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[hin] [Deva] 9 साल पहले पापा शाहरुख खान की इस फिल्म से डेब्यू करने वाली थीं बेटी सुहाना | Ananya Pandey Instagram| Karan Johar My Name is Khan| Shah Rukh Khan daughter| Suhana Khan debut| Suhana Khan debut my name is khan. | entertainment - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2' से डेब्यू कर चुकीं अनन्या पांडेय ने हाल में एक इंटरव्यू में के दौरान सुहाना के डेब्यू का राज़ खोला. Updated: June 3, 2019, 11:04 AM IST बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान और सुहाना खान. चंकी पांडेय की बेटी अनन्या पांडेय तो 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' से डेब्यू कर चुकी हैं. अब उन्होंने अपनी सहेली सुहाना खान के डेब्यू को लेकर बड़ा खुलासा किया है. अनन्या ने 'टाइम्स इंटरनेट' को दिए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया. अनन्या ने बताया कि वह और सुहाना 9 साल पहले ही शाहरुख खान की फिल्म 'माय नेम इज़ खान' के साथ डेब्यू करने वाले थे. अनन्या ने कहा, 'मैं और सुहाना 'माय नेम इज़ खान' की शूटिंग पर गए थे. यहां एक सीन में उन्होंने एक्टिंग भी की थी. मुझे याद है मैं सुहाना के साथ शाहरुख अंकल की फिल्म 'माय नेम इज़ खान' के सेट पर गए थे. अमेरिका में शूटिंग चल रही थी. करन को एक सीन में कुछ लोगों की जरूरत थी, जो इधर-उधर टहल सकें, ताकि फ्रेम भरा-भरा लगे.' अनन्या आगे बताती हैं, 'उन्होंने (करन जौहर) हम दोनों से भी कहा कि हम सीन में आ जाएं. ये बात सुनकर हम बेहद एक्साइटेड हो गए. उन्होंने उस एक सीन के लिए 7-8 टेक लिए और हमने हर टेक में ओवरएक्टिंग की थी.' अनन्या ने कहा, 'जब फिल्म रिलीज हुई तो मैं और सुहाना खुद को स्क्रीन पर देखने के लिए एक्साइटेड थे. लेकिन जब हम फिल्म देखने गए तो हमारा सीन ही गायब था. उन्होंने वह सीन फिल्म से हटा लिया था. हम दोनों बहुत दुखी हुए थे. सुहाना का डेब्यू 'माय नेम इज़ खान' से नहीं हुआ, लेकिन वह बॉलीवुड में आने के लिए काफी एक्साइटेड हैं.' बता दें कि शाहरुख खान के फैन्स को भी उनके बच्चों के डेब्यू का बेसब्री से इंतजार है. चाहें आर्यन हों या सुहाना दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं और उनके लुक किसी बड़े स्टार से कम नहीं हैं.
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[hin] [Deva] RSS CONSPIRACY AGAINST THE IDEOLOGY OF DR.AMBEDKAR Home दस्तावेज़ डॉ.आंबेडकर को राम नाम से जोड़ना उनकी 22 प्रतिज्ञाओं को स्वाहा करने... Friday, 30 March 2018 11:34 AM पर क्या डॉ.अांबेडकर के साथ ऐसा करने दिया जा सकता है? ख़ास तौर पर जब डॉ.आंबेडकर की रचनाओं का प्रकाशन ख़ुद भारत सरकार ने किया है जिसमें उन्होंने बार-बार हिंदू धर्म को मनुष्य विरोधी और शूद्रों का दुश्मन क़रार दिया है। यहाँ तक कि जब 1956 में उन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया था तो अनुयायियों को 22 प्रतिज्ञाएँ दिलवाई थीं जिनमें दूसरी ही प्रतिज्ञा है – मैं राम और कृष्ण, जो भगवान के अवतार माने जाते हैं, में कोई आस्था नहीं रखूँगा और न ही मैं उनकी पूजा करूँगा! Previous articleआज से दो दिन का भगत सिंह स्मृति जनोत्सव दिल्ली में, मीडियाविजिल की साझा प्रस्तुति Next articleअमर उजाला ने 1982 के कामनवेल्थ की खबर आर्काइव से निकाल कर ज्यों की त्यों चिपका दी! पंकज का मतलब 'कमल का फूल' होता है… श्री से लक्ष्मी का अर्थ निकलता है ! कुछ और नाम रख लो ! Subhash Chauhan at एकदम बकवास लेख। समरस होते समाज में फूट डालने की वामपंथी कोशिश मात्र है यह लेख। डॉ अंबेडकर ने बेशक हिन्दु धर्म छोड़कर बुद्ध धर्म की दीक्षा ली परन्तु उन्होने अपना सार्वजानिक नाम वही रखा जिसमें परम्परागत उनके पिता का नाम भी निहित है जो आज भी पुकारा व इस्तेमाल किया जाता है। जहाँ तक तथाकाथित 22 प्रतिज्ञाओं की बात है, इनका कोई प्रामाणिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। रही बात उनके अनुयायियों की तो यह स्वतः स्पष्ट है कि उनके तथाकाथित अधिकतर अनुयायी अभी तक हिन्दु हैं व सारे कर्मकाण्ड हिन्दु परम्पराओं (मनुस्मृति) के अनुसार ही करते आ रहे हैं चाहे वह शादी-विवाह हो, त्यौहार हो, श्मशान क्रिया हो या कोई अन्य धार्मिक अनुष्ठान कर्मकाण्ड। यह भी सच है कि सभी अनुयायी अपने व अपने बच्चों के नाम हिन्दु मान्यताओं के अनुसार ही रखते है। उस समय डॉ अंबेडकर ने परिस्थितिवश फैंसले लिये थे, लेकिन कालांतर में लोग समझदार होते गये और अपने मूल धर्म को अपनाये रखा। अब जबकि जाति और धर्म के चंगुल से निकल कर देश में लोग समरसता की पगडण्डी पर चल पड़े हैं (वर्तमान सरकार की सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास नीति के कारण), तो पंकज श्रीवास्तव जैसे दूषित वामपंथी विचारधारा वाले कुछ तुच्छ लोगों के पेट में बल पड़ने लगे हैं। इसी दूषित विचार धारा का रिजल्ट यह लेख है।
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[hin] [Deva] लखनऊ। एकादशी का हमारे शास्त्रों में विशेष महत्व है। आज देवशयनी एकादशी है। शास्त्रों के अनुसार देवताओं को एकादशी सबसे प्रिय होती है। आज से देवता आराम करेंगे। यानी अगले चार महीने तक नहीं होंगे शादी ब्याह। जो व्यक्ति पुण्यमयी एकादशी का व्रत रखता उसके जीवन में सदा सुख एवं समृद्धि बनी रहती है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की आज एकादशी है। इसे हरिशयनी, देवशयनी, विष्णुशयनी, पदमा या शयन एकादशी भी कहा जाता है। शास्त्रानुसार देवताओं को एकादशी सबसे प्रिय होती है। जो व्यक्ति आज पुण्यमयी पर एकादशी का व्रत रखता उसके जीवन में सदा सुख एवं समृद्धि बनी रहती है। हर महीने दो पक्षों में दो एकादशी आती है इस तरह से साल में कुल 24 एकादशी होती है। इसका व्रत रखने वाले मनुष्य के जीवन से पाप नष्ट होते है एवं जीवन में अक्षय फल की प्राप्ति होती है। एकादशी में पुण्यकर्म एवं सच्चे मन से रखे गए व्रत पर ज़रूर सफलता मिलती है। इस वजह से इसे मनोकामना पूरा करने वाला व्रत भी कहते है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी कहते हैं। इस तिथि को ‘पद्मनाभा’ भी कहते हैं। सूर्य के मिथुन राशि में आने पर यह एकादशी आती है। इसी दिन से चातुर्मास शुरू होता है। यानी इस दिन से भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और फिर चार माह बाद उन्हें उठाया जाता है। उस दिन को देवोत्थानी एकादशी कहा जाता है। यह भी कहा जाता है कि आज के बाद से हिंदू धर्म के सभी शुभ काम आज के बाद अगले चार महीने तक बंद हो जाएंगे और फिर देवोत्थान एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। शास्त्रों के अनुसार नदियों में जैसे गंगा, देवताओं में विष्णु, नागों में शेष नाग श्रेष्ठ है, ठीक उसी प्रकार सभी व्रतों में एकादशी का व्रत सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। बेहतर एवं अच्छी फल प्राप्ति के लिए हर मनुष्य को एकादशी का व्रत जरूर रखना चाहिए। इस व्रत का पारण 5 जुलाई को प्रात: 7:56 से 9:28 के बीच किया जाएगा। व्रत के साथ ही एकादशी के दौरान मंदिर में दीपदान, घर में कीर्तन, तुलसी पूजन एवं गुप्त दान करने से अच्छे फल की प्राप्ति होती है। ← महाराष्ट्र : सेक्स वीडियो वायरल होते ही सियासी गलियारों में भूचाल फिर किया उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण → Site Views Soumya Consulting Services Advertisement Contact To Advertise With Us For any kind of Advertisement Purpose please email your query on this ID: aakashbansal39@gmail.com call us: +91-9999635133 ST Media Group Office: Building No.190, Pratap Nagar, Mayur Vihar Phase – 1, New Delhi, Delhi – 110091
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[hin] [Deva] September 4, 2018 LegendNews 0 Comments CAPA इंडिया, एयर इंडिया और जेट एयरवेज, कुल घाटा, भारतीय एयरलाइंस नई दिल्ली। मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय एयरलाइंस का कुल घाटा 1.9 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 13,557 करोड़ रुपये) तक
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[hin] [Deva] इस जगह मिला 2200 वर्ष प्राचीन मंदिर जिसमें मिले भारी मात्रा में सिक्के | https://www.flypped.com/ Home Flypped हिंदी इस जगह मिला 2200 वर्ष प्राचीन मंदिर जिसमें मिले भारी मात्रा में... 2200 Year Old Temple – आपने कई फिल्मों में देखा होगा की समुद्र के नीचे खजाना मिलता है। लेकिन अब हम आपसे कहे की यदि किसी जगह पर हकीकत में समुद्र के नीचे खजाने की प्राप्ति हुई है। तो क्या आप इस बात पर यकीन करोगे। लेकिन या सच है इजिप्ट के एक शहर में समुद्र के अंदर करीबन 2200 साल पुराना मंदिर (2200 Year Old Temple) मिला है। इतने पुराने मंदिर के मिलने के बाद सभी पुरातत्वविदों को हैरान कर दिया है। इस मंदिर के अंदर भारी मात्रा में ताँबे के सिक्के और ज्वैलरी पाई गई है। हम आपको बताना चाहते है की यूरोप के पुरातत्वविदों द्वारा इस मंदिर की खोज की गई है। जिसमें उन्हें इस खजाने (2200 Year Old Temple) के बारें में पता चला है। यूरोप के पुरातत्वविदों द्वारा इस खजाने का पता लगाने के लिए स्कैनिंग डिवाइस की मदद ली गई है। 2200 Year Old Temple इतना ही नहीं यह भी कहा जा रहा है की इस मंदिर (2200 Year Old Temple) को समुद्र के जिस भाग में पाया गया है। उस हिस्से को इजिप्ट का अटलांटिस क्षेत्र के नाम भी जाना जाता है। इसके अलावा, मंदिर के जिस प्रकार की अवशेष पाए गए है। उसको ग्रीक मंदिर कहा जा रहा है। यह मंदिर (2200 Year Old Temple) पूरी तरह से नष्ट हो गया है। लेकिन इस मंदिर की खोज के दौरान कई प्रकार की मूर्तियों के साथ मिट्टी के बर्तनों की प्राप्ति भी हुई है। कहा जा रहा है की यह मूर्तियां और मिट्टी के बर्तन तीसरी या चौथी शताब्दी की है। बर्तनों के अलावा, भी पुरातत्वविदों को विभिन्न प्रकार की चीजों की प्राप्ति हुई है जिसमें अधिक मात्रा में राजा क्लाडियस के शासनकाल में चलने वाले सिक्के भी शामिल है। इसके साथ ही कई पुरानी इमारतों के हिस्से भी मिले है। इस इमारत के अवशेष काफी दूर तक फैले हुए है। जिसपर पुरातत्वविदों का कहना है की यह मंदिर हेराक्लिऑन शहर का है। इस शहर में सुनामी के कारण सबकुछ तबाह हो गया था। इतना ही नहीं यह शहर इजिप्ट का एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। इस जगह पर खोज के दौरान करीबन 12 वर्ष पहले फ्रेंच के युद्धपोत को भी ढूँढा गया था। जिनको खोजकर्ताओं द्वारा 18वी शताब्दी का बताया जा रहा था। डॉ गोडियो ने करीबन 4 वर्ष अधिक मेहनत की जिसके बाद उन्होंने इस 1200 वर्ष पुराने मंदिर की खोज कर ली। यूरोप के समुद्र में पाए गए इस खजाने में कई प्राचीन सीप, बर्तन, गहनों के साथ ही साथ कई वर्ष पुराने सिक्के भी पाएं गए है।
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[hin] [Deva] Sports News -Hindi – Malayalam News-മലയാള വിശേഷം ** Kylian Mbappe Best Player: पीएसजी के एम्बाप्पे तीसरी बार बने फ्रेंच लीग के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, इस सीजन किए 25 गोल May 16, 2022 शीर्ष तीन में शामिल होने पर उन्होंने खुशी जताई। उन्होंने पीएसजी के ज्लाटन इब्राहिमोविक के 156 गोल को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल किया था। Commonwealth Games: ट्रायल में साक्षी-विनेश की जीत, राष्ट्रमंडल खेल के लिए टिकट कटाया, 28 जुलाई से शुरू हो रहा है बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम May 16, 2022 सोनम ने पिछले कई मुकाबलों में 2016 ओलंपिक कांस्य पदक विजेत को पटखनी दी थी लेकिन ट्रायल में अनुभवी साक्षी ने 8-1 की प्रभावशाली जीत दर्ज की। कर्नाटक : थॉमस कप जीतने के बाद स्वदेश लौटे बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, बोले- यह गर्व का क्षण May 16, 2022 थॉमस कप जीतकर भारत के लिए 15 मई को इतिहास रचने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन सोमवार रात स्वदेश लौट आए। Women's World Boxing: निखत और मनीषा ने भारत के लिए पक्के किए पदक, सेमीफाइनल में पहुंचीं May 16, 2022 महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत का पहला पदक पक्का हो गया है। 25 वर्षीय निखत जरीन ने क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड की चार्ली डेविसन को एकतरफा मुकाबले में हराया। Thomas Cup: थॉमस कप में इन खिलाड़ियों ने बनाया भारत को चैंपियन, जानें सभी के बारे में May 16, 2022 भारत ने पहली बार थॉमस कप जीतकर इतिहास रच दिया है। लक्ष्य सेन, सात्विक-चिराग और किदांबी श्रीकांत ने अपने मैच जीतकर भारत को 3-0 के अंतर से विजेता बना दिया। IPL 2022: मुंबई इंडियंस ने सूर्यकुमार यादव के रिप्‍लेसमेंट में आकाश मधवाल को किया अनुबंधित May 16, 2022
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[hin] [Deva] :: Cobrapost :: ::NETWORK 18 {NETWORK 18} अयान भट्टाचार्य, सीनियर मैनेजर सेल्स, ETV न्यूज़; हर्षवर्धन द्विवेदी, नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हैड, न्यूज़ नेटवर्क 18; धीरज सारस्वत, सीनियर मैनेजर, नेटवर्क 18 नेटवर्क; ETV न्यूज़ नेटवर्क; Edwine Crasto, एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट सेल्स, न्यूज़ 18, नेटवर्क; प्रियंका दत्ता, Executive वाइस प्रेजिडेंट, न्यूज़ 18 नेटवर्क; जॉय चक्रबोर्ती, CEO Forbes एंड प्रेजिडेंट रेविन्यू, नेटवर्क 18; दीपक लूथरा, नेशनल एड सेल्स हैड, वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड; परोमा, एड सेल्स डिपार्टमेंट, वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड; नेटवर्क 18 ग्रुप, media और entertainment group है जिसके broadcasting, digital, movies, e-commerce, magazines और mobile content में व्यापार है। 15 भाषाओं और 26 राज्यों के साथ news channels में देश का ये सबसे बड़ा समूह है। CNBC-TV18, CNN News18 और News18 इनके प्रमुख न्यूज़ चैनल हैं। साल 2014 में Reliance Industries Limited ने Network18 को take over किया और इसके बाद 2015 में Network 18 ने ETV Network को take over किया। इसके अलावा Viacom18 Motion Pictures, moneycontrol.com,firstpost.com, news18.com, cnbctv18.com, bookmyshow.com, Yatra, Forbes India, Overdrive, Better Photography और Better Interiors भी इस ग्रुप के ventures है। क्या नेटवर्क 18 ग्रुप में भी मोटी funding लेकर पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है? क्या यहाँ भी पेड न्यूज़, एजेंडा या फिर propaganda का कोई अस्तित्व है? हकीकत जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा श्री मद भागवत गीता प्रचार समिति के प्रचारक बनकर नेटवर्क 18 ग्रुप के लोगों से मिले और उनसे मोटी funding के बदले हिंदुत्व का एजेंडा चलाने की बात की ताकि elections के दौरान इसका फ़ायदा लिया जा सके। इसी सिलसिले में पुष्प की सबसे पहले मुलाक़ात होती है कोलकाता में ETV न्यूज़ के सीनियर मैनेजर सेल्स आर्यन भट्टाचार्य से। पुष्प इनसे कहते हैं कि हमारा न्यूज़ वाला understanding है उसमें हमारे पैनल डिस्कशन जो होंगे तो वो कैसे होगा,...इसपर जवाब में भट्टाचार्य चैनल को बीजेपी सपोर्टर बताते हैं और कहते हैं कि अभी हम आपको 80% सपोर्ट दे रहे हैं मैं बोल दूंगा तो 90% सपोर्ट करने लगेंगे। भट्टाचार्य कहते हैं कि "देखिए वो पूरा एडिटोरियल का पार्ट है, वो पहले बात करना है और आपका जो पैनल डिस्कशन है आप जो बोल रहे हैं न वो हम लोग नहीं कर सकते... मगर मैं आपको बोल रहा हूं कि और जो आपको भी पता है कि मेरा जो चैनल है वो बीजेपी को ही सपोर्ट करता है... लेकिन मैं बात करके अलग से बोल दूंगा कि इसको थोड़ा देखें... जो कर रहे हैं, 80% कर रहे हैं तो 90% करने के लिए..." पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है दिल्ली में नेटवर्क 18 के नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हैड नेटवर्क 18 हर्षवर्धन द्विवेदी से। पुष्प हर्षवर्धन को अपने हिंदुत्व के agenda के बारे में बताते है जिस पर हर्षवर्धन कहते है, "आप मुझे strong हिन्दू आदमी समझिए... वो समझिए जो अंदर से, दिल से राष्ट्रवादी बात करता है..."। पुष्प नीमच और मंदसौर जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए political rivals को thrash करने की बात करते है जिस पर हर्षवर्धन कहते है, "जहां भी होगा, जो भी इस तरह की चीजें होंगी वहां हर जगह मैं involve रहुंगा..."। पुष्प हर्षवर्धन से पश्चिम बंगाल और odisha में elections के मद्देनज़र खास तौर पर perception building और hammering की बात करते हैं जिस पर हर्षवर्धन कहते है, "ठीक है..."। पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है चंडीगढ़ में News 18 Network के सीनियर मैनेजर धीरज सारस्वत से। पुष्प धीरज से हिंदुत्व के एजेंडा और thrash my political rival की बात करते हैं। इसके अलावा FCT की भी बात होती है जिस पर धीरज सलाह देते हैं, "धीरे धीरे धीरे डालो...वो हो जाता है..." Fire brand Hindu leaders के digital और social media में promotion के साथ साथ supportive team members द्वारा favor में tweet करने की बात पर धीरज कहते है, "कोई दिक्कत नहीं है..."। चंडीगढ़ में News 18 Network के Senior Manager Dheeraj Saraswat पुष्प को चक्रव्यूह program में बुलाने का आश्वासन देते हुए कहते है, "आप से question तीखे भी होंगे वो पहले से आपको बता देंगे..." पुष्प शर्मा आगे मिलते है मुंबई में Network 18 के Associate Vice President Sales Edwine Crasto से। पुष्प इन्हे अपने हिंदुत्व के agenda, fire brand Hindu leaders के promotion और thrashing to my political rivals की planning के बारे में बताते है। तमाम बातें सुनने के बाद Edwine Crasto कहते हैं, "I will brief Priyanka so tomorrow we will have a meeting…" पत्रकार पुष्प शर्मा की मुंबई में अगली मुलाक़ात होती है नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता और जॉय चक्रबोर्ती से जो CEO-Forbes के साथ साथ प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 भी हैं। पुष्प इन से अपने हिंदुत्व के एजेंडा के साथ साथ सेमी पॉलिटिकल और thrashing to our political rivals की बात करते है जिस पर प्रियंका, "sure, sure…" कहकर अपनी सहमति देती है। आगे जब बात polarization की आती है तब प्रियंका कहती है, "Absolutely…" बातचीत में CEO-Forbes के साथ साथ प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 जॉय चक्रबोर्ती प्रियंका दत्ता को निर्देश देते हुए कहते है, "This deal only you and me will get involve, not anybody of team because I don't want anybody come to know…" (इस सौदे में केवल आप और मैं शामिल होंगे, टीम का कोई और इसमें शामिल नहीं होगा, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि किसी को पता चल जाए ...") पुष्प की मुंबई में नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता से एक और मुलाक़ात होती है। प्रियंका बताती है कि उन्होने agenda को लेकर teaser भी तैयार कराया है। नेटवर्क 18 की Executive वाइस प्रेजिडेंट प्रियंका दत्ता से पुष्प एक बार फिर मिलते है।बातचीत में प्रियंका बताती है, "कुछ होगा Part जो हमको uncomfortable लग रहा है तो we can balance it out. उसको देखेंगे कि कैसे उसको neutralize कर लें..."। प्रियंका आगे बताती है कि उन्होने CEO-Forbes एंड प्रेजिडेंट रेविन्यू नेटवर्क 18 जॉय चक्रबोर्ती को सब बताया हुआ है। पत्रकार पुष्प शर्मा की अगली मुलाक़ात होती है वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नेशनल एड सेल्स हैड दीपक लूथरा से । इस मुलाक़ात में दीपक के साथ उनके department की Paroma भी साथ थी। पुष्प इन से हिंदुत्व के agenda के साथ साथ political satire के जरिये विपक्षी दलों पर निशाना साधने और चुनाव में polarization की बात करते है। दीपक पुष्प की सभी बातों पर सहमत दिखते है उन्हे ऐसा करने में कोई ऐतराज नहीं। "हमारे यहां है third party vendor आपको मिला देंगे आप उनके साथ content create करो और हमें दो we will put it on TV and promote it everywhere" बातचीत में आगे जब पुष्प कहते है कि rivals को एंटी नेशनल दिखाना है तो वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के एड सेल्स हैड डिपार्टमेंट की परोमा कहती है, "दिखाना है I will mention that"( मैं इसका जिक्र करूंगी) Network 18 group देश के सबसे बड़े media group में से एक है। दर्जनों चैनल के साथ विश्व के कई देशों में इसकी पहुँच है। अच्छी ख़ासी funding के एवज में Network 18 से जुड़े बड़े पदों पर आसीन लोग एक खास agenda चलाने को तैयार हो गए ताकि elections में माहौल बनाकर एक खास पार्टी को फ़ायदा पहुंचाया जा सके। ऐसे में सवाल उठता है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया कितना निष्पक्ष रह गया है? जवाब हम सबको ढूँढना है? हमारे प्रश्नों के जवाब में नेटवर्क 18 की तरफ से कहा गया है कि Network 18 में content telecast की objectivity से कभी समझौता नहीं किया गया और किसी भी व्यक्ति को ऐसा करने का अधिकार नहीं है। जवाब में आगे कहा गया कि आपके पत्रकार ने कई लोगों से मुलाकात की है। इस बातचीत के दौरान उन लोगों से कुछ विचार और प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं लेकिन आपकी प्रश्नावली में उद्धृत कथित बातचीत अपूर्ण, आंशिक और चुनिंदा है और इसमें पूरी जानकारी नहीं है। लिहाजा आप हमें वास्तविक और पूरी तथ्यात्मक परिदृश्य दें। किसी भी मामले में, कथित बातचीत के वास्तविक unedited रिकॉर्डिंग की गैरमौजूदगी में, हम भी इस पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं। NETWORK 18 Operation 136 IICobrapost expose exclusive exclusive coverage Investigative journalism journalist paid news cash for news fourth pillar of democracy reporters Pushp Sharma Media on Sale
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[hin] [Deva] DAANA PAANI: एक बार फिर चलें, गुवाहाटी से शिलांग गुवाहाटी से शिलांग के बीट नूंगपो में सुबह सुबह... यह संयोग ही है कि साल 2016 में दूसरी बार गुवाहाटी से शिलांग जा रहा हूं। एक जनवरी के बाद एक बार फिर अक्तूबर में। ढिब्रूगढ़ इंटरसिटी गुवाहाटी शहर में प्रवेश कर रही है और साथ साथ सुबह का उजाला हो रहा है। प्लेटफार्म से बाहर निकल कर हमलोग एक बार फिर पलटन बाजार में हैं। गुवाहाटी से शिलांग के लिए शेयरिंग टैक्सियां स्टेशन के बाहर से ही मिलती हैं। हमलोग अपनी पसंद की तीन सीटें बुक करा लेते हैं। किराया 170 रुपये है पर अभी वे 200 रुपये ले रहे हैं। ड्राईवर अच्छे हैं, बिहार के समस्तीपुर के हैं। सुबह सुबह गुवाहाटी शहर से बाहर निकलने में जाम नहीं मिलता। हमलोग रेलगाड़ी में ब्रश कर चुके हैं। इसलिए जब सूमो शिलांग गुवाहाटी के बीच मध्य विंदु नूंगपो में रुकती है तो चाय पीने की इच्छा होती है। और ये रहा मछली का अचार ... अक्तूबर की सुबह शिलांग और जाते हुए मौसम सुहाना है। नूंगपो में जिस रेस्टोरेंट के आगे गाड़ी रुकती है वहां टायलेट आदि का बेहतर इंतजाम है। नूंगपो में हर होटल के बाहर सजी धजी दुकाने हैं जहां कई किस्म के अचार मिलते हैं। पर इनमें खासतौर पर मांसाहारी अचार हैं। जी हां मछली का अचार। बोतल में बंद अचार में तेल में नन्ही नन्ही मछलियां तैरती नजर आती हैं। भले ही वे जिंदा नहीं हैं पर उनकी आंखें चमकती हैं ऐसे मानो वे हमें देख रही हों। अनादि ट्रेन में जमकर सो चुके हैं इसलिए वे और उनकी मां माधवी दोनों मेघालय की हरी भरी वादियों के नजारे देखने में खो जाते हैं। तभी बड़ा पानी यानी उमियाम लेक आ जाता है। मैं उन्हें बताता हूं कि अब शिलांग शहर महज 20 किलोमीटर रह गया है। मैं वैंकी को फोन मिलाता हूं। वैंकी टैक्सी वाले हैं जिनसे पिछली यात्रा में मेरी जान पहचान हुई थी। सूमो हमें शिलांग शहर के हास्पीटल सर्किल के पास उतार देती है। हमारा होटल नाइट इन निपको के दफ्तर के सामने है। सूमो वाले कहते हैं कि आप हमें 200 रुपये और देंतो हम आपको होटल छोड़ देंगे। पर हमें इसकी जरूरत नहीं है। वैंकी अपनी आल्टो टैक्सी लेकर हाजिर हो गए हैं। वे हमें होटल छोड़ देते हैं। हमने तय किया है कि होटल से फ्रेश होने के बाद आज ही वैंकी के साथ टैक्सी में घूमने चलेंगे। होटल नाइट इन एक मार्केटिंग कांप्लेक्स में है। इसके मालिक जायसवाल जी बिहार मूल के हैं। होटल का आंतरिक सज्जा काफी अच्छी है। लकड़ी का काम करीने से किया गया है। हमने ये होटल गोआईबीबो डाट काम से बुक किया था। यह अमेरिकन प्लान में है। यानी सुबह का नास्ता साथ में । होटल के मैनेजर ने कहा बुकिंग के हिसाब से आपको नास्ता कल सुबह मिलेगा। पर हमने कहा कल की जगह आज ही दे दीजिए। बस हम सब टूट पड़े नास्ते पर। अनादि कार्न फ्लेक्स और दूध तो मैं पूरी सब्जी तो माधवी छोले भठूरे। डायनिंग हॉल अच्छी संख्या में यात्रियों से गुलजार था। शिलांग ऐसा शहर है जो सालों भर सैलानियों से गुलजार रहता है। शिलांग में सुबह का नास्ता... सर्दियों में बर्फ तो गर्मियों में यहां शीतल सुहाना मौसम सैलानियों को बुलाता है। वैंकी हमारा होटल के बाहर एक घंटे इंतजार करते हैं। इसके बाद सुबह के 10 बजे हमलोग चल पड़ते हैं । कहां...अरे भाई चेरापूंजी की ओर और कहां....
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[hin] [Deva] VOICE OF MP द्वारा लिखित , अंतिम अपडेट: November 30, 2020, 5:28 pm कुकड़ेश्वर। कार्तिक मास की पूर्णिमा को पुरे माह कार्तिक स्नान करने वाली महिलाओं व कुंवारी कन्याओं के द्वारा परंपरा के अनुसार सरवर किनारे गंगा माता पुजन कर बरु घास से निर्मित टाटिया में आटे के दीप बना कर दिप प्रज्ज्वलित कर विसर्जित कर व्रत पुरा किया ये क्रम प्रातः से सांयकाल तक नगर के महादेव तालाब समीप के गाँव व ड़डेरी चार भुजा नदी आदि जगहों पर कन्याओं ने माता पिता व भाई के साथ जाकर टाटियों को प्ररवाई। कार्तिक माह के पूरे महीने में महिलाएं उपवास कर भगवान से अपने परिवार की सुखी समृद्धि के लिए प्रार्थना करती है और कन्या अच्छे वर व परिवार के लिए करती है कार्तिक पूर्णिमा पर टाटिया विसर्जन व गंगा माता की पूजा अर्चना व आरती कर आशीर्वाद लिया आज पुर्णमा पर नगर वअंचल में सरवर किनारे झुण्ड के झुण्ड में जाकर बालिकाओं ने पुरे माह का व्रत पुर्ण किया।
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[hin] [Deva] विश्लेषकों ने कहा है कि टीवी चैनल सीबीएस को दिए इंटरव्यू में जो बाइडन ने यह संकेत देने की कोशिश की कि ईरान परमाणु डील में अपने देश को वापस लाने का उनका इरादा उनकी कमजोरी का सूचक नहीं है। अमेरिका में इस्राइल समर्थक मजबूत लॉबी है, जो शुरू से समझौते के खिलाफ रही है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी लॉबी को अपने हक में करने की कोशिश में ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका को निकाला था। इस मुद्दे पर तब उनकी यूरोपीय देशों के साथ भी कड़वाहट हो गई थी, जिन्हें आम तौर पर अमेरिका का सहयोगी समझा जाता है। परमाणु समझौता 2015 में हुआ था। इसे संपन्न कराने में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गहरी दिलचस्पी ली थी। इस समझौते पर एक तरफ से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों और जर्मनी और दूसरी तरफ से ईरान ने दस्तखत किए थे। अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देश हैं। समझौते का मकसद ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकना था। लेकिन 2018 में ट्रंप प्रशासन ने इस समझौते से अमेरिका को निकाल लिया और ईरान पर नए सख्त प्रतिबंध लगा दिए। ट्रंप की दलील थी कि इस समझौते में ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के पर्याप्त प्रावधान नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि इस समझौते के कारण पश्चिम एशिया क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हुई है। 2019 में ईरान ने भी इस समझौते का पालन रोक दिया। हालांकि बाकी पांचों देश समझौते में बने रहे हैं, लेकिन ईरान के यूरेनियम का संवर्धन शुरू कर देने से ये समझौता हर व्यावहारिक रूप में निष्क्रिय हो गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनई ने रविवार को ईरानी मीडिया से कहा- ‘अमेरिका को सारे व्यवहार में प्रतिबंध हटा लेने चाहिए। उसके बाद हम उसका सत्यापन करेंगे। तभी हम फिर से अपने वादे निभाने की तरफ लौटेंगे।’ दूसरी तरफ सीबीएस के इंटरव्यू में जो बाइडन से पूछा गया कि क्या अमेरिका पहले प्रतिबंध हटाएगा, ताकि ईरान बातचीत की मेज पर वापस आ सके। इस पर बाइडन ने कहा- नहीं। खमेनई ने कहा है कि ईरान ने समझौते के तहत अपनी सारी वचनबद्धताओं को निभाया था। जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने अपने वादे तोड़ दिए। इसलिए अगर वे चाहते हैं कि ईरान अपने वायदों पर लौटे, तो अमेरिका को पहले सारे प्रतिबंध हटाने होंगे। पिछले नवंबर में जो बाइडन के राष्ट्रपति चुनाव में विजयी होने के बाद ईरान ने उम्मीद जताई थी कि नया अमेरिकी प्रशासन ईरान पर लगे सारे प्रतिबंधों को हटा लेगा। लेकिन उसकी ये उम्मीद पूरी नहीं हुई। इसलिए जनवरी में ईरान ने बाइडन और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन की आलोचना शुरू कर दी। इसके पहले ब्लिंकेन का ये बयान आया था कि प्रतिबंध हटाए जाएं, इसके पहले ईरान को अपने वायदों पर लौटना होगा। अब राष्ट्रपति बाइडन ने भी ये बात कह दी है। इससे अमेरिका-ईरान संबंधों का तनाव घटने की उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।
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[hin] [Deva] मैं पुस्तक हूँ डाॅ. निर्मल सुन्दर, 6541सी-6, वसन्तकुंज, नई दिल्ली, मो. 9910778185 क्या आप जानते हैं कि एक पुस्तक की रचना एक मनुष्य के समान होती है? हाँ ! मैं एक पुस्तक हूँ। आज मैं आप को बताऊंगी कि पुस्तक यानि किताब में और मनुष्य में लेशमात्र भी अन्तर नहीं होता। देखिये, मनुष्य के जन्म के समय माँ को बहुत वेदना सहन करनी पड़ती है, इसी प्रकार पुस्तक को भी बहुत पीड़ा में से गुज़रना पड़ता है। जब रचनाकार यानि लेखक के मन में मुछ विचार आते हैं तो वह एकदम नहीं लिख देता। उसे कई-कई दिनों तक तपना पड़ता है। जैसे कुछ काग़ज़ बड़े-बड़े कढ़ाहों में गलकर ही कोई नया आकार ले सकते हैं वैसे ही लेखक को लिखने से पहले प्रसव वेदना में से गुजरना पड़ता है। तब जा कर उसके विचारों को, शब्दों का, वाक्यों का आश्रय मिलता है और तैयार होती है एक रचना। वैसे भी हर रचना कृति का जन्म पीड़ा से ही होता है। वास्तव में लेखक को बहुत तप करना पड़ता है। वह शब्दों को समेटता-समेटता एकान्तप्रिय बन जाता है। उसकी आत्मा की हुंकार होती है उन शब्दों में। अनेक विचार, अनेक मत, चिन्तन सब बिखरे होते हैं उसकी रचनाओं में। रचना चाहे गद्य में हो या पद्य में, इसका कोई अन्तर नहीं होता। धीरे-धीरे लेखक अपनी सामग्री को पुस्तक योग्य बनाता है और फिर कहीं जा कर पुस्तक छप कर तैयार होती है, ठीक इसी तरह जैसे एक बच्चे का जन्म होता है। पुस्तक के गम्भीर विचार वैसे ही होते हैं जैसे बच्चे के निर्माण के समय उत्पन्न संस्कार। बच्चा बड़ा होता है। कुछ समय पश्चात् वह पूर्ण मनुष्य बन जाता है। इसी प्रकार एक किताब जब पाठकों के बीच घूमती है और पढ़ी जाती है तो वह भी पूर्ण पुस्तक का रूप प्राप्त कर लेती है। पुस्तक में विचार होते हैं, चिन्तन होता है, मनन होता है, सूक्ष्मदृष्टि होती है यानि आत्मा बोलती है और शरीर लिखता है। इसी प्रकार पुस्तकों का अध्ययन करते-करते दूसरा मनुष्य मार्गदर्शन खोजता है और पुस्तक के विचारों की, अपने चिन्तन के साथ पुष्टि करता है। यानि रचनाकार, पुस्तक, पाठक मिल कर एक हो जाते हैं। तो मित्रों! मनुष्य के तन होता है और आत्मा। मेरा भी तो शरीर है जो काग़जों का बना है और मेरे शरीर में विचारों की, तर्कों की, सिद्धता की सरिता बहाती एक आत्मा है। हाँ ! मैं जीवित हूँ जैसे मानव प्राणयुक्त होता है। सांसें उस को जीवित रखती हैं, ऐसे ही चिन्तन से निकले विचार, तर्क मुझे प्राणदान देते हैं। मेरा अध्ययन कर लोग अनेक उपाधियां ग्रहण कर लेते हैं और पूरा जीवन यापन उन्हीं के सहारे होता है। मुझी को खंगाल कर कुछ लोग विद्वानों की श्रेणी में आ जाते हैं जो सब के लिये प्रेरणा का स्रोत बन बैठते हैं। सम्मान का सिंहासन उन्हीं लोगों को मिलता है जिन्हों ने पुस्तकों को अपना मित्र बनाया है। जब भी संकट का समय होता है तो मनुष्य भी वेदों, उपनिषदों, दर्शन या गीता-रामायण आदि का सहारा लेता है तो कभी विज्ञान, इतिहास और साहित्य का क्योंकि इनमें ज्ञान का प्रकाश मिलता है। केवल अपने देश का ही नहीं अपितु विश्व के किसी भी कोने का ज्ञान मनुष्य का मार्गदर्शन करता है। ज्ञान चिरन्तन है, स्थायी है जैसे सत्य, सत्य होता है, उसे कोई नकार नहीं सकता। देह नश्वर है। इसलिये देहावसान पर मनुष्य की लीला समाप्त हो जाती है पर आत्मा नहीं मरती। पुस्तकों के ख़त्म होने पर भी उनमें निहित ज्ञान नष्ट नहीं होता। वह निरन्तर चलता रहता है। मनुष्य के होने से पुस्तकों की सार्थकता बढ़ जाती है और पुस्तकों के होने से मनुष्य का सन्मार्ग मिल जाता है। वह भटक नहीं सकता। अतः दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। अच्छा, एक बात और बताऊँ, पुस्तकों में हर समय का परिवेश, गतिविधियाँ, अच्छाइयां बुराइयां सब मिल जाती हैं। अब देखो न, आज पूरे विश्व पर घोर आपदा आई है। कोरोना वाइरस ने पूरे संसार को अपने पाश में बांध लिया है। लगता है जैसे एकदम पूरी सृष्टि को एक ही ग्रास में निगल जाना चाहता है। ऐसे में मनुष्य क्या करे ? उसके सामने तो कोई योद्धा भी नहीं जिसे अस्त्र-शस्त्रों से हराया जाये। यह कोरोना अदृश्य होकर बार कर रहा है। किसी को छू लेने से ही इसका प्रभाव दिखाई देने लगता है। इसका अर्थ यह हुआ कि मनुष्य, मनुष्य से दूर रहे, पर कब तक ? यह कौरोना तो अपना आक्रमण करता है और मनुष्य को धराशायी कर, अपनी भूख मिटा लेता है। बड़ी-बड़ी शक्तियाँ, बड़े-बड़े देश इसके सम्मुख हार मान बैठे हैं। अब जानते हो क्या होगा ? सभी देशों के मनुष्य और वैज्ञानिक, किताबों को खंगालें गे और इसका उपचार ढूंढेंगे। कहीं कोई न कोई युक्ति मिल ही जायेगी और इस कौरोना की औषधि तैयार हो जायेगी। तो मैं यही बताना चाहती हूँ कि पुस्तकें सार्वकालिक होती हैं, सार्वभौमिक होती हैं। यानि संसार के प्रत्येक देश में, प्रत्येक स्थान पर, हर समय में पुस्तकों में लिखित सामग्री प्राणीमात्र के लिये सदैव उपयोगी होती है, कल्याणकारी होती है। पुस्तक का उद्देश्य ही मानव का कल्याण करना है। इसलिये मनुष्य चाहे इस संसार से चला जाता है पर उसका ज्ञान पुस्तकों के माध्यम से सदैव प्रकाश फैलाता रहता है। अतः मैं यानि पुस्तक और मनुष्य दोनों एक समान हैं। हाँ ! यह कौराना सम्बन्धी सामग्री, भविष्य में सब जगह मिलेगी- साहित्य में भी, विज्ञान में भी और इतिहास में भी। इसका आक्रमण आज पूरे विश्व पर है। इसे तीसरा विश्वयुद्ध भी कहा जा रहा है क्योंकि कोई भी देश उस से अछूता नहीं रहा। ऐसे समय में बुद्धि अपना-अपना काम करती हैं। निश्चेष्ट हो कर नहीं बैठती। हर प्राणी योद्धा की तरह अपनी-अपनी भूमिका निभा रहा है। डाॅक्टर नर्सें, स्वास्थ्यकर्मी, सफाई कर्मचारी, किसान, मज़दूर नागरिक अपने-अपने कार्य को निभा रहे हैं और सब का उद्देश्य है कौरोना को पराजित करना। अब मित्रो! यह सारी सामग्री, आने वाले समय में इतिहास, विज्ञान और साहित्य में अपने-अपने रूप में मिलेगी। वह बन्द होती पुस्तकों में और भविष्य इसे अपने आंचल में समेट कर सुरक्षित रखेगा ताकि प्राणीमात्र का कल्याण हो सके। कभी प्रेरणा बन कर, कभी ज्ञान बन कर और कभी घटना परिचय बन कर। इसलिये मैं कभी खाली नहीं रहती। निरंतर गतिशील रहती हूँ। रुकना मुझे अच्छा नहीं लगता। मेरी नियति यही है क्योंकि मैं पुस्तक हूँ।
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[hin] [Deva] Harish Rawat demands Bharat Ratna for Sonia Gandhi, Mayawati, Nitish Kumar takes a dig at this- Watch Video Harish Rawat की मांग Sonia Gandhi, Mayawati को मिले Bharat Ratna, Nitish Kumar ने ली चुटकी- Watch Video उत्तराखंड के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने केंद्र सरकार से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और बीएसपी प्रमुख मायावती के लिए देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की है। हरीश रावत ने पीएम मोदी को टैग करते हुए Tweet कर लिखा था, 'आदरणीय सोनिया गांधी जी व सम्मानित बहन मायावती जी, दोनों प्रखर राजनैतिक व्यक्तित्व हैं। आप उनकी राजनीति से सहमत और असहमत हो सकते हैं, मगर इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते हैं कि सोनिया जी ने भारतीय महिला की गरिमा और सामाजिक समर्पण व जनसेवा के मांदंडों को एक नई ऊंचाई व गरिमा प्रदान की है। आज उन्हें भारत की नारीत्व का गौरवशाली स्वरूप माना जाता है। सुश्री मायावती जी ने वर्षों से पीड़ित-शोषित लोगों के मन में एक अद्भूत विश्वास का संचार किया है। भारत सरकार को चाहिए कि इन दोनों व्यक्तित्वों को इस वर्ष का भारत रत्न देकर अलंकृत करें।' इसपर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुटकी लेते हुए कहा कि, 'उन लोगों के पास पहले ही सरकार थी। जो आज मांग कर रहे हैं पहले ही दिलवा देते।' 'सभी को मांग उठाने का अधिकार है।' कांग्रेस विधायकों में टूट की चर्चा को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा, 'हम तो अपने काम में लगे रहते हैं। इन सब चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं।' 'सभी को मांग उठाने का अधिकार है।' 'हम तो अपने काम में लगे रहते हैं । इन सब चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं ।' Eeswaran Movie Review: Plot, Cast and Reviews. Watch and Read Rajasthan Govt Crisis: Cong MLA Giriraj Malinga का दावा- Sachin Pilot ने BJP ज्वाइन करने का ऑफर दिया था - Watch Video Kulbhushan Jadhav Case: Kulbhushan जाधव से बंदिशों के बीच मिले भारतीय अधिकारी, Pakistan ने नहीं होने दी सीधी बात
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[hin] [Deva] दवा – सीधी खरी बात Tag: दवा September 25, 2016 डॉ आशुतोष शुक्ल देश में आवश्यक दवाओं के मूल्यों को उचित दरों पर बेचे जाने के लिए समय समय पर जारी किये जाने वाले ड्रग प्राइस कण्ट्रोल ऑर्डर्स (डीपीसीओ) के माध्यम से निश्चित तौर पर रोगियों को सस्ती दवाओं का विकल्प मिलना शुरू हो गया है पर जिस तरह से एक बार सूचीबद्ध किये जाने के बाद सरकार और मूल्य नियंत्रण प्रणाली को देखने वालों की तरफ से दोबारा इस बात पर कोई विमर्श ही नहीं किया जाता है कि निर्धारित की गयी दवाएं बाजार में अब किस मूल्य पर उपलब्ध हो रही… निरामय, राजनीति, समाजअधिकार, अधिकार. कर्तव्य, अराजकता, उद्योग, उपयोग, दवा, समाज, सरकार, संशोधनLeave a comment
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[hin] [Deva] Home » मोबाइल » ओप्पो F11 प्रो एवेंजर्स लिमिटेड एडिशन इंडिया इंडिया 26 अप्रैल को लॉन्च होगा एवेंजर्स के प्रचार: एंडगेम पूरे जोरों पर है क्योंकि मार्वल की दशकों पुरानी इन्फिनिटी सागा की फिल्में समाप्त हो रही हैं। मार्केटिंग का नवीनतम रूप 26 अप्रैल को भारत में एक सीमित संस्करण F11 प्रो लॉन्च करने के लिए स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो के सहयोग से आता है। ओप्पो F11 प्रो मार्वल के एवेंजर्स लिमिटेड संस्करण। ओप्पो F11 प्रो मार्वल का एवेंजर्स लिमिटेड एडिशन पहले ही मलेशिया में लॉन्च किया गया था। अब, यह उसी दिन भारतीय बाजार में अपनी जगह बना रहा है, जिस दिन फिल्म रिलीज हुई थी। स्मार्टफोन एक्सक्लूसिव तौर पर अमेज़न इंडिया पर उपलब्ध होगा। हालांकि, विशिष्टताओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है, 128 जीबी के आंतरिक भंडारण को छोड़कर, ओप्पो ने शरीर में कॉस्मेटिक परिवर्तन किए हैं। यह ओप्पो के हस्ताक्षर वाले ढाल प्रभाव के साथ एक हेक्सागोनल पैटर्न के साथ एक नीली चमकदार खत्म करता है। रियर पैनल पर आंशिक रेड एवेंजर्स लोगो भी है और पावर बटन लाल रंग में है। एक कैप्टन अमेरिका-थीम वाला मामला पैकेज में शामिल है जो रियर पर ढाल डिजाइन का उपयोग करके स्मार्टफोन धारक के रूप में दोगुना हो जाता है। फोन के अलावा, खरीदारों को एवेंजर्स कलेक्टर के बिल्ला के साथ-साथ चार्जर और चार्जिंग केबल सहित नियमित घटकों को प्राप्त होगा। विनिर्देशों के अनुसार, ओप्पो F11 प्रो (रिव्यू) 1,03-इंच LTPS IPS डिस्प्ले को स्पोर्ट करता है, जिसका रिज़ॉल्यूशन 1,080 x 2,340 पिक्सल है। यह 6 जीबी रैम के साथ Mediatek Helio P70 चिपसेट द्वारा संचालित है। रियर पर, इसमें एक डुअल-कैमरा सेटअप है जिसमें एक प्राथमिक 48 एमपी प्राइमरी सेंसर और 5 एमपी सेकेंडरी डेप्थ सेंसर है। ओप्पो एफ 11 प्रो का एक मुख्य आकर्षण फ्रंट में पॉप-अप कैमरा है जो 16 एमपी सेंसर का उपयोग करता है। ओप्पो F11 प्रो मार्वल के एवेंजर्स लिमिटेड एडिशन में अभी तक भारतीय मूल्य निर्धारण नहीं है। हालाँकि, इसे 1,399 मलेशियाई रिंगिट में लॉन्च किया गया था, जो लगभग 24,000 रु।
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[hin] [Deva] उ0प्र0 में किसानों की आय वृद्धि करने में सहकारिता विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सहकारी क्षेत्र की संस्थाओं की प्रगति, सुधार और उनके कामकाज को अधिक से अधिक स्वायत्तता प्रदान करने की दृष्टि से राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। कृषि उत्पादों की परिभाषा को विस्तारित करके और अधिक व्यापक किया गया है। अब पोल्ट्री, फिशरीज, वानिकी, हार्टीकल्चर, पशुपालन, खाद्य एवं अखाद्य तेलों, पशु आहार एवं ग्रामीण शिल्प एवं खेती बाड़ी से जुड़ी गतिविधियों को भी सम्मिलित करते हुए सहकारिता विभाग सहयोग दे रहा है। निश्चित ही इससे सहकारिता की परिधि और उसका दायरा बढ़ा है। हमारे कृषि प्रधान देश में कृषि ऋण ढांचे की महत्ता बहुत अधिक है, इससे गावों और किसानों का काफी लाभ हुआ है। किसानों एवं खेतिहरों के उत्थान व उनके सर्वांगीण विकास के लिए सहकारिता एक बेहतर माध्यम है। सहकारिता विभाग के अन्तर्गत विशेष रूप से निर्बल वर्ग के किसानों को अल्पकालीन फसली ऋण, उर्वरक एवं उन्नतशील बीज कृषियन्त्र आदि का वितरण कम दर पर किया जाता है। कृषकों को फसल उगाने एवं उनकी आय में वृद्धि करने के लिए सहकारी साख का त्रिस्तरीय ढाँचा है, जिसमें प्रदेश स्तर पर उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 लखनऊ, जिला स्तर पर 50 जिला सहकारी बैंक और न्याय पंचायत स्तर पर 7,479 प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समितियाँ कार्यरत हैं। इसके साथ ही दीर्घकालीन ऋण वितरण का कार्य भी उ0प्र0 सहकारी ग्राम विकास बैंक की कुल 323 शाखाओं के माध्यम से किया जाता है। किसान अपने कृषि कार्यों के लिए सहकारी संस्थाओं से आवश्यकतानुसार ऋण लेकर अपनी खेती बेहतर ढंग से करते हुए अपना विकास करते हैं। किसानों की ऋण वितरण में बहुत सहूलिते दी जाती है। सहकारी संस्थायें किसानों का सम्मान करते हुए उनको ऋण प्रदान करती है। उ0प्र0 सरकार की मंशा है कि किसानों को ऋण प्रदान करने में किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसको ध्यान में रखते हुए सहकारिता विभाग के अन्तर्गत सहकारी संस्थायें किसानों की आय वृद्धि हेतु निरन्तर प्रयास कर रही है। \ Previous articleमैरी लुकस स्कूल एंड कॉलेज प्रयागराज के कर्मचारी, अध्यापक बकाया वेतन और प्रधानाचार्य की नियुक्ति किए जाने के लिए तथाकथित बिशप पीटर बलदेव का किया घेराव, सुरक्षा गार्डों से हुई हाथापाई चेन्नई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैच के लिए बुधवार को टीम इंडिया की घोषणा कर दी। अहमदाबाद में होने वाले मैच के लिए तेज गेंदबाज उमेश यादव को शार्दुल ठाकुर की जगह शामिल किया गया है। लेकिन इससे पहले उमेश को फिटनेस टेस्ट पास करना होगा। टेस्ट पास करने के बाद ही वह भारतीय टीम से जुड़ेंगे। शार्दुल को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए रिलीज कर दिया गया है। हालांकि माना जा रहा था कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और नवदीप सैनी की टीम में वापसी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दोनों ही खिलाड़ी चोट से उबर चुके हैं। भारतीय ओपनर रोहित शर्मा और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बुधवार को जारी आइसीसी की ताजा विश्व टेस्ट रैंकिंग में काफी फायदा हुआ है। रोहित नौ स्थान के फायदे के साथ 14वें नंबर पर पहुंच गए हैं। अश्विन टेस्ट ऑलराउंडर्स की सूची में पांचवें नंबर पर पहुंच गए हैं। एक तरफ पछतावा, ये वो सबक हैं जो मैंने सार्वजनिक पसंद में पैसे खोने के बाद सीखे:। मूल्यांकन के लिए मानदंड क्या हैं? बच्चों का मनोदशा और कल्याण, और साथ ही अभियान से बच्चों को क्या इंप्रेशन लौटाया गया। यदि वे चर्चा करते हैं कि उन्होंने क्या देखा, इसके बारे में बात करें, उनके द्वारा लाए गए उपहारों को बचाएं, इसका मतलब है कि अभियान सफल रहा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लू एच ओ) ने 11 मार्च, 2020 को कोविड -19 (नोवेल कोरोनावायरस) के प्रकोप को सर्वव्यापी महामारी घोषित किया, और डब्लू एच ओ के एक न्यूनतम जमा के साथ द्विआधारी विकल्प अनुसार, विश्व स्तर पर मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय कोरोनावायरस संसाधन केंद्र इस प्रकोप की प्रगति को अद्यतन रखने के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय स्रोत है। जैसा कि यह स्पष्ट है, जब क्लोज़ कीमत बदलती है तब मूविंग एवरेज बदलता है। ऊपर की गई गणना को ‘सिंपल मूविंग एवरेज’ (SMA) भी कहा जाता है। चूंकि हम इसे नवीनतम 5 दिनों के आंकड़ों के अनुसार गणना कर रहे हैं, इसलिए इसे 5 दिन SMA कहा जाता है। इस मंच का लाभ प्रतिभागियों की सटीक पारदर्शिता है। डिस्कवर जो व्यापारी सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है और जोखिम का आकलन. आप हर समय अपने खाते और जमा का पूरा नियंत्रण है। जेम के तहत स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा हो, टर्नओवर के नाम पर छोटी इकाइयों के साथ भेदभाव न हो। एक क्षेत्र जहां डिजिटल विकल्प पारंपरिक व्यापारिक बाजारों के साथ युद्ध के मैदान में हार जाते हैं, वह समाप्ति का समय है। और आपको वहां कुछ अभावों की खोज करने के लिए एक पेशेवर होने की आवश्यकता नहीं है। व्यापारिक अवसरों और समाप्ति की अवधि का एक सीमित विकल्प एक न्यूनतम जमा के साथ द्विआधारी विकल्प है। आप केवल खोने का अंत कर सकते हैं क्योंकि आपने सही समाप्ति समय नहीं चुना था। मशीन – (जीआर। "एम आहिना" - एक विशाल, दुर्जेय) भागों की एक प्रणाली जो श्रम को सुविधाजनक बनाने के लिए ऊर्जा, सामग्री या सूचना को परिवर्तित करने के लिए एक यांत्रिक आंदोलन बनाती है। मशीन को एक एक न्यूनतम जमा के साथ द्विआधारी विकल्प ऊर्जा स्रोत की उपस्थिति की विशेषता है और इसके नियंत्रण के लिए एक ऑपरेटर की उपस्थिति की आवश्यकता होती है। जर्मन जर्मन अर्थशास्त्री के। मार्क्स ने कहा कि हर मशीन में मोटर, ट्रांसमिशन और एक्टिवेटिंग मैकेनिज्म होते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में "मशीन" श्रेणी को अक्सर "उपकरण" शब्द के रूप में उपयोग किया जाता है। बाईं तरफ, तालिका प्रकाशन का सही समय दिखाती है, फिर वह देश जो समाचार प्रकाशित करता है, महत्व का स्तर, शीर्षक और डेटा तालिका। इसलिए, हमारे पास हमारे पास आवश्यक सब कुछ है, और यह एक व्यापार टर्मिनल खोलने के लिए निर्दिष्ट समय पर रहता है और डेटा आउटपुट को ध्यान में रखते हुए एक अनुबंध की व्यवस्था करता है। लंदन आधारित कंपनी, ब्रॉडशीट एलएलसी ने पाक टीम की संपत्ति जब्‍त करने की धमकी दी। Ullu एक इंडियन OTT प्लेटफार्म है। इस ऐप्प को Vibhu Agarwal ने 25 Dec 2018 को lunched किया था ।जिसमे आप adult वेब सीरीज देख सकते है। फाउंडेशन: ये पाठ्यक्रम ज्ञान और विश्‍लेषणात्‍मक योग्‍यता तैयार करने पर ध्‍यान केंद्रित करते हैं जो व्‍यापार अध्‍ययन के संचालन क्षेत्रों की समझ को सहायता प्रदान करते हैं। जब आप कोई निर्णय ले लेते हैं, तो ब्रह्मांड उसे पूर्ण करने की साजिश करता है- राल्फ वाल्डो इमर्सन।
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[hin] [Deva] वाकई मे हर बेटी को अन्याय से बचाना चाहते हो तो इसके ख़िलाफ़ लड़ने के लिये शुरूआत हर एक को अपने घर से ही करनी पड़ेगी । हर घर सुधरेगा तो समाज सुधरेगा , समाज सुधरेगा तो देश सुधरेगा ।
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[hin] [Deva] करण जौहर के ट्वीट से यह साफ जाहिर हो रहा है कि यह हॉलीवुड के फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों की तरह ही फिल्मों की एक सीरीज होगी. इस फिल्म से तरुण मनसुखानी करीब आठ साल बाद फिल्म निर्देशन में वापसी कर रहे हैं. करण जौहर को कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम और कभी अलविदा न कहना जैसी फिल्मों में असिस्ट करने के बाद तरुण ने साल 2008 में आई फिल्म दोस्ताना से निर्देशक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. निर्देशक के तौर पर यह तरुण की दूसरी फिल्म होगी. सुशांत सिंह राजपूत कृति सेनन के साथ अपनी फिल्म राब्ता की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं. इसके साथ-साथ वह चंदा मामा दूर के में भी काम कर रहे हैं. वहीं जैकलीन फर्नांडिज ने सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ हाल ही में फिल्म रीलोड की शूटिंग खत्म की है. Prime Minister Narendra Modi on will talk with students on Exam - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश भर के छात्रों के साथ करेंगे परीक्षा पर चर्चा मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 16 फरवरी को दिन में 11 बजे दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में परिचर्चा सत्र में हिस्सा लेंगे. नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में देश भर से छात्र इसमें हिस्सा लेंगे और जानेंगे कि कैसे बिना तनाव के परीक्षा दी जाए. प्रधानमंत्री ने दो हफ़्ते पहले ही 'Exam Warriors' किताब का विमोचन किया है, जिसमें बिना तनाव के परीक्षा देने पर 25 बातें लिखी हुई हैं. सीबीएसई ने सभी स्कूलों से ज़रूरी तैयारी करने को कहा है ताकी छात्र प्रधानमंत्री से जुड़ सकें. मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 16 फरवरी को दिन में 11 बजे दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में परिचर्चा सत्र में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में छात्रों से जुड़ेंगे जिसमें काफी संख्या में छात्र हिस्सा ले रहे हैं. परिचर्चा के दौरान मुख्य विषय आसन्न बोर्ड परीक्षा और परीक्षा से जुड़ी समस्या होंगे जिसमें परीक्षा संबंधी तनाव से जुड़ी बातें शामिल होंगी. इस परिचर्चा का शीर्षक ‘‘ मेकिंग एक्जाम फन : चैट विद पीएम मोदी’’ रखा गया है. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा था कि ‘‘ मेरे युवा दोस्तो, मैं इस महीने की 16 तरीख को आपसे चर्चा करने को लेकर उत्सुक हूं. मैं आपसे परीक्षा के दौरान तनाव मुक्त और प्रसन्न रहने की जरूरत पर चर्चा करूंगा । इसमें प्रौद्योगिकी के माध्यम से देशभर से हजारों की संख्या में छात्र जुड़ेंगे.’’
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[hin] [Deva] मंत्री ने कही 2 महीने बाद नौकरी से हटाने की बात, अब ताली बजाकर विरोध करेंगे निगम कर्मी staffs of patna municipal corporation will protest department minister through clapping brrn bramk | patna - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी मंत्री ने कही 2 महीने बाद नौकरी से हटाने की बात, अब ताली बजाकर विरोध करेंगे निगम कर्मी Updated: March 30, 2020, 10:20 AM IST पटना नगर निगम दफ्तर की फाइल फोटो पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों ने नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का विरोध जताने का फैसला लिया है. सभी सफाई कर्मचारी 5 मिनट तक ताली बजाकर (Clapping) विरोध करेंगे. जानिए क्या है इस विरोध की वजह. Last Updated: March 30, 2020, 10:20 AM IST पटना. पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों ने नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का विरोध करने का फैसला लिया है. नगर विकास मंत्री के दिए गए बयान के बाद नगर निगम के सफाई कर्मियों ने विरोध (Protest) करने का मन बनाया है. पिछले दिनों नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने अगले 2 महीने तक ही कर्मचारियों को काम पर लगाए रहने की बात कही थी. इस बात से नगर निगम कर्मचारियों में भारी रोष है. 5 मिनट तक ताली बजाकर करेंगे मंत्री का विरोध नगर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों ने फैसला लिया है कि 31 मार्च और 1 अप्रैल को ताली बजाकर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का विरोध दर्ज करेंगे. कर्मचारियों का कहना है कि 31 मार्च को सभी कर्मचारी 1 बजे से एक बजकर 5 मिनट तक ताली बजाकर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का विरोध जताएंगे. कर्मचारियों ने फैसला लेते हुए कहा कि विरोध जताने के बावजूद काम पर लगे रहेंगे और कोरोना जैसे स्थिति में भी नगर निगम के कर्मचारियों ने काम करते हुए विरोध जताने का फैसला लिया है. नगर विकास मंत्री के बयान के विरोध में नाराजगी पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के नेता नंद किशोर दास ने ताली बजाकर विरोध करने का फैसला लिया है. चंद्रप्रकाश सिंह का कहना है कि कोरोना जैसे महामारी के संकट में भी नगर निगम के कर्मचारी गली, मोहल्लों को साफ कर रहे हैं वहीं नगर विकास मंत्री इस घड़ी में दैनिक मजदूरों को 2 महीने के बाद हटाने की बात कर रहे हैं. यह मजदूरों के मनोबल को तोड़ने वाला है. चंद्र प्रकाश सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री सफाई कर्मियों के सम्मान में देश के लोगों से ताली बजा रहे हैं और दूसरी तरफ सफाई करने में लगे हैं. ऐसे परिस्थियों में भी सफाईकर्मी काम नही छोड़ेंगे पर सभी अंचल में खड़े होकर 5 मिनट तक ताली बजाकर विरोध दर्ज कराएंगे. ये भी पढ़ें- Lockdown में भी चल रही है सुपर 30 फेम आनन्द कुमार की क्लास, ऑनलाइन होकर दे रहे सवालों का जवाब ये भी पढ़ें- COVID-19: बिहार में दो कोरोना वायरस पीड़ितों का रिपोर्ट निगेटिव, अस्पताल से मिलेगी छुट्टी
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[hin] [Deva] वह मालदीव 115 वर्ग मील क्षेत्र में, लिटिल रॉक, अरकंसास की शहर की सीमा से थोड़ा छोटा है। हालाँकि, 1,190 हिंद महासागर के द्वीपों में से केवल 200 – 26 कोरल एटोल में वर्गीकृत किए गए हैं – जो इस देश को बनाते हैं। मालदीव 391,904 निवासियों का घर है। 1965 में यूनाइटेड किंगडम से इस छोटे देश को स्वतंत्रता मिली। देश का उच्चतम बिंदु समुद्र तल से केवल 7.8 फीट ऊपर है, जिससे जलवायु परिवर्तन और समुद्र का जल स्तर एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। एशिया के सबसे छोटे देश (जो वास्तव में लगभग 1,200 प्रवाल द्वीपों से युक्त है) में सबसे अच्छी चीजों में से एक है, आराम करना और दृश्यों का आनंद लेना। समुद्र तटों को अक्सर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है, सफेद रेत और साफ नीले पानी के कारण। कई रिसॉर्ट्स अपने स्वयं के द्वीपों पर स्थित हैं, इसलिए आपको लाउंज कुर्सी और छाता के लिए भीड़ से नहीं लड़ना होगा। कुछ बटलर सेवा और अपने निजी पूल की पेशकश भी करते हैं।
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[hin] [Deva] डीएमके नेता आरएस भारती गिरफ्तार, अनुसूचित जाति के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप - Bharat Media Digital Newspaper Support Home About Contact Home ख़बरें देश क्राइम खेल मनोरंजन बॉलीवुड लाइफस्टाइल कारोबार ज्योतिष गैजेट्स ऑटोमोबाइल करियर सपोर्ट Breaking Saturday, May 23, 2020 Home खेल पॉलिटिक्स बड़ी ख़बरें ब्यूरोक्रेसी मीडिया यूपी लाइव समाचार हिंदी डीएमके नेता आरएस भारती गिरफ्तार, अनुसूचित जाति के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप डीएमके नेता आरएस भारती गिरफ्तार, अनुसूचित जाति के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप भारत मीडिया May 23, 2020 खेल, पॉलिटिक्स, बड़ी ख़बरें, ब्यूरोक्रेसी, मीडिया, यूपी, लाइव, समाचार, हिंदी, तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) के आरएस भारती को चेन्नई पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. 14 फरवरी 2020 को अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के लोगों के खिलाफ कथित घृणास्पद भाषण (hate speech) देने का आरोप डीएमके के राज्यसभा सांसद आरएस भारती पर लगा है. ANI ✔@ANI Tamil Nadu: RS Bharathi, Dravida Munnetra Kazhagam (DMK) Rajya Sabha MP arrested by Chennai police for his alleged hate speech against people from scheduled castes (SC) community on 14th February 2020. (file pic) 326 7:29 pm - 22 मई 2020 Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता 63 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं जानकारी के अनुसार सांसद आरएस भारती के खिलाफ 1989 के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. डीएमके नेता के खिलाफ चेन्नई के दो पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. Tags # खेल # पॉलिटिक्स # बड़ी ख़बरें # ब्यूरोक्रेसी # मीडिया # यूपी # लाइव # समाचार # हिंदी Tweet Share Pin it Comment Whatsapp About भारत मीडिया हिंदी By भारत मीडिया - May 23, 2020 Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to FacebookShare to Pinterest Labels: खेल, पॉलिटिक्स, बड़ी ख़बरें, ब्यूरोक्रेसी, मीडिया, यूपी, लाइव, समाचार, हिंदी No comments: Post a Comment Note: Only a member of this blog may post a comment. 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CTET 2021: आगरा में परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र हुआ था लीक, कोचिंग संचालक समेत पांच गिरफ्तार #BharatMedia केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) का प्रश्नपत्र आगरा में परीक्षा से दो घंटे पहले ही लीक हो गया था। परीक्षा के दो दिन बाद मंगलवार ... कांग्रेस नेता पंकज पुनिया का शर्मनाक ट्वीट - राम का नाम लेकर बेटियों के सामने अश्लील हरकत करते हैं संघी लॉकडाउन में मजदूरों के घर वापसी के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। पहले यूपी की योगी सरकार ने कांग्रेस से बस उपलब्ध क... पंचायत चुनाव: आगरा में तीसरी बार महिला बनेगी जिला पंचायत अध्यक्ष, आरक्षण की सूची जारी . आगरा में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर तीसरी बार महिला बैठेगी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बुधवार रात शासन ने जिला पंचायत अध्... Powered by Blogger. 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[hin] [Deva] According to Vastu Shastra These Things Should Not Be In Front Of The House - www.khaskhabar.com Hindi News » Jeevan Mantra » Jyotish Nidan » According to Vastu Shastra These Things Should Not Be In Front Of The House मानव जीवन का वास्तु से बहुत गहरा संबंध है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि वास्तु हर तरह से व्यक्ति के ऊपर अपना प्रभाव डालता है। ज्योतिष के मुताबिक, अगर व्यक्ति के घर में किसी संबंधी भी वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है तो उसके जीवन की नैय्या डोलने लगती है। मतलब ये है कि अगर इंसान के जीवन पर वास्तु दोष का साया पड़ जाए तो उसे कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। जैसे मानसिक हानि, धन की हानि, घर में झगडें होना आदि कई परेशानियां हैं। अगर आपके घर में ऐसा कुछ देखने को मिल रहा है तो आपको बता दें कि इसकी वजह घर का वास्तु दोष सकता है, जिसके कारण आपकी जीवन में समस्याएं पैदा होती हैं। आइए जानते है। वास्तु शास्त्र में घर के कमरों, रसोईघर, बाथरूम, स्टोररूम, पूजाघर और सीढ़ियों की सही और शुभ दिशा के बारे में बताया गया है। वास्तु में न सिर्फ घर के अंदर मौजूद चीजें बल्कि घर के आस-पास चीजों से भी वास्तुदोष उत्पन्न होता है। वास्तु दोष होने पर घर में रहने वालों को शारीरिक, आर्थिक, मानसिक और पारिवारिक जीवन में परेशानी बढ़ती है। घर के सामने नहीं लगाने चाहिए ऐसे पौधे... Web Title-According to Vastu Shastra These Things Should Not Be In Front Of The House Tags: according to vastu shastra these things should not be in front of the house, astrology in hindi
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[hin] [Deva] केजरीवाल सरकार में दो नए मंत्रियो की नियुक्ति पर गृह मंत्रालय ने लगाया ग्रहण, 10 दिनों बाद भी नही मिली मंजूरी - Kohram Hindi News Home राष्ट्रीय केजरीवाल सरकार में दो नए मंत्रियो की नियुक्ति पर गृह मंत्रालय ने... केजरीवाल सरकार में दो नए मंत्रियो की नियुक्ति पर गृह मंत्रालय ने लगाया ग्रहण, 10 दिनों बाद भी नही मिली मंजूरी नई दिल्ली | दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच का टकराव जगजाहिर है. ज्यादातर मौको पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल , मोदी सरकार पर उनके काम में अडंगा डालने का आरोप लगाते आये है. हालाँकि मोदी सरकार उनके इन आरोपों का हमेशा से ही खंडन करती आई है लेकिन कुछ घटनाये ऐसे है जिससे यह प्रतीत होता है की केजरीवाल के आरोपों में कुछ दम जरुर है. दरअसल दिल्ली एक केंद्र शासित राज्य है. इसलिए ज्यादातर मामलो में राज्य सरकार को राजभवन और केन्द्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी लेनी पड़ती है. इसलिए दिल्ली सरकार , कैबिनेट बैठक में जो भी फैसले करती है, इसके अलावा विधानसभा में जो भी बिल पास किये जाते है, उन सभी को मंजूरी के लिए उप राज्यपाल और गृह मंत्रालय भेजा जाता है. यही कारण है की केजरीवाल हमेशा से मोदी सरकार पर आरोप लगाते आये है की वो उनके बिल को मंजूरी नही दे रहे है. ताजा मामले में केजरीवाल ने एक बार फिर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है की केन्द्रीय गृह मंत्रालय नए मंत्रियो की नियुक्ति को मंजूरी नही दे रहा है. पिछले दस दिनों से इस मामले की फाइल गृह मंत्रालय में अटकी पड़ी है लेकिन अभी तक कोई भी फैसला नही लिया गया है. इस मामले में केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा की दो मंत्रियों की फ़ाइल पर केंद्र 10 दिनों से बैठा है. दिल्ली सरकार में कई काम रुके हैं. आपकी हमसे दुश्मनी है, दिल्ली की जनता से तो बदला मत लो. कुछ इसी तरह का आरोप उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा की दिल्ली में 2 नए मंत्री की मंजूरी की फाइल 10 दिन से केंद्र सरकार लेकर बैठी है. अब तो कपिल का धरना और मीडिया की नौटंकी खत्म हो गई, अब तो कर दो. दरअसल केजरीवाल ने 6 मई को जल मंत्री कपिल मिश्रा को कैबिनेट से हटाकर राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत को मंत्री बनाने का फैसला किया था. केजरीवाल के इसी फैसले के बाद कपिल मिश्रा ने बागी तेवर अपनाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
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[hin] [Deva] What are Effects of Using Hard Water on Hair in Hindi | हार्ड वॉटर बालों के लिए है नुकसानदेह बालों की देखभाल By : Aditi Singh , Onlymyhealth Editorial Team / Date : Apr 20, 2015 क्‍या है हार्ड वॉटर हार्ड वॉटर (भारी पानी जिसमे केमिकल और मिनरल्स मिले हों) भारत में अधिकांश घरों में इस्तेमाल होता है, यह लंबे बालों के लिए नुकसानदेह है। हममें से कुछ लोग इस बात से अनजान हैं कि हार्ड वॉटर किस प्रकार उनके बालों को खराब कर सकता है। बालों का झड़ना, बालों का सूखना, बालों का सफेद होना जैसी समस्‍यायें इस पानी के अधिक इस्‍तेमाल के कारण हो सकती हैं। यानी यह पानी पूरी तरह से बालों के लिए हानिकारक है। ImageCpurtesy@Gettyimages यदि आप रोजाना बालों में तेल लगा रहे हैं फिर भी यदि बाल झड़ रहे हैं तो इसका कारण हार्ड वाटर हो सकता है। यह हार्ड वाटर का सबसे बुरा प्रभाव है। इससे न सिर्फ बालों की नमीं खत्म होती है बल्कि स्‍कैल्‍प की प्राकृतिक नमी भी खोने लगती है, इससे तैलीय कोशिकाओं का बनना भी बंद हो जाता है जिससे बालों के टूटने व जड़ों से कमजोर होने का रिस्क बढ़ता है। यदि रोजाना तेल लगाने के बावजूद भी बाल रूखे हैं तो समस्या पानी की है। पानी में मौजूद केमिकल्स बालों का प्राकृतिक तेल कम कर देते हैं और बालों को सुखा देते हैं। बालों के रक्षात्मक तेल को कम न कर दें, इसके लिए माइल्ड शैंपू इस्तेमाल में लाएं. यह बालों के रूखेपन को कम करने में मदद करेगा. बाल धोने के बाद प्राकृतिक कंडीशनर का इस्तेमाल करें। सूखे बाल बेजान से लगते हैं यह भी हार्ड वॉटर के कारण होता है। जैसा कि पहले बताया गया है पानी में मौजूद केमिकल्स बालों की चमक छीन लेते हैं। ज्यादा आर्द्रता बालों की सेहत को प्रभावित करता हैं। बाल सख्त और बेजान से दिखने लगते हैं। समय के साथ आपके बाल रूखे, बेजान और घुंघराले हो जाते हैं। यह हार्ड वाटर का एक और बुरा प्रभाव है। इस दौरान बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचता है और उन तक पोषक तत्व पहुंच नहीं पाते हैं जिसके कारण यह समस्‍या होती है। रूसी या डैंड्रफ डैंड्रफ एक आम समस्या है जो कि हार्ड वाटर से होती है। हार्ड वाटर में मौजूद केमिकल्स से खोपड़ी में खुजली पैदा होती है जो डैंड्रफ का कारण बनती है। बालों मे सेब से बना सिरका भी लगाया जा सकता है। यह सिर की त्वचा को साफ करता है और बालों का पीएच संतुलन बनाए रखता है। यह भी हार्ड वाटर का एक प्रभाव है। सूखे और कमजोर बाल दोमुंहे बालों का सबब बन सकते हैं, जिनका उपचार न होने से बाल जड़ से टूट जाएंगे| दोमुंहे बालों की सही शैंपू और कंडीशनर्स से देखभाल करना बेहद जरूरी है| इससे कंघी करते समय बालों की जड़ों में छोटे बाल पैदा हो जाते हैं। गर्मियों में अगर आप बाहर जा रहे हों और वहां पर आपका प्‍लान पूल या समुद्र में नहाने का बन गया हो, तो अपने सिर को किसी चीज से कवर कर लें। खारा पानी बालों को खराब कर सकता है। नहाने के बाद शैंपू से बाल जरुर धो लें।
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[hin] [Deva] अमेठी : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री मोहसिन रजा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के मौके पर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा सोमवार को अमेठी पहुंचे। द यूपी खबर न्यूज़ नेटवर्कMarch 8, 2021- 4:16 PM अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के मौके पर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा सोमवार को अमेठी पहुंचे। गौरीगंज के नवोदय विद्यालय के कैंपस में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि, "हम उस देश में रहते हैं जहां भारत माता की जय बोला जाता है। ऐसा दुनिया में कोई देश नही होगा जहां महिलाओं का इतना सम्मान हो, महिलाएं इतनी सशक्त हों।" https://theupkhabar.com/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Video-2021-03-08-at-3.57.58-PM.mp4 ये भी पढ़ें- बाराबंकी : 50 लाख कीमत के मादक पदार्थो के साथ दो तस्कर गिरफ्तार मोहसिन रजा ने कहा कि, हमें गर्व है कि जहां पिछली सरकार में एक महिला के हाथ में रक्षा थी, आज अर्थव्यस्था भी महिला के हाथ में है। महिला सम्मान में इससे बड़ी बात हो नही सकती। पिछली सरकार में आप सबने देखा, कि दुनिया की जो बहुत बड़ी लोकसभा है हमारी उसकी स्पीकर थीं सुमित्रा महाजन। इस अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी साथ ही साथ यहां की सीडीओ डाक्टर अंकुर राधा और विधायक गरिमा सिंह हैं। और उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल हैं। यही नही रुचि सिंह जैसी अमेठी की बेटी जिसने अंतरराष्ट्रीय शूटर बनकर अमेठी का नाम किया है। मोहसिन रजा ने आगे कहा कि, उज्ज्वला योजना के तहत लगभग साढ़े आठ करोड़ महिलाओं को प्रधानमंत्री मोदी ने उन चूल्हे से बचाने का काम किया जहां पर लकड़ी ले जाकर और लकड़ी के चूल्हे से हमारी बहने खाना बनाती थीं। उनके फेफड़े खराब होते थे। उनका ध्यान रखते हुए प्रधानमंत्री ने इस योजना को पूरे देश में लागू किया।
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[hin] [Deva] By : Ravi Kumar Last Updated : Jul 29, 2016 भारतीय साहित्य और बंगला साहित्य की आन-बान की शान और आदिवासियों की परम सेवक रही, Mahasweta Devi का गुरुवार दोपहर, 3 बजे, 28 जुलाई 2016 को आंतरिक संक्रमण के कारण निधन हो गया।महाश्वेता भारत की वो बेटी रही, जो पहले अपनी साहित्य से अपने राष्ट्र और राज्य का मान बढाई और बाद में जन-मानस पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ खड़े होकर, अपनी इंसानियत का धर्म निभाई।उनमें साहस और जोश का अथाह Continue Reading By : Ravi Kumar Last Updated : Jan 26, 2018 लोग बिल गेट्स को उनकी अमीरी की वजह से जानते हैं तो मदर टेरेसा को उनकी दयालुता से, पर हमारे समाज में कुछ ऐसी भी हस्तियां होतीं हैं, जो दोनों के गुण रखते हैं, जिन्हें हम 'सेलिब्रिटी' कहते है। कुछ ऐसी ही हस्ती है, जिनका नाम Shalini Dubey है, जो कॉलेज ड्रॉप आउट है, पर पैसा कमाने के मामले में अपने मामा बिल गेट्स और भारत के अनिल अंबानी से कम नहीं है।भारतीय पिता और अमेरिकी माता Continue Reading By : Ravi Kumar Last Updated : Jul 17, 2016 भारत हमेशा से टेलेंटिड लोगों का देश रहा है। आज भी हमारे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं हुई। बस जरूरत है तो ऐसे लोगों को खोजने की और उनके जीवन को सँवारने की, क्योंकि जरूरी नहीं है ऐसे लोगों का जन्म एक अमीर घराने में हो। उनका जन्म एक ऐसे परिवार में भी हो सकता है, जहां उन्हें दो जून की रोटी नसीब ना होती हो। कुछ ऐसी ही कहानी है World Youngest Marathon Boy Budhia Singh की। धन से इतना Continue Reading By : Ravi Kumar Last Updated : Dec 25, 2018 फ्रेंड आज मैं बात करने जा रहा हूँ TV स्क्रीन की सबसे खूबसूरत और टेलेंटिड एक्ट्रेस में से एक Actress Divyanka Tripathi की। जो आर्मी ऑफिसर बनने की चाह रखती थी, पर जब वो एक बार ग्लेमर की दुनियाँ से जुड़ी तो इसी दुनियाँ की होकर रह गई। अब आप इस Hindi Biography द्वारा Divyanka Tripathi के Life Story को जानेंगे... Divyanka Tripathi Hindi-Biography (Wiki) Parents दिवयंका त्रिपाठी का Continue Reading क्या धर्म प्रचारक एक आतंक प्रचारक हो सकता है ? इन दिनों कुछ ऐसी ही खबरे आ रही है। खैर यह जांच का विषय है। लेकिन अब तक Zakir Naik के खिलाफ मीडिया से मिले जानकारी से लगता है, उनका आतंक के तरफ झुकाव हो सकता है। यदि यह जांच के बाद सत्य हुआ तो यह समाज के लिए एक गंभीर समस्या होगा, जो उसे मिटाने की क्षमता रखता है।ऐसे में सभी लोगों को Zakir Naik के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है, Continue Reading
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[hin] [Deva] SSC CPO SI Paper 2 Postponed सब-इंस्‍पेक्‍टर भर्ती टियर II परीक्षा स्‍थगित | PrimarykaTeacher Primary ka Teacher » Examination » SSC CPO SI Paper 2 Postponed सब-इंस्‍पेक्‍टर भर्ती टियर II परीक्षा स्‍थगित primarykateacher 25 April 2021 25 April 2021 No Comments on SSC CPO SI Paper 2 Postponed सब-इंस्‍पेक्‍टर भर्ती टियर II परीक्षा स्‍थगित SSC CPO SI Paper 2 Postponed: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर SSC CPO SI Paper 2019 के संबंध में एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है. नोटिस के अनुसार, देश में फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए पेपर 2 को स्थगित कर दिया गया है. टियर I परीक्षा के रिजल्‍ट इसी सप्‍ताह जारी किए गए हैं और टियर II एग्‍जाम 08 मई 2021 को आयोजित किया जाना था. आयोग ने नोटिस जारी कर फिलहाल टियर II परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए स्‍थगित कर दिया है. जारी नोटिस के अनुसार, देश भर में COVID-19 मामलों में हो रही बढ़ोत्‍तरी को देखते हुए आयोग ने दिल्ली पुलिस, सब-इंस्पेक्टर के पेपर- II को स्‍थगित करने का निर्णय लिया गया है जिसे 08 मई को आयोजित किया जाना था. परीक्षा की नई डेट के लिए जल्‍द सूचना जारी की जाएगी. किसी भी अपडेट के लिए उम्मीदवारों को नियमित रूप से आयोग की वेबसाइट विजिट करने की सलाह भी दी गई है. SSC SI ASI Paper I 2019 का आयोजन 11 दिसंबर से 13 दिसंबर 2019 तक किया गया था. टियर I का रिजल्‍ट 14 फरवरी 2020 को जारी किया गया था. इसमें पास होने वाले उम्मीदवारों को 23 नवंबर 2020 से 8 दिसंबर 2020 तक शारीरिक मानक परीक्षा (PST)/शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) के लिए बुलाया गया था. भर्ती अभियान का आयोजन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में उप-निरीक्षक (GD) और दिल्ली पुलिस में सब-इंस्‍पेक्‍टर के 1564 रिक्त पदों को भरने के लिए किया जा रहा है.
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[hin] [Deva] उत्तराखंड कोरोना अपडेट : उत्तराखंड में आज आये कोरोना के 630 नए मामले , 3 की हुई मौत - Naini Live उत्तराखंड कोरोना अपडेट : उत्तराखंड में आज आये कोरोना के 630 नए मामले , 3 की हुई मौत न्यूज़ डेस्क , नैनीताल ( nainilive.com )- उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में आज फिर तेजी दर्ज की गयी है। इससे जहाँ एक ओर कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बढ़ गयी हैं , वहीँ संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। प्रदेश में आज कोरोना के 630 मामले सामने आये है। वहीँ आज प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा भी 3 रहा है। राज्य में मरीजों का आंकड़ा बढ़ना बहुत अच्छा संकेत नहीं माना जा सकता है। आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 630 नए संक्रमण के मामले सामने आये हैं। वहीँ आज 3 लोगों की कोरोना से मौत हो गयी है. एम्स ऋषिकेश में 1 , दून मेडिकल कॉलेज में 1 व हरिद्वार में 1 व्यक्ति की मौत हुई है. वहीँ आज आये मामलों के साथ राज्य में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा 347098 पर पहुँच गयी , जिसमे से 331756 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। आज शाम जारी मेडिकल हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून जिले में सर्वाधिक 268 ,हरिद्वार से 119 , नैनीताल में 85 , पौड़ी में 72 , उधम सिंह नगर में 35 , अल्मोड़ा में 18 , चम्पावत में 8 , चमोली में 5 , पिथौरागढ़ में 4 , टिहरी में 4, बागेश्वर में 1 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 7423 पर पहुँच गया है। Tags: nainital, nainital khabar, nainital live, nainital news, nainital samachar, अपना शहर, उत्तराखंड, उत्तराखंड के ताज़ा समाचार, उत्तराखंड कोरोना अपडेट, उत्तराखंड न्यूज़, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण, उत्तराखंड समाचार, कोरोना अपडेट, कोरोना अपडेट उत्तराखंड, कोरोना अपडेट न्यूज़, नैनीताल, नैनीताल कोरोना अपडेट, नैनीताल न्यूज़, नैनीताल समाचार Previous लोहाघाट के मूल निवासी पूर्व नौकरशाह अनिल चंद्र पुनेठा बने राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त, विवेक शर्मा एवं विपिन चंद्र बने सूचना आयुक्त
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[hin] [Deva] एक्सप्रेस साइन मोबाइल जीत में | Real Cash Slots Online ExpressCasino.com - शीर्ष ऑनलाइन & मोबाइल स्लॉट Jackpots! एक्सप्रेस साइन मोबाइल जीत में | Real Cash Slots Online ExpressCasino.com - शीर्ष ऑनलाइन & मोबाइल स्लॉट Jackpots! कैसीनो में एक्सप्रेस साइन के सभी लोकप्रिय ऑनलाइन कैसीनो के खेल के लिए सबसे अच्छा स्थलों में से एक होने के लिए दावा 2017. इस तरह के NextGen गेमिंग के रूप में प्रतिष्ठित खेल डेवलपर्स द्वारा विकसित खेल के साथ, Microgaming और एल्क स्टूडियो, खिलाड़ियों वे आश्वस्त रहें कि नवीनतम असली पैसे स्लॉट पर से वंचित न रह ऑनलाइन जीतता. कुछ आगंतुकों मान सकता है कि हम मुख्य रूप से मोबाइल जीत स्लॉट्स पर ध्यान केंद्रित, वे गलत होगा…हम यह भी डांडा का सबसे अच्छा की पेशकश, फोन पर एक्सप्रेस रूले भुगतान, और बैकारेट टेबल, लाइव डीलर कैसीनो विकल्पों के साथ भी! हमारे खिलाड़ियों के स्वागत के लिए, हम एक उत्कृष्ट है 100% जमा मैच स्वागत बोनस के लिए £ 200 अप - लेकिन इस के अलावा, आप भी हूँ पहले जमा करने के पर एक £ 5 अतिरिक्त बोनस मिलता है. सुविधा में एक्सप्रेस संकेत के साथ, से अधिक की खोज 400 सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन जुआ खेल की और अपने स्वागत बोनस का दावा या तो अपने डेस्कटॉप पर या किसी मोबाइल कैसीनो उपकरणों पर. ब्रिटेन में सबसे विश्वसनीय मनोरंजक और आकर्षक ऑनलाइन कैसीनो में से एक होने के नाते, हम आप ऑनलाइन स्लॉट में से सबसे बड़ी वेरिएंट की पेशकश. हमारे साहसी संग्रह में से कुछ गन्स एन 'रोजेज शामिल, चलाना, स्टारबर्स्ट एक्सप्रेस जीत मुक्त Spins, Spinata ग्रांडे और कई अन्य लोगों. शीर्ष ऑनलाइन कैसीनो के खेल डेवलपर्स विशेष रूप से खेल के लिए बनाया गया है मोबाइल के लिए अनुकूलित, इसलिए विभिन्न उपकरणों पर अनुकूलता एक समस्या कभी नहीं है. आईपैड कैसीनो अनुप्रयोग खिलाड़ियों, एंड्रॉयड स्लॉट प्रशंसकों ऑनलाइन में नि: शुल्क कैसीनो के खेल एक्सप्रेस संकेत के शीर्ष पर गेमप्ले और साइट नेविगेशन की निर्बाध संगतता प्यार करेंगे और साथ ही. हमारे कैसीनो स्लॉट हिंडोला पर सबसे बड़ा प्रोन्नति मुक्त स्लॉट स्पिन व्यक्त शामिल, फोन कैसीनो लाभ के आधार पर भुगतान, पुरस्कार और वीआईपी क्लब अंक cashback. जमा असली पैसे के लिए खेलते हैं और मुक्त कैसीनो अंक हर बार जब आप खेलते हैं कमाने के लिए! पर्याप्त अंक जमा और उन्हें नकद में बदलने का है, जबकि आप भी बड़ा बोनस का आनंद लेने के स्तरों चढ़ाई: डायमंड और प्लेटिनम वीआईपी क्लब के सदस्यों के लिए ऊपर परिवर्तित कर सकते हैं 30,000 प्रतिदिन भुनाने के लिए कहते हैं - जो यह सुनिश्चित करता है कि हर कोई असली पैसे का अनुभव करने का मौका जीत हो जाता है ऑनलाइन. चूंकि यह हमारे खिलाड़ियों खुश रखने के लिए हमारे दायित्व है, मौजूदा सदस्यों लाभ ले सकते हैं के प्रचार सप्ताह के लगभग हर दिन प्रदान करता है: इस तरह के दिवस के खेल के रूप में कुछ प्रोमोज, चयनित खेल पर नि: शुल्क spins स्लॉट, और रूलेट 25% कैशबैक एक विशिष्ट खेल के लिए लागू. तथापि, इस तरह सोमवार पागलपन के रूप में दूसरों, और खुश घंटा खिलाड़ियों लेने और कौन सा खेलने के लिए चयन करने की अनुमति. ने कहा कि, खिलाड़ी हमेशा जब में भी शामिल होने बोनस wagering आवश्यकताओं को पढ़ने के लिए के रूप में खेल विभिन्न डिग्री करने के लिए इन आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में गिनती प्रोत्साहित किया जाता है. ने कहा कि, ऑनलाइन कैसीनो टेबल का खेल के प्रशंसकों के भी एक्सप्रेस रूलेट है 25% कैशबैक का लाभ लेने के की पेशकश: करने के लिए जमा सप्ताहांत में असली पैसे के लिए एक्सप्रेस रूलेट खेलते हैं और मिल 25% एक नुकसान पर कैशबैक आने वाले सोमवार को प्राप्त. खिलाड़ी तो भरपाई करने के लिए बोनस का उपयोग और अभी भी महसूस करने के लिए 7 दिन है जैसे वे ऑनलाइन जुआ असली पैसे प्राप्त करने के बाद. कैसीनो में एक्सप्रेस साइन पर, we take pride in delivering the most secure procedures when it comes to withdrawing your winnings. भी, आप बस जमा करने के लिए आपके ऑनलाइन बैंकिंग विधि का उपयोग कर सकते हैं. वित्तीय लेन-देन के लिए, हम सबसे सत्यापित ई पर्स ऐसे Skrill और वैकल्पिक रूप से के रूप में से कुछ का उपयोग, आप मास्टर कार्ड का उपयोग कर सकते, उस्ताद और फोन बिल कैसीनो सुविधाओं से भुगतान सहित कई अन्य विकल्प. इसका मतलब है कि से कम से कम £ 10 के रूप में, खिलाड़ियों का उपयोग कर सकते मोबाइल फोन क्रेडिट एसएमएस कैसीनो जमा कर सकते हैं और वास्तविक पैसे के लिए खेलने के लिए ऑनलाइन. ने कहा कि, याद बोनस wagering आवश्यकताओं है कि आप का पालन करने की आवश्यकता होगी देखते हैं कि. यह सुनिश्चित करें कि आप रख सकते हैं कि आप क्या जीत के रूप में प्रत्येक बोनस आवश्यकताओं के माध्यम से विभिन्न खेलने होगा क्रम में है. जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, मौजूदा सदस्यों को भी नियमित रूप से बोनस पुरस्कार का भार के लिए तत्पर हैं करने के लिए है. इन का प्रयोग करें मदद करने के लिए भी असली पैसे पुरस्कार के साथ नज़दीकी, और सभी एक्सप्रेस मुक्त स्पिन प्रदान करता है कि प्रस्ताव पर हैं आनंद लें. उपसंहार, कैसीनो में एक्सप्रेस साइन आउट खड़ा के रूप में सर्वश्रेष्ठ में से एक है जब यह गुणवत्ता फोन कैसीनो के खेल की बात आती है; सुरक्षित, उपवास, और सुरक्षित वित्त; मोबाइल की सबसे बड़ी विविधता स्लॉट और टेबल का खेल जीतता है और साथ ही. ऑनलाइन ब्रिटेन भर में अन्य इंटरनेट जुआ प्रशंसकों के हजारों असली पैसे जीतने में शामिल हों कैसीनो जमा बोनस के साथ, और जिम्मेदारी से दांव लगाना याद.
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[hin] [Deva] बॉलीवुड सितारों के साथ पीएम मोदी की सेल्फी शेयर कर बॉलीवुड एक्ट्रेस ने लिखा कि डर लग रहा है ! | e24Bollywood Home बॉलीवुड सितारों के साथ पीएम मोदी की सेल्... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बॉलीवुड से जीत की शुभकामनाएं मिल रही हैं। सारे कलाकार मोदी को ट्वीट कर के बधाई दें रहे हैं। हालांकि कुछ सितारे मोदी को शुभकामनाएं तो दें रहे पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं। अनुराग कश्यप और स्वरा भास्कर ने पीएम मोदी को उनके जीत पर शुभकामना तो दी लेकिन कुछ सवाल भी पूछे। एक एक्ट्रेस ऐसी भी हैं जिन्होंने बॉलीवुड के फिल्मी सितारों के साथ पीएम मोदी की तस्वीर शेयर कर उनकी कड़ी आलोचना की है। इमरान खान के साथ फिल्म डेली बेली में नज़र आईं एक्ट्रेस पूर्णा जगन्नाथन ने एक चर्चित तस्वीर शेयर की जिसमें नरेंद्र मोदी के साथ ही साथ करण जौहर, रणवीर सिंह, रणबीर कपूर, एकता कपूर, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव जैसे कई सितारे मौजूद थे। पूर्णा ने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा क्या मैं अकेली हूं जिसे डर लग रहा है? कोई भी इस बात से परेशान नहीं लग रहा है कि एक हिंदू राष्ट्रवाद मूवमेंट दूसरे समुदाय के लोगों को देश से अलग-थलग करने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देता है और अगर आप इस बात को सेलेब्रेट कर रहे हैं और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की आलोचना करते हैं तो आपको पूरी तरह से चुप हो जाना चाहिए। पूर्णा के इस इंस्टाग्राम पोस्ट पर उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है। लोग इसे पूर्णा की चीप पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं। कुछ लोग पूर्णा के खिलाफ बहुत भद्दे शब्दों का भी प्रयोग कर रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्ना एचबीओ के शो 'द नाइट ऑफ' में निभाए अपने किरदार सफर खान से काफी चर्चा बटोरने में कामयाब रहीं थीं। उन्होंने इसके अलावा आमिर खान के प्रोडक्शन में बनी फिल्म डेली बेली में भी काम किया था। इस फिल्म में इमरान खान उनके अपोजिट थे। उन्होंने इसके अलावा साल 2013 में यौन हिंसा पर आधारित एक प्ले निर्भया को भी प्रोड्यूस किया था।
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[hin] [Deva] लैंडलाइन से मोबाइल फोन पर 15 जनवरी से कॉल में पहले डायल करना होगा शून्य - pti state story Updated: 25 Nov, 2020 10:48 PM 2020-11-25T22:48:58+05:30 नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) लैंडलाइन से मोबाइल फोन पर अगर आप कॉल कर रहे हैं तो पहले शून्य लगाना होगा। यह व्यवस्था अगले साल 15 जनवरी से लागू होगी। संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बुधवार को फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि फिक्स्ड लाइन और मोबाइल के लिए भविष्य में और अधिक नंबर वितरित किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इससे लगभग 2,539 करोड़ संख्या श्रृंखलाएं बनाई जा सकेगी। इससे भविष्य में अधिक संख्या में नए नंबरों की मांग पूरी की जा सकेगी। नए नंबरों के लिए पर्याप्त स्थान सृजित होने पर आने वाले समय में नए नंबर जुड़ने से मोबाइल उपभोक्ताओं को व्यापक रूप में लाभ होगा। बयान के अनुसार, ''सभी फिक्स्ड लाइन से मोबाइल पर फोन करने के लिए 15 जनवरी, 2021 से नंबर से पहले शून्य डायल करना अनिवार्य होगा।'' लैंडलाइन से लैंडलाइन, मोबाइल से लैंडलाइन और मोबाइल से मोबाइल पर फोन करने में कोई बदलाव नहीं होगा। मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए फोन के जरिये उपयुक्त घोषणा की जाएगी। यह घोषणा जब कोई उपयोगकर्ता लैंडलाइन से मोबाइल पर बिना शून्य संख्या लगाए नंबर मिलाएगा तब उसे सुनाई देगी। इस नए बदलाव में यह ध्यान रखा गया है कि उपयोगकर्ताओं को किसी तरह की समस्या ना हो और नए नंबरों के लिए पर्याप्त स्थान सृजित किया जा सके। दूरसंचार विभाग ने हाल में दूरसंचार कंपनियों ने इस नई व्यवस्था के क्रियान्वयन के लिये एक जनवरी तक जरूरी उपाय करने को कहा है। दूरसंचार विभाग ने फिक्स्ड लाइन और मोबाइल के लिए भविष्य में और अधिक नंबर वितरित किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार नियामक ट्राई की सिफारिशों को मंजूर करते हुए उसे क्रियान्वित करने का फैसला किया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस साल मई में लैंडलाइन से मोबााइल फोन पर कॉल करने से पहले शून्य संख्या डॉयल करने की सिफारिश की थी।
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[hin] [Deva] सप्ततितम (70) अध्‍याय: उद्योग पर्व (संजययान पर्व) महाभारत: उद्योग पर्व: सप्ततितम अध्याय: श्लोक 1-10 का हिन्दी अनुवाद भगवान श्रीकृष्‍ण के विभिन्न नामों का व्युत्पत्तियों का कथन धृतराष्‍ट्र बोले- संजय! तुम भगवान श्रीकृष्‍ण के नाम और कर्मों का अभिप्राय जानते हो, अत: मेरे प्रश्‍न के अनुसार एक बार पुन: कमलनयन भगवान श्रीकृष्‍ण का वर्णन करो। (1) संजय ने कहा- राजन! मैंने वसुदेवनन्दन श्रीकृष्‍ण के नामों की मंगलमयी व्युत्पत्ति सुन रखी है, उसमें जितना मुझे स्मरण है, उतना बता रहा हूँ। वास्तव में तो भगवान श्रीकृष्‍ण समस्त प्राणियों की पहुँच से परे हैं। (2) भगवान समस्त प्राणियों के निवास स्थान हैं तथा वे सब भूतों मे वास करते हैं, इसलिये 'वसु' हैं एवं देवताओं की उत्पत्ति के स्थान होने से और समस्त देवता उनमें वास करते हैं, इसलिये उन्हें 'देव' कहा जाता है। अतएव उनका नाम 'वासुदेव' है, ऐसा जानना चाहिये। बृहत अर्थात व्यापक होने के कारण वे ही 'विष्‍णु' कहलाते हैं। (3) भारत! मौन, ध्‍यान और योग्य से उनका बोध अथवा साक्षात्कार होता है; इसलिये आप उन्हें 'माधव' समझें। मधु शब्द से प्रतिपादित पृथ्वी आदि सम्पूर्ण तत्त्वों के उत्पादन एवं अधिष्‍ठान होने के कारण मधुसूदन श्रीकृष्‍ण को 'मधुहा' कहा गया है। (4) 'कृष' धातु सत्ता अर्थ का वाचक है और 'ण' शब्द आनन्द अर्थ का बोध कराता है, इन दोनों भावों से युक्त होने के कारण यदुकुल में अवतीर्ण हुए नित्य आनन्दस्वरूप श्रीविष्‍णु 'कृष्‍ण' कहलाते हैं। (5) नित्य, अक्षय, अविनाशी एवं परम भगवद्धाम का नाम पुण्डरीक है। उसमें स्थित होकर जो अक्षतभाव से विराजते हैं, वे भगवान 'पुण्‍डरीकाक्ष' कहलाते हैं अथवा पुण्‍डरीक-कमल के समान उनके अक्षि नेत्र हैं, इसलिये उनका नाम पुण्‍डरीकाक्ष है। दस्युजनों को त्रास[1] देने के कारण उनको 'जनार्दन' कहते हैं। (6) वे सत्य से कभी च्युत नहीं होते और न सत्त्व से अलग ही होते हैं, इसलिये सद्भाव के सम्बन्ध से उनका नाम 'सात्वत' है। आर्ष कहते हैं वेद को, उससे भासित होने के कारण भगवान का एक नाम 'आर्षभ' है। आर्षभ के योग से ही वे 'वृषभेक्षण' कहलाते हैं। वृषभ का अर्थ है वेद, वही ईक्षण-नेत्र के समान उनका ज्ञापक है; इस व्युत्पत्ति के अनुसार वृषभेक्षण नाम की सिद्धि होती है। (7) शत्रु सेनाओं पर विजय पाने वाले ये भगवान श्रीकृष्‍ण किसी जन्मदाता के द्वारा जन्म ग्रहण नहीं करते हैं, इसलिये 'अज' कहलाते हैं। देवता स्वयं प्रकाशरूप होते हैं, अत: उत्कृष्‍ट रूप से प्रकाशित होने के कारण भगवान श्रीकृष्‍ण को 'उदर' कहा गया है और दम (इन्द्रियसंयम) नामक गुण से सम्पन्न होने के कारण उनका नाम 'दाम' है। इस प्रकार दाम और उदर इन दोनों शब्दों के संयोग से वे 'दामोदर' कहलाते हैं। (8) वे हर्ष अथवा सुख से यु‍क्त होने के कारण हृषीक हैं और सुख-ऐश्वर्य से सम्पन्न होने के कारण 'ईश' कहे गये हैं। इस प्रकार वे भगवान 'हृषीकश' नाम धारण करते हैं। अपनी दोनों बाहुओं द्वारा भगवान इस पृथ्वी और आकाश को धारण करते हैं, इसलिये उनका नाम 'महाबाहु' हैं। (9) श्रीकृष्‍ण कभी नीचे गिरकर क्षीण नहीं होते, अत: [2] 'अधोक्षज' कहलाते हैं। वे नरों जीवात्माओं के अयन[3] हैं, इसलिये उन्हें 'नारायण' भी कहते हैं। (10) ↑ अर्दन या पीड़ा ↑ 'अधो न क्षीयते जातु' इस व्युत्पत्ति के अनुसार ↑ आश्रय "http://hi.krishnakosh.org/w/index.php?title=महाभारत_उद्योग_पर्व_अध्याय_70_श्लोक_1-10&oldid=283067" से लिया गया
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[hin] [Deva] सिद्धिदात्री प्रदान करती हैं भोग, सिद्धियां व मोक्ष - Parivartan Ki Awaj Home देवी-देवता दुर्गा साधना सिद्धिदात्री प्रदान करती हैं भोग, सिद्धियां व मोक्ष दुर्गा का नौवां रूप सिद्धिदात्री प्रदान करती हैं भोग, सिद्धियां व मोक्ष। suddhidatri is ninth form of durga : सिद्धिदात्री प्रदान करती हैं भोग, सिद्धियां व मोक्ष। ये मां दुर्गा की नौवीं एवं सबसे श्रेष्ठ रूप है। साधक को चरम पर पहुंचाती हैं। देवी पुराण में इसका विस्तार से वर्णन है। महादेव ने इन्हीं की कृपा से सिद्धियों प्राप्त की। प्रसन्न होने पर माता उपासकों की मनोकामना पूरी करती हैं। लक्ष्मी के समान यह भी कमल पर विराजमान हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। उनमें शंख, चक्र, गदा और कमल पुष्प हैं। निष्ठा व विधि से उपासना करने पर सभी सिद्धियां मिलती हैं। उसके लिए कुछ भी असाध्य नहीं रह जाता। सारे सुख भोगकर मोक्ष पाता है। नौ रूपों में श्रेष्ठ हैं सिद्धिदात्री दुर्गा के नौ रूपों में मां सिद्धिदात्री चरम हैं। नवरात्रि में सभी रूपों की उपासना करें। नौवें दिन सिद्धिदात्री की उपासना करें। इससे सारी कामनाओं की पूर्ति होती है। माता की कृपा से कोई इच्छा शेष नहीं रहती। वह सभी इच्छाओं से ऊपर उठ जाता है। माता के दिव्य लोक में भ्रमण करने लगता है। मृत्यु के बाद परमपद का अधिकारी बनता है। अत: निरंतर उनकी उपासना करनी चाहिए। नवमी को करें हवन-पूजन व कन्या भोजन नवमी पूजा के बाद हवन भी करना चाहिए। फिर कन्या को भोजन कराएं। ब्राह्मण भोजना भी कराया जा सकता है। इस दिन दान का भी काफी महत्व है। इसके बाद व्रत का पारण करें। नवरात्रि में पशुओं को भी खिलाना चाहिए। वस्तुत: मां दुर्गा प्रकृति रूपा हैं। उनकी पूजा में सबके लिए प्रेम व सदभाव की शिक्षा दी गई है। धर्म का मूल भी यही है। हमें जिनसे लाभ या मदद मिले, उनके प्रति कृतज्ञ हों। यह पूजा उसी कृतज्ञता को व्यक्त करने के लिए है। ऐसे लोगों को सिद्धिदात्री प्रदान करती हैं सारे सुख व मोक्ष। माता के उपासक करें मातृ शक्ति का सम्मान माता के उपासक मातृ शक्ति का सम्मान करें। यही नवरात्रि का सबसे बड़ा संदेश है। नारी शक्ति का अपमान करने वाला पूर्ण नहीं हो सकता। माता दुर्गा के हर रूप में यही संदेश निहित है। देवताओं ने भी उनकी उपासना की। शिव के अर्धनारीश्वर रूप का भी यही भाव है। सप्तशती में मातृ शक्ति का अपमान करने वाले को राक्षस कहा गया। माता ने उन्हीं का संहार किया जो लड़ने आए। उन्होंने किसी पर पहले वार नहीं किया। सभी धर्म शास्त्रों का निचोड़ भी यही है।
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[hin] [Deva] BJP Archives - Page 2 of 220 - पुणे समाचार Pune | शहर कांग्रेस पार्टी में लेटर बम से मची खलबली पुणे (Pune News), 13 सितंबर : शहर (Pune) कांग्रेस (Congress) पार्टी में फिर एक बार एक लेटर बम (letter bomb) से पार्टी में खलबली मच गई है। इस पत्र में भाजपा (BJP) को पार्टी की गोपनीय जानकारी दिए जाने का जिक्र है। पुणे लोकसभा क्षेत्र (Pune… मुंबई (Mumbai News), 13 सितंबर : पश्चिम उपनगर (Mumbai) साकीनाका परिसर में घटी बेहद अमानवीय घटना से समाज सहम गया है। एक विकृत परप्रांतीय ने 32 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार (Rape) कर निर्दयता से मारपीट (Mumbai) कर उसकी हत्या (Murder) कर दी। …
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[hin] [Deva] मकर संक्रांति की शायरियाँ और महत्व | Makar Sankranti importance in Hindi भारत एक ऐसा देश है जहाँ त्यौहारों को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. यहाँ कई तरह के त्यौहार मनाये जाते है जो अपने-अपने धर्म पर निर्भर करते है. ऐसे ही एक त्यौहार को हम आपके सामने लेकर आये है. उसका नाम है मकर संक्रांति. मकर संक्रांति हिन्दू धर्म में एक पर्व की तरह मनाया जाता है. ये त्यौहार भी अपने आप में बड़ा पर्व होता है. ऐसा मानना है पौष माह में सूर्य धनु राशी को छोड़ मकर राशी पर आता है तब ये पर्व मनाया जाता है और इसीलिए हम इसे मकर संक्रांति भी कहते है. मकर संक्रांति का पर्व जनवरी मास में पूरे 14 दिन बाद यानि चौहदवे दिन पड़ता है. ऐसा कहा जाता है की इस दिन सूर्य उत्तरायणी में आता है इसीलिए इस पर्व को भारत के कुछ राज्यों में उत्तरायणी पर्व भी कहा जाता है. भारत के एक राज्य तमिलनाडु में इसे पोंगल के नाम से भी जाना जाता है. हिन्दू धर्म के अनुसार शास्त्रों में दक्षिणायण को गलत चीजों (यानि नकारात्मकता) का प्रतिक कहा गया है और इसी तरह उत्तरायण को अच्छी बातो का (यानि सकारात्मकता) प्रतिक कहा गया है और ये पर्व सकारात्मकता का प्रतिक है. इसीलिए जितने भी अच्छे काम है यानि जप, ताप, दान, विद्या, स्नान ,तर्पण आदि क्रियाओ मकर संक्रांति के दिन करना शुभ माना जाता है. हिन्दू धर्म मे ऐसी धारणा है की आज के दिन जो भी अच्छा करते है भगवान उसके 100 गुना हमें देता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव से मिलने जाते है, शनि देव जो की मकर राशी के स्वामी में के रूप जाने जाते है. अगर हम बात करे महाभारत की तो उस काल में भीष्म पितामाह ने अपनी देह यानि अपनी जान त्यागने के लिए मकर संक्रांति का चयन किया था. इस दिन गंगा माता सागर में जाकर मिली थी. इस त्यौहार पर दान करना बहुत शुभ माना जाता है भारत में लोग अपने घर में तिल के लड्डू और खिचड़ी बना कर इसे मानते है, भारत के राज्य गुजरात में पतंग उड़ाकर मकर संक्रांति मानाने का चलन है. उत्तरप्रदेश के गौरखपुर जिले में एक गौराखनाथ मंदिर है जहाँ हर साल इस पावन पर्व के दिन मेला लगाया जाता है. वहां ये पर्व खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है. तो अब आप लोग जान गये की क्या महत्व होता है मकर संक्रांति का, अब देखिये उनसे जुड़े कुछ शुभकामना संदेश… मकर संक्रांति का महत्व, शुभ मुहूर्त और कथा | Makar Sankranti Significance History and Story in Hindi
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[hin] [Deva] कोविड के इन मरीजों को दी जा सकती है एंटी वायरल दवा 'Clevira' | Clevira is an anti-viral drug for patients with mild and moderate symptoms of Covid-19 - Hindi Oneindia 32 min ago सुशांत सिंह राजपूत की पहली बरसी: कबीर सिंह से अंधाधुन तक, 5 बड़ी फिल्मों को एक्टर ने किया था रिजेक्ट | Published: Friday, April 30, 2021, 20:41 [IST] नई दिल्ली, 30 अप्रैल: 'क्लेविरा' एक एंटी-वायरल दवा है, जिसे शुरू में डेंगू के इलाज के लिए विकसित किया गया था। लेकिन, अब इसकी निर्माता कंपनी अपेक्स लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड ने कहा है कि इसे कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों के इलाज में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह दवा तब प्रभावी है, जब इसकी एक गोली दिन में दो बार खाने के बाद 14 दिनों तक लिया जाए। कंपनी के मुताबिक यह दवा लीवर और किडनी के लिए भी सुरक्षित पाई गई है। हल्के और मध्यम लक्षणों वाले कोरोना मरीजों के लिए दवा चेन्नई स्थित इस कंपनी की ओर से कहा गया है कि 'एंटीवायरल फॉर्मुलेशन क्लेविरा को हल्के और मध्यम कोविड-19 के मामलों में इलाज के लिए रेगुलेटरी की मंजूरी मिल गई है।' कंपनी ने यह भी बताया है कि ''क्लेविरा' को 2017 में डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए विकसित किया गया था। पिछले साल जब देश में कोविड-19 के केस बढ़ रहे थे, तब इसे कोरोना वायरस के हल्के और मध्यम लक्षणों के लिए सह उपचार के तौर पर रखा गया। यह प्रोडक्ट पूरे भारत में उपलब्ध है और इसकी एक टैबलेट की कीमत 11 रुपये है।' कंपनी का कहना है कि पिछले साल मई-जून में 100 लोगों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल किया गया और परिणाम प्रॉमिसिंग थे। इसे भी पढ़ें- मुंबई से थोड़ी राहत की खबर, 10 फीसदी से कम हुआ पॉजिटिविटी रेट आयुष मंत्रालय के रेगुलेटरों ने दी मंजूरी कंपनी का कहना है कि 'काफी गहरी पड़ताल और छानबीन के बाद इस दवा को हल्के और मध्यम लक्षण वाले कोरोना मरीजों के सहायक इलाज के लिए मंजूरी मिली है। यह मंजूरी आयुष मंत्रालय के रेगुलेटरों ने दी है, जो देश में इस प्रकार की पहली मंजूरी है। इसके अलावा केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान शोध परिषद और इंटरडिसिप्लिनरी टेक्निकल रिव्यू कमिटी ने भी इसकी छानबीन की है। ' कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस के मैनेजर सी अर्थर पॉल ने कहा है कि ''क्लेविरा' लीवर और किडनी से जुड़े रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए भी हर तरह से सुरक्षित है और इसे दूसरी दवाओं के साथ सेवन से भी कोई नुकसान नही है।' उनके मुताबिक यह दवा 2 साल लेकर हर उम्र तक के मरीजों की दी जा सकती है।
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[hin] [Deva] सुप्रीम कोर्ट : तीन बड़े मुद्दो पर फैसला - Hindi | India71.com सुप्रीम कोर्ट में आज तीन बड़े मुद्दो पर फैसला सुनाया जाएगा। आपको बता दे कि आज राफेल विमान सौदे, सबरीमाला विवाद और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अवमानना मामले में फैसला सुनाया जाएगा। Nov 14, 2019 - 12:26 सुप्रीम कोर्ट में आज तीन बड़े मुद्दो पर फैसला सुनाया जाएगा। आपको बता दे कि आज राफेल विमान सौदे, सबरीमाला विवाद और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अवमानना मामले में फैसला सुनाया जाएगा। राफेल विमान सौदे और सबरीमाला विवाद में दायर दी गई पुनर्विचार याचिका पर जहां सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी, वहीं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अवमानना मामले पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय आएगा। पिछले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट में कुछ बड़े फैसल आए हैं। इन फैसलों में अयोध्या विवाद, कर्नाटक विधायक विवाद और सीजेआइ ऑफिस आरटीआइ के मामले पर फैसला सुना चुकी है। राफेल सौदा मामले में मोदी सरकार को क्लीन चिट देने के पूर्व फैसले की समीक्षा की मांग वाली अजिर्यों पर कोर्ट फैसला देगा। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दायर आपराधिक अवमानना याचिका पर भी फैसला आना है। केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी आयु की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका पर फैसला। सुप्रीम कोर्ट आज राफेल विमान सौदे मामले में दायर पुनर्विचार याचिका पर अपना फैसला सुनाएगा। फ्रांस से साथ किए गए इस समझौते में केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके बाद इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इसमें मामले की जांच, खरीदने की प्रक्रिया , पीएमओ के दखल पर सवाल खड़े किए गए थे। हालांकि राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को राहत दी थी। इसके बाद मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की। इस मामले में चीफ जस्टिस रंजन गोगौई, जस्टिस एस.के कौल, जस्टिस के.एम. जोसेफ की बेंच फैसला सुना रही है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दायर किए गए अवमानना मामले में आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। लोकसभा चुनावों के दौरान राफेल विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया है कि चौकीदार चोर है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने याचिका दायर की थीष जिस पर कोर्ट फैसला सुनाने जा रही है। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले वर्ष फैसल सुनाते हुए 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दे दी थी। कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ कुल 65 याचिकाएं दायर की गई हैं। जिनमें 56 पुनर्विचार याचिका, 4 नई याचिकाएं और 5 ट्रांसफर याचिकाए हैं। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस आर.एफ.नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदू मल्होत्रा कर रहे है। इस मामले में जजों की पीठ ने 6 फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
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[hin] [Deva] arjun kapoor says film industry have to face consequences of me too effect Me Too: ये तमाचा तो फिल्म इंडस्ट्री को खाना ही चाहिए- अर्जुन कपूर Publish Date:Thu, 11 Oct 2018 07:06 PM (IST) अगर ऐसा करने से समाज में बदलाव आता है तो मैं फिल्म इंडस्ट्री पर वह चांटा खाने के लिए तैयार हूं।... रूपेशकुमार गुप्ता, मुंबईl फिल्म अभिनेता अर्जुन कपूर ने मुंबई में जागरण डॉट कॉम के साथ हुई विशेष बातचीत में कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन उत्पीड़न के विरोध में शुरू हुए मी टू अभियान के अंतर्गत बॉलीवुड के जो नाम आ रहे हैं, उनसे फिल्म इंडस्ट्री को भले ही झटके लग रहे हो लेकिन अगर इसके कारण फिल्म इंडस्ट्री साफ सुथरी जगह बन जाय तो यह जरुरी है l अर्जुन ने कहा कि बॉलीवुड पर अगर यह करारा तमाचा है तो उन्हें लगता है कि फिल्म इंडस्ट्री को यह चांटा खाना चाहिएl अर्जुन कपूर कहते हैं, "जिन महिलाओं ने आगे आकर अपनी बात रखने का हौसला दिखाया हैl हमें उनका सम्मान करना चाहिए। विषय से हटकर 40 नए विषय खड़े करना, उस विषय का हल नहीं हो सकता। हमें इन विषयों पर गहन आत्ममंथन करना होगा और सोचना होगा कि हम इसमें कैसे आगे बढ़े और हम एक समुदाय के तौर पर विशेषकर पुरुषों की फिल्म इंडस्ट्री से अब आगे बढ़ चुके है और अब समय सफाई का है और मैं चाहता हूं कि यह सफाई हो और मुझे लगता है यह सफाई पूरे समाज से होनी चाहिए l अगर फिल्म इंडस्ट्री के माध्यम से हर उस बुरे आदमी, जो कि ऐसा गलत काम करता है, के मन में खौफ डाल सकते हैं कि अगर आप ऐसा कुछ गलत काम करते हैं तो अब महिलाएं शांत नहीं रहेंगी। अगर ऐसा करने से समाज में बदलाव आता है तो मैं फिल्म इंडस्ट्री पर वह चांटा खाने के लिए तैयार हूं। अर्जुन ने कहा कि लेकिन समस्या यह भी है कि यह सिर्फ हमारी फिल्म इंडस्ट्री में नहीं होता यह और भी कई सारी जगहों पर होता है लेकिन यह मी टू मोमेंट अगर हम से ही शुरू होना था तो वही सही है लेकिन अब यह आवाज रुकना नहीं चाहिए। इसके अलावा ऐसे मोमेंट के कारण बहुत शोर होगा बहुत आवाजें भी आएगी लेकिन इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए l लोग अपना अपना निजी हित न साध सकें l इसका सही उपयोग होना आवश्यक है।' गौरतलब है कि अर्जुन कपूर जल्द फिल्म नमस्ते इंग्लैंड में नजर आएंगेl इस फिल्म में उनके अलावा परिणीति चोपड़ा की अहम भूमिका हैl
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[hin] [Deva] News and Views - Latest News, News, News Today यूपीसीसी प्रमुख, अन्य पर प्रियंका के धरने के संबंध में मामला दर्ज – Mumbai Press :: Official Site यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, अन्य पदाधिकारियों और सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में मौन विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में लखनऊ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। कांग्रेस नेताओं पर प्रशासन की पूर्व अनुमति के बिना सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सार्वजनिक स्थान पर विरोध प्रदर्शन करने का आरोप लगाया गया है। ठाकुर ने कहा, "महामारी रोग नियंत्रण अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम भी आरोपियों के खिलाफ लगाई गई है। मामला शुक्रवार देर रात हजरतगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था।" स्थानीय चौकी प्रभारी ग्रिजेश कुमार की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है, "तकरीबन साढ़े तीन बजे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता दिलप्रीत सिंह और वेद प्रकाश 500-600 कार्यकर्ताओं के साथ अटल चौक पहुंचे और गांधी प्रतिमा के पास बैठ गए। विरोध के लिए किसी अधिकारी से अनुमति नहीं ली। उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते समय किसी भी कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया और सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन किया जो लखनऊ पुलिस आयुक्तालय में लागू है। उन्होंने मार्ग पर यातायात को भी बाधित किया और लोहे की जाली और मूर्ति के चारों ओर की दीवार को तोड़ दिया।"
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[hin] [Deva] मान लीजिएँ की आप के पास 1 दिन, और 1 रात है जिसमें आप एक कंप्यूटर के साथ एक कमरे में बंद हैं। आपके पास इंटरनेट भी है। आपको इस कमरे में बंद रह कर 10,000 रुपये कमाने हैं वरना आप मर जाएँगे। आप किसी से पैसे उधार भी नहीं ले सकते। ऐसे में आप क्या करते? » Maan Lijiye Ki Aap Ke Paas 1 Din Aur 1 Raat Hai Jisme Aap Ek Computer Ke Saath Ek Kamre Mein Band Hain Aapke Paas Internet Bhi Hai Aapko Is Kamre Mein Band Reh Kar 10,000 Rupaye Kamane Hain Varana Aap Mar Jayenge Aap Kisi Se Paise Udhar Bhi Nahi Le Sakte Aise Mein Aap Kya Karte | Vokal™ आप एक कमरे मे बंद है आपके पास एक लालटेन ,एक मोमबती और एक दीया है तो आप सबसे पहले क्या जलाएँगे? ...Aap ek kamre mein band hai aapke paas ek lalten ek momabati aur ek diya hai toh aap sabse pehle kya jalaenge आज क्या कुछ नहीं किया आप एक कमरे में बंद है और आपके पास एक लालटेन एक मोमबत्ती और इंडिया का सबसे पहले क्या जलाएंगे देखिए सबसे पहले जो है मासी जलाएंगे दिया फिरजवाब पढ़िये मान लीजिएँ की आप 60 साल के हैं और आप के पास कानूनी तौर पर और कर मुक्त असीमित पैसे कमाने का तरीक़ा है। ऐसे में आप क्या करते? ...Maan lijiye ki aap 60 saal ke hain aur aap ke paas kanooni taur par aur kar mukt asimeet paise kamane ka tareeka hai aise mein aap kya karte 1 टन एसी के लिए कमरे का आकार क्या है? ...1 ton ac ke liye kamre ka aakaar kya hai 1 टन एसी 80 से 120 वर्ग फुट क्षेत्र को कवर करता है। 144 वर्ग फुट सीमा सीमा पर है। यदि आपके पास कई खिड़कियां हैं या यदि आपका कमरा सूरज का सामना कर रहा है तो 1.5 टन एसी खरीदना अच्छा विकल्प है। तालिका केजवाब पढ़िये कपासवुड पास क्यों बंद है? ...Kapaaswood paas kyon band hai यह कहानी अर्कांसस वैली पब्लिशिंग की समर एडवेंचर गाइड के लिए ऊपरी अरकंसास घाटी के लिए लिखी गई थी। हम अब पाठकों को सेवा के रूप में ऑनलाइन पोस्ट कर रहे हैं। सीआर 306, बुएना विस्टा अप कपासवुड पास में वेसजवाब पढ़िये यदि आपके पास तपेदिक है तो क्या आप मर सकते हैं? ...Yadi aapke paas tapedic hai toh kya aap mar sakte hain एचआईवी वाले लोगों के लिए क्षय रोग वास्तव में मौत का प्राथमिक कारण है। कोई भी जो देर से निदान प्राप्त करता है वह तपेदिक से मरने का एक बड़ा खतरा भी है। बाद में आप उपचार शुरू करते हैं, जवाब पढ़िये कमरे के लिए कौन सा आकार टेलीविजन? ...Kamre ke liye kaun sa aakaar television यदि आप आमतौर पर टीवी से 10 फीट बैठे हैं, तो यह 120 इंच (10 फीट x 12 इंच) है। 120 से 120 विभाजित करें और आपके लिए अनुशंसित स्क्रीन आकार 40 इंच है याद रखें, यह स्क्रीन का विकर्ण माप है।जवाब पढ़िये मुझे ये बताओ ये सरकार न 1 का सिक्का क्यों बंद किया? ...Mujhe ye batao ye sarkar na 1 ka sikka kyon band kiya सबसे पहले तो मैं आपको यह बताता हूं कि सरकार की तरफ से कुछ भी ऐसा बयान नहीं दिया गया है जिससे एक के सिक्के की बंद होने की बात की जाए और एक का सिक्का पूरे देश में मान्य हैं और यह सभी जगह चल रहा है हालांजवाब पढ़िये 1 रुपये का सिक्का? एक रुपये का सिक्का एक भारतीय सिक्का है जिसका मूल्य एक भारतीय रुपये है और यह एक सौ पैसे से बना है। वर्तमान में, एक रुपये का सिक्का प्रचलन में सबसे छोटा भारतीय सिक्का है। 1992 से, एक भारतीय रुपये के सिकजवाब पढ़िये अगर आप बहुत भूखे हों और आपके पास पैसे ना हो तो क्या आप खाना चुराएँगे? ...Agar aap bahut bhukhe hon aur aapke paas paise na ho toh kya aap khana churange नहीं हम मेहनत की कमाई के बारे में सोचेंगे दुनिया में बहुत सारे काम है कोई चाहता है तो वह खुद की कमाई से इज्जत की रोटी खा सकते हैं यहां पर चोरी करने के बाद हम सोच भी नहीं सकतेजवाब पढ़िये गर्मियों में, दिनों में कमरे का तापमान निम्न जबकि रात में कमरे का तापमान उच्च हो जाता है? ...Garmiyon mein dinon mein kamre ka taapman nimn jabki raat mein kamre ka taapman ucch ho jata hai <html><body><p>दिनभर की धूप से गर्मी बढ़ जाती है ,जोकि शाम को गर्म कर देते हैं .&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp; </p> </body></html>जवाब पढ़िये यदि आपके पास ल्यूपस है तो आप कब तक रह सकते हैं? ...Yadi aapke paas lyupas hai toh aap kab tak reh sakte hain हालांकि, लुपस वाले अधिकांश लोग सामान्य या सामान्य सामान्य जीवन प्रत्याशा की अपेक्षा कर सकते हैं। शोध से पता चला है कि लुपस के साथ निदान कई लोग इस बीमारी से 40 साल तक जीवित रहे हैं।जवाब पढ़िये एक स्वस्थ मनुष्य को खुले में ऑक्सीजन लेना चाहिए या किसी बंद कमरे में एसी कूलर का हवा? ...Ek swasth manushya ko khule mein oxygen lena chahiye ya kisi band kamre mein ac cooler ka hawa विकी एक कोई भी स्वस्थ मनुष्य है तो अगर वह खुली जगह पर ऑक्सीजन लेगा या फिर हवा लेगा तो उसको ज्यादा फायदा करेगा क्योंकि एसी और कूलर जो है वह ताजा हवा नहीं दे सकते हैं कि उनका सरकुलेशन जो है वह बाहर तक नजवाब पढ़िये यदि आपके पास कोई ज्ञान नहीं है तो पैसे कमाने के लिए क्या करें क्योंकि बहुत से लोग बैकबेंचर थे और वे परीक्षा में असफल रहे लेकिन अब वे सफल हैं ? ...Yadi aapke paas koi gyaan nahi hai toh paise kamane ke liye kya karein kyonki bahut se log backbencher the aur ve pariksha mein asafal rahe lekin ab ve safal hain ? बिल्कुल अगर कोई जानी है तो पैसे कमाने के लिए क्या करें अभी आप देखेंगे गाना राजस्थानी या फिर वहां पर जो है जिनको गुजराती कहते तो उनके पास ज्यादा कुछ होता नहीं क्योंकि बचपन से बड़े बड़े होते हैं तो उनकाजवाब पढ़िये यदि आपके पास खमीर संक्रमण है तो क्या आपको डॉक्टर के पास जाना है? ...Yadi aapke paas khamir sankraman hai toh kya aapko doctor ke paas jana hai यह आपके पहले कभी खमीर संक्रमण है एक डॉक्टर को यह सुनिश्चित करने के लिए देखें कि यह एक गंभीर समस्या नहीं है जिसके लिए एक मूत्र पथ संक्रमण या एसटीआई जैसे विभिन्न उपचार की आवश्यकता है। आप गर्भवति हैं। एकजवाब पढ़िये अभी 1 दिन के लिए भी सेटेलाइट को बंद कर दिया गया है तू हमारे जो सर दूर संचार प्रणाली है वह पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी इसी के साथ साथ काफी सारे देशों के ऊपर खतरा भी मंडराने लगेगा कि कोई अटैक ना कर दे इसलजवाब पढ़िये 1 पाउंड भारतीय रुपये में किता होता है? ...1 pound bharatiya rupaye mein kitna hota hai 1 पाउंड 90.58 भारतीय रुपया होता है। पाउंड स्टर्लिंग, जिसे आमतौर पर पाउंड के रूप में जाना जाता है और कम सामान्यतः स्टर्लिंग के रूप में जाना जाता है, यूनाइटेड किंगडम, जर्सी, ग्वेर्नसे, आइल ऑफ मैन, दक्षिजवाब पढ़िये Related Searches:Maan Lijiye Ki Aap Ke Paas 1 Din Aur 1 Raat Hai Jisme Aap Ek Computer Ke Saath Ek Kamre Mein Band Hain Aapke Paas Internet Bhi Hai Aapko Is Kamre Mein Band Reh Kar 10,000 Rupaye Kamane Hain Varana Aap Mar Jayenge Aap Kisi Se Paise Udhar Bhi Nahi Le Sakte Aise Mein Aap Kya Karte,
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[hin] [Deva] Balushahi Recipe In Hindi, Balushahi Banane Ki Vidhi July 14, 2020 October 28, 2021 indianpakwan 238 Views 0 Comments Balushahi, Balushahi Recipe In Hindi, Indian Sweets, Sweet Recipe In Hindi आप मीठा खाने की शौकीन हैं तो आपने बालूशाही रेसिपी को जरूर खाया होगा।आपने इसे खाया है तो आपको इसका स्वाद पता ही होगा। लेकिन जिन्होंने बालूशाही रेसिपी – Balushahi Recipe नहीं खाई है, हम उन्हें बता रहे हैं कि इसका स्वाद मीठा और खुशबूदार होता है। यह खाने में बेहद स्वादिष्ट मिठाई है और भारत में मशहूर है। यहां तक कि यह बालूशाही (Balushahi) महाराष्ट्र राज्य में बहुत फेमस है और होटल में बनते दिखाई देती है। इसमें देसी घी का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी वजह से इसकी खुशबू सभी को पसंद आती है। यदि आप इसे बनाना चाहते हैं तो हम बालूशाही रेसिपी इन हिंदी में बनाना बता रहे हैं। आप बस ध्यान से बालूशाही बनाने की विधि को ध्यान से पढ़े। तभी आप इसे होटल जैसी रसीली बालूशाही घर पर बना सकते हैं। तो चलिए देर ना करते हुए बनाने में सामग्री कौन सी लगती है? और इसे बनाने की विधि क्या है? पता करते हैं। खाने का सोडा थोड़ा सा दही १ बड़ा चम्मच विधि (Balushahi) 1). सबसे पहले एक कटोरे में मैदा डाले, फिर इसमें देसी घी, इलायची पाउडर, सोडा, दही डाले और हाथों से अच्छी तरह मिलाते रहे। जब यह अच्छी तरह से मिल चुका हो तब इसमें एक कटोरी पानी डालकर हाथों से मिलाए। पानी डालने पर इसे हल्का कड़क डोह बना लेना है। जब आटे का मिश्रण तैयार हो जाए तब इसे 20-25 मिनट के लिए बाजू में रख दें। (ये है गुलाब जामुन बनाने का आसान तरीका) 2. अब हम इसकी चाशनी तैयार करेंगे, बालूशाही की चाशनी बनाने के लिए 1 गंज में 2 कटोरी चीनी और एक कटोरी पानी डालकर उबालें। जब चीनी पानी में मिल जाए तब चम्मच से चलाते हुए थोड़ी गाड़ी चाशनी तैयार कर ले। चाशनी तैयार होने पर गैस बंद कर दे और ठंडा होने बाजु में रख दे। 3. अब आटे के डोह को एक बार हाथों से फिर से मैश कर ले और इसके बड़े नींबू जितने पेड़ा बना ले। अब एक पढ़ा को हाथों पर गोल घुमा कर पेड़ा तैयार कर ले। फिर बीच में अंगूठे से दबाकर बालूशाही जैसा आकर दे। ठीक इसी तरह सभी पेढ़े से बालूशाही तैयार कर लें। 4. अब कड़ाही में तेल डालकर गर्म होने रखें। जब तेल हल्का गर्म होने लगे। तब गैस की आंच धीमी करें और बालूशाही को तेल में डालें। अब इसे धीमी आंच पर फ्राय होने दे। इसे पूरी तरह फ्राय होने में 5-7 मिनट का समय लग सकता है। तेल में बुलबुले निकलने लगे तब समझिए बालूशाही ठीक तरह से फ्राई हो रही है। (घर पर रसीली और कुरकुरी जलेबी कैसे बनाये) 5. अब जब बालूशाही का कलर बढ़िया आ जाए तब तेल से बाहर निकालें और चाशनी में डुबो दे। 10 मिनट चाशनी में डुबोना है ताकि अच्छी तरह चाशनी अंदर तक मिल जाए। 10 मिनट बाद इसे बाहर निकालें। बालूशाही रेसिपी- Balushahi Recipe सर्व करने के लिए तैयार है।
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[hin] [Deva] दिवालियेपन के कगार पर जेपी, कैसे मिले अपना घर - दिवालियेपन के कगार पर जेपी, कैसे मिले अपना घर प्रकाशित Fri, 11, 2017 पर 18:39 | स्रोत : CNBC-Awaaz जेपी में बुरे फंसे, अपना घर हर किसी का सपना होता है। आधी रोटी खाकर भी इस सपने को सच करना चाहते हैं। तमाम मुश्किलों के बाद भी अपने आशियाने की आस में हर महीने ईएमआई भरते हैं लेकिन अब ये उम्मीद टूटती दिख रही हैं। जेपी इंफ्राटेक में घर खरीदने के लिए लोगों ने मेहनत की जमा पूंजी लगाई। पहले पजेशन में देरी हुई और अब कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है। ऐसे घर खरीदार परेशान हैं कि अब उनका सपना कैसे पूरा होगा। घर मिलेगा या नहीं और कंपनी दिवालिया हो गई तो फंसा हुआ पैसा कैसे वसूल होगा। क्या घर खरीदारों के संकट को दूर करने में सरकार दखल देगी। देश की बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक जेपी इंफ्राटेक जल्द ही दिवालिया घोषित हो सकती है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी एनसीएलटी ने जेपी इंफ्राटेक को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी दे दी है। जेपी इंफ्राटेक के अटके प्रोजेक्ट की लिस्ट काफी लंबी है। इस लिस्ट में जेपी अमन, जेपी कॉसमॉस, जेपी बुलवार्ड, जेपी कासा आयल, जेपी केंजिंगटन, जेपी पवेलियन कोर्ट और जेपी कैलिप्सो कोर्ट का नाम शामिल किया है। आईडीबीआई ने जेपी को दिवालिया घोषित करने की मांग थी जिसके बाद आईडीबीआई की याचिका पर जेपी इंफ्राटेक की दिक्कते बढ़ी और हालात यहां तक खराब हुई कि नेशनल कंपनी लॉ बोर्ड ट्रिब्यूनल जेपी को दिवालिया कंपनी के तौर पर माना और कंपनी को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस प्रक्रिया के तहत जेपी इंफ्रा की संपत्तियों का मूल्यांकन होगा। रिवाइवल के लिए कंपनी को मिला 9 महीने का वक्त मिलेगा। इसके लिए 7 अकाउंटिंग कंपनियों में से एक को जिम्मा मिलेगा और कर्ज चुकाने की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा। 270 दिनों के भीतर कंपनी के फाइनेंस की जांच होगी और अगर कर्ज चुकाने की हालत नहीं बनी तो नीलामी होगी। फिलहाल कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को निलंबित कर दिया गया है। जेपी इंफ्राटेक, जेपी एसोशिएट की बड़ी कंपनियों में से एक है। जेपी एसोसिएट का जेपी इंफ्रा में 71.64 फीसदी हिस्सा है। जेपी इंफ्राटेक पर करीब 8365 करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी पर आईडीबीआई बैंक का 4000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। ग्रेटर नोएडा में जेपी के करीब 32 हजार प्रोजेक्ट है जबकि जेपी इंफ्रा के 32 हजार फ्लैट निर्माणाधीन है। जेपी इंफ्राटेक ने अक्टूबर 2017 तक ग्राहको को 6,000 फ्लैट डिलिवरी और अक्टूबर 2018 तक 8,000 फ्लैट की डिलिवरी करने का वादा किया था। लेकिन खराब मार्केट की वजह से घर के पजेशन में देरी हुई और रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ी सुस्ती के कारण घर खऱीदार अपने आशियाने के पूरा होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अब कंपनी के दिवालिया घोषित होने पर उनकी समस्याएं और भी गंभीर हो गई है। मौजूदा समय में ग्राहको के पास कुछ ही ऑप्शन बचते है। ग्राहक कंपनी ने अपना क्लेम लेने के लिए दावा भर सकते हैं। जितनी राशि बिल्डर को दी है वो डिटेल भरें और कंपनी अगर दिवालिया हुई तो रिकवरी की मांग करें। हालांकि रीस्ट्रक्चरिंग पूरी होने तक रिकवरी संभव नहीं होती। रिकवरी की प्रक्रिया रिवाइवल प्लान फेल होने पर ही संभव है। लेकिन ग्राहक अथॉरिटी पर रिकवरी के लिए दबाव बना सकते हैं और वह घर बनवाने के लिए भी मांग रख सकते हैं। घर खरीदारों को इंसाफ मिले यह अथॉरिटी की जिम्मेदारी होती है।
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[hin] [Deva] अगस्ता घोटाला : संसद में उठाकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी : Tez News Home > India News > अगस्ता घोटाला : संसद में उठाकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाला मामला संसद में उठाकर सोनिया गांधी को घेरने की तैयारी में जुट गई है। सैन्य और रक्षा उपकरण बनाने वाली अगस्ता वेस्टलैंड की कंपनी फिनमेकैनिका के अधिकारियों की तरफ से भारत में नेताओं और अधिकारियों को घूस देने के आरोपों की जांच कर रही इतालवी कोर्ट में ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिसमें 'सिगनोरा गांधी' नाम के एक सदस्य का भी नाम है। यह सिगनोरा गांधी कौन है यह अभी जांच का विषय है। इटली की कोर्ट कथित रूप से केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर महत्वपूर्ण दस्तावेज साझा नहीं करने का आरोप लगाए जाने के बाद यह चॉपर घोटाला एक बार फिर संसद में गूंजा। इस मुद्दे को सुब्रहमण्यम स्वामी भी भविष्य में राज्यसभा में भाजपा की तरफ से उठाएंगे। इटली कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि यहां ऐसा मत है कि भारत के प्रधानमंत्री सहित दूसरे शीर्ष नेताओं द्वारा उपयोग के 12 चॉपरों के लिए अगस्ता वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में हुए सौदे भ्रष्टाचार हुआ। कई मीडिया साइट पर ऐेसे दस्तावेज भी सामने आए हैं जिसमें सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम भी शामिल है। इनमें से एक दस्तावेज मार्च 2008 में इस सौदे के मुख्य बिचौलिये क्रिसचन मिचेल ने भारत में ऑगस्ता वेस्टलैंड के प्रमुख पीटर हुलेट को लिखी चिट्ठी है, जिसमें 'सिगनोरा गांधी' को 'वीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में मुख्य कारक' बताया गया है। वहीं साल 2013 में अगस्ता वेस्टलैंड के अधिकारी गुसिप ओर्सी की लिखी चिट्ठी में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र है, जिसमें कहा गया है कि इतालवी प्रधानमंत्री या किसी वरिष्ठ राजनयिक को उन्हें फोन करना चाहिए। ओर्सी इस वक्त भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद है। इटली की कोर्ट के आदेश का विवरण सामने आने के साथ ही सत्ताधारी बीजेपी इस मामले को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने अपनी साप्ताहिक बैठक में इस मामले में अपनी रणनीति पर चर्चा की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। वहीं वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कथित रूप से कहा कि इस मामले ने साबित कर दिया कि 'कांग्रेस ने कितने घोटाले किए हैं' और 'मुख्य विपक्षी पार्टी को इस पर जवाब देना होगा'। सोमवार को जब भाजपा ने लोकसभा में इस मामले की जांच की मांग उठाई, तो उस वक्त सोनिया और राहुल गांधी सदन में ही मौजूद थे। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हम सदन में इस पर चर्चा चाहते हैं और रक्षा मंत्री को इस मामले में उठ रहे सभी प्रश्नों के जवाब देने चाहिए। वहीं कांग्रेस ने कहा कि उसके पास छुपाने को कुछ नहीं है। पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि हमने जांच के आदेश दिए थे और कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था। अगर भाजपा सरकार इतनी ही उत्सुक है, तो हमने जो जांच के आदेश दिए थे सीबीआई को उसमें तेजी लाने को क्यों नहीं कहती है। अब यह मामला उठने के बाद रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता हेलीकॉप्टर सौदे पर इटली कोर्ट के फैसले की जानकारी मांगी है। वहीं पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी ने कहा कि अगर इस मामले में मैं दोषी हूं तो सरकार भी जिम्मेदार है। वहीं दूरसंचार मंत्री विशंकर प्रसाद ने कहा कि सीबीआई के काम में रुकावट डाली गई है।
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[hin] [Deva] छत्तीसगढ़/ स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने लिखा पत्र… केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की ये मांग… स्वयं पाए गए थे कोरोना पॉजिटिव!! – RIG24 छत्तीसगढ़/ स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने लिखा पत्र… केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की ये मांग… स्वयं पाए गए थे कोरोना पॉजिटिव!! रायपुर। अभी कुछ दिनों पूर्व बीते सप्ताह में सूबे स्वास्थ मंत्री को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया था। इसी बीच आज स्वास्थ्य मंत्री ने बढ़ते कोविड प्रकोप के बीच केंद्र सरकार से फिर से सम्पर्क साधने की कोशिश की है। दरसअल छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने रायपुर के एम्स (AIIMS) और पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) जांच की सुविधा शीघ्र शुरू करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा है। उन्होंने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड-19 का नया वेरिएंट और उसका बदलता स्वरूप वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश के ज्यादातर राज्यों में कोविड के नए वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण की खबरें लगातार आ रही हैं। छत्तीसगढ़ कई राज्यों की सीमाओं से घिरा हुआ है। इसलिए यहां भी कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के वेरियंट का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। हमें इसके लिए सैंपल भुवनेश्वर (ओड़िशा) भेजकर रिपोर्ट मंगानी पड़ती है जिसमें काफी समय लगता है। जांच की गति धीमी होने के कारण यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि हमारे क्षेत्र में फैलने वाला कोरोना वेरिएंट ओमिक्रॉन, डेल्टा या अन्य कोई दूसरा है। इसके कारण कोरोना की रोकथाम, जांच और इलाज के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेने तथा रणनीतिक तैयारी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। Watch Video: 'खुल्लम-खुल्ला प्यार करेंगे हम दोनों...न जान की परवाह न हादसे का डर, चलती बाइक पर खुल्लम-खुल्ला किस करता नजर आया कपल !
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[hin] [Deva] Rakesh Sharma Biopic: सलमान खान को मिला राकेश शर्मा की बायोपिक का ऑफर Narendra Modi Break Protocol / डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रधानमंत्री... Dabboo Ratnani ने शेयर की Tabu की टॉपलेस Calender Photoshoot... सलमान खान करेंगे Rakesh Sharma Biopic Rakesh Sharma Biopic: राकेश शर्मा की बायोपिक सारे जहां से अच्छा के लिए मेन लीड एक्टर आखिरकार फाइनल हो ही गया। सबसे पहले राकेश शर्मा की बायोपिक आमिर खान (Aamir Khan) को ऑफर की गई, फिर उसके बाद शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को इस फिल्म का ऑफर मिला। किंग खान ने इस फिल्म के लिए हामी भर दी। उसके बाद साल 2018 में ही ये फाइनल हो गया था कि राकेश शर्मा की बायोपिक (Rakesh Sharma Biopic) 'सारे जहां से अच्छा' (Saare Jahan Se Achcha_ में शाहरुख खान ही एस्ट्रोनॉट की भूमिका निभाएंगे। लेकिन फिल्म 'ज़ीरो' की रिलीज़ और बॉक्सऑफिस पर फिल्म के सक्सेसफुल न होने के बाद शाहरुख खान ने खुद को इस प्रोजेक्ट से अलग कर लिया। भारी भरकम बनेगी बजट में 'सारे जहां से अच्छा' वहीं, अब राकेश शर्मा की बायोपिक (Rakesh Sharma Biopic) को लेकर ताज़ा अपडेट्स ये हैं. कि अब इस फिल्म के लिए बॉलीवुड के तीसरे खान यानी सलमान खान (Salman Khan) को अप्रोच किया गया है। बता दें, कि राकेश शर्मा की बायोपिक (Rakesh Sharma Biopic) 'सारे जहां से अच्छा' को महेश मथाई (Mahesh Mathai) डायरेक्ट करेंगे। फिल्म में VGX का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा और ये फिल्म भारी भरकम बजट में बनाई जाएगी। पिछले साल फिल्म 'उरी' की सफलता के बाद ये भी खबरें आईं थीं कि विक्की कौशल (Vicky Kaushal) को फिल्म के लीड रोल के लिए अप्रोच किया गया है। लेकिन फिल्म के डायरेक्टर और मेकर्स किसी ने भी इस बात को लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी थी। सलमान खान को पसंद आई फिल्म की स्क्रिप्ट लेटेस्ट खबरों के मुताबिक, राकेश शर्मा की बायोपिक (Rakesh Sharma Biopic) फिल्म 'सारे जहां से अच्छा' की स्क्रिप्ट के राइट्स खरीद चुके सिद्धार्थ रॉय कपूर (Siddharth Roy Kapoor) ने इस फिल्म के लिए सलमान खान को अप्रोच किया है और उनके साथ फिल्म की स्क्रिप्ट पर भी बात कर ली है। फिलहाल, सलमान खान को फिल्म की स्क्रिप्ट तो पसंद आ गई है, लेकिन उन्होंने अभी तक फिल्म को साइन नहीं तिया है। ये भी पढ़ें- Salman Khan Movie: सलमान खान बनेंगे सिख पुलिस ऑफिसर, आयुष शर्मा के साथ करेंगे गैंगस्टर ड्रामा फिल्म
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[hin] [Deva] जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर बामसे की ओर से आज भारत बंद का ऐलान किया गया है। 09:56:58 am - May 25, 2022 | Pinki Nayak जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एम्पलॉइज फेडरेशन (बामसेफ) की ओर से भारत बंद का ऐलान किया गया है। बामसेफ के अध्यक्ष वामन मेश्राम ने कहा, "हमारे भारत बंद आंदोलन को राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा, भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन मुक्ति मोर्चा और कई अन्य संगठनों ने समर्थन दिया है।" भारत बंद को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा है और लोगों से अपील की जा रही है। बामसेफ के अध्यक्ष वामन मेश्राम ने कहा कि हमारी मुख्य मांग यही है कि जनगणना में जातियों की संख्या को गिनने की बात भी शामिल की जाए। जातिगत जनगणना की मांग को लेकर बामसेफ के द्वारा भारत बंद के आह्वान को किसी बड़े दल का समर्थन अभी तक नहीं मिल सका है। हालांकि, जातिगत जनगणना की मांग करने वाले तमाम दल बामसेफ के फैसले को बेहतर बता रहे हैं, लेकिन उसके साथ सड़क पर उतरने और अपना समर्थन देने से बच रहे हैं। जाति आधारित जनगणना के अलावा बामसेफ की ओर से पुरानी पेंशन दोबारा शुरू करने, किसानों को MSP की गारंटी देने, लोगों को टीका लगवाने के लिए मजबूर न करने, NRC/CAA/NPR की कवायद रोकने जैसी मांग की जा रही है। इसके अलावा चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर रोक की भी मांग की गई है। बिहार में दिखाई देगा बंद का असर बताया जा रहा है कि भारत बंद का असर दिल्ली में कुछ खास नहीं दिखेगा, लेकिन यूपी और बिहार जैसे बड़े प्रदेशों में इसका बड़ा असर हो सकता है। वहीं बिहार में इसके असर का कारण ये है कि वहां ये मुद्दा काफी ज्यादा छाया हुआ है। विपक्ष के नेता तेजस्वी जातिगत जनगणना की मांग लंबे समय से कर रहे हैं।
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[hin] [Deva] महाराष्ट्र सरकार और गवर्नर में घमासान, शिवसेना ने सामना के जरिए साधा निशाना | NewsTrack Hindi 1 मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना अब राज्य के राज्यपाल से भिड़ गई है और मुद्दा है 'फाइनल ईयर की परीक्षा' कराने का. दरअसल महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) को पत्र लिखकर फाइनल इयर की वार्षिक परीक्षा निरस्त करने की मांग की थी. जिस पर गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी भड़क गए थे और उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को लिखा कि वह छात्रों के हित में बगैर देरी किए यूनिवर्सिटीज में वार्षिक परीक्षा कराने के मुद्दे का समाधान करें ,क्योंकि 'विश्वविद्यालयों द्वारा वार्षिक परीक्षा का आयोजन नहीं करना यूजीसी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के समान है.' साथ ही उन्होंने सीएम ठाकरे से कहा कि वह अपने मिनिस्टर को अनावश्यक हस्तक्षेप करने से रोकें. गौरतलब है की राज्यपाल यूनिवर्सिटीज के चांसलर होते हैं. जिसके बाद आज सामना ने अपने संपादकीय में गवर्नर पर हमला बोला है. सामना ने लिखा हैं कि, 'महाराष्ट्र में दस लाख से अधिक फाइनल ईयर के विद्यार्थी हैं. दस लाख से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षा केंद्रों तक कैसे पहुंचेंगे? उनकी व्यवस्था कैसे करेंगे? कर्मचारी, प्राध्यापक और शिक्षक किस तरह पहुंचेंगे? परीक्षा के जरिए कोरोना का संक्रमण बढ़ेगा तो क्या होगा? बहुत सारे स्कुल-कॉलेज की जगहों को कोरोना के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है तो परीक्षा सेंटर कहां बनाएंगे? MAHARASHTRA GOVT LATEST UPDATES MAHARASHTRA GOVERNOR RAJYAPAL SINGH KOSHYARI SHIVSENA MANIFESTO SAMNA
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[hin] [Deva] क्यों चरमपंथियों के निशाने पर हैं पाकिस्तान के ईसाई? - BBC News हिंदी http://www.bbc.com/hindi/international/2013/09/130924_pakistan_christian_church_an अब तक पाकिस्तान में तालिबान चरमपंथी मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदायों जैसे शिया मुसलमानों और अहमदी समुदाय को ही निशाना बनाते रहे हैं लेकिन ईसाइयों के ख़िलाफ़ भी हमले होते रहे हैं. इनमें से कुछ हमलों का संबंध पाकिस्तान के विवादास्पद ईश निंदा क़ानून से है और कुछ के पीछे राजनीतिक मकसद नज़र आता है. बीते कुछ सालों में दो बड़े ईसाई नेताओं की हत्या से भी इन अल्पसंख्यकों की गंभीर हालत पर नज़र जाती है. हिंदुओं के बाद ईसाई पाकिस्तान में दूसरे सबसे बड़े अल्पसंख्यक समूह हैं. उनकी जनसंख्या करीब 1.6% है. ईसाइयों की ज़्यादातर जनसंख्या कराची में है और इसके अलावा पंजाब में कई ईसाई गांव हैं. उत्तर पश्चिमी प्रांत ख़ैबर पख्तूनख्वाह में, एक नेता के अनुसार, दो लाख ईसाई हैं जिनमें से 70 हज़ार पेशावर में रहते हैं. पाकिस्तान के ईसाइयों में से ज़्यादातर ब्रितानी राज के दौरान हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बने थे. इनमें से ज़्यादातर निचली जाति के हिंदू थे. कमज़ोर हालत Image caption पाकिस्तान में ईसाइयों पर हमले होते रहे हैं. ब्रितानी राज में इनमें से कई ईसाई छावनी वाले शहरों में मज़दूरी करते थे और अब भी हर छावनी वाले शहर में लाल कुर्ती नाम का इलाका है जहां ईसाई रहते हैं. लेकिन अब भी ईसाई समुदाय पाकिस्तान के ग़रीब समुदायों में से है, जिन्हें छोटे-मोटे काम ही मिलते हैं. पंजाब में गांव के गांव ईसाइयों के हैं जहां के लोग मज़दूरी करते हैं या खेतों में काम करते हैं. पाकिस्तान के ईसाई समुदाय के कुछ वर्ग हैं जो तुलनात्मक रूप से धनी हैं और ब्रितानी राज के दौरान गोवा से आए थे, ये ज़्यादा पढ़े-लिखे हैं और कराची में बसे हैं. इन सभी लोगों में असुरक्षा का भाव है, पाकिस्तान का माहौल रहने लायक न रहने के बाद रईस ईसाई कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जा बसे हैं. अगर कुछ मुसलमान देश छोड़ने के बारे में सोचेंगे तो ईसाई और दूसरे अल्पसंख्यक ये दबाव ज़्यादा महसूस करेंगे ही. बंटवारे से पहले का पाकिस्तान ज़्यादा विविधतापूर्ण था और पाकिस्तानी समाज के इस्लामीकरण के बाद सहनशीलता घटी है. बंटवारे से पहले के ईसाई खुद को उस अल्पसंख्यक समुदाय में मान सकते थे जो तब कुल जनसंख्या के 15% थे. अब अल्पसंख्यक 4% से भी कम रह गए हैं. इस्लामी चरमपंथ के आने के बाद हालात और बदल गए हैं. 1990 के दशक से कई ईसाइयों को कुरान को अपवित्र करने या पैगंबर मोहम्मद की ईशनिंदा करने का दोषी पाया गया है, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ज़्यादातर आरोप निजी विवादों से उपजे हैं. हालांकि ज़्यादातर को निचली अदालत ने मौत की सज़ा दी थी, ऊंची अदालतों ने ज़्यादातर मामलों में या तो सबूत के अभाव में उलट दिया या ये पाया गया कि शिकायतकर्ता आर्थिक लाभ के लिए आरोप लगा रहे थे. ईशनिंदा के आरोपों की वजह से ईसाइयों के ख़िलाफ़ अक्सर हिंसा होती रही है. साल 2005 में फ़ैसलाबाद से सैकड़ों ईसाइयों को भागना पड़ा था क्योंकि इलाके के एक नागरिक पर कुरान के पन्ने जलाने के आरोप लगे थे और पूरे मोहल्ले पर कुल्हाड़ी और लाठियों के साथ भीड़ ने हमला बोल दिया था. इसके बाद शहर के कई चर्च और ईसाई स्कूलों में आग लगा दी गई थी. साल 2009 में पंजाब के गोजरा कस्बे में भीड़ ने करीब 40 घरों और एक चर्च में आग लगा दी थी और कम से कम आठ ईसाइयों को ज़िंदा जला दिया गया था. हालांकि मुसलमान और ईसाई बार-बार के झगड़ों के बगैर साथ-साथ रहते हैं, एक दूसरे के त्योहारों में जाते हैं. हमलों के पीछे वजह ईसाइयों के ख़िलाफ़ होने वाली कुछ हिंसा संगठित है और इसका सीधा रिश्ता अफगानिस्तान में अमरीका की अगुवाई वाले युद्ध से है, इसलिए इसके पीछे राजनीतिक वजह है. साल 2001 में अमरीका के अफगानिस्तान पर हमले के कई महीने बाद टक्सिला में ईसाई मिशन अस्पताल के चर्च में ग्रेनेड हमले में चार लोग मारे गए थे. इसके कुछ महीने बाद कराची में हथियारबंद लोगों ने ईसाई चैरिटी के छह सदस्यों को बांधने के बाद उनकी हत्या कर दी थी. हालांकि ये घटनाएं बीते कुछ सालों में छिटपुट रही हैं लेकिन लगातार होती रही हैं. Image caption हिंसा की वजह से बड़ी तादाद में हिंदू पाकिस्तान छोड़ने पर मजबूर हुए हैं. हालांकि ये कहना जल्दबाज़ी होगी कि पेशावर में रविवार को चर्च पर हुआ हमला किस श्रेणी में आता है लेकिन इसका वक्त बड़ा महत्व रखता है. ये हमला ऐसे समय हुआ है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ न्यूयॉर्क पहुंचने वाले हैं. विश्लेषकों का कहना है कि पेशावर में हुए हमले का साया उनके दौरे पर पड़ेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान के चरमपंथ से लड़ने की प्रतिबद्धता पर सवाल उठेंगे. ये पाकिस्तान में ईसाइयों पर पहला बड़ा हमला है जो अल्पसंख्यक शिया समुदाय पर हाल में हुए हमलों की तरह लगता है. लेकिन उस दुश्मनी के पीछे की वजह कुछ और लगती है. पाकिस्तान में शियाओं को असरदार और सेना और देश के सांस्कृतिक जीवन में अहम किरदार निभाने वाले समुदाय के तौर पर देखा जाता है. जैसा कि कुछ विश्लेषक कहते हैं, वे शिया ईरान और सुन्नी सऊदी अरब के बीच के छद्मयुद्ध में फंसे हुए हैं. पाकिस्तान के ईसाई और हिंदू अल्पसंख्यक सहानुभूति जगाते हैं और वे समुदायों और विचारधाराओं के बीच की बड़ी लड़ाई के औज़ार नहीं हैं. वे पश्चिम को संदेश देने या नवाज़ शरीफ़ को शर्मिदा करने की एक चरमपंथी योजना का हिस्सा लगते हैं.
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[hin] [Deva] पंचायत चुनाव : हार जीत का जोड़-घटाव शुरू ! - Koshi Xpress होम कोशी सुपौल पंचायत चुनाव : हार जीत का जोड़-घटाव शुरू ! पंचायत चुनाव : हार जीत का जोड़-घटाव शुरू ! सुपौल/छातापुर (संतोष कुमार भगत / रवि रौशन) । त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आते जा रही है। प्रत्याशियों में गजब की बैचैनी देखा जा रहा है। कारण मतदाता मतदान किसे देगे इसे उजागर करने में चुप्पी साधे है। फिर भी प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने का प्रयास तेज कर दिया है। मतदाता कर्मठ और सुयोग्य उम्मीदवार की चाहत को रखते हुए चुनाव में खड़े प्रत्याशी में सबसे अच्छा कौन रहेगा। इसका मंथन किया जा रहा है। किस मतदाता को कैसे मनाना है ,वो सारी प्रक्रिया प्रत्याशी प्रयोग में लाने लगे है। पंचायत चुनाव को लोकसभा और विधानसभा से हटकर आंका जा रहा है। पंचायत के लिए कैसा प्रत्याशी सही होगा, इसे ढूंढ निकालना मतदाताओं के लिए लोहे के चना चबाने के बराबर साबित हो जाता है। चुनाव में खड़े प्रत्याशी मतदाताओं के समक्ष अपने आप को एक दूसरे से गुणवान, सुयोग्य, कर्मठ, शिक्षित और चरित्रवान साबित करने में लगे है। सबसे जानदार मुकाबला जिला पार्षद, मुखिया और पंचायत समिति में देखने को मिल रहा है।इन दिनो शादी-विवाह में प्रत्याशियों को मतदाताओं द्वारा निमंत्रण मिला रहा है। वहा प्रत्याशी जाना नहीं भूल रहे है। साथ ही निमंत्रण में पहुचें लोगों से मिलकर चुनाव की बाते को तरोताजा कर रहे है। अभी तो मतदाता के पास ऐसी स्थिति है कि एक प्रत्याशी को बुला रहे है, तो दस पहुंच रहे है। प्रत्याशी मतदाता को बैलेट पेपर के नमुने को काफी घ्यान देकर बता रहे है कि मेरा चुनाव चिन्ह ये है जो इतने नम्बर पर है।
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[hin] [Deva] नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया बड़ा एलान | Tez News मंडला– प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज चौहान आज मंडला जिले के ग्राम चाबी पहुंचे। मुख्य मंत्री नमामि देवी नर्मदा के तहत आयोजित नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होने यहाँ पहुंचे थे। उन्होंने मंच में पहुँचते ही पूरे भक्ति भाव के साथ ध्वज पूजन किया और आरती की। कन्या पूजन के बाद मंच में मौजूद साधु सन्यासियों का सम्मान कर उनका आशीर्वाद लिया। सभा को सम्भोदित करते हुए मुख्य मंत्री ने जमकर नर्मदा की महिमा का बखान किया। सीएम के कहा कि प्रदेश की सिंचाई में 20 प्रतिशत योगदान नर्मदा का। प्रदेश की 30 प्रतिशत जनता की प्यास भी नर्मदा जल से ही बुझ रही है। इसे और बढाकर गाँव गाँव नर्मदा जल पहुँचाया जायेगा। नर्मदा की धार बची रहे इसलिये नर्मदा के दोनों पाटों में फलदार वृक्ष लगाये जाएंगे। फलदार वृक्ष लगाने वाले किसानों को फल आने तक 20 हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा भी दिया जायेगा। उन्होंने गंदे नालों का प्रवाह नर्मदा में रोकने की बात करते हुए ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात भी कही। सौचालय बनाने लोगों को प्रेरित करते हुए सौच के लिए नर्मदा तटों पर न जाने की भी नसीहत दी। इसके साथ ही उन्होंने अपनी सरकार द्वारा बेटियों के लिये चलाई जा रही योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने पुलिस भर्ती में बेटियों के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की बात भी कही। मुख्य मंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुए जिले के प्रभारी मंत्री संजय पाठक यात्रा की सफलता से गद गद दिखे और मुख्य मंत्री की शान में कसीदे पढ़ते नजर आये। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा के तटीय नगरों में जलशुद्धिकरण के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे। इन प्लांटों से गंदे पानी के जल-मल को अलग कर स्वच्छ पानी किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जायेगा। नर्मदा के घाटों पर पूजन सामग्री एवं प्रतिमा विसर्जन के लिए विसर्जन कुण्ड बनाये जायेंगे। इसी प्रकार तटों पर प्रदूषण रोकने के लिए मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री आज मण्डला जिले के ग्राम चाबी में नमामि देवि नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा के अवसर पर जन संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा जीवन दायिनी है नर्मदा तट के लोग इसकी गोद में पले-बढ़े हैं । प्रदेश के 30 प्रतिशत से अधिक लोग नर्मदा से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नर्मदा ने जल,जीवन एवं अन्य प्राकृतिक भंडार फल-फूल -सब्जी के साथ म.प्र. को बिजली जैसे सब चीजें दी किन्तु हमने उसके तट के ही वृक्ष काट डाले ,जंगल काट डाले। यह पेड़ पौधे जंगल के वृक्ष जो पानी सोखकर बूंद बूंद कर जल नदियों में देते थे उन्हें ही नष्ट कर जल स्तर कम कर नदियों का बहना बंद कर दिया। यदि यह नही रूका तो नर्मदा का प्रवाह बंद होने से मध्यप्रदेश भी सुरक्षित नही रहेगा। इसी उद्देश्य से नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन के लिए यात्रा आयोजित की जा रही है। नर्मदा के दोनों तटों पर सरकारी,वन भूमि एवं किसानों की निजी भूमि में पेड़ लगाये जायेंगे और वे पेड़ ऐसे होंगे जो तट के कटाव को रोका जा सकेगा। नर्मदा के किनारे किसान अपनी फसल वाले खेतों में दोनों तटों पर फलदार पौधे लगायें। किसानों को फलदार पौधे में फल आने तक प्रति वर्ष 20 हजार रूपये प्रति हैक्टेयर का मुआवजा दिये जाने का प्रावधान किया गया है। फल आने के बीच किसान अपनी जमीन पर अन्य फसल भी ले सकेंगे। किसानों को पेड़ लगाने की मजदूरी भी शासन देगा। नर्मदा के दोनों तटों पर पौधे लगाना ही इस नर्मदा सेवा यात्रा का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि अभी तक मण्डला जिले में 6 हजार 376 किसानों ने पेड़ लगाने का संकल्प ले लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा की जब योजना बनी तब ऐसा लग रहा था कौन चलेगा तब जन अभियान परिषद एवं साधु संतों ने इसकी शुरूआत का आश्वासन दिया और अब मात्र दस दिनों में लागों के समूह के समूह यात्रा के साथ है। यात्रा का संयोजन तो सरकार ने किया किन्तु अब समाज ने इसे अपने हाथ में ले लिया है। मुख्यमंत्री ने बेटी बचाने के संदेश को देते हुए कहा कि आज भी मातायें हैण्डपंप से पानी लाने बेटे को नही बेटियों को भेजती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में सरकार पाइप लाइन डालकर जल प्रदाय किया जायेगा। अब बेटी हैण्डपंप नही चलायेगी। उन्होंने नागरिकों को बेटी और बेटे में समानता का भाव रखने की सलाह देते हुए कहा कि यदि बेटी नही बचाओगे तो बहू कहॉ से लाओगे । इसका संतुलन जरूरी है यदि असंतुलन हुआ तो सृष्टि नही चलेगी। बेटियों के लिए शासन ने जन्म से उनके विवाह तक की सुविधायें दी है। अब पुलिस में भी 33 प्रतिशत पदों पर बेटियों की भरती होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को नशा नही करने की सलाह दी जिससे प्रेरित होकर लगभग 150 लोगों ने नशा नही करने का संकल्प लिया। जन संवाद के दौरान ही उपस्थित जनसमूह को मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज का पूजन कर मॉ नर्मदा की आरती की। मंच पर मुख्यमंत्री द्वारा कन्यापूजन एवं साधु संतों का शाल श्री फल एवं फूल मालाओं से स्वागत किया गया। अंत में आभार प्रदर्शन निवास विधायक राम प्यारे कुलस्ते ने किया।
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[hin] [Deva] .Com राज्यमंत्री गिरीश यादव के साथ पालिका परिवार ने लगाया झाड़ू | Zila News राज्यमंत्री गिरीश यादव के साथ पालिका परिवार ने लगाया झाड़ू जौनपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयोजित स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाये जाने हेतु दिये गये निर्देश के अनुपालन में 15 सितम्बर तक 2 अक्टूबर तक एक पखवारे का स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत कार्यक्रम चल रहा है। इसी क्रम में रविवार को राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव के नेतृत्व में नगर पालिका परिषद जौनपुर द्वारा प्रातः 7 से साढ़े 8 बजे तक भण्डारी वार्ड के मलिन बस्ती भण्डारी में सफाई अभियान चलाया गया। साथ ही नागरिकों को घर, मोहल्ला आदि को सदैव साफ बनाये रखने, कूड़े के निस्तारण हेतु कूड़ेदान रखने एवं उसे पालिका द्वारा निश्चित स्थल पर रखे गये कन्टेनर में कूड़े को डालने, तितर-बितर कर न फेंकने हेतु जागरूक किया गया। इस दौरान अधिशासी अधिकारी कृष्ण चन्द्र, कर अधीक्षक ओपी यादव, सफाई निरीक्षक हरिश्चन्द्र यादव, अवर अभियंता जल सुरेन्द्र प्रसाद यादव, कार्यालय अधीक्षक अनिल यादव ने नागरिकों की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान किया। इस अवसर पर तमाम अधिकारी, कर्मचारी, राजनीतिज्ञ, समाजसेवी, क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे।
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[hin] [Deva] महाराष्ट्र सरकार | Newstimes network गुप्तेश्वर पांडेय पर संजय राउत ने साधा निशाना, कहा- महाराष्ट्र पर तांडव का मिला इनाम गुप्तेश्वर पांडेय पर महाराष्ट्र में शिवसेना के नेता संजय राउत ने निशाना साधा है। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र पर राजकीय तांडव का बिहार की नीतीश सरकार ने उन्हें इनाम दिया है। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली। जिसके बाद पांडेय के राजनीति में उतरने की अटकलें लगायीं जाने लगीं थीं। इस बीच बुधवार सुबह गुप्तेश्वर पांडेय ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी अटकलों... केंद्र ने मानी बिहार सरकार की सिफारिश, सुशांत सिंह राजपूत केस सीबीआई को ट्रांसफर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajpoot) मौत मामले में बिहार सरकार सीबीआई (CBI) जांच की मांग कर रही थी। ऑपरेशन लोटस पर भड़के उद्धव ठाकरे, कहा- आज ही गिरा दो मेरी सरकार कांग्रेस ने दिखाया आईना तो बदले शिवसेना के सुर, राहुल की तारीफ में कही ये बात... महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार में घमासान मचा हुआ है। शिवसेना ने सामना के लेख के माध्यम से निशाना साधा। शिवसेना के बयान पर भड़की कांग्रेस, याद दिलाया ऐहसान और हैसियत! शिवसेना के बयान पर भड़की कांग्रेस। याद दिलाया ऐहसान और हैसियत! सोनू सूद को प्रवासी मजदूरों से मिलने से रोका गया, मुंबई पुलिस बोली... कोरोना वायरस के दौरान देश में जारी लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए भगवान बने सोनू सूद (Sonu Sood) लगातार मीडिया सुर्खियों में छाए हुए हैं। मुंबई में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए लगातार सोनू सूद अपनी ओर से गाड़ियों का इंतजाम कर रह...
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[hin] [Deva] rabindranath tagore's Birth Anniversary - Jansatta रवींद्रनाथ की कला-दृष्टि नन्हीं दुनियाः पाश्चात्ताप शख्सियतः रवींद्रनाथ टैगोर पश्चिम बंगाल के जोड़ासांको में जन्मे रवींद्रनाथ ठाकुर पहले भारतीय थे, जिन्हें गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार मिला। उनके लेखन में इतनी ताकत थी कि अंग्रेजी सत्ता भी उनकी कलम से घबराती थी। जनसत्ता May 6, 2018 1:46 AM निधन : 7 अगस्त, 1941 पश्चिम बंगाल के जोड़ासांको में जन्मे रवींद्रनाथ ठाकुर पहले भारतीय थे, जिन्हें गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार मिला। उनके लेखन में इतनी ताकत थी कि अंग्रेजी सत्ता भी उनकी कलम से घबराती थी। भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रगान के रूप में रवींद्रनाथ ठाकुर का लिखा गीत गाया जाता है। प्रकृति से प्रेम करने वाले ठाकुर भारतीय संस्कृति के प्रतीक थे। उन्हें दुनिया गुरुदेव के नाम से भी जानती है। रवींद्रनाथ ठाकुर के पिता देवेंद्रनाथ ठाकुर और माता शारदा देवी थीं। उनके पिता दार्शनिक और ब्रह्म समाज के संस्थापकों में से एक थे। बचपन में ही ठाकुर के सिर से मां का साया उठ गया। उनके सबसे बड़े भाई द्विजेंद्रनाथ एक दार्शनिक और कवि थे और दूसरे भाई सत्येंद्रनाथ यूरोपीय सिविल सेवा के लिए पहले भारतीय नियुक्त व्यक्ति थे। उनका एक भाई ज्योतिंद्रनाथ संगीतकार और नाटककार थे और उनकी बहन स्वर्ण कुमारी उपन्यासकार थीं। रवींद्रनाथ ठाकुर की शुरुआती शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल में हुई। 883 में मृणालिनी देवी के साथ उनका विवाह हुआ। उनके विवाह के बाद ज्योतिंद्रनाथ की पत्नी कादंबरी देवी ने आत्महत्या कर ली। इस घटना से ठाकुर बहुत आहत हुए और विद्यालयी शिक्षा से उनका मन उठने लगा। अब वे परिवार के साथ अधिक समय गुजारने लगे। ठाकुर ने कला, शरीर विज्ञान, भूगोल, इतिहास, साहित्य, गणित, संस्कृत और अंग्रेजी जैसे विषयों को अपना पसंदीदा विषय बनाया और उनका अध्ययन किया। शिक्षा को लेकर ठाकुर का कहना था कि उचित शिक्षण चीजों की व्याख्या नहीं करता, उनके अनुसार उचित शिक्षण जिज्ञासा है। रवींद्रनाथ ठाकुर को बचपन से ही कविताएं लिखने का शौक था। उन्होंने पहली कविता आठ साल की उम्र में लिखी। सोलह साल की उम्र में उनकी लघुकथा प्रकाशित हुई। ठाकुर ने गीतांजलि, नैवेद्य, मेयेर खेला, चोखेर बाली, पूरबी प्रवाहिनी, शिशु भोलानाथ, महुआ, वनवाणी, परिशेष, पुनश्च, वीथिका शेषलेखा, कणिका और क्षणिका आदि रचनाएं लिखीं। उन्होंने साहित्य की हर विधा में लिखा। उनका लेखन केवल बांग्ला तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हिंदी, अंग्रेजी आदि में अनुवादों के जरिए पूरे विश्व में पहुंचा। उन्हें विश्व भर में ख्याति प्राप्त हुई। ठाकुर को बचपन से ही प्रकृति से इतना प्रेम था कि 1901 में सियालदह छोड़ कर आश्रम की स्थापना करने के लिए शांतिनिकेतन आ गए। उनका मानना था कि विद्यार्थियों को प्रकृति के सान्निध्य में रह कर अध्ययन करना चाहिए। प्रकृति के बीच में पेड़ों, बगीचों और एक पुस्तकालय के साथ ठाकुर ने शांतिनिकेतन की स्थापना की। गीतांजलि के संकलन में भी उनके कई गीत प्रकृति प्रेम को दर्शाते हैं। उन्होंने करीब बाईस सौ गीतों की रचना की। आज उनके गीत बांग्ला संस्कृति का अभिन्न अंग हैं। उनके संगीत को रवींद्र संगीत के नाम से जाना जाता है। ठाकुर और गांधी ठाकुर और महात्मा गांधी के बीच राष्ट्रीयता और मानवता को लेकर हमेशा वैचारिक मतभेद रहा। गांधी राष्ट्रवाद को पहले पायदान पर रखते थे, तो ठाकुर मानवता को राष्ट्रवाद से अधिक महत्त्व देते थे। पर दोनों एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते थे। ठाकुर ने ही गांधी को महात्मा कहा था। जब शांतिनिकेतन आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और ठाकुर देश भर में नाटकों का मंचन करके धन संग्रह कर रहे थे, उस समय गांधी ने ठाकुर को साठ हजार रुपए का अनुदान दिया था।
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[hin] [Deva] वेस्टइंडीज टीम की असली क्षमता को नहीं दर्शाती है मौजूदा टी20 रैंकिंग: निकोलस पूरन | CricketCountry.com हिन्दी | Updated : January 7, 2021 11:08 AM IST विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन का कहना है कि मौजूदा टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग वेस्टइंडीज टीम की असली प्रतिभा को नहीं दर्शाती है। पूरन ने कहा कि अक्सर ऐसा होता है कि द्विपक्षीय सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज के कई अहम खिलाड़ी उसके साथ नहीं होते और इससे परिणाम प्रभावित होता है। दो बार टी20 विश्व कप जीत चुकी मौजूदा चैंपियन विंडीज टीम आईसीसी द्वारा जारी टी20 रैंकिंग में 10वें स्थान पर है और इसी को देखते हुए पूरन का ये बयान आया है। पूरन ने कहा, "अगला टी20 विश्व कप भारत में इस साल होना है और मैं इसका इंतजार कर रहा हूं। एक टीम के तौर पर टी20 हमारी ताकत है। बीते कुछ समय से हम टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन हमारी टीम अभी 10वें स्थान पर है और मेरा मानना है कि ये हमारी टीम की क्षमता का सही आकलन नहीं है।" उन्होंने कहा, "ज्यादातर सीनियर खिलाड़ी वेस्टइंडीज टीम में लौट चुके हैं। कीरोन पोलार्ड, ड्वेन ब्रावो, आंद्रे रसेल और सुनील नरेन भी वापस आ रहे हैं। बतौर खिलाड़ी, मैं काफी उत्साहित हूं क्योंकि मैं वेस्टइंडीज टीम के लिए अच्छा करना चाहता हूं और लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना चाहता हूं।" पूरन ने आगे कहा, "वेस्टइंडीज के लिए मेरा टी20 रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं था और मैं अगले कुछ महीनों में इस पर काम करना चाहता हूं।"
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[hin] [Deva] html के बारे में सभी प्रश्न. पृष्ठ 5918 - CodeRoad.in html के बारे में सभी प्रश्न 3 जावास्क्रिप्ट नंबर इनपुट का उपयोग करते समय मैक्सलेंथ काम नहीं कर रहा है मुझे इनपुट बॉक्स में नंबर डालने में थोड़ी समस्या है। अधिक विशिष्ट होने के लिए। मैं कस्टम मेड कीपैड का उपयोग करता हूं जो स्क्रीन पर दिखाई देता है, और संख्याओं को केवल उसी कीपैड का उपयोग करके इनपुट बॉक्स में लिखा जा सकता है, जिसमें अधिकतम 5 नंबर लिखे जा सकते हैं। लेकिन HTML maxlength एट्रिब्यूट इस मा.... 20 जुलाई 2015, 10:04 4 बटन पर div अदृश्य और दृश्यमान बनाएं jQuery का उपयोग करके क्लिक करें मेरे पास एक बटन है और उस बटन के क्लिक पर, मेरे पास दिखाने और छिपाने के लिए एक div है। मैंने इसे jQuery का उपयोग करके हासिल किया है। लेकिन समस्या तब होती है जब पेज लोड होता है, div पहले ही दिखाया जा चुका है। और मुझे वह चाहिए, अगर मैं बटन पर क्लिक करता हूं तो केवल div दिखाई देनी चाहिए। यह मेरा कोड .... 20 जुलाई 2015, 09:32 3 जांचें कि क्या समान मान वाले कई इनपुट फ़ील्ड हैं यदि हमारे पास समान मान वाले पृष्ठ पर एकाधिक इनपुट फ़ील्ड हैं, तो jQuery के साथ जांच करने का सबसे आसान तरीका क्या है? आप सभी को धन्यवाद!.... 19 जुलाई 2015, 15:32 4 जावास्क्रिप्ट वस्तु अजीब व्यवहार मैंने इस जावास्क्रिप्ट कोड को निष्पादित किया: var motorbike = { "Wheel" : move(), "Motor" : start() }; // CREATE MOTORBIKE OBJECT document.write(motorbike.Wheel); // MOVE MY MOTORBIKE document.write(motorbike.Motor); // START MY MOTORBIKE function move(){ return "-I'm moving<br/>"; } .... 19 जुलाई 2015, 15:10 3 निम्नलिखित बटन/जावास्क्रिप्ट कोड क्यों काम नहीं कर रहा है? बटन दिखाई दे रहा है लेकिन अलर्ट नहीं बनाता है। मैंने पहले ही जेएस को बाहरी फाइल से जोड़ने का प्रयास किया है लेकिन वह भी काम नहीं करता है। मैंने क्रोम, सफारी और फ़ायरफ़ॉक्स पर कोड की कोशिश की है। यहाँ पूरा कोड है: <head> <link rel="stylesheet" href="css/style.css" /> <title> My First Webpag.... javascript html button 19 जुलाई 2015, 13:37 2 आंतरिक HTML को कुछ भी नहीं पर सेट करना, काम नहीं करना clearConsole() वह फ़ंक्शन है जो कंसोल को साफ़ करता है। यह सब कोड है- http://michael.cheersgames.com/Tang/ कोड देखने के लिए Ctrl+U का प्रयोग करें। function clearConsole () { console.innerHTML = ''; } मेरा कंसोल- <div id="console">This is the console(text will appear b.... 19 जुलाई 2015, 11:16 4 पाठ की शुरुआत और अंत में कुछ जोड़ने के लिए जावास्क्रिप्ट या PHP फ़ंक्शन मैं कुछ ऐसा ढूंढ रहा हूं जो टेक्स्ट की शुरुआत में <td> और फिर टेक्स्ट के अंत में </td> जोड़ दे क्या कोई इसके साथ मदद कर सकता है या मुझे कुछ बता सकता है जहां मैं यह पता लगा सकता हूं कि यह कैसे करना है? उदाहरण के लिए, यदि कोई उपयोगकर्ता इस तरह का टेक्स्ट डालता है item 2,119 1,403 233.090 1,741,.... 19 जुलाई 2015, 07:11 4 फ़ंक्शन को कॉल करने के लिए मुझे इस इनपुट बटन को दो बार क्यों क्लिक करना होगा? मेरे पास एक अन्य div दिखाने या छिपाने के लिए ऑनक्लिक फ़ंक्शन के साथ एक साधारण इनपुट बटन (सबमिट नहीं) है। किसी कारण से, मुझे बटन को दो बार क्लिक करना होगा, एक बार इसे चुनने के लिए, फिर दूसरी बार फ़ंक्शन को निष्पादित करने के लिए। यह लघु संस्करण है: <input type="button" id="request_info_layer_button" .... 19 जुलाई 2015, 05:18 3 मैं अपना फॉर्म ऑटोस्केल सही तरीके से कैसे बना सकता हूं? आदर्श रूप से मैं चाहता हूं कि मेरे फॉर्म का textarea और उसके नीचे सब कुछ केंद्रित रहे क्योंकि ब्राउज़र की चौड़ाई बदल जाती है। मैं क्रोम पर परीक्षण कर रहा हूँ। मैं फ़ॉर्म को हमेशा केंद्र में कैसे रखूँ और ब्राउज़र की चौड़ाई कम होने पर textarea की चौड़ाई कम हो जाए? नोट - मैं प्रश्न में केवल 2 लिंक पो.... 19 जुलाई 2015, 03:27 3 मैं HTML DOM से पूरी तरह से एक डिव को कैसे छिपा सकता हूं? मेरे पास मेरे पृष्ठ में 2 divs हैं, प्रत्येक div में कक्षा a , b है। मेरे पास 2 यूआरएल भी हैं www.site.com/a www.site.com/b लक्ष्य : जब मैं साइट/ए पर होता हूं तो मैं div को कक्षा b के साथ छिपाना चाहता हूं और इसके विपरीत। लक्ष्य उन्हें पूरी तरह से DOM से छिपाना है। मुझे यकीन नहीं है कि यह कैसे करे.... 19 जुलाई 2015, 00:16 3 पृष्ठ के निचले भाग में एक डिव की स्थिति बनाएं और नीचे दिखाए गए डिव के अनुसार ऊपर की ओर पोजिशन करें मुझे पृष्ठ के नीचे एक div को छिपे हुए मोड पर नीचे एक और div के साथ रखने की आवश्यकता है, क्लिक पर छुपा div पहले div के नीचे दिखाई देगा और इसे दूसरे div की ऊंचाई के अनुसार ऊपर ले जाएगा। उदाहरण के लिए: Div1 (at bottom of page) Div2 (hidden) क्लिक घटना पर: Div1(moves up the same pixel height of the se.... 18 जुलाई 2015, 17:04 3 गतिशील रूप से जेनरेट किए गए इनपुट पर jQuery datepicker दिखाएं मेरे पास एक HTML पृष्ठ है जो जीथब से बूटस्ट्रैप 3-संवाद का उपयोग करता है: पृष्ठ में एक बटन होता है, जब आप उस पर क्लिक करते हैं तो इनपुट के साथ एक फॉर्म प्रदर्शित होता है, मैं उस इनपुट में डेटपिकर जोड़ना चाहता हूं हालांकि यह गतिशील रूप से उत्पन्न होता है और इनपुट पर क्लिक डेटपिकर नहीं दिखाता है। नीचे.... javascript jquery html jquery-ui datepicker 18 जुलाई 2015, 15:52 4 Jquery का उपयोग करके क्लिक किए गए तत्व के मूल तत्व की आईडी नहीं मिल रही है मैं उस घटना के तत्व के माता-पिता का id प्राप्त करना चाहता हूं जिस पर mousedown ईवेंट किया गया था। मैं निम्नलिखित कोड का उपयोग कर रहा हूँ: $(document).on("mousedown",function(e) { var id1 = $(e.target).closest("div").attr('id'); console.log(id1); }); इसका आउटपुट हमेशा undefinded होता है। .... 18 जुलाई 2015, 15:51 3 इवेंट हैंडलर जो 'इस' कीवर्ड का उपयोग करता है जो अपेक्षित रूप से काम नहीं कर रहा है शीर्षक सही नहीं हो सकता है लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं अपना प्रश्न कैसे पूछूं! मुझे this कीवर्ड के साथ एक समस्या का सामना करना पड़ा है। इस कोड के रूप में इसका उपयोग करते समय <input type="text" onkeyup="this.value=this.value.toUpperCase();"></input> यह पूरी तरह से काम करता है। लेकिन जब मैं इनपु.... 18 जुलाई 2015, 15:44 3 कैसे जांचें कि अंदरूनी div में कोई स्पैन तत्व खाली मान है या नहीं? मेरे पास मेरी एचटीएमएल फाइल में कोड नीचे है <div id="tags" style="border:none"> <span class="tag" id="spantag">{{ stu_skill.skill }}</span> </div> उपरोक्त अवधि के अंदर के मान सर्वर से गतिशील रूप से जोड़े जाएंगे .. अधिकतम 7 स्पैन होंगे (स्पैन [0], स्पैन [1] और इसी तरह स्पैन तक [6]) मैं कैसे जांच स.... 18 जुलाई 2015, 09:43 3 त्रुटि प्राप्त करना [ऑब्जेक्ट HTMLCollection] मुझे जावास्क्रिप्ट में एक साधारण परीक्षण करने में समस्या आ रही है। यह एक त्वरित उदाहरण है। प्रत्येक प्रश्न की div id को html कोड में बढ़ा दिया जाता है। एचटीएमएल <form action="#"> <div id="q1"> <label>Q. ABCD</label> <label><input type="radio" name="radio1" value="1">A</label> .... 18 जुलाई 2015, 09:26 3 एंकर टैग की आईडी प्राप्त करना जिसे क्लिक किया गया था यह डेटा का एक सूची प्रतिनिधित्व है जो एक PHP डेटाबेस से आ रहा है। सूची को फ़ोरैच PHP लूप का उपयोग करके प्राप्त किया जाता है और एंकर टैग के अंदर डेटा तदनुसार पॉप्युलेट किया जाता है। <?php foreach($array as $iterate):?> <div class="col-sm-3"> <div class="panel panel-default"> **<a onClick='theFu.... 18 जुलाई 2015, 09:06 4 उत्तरदायी एक्सटेंशन को गतिशील रूप से सक्षम/अक्षम कैसे करें मेरे पास एक प्रोजेक्ट है जहां उपयोगकर्ताओं को यह चुनने में सक्षम होना चाहिए कि साथ वाली स्क्रिप्ट jQuery डेटाटेबल्स के उत्तरदायी विस्तार को सक्रिय करती है या नहीं। मैं HTML में एक ड्रॉपडाउन मेनू जोड़ना चाहता हूं जो उपयोगकर्ताओं को यह चुनने देता है कि विकल्प responsive true पर सेट है या false dataTab.... javascript jquery html json datatables 18 जुलाई 2015, 02:40 4 क्या होवर क्षेत्र को छवि से बड़ा बनाने का कोई तरीका है? मैं सोच रहा था कि होवर क्षेत्र को छवि से बड़ा बनाने का कोई तरीका है या नहीं? उदाहरण के लिए, मेरे पास एक छवि है जो 72px x 61px है और जब मैं उस पर होवर करता हूं, तो यह एक अलग छवि में बदल जाता है। मैं क्या जानना चाहता हूं कि क्या मैं छवि के बाहर होवर कर सकता हूं लेकिन फिर भी छवि में बदलाव को ट्रिगर कर.... javascript html css image hover 17 जुलाई 2015, 22:19 3 बूटस्ट्रैप तालिका डेटा में केस असंवेदनशील खोज मैं बूटस्ट्रैप तालिका में मेल खाने वाले टेक्स्ट को खोजने और हाइलाइट करने का प्रयास कर रहा हूं। यह रहा फिडलर: https://jsfiddle.net/99x50s2s/74/ एचटीएमएल <table class='table table-bordered'> <thead> <tr><th>ID</th><th>Name</th></tr> </thead> <tbody id='UserInfoTableBody'> .... 17 जुलाई 2015, 22:06 3 जावास्क्रिप्ट ऑब्जेक्ट के लिए एक div CSS संपत्ति को बांधना मैं जावास्क्रिप्ट ऑब्जेक्ट प्रॉपर्टी के माध्यम से div CSS प्रॉपर्टी सेट करने का प्रयास कर रहा हूं। var Tile = function(face) { this.face = face; this.init = function(){ var x = document.createElement("DIV"); document.body.appendChild(x); } }; फिर मैं टाइल्स की एक सरणी ब.... 17 जुलाई 2015, 20:21 4 Jquery का उपयोग करके एक डिव की चौड़ाई टॉगल करें मैं एक बटन का उपयोग करके एक div की चौड़ाई को टॉगल करना चाहता हूं। मुझे यकीन नहीं है कि सीएसएस की जांच के लिए एक और कथन का सही तरीके से उपयोग कैसे करें, और मैं वाक्यविन्यास पर भी स्पष्ट नहीं हूं। आइए मान लें कि मेरे पास निम्न है: सीएसएस .firstDiv { border:1px solid black; padding:10px; w.... 17 जुलाई 2015, 19:13 4 कक्षा के साथ उलटी गिनती घड़ी मेरे वेब पेज पर कोड की निम्नलिखित पंक्तियाँ हैं - example/demo। एचटीएमएल: <p class="countdown-timer">10:00</p> <p class="countdown-timer">10:00</p> जावास्क्रिप्ट: function startTimer(duration, display) { var start = Date.now(), diff, minutes, seconds; function time.... javascript jquery html timer 17 जुलाई 2015, 17:57 5 चैटबॉक्स टेक्स्ट एस्केपिंग <div> अभी मैं एक नकली "चैट" फीचर बनाना चाहता हूं। समस्या अब यह है कि जब मैं बार-बार "भेजें" पर क्लिक करता हूं तो टेक्स्ट div से बच निकलता है। क्या इसे बनाने का कोई तरीका है ताकि जब डिव में टेक्स्ट डिव बॉर्डर के पास हो तो यह रुक जाएगा या स्क्रॉलिंग फीचर बना देगा। मैं केवल एचटीएमएल जावास्क्रिप्ट और सीएसए.... javascript jquery html css chat 17 जुलाई 2015, 17:18 3 पेज को लगातार रिफ्रेश क्यों करें? मेरे पास यह पृष्ठ है: संपर्क पास: डिज़ि मैंने इस कोड का उपयोग करके पुनर्निर्देशन करने का प्रयास किया: कोड JQUERY: var url = "http://dizievents.ch/index.php/event/food-n-liquor-dizinvolta-2/"; $(location).attr('href',url); फ़ायरफ़ॉक्स पर ऐसा लगता है कि सब कुछ ठीक है लेकिन क्रोम लगातार पेज को रीफ्रेश....
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[hin] [Deva] कोविड दवाओं पर GST दर में कोई बदलाव नहीं, ब्लैक फंगस वाली दवा के आयात पर शुल्क में छूट - हिन्दी समाचार,Latest News Hindi News in Hindi, ताजा खबरें, हिन्दी न्यूज़,Hindi News | हिन्दी समाचार, Latest News Hindi, News in Hindi, ताजा खबरें, हिन्दी न्यूज़,Hindi News जीएसटी परिषद की बैठक में ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के आयात पर शुल्क में छूट का फैसला किया गया. नई दिल्ली: माल एवं सेवाकर (जीएसटी) परिषद की शुक्रवार को हुई बैठक में कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और चिकित्सा उपकरणों पर जीएसटी दर में कोई बदलाव नहीं किया गया. हालांकि, ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के आयात पर शुल्क में छूट का फैसला किया गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने परिषद की बैठक के बाद बताया कि चिकित्सा सामग्री और टीके पर कर ढांचे को लेकर मंत्रियों का समूह विचार विमर्श करेगा. वित्त मंत्री की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की 43वीं बैठक का आयोजन शुक्रवार को वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिये हुआ. परिषद में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री और प्रतिनिधि शामिल हैं. बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि परिष्ज्ञद ने ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा एम्फोटेरिसिन- बी के आयात को एकीकृत जीएसटी से छूट देने का फैसला लिया गया है. इस पर वर्तमान में पांच प्रतिशत की दर से जीएसटी लगता है. वित्त मंत्री ने कहा, "राज्यों की जीएसटी राजस्व की क्षतिपूर्ति के लिये केन्द्र सरकार पिछले साल की तरह ही इस साल भी कर्ज उठायेगी और उसे राज्यों को जारी करेगी. इस साल यह राशि 1.58 लाख करो रुपये होगी." जीएसटी व्यवस्था लागू होने के समय शुरू की गई उपकर व्यवस्था के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई 2022 के बाद भी उपकर व्यवसथा को लागू रखने के मुद्दे पर विचार करने के लिये जीएसटी परिषद का एक विशेष सत्र बुलाया जायेगा जिसमें केवल इस बारे में ही चर्चा होगी. उल्लेखनीय है कि जुलाई 2017 में जीएसटी व्यवस्था लागू करते समय राज्यों को पांच साल तक उनकी राजस्व में आने वाली कमी की भरपाई के लिये कुछ खास वस्तुओं पर उपकर लगाने की व्यवस्था शुरू की गई थी. उपकर से मिलने वाली राशि को राज्यों को उनके राजस्व भरपाई के लिये जारी किया जाता है. परिषद की आज की बैठक में छोटे करदाताओं को माफी योजना के जरिये देरी से रिटर्न फाइल करने पर राहत की घोषणा की गई है. Post Views: 124 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को कूचबिहार से भाजपा की 'परिवर्तन यात्रा' के चौथे चरण की शुरुआत की। इस दौरान शाह ने सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पूछा कि यदि भारत में 'जय श्री राम' का नारा नहीं लगेगा […] Post Views: 81 संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के निकाय ने कहा है कि इस साल हिंसा के कारण अफगानिस्तान में 6,35,000 लोगों को उनके घरों को छोड़ना पड़ा, जिनमें से 12,000 से अधिक लोग हाल ही में काबुल में विस्थापित हुए हैं, जिसमें मुख्य रूप से पंजशीर प्रांत के लोग हैं।मानवीय मामलों के समन्वय […] Post Views: 124 बेतिया: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया अनुमंडल में गुरुवार की देर रात एक के बाद एक धमाके से पूरा बेतिया शहर थर्रा गया. दरअसल, बेतिया से सटे बैरिया थाना क्षेत्र के संतघाट स्थित गैस गोदाम में भीषण आग लग गई थी. आग की वजह से एक के बाद एक पचास से […]
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[hin] [Deva] सुप्रीम कोर्ट में सरकार का हलफनामा: मई 2022 से एनडीए में होगी महिलाओं की भी एंट्री - दा इंडियन वायर दा इंडियन वायर » समाचार » सुप्रीम कोर्ट में सरकार का हलफनामा: मई 2022 से एनडीए में होगी महिलाओं की भी एंट्री सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि मई 2022 में सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में महिला कैडेटों को शामिल करने के लिए 'तंत्र' का प्रस्ताव है। रक्षा मंत्रालय ने एक हलफनामे में अदालत को बताया कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) मई 2022 में प्रकाशित होने वाली अपनी एनडीए परीक्षा अधिसूचना में महिलाओं को शामिल करेगा। मंत्रालय द्वारा एक संक्षिप्त हलफनामे में कहा गया है कि, "सरकार स्पष्ट स्टैंड को रिकॉर्ड में रख रही है कि महिला उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के माध्यम से मौजूदा धाराओं में तीन रक्षा सेवाओं में प्रवेश के लिए विचार किया जाएगा। एनडीए में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा एक वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। सरकार ने मई 2022 तक आवश्यक तंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव किया है, यानी उस समय तक, जब तक यूपीएससी को एनडीए में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा के लिए 2022 की पहली अधिसूचना प्रकाशित करने की आवश्यकता है।" इससे पुरुषों के गढ़ माने जाने वाले एनडीए में महिलाओं के लिए पुरुषों के साथ ट्रेनिंग का रास्ता साफ हो गया है। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जिसके कारण महिला अधिकारियों के लिए स्थायी कमीशन हुआ। यह दूसरी बार है जब अदालत ने सशस्त्र बलों को लैंगिक समानता की ओर अग्रसर किया है। 8 सितंबर को सरकार ने अदालत को आश्वासन दिया कि एनडीए में महिलाओं को शामिल करने पर सशस्त्र बल पहले से ही विचार कर रहे थे। न्यायमूर्ति एस.के. कौल ने सशस्त्र बलों और सरकार से "लैंगिक समानता के मुद्दों को अप्राप्य छोड़ने और अदालत से हस्तक्षेप करने का आह्वान करने के बजाय इसपर एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने" का आग्रह किया था। मंत्रालय ने कहा कि महिलाओं को शामिल करने से पहले बुनियादी ढांचे और शारीरिक प्रशिक्षण आदि के लिए पाठ्यक्रम-वार व्यवस्था की जानी है। हलफनामे में कहा गया है कि, "जबकि शिक्षा पाठ्यक्रम अच्छी तरह से निर्धारित है प्रशिक्षण के बाकी सभी पहलुओं को महिला उम्मीदवारों के लिए अलग से तैयार करने की आवश्यकता है।"
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[hin] [Deva] अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस: 01 अक्टूबर | Current Affairs Adda247 in Hindi | करेंट अफेयर्स पढ़ें हिंदी में अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस: 01 अक्टूबर 14 दिसंबर 1 99 0 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा (संकल्प 45/106 के द्वारा) 1 अक्टूबर को वृद्ध व्यक्तियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में नामित किया गया. इस तरह से पहल से पहले एविंग ऑन विएना इंटरनेशनल प्लान ऑफ़ एक्शन जैसी पहले भी चलाई गई थी- जिसे 1980 में विश्व सम्मेलन ओन एजिंग द्वारा अपनाया गया था - और उसी वर्ष बाद में यूएन महासभा द्वारा अपनाया गया था. 1991 में, महासभा (संकल्प 46/91 के द्वारा) ने वृद्ध लोगों के लिए संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों को अपनाया. अंतर्राष्ट्रीय आयु वर्ग के अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2017 का विषय है "Stepping into the Future: Tapping the Talents, Contributions and Participation of Older Persons in Society." 1945 में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत स्थापित किया गया था, संयुक्त राष्ट्र के मुख्य विचार-विमर्श, नीति-निर्माण और प्रतिनिधि अंग के रूप में महासभा का एक केंद्रीय स्थान है. वृद्ध व्यक्तियों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के लिए 2017 का विषय- सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और नागरिक और राजनीतिक जीवन के विभिन्न पहलुओं में वृद्ध व्यक्तियों की भागीदारी को बढ़ावा देने और बढ़ावा देने के प्रभावी साधनों का अन्वेषण करेगा.
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[hin] [Deva] उप्र में चक्का जाम से सड़क और रेल यातायात प्रभावित | उप्र में चक्का जाम से सड़क और रेल यातायात प्रभावित - Hindi Oneindia उप्र में चक्का जाम से सड़क और रेल यातायात प्रभावित | Published: Wednesday, August 13, 2008, 15:18 [IST] लखनऊ, 13 अगस्त (आईएएनएस)। श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड को आवंटित जमीन वापस करने की मांग को लेकर बुधवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के देशव्यापी चक्का जाम से प्रदेश में सड़क और रेल यातायात प्रभावित रहा। राजधानी लखनऊ समेत आगरा, इलाहबाद, कानपुर, वाराणसी, फरूखबाद और मेरठ जिलों में वीएचपी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मिलकर चक्का जाम किया। इस दौरान कई जगह पुलिस ने लाठी चार्ज किया। आगरा में वीएचपी, भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शताब्दी एक्सप्रेस को रोककर आक्रोश प्रकट किया। इस दौरान करीब एक घंटे से ज्यादा देर तक हावड़ा-दिल्ली रेल मार्ग बाधित रहा। राजधानी लखनऊ में वीएचपी, भाजपा और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर हावड़ा से काठगोदाम को जाने वाली वाग एक्सप्रेस के आगे खड़े हो गए, जिसके चलते रेलगाड़ी घंटे भर से ज्यादा समय तक स्टेशन पर खड़ी रही और लखनऊ-गोरखपुर रेलमार्ग प्रभावित हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिल कुमार ने कहा कि शहर में हजरतगंज, आलमबाग, बादशाहनगर और महानगर में पुलिस ने उग्र विहिप कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग किया। इसके अलावा फरूखाबाद में कार्यकर्ताओं ने बरेली-फरूखाबाद राजमार्ग जाम किया। इलाहाबाद में वीएचपी कार्यकर्ताओं ने नैनी पुल, फाफामऊ पुल, और शास्त्री पुल पर जाम लगाया। वहीं कानपुर में कार्यकर्ताओं ने परेड, किदवई नगर, विजयनगर में जाम लगाकर अपना विरोध प्रकट किया। कानपुर के विरष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि करीब 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
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[hin] [Deva] AGNI PARIKSHA OF SITA: सत्यम शिवम सुन्दरम से अपने जीवन को समझीये IMPROVE YOUR LIFE BY SATYAM SHIVAM SUNDARAM~~आप धर्म अनुसार कर्म करते हैं तो जीवन और विश्व सुंदर होगा, अन्यथा नहीं ~~~अब हम यह समझने का प्रयास करेंगे कि हम अपना जीवन सत्यम शिवम सुन्दरम से और मधुर कैसे बना सकते हैं ! जीवन की गुणवत्ता हर हिंदू के लिया महत्व रखती है, और विशेष बात यह है कि कलयुग मैं यह भौतिक है, आद्यात्मिक नहीं ! और अब अचम्भित कर देने वाला तथ्य ! विज्ञान की सहायता से जहां हर छेत्र मैं प्रगति होई है वही विज्ञानिक जब सम्पूर्ण प्रगति का आकलन करते हैं तो उनका यह मानना है कि २० वर्ष मैं हमें प्रलय समाप्त कर देगी ! कारण विज्ञानिक ही बताते हैं कि इन सब छेत्र मैं प्रगत्ती करने हतु संसाधनों के उपयोग से पर्यावार्हन बुरी तरह से नष्ट हो गया है ! हो सकता है कि जीवन की गुणवत्ता की परिभाषा ही हमारी गलत रही हो ? शायद पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार जो कि हिंदू संस्कृति के अनुसार और युगों मैं होता रहा था वही विकल्प हो? अब हम वेदांत ज्योतिष का प्रयोग सत्यम शिवम सुन्दरम को समझने के लिये करेंगें !पिछला लेख "सत्यम शिवम सुन्दरम का सरल अर्थ" यदी आपने पढ़ा है तो इस विषय पर और जानकारी देगा! ध्यान रहे लोगो कि मान्यता के विपरीत वेदांत ज्योतिष वास्तव मैं ऐस्त्र्लोजी(Astrology) नहीं है ! ऐस्त्र्लोजी निश्चित भविष्यवाणी करने मैं विश्वास करती है, जब की वेदांत ज्योतिष, क्यूँकी कर्म को मानती है और यह भी मानती है कि कर्म से किसी भी भविष्य मैं होने वाले संभावना मैं संशोधन करा जा सकता है, इसलिये वेदांत ज्योतिष से भविष्यवाणी सिर्फ प्रवृत्ति और रुझान तक ही सीमित हो सकती है ! ज्योतिष, जैसा की संस्कृत के इस शब्द का भावअर्थ है, उस विषय पर प्रकाश करती है जिस के बारे मैं आप जानकारी चाहते हैं ! चुकी कुंडली के १२ भाग होते हैं, इसलिय यहाँ सत्यम शिवम सुन्दरम को समझने के लिये, पहले ४ भाग सत्यम को व्यक्त करेंगे, अगले ४(५ से ८ तक) शिवम को, तथा बाकी के ४ सुन्दरम को ! जन्म पहले भाव से देखते हैं, कुटुंब,धन दूसरे से, तीसरे से भाई बहेन, साहस, वीरता, तथा घर, शिक्षा, अन्य सुख चौथे से ! शिशु का जन्म एक भौतिक सत्यता है,और चारो भाव ही भौतिक तत्य दर्शाते हैं ! यही सत्य है ! शिशु एक सुनिश्चित संसाधन के साथ जन्म लेता है ! किसी परिवार मैं इन संसाधन की कमी होती है और कहीं अति! परन्तु जन्म लेते ही शिशु को भगवान शिव अनेक अवसर प्रदान करते है की वोह विश्व मैं उचत्तम स्तर तक पहुँच सके ! और यह जो अनेक अवसर शिव सबको देते हैं, उसपर किस परिवार मैं शिशु पैदा हूआ है, का कोइ प्रभाव नहीं होता है! यही कारण है इतिहास जो की प्रसिद्ध महापुरुषों का वर्णन है उन लोगो से भरा पड़ा है जो कि धनवान परिवार मैं नहीं जन्मे थे !लेकिन उन्होंने शिव जी के दिये होए अवसरों का लाभ लिया, और उनत्ती करी! यही सत्य है ! शिव हर व्यक्ती को अनेक अवसर देते हैं पूर्ण उनत्ती के लिये ! यही सत्य है और शिव सत्यम हैं ! शिवम जैसा कि पहली पोस्ट मैं बताया गया है का अर्थ है कि आप देते समय बदले मैं कुछ पाने कि इच्छा न रखें ! शिव, शिवम हैं क्यूँकी वोह अपने पास कुछ नहीं रखते! उनके पास खुद के रहने के लिये कुटिया भी नहीं है !पंचम भाव दर्शाता है संतान, सूचना और उच्च शिक्षा, छठा शत्रु, बीमारी और नौकरी, सप्तम बहारी संबंध, पति/पत्नी, तथा अष्टम जीवन! ध्यान रहे इन चारों भाव के लिये आप व्यय अधिक करते है और प्राप्ती कम होती है !इसलिये ये शिवम हैं! हिंदू मान्यता है कि मनुष्य खाली हाथ आता है, और खाली हाथ ही जाता है ! शिवम आपको प्रेरणा देता है कि आप अपने परिवार तथा अपने समाज की उनत्ती के लिये सहयोग दें ! सत्यम की परख यही है की आप शिवम हूऐ की नहीं ! सुन्दरम मैं बाकी चार भाव हैं ! नवा भाग्य और धर्म दर्शाता है, दसवा कर्म, ग्यार्वाह लाभ, तथा बारवां व्यय और हानी ! जैसा की पहले भी कहा गया है, सुन्दरम बिना आपकी प्रतिबद्धता के संभव नहीं!नवा भाव धर्म का और दसवा कर्म; अर्थार्थ सब कुछ आपके हाथ मैं हैं ! आप धर्म अनुसार कर्म करते हैं तो जीवन और विश्व सुंदर होगा, अन्यथा नहीं ! वेदांत ज्योतिष इस बात को पूरी तरह से स्पष्ट कर रही है कि जीवन की गुणवत्ता आपके खुद के हाथ मैं ही है! भगवान शिव ने तो आपको सब कुछ दे दिया; जीवन की गुणवत्ता पर निर्णय आपके धर्म अनुसार कर्म करने पर निर्भर है !
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[hin] [Deva] गंगा दशहरा के दिन स्त्रोत का पाठ करने से दस तरह के दोषों का नाश होता news in hindi गंगा दशहरा के दिन स्त्रोत का पाठ करने से दस तरह के दोषों का नाश होता प्रेषित समय :20:03:20 PM / Sat, Jun 19th, 2021 ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को मां गंगा का स्वर्ग से धरती मॆ अवतरण हुआ था इस दिन को गंगा दशहरा कहा जाता है इस दिन गंगा या किसी भी नदी मॆ स्नान कर मां गंगा स्त्रोत का पाठ करने से दस तरह के दोषों का नाश होता है इस वर्ष गंगा दशहरा 4 जून 2017 को है. *मां गंगा का अवतरण*-महाराजा सगर ने विश्व विजय की कामना से अश्वमेध यज्ञ किया यज्ञ के घोड़े की रक्षा के लिये राजा सगर के साठ हजार पुत्र घोड़े के साथ थे इन्द्र किसी भी तरह इस कार्य मॆ विघ्न डालना चाहता था इन्द्र ने यज्ञ के घोड़े को तपस्यारत कपिल मुनि के आश्रम मॆ लाकर छिपा दिया सगर के पुत्रों ने समझा की कपिल मुनि ने घोड़े को बंदी बनाकर हमे चुनौती दी है फलस्वरूप उन्होने कपिल मुनि की तपस्या भंग कर दी.कपिल मुनि ने क्रोध कर सभी सगर पुत्रों को भस्म कर दिया.इन सभी मृत आत्माओ की मुक्ति के लिये किसी पवित्र नदी की आवश्यकता थी क्योंकि उस समय अगस्त ऋषि ने सभी तरह के जल के पानी को सोख लिया था.सगर और अंशुमान और दिलीप ने मां गंगा को धरती मॆ लाने के लिये घोर तप किया लेकिन वे असफल रहे भगीरथ की तपस्या से गंगा जी का अवतरण धरती मॆ हुआ जिससे उनके पुरखों को मोक्ष हुआ साथ ही म्रत्युलोक वासियों को गंगा जी का सानिध्य प्राप्त हुआ. *गंगा पूजन कैसे करे*-इस दिन गंगा या किसी पवित्र नदी या फ़िर घर मॆ स्नान के जल मॆ गंगा या पवित्र जल मिलाकर इस मंत्र का पाठ करना चाहिये. *ॐ नमह शिवाये नारायनये दशहराये गंगाये नमह* का जाप दस बार करना चाहिए इसके पश्चात हाथ मॆ पुष्प लेकर इस स्त्रौत का पाठ करना चाहिये *ॐ नमो भगवते ऐइम ह्री श्री हिली हिली मिली मिली गंगे मां पावय पावय स्वाहा* इस मंत्र का पांच बार उच्चरण कर पुष्प जल को अर्पण करना चाहिये साथ ही अपने पितरों की तृप्ति के लिये प्रार्थना करना चाहिये.स्नान के समय दस दीपों का दान करना चाहिये नदी मॆ दस डुबकी लगाना चाहिये.जौ और तिल सोलह मुट्ठी लेकर तर्पण कार्य करना चाहिये इस दिन किया गय़ा कार्य पितरों को मोक्ष तथा वंशवृद्धि के लिये अति उत्तम होता है.
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[hin] [Deva] भारतीय मीडिया की परिपक्वता पर प्रश्नचिह्न | No. 1 Indian Media News Portal खासकर 24 घंटे प्रसारण करने वाले खबरिया चैनलों की आपाधापी ने समूचे मीडिया जगत को संकट में डाल दिया है और अब अदालतें भी अब इस पर उंगली उठाने लगी हैं. भारतीय मीडिया में खबरों को सनसनीखेज बनाकर बिकाउ माल की तरह बेचने की प्रवृत्ति बीते कुछ सालों में खूब पनपी है. खासकर नब्बे के दशक में जन्मे समाचार चैनलों में इस फितरत ने जमकर पैर पसारे. नतीजतन इसके असर से प्रिंट मीडिया भी आज अछूता नहीं है. इसका सबसे बड़ा नुकसान खबर की संवेदनशीलता खत्म होना और इसके बाजारु बनने पर मजबूर होने के तौर पर सामने आया है.
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[hin] [Deva] HomePoliticalप्रज्ञा सिंह ठाकुर साध्वी नहीं है: शंकराचार्य ने कहा और कारण भी बताया | MP NEWS एक व्यक्ति सन्यासी कैसे बनता है सनातन धर्म में सन्यास का बहुत महत्व है। इस धर्म में सन्यासी को शिव के समान माना जाता है। शास्त्रसम्मत विधी के अनुसार सन्यास की अपनी मर्यादा है। सनातन धर्म में सन्यास का बहुत महत्व है। इस धर्म में सन्यासी को उसे शिव के समान माना जाता है। यूं तो सन्यास का अर्थ होता है इंद्रियों का निग्रह। यानि इन्द्रयों पर इतना नियंत्रण कर लेना कि वह अनुपयोगी हो जाएं। शास्त्रों में कहा गया है कि चीजों का उपयोग करना लेकिन उनसे राग ना पालना ही योगी के लक्षण हैं। सन्यासी क्या करते हैं लेकिन शास्त्रसम्मत विधी से देखें तो सन्यास की अपनी मर्यादा है। इन्हीं मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए कुछ प्रक्रिया होती हैं जिनका विधिवत पालन करने पर ही सन्यासी को पूर्ण माना जाता है। इस प्रक्रिया में संन्यास लेने वाले को कुछ चरण पार करने होते हैं। सन्यासी जीवन बेहद कठिन है, जिसमें कठिन तप से गुजरना पड़ता है। सभी इंद्रियों सहित काम, क्रोध, लोभ, मोह, माया, अहंकार और तृष्णा को समाप्त कर चित्त को ईष्ट की आराधना में तल्लीन करना होता है। सेवा भाव, ध्यान के प्रति समर्पण, मोक्ष की कामना और शून्यता की ओर लगातार अग्रसर होना सन्यासी की दिनचर्या में शामिल होते हैं।
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[hin] [Deva] ओरिगामी | HiSoUR कला संस्कृति का इतिहास Origami पेपर फोल्डिंग की कला है, जो अक्सर जापानी संस्कृति से जुड़ी होती है। आधुनिक उपयोग में, शब्द "ओरिगामी" का उपयोग सभी तह प्रथाओं के लिए एक समावेशी शब्द के रूप में किया जाता है, चाहे उनकी मूल संस्कृति कुछ भी हो। लक्ष्य कागज की एक सपाट चौकोर शीट को तह और मूर्तिकला तकनीक के माध्यम से तैयार मूर्तिकला में बदलना है। आधुनिक ओरिगेमी चिकित्सक आमतौर पर कागज पर कटौती, गोंद, या चिह्नों के उपयोग को हतोत्साहित करते हैं। ओरिगेमी फ़ोल्डर्स अक्सर जापानी शब्द किरिगामी का उपयोग उन डिज़ाइनों को संदर्भित करने के लिए करते हैं जो कटौती का उपयोग करते हैं, हालांकि काटने चीनी पेपरक्राफ्ट की अधिक विशेषता है। ओरिगामी (Origami, Origami) जापानी पारंपरिक नाटक है जो जानवरों और पौधों और जीवित उपकरणों जैसे आकृतियों को बनाने के लिए कागज को मोड़ता है। यह उस कार्य को भी संदर्भित करता है जिसे तह किया गया था, एक वर्ग विशेष कागज जो ओरिगामी, चियाओगामी के लिए बनाया गया था। जापानी कागज के साथ चीजों को लपेटने के लिए एक वरिष्ठ समुराई का उपयोग किया गया था, तह फार्म, rework भाग पुन: प्राप्त विधि से गायब हो गया है, खिलाड़ियों के लिए व्यापक रूप से विकसित और आम लोगों के लिए लोकप्रिय है, यह जापान की प्रतिनिधि संस्कृति है। ओरिगामी के कलात्मक पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है, और जटिल और उत्कृष्ट कार्यों को अतीत में नहीं बनाया गया था, और प्रत्येक देश को पारित करने के लिए तह पद्धति के अलावा, नए तह तरीकों का भी आविष्कार किया जा रहा है (विभिन्न तह रूपों, तह तरीकों पारंपरिक ओरिगामी की सूची देखें)। ओरिगामी की ज्यामितीय प्रकृति से गणित के क्षेत्र के रूप में अध्ययन किए जाने के अलावा, इसका उपयोग इंजीनियरिंग क्षेत्रों में संरचनाओं के भंडारण और तैनाती के साधन के रूप में भी किया जा रहा है। छोटी मूल ओरिगामी सिलवटों को जटिल डिजाइन बनाने के लिए विभिन्न तरीकों से जोड़ा जा सकता है। सबसे प्रसिद्ध ओरिगेमी मॉडल जापानी पेपर क्रेन है। सामान्य तौर पर, ये डिजाइन कागज की चौकोर शीट से शुरू होते हैं, जिनके किनारे अलग-अलग रंग, प्रिंट या पैटर्न के हो सकते हैं। पारंपरिक जापानी ओरिगेमी, जो ईदो काल (1603-1867) के बाद से प्रचलित है, अक्सर इन सम्मेलनों के बारे में कम सख्त रहा है, कभी-कभी कागज काटने या शुरू करने के लिए निरर्थक आकृतियों का उपयोग करना। ओरिगेमी के सिद्धांतों का उपयोग स्टेंट, पैकेजिंग और अन्य इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में भी किया जाता है। कई ओरिगामी किताबें बुनियादी ओरिगामी तकनीकों के विवरण से शुरू होती हैं, जिनका उपयोग मॉडल बनाने के लिए किया जाता है। इसमें घाटी और पर्वतीय सिलवटों, वादों, रिवर्स सिलवटों, स्क्वैश सिलवटों और सिंक जैसी बुनियादी परतों के सरल चित्र शामिल हैं। ऐसे मानक नाम भी हैं जो विभिन्न प्रकार के मॉडल में उपयोग किए जाते हैं, उदाहरण के लिए, पक्षी आधार फड़फड़ा पक्षी के निर्माण में एक मध्यवर्ती चरण है। अतिरिक्त आधार प्रारंभिक आधार (स्क्वायर बेस), फिश बेस, वॉटरबॉम्ब बेस और मेंढक आधार हैं। लगभग किसी भी लामिना (फ्लैट) सामग्री को तह के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है; केवल आवश्यकता यह है कि यह एक क्रीज धारण करे। ओरिगेमी पेपर, जिसे अक्सर "कामी" (कागज के लिए जापानी) के रूप में संदर्भित किया जाता है, को विभिन्न आकारों के 2.5 सेमी (1 इंच) से 25 सेमी (10 इंच) या उससे अधिक के विभिन्न आकार के चौकों में बेचा जाता है। यह आमतौर पर एक तरफ रंगीन होता है और दूसरी तरफ सफेद होता है; हालाँकि, दोहरे रंग और पैटर्न वाले संस्करण मौजूद हैं और रंग-परिवर्तित मॉडल के लिए प्रभावी रूप से उपयोग किए जा सकते हैं। ओरिगामी पेपर का वजन कॉपी पेपर की तुलना में थोड़ा कम होता है, जो इसे व्यापक श्रेणी के मॉडल के लिए उपयुक्त बनाता है। ओरिगेमी में कई मूल आकार हैं। उदाहरण के लिए, एक क्रेन के मूल रूप में चार इंगित किए गए "सीडोस" हैं, और अगर जानवरों को मोड़ना आसान है, तो उन्हें अपने सिर और पैरों पर मारकर बनाना आसान है। प्रतिनिधि नीचे वर्णित हैं। सामान्य तौर पर, हम केवल ओरिगेमी के लिए स्क्वायर पेपर का उपयोग करते हैं। हालांकि, काम के आधार पर, ऐसे मामले हैं जिनमें अन्य कागज का उपयोग एक आयत के रूप में किया जाता है (मुख्य रूप से बढ़त अनुपात 1: work 2 के साथ)। अखबार आदि (हैट, मिट्ट, पेपर गन आदि) का उपयोग करने वाले भी उपलब्ध हैं। यहां तक ​​कि बैंकनोटों को ओरिगेमी मटीरियल के रूप में बनाने और आंकड़ों को पूरा करने वाले कामों में लोगों को शामिल करने की कोशिश की गई है। पेंटागन, हेक्सागोन्स और ऑक्टागन जैसे विशेष कागजात का उपयोग करने वाले काम हैं, लेकिन ऐसे मामलों में आप उन्हें आवश्यकतानुसार स्क्वायर पेपर से बाहर कर सकते हैं। ओरिगेमी, जो दुकानों में सबसे अधिक बेचा जाता है, 15 सेमी वर्ग है, लेकिन उससे कम · · से अधिक की ओरिगेमी (5 सेमी वर्ग, 7.5 सेमी वर्ग, 24 सेमी वर्ग, 35 सेमी वर्ग आदि) भी बाजार पर हैं। । इसके अलावा, दुर्लभ लेकिन परिपत्र ओरिगेमी आदि मौजूद हैं। रंग के बारे में, दो तरफा रंग वाले भी होते हैं, पारदर्शी वाले, विशेष पैटर्न जैसे कि ग्रेडेशन और पोल्का डॉट्स के साथ, जिनकी सतह को दो समान भागों या चार बराबर भागों में विभाजित किया जाता है, आदि वर्तमान में 1000 से अधिक प्रकार के ओरिगेमी हैं। कहा कि कागज उपलब्ध है। जब जटिल कामों को तह करते हैं, तो अपने स्वयं के कागज का उपयोग करें जो धातु पन्नी या धातु पन्नी (उदाहरण के लिए एल्यूमीनियम पन्नी, आकार आसानी से नहीं ढहता) का उपयोग करके पन्नी कागज के साथ हलका जापानी कागज (तोड़ने के लिए कठिन) की पीठ पर कई हैं। प्रदर्शनी के काम के लिए, हम अक्सर कई मामलों में वर्गों (या कार्य के अनुसार आकार) में अच्छी उपस्थिति के लिए पेपर और वाशी का चयन करते हैं। गीली तह नामक एक तकनीक का भी उपयोग किया जाता है, जहां मोटे कागज (जैसे कि पश्चिमी कागज) को कभी-कभी सिक्त किया जाता है और फिर मोड़ दिया जाता है। इस तकनीक से मोटे कागज को आसानी से मोड़ा जा सकता है और झुर्रियों को काफी कम किया जा सकता है। आप तुला आकार, या "गुना" (विकृत) को भी ठीक कर सकते हैं और कागज को मोड़ सकते हैं। यहां तक ​​कि अगर कोई चौकोर कागज नहीं है, तो यदि आप एक दस्तावेज तैयार करते हैं, जिसे आपके सामने रखने की आवश्यकता नहीं है, तो उदाहरण के लिए इसे चौकोर बनाने के लिए, आप पहले से कागज तैयार किए बिना पर्याप्त रूप से ओरिगामी का आनंद ले सकते हैं। 70-90 ग्राम / एम 2 के वजन वाले सामान्य कॉपी पेपर का उपयोग सरल सिलवटों के लिए किया जा सकता है, जैसे कि क्रेन और वॉटरबॉम्ब। (1924 और nb 100 g / m2 (लगभग 25 पौंड) या उससे अधिक के भारी वजन वाले कागज को गीला-मोड़ दिया जा सकता है। यह तकनीक मॉडल के अधिक गोल आकार के मूर्तिकला के लिए अनुमति देती है, जो शुष्क होने पर कठोर और मजबूत हो जाती है। पन्नी-समर्थित कागज, जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, पतली कागज की शीट से चिपकी पतली पन्नी की एक शीट है। इस से संबंधित है टिशू फ़ॉयल, जो कि टिशू पेपर के पतले टुकड़े को एल्युमिनियम फ़ॉइल से ग्लू करके बनाया जाता है। ऊतक का एक दूसरा टुकड़ा एक ऊतक / पन्नी / ऊतक सैंडविच का उत्पादन करने के लिए रिवर्स साइड पर चिपकाया जा सकता है। पन्नी-समर्थित कागज व्यावसायिक रूप से उपलब्ध है, लेकिन ऊतक पन्नी नहीं; यह हस्तनिर्मित होना चाहिए। दोनों प्रकार की पन्नी सामग्री जटिल मॉडल के लिए उपयुक्त हैं। वाशी जापान में इस्तेमाल होने वाला पारंपरिक ओरिगेमी पेपर है। वाशरी आम तौर पर लकड़ी के गूदे से बने साधारण कागज की तुलना में कठिन होती है, और कई पारंपरिक कलाओं में इसका उपयोग किया जाता है। आम तौर पर गम्पी के पेड़ की छाल, मित्सुमता झाड़ी (एडगेवोरथिया पपीरीफेरा), या पेपर शहतूत के रेशों का उपयोग करके वाशी बनाई जाती है, लेकिन बांस, भांग, चावल और गेहूं का उपयोग करके भी इसे बनाया जा सकता है। आर्यनू, लोकता, हेंजी, गम्पी, कोजो, सा और अबका जैसे कारीगरों के कागज में लंबे रेशे होते हैं और ये अक्सर बेहद मजबूत होते हैं। चूंकि इन कागजों को शुरू करने के लिए फ्लॉपी किया जाता है, उन्हें तह से पहले मिथाइलसेलुलोज या गेहूं के पेस्ट के साथ अक्सर बैककोड या रिसाइकिल किया जाता है। इसके अलावा, ये कागज बेहद पतले और संकुचित करने योग्य होते हैं, जो पतले, संकुचित अंगों के लिए अनुमति देते हैं जैसे कि कीट मॉडल के मामले में। ओरिगेमी बनाने के लिए विभिन्न देशों के पेपर मनी भी लोकप्रिय हैं; इसे डॉलर ओरिगेमी, ओरकेन और मनी ओरिगेमी के रूप में विभिन्न रूप में जाना जाता है। एक सपाट सतह का उपयोग करके मोड़ना आम है, लेकिन कुछ फ़ोल्डर्स इसे बिना किसी उपकरण के हवा में करना पसंद करते हैं, खासकर जब तह प्रदर्शित करते हैं। कई फ़ोल्डर मानते हैं कि तह करते समय किसी भी उपकरण का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हालाँकि उपकरणों की एक जोड़ी विशेष रूप से अधिक जटिल मॉडल के साथ मदद कर सकती है। उदाहरण के लिए एक हड्डी फ़ोल्डर में आसानी से कागज में तेज क्रीज बनाने की अनुमति मिलती है, पेपर क्लिप उंगलियों के अतिरिक्त जोड़े के रूप में कार्य कर सकते हैं, और चिमटी का उपयोग छोटे सिलवटों को बनाने के लिए किया जा सकता है। ओरिगेमी क्रीज पैटर्न से जटिल मॉडल बनाते समय, क्रीज को स्कोर करने के लिए शासक और बॉलपॉइंट एम्बॉसर का उपयोग करने में मदद मिल सकती है। पूर्ण किए गए मॉडल को स्प्रे किया जा सकता है ताकि वे अपने आकार को बेहतर बनाए रखें, और गीला तह होने पर स्प्रे की आवश्यकता होती है। ओरिगामी को कैसे मोड़ना है, यह बताने के लिए, एक चित्र (अक्सर एक तस्वीर) के साथ प्रक्रिया को दिखाने वाला एक गुना चार्ट होता है। फोल्डिंग चार्ट्स में, कई मामलों में टूटी हुई लाइनों ("- – – -") के साथ वन-डॉट चेन लाइन्स ("- – – – – – -") और वैली फोल्डिंग लाइनों को दर्शाने का रिवाज़ है। साथ ही, समझ को आसान बनाने के लिए अक्सर वाक्यों को जोड़ा जाता है। ओरिगेमी न केवल अभी भी जीवन को कवर करता है, इसमें गतिमान वस्तुएं भी हैं; ओरिगेमी चतुर तरीकों से आगे बढ़ सकता है। एक्शन ओरिगेमी में ओरिगेमी शामिल है जो उड़ता है, मुद्रास्फीति को पूरा करने की आवश्यकता होती है, या जब पूरा हो जाता है, तो एक व्यक्ति के हाथों की गतिज ऊर्जा का उपयोग करता है, मॉडल पर एक निश्चित क्षेत्र पर लागू होता है, एक दूसरे फ्लैप या अंग को स्थानांतरित करने के लिए। कुछ का तर्क है कि, कड़ाई से बोलते हुए, केवल बाद वाले को वास्तव में "मान्यता प्राप्त" है कार्रवाई के रूप में। एक्शन ओरिगेमी, जो पहले पारंपरिक जापानी फ्लैपिंग पक्षी के साथ दिखाई देता है, काफी सामान्य है। एक उदाहरण रॉबर्ट लैंग के उपकरणवादियों का है; जब उनके शरीर से आकृतियों के सिर खींचे जाते हैं, तो उनके हाथ हिलेंगे, संगीत की धुन के समान। मॉड्यूलर ओरिगेमी में एक पूर्ण मॉडल बनाने के लिए कई समान टुकड़े एक साथ रखे जाते हैं। आम तौर पर व्यक्तिगत टुकड़े सरल होते हैं लेकिन अंतिम विधानसभा मुश्किल हो सकती है। मॉड्यूलर ओरिगेमी मॉडल में से कई कुसुदामा की तरह सजावटी गेंदें हैं, तकनीक अलग है, हालांकि उस कुसुदामा में धागे या गोंद का उपयोग करके टुकड़ों को एक साथ रखा जा सकता है। चीनी पेपर फोल्डिंग में एक शैली शामिल है जिसे गोल्डन वेंचर फोल्डिंग कहा जाता है जहां विस्तृत मॉडल बनाने के लिए बड़ी संख्या में टुकड़ों को एक साथ रखा जाता है। यह आमतौर पर "3 डी ओरिगेमी" के रूप में जाना जाता है, हालांकि, यह नाम तब तक प्रकट नहीं हुआ जब तक कि जॉय स्टाफ ने "3 डी ओरिगेमी", "मोर 3 डी ओरिगेमी" और "अधिक से अधिक 3 डी ओरिगेमी" नामक पुस्तकों की एक श्रृंखला प्रकाशित नहीं की। कभी-कभी मॉड्यूल के लिए पेपर मनी का उपयोग किया जाता है। यह शैली कुछ चीनी शरणार्थियों से उत्पन्न हुई थी जब उन्हें अमेरिका में हिरासत में लिया गया था और वे जिस जहाज पर आए थे उससे गोल्डन वेन्चर फोल्डिंग भी कहा जाता है। गीले-फोल्डिंग ज्यामितीय सीधी सिलवटों और सपाट सतहों के बजाय कोमल घटता के साथ मॉडल बनाने के लिए एक ओरिगामी तकनीक है। कागज को गीला कर दिया जाता है, ताकि इसे आसानी से ढाला जा सके, अंतिम मॉडल सूखने पर अपना आकार बनाए रखता है। इसका उपयोग, उदाहरण के लिए, बहुत ही प्राकृतिक दिखने वाले पशु मॉडल बनाने के लिए किया जा सकता है। आकार, एक चिपकने वाला जो सूखने पर कुरकुरा और कठोर होता है, लेकिन गीला होने पर पानी में घुल जाता है और नरम और लचीला हो जाता है, अक्सर इसे कागज पर या तो लुगदी के चरण में लगाया जाता है जबकि कागज बनाया जा रहा है, या एक तैयार शीट की सतह पर कागज की। उत्तरार्द्ध विधि को बाहरी आकार कहा जाता है और आमतौर पर मिथाइलसेलुलोज, या एमसी, पेस्ट, या विभिन्न पौधे स्टार्च का उपयोग करता है। प्योरलैंड ओरिगामी उन प्रतिबंधों को जोड़ता है जो केवल सरल पर्वत / घाटी सिलवटों का उपयोग कर सकते हैं, और सभी सिलवटों में सीधे स्थान होना चाहिए। यह अनुभवहीन फ़ोल्डर या सीमित मोटर कौशल वाले लोगों की मदद करने के लिए 1970 के दशक में जॉन स्मिथ द्वारा विकसित किया गया था। कुछ डिजाइनरों को बहुत सख्त बाधाओं के भीतर बनाने की चुनौती भी पसंद है। Origami tessellation एक शाखा है जो 2000 के बाद लोकप्रियता में बढ़ी है। एक tessellation आंकड़े का एक संग्रह है जिसमें कोई अंतराल या ओवरलैप के साथ एक विमान को भरना है। ओरिगेमी टेस्यूलेशन में, पुनरावृत्ति फैशन में एक साथ मोड़ मोहर जैसे अणुओं को जोड़ने के लिए pleats का उपयोग किया जाता है। 1960 के दशक के दौरान, शूज़ो फुजीमोटो किसी भी व्यवस्थित तरीके से ट्विस्ट फोल्ड टेसल्यूशन का पता लगाने वाला पहला था, दर्जनों पैटर्न के साथ आया और ओरिगेमी मुख्यधारा में शैली की स्थापना की। लगभग उसी समय की अवधि में, रॉन रेस ने कुछ कटाई पैटर्न को गतिज मूर्तिकला और विकसित करने योग्य सतहों में अपने हिस्से के रूप में पेटेंट कराया, हालांकि उनके काम को 1980 के दशक तक ओरिगामी समुदाय द्वारा नहीं जाना गया था। क्रिस पामर एक कलाकार हैं, जिन्होंने अलहम्ब्रा में ज़िलिज पैटर्न को देखने के बाद बड़े पैमाने पर tessellations का पता लगाया है, और रेशम से बाहर विस्तृत ओरिगेमी tessellations बनाने के तरीके खोजे हैं। रॉबर्ट लैंग और एलेक्स बेटमैन दो डिज़ाइनर हैं जो ओरिगेमी टेस्सेलेशन बनाने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम का उपयोग करते हैं। ओरिगेमी टेस्सेलेशन के लिए समर्पित पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2006 में ब्रासीलिया (ब्राज़ील) में होस्ट किया गया था, और टेस्सेलेशन फोल्डिंग पैटर्न पर पहली अनुदेश पुस्तिका 2008 में एरिक गेजरेड द्वारा प्रकाशित की गई थी। तब से, यह क्षेत्र बहुत तेज़ी से विकसित हुआ है। Tessellation कलाकारों में पोली वेरिटी (स्कॉटलैंड) शामिल हैं; संयुक्त राज्य अमेरिका से जोएल कूपर, क्रिस्टीन एडिसन, रे स्कैम्प और गोरान कोन्जेवोड; रॉबर्टो ग्रेट्टर (इटली); क्रिस्टियन बेटेंस (स्विट्जरलैंड); कार्लोस नटन लोपेज़ (मेक्सिको); और जॉर्ज सी। लुसेरो (ब्राजील)। किरिगामी कागज काटने के लिए एक जापानी शब्द है। पारंपरिक जापानी मूल में कटिंग का उपयोग अक्सर किया जाता था, लेकिन तकनीक में आधुनिक नवाचारों ने कटौती के उपयोग को अनावश्यक बना दिया है। अधिकांश ओरिगेमी डिजाइनर अब कटौती के साथ मॉडल पर विचार नहीं करते हैं, ताकि उनका वर्णन करने के लिए किरिगामी शब्द का उपयोग किया जा सके। 1960 और 70 के दशक के दौरान रवैये में यह बदलाव आया, इसलिए शुरुआती ओरिगामी किताबें अक्सर कटौती का उपयोग करती हैं, लेकिन अधिकांश भाग के लिए वे आधुनिक ओरिगेमी प्रदर्शनों की सूची से गायब हो गए हैं; अधिकांश आधुनिक पुस्तकों में कटिंग का उल्लेख नहीं है। ओरिगेमी का अभ्यास और अध्ययन गणितीय रुचि के कई विषयों को समाहित करता है। उदाहरण के लिए, फ्लैट-फोल्डेबिलिटी की समस्या (चाहे क्रीज पैटर्न को 2-आयामी मॉडल में बदल दिया जा सकता है) काफी गणितीय अध्ययन का विषय रहा है। कागज तह के माध्यम से प्राप्त अंतर्दृष्टि से कई तकनीकी विकास हुए हैं। उदाहरण के लिए, कार एयरबैग और स्टेंट इम्प्लांट की तैनाती के लिए एक मुड़े हुए स्थान से तकनीक विकसित की गई है। कठोर ओरिगामी की समस्या ("अगर हमने शीट धातु के साथ कागज को बदल दिया और क्रीज लाइनों के स्थान पर टिका था, तो क्या हम अभी भी मॉडल को मोड़ सकते हैं?") का बहुत व्यावहारिक महत्व है। उदाहरण के लिए, मिउरा नक्शा गुना एक कठोर तह है जिसका उपयोग अंतरिक्ष उपग्रहों के लिए बड़े सौर पैनल सरणियों को तैनात करने के लिए किया गया है। Origami का उपयोग विभिन्न ज्यामितीय डिजाइनों के निर्माण के लिए किया जा सकता है जो कम्पास और सीधे निर्माण के साथ संभव नहीं हैं। उदाहरण के लिए कागज़ की तह एंगल ट्राइसैक्शन और क्यूब को दोगुना करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। ओरिगेमी, या अनुसंधान के अनुप्रयोग में कई गणितीय कार्य शामिल हैं। उदाहरण के लिए, फ्लैट-फोल्डेबिलिटी इस तरह के गणितीय कार्यों में से एक है कि क्या एक विकास मानचित्र को दो-आयामी कार्य के लिए फ्लैट गुना किया जा सकता है। सतह पर किसी भी बिंदु पर फ्लैट कागज के गाऊसी वक्रता 0 है। इसलिए, गुना रेखा 0. की मूल वक्रता के साथ एक सीधी रेखा है। लेकिन यह वक्रता की स्थिति फ्लैट पेपर के लिए नहीं रहती है, जैसे कि गीले कागज या नाखूनों के साथ झुर्रीदार कागज। कठोर ओरिगामी की समस्या (अर्थात, चाहे वह कागज के टुकड़े की तरह किसी कार्य को गुना स्थिति में हिंगेड शीट मेटल का उपयोग करके मोड़ना संभव हो) एक महत्वपूर्ण व्यावहारिक मामला है। उदाहरण के लिए, मिउरा फोल्डिंग को कठोर शरीर के साथ भी मोड़ा जा सकता है, और इसका उपयोग किसी उपग्रह के सौर सेल पैनल को मोड़ने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, ओरिगामी को एयरबैग की तह और मेडिकल स्टेंट ग्राफ्ट्स (स्टेंट और आर्टिफिशियल क्लॉथ का उपयोग करके नए प्रकार के कृत्रिम रक्त वाहिकाओं) की तह में भी लगाया जाता है। तकनीकी ओरिगेमी, जिसे जापानी में ओरिगेमी सेकेई के रूप में जाना जाता है, एक ओरिगामी डिजाइन दृष्टिकोण है जिसमें मॉडल को एक इंजीनियर क्रीज पैटर्न के रूप में कल्पना की जाती है, न कि परीक्षण और त्रुटि के माध्यम से विकसित की जाती है। ओरिगेमी गणित में प्रगति के साथ, एक नए ओरिगामी मॉडल की मूल संरचना को सैद्धांतिक रूप से किसी भी वास्तविक तह से पहले पेपर पर भी आउट किया जा सकता है। ओरिगेमी डिजाइन की इस पद्धति को रॉबर्ट लैंग, मेगुरो तोशीयुकी और अन्य लोगों द्वारा विकसित किया गया था, और बहुत जटिल बहु-अंग वाले मॉडल जैसे कि कई-पैर वाले सेंटीपीड्स, उंगलियों और पैर की उंगलियों के पूर्ण पूरक के साथ मानव आंकड़े बनाने की अनुमति देता है। क्रीज पैटर्न मॉडल की संरचना बनाने के लिए आवश्यक क्रीज का एक लेआउट है। विरोधाभासी रूप से पर्याप्त है, जब ओरिगामी डिजाइनर एक नए डिजाइन के लिए एक क्रीज पैटर्न के साथ आते हैं, तो छोटे क्रीज के अधिकांश भाग अपेक्षाकृत महत्वहीन होते हैं और केवल मॉडल के पूरा होने की ओर जोड़े जाते हैं। जो अधिक महत्वपूर्ण है, वह कागज के क्षेत्रों का आवंटन है और ये कैसे डिज़ाइन किए जा रहे ऑब्जेक्ट की संरचना में मैप किए जाते हैं। एक मुड़ा हुआ मॉडल खोलकर, आप इसमें शामिल संरचनाओं का निरीक्षण कर सकते हैं; इन संरचनाओं के अध्ययन ने कई क्रीज-पैटर्न-उन्मुख डिजाइन दृष्टिकोणों का नेतृत्व किया आवंटन के पैटर्न को 'सर्कल-पैकिंग' या 'बहुभुज-पैकिंग' के रूप में जाना जाता है। अनुकूलन एल्गोरिदम का उपयोग करते हुए, एक सर्कल-पैकिंग का आंकड़ा मनमाने ढंग से जटिलता के किसी भी अनियिरिज्म आधार के लिए गणना की जा सकती है। एक बार यह आंकड़ा गणना करने के बाद, आधार संरचना प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले क्रीज़ को जोड़ा जा सकता है। यह एक अद्वितीय गणितीय प्रक्रिया नहीं है, इसलिए दो डिजाइनों के लिए एक ही सर्कल-पैकिंग करना संभव है, और फिर भी अलग-अलग क्रीज पैटर्न संरचनाएं हैं। जैसा कि एक सर्कल किसी परिधि के लिए अधिकतम मात्रा में क्षेत्र को घेरता है, सर्कल पैकिंग पेपर उपयोग के संदर्भ में अधिकतम दक्षता के लिए अनुमति देता है। हालाँकि, पैकिंग समस्या को हल करने के लिए अन्य बहुभुज आकृतियों का उपयोग किया जा सकता है। हलकों के अलावा अन्य बहुभुज आकृतियों का उपयोग अक्सर आसानी से स्थानीय क्रीज (जैसे कि 22.5 डिग्री के गुणकों) को खोजने की इच्छा से प्रेरित होता है और इसलिए एक आसान तह अनुक्रम भी। सर्कल पैकिंग विधि का एक लोकप्रिय ऑफबॉक्स बॉक्स-प्लेटिंग है, जहां सर्कल के बजाय वर्गों का उपयोग किया जाता है। नतीजतन, इस पद्धति से उत्पन्न होने वाले क्रीज पैटर्न में केवल 45 और 90 डिग्री के कोण होते हैं, जो अक्सर अधिक प्रत्यक्ष तह अनुक्रम के लिए बनाता है। ट्रीमीकर और ओरिपा जैसे ओरिगेमी के कई कंप्यूटर एड्स को तैयार किया गया है। ट्रेमेकर नए ओरिगेमी ठिकानों को विशेष उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन करने की अनुमति देता है और ओरपा क्रीज पैटर्न से मुड़े हुए आकार की गणना करने की कोशिश करता है। ओरिगेमी डिजाइनों में कॉपीराइट और मॉडल का उपयोग ओरिगामी समुदाय में एक तेजी से महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है, क्योंकि इंटरनेट ने पायरेटेड डिजाइनों की बिक्री और वितरण को बहुत आसान बना दिया है। ओरिगामी मॉडल प्रदर्शित करते समय हमेशा मूल कलाकार और फ़ोल्डर को श्रेय देना अच्छा एटिकेट्स माना जाता है। यह दावा किया गया है कि डिजाइन और मॉडल के सभी वाणिज्यिक अधिकार आमतौर पर ओरिगामी कलाकारों द्वारा आरक्षित हैं; हालाँकि, जिस डिग्री को लागू किया जा सकता है वह विवादित है। इस तरह के दृश्य के तहत, एक व्यक्ति जो कानूनी रूप से प्राप्त डिज़ाइन का उपयोग करके एक मॉडल को फोल्ड करता है, वह सार्वजनिक रूप से मॉडल प्रदर्शित कर सकता है जब तक कि इस तरह के अधिकार विशेष रूप से आरक्षित न हों, जबकि उदाहरण के लिए किसी तस्वीर के पैसे या व्यावसायिक उपयोग के लिए डिज़ाइन को तह करना सहमति की आवश्यकता होगी। ओरिगेमी लेखक और निर्माता समूह ओरिगेमी कलाकारों के कॉपीराइट हितों का प्रतिनिधित्व करने और अनुमति अनुरोधों की सुविधा के लिए स्थापित किया गया था। हालाँकि, जापान की एक अदालत ने दावा किया है कि ओरिगेमी मॉडल की तह पद्धति में "एक विचार शामिल है और एक रचनात्मक अभिव्यक्ति नहीं है, और इस प्रकार कॉपीराइट कानून के तहत संरक्षित नहीं है"। इसके अलावा, अदालत ने कहा कि "ओरिगामी को तह करने का तरीका सार्वजनिक डोमेन में है; जो कागज को मोड़ने की दिशा दिखाने के लिए एक ही तह क्रीज या एक ही तीर का उपयोग करने से बच नहीं सकता है"। इसलिए, किसी अन्य लेखक के मॉडल के तह निर्देश को फिर से लिखना कानूनी है, भले ही फिर से निर्देश मूल लोगों के समान समानताएं साझा करें, जब तक कि वे समानताएं "प्रकृति में कार्यात्मक" न हों। मूल लेखक से किसी भी अनुमति के बिना पुन: निर्देश को प्रकाशित (और बेचा भी जा सकता है) किया जा सकता है। जापानी निर्णय यकीनन अमेरिकी कॉपीराइट कार्यालय के साथ समझौता किया गया है, जो दावा करता है कि "कॉपीराइट विचारों, अवधारणाओं, प्रणालियों या कुछ करने के तरीकों की रक्षा नहीं करता है।" Tags: Decorative arts and handicraftsJapanese inventionsJapanese paperLeisure activitiesMathematics and artOrigamiPaper artPaper folding कार्रवाई चित्रकला, कभी कभी "gestural अमूर्त" कहा जाता है, चित्रकला, जिसमें रंग अनायास, ड्रिब्लिंग है…
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[hin] [Deva] थाईलैंड में चुनाव से पहले झड़प Last updated: Sat, 01 Feb 2014 12:00 AM IST थाईलैंड के विवादित आम चुनाव से पहले राजधानी में सरकार समर्थकों और विपक्ष के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के दौरान गोलियां चलीं और बम विस्फोट भी हुए। रविवार को होने वाले मतदान के मद्देनजर 20 हजार सुरक्षा बलों की तैनाती के अलावा, सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था करने के बावजूद दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प में गोलियां चलने और छोटे बमों के विस्फोट की आवाज सुनाई दी। बैंकॉक पोस्ट की खबर के अनुसार गोलीबारी में कम से कम 3 लोग घायल हुए जबकि लीक सी इलाके में संघर्ष से बचने के लिये लोगों ने पास के शॉपिंग मॉल में शरण ली। चुनावों के लिए देश भर में 93,000 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे और 2,00,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। कुल 4.9 करोड़ मतदाता मताधिकार का उपयोग करने के योग्य हैं। मुख्य विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी विवादित चुनावों का बहिष्कार कर रही है। डेमोक्रेट पार्टी के नेता अभिसीत वेज्जाजीवा का कहना है कि वह मतदान नहीं करेंगे। झड़पों और हिंसा के मुद्दे पर बढ़ती चिंता के बीच अधिकारियों ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री यिंगलुक और कुछ अहम नेताओं सहित कुछ खास सरकारी पदाधिकारियों को अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था देने का फैसला किया है। देश के दक्षिणी क्षेत्र, के स्थानीय निर्वाचन कार्यालयों में अब तक बैलट बॉक्स नहीं पहुंच सके हैं। देश का दक्षिणी क्षेत्र विपक्षी दलों का मजबूत गढ़ है। प्रदर्शनकारियों की ओर से लगाए गए जाम की वजह से बैलट बॉक्स नहीं पहुंच पाए हैं।
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[hin] [Deva] Groom Became Out Of Control After Listening Salman Khan Song At The Wedding Did Energetic Dance On Stage See Viral Video - News Piolet MP Home 1 Home 2 Home 3 Home 4 Home 5 Home 6 Sample Page No Result View All Result No Result View All Result No Result View All Result Home खबरे Groom Became Out Of Control After Listening Salman Khan Song At The Wedding Did Energetic Dance On Stage See Viral Video by admin June 4, 2022 in खबरे 0 0 SHARES 0 VIEWS Share on FacebookShare on WhatsappShare on Twitter शादी में बजा सलमान खान का गाना, सुनते ही आउट ऑफ कंट्रोल हुआ दूल्हा शादी हो और लोग डांस न करें ऐसा तो हो ही नहीं सकता. लेकिन इन दिनों तो दूल्हा-दुल्हन खुद ही अपनी शादी में डांस करने लगे हैं. पहले के दूल्हा-दुल्हन शर्माते थे, लेकिन अब तो मेहमानों से पहले ही दूल्हा-दुल्हन डांस करना शुरु कर देते हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक दूल्हा अपनी ही शादी में धमाकेदार डांस करता दिख रहा है. दूल्हे ने सलमान खान के गाने पर ऐसा डांस किया कि लोग देखते ही रह गए. यह भी पढ़ें वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि दूल्हा काफी लोगों के साथ स्टेज पर खड़ा है और जैसे ही सलमान खान का गाना, मुझसे शादी करोगी बजना शुरु होता है, दूल्हा बिना कुछ सोचे डांस करना शुरु कर देता है. आप वीडियो में देख सकते हैं कि दूल्हा कितनी मस्ती से शानदार डांस कर रहा है. वो सलमान खान के हर स्टेप को भी बखूबी फॉलो कर रहा है. देखें Video: ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों को बहुत पसंद भी आ रहा है. वीडियो को इंस्टाग्राम पर vaivahik नाम के पेज से शेयर किया गया है. वीडियो को अबतक 55 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. लोग वीडियो पर ढेरों कमेंट्स कर रहे हैं और दूल्हे के डांस की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- काश मुझे भी ऐसा ही दूल्हा मिले. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना? Source link Previous Post Fight Between Three Bulls Video Goes Viral On Social Media Watch Shocking Video Next Post Harsh Goenka Appeals To Buy Goods From Local Vendors | Harsh Goenka Urges People To Go Local In New Twitter Post admin Next Post Harsh Goenka Appeals To Buy Goods From Local Vendors | Harsh Goenka Urges People To Go Local In New Twitter Post
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[hin] [Deva] सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय सेना में महिला अफसरों को स्थायी आयोग और कमांड पोस्ट लागू करने के लिए एक महीने का वक्त दिया | SC Grants One Month's Time To Implement The Grant of Permanent Commission and Command Posts for Eligible Women Officers in Army सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय सेना में महिला अफसरों को स्थायी आयोग और कमांड पोस्ट लागू करने के लिए एक महीने का वक्त दिया 7 July 2020 8:58 AM GMT सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय सेना में पात्र महिला अधिकारियों के लिए स्थायी आयोग और कमांड पोस्ट के अनुदान को लागू करने के लिए एक महीने का समय दे दिया है। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अजय रस्तोगी द्वारा 17 फरवरी 2020 को दिए गए फैसले को लागू करने के लिए 6 महीने के विस्तार की मांग करने वाली केंद्र सरकार की अर्जी पर जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने ये समय दिया। न्यायालय ने आगे कहा था कि कमांड कामकाज से महिलाओं का पूर्ण बहिष्कार भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसलिए, महिलाओं को केवल "कर्मचारी नियुक्तियों" के लिए जो नीति दी गई थी, वह अप्रवर्तनीय थी। "मानदंड या कमांड नियुक्ति चाहने वाली महिलाओं पर एक पूर्ण रोक अनुच्छेद 14 के तहत समानता की गारंटी का आश्वासन नहीं देती है। समानता की गारंटी में निहित यह है कि जहां राज्य की कार्रवाई व्यक्तियों के दो वर्गों के बीच अंतर करती है, यह उनके बीच एक अनुचित या तर्कहीन तरीके से अंतर नहीं करती है।" निर्णय में कहा गया था कि सेना द्वारा मानदंड या कमांड नियुक्तियों के लिए महिलाओं पर सामान्य गैर-विचार एक न्यायोचित औचित्य को अनुपस्थित करता हैं और कानून में निरंतर बना नहीं रह सकता है। निर्णय में निष्कर्ष निकाला गया था कि इसके अनुपालन के लिए आवश्यक कदम निर्णय की तारीख से तीन महीने के भीतर लिया जाना चाहिए। हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को पीठ को बताया कि निर्णय लिया जाना अपने अंतिम चरण में है और केवल औपचारिक आदेश जारी किए जाने हैं। बेंच ने तदनुसार यह स्वीकार कर लिया कि निर्णय के कार्यान्वयन में देरी प्रचलित COVID-19 महामारी के कारण हुई है और सरकार को फरवरी के फैसले के अनुपालन के लिए एक महीने का विस्तार करने की अनुमति दी। TagsINDIAN ARMY WOMEN IN ARMY ARTICLE 14 CONSTITUTION OF INDIA PERMANENT COMMISSION FOR WOMEN IN ARMY
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[hin] [Deva] Market Watch: विदेशी संकेतों से तय होगी घरेलू शेयर बाजार की चाल | WeForNewsHindi | Latest, News Update, -Top Story आगामी सप्ताह के दौरान भी घरेलू शेयर बाजार की चाल कोरोना वैक्सीन की प्रगति और अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज से चालित विदेशी बाजारों के संकेतों से तय होगी। कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीदों से देश के शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला लगातार जारी है और प्रमुख संवेदी सूचकांकों में साप्ताहिक आधार पर बीते सात सप्ताह से मजबूत बढ़त रही है। आगामी सप्ताह के दौरान भी घरेलू शेयर बाजार की चाल कोरोना वैक्सीन की प्रगति और अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज से चालित विदेशी बाजारों के संकेतों से तय होगी। भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बीते सप्ताह भी साप्ताहिक स्तर पर करीब दो फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि दोनों सूचकांकों ने सप्ताह के दौरान नई बुलंदियों को छुआ। जानकारों की मानें तो इसकी मुख्य वजह यह है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारतीय शेयर बाजार निवेशक को लेकर आशावान हैं और एफपीओ इन्फ्लो लगातार बना हुआ है। यही कारण है नवंबर से लेकर अब तक सेंसेक्स में 7,000 अंकों से ज्यादा का उछाल आ चुका है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते शुक्रवार को साप्ताहिक स्तर पर 861.68 अंकों यानी 1.87 फीसदी की बढ़त के साथ 46,960.69 पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान सेंसेक्स 47,026.02 की ऐतिहासिक ऊंचाई तक चढ़ा। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सत्र में साप्ताहिक स्तर पर 279.86 अंकों यानी 1.83 फीसदी की तेजी के साथ 13,760.55 पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान 13,772.85 की ऐतिहासिक ऊंचाई तक उछला। इस सप्ताह 25 दिसंबर को क्रिसमस का अवकाश होने के कारण शेयर बाजार में शुक्रवार को कारोबार बंद रहेगा। इससे पहले चार सत्रों के दौरान निवेशकों की निगाहें कोरोना वैक्सीन को लेकर आने वाली रिपोर्ट और अमेरिका में कोरोना महामारी के कारण मिल रही आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रोत्साहन पैकेज से संबंधित खबरों पर टिकी रहेंगी। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी रुपये की चाल पर भी बाजार की नजर रहेगी। वहीं, सप्ताह के आरंभ में चीन में सोमवार को एक साल के लिए लोन प्राइम रेट की घोषणा होने से एशियाई बाजार के रुखों का असर भी घरेलू शेयर बाजार पर दिखेगा। इस सप्ताह के आखिरी सत्र में गुरुवार को अमेरिका में बीते महीने नवंबर के दौरान टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर के आंकड़े जारी होंगे।
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[hin] [Deva] varanasi baba kashi Vishwanath temple will now be able to offer Mala Phool garland and flowers in Kashi temple administration lifts ban - काशी में बाबा विश्वनाथ को अब चढ़ा सकेंगे माला-फूल, मंदिर प्रशासन ने रोक हटाई Wed, 23 Jun 2021 09:16 PM हिंदी न्यूज़ › उत्तर प्रदेश › काशी में बाबा विश्वनाथ को अब चढ़ा सकेंगे माला-फूल, मंदिर प्रशासन ने रोक हटाई उत्तर प्रदेशकाशी में बाबा विश्वनाथ को अब चढ़ा सकेंगे माला-फूल, मंदिर प्रशासन ने रोक हटाई हिन्दुस्तान ब्यूरो,वाराणसी Published By: Amit Gupta Sun, 27 Sep 2020 10:55 AM बता दें कि ठा. बांकेबिहारी मंदिर के आंगन में करीब चार माह पूर्व फर्श में तीन फुट से अधिक गहरा गड्ढा हो गया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए मंदिर प्रबंधन द्वारा भवन निर्माण से जुड़ी सरकारी एवं गैर सरकारी कंपनियों के इंजीनियरों से परिसर की गहनता से जांच कराई गई थी। सभी संस्थाओं की जांच रिपोर्ट के आधार काम की शुरुआत कराई गई। मंदिर के फर्श एवं मंदिर भवन की मजबूती को बनाए रखने के उद्देश्य से फर्श में 65 स्थानों पर पाइलिंग कराई गई। साथ ही नींव को भूकम्प रोधी बनाने के लिए अत्याधुनिक तरीके से सुरक्षित किया गया। अब आंगन के फर्श पर लोहे की सरियाओं का जाल बिछाने जाने के बाद ढलाई कराई गई है। साथ ही सीलन से मुक्ति के लिए सीलिंग कम्पाउंड बिछाया जा रहा है। जल्द दी कर्नाटका से मंगवाए गए संगमरमर पत्थर को फर्श में लगाया जाएगा। मंदिर के प्रबंधक मुनीष कुमार शर्मा ने बताया कि मंदिर के फर्श का निर्माण जल्द ही पूर्ण होने को है। फर्श की ढलाई के बाद अब पत्थर लगाने की तैयारी की जा रही है। ताकि कार्य पूर्ण होते ही पिछले करीब सात माह से अपने आराध्य से दूर भक्तों को उनके दर्शन सुलभ हो सकें।
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[hin] [Deva] Seoni: गौमांस का बंटवारा करते सात आरोपित गिरफ्तार - Seoni: गौमांस का बंटवारा करते सात आरोपित गिरफ्तार सिवनी, 07 मई। जिले के छपारा थाना अंतर्गत शुक्रवार-शनिवार की दरम्यिानी में ग्राम माहुलपानी हाथी घाट पहुंच कर जंगल की खाई में पुलिस ने दबिश देकर मोमबत्ती एवं टोर्च की रोशनी में गौवंश का मांस कटा हुआ इकट्ठा कर आपस में बंटवारा करते तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। वही इस मामले में शनिवार को फरार चार आरोपितों को सिवनी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसकी जानकारी शनिवार की देर शाम को सिवनी पुलिस ने दी। पुलिस के मीडिया अधिकारी देवेन्द्र जायसवाल ने शनिवार की देर शाम को बताया कि थाना छपारा अंतर्गत आने वाले ग्राम माहुलपानी के जंगल में कुछ व्यक्ति द्वारा गौवंश हत्या करने की सूचना मुखबिर से मिलने पर पुलिस टीम द्वारा शुक्रवार-शनिवार की रात्रि ग्राम माहुलपानी हाथी घाट पहुंच कर जंगल की खाई में दबिश दी गई, जहां कुछ लोग बैठकर मोमबत्ती एवं टोर्च की रोशनी में गौवंश का मांस कटा हुआ इकट्ठा कर आपस में बंटवारा कर रहे थे। जिन्हें पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर 3 लोगों को पकड़ा गया बाकी तीन-चार लोग अंधेरे का फायदा उठाकर अपने हाथों में सफेद रंग की थैली, बोरी लेकर भाग गए। बताया गया कि पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल से पकडे गये आरोपितों में बड़गु पुत्र सुखचंद उइके , बालक सिंह पुत्र सिंगराम मर्सकोले, राम कुमार पुत्र बिंदे सिरसाम तीनों निवासी ग्राम माहुलपानी है। पुलिस टीम द्वारा पकडे गये आरोपितों से पूछताछ की गई जहां उन्होनें फरार होने वाले चार लोगों क्रमशः क्रेशलाल पुत्र लाली मसराम, दुबे पुत्र रोशनलाल इनवाती, मटरू पुत्र सुकलु उइके सभी निवासी ग्राम माहुलपानी बताए और बताएं कि आपस में मिलकर बालक सिंह का एक बछड़ा जिसे हाथीघाट जंगल की खाई में लाकर काटकर आपस में बंटवारा गौमांस का कर रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के विरूद्ध धारा 4,6 मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, 11 (1)(घ) पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम, 25 आर्म्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से गौवंश बछडा का 19 किलों 700 ग्राम मांस , पैर के खुर, एवं चमडा और घटना में उपयोग किये औजार चाकू, बका, हसिया एवं कुल्हाडी बरामद किया है। आगे बताया गया कि पुलिस ने इस घटनाक्रम से जुडे फरार चार आरोपितों क्रमश क्रेशलाल पुत्र लाली मसराम, दुबे पुत्र रोशनलाल इनवाती, मटरू पुत्र सुकलु उइके, प्रीतम पुत्र पंचम इनवती सभी निवासी ग्राम माहुलपानी को गिरफ्तार कर लिया है।
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[hin] [Deva] एक फिल्म के लिए कितनी फीस लेती है श्रद्धा कपूर, जाने सालाना कमाई के बारे में - BackToBollywood Home bollywood celebs Celebs Gossips Shraddha Kapoor एक फिल्म के लिए कितनी फीस लेती है श्रद्धा कपूर, जाने सालाना कमाई के बारे में bollywood celebs Celebs Gossips Shraddha Kapoor एक फिल्म के लिए कितनी फीस लेती है श्रद्धा कपूर, जाने सालाना कमाई के बारे में श्रद्धा कपूर बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस है, जो हाल ही में रिलीज हुई फिल्म बागी 3 में नजर आईं. श्रद्धा कपूर की कुल संपत्ति 57 करोड़ रुपए है. श्रद्धा कपूर का जन्म 1987 में हुआ था. श्रद्धा कपूर एक अच्छी अभिनेत्री होने के साथ बेहतरीन गायिका भी हैं. उनके पिता शक्ति कपूर बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता है. श्रद्धा कपूर को फिल्म आशिकी 2 से पहचान मिली थी. हालांकि उन्होंने बॉलीवुड में फिल्म तीन पत्ती से डेब्यू किया था. लेकिन उनके बारे में लोगों को कुछ पता भी नहीं होगा. श्रद्धा कपूर एक फिल्म के लिए तीन से चार करोड़ रुपए की फीस चार्ज करती हैं. वह विज्ञापन के जरिए भी करोड़ों की कमाई करती हैं. श्रद्धा कपूर के पास कई महंगी कारें हैं. इसके अलावा श्रद्धा कपूर को महंगी चीजों का बहुत ज्यादा शौक है. श्रद्धा कपूर ने 2 साल पहले शॉपिंग वेबसाइट अमेजन के साथ मिलकर इमरार नाम से अपना एक विशेष फैशन लाइन लांच किया था. श्रद्धा की फिल्म बागी 3 लोगों को काफी पसंद आ रही है. इस फिल्म में उनके साथ टाइगर श्रॉफ मुख्य भूमिका में है. इससे पहले श्रद्धा कपूर फिल्म स्ट्रीट आंसर 3D में नजर आई थी और उनकी यह फिल्म भी लोगों को काफी अच्छी लगी. श्रद्धा कपूर सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और अपने फैंस के लिए अपनी तस्वीरें और वीडियो शेयर करती रहती है.
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[hin] [Deva] जो इस संसार में आया है उसका जाना निश्चित है, अपनी देह पर कभी ना करें घमंड- पंडित विजय शंकर मेहता - The Think Media Skip to content Saturday, December 3, 2022 The Think Media Search Search होम राज्य उत्तर प्रदेश दिल्ली मध्यप्रदेश महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ दुर्ग संभाग बस्तर संभाग बिलासपुर संभाग रायपुर संभाग सरगुजा संभाग देश विदेश खेल व्यापार राजनीति ब्यूरोक्रेट्स धर्म-आध्यात्म मनोरंजन संपादकीय संपर्क Home छत्तीसगढ़ जो इस संसार में आया है उसका जाना निश्चित है, अपनी देह पर कभी ना करें घमंड- पंडित विजय शंकर मेहता छत्तीसगढ़ धर्म-आध्यात्म बिलासपुर संभाग जो इस संसार में आया है उसका जाना निश्चित है, अपनी देह पर कभी ना करें घमंड- पंडित विजय शंकर मेहता November 8, 2022 admin डीएम परिवार शक्ति द्वारा जीवन प्रबंधन समूह के पंडित विजय शंकर मेहता का आयोजित किया गया देह के उस पार व्याख्यान कार्यक्रम शक्ति-सक्ती शहर के प्रतिष्ठित डीएम परिवार द्वारा 7 नवंबर की रात्रि अखराभाटा स्थित निवास में जीवन प्रबंधन समूह एवं हमारे हनुमान के प्रणेता पंडित विजय शंकर मेहता का देह के उस पार व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया, कार्यक्रम शुभारंभ से पूर्व डीएम परिवार शक्ति के सुरेश अग्रवाल, खरसिया से ऋषि अग्रवाल एवं रायगढ़ से कलानोरिया जी एवम जुगमंदर अग्रवाल ने पंडित विजय शंकर मेहता जी का शाल-श्रीफल एवं गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया, तत्पश्चात पंडित विजय शंकर मेहता ने डीएम परिवार के वरिष्ठ स्व.लखनलाल अग्रवाल को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें स्मरण किया साथ ही उन्हें सदैव धर्म के क्षेत्र में कार्य करने वाला प्रखर व्यक्तित्व का धनी बताया अपने व्याख्यान विषय के अंतर्गत संबोधित करते हुए पंडित मेहता जी ने संबोधित करते हुए उन्होंने मृत्यु के रहस्य एवं मनुष्य के जीवन से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने व्याख्यान देते हुए कहा कि इस संसार में जो आया है, सभी को जाना है, मृत्यु सभी की निश्चित है किंतु रावण जैसा शक्तिशाली व्यक्ति भी जो अपने आप को अमर समझता था वह भी मृत्यु के काल से नहीं बच सका तो वही पंडित विजय शंकर मेहता ने महाभारत के प्रसंगों में से दो मृत्यु के प्रसंग साथ ही रामायण से भी मृत्यु के प्रसंगों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए अपने व्याख्यान दिए तथा पंडित मेहता जी ने कहा कि डीएम परिवार के लखनलाल अग्रवाल जी के देवलोक गमन की सूचना मिलने के बाद किन्ही परिस्थितियों वश वे नहीं पहुंच पाए थे किंतु आज वे उनके परिवार में मिलने आए थे,एवम इस परिवार ने मेरे आगमन पर इस व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया तथा मुझे आप सभी से मिलने का अवसर मिला इस अवसर पर डीएम परिवार के वरिष्ठ स्वर्गीय लखनलाल अग्रवाल जी के तैल चित्र पर पंडित विजय शंकर मेहता जी ने पुष्पांजलि अर्पित की, साथ ही डीएम परिवार द्वारा व्याख्यान कार्यक्रम के पश्चात हनुमान जी की आरती का कार्यक्रम एवं आगंतुक श्रोताओं के सम्मान में रात्रि भोज का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया, कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में शहर सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गणमान्य नागरिक एवं डीएम परिवार के रिश्तेदार मौजूद थे शेयर करें Post navigation बालोद जिले के 7 हजार 938 कुपोषित नौनिहालों के थाली में सप्ताह के 5 दिन परोसा जाएगा अंडा, कुपोषण मुक्त जिला बनाने कलेक्टर की शानदार पहल, विभागीय मंत्री भेड़िया ने की जिला प्रशासन के सराहनीय प्रयासों की प्रशंसा… देखें वीडियों परसदा खुर्द में 07 नवम्बर को सम्पन्न हुआ भारत स्काउट गाइड का जिला स्तरीय स्थापना दिवस समारोह, वृक्षारोपण एवम सर्व धर्म प्रार्थना सभा
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[hin] [Deva] झारखंड में नक्सलियों ने की भाजपा नेता की हत्या - झारखंड में नक्सलियों ने की भाजपा नेता की हत्या, Kundali Hindi News - Hindustan झारखंड के लातेहार जिले में बुधवार देर रात नक्सलियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार राज्य में सक्रिय नक्सली संगठन 'तृतीय प्रसुति कमिटी' (टीपीसी) के सदस्यों ने मुन्ना गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। उनके समर्थकों की पिटाई भी की गई। अधिकारियों ने बताया कि 15 से 20 की संख्या में टीपीसी सदस्यों ने इस वारदात को अंजाम दिया। घटना उस वक्त हुई जब गुप्ता अपने चार साथियों के साथ हेहेगारा से बालूमठ जा रहे थे। वह मोटरसाइकिल पर सवार थे। टीपीसी सदस्यों ने मौके पर एक पर्चा भी छोड़ा। इसमें नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि गुप्ता उनके नाम पर वसली कर रहे थे। तिब्बत में चीनी सशस्त्र सैनिकों की दमनकारी कार्रवाई उन चीनियों के गले के नीचे से नहीं उतर रही है, जो अब पूरी तरह से चीनी नहीं रहे हैं। भारत में बस गए चीनी मूल के ये लोग मानते हैं कि चीन को अब बदलना होगा। उन्हें जनतांत्रिक तरीके से अपने हकों के लिए लड़ने वालों को कुचलने की मानसिकता को छोड़ना चाहिए। पहाड़गंज में एक अरसे से प्रेक्िटस करने वाले डेटिंस डा. स्टीफन चेन दो बातें कहते हैं। पहली, चीन सरकार को तिब्बत को स्वायत्तता देने के संबंध में विचार करना चाहिए। स्वायत्तता का मतलब स्वतंत्र तिब्बत राष्ट्र से कतई नहीं है। दूसरी बात यह है कि दलाई लामा या फिर तिब्बत में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं को चीन से अलग अपने अस्तित्व के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। डा. चेन कहते हैं कि सारे मसले का कोई सौहार्दपूर्ण हल निकलना चाहिए। चीनी सरकार को अधिक लचीला रूख अपनाना चाहिए। भारत में बसे चीनियों को करीब 100 साल हो रहे हैं, पर उनमें एक खास चीनी गुण अब भी विद्यमान है। आमतौर पर चीनियों के लिए कहा जाता है कि ये प्राय: किसी विवादास्पद मसले पर बोलते नहीं हैं। जाहिर है कि तिब्बत के मसले पर भी यह कम ही बोल रहे हैं। कनॉट प्लेस के एक पुराने शूज शो-रूम के स्वामी एडवर्ड च्यू दिल्ली आईआईटी के विद्यार्थी रहे हैं। वह कहते हैं कि ओलंपिक साल में चीन में यह सब नहीं होना चाहिए। चीनी सरकार को स्थिति को अधिक परिपक्वता से काबू करने की कोशिश करनी चाहिए थी। उन्हें हमेशा ताकत के इस्तेमाल से बचना ही चाहिए। हालांकि उन्हें भी लगता है कि तिब्बतवासियों को चीन की मुख्यधारा से अपने को जोड़ने की कोशिश करनी चाहिए। पढ़ने की टेबल खिड़की के सामने या अगल-बगल में कहीं लगा कर रखो, ताकि दिन के वक्त बल्ब जला कर पढ़ने की बजाय नेचुरल लाइट की मदद से पढ़ाई की जा सके। गर्मियों में जब तक काफी गर्मी न लगे तब तक एयरकंडीशनर की जगह पंखे से काम चलाओ। एसी चलाने से बिजली की खपत काफी तेजी से बढ़ती है। लैम्बोर्गिनी ने दुनिया की पहली सेल्फ हीलिंग स्पोर्ट्स कार बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस कार की बॉडी या ट्यूब पर अगर किसी तरह का नुकसान होता है, तो वह उसे खुद ब खुद ठीक करने में सक्षम होगी।... जर्मनी के एक शहर में अजीबोगरीब घटना घटी है। दरअसल, यहां एक गधे ने तकरीबन दो करोड़ की कार का कुछ हिस्सा चबा लिया। माना जा रहा है कि गधा भूखा था और वह कार के रंग की वजह से उसे गाजर समझ बैठा... मशहूर इटैलियन सुपरकार कंपनी लैम्बोर्गिनी ने एवेंटाडोर एस रोडस्टर को लॉन्च कर दिया है, यह लैम्बोर्गिनी की लोकप्रिय कार एवेंटाडोर एस का ही कन्वर्टेबल अवतार है। इसकी कीमत 5.79 करोड़ रूपए (एक्स-शोरूम) रखी... पूरी दुनिया में सेल्फ ड्राइविंग कार यानी बिना ड्राइवर के चलने वाली कार की तकनीक पर काम हो रहा है। वहीं दुबई ने सबसे आगे निकलते हुए अपने देश के पुलिस विभाग में सेल्फ ड्राइविंग कार को शामिल करने का... फेरारी ने जीटीसी4लूसो टी को लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत 4.2 करोड़ रूपए (एक्स-शोरूम) रखी गई है। फेरारी कारों की रेंज में यह एफएफ की जगह लेगी। इसके अलावा कंपनी ने पावरफुल वेरिएंट जीटीसी4लूसो को भी लॉन्च... आईपैड (2017) की प्री ऑर्डर बुकिंग भारत में आज से शुरू आईपैड (2017) को पिछले महीने ही लॉन्च कर दिया गया था लेकिन अब भारतीय यूजर इसकी प्री ऑर्डर बुकिंग करा सकते हैं। इसकी प्री बुकिंग 28,990 रुपये से... क्या आपको पता है अपने फोन की इंटरनेट मोबाइल क्रांति आने के बाद मानो टेलीकॉम कंपनियों के बीच यूजर बढ़ाने की होड़ मची है। अधिकतर कंपनियों का दावा है कि हमारा इंटरनेट और नेटवर्क सबसे बेहतर और तेज है।... लैम्बॉर्गिनी ने हुराकेन का पावरफुल अवतार हुराकेन परफॉर्मेंट लॉन्च कर दिया है, इसकी कीमत 3.97 करोड़ रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है। रफ्तार के मामले में यह पोर्श 918 स्पाइडर और लैम्बॉर्गिनी की ही... हुंडई ने पहली जनरेशन की आई10 को बंद कर दिया है, इसे भारत में 31 अक्टूबर 2007 को लॉन्च किया गया था, अब इसकी जगह हुंडई की नई सेंट्रो लेगी। हुंडई सेंट्रो का भारत के कार बाजार से काफी पुराना नाता है,... लैम्बॉर्गिनी की सुपरकार एवेंटाडोर एस लॉन्च हो गई है, इसकी कीमत 5.01 करोड़ रूपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है। यह भारत में लैम्बॉर्गिनी की स्टैंडर्ड एवेंटाडोर की जगह लेगी। कारदेखो.कॉम के मुताबिक लैम्बॉर्गिनी... दुनियाभर के सुपरकार फैंस के बीच लैम्बॉर्गिनी और इसकी कारें किसी पहचान की मोहताज़ नहीं हैं, अपने पांच दशक के सफर में अब यह कंपनी दूसरी बार एसयूवी सेगमेंट में कदम रखने जा रही है। cardekho.com के अ संताल और कोयलांचल में मंगलवार को तीन सरकारी अधिकारी घूस लेते हुए गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें धनबाद और बोकारो के दो बीडीओ और देवघर के लेखपाल हैं। धनबाद जिले के बाघमारा में पदस्थापित गिरिजानंद किस्कू... आईएसआई के नेटवर्क को तोड़ने में देश की खुफिया एजेंसियों और सेना ने बीते दो साल के अंदर ताबड़तोड़ कार्रवाई की हैं। पकड़े गए आईएसआई एजेंटों से मिली सूचनाओं के आधार पर जांच एजेंसियां लगातार धरपकड़ कर... पाक खुफिया एजेन्सी आईएसआई के लिये केन्द्रीय सुरक्षा बलों की जासूसी करने के आरोप में बीएसएफ के एक सिपाही अच्युतानंद मिश्र को एटीएस ने मंगलवार रात नोएडा में गिरफ्तार कर लिया। हनीट्रैप का शिकार हुए इस... हिरणपुर थाना क्षेत्र शहरपुर के बीचला टोला गांव में सोमवार को बड़े पैमाने पर विस्फोटक बरामदगी मामले की जांच के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की छह सदस्यीय टीम मंगलवार को इंस्पेक्टर विनोद कुमार के... शहर में पशु तस्करी रोकने के लिए पुलिस जासूसी भी करेगी। इसके लिए एक टीम बनी है। टीम पूर्वी सिंहभूम से सटे बंगाल की सीमा के ऐसे बाजार जहां पशुओं का हाट लगता है, वहां से ही शहर लाए जाने वाले पशुओं के... बिजली विभाग उपभोक्ताओं को अब जासूस बनाने जा रहा है। आए दिन रिश्वत मांगने, घूसखोरी की शिकायत को देखते हुए अब बिजली विभाग उपभोक्ताओं की मदद लेगा। उपभोक्ताओं की मदद से रिश्वतखोरों को पहचान कर उनके खिलाफ... जेल का नाम पर अब केवल नाम ही रह गया है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं जेल में बैठे-बैठे बंदी और कैदी घरों तक की खबरें ले रहे हैं। क्योंकि जेल में ही भेदिए पैदा हो गए हैं जो कैदियों को बाहरी की सूचना तथा... गोरखपुर थियेटर एसोसिएशन के तत्वावधान में एसोसिएशन की मासिक श्रृंखला की 23वीं कड़ी में रविवार की शाम ‘संभव सांस्कृतिक मंच’ ने फणीश्वरनाथ रेणु की कहानी ‘रसप्रिया’ और सर्वेश्वर... थाना क्षेत्र के गांव महलकी में युवती को लेकर फरार आरोपी के बिटोड़े व एक कमरे को गुस्साए लोगों ने आग के हवाले कर... शीतयुद्ध की भांती ब्रिटेन में रूसी जासूस को जहर दिये जाने के मामले में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मामले... काशीपुर। एक पोल्ट्री फार्म में शार्ट सर्किट से आग लगने से लाखों का नुकसान हो गया। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू... काशीपुर। रोडवेज डिपो परिसर में लगभग एक सप्ताह से एक स्कूटी लावारिस हालत में खड़ी है। शनिवार को डिपो कर्मचारी पंकज भटनागर ने बताया दीपावली वाले दिन से एक स्कूटी परिसर के अंदर बनी कैंटीन के पास लावारिस... काशीपुर। रोडवेज की चपेट में आकर साइकिल सवार बच्चा चोटिल हो गया। जबकि उसका साइकिल चकनाचूर हो गई। शनिवार को ग्राम रम्पुरा निवासी पंकज (14) पुत्र स्व.वीर सिंह साइकिल से बाजपुर रोड स्थित जिंदल कालोनी... काशीपुर। पुलिस ने घर से चोरी के माल समेत एक चोर को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया... एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल में तीन साल से बंद पड़े हार्ट सेंटर को स्वास्थ्य विभाग ने पीपीपी मोड में दे दिया है। अब शीघ्र ही अस्पताल में हृदय रोगियों को सुविधा मिलने लग... चार एकड़ जमीन हड़पने के लिए सगे भाई ने ही 10 लाख रुपये की सुपारी देकर भाड़े के शूटरों से राजेश की हत्या कराई थी। पुलिस ने दो शूटरों समेत आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया। शूटरों की निशानदेही पर पुलिस ने... काशीपुर। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकत्रियों, स्कूल प्रतिनिधियों और अस्पताल स्टाफ की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बताया कि 16,330 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई... पिछले कई दिनों से चल रहा चुनावी शोर शुक्रवार की शाम पांच बजे थम जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान कर सकेंगे। दूसरी तरफ नगर निगम चुनाव के अंतिम दौर में प्रत्याशियों ने अपनी पूरी... भारत के लिए तिहरा शतक मारने वाले टेस्ट बल्लेबाजों की बात होती है तो सिर्फ दो नाम सामने आते हैं, पहला वीरेंद्र सहवाग और दूसरा करुण नायर। लेकिन दो साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में यह कारनामा... कुछ दिनों पहले विंबलडन के फाइनल में अंपायर से हुई कहा-सुनी को लेकर टेनिस सुपरस्टार सेरेना विलियम्स ने दुनियाभर में सनसनी मचा दी थी। अब सेरेना का एक गाना रिलीज हुआ है जिसने इंटरनेट पर हलचल मचाई हुई...
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[hin] [Deva] पेट्रोल डीजल व रसोई गैस में वृद्धि के खिलाफ माकपा ने फूंका मोदी सरकार का पुतला पेट्रोल डीजल व रसोई गैस में वृद्धि के खिलाफ माकपा ने फूंका मोदी सरकार का पुतला - Lokjatan ग्वालियर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ग्वालियर जिला इकाई ने पेट्रोलियम पदार्थों व रसोई गैस में केन्द्र सरकार द्वारा की गई वृद्धि के विरोध में शहर में जुलूस निकालकर पुतला फूंका। माकपा कार्यकर्ता नई सडक़ स्थित कार्यालय से जुलूस के रुप में महाराजा बाडे पहुंच जहां लोगों को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार जनता से बेजा टैक्स बसूल रही है। कच्चे तेल के दाम काफी कम होने के बाद भी सरकार पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ा रही है। इससे पेट्रोलियम कंपनिया खासकर अंबानी की कंपनी को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इसी प्रकार रसोई गैस की कीमत में इजाफा कर गरीबों का चूल्हा बंद करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दस सितम्बर को वामदलों का भारत बंद ऐसे ही मुद्दों पर है। उन्होंने लोगों से महंगाई सहित अन्य मुद्दों पर केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध कर भारत बंद को सफल बनाने का आग्रह किया। इस मौके पर रामबाबू जाटव, श्याम यादव, प्रीति सिंह, रामकिशन कुशवाह, श्रीकृष्ण बघेल, भगवानदस सैनी, आकांक्षा धाकड़, शैलेष परमार, कमलेश शर्मा, जगदीश मौर्य, नवल सिंह कुशवाह, शमीम खान, आरडी चौपड़ा सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
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[hin] [Deva] मैच हारने के बाद छलका मिताली राज का दर्द, कहा- उम्‍मीद है खिलाड़‍ियों को तवज्‍जो मिलेगी- IND vs ENG: After Defeat says Mitahli Raj, We have set the platform for future generations - Jansatta मैच हारने के बाद छलका मिताली राज का दर्द, कहा- उम्‍मीद है खिलाड़‍ियों को तवज्‍जो मिलेगी महिला क्रिकेट की स्थिति बेहतर होगी और खिलाड़ियों को वाजिब तवज्जो मिलेगीः मिताली राज आईएएनएस लंदन | Updated: July 24, 2017 1:27 PM आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल में करीबी मैच में हारने वाली भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज को उम्मीद है कि इस विश्व कप में टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन करते हुए दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई उससे भारत में महिला क्रिकेट की स्थिति बेहतर होगी और खिलाड़ियों को वाजिब तवज्जो मिलेगी। इंग्लैंड ने भारत को रविवार को लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए फाइनल मैच में नौ रनों से हरा दिया। इंग्लैंड ने लॉर्ड्स मैदान पर भारत के सामने 229 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारतीय टीम हासिल नहीं कर पाई और 48.4 ओवरों में 219 रन पर अपने सभी विकेट गंवा बैठी। इस तरह उसके हाथ से पहली बार विश्व विजेता बनने दूसरा मौका चला गया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नताली स्काइवर के 51 रन और सारा टेलर के 45 रनों की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 228 रन बनाए थे। मैच के बाद मिताली ने अपनी टीम की तारीफ की और कहा कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है। मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में मिताली ने कहा, "इंग्लैंड के लिए यह आसान नहीं था, लेकिन उन्हें जीत का श्रेय जाता है। उन्होंने दबाव के पलों में अच्छा प्रदर्शन किया और मैच पलट दिया। मैं अपनी टीम की खिलाड़ियों से कहना चाहती हूं कि मुझे उन पर गर्व है। उन्होंने किसी भी टीम के लिए मैच आसान नहीं होने दिया।" मिताली ने मैदान पर मौजूद समर्थकों का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, "मैं यहां महिला क्रिकेट का समर्थन करने आए सभी प्रशंसकों को धन्यवाद देती हूं। मिताली ने अपने भविष्य और झूलन गोस्वामी के बारे में अपनी राय साझा की। भारत को दो बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने वाली कप्तान ने कहा, "झूलन शानदार गेंदबाज हैं, उन्होंने इस बात को कई बार साबित किया है। बल्लेबाजी थोड़ी अनुभवहीन साबित हुई और वह दबाव में बिखर गई। मैं आश्वस्त हूं कि इससे बल्लेबाजों की सीखने को मिलेगा। मैं खुद को कुछ साल और खेलते देखती हूं, लेकिन अगला विश्व कप नहीं। उन्होंने कहा, "झूलन का करियर बेमिसाल रहा है। उनका करियर लंबा और प्ररेणादायी रहा है। मुझे भरोसा है कि हमारे देश में अब महिला क्रिकेट को ओर भी लोगों का ध्यान जाएगा और उन्हें तवज्जो मिलेगी। गौरतलब है कि भारत ने पहली बार 2005 में विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी तब भी मिताली कप्तान थी और झूलन उस टीम का हिस्सा। Chandra Grahan 2020 Date, Timings in India: कल लगेगा साल का तीसरा चंद्र ग्रहण, जानिये क्या है उपच्छाया ग्रहण
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[hin] [Deva] उत्तराखंड में चकबंदी की मांग – Trishulvani उत्तराखंड में चकबंदी की मांग > उत्तराखंड में चकबंदी की मांग उत्तराखंड में चकबंदी की मांग Trishulvani October 22, 2020 October 22, 2020 नैनीताल- देश मे चली आ रही करीब 100 साल पुरानी चकबंदी व्यवस्था को उत्तराखंड राज्य में लागू करने की मांग 1985 से लगातार उठ रही है मगर चकबंदी व्यवस्था को लागू करने की दिशा में सरकारों का कोई सकारात्मक रुख नजर नही आता सालों की अनदेखी के बाद एक बार फिर चकबंदी की मांग उठने लगी है। सालों से इस मांग को प्रमुखता से उठाने वाले उत्तराखंड चकबंदी मोर्चा के प्रांत अध्यक्ष केवलानंद तिवारी"फकीर" का कहना है कि राज्य में इस विषय को लेकर 1985 से आवाज उठ रही है मगर आज तक इस ओर कोई ठोस कदम सरकारों द्वारा नही उठाया गया है वो बताते है कि 1988-89 में यहाँ दो दफ्तर खुले एक अल्मोड़ा व दूसरा पौड़ी गढ़वाल में लेकिन खुलने के 6 साल बाद ही दोनों दफ्तरों को सरकार ने ये कहते हुवे बंद कर दिया कि हम पहाड़ में चकबंदी के लिये अलग एक्ट बनायेंगे उसके बाद 1997-98 में चकबंदी एक्ट बनाने की कवायद शुरू की लेकिन 2000 के बाद हर सरकार ने चकबंदी के लिये अपनी अपनी समितियां बनाई और करोड़ो रूपये खर्च किये मगर नतीजा सिफर ही रहा एक बड़े मुद्दे की लंबी लड़ाई व भारी जनदवाब के चलते 2016 में आखिरकार चकबंदी एक्ट तो पास हुआ मगर आज तक एक्ट पास होने के बावजूद राज्य में इसको लागू नही किया गया इतना ही नही 2014-15 से कई गांवों के लोगों ने चकबंदी कराने के लिये अपनी अपनी जमीनें भी सरकार को दी है आज तक कोई सुनवाई नही हुई हालांकि 2015 में लोगों को झुनझुना पकड़ाने के लिये एक चकबंदी विभाग भी स्थापित किया गया है जिसमे 707 पदों को भी सृजित किया गया मगर तैनाती आज तक नही हुई इससे साफ हो जाता है कि सरकारें चकबंदी को लेकर कितना संजीदा है? केवलानंद तिवारी"फकीर" ने कहा कि चकबंदी व्यवस्था को राज्य में लागू करने के लिये एक लंबी लड़ाई लड़ी गई है मगर हर बार ये मुद्दा सियासी भेंट चढ़ा है ऐसे में अब इस ज्वलंत मुद्दे को नैनीताल हाईकोर्ट में याचिका के जरिये उठाया जायेगा जिसकी पूरी तैयारी हो चुकी है।
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[hin] [Deva] दिल्ली के वेलकम इलाके में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला - Delhi another gangrape case reported in welcome area - AajTak दिल्ली के वेलकम इलाके में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला दिल्ली में एक और सामूहिक बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है. गैंगरेप की यह घटना मंगलवार रात की है जब वेलकम इलाके में 25 साल की युवती को नौकरी का झांसा देकर चार लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. नई दिल्ली, 06 मार्च 2013, अपडेटेड 17:48 IST दरिंदों ने मंगलवार रात को महिला को जाफराबाद इलाके के एक पार्क में बुलाया. उसके बाद एक कार में बैठाकर उसको नशीला पदार्थ खिला दिया. महिला ने आरोप लगाया है कि चार लोगों ने उससे बलात्कार किया और फिर सुबह करीब तीन बजे बेहोशी की हालत में महिला को पार्क के पास छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने इस मामले में रेप का मामला दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में लिया है और मामले की जांच कर रही है.
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[hin] [Deva] Hockey Archives - Tevar Times श्रीकांत बने नंबर 2 खिलाड़ी, करियर की सर्वश्रेष्ठ 11वीं रैंकिंग पर : HS Pranay नई दिल्ली। स्टार भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत को इस सत्र में शानदार प्रदर्शन का ईनाम करियर की सर्वश्रेष्ठ नंबर दो रैंकिंग के रूप में मिला है। गुंटुर के 25 वर्षीय श्रीकांत ने गुरुवार को जारी ताजा... टेनिस रैंकिंग में नंबर 1 बने रहेंगे नडाल पेरिस। स्पेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने दक्षिण कोरिया के खिलाड़ी ह्योन चुंग को 7-5, 6-4 से मात देकर पेरिस मास्टर्स के तीसरे दौर में प्रवेश कर लिया है। Nadal will remain No. 1 in tennis rankings इसके साथ... प्रो-कबड्डी लीग फाइनल में पटना ने लगाई खिताबी हैट्रिक चेन्नई । अपने कप्तान और डुबकी किंग प्रदीप नरवाल के बेहतरीन प्रदर्शन और मजबूत डिफेंस के साथ पटना पाइरेट्स ने मजबूत गुजरात को करारी मात देकर प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के सीजन-5 का फाइनल जीतते हुए खिताबी... महिला हॉकी: वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने भारत को दी मात जोहानिसबर्ग। भारतीय टीम को मंगलवार को महिला (World Hockey League) सेमीफाइनल्स के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने भारत को 4-1 से हराते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया और...
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[hin] [Deva] राजदीप, रविश कुमार की हिफाजत के लिए कांग्रेस नेता ने गृह मंत्रालय को लिखी चिट्ठी, जानिए पूरा मामला! - कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखा है । राजनाथ सिंह को संबोधित करते हुवे कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने गुरुवार पत्र में रविश कुमार इर राजदीप सरदेसाई की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। जिन्हें सोशल मीडिया पर कथित रूप से जान से मारने की धमकी दी गयी है। अपने इस पत्र में कांग्रेस के नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण दो मीडिया कर्मियों को दिये गए कथित खबरों के बारे में शोशल मीडिया वेबसाइट्स पर चर्चा का जिक्र करते हैं ।"उन नेटिज़नों के एक वर्ग ने जो उनके द्वारा अपने संबंधित कार्यक्रमों में व्यक्त विचारों को अस्वीकार करते हैं।" इस सब को एक खतरनाक प्रवृत्ति कहते हुए, चव्हाण ने गौरी लंकेस जैसे अन्य पत्रकारों और नरेंद्र दाभोलकर, एमएन कलबर्गी और गोविंद पानसरे जैसे तर्कसंगत लोगों की हत्या का हवाला देते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर प्रत्यक्ष हमला किया है । उन्होंने अपने पत्र में कहा गया है, "ये हत्याएं स्वतंत्र भारत के इतिहास में संसद में बैठे लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के रूप में हम सभी के लिए एक शर्मनाक अध्याय हैं।" उन्होंने बताते हुए कहा कि सरदेसाई और रविश कुमार "लोकतांत्रिक तरीके से अपनी पत्रकारिता कर रहे हैं। हालाँकि पूरा देश जानता है की उनकी पत्रकारिता किसी है , कांग्रेस के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष ने गृह मंत्री से कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करें कि दो पत्रकारों के लिए कोई शारीरिक हानि नहीं हो और "शिकार करने के लिए जो लोग जाहिरा तौर पर कट्टरता से ऐसे दिमाग देने और कानून के तहत उन्हें किताब के लिए पर्याप्त दिमाग कर रहे हैं
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[hin] [Deva] police covers naxalites at boodha pahad area | यहां छिड़ी है पुलिस की नक्सलियों से अंतिम लड़ाई : सरेंडर करें या गोली खाएं police covers naxalites at boodha pahad area यहां छिड़ी है पुलिस की नक्सलियों से अंतिम लड़ाई : सरेंडर करें या गोली खाएं पहाड़ पर नक्सलियों की रसद बंद, चारों तरफ बिछीहैंलैंड माइंस, गांव खाली कराए नक्सलियों से लड़ाई के लिए पूरे क्षेत्र में इस तरह जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है। गढ़वा(झारखंढ). गढ़वा जिला के बड़गड़ थाना क्षेत्र के बूढ़ा पहाड़ पर नक्सलियों को घेरने के लिए पुलिस ने नई योजना पर कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस नक्सलियों को उनकी मांद में ही घेरने की तैयारी में है। पुलिस ने ग्रामीणों को पहाड़ से सुरक्षित निकालने के बाद बूढ़ा पहाड़ पर खाद्य सामग्री की आपूर्ति बंद करा दी है। अब वहां केवल पीने के पानी के अलावा नक्सलियों को कुछ भी नहीं मिलने वाला है। तराई में चारों ओर लैंड माइंस लगाए गए हैं अभी तक नक्सली पहले से भंडारण कर रखे हुए खाद्य पदार्थ से काम चला रहे हैं। लेकिन जैसे ही उनके पास खाने-पीने के सामान की कमी होगी वे इसके लिए आगे की कार्रवाई शुरू करेंगे। इसी का लाभ उठाते हुए पुलिस नक्सलियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। वैसे नक्सली अपने बचाव के लिए बूढ़ा पहाड़ को पूरी तरह से विस्फोटक पहाड़ बना लिए हैं। इसकी तराई में चारों ओर लैंड माइंस लगाए गए हैं। जबकि पुलिस से बचने के लिए पूरे पहाड़ी क्षेत्र को बड़े-बड़े चट्टानों से घेर रखा है। इस घेराबंदी का मकसद खुद की सुरक्षा व पुलिस को नुकसान पहुंचाना है। बूढ़ा पहाड़ पर कितने लैंड माइंस लगाए गए हैं इसका किसी को कोई अनुमान नहीं है। पुलिस की योजना नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने की है जबतक नक्सलियों को पुलिस प्रशासन की इस योजना का पता चलता तब तक पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ पर फंसे 53 परिवार को सुरक्षित बूढ़ा पहाड़ से निकालकर पास के गांव मदगड़ी में स्थित कैम्प में पहुंचा दिया। साथ ही बूढ़ा पहाड़ से आसपास के राज्यों में पलायन कर चुके ग्रामीणों को भी कैम्प में ले लाया गया। यहां प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को सभी तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। सरकार के निर्देश के अनुसार पुलिस की योजना बूढ़ा पहाड़ पर रह रहे सभी नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने की है। पहाड़ पर कई नक्सली छिपे हुए है नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के कई शीर्ष नेता पिछले कई माह से इस पहाड़ी पर छुपे हुए हैं। इनमें अरविंद जी, सुधाकरण जी, बेंगु दा सहित कई एरिया कमांडर व जोनल कमांडर भी यहां पनाह लिए हुए हैं। ग्रामीणों की माने तो इन नक्सलियों की सुरक्षा में हर समय 20 से 30 की संख्या में अत्याधुनिक हथियार से लैस दस्ता के सदस्य पहरेदारी करते रहते हैं। इस क्षेत्र में छह पुलिस पिकेट बनाए गए भंडरिया व बड़गड़ के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र को नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए छह पुलिस पिकेट की स्थापना की गई है। इसमें भंडरिया थाना क्षेत्र के बरकोल, मदगड़ी, संगाली, कुल्ही गांव में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का स्थाई पिकेट शामिल है। जबकि भंडरिया व बड़गड़ थाना भी स्थापित है। साथ ही बुढ़ा पहाड़ से नक्सलियों को खदेड़ने के लिए समय– समय पर आईजी, डीआईजी दौरा करते रहते हैं।
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[hin] [Deva] kaylee-moon प्रोफाइल | Banano Cams पिछला लॉग-इन: 23-7-19 2:36:49 AM बटन पर क्लिक करके आप kaylee-moon को मुख-पृष्ठ पर 60 सेकंडों के लिए पहले स्थान पर ला सकते हैं. इस समय के दौरान मॉडल का चैटरूम कहीं अधिक दृश्य और अविश्वसनीय रूप से लोकप्रिय हो जाएगा! आपकी इस गतिविधि के बारे में एक सूचना चैट में दिखाई देगी जो मॉडल और अन्य उपयोगकर्ताओं को दिखाई देगी. kaylee-moon को आपकी यह बात जरुर पसंद आएगी और वो आपके प्रति ह्रदय से आभार महसूस करेगी!
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[hin] [Deva] त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सभी छह विधायकों ने अब अपनी आधिकारिक पहचान बदलने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास अर्जी लगाई है त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ चुके छह विधायक अभी भी आधिकारिक तौर पर भाजपा विधायक नहीं बन पाए हैं. हैं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार बुधवार को इन सभी छह विधायकों ने इससे जुड़ी मंजूरी के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास अर्जी लगाई है. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष रामेंद्र चंद्र देबनाथ ने समय की कमी बताकर अभी इस पर विचार करने के इनकार कर दिया है. इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, 'मैंने उन्हें बताया है कि विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है, इससे पहले समय की कमी के चलते उन्हें भाजपा विधायक की मान्यता देने की प्रक्रिया पूरी कर पाना संभव नहीं है.' त्रिपुरा में 13 नवंबर से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक टीएमसी के पूर्व विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से अपने में से एक व्यक्ति को भाजपा के विधायक दल के नेता की मान्यता देने का भी अनुरोध किया है. हालांकि, इससे पहले सितंबर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने इन्हें भाजपा विधायक की आधिकारिक मान्यता देने का अनुरोध किया था. लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष रामेंद्र चंद्र देबनाथ ने कहा था कि ये सभी विधायक इस बारे में एक साथ या अलग-अलग अर्जी दें. विधानसभा अध्यक्ष रामेंद्र चंद्र देबनाथ के मुताबिक टीएमसी छोड़ने वाले इन सभी विधायकों की आधिकारिक मान्यता अभी भी टीएमसी विधायकों की ही है. अगस्त में सुदीप रॉय बर्मन के नेतृत्व में टीएमसी के छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. इसके साथ बिना चुनाव लड़े भाजपा का राज्य में खाता खुल गया था. इस बारे में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल दिग्गज आदिवासी नेता दिबा चंद्र हरंगखावल ने कहा कि इन विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष की मंजूरी मिलने के साथ भाजपा 60 सदस्यीय सदन में प्रमुख विपक्षी दल बन जाएगी.
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[hin] [Deva] Love Story – Watch Amitabh, Rekha's secret romance in 'Love Story' on ABP News | LOVE STORY: 'किसिंग' सीन की वजह से चर्चा में आईं थी रेखा, मांग में सिंदूर भरकर कर दिया था सबको हैरान By: admin | Last Updated: Saturday, 10 October 2015 7:52 AM नई दिल्ली: आज बॉलीवुड की खूबसूरत और सदाबाहर अभिनेत्री रेखा-अमिताभ के प्यार का ऐलान तो नहीं हुआ मगर ये प्रमे कहानी जमाने भर में सुर्खियों में रही है. इस इश्क की ना जाने कितनी कहानियां हवाओं में तैरती रहीं. ये मोहब्बत का वो सिलसिला है जिसका जादू गुजरता वक्त भी कम नहीं कर सका. अमिताभ बच्चन रेखा और मोहबब्त का वो सिलसिला 25 साल पहले शुरू हुआ था. इनकी बेपनाह मोहब्बत, इनकी उलझने और आखिरकार समाज के बंधनों के सामने समझौता करती फिल्मी किरदारों को देखकर लगा कि ये सिर्फ फिल्म की कहानी नहीं बल्कि दिल से निकली एक आवाज है. क्या वाकई में अमिताभ रेखा की लव स्टोरी वाकई में थी? कोई कहता है कि ये मोहब्बत की दास्तान हकीकत नहीं थी तो कुछ लोगों के पास इस प्रेम कहानी के दिलचस्प किस्से हैं. पहली बार ये दोनों 'दो अनजाने' में नजर आए थो जो 1976 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म की शूटिंग के वक्त ये दोनों एक दूसरे से अनजाने थे. रेखा से मुलाकात से पहले 1973 में अमिताभ-जया से शादी कर चुके थे. अमिताभ उस समय स्टार बन चुके थे तब तक ना तो रेखा डिमांड में थी और ना ही लोग उनके दिवाने थे. रेखा खबरों में रहती थीं लेकिन गलत वजह से. रेखा विश्वजीत के साथ किसिंग सीन की वजह से चर्चा में रहीं. इसकी तस्वीरें मैगजीन के कवर पेज पर छपी थीं. इसके अलावा रेखा का नाम किरण कुमार के साथ भी जुडा. 1973 में खबर आई कि रेखा ने विनोद मेहरा से शादी कर ली. ये बात उन्होंने कभी कबूली नहीं. बाद में इनका तलाक भी हुआ. इसके बाद 'दो अनजाने' के सेट पर अमिताभ की एंट्री हुई. इसके बाद रेखा के लिए सब कुछ बदल गया. रेखा बदलने लगीं. अमिताभ की शख्सियत उनके काम को देखकर.रेखा काम को संजीदगी से लेने लगीं. अमिताभ ने उनपर जादू सा कर दिया था. घूम फिर कर ही सही लेकिन दिल की बात जुबा पर आ ही गई. एक इंटरव्यू में रेखा ने खुद बताया, 'मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा, काम को लेकर मेरा नजरिया ही बदल गया. अब फिल्म का सेट मेरे लिए खेल का मैदान नहीं रहा. ये बदलाव अविश्वसनीय था. कई बार तो बैठकर सोचती थी कि क्या ये सच में हो रहा है. उस लड़की को पता ही नहीं था कि पेशेवर होना क्याहोता था.' ये फिल्म कामयबा रही और फिल्म इंडस्ट्री को एक सुपरहिट जोड़ी मिल गई. इसके बाद कभी फिल्म के सेट पर तो कभी बाद में बातें और मुलाकातें होने लगीं. इसके बाद 1977-79 तक 'मुकद्दर का सिकंदर', गंगा की सौगंध और मिसट्र नटवर लाल की कामयाबी ने इनकी जोड़ी का डंका बजा दिया. रील लाइफ की ये खूबसूरत केमेस्ट्री अब रीयल लाइफ में नजर आने लगी थी. ऋषि कपूर और नीतू की शादी में पहुंची रेखा को अचानक मांग में सिंदूर भरे देखकर लोग हैरान हो गए. चुपके-चुपके लोग ये भी बातें करने लगे कि क्या अमिताभ और रेखा ने शादी कर ली. उस रात की तस्वीरें कई मैगजीन्स में छपीं. लेकिन इन सवालों के जवाब में रेखा ने कभी कुछ खुलकर नहीं कहा और ये राज-राज ही रह गया.
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[hin] [Deva] मुंबई: बिपाशा बसु एक बार फिर सिंगल हो गई हैं। बिपाशा और हरमन बावेजा ने अपनी रिलेशनशिप से कुछ वक़्त के लिए ब्रेक लेने का फ़ैसला किया है। दोनों ने एक स्टेटमेंट जारी करके इसकी पुष्टि की है। साथ ही मीडिया से उनकी प्राइवेसी का सम्मान करने की अपील की है। कुछ वक़्त से ख़बरें आ रही थीं, कि बिपाशा और हरमन के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। रिश्तों में तनाव के पीछे जो वजह बताई गई वो थी दोनों के लिंकअप्स होना। बिपाशा के बारे में कहा गया, कि अपनी आने वाली फ़िल्म के को-एक्टर के साथ बिपाशा की नज़दीकियां बढ़ा रही हैं, जबकि हरमन एक विदेशी मॉडल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। हालांकि, दोनों ने ऐसी ख़बरों का खंडन करते हुए कहा है- “हम लोगों में मतभेद हैं, लेकिन ये अफ़वाहें फिज़ूल हैं, और हमारे अलग होने में इनका कोई लेना-देना नहीं है। अपने रिश्ते को हमने सम्मानजनक तरीक़े से निभाया है, और एक-दूसरे की इज़्ज़त की है। हम रिश्ते में रहें या नहीं, हम एक-दूसरे की इज़्ज़त करते हैं और करते रहेंगे। मीडिया से गुज़ारिश है, कि हमारे वाले में पुष्टि किए बिना ख़बरें छापने का बजाए हमारी निजता का सम्मान करे।” ( The statement said, “We have had our differences but this rumour is rubbish and has nothing to do with us taking our time off. In our relationship we have been dignified & respect each other. We do not like people having a field day at our expense. Whether we continue or not, we do and will always respect each other and would request media to respect our privacy too instead of printing all kind of rumours without even verifying it with us.) जॉन अब्राहम से अलग होने के बाद कुछ वक़्त तक सिंगल रहीं बिपाशा ने पिछले साल हरमन के साथ रिश्ते को कुबूला था। दोनों को कई बार एक साथ देखा गया। ख़बरें तो यहां तक आईं थीं, कि हरमन और बिपाशा के घर वालों ने दोनों की शादी की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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[hin] [Deva] बिहार में बदल गया जमीन रजिस्ट्री का कानून, रजिस्ट्री कराना हुआ आसान - बिहार चौपाल Home News बिहार में बदल गया जमीन रजिस्ट्री का कानून, रजिस्ट्री कराना हुआ आसान बिहार में बदल गया जमीन रजिस्ट्री का कानून, रजिस्ट्री कराना हुआ आसान जमीन के दस्तावेजों के निबंधन में अब लोगों या डीड राइटर्स को बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। निबंधन कार्यालय में ही निर्धारित राशि जमा कराकर कोई भी व्यक्ति आधे घंटे के अंदर रजिस्ट्री के दस्तावेज लेकर घर लौट सकेगा। पहले उन्हें निबंधन शुल्क और स्कैनिंग की राशि जमा करने कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था और बैंक के चक्कर लगाना पड़ता था। हाल के दिनों में इंटरनेट लिंक फेल होने की बात कह सुबह में जमा राशि को दूसरे दिन भी बैंक द्वारा कंफर्म नहीं किया जा रहा था। निबंधन विभाग ने इसके लिए ई-स्टांपिंग की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है। पटना निबंधन कार्यालय सूबे का पहला ई-स्टांपिंग वाला दफ्तर हो जाएगा। अब कोई भी व्यक्ति अपने निबंधन की निर्धारित राशि को विभाग द्वारा अधिकृत काउंटर पर जमा कराकर तत्काल निबंधन की प्रक्रिया शुरू करा सकते हैं। स्टॉक होल्डिंग कंपनी की ओर से पटना निबंधन कार्यालय में अपनी शाखा खोलने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। कंपनी की ओर से सारे उपकरण व कंप्यूटर कार्यालय में इंस्टाल कर दिया गया है। कंपनी की ओर से बड़ा से साइन बोर्ड भी दफ्तर में लगा दिया गया है। शीघ्र ही इसकी शाखा की विधिवत शुरूआत कर दी जाएगी।आधे घंटे में हो जाएगा जमीन के दस्तावेज का निबंधनईस्-टांपिंग सिस्टम से निबंधन कार्य काफी आसान हो जाएगा। लोगों को बैंकों का चक्कर नहीं लगाना होगा। निबंधन कार्यालय में ही उनकी राशि जमा कर ली जाएगी। सुरक्षा के ख्याल से भी यह आम जनता के लिए बेहतर कदम होगा।
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[hin] [Deva] अखबारों ने दोहराई फेक न्यूज से लड़ाई के प्रति प्रतिबद्धता, पाठकों को यूं दिलाया भरोसा | Newsprint Players Have Come Together To Fight The Menace Of Fake News Surrounding Coronavirus - Samachar4media ऐसे समय में जब कोरोनावायरस जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है, फेक न्यूज की आशंका भी बढ़ गई है। इन सबके बीच 'इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी' (INS) केरल ने एक विज्ञापन के जरिये पाठकों के समक्ष फेक न्यूज से लड़ने और फर्जी सूचनाओं का प्रसार रोकने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। इस बारे में केरल के सभी अखबारों में 25 मार्च के एडिशन में फ्रंट पेज पर एक विज्ञापन पब्लिश किया गया है। इसमें बताया गया है कि ऐसे समय में फेक न्यूज काफी घातक साबित हो सकती है और लोगों के मन में भय पैदा कर सकती है। ऐसे में हम अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह समझते हैं और रोजाना अपने पाठकों को संपूर्ण तथ्यों की जांच करने के बाद ही विश्वसनीय सूचनाएं उपलब्ध कराते हैं। TAGS अखबार प्रिंट इंडस्ट्री Print Industry Newspapers आईएनएस इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी मलयालम अखबार Malayalam Newspaper आईएनएस केरल कमेटी INS Kerala Committee
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[hin] [Deva] लंबा समय, होटल इंडस्ट्री के लौटे अच्छे दिन - लंबा समय, होटल इंडस्ट्री के लौटे अच्छे दिन प्रकाशित Tue, 16, 2017 पर 17:28 | स्रोत : CNBC-Awaaz मंदी के बाद अब घरेलू होटल इंडस्ट्री में दोबारा से तेजी आ रही है। इंडस्ट्री 9 साल में अपनी सबसे अच्छी हालत में है। हालांकि इस वजह से होटलों के किराये भी बढ़ने लगे हैं। लंबे इंतजार के बाद होटल इंडस्ट्री के अच्छे दिन लौट आए हैं। इस ऑफ सीजन में भी होटलों के करीब 65 फीसदी कमरे भरे हुए हैं जो पिछले साल के मुकाबले 4 फ़ीसदी तक ज्यादा हैं। दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में तो ये तादाद और भी ज्यादा है। इसकी वजह है कॉर्पोरेट मीटिंग्स और विदेशी महमानों की संख्या में बढ़ोतरी। साथ ही साल 2016-17 में जहां होटल के कमरों की सप्लाई 7-8 फीसदी बढ़ी, वहीं उनकी डिमांड 11 से 14 फ़ीसदी तक बढ़ गई। हालांकि होटल के कमरों की बढ़ती मांग का खामियाजा इसके ग्राहकों को भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि मांग बढ़ने के साथ होटल के कमरे भी महंगे हो रहे हैं। पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले होटल 5-10 फीसदी तक ज्यादा किराए ले रहे हैं। छुट्टियों में घूमने-फिरने का प्लान बनाने वालों की संख्या भी इस बार पिछले साल से ज्यादा है। माना जा रहा है कि इंडस्ट्री के लिए ये अच्छा दौर अगले साल भी जारी रह सकता है। ऐसे में ट्रैवल एक्सपर्ट्स की सलाह है कि छुट्टियां बिताने के लिए रिजॉर्ट की बजाय बिजनेस होटल चुनना या ऑफबीट डेस्टिनेशन पर जाना आपकी जेब पर बोझ कम कर सकता है।
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[hin] [Deva] Home क्रिकेट जन्मदिन विशेष- सन 1947 के बाद अगर सबसे अच्छी बात हुई है... गॉड ऑफ़ क्रिकेट Previous articleसमाजसेवी रोशन रतूड़ी ने भारत भिजवाया था टिहरी के युवक का शव, सरकार ने वापस लौटाया। देखें विडियो Next articleउत्तरकाशी में लॉकडाउन उलंघन पर AE ने 6 महीने की बच्ची और 3 साल के बच्चे पर किया मुकदमा, सस्पेंड
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[hin] [Deva] पंजाब बोर्ड ने की पांचवी और आठवीं कक्षा की डेटशीट जारी - punjab board released datesheet of class 5th and 8th-mobile पंजाब बोर्ड ने की पांचवी और आठवीं कक्षा की डेटशीट जारी punjabkesari.in Tuesday, Nov 23, 2021 - 03:44 PM (IST) मोहाली (नियामियां): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की पांचवीं तथा आठवीं कक्षा की दिसंबर में होने वाली टर्म-1 कि परीक्षा 20 दिसंबर से 22 दिसंबर तक करवाई जाएगी। यह जानकारी देते हुए शिक्षा बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक जनकराज महरोक ने बताया कि यह परीक्षा सुबह 9 बजे शुरू होगी तथा कोविड 19 आदि को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि पांचवीं कक्षा की परीक्षा सेल्फ परीक्षा केंद्रों में तथा आठवीं कक्षा की परीक्षा बोर्ड द्वारा स्थापित किए गए परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन कक्षाओं की डेटशीट तथा अन्य जानकारी शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी गई है। यह भी पढ़ें : 'आप' के सी.एम. फेस को लेकर बोले अरविंद केजरीवाल महरोक ने बताया कि पांचवीं कक्षा की यह परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होगी तथा इन प्रश्नपत्रों का हल ओ.एम.आर. शीट पर किया जाएगा। यह परीक्षा 5 मुख्य विषयों की ली जाएगी तथा प्रत्येक विषय के 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम अनुसार परीक्षा होगी। उन्होंने बताया कि आठवीं कक्षा की परीक्षा के लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा। यह परीक्षा सुबह 9 बजे से बाद दोपहर 12:15 बजे तक होगी। परीक्षार्थियों को दी जानेवाली ओ.एम.आर शीट पर विवरण भरने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। यह भी पढ़ें : 'मिशन पंजाब' दौरान दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने किए बड़े ऐलान पांचवीं की डेटशीट: 20 दिसम्बर को पहली भाषा (पंजाबी, हिंदी, उर्दू तथा पर्यावरण शिक्षा), 21 दिसम्बर को दूसरी भाषा (पंजाबी, हिन्दी, उर्दू तथा अंग्रेजी) और 22 दिसम्बर को गणित विषय की परीक्षा होगी। गणित विषय की परीक्षा का समय 1 घंटे का होगा। यह भी पढ़ें : चन्नी-सिद्धू एक ही गाड़ी से पहुंचे दिल्ली दरबार आठवीं की डेटशीट: 20 दिसम्बर को पहली भाषा (पंजाबी, हिंदी, उर्दू व गणित) 21 दिसम्बर को दूसरी भाषा (पंजाबी, हिंदी, उर्दू,व सामाजिक शिक्षा) तथा 22 दिसम्बर को अंग्रेजी तथा विज्ञान विषयों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। पहले टर्म की इस परीक्षा में आठवीं कक्षा की कोई प्रायोगिक परीक्षा नहीं होगी।
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[hin] [Deva] मोहम्मद शमी ने कबूली बेवफाई, हसीन जहां की ऑडियो से हुआ खुलासा - Oneindia Hindi Published : March 10, 2018, 05:18 मोहम्मद शमी ने कबूली बेवफाई, हसीन जहां की ऑडियो से हुआ खुलासा मोहम्मद शमी की पत्नी ने पति पर बेवफाई करने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर कई सबूत साझा किए । तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के खिलाफ अपनी पत्नी को जहर देने का मामला दर्ज किया गया है। वहीं शमी की पत्नी ने मीडिया के सामने एक ऑडियो क्लिप भी पेश की जिसमें कहीं न कहीं शमी अपनी बेवफाई कबूलते नजर आ रहे है।
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[hin] [Deva] Current Affairs Hindi Quiz – September 11 2019 Current Affairs Today 11 september 2019 हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें 1.उत्तर प्रदेश के मथुरा में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NADCP) का शुभारंभ किसने किया? 11 सितंबर, 2019 को भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मथुरा सांसद (सांसद) हेमा मालिनी की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के मथुरा में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NADCP) का शुभारंभ किया। 2.किस वर्ष तक राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएडीसीपी) का उद्देश्य पशुधन में फुट एंड माउथ रोग (एफएमडी) और ब्रुसेलोसिस को नियंत्रित करना है? उत्तर -3)2024 राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनएडीसीपी) का उद्देश्य 2025 तक पशुधन में फुट एंड माउथ डिजीज (एफएमडी) और ब्रुसेलोसिस को नियंत्रित करना और उन्हें 2030 तक मिटाना है। सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित परियोजना की लागत 2024 तक पांच साल की अवधि के लिए 12,652 करोड़ रुपये है। 3.2-3 सितंबर, 2019 से संयुक्त राष्ट्र (यूएन) समिति का 22 वें सत्र में विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर सम्मेलन (सीआरपीडी) कहाँ आयोजित किया गया था? उत्तर – 1)जिनेवा, स्विट्जरलैंड 4.संयुक्त राष्ट्र (यूएन) समिति के 22 वें सत्र के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित विकलांग व्यक्तियों के अधिकार सम्मेलन (सीआरपीडी) के लिए किसने किया? 2)रामदास अठावले 3)कृष्णपाल गुर्जर 4)शकुंतला डी गामलिन उत्तर -4)शकुंतला डी गामलिन भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व श्रीमती शकुंतला डी गामलिन, सचिव, विकलांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग (DEPwD) द्वारा किया गया। CRPD पर UN समिति ने भारत की पहली देश रिपोर्ट पर विचार किया। DEPwD के वरिष्ठ अधिकारियों ने विकलांगों (RPWD) अधिनियम, 2016 के साथ व्यक्तियों के व्यापक अधिकारों के अधिनियमन पर प्रकाश डाला , सुलभ भारत अभियान का शुभारंभ, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान (NIMHR) की स्थापना, विकलांगता खेल के लिए केंद्र की स्थापना, सहायक उपकरणों के वितरण में उपलब्धियां, आदि भारत सरकार द्वारा लिए गए विभिन्न पहलों के बारे में बोला गया। 5.DefExpo 2020 के लिए शीर्ष समिति की पहली बैठक कहाँ आयोजित की गई थी? 9 सितंबर, 2019 को, DefExpo 2020 के लिए शीर्ष समिति की पहली बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने की और इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने भी भाग लिया। DefExpo इंडिया 2020 ब्रोशर बैठक के दौरान जारी किया गया था। रक्षा मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के बीच विभिन्न हितधारकों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डालने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। 6.DefExpo के 11 वें संस्करण का विषय क्या है, जो पहली बार लखनऊ, उत्तर प्रदेश में 05 फरवरी – 08, 2020 तक आयोजित किया जाएगा? 1)थीम – 'रक्षा की डिजिटल जानकारी' 2)थीम – 'ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया में भारतीय रक्षा' 3)थीम – 'रक्षा का डिजिटल परिवर्तन' 4)थीम – रक्षा और भारतीय अर्थव्यवस्था ' उत्तर -3)थीम – 3 रक्षा का डिजिटल परिवर्तन ' DefExpo का 11 वां संस्करण पहली बार 05 फरवरी से 08 फरवरी, 2020 तक उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। 7.प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन विषय के साथ किस विभाग ने स्वच्छ भारत सेवा 2019 अभियान शुरू किया है? 1)डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन एंड इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPITT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय 2)वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय 3)सार्वजनिक उद्यम विभाग, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय 4)रसायन और उर्वरक विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय उत्तर -1)डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन एंड इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPITT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन एंड इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPITT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय विभाग ने 11 सितंबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा औद्योगिक संपदा, पार्कों के प्लास्टिक कचरे के खिलाफ कार्रवाई के लिए 'स्वच्छ भारत सेवा 2019' अभियान शुरू किया। अभियान का विषय प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन है। 8.किस राज्य सरकार ने एमपी सरकार की पहल "प्रोजेक्ट गौशाला" के तहत गाय गोद लेने और शेड प्रावधानों के लिए ऑनलाइन सेवा शुरू करने की घोषणा की है? उत्तर -4)मध्य प्रदेश 10 सितंबर, 2019 को मध्य प्रदेश (एमपी) सरकार (गाय आश्रयों) ने सरकार की पहल "प्रोजेक्ट गौशाला" के तहत गाय गोद लेने और शेड प्रावधानों के लिए ऑनलाइन सेवा शुरू करने की घोषणा की। इस परियोजना में एक गाय को न्यूनतम 15 दिनों के लिए गोद लिया जा सकता है। 9.लैंसेट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार 2017 में ग्लोबल मलेरिया मामले में भारत का रैंक क्या है? उत्तर -2)4th लांसेट पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में भारत वैश्विक मलेरिया मामलों में चौथे स्थान पर है। अफ्रीकी देशों नाइजीरिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और मोजाम्बिक के पीछे भारत के 4% मामले हैं। 10.कौन सा देश धूम्रपान की अपील को कम करने के लिए सादा सिगरेट पैकेजिंग का अनावरण करने वाला पहला एशियाई देश बन गया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का अनुपालन किया है? 10 सितंबर, 2019 को, थाईलैंड धूम्रपान की अपील को कम करने के लिए सादे सिगरेट पैकेजिंग का अनावरण करने वाला पहला एशियाई देश बन गया और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशानिर्देशों का अनुपालन किया है । ऑस्ट्रेलिया 2012 में रंगीन ब्रांड लोगो के बिना बिकने वाले तम्बाकू उत्पादों की आवश्यकता वाला पहला देश बन गया और फ्रांस, हंगरी और यूनाइटेड किंगडम सहित अन्य यूरोपीय देशों ने भी उसी रास्ते का अनुसरण किया है। 11.किस देश ने "कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट" (CPJ) की "10 सर्वाधिक सेंसर वाली देशों की सूची" 2019 की रक्षा के लिए समिति में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है? 1)इरिट्रिया 3)तुर्कमेनिस्तान उत्तर -1)इरिट्रिया स्पष्टीकरण:10 सितंबर, 2019 को, न्यूयॉर्क स्थित मीडिया वॉचडॉग "कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट" (CPJ) ने "10 सर्वाधिक सेंसर वाले देशों की सूची" जारी की जिसमें उच्च प्रेस सेंसरशिप है। सूची पूर्वी अफ्रीकी देश इरिट्रिया द्वारा सबसे ऊपर थी, जिसने 2001 में सभी स्वतंत्र मीडिया को बंद कर दिया था, इंटरनेट पैठ में देश की आबादी का केवल 1% है। रिपोर्ट में देश को "उप–सहारा अफ्रीका में पत्रकारों का सबसे खराब जेलर" भी कहा गया था, क्योंकि इसने दिसंबर 2018 से देश के लगभग 16 पत्रकारों को जेल में डाल दिया है। इरिट्रिया के बाद दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः उत्तर कोरिया और तुर्कमेनिस्तान है। 12.7 वीं क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (RCEP) बैठक, 16 वीं आसियान भारत के आर्थिक मंत्रियों (AEM) की बैठक और 7 वें पूर्वी एशिया आर्थिक मंत्रियों की शिखर बैठक कहाँ आयोजित की गई? 1)वाशिंगटन डी.सी., यू.एस. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) देशों के एसोसिएशन और उसके 6 मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के 10 सदस्यों की 7 वीं क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) बैठक 8-10 सितंबर, 2018 से थाईलैंड, थाईलैंड में आयोजित की गई। 16 वें आसियान भारत के आर्थिक मंत्रियों (AEM) की बैठक और 7 वें पूर्वी एशिया के आर्थिक मंत्रियों की शिखर बैठक एक ही स्थान पर हुई। 13. 7 वें क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) बैठक, 16 वें आसियान भारत आर्थिक मंत्रियों (AEM) की बैठक और 7 वें पूर्वी एशिया आर्थिक मंत्रियों के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने वाले भारतीय प्रतिनिधि का नाम बताइए? उत्तर -3)पीयूष गोयल वाणिज्य और उद्योग और रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने सितंबर 8-10 से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों (आसियान) देशों के संघ और उसके 6 मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के 10 सदस्यों की 7 वीं क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) बैठक में भाग लिया।. इस बैठक के साथ, उन्होंने 16 वें आसियान भारत के आर्थिक मंत्रियों (AEM) की बैठक और 7 वें पूर्वी एशिया आर्थिक मंत्रियों के शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया। 14.ECF हाल ही में खबरों में था, C 'का मतलब ___________ से है? 1)C – मुद्रा 2)C – खपत 3)C – क्रेडिट 4)C – कैपिटल उत्तर -4)C – पूंजी C का अर्थ है पूँजी। ECF का पूर्ण रूप आर्थिक पूँजी ढाँचा (ECF) है। 15.किस संगठन का एक आंतरिक समूह अपने विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) के भंडार की पर्याप्तता का आकलन करने के लिए एक औपचारिक तंत्र तैयार करेगा? 1)भारतीय लघु औद्योगिक विकास बैंक (SIDBI) उत्तर -2)भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का एक आंतरिक समूह अपने विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) भंडार की पर्याप्तता का आकलन करने के लिए एक औपचारिक तंत्र तैयार करेगा। RBI ने हाल ही में ताज़ा आर्थिक पूंजी ढाँचे (ECF) को अनुकूलित किया, जैसा कि ECF की बिमल जालन समिति द्वारा अनुशंसित किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 2008 में RBI का विदेशी मुद्रा भंडार भारत के बाहरी ऋण से अधिक था। 16.को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम क्रेडिट कार्ड सर्विसेज (LIC CSL) के साथ किस बैंक ने भागीदारी की है? 3)भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI Bank) उत्तर -3)भारतीय औद्योगिक विकास बैंक (IDBI Bank) 17.किस कपड़ा कंपनी को अपने कार्यक्रम के लिए 2019 यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार दक्षिणी सेनेगल में किसानों के लिए राष्ट्रीय भाषाओं में कार्यात्मक साक्षरता और अनुवर्ती व्यावसायिक प्रशिक्षण 'से सम्मानित किया है? 1)सेनेगल टेक्सटाइल फाइबर और डेवलपमेंट कंपनी (SODEFITEX) 2)सेनेगल टेक्सटाइल डेवलपमेंट कंपनी (STEXDC) 3)सेनेगल फाइबर्स एंड टेक्सटाइल डेवलपमेंट कंपनी (SFTEXDC) 4)सेनेगल फाइबर्स डेवलपमेंट कंपनी (SFIBDC) उत्तर -1)सेनेगल टेक्सटाइल फाइबर एंड डेवलपमेंट कंपनी (SODEFITEX) स्पष्टीकरण:2 सितंबर, 2019 को, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के महानिदेशक (डीजी) ऑड्रे अज़ोले ने सेनेगल में यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार 2019 के विजेताओं की घोषणा की। 'टेक्सटाइल फाइबर्स एंड डेवलपमेंट कंपनी' (SODEFITEX) राष्ट्रीय भाषा कार्यक्रम में दक्षिणी सेनेगल में किसानों के लिए 'कार्यात्मक साक्षरता और अनुवर्ती व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। SODEFITEX ने 1982 में दक्षिणी सेनेगल के किसानों को अपने काम के हिस्से के रूप में साक्षरता पाठ्यक्रम प्रदान करना शुरू किया। कंपनी का लक्ष्य 20 से 45 वर्ष की आयु के कार्यक्रम से लाभान्वित किसानों को मार्गदर्शन देकर साक्षर वातावरण तैयार करना है। 18.ओबरास एस्कुला' क्षेत्र के श्रमिकों के लिए साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किस देश के 'कैमाकोल एंटिओक्विया' को साक्षरता के लिए यूनेस्को कन्फ्यूशियस पुरस्कार से सम्मानित किया गया? 3)कंबोडिया 4)कोलम्बिया उत्तर -4)कोलंबिया स्पष्टीकरण:कोलम्बिया में 'कैमाकोल एंटिओक्विया' को अपने 'ओबरास एस्कुला' कार्यक्रम के लिए साक्षरता के लिए यूनेस्को कन्फ्यूशियस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस क्षेत्र में श्रमिकों के लिए साक्षरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2007 में 'ओब्रास एस्कुला' कार्यक्रम शुरू किया गया था। कैमाकोल एंटिओक्विया में कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के निदेशक मारिया लुसिया वेलेज़ हैं। कैमाकोल एंटिओक्विया, कोलंबिया 'ओब्रास एस्कुला' बासाबलि , इंडोनेशिया बसबाली विकी नुओवो कमिटाटो इल नोबेल प्रति 1 डिसाबिली इटली टेल मि – यूरोप में प्रवासियों की शिक्षा और साक्षरता सीखने के लिए थियेटर 19.तेलंगाना की पहली महिला राज्यपाल और सभी मौजूदा राज्यपालों के बीच 58 साल की उम्र में सबसे कम उम्र की राज्य राज्यपाल कौन हैं ? 1)बेबी रानी मौर्य 2)डॉ तमिलिसाई साउंडराजन 3)अनुसुईया उइके उत्तर -2)डॉ तमिलिसाई साउंडराजन 8 सितंबर, 2019 को तमिलनाडु के पूर्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख डॉ तमिलिसाई साउंडराजन, जिन्होंने तेलंगाना की पहली महिला राज्यपाल के रूप में शपथ ली, सभी मौजूदा राज्यपालों के बीच 58 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के राज्य गवर्नर बनी । आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन मौजूदा राज्यपालों में 85 वर्ष की उम्र के सबसे बुजुर्ग हैं। 20.तेलंगाना में कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना (KLIP) की उत्कृष्ट कंक्रीट संरचना के लिए किस निर्माण कंपनी को भारतीय कंक्रीट संस्थान पुरस्कार 2019 (ICI पुरस्कार) से मान्यता दी गई थी? 1)विश्वसनीयता इंजीनियरिंग उद्योग (आरईएल) 2)ANEWA इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (AEPL) 3)मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) 4)नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी (NEC) उत्तर -3)मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) 7 सितंबर, 2019 को कंक्रीट दिवस समारोह के अवसर पर, निर्माण कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड (MEIL) को कलेश्वरम लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट (KLIP) तेलंगाना के उत्कृष्ट कंक्रीट संरचना के लिए भारतीय कंक्रीट संस्थान पुरस्कार 2019 (ICI पुरस्कार) से मान्यता दी गई थी। यह पुरस्कार परियोजना के मुख्य अभियंता एन वेंकटेश्वरवरु और हैदराबाद के तेलंगाना में आईसीआई अध्यक्ष विनय गुप्ता के एमईआईएल निदेशक बी श्रीनिवास रेड्डी को मिला। 21.हाल ही में किस शहर के "पालकोवा" नाम के दूध से बनी मिठाई को भौगोलिक संकेत (GI) टैग मिला है? 1)श्रीविल्लिपुत्तुर 2)तिरुनेलवेली 3)तिरुचिरापल्ली 4)तंजावुर उत्तर -1)श्रीविल्लिपुत्तुर 10 सितंबर, 2019 को तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में "श्रीविलिपुट्टूर पल्कोवा" को चेन्नई में भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग मिला है। चीनी के साथ दूध के उच्च गुणवत्ता वाले स्वाद से मिठाई तैयार की जाती है। श्रीविल्लिपुत्तुर के आसपास की गायों से ही दूध निकाला जाता है। 2014 में, श्रीविल्लिपुत्तुर मिल्क प्रोड्यूसर्स को-ऑपरेटिव सोसाइटी फॉर जियोग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग द्वारा याचिका दायर की गई थी। इसे चेन्नई के भौगोलिक संकेतक (जीआई) रजिस्ट्री द्वारा अनुमोदित किया गया था। 22.11 सितंबर, 2019 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए प्रधान सचिव के रूप में किसे नियुक्त किया गया? 1)पुलोक चटर्जी 2)शशि कांत शर्मा उत्तर -4)प्रमोद कुमार मिश्रा प्रमोद कुमार मिश्रा, 71 वर्ष की आयु के प्रधान मंत्री (पीएम) के नए प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किए गए। जो 11 सितंबर, 2019 से नृपेंद्र मिश्रा का स्थान लेंगे । वे पीएम (2014-19) के अतिरिक्त प्रधान सचिव थे और कैबिनेट मंत्री का पद सासंभाल रहे थे । वह संयुक्त राष्ट्र ससाकावा पुरस्कार 2019 के प्राप्तकर्ता हैं, जो आपदा प्रबंधन में सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। पूर्व कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा, जिनकी आयु 64 वर्ष थी, को पीएम का प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया था। वह वर्तमान में प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) में विशेष ड्यूटी (ओएसडी) पर अधिकारी के रूप में कार्यरत है। 23.10 सितम्बर 2019 को किस ऑडियो उपकरण निर्माता ने रणवीर सिंह को नया वैश्विक ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है? 1)ए.के.जी. 2)जेबीएल 3)सेन्हाइसर 4)बोस उत्तर -2)जेबीएल 10 सितम्बर 2019 को, बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह हरमन इंटरनेशनल इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाले ऑडियो उपकरण निर्माता जेबीएल के नए वैश्विक ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किये गए हैं । देश में जेबीएल के प्रभुत्व को मजबूत करने के लिए, वह विपणन पहल के सभी अनुक्रमों में संलग्न होंगे और साथ ही कई नई जेबीएल का उपभोक्ता ऑडियो उत्पाद रेंजों का समर्थन भी करेंगे। 24.भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ द्वारा 10 सितंबर, 2019 को अंबाला में "गोल्डन एरो" के रूप में किस भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन को पुनर्जीवित किया गया था? 1)14 वीं स्क्वाड्रन 2)16 वीं स्क्वाड्रन 3)17 वां स्क्वाड्रन 4)15 वां स्क्वाड्रन उत्तर -3)17 वां स्क्वाड्रन 10 सितंबर, 2019 को, भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने एयर फोर्स स्टेशन (AFS) अंबाला स्थित 17 वीं स्क्वाड्रन गोल्डन एरो 'को बहाल किया, जो भारत-पाकिस्तान सीमा को संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध होगा। यह नव-अधिग्रहीत राफेल विमानों को संचालित करने वाली पहली इकाई होगी। उन्होंने स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को इस अवसर पर स्मृति चिन्ह भेंट किया। 25.उस संगठन का नाम बताइए जिसने "गुड वाइब्स" नाम के ऐप का अनावरण किया है जो बहरे और अंधे लोगों के लिए एक संचार उपकरण है। 2)एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स 4)सोनी उत्तर -1)सैमसंग 9 सितंबर, 2019 को दक्षिण कोरिया के तकनीकी दिग्गज सैमसंग ने "गुड वाइब्स" नाम के ऐप का अनावरण किया है जो बहरे और अंधे लोगों के लिए एक संचार उपकरण है। गुड वाइब्स: इसे गैर-लाभ संगठन (एनपीओ) सेंस इंडिया के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था, और मोर्स कोड का उपयोग करता है जो पाठ में कंपन को परिवर्तित करता है और इसके विपरीत, जहां एक बहरा-अंधा व्यक्ति संदेश भेजने के लिए डॉट्स और डैश संयोजनों की सहायता से संवाद कर सकता है। संस्करण: गुड वाइब्स ऐप के पहले संस्करण में दो बहरे-अंधे लोगों के बीच संचार की अनुमति दी गई थी, लेकिन वर्तमान संस्करण (2 डी) देखभाल करने वालों के साथ भी संचार की अनुमति देता है। ऐप की उपलब्धता: ऐप वर्तमान में सैमसंग गैलेक्सी स्टोर में उपलब्ध है और जल्द ही Google Play स्टोर में उपलब्ध होगा। 26.कम दृष्टि वाले लोगों के लिए सैमसंग द्वारा शुरू किए गए दृश्य सहायता ऐप का नाम बताएं? 1)"रेटिनोमा" 2)"रेटिनाल्स" 3)"रेटिना" 4)"रेलुमिनो" उत्तर – 4)"रेलुमिनो" 9 सितंबर, 2019 को दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज सैमसंग ने "रेलुमिनो" नाम के ऐप का अनावरण किया है, जो नेत्रहीनों को छवियों को देखने में मदद करता है। रेलुमिनो ऐप: इसे सैमसंग कर्मचारियों द्वारा ग्लोबल सी-लैब प्रोग्राम में नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (NAB), दिल्ली के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था। NAB कम दृष्टि वाले छात्रों के लिए कक्षाओं में इस रेलुमिनो का उपयोग करेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा जारी किए गए 2017 के आंकड़ों के अनुसार, 253 मिलियन दृष्टिहीन लोगों, 217 कम दृष्टि वाले लोगों और 14 मिलियन अंधे लोगों की मदद करने के लिए संचार में एक क्रांतिकारी कदम होने की उम्मीद है, जिसमें भारत में लगभग 5,00,000 बधिर लोग हैं । 27.सरीसृप प्रजातियों को नाम दें, जिन्हें "फ्रोजेन ड्रैगन ऑफ़ नार्थ" भी कहा जाता है, जिसे दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूएससी) के वैज्ञानिकों द्वारा खोजा गया था? 1)वरानुस सल्वाटोर 2)कौब्लर कंस्ट्रिकटर 3)क्रायोड्राकॉन बोरियास 4)प्लास्टियोडोन फासिक्टस उत्तर -3)क्रायोड्राकॉन बोरियास दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूएससी) के वैज्ञानिकों और सहकर्मियों ने एज़र्डार्किड समूह के पेटरोसोरस से नई सरीसृप प्रजाति क्रायोड्राकॉन बोरियास की खोज की है, जिसे "फ्रोजेन ड्रैगन ऑफ़ नार्थ" भी कहा जाता है। 10 मीटर तक की पंखों वाली और लगभग 250 किलोग्राम वजन वाली ये प्रजातियां एक बार, सबसे बड़ी उड़ान वाले जानवरों में से एक थीं, जो क्रेटेशियस अवधि के दौरान 77 मिलियन साल पहले रहते थे। प्रजातियों का अवशेष पहली बार 30 साल पहले कनाडा के अल्बर्टा में खोजा गया था। इसका अध्ययन यूनाइटेड किंगडम (यूके) में क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के लेखक डेविड होन की अगुवाई में "वर्टेब्रेट पेलियंटोलॉजी" पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। 28.हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का नाम बताइये जिन्हें भारत के साथ-साथ विश्व स्तर पर खेलों में उनके समर्थन के लिए 2019 एशिया पैसिफिक गोल्फ हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के लिए चुना गया? 1)सुनील मुंजाल 2)पवन मुंजाल 3)दिलीप मुंजाल 4)पंकज मुंजाल उत्तर -2)पवन मुंजाल 10 सितंबर 2019 को, पवन मुंजाल, हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को 2019 में भारत में खेलों में उनके समर्थन के लिए एशिया पैसिफिक गोल्फ हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के लिए चुना गया था। पुरस्कार समारोह 6 नवंबर, 2019 को डीएलएफ (दिल्ली लैंड एंड फाइनेंस) गोल्फ एंड कंट्री क्लब, गुरुग्राम, हरियाणा में आयोजित किया जाएगा, जिसमें चीन के शेनझेन में डॉ डेविड चू गोल्फ म्यूजियम में स्थायी रूप से उनका इंडक्शन स्थापित किया जाएगा। यह संग्रहालय प्रसिद्धि के हॉल का नया घर होगा। 29.युवा खेल और खेल मंत्रालय (MYAS) ने भारतीय खेल विकास संहिता (NSDCI), 2011 का उल्लंघन करने के लिए किस खेल समिति अमान्यता दी थी? 1)भारत की राष्ट्रमंडल समिति (CCI) 2)एशियन गेम्स कमेटी ऑफ इंडिया (ACI) 3)पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) 4)भारत की ओलंपिक समिति (ओसीआई) उत्तर -3)पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) 10 सितंबर, 2019 को, युवा मामले और खेल मंत्रालय (MYAS) ने भारत की पैरालंपिक समिति (PCI) को भारतीय खेल विकास संहिता (NSDCI), 2011 के प्रावधान (ix) और अनुबंध- III 2011 का उल्लंघन करने के लिए दंडित किया है। इसके अलावा, इसे 2015 में शासन के मुद्दों पर निलंबित कर दिया गया था और 2016 में इसे फिर से मान्यता दी गई थी। 30.रॉबर्ट फ्रैंक का हाल ही में निधन हो गया, जिन्होंने "द अमेरिकन" पुस्तक के माध्यम से प्रसिद्धि प्राप्त की, वह एक __________ थे। 1)फोटोग्राफर 2)संपादक 4)वितरक उत्तर -1)फ़ोटोग्राफ़र 10 सितंबर, 2019 को स्विट्जरलैंड में जन्मे प्रसिद्ध डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफर रॉबर्ट फ्रैंक का 94 वर्ष की आयु में कनाडा के नोवा स्कोटिया में निधन हो गया। वह अपनी ऐतिहासिक पुस्तक "द अमेरिकन्स" के लिए और अपनी 20 वीं शताब्दी की तस्वीरों के लिए प्रसिद्धि के लिए बढ़े। उन्होंने एक फोटो सहायक के रूप में काम किया और बाद में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राज्य (अमेरिका) चले गए। उन्होंने "अमेरिकियों" के लिए 83 तक संकुचित 28,000 छवियों का उत्पादन किया, जो फोटोग्राफी नियमों को फिर से लिखा था। 31.राजनीतिज्ञ गोवेर्धन कल्ला का हाल ही में निधन हो गया, वह निम्नलिखित में से किस आंदोलन में शामिल थे? 1)असहयोग आंदोलन 2)श्रमदान आंदोलन 3)भारत छोड़ो आंदोलन 4)सर्वोदय आंदोलन उत्तर -4)सर्वोदय आंदोलन 10 सितम्बर 2019 को, वयोवृद्ध कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक गोवर्धन कल्ला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया, राजस्थान के जैसलमेर में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। उन्होंने 2003-08 के बीच जैसलमेर के विधायक के रूप में कार्य किया,उनका व्यास छत्री श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। पांच दशकों तक, वह राजनीति में थे और एक गांधीवादी विचारक थे, जो सर्वोदय आंदोलन में शामिल थे। 1.आईडीबीआई बैंक की टैगलाइन क्या है? 2.श्रीशैलम बाँध किस राज्य में स्थित है? 3.इरिट्रिया की राजधानी और मुद्रा क्या है? उत्तर – राजधानी – अस्मारा और मुद्रा- इरीट्रियान नेफ़ा 4.हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य किस राज्य में स्थित है? 5.यूनेस्को का मुख्यालय कहाँ स्थित है? 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[hin] [Deva] लांयनवाद की महान परम्परा सदैव रहेगी जारी -लविश अग्रवाल – Dainik yog nagari news लांयनवाद की महान परम्परा सदैव रहेगी जारी -लविश अग्रवाल ऋषिकेष-लायंसवाद की परम्परा को लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के सदस्य मजबूती के साथ जारी रखें हुए हैं।वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल में क्लब की और से तमाम कार्यक्रमों का बेहद सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।उक्त तमाम कार्यक्रमों के लिए एक समीक्षा की गई।लायंस क्लब ऋषिकेश रॉयल के सदस्यों ने एक ऑनलाइन मीटिंग का आयोजन किया जिसमें क्लब के उपस्थित सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे। लॉक डाउन के पिछले 2 महीने में क्लब द्वारा किये गए सभी कार्यों की समीक्षा की गई एवं आगे किए जाने वाले कार्यों पर भी विचार किया गया। हाल ही में सम्पन हुए लॉयन ऑनलाइन ड्राइंग कंपटीशन अपनी सफलता के कारण विशेष रुप से चर्चा में रहा जिसके सफल होने पर क्लब के सदस्यों ने खुशी जाहिर करी व आयोजक सदस्यों को बधाई दी। क्लब अध्यक्ष लायन लविश अग्रवाल ने बताया की लांयनवाद परम्परा को जारी रखते हुए लाँक डाउन के दौरान सामाजिक गतिविधियां निरंतर जारी रही। विद्यार्थियों में ऊर्जा भरने के उद्देश्य से लायंस ऑनलाइन ड्राइंग कंपटीशन का आयोजन किया गया था जिसके आयोजन की सफलता से उत्साहित क्लब के सदस्यों ने इस बार वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक ऑनलाइन क्विज कंपटीशन करने पर सहमति जताई। यह प्रतियोगिता सिर्फ 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके नागरिकों के लिए होगी व पुरुषों एवं स्त्रियों के लिए अलग-अलग वर्ग में कराई जाएगी। वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के अध्यक्ष श्री हरीश धींगरा ने भी इस कार्यक्रम के आयोजन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से वरिष्ठ नागरिक भी समाज से जुड़ाव महसूस करते हैं व यह एक अच्छी पहल है। मीटिंग में क्लब अध्यक्ष लविश अग्रवाल, स्टार्क फाउंडेशन के निदेशक निशांत मलिक, लायंस रीजन चेयरपर्सन धीरज मखीजा, लायन जोन चेयरपर्सन पंकज चंदानी, लायन सुशील छाबड़ा, पुनीत गर्ग, अंकुर अग्रवाल, विनय आडवाणी, पुनीत गुप्ता, सुमित चोपड़ा आशीष अग्रवाल धीरज अग्रवाल आदित्य सिंह आदि उपस्थित थे।
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[hin] [Deva] शहर के खतरनाक इमारतों पर लगे अवैध मोबाइल टावरों को हटाने की मांग मनपा आयुक्त राजा दयानिधि से को गई है। शहर भाजपा विधायक कुमार आयलानी ने आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि इन टॉवरों से कभी भी दुर्घटना हो सकती है। उल्हासनगर मनपा की इमारत जो अभी तक एसडीओ कार्यालय से हस्तांतरित नहीं हुई है, उस पर भी टॉवर खड़े कर दिए गए हैं। गौरतलब हो कि मनपा की खाली पड़ी इमारतों, खुले मैदान, गार्डन, समाज मंदिर आदि भवनों पर टॉवर लगाकर मनपा राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से टॉवर लगाने की अनुमति देने का प्रस्ताव स्थायी समिति में भेजा गया है। मनपा द्वारा घोषित खतरनाक इमारतों से मोबाइल टावर हटाने का कार्य मनपा द्वारा शुरू किया गया है। मनपा द्वारा घोषित जर्जर बिल्डिंगों में से कई ऐसी हैं, जिन पर विभिन्न कंपनियों के टावर लगे हुए हैं। वजन बहुत ज्यादा होने से जर्जर इमारतें कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकती हैं।
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[hin] [Deva] Aadhar: Latest Aadhar News & Updates,Aadhar Photos & Images, Aadhar Videos | Navbharat Times - Page 16 January,21,2020, 14:55:48 जम्मू कश्मीर के निवासियों के जीवन में परिवर्तन ला रहा आधार कार्ड पर आधारित बायोमेट्रिक जानें, क्या है आधार की अहमियत सिमकार्ड के लिए भी जरूरी आधार हर नंबर के लिए जरूरी होगा आधार Jan 15, 2017, 08.50 AM पेमेंट करने के तमाम नए विकल्पों के बीच सरकार आधार कार्ड के जरिये पेमेंट करने की सुविधा पेश करने जा रही है। आधार पेमेंट के लिए सिर्फ फिंगरप्रिंट ही काफी होगा। UIDAI के एक अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ ही हफ्तों में यह ऐप लॉन्च हो जाएगा। कोई और नहीं कर सकेगा इस्तेमाल आधार के नाम पर किसी को भी उसका फायदा देने से मना नहीं किया जा सकता: रविशंकर प्रसाद Feb 13, 2018, 05.01 PM केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सभी राज्य सरकारों से कहा है कि वे आधार के नाम पर किसी भी व्यक्ति को मिलने वाले फायदे को मना न करें। प्रसाद ने कहा, 'आधार एक बड़ा प्लैटफॉर्म है, जिसके जरिए गुड गवर्नेंस और बड़ी की जा सकती है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि आधार का एक कानून है। 'बिना आधार कार्ड यहां नहीं हो सकती डिलिवरी' Aug 27, 2017, 06.19 AM सिटी के सिविल हॉस्पिटल में लगातार मरीजों के साथ लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को एक प्रेग्नेंट महिला को यहां इसलिए एडमिट नहीं किया गया, क्योंकि उसके पास आधार कार्ड नहीं था। आधार नहीं होने परअस्पताल ने नहीं किया गर्भवती को भर्ती, शॉल की आड़ में दिया बेटी को जन्म Feb 10, 2018, 01.09 PM आधार कार्ड के न होने पर एक गर्भवती को सिविल हॉस्पिटल की पार्किंग में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। डॉ. प्रदीप शर्मा (प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर, सिविल हॉस्पिटल) ने कहा, 'काम में कोताही बरतने पर दो महिला कर्मचारियों का कॉन्ट्रैक्ट कैंसल कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में दोनों कर्मचारियों की गलती है।' आधार कार्ड बनवाने में दूसरे नंबर पर लखनऊ Jan 03, 2017, 03.13 AM आधार बनवाने में लखनऊ को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की उप महानिदेशक ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश में 18 से 22 वर्ष तक के सौ फीसदी युवाओं के आधार नंबर जारी कर दिए गए हैं। आधार बिना हॉस्पिटल ने नहीं किया भर्ती , पार्किंग में डिलिवरी Feb 09, 2018, 09.31 PM ​गुरुग्राम के सिविल हॉस्पिटल प्रशासन का असंवेदनशील चेहरा सामने आया है जहां आधार कार्ड न दिखा पाने पर एक गर्भवती महिला को भर्ती करने से रोक दिया गया। प्रसव पीड़ा से जूझ रही इस महिला ने 2 घंटे तक दर्द से तड़पने के बाद हॉस्पिटल की पार्किंग में एक बच्ची को जन्म दिया। वहां बैठी कुछ महिलाओं ने शॉल की आड़ में डिलिवरी कराई। आधार डेटा लीकः प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर कांग्रेस ने साधा केंद्र पर निशाना Jan 07, 2018, 10.37 PM आधार कार्ड से जुड़ी सूचनाओं के कथित तौर पर लीक होने से जुड़ी एक खबर के प्रकाशन पर यूआईडीएआई द्वारा दिल्ली पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र पर हमला बोला है। लैब टेस्ट के लिए दिखाना होगा आधार कार्ड एनबीटी न्यूज, सिविल लाइनसिविल हॉस्पिटल में मरीजों को लैब टेस्ट के लिए अब आधार कार्ड दिखाना होगा। बुधवार से यहां के हर विभाग में यह व्यवस्था लागू ... बायॉमेट्रिक डेटा चुराकर करते थे सब्सिडी वाले राशन की हेराफेरी, अरेस्ट Feb 04, 2018, 08.32 AM उचित मूल्य दुकानों के दो दुकानदारों को क्राइम ब्रांच ने कथित तौर पर नकली सॉफ्टवेयर और गैरअधिकृत बायॉमेट्रिक डेटा की मदद से लाभार्थियों के सब्सिडी युक्त अनाज को कथित हस्तातंरित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है... आधार से छेड़छाड़ कर मृतक व्यक्ति के नाम बनवाया क्रेडिट कार्ड, खरीदे 1.7 लाख के सामान Feb 08, 2018, 10.41 AM तरुण सुरेजा (32) पेशे से एक वेब डिजाइनर है। तरुण ने अपने आधार कार्ड की पीडीएफ कॉपी में किसी और व्यक्ति का नाम लिख दिया और उस आधार कार्ड पर क्रेडिट कार्ड बनवा लिया। कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्र पर आधार नंबर अनिवार्य डीआईओएस के हस्ताक्षर के बाद जारी होगा परिचय पत्र एनबीटी, लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करने वाले फर्जी फर्जी शिक्षकों पर ...
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[hin] [Deva] Bodies News, Bodies की ताज़ा ख़बर, Bodies हिंदी न्यूज़ page1 नगर निकायों को ढूंढ़ने होंगे राजस्व वृद्धि के उपाय छठे राज्य वित्त आयोग, बिहार के अध्यक्ष नवीन कुमार ने स्पष्ट संकेत दिया है कि सभी नगर निकायों को राजस्व वृद्धि करने के लिए ठोस उपाय करने होंगे। नगर निकायों की आय बढ़ने से ही नगर में विकास के कार्य किये... Fri, 20 Sep 2019 12:10 AM IST Darbanga Municipal Bodies Will Have To Find Revenue Enhancement-measures अन्य... नगर निकायों से मांगा एस्टिमेट महांकुभ के दौरान धर्मनगरी को खुले में शौच मुक्त रखने के लिए मेला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। मेला क्षेत्र में शौचालयों के निर्माण के लिए नगर आयुक्त हरिद्वार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया... Mon, 16 Sep 2019 03:11 PM IST Estimate Civic Bodies Construction Toilets अन्य... यमुना नदी में दुर्घटनग्रस्त लोडर सवार चार लोगों के शव बरामद, दो लोग अब भी लापता सोमवार देर शाम को विकासनगर से लावड़ी लाखामंडल जा रहा लोडर हथियारी पावर हाउस के समीप ढ़ाई सौ मीटर दूर यमुना नदी में समा गया। लोडर में चालक सहित सात लोगों के सवार होने की पुष्टी हुई है। दो लोगों के... Tue, 10 Sep 2019 05:32 PM IST Bodies People Accidental Loaders Yamuna River Two Still Missing अन्य... रेडक्रॉस सोसाइटी ने शव वाहनों के संचालन से किया इनकार राज्य सरकार की ओर से सूबे के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में शवों को लाने-ले जाने के लिए शववाहन उपलब्ध कराए थे। इसके तहत जून माह में एमजीएम अस्पताल को तीन और खासमहल स्थित सदर अस्पताल को तीन शव वाहन दिए... Sun, 08 Sep 2019 11:21 PM IST Jamshedpur State Government Bodies Vehicles Government Hospital Mgm Sadar Hospital अन्य... आठ में से छह निकाय राजस्व वसूली में फिसड्डी - जनपद में आठ नगर निकाय संचालित है। इनमें से सिर्फ टटीरी ने 61.81 औरमहत्वपूर्ण: आठ में से छह निकाय राजस्व वसूली में फिसड्डीमहत्वपूर्ण: आठ में से छह निकाय राजस्व वसूली में फिसड्डीमहत्वपूर्ण: आठ में से... Thu, 05 Sep 2019 07:46 PM IST Six Out Of Eight Bodies Lost-revenue-revenue अन्य... शव पूजा के साथ आज एनॉटमी की पढ़ाई शुरू करेंगे एमबीबीएस छात्र चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई की शुरुआत शव पूजा के साथ। ऐसा इसलिए क्योंकि इसी शव से उन्हें शरीर के विज्ञान का व्यावहारिक ज्ञान मिलता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि यह शरीर उन्हें जीवन के दर्शन से भी रूबरू... Sat, 31 Aug 2019 02:14 AM IST Gorakhpur MBBS Students Start Studying Anotomy Today Dead Bodies अन्य... शव को पुलिस को सौंपने से ग्रामीणों ने किया इंकार नरकटियागंज- रामनगर मुख्यपथ में चानकी गांव के समीप शनिवार की रात्रि में बाइक की ठोकर से एक युवक की मौत हो गयी। मृतक की पहचान चानकी गांव निवासी मंगरु राम के पुत्र अनिल राम (19) के रुप में हुयी है।... Mon, 26 Aug 2019 04:29 PM IST West Champaran Narkatiaganj Bodies Police Handing Refusal अन्य... सड़क पर शव रखकर जाम लगाने में 70 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नौगावां सादात थाना क्षेत्र में करंट से युवक की मौत के बाद अमरोहा में बिजनौर मार्ग पर शव को रख जाम लगाने के 70 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की... Fri, 23 Aug 2019 11:57 AM IST Report Filed Against 70% For Jamming Bodies On Road अन्य... पायलटों के शव दिल्ली और कोलकाता भेजे उत्तरकाशी जनपद के आपदा प्रभावित आराकोट क्षेत्र के मोल्डी गांव में क्रैश हेलीकॉप्टर में मारे गये पायलट और को-पायलट के शव गुरुवार को जौलीग्रांट पहुंचे। जहां अधिकारियों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने... Thu, 22 Aug 2019 11:57 PM IST Pilots Bodies Sent Delhi Kolkata अन्य... बहरिया में दो शव मिलने से सनसनी क्षेत्र के दो अलग-अलग जगहों पर अधेड़ व युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही बहरिया पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में ले...
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[hin] [Deva] शिवानी Archives - दिशा सन्धान Tag Archives: शिवानी शिवानी कौल आज जबकि भारत के वामपन्थी, ख़ास तौर पर संसदीय वाम, अभी भी फ़ासीवाद के होने न होने या अपने "असली" रूप में आने न आने को लेकर बहस करने में व्यस्त हैं, उसी वक़्त फ़ासीवाद के आगमन की पुनःघोषणा करता हुआ एक राजसमन्द घटित होता है जो किसी सोये हुए इंसान की भी अन्तरात्मा को झकझोर देने के लिए काफ़ी है। राजसमन्द का जघन्य हत्याकाण्ड फ़ासीवाद के घिनौने चेहरे और फ़ासीवादी विचारधारा द्वारा रचे खेल की ही झलक मात्र है। जैसा कि अब सब जानते हैं, इस साल के दिसम्बर माह की शुरुआत में राजस्थान के राजसमन्द जि़ले में मोहम्मद अफराज़ुल नाम के पश्चिम बंगाल के मालदा जि़ले से आये अप्रवासी मज़दूर की शम्भूलाल रैगर द्वारा 'लव जिहाद' के नाम पर निर्मम तरीक़े से कुल्हाड़ी से हमले के बाद जि़न्दा जलाकर हत्या कर दी गयी थी। इतना ही नहीं, शम्भूलाल ने इस बर्बर हत्या की अपने 14 साल के भतीजे से बाकायदा रिकॉर्डिंग भी करवायी थी। इसके बाद रैगर ने इस वीडियो को अन्य वीडियो के साथ, जिनमें कि वह खुलेआम मुसलमानों के ख़ि‍लाफ़ ज़हर उगलते हुए तथा ऐसे ही और हत्याकाण्डों को अंजाम देने की धमकी देते हुए नज़र आता है, इण्टरनेट पर अपलोड कर दिया। यह अनायास नहीं कि इस पूरे हत्याकाण्ड के लिए रैगर ने 6 दिसम्बर का दिन चुना, यानी बाबरी मस्जिद के ध्वंस की बरसी, जिसे भारत में फ़ासीवादी ताक़तें "शौर्य दिवस" के रूप में मनाती हैं। दिलचस्प बात तो यह है कि राजस्थान पुलिस ने शम्भूलाल को "दिमाग़ी तौर पर असन्तुलित", "विक्षिप्त हत्यारा" और "स्वनिर्मित हिन्दू-उन्मादी" आदि घोषित कर दिया जिसका अतीत में किसी भी तरह के हिन्दूवादी दक्षिणपन्थी संगठन से कोई सम्बन्ध नहीं रहा है। हालाँकि यह स्पष्ट है कि ऐसे जघन्य कांड किसी "मनोविकृत व्यक्तित्व", या "विक्षिप्त-उन्मादी" के ख़ुद के दिमाग़ की उपज नहीं है बल्कि यह फ़ासीवादी ताक़तों द्वारा सामाजिक ताने-बाने के निरन्तर जारी फ़ासीवादीकरण की एक हिंसक अभिव्यक्ति है। राजसमन्द हत्याकाण्ड कोई अकेली ऐसी घटना नहीं है और न ही "पागलपन" या "फ़ि‍तूर" क़रार देकर इसे खारिज किया जा सकता है। हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मई 2014 से भाजपा और नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद के साढ़े तीन सालों में घृणा-अपराधों, विशेषकर मुसलमानों के ख़िलाफ़, हिंसा की वारदातों तथा आतंकी घटनाओं में, अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी देखी गयी है। हिन्दुत्व फ़ासीवाद के सत्ता में आने के बाद "गौ-रक्षा", "गौ-मांस", "लव-जिहाद", "घर-वापसी" के नाम पर मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) और हिंसा की घटनाओं की जो बाढ़-सी आयी है, उन्हें निरन्तरता में ही देखा जाना चाहिए। अभी राजसमन्द की घटना को ज़्यादा वक़्त हुआ भी नहीं था कि साम्प्रदायिक फ़ासीवाद की एक और प्रयोगशाला, मध्य प्रदेश, में फ़ासीवादी हिंसा का दूसरा स्वांग रचा जाता है। सतना जि़ले में बजरंग दल के गुंडों ने क्रिसमस कैरोल गा रहे ईसाइयों पर हमला किया और एक पादरी की गाड़ी को भी जलाकर राख कर दिया। इसके बाद मध्य प्रदेश की पुलिस ने अपने असली चरित्र का प्रदर्शन करते हुए बजरंग दल के हमलावरों के ख़ि‍लाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की और उलटे कैरोल-गायकों के ख़ि‍लाफ़ ही केस बना डाला! पुलिस के इस तर्क के यहाँ कोई मायने नहीं कि शम्भूलाल किसी दक्षिणपन्थी-हिन्दूवादी संगठन के सम्पर्क में नहीं था। हालाँकि ऐसे काफ़ी तथ्य मौजूद हैं जो स्पष्ट रूप से इंगित करते हैं कि रैगर सोशल मीडिया, ख़ास तौर पर व्हाट्सएप्प ग्रुपों, पर फैलाये जा रहे फासिस्ट कचरे से ही लगातार अपनी मानसिक खुराक ले रहा था। इन ग्रुपों में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से संघ से जुड़े लोगों के तथा भाजपा नेताओं के भड़काऊ भाषण फैलाये गये थे जिन्हें स्वयं रैगर ने भी अपने वीडियो में दोहराया है। आज के दौर में फासिस्ट बनने के लिए सिर्फ़ 'शाखा' जाने की ज़रूरत नहीं है! आज शाखाएँ सुनियोजित तरीक़े से सोशल मीडिया पर चलायी जा रही हैं जहाँ पर शाखाओं का पाठ और भी व्यापक पैमाने पर पढ़ाया जा रहा है। भाजपा नेताओं का इन ग्रुपों में शामिल होना आख़िर और क्या साबित करता है? अलग-अलग मीडिया रिपोर्टों के अनुसार रैगर के द्वारा इस घिनौने अपराध को अंजाम देने से चन्द दिनों पहले इस इलाक़े में बजरंग दल द्वारा "लव जिहाद" पर एक पर्चा भी बाँटा गया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अन्य अनुषंगी संगठनों, जो अनिवार्यतः संघ से न भी जुड़े हों, का नेटवर्क लम्बे अरसे से जनता के बीच फ़ासीवादी विचारधारा को निरन्तरता से फैलाने में और उसकी जड़ें गहरी करने में काफ़ी हद तक सफल रहा है। संघ अपने फ़ासीवादी प्रचार को अपने विशाल संस्थागत नेटवर्क के द्वारा न सिर्फ़ पिछले साढ़े तीन सालों से बल्कि 1925 से, यानी अपने जन्मकाल से ही, और ख़ास तौर पर 1980 के दशक से निरन्तरता के साथ अंजाम देता आ रहा है। फ़ासीवादी विचारधारा के लिए सबसे उपजाऊ ज़मीन समाज के टटपुँजिया वर्ग (पेटी-बुर्जुआ) और लम्पट तत्वों के बीच होती है जो आर्थिक मन्दी के दौर में सब कुछ छिन जाने के डर और अनिश्चितता के ख़तरे में जीते हैं। इसलिये यह कहा जा सकता है कि फ़ासीवादी सामाजिक आन्दोलन का उभार पेटी-बुर्जुआ तबके का "रूमानी उभार" है, जो अपनी वर्ग अवस्थिति के कारण स्वतःस्फूर्त ढंग से फ़ासीवादी प्रतिक्रियावाद की तरफ आकर्षित होता है। यह तथ्य भी ग़ौर करने लायक है कि शम्भूलाल रैगर पिछले एक साल से अपने धन्धे के पिट जाने के बाद से बेरोज़गार था। इसलिए, शम्भूलाल रैगर जैसे लोग फ़ासीवादी तन्त्र के लिए सबसे उपयुक्त पैदल सैनिक साबित होते हैं। भारत में एक तबका, ख़ास कर वे जो बुर्जुआ लोकतन्त्र के बारे में उदार-बुर्जुआ भ्रम के शिकार हैं, सामाजिक क्षेत्र में हिंसा के सामान्यीकरण ('नॉर्मलाइजे़शन') से सकते में आ गये हैं। इतिहास का सबक़ है कि जहाँ कहीं भी फ़ासीवाद सत्ता में आया है, वहाँ पर सड़कों पर हिंसा उसका एक अनन्य हिस्सा रहा है। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि सड़कों पर हो रही हिंसा के साथ ही फ़ौज, पुलिस, नौकरशाही, न्यायतन्त्र आदि में भी फासिस्ट काडरों की घुसपैठ करायी जाती है। यही आज भारतीय फ़ासीवाद की भी सच्चाई है। आज भारत में खुलेआम ताण्डव मचा रहा फ़ासीवाद भी किसी "आदिमवाद" या "क़बीलावाद" ("ट्राइबलिज़्म") का रूप नहीं है जैसा कि उदारतावादी सोचने की ग़लती करते हैं, बल्कि यही फ़ासीवाद की "आधुनिक" विचारधारा की काम करने की तकनीक है। पेटी-बुर्जुआ प्रतिक्रिया के विभिन्न रूपों को एकीकृत करने के लिए किसी 'अन्य' के रूप में काल्पनिक शत्रु की आकृति खड़ी की जाती है। भारत के साम्प्रदायिक फ़ासीवाद के लिए यह 'अन्य' मुसलमान हैं। हालाँकि, ज़ल्द ही फ़ासीवाद द्वारा 'अन्य' बनाने की इस प्रक्रिया में समग्र राजनीतिक विरोध को अपनी ज़द में ले लिया जाता है। यहाँ इस बात का भी उल्लेख ज़रूरी है कि भारत में साम्प्रदायिक फ़ासीवादी काफ़ी हद तक दलितों और आदिवासियों के फ़ासीवादीकरण में तथा "हिन्दू" अस्मिता के इर्द-गिर्द विचारधारात्मक एकता के निर्माण में सफल रहे हैं। हिन्दुत्व-फासिस्टों की प्रयोगशाला गुजरात इसी का एक उदाहरण है जहाँ फ़ासीवादी ताक़तों द्वारा दलितों की एक बड़ी आबादी को सहयोजित कर लिया गया है। 2002 के गुजरात दंगों में दंगाइयों की भीड़ में दलित और आदिवासी बड़ी संख्या में शामिल थे। शम्भुलाल ख़ुद दलित समुदाय की 'रैगर' जाति से आता है। हिन्दुत्व-फ़ासीवादी कथानक में दलितों और आदिवासियों को हिन्दू-शूरवीरों, धार्मिक-योद्धाओं के रूप में महिमामण्डित किया जाता है, जिस रूप में शम्भूलाल भी ख़ुद को पेश कर रहा है। ऐतिहासिक तथ्यों का विकृतीकरण कर दलितों और आदिवासियों की पिछड़ी अवस्था के लिए मुसलमानों को जि़म्मेदार ठहराया जाता है। यहाँ यह बात रेखांकित किये जाने की ज़रूरत है कि यह फ़ासीवाद के विरुद्ध विभिन्न समुदायों तथा अस्मिताओं की योगात्मक एकता के उदारवादी-वामपन्थी प्रोजेक्ट की हास्यास्पद समझ को भी दिखाता है जैसे कि ये सारे समुदाय व अस्मिताएँ सजातीय और वर्ग-अविभाजित हैं और यह भी कि ऐसी कोई व्यवहारवादी एकता सम्भव भी है, इसके टिकने की बात तो अभी छोड़ ही दीजिये! फ़ासीवाद को फ़ैसलाकुन शिकस्त एक जुझारू वर्ग-आधारित जाति-विरोधी और साम्प्रदायिकता-विरोधी आन्दोलन ही दे सकता है. रस्म-अदायगी के तौर पर राजसमन्द की इस नृशंस घटना के बाद कुछ घडि़याली आँसू भी बहाये गये। अफ़राजुल की हत्या पर शोक जताते हुए राजस्थान की मुख्यमन्त्री वसुन्धरा राजे ने "सख्त कार्रवाई" के आश्वासन भी दिये पर अब तक कोई ठोस कारवाई नहीं की गयी है। क्या अब तक भाजपा शासित राजस्थान में बिर्लोका (राजस्थान के नग़ौर जि़ले में स्थित) के ग़फूर ख़ान, नूह के पहलू ख़ान और प्रतापगढ़ के ज़फर ख़ान के लिए कोई "त्वरित कार्रवाई" की गयी थी? कौन नहीं जानता कि ऐसे जघन्य कृत्यों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा सरकारों और संघ का संरक्षण प्राप्त है? ये किन्हीं "परिधिगत" तत्वों के द्वारा नहीं किये जा रहे हैं जिन पर लगाम लगाये जाने की ज़रूरत है। बल्कि यही भारतीय फ़ासीवाद का असली चेहरा है। संघ और उसका चुनावी निकाय भाजपा फ़ासीवादी मशीनरी द्वारा किये जा रहे इन कुकृत्यों से, जिनका वो काफ़ी कुशलता से संचालन कर रहे हैं, स्वयं को पाप-मुक्त नहीं कर सकते। अब, हिन्दुत्ववादी फ़ासीवाद की यह एक विशेषता बन गयी है कि जैसे ही कोई अखलाक या अफ़राजुल जैसी घटना होती है तो दोष इन "खर्च कर दिये जाने योग्य" "फ्रिंज" तत्वों पर डाल दिया जाता है। हालाँकि, 'फ्रिंज' और 'मुख्यधारा' के बीच की विभाजन रेखा स्वयं धुँधली है और यह धुँधलापन सोच-समझ कर निर्मित किया गया है। इसलिए, वडोदरा का पार्षद और गुजरात के दभोई विधानसभा क्षेत्र का भाजपा प्रत्याशी खुले-आम चुनावी रैलियों में भड़काऊ भाषण देता है। तेलंगाना का भाजपा विधायक, राजा सिंह, जिसका पिछला इतिहास ऊना की क्रूरता को "नीच दलितों को सिखाया गया सबक" के रूप में परिभाषित करने का रहा है, खुलेआम हिन्दुओं से "हिन्दू राष्ट्र" के निर्माण के लिए हथियार उठा लेने का आह्वान करता है। सूरत में हिन्दू युवा वाहिनी का अध्यक्ष, जिसके सरपरस्त ख़ुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ है, एक मुसलमान के क़त्ल के लिए शम्भूलाल की "हिम्मत" की दाद देता है और उसके पक्ष में लोगों से समर्थन की अपील करता है. जब स्वयं राज्य मशीनरी का ही अपराधकर्ताओं के साथ गठजोड़ है, तो आप इससे उम्मीद ही क्या रख सकते हैं? अभी तक सबसे महत्वपूर्ण सवालों, जैसे कि उन वीडियो को फ़ैलाने के लिए कौन ज़िम्मेदार है जिन्हें देख कर रैगर ने इस घटना को अंजाम दिया, को जाँच के दायरे में लाया ही नहीं गया है। किन संगठनों और नेटवर्कों ने रैगर के वीडियो को फ़ैलाने का काम किया? वे लोग कौन हैं जो रैगर को महिमामण्डित कर नायक के तौर पर पेश कर रहे हैं और पुलिस द्वारा बैंक अकाउंट बन्द करने से पहले तक रैगर की पत्नी के नाम चन्दा इकठ्ठा कर 5 लाख तक जमा करने में सफल हो जाते हैं? क्या इस पूरे हत्याकाण्ड में ये सब गुनहगार नहीं हैं? और क्या अगर इन लोगों में भाजपा के नेता भी शामिल हैं, तो उन्हें भी जाँच के दायरे में नहीं लाना चाहिए? बजरंग दल की अगुवाई में शम्भूलाल के समर्थन में उदयपुर की अदालत पर प्रदर्शन कर रही भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया, पत्थरबाज़ी की और पुलिस के आला अधिकारियों तक को घायल कर दिया, लेकिन पुलिस ने न कोई बल-प्रयोग किया और न ही गिरफ़्तारी की। अगर इनकी जगह कोई मज़दूर संगठन किसी मज़दूर की ग़ैर-क़ानूनी बर्ख़ास्तगी के विरोध में या न्यूनतम वेतन लागू करवाने की संविधान-सम्मत माँग को लेकर प्रबन्धन के ख़ि‍लाफ़ विरोध-प्रदर्शन कर रहा होता तो क्या पुलिस और प्रशासन का यही रवैया होता? हम इसका जवाब जानते हैं। इतना ही नहीं, इस फ़ासीवादी भीड़ को क़ानून और सज़ा से ऊपर होने का इस क़दर यक़ीन था कि उदयपुर के न्यायिक परिसर में न्यायलय के गुम्बद पर चढ़कर भगवा झण्डा तक फहरा दिया गया और किसी को कुछ करने की हिम्मत नहीं हुई। यह पूरा घटनाक्रम बरबस उस मुहावरे की याद दिलाता है कि "जब सैय्याँ भये कोतवाल, तब डर काहे का"! राजसमन्द हत्याकाण्ड फ़ासीवाद द्वारा समाज के पोर-पोर में घिनौने तरीक़ों से फैलाये जा रहे ज़हर की बस एक और ताक़ीद है। खुलेआम हिंसा और आतंक का इस्तेमाल फ़ासीवादी ताक़तों द्वारा हर तरह के प्रतिरोध को शांत कराने और आत्मसमर्पण के लिए मजबूर करने के लिए किया जाता है। फ़ासीवाद सत्ता में हो या सत्ता से बाहर हो, हर-हमेशा ही यह बड़ी पूँजी के लिए 'अनौपचारिक राज्य-सत्ता' के तौर पर काम करता रहा है। जो उदारवादी-शान्तिवादी तर्क, संवैधानिक तन्त्र और जनवाद (असल में बुर्जुआ जनवाद) की विफलता पर विधवा-विलाप कर रहा है, और जो मौज़ूदा राजनीतिक-वैचारिक व्यवस्था की बर्बरता से सदमे में है, वह अपने आँसुओं की धारा में इस बर्बरता, यानी कि फ़ासीवाद, के उदय के पीछे के कारणों और सम्बन्धों को देख पाने में असमर्थ है। अन्त में ब्रेष्ट का यह उद्धरण बिलकुल सटीक बैठता है, "जो लोग पूँजीवाद का विरोध किये बिना फ़ासीवाद का विरोध करते हैं, जो उस बर्बरता पर दुखी होते हैं जो बर्बरता के कारण पैदा होती है, वे ऐसे लोगों के समान हैं जो बछड़े को जिबह किये बिना ही मांस खाना चाहते हैं। वे बछड़े को खाने के इच्छुक हैं लेकिन उन्हें ख़ून देखना नापसन्द है। वे आसानी से सन्तुष्ट हो जाते हैं अगर कसाई मांस तौलने से पहले अपने हाथ थो लेता है। वे उन सम्पत्ति सम्बन्धों के ख़िलाफ़ नहीं हैं जो बर्बरता को जन्म देते हैं, वे केवल अपने आप में बर्बरता के ख़िलाफ़ हैं। वे बर्बरता के विरुद्ध आवाज़ उठाते हैं, और वे उन देशों में ऐसा करते हैं जहाँ ठीक ऐसे ही सम्पत्ति सम्बन्ध हावी हैं, लेकिन जहाँ कसाई मांस तौलने से पहले अपने हाथ धो लेता है।" उत्तर-मार्क्सवाद के 'कम्युनिज़्म' : उग्रपरिवर्तन के नाम पर परिवर्तन की हर परियोजना को तिलांजलि देने की सैद्धान्तिकी उत्तर-मार्क्सवाद के अलग-अलग 'शेड्स' के 'सिद्धान्तकारों' की भाँति-भाँति की सैद्धान्तिकियों का मक़सद मार्क्सवाद की क्रान्तिकारी अर्न्तवस्तु पर हमला करना है। सही मायनों में कहें, तो उत्तर-आधुनिकतावाद के प्रत्यक्ष हमलों के चुक जाने के बाद उत्तर-आधुनिकतावाद का विरोध करने की नौटंकी करते हुए, इन तमाम सट्टेबाज़ उत्तर-मार्क्सवादी दार्शनिकों के धुरी-विहीन चिन्तन और दार्शनिक ख़ानाबदोशी का वास्तविक निशाना एक बार फिर मार्क्सवाद ही है। इनके शब्द अलग हैं; उत्तर-आधुनिकतावाद जिस बेशर्मी के साथ पूँजीवाद की अन्तिम विजय, कोई विकल्प न होने, पहचान की राजनीति के समर्थन, आदि की बात करता था, अब वैसा करना असम्भव है और किसी के लिए ऐसा करना अपना मज़ाक उड़वाने जैसा होगा। इसलिए इन नये दार्शनिकों ने प्रत्यक्ष तौर पर पूँजीवाद-विरोध की भाव-भंगिमा अपनायी है और पूँजीवाद की ये लोग एक "नये क़ि‍स्म की आलोचना" करते हैं। आज के ज़माने में पूँजीवाद के ख़िलाफ़ आम जनता सड़कों पर उतर रही है। यह 1990 का दौर नहीं है जब दुनिया भर में पस्ती और निराशा छायी हुई थी। उस समय उत्तर-आधुनिकतावाद नंगे तौर पर 'अन्त' की घोषणाएँ कर सकता था। अब कोई भी विचारधारा जो ऐसा प्रयास करेगी, उसके हश्र का अनुमान लगाया जा सकता है। इसलिए पूँजीवादी बौद्धिक तन्त्र ने अपनी सहज गति से नये क़ि‍स्म के "दार्शनिकों" को पैदा किया है जिसमें से किसी को 'मोस्ट एण्टरटेनिंग थिंकर', 'ग्रेटेस्ट लिविंग थिंकर' आदि कहा जा रहा है तो किसी को 'मोस्ट इनोवेटिव थिंकर ऑफ़ जेनरेशन' और पता नहीं क्या-क्या कहा जा रहा है। read more February 16, 2018 Disha Sandhaan विश्व कम्युनिस्ट आन्दोलन : इतिहास, समस्याएं व चुनौतियां बेबी • शिवानी 'कम्युनिज़्म' का विचार या उग्रपरिवर्तनवाद के नाम पर परिवर्तन की हर परियोजना को तिलांजलि देने की सैद्धान्तिकी ''कम्युनिज्म'' की अपनी प्राक्कल्‍पना और विचार के नाम पर बेज्यू मार्क्‍सवाद की बुनियादी प्रस्थापनाओं और क्रान्तिकारी अन्‍तर्वस्तु को खारिज करने का काम करते हैं। वह अतीत के सभी समाजवादी प्रयोगों पर ''विफलता'', ''त्रासदी'' और ''आपदा'' का लेबल तो चस्पाँ कर देते हैं, जो कि बेज्यू के लिए आकाशवाणी-समान सत्य है, लेकिन न तो उन प्रयोगों का कोई आलोचनात्मक मूल्यांकन पेश करते हैं और न ही सामाजिक परिवर्तन का अपना कोई सकारात्मक मॉडल पेश करते हैं। वह एक ऐसे कम्युनिज्म की बात करते हैं जो मार्क्‍सवादी नहीं होगा। लेकिन, अकेले बेज्यू इस अनैतिहासिक, गैर-द्वन्‍द्वात्मक, प्रत्ययवादी सैद्धान्तिकीकरण का शिकार नहीं हैं, बल्कि उत्तर-मार्क्‍सवादी ''रैडिकल'' दार्शनिकों की पूरी धारा है जो मार्क्‍सवाद पर हमला बोल रही है। अकर्मण्यता और निष्क्रियता के इन सिद्धान्‍तकारों को हम दुनिया की ''नयी व्याख्या'' करनेवाले उनके ''विचारों'' के बीच ही छोड़ देते हैं, क्योंकि दुनिया को बदलने का काम अभी भी बाकी है। read more September 21, 2013 Disha Sandhaan पु्स्तक समीक्षा • विश्व कम्युनिस्ट आन्दोलन : इतिहास, समस्याएं व चुनौतियां एलेन बेज्यू • शिवानी
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[hin] [Deva] नई दिल्ली। राज्य सभा में रविवार को दो कृषि बिलों के मामले में विपक्ष के मत विभाजन की मांग को ठुकराकर डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह उन्हें ध्वनि मत से पारित करा दिया था। इसके पीछे उनका तर्क था कि सदस्यों ने मांगें अपनी सीटों से नहीं की थीं। हंगामे के बीच सदन में उन्हें यह कहते हुए सुना गया था कि मत विभाजन की मांग करते समय सदस्यों को अपनी सीट पर होना चाहिए। राज्य सभा टेलीविजन के आधिकारिक फुटेज का इंडियन एक्सप्रेस ने परीक्षण किया है। जिसमें कुछ और ही बात दिखती है। वास्तव में घटनाओं का क्रम 1 बजे- जब डिप्टी चेयरमैन ने बैठक को आगे बढ़ाया- से 1.26 तक, जब चेयरमैन ने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित किया, दिखाता है कि कम से कम दो सदस्य डीएमके के तिरुची सिवा औऱ सीपीएम के केके राजेश, जिन्होंने दोनों विधायी प्रस्तावों और अमेंडमेंट को पेश किया था, मत विभाजन की मांग करते समय अपनी सीटों पर थे। नीचे के क्रम को देखकर इस बात को और स्पष्ट तरीके से समझा जा सकता है: 1 पीएम: डिप्टी चेयरमैन दो बिलों पर जवाब देने वाले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बताते हैं कि एक बज गया है। संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव देते हैं। इस पर डिप्टी चेयरमैन पूछते हैं कि क्या सदन बिल के हला-भला होने तक बैठने के लिए तैयार है। कांग्रेस के सदस्य आनंद शर्मा और जयराम रमेश प्रक्रिया को सोमवार को जारी रखने के पक्ष में होते हैं। वे और सिवा डिप्टी चेयरमैन से सदन की भावना का सम्मान करने की अपील करते हैं। इस पर डिप्टी चेयरमैन कहते हैं कि सदन में आम सहमति है और तोमर से जारी रहने के लिए कहते हैं। इस पर सदस्य नारा लगाते हुए वेल में घुस जाते हैं। 1.03 पीएम: सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद कहते हैं अगर सदन की कार्यवाही जारी रखनी है तो उसे आम सहमति के आधार पर होना चाहिए। आगे वह जोड़ते हैं कि ज्यादातर राजनीतिक दल यह "कह रहे हैं कि समय को आज नहीं बढ़ाया जाना चाहिए कल मंत्री जवाब दे सकते हैं….." 1.07 पीएम: विपक्षी दलों के सदस्यों के नारेबाजी के बीच बिल के पास होने से पहले डिप्टी चेयरमैन विधायी प्रस्तावों को निपटाना शुरू कर देते हैं। सीपीएम के केके राजेश को बुलाते हैं जिन्होंने एक विधायी प्रस्ताव रखा था। वेल में मौजूद एक न पहचाने जा सकने वाले सदस्य को अपनी सीट पर जाने के लिए कहते हैं। 1.08 पीएम: विधायी प्रस्ताव को ध्वनिमत से खारिज कर दिया जाता है। उसके बाद वह एक प्रस्ताव को लेते हैं जिसमें राजेश बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजना चाहते हैं । यह प्रस्ताव भी ध्वनिमत से खारिज कर दिया जाता है। 1.09 पीएम: उसके बाद वह तृणमूल कांग्रेस के डेरेक-ओ-ब्रायन के बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने के विधायी प्रस्ताव को लेते हैं। इस प्रस्ताव को भी ध्वनिमत से खारिज कर दिया जाता है। इसमें मत विभाजन की मांग बिल्कुल साफ-साफ सुनी जा सकती है। उसके बाद ऑडियो कुछ सेकेंड के लिए बंद हो जाता है। डिप्टी चेयरमैन कहते हैं कि मत विभाजन के लिए मांग अपनी सीट से की जानी चाहिए। 1.10 पीएम: उसके बाद वह डीएमके सदस्य तिरुची सिवा के विधायी प्रस्ताव को लेते हैं जिसमें बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने की मांग होती है। प्रस्ताव को ध्वनिमत से रद्द कर दिया जाता है। दृश्य बिल्कुल साफ-साफ दिखाते हैं कि सिवा अपनी सीट पर हैं जिसमें वह एक हाथ उठाकर मत विभाजन की मांग कर रहे हैं। ओ ब्रायन चेयरमैन के पोडियम की तरफ रूल बुक की एक कॉपी हाथ में लहराते हुए दौड़ते हैं और चिल्लाते हुए कहते हैं कि "आप ऐसा नहीं कर सकते हैं……नियम क्या है?" दृश्य दिखाते हैं सिवा अभी भी अपनी सीट पर हैं। 1.11 पीएम: डिप्टी चेयरमैन क्लाज वार के हिसाब से विधेयक पर विचार करना शुरू करते हैं। वह राजेश द्वारा पेश किए गए अमेंडमेंट को लेते हैं। विजुअल दिखाते हैं कि राजेश अपनी सीट पर हैं और मत विभाजन की मांग कर रहे हैं। लेकिन अमेंडमेंट को ध्वनिमत से खारिज कर दिया जाता है। 1.12 पीएम: विजुअल दिखाते हैं कि राजेश अपनी सीट पर और शिवा अपनी सीट पर पेपर फाड़ते हैं। उबाल और तेज हो जाता है। 1.13 पीएम: एक न पहचानने योग्य शख्स चेयरमैन के पोडियम के पास लगे माइक्रोफोन को उखाड़ने लगता है। 1.14 पीएम: आडियो ऑफ हो जाता है- और फिर ऑफ ही रहता है। 1.26 पीएम: सदन 15 मिनट के लिए स्थगित हो जाता है। जब संपर्क किया गया तो डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि उन्होंने मत विभाजन की मांग अपनी सीट से की थी जब बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का हमने प्रस्ताव दिया था। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि "हम लोगों के बीच सिवा और मैं 30 सालों के संसद का अनुभव रखता हूं। हम जानते थे कि हमने प्रस्ताव पेश किया है और हमने अपने हेडसेट भी आन कर रखे थे। निश्चित तौर पर हम लोग अपनी सीटों पर थे। मत विभाजन की हमारी मांग को कई बार जान-बूझ कर दरकिनार किया गया। वीडियो और ऑडियो प्रमाण हैं। कम से कम संसद के चार नियम तोड़े गए।" संपर्क करने पर राजेश ने कहा कि "मैं वेल में तब गया जब चेयरमैन ने समय को बढ़ा दिया। लेकिन जब मंत्री ने अपना भाषण खत्म कर दिया और डिप्टी चेयरमैन ने विधायी प्रस्तावों पर विचार करने की प्रक्रिया शुरू की मैं तुरंत भागकर ऊपर की सीट पर पहुंच गया……जब सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने वाले प्रस्ताव को लिया गया तो उस समय मैं अपनी सीट पर था। मैं मत विभाजन के लिए चिल्लाया लेकिन डिप्टी चेयरमैन ने मेरी तरफ देखा तक नहीं। ओ ब्रायन और सिवा के प्रस्ताव के बाद जब डिप्टी चेयरमैन ने मेरे अमेंडमेंट को लिया तो मेरा माइक्रोफोन आन हो गया। डिप्टी चेयरमैन ने मेरी तरफ देखा……जब चेयर आपकी तरफ देखता है…..तभी कैमरा आप पर फोकस होता है……मैं दोबारा विभाजन के लिए चिल्लाया…….उन्होंने ध्वनिमत के रास्ते को अपनाया और मेरे अमेंडमेंट को खारिज कर दिया।" यह पूछे जाने पर कि विपक्ष बिल को सोमवार तक के लिए क्यों बढ़ाना चाहता था, राजेश ने कहा कि "क्योंकि राज्य सभा के आधे सदस्य लोकसभा में बैठे हुए थे। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग संभव नहीं थी। वोटिंग केवल पेपर बैलेट से ही हो सकती थी। इसलिए एक बार भी वोटिंग के लिए 30 मिनट लगता। इसीलिए हम लोगों ने कार्यवाही को सोमवार को जारी रखने की मांग की थी क्योंकि लोकसभा की सिटिंग 3 बजे से शुरू होनी थी।" जब सिवा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि "मैं पहले दिन से ही कह रहा हूं कि मैं अपनी सीट पर था और जब सेलेक्ट कमेटी के पास बिल को भेजने का मेरा प्रस्ताव सामने आया तो मैंने मत विभाजन की मांग की। सेलेक्ट कमेटी हम लोगों का मुख्य मुद्दा थी। मैं पूरी तरह से अपनी सीट पर था और मैं कई बार मत विभाजन के लिए चिल्लाया। वह (डिप्टी चेयरमैन) हमारी तरफ नहीं देखे। वह जब मेरी तरफ देखते तभी तो उनको पता चल पाता कि मैं उसकी मांग कर रहा हूं।" एक्सप्रेस ने डिप्टी चेयरमैन के पास इससे संबंधित सवाल भेजे थे लेकिन उन्होंने किसी का भी जवाब नहीं दिया। लेकिन सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि सदस्यों ने उनका ध्यान भटका दिया था। और वह इस बात की कोशिश में जुट गए थे कि कहीं सदस्य उनके पेपर न छीन लें। Previous articleकृषि विधेयक के मसले पर अकाली दल एनडीए से अलग हुआ 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[hin] [Deva] देवभूमि में तलाकशुदा बेटी के पति ने सास और साली को उतारा मौत की घाट, जानिए पूरा मामला। - shouryagatha देवभूमि में तलाकशुदा बेटी के पति ने सास और साली को उतारा मौत की घाट, जानिए पूरा मामला। मृतक जीत कौर और उनकी बेटी परमजीत कौर उत्तराखंड में जसपुर के भोगपुर गांव में सास और साली का तलाकशुदा बेटी के पति ने अपने दोस्तो के साथ मिलकर पाटन मारकर हत्या कर दी।वह युवक अपनी तलाकशुदा पत्नी की दूसरी स्तन पर तय होने से आक्रोश में था ।आरोपी मर्डर के बाद से ही फरार है। एसपी काशीपुर प्रमोद कुमार के मुताबिक भोगपुर गांव निवासी जीत कौर (70)और उसकी बेटी परमजीत कौर (35)साथ में रहते थे। वही जीत कौर ने अपनी भतीजी पलविंदर कौर को भी गोद ले रखा था। 2 साल पहले बलविंदर की शादी टांडा प्रभापुर बंटी से प्रेम विवाह कराया गया था, जिसमें जीत कौर की सहमति थी। 1 वर्ष पहले बलविंदर कौर का भी तलाक हो गया जिसके बाद वह अपनी मां के साथ रहने आ गई। तलाक होने के बाद भी दोनों आपस में मोबाइल के जरिए बात करते थे। लेकिन जीत कौर को यह बात हजम नहीं हुई तो उसने बलविंदर कौर का रिश्ता सितारगंज में तय कर दिया। जिस की बारात 28 अगस्त को आने वाली थी। सूत्रों के अनुसार शादी की जानकारी मिलने पर रविवार की देर रात बंटी अपनी तलाकशुदा पत्नी बलविंदर कौर से मिलने गया जिस पर सास जीत कौर और बेटी परमजीत कौर ने गुस्से में आकर बंटी की पिटाई कर दी जिसके बाद बंटी ने मां बेटी को जान से मारने की धमकी दी थी। मंगलवार की सुबह जीत कौर परमजीत कौर बैंक के कार्य से जसपुर आ रही थी इसी बीच बढ़ियाबाला गांव के पास बंटी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पाटन से कई वार कर दिए। इस दौरान दोनों की मौके पर मौत हो गई वही हत्या के बाद से ही सभी आरोपी फरार है। कोतवाल जसपुर जे.एस देउपा ने बताया कि घटना की तहरीर अभी नहीं आई है। तहरीर देने वाला परिवार में कोई नहीं है। ग्राम प्रधान द्वारा तहरीर दी जाएगी। इस संबंध में पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। Jaspurउत्तराखंडउधमसिंहनगरडबलमर्डर हरिद्वार में हर्ष फायरिंग का वीडियो वायरल, पुलिस ने की ये कार्यवाही,देखें वीडियो वरिष्ठ पत्रकार डॉ. रजनीकांत शुक्ल ने विश्व हिंदू संस्था के साथ मिलकर घायल नंदी का कराया उपचार, जानिये पूरा मामला…
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[hin] [Deva] बिहार से जुड़े आतंकी जुंदाल के साथी के तार, 2 साल तक गोपालगंज में रहा नईम | News Now - ख़बर हर पल Home Headline Headline बिहार से जुड़े आतंकी जुंदाल के साथी के तार, 2 साल तक गोपालगंज में रहा नईम newsnowDec 07, 2017Headline, ट्रेंडिंग, बिहार0 6/11 के मुंबई हमले के आरोपी अबू जुंदाल के सहयोगी और लश्कर एजेंट अब्दुल नईम शेख के बारे में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. संदिग्ध आतंकवादी नईम उर्फ सोहेल खान दो सालों तक गोपालगंज में छुपकर रहा. इस दौरान वह गोपालगंज में लश्कर के स्लीपर सेल के तौर पर युवाओं को प्रेरित करता रहा. Previous Postबिहार में शराबबंदी के अाफ्टर इफेक्ट, नशे के लिए ले रहे अब कोबरा का विष Next PostCM नीतीश 12 दिसंबर से शुरू करेंगे समीक्षा यात्रा
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[hin] [Deva] कांग्रेस नेता शशि थरुर ने महिला सांसदों के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा, कौन कहता है लोकसभा आकर्षक जगह नहीं है रोहतक में तेज रफ्तार कार ने मारी बाइक को टक्कर, युवक की मौत, पीजीआई का कर्मचारी है मृतक घर फूंक थियेटर फेस्टिवल में हुआ दो नाटकों "संबोधन" और "ज़हर" का मंचन प्रदेश में 20 साल से चल रहा है नौकरी भर्ती गिरोह, अब खात्मे के लिए हरियाणा सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम इंफोसिस में युवाओं को मिलेगा रोजगार, 12 अगस्त तक ऐसे करें आवेदन 10 Aug, 2021 | देश मध्य प्रदेश शिक्षा टैकनोलजी रोज़गार | Garima times इन्फोसिस इंदौर ने अपनी कैंपस भर्ती प्रक्रिया के तहत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए मध्यप्रदेश में विशेषतः इंदौर के तकनीकी युवाओं के लिए भर्ती प्रक्रिया आरम्भ की है। उल्लेखनीय है कि गत माह मध्यप्रदेश के डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने टीसीएस में बैठक के दौरान निर्देश दिए थे कि व्यापक प्रचार प्रसार कर भर्तियाँ की जाए। यह भर्ती प्रक्रिया 22 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इच्छुक अभ्यर्थी 12 अगस्त मध्य रात्रि तक अपने आवेदन ई-मेल Rajani_231609@infosys.com पर प्रेषित कर सकते हैं। ऐसे युवा जिनकी शैक्षणिक योग्यता बीई, बी.टेक किसी भी संकाय में एमई, एमटेक, एमसीए, एमएससी कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैथमेटिक्स, फिजिक्स, सांख्यकी, आईटी इनफार्मेशन है, वे आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी 2020 या 2021 बैच से पासआउट होना चाहिए। सभी तकनीकी और प्रबंधन संस्थानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपने विद्यार्थियों को इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। अधिक जानकारी के लिए आवेदक द्वारकेश सराफ नोडल अधिकारी आईटी विभाग इंदौर से सम्पर्क कर सकते हैं।
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[hin] [Deva] Home Biology क्या है थैलासीमिया ? तथा भारत सरकार द्वारा इसके उपचार के लिये... क्या होता है थैलासीमिया? थैलासीमिया (Thalassemia) बच्चों को माता-पिता से अनुवांशिक तौर पर मिलने वाला रक्त-रोग है। इस रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में गड़बड़ी हो जाती है जिसके कारण रक्तक्षीणता के लक्षण प्रकट होते हैं। इसकी पहचान तीन माह की आयु के बाद ही होती है। इसमें रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है जिसके कारण उसे बार-बार बाहरी खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है। थैलेसेमिया के प्रकार हीमोग्लोबीन दो तरह के प्रोटीन से बनता है अल्फा ग्लोबिन और बीटा ग्लोबिन। थैलीसीमिया इन प्रोटीन में ग्लोबिन निर्माण की प्रक्रिया में खराबी होने से होता है। जिसके कारण लाल रक्त कोशिकाएं तेजी से नष्ट होती है।रक्त की भारी कमी होने के कारण रोगी के शरीर में बार-बार रक्त चढ़ाना पड़ता है। रक्त की कमी से हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता है एवं बार-बार रक्त चढ़ाने के कारण रोगी के शरीर में अतिरिक्त लौह तत्व जमा होने लगता है, जो हृदय, यकृत और फेफड़ों में पहुँचकर प्राणघातक होता है। मुख्यतः यह रोग दो वर्गों में बांटा गया है: मेजर थैलेसेमिया: यह बीमारी उन बच्चों में होने की संभावना अधिक होती है, जिनके माता-पिता दोनों के जींस में थैलीसीमिया होता है। जिसे थैलीसीमिया मेजर कहा जाता है। माइनर थैलेसेमिया: थैलीसीमिया माइनर उन बच्चों को होता है, जिन्हें प्रभावित जीन माता-पिता दोनों में से किसी एक से प्राप्त होता है। जहां तक बीमारी की जांच की बात है तो सूक्ष्मदर्शी यंत्र पर रक्त जांच के समय लाल रक्त कणों की संख्या में कमी और उनके आकार में बदलाव की जांच से इस बीमारी को पकड़ा जा सकता है। थैलेसेमिया के लक्षण थैलेसेमिया पी‍डि़त के इलाज में काफी बाहरी रक्त चढ़ाने और दवाइयों की आवश्यकता होती है। इस कारण सभी इसका इलाज नहीं करवा पाते,जिससे 12 से 15 वर्ष की आयु में बच्चों की मृत्य हो जाती है। सही इलाज करने पर 25 वर्ष व इससे अधिक जीने की आशा होती है। जैसे-जैसे आयु बढ़ती जाती है, रक्त की जरूरत भी बढ़ती जाती है। रोगी की हीमोग्लोबिन 11 या 12 बनाए रखने की कोशिश करें थैलेसीमिया के लिये स्टेम सेल से उपचार की भी संभावनाएं हैं। इसके अलावा इस रोग के रोगियों के मेरु रज्जु (बोन मैरो) ट्रांस्प्लांट हेतु अब भारत में भी बोनमैरो डोनर रजिस्ट्री खुल गई है। मैरो डोनर रजिस्ट्री इंडिया (एम.डी.आर.आई) में बोनमैरो दान करने वालों के बारे में सभी आवश्यक जानकारियां होगी जिससे देश के ही नहीं वरन विदेश से इलाज के लिए भारत आने वाले रोगियों का भी आसानी से उपचार हो सकेगा। यह केंद्र मुंबई में स्थापित किया जाएगा। ऐसे केंद्र वर्तमान में केवल अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशो में ही थे। ल्यूकेमिया और थैलीसीमिया के रोगी अब बोनमैरो या स्टेम सेल प्राप्त करने के लिए इस केंद्र से संपर्क कर मेरुरज्जु दान करने वालों के बारे में जानकारी के अलावा उनके रक्त तथा लार के नमूनों की जांच रिपोर्ट की जानकारी भी ले पाएंगे। जल्दी ही इसकी शाखाएं महानगरों में भी खुलने की योजना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पांच लाख से कम सालाना पारिवारिक आय वाले बच्चों को बेहद महंगा बोन मैरो ट्रांसप्लांट( मेरु रज्जू ट्रांसप्लांट) उपलब्ध करवाने का फैसला किया है। शुरुआत में हर साल दस साल से कम उम्र के दो सौ बच्चों के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिन परिवार की वार्षिक आय पांच लाख से कम होगी, उनको इसका फायदा मिल सकेगा। इन मरीजों की पहचान राज्य सरकार के साथ मिल कर की जाएगी। हर बच्चे के इलाज पर दस लाख रुपये लगेंगे। जिन शीर्ष अस्पतालों में इनका इलाज होगा, उसकी भी पहचान कर ली गई है। तीन साल तक इस परियोजना के लिए पूरा खर्च सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) की ओर से उठाया जाएगा। कोल इंडिया अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड के तहत इस कार्यक्रम को सहयोग करेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया भर में सालाना लगभग एक लाख बच्चे इस बीमारी के साथ पैदा होते हैं। इनमें से दस फीसद बच्चे भारत में ही हैं। इनमें भी उत्तर भारत में इस समस्या का स्तर काफी अधिक है। माना जाता है कि भारत के थैलेसीमिया मरीजों में से महज पांच से दस फीसद को ही स्तरीय इलाज मिल पाता है। ऐसे में यह पहल गरीब बच्चों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक यह एक दुर्लभ जेनेटिक समस्या है। डब्ल्यूएचओ ने इससे निपटने के लिए सभी देशों से अपनी रणनीति बनाने की अपील भी की है। थैलेसीमिया के मरीजों को आम तौर पर हर दो से पांच हफ्ते के अंतराल पर नियमित रूप से ब्लड ट्रांसफ्यूजन करवाते रहना पड़ता है। इस प्रक्रिया में कई गड़बड़ियों की भी आशंका रहती है। जबकि बोन मैरो ट्रांसप्लांट इसका ऐसा स्थायी समाधान है, जिसके बाद मरीज सामान्य जीवन बिता सकता है। मगर यह बहुत महंगा होने की वजह से मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पाता। साथ ही इसके लिए दानकर्ता का मिलान भी बहुत मुश्किल होता है।' Anil Kumar November 4, 2018 at 2:31 pm सर मेरे भाई का लडका थैलासीमिया बीमारी से पीड़ित है इसके इलाज के लिए कोई सलाह दें तो आपकी अति कृपा होगी प्लीज सर हम लोग बहुत गरीब हैं और बहुत पैसा लगा चुके हैं फिर भी उसको हर महीने खून चढ़ता है व्हाय थैलासीमिया थैलासीमिया मेजर कृपया आप हमारी मदद करें
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