देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर की रही। एक खबर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने वाले गैंगस्टर से जुड़ी रही। हम आपको कन्वेंशन सेंटर की खासियत और गैंगस्टर के बारे में भी बताएंगे...। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर आज सुनवाई; ASI ने कहा- जांच से ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचेगा ज्ञानवापी में ASI सर्वे से जुड़े मामले पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। तब तक सर्वे पर रोक जारी रहेगी। अदालत ने आज ASI के अफसर को पेश होने को कहा है। ASI ने कोर्ट में हलफनामा दिया है कि जांच से ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। मुस्लिम पक्ष सर्वे के खिलाफ है। ये खबर अहम क्यों है: सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में ASI के सर्वे पर 26 जुलाई शाम 5 बजे तक रोक लगाई थी। इसके बाद मुस्लिम पक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है। हिंदू पक्ष के वकील का कहना है कि इससे पहले राम मंदिर का भी सर्वे तीन साल चला और कोई नुकसान नहीं हुआ। वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि हिंदू पक्ष ने मांगों में खुदाई के जरिए ASI से सर्वे कराने की बात कही गई है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर; सभी दलों से बातचीत के बाद इस पर बहस होगी मानसून सत्र के 5वें दिन लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पेश किया। स्पीकर ने कहा कि इस पर बहस का समय सभी दलों से बातचीत के बाद तय होगा। विपक्ष अड़ा हुआ है कि मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री संसद में बयान दें। ये खबर अहम क्यों है: सरकार सदन में आसानी से बहुमत साबित कर देगी, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद प्रधानमंत्री का भाषण होगा। यानी बहस के दौरान मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरकर वे लड़ाई जीत लेंगे। मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव 20 जुलाई 2018 को आया था। पहला अविश्वास प्रस्ताव नेहरू सरकार के खिलाफ 1963 में जेबी कृपलानी लाए थे। तब से अब तक 26 अविश्वास प्रस्ताव लाए जा चुके हैं और सिर्फ 3 बार ही सरकार गिरी है। वीपी सिंह 11 महीने PM रहने के बाद 1990 में, एचडी देवेगौड़ा 1997 में और अटल बिहारी वाजपेयी 1999 में अविश्वास मत हारे थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन; PM बोले- भारत टॉप-3 इकोनॉमी में शामिल होगा देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर का नाम भारत मंडपम रखा गया है। PM मोदी ने दिल्ली में इसका इनॉगरेशन किया। उन्होंने गारंटी देते हुए कहा कि मेरी सरकार के तीसरे कार्यकाल में दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी में भारत का नाम होगा। ये खबर अहम क्यों है: 123 एकड़ में बने कन्वेंशन सेंटर में 7 हजार लोग बैठ सकते हैं। ये ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस से भी बड़ा है। सितंबर में होने वाली 18वीं जी-20 समिट भी यहीं होगी। ये दुनिया के टॉप 10 कन्वेंशन सेंटर्स में से एक है। यहां एक साथ 5,500 से ज्यादा गाड़ियां पार्क की जा सकती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... 4. देश में रूस जैसा मिसाइल डिफेंस सिस्टम बनाने की तैयारी; 400 किमी दूर दुश्मन के एयरक्राफ्ट को तबाह कर देगा भारत रूस की तरह ही लंबी दूरी तक जमीन से हवा में मार करने वाला डिफेंस सिस्टम बनाने की तैयारी में है, जो 400 किलोमीटर तक दुश्मन के एयरक्राफ्ट को मार गिराने में सक्षम होगा। इस LRSAM यानी लॉन्ग रेंज सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम को बनाने में करीब 20 हजार करोड़ खर्च होंगे। ये खबर अहम क्यों है: डिफेंस मिनिस्ट्री इस मिसाइल सिस्टम के प्रस्ताव को जल्द ही मंजूरी दे सकती है। ये तकनीक चुनिंदा देशों के पास ही है। इसमें जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की तीन लेयर होंगी, जिससे डिफरेंट रेंज तक टारगेट को हिट किया जा सकेगा। भारत इजराइल के साथ मिलकर मीडियम रेंज मिसाइल सिस्टम MRSAM बना चुका है, जिसकी रेंज 70 किमी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 5. सलमान को धमकाने वाला गैंगस्टर UAE से अरेस्ट; सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी शामिल था सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने वाले गैंगस्टर विक्रम बराड़ को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने UAE से गिरफ्तार कर लिया है। बराड़ पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर में भी शामिल था और तभी से फरार था। वह दुबई में बैठकर गैंगस्टर लॉरेंस की गैंग चला रहा था। ये खबर अहम क्यों है: विक्रम बराड़ राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का रहने वाला है। NIA की टीम बराड़ को भारत ला रही है। जिसके बाद कई खुलासे हो सकते हैं। NIA ने बराड़ को आतंकी माना है और उसके खिलाफ UAPA के तहत आतंकी धाराओं में मामले दर्ज हैं। NIA के मुताबिक, बराड़ राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में गोल्डी बराड़ और लॉरेंस गैंग को हथियार मुहैया करवाता था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6. भारत-पाक वर्ल्ड कप मैच एक दिन पहले हो सकता है; अहमदाबाद में 15 अक्टूबर को है मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे वर्ल्ड कप मैच तय तारीख से एक दिन पहले हो सकता है। 15 अक्टूबर को अहमदाबाद स्टेडियम में दोनों टीमों के बीच मुकाबला है। इसी दिन नवरात्रि भी शुरू हो रही है। जिसे देखते हुए इंटेलिजेंस एजेंसियों ने मैच की तारीख या वेन्यू बदलने का सुझाव दिया है। ये खबर अहम क्यों है: BCCI सचिव जय शाह ने आज वर्ल्ड कप वेन्यू को लेकर दिल्ली में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। इसमें वर्ल्ड कप मैच होस्ट करने वाले सभी स्टेट एसोसिएशन के अधिकारी शामिल होंगे। माना जा रहा है मीटिंग में मैच की नई तारीख या वेन्यू बदलने पर फैसला लिया जा सकता है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 7. लंदन में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा; बोले- यहां से कोहिनूर लेकर ही भारत लौटेंगे बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने लंदन में राम कथा सुनाई। इस दौरान उन्होंने कहा- भारत से लगातार फोन आ रहे हैं और लोग पूछ रहे हैं कि मैं कब लौटूंगा। मैंने एक भक्त से कहा है चिंता मत करो हम कोहिनूर लेकर आएंगे। पहले अंग्रेज भारत जाकर लेक्चर देते थे और हमारे दादा परदादा सुनते थे। लेकिन आज हम इंग्लैंड में बोल रहे हैं और यहां के लोग हमें सुनते हैं। ये खबर अहम क्यों है: धीरेंद्र शास्त्री को 14 जून 2022 को ब्रिटिश संसद 3 सम्मान दे चुकी है। इनमें संत शिरोमणि, वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन और वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप अवार्ड शामिल हैं। इस साल मई में ब्रिटिश रॉयल फैमिली ने भी माना था कि ईस्ट इंडिया कंपनी भारत से कोहिनूर ले गई थी। महाराजा दलीप सिंह को इसे सरेंडर करने के लिए मजबूर किया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 8. नासा में बिजली गुल, इंटरनेशनल स्पेस-स्टेशन से संपर्क टूटा; रूसी कम्युनिकेशन चैनल ने की मदद अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के ह्यूस्टन मिशन कंट्रोल में बिजली गुल होने के कारण इसका इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से संपर्क टूट गया। इस वजह से मिशन कंट्रोल, स्टेशन पर कमांड नहीं भेज पा रहा था और ऑर्बिट में मौजूद 7 अंतरिक्ष यात्रियों से बात भी नहीं हो पा रही थी। आउटेज के 20 मिनट के भीतर, क्रू को रशियन कम्युनिकेशन चैनल के जरिए समस्या के बारे में जानकारी दी गई। ये खबर अहम क्यों है: बिजली गुल होने के 90 मिनट के भीतर बैकअप कंट्रोल सिस्टम्स ने टेकओवर कर लिया। ऐसा पहली बार हुआ है जब बैकअप सिस्टम को एक्टिव करना पड़ा। नासा ह्यूस्टन से थोड़ी दूरी पर एक बैकअप कंट्रोल सेंटर बनाए रखती है ताकि आउटेज के समय इसका इस्तेमाल किया जा सके। पूरी खबर यहां पढ़ें... 9. दिल्ली-NCR में भारी बारिश; नोएडा में स्कूल-कॉलेज बंद; पंजाब में 19 जिले बाढ़ प्रभावित दिल्ली-NCR में लगातार बारिश होने से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। राजधानी में मंडी हाउस से लेकर रिंग रोड तक सड़कों पर पानी भरा है। हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से नोएडा के आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। यहां खतरे वाले इलाकों के सभी स्कूल और कॉलेज आज बंद रहेंगे। पंजाब में अब भी 19 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। ये खबर अहम क्यों है: पंजाब में 19 जिलों के 1472 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं। राज्य में 42 लोग जान गंवा चुके हैं। हिमाचल में बाढ़ और लैंड स्लाइड की अलग-अलग घटनाओं में 44 की मौत हुई है। आज मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सहित 22 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है। पूरी खबर यहां पढ़ें... आज का कार्टून By मंसूर नकवी... कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… अब खबर हटके... AAP सांसद के सिर पर कौआ बैठा तो BJP ने किया तंज AAP सांसद राघव चड्ढा फोन पर बात करते हुए संसद परिसर से बाहर निकल रहे थे। इस दौरान एक कौआ उनके सिर पर बैठ गया। फिर क्या था, भाजपा सांसद ने इस फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा - झूठ बोले कौआ काटे। आज तक सिर्फ सुना था, आज देख भी लिया कौवे ने झूठे को काटा। इस पर राघव ने भी जवाब देते हुए कौवे की तुलना BJP से कर दी। पढ़ें पूरी खबर... भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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19 साल बाद ब्रह्म योग में मनेगी पुरुषोत्तम एकादशी, इस व्रत में पीपल और तुलसी पूजन महापुण्य देने वाला
Padmini Ekadashi on July 29: Purushottam Ekadashi will be celebrated in Brahma Yoga after 19 years, Peepal and Tulsi worship in this fast gives great virtue, 29 जुलाई, शनिवार को अधिक मास की पहली एकादशी रहेगी। इसे पद्मिनी एकादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा की भी परंपरा है।
29 जुलाई, शनिवार को अधिक मास की पहली एकादशी रहेगी। इसे पद्मिनी एकादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा की भी परंपरा है। ऐसा करने से इस व्रत का पूरा फल मिलता है। पीपल में भगवान विष्णु का वास माना जाता है। वहीं, तुलसी को लक्ष्मीजी का रूप माना गया है। 19 साल बाद ज्येष्ठा नक्षत्र और ब्रह्म योग में ये व्रत किया जाएगा। इससे पहले 2004 में ऐसा हुआ था। चातुर्मास के चलते सावन और अधिक मास का संयोग होने से भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का पुण्य फल और बढ़ जाएगा। पद्मिनी एकादशी पर भगवान विष्णु के अवतारों की विशेष पूजा करने की भी परंपरा है। इस एकादशी पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास किए जाते हैं। इस व्रत में पीपल की पूजा सुबह जल्दी करने का विधान है। साथ ही सुबह और शाम दोनों समय तुलसी की पूजा की जाती है और दीपक लगाया जाता है। पीपल पूजा: अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर पीपल की पूजा का भी खास महत्व है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगाजल, कच्चा दूध और तिल मिलाकर पीपल को चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा मिलती है और पितृ भी तृप्त हो जाते हैं। तुलसी पूजा: दूध और पानी से भगवान शालग्राम का अभिषेक करें और पूजन सामग्री चढ़ाएं। अभिषेक किए जल में से थोड़ा सा खुद पीएं और बाकी तुलसी में चढ़ा दें। इसके बाद हल्दी, चंदन, कुमकुम, अक्षत, फूल और अन्य पूजन सामग्रियों से तुलसी माता की पूजा करनी चाहिए। अन्न और कपड़ों के दान से महायज्ञ का फल ग्रंथों में बताया है कि इस एकादशी पर पर दान करने से गरीबी से मुक्ति मिलती है। ये भी माना जाता है कि जितना पुण्य हर तरह के दान और कई तीर्थों के दर्शन से मिलता है, उसके बराबर पुण्य पद्मिनी एकादशी पर अन्न और कपड़ों के दान करने से मिल जाता है, इसलिए इस दिन तुलसी और पीपल को जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही जरुरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए। इस दिन गायों की सेवा करने से भी व्रत का पुण्य और बढ़ जाता है।
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मैंने उनकी हमेशा मदद की है; लाल डायरी होने से साफ इनकार किया
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आरापों पर अब सीएम अशोक गहलोत के नजदीकी नेता और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने तीन दिन बाद पलटवार किया है। राठौड़ ने गुढ़ा के लाल डायरी के दावों पर सवाल उठाते हुए बयान जारी किया है। धर्मेंद्रRajasthan Politics Dharmendra Rathore On Laal Diary And Rajendra Gudha
बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आरापों पर अब सीएम अशोक गहलोत के नजदीकी और आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने पलटवार किया है। राठौड़ ने गुढ़ा के लाल डायरी के दावों पर सवाल उठाते हुए बुधवार देर रात बयान जारी किया है। उन्होंने इनकम टैक्स के छापों के दौरान गुढ़ा के घर आने की बात मानी है, लेकिन लाल डायरी होने से साफ इनकार कर दिया। राठौड़ ने गुढ़ा को अविश्वनीय व्यक्ति भी बताया। तीन दिन पहले गुढ़ा ने दावा किया था कि धमेंद्र राठौड़ के घर पड़े आयकर छापों के दौरान सीएम ने उन्हें लाल डायरी लाने भेजा था। गुढ़ा उस लाल डायरी के पन्ने खुद के पास होने का दावा कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा- BJP ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी सरकार गिराने का प्रयास किया, इसी षड्यंत्र के हिस्से के तहत केंद्रीय एजेंसियों ने कांग्रेस नेताओं, तमाम प्रतिष्ठानों और मुख्यमंत्री के भाई तक के घर पर छापा डाला। मुझे याद है कि उस घटनाक्रम के दौरान राजेन्द्र गुढ़ा मेरे घर आए थे, लेकिन इस घटनाक्रम से लेकर कभी भी मेरे से गुढ़ा किसी लाल डायरी की चर्चा नहीं की। मैं संभवत: हमेशा गांधी डायरी का उपयोग करता हूं और अपनी दिनचर्या इसमें लिखता हूं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के लोग मेरे घर से तीन डायरियां लेकर गए थे, जिनमें ऐसी गांधी डायरियां थीं, ये उनके रिकॉर्ड में भी दर्ज हैं। गुढ़ा मेरे घर रहे थे, लोग कहते थे यह अविश्वसनीय आदमी, इसे घर में नहीं रखें धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा- मेरे राजेंद्र गुढ़ा से लंबे समय से पारिवारिक संबंध रहे हैं। हमारे संबंधों की प्रगाढ़ता इतनी रही कि लगभग 10 साल पहले वो मेरे घर में रहे। उस समय इनके विधानसभा क्षेत्र के कई लोग आकर मुझसे इनकी आलोचना कर कहते थे कि इनको अपने घर में नहीं रखना चाहिए क्योंकि ये बेहद अविश्वसनीय व्यक्ति हैं। मेरे व्यक्तिगत संबंधों के कारण मैंने उन बातों पर ध्यान नहीं दिया। एक कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा इनकी मदद की। राठौड़ ने कहा- 2009 और 2019 में अन्य बसपा विधायकों के साथ इन्होंने कांग्रेस जॉइन की, ये तब भी मेरे संपर्क में रहे और इनका बैकग्राउंड जानते हुए भी पार्टी हित में मैंने इनका साथ दिया। पिछले लगभग सालभर से राजेन्द्र गुढ़ा पार्टीलाइन से हटकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ही बयानबाजी कर रहे थे, मैंने इनको समझाने का प्रयास किया कि ऐसा ना करें परन्तु मैं तब समझ नहीं पाया कि यह अंदर ही अंदर क्या षड्यंत्र कर रहा है? गजेंद्र शेखावत ने गुढ़ा को बिन पैंदे का लोटा कहा, तब भी मैंने बचाव किया राठौड़ ने कहा- ये किन-किन कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं, आज आश्चर्यजनक रूप से राजेन्द्र गुढ़ा की प्रशंसा कर रहे केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कुछ दिन पूर्व गुढ़ा जी को जब बिन पैंदे का लोटा कहा था, तब भी मैंने इनका बचाव किया था। राजेंद्र गुढ़ा को मोहरा बनाकर बीजेपी ने हाईवोल्टेज ड्रामा रचा राठौड़ ने कहा- कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां मणिपुर में हो रहीं हिंसा, महिलाओं से बलात्कार और हत्याओं के मामले पर संसद में चर्चा करना चाहती हैं। पूरे देश-दुनिया की नजर इस पर हैं पर संसद नहीं चल पा रही है। दिल्ली से लेकर जयपुर तक भाजपा राजस्थान सरकार पर झूठे आरोप लगाकर मणिपुर के मुद्दे की गंभीरता को कम करने का षड्यंत्र कर रही है। उसी षड्यंत्र के तहत राजेन्द्र गुढ़ा को मोहरा बनाकर ये हाई वोल्टेज ड्रामा रचा गया है। प्रधानमंत्री के राजस्थान दौरे से महज तीन दिन पहले राजेन्द्र गुढ़ा और बीजेपी के नेताओं के जो बयान विधानसभा के अंदर और बाहर आए हैं, वो इसी षड्यंत्र का हिस्सा हैं, हालांकि वो इसमें सफल नहीं हुए ।
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सुविधा और अच्छे उत्पाद ने स्टाइल की जगह ले ली है?
अगर आपने खुद के, दोस्तों के और परिवार वालों के बीते 12 महीनों के खरीदारी पैटर्न पर गौर किया हो, तो एक बात देखी होगी कि हममें से अधिकांश लोगों ने अपने मोबाइल के फीचर्स दिखाना बंद कर दिए हैं N. Raghuraman's column - Has convenience and quality products replaced style?
अगर आपने खुद के, दोस्तों के और परिवार वालों के बीते 12 महीनों के खरीदारी पैटर्न पर गौर किया हो, तो एक बात देखी होगी कि हममें से अधिकांश लोगों ने अपने मोबाइल के फीचर्स दिखाना बंद कर दिए हैं, बल्कि सहूलियतों पर बात कर रहे हैं। मतलब हम उन उत्पादों की ज्यादा बात कर रहे हैं जिनसे जीवनशैली बेहतर हुई है, ऐसे घरेलू उपकरण जिनसे सहूलियत है या समय बचता है, फैशनेबल कपड़े और महंगे ऑर्गेनिक फूड, जो वजन या कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद करते हैं। अगर आपने ये ट्रेंड देखा है और हां में सिर हिला रहे हैं, तो ऐसा करने वाले आप इकलौते नहीं। बीते 24 महीनों में स्मार्टफोन की शिपमेंट 20% गिरी है। सबसे ज्यादा बिकने वाले 5 हजार से लेकर 30 हजार की रेंज पर सबसे बुरा असर पड़ा है। साफ मतलब है कि हममें से ज्यादातर लोग अब पहले के मुकाबले फोन ज्यादा दिनों तक चला रहे हैं, जिससे इंवेंट्री बढ़ रही हैै और शिपमेंट गिरी है। दूसरी ओर मुंबई के डब्बावालों का बिजनेस, जिनकी पेशेवरता का हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हवाला देते हैं, ब्रिटेन में सराहा जाता है, इस पेशे में कभी 5 हजार से ज्यादा लोग थे, जो घटकर एक हजार हो गए हैं। यहां तक कि रेलवे बोर्ड ने हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट को लिखा कि वह डिब्बावालों के लिए आरक्षित तीन में से एक लगेज डिब्बा शहर में बढ़ते वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस्तेमाल करने जा रहे हैं। वो इसलिए क्योंकि रोज के डिब्बे दो लाख से 20 हजार हो गए हैं। एप से खाना ऑर्डर करने के कारण 130 साल पुराने बिजनेस पर असर पड़ा है। आपको शायद वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव, एसी की आदत होगी। पर धीरे-धीरे इनका इस्तेमाल बदल रहा है। ज्यादातर लोग वॉशिंग पाउडर खरीदने के बजाय अब लिक्विड डिटर्जेंट खरीद रहे हैं। अधिकांश अपने पॉपकॉर्न खुद बना रहे हैं और पहले की तुलना में एसी बार-बार यूज कर रहे हैं। ये सब इसलिए क्योंकि देश की आबादी में बड़ा बदलाव आ रहा है, युवा बढ़े हैं, इसमें भी प्रभुत्व मिलेनियल्स और जेन ज़ी का है। डेलॉइट की रिपोर्ट के मुताबिक चूंकि आय बढ़ रही है, ऐसे में भारत में मिलेनियल्स और जेन ज़ी ज्यादा सहूलियत, वैल्यू-एडेड सर्विसेस देख रहे हैं और इसके लिए ज्यादा पैसा चुकाने को तैयार हैं। जब ज्यादा घर बिकते हैं तो सफाई के लिए ज्यादा फ्लोर, धोने के लिए अधिक कपड़े होते हैं। जहां भी हाउसिंग बिजनेस फल-फूल रहा है, वहां उच्च व मध्यम आय वाले परिवार बढ़े हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जनसांख्यिकी में परिवर्तन के साथ-साथ संगठित श्रम बाजार में इनका योगदान ज्यादा है। नए नियोक्ता युवाओं को जोड़ रहे हैं, जो बाजार में वैल्यू एडेड सर्विसेस के आदी हैं। भारत 2030 तक चीन व अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार बन सकता है। देश की 65% आबादी 15-59 के बीच है, कम आयु वर्ग सुविधाएं चाहता है, जबकि उच्च आयु वर्ग उपभोग से पहले उत्पादों में अच्छाई चुन रहा है। संक्षेप में कहें तो शहरीकरण, एकल परिवार व कामकाज में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने जीवनशैली बदल दी है, रोजमर्रा के सामानों की खरीदारी में ये झलक रहा है। आज नहीं तो कल, ज्यादातर लोग दिखावा करने या सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बजाय ऐसे उत्पादन खरीदेंगे, जिनसे दिमाग को संतुष्टि-अच्छा महसूस होता है। इससे भी ऊपर टीवी व मोबाइल स्क्रीन की रील्स में नई-नई सहूलियतें दिख रही हैं, इससे लाइफस्टाइल बदलने की चाहत बढ़ रही है। फंडा यह है कि आज जो फुटकर व्यापारी जरूरत की चीजों पर फोकस कर रहे हैं, उन्हें जल्द ही अपना बिजनेस पूरी तरह बदलकर स्टाइल खोए बिना उत्पादों की अच्छाई व सहूलियत दिखानी होगी।
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एक आम भारतीय कट्‌टर या धर्मांध नहीं होना चाहता
अंग्रेजी के उपन्यासकार chetan.bhagat@gmail.com मणिपुर से सामने आए वीडियो ने देश की चेतना को झकझोरा है। यह तथ्य कि वर्ष 2023 में भी एक भीड़ खुलेआम ऐसा कर सकती है, विचलित कर देने वाला है।Chetan Bhagat's column - A common Indian does not want to be a fanatic or a bigot
मणिपुर से सामने आए वीडियो ने देश की चेतना को झकझोरा है। यह तथ्य कि वर्ष 2023 में भी एक भीड़ खुलेआम ऐसा कर सकती है, विचलित कर देने वाला है। स्थानीय समुदायों में चाहे जितने मतभेद हों, इस तरह के कृत्यों को कतई न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। हिंसा और अराजकता को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है और शायद की भी जा रही है। लेकिन देशवासियों ने जिस तरह से एक स्वर में इस कृत्य की निंदा की, उससे भारतीय समाज के बारे में भी कुछ पता चलता है। यह कि भारतीय अगर बहुसंख्यकों का वर्चस्व चाहते भी हों तो उसे निरंकुश नहीं बनाना चाहते। एक आम भारतीय कट्टर और धर्मांध नहीं होता। चंद कट्टरपंथी चाहे जैसे विचार रखते हों, बहुसंख्य भारतीय उनसे सहमत नहीं होते। वास्तव में बहुसंख्यक समुदाय के अनेक भारतीय एक उदार किस्म का श्रेष्ठताबोध महसूस करते हैं और यह भी चाहते हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नियंत्रण में रहें, लेकिन वे हिंसा, खूनखराबा आदि नहीं चाहते। वे अपने श्रेष्ठताबोध के बावजूद अल्पसंख्यकों का ख्याल रखते हैं। आपको यह गफलत में डालने वाला लग रहा होगा? लेकिन इसीलिए तो भारत इतना जटिल और अद्भुत देश है। इसे एक आदर्श उदाहरण से समझें : ‘वॉट्सएप्प अंकल।’ एक ऐसे अधेड़ उम्र के हिंदू अंकल की कल्पना करें, जो हर शाम टहलने के लिए पार्क में जाते हैं और वहां अपने दोस्तों से स्वास्थ्य, अध्यात्म, धर्म, राजनीति आदि पर चर्चा करते हैं। वे बहुत सारे वॉट्सएप्प समूहों से भी जुड़े हैं, जहां वे त्योहारों की बधाइयां देते हैं और स्प्रिचुअल बातें शेयर करते हैं। साथ ही वे मौजूदा हालात से सम्बंधित अनेक वीडियो भी फॉरवर्ड करते रहते हैं। इन वॉट्सएप्प अंकल का जीवन बहुत नीरस रहा है। उन्होंने ताउम्र कोई मामूली नौकरी की है। वे कभी टॉप पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारियों का अच्छे-से निर्वाह किया। अब वे बुजुर्ग हो गए हैं और उन्हें डायबिटीज या हाइपरटेंशन है। उनके बच्चे उनकी सुनते नहीं। ऐसे में पार्क में मिलने वाले दोस्त और वॉट्सएप्प समूह के लोग ही ऐसे हैं, जो उनसे नियमित संवाद रखते हैं। अंकल और उनके दोस्त चर्चा करते हैं कि प्राचीन भारत की प्राणायाम विधि या आयुर्वेद की औषधियां किस तरह से उन बीमारियों का भी इलाज करने में सक्षम हैं, जिनका आधुनिक दवाइयों के पास भी कोई निदान नहीं होता। इसके बाद वे हिंदू धर्म पर चर्चा करने लगते हैं, जो कि बहुत कुछ एक जीवनशैली की तरह है और अगर उसका ठीक से पालन किया जाए तो उसके बहुत लाभ हैं। उन्हें दु:ख होता है कि आजकल लोग अपनी संस्कृति का ठीक से पालन नहीं करते। धीरे-धीरे उनका माइंडसेट बदलने लगता है। वे उन चीजों की तलाश करने लगते हैं, जिन पर उन्हें गर्व हो और उनकी अनदेखी करते हैं, जो उन्हें असहज बनाती हों, जैसे कि जातिप्रथा, आपसी एकता का अभाव, औद्योगिक और वैज्ञानिक क्रांति में पिछड़ जाना आदि। अंकल सोचते हैं कि भारत को हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखकर क्यों नहीं संचालित किया जाता, जबकि देश में हिंदुओं की आबादी 80 प्रतिशत से भी अधिक है। धीरे-धीरे उनमें यह भावना गहराने लगती है कि हिंदुओं का स्थान दूसरों से ऊपर है, क्योंकि भारत ऐतिहासिक रूप से उनका देश रहा है। वे चाहते हैं कि अल्पसंख्यक समुदायों के लोग और विशेषकर मुस्लिम इस तथ्य को स्वीकारें और यहां शांति से रहें। यह जो हिंदू-भावना है, यह करोड़ों देशवासियों के मन में रही है, लेकिन दशकों से इसकी उपेक्षा की जाती रही थी। मौजूदा सरकार ने इस भावना को समझा है और उसे एक औपचारिक आधार दिया है। इसी से उसे चुनावों में भारी बहुमत से जीत मिली। लोकतंत्र का मतलब ही यह है कि लोगों की भावनाओं को समझ उसके अनुरूप कार्य करें। वॉट्सएप्प अंकल समेत करोड़ों भारतीयों की यही भावना थी। लेकिन जब बहुसंख्यकवाद की अति हो जाती है- जैसा कि मणिपुर में हुआ जिसमें बहुसंख्यक समुदाय द्वारा अल्पसंख्यक वर्ग की स्त्रियों से दुर्व्यवहार किया गया- तो यही लोग उसका मुखर विरोध भी करते हैं। इसका यह मतलब है कि भले ही भारतीयों में थोड़ी-बहुत धार्मिक श्रेष्ठता का बोध हो, लेकिन वे हरगिज नहीं चाहते कि अल्पसंख्यकों के साथ किसी तरह का अमानवीय या हिंसक बर्ताव किया जाए। और यही बात भाजपा के लिए खतरे की घंटी हो सकती है, क्योंकि अगर बहुसंख्यकवाद की राजनीति को लेकर देश में यह धारणा बनने लगी कि ‘अब कुछ ज्यादा हो रहा है’ और उसके कुछ प्रतिशत वोट भी घट गए तो इसका चुनाव नतीजों पर खासा प्रभाव पड़ सकता है। (ये लेखक के अपने विचार हैं)
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शब्दों का सम्मान करें और उन्हें ठीक से सहेजें
शब्दों की ताकत अगर समझ आ जाए, तो जिंदगी को बहुत ऊर्जा मिल जाती है। हमारे शब्द पूरे जीवनभर कुछ हिस्सों में बंटे हुए हैं। हमने बचपन में कुछ शब्द ऐसे सुने या बोले, जो हम शायद भूल गए। Column by Pt Vijayshankar Mehta - Respect words and save them properly
शब्दों की ताकत अगर समझ आ जाए, तो जिंदगी को बहुत ऊर्जा मिल जाती है। हमारे शब्द पूरे जीवनभर कुछ हिस्सों में बंटे हुए हैं। हमने बचपन में कुछ शब्द ऐसे सुने या बोले, जो हम शायद भूल गए। अगर याद कर सकें, तो डायरी में नोट कर लें। फिर युवावस्था में जब करियर बना रहे होते हैं, तो कुछ शब्द आते हैं। उन शब्दों ने कभी हमें पीछे भी धकेला होगा, आगे भी ले जाकर छोड़ा होगा। तीसरे शब्द हम परिवार में बोलते हैं। ये बड़े मौलिक होते हैं। इनको भी बचाकर रखिए। फिर चौथे शब्द मित्रों के बीच बोले होंगे। उनमें भी ताकत है। जीवनसाथी के साथ गोपनीय शब्दों का इस्तेमाल होता है। अब इन शब्दों को याद करके कहीं न कहीं लिख लीजिए। इनकी ताकत को तभी समझ पाएंगे, जब इन पर चिंतन करेंगे कि किस शब्द का प्रयोग कहां करना है। और इसके साथ नए शब्दों का संकलन भी करते रहें। अगर हमने उन शब्दों के पीछे की ऊर्जा को ठीक से समझ लिया तो उदासी, बेचैनी के दिनों में ये शब्द बड़े काम आएंगे। शब्दों के प्रति सावधान रहें। शब्दों का सम्मान करें और उनको ठीक से सहेजें।
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भारतीय कपास निगम लिमिटेड में जाने का मौका,1.20 लाख मिलेगी सैलरी
Sarkari Naukri 2023 Latest Sarkari Job Alert (27 July 2023) - Government Jobs Latest Govt Jobs Vacancies Eligibility And Selection Process Latest Details बैंक नोट प्रेस, देवास ने सुपरवाइजर, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट के 111 पदों पर वैकेंसी निकाली है।
सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए हम फिर से 5 लेटेस्ट सरकारी नौकरियों की जानकारी के साथ हाजिर हैं। बैंक नोट प्रेस, देवास ने सुपरवाइज़र, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट के 111 पदों पर वैकेंसी निकाली है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 21 अगस्त 2023 है। आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी ने टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 10 सितंबर 2023 है। भारतीय कपास निगम लिमिटेड ने जूनियर कमर्शियल एग्जीक्यूटिव और मैनेजमेंट ट्रेनी के 93 पदों पर वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी किया है। फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 13 अगस्त 2023 है। न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (NIACL) ने एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर (स्केल I) की भर्ती निकाली है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 अगस्त 2023 को शुरू होगी और 21 अगस्त 2023 तक जारी रहेगी। मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से सुपरवाइज़र, मेंटेनर, अकाउंट्स सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो उम्मीदवार इस भर्ती में भाग लेना चाहते हैं, वे 31 जुलाई 2023 से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। आपने यहां पांच नौकरियों के बारे में जाना। आपके मन में कुछ सवाल होंगे। इसलिए आप दिए गए वेबसाइट के जरिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को जरूर देखें। बाकी जिन नौकरियों के बारे में बताया गया है अगर लगता है कि इससे आपके भाई-दोस्त या फिर रिश्तेदार की जरूरत पूरी होती है तो उन्हें यह जरूर भेजें। आखिर में हम 10 लेटेस्ट करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब दे रहे हैं। इन्हें रोज देखिए। हो सके तो सेव करते जाएं। ताकि आगामी परीक्षाओं में यह आपके लिए फायदेमंद साबित हों।
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इसके हैंडल में सेंसर लगा होगा, ये हार्टबीट को ट्रैक करेगा
How Heartbeat Sensor On Supermarket Trolley Work?. वैज्ञानिकों का कहना है कि अब सुपरमार्केट में शॉपिंग करते समय सामान रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली ट्रॉली स्ट्रोक का खतरा बता सकेगी। साइंटिस्ट्स ने ऐसा सेंसर बना लिया है जो ट्रॉली के हैंडल में लगेगा
वैज्ञानिकों का कहना है कि अब सुपरमार्केट में शॉपिंग करते समय सामान रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली ट्रॉली स्ट्रोक का खतरा बता सकेगी। साइंटिस्ट्स ने ऐसा सेंसर बना लिया है जो ट्रॉली के हैंडल में लगेगा। ये एबनॉर्मल हार्ट बीट की जांच करेगा। इसमें लगी एक छोटी सी स्क्रीन खतरा होने पर लाल क्रॉस दिखाएगी और खतरा नहीं होने पर ग्रीन टिक दिखाएगी। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक, ब्रिटेन में हर 45 में से एक व्यक्ति को आर्टियल फिब्रिलेशन (AF) है। इस स्थिति में दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है। इसके कारण स्ट्रोक (हार्ट अटैक) और हार्ट फेलियर का खतरा बना रहता है। कई लोगों को इस बीमारी का पता नहीं चल पाता क्योंकि वे इसके लक्षण को समय रहते पहचान नहीं पाते। इसलिए साइंटिस्ट्स ने आर्टियल फिब्रिलेशन का पता लगाने का तरीका ढूंढा है। दो हजार से ज्यादा लोगों पर 3 महीने हुई रिसर्च दुनिया में 40 मिलियन लोगों को स्ट्रोक आता है। इनमें से कई लोगों को शॉपिंग के दौरान स्ट्रोक आता है। साइंटिस्ट्स का कहना है कि सुपरमार्केट या मॉल में स्ट्रोक से बचाव के लिए ट्रॉली में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) सेंसर लगाया जाएगा जो हार्टबीट को ट्रैक करेगा। 2,155 लोगों पर 3 महीने तक रिसर्च हुई। 10 शॉपिंग ट्रॉली के हैंडल पर सेंसर लगाए गए। पार्टिसिपेंट्स से इन्हें एक मिनट तक पकड़ने के लिए कहा गया। इसमें पाया गया कि सेंसर में नॉर्मल हार्ट बीट वाले लोगों के लिए ग्रीन लाइट जली। वहीं, एबनॉर्मल हार्ट बीट वालों के लिए रेड लाइट जली। 4 तरह के आर्टियल फिब्रिलेशन ये खबरें भी पढ़ें... मां बनने में मदद करेगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: सॉफ्टवेयर IVF ट्रीटमेंट के दौरान सबसे अच्छे भ्रूण की पहचान करेगा, इससे प्रेग्नेंसी का चांस 30% ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जल्द मां बनने में मदद करेगा। इजराइल की एक कंपनी ने ऐसा AI सॉफ्टवेयर बनाया है जो IVF ट्रीटमेंट के दौरान सबसे आशाजनक या अच्छे भ्रूण का पता लगाएगा। इससे IVF ट्रीटमेंट की सफलता की संभावना 30% बढ़ जाएगी। पढ़ें पूरी खबर... नई खोज- वायरस को CARD-8 सेंसर पहचानता है: यह रोग फैलने की प्रोसेस समझता है, फिर इम्यून सिस्टम उससे लड़ने का प्लान बनाता है इम्यून सिस्टम हमें कोविड-19 जैसी कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि इम्यून सिस्टम काम कैसे करता है। इसके पीछे CARD-8 नाम का सेंसर है। ये इम्यून सिस्टम के लिए काफी अहम है। CARD-8 इंफेक्शन या वायरस का पता लगाने और इससे लड़ने में इम्यून सिस्टम की मदद करता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुई रिसर्च में इसका खुलासा हुआ है। पढ़ें पूरी खबर...
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65 से कम उम्र वालों के लिए अमेरिकी एक्सपर्ट्स की नई गाइडलाइंस, लक्षण दिखते ही स्क्रीनिंग जरूरी
Anxiety Disorder - [Causes, Symptoms And Treatment]. All You Need To Know. कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में एंग्जायटी और डिप्रेशन के मामले 25% बढ़े हैं. ये दावा WHO की एक रिपोर्ट में किया गया है
कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में एंग्जायटी और डिप्रेशन के मामले 25% बढ़े हैं। ये दावा WHO की एक रिपोर्ट में किया गया है। इस खतरनाक ट्रेंड के बीच अमेरिकी मेडिकल एक्सपर्ट्स की टास्क फोर्स(US Preventive Services Task Force) ने 65 साल की उम्र तक के सभी लोगों को एंग्जायटी टेस्ट कराने की सलाह दी है। इंडिया में भी कोरोना और लॉकडाउन के बाद से मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स में इजाफा हुआ है। साल 2020 की एक स्टडी में पता चला कि इंडिया के 88% लोगों ने किसी न किसी तरह से एंग्जायटी झेली। आज स्पॉटलाइट में जानेंगे, आपको कब समझ लेना चाहिए कि एंग्जायटी अलार्मिंग कंडिशन में पहुंच गई है? इसे इग्नोर करने से आप किस तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं? ऊपर दिए गए फोटो पर क्लिक करें और देखें वीडियो...
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ढाई करोड़ रुपए ठगने का आरोप; चेक बाउंस मामले में अगली सुनवाई 7 अगस्त को
चर्चित अभिनेत्री अमिषा पटेल पर रांची सिविल कोर्ट में चेक बाउंस से संबंधित केस चल रहा है। इस मामले की आज सुनवाई हुई। सिविल कोर्ट में ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट डी एन शुक्ला की कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां प्रार्थी अजय कुमार सिंह की ओर से कोर्ट
अभिनेत्री अमीषा पटेल पर रांची सिविल कोर्ट में चेक बाउंस मामले में 500 रुपए जुर्माना लगाया गया है। मामले में अगली सुनवाई 7 अगस्त को होगी। अमीषा पटेल पर फिल्म "देसी मैजिक" बनाने के नाम पर अजय सिंह से ढाई करोड़ रुपए ठगने का आरोप है। आरोप लगाने वाले अजय कुमार सिंह की ओर से कंपनी के मैनेजर टिंकू सिंह कोर्ट में गवाह के तौर पर पेश हुए। लेकिन उनसे अमीषा पटेल के वकील ने क्रॉस एग्जामिनेशन नहीं किया। अमीषा पटेल के वकील टाइम पिटीशन दे रहे थे। इसी वजह से कोर्ट ने जुर्माना लगाया है। सिविल कोर्ट में ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट डी एन शुक्ला की कोर्ट में सुनवाई हुई। अमीषा पटेल पहले भी दो बार कोर्ट में पेश हो चुकी हैं। अगली तारीख मांग रहे थे अमीषा पटेल के वकील अमीषा पटेल के वकील जयप्रकाश कोर्ट से अगली तारीख की मांग कर रहे थे। उन्होंने कोर्ट में कहा कि उन्हें सर्टिफाइड कॉपी की जरूरत है, लिहाजा सुनवाई के लिए अगली तारीख तय कर दी जाए। दूसरी तरफ कोर्ट में अजय सिंह की ओर से गवाह मौजूद थे। गवाह से क्रॉस एग्जामिन के लिए कोर्ट ने 7 अगस्त की तारीख तय कर दी। अमीषा पटेल पर ढाई करोड़ रुपए ठगने का आरोप अमीषा पटेल पर फिल्म देसी मैजिक बनाने के नाम पर अजय सिंह से ढाई करोड रुपए ठगने का आरोप है। अजय का कहना है- दोनों के बीच जो कांट्रैक्ट हुआ था, उसके अनुसार जब फिल्म जून 2018 में रिलीज नहीं हुई तो अमीषा से अजय ने पैसे वापस मांगे। काफी टालमटोल के बाद अक्टूबर 2018 में ढाई करोड़ एवं 50 लाख रुपए के दो चेक दिए गए, जो बाउंस हो गए। इसके बाद अजय सिंह ने रांची सिविल कोर्ट में केस किया है। 23 साल बाद रिलीज होगा गदर का दूसरा पार्ट सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म गदर साल 2001 में रिलीज हुई थी। यह उस समय की सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी। फिल्म ने तब ढाई सौ करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया था। अब 23 साल बाद 11 अगस्त को ‘गदर 2’ रिलीज हो रही है। फिल्म के मेकर्स ने पिछले दिनों मोशन पोस्टर रिलीज किया था। पोस्टर में सनी और उत्कर्ष शर्मा बॉर्डर पर दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म में सनी देओल-तारा सिंह, अमीषा पटेल- सकीना और उत्कर्ष- उनके बेटे जीत के रोल में नजर आएंगे।
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हिजबुल और जैश के लिए काम करता था, दो साथी भी अरेस्ट
Terror recruitment module busted in J-K's Kulgam, PhD scholar arrested, जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकी भर्ती मॉड्यूल पकड़ा गया है। मामले में पुलिस ने पीएचडी स्कॉलर डाॅ. रुबानी बशीर को गिरफ्तार किया है।
जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में पुलिस ने आतंकी भर्ती मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। मामले में एक पीएचडी स्कॉलर डाॅ. रुबानी बशीर को अरेस्ट किया गया था। साथ ही उसके दो साथियों को भी पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि रुबानी आतंकी संगठन जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। वो कश्मीर में युवाओं को पैसे का लालच देकर आतंकवादी बनाता था। कश्मीर में दूसरे नाम से चला रहा था आतंकी गतिविधि रुबानी बशीर केंद्रीय विश्वविद्यालय कश्मीर का पीएचडी स्कॉलर है। वो डाॅ. सबील से इलाके में आतंकी गतिविधियां चला रहा था। वो आतंकियों के लिए फंडिंग की व्यवस्था करता था और उनके खाने पीने के लिए सामान भी मुहैया कराता था। एक गाड़ी के जरिए पुलिस ने आतंकी को अरेस्ट किया SSP कुलगाम साहिल ने कहा कि पुलिस इनपुट के आधार पर उस व्यक्ति की तलाश कर रही थी, जिसका कोड नाम डॉक्टर था। इसके लिए एक टीम भी गठित की गई थी। जांच के दौरान एक गाड़ी को पकड़ा गया। जब इसकी खोजबीन की गई तो पता चला कि इसका उपयोग अशमुजी कुलगाम के दिवंगत बशीर अहमद डार के बेटे डॉक्टर रूबानी बशीर की तरफ से किया जा रहा था। पुलिस ने उसे तुंरत अरेस्ट किया। पूछताछ में उसने बताया कि उसका कोड नाम डॉ. सबील है। उसने कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय में असिटेंट प्रोफेसर की नौकरी के लिए आवेदन भी किया था। बचपन से ही आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा था पुलिस ने बताया कि यह आतंकी बचपन से ही आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़ गया था। वो 14 साल तक इस्लामिक जमात उल तुलभा के छात्र विंग (IJT) का मेंबर रहा। वो पर्दे के पीछे रहकर हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी संगठनों के लिए काम करता था। कश्मीर के युवाओं को पैसे का लालच देकर आतंकी संगठन में भर्ती करवाया था। मामले से जुड़ी दैनिक भास्कर की ये खबरें भी पढ़ें ... जम्मू-कश्मीर में LoC के पास दो आतंकी ढेर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में LoC के पास सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। आतंकियों के पास से चार AK-47 राइफल और 6 हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद BSF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जॉइंट सर्च ऑपरेशन चलाया। पूरी खबर पढ़ें ... कुपवाड़ा में 5 विदेशी आतंकी मारे गए, सेना ने एनकाउंटर में मार गिराया जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना ने एनकाउंटर में 5 विदेशी आतंकियों को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने बताया था कि आतंकियों की जानकारी मिली थी। सर्च ऑपरेशन चलाकर सभी को मार गिराया गया। कुपवाड़ा सेक्टर में इस साल घुसपैठ की यह पहली बड़ी कोशिश थी। पूरी खबर पढ़ें... राजौरी में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एक आतंकी मारा गया​ ​​​​जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया। डसाल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। पूरी खबर पढ़ें...
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RIL से अलग होने के बाद बदला नाम, जल्द लिस्टेड होगी कंपनी
रिलायंस स्ट्रेटेजिक इंवेस्टमेंट्स का नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) कर दिया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए इसकी जानकारी दी है।
रिलायंस स्ट्रेटेजिक इंवेस्टमेंट्स का नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) कर दिया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए इसकी जानकारी दी है। RIL से रिलायंस स्ट्रेटेजिक इंवेस्टमेंट्स के सफल डीमर्जर के बाद मुकेश अंबानी के इस फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस के नाम में बदलाव किया गया है। नाम में बदलाव 25 जुलाई से प्रभावी हो गया है। कंपनी के नाम में ये बदलाव नए स्टॉक की लिस्टिंग से पहले देखने को मिला है। 20 जुलाई को RIL से अलग हुई थी कंपनी RIL का फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस 'जियो फाइनेंशियल सर्विसेज' 20 जुलाई को अपनी मूल कंपनी से अलग हो गया था। डीमर्जर के बाद प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के तहत जियो फाइनेंशियल के शेयर का भाव 261.85 रुपए तय हुआ। JFSL का भाव तय करने के लिए आज एक घंटे के लिए RIL के शेयर के लिए स्पेशल ट्रेडिंग सेशन रखा गया था। सुबह 9 बजे से 10 बजे तक रखे गए इस सेशन में ऑर्डर लगाया जा सकता था। इसे मॉडिफाई और कैंसिल भी कर सकते थे। रिलायंस के शेयर पर सबसे ज्यादा ऑर्डर जिस रेट पर आए उस हिसाब से जियो फाइनेंशियल का रेट तय हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज NSE पर सुबह 10 बजे 2,580 रुपए प्रति शेयर पर सेटल हुआ, जो कल 2,841.85 प्रति शेयर पर था। इसी हिसाब से जियो फाइनेंशियल का रेट तय हुआ है। 2,841.85 रुपए में से 2,580 घटाने पर होता है 261.85 रुपए। डीमर्जर के बाद रिलायंस के शेयर 1.50% से ज्यादा चढ़कर 2620 रुपए के करीब ट्रेड कर रहे थे। अगले 2-3 महीने में लिस्ट हो सकता है शेयर जियो फाइनेंशियल को आज प्रमुख इंडेक्स में शामिल किया गया है, लेकिन लिस्टिंग तक इस शेयर में ट्रेडिंग नहीं होगी। अगले दो से तीन महीने में इस शेयर की लिस्टिंग हो सकती है। डीमर्जर ​​​के बाद​​ ​​यह रिलायंस की नई इंडिविजुअल कंपनी बन गई है, जिसके MD और CEO हितेश कुमार सेठी होंगे। इससे पहले इस कंपनी का नाम 'स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड' था। RIL के 100 शेयर हैं तो JFSL के 100 शेयर मिलेंगे 19 जुलाई को कारोबारी दिन के अंत में जिन-जिन शेयरहोल्डर्स के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर्स थे उन्हें 1:1 के रेश्यो में JFSL यानी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर मिलेंगे। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास RIL के 100 शेयर हैं, तो आपको JFSL के 100 शेयर दिए जाएंगे, लेकिन आप स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होने की तारीख तक JFSL शेयरों में ट्रेड नहीं कर सकते। कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का प्लान जियो फाइनेंशियल का प्लान कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का है। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की दिग्गज कंपनी मैक्वेरी ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को मार्केट ग्रोथ के मामले में पेटीएम और अन्य फिनटेक कंपनियों के लिए एक बड़ा खतरा बताया था। पिछले साल मुकेश अंबानी ने किया था ऐलान पिछले साल मुकेश अंबानी ने जियो फाइनेंशियल को एक अलग यूनिट बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने इस बात की घोषणा करते हुए कहा था कि जियो फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी बेस्ड बिजनेस होगा, जो देशभर में डिजिटल तरीके से फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स ऑफर करेगा। रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में 6 कंपनियां इस साल पहले क्वार्टर में RIL का नेट प्रॉफिट ₹16,011 करोड़ कंपनी ने 21 जुलाई को Q1FY24 यानी इस साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के रिजल्ट्स अनाउंस किए थे। कंपनी का नेट प्रॉफिट 16,011 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 17,955 करोड़ रुपए था। यानी इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 11% गिरावट आई है। रिजल्ट के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने निवेशकों के लिए 9 रुपए प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान भी किया है। पिछली तिमाही यानी Q4FY23 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 19,299 करोड़ रुपए रहा था।
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कांगपोकपी में भीड़ ने सुरक्षाबलों की दो बसें जलाईं; कोई हताहत नहीं
Manipur-Myanmar violence latest news मणिपुर में म्यामांर बॉर्डर के करीब मोरे में घरों में आगजनी और फायरिंग हुई। इंडीजिनस ट्राइबल्स लीडर्स फोरम ने यह जानकारी दी है।  कांगपोकपी जिले में भीड़ ने सुरक्षाबलों की दो बसें जला दीं
मणिपुर में म्यामांर बॉर्डर के करीब मोरे गांव के घरों में आगजनी और फायरिंग हुई। यह इंडिजिनस ट्राइबल्स लीडर्स फोरम ने यह जानकारी दी है। मोरे गांव म्यांमार बॉर्डर से लगा हुआ है। इसमें गांव में कुकी और मैतेई दोनों समुदायों के लोग रहते हैं। हालांकि, कुकी लोगों की संख्या ज्यादा है। वहीं, कांगपोकपी जिले में भीड़ ने सुरक्षाबलों की दो बसें जला दीं। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम को दो बसें दीमापुर से आ रही थीं। भीड़ ने उन्हें रोका और चेक किया कि उनमें विरोधी समुदाय के लोग तो नहीं हैं। इस बीच बसों में आग लगा दी गई। घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। इधर, कुछ आदिवासी स्टूडेंट्स ने मणिपुर यूनिवर्सिटी पर पहाड़ी इलाकों के छात्रों के बिना क्लासेस संचालित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके विरोध में गुरुवार को लमका गवर्नमेंट कॉलेज में आंदोलन करने की बात कही है। इधर, मणिपुर पुलिस ने कहा- सेना की बसें जलाने के आरोप में एक नाबालिग समेत 9 लोगों को अरेस्ट किया गया है। महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के वायरल वीडियो वाले मामले में अब तक 07 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। मोरेह में भी आगजनी-हिंसा, कई घायल मोरेह में बुधवार सुबह से कई घरों में आगजनी की गई। भीड़ ने खाली घरों को आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। मोरेह म्यामांर बॉर्डर से लगने वाला इलाका है। यहां कुकी बहुल आबादी है, लेकिन मैतेई भी अच्छी तादाद में रहते आए हैं। बताया जा रहा है कि कुकी लोगों ने खाली मैतेई घरों में आग लगाई है। हिंसा में कई लोगों के घायल होने की खबर है। हालात काबू करने के लिए असम पुलिस, मोरेह पुलिस, सीडीओ और बीएसएफ तैनात है। मणिपुर गैंगरेप पर अमेरिका बोला- घटना डरावनी और चौंकाने वाली मणिपुर में 2 महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप के मामले में अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका से इस मामले को डरावना और चौंकाने वाला बताया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा- हम घटना में पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदनाए जताते हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए भारत सरकार की कोशिशों का समर्थन करते हैं। पूरी खबर पढ़ें... मिजोरम में कुकी समुदाय के समर्थन में रैली मंगलवार को मिजोरम में कुकी समुदाय के समर्थन में रैली निकाली गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। इसके समर्थन में ट्रांसपोर्ट सर्विस बंद की गई और मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने सरकारी दफ्तरों को भी बंद रखने का आदेश दिया। लोगों ने मणिपुर के लोगों के लिए कपड़े भी डोनेट किए। महाराष्ट्र से मणिपुर को प्याज भेजी गई सेंट्रल रेलवे ने महाराष्ट्र के नासिक से 6 वैगन प्याज मणिपुर भेजी है। मणिपुर में जातीय हिंसा के चलते लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ गया है, इसकी वजह से राज्य में जरूरी चीजों की कमी हो गई है। इसी के चलते सेंट्रल रेलवे ने मदद करने का फैसला किया। इससे पहले 23 जुलाई (रविवार) को नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने राज्य ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की मदद से जरूरी सामान लेकर पहली मालगाड़ी मणिपुर पहुंचाई थी। वुमन कमीशन की टीम मणिपुर पहुंची, रेप पीड़ितों से मिलेगी राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम मंगलवार को मणिपुर पहुंची। वह यहां मैतेई और कुकी समुदाय की रेप पीड़िताओं से मुलाकात करेगी। इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार को चुराचांदपुर में वायरल वीडियो के सर्वाइवर्स के रिश्तेदारों से मुलाकात की थी। पूर्वोत्तर राज्यों में मणिपुर हिंसा का असर मणिपुर की हिंसा के बाद पूर्वोत्तर के अन्य राज्य भी जातीय हिंसा की चपेट में आ गए हैं। अब असम और मणिपुर के छात्र संघ ने मिजो लोगों को असम की बराक घाटी छोड़ने की नसीहत दी है। इससे दो दिन पहले मिजो संगठनों ने मैतेइयों को मिजोरम छोड़ने का अल्टीमेटम जारी किया था। डर के कारण अब तक मैतेई समुदाय के 568 लोग मिजोरम छोड़कर इंफाल आ गए हैं। इसमें ज्यादातर स्टूडेंट और प्रशासन से जुड़े लोग हैं। 4 पॉइंट्स में जानिए क्या है मणिपुर हिंसा की वजह... मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतेई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इम्फाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं। कैसे शुरू हुआ विवाद: मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। मैतेई का तर्क क्या है: मैतेई जनजाति वाले मानते हैं कि सालों पहले उनके राजाओं ने म्यांमार से कुकी काे युद्ध लड़ने के लिए बुलाया था। उसके बाद ये स्थायी निवासी हो गए। इन लोगों ने रोजगार के लिए जंगल काटे और अफीम की खेती करने लगे। इससे मणिपुर ड्रग तस्करी का ट्राएंगल बन गया है। यह सब खुलेआम हो रहा है। इन्होंने नगा लोगों से लड़ने के लिए आर्म्स ग्रुप बनाया। नगा-कुकी विरोध में क्यों हैं: बाकी दोनों जनजाति मैतेई समुदाय को आरक्षण देने के विरोध में हैं। इनका कहना है कि राज्य की 60 में से 40 विधानसभा सीट पहले से मैतेई बहुल इंफाल घाटी में हैं। ऐसे में ST वर्ग में मैतेई को आरक्षण मिलने से उनके अधिकारों का बंटवारा होगा। सियासी समीकरण क्या हैं: मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 विधायक मैतेई और 20 विधायक नगा-कुकी जनजाति से हैं। अब तक 12 CM में से दो ही जनजाति से रहे हैं। मणिपुर हिंसा से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें... ‘कुकी नजर आया तो गोली मार दूंगा’...पार्ट-1: मणिपुर के गांवों में बनीं विलेज फोर्स, बूढ़े-जवान राइफल लेकर बंकर में तैनात 29 जून की सुबह थी, हम होटल से इंफाल एयरपोर्ट के लिए निकल रहे थे। फोन बजा, कॉल एन बोबी सिंह का था। वे शायद दौड़कर कहीं जा रहे थे, हांफती आवाज में कहने लगे, ‘कुकी मिलिटेंट ने हमला कर दिया है, बंदूक लेकर मैं भी जा रहा हूं।’ फिर फोन डिस्कनेक्ट हो गया। पढ़ें पूरी खबर... कुकी के बंकर में हैंडमेड M17 मशीनगन...पार्ट-2: कमांडर बोला- मैतेई मिलिटेंट के लिए बनाए, CM हमारे बारे में झूठ बोलना बंद करें मणिपुर के कांगपोपकी जिले में है साइकुल कस्बा। 26 जून को जब हम यहां पहुंचे, तो इलाके के लोकल कुकी लीडर हमें इंफाल बॉर्डर पर मौजूद बंकर दिखाने ले गए। रास्ते में लगातार बंदूक लटकाकर घूमते लोग मिलते रहे। बंकर, बंदूकें, लड़ाके सब कुछ बिल्कुल मैतेई आबादी वाले सिंगदा गांव जैसे थे, जहां हम साइकुल आने से पहले गए थे। पढ़ें पूरी खबर... मैतेई लड़ाकों के लीडर बोले- कुकी मणिपुर के नहीं...पार्ट-3: इंफाल में दंगे हुए तो मेरे लोग ग्राउंड पर थे, वे लड़े भी ‘कुकी बाहर से आए हैं, वे म्यांमार से आकर यहां बसे हैं। ये जमीन हमारी है, मणिपुर के मूल निवासी मैतेई हैं। पहले कुकी के 3 विधायक थे, अब 10 हैं। ये ऐसे ही सब जगह घुस रहे हैं, कब्जा कर रहे हैं, नहीं रोका तो कर लेंगे।’ यह कहना है मैतेई लिपुन संगठन के लीडर प्रमोद सिंह का। इसे मैतेई राष्ट्रवाद भी कहा जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें... मणिपुर में स्कूल और खेत खाली, टूरिज्म ठप...पार्ट-4: किसानों की सुरक्षा में जवान; बंकर, हथियार, हिंसा के बीच बच्चे पढ़ने कैसे जाएं मणिपुर में हिंसा शुरू हुए ढाई महीने से ज्यादा हो चुके हैं। जल चुके 120 से ज्यादा गांव, 3,500 घर, 220 चर्च और 15 मंदिर हिंसा की निशानी के तौर पर खड़े हैं। इस तबाही में खाली स्कूल और खेत भी जुड़ चुके हैं। अब स्कूलों के खुलने का वक्त है और खेतों में बुआई का। पूरी खबर पढ़ें...
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42 लोगों की मौत, 1147 घरों को नुकसान, 159 राहत शिविरों में रहे रहे लोग
Punjab Monsoon Rainfall Tracker Update; पंजाब मौसम विभाग ने आज पूरे राज्य में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। वहीं लोगों के लिए सतर्क रहने की चेतावनी है।
बेशक अभी तक पंजाब को केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित राज्य घोषित नहीं किया है, लेकिन यहां पर नुकसान बाढ़ प्रभावित घोषित पड़ोसी राज्य हरियाणा से कहीं ज्यादा है। पंजाब में अब भी 19 जिलों के 1472 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं, जबकि राज्य में 42 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उफनती नदियों में अपना घरबार गंवा चुके 1478 लोग सरकार के बनाए हुए 159 राहत शिविरों में रह रहे हैं। यह तो वह आंकड़ा है जो सरकार ने अपने स्तर पर इकट्ठा किया है, लेकिन धरातल पर जमीनी हकीकत यह है कि राज्य में नुकसान इससे भी कहीं ज्यादा है। राज्य में बहुत सारे गांव और स्थान ऐसे हैं जहां पर राहत तो दूर अभी तक कोई अधिकारी भी नहीं पहुंचा है। अब थोड़ा से मौसम सुधरने पर जनजीवन सामान्य होने लगा था, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी ने लोगों को फिर से डरा दिया है। यलो अलर्ट के बावजूद कई स्थानों पर नहीं हुई बारिश पंजाब मौसम विभाग ने आज हालांकि पूरे राज्य में भारी बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया था। लेकिन बहुत सारे स्थानों पर आज बारिश नहीं हुई। दिनभर आसमान पर बादल तो छाए रहे लेकिन बरसे नहीं।मैसम विभाग ने पंजाब के तीनों क्षेत्रों दोआबा-माझा और मालवा में होगी। मौसम पश्चिमी मालवा के जिलों फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, बठिंडा, फाजिल्का और मोगा को छोड़कर कल भी यलो अलर्ट जारी किया है। नवांशहर में सतलुज का जलस्तर बढ़ने से फसल डूबी हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश फिर शुरू होने के कारण सतलुज दरिया में भी अब पानी का जल स्तर बढ़ना शुरू हो गया है,जिसका असर नवांशहर के गांव औलियापुर में आज देखने को मिल रहा है।पानी खेतों में भरना शुरू हो गया है। एक तरफ लेबर बांध को पक्का करने में लगी हुई है और दूसरी ओर पानी का बहाव तेज हो गया है। जैसे जैसे पीछे से पानी आ रहा है वैसे वैसे ही उसको आगे छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण नवांशहर से गुजरने वाला सतलुज दरिया का जलस्तर बढ़ गया है। वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि पानी बढ़ने से खेतों के पास मिट्टी का कटाव होना शुरू हो गया है। गांव औलियापुर, खोजा बेट में पानी के कारण खेतों में कटाव से किसानों का भारी नुकसान हुआ है। उनके खेतों में खड़ी फसल के साथ पेड़ भी पानी में बह गएष मिट्टी की बोरियां भरकर खेतों के आसपास लगाकर कटाव रोक रहे हैं। 27286 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया पंजाब सरकार ने जो आंकड़े दिए हैं उनके अनुसार 27286 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। पटियाला में 14296, रूपनगर में 2200, मोगा में 250, लुधियाना में 300, एसएएस नगर में 1400, एसबीएस नगर में 200, फतेहगढ़ साहिब में 600, तरनतारन में 241, जालंधर में 670, कपूरथला में 380, फ़िरोज़पुर में 5400, संगरूर में 263, फाजिल्का में 17 और मानसा जिले में 1069 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पंजाब के जो 19 जिले बाढ़ प्रभावित हैं उनमें तरनतारन, फ़िरोज़पुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होश्यारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एस.ए.एस.नगर, जालंधर, संगरूर, एस.बी.एस. नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मानसा, पठानकोट और बठिंडा शामिल हैं। इन जिलों के 1472 गांव-खेत बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। बाढ़ से 377 घर पूरी तरह जबकि 770 घर अंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं। बाढ़ से पटियाला में हुई सबसे ज्यादा मौतें राजस्व विभाग द्वारा अलग- अलग जिलों से प्राप्त रिपोर्टों अनुसार राज्य में बाढ़ कारण कुल 42 लोगों की मौत हुई हैष पटियाला में सबसे ज्यादा 1-लोगों की बाढ़ में बहने-डूबने से मौतें हुई हैं। इसके अलावा रूपनगर में 3, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर और एसबीएस नगर में 2 -2, एसएएस नगर में 8, फरीदकोट और जालंधर में 3-3, संगरूर में 4, फ़िरोज़पुर, मोगा, फाजिल्का, बठिंडा और लुधियाना में 1 -1 व्यक्ति की मौत हुई है। बाढ़ में 19 व्यक्ति घायल भी हुए हैं। 425 रैपिड रिस्पांस टीमें, 194 मैडीकल कैंप पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 425 रैपिड रिस्पांस टीमें काम कर रही है। इसके इलावा स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में 194 मैडीकल कैंप लगाए हुए हैं। इनमें मरीजों को सारी दवाइयां और इलाज दिया जा रहा है। इसी तरह से पशुओं की देखभाल के लिए भी पशु पालन विभाग जुटा हुआ है। राज्य में कुल 1450 पशुओं का इलाज किया गया ,जबकि 1210 पशुओं का टीकाकरण किया गया। भाखड़ा में जलस्तर स्थिर, पौंग से छोड़ा 39602 क्यूसेक पानी बांधों में जलस्तर को कंट्रोल करने के लिए लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। भाखड़ा बांध में हालांकि मंगलवार को जलस्तर नहीं बढ़ा लेकिन बुधवार को भाखड़ा में जलस्तर 1657 पर पहुंच गया। यहां पर डेंजर पॉइंट 1680 फीट है, जो सिर्फ 23 फीट नीचे हैं। बांध में 33479 क्यूसेक पानी पीछे से आ रहा है। प्रबंधन ने डैम की सारी टरबाइन चलाकर 42036 क्यूसेक पानी को छोड़ रहा है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधक बोर्ड के ही पौंग डैम में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ब्यास नदी पर बने इस डैम में जलस्तर 1677 फीट पर है। इस बांध की कैपेसिटी 1430 फीट की है, लेकिन पानी के फ्लो को देखते हुए 1690 पर पूरे गेट खोल दिए जाते हैं। प्रबंधन ने फिलहाल थोड़े से गेट खोले हैं और सारी टरबाइन चला दी हैं, जिसके माध्यम से 39602 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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IT मिनिस्टर रोहन खनुटे बोले- इससे लोगों तक सरकारी सेवाएं आसानी से पहुंचेंगी
Goa Government To Launch AI Chatbots To Interact With Citizens: Minister, गोवा विधानसभा में मंगलवार को सूचना प्रसारण मंत्री रोहन खनुटे ने सरकारी विभागों में आर्टीफिशिएल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट लॉन्च करने की बात कही है।
गोवा विधानसभा में मंगलवार को सूचना प्रसारण मंत्री रोहन खनुटे ने सरकारी विभागों में आर्टीफिशिएल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट लॉन्च करने की बात कही है। ऐसा करने से आसानी से जनता को सर्विस दी जा सकेगी और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सकेगा। इसके साथ ही खनुटे ने राज्य के तटवर्ती गांवों में फ्री वाई-फाई सुविधाएं देने की बात कही। शुरूआती चरण में चैटबॉट् कुछ ही विभागों में लागू होगा मंत्री रोहन खनुटे ने कहा कि शुरुआती चरण में एआई चैटबॉट कुछ ही विभागों में शुरू होगा। जिसमें पर्यटन, जन शिकायत और गोवा ऑनलाइन शामिल होंगे। अपने भाषण के दौरान IT मिनिस्टर ने वर्केशन गोवा को आगे बढ़ाने की बात कही। जहां आराम और वैकेशन के कल्चर को प्रमोट करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह हमारे विजन 4 S-सी, सन, सेंड और सॉफ्टवेयर को आगे बढ़ाएगा। केंद्र की e-District में योगदान मंत्री ने कहा गोवा अब केंद्र के e-District में मिशन प्रोजेक्ट में योगदान दे रहा है। राज्य के 35 विभाग ऑनलाइन वेबसाइट में ट्रांसफर हो चुके है। इसमें 227 तरह की वेबसाइट जनता को सेवाएं दे रही हैं। इसके 6 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स है। साथ ही 407 गांव इंटरप्रेन्योर की श्रेणी में आए हैं। केंद्र सरकार ने गोवा के लिए 30 करोड़ की रकम दी है। इससे टूरिज्म, लेबर, प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभागों के दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन होगा। AI जुड़ी दैनिक भास्कर और खबरें पढ़े... डॉक्टर चैटबॉट्स से बीमारी के बारे में पूछ रहे, एक्सपर्ट बोले- इनका इस्तेमाल समझदारी से हो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल इन दिनों होमवर्क से लेकर आवेदन करने और इलाज तक में हो रहा है। पर इसके साथ समस्या यह है कि यह गलत सुझाव भी दे सकता है। इसके फायदे-नुकसान जानने के लिए बोस्टन के बेथ इजरायल डेकोनेस मेडिकल सेंटर ने एक प्रयोग किया। पूरी खबर पढ़े... डॉ. आरती प्रभाकर ने कहा- AI पर अमेरिका के साथ आए भारत अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की विज्ञान सलाहकार डॉ. आरती प्रभाकर ने बताया कि अमेरिका और भारत एक जैसा सोचते है। उन्होंने कहा- दोनों देशों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI पर साथ काम करना चाहिए। पूरी खबर पढ़े...
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सिंधु को पहले राउंड में मिली हार, लक्ष्य सेन और सात्विक-चिराग की जोड़ी ने दूसरे राउंड में बनाई जगह
दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु जापान ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहले राउंड में बाहर हो चुकी है। वहीं मेंस सिंगल्स में लक्ष्य सेन और मेंस डबल्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी दूसरे राउंड में पहुंच गए हैं। सिंधु को चीन की झांग यी मान
दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु जापान ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में पहले राउंड में बाहर हो चुकी है। वहीं मेंस सिंगल्स में लक्ष्य सेन और मेंस डबल्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी दूसरे राउंड में पहुंच गए हैं। सिंधु को चीन की झांग यी मान ने टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया सिंधु को पहले राउंड चीन की झांग यी मान ने 21-12, 21-13 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। यह मुकाबला 32 मिनट तक चला। झांग यी मान ने दोनों गेम आसानी से जीत लिए। इससे पहले आयोजित कोरिया ओपन 2023 में भी उन्हें पहले राउंड में ही हार का सामना करना पड़ा था। सात्विक-चिराग की जोड़ी ने जीता पहला मुकाबला बैडमिंटन वर्ल्ड रैंकिंग में मेंस डबल्स के दूसरे रैंक पर काबिज सात्विक साइराज रंकीरेड्‌डी और चिराग शेट्‌टी ने पुरुषों के डबल्स में इंडोनेशिया की जोड़ी लियो रोली कर्नांडो और डेनियल मार्टिन को 21-16, 11-21, 21-13 से हराकर पहला मुकाबला अपने नाम किया। यह गेम करीब 56 मिनट तक चली। सात्विक साइराज रंकीरेड्‌डी और चिराग शेट्‌टी ने इससे पहले कनाडा ओपन अपने नाम किया। मेंस सिंगल्स के टॉप-16 में लक्ष्य सेन ने बनाई जगह वहीं मेस सिंगल्स में कनाडा ओपन 2023 के चैंपियन लक्ष्य सेन ने हमवतन प्रियांशु राजावत को 21-15, 12-21, 24-22 से हराकर टूर्नामेंट के अगले दौर में पहुंचे। वहीं एक अन्य मुकाबले मिथुन मंजुनाथ को चीन के वेंग होंग यांग से हार का सामना करना पड़ा। जापान ओपन का असर पेरिस ओलिंपिक के क्वालिफाइंग रैंकिंग पर पड़ेगा जापान ओपन का असर पेरिस ओलिंपिक के क्वालिफाइंग रैंकिंग पर पड़ सकता है। जापान ओपन के रिजल्ट को पेरिस ओलिंपिक के क्वालिफाइंग राउंड 2024 की रैंकिंग में गिने जाएंगे। बैडमिंटन के लिए क्वालिफ़िकेशन विंडो इस साल 1 मई से शुरू हो चुकी है।
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लोकसभा स्पीकर बोले- सभी दलों से बातचीत के बाद बहस का वक्त तय करेंगे
Parliament Monsoon Session 2023 Update. Follow Lok Sabha Rajya Sabha Session Live News, Debates Reports And Latest Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर) . संसद के मानसून सत्र का आज पांचवां दिन है। विपक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को यह जानकारी दी थी।
लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे। हालांकि विपक्ष नारेबाजी करते हुए PM मोदी की मौजूदगी की मांग करने लगे। इसके बाद लोकसभा 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्रवाई शुरू होने पर वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक पारित हुआ। हालांकि विपक्ष के हंगामे के चलते इसे गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट राज्यसभा में दोबारा कार्रवाई शुरू हुई। लेकिन विपक्षी सांसद लगातार वी वॉन्ट जस्टिस, PM मोदी जवाब दो... के नारे लगाते रहे। बाद में इसे दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। दोपहर 2 बजे जब कार्रवाई शुरू हुई तो विपक्ष ने लगातार दूसरे दिन सदन से वॉकआउट कर दिया। हालांकि, सदन में कुछ विधेयक पास होने के बाद कार्रवाई 27 जुलाई तक स्थगित कर दी गई। मोदी की भविष्यवाणी वाला 2018 का बयान वायरल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भविष्यवाणी पीएम मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी। दरअसल, 2018 में जब संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, तब लोकसभा में जवाब देते हुए PM मोदी ने कहा था, "मैं आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि आपको 2023 में फिर से अविश्वास लाने का मौका मिले।" अविश्वास प्रस्ताव पर सांसदों के बयान.... संसद के मानसून सत्र से जुड़ी तस्वीरें... अविश्वास प्रस्ताव से जुड़ी वे बातें जो आप जानना चाहते हैं.... 1. अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे विपक्ष का मकसद क्या है विपक्ष जानता है कि सरकार सदन में आसानी से बहुमत साबित कर देगी, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री का भाषण भी होगा। यानी बहस के दौरान मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरकर वे धारणा की लड़ाई जीत लेंगे। हालांकि, सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर की स्थिति पर बहस का जवाब देंगे। 2. प्रस्ताव को 50 सांसदों ने समर्थन दिया, ये आंकड़ा जरूरी था कांग्रेस जो अविश्वास प्रस्ताव लाई, उसे 50 सांसदों का समर्थन मिला। यह आंकड़ा रूल्स ऑफ प्रोसीजर एंड कंडक्ट ऑफ लोकसभा के रूल 198 के तहत आता है। इसके पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले को सुबह 10 बजे लिखित सूचना देनी होती है। जिसे अध्यक्ष सदन में पढ़ते हैं। समर्थन मिलने के बाद अध्यक्ष बहस की तारीख बताते हैं। यानी प्रस्ताव स्वीकृत होने के 10 दिन के अंदर बहस होगी। अगर ऐसा नहीं होता, तो प्रस्ताव फेल हो जाता है और इसे लाने वाले सदस्य को इसी सूचना दे दी जाती है। वहीं दूसरी तरफ अगर सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाती तो उसे इस्तीफा देना पड़ता है। 3. लोकसभा में क्या है सरकार की मौजूदा स्थिति लोकसभा में वर्तमान में 543 सीटें हैं। जिनमें से पांच खाली हैं। अभी लोकसभा में NDA के 335 सांसद हैं। जबकि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के 140 से ज्यादा सांसद हैं। वहीं 60 से सांसद उन पार्टियों के हैं जो न तो NDA से जुड़े हैं न I.N.D.I.A से। मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव 20 जुलाई 2018 में आया। तब सरकार को 325, विपक्ष को 126 वोट मिले थे। पहला अविश्वास प्रस्ताव नेहरू सरकार के खिलाफ 1963 में जेबी कृपलानी लाए थे। तब से अब तक 26 बार अविश्वास प्रस्ताव लाए जा चुके हैं। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 बिल लाएगी, सत्र में 17 बैठकें होंगी मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 बिल ला रही है। इनमें 21 नए बिल हैं, वहीं 10 बिल पहले संसद में किसी एक सदन में पेश हो चुके हैं। उन पर चर्चा होगी। सबसे ज्यादा चर्चित बिल दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा अध्यादेश है।
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सिंह राशि के लोगों की गलत बातों की वजह से विवाद हो सकता है, धनु राशि के लोग बदलाव के लिए सकारात्मक रहें
गुरुवार, 27 जुलाई को मेष राशि के लोगों को खुशखबरी मिल सकती है। सिंह राशि के लोगों की गलत बातों की वजह से विवाद हो सकता है, इसलिए सोच-समझकर बात करें, गलत शब्दों का उपयोग न करें। Thursday, 27 July tarot Rashifal, Leo people, Sagittarius horoscope in hindi, Guruwar ka rashifal
गुरुवार, 27 जुलाई को मेष राशि के लोगों को खुशखबरी मिल सकती है। सिंह राशि के लोगों की गलत बातों की वजह से विवाद हो सकता है, इसलिए सोच-समझकर बात करें, गलत शब्दों का उपयोग न करें। धनु राशि के लोग बदलावों को सकारात्मक के साथ अपनाएं। टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से जानिए सभी 12 राशियों के लिए दिन कैसा रह सकता है... मेष - THREE OF CUPS खुशखबरी मिल सकती है। खास व्यक्ति के साथ वक्त बिताने से प्रसन्नता मिलेगी। अटके हुए काम धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे। इस कारण निराशा दूर हो सकती है। परिवार के लोगों के साथ सही तरीके से बातचीत होने से नाराजगी दूर हो सकती है। करियर : अपने काम में गंभीरता रखें और काम की क्वालिटी पर ध्यान दें। लव : रिलेशनशिप के कारण जो तकलीफ हो रही है, वह अचानक दूर होगी। हेल्थ : सेहत में सुधार नजर आएगा। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 7 वृषभ - QUEEN OF PENTACLES पैसों से संबंधित चिंता न करें। जिन कामों में बदलाव की आवश्यकता है, उन पर ध्यान दें। आपके आसपास का वातावरण बदलने की कोशिश करें। घर की सजावट में बदलाव करना या आसपास का वातावरण साफ-सुथरा रखना आपके लिए आवश्यक है। परिवार के जिस व्यक्ति के लिए चिंता हो रही है, उससे बात करनी होगी। जो लोग आपका विरोध कर रहे हैं, उनके साथ संबंध सुधारें। करियर : महिलाओं को काम पर विशेष ध्यान देना होगा। आपकी गलती तकलीफ दे सकती है। लव : पार्टनर के बर्ताव के बारे में जरूरत से अधिक विचार न करें, वर्ना तनाव बढ़ सकता है। हेल्थ : पाचन संबंधी समस्या होने से एसिडिटी बढ़ सकती है। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 4 मिथुन - SEVEN OF WANDS किसी व्यक्ति के सामने अपनी चिंताएं प्रकट करें। अधिकतर बातें आपके सीमित विचार और डर की वजह से ही बिगड़ रही हैं। पुरानी बातों को छोड़कर वर्तमान में जो बातें आपकी अपेक्षा के अनुसार हो रही हैं, उन पर ध्यान दें। भावनात्मक रूप से अगर कोई आपसे जुड़ना चाहता है तो उस व्यक्ति पर ध्यान दें। करियर : करियर संबंधी तनाव रहेगा, लेकिन परिस्थिति में बदलाव करना कठिन होगा। लव : गलत रिलेशनशिप की वजह से तकलीफें बढ़ सकती हैं। हेल्थ : सेहत से जुड़ी समस्या को नजरअंदाज न करें। लकी कलर : हरा लकी नंबर : 1 कर्क - NINE OF PENTACLES परिणामों की चिंता न करके प्रयत्न जारी रखें। अपनी इच्छाशक्ति के बल पर कई लक्ष्य आपने हासिल किए हैं। समय आपकी इच्छा शक्ति और संयम की परीक्षा ले सकता है। प्रगति चाहे जितनी धीमी हो, प्रयत्न में सतर्कता रखें। ध्यान रखें, अचानक परिस्थिति बदलेगी। करियर : पैसों से जुड़े निर्णय लेते समय दूरदृष्टि रखें। लव : रिलेशनशिप से जुड़ी कोई चिंता आपको सता रही है तो धैर्य न छोड़ें। वक्त के अनुसार सही बदलाव नजर आएगा। हेल्थ : आराम न होने से थकान हो सकती है। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 2 सिंह - NINE OF SWORDS पुरानी बातों की वजह से आज पछतावा हो सकता है। यदि पुरानी बातों में बदलाव करना चाहते हैं तो प्रयत्न अवश्य करें या उन्हें भूलकर आगे बढ़ने की कोशिश करें। जाने-अनजाने में बोली गई बातों के कारण किसी से विवाद होने की संभावना है। आपके डर की वजह से गलत निर्णय न लिए जाए, इस बात का ध्यान रखें। करियर : पैसों से संबंधित नुकसान होने की संभावना है। काम करते समय सतर्कता रखें। लव : प्रयत्न करने के बाद भी पार्टनर की नाराजगी दूर न होने से तकलीफ बढ़ सकती है। हेल्थ : तनाव की वजह से नींद की कमी हो सकती है, इसका असर सेहत पर हो सकता है। लकी कलर : गुलाबी लकी नंबर : 6 कन्या - PAGE OF WANDS नए लोगों के साथ हुए परिचय की वजह से आपका विश्वास बढ़ेगा और परिस्थिति को नए नजरिए से देख पाएंगे। प्रयत्नों में बदलाव करके लक्ष्य की ओर बढ़ा जा सकता है। परिवार के लोगों के साथ बातचीत करते समय आपको स्पष्टता रखनी होगी। बढ़ रही इनसिक्योरिटी का असर आप से जुड़े लोगों पर हो सकता है। करियर : मेहनत के जरिए तय किए गए टारगेट को हासिल करना आपके लिए संभव होगा। लव : विवाह संबंधी निर्णय लेते समय हर एक काम को ठीक से परखने की कोशिश करनी होगी। हेल्थ : वजन संबंधी समस्या जल्दी ही दूर हो सकती है। लकी कलर : नीला लकी नंबर : 6 तुला - THE HIGH PRIESTESS अपनी मर्जी के अनुसार व्यवहार रखने से लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। जो गलती आपने की है, उसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। हर काम के लिए केवल दूसरों को दोषी ठहराने से विवाद हो सकते हैं। अपनी जिम्मेदारियों को समझ कर उन्हें निभाने की कोशिश करें। करियर : उच्च शिक्षा के लिए प्रयत्न करने वाले लोगों को सफलता मिलेगी। लव : पार्टनर के साथ के संबंधों को सुधारने के लिए एक-दूसरे के साथ पारदर्शिता रखनी होगी। हेल्थ : पेट की समस्या हो सकती है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 5 वृश्चिक - TEMPERANCE जीवन में उतार-चढ़ाव को देखने का नजरिया बदलेगा, इस कारण नकारात्मक घटनाओं से सीख लेकर आगे बढ़ना होगा। जिन कामों में अभी तक प्रयत्न करने के बाद भी असफलता मिल रही है, उनमें बदलाव हो सकता है। आध्यात्मिक रूप से प्राप्त हो रही प्रगति के कारण जीवन की कई बातों में बदलाव करना संभव होगा। करियर : शैक्षणिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को सही अवसर प्राप्त होंगे। लव : पार्टनर के स्वभाव को ठीक से जानने की कोशिश करें। हेल्थ : लो बीपी और शुगर के कारण कमजोरी हो सकती है। लकी कलर : पीला लकी नंबर : 8 धनु - FOUR OF SWORDS परिस्थिति में बदलाव होने के बाद भी तनाव रह सकता है। स्वभाव में थोड़ा लचीलापन लाना जरूरी है। अचानक से खर्च बढ़ने की संभावना है, लेकिन ये खर्च सही बातों के लिए होंगे। किसी भी व्यक्ति से मार्गदर्शन की अपेक्षा रखते समय उस व्यक्ति के विचारों को समझने की कोशिश करें। करियर : करियर में बड़ा और महत्वपूर्ण अवसर जल्दी ही प्राप्त होगा। लव : टूटे रिलेशनशिप के बारे में विचार करना छोड़ दें। हेल्थ : सेहत संबंधी दिक्कतें रहेंगी। अपनी सोच को सकारात्मक बनाएं। लकी कलर : सफेद लकी नंबर : 9 मकर - FIVE OF WANDS आपके द्वारा बोली गई बातों की वजह से विवाद हो सकता है। इस कारण काम से अधिक बेकार की बातों में वक्त जाया होने की संभावना है। दस्तावेज से जुड़ी किसी भी बात को नजरअंदाज न करें। महत्वपूर्ण और कीमती वस्तुओं को संभालकर रखने की आवश्यकता है। करियर : करीबी लोगों के सुझावों पर ध्यान दें। लव : रिलेशनशिप में सुधार देखना चाहते तो खुद में क्या बदलाव करना है, ये समझने की कोशिश करें। हेल्थ : बदलते वातावरण की वजह से सेहत बिगड़ सकती है। लकी कलर : पर्पल लकी नंबर : 5 कुंभ - FOUR OF CUPS परिस्थिति में धीरे-धीरे बदलाव आएगा। अचानक से किसी बड़े निर्णय को अमल में लाने की गलती न करें। जिस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, वह आपको मिलेगा। पुरानी नकारात्मक बातों को भूलकर आगे बढ़ना होगा। करियर : काम में नयापन लाने की कोशिश करनी होगी। सरकारी काम से जुड़े लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्राप्त हो सकती है। लव : पार्टनर के स्वभाव में आ रहे बदलाव को नकारात्मक तरीके से न लें। हेल्थ : एसिडिटी को नियंत्रण में लाने की आवश्यकता है। लकी कलर : लाल लकी नंबर : 8 मीन - THE DEVIL लालच न करें। बढ़ रही इच्छाओं के कारण गलत मार्ग की ओर झुकाव हो सकता है। जितना अधिक आप अध्यात्मिक बातों पर ध्यान देंगे, उतनी आपकी सोच सकारात्मक बनेगी। सही विकल्पों चुनाव करना आपके लिए संभव हो सकता है। आपको लाभ मिल रहा है, लेकिन अपने जीवन की तुलना अन्य लोगों के साथ न करें। करियर : विदेश में काम करने की इच्छा जल्दी ही पूरी हो सकती है। लव : मनचाहे व्यक्ति के साथ विवाह तय हो सकता है। हेल्थ : गलत खान-पान के कारण पेट संबंधी इंफेक्शन हो सकता है। लकी कलर : ऑरेंज लकी नंबर : 2
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नोएडा में 100 साल की बुजुर्ग का रेस्क्यू; हिमाचल- उत्तराखंड में लैंडस्लाइड का VIDEO
India Weather (Monsoon) Live Updates 2023 - IMD State-Wise Rainfall And Flood Situation Latest News, Photos And Videos On Dainik Bhaskar. दिल्ली-NCR में बुधवार सुबह से जमकर बारिश हो रही है। राजधानी दिल्ली में मंडी हाउस से लेकर रिंग रोड तक और नोएडा के कई इलाकों में बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है।
दिल्ली-NCR में बुधवार सुबह से जमकर बारिश हो रही है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 205.47 पर पहुंच गया है। राजधानी में मंडी हाउस से लेकर रिंग रोड तक और नोएडा के कई इलाकों में बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है। इधर, यमुना के बाद हिंडन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नोएडा के आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। ग्रेटर नोएडा इलाके में बाढ़ के बीच 100 साल की बुजुर्ग अपने परिवार के साथ घर में फंस गई। उन्हें बाहर निकालने में दिक्कत आ रही थी। सूचना पर पहुंची NDRF की टीम ने उन्हें रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उत्तराखंड के धरासू में लैंडस्लाइड की वजह से ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर यातायात बंद कर दिया गया है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में लैंडस्लाइड की घटना सामने आई है। हालांकि, किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। दक्षिणी राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बारिश के चलते फ्लैश फ्लड जैसे हालात हो गए हैं। मंगलवार शाम तेलंगाना के महबूबनगर में दो टीनेजर लड़कियां नहर में बह गईं। खतरनाक हालात के चलते इन राज्यों में बुधवार और गुरुवार के लिए खतरे वाले क्षेत्रों के सभी स्कूल और कॉलेजों में आज छुट्टी कर दी गई है। अब जानिए देश के मौसम का हाल... अगले 24 घंटे कैसे रहेंगे… इन राज्यों में तेज बारिश होगी: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश। इन राज्यों में हल्की बारिश होगी: झारखंड और मेघालय में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है। मौसम से जुड़े अन्य अपडेट्स... अलग-अलग राज्यों से मानसून की तस्वीरें... बाकी राज्यों का हाल जान लीजिए... मध्यप्रदेश: सीहोर-उज्जैन में तेज बारिश होने का अनुमान; भोपाल, इंदौर-ग्वालियर में गर्मी-उमस का असर मध्यप्रदेश में एक्टिव कम दवाब के साइकोनिक सकुर्लेशन सिस्टम, ट्रफ लाइन और नमी की वजह से तेज बारिश का दौर फिर शुरू हो सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने बुधवार को सीहोर, उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान जताया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में गर्मी-उमस का असर रहेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें... उत्तर प्रदेश: 21 जिलों में बारिश का अलर्ट, नोएडा में स्कूल बंद; हिंडन नदी की बाढ़ में 400 कारें डूबी उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट है। मंगलवार को नोएडा, मथुरा, आगरा, मुरादाबाद, मेरठ में बारिश हुई। यमुना की सहायक नदी हिंडन का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इस वजह से गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया। बुधवार को नोएडा में भारी बारिश के चलते सभी स्कूल बंद किए गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... हिमाचल: आज और कल भारी बारिश का अलर्ट, 24 जून से अब तक 44 की मौत मौसम विभाग ने हिमाचल में 26 और 27 जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ठियोग, रोहड़ू, रामपुर सब डिवीजन में स्कूलों की छुट्टियां 28 जुलाई तक बढ़ा दी हैं। 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड और लैंड स्लाइड की चपेट में आने से 44 लोगों की जान जा चुकी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... हरियाणा: 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 4 के लिए चेतावनी हरियाणा में आज 9 जिलों में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है। 4 जिलों पंचकूला, यमुनानगर, सोनीपत, पानीपत में भारी से भारी बारिश होने का अलर्ट है। उत्तर हरियाणा के कुछ जिलों में रातभर बारिश हुई। इससे इन जिलों में घग्गर का जल स्तर फिर बढ़ने का अनुमान है। पूरी खबर यहां पढ़ें... पंजाब: आज भारी बारिश का अलर्ट, सतलुज-ब्यास-रावी उफान पर पंजाब मौसम विभाग ने आज पूरे राज्य में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब में गर्जन, आसमानी बिजली चमकने के साथ बारिश होगी और पंजाब के तीनों क्षेत्रों दोआबा-माझा और मालवा में होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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21 अगस्त तक करें आवेदन, सिलेक्टेड कैंडिडेट्स को 95,000 तक मिलेगी सैलरी
बैंक नोट प्रेस, देवास (मध्य प्रदेश) ने सुपरवाइजर, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट सहित कई पदों पर भर्ती निकाली है. बैंक नोट प्रेस, देवास में विभिन्न पदों पर कुल 111 वैकेंसी है. इस भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2023 है. इन पदों पर
बैंक नोट प्रेस, देवास (मध्य प्रदेश) ने सुपरवाइजर, जूनियर ऑफिस असिस्टेंट सहित कई पदों पर भर्ती निकाली है। यहां विभिन्न पदों पर कुल 111 वैकेंसी हैं। इस भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2023 है। इन पदों पर सिलेक्शन ऑनलाइन एग्जाम के जरिए होगा। वैकेंसी डिटेल्स सुपरवाइजर (प्रिंटिंग)-8 पद सुपरवाइजर (कंट्रोल)-3 पद सुपरवाइजर (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी)-1 पद जूनियर ऑफिस असिस्टेंट-4 पद जूनियर प्रिंटिंग टेक्नीशियन-27 पद जूनियर कंट्रोल टेक्नीशियन-45 पद जूनियर टेक्नीशियन (इंक फैक्ट्री अटेंडेंट ऑपरेटर (केमिकल प्लांट) लैबरोटरी असिस्टेंट (केमिकल प्लांट मशीनिस्ट/मशीनिस्ट ग्राइंडर/इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक)-15 पद जूनियर टेक्नीशियन (मैकेनिकल/एयर कंट्रोलिंग)-3 पद जूनियर टेक्नीशियन इलेक्ट्रिकल/आईटी-4 पद जूनियर टेक्नीशियन सिविल/एनवायरमेंट-1 पद एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों को 10वीं पास/आईटीआई/डिप्लोमा/बीई/बीटेक किया होना चाहिए। डिटेल जानकारी के लिए नोटिफिकेशन देखें। उम्र सीमा न्यूनतम-18 साल अधिकतम-25 से 30 साल एप्लीकेशन फीस अनारक्षित/इडब्ल्यूएस/ओबीसी-600 रुपये एससी/एसटी/दिव्यांग-200 रुपये सिलेक्शन प्रोसेस लिखित परीक्षा स्किल टेस्ट डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पद के अनुसार सैलरी डिटेल्स सुपरवाइजर (प्रिंटिंग)- 27600-95910/ सुपरवाइजर (कंट्रोल)-27600-95910/ सुपरवाइजर (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी)-27600-95910/ जूनियर ऑफिस असिस्टेंट- 21540-77160/ जूनियर प्रिंटिंग टेक्नीशियन-18780-67390/ जूनियर कंट्रोल टेक्नीशियन-18780-67390/ जूनियर टेक्नीशियन (इंक फैक्ट्री अटेंडेंट ऑपरेटर (केमिकल प्लांट) लैबरोटरी असिस्टेंट (केमिकल प्लांट मशीनिस्ट/मशीनिस्ट ग्राइंडर/इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक)-18780-67390/ जूनियर टेक्नीशियन (मैकेनिकल/एयर कंट्रोलिंग)-18780-67390/ जूनियर टेक्नीशियन इलेक्ट्रिकल/आईटी-18780-67390/ जूनियर टेक्नीशियन सिविल/एनवायरमेंट-18780-67390/ ऐसे करें आवेदन बैंक नोट प्रेस, देवास की ऑफिशियल वेबसाइट https://bnpdewas.spmcil.com/en/ पर जाएं। होम पेज पर “Career” विकल्प पर क्लिक करें। अब “Recruitment of 111 various posts” टाइटल दिखाई देगा। टाइटल के सामने “Click Here to Apply” के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद रजिस्ट्रेशन करें। रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड से लॉग इन करके डिटेल्स भरें। अपनी कैटेगरी के अनुसार आवेदन फीस भरें। अब फॉर्म सबमिट कर दें। भर्ती से संंबंधित जरूरी डॉक्यूमेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट ऑनलाइन आवेदन ऑफिशियल नोटिफिकेशन
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पार्टनर के शरीर की जरूरतों को समझें, मां बनने के बाद बदल जाती हैं महिला की इच्छाएं
पीएमएस के दौरान और बच्चे के जन्म के बाद महिला की फिजिकल रिलेशन की इच्छा क्यों नहीं होती, इसके बारे में बता रहे हैं सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले।
फिजिकल रिलेशन तब और मुश्किल भरा हो जाता है जब दोनों पार्टनर में से कोई एक फिजिकली सेक्शुअल रिलेशन के लिए तैयार नहीं होता। पीएमएस के दौरान और बच्चे के जन्म के बाद महिला की फिजिकल रिलेशन की इच्छा क्यों नहीं होती, इसके बारे में बता रहे हैं सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले। पीएमएस के दौरान मेरा गुस्सा, चिड़चिड़ाहट बढ़ जाता है। इसका असर हमारे सेक्शुअल रिलेशन पर भी पड़ने लगा है। मैं पति के साथ सहयोग करने के बजाय खीझने लगती हूं। मैं पीएमएस के बारे में जानना चाहती हूं कि किस तरह इस दौरान मैं खुद को शांत रख सकती हूं। आपकी समस्या नई नहीं है। प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) महिलाओं की एक आम समस्या है। इसके कारण महीने के कुछ दिनों में महिलाओं में चिड़चिड़ापन, गुस्सा, तनाव, निराशा, थकान, सिरदर्द, पैरों में सूजन, ब्रेस्ट का हेवी होना जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। पीएमएस का असर महिलाओं के मूड, काम और सेक्शुअल लाइफ पर भी पड़ता है। कई महिलाएं इस प्रॉब्लम के बारे में नहीं जानतीं, जिसके कारण रिश्तों में तनाव बढ़ता जाता है। महिला खुद अपने शरीर में होने वाले बदलावों को नहीं समझ पाती और पति को भी समझ नहीं आता कि अचानक पत्नी के स्वभाव में ये बदलाव कैसे आ गया। पीएमएस की प्रॉब्लम से बचने के लिए सबसे पहले अपने शरीर को समझें। पीरियड्स साइकिल का कैलेंडर बनाएं। इसके अनुसार पीएमएस के टाइम चार्ट बनाएं। जब आपको पीएमएस टाइम पता चल जाए तो उस दौरान खुद को खुश रखने की कोशिश करें। आपको जो काम अच्छा लगता है वो करें। म्यूजिक सुनें, मनपसंद फूड का लुत्फ उठाएं, पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं। जब आपका मूड अच्छा होगा तो सेक्शुअल रिलेशन के लिए आप खुद को तैयार कर पाएंगी। पीएमएस के दौरान हेल्दी सेक्शुअल रिलेशन से आपका तनाव, गुस्सा, चिड़चिड़ापन दूर होगा। पार्टनर को भी पीएमएस के बारे में बताएं, ताकि इस दौरान यदि वो आपके व्यवहार में इस तरह के बदलाव देखें तो समझ जाएं कि आप पीएमएस के प्रेशर से गुजर रही हैं। पीएमएस के दौरान फोरप्ले के लिए ज्यादा समय निकालें। पार्टनर जब आपको पैम्पर करेंगे तो फील गुड हॉर्मोन रिलीज होगा जिससे आप अच्छा महसूस करेंगी। जो महिलाएं पीएमएस के संकेतों को पहचान कर उनसे बचने के उपाय करती हैं, उनके लिए ये टाइम उतना तकलीफदेह नहीं होता। पार्टनर से इस बारे में बात करके आप उन्हें इसके लिए तैयार कर सकती हैं कि वो आपकी स्थिति को समझें और आपका ध्यान रखें। मां बनने के बाद मेरी फिजिकल रिलेशन की इच्छा नहीं होती जिससे पति चिढ़ जाते हैं। उनका मानना है कि अब मैं उनका ध्यान नहीं रखती। मैंने कई बार कोशिश की, लेकिन अब मुझे पहले की तरह संबंध बनाने की इच्छा नहीं होती। बच्चे को जन्म देने के बाद क्या ऐसा हर महिला के साथ होता है? क्या मैं पहले तरह अब सेक्शुअल रिलेशन को एंजॉय कर पाऊँगी? मां बनने के बाद महिलाओं के साथ ऐसा होना आम बात है। इसकी वजह प्रोलैक्टिन हॉर्मोन और बच्चे के प्रति अटूट प्यार है। मां बनने के बाद महिलाओं के शरीर में प्रोलैक्टिन हॉर्मोन का लेवल बढ़ जाता है, जिसके कारण उनके स्तनों में दूध आने लगता है, उनकी सेक्स की इच्छा नहीं होती। उस समय बच्चा ही मां की प्राथमिकता होता है। मां बानने के कुछ महीने बाद तक महिलाओं को पीरियड्स नहीं होते। इसकी भी यही वजह है कि महिला का शरीर उस दौरान फिर से मां बनने के लिए तैयार नहीं होता। ऐसे में फिजिकल रिलेशन बनाने की उसकी इच्छा नहीं होती। धीरे-धीरे जब प्रोलैक्टिन हार्मोन का लेवल कम हो जाता है और दूध बनना भी कम होने लगता है, तो महिला को फिर से फिजिकल रिलेशन बनाने की इच्छा होने लगती है। बच्चे के जन्म के कुछ महीने बाद तक पति को पत्नी की स्थिति को समझना चाहिए और अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना चाहिए। इस समय यदि पति-पत्नी दोनों बच्चे को प्राथमिकता समझें तो उनके रिश्ते में खुशियां बढ़ जाएंगी। डॉ. राजन भोसले, एमडी प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज सेक्स सीरियसली के लिए अपने सवाल इस आईडी पर भेजें: db.women@dbcorp.in सब्जेक्ट लाइन में सेक्स सीरियसली लिखना न भूलें
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हवा में 400 KM तक दुश्मन के एयरक्राफ्ट को तबाह कर देगा
India LRSAM Missile; A New Defense Technology to Shoot Down Enemy Aircraft भारत जमीन से हवा में मारने वाली एडवांस टेक्नोलॉजी की मिसाइल बनाएगा। यह मिसाइल करीब 400 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन के एयरक्राफ्ट को मार गिराने में सक्षम होगी।
भारत लंबी दूरी तक जमीन से हवा में मार करने वाला डिफेंस सिस्टम बनाने की तैयारी में है। यह 400 किलोमीटर तक दुश्मन के एयरक्राफ्ट को मार गिराने में सक्षम होगा। इसे LRSAM यानी लॉन्ग रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल नाम दिया गया है। ANI ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि तीन लेयर वाले इस मिसाइल सिस्टम को बनाने का प्रस्ताव डिफेंस मिनिस्ट्री के पास है और इसे जल्द ही मंजूरी दी जा सकती है। भारत इसे बनाने के लिए 20.5 हजार करोड़ खर्च करेगा। मीडियम रेंज का मिसाइल सिस्टम बना चुका है भारत LRSAM डिफेंस सिस्टम डेवलप करने के बाद भारत दुश्मन के ड्रोन और लड़ाकू विमानों को हवा में ही निशाना बना सकेगा। इस तरह की स्वदेशी तकनीकी क्षमता दुनिया के चुनिंदा देशों के पास ही है। इस मिसाइल सिस्टम में जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की तीन लेयर होंगी, जिससे डिफरेंट रेंज तक टारगेट को हिट किया जा सकेगा। अधिकतम रेंज 400 किलोमीटर होगी। इससे पहले भारत इजराइल के साथ मिलकर मीडियम रेंज का मिसाइल सिस्टम MRSAM बना चुका है, जिसकी रेंज 70 किलोमीटर है। अब इसके बाद लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस सिस्टम LRSAM को डेवलप करने की तैयारी है। रूस की S-400 की तरह है यह तकनीक हाल ही में भारत ने रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदा था। रूस और भारत ने अक्टूबर 2018 में S-400 की सप्लाई को लेकर एक डील की थी। यह मिसाइल सिस्टम 4 अलग-अलग मिसाइलों से लैस है जो दुश्मन के जंगी जहाज, ड्रोन, ​विमानों और बैलिस्टिक मिसाइलों को 400 किमी की दूरी पर निशाना बना सकता है। अब समझिए S-400 सिस्टम क्या है? S-400 एक एयर डिफेंस सिस्टम है, यानी ये हवा के जरिए हो रहे अटैक को रोकता है। ये दुश्मन देशों के मिसाइल, ड्रोन, राकेट लॉन्चर और फाइटर जेट्स के हमले को रोकने में कारगर है। इसे रूस के एलमाज सेंट्रल डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है और दुनिया के बेहद आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम में इसकी गिनती होती है। भारत और रूस के बीच S-400 की 5 यूनिट के लिए 2018 में करीब 40 हजार करोड़ रुपए की डील हुई थी। इस सिस्टम की खासियत क्या है? इस सिस्टम में क्या-क्या शामिल है? डिफेंस सिस्टम की हर यूनिट में एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम, एक सर्विलांस रडार, एक गाइडेंस रडार और ट्रांसपोर्ट इरेक्टर लॉन्चर शामिल होता है। साथ ही सिस्टम में अलग-अलग रेंज की 4 मिसाइल भी हैं - शोर्ट रेंज, मीडियम रेंज, लॉन्ग रेंज और वेरी लॉन्ग रेंज। ये 40 किलोमीटर से लेकर 400 किलोमीटर की दूरी तक काउंटर अटैक कर सकती हैं। भारत रूस से 400 किलोमीटर रेंज वाली मिसाइल खरीद रहा है, जिसे 40N6E कहा जाता है। वेरी लॉन्ग रेंज की मिसाइल 400 किलोमीटर की दूरी के साथ-साथ 180 किलोमीटर की ऊंचाई तक भी हमला कर सकती है। ये सिस्टम काम कैसे करता है? डिफेंस सिस्टम में सर्विलांस रडार होता है, जो अपने ऑपरेशनल एरिया के इर्द-गिर्द एक सुरक्षा घेरा बना लेता है। जैसे ही इस घेरे में कोई मिसाइल या दूसरा वेपन एंटर करता है, रडार उसे डिटेक्ट कर लेता है और कमांड व्हीकल को अलर्ट भेजता है। अलर्ट मिलते ही गाइडेंस रडार टार्गेट की पोजिशन पता कर काउंटर अटैक के लिए मिसाइल लॉन्च करता है। अमेरिका के पैट्रियट सिस्टम से कितना बेहतर? अमेरिका के पास पैट्रियट मिसाइल सिस्टम है, जिसे बेहद ताकतवर माना जाता है, लेकिन कई पैमानों पर S-400 उससे भी बेहतर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पैट्रियट सिस्टम की तैनाती में 25 मिनट का समय लगता है वहीं, S-400 को 6 मिनट के भीतर तैनात किया जा सकता है। साथ ही लॉन्चिंग स्पीड के लिहाज से भी रूसी S-400 अमेरिकी पैट्रियट से बेहतर है। पैट्रियट की लॉन्चिंग स्पीड 1.38 किलोमीटर/सेकंड है वहीं, S-400 की 4.8 किलोमीटर/सेकंड है। साथ ही S-400 पैट्रियट से सस्ता भी है।
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लोकसभा में रेल मंत्री बोले- ये 4 साल में ट्रेनों पर हुई पत्थरबाजी से हुआ
Vande Bharat Express Stone Pelting Cases - Loss Of 55.60 Lakhs To Railways In 5 Years. वंदे भारत एक्सप्रेस पर हुई पत्थरबाजी की घटनाओं के चलते रेलवे को 55.60 लाख का नुकसान हुआ है। इस बात की जानकारी रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैषणव ने बुधवार को लोकसभा में दी।
2019 से अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस पर हुई पत्थरबाजी की घटनाओं के चलते रेलवे को 55.60 लाख का नुकसान हुआ है। इस बात की जानकारी रेलवे मंत्री अश्विनी वैषणव ने बुधवार को लोकसभा में दी। उन्होंने ये भी बताया कि पत्थरबाजी करने वाले 151 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इन घटनाओं में किसी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा। इस दौरान किसी तरह की लूट या फिर यात्रियों के सामान को नुकसान नहीं हुआ। ट्रेन की सुरक्षा के लिए रूट पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा के लिए उनके रूट पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। जहां पर पत्थरबाजी की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैं, वहां पर सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाओं को रोकने के लिए एक डिटेल गाइडलाइन भी जारी की गई है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन साथी शुरू किया गया रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम हैं। उनकी सुरक्षा के लिए ऑपरेशन साथी शुरू किया गया है। इसमें RPF, GRP और जिला पुलिस की टीम साथ मिलकर काम करती हैं। इसके अलावा, लोगों से भी रेलवे की प्रॉपर्टी में तोड़फोड़ न करने की अपील की जा रही है। पिछले 2 सालों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हुई पत्थरबाजी की घटनाएं... 14 जुलाई 2023: इस दिन तिल्दा स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया गया था। इस घटना में कोच नंबर C-3 की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था। 11 जुलाई 2023: इस दिन गोरखपुर से लखनऊ आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था। इस हादसे में ट्रेन की 4 बोगियों के कई शीशे टूट गए थे। 1 जुलाई 2023: इस दिन कर्नाटक में उपद्रवियों ने धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन को निशाना बनाया था। इसमें ट्रेन का सी-4 डिब्बा क्षतिग्रस्त हो गया था। 12 मार्च 2023: इस दिन पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का में पथराव हुआ था, जिससे ट्रेन के एक कोच की खिड़की के शीशे टूट गए थे। 26 फरवरी 2023: इस दिन मैसूर-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई थी। कृष्णराजपुरम-बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशनों के बीच हुई घटना में एक कोच की खिड़की के शीशे टूटे थे। 9 जून 2023: इस दिन आंध्र प्रदेश के तिरुपति में गुदुर के पास वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव हुआ था। रेलवे पुलिस ने घटना को लेकर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था। 3 जनवरी 2023: इस दिन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी जा रही वंदे भारत ट्रेन पर किशनगंज में पत्थरबाजी हुई थी। इसमें ट्रेन के एक कोच की खिड़की के शीशे टूट गए थे। 2 जनवरी 2023: इस दिन बंगाल के मालदा में वंदे भारत पर पथराव हुआ था। पत्थरबाजी कुमारगंज रेलवे स्टेशन के पास हुई। इसमें सी-13 का गेट और विंडो क्षतिग्रस्त हो गयी थी। 14 दिसंबर 2022: इस दिन छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी। इससे एक कोच की खिड़की का शीशा टूट गया था।
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अध्यक्ष और सेक्रेटरी वेन्यू की देखरेख करने वाली कमेटी मे शामिल
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने वर्ल्ड कप के लिए दो सब कमेटी का गठन किया है। एक सब कमेटी वेन्यू की देखरेख करेगी। जबकि दूसरी सब कमेटी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सब्सिडी कमेटी है। BCCI की ओर से सभी स्टेट बॉडी को मंगलवार को ईमेल भेज करBCCI forms subcommittees for World Cup venue supervision
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने वर्ल्ड कप के लिए दो सब कमेटी का गठन किया है। एक सब कमेटी वेन्यू की देखरेख करेगी। जबकि दूसरी सब कमेटी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सब्सिडी कमेटी है। BCCI की ओर से सभी स्टेट बॉडी को मंगलवार को ईमेल भेज कर इसकी जानकारी दी गई। दरअसल 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक होने वाले वर्ल्ड कप के मुकाबले अहमदाबाद, चेन्नई, मुंबई, धर्मशाला, दिल्ली, पुणे, बेंगलुरू, हैदराबाद, लखनऊ, कोलकाता में खेले जाएंगे। इसके अलावा गुवाहाटी और तिरुअनंतपुरम में वॉर्म अप मैच खेले जाएंगे। BCCI के अध्यक्ष और सेक्रेटरी वेन्यू की देखरेख की सब कमेटी में शामिल वेन्यू की देखरेख की उप समिति में BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सेक्रेटरी जय शाह, ट्रेजरर आशीष सेहलर, वाइस प्रेसीडेंट राजीव शुक्ला और जॉइंट सेक्रेटरी देवजीत सैकिया इस सब कमिटी में शामिल हैं। बुनियादी ढांचे की सब्सिडी देने के लिए गठित सब कमेटी में IPLचेयरमैन भी शामिल बुनियादी ढांचे की सब्सिडी के लिए गठित सब कमेटी में IPLके अध्यक्ष अरुण सिंह धूमल, पूर्व कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी, पूर्व एपेक्स काउंसिल के सदस्य प्रभतेज भाटिया और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव ए शंकर के साथ-साथ पांच पदाधिकारी शामिल हैं। जय शाह दिल्ली और धर्मशाला के प्रभारी स्पोट्र्स की वेबसाइट क्रिकबज के अुनसार BCCI सेक्रेटरी जय शाह को दिल्ली और धर्मशाला का प्रभारी बनाया गया है। जबकि अध्यक्ष रोजर बिन्नी को अहमदाबाद और चेन्नई की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। वहीं ट्रेजररार आशीष सहलर पुणे, लखनऊ और गुवाहाटी की देखरेख करेंगे। वाइस प्रेजसीडेंट राजीव शुक्ला साउथ के शहरों हैदराबाद और बेंगलुरु की जिम्मेदारी संभालेंगे। जबकि ज्वॉइंट सेक्रेटरी देवजीत सैकिया के पास मुंबई, कोलकाता और तिरुवनंतपुरम का जिम्मा है। हर वेन्यू को दिए जाएंगे 50 करोड़ रुपये BCCI सचिव की ओर से स्टेट बॉडी को भेजे गए ईमेल में कहा गया कि वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहे स्टेडियम को 50 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे और सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिए जाएंगे।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट में ASI का हलफनामा- जांच से ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचेगा
UP Varanasi Gyanvapi Masjid Case Latest Update - Follow Gyanvapi ASI Survey Photos, Reports And Headlines On Dainik Bhaskar. वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट के ज्ञानवापी परिसर में हो रहे ASI सर्वे पर 26 जुलाई शाम
इलाहाबाद हाईकोर्ट ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर आज यानी गुरुवार को फैसला सुनाएगा। तब तक ASI सर्वे पर रोक जारी रहेगी। मामले की दोपहर 3:30 बजे फिर से होगी। कोर्ट ने ASI के अफसर को भी पेश होने का आदेश भी दिया है। सुनवाई के दौरान ASI ने कोर्ट में हलफनामा दिया है। इसमें कहा है कि जांच से ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इस दौरान मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का विरोध किया। वकील SFA नकवी ने कहा- कानून प्री-मेच्योर स्टेज पर ASI सर्वे की इजाजत नहीं देता। सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के वकील पुनीत गुप्ता ने कहा- कोर्ट साक्ष्य बनाने की अनुमति नहीं दे सकता। अब पढ़िए सुनवाई के दौरान मुस्लिम और हिंदू पक्ष ने क्या-क्या दलीलें दीं... सवाल: कोर्ट ने पूछा जीपीएस, डेटिंग एक्सरसाइज क्या है? जवाब: एएसजीआई बोले- जांच का तरीका है। डेटिंग से स्ट्रक्चर की आयु पता होगी। साइंटिफिक जांच होगी। सवाल: कोर्ट ने एएसजीआई से पूछा- स्ट्रक्चर को नुकसान कैसे नहीं होगा? जवाब: एएसजीआई ने कहा- तकनीकी का इस्तेमाल करेंगे। कुछ भी हटाएंगे नहीं। सवाल: हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन से कोर्ट ने पूछा, क्या आप ASI की मदद से बता सकते हैं कि आप क्या करने जा रहे हैं? जवाब: जैन ने कहा- जीपीआर और रडार से जांच करेंगे। कोई खुदाई नहीं होगी। कार्बन डेटिंग करेंगे। सवाल: हिंदू पक्ष के वकील की दलील से चीफ जस्टिस असंतुष्ट दिखे -पूछा क्या ड्रिल नहीं करेंगे, क्या करेंगे बताइए? जवाब: एएसजीआई ने कहा- जांच कर फोटो लेंगे, संपत्ति को क्षति नहीं होगी। फोटो डॉक्यूमेंट्स से जांच करेंगे। हिंदू पक्ष की दलीलें... मुस्लिम पक्ष की दलीलें... साइंटिफिक सर्वे के विरोध में मुस्लिम पक्ष ने दाखिल की याचिका, इसी पर चल रही सुनवाई वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। सुप्रीम कोर्ट के ज्ञानवापी परिसर में हो रहे ASI सर्वे पर 26 जुलाई शाम 5 बजे तक रोक लगाने के आदेश के बाद मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुस्लिम पक्ष की ओर से रिट पिटीशन दाखिल की गई। इस याचिका पर चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर सुनवाई कर रहे हैं। मुस्लिम पक्ष की याचिका में ASI सर्वे के आदेश को चुनौती ASI सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट पिटीशन दाखिल की है। इससे पहले जिला जज ने ज्ञानवापी विवादित परिसर का ASI सर्वे का आदेश दिया था। इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई करते हुए 26 जुलाई शाम 5 बजे तक ASI सर्वे पर रोक लगा दी थी। वहीं, मंगलवार को सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वेश्वर मंदिर विवाद मामले में फैसला सुरक्षित कर लिया था। हिंदू पक्ष ने दाखिल की है कैविएट, कहा-बिना हमें सुने न दें कोई फैसला मुस्लिम पक्ष की याचिका से पहले सोमवार को हिंदू पक्ष की वादी राखी सिंह ने हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल की थी। ये कैविएट ​​​​​​उनके वकील सौरभ सिंह ने ऑनलाइन फाइल की थी। अपनी कैविएट में राखी ने हाईकोर्ट से आग्रह किया कि अगर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी वाराणसी कोर्ट के 21 जुलाई के आदेश यानी ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे के आदेश को चुनौती देने के लिए उनके पास आती है, तो याचिकाकर्ता को सुने बिना फैसला न दिया जाए। वहीं, हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि मुस्लिम पक्ष ने ये दलील रखी है कि ये सर्वे नहीं होना चाहिए। चीफ जस्टिस ने पूछा- क्या ऐसा सर्वे पहले कभी हुआ है? इससे पूर्व ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वेश्वर मंदिर विवाद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि हाईकोर्ट ने राम मंदिर के संदर्भ में भी सर्वे का आदेश किया था। सर्वे तीन साल चला और कोई नुकसान नहीं हुआ। चीफ जस्टिस ने पूछा कि क्या ऐसा सर्वे पहले कभी कहीं हुआ है? विष्णु शंकर जैन ने इस पर बताया कि अयोध्या के राम जन्मभूमि मामले में ऐसा सर्वे हो चुका है। इसके बाद चीफ जस्टिस ने फिर पूछा कि क्या आपने कोर्ट को पूरा प्लान सब्मिट किया था कि सर्वे कैसे किया जाएगा? जैन ने कहा कि जी हां। मुस्लिम पक्ष के सीनियर एडवोकेट एसएफए नकवी ने कहा कि जिला कोर्ट के ऑर्डर में साफतौर पर लिखा है कि ASI खुदाई कर सकती है। मुस्लिम पक्ष ने कहा कि एएसआई सिर्फ एक हफ्ते के लिए खुदाई ना करने की बात कह रही है। इसके बाद वह खुदाई की कार्रवाई करने को स्वतंत्र है। मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष की ओर से जिला अदालत में रखी मांगों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी मांगों में खुदाई के जरिए एएसआई से सर्वे कराने की बात कही गई थी। इस पर हिंदू पक्ष ने कहा कि चूंकि मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया था कि औरंगजेब ने यह मस्जिद बनाई है। ऐसे में यह औरंगजेब द्वारा बनाई मस्जिद थी या कोई हिंदू मंदिर था, इस सच का पता करने के लिए हमने जिला अदालत में सर्वे की मांग की थी। ASI ने 24 जुलाई को ज्ञानवापी में किया 3 घंटे सर्वे वाराणसी कोर्ट के फैसले के बाद ASI ने 24 जुलाई को ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया था। शुरुआती 3 घंटे के सर्वे में फीता लेकर पूरे परिसर को नापा गया। 4 स्टैंड कैमरे परिसर के चारों कोने पर लगाए गए। एक-एक एक्टिविटी रिकॉर्ड की गई। उधर, मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बहिष्कार किया। वह सर्वे के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई शाम 5 बजे तक के लिए सर्वे पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि 26 जुलाई की शाम 5 बजे तक कोई सर्वे न किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस दौरान अगर मस्जिद कमेटी चाहे, तो वाराणसी कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जा सकती है। फिलहाल सर्वे को लेकर मामला एक बार फिर हाईकोर्ट में पहुंच गया है। ASI की टीम जांच के लिए सभी अत्याधुनिक उपकरण के साथ-साथ फावड़ा, झाड़ू भी अपने साथ लेकर आई थी। ज्ञानवापी परिसर का ठीक एक साल पहले भी सर्वे किया गया था। स्थानीय कोर्ट क आदेश पर कमीशन ने यह सर्वे किया था। उस रिपोर्ट को कोर्ट में जमा किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि परिसर में शेषनाग की आकृति के अलावा खंडित देव विग्रह, मंदिर का मलबा, हिंदू देवी-देवताओं और कमल की आकृति, शिलापट्ट मिले हैं। यह रिपोर्ट स्टेट ट्रेजरी के लॉकर में सुरक्षित रखी गई है। 3 बार अलग-अलग आदेशों पर लग चुकी है रोक इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12 मई 2023 को ज्ञानवापी स्थित वजूखाना में मिली शिवलिंग जैसी आकृति की कार्बन डेटिंग और वैज्ञानिक सर्वेक्षण का आदेश दिया था। कार्बन डेटिंग और वैज्ञानिक सर्वेक्षण का काम शुरू किए जाने से पहले ही 19 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पर रोक लगा दी थी। इसी तरह 8 अप्रैल 2021 को वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का आदेश एएसआई को दिया था, सर्वे का काम शुरू होने से पहले ही सितंबर 2021 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी थी। बाद में जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे आदेश दिया था। इस पर कल सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई शांम पांच बजे तक अंतरिम रोक लगा दी थी। ये भी पढ़िए... ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वेश्वर मंदिर विवाद मामले में फैसला सुरक्षित, 28 अगस्त को आएगा फैसला, ASI सर्वे के खिलाफ दाखिल रिट पिटीशन पर सुनवाई कल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद और विश्वेश्वर मंदिर विवाद मामले में फैसला सुरक्षित कर लिया है। इस केस में कोर्ट 28 अगस्त को अपना फैसला सुनाएगी। उधर, सुप्रीम कोर्ट के ज्ञानवापी परिसर में हो रहे एएसआई सर्वे पर 26 जुलाई शाम 5 बजे तक रोक लगाने के आदेश के बाद मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुस्लिम पक्ष की ओर से रिट पिटीशन दाखिल की गई। पढ़िए पूरी खबर...
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40 फुट तक उछला पानी, पानीपत रिफाइनरी से CNG सप्लाई रोकी, पत्थर टकराने की संभावना
Yamuna River Gas Pipeline Leakage - हरियाणा के सोनीपत में यमुना में गैस की पाइपलाइन लीक हो गई। गांव घसौली के पास गैस लीक होते ही यमुना से पानी के बवंडर उठने लगे।
हरियाणा के सोनीपत में यमुना में गैस की पाइपलाइन लीक हो गई। गांव घसौली के पास गैस लीक होते ही यमुना से पानी के बवंडर उठने लगे। यह देख आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दी। प्रशासन ने तुरंत पुलिस की टीमें मौके पर भेजी। मौके के हालात देखते हुए तुरंत पानीपत रिफाइनरी से बात की गई। जिसके बाद पहले गैस का प्रेशर कम कराया गया। इसके बाद भी लीकेज कम नहीं हुई तो पानीपत और आसपास के क्षेत्रों के CNG की सप्लाई रोक दी गई है। फिलहाल गैस के अचानक लीक होने के पुख्ता कारण का पता नहीं चल पाया है। अधिकारी मान रहे हैं कि यमुना में पानी के तेज बहाव में आए पत्थर से टकराने के कारण पाइपलाइन लीक हो सकती है। मौके पर पुलिस की टीम तैनात कर दी गई है ताकि किसी तरह का कोई नुकसान न हो। यमुना में पाइपलाइन फटने के बाद की तस्वीरें... ऐसे चला गैस लीकेज का पता यमुना में बुधवार को गैस की लीकेज हुई। इसे सबसे पहले गांव के टीचर सुशील त्यागी ने देखा। उन्होंने आगे संपर्क किया। जिसके बाद सूचना गन्नौर के SDM निर्मल नागर तक पहुंची। सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत पुलिस की टीम को मौके पर भेजा। वहां यमुना से बवंडर उठते देख पुलिस ने पूरी रिपोर्ट दी। जिसके बाद तुरंत जिला प्रशासन ने रिफाइनरी के अधिकारियों को सूचित किया। रिफाइनरी के अधिकारियों ने पहले गैस का प्रेशर कम किया लेकिन बवंडर उठने बंद नहीं हुए। इसके बाद सप्लाई को तुरंत बंद करवा दिया गया है। फिलहाल इस पाइपलाइन से गैस की सप्लाई बंद हो चुकी है। सरपंच बोले- नुकसान होने से बचाव रहा जिस गांव घसौली में पाइपलाइन लीक हुई, वहां के सरपंच महेश उर्फ बबलू ने दैनिक भास्कर को बताया कि बुधवार सुबह गैस लीक होने का पता चला। गांव के क्षेत्र में गैस लीक का पता चलते ही वह मौके पर गए। हालांकि इस गैस का फिलहाल किसी तरह से कोई नुकसान नहीं हुआ। अब गैस की सप्लाई बंद हो चुकी है। फिर भी ग्रामीणों की यहां पूरी नजर बनी हुई है, ताकि गांव को कोई नुकसान न पहुंचे। पढ़िए... पानीपत रिफाइनरी ने इस मामले पर क्या कहा? सीनियर मैनेजर बोले- गैस सप्लाई बंद की रिफाइनरी के सीनियर मैनेजर आशीष ने बताया कि इस पाइपलाइन के जरिए रिफाइनरी से रिगैसीफाइड लिक्विड नेचुरल गैस (RLNG) उत्तर प्रदेश (UP) में भेजी जाती है। लीकेज को देखते हुए यूपी और पानीपत समेत कई क्षेत्रों में गैस सप्लाई को बंद कर दिया गया है। पाइपलाइन में लीकेज के कारण पता किया जा रहा है। पत्थर टकराने से पाइप टूटने की आशंका अभी तक यही अनुमान लगाया जाता है कि पानी के तेज बहाव में किसी पत्थर जैसी चीज के टकराने के कारण पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। चूंकि नदी में पानी का बहाव काफी तेज है इस कारण मरम्मत का काम अभी नहीं किया जा सकता। गैस कंपनी प्रबंधन अब इसकी मरम्मत का काम पानी कम होने के बाद ही शुरू करेगा। विकल्प के तौर पर पानीपत की गैस सप्लाई को कहीं ओर से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है।
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एस्ट्रोनॉट्स से बात नहीं हो पा रही थी, पहली बार बैकअप सिस्टम एक्टिव किया
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा में बिजली गुल होने के कारण मंगलवार को मिशन कंट्रोल और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बीच संपर्क टूट गया। Nasa loses contact with ISS after power outage
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा में बिजली गुल होने के कारण मंगलवार को मिशन कंट्रोल और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बीच संपर्क टूट गया। मिशन कंट्रोल, स्टेशन पर कमांड नहीं भेज पा रहा था और ऑर्बिट में मौजूद सात अंतरिक्ष यात्रियों से बात भी नहीं हो पा रही थी। ह्यूस्टन के जॉनसन स्पेस सेंटर की इमारत में अपग्रेड का काम चल रहा है, जिसके चलते बिजली गुल हो गई थी। स्पेस स्टेशन प्रोग्राम मैनेजर जोएल मोंटालबानो ने कहा कि न तो अंतरिक्ष यात्री और न ही स्टेशन कभी किसी खतरे में थे क्योंकि यह समस्या ग्राउंड से जुड़ी थी स्पेस स्टेशन में नहीं। बैकअप कंट्रोल सिस्टम्स ने 90 मिनट के भीतर टेकओवर कर लिया। आउटेज के 20 मिनट के भीतर, क्रू को रशियन कम्युनिकेशन सिस्टम्स के जरिए समस्या के बारे में सूचित कर दिया गया था। बैकअप सिस्टम को पहली बार एक्टिव करना पड़ा मोंटालबानो के अनुसार, यह पहली बार है कि नासा को कंट्रोल लेने के लिए इन बैकअप सिस्टम को एक्टिव करना पड़ा है। तूफान या अन्य आपदा की स्थिति में इवैक्यूएशन के लिए नासा ने ह्यूस्टन से मीलों दूर एक बैकअप कंट्रोल बनाया है, लेकिन मंगलवार के मामले में फ्लाइट कंट्रोलर्स, मिशन कंट्रोल में रुके रहे क्योंकि वो लाइट और एयर कंडीशनिंग का काम कर रहे थे। NASA के कंट्रोल से बाहर हो गया था स्टेशन दो साल पहले ISS अपनी कक्षा में जिस पोजिशन में रहता है वहां से 45 मिनट के लिए हट गया था। बाद में नासा के कंट्रोल सेंटर्स में मौजूद टीम ने कंट्रोल थ्रस्टर्स की मदद से स्टेशन को उसकी जगह पर पहुंचाया था। यह घटना रूसी लैबोरेटरी मॉड्यूल नाउका (Nauka) में तकनीकी खामी की वजह से हुई थी। नाउका के जेट थ्रस्टर्स अपने आप चालू हो गए थे। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है? इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाला एक बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसमें एस्ट्रोनॉट रहते हैं और माइक्रो ग्रैविटी में एक्सपेरिमेंट परफॉर्म करते हैं। यह 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैवल करता है। यह हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा पूरी कर लेता है। 5 स्पेस एजेंसीज ने मिलकर इसे बनाया है। स्टेशन का पहला पीस नवंबर 1998 में लॉन्च किया गया था।
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6 महीने से 6 साल तक के बच्चे को एडमिशन; 8 से 10 घंटे तक रखेंगे
हरियाणा के सरकारी और गैर सरकारी ऑफिसों में क्रेच पॉलिसी लागू हो गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिलाओं की जरूरत को देखते हुए तैयार की गई है। पॉलिसी के तहत 6 महीने से 6 साल तक के बच्चे को क्रेच में एडमिशन दिया जाएगा।
हरियाणा के सरकारी और गैर सरकारी ऑफिसों में क्रेच पॉलिसी लागू हो गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिलाओं की जरूरत को देखते हुए तैयार की गई है। पॉलिसी के तहत 6 महीने से 6 साल तक के बच्चे को क्रेच में एडमिशन दिया जाएगा। इसमें उस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चों को रखा जाएगा। इस दौरान 8 से 10 घंटे तक बच्चे के रखने के अनुकूल क्रेच स्थापित होंगी। क्रेच में हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड (HKRNL) के तहत कुशल एवं प्रशिक्षित स्टाफ लगाया जाएगा। इसमें क्रैच वर्कर को 15 हजार रुपए और सहायिका को साढ़े 7 हजार रुपए सैलरी दी जाएगी। इन संस्थानों में खोलना होगा जरूरी महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि 50 से अधिक कर्मचारियों वाले सभी संस्थानों को क्रेच खोलना अनिवार्य होगा। क्रेच में बच्चों के खेलने के सामान और खिलौने के साथ ही पौष्टिक भोजन, नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण, सोने की व्यवस्था, शिक्षा तथा शारीरिक व सामाजिक-भावनात्मक विकास के लिए तमाम इंतजाम होंगे। 165 क्रेच होंगे अपग्रेड मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले ही 500 क्रेच खोलने के निर्देश जारी कर चुके हैं। प्रदेश में अभी तक 16 जिलों में 165 क्रेच चालू किए जा चुके हैं। इन्हें नई पॉलिसी के तहत अपग्रेड किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अच्छी क्वालिटी और आधुनिक सुविधाओं से लैस क्रेच स्थापित करने के लिए मोबाइल क्रेच ऑर्गेनाइजेशन के साथ एमओयू साइन किया जा चुका है। महीने में 26 दिन खुलेंगे क्रेच महीने में 26 दिन खुले रहेंगे। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर पेरेंट्स और स्टाफ के आईडी कार्ड भी बनाए जाएंगे। क्रेच में किसी भी बच्चे को अकेला नहीं रहने दिया जाएगा। हर वक्त वर्कर और सहायिका की बच्चों पर नजर रहेगी। क्रेच में बच्चे को सुबह का नाश्ता, लंच और शाम को स्नैक्स भी दिया जाएगा, जिसका सारा खर्च सरकार की ओर से वहन होगा। सफाई और स्वच्छता के लिए हर महीने एक हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। क्रेच में बच्चों के सोने और फीडिंग रूम की भी व्यवस्था होगी।
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आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के 385 पद भरे जाएंगे, इंटरव्यू बेसिस पर होगा सिलेक्शन
मध्य प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी वर्कर, आंगनवाड़ी हेल्पर, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर के पदों पर भर्ती निकाली है. इन पदों पर भर्तियां इंदौर, धार, झबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और बुरहानपुर में होंगी. इस भर्ती के लिए आवेदन ऑफलाइन मोड में
मध्य प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी वर्कर्स, आंगनवाड़ी हेल्पर, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर्स के पदों पर भर्ती निकाली है। इन पदों पर भर्तियां इंदौर, धार, झबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और बुरहानपुर में होंगी। इस भर्ती के लिए आवेदन ऑफलाइन मोड में करें। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि आवेदन पत्र जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ जिले की संबंधित एकीकृत बाल विकास परियोजना के कार्यालय में 14 अगस्त 2023 तक जमा किए जा सकते हैं। नोटिस के अनुसार, आंगनबाड़ी पदों पर कुल 385 वैकेंसी हैं। खास तारीखें आवेदन की शुरुआती तारीख : 13 जुलाई 2023 आवेदन की आखिरी तारीख : 14 अगस्त 2023 वैकेंसी डिटेल्स एज लिमिट उम्मीदवारों की उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 45 साल होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी। एजुकेशनल क्वालिफिकेशन आवेदकों को किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से 10वीं कक्षा या उसके समकक्ष पास होना चाहिए। सिलेक्शन प्रोसेस उम्मीदवारों का सिलेक्शन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। भर्ती के लिए कोई भी लिखित परीक्षा नहीं होगी। ऑनलाइन आवेदन
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सरकार ने 135 पदों का किया इजाफा, 82,400 तक मिलेगी सैलरी
राजस्थान के आयुर्वेद विभाग में लंबे समय बाद होने जा रही चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती में सरकार ने 135 पदों की बढ़ोतरी की है। ऐसे में अब तक 652 पदों पर होने वाली भर्ती अब कुल 787 पदों पर की जाएगी। जिसके लिए 45 सालGovernment increased 135 female posts, will get salary up to 82,400
राजस्थान के आयुर्वेद विभाग में लंबे समय बाद होने जा रही चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती में सरकार ने 135 पदों की बढ़ोतरी की है। ऐसे में अब तक 652 पदों पर होने वाली भर्ती अब कुल 787 पदों पर की जाएगी। जिसके लिए 45 साल तक की उम्र के उम्मीदवार आयुर्वेद विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट http://dsrrau.info पर जाकर अप्लाई कर सकेंगे। योग्यता भर्ती प्रक्रिया में जो उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें किसी भी यूनिवर्सिटी से आयुर्वेद में ग्रेजुएट या समकक्ष होना जरूरी है। इसके साथ ही भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद अधिनियम 1970 के तहत मान्यता उनकी डिग्री को प्राप्त होना चाहिए। आयु सीमा भर्ती प्रक्रिया में 20 से 45 साल तक की उम्र के उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं। हालांकि, आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में भारत सरकार के नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी। सैलरी उम्मीदवारों को सिलेक्शन पर हर महीने की सैलरी 82 हजार 400 रुपए शुरूआती सैलरी दी जाएगी। सिलेक्शन प्रोसेस राजस्थान आयुर्वेद डिपार्टमेंट में होने वाली इस भर्ती में उम्मीदवारों का सिलेक्शन मेरिट के आधार पर किया जाएगा। ऐसे करें आवेदन
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चंचल का बिना बताए चले जाना अभिषेक बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था, उसके मन में कई सवाल थे
क्या सच में भूल हो गई थी अभिषेक से? अभिषेक चाहे जितना कहता कि वह चंचल के बारे में नहीं सोचेगा, उतना ही वह उसके ख्यालों में उलझता जा रहा था।
एक हफ्ता हो गया है, न चंचल फोन उठा रही है, न मैसेज का जवाब दे रही है। मैसेज शायद पढ़े भी नहीं, क्योंकि ब्लू टिक नहीं आ रहा था। फिर सोचा कि हो सकता है कि ब्लू टिक का ऑप्शन ही हटा दिया हो उसने… मन को तसल्ली देने के लिए क्या-क्या नहीं सोच गया था वह। क्या वह नाराज है, पर किस बात से? क्या उससे कोई गलती हो गई है? इतने दिनों में वह पिछली मुलाकात में उनके बीच हुए सारे संवादों को कई बार दोहरा चुका था। कुछ भी तो ऐसा नहीं कहा था उसने चंचल से जिससे वह नाराज होती या बुरा मान जाती तो फिर उस वजह से खफा है? लेकिन नाराजगी की इतनी बड़ी तो नहीं है वह बात और प्यार करने वालों के बीच वह सब होना तो आम बात है। फिर चंचल कोई पुराने ख्यालों की लड़की तो नहीं है। मॉडर्न जमाने की लड़की है, आजादी पसंद है, पॉलिटिकल साइंस में एमए कर रही है। संपन्न परिवार की है, समाज के तौर-तरीकों से परिचित है, उस वजह से नाराज हो सकती है, यह बात उसे बार-बार परेशान कर रही थी। हो सकता है मॉडर्न होने का लबादा पहने वह भी उन लड़कियों में से हो जो छोटे शहरों से कुछ बनने का सपना लेकर आती हैं। पर चंचल तो बरसों से बड़े शहर में रह रही है। आई पहले अकेली ही थी, पर फिर परिवार भी यहीं आ गया। पिता के पास पैसा है, इसलिए अपना घर भी खरीद लिया था। गांव में बहुत जमीन है उनकी और कई दुकानें भी। वक्त के साथ बदलाव को अपनाना अच्छा है, पर हो सकता है चंचल को वे बातें अच्छी न लगती हों। हालांकि उसके घरवाले नहीं जानते थे कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं और चंचल अक्सर अभिषेक से मिलती है। अभिषेक के दिमाग में हजार तरह की बातें दौड़ रही थीं। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। एक झुंझलाहट उसके भीतर पसरने लगी। ‘नहीं करना किसी को इतना प्यार! कमबख्त इश्क, इंसान को कहीं का नहीं छोड़ता। एक हफ्ते से परेशान हूं। रात की नींद गायब हो गई है, ऑफिस में मन नहीं लगता। नहीं बात करती तो न करे, मैं क्यों इतना दीवाना हुआ जा रहा हूं उसके पीछे? आखिर वह भी तो मुझसे प्यार करती है। वह नहीं मिस कर रही होगी मुझे? क्या पता वापस गांव जाकर बसने का मन बना लिया हो। हो सकता है शहर रास न आया हो। मुझसे पीछा छुड़ाना चाहती हो, इसीलिए तो कोई संपर्क नहीं रख रही।’ “भाई कुछ प्रॉब्लम होगी। ऐसे ही किसी निर्णय पर मत पहुंच। इतनी कड़वाहट मन में रखेगा तो प्यार के लिए जगह ही नहीं बचेगी।” अपने ममेरे भाई दीप की बात सुन भड़क उठा अभिषेक। दोनों में भाई से ज्यादा दोस्ती का रिश्ता था और एक दूसरे से कुछ नहीं छिपाते थे। “हमेशा चंचल का पक्ष मत लिया कर। अगर कोई प्रॉब्लम है तो वह मुझे बता सकती है। लेकिन उसका एटीट्यूड मुझे समझ नहीं आता। न जाने किस गुमान में रहने लगी है इन दिनों। सब कुछ अपने आप संभाल सकती है, के दायरे में जैसे घूम रही हो। पैसे का घमंड भी हो सकता है। मैं तो एक सरकारी नौकरीपेशा व्यक्ति हूं। चाहे जो कह दीप, पर प्यार में ऐसा नहीं किया जाता!” “मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि हम जिसे प्यार करते हैं, उस पर भरोसा करना चाहिए। बिना सच जाने कोई राय नहीं बनानी चाहिए। प्यार करता है तो उसके बारे में गलत सोचने के बजाय, उसका जवाब आने का इंतजार कर। अपने ईगो को इसमें मत आने दे। प्यार में ईगो नहीं, दूसरे की भावनाओं को समझने की जरूरत होती है।” दीप के जाने के बाद अभिषेक बहुत देर तक सोचता रहा। प्यार पर उसने अब तक जितनी भी किताबें पढ़ी थीं, उनके चैप्टर मन ही मन खोल कर फिर से पढ़ने लगा। आज उसे क्यों यह सोचने की जरूरत पड़ गई कि वह चंचल से प्यार करता भी है कि नहीं! पल भर को उसे लगा कि प्यार जैसी कोई चीज होती ही नहीं है। अगर है भी तो उसकी वजह से इतना तड़पना, इतना परेशान रहना… चंचल को अब न तो वह फोन करेगा, न मैसेज… अभिषेक उस रात चैन की नींद सोया। व्हाट्सएप मैसेज भी नहीं चेक करे, लेकिन भीतर कहीं उसे लग रहा था कि जरूर चंचल उसी वजह से नाराज होगी। तभी तो उस दिन उसके ‘किस’ करने के बाद फौरन ही बिना कुछ कहे चली गई। हां, उसने ‘किस’ किया था। नहीं रख पाया था काबू अपने ऊपर और उसके चेहरे को हाथों में भर उसके होंठ चूम लिए। हल्की-हल्की बारिश हो रही थी और हवा के मदमस्त करने वाले झोंके उसकी लटों के साथ अठखेलियां कर रहे थे। टाइट जींस और स्लीवलेस टॉप से झलकता उसका यौवन किसी को भी उस समय मदहोश कर सकता था। और वह तो उससे प्यार करता था, वह तो उसकी थी, उस पर अधिकार था। फिर कैसे रोक पाता खुद को? मौसम भी बेईमान हो रहा था। चंचल कुछ पल खड़ी रही। शायद जो हुआ उसे समझ या महसूस कर रही थी। फिर बिना कुछ कहे चली गई। क्या सच में भूल हो गई थी अभिषेक से? अभिषेक चाहे जितना कहता कि वह चंचल के बारे में नहीं सोचेगा, उतना ही वह उसके ख्यालों में उलझता जा रहा था। उसे याद न करे, उससे मिलने के लिए न व्याकुल हो… नहीं कर सकता वह ऐसा। चाहे चंचल को मनाना ही क्यों न पड़े, वह अपने प्यार को खोने को तैयार नहीं। उसे यकीन हो गया था कि यही प्यार है। प्यार के सारे चैप्टर उसे समझ आ गए। वह जाएगा चंचल से मिलने अपने सारे ईगो को एक तरफ रख। तभी उसके सवालों के जवाब मिल पाएंगे। घर बंद था चंचल का। पड़ोसन ने बताया कि कोई दस दिन पहले ही सारा परिवार कहीं गया था। “मेरी आदत नहीं है खोद-खोद कर पूछने की, इसलिए बाहर आकर पूछा नहीं। घर के अंदर से ही देखा कि वे कैब में बैठकर जा रहे हैं। सामान था साथ में।” निराश अभिषेक लौटने के लिए अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट कर ही रहा था कि एक कैब रुकी। हां, चंचल ही थी, पर अकेले। “हेलो अभिषेक, तुम यहां? अच्छा लगा तुम्हें देखकर।” अभिषेक का मन किया कि चंचल को बांहों में भर ले। उसे बताए कि कितना मिस किया उसे। उससे कहे कि वह उसके बिना नहीं रह सकता, कि वह उससे बहुत प्यार करता है। लेकिन यकायक उसके मुंह से निकला, “मैं सॉरी हूं। उस दिन के लिए मैं सॉरी हूं।” “किस दिन की बात कर रहे हो और किसलिए सॉरी बोल रहे हो?” चंचल ने हैरानी से पूछा। “बल्कि मैं सॉरी हूं। तुम्हारे फोन नहीं उठाए, मैसेज का जवाब नहीं दे पाई। जानती हूं तुम चिंतित होगे, पर क्या करती। सब कुछ अचानक ही हुआ। छोटे भाई ने जिद पकड़ ली कि वह विदेश में ही पढ़ाई करेगा। मुझे मम्मी-पापा को लेकर दिल्ली जाना पड़ा। इतने दिन तैयारी में ही निकल गए। तुम तो जानते हो कि पापा को इन सब बातों की जानकारी नहीं है। वहां मौसी रहती हैं, लेकिन वह खुद अपनी जिम्मेदारियों में फंसी हुई हैं। कुछ ठीक से सोच नहीं पा रही थी। फिर मम्मी की तबीयत खराब हो गई। अभी हॉस्पिटल में ही हैं। पापा उनके साथ हैं। मैं सॉरी हूं अभिषेक। मुझे तुम्हें इन्फॉर्म करना चाहिए था, पर अपनी समस्याओं का बोझ बस तुम पर नहीं डालना चाहती थी। आई लव यू,” कहते हुए चंचल ने अभिषेक के होंठों पर अपने अधर रख दिए। प्यार के सारे चैप्टर फिर से अभिषेक के मन में तेजी से पलटने लगे। - सुमना.बी E-इश्क के लिए अपनी कहानी इस आईडी पर भेजें: db।women@dbcorp।in सब्जेक्ट लाइन में E-इश्क लिखना न भूलें कृपया अप्रकाशित रचनाएं ही भेजें
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PM ने हमें आतंकियों से जोड़ा, उसी दिन गृह मंत्री ने सहयोग मांगा; आपकी कथनी-करनी में यही फर्क
Congress President Mallikarjun Kharge On Amit Shah Letter Response कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के 25 जुलाई के पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। 
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के 25 जुलाई के पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। खड़गे ने लिखा- अमित शाह जी, जिस दिन पीएम ने विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकवादी दल से जोड़ा, उसी दिन गृहमंत्री ने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैया अपनाने को कहा। दरअसल, शाह ने मंगलवार को खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को पत्र लिखकर कहा था कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को अनुकूल माहौल बनाना होगा। खड़गे की चिट्‌ठी के प्रमुख अंश... 1. सरकार की कथनी-करनी में फर्क खड़गे ने लिखा कि अमित शाह जी, आपका 25 जुलाई का पत्र तथ्यों से उलट है। मणिपुर की स्थिति पर INDIA अलायंस की पार्टियां PM से मांग कर रही हैं कि वे संसद को संबोधित करें, ताकि इस पर चर्चा हो सके, लेकिन आपके पत्र की भावनाओं में और आपकी करनी में जमीन आसमान का फर्क है। सदन में आपकी सरकार का रवैया असंवेदनशील और मनमाना रहा है। 2. छोटी घटनाओं पर सांसदों को सत्र से निलंबित करना नियमों के खिलाफ खड़गे ने कहा कि छोटी घटनाओं को बड़ा बनाकर सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। हम रोज बहस का नोटिस देते हैं, लेकिन सत्तापक्ष के लोग सदन की कार्यवाही नहीं चलने देते हैं। संसद की कार्यवाही को लेकर अब तक निराशा ही हाथ लगी है। 3. पीएम का हमें आतंकी दल से जोड़ना और दिशाहीन बताना दुर्भाग्यपूर्ण खड़गे ने कहा कि जिस दिन पीएम ने देश के विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकी दल से जोड़ा, उसी दिन आपने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैये की अपेक्षा की। PM का विपक्षी दलों को दिशाहीन बताना बेतुका ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है। 4. पक्ष-विपक्ष दोनों का आचरण इतिहास में दर्ज होता है खड़गे ने लिखा कि लंबे समय तक सरकार चलाने के बाद हम जानते हैं कि इतिहास के पन्नों में पक्ष और विपक्ष दोनों का आचरण दर्ज होता है। हमारी जवाबदेही मौजूदा पीढ़ी के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। सत्र के दौरान रोज़ सरकार और विपक्ष का आचरण सदन के सामने रहता है आज भी रहेगा। आपकी कथनी और करनी में कितनी समानता रहेगी, यह विपक्ष समेत पूरा देश देखेगा। पीएम ने विपक्षी गठबंधन की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से की थी मंगलवार को PM मोदी की अध्यक्षता में भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें PM ने विपक्षी गठबंधन के नाम I.N.D.I.A पर कहा- जो लोग सत्ता चाहते हैं और देश को तोड़ना चाहते हैं वो ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे नाम रख रहे हैं। इनमें भी इंडिया आता है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) में भी इंडिया नाम आता है, लेकिन लोग इससे गुमराह नहीं होंगे। संसद में अब तक की कार्यवाही से जुड़ी खबरें पढ़ें... 20 जुलाई: मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर की घटना पर बोले मोदी- मन क्रोध से भरा संसद शुरू होने से पहले PM मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने के मामले पर कहा, मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं।' पूरी खबर यहां पढ़ें... 21 जुलाई: दूसरे दिन भी मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया, 20 मिनट भी नहीं चली कार्यवाही सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की कार्यवाही कुल 19 मिनट, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही 18 मिनट चली। दोनों सदनों को 24 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। सुबह 11 बजे लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है। कुछ दल हैं जो सदन चलने नहीं देना चाहते। पूरी खबर यहां पढ़ें... 24 जुलाई: सत्र के तीसरे दिन AAP सांसद संजय सिंह सस्पेंड हुए; शाह बोले- सरकार चर्चा को तैयार संसद में मानसून सत्र के तीसरे दिन मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर सभापति जगदीप धनखड़ से बहस कर रहे AAP सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र से सस्पेंड कर दिया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 25 जुलाई: सत्र के चौथे दिन विपक्ष ने शाह के भाषण पर मणिपुर-मणिपुर की नारेबाजी की, इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए सत्र के चौथे दिन भी मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए। पूरी खबर यहां पढ़ें... 26 जुलाई: मणिपुर पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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90 विस सीटों पर यात्राओं का शेड्यूल जारी; टारगेट पर विधानसभा और लोकसभा चुनाव
लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तिरंगा यात्रा शुरू करने जा रही है। यह यात्राएं सभी 90 विधानसभाओं में आयोजित की जाएंगी। पार्टी नेतृत्व ने सभी मोर्चों को इन यात्राओं को आयोजित करने की जिम्मेदारी दी है।
अगले साल होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तिरंगा यात्रा शुरू करने जा रही है। यह यात्राएं सभी 90 विधानसभाओं में निकाली जाएंगी। पार्टी नेतृत्व ने सभी मोर्चों को इन यात्राओं को आयोजित करने की जिम्मेदारी दी है। इसके लिए पार्टी की ओर से शेड्यूल भी जारी किया गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) को 22 यात्राएं निकालने की जिम्मेदारी दी गई है। हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ और पार्टी प्रभारी और त्रिपुरा के पूर्व CM बिप्लब देब की ओर से महिला मोर्चा को भी जिम्मेदारी में शामिल किया गया है। महिला मोर्चा प्रदेश में 14 तिरंगा यात्राएं निकालेगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने बताया कि इन यात्राओं में प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के साथ मंत्री, विधायक भी शामिल होंगे। यात्राओं की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। भाजयुमो को इन विधानसभाओं की जिम्मेदारी पार्टी की ओर से भाजयुमो को पंचकूला, अंबाला कैंट, यमुनानगर, थानेसर, पुंडरी, असंध, राई, किलोई, जुलाना, फतेहाबाद, तोशाम, पानीपत ग्रामीण, आदमपुर, दादरी, सिरसा, नांगल चौधरी, रेवाड़ी, बादली, बादशाहपुर, बड़खल, पलवल और नूंह विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई है। प्रकोष्ठ व विभागों को चार विधानसभा सोनीपत, फरीदाबाद, हिसार और हांसी में तिरंगा यात्रा निकालने को कहा गया है। CM सिटी की महिला मोर्चा को कमान बीजेपी की ओर से सीएम सिटी करनाल में महिला मोर्चा को तिरंगा यात्रा निकालने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा कालका, पानीपत, गन्नौर, जींद, रोहतक, उकलाना, ऐलानाबाद, भिवानी, महेंद्रगढ़, बेरी, गुरुग्राम, एनआईटी और पुहाना में महिला मोर्चा तिरंगा यात्रा निकालेगी। इसके अलावा ओबीसी मोर्चा को 14, अनुसूचित जाति मोर्चा को 16 और अल्पसंख्यक मोर्चा को एक तिरंगा यात्रा निकालने की जिम्मेदारी दी गई है।
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कोविड लॉकडाउन में फेसबुक पर प्यार हुआ था; घर से भागकर कोर्ट मैरिज की
Assam Golaghat Triple Murder Case - Follow Assam Murder News, Crime Latest Headlines And Updates On Dainik Bhaskar. असम के गोलाघाट में एक शख्स ने अपनी पत्नी और सास-ससुर की हत्या कर दी। तीनों का मर्डर करने के बाद शख्स अपनी 9 महीने की बच्ची को लेकर थाने पहुंचा
असम के गोलाघाट में एक शख्स ने अपनी पत्नी और सास-ससुर की हत्या कर दी। तीनों का मर्डर करने के बाद शख्स अपने 9 महीने के बेटे को लेकर थाने पहुंचा। वहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। गोलाघाट जिले के SP पुष्किन जैन ने बताया कि घटना सोमवार की है। आरोपी की पहचान नाजिबुर रहमान के तौर पर हुई है। उसने अपनी पत्नी संघमित्रा घोष, सास जुनू घोष और ससुर संजीब घोष की हत्या की। मामले में जांच जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों को फेसबुक के जरिए प्यार हुआ था, जिसके बाद दोनों ने घर से भागकर कोर्ट मैरिज की थी। घर से भागे, कोलकाता में कोर्ट मैरिज की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाजिबुर रहमान की जून 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान संघमित्रा (24) से फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी। जल्द ही ये दोस्ती प्यार में बदल गई और वे दोनों अक्टूबर में कोलकाता भाग गए। संघमित्रा के पेरेंट्स उसे वापस ले आए, लेकिन उससे पहले ही दोनों ने कोलकाता कोर्ट में शादी कर ली थी। 2021 में संघमित्रा के पेरेंट्स ने उस पर चोरी करने का इल्जाम लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद संघमित्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और वह एक महीने तक न्यायिक हिरासत में रही। जमानत मिलने के बाद वह अपने पेरेंट्स के घर लौट आई। जनवरी में चेन्नई भागे, नवंबर में बेटे को जन्म दिया जनवरी 2022 में संघमित्रा और नाजिबुर दोबारा चेन्नई भाग गए। वहां वे 5 महीने रहे। पिछले साल अगस्त में वे गोलाघाट वापस आ गए और नाजिबुर के घर पर रहने लगे। नवंबर में संघमित्रा ने बेटे को जन्म दिया। 4 महीने बाद संघमित्रा पति का घर छोड़कर पेरेंट्स के पास लौट गई। उसने नाजिबुर पर टॉर्चर करने का इल्जाम लगाया और शिकायत दर्ज कराई। उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ और गिरफ्तार कर लिया गया। 28 दिन बाद वह जमानत पर रिहा हुआ। बेटे से न मिलने देने पर बढ़ा विवाद जेल से बाहर आने के बाद वह अपने बेटे से मिलने गया, लेकिन संघमित्रा के पेरेंट्स ने उसे मिलने नहीं दिया। इसे लेकर अप्रैल में नाजिबुर के भाई ने संघमित्रा और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। महीनों तक नाजिबुर और संघमित्रा के बीच विवाद चलता रहा। सोमवार को विवाद बढ़ा तो नाजिबुर ने संघमित्रा और उसके पेरेंट्स को मार दिया। असम पुलिस चीफ जीपी सिंह ने कहा कि मामले की जांच के लिए CID को लगाया गया है।
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BJP पर फर्जी पत्र बनाने का आरोप, लेटर में लिखा- मंत्री से फंड नहीं मिल रहे
कर्नाटक में 11 विधायकों ने सीएम सिद्धारमैया को 25 जुलाई कोAccused of making fake letter on BJP, wrote in the letter – Funds are not being received from the minister ए
कर्नाटक में 11 विधायकों ने सीएम सिद्धारमैया को 25 जुलाई को एक शिकायत पत्र दिया। इस मामले में विधायक ने यू-टर्न ले लिया। मंगलवार शाम को कुछ ही घंटो बाद कांग्रेस विधायक बी आर पाटिल ने पत्र को फर्जी बताया। जिस लेटर पेड पर 11 विधायकों के हस्ताक्षर है वह उनका नहीं है। वह इस मामले में जांच चाहते है। विधायक ने कहा- लेटर पैड का मिस यूज होने का सवाल ही नहीं उन्होंने लेटर हैड दिखाते हुए कहा कि ये मेरा लेटर हेड है इसके सारे सीरियल नंबर मैं रखता हूं ऐसे में इसके दुरुपयोग होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। और जो लेटर जारी हुआ है उसमें सीरियल नंबर नहीं है। वह फर्जी पत्र है। BJP पर फर्जी पत्र फैलाने का आरोप उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि शायद यह लेटर BJP जारी किया होगा। इसकी जांच होनी चाहिए। डिप्टी सीएम शिवकुमार बोले किसी ने लेटर नहीं लिखा कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार शिकायत पत्र को फर्जी बताते हुए कहा - किसी ने कोई लेटर नहीं लिखा, सरकार बने हुए महीना भर हुआ है। यह विपक्ष की साजिश है। साथ ही कांग्रेस नेता बसवराज रायरेड्‌डी ने कहा कि लगभग 30 विधायकों ने सीएम सिद्धारमैया को कोऑर्डिनेशन की कमी को लेकर पत्र लिखा है। लेटर में क्या लिखा है कांग्रेस विधायक पाटिल ने 10 विधायकों के साथ जॉइंट लेटर में लिखा है हम जनता की उम्मीद के अनुसार काम नहीं कर पा रहे है। 20 से ज्यादा मंत्री हमारे क्षेत्र के कामों के लिए जवाब तक नहीं देते। हमें मंत्रियों से फंड की बातचीत लिए किसी तीसरे व्यक्ति से बात करनी पड़ती है। जिससे हम निराश है। हांलाकि सीएम सिद्धारमैया ने कांग्रेस विधायकों की 27 जुलाई को मीटिंग बुलाई है। पिछले दिनों बीआर पाटिल ने बीमा योजना को लूट कहा था पिछले दिनों बीआर पाटिल ने बीमा कंपनी की योजनाओं को लूट कहा था। साथ ही कहा था कि कर्नाटक के किसानों की आय बहुत कम है। ऐसे में बीमा कंपनियां भारी प्रीमियम वसूल करती है। जरूरत पड़ने पर किसानों को सही भुगतान भी नही करती। दैनिक भास्कर की और खबरें पढ़े कर्नाटक में निरस्त होगा धर्मांतरण विरोधी कानून, सिद्धारमैया कैबिनेट का फैसला कर्नाटक की मौजूदा कांग्रेस सरकार ने पिछली भाजपा सरकार के धर्मांतरण विरोधी कानून को निरस्त करने का फैसला किया है। सिद्धारमैया सरकार 3 जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में इससे जुड़ा एक विधेयक पेश करेगी। पूरी खबर पढ़े... शिवकुमार बोले-2017 में सिद्धारमैया ने विरोध से डरकर प्रोजेक्ट रोका कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने कहा है, 'जब सिद्धारमैया पिछली बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे, तो उन्होंने डर के चलते एक प्रोजेक्ट को रोक दिया था, मैं होता तो उसे पूरा करता।' शिवकुमार ने बेंगलुरु के संस्थापक केंपेगौड़ा की जयंती के मौके विधानसभा में यह बयान दिया। पूरी खबर पढ़े...
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हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड में अप्रेंटिसशिप के 184 पदों पर निकली भर्ती, 5 अगस्त तक करें अप्लाई
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) ने बीते दिनों एक भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया था. जिसके अनुसार संस्थान में अप्रेंटिस के बम्पर पद पर भर्तियां की जाएंगी. इन पद के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट बेहद करीब आ चुकी है. इच्छुक और पात्र उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) में अप्रेंटिस के पदों पर भर्ती निकाली गई है। इन पदों के लिए 6 जुलाई से आवेदन शुरू है। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट hindustancopper.com पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। इस भर्ती अभियान के लिए अप्लाई करने की आखिरी तारीख 5 अगस्त तय की गई है। चयनित उम्मीदवारों को ट्रेड के आधार पर 1-3 वर्ष की ट्रेनिंग दी जाएगी। पदों की संख्या : 184 एजुकेशनल क्वालिफिकेशन उम्मीदवारों का किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं/ 12वीं / संबंधित ट्रेड में आईटीआई पास होना जरूरी है। एज लिमिट उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 18 साल व अधिकतम उम्र 25 साल तय की गई है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियम के अनुसार छूट दी जाएगी। सिलेक्शन प्रोसेस शैक्षणिक योग्यता में मिले अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। सिलेक्टेड उम्मीदवारों का मेडिकली फिट होना जरूरी है। ऐसे करें अप्लाई ऑफिशियल वेबसाइट
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लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी लेकर घर में घुसे लोग; पड़ोसी के खिलाफ मामला दर्ज
Man beaten to death in Odisha over suspicions of practicing witchcraft| ओडिशा में एक व्यक्ति को लोगों ने काला जादू करने के शक में पीट-पीट कर मार दिया। घटना सोमवार को ओडिशा के संबलपुर जिले के डिमिरिकुडा गांव में हुई। मृतक का नाम शुक्रु माझी (50) है। घटना को मृतक के घर में अंजाम दिया गया
ओडिशा में एक व्यक्ति को लोगों ने काला जादू करने के शक में पीट-पीट कर मार दिया। घटना सोमवार को ओडिशा के संबलपुर जिले के डिमिरिकुडा गांव में हुई। मृतक का नाम शुक्रु माझी (50) है। घटना को मृतक के घर में अंजाम दिया गया है। मृतक के पड़ोसी ने कई बार उस पर काला जादू करने का आरोप लगाया था। इसको लेकर पड़ोसी और मृतक के बीच में पहले भी झगड़े हुए थे। किसिंडा पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि मामले को लेकर पड़ोसी पर FIR दर्ज की गई। मृतक के बेटे की मौत की बाद पड़ोसी का शक जागा रैड़ाखोल सब-डिविजन के पुलिस अधिकारी ने बताया कि चार साल पहले माझी के चार साल के बेटे की मौत भी हुई थी। इसके बाद से पड़ोसी को लगने लगा कि माझी ने अपने बेटे की बलि दी है। उसे डर था कि माझी और लोगों की बलि न दे, इसलिए उसने कुछ और लोगों के साथ मिलकर उसे मार डाला। पड़ोसी को मंगलवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया है। लाठी, डंडों से पीटकर हत्या की मृतक की पत्नी रतनी ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात पड़ोसी के साथ चार-पांच लोग उनके घर में घुसे और लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी से उसके पति को मारने लगे। घटना के समय रतनी घर के पीछे हिस्से में काम कर रही थी। हथियार के साथ लोगों को देख कर वह डर के मारे घर के पीछे छिप गई। थोड़ी देर बाद जब वह घर के अंदर आई तो उसका पति फर्श पर बेहोश पड़ा था। थोड़ी देर बाद गांव के लोग माझी को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किसिंडा पुलिस स्टेशन इंचार्ज ने बताया कि मौके से लाठी,डंडे और कुल्हाड़ी बरामद की गई है। आप ये खबर भी पढ़ सकते है.... हवा में तस्वीरें देखने वाले जादूगर ने छापे टैरो कार्ड्स:काला जादू समझ डरते थे लोग, भारतीय बंजारों ने दुनिया को सिखाई ये कला​​​​​​​ दीवाली मेला हो या कोई एग्जीबिशन, सेलिब्रिटी की शादी हो या रियलिटी शो का फिनाले, क्रिकेट मैच हो या चुनाव का सीजन…हर अहम मौकों पर टैरो कार्ड रीडर्स भविष्य बताने के लिए बैठे मिलते हैं। सुबह अखबार में भी जो कॉलम उत्सुकता के साथ पढ़ा जाता है, वह भविष्य फल का होता है। जाने-अनजाने निगाह ठहर ही जाती है, यह सोचकर कि आज का दिन कैसा गुजरेगा। पूरी खबर पढ़ें... केरल में काला जादू के खिलाफ कानून की मांग:बिल बना लेकिन विधानसभा में पेश नहीं हुआ दो महिलाओं का अपहरण किया। तांत्रिक पूजा-पाठ की और बलि चढ़ा दी। शव के कई टुकड़े किए और गड्‌ढों में गाड़ दिया। एक की हत्या 26 सितम्बर और दूसरी की 6 जून को हुई। यह सब हुआ देश के सबसे साक्षर राज्य कहे जाने वाले केरल में। सबसे पढ़े-लिखे राज्य में बढ़ते अंधविश्वास के हालात इतने भयावह हैं कि इसके खिलाफ कानून की मांग उठने लगी है। पूरी खबर पढ़ें....​​​​​​​
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सेंसेक्स में 351 अंकों की तेजी, निफ्टी 19,778 के स्तर पर बंद हुआ
मिलेजुले ग्लोबल संकेत के बीच शेयर बाजार में आज यानी बुधवार (26 जुलाई) को तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स करीब 300 अंक चढ़कर 66,650 के करीब कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में करीब 70 अंकों की तेजी है। Sensex rises by more than 300 points, Nifty also reaches 19750 level
शेयर बाजार में आज यानी बुधवार (26 जुलाई) को तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 351 अंक चढ़कर 66,707 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 98 अंकों की तेजी रही। ये 19,778 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं जून तिमाही के रिजल्ट के बाद PNB का शेयर 4.17% चढ़ा है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 19 में तेजी और 11 में गिरावट रही। NSE पर ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा 1.50% की तेजी पीएसयू बैंक इंडेक्स में रही। रियल्टी और FMCG भी 1% से ज्यादा चढ़े। ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में मामूली गिरावट रही। ऑटो 0.01% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.31% गिरकर बंद हुआ। यथार्थ हॉस्पिटल का IPO आज ओपन हुआ यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए आज ओपन हो गया है। रिटेल निवेशक इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के लिए 28 जून तक बोली लगा सकेंगे। 7 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे। इस IPO के जरिए कंपनी 490 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। रिजल्ट के बाद PNB का शेयर 4.17% उछला पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी का मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में चार गुना होकर 1,255 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। डूबे कर्ज में कमी और ब्याज आय बढ़ने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 308 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। रिजल्ट के बाद पीएनबी का शेयर 4.17% बढ़कर 63.21 रुपए पर बंद हुआ। अजमेरा रियल्टी का मुनाफा 82% बढ़ा अजमेरा रियल्टी का मुनाफा जून तिमाही में 82% बढ़कर 21.1 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 12 करोड़ का मुनाफा हुआ था। वहीं आय 52.3 करोड़ रुपए से बढ़कर 116.1 करोड़ रुपए हो गई है। EBITDA 15.5 करोड़ रुपए से बढ़कर 37.3 करोड़ रुपए हो गया है। इसका शेयर 3.83% बढ़कर 382.30 रुपए पर बंद हुआ। कल सेंसेक्स 29 अंक गिरकर 66,355 के स्तर पर बंद हुआ था शेयर बाजार में मंगलवार (25 जुलाई) को फ्लैट कारोबार देखने को मिला था। सेंसेक्स 29 अंक गिरकर 66,355 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में सिर्फ 8 अंक की तेजी रही, ये 19,680 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 16 में तेजी और 14 में गिरावट रही।
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कंपनी ने रेडमी 12 स्मार्टफोन, वॉच 3 और स्मार्ट टीवी X सीरीज के टीजर जारी किए
चाइनीज टेक कंपनी रेडमी 12 5G स्मार्टफोन को भारत में एक अगस्त को लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने सोशल मीडिया पर फोन का टीजर जारी किया है, जिसमें फोन के बैक पैनल को दिखाया गया है।
रेडमी इंडिया का लॉन्चिंग इवेंट एक अगस्त को होगा। इससे पहले कंपनी ने आज (26 जुलाई) इवेंट में लॉन्च होने वाले रेडमी 12 5G स्मार्टफोन, रेडमी वॉच 3 और स्मार्ट टीवी X सीरीज के टीजर जारी किए हैं। टीजर में तीनों डिवाइस के स्पेसिफिकेशन और फीचर्स शेयर किए गए हैं। हम यहां सभी डिवाइस के बारे में बता रहे हैं। रेडमी 12 5G की शुरुआती कीमत 9,999 रुपए रेडमी 12 स्मार्टफोन को ग्लोबल मार्केट में पेश किया जा चुका है। ग्लोबल वैरियंट केवल 4G तकनीक के साथ आया था इंडियन मॉडल 5G के साथ आने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्मार्टफोन दो वैरिएंट में आएगा। इसके 6GB रैम + 128GB स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 9,999 रुपए और 8GB रैम + 256GB स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 13,999 रुपए हो सकती है। स्मार्टफोन पेस्टर ब्लू, मूनस्टोन सिल्वर और जेड ब्लैक कलर ऑप्शन के साथ आएगा। रेडमी 12 5G के स्पेसिफिकेशन (एक्सपेक्टेड) रेडमी वॉच 3 एक्टिव कंपनी ने भारत में अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर रेडमी वॉच 3 एक्टिव स्मार्टवॉच का टीजर पेज लाइव किया है। वॉच ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुकी है, ऐसे में इसमें मिलने वाले फीचर्स सामने आ चुके हैं। इसकी कीमत 3 से 5 हजार रुपए के बीच हो सकती है। रेडमी वॉच 3 एक्टिव के फीचर्स स्मार्टवॉच में 1.83-इंच एमोलेड डिस्प्ले मिलेगा। वॉच कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। इसमें ब्लूटूथ कॉलिंग, ब्लड-ऑक्सीजन मॉनिटरिंग, हार्ट रेट मॉनिटरिंग, स्लीपिंग टाइम मॉनिटरिंग और 100+ स्पोर्ट्स मोड का सपोर्ट मिलता है। इसके अलावा स्मार्टवॉच में महिलाओं के लिए भी हेल्थ फीचर्स हैं। वॉच 3 एक्टिव में 200+ पर्सनलाइज्ड वॉच फेस का सपोर्ट मिलता है। वॉच 3 एक्टिव 5ATM वॉटर रेजिस्टेंट रेटिंग के साथ आती है। यानी इसे स्विमिंग या अन्य वॉटर एक्टिविटी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी का कहना है कि वॉच 3 एक्टिव फुल चार्ज के बाद नॉर्मल यूज के साथ 12 दिन तक चल सकती है। हालांकि, हैवी यूज के बाद 8 दिन की बैटरी लाइफ मिलती है।
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जेब में छिपाकर लाया था, गंगा राम अस्पताल की घटना; डिप्रेशन का इलाज करवा रहा था
Delhi Ganga Ram Hospital Doctor Assault Case - दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में मंगलवार को एक मरीज ने सीनियर न्यूरोसर्जन पर चाकू से हमला कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों और गार्ड्स ने उसको पकड़ा तब जाकर डॉक्टर की जान बच सकी
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में मंगलवार को एक मरीज ने सीनियर न्यूरोसर्जन पर चाकू से हमला कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों और गार्ड ने उसको पकड़ा, जिसके बाद डॉक्टर की जान बच सकी। हमले में डॉक्टर के अंगूठे पर हल्की चोट आई है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि युवक डिप्रेशन में था। उसका इलाज चल रहा था। वो चाकू को जेब में छिपाकर लाया था। फिलहाल उस पर केस दर्ज कर लिया गया है। उसे हिरासत में लिया गया है। 2021 से मरीज का इलाज चल रहा था पुलिस के मुताबिक, मरीज बिहार का रहने वाला है। उसका नाम राजकुमार है। वो 21 साल का है। उसका 2021 से न्यूरो सर्जरी के चेयरमैन डॉ. सतनाम सिंह छाबड़ा की निगरानी में इलाज चल रहा था। वो मंगलवार को भी इलाज कराने आया था। दोपहर करीब 3.50 बजे वो ओपीडी में आया था। उसके पास जेब में एक छोटा चाकू था। इलाज के दौरान अचानक उसे गुस्सा आ गया। इसके बाद उसने डॉक्टर पर चाकू से हमला कर दिया। डॉक्टर की गर्दन पर हमला करना चाहता था मरीज घटना के दौरान मौके पर मौजूद मरीजों ने बताया कि राजकुमार डॉक्टर की गर्दन पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। उसे वहां पहुंचने से पहले ही रोक लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना को लेकर डॉक्टरों में नाराजगी है। वे घटना का विरोध कर रहे हैं। हालांकि, अस्पताल ने अभी तक इस मामले में कुछ नहीं कहा है। डॉक्टरों पर हमले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... अस्पताल के वार्ड बॉय ने महिला डॉक्टर पर किया हमला, मामूली विवाद पर सर्जरी वाले कैंची से किए कई वार​​​​​​​​​​​​​​ महाराष्ट्र के नासिक में एक प्राइवेट अस्पताल के वार्ड बॉय ने एक महिला डॉक्टर पर हमला कर दिया। हमले के बाद डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गई। इस मामले में वार्डबॉय अनिकेत डोंगरे को गंगापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूरी खबर पढ़ें... हरियाणा में डॉक्टर पर लोहे की रॉड से हमला, हाथ में आया फ्रेक्चर; दो फोन भी तोड़े हरियाणा के अंबाला जिले में मरीज के घर ट्रीटमेंट करने गए MBBS डॉक्टर पर लोहे की रॉड से हमला करने का मामला सामने आया है। हमले में डॉक्टर की बाजू में फ्रेक्चर आया है। बराड़ा थाना पुलिस को शिकायत सौंप डॉक्टर ने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पूरी खबर पढ़ें...
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कहा- पहले अंग्रेज भारत में बोलते थे, अब हम बोल रहे और ये सुन रहे
Bageshwar Dham Pandit Dhirendra Krishna Shastri London Ram Katha Update बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री लंदन गए हुए हैं। यहां वो लोगों को राम कथा सुना रहे हैं। यहीं पर एक प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा- हम कोहिनूर लेकर ही भारत वापस जाएंगे।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री लंदन गए हुए हैं। यहां वो लोगों को राम कथा सुना रहे हैं। यहीं पर एक प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा- हम कोहिनूर लेकर ही भारत वापस जाएंगे। भक्तों से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उन्हें लगातार भारत से फोन आ रहे हैं और लोग पूछ रहे हैं कि वो भारत कब लौटेंगे। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अब उनको लंदन में ही अच्छा लग रहा है। पहले अंग्रेज भारत जाकर बोलते थे और हमारे दादा सुनते थे, लेकिन अब हम इंग्लैंड आकर बोलते हैं और वहां के लोग बातें सुनते हैं। पंडित शास्त्री ने कहा कि ब्रिटेन के लोग बहुत अच्छे हैं। मैं चाहता हूं कि यहां के राजा ऐसे ही देश की इकोनॉमी और अध्यात्म बढ़ाते रहें। इसके साथ ही उन्होंने लंदन के लोगों को धन्यवाद भी कहा। ब्रिटेन ने माना- जबरन ले गए थे कोहिनूर इससे पहले मई में ब्रिटेन की रॉयल फैमिली ने ये मान लिया था कि ईस्ट इंडिया कंपनी भारत से कोहिनूर हीरा ले गई थी। महाराजा दलीप सिंह को इसे सरेंडर करने के लिए मजबूर किया गया था। ब्रिटेन के टावर ऑफ लंदन में रॉयल ज्वेल्स की प्रदर्शनी में बताया गया है कि लाहौर संधि के तहत दलीप सिंह के सामने कोहिनूर सौंपने की शर्त रखी गई थी। बकिंघम पैलेस के रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट की मंजूरी के बाद प्रदर्शनी में ये टेक्स्ट लिखा गया है। कोहिनूर हीरा 'विजय का प्रतीक' क्राउन ज्वेल्स एग्जीबिशन में कोहिनूर पर एक फिल्म भी दिखाई गई है। इसमें इसके पूरे इतिहास को एक ग्राफिक मैप के जरिए दिखाया गया है। इसमें बताया गया है कि हीरे को गोलकुंडा की खदानों से निकाले जाने का दावा किया जाता है। इसके बाद एक तस्वीर में महाराजा दलीप सिंह इसे ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंपते नजर आ रहे हैं। एक और तस्वीर में ब्रिटेन की क्वीन मदर के ताज में कोहिनूर जड़ा नजर आ रहा है। टॉवर ऑफ लंदन में ये एग्जीबिशन किंग चार्ल्स की ताजपोशी के अवसर पर लगाई गई है। 6 मई को किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला की ताजपोशी हुई थी। भारत कई बार कोहिनूर वापस मांग चुका है कोहिनूर जड़े ताज को सबसे पहले ब्रिटेन की क्वीन मदर ने पहना था। इसके बाद ये ताज क्वीन एलिजाबेथ को मिला था। इस ताज में कोहिनूर के अलावा अफ्रीका का बेशकीमती हीरा ग्रेट स्टार ऑफ अफ्रीका सहित कई कीमती पत्थर जड़े हैं। इसकी कीमत करीब 40 करोड़ डॉलर आंकी गई है। भारत ने ब्रिटेन के सामने कई बार कोहिनूर हीरे पर अपना कानूनी हक होने का दावा किया है। कई देश करते हैं कोहिनूर पर अपना दावा कोहिनूर हीरे का इतिहास विवादों से भरा रहा है। कहा जाता है कि साल 1849 में जब अंग्रेजों ने पंजाब पर कब्जा किया तो इस हीरे को ब्रिटेन की तब की महारानी विक्टोरिया को सौंप दिया गया था। बाद में इसे और कई हीरों के साथ ब्रिटेन के शाही ताज में लगा दिया गया। भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और ईरान भी इस हीरे पर अपना दावा कर चुके हैं।
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साइलेंट ट्रीटमेंट शारीरिक हिंसा जैसा, वर्कप्लेस और जेल में भी सजा का बना हथियार
Silent Treatment Disadvantages Explained - How to Deal with the Silent Treatment. चुप्पी सुख से ज्यादा दुख देने वाली होती है। इसे ‘साइलेंट ट्रीटमेंट’ कहा जाता है, जिसमें आप सामने वाले को इग्नोर करते हैं और उसे यह महसूस करवाते हैं कि उसकी आपकी जिंदगी में कोई वैल्यू नहीं है
‘एक चुप, सौ सुख’ या ‘एक चुप, सौ को हराए’। ये बोलचाल की कहावते हैं जो रिश्तों को बिगड़ने से बचाती हैं, लेकिन जब पार्टनर चुप्पी साध ले तो ये बिगड़ते रिश्ते की ओर इशारा करता है। ये चुप्पी सुख से ज्यादा दुख देने वाली होती है। इसे ‘साइलेंट ट्रीटमेंट’ कहा जाता है, जिसमें आप सामने वाले को इग्नोर करते हैं और उसे यह महसूस करवाते हैं कि उसकी आपकी जिंदगी में कोई वैल्यू नहीं है। चारों ओर चुप्पी की दीवार खड़ी करना पार्टनर की तौहीन अक्सर साइलेंट ट्रीटमेंट का इस्तेमाल अपनी बात मनवाने, किसी पर हावी होने, नाराजगी जताने, रिश्ते में खड़ी हो रही समस्याओं को नजरअंदाज करने के लिए और रिश्ते से कटने के लिए हथियार के तौर पर किया जाता है। रिश्ता जब असहनीय होने लगे तो यही साइलेंट ट्रीटमेंट होता है। इसमें ‘स्टोनवॉलिंग’ यानी अपने चारों तरफ चुप्पी की दीवार खड़ी कर लेना, ‘कोल्डशोल्डर’ यानी किसी के प्रति ठंडा रवैया अपनाया आता है। ये सभी रिश्ते के बहिष्कार के अलग-अलग रूप हैं। ये रिश्ता पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल भी हो सकता है। साइलेंट ट्रीटमेंट करने वाले के दिमाग में क्या चलता है मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की साइकोलॉजिस्ट डॉ. सौम्या निगम कहती हैं ऐसे लोग रिश्ते में कभी झुकते नहीं हैं। वे अपने अलावा दूसरे को सही नहीं मानते। उनकी बात काट दी जाए तो उनके अहम को चोट लगती है। रिश्ते में उनका अहम आड़े आता है जो उन्हें बार-बार चुप कराता है। इसमें साइलेंट ट्रीटमेंट देने वाले को अपनी जीत नजर आती है और पार्टनर को तकलीफ होती है। शारीरिक हिंसा से कम अपमानजनक नहीं साइलेंट ट्रीटमेंट अमेरिका की ‘नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन’ की एक स्टडी में कहा गया है कि साइलेंट ट्रीटमेंट झेलते समय पीड़ित के ब्रेन का वो हिस्सा एक्टिव होता है, जो शारीरिक हिंसा के समय भी दर्द और इमोशन से गुजरता है। इसमें पीड़ित के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है। अपराधबोध की भावना से ऐसे पीड़ित की मानसिक दशा खराब होती है। चुप्पी को झेलने वाले कुछ लोग अक्सर उस हालात के लिए खुद को दोष देते हैं, जबकि असल में उनका कोई दोष नहीं होता। इमोशनल अब्यूज की दूसरी शक्ल है साइलेंट ट्रीटमेंट साइकोलॉजिस्ट डॉ. सौम्या निगम कहती हैं, किसी भी रिश्ते में इमोशनल अब्यूज सबसे कॉमन बात है। अब्यूज का एक साइकल होता है। इसमें अचानक से किसी बात पर नाराज होकर एक पार्टनर चुप हो जाता है। दूसरे की गलती मानने और सॉरी बोलने पर चीजें नॉर्मल होती हैं। जब चीजें नॉर्मल होती हैं वो हनीमून पीरियड होता है। साइलेंट ट्रीटमेंट वाली रिलेशनशिप में ऐसा हनीमून पीरियड बार-बार आता है। कुछ दिन बीतते ही फिर आपका पार्टनर आपसे चुप्पी साध लेता है। फिर धीरे-धीरे ये एक पैटर्न बन जाता है। ऐसे में साइलेंट ट्रीटमेंट झेल रहा पार्टनर सेल्फ डाउट में चला जाता है। वो खुद को दोष देता चला जाता है और दूसरा पार्टनर दिन पर दिन पावरफुल होता जाता है और दूसरा दब जाता है। डॉ. सौम्या कहती हैं कि कई दफा अब्यूजर को भी नहीं पता होता है कि वो गलत कर रहा है, लेकिन अब्यूज किसी भी तरह का हो, वह बुरा असर छोड़ता है। खुलकर अपनी मन की बात पार्टनर को बतानी होगी साइलेंट ट्रीटमेंट पैसिव अग्रेशन होता है यानी हाथ-पैर चलाए बिना नाराजगी जाहिर की जाती है। ये पेरेंट-चाइल्ड या रोमांटिक रिश्ते में ज्यादा देखने को मिलता है। इससे बाहर निकलने के लिए विक्टिम पार्टनर को इसका पैटर्न तोड़ना होगा। जैसे पहले अगर आप अपने पार्टनर की हर बात मानते थे तो इस आदत को छोड़ना होगा। साथ ही खुलकर अपनी भावनाओं को भी बताना होगा। साइलेंट ट्रीटमेंट झेल रहे पार्टनर को यह भी बताना होगा कि उसकी चुप्पी से आप कैसा महसूस कर रहे हैं। हो सकता है कि शायद सामने वाला अपनी गलती समझे और अपनी हरकतें बंद करे। डॉ. सौम्या कहती हैं कि रिलेशनशिप में कम्युनिकेशन का बने रहना जरूरी है। कम्युनिकेशन का ब्रेकडाउन रिश्ते को खत्म कर देता है। जब साइलेंट ट्रीटमेंट किसी की आदत का हिस्सा बन जाए तो साइकोलॉजिस्ट और काउंसलर ऐसे व्यक्ति के बचपन और युवा होने तक के समय की जानकारी लेते हैं। पुराने वक्त की डिटेल में जाकर समझा जाता है कि ऐसी कौन सी बातें हैं जो व्यक्ति की साइलेंट ट्रीटमेंट देने की आदत को ट्रिगर करती हैं। कभी-कभी अपनों की खामोशी इंसान को अंदर तक तोड़ देती है। भले ही उस खामोशी का निशान इंसान के शरीर पर नहीं दिखता है, लेकिन उसका असर दिलो-दिमाग पर गहरा पड़ता है। इसलिए साइलेंट ट्रीटमेंट को इमोशनल अब्यूज का दूसरा नाम माना जाता है। पार्टनर की चुप्पी कब बन जाती है बदसलूकी रिश्ते में जब पार्टनर चुप रहकर माहौल को शांत बनाने के बजाय इस चुप्पी का इस्तेमाल अपने साथी को चोट पहुंचाने या सबक सिखाने की नीयत से करे तो यह चुप्पी बदसलूकी या इमोशनल टॉर्चर के दायरे में आती है। अगर यह स्थिति कई दिनों तक बनी रहती है तो रिश्ता पूरी तरह ठप हो जाता है और रिश्ते में जमकर बैठ जाती है। गुस्से और नाराजगी से भरा व्यक्ति जब लंबे समय तक चुप रहने की ठान लेता है तो यह उसी का फैसला होता है कि कब और कैसे यह स्थिति सुधरेगी। डॉ. सौम्या कहती हैं कि यह रिश्ते में स्पष्ट संकेत है कि पार्टनर अपने साथी का सम्मान नहीं करता। उसकी राय और उसकी भावनाओं को अहमियत नहीं देता। मरते समय भी पिता ने बेटी से साधे रखी चुप्पी पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजिकल साइंस में प्रोफेसर रहे किपलिंग विलियम्स 36 साल से साइलेंट ट्रीटमेंट पर काम कर रहे हैं। इस दौरान वो सैकड़ों पीड़ित और आरोपियों से मिले। विलियम्स ने एक इंटरव्यू में साइलेंट ट्रीटमेंट से जुड़े कुछ अनुभव बताए हैं- एक महिला को उसके पिता ने जीवन भर का सबक देने के लिए उससे छह महीने बात नहीं की। बेटी से चुप्पी साधने के दौरान पिता बीमार होकर अस्पताल पहुंच गया। मरते वक्त जब बेटी उनसे मिलने पहुंची तो उसे देखकर पिता ने अपना मुंह घुमा लिया। पिता ने अपने आखिरी लम्हे में सबसे बात की, मगर बेटी से अलविदा कहने के लिए भी मुंह नहीं खोला। इसका असर बेटी पर ताउम्र रहा। प्रोफेसर विलियम्स ने एक और अनुभव शेयर किया। एक महिला ने पति से चार दशकों तक चुप्पी साधे रखी, जो एक मामूली सी असहमति से शुरू हुई और पति की मृत्यु के साथ ही समाप्त हुई। चालीस साल तक एक छत के नीचे खाना खाना, टीवी देखना जैसे तमाम काम वो अकेले करती रही। बातचीत के दौरान जब विलियम्स ने उससे पूछा कि वह उस पूरे समय उसके साथ क्यों रही? उसने बड़ी सरलता से जवाब दिया कि पति ने कम से कम मेरे सिर पर छत तो रहने दी। पोल पर अपने विचार बताते चलिए... वर्कप्लेस पर कर्मचारी को सजा देने की नीयत से बातचीत बंद ‘बुली फ्री एट वर्क’ के मुताबिक वर्कप्लेस साइलेंट ट्रीटमेंट बुली के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें किसी कर्मचारी को सजा देने की नीयत से उससे बातचीत बंद कर दी जाती है। मीटिंग्स में उसकी बातों को नजरअंदाज किया जाता है। उसके किसी भी सवाल का जवाब देने या ईमेल को देखना भी मुनासिब नहीं समझा जाता। ऐसा करने वाले ज्यादातर बॉस या कोई सहकर्मी भी हो सकते हैं। क्योंकि इस तरह की बदसूलकी में न तो मारपीट होती है और न ही गाली-गलौज, इसलिए बाकी लोग नोटिस नहीं कर पाते। जो इस स्थिति से गुजर रहा होता है, सिर्फ वही इसे महसूस करता है। वर्कप्लेस बुलिंग इंस्टीट्यूट की रिसर्च के मुताबिक, ये वर्कप्लेस हैरेसमेंट का चौथा सबसे आम तरीका है। हमारे समाज में पिता-पुत्र, पति-पत्नी, सास-बहू ये कुछ ऐसे रिश्ते हैं, जिनमें पहला शख्स हमेशा ही पावर पोजिशन में होता है और दूसरे रिश्तों को कंट्रोल करने की ताकत रखता है। महिलाओं पर साइलेंट ट्रीटमेंट का बुरा और दूरगामी असर दिल्ली यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर तारा शंकर कहते हैं कि ये हथियार अक्सर रिश्तों में या परिवार में डोमिनेंट पोजिशन में रहने वाला प्रयोग करता है। ये असल में एक तरह से वर्चस्व स्थापित करने वाला शक्ति प्रदर्शन ही है। साइलेंट ट्रीटमेंट रिश्तों में पुरुषों द्वारा महिलाओं को मानसिक यातना देने का बहुत पुराना हथियार रहा है। हालांकि ये हथियार एक स्त्री भी इस्तेमाल कर सकती है जैसा कि सास अपनी बहू पर। लेकिन पति-पत्नी के रिश्तों में इसका इस्तेमाल अक्सर पुरुष करता है। जब महिला ऐसा करती है तो वो अक्सर अपना दुख महसूस करवाने, पति का ध्यान अपनी तरफ खींचने या कुछ सुविधाओं की जिद में करती है। पुरुष इसे इमोशनल अब्यूज की तरह अपने इनकार या नाराजगी दिखाने के लिए ज्यादा इस्तेमाल करता है। भारतीय परिवारों में महिलाओं पर साइलेंट ट्रीटमेंट का बुरा और दूरगामी असर पड़ता है। कई बार चुप रहने वाला खुद पीड़ित होता है प्रोफेसर विश्वंभर नाथ प्रजापति कहते हैं- सिचुएशन के हिसाब से चुप्पी की परिभाषा बदल जाती है। सोशियोलॉजी के हिसाब से देखें तो जो इंसान आइसोलेशन में रह रहा है वो खुद विक्टिम होता है। ऐसा व्यक्ति अपनी चीजों को ढंग से जाहिर नहीं कर पाता। उसे लगता है कि उसकी चीजों को नजरअंदाज कर दिया जाएगा, बोलने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि सामने वाले के लिए उसकी बात महत्वपूर्ण नहीं हैं। ऐसे में वो खुद को सीमित कर लेता है। किसी इंसान की चुप्पी के पीछे समाज, परिवार, निजी समस्याएं भी हो सकती हैं। जेल में चुप्पी को सजा का सबसे बड़ा हथियार बनाया गया साइलेंट ट्रीटमेंट टर्म 19वीं सदी में ईजाद हुआ। यूरोप की जेलों में इसका इस्तेमाल होता था। 1835 के जेल रिफॉर्म के बाद से कैदियों को मानसिक सजा के तौर पर दूसरे कैदियों से बातचीत करना मना होता था। उन्हें उनके नाम के बजाय एक नंबर से पुकारना और चेहरे ढंकने जैसी चीजें की जातीं। इसके पीछे का मकसद उन्हें लोगों से अलग करना होता था। कैदियों पर चुप्पी का इस्तेमाल जिस तरह हथियार बना, यही हथियार घरों तक भी आ पहुंचा। डॉ. सौम्या निगम कहती हैं कि हम सबने अक्सर घरों में देखा है, जब बच्चा शैतानी करता है तो पेरेंट्स सजा के तौर पर कहते हैं, ‘जाओ हम तुमसे बात नहीं करेंगे।’ ऐसे में बच्चा कन्फ्यूज्ड हो जाता है। उसे समझ नहीं आता कि उसके साथ क्या हो रहा है। बच्चा थोड़ी देर तो पेरेंट्स को मनाने की कोशिश करता है फिर मां-बाप के रिएक्शन आने तक या तो वह चुप हो जाता है या फिर शरारत जारी रखता है। और यह तब तक होता रहता है, जब तक कि पेरेंट्स कोई रिएक्शन न दे दें। रिश्ते में चुप रहना और रिएक्शन न देना ही साइलेंट ट्रीटमेंट है, लेकिन यह बहुत लंबा न खिंचे तो बेहतर है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर साइलेंट ट्रीटमेंट का हथियार इस्तेमाल किया जाता है, यह उसके और परिवार के माहौल के लिए अच्छा नहीं होता। ग्राफिक्स: सत्यम परिडा नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सिलेक्ट करें।
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कतर में अंगूठा दिखाना अश्लील हरकत, इजराइल में पुलिस-आर्मी ऑफिसर की फोटो लेने पर जेल
लंदन में सरेआम एक अश्वेत महिला की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। महिला को बस टिकट न दिखाने पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। महिला की गिरफ्तारी के समय उसके साथ उसका बच्चा भी था, जो बार-बार रोये जा रहा था।
लंदन में सरेआम एक अश्वेत महिला की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। महिला को बस टिकट न दिखाने पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। महिला की गिरफ्तारी के समय उसके साथ उसका बच्चा भी था, जो बार-बार रोये जा रहा था। घटना साउथ लंदन के क्रॉयडन शहर की है। महिला चिल्लाती रही, मेरा क्या कसूर, पहनाई हथकड़ी यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि इस पर देश की संसद में बहस से लेकर लंदन के मेयर ऑफिस तक को बयान जारी करना पड़ा। वायरल वीडियो में दो पुलिस वाले महिला को गिरफ्तार करके हथकड़ी पहनाते हैं और महिला को उसके बच्चे से अलग किया जाता है, तब वो चिल्लाने लगती है। महिला कहती हैं, ‘क्या बकवास है, मुझसे दूर रहो। तुम क्या कर रहे हो? यहां क्या बकवास चल रहा है?’ फिर महिला उनमें से एक पुलिस वाले से कहती है, ‘मुझे जाने दो। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।’ जब ये सबकुछ हो रहा था, तब वहां मौजूद किसी शख्स ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया। साथ ही, वो पुलिस वालों से सवाल भी करता है कि आखिर इस महिला को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है। खबर से जुड़े पोल पर अपनी राय देते चलिए... बिना टिकट होने पर पकड़ा, महिला के पास मिला टिकट मजेदार बात यह है कि महिला को जिस आरोप में पकड़ा गया, वह आरोप ही गलत निकला। महिला को बेटिकट होने पर पकड़ा गया था और बाद में पता चला कि उसके पास बस का टिकट था। इसके बाद पुलिस ने कहा कि महिला अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही थी। मामले ने तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने एक बयान जारी करके बताया कि टिकट चेकिंग के दौरान महिला से अपना टिकट दिखाने को कहा गया था, लेकिन वो टिकट नहीं दिखा पाई। फिर उसे किराया न देने के जुर्म में गिरफ्तार कर हथकड़ी लगाई गई। बाद में जब यह कंफर्म हो गया कि महिला के पास टिकट है तो उसे छोड़ दिया गया। घटना की पुष्टि मेट्रोपॉलिटन के असिस्टेंट कमिश्नर मैट ट्विस्ट ने एक बयान के जरिए की है। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच इंडिपेडेंट ऑफिस फॉर पुलिस कंडक्ट (IOPC) को सौंप दी गई है। सभी के कंसर्न को ध्यान में रखते हुए हमारा मानना ​​है कि मामले को स्वेच्छा से समीक्षा के लिए आईओपीसी के पास भेजना सार्वजनिक हित में है। वैसे अलग-अलग देशों में यात्रा को लेकर कई नियम बनाए गए हैं। एक देश में जो चीज बहुत नॉर्मल हो, हो सकता है किसी और देश में उस बात के लिए जुर्माना लग जाए या गिरफ्तारी हो जाए। मिलिट्री की फोटो खींचने पर देना होगा फाइन अगर आप इजराइल घूमना चाहते हैं तो आपको एक सीरियस चेकिंग के लिए खुद को तैयार रखना होगा। वहां पहुंचने पर विजिटर्स की सघन जांच की जाती है। इसके अलावा वहां, मिलिट्री और पुलिस अधिकारियों की फोटो खींचना मना है। अगर आपने वहां घूमते हुए मिलिट्री और बाकी अधिकारियों की फोटो खींची तो आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है। कतर में अंगूठा दिखाना प्राइवेट पार्ट का इशारा कतर में बॉडी लैंग्वेज और फिजिकल कॉन्टैक्ट को लेकर कोड ऑफ कंडक्ट बनाया गया है। अगर कोई व्यक्ति पब्लिक प्लेस में उस नियम को फॉलो नहीं करता तो काफी गंभीर परिणाम भुगतने पड़े सकते हैं। कतर में हाथ से किसी का इशारा करना गंभीर मामला है और इसके लिए आपको जुर्माने से लेकर जेल तक की कानूनी सजा हो सकती है। यहां थम्स अप यानी अंगूठा दिखाना बहुत ऑफेंसिव माना जाता है। इसे मिडिल फिंगर दिखाने जैसा माना जाता है। बिना हेलमेट साइकिल चलाने पर 2 लाख का जुर्माना आस्ट्रेलियन सरकार अपने नागरिकों की सड़क सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। आस्ट्रेलिया में बिना हेलमेट साइकिल चलाने पर जुर्माना लग सकता है। ये पहला देश है, जहां साइकिल के साथ हेलमेट का नियम बनाया गया है। अगर कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने साइकिल चलाता पकड़ा गया और बात कोर्ट तक पहुंची तो उस पर 20 यूनिट का जुर्माना लगता है, जिसकी राशि 2200 डॉलर है। यानी लगभग दो लाख का जुर्माना। लेकिन अधिकांश मामलों को 'ऑन-द-स्पॉट' 344 डॉलर की राशि लेकर निपटाया जाता है। साइकिल के अलावा आस्ट्रेलिया अपने सख्त बॉर्डर नियम के लिए भी जाना जाता है। वहां शहद, मेवे और बीज जैसी चीजों को ले जाने पर मनाही है। ऑस्ट्रेलिया में सिगरेट पीकर फेंकने पर 3 लाख का जुर्माना ऑस्ट्रेलिया में गंदगी फैलाने को लेकर काफी कड़े नियम-कायदे हैं। कई ऑस्ट्रेलियाई राज्यों में, कूड़ा फैलाने के लिए जुर्माना काफी अधिक है। वहां कूड़ा फैलाने पर आम लोगों के लिए अलग फाइन है और किसी कंपनी के लिए अलग। जैसे न्यू साउथ वेल्स में अगर कोई व्यक्ति सिगरेट पीकर उसका बट सड़क किनारे फेंकता है तो उस पर तीन लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। न्यूजीलैंड में गाड़ी तेज चलाने पर सख्ती न्यूजीलैंड की सरकार स्पीड यानी कि तेज़ गति से ड्राइविंग पर बहुत ज्यादा सख्त है। वहां के लोगों को स्पीड लिमिट से 4 किलोमीटर प्रति घंटा ज्यादा चलाने पर फाइन देना होता है। ये नियम स्कूलों के आसपास आते-आते और भी सख्त हो जाते हैं। वहां पर 1 किमी प्रति घंटा ज्यादा स्पीड होने पर भी पुलिस आपसे तेज चलने की वजह पूछती है और चालान करती है। लंबे वीकएंड में इस नियम को लेकर और ज्यादा सख्ती बरती जाती है।
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6 घर और डेढ़ दर्जन पशु बहे; कंदार गांव में अफरा-तफरी, चंडीगढ़-मनाली NH सात घंटे बाद बहाल
Himachal Pradesh Weather Update, Rain Flood Situation, Weather forecast (दैनिक भास्कर) हिमाचल प्रदेश के रामपुर में बीती रात डेढ़ बजे बादल फटने से भारी तबाही हुई। बारह-बीश एरिया की सरतारा पंचायत के कंदार गांव में बादल फटने से चार मकान ढह गए। गनीमत यह रही कि घर ढहने से पहले ही लोग रात में अपने घरों को छोड़ बाहर भाग गए थे।
हिमाचल के शिमला जिले के रामपुर में बीती रात डेढ़ बजे बादल फटने से भारी तबाही हुई है। रामपुर ब्लॉक की सरतारा पंचायत के कंदार गांव में बादल फटने से प्राथमिक पाठशाला, युवक मंडल सहित लोगों के 6 मकान ढह गए। गनीमत यह रही कि मकान ढहने से पहले ही लोग रात में अपने घरों को छोड़ बाहर भाग गए थे। बादल फटने के बाद आई बाढ़ से लोगों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा पालतू मवेशी बाढ़ में बह गए। इससे कई बागवानों के सेब के बगीचे तबाह हुए। कई घरों में पानी घुस गया और आधा दर्जन गाड़ियों को भी इससे नुकसान हुआ है। लोगों ने भाग अपनी जान बचाई। बादल फटने के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में है। उधर, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बीती रात भारी बारिश के बाद फिर से छह मील के पास लैंडस्लाइड से बंद हो गया था। इसे दोपहर बाद पांच बजे के करीब बहाल कर दिया गया है। वहीं ​​​​​​पांवटा साहिब-शिलाई NH-707 17 दिन बाद वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है। इससे सतौन, कमरऊ, तिलोरधार, कफोटा, शिलाई और रोनहाट क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है। सिरमौर जिले की रोनहाट सड़क पर भी दोपहर बाद पूरी पहाड़ी खिसक गई। इससे शिलाई-शिमला सड़क पूरी तरह बंद हो गई। आज-कल ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने आज व कल के लिए 8 जिलों को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। यह अलर्ट चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन व सिरमौर जिले को दिया गया है। इन 2 दिन में कई क्षेत्रों में भारी बारिश व बादल फटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए जनता को सावधानी बरतने, उफनते नदी नालों के आसपास और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने तथा गैर जरूरी यात्राएं टालने की एडवाइजारी दी गई है। वहीं ऊना, हमीरपुर, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले में भी तेज बारिश हो सकती है। स्कूलों में 28 जुलाई तक छुट्टियां रहेंगी प्रदेश में आसमान से बरस रही आफत को देखते हुए ठियोग, रोहड़ू, रामपुर सब डिवीजन में स्कूलों की छुट्टियां 28 जुलाई तक बढ़ा दी गई हैं। कई जगह मौसम विभाग का अलर्ट देखते हुए तो कुछ जगह SDM ने सड़कें बहाल नहीं होने की वजह से यह निर्णय लिया है। इन आदेशों के तहत हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी निजी व सरकार स्कूल बंद रहेंगे। पिछले 24 घंटे के दौरान यहां हुई तबाही प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कुल्लू जिले की गडसा घाटी में बादल फटने से खूब तबाही हुई। यहां 5 मकान बादल फटने के बाद नाले के तेज बहाव में बह गए, जबकि 15 से ज्यादा घरों को आंशिक क्षति हुई है। इससे 3 पुल और संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। 44 लोगों की जान जा चुकी अब तक प्रदेश में अब तक भारी बारिश से जान और माल दोनों को रिकॉर्ड नुकसान हुआ है। 24 जून से अब तक फ्लैश फ्लड व लैंड स्लाइड की चपेट में आने से 44 लोगों की जान जा चुकी है। 42 लोगों की मौत 7 से 11 जुलाई के बीच हुई भारी बारिश के दौरान गई है। कुल्लू और मंडी जिले में सबसे ज्यादा तबाही मची है। 5350 करोड़ की संपत्ति तबाह प्रदेश में 5350 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति बारिश की भेंट चढ़ चुकी है। ​​​​​​मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कह चुके हैं कि पूरे नुकसान का आंकलन होने के बाद यह आंकड़ा 8000 करोड़ से ज्यादा हो जाएगा। 669 घर जमींदोज प्रदेश में 669 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि 5491 घरों को आंशिक क्षति पहुंची है। 236 दुकानें, 1668 गौशालाएं और 101 लेबर शेड व पुल ध्वस्त हुए हैं। 566 सड़कें 14 दिन से बंद भारी बारिश के कारण आई आपदा की वजह से 566 सड़कें 15 दिन से बंद पड़ी हैं। इससे प्रदेशवासियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। चिंता इस बात की है कि प्रदेश में आगे भी मौसम साफ होने की संभावना नहीं है। बार-बार हो रही बारिश सड़कों की बहाली के काम में बाधा उत्पन्न कर रही है।
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5 अगस्त को होगी सुनवाई, PM मोदी की डिग्री से जुड़ा है मामला
गुजरात यूनिवर्सिटी मानहानि केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में समन जारी करने पर सेशंस में याचिका लगाई है। अरविंद केजरीवाल ने गुजरात यूनिवर्सिटी की तरफ अहमदाबाद की निचली अदालत में दाखिल किए मानहानि केस में समन पर सवाल खड़े किए हैं। केजरीवाल कीPM Modi Degree
गुजरात यूनिवर्सिटी मानहानि केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में समन जारी करने पर सेशंस में याचिका लगाई है। अरविंद केजरीवाल ने गुजरात यूनिवर्सिटी की तरफ अहमदाबाद की निचली अदालत में दाखिल किए मानहानि केस में समन पर सवाल खड़े किए हैं। केजरीवाल की तरफ से सेशंस में दाखिल अर्जी में समन कई तरीके से गलत बताया गया है। केजरीवाल की अर्जी पर कोर्ट ने गुजरात सरकार और गुजरात यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। इस मामले की अगली सुनवाई 5 अगस्त को होगी। बता दें, केजरीवाल के अलावा राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी अहमदाबाद के सिटी सिविल सेशंस कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। समन पर खड़े किए सवाल केजरीवाल ने सेशंस में समन के खिलाफ रिवीजन अर्जी लगाकर कहा है कि समन के ऑथराइजेशन प्रॉपर नहीं है। यूनिवर्सिटी ने जिन आधार पर मानहानि का केस किया वह मामला ही नहीं बनता है। गवाहों ने जो कहा है, उसमें मानहानि जैसा कुछ नहीं है। इसके अलावा केजरीवाल की तरफ से दाखिल की रिवीजन अर्जी में कई और तकनीकी पहलुओं के जरिए मानहानि केस में समन पर सवाल खड़े किए गए हैं। पीएम मोदी की डिग्री को लेकर की थी टिप्पणी केजरीवाल और सिंह ने यह टिप्पणी गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा मुख्य सूचना आयुक्त के उस आदेश को रद्द करने के आदेश के बाद की थी, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय (जीयू) को पीएम मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कहा गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, दोनों नेताओं ने मोदी की डिग्री को लेकर विश्वविद्यालय को निशाना बनाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्विटर हैंडल पर अपमानजनक बयान दिए थे। गुजरात यूनिवर्सिटी ने दर्ज करवाया है मानहानि का केस गौरतलब है कि अहमदाबाद में स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी ने दोनों नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया है। PM मोदी की डिग्री से जुड़े इस मामले में केजरीवाल और संजय सिंह पर यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने का आरोप है। संस्थान की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया: यूनिवर्सिटी गुजरात यूनिवर्सिटी ने दायर याचिका में कहा है कि केजरीवाल और संजय सिंह लगातार संस्थान की प्रतिष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं। उनको पता है कि PM की डिग्री पहले ही वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी है। इसके बावजूद दोनों नेता कह रहे हैं कि डिग्री न दिखाकर यूनिवर्सिटी सच छिपा रही है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। विश्वविद्यालय की साख को हो सकता नुकसान शिकायतकर्ता के वकील अमित नायर ने बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय को निशाना बनाने वाली दोनों नेताओं की टिप्पणियां मानहानिकारक और संस्थान की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाती हैं। वकील अमित ने आगे बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय की स्थापना 70 साल से भी पहले हुई थी। यह विश्वविद्यालय लोगों के बीच प्रतिष्ठित है और आरोपी के बयान से विश्वविद्यालय के बारे में अविश्वास पैदा होने का खतरा है।
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बोलीं- बिना बताए शो से निकाला..मैसेज करती रही, लेकिन आठ महीने तक जवाब नहीं दिया
TMKOC Producer Asit Modi Controversy - टीम से नाराज हैं। प्रिया ने कहा कि उन्हें बिना सूचना दिए शो से निकाल दिया। उनकी जगह पर किसी और एक्ट्रेस को कास्ट कर लिया गया। उन्होंने शो के प्रोड्यूसर असित मोदी और ऑपरेशन
तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो में रीता रिपोर्टर का रोल करने वाली एक्ट्रेस प्रिया आहूजा भी शो की प्रोडक्शन टीम से नाराज हैं। प्रिया ने कहा कि उन्हें बिना सूचना दिए शो से निकाल दिया गया। उनकी जगह पर किसी और एक्ट्रेस को कास्ट कर लिया गया। उन्होंने शो के प्रोड्यूसर असित मोदी और ऑपरेशन हेड सोहेल रमानी पर आरोप लगाया है। प्रिया ने कहा कि उन्होंने असित और सोहेल दोनों को कई बार मैसेज किया, लेकिन उन दोनों ने कभी मैसेज का जवाब नहीं दिया। प्रिया के पति मालव राजदा 14 साल से शो के डायरेक्टर थे। प्रिया के मुताबिक, मालव के शो छोड़ने के बाद प्रोडक्शन टीम ने उन्हें टारगेट करना शुरू कर दिया था, इसी वजह से उन्हें बिना कारण बताए शो से निकाल दिया। प्रिया ने असित को मैसेज किया था, उन्होंने रिप्लाई नहीं किया प्रिया आहूजा ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा- आठ महीने हो गए थे, मेकर्स ने मुझे इन्फॉर्म भी नहीं किया कि मैं शो का पार्ट हूं भी कि नहीं। मैंने असित मोदी और सोहेल से बात करनी चाही. लेकिन उन्होंने मुझे रिप्लाई करना जरूरी नहीं समझा। मेरा करियर इससे प्रभावित हो रहा था। सबको लग रहा था कि मैं अभी भी शो का पार्ट हूं। इस दौरान मेरे हाथ से न जाने कितने ही मौके छिटक गए। जब आप किसी शो के साथ जुड़े होते हैं तो अन्य शो के मेकर्स आपके साथ काम करने से कतराते हैं। शो छोड़ने के तुरंत बाद प्रोडक्शन वालों ने प्रिया का रिप्लेसमेंट ढूंढ लिया प्रिया ने आगे कहा- मैंने आखिरकार मई में शो से ऑफिशियल रिजाइन दे दिया। वे शायद इसी का इंतजार कर रहे थे कि मैं किसी तरह थक हार जाऊं और शो छोड़ दूं। इस्तीफे के तुरंत बाद उन्होंने मेरा रिप्लेसमेंट ढूंढ लिया। उन्होंने शो में रीता के किरदार की वापसी कराई और मेरी जगह पर किसी और को उस रोल के लिए कास्ट कर लिया। वे ऐसे ही निराश लोग है, उन्हें ऐसी हरकतें करने में मजा आता है। 'मालव राजदा की वाइफ हूं इसलिए शो से निकाला' प्रिया ने कहा कि ये सब उसी दिन से शुरू हो गया था जब उनके पति और शो के डायरेक्टर मालव राजदा ने शो छोड़ा था। उन्होंने कहा- मुझे शो से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि मैं मालव राजदा की वाइफ हूं। हालांकि मैं शो में किसी की वाइफ के तौर पर नहीं आई थी। मैं एक आर्टिस्ट हूं, कोई आर्टिस्ट के साथ ऐसे कर सकता है। मैंने कभी अपने आप को शो में डायरेक्टर की वाइफ की तरह ट्रीट नहीं किया। मैं हमेशा नॉर्मल एक्टर की तरह बिहेव करती थी। मैंने कभी शो में अपनी सीमाएं नहीं लांघी। जबकि असित जी ने हमेशा मेरी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को मिक्सअप किया। मालव ने शो छोड़ दिया, इसी वजह से उन्होंने मेरे साथ ये सब किया। मालव को सेट पर आने से मना किया, फूट-फूट कर रोए थे प्रिया से पूछा गया कि क्या असित मोदी ने मालव के साथ कोई कुंठा पाली थी, जिसकी वजह से वे शो छोड़ने पर मजबूर हुए। प्रिया ने जवाब देते हुए कहा- कोई भी एक्टर TMKOC खुशी-खुशी छोड़ कर नहीं गया। मालव के साथ भी कई बार मिसबिहेव हुआ। वो बहुत पहले से शो छोड़ना चाहते थे लेकिन असित जी बार-बार रोक लेते थे। जब मालव का धैर्य जवाब दे गया तो उन्होंने एक दिन फाइनली शो को अलविदा कह दिया। वो 15 दिन के नोटिस पीरियड पर थे। असित ने सोहेल के जरिए मालव से कहा कि वे अगले दिन से सेट पर न आए। मालव का वैसे भी नोटिस पीरियड चल रहा था, वे शो छोड़ने ही वाले थे। लेकिन उन्हें अचानक ही आने से मना कर दिया। इससे मालव का दिल टूट गया। उस दिन वे काफी रोए भी थे।
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ट्विटर की रीब्रांडिंग के कारण कानूनी उलझन में फंस सकते हैं एलन मस्क
Elon Musk X.com Trademark Controversy (Intellectual Property Rights)  मेटा और माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य कंपनियों के पास पहले से ही X के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हैं। ये कंपनियां ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने के लिए ट्विटर पर केस कर सकती हैं।
एलन मस्क ट्विटर की रीब्रांडिंग करने कारण कानूनी उलझन में फंस सकते हैं। मेटा और माइक्रोसॉफ्ट सहित अन्य कंपनियों के पास पहले से ही X के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हैं। ये कंपनियां ट्रेडमार्क का उल्लंघन करने के लिए ट्विटर पर केस कर सकती हैं। दरअसल, मस्क ने 24 जुलाई को ट्विटर का नाम बदलकर 'X' कर दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेडमार्क में X का पहले ही इतना ज्यादा यूज हो चुका है कि इस लेटर के लिए कभी भी कानूनी लड़ाई शुरू हो सकती है। इसको हासिल करने वाले कई दावेदार होंगे। ट्विटर पर मुकदमे की 100% संभावना ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने रॉयटर्स से कहा,'इस बात की 100% संभावना है कि ट्विटर पर कोई न कोई मुकदमा दायर करेगा।' इसके साथ ही उन्होंने कहा,'मैने लगभग 900 एक्टिव अमेरिकी ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन्स की गिनती की है जो पहले से X का यूज इंडस्ट्री में व्यापक तौर पर कर रहे हैं।' माइक्रोसॉफ्ट के पास 2003 से X ट्रेडमार्क रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट के पास साल 2003 अपने Xbox वीडियो-गेम सिस्टम के बारे में कम्युनिकेशन से संबंधित X ट्रेडमार्क है। वहीं, मेटा ने 2019 में सॉफ्टवेयर और सोशल मीडिया फील्ड के लिए ब्लू और वाइट कलर में X लेटर को ट्रेडमार्क कराया है। ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने कहा कि मेटा और माइक्रोसॉफ्ट तब तक मुकदमा नहीं करेंगे जब तक उन्हें खतरा महसूस न हो कि ट्विटर का X उनके लिए कोई परेशानी खड़ी कर रहा है। तीन दिन में दूसरी बार ट्विटर का लोगो बदला एलन मस्क ने सोमवार (24 जुलाई) को ट्विटर का नाम और लोगो बदलकर X किया। इसके बाद 26 जुलाई को देर रात ट्विटर के लोगो के डिजाइन में बदलाव किया गया। एक ट्विटर यूजर ने लिखा,'X लोगो अब अधिक बोल्ड और शार्प है।' इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए मस्क ने लिखा,'मुझे मोटी पट्टियाँ पसंद नहीं हैं, इसलिए वापस लौट रहा हूं। लोगो समय के साथ विकसित होगा।' 1999 से मस्क का लेटर X से नाता एलन मस्क का X लेटर से नाता साल 1999 से है। तब उन्होंने एक ऑनलाइन बैंकिंग कंपनी X.com बनाई थी। इसे बाद में एक अन्य कंपनी के साथ मर्ज कर दिया जो पेपाल बनी। साल 2017 में मस्क ने PayPal से यूआरएल "X.com" को फिर से खरीदा था। उन्होंने कहा था कि इस डोमेन का उनके लिए "बहुत भावुक मूल्य है।" उनकी एक और कंपनी spacex में भी एक्स की झलक दिखती है। उनकी नई AI कंपनी का नाम भी XAI है। 2020 में, मस्क ने अपने एक बेटे का नाम X Æ A-12 मस्क रखा था। Æ का उच्चारण "ऐश" होता है। नीली चिड़िया हटाकर डॉग को ट्विटर का लोगो बनाया था 4 महीने पहले एलन मस्क ने ट्विटर की नीली चिड़िया हटाकर एक डॉग को ट्विटर का लोगो बनाया था। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था- जैसा वादा किया था, वह पूरा किया। हालांकि बाद में उन्होंने दोबारा नीली चिड़िया को ट्विटर लोगो बना लिया था। ट्रेडमार्क क्या होता है? किसी प्रोडक्ट की अलग पहचान उसका ट्रेडमार्क कहलाती है। ये प्रोडक्ट का नाम, डिजाइन, कलर और पैकिंग का कॉम्बिनेशन हो सकता है। ट्रेड मार्क एक्ट 1999 के मुताबिक ट्रेडमार्क का मतलब एक ग्राफिकल पहचान से है जो किसी सामान या सर्विस को अन्य से अलग दिखाने में सक्षम हो। ये वर्ड मार्क, लोगो या दोनों का कॉम्बिनेशन भी हो सकता है। ट्रेडमार्क भी एक इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी है। अगर आपने ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा लिया तो इसका इस्तेमाल बिना आपकी मर्जी के कोई नहीं कर सकता। ट्रेडमार्क से ब्रांड को एक विश्वसनीयता भी मिलती है। आमतौर पर सभी बिजनेस और स्टार्टअप्स अपना ट्रेडमार्क रजिस्टर करवाते हैं। शाहरुख खान ने तो अपने नाम का ट्रेडमार्क करवा रखा है। यह भी पढ़ें... मस्क ने ट्विटर का नाम 'X' करने के कारण बताए, कहा- फाइनेंशियल सर्विस भी देगी कंपनी एलन मस्क ने ट्विटर का नाम 'X' क्यों किया इसके कारण बताए हैं। एक ट्वीट का रिप्लाई करते हुए मस्क ने लिखा, आने वाले महीनों में ट्विटर सभी तरह की फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइड करेगी। ऐसे में ट्विटर नाम का कोई मतलब नहीं है, इसलिए हमने चिड़िया को हटा दिया। एक दिन पहले यानी सोमवार को मस्क ने ट्विटर का नाम बदला है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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51 की मौत, 46 का रेस्क्यू जारी; एक्सपर्ट बोले- यह बीमारी का संकेत हो सकता है
Australia Beach Pilot Whales Death Case. ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तट पर 51 पायलेट व्हेल की मौत हो गई। बुधवार सुबह पार्क और वाइल्डलाइफ सर्विस ने बताया कि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के चीनेस बीच पर फंसे रहने के बाद रात भर में 51 पायलट व्हेल की मौत हो गई।
ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तट पर बुधवार सुबह 51 पायलट व्हेल की मौत हो गई। ऑस्ट्रेलिया के पार्क एंड वाइल्डलाइफ सर्विस ने बताया कि देश के पश्चिम में चीनेस बीच पर मंगलवार को करीब 100 पायलट व्हेल्स पहुंची थीं। यहां रातभर फंसे रहने के बाद 51 व्हेल्स की मौत हो गई। उन्होंने कहा- हम जिंदा बची करीब 46 व्हेल को गहरे पानी में भेजने की कोशिश कर रहे हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार सुबह पायलट व्हेल्स का एक ग्रुप अल्बानी से 60 किलोमीटर पूर्व में चेनेस बीच के पास तैरता हुआ देखाई दिया था। इसके बाद शाम तक व्हेल्स का ग्रुप समुद्र के किनारे पहुंचने लगा और शाम तक पूरा बीच व्हेल से ढक गया। ये व्हेल्स रातभर तट पर ही फंसी रहीं। एक्सपर्ट बोले- व्हेल्स का तट पर पहुंचना असामान्य मरीन लाइफ एक्सपर्ट्स ने बताया कि व्हेल्स का अचानक तट पर पहुंचना असामान्य है। यह किसी बीमारी के फैलने का भी संकेत हो सकता है। हालांकि व्हेल्स के इतनी बड़ी संख्या में अचानक तट पर पहुंचने की सही वजह अभी तक सामने नहीं आई है। डॉक्टर्स-एक्सपर्ट्स ने रातभर तट पर कैम्पिंग की व्हेल्स का ग्रुप तट पर पहुंचने के मरीन एक्सपर्ट्स और वॉलंटियर्स ने रातभर बीच के पास कैंपिंग की। इस टीम में पर्थ चिड़ियाघर के डॉक्टर्स, एक्सपर्ट्स जहाज और स्लिंग्स के साथ दूसरे सभी इक्विपमेंट लेकर मौजूद थे। इन लोगों को ऑस्ट्रेलिया के एनिमल लवर्स और दूसरे कई लोगों ने मदद की पेशकश भी की, ताकि व्हेल्स की निगरानी की जा सके। ​​​ डॉल्फिन की एक प्रजाति है पायलट व्हेल पायलट व्हेल समुद्री डॉलफिन की एक प्रजाति है, जो समूह में यात्रा करती हैं। ये समुद्र तट पर अपने समूह के एक लीडर (पायलट) को फॉलो करती हैं और ग्रुप में किसी साथी के घायल हो जाने पर उसके आसपास बड़ी संख्या में इकठ्ठा हो जाती हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पायलट व्हेल हमेशा एक साथ रहती हैं। अगर कोई एक व्हेल कहीं फंस जाती है तो बाकी सब भी उसके पीछे जाने लगती हैं। यही वजह है कि समुद्री तट के किनारे एक साथ इतनी सारी व्हेल्स की मौत हो रही है। बताया जाता है कि कई बार कोई एक व्हेल किनारे पर आ जाती है और फिर तकलीफ में दूसरी व्हेलों के पास संकेत भेजती है। उस व्हेल के सिग्नल्स मिलने पर दूसरी व्हेल्स भी उसके पास आने लगती हैं और फंसती चली जाती हैं। व्हेल एक्सपर्ट का कहना है कि पानी का स्तर कम होने पर भी कई बार ये भटक जाती हैं। हफ्तेभर पहले स्कॉटलैंड में 55 व्हेल्स की मौत हो गई थी करीब एक हफ्ते पहले स्कॉटलैंड के आइल ऑफ लुइस पर ट्रैग म्होर समुद्र तट पर भी 55 व्हेल्स की मौत हो गई थी। 23 जुलाई को सूचना मिली थी कि समुद्र के किनारे कई व्हेल्स फंसी हुई हैं। इसके बाद पुलिस, रेस्क्यू टीम और कोस्ट गार्ड की टीम तट पर पहुंची थी, लेकिन तब तक ज्यादातर व्हेल्स की मौत हो चुकी थी। पिछले साल न्यूजीलैंड में 500 पायलट व्हेल मारी गई थीं पिछले साल न्यूजीलैंड में दो अलग-अलग घटनाओं में करीब 500 पायलट व्हेलों के फंसने से इसी तरह की मौत हो गई थी. इसके बाद प‍िछले साल ऑस्‍ट्रेल‍िया में भी मैक्वेरी हार्बर के पास लगभग 230 व्हेल फंस गई थीं, ज‍िनमें से 200 की मौत हो गई थी।
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सुप्रीम कोर्ट ने अनजाने में अंतरिम की जगह मुख्य याचिका का निपटारा कर दिया था
Gyanvapi Masjid Case Update Supreme court revives masjid committee plea. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी अंजुमन इंतेजामिया की उस याचिका को फिर सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है, जिसका 24 जुलाई को अनजाने में निपटारा कर दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी अंजुमन इंतेजामिया की उस याचिका को फिर सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है, जिसका 24 जुलाई को अनजाने में निपटारा कर दिया गया था। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के साथ जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने बुधवार को यह फैसला दिया। ज्ञानवापी मस्जिद का मैनेजमेंट देखने वाली अंजुमन इंतेजामिया कमेटी के वकील हुजेफा अहमदी ने बुधवार को दलील दी कि 24 जुलाई की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ASI सर्वे पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर अंतरिम याचिका की जगह मुख्य याचिका का ही निपटारा कर दिया था। इंतेजामिया कमेटी की इस दलील पर उत्तर प्रदेश सरकार और ASI की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्हें मस्जिद कमेटी की विशेष अनुमति याचिका को रिवाइव करने पर कोई आपत्ति नहीं है। मुख्य याचिका में हिंदू पक्ष के मुकदमे को खारिज करने की मांग इंतेजामिया कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी मुख्य याचिका में मांग की थी कि वाराणसी जिला कोर्ट में चल रहे हिंदू पक्ष के मुकदमे को खारिज कर दिया जाए। इस मामले में हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे की मांग की थी, जिसे वाराणसी कोर्ट ने 21 जुलाई को मंजूरी दी थी। कमेटी ने कहा था हिंदू पक्ष ने जिस कागज पर याचिका लगाई है, उस पर ऑथराइजेशन के लिए जरूरी स्टांप मौजूद नहीं है। लिहाजा नागरिक प्रक्रिया संहिता के आदेश VII, नियम 11 (सी) के तहत इसे खारिज किया जाए। वहीं, अंतरिम याचिका में ASI के सर्वे पर रोक लगाने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने ASI के सर्वे पर लगाई थी रोक वाराणसी कोर्ट के आदेश पर 24 जुलाई को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कर रही थी। इसके खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम याचिका लगाई थी। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद में ASI के सर्वे पर 26 जुलाई तक रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस दौरान अगर मस्जिद कमेटी चाहे तो वाराणसी कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जा सकती है। 24 जुलाई को कोर्ट रूम में क्या हुआ? ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन समिति की तरफ से वकील हुजेफा अहमदी की याचिका पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के अपडेट्स... ऐसे हो रहा था ज्ञानवापी में सर्वे वाराणसी में ASI ने 24 जुलाई को ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया था। सील वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे कराने की बात थी। शुरुआती 3 घंटे के सर्वे में फीता लेकर पूरे परिसर को नापा गया। 4 स्टैंड कैमरे परिसर के चारों कोने पर लगाए गए। उसमें एक-एक एक्टिविटी रिकॉर्ड की गई। उधर, मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बहिष्कार किया। हिंदू पक्ष के वकील बोले- मुस्लिम पक्ष ने मस्जिद का दरवाजा नहीं खोला हिंदू पक्ष के वकील अनुपम कुमार ने बताया कि आज केवल परिसर का मेजरमेंट किया गया। मुस्लिम पक्ष की ओर से बिल्कुल सपोर्ट नहीं किया गया है। मस्जिद का दरवाजा नहीं खोला गया। अंदर जाने के लिए जगह नहीं दी गई। सिर्फ पश्चिमी द्वार और बाहर-बाहर हम लोग मेजरमेंट कर रहे थे। तब तक सुप्रीम कोर्ट का स्टे आ गया और काम रोक दिया गया। ज्ञानवापी परिसर से प्रशासनिक अधिकारी, सर्वे टीम और दोनों पक्ष के लोग निकल आए।
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सुप्रीम कोर्ट की ताकत घटाने का विरोध, डॉक्टर्स ने हड़ताल की; क्रेडिट एजेंसी ने देश की रेटिंग घटाई
Israel Judicial Overhaul Bill Update इजराइल में सोमवार को पास हुए ज्युडीशियल ओवरहॉल बिल के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। नए कानूनी बदलाव के तहत अब इजराइल में सुप्रीम कोर्ट सरकार के किसी भी फैसले को गलत बताकर खारिज नहीं कर सकेगा
इजराइल में सोमवार को पास हुए ज्युडीशियल ओवरहॉल बिल के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी हैं। नए कानूनी बदलाव के तहत अब इजराइल में सुप्रीम कोर्ट सरकार के किसी भी फैसले को गलत बताकर खारिज नहीं कर सकेगा। इजराइली बार एसोसिएशन ने मंगलवार को हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस में इसके खिलाफ याचिका दायर की है। बिल के विरोध में मंगलवार को इजराइल के डॉक्टर्स की मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया था। यरूशलम पोस्ट के मुताबिक, उनकी हड़ताल पर लेबर कोर्ट ने रोक लगा दी, जिसके बाद डॉक्टर काम पर लौट आए। उधर, प्रोटेस्ट के बीच क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मॉर्गन स्टेनली ने इजराइल की क्रेडिट रेटिंग घटा दी है। वहीं, यूरोपियन यूनियन और ब्रिटेन ने कहा है कि इजरायल में ज्युडीशियरी की आजादी को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। अमेरिका ने कहा है कि लोकतंत्र में बड़े बदलावों के लिए व्यापक सहमति होनी चाहिए। 29 हफ्तों के प्रदर्शन के बाद भी पास हुआ बिल इजराइल में 29 हफ्तों से जारी प्रदर्शन के बावजूद सोमवार को ज्युडीशियल ओवरहॉल बिल का अहम हिस्सा पास हो गया था। बिल पर वोटिंग के दौरान हजारों इजराइली तेल अवीव की सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने कहा कि बेंजामिन नेतन्याहू अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन की तरह हो गए हैं। वो देश को तानाशाही की ओर धकेल रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान नॉर्थ कोरिया का झंडा भी लहराया कानूनी बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने नारे लगाए- लोकतंत्र या विद्रोह। उन्होंने कहा कि इजराइल में तानाशाही नहीं चलेगी। इस दौरान कई पत्रकारों पर भी हमले हुए। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य बेगिन हाईवे को बंद कर दिया। कुछ प्रदर्शनकारी नेतन्याहू की तानाशाही का विरोध करने के लिए नॉर्थ कोरिया का झंडा लिए भी नजर आए। पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। विपक्ष ने बिल पर वोटिंग का बायकॉट किया सोमवार को बिल पर वोटिंग के दौरान विपक्ष के सभी 56 सदस्यों ने इसका बायकॉट किया। इसके बाद बिल 64-0 वोट से पास हो गया। इजराइल के नेशनल प्रोटेस्ट मूवमेंट ने नेतन्याहू को देश की एकता में पड़ी दरार, सेना और अर्थव्यवस्था चौपट होने का जिम्मेदार ठहराया। नेशनल प्रोटेस्ट ने कहा कि ऐसे नेता से बात करने का कोई मतलब नहीं है जिसने खुद को रूस के राष्ट्रपति पुतिन जैसा बना लिया हो और देश को तानाशाही की तरफ धकेलने का फैसला ले लिया हो। हम नेतन्याहू से आखिर तक लड़ेंगे ताकि इजराइल एक उदार लोकतंत्र बना रहे। इजराइल में बिल के खिलाफ जारी प्रदर्शन की तस्वीरें... नेतन्याहू बोले- हम बिल पर चर्चा के लिए तैयार प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा- मतभेद के बावजूद देश को एक साथ रहना है। अलग-अलग सरकारी महकमों के बीच संतुलन बनाने और इसे चलाने के लिए बिल बेहद जरूरी है। हम बिल पर अब भी बातचीत के लिए तैयार हैं। हमने पहले भी कोशिश की थी, लेकिन विपक्षी नेताओं ने ऐसा नहीं होने दिया। इजराइल मजबूत लोकतांत्रिक देश है और इस तथ्य को कोई नहीं बदल सकता है। हम हर हाल में साथ खड़े रहेंगे। आपसी मतभेद के चलते दुश्मनों के सामने देश कभी भी कमजोर नहीं पड़ेगा। विपक्ष बोला- देश के इतिहास का सबसे दुखद दिन ज्युडीशियल ओवरहॉल बिल का एक हिस्सा पास, जानिए क्या है पूरा प्रस्ताव
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जिस पर लाल डायरी छीनने का आरोप, वह विधायक बोले- CM कोई डायरी चाहते तो मंत्री को क्यों भेजते?
Rajasthan Congress MLA Rafeek Khan Exclusive Interview. राजस्थान की राजनीति में भूचाल लाने वाली डायरी के भीतर क्या लिखा है? इसका खुलासा तो अभी तक नहीं हुआ है,
राजस्थान की राजनीति में भूचाल लाने वाली डायरी के भीतर क्या लिखा है? इसका खुलासा तो अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन इतना तय है कि राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ को डायरी लिखने का शौक है। उनके पास एक लाल डायरी वाकई थी। मंत्री परिषद से बर्खास्त किए गए पूर्व सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा जिस लाल डायरी से राजनीतिक बवाल मचाए हुए हैं, वो अब कहां है फिलहाल कोई नहीं जानता। यह कहना है आदर्श नगर (जयपुर) से विधायक रफीक खान का। खान ही वो पहले विधायक थे, जो सोमवार को विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल को गुढ़ा के कथित हमले से बचाने के लिए बीच में आए थे। भास्कर ने इस पूरे मामले और लाल डायरी के बारे में खान से विशेष बातचीत की है। प्रस्तुत है उस बातचीत के प्रमुख अंश… भास्कर : सदन में सोमवार को क्या घटना हुई थी और यह लाल डायरी क्या चीज है ? रफीक खान : वो (गुढ़ा) कहते हैं कि उनके पास कोई लाल डायरी है जो आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ की है। मेरी इस विषय में धर्मेन्द्र राठौड़ से बात हुई है, तो उन्होंने बताया कि वे डायरी लिखते हैं। उन्हें डायरी लिखने का शौक है। अब जिसे डायरी लिखने का शौक होता है, वो उस में कोई हिसाब-किताब तो लिखता नहीं। रोजमर्रा की बातें लिखता है। किससे मुलाकात हुई, किसके लिए क्या किया, कहां गए, दिन भर क्या रहा आदि। गुढ़ा बेवजह विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से बहस कर रहे थे। उन्हें अपनी बात कहने का हक है, लेकिन जब जोशी उनसे अपने स्थान पर जाने की बात लगातार कह रहे थे, तो उन्हें मानना चाहिए था। बाद में मंत्री शांति धारीवाल के पास आ गए और उनका माइक नीचे गिरा दिया। वे उन पर हमलावर हो गए थे। मुझे लगा स्थिति बिगड़ सकती है, तो मैं उन्हें रोकने के लिए बीच में आ गया, बाद में सदन में मार्शल्स को बुलाया गया और गुढ़ा को बाहर भेजा गया। भास्कर : क्या उस वक्त गुढ़ा के हाथ में लाल डायरी थी और क्या आपने वो डायरी देखी या पढ़ी है ? रफीक खान : बिल्कुल, उस वक्त उनके हाथ में लाल डायरी थी। कल सदन में बहुत सी लाल डायरियां थीं। बीजेपी विधायकों के हाथों में भी लाल डायरियां थीं। मैंने गुढ़ा को रोका जरूर था, लेकिन डायरी अब कहां है मुझे नहीं मालूम। हो सकता है गुढ़ा ने खुद ही अपनी शर्ट में छुपा ली हो डायरी। हो सकता है उन्होंने किसी को वो डायरी दे दी हो। हो सकता है मार्शल्स के साथ हुई धक्का-मुक्की में वो डायरी कहीं गिर गई हो। जो भी हुआ हो इसकी विधिवत पड़ताल तो विधानसभा के माध्यम से ही की जानी चाहिए। भास्कर : गुढ़ा आपके साथी रहे हैं, तो इस घटना से पहले कभी उनके साथ इस डायरी के बारे में कभी कोई बातचीत आप से हुई थी? रफीक खान : नहीं, गुढ़ा से इस डायरी के बारे में तो कभी कोई बात नहीं हुई। इतना जरूर पता लगा कि धर्मेन्द्र राठौड़ डायरी लिखने के आदी हैं। भास्कर : क्या धर्मेन्द्र राठौड़ से इस डायरी के बारे में कभी आपकी कोई बातचीत हुई है कि कोई आपत्तिजनक बातें उसमें लिखी हुई हैं? रफीक खान : देखिए, डायरी लिखने वाला आदमी कोई बच्चा तो है नहीं। वो उस में अकाउंट तो लिखेगा नहीं। डायरी एक इमोशनल मसला है। उसमें कभी भी कोई यह थोड़ी लिखता है कि आज मैंने यह खर्चा किया। यह सब बातें आधारहीन हैं कि डायरी में कुछ भी आपत्तिजनक लिखा हुआ है। भास्कर : गुढ़ा कह रहे हैं कि उन्हें सीएम गहलोत ने कहा था कि वो ताला तोड़कर डायरी निकाल कर लाएं और उनके साथ उस वक्त राजस्व मंत्री रामलाल जाट व पूर्व विधायक धीरज गुर्जर भी मौजूद थे? रफीक खान : सीएम साब क्यों ताला तोड़ने की बात करेंगे। वे तो खुद ही सक्षम हैं, वे क्यों ताला इनसे तुड़वाएंगे। किसी भी प्रदेश में ऐसा नहीं होता है। जब आप चार साल तक मंत्री थे, तब तो सब बातें सही थी। अब आप में कोई नाराजगी हो गई, तो यह सब बातें सामने आ रही हैं। बीजेपी का प्रोपेगेंडा भी है। भास्कर : आपको लगता है कि बीजेपी की इस में साजिश है? रफीक खान : देखिए, बीजेपी को यह सबसे बड़ी कसक है। वे मणिपुर, गोवा, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र में सरकारें गिराने में सफल रहे, लेकिन राजस्थान में नहीं। ऐसे में अब चूंकि चुनाव आ रहे हैं, तो बीजेपी को राजस्थान में खीज है, जो किसी न किसी तरह से सामने आ रही है। बीजेपी ने सदन में ना-पक्ष की लॉबी में हुई बैठक में ही माहौल खराब करना तय कर लिया था। भास्कर : तो क्या गुढ़ा बीजेपी के साथ ब्लैकमेलिंग या कोई पॉलिटिकल स्टंट कर रहे हैं? रफीक खान : मैं तो इतना ही कह सकता हूं कि कोई भी बात हो तो किसी को भी घर में बैठकर बात करनी चाहिए। पार्टी में बात करनी चाहिए थी। हमारे प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी कह चुके हैं कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भास्कर : गुढ़ा ने कभी लाल डायरी के बारे में पार्टी फोरम पर (घर में) बात की थी, या उन्हें पार्टी की तरफ से ठीक से एड्रेस नहीं किया गया? रफीक खान : वे हंसी-मजाक जरूर करते थे। वो उनकी खास शैली भी है, लेकिन गंभीर रूप से कभी पार्टी फोरम में उन्होंने अपनी पीड़ा या कुंठा जाहिर नहीं की। भास्कर : धर्मेन्द्र राठौड़ से कभी आपने पूछा कि उन्होंने सच में इस लाल डायरी में कुछ आपत्तिजनक लिखा है क्या? रफीक खान : मैं अभी चार-पांच दिन पहले उनसे मिला था। प्रदेश प्रभारी रंधावा के सामने की बात है। बस हमारे बीच सामान्य बातें ही हुई थीं। इस डायरी के बारे में तो ऐसी कोई बात उन्होंने बताई तो नहीं। भास्कर : क्या लगता है आपको सही में कोई डायरी है या केवल कोई खेल रचा गया है? रफीक खान : अगर गुढ़ा के पास कोई डायरी है और उसमें सही में ऐसा कुछ भी लिखा हुआ है, तो फिर उन्हें प्रेस के सामने रख देनी चाहिए। जिस डायरी को आप सदन में टेबल करने जैसे एक्सट्रीम लेवल पर जा रहे थे, तो फिर किस बात का पर्दा है। दिखा देनी चाहिए डायरी। क्या लिखा है लोगों को बता देना चाहिए। यह खाली एक सेंसेशन करने की कोशिश है। मीडिया के सामने क्यों नहीं रख रहे। अगर कुछ दम है डायरी में तो उसे छुपाने की जरूरत क्या है। एक तरफ तो वे कह रहे हैं कि राज्यसभा चुनाव, क्रिकेट चुनाव, खरीद-फरोख्त-लेन-देन के बारे में लिखा हुआ है। सीएम के बारे में अनर्गल बातें कर रहे हैं, तो फिर दिखा देना चाहिए ना। यह बेवजह हंगामा करने की जरूरत ही क्या है। भास्कर : गुढ़ा बार-बार कह रहे हैं कि अजमेर ब्लैकमेल कांड से लेकर अब तक बहुत से लोग हैं जो दुष्कर्मी रहे हैं, लेकिन सदन में बैठे हैं। यह बातें कहां से आई? रफीक खान : आज अचानक क्यों? जिन बातों का कोई तथ्य नहीं है, उन पर क्या चर्चा करनी है। यह बातें बिना किसी आधार के अचानक उठाने का क्या तुक है। भास्कर : क्या गुढ़ा सरकार को दबाने या ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। रफीक खान : मैं, ऐसा नहीं मानता। भास्कर : आगे क्या गुढ़ा को मनाया जाएगा? रफीक खान : हमारे प्रदेशाध्यक्ष और मुख्यमंत्री हैं इसके लिए। वे इस मामले को देखेंगे। मेरा मानना है कि कभी भी किसी को दूरियां इतनी नहीं बढ़ानी चाहिए कि हम लोग बाद में बैठकर बात भी न कर सकें। राजनीति में फ्यूचर में क्या होने वाला है, उसका अंदाजा आज नहीं लगाया जा सकता। कौन है धर्मेन्द्र राठौड़, कैसे कर्मचारी नेता से सियासत में छाए? आरटीडीसी के चेयरमैन 55 वर्षीय धर्मेन्द्र राठौड़ एक कर्मचारी नेता रहे हैं। कर्मचारी संगठनों के काम-काज के चलते सीएम गहलोत के करीबी बने धर्मेन्द्र राठौड़ न तो केबिनेट मंत्री हैं और न ही विधायक-सांसद। लेकिन राजनीतिक हलकों में वे सीएम अशोक गहलोत के सबसे करीबी लोगों में शामिल हैं। वर्ष 1998 में कर्मचारी नेता उदय सिंह राठौड़ को बनीपार्क (जयपुर) से कांग्रेस ने टिकट दिया था। वे जीते और विधायक बने। बाद में 2003 में वे चुनाव हार गए। इसके बाद से कर्मचारी वर्ग में धर्मेन्द्र राठौड़ का नाम तेजी से ऊपर आया। उन्होंने निर्दलीय बानसूर (अलवर) से 2008 में चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। सीएम गहलोत ने उन्हें वर्ष 2008-2013 के बीच राजस्थान बीज निगम का चेयरमैन बनाया और राज्य मंत्री का दर्जा दिया। उसके बाद वर्ष 2018 में सरकार पुन: बनने पर सीएम गहलोत ने उन्हें राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) का चेयरमैन बनाया और कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। सरकार पर जब भी कोई राजनीतिक संकट आया हो या फिर राज्यसभा चुनाव हों या कोई उप चुनाव। राठौड़ हमेशा सीएम गहलोत के विश्वसनीय लोगों में शामिल रहे हैं। राठौड़ अब अजमेर जिले में राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और पुष्कर और अजमेर (उत्तर) के विधानसभा क्षेत्रों से उनके चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पुष्कर सीट पर दो बार और अजमेर उत्तर चार बार से लगातार बीजेपी जीत रही है। पुष्कर के पास नांद गांव राठौड़ का मूल गांव है। जुलाई-2020 में धर्मेन्द्र राठौड़ के जयपुर स्थित आवास पर सीआरपीएफ को साथ लेकर आयकर विभाग ने छापा मारा था। गुढ़ा जिस लाल डायरी को राठौड़ के घर से ताला तोड़कर निकाल लाने का दावा कर रहे हैं, यह उसी वक्त की घटना है। हालांकि राजनीतिक हलकों में यह बात किसी के गले नहीं उतर रही कि सीआरपीएफ के जवानों को चकमा देकर किसी सीज्ड प्रॉपर्टी में कोई घुसकर कुछ निकाल लाए। कांग्रेस ने दिया हुआ है राठौड़ को अनुशासनहीनता का नोटिस कांग्रेस ने 25 सितंबर-2022 में तत्कालीन केन्द्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व प्रभारी अजय माकन के जयपुर आने पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर विधायकों की हुई बैठक के बाद धारीवाल, जलदाय मंत्री महेश जोशी और धर्मेन्द्र राठौड़ को अनुशासनहीनता का नोटिस दिया था। हालांकि इस नोटिस का जवाब तीनों ने दे दिया, लेकिन कांग्रेस की तरफ से अब तक उन नोटिसों के संबंध में क्या फैसला किया गया, इसका खुलाासा नहीं किया गया है। राठौड़ उस घटना के बाद दिसंबर-2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अलवर जिले में स्वागत सत्कार समिति में भी शामिल किए गए थे। यात्रा के रूट की तैयारी के लिए भी राजस्व मंत्री रामलाल जाट के साथ राठौड़ भी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की टीम में शामिल थे। यह भी पढ़ेंः गुढ़ा बोले-अजमेर सेक्स स्कैंडल के विलेन सरकार में:लाल डायरी में एक-एक लेन-देन का हिसाब, मुझे पायलट की जरूरत नहीं कांग्रेस सरकार के ट्रबल शूटर रहे मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा चुनावी साल में ट्रबल मेकर के रोल में आ गए हैं। विधानसभा में 'लाल डायरी' लहराकर गुढ़ा ने यूथ वोटर्स को खुश करने के साथ समाज के कई तबकों को साधने का प्रयास किया है...(यहां CLICK कर पढ़ें)
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हार्दिक, रोहित और सूर्यकुमार बेंगलुरु में एशिया कप की तैयारी करेंगे
ndia Vs Ireland 2023 Squad List - Who Will Be Indian Team Captain ? आयरलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया की कमान नया कप्तान संभाल सकता है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे सीनियर खिलाड़ियों इस दौरे पर आराम मिलेगा।
आयरलैंड के खिलाफ 18 अगस्त से शुरू हो रही टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया की कमान नया कप्तान संभाल सकता है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस दौरे की टीम में शामिल हुए तो उन्हें कप्तानी मिल सकती है। खेल वेबसाइट क्रिक बज की रिपोर्ट के मुताबिक, सीनियर खिलाड़ियों को आयरलैंड दौरे से आराम मिलेगा। वहीं लिमिटेड ओवर्स टीम के उप कप्तान हार्दिक पंड्या और टी-20 स्पेशलिस्ट सूर्यकुमार यादव प्रमुख खिलाड़ियों के साथ बेंगलुरु में एशिया कप की तैयारी करेंगे। आयरलैंड में होने हैं 3 टी-20 मैच, बुमराह ने बॉलिंग प्रैक्टिस शुरू की तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में बॉलिंग करना शुरू कर दी है। वह पिछले कुछ समय से फुल-फ्लो में बॉलिंग कर रहे हैं। आयरलैंड के खिलाफ टीम इंडिया 3 टी-20 ही खेलेगी, जहां बुमराह को एक मैच में 4 ही ओवर बॉलिंग करनी होगी। कम ओवर फेंकने से बुमराह पर बॉलिंग का ज्यादा दबाव नहीं होगा। ऐसे में वह एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप के लिए भी तैयार हो सकेंगे। आयरलैंड में भारत को 18, 20 और 23 अगस्त को 3 टी-20 खेलने हैं। अगर आयरलैंड दौरे पर बुमराह को मौका मिला तो बाकी सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में उन्हें कप्तानी भी सौंपी जा सकती है। बुमराह ने भारत के लिए एक टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ कप्तानी की है। ये मुकाबला पिछले साल जुलाई में खेला गया, जिसमें भारत को हार मिली थी। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल में अपनी राय देते चलिए... सभी खिलाड़ियों के साथ तैयारी करना चाहते हैं द्रविड़ रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु में एशिया कप की तैयारी का कैम्प 24 और 25 अगस्त को लगेगा। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने इस कैम्प में टीम के सभी खिलाड़ियों के शामिल होने की मांग की है, क्योंकि वनडे वर्ल्ड कप की तैयारी इसी टूर्नामेंट से पुख्ता की जा सकती है। इस सिचुएशन में रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ हार्दिक पंड्या भी कैम्प का हिस्सा होंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए उप कप्तान बनाए गए सूर्यकुमार यादव भी एशिया कप के कैम्प में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उन्हें मिडिल ऑर्डर बैटर श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में वनडे स्क्वॉड में लगातार जगह दी जा रही है। इस कैम्प से तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को छूट मिल सकती है। बेंगलुरु में कैम्प के बाद श्रीलंका जाएगी भारतीय टीम द्रविड़ के साथ बाकी कोचिंग स्टाफ को आयरलैंड दौरे से आराम दिया गया है, ताकि वे एशिया कप और वर्ल्ड कप की तैयारी अच्छे से कर सकें। बेंगलुरु में 24 और 25 अगस्त को 2 दिन का ट्रेनिंग कैम्प लग सकता है। कैम्प के बाद टीम इंडिया एशिया कप खेलने के लिए श्रीलंका रवाना हो जाएगी। एशिया कप में भारत का पहला मैच 2 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ होगा। अगर टीम फाइनल में पहुंची तो उन्हें यहां 6 मैच खेलने होंगे। टूर्नामेंट 17 सिंतबर तक चलेगा। इसके बाद भारत में ही टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे खेलेगी। 27 सितंबर को तीसरे वनडे के बाद 29 सितंबर से वर्ल्ड कप के वॉर्म-अप मैच भी शुरू हो जाएंगे। BCCI ने मार्च तक का होम कैलेंडर जारी किया भारत के होम कैलेंडर की शुरुआत सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे से होगी। यह सीरीज 22 सिंतबर से शुरू होगी। टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले अपने घर में ऑस्ट्रेलिया से 3 वनडे मैच खेलेगी। वर्ल्ड कप के बाद 23 नवंबर से 5 टी-20 मैचों की सीरीज शुरू होगी। इस सीरीज के बाद अफगानिस्तान और इंग्लैंड की टीमें जनवरी-फरवरी में भारतीय दौरे पर आएंगी। पढ़ें पूरी खबर... सैमसन-ईशान में भारत का विकेटकीपर कौन टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत ली है। अब भारत को 27 जुलाई से वनडे सीरीज खेलनी है। 3 मैचों की इस सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के सामने कई सवाल है। इनमें एक सवाल है, विकेटकीपर बैटर के रूप में संजू सैमसन को खिलाएं या ईशान किशन को? पढ़ें पूरी खबर...
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31 जुलाई से शुरू आवेदन, 28 वर्ष तक के उम्मीदवारों को मिलेगा मौका
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से सुपरवाइजर, मेंटेनर, अकाउंट्स सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली गयी है। भर्ती के लिए MPMRCL की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन तिथियों को घोषित कर दिया गया है। जो उम्मीदवार इस भर्ती में भाग लेना
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से सुपरवाइजर, मेंटेनर, अकाउंट्स सहित विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो उम्मीदवार इस भर्ती में भाग लेना चाहते हैं, वे 31 जुलाई 2023 से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। इस भर्ती के माध्यम से एमपी मेट्रो में 88 खाली पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। वैकेंसी डिटेल्स एज लिमिट उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम उम्र 28 वर्ष तय की गई है। आयु सीमा में छूट नियमानुसार दी जाएगी। एप्लीकेशन फीस जनरल, ओबीसी : 590 रुपये एससी, एसटी और ईडब्ल्यूएस : 295 रुपये ऐसे करें आवेदन इस भर्ती के लिए आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से ऑफिशियल वेबसाइट mpmetrorail.com पर किये जा सकेंगे। ऑफिशियल नोटिफिकेशन
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UDH मंत्री धारीवाल के आवास के बाहर लहराई लाल डायरी; थाली-चम्मच बजाकर किया प्रदर्शन
BJP Nahi Sahega Rajasthan Abhiyan Photos Update - नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता कांग्रेसी विधायकों के घरों पर थाली बजाकर प्रदर्शन कर रहीं हैं।
नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के तहत बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता कांग्रेसी विधायकों के घरों पर थाली बजाकर प्रदर्शन कर रहीं हैं। इसी कड़ी में जयपुर में UDH मंत्री शांति धारीवाल के सरकारी आवास बाहर प्रदर्शन किया। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता धारीवाल के आवास के मेन गेट पर चढ़ गईं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लहराई लाल डायरी महिला कार्यकर्ताओं ने धारीवाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लाल डायरी भी लहराई। यहां मौजूद महिला कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रदर्शन के लिए सबसे पहले धारीवाल के आवास को चुना गया। जिसके पीछे उनकी विवादित बयानबाजी है। बता दें कि धारीवाल ने राजस्थान में रेप के मामलों पर कहा था कि यह मर्दों का प्रदेश है। इसी के चलते बीजेपी महिला मोर्चा ने सबसे पहले धारीवाल का सरकारी आवास चुना। यहां भी लाल डायरी का मुद्दा उठाया गया। महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं: रक्षा भंडारी प्रदर्शन को लेकर महिला मोर्चा की अध्यक्ष रक्षा भंडारी ने बताया कि कांग्रेस की गहलोत सरकार में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। सड़क से लेकर स्कूल, कॉलेज, कार्यस्थल पर महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जंगलराज के खिलाफ प्रदेश स्तर पर नहीं सहेगा राजस्थान अभियान चल रहा है। जिसमें महिला मोर्चा को विधायकों के घरों पर थाली नाद प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी मिली हैं। वहीं इस प्रदर्शन के बाद हम शक्ति केन्द्र व मंडल स्तर पर जनसंपर्क करके आमजन को 1 अगस्त को जयपुर में होने वाले प्रदर्शन में आने का आह्वान करेंगे। युवा मोर्चा निकालेगा मोटरसाइकिल रैली महिला मोर्चा के प्रदर्शन के अगले दिन गुरुवार को प्रदेश की 200 विधानसभाओं में युवा मोर्चा मोटरसाइकिल रैली निकालेगा। इस रैली में विधानसभा के बीजेपी कार्यकर्ता शामिल होंगे। मोटरसाइकिल रैली को लेकर युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अंकित चेची ने कहा कि हम मोटरसाइकिल रैली के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को जागरूक करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार युवाओं के सपनों पर कुठाराघात कर रही है। प्रदेश में हर दिन पेपर लीक हो रहे हैं और बेरोजगारी चरम पर है। ऐसे में प्रदेश का युवा आक्रोशित हैं। इसी को लेकर प्रदेश भाजपा नहीं सहेगा राजस्थान अभियान चला रहा है। जिसमें प्रदेश के युवाओं, महिलाओं, किसानों सहित हर वर्ग के मुद्दे को पुरजोर तरीके से बीजेपी उठा रही है।
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पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए भारत सरकार की कोशिशों को हमारा समर्थन
Manipur Women Viral Video Controversy;   US State Department spokesman Vedant Patel मणिपुर में दो समुदायों के बीच 3 मई को शुरू हुई हिंसा अब भी जारी है। इस बीच वहां 2 महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप के मामले में अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है
मणिपुर में दो समुदायों के बीच 3 मई को शुरू हुई हिंसा अब भी जारी है। इस बीच वहां 2 महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप के मामले में अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका से इस मामले को डरावना और चौंकाने वाला बताया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा- दो महिलाओं पर हुए हमले का वीडियो देखकर हम स्तब्ध हैं। हम घटना में पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदनाए जताते हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए भारत सरकार की कोशिशों का समर्थन करते हैं। US विदेश मंत्रालय ने कहा- हर समुदाय के लोगों और संपत्ति की रक्षा हो पटेल ने कहा- भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि किसी भी सभ्य समाज में महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है। हम पहले भी कह चुके हैं कि मणिपुर मामले में हम शांतिपूर्ण समाधान के पक्ष में हैं और उम्मीद करते हैं कि हर समुदाय के लोगों और उनकी संपत्ति की रक्षा की जाएगी। अमेरिकी राजदूत बोले- भारत ने मदद मांगी तो हम तैयार इससे पहले भारत में मौजूद अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा था कि ये भारत का आंतरिक मामला है। वो जहां भी ऐसी हिंसक घटनाएं देखते हैं तो उन्हें दुख पहुंचता है। इससे पहले 6 जुलाई को भी अमेरिका ने भी मणिपुर की हिंसा पर चिंता जाहिर की थी। तब एरिक गार्सेटी ने कहा है कि अगर भारत मदद मांगता है तो हम उसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था- हम जानते हैं कि ये भारत का आंतरिक मसला है, हम जल्द से जल्द शांति की उम्मीद करते हैं। मणिपुर के हालातों पर हमें कोई रणनीतिक चिंता नहीं है, हमें सिर्फ लोगों की चिंता है। ब्रिटेन की संसद में उठा मणिपुर का मुद्दा ये मुद्दा ब्रिटेन की संसद में भी उठाया जा चुका है। ब्रिटेन में धार्मिक आजादी से जुड़े मामलों की स्पेशल राजदूत और सांसद फियोना ब्रूस ने 20 जून को ‌BBC पर मणिपुर हिंसा की ठीक से रिपोर्टिंग न करने के आरोप लगाए थे। ब्रूस ने ब्रिटेन के निचले सदन में सवाल किया था कि मणिपुर में मई से कई सौ चर्च जलाए गए हैं, 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। न सिर्फ चर्च, बल्कि उनसे जुड़े स्कूलों को भी निशाने पर रखा गया है। ब्रूस ने कहा कि इससे साफ होता है कि ये सब प्लानिंग के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ा फैक्टर है। 19 जुलाई को महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था 4 मई को ही दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना थोउबाल जिले में हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले गए और उनसे अश्लील हरकतें कीं। एक पीड़ित महिला के पति ने बताया- 'हजार लोगों की भीड़ ने गांव पर हमला किया था। मैं भीड़ से अपनी पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिसवालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। भीड़ तीन घंटे तक दरिंदगी करती रही। मेरी पत्नी ने किसी तरह एक गांव में पनाह ली।' वहीं, वीडियो में दिख रही दूसरी महिला की मां ने कहा- 'अब हम कभी अपने गांव नहीं लौटेंगे। वहां मेरे छोटे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई, मेरी बेटी को शर्मिंदा किया गया। अब मेरे लिए सब कुछ खत्म हो चुका है।' खबर पढ़ने के बाद पोल में हिस्सा लेकर अपनी राय दे सकते हैं...
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लद्दाख में राजनाथ बोले- जरूरत पड़ी तो LoC पार करेंगे; युद्ध के लिए तैयार रहना होगा
Kargil Vijay Diwas 26 July updates Rajnath Singh gives tribute to martyrs soldiers; रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पर युद्ध में शहीद हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी 1999 के कारगिल वॉर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
कारगिल दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लद्दाख के द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे। उन्होंने भी कारगिल युद्ध के शहीदों को पुष्पांजलि दी। आज कारगिल युद्ध विजय को 24 साल हो गए हैं। 26 जुलाई, 1999 को कारगिल में हिन्दुस्तान फौज ने तिरंगा लहराया था। इस जंग में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे। इन शहीदों को सम्मान देने के लिए 4 मिग-29 एयरक्राफ्ट्स ने फ्लाई पास्ट किया। 3 चीता हेलिकॉप्टर्स ने मेमोरियल पर फूल बरसाए। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा, कारगिल युद्ध में हमने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पार नहीं किया था। इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे। हम ऐसा कर सकते थे, कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो ऐसा करेंगे भी। उन्होंने ये भी कहा कि जनता को युद्ध के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। रक्षा मंत्री बोले-भारत पर थोपा गया था कारगिल युद्ध राजनाथ सिंह ने कहा कि कारगिल में भारतीय ध्वज इसलिए लहरा रहा है क्योंकि 1999 में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मनों की छाती पर अपना तिंरगा लहरा दिया था। कारगिल युद्ध भारत पर थोपा गया था। उस समय प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपायी ने पाकिस्तान जाकर कश्मीर समेत अन्य मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान ने हमारी पीठ में खंजर घोंप दिया। सेना की मदद करने के लिए जनता को तैयार होना होगा: राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री बोले- हमारी सेना ने हमेशा बताया कि जंग न्यूक्लियर बम से नहीं लड़ी जाती है, बल्कि शौर्य और अदम्य इच्छाशक्ति से लड़ी जाती है। युद्ध सिर्फ सेना ही नहीं लड़ती बल्कि युद्ध दो राष्ट्रों और उनकी जनता के बीच होता है। किसी भी युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से सेनाएं तो भाग लेती ही हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उस युद्ध में किसान से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक व कई सारे पेशों के लोग शामिल होते हैं। हाल के दिनों में युद्ध लंबे खिंच रहे हैं। आने वाले समय में जनता को इनडायरेक्ट नहीं बल्कि सीधे तौर पर युद्ध में शामिल होने के लिए तैयार होना चाहिए। जनता को इस बात के लिए मानसिक रूप से तैयार होना होगा कि जब भी देश को उनकी जरूरत पड़े, वे सेना की मदद के लिए तत्पर रहे। कारगिल शहीदों को श्रद्धांजिल देने के वीडियो देखें.. कारगिल युद्ध से जुड़ी भास्कर की यह खास खबर भी पढ़ें... कारगिल विजय के 24 साल: अमेरिका ने डील के बावजूद बम नहीं दिए; IAF ने कैसे लगाया देसी जुगाड़ 17 हजार फीट की ऊंचाई पर दुश्मन डेरा जमाए बैठे थे। इंडियन आर्मी ऊपर चढ़ने की कोशिश करती तो दुश्मन आसानी से निशाना लगा लेते थे। अमेरिका ने भारत को GPS को-ऑर्डिनेट्स और बम देने से मना कर दिया। ऐसे में इंडियन एयरफोर्स ने फ्रांस से खरीदे मिराज 2000 एयरक्राफ्ट पर इजराइल में मंगवाए टार्गेटिंग पॉड्स लगाए गए। इनमें 1 हजार पाउंड के देसी बम लगाकर टाइगर हिल पर निशाना साधा गया। इस जुगाड़ ने घुसपैठियों के बंकरों को तहस-नहस कर दिया। 26 जुलाई को इंडियन आर्मी ने औपचारिक रूप से युद्ध खत्म होने की घोषणा की। इस जंग की रोमांचक दास्तां पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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सीरिया में MQ-9 ड्रोन का प्रोपेलर खराब हुआ, एयरफोर्स ने कहा- ऐसी हरकतें बंद करे रूस
Russian Fighter Jet Fired Flares At A Us Drone Over Syria  MQ-9 ड्रोन का प्रोपेलर खराब हो गया। US एयरफोर्स सेंट्रल के लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्स ग्रिन्केविच ने मंगलवार को बताया कि ये घटना रविवार की है।
सीरिया में एक रूसी फाइटर जेट ने अमेरिकी ड्रोन पर फ्लेयर्स दागे। इस दौरान अमेरिका के MQ-9 ड्रोन का प्रोपेलर खराब हो गया। US एयरफोर्स सेंट्रल के लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्स ग्रिन्केविच ने मंगलवार को बताया कि ये घटना रविवार की है। रूसी लड़ाकू विमान अमेरिकी ड्रोन के बेहद करीब उड़ान भर रहा था। इसके बाद वो ड्रोन के ऊपर चला गया और उस पर फ्लेयर्स छोड़ने लगा। इनमें से एक फ्लेयर ड्रोन के प्रोपेलर पर आकर लगा जिससे उसे काफी नुकसान पहुंचा। हालांकि, बाद में ड्रोन का क्रू उसे बेस स्टेशन तक ले जाने में कामयाब रहा। लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा- सीरिया में ISIS को हराना ही हमारा मकसद है। ऐसे में रूस की तरफ से ये गैर-जिम्मेदाराना रवैया मिशन में अड़ंगे लगा रहा है। उन्हें तुरंत इस तरह की हरकतें बंद करनी चाहिए। रूसी फाइटर जेट ने 3 अमेरिकी ड्रोन्स को परेशान किया था इससे पहले भी अमेरिका सीरिया में रूस पर लगातार उसके ड्रोन्स को निशाना बनाने का आरोप लगा चुका है। हालांकि, इस पर रूस कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है। करीब 20 दिन पहले भी अमेरिकी एयरफोर्स ने वीडियो शेयर कर दावा किया था रूस के 3 सुखोई फाइटर जेट ने उसके 3 MQ-9 ड्रोन्स को सीरिया में परेशान किया था। एयरफोर्स के बयान के मुताबिक, रूस के सिखोई-35 फायटर जेट्स ने ड्रोन्स के सामने पैराशूट से फ्लेयर्स दागे थे, जिससे उनका फ्रंट व्यू ब्लॉक हो गया था। इसके बाद ड्रोन को अपना रास्ता बदलना पड़ा था। सीरिया में तैनात अमेरिका की 900 फोर्स सीरिया में अमेरिका और रूस दोनों की आर्मी अक्सर ऑपरेशन चलाती रहती हैं। अमेरिका की करीब 900 फोर्सेज सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से लड़ने के लिए कुर्द नेतृत्व वाली सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्स के साथ काम करने के लिए तैनात हैं। वहीं रूस की सेना सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थन में वहां मौजूद है। मार्च में ब्लैक सी के ऊपर सुखोई ने अमेरिकी ड्रोन पर हमला किया था इससे पहले मार्च में रूस-यूक्रेन बॉर्डर के करीब रूस के सुखोई फाइटर जेट ने अमेरिका के एडवांस्ड रीपर ड्रोन पर हमला किया था। ब्लैक सी के ऊपर अमेरिकी ड्रोन MQ-9 रीपर सर्विलांस कर रहा था। रूस के दो Su-27 ने इस रीपर को 40 मिनट तक घेरकर उस पर फ्यूल गिराया था। ये फ्यूल रीपर के प्रोपेलर में पहुंचा और ड्रोन कुछ देर बाद ब्लैक सी में क्रैश हो गया था। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ गया था। US एयरफोर्स के जनरल जेम्स हैकर ने रूस की हरकत को बेहद गैरजिम्मेदार और भड़काऊ बताया था। उधर, रूस ने अमेरिका के आरोपों से इनकार किया था। उसने कहा था- यह महज एक हादसा है। हम मलबा तलाशने में अमेरिका की मदद करेंगे। इसके लिए हमारे पास अमेरिका और नाटो से ज्यादा बेहतर तकनीक है।
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केंद्र से कहा- आपके राज्य में ही नियम टूटे, कुछ नहीं किया
Nagaland Women Reservation In Civic Body Elections नगालैंड निकाय चुनाव में 33% महिला आरक्षण लागू ना किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र से सवाल पूछा। कोर्ट ने कहा कि आपके ही राज्य में नियम तोड़े जा रहे हैं
नगालैंड निकाय चुनाव में 33% महिला आरक्षण लागू ना किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र से सवाल पूछा। कोर्ट ने कहा कि आपके ही राज्य में नियम तोड़े जा रहे हैं और आप कुछ नहीं कर रहे। दूसरे राज्यों में तो आप सख्त कदम उठाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार नगालैंड में संविधान लागू करने की इच्छा ही नहीं दिखा रही है। कई बार मौके दिए पर कुछ नहीं किया गया। नगालैंड में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) और भाजपा की गठबंधन सरकार है। याचिकाकर्ता की अपील- महिलाएं चुनाव में हिस्सा लेना चाहती हैं याचिकाकर्ताओं की ओर से सीनियर एडवोकेट कोलिन गोंजाल्वेज ने कहा, "महिलाओं की इच्छा है कि वे निकाय चुनाव में बढ़चढ़कर हिस्सा लें। वो चाहती हैं कि मुखिया उन्हें प्रोत्साहन दें, लेकिन महिलाओं की इस इच्छा को वो लोग दबा रहे हैं, जो सत्ता में हैं।' सुप्रीम कोर्ट की 5 टिप्पणियां 1. जस्टिस एसके कौल और जस्टिस सुधांशु धूलिया की बेंच ने कहा कि नगालैंड ऐसा राज्य है, जहां महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं। केंद्र केवल यह कहकर निकाय चुनाव में महिलाओं को आरक्षण से वंचित नहीं रख सकता है कि यह स्कीम आदिवासी इलाकों में लागू नहीं होती। 2. यह स्कीम क्यों लागू नहीं की गई। आप कर क्या रहे हैं? राजनीतिक तौर पर आप भी यही चाहते हैं। वहां आपकी सरकार है और आप यह कहकर पल्ला नहीं झाड़ सकते हैं कि राज्य में दूसरा कोई भी सरकार में है। 3. केंद्र सरकार की संविधान लागू करने की इच्छा ही नहीं है। आपको राज्य सरकार के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए था। संविधान का प्रावधान लागू नहीं किया जा रहा है और आप राज्य सरकार को कुछ भी नहीं कह रहे हैं। इस स्कीम को लागू करने में आपने क्या कदम उठाया। 4. केंद्र को कई बार मौके दिए गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। जिन राज्यों में आप सरकार में शामिल नहीं हैं, वहां तो आप बहुत सख्त कदम उठा लेते हैं। आपके ही राज्य में संवैधानिक योजना का उल्लंघन हो रहा है और आप कुछ नहीं करना चाहते। आप हाथ कैसे पीछे खींच सकते हैं? 5. एडवोकेट जनरल हमसे नौंवी बार समय मांग रहे हैं। कह रहे हैं कि संवैधानिक स्कीम का उल्लंघन नहीं किया जाएगा और वो इससे जुड़े लोगों से बात करेंगे। हम उन्हें आखिरी मौका देते हैं। हम नगालैंड के उन विशेष कानूनों में बिल्कुल दखल नहीं दे रहे हैं, जो आर्टिकल 371A के तहत आते हैं। हम यह कह रहे हैं कि जिस राज्य में महिलाओं की शिक्षा, उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति काफी बेहतर है, वहां रिजर्वेशन का नियम लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। केंद्र और राज्य का जवाब केंद्र की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज और नगालैंड की तरफ से एडवोकेट जनरल केएन बालगोपाल ने कहा, 'हम कोर्ट को संतुष्ट करने के लिए नए कानून बनाएंगे। इस संबंध में हमें राज्य सरकार की ओर से निर्देश के लिए कुछ समय चाहिए। राज्य की स्थितियां अभी इसके लिए मुफीद नहीं हैं। हमें कुछ वक्त दीजिए और हम पूरे हालात पर फैसला लेंगे।' कोर्ट ने पिछली सुनवाई में कहा था- ये महिला सशक्तिकरण से जुड़ा मसला इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा था कि क्या नगालैंड में निकाय चुनाव में महिलाओं को 33% आरक्षण का नियम दरकिनार किया जा सकता है। नगालैंड में करीब 2 दशक के बाद 16 मई को अर्बन लोकल बॉडी (ULB) के चुनाव होने थे। इस संबंध में सरकार ने 30 मार्च को नोटिफिकेशन जारी किया था। 5 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। अदालत ने कहा था कि यह महिला सशक्तिकरण से जुड़ा मसला है।
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जीमेल से लॉगइन करके अकाउंट बना सकते हैं यूजर्स, ioS के लिए पहले से अवेलेबल
ChatGPT Android App Available in India OpenAI ने ChatGPT का ऐप एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च कर दिया है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
OpenAI ने ChatGPT का ऐप एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च कर दिया है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। लॉन्चिंग से पहले 22 जुलाई को ऐप प्री-रजिस्टर के लिए अवेलेबल हो गया था। प्री-रजिस्टर और ऑटोमेटिक इंस्टॉल ऑप्शन इनेबल रखने वाले यूजर्स के डिवाइस पर ऐप लॉन्च होने के बाद अपने आप डाउनलोड हो गया है। OpenAI ने अभी कुछ देशों में ही ChatGPT के ऐप को एंड्रॉयड डिवाइस के लिए लॉन्च किया है, जिसमें भारत भी शामिल है। OpenAI ने ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट कर लिखा,'एंड्रॉयड के लिए ChatGPT अब अमेरिका, भारत, बांग्लादेश और ब्राजील में डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। हम अगले हफ्ते और देशों में भी इसे लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। एंड्रॉयड डिवाइस में ChatGPT कैसे डाउनलोड करें? एंड्रॉयड डिवाइस के ChatGPT ऐप में एपल ID से लॉगइन कर सकते हैं यूजर्स OpenAI ने एंड्रॉयड डिवाइस के ChatGPT ऐप में एपल ID से लॉगइन करने का ऑप्शन दिया है। यूजर्स एपल ID से लॉगइन करके ChatGPT ऐप में अपना अकाउंट बना सकते हैं। इसके साथ ही यूजर्स ऐप में जीमेल और इमेल ID के जरिए साइनअप और लॉगइन कर सकते हैं। मई में ioS डिवाइस के लिए लॉन्च हुआ था ऐप दो महीने पहले मई में कंपनी ने ioS डिवाइस के लिए ChatGPT ऐप लॉन्च कर दिया था। आईफोन यूजर्स ऐप स्टोर में जाकर ChatGPT ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप से ChatGPT यूजर्स को क्या फायदा होगा? ऐप इंस्टॉल करने के बाद ChatGPT यूज करने के लिए यूजर्स को बार-बार ब्राउजर पर नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ऐप में सर्च की हिस्ट्री सेव होती है, जिसकी मदद से यूजर्स किसी पुराने सर्च को देख सकेंगे। इसके अलावा ऐप में मिलने वाले सभी फीचर्स को भी यूजर्स एक्सेस कर पाएंगे। अभी 2 बड़ी AI कंपनियां ChatGPT और बार्ड से आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर CV तक आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब ChatGPT देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी ChatGPT आपको सुझाव देता है। जैसे यदि किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत ChatGPT पर टाइप करेगा Write an essay on democracy।
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फिल्म में लीड रोल में हैं राधिका मदान, सुधांशु सरिया हैं डायरेक्टर
इस साल इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में राधिका मदान स्टारर फिल्म सना की स्क्रीनिंग की जाएगी। फिल्म के डायरेक्टर सुधांशु सरिया हैं। ये इवेंट ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के आर्ट्स सेंटर के हैमर हॉल में 11 से 20 अगस्त के बीच होगा। इस मौके पर
इस साल इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में राधिका मदान स्टारर फिल्म सना की स्क्रीनिंग की जाएगी। फिल्म के डायरेक्टर सुधांशु सरिया हैं। ये इवेंट ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के आर्ट्स सेंटर के हैमर हॉल में 11 से 20 अगस्त के बीच होगा। इस मौके पर डायरेक्टर सरिया ने कहा है कि उन्हें गर्व है कि उनकी फिल्म को ग्लोबल ऑडियंस से इतना प्यार मिला। इससे पहले भी शंघाई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, टालीन ब्लैक नाइट फिल्म फेस्टिवल और सांता बारबरा फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म की स्क्रीनिंग हो चुकी है। खुशी है कि फेस्टिवल में स्क्रीनिंग के लिए सना को चुना गया: सरिया मीडिया से बात करते हुए सरिया ने कहा कि सना को IFFM के जरिए पूरी दुनिया तक पहुंचाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि वो मेलबर्न में ऑडियंस से मिलने के लिए बेताब हैं और IFFM के इतिहास का सम्मान करते हैं। सरिया ने कहा- इस फेस्टिवल में नामी फिल्मों को स्क्रीनिंग के लिए चुना गया है और मुझे खुशी है कि सना भी इनमें से एक है। महिला के इंटरनल ट्रॉमा पर बेस्ड है फिल्म सना एक महिला की कहानी है जिसके मन में चल रही उथलपुथल का असर उसकी पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है। सना का ट्रॉमा हील नहीं हुआ है इस वजह से उसे रोजमर्रा की जिन्दगी में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। फिल्म में राधिका मदान के अलावा सोहम शाह, शिखा तलसानिया और पूजा भट्ट भी हैं। फिल्म फेस्टिवल में 20 अलग-अलग भाषाओं में करीब 100 फिल्मों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। इस दौरान कार्तिक आर्यन की फिल्म सत्यप्रेम की कथा और भूल भुलैया 2 की स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
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28 जुलाई तक कर सकेंगे अप्लाय, प्राइस बैंड 285-300 रुपए प्रति शेयर
Yatharth Hospital IPO Opening Update - यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए
यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज लिमिटेड का IPO पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए आज ओपन हो गया है। रिटेल निवेशक इस निशियल पब्लिक ऑफरिंग के लिए 28 जून तक बोली लगा सकेंगे। 7 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे। इस IPO के जरिए कंपनी 490 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। अगर आप भी इस IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? रिटेल निवेशक को मिनिमम एक लॉट यानी 50 शेयरों के लिए अप्लाय करना होगा। कंपनी ने IPO का प्राइज बैंड 285-300 रुपए प्रति शेयर रखा है। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड 300 रुपए के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं तो आपको 15,000 रुपए लगाने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसके लिए 1,95,000 रुपए इन्वेस्ट करने होंगे। 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी के इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। पैसा जुटा कर क्या काम करेगी कंपनी? यथार्थ हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा केयर सर्विसेज के ग्रेटर नोएडा, नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन एवं झांसी ओरछा में चार अस्पताल हैं। कंपनी IPO से मिलने वाले पैसों का यूज अपने कर्ज को कम करने, कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी।
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इंजन का मेंटेनेंस किया जा रहा था, इसी दौरान हादसा; विमान और वर्कर्स सुरक्षित
Spicejet Plane Catches Fire During Maintenance, Follow Delhi Airport Latest News, Headlines, Videos and Updates On Dainik Bhaskar (दैनिक भास्कर)
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े स्पाइसजेट के विमान Q400 में मंगलवार शाम को आग लग गई। आग इंजन में मेंटेनेंस के दौरान लगी। जिस पर तुरंत काबू पा लिया गया। गनीमत रही है कि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। घटना से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें विमान से आग की लपटें उठती नजर आ रही हैं। दमकल की टीम को बुलाया गया स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने बताया कि 25 जुलाई की रात 8 बजे घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर Q400 विमान का मेंटेनेंस चल रहा था। तभी प्लेन के इंजन संख्या 1 का फायर अलार्म बजने लगा और प्लेन से लपटें उठने लगीं। अलार्म बजते ही मेंटेनेंस कर रहे वर्कर्स एक्टिव हो गए थे। उन्होंने फायर एस्टिंग्विशर की मदद से आग को बुझा दिया। एहतियात के तौर पर दमकल की टीम को बुलाया गया है। विमानन कंपनी के मुताबिक क्यू400 विमान में 78 से 90 यात्री बैठ सकते हैं। DGCA ने स्पाइसजेट के विमानों की निगरानी बढ़ाई इस घटना के बाद DGCA ने स्पाइसजेट के विमानों की निगरानी बढ़ा दी। DGCA ने एक बयान जारी कर कहा कि पूरे भारत में 11 जगहों पर बोइंग 737 और बॉम्बार्डियर DHC Q-400 विमानों के बेड़े की जांच की गई है। कुल 23 विमानों के बेड़ों का निरीक्षण किया गया। लैंडिंग के दौरान स्पाइसजेट की फ्लाइट का टायर फटा था इससे पहले 4 जुलाई 2023 को दुबई से कोच्चि जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट (SG-17) का मंगलवार सुबह कोच्चि में उतरते समय टायर फट गया। ग़नीमत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई है। हादसे के बाद जांच में पता चला कि टायर नंबर 2 फटा था। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि उड़ान के दौरान और बाद में भी सभी सिस्टम पैरामीटर सामान्य थे। लैंडिंग भी ठीक की गई थी। इससे जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें... स्पाइसजेट के प्लेन का टायर फटा, दिल्ली से आई फ्लाइट की मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग इससे पहले 29 अगस्त 2022 को मुंबई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय स्पाइसजेट बोइंग 737-800 के विमान का टायर फट गया था। इसके बाद दिल्ली से आ रही फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। खास बात यह थी कि विमान के कैप्टन को भी प्लेन के लैंडिंग गियर में खराबी का पता नहीं चला। गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ। लैंडिंग के बाद सभी यात्री और क्रू मेंबर्स सुरक्षित हैं। पढ़ें पूरी खबर...
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रिवाइजिंग कमेटी ने देखी फिल्म, प्रोड्यूसर्स को भेजा जाएगा कारण-बताओ नोटिस
Akshay Kumar Movie OMG Oh My God 2 CBFC Certificate फिल्म पर 20 कट लगाने के साथ ही इसे ए सर्टिफिकेट देने का फैसला किया है। हालांकि, अभी इस मामले में प्रोड्यूसर्स को कारण-बताओ नोटिस भी भेजा जाएगा।
अक्षय कुमार स्टारर फिल्म ‘OMG 2’ इन दिनों सेंसर बोर्ड में अटकी हुई है। इसी बीच सुनने में आया है कि बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म देख ली है। ई-टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो कमेटी ने फिल्म पर 20 कट लगाने के साथ ही इसे ए-सर्टिफिकेट देने का फैसला किया है। हालांकि, अभी इस मामले में प्रोड्यूसर्स को कारण-बताओ नोटिस भी भेजा जाएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस स्क्रीनिंग में बोर्ड के चेयरपर्सन प्रसून जोशी भी मौजूद थे। मेकिंग टीम बोली आज देखी जाएगी फिल्म वहीं, जब दैनिक भास्कर ने फिल्म की मेकिंग टीम से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। टीम का कहना है कि रिवाइजिंग कमेटी ने अभी तक फिल्म नहीं देखी है। कमेटी बुधवार (26 जुलाई) को इसे देखकर कोई फैसला लेगी। हालांकि, इस पूरे मामले में अब तक मेकर्स की तरफ से कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट सामने नहीं आया है। ऐसे में फिल्म अभी किस स्थिति में है, यह अनुमान लगा पाना मुश्किल है। हैरानी की बात यह है कि फिल्म की रिलीज में मात्र 16 दिन बचे हैं पर अभी तक इसे बोर्ड से क्लियरेंस नहीं मिला है। ऐसे में इस कॉन्ट्रोवर्सी के चलते फिल्म के प्रमोशनल कैपेंन पर असर पड़ रहा है। नए वीडियो सॉन्ग में नहीं किया रिलीज डेट का जिक्र ‘OMG 2’ 11 अगस्त को रिलीज होनी है। हाल ही में फिल्म का गाना भी रिलीज हुआ था जिसमें इसकी रिलीज डेट का जिक्र नहीं किया गया। माना जा रहा है कि अक्षय कुमार फिल्म की थिएट्रिकल डेट पर अंतिम फैसला लेंगे, जो इन दिनों वेकेशन पर हैं। दरअसल, फिल्म सेक्स एजुकेशन जैसे बोल्ड सब्जेक्ट पर बेस्ड है। ऐसे में सेंसर बोर्ड ने ‘OMG 2’ को रिव्यू कमेटी के पास भेजा है। रिव्यू कमेटी का जवाब आने के बाद सेंसर बोर्ड फिल्म का भविष्य तय करेगा। ट्रेलर को भी नहीं मिला ग्रीन सिग्नल इसके अलावा OMG 2 का ट्रेलर भी अभी तक रिलीज नहीं हुआ है। मेकर्स इसे 27 जुलाई को ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के साथ रिलीज करना चाहते हैं, पर बोर्ड ने अभी तक ना फिल्म और ना ही इसके ट्रेलर को ग्रीन सिग्नल दिया है। अगर 27 तक बोर्ड से क्लियरेंस नहीं मिला तो मेकर्स इस ट्रेलर को 31 जुलाई तक भी रिलीज करने का मन बना रहे हैं। यह फिल्म 2012 में रिलीज परेश रावल और अक्षय कुमार स्टार ‘OMG’ का सीक्वल है। उस फिल्म में अक्षय ने श्रीकृष्ण का रोल प्ले किया था।
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बॉयफ्रेंड ना बन पाए इसलिए कटवा दिए थे बाल, पलक ने शेयर किया एक्सपीरिएंस
Palak Tiwari (Shweta Tiwari's Daughter) Teenage Days - पलक तिवरी ने एक इंटरव्यू में बताया कि टीनएज में वो मां श्वेता तिवारी से बहुत परेशान थीं। श्वेता ने उनके बाल कटवा दिए थे
पलक तिवरी ने एक इंटरव्यू में बताया कि टीनएज में वो मां श्वेता तिवारी से बहुत परेशान थीं। श्वेता ने उनके बाल कटवा दिए थे और वो उन्हें किसी को डेट नहीं करने देती थीं। उन्होंने बताया कि वो मां से बहुत झूठ बोलती थीं पर हर बार पकड़ी जाती थीं। पलक ने हार्डी संधू के म्यूजिक वीडियो ‘बिजली बिजली’ से अपना स्क्रीन डेब्यू किया था। एक्ट्रेस इन दिनों सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान को डेट करने के लिए चर्चा में हैं। मेरे दिन खराब बीतते थे और मां सदमे में रहती थीं बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में पलक ने कहा, ‘एक वक्त था जब मैंने मां से कहा कि आप मेरी लाइफ बर्बाद कर रही हो। मेरे टीन ईयर बहुत की खराब बीतते और मेरी मां उससे सदमे में रहती थीं। सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह थी कि मैं जब भी कोई झूठ बोलती तो पकड़ी जाती थी। मां हमेशा कहती थी कि तुम झूठ बोलती ही क्यों हो? सिर्फ दो घंटे में तो तुम्हारा झूठ पकड़ा जाता है।’ मां को बिना बताए मॉल चली गई थी पलक ने बताया कि उनकी मां नहीं चाहती थीं कि वो टीनएज में किसी को डेट करें इसलिए बेटी के साथ अजीबो- गरीब एक्सपेरिमेंट करती रहती थीं एक्ट्रेस ने कहा, ‘मैं जब 15 या 16 साल की थी तब मेरा एक बॉयफ्रेंड था। हमें साथ में मॉल जाना पसंद था। मैंने मां से कह दिया था कि मैं घर के नीचे गार्डन में खेलने जा रही हूं और उसके साथ मॉल घूमने चली गई।' उनको पता चला तो बोलीं- तुझे गांव भेज दूंगी मां शहर में नहीं थीं फिर भी उन्हें पता चल गया कि मैं मॉल में हूं। वो बहुत नाराज हुईं। सबसे मजेदार बात यह थी कि उन्होंने मुझसे कहा कि मैं तुझे गांव भेज दूंगी और तेरे बाल कटवा दूंगी। उन्होंने एक बार मेरे बाल काट भी दिए थे, ताकि मैं बदसूरत दिखूं और किसी को डेट ना कर पाऊं।’ सलमान खान के साथ किया बॉलीवुड डेब्यू पलक ने हाल ही में सलमान खान की फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ से बॉलीवुड डेब्यू किया है। इन दिनों वे सनी सिंह और मौनी रॉय के साथ फिल्म 'द वर्जिन ट्री' पर काम कर रही हैं। पलक, एक्ट्रेस श्वेता तिवारी और राजा चौधरी की बेटी हैं। श्वेता मशहूर टीवी एक्ट्रेस और सलमान खान के टीवी रियलिटी शो बिग बॉस 4 की विनर रह चुकी हैं।
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मणिपुर का ज़िम्मेदार कौन है? मेरे देश की संसद मौन है!
Manipur Violence Vs Parliament; मणिपुर मामले में राज्यसभा स्पीकर से बहस करने के आरोप में AAP सांसद संजय सिंह को निलंबित कर दिया गया है। सारी समेटी या बचाई हुई ऊर्जा की उल्टियाँ की जा रही है। आम आदमी के हित में उसका कोई असर दिखाई नहीं देता
राजनीति कभी बूढ़ी नहीं होती। नेता दिन में कई बार चेहरा बदलते हैं। वो चेहरा जिस पर कोई सिलवट नहीं हो रोज़मर्रा की ज़रूरत की। जिसे उलटाया जा सकता हो मोज़े की तरह। ताकि पता न चल सके अन्दर और बाहर का। पुरानी ऊन जैसा नर्म। न मुडे़ न गुडे़। जिसे आदत हो उनके न होने की। जिसे पसंद न हो बारिशें, क्योंकि बारिश नमी फैलाती है और नमी से उनके भीतर की आग बुझने लगती है। ठण्डी पड़ने लगती है। चुनाव नेताओं के लिए नई ऊर्जा लाता है। वैसे ही, जैसे सुबह होने को होती है तो अंधेरे की गरारियां चीखें मारने लगती हैं। इनकी चाल जैसे दरिया दौड़ते हैं समुंदरों की तरफ़। इनकी ख़ुशी जैसे काले आसमान पर सितारे चमकते हों। मणिपुर जल रहा है, उबल रहा है और मर भी रहा है रोज, लेकिन कोई बात करने को तैयार नहीं है। बयानबाज़ी हर तरफ़ है, लेकिन हक़ीक़त यह है कि न तो कोई कुछ कहना चाहता और न ही कोई कुछ सुनना चाहता। वहाँ महिलाएँ भीड़ के बीच फँसी हुई हैं। उनकी अस्मत ख़तरे में है। उनका परिवार लुट रहा है और मामला एक वही नहीं है जो वायरल हुए वीडियो में पिछले दिनों दिखाया गया था। कई मामले हैं जिनमें पीड़ित महिलाएँ सदमे के कारण बाहर नहीं आ पा रही हैं। कुछ कह नहीं पा रही हैं। राज्य सरकार या वहाँ की पुलिस से कोई यह तक नहीं पूछ रहा है कि अगर इस वीडियो से आपकी भावनाएँ इतनी ज़्यादा आहत हो गई हैं तो पुलिस के रोज़नामचे में इसकी एफआईआर दो महीने क्यों दबी रही आख़िर? पुलिस तो अब आगे की तरकीब भी सोचने लगी है। एक दिन पहले ही उसने कहा कि घटना तो हुई है लेकिन यह वीडियो यहाँ का नहीं, बल्कि म्यानमार का है और हम अब अपनी पूरी ताक़त उन लोगों को ढूँढने में लगा रहे हैं जिन्होंने यह वीडियो वायरल किया था। लेकिन इन सबके बावजूद मणिपुर के हाल बुरे थे और अब भी बुरे ही हैं। यहाँ दूर, पहाड़ों पर एक लालटेन जलती है। टिमटिमाते- टिमटिमाते धीरे- धीरे आग में तब्दील हो जाती है। इस आग की चकाचौंध में लोग देख रहे हैं अपने गिरवी रखे हुए खेत। जलते हुए घर और स्कूल और मीनारें। बिलखती स्त्रियों के उतारे हुए गहने और कपड़े। …और इस महा विनाश, इस हिंसक आँधी में मरे हुए लोग। सब के सब उभर आए हैं पहाड़ों के पत्थरों पर। जंगल दहाड़ रहे हैं, अपना, पराया सब कुछ निगल जाने के लिए। जहां तक सत्ता पक्ष का सवाल है, वह तो आजकल पूरे पाँच साल ही चुनावी मूड में रहता है, लेकिन विपक्ष जो अक्सर सोए रहता है वह भी चार राज्यों में चुनावों की आहट सुनकर सचेत हो गया है। सारी समेटी या बचाई हुई ऊर्जा की उल्टियाँ की जा रही है। आम आदमी के हित में उसका कोई असर दिखाई नहीं देता। वैसे भी आम आदमी तो इस चुनावी मौसम में भी अपना आयकर रिटर्न भरने की भाग- दौड़ में जुटा हुआ है। दौड़ते- दौड़ते भी जाने कितने टैक्स चुकाना पड़ रहा है उसे, खुद भी नहीं जानता। एक तो बेचारे की दुबली- पतली सैलरी। उस पर भी आयकर की मार। कट कर ही आती है। जो कुछ बचा हुआ होता है उससे जो कुछ भी ख़रीदता है उस पर जीएसटी, जहां रहता है उस पर प्रॉपर्टी टैक्स, जो पानी पीता है, उस पर जल कर। …रोटी की तो बात ही क्या की जाए! ये जितने भी अवयवों से मिलकर बनती या बनाई जाती है उन सब को मिला दिया जाए तो एक तरह की टैक्स या करों की लोई बन जाती है। जिसे हम मज़े से खाते हैं और खाते रहेंगे। कुल मिलाकर हम जो कमा रहे हैं, जो खा रहे हैं वह सब टैक्स ही है। राजनीति इन सब से काफ़ी दूर है। उसे टैक्स के मामले में कई सहूलियतें प्राप्त है। छोटी-छोटी रक़म का नक़द चंदा उसकी ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। हम बैंक में भी नक़द जमा कराने जाएँ तो एक सीमा के बाद रोक दिया जाता है या पैन कॉर्ड माँगा जाता है, जबकि राजनीति दो- दो हज़ार के जमा किए हुए नोटों को मज़े से उड़ा रही है। न कोई पूछने वाला है, न कोई रोकने- टोकने वाला! क्या किया जाए, आयकर और ईडी वाले उनके घर जाते ही नहीं जो सत्ता में होते हैं या सत्ता- सत्ता रटते रहते हैं। दूसरे पक्ष वालों के यहाँ भी अगर बार-बार ईडी आने लगे तो वे भी सत्ता की तरफ़ चल पड़ते हैं, जैसे महाराष्ट्र की एनसीपी वाले पिछले दिनों चल पड़े थे। सब के सब साफ-सुथरे हो गए। जैसे गंगाजल से धुलकर आए हों! उधर विपक्षी एकता के बुरे हाल हैं। कहने को सब एक दिख रहे हैं लेकिन चाणक्य माने जाने वाले शरद पवार अपनी ही पार्टी में अकेले पड़ गए हैं। हैरत तब होती है जब एकता के पैरोकार समझे जाने वाले नीतीश कुमार बेंगलुरु से अचानक पटना लौट आते हैं। हालाँकि वे सफ़ाई देते हैं कि मुझे INDIA नाम पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जल्दी में लौट क्यों आए, इसका कोई सटीक जवाब उनके पास नहीं है, नवादा के मल मास मेले के उद्घाटन के सिवाय। ख़ैर विपक्ष के इस INDIA पर भी आजकल नई व्याख्या आ चुकी है। इसमें कहा गया है कि इंडिया तो इंडियन मुजाहिद्दीन और ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम में भी था। व्याख्याकारों का मतलब साफ़ है कि वे भी लुटेरे थे और ये भी वही साबित होंगे।