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'गोलमाल' शृंखला की अगली फिल्म फिलहाल नहीं : शेट्टी | फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी ने 'गोलमाल' सीरीज की अगली फिल्म की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है, और कम से कम तीन फिल्मों तक वह इस सीरीज को दोबारा शुरू नहीं करेंगे।
रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।"
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।"
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। |
दीपिका पादुकोण ने सलमान खान से लिया बदला या सलमान ने दीपिका से, Video देख खुद लगाएं अंदाजा | दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) का IIFA का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देखने के बाद लोग तरह-तरह के कयास भी लगा रहे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो आईफा अवॉर्ड समारोह (IIFA Award 2019) का है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दीपिका पादुकोण इंटरव्यू दे रही होती हैं, तभी सलमान खान (Salman Khan) पीछे से गुजरते हैं और मीडियाकर्मी भाई-भाई चिल्लाने लगते हैं. यह देख दीपिका पादुकोण मुस्कुराती हैं. यह वीडिया सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
A post shared by Voompla (@voompla) on Sep 20, 2019 at 5:07am PDT
दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के इस वायरल हो रहे वीडियो में पहले देखा जा सकता है कि जब सलमान खान (Salman Khan) इंटरव्यू दे रहे होते हैं, तभी दीपिका पादुकोण पीछे से गुजरती हैं और मीडियाकर्मी दीपिका-दीपिका चिल्लाते हैं. इस वीडियो को देख लोग कह रहे हैं कि सलमान ने दीपिका से बदला लिया है. वहीं कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि दीपिका ने सलमान खान को इग्नोर किया. अब यह वीडियो देख आप खुद ही अंदाजा लगाइए कि आखिरा माजरा क्या है.
A post shared by IIFA Awards (@iifa) on Sep 19, 2019 at 2:52am PDT
इस वायरल वीडियो को कुछ घंटे पहले ही शेयर किया गया है. बता दें कि आईफा अवॉर्ड समारोह (IIFA Award 2019) में दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) को फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' के लिए स्पेशल अवॉर्ड मिला है. वहीं, आईफा अवॉर्ड्स (IIFA Awards 2019) के ट्वीट के मुताबिक रणवीर सिंह (Ranveer Singh) को फिल्म 'पद्मावत' (Padmavat) के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया. वहीं, फिल्म 'राजी' में बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए आलिया भट्ट (Alia Bhatt) को बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया. |
लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को खारिज करने पर बीसीसीआई में बनी लगभग एकराय : सूत्र | -कमेटी की पहली सिफारिश में कोई भी व्यक्ति 70 साल की उम्र के बाद बीसीसीआई या राज्य संघ पदाधिकारी नहीं बन सकता.
-लोढ़ा समिति का सबसे अहम सुझाव है कि एक राज्य संघ का एक मत होगा और अन्य को एसोसिएट सदस्य के रूप में रेलीगेट किया जाएगा.
-आईपीएल और बीसीसीआई के लिए अलग-अलग गवर्निंग काउंसिल हों. इसके अलावा समिति ने आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को सीमित अधिकार दिए जाने का भी सुझाव दिया है.
-समिति ने बीसीसीआई पदाधिकारियों के चयन के लिए मानकों का भी सुझाव दिया है. उनका कहना है कि उन्हें मंत्री या सरकारी अधिकारी नहीं होना चाहिए, और वे नौ साल अथवा तीन कार्यकाल तक बीसीसीआई के किसी भी पद पर न रहे हों.
-लोढ़ा कमेटी का यह भी सुझाव है कि बीसीसीआई के किसी भी पदाधिकारी को लगातार दो से ज़्यादा कार्यकाल नहीं दिए जाने चाहिए.
-लोढ़ा समिति की रिपोर्ट में खिलाड़ियों के एसोसिएशन के गठन तथा स्थापना का भी प्रस्ताव है.
-समिति का सुझाव है कि बीसीसीआई को सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) के दायरे में लाया जाना चाहिए.
-समिति के मुताबिक, बीसीसीआई के क्रिकेट से जुड़े मामलों का निपटारा पूर्व खिलाड़ियों को ही करना चाहिए, जबकि गैर-क्रिकेटीय मसलों पर फैसले छह सहायक प्रबंधकों तथा दो समितियों की मदद से सीईओ करेंगे. |
मध्यप्रदेश में गैंगरेप की शिकार विदेशी महिला दिल्ली रवाना | मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बनी स्विट्जरलैंड की महिला को पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली भेज दिया गया है। पुलिस वहां हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है।
अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। |
आंध्र में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन खतरे में, चंद्रबाबू नायडू आज करेंगे मोदी और राजनाथ से बात | आंध्र प्रदेश में राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा बीजेपी-टीडीपी गठबंधन अंतिम समय में संकटों से जूझता दिख रहा है। इसी संबंध में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडु बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से आज बात कर सकते हैं।
आंध्र प्रदेश में 30 अप्रैल और सात मई को विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ आयोजित होने वाले हैं।
खबर है कि नायडू ने आंध्र प्रदेश में मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से 'कमजोर उम्मीदवार' उतारे जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि यह कदम गठबंधन के लिए केवल 'नुकसानदेह' होगा।
बताया जाता है कि नायडू ने बुधवार देर रात अपनी पार्टी के नेताओं के साथ एक टेलीकान्फ्रेंस में कहा कि विधानसभा के लिए बीजेपी की ओर से उतारे जा रहे उम्मीदवार वार्ड सदस्य के रूप में निर्वाचित होने में भी 'सक्षम नहीं' हैं।
नायडू ने इन उम्मीदवारों के बारे में कहा की, 'वे विधानसभा सीट कैसे जीतेंगे? यह हमारे गठबंधन के लिए सिर्फ नुकसानदेह होगा।' खबर है कि नायडू ने इच्चापुरम, राजमुंदरी (शहरी), काइकालुरू और गुंटाकल जैसी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर बीजेपी की पसंद पर नाखुशी जाहिर की है। ये सीटें बीजेपी को गठबंधन के तहत दी गई थीं।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी के उम्मीदवारों के चयन में हस्तक्षेप का उसे कोई अधिकार नहीं है। राज्य के नेताओं ने साथ ही कहा कि 11 दिन पुराने इस गठबंधन के लिए यह छोटी-मोटी परेशानियां और जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा। लेकिन टीडीपी सूत्रों की मानें तो उन्होंने बीजेपी को शनिवार तक का समय दिया है और अगर वह तब अपने उम्मीदवार नहीं बदलती, तो नायडु उन विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार भी खड़े कर सकते हैं। |
कंपनियां अब शेयरधारकों को दे रही हैं दिवाली पर छूट | सालाना आम बैठक के मौके पर खाने के सामान और दूसरे रियायती कूपन देकर शेयरधारकों को खुश करने वाली सूचीबद्ध कंपनियां अब दिवाली के मौके को भी अपने निवेशकों को रिझाने के अवसर के तौर देख रही हैं।
कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। |
सचिन तेंदुलकर ने कहा, आईआईटी दिल्ली से जमीन नहीं मांगी | क्रिकेट दिग्गज और राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट अकादमी खोलने की योजना और इसके लिए आईआईटी, दिल्ली से जमीन मांगने की बात से रविवार को इनकार कर दिया और कहा कि इस तरह की खबरों से वह स्तब्ध हैं।
तेंदुलकर ने सोशल वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, 'मैं इस प्रकार की खबरें देखकर स्तब्ध हूं कि मैंने आईआईटी दिल्ली से अपनी अकादमी खोलने के लिए जमीन मांगी।' तेंदुलकर के मुताबिक, न ही उन्होंने किसी प्रकार की अकादमी खोलने की योजना बनाई है और न ही जमीन की ही मांग की।
तेंदुलकर की तरफ से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में है, जब मीडिया में रिपोर्ट आई कि आईआईटी-दिल्ली के निदेशक रघुनाथ के. सेवगांवकर ने इसलिए अपना पद छोड़ दिया, क्योंकि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उनपर दबाव बनाया था कि तेंदुलकर को एक क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए आईआईटी की जमीन दे दी जाए।
तेंदुलकर ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि बेहतर होता कि अगर इस तरह की खबर छापने से पहले तथ्यों का पता लगाया जाता।
इससे पहले आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेवगांवकर पर संस्था के पूर्व प्रोफेसर और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी को 1972 से 1991 के बीच के बकाया वेतन भुगतान के तौर पर 70 लाख रुपये देने का भी दबाव था। |
अमित शाह से मिलने के बाद माने ओमप्रकाश राजभर, कहा- राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को देंगे वोट | उन्होंने योगी सरकार की पहली वर्षगांठ के बारे में कहा था कि जब तक राशन कार्ड, आवास, शिक्षा, दवा और अन्य मुद्दों से जुड़े सवालों का जवाब नहीं मिलता, तब तक वह इस तरह के जश्न में हिस्सा नहीं लेंगे. राजभर ने आगाह किया था कि अगर भाजपा सुभासपा की समस्याओं को नहीं सुलझाएगी तो वह आगामी राज्यसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी. सुभासपा के पास चार विधायक हैं. |
Results 2019: PM मोदी के नए कैबिनेट में स्मृति ईरानी को मिल सकता है अमेठी जीत का इनाम | मोदी सरकार की विराट जीत के बाद अब सबकी नज़रें अगली सरकार के शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल पर है. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इसमें स्मृति ईरानी को कोई बड़ा मंत्रालय देने पर विचार हो सकता है. वहीं, चार बड़े मंत्रालयों में फेरबदल पर फ़ैसला नहीं होना है. सूत्रों की मानें तो अच्छा काम कर रहे मंत्री अपने पद पर बने रहेंगे. उधर, खबर यह भी आ रही है कि पश्चिम बंगाल से भी कुछ बन सकते हैं. कुछ नए चेहरों के साथ भी मोदी और अमित शाह प्रयोग कर सकते हैं.
उधर, शनिवार को बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई है. जहां नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा. इस बैठक के बाद एनडीए की बैठक होगी जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोजपा के रामविलास पासवान समेत सभी एनडीए नेता और चुने गए सांसद मौजूद रहेंगे. बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है. जिसके मुताबिक शनिवार शाम 5 बजे सेंट्रल हॉल में एनडीए की बैठक बुलाई गई है.
बताया जा रहा है कि इसी के साथ मंत्रिमंडल, पोर्टफोलियो को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, शनिवार-रविवार अलग से एनडीए के नेताओं से मुलाकात करेंगे. वहीं बीजेपी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने नतीजों के दिन की यह बता दिया था कि नरेंद्र मोदी की तरफ से सभी सांसदों को अगले 100 दिनों का एजेंडा तय करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं. जाहिर है एनडीए अपने दूसरे कार्यकाल में उन बचे हुए कामों को प्राथमिकता के साथ करेंगे जो पहले कार्यकाल में अधूरे रह गए थे. |
क्या 16 अगस्त से पहले हो चुकी थी पूर्व पीएम वाजपेयी की मौत? भाजपा की सहयोगी शिवसेना का बड़ा बयान | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
सपना चौधरी कूदीं कुश्ती के रिंग में और फिर हुआ कुछ ऐसा, Video ने उड़ाया गरदा... | A post shared by Sapna Choudhary Club (@isapnachaudhary) on Nov 16, 2018 at 11:29am PST
A post shared by Sapna Choudhary Club (@isapnachaudhary) on Nov 17, 2018 at 11:31am PST |
दाऊद का सहयोगी फारूक टकला 19 मार्च तक सीबीआई हिरासत में | इन धमाकों में 27 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था. इस मामले में 129 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी. अभी इस मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, टाइगर मेमन समेत 27 आरोपी फरार हैं. |
सचान केस में सीबीआई जांच अभी जल्दबाजी : हाईकोर्ट | उत्तर प्रदेश की लखनऊ जेल में डिप्टी सीएमओ योगेंद्र सचान की मौत के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने आदेश दिया है कि अभी इसकी सीबीआई जांच कराने का आदेश देना जल्दबाजी होगी। इस मामले में डिप्टी सीएमओ के परिवार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सचान की पत्नी ने कोर्ट में एफिडेविट दाखिल करके आरोप लगाया था कि उनके पति को पूछताछ के बहाने ले जाया गया और कुछ बड़े लोगों को बचाने के लिए घोटाले में फंसा दिया गया। उन्होंने लिखा कि कोर्ट में पेशी से ठीक पहले उनकी हत्या कर दी गई, क्योंकि लोगों को डर था कि कहीं पुलिस रिमांड में वह बड़े राज न खोल दें। सचान के परिवार ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को खारिज करते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। उनका कहना है कि सरकार का यह दावा झूठा है कि पोस्टमॉर्टम के वक्त सचान के भाई मौजूद थे। |
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एलपीजी सिलेंडर में लगी आग कैसे बुझाएं : पुलिस वाले का वीडियो हो गया है वायरल | इस वीडियो में पुलिसकर्मी को देखा जा सकता है, जो कुछ लोगों को सिलेंडर लीक की वजह से लगने वाली आग को बुझाने का सही, आसान और सुरक्षित तरीका सिखा रहा है... ऐसा लगता है कि यह वीडियो दिल्ली की ही किसी बस्ती में फिल्माया गया है, और आसपास मौजूद बहुत-से लोग बहुत ध्यान से पुलिसकर्मी की बात को सुन रहे हैं, और सीख रहे हैं...
वीडियो में सुशील कुमार बताते हैं कि आग लग जाने की स्थिति में सिलेंडर को गीले कपड़े से चारों तरफ से कसकर लपेट देना चाहिए, और ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण आग कुछ सेकंडों में ही खत्म हो जाती है...
इस वीडियो का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह है, जिसमें सुशील कुमार एक बार खुद आग बुझाकर दिखाने के बाद दोबारा आग लगवाते हैं, और एक साधारण गृहिणी को बुलाकर उनके हाथों से आग बुझवाते हैं...
लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां
अब आप लोग भी इस वीडियो को खुद देखिए, और सीखिए कि रसोई गैस के सिलेंडर में लीक की वजह से आग लग जाने की स्थिति में क्या और कैसे करना चाहिए...
वैसे, हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि इस तरकीब को इस्तेमाल करने की नौबत आपकी ज़िन्दगी में कभी न आए, लेकिन इतना ज़रूर चाहेंगे कि आप नीचे कमेंट कर हमें यह ज़रूर बताएं कि आपको यह वीडियो कैसा लगा...
वीडियो में सुशील कुमार बताते हैं कि आग लग जाने की स्थिति में सिलेंडर को गीले कपड़े से चारों तरफ से कसकर लपेट देना चाहिए, और ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण आग कुछ सेकंडों में ही खत्म हो जाती है...
इस वीडियो का सबसे दिलचस्प हिस्सा वह है, जिसमें सुशील कुमार एक बार खुद आग बुझाकर दिखाने के बाद दोबारा आग लगवाते हैं, और एक साधारण गृहिणी को बुलाकर उनके हाथों से आग बुझवाते हैं...
लगभग 65 लाख बार देखे जाने के अलावा इस वीडियो को दो लाख से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है, और बहुत-से लोगों ने शुशील कुमार को जागरूकता का प्रसार करने के लिए धन्यवाद भी दिया है... एक कमेंट में लिखा गया है, "बहुत विचारपूर्ण... यह कुछ ऐसा है, जो सभी को जानना ही चाहिए, क्योंकि यह कभी ज़िन्दगी और मौत का सवाल बन सकता है... शुक्रिया..."टिप्पणियां
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BPL: टी-20 क्रिकेट में यह कारनामा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने कैरेबियाई धुरंधर क्रिस गेल | यही नहीं गेल ने टी-20 में 20वां शतक भी पूरा किया जो कि विश्व रिकॉर्ड है. असल में उन्हें छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज अब तक इस प्रारूप में अपने शतकों की संख्या को दोहरे अंक में नहीं पहुंचा पाया है. माइकल क्लिंगर, ल्यूक राइट और ब्रैंडन मैकुलम तीनों के नाम पर सात-सात शतक दर्ज हैं और वे दूसरे स्थान पर हैं. अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने बांग्लादेश प्रीमियर लीग में छक्कों का शतक भी पूरा किया. यही नहीं उनकी पारी टी-20 फाइनल में सबसे बड़ी पारी भी है. |
IPL10:आखिरकार MS धोनी के बल्ले ने किया 'धमाका', आखिरी गेंद पर चौका लगाकर दिलाई पुणे को यादगार जीत | महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी की क्षमता पर हाल में सवालिया निशान लगाए जा रहे थे. आईपीएल के लिहाज से बात करें तो कहा जा रहा था कि पुणे सुपरजाइंट टीम में जाने के बाद से मानो उनके बल्ले में 'जंग' ही लग गया है. पुणे टीम के मालिक संजीव गोयनका के भाई हर्ष गोयनका के ट्वीट ने माहौल को गरमाने का काम किया था. आईपीएल 10 सीजन में पुणे की कप्तानी से हटाए जाने के बाद हर्ष ने अपने ट्वीट में कप्तान के रूप में धोनी से स्टीव स्मिथ को बेहतर बताया था. बल्लेबाज के तौर पर भी धोनी शनिवार से पहले तक के मैचों में कुछ खास नहीं कर सके थे. बहरहाल, महेंद्र सिंह धोनी ने अपने खास स्टाइल में शनिवार को तमाम आलोचनाओं पर 'पूर्ण विराम' लगा दिया. अपनी धांसू बल्लेबाजी की दम पर उन्होंने आज पुणे टीम को सनराइजर्स हैदराबाद पर छह विकेट की यादगार जीत दिला दी. मैच की आखिरी गेंद पर सिद्धार्थ कौल को चौका जड़ते हुए माही ने दिखा दिया कि फिनिशर के रोल पर वे अभी भी 100 टंच खरे हैं.
मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्वर को दो चौके और एक छक्का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली.
मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्वर को दो चौके और एक छक्का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली. |
भूकंप से हिला उत्तर भारत, जानमाल की भारी क्षति | कल शाम आए भूकंप ने उत्तर-पूर्व के राज्यों में भारी तबाही मचाई है। भूकंप से मरने वालों की संख्या 29 हो गई है। अकेले सिक्किम में 19 लोगों की मौत की खबर है। सिक्किम की ज्यादातर सड़कें बंद हैं। ऊपर से पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश के चलते बचाव अभियान धीमा पड़ गया है। जमीन खिसकने की वजह से भी पहाड़ी रास्ते बंद हैं, तो कई जगहों पर सड़कों में दरार आने से कुछ इलाके कट गए हैं। कुछ इलाकों में बिजली बहाल हो गई है। खबर के मुताबिक नॉर्थ सिक्किम में सबसे ज्यादा क्षति हुई है। हाइवे में दरार आने से अभी तक राष्ट्रीय आपदा टीम गंगटोक नहीं पहुंच पाई हैं। वहीं भूकंप से बाकी जिलों में कितना नुकसान हुआ है, इसका अंदाजा नहीं लग पाया है। सेना की लापता बस का पता लग गया है। सेना के सभी जवान सुरक्षित हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री ने मरने वालों के परिवार को दो लाख और घायलों को एक लाख रुपये देने का ऐलान किया है। बचाव अभियान में सेना के करीब 5500 जवान तैनात हैं, जो कि फंसे हुए लोगों को निकालने और सड़कें खोलने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राहत अभियान में जुटी सेना ने भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए सिक्किम में बड़े-बड़े टेंट लगाए हैं, जिनमें लोगों को खाना मुहैया कराया जा रहा है। ITBP ने पेगगॉन्ग कैंप में 300 नागरिकों और 22 सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाल कर उनके लिए छत का इंतजाम किया। भूकंप की वजह से ठप हुई टेलीफोन लाइनें की वजह से सेना नॉर्थ और वेस्ट सिक्किम में अपनी टीमों से संपर्क नहीं बना पा रही है। सड़कें जाम होने की वजह से आर्मी ने अपने पैदल दस्तों को सड़कों पर उतार दिया है, ताकि प्रभानित इलाकों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी भूकंप से खासा नुकसान हुआ है। यहां से सिक्किम की ओर जाने वाली तमाम सड़कें बंद हैं। भूकंप से दार्जिलिंग के कई इलाकों में जमीन खिसकने और भारी बारिश से सड़क संपर्क टूट गया है। कलीमपोंग में दो लोगों की मौत हुई है। भूकंप के बाद दार्जिलिंग के कई इलाकों में बिजली चली गई थी, जो आज सुबह बहाल हो गई। सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में भूकंप से प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद हालात पर नजर रख रही हैं। बंगाल में भूकंप से 5 लोग मारे गए हैं। राज्य सरकार ने मरनेवाले लोगों के परिवार के 2−2 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने का ऐलान किया है। भूकंप के झटके बिहार में भी महसूस किए गए और इस दौरान कच्चे मकानों की दीवार गिरने और अफरा-तफरी के कारण राज्य भर में 7 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार की शाम करीब 6.13 बजे राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 10 सेकेंड से अधिक समय तक भूकंप के झाटके महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि नवादा और किशनगंज जिले में भूकंप के झटकों के कारण दीवार गिरने की विभिन्न घटनाओं में 10 अन्य लोग घायल हो गए। जिला के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी बालमुकुंद प्रसाद ने बताया दरभंगा में सबसे अधिक चार लोगों की मौत हुई है। जिले के बहादुरपुर थाना अंतर्गत तरौनी गांव में अफरा तफरी के कारण गिरने से 16 वर्षीय मोहम्मद वसीम की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिले के केवटी थाना क्षेत्र में बिरानी गांव में समुद्री देवी नामक एक महिला का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र में उसरी गांव में झटकों के कारण भयभीत होकर तालाब में कूद जाने से चंद्रा देवी नामक एक महिला की डूबकर मौत हो गई। दरभंगा में कमतौल थाना क्षेत्र में ही एक अन्य घटना में सुरक्षित स्थान पर आश्रय के लिए जाने के प्रयास में दीवार से टकराकर कामेश्वर ठाकुर नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई। नालंदा जिले में हरनौत में एक कच्चे मकान के गिरने से मलबे की नीचे दबकर सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इसी प्रकार की एक अन्य घटना में नवादा में मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में ओरहनपुर गांव में रास्ता पार करते समय एक दीवार गिर गई, जिसके नीचे दबकर 60 वर्षीय मंती देवी की मौत हो गई। भागलपुर में अफरातफरी के दौरान बुद्धुचक गांव में बाजार से लौटते वक्त दिल का दौरा पड़ने से 65 वर्षीय हिमांशु शेखर झा की मौत हो गई। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में नेया गांव में मकान गिरने से तीन और अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव में छह लोग मामूली रूप से घायल हो गए। किशनगंज जिले से प्राप्त खबर के अनुसार नगर थाना क्षेत्र में अस्पताल रोड के पास एक ब्यूटी पार्लर की दीवार ढह जाने के कारण प्रेम ठाकुर नामक एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक मंदिर में चार फीट की प्रतिमा तीन भाग में खंडित हो गई। आपदा प्रबंधन विभाग राज्य में हताहतों की संख्या और नुकसान का आकलन कर रहा है। राज्य भर में कई स्थानों से कच्ची दीवार और मकान गिरने की खबर है।(इनपुट भाषा से भी) |
अमिताभ बच्चन ने गाली और ट्रोल से बचने के लिए निकाला नया तरीका, अब करेंगे ऐसा | T 2805 - The BADUMBAA moment at the Jalsa gates on Sunday .. thank you all .. love you pic.twitter.com/EwUKTeMcaN |
विश्व कप में पूरा हुआ छक्कों का शतक | आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने रविवार को जब भारतीय लेग स्पिनर पीयूष चावला की गेंद छह रन के लिये भेजी तो उसके साथ इस विश्व कप में छक्कों का शतक भी पूरा हो गया। विश्व कप का यह केवल 22वां मैच है। टूर्नामेंट में छक्कों का सैकड़ा पूरा होने तक सर्वाधिक छक्के लगाने का रिकार्ड आयरलैंड के केविन ओ ब्रायन के नाम पर है जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में केवल 50 गेंद पर शतक जड़कर नया रिकार्ड कायम किया था। केविन ओ ब्रायन ने भारत के खिलाफ मैच में खेलने से पहले तक सात छक्के लगाये थे। उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलयर्स :6:, भारत के वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर :दोनों पांच-पांच: का नंबर आता है। |
सिडनी में बंधक कांड : खाली किया गया भारतीय वाणिज्य दूतावास | ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास एक कैफे में लोगों को बंधक बना लिए जाने की घटना के बाद वाणिज्य दूतावास को खाली कर दिया गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
सिडनी में उप महावाणिज्य दूत विनोद बहाड़े ने बताया कि हालांकि बंधकों की राष्ट्रीयता के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वाणिज्य दूतावास के अधिकारी सुरक्षा एजेंसियों के बराबर संपर्क में हैं। वाणिज्य दूतावास से कैफे की दूरी मुश्किल से 400 मीटर है, जहां एक बंदूकधारी ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को बंधक बना रखा है।
बहाड़े ने सिडनी से फोन पर बताया, "हमें जैसे ही सूचना मिली कि पास के कैफे में कुछ लोगों को बंधक बना लिया गया है, हमने वाणिज्य दूतावास खाली कर दिया। हालांकि हमने इसे बंद नहीं किया है, और समस्या सुलझने के बाद कामकाज फिर से शुरू होगा..."
बहाड़े ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकरियों से लगातार सूचना प्राप्त कर रहे हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि बंधकों में कोई भारतीय है या नहीं। कैनबरा में भारतीय उच्चायोग के उपउच्चायुक्त सुरिंदर दत्ता ने बताया कि घटना पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने फोन पर बताया, "हम सिडनी के भारतीय वाणिज्य दूतावास से खबरें ले रहे हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है, और हम जल्दी में कोई फैसला नहीं लेना चाहते..." |
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ के बचाव में उतरे बोर्ड और कोच डेरेन लेहमन, खारिज किए कोहली के आरोप | भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली द्वारा ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम पर 'सीमा लांघने' के आरोपों का ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच डेरेन लेहमन ने बुधवार को खंडन किया. लेहमन ने कहा कि उनकी टीम सही तरीके और सकारात्मक भावना के साथ मैच खेल रही है. गौरतलब है कि कप्तान स्टीव स्मिथ पर खेल भावना के खिलाफ जाकर डीआरएस का इस्तेमाल करने की कोशिश का आरोप है.
कोहली ने मंगलवार को बेंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैच के दौरान कई बार निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठे सहयोगी स्टाफ की मदद ली, जो लैपटॉप और टीवी पर नजरें टिकाए हुए थे.
इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था.
बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है."
सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां
सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कोहली ने मंगलवार को बेंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद आरोप लगाया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने मैच के दौरान कई बार निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के इस्तेमाल के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठे सहयोगी स्टाफ की मदद ली, जो लैपटॉप और टीवी पर नजरें टिकाए हुए थे.
इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था.
बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है."
सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां
सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इन आरोपों का खंडन करते हुए लेहमन ने कहा है कि कोहली के आरोपों से उन्हें बड़ी हैरानी हुई है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की ओर से जारी एक बयान में लेहमन ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था.
बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है."
सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां
सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बयान में कहा गया, "इस बात को सुनकर मैं बहुत हैरान हूं, लेकिन यह उनके विचार हैं. कोहली अपने विचार रख सकते हैं और हम अपने. हालांकि, अंत में यही बात सही है कि हमने खेल को सही तरीके से खेला है."
सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने वहीं कोहली द्वारा आस्ट्रेलिया टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर लगाए गए आरोपों को अपमानजनक करार दिया.टिप्पणियां
सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सदरलैंड ने कहा, "ये सभी आरोप स्मिथ की छवि, आस्ट्रेलियाई टीम और ड्रेसिंग रूम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. टीम के कप्तान एक बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी और इंसान हैं और वह कई उभरते क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रेरणस्रोत हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
प्रिसेंस डायना की मौत पर फिल्म | प्रिसेंस डायना की मौत कैसे हुई और आखिरी पल में डायना के साथ क्या बीती। इस पर बनी एक फिल्म कान फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। इस फिल्म को अभिनेता केथ एलेन और मोहम्मद फयाद का समर्थन मिल रहा है। मोहम्मद फयाद डायना के साथ कार हादसे में मारे गए डोडी के बेटे हैं। ये फिल्म 90 मिनट की है और इसमें पेरिस अंडरपास पर मर्सिडीज में डायना और डोडी हादसे की तस्वीरें हैं। फिल्म को लेकर दुनिया के कई देशों में बवाल मच गया है। अब इसे दुनियाभर में दिखाया जाएगा लेकिन ब्रिटेन में फिल्म का कोई शो नहीं होगा। |
30 के बाद मां बनने पर संतान, खासकर बेटियों में, अवसाद का खतरा | 30 साल या उससे अधिक आयु में मां बनने वाली महिलाओं की संतान खासकर बेटियों में युवावस्था के दौरान डिप्रेशन में जाने की संभावना होती है। एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की वैज्ञानिक और मुख्य लेखिका जेसिका टीयर्न ने कहा, इस अध्ययन से पता चला है कि युवा महिलाओं का अवसाद और तनाव से ग्रसित होना उनके जन्म के कारकों जैसे उनके जन्म के समय उनकी मां की आयु 30 या उससे अधिक होने पर निर्भर करता है।
इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया।
शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां
बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की वैज्ञानिक और मुख्य लेखिका जेसिका टीयर्न ने कहा, इस अध्ययन से पता चला है कि युवा महिलाओं का अवसाद और तनाव से ग्रसित होना उनके जन्म के कारकों जैसे उनके जन्म के समय उनकी मां की आयु 30 या उससे अधिक होने पर निर्भर करता है।
इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया।
शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां
बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
इसके लिए शोधार्थियों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया।
शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां
बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
शोधार्थियों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में अवसाद और तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की आयु की तुलना की। टिप्पणियां
बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
बेटियों को जन्म देने के समय जिन मांओं की आयु 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 वर्ष से कम आयु में जन्म देने वाले मांओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा अवसाद देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका 'अबनार्मल साइकोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। |
ग्राउंड पर बाउंसर से हुई थी इस खिलाड़ी की मौत, फूट-फूटकर रोए थे क्लार्क, देखें VIDEO | "We love him and always will" - Michael Clarke breaks down while rememberg #PhilHugheshttps://t.co/0JuPWg5bDJ …” #63notout |
पेंशनभोगियों को मिलेगी आधार की दिक्कतों से आजादी, सरकार ने किया ये नियम साफ | सरकार की ओर से जारी इस स्पष्टीकरण के बाद करीब एक करोड़ परिवारों को फायदा पहुंचेगा. केंद्र सरकार के करीब 48.41 लाख कर्मचारी हैं और 61.17 लाख पेंशन धारक हैं. |
आमिर ने ऐसे सितारों को किया ट्वीट जो ट्विटर पर हैं ही नहीं | बॉलीवुड अभिनेता आमिर ख़ान ने अपने भांजे इमरान ख़ान को उनकी आने वाली फ़िल्म 'कट्टी बट्टी' के लिए शुभकामनाएं दी हैं। आमिर ने ट्विटर पर लिखा है, "हे गाइस.. इमरान वापस आ गया है। तुम्हारी फ़िल्म देखने के लिए इंतज़ार नहीं कर सकता इमरान। मेरी शुभकामनाएं।टिप्पणियां
इमरान करीब दो साल के ब्रेक के बाद परदे पर वापसी कर रहे हैं फ़िल्म 'कट्टी बट्टी' से, जिसका ट्रेलर देखने के बाद आमिर ने ये ट्वीट किया।
Hey guys, Imran's back! Can't wait to see your film Imran. Good luck! https://t.co/sJpnI7X8J6
— Aamir Khan (@aamir_khan) June 15, 2015 इमरान के अलावा इस फ़िल्म की हीरोइन कंगना रानावत को भी आमिर ने ट्वीट किया और लिखा "मेरी शुभकामनाएं हैं कंगना को कट्टी बट्टी के लिए। 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' के बाद इस इस फ़िल्म का इंतज़ार करना मुश्किल है।"
Good luck Kangana, for Katti Batti! Can't wait for your next after TWM. Love. a. https://t.co/sJpnI7X8J6
— Aamir Khan (@aamir_khan) June 16, 2015 फ़िल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के समय आमिर फ़िल्म और कंगना के अभिनय से ख़ूब प्रभावित हुए थे। googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
मगर गौर करने वाली बात ये है कि मिस्टर परफेक्शनिस्ट ने जिन इमरान और कंगना को ट्वीट किया है वे दोनों ही ट्विटर पर नहीं हैं। अब आमिर ट्वीट करने से पहले भूल गए या वाकई में वह नहीं जानते की इमरान और कंगना ट्विटर पर नहीं हैं? दोनों बातें गलत हैं। आमिर को सब मालूम है फिर भी उन्होंने ट्वीट किया क्योंकि ये भी फ़िल्म प्रमोशन का एक माध्यम और तरीका है।
इमरान करीब दो साल के ब्रेक के बाद परदे पर वापसी कर रहे हैं फ़िल्म 'कट्टी बट्टी' से, जिसका ट्रेलर देखने के बाद आमिर ने ये ट्वीट किया।
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— Aamir Khan (@aamir_khan) June 15, 2015 इमरान के अलावा इस फ़िल्म की हीरोइन कंगना रानावत को भी आमिर ने ट्वीट किया और लिखा "मेरी शुभकामनाएं हैं कंगना को कट्टी बट्टी के लिए। 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' के बाद इस इस फ़िल्म का इंतज़ार करना मुश्किल है।"
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'अब तक जमा क्यों नहीं करवाए' के सवाल पर फूट पड़ा लोगों का गुस्सा, पढ़ें ये दिया जवाब | -------------------------------------
नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी. |
चार तेज गेंदबाजों के साथ ओवर गति धीमी पड़ सकती है : क्लार्क | पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ वाका में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ नहीं उतरना चाहिए क्योंकि स्पिनर की अनुपस्थिति में वह धीमी ओवर गति के कारण परेशानी में पड़ सकता है।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था। |
विश्व स्तर पर आईटी खर्च में बढ़ोतरी | वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) बाजार में गत वर्ष तेजी देखी गयी। 2009 के मुकाबले 2010 में आईटी उत्पाद और सेवाओं पर खर्च आठ प्रतिशत बढ़कर 1500 अरब डॉलर हो गया। सूचना प्रौद्योगिकी बाजार पर अनुसंधान करने वाली फर्म, आईडीसी की एक रपट में कहा गया है कि 2007 के बाद 2010 में इस क्षेत्र की वृद्धि दर्ज की गयी। मंदी से उबरने के बाद वर्ष के दौरान आईटी हार्डवेयर और अधारभूत संरचना में सुधार के लिए कंपनियों ने धन खर्च कराना तेज किया। इस दौरान सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) बाजार में खर्च वर्ष 2009 के मुकाबले खर्च 6 प्रतिशत बढ़कर 3000 अरब डॉलर हो गया। आईडीसी के उपाध्यक्ष स्टीफेन मिंटन ने बयान में कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था की तरह वैश्विक आईटी उद्योग ने भी वर्ष 2010 के दौरान उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। |
अक्षय कुमार के गाने पर KRK ने किया डांस, Video देख 'हाउसफुल 4' के एक्टर ने किया कुछ ऐसा कमेंट | बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार (Akshay Kumar) का गाना 'शैतान का साला' (Shaitan Ka Saala) खूब वायरल हो रहा है. यहां तक कि सोशल मीडिया पर इस गाने से जुड़ा एक चैलेंज भी ट्रेंड कर रहा है, जिसके तहत लोगों को इस सॉन्ग पर डांस करना होता है. आम लोगों के साथ ही इस चैलेंज को बॉलीवुड सितारों ने भी बखूबी पूरा किया. पहले आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) ने इस गाने पर डांस कर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) का दिल खुश कर दिया था. तो वहीं अब बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने भी 'शैतान का साला' पर डांस परफॉर्म किया, जिसका वीडियो उन्होंने खुद अपने ट्विटर हैंडल से भी शेयर किया.
My dance on Shaitan Ka Sala song of #Housefull4! @akshaykumar@Riteishdpic.twitter.com/6Fs9OQH35e
कमाल आर खान (Kamaal R Khan) का यह डांस वीडियो खूब वायरल हो रहा है. खास बात तो यह है कि कमाल आर खान (KRK) के इस गाने पर 'हाउसफुल 4' (Housefull 4) के एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) ने भी अपना रिएक्शन दिया है. रितेश देशमुख ने कमाल आर खान के डांस पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'भाई, आपके सारे वीडियो में से यह मेरा सबसे पसंदीदा वीडियो बन गया है.' रितेश देशमुख के कमेंट के बाद केआरके (KRK) ने भी उनको रिप्लाई किया. कमाल आर खान ने उनका धन्यवाद करते हुए लिखा, 'धन्यवाद भाई.'
Hahaha @Riteishd thanks Bhai Jaan! https://t.co/BVyQfvfVDa
बता दें कि अक्षय कुमार (Akshay Kumar), रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh), बॉबी देओल (Bobby Deol), कृति सेनन (Kriti Sanon) स्टारर फिल्म 'हाउसफुल 4' (Housefull 4) 26 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है. फिल्म का बजट करीब 75 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. खास बात यह है कि 'हाउसफुल' सीरीज की पहली तीन फिल्मों को पसंद किया गया है, और इस बार डबल रोल के जरिये कॉमेडी का तड़का लगाने की कोशिश की गई है. हालांकि फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर खूब रिएक्शन आ रहे हैं, और मीम्स भी बन रहे हैं. |
सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिकन सेंटर पर हमले के दोषियों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदला | सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2002 में कोलकाता में अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले के लिए दोषी ठहराए गए दो अभियुक्तों के मृत्युदंड को बुधवार को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया।
हमला 26 जनवरी, 2002 को हुआ था, जिसमें चार पुलिसकर्मियों सहित पांच लोग मारे गए थे। इस मामले में निचली आदलत में सात लोगों पर मुकदमा चला, जिनमें से पांच को अलग-अलग अवधि के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जबकि दो को मृत्युदंड दिया गया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी इसे बरकरार रखा था।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एके पटनायक तथा न्यायमूर्ति फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलीफुल्ला की पीठ ने इस मामले में दोषी ठहराए गए एक अभियुक्त आफताब अहमद अंसारी की मौत की सजा को जीवनपर्यंत आजीवन कारवास में बदल दिया, जबकि एक अन्य दोषी अभियुक्त जमालुद्दीन नसीर के मृत्युदंड को बिना किसी माफी के 30 साल तक आजीवन कारावास में बदल दिया गया है। |
इंग्लैंड को सता रहा सचिन के बल्ले का भय | इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ शुरु होने में हफ्ते भर का समय बचा है लेकिन सचिन के बल्ले की धार का असर अभी से ही इंग्लैंड के लिए खौफ़ पैदा कर रहा है। इंग्लैंड के कई पूर्व कप्तानों ने एक साथ माना है कि टेस्ट सीरीज़ के दौरान सचिन तेंदुलकर इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ा ख़तरा होंगे। पूर्व कप्तान माइकल वॉन मानते हैं कि सचिन पिछले दो साल में और ज्यादा आक्रामक हो गए हैं तो पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि रन मशीन सचिन ने अपना गेम प्लान बदल दिया है। |
भारत को पड़ोसियों के साथ मधुर संबध रखने चाहिए : अमेरिका | अमेरिका ने कहा है कि भारत को अपने पड़ोसियों के साथ संबंध सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मैरी हार्फ ने कहा, हमारा मानना है कि भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए और उन संबंधों को सुधारने के लिए कदम उठाने चाहिए। हार्फ ने कहा कि अमेरिका के भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ मजबूत संबंध है।
उन्होंने कहा, दोनों मजबूत राष्ट्र हैं, हमारे सामरिक हितों के लिए दोनों के साथ संबंध जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि हाल में राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा हमारे लिए काफी महत्पूर्ण थी। |
यूपी: किशोरी से रेप के बाद अनाथालय किया गया सील, महिला आयोग ने मारी रेड तो बीयर की बोतलें और कंडोम बरामद | आगरा में एक किशोरी से कथित दुष्कर्म के बाद प्रशासन ने एक अनाथालय को सील कर दिया और इसके प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस संबंध में सीडीओ जे. रीभा ने बताया कि रविवार शाम सात बजे के लगभग अनाथालय को सील करने की कार्रवाई की गयी और अनाथालय प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर 28 लड़कों को आगरा में शाहगंज स्थित बाल गृह में रखा गया है. बाकी की 10 लड़कियों में से तीन लड़कियों को आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है. कम उम्र की बच्चियों को शाहगंज स्थित बाल गृह में रखा गया है.
आगरा के एत्माउददौला क्षेत्र के अनाथालय की छत से तीन अक्टूबर को 16 वर्षीय एक किशोरी ने यमुना में छलांग लगा दी थी. स्थानीय लोगों ने उसे बचा लिया था. किशोरी ने अनाथालय में तीन युवकों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे. इस संबंध में मामला दर्ज कर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें से एक अनाथालय का सफाई कर्मी, दूसरा रसोइया और तीसरा युवक अनाथालय में ही रह रहा था. इन तीनों को जेल भेज दिया है.
किशोरी द्वारा दुष्कर्म के आरोप लगाए जाने के बाद महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने अनाथालय का निरीक्षण किया था. उन्हें अनाथालय में बीयर की खाली बोतल और शौचालय में इस्तेमाल किए हुए कंडोम मिले थे. |
Akshaya Tritiya: सोना असली है या नकली, इस तरह करें पहचान | अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) या अखा तीज (Akha Teej) हिन्दुओं का खास पर्व है और इस दिन सोना या सोने से बने आभूषणों को खरीदने की परंपरा है. अक्षय तृतीया धनतेरस के बाद सबसे ज्यादा सोना खरीदा जाता है. मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से शुभ लाभ प्राप्त होता है. ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के दिन सौभाग्य और शुभ फल का कभी क्षय नहीं होता. यानी कि इस दिन जो भी काम किया जाए उसका फल कई गुना मिलता है और वह कभी घटता भी नहीं है.
यही वजह है कि माना जाता है कि अगर इस दिन सोना खरीदरकर घर लाया जाए तो उससे घर का भाग्य बढ़ता है. इस दिन दीपावली की तरह धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से घर पर हमेशा माता लक्ष्मी वास करती हैं.
अक्षय तृतीया (Akshaya Teej) के मौके पर सोने की मांग बेहद ज्यादा रहती है, जिस वजह से उसके दाम भी इन दिनों आसमान छू रहे होते हैं. ऐसे में ग्राहक का जागरुक होना बेहद जरूरी है. उन्हें यह पता होना चाहिए कि वे जो सोना खरीद रहे हैं वो असली है या नकली. भले ही भारतीय समाज में ज्यादातर मौकों पर सोना खरीदने का रिवाज है लेकिन इसके बावजूद अधिकतर लोग आज भी सोना नहीं पहचानते हैं. सरकार ने बेशक हॉलमार्क के विज्ञापनों के जरिए लोगों को थोड़ा जागरुक करने की कोशिश की हो, लेकिन बावजूद उसके कुछ लोग पैसे बचाने के चक्कर में सुनारों के झांसे में आ जाते हैं और नकली सोना ले बैठते हैं. इसीलिए अपनी हजारों की कमाई को नकली सोने में बहाने के बजाय नीचे दिए टिप्स को पढ़ें और अपने सोने को अच्छे से परखें कि वो असली है या नकली. |
मुलायम सिंह यादव के लिए 'लकी' है यह मंदिर, भक्तों का दावा- इस देवी मां ने बदल डाली उनकी किस्मत | चुनाव आते ही नेता मंदिर-मस्जिद का दौरा शुरू कर देते हैं. चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए नेता कोई भी चांस नहीं लेना चाहता है. देश में भी कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जिसका राजनीति में खासा महत्व है. उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मां कैला देवी का मंदिर भी वैसे ही धार्मिक स्थलों में जाना जाता है, जिसका राजनीति में काफी महत्व है.
यादव समुदाय से आने वाले लोगों के लिए मां कैला देवी मंदिर का विशेष महत्व है क्योंकि मां कैला यादवों की कुल देवी हैं. अपने राजनीतिक दलों और उसके विचारों को दरकिनार कर राजनेता पूजा और अनुष्ठान करने के लिए इस मंदिर में आते हैं, विशेषकर यादव समुदाय के लोग इस मंदिर में पूजा-याचना करने आते हैं.
मां कैला देवी के भक्तों का दावा है कि इस मंदिर ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का भाग्य बदल दिया और यही वजह है कि यादव परिवार को देवी की शक्तियों में गहरी आस्था है.
जब राजनीतिक एंगल से देखा जाए तो यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक दल मंदिर जाते समय जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हैं. मां कैला देवी का मंदिर जहां स्थित हैं, उस पूरे इलाके में यादव समुदाय का वर्चस्व है, जो चुनावी मौसम में इस क्षेत्र को महत्वपूर्ण बनाता है. |
शत्रु ने पीएम मोदी को बताया एक्शन हीरो, बोले- 'लक्ष्मण रेखा' कभी पार नहीं की | पार्टी से नाराज चल रहे और कार्रवाई करने की परोक्ष रूप से चुनौती दे चुके बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार रात कहा कि उन्होंने पार्टी में कभी 'लक्ष्मण रेखा' पार नहीं की।
इस साल होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें तेज व ऊर्जावान व्यक्ति एवं एक्शन हीरो बताया।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।'
उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
इस साल होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें तेज व ऊर्जावान व्यक्ति एवं एक्शन हीरो बताया।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।'
उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'मैं किसी से नाराज नहीं हूं। मैं शांतचित्त हूं। कभी-कभी मैं लोगों को उनके बचकानेपन को लेकर आईना दिखाने का प्रयास करता हूं। उसके सिवा आप कभी नहीं कह सकते कि मैंने पार्टी लाईन पार की है, मैंने लक्ष्मण रेखा कभी पार नहीं की।'
उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी में इतना परिपक्व और वरिष्ठ हूं कि मैं समझता हूं कि मुझे पार्टी लाईन पार करनी चाहिए या नहीं। और यदि मैंने पार्टी लाईन पार की तो कब की। अबतक ऐसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं हुई।' हाल ही में जेडीयू नेता नीतीश कुमार से शत्रु की भेंट और उनकी प्रशंसा करने से बीजेपी परेशान है, क्योंकि वह नीतीश कुमार को अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की ठान चुकी है। टिप्पणियां
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को एलजेपी और एनडीए के लिए अग्नि परीक्षा करार देते हुए सिन्हा ने कहा कि इस सुझाव में उन्हें कुछ गलत नजर नहीं आता कि योग्य, काबिल, स्वीकार्य, सम्मानित और धर्मनिरपेक्ष रामविलास पासवान एनडीए की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हों। फिलहाल पासवान केंद्र में मंत्री हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं।
मोदी के डीएनए वाले बयान पर सिन्हा ने कहा कि इससे बचा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि कभी-कभी जुबान फिसल जाती है। 'उनका (मोदी का) इरादा ऐसी टिप्पणी करने का नहीं था।' सिन्हा ने मोदी को 'एक्शन हीरो' बताते हुए कहा कि वह जनता की इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं के प्रतिनिधि हैं। |
राहुल ने झारखंड में क़र्ज़ माफ़ी से लेकर जल, जंगल और ज़मीन बचाने का वादा किया | झारखंड में दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार तेज़ होता जा रहा है. जहां भाजपा की तरफ़ से प्रचार की कमान ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संभाले हुए हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी की और से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली चुनावी सभा को सिमडेगा में संबोधित किया. राहुल ने जहां एक ओर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज़ पर किसानों की कर्ज़ माफ़ी का वादा किया. वहीं साथ ही साथ उन्होंने ग़रीब आदिवासियों और पिछड़ों के लिए जल जंगल ज़मीन को बचाने का आश्वासन दिया. राहुल गांधी कि इस सभा में कांग्रेस पार्टी के आयोजकों के अनुसार उनकी अपेक्षा के अनुसार भीड़ जुटी थी जिसमें अधिकांश आदिवासी समाज के लोग थे और जनता की भावना के अनुरूप राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनकी गठबंधन की सरकार बनती है तो ज़मीन से संबंधित सीएनटी एक्ट को हम बदलने नहीं देंगे.
राहुल गांधी ने झारखंड की BJP सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ये सरकार जब आयी थी तो आप को रोज़गार देने का वादा किया था. यहां पर कितने लोगों को रोज़गार मिला है वो हाथ उठाएं. उन्होंने वादा किया कि अगर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनी तो यहां के स्थानीय लोगों को रोज़गार दिया जाएगा.
उन्होंने लोगों को बार-बार याद दिलाया कि वो चाहे मध्यप्रदेश हो या छत्तीसगढ़, कांग्रेस पार्टी ने अपने सारे चुनावी वादे पूरे किए और झारखंड में भी ना केवल किसानों का कर्ज़ माफ़ किया जाएगा बल्कि उनका धान भी सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ख़रीदेगी. |
हरियाणा में 125 फीट लंबी सुरंग खोदकर बैंक से उड़ाई करोड़ों की रकम | डकैतों के एक गैंग ने हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में हॉलीवुड फिल्म की तर्ज पर करीब 125 फीट लंबी सुरंग खोदकर एक बैंक से करोड़ों की नकदी और गहने चुरा लिए।
डकैतों के इस गिरोह ने सड़क की दूसरी ओर स्थित एक वीरान बिल्डिंग से पंजाब नेशनल बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम तक ढाई फीट चौड़ी सुरंग खोद डाली। हालिया समय में देश में हुई इस सबसे बड़ी डकैती का पता सोमवार सुबह को चला।
पुलिस ने बताया कि इस वारदात को शनिवार रात के बाद कभी अंजाम दिया गया होगा। जिस बिल्डिंग से सुरंग की खुदाई के काम को अंजाम दिया गया, वहां दो कमरों में मिट्टी भरी पड़ी है। डाकुओं ने कमरे की खिड़कियों पर कार्डबोर्ड चिपका रखे थे, ताकि बाहर से उनकी गतिविधियों पर किसी की नजर न पड़े।
सुरंग सीधे स्ट्रॉन्ग रूम तक खोदी गई, जहां मेटल के भारी-भारी रॉड लगे हुए थे। स्ट्रॉन्ग रूम पूरी तरह बिखरा पड़ा है। उदास बैंक कर्मचारियों को नुकसान का आकलन करते देखा गया। बैंक के अधिकारियों के मुताबिक डकैतों ने 360 में से 90 लॉकरों को तोड़ डाला। पुलिस के मुताबिक इस वारदात को अंजाम देने में डकैत काफी लंबे वक्त से लगे होंगे।
इससे पहले की ऐसी ही एक घटना के तहत केरल में एक बैंक की शाखा में डकैतों ने बिल्डिंग के एक फ्लोर को खोदकर स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचने का रास्ता बनाया था और वहां से 80 किलो सोना सहित करीब आठ करोड़ की रकम की चोरी कर ली थी। बाद में डकैतों को गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके सरगना ने कबूल किया था कि उन्होंने एक हिन्दी फिल्म देखकर चोरी का यह आइडिया अपनाया था। |
भारत ने आईसीसी वन-डे रैंकिंग में नंबर वन पर अपनी स्थिति पुख्ता की | श्रीलंका को 5-0 से हराने के बाद विश्व चैम्पियन भारत ने आईसीसी वन-डे टीम रैंकिंग में नंबर एक पर अपनी स्थिति पुख्ता कर ली।
शृंखला के आगाज के समय भारत के 113 रेटिंग अंक थे और टीम के पास अब 117 रेटिंग अंक हो गए हैं। वह दक्षिण अफ्रीका से दो अंक आगे है।
दूसरी ओर श्रीलंका चौथे स्थान पर बरकरार है, लेकिन उसके तीन रेटिंग अंक कम हो गए हैं। अब उसके 108 रेटिंग अंक हैं।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की शृंखला 1-1 से बराबर होने के कारण दोनों के पास नंबर वन रैंकिंग फिर पाने का मौका है। इसके लिए हालांकि उन्हें बाकी तीन मैच जीतने होंगे। ऑस्ट्रेलिया 4-1 से जीतता है तो भारत से आगे निकल जाएगा। यदि दक्षिण अफ्रीका जीतता है तो भारत से एक अंक आगे हो जाएगा। |
'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक अमिताभ घोष को साहित्य उत्सव में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिला | अंग्रेजी के मशहूर लेखक अमिताभ घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के 'टाटा लिटरेचर लाइव' में 'लाइफ टाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से रविवार को सम्मानित किया गया. घोष ने कहा कि यह उनके लिए एक लंबा सफर रहा है.
'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.टिप्पणियां
इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.टिप्पणियां
इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
पीएम मोदी से मिले फारूक अब्दुल्ला, कश्मीर के हालात पर की चर्चा | जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में हालात पर चर्चा के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. गौरतलब है कि घाटी में 100 दिन से भी अधिक समय से अशांति है. बैठक के दौरान अब्दुल्ला ने बातचीत की मेज पर आने के इच्छुक सभी पक्षकारों से जल्द संवाद पर जोर दिया, ताकि घाटी में गतिरोध खत्म हो सके.
पूरे राज्य का दौरा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी बात को पूरे धैर्य से सुना और उनके सुझावों पर उन्होंने गौर भी किया.
अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी.
उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां
नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पूरे राज्य का दौरा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनकी बात को पूरे धैर्य से सुना और उनके सुझावों पर उन्होंने गौर भी किया.
अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी.
उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां
नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अब्दुल्ला ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के समक्ष मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वह तत्काल सुलझाएंगे’. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और वह लगातार ऐसा करती रहेंगी.
उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां
नेकां के नेता ने कहा, बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री भी राज्य में हालात को लेकर उतने ही चिंतित दिखे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं. उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रह रहे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां
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मैंने इन सभी तथ्यों पर विचार करने और राज्य में लोगों को थोड़ी राहत देने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है. बहरहाल, अब्दुल्ला ने बैठक के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.टिप्पणियां
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मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए चीन को मना रहे हैं अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड | मामले के जानकार लोगों के अनुसार, यदि इस प्रयास के बावजूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित नहीं किया जाता तो तीन स्थायी सदस्य इस मुद्दे पर खुली बहस के लिए प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली शाखा में पेश करने की योजना बना रहे हैं. भारत ने चीन के इस रुख के प्रति निराशा जताई है और प्रस्ताव पेश करने वाले देशों ने चेताया है कि वे अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए ‘अन्य कदमों' पर विचार करेंगे. हालांकि, सुरक्षा परिषद समिति की आंतरिक वार्ताएं गोपनीय रखी जाती हैं लेकिन इस बार आतंकवादी को बचाने के चीन के अनुचित दृष्टिकोण से हताश परिषद के कई सदस्यों ने अपनी पहचान गोपनीय रखते हुए मीडिया को बताया कि चीन किस प्रकार नकारात्मक भूमिका निभा रहा है.
ऐसा माना जा रहा है कि प्रस्ताव के मूल प्रायोजक पिछले 50 घंटों से चीन के साथ ‘सद्भावना' वार्ता कर रहे हैं जिसे मामले के जानकार कई लोगों ने ‘समझौता' करार दिया है. इसका संभवत: यह मतलब है कि अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति में वैश्विक आतंकवादी तो घोषित किया जाएगा लेकिन उसे आतंकवादी घोषित करते समय इस्तेमाल की जाने वाली भाषा ऐसी होगी, जो चीन के लिए स्वीकार्य हो. माना जा रहा है कि चीन ने अजहर को आतंकवादी घोषित किए जाने की भाषा में ‘कुछ बदलावों' का सुझाव दिया है और अमेरिका, ब्रिटेन तथा फ्रांस इन सुझावों पर विचार कर रहे हैं.
तीनों देशों ने संकेत दिया है कि यदि प्रस्ताव का मूल भाव नहीं बदलता और अंतत: अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाता है तो वे भाषा में बदलाव करने के चीन के अनुरोध को मानने के इच्छुक हैं. लेकिन अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्य अतीत के विपरीत, इस बार चीन के साथ वार्ता का निष्कर्ष निकलने तक बहुत अधिक देर इंतजार करने के इच्छुक नहीं हैं.
ऐसा समझा जाता है कि चीन को इन देशों ने सूचित किया है कि वे अन्य विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. वे खासकर खुली बहस पर विचार कर रहे हैं जिसके बाद प्रस्ताव पर मतदान होगा. बीजिंग को सूचित किया गया है कि यह कुछ महीनों, कुछ सप्ताह में नहीं, बल्कि कुछ दिनों में होगा. साथ ही, इन देशों के अधिकारियों का मानना है कि चीन पहले की तुलना में इस बार अधिक सहयोग कर रहा है. इस प्रस्ताव पर चीन का सहयोग मिलने को बड़ी सफलता माना जाएगा. चीन, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के बीच बातचीत होना एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है. |
करप्शन चार्ज में एसीबी चीफ पर हो सकती है एफआईआर, दफ्तर में RAC जवान तैनात | दिल्ली सरकार के सूत्र ये भी बता रहे हैं कि पहली नज़र में देखने पर ऐसा लग रहा है कि तत्कालीन दिल्ली सरकार के कुछ उच्च स्तरीय अधिकारियों की मिलीभगत से इस मामले को दबाने की कोशिश की गई इसलिए ये भी शक के दायरे में हैं। |
IPL महाराष्ट्र से बाहर, जयपुर को लेकर भी खतरा | सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में आईपीएल के मैच न कराए जाने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए बीसीसीआई को बड़ा झटका दिया है। बीसीसीआई को अब महाराष्ट्र में होने वाले 1 मई के बाद बाकी बचे सभी 12 मैच राज्य से बाहर करवाने होंगे। लेकिन परेशानी महज इतनी ही नहीं है। जहां आईपीएल मैच शिफ्ट किए जाने की बातें हैं, वहां पर भी आईपीएल के खिलाफ पीआईएल डाली जा चुकी है। अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद जयपुर, हैदराबाद, जैसे वेन्यू पर भी आईपीएल मैचों पर आशंका के बादल छा सकते हैं।
जाहिर है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नजरें राजस्थान हाईकोर्ट पर थी, जिसने बीसीसीआई और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन समेत राज्य सरकार को बुधवार तक का समय ये कारण बताने के लिए दिया था कि आखिर आईपीएल के मैच जयपुर में क्यों करवाए जाएं।
राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा।
पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
जाहिर है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नजरें राजस्थान हाईकोर्ट पर थी, जिसने बीसीसीआई और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन समेत राज्य सरकार को बुधवार तक का समय ये कारण बताने के लिए दिया था कि आखिर आईपीएल के मैच जयपुर में क्यों करवाए जाएं।
राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा।
पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
राजस्थान को 5 मई से आईपीएल के तीन मैचों की मेजबानी करनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से राज्य में पानी के हालात पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। इसमें सरकार पानी की कमी से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है, इस पर जोर देने को कहा गया है। महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही राजस्थान में भी सूखे की समस्या है और 13,500 गांवों में यहां पर टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है। आईपीएल के मैचों पर फैसला राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद 3 मई को लिया जाएगा।
पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
पूरे मामले में बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि अंतिम समय पर वेन्यू बदलना बेहद मुश्किल है। इस पर अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है कि मैचों को कहां शिफ्ट किया जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'मेरे हिसाब से पानी की कमी की एक जांच होनी चाहिए, और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बीसीसीआई मैचों के लिए पीने का पानी इस्तेमाल नहीं करती है।'टिप्पणियां
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक कुछ ही दिनों में बुलाई जाएगी और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आईपीएल को लेकर क्या विकल्प बचते हैं, उन पर गौर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले अनुराग ठाकुर ने संकेत दिए थे कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले सीजन से आईपीएल को देश के बाहर ले जाने पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन ये बात भी भुलाने वाली नहीं है कि 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में होने के बाद से ही आईपीएल विवादों में घिर गया था। |
क्या सरकार आपको देख रही है? | अगर आपको पता चले कि कोई आपकी बातचीत सुन रहा है, स्मार्टफोन का डेटा किसी और के पास जा रहा है, सोशल मीडिया पर जो लिख रहे हैं उस पर सुरक्षा एजेंसियां नज़र रखती हैं तो क्या आप सहज रहेंगे. भारत ही नहीं पूरी दुनिया में डेटा प्राइवेसी का मामला गंभीर हो गया है. खासकर जब भी यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर आता है तब यह मसला और भी गंभीर हो जाता है. यह बात ध्यान में रखिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा का ख़तरा या मसला सिर्फ एक देश को नहीं है, सभी देशों को है. इसका मतलब यह नहीं कि राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर आपकी ज़िंदगी में कोई भी ताक-झांक कर सके. आपकी लिखी गई बात, तस्वीरों या बातचीत को किसी और के हवाले कर दें या कोई और सुनता रहे.
भारत ही नहीं पूरी दुनिया में यह सवाल बहुत बड़ा है. राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर और अन्य किसी बहाने से सरकार या कंपनी के पास डेटा न पहुंच जाए इसे लेकर नागरिकों का संघर्ष जारी है. अगर आपको लगता है कि इसमें क्या है तो फिर उन लोगों से पूछिए कि आप 80 हज़ार का स्मार्टफोन रखते हैं लेकिन साथ में दो हज़ार वाला पुराना जीएसएम फोन क्यों रखते हैं. जिन्हें ये बात समझ आ गई है उन्हें सोशल मीडिया से लेकर फोन के इस्तमाल में विकल्प ढूंढने शुरू कर दिए हैं. वे भी जो गृह मंत्रालय के आदेश के साथ हैं और वे भी जो गृहमंत्रालय के आदेश पर सवाल उठा रहे हैं. आदेश क्या है, 20 दिसंबर 2018 का आदेश यह कहता है कि इंफोर्मेशन टेक्नालजी एक्ट 2002 के सेक्शन 69 के उप-खंड (1) और इंफोर्मेशन टेक्नालजी रूल्स 2009 के नियम 4 की शक्तियों का उपयोग करते हुए निम्नलिखित सुरक्षा और खुफिया एजेंसी किसी भी कंप्यूटर में जमा या उसके ज़रिए भेजी गई सामग्री, पैदा की गई सूचना को इंटरसेप्ट कर सकती है, निगरानी कर सकती है, उनके डेटा को एनक्रिप्ट यानी उसे खोल सकती है. इसके लिए दस एजेंसियां अधिकृत की जाती हैं जिनके नाम हैं, इंटेलिजेंस ब्यूरो, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, सेंट्रल बोर्ड एंड डायरेक्ट टैक्सेस, डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस, सीबीआई, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी, कैबनिट सचिव(रॉ), डायरेक्टोरेट ऑफ सिग्नल इंटेलिजेंस और कमिश्नर ऑफ पुलिस दिल्ली.
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का नाम देखकर यूं ही ख़्याल आया कि मुंबई पुलिस के कमिश्नर कैसे छूट गए. क्या राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित ख़तरे में पुणे और मुंबई के कमिश्नर की कोई भूमिका नहीं है. पर ये बात उतनी महत्वपूर्ण नहीं है. पर यह महत्वपूर्ण है कि दिल्ली ही क्यों, यह भी कि सीबीडीटी क्यों, सीबीआई क्यों. आपके कंप्यूटर में जो कुछ भी है, जो कुछ भी उससे भेजा जा रहा है और जो कुछ भी पहले उसमें जमा था मगर मिटा दिया गया, इन सबको हासिल किया जा सकता है, मॉनिटर किया जा सकता है और इंटरसेप्ट किया जा सकता है. राज्यसभा में इस बात को लेकर काफी बहस हुई कि क्या सरकार ने सभी एजेंसियों को खुली छूट दे दी है.
अगर पहले से ही कानून था तो फिर गृह मंत्रालय को 20 दिसंबर 2018 को यह अधिसूचना क्यों जारी करनी पड़ी. हमारी सहयोगी नीता शर्मा ने एनडीटीवी डॉट कॉम पर लिखा है कि पहले गृह मंत्रालय लोगों के फोन कॉल और ईमेल स्कैन कर सकता था. नए आदेश से कई और एजेंसियों को यह अधिकार मिल गया है. जिनके नाम अभी अभी हमने बताए नीता से एक पूर्व नौकरशाह ने बताया कि पहली बार डेटा स्कैन करने का अधिकार कई सारी एजेंसियों को दिया गया है. इसके पहले जो बातचीत चल रही है जिसे डेटा इन मोशन कहते हैं उसे इंटरसेप्ट किया जा सकता है. मगर इस आदेश के बाद कंप्यूटर में जमा, या उससे भेजी गई सूचना को भी इंटरसेप्ट करने का पावर दे दिया गया है.
यह मामला तकनीकि का भी है. अगर सरकार किसी खास कोड से एक साथ लाखों कंप्यूटर को मोनिटर करने लगे तो क्या होगा, सोशल मीडिया की कंपनियां ऐसी तकनीक को लेकर हमेशा विवादों में रहती हैं और दुनिया के कई देश उनकी इस बदमाशी को लेकर कानून बना रहे हैं लेकिन जब सरकार खुद यही काम करती है तो क्या उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर करने दिया जा सकता है, यह सवाल सिर्फ भारत का नहीं है, अमरीका और जापान और लंदन जर्मनी का भी है. अभी तक इंटेलिजेंस ब्यूरो को ज़ब्त करने का अधिकार नहीं है. उन्हें राज्य पुलिस के साथ मिलकर ऐसा करना पड़ता था. मगर इस नोटिफिकेशन के बाद से सब बदल गया है. नीता शर्मा ने लिखा है कि नए नोटिफिकेशन के बाद से सब्सक्राइबर, सर्विस प्रोवाइडर या कोई भी व्यक्ति जिसके अंडर वो कंप्यूटर है, उसे एजेंसियों को सारी जानकारी देनी होगी. नहीं देने पर सात साल तक की जेल हो सकती है.
क्या यह कंप्यूटर ज़ब्त करने का आदेश भर है या आपके घर में रखा कंप्टूयर अब फोन की तरह टैप किया जा सकेगा. हमें इस मामले में कम से कम तीन पहलुओं को समझना होगा. कानूनी, प्राइवेसी और तकनीकि. ईमेल और फोन गृह सचिव की अनुमति के बाद टैप किए जाते रहे हैं लेकिन कंप्यूटर के इस सूची में जुड़ने से क्या बदल गया है.
क्यों ममता बनर्जी से लेकर सीताराम येचुरी, रामगोपाल यादव से लेकर आनंद शर्मा तक सभी विपक्ष के नेता इस आदेश को लेकर चिन्तित हैं और सवाल उठा रहे हैं. असर देखिए, मोदी जी के कान और आंखें अब घर घर में हैं. हर फोन पर हुई बातचीत हर फोन पर हुई मेसेज सुन सकते हैं. कोई मां बेटे से बात कर रही है तो मोदी सुन रहे हैं. बेटा पिता से बात कर रहा है, कोई पत्रकार मोदी सरकार की नीतियों पर टिप्पणियों कर रहा है तो मोदी जी सुन रहे हैं. कोई किसान मोदी जी की किसान विरोधी नीतियों पर कह रहा है तो मोदी जी सुन सकते हैं. कोई युवा गूगल कर रहा है तो मोदी जी वो भी सुन सकते हैं. 2014 में सत्ता में आए घर घर में मोदी के नारे से, अब जब सत्ता जा रही है जो नारा बन गया है घर घर जासूसी.
दि प्रिंट में मनीष छिब्बर ने लिखा है कि 22 दिसंबर 2008 को लोकसभा में बगैर किसी चर्चा के ही यह संशोधन पास हो गया था. तब कांग्रेस की सरकार थी. लोकसभा ही नहीं जब राज्य सभा में बहस हुई तब एक भी सांसद ने इसके खिलाफ वोट नहीं किया. इसी संशोधन के तहत पहली बार कंप्यूटर में जमा, या कंप्यूटर के द्वारा प्रसारित किसी सूचना को ट्रैक करने का अधिकार केंद सरकार को मिला था. यह गंभीर बात तो है लेकिन उस वक्त प्राइवेसी को लेकर वैसी समझ नहीं थी, जैसी आज है. आज दुनिया में टेक्नालजी के कारण डेटा सर्वेलांस यानी निगरानी के नए ख़तरे सामने आए हैं, उनकी बहस पहले से कहीं ज्यादा जटिल और सीरीयस हुई है. 2008 के संशोधन को लेकर कई संस्थाओं ने सवाल उठाए, क्या तब की सरकार ने उसे सुना था. क्यों नहीं तब के कानून में प्राइवेसी को लेकर सुरक्षा के उपाय किए गए थे, और अगर तब नहीं हुआ था तो क्या इसे आधार बनाकर कहा जा सकता है कि अब नहीं होगा. |
आमिर की राह पर चले रणवीर सिंह, पहचानना हुआ मुश्किल | A post shared by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Jan 19, 2018 at 12:01am PST |
चीनी मीडिया ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले को 'जुआ' बताया, कहा - मिसाल बनेगा यह कदम | चीनी आधिकारिक मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम को ‘अत्यंत साहसिक’बताते हुए कहा कि यह एक ‘जुआ’है जो हर हाल में एक मिसाल पेश करेगा. चीनी मीडिया की ओर से यह भी कहा गया है कि भले ही यह कदम सफल रहे या विफल साबित हो, चीन भ्रष्टाचार पर इसके प्रभाव से सबक लेगा. सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने ‘मोदी टेक्स ए गैम्बल विद मनी रिफॉर्म’ शीर्षक से छपे लेख में कहा गया है कि ‘मोदी का कदम बहुत साहसिक है. हम इस बात की कल्पना नहीं कर सकते कि यदि चीन 50 और 100 युआन के नोट बंद कर देता है तो चीन में क्या होगा.’चीन में सर्वाधिक मूल्य का नोट 100 युआन है.
संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं. भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.'
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं. भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.'
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
तमिलनाडु : जयललिता और नरेंद्र मोदी ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप | तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव ने एक दूसरे के शुभचिंतक माने जाने वाले नरेंद्र मोदी और जयललिता के रिश्तों में दरार डाल दी है। पहली बार जयललिता ने खुल को नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।
जयललिता ने मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने कावेरी जल के मुद्दे पर तमिलनाडु की जनता को धोखा दिया है। जवाब देने में मोदी ने भी देर नहीं की।
उन्होंने चेन्नई में अपनी रैली के दौरान कहा कि एआईएडीएमके और डीएमके को लोगों के भलाई की चिंता नहीं है, बल्कि उनका वक्त तो सिर्फ एक दूसरे पर आरोप लगाने में ही बीत जाता है।
दरअसल बीजेपी इस बार तमिलनाडु में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। यहां बीजेपी छह स्थानीय दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। |
राष्ट्रपति द्वारा विधेयक खारिज करने के बाद AAP की आपात बैठक, केजरीवाल ने पीएम पर साधा निशाना | आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त उसके 21 विधायकों की लाभ के पद के आधार पर दिल्ली विधानसभा की सदस्यता जाने की संभावित स्थिति पर विचार करने के लिए आपातकालीन बैठक की।
दरअसल, दिल्ली सरकार उन्हें छूट देने के लिए जो विधेयक लाई थी, उसे राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटनाक्रम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते और 'आप' से डरते हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद से बाहर रखने संबंधी विधेयक को मंजूरी देने से इंकार करने को लेकर आयोजित बैठक की केजरीवाल ने अध्यक्षता की। बैठक में कई आप नेताओं ने केन्द्र की कड़ी आलोचना की और उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की सिफारिश पर विधेयक खारिज किया।टिप्पणियां
केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक को संसदीय सचिव के रूप में उनकी क्षमता से ज्यादा एक भी पैसा, कार या बंगला नहीं दिया गया और उन्होंने कहा कि वे मुफ्त में सेवाएं दे रहे हैं।
मोदी जी लोक तंत्र का सम्मान नहीं करते। डरते हैं तो सिर्फ़ आम आदमी पार्टी से। https://t.co/QpDdInebcF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 13, 2016
उन्होंने कहा, 'मोदीजी का कहना है कि आप सभी घर पर बैठें। काम नहीं करें।' केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति, अस्पताल एवं स्कूलों के संचालन पर गौर करने का काम दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मोदी जी का कहना है कि न काम करूंगा और न ही करने दूंगा।' googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दरअसल, दिल्ली सरकार उन्हें छूट देने के लिए जो विधेयक लाई थी, उसे राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटनाक्रम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र का सम्मान नहीं करते और 'आप' से डरते हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद से बाहर रखने संबंधी विधेयक को मंजूरी देने से इंकार करने को लेकर आयोजित बैठक की केजरीवाल ने अध्यक्षता की। बैठक में कई आप नेताओं ने केन्द्र की कड़ी आलोचना की और उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की सिफारिश पर विधेयक खारिज किया।टिप्पणियां
केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक को संसदीय सचिव के रूप में उनकी क्षमता से ज्यादा एक भी पैसा, कार या बंगला नहीं दिया गया और उन्होंने कहा कि वे मुफ्त में सेवाएं दे रहे हैं।
मोदी जी लोक तंत्र का सम्मान नहीं करते। डरते हैं तो सिर्फ़ आम आदमी पार्टी से। https://t.co/QpDdInebcF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 13, 2016
उन्होंने कहा, 'मोदीजी का कहना है कि आप सभी घर पर बैठें। काम नहीं करें।' केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति, अस्पताल एवं स्कूलों के संचालन पर गौर करने का काम दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मोदी जी का कहना है कि न काम करूंगा और न ही करने दूंगा।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद से बाहर रखने संबंधी विधेयक को मंजूरी देने से इंकार करने को लेकर आयोजित बैठक की केजरीवाल ने अध्यक्षता की। बैठक में कई आप नेताओं ने केन्द्र की कड़ी आलोचना की और उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की सिफारिश पर विधेयक खारिज किया।टिप्पणियां
केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक को संसदीय सचिव के रूप में उनकी क्षमता से ज्यादा एक भी पैसा, कार या बंगला नहीं दिया गया और उन्होंने कहा कि वे मुफ्त में सेवाएं दे रहे हैं।
मोदी जी लोक तंत्र का सम्मान नहीं करते। डरते हैं तो सिर्फ़ आम आदमी पार्टी से। https://t.co/QpDdInebcF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 13, 2016
उन्होंने कहा, 'मोदीजी का कहना है कि आप सभी घर पर बैठें। काम नहीं करें।' केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति, अस्पताल एवं स्कूलों के संचालन पर गौर करने का काम दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मोदी जी का कहना है कि न काम करूंगा और न ही करने दूंगा।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि किसी भी विधायक को संसदीय सचिव के रूप में उनकी क्षमता से ज्यादा एक भी पैसा, कार या बंगला नहीं दिया गया और उन्होंने कहा कि वे मुफ्त में सेवाएं दे रहे हैं।
मोदी जी लोक तंत्र का सम्मान नहीं करते। डरते हैं तो सिर्फ़ आम आदमी पार्टी से। https://t.co/QpDdInebcF
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 13, 2016
उन्होंने कहा, 'मोदीजी का कहना है कि आप सभी घर पर बैठें। काम नहीं करें।' केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति, अस्पताल एवं स्कूलों के संचालन पर गौर करने का काम दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मोदी जी का कहना है कि न काम करूंगा और न ही करने दूंगा।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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एक लाख कर्मचारियों को वीआरएस देना चाहती है बीएसएनएल | वेतन का बोझ घटाने के लिए सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल चाहती है कि एक लाख कर्मचारी कंपनी छोड़ें, जिन्हें वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश करना चाहती है। कंपनी की करीब 48 फीसदी आय वेतन पर खर्च होती है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ। |
प्रधानमंत्री को निशाना बनाने की खबर परेशान करने वाली, षडयंत्रकर्ता होंगे बेनकाब : रविशंकर प्रसाद | उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी साजिश करने वालों को यह पता होना चाहिए कि इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी समुदायों लोग मिलकर राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करते हैं. उनकी साजिश सफल नहीं होगी. योगगुरु रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्र की धरोहर हैं. सदियों के बाद राजनीति में ऐसे व्यक्ति का आविर्भाव होता है और राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के षड्यंत्र की खबर के बारे में जानकर वह व्यथित हैं. रामदेव ने कहा कि सरकार को इसकी उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए. सभी को दलगत राजनीति से उपर उठकर इसकी तह तक पहुंचने के लिए साथ देना चाहिए.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
केरल: युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं का मर्डर, माकपा पर लगाया आरोप | कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सत्तारूढ़ माकपा पर निशाना साधते हुए इस दोहरे हत्याकांड के खिलाफ अपना विरोध जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव निकट आने के कारण ये हत्याएं माकपा द्वारा रची गई साजिश है. हालांकि, माकपा के जिला सचिव एम वी बालाकृष्णन मास्टर ने इन हत्याओं में उनकी पार्टी की किसी भी तरह की भूमिका को पूरी तरह से खारिज किया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हम इस हत्या की कड़ी निंदा करते है. इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है.' पुलिस ने बताया कि हमलावरों की अभी पहचान नहीं हो पाई है.
बता दें, केरल में पहले भी कई बार पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें सामने आई हैं. पिछले साल मई में कन्नूर के पास कुछ घंटों के अंतराल पर हुई अलग-अलग घटनाओं में माकपा और भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी थी. माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी. आठ लोगों के एक समूह ने पहले उनका पीछा किया और फिर उन पर हमला किया. हमलावरों के आरएसएस एवं भाजपा कार्यकता होने की बात कही जा रही है. बाबू गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया. इसके बाद साफ तौर पर बदले की एक कार्रवाई में न्यू माहे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से हत्या कर दी गई. |
SA VS AUS: इस सजा से नहीं बच सके कागिसो रबाडा, पर किया यह 'बड़ा कारनामा' | Kagiso Rabada is player of the match for his 11-wicket haul - the fourth time he's taken 10 or more wickets in a Test match.
He's still only 22 - what a talent!#SAvAUSpic.twitter.com/IDl2DsOeIh
— ICC (@ICC) March 12, 2018
He's still only 22 - what a talent!#SAvAUSpic.twitter.com/IDl2DsOeIh
.@KagisoRabada25 on conventional swing vs reverse swing. #ProteaFire#SAvAUS#SunfoilTestpic.twitter.com/gyNTmUhbnS
BREAKING: Kagiso Rabada has been suspended for South Africa's next two Tests after being found guilty of a Level 2 ICC Code of Conduct offence of ‘inappropriate and deliberate physical contact with a player’.
More ➡️ https://t.co/3UPOl7E7XMpic.twitter.com/7wg11wnjR0
— ICC (@ICC) March 12, 2018
More ➡️ https://t.co/3UPOl7E7XMpic.twitter.com/7wg11wnjR0
“I won’t change the way I express myself, I’ll just get away from the batter.” @KagisoRabada25 on his wicket celebrations. #ProteaFire#SAvAUS#SunfoilTestpic.twitter.com/OwZ3IlsSth |
राम जेठमलानी के बाद सुब्रमण्यम स्वामी देंगे आसाराम के लिए अदालत में दलील | यौन उत्पीड़न के आरोप में जेल में बंद आसाराम से किए गए अपने वादे को निभाते हुए बीजेपी नेता और जाने-माने वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को जोधपुर की एक निचली अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की और वह आसाराम की रिहाई के लिए दलील देंगे।
स्वामी के सहायक आवेदन जमा करने के लिए अदालत में पेश हुए। न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने आवेदन को विचारार्थ स्वीकार कर लिया और मंगलवार को दलीलों पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।टिप्पणियां
आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं।
आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।
स्वामी के सहायक आवेदन जमा करने के लिए अदालत में पेश हुए। न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास ने आवेदन को विचारार्थ स्वीकार कर लिया और मंगलवार को दलीलों पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।टिप्पणियां
आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं।
आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।
आवेदन के साथ अदालत में पेश हुए एक सहायक वकील ने कहा, जमानत अर्जी पर दलील देने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी खुद 26 मई को आएंगे। स्वामी 23 अप्रैल को जोधपुर आए थे और जेल में आसाराम से मिले थे, जहां वह पिछले डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बंद हैं।
आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।
आसाराम से सहानुभूति जताते हुए स्वामी ने उनके मामले की तुलना लालू प्रसाद और जयललिता जैसे नेताओं से की थी और कहा था कि आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए। राम जेठमलानी और सलमान खुर्शीद से लेकर देश के कई जाने-माने वकील आसाराम को जमानत दिलाने के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। |
Lok Sabha Election 2019 For 1st Phase: पहले चरण की 10 VVIP सीटें, जहां केंद्रीय मंत्रियों और दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी है दांव पर | पूर्वोत्तर की बात करें तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू अरुणाचल पश्चिम सीट से मैदान में हैं. उनके मुकाबले कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी को चुनाव मैदान में उतारा है. 2014 में इस सीट पर रिजिजू 41,738 मतों से जीते थे.
बिहार के जमुई सीट से लोजपा नेता चिराग पासवान चुनाव लड़ रहे हैं.यहां उनका मुकाबलपा रालोसपा नेता भूदेव चौधरी से है. 2008 में परसीमत के बाद अस्तित्व में आई इस सीट से 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करन के बाद भूदेव चौधरी यहां के पहले सांसद बने. 2014 के लोकसभा चुनाव में चिराग जीत दर्ज करने में सफल रहे. |
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, सरल भाषा में लिखी जाए FIR, न हो उर्दू के कठिन शब्दों का इस्तेमाल | दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसने अपने पहले के आदेश में सिर्फ यही निर्देश दिया था कि FIR में सरल भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए और गैर प्रचलित उर्दू-फारसी शब्दों से बचना चाहिए. मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने कहा कि शिकायत दर्ज करते समय पुलिस आम बोलचाल में इस्तेमाल होने वाले उर्दू और फारसी के शब्दों का उपयोग कर सकती है.
अदालत ने एक याचिका का निपटारा करते समय यह स्पष्टीकरण दिया. याचिका में पुलिस थानों को भेजे गए पुलिस के एक परिपत्र को चुनौती दी गई थी, जिसमें प्राथमिकी दर्ज करते समय उर्दू या फारसी के 383 शब्दों का इस्तेमाल बंद करने का निर्देश दिया गया था. याचिकाकर्ता नईमा पाशा ने दावा किया कि यह परिपत्र कथित रूप से अदालत के सात अगस्त के उस निर्देश के बाद जारी किया गया जिसमें उसने शिकायत दर्ज करते समय सरल शब्दों के इस्तेमाल का निर्देश दिया था जबकि परिपत्र में उर्दू और फारसी से संबंधित 383 शब्दों की सूची में कुछ ऐसे भी शब्द हैं जो आम बोलचाल में इस्तेमाल होते हैं.
पीठ ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा वह अपने सात अगस्त के आदेश पर स्पष्टीकरण देगा. अदालत ने कहा, ''गैर प्रचलित उर्दू एवं फारसी के शब्दों का (प्राथमिकी दर्ज करते समय) इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. एक लंबित जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत के सात अगस्त के आदेश का यही आशय था कि प्रचलन में मौजूद उर्दू और फारसी के शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है.''
25 नवंबर को एक वकील की अन्य याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने यह पता लगाने के लिए कि क्या 20 नवंबर के परिपत्र का पालन हो रहा है, उसने प्राथमिकी की 100 प्रतियां मंगाई थीं. |
खुशखबरी : बीएमसी ने दुकानों के लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को किया ऑनलाइन | मुंबई महानगरपालिका चुनावों से पहले बीएमसी में ऐलानों की बाढ़ आ गई है, चंद मिनटों में हजारों करोड़ के प्रस्ताव स्वीकृत किए जा रहे हैं. वैसे एक ऐलान से शहर के दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं. महानगरपालिका ने दुकानों के लाइसेंस जारी करने या रिन्यू कराने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है.
इस ऐलान से पहले शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ मुंबई महानगरपालिका में आए. बीएमसी सभागृह में प्रबोधनकार ठाकरे की पेंटिंग के अनावरण के मौकों को भुनाते हुए तड़ातड़ ऐलान हुए, लेकिन एक ऐलान ऐसा जिससे शहर के 7.61 लाख दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं.
शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां
हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है.
बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं.
इस ऐलान से पहले शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ मुंबई महानगरपालिका में आए. बीएमसी सभागृह में प्रबोधनकार ठाकरे की पेंटिंग के अनावरण के मौकों को भुनाते हुए तड़ातड़ ऐलान हुए, लेकिन एक ऐलान ऐसा जिससे शहर के 7.61 लाख दुकानदार राहत की सांस ले रहे हैं.
शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां
हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है.
बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं.
शहर में एक दुकान चलाने के लिए दो दर्जन से अधिक लाइसेंस लगते हैं, आरोप है कि इनमें लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रशासन ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन बना दिया है जिससे नवीन कारिया जैसे दुकानदार बहुत खुश हैं. दक्षिण मुंबई में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले कारिया कहते हैं, पहले तीन तीन दिन लाइन लगाना पड़ता था, अब बहुत आसान हो जाएगा. बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, तीन साल की जगह पांच का विकल्प मिले तो बेहतर होगा. इससे साफ-सुथरा काम होगा. वहीं मोबाइल का कारोबार करने वाले इमरान के मुताबिक, डिजिटल में टाइम बचेगा. इससे फायदा है, दुकान में टाइम देंगे.टिप्पणियां
हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है.
बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं.
हालांकि साइन बोर्ड का काम करने वाले 70 साल की उम्र के हारून रशीद को लगता है अब उन्हें तकनीक सीखना मुश्किल होगा. टाइम बचेगा लेकिन पढ़ा-लिखा होना जरूरी है, मैं उर्दू मीडियम से पढ़ा हूं, मुझे अब ऑनलाइन काम करने में मुश्किल है.
बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं.
बीएमसी का कहना है कि दुकानदारों के ऑनलाइन आवेदन करने के निश्चित वक्त के अंदर विभाग लाइसेंस जारी और रिन्यू कर देगा. चुनाव से पहले लगभग 2500 करोड़ रुपये के लगभग डेढ़ सौ प्रस्ताव बीएमसी ने मिनटों में पास कर दिए. विपक्ष को लगता है सत्ता पर फिर काबिज होने की कोशिश में ये हड़बड़ी है वैसे दुकानदार गुमास्ता लाइसेंस ऑनलाइन मिलने से खुश हैं. |
चैम्पियंस लीग : वोल्ट्स ने सनराइजर्स को पांच विकेट से हराया | न्यूजीलैंड की ओटागो वोल्ट्स टीम ने शुक्रवार को पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए चैम्पियंस लीग के अंतिम क्वालीफाईंग मैच में इंडियन प्रीमियर लीग की सनराइजर्स हैदराबाद टीम को पांच विकेट से हरा दिया।
वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। |
गैस मूल्य निर्धारण : तेल मंत्रालय और आरआईएल को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस | प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाने का सरकार का विवादास्पद निर्णय सोमवार को उस समय न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया जब उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर विचार करने का निश्चय करते हुए एक जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. को नोटिस जारी कर दिए।
प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। |
कमजोर पड़ने लगे हैं सुस्ती के कारक : मुखर्जी | केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तेजी आनी तय है क्योंकि 2011-12 में आर्थिक विकास में गिरावट के प्रमुख कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं।
आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। |
डाकघर में बिक रहा बोतलबंद गंगाजल हुआ हिट, 2 दिन में बिकीं सारी बोतलें | ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद ‘गंगाजल’ की बिक्री भारतीय डाक (इंडिया पोस्ट) की ओर से पश्चिम बंगाल स्थित 47 मुख्य डाकघरों से शुरू किए जाने के दो दिन के भीतर ही शेल्फ पर रखी सारी बोतलें बिक चुकी हैं।
पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई।
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई।
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
नक्सली वारदातों के साये में आंतरिक सुरक्षा पर सम्मेलन | देश की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्र सरकार सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेगी। यह चर्चा ऐसे समय होगी जब ओडिशा में नक्सलियों ने हाल ही में महत्वपूर्ण व्यक्तियों को अगवा किया है। बैठक में खुफिया तंत्र एवं आतंकवाद निरोधी क्षमताओं को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी।
दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। |
8 कोर उद्योगों के उत्पादन में आई भारी गिरावट, GST कलेक्शन के आंकड़े भी मायूस करने वाले | सरकार के लिए आर्थिक मंदी से उबरने का समय और लंबा होता जा रहा है.अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े मायूस करने वाले हैं. बीते साल के मुक़ाबले इनमें 5.29 फ़ीसदी की गिरावट है जबकि कल ही ख़बर आई कि 8 कोर उद्योगों के उत्पादन में बीते साल के मुक़ाबले 5.2% की कमी आई है. अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 95,380 करोड़ रुपये रह गया है. बेशक, ये सितंबर से ज़्यादा है लेकिन बीते साल अक्टूबर के मुक़ाबले 5.29% कम है. बीते महीनों से जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से नीचे रहा है. आइए डालते हैं एक नजर
सरकार के लिए बुरी ख़बरें और भी हैं. बीते साल सितंबर के मुक़ाबले इस साल उन 8 उद्योगों का उत्पादन भी 5.2 फ़ीसदी घटा है जिनको बिल्कुल कोर सेक्टर कहा जाता है. 8 में से सात उद्योगों में ये गिरावट दर्ज हुई है. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सितम्बर, 2019 में कोयला उत्पादन सितम्बर, 2018 के मुकाबले 20.5 प्रतिशत घट गया. इस दौरान प्राकृतिक गैस का उत्पादन 4.9 प्रतिशत और कच्चे तेल का उत्पादन 5.4 प्रतिशत गिर गया. पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में गिरावट 6.7 प्रतिशत रही. इस्पात के उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की मामूली गिरावट जबकि सीमेंट के उत्पादन में 2.1 प्रतिशत की कमी आयी. बिजली का उत्पादन भी 3.7 प्रतिशत गिर गया.
8 कोर उद्योगों में बढ़ोतरी सिर्फ उर्वरक के उत्पादन में दर्ज़ की गयी है जो इस दौरान 5.4 प्रतिशत बढ़ गया. वर्ष 2019-20 में अप्रैल-सितम्बर के दौरान आठ कोर उद्योगों की संचयी उत्पादन वृद्धि दर 1.3 प्रतिशत रही. नीति आयोग की लैंड पालिसी पर स्पेशल सेल के चेयरमैन रहे अर्थशास्त्री टी हक़ मानते हैं कि अर्थव्यवस्था और कमज़ोर पड़ती जा रही है.
टी हक़, पूर्व चेयरपर्सन, स्पेशल सेल ऑन लैंड पालिसी , नीति आयोग ने एनडीटीवी से कहा, 'मुझे डर है कि अभी जो अर्थव्यवस्था में सुस्ती मंदी के रूप में था अब हो सकता है कि वो आर्थिक अवसाद में न बदल जाए. अगर अर्थव्यवस्था अवसाद में चली गई तो हालात असहनीय हो जाएंगे. अर्थव्यवस्था में मांग को मजबूत करने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने. आम लोगों की आय बढ़ाना भी जरूरी होगी.'
साफ़ है, अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए सरकार ने जो पिछले दो महीनों में जो कदम उठाये हैं उनका असर ज़मीन पर होता नहीं दिख रहा है और कमज़ोर पड़ती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सरकार को नए सिरे और बड़े स्तर पर पहल करना होगा. |
क्रिसमस के मौके पर पोप ने बेहतर विश्व की कामना की | पोप फ्रांसिस ने क्रिसमस के मौके पर पश्चिम एशिया शांति वार्ता की सफलता, सीरिया एवं अफ्रीका के दूसरे युद्धग्रस्त देशों में शांति तथा शरणार्थियों के लिए सम्मान सहित 'बेहतर विश्व' की कामना की है।
फ्रांसिस ने सेंटर नीटर्स बासिलिका की बाल्कनी से दिए संदेश में कहा कि वह उन सभी लोगों के साथ हैं, जो बेहतर विश्व बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। इस मौके पर वहां करीब 70,000 पर्यटक, श्रद्धालु और रोमन मौजूद थे।
पोप ने युद्धग्रस्त देशों का जिक्र करते हुए सीरिया, दक्षिण सूडान, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, नाइजीरिया और इराक का नाम लिया। इन देशों में लंबे समय से संघर्ष चल रहा है।
उन्होंने प्रार्थना की, प्रभु यीशू की कृपा से इस्राइल और फिलीस्तीन के बीच शांतिवार्ता का नतीजा निकले। सभी लोगों के प्रिय देश इराक के घाव भर जाएं, जहां हिंसा की घटनाएं निरंतर हो रही हैं। फ्रांसिस ने शांति के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए कहा, वास्तविक शांति का मतलब विपरीत ताकतों के बीच संतुलन बनाना नहीं होता है, संघर्ष और मतभेदों पर पर्दा डालना भी नही होता, बल्कि शांति के लिए प्रतिदिन की प्रतिबद्धता जरूरी है। |
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री फॉक्स ने दिया इस्तीफा | विवादों में घिरे ब्रिटेन के रक्षा मंत्री लायम फॉक्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। फॉक्स पर अपने एक निकट सहयोगी एडम वेरिटी को अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने की छूट देने का आरोप था। वेरिटी ने बिना किसी आधिकारिक पद के फॉक्स के साथ विभिन्न बैठकों में शिरकत की थी और उनके साथ कई विदेश दौरे भी किए थे। सूचनाओं के अनुसार वेरिटी के ऐसे दौरों की संख्या 18 थी। पिछले एक हफ्ते से वेरिटी को लेकर फॉक्स पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं। इसके अलावा कैबिनेट सचिव द्वारा फॉक्स की जांच भी की जा चुकी है। अपने इस्तीफे में फॉक्स ने कहा, मैंने भूलवश अपने निजी हितों और अपने सरकारी गतिविधियों के बीच के फर्क को धुंधला होने दिया। हाल के कुछ दिनों में इसका प्रभाव स्पष्ट हो चुका है। मैं इसके लिए शर्मिंदा हूं। मैंने हमेशा ये बात कही है कि राष्ट्रीय हित, निजी हित से ऊपर होना चाहिए। |
जम्मू-कश्मीर : कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, दो आतंकी ढेर | जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के अरवानी में आतंकियों के खिलाफ सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई चल रही है. कुलगाम के ईदगाह मोहल्ला के अरवानी में सुबह से आतंकियो के खिलाफ मुठभेड़ जारी है. एक बिल्डिंग तीन आतंकी फंसे हुए थे, जिसमें से दो मारे गए हैं. एक आतंकी जिंदा है, जिसके खिलाफ कार्रवाई जारी है.
आशंका है कि फंसा हुआ आतंकी लश्कर का कमांडर जुनैद अहमद मट्टू (mattoo) हो सकता है. ये उन 12 खूंखार आतंकियों में शामिल है, जिसकी लिस्ट सुरक्षाबलों ने पिछले महीने जारी की थी. ये कुलगाम के खुदवानी का ही रहने वाला है. अभी तक यह पक्की खबर नहीं मिल पायी है कि मारे गए आतंकियों में जुनैद शामिल है या नहीं. टिप्पणियां
खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं.
खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. |
पंजाब में ड्रग तस्करों की अब खैर नहीं, मिलेगी मौत की सजा | My govt has decided to recommend the death penalty for drug peddling/smuggling. The recommendation is being forwarded to the Union government. Since drug peddling is destroying entire generations, it deserves exemplary punishment. I stand by my commitment for a drug free Punjab. pic.twitter.com/dXZTsDwVpf |
बजट 2019 : 'बेवफा मौसम' के साथ वादों को पूरा करना बड़ी चुनौती, मंदी भी बनी खलनायक | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गठित नई सरकार के लिये मौजूदा कठिन आर्थिक परिस्थितियों में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने योग्य दायरे में रखकर बजट तैयार करने की बड़ी चुनौती होगी. आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रोफेसर एन.आर. भानुमूर्ति का यह मानना है. उल्लेखनीय है कि 2018- 19 के बजट में अनुमानित 3.4 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिये सरकार को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है. वर्ष के संशोधित अनुमानों में भारी वृद्धि के चलते सरकार को तय लक्ष्यों को हासिल करना मुश्किल हो गया था. वर्ष 2018- 19 में निगम कर के 6,21,000 करोड़ रुपये के बजट अनुमान को संशोधित अनुमानों में बढ़ाकर 6,71,000 करोड़ रुपये कर दिया गया. वर्ष की चौथी तिमाही में सकल घरेल उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर पांच साल के निम्नस्तर 5.8 प्रतिशत पर आ गई है. वार्षिक जीडीपी वृद्धि का आंकड़ा भी 6.8 प्रतिशत रह गया, जो कि पिछले पांच साल में सबसे कम रहा है.
राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी) में प्रोफेसर एन आर भानुमूर्ति ने कहा कि सरकार के समक्ष आगामी बजट में आंकड़ों को वास्तविक धरातल पर रखते हुये बजट तैयार करने की चुनौती है. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के लिये वित्तीय स्थिति कठिन बनी हुई है. वास्तविक अनुमान लगाने होंगे. पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही और पूरे साल के जीडीपी वृद्धि आंकड़े कम रहने के बाद सभी बजट अनुमानों पर इसका असर हुआ होगा. इसे ध्यान में रखते हुये आगामी पूर्ण बजट में अगले साल के लिये विभिन्न वृद्धि अनुमानों को वास्तविकता के धरातल पर आंकना होगा.''
भानुमूर्ति ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती गहरा रही है. विश्व बाजार मंदी की तरफ बढ़ रहा है.अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने भी इस ओर संकेत दिया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यदि मांग घटती है तो भारतीय निर्यात कारोबार पर भी उसका असर होगा. कच्चे तेल के दाम में उतार- चढ़ाव का मुद्दा भी हमारे सामने है. मानसून को लेकर भी चिंता बढ़ी है. इसका हमारी अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर होगा. ऐसे में सरकार के समक्ष बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है.''
भानुमूर्ति ने कहा कि पिछली तीन- चार तिमाहियों से आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट का रुख रहा है. ऐसे में अर्थव्यवस्था को फिर से तीव्र वृद्धि के रास्ते पर लाना बड़ी चुनौती है. एक तरफ आर्थिक सुस्ती और दूसरी तरफ सरकार द्वारा जनता से किये गये वादों को पूरा करना मुश्किल काम होगा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने घोषणापत्र में देश के सभी किसानों को हर साल 6,000 रुपये की सम्मान निधि देने का वादा किया है. ढांचागत सुविधाओं और कृषि क्षेत्र में अगले कुछ सालों के दौरान भारी निवेश की घोषणा की गई है. भानुमूर्ति मौजूदा कठिन आर्थिक परिस्थितियों से बाहर निकलने के बारे में सलाह देते हुये कहते हैं कि सरकार को तेज गति के साथ बैंकों का पुनर्पूंजीकरण करना होगा. वित्त वर्ष की समाप्ति तक इसकी प्रतीक्षा नहीं की जानी चाहिये.
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे विचार से बचत को बढ़ावा देने के लिये सरकार को एक लाख रुपये तक की अतिरिक्त कर बचत वाली नई योजनाओं की घोषणा करनी चाहिये. ब्याज दरों में कटौती का फायदा अर्थव्यवस्था में नहीं दिखाई दे रहा है इसलिये सरकार को बचत को बढ़ावा देना चाहिये.'' उन्होंने कहा कि गैर- बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और बैंक क्षेत्र का संकट समाप्त होता नहीं दिख रहा है. हालांकि, सरकार ने एनपीए कम करने के लिये कई कदम उठाये हैं लेकिन इसका त्वरित समाधान नहीं दिखाई देता है. निजी क्षेत्र की धारणा सुस्त बनी हुई है. इसमें सुधार के लिये कदम उठाने होंगे. |
8 सीरियल धमाकों से दहला श्रीलंका, दस साल बाद रहा सबसे बड़ा 'खूनखराबा' वाला दिन | ईस्टर के मौके पर रविवार के दिन श्रीलंका एक के बाद एक 8 सिलसेवार धमाकों से दहल उठा. श्रीलंका में गिरजाघरों, होटलों और एक गेस्टहाउस में करीब एक साथ हुए 8 विस्फोटों में कम से कम 150 लोगों की मौत हो गई. और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए. श्रीलंका के इतिहास में यह सबसे भयानक हमलों में से एक है. कोलंबो में तीन चर्च और तीन होटलों में हुए बम धमाकों की दहशत ने श्रीलंकाई नागरिकों को 2008 के उन बम हमलों की यादें ताजा कर दीं, जिनमें करीब 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने बताया कि यह विस्फोट स्थानीय समयानुसार आठ बजकर 45 मिनट पर ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगेम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए. वहीं तीन अन्य विस्फोट पांच सितारा होटलों - शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए.होटल में हुए विस्फोट में घायल विदेशी और स्थानीय लोगों को कोलंबो जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल के प्रवक्ता डॉक्टर समिंदि समराकून ने बताया कि 300 से ज्यादा घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है. श्रीलंका में पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने कई हमले किए हैं. हालांकि 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया. दरअसल, 2009 से पहले तक श्रीलंका में लिट्टे की दहशत हुआ करती थी. उस समय श्रीलंका भी आतंकी हमलों के लिए पूरे विश्व में कुख्यात हो गया था. मगर लिट्टे यानी लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम प्रमुख वी प्रभाकरण. की मौत के बाद श्रीलंका पर से आतंक का साया खत्म हो गया था. मगर आज की इस घटना ने एक बार फिर से श्रीलंका को पुरानी आतंकी हमलों की यादें ताजा कर दी हैं. बता दें कि श्रीलंकाई सेना के एक विशेष अभियान में साल 2009 को लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण को मार गिराया गया था.
साल 2008 (जून) में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए बम हमले में 22 लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. यह बम लोगों से खचाखच भरी दो बसों में रखे गए थे. उस समय कई दिनों तक कोलंबो में कई बम हमले हुए थे जिन में आम नागरिकों को निशाना बनाया गया था. उस साल कई दिनों तक लगातार अलग-अलग जगहों से बम धमाकों की खबरें आतीं और मौत की.
जून महीने में ही इस धमाके से पहले एक ट्रेन में धमाका हुआ था, जिसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे. वहीं, उसी साल यानी 2018 में जनवरी महीने में श्रीलंका के मोनारगला जिले में एक पैसेंजर बस में बम विस्फोट हुआ था जिसमें करीब 24 की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हो गए थे. इन सभी हमलों के लिए आतंकी संगठन लिट्टे को ज़िम्मेवार ठहराया जाता रहा था. ऐसा इसलिए क्योंकि 2009 से पहले तक श्रीलंका सरकार और लिट्टे के बीच संघर्ष कायम रहा. बता दें कि श्रीलंका में ईसाईयों की आबादी करीब सात प्रतिशत है जबकि बौद्धों की आबादी लगभग 70 प्रतिशत है, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम आबादी हैं. |
मैं डरा हुआ हूं, कोई नहीं जानता पीएम मोदी क्या करेंगे: एनसीपी प्रमुख शरद पवार | आपको बता दें कि शुक्रवार को शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना कहा कि जिसका परिवार ही न हो वह इसे कैसे समझ सकता है. यहां पुरंदर में अपनी बेटी एवं राकांपा सांसद सुप्रिया सुले के लिए चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि मंत्री ने मोदी सरकार पर किसानों के हित को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह “जब तक जिंदा हैं” तब तक किसानों का समर्थन करेंगे. मोदी ने एक अप्रैल को वर्धा में रैली के दौरान पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके भतीजे एवं महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार की वजह से पैदा हुई पारिवारिक कलह की वजह से राकांपा पर उनकी पकड़ कमजोर होती जा रही है. राकांपा की ओर से जारी एक बयान में पवार के हवाले से कहा गया कि शुक्रवार की रैली में उन्होंने कहा, “जिसका परिवार नहीं है वह कैसे समझ सकता है कि परिवार क्या होता है?” पवार ने कहा कि सरकार राज्य में सूखे को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा, “मेरे पोते रोहित ने अहमदनगर के करजात में टैंकरों के जरिए पानी उपलब्ध कराया. असल में यह काम सरकार का था. लेकिन हम लोगों के साथ हैं.” |
बिहार : बेटे ने माता-पिता को कथित रूप से जिंदा जलाया, पिता की मौत | बिहार के पूर्णिया जिले के बनमनखी थाना क्षेत्र में बुधवार को एक बेटे पर ही अपनी मां और पिता को जिंदा जलाने का आरोप लगा है. इस घटना में पिता की मौत हो गई है, जबकि वृद्ध मां गंभीर रूप से घायल हो गई है.
पुलिस के अनुसार, महादेवपुर गांव निवासी 70 वर्षीय सारंगधर सिंह अपनी पत्नी कमला देवी के साथ मंगलवार रात घर में सोए थे, तभी उनके पुत्र सौरभ कुमार ने कुछ लोगों के साथ मिलकर घर में आग लगा दी. इस घटना में सारंगधर सिंह की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से जख्मी हो गईं.टिप्पणियां
बनमनखी के थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि घायल अवस्था में कमला देवी को पूर्णिया के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार, पिता और पुत्र के बीच संपत्ति को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था. पूर्व में भी सौरभ बूढ़े मां-बाप के साथ मारपीट कर चुका था और जबरन संपत्ति पर कब्जा कर लिया था. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. घटना के बाद से आरोपी सौरभ फरार बताया जा रहा है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस के अनुसार, महादेवपुर गांव निवासी 70 वर्षीय सारंगधर सिंह अपनी पत्नी कमला देवी के साथ मंगलवार रात घर में सोए थे, तभी उनके पुत्र सौरभ कुमार ने कुछ लोगों के साथ मिलकर घर में आग लगा दी. इस घटना में सारंगधर सिंह की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से जख्मी हो गईं.टिप्पणियां
बनमनखी के थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि घायल अवस्था में कमला देवी को पूर्णिया के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार, पिता और पुत्र के बीच संपत्ति को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था. पूर्व में भी सौरभ बूढ़े मां-बाप के साथ मारपीट कर चुका था और जबरन संपत्ति पर कब्जा कर लिया था. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. घटना के बाद से आरोपी सौरभ फरार बताया जा रहा है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बनमनखी के थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि घायल अवस्था में कमला देवी को पूर्णिया के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार, पिता और पुत्र के बीच संपत्ति को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा था. पूर्व में भी सौरभ बूढ़े मां-बाप के साथ मारपीट कर चुका था और जबरन संपत्ति पर कब्जा कर लिया था. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. घटना के बाद से आरोपी सौरभ फरार बताया जा रहा है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
भारतीयों का निराशाजनक प्रदर्शन जारी, हीना 25 मीटर पिस्टल से लगभग बाहर | पिस्टल निशानेबाज हीना सिद्धू ने मंगलवार को फिर निराशाजनक प्रदर्शन किया और वह ओलिंपिक खेलों की महिला 25 मीटर स्पर्धा के पहले चरण के अंत में 40 निशानेबाजों में से 30वें स्थान पर है.
ओलिंपिक खेलों से पहले हीना से काफी उम्मीदें लगाई जा रही थीं. 30 शॉट के प्रीसीशन राउंड में उन्होंने 95, 95 और 96 से 300 में से 286 अंक जुटाये जिससे वह अपनी पंक्ति के निचले छोर पर खिसक गई. रैपिड फायर वर्ग में भी 30 शाट होते हैं, वह भी इसके बाद होना था और भारतीय निशानेबाज के कट में जगह बनाने की आशंका बहुत कम है.
एशिया क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतकर हीना ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था, वह रविवार को हुए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बना सकी थी. भारत का निशानेबाजी में ओवरऑल प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कल बीजिंग ओलिंपिक खेलों के स्वर्ण पदकधारी राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने किया था जो पुरुष वर्ग की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे थे.
अन्य में जीतू राय से भी पदक की काफी उम्मीदें हैं वह भी अभी तक चमक नहीं सके हैं. वह 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में फ्लाप रहे थे और अब 50 मीटर स्पर्धा पर निगाह लगाये हैं. एक और अनुभवी 2012 लंदन खेलों के कांस्य पदकधारी विजेता गगन नारंग ने कल 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन किया और वह क्वालीफिकेशन में 23वें स्थान पर रहे. टिप्पणियां
वह हालांकि इसकी भरपायी 50 मीटर रेंज में करने की कोशिश करेंगे जिसमें वह 12 अगस्त को राइफल प्रोन और 14 अगस्त को थ्री पाजीशन में खेलेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ओलिंपिक खेलों से पहले हीना से काफी उम्मीदें लगाई जा रही थीं. 30 शॉट के प्रीसीशन राउंड में उन्होंने 95, 95 और 96 से 300 में से 286 अंक जुटाये जिससे वह अपनी पंक्ति के निचले छोर पर खिसक गई. रैपिड फायर वर्ग में भी 30 शाट होते हैं, वह भी इसके बाद होना था और भारतीय निशानेबाज के कट में जगह बनाने की आशंका बहुत कम है.
एशिया क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतकर हीना ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था, वह रविवार को हुए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बना सकी थी. भारत का निशानेबाजी में ओवरऑल प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कल बीजिंग ओलिंपिक खेलों के स्वर्ण पदकधारी राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने किया था जो पुरुष वर्ग की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे थे.
अन्य में जीतू राय से भी पदक की काफी उम्मीदें हैं वह भी अभी तक चमक नहीं सके हैं. वह 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में फ्लाप रहे थे और अब 50 मीटर स्पर्धा पर निगाह लगाये हैं. एक और अनुभवी 2012 लंदन खेलों के कांस्य पदकधारी विजेता गगन नारंग ने कल 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन किया और वह क्वालीफिकेशन में 23वें स्थान पर रहे. टिप्पणियां
वह हालांकि इसकी भरपायी 50 मीटर रेंज में करने की कोशिश करेंगे जिसमें वह 12 अगस्त को राइफल प्रोन और 14 अगस्त को थ्री पाजीशन में खेलेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एशिया क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतकर हीना ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था, वह रविवार को हुए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बना सकी थी. भारत का निशानेबाजी में ओवरऑल प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कल बीजिंग ओलिंपिक खेलों के स्वर्ण पदकधारी राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने किया था जो पुरुष वर्ग की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे थे.
अन्य में जीतू राय से भी पदक की काफी उम्मीदें हैं वह भी अभी तक चमक नहीं सके हैं. वह 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में फ्लाप रहे थे और अब 50 मीटर स्पर्धा पर निगाह लगाये हैं. एक और अनुभवी 2012 लंदन खेलों के कांस्य पदकधारी विजेता गगन नारंग ने कल 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन किया और वह क्वालीफिकेशन में 23वें स्थान पर रहे. टिप्पणियां
वह हालांकि इसकी भरपायी 50 मीटर रेंज में करने की कोशिश करेंगे जिसमें वह 12 अगस्त को राइफल प्रोन और 14 अगस्त को थ्री पाजीशन में खेलेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अन्य में जीतू राय से भी पदक की काफी उम्मीदें हैं वह भी अभी तक चमक नहीं सके हैं. वह 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में फ्लाप रहे थे और अब 50 मीटर स्पर्धा पर निगाह लगाये हैं. एक और अनुभवी 2012 लंदन खेलों के कांस्य पदकधारी विजेता गगन नारंग ने कल 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन किया और वह क्वालीफिकेशन में 23वें स्थान पर रहे. टिप्पणियां
वह हालांकि इसकी भरपायी 50 मीटर रेंज में करने की कोशिश करेंगे जिसमें वह 12 अगस्त को राइफल प्रोन और 14 अगस्त को थ्री पाजीशन में खेलेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वह हालांकि इसकी भरपायी 50 मीटर रेंज में करने की कोशिश करेंगे जिसमें वह 12 अगस्त को राइफल प्रोन और 14 अगस्त को थ्री पाजीशन में खेलेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
रायबरेली के पास जनता एक्सप्रेस की दो बोगियां पटरी से उतरीं, 32 लोगों की मौत | देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण 32 लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए। यह घटना आज रायबरेली जिले के बछरावां रेलवे स्टेशन के निकट हुई।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हादसा आज सुबह उस समय हुआ जब ट्रेन चालक द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगाये जाने से रेलगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेल विभाग ने दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
दुर्घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांव वाले राहत और बचावकार्यों में जुट गए। हादसे की वजह से लखनऊ-वाराणसी खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। घायल यात्रियों को रायबरेली के जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। लखनऊ और रायबरेली से राहत टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं। बोगियों को अलग करने के लिए क्रेन लगाई गई हैं। अधिकारियों को मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है। केजीएमयू का ट्रामा सेंटर घायल यात्रियों के इलाज के लिए तैयार कर लिया गया है। डॉक्टरों की टीम को लेकर लखनऊ से एंबुलेंस रवाना की गई हैं। |
डोनाल्ड ट्रंप, मून जेई एकमत हैं कि उत्तर कोरिया ‘बढ़ता हुआ प्रत्यक्ष खतरा’ पैदा कर रहा है : वाइट हाउस | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई ने सहमति जताई कि उत्तर कोरिया ‘गंभीर और बढ़ता हुआ प्रत्यक्ष खतरा पैदा’ कर रहा है. उत्तर कोरिया के लगातार अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के कारण उस पर कल संयुक्त राष्ट्र की ओर से नए प्रतिबंध लगाए जाने के बाद दोनों नेताओं ने फोन पर बातचीत की.
पढ़ें- उत्तर कोरिया ने तनाव कम करने की दक्षिण कोरिया की पेशकश ठुकराई
वाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ‘दोनों नेता इस बात पर सहमत हैं कि उत्तर कोरिया अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के साथ ही विश्व के अधिकतर देशों के लिए गंभीर और सीधा खतरा पैदा कर रहा है.’ इसके साथ ही दोनों ने नए प्रतिबंधों का स्वागत किया.
पढ़ें- अमेरिका ने और प्रतिबंध लगाए तो माकूल जवाब देंगे : उत्तर कोरियाटिप्पणियां
वीडियो- दस बातें जानें किम जोंग उन के बारे में
वाइट हाउस ने कहा, ‘दोनों नेता सभी प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने के लिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसा करने की अपील करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
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वाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ‘दोनों नेता इस बात पर सहमत हैं कि उत्तर कोरिया अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के साथ ही विश्व के अधिकतर देशों के लिए गंभीर और सीधा खतरा पैदा कर रहा है.’ इसके साथ ही दोनों ने नए प्रतिबंधों का स्वागत किया.
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वाइट हाउस ने कहा, ‘दोनों नेता सभी प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने के लिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसा करने की अपील करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
वाइट हाउस ने बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा, ‘दोनों नेता इस बात पर सहमत हैं कि उत्तर कोरिया अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के साथ ही विश्व के अधिकतर देशों के लिए गंभीर और सीधा खतरा पैदा कर रहा है.’ इसके साथ ही दोनों ने नए प्रतिबंधों का स्वागत किया.
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वाइट हाउस ने कहा, ‘दोनों नेता सभी प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने के लिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसा करने की अपील करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
वाइट हाउस ने कहा, ‘दोनों नेता सभी प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करने के लिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी ऐसा करने की अपील करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.' |
बिहार: हॉस्टल की लड़कियों का आरोप- शराब पीकर धमकाता है केयरटेकर, खाना मांगने पर एक छात्रा की कर दी पिटाई | जहानाबाद बोर्डिंग स्कूल की लड़कियों ने हॉस्टल के केयरटेकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़कियों का कहना है कि केयरटेकर हर रोज शराब पीता है और एक स्टूडेंट की पिटाई भी कर चुका है. पुलिस के मुताबिक, 'केयरटेकर के खिलाफ शराब पीने और स्टूडेंट को पीटने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है.' डीएम नवीन कुमार के मुताबिक, 'एनजीओ के लिए काम करने वाले एक शख्स पर लड़कियों के हॉस्टल में गलत व्यवहार करने का आरोप है. इस मामले में जांच शुरू हो गई है और हमने सरकार को एनजीओ के खिलाफ पत्र भी लिखा है. हमने वहां कुछ सुरक्षा नियम भी बनाए हैं. सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक दीवार का निर्माण किया जाएगा और सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे.'
डीएम ने निर्देश दिए कि महिला हॉस्टल में केवल महिलाओं को ही जाने की इजाजत होगी. इस मामले में एसपी को भी एक पत्र लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि हॉस्टल के पास पुलिस फोर्स बढ़ाई जाए.
एक छात्रा ने कहा, 'एक टीचर ने मुझे धमकी दी कि अगर मैं केयरटेकर की शिकायत करूंगी तो मुझे हॉस्टल से निकाल दिया जाएगा और मेरे माता-पिता कुछ नहीं कर पाएंगे. जबकि केयरटेकर लगातार शराब पीता है.'
एक और छात्रा ने कहा, 'केयरटेकर अंकल मेस रूम में शराब पीते थे. एक दिन एक लड़की को खाने के लिए देरी हो गई और जब उसने मेस में लंच मांगा तो केयरटेकर ने उसकी पिटाई कर दी और खाना देने से मना कर दिया.' |
बैडमिंटन : भारतीय स्टार पीवी सिंधु सिंगापुर ओपन के दूसरे दौर में पहुंचीं | ओलिंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधु ने ऑल इंग्लैंड 2016 चैम्पियन जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर सिंगापुर ओपन बैडमिंटन के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया. इस महीने की शुरुआत में पहला इंडिया ओपन सुपर सीरीज खिताब जीतने वाली सिंधु ने महिला एकल मैच के पहले दौर में 10-21, 21-15, 22-20 से जीत दर्ज की.
अब वह इंडोनेशिया की फित्रियानी फित्रियानी से खेलेगी. सैयद मोदी ग्रां प्री उपविजेता बी साइ प्रणीत ने डेनमार्क के एमिल होस्ट को 17-21, 21-7, 21-19 से हराया. अब वह चीन के कियाओ बिन से खेलेंगे.
अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी ने मलेशिया के यिन लू लिम और याप येंग वेन को 21-19, 21-19 से हराया. सौरभ और समीर वर्मा तथा रितुपर्णा दास एकल वर्ग में हार गए . राष्ट्रीय चैम्पियन सौरभ को इंडोनेशिया के एंथोनी सिनिसुका जिंटिंग ने 21-15, 21-14 से हराया. वहीं सैयद मोदी गा्रं प्री विजेता समीर को हांगकांग के हू युन ने 28-26, 23-21 से मात दी.टिप्पणियां
चीनी ताइपै की सू या चिंग ने रितुपर्णा को 21-18, 21-13 से मात दी. मिश्रित युगल में सात्विक साइराज आर और मनीषा के को चीनी ताइपै के लू चिंग याओ और चियांग केइ सिन के हाथों 13-21, 21-16, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी. वहीं पुरुष युगल में मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी जापान के ताकेशी कामुरा और केइगो सोनोडा से 8-21, 16-21 से हार गए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अब वह इंडोनेशिया की फित्रियानी फित्रियानी से खेलेगी. सैयद मोदी ग्रां प्री उपविजेता बी साइ प्रणीत ने डेनमार्क के एमिल होस्ट को 17-21, 21-7, 21-19 से हराया. अब वह चीन के कियाओ बिन से खेलेंगे.
अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी ने मलेशिया के यिन लू लिम और याप येंग वेन को 21-19, 21-19 से हराया. सौरभ और समीर वर्मा तथा रितुपर्णा दास एकल वर्ग में हार गए . राष्ट्रीय चैम्पियन सौरभ को इंडोनेशिया के एंथोनी सिनिसुका जिंटिंग ने 21-15, 21-14 से हराया. वहीं सैयद मोदी गा्रं प्री विजेता समीर को हांगकांग के हू युन ने 28-26, 23-21 से मात दी.टिप्पणियां
चीनी ताइपै की सू या चिंग ने रितुपर्णा को 21-18, 21-13 से मात दी. मिश्रित युगल में सात्विक साइराज आर और मनीषा के को चीनी ताइपै के लू चिंग याओ और चियांग केइ सिन के हाथों 13-21, 21-16, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी. वहीं पुरुष युगल में मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी जापान के ताकेशी कामुरा और केइगो सोनोडा से 8-21, 16-21 से हार गए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी ने मलेशिया के यिन लू लिम और याप येंग वेन को 21-19, 21-19 से हराया. सौरभ और समीर वर्मा तथा रितुपर्णा दास एकल वर्ग में हार गए . राष्ट्रीय चैम्पियन सौरभ को इंडोनेशिया के एंथोनी सिनिसुका जिंटिंग ने 21-15, 21-14 से हराया. वहीं सैयद मोदी गा्रं प्री विजेता समीर को हांगकांग के हू युन ने 28-26, 23-21 से मात दी.टिप्पणियां
चीनी ताइपै की सू या चिंग ने रितुपर्णा को 21-18, 21-13 से मात दी. मिश्रित युगल में सात्विक साइराज आर और मनीषा के को चीनी ताइपै के लू चिंग याओ और चियांग केइ सिन के हाथों 13-21, 21-16, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी. वहीं पुरुष युगल में मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी जापान के ताकेशी कामुरा और केइगो सोनोडा से 8-21, 16-21 से हार गए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चीनी ताइपै की सू या चिंग ने रितुपर्णा को 21-18, 21-13 से मात दी. मिश्रित युगल में सात्विक साइराज आर और मनीषा के को चीनी ताइपै के लू चिंग याओ और चियांग केइ सिन के हाथों 13-21, 21-16, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी. वहीं पुरुष युगल में मनु अत्री और बी सुमीत रेड्डी जापान के ताकेशी कामुरा और केइगो सोनोडा से 8-21, 16-21 से हार गए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
इंदिरापुरम : डबल मर्डर के आरोपी ने पुलिस हिरासत में की खुदकुशी | गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में दोहरे हत्याकांड़ के सिलसिले में हिरासत में लिए गए एक आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आरोपी पर पुलिस ने कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और उसे करंट तक लगाया गया। आरोपी जब पुलिस की पुलिस के अत्याचार को नहीं सह पाया, तो उसने हिरासत में ही खुदकुशी कर ली। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।टिप्पणियां
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
आरोपी पर पुलिस ने कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और उसे करंट तक लगाया गया। आरोपी जब पुलिस की पुलिस के अत्याचार को नहीं सह पाया, तो उसने हिरासत में ही खुदकुशी कर ली। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।टिप्पणियां
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा। |
श्रद्धालुओं का समय बचाने के लिए शिरडी में जल्द शुरू होगा ‘प्लान दर्शन’ | श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट (एसएसएसटी) ने शिरडी मंदिर में भक्तों की कतारों को कम करने के क्रम में प्रसिद्ध तिरूपति मंदिर की तर्ज पर तीन महीने में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण शुरू करने का फैसला किया है।
ट्रस्ट के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश हवारे ने कल रात यहां संवाददाताओं को बताया कि इस कदम का मकसद लाखों श्रद्धालुओं के समय को बचाना है। एसएसएसटी तीन महीनों के अंदर ‘‘प्लान दर्शन’’ शुरू करेगी।
उन्होंने कहा कि हम डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे और विभिन्न बुकिंग केंद्र खोलेंगे जहां भक्त अपने नाम पंजीकृत करा सकते हैं। एसएसएसटी उनकी यात्रा का वक्त तय करेगी। इस तरह से श्रद्धालु मंदिर में कतार में खड़े रहने से बच सकते हैं।
हवारा ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग के मुताबिक, ट्रस्ट ‘साई बाबा नॉलेज शहर’ की स्थापना करेगा, जिसमें एक मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग, औषधीय और डिग्री कॉलेज होगा। एसएसएसटी फिलहाल शिरडी में एक कनिष्ठ कॉलेज (11वीं और 12वीं कक्षा) चलाता है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
'नागिन 3' की तीनों एक्ट्रेस का धमाकेदार डांस, स्टेज पर जमकर लगाए ठुमके...देखें Video | कलर्स टीवी के रियालिटी शो 'नागिन 3' (Naagin 3) की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है. यह सीरियल लोगों की पहली पसंद बना हुआ है. अब होली के मौके पर 'नागिन 3' (Naagin 3) सीरियल की एक्ट्रेस अपने फैंस को धमाकेदार सरप्राइज देने वाली हैं. 'नागिन 3' (Naagin 3) में सुरभि ज्योति (Surbhi Jyoti), अनिता हस्सनंदनी (Anita hassanandani) और करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) लीड रोल में हैं. यह तीनों एक्ट्रेस होली के मौके पर धमाकेदार डांस परफॉर्मेंस करने वाली हैं. इन तीनों के डांस परफॉर्मेंस का एक प्रोमो वीडियो कलर्स के ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है. इस वीडियो को हजारों लोग देख चुके हैं और इसे देखने का सिलसिला अभी और बढ़ रहा है.
A post shared by Colors TV (@colorstv) on Mar 16, 2019 at 2:20am PDT
'नागिन 3' (Naagin 3) सीरियल की इन एक्ट्रेस का वीडियो शेयर कर कलर्स ने कैप्शन भी लिखा है, होली को बनाने और भी हसीं, आ रही है अपनी अदाओं का रंग बिखेरने नागिन. देखिए कलर्स के संग, रंग दे जिंदगी." 'नागिन' सीरियल को बड़े चाव से देखा जाता है. इस प्रोमो वीडियो तीनों एक्ट्रेस का अंदाज देखते ही बन रहा है. सुरभि ज्योति (Surbhi Jyoti), अनिता हस्सनंदनी (Anita hassanandani) और करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) होली के मौके पर अपने फैंस को डांस परफॉर्मेंस से और दीवाना बनाने वाली हैं.
A post shared by Colors TV (@colorstv) on Mar 16, 2019 at 1:22am PDT
एक्ट्रेस सुरभि ज्योति (Surbhi Jyoti) जहां 'नागिन 3' (Naagin 3) के किरदार में हैं तो अनिता हस्सनंदनी (Anita hassanandani) विशाका के रोल में हैं वहीं करिश्मा तन्ना (Karishma Tanna) नागरानी रुही के किरदार में खूब जम रही हैं. |
IND VS BAN: 'फाइनल बैटल' के लिए रोहित के रणबांकुरे तैयार, तैयारी पर नजर डालिए | Looking good is the vice-captain @SDhawan25#TeamIndiapic.twitter.com/bOckmzHiCT
All might on that one from @vijayshankar260#TeamIndiapic.twitter.com/OckvYElaMF
Picture that for a frame #TeamIndia gather for an official function in Colombo. pic.twitter.com/mjYlVgbvfC
Points table of Nidahas Trophy 2018 after the group matches. Bangladesh will face India in the final on Sunday. pic.twitter.com/6sHJQMsUbP
Snaps of Bangladesh team practice session ahead of the Final of Nidahas Trophy 2018 against India tomorrow (Sunday). pic.twitter.com/yv0DC2pP63 |
Madras University Results: जारी हुआ यूजी और पीजी का रिजल्ट, इस डायरेक्ट लिंक से करें चेक | Madras University ने नवंबर में हुई परीक्षा का रिजल्ट (Madras University Results) जारी कर दिया गया है. यूजी और पीजी परीक्षाओं का रिजल्ट (Madras University Results 2019) ऑफिशियल वेबसाइट results.unomac.in और ideunom.ac.in पर जारी किया गया है. स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट (Madras University results 2018) इन वेबसाइट्स पर जाकर चेक सकते हैं. यूजी और पीजी की परीक्षाएं नवंबर 2018 में आयोजित की गई थी. उम्मीदवारों की सुविधा के लिए नीचे रिजल्ट का डायरेक्ट लिंक दिया गया है. उम्मीदवार नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक कर आसानी से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.
Madras University Result
परीक्षार्थी नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलों कर भी अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. |
‘बच्चों को घर के बाहर करें, उन्हें धूप में खेलने और अपना रास्ता ढूंढने दीजिए’ : महेंद्र सिंह धोनी | भारत के सीमित ओवर क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि देश से ओलिंपिक पदक तब तक दूर रहेंगे जब तक देश के युवा खिलाड़ी ‘आउटडोर’ खेलों में भाग नहीं लेंगे.
धोनी ने सेवन और जाबोंग के बीच करार की घोषणा करते हुए कहा, हमें बच्चों को खेलों में खेलने के लिए घर से बाहर फेंक देना होगा. इससे न सिर्फ उनको एक्टिव रहने में मदद मिलेगी बल्कि उनको उनकी पढ़ाई में भी मदद मिलेगी.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, हम हमेशा कहते हैं कि हम ओलिंपिक में पदक नहीं जीतते, लेकिन हम यह महसूस नहीं करते कि हमारे कितने युवा आउटडोर खेल खेलते हैं. काफी बच्चे इलेक्ट्रोनिक गैजेट से चिपके रहते हैं इसलिए सभी माता-पिता को मेरा सुझाव है कि वे अपने बच्चों को घर के बाहर कर दें. उन्हें धूप में खेलने दें. उन्हें अपना रास्ता ढूंढने दीजिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
धोनी ने सेवन और जाबोंग के बीच करार की घोषणा करते हुए कहा, हमें बच्चों को खेलों में खेलने के लिए घर से बाहर फेंक देना होगा. इससे न सिर्फ उनको एक्टिव रहने में मदद मिलेगी बल्कि उनको उनकी पढ़ाई में भी मदद मिलेगी.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, हम हमेशा कहते हैं कि हम ओलिंपिक में पदक नहीं जीतते, लेकिन हम यह महसूस नहीं करते कि हमारे कितने युवा आउटडोर खेल खेलते हैं. काफी बच्चे इलेक्ट्रोनिक गैजेट से चिपके रहते हैं इसलिए सभी माता-पिता को मेरा सुझाव है कि वे अपने बच्चों को घर के बाहर कर दें. उन्हें धूप में खेलने दें. उन्हें अपना रास्ता ढूंढने दीजिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, हम हमेशा कहते हैं कि हम ओलिंपिक में पदक नहीं जीतते, लेकिन हम यह महसूस नहीं करते कि हमारे कितने युवा आउटडोर खेल खेलते हैं. काफी बच्चे इलेक्ट्रोनिक गैजेट से चिपके रहते हैं इसलिए सभी माता-पिता को मेरा सुझाव है कि वे अपने बच्चों को घर के बाहर कर दें. उन्हें धूप में खेलने दें. उन्हें अपना रास्ता ढूंढने दीजिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
स्पॉट फिक्सिंग : श्रीनिवासन पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनाएगा अहम फैसला | इंडियन प्रीमियर लीग 2013 सीजन से संबंधित सट्टेबाज़ी और स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को अहम फैसला सुनाएगा।
सुप्रीम कोर्ट इसी दौरान बीसीसीआई के सर्वेसर्वा एन श्रीनिवासन के हितों के टकराव के मुद्दे पर भी फैसला लेगा। उस फैसले से ही यह तय होगा कि एन श्रीनिवासन भारतीय क्रिकेट बोर्ड का चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं।
न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर और एफएमआई कलीफुल्ला की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय बेंच ने बीते साल 17 दिसंबर को इस मामले में अपना फ़ैसला सुरक्षित रखा था।
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस मुकुल मुदगल कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर इस मामले की सुनवाई हुई है। मुकुल मुदगल कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक एन श्रीनिवासन के दामाद और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम से जुड़े गुरुनाथ मय्यपन सट्टेबाजी के दोषी थे।
सुप्रीम कोर्ट की जांच में एन श्रीनिवासन के हितों के टकराव का मुद्दा गंभीरता से उठा है। वे भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ-साथ इंडिया सीमेंट्स कंपनी के निदेशक भी हैं, जो आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का संचालन करती है, हालांकि हितों के टकराव का आरोप झेल रहे श्रीनिवासन आखिरी समय तक बीसीसीआई में बने रहने की कोशिशों में जुटे हैं। उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स को इंडिया सीमेंट्स से अलग एक पूरी कंपनी बना दी है और बीसीसीआई में रहने के लिए उस टीम से भी अलग हो सकते हैं, लेकिन अहम सवाल यह है कि क्या सुप्रीम कोर्ट उन्हें इस बात के लिए मौका देगा?
यह भी माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नियम 6.2.4 पर भी फैसला सुना सकता है, इस नियम के चलते ही बोर्ड के सदस्यों को किसी व्यवसायिक गतिविधियों में हिस्सा लेने की इजाजत दी गई थी। |
कैमरे में कैद: अरे बाप रे, वो ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी करने वाली थी, लेकिन तभी... | रिपोर्ट्स के मुताबिक वह लड़की एक कॉलेज छात्रा है. और जब वह शख्स उसे तेजी से ट्रेक की ओर दौड़ते हुए देखता है, तो पल भर में हालात को समझ कर उसे बचा लेता है. वह भागती हुई लड़की के पीछे भागता है और उसके हाथों को जोर से थाम लेता है. आप कैमरे में कैद इस वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह लड़के के पैर प्लेटफॉर्म से नीचे तक चले जाते हैं, लेकिन ऐन मौके पर वह शख्सख उसे बचा पाने में सफल हो जाता है. हाई स्पीड ट्रेन के पहुंचने से पहले ही वह फुर्ती से लड़की को बचा लेता है. इस दौरान दो और लोग उसे बचाने के लिए भागते हैं और उस युवक की मदद भी करते हैं. टिप्पणियां
यह घटना साउथईस्ट चीन के फजिआन में पुशियन स्टेशन पर 10 मई को घटी. एक पल को जब आप यह वीडियो देखेंगे, तो आपकी सांसे थम जाएंगी.
यह घटना साउथईस्ट चीन के फजिआन में पुशियन स्टेशन पर 10 मई को घटी. एक पल को जब आप यह वीडियो देखेंगे, तो आपकी सांसे थम जाएंगी.
यह घटना साउथईस्ट चीन के फजिआन में पुशियन स्टेशन पर 10 मई को घटी. एक पल को जब आप यह वीडियो देखेंगे, तो आपकी सांसे थम जाएंगी. |
महाराष्ट्र में सीएम पृथ्वीराज चव्हाण की अपील पर डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली | महाराष्ट्र में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल आज सातवें दिन खत्म हो गई। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की अपील पर डॉक्टरों ने अपना आंदोलन खत्म किया। दरअसल, चंद शर्तें मानने पर सहमति बन गई है। सीएम ने डॉक्टरों को याद दिलाया, हमने चर्चाओं का रास्ता हमेशा खुला रखा है। वेतन वृद्धि का प्रस्ताव राज कोष को भेजा है और उनके विचाराधीन है। आंदोलन का अधिकार हदें लांघता है तो कार्रवाई करनी पड़ती है।
गौरतलब है कि 1 जुलाई से राज्यभर में करीब 12 हजार से ज्यादा डॉक्टरों की हड़ताल पर थे। अब तक राज्य के 256 हड़ताली डॉक्टरों को बर्खास्त किया जा चुका है जबकि 120 हड़ताली डॉक्टरों को सस्पेंड किया गया है। हड़ताल की वजह से कई मरीजों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। जलगांव में तो एक बुजुर्ग मरीज की मौत भी गई थी।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर छठे वेतन आयोग की तहत उनकी तनख़्वाह बढ़ाने और अस्थाई डॉक्टरों को जल्द से जल्द स्थाई करने की मांग को लेकर हड़ताल पर गए थे। |
कुछ ऐसे बीसीसीसीआई ने केएल राहुल और हार्दिक पंड्या की जल्द वापसी का पेंच फंसा दिया | क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए इंतजार करना होगा क्योंकि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने वीरवार को सर्वोच्च अदालत से इस मामले में लोकपाल नियुक्त करने की अपील की है. न्यायाधीश एस.ए. बोब्डे और ए.एम. सापरे की पीठ ने इस मामले की सुनवाई को अगले सप्ताह तक के लिए टाल दिया है. पंड्या और राहुल को टीवी शो 'कॉफी विद करण' में महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने का खामियाजा प्रतिबंध के तौर पर उठाना पड़ा है. इसी कारण यह दोनों आगामी न्यूजीलैंड दौर पर वनडे सीरीज में नहीं खेल पाएंगे.
KL Rahul does not deserve such a harsh punishment. Can't say the same about cultural expert Hardik Pandya. pic.twitter.com/W5sDiUBuop
अदालत में सीओए का पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील पराग त्रिपाठी ने कहा कि इस मुद्दे को लोकपाल के लिए जिम्मे सौंप देना बेहतर होगा. पराग ने अदालत में कहा कि सीओए ने फैसला किया है कि वह इस मसले पर कोई और टिप्पणी तब तक नहीं करेगी, जब तक लोकपाल कोई फैसला नहीं ले लेता. इस मामले में लोकपाल की जरूरत है.
वीरवार को हुई सुनवाई में जब पूर्व महान्यायवादी पी.एस. नरसिम्हा को इस मामले में वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रामण्यम के स्थान पर एमिकस क्यूरी बनाने का सुझाव दिया गया तो अदालत ने कहा कि उनसे पूछा जाना चाहिए क्या वह इस पद को ग्रहण करने को तैयार हैं. सुब्रामण्यम ने एमिकस क्यूरी बने रहने पर अपनी असमर्थता जाहिर की है. बीसीसीआई के नए संविधान को राज्यों द्वारा अपनाने की स्टेटस रिपोर्ट पर ही चर्चा हुई.
इस बीच राज्य संघों का पक्ष रख रहे महान्यायवादी तुषार मेहता ने कहा है कि सीओए ने अपना काम कर दिया है और अब बीसीसीआई के चुनाव कराए जाने चाहिए |
'आम' को छोड़ें और 'खास' की तरह करें व्यवहार, अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों को दिया 'मंत्र' | आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों से आम आदमी वाला रवैया छोड़कर विधायकों जैसा बर्ताव करने को कहा है. केजरीवाल को अपने विधायकों से फीडबैक मिला था कि अपने मुख्य वोटरों से जुड़ने के लिए जिस राजनीतिक पहचान की पार्टी वकालत करती रही है, शायद वह उसके खिलाफ ही जा रही है.
आम आदमी पार्टी, जिसका मतलब है कि आम लोगों की पार्टी, दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद खुद को संभालने की जुगत में लगी है. अपनी पार्टी के 64 विधायकों के साथ अलग-अलग मुलाकात में उन्हें पता चला कि विधायकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत और तमाम कामों के बावजूद उसे स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही 'आम' हैं.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
आम आदमी पार्टी, जिसका मतलब है कि आम लोगों की पार्टी, दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद खुद को संभालने की जुगत में लगी है. अपनी पार्टी के 64 विधायकों के साथ अलग-अलग मुलाकात में उन्हें पता चला कि विधायकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत और तमाम कामों के बावजूद उसे स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही 'आम' हैं.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया. |
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 'घर का शेर' बनकर रह गई टीम इंडिया | महेंद्र सिंह धोनी भले ही लगातार हार के बावजूद 'सकारात्मक बातों को लेने' की दुहाई दे रहे हों, लेकिन विदेश में उनका खराब टेस्ट रिकॉर्ड साबित करता है कि उनकी कप्तानी में भारतीय टीम घर की शेर बनकर रह गई है।
टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर एक भी मैच नहीं जीत सकी। टेस्ट शृंखला 0-1 से और पांच मैचों की वनडे शृंखला 0-4 से हारी। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में वनडे 0-2 से और टेस्ट शृंखला 0-1 से गंवाई। भारत ने किसी भी प्रतिस्पर्धी मैच में जीत पिछले साल नवंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ कानपुर वनडे में दर्ज की थी।
विदेशी सरजमीं पर भारत ने आखिरी जीत 2011 में किंगस्टन में दर्ज की थी जब पहले टेस्ट में उसने मेजबान को हराया था।
उसके बाद से भारत वेस्टइंडीज, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में 14 टेस्ट हार चुका है। धोनी टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे नाकाम कप्तान साबित हुए हैं जिन्होंने 23 में से 11 मैच हारे।
न्यूजीलैंड से टेस्ट शृंखला हारने के बाद जब उनसे यह सवाल पूछा गया तब धोनी ने कहा, 'मैं नतीजों के बारे में सोचने की बजाय प्रक्रिया पर बात करना पसंद करता हूं। यदि इन शृंखलाओं की तुलना पिछली कुछ शृंखलाओं से करे तो हमने काफी सुधार किया है।'
अब भारतीय क्रिकेट का बदलाव का दौर खत्म हो चुका है। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण अब टीम में नहीं है जबकि हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह बाहर हैं। जहीर अपने टेस्ट करियर के आखिरी दौर में हैं। इसलिए न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेलने वाली टीम भविष्य की टीम है और उसे दो साल पहले की टीम से खुद को अलग थलग करके देखना होगा। यदि पिछले चार टेस्ट को देखें तो धोनी की बात में दम नजर आता है।
उन्होंने कहा था, 'कुल मिलाकर हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है। दक्षिण अफ्रीका से लेकर न्यूजीलैंड तक दोनों टेस्ट में विकेट सपाट थे लेकिन हमारी गेंदबाजी अच्छी रही।'
उन्होंने कहा, 'कुल मिलाकर प्रदर्शन बेहतर हुआ है। हमने अच्छी गेंदबाजी की और अब बल्लेबाजी में सुधार करना होगा।' भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो शिखर धवन दक्षिण अफ्रीका में सहज नहीं लगे लेकिन यहां फार्म हासिल कर लिया। मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा नाकाम रहे। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि रोहित शर्मा ने भी एक अच्छी पारी खेली। |
पुणे के एक मॉल में भयंकर आग लगी, कोई हताहत नहीं | महाराष्ट्र में पुणे के एक मॉल में भयंकर आग लग गयी और मॉल में फंसे 15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अग्निशनम विभाग और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोरेगांव पार्क प्लाजा में शाम साढ़े पांच बजे आग लग गयी। दस दमकल गाड़ियों की मदद से दो घंटे में आग बुझायी जा सकी।टिप्पणियां
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
अग्निशनम विभाग और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोरेगांव पार्क प्लाजा में शाम साढ़े पांच बजे आग लग गयी। दस दमकल गाड़ियों की मदद से दो घंटे में आग बुझायी जा सकी।टिप्पणियां
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई। |
वायरल वीडियो : हंगरी के कैंप में 'बाड़े में जानवरों की तरह' रह रहे हैं शरणार्थी | हंगरी के मुख्य रिफ्यूजी कैंप से एक विचलित कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां रहने वाले शरणार्थियों की स्थिति बुहत खराब है। यहां रहने वाले परविरा 'बाड़े में जानवरों' की तरह रहते दिख रहे हैं।
यह वीडियो एक ऑस्ट्रियन द्वारा शूट किया गया है, जिसने बुधवार को रॉस्के कैंप (Roszke camp) का दौरा किया था। यहां करीब 150 लोग सैंडविच के लिए जानवरों की तरह छीना-झपटी करते दिखे, जिसे हंगरी पुलिस द्वारा हवा में फेंका जा रहा था। पुलिसवालों ने हेलमेट पहन और मास्क पहन रखे थे।टिप्पणियां
वीडियो में महिलाएं और बच्चे अव्यवस्थित माहौल में परेशान से दिख रहे हैं, जहां भूखे लोग फेंकी जाने वाली ब्रैड को कैच करने की कोशिश कर रहे हैं।
यहां मौजूद अफसरों का ध्यान खींचने के लिए बहुत से शरणार्थी भीड़ से वापस लौटकर फैन्स के ऊपर चढ़कर हाथ हिलाते और चिल्लाते दिख रहे हैं। इन्हें देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे 'बाड़े में जानवरों' को रखा जा रहा हो।
यह वीडियो एक ऑस्ट्रियन द्वारा शूट किया गया है, जिसने बुधवार को रॉस्के कैंप (Roszke camp) का दौरा किया था। यहां करीब 150 लोग सैंडविच के लिए जानवरों की तरह छीना-झपटी करते दिखे, जिसे हंगरी पुलिस द्वारा हवा में फेंका जा रहा था। पुलिसवालों ने हेलमेट पहन और मास्क पहन रखे थे।टिप्पणियां
वीडियो में महिलाएं और बच्चे अव्यवस्थित माहौल में परेशान से दिख रहे हैं, जहां भूखे लोग फेंकी जाने वाली ब्रैड को कैच करने की कोशिश कर रहे हैं।
यहां मौजूद अफसरों का ध्यान खींचने के लिए बहुत से शरणार्थी भीड़ से वापस लौटकर फैन्स के ऊपर चढ़कर हाथ हिलाते और चिल्लाते दिख रहे हैं। इन्हें देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे 'बाड़े में जानवरों' को रखा जा रहा हो।
वीडियो में महिलाएं और बच्चे अव्यवस्थित माहौल में परेशान से दिख रहे हैं, जहां भूखे लोग फेंकी जाने वाली ब्रैड को कैच करने की कोशिश कर रहे हैं।
यहां मौजूद अफसरों का ध्यान खींचने के लिए बहुत से शरणार्थी भीड़ से वापस लौटकर फैन्स के ऊपर चढ़कर हाथ हिलाते और चिल्लाते दिख रहे हैं। इन्हें देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे 'बाड़े में जानवरों' को रखा जा रहा हो।
यहां मौजूद अफसरों का ध्यान खींचने के लिए बहुत से शरणार्थी भीड़ से वापस लौटकर फैन्स के ऊपर चढ़कर हाथ हिलाते और चिल्लाते दिख रहे हैं। इन्हें देखकर ऐसा लग रहा है, जैसे 'बाड़े में जानवरों' को रखा जा रहा हो। |
नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में हिंसक प्रदर्शन जारी, मुर्शिदाबाद में 5 खाली ट्रेनों में लगाई आग | पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी नागरिकता कानून (Citizenship Act) का विरोध जारी है और शनिवार को राज्य के मुर्शिदाबाद जिले के लालगोला रेलवे स्टेशन पर 5 खाली ट्रेनों में आग लगा दी गई. प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़क मार्ग अवरुद्ध किए और रेल सेवाओं को भी प्रभावित किया. गौरतलब है कि इस बिल के विरोध में पूर्वोत्तर भारत और खासकर असम में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. असम में तो कर्फ्यू को धता बताकर सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में दो लोगों की मौत तक हो चुकी है. हालांकि पूर्वोत्तर भारत के बड़े हिस्से में प्रतिबंधों में ढील के बाद स्थिति शांतिपूर्ण रही.
गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) कानून (Citizenship Act) के खिलाफ लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन (Violent protests) हुए. कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई. पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों तथा हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं.
नागरिकता कानून को लागू करने को लेकर मना नहीं कर सकते राज्य: सरकार के सूत्र
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने करीब 15 बसों को आग के हवाले कर दिया, जिनमें सार्वजनिक के साथ-साथ निजी बसें भी शामिल हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-छह (मुंबई रोड) और राष्ट्रीय राजमार्ग-दो (दिल्ली रोड) को कोलकाता से जोड़ने वाले कोना एक्सप्रेसवे पर हावड़ा में यातायात अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने बताया कि इससे एक्सप्रेसवे पर यातायात थम गया.
पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और जिले की कई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया. यह राजमार्ग उत्तरी और दक्षिणी बंगाल को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है. वहां बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया. जिले में अन्य सड़कों को भी बाधित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले के दोम्जुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग छह भी बाधित कर दिया. उन्होंने टायर जलाए और कई वाहनों में तोड़ फोड़ की. पुलिस ने बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी स्थिति नियंत्रित करने के लिए मौके पर हैं.
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पूर्वी रेलवे के सियालदह-हसनाबाद के बीच रेल सेवाएं भी बाधित हैं. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि बीती रात से ग्रामीण हावड़ा के बगनान इलाके में 20 दुकानों में आगजनी की गई. उन्होंने बताया कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले में संकरेल रेलवे स्टेशन परिसर के एक हिस्से में भी आगजनी की. प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस बल के कर्मियों को भी पीटा. रेलवे के क्षेत्रीय प्रवक्ता संजय घोष ने बताया कि दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड पर भी सुबह 11 बजे से ट्रेन सेवाएं ठप रहीं, क्योंकि प्रदर्शनकारी सांकरील, नालपुर, मोरीग्राम और बकरनवाबाज़ स्टेशनों पर पटरियों पर बैठ गए.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि आठ एक्सप्रेस ट्रेनों सहित 20 ट्रेनें दक्षिण पूर्व जोन में विभिन्न स्टेशनों पर रोकी गईं. इस खंड पर कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं. रद्द की गईं ट्रेनों में लंबी दूरी की ट्रेनें भी हैं जिनमें 12222 हावड़ा-पुणे दुरंतो एक्सप्रेस, 120889 हावड़ा-तिरुपति हमसफर एक्सप्रेस, 22877 हावड़ा एर्नाकुलम अंत्योदय एक्सप्रेस और 12860 हावड़ा-सीएसएमटी गीतांजलि एक्सप्रेस शामिल हैं. 12245 हावड़ा-यशवंतपुर दुरंतो एक्सप्रेस भी रद्द की गई है.
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भी शुरू हो गया. प्रदर्शनकारियों ने हिंसा का सहारा लिया और रेलवे स्टेशनों पर आगजनी की. वे इस कानून को फौरन रद्द करने की मांग कर रहे हैं. पूर्वोत्तर भारत में भी इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की. |
अक्षय कुमार ने इस बार दिया आयुर्वेद का संदेश, वीडियो में कहा, 'क्यों भूल रहे हैं भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को' | अक्षय कुमार की इस साल की पहली फिल्म 'जॉली एलएलबी 2' रिलीज हो चुकी है और 100 करोड़ की कमाई का आंकड़ा भी छू चुकी है. अक्षय अपनी इस फिल्म की शूटिंग के दौरान कई जगह प्रमोशन करते हुए दिखे. लेकिन फिल्म रिलीज के बाद आखिर अक्षय कहां थे या इस फिल्म की थकावट उन्होंने कैसे मिटायी, तो हम आपको बता दें कि अक्षय कुमार केरल में अपनी थकावट मिटा कर आए हैं. अक्षय ने इसके लिए कोई स्पासेंटर नहीं बल्कि एक आयुर्वेदिक सेंटर चुना, जहां अक्षय हर तरह की तकनीक से दूर थे. यहां तक की इस सेंटर में अक्षय कुमार के पास उनका फोन और सोशल मीडिया भी नहीं था.
अक्षय कुमार आजकल अपनी फिल्मों के अलावा एक और चीज के लिए जाने जा रहे हैं और वह हैं उनके सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले वीडियो. हाल ही में अक्षय ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर की अपनी दिल की बात लोगों से शेयर की है. बुधवार को भी अक्षय ने अपने फैन्स के साथ एक वीडियो शेयर किया है लेकिन इस बार अक्षय किसी बात से नाराज या गुस्सा नजर नहीं आ रहे हैं बल्कि इस वीडियो में अक्षय ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के इस्तेमाल पर जोर दिया है. हालांकि अक्षय ने साफ कर दिया कि वह यह किसी कंपनी या आयुर्वेद के ब्रांड एम्बेस्डर बनकर नहीं बोल रहे हैं.
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
अक्षय कुमार आजकल अपनी फिल्मों के अलावा एक और चीज के लिए जाने जा रहे हैं और वह हैं उनके सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले वीडियो. हाल ही में अक्षय ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर की अपनी दिल की बात लोगों से शेयर की है. बुधवार को भी अक्षय ने अपने फैन्स के साथ एक वीडियो शेयर किया है लेकिन इस बार अक्षय किसी बात से नाराज या गुस्सा नजर नहीं आ रहे हैं बल्कि इस वीडियो में अक्षय ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के इस्तेमाल पर जोर दिया है. हालांकि अक्षय ने साफ कर दिया कि वह यह किसी कंपनी या आयुर्वेद के ब्रांड एम्बेस्डर बनकर नहीं बोल रहे हैं.
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार |
नई रक्षा खरीद नीति के बाद भारत से फिर सौदे कर पाएगी प्रतिबंधित फिनमैकानिका : सूत्र | एक ओर सीबीआई ब्राज़ील से 20 करोड़ 80 लाख अमेरिकी डॉलर में एम्ब्रायर जेट विमानों की खरीद में किकबैक (दलाली) दिए जाने की जांच कर रही है, वहीं रक्षा मंत्रालय भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वाली कंपनियों को 'ब्लैकलिस्ट' किए जाने की नई नीति घोषित करने जा रहा है. इस नई नीति की घोषणा होते ही संभव है कि अतीत में प्रतिबंधित की गई इटालियन रक्षा निर्माता कंपनी फिनमैकानिका (जिसका नाम अब लियोनार्डो-फिनमैकानिका है) फिर भारत के साथ व्यापार कर सके.
नई नीति से जुड़े दस्तावेज़ NDTV को मिले हैं, और पाया गया कि इसका मुख्य पहलू यह है कि पिछली यूपीए सरकार द्वारा अमल में लाई जा रही नीति के तहत पूरे डिफेंस कॉन्ग्लोमेरेट पर पाबंदी लगाने के स्थान पर नई नीति में पाबंदी रक्षा उत्पाद और कंपनी के आधार पर लगाई जाएगी. हालांकि कंपनी के वे प्रतिनिधि, जिन पर गलत काम करने और रिश्वत के लेनदेन का संदेह हो, उन पर भारत की ओर से आजीवन प्रतिबंध लगाया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष सूत्र ने NDTV को बताया, "नई नीति आ जाने के बाद हम अगस्तावेस्टलैंड से न हेलीकॉप्टर खरीदेंगे, या किसी भी तरह के व्यापारिक ताल्लुकात रखेंगे... ऑगस्तावेस्टलैंड दरअसल फिनमैकानिका की ही सहायक कंपनी है, जिस पर भारत के साथ हुए एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद के सौदे में रिश्वत देने का संदेह है... लेकिन भारत इस बात के लिए स्वतंत्र होगा कि वह अन्य प्लेटफॉर्मों के लिए कॉन्ग्लोमेरेट (ग्रुप) की अन्य कंपनियों से सौदा कर सके..."
इस नीति के पीछे के तर्क को समझाते हुए सूत्र ने बताया कि रक्षा निर्माता कंपनियां आमतौर पर एक दूसरे में हिस्सेदारी खरीदने की वजह से एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है. सो, एक कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जब भारत कोई महत्वपूर्ण रक्षा प्लेटफॉर्म या पुर्ज़ा खरीद ही न पाए. सूत्र ने कहा, "इससे सिर्फ भारत के हितों और तैयारियों को ही नुकसान होता है..."
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों के लिए मुख्य तोपें और भारी तारपीडो उन्हीं कंपनियों से लेती रही थी, जो फिनमैकानिका की हैं. भारतीय नौसेना तब से यह सब हासिल नहीं कर पाई है, जब से कॉन्ग्लोमेरेट के तौर पर फिनमैकानिका को प्रतिबंधित किया गया.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
नई नीति से जुड़े दस्तावेज़ NDTV को मिले हैं, और पाया गया कि इसका मुख्य पहलू यह है कि पिछली यूपीए सरकार द्वारा अमल में लाई जा रही नीति के तहत पूरे डिफेंस कॉन्ग्लोमेरेट पर पाबंदी लगाने के स्थान पर नई नीति में पाबंदी रक्षा उत्पाद और कंपनी के आधार पर लगाई जाएगी. हालांकि कंपनी के वे प्रतिनिधि, जिन पर गलत काम करने और रिश्वत के लेनदेन का संदेह हो, उन पर भारत की ओर से आजीवन प्रतिबंध लगाया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष सूत्र ने NDTV को बताया, "नई नीति आ जाने के बाद हम अगस्तावेस्टलैंड से न हेलीकॉप्टर खरीदेंगे, या किसी भी तरह के व्यापारिक ताल्लुकात रखेंगे... ऑगस्तावेस्टलैंड दरअसल फिनमैकानिका की ही सहायक कंपनी है, जिस पर भारत के साथ हुए एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद के सौदे में रिश्वत देने का संदेह है... लेकिन भारत इस बात के लिए स्वतंत्र होगा कि वह अन्य प्लेटफॉर्मों के लिए कॉन्ग्लोमेरेट (ग्रुप) की अन्य कंपनियों से सौदा कर सके..."
इस नीति के पीछे के तर्क को समझाते हुए सूत्र ने बताया कि रक्षा निर्माता कंपनियां आमतौर पर एक दूसरे में हिस्सेदारी खरीदने की वजह से एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है. सो, एक कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जब भारत कोई महत्वपूर्ण रक्षा प्लेटफॉर्म या पुर्ज़ा खरीद ही न पाए. सूत्र ने कहा, "इससे सिर्फ भारत के हितों और तैयारियों को ही नुकसान होता है..."
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों के लिए मुख्य तोपें और भारी तारपीडो उन्हीं कंपनियों से लेती रही थी, जो फिनमैकानिका की हैं. भारतीय नौसेना तब से यह सब हासिल नहीं कर पाई है, जब से कॉन्ग्लोमेरेट के तौर पर फिनमैकानिका को प्रतिबंधित किया गया.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष सूत्र ने NDTV को बताया, "नई नीति आ जाने के बाद हम अगस्तावेस्टलैंड से न हेलीकॉप्टर खरीदेंगे, या किसी भी तरह के व्यापारिक ताल्लुकात रखेंगे... ऑगस्तावेस्टलैंड दरअसल फिनमैकानिका की ही सहायक कंपनी है, जिस पर भारत के साथ हुए एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद के सौदे में रिश्वत देने का संदेह है... लेकिन भारत इस बात के लिए स्वतंत्र होगा कि वह अन्य प्लेटफॉर्मों के लिए कॉन्ग्लोमेरेट (ग्रुप) की अन्य कंपनियों से सौदा कर सके..."
इस नीति के पीछे के तर्क को समझाते हुए सूत्र ने बताया कि रक्षा निर्माता कंपनियां आमतौर पर एक दूसरे में हिस्सेदारी खरीदने की वजह से एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है. सो, एक कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जब भारत कोई महत्वपूर्ण रक्षा प्लेटफॉर्म या पुर्ज़ा खरीद ही न पाए. सूत्र ने कहा, "इससे सिर्फ भारत के हितों और तैयारियों को ही नुकसान होता है..."
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों के लिए मुख्य तोपें और भारी तारपीडो उन्हीं कंपनियों से लेती रही थी, जो फिनमैकानिका की हैं. भारतीय नौसेना तब से यह सब हासिल नहीं कर पाई है, जब से कॉन्ग्लोमेरेट के तौर पर फिनमैकानिका को प्रतिबंधित किया गया.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
इस नीति के पीछे के तर्क को समझाते हुए सूत्र ने बताया कि रक्षा निर्माता कंपनियां आमतौर पर एक दूसरे में हिस्सेदारी खरीदने की वजह से एक दूसरे से जुड़ी हुई होती है. सो, एक कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किए जाने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जब भारत कोई महत्वपूर्ण रक्षा प्लेटफॉर्म या पुर्ज़ा खरीद ही न पाए. सूत्र ने कहा, "इससे सिर्फ भारत के हितों और तैयारियों को ही नुकसान होता है..."
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों के लिए मुख्य तोपें और भारी तारपीडो उन्हीं कंपनियों से लेती रही थी, जो फिनमैकानिका की हैं. भारतीय नौसेना तब से यह सब हासिल नहीं कर पाई है, जब से कॉन्ग्लोमेरेट के तौर पर फिनमैकानिका को प्रतिबंधित किया गया.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों के लिए मुख्य तोपें और भारी तारपीडो उन्हीं कंपनियों से लेती रही थी, जो फिनमैकानिका की हैं. भारतीय नौसेना तब से यह सब हासिल नहीं कर पाई है, जब से कॉन्ग्लोमेरेट के तौर पर फिनमैकानिका को प्रतिबंधित किया गया.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
अधिकारी ने कहा, "रक्षा कॉन्ग्लोमेरेट को प्रतिबंधित किया जाना ऐसी स्थिति पैदा कर देगा, जहां एक ही विक्रेता होगा और मोनोपली जैसी हालत बन जाएगी, जो हमारे हित में नहीं है..."
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
पुरानी नीति की तुलना में एक और बड़ा बदलाव यह है कि अब रक्षा निर्माता कंपनियां बिचौलियों को रख सकेंगी. लेकिन कंपनियों को न सिर्फ यह घोषित करना होगा कि उनका बिचौलिया कौन है, बल्कि उसे किया गया भुगतान मूल सौदे का हिस्सा नही माना जाएगा.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
अधिकारी ने बताया, "इन शर्तों और नियमों का उल्लंघन करने पर बहुत भारी वित्तीय जुर्माना लगाया जाएगा और आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा..."
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है.
ब्लैकलिस्ट करने के लिए बनाई गई इस नई नीति की घोषणा सरकार द्वारा अगले सप्ताह किए जाने की संभावना है. |
श्रम मंत्रालय कंपनियों के लिए EPFO कवरेज की सीमा घटाकर 10 कर्मचारी करेगा | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के तहत अतिरिक्त 50 लाख कामगारों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने के उपाय के तौर पर श्रम मंत्रालय ने न्यूनतम 10 या उससे अधिक संख्या में कर्मचारी वाली इकाइयों को ईपीएफ के दायरे में लाने के लिए एक अधिशासी आदेश जारी करने का निर्णय किया है। मौजूदा न्यूनतम कर्मचारी सीमा की आधी है।
वर्तमान में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एवं विविध प्रावधान कानून के तहत यह अनिवार्य है कि 20 या इससे अधिक कर्मचारियों वाली फर्मों को ईपीएफओ द्वारा चलाई जा रही सामाजिक सुरक्षा योजना में अंशदान करें।टिप्पणियां
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, श्रम मंत्रालय एक कार्यकारी आदेश के जरिए (ईपीएफ के लिए) न्यूनतम कर्मचारी सीमा घटाकर 10 कर्मचारियों की करना चाहता है। इससे 50 लाख से अधिक अतिरिक्त कामगार ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में आ जाएंगे। उन्होंने कहा, इसे ईपीएफ व एमपी कानून में प्रस्तावित संशोधनों में भी शामिल किया गया है। परामर्श के लिए दो महीने का नोटिस देने के बाद एक अधिसूचना के जरिये न्यूनतम सीमा में बदलाव का एक प्रावधान किया गया है। ‘‘ अब, श्रम मंत्रालय ने श्रम कानूनों में इस तरह के संशोधनों के साथ आगे बढ़ने की योजना बनाई है, जिसमें संसद की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होती। हम अगले महीने के प्रथम सप्ताह तक परामर्श के लिए नोटिस जारी करेंगे। इस तरह से अप्रैल या मई तक सीमा में बदलाव किया जा सकता है।’’ न्यूनतम सीमा घटाने के प्रस्ताव को श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाले केन्द्रीय न्यासी बोर्ड की 5 जुलाई, 2008 को हुई एक बैठक में मंजूरी प्रदान की गई थी, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया जा सका।
सीबीडी की 183वीं बैठक में कानून के तहत प्रतिष्ठानों के कवरेज के लिए न्यूनतम सीमा सहकारी संस्थानों के मामले में 50 से घटाकर 20 करने और अन्य प्रतिष्ठानों के मामले में इसे 20 से घटाकर 10 करने को मंजूरी प्रदान की गई।
वर्तमान में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एवं विविध प्रावधान कानून के तहत यह अनिवार्य है कि 20 या इससे अधिक कर्मचारियों वाली फर्मों को ईपीएफओ द्वारा चलाई जा रही सामाजिक सुरक्षा योजना में अंशदान करें।टिप्पणियां
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, श्रम मंत्रालय एक कार्यकारी आदेश के जरिए (ईपीएफ के लिए) न्यूनतम कर्मचारी सीमा घटाकर 10 कर्मचारियों की करना चाहता है। इससे 50 लाख से अधिक अतिरिक्त कामगार ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में आ जाएंगे। उन्होंने कहा, इसे ईपीएफ व एमपी कानून में प्रस्तावित संशोधनों में भी शामिल किया गया है। परामर्श के लिए दो महीने का नोटिस देने के बाद एक अधिसूचना के जरिये न्यूनतम सीमा में बदलाव का एक प्रावधान किया गया है। ‘‘ अब, श्रम मंत्रालय ने श्रम कानूनों में इस तरह के संशोधनों के साथ आगे बढ़ने की योजना बनाई है, जिसमें संसद की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होती। हम अगले महीने के प्रथम सप्ताह तक परामर्श के लिए नोटिस जारी करेंगे। इस तरह से अप्रैल या मई तक सीमा में बदलाव किया जा सकता है।’’ न्यूनतम सीमा घटाने के प्रस्ताव को श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाले केन्द्रीय न्यासी बोर्ड की 5 जुलाई, 2008 को हुई एक बैठक में मंजूरी प्रदान की गई थी, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया जा सका।
सीबीडी की 183वीं बैठक में कानून के तहत प्रतिष्ठानों के कवरेज के लिए न्यूनतम सीमा सहकारी संस्थानों के मामले में 50 से घटाकर 20 करने और अन्य प्रतिष्ठानों के मामले में इसे 20 से घटाकर 10 करने को मंजूरी प्रदान की गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, श्रम मंत्रालय एक कार्यकारी आदेश के जरिए (ईपीएफ के लिए) न्यूनतम कर्मचारी सीमा घटाकर 10 कर्मचारियों की करना चाहता है। इससे 50 लाख से अधिक अतिरिक्त कामगार ईपीएफओ द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में आ जाएंगे। उन्होंने कहा, इसे ईपीएफ व एमपी कानून में प्रस्तावित संशोधनों में भी शामिल किया गया है। परामर्श के लिए दो महीने का नोटिस देने के बाद एक अधिसूचना के जरिये न्यूनतम सीमा में बदलाव का एक प्रावधान किया गया है। ‘‘ अब, श्रम मंत्रालय ने श्रम कानूनों में इस तरह के संशोधनों के साथ आगे बढ़ने की योजना बनाई है, जिसमें संसद की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होती। हम अगले महीने के प्रथम सप्ताह तक परामर्श के लिए नोटिस जारी करेंगे। इस तरह से अप्रैल या मई तक सीमा में बदलाव किया जा सकता है।’’ न्यूनतम सीमा घटाने के प्रस्ताव को श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाले केन्द्रीय न्यासी बोर्ड की 5 जुलाई, 2008 को हुई एक बैठक में मंजूरी प्रदान की गई थी, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया जा सका।
सीबीडी की 183वीं बैठक में कानून के तहत प्रतिष्ठानों के कवरेज के लिए न्यूनतम सीमा सहकारी संस्थानों के मामले में 50 से घटाकर 20 करने और अन्य प्रतिष्ठानों के मामले में इसे 20 से घटाकर 10 करने को मंजूरी प्रदान की गई।
सीबीडी की 183वीं बैठक में कानून के तहत प्रतिष्ठानों के कवरेज के लिए न्यूनतम सीमा सहकारी संस्थानों के मामले में 50 से घटाकर 20 करने और अन्य प्रतिष्ठानों के मामले में इसे 20 से घटाकर 10 करने को मंजूरी प्रदान की गई। |
अन्ना, रामदेव का आंदोलन समयोचित : जनरल वीके सिंह | पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और बाबा रामदेव द्वारा शुरू किया गया आंदोलन 'समयोचित और जायज' है।
बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद जनरल सिंह ने रविवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इससे निपटने के तरीके इजाद करे। जनरल सिंह से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा शुरू किए गए आंदोलन पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।टिप्पणियां
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद जनरल सिंह ने रविवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इससे निपटने के तरीके इजाद करे। जनरल सिंह से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा शुरू किए गए आंदोलन पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।टिप्पणियां
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।" |
दिल्ली आईआईटी के चार छात्रों की जैसलमेर के नजदीक सड़क हादसे में मौत | राजस्थान के जैसलमेर के नजदीक हुए एक सड़क हादसे में आईआईटी दिल्ली के चार छात्रों की मौत हो गई है कि जबकि अन्य दो छात्र घायल हो गए हैं। दोनों घायल लड़कों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि सभी छात्र आईआईटी दिल्ली में फाइनल ईयर के छात्र हैं और परीक्षा के बाद जैसलमेर घूमने के लिए गए थे। ये छात्र एक इनोवा टैक्सी में सफर कर रहे थे, जिसका जैसलमेर के पास एक्सीडेंट हो गया।
आईआईटी दिल्ली के प्रवक्ता के मुताबिक, सभी छह छात्रों के परिवार वालों को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। मरने वाले छात्रों के शव आज दोपहर तक दिल्ली लाए जाएंगे। छात्रों में तीन दिल्ली के रहने वाले हैं, जबकि एक झारखंड का है। |
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, स्पीकर व अन्य ने दी देशवासियों को होली की बधाई | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रंगों के त्योहार होली के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताया कि रंगों का त्योहार राष्ट्रीय मूल्यों में विश्वास का मजबूत करेगा और एकता तथा सौहार्द को प्रोत्साहित करेगा।
राष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, ‘‘होली के अवसर पर मैं अपने सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। वसंत के आगमन का प्रतीक यह पर्व सभी के लिए प्रसन्नता, आशा और कामनाओं की पूर्ति का अग्रदूत है।’’
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
राष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, ‘‘होली के अवसर पर मैं अपने सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। वसंत के आगमन का प्रतीक यह पर्व सभी के लिए प्रसन्नता, आशा और कामनाओं की पूर्ति का अग्रदूत है।’’
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की। |
रवि शास्त्री की महान भारतीय कप्तानों की यह कैसी लिस्ट, सौरव गांगुली का नाम है नदारद | रवि शास्त्री और सौरव गांगुली की प्रतिद्वंद्विता खेलप्रेमियों से छुपी नहीं है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से पिछले साल अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच बनाए जाने के बाद यह खटास खुलकर सामने आ गई थी. दरअसल क्रिकेट की जिस सलाहकार समिति ने कुंबले का कोच के रूप में चयन किया था, गांगुली उसका हिस्सा थे. कोच के रूप में कुंबले का नाम फाइनल किए जाने के बाद रवि और गांगुली के बीच की यह कड़वाहट सार्वजनिक रूप से लोगों के बीच तब सामने आई थी जब इन दोनों ने एक-दूसरे पर पेशेवर रुख की कमी का आरोप लगाया था.
हालांकि इस विवाद के बाद दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेट टीम के 500वें टेस्ट के जश्न में कानपुर में साथ नजर आए थे लेकिन ऐसा लगता है कि इनके बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. धोनी के शॉर्टर फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने के निर्णय के तुंरत बाद टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री के बयान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. रवि शास्त्री ने धोनी को न सिर्फ 'दादा कप्तान' बताया बल्कि गांगुली को सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तानों की सूची में भी स्थान नहीं दिया. धोनी के पुरजोर समर्थन माने जाने वाले शास्त्री ने यह भी कि कहा कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज के कप्तानी छोड़ने के फैसले की टाइमिंग 'परफेक्ट' थी.टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
हालांकि इस विवाद के बाद दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेट टीम के 500वें टेस्ट के जश्न में कानपुर में साथ नजर आए थे लेकिन ऐसा लगता है कि इनके बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. धोनी के शॉर्टर फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने के निर्णय के तुंरत बाद टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री के बयान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. रवि शास्त्री ने धोनी को न सिर्फ 'दादा कप्तान' बताया बल्कि गांगुली को सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तानों की सूची में भी स्थान नहीं दिया. धोनी के पुरजोर समर्थन माने जाने वाले शास्त्री ने यह भी कि कहा कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज के कप्तानी छोड़ने के फैसले की टाइमिंग 'परफेक्ट' थी.टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. |