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इस साल जनमाष्टमी पर मथुरा में 8 दिनों तक मनाया जाएगा भव्य उत्सव | मथुरा में इस बार जनमाष्टमी का उत्सव पूरी भव्यता के साथ आठ दिनों तक मनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रज विकास परिषद को मथुरा में भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाने के लिए एक विस्तृत योजना बनाने का निर्देश दिया है. जश्न की शुरुआत 17 अगस्त से होगी, जो जनमाष्टमी के एक दिन बाद 25 अगस्त तक चलेगा. राज्य के संस्कृति मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के अनुसार, इस बार उत्सव में इंडोनेशिया, मलेशिया के अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ असम, मणिपुर और गुजरात के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे. इस दौरान कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार के 1000 से ज्यादा लोक कलाकार भी विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देंगे.
आठ दिवसीय इस आयोजन के मुख्य आर्कषण में नई दिल्ली स्थित श्रीराम भारतीय कला केंद्र के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली 'कृष्ण लीला' भी शामिल है. मंत्री ने कहा, "मथुरा की भौगोलिक निकटता के कारण हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. बरसाना की होली के बाद मथुरा की जन्माष्टमी भी पर्यटन को बढ़ावा देने का काम करेगी." उन्होंने आगे कहा, "समारोह में भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित फिल्में और लेजर शो दिखाए जाएंगे. इस दौरान हम पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिताएं भी आयोजित करेंगे. मथुरा और वृंदावन के सभी मंदिरों को आठ दिनों के इस उत्सव के लिए अच्छी तरह से सजाया जाएगा." |
ब्रह्मोस मिसाइल के बाद भारत की वो विनाशकारी मिसाइलें जिनका दुनिया मानती है लोहा | गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रम्होस का सुखोई लड़ाकू विमान से सफल परीक्षण कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम के तहत तैयार इस मिसाइल के जल और थल में पहले ही परीक्षण हो चुके हैं. |
इटली के नौसैनिकों को क्रिसमस पर स्वदेश जाने की अनुमति | केरल उच्च न्यायालय ने गुरुवार इटली के उन दो नौसैनिकों को क्रिसमस पर स्वदेश जाने की अनुमति दे दी, जिनपर दो भारतीय मछुआरों की हत्या करने का आरोप है।
न्यायालय ने दोनों नौसैनिकों को क्रिसमस पर स्वदेश जाने की अनुमति के साथ-साथ कुछ शर्ते भी जोड़ी है। न्यायालय ने कहा है कि नौसैनिकों को 10 जनवरी, 2013 को अपराह्न् तीन बजे तक लौटना होगा, साथ ही छह करोड़ रुपये की बैंक गारंटी भी पेश करनी होगी।
न्यायालय ने कहा कि भारत सरकार को नौसैनिकों को क्रिसमस पर इटली जाने की अनुमति देने पर सहमत होना चाहिए और उसे इटली की सरकार से यह आश्वासन लेना चाहिए कि दोनों वापस लौट आएं।टिप्पणियां
केरल सरकार ने नौसैनिकों के इटली जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। सरकार ने कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि क्रिसमस पर घर जाने के बाद वे वापस भारत लौटेंगे।
केंद्र सरकार ने बुधवार को न्यायालय में कहा था कि न्यायालय इस पर निर्णय ले कि क्या करने की आवश्यकता है? वहीं, इटली के विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया था कि नौसैनिकों को क्रिसमस के बाद वापस भारत लाया जाएगा।
न्यायालय ने दोनों नौसैनिकों को क्रिसमस पर स्वदेश जाने की अनुमति के साथ-साथ कुछ शर्ते भी जोड़ी है। न्यायालय ने कहा है कि नौसैनिकों को 10 जनवरी, 2013 को अपराह्न् तीन बजे तक लौटना होगा, साथ ही छह करोड़ रुपये की बैंक गारंटी भी पेश करनी होगी।
न्यायालय ने कहा कि भारत सरकार को नौसैनिकों को क्रिसमस पर इटली जाने की अनुमति देने पर सहमत होना चाहिए और उसे इटली की सरकार से यह आश्वासन लेना चाहिए कि दोनों वापस लौट आएं।टिप्पणियां
केरल सरकार ने नौसैनिकों के इटली जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। सरकार ने कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि क्रिसमस पर घर जाने के बाद वे वापस भारत लौटेंगे।
केंद्र सरकार ने बुधवार को न्यायालय में कहा था कि न्यायालय इस पर निर्णय ले कि क्या करने की आवश्यकता है? वहीं, इटली के विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया था कि नौसैनिकों को क्रिसमस के बाद वापस भारत लाया जाएगा।
न्यायालय ने कहा कि भारत सरकार को नौसैनिकों को क्रिसमस पर इटली जाने की अनुमति देने पर सहमत होना चाहिए और उसे इटली की सरकार से यह आश्वासन लेना चाहिए कि दोनों वापस लौट आएं।टिप्पणियां
केरल सरकार ने नौसैनिकों के इटली जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। सरकार ने कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि क्रिसमस पर घर जाने के बाद वे वापस भारत लौटेंगे।
केंद्र सरकार ने बुधवार को न्यायालय में कहा था कि न्यायालय इस पर निर्णय ले कि क्या करने की आवश्यकता है? वहीं, इटली के विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया था कि नौसैनिकों को क्रिसमस के बाद वापस भारत लाया जाएगा।
केरल सरकार ने नौसैनिकों के इटली जाने पर आपत्ति दर्ज कराई थी। सरकार ने कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि क्रिसमस पर घर जाने के बाद वे वापस भारत लौटेंगे।
केंद्र सरकार ने बुधवार को न्यायालय में कहा था कि न्यायालय इस पर निर्णय ले कि क्या करने की आवश्यकता है? वहीं, इटली के विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया था कि नौसैनिकों को क्रिसमस के बाद वापस भारत लाया जाएगा।
केंद्र सरकार ने बुधवार को न्यायालय में कहा था कि न्यायालय इस पर निर्णय ले कि क्या करने की आवश्यकता है? वहीं, इटली के विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया था कि नौसैनिकों को क्रिसमस के बाद वापस भारत लाया जाएगा। |
बच्चों को योगी आदित्यनाथ का ऐसा गिफ्ट जिसमें लगी है अखिलेश यादव की तस्वीर | यूपी में सत्ता परिवर्तन हो चुका है. नई सरकार बीजेपी की है और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं. पिछले सरकार समाजवादी पार्टी की थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थी. समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान कई सरकारी योजनाओं में समाजवादी शब्द को जोड़ा गया था और यहीं नहीं, कई सरकारी योजनाओं के तहत वितरित होने वाले सामानों में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर भी लगाई गई थी.
समाजवादी पार्टी सरकार में लैपटॉप में और लैपटॉप के बैग में अखिलेश यादव की तस्वीर लगी थी. बाद में सरकार ने स्कूली बच्चों के लिए जो बैग खरीदे उसमें भी अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई थी.
अब सरकार बदल गई है. लेकिन पिछली सरकार के जाते जाते करीब 35000 हजार बैग खरीदे गए थे जिस पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई थी. नई सरकार ने ऐसे सभी सामानों और योजनाओं पर रोक लगा दी थी जिसमें समाजवादी पार्टी या फिर अखिलेश यादव का नाम जुड़ा रहा हो.
लेकिन अब खबर है कि जो बस्ते बच्चों के देने के लिए खरीदे गए थे अब उन बस्तों का वितरण किया जाएगा. योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस संबंध में आदेश पारित कर दिया है. सरकार का कहना है कि जो बैग खरीद लिए गए हैं उन्हें फेंका नहीं जा सकता. इससे राज्य के धन का नुकसान होगा. इसलिए सरकार ने इन्हें बच्चों में बांटने का मन बनाया है. इससे रुपयों की बरबादी नहीं होगी.
माना यह जा रहा है कि अब नया सत्र शुरू हो रहा है और बच्चों को यह बैग बांटे जाने हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि अब नई सरकार में इस प्रकार किसी मंत्री मुख्यमंत्री का नाम नहीं होगा. केवल मुख्यमंत्री योजना लिखा होगा या फिर उत्तर प्रदेश योजना लिखा होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही घोषणा कर दी है कि राज्य में कोई भी योजना किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं होगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
समाजवादी पार्टी सरकार में लैपटॉप में और लैपटॉप के बैग में अखिलेश यादव की तस्वीर लगी थी. बाद में सरकार ने स्कूली बच्चों के लिए जो बैग खरीदे उसमें भी अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई थी.
अब सरकार बदल गई है. लेकिन पिछली सरकार के जाते जाते करीब 35000 हजार बैग खरीदे गए थे जिस पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई थी. नई सरकार ने ऐसे सभी सामानों और योजनाओं पर रोक लगा दी थी जिसमें समाजवादी पार्टी या फिर अखिलेश यादव का नाम जुड़ा रहा हो.
लेकिन अब खबर है कि जो बस्ते बच्चों के देने के लिए खरीदे गए थे अब उन बस्तों का वितरण किया जाएगा. योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस संबंध में आदेश पारित कर दिया है. सरकार का कहना है कि जो बैग खरीद लिए गए हैं उन्हें फेंका नहीं जा सकता. इससे राज्य के धन का नुकसान होगा. इसलिए सरकार ने इन्हें बच्चों में बांटने का मन बनाया है. इससे रुपयों की बरबादी नहीं होगी.
माना यह जा रहा है कि अब नया सत्र शुरू हो रहा है और बच्चों को यह बैग बांटे जाने हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि अब नई सरकार में इस प्रकार किसी मंत्री मुख्यमंत्री का नाम नहीं होगा. केवल मुख्यमंत्री योजना लिखा होगा या फिर उत्तर प्रदेश योजना लिखा होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही घोषणा कर दी है कि राज्य में कोई भी योजना किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं होगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
अब सरकार बदल गई है. लेकिन पिछली सरकार के जाते जाते करीब 35000 हजार बैग खरीदे गए थे जिस पर अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई थी. नई सरकार ने ऐसे सभी सामानों और योजनाओं पर रोक लगा दी थी जिसमें समाजवादी पार्टी या फिर अखिलेश यादव का नाम जुड़ा रहा हो.
लेकिन अब खबर है कि जो बस्ते बच्चों के देने के लिए खरीदे गए थे अब उन बस्तों का वितरण किया जाएगा. योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस संबंध में आदेश पारित कर दिया है. सरकार का कहना है कि जो बैग खरीद लिए गए हैं उन्हें फेंका नहीं जा सकता. इससे राज्य के धन का नुकसान होगा. इसलिए सरकार ने इन्हें बच्चों में बांटने का मन बनाया है. इससे रुपयों की बरबादी नहीं होगी.
माना यह जा रहा है कि अब नया सत्र शुरू हो रहा है और बच्चों को यह बैग बांटे जाने हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि अब नई सरकार में इस प्रकार किसी मंत्री मुख्यमंत्री का नाम नहीं होगा. केवल मुख्यमंत्री योजना लिखा होगा या फिर उत्तर प्रदेश योजना लिखा होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही घोषणा कर दी है कि राज्य में कोई भी योजना किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं होगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
लेकिन अब खबर है कि जो बस्ते बच्चों के देने के लिए खरीदे गए थे अब उन बस्तों का वितरण किया जाएगा. योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस संबंध में आदेश पारित कर दिया है. सरकार का कहना है कि जो बैग खरीद लिए गए हैं उन्हें फेंका नहीं जा सकता. इससे राज्य के धन का नुकसान होगा. इसलिए सरकार ने इन्हें बच्चों में बांटने का मन बनाया है. इससे रुपयों की बरबादी नहीं होगी.
माना यह जा रहा है कि अब नया सत्र शुरू हो रहा है और बच्चों को यह बैग बांटे जाने हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि अब नई सरकार में इस प्रकार किसी मंत्री मुख्यमंत्री का नाम नहीं होगा. केवल मुख्यमंत्री योजना लिखा होगा या फिर उत्तर प्रदेश योजना लिखा होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही घोषणा कर दी है कि राज्य में कोई भी योजना किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं होगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
माना यह जा रहा है कि अब नया सत्र शुरू हो रहा है और बच्चों को यह बैग बांटे जाने हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि अब नई सरकार में इस प्रकार किसी मंत्री मुख्यमंत्री का नाम नहीं होगा. केवल मुख्यमंत्री योजना लिखा होगा या फिर उत्तर प्रदेश योजना लिखा होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ही घोषणा कर दी है कि राज्य में कोई भी योजना किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं होगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
बता दें कि राज्य में एंबुलेंस सेवा में भी पिछली सरकार ने समाजवादी एंबुलेंस सेवा नाम कर दिया था. इसके अलावा समाजवादी स्मार्टफोन योजना, समाजवादी नमक आदि योजनाएं भी पिछली अखिलेश यादव सरकार ने बनाई थी. बच्चों को ऐसी थाली भी बांटी गई थी जिसमें तत्कालनी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्टीकर लगे हुए थे. टिप्पणियां
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
बता दें कि पिछली सरकार ने 1.8 करोड़ बैग का ऑर्डर दिया था. यह बैग कक्षा 1-8 तक के बच्चो में बांटे जाने थे. लेकिन बीच में चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और बाकी बच्चे बैग शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास फंसे रह गए थे. अब इन्हें बांटा जाएगा.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी.
अब समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के फैसले को बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मायावती की सरकार के बाद जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी तब उन्होंने भी मायावती सरकार के दौरान लगाई गईं मूर्तियों वाले पार्कों से मूर्तियों हटाने का निर्देश नहीं दिया था. बल्कि यह साफ किया था कि इनकी सुरक्षा की जाएगी. |
वकीलों और एकाउंटेंट की डेस्क होती है सर्वाधिक गंदी | ब्रिटेन में कराए गए एक नए सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि वकीलों, एकाउंटेंटों और कम्प्यूटर पेशेवरों का डेस्क सर्वाधिक गंदा होता है। सर्वेक्षण पर आधारित शोध में पाया गया कि ब्रिटेन में वकील, एकाउंटेंट तथा कम्प्यूटर पेशेवर सर्वाधिक गंदे तरीके से रहने वाले पेशेवरों में प्रमुख हैं। वास्तव में उनके डेस्क कीटाणुओं के जन्मस्थान बने हुए हैं और ये अन्य कर्मचारियों तक पहुंच कर माहौल को गंदा बना रहे हैं। 'डेली टेलीग्राफ' में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। ब्रिटेन में वाइकिंग कंपनी ने यह सर्वेक्षण कराया है। लगभग दो-तिहाई कम्प्यूटर कीबोर्ड में कीटाणु पाए गए, जबकि कुछ के नीचे फफूंदी तक उग आई थी। लेकिन कार्यालय के आधे से अधिक कर्मचारियों को इस बात का भान तक नहीं था कि कीटाणु कीबोर्ड, फोन और स्क्रीन पर अपना घर बना चुके हैं। वाइकिंग ने शोध में पाया कि दो-तिहाई कार्यालय कर्मचारियों ने स्वीकार किया कि वे अपने डेस्क पर दोपहर का भोजन करते हैं और उसके बाद अपने वर्क स्टेशन को साफ तक नहीं करते हैं। |
Priya Prakash Varrier सिगरेट के कश लगाती आईं नजर, 'श्रीदेवी बंग्लो' का ट्रेलर हुआ वायरल | बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही सनसनी गर्ल प्रिया प्रकाश वारियर (Priya Prakash Varrier) की आने वाली फिल्म 'श्रीदेवी बंग्लो' (Sridevi Bungalow) का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इस ट्रेलर में प्रिया प्रकाश (Priya Prakash) एक एक्ट्रेस के तौर पर श्रीदेवी (Sridevi) के नाम का किरदार निभा रही हैं. 1 मिनट 49 सेकेंड के ट्रेलर में सबसे चौंकाने वाली बात यह कि न तो कोई डायलॉग है और प्रिया प्रकाश (Priya Prakash) के अलावा न ही कोई अन्य किरदार दिखाई दिया. सिर्फ एक म्यूजिक चल रही है और अकेलीपन से जूझ रहीं प्रिया प्रकाश किसी के सपोर्ट की तलाश में हैं. ट्रेलर में प्रिया पार्टी करती हैं, स्विंमिंग करती है, रनिंग करती हैं लेकिन इसके बावजूद वह अकेली रहती हैं. ट्रेलर खत्म होने पर दाएं तरफ फिल्म का लोगो आता है और बाएं ओर टब में लेटी हुई एक्ट्रेस का पैर बाहर निकला हुआ दिखाई देता है.
प्रिया प्रकाश (Sridevi) की फिल्म 'श्रीदेवी बंग्लो' (Sridevi Bungalow) के इस ट्रेलर को करीब 9 लाख बार देखा जा चुका है. ट्रेलर की शुरुआत में 'विद लव.. श्रीदेवी' साइन करने के बाद प्रिया प्रकाश एक बच्ची को कॉपी थमा देती हैं. इसके बाद वह अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए हर कोशिश करती हैं, लेकिन वह आखिर में अपने बंग्लो में कैद हो जाती हैं. फिलहाल ट्रेलर आने के बाद ही इस फिल्म के नाम और कॉन्सेप्ट पर सवाल उठने लगे हैं. दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी (Sridevi) के पति बोनी कपूर (Boney Kapoor) ने फिल्म के टाइटल को लेकर फिल्ममेकर व उनकी टीम को लीगल नोटिस भेजा है.
बोनी कपूर (Boney Kapoor) द्वारा फिल्ममेकर्स को भेजा गया नोटिस फिल्म टाइटल से श्रीदेवी (Sridevi) का नाम और उनके लाइफ से जुड़ी चीजों को हटाने के लिए था. विवादों में फंसे डायरेक्टर प्रशांत ने टीओआई से कहा, 'नोटिस में, बोनी कपूर ने हमारी फिल्म के नाम व बायोपिक बनाने के खिलाफ कई ऑब्जेक्शन किए हैं. वह चाहते हैं कि हम 24 घंटे के भीतर फिल्म के नाम बदल दें. हमने उन्हें विस्तृत रूप से जवाब दे दिया है कि श्रीदेवी सिर्फ एक कॉमन नाम है और इस पर आपत्ति उठाने को कोई लॉजिक नहीं. यह एक सिर्फ इत्तेफाक है कि हमारी फिल्म में जो एक्ट्रेस का किरदार है, उसका नाम श्रीदेवी है.' |
भारत को एस-400 त्रिउंफ मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति की तैयारी कर रहा है रूस | रूस ने आज कहा कि वह भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 त्रिउंफ की आपूर्ति के लिए तैयारी कर रहा है और दोनों सरकारें शर्तों पर ‘‘सामान्य चर्चा’’ कर रही हैं. रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं.’’ रूस की सरकारी संवाद समिति तास न्यूज एजेंसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस रूसी शहर की यात्रा के इतर रोगोजिन के हवाले से कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है कि इसमें और कितना समय लगेगा. सरकारों के बीच एक समझौता है और अब हम शर्तों पर सामान्य रूप से चर्चा कर रहे हैं.’’टिप्पणियां
भारत ने गत वर्ष 15 अक्तूबर को रूस के साथ त्रिउंफ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत पांच अरब डालर से अधिक है. भारत ने इसके साथ ही चार युद्धपोत निर्माण में सहयोग और कामकोव हेलीकाप्टर के लिए एक संयुक्त निर्माण इकाई स्थापित करने की भी घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं.’’ रूस की सरकारी संवाद समिति तास न्यूज एजेंसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस रूसी शहर की यात्रा के इतर रोगोजिन के हवाले से कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है कि इसमें और कितना समय लगेगा. सरकारों के बीच एक समझौता है और अब हम शर्तों पर सामान्य रूप से चर्चा कर रहे हैं.’’टिप्पणियां
भारत ने गत वर्ष 15 अक्तूबर को रूस के साथ त्रिउंफ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत पांच अरब डालर से अधिक है. भारत ने इसके साथ ही चार युद्धपोत निर्माण में सहयोग और कामकोव हेलीकाप्टर के लिए एक संयुक्त निर्माण इकाई स्थापित करने की भी घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत ने गत वर्ष 15 अक्तूबर को रूस के साथ त्रिउंफ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत पांच अरब डालर से अधिक है. भारत ने इसके साथ ही चार युद्धपोत निर्माण में सहयोग और कामकोव हेलीकाप्टर के लिए एक संयुक्त निर्माण इकाई स्थापित करने की भी घोषणा की थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
डेनमार्क ओपन बैडमिंटन : सायना बनीं चैम्पियन | भारत की स्टार खिलाड़ी सायना नेहवाल ने अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का महिला एकल खिताब जीत लिया है।
लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता और टूर्नामेंट की तीसरी वरीयता प्राप्त सायना ने रविवार को खेले गए महिलाओं की एकल स्पर्धा के खिताबी मुकाबले में छठी वरीय जर्मनी की जूलियन शेंक को 21-17, 21-8 से पराजित किया।
शनिवार को सेमीफाइनल में सायना की भिड़ंत विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त चीन की यिहान वांग से थी। चोट के कारण वांग मुकाबले को बीच में ही छोड़कर रिटायर्ड हर्ट होकर कोर्ट से बाहर चली गईं। इस प्रकार सायना आसानी से फाइनल में प्रवेश कर गईं।टिप्पणियां
वांग ने जब मुकाबले को बीच में ही छोड़ने का फैसला किया था उस समय सायना 21-12, 12-7 से आगे थीं। सायना की वांग के खिलाफ सात मैचों में यह पहली जीत थी।
दूसरी ओर, शेंक ने सेमीफाइनल में आठवीं वरीय चीन की यांजियाओ जियांग को 13-21, 21-14, 21-15 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।
लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता और टूर्नामेंट की तीसरी वरीयता प्राप्त सायना ने रविवार को खेले गए महिलाओं की एकल स्पर्धा के खिताबी मुकाबले में छठी वरीय जर्मनी की जूलियन शेंक को 21-17, 21-8 से पराजित किया।
शनिवार को सेमीफाइनल में सायना की भिड़ंत विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त चीन की यिहान वांग से थी। चोट के कारण वांग मुकाबले को बीच में ही छोड़कर रिटायर्ड हर्ट होकर कोर्ट से बाहर चली गईं। इस प्रकार सायना आसानी से फाइनल में प्रवेश कर गईं।टिप्पणियां
वांग ने जब मुकाबले को बीच में ही छोड़ने का फैसला किया था उस समय सायना 21-12, 12-7 से आगे थीं। सायना की वांग के खिलाफ सात मैचों में यह पहली जीत थी।
दूसरी ओर, शेंक ने सेमीफाइनल में आठवीं वरीय चीन की यांजियाओ जियांग को 13-21, 21-14, 21-15 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।
शनिवार को सेमीफाइनल में सायना की भिड़ंत विश्व की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त चीन की यिहान वांग से थी। चोट के कारण वांग मुकाबले को बीच में ही छोड़कर रिटायर्ड हर्ट होकर कोर्ट से बाहर चली गईं। इस प्रकार सायना आसानी से फाइनल में प्रवेश कर गईं।टिप्पणियां
वांग ने जब मुकाबले को बीच में ही छोड़ने का फैसला किया था उस समय सायना 21-12, 12-7 से आगे थीं। सायना की वांग के खिलाफ सात मैचों में यह पहली जीत थी।
दूसरी ओर, शेंक ने सेमीफाइनल में आठवीं वरीय चीन की यांजियाओ जियांग को 13-21, 21-14, 21-15 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।
वांग ने जब मुकाबले को बीच में ही छोड़ने का फैसला किया था उस समय सायना 21-12, 12-7 से आगे थीं। सायना की वांग के खिलाफ सात मैचों में यह पहली जीत थी।
दूसरी ओर, शेंक ने सेमीफाइनल में आठवीं वरीय चीन की यांजियाओ जियांग को 13-21, 21-14, 21-15 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।
दूसरी ओर, शेंक ने सेमीफाइनल में आठवीं वरीय चीन की यांजियाओ जियांग को 13-21, 21-14, 21-15 से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था। |
राजनयिक की गिरफ्तारी पर बिना शर्त माफी मांगे अमेरिका : कमलनाथ | भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे के साथ अमानवीय व्यवहार पर रोष के बीच संसदीय मंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि अमेरिका द्वारा महज ‘औपचारिकता के लिए’ खेद जताना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसे ‘स्पष्ट शब्दों’ में अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, महज औपचारिकता की खातिर खेद जताना पर्याप्त नहीं है। उन्हें स्पष्ट शब्दों में माफी मांगनी चाहिए और अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। कमलनाथ ने कहा कि इस घटना से सभी देशों को सबक सीखना चाहिए और जब भी ऐसी कोई चीज हो तो उन्हें ‘अपनी आवाज उठानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल कहा था कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक के साथ जिस तरह का सलूक किया गया, वह ‘निन्दनीय’ है। इसे लेकर जोरदार मांग उठ रही है कि देवयानी को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सभी आरोप वापस लिए जाने चाहिए।
देवयानी के साथ अमानवीय व्यवहार पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और सभी हवाईअड्डा पास वापस लेने तथा आयात मंजूरी रोके जाने सहित अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिवारों को मिले विशेष अधिकारों को कम करने के लिए कई कदम उठाए थे।
1999 बैच की 39 वर्षीय आईएफएस अधिकारी देवयानी को पिछले हफ्ते वीजा फर्जीवाड़े के आरोपों में अमेरिका में एक सड़क से उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थीं। उन्हें हथकड़ी लगा दी गई थी। अदालत में उनके द्वारा खुद को निर्दोष बताए जाने के बाद उन्हें 2,50,000 डॉलर के मुचलके पर रिहा किया गया था।
देवयानी को पूर्ण राजनयिक अधिकार प्रदान करने के लिए भारत ने अब उनका तबादला संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में कर दिया है। |
मणिपुर के हालात पर है नजर : निर्वाचन आयोग | निर्वाचन आयोग ने कहा कि मणिपुर में हिंसा और विद्रोही गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। वहां शुक्रवार को विद्रोहियों ने एक और बम विस्फोट किया है। इसके मद्देनजर अधिकारियों से शनिवार को शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने को कहा गया है।
यहां जारी एक बयान में कहा गया है, "चुनाव वाले राज्य मणिपुर के कुछ इलाकों में हुई हिंसा और विद्रोही गतिविधियों को आयोग ने संज्ञान में लिया है। इन गतिविधियों में चुनाव कार्य में लगे अधिकारियों पर हुए हमले भी शामिल हैं।"
आयोग ने कहा कि मणिपुर में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान तथा मतदाताओं की भयमुक्त भागीदारी के लिए सभी उपाय किए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि राज्य में उत्पन्न स्थिति, खासकर कुछ जिलों और निर्वाचन क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। टिप्पणियां
बयान में कहा गया है, "निर्वाचन आयोग ने आज एक बार फिर राज्य के निर्वाचन अधिकारियों तथा कानून एवं व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निर्देश जारी कर अत्यधिक सतर्कता बरतने तथा ऐसे उपाय सुनिश्चित करने के लिए कहा है, जिससे मतदान के दौरान शांति भंग न हो और निर्वाचन प्रक्रिया में कोई दोष न रहे।"
उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया।
यहां जारी एक बयान में कहा गया है, "चुनाव वाले राज्य मणिपुर के कुछ इलाकों में हुई हिंसा और विद्रोही गतिविधियों को आयोग ने संज्ञान में लिया है। इन गतिविधियों में चुनाव कार्य में लगे अधिकारियों पर हुए हमले भी शामिल हैं।"
आयोग ने कहा कि मणिपुर में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान तथा मतदाताओं की भयमुक्त भागीदारी के लिए सभी उपाय किए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि राज्य में उत्पन्न स्थिति, खासकर कुछ जिलों और निर्वाचन क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। टिप्पणियां
बयान में कहा गया है, "निर्वाचन आयोग ने आज एक बार फिर राज्य के निर्वाचन अधिकारियों तथा कानून एवं व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निर्देश जारी कर अत्यधिक सतर्कता बरतने तथा ऐसे उपाय सुनिश्चित करने के लिए कहा है, जिससे मतदान के दौरान शांति भंग न हो और निर्वाचन प्रक्रिया में कोई दोष न रहे।"
उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया।
आयोग ने कहा कि मणिपुर में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान तथा मतदाताओं की भयमुक्त भागीदारी के लिए सभी उपाय किए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि राज्य में उत्पन्न स्थिति, खासकर कुछ जिलों और निर्वाचन क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। टिप्पणियां
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उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि राज्य में उत्पन्न स्थिति, खासकर कुछ जिलों और निर्वाचन क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। टिप्पणियां
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उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया।
बयान में कहा गया है, "निर्वाचन आयोग ने आज एक बार फिर राज्य के निर्वाचन अधिकारियों तथा कानून एवं व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निर्देश जारी कर अत्यधिक सतर्कता बरतने तथा ऐसे उपाय सुनिश्चित करने के लिए कहा है, जिससे मतदान के दौरान शांति भंग न हो और निर्वाचन प्रक्रिया में कोई दोष न रहे।"
उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर इम्फाल पश्चिम जिले के थंगमेबन इकामडेवन लीकी इलाके में शुक्रवार को पूर्वाह्न् 11.15 बजे संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया। पुलिस के मुताबिक इस विस्फोट से एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया। |
CSBC,Bihar police Constable Result 2017: कांस्टेबल पदों के लिए जारी हो सकते परिणाम, ऐसे देखें रिजल्ट | परिणाम देखते समय इस बात का जरूर खयाल रखें कि अगर किसी वजह से वेबसाइट हैंग हो रही हो तो ऐसे में आप लगातार उस पर प्रयास न करें. ऐसी स्थिति में आपको कुछ समय का इंतजार करना चाहिए. ताकि वेबसाइट हैंग होना बंद हो जाए. |
चैम्पियंस लीग : धोनी के धुरंधरों के सामने होगी यॉर्कशायर | चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के अपने चौथे और अंतिम लीग मुकाबले में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स सोमवार को इंग्लैंड की यॉर्कशायर टीम से भिड़ेगी। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए औपचारिक मात्र है, क्योंकि दोनों टीमें पहले ही सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं।
शनिवार को खेले गए ग्रुप-बी के एक मुकाबले में सुपरकिंग्स ने मुम्बई इंडियंस को छह रन से हराया था। इस जीत के बावजूद सुपरकिंग्स के तीन मैचों से चार अंक हैं और वह अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर है। इस ग्रुप से सिडनी सिक्सर्स और हाइवेल्ड लायंस टीम सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी हैं।टिप्पणियां
क्वालीफाईंग के जरिये मुख्य दौर में जगह बनाने वाली यॉर्कशायर ने अब तक तीन मैच खेले हैं, जिनमें से उसे दो में हार मिली है, जबकि एक मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था। यॉर्कशायर अपने ग्रुप में पांचवें स्थान पर है। इस मुकाबले के परिणाम से भले ही कोई फर्क नहीं पड़ने वाला हो बावजूद इसके दोनों टीमें अपने अंतिम लीग मुकाबले को जीतना चाहेंगी।
मुम्बई के खिलाफ पिछले मुकाबले में सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज फाफ ड्यू प्लेसिस ने शानदार 52 रन बनाए थे। इसके अलावा मुरली विजय ने 39 और धोनी ने 35 रनों की पारी खेली थी। उधर, यॉर्कशायर को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी कप्तान एंड्रयू गाले और फिल जैक्स के कंधों पर रहेगी।
शनिवार को खेले गए ग्रुप-बी के एक मुकाबले में सुपरकिंग्स ने मुम्बई इंडियंस को छह रन से हराया था। इस जीत के बावजूद सुपरकिंग्स के तीन मैचों से चार अंक हैं और वह अपने ग्रुप में तीसरे स्थान पर है। इस ग्रुप से सिडनी सिक्सर्स और हाइवेल्ड लायंस टीम सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी हैं।टिप्पणियां
क्वालीफाईंग के जरिये मुख्य दौर में जगह बनाने वाली यॉर्कशायर ने अब तक तीन मैच खेले हैं, जिनमें से उसे दो में हार मिली है, जबकि एक मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था। यॉर्कशायर अपने ग्रुप में पांचवें स्थान पर है। इस मुकाबले के परिणाम से भले ही कोई फर्क नहीं पड़ने वाला हो बावजूद इसके दोनों टीमें अपने अंतिम लीग मुकाबले को जीतना चाहेंगी।
मुम्बई के खिलाफ पिछले मुकाबले में सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज फाफ ड्यू प्लेसिस ने शानदार 52 रन बनाए थे। इसके अलावा मुरली विजय ने 39 और धोनी ने 35 रनों की पारी खेली थी। उधर, यॉर्कशायर को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी कप्तान एंड्रयू गाले और फिल जैक्स के कंधों पर रहेगी।
क्वालीफाईंग के जरिये मुख्य दौर में जगह बनाने वाली यॉर्कशायर ने अब तक तीन मैच खेले हैं, जिनमें से उसे दो में हार मिली है, जबकि एक मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया था। यॉर्कशायर अपने ग्रुप में पांचवें स्थान पर है। इस मुकाबले के परिणाम से भले ही कोई फर्क नहीं पड़ने वाला हो बावजूद इसके दोनों टीमें अपने अंतिम लीग मुकाबले को जीतना चाहेंगी।
मुम्बई के खिलाफ पिछले मुकाबले में सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज फाफ ड्यू प्लेसिस ने शानदार 52 रन बनाए थे। इसके अलावा मुरली विजय ने 39 और धोनी ने 35 रनों की पारी खेली थी। उधर, यॉर्कशायर को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी कप्तान एंड्रयू गाले और फिल जैक्स के कंधों पर रहेगी।
मुम्बई के खिलाफ पिछले मुकाबले में सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज फाफ ड्यू प्लेसिस ने शानदार 52 रन बनाए थे। इसके अलावा मुरली विजय ने 39 और धोनी ने 35 रनों की पारी खेली थी। उधर, यॉर्कशायर को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी कप्तान एंड्रयू गाले और फिल जैक्स के कंधों पर रहेगी। |
सिंगापुर ने भारतीय इमाम को ईसाईयों एवं यहूदियों के विरोध में बयान देने पर देश से निकाला | सिंगापुर ने ईसाई और यहूदी समुदायों के खिलाफ विभाजनकारी बयान देने वाले एक भारतीय इमाम को देश से बाहर निकाले जाने का आदेश दिया है. इमाम नला मोहम्मद अब्दुल जमील ने स्टेट कोर्ट के समक्ष धार्मिक आधार पर शत्रुता बढ़ाने के आरोपों को लेकर खुद को बेकसूर बताया.टिप्पणियां
चैनल न्यूज एशिया के अनुसार अदालत ने उस पर 2,860 डॉलर का जुर्माना लगाया. इस साल फरवरी में सोशल मीडिया में इस इमाम का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह कहते सुना गया, ‘‘यहूदियों और ईसाइयों के खिलाफ उपरवाला हमारी मदद करे.’’ सिंगापुर के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जमील ने जुर्माना अदा कर कर दिया है और अब उसे उसके देश भेजा जाएगा. मंत्रालय ने कहा, ‘‘ऐसे बयान देने वाले किसी भी धार्मिक नेता को जवाबदेह ठहराया जाएगा.’’ इस इमाम ने बीते शुक्रवार को ईसाई, सिख, बौद्ध और हिंदू धर्म के प्रतिनिधियों के समक्ष माफी मांगी थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चैनल न्यूज एशिया के अनुसार अदालत ने उस पर 2,860 डॉलर का जुर्माना लगाया. इस साल फरवरी में सोशल मीडिया में इस इमाम का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह कहते सुना गया, ‘‘यहूदियों और ईसाइयों के खिलाफ उपरवाला हमारी मदद करे.’’ सिंगापुर के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जमील ने जुर्माना अदा कर कर दिया है और अब उसे उसके देश भेजा जाएगा. मंत्रालय ने कहा, ‘‘ऐसे बयान देने वाले किसी भी धार्मिक नेता को जवाबदेह ठहराया जाएगा.’’ इस इमाम ने बीते शुक्रवार को ईसाई, सिख, बौद्ध और हिंदू धर्म के प्रतिनिधियों के समक्ष माफी मांगी थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
मणिशंकर अय्यर बोले - मैं भी 'भारत माता की जय' बोलने को तैयार, अगर... | पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि 'भारत माता की जय' का मतलब 'जनता की जय' है, तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ट्रेनिंग कैंप को संबोधित करने भोपाल आए अय्यर ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझको इंतजार नहीं करना पड़ा कि कोई खाकी निकर पहन कर मुझे यह बताए। हम तो बरसों से भारत माता की जय कहते आ रहे हैं, इसके साथ-साथ हम जय हिंद और जय भारत भी कहते आए हैं।'
अय्यर ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए कहा कि नेहरू ने 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' के तीसरे अध्याय में लिखा है कि वह गांव-गांव घूमते थे तो लोग उनका स्वागत भारत माता की जय के नारे से करते थे। नेहरू ने लोगों से पूछा यह जय है क्या? क्या यह पेड़ है... पहाड़ है या माटी है और अंत में उन्होंने लोगों को बताया कि 'भारत माता की जय' अर्थात 'जनता की जय' है।
अय्यर ने बीजेपी और आरएसएस का नाम लिए बिना कहा, 'यदि भारत माता की जय' से आपका मतलब 'जनता की जय' है, तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं।' उन्होंने सुभाषचंद बोस का स्मरण करते हुए कहा कि बोस ने अपनी फौज का नाम आजाद हिंद फौज रखा था। उन्होंने अपनी फौज का नाम स्वतंत्र भारत सेना नहीं रखा, क्योंकि उनकी सोच थी कि हमारे देश की आबादी का हर फिरका और हर भाषा को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ना है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'ये गुंडे मुझसे कहें कि तुमने भारत माता की जय नहीं कहा तो मैं तुझे मारूंगा, तेरा गला काटूंगा। यह किस प्रकार की देशभक्ति है। देशभक्त हो तो दिखाएं कि ये जनता भक्त हैं और जनता भक्त होने के लिए रास्ता है, पंचायती राज के जरिये उनको सशक्त बनाइएं जिनकी खातिर ये सारी योजनाएं चल रही हैं।'टिप्पणियां
कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में ग्राम पंचायतों की अहमियत कम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत केवल अधिकारी और सरपंच चला रहे हैं। पंचायतों के अधिकार छीने जा रहे हैं तथा पंचायतों तक साधन नहीं पहुंच रहे हैं और अनुशासन कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र को चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक तौर पर पंचायती राज की अहमियत समझ रही हैं और इस पर पूरा ध्यान भी दे रही है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बनेगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अय्यर ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए कहा कि नेहरू ने 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' के तीसरे अध्याय में लिखा है कि वह गांव-गांव घूमते थे तो लोग उनका स्वागत भारत माता की जय के नारे से करते थे। नेहरू ने लोगों से पूछा यह जय है क्या? क्या यह पेड़ है... पहाड़ है या माटी है और अंत में उन्होंने लोगों को बताया कि 'भारत माता की जय' अर्थात 'जनता की जय' है।
अय्यर ने बीजेपी और आरएसएस का नाम लिए बिना कहा, 'यदि भारत माता की जय' से आपका मतलब 'जनता की जय' है, तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं।' उन्होंने सुभाषचंद बोस का स्मरण करते हुए कहा कि बोस ने अपनी फौज का नाम आजाद हिंद फौज रखा था। उन्होंने अपनी फौज का नाम स्वतंत्र भारत सेना नहीं रखा, क्योंकि उनकी सोच थी कि हमारे देश की आबादी का हर फिरका और हर भाषा को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ना है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'ये गुंडे मुझसे कहें कि तुमने भारत माता की जय नहीं कहा तो मैं तुझे मारूंगा, तेरा गला काटूंगा। यह किस प्रकार की देशभक्ति है। देशभक्त हो तो दिखाएं कि ये जनता भक्त हैं और जनता भक्त होने के लिए रास्ता है, पंचायती राज के जरिये उनको सशक्त बनाइएं जिनकी खातिर ये सारी योजनाएं चल रही हैं।'टिप्पणियां
कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में ग्राम पंचायतों की अहमियत कम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत केवल अधिकारी और सरपंच चला रहे हैं। पंचायतों के अधिकार छीने जा रहे हैं तथा पंचायतों तक साधन नहीं पहुंच रहे हैं और अनुशासन कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र को चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक तौर पर पंचायती राज की अहमियत समझ रही हैं और इस पर पूरा ध्यान भी दे रही है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बनेगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अय्यर ने बीजेपी और आरएसएस का नाम लिए बिना कहा, 'यदि भारत माता की जय' से आपका मतलब 'जनता की जय' है, तो मैं भी इसके साथ अपनी आवाज जोड़ने को तैयार हूं।' उन्होंने सुभाषचंद बोस का स्मरण करते हुए कहा कि बोस ने अपनी फौज का नाम आजाद हिंद फौज रखा था। उन्होंने अपनी फौज का नाम स्वतंत्र भारत सेना नहीं रखा, क्योंकि उनकी सोच थी कि हमारे देश की आबादी का हर फिरका और हर भाषा को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ना है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'ये गुंडे मुझसे कहें कि तुमने भारत माता की जय नहीं कहा तो मैं तुझे मारूंगा, तेरा गला काटूंगा। यह किस प्रकार की देशभक्ति है। देशभक्त हो तो दिखाएं कि ये जनता भक्त हैं और जनता भक्त होने के लिए रास्ता है, पंचायती राज के जरिये उनको सशक्त बनाइएं जिनकी खातिर ये सारी योजनाएं चल रही हैं।'टिप्पणियां
कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में ग्राम पंचायतों की अहमियत कम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत केवल अधिकारी और सरपंच चला रहे हैं। पंचायतों के अधिकार छीने जा रहे हैं तथा पंचायतों तक साधन नहीं पहुंच रहे हैं और अनुशासन कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र को चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक तौर पर पंचायती राज की अहमियत समझ रही हैं और इस पर पूरा ध्यान भी दे रही है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बनेगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'ये गुंडे मुझसे कहें कि तुमने भारत माता की जय नहीं कहा तो मैं तुझे मारूंगा, तेरा गला काटूंगा। यह किस प्रकार की देशभक्ति है। देशभक्त हो तो दिखाएं कि ये जनता भक्त हैं और जनता भक्त होने के लिए रास्ता है, पंचायती राज के जरिये उनको सशक्त बनाइएं जिनकी खातिर ये सारी योजनाएं चल रही हैं।'टिप्पणियां
कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में ग्राम पंचायतों की अहमियत कम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत केवल अधिकारी और सरपंच चला रहे हैं। पंचायतों के अधिकार छीने जा रहे हैं तथा पंचायतों तक साधन नहीं पहुंच रहे हैं और अनुशासन कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र को चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक तौर पर पंचायती राज की अहमियत समझ रही हैं और इस पर पूरा ध्यान भी दे रही है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बनेगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर प्रदेश में ग्राम पंचायतों की अहमियत कम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत केवल अधिकारी और सरपंच चला रहे हैं। पंचायतों के अधिकार छीने जा रहे हैं तथा पंचायतों तक साधन नहीं पहुंच रहे हैं और अनुशासन कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र को चोट पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक तौर पर पंचायती राज की अहमियत समझ रही हैं और इस पर पूरा ध्यान भी दे रही है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में यह एक बड़ा मुद्दा बनेगा।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) |
'ज़िन्दा है, मारो' वाले वीडियो पर पुलिस आईजी ने कहा, कैदियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं | "ज़िन्दा है... मारो..." प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के भोपाल सेंट्रल जेल से फरार हुए आठ संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद सामने आए मोबाइल फोन वीडियो में से एक में एक पुलिसवाले को यह कहते सुना जा सकता है. वीडियो में एक और आवाज़ भी सुनाई देती है, "छाती में मारो... मर जाएगा..."
अब इस तरह के सवाल के उठ रहे हैं कि क्या आत्मसमर्पण करने की कोशिश कर रहे निहत्थे फरार कैदियों को मार डाला गया था, लेकिन एक शीर्ष पुलिस अधिकारी का दावा है कि उन कैदियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई थीं.
इंस्पेक्टर जनरल योगेश चौधरी ने NDTV को बताया, "उन लोगों ने हम पर छह गोलियां दागीं..." योगेश चौधरी ने यह भी दावा किया कि तीन पुलिसकर्मी ज़ख्मी हुए, लेकिन गोलियों से नहीं, धारदार हथियारों से.
योगेश चौधरी ने बताया कि उन कैदियों के कब्ज़े से चार देसी कट्टे बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा, "इस बात की जांच करनी होगी कि उन लोगों के पास ये बंदूकें पहुंचीं कैसे..."
रविवार देर रात को स्टील की प्लेटों से बनाए धारदार हथियार से एक हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव का गला रेतकर भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद लगभग आठ किलोमीटर दूर एक टीले पर इन आठ संदिग्ध आतंकवादियों को घेर लिया गया था, और गोली मारकर सभी को ढेर कर दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
अब इस तरह के सवाल के उठ रहे हैं कि क्या आत्मसमर्पण करने की कोशिश कर रहे निहत्थे फरार कैदियों को मार डाला गया था, लेकिन एक शीर्ष पुलिस अधिकारी का दावा है कि उन कैदियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई थीं.
इंस्पेक्टर जनरल योगेश चौधरी ने NDTV को बताया, "उन लोगों ने हम पर छह गोलियां दागीं..." योगेश चौधरी ने यह भी दावा किया कि तीन पुलिसकर्मी ज़ख्मी हुए, लेकिन गोलियों से नहीं, धारदार हथियारों से.
योगेश चौधरी ने बताया कि उन कैदियों के कब्ज़े से चार देसी कट्टे बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा, "इस बात की जांच करनी होगी कि उन लोगों के पास ये बंदूकें पहुंचीं कैसे..."
रविवार देर रात को स्टील की प्लेटों से बनाए धारदार हथियार से एक हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव का गला रेतकर भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद लगभग आठ किलोमीटर दूर एक टीले पर इन आठ संदिग्ध आतंकवादियों को घेर लिया गया था, और गोली मारकर सभी को ढेर कर दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
इंस्पेक्टर जनरल योगेश चौधरी ने NDTV को बताया, "उन लोगों ने हम पर छह गोलियां दागीं..." योगेश चौधरी ने यह भी दावा किया कि तीन पुलिसकर्मी ज़ख्मी हुए, लेकिन गोलियों से नहीं, धारदार हथियारों से.
योगेश चौधरी ने बताया कि उन कैदियों के कब्ज़े से चार देसी कट्टे बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा, "इस बात की जांच करनी होगी कि उन लोगों के पास ये बंदूकें पहुंचीं कैसे..."
रविवार देर रात को स्टील की प्लेटों से बनाए धारदार हथियार से एक हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव का गला रेतकर भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद लगभग आठ किलोमीटर दूर एक टीले पर इन आठ संदिग्ध आतंकवादियों को घेर लिया गया था, और गोली मारकर सभी को ढेर कर दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
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अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
योगेश चौधरी ने बताया कि उन कैदियों के कब्ज़े से चार देसी कट्टे बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा, "इस बात की जांच करनी होगी कि उन लोगों के पास ये बंदूकें पहुंचीं कैसे..."
रविवार देर रात को स्टील की प्लेटों से बनाए धारदार हथियार से एक हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव का गला रेतकर भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद लगभग आठ किलोमीटर दूर एक टीले पर इन आठ संदिग्ध आतंकवादियों को घेर लिया गया था, और गोली मारकर सभी को ढेर कर दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
रविवार देर रात को स्टील की प्लेटों से बनाए धारदार हथियार से एक हेड कॉन्स्टेबल रामशंकर यादव का गला रेतकर भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद लगभग आठ किलोमीटर दूर एक टीले पर इन आठ संदिग्ध आतंकवादियों को घेर लिया गया था, और गोली मारकर सभी को ढेर कर दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगर उन लोगों के पास बंदूकें थीं, तो वे किसी वाहन का इंतज़ाम क्यों नहीं कर सके, और पैदल ही फरार हुए. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर के वीडियो की भी जांच की जा रही है.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
NDTV उन वीडियो की सच्चाई और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है, जिनमें से एक वीडियो में एक पुलिस वाला एक निश्चेष्ट शरीर पर गोली चलाता दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य वीडियो से ऐसा संकेत मिलता लगता है कि फरार कैदियों ने आत्मसमर्पण की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें मार डाला गया.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
एक अन्य वीडियो में कुछ दूरी पर खड़े लोग दिखाई देते हैं, और एक आवाज़ सुनाई देती है, "रुको... ये पांच लोग हमसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं... तीन भागने की कोशिश कर रहे हैं... आओ, इन्हें घेर लें..." बस, फिर थोड़ी ही देर बाद गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
विपक्षी पार्टियां सवाल कर रही हैं कि क्या आतंकवाद, हत्या और लूटपाट के आरोपों में कोर्ट केस का सामना करने जा रहे इन लोगों को ज़िन्दा पकड़ा जा सकता था.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार को NDTV से कहा, "पुलिस ने कहा है कि गोलियां उधर से चलीं, और फिर पुलिस के पास उन्हें मार डालने के अलावा कोई चारा नहीं था..." गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गृहमंत्री ने कहा था कि फरार कैदियों के पास स्टील की प्लेटों और चम्मचों के अलावा कुछ नहीं था, जिनकी मदद से वे भागने में कामयाब हुए थे.टिप्पणियां
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
अपनी टिप्पणी के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए भूपेंद्र सिंह ने कहा, "जब मैंने पहले कहा था कि उनके पास हथियार नहीं थे, मैं जेलब्रेक की बात कर रहा था, एनकाउंटर की नहीं..."
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे.
एक स्थानयी सरपंच मोहन सिंह वीना ने बताया कि फरार कैदी पुलिस पर 'पत्थर फेंक' रहे थे. |
राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी की जल्द ही घोषणा कर सकती हैं हिलेरी | अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति पद के लिए 2016 में होने वाले चुनावों में अपनी दावेदारी की घोषणा इस सप्ताहांत में कर सकती हैं।
67 साल की हिलेरी दूसरी बार इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगी। वह 2008 में भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल थीं, लेकिन अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा से वह पिछड़ गई थीं।
'वाल स्ट्रीट जर्नल' ने अनामित लोगों के हवाले से कहा, 'हिलेरी क्लिंटन अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर वर्षों से लग रही अटकलों को विराम देंगी और राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करने के संबंध में इस सप्ताहांत औपचारिक घोषणा करेंगी।'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिलेरी की टीम ने हाल में ब्रूकलिन में ऑफिस के लिए जगह पट्टे पर लेने के लिए हस्ताक्षर किए हैं। शायद यही ऑफिस उनकी प्रचार मुहिम का मुख्यालय होगा। बहरहाल, हिलेरी के ऑफिस से इस बाबत कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
वहीं एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एबीसी न्यूज और वाशिंगटन पोस्ट के चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में हिलेरी को उनके संभावित रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी जेब बुश से आगे बताया जा रहा है। |
'इरमा' से उबरे अब 'मारिया' की मार, कैरिबियाई द्वीप की तरफ बढ़ रहा है चक्रवात | इस महीने की शुरुआत में आए चक्रवात इरमा के प्रभाव से कैरिबियाई द्वीप के लोग अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि अब उन्हें चक्रवात मारिया का सामना करना पड़ेगा. मारिया 120 किलोमीटर की तेज हवाओं के साथ पूर्वी कैरिबियाई की ओर बढ़ रहा है. इसकी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रीय चक्रवात सेंटर (एनएचसी) ने दी है. कैरिबियाई द्वीप पर चक्रवात संबंधी चेतावनी जारी की गई है. यहां के लोग अभी भी इरमा के विध्वंस से उबर नहीं पाए हैं.
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एनएचसी ने कहा कि पहले यह चक्रवात श्रेणी वन में था, जो कि सफीर-सिम्पसन स्केल के पांच प्वांइट में सबसे नीचे है. यह अभी बारबाडोस से 225 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में है.
यह भी पढ़ें : फ्लोरिडा : 'इरमा' के शांत पड़ने के बाद घर लौटने लगे लोग, गवर्नर ने कहा, अभी जल्दबाजी न करेंटिप्पणियां
इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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एनएचसी ने कहा कि पहले यह चक्रवात श्रेणी वन में था, जो कि सफीर-सिम्पसन स्केल के पांच प्वांइट में सबसे नीचे है. यह अभी बारबाडोस से 225 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में है.
यह भी पढ़ें : फ्लोरिडा : 'इरमा' के शांत पड़ने के बाद घर लौटने लगे लोग, गवर्नर ने कहा, अभी जल्दबाजी न करेंटिप्पणियां
इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एनएचसी ने कहा कि पहले यह चक्रवात श्रेणी वन में था, जो कि सफीर-सिम्पसन स्केल के पांच प्वांइट में सबसे नीचे है. यह अभी बारबाडोस से 225 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व में है.
यह भी पढ़ें : फ्लोरिडा : 'इरमा' के शांत पड़ने के बाद घर लौटने लगे लोग, गवर्नर ने कहा, अभी जल्दबाजी न करेंटिप्पणियां
इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसमें बताया गया है कि सोमवार की रात में मारिया का केंद्र लीवार्ड द्वीप में होगा तथा मंगलवार को यह उत्तर-पूर्वी कैरिबियाई समुद्र तक पहुंचेगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
दिल्ली-मथुरा नई रेल लाइन को हरी झंडी: सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे को 452 पेड़ों को काटने की सशर्त दी इजाजत | सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली से मथुरा के बीच नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए रेलवे को 30 किमी में 452 पेड़ों को काटने की सशर्त इजाजत दे दी है. रेलवे के पक्ष को सुनने के बाद अदालत ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि नई रेलवे लाइन का महत्व है. अदालत ने माना कि दिल्ली-मथुरा मार्ग भारी भीड़भाड़ वाला है इसमें नई रेल लाइन की जरूरत है. कोर्ट ने रेलवे को आदेश दिया है कि पेड़ो की कटाई के बाद उसके जगह पेड़ लगाने की व्यवस्था की जाए साथ ही कोर्ट ने नालसा के सदस्य सचिव को कहा कि वो उत्तर रेलवे द्वारा मुआवजे के रूप में लगाए गए पेड़ों का निरीक्षण करने के लिए साइट पर जाने के लिए एक अधिकारी की नियुक्ति करे और देखे कि क्या पौधों का समुचित देखभाल किया जा रहा है या नहीं? साथ ही पौधों की कटाई होने के बाद उसकी जगह फिर से पौधा लगाया जाए. साथ ही अदालत ने इस मामले में तीन महीने के भीतर स्टेटस रिपोर्ट देने का भी आदेश दिया है.
गौरतलब है कि TTZ में पेड़ काटने के मामले में पिछली सुनवाई में उत्तर मध्य रेलवे से CJI एसए बोबडे ने कहा था कि आपको पेड़ क्यों काटने हैं? क्या आप एक वैकल्पिक मार्ग नहीं खोज सकते जहां आप कम पेड़ काटें? बता दें कि उत्तर मध्य रेलवे ने दिल्ली से मथुरा के बीच चौथी रेलवे लाइन बिछाने के लिए ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन में पेड़ काटने की अनुमति मांगी थी. गौरतलब है कि हाल ही में मेट्रो परियोजना के लिए आरे जंगल में पेड़ो की कटाई के बाद देश भर में विरोध का सामना करना पड़ा था. |
कॉल सेंटर घोटाला : पुलिस छापा मार रही थी और मास्टरमाउंड देश छोड़ कर भाग निकला | एक तरफ ठाणे पुलिस की अपराध शाखा का दल कॉल सेंटर घोटाले की जांच के तहत फर्जी कॉल सेंटरों पर छापे मार रहा था. तभी दूसरी तरफ इस घोटाले का मुख्य षड्यंत्रकारी सागर उर्फ शैगी ठक्कर पांच अक्टूबर को सुबह सवेरे देश छोड़ कर भाग गया. अपराध शाखा के दलों ने ठाणे जिले से लगने वाली मीरा रोड पर सात कॉल सेंटरों पर छापा मारा. यह घोटाला करोड़ों रूपये का है जिसमें अमेरिकी नागरिकों को अमेरिकी कर विभाग के अधिकारी बन कर ठगा गया।
पुलिस ने चार और पांच अक्टूबर की रात को छापे मारे और इन कॉल सेंटरों के करीब 70 निदेशक और प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा 700 कर्मियों को हिरासत में लिया गया. गिरफ्तार निदेशकों से पूछताछ में पुलिस को सागर उर्फ शैगी के नाम का पता चला. पुलिस उसे पकड़ पाती, उससे पहले ही पांच अक्टूबर को शैगी देश छोड़ कर जा चुका था. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने शैगी के भागने के दो दिन बाद, सात अक्टूबर को उसके खिलाफ ‘लुक आउट सर्क्यूलर’जारी किया. आशंका है कि वह दुबई भागा है, जांच शुरू होते ही एक मुख्य आरोपी और शैगी की बड़ी बहन रीमा दिल्ली से आठ अक्टूबर को देश छोड़ कर भाग गई.टिप्पणियां
अब पुलिस इमिग्रेशन अधिकारियों से यह पता करना चाह रही है कि दोनों मुख्य आरोपी देश से कैसे भागे. पुलिस को संदेह है कि शैगी और उसकी बहन के निजी खातों में अमेरिकी नागरिकों से धोखाधड़ी कर एकत्र की गई बड़ी राशि है. सूत्रों ने बताया कि ऐशो आराम की जीवन शैली वाले शैगी के पास करीब एक दर्जन बाउंसर हैं. वह मुंबई में देर रात तक पार्टियों में हिस्सा लेता है और महंगी कारों का शौकीन है. जांचकर्ताओं के मुताबिक शैगी 16 साल की उम्र से जगदीश कनानी के पास काम करता है. कनानी विदेश में कॉल सेंटरों में काम करता था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने चार और पांच अक्टूबर की रात को छापे मारे और इन कॉल सेंटरों के करीब 70 निदेशक और प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा 700 कर्मियों को हिरासत में लिया गया. गिरफ्तार निदेशकों से पूछताछ में पुलिस को सागर उर्फ शैगी के नाम का पता चला. पुलिस उसे पकड़ पाती, उससे पहले ही पांच अक्टूबर को शैगी देश छोड़ कर जा चुका था. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने शैगी के भागने के दो दिन बाद, सात अक्टूबर को उसके खिलाफ ‘लुक आउट सर्क्यूलर’जारी किया. आशंका है कि वह दुबई भागा है, जांच शुरू होते ही एक मुख्य आरोपी और शैगी की बड़ी बहन रीमा दिल्ली से आठ अक्टूबर को देश छोड़ कर भाग गई.टिप्पणियां
अब पुलिस इमिग्रेशन अधिकारियों से यह पता करना चाह रही है कि दोनों मुख्य आरोपी देश से कैसे भागे. पुलिस को संदेह है कि शैगी और उसकी बहन के निजी खातों में अमेरिकी नागरिकों से धोखाधड़ी कर एकत्र की गई बड़ी राशि है. सूत्रों ने बताया कि ऐशो आराम की जीवन शैली वाले शैगी के पास करीब एक दर्जन बाउंसर हैं. वह मुंबई में देर रात तक पार्टियों में हिस्सा लेता है और महंगी कारों का शौकीन है. जांचकर्ताओं के मुताबिक शैगी 16 साल की उम्र से जगदीश कनानी के पास काम करता है. कनानी विदेश में कॉल सेंटरों में काम करता था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अब पुलिस इमिग्रेशन अधिकारियों से यह पता करना चाह रही है कि दोनों मुख्य आरोपी देश से कैसे भागे. पुलिस को संदेह है कि शैगी और उसकी बहन के निजी खातों में अमेरिकी नागरिकों से धोखाधड़ी कर एकत्र की गई बड़ी राशि है. सूत्रों ने बताया कि ऐशो आराम की जीवन शैली वाले शैगी के पास करीब एक दर्जन बाउंसर हैं. वह मुंबई में देर रात तक पार्टियों में हिस्सा लेता है और महंगी कारों का शौकीन है. जांचकर्ताओं के मुताबिक शैगी 16 साल की उम्र से जगदीश कनानी के पास काम करता है. कनानी विदेश में कॉल सेंटरों में काम करता था. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
भारत-चीन के बीच 16वें दौर की बातचीत 28-29 जून को | भारत-चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच 16वें दौर की बातचीत 28-29 जून, 2013 को बीजिंग में होगी।
इस वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन करेंगे, जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्टेट काउंसिलर यांग च्येछी करेंगे।
इस वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन करेंगे, जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्टेट काउंसिलर यांग च्येछी करेंगे। |
NDTV Exclusive: करण जौहर ने कंगना रनौट का IIFA में ऐसा उड़ाया मजाक कि अब हो रहा है पछतावा | Best Performance in a Comic Role - @Varun_dvn for Dishoom. #IIFA2017pic.twitter.com/RnF3rGroC7 |
हाई कोर्ट धमाका : अंधेरे में तीर मार रही है पुलिस | दिल्ली हाई कोर्ट में हुए बम धमाके को एक हफ्ता हो गया है। इस मामले में अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है हालांकि कई लोगों को हिरासत में जरूर लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां और दिल्ली पुलिस अभी तक सुराग जुटाने और अंधेरे में तीर मारने में ही लगी हैं। पिछले बुधवार को हुए इस धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी की 20 सदस्यों वाली टीम को सौंपी गई थी लेकिन हफ्तेभर बाद भी इसकी जांच में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। इस धमाके के बाद एनडीटीवी समेत कई मीडिया संस्थानों को मिले चार ई-मेल में से दो का भी पता लगा लिया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भी पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर उन से पूछताछ कर रही है। धमाकों के बाद दूसरा और तीसरा मेल कोलकाता से भेजा गया था और इसे भेजने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। |
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिनी बस गहरी खाई में गिरी, 20 की मौत, मौके पर आलाधिकारी मौजूद | #SpotVisuals: 15 people died and 19 injured in the accident where a minibus fell into a deep gorge at Kela Moth on Jammu Srinagar National Highway while it was going from Banihal to Ramban. 8 people have been airlifted to Jammu. #JammuAndKashmirpic.twitter.com/4bHMEDwqCw |
हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ चल रहे आय से अधिक संपत्ति के मामले की सुनवाई अब 4 हफ्ते बाद | वहीं सीबीआई का कहना है कि जब आय से अधिक मामले की जांच शुरू हुई थी उस वक्त वीरभद्र सिंह केंद्र सरकार में मंत्री थे. जांच के दौरान वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. टिप्पणियां |
सलमान खान ने बांधे जैकलीन की तारीफों के पुल, इन एक्ट्रेसेस से बताया बेहतर | A post shared by Salman Khan Army (@salman.khan.club) on May 21, 2018 at 6:07am PDT |
राजस्व सचिव हसमुख अधिया बने नए वित्त सचिव | राजस्व सचिव हसमुख अधिया को नया वित्त सचिव बनाया गया है. इस बारे में सोमवार को आधिकारिक आदेश जारी किया गया. अधिया गुजरात कैडर के 1981 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं. पिछले महीने अशोक लवासा के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद रिक्त था. कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने अधिया को वित्त सचिव नियुक्त किया है.टिप्पणियां
परंपरा के अनुसार वित्त मंत्रालय में वरिष्ठतम सचिव को वित्त सचिव बनाया जाता है. वित्त मंत्रालय के तहत पांच विभाग... व्यय, आर्थिक मामले, वित्तीय सेवा, राजस्व और निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) आते हैं. 1984 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार वित्तीय सेवा सचिव हैं. वहीं अजय नारायण झा व्यय सचिव और नीरज कुमार गुप्ता दीपम के सचिव हैं. दोनों 1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 1983 बैच के सुभाष चंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के सचिव हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
परंपरा के अनुसार वित्त मंत्रालय में वरिष्ठतम सचिव को वित्त सचिव बनाया जाता है. वित्त मंत्रालय के तहत पांच विभाग... व्यय, आर्थिक मामले, वित्तीय सेवा, राजस्व और निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) आते हैं. 1984 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार वित्तीय सेवा सचिव हैं. वहीं अजय नारायण झा व्यय सचिव और नीरज कुमार गुप्ता दीपम के सचिव हैं. दोनों 1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 1983 बैच के सुभाष चंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के सचिव हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
ऐश्वर्या और सोनम कपूर के साथ कान्स फिल्मोत्सव में मंच साझा करेंगी कैटरीना कैफ | लोरियाल, फेस्टिवल डे कान्स के आधिकारिक मेकअप पार्टनर के रूप में अपनी साझेदारी के 18 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा। इसका वादा है कि 13 से 24 मई तक आयोजित होने वाले कान्स फिल्मोत्सव में इसकी ब्रांड एंबेसडकर रेड कारपेट की शोभा बढ़ाने वाली हैं।टिप्पणियां
पूर्व में ऐश्वर्य और सोनम कान्स फिल्मोत्सव में अपनी खूबसूरती एवं फैशन समझ की बदौलत भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर चुकी हैं। वहीं, कैटरीना की कान्स में यह पहली उपस्थिति होगी। कैटरीना ने एक बयान में कहा, "मैं इस साल कान्स फिल्मोत्सव में भारत एवं लोरियाल पेरिस का प्रतिनिधित्व करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। एक कलाकार होने के नाते एक ऐसे कार्यक्रम में शिरकत करना बहुत प्रेरणादायक होता है, जो हर किस्म की फिल्मों का कीर्तिगान करता है।"
बकौल कैटरीना, "मैं लोरियाल पेरिस की एंबेसडर होने के नाते इसकी अन्य वैश्विक एंबेसडर से मिलने और इस साल नए ब्यूटी चलन चलाने में मदद करने का इंतजार नहीं कर सकती।" सोनम भी कान्स में कैटरीना का अभिनंदन करने के लिए खुश हैं। उन्होंने कहा, "कैटरीना एक खूबसूरत युवती हैं, जिनका एक अनूठा व जुदा स्टाइल है, जिसे वह बहुत अदब व दिलकश तरीके से पेश करती हैं।"
पूर्व में ऐश्वर्य और सोनम कान्स फिल्मोत्सव में अपनी खूबसूरती एवं फैशन समझ की बदौलत भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर चुकी हैं। वहीं, कैटरीना की कान्स में यह पहली उपस्थिति होगी। कैटरीना ने एक बयान में कहा, "मैं इस साल कान्स फिल्मोत्सव में भारत एवं लोरियाल पेरिस का प्रतिनिधित्व करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। एक कलाकार होने के नाते एक ऐसे कार्यक्रम में शिरकत करना बहुत प्रेरणादायक होता है, जो हर किस्म की फिल्मों का कीर्तिगान करता है।"
बकौल कैटरीना, "मैं लोरियाल पेरिस की एंबेसडर होने के नाते इसकी अन्य वैश्विक एंबेसडर से मिलने और इस साल नए ब्यूटी चलन चलाने में मदद करने का इंतजार नहीं कर सकती।" सोनम भी कान्स में कैटरीना का अभिनंदन करने के लिए खुश हैं। उन्होंने कहा, "कैटरीना एक खूबसूरत युवती हैं, जिनका एक अनूठा व जुदा स्टाइल है, जिसे वह बहुत अदब व दिलकश तरीके से पेश करती हैं।"
बकौल कैटरीना, "मैं लोरियाल पेरिस की एंबेसडर होने के नाते इसकी अन्य वैश्विक एंबेसडर से मिलने और इस साल नए ब्यूटी चलन चलाने में मदद करने का इंतजार नहीं कर सकती।" सोनम भी कान्स में कैटरीना का अभिनंदन करने के लिए खुश हैं। उन्होंने कहा, "कैटरीना एक खूबसूरत युवती हैं, जिनका एक अनूठा व जुदा स्टाइल है, जिसे वह बहुत अदब व दिलकश तरीके से पेश करती हैं।" |
एक्सिस बैंक की प्रमुख शिखा शर्मा के कार्यकाल में कटौती | एक्सिस बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक की प्रबंध निदेशक व सीईओ शिखा शर्मा का नया कार्यकाल तीन साल से घटाकर सिर्फ सात महीने कर दिया है. शिखा ने खुद ही अपने कार्यकाल में कटौती का ‘चौंकाने वाला आग्रह’ बैंक के बोर्ड से किया है. निजी क्षेत्र के बैंक के निदेशक मंडल का यह फैसला ऐसे समय में आया है जबकि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक की सीईओ व प्रबंध निदेशक पद पर शिखा शर्मा की चौथे कार्यकाल के लिए पुनर्नियुक्ति पर सवाल उठाया था. एक्सिस बैंक बढ़ती गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की समस्या से जूझ रहा है.
बैंक का कहना है कि खुद शिखा शर्मा ने बोर्ड से आग्रह किया कि उनके नये कार्यकाल को घटाते हुए इस साल दिसंबर तक कर दिया जाए. यानी उन्हें तय समय से 29 महीने पहले ही पद से मुक्त कर दिया जाए.
शिखा शर्मा का तीसरा कार्यकाल 31 मई 2018 को पूरा हो रहा है. वे 2009 से इस पद पर हैं. टिप्पणियां
एक्सिस बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि बोर्ड ने शिखा शर्मा को सात महीने एक जून से 31 दिसंबर 2018 तक के छोटे कार्यकाल का आग्रह किया है. इससे पहले पिछले साल आठ दिसंबर को बैंक ने कहा कि बोर्ड ने शिखा को एक जून 2018 से तीन साल के लिए पुनर्नियुक्ति करने का फैसला किया है.
हालांकि, शिखा शर्मा की पुनर्नियुक्ति पर आरबीआई की मंजूरी अभी ली जानी है.
बैंक का कहना है कि खुद शिखा शर्मा ने बोर्ड से आग्रह किया कि उनके नये कार्यकाल को घटाते हुए इस साल दिसंबर तक कर दिया जाए. यानी उन्हें तय समय से 29 महीने पहले ही पद से मुक्त कर दिया जाए.
शिखा शर्मा का तीसरा कार्यकाल 31 मई 2018 को पूरा हो रहा है. वे 2009 से इस पद पर हैं. टिप्पणियां
एक्सिस बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि बोर्ड ने शिखा शर्मा को सात महीने एक जून से 31 दिसंबर 2018 तक के छोटे कार्यकाल का आग्रह किया है. इससे पहले पिछले साल आठ दिसंबर को बैंक ने कहा कि बोर्ड ने शिखा को एक जून 2018 से तीन साल के लिए पुनर्नियुक्ति करने का फैसला किया है.
हालांकि, शिखा शर्मा की पुनर्नियुक्ति पर आरबीआई की मंजूरी अभी ली जानी है.
शिखा शर्मा का तीसरा कार्यकाल 31 मई 2018 को पूरा हो रहा है. वे 2009 से इस पद पर हैं. टिप्पणियां
एक्सिस बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि बोर्ड ने शिखा शर्मा को सात महीने एक जून से 31 दिसंबर 2018 तक के छोटे कार्यकाल का आग्रह किया है. इससे पहले पिछले साल आठ दिसंबर को बैंक ने कहा कि बोर्ड ने शिखा को एक जून 2018 से तीन साल के लिए पुनर्नियुक्ति करने का फैसला किया है.
हालांकि, शिखा शर्मा की पुनर्नियुक्ति पर आरबीआई की मंजूरी अभी ली जानी है.
एक्सिस बैंक ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि बोर्ड ने शिखा शर्मा को सात महीने एक जून से 31 दिसंबर 2018 तक के छोटे कार्यकाल का आग्रह किया है. इससे पहले पिछले साल आठ दिसंबर को बैंक ने कहा कि बोर्ड ने शिखा को एक जून 2018 से तीन साल के लिए पुनर्नियुक्ति करने का फैसला किया है.
हालांकि, शिखा शर्मा की पुनर्नियुक्ति पर आरबीआई की मंजूरी अभी ली जानी है.
हालांकि, शिखा शर्मा की पुनर्नियुक्ति पर आरबीआई की मंजूरी अभी ली जानी है. |
वन रैंक-वन पेंशन: पूर्व सैनिकों ने नहीं माना सरकार का प्रस्ताव, कहा- यह हमारी मांग नहीं, हक है | वन रैंक-वन पेंशन के मुद्दे के जल्द सुलझने के आसार नहीं दिख रहे हैं। सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति बनने की खबर के बीच आज जंतर-मंतर पर आंदोलन कर रहे पूर्व सैनिकों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कहा कि अभी उन लोगों ने सरकार का कोई प्रस्ताव नहीं माना है। सरकार द्वारा खर्च का दिया गया आंकड़ा सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि 'सरकार पेंशन के लिए जो आठ हज़ार करोड़ के खर्च की बात कर रही है वो सही नहीं है। हमने हर साल 3 फीसदी बढ़ोतरी की मांग नहीं की है। हम तीन फीसदी बढ़ोतरी की मांग नहीं कर रहे। सिर्फ समय-समय पर रिव्यू की मांग है।' उन्होंने आगे कहा, वन रैंक-वन पेंशन हमारी मांग नहीं बल्कि हमारा हक़ है।टिप्पणियां
दरअसल, पहले कहा जा रहा था कि वन रैंक-वन पेंशन पर सरकार की ओर से जल्द ही कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है, क्योंकि सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच पेंशन के फॉर्मुले को लेकर सहमति बन गई है। दोनों पक्षों के बीच बुधवार को हुई बैठक के बाद इसकी जानकारी दी गई। बताया जा रहा था कि पूर्व सैनिक हर साल की बजाए दो साल में पेंशन में रिविज़न पर राजी हो गए हैं।
वहीं, पूर्व सैनिकों ने 2014 को पेंशन के लिए आधार वर्ष मान लिया है। इससे पहले वह 2011 को आधार साल मानने की मांग कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 'सरकार पेंशन के लिए जो आठ हज़ार करोड़ के खर्च की बात कर रही है वो सही नहीं है। हमने हर साल 3 फीसदी बढ़ोतरी की मांग नहीं की है। हम तीन फीसदी बढ़ोतरी की मांग नहीं कर रहे। सिर्फ समय-समय पर रिव्यू की मांग है।' उन्होंने आगे कहा, वन रैंक-वन पेंशन हमारी मांग नहीं बल्कि हमारा हक़ है।टिप्पणियां
दरअसल, पहले कहा जा रहा था कि वन रैंक-वन पेंशन पर सरकार की ओर से जल्द ही कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है, क्योंकि सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच पेंशन के फॉर्मुले को लेकर सहमति बन गई है। दोनों पक्षों के बीच बुधवार को हुई बैठक के बाद इसकी जानकारी दी गई। बताया जा रहा था कि पूर्व सैनिक हर साल की बजाए दो साल में पेंशन में रिविज़न पर राजी हो गए हैं।
वहीं, पूर्व सैनिकों ने 2014 को पेंशन के लिए आधार वर्ष मान लिया है। इससे पहले वह 2011 को आधार साल मानने की मांग कर रहे थे।
दरअसल, पहले कहा जा रहा था कि वन रैंक-वन पेंशन पर सरकार की ओर से जल्द ही कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है, क्योंकि सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच पेंशन के फॉर्मुले को लेकर सहमति बन गई है। दोनों पक्षों के बीच बुधवार को हुई बैठक के बाद इसकी जानकारी दी गई। बताया जा रहा था कि पूर्व सैनिक हर साल की बजाए दो साल में पेंशन में रिविज़न पर राजी हो गए हैं।
वहीं, पूर्व सैनिकों ने 2014 को पेंशन के लिए आधार वर्ष मान लिया है। इससे पहले वह 2011 को आधार साल मानने की मांग कर रहे थे।
वहीं, पूर्व सैनिकों ने 2014 को पेंशन के लिए आधार वर्ष मान लिया है। इससे पहले वह 2011 को आधार साल मानने की मांग कर रहे थे। |
PF में अनिवार्य अंशदान को घटाकर 10 प्रतिशत कर सकता है EPFO | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का न्यासी बोर्ड अपनी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में अनिवार्य अंशदान को घटाकर 10 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे सकता है. मौजूदा व्यवस्था के तहत कर्मचारी व नियोक्ता कर्मचारी भविष्य निधि योजना (ईपीएफ), कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) तथा कर्मचारी जमा संबद्ध बीमा योजना (ईडीएलआई) में कुल मिला कर मूल वेतन की 12-12 प्रतिशत राशि का योगदान (प्रत्येक) करते हैं. सूत्रों ने बताया कि ईपीएफओ की बैठक 27 मई को पुणे में होनी है. बैठक के एजेंडे में यह विषय भी है. इसके तहत कर्मचारी व नियोक्ता द्वारा अंशदान को घटाकर मूल वेतन (मूल वेतन व महंगाई भत्ता सहित) का 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है.
सूत्रों के अनुसार श्रम मंत्रालय को इस बारे में कई ज्ञापन मिले हैं जिनके अनुसार इस तरह के कदम से कर्मचारियों के पास खर्च के लिए अधिक राशि बचेगी जबकि नियोक्ताओं की देनदारी भी कम होगी. वहीं श्रमिक संगठनों ने इस प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है. उनका कहना है कि इससे ये सामाजिक सुरक्षा योजनाएं कमजोर होंगी. ईपीएफओ के एक न्यासी व भारतीय मजदूर संघ के नेता पी जे बनसुरे ने कहा, ''हम इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे. यह श्रमिकों के हित में नहीं है.''
इस बैठक में शेयर बाजारों में निवेश को बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक करने के प्रस्ताव पर भी विचार होगा. ईपीएफओ की वित्त, निवेश व आडिट समिति (एफएआईसी) अपनी बैठक में इक्विटी निवेश यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर विचार करेगी. बैठक की अध्यक्षता श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय करेंगे.टिप्पणियां
हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) को करना है. अगर सीबीटी की मंजूरी मिल जाती है तो ईपीएफओ 2017-18 में ईटीएफ में 15000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर सकेगा. ईपीएफओ की निवेश योग्य जमाएं एक लाख करोड़ रुपये सालाना हैं. एक रपट के अनुसार ईपीएफओ ने अप्रैल 2017 के आखिर तक बाजार संबद्ध उत्पादों में 21,050 करोड़ रुपये का निवेश किया. सीबीटी एसबीआई एमएफ व यूटीआईएमएफ के कार्यकाल को एक साल बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकता है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सूत्रों के अनुसार श्रम मंत्रालय को इस बारे में कई ज्ञापन मिले हैं जिनके अनुसार इस तरह के कदम से कर्मचारियों के पास खर्च के लिए अधिक राशि बचेगी जबकि नियोक्ताओं की देनदारी भी कम होगी. वहीं श्रमिक संगठनों ने इस प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला किया है. उनका कहना है कि इससे ये सामाजिक सुरक्षा योजनाएं कमजोर होंगी. ईपीएफओ के एक न्यासी व भारतीय मजदूर संघ के नेता पी जे बनसुरे ने कहा, ''हम इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे. यह श्रमिकों के हित में नहीं है.''
इस बैठक में शेयर बाजारों में निवेश को बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक करने के प्रस्ताव पर भी विचार होगा. ईपीएफओ की वित्त, निवेश व आडिट समिति (एफएआईसी) अपनी बैठक में इक्विटी निवेश यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर विचार करेगी. बैठक की अध्यक्षता श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय करेंगे.टिप्पणियां
हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) को करना है. अगर सीबीटी की मंजूरी मिल जाती है तो ईपीएफओ 2017-18 में ईटीएफ में 15000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर सकेगा. ईपीएफओ की निवेश योग्य जमाएं एक लाख करोड़ रुपये सालाना हैं. एक रपट के अनुसार ईपीएफओ ने अप्रैल 2017 के आखिर तक बाजार संबद्ध उत्पादों में 21,050 करोड़ रुपये का निवेश किया. सीबीटी एसबीआई एमएफ व यूटीआईएमएफ के कार्यकाल को एक साल बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकता है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बैठक में शेयर बाजारों में निवेश को बढ़ाकर 15 प्रतिशत तक करने के प्रस्ताव पर भी विचार होगा. ईपीएफओ की वित्त, निवेश व आडिट समिति (एफएआईसी) अपनी बैठक में इक्विटी निवेश यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर विचार करेगी. बैठक की अध्यक्षता श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय करेंगे.टिप्पणियां
हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) को करना है. अगर सीबीटी की मंजूरी मिल जाती है तो ईपीएफओ 2017-18 में ईटीएफ में 15000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर सकेगा. ईपीएफओ की निवेश योग्य जमाएं एक लाख करोड़ रुपये सालाना हैं. एक रपट के अनुसार ईपीएफओ ने अप्रैल 2017 के आखिर तक बाजार संबद्ध उत्पादों में 21,050 करोड़ रुपये का निवेश किया. सीबीटी एसबीआई एमएफ व यूटीआईएमएफ के कार्यकाल को एक साल बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकता है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) को करना है. अगर सीबीटी की मंजूरी मिल जाती है तो ईपीएफओ 2017-18 में ईटीएफ में 15000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर सकेगा. ईपीएफओ की निवेश योग्य जमाएं एक लाख करोड़ रुपये सालाना हैं. एक रपट के अनुसार ईपीएफओ ने अप्रैल 2017 के आखिर तक बाजार संबद्ध उत्पादों में 21,050 करोड़ रुपये का निवेश किया. सीबीटी एसबीआई एमएफ व यूटीआईएमएफ के कार्यकाल को एक साल बढ़ाने पर भी चर्चा कर सकता है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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Bigg Boss 13: असीम रियाज बोले मैं 'जम्मू-कश्मीर' से हूं तो घर में यूं मचा हंगामा, शुरू हो गया झगड़ा- देखें Video | बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) में अभी सेलेब्रिटीज ने कदम रखा भी नहीं है, लेकिन उन्होंने तय कर लिया है कि वे किसे निशााना बनाएंगे. इसकी झलक पारस छाबड़ा (Paras Chhabra) और असीम रियाज (Asim Riaz) के मामले में साफ नजर आ रही है. वैसे भी असीम रजा घर के सभी सदस्यों के निशाने पर आ गए हैं. असीम रियाज की तो सलमान खान ने भी काफी खिंचाई की थी, और उनके इंग्लिश के एक्सेंट को लेकर उनका काफी मजाक बनाया था. फिर घर के अंदर आने वाली महिला सदस्यों ने भी उन्हें पार्टनर चुनने के लिए काफी हद तक अवॉयड किया. इस तरह असीम रियाज शो शुरू होने से पहले ही थोड़े खीझ गए थे, फिर पारस छाबड़ा के साथ उनकी घर से बाहर ही कुछ कहा-सुनी हो गई थी, और पारस ने उन्हें धमकाया था कि घर के अंदर बात करेंगे.
#BiggBoss ke ghar mein enter karte hi hui takraar, #AsimRiaz aur #ParasChhabra ne kiya ek dusre par vaar!
Dekhiye aaj raat 10:30 baje only on #ColorsTV.
Anytime on @justvoot#BiggBoss13@BeingSalmanKhan@Vivo_India#BB13#SalmanKhanpic.twitter.com/BULYuj6YDQ
Bigg Boss 13: पंजाब की 'कैटरीना कैफ' ने दिखाए तेवर, मारा ताना- तूने आते ही मेरी बेइज्जती कर दी..
बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) में मॉडल असीम रियाज (Asim Riaz) ने एंट्री ली है, और वे जम्मू-कश्मीर से हैं. टीवी एक्ट्रेस माहिरा शर्मा भी कश्मीर से हैं, और वह असीम को भाई तक कह देती हैं. वहीं, जब सलमान शो प्रेजेंट कर रहे होते हैं तो उस समय असीम और पारस में झगड़ा हो जाता है. फिर असीम रियाज घर के अंदर जाते हैं तो वे जम्मू-कश्मीर से होने की बात कहते हैं, इस पर घर के कई सदस्य खीझ जाते हैं. पारस छाबड़ा कहते हैं कि यह क्या बार-बार कश्मीर बोल रहे हो. इस पर असीम रियाज गुस्सा जाते हैं और कहते हैं कि क्यों न बोलूं, मुझे गर्व हैं मैं कश्मीर से हूं. इस तरह पारस और असीम के बीच गर्मागर्मी हो जाती है. वहीं घर के कई सदस्यों को लगता है कि असीम रियाज वोटिंग को लेकर कश्मीर का जिक्र कर रहे हैं. इस तरह 'बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13)' में पहली रात से घमासान हो गया है. |
दिल्ली-NCR में ऑड-ईवन के दौरान अब दो दिन मुफ्त सेवा देगी ओला शटल | ओला दिल्ली एनसीआर में 120 रूटों पर 500 से अधिक शटल बसें चलाती है। साहनी ने कहा कि 22 अप्रैल और 29 अप्रैल को ओला शटल के ग्राहकों को कूपन कोड 'ऑडईवन' का इस्तेमाल करना होगा। इससे उन्हें अपनी यात्रा के लिए 100 प्रतिशत 'कैशबैक' मिलेगा। टिप्पणियां
इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि डीजल कारें, बिना लाइसेंस व बैज वाले ड्राइवर तथा टैक्सी (एग्रीगेटर) फर्मों द्वारा ब्लकमेलिंग को अनुमति नहीं दी जाएगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि डीजल कारें, बिना लाइसेंस व बैज वाले ड्राइवर तथा टैक्सी (एग्रीगेटर) फर्मों द्वारा ब्लकमेलिंग को अनुमति नहीं दी जाएगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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पिल्लै की जगह आरके सिंह होंगे नए गृह सचिव | नए केंद्रीय गृह सचिव के रूप में शुक्रवार को बिहार कैडर के वरिष्ठ प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी आरके सिंह के नाम की घोषणा की गई। वह इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले वर्तमान गृह सचिव जीके पिल्लै का स्थान लेंगे। एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सिंह की नियुक्ति को सहमति दी गई। बयान में कहा गया है, "सिंह गृह सचिव का अपना पदभार संभालने तक गृह मंत्रालय में तत्काल प्रभाव से विशेष सेवा अधिकारी के रूप में काम करेंगे और उन्हें सचिव की तनख्वाह मिलेगी।" 1975 बैच के आईएएस अधिकारी सिंह वर्तमान में रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत रक्षा उत्पाद विभाग में सचिव हैं। पिल्लै 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और इसी दिन सिंह पदभार संभालेंगे। वह दो साल तक गृह सचिव के पद पर रहेंगे। सिंह इससे पहले गृह मंत्रालय में लगभग पांच वर्ष तक संयुक्त सचिव रहे हैं। उनके साथ रक्षा मंत्रालय का अनुभव जुड़े होने की वजह से वह देश की सुरक्षा व्यवस्था के इस शीर्ष पद दो दावेदारों- पंजाब के मुख्य सचिव एससी अग्रवाल एवं केंद्रीय पंचायती राज सचिव एएनपी सिन्हा पर बढ़त बना पाए। ज्ञात हो कि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम ने 30 सम्भावितों की सूची में से तीन नाम सुझाए थे। सूत्रों के मुताबिक सिंह पिछले हफ्ते चिदम्बरम द्वारा साक्षात्कार लिए जाने के बाद गत बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिले थे। |
Spiti Valley: 3 पंचर, 2 एक्सीडेंट और ढेरों लैंड स्लाइड्स के बीच स्पीति के पहाड़ों में हम तीन यार | डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार NDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. |
बाहुबली नेता अतीक अहमद जेल में रहते हुए वाराणसी से लड़ सकते हैं चुनाव, ठोकेंगे PM मोदी के खिलाफ ताल | साथ ही परवीन ने बताया कि उनके पति ने चुनाव के प्रचार के लिए तीन सप्ताह की सशर्त जमानत पर रिहाई की अर्जी न्यायालय में दी है जिस पर 29 अप्रैल को निर्णय होगा. मैंने अपने पति अतीक अहमद से गुजारिश की है कि किन्ही कारणों से अगर जमानत मिलने में दिक्कत हो तो वह जेल में रहकर चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करें.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी वाराणसी से चुनाव लड़ा था. लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाए थे और दूसरे नंबर पर रहे थे. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय ने 2014 में भी मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ा था लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहे थे. |
आंकड़े पाकिस्तान के, माहौल भारत के पक्ष में | विश्व कप के अब तक के इतिहास में पाकिस्तान ने कभी भी भारत पर जीत हासिल नहीं की है लेकिन एकदिवसीय मैचों में उसका पलड़ा भारी रहा है। बुधवार को पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर होने वाले आईसीसी विश्व कप-2011 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तानी टीम भारत के खिलाफ अपने एकदिवसीय रिकॉर्ड और खासकर 2007 में खेली गई श्रृंखला में मिली जीत के दम पर मैदान में उतरेगी। वर्ष 2007 में दोनों टीमों के बीच आखिरी द्विपक्षीय श्रृंखला खेली गई थी। इसके बाद नवम्बर 2008 में मुम्बई पर आतंकवादी हमला हुआ और दोनों देशों के बीच क्रिकेट के अलावा अन्य द्विपक्षीय खेल आयोजनों पर रोक लग गया। इस दौरान मार्च 2010 में दोनों देशों की हॉकी टीमें नई दिल्ली में भिड़ीं लेकिन बुधवार को होने वाले मैच की तरह वह मैच भी द्विपक्षीय नहीं था। 2007 में जो भारत-पाक द्विपक्षीय श्रृंखला खेली गई थी, उसमें पाकिस्तान ने भारत को उसी के घर में 3-2 से हराया था। पांच मैचों की उस श्रृंखला को मिलाकर दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 119 एकदिवसीय मैच खेले गए हैं, जिसमें से 69 में पाक को जीत मिली है। भारत ने 46 मैच जीते हैं जबकि चार मैचों का परिणाम नहीं निकल सका है। भारत को उसी के घर में हराने के मामले में पाकिस्तान काफी आगे है। दोनों टीमों के बीच भारत में अब तक कुल 26 मैच हुए हैं, जिनमें से 17 में पाक जीता है। नौ मैचों में भारत को जीत मिली है। भारत ही नहीं, अपने घर में खेले गए मैचों में पाकिस्तान ने भारत से बेहतर परिणाम दिया है। पाकिस्तानी धरती पर दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 27 मैच खेले गए हैं, जिनमें से 14 में पाकिस्तान और 11 में भारत की जीत हुई है। दो मैचों का परिणाम नहीं निकल सका है। दोनों टीमों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला के अंतर्गत 1978 से 2007 तक कुल 63 मैच खेले गए हैं, जिनमें से 34 में पाकिस्तान ने जीत हासिल की है। 26 मैचों में भारत जीता है जबकि तीन मैचों का परिणाम नहीं निकल सका है। विश्व कप में दोनों टीमों के बीच अब तक चार मुकाबले हुए हैं, जिनमें भारत ने सभी में जीत हासिल की है। इसके अलावा एशिया कप के अंतर्गत दोनों टीमों के बीच कुल नौ मैच हुए हैं। दोनों ने चार-चार मैच जीते हैं। एक मैच बेनतीजा रहा है। मोहाली में दोनों टीमों के बीच अब तक कुल दो मैच खेले गए हैं, जिनमें पाकिस्तान ने दोनों बार जीत हासिल की है। 1 अप्रैल, 1999 को पाकिस्तान ने मोहाली में भारत को सात विकेट से हराया था। 8 नवम्बर, 2007 को इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच अंतिम मैच खेले गया था, जिसमें पाकिस्तान ने चार विकेट से जीत हासिल की थी। उस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सचिन तेंदुलकर के 99 और गौतम गम्भीर के 57 रनों की मदद से नौ विकेट पर 321 रन बनाए थे। तेंदुलकर ने अपनी 91 गेंदों की पारी में 14 चौके और एक छक्का लगाया था। जवाब में खेलने उतरी पाक टीम ने यूनिस खान के 117 और मिस्बाह-उल-हक के 49 रनों की बदौलत छह विकेट गंवाकर जीत हासिल कर ली थी। |
मंत्री कर रहे थे बैठक, अपने ही प्रदेश की पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे BJP विधायक, देखें VIDEO | हरियाणा के अंबाला में परिवहन मंत्री की बैठक में उस वक्त अजीबोगरीब माहौल पैदा हो गया, जब उन्हीं की सरकार के एक विधायक ने प्रदेश की पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. हरियाणा के अंबाला में सोमवार को परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार जिला लोक सम्पर्क एवं शिकायत निवारण समिति (डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन एंड ग्रीवांस रेडरेसल कमेटी) की बैठक कर रहे थे. बैठक में अचानक से माहौल तब बदल गया, जब अंबाला सिटी के बीजेपी एमएलए असीम गोयल हरियाणा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
#WATCH Haryana: BJP MLA from Ambala city, Aseem Goel, raises slogans against Haryana Police at a meeting of the District Public Relations and Grievances Redressal Committee presided over by Transport Minister Krishan Lal Panwar in Ambala. (June 24) pic.twitter.com/wwvbXI9WfH
बीजेपी एमएलए असीम गोयल ने कहा, ''पिछले 5-6 महीने से अंबाला पुलिस के खिलाफ हमें कई शिकायतें मिल रही है. हमें शिकायत है कि दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को चालान काटने के लिए किसी न किसी तरीके से रोका जाता है.'' मालूम हो कि हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों (Haryana Election Results 2019) पर बीजेपी की जीत हुई थी. |
ताकत का फायदा उठा रहा है यशराज फिल्म्स : अजय देवगन | भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) को अभिनेता-निर्माता अजय देवगन से एक शिकायत मिली है जिसमें उन्होंने कहा है कि यशराज फिल्म्स इस महीने अपनी फिल्म रिलीज करने के लिए बाजार में अपनी प्रभावशाली स्थिति का दुरुपयोग कर रहा है।टिप्पणियां
देवगन ने सीसीआई से शिकायत की है कि यशराज फिल्म्स अपनी प्रभावशाली स्थिति का इस्तेमाल करते हुए सिनेमाघर मालिकों से यह कह रही है कि वे निर्माण कंपनी की अगली रीलीज ‘जब तक है जान’ को 13 नवंबर को रीलीज हो रही उनकी फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ से ज्यादा स्क्रीन मुहैया कराएं।
सीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग को देवगन की यशराज फिल्म्स के खिलाफ शिकायत मिली है और वे इस पर विचार कर रहे हैं और इस पर अंतिम फैसला लिया जाना है।
देवगन ने सीसीआई से शिकायत की है कि यशराज फिल्म्स अपनी प्रभावशाली स्थिति का इस्तेमाल करते हुए सिनेमाघर मालिकों से यह कह रही है कि वे निर्माण कंपनी की अगली रीलीज ‘जब तक है जान’ को 13 नवंबर को रीलीज हो रही उनकी फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ से ज्यादा स्क्रीन मुहैया कराएं।
सीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग को देवगन की यशराज फिल्म्स के खिलाफ शिकायत मिली है और वे इस पर विचार कर रहे हैं और इस पर अंतिम फैसला लिया जाना है।
सीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग को देवगन की यशराज फिल्म्स के खिलाफ शिकायत मिली है और वे इस पर विचार कर रहे हैं और इस पर अंतिम फैसला लिया जाना है। |
'आय के आधार पर देश में है भारी विषमता' | देश में ऊपर और नीचे की पायदान खड़े व्यक्तियों की आय में बड़ा अंतर है। गांव और शहर के बीच भी यह विषमता स्पष्ट दिखती है। राष्ट्रीय आय पर किए गए ताजा राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) में यह निष्कर्ष सामने आया है। सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2009-10 में ग्रामीण क्षेत्रों में जहां प्रति व्यक्ति औसत मासिक खर्च 1,053.64 रुपये रहा वहीं शहरी क्षेत्रों में यह 1,984.46 रुपये रहा है। सर्वेक्षण में यह बात भी सामने आई है कि सबसे ज्यादा खर्च खाने-पीने पर खर्च होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कुल खर्च में 57 प्रतिशत खर्च खाद्य पदार्थों पर किया जाता है वहीं शहरी क्षेत्रों में 44 प्रतिशत खर्च खाद्य पदार्थों पर होता है। एनएसएस के 66वें दौर में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार शहरी जनसंख्या का प्रति व्यक्ति खर्च का स्तर ग्रामीण जनसंख्या के प्रति व्यक्ति औसत मासिक खर्च से 88 प्रतिशत तक अधिक है। यह आकलन नई मिश्रित संदर्भ अवधि के आधार पर किया गया है। इसके मुताबिक वर्ष 2009.10 में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति औसत खर्च 1,053.64 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 1,984.46 रुपये रहा है। सर्वेक्षण के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में देश की सबसे गरीब 10 प्रतिशत जनसंख्या का औसत मासिक प्रति व्यक्ति खर्च मात्र 453 रुपये रहा है जबकि शहरी क्षेत्रों की सबसे गरीब 10 प्रतिशत जनसंख्या का औसत मासिक खर्च 599 रुपये रहा है। देश में शीर्ष पायदान और सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति के आय स्तर पर भारी फासला है। ग्रामीण क्षेत्रों में शीर्ष 10 प्रतिशत आबादी का प्रति व्यक्ति औसत मासिक खर्च 2,517 रुपये रहा है जो कि सबसे निचले पायदान पर जीवनयापन करने वाली 10 प्रतिशत आबादी के प्रतिव्यक्ति औसत मासिक खर्च से साढे पांच गुणा अधिक है। इस बीच, शहरी क्षेत्र की शीर्ष पायदान पर जीवनयापन करने वाली 10 प्रतिशत धनी जनसंख्या का औसत प्रति व्यक्ति मासिक खर्च 5,863 रुपये रहा है यह सबसे निचले पायदान की आबादी की तुलना में 9.8 गुणा ज्यादा है। |
'बजरंगी भाईजान' का अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी पोस्टर जारी | 'बजरंगी भाईजान' फिल्म के निर्माताओं ने इसका उर्दू और हिंदी पोस्टर जारी किया है। सलमान खान पोस्टर में फिल्म के कैरेक्टर पवन के गेटअप में नजर आ रहे हैं।
सलमान खान के प्रोडक्शन हाउस के सीईओ अमर बुटाला फिल्म के प्रमोशन के बारे में कहते हैं, 'बजरंगी भाईजान' इस साल की बहुप्रतीक्षित फैमिली ऐंटरटेनर में से एक है।टिप्पणियां
फिल्म को लेकर बाजार में काफी सुर्खियां हैं तो हम हर लॉन्च पर कुछ न कुछ अलग कर रहे हैं। फिल्म का टीजर पोस्टर शाहरुख खान और आमिर खान ने लॉन्च किया था और अब हम फिल्म के पोस्टर को तीन भषाओं अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में रिलीज कर रहे हैं। ताकि यह हर वर्ग तक पहुंच सके।'
सलमान खान की फिल्म हो और कोई खास बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। 'बजरंगी भाईजान' का जब से प्रचार शुरू हुआ है सलमान खान उर्दू और हिंदी दोनों ही भाषाओं में ट्वीट कर रहे हैं। फिल्म में सलमान खान के अलावा करीना कपूर खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी लीड रोल में हैं और इसे कबीर खान ने डायरेक्ट किया है। फिल्म ईद पर रिलीज हो रही है।
सलमान खान के प्रोडक्शन हाउस के सीईओ अमर बुटाला फिल्म के प्रमोशन के बारे में कहते हैं, 'बजरंगी भाईजान' इस साल की बहुप्रतीक्षित फैमिली ऐंटरटेनर में से एक है।टिप्पणियां
फिल्म को लेकर बाजार में काफी सुर्खियां हैं तो हम हर लॉन्च पर कुछ न कुछ अलग कर रहे हैं। फिल्म का टीजर पोस्टर शाहरुख खान और आमिर खान ने लॉन्च किया था और अब हम फिल्म के पोस्टर को तीन भषाओं अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में रिलीज कर रहे हैं। ताकि यह हर वर्ग तक पहुंच सके।'
सलमान खान की फिल्म हो और कोई खास बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। 'बजरंगी भाईजान' का जब से प्रचार शुरू हुआ है सलमान खान उर्दू और हिंदी दोनों ही भाषाओं में ट्वीट कर रहे हैं। फिल्म में सलमान खान के अलावा करीना कपूर खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी लीड रोल में हैं और इसे कबीर खान ने डायरेक्ट किया है। फिल्म ईद पर रिलीज हो रही है।
फिल्म को लेकर बाजार में काफी सुर्खियां हैं तो हम हर लॉन्च पर कुछ न कुछ अलग कर रहे हैं। फिल्म का टीजर पोस्टर शाहरुख खान और आमिर खान ने लॉन्च किया था और अब हम फिल्म के पोस्टर को तीन भषाओं अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में रिलीज कर रहे हैं। ताकि यह हर वर्ग तक पहुंच सके।'
सलमान खान की फिल्म हो और कोई खास बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। 'बजरंगी भाईजान' का जब से प्रचार शुरू हुआ है सलमान खान उर्दू और हिंदी दोनों ही भाषाओं में ट्वीट कर रहे हैं। फिल्म में सलमान खान के अलावा करीना कपूर खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी लीड रोल में हैं और इसे कबीर खान ने डायरेक्ट किया है। फिल्म ईद पर रिलीज हो रही है।
सलमान खान की फिल्म हो और कोई खास बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। 'बजरंगी भाईजान' का जब से प्रचार शुरू हुआ है सलमान खान उर्दू और हिंदी दोनों ही भाषाओं में ट्वीट कर रहे हैं। फिल्म में सलमान खान के अलावा करीना कपूर खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी लीड रोल में हैं और इसे कबीर खान ने डायरेक्ट किया है। फिल्म ईद पर रिलीज हो रही है। |
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उठाया बलूचिस्तान का मुद्दा, पाक पर लगाया मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप | भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पहली बार बलूचिस्तान का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान पर वहां के साथ ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघन करने का आरोप लगाया.
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 33वें सत्र के दौरान भारत ने पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कश्मीर में गड़बड़ियों का मुख्य कारण पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है, जो उसकी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाएं से उपजा है जो कि बार-बार हुए सशस्त्र आक्रमणों से ठोस तौर पर अभिव्यक्त हुई हैं.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि अजीत कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का निराशाजनक पिछला रिकॉर्ड जगजाहिर है और कई देशों ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह सीमा पार घुसपैठ रोके, आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करे और आतंकवाद के अधिकेंद्र के तौर पर काम करना बंद करे.
अजीत कुमार ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और बहुलतावादी समाज के तौर पर भारत की साख अच्छी तरह से प्रमाणित है जो कि अपने लोगों के कल्याण के प्रति गहरायी से प्रतिबद्ध है. इसके विपरीत पाकिस्तान की पहचान तानाशाही, लोकतांत्रिक नियमों की अनुपस्थिति वाला और बलूचिस्तान सहित देश में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता के तौर है.
पाकिस्तान के बयान पर जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के साथ ही अपने नागरिकों का भी मानवाधिकारों का योजनाबद्ध तरीके से उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 33वें सत्र के दौरान भारत ने पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कश्मीर में गड़बड़ियों का मुख्य कारण पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है, जो उसकी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाएं से उपजा है जो कि बार-बार हुए सशस्त्र आक्रमणों से ठोस तौर पर अभिव्यक्त हुई हैं.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि अजीत कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का निराशाजनक पिछला रिकॉर्ड जगजाहिर है और कई देशों ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह सीमा पार घुसपैठ रोके, आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करे और आतंकवाद के अधिकेंद्र के तौर पर काम करना बंद करे.
अजीत कुमार ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और बहुलतावादी समाज के तौर पर भारत की साख अच्छी तरह से प्रमाणित है जो कि अपने लोगों के कल्याण के प्रति गहरायी से प्रतिबद्ध है. इसके विपरीत पाकिस्तान की पहचान तानाशाही, लोकतांत्रिक नियमों की अनुपस्थिति वाला और बलूचिस्तान सहित देश में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता के तौर है.
पाकिस्तान के बयान पर जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के साथ ही अपने नागरिकों का भी मानवाधिकारों का योजनाबद्ध तरीके से उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि अजीत कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का निराशाजनक पिछला रिकॉर्ड जगजाहिर है और कई देशों ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह सीमा पार घुसपैठ रोके, आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करे और आतंकवाद के अधिकेंद्र के तौर पर काम करना बंद करे.
अजीत कुमार ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और बहुलतावादी समाज के तौर पर भारत की साख अच्छी तरह से प्रमाणित है जो कि अपने लोगों के कल्याण के प्रति गहरायी से प्रतिबद्ध है. इसके विपरीत पाकिस्तान की पहचान तानाशाही, लोकतांत्रिक नियमों की अनुपस्थिति वाला और बलूचिस्तान सहित देश में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता के तौर है.
पाकिस्तान के बयान पर जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के साथ ही अपने नागरिकों का भी मानवाधिकारों का योजनाबद्ध तरीके से उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अजीत कुमार ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और बहुलतावादी समाज के तौर पर भारत की साख अच्छी तरह से प्रमाणित है जो कि अपने लोगों के कल्याण के प्रति गहरायी से प्रतिबद्ध है. इसके विपरीत पाकिस्तान की पहचान तानाशाही, लोकतांत्रिक नियमों की अनुपस्थिति वाला और बलूचिस्तान सहित देश में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता के तौर है.
पाकिस्तान के बयान पर जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के साथ ही अपने नागरिकों का भी मानवाधिकारों का योजनाबद्ध तरीके से उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान के बयान पर जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए कुमार ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसने बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के साथ ही अपने नागरिकों का भी मानवाधिकारों का योजनाबद्ध तरीके से उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, 'कश्मीर में गड़बड़ियों का मूल कारण पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमापार आतंकवाद है जिसने 1989 से अलगाववादी समूहों एवं आतंकवादी तत्वों को सक्रिय समर्थन दिया है. इन आतंकवादी तत्वों में वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्र से संचालित होते हैं.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को ढंकने और मानवाधिकार के लिए चिंता के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल राष्ट्रीय नीति के तौर पर करने का प्रयास किया है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
विदेश से लौटते ही औरंगज़ेब लेन की इस झुग्गी में पहुंचीं प्रियंका गांधी, जानें- क्या है वजह | विदेश से लौटने के बाद प्रियंका गांधी ने जहां एक तरफ सियासी हलचल का जायजा लिया, तो दूसरी तरफ वे मंगलवार को औरंगज़ेब रोड के क्लस्टर हाउसिंग में शारीरिक रूप से अक्षम आशीष नाम के बच्चे से मुलाकात की. आशीष के पिता सुभाष यादव ने कहा कि वह (प्रियंका गांधी) यहां हर दो महीनें पर आती हैं. हमारा हालचाल लेती हैं और समय व्यतीत करती हैं. इसके अलावा पिछले 3-4 सालों से आशीष के इलाज में मदद भी कर रही हैं. आपको बता दें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को विदेश से लौटने के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके तुगलक रोड स्थित आवास पर मुलाकात की. वहीं पार्टी मुख्यालय में उनके नाम कमरा भी आवंटित हो गया है और उसमें नेम प्लेट भी लग गई है.
नई राजनीतिक ज़िम्मेदारी संभालने की व्यस्तता के बीच प्रियंका गांधी वाड्रा सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाने की ख़ातिर औरंगज़ेब लेन की एक झुग्गी में दिव्यांग आशीष से मिलने जा पहुँची। परिवार को मदद का भरोसा देते हुए कहा
“वो तो मैं करा सकती हूँ तुम्हारे लिए, जितना ख़र्चा आए बता दिया करो” pic.twitter.com/seiS3fw0sh
सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश का दौरा करने जा रही हैं. इसकी शुरुआत लखनऊ से होगी. वे महासचिव बनने के बाद पहली बार 11 फरवरी को लखनऊ जाएंगी. इसी दिन प्रियंका लखनऊ मुख्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगी. इसके अलावा वे लखनऊ में रोड शो करके 2019 लोक सभा चुनाव का आगाज करेंगी .हालांकि अभी प्रियंका (Priyanka Gandhi) के कार्यक्रम की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. आपको बता दें कि पहले प्रियंका गांधी को 10 फरवरी को लखनऊ जाना था लेकिन अब 11 फरवरी का कार्यक्रम तय किया गया है. |
स्वतंत्रता दिवस से पहले पाकिस्तान ने फिर किया संघर्षविराम का उल्लंघन | पाकिस्तान ने पिछले पांच दिनों में संघर्षविराम का छठवीं बार उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारतीय अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा, पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों और स्वचलित हथियारों से बुधवार रात लगभग 9 बजे पुंछ जिले के हमीरपुर क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर बनी भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की।
उन्होंने कहा कि सेना के जवानों ने उतनी ही क्षमता वाले हथियारों से जवाबी कार्रवाई की और दोनों ओर की यह गोलीबारी अंतिम रिपोर्ट आने तक जारी रही। इस गोलीबारी में किसी के मरने या घायल होने की खबर नहीं है। यह पिछले पांच दिनों में किया गया संघर्षविराम का छठा उल्लंघन है।
13 अगस्त को पाकिस्तानी सैनिकों ने छोटे हथियारों और स्वचलित हथियारों से पुंछ जिले के भीमबेर गली क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की थी, इसमें एक जवान घायल हो गया था। |
Twitter Reactions : सचिन तेंदुलकर सहित दिग्गजों ने एमएस धोनी के कप्तानी करियर की प्रशंसा की... | खेल जगत ने महेंद्र सिंह धोनी को उनकी शानदार कप्तानी करियर के लिए बधाई दी और दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा, 'यह दिन उनके सफल करियर का जश्न मनाने और फैसले का सम्मान करने का है'.टिप्पणियां
देश के सबसे सफल कप्तान धोनी ने बुधवार को भारत के सीमित ओवरों के कप्तान का पद छोड़कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया. इस प्रकार उनका शानदार नेतृत्व का दौर समाप्त हुआ. धोनी के नेतृत्व में ही भारत ने दो विश्व कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी जीती.
तेंदुलकर ने अपने बधाई संदेश में कहा कि 'धोनी को टी-20 और वनडे विश्वकपों में सफलता हासिल कराने वाले भारत के कप्तान के रूप में शानदार करियर की बधाई. मैंने उन्हें आक्रामक खिलाड़ी से सटीक एवं निर्णायक कप्तान के रूप में उभरते देखा है. यह उनकी सफल कप्तानी का जश्न मनाने और उनके फैसले का सम्मान करने का दिन है'.
.@msdhoni#captainpic.twitter.com/8IFLI8geRE
— sachin tendulkar (@sachin_rt) January 4, 2017
वहीं, क्रिकेट जगत की अन्य हस्तियों ने भी एमएस धोनी के इस कदम के बाद उनके सम्मान में ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं दीं...
Time to stand up and applaud a magnificent servant, and indeed leader, of Indian cricket. #Dhoni
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) January 4, 2017
Take a bow @msdhoni .To lead India for 9 years with such wonderful results, India were really blessed to have you as #Captain .
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) January 4, 2017
Any aMOUNT of Words will be less to describe his legacy as the captain of Indian team @BCCI Mahi @msdhoni incredibly well done #Dhoni
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) January 4, 2017 googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
देश के सबसे सफल कप्तान धोनी ने बुधवार को भारत के सीमित ओवरों के कप्तान का पद छोड़कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया. इस प्रकार उनका शानदार नेतृत्व का दौर समाप्त हुआ. धोनी के नेतृत्व में ही भारत ने दो विश्व कप और एक चैंपियंस ट्रॉफी जीती.
तेंदुलकर ने अपने बधाई संदेश में कहा कि 'धोनी को टी-20 और वनडे विश्वकपों में सफलता हासिल कराने वाले भारत के कप्तान के रूप में शानदार करियर की बधाई. मैंने उन्हें आक्रामक खिलाड़ी से सटीक एवं निर्णायक कप्तान के रूप में उभरते देखा है. यह उनकी सफल कप्तानी का जश्न मनाने और उनके फैसले का सम्मान करने का दिन है'.
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— sachin tendulkar (@sachin_rt) January 4, 2017
वहीं, क्रिकेट जगत की अन्य हस्तियों ने भी एमएस धोनी के इस कदम के बाद उनके सम्मान में ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं दीं...
Time to stand up and applaud a magnificent servant, and indeed leader, of Indian cricket. #Dhoni
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Take a bow @msdhoni .To lead India for 9 years with such wonderful results, India were really blessed to have you as #Captain .
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Any aMOUNT of Words will be less to describe his legacy as the captain of Indian team @BCCI Mahi @msdhoni incredibly well done #Dhoni
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तेंदुलकर ने अपने बधाई संदेश में कहा कि 'धोनी को टी-20 और वनडे विश्वकपों में सफलता हासिल कराने वाले भारत के कप्तान के रूप में शानदार करियर की बधाई. मैंने उन्हें आक्रामक खिलाड़ी से सटीक एवं निर्णायक कप्तान के रूप में उभरते देखा है. यह उनकी सफल कप्तानी का जश्न मनाने और उनके फैसले का सम्मान करने का दिन है'.
.@msdhoni#captainpic.twitter.com/8IFLI8geRE
— sachin tendulkar (@sachin_rt) January 4, 2017
वहीं, क्रिकेट जगत की अन्य हस्तियों ने भी एमएस धोनी के इस कदम के बाद उनके सम्मान में ट्विटर पर प्रतिक्रियाएं दीं...
Time to stand up and applaud a magnificent servant, and indeed leader, of Indian cricket. #Dhoni
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) January 4, 2017
Take a bow @msdhoni .To lead India for 9 years with such wonderful results, India were really blessed to have you as #Captain .
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) January 4, 2017
Any aMOUNT of Words will be less to describe his legacy as the captain of Indian team @BCCI Mahi @msdhoni incredibly well done #Dhoni
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Time to stand up and applaud a magnificent servant, and indeed leader, of Indian cricket. #Dhoni
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Any aMOUNT of Words will be less to describe his legacy as the captain of Indian team @BCCI Mahi @msdhoni incredibly well done #Dhoni |
‘परगाश’ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में दो गिरफ्तार | कश्मीर में पूरी तरह से लड़कियों के बैंड ‘परगाश’ के खिलाफ मुफ्ती-ए-आजम के फतवे के बाद बैंड की लड़कियों को फेसबुक पर धमकी और गालियां देने के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया।टिप्पणियां
गौरतलब है कि इन हालात से परेशान होकर लडकियों ने गायकी छोड़ने और बैंड को बंद करने का फैसला कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने बैंड के पन्ने पर आई 900 टिप्पणियों में से 26 अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कंप्यूटरों के आईपी एड्रेस का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन की देर परगाश के पन्ने पर बड़ी संख्या में मौजूद टिप्पणियों के कारण हुई। इस मामले में राजबाग पुलिस थाने में आईटी कानून की धारा 66ए और आरपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि इन हालात से परेशान होकर लडकियों ने गायकी छोड़ने और बैंड को बंद करने का फैसला कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने बैंड के पन्ने पर आई 900 टिप्पणियों में से 26 अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कंप्यूटरों के आईपी एड्रेस का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन की देर परगाश के पन्ने पर बड़ी संख्या में मौजूद टिप्पणियों के कारण हुई। इस मामले में राजबाग पुलिस थाने में आईटी कानून की धारा 66ए और आरपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने बैंड के पन्ने पर आई 900 टिप्पणियों में से 26 अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कंप्यूटरों के आईपी एड्रेस का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन की देर परगाश के पन्ने पर बड़ी संख्या में मौजूद टिप्पणियों के कारण हुई। इस मामले में राजबाग पुलिस थाने में आईटी कानून की धारा 66ए और आरपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। |
कैग ने नौसेना के मुख्य लड़ाकू विमान मिग-29 की क्षमता पर उठाए सवालिया निशान | भारतीय नौसेना समुद्री तटरेखा से सुदूर इलाकों तक अपनी दमदार उपस्थिति के लिए रूस से खरीदे हुए अपने एकमात्र लड़ाकू जेट मिग-29के पर काफी हद तक निर्भर है। लेकिन नियंत्रण एवं महालेखापरीक्षक (कैग) के मुताबिक इसकी स्थिति इतनी खराब है कि यह वास्तव में उपयोग के लिए ही उपलब्ध नहीं है।
इस संबंध में दो दिन पहले कैग ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश की है। नेवी के मिग-29 कार्यक्रम का ऑडिट करने के बाद यह रिपोर्ट पेश की गई है। उसमें कैग ने कहा है, ''मल्टी रोल और नौसेना बेड़े के एयर डिफेंस का अहम हिस्सा मिग-29के समस्याओं से ग्रसित है।'' इसके इंजन में खराबियों समेत कई समस्याएं हैं। इसका मतलब है कि ''जब भी इसे तैनात किए जाने की जरूरत होगी तो बेहतर से बेहतर स्थिति में भी ऑपरेशनों के लिए 50 प्रतिशत से भी कम मामलों के लिए ही यह पूरी तरह फिट रहेगा।''
उल्लेखनीय है कि भारत ने 2004-10 के दौरान इस तरह के 45 लड़ाकू विमानों को खरीदा था। इसे देश के प्रमुख युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया गया है। कोच्चि में निर्मित हो रहे विमानवाहक पोत विक्रांत का भी यह मुख्य लड़ाकू विमान होगा। इस बात की भी पूरी संभावना है कि यह अभी डिजाइन स्तर पर चल रहे तीसरे विमानवाहक पोत विशाल का भी मुख्य लड़ाकू विमान होगा।
कैग की रिपोर्ट कहती है कि 2010 में जब से मिग-29के विमान सेवा में शामिल किए गए हैं, तब से इनमें से आधे के इंजनों में डिजाइन संबंधी खामियां पाई गई हैं। इसके चलते इसकी सुरक्षित उड़ान एक गंभीर मसला है।
इसके अलावा विमानवाहक पोत के संकरे डेक पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान भी यह पूरी तरह से सहज नहीं है। इस दौरान भी इसको कई दिक्कतों का सामना करते देखा गया है। इसके साथ ही कैग रिपोर्ट में यह जोड़ा गया है कि "डिजाइन में अनेक संशोधनों और सुधारों के बावजूद कई खामियां पाई गई हैं।" इन खामियों के बारंबार उत्पन्न होने के चलते 'नौसेना पायलटों के ट्रेनिंग कार्यक्रम पर बुरा असर पड़ा है।'
NDTV से बात करते हुए वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इसका तात्कालिक कोई समाधान नजर नहीं आता। उनका यह भी कहना है कि मिग-29के विकल्प की खरीद पर भी बहुत कहने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि इसकी खरीद एक 'पैकेज डील' का हिस्सा थी जिसमें विमानवाहक पोत गोर्शकोव के हस्तांतरण और नवीकरण की योजना भी शामिल थी। गोर्शकोव को नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य के रूप में अपने बेड़े में शामिल किया है।टिप्पणियां
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
इस संबंध में दो दिन पहले कैग ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश की है। नेवी के मिग-29 कार्यक्रम का ऑडिट करने के बाद यह रिपोर्ट पेश की गई है। उसमें कैग ने कहा है, ''मल्टी रोल और नौसेना बेड़े के एयर डिफेंस का अहम हिस्सा मिग-29के समस्याओं से ग्रसित है।'' इसके इंजन में खराबियों समेत कई समस्याएं हैं। इसका मतलब है कि ''जब भी इसे तैनात किए जाने की जरूरत होगी तो बेहतर से बेहतर स्थिति में भी ऑपरेशनों के लिए 50 प्रतिशत से भी कम मामलों के लिए ही यह पूरी तरह फिट रहेगा।''
उल्लेखनीय है कि भारत ने 2004-10 के दौरान इस तरह के 45 लड़ाकू विमानों को खरीदा था। इसे देश के प्रमुख युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया गया है। कोच्चि में निर्मित हो रहे विमानवाहक पोत विक्रांत का भी यह मुख्य लड़ाकू विमान होगा। इस बात की भी पूरी संभावना है कि यह अभी डिजाइन स्तर पर चल रहे तीसरे विमानवाहक पोत विशाल का भी मुख्य लड़ाकू विमान होगा।
कैग की रिपोर्ट कहती है कि 2010 में जब से मिग-29के विमान सेवा में शामिल किए गए हैं, तब से इनमें से आधे के इंजनों में डिजाइन संबंधी खामियां पाई गई हैं। इसके चलते इसकी सुरक्षित उड़ान एक गंभीर मसला है।
इसके अलावा विमानवाहक पोत के संकरे डेक पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान भी यह पूरी तरह से सहज नहीं है। इस दौरान भी इसको कई दिक्कतों का सामना करते देखा गया है। इसके साथ ही कैग रिपोर्ट में यह जोड़ा गया है कि "डिजाइन में अनेक संशोधनों और सुधारों के बावजूद कई खामियां पाई गई हैं।" इन खामियों के बारंबार उत्पन्न होने के चलते 'नौसेना पायलटों के ट्रेनिंग कार्यक्रम पर बुरा असर पड़ा है।'
NDTV से बात करते हुए वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इसका तात्कालिक कोई समाधान नजर नहीं आता। उनका यह भी कहना है कि मिग-29के विकल्प की खरीद पर भी बहुत कहने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि इसकी खरीद एक 'पैकेज डील' का हिस्सा थी जिसमें विमानवाहक पोत गोर्शकोव के हस्तांतरण और नवीकरण की योजना भी शामिल थी। गोर्शकोव को नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य के रूप में अपने बेड़े में शामिल किया है।टिप्पणियां
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत ने 2004-10 के दौरान इस तरह के 45 लड़ाकू विमानों को खरीदा था। इसे देश के प्रमुख युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया गया है। कोच्चि में निर्मित हो रहे विमानवाहक पोत विक्रांत का भी यह मुख्य लड़ाकू विमान होगा। इस बात की भी पूरी संभावना है कि यह अभी डिजाइन स्तर पर चल रहे तीसरे विमानवाहक पोत विशाल का भी मुख्य लड़ाकू विमान होगा।
कैग की रिपोर्ट कहती है कि 2010 में जब से मिग-29के विमान सेवा में शामिल किए गए हैं, तब से इनमें से आधे के इंजनों में डिजाइन संबंधी खामियां पाई गई हैं। इसके चलते इसकी सुरक्षित उड़ान एक गंभीर मसला है।
इसके अलावा विमानवाहक पोत के संकरे डेक पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान भी यह पूरी तरह से सहज नहीं है। इस दौरान भी इसको कई दिक्कतों का सामना करते देखा गया है। इसके साथ ही कैग रिपोर्ट में यह जोड़ा गया है कि "डिजाइन में अनेक संशोधनों और सुधारों के बावजूद कई खामियां पाई गई हैं।" इन खामियों के बारंबार उत्पन्न होने के चलते 'नौसेना पायलटों के ट्रेनिंग कार्यक्रम पर बुरा असर पड़ा है।'
NDTV से बात करते हुए वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इसका तात्कालिक कोई समाधान नजर नहीं आता। उनका यह भी कहना है कि मिग-29के विकल्प की खरीद पर भी बहुत कहने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि इसकी खरीद एक 'पैकेज डील' का हिस्सा थी जिसमें विमानवाहक पोत गोर्शकोव के हस्तांतरण और नवीकरण की योजना भी शामिल थी। गोर्शकोव को नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य के रूप में अपने बेड़े में शामिल किया है।टिप्पणियां
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
इसके अलावा विमानवाहक पोत के संकरे डेक पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान भी यह पूरी तरह से सहज नहीं है। इस दौरान भी इसको कई दिक्कतों का सामना करते देखा गया है। इसके साथ ही कैग रिपोर्ट में यह जोड़ा गया है कि "डिजाइन में अनेक संशोधनों और सुधारों के बावजूद कई खामियां पाई गई हैं।" इन खामियों के बारंबार उत्पन्न होने के चलते 'नौसेना पायलटों के ट्रेनिंग कार्यक्रम पर बुरा असर पड़ा है।'
NDTV से बात करते हुए वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इसका तात्कालिक कोई समाधान नजर नहीं आता। उनका यह भी कहना है कि मिग-29के विकल्प की खरीद पर भी बहुत कहने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि इसकी खरीद एक 'पैकेज डील' का हिस्सा थी जिसमें विमानवाहक पोत गोर्शकोव के हस्तांतरण और नवीकरण की योजना भी शामिल थी। गोर्शकोव को नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य के रूप में अपने बेड़े में शामिल किया है।टिप्पणियां
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
NDTV से बात करते हुए वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इसका तात्कालिक कोई समाधान नजर नहीं आता। उनका यह भी कहना है कि मिग-29के विकल्प की खरीद पर भी बहुत कहने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि इसकी खरीद एक 'पैकेज डील' का हिस्सा थी जिसमें विमानवाहक पोत गोर्शकोव के हस्तांतरण और नवीकरण की योजना भी शामिल थी। गोर्शकोव को नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य के रूप में अपने बेड़े में शामिल किया है।टिप्पणियां
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
उनका यह भी कहना है जब इसको विमानवाहक पोत पर तैनात नहीं किया गया था तो गोवा में स्थित इसके बेस पर रूसी निर्माता के इंजीनियरों की एक टीम को तकनीकी दिक्कतों का समाधान करने के लिए भेजा गया था। वरिष्ठ अधिकारी इस तरफ भी इशारा करते हैं कि मिग-29के को शामिल करने वाला भारत पहला ऑपरेटर था। यहां तक कि रूसी नेवी से भी पहले इसे यहां शामिल किया गया।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे।
यद्यपि उनका यह भी कहना है कि नए प्लेटफॉर्म की दिक्कतों से निपटने में समय लगता है लेकिन इसके लिए बहुत चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि रूस ने भी अपने सुखोई की जगह इसी मिग-29के को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। हालांकि भारतीय नौसेना के सूत्र हिचकिचाते हुए यह भी कहते हैं कि बारंबार होने वाली दिक्कतों को सुधारने और इसे बेहतर करने के भारतीय अनुभवों से बेशक रूसी भी लाभान्वित होंगे। |
जायरा वसीम विवाद: मालिनी अवस्थी ने पूछा, 'क्या अब आमिर खान की पत्नी को भारत छोड़ने का दिल नहीं करता?' | 'दंगल' में छोटी गीता फोगाट का किरदार निभाने वाली 16 साल की जायरा वसीम अपने एक फोटो के चलते विवादों में घिरी और आलम यह है कि अब यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 16 साल की जायरा कश्मीर की रहने वाली हैं और हाल ही में 10 वीं बोर्ड की परीक्षा में उन्हें 92 प्रतिशत अंक मिले हैं. इस उपलब्धि के बाद भी जायरा सोशल मीडिया के ट्रोल का शिकार हुई और इस विवाद में नई कड़ी जोड़ते हुए लोकगीत गायका मालिनी अवस्थी ने आमिर खान की पत्नी किरण राव पर तंज कसा है. मालिनी ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से आमिर खान की पत्नी के 'असहिष्णुता' के चलते भारत छोड़ने वाले विवाद पर सवाल उठाए हैं.
मालिनी अवस्थी ने इस मामले में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है.
#ज़ायरावसीमविवाद
'आमिर खान की दंगल की युवा अभिनेत्री ज़ायरा वसीम कट्टरपंथियों के फिकरों के कारण वैसे ही परेशां थी, लेकिन जब उन्होंने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ औपचारिक मुलाकात के बाद रिवायतन एक तस्वीर खिंचवाई और ट्विटर पर डाली, उसके बाद ज़ायरा अतिशय आलोचना की शिकार हुई और उन्होंने घबरा कर वह तस्वीर डिलीट कर डाली और एक लम्बा माफ़ीनामा लिखा पोस्ट किया है. ग़ौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने ज़ायरा जैसी बेटियों को कश्मीर के लिए नई उम्मीद बताया है.
मुहम्मद शमी, मुहम्मद कैफ के बाद अब जायरा का प्रसंग बढ़ती हुई कट्टरता और असहिष्णुता के जीते जागते उदाहरण हैं. ज़ायरा अभी बहुत छोटी है, एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री का इस कट्टरता से घबरा कर बिना किसी गलती की माफी मांगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
लेकिन एक बात का मुझे ज़ाती तौर पर इंतज़ार है...
... आमिर ख़ान की ही खोज, बेहद होनहार ज़ायरा के साथ हुए इस वाकये के बाद उनकी पत्नी किरण राव का अब क्या कहना है, यह भी आमिर खान बताएं. कश्मीर की एक मासूम बेटी के साथ दिखाई गई इस 'असहिष्णुता' पर उन्हें भारत छोड़ने का मन करता है या नहीं. प्रगतिशील किरण राव क्या सोचती हैं, यह आमिर खान ज़रूर बताएं देश को.'
मालिनी के इस पोस्ट पर कई लोग समर्थन कर रहे हैं और इसे काफी शेयर भी किया जा रहा है.
बता दें कि आमिर खान ने आज आज ही जायरा के लिए अपना पक्ष रखते हुए लिखा, 'मैंने ज़ायरा का बयान पढ़ा और मैं समझ सकता हूं और कल्पना कर सकता हूं कि उसने किन हालात में ये सब लिखा होगा. ज़ायरा..मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि हम सब तुम्हारे साथ हैं. अच्छी बात यह है कि तुम जैसे बुद्धिमान, युवा, प्रतिभावान, मेहनती, सम्मानजनक, दूसरों का ख्याल रखने वाले और हिम्मती बच्चे, सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर के बच्चों के लिए रोल मॉडल हैं. तुम तो मेरी भी रोल मॉडल हो.'
आमिर ने इस यह भी लिखा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि उसे अकेला छोड़ दें और इस बात का ख्याल रखें कि वह महज 16 साल की लड़की है जो अपने दम पर जिंदगी के साथ कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रही है.टिप्पणियां
( यह भी पढ़ें - गीता-बबीता समेत इन सितारों ने किया 'धाकड़' गर्ल जायरा वसीम का समर्थन )
बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
मालिनी अवस्थी ने इस मामले में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है.
#ज़ायरावसीमविवाद
'आमिर खान की दंगल की युवा अभिनेत्री ज़ायरा वसीम कट्टरपंथियों के फिकरों के कारण वैसे ही परेशां थी, लेकिन जब उन्होंने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ औपचारिक मुलाकात के बाद रिवायतन एक तस्वीर खिंचवाई और ट्विटर पर डाली, उसके बाद ज़ायरा अतिशय आलोचना की शिकार हुई और उन्होंने घबरा कर वह तस्वीर डिलीट कर डाली और एक लम्बा माफ़ीनामा लिखा पोस्ट किया है. ग़ौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने ज़ायरा जैसी बेटियों को कश्मीर के लिए नई उम्मीद बताया है.
मुहम्मद शमी, मुहम्मद कैफ के बाद अब जायरा का प्रसंग बढ़ती हुई कट्टरता और असहिष्णुता के जीते जागते उदाहरण हैं. ज़ायरा अभी बहुत छोटी है, एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री का इस कट्टरता से घबरा कर बिना किसी गलती की माफी मांगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
लेकिन एक बात का मुझे ज़ाती तौर पर इंतज़ार है...
... आमिर ख़ान की ही खोज, बेहद होनहार ज़ायरा के साथ हुए इस वाकये के बाद उनकी पत्नी किरण राव का अब क्या कहना है, यह भी आमिर खान बताएं. कश्मीर की एक मासूम बेटी के साथ दिखाई गई इस 'असहिष्णुता' पर उन्हें भारत छोड़ने का मन करता है या नहीं. प्रगतिशील किरण राव क्या सोचती हैं, यह आमिर खान ज़रूर बताएं देश को.'
मालिनी के इस पोस्ट पर कई लोग समर्थन कर रहे हैं और इसे काफी शेयर भी किया जा रहा है.
बता दें कि आमिर खान ने आज आज ही जायरा के लिए अपना पक्ष रखते हुए लिखा, 'मैंने ज़ायरा का बयान पढ़ा और मैं समझ सकता हूं और कल्पना कर सकता हूं कि उसने किन हालात में ये सब लिखा होगा. ज़ायरा..मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि हम सब तुम्हारे साथ हैं. अच्छी बात यह है कि तुम जैसे बुद्धिमान, युवा, प्रतिभावान, मेहनती, सम्मानजनक, दूसरों का ख्याल रखने वाले और हिम्मती बच्चे, सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर के बच्चों के लिए रोल मॉडल हैं. तुम तो मेरी भी रोल मॉडल हो.'
आमिर ने इस यह भी लिखा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि उसे अकेला छोड़ दें और इस बात का ख्याल रखें कि वह महज 16 साल की लड़की है जो अपने दम पर जिंदगी के साथ कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रही है.टिप्पणियां
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बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
#ज़ायरावसीमविवाद
'आमिर खान की दंगल की युवा अभिनेत्री ज़ायरा वसीम कट्टरपंथियों के फिकरों के कारण वैसे ही परेशां थी, लेकिन जब उन्होंने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ औपचारिक मुलाकात के बाद रिवायतन एक तस्वीर खिंचवाई और ट्विटर पर डाली, उसके बाद ज़ायरा अतिशय आलोचना की शिकार हुई और उन्होंने घबरा कर वह तस्वीर डिलीट कर डाली और एक लम्बा माफ़ीनामा लिखा पोस्ट किया है. ग़ौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती ने ज़ायरा जैसी बेटियों को कश्मीर के लिए नई उम्मीद बताया है.
मुहम्मद शमी, मुहम्मद कैफ के बाद अब जायरा का प्रसंग बढ़ती हुई कट्टरता और असहिष्णुता के जीते जागते उदाहरण हैं. ज़ायरा अभी बहुत छोटी है, एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री का इस कट्टरता से घबरा कर बिना किसी गलती की माफी मांगना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
लेकिन एक बात का मुझे ज़ाती तौर पर इंतज़ार है...
... आमिर ख़ान की ही खोज, बेहद होनहार ज़ायरा के साथ हुए इस वाकये के बाद उनकी पत्नी किरण राव का अब क्या कहना है, यह भी आमिर खान बताएं. कश्मीर की एक मासूम बेटी के साथ दिखाई गई इस 'असहिष्णुता' पर उन्हें भारत छोड़ने का मन करता है या नहीं. प्रगतिशील किरण राव क्या सोचती हैं, यह आमिर खान ज़रूर बताएं देश को.'
मालिनी के इस पोस्ट पर कई लोग समर्थन कर रहे हैं और इसे काफी शेयर भी किया जा रहा है.
बता दें कि आमिर खान ने आज आज ही जायरा के लिए अपना पक्ष रखते हुए लिखा, 'मैंने ज़ायरा का बयान पढ़ा और मैं समझ सकता हूं और कल्पना कर सकता हूं कि उसने किन हालात में ये सब लिखा होगा. ज़ायरा..मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि हम सब तुम्हारे साथ हैं. अच्छी बात यह है कि तुम जैसे बुद्धिमान, युवा, प्रतिभावान, मेहनती, सम्मानजनक, दूसरों का ख्याल रखने वाले और हिम्मती बच्चे, सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर के बच्चों के लिए रोल मॉडल हैं. तुम तो मेरी भी रोल मॉडल हो.'
आमिर ने इस यह भी लिखा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि उसे अकेला छोड़ दें और इस बात का ख्याल रखें कि वह महज 16 साल की लड़की है जो अपने दम पर जिंदगी के साथ कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रही है.टिप्पणियां
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बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
मालिनी के इस पोस्ट पर कई लोग समर्थन कर रहे हैं और इसे काफी शेयर भी किया जा रहा है.
बता दें कि आमिर खान ने आज आज ही जायरा के लिए अपना पक्ष रखते हुए लिखा, 'मैंने ज़ायरा का बयान पढ़ा और मैं समझ सकता हूं और कल्पना कर सकता हूं कि उसने किन हालात में ये सब लिखा होगा. ज़ायरा..मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि हम सब तुम्हारे साथ हैं. अच्छी बात यह है कि तुम जैसे बुद्धिमान, युवा, प्रतिभावान, मेहनती, सम्मानजनक, दूसरों का ख्याल रखने वाले और हिम्मती बच्चे, सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर के बच्चों के लिए रोल मॉडल हैं. तुम तो मेरी भी रोल मॉडल हो.'
आमिर ने इस यह भी लिखा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि उसे अकेला छोड़ दें और इस बात का ख्याल रखें कि वह महज 16 साल की लड़की है जो अपने दम पर जिंदगी के साथ कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रही है.टिप्पणियां
( यह भी पढ़ें - गीता-बबीता समेत इन सितारों ने किया 'धाकड़' गर्ल जायरा वसीम का समर्थन )
बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
आमिर ने इस यह भी लिखा कि मैं सबसे अपील करता हूं कि उसे अकेला छोड़ दें और इस बात का ख्याल रखें कि वह महज 16 साल की लड़की है जो अपने दम पर जिंदगी के साथ कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रही है.टिप्पणियां
( यह भी पढ़ें - गीता-बबीता समेत इन सितारों ने किया 'धाकड़' गर्ल जायरा वसीम का समर्थन )
बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
( यह भी पढ़ें - गीता-बबीता समेत इन सितारों ने किया 'धाकड़' गर्ल जायरा वसीम का समर्थन )
बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया.
बता दें कि इस दंगल गर्ल ने दसवीं बोर्ड में 92 प्रतिशत पाने के बाद, जम्मु-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उससे मुलाकाल की और उसे बधाई दी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल है. जायरा ने महबूबा मुफ्ती के साथ अपना एक फोटो भी पोस्ट किया. इसके बाद कई अलगाववादियों ने इस बात के लिए जायरा को ट्रोल किया. जायरा ने इसके तुरंत बाद वह फोटो हटा कर फेसबुक पर एक माफीनामा पोस्ट किया, जिसे बाद में उन्होंने हटा भी लिया. |
चुनावी साल में मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फिर लगाई घोषणाओं की झड़ी | विपक्षी कांग्रेस सम्मेलन में भीड़ से लेकर सरकार की लोकप्रियता पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा, 'मध्यप्रदेश का किसान इस झूठ को सुनते सुनते परेशान हो गया है. सम्मेलन में 20000 किसान भी नहीं थे. कलेक्टर बस कंडक्टर जैसे भोपाल चलो की आवाज लगा रहे थे, उससे समझ जाएं कि मुख्यमंत्री की कितनी लोकप्रियता है.' अशोकनगर की मुंगावली और शिवपुरी की कोलारस विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर दोनों जिलों में भावांतर भुगतान योजना के तहत अंतर की राशि का भुगतान फिलहाल नहीं हुआ. |
मतदाता सूची को आधार से जोड़ने के चुनाव आयोग के प्रस्ताव पर कानून मंत्रालय कर रहा विचार | कानून मंत्रालय मतदाता सूची में मौजूदा मतदाताओं और नए आवेदकों की प्रविष्टियों की जांच के लिए आधार संख्या लेने को वैधानिक समर्थन देने पर विचार कर रहा है. इस बारे में चुनाव आयोग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है ताकि मतदाता सूची में एक ही व्यक्ति का नाम कई स्थानों पर नहीं रह सके.अगस्त 2015 में आधार कार्ड के संबंध में दिए अपने आदेश में उच्चतम न्यायालय ने मतदाता सूची को यूआईडीएआई (आधार) संख्या से जोड़ने की चुनाव आयोग की योजना को रोक दिया था. चुनाव आयोग उस समय राष्ट्रीय मतदाता सूची शुद्धिकरण और प्रमाणीकरण कार्यक्रम (एनईआरपीएपी) के तहत आधार संख्या ले रहा था.
आयोग ने कानून मंत्रालय को लिखे एक पत्र में प्रस्ताव दिया है कि जनप्रतिनिधित्व कानून के प्रावधानों में संशोधन किया जाए ताकि चुनाव आयोग मतदाता बनने के लिए आवेदन करने वालों और जो पहले से सूची में हैं, उनसे आधार संख्या ले सके. सूत्रों ने बताया कि कानून मंत्रालय निर्वाचन कानून में संशोधन पर विचार कर रहा है. |
मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई कतई मंजूर नहीं : ममता | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह देश के बहु-ब्रांड खुदरा बाजार में विदेशी कंपनियों को कारोबार करने की इजाजत दिए जाने के कतई खिलाफ हैं और अपने रुख पर कायम हैं।
इससे पहले वित्तमंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा था कि यदि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को समझाया जाए, तो वह भी यह समझ सकती है कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पश्चिम बंगाल के लिए हर तरफ से फायदे का सौदा है।
मुख्यमंत्री ने जाहिरा तौर पर बसु के इसी बयान के मद्देनजर कहा, मैं जो फैसला करती हूं, उस पर अमल करती हूं। हमें बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की जरूरत नहीं है। हम इसे मंजूर नहीं करेंगे और मेरी सरकार की नीति यही है। बनर्जी जिले में कानून-व्यवस्था और विकास की स्थिति का जायजा लेने यहां आई थीं।टिप्पणियां
बसु ने कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कामर्स के सदस्यों के साथ बैठक में कहा था, ममता समझदार हैं, पर खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का मामला बहुत जटिल है। यदि इसको उन्हें समझाया जाए, तो वह यह जान जाएंगी कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए हर तरह से लाभ का सौदा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति का निर्णय ले लिया था पर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के विरोध के बाद इस पर अमल टाल दिया गया।
इससे पहले वित्तमंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा था कि यदि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को समझाया जाए, तो वह भी यह समझ सकती है कि बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पश्चिम बंगाल के लिए हर तरफ से फायदे का सौदा है।
मुख्यमंत्री ने जाहिरा तौर पर बसु के इसी बयान के मद्देनजर कहा, मैं जो फैसला करती हूं, उस पर अमल करती हूं। हमें बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की जरूरत नहीं है। हम इसे मंजूर नहीं करेंगे और मेरी सरकार की नीति यही है। बनर्जी जिले में कानून-व्यवस्था और विकास की स्थिति का जायजा लेने यहां आई थीं।टिप्पणियां
बसु ने कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कामर्स के सदस्यों के साथ बैठक में कहा था, ममता समझदार हैं, पर खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का मामला बहुत जटिल है। यदि इसको उन्हें समझाया जाए, तो वह यह जान जाएंगी कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए हर तरह से लाभ का सौदा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति का निर्णय ले लिया था पर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के विरोध के बाद इस पर अमल टाल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने जाहिरा तौर पर बसु के इसी बयान के मद्देनजर कहा, मैं जो फैसला करती हूं, उस पर अमल करती हूं। हमें बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की जरूरत नहीं है। हम इसे मंजूर नहीं करेंगे और मेरी सरकार की नीति यही है। बनर्जी जिले में कानून-व्यवस्था और विकास की स्थिति का जायजा लेने यहां आई थीं।टिप्पणियां
बसु ने कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कामर्स के सदस्यों के साथ बैठक में कहा था, ममता समझदार हैं, पर खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का मामला बहुत जटिल है। यदि इसको उन्हें समझाया जाए, तो वह यह जान जाएंगी कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए हर तरह से लाभ का सौदा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति का निर्णय ले लिया था पर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के विरोध के बाद इस पर अमल टाल दिया गया।
बसु ने कोलकाता में भारत चैंबर ऑफ कामर्स के सदस्यों के साथ बैठक में कहा था, ममता समझदार हैं, पर खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का मामला बहुत जटिल है। यदि इसको उन्हें समझाया जाए, तो वह यह जान जाएंगी कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए हर तरह से लाभ का सौदा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति का निर्णय ले लिया था पर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के विरोध के बाद इस पर अमल टाल दिया गया।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति का निर्णय ले लिया था पर केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यूपीए में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष के विरोध के बाद इस पर अमल टाल दिया गया। |
महेंद्र सिंह धोनी की बेटी जीवा के साथ यह तस्वीर आपका दिन बना देगी | जहां भारतीय टीम वेस्टइंडीज के साथ होने वाले टेस्ट मैचों की तैयारियों में व्यस्त है वहीं वनडे कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों परिवार के साथ क्वालिटी टाइम एंजॉय कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर बेटी जीवा के साथ फोटो शेयर की है, जिसमें पिता और बेटी एक साथ काफी खुश दिखाई दे रहे हैं।टिप्पणियां
इस तस्वीर में धोनी ने अपनी बेटी को गोद में बिठा रखा है और नकली दाड़ी लगा रही है। विश्व कप विजेता टीम के कप्तान धोनी ने इससे पहले भी अपनी बेटी के साथ तस्वीरें शेयर की हैं।
पिछले महीने हुए जिम्बाब्वे टूर के बाद से धोनी ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं दिए। अब वह अक्टूबर में न्यूजीलैंड के साथ होने वाली वनडे सीरीज में भारत की कप्तानी करेंगे। यही नहीं साक्षी धोनी भी जीवा की तस्वीरें शेयर करती हैं।
My life !!! pic.twitter.com/Zv4R06vHGr
— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) April 15, 2016Sun bathing time !! pic.twitter.com/Jj3Kg29i6P
— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) March 9, 2016Kolkata !!! pic.twitter.com/zJUfJZy41Q
— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) March 7, 2016
इस तस्वीर में धोनी ने अपनी बेटी को गोद में बिठा रखा है और नकली दाड़ी लगा रही है। विश्व कप विजेता टीम के कप्तान धोनी ने इससे पहले भी अपनी बेटी के साथ तस्वीरें शेयर की हैं।
पिछले महीने हुए जिम्बाब्वे टूर के बाद से धोनी ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं दिए। अब वह अक्टूबर में न्यूजीलैंड के साथ होने वाली वनडे सीरीज में भारत की कप्तानी करेंगे। यही नहीं साक्षी धोनी भी जीवा की तस्वीरें शेयर करती हैं।
My life !!! pic.twitter.com/Zv4R06vHGr
— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) April 15, 2016Sun bathing time !! pic.twitter.com/Jj3Kg29i6P
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— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) March 7, 2016
पिछले महीने हुए जिम्बाब्वे टूर के बाद से धोनी ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं दिए। अब वह अक्टूबर में न्यूजीलैंड के साथ होने वाली वनडे सीरीज में भारत की कप्तानी करेंगे। यही नहीं साक्षी धोनी भी जीवा की तस्वीरें शेयर करती हैं।
My life !!! pic.twitter.com/Zv4R06vHGr
— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) April 15, 2016Sun bathing time !! pic.twitter.com/Jj3Kg29i6P
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— Sakshi Singh Dhoni (@SaakshiSRawat) March 7, 2016
My life !!! pic.twitter.com/Zv4R06vHGr
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सोमालिया में अकालग्रस्त इलाकों की संख्या हुई पांच | संयुक्त राष्ट्र ने सोमालिया के तीन और इलाकों को अकालग्रस्त घोषित किया है जिससे देश में ऐसे इलाकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है जहां अत्यधिक कुपोषण और भुखमरी से अब तक 10 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। सोमालिया के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवीय समन्वयक मार्क बोवडेन ने कहा कि शहर के सभी सात जिलों में अफगोये गलियारा मोगादिशू आईडीपी समुदाय और मध्य शाबले इलाके अब अकालग्रस्त हैं। इससे पहले पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र ने निचले शाबले और दक्षिणी बाकूल इलाके में पूर्ण अकाल की घोषणा की थी। मानवीय मामलों का समन्वय करने वाले संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने और धन दिए जाने की अपील की है ताकि इथोपिया, सोमालिया, केन्या और दजिबूती समेत हार्न ऑफ अफ्रीका के क्षेत्र में भूखमरी के संकट से निपटा जा सके। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस पूरे क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए अभी भी 1.9 अरब डॉलर की जरूरत है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे क्षेत्र में एक करोड़ 24 लाख लोगों को सहायता दिए जाने की जरूरत है। |
सेंसेक्स 135 अंक टूटा, निफ्टी 44 अंक नीचे हुआ बंद | स्थानीय शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट आई और निवेशकों की रीयल्टी, बिजली व तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 134.91 अंक टूटकर 28,709.87 अंक के एक माह के निचले स्तर पर आ गया। अमेरिका में ब्याज दरों में उम्मीद से पहले बढ़ोतरी की संभावना को लेकर बाजार में कुछ आशंकाएं हैं।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सकारात्मक रुख से खुलने के बाद जल्द दबाव में आ गया। कल सेंसेक्स 604 अंक टूटा था। कारोबार के दौरान यह 28,584.49 अंक के निचले स्तर तक गया। हालांकि, अंतिम घंटे में लिवाली के दौर से सेंसेक्स की गिरावट कुछ सीमित रही। अंत में यह 134.91 अंक या 0.47 प्रतिशत के नुकसान से 28,709.87 अंक पर बंद हुआ। यह 11 फरवरी के बाद इसका सबसे निचला स्तर है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 28,949.11 अंक के उच्च स्तर तक भी गया।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 44.70 अंक या 0.51 प्रतिशत के नुकसान से 8,712.05 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह दिन के निचले स्तर 8,677.35 अंक तक नीचे आया।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हिंडाल्को, सनफार्मा, टाटा स्टील, टाटा पावर, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक व डॉ रेड्डीज लैब में गिरावट आई। सेसा स्टरलाइट, टाटा मोटर्स, मारति सुजुकी, एलएंडटी, गेल, सिप्ला व ओएनजीसी के शेयरों में भी नुकसान रहा। सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में नुकसान और 10 में लाभ रहा। |
बालूशाही से रख रहे हैं नेता सेहत का ख्याल! | केन्द्रीय मंत्री विलास राव देशमुख की बीमारी से अचानक हुई मौत के बाद संसद के गलियारों में सेहत को लेकर काफी चर्चा हो रही है। जितने भी वरिष्ठ सांसद हैं वे आपस में एकदूसरे से पूछ रहे हैं कि फुल बॉडी टेस्ट करवा ही लिया जाए क्या...!
साथ ही एकदूसरे का शुगर लेवल पूछने से भी नहीं चुकते हैं। जिन्होंने शुगर लेवल कम बताया उन्हें बालूशाही मंगवानी पड़ती है।
एक बात बता दूं कि संसद भवन की बालूशाही में चीनी कम होती है। |
एमएस धोनी की गोद में पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद का बेटा, तस्वीर हुई वायरल.. | खेल भावना को देश की सीमा में नहीं बांधा जा सकता. इसका सटीक उदाहरण भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पेश किया है. दरअसल, धोनी ने पाकिस्तान टीम के कप्तान सरफराज अहमद के बेटे अब्दुल्ला की एक फोटो शेयर की है. फोटो में धोनी सरफराज के बेटे को गोद में लिए दिख रहे हैं.टिप्पणियां
आपको बता दें कि सरफराज के बेटे अब्दुल्ला अभी सिर्फ 4 महीने के ही हैं. जैसे ही यह फोटो सोशल मीडिया पर आई तो तत्काल वायरल हो गई. भारत-पाकिस्तान के फैन्स ने इसे हाथों-हाथ लिया. क्रिकेट फैन्स फोटो को लगातार शेयर कर रहे हैं. फैन्स ने इसे भारत-पाक क्रिकेट में खेल भावना के लिहाज से एक अच्छा संदेश माना. इस तस्वीर के सामने आने से मैच से पहले तनाव कम जरूर हुआ.
एक यूजर हुमायूं खान ने लिखा कि यह फोटो भारत-पाक मैच की आत्मा है. फील्ड में दुश्मन हैं, लेकिन फील्ड के बाहर दोस्त. धोनी सरफराज के बेटे अब्दुल्ला के साथ.
This picture captures the soul of Ind-Pak matches. Enemies on the field. BFFs off the field. Dhoni with Sarfaraz's son, Abdullah. pic.twitter.com/O6p3CPpIUn
— Humayoun Khan (@HumayounAK) June 17, 2017
आपको बता दें कि सरफराज अहमद और उनकी पत्नी खुशबक्त दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. सरफराज ने हाल ही में अपने बेटे को घुमाते हुए ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया था. सरफराज ने मई 2015 में ही शादी की हैं और अब्दुल्ला उनके पहले बेटे हैं.
Adorable.... Dhoni with Sarfraz's son Abdullah pic.twitter.com/YT9Sevq1xk
— Gumshuda (@Rabeel_Tariq) June 17, 2017
कैप्टन कूल के नाम से लोकप्रिय रहे धोनी का पाक टीम कैप्टन के बेटे के साथ फोटो खिंचवाना चर्चा का विषय बन गया है. हालांकि धोनी अब टीम इंडिया के कप्तान नहीं है. गौरतलब है कि धोनी पाकिस्तान में काफी पॉपुलर हैं और कई पाक क्रिकेट प्रेमी धोनी की बड़े प्रशंसक भी हैं.
आपको बता दें कि सरफराज के बेटे अब्दुल्ला अभी सिर्फ 4 महीने के ही हैं. जैसे ही यह फोटो सोशल मीडिया पर आई तो तत्काल वायरल हो गई. भारत-पाकिस्तान के फैन्स ने इसे हाथों-हाथ लिया. क्रिकेट फैन्स फोटो को लगातार शेयर कर रहे हैं. फैन्स ने इसे भारत-पाक क्रिकेट में खेल भावना के लिहाज से एक अच्छा संदेश माना. इस तस्वीर के सामने आने से मैच से पहले तनाव कम जरूर हुआ.
एक यूजर हुमायूं खान ने लिखा कि यह फोटो भारत-पाक मैच की आत्मा है. फील्ड में दुश्मन हैं, लेकिन फील्ड के बाहर दोस्त. धोनी सरफराज के बेटे अब्दुल्ला के साथ.
This picture captures the soul of Ind-Pak matches. Enemies on the field. BFFs off the field. Dhoni with Sarfaraz's son, Abdullah. pic.twitter.com/O6p3CPpIUn
— Humayoun Khan (@HumayounAK) June 17, 2017
आपको बता दें कि सरफराज अहमद और उनकी पत्नी खुशबक्त दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. सरफराज ने हाल ही में अपने बेटे को घुमाते हुए ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया था. सरफराज ने मई 2015 में ही शादी की हैं और अब्दुल्ला उनके पहले बेटे हैं.
Adorable.... Dhoni with Sarfraz's son Abdullah pic.twitter.com/YT9Sevq1xk
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कैप्टन कूल के नाम से लोकप्रिय रहे धोनी का पाक टीम कैप्टन के बेटे के साथ फोटो खिंचवाना चर्चा का विषय बन गया है. हालांकि धोनी अब टीम इंडिया के कप्तान नहीं है. गौरतलब है कि धोनी पाकिस्तान में काफी पॉपुलर हैं और कई पाक क्रिकेट प्रेमी धोनी की बड़े प्रशंसक भी हैं.
एक यूजर हुमायूं खान ने लिखा कि यह फोटो भारत-पाक मैच की आत्मा है. फील्ड में दुश्मन हैं, लेकिन फील्ड के बाहर दोस्त. धोनी सरफराज के बेटे अब्दुल्ला के साथ.
This picture captures the soul of Ind-Pak matches. Enemies on the field. BFFs off the field. Dhoni with Sarfaraz's son, Abdullah. pic.twitter.com/O6p3CPpIUn
— Humayoun Khan (@HumayounAK) June 17, 2017
आपको बता दें कि सरफराज अहमद और उनकी पत्नी खुशबक्त दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. सरफराज ने हाल ही में अपने बेटे को घुमाते हुए ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया था. सरफराज ने मई 2015 में ही शादी की हैं और अब्दुल्ला उनके पहले बेटे हैं.
Adorable.... Dhoni with Sarfraz's son Abdullah pic.twitter.com/YT9Sevq1xk
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कैप्टन कूल के नाम से लोकप्रिय रहे धोनी का पाक टीम कैप्टन के बेटे के साथ फोटो खिंचवाना चर्चा का विषय बन गया है. हालांकि धोनी अब टीम इंडिया के कप्तान नहीं है. गौरतलब है कि धोनी पाकिस्तान में काफी पॉपुलर हैं और कई पाक क्रिकेट प्रेमी धोनी की बड़े प्रशंसक भी हैं.
This picture captures the soul of Ind-Pak matches. Enemies on the field. BFFs off the field. Dhoni with Sarfaraz's son, Abdullah. pic.twitter.com/O6p3CPpIUn
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एसीबी 'चीफ' नियुक्ति: जंग, बस्सी और धर्मपाल के खिलाफ अवमानना का केस करेगी दिल्ली सरकार | सूत्रों के हवाले से खबर है की दिल्ली सरकार एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की 'चीफ' के रूप में हुई नियुक्ति के मामले में उप राजयपाल नजीब जंग, दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी और दिल्ली के गृह सचिव रहे धर्मपाल के खिलाफ अदालत की अवमानना का केस दाखिल करने की तैयारी में है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में एसीबी को दिल्ली सरकार के अधीन बताया था, लेकिन दिल्ली सरकार के मुताबिक मीणा की नियुक्ति के लिए 8 जून को दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने फाइल चलाई और कहा कि एसीबी में ज्वाइंट सीपी के पद पर मीणा को नियुक्त किया जाए।
उपराज्यपाल ने भी उसी दिन वो फाइल दिल्ली के गृह सचिव को भेजी और कहा कि एसीबी को मज़बूत करने के लिए नियुक्ति बहुत ज़रूरी है। लिहाजा, मीणा को तुरंत नियुक्त किया जाए। उसी दिन उनकी नियुक्ति के आदेश निकले और उसी दिन उन्होंने ज्वाइन भी कर लिया।
उधर, सूत्रों की मानें तो दिल्ली के गृह सचिव रहे धर्मपाल के खिलाफ भी दिल्ली सरकार अदालत की अवमानना का केस करने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ धर्मपाल ज्वाइंट कमिश्नर मुकेश मीणा की नियुक्ति का असंवैधानिक आदेश देने की वजह से बदले गए थे। दिल्ली सरकार सूत्रों का दावा है कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप से ज्वाइंट सीपी मीणा की नियुक्ति हुई वह गैर कानूनी और असंवैधानिक थी।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को गृह सचिव को पद से हटाकर वापस गृह मंत्रालय को लौटा दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस आदेश को रद्द करके दिल्ली के मुख्य सचिव को कहा था कि धर्मपाल को वापस लगाएं, जिसके जवाब सीएम केजरीवाल ने भी गृह मंत्रालय को लिखा था कि हमने जो किया संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए किया।टिप्पणियां
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में एसीबी को दिल्ली सरकार के अधीन बताया था, लेकिन दिल्ली सरकार के मुताबिक मीणा की नियुक्ति के लिए 8 जून को दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने फाइल चलाई और कहा कि एसीबी में ज्वाइंट सीपी के पद पर मीणा को नियुक्त किया जाए।
उपराज्यपाल ने भी उसी दिन वो फाइल दिल्ली के गृह सचिव को भेजी और कहा कि एसीबी को मज़बूत करने के लिए नियुक्ति बहुत ज़रूरी है। लिहाजा, मीणा को तुरंत नियुक्त किया जाए। उसी दिन उनकी नियुक्ति के आदेश निकले और उसी दिन उन्होंने ज्वाइन भी कर लिया।
उधर, सूत्रों की मानें तो दिल्ली के गृह सचिव रहे धर्मपाल के खिलाफ भी दिल्ली सरकार अदालत की अवमानना का केस करने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ धर्मपाल ज्वाइंट कमिश्नर मुकेश मीणा की नियुक्ति का असंवैधानिक आदेश देने की वजह से बदले गए थे। दिल्ली सरकार सूत्रों का दावा है कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप से ज्वाइंट सीपी मीणा की नियुक्ति हुई वह गैर कानूनी और असंवैधानिक थी।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को गृह सचिव को पद से हटाकर वापस गृह मंत्रालय को लौटा दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस आदेश को रद्द करके दिल्ली के मुख्य सचिव को कहा था कि धर्मपाल को वापस लगाएं, जिसके जवाब सीएम केजरीवाल ने भी गृह मंत्रालय को लिखा था कि हमने जो किया संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए किया।टिप्पणियां
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
उपराज्यपाल ने भी उसी दिन वो फाइल दिल्ली के गृह सचिव को भेजी और कहा कि एसीबी को मज़बूत करने के लिए नियुक्ति बहुत ज़रूरी है। लिहाजा, मीणा को तुरंत नियुक्त किया जाए। उसी दिन उनकी नियुक्ति के आदेश निकले और उसी दिन उन्होंने ज्वाइन भी कर लिया।
उधर, सूत्रों की मानें तो दिल्ली के गृह सचिव रहे धर्मपाल के खिलाफ भी दिल्ली सरकार अदालत की अवमानना का केस करने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ धर्मपाल ज्वाइंट कमिश्नर मुकेश मीणा की नियुक्ति का असंवैधानिक आदेश देने की वजह से बदले गए थे। दिल्ली सरकार सूत्रों का दावा है कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप से ज्वाइंट सीपी मीणा की नियुक्ति हुई वह गैर कानूनी और असंवैधानिक थी।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को गृह सचिव को पद से हटाकर वापस गृह मंत्रालय को लौटा दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस आदेश को रद्द करके दिल्ली के मुख्य सचिव को कहा था कि धर्मपाल को वापस लगाएं, जिसके जवाब सीएम केजरीवाल ने भी गृह मंत्रालय को लिखा था कि हमने जो किया संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए किया।टिप्पणियां
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
उधर, सूत्रों की मानें तो दिल्ली के गृह सचिव रहे धर्मपाल के खिलाफ भी दिल्ली सरकार अदालत की अवमानना का केस करने की तैयारी में है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ धर्मपाल ज्वाइंट कमिश्नर मुकेश मीणा की नियुक्ति का असंवैधानिक आदेश देने की वजह से बदले गए थे। दिल्ली सरकार सूत्रों का दावा है कि जिस तरह से दिल्ली पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप से ज्वाइंट सीपी मीणा की नियुक्ति हुई वह गैर कानूनी और असंवैधानिक थी।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को गृह सचिव को पद से हटाकर वापस गृह मंत्रालय को लौटा दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस आदेश को रद्द करके दिल्ली के मुख्य सचिव को कहा था कि धर्मपाल को वापस लगाएं, जिसके जवाब सीएम केजरीवाल ने भी गृह मंत्रालय को लिखा था कि हमने जो किया संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए किया।टिप्पणियां
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को गृह सचिव को पद से हटाकर वापस गृह मंत्रालय को लौटा दिया था, लेकिन गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के इस आदेश को रद्द करके दिल्ली के मुख्य सचिव को कहा था कि धर्मपाल को वापस लगाएं, जिसके जवाब सीएम केजरीवाल ने भी गृह मंत्रालय को लिखा था कि हमने जो किया संविधान और कानून के दायरे में रहते हुए किया।टिप्पणियां
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
दिल्ली सरकार के मुताबिक़ एक ही दिन में फाइल चलने से लेकर ज्वाइनिंग तक होना, ये एसीबी को कमजोर करने की कोशिश है। दिल्ली सरकार के मुताबिक एसीबी में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल डायरेक्टर विजिलेंस के यहां से चलनी चाहिए जबकि इस मामले में फाइल पुलिस कमिश्नर की तरफ से चली। यानि दिल्ली सरकार के मुताबिक, असल में इस बार दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एसीबी के अंदर ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति कर दी है, जिसको एलजी ने स्वीकृति दी है और इसके खिलाफ अब वो कोर्ट जाएगी।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं।
हालांकि आपको बता दें कि ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा की नियुक्ति के ठीक अगले ही दिन दिल्ली सरकार ने उस आदेश को वापस ले लिया था, जिसके तहत मीणा की नियुक्ति एसीबी में हुई थी। लिहाजा, दिल्ली सरकार मानती है कि अभी एसीबी के चीफ एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस एस यादव हैं जबकि दिल्ली पुलिस और एलजी के मुताबिक एसीबी चीफ ज्वाइंट सीपी मुकेश मीणा हैं। |
फैन ने श्रीदेवी से की मलाइका अरोड़ा की तुलना, भड़क गए अर्जुन कपूर, दिया ऐसा जवाब वायरल हो गया ट्वीट | रिश्तों को लेकर एक सोशल मीडिया यूजर ने जब बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) पर 'दोहरा मापदंड' रखने का आरोप लगाया तो अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने इसका सीधा जवाब जेते हुए कहा कि 'टाइप करना और जज करना आसान है' ट्विटर पर एक यूजर ने अर्जुन (Arjun Kapoor) पर निशाना साधते हुए लिखा, 'आपने अपने पिता की दूसरी पत्नी से नफरत की क्योंकि आपके पिता ने आपकी मां को छोड़ दिया और अब आप खुद से 11 साल बड़ी और एक टीनएजर बेटे की मां को डेट कर रहे हैं. यह दोहरा मापंड क्यों अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor)?'
हालिया समय में मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुलकर सामने आए अर्जुन (Arjun Kapoor) ने इसके जवाब में कहा, "मैं किसी से नफरत नहीं करता कुसुम. हमने एक गरिमामय दूरी बनाए रखी. अगर मैं नफरत करता तो दुख की घड़ी में मैं अपने पिता, जाह्न्वी और खुशी के साथ नहीं होता..टाइप करना और जज करना आसान होता है..थोड़ा सोचिए. आप वरुण धवन की फैन हैं, इसलिए मुझे लगता है कि मुझे आपको बताना चाहिए कि अपनी डिस्प्ले पिक्चर पर उनके चेहरे के साथ नकारात्मकता न फैलाएं.
यूजर ने फिर अर्जुन (Arjun Kapoor), अर्जुन के प्रशंसकों और वरुण (Varun Dhawan) से माफी मांगी. इसके बाद वरुण ने इसमें शामिल होते हुए कहा कि हमें सिर्फ अपनी जिंदगी जीनी चाहिए.
It's ok kusum... spread love... the street dancer is watching you... ???? https://t.co/f91kscWJUp
अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) का दिल बड़ा है और जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं, मैं यह नहीं चाहता कि मेरा कोई भी प्रशंसक किसी कलाकार के बारे में कुछ गलत कहे. अर्जुन (Arjun Kapoor) फिल्म निर्माता बोनी कपूर (Boney kapoor) और उनकी पहली पत्नी मोना के बेटे हैं. बोनी (Arjun Kapoor) ने बाद में एक्ट्रेस श्रीदेवी (Sridevi) से शादी कर ली थी और उनकी दो बेटियां हैं. श्रीदेवी का पिछले साल निधन हो गया था और उस मुश्किल घड़ी में वह परिवार और खासतौर पर जान्हवी तथा खुशी के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे थे. |
यह भारतीय हॉकी के नए युग का सूत्रपात है : सरदार सिंह | चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचने को भारतीय हॉकी के नए युग का सूत्रपात बताते हुए कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों में यह भरोसा फिर पैदा होने लगा है कि हम बड़ी टीमों को हरा सकते हैं।
पूल चरण में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को हराने के बाद बेल्जियम को क्वार्टर फाइनल में मात देकर भारत चैपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंच गया है, जो टूर्नामेंट में पिछले आठ साल में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय टीम 2004 में इसमें चौथे स्थान पर रही थी।टिप्पणियां
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी में एकमात्र पदक 1982 में (कांस्य) जीता था। अपने करियर में पहली बार एफआईएच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार की दौड़ में शामिल हुए सरदार ने मेलबर्न से खास बातचीत में कहा, मुझे लगता है कि पिछली नाकामियों को भुलाकर यह भारतीय हॉकी के नए युग की शुरुआत है।
चैंपियंस ट्रॉफी, ओलिंपिक और विश्व कप के बाद सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें अच्छे प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ा है। इस स्टार सेंटर हाफ ने कहा, खिलाड़ी एक ईकाई के रूप में खेल रहे हैं। चोटों के बावजूद मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं, जो अच्छा संकेत है। नए खिलाड़ी अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। ओलिंपिक के बाद टीम से बाहर हुए सीनियर खिलाड़ियों को इन नए खिलाड़ियों के साथ लेकर भविष्य के लिए अच्छा पूल तैयार हो सकता है।
पूल चरण में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को हराने के बाद बेल्जियम को क्वार्टर फाइनल में मात देकर भारत चैपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंच गया है, जो टूर्नामेंट में पिछले आठ साल में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय टीम 2004 में इसमें चौथे स्थान पर रही थी।टिप्पणियां
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी में एकमात्र पदक 1982 में (कांस्य) जीता था। अपने करियर में पहली बार एफआईएच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार की दौड़ में शामिल हुए सरदार ने मेलबर्न से खास बातचीत में कहा, मुझे लगता है कि पिछली नाकामियों को भुलाकर यह भारतीय हॉकी के नए युग की शुरुआत है।
चैंपियंस ट्रॉफी, ओलिंपिक और विश्व कप के बाद सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें अच्छे प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ा है। इस स्टार सेंटर हाफ ने कहा, खिलाड़ी एक ईकाई के रूप में खेल रहे हैं। चोटों के बावजूद मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं, जो अच्छा संकेत है। नए खिलाड़ी अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। ओलिंपिक के बाद टीम से बाहर हुए सीनियर खिलाड़ियों को इन नए खिलाड़ियों के साथ लेकर भविष्य के लिए अच्छा पूल तैयार हो सकता है।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी में एकमात्र पदक 1982 में (कांस्य) जीता था। अपने करियर में पहली बार एफआईएच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार की दौड़ में शामिल हुए सरदार ने मेलबर्न से खास बातचीत में कहा, मुझे लगता है कि पिछली नाकामियों को भुलाकर यह भारतीय हॉकी के नए युग की शुरुआत है।
चैंपियंस ट्रॉफी, ओलिंपिक और विश्व कप के बाद सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें अच्छे प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ा है। इस स्टार सेंटर हाफ ने कहा, खिलाड़ी एक ईकाई के रूप में खेल रहे हैं। चोटों के बावजूद मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं, जो अच्छा संकेत है। नए खिलाड़ी अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। ओलिंपिक के बाद टीम से बाहर हुए सीनियर खिलाड़ियों को इन नए खिलाड़ियों के साथ लेकर भविष्य के लिए अच्छा पूल तैयार हो सकता है।
चैंपियंस ट्रॉफी, ओलिंपिक और विश्व कप के बाद सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और इसमें अच्छे प्रदर्शन से आत्मविश्वास बढ़ा है। इस स्टार सेंटर हाफ ने कहा, खिलाड़ी एक ईकाई के रूप में खेल रहे हैं। चोटों के बावजूद मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब हैं, जो अच्छा संकेत है। नए खिलाड़ी अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। ओलिंपिक के बाद टीम से बाहर हुए सीनियर खिलाड़ियों को इन नए खिलाड़ियों के साथ लेकर भविष्य के लिए अच्छा पूल तैयार हो सकता है। |
लाइबेरिया में 'मुर्दा' जीवित हो उठा | लाइबेरिया में इबोला से मरने वाले एक आदमी के दोबारा जिंदा होने का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। मामला लाइबेरिया की राजधानी मोनरोविआ के अस्पताल का है।
'एबीसी न्यूज' चैनल की रविवार की रपट के अनुसार, दफनाए जाने की क्रिया को अंजाम देने वाली टीम ने इबोला संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उस शव को ब्लीच लगाना शुरू किया।
इसके बाद शव को शव बैग में रखा गया। टीम उस वक्त हक्का-बक्का रह गई, जब मुर्दा घोषित व्यक्ति ने अपनी बांह हिलानी शुरू कर दी। डर के मारे टीम का एक सदस्य चीख उठा, "वह जिंदा है! वह मरा नहीं है!"
उसके बाद उस आदमी को अस्पताल भेज दिया गया। लाइबेरिया में जानलेवा इबोला वायरस करीब 2,000 लोगों की जान ले चुका है। |
टोरंटो और लंदन स्टॉक एक्सचेंज का विलय होगा | उत्तरी अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज वैश्विक एक्सचेंज स्थापित करने के लिए लंदन स्टॉक एक्सचेंज से विलय की योजना बना रहा है। टोरंटो और मॉन्ट्रियल में स्टॉक एक्सचेंजों का संचालन करने वाले टीएमएक्स समूह ने मंगलवार को कहा, "वह अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज स्थापित करने के लिए लंदन स्टॉक एक्सचेंज से सम्भावित विलय के सम्बंध में बातचीत के अग्रिम चरण में है।" 150 साल पुराने टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज में करीब 1,500 कम्पनियां सूचीबद्ध हैं। विश्व की सबसे बड़ी खनन कम्पनियां लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं जबकि टीएमएक्स छोटी खनन कम्पनियों का समूह है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज की मौजूदा बाजार कीमत करीब 3.87 अरब डॉलर है और टीएमएक्स समूह की कीमत 2.99 अरब डॉलर है। टीएमएक्स समूह ने अपने बयान में कहा, "विलय के बाद बने समूह के मुख्यालय लंदन और टोरंटो में रहेंगे और यह मौजूदा नियामकों द्वारा नियमित किया जाएगा।" |
मोदी के रुख पर नीतीश के तेवर बरकरार, कहा, पीएम पद की दौड़ में नहीं | राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से अगले लोकसभा चुनाव के लिए 'पीएम इन वेटिंग' (प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी) के सवाल पर शनिवार को प्रमुख घटक जनता दल (यू) बड़ी साझीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति थोड़ी नरम पड़ती दिखी। लेकिन पार्टी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपने रवैए में कोई परिवर्तन का संकेत नहीं दिया है।
जद (यू) ने शनिवार को यह भी साफ किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद की होड़ में नहीं हैं।
राजनीतिक गलियारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में मोदी का विरोध करने के साथ ही जद (यू) जल्द से जल्द प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुने जाने के लिए दबाव बना सकता है।
इस बीच, भाजपा ने कहा है कि जद (यू) के साथ सभी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे।
शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जद (यू) ने संकेत दिया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर भाजपा पर तत्काल दबाव नहीं बनाएगी।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
जद (यू) ने शनिवार को यह भी साफ किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद की होड़ में नहीं हैं।
राजनीतिक गलियारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में मोदी का विरोध करने के साथ ही जद (यू) जल्द से जल्द प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुने जाने के लिए दबाव बना सकता है।
इस बीच, भाजपा ने कहा है कि जद (यू) के साथ सभी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे।
शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जद (यू) ने संकेत दिया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर भाजपा पर तत्काल दबाव नहीं बनाएगी।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
राजनीतिक गलियारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में मोदी का विरोध करने के साथ ही जद (यू) जल्द से जल्द प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुने जाने के लिए दबाव बना सकता है।
इस बीच, भाजपा ने कहा है कि जद (यू) के साथ सभी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे।
शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जद (यू) ने संकेत दिया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर भाजपा पर तत्काल दबाव नहीं बनाएगी।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
इस बीच, भाजपा ने कहा है कि जद (यू) के साथ सभी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे।
शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जद (यू) ने संकेत दिया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर भाजपा पर तत्काल दबाव नहीं बनाएगी।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जद (यू) ने संकेत दिया कि वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर भाजपा पर तत्काल दबाव नहीं बनाएगी।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
जद (यू) की बैठक शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए कुछ समय दे सकती है।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
यह पूछने पर कि क्या उनकी पार्टी भाजपा को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए समय देगी, त्यागी ने कहा, "भाजपा हमारी दोस्त है और सहयोगी के साथ सौदेबाजी या दबाव की रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं होती।"
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पार्टी का तेवर हालांकि शनिवार को भी बरकार रहा।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
मोदी को धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में माने जाने के सवाल पर जद (यू) के प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "गुजरात के मुखिया के रूप में नरेंद्र मोदी 2002 के दंगों से निपटने में असफल साबित हुए।"
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
जद (यू) के अन्य नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि पार्टी की बैठक में मोदी के उम्मीदवार चुने जाने की संभावना पर विचार-विमर्श नहीं किया गया। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा, "मोदी पर चर्चा क्यों की जाएगी?"
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
उधर, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि दोनों दलों के बीच जो भी मुद्दे होंगे, उन्हें सुलझा लिया जाएगा।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
राजनाथ ने ये बातें जद (यू) द्वारा अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी को लेकर उभरे मतभेद के संबंध में कही।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के अंदर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किए जाने की जोरदार मांग उठी है, जिसका जद (यू) लंबे समय से विरोध कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा तथा जद (यू) के वरिष्ठ नेताओं के बीच गुप्त बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने जद (यू) अध्यक्ष शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत की।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
जद-यू नेता नीतीश कुमार कई मौकों पर मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
त्यागी ने बताया कि पार्टी अपना राजनीतिक प्रस्ताव भी तैयार कर रही है, जिसे रविवार को प्रस्तुत किया जाएगा।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई तथा रविवार को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में वर्तमान राजनीकि परिदृश्य और आर्थिक एवं विदेश नीति पर प्रस्ताव लाया जाएगा।टिप्पणियां
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
पार्टी सांस्थानिक मुद्दों एवं चुनावी चुनौतियों पर भी चर्चा करेगी, जिसके अंतर्गत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2014 के लोकसभा चुनाव पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं।
उल्लेखनीय है कि जद (यू), भाजपा के बाद एनडीए का सबसे बड़ा घटक दल है। जद (यू) के लोकसभा में 20 सांसद हैं। |
रॉबर्ट वाड्रा-डीएलएफ डील : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वीकार की याचिका | इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की संपत्तियों से संबंधित अरविंद केजरीवाल के आरोपों की जांच कराने के लिए दायर एक याचिका पर गुरुवार को केंद्र सरकार को शुरुआती आपत्ति दाखिल करने का समय देकर अगली सुनवाई 21 नवंबर को नियत की।टिप्पणियां
याचिका में आग्रह किया गया है कि इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया जाए। वरिष्ठ न्यायमूर्ति उमानाथ सिंह और न्यायमूर्ति वीरेन्द्र कुमार दीक्षित की खंडपीठ ने यह आदेश स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की याचिका पर दिया है। याची ने आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया जाए कि मामले के संबंध में उसके जांच संबंधी प्रत्यावेदन का निस्तारण गुण-दोष तथा तथ्यों के आधार पर किया जाए।
याची का कहना है कि गत 9 अक्टूबर के प्रत्यावेदन में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ केजरीवाल तथा अधिवक्ता प्रशांत भूषण के आरोपों की जांच 30 दिनों में कराई जाए, क्योंकि आरोप बहुत गंभीर हैं। याची के अधिवक्ता अशोक पाण्डेय का तर्क था कि इन आरोपों के संबंध में चूंकि कई केंद्रीय मंत्री वाड्रा का बचाव करते हुए बयान दे रहे हैं, लिहाजा इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के दफ्तर को वाड्रा पर लगे आरोपों की जांच करानी चाहिए।
याचिका में आग्रह किया गया है कि इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया जाए। वरिष्ठ न्यायमूर्ति उमानाथ सिंह और न्यायमूर्ति वीरेन्द्र कुमार दीक्षित की खंडपीठ ने यह आदेश स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की याचिका पर दिया है। याची ने आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया जाए कि मामले के संबंध में उसके जांच संबंधी प्रत्यावेदन का निस्तारण गुण-दोष तथा तथ्यों के आधार पर किया जाए।
याची का कहना है कि गत 9 अक्टूबर के प्रत्यावेदन में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ केजरीवाल तथा अधिवक्ता प्रशांत भूषण के आरोपों की जांच 30 दिनों में कराई जाए, क्योंकि आरोप बहुत गंभीर हैं। याची के अधिवक्ता अशोक पाण्डेय का तर्क था कि इन आरोपों के संबंध में चूंकि कई केंद्रीय मंत्री वाड्रा का बचाव करते हुए बयान दे रहे हैं, लिहाजा इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के दफ्तर को वाड्रा पर लगे आरोपों की जांच करानी चाहिए।
याची का कहना है कि गत 9 अक्टूबर के प्रत्यावेदन में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ केजरीवाल तथा अधिवक्ता प्रशांत भूषण के आरोपों की जांच 30 दिनों में कराई जाए, क्योंकि आरोप बहुत गंभीर हैं। याची के अधिवक्ता अशोक पाण्डेय का तर्क था कि इन आरोपों के संबंध में चूंकि कई केंद्रीय मंत्री वाड्रा का बचाव करते हुए बयान दे रहे हैं, लिहाजा इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के दफ्तर को वाड्रा पर लगे आरोपों की जांच करानी चाहिए। |
कनाडा की क्यूबेक सिटी की मस्जिद में गोलीबारी, पांच लोगों की मौत | कनाडा स्थित क्यूबेक सिटी की एक मस्जिद में बंदूकधारियों की गोलीबारी में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए. क्यूबेक पुलिस के एक प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि देर रात हुई गोलीबारी में लोग मारे गए हैं. बहरहाल, प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि कितने लोग गोलीबारी में मारे गए. उन्होंने बताया कि गोलीबारी के सिलसिले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने गोलीबारी में तीसरे संदिग्ध के शामिल होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया है जो मौके से फरार हो गया था. हमले के कारणों का अभी तत्काल पता नहीं चल पाया है.टिप्पणियां
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने क्यूबेक सिटी में हुई गोलीबारी को आतंकवादी हमला करार देते हुए इसकी निंदा की. यहां पर एक मस्जिद में बंदूकधारियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है. ट्रूडो ने बताया, मुस्लिमों के एक धार्मिक केंद्र पर हुए इस आतंकवादी हमले की हम निंदा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम-कनाडाई हमारे राष्ट्रीय तानेबाने का एक महत्वपूर्ण अंग हैं और इन मूखर्तापूर्ण कृत्यों का हमारे समुदायों, शहरों और देश में कोई स्थान नहीं है.
(इनपुट्स भाषा से)
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने क्यूबेक सिटी में हुई गोलीबारी को आतंकवादी हमला करार देते हुए इसकी निंदा की. यहां पर एक मस्जिद में बंदूकधारियों द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है. ट्रूडो ने बताया, मुस्लिमों के एक धार्मिक केंद्र पर हुए इस आतंकवादी हमले की हम निंदा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम-कनाडाई हमारे राष्ट्रीय तानेबाने का एक महत्वपूर्ण अंग हैं और इन मूखर्तापूर्ण कृत्यों का हमारे समुदायों, शहरों और देश में कोई स्थान नहीं है.
(इनपुट्स भाषा से)
(इनपुट्स भाषा से) |
कर्नाटक चुनाव: इस सीट पर येदियुरप्पा का एकछत्र राज रहा, पिछले 7 चुनावों को कोई नहीं दे सका है मात | येदियुरप्पा को 2011 में उस वक्त तब तगड़ा झटका लगा जब उनके खिलाफ पांच मामले दर्ज किए गए, येदियुरप्पा पर जमीन के अवैध अधिसूचना और भ्रष्टाचार के आरोप लगे, हालांकि उच्च न्यायालय ने उन्हें क्लीन चिट देकर उन्हें और पार्टी को राहत दे दी. येदियुरप्पा को 2016 में फिर से प्रदेशाध्यक्ष चुना गया. येदियुरप्पा और भाजपा की पारंपरिक सीट व सुरक्षित गढ़ होने के कारण विपक्षियों के लिए इस किले में सेंध लगाना मुश्किल सा दिखाई पड़ता है. पिछले नौ चुनावों में भाजपा ने सिर्फ एक बार ही यह सीट हारी है. इसी रिकॉर्ड को देखते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने येदियुरप्पा के खिलाफ स्थानीय नगर पालिका सदस्य गोनी मालतेश को मैदान में उतारा है. |
नेपाल में फिर महसूस किए गए भूकंप के दो झटके | नेपाल में आए भीषण भूकंप के करीब पांच हफ्ते बाद शुक्रवार को एक बार फिर भूकंप के दो झटके महसूस किए गए।
नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप में करीब नौ हजार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 21 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार दोपहर दो बजकर 16 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमान पर चार थी। इसका केंद्र काठमांडू में था।
इसके पहले सुबह करीब दस बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 दर्ज की गई। इसका केंद्र तिब्बत सीमा के पास सिंधुपालचौक जिले में था।
नेपाल में 25 अप्रैल को आए भूकंप के बाद चार से अधिक तीव्रता के 300 से ज्यादा झटके महसूस किए जा चुके हैं। भूकंप से हुई व्यापक तबाही के बाद जनजीवन सामान्य होने लगा है। |
रेलवे के सभी ठेके अगले साल से ऑनलाइन होंगे : रेलमंत्री सुरेश प्रभु | रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रविवार को कहा कि अगले वर्ष से रेलवे सभी ठेकों की निविदा अब ऑनलाइन जारी होंगे। रेलमंत्री गोवा से नई दिल्ली के लिए द्वि-साप्ताहिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर बोल रहे थे।टिप्पणियां
पणजी से 35 किलोमीटर दूर कोंकण रेलवे के एक समारोह में उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन द्वारा बनाए गए कुछ आधुनिक रेल कोच का उपयोग शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि अगले साल से सभी ठेके इंटरनेट पर मौजूद होंगे। सभी ठेके इ-टेंडरिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध होंगे।
पणजी से 35 किलोमीटर दूर कोंकण रेलवे के एक समारोह में उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन द्वारा बनाए गए कुछ आधुनिक रेल कोच का उपयोग शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि अगले साल से सभी ठेके इंटरनेट पर मौजूद होंगे। सभी ठेके इ-टेंडरिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि अगले साल से सभी ठेके इंटरनेट पर मौजूद होंगे। सभी ठेके इ-टेंडरिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध होंगे। |
बिहार चुनाव : दूसरे चरण में 55 फीसदी मतदाताओं ने डाले वोट | आज बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में सभी मतदाताओं से निवेदन- अपना मतदान अवश्य करें । |
यूपी : बाहुबली अतीक अहमद को करारा झटका, राजू पाल की हत्या के मामले में जमानत रद्द | इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद को बुधवार को एक तगड़ा झटका देते हुए बसपा विधायक राजू पाल की एक दशक पहले की गई हत्या के मामले में उनकी जमानत रद्द कर दी.
न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा की एकल न्यायाधीश की पीठ ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की याचिका पर यह आदेश पारित किया. पूजा पाल ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि जमानत पर जेल से बाहर रहते हुए अतीक ने इस मामले में कई गवाहों को धमकी देकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी.
अहमद, राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं और उन्हें अप्रैल, 2005 में जमानत दी गई थी. उल्लेखनीय है कि राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अदालत ने पूजा पाल की याचिका पर 29 मई को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बनने के महज तीन महीने बाद मार दिए गए बसपा नेता राजू पाल की हत्या के मामले की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सीबीआई जांच का आदेश दिया था. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि शहर के आंचलिक इलाके में स्थित सैम हिगिनबाटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुएट्स) के कर्मचारियों को पीटने के मामले में अतीक अहमद इस साल फरवरी से ही जेल में बंद है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अतीक का गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश पर आपत्ति की थी, जिस पर अतीक अहमद ने अपने समर्थकों के साथ उनकी पिटाई की थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा की एकल न्यायाधीश की पीठ ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की याचिका पर यह आदेश पारित किया. पूजा पाल ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि जमानत पर जेल से बाहर रहते हुए अतीक ने इस मामले में कई गवाहों को धमकी देकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी.
अहमद, राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं और उन्हें अप्रैल, 2005 में जमानत दी गई थी. उल्लेखनीय है कि राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अदालत ने पूजा पाल की याचिका पर 29 मई को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बनने के महज तीन महीने बाद मार दिए गए बसपा नेता राजू पाल की हत्या के मामले की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सीबीआई जांच का आदेश दिया था. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि शहर के आंचलिक इलाके में स्थित सैम हिगिनबाटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुएट्स) के कर्मचारियों को पीटने के मामले में अतीक अहमद इस साल फरवरी से ही जेल में बंद है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अतीक का गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश पर आपत्ति की थी, जिस पर अतीक अहमद ने अपने समर्थकों के साथ उनकी पिटाई की थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अहमद, राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी हैं और उन्हें अप्रैल, 2005 में जमानत दी गई थी. उल्लेखनीय है कि राजू पाल की 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अदालत ने पूजा पाल की याचिका पर 29 मई को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बनने के महज तीन महीने बाद मार दिए गए बसपा नेता राजू पाल की हत्या के मामले की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सीबीआई जांच का आदेश दिया था. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि शहर के आंचलिक इलाके में स्थित सैम हिगिनबाटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुएट्स) के कर्मचारियों को पीटने के मामले में अतीक अहमद इस साल फरवरी से ही जेल में बंद है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अतीक का गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश पर आपत्ति की थी, जिस पर अतीक अहमद ने अपने समर्थकों के साथ उनकी पिटाई की थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बनने के महज तीन महीने बाद मार दिए गए बसपा नेता राजू पाल की हत्या के मामले की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सीबीआई जांच का आदेश दिया था. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि शहर के आंचलिक इलाके में स्थित सैम हिगिनबाटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुएट्स) के कर्मचारियों को पीटने के मामले में अतीक अहमद इस साल फरवरी से ही जेल में बंद है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अतीक का गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश पर आपत्ति की थी, जिस पर अतीक अहमद ने अपने समर्थकों के साथ उनकी पिटाई की थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उल्लेखनीय है कि शहर के आंचलिक इलाके में स्थित सैम हिगिनबाटम युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चर, टेक्नोलाजी एंड साइंसेज (शुएट्स) के कर्मचारियों को पीटने के मामले में अतीक अहमद इस साल फरवरी से ही जेल में बंद है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अतीक का गैर-कानूनी तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश पर आपत्ति की थी, जिस पर अतीक अहमद ने अपने समर्थकों के साथ उनकी पिटाई की थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
लोहड़ी 2017 : व्हाट्सऐप और फेसबुक पर अपनों को भेजे जाने वाले मशहूर संदेश | * हम आप के दिल में रहते है,
इसलिए हर गम सहते है,
कोई हम से पहले न कह दे आप को,
इसलिए एक दिल पहले ही आप को
हैप्पी लोहड़ी कहते है
* जैसे जैसे लोहड़ी की आग तेज हो, वैसे वैसे हमारे दुखों का अंत हो
लोहड़ी का प्रकाश, आपकी जिंदगी को प्रकाशमय कर दे
हैप्पी लोहड़ी
* सरसों का साग-मक्की दी रोटी, मूंगफली ते गजक, लोहड़ी इस हीयर. हैप्पी लोहड़ी
* पंजाब भंगड़ा दे मक्खन मलाई,
पंजाबी तड़का ते दाल फ्राइ,
त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई...
हैप्पी लोहड़ी
* ट्विंकल ट्विंकल यारां दी कार, खडके गलासी इन द बार, पंजाबी भंगड़ा दे चिकन फ्राइ, त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई... हैप्पी लोहड़ी
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
हैप्पी लोहड़ी
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
हैप्पी लोहड़ीटिप्पणियां
* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* जैसे जैसे लोहड़ी की आग तेज हो, वैसे वैसे हमारे दुखों का अंत हो
लोहड़ी का प्रकाश, आपकी जिंदगी को प्रकाशमय कर दे
हैप्पी लोहड़ी
* सरसों का साग-मक्की दी रोटी, मूंगफली ते गजक, लोहड़ी इस हीयर. हैप्पी लोहड़ी
* पंजाब भंगड़ा दे मक्खन मलाई,
पंजाबी तड़का ते दाल फ्राइ,
त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई...
हैप्पी लोहड़ी
* ट्विंकल ट्विंकल यारां दी कार, खडके गलासी इन द बार, पंजाबी भंगड़ा दे चिकन फ्राइ, त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई... हैप्पी लोहड़ी
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
हैप्पी लोहड़ी
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
हैप्पी लोहड़ीटिप्पणियां
* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* सरसों का साग-मक्की दी रोटी, मूंगफली ते गजक, लोहड़ी इस हीयर. हैप्पी लोहड़ी
* पंजाब भंगड़ा दे मक्खन मलाई,
पंजाबी तड़का ते दाल फ्राइ,
त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई...
हैप्पी लोहड़ी
* ट्विंकल ट्विंकल यारां दी कार, खडके गलासी इन द बार, पंजाबी भंगड़ा दे चिकन फ्राइ, त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई... हैप्पी लोहड़ी
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
हैप्पी लोहड़ी
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
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* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* पंजाब भंगड़ा दे मक्खन मलाई,
पंजाबी तड़का ते दाल फ्राइ,
त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई...
हैप्पी लोहड़ी
* ट्विंकल ट्विंकल यारां दी कार, खडके गलासी इन द बार, पंजाबी भंगड़ा दे चिकन फ्राइ, त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई... हैप्पी लोहड़ी
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
हैप्पी लोहड़ी
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
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* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* ट्विंकल ट्विंकल यारां दी कार, खडके गलासी इन द बार, पंजाबी भंगड़ा दे चिकन फ्राइ, त्वानू लोहड़ी दी लख लख वधाई... हैप्पी लोहड़ी
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
हैप्पी लोहड़ी
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
हैप्पी लोहड़ीटिप्पणियां
* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* तमाम सबूतों और गवाहों को नजर में रखते हुए मैसेज पढ़ने वाले को
हैप्पी लोहड़ी कहते हुए जिंदगी भर खुश रहने का हुकुम सुनाया जाता है.
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* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
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* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* दिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको लोहड़ी का त्योहार.
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* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* मीठे गुड में मिल गया तिल,
उड़ीं पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू अ हैप्पी लोहड़ी.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक.
* चांद को चांदनी मुबारक,
दोस्त को दोस्ती मुबारक,
मुझको आप मुबारक,
और मेरी तरफ़ से आपको लोहड़ी मुबारक. |
टेस्ट सीरीज जीतने के बाद अब पाकिस्तान की नजर वनडे पर | श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने के बाद अब पाकिस्तान टीम की नज़र वनडे सीरीज़ पर है। दोनों देशों के बीच 5 वनडे की सीरीज़ का पहला वनडे 11 जुलाई यानि कल दांबुला में खेला जाएगा। अगर पाकिस्तानी टीम सीरीज़ जीतती है तो वो चैंपियंस ट्रॉफ़ी में क्वालिफ़ाई कर जाएगी।
मिस्बाह-उल-हक़ की अगुवाई में टीम ने टेस्ट सीरीज़ में 2-1 से जीत हासिल किया और 9 साल बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज़ अपने नाम किया। आख़िरी टेस्ट में यूनुस ख़ान और शान मसूद ने शानदार शतक बनाया जिसकी वजह से पाकिस्तान ने 377 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया।
वनडे में मिस्बाह की जगह अज़हर अली कप्तान हैं, तो यूनुस और मसूद को वनडे टीम में नहीं चुना गया है। अज़र अली के कंधों पर अहम ज़िम्मेदारी है क्योंकि आईसीसी रैंकिंग में 9वें स्थान पर मौजूद पाकिस्तान के सामने इंग्लैंड में होने वाले आठ देशों की चैंपियंस ट्रॉफ़ी में क्वालिफ़ाई करने की चुनौती है।
टीम के वनडे कप्तान ने कहा,''श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज़ हमारी टीम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है और हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर जीतने की कोशिश करेंगे। हम मुक़ाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं''.
कप्तान भले ही सीरीज़ के लिए तैयार होने की बात कर रहे हो, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वनडे में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मार्च में वर्ल्ड कप में टीम क्वार्टर-फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान को अपने घर में 3-0 से व्हाइट-वॉश कर दिया था। अज़हर अली की टीम को कुछ राहत अपने घरेलू सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे को हराकर कुछ राहत ज़रूर मिली।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
मिस्बाह-उल-हक़ की अगुवाई में टीम ने टेस्ट सीरीज़ में 2-1 से जीत हासिल किया और 9 साल बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज़ अपने नाम किया। आख़िरी टेस्ट में यूनुस ख़ान और शान मसूद ने शानदार शतक बनाया जिसकी वजह से पाकिस्तान ने 377 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया।
वनडे में मिस्बाह की जगह अज़हर अली कप्तान हैं, तो यूनुस और मसूद को वनडे टीम में नहीं चुना गया है। अज़र अली के कंधों पर अहम ज़िम्मेदारी है क्योंकि आईसीसी रैंकिंग में 9वें स्थान पर मौजूद पाकिस्तान के सामने इंग्लैंड में होने वाले आठ देशों की चैंपियंस ट्रॉफ़ी में क्वालिफ़ाई करने की चुनौती है।
टीम के वनडे कप्तान ने कहा,''श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज़ हमारी टीम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है और हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर जीतने की कोशिश करेंगे। हम मुक़ाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं''.
कप्तान भले ही सीरीज़ के लिए तैयार होने की बात कर रहे हो, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वनडे में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मार्च में वर्ल्ड कप में टीम क्वार्टर-फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान को अपने घर में 3-0 से व्हाइट-वॉश कर दिया था। अज़हर अली की टीम को कुछ राहत अपने घरेलू सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे को हराकर कुछ राहत ज़रूर मिली।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
वनडे में मिस्बाह की जगह अज़हर अली कप्तान हैं, तो यूनुस और मसूद को वनडे टीम में नहीं चुना गया है। अज़र अली के कंधों पर अहम ज़िम्मेदारी है क्योंकि आईसीसी रैंकिंग में 9वें स्थान पर मौजूद पाकिस्तान के सामने इंग्लैंड में होने वाले आठ देशों की चैंपियंस ट्रॉफ़ी में क्वालिफ़ाई करने की चुनौती है।
टीम के वनडे कप्तान ने कहा,''श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज़ हमारी टीम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है और हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर जीतने की कोशिश करेंगे। हम मुक़ाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं''.
कप्तान भले ही सीरीज़ के लिए तैयार होने की बात कर रहे हो, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वनडे में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मार्च में वर्ल्ड कप में टीम क्वार्टर-फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान को अपने घर में 3-0 से व्हाइट-वॉश कर दिया था। अज़हर अली की टीम को कुछ राहत अपने घरेलू सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे को हराकर कुछ राहत ज़रूर मिली।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
टीम के वनडे कप्तान ने कहा,''श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज़ हमारी टीम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है और हम यहां अच्छा प्रदर्शन कर जीतने की कोशिश करेंगे। हम मुक़ाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं''.
कप्तान भले ही सीरीज़ के लिए तैयार होने की बात कर रहे हो, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वनडे में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मार्च में वर्ल्ड कप में टीम क्वार्टर-फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान को अपने घर में 3-0 से व्हाइट-वॉश कर दिया था। अज़हर अली की टीम को कुछ राहत अपने घरेलू सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे को हराकर कुछ राहत ज़रूर मिली।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
कप्तान भले ही सीरीज़ के लिए तैयार होने की बात कर रहे हो, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वनडे में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मार्च में वर्ल्ड कप में टीम क्वार्टर-फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई थी। इसके बाद बांग्लादेश ने पाकिस्तान को अपने घर में 3-0 से व्हाइट-वॉश कर दिया था। अज़हर अली की टीम को कुछ राहत अपने घरेलू सीरीज़ में ज़िम्बाब्वे को हराकर कुछ राहत ज़रूर मिली।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
खिलाड़ियों की फ़िटनेस की बात करे तो वहाब रियाज़ अब भी फ़िट नहीं हुए हैं। वहाब को टेस्ट सीरीज़ के दौरान हाथ में चोट लगी थी। वहीं, स्पिनर हैरिस सौहेल भी घुटने की चोट से नहीं ऊबरे हैं। टीम में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान की चोट से वापसी ज़रूर हुई है, जो वर्ल्ड कप के दौरान कमर में चोट की वजह से बाहर हुए थे। वनडे सीरीज़ में दो नए बल्लेबाज़ नज़र आएंगे। 22 साल के मुख्तार अहमद और 29 साल के बिलाल आसिफ़।टिप्पणियां
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
दूसरी तरफ़ श्रीलंकाई टीम महेला जयवर्धने और कुमार संगाकारा के वनडे से संन्यास लेने के बाद पहला वनडे सीरीज़ खेलेगी। दोनों खिलाड़ियों ने वनडे से ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया था। श्रीलंकाई टीम की कप्तानी एंजलो मैथ्यूस के हाथों में है और इसमें 6 खिलाड़ी टेस्ट टीम से हैं।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे।
श्रीलंका-पाकिस्तान के बीच सीरीज़ आईसीसी के नए वनडे नियमों के मुताबिक खेली जाएगी। सीरीज़ का दूसरा वनडे 15 जुलाई, तीसरा वनडे 19 जुलाई, चौथा वनडे 22 जुलाई और आख़िरी वनडे 26 जुलाई को खेला जाएगा। सीरीज़ का पहला वनडे डे मैच होगा जबकि बाक़ी के चार वनडे डे-नाइट मैच होंगे। |
आडवाणी के बाद अब सोमनाथ को भी सता रहा है इमरजेंसी का डर | बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की राय से सहमति जताते हुए लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कहा है कि राजनीतिक शत्रुता और प्रतिशोध नए स्तर पर चला गया है तथा ऐसे में भारतीय राजनीति में आपातकाल का डर बरकरार है।
चटर्जी ने कहा, कुल मिलाकर मैं सहमत हूं कि आपातकाल का डर बरकरार है। राजनीतिक शत्रुता और प्रतिशोध नए स्तर तक पहुंच गया है और दुर्भाग्यपूर्ण है कि आपातकाल का प्रावधान संविधान में है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, नागरिक अधिकारों के निलंबन और आधिकारिक या अनाधिकारिक रूप से आपातकाल लगाए जाने का डर है। यह राज्य और केंद्र दोनों में हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि आडवाणी ने अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए साक्षात्कार में कहा था कि संवैधानिक एवं कानूनी सुरक्षा उपायों के बावजूद वर्तमान समय में, लोकतंत्र को कुचल सकने वाली शक्तियां मजबूत हैं। उन्होंने कहा था, 1975 से 77 तक आपातकाल के समय से मैं नहीं समझता कि ऐसा कुछ किया गया है, जो इस बात को पुख्ता करे कि नागरिक स्वतंत्रता को दोबारा निलंबित या नष्ट नहीं किया जाएगा। एकदम नहीं।
चटर्जी ने कहा, कुल मिलाकर मैं सहमत हूं कि आपातकाल का डर बरकरार है। राजनीतिक शत्रुता और प्रतिशोध नए स्तर तक पहुंच गया है और दुर्भाग्यपूर्ण है कि आपातकाल का प्रावधान संविधान में है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, नागरिक अधिकारों के निलंबन और आधिकारिक या अनाधिकारिक रूप से आपातकाल लगाए जाने का डर है। यह राज्य और केंद्र दोनों में हो सकता है।
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उन्होंने कहा, नागरिक अधिकारों के निलंबन और आधिकारिक या अनाधिकारिक रूप से आपातकाल लगाए जाने का डर है। यह राज्य और केंद्र दोनों में हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि आडवाणी ने अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए साक्षात्कार में कहा था कि संवैधानिक एवं कानूनी सुरक्षा उपायों के बावजूद वर्तमान समय में, लोकतंत्र को कुचल सकने वाली शक्तियां मजबूत हैं। उन्होंने कहा था, 1975 से 77 तक आपातकाल के समय से मैं नहीं समझता कि ऐसा कुछ किया गया है, जो इस बात को पुख्ता करे कि नागरिक स्वतंत्रता को दोबारा निलंबित या नष्ट नहीं किया जाएगा। एकदम नहीं।
उल्लेखनीय है कि आडवाणी ने अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए साक्षात्कार में कहा था कि संवैधानिक एवं कानूनी सुरक्षा उपायों के बावजूद वर्तमान समय में, लोकतंत्र को कुचल सकने वाली शक्तियां मजबूत हैं। उन्होंने कहा था, 1975 से 77 तक आपातकाल के समय से मैं नहीं समझता कि ऐसा कुछ किया गया है, जो इस बात को पुख्ता करे कि नागरिक स्वतंत्रता को दोबारा निलंबित या नष्ट नहीं किया जाएगा। एकदम नहीं। |
पीएम का विदेश दौरा आर्थिक विकास, सुरक्षित माहौल की दिशा में मददगार : सुषमा स्वराज | विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक सुरक्षित एवं स्थायी वातावरण बनाने में मदद मिली है, साथ ही इससे हमें आर्थिक विकास, निवेश को बढ़ावा देने, रोजगार के नए अवसर सृजित करने और हमारे लोगों के जीवन में सुधार लाने के मिशन को हासिल करने में भी सहायता मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल के विदेश दौरों के संबंध में लोकसभा में दिए अपने बयान में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आज जब विश्व अनिश्चितता और अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की नई सरकार ने विश्व में नई ऊर्जा का संचार किया है और उनके नेतृत्व में तीव्र विकास, विश्व शांति, स्थिरता, स्थायित्व के लिए भारत के व्यापक, असरदार और सार्थक योगदान के प्रति नई आशा उत्पन्न हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा एक ऐसी विदेशी नीति पर बल दिया है, जो आगे बढ़कर विश्व मामलों में सक्रियता दिखाने वाली हो, अभिनव प्रयोगों से युक्त हो और जो हमारी सरकार के आर्थिक विकास के प्राथमिक उद्देश्यों से संबद्ध हो।
विदेशमंत्री ने कहा, पिछले कुछ महीनों में प्रधानमंत्री ने विश्व में भारत की भूमिका और स्थान को लेकर एक स्पष्ट दृष्टि रखी, जिसमें विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नाते विश्व नेतृत्व को ग्रहण करने की हमारी स्वीकार्यता भी शामिल है। हमने वादों को कार्यवाही में, अवसरों को परिणामों में बदला है। हमने उन संबंधों को पुनर्जीवित किया है, जो लम्बे समय से उपेक्षित थे। हमने अपने सुरक्षा हितों को खुलकर व्यक्त किया और जोरदार ढंग से उनकी रक्षा की।
सुषमा ने कहा, पूंजी, प्रौद्योगिकी, संसाधन, ऊर्जा, बाजार और दक्षता के लिए भारत को आज एक सुरक्षित परिवेश, शांतिपूर्ण पड़ोस, स्थायित्वपूर्ण विश्व और एक खुली एवं मजबूत विश्व व्यापार व्यवस्था की आश्वयकता है। भारत की विदेश नीति ने नए मुकाम हासिल किए हैं और नई ऊंचाइयों को छुआ है। हमारे इन प्रयासों को विश्व में अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने विदेशों में बसे भारतीय समुदाय तक, उस स्तर तक पहुंच बनाने की ओर विशेष ध्यान दिया। विदेशों में स्थित भारतीय समुदाय द्वारा पीआईओ और ओसीआई कार्डों पर हमारे निर्णयों को व्यापक रूप से सराहा गया। आज भारतीय समुदाय अपने आप को भारत से जुड़ा महसूस करता है। |
प्रख्यात फोटोग्राफर गौतम राजाध्यक्ष नहीं रहे | भारतीय फिल्मोद्योग के लगभग सभी बड़े कलाकारों की तस्वीरों पर काम करने वाले प्रख्यात फोटोग्राफर गौतम राजाध्यक्ष का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 61 वर्ष के थे। राजाध्यक्ष के निधन पर कई राजनेताओं ने अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है। महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरानारायणन ने कहा कि मीडिया और फिल्म उद्योग ने फोटोग्राफी के क्षेत्र में कार्य करने वाले एक सर्वोत्तम शिल्पी को खो दिया है। उन्होंने कहा, "गौतम राजाध्यक्ष देश में सिनेमैटोग्राफी और स्टिल फोटोग्राफी की दुनिया का सर्वाधिक प्रतिष्ठित नामों में से एक थे। मुझे कई अवसरों पर उनसे मिलने का सौभाग्य मिला था और उनकी सादगी ने मन को छू लिया था। उनके निधन से हमने फोटोग्राफी के एक सर्वोत्तम शिल्पी एवं रत्न को खो दिया है।" महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, "उनके द्वारा खींची गईं बड़ी तस्वीरें ऐसा लगता है जैसे आपसे बात करती हों। उन्होंने फोटोग्राफी की दुनिया को सही मायने में ग्लैमर दिया। महान लेंसमैन के अलावा वह लेखक और आलोचक भी थे। सचमुच उनकी कमी बहुत खलेगी।" वरिष्ठ शिव सेना नेता भारतकुमार राउत ने कहा, "सांस्कृतिक महाराष्ट्र के लिए यह भारी क्षति है। हमने कैमरे के पीछे का एक 'चेहरा' खो दिया है। वह केवल एक फोटोग्राफर ही नहीं, बल्कि सृजनात्मक लेखक और सांस्कृतिक चिंतक भी थे।" केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने कहा, "आज हमने भारत के बहुचर्चित छविकार को खो दिया है। उन्होंने फिल्म उद्योग की तकरीबन सभी बड़ी हस्तियों की तस्वीरें तैयार की थीं।" लेखिका शोभा डे के नजदीकी रिश्तेदार राजाध्यक्ष फिल्मी हस्तियों के बीच बहुत लोकप्रिय थे और उन्होंने भारतीय फिल्मोद्योग के लगभग सभी बड़े कलाकारों की तस्वीरों पर काम किया था। डे ने राजाध्यक्ष के निधन के बाद ट्विटर पर लिखा, "मेरे प्रिय गौतम राजाध्यक्ष अब नहीं हैं। मुझे इस पर विश्वास नहीं हो रहा है और मैं बहुत दुखी हूं। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देती हूं। आपके प्यार और आपकी यादगार तस्वीरों के लिए आपका धन्यवाद।" राजाध्यक्ष द्वारा खींची गई मोहक तस्वीरों ने माधुरी दीक्षित सहित कई अभिनेत्रियों को आगे बढ़ाया था। उन्होंने कई उभरते फोटोग्राफरों को सिखाया भी था। मुम्बई के सेंट जेवियर कालेज से रसायनशास्त्र में स्नातक राजाध्यक्ष ने वहां दो साल तक पढ़ाया भी। इसके बाद 1974 में प्रमुख विज्ञापन एजेंसी लिंटास के फोटो सर्विस विभाग से जुड़ गए और विभागाध्यक्ष भी बने। उन्होंने अपने सहपाठियों शबाना आजमी, टीना मुनीम और जैकी श्राफ की बड़ी तस्वीरें खींचने के साथ फैशन फोटोग्राफी के क्षेत्र में 1980 में कदम रखा था। फोटोग्राफर देबू रत्नानी ने बताया, "इस महीने की 16 तारीख को उनका जन्मदिन था, उससे तीन दिन पहले ही उनका निधन हो गया।" राजाध्यक्ष फिल्मी हस्तियों के बीच बहुत लोकप्रिय थे और उन्होंने भारतीय फिल्मोद्योग के लगभग सभी बड़े कलाकारों की तस्वीरों पर काम किया था। वह 'हम साथ साथ हैं', 'हू तू तू', 'कुछ कुछ होता है' और 'हम आपके हैं कौन' फिल्मों से स्टिल फोटोग्राफर के तौर पर जुड़े रहे थे। राजाध्यक्ष ओपेरा रिकॉर्डिंग्स इकट्ठी करने के शौकीन थे। उन्होंने इस विषय पर कई टॉक शो में हिस्सा लिया था। उन्होंने पश्चिमी व भारतीय शास्त्रीय संगीत से जुड़ी परियोजनाओं पर भी काम किया था। बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय ने राजाध्यक्ष को स्नेही और खास शख्सियत के रूप में याद किया। उन्होंने एक बयान में कहा, "इस खबर से बहुत दुख हुआ.. वह एक स्नेही और खास शख्सियत थे। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। उनकी आत्मा को शांति मिले। वह बहुत याद आएंगे!" कुछ दिन पूर्व एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि नूतन, हेमा मालिनी, लता मंगेशकर से लेकर माधुरी दीक्षित, लिजा रे और ऐश्वर्या उनकी पसंदीदा कलाकार रही हैं। |
गरीब रथ के फर्श पर सोने के लिए मजबूर हुई पैरा-एथलीट, सुरेश प्रभु ने दिए जांच के आदेश तो दिया यह जवाब | पदक विजेता पैरा-एथलीट सुवर्णा राज को ट्रेन में कथित तौर पर फर्श पर सोने के लिए मजबूर होने के एक दिन बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. व्हीलचेयर के सहारे चलने-फिरने वाली 34 साल की सुवर्णा को नागपुर-निजामुद्दीन गरीब रथ एक्सप्रेस में बार-बार आग्रह किए जाने के बावजूद दिव्यांगों के अनुकूल सीट नहीं दी गई. सुवर्णा को ऊपर वाली बर्थ दी गई थी, जिसके कारण उन्हें ट्रेन के फर्श पर सोना पड़ा.टिप्पणियां
उन्होंने बताया, मैंने डिब्बे में सफर कर रहे यात्रियों से गुजारिश की कि वे अपनी सीट बदलकर मुझे नीचे की बर्थ दे दें, लेकिन सबने सिरे से मना कर दिया. शनिवार को उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा था कि मैं रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलना चाहती हूं और बतलाना चाहती हूं कि ट्रेनों में सफर के दौरान हमें किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ANI के ट्वीट पर जवाब देते हुए प्रभु ने अपने आधिकारिक अकाउंट से जवाब दिया, 'इस मुद्दे पर जांच के आदेश दिए हैं. हम दिव्यांगों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए गंभीर हैं.'
Have ordered enquiry in the issue.We are serious about ensuring smooth travel for Divyangs https://t.co/DWoHTRMnrQ
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) June 11, 2017 इस पर सुवर्णा राज ने ट्वीट किया, 'मैं कोई जांच नहीं चाहती हूं. मैं दिव्यांगों के लिए स्थायी समाधान चाहती हूं.' सुवर्णा राज ने पैरा टेबल टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं.
उन्होंने साल 2013 में थाइलैंड पैरा टेबल टेनिस में दो मेडल जीते थे. उन्होंने कुछ समय पहले दिल्ली में हुए एमसीडी चुनावों में योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया के टिकट पर बाबरपुर इलाके से चुनाव भी लड़ा था.
उन्होंने बताया, मैंने डिब्बे में सफर कर रहे यात्रियों से गुजारिश की कि वे अपनी सीट बदलकर मुझे नीचे की बर्थ दे दें, लेकिन सबने सिरे से मना कर दिया. शनिवार को उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा था कि मैं रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलना चाहती हूं और बतलाना चाहती हूं कि ट्रेनों में सफर के दौरान हमें किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ANI के ट्वीट पर जवाब देते हुए प्रभु ने अपने आधिकारिक अकाउंट से जवाब दिया, 'इस मुद्दे पर जांच के आदेश दिए हैं. हम दिव्यांगों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए गंभीर हैं.'
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उन्होंने साल 2013 में थाइलैंड पैरा टेबल टेनिस में दो मेडल जीते थे. उन्होंने कुछ समय पहले दिल्ली में हुए एमसीडी चुनावों में योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया के टिकट पर बाबरपुर इलाके से चुनाव भी लड़ा था.
ANI के ट्वीट पर जवाब देते हुए प्रभु ने अपने आधिकारिक अकाउंट से जवाब दिया, 'इस मुद्दे पर जांच के आदेश दिए हैं. हम दिव्यांगों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए गंभीर हैं.'
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— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) June 11, 2017 इस पर सुवर्णा राज ने ट्वीट किया, 'मैं कोई जांच नहीं चाहती हूं. मैं दिव्यांगों के लिए स्थायी समाधान चाहती हूं.' सुवर्णा राज ने पैरा टेबल टेनिस में भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं.
उन्होंने साल 2013 में थाइलैंड पैरा टेबल टेनिस में दो मेडल जीते थे. उन्होंने कुछ समय पहले दिल्ली में हुए एमसीडी चुनावों में योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया के टिकट पर बाबरपुर इलाके से चुनाव भी लड़ा था.
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Mumbai Rains: मूसलाधार बारिश से मुम्बई बेहाल, महाराष्ट्र में 36 हुई मरने वालों की संख्या | मूसलाधार बारिश के कारण मुम्बई में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बारिश के कारण वित्तीय राजधानी जगह-जगह जलमग्न है और शहर में दीवार गिरने की एक घटना में 22 लोगों की जान चली गई. अधिकारियों ने बताया कि शेष महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 14 अन्य लोगों की मौत हो गई. रविवार से हो रही भारी बारिश के कारण मुंबई में रेल, वायु और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ. कई ट्रेनों और विमानों को रद्द करना पड़ा.मौसम विभाग के भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद सरकार ने मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित करते हुए लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी.वहीं, उत्तरी उपनगर मलाड में भारी बारिश के बाद मंगलवार तड़के एक दीवार ढहने से 21 लोगों की मौत हो गई और 78 लोग घायल हुए हैं. मंगलवार की रात घायल एक और व्यक्ति की मौत के साथ कुल 22 लोगों की जान जा चुकी है.
इस संबंध में एक वरिष्ठ सिविक अधिकारी ने यहां पत्रकारों को बताया कि घायलों को सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया और उनमें से 15 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. वहीं, मलबे में फंसी 15 वर्षीय लड़की को करीब 12 घंटे बाद बाहर निकाला गया लेकिन उसने दम तोड़ दिया.
मलाड में एक कार में पानी भरने से उसमें फंसे दो लोगों की मौत हो गई. विले पार्ले में एक व्यक्ति को करंट लग गया और उपनगर मुलुंड में दीवार गिरने से एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई. वहीं, पुणे के अम्बेगांव इलाके में सोमवार देर रात एक शैक्षणिक संस्थान की दीवार उसके पास बनी अस्थायी झोंपड़ियों पर गिरने से छह श्रमिकों की मौत हो गई.
मंगलवार तड़के ठाणे जिले के कल्याण में एक दीवार गिरने से तीन लोगों की जान चली गई.बुलढाणा जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई. खराब मौसम के चलते मुम्बई के ‘छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 54 विमानों को दूसरी जगह भेजना पड़ा और 52 उड़ानें रद्द कर दी गईं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने बीएमसी आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया और स्थानीय निकाय अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया. फड़णवीस ने बीएमसी और मुंबई पुलिस अधिकारियों के साथ रेलवे, सड़क यातायात और ऐसे क्षेत्रों की समीक्षा की, जहां अधिक ध्यान और सहायता की आवश्यकता है. फड़णवीस ने कहा, ‘मौसम विभाग के भारी बारिश संबंधी परामर्श के तहत एहतियाती तौर पर मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया. हमें अगले दो दिनों तक सतर्क रहने की आवश्यकता है.'
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में लगातार बारिश के कारण, चुनाभट्टी रेलवे स्टेशन और वकोला रोड के पास एयरपोर्ट कॉलोनी, वकोला जंक्शन, पोस्टल कॉलोनी में पानी भरने की जानकारी मिली है. उन्होंने बताया कि मीठी नदी के उफान पर होने के कारण किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए 1000 से अधिक लोगों को क्रांति नगर, कुर्ला से हटाया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई विश्वविद्यालय की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं.
मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने कहा कि आरपीएफ जवानों की मदद से मध्य रेलवे ने आधी रात को चलने वाली ट्रेन (लोकल) में फंसे हजारों यात्रियों को निकाला और कई स्टेशनों पर चाय, बिस्कुट और अन्य खाद्य पदार्थ भी बांटे. पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चर्चगेट और विरार के बीच उसकी उपनगर सेवाएं चल रही है हालांकि उनके फेरे कम हैं. अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण मध्य एवं पश्चिमी रेलवे ने लंबी दूरी की कई ट्रेनें या तो रद्द कर दी हैं या फिर उन्हें मुंबई से बाहर स्टेशनों पर ही रोक दिया है. बिजली कंपनियों ने एहतियाती कदम के तौर पर कुछ उपनगर इलाकों में आपूर्ति निलंबित कर दी है.
अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी जोशी ने कहा कि मलाड में दीवार गिरने की घटना की जांच की जाएगी और जो भी अधिकारी दोषी पाया जाएगा उसे सजा दी जाएगी. फड़णवीस ने राज्य विधानसभा में भी ऐसी ही घोषणा करते हुए कहा कि दीवार गिरने की घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी. मानसून सत्र के आखिरी दिन मंगलवार को विधानसभा में मलाड में दीवार गिरने की घटना का जिक्र हुआ. पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शिवसेना शासित बीएमसी को भंग करने की मांग की.
मुंबई समेत समस्त उत्तरी कोंकण क्षेत्र में मानसून सक्रिय है. मौसम विभाग ने ज्यादातर स्थानों पर भारी बारिश और कुछ स्थानों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के अनुमान पर जोशी ने कहा कि मुंबई और उपनगरों में अगले 24 घंटे के दौरान बारिश तेज होने की आशंका है.जोशी ने बताया कि एक जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे और दो जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीएमसी के मौसम केंद्रों ने 163 मिलीमीटर तक की औसत बारिश दर्ज की गई.
बीएमसी की आपदा प्रबंधन शाखा को हेल्पलाइन नंबर 1916 पर 3,593 शिकायतें मिली जिनमें जल भराव, दीवार गिरना और पेड़ उखड़ने की शिकायतें शामिल हैं. जोशी ने कहा, ‘हमारे लिए अगले दो दिन काफी महत्वपूर्ण हैं और हमारा तंत्र भारी बारिश के दौरान किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.'
बीएमसी के सभी 1,400 पानी निकालने वाले पंपों को बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील 53 स्थानों पर तैनात किया गया है. जोशी ने शहर में जल भराव के लिए भौगोलिक घटना को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बीएमसी की मानसून से निपटने की तैयारी पूरी है. आईएएस अधिकारी ने कहा, ‘शहर में थोड़े से समय में उच्च ज्वार के साथ भारी बारिश का नतीजा कई इलाकों में जल भराव है.' निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने कहा कि मुंबई में तीन और पांच जुलाई के बीच बाढ़ आने का गंभीर खतरा है. उसने कहा, ‘इस दौरान हर दिन 200 मिलीमीटर या उससे अधिक बारिश हो सकती है जिससे सामान्य जन जीवन बाधित हो सकता है.' |
यूपी चुनाव 2017: क्या देवरिया सीट पर बसपा का खाता खुलवा पाएंगे त्रिपाठी... | उत्तर प्रदेश का देवरिया जिला बिहार के गोपालगंज और सीवान से सटा हुआ है. चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देवरिया विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,25,849 मतदाता हैं. जिनमें 1,81,535 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 1,44,305 महिला मतदाता हैं.
2012 के विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो यहां भाजपा के विधायक जन्मेजय सिंह ने जीत हासिल की थी. उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर बसपा के उम्मीदवार प्रमोद सिंह को भारी अंतर से हराया था. जन्मेजय सिंह को यहां 56 हजार से अधिक वोट मिले थे, तो वहीं दूसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी प्रमोद सिंह को 33 हजार के करीब वोट मिले थे. बसपा ने हमेशा से देवरिया में विपक्षी दलों को कड़ी टक्कर दी है, लेकिन पार्टी एक बार भी इस सीट पर जीत नहीं दर्ज कर पाई है.टिप्पणियां
2017 विधानसभा चुनावों में बसपा ने देवरिया सीट पर अभय नाथ त्रिपाठी को टिकट दिया है. माना जा रहा है ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने के लिए बसपा ने त्रिपाठी पर दांव खेला है. लेकिन फिर भी भाजपा और सपा को यहां मात देना आसान नहीं होगा. देवरिया सीट पर बसपा, सपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले देखने को मिलेगा. पिछले पांच विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो यहां भाजपा ने दो बार (1993 और 2012) जीत दर्ज की है. जबकि 1996 में जनता दल के सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने जीत का परचम लहराया था. उन्होंने बीजेपी के रविंद्र प्रताप को मात दी थी.
2002 के चुनावों पर नजर डालें तो देवरिया में नेलोपा जैसी छोटी पार्टी ने सपा के बागी दीनानाथ कुशवाहा को टिकट दिया और उन्होंने सपा के ताकतवर नेता राम नगीना यादव को मात दे दी. जबकि 2007 में दीनानाथ कुशवाहा ने फिर से सपा से हाथ मिलाया और बसपा के कमलेश को पटखनी दी. कुशवाहा इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं.
2012 के विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो यहां भाजपा के विधायक जन्मेजय सिंह ने जीत हासिल की थी. उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर बसपा के उम्मीदवार प्रमोद सिंह को भारी अंतर से हराया था. जन्मेजय सिंह को यहां 56 हजार से अधिक वोट मिले थे, तो वहीं दूसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी प्रमोद सिंह को 33 हजार के करीब वोट मिले थे. बसपा ने हमेशा से देवरिया में विपक्षी दलों को कड़ी टक्कर दी है, लेकिन पार्टी एक बार भी इस सीट पर जीत नहीं दर्ज कर पाई है.टिप्पणियां
2017 विधानसभा चुनावों में बसपा ने देवरिया सीट पर अभय नाथ त्रिपाठी को टिकट दिया है. माना जा रहा है ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने के लिए बसपा ने त्रिपाठी पर दांव खेला है. लेकिन फिर भी भाजपा और सपा को यहां मात देना आसान नहीं होगा. देवरिया सीट पर बसपा, सपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले देखने को मिलेगा. पिछले पांच विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो यहां भाजपा ने दो बार (1993 और 2012) जीत दर्ज की है. जबकि 1996 में जनता दल के सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने जीत का परचम लहराया था. उन्होंने बीजेपी के रविंद्र प्रताप को मात दी थी.
2002 के चुनावों पर नजर डालें तो देवरिया में नेलोपा जैसी छोटी पार्टी ने सपा के बागी दीनानाथ कुशवाहा को टिकट दिया और उन्होंने सपा के ताकतवर नेता राम नगीना यादव को मात दे दी. जबकि 2007 में दीनानाथ कुशवाहा ने फिर से सपा से हाथ मिलाया और बसपा के कमलेश को पटखनी दी. कुशवाहा इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं.
2017 विधानसभा चुनावों में बसपा ने देवरिया सीट पर अभय नाथ त्रिपाठी को टिकट दिया है. माना जा रहा है ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने के लिए बसपा ने त्रिपाठी पर दांव खेला है. लेकिन फिर भी भाजपा और सपा को यहां मात देना आसान नहीं होगा. देवरिया सीट पर बसपा, सपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबले देखने को मिलेगा. पिछले पांच विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो यहां भाजपा ने दो बार (1993 और 2012) जीत दर्ज की है. जबकि 1996 में जनता दल के सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने जीत का परचम लहराया था. उन्होंने बीजेपी के रविंद्र प्रताप को मात दी थी.
2002 के चुनावों पर नजर डालें तो देवरिया में नेलोपा जैसी छोटी पार्टी ने सपा के बागी दीनानाथ कुशवाहा को टिकट दिया और उन्होंने सपा के ताकतवर नेता राम नगीना यादव को मात दे दी. जबकि 2007 में दीनानाथ कुशवाहा ने फिर से सपा से हाथ मिलाया और बसपा के कमलेश को पटखनी दी. कुशवाहा इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं.
2002 के चुनावों पर नजर डालें तो देवरिया में नेलोपा जैसी छोटी पार्टी ने सपा के बागी दीनानाथ कुशवाहा को टिकट दिया और उन्होंने सपा के ताकतवर नेता राम नगीना यादव को मात दे दी. जबकि 2007 में दीनानाथ कुशवाहा ने फिर से सपा से हाथ मिलाया और बसपा के कमलेश को पटखनी दी. कुशवाहा इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. |
डॉलर के मुकाबले रुपया 37 पैसे मजबूत, 59 पर पहुंचा | बैंकों और निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और घरेलू इक्विटी बाजार में तेजी के बीच रुपया आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में 37 पैसे की मजबूती के साथ 59.82 के स्तर पर पहुंच गया।टिप्पणियां
हालांकि महीने के अंत में तेल आयातकों की अमेरिकी मुद्रा की मांग के कारण रुपये की मजबूती पर लगाम लगी।
कारोबारियों ने कहा कि निर्यातकों और कुछ बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और इक्विटी बाजार में तेजी के कारण घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली।
हालांकि महीने के अंत में तेल आयातकों की अमेरिकी मुद्रा की मांग के कारण रुपये की मजबूती पर लगाम लगी।
कारोबारियों ने कहा कि निर्यातकों और कुछ बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और इक्विटी बाजार में तेजी के कारण घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली।
कारोबारियों ने कहा कि निर्यातकों और कुछ बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली और इक्विटी बाजार में तेजी के कारण घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली। |
भारत, इटली ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए किया करार | बयान में कहा गया है, 'करार के तहत दोनों देश जेनेरिक और आवश्यक दवाओं की खरीद और दवा आपूर्ति में सहायता करेंगे और न्यूरोकार्डियोवास्कुलर रोग, कैंसर, सीओपीडी, मानसिक स्वास्थ्य और डिमेंशिया जैसे गैर-संक्रामक रोगों एनसीडी की रोकथाम में सहयोग करेंगे.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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मुंबई का अनशन छोड़ दिल्ली लौटीं किरण बेदी | टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी मजबूत लोकपाल के समर्थन में दिल्ली में जारी अनशन में शामिल होने के लिए मुंबई के अपने कार्यक्रम को समय से पहले खत्म कर मंगलवार रात को राजधानी लौट आईं। किरण ने मुंबई से बताया, मैं दिल्ली लौट रही हूं। मैंने मुंबई में अपना काम पूरा किया। मैं बुधवार को रामलीला मैदान में हो रहे प्रदर्शन में शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और टीम अन्ना के बाकी सदस्य अन्ना हजारे के अनशन के लिए मुंबई में रुकेंगे। किरण मंगलवार को मुंबई गई थीं और वह अब रामलीला मैदान में शांति भूषण और प्रशांत भूषण के साथ आंदोलन में शामिल होंगी। हजारे ने पहले यह घोषणा की थी कि केजरीवाल और बेदी उनके साथ अनशन में तीन दिनों तक मुंबई में ही रहेंगे। |
सीबीआई गैरकानूनी, अपराधों की जांच नहीं कर सकती : गुवाहाटी हाईकोर्ट | गुवाहाटी हाईकोर्ट ने एक चौंकाने वाले फैसले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को गैरकानूनी ठहरा दिया है। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में उस प्रस्ताव को रद्द कर दिया, जिसके तहत सीबीआई का गठन किया गया था। हाईकोर्ट ने जांच एजेंसी की सभी कार्रवाइयों को भी असंवैधानिक करार दिया है। केंद्र सरकार जल्दी ही सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को चुनौती देगी।
गुवाहाटी हाईकोर्ट ने कहा कि सीबीआई का गठन निश्चित जरूरत को पूरा करने के लिए 'कुछ समय' के लिए ही किया गया था और गृह मंत्रालय का वह प्रस्ताव न केंद्रीय कैबिनेट का फैसला था और न ही उसके साथ राष्ट्रपति की स्वीकृति का कोई कार्यकारी आदेश है। कोर्ट ने कहा है कि अपराध की जांच करने वाली ऐसी एजेंसी, जिसके पास पुलिस बल की शक्तियां हों, उसकी स्थापना केवल एक कार्यकारी निर्देश के जरिये नहीं की जा सकती।
असम में बीएसएनएल के कमर्चारी नवेंद्र कुमार के खिलाफ 2001 में सीबीआई ने आपराधिक षडयंत्र रचने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था, जिसके बाद नवेंद्र ने संविधान के तहत सीबीआई के गठन को चुनौती देते हुए अपने खिलाफ दायर एफआईआर को खारिज करने की मांग की। हाईकोर्ट की सिंगल जज बेंच ने उसकी याचिका खारिज कर दी।
नवेंद्र ने इसके बाद हाईकोर्ट की डबल जज बेंच में याचिका दायर की, जिसके बाद जस्टिस इकबाल अहमद तथा जस्टिस इंदिरा शाह ने यह फैसला सुनाते हुए सीबीआई के गठन को असंवैधानिक करार दिया। हाईकोर्ट ने नवेंद्र के खिलाफ सीबीआई द्वारा दायर की गई चार्जशीट तथा मामले की सुनवाई को खारिज कर दिया। |
पाकिस्तान : कराची बंदरगाह पर दो जहाज आपस में टकराए ,19 कंटेनर अरब सागर में समाए | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
बैडमिंटन : एशिया चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु, अजय जयराम बाहर | एशिया चैंपियनशिप बैडमिंटन टूर्नामेंट में गुरुवार का दिन भारत के लिए मिला-जुला रहा. ओलम्पिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने जहां एक ओर अपना विजय क्रम जारी रखते हुए महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है, वहीं पुरुष खिलाड़ी अजय जयराम को हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा है. टूर्नामेंट की चौथी वरीय खिलाड़ी सिंधु ने दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की आया ओहोरी को सीधे सेटों में 21-14, 21-15 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया.टिप्पणियां
पुरुष एकल वर्ग में हुए दूसरे दौर के मैच में चीनी ताइपे के खिलाड़ी सु जेन हाओ ने जयराम को 21-19, 21-10 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया. इस परिणाम के साथ ही सिंधु इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती पेश करने वाली एकमात्र खिलाड़ी रह गई हैं. क्वार्टर फाइनल में उनका सामना आठवीं वरीय चीनी खिलाड़ी हे बिंगजियाओ से होगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुरुष एकल वर्ग में हुए दूसरे दौर के मैच में चीनी ताइपे के खिलाड़ी सु जेन हाओ ने जयराम को 21-19, 21-10 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया. इस परिणाम के साथ ही सिंधु इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती पेश करने वाली एकमात्र खिलाड़ी रह गई हैं. क्वार्टर फाइनल में उनका सामना आठवीं वरीय चीनी खिलाड़ी हे बिंगजियाओ से होगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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16 हजार के नीचे पहुंचा सेंसेक्स | अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में जारी गिरावट और केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले को लेकर छाये संकट के बादल के कारण सोमवार को शेयर बाजारों में तेज गिरावट का रुख देखा गया। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स दोपहर के कारोबार मे गिरकर 16 हजार के नीचे पहुंच गया। दोपहर करीब 12 बजे बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 300.95 अंकों की गिरावट के साथ 15861.11 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 93.65 अंकों की गिरावट के साथ 4774.10 पर कारोबार कर रहा था। आज सुबह हालांकि प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 47.13 अंकों की बढ़त के साथ 16209.19 पर जबकि निफ्टी 10.85 अंकों की बढ़त के साथ 4878.60 पर खुला। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि मामूली बढ़त का रुख था। पिछले साल की तुलना में सेंसेक्स में करीब 1500 अंकों की गिरावट आई। |
बच्चों के साथ जमकर नाचीं करिश्मा कपूर | मुम्बई के एक स्कूल में अभिनेत्री करिश्मा कपूर बच्चों के साथ जमकर नाचीं। मौका था ब्राइट स्टार्ट फ़ेलोशिप इंटरनेशनल स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का, जहां करिश्मा कपूर ख़ास मेहमान बनकर पहुंची और बच्चों का उत्साह देखकर करिश्मा भी उतर गईं डांस करने।
दरअसल इस स्कूल में भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था ताकि आज के बच्चे देश की अलग-अलग संस्कृतियों के बारे में जानें और इसी लिए भारत की ढेर सारी पारंपरिक झलकियां दिखाई गईं। इस मौके पर करिश्मा कपूर ने कहा कि 'इन बच्चों के बीच अपने आपको पाकर मैं बहुत खुश हूँ। इस तरह के कार्यक्रम स्कूलों में होते रहने चाहिए ताकि बच्चे देश की संस्कृति को जान सकें"।
यहां करिश्मा भी इसी उद्देश्य से आई थीं ताकि वो इन झलकियों को देख सकें और भारत की संस्कृति को बच्चों को बता सकें। यहां करिश्मा ने बच्चों में पुरुस्कार भी बांटे जिन्होंने पढ़ाई लिखाई में अच्छा करते हुए इस कल्चरल प्रोग्राम में अच्छा प्रदर्शन किया। |
इंडोनेशिया ओपन बैडमिंटन : गुट्टा और पोनप्पा हारीं, जयराम जीते | ज्वाला गुट्टा ने वी दीजू के साथ खेलते हुए इंडोनेशिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट-2012 के मिश्रित युगल मुकाबले के दूसरे दौर में जगह बना ली है लेकिन गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी को महिला युगल में हार का सामना करना पड़ा है।
पुरुष एकल में पुरुपल्ली कश्यप और जयराम भी दूसरे दौर में पहुंच गए हैं। मिश्रित युगल में ही तरुण कोना और पोनप्पा, महिला युगल में प्रादन्या गडरे और प्राजक्ता सावंत, पुरुष युगल में तरुन कोना और अरुण विष्णु को हालांकि हार मिली है।
गुट्टा और दीजू ने मिश्रित युगल के पहले दौर में दक्षिण कोरिया सेयोंग वू और ये ना जांग की जोड़ी को 50 मिनट तक चले मुकाबले में 14-21, 21-11, 21-16 से पराजित किया।
महिला युगल में हालांकि गुट्टा और पोनप्पा को चीन की क्विंग तियान और युनलेई जिआयो की जो़ड़ी ने 21-13, 21-17 से पराजित किया। यह मुकाबला 36 मिनट तक चला।
लंदन ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके कश्यप ने ग्वाटेमाला के केविन कार्डन को 21-19, 19-21, 21-16 से हराया। यह मैच जीतने के लिए कश्यप को एक घंटा पांच मिनट पसीना बहाना पड़ा।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
पुरुष एकल में पुरुपल्ली कश्यप और जयराम भी दूसरे दौर में पहुंच गए हैं। मिश्रित युगल में ही तरुण कोना और पोनप्पा, महिला युगल में प्रादन्या गडरे और प्राजक्ता सावंत, पुरुष युगल में तरुन कोना और अरुण विष्णु को हालांकि हार मिली है।
गुट्टा और दीजू ने मिश्रित युगल के पहले दौर में दक्षिण कोरिया सेयोंग वू और ये ना जांग की जोड़ी को 50 मिनट तक चले मुकाबले में 14-21, 21-11, 21-16 से पराजित किया।
महिला युगल में हालांकि गुट्टा और पोनप्पा को चीन की क्विंग तियान और युनलेई जिआयो की जो़ड़ी ने 21-13, 21-17 से पराजित किया। यह मुकाबला 36 मिनट तक चला।
लंदन ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके कश्यप ने ग्वाटेमाला के केविन कार्डन को 21-19, 19-21, 21-16 से हराया। यह मैच जीतने के लिए कश्यप को एक घंटा पांच मिनट पसीना बहाना पड़ा।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
गुट्टा और दीजू ने मिश्रित युगल के पहले दौर में दक्षिण कोरिया सेयोंग वू और ये ना जांग की जोड़ी को 50 मिनट तक चले मुकाबले में 14-21, 21-11, 21-16 से पराजित किया।
महिला युगल में हालांकि गुट्टा और पोनप्पा को चीन की क्विंग तियान और युनलेई जिआयो की जो़ड़ी ने 21-13, 21-17 से पराजित किया। यह मुकाबला 36 मिनट तक चला।
लंदन ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके कश्यप ने ग्वाटेमाला के केविन कार्डन को 21-19, 19-21, 21-16 से हराया। यह मैच जीतने के लिए कश्यप को एक घंटा पांच मिनट पसीना बहाना पड़ा।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
महिला युगल में हालांकि गुट्टा और पोनप्पा को चीन की क्विंग तियान और युनलेई जिआयो की जो़ड़ी ने 21-13, 21-17 से पराजित किया। यह मुकाबला 36 मिनट तक चला।
लंदन ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके कश्यप ने ग्वाटेमाला के केविन कार्डन को 21-19, 19-21, 21-16 से हराया। यह मैच जीतने के लिए कश्यप को एक घंटा पांच मिनट पसीना बहाना पड़ा।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
लंदन ओलिम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके कश्यप ने ग्वाटेमाला के केविन कार्डन को 21-19, 19-21, 21-16 से हराया। यह मैच जीतने के लिए कश्यप को एक घंटा पांच मिनट पसीना बहाना पड़ा।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
कोना और पोनप्पा की जोड़ी को इंडोनेशिया के रिकी विदियांतो और पुष्पिता दिली ने 21-16, 21-10 से हराया। यह मैच सिर्फ 26 मिनट चला।
जयराम ने पुरुष एकल में डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्लेसन को 21-16, 21-14 से पराजित किया। यह मैच 33 मिनट चला।टिप्पणियां
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कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
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महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
महिला युगल में गडरे और सावंत को इंडोनेशिया की माल्वीरा ओक्लामोना और खाएराह रोसमिनी की जोड़ी ने 21-23, 21-19, 21-19 से हार गईं। यह मैच एक घंटे 14 मिनट चला।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई।
कोना और अरुण की पुरुष युगल जोड़ी को डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसेन की जोड़ी ने 21-14, 21-13 से मात दी। भारतीय जो़ड़ी 30 मिनट में यह मैच हार गई। |
जमानत पर जेल से रिहा कन्हैया कुमार की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है दिल्ली पुलिस | सूत्रों के मुताबिक कोर्ट के निर्देश और 17 फरवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया पर हमले के मद्देनजर भी दिल्ली पुलिस ऐसा कर रही है। |
बुकलेट तैयार नहीं किया तो योगी सरकार में मंत्री ने BDO-ADO को फटकारा, कहा- 'धत्त्त... बदतमीज कहीं का' | #WATCH: UP Minister Jai Kumar Singh Jaiki scolds Block Development Officer & Asst Development Officer in Jalaun's Udotpura Jagir after they had failed to prepare a booklet for a 'chaupal' which was held as a part of Gram Swaraj Abhiyan. pic.twitter.com/972HSpcFK0 |
लोकपाल विधेयक 30 से पहले पारित करना संभव नहीं | अन्ना हजारे की ओर से जन लोकपाल विधेयक को 30 अगस्त तक पारित करने की मांग के बाद सरकार और कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि विधेयक 30 अगस्त तक पारित करने की संभावना नहीं है। सू़त्रों ने कहा कि सरकार द्वारा लोकसभा में पेश किया गया लोकपाल विधेयक फिलहाल संसदीय स्थाई समिति को गया है जिसे अपनी सिफारिशें देने से पहले इस पर काफी काम करना है। सूत्रों ने समिति और संसद द्वारा एक ही समय में दो विधेयकों को लेने की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि समिति ने अब तक केवल हजारे और उनके सहयोगियों की बात सुनी है। विचार जानने के लिए अनिवार्य विज्ञापन अभी तक जारी नहीं किए गए हैं। सूत्रों ने कहा कि हजारे पक्ष को संसदीय प्रक्रियाओं की वास्तविकता समझनी चाहिए। सरकारी सूत्रों ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा अन्ना हजारे पक्ष अपना मसौदा समिति के समक्ष विचार के लिए रख सकता है और इस स्तर पर इससे ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता। इससे पहले कानून मंत्री सलमान खुर्शीद कह चुके हैं कि किसी सदस्य को सदन में निजी विधेयक लाने से नहीं रोका जा सकता लेकिन इसे पर्याप्त समर्थन मिलना चाहिए। |
लखनऊ: दो महीने से बीमार नवजात को मां ने अस्पताल की चौथी मंजिल से नीचे फेंका, बताई यह वजह... | किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर की चौथी मंजिल से मंगलवार को एक मां ने अपने बीमार नवजात शिशु को नीचे फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई. यूनिवर्सिटी प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने मां को गिरफ्तार कर लिया है. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि कुशीनगर जिले की महिला शांति को 26 मई को सात माह का लड़का पैदा हुआ था. चूंकि बच्चा समय से पहले पैदा हुआ था इसलिए वह बहुत ही कमजोर था और उसका वजन केवल 750 ग्राम था.
बच्चे को ट्रॉमा सेंटर की चौथी मंजिल पर पीडियाट्रिक इमरजेंसी विभाग में रखा गया था. करीब दो माह से बच्चा अस्पताल में भर्ती था और उसका इलाज चल रहा था, लेकिन उसकी स्थिति में बहुत धीमी गति से सुधार हो रहा था. डॉ. तिवारी ने बताया कि सुबह मां शांति अपने बच्चे के साथ थी कि अचानक उसने अपने बच्चे को उठाकर चौथी मंजिल पर स्थित वार्ड की खिड़की के बाहर फेंक दिया. बच्चे को चौथी मंजिल से फेंकने के कारण उसकी तत्काल मौत हो गई.
चौंक कोतवाली के पुलिस क्षेत्राधिकारी दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि मां शांति से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दो माह से बच्चे के इलाज के बाद भी ठीक न होने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान हो गई थी. उसने कैसे और किन कारणों से बच्चे को फेंका उसे भी इस बात की जानकारी नहीं है. पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है तथा केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. |
तमिलनाडू में भारी बारिश की चेतावनी, चेन्नई समेत 7 जिलों के स्कूल-कॉलेज बंद | राज्य के पूर्वी और मध्य हिस्सों में पहले से ही बारिश शुरू हो चुकी है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और विल्लुपुरम उन जिलों में शामिल हैं जहां वर्षा हुई. मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कुड्डलोर, अरियालूर में एक सेंटीमीटर, नगापट्टिनम जिले के तारंगमबाड़ी में सात सेंटीमीटर और चेन्नई (नुंगमबक्कम) में दो सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी तूफान ‘गज' से हुई तबाही की बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जानकारी देंगे और स्थिति को काबू में करने के लिए व्यापक केन्द्रीय सहायता पैकेज की मांग करेंगे. बता दें कि गाजा साइक्लोन से तमिलनाडु में 46 लोगों की मौत हुई है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी तूफान ‘गज' से हुई तबाही की बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जानकारी देंगे और स्थिति को काबू में करने के लिए व्यापक केन्द्रीय सहायता पैकेज की मांग करेंगे. बता दें कि गाजा साइक्लोन से तमिलनाडु में 46 लोगों की मौत हुई है. |
जम्मू-कश्मीर संकट : पीएम मोदी से मिलने के बाद महबूबा मुफ्ती बोलीं - मुलाकात अच्छी और सकारात्मक रही | जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती सोमवार को दिल्ली पहुंच गई थीं। बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज उन्होंने मुलाक़ात की। उन्होंने की पीएम मोदी के साथ बैठक काफी अच्छी और सकारात्मक रही।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को पार्टी विधायक से मीटिंग करेंगी और फिर बताएंगी कि सरकार गठन पर पार्टी का क्या रुख है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती की पिछले पांच दिन में ये दिल्ली की दूसरी यात्रा है।टिप्पणियां
इससे पहले महबूबा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बातचीत सफल नहीं रही थी। महबूबा मुफ़्ती के इस दौरे पर वित्तमंत्री अरुण जेटली के जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को लेकर दिए बयान के बाद सबकी नज़र है। वित्तमंत्री ने कहा था कि जहां तक सरकार के एजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं।
इसी बीच पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाक़ात की। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को पार्टी विधायक से मीटिंग करेंगी और फिर बताएंगी कि सरकार गठन पर पार्टी का क्या रुख है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती की पिछले पांच दिन में ये दिल्ली की दूसरी यात्रा है।टिप्पणियां
इससे पहले महबूबा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बातचीत सफल नहीं रही थी। महबूबा मुफ़्ती के इस दौरे पर वित्तमंत्री अरुण जेटली के जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को लेकर दिए बयान के बाद सबकी नज़र है। वित्तमंत्री ने कहा था कि जहां तक सरकार के एजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं।
इसी बीच पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाक़ात की। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग कर देनी चाहिए।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती की पिछले पांच दिन में ये दिल्ली की दूसरी यात्रा है।टिप्पणियां
इससे पहले महबूबा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बातचीत सफल नहीं रही थी। महबूबा मुफ़्ती के इस दौरे पर वित्तमंत्री अरुण जेटली के जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को लेकर दिए बयान के बाद सबकी नज़र है। वित्तमंत्री ने कहा था कि जहां तक सरकार के एजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं।
इसी बीच पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाक़ात की। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग कर देनी चाहिए।
इससे पहले महबूबा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई बातचीत सफल नहीं रही थी। महबूबा मुफ़्ती के इस दौरे पर वित्तमंत्री अरुण जेटली के जम्मू-कश्मीर में गठबंधन को लेकर दिए बयान के बाद सबकी नज़र है। वित्तमंत्री ने कहा था कि जहां तक सरकार के एजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं।
इसी बीच पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाक़ात की। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग कर देनी चाहिए।
इसी बीच पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाक़ात की। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्यपाल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग कर देनी चाहिए। |
अब बेधड़क जाइए गोवा, GST के लागू होने के साथ नहीं देनी होगी एंट्री फीस | जीएसटी के लागू होने के बाद गोवा की एंट्री फीस रद्द हुई है. गोवा में सस्ते पेट्रोल को खरीदने आनेवालों पर यह एंट्री फीस लागू हुई थी. मनोहर पर्रिकर ने 2015 में मुख्यमंत्री बनने के बाद गोवा में पेट्रोल से VAT फीस खत्म किया था, जिसके परिणामस्वरूप बढ़ती भीड़ पर काबू करने के लिए यह एंट्री फी लगाई गई थी.टिप्पणियां
गोवा में पेट्रोल आसपास के राज्य जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक से काफी सस्ता था. इस वजह से दूसरे राज्यों से केवल पेट्रोल खरीदने के लिए वाहनों की भारी भीड़ गोवा में होती थी. इससे बिना VAT के सस्ता पेट्रोल गोवावासीयों को मिलना मुश्किल हो रहा था. साथ ही गोवा से सस्ता पेट्रोल खरीदकर सीमावर्ती भागों में उसकी कालाबाजारी शुरू हुई थी.
इसपर नकेल कसने के लिए गोवा की सीमाओं से 20 किलोमीटर अंदर एंट्री चेक पोस्ट शुरू किए गए थे. वहां से गुजराती गाड़ियों पर यह शुल्क वसूली होती थी. GST लागू होने के बाद किसी एक राज्य में प्रवेश के लिए ऐसी शुल्क अदायगी कानूनन नहीं रहती. ऐसे में इस एंट्री फीस को हटाया गया है. गोवा के 5 एंट्री फी बूथ से सालाना 42 करोड़ रुपए की आमदनी सरकार को होती थी.
गोवा में पेट्रोल आसपास के राज्य जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक से काफी सस्ता था. इस वजह से दूसरे राज्यों से केवल पेट्रोल खरीदने के लिए वाहनों की भारी भीड़ गोवा में होती थी. इससे बिना VAT के सस्ता पेट्रोल गोवावासीयों को मिलना मुश्किल हो रहा था. साथ ही गोवा से सस्ता पेट्रोल खरीदकर सीमावर्ती भागों में उसकी कालाबाजारी शुरू हुई थी.
इसपर नकेल कसने के लिए गोवा की सीमाओं से 20 किलोमीटर अंदर एंट्री चेक पोस्ट शुरू किए गए थे. वहां से गुजराती गाड़ियों पर यह शुल्क वसूली होती थी. GST लागू होने के बाद किसी एक राज्य में प्रवेश के लिए ऐसी शुल्क अदायगी कानूनन नहीं रहती. ऐसे में इस एंट्री फीस को हटाया गया है. गोवा के 5 एंट्री फी बूथ से सालाना 42 करोड़ रुपए की आमदनी सरकार को होती थी.
इसपर नकेल कसने के लिए गोवा की सीमाओं से 20 किलोमीटर अंदर एंट्री चेक पोस्ट शुरू किए गए थे. वहां से गुजराती गाड़ियों पर यह शुल्क वसूली होती थी. GST लागू होने के बाद किसी एक राज्य में प्रवेश के लिए ऐसी शुल्क अदायगी कानूनन नहीं रहती. ऐसे में इस एंट्री फीस को हटाया गया है. गोवा के 5 एंट्री फी बूथ से सालाना 42 करोड़ रुपए की आमदनी सरकार को होती थी. |
सानिया मिर्जा ने फराह खान को किया फोन, नहीं मिला जवाब तो टेनिस स्टार ने इंस्टाग्राम पर बताई दास्तान | फराह खान (Farah Khan Birthday) का आज जन्मदिन है और वे 53 साल की हो गई हैं. टेनिस स्टार सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने उन्हें बर्थडे विश करने के लिए फोन किया लेकिन फराह खान का फोन लगातार बिजी आता रहा. सानिया मिर्जा (Sania Mirza) को हार कर फराह खान (Farah Khan) को सोशल मीडिया पर बर्थडे विश करना पड़ा. सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने अपनी पूरी दास्तान सोशल मीडिया पर बयान की है. सानिया मिर्जा ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फराह खान (Farah Khan) को बर्थडे विश करने की अपनी कोशिशों का पूरा किस्सा बताया है.
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सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने बॉलीवुड की फेमस डायरेक्टर फराह खान (Farah Khan) को मैसेज लिखा हैः 'मैंने तुम्हें कॉल करने की कोशिश की लेकिन आप का फोन बिजी थी. मैं आपको वहां विश कर रही हूं जो मंच बहुत मायने रखता है. मेरी लाफिंग पार्टन, मेरी सोल सिस्टर को हैप्पी बर्थडे. मेरी भरोसेमंद, ऐसी इंसान जिसके साथ मैं कोई भी बात कर सकती हूं और कोई प्रॉब्लम डिस्कस कर सकत हूं. एक मजबूत महिला. मेरे सबसे करीबी दोस्त...आई लव यू फराह खान कुंदेर.' हालांकि फराह खान ने भी इंस्टाग्राम पर सानिया मिर्जा को जवाब दे दिया है और कहा है कि तुम इतनी बातें फोन पर नहीं कह सकती थीं.
फराह खान (Farah Khan) और सानिया मिर्जा (Sania Mirza) की दोस्ती काफी फेमस है. फराह खान का जन्म 9 जनवरी 1965 को हुआ और वे डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, कोरियोग्राफर और एक्ट्रेस भी हैं. फराह खान अभी तक चार फिल्में डायरेक्ट कर चुकी हैं. 2004 में फराह खान ने शाहरुख खान के साथ 'मैं हूं न', 2007 में 'ओम शांति ओम', 2010 में अक्षय कुमार के साथ 'तीस मार खां' और 2014 में शाहरुख खान के साथ 'हैप्पी न्यू ईयर' बनाई थीं. 'तीस मार खां' को छोड़कर शाहरुख खआन के साथ उनकी ट्यूनिंग जबरदस्त रही है और उनकी फिल्में हिट रही हैं. फराह खान ने 2004 में फिल्म डायरेक्टर शिरिष कुंदेर से शादी की थी और उनके तीन बच्चे हैं. |
सलमान खान ने गर्मी में बिना शर्ट के देखा नरेंद्र मोदी को फिर पीएम बनते हुए, बोले- हम आपके साथ हैं... | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एक बार फिर देश की सत्ता पर आसीन होने जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 330 से ज्यादा सीटें हासिल की हैं और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) वोटरों का आभार भी जता चुके हैं. बॉलीवुड के सुल्तान सलमान खान का भी पीएम नरेंद्र मोदी के दोबारा पीएम बनने को लेकर अपना रिएक्शन दिया है. सलमान खान (Salman Khan) ने दो ट्वीट किए हैं और एक ट्वीट में वे बिना शर्ट के नजर आ रहे हैं, और समाचार देख रहे हैं. सलमान खान (Salman Khan) के ये ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.
Many congratulations Hon. Prime Minister @narendramodi on your decisive victory. We stand by you in building a stronger India.
सलमान खान (Salman Khan) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है. सलमान खान ने लिखा हैः 'आपकी निर्णायक जीत के लिए बहुत-बहुत बधाई आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. मजबूत भारत के निर्माण में हम आपके साथ हैं.' इस तरह सलमान खान ने पीएम मोदी को अपनी ओर से बधाई दी है और उनका साथ देने की बात भी कही है.
Chilling and watching the news
Swachch Bharat Fit Bharat pic.twitter.com/zsG3rNqyiF
सलमान खान (Salman Khan) ने इसके बाद एक ट्वीट किया है. जिसमें गर्मी का असर उनपर साफ नजर आ रहा है. सलमान खान ने इस ट्वीट में लिखा हैः 'चिल कर रहा हूं और समाचार देख रहा हूं. स्वच्छ भारत फिट भारत.' इस तरह उन्होंने फिल्म के प्रचार के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नारे को भी ट्वीट कर दिया. 5 जून को सलमान खान की फिल्म 'भारत' रिलीज होने जा रही है. |
एक महाभियोग और इंसाफ़ का सवाल | डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार NDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. |
साथियों की परीक्षा लेने के लिए अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाना चाहिए : लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | शिरोमणि अकाली दल की नेता तथा केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान दिए गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण को लेकर NDTV से बात करते हुए कहा, "पप्पू जी, अगर आप 'मुन्नाभाई' बनना चाहते हैं, तो मुंबई जाएं... 'पप्पी-झप्पी' की राजनीति पिक्चरों में होती है, पार्लियामेंट में नहीं... मैंने भाषण के बाद राहुल से पूछा कि आज कौन-सा नशा करके आए हो, वह मेरी बात नहीं समझे..."...जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने एक काम नहीं किया और बीजेपी के लोग भी दुखी हैं. उन्होंने कहा कि खाद, बीज, सिंचाई सब महंगी हो गई. किसान संपन्न होगा, तो देश संपन्न होगा. मुलायम सिंह यादव ने कहा, "कोई भी ऐसा शख्स नहीं है, जो उदास नहीं है... यहां तक कि BJP के लोग भी उदास हैं... उनका कहना है, हमारा करियर बर्बाद हो गया... PM ने जो भी वादे किए थे - 15 लाख रुपये, दो करोड़ रोज़गार, कितनों की लिस्ट बनाएं - उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया..."टिप्पणियांराहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी जादू की झप्पी, सोशल मीडिया पर आया Jokes का 'भूकंप'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. आज जीडीपी ऊपर और महंगाई दर नीचे है. 10 साल हम कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. मनमोहन सिंह के खिलाफ कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. नोटबंदी के बाद यूपी में पहले चुनाव में जीत मिली.' केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू किया. उन्होंने कहा, 'BJP के पास स्पष्ट बहुमत है, और कई दलों को मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.' उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता का समर्थन है, इसलिए उसे चलने देना चाहिए. इसी वजह से हमने डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नहीं की.
...जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने एक काम नहीं किया और बीजेपी के लोग भी दुखी हैं. उन्होंने कहा कि खाद, बीज, सिंचाई सब महंगी हो गई. किसान संपन्न होगा, तो देश संपन्न होगा. मुलायम सिंह यादव ने कहा, "कोई भी ऐसा शख्स नहीं है, जो उदास नहीं है... यहां तक कि BJP के लोग भी उदास हैं... उनका कहना है, हमारा करियर बर्बाद हो गया... PM ने जो भी वादे किए थे - 15 लाख रुपये, दो करोड़ रोज़गार, कितनों की लिस्ट बनाएं - उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया..."टिप्पणियांराहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी जादू की झप्पी, सोशल मीडिया पर आया Jokes का 'भूकंप'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. आज जीडीपी ऊपर और महंगाई दर नीचे है. 10 साल हम कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. मनमोहन सिंह के खिलाफ कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. नोटबंदी के बाद यूपी में पहले चुनाव में जीत मिली.' केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू किया. उन्होंने कहा, 'BJP के पास स्पष्ट बहुमत है, और कई दलों को मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.' उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता का समर्थन है, इसलिए उसे चलने देना चाहिए. इसी वजह से हमने डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नहीं की.
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने एक काम नहीं किया और बीजेपी के लोग भी दुखी हैं. उन्होंने कहा कि खाद, बीज, सिंचाई सब महंगी हो गई. किसान संपन्न होगा, तो देश संपन्न होगा. मुलायम सिंह यादव ने कहा, "कोई भी ऐसा शख्स नहीं है, जो उदास नहीं है... यहां तक कि BJP के लोग भी उदास हैं... उनका कहना है, हमारा करियर बर्बाद हो गया... PM ने जो भी वादे किए थे - 15 लाख रुपये, दो करोड़ रोज़गार, कितनों की लिस्ट बनाएं - उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया..."टिप्पणियांराहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी जादू की झप्पी, सोशल मीडिया पर आया Jokes का 'भूकंप'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. आज जीडीपी ऊपर और महंगाई दर नीचे है. 10 साल हम कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. मनमोहन सिंह के खिलाफ कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. नोटबंदी के बाद यूपी में पहले चुनाव में जीत मिली.' केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू किया. उन्होंने कहा, 'BJP के पास स्पष्ट बहुमत है, और कई दलों को मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.' उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता का समर्थन है, इसलिए उसे चलने देना चाहिए. इसी वजह से हमने डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नहीं की.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दी जादू की झप्पी, सोशल मीडिया पर आया Jokes का 'भूकंप'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. आज जीडीपी ऊपर और महंगाई दर नीचे है. 10 साल हम कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. मनमोहन सिंह के खिलाफ कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. नोटबंदी के बाद यूपी में पहले चुनाव में जीत मिली.' केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू किया. उन्होंने कहा, 'BJP के पास स्पष्ट बहुमत है, और कई दलों को मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.' उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता का समर्थन है, इसलिए उसे चलने देना चाहिए. इसी वजह से हमने डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नहीं की.
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस ने लंबे समय तक सरकार चलाई है. आज जीडीपी ऊपर और महंगाई दर नीचे है. 10 साल हम कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. मनमोहन सिंह के खिलाफ कभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाए. नोटबंदी के बाद यूपी में पहले चुनाव में जीत मिली.' केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में 'चिपको आंदोलन' शुरू किया. उन्होंने कहा, 'BJP के पास स्पष्ट बहुमत है, और कई दलों को मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.' उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता का समर्थन है, इसलिए उसे चलने देना चाहिए. इसी वजह से हमने डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कभी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नहीं की. |
दिल्ली : होली पर 1900 से ज्यादा लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए | पुलिस ने कहा कि अन्य नियमों का उल्लंघन करने पर 1,589 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
(इनपुट भाषा से) |
लड़की और गोरिल्ला की तस्वीर हुई वायरल, जानें- क्या है पूरा मामला | अमेरिका में गोरिल्ला और खूबसूरत लड़की की तस्वीर खूब वायरल हो रही है. इतना ही नहीं दावा किया जा रहा है कि गोरिल्ला को उस लड़की के फोन पर चल रहे वीडियो को खूब भा रहा है. इस तस्वीर को लिंडसे कोस्टेलो ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. इसके बाद से यह सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इस तस्वीर को अब तक 900 लाइक्स मिल चुके हैं और इंस्टग्राम के अलावा दूसरे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी खूब शेयर किया जा रहा है.
My new friend and I enjoy watching videos of baby gorillas!टिप्पणियां
My new friend and I enjoy watching videos of baby gorillas! |
'Gully Boy' Trailer: रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के 'गली बॉय' में धांसू तेवर, बार-बार देखना चाहेंगे ट्रेलर- Video | 'Gully Boy' Trailer: रणवीर सिंह (Ranveer Singh) की फिल्म 'गली बॉय (Gully Boy)' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. रणवीर सिंह आंखों में काजल लगाकर रैप की दुनिया में तहलका मचाने को तैयार हैं. रणवीर सिंह रैप करते नजर आ रहे हैं तो आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और कल्कि कोचलिन (Kalki Koechlin) भी जोरदार अंदाज में दिख रही हैं. रणवीर सिंह की फिल्म 'गली बॉय (Gully Boy Ranveer Singh)' का सॉन्ग 'असली हिप हॉप (Asli Hip Hop)' 4 जनवरी को रिलीज कर दिया गया था. इस वीडियो में रणवीर सिंह एकदम अनोखे अंदाज में नजर आए, और जबरदस्त रैप कर रहे हैं. फिल्म में रणवीर सिंह के किरदार से रू-ब-रू कराने का ये अंदाज वाकई मजेदार रहा. लेकिन 'गली बॉय' का ट्रेलर (Gully Boy Trailer) तो वाकई रणवीर सिंह की एक्टिंग को एक नए मुकाम पर ले जाता है.
रणवीर सिंह (Ranveer Singh) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर 'गली बॉय (Gully Boy)' के ट्रेलर की एनाउंसमेंट की. दिलचस्प यह है कि रणवीर सिंह इसमें हिप हॉप और रैप कर रहे हैं. रणवीर सिंह ने 'पद्मावत (Padmaavat)' के अलाउद्दीन खिलजी से लेकर 'बाजीराव मस्तानी (Bajirao Mastani)' के बाजीराव के कैरेक्टर तक अपनी एनर्जी और मेहनत से दर्शकों का दिल जीता तो 'सिम्बा (Simmba)' का बिंदास अंदाज भी दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहा.
रणवीर सिंह (Ranveer Singh) 'गली बॉय (Gully Boy)' में रैपर का किरदार निभा रहे हैं और फिल्म 14 फरवरी को रिलीज हो रही है. 'गली बॉय' को जोया अख्तर (Zoya Akhtar) ने डायरेक्ट किया है और इस फिल्म के लिए रणवीर सिंह ने रैप भी सीखा है. रणवीर सिंह को अपने कैरेक्टर में पूरी शिद्दत के साथ उतरने के लिए पहचाना जाता है. 'गली बॉय' के लिए भी रणवीर सिंह ने ऐसा ही किया है. उन्होंने अपने कैरेक्टर में महारत हासिल करने के लिए देसी रैपर्स से मिले, उनके अंदाज सीखे और रैप की बारीकियों को जाना. रणवीर सिंह अपने इस रोल से फैन्स को जरूर चौंका देंगे. |
10 साल की बच्ची, भाई की हत्या के दोषी मनोहरन की फांसी बरकरार | कोयम्बटूर में दस साल की बच्ची और भाई की हत्या का मामला में सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी और दोषी मनोहरन की फांसी बरकरार रखी है. जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस संजीव खन्ना ने फांसी बरकरार रखी, जबकि जस्टिस संजीव खन्ना ने इस फैसले से असहमति जताते हुए उम्रकैद दी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दोषी की फांसी पर रोक लगाई थी. मनोहरन की फांसी 20 सितंबर को होनी थी.
बता दें कि अगस्त में सुप्रीम कोर्ट (2:1 के बहुमत से) ने दस साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार में शामिल एक व्यक्ति को मौत की सजा को बरकरार रखा. दोषी ने बच्ची और उसके भाई की हत्या भी कर दी थी. दरअसल पुजारी मोहनकृष्णन और मनोहरन पर नाबालिग बच्चों की मौत के जघन्य अपराध का आरोप लगाया गया था. मोहनकृष्णन एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. मनोहरन को ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा दी थी, जिसकी पुष्टि बाद में मद्रास हाईकोर्ट ने की.
मनोहरन द्वारा हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर अपील पर तीन जजों की बेंच ने सुनवाई की, जिसमें जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस संजीव खन्ना शामिल थे. जस्टिस संजीव खन्ना ने इस फैसले से असहमति जताई थी. |