diff --git "a/olympiad_hindi.json" "b/olympiad_hindi.json" new file mode 100644--- /dev/null +++ "b/olympiad_hindi.json" @@ -0,0 +1,5032 @@ +[ + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "किसी प्रतिजन के संपर्क में आने पर उपार्जित प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न प्रकार के प्रतिरक्षियों का निर्माण करती है। उत्पन्न प्रतिरक्षी का प्रकार आंशिक प्रतिजन के संपर्क में आने के समय, उसकी अवधि और उसी प्रतिजन के द्वितीयक और आगामी संपर्क पर निर्भर करता है। मूषकों के किसी मॉडल को एक जीवाणु रोगजनक से संक्रमित किया गया। संक्रमण के पश्चात विभिन्न दिनों (DPI) पर प्रतिजन-विशिष्ट IgM और IgG प्रतिरक्षियों की उपस्थिति के आकलन के लिए एक सेरोलॉजिकल विश्लेषण किया गया जिसका परिणाम नीचे तालिकाबद्ध किया गया है। निम्न तालिका में से कौन सा नमूना संख्या(एं) सुझाव सक्रिय संक्रमण की दशा को इंगित करते हैं?", + "options": ["1 और 2","केवल 2","2 और 3","3 और 4"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-3.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "हमींग बर्ड और मुर्गों जो उड़ान भरते हैं उनका विभेदन सरलता से किया जा सकता है। पहला प्राणी पंखों की त्वारित गति से कई सेकंडों की सतत उड़ान भरता है जबकि दूसरा प्राणी बीच-बीच में छोटे लेकिन बलयुक्त उड़ान भरता है जो संभवतः किसी खतरे से बचाने का प्रयास हो। इसका श्रेष्ठ क्रम: इन पक्षियों की मांसपेशियों के निम्न में से किन लक्षण को दिया जा सकता है? (i) तीव्र संकुचन वाली ऑक्सीडेटिव और तीव्र संकुचन वाली ग्लाइकोलिटिक तंतु (ii) निम्न और उच्च फॉस्फोफ्रक्टोकिनेज - लेक्टेट-डिहाइड्रोजेनेज अनुपात। (iii) सूक्ष्मकण द्वारा ग्रहण की गई कोशिका आयतन का निम्न और उच्च प्रतिरोध। (iv) मांसपेशियों में सुपर-ऑक्साइड डिसम्यूटेज की निम्न और उच्च क्रियाशीलता।", + "options": ["केवल i", "केवल ii और iii", "केवल i और iv", "ii और iv"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "गतिशील फॉस्फोरिलेशन-डिफॉस्फोरिलेशन प्रक्रिया के कारण लगभग सभी संकेतक पथ उत्क्रमणीय होते हैं और अधिकांश दशाओं में फॉस्फोरिलेशन संकेतक को सक्रिय करता है। निम्न में से किन दशाओं का युग्म ऐसी ही किसी संकेतक पथ के सुझाव रहने को बाधित करता है? (i) काइनेज के अवरोधक का प्रयोग। (ii) फॉस्फेटज अवरोधक का उपचार। (iii) फॉस्फोरिलेटेड अमीनो अम्ल बांधने वाले अणु द्वारा फॉस्फेटज प्रोटीन की नियुक्ति। (iv) फॉस्फोरिलेटेड अमीनो अम्ल को पहचान करने वाले एक काइनेज का बंधन। (v) फॉस्फोरीकृत अमीनो अम्ल की अर्ध-आयु को स्थायी बनाने वाली अन्तःक्रिया।", + "options": ["केवल i और iii", "केवल ii, iv और v", "केवल i, iii और iv", "केवल ii, iii और v"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "तंत्रिका टर्मिनल के छोर पर होने वाले सोडियम और कैल्शियम आयनों के प्रवाह को नीचे चित्र में दर्शाया गया है। इसके अनुसार, निम्न में से कौन सा विकल्प कैल्शियम की अधिकता से उत्पन्न किसी व्यक्ति के तंत्रिका टर्मिनल के प्रेषण का सबसे सटीक निष्कर्षण है?", + "options": ["बढ़ी हुई विद्युतता और साइनैप्टिक पुटिका के सत्रंवयन के कारण तंत्रिकाओं की उच्च-उत्तेजना","मंद विद्युतता और मंद साइनैप्टिक पुटिका के सत्रंवयन के कारण मांसपेशियों का कार्य प्रभावित होना", "सामान्य विद्युतता परंतु बढ़ी हुई साइनैप्टिक पुटिका के सत्रंवयन के कारण मांसपेशियों में अशक्तता।", "बढ़ी हुई विद्युतता परंतु सामान्य साइनैप्टिक पुटिका के सत्रंवयन के कारण मांसपेशियों का अप्रभावित रहना।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-4.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "0.3 M सुक्रोज और 0.3 M ग्लिसरॉल दोनों का परासरणी विभव मछुओं की लाल रक्त कणिका के विभव के समान होता है। यदि लाल रक्त कणिका को इन विलयनों में अलग-अलग एक घंटे तक रखा जाए तो ग्लिसरॉल विलयन में रखी लाल रक्त कणिका विघटित हो जाती है। इस प्रयोग से निम्न में से कौन सा निष्कर्ष सबसे सटी��� रूप से निकाला जा सकता है?", + "options": [ + "ग्लिसरॉल, सुक्रोज की तुलना में अधिक जल-रागी है।", + "ग्लिसरॉल विलयन से जल कोशिकाओं में प्रवेश करता है जिससे अति-परासरणी ग्लिसरॉल का विलयन पीछे रह जाता है।", + "ग्लिसरॉल, सुक्रोज की तुलना में कोशिका झिल्ली से अधिक पारगम्य है।", + "सुक्रोज एक डाइ-सेकेराइड है जिसे लाल रक्त कणिका की कोशिका झिल्ली से होकर आर-पार जाने के लिए विशिष्ट वाहक प्रोटीन्स की आवश्यकता होती है।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "एसिटाइलकोलीन नामक तंत्रिकासंचारक का निर्माण कोशिकाद्रव में होने के उपरांत उसका परिवहन साइनैप्टिक पुटिका में होता है जहाँ इनका संचय कोशिकाद्रव के तुलना में 100 गुना अधिक होता है। जब तंत्रिकाओं से साइनैप्टिक पुटिकाओं को विलयित करते हैं तो पुटिकाएं केवल ATP की उपस्थिति में विलयन से और अधिक एसिटाइलकोलीन का परिवहन कर सकते हैं। एसिटाइलकोलीन के उद्धरण के लिए Na⁺ आयनों की आवश्यकता नहीं है परंतु चौंकाने वाली बात यह है कि जिस स्थिति में पुटिकाएं रखी गई हैं यदि उनका pH बढ़ाया जाए तो इन पुटिकाओं द्वारा एसिटाइलकोलीन के उद्धरण की दर बढ़ जाती है। निम्न में से कौन-सा/से इस प्रयोग के अनुसार है? (i) एसिटाइलकोलीन का पुटिकाओं के भीतर परिवहन ATP-संचालित एंटीपोर्ट तंत्र से होता है। (ii) एसिटाइलकोलीन का परिवहन, ATP पर निर्भर H⁺ की उत्पत्ति के प्रवाह से होता है। (iii) पुटिका के आर-पार के विलयन का pH बढ़ने पर H⁺ की प्रवणता बढ़ जाती है। (iv) एसिटाइलकोलीन का परिवहन एक निष्क्रिय सक्रिय परिवहन प्रक्रिया का उदाहरण है।", + "options": ["केवल i, ii और iii", "केवल ii और iv", "केवल i, ii और iv", ",i ii, iii और iv"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "एक पॉलीमरेज श्रृंखला अभिक्रिया (PCR) सभी आवश्यक घटकों दोनों अनुक्रमकों (फारवर्ड और रिवर्स) की उपस्थिति में उच्चतम ऊष्मीय चक्रण (थर्मल साइकलिंग) दशाओ��� में 30 चक्रों के उपरांत डिक्लोनित DNA के अणुओं की 10 करोड़ प्रतियाँ बनाता है। एक शोधार्थी E. coli के जीनोमिक DNA के gyrA जीन के 300 bp के टुकड़े को परिवर्धित करने के लिए PCR अनुक्रमकों को बनाया। परंतु PCR अभिक्रिया एकत्रित करते समय, वो PCR मिश्रण में रिवर्स अनुक्रमक मिलाना भूल गया। निम्न में से कौन सा सही है?", + "options": [ + "DNA का बहुलकीकरण नहीं होगा इसलिए DNA की नई प्रतियों का कोई संकेषण नहीं होगा।", + "DNA अनुजुज जो फारवर्ड अनुक्रमक के ऊपर है PCR के प्रति चक्र पर संकेषण होगी इसलिए 300 bp के टुकड़े की केवल 5 करोड़ परिवर्धित प्रतियाँ बनेंगी।", + "DNA अनुजुज जो फारवर्ड अनुक्रमक के ऊपर है के टुकड़े की प्रतियों में केवल गणितीय वृद्धि होगी और 300 bp के फलस्वरूप अणुओं का निर्माण होगा।", + "DNA बहुलकीकरण के दौरान 300 bp की अपेक्षित लंबाई से बड़ी फल कुंडलित DNA के टुकड़े का निर्माण होगा।" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "नीचे दर्शाये गए दो समझात गुणसूत्रों के DNA को दो अलग-अलग प्रतिबंधक एंजाइम्स P और Q से उपचारित किया जो DNA का पाचन दो विभिन्न अनुक्रमों p और q पर करते हैं। पाचन के परिणमतः प्राप्त DNA के टुकड़ों को DNA के छायांकित क्षेत्र से बंधने वाले रेडियोधर्मी प्रॉब से जाँचने के लिए सर्दन ब्लॉट विश्लेषण किया गया। प्राप्त हो सकने वाले कुछ संभाव जेल-प्रारूप और बंधों की सापेक्ष स्थिति को नीचे चित्र में दर्शाया गया है: DNA के नमूनों को जब (i) केवल A एंजाइम से और (ii) केवल B एंजाइम से पाचित करते हैं उनसे प्राप्त होने वाले बंध प्रारूप क्रमशः होंगे:", + "options": ["क्रमशः I और III", "क्रमशः III और II", "क्रमशः I और IV", "क्रमशः IV और II"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-8.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "पौधों पर एक प्रयोग किया गया जहाँ उन्हें परिवर्ती जल-विषव वाली मृदा पर वृद्धि किया गया और विभिन्न कार्यिकी परिवर्तनों को मापा गया। यदि जल-विषव का मान -1 से -3 MPa तक परि��र्तित हुआ तो एब्सीसिक अम्ल के एकत्रण, कोशिका विस्तारण और रंध्रों की चालकता क्रमशः होगी:", + "options": [ + "बढ़ेगी, बढ़ेगी, बढ़ेगी", + "बढ़ेगी, घटेगी, बढ़ेगी", + "बढ़ेगी, घटेगी, घटेगी", + "घटेगी, बढ़ेगी, घटेगी" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "एक द्वि-बीजपत्री नवजात पौधे के विभिन्न हिस्सों के अनुप्रस्थ काटों में दिखे संवहनीय ऊतकों का चित्रण नीचे दर्शाया गया है। उस विकल्प का चुनाव कीजिए जो जड़ के शिखर से तने के शिखर में होने वाले संक्रमण का सही चित्रण करता है।", + "options": ["A->B->I->D->H", "F->G->C->H->J", "F->B->C->E->J", "A->G->I->E->D"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": 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P प्रजाति के पुष्प मोनोथिकस हैं जबकि Q प्रजाति में वे डाइथिकस हैं। III. दोनों ही प्रजातियाँ ब्रैक्टिएट हैं। IV. दोनों ही प्रजातियों में पुष्प की एपिपेटलस दशा है। V. प्रत्येक प्रजाति का तो गेमोसेपलस या गेमोपेटलस दशा दर्शाती है। निम्न में से कौन सा विकल्प सभी सही कथनों का संयोजन है?", + "options": ["I, II, IV और V", "I, II, III और V", "III, IV और V", "I, III, III और IV"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-12.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "प्रारंभिक हरित-क्रांति की सफलता मुख्यतः: इस/इन कारणों से थी:\n\n1. अर्ध-बौना प्रकार प्रजातियाँ जो प्रस्तावित की गईं वो कार्मिक वृद्धि की तुलना में बीज उत्पादन में अधिक ऊर्जा लगाते हैं।\n2. जीन-रूप से परिवर्तित अधिक उत्पादकता वाली प्रजातियाँ प्रस्तावित की गईं।\n3. रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में वृद्धि।\n4. जीन-रूप से परिवर्तित रोग-रोधी प्रजातियाँ प्रस्तावित की गईं।", + "options": [ + "i, ii, और iii", + "ii, iii, और iv", + "केवल i और iii", + "केवल iii और iv" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "कोशिका-द्रव (pH 7) में ऑक्सिन (IAA⁻) एक आवेशित रसायन है। अधिक अम्लीय कोशिका भित्ति (pH 5.5) में कुछ ऑक्सिन अनावेशित (IAAH) होते हैं। ऑक्सिन अनावेशित रूप में कोशिका-झिल्ली को पार कर लेता है जहाँ इसका विड-प्रोटोनिकरण होता है जिससे यह बिना किसी विशेष परिवाहक की सहायता के बाहर नहीं जा सकता है। ऑक्सिन का नेट प्रवाह (जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है) उद्विपन की प्रतिक्रिया से नियंत्रित होता है -", + "options": ["ऑक्सिन के प्रोटोनीकृत रूप का विड-प्रोटोनिकृत में असममित परिवर्तन।", "ऑक्सिन ग्राहियों के असममित प्रकटन से।", "ऑक्सिन परिवाहकों की असममित क्रियाशीलता से।", "ऑक्सिन के विड-प्रोटोनिकृत रूप का प्रोटोनीकृत में असममित परिवर्तन।"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-14.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "लंबी अंतरिक्ष उड़ान के दौरान मानव शरीर और शारीरिकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उड़ान के प्रारंभ में गुरुत्व में अचानक हुई गिरावट, उड़ान के दौरान गुरुत्व के अभाव की अवस्था (सूक्ष्म-गुरुत्व) और उड़ान उतरते समय भी गुरुत्व का त्वारित प्रभाव शरीर के मापदंडों में कुछ परिवर्तन लाती है। निम्न में से कौन सा उपयुक्त परिवर्तन जो होगा? (i) उड़ान के प्रारंभ में सिर और धड़ में रक्त का पुनर्वितरण। (ii) उड़ान के दौरान प्लाज्मा के आयतन में कमी। (iii) उड़ान उतरते समय धरती द्वारा क्षणिक उच्च-रक्तचाप। (iv) उड़ान के दौरान स्थिति-मुक्त प्रवाह करने वाली मांसपेशियों का अनुप्रयोग।", + "options": ["केवल i और iii", "केवल ii और i", ",i ii और iv", ",i ii, iii और iv"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "ऑक्सीजन परिवहन की दक्षता जाँचने के लिए छात्रों ने चार संधिवातों (arthropods) की धासंनली की लंबाई और व्यास को मापा:\n\nसंधिवात P (धासंनली का व्यास = 0.1 mm, धासंनली की लंबाई = 1 cm),\nसंधिवात Q (धासंनली का व्यास = 0.05 mm, धासंनली की लंबाई = 2 cm),\nसंधिवात R (धासंनली का व्यास = 0.3 mm, धासंनली की लंबाई = 1.5 cm) और\nसंधिवात S (धासंनली का व्यास = 0.4 mm, धासंनली की लंबाई = 0.5 cm)।\n\nधासंनली के अनुमानित आयतन (V) के आधार पर इसका निर्धारण कीजिए कि चारों (P – S) में से किस संधिवात में सबसे दक्ष ऑक्सीजन परिवहन होगा?", + "options": [ + "P", + "Q", + "R", + "S" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "सभी जलीय जीव चाहे वो समुद्री हों, खारे पानी के हों (brackish) या मीठे पानी के हों को बाह्य वातावरण की तुलना में अपने आंतरिक परासरणी विभव का नियमन करना पड़ता है। इन प्राणियों में मौजूद Na⁺/K⁺-ATPase पंप सामान्यतः: कोशिका झिल्ली के आधारीय-पार्श्व स्तर पर कार्यरत रहता है। ऐसे ऊष्ण-ध्रुवीय गुण वातावारण के साथ परिवर्तित होते हैं। इस एंजाइम के Km (अर्ध-अपरिवर्त के लिए आवश्यक सांद्रण) के विषय में कौन सा सही है?", + "options": [ + "समुद्री अकशेरुकीयों में मीठे पानी के अकशेरुकीयों की तुलना में Km का मान अधिक होगा जो पंप के उच्च-आकर्षण की ओर इंगित करता है।", + "मीठे पानी के अकशेरुकीयों के एंजाइम के Km का मान समुद्री अकशेरुकीयों की ओर इंगित करता है।", + "समुद्री अकशेरुकीयों के एंजाइम के Km का मान मीठे पानी के अकशेरुकीयों से अधिक होगा।", + "मीठे पानी के अकशेरुकीयों के एंजाइम के Km का मान कम होगा जो पंप के उच्च-आकर्षण की ओर इंगित करता है।" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "परीक्षा भवन की ओर दौड़ कर जाते हुए जब आप गिर जाते हैं तो पैरों में चोट लग जाती है। अगर आप चोटिल क्षेत्र को जोर से रगड़ते हैं तो आपकी पीड़ा का अनुभव थोड़ा कम होता है। इसका कारण है:", + "options": [ + "चोटिल क्षेत्र को रगड़ने पर तंत्रिका से पीड़ा-नाशक निम्नफ्र भेजा जाता है जो पीड़ा ग्रहियों पर कार्य करता है।", + "चोटिल क्षेत्र को जोर-जोर से रगड़ने पर तंत्रिका तंत्र के तकनीकी रूप से बंद Cl⁻ चैनल खुल जाते हैं, जिससे Cl⁻ का अंतप्रवाह होता है।", + "जोर-जोर से रगड़ने पर चोटिल क्षेत्र के पीड़ा ग्राही का असंवेदनशीलकरण हो जाता है।", + "चोटिल क्षेत्र को जोर-जोर से रगड़ने से कई रसायनिक उत्पन्न होते हैं जो संवेदनी सूचनाओं के प्रतिस्पर्धी का कार्य करते हैं।" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "तीन प्राणियों (P-R) के ऑक्सीजन संतृप्तता को वक्रों से दर्शाया गया है। निम्न में से कौन सा प्रेक्षित पैटर्न की सटीक व्याख्या करता है?", + "options": ["प्राणी R की उपचयीय सक्रियता, प्राणी Q से कम है।", "प्राणी P अपने शरीर को तेजी से झटके देकर बढ़ाता है इसलिए उसे कम समयांतराल में ऑक्सीजन की उच्च आपूर्ति की आवश्यकता होती है।", "प्राणी Q, प्राणी P की तुलना में अधिक ऊंचाई पर निवास करता है।", "प्राणी P, प्राणी R की तुलना में ऑक्सीजन की अधिक कमी वाली दशाओं में निवास करने की संभावना है।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "कोशिका गुणकीय निस्यंदन दर (GFR) का निर्धारण शरीर में अंतर्वाहित वाह्य तत्वों जैसे की इंसुलिन की निर्गम हुई मात्रा का प्रत्यक्ष मापन करके किया जा सकता है। व्यावहारिक रूप से, GFR की गणना अप्रत्यक्ष रूप से आंतरिक तत्वों जैसे कि क्रिएटिनिन की निर्गम हुई मात्रा के मापन से किया जा सकता है। प्राइमेट्स जैसे कि मानव में कुछ मात्रा में क्रिएटिनिन का ह्रास या अवशोषण वृक्क की नलिकाओं में होता है जो कि नॉन-प्राइमेट स्तनधारियों में नहीं होता है। निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही है/हैं? (i) मनुष्यों में GFR का सटीक आंकलन क्रिएटिनिन के निर्गम को माप कर किया जा सकता है। (ii) मनुष्यों में GFR का सटीक आंकलन इंसुलिन के निर्गम को माप कर किया जा सकता है। (iii) नॉन-प्राइमेट स्तनधारियों में GFR का सटीक आंकलन क्रिएटिनिन के निर्गम को माप कर किया जा सकता है। (iv) नॉन-प्राइमेट स्तनधारियों में GFR का सटीक आंकलन इंसुलिन के निर्गम को माप कर किया जा सकता है। (v) इंसुलिन के निर्गम का मापन, क्रिएटिनिन की तुलना में कम सटीक होता है क्योंकि इंसुलिन शरीर में उत्पन्न नहीं होता है।", + "options": ["केवल i, ii और v","केवल ii, iii और iv", "केवल iii, iv और v", "केवल i और v"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "मीठे पानी के वातावरण को दो प्राकृतिक भागों लोटिक (बहते हुए पानी का जलाशय) और लेन्टिक (ठहरे हुए पानी का जलाशय) में वर्गीकृत किया जा सकता है। पानी की तलह धाराओं वाले लोटिक निवास स्थान में रहने वाले प्राणी के शरीर में कई अनुकूलन देखे जा सकते हैं। इसमें से कुछ अनुकूलन नीचे दर्शाए गए हैं। निम्न में से कौन सा लोटिक निवास स्थान के अनुसार है? (i) शरीर में हुक (कुंडी) और चूषणक का होना (ii) चिपचिपी पृष्ठीय सतह (iii) धाराप्रभे प्रतिरक्षा (किसी प्राणी के स्पर्श या छूने पर होने वाली प्रतिक्रिया) (iv) कठोरश्वास तंत्रिकाएँ (अध्यक्षता धारा पर प्रतिक्रिया) (v) मुख्यश्वास (प्रवाह अनुसूची) शरीर", + "options": ["केवल i और iv", "केवल ii, iii और v", "केवल iii और iv", "केवल i, iii और v"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "प्राकृतिक चयन होने के लिए तीन अनिवार्य आवश्यकताएं क्या हैं?", + "options": [ + "आबादी का बड़ा आकार, लक्षणों में विभिन्नता, सफलतापूर्ण उत्तरजीविता और प्रजनन", + "आबादी का बड़ा आकार, लक्षणों की क्षणभुजता, लक्षण प्रजनन", + "लक्षणों में विभिन्नता, लक्षण की विरासत, सफलतापूर्ण उत्तरजीविता और प्रजनन", + "लक्षण प्रजनन, लक्षणों की विभिन्नता, लक्षण की क्षणभुजता" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 23, + "question": "पौधों में, साइटोप्लास्मिक नर नपुंसकता (CMS) सूक्ष्मकरण के जीनोम में उत्परिवर्तन के कारण होती है। कई बार ऐसा पाया गया है कि केंद्रक से एक ऊर्वरता पुनःस्थापन (Rf) जीन के प्रकट से इस नर नपुंसकता को दूर किया जा सकता है। पौधों की वो लाइने जो CMS को पुनःस्थापित कर सकती हैं उन्हें ऊर्वरता पुनःस्थापन (Rf) लाइने कहा जाता है। जब CMS और Rf लाइनों के मध्य एक संक्रमण कराया गया तो सभी संततियाँ नर ऊर्वर थीं। इन संततियों का स्वसंकरण कराने पर कितने प्रतिशत संततियाँ नर-अऊर्वर होंगी?", + "options": [ + "0", + "25", + "50", + "75" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 24, + "question": "ट्रिप्टोफैन ऑपेरॉन में शमन (Attenuation) एक नियामक क्रियाविधि है जिसके कारण अनुलेखन प्रक्रिया को पूर्व-समाप्त हो जाता है। ऐसी क्रियाविधि एक यूकेरियोटिक जीव में संभव नहीं है क्योंकि:", + "options": [ + "पॉली-सिस्ट्रॉनिक mRNA का अनुवादन नहीं होता है।", + "अनुवादन और अनुलेखन एक-साथ युग्मित (coupled) नहीं होते हैं।", + "राइबोसोम, अनुलेखन के प्रारंभ में स्थित नहीं है।", + "राइबोसोम की पहचान के लिए आवश्यक शाइन-डाल्गार्न�� अनुक्रम यूकेरियोटिक mRNA में अनुपस्थित होता है।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 25, + "question": "आचरण/व्यवहार के जीन आधारित अध्ययन में जीनोम का संगठन (X), जीन के परिवर्तन (Y) और जीन का प्रकटन (Z) इन तीन स्तरों पर व्यवहारिक अंतर में योगदान देते हैं। निम्न तीन प्रजातियों के सदस्यों पर विचार कीजिए:\n\n(i) Drosophila simulans\n(ii) Drosophila sechellia\n(iii) Culex pipiens\n\nनिम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?", + "options": [ + "(i) के सदस्य एक दूसरे से केवल Z के संदर्भ में भिन्न हैं।", + "(i) और (ii) के सदस्य एक दूसरे से केवल Y और Z के संदर्भ में भिन्न हैं।", + "(i), (ii) और (iii) के सदस्य एक दूसरे से X, Y और Z के संदर्भ में भिन्न हैं।", + "(i) and (ii) के सदस्य X, Y और Z के संदर्भ में एक जैसे होंगे यदि वे एक जैसे वातावरण और निवास स्थान में रहते हैं।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "निम्न में से कौन सा कथन उद्विकास की सबसे सटीक व्याख्या करता है?", + "options": [ + "जेनेटिक विचलन एक यादृच्छिक प्रक्रिया है लेकिन उत्परिवर्तन और चयन अयादृच्छिक हैं।", + "उत्परिवर्तन और जेनेटिक विचलन यादृच्छिक प्रक्रियाएं हैं लेकिन चयन अयादृच्छिक है।", + "उत्परिवर्तन और चयन यादृच्छिक प्रक्रियाएं हैं, लेकिन जेनेटिक विचलन अयादृच्छिक है।", + "चयन यादृच्छिक है, लेकिन उत्परिवर्तन और जेनेटिक विचलन अयादृच्छिक हैं।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 27, + "question": "वर्ष 2020 में वैधों ने कोरोना विषाणु रोग 2019 (COVID-19) के रोग-उपचार हेतु गत-रोग स्वास्थ्य लाभ (convalescent) प्लाज्मा उपचार का प्रयोग किया। इस उपचार-विधि में COVID-19 रोग से ठीक हुए व्यक्तियों के प्लाज्मा को रोगियों में प्रतिरोपित करते हैं। प्ल��ज्मा उपचार विधि के विषय में कुछ कथन दिए गए हैं:\n\n1. टीकाकरण के बाद जो व्यक्ति संक्रमित हो रोगमुक्त हुआ हो, जिसका टीकाकरण नहीं हुआ था की तुलना में प्लाज्मा के बेहतर दाता है।\n2. इस उपचार के प्रभावी होने के लिए दाता के प्लाज्मा में प्रतिरक्षियों की उच्च मात्रा होनी चाहिए।\n3. प्लाज्मा उपचार विधि में AB Rh+ रक्त-समूह वाला व्यक्ति सर्व-दाता होगा।\n\nनिम्न में से कौन सा विकल्प सभी सही कथनों को निरुपित करता है?", + "options": [ + "केवल ii", + "केवल ii और iii", + "केवल i और iii", + "i, ii और iii" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 28, + "question": "मिर के जंगल में रहने वाली चिड़ियों की प्रजातियों में चोंच का आकार (चोंच की गहराई) 8 से 14 mm तक बदली और ये निम्न आकारों और कठोरता वाले बीजों को खाते हैं। 1950 से 1975 के मध्य सामान्य वर्षा के कारण पौधों की विभिन्न प्रजातियों में प्रचुर वृद्धि हुई जिससे निम्न आकार के बीज मिले। 1975 से 1985 के मध्य कई बार गंभीर सूखे पड़े जिसके कारण छोटे आकार के बीज और उन्हें उत्पन्न करने वाले पौधों में कमी आ गई जिससे बड़े और कठोर बीजों की उपलब्धता में अनुपातिक वृद्धि हुई। अगले 10 वर्षों में चिड़ियों की संख्या में उनकी मृत्यु के कारण तेजी से गिरावट आई (Fig. A)। चोंच की गहराई और उत्तरजीविता की प्रतिलता का मध्य संबंध को Fig. B में दर्शाया गया है। इस प्रकार की प्रतिकूल दशा में किस प्रकार की चयन प्रक्रिया जारी है?", + "options": ["स्थायिकरण चयन जो चोंच के आकार के मध्य को संशोधित कर उसे आबादी के मध्य के समीप ले आता है।", "दिशाीय (Directional) चयन जो चोंच के आकार के मध्य को संशोधित कर उसे एक अंतिम सीमा तक ले जाता है।", "विघटनकारी चयन जो चोंच के आकार के मध्य को दो आबादियों में संशोधित करता है, एक उच्च उत्तरजीविता वाला और दूसरा निम्न उत्तरजीविता दर वाला।", "प्रतिर्वर्ती (Conditional) चयन चोंच के आकार के मध्य को इस प्रकार संशोधित करता है कि यह सरलता से सामान्य वितरण के तर्किक पर वापस आ जाए, जब अनुकूलित दबाव मंदित हो जाए और आबादी के मध्य में कोई परिवर्तन न हो।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-28.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 29, + "question": "शाकाहारी जीवों का उद्विकास दक्षता से भोजन ग्रहण करने के लिए हुआ है और पौधे विभिन्न प्रकार के प्रति-शाकाहारी प्रतिरक्षा प्रणालियों का विकास करते हैं। पुष्प से बाहर के मकरंद एक पेचीदा ही प्रतिरक्षा तंत्र है जो विभिन्न परजीवियों और परजीविता मुख्यतः: चींटियों को आकर्षित करते हैं। पुष्प से बाहर के मकरंद का अधिक मात्रा में उत्पादन अधिक चींटियों को आकर्षित करता है और उनकी आक्रमणशीलता को बढ़ाता है। पौधों और चींटियों के मध्य इस संबंध को सही रूप से व्याख्या है:", + "options": [ + "सहजीविता", + "प्रतिरोध", + "सहभोजिता", + "असहभोजिता" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 30, + "question": "भारत के पश्चिमी तटों के किनारों पर संधुक (mussels) एक बहुलता में पाई जाने वाली प्रजातियां हैं। छोटे आकार के संधुक की प्रजातियों की अधिकता उप-उष्णकटिबंध क्षेत्रों में जबकि बड़े आकार के संधुक की प्रजातियों की अधिकता मध्य-उष्णकटिबंध क्षेत्रों में होती है। ऐसा प्रयोग किया गया जहां उनके निवास-स्थानों को आपस में बदल दिया गया। निम्नलिखित स्थितियां दोनों ही संधुकों के उनके मूल और स्थानांतरित दोनों निवास-स्थानों में उत्तरजीविता के प्रतिरूप को दर्शाती हैं। केन्द्रीय की तीन और स्थिरांक की एक प्रजाति इन संधुकों के परमग्राही हैं। ऐसा माना जाता है कि उप-उष्णकटिबंध क्षेत्रों में छोटे संधुकों के परमग्राही से उनकी आबादी में तेजी से कमी आती है। इसकी जांच करने के लिए प्रयोगशाला में शिकारी और परमग्राही के साथ प्रयोग किए गए। निम्नलिखित में से कौन सी विवेचनाएं सही हैं? \ni. उप-उष्णकटिबंध क्षेत्रों में धारा के उच्च प्रभाव संधुकों के आकार को प्रतिबंधित करता है और परमग्राहियों को छोटे संधुकों को मिटा देने से रोक देता है।\nii. मध्य-उष्णकटिबंध क्षेत्रों में, परमग्राही अधिकांश छोटे संधुकों को मिटा देते हैं जिसके कारण बड़े संधुक बढ़ने लगत��� हैं।\niii. जब शिकारी को हटाया या संरक्षण प्राप्त हो और उन्हें उस स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, जहां वे सामान्यतः नहीं पाए जाते हैं तो उन्हें बनाया जा सकता है।\niv. जहां संधुकों की उत्पन्नि दर अधिक है, वहां शिकारी जीव और आसक्त परमग्राही का वितरण एक दूसरे के परस्पर अनुपाती है।", + "options": ["ii, iii और iv", "i, iii और iv", "केवल i और ii", "i, ii और iii"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-30.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 31, + "question": "निम्न चित्र में पूर्वावस्था-प्राप्ति (Restoration) कार्यक्रम के चार संभावित परिणाम दर्शाए गए हैं। धूसर-वृत पारितंत्र की वर्तमान अवस्था को दर्शाता है जबकि श्वेत-वृत मानक पारितंत्र का अन्य-स्थिति है। तीर पूर्वावस्था-प्राप्ति की दिशा की ओर एवं अत्यंत उपस्थिति को इंगित करता है। पूर्वावस्था-प्राप्ति के लक्ष्य की उपलब्धियों के विषय में उपयुक्त सही कथनों को चिन्हित कीजिए:", + "options": ["'P' घटकांश अधिकतम परिणाम है क्योंकि पूर्वावस्था-प्राप्ति कई प्रस्थापित अवस्थाओं से एक ही प्रकार के पारितंत्र को बनाता है।", "'Q' एक अच्छा परिणाम है क्योंकि पूर्वावस्था प्राप्ति मानक पारितंत्र को बनाता है जिसमें सभी अलग-अलग प्रकार के होंगे।", "'R' पूर्वावस्था-प्राप्ति का एक अच्छा कार्यक्रम है। जबकि इसका मानक पारितंत्र से विचलन अधिक है, तीरों तीत पूर्वावस्था-प्राप्ति की फूक ही दिशा में हैं।", "'S' पूर्वावस्था-प्राप्ति का एक अपर्याप्त सृजित भौतिक कार्यक्रम है जहां पूर्वावस्था-प्राप्ति विभिन्न और अलग-अलग प्रकार के पारितंत्र बनाता है।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-31.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 32, + "question": "विचैध डॉंपसन द्वारा किए गए श्रेणिबद्ध प्रयोगों में त्वनी-उत्पादक यंत्र से किसी खरगोश को त्वनी प्रदान की जाती है और उसी के साथ एक नली से वायु का झोंका खरगोश की आँखों पर फेंका जाता है। खरगोश के आँखों की पलक से एक धागे से जुड़ी आँखों की गति से उत्पन्��� होने वाली गति-मापक यंत्र से आँखों के झपकने का मापन किया जाता है। परीक्षण 1-20 को चित्र 1 में और 21वें परीक्षण को चित्र 2 में दिखाया गया है। रेखाचित्र के आधार पर निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?", + "options": ["चित्र 1 यह सुझाव देता है कि खरगोश का पलक झपकना एक प्रतिवर्ती (conditioned) प्रतिक्रिया है।", "चित्र 2 यह सुझाव देता है कि दृप्ति की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप खरगोश का पलक झपकना जन्मजात व्यवहार (innate) का उदाहरण है।", "चित्र 1 यह सुझाव देता है कि यह एक सहायत्क सीखना (associative learning) का उदाहरण है।", "खरगोश द्वारा आँखों के झपकने की प्रतिक्रिया के लिए युग्मित उद्दीपन (Paired stimuli) अर्थात त्वनी और वायु का झोंका दोनों की ही आवश्यकता होती है।"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-32.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 33, + "question": "सांस्कृतिक शिक्षण व्यवहार या किसी समुदाय में उपस्थित सूत्रणा एक ही वर्ग (conspecifics) के सामजिक शिक्षण के उपस्थिति होता है। इसका संचालन सामजिक-रूप से होता है। न कि जीनियस से और यह व्यवहार समूह के कई सदस्यों के साथ साझा रहती है। निम्न में से प्राणियों का कौन सा/से व्यवहार इस वर्ग के अंतर्गत आते हैं? (i) बहुत-सा अपने तोते के द्वारा टोकने को उदाहरण के रूप में करना।\n(ii) समुद्र किनारे पर रहने वाले चीलों द्वारा मछलियों को पकड़ने से पहले ठंडी मृत्तिका को समुद्री पानी में धोना। \n(iii) उल्लू के बच्चों के आकार को देखने के लिए अपने शरीर के फुलाकर अपने पंखों को झपटना। \n(iv) काले ऑल्विन्डिस पक्षी बहार किनारे से चोटी के लिए सुरक्षित मट पर अंडों को रखते हैं।", + "options": ["केवल i, ii और iii", "केवल ii और iv", "केवल iii और iv", "i, ii, iii और iv"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2024-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2024/02/INBO2024-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 34, + "question": "नीचे दिए गए चित्र में A से J तक की प्रजातियों के मध्य संबंध को दर्शाया गया है जहां 1, 2, 3 और 4 क्रमशः उन प्रजातियों के समूह का एक विशेष लक्षण है। सभी प्रजातियों में कोई भी लक्षण बहुप्ररूपी (symplesiomorphic) नहीं है। यह बताइए कि निम्न P, Q, R, S क्लेडोग्राम में से कौन सा प्रजातियों A - J के मध्य सही संबंध को निरूपित करता है।", + "options": ["P", "Q", "R", "S"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2024-hindi-34.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "निम्न में से साधनों का कौन सा समूह औस/या उपकरण लगभग pH 7.0 वाले बफर को बनाने में उपयोग में लाया जा सकता है?\nI. Na₂HPO₄, लवण, NaH₂PO₄, लवण, और जल। \nII. NaH₂PO₄, लवण, NaOH विलयन और pH मापी। \nIII. Na₂HPO₄, लवण, जल और pH मापी। \nIV. NaH₂PO₄, विलयन, Na₂HPO₄, विलयन के स्टॉक और जल।", + "options": ["केवल I", "केवल IV", "केवल I, II और IV", "I, II, III और IV"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "किसी रोचक के अवशोषण/परावर्तन वर्णक्रम (spectrum) द्वारा उस रोचक के भौतिक लक्षणों जैसे की रंग के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। नीचे तीन रोचकों के वर्णक्रमों को दर्शाया गया है। I, II और III क्रमशः किनको निरूपित करते हैं:", + "options": ["हीमोग्लोबिन, ऑक्सी-हीमोग्लोबिन और जल", "ऑक्सी-हीमोग्लोबिन, हीमोग्लोबिन और जल", "जल, हीमोग्लोबिन और ऑक्सी-हीमोग्लोबिन", "ऑक्सी-हीमोग्लोबिन, जल और हीमोग्लोबिन"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-2.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "एक छात्र प्रयोगशाला में किसी विलयन 'X' का लाल रक्त कणिका की झिल्ली से होने वाले परिवहन का अध्ययन कर रही थी। उसने निम्नलिखित आंकड़े प्राप्त किए। दिए गए प्रेक्षणों से निम्न में से कौन सा निष्कर्ष निकाला जा सकता है?", + "options": ["प्रयोग I – VI उत्तरोत्तर बढ़ते हुए तापमानों पर किए गए थे।", "इस विलयन का प्रभाव अत्यधिक अस्थायी है।", "रक्त कणिका के बाहर विलयन की मात्रा बढ़ाने से रक्त कणिका के भीतर विलयन के प्रवेश की दर में अनुपातिक वृद्धि हुई।", "वाहक प्रोटीन का परिवाहक ही रक्त कणिका में प्रव��श की दर का प्रमुख सीमित कारक है।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-3.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "किसी कोशिका सत्व (extract) से प्रोटीन के जैव-रासायनिक शोधन के लिए विभिन्न तकनीकों के बहुविध शोधन की आवश्यकता होती है। शोधन प्रक्रिया के प्रथम प्रारंभिक चरणों में कोशिका मर्मभेदन द्रव (cell homogenate) भी उपयोग में लाया जाता है। विभिन्न जेल-स्तरण पर शोधन प्रक्रिया के पद्धति से प्राप्त अंश हिस्सों के साथ किया जाता है। नीचे दिया गया चित्र ऐसी ही प्रक्रिया के समान का आदर्शित निर्धारण है जहां प्रारंभिक प्रोटीन मिश्रण (लेन 1) में तथा प्रत्येक शोधन पदों से लिए गए प्रोटीन के नमूनों का विशेषण दर्शाया गया है। यदि लेन 1 और 2 क्रमशः: कोशिका मर्मभेदन द्रव और लवण-शोधन (salt fractionation) को दर्शाते हैं तो लेन 3, 4 और 5 क्रमशः किस तकनीकी को निरूपित करते हैं?", + "options": ["आयन-विनिमय (Ion exchange); आकर्षण (affinity) और जेल निस्पंदन (gel filtration) क्रोमैटोग्राफी", "जेल निस्पंदन; आयन-विनिमय और आकर्षण क्रोमैटोग्राफी", "आकर्षण; आयन-विनिमय और जेल निस्पंदन क्रोमैटोग्राफी", "आयन-विनिमय; जेल निस्पंदन और आकर्षण क्रोमैटोग्राफी"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-4.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "ऑक्सीजन की खपत करने वाले एक एंजाइम, साइटोक्रोम P450 द्वारा अभिप्रेरित अभिक्रिया नीचे लिखी गई है: ये एंजाइम जैवभौतिक तत्वों (किसी जीव के लिए परग्राही तत्व) के निष्कर्षण (detoxification) में उपयोगी होते हैं। निम्न में से कौन सा विकल्प इस एंजाइम की अभिक्रिया प्रणाली का संभावित रूप है?", + "options": [ + "ये NADPH का उपयोग करके एक अति-अपचयी वातावरण का निर्माण करते हैं और जैवभौतिक तत्वों के प्रभाव को नष्ट कर देते हैं।", + "ऑक्सीज़न का उपयोग कर चयापचयी और अति-अपचयी तत्व का निर्माण करते हैं जिससे जैवभौतिक तत्वों के प्रभाव को कम कर देते हैं।", + "ये जैवभौतिक तत्वों को अधिक ह्रास में परिवर्तित कर देते ह���ं जिससे कोशिकाओं के उत्प्रेरण आसान होता है।", + "ये ऑक्सीडेशन फॉस्फोरीलेशन को बढ़ावा देकर ATP उत्पादन करते हैं जिससे जैवभौतिक तत्वों का निष्कर्षण हो जाता है।" + ], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "scientific formula", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "मिट्टी से होकर पौधे के विभिन्न आंतरिक हिस्सों में जल का संचलन कई प्रकारों द्वारा होता है। मिट्टी में प्रमुख परिवहन और कोशिका विभाज से होकर संचलन प्रकार: इनके द्वारा होता है?", + "options": [ + "एपोप्लास्ट और सिम्प्लास्ट", + "सिम्प्लास्ट और एपोप्लास्ट", + "थोक (bulk) परिवहन और एपोप्लास्ट", + "एपोप्लास्ट और पारिल्ली (transmembrane) पथ" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "पौधों में जल-परिवहन के लिए द्वितीयक भित्तियों का सुदृढ़ीकरण और ट्रैकिड्स और वाहिकाओं के लिग्नीकरण को महत्वपूर्ण अनुकूलन माना जाता है क्योंकि:", + "options": [ + "लिग्निन का लिपिड-निरोधन जले पौधों को सहायता प्रदान करता है।", + "लिग्निन का जल-रोधी स्वभाव पौधों द्वारा और भी दबाव से जल-अवशोषण में सहायक होता है।", + "लिग्निन से युक्त हुई भित्तियों बल के उच्च पुन-न्यास के कारण संयोजी संरचना के पतन को रोकती है।", + "लिग्निन का जैव-अपर्याप्त अत्यधिक कम होता है जो पौधों को विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से रक्षा प्रदान करता है।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "(1 अंक) पादप कोशिकाओं के अंदर या भीतर आयनों या विलय पदार्थों का परिवहन प्लाज्मा झिल्ली से नियंत्रित होता है। जब सायनाइड कोशिकाओं द्वारा सुक्रोज के उद्धरण का अध्ययन सुक्रोज की विभिन्न सांद्रताओं पर किया गया तो निम्नलि���ित अवलोक प्राप्त हुआ। सही विवेचन को चिन्हित कीजिए:", + "options": ["सुक्रोज 10 mM सांद्रता तक, सुक्रोज का उद्धरण (uptake) एक वाहक प्रोटीन से होता है जबकि बाद में यह सामान्य विसरण पर स्थापित होता है।", "ऐसा संभव है कि कोशिका झिल्ली पर एक या अधिक प्रकार के परिवाहक प्रोटीन हैं जिनकी सुक्रोज अणुओं के प्रति अलग-अलग सान्द्रता (affinities) है।", "सुक्रोज की आरंभिक सांद्रताओं पर परिवहन, संतृप्त स्वलंपति विज्ञान (saturation kinetics) का सूचक है, जो सक्रिय परिवहन को इंगित करता है।", "सुक्रोज का आरंभिक उद्धरण असंविरोधक फॉस्फोरीकरण को प्रेरित करता है जिसके कारण सुक्रोज उद्धरण की दर में वृद्धि होती है।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "फाइटोएलेक्सिन्स बहुलकी संरचना युक्त का एक प्रकार है, जो किसी रोगजनक के आक्रमण पर पौधों द्वारा उत्पन्न रक्षक युक्त की तरह कार्य करता है। निम्नलिखित में से कौन सा आक्रमण और रक्षा का सही क्रम है?", + "options": [ + "a. पादप कोशिका पर कवक का आक्रमण → पादप कोशिका से एथिलीन का उत्पादन → पादप कोशिका में फोटोसिन्थेसिस का उत्पादन", + "b. पादप कोशिका पर कवक का आक्रमण → पादप कोशिका से काईलीन का घातापन → कवक कोशिका में फोटोसिन्थेसिस का उत्पादन", + "c. कवक पर पादप कोशिका का आक्रमण → पादप कोशिका से एथिलीन का घातापन → पादप कोशिका में फोटोसिन्थेसिस का उत्पादन", + "d. पादप कोशिका पर कवक का आक्रमण → कवक कोशिका से एथिलीन का घातापन → पादप कोशिका में फोटोसिन्थेसिस का उत्पादन" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "खुला क्षेत्र में पौधे द्वारा निम्न में से किस प्रकार के शारीरिक परिवर्तन का अनुभव करते हैं:\n(i) एप्सिस्मिक तत्व का पतन \n(ii) वाष्पोत्सर्जन \n(iii) प्रकाश संश्लेषण में वृद्धि \n(iv) रेशों की संख्या में वृद्धि \n(v) ऊतकों की मजबूती में वृद्धि", + "options": [ + "a. (i) & (ii)", + "b. (i) & (iii)", + "c. (ii) & (v)", + "d. (ii) & (iv)" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "एक शोधकर्ता प्रकाश-स्वपोषी डायटम्स की दो प्रजातियों P और Q में प्रकाश संश्लेषण का अध्ययन कर रही है। CO₂ उद्रधारण के संदर्भ में बढ़ती हुई वातावरणीय CO₂ की सांद्रता की दशा (रेखाचित्र 1) और O₂ की दो विभिन्न सांद्रताओं पर बढ़ती हुई अंतःकोशिकीय CO₂ सांद्रता की दशा (रेखाचित्र 2) में प्रकाश संश्लेषण की दक्षता का निर्धारण किया गया। इन प्रयोगों के परिणामों के आधार पर डायटम्स P और Q में प्रकाश संश्लेषण के पथ क्रमशः ______ और ______ हैं?", + "options": ["C3 और C4", "C4 और C3", "C3 और CAM", "C4 और CAM"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-12.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "अमेरिका लाल शैवाल में पाए जाने वाले वर्णकों का अध्ययन कर रही थी। इस अध्ययन के दौरान उसने विभिन्न विलक्षणों में वर्णकों का निष्कर्षण किया। नीचे दिए गए अवशोषण वर्णक्रम (P और Q) इन वर्णकों के जलीय निष्कर्ष के हैं। उस विकल्प का चयन कीजिए जो इन दो वर्णकों को सटीक रूप से निरूपित करता है।", + "options": ["P: फाइकोसायनिन Q: ज़ैंथोफिल", "P: क्लोरोफिल a Q: क्लोरोफिल d", "P: फाइकोइरिथ्रिन Q: फाइकोसायनिन", "P: क्लोरोफिल b Q: फाइकोइरिथ्रिन"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-13.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "विभिन्न प्रकार के पाचन तंत्रों में पौधे में संजीवित एकल-जठरीय प्रकार का आमाशय और पाचन तंत्र पाया जाता है। इस प्रकार के पाचन तंत्र में भोजन का सही पथ है:", + "options": [ + "मुख → ग्रसनी → आमाशय → छोटी आंत → वृहद कोलन → छुद्र कोलन → सिकम → मलाशय → गुदा", + "मुख → ग्रसनी → आमाशय → छोटी आंत → सिकम → वृहद कोलन → छुद्र कोलन → मलाशय → गुदा", + "मुख → ग्रसनी → सिकम → आमाशय → छोटी आंत → वृहद कोलन → मलाशय → गुदा", + "मुख → ग्रसनी → सिकम → छोटी आंत → वृहद कोलन → छुद्र कोलन → मलाशय → गुदा" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "मछलियों में आंतरिक वातावरण का संतुलन या समस्थिति (होमियोस्टेसिस) को बनाए रखने के लिए विभिन्न क्रियाविधियां होती हैं। नीचे चित्र में मछलियों P और Q की दो प्रजातियां दिखाई गई हैं। निम्न में से कौन सा विकल्प इन मछलियों में समस्थिति की सही से व्याख्या करता है?", + "options": ["मछली P विसरण द्वारा लवण खोती है और परासरण द्वारा जल पाती है।", "मछली Q लवण और जल क्रमशः विसरण और परासरण द्वारा पाती है।", "मछली P में, त्वचा के आर-पार सक्रिय परिवहन लवण की पुनः प्राप्ति में सहायक होता है।","मछली Q में, वृक्कों में सक्रिय परिवहन Mg⁺², SO₄⁻² और अन्य द्विसंयोजी धनायनों की पुनः प्राप्ति में सहायक होता है।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-15.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "पेशियों के संकुचन के लिए आवश्यक ऊर्जा आसानी से फॉस्फोक्रिएटिन (PCr) से उच्च ऊर्जा वाले फॉस्फेट बंध का स्थानांतरण कर ATP के उत्पादन से किया जा सकता है। लेकिन खर्च किए गए PCr का पुनर्संकेषण क्रिएटिन के ऑक्सीडेटिव प्रक्रिया से उत्पन्न ATP द्वारा पुनःफॉस्फरीकरण से होता है। तीन व्यक्तियों X, Y और Z में PCr की पुनःप्राप्ति की दर को नीचे दर्शाया गया है। संभवतः X, Y और Z क्रमशः इनको निरूपित करते हैं:", + "options": ["एक तेज धावक, एक लंबी दूरी का धावक और सूक्ष्मफिलिका की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति।", "एक मैराथन धावक, एक तेज धावक, और एक स्वस्थ व्यक्ति।", "80 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति, एक नौजवान और 15 वर्ष से कम का एक बच्चा।", "धीमी हुई दिनचर्या वाला एक वृद्ध व्यक्ति, सक्रिय दिनचर्या वाला एक नौजवान, और धीमी हुई दिनचर्या वाला एक नौजवान व्यक्ति।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-16.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "आर्कटिक रेंडियर के पैरों की अस्थि-मज्जा लिपिड्स में दो तटीय अंशों P और Q की बदलती हुई मात्राओं को नीचे दर्शाया गया है। X और Y पैरों पर दो स्थानों को इंगित करते हैं। P, Q, X और Y क्रमशः किनको निरूपित करते हैं?", + "options": ["ओलिक अंश, स्टियरिक अंश, पैरों का समीपस्थ स्थान, पैरों का दूरस्थ स्थान।", "पामिटिक अंश, स्टियरिक अंश, पैरों का दूरस्थ स्थान और पैरों का मध्य स्थान।", "स्टियरिक अंश, ओलिक अंश, पैरों का समीपस्थ स्थान, पैरों का दूरस्थ स्थान।", "स्टियरिक अंश, पामिटिक अंश, पैरों का मध्य स्थान और पैरों का दूरस्थ स्थान।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-17.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "1 दिन और 14 दिन की उम्र के किसी जीव के वातावरणीय तापमान के अनुरूप आराम की अवस्था में उपापचयी दर (RMR) को नीचे दिखाया गया है। निम्नलिखित में से सही कथन का चयन कीजिए:", + "options": ["RMR में 10°C तक निरंतर गिरावट यह दर्शाती है कि यह जीव विषमतापी (heterotherm) है।", "जैसे-जैसे जीव आयु में बढ़ा होता जाता है तापमान को नियंत्र रखने का मूल्य घटता जाता है।", "नवजात का शारीरिक तापमान वयस्क जीव से कहीं अधिक है।", "जैसे-जैसे जीव उम्र में बढ़ता है उसकी उपापचयी आवश्यकताएं कम होती जाती हैं।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-18.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "भूखमरी के 24 घंटों के दौरान तीन जैव-अणुओं (P, Q और R) के प्लाज्मा स्तर को मापकर विश्लेषण करने पर निम्न रेखाचित्र प्राप्त होता है। P, Q और R क्रमशः क्या हैं?", + "options": ["मुक्त वसीय अम्ल, ग्लूकोज और इंसुलिन।", "इंसुलिन, यकृत ग्लाइकोजन और मुक्त वसीय अम्ल।", "कीटोन काय, ग्लूकोज और इंसुलिन।", "ग्लूकोगॉन, ग्लूकोज और यकृत ग्लाइकोजन।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "ऐसा मान लीजिए कि किसी प्रजाति की संततियों में जीनी बदलाव के उत्तरदायी कारक केवल गुणसूत्रों के स्वतंत्र विन्यास तथा नर और मादा द्वारा उत्पारित गुणसूत्रों का यादृच्छिक मिलन है। यदि इस प्रजाति में हिप्लॉइड गुणसूत्रों की संख्या 40, Aᵖ इसके शुक्राणु और डिंब में गुणसूत्रों के संयोजन की संभावनाओं की संख्या तथा Bᵠ उनकी संततियों में गुणसूत्रों के संयोजन की संभावनाओं की संख्या है तो A, B, P और Q के मान होंगे:", + "options": [ + "A=20, B=20, P=40, Q=40", + "A=40, B=40, P=20, Q=20", + "A=2, B=2, P=20, Q=40", + "A=2, B=2, P=40, Q=40" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "एक द्विगुणित जीव के जीनोम का विचार कीजिए। किसी प्रतिबंधक एन्जाइम P का विलोनपद (palindromic) पहचान स्थान इस जीनोम के किसी नियत अंतरजीनिक स्थान पर है। प्रतिबंधक एन्जाइम P पहचान स्थान पर एक उत्परिवर्तन के कारण स्थल नहीं रहता। यह उत्परिवर्तन इस आबादी में फैल जाता है। विचार कीजिए कि (i) यादृच्छिक सहवास और (ii) इस उत्परिवर्तन का दुस्सरण के कोई सहवर्तन नहीं है और (iii) P और Q पहचान स्थल के अलावा पूर्णः एक जैसे हैं। जीनोम के संबंध में एक लंबे समयांतराल पर इस आबादी के जीनोम को किस एन्जाइम से काटा जा सकेगा:", + "options": [ + "केवल P", + "केवल Q", + "P और Q दोनों ही नहीं", + "दोनों P और Q" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "एक ऐसा काल्पनिक जीव जिसमें युग्मज (zygote) बनने के बाद अर्धसूत्री कोशिका विभाजन होता है, वह जीव यथासंभव होगा:", + "options": [ + "लैंगिक हिप्लॉइड", + "अलैंगिक हिप्लॉइड", + "लैंगिक अप्लॉइड", + "अलैंगिक अप्लॉइड" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 23, + "question": "ऐसा मानते हुए कि जीवन की शुरुआत महासागर में हुई और अभी पाए जाने वाले ऐसे जीव जो उड़ सकते हैं पर विचार करते हुए पानी से पृथ्वी की सतह पर उत्थान के क्रम में कम से कम कितनी घटनाएं हुई हैं?", + "options": [ + "1", + "2", + "3", + "4" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": 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"category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 25, + "question": "शरीर के किसी दुरलभ लक्षण के वंशावली वृक्ष को नीचे दर्शाया गया है। भरी हुई संरचनाएं प्रभावित व्यक्तियों को निरूपित करती हैं। इस लक्षण की वंशागति का तरीका संभावित रूप से है:", + "options": ["X-सहलग्न अप्रभावी", "ऑटोसोमल अप्रभावी", "X-सहलग्न प्रभावी", "अपूर्ण प्रवेश (incomplete penetrance) के साथ ऑटोसोमल प्रभावी"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-25.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "मिट्टी को पानी से संतृप्त करने के बाद अधिक पानी को निथार कर मिट्टी में बचे पानी की मात्रा को क्षेत्र-क्षमता (Field capacity) कहते हैं। मिट्टी की क्षेत्र-क्षमता उन मिट्टी के कणों के ऊपर निर्भर करती है जो मिट्टी को बनाते हैं। विभिन्न प्रकार की मिट्टियों (I – IV) की भौतिक लक्षणों को नीचे दिया गया है। सही कथन का चयन कीजिए:", + "options": ["III चिकनी मिट्टी है जिसकी क्षेत्र-क्षमता I – IV में अधिकतम है।", "I बलुई मिट्टी है जिसकी क्षेत्र-क्षमता I – IV में न्यूनतम है।", "II बलुई मिट्टी है जिसकी जल-रोधन क्षमता I – IV में न्यूनतम है।", "IV तलछटी (रेती) मिट्टी है जिसकी जल-रोधन क्षमता I – IV में न्यूनतम है।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-26.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 27, + "question": "(1 अंक) नीचे चित्र में एक पथरीले अंतर्ज्वारीय क्षेत्र को दिखाया गया है। भू-संरचना और ज्वार के प्रभाव के अनुसार इस क्षेत्र को तीन अंशों UP: ऊपरी, MID: मध्य और LOW: नीचे के हिस्सों में विभाजित किया गया है। निम्न में से कौन सा/से कथन सही है?\ni. नीचे वाला हिस्सा जो सदैव अधिक और कम ज्वार दोनों ही दशाओं में पानी में डूबा रहता है उसमें तेजी से तैरने वाले और छोटे पौधों को खाने वाले जीव रहते हैं।\nii. कम ज्वार के समय मध्य हिस्से में अधिकतम प्रकाश संकेन्द्रण होगा इसलिए यहां शैवालों की विविधता अधिक होगी। इसलिए इस क्षेत्र में केवल शाकाहारी जीव पाए जाएंगे। \niii. ऊपरी हिस्से में शुष्कता (desiccation) (कम ज्वार की दशा में सूखे, गर्म, और सूर्य के सीधे प्रकाश) के प्रति तन्यवाही झिंझियों के पाए जाने की संभावना अधिक होगी। \niv. अंतर्ज्वारीय प्रतिस्पर्धा के कारण एक जीव जिसकी मूलभूत मौजूदगी निचले मध्य और ऊपरी हिस्से में है उसकी वास्तविक मौजूदगी नीचे मध्य हिस्से में है।", + "options": ["केवल i और ii", "केवल iii और iv", "i, ii और iii", "केवल iv"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-27.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 28, + "question": "नीचे दिया गया रेखाचित्र में प्राकृतिक आबादियां I, II और III विभिन्न प्रकार के आदर्शित उत्तरजीविता वक्र को दर्शाते हैं। निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?", + "options": ["वक्र III मछली को और वक्र I मेंढ़क को निरूपित करता है क्योंकि वयस्क मेंढ़क कई परभक्षियों के शिकार होते हैं अतः वयस्कों की मृत्यु दर अधिक होगी।", "मछलियों और मेंढ़क दोनों की वक्र III से निरूपित है।", "मछली और मेंढ़क के अंडे पानी में देते हैं लेकिन वयस्क जमीन पर रहते हैं। इन दोनों ही प्रजातियों की मृत्युदर और उत्तरजीविता की पानी और जमीन पर दर क्रमशः वक्रों III और II में दिखाई गयी है।", "मछली और मेंढ़क दोनों ही स्थायित्व की अवस्थाओं से गुजरते हैं जहां मृत्युदर अधिक होती है इसलिए दोनों की वक्र I दर्शाएगी।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-28.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 29, + "question": "एक ही भौगोलिक क्षेत्र के विभिन्न निवास स्थानों में मेंढक की दो मिलती जुलती प्रजातियां Rana berlandieri (Sp. 1) और Rana sphenocephala (Sp. 2) का अध्ययन कर प्रजनन काल के दौरान उनका स्वतंत्र अवलोकन दो शोध समूहों (समूह I और II) द्वारा किया गया। चित्र में दिखाए गए प्रेक्षणों की सबसे उचित व्याख्या क्या है?", + "options": ["तापमान और आर्द्रता के संदर्भ में दोनों निवास स्थान एक दूसरे से बिल्कुल अलग होंगे।", "समूह 1 द्वारा प्रेक्षित दो प्रजातियां एक दूसरे से शारीरिक रूप से विलगित हैं।", "समूह 2 द्वारा प्रेक्षित प्रजातियों ने युग्मनज बनने की बाद की बाधाओं को अनुभव किया होगा।", "समूह 1 की तुलना में समूह 2 द्वारा प्रेक्षित प्रजातियों में युग्मनज बनने के पूर्व की बाधाएं अधिक प्रभावी हैं।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-29.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 30, + "question": "स्थलीय निवास स्थान में दिन-रात के वातावरणीय तापमानों को नीचे दिखाया गया है। निम्न में से कौन सा रेखाचित्र इस निवास में रहने वाली एक मध्यम-रूप से सक्रिय छिपकली के शारीरिक तापमान के परिवर्तन से मिलता-जुलता है?", + "options": ["olympiad-inbo-2023-hindi-30-0.png", "olympiad-inbo-2023-hindi-30-1.png", "olympiad-inbo-2023-hindi-30-2.png", "olympiad-inbo-2023-hindi-30-3.png"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-30.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 31, + "question": "डिगर मधुमक्खियों (Centris pallida) के प्रजनन-योजना विधियों का अध्ययन करते समय एलकॉक ने गर्त लगाना और मंडराना जैसी दो विभिन्न विधियों की पहचान की। गर्त लगाने की विधि में छाओं में छिपी मादाओं को खोजना, उन्हें वहाँ से निकालना और उनके साथ सहवास करना आता है। मादाओं को छाओं से निकालने की प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है जिस दौरान किसी और नर के पहुँचने पर उनके बीच लड़ाई तीव्र हो सकती है। जबकि मंडराने की विधि में नर पुष्पित पौधे के आस पास मंडराते हैं और ग्राही मादाओं की पास से गुजरने की प्रतीक्षा करते हैं। मंडराने की तुलना में गर्त लगाने की विधि में सहवास के सफल होने की संभावना अधिक होती है। निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?", + "options": [ + "छोटे नरों को गर्त लगाना जबकि बड़े नरों को मंडराना अधिक प्रिय हो सकता है जिससे प्रजनन की प्रतिस्पर्धा और कठिन हो सके।", + "बड़े नरों को गर्त लगाना जबकि छोटे नरों को मंडराना अधिक प्रिय हो सकता है जिससे प्रजनन की सफलता और अच्छी हो सके।", + "आकार से अप्रभावित रहते हुए सभी नर को अच्छी प्रजनन की सफलता के लिए मंडराने की विधि प्रिय हो।", + "तीव्र लड़ाई से बचने के लिए बड़े और छोटे सभी नर को मंडराना प्रिय हो सकता है।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2023-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INBO2023-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 32, + "question": "जंतुओं में पैतृक देखभाल केवल तभी लाभकारी सिद्ध हो सकती है जब कुछ पारिस्थितिक कारक किसी लक्षण के लाभ/दाम के अनुपात को 1 से ऊपर ले जा सकें। नीचे रेखाचित्र में किसी पारिस्थितिक चर राशियों (variables) के विभिन्न मानों पर नर और माता को होने वाले लाभ को दर्शाया है। निम्नलिखित में से क्या सही हो सकता है?\ni. माताओं में नर की तुलना में पैतृक देखभाल की सीमा उनकी पैतृकता की बढ़ी हुई विश्वसनीयता के कारण अधिक होती है।\nii. P से Q की दिशा में नवजातों का परभक्षण घटता है। \niii. Q से P की दिशा में भोजन की उपलब्धता प्रचुर हो जाती है। \niv. P से Q की दिशा में घोंसला बनाने के स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है।", + "options": ["i और iii", "ii और iii", "iii और iv", "केवल iv"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2023-hindi-32.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "नाभिकीय झिल्ली में उपस्थित छिद्र केन्द्रक और कोशिकाद्रव्य के मध्य होने वाले द्वि-दिशीय परिवहन को सतर्कता से नियमित करते हैं। हरी फ्लुरेसेंट प्रोटीन (GFP) ~40kDa है इसलिए बिना किसी रुकावट में इन छिद्रों से गुजर सकता है। एक प्रयोग में उन कोशिकाओं जिनमें GFP का उत्पादन होता है को अभिकर्मक 'X' से उपचारित करते हैं। इन कोशिकाओं को सूक्ष्मदर्शी से देखने पर पता चला कि GFP के मजबूत संकेत केवल कोशिकाद्रव्य में उपस्थित हैं। 'X' के संभावित क्रियाविधि के संबंध में निम्नलिखित कुछ कथन दिए गए हैं। \nI.नाभिकीय छिद्रों को बंद करना। \nII. सक्रिय आयात को अवरुद्ध करना। \nIII. हिस्टोन प्रोटीन के प्रति GFP की चनमता को बढ़ाना। \nIV. सक्रिय निर्यात को अवरुद्ध करना। सही विकल्प का चयन कीजिए।", + "options": ["केवल I", "केवल II और III", "केवल I, III, और IV", "केवल I, II, और III"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "कोशिकाएं अपने पड़ोसी कोशिकाओं के स्पर्श को और उनसे जनित घुलनशील संकेतों से कोशिकीय संकेतन की प्रक्रिया को निभाते हैं। कोशिकीय संकेतन के लिए उद्दीपक/संकेत, प्लाज्मा-झिल्ली पर उपस्थित ग्राही और ग्राही के अनुरूपवाही (downstream) संकेत प्रोटीन की आवश्यकता होती है। यदि एक ग्राही-युक्त कोशिका संदेशन प्रक्रिया में असफल रहती है तो निम्नलिखित में से कौन सा/से असफल संकेतन के कारण हो सकते हैं? \ni. ग्राही में बाह्यकोशिकीय क्षेत्र का अभाव \nii. ग्राही में अंतःकोशिकीय क्षेत्र का अभाव \niii. उद्दीपक/संकेत का विशेष रूप से अंतःकोशिकीय होना \niv. संकेतन-पथ के ध्यानाकर्षक-रूप से प्रभावित करने वाले प्रोटीन का अति-उत्पादन \nविकल्प:", + "options": ["केवल i और iii", "केवल ii और III", "केवल iv", "i, ii और iv"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "मध्यवर्ती तंतु (IFs) कोशिका में पाए जाने वाले कोशिका-कंकाल तत्वों का एक प्रकार है। जब कोशिका सम्मूही विभाजन की ओर बढ़ती है तो IFs में बिखराब IF के संरचनात्मक प्रोटीन के फॉस्फोरिकरण प्रक्रिया द्वारा होता है। किसी कोशिका को फॉस्फेटेज (जो फॉस्फेट समूह को निष्क्रिय कर सकता है) अवरोधक से अभिक्रमित करते हैं और कोशिका-चक्र का अध्ययन करते हैं। निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही हो सकता है? नोट: कोशिकाओं की एक आबादी जिसे फॉस्फेटेज-अवरोधक से अभिक्रमित नहीं किया गया है का उपयोग नियंत्रण अभिक्रिया (untreated sample) के रूप में किया गया है।", + "options": [ + "नियंत्रण अभिक्रिया की तुलना में प्रयोग में अधिक कोशिकाएं सम्मूही विभाजन की अवस्था में होंगी।", + "नियंत्रण अभिक्रिया की तुलना में प्रयोग में कम कोशिकाएं सम्मूही विभाजन अवस्था में होंगी।", + "दोनों ही दशाओं में कोशिका-चक्र की विभिन्न अवस्थाओं में उपस्थित कोशिकाओं की संख्याओं में कोई अंतर नहीं होगा।", + "इस अवरोधन के कारण कोशिकाओं की वृद्धि रुक जाएगी और वे विभाजित नहीं होंगी।" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "नीचे दिया गया प्रवाह-संचित विभाजन (अर्धसूत्री और समसूत्री) और परिपक्वन की घटनाओं का अनुपालन करते हुए शुक्राणु-जन से शुक्राणु बनने को इंगित करता है। इन घटनाओं को I से IV तक दिखाया गया है और कोशिकाओं में कुछ अवस्थाओं के प्लॉइडी स्तर को बताया गया है। प्रत्येक घटना को सही से निर्दिष्ट करने वाले विकल्प का चुनाव कीजिए:", + "options": ["(I) - परिपक्वन, (II) - अर्धसूत्री विभाजन, (III) - परिपक्वन, (IV) - समसूत्री विभाजन", "(I) - समसूत्री विभाजन, (II) - अर्धसूत्री विभाजन, (III) - समसूत्री विभाजन, (IV) - परिपक्वन", "(I) - अर्धसूत्री विभाजन, (II) - समसूत्री विभाजन, (III) - समसूत्री विभाजन, (IV) - परिपक्वन", "(I) - परिपक्वन, (II) - अर्धसूत्री विभाजन, (III) - समसूत्री विभाजन, (IV) - समसूत्री विभाजन"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-4.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "किसी प्राकृतिक उत्पाद को वृद्धि करती हुई कोशिकाओं की एकल-सतह पर मिलाते हैं तो विशेष रूप से कोशिका का नाभिकीय आयात अवरुद्ध हो जाता है। यह उपचार निम्न में से किस प्रक्रिया को सबसे प्रभावी रूप से प्रभावित करेगा?", + "options": [ + "mRNA निर्यात और ताजा प्रोटीन संश्लेषण।", + "mRNA संश्लेषण के लिए आवश्यक कोशिकीय संकेतना।", + "rRNA संश्लेषण और नए राइबोसोम्स का निर्माण।", + "नाभिकीय सतह पर नाभिकीय छिद्र का वितरण।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "प्लाज्मिड DNA के एक नमूने को 3 स्थानों M, N और O में विभाजित किया गया। M में प्रतिबंधक एन्जाइम (RE) 1; N में प्रतिबंधक एन्जाइम RE 2 और O में RE 1 और RE 2 के मिश्रण को मिलाया। 1 घंटे तक 37°C पर पूर्ण पाचन के बाद तीनों नमूनों को एगरोज जेल पर डाल कर वैद्युत-संचलन कराते हैं। वैद्युत-संचलन के उपरांत DNA के टुकड़ों को जेल पर सापेक्षिक स्थानों को नीचे दिखाया गया है। यह ज्ञात रहे कि दोनों ही प्रतिबंध एन्जाइम इस DNA के अणु को कम से कम एक स्थान पर काटते हैं (तीर के निशान बंधों के गमन की दिशा को दर्शाते हैं)। इन परिणामों से निम्नलिखित में से कौन सा निष्कर्ष निकाला जा सकता है?", + "options": ["दोनों ही एन्जाइम्स एक से अधिक स्थान पर काटते हैं।", "RE 1 DNA को जहाँ काटता है वहीं पर RE 2 भी काटता है।", "RE 2 DNA को जिन स्थानों पर काटता है वो एक दूसरे से बराबर दूरी पर हैं।", "RE 1 और RE 2 एक दूसरे से बराबर दूरी पर हैं।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-6.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "Earl Sutherland, Edwin Krebs और Edmond Fischer ने एपिनेफ्रिन द्वारा ग्लाइकोजन फॉस्फोराइलेज एन्जाइम के सक्रियण का अध्ययन कर रहे थे। ग्लाइकोजन फॉस्फोराइल���शन/उत्तेजना (fight or flight) प्रतिक्रिया के समय यकृत में संचयित ग्लाइकोजन का जल्दी अपघटन कर रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बढ़ाता है। ग्लाइकोजन फॉस्फोराइलेजदेय यकृत की कोशिकाओं के कोशिका-द्रव्य में निष्क्रिय अवस्था में उपस्थित रहता है। एक्सपेरिमेंट में उन्होंने यकृत के निष्कर्ष को दो परखनालों (TT) में रखा। TT1 में कोशिका-द्रव्य और केवल टूटी हुई कोशिका-झिल्ली TT2 में रखी गई। TT2 में एपिनेफ्रिन मिलाकर कुछ समय के लिए रख दिया गया। इसके बाद उत्तेजना पर अपकेंद्रण कर झिल्ली के हिस्से को नीचे जमा कर लिया गया। अन्य प्रयोगों में प्राप्त अधिस्रव (supernatant) का उपयोग किया गया। जब इस अधिस्रव को कुछ बूंदों को TT1 में मिलाते हैं, तो ग्लाइकोजन फॉस्फोराइलेशन के क्रियाशील रूप की जांच होती है। उसके विपरीत जब एपिनेफ्रिन की सीधे TT1 मिलाते हैं तो कोई भी एन्जाइम प्रक्रिया नहीं दिखाई देती। इन प्रयोगों से निम्नलिखित में से कौन सा निष्कर्ष सही रूप से निकाला जा सकता है?", + "options": [ + "एपिनेफ्रीन सीधे ग्लाइकोजन फॉस्फोराइलेज़ को बांधता है और उसे सक्रिय करने का कार्य करता है।", + "यह एन्जाइम फॉस्फोरिकरण क्रिया द्वारा सक्रिय किया जाता है जो ग्लाइकोजन को बांधते हैं।", + "एपिनेफ्रीन के मिलने के बाद TT2 में सूचना-संचालन हेतु उत्पन्न होते हैं।", + "TT2 में एपिनेफ्रीन के संश्लेषण का कार्य TT1 में नहीं होता।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "यह चित्र एक पोधे के तने की अनुप्रस्थ काट का है जो पर्याप्त रूप से संजीव है और विभिन्न सूक्ष्म-आकृतिकीय (micromorphological) हिस्सों को दर्शाता है। उन उपयुक्त कथनों का चयन कीजिए जो संरचनाओं 1 और 2 के कार्यों का वर्णन करते हैं।", + "options": ["पोधे के भीतरी हिस्सों और वायुमंडल के मध्य गैसीय विनिमय को 1 से और क्षेत्रीय रूप से तलों के स्थानान्तरण में 2 से सहायता मिलती है।", "गैसीय विनिमय जैसे कि बाष्पोत्सर्जन में 1 से और कैल्सियम और कॉर्क; कैल्सियम और कॉर्क जुझाव और मंड के रूप में संरचना में 2 से सहायता मिलती है।", "लवण के स्थानान्तरण में 1 से और 2 मुख्यतः संचलन वाहिकाओं (conducting vessels) को जोड़े रखने वाली सहायक संरचनाओं का निर्माण करता है।", "पोधे के आंतरिक उत्तकों को शुरू होने से बचाता है जबकि 2 सामान्यतः अपशिष्ट उत्पादों के एकत्रण से बनता है जो समय के साथ परिपक्व पोधों में ठोस हो जाते हैं।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-8.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "उन उपयुक्त कथनों का चयन कीजिए जो एक तने के मेडुला क्षेत्र के अनुप्रस्थ काट में तीनों द्वारा दर्शायी गई संरचनाओं का वर्णन करते हैं।", + "options": ["ये परिस्पक तने की द्वितीयक वृद्धि के कारण बने रिक्त स्थान हैं।", "ये नलिकाएं परिस्पक तने में सुगंधित और रोगाणु-रोधी स्रावों के प्रवाह में सहायक होती हैं।", "ये वृद्ध तने में संरचनात्मक तत्वों के क्षय से बने रिक्त स्थान हैं।", "जब तना परिस्पक होगा तो ये नलिकाएं समय के साथ मंठ और संचित खाद्य पदार्थों से भर जाएंगी।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक Karl Hammer और James Banner, Cocklebur पौधे के पुष्पन पर दिन की अवधि के प्रभाव की जांच कर रहे थे। उन्होंने दो समूहों में प्रयोग किए जहां पहले वो दिन की लम्बाई (प्रकाश का दौर) को स्थायी रखा और अंधेरे की अवधि (अंधकार का दौर) को बदलते रहे। उन्हें निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए: दूसरे समूह की स्थितियों में, पौधों के समूह P-S में प्रकाश और अंधकार दोनों ही के दौर में नीचे दर्शाए अनुसार परिवर्तन किए गए। पौधों के वे समूह जो पुष्पन दर्शाएंगे वो हैं:", + "options": ["केवल S", "P और Q", "Q और R", "P और S"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": 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"Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "मधुमेह (Type I डायबिटीज) एक चयापचय बीमारी है जहाँ व्यक्ति में इंसुलिन की कमी हो जाती है। लेकिन शरीर की सभी प्रकार की कोशिकाएँ या उनका इंसुलिन के प्रति संवेदनशील होना आवश्यक नहीं है। इसका प्रभाव एक अनुपचारित रोगी के कार्यशीलता पर पड़ सकता है। उक्त के गुण और प्रभाव के सही युग्म का चयन कीजिए।", + "options": [ + "यकृत कोशिका – इंसुलिन को संवेदनशील → ग्लाइकोजेनेसिस होना", + "मस्तिष्क कोशिका – इंसुलिन को असंवेदनशील → भूख की अवस्था", + "तीव्र केंद्र की तंत्रिकाएँ – इंसुलिन को संवेदनशील → बहुखाद्यता (polyphagia)", + "आंतों की म्यूकोसल कोशिकाएँ – इंसुलिन को असंवेदनशील → ग्लूकोज का अवशोषण" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "हिमालयी छछूंदर की एक दुर्लभ प्रजाति का विचार कीजिए जिसमें नर के तीन दर्शनीय (phenotypes) बड़े आकार का (alpha), मध्यम आकार या छोटे आकार (sneaky) के होते हैं। अल्फा नर अन्य नरों को अपनी ताकत से पछाड़ कर मादाओं से मैथुन करते हैं जबकि स्नीक नर, अल्फा नर के क्षेत्र में चुपके से घुस कर मादाओं से मैथुन करने के लक्षण दर्शाते हैं। जबकि मध्यम नर, स्नीक नर से अधिक मजबूत होते हैं और अल्फा नर से कमजोर होते हैं। इन दर्शाओं के आधार पर, यदि तीनों प्रकार के छछूंदर एक बराबर अनुपात में एक ही क्षेत्र में रखे जाते हैं तो निम्न में से कौन सा कथन सही है?", + "options": [ + "अल्फा और स्निकी नर दोनों ही की प्रजनन क्षमता एक समान होगी।", + "मध्यम आकार के नर की प्रजनन क्षमता सबसे कम होगी।", + "स्निकी नर की प्रजनन क्षमता सबसे कम होगी।", + "मध्यम आकार के और स्निकी नर दोनों ही की प्रजनन क्षमता एक समान रूप से कम होगी।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक ने 200 वर्षों पुरानी प्रयोगशाला पुस्तिका आपके हाथ लगी। यह पुस्तिका गिर राष्ट्रीय पार्क में शेरों के आहार के व्यवहार की विवेचना करता है। इस पुस्तिका का एक हिस्सा इस प्रकार है: “इस जंगल में शेर की दो प्रजातियाँ Axis axis और Axis nervalis हैं। A.axis, A.nervalis तेज दौड़ सकते हैं। आदर्श की बात है कि A.axis, A.nervalis का आहार करते हैं और A.nervalis को छोड़ देते हैं। हमने इसकी खोज की और पाया कि A.nervalis एक तकनीका-दुर्गम होता है जो तीव्र चपलता करता है। शेर की दोनों ही प्रजातियाँ एक दूसरे के जैसी दिखती हैं और इस पर टहलने भर में ही ध्वनि होती है।” निम्नलिखित में से कौन सी दशा दोनों ही हिरणों की आबादी के लिए सबसे अधिक लाभदायक होगी?", + "options": [ + "A.axis और A.nervalis की एकसमान विशाल आबादी", + "A.axis की विशाल और A.nervalis की छोटी आबादी", + "A.axis की छोटी और A.nervalis की बड़ी आबादी", + "कोई एक प्रजाति ध्वनि का एक बिल्कुल ही अलग क्रम विकसित कर ले।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "आपने फल-मक्खी Drosophila melanogaster में तीन उत्परिवर्तन की पहचान की है। जो मक्खियाँ “y” उत्परिवर्तित जीन के लिए समरूपमती हैं उनके शरीर का रंग पीला है (सामान्य मक्खी का शरीर थोड़े स्टेले रंग का होता है)। जो मक्खियाँ “ey” उत्परिवर्तित जीन के लिए समरूपमती हैं उनकी आँखें नहीं हैं (सामान्य मक्खी की आँखें लाल होती हैं)। जो मक्खियाँ “sw” उत्परिवर्तित जीन के लिए समरूपमती हैं उनके पंख छोटे होते हैं (सामान्य मक्खी के पंख लंबे होते हैं)। (नोट: सभी उत्परिवर्तित दशाएँ अभावमयी हैं। सामान्य जीनों के ऊपर दर्शाए गए दशन को '+' से और उत्परिवर्तनों को '-' से दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए शरीर के स्टेले रंग को y+ और पीले रंग को y- के रूप मे�� दिखाते हैं।) यदि आप दो शुद्ध प्रजनन करने वाली मक्खियों (F0, प्रकार मक्खी) से प्रजनन कराते हैं, तो F1 पीढ़ी की सभी संतान मक्खियाँ स्टेले रंग के शरीर, लाल आँखों और लंबे पंखों वाली होती हैं। आप F1 पीढ़ी की मक्खियों का संकरण उन नरों से कराते हैं जिनके शरीर का रंग पीला, पंख छोटे और जो आँख-रहित हैं। आप F2 पीढ़ी की 1000 मक्खियों को लेते हैं और निम्न परिणाम पाते हैं: स्टेले शरीर, आँख-रहित और लंबे-पंख: 485 मक्खियाँ पीला शरीर, लाल आँखें और छोटे-पंख: 468 मक्खियाँ स्टेले शरीर, आँख-रहित और छोटे-पंख: 22 मक्खियाँ पीला शरीर, लाल आँखें और लंबे-पंख: 25 मक्खियाँ आबादी का कौन सा समूह पुनः संयोजन (recombination) का परिणाम है?", + "options": [ + "स्टेले शरीर, आँख-रहित और लंबे-पंख और पीला शरीर, लाल आँखें और छोटे-पंख", + "स्टेले शरीर, आँख-रहित और छोटे-पंख और पीला शरीर, लाल आँखें और लंबे-पंख", + "स्टेले शरीर, आँख-रहित और छोटे-पंख और पीला शरीर, लाल आँखें और छोटे-पंख", + "स्टेले शरीर, आँख-रहित और लंबे-पंख और पीला शरीर, लाल आँखें और लंबे-पंख" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "एक समूह में 'A' प्रभावी अल्लील को और 'a' अप्रभावी अल्लील को दर्शाता है। यदि 1000 संततियों में, 500 'aa' और 500 अन्य जीन-प्रारूप के हैं तो निम्न में से कौन सा संभावित जीन-प्रारूप जनकों के जीन-प्रारूप का है?", + "options": [ + "Aa और Aa", + "Aa और aa", + "AA और Aa", + "AA और aa" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "दो शुद्ध प्रजनन करने वाले पौधे जिनमें एक में गहरे नीले पुष्प और दूसरे में हल्के श्वेत पुष्प उगते हैं का संकरण कराने पर F1 की सभी संततियाँ हल्के नीले रंग की मिलती हैं। जब F1 संततियों का स्व-संकरण कराते हैं तो 1:2:1 के अनुपात में क्रमशः गहरे नीले, हल्के नीले और श्वेत पुष्प प्राप्त हुए। ये परिणाम किस आनुवांशिक प्रक्रिया के अनुरूप हैं?", + "options": [ + "एपिस्टेसिस", + "अपूर्ण प्रभाविता", + "सह-प्रभाविता", + "अंतः-प्रजनन विघटन (Inbreeding depression)" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "जब एक जीन दूसरे जीन के दर्शाए प्रभावों को बदल देता है तो उस घटना को एपिस्टेसिस कहते हैं। श्रणों (dogs) की एक प्रजाति, Labrador retrievers, में E/e और B/b जीन के प्रकार का निर्धारण करता है। इसलिए, B/b से अप्रभावित, B और E एलील्स वाला एक धान काले रंग का; bb और E एलील्स वाला भूरे रंग का और ee एलील्स वाला पीले रंग का होता है। यदि दोनों जीनों के लिए विपम-युग्मजी के धान प्रजनन करते हैं तो पीले रंग के पिल्लों का दर्शाए अनुपात होगा:", + "options": [ + "1/2", + "1/4", + "3/16", + "9/16" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "क्षेत्र के आकार और खाद्य-पदार्थ की प्रचुरता के मध्य संबंध का एक रेखाचित्र नीचे दर्शाया गया है। रेखाचित्र I और II क्रमशः इनको इंगित करते हैं:", + "options": ["शीत और ग्रीष्म ऋतु", "शुष्क मरुस्थलीय और सदाबहार निवास-स्थान", "शावक और वयस्क जीव", "मादा और नर जीव"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "नीचे दिए गए रेखाचित्र कबूतरों (शिकार) के झुंड बनाने के व्यवहार और हॉक (परभक्षी) द्वारा कबूतरों के भक्षण को दर्शाता है। रेखाचित्र में दिखाए गए परिणाम के आधार पर निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?", + "options": ["हॉक के आक्रमण की सफलता का प्रतिरूप कबूतरों के समूह के आकार में वृद्धि के साथ घटता है।", "झुंड में सदस्यों की संख्या में वृद्धि के साथ कबूतरों की माध्य प्रतिक्रिया दूरी (median reaction distance) भी बढ़ती है।", "हॉक के आक्रमण की सफलता का प्रतिरूप और माध्य प्रतिक्रिया दूरी एक दूसरे के स���ानुपाती है।", "हॉक की उपस्थिति को पहचानने की क्षमता कम सदस्यों वाले झुंड में कम होती है।"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2022-hindi-20.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQB2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प क्रमशः: व्युत्पन्न (derived) लक्षण और पूर्वजी (ancestral) लक्षणों के संयोजन का है?", + "options": [ + "कछुओं में दांत का अभाव और सरीसृपों में दांत की उपस्थिति।", + "स्तनधारियों में दांत की उपस्थिति और पक्षियों में दांत का अभाव।", + "पक्षियों में दांत का अभाव और कछुओं में दांत का अभाव।", + "सरीसृपों में दांत की उपस्थिति और स्तनधारियों में दांत की उपस्थिति।" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "एक चक्रीय प्लाज्मिड DNA को किसी प्रतिबंधन एंजाइम से अभिक्रिया के फलस्वरूप 200 bp, 400 bp, 400bp और 900 bp के टुकड़े प्राप्त हुए। इस अभिक्रियित DNA के नमूनों को एगरोज जेल पर वैद्युतकणसंचलन कराकर DNA के टुकड़ों को विभेदित करते हैं। इससे प्राप्त प्रदर्शन में DNA के बैंड्स के अपेक्षित स्थानों की दशा को सही से दर्शाने वाला विकल्प कौन सा है", + "options": ["olympiad-inbo-2021-hindi-1-0.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-1-1.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-1-2.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-1-3.png"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "समूह I में उपस्थित प्रक्रियाओं (A – D) को समूह II के व्याख्याओं से सही मिलान कराएं और सबसे सटीक उत्तर का चुनाव करें।", + "options": ["A-iii, B-iv, C-i, D-ii", "A-iv, B-iii, C-ii, D-i", "A-iii, B-ii, C-i, D-iv", "A-iii, B-iv, C-ii, D-i"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-2.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "किसी सुकेंद्रकीय कोशिका का अध्ययन करते समय यह पाया गया कि केंद्रक स्थानीयकरण चिन्ह (nuclear localization signal) इन कोशिकाओं में प्रोटीन के केंद्रक-स्थानीयकरण के लिए उत्तरदायी है। इन कोशिकाओं में जीवाणु संक्रमण के समय एक अभिलेखन-कारी, X, केंद्रक में जाकर प्रतिरक्षा जीन का अभिलेखन प्रेरित करता है। इस जीवाणु का एक उप उत्पाद, कोशिका में कैल्शियम-अवलंबित विष डालकर ‘X’ के केंद्रक में परिवहन को बाधित करता है। नीचे दिए गए प्रयोग-क्रम का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें। निम्न में से कौन सा परिणाम अपेक्षित है? i. पद ‘C‘ पर, ‘X’ केंद्रक के अंदर होगा और प्रतिरक्षा जीन के प्रकटिकरण को प्रेरित करेगा। ii. पद ‘E‘ पर, ‘X’ केंद्रक के अंदर होगा और प्रतिरक्षा जीन के प्रकटिकरण को प्रेरित करेगा। iii. पद ‘E‘ पर, ‘X’ से माध्यस्थ प्रतिरक्षा जीन का प्रकटिकरण न्यूनतम स्तर पर होगा। iv. पद ‘C’ पर, केंद्रक के अंदर ‘X’ का स्तर हमेशा पद ‘E’ के स्तर से कम होगा।", + "options": ["केवल (i) और (ii)", "केवल (i), (iii), और (iv)", "केवल (ii) और (iv)", "केवल (ii), (iii), और (iv)"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-3.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "एक शोधकर्ता किसी शुद्ध DNA के 10 kb के टुकड़े के साथ कार्यरत है। इस DNA में EcoRI और BamHI एंजाइम के प्रतिबंधन स्थल हैं। EcoRI के स्थल DNA के दोनों छोरों से 0.5 kb की दूरी पर और BamHI का स्थल DNA के टुकड़े के मध्य में है। यदि शोधकर्ता ने इस DNA के पूर्ण पाचन के लिए दोनों एंजाइम का उपयोग एक साथ किया और इस नमूने का विश्लेषण एगरोज जेल पर किया तो कितने बैंड प्राप्त होंगे?", + "options": [ + "2", + "3", + "4", + "5" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "एक अपोहन (dialysis) थैली में एल्ब्यूमिन के सान्द्र विलयन को भरकर उसमे कुछ अंगूर डाल दिए गए। इस थैली के सिरे को किसी धागे से बाँधकर इस थैली को रिसाव-मुक्त बना दिया गया और चित्रानुसार उसे पानी से भरे एक बीकर में लटका दिया गया। जल में कुछ बूँदें आयोडीन की डाल दी गई। 12 घंटों के पश्चात निम्न में से कौन सा परिणाम अपेक्षित है?", + "options": ["थैली के कुल भार में वृद्धि।", "थैली के अंदर का विलयन नीला हो जाएगा।", "बीकर के भीतर का जल प्रोटीन की सकारात्मक उपस्थिति दर्शाएगा।", "बीकर के भीतर जल का स्तर ऊपर उठ जाएगा।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "किसी गन्ने के पौधे में प्रकाश-संश्लेषण के दौरान 14C युक्त यौगिकों की उत्पत्ति को नीचे रेखाचित्र में दिखाया गया है। 1, 2, 3 और 4 क्रमशः किनको निरूपित हैं?", + "options": ["3-फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल, मैलिक अम्ल, मंड, सुक्रोज।", "मैलिक अम्ल, 3-फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल, सुक्रोज, मंड।", "मैलिक अम्ल, 3-फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल, मंड, सुक्रोज।", "3-फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल, मैलिक अम्ल, सुक्रोज, मंड।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-6.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "Michael और Frohlich की ‘Mostly male’ परिकल्पना के अनुसार द्वि-लिंगी पुष्पों का संगठन पूर्वक नर-बीज़ी (gymnosperm) पौधों की मादा-संरचनाओं की तुलना में नर-संरचनाओं से अधिक व्युत्पन्न (derived) होते हैं। यह परिकल्पना निम्नलिखित में से किस तथ्य से व्युत्पन्न है?", + "options": [ + "कुछ टेरिडोफाइट्स और नन-बीज़ी पौधों के नर-शंकु प्राचीन पुष्पों जैसे कमल से मिलते-जुलते हैं।", + "पुष्प-बीजी पौधों में पुष्पों के विकास के लिए आवश्यक जीन, नन-बीज़ी पौधों में लघुबीजाणु-पर्ण (microsporophyll) के विकास के लिए आवश्यक जीन से अत्यधिक मिलते-जुलते हैं।", + "पुष्पों की स्थिति नर शंकुओं से मिलती-जुलती है।", + "उपरोक्त सभी।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "केले के दो फलों क��� कोशिकाओं को आयोडीन के विलयन से रंगने से प्राप्त दशाओं को नीचे चित्र में दिखाया गया है। काली भरी हुई संरचनायें नीले रंग से रंगने को दर्शाती है। सही कथन का चुनाव कीजिए:", + "options": ["P एक परिपक्व केला है क्योंकि इसमें पूर्ण विकसित कोशिकाएं हैं।", "Q एक परिपक्व केला है क्योंकि इसमें संचित मंड नहीं दिखाई दे रहे हैं।", "P एक अपरिपक्व केला है क्योंकि इसमें बढ़ी हुई एमाइलेज सक्रियता दिखाई दे रही है।", "Q एक अपरिपक्व केला है क्योंकि इसमें पूर्ण विकसित कोशिकाएं दिखाई नहीं दे रहे हैं।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-8.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "नील-वंश के कई फल बहु-भ्रूणीय बीज बनाते हैं, जहाँ एक या दो बीजाण्डकाय कोशिकाएँ भ्रूण के रूप में युग्मजी भ्रूण (zygotic embryo) के साथ-साथ वृद्धि करती हैं। परिणामस्वरूप, बीजों के अंकुरण से दो से तीन पादप उत्पन्न होते हैं। यदि किसी को जिस फल से बीज मिले हैं उसी फल जैसे गुणों वाले ही पौधों को प्राप्त करना है तो निम्न में से किस पौधे का उपयोग करना होगा?", + "options": ["युग्मजी भ्रूण से उत्पन्न पादप ही सबसे उत्तम विकल्प है क्योंकि इसमें संकर प्रबलता (hybrid vigour) है।", "बीजाण्डकाय कोशिकाओं से उत्पन्न पादप क्योंकि यह मातृ-पादप की क्लोन है।", "तीनों पादपों में उत्तरजीविता के लिए प्रतिस्पर्धा होगी इसलिए सबसे स्वस्थ और सबसे लंबा पौधा ही सर्वोत्तम विकल्प होगा।", "तीनों में से कोई भी पादप सही होगा क्योंकि इनके दर्श-प्रारूप एकसमान होंगे।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "पृथ्वी पर पहुँचने वाले सौर-विकिरण का अधिकतम भाग दृश्य और अवरक्त प्रकाशों से बने होते हैं। नीचे दिए गए रेखाचित्र में सूर्य के प्रकाश के संपूर्ण स्पेक्ट्रम और ऊर्जा की मात्रा के मध्य संबंध को अखंड रेखा से दिखाया गया है। खंडित रेखा क्या दर्शाती है?", + "options": ["छाया में रहने वाले पौधों में प्रकाश-संश्लेषण का कार्य (Action) स्पेक्ट्रम", "छाया में रहने वाले पौधों के वर्णकों का अवशोषण (Absorption) स्पेक्ट्रम", "दृश्य स्पेक्ट्रम के प्रकाशीय-उपचयन (Photo-oxidation) की दक्षता", "वितान (canopy) के नीचे संक्रामित (Transmitted) प्रकाश"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "काष्ठीय पौधों के तनों या शाखाओं के चारों और उपस्थित वाह्य-उतकों को निष्कासित करने की प्रक्रिया को छीलना (गर्डलिंग/Girdling) कहते हैं। यह प्रक्रिया छिछली (केवल छाल निकालना) या गहरी (छाल के साथ दारु (Xylem) का भी निष्कासन) हो सकती है। अगर अमर से लदी हुई एक शाखा को छीलते हैं तो निम्न से क्या होगा?", + "options": [ + "यदि छिछले रूप से छीलते हैं तो पौधे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।", + "यदि गहरे रूप से छीलते हैं तो वाष्पोत्सर्जन रुक जाने के कारण उस शाखा की पत्तियाँ सूखित हो जाएँगी।", + "यदि गहरे रूप से छीलते हैं तो पौधा मृत हो जाएगा।", + "यदि छिछले रूप से छीलते हैं तो उस शाखा के फल अधिक मीठे होंगे।" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "हरबर्ट को अचानक पौधे के एक संरक्षित नमूने की ऐसी स्लाइड मिली जिस पर कुछ भी अंकित नहीं था। उसने नमूने की पहचान करने के लिए इस स्लाइड को संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के नीचे रखा और अपने प्रेक्षणों में निम्न लक्षणों को पाया:\ni. बहुकोशिकीय संरचना\nii. वाहातम परिचर्म (periderm)\niii. चतुर्गोदाकार (tetrarch) प्राथमिक दारु (xylem)\niv. कैम्बियम की क्रियाशीलता के कारण पूर्णरूप से विभुक्त (separated) संवहन उतक\nv. प्राथमिक दारु के केंद्र में अनुदारु (metaxylem) अवयव \nयह नमूना यथासंभव किसको निरूपित करता है?", + "options": ["तरुण (young) द्वि-बीजपत्री तने को", "परिपक्व (mature) द्वि-बीजपत्री मूल को", "तरुण एकबीजपत्री तने को", "परिपक्व एकबीजपत्री मूल को"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को न्यून-ग्लाइस्मिक सूचकांक (glycemic index) वाले भोजन की अनुशंसा की जाती है। इसका प्रमुख कारण निम्न में से कौन सा है?", + "options": [ + "उनकी आहार संबंधी कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता मधुमेह से अप्रभावित व्यक्तियों से कम होती है।", + "वे संकुल कार्बोहाइड्रेट जैसे की मंड का समावेशन (assimilate) नहीं कर पाते हैं।", + "उन्हें रक्त में धीमे परंतु सतत रूप से ग्लूकोस के निर्गमन (release) की आवश्यकता होती है।", + "वे रक्त में सामान्य से कम शर्करा स्तर को सह सकते हैं पर अधिक स्तर को नहीं।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "कई स्तनधारियों में हृदय दर और शारीरिक भार तथा हृदय दर और जीवन प्रत्याशा (Life expectancy) के मध्य रेखाचित्र के अनुसार लघुगणकीय संबंध होते हैं। यद्यपि कि यह संबंध लगभग सभी स्तनधारियों के लिए मान्य है परंतु कुछ जीव विभिन्न कारणों जैसे कि शारीरिक आकार के कारण इस पैटर्न से विचलन दर्शाते हैं। P, Q, R और S क्रमशः किनको निरूपित करते हैं?", + "options": ["व्हेल, घोड़ा, मूषक (rat) और हाथी", "छछूंदर, कुत्ता, व्हेल और चूहा (mouse)", "डॉल्फिन, हाथी, मूषक और बिल्ली", "जिराफ, मनुष्य, मूषक और चूहा"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-14.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "दो जंतुओं P और Q के पाचन तंत्रों को नीचे दिखाया गया है। P और Q क्रमशः किनको निरूपित करते हैं?", + "options": ["जुगाली करने और न करने वाले स्तनधारियों को", "उदर के अग्र भाग और पृष्ठ भाग में किण्वन करने वालों को", "एक उदर वाले और जुगाली करने वाले जंतुओं को", "पक्षी और उदर के पृष्ठ भाग में किण्वन करने वाले को"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-15.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "नीचे चित्र में वृक्कों द्वारा ग्लूकोस के निस्रवण (filtration) पैटर्न को दर्शाया गया है। (ध्यान दीजिए कि भरे हुए तीर के चिह्न ग्लूकोस की सापेक्षिक मात्रा को जबकि रिक्त तीर के चिह्न मूत्र के सापेक्षिक आयतन को इंगित करते हैं।)", + "options": ["olympiad-inbo-2021-hindi-16-0.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-16-1.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-16-2.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-16-3.png"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-16.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "वाइट बाइट और साथी Colias जाति की तितलियों पर कार्य कर रहे थे। इन तितलियों की जनसंख्या फ़ॉस्फोग्लूकोस आइसोमेरेज़ जीन के लिए बहुरूपी (polymorphic) है। यह जीन एक एंजाइम PGI को बनाता है जो कीटों की ऊष्मा सहने की क्षमता को प्रभावित करता है। ऐसा पाया गया कि pgi जीन के लिए विषमयुग्मी नर, समयुग्मी नरों की तुलना में मैथुन प्रक्रिया में अधिक सफल हैं। इसका कारण निम्न में से कौन सा हो सकता है?", + "options": [ + "विषमयुग्मी नर का जीवन काल, समयुग्मी नर से लंबा है।", + "विषमयुग्मी नर अन्य अप्रभावित लिंग के किसी भी समय उड़ान भर सकता है।", + "विषमयुग्मीकरण के कारण संकर प्रबलता (hybrid vigour) आती है जो बड़े आकार की तितलियों को जन्म देती है।", + "समयुग्मी नर PGI का अत्यधिक निर्माण करते हैं जो उनके शारीरिक तापमान नियम विधि को बाधा पहुंचाते हैं।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "100 बिल्लियों की एक जनसंख्या की कल्पना कीजिए जहाँ 84 काली और 16 श्वेत बिल्लियाँ हैं। ऐसा मानते हुए कि आवरण के रंग की आनुवंशिकता एकल-जीन से नियंत्रित है, विषमयुग्मी बिल्लियों की संख्या कितनी है?", + "options": [ + "36", + "40", + "48", + "84" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "दो निकटसंबंध से संबंधित प्रजातियों A और B के जीन-प्रारूप क्रमशः Aαβ और Bαβγ हैं। ऐसा मानते हुए कि α, β और γ समजातीय हैं और क्रियात्मक रूप से अपसारित (diverged) हो गए हैं, निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प उन सबसे संभावी घटनाओं के सही क्रम को दर्शाता है जिसके कारण प्रजातियों A और B एक उपमातृ पूर्वज से उत्पन्न हुई होंगी?", + "options": [ + "जीन के ह्रास की घटना 1 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 1 → प्रजातिकरण (speciation) → जीन के ह्रास की घटना 2 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 2।", + "प्रजातिकरण → जीन के ह्रास की घटना 1 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 1 → जीन के ह्रास की घटना 2 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 2।", + "जीन के ह्रास की घटना 1 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 1 → जीन के ह्रास की घटना 2 → जीन का क्रियात्मक अपसारण 2 → प्रजातिकरण।", + "जीन के ह्रास की घटना और प्रजातिकरण का एक साथ होना।" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "AaBbCcDd और AaBbCcDd के मध्य संकरण से प्राप्त संततियों में AaBbccDd जीन-प्रारूप होने की प्रायिकता कितनी है?", + "options": [ + "1/16", + "1/32", + "1/256", + "1/2" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": 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"olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "lac ऑपेरान एक जीन समूह है जिसमें lac Z, lac Y और lac A जीन होते हैं। यदि उत्परिवर्तन की एक घटना से lac Y जीन के क्रियाशीलता में हानि होती है तो इसका परिणाम निम्न में से कौन सा होगा?", + "options": [ + "lac जीनों का प्रकटिकरण (expressed) सतत रूप (constitutively) से होगा।", + "lac जीनों का प्रकटिकरण केवल लेक्टोस की उपस्थिति में होगा।", + "lac जीनों का प्रकटिकरण नग्न होगा जब माध्यम में लेक्टोस उपस्थित होगा।", + "lac जीनों का प्रकटिकरण माध्यम में लेक्टोस की उपस्थिति से भी नहीं होगा।" + ], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 23, + "question": "यौगिक ‘X’ विटामिन K के पुनरुत्पादन के लिए आवश्यक एंजाइम को अवरुद्ध करता है। यौगिक ‘X’ से उत्परिवर्तित चूहा प्रायः एक छोटी सी चोट से रक्त-स्राव से मृत हो जाता है। किसी उत्परिवर्तन से एंजाइम का ऐसा रूप प्राप्त होता है जो ‘X’ के लिए कम संवेदनशील है, अतः इस अवस्था से प्रतिरोधकता प्रदान करता है। परंतु यह उत्परिवर्तित रूप विटामिन K के पुनरुत्पादन में कम निपुण है। इसलिए भोजन में अधिक विटामिन लेने की आवश्यकता होती है। अतः ‘X’ से उपचारित प्रतिरोधी चूहे (जिनमें उत्परिवर्तित एंजाइम है) में उत्तरजीविता की प्रवृत्ति है। यह निम्न में से किनका उदाहरण है?", + "options": [ + "दिशात्मक (directional) चयन", + "स्थिरीकरण (stabilizing) चयन", + "नीश (niche) विविधीकरण (diversification)", + "विच्छेदकारी (disruptive) चयन" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 24, + "question": "नीचे दिया गया चित्र पक्षियों की किसी जनसंख्या में व्यक्तियों के फैलाव के संक्रमण (dispersal transition) पर प्रजातियों की अन्योन्यक्रिया (interaction) के प्रभाव को दर्शाता है। निम्न में से कौन सी अन्योन्यक्रिया छायांकित क्षेत्रों (तीर से दिखाया गया है) में दर्शाए गए पक्षियों के वितरण के पैटर्न में सहायक होगी?", + "options": ["परभक्षण", "परजीविता", "अंतरजातीय (Interspecific) प्रतिस्पर्धा", "अन्तर्जातीय (Intraspecific) प्रतिस्पर्धा"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-24.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": 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"category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "समुद्र तट के समीप तीन प्रजातियों के मध्य संभावित अन्योन्यक्रियाओं को नीचे दर्शाया गया है। इन तीन प्रजातियों में प्रजाति 3 शिकारी के शरण और प्रजनन (spawning) स्थल की तरह भी कार्य करता है। इस स्थल पर प्रजाति 1 की प्रस्तुति से होने वाली संभावित घटनायें होंगी: \n(i) जैव-विविधता में कमी। \n(ii) निवास-स्थान की जटिलता में कमी। \n(iii) वो प्रजातियाँ जो जैव-विविधता की हानि करती हैं उनकी प्रभाविता को समाप्त कर देगी। इस आधार पर सही विकल्प कौन सा है?", + "options": ["i और ii", "ii और iii", "i और iii", "केवल iii"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-26.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 27, + "question": "कुछ जंतु क्षेत्रीय (Territorial) व्यवहार दर्शाते हैं जिससे उसी प्रजाति के अन्य सदस्यों के अतिक्रमण से वे अपने क्षेत्र की रक्षा कर सकें। इस व्यवहार से जुड़े कुछ मूल्य (cost) और लाभ हैं। यह मूल्य और लाभ जिस क्षेत्र का बचाव किया जाता है उसके आकार पर निर्भर करता है। निम्न में से किस दशा में प्रादेशिक व्यवहार देखने को मिल सकता है?", + "options": ["प्रचुर संसाधनों वाले क्षेत्र में।", "सीमित संसाधनों वाला निवास स्थान और उच्च नवीकरण (renewal) दर।", "समय और स्थान पर संसाधनों की उपलब्धता की अस्थिरता (unpredictability)।", "वह निवास स्थ��न जहाँ एकप्रजातीय जीव (conspecifics) अनुपस्थित हो।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-27.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": 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में कुछ लक्षणों की उपस्थिति (1) या अनुपस्थिति (0) को दिखाया गया है। M, N, O और P क्रमशः किनको निरूपित करते हैं?", + "options": ["बाघ, छिपकली, गोरिल्ला, शार्क", "छिपकली, गोरिल्ला, बाघ, शार्क", "छिपकली, बाघ, गोरिल्ला, शार्क", "शार्क, बाघ, गोरिल्ला, छिपकली"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-29.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/02/IOQB2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 30, + "question": "जीवन के तीन डोमेन के तीन जीवों P, Q और R के आणविक/कोशिकीय लक्षणों को नीचे तालिकाबद्ध किया गया है। उस विकल्प का चयन कीजिए जो इन जीवों के संभावित उद्भवीय वंशावली के सही क्लडोग्राम को दर्शाता है?", + "options": ["olympiad-inbo-2021-hindi-30-0.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-30-1.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-30-2.png", "olympiad-inbo-2021-hindi-30-3.png"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2021-hindi-30.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "लिपिड रैफ्ट्स, कोशिका झिल्ली में उपस्थित कोलेस्ट्रोल और ग्लाइसिफिंगोलिपिड्स से परिपूर्ण सूक्ष्म-प्रक्षत्र (माइक्रोडोमेन) होते हैं। इन रैफ्ट्स में, प्रतिरक्षी संकेतन और अंतर-कोशिकीय संचार के लिए आवश्यक कोशिका झिल्ली क��� अंकीयकृत प्रोटीन होते हैं। नीचे लिपिड रैफ्ट्स के विषय में कुछ कथन दिए गए हैं:\ni. रैफ्ट्स युक्त सूक्ष्म-प्रक्षत्र, शेष झिल्ली की तुलना में ज्यादा तरल होते हैं। \nii. लिपिड रैफ्ट्स में उपस्थित झिल्ली के अंकीयक (इंटीग्रल) प्रोटीन को एक विशिष्ट परिवर्तन की आवश्यकता होती है।\niii. रैफ्ट्स युक्त सूक्ष्म-प्रक्षत्र, शेष झिल्ली से मुक्त रूप से मिश्रित नहीं होते इसलिए वे प्रोटीन के गुच्छ (एग्रीगेट) बनने की प्रक्रिया को प्रेरित करते हैं।\niv. लिपिड रैफ्ट्स, संकेतक (सिग्नलिंग) प्रोटीन के गुच्छ के कोशिका में अंतःक्रिया (एंडोसाइटोसिस) को प्राभावित करते हैं। \nसही कथनों के समूह का चयन कीजिए:", + "options": ["i, ii और iii", "i, ii और iv", "ii और iv", "i और iii"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "Kinesin-5 चालक, एक चतुर्मुख (टेट्रामर) चालक प्रोटीन है जो प्रति-समांतर (एंटी-पैरेलल) माइक्रोट्यूब्यूल्स से बंध कर उन्हें एक दूसरे से दूर सकता है। जैसा की नीचे चित्र में दर्शाया गया है, समसूत्री विभाजन के दौरान बनने वाले तंतु (स्पिंडल) के माइक्रोट्यूब्यूल्स को तीन प्रकारों में विभाजित कर सकते हैं (1) कायरोकिनेटोर माइक्रोट्यूब्यूल (2) तारकीय (एस्ट्रल) माइक्रोट्यूब्यूल्स और (iii) अंतर-ध्रुवीय (इंटरपोलर) माइक्रोट्यूब्यूल्स। समसूत्री विभाजन के दौरान, Kinesin-5 चालक के __________ माइक्रोट्यूब्यूल्स पर उपस्थित होने और __________ प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभाने की संभावना है। सही विकल्प का चुनाव कर कथन को पूर्ण करें।", + "options": ["कायरोकिनेटोर और पूर्वावस्था (प्रोफेज)", "अंतर-ध्रुवीय और पश्चावस्था (ऐनाफेज)", "तारकीय और पश्चावस्था (ऐनाफेज)", "अंतर-ध्रुवीय और मध्यावस्था (मेटाफेज)"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-2.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन पृष्ठ-क्षेत्रफल (सर्फेस एरिया) और आयतन के अनुपात के विषय में सत्य है?\ni. पृष्ठ-क्षेत्रफल और आयतन के अनुपात का अधिक होना परिसंचरण तंत्र की आवश्यकता को समाप्त करता है।\nii. पृष्ठ-क्षेत्रफल और आयतन के अनुपात का अधिक होना पोषक तत्वों के त्वरिक विनिमय में सहायता प्रदान करता है।\niii. पृष्ठ-क्षेत्रफल और आयतन के अनुपात का अधिक होना पोषक तत्वों के कोशिका के अंदर त्वरिक विस्तार में सहायता प्रदान करता है। \nसही विकल्प का चयन करें:", + "options": ["केवल (i)", "केवल (i) और (ii)", "केवल (ii) और (iii)", "(i), (ii) और (iii)"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "इंसुलिन पेप्टाइड्स और उनके मध्य बंधों का अध्ययन ध्यानपूर्वक करें। परिपक्व और क्रियात्मक इंसुलिन के उत्पादन और उससे जनित संकेतन के लिए ‘C’ पेप्टाइड का मुक्त होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। जैसा नीचे दर्शाया गया है, इंसुलिन जीन में विभिन्न एकल न्यूक्लियोटाइड बहुरूपता (सिंगल न्यूक्लियोटाइड पॉलिमॉरफिज्म, SNP) की घटना/घटनाओं से एक विशेष प्रतिबंधन एंजाइम RE1 का एक अतिरिक्त प्रतिबंधन स्थल बन जाता है। SNP की इन अलग-अलग घटनाओं से ‘C’ पेप्टाइड का मुक्त होना प्रभावित रहता है परंतु उत्पादित परिपक्व इंसुलिन की क्रियात्मकता बाधित हो जाती है। इंसुलिन जीन में होने वाली SNP की कौन सी घटना/एं, उपर प्रास प्रस्तुतीकरण की सबसे संभावित व्याख्या प्रदान करती है?", + "options": ["केवल SNP1", "SNP1 & 5", "SNP 3 & 4", "केवल SNP6"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देने वाला एक वृद्धि कारक तत्व किसी प्रोटीन काइनीज एंजाइम से माध्यम फॉस्फोरीकरण की घटनाओं के एक विशेष अनुक्रम का सक्रियण करता है। ATP पर निर्भर काइनीज द्वारा लक्ष्य प्रोटीन का फॉस्फोरीकरण, लक्ष्य प्रोटीन की क्रियात्मकता का नियमन करता है। इस संदर्भ में कई कथन नीचे दिए गए हैं: \n1. काइनीज द्वारा ATP के जल-अभिक्रिया से प्राप्त ऊर्जा, लक्ष्य प्रोटीन के सक्रियण में सहायता होती है। \n2. ATP के जल-अभिक्रय के फलस्वरूप होने वाला फॉस्फोरीकरण प्रायः लक्ष्य प्रोटीन में संरचनात्मक परिवर्तन लाता है।\n3. फॉस्फोरीकरण, लक्ष्य प्रोटीन को नए प्रोटीन-प्रोटीन अन्योन्यक्रियाएँ (इंटरेक्शन) सुगम कर सकता है।\n4. लक्ष्य प्रोटीन का फॉस्फोरीकरण उसे आवश्यक रूप से सक्रियित करता है। \nकौन सा/से कथन सत्य हैं?", + "options": ["1 और 4.", "2 और 3.", "केवल 3.", "2 और 4."], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "एम्पीसिलिन प्रतिरोधकता प्रदान करने वाले एक चक्रीय प्लाज्मिड, जिसमें प्रतिबंधन एंजाइम ‘X’ से पाचन के लिए केवल एक स्थान है, को ‘X’ से पूर्ण रूप से पाचित करने पर 5’-क्षोर पर साइटोसिन उत्पन्न होता है। किसी दूसरे एंजाइम, जो कि एक प्रतिबंधन एंजाइम नहीं है, से अभिक्रियित कर इस पाचित DNA को स्वः-संयोजन (सेल्फ-लाइगेशन) अभिक्रिया में प्रयोग में लाया जाता है। स्वः-संयोजन अभिक्रिया से प्राप्त हुए पदार्थों को जीवाणु में रूपांतरित कर एम्पीसिलिन युक्त माध्यम पर संवर्धित करने पर कोई उपनिवेश (कॉलोनी) प्राप्त नहीं हुआ। दूसरे एंजाइम के प्रकार और क्रियात्मकता के विषय में निम्नलिखित कथन दिए गए हैं: \n1. यह एक काइनीज है जो 5’-क्षोर पर उपस्थित साइटोसिन का फॉस्फोरीकरण करता है।\n2. यह एक फॉस्फोटेज है जो 5’-क्षोर पर उपस्थित साइटोसिन से फॉस्फेट समूह को निष्कासित करता है।\n3. यह एक मिथाइलट्रांसफेरेज है जो 5’-क्षोर पर उपस्थित साइटोसिन पर विशेष रूप से –CH₃ समूह स्थानांतरित करता है।\n4. यह एक डीएमिनेज है जो 5’-क्षोर पर उपस्थित साइटोसिन से –NH₂ समूह को निष्कासित करता है।\nउपरोक्त प्राप्त न होने की दशा की सटीक तरीके से व्याख्या करने वाले विकल्प का चयन कीजिए।", + "options": ["1 & 3", "2 & 4", "1 & 4", "3 & 2"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "टोलुड्रिन एक विविधरंगी (माइट्रोक्ट्रोमिक) रंगक है जो पौधों के विभिन्न उतकों को अलग-अलग रंग प्रदान करता है। इस रंगक के उपयोग से प्राथमिक कोशिका भित्ति गुल���बी और द्वितीयक कोशिका भित्ति नीले रंग की हो जाती है। निम्न में से क्या होने की संभावना है?", + "options": [ + "कोलेनकाइमा की कोशिका भित्ति गुलाबी हो जायेगी।", + "जाइलम वाहिकाएं गुलाबी हो जाएंगी।", + "प्लोएम की भित्ति नीली हो जायेगी।", + "क्लोरेनकाइमा की भित्ति नीली हो जायेगी।" + ], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "नीचे दिखाया गया रेखाचित्र, *Peperomia trichocarpa* की पत्तियों की जल की कुल मात्रा में होने वाले परिवर्तन के संदर्भ में विभिन्न उतकों में जल की तुलनात्मक मात्रा के परिवर्तन को दर्शाता है। रेखाचित्र के समीप, चित्र A और B क्रमशः जल से संतृप्त और शुष्क पत्तियों के अनुप्रस्थ काट को निरूपित करते हैं। (i) अन्य जल-रक्षित उतकों की विभिन्न शुष्कता के स्तर पर, क्लोरोप्लाज्मा में उपस्थित शेष कुल जल सदैव अधिक रहेगा।\n(ii) लगभग 50% जल की मात्रा पर, जल-रक्षित उतकों से जल का ह्रास लगभग 75% है।\n(iii) पत्तियों की मोटाई में मुख्य परिवर्तन जल-रक्षित उतकों के सिकुड़ने के कारण होता है।\n(iv) जब कुल जल की मात्रा 75% से गिर जाती है तो क्लोरोप्लाज्मा से 75% जल का ह्रास होता है।\nइन सूचनाओं के आधार पर नीचे दिए गए विकल्पों से चुने और इंगित कीजिए की कौन से कथन सत्य हैं?", + "options": ["(i) और (ii) केवल", "(ii) और (iii) केवल", "(i), (ii) और (iii) केवल", "(i), (ii), (iii) और (iv)"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "सक्रिय जैविक जीवन अधिकांशतः क्रियात्मक झिल्लियों के ऊपर निर्भर करता है। इन झिल्लियों के लिपिड्स एक श्यान-तरल अवस्था में होते हैं, जिससे प्रोटीन और प्रोटीन संकुल इनके सहारे अपने क्रिया-कलाप पूर्ण करते हैं। लिपिड्स के गलनांक और उनकी श्यानता (विस्कोसिटी) उनके घटक वसीय अम्लों की लंबाई और असंतृप्तता की मात्रा पर निर्भर करती है। नीचे दी गई तालिका, पौधों की झिल्लियों में पाए जाने वाले प्रमुख वसीय अम्लों के गलनांक की सूचना देती ���ै और दो पादप-प्रजातियों के सूक्ष्मिका की झिल्लियों के बनावट की तुलना भी करती है। इस सारणी का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें और उसके आधार पर बताएँ की निम्नलिखित में से कौन से कथन सत्य हैं? \n(i) जिनमें छोटी वसीय अम्ल श्रृंखला, लिपिड्स के कम तापमान पर श्यान-तरल अवस्था रहने की संभावना उतनी कम।\n(ii) वसीय अम्ल में असंतृप्तता की जितनी अधिकता, लिपिड्स के कम तापमान पर श्यान-तरल अवस्था रहने की संभावना उतनी अधिक।\n(iii) ठंड-संबंधी पौधों की सूक्ष्मिका की झिल्लियों में संतृप्त वसीय अम्लों की तुलना में असंतृप्त वसीय अम्ल की प्रतिशतता अधिक होती है।\n(iv) ठंड-संबंधी पौधों में असंतृप्त वसीय अम्ल का संतृप्त वसीय अम्ल से अनुपात ठंड-रोधी पौधों की तुलना में कम होता है।", + "options": ["(i), (ii) और (iv) केवल", "(i) और (iii) केवल", "(ii), (iii) और (iv) केवल", "(i), (ii), (iii) और (iv)"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "अभिषेक को अपने विद्यालय की पुरानी अलमारी में एक स्थायी स्लाइड मिला। चूँकि स्लाइड का कोना टूटा हुआ था इसलिए उस पर सूचना अधूरी थी। वह केवल इतना पढ़ सका: ........... का T.S. उसने सूक्ष्मदर्शी में इस स्लाइड का अध्ययन शुरू किया। उसका अध्ययन नीचे दिखाए गए चित्रानुसार है। उसने इस चित्र के विषय अपनी धारणाएं लिखीं। बताइए की कौन सी धारणाएं सही हैं? \ni. यह किसी जलीय पादप (प्लांट) की पत्ती का अनुप्रस्थ काट है।\nii. ‘P’ तंत्र वाला वलयाकार क्षेत्र अधिसंवह (एरिएनकाइम) माना जा सकता है।\niii. यह पत्ती आवश्यक रूप से एक फैब्रिकलीफ है।\niv. यदि पत्ती सूख जाए, तो पानी नीचे ‘Q’ की तरफ मुड़ जाएगी।\nv. इस पत्ती में कोई भी प्रमुख मध्य-शिरा नहीं है।\nसही विकल्प/विकल्पों का चयन कीजिए।", + "options": ["केवल ii", "केवल i और iv", "केवल ii और iii", "केवल iii, iv और v"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-11.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "पौधों में पुष्पन को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों की जानकारी के लिए चार प्रकार के पौधों के समूह पर अध्ययन किया गया। इन समूहों में, पौधों के या तो ऊपरी या निचले हिस्सों की पत्तियाँ हटा दी गईं और प्रकाश के अवरोधक से ऊपरी और निचले हिस्सों में विभक्त किया गया। पौधों के या तो ऊपरी या निचले हिस्से को सही प्रतिकिरणता प्रदान की गई। चित्रानुसार, पौधों के समूहों 1 से 4 में पुष्पन हुआ। इन प्रयोगों से निम्न में से किस परिकल्पना का जाँच की जा रही है?", + "options": ["यदि पौधों को गलत प्रतिकिरणता प्रदान करते हैं तो पुष्पन नहीं होगा।", "प्रकाश अवरोधन का पौधों के पुष्पन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।", "पौधों में पुष्पन की प्रक्रिया में कार्बनिक वृद्धि, प्रकाश की तुलना में एक बड़ा कारक है।", "पौधों में पुष्पन तभी होगा जब पत्तियों को सही प्रतिकिरणता प्रदान की जायेगी।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-12.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "निम्नलिखित वर्गों (टैक्सा) के सही संयोजन का चयन कीजिए जहाँ उन्हें उनके सबसे अधिक समावेशी (इन्क्लूसिव) (सर्व-साधारण) से सबसे कम समावेशी (अत्यधिक विशिष्ट) होने के अनुसार व्यवस्थित किया गया है? \n1) इनसेक्टा (Insecta)\n2) आर्थ्रोपोडा (Arthropoda)\n3) हाइमनोप्टेरा (Hymenoptera)\n4) एक्डिसोजोआ (Ecdysozoa)\n5) बाइलैटेरिया (Bilateria)\n6) एपिस (Apis)", + "options": ["4-5-2-1-3-6", "5-4-2-1-3-6", "5-2-4-1-3-6", "6-3-1-2-4-5"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "निम्नलिखित में से कौन सा कथन निवाहिका (फॉरेटल) तंत्र की सबसे सटीक व्याख्या करता है?", + "options": ["परिसंचरण तंत्र का एक भाग जहाँ धमनियाँ विभाजित होकर बड़ी संख्या में केशिकाओं की शाखा बनाती हैं और पुनः जुड़ कर अन्य धमनी बनाती हैं।", "हृदय और यकृत के मध्य रक्त आपूर्ति का एक तंत्र है।", "शिराओं का एक तंत्र जो केशिकाओं की एक पर्त (लेयर) से शुरू होता है और वहीं समाप्त होता है।", "तंत्रिका तंत्र का एक भाग जो उच्च क्रोमोजोमिकों में पाया जाता है जहाँ रक्त के अंग से केशिकाओं के एक जाल द्वारा खुले स्थान में भेजा ��ाता है।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "निम्नलिखित में से कौन सा संरचनात्मक परिवर्तन स्थलीय स्तनधारियों के तुर्लीत (तेज दौड़ना) होने संबंधी अनुकूलन के लिए आवश्यक नहीं है?", + "options": ["उंगलियों और उंगली की हड्डियों (फैलेन्जेस) की संख्या में कमी।", "हड्डियों के संघ-योजन में ऐसा परिवर्तन जो फालतूचलन को बाधित करता है।", "हड्डियों की और पैर के तलुओं की हड्डियों का जुड़ना।", "अवस्थर (अपोजेबल) उंगलियों के साथ पैरियायी (प्री-हेनास्टल) भुजाएं।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "नीचे दिया गया शाखा चित्र (क्लेडोग्राम) सात कशेरूकी प्रजातियों A-G के बीच के जातिवृतीय (फाइलोजेनेटिक) संबंध को दर्शाता है। प्रजाति G, उभयचर है जो थल और जलीय दोनों निवास स्थानों के लिए अनुकूलित है। प्रजाति A और F विशेष रूप से जलचर हैं जबकि B, C, D, और E थलचर हैं। A और F के अद्विकास के तरीकों की सबसे तार्किक व्याख्या होगी।", + "options": ["बाधाकारी (डिसरप्टिव) चयन", "अभिसारी (कन्वर्जंट) उद्विकास", "अपसारी (डाइवर्जेंट) उद्विकास", "सह-उद्विकास"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-16.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "चार जीवों (मनुष्य, P, Q और R) के मूत्र के पारासरी सांद्रता और मूत्र/प्लाज्मा की लवण सांद्रता के अनुपात नीचे तालिकाबद्ध हैं। यथा-संभव P, Q और R क्रमशः इनको निरूपित करते हैं:", + "options": ["बिल्ली, मछली, उदबिलाव (बीवर)","उदबिलाव, सूअर, सफेद चूहा", "कंगारू चूहा, उदबिलाव, मूक (माउस)", "कंगारू चूहा, बिल्ली, उदबिलाव"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-17.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "Pseudoceros bifurcus नामक प्राणी के समुद्र-जीवी रूप की आंतरिक संरचनाओं को नीचे चित्र में दिखाया गया है. सही विवरण को अंकित करें. यह प्राणी यथा-संभव", + "options": ["एक निर्जीवियन है, क्योंकि इसके उत्तक स्तर का संगठन द्वि-पार्श्व सममिति दर्शाता है", "एक मुक्त-जीवी प्लैटिहेल्मिन्थ है क्योंकि यह द्वि-पार्श्व सममिति दर्शाता है और शारीरिक रचना अनुचूर्ण (एसिलोमेट) है", "एक मुक्त-जीवी छल्लिकीय (एन्युलिडेट) हुक-कीट है, क्योंकि यह अखंडित शारीरिक रचना दर्शाता है और इसमें परिसंचरण तंत्र का अभाव है", "एक परजीवी प्लैटिहेल्मिन्थ है क्योंकि इसमें चूषक (सकर) हैं, यह द्विलिंगी है और इसमें संवेदी अंगों का अभाव है"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-18.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "क्षेत्र-पाद (हाइट-फुट) वाले मूषक के विकास के दौरान उपचयशी उष्मा उत्पादन की दर (X) और सम्पूर्ण कार्यिक तापावरण (बॉडी इंसुलेशन) (Y) को नीचे दर्शाया गया है. नीचे लिखित में से कौन सा वक्र 20 दिनों के विकासीय समय काल में क्षेत्र-पाद मूषक के कम तापमान (P) पर प्रभावकारी उत्तरजीविता (सर्वाइवल) और प्राणी द्वारा अपने निवास से बाहर बिताये गए समय (Q) में होने वाले अनुकूलन को सबसे सटीक रूप से दर्शाता है?", + "options": ["olympiad-inbo-2020-hindi-19-0.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-19-1.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-19-2.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-19-3.png"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "नर Drosophila melanogaster में अर्धसूत्री विभाजन के दौरान क्रॉसिंग-ओवर की दशा नहीं पायी जाती है. D. melanogaster के नर में अर्धसूत्री विभाजन की किस अवस्था में अलील्स का पृथक्करण होता है?", + "options": ["पूर्वावस्था", "पश्चावस्था I", "मध्यावस्था I", "पश्चावस्था II"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "E. coli की मूल K12 नस्ल अल्पपोषण माध्यम (MM) में वृद्धि कर सकती है क्योंकि यह वृद्धि के लिए आवश्यक सभी घटक जैसे की अमीनो अम्लों का संश्लेषण स्वयं करता है। अल्पपोषण माध्यम कुछ लवणों जैसे की Na₂HPO₄, KH₂PO₄, NH₄Cl, NaCl और ग्लूकोज जैसे कार्बन के स्रोत से बना होता है। इसी अमीनो अम्लों की उपस्थिति में K12 MM में वृद्धि करता है, परंतु केवल ग्लूकोज की उपस्थिति में यह वृद्धि नहीं करता। यह जानने के लिए कि K12 बैक्टीरिया और अन्य किसी अमीनो अम्ल की उपस्थिति में वृद्धि कर सकता है, अमीनो अम्लों के विभिन्न संयोजनों के माध्यम से डाले का K12 की वृद्धि को मापा गया। प्राप्त परिणामों का एक हिस्सा नीचे दिखाया गया है: निम्न में से कौन सा पथ उपयोगी प्रश्नों का आधार है और उनकी सबसे सटीक व्याख्या करता है? नोट: सभी पथ कार्लमिक हैं।", + "options": ["olympiad-inbo-2020-hindi-21-0.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-21-1.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-21-2.png", "olympiad-inbo-2020-hindi-21-3.png"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-21.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "किसी भारतीय प्रयोगशाला में Drosophila का एक उत्परिवर्त (म्यूटेंट) खोजा गया जो उड़ने में असमर्थ है। यह उत्परिवर्त डॉमिनेंट (फिनोटाइप) अभिव्यक्ति है और इसे जीन M पर चिह्नित (मैप्ड) किया गया। यूरोप के तीन देशों—UK, Spain और Germany में स्वतंत्र रूप से इसी डॉमिनेंट के उत्परिवर्त खोजे गए। यह जानने के लिए कि क्या यूरोपीय उत्परिवर्त भी जीन M के उत्परिवर्तन का परिणाम हैं, निम्नलिखित संकरण (क्रॉस) किए गए और F₁ पीढ़ी की संतानों का विश्लेषण किया गया। उपर तालिकाबद्ध परिणामों के आधार पर किस यूरोपीय उत्परिवर्त के जीन M पर चिह्नित होने की संभावना सबसे अधिक है?", + "options": ["केवल UK", "केवल Spain", "केवल Germany", "Germany और Spain दोनों ही"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-22.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": 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"level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 24, + "question": "समुद्री कछुए, इस प्रकार से जीवन इतिहास के लक्षण दिखाते हैं।\ni. वे कई वर्षों तक जीवित रहते हैं।\nii. एक बार में अत्यधिक संख्या में अंडे देते हैं।\niii. वे न्यूनतम पैतृक देखभाल दिखाते हैं।\nसमुद्री कछुओं के विषय में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सत्य है?", + "options": ["वे r-योजना दर्शाते हैं क्योंकि लक्षण i और iii जीवन इतिहास की r-योजना के प्रासंगिक उदाहरण हैं।", "वे K-योजना दर्शाते हैं क्योंकि लक्षण i और iii जीवन इतिहास की K-योजना के प्रासंगिक उदाहरण हैं।", "वे मिश्रित K-r योजना दर्शाते हैं क्योंकि लक्षण iii K-योजना का जबकि i और ii r-योजना के प्रासंगिक उदाहरण हैं।", "वे मिश्रित K-r योजना दर्शाते हैं क्योंकि लक्षण i K-योजना का जबकि ii और iii r-योजना के प्रासंगिक उदाहरण हैं।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + 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बढ़ाने के लिए अधिक संख्या में अंडे देते हैं। \nनीचे दिए गए विकल्पों में से चुनिए:", + "options": ["केवल i और iv", "केवल ii और iii", "केवल i और iii", "i, ii, iii और iv"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-25.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "मीठे पानी के एक पारिस्थितिक तंत्र से एकत्रित नमूने में एक अकशेरुकी जीव पाया गया, जिसमें निम्नलिखित लक्षण हैं: \nअग्र और पश्चवर्ती (एंटेरो-पोस्टीरियर) अक्ष का अभाव \nजठर-संबंधी (गैस्ट्रो-वैक्कुलर) गुहा की उपस्थिति\nपरिसंचरण तंत्र का अभाव \nअंग-तंत्र का अभाव \nयह जीव मुख्य रूप से है:", + "options": ["निडारिया", "पोरीफेरा", "प्लैटीहेल्मिन्थ", "रोटिफेरा"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INBO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 27, + "question": "निम्नलिखित जंतु समूहों को उनके लक्षणों से मिलाएं", + "options": ["A-ii, B-iii, C-v, D-iv", "A-iii, B-i, C-v, D-iv", "A-ii, B-i, C-iii, D-v", "A-i, B-ii, C-v, D-iii"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2020-hindi-27.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2020-Questions-hi.pdf", + "source": 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(सीक्वेंसिंग) किया गया तो उसमें लगभग 20,000 जीन पाए गए। जटिलता के आधार पर मनुष्यों के जीनोम में 100,000 से ज्यादा जीन अनुमानित थे। निम्नलिखित में से कौन सा कथन इस विसंगति की व्याख्या प्रदान कर सकता है?", + "options": ["अनुक्रमण के ताललक्षित तरीके जीनों के अधिकांश को पहचान करने में असमर्थ हैं।", "कार्यिक पुनरावृत्ति (सिंथेटिक किफीलेन्स) की बहुलता मनुष्यों में जीन की अधिक संख्या उत्पन्न करती है।", "अधिचलित जीन, वैकल्पिक जोड़ (अल्टरनेटिव स्प्लाइसिंग) के माध्यम से प्रोटीनों में विविधता उत्पन्न करते हैं।", "कमतर जीन अनुक्रमण के बौद्धिक विश्लेषण (फ्रेम शिफ्ट ट्रांसलेशन) द्वारा अधिक प्रोटीन का निर्माण करते हैं।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "आपिक्विक सेरेप्स, ATP की ऊर्जा का उपयोग कर प्रोटीन के गठन (फोल्डिंग) को बढ़ावा देते हैं। ATP की उपस्थिति में सेरेप्स एक खुली (ओपन) बनावट की अवस्था अपनाते लेते हैं। इस कारण से सेरेप्स का पॉकेट (P) प्रदर्शित हो जाता है और नवजात पॉलीपेप्टाइड्स के उस हिस्से से बंध जाता है जो संरक्षण (फोल्डिंग) को बढ़ावा देता है। ऐसी कर्यान्विक क्रियाविधि की उत्पत्ति पानी की जगह बैफिंग में हुई और प्रोटीन में वही अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो आज जीव जगत में हैं। ऐसी कार्यात्मक परिस्थिति में, निम्नलिखित में से कौन सा अमीनो एसिड सेरेप्स के पॉकेट P की पट (लिगैंड) को बनाएगा?", + "options": ["आइसोल्यूसिन", "ट्रिप्टोफैन", "आर्जिनिन", "सिरस्टिन"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": 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(केवल केंद्रकीय DNA को ध्यान में रखें)", + "options": ["G1: 4 और 4, G2: 4 और 4", "G1: 4 और 4, G2: 4 और 8", "G1: 4 और 4, G2: 8 और 4", "G1: 4 और 4, G2: 8 और 8"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "अंतःसहजिविता (एंडोसिंबायोटिक) सिद्धांत के अनुसार, हरित तवक, एक मुक्त-जीवी पूर्वसूक्ष्मजीव जीव था, सूक्ष्मजीव कोशिका में समाहित हो कर स्वतंत्र अस्तित्व की क्षमता को खो देता है। इस सिद्धांत के आधार पर हरित तवक के जीने में निहित होने की निम्नलिखित संभावनाएं निम्न में से किसकी है?", + "options": ["हरित तवक का DNA पॉलीमरेज", "हरित तवक का RNA पॉलीमरेज", "हरित तवक के प्रोटीन का अनुवादक (राइबोसोम)", "हरित तवक का tRNA"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "धरती की सतह पर पहुँचने वाली सूर्य की किरणों के केवल 400nm से 700nm तरंगदैर्ध्य वाली किरणों का उपयोग अधिकांश जैविक प्रक्रियाओं में होता है। निम्नलिखित में से कौन सा संक्रमण (ट्रांजिशन) जो जीवन के लिए क्रिटिकल (क्रिटिकल) है, उन अणुओं में होगा जो इस तरंगदैर्ध्य की परास वाली फोटॉन का अवशोषण करते हैं?", + "options": ["कम्पन (वाइब्रेशनल) संक्रमण", "घूर्णन (रोटेशनल) संक्रमण", "इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण", "नाभिकीय संक्रमण"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "ATPases प्रोटीन के वे संकुल हैं जो कोशिका की विभिन्न झिल्लियों पर पाए जाते हैं। नीचे दिया गया चित्र दो मुख्य प्रकार के ATPase, P-टाइप और F-टाइप ATPase की संरचना को दर्शाता है। निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन ATPases के विषय में सही है/हैं?\ni. ATPases सदैव ATP के संश्लेषण का काम करते हैं।\nii. P-टाइप ATPase एकल पेप्टाइड से बने होते हैं।\niii. F-टाइप ATPase एक बहु-प्रोटीन संकुल है।\niv. ऊपर दिखाए गए दोनों ही प्रकार के ATPases, आयनों के सक्रिय परिवहन में सीधे रूप से लगे रहते हैं।", + "options": ["केवल i", "ii और iii", "i और iv", "केवल iv"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-6.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "एक वैज्ञानिक, मनुष्यों के किसी विशेष DNA के क्रम का विश्लेषण और किसी बीमारी से उसके संबंध का अध्ययन करता है। वैज्ञानिक की परिकल्पना कि DNA का यह क्रम किसी बीमारी से संबंधित नहीं है, को निम्नलिखित में से कौन सा आंकड़ा सबसे अच्छे तरीके से समर्थित करता है?", + "options": ["48% बीमार व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है, 52% स्वस्थ व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है", "65% बीमार व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है, 35% स्वस्थ व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है", "90% बीमार व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है, 10% स्वस्थ व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है", "20% बीमार व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है, 80% स्वस्थ व्यक्तियों की प्रतिशता जिनमें यह क्रम उपस्थित है"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "निम्न रेखाचित्र भारत के किसी उष्णकटिबंध प्रदेश में वार्षिक तापमान, वर्षा और सूर्य की रोशनी को दर्शाता है। (ऊपरी पैनल: तीन रेखाएं अधिकतम, मध्यम और न्यूनतम तापमान को इंगित करते हैं। निचले पैनल: स्तरीय रेखा (बार) कहीं की मात्रा और उन्न घण्टों में प्रकाश काल को इंगित करता है।) \nइस क्षेत्र में उग रहे पौधों पर मार्च और अप्रैल के महीनों में नयी पत्तियां दिखती हैं। यह साल का सबसे गर्म और सूखा समय होता है। निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प इस घटना का कारण हो सकता है?\ni. वर्षा ऋतु के साथ आने वाली नयी पत्तियां कीटों से बचाव को दर्शाती हैं।\nii. नयी पत्तियां, प्रकाश संश्लेषण की दरवत्ता के अधिकतम मान के कारण प्रकाश काल का अधिकतम लाभ उठा पाती हैं।\niii. पत्तियों में पानी की कमी न्यूनतम होती है इसलिए ये सूखे काल के दौरान सबसे बेहतर रहती हैं।\niv. उच्च तापमान जैसे अपेक्षित वातावरण को सहन करने में नयी पत्तियां, पुरानी पत्तियों की तुलना में ज्यादा सहनशील होती हैं। \nसही विकल्प का चयन कीजिए:", + "options": ["केवल i और ii", "केवल ii और iii", "i, ii और iii", "i, ii, iii और iv"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-8.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "नीचे दिखाए गए प्रयोगात्मक दशा का प्रेक्षण ध्यान पूर्वक करें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दीजिए। यह प्रयोगात्मक दशा किस परिकल्पना की जाँच करने के लिए बनाई गई है?", + "options": ["पौधों के लिए आवश्यक पानी की मात्रा, वाष्पोत्सर्जन द्वारा पानी के वाष्पन की दर में वृद्धि के साथ बढ़ती है।", "वाष्पोत्सर्जन की प्रक्रियात्मकताएँ (क्लॉस) में पानी को खींचने के लिए पर्णीय दबाव उत्पन्न कर सकती है।", "वायुमंडलीय दबाव में वृद्धि पौधों में वाष्पोत्सर्जन की दर को बढ़ाता है।", "तनों में पानी के परिवहन की प्रक्रिया को ट्रक के एक अखंडित स्तंभ की आवश्यकता होती है।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "Went द्वारा 1928 में विकसित, प्रोक्टोकॉल के नमन के जाँच की विधि में सिर कटे प्रोक्टोकॉल को कुछ घंटों तक रखते हैं। पौधों के हार्मोन ऑक्सिन के विशेष सांद्रण में भीगे हुए अगर (agar) के एक खंड को सिर कटे प्रोक्टोकॉल के एक तरफ रखा जाता है। इस व्यवस्था को पूरी प्रक्रिया के दौरान पूर्णतः अंधेरे में रखा जाता है। कुछ घंटों बाद, सिर के नमन को मापा जाता है। दिया गया चित्र इस व्यवस्था के चार चरणों को दर्शाता है। इस आलेख का उपयोग किसी नमूने के भीगे हुए खंड से उत्पन्न नमन/वक्रता के कोण को माप कर ऑक्सीजन के सांद्रण के निर्धारण में किया जा सकता है। उपर दर्शाए गए प्रयोग के आधार पर प्रश्न 10 और 11 के उत्तर दीजिए। निम्नलिखित में से कौन सी दशा, नमूने में ऑक्सीजन के सांद्रण का अनुमान सामान्य से अधिक लगा सकती है?", + "options": ["जब अगर के खंड को किसी अलग ऑक्सीजन-परिपूर्ण कर सिर काटने के तुरंत बाद लगाया देते हैं।", "जब अगर के खंड को प्रॉक्टोकॉल के बगल की बजाए शीशी के एकदम ऊपर रख दिया जाता है।", "यदि अगर के खंड के आकार के आधार पर दिया जाये तब।", "यदि अगर के खंड के लगाने और नमन को मापने के बीच के समय को घटा दिया जाये तब।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "यदि प्रोक्टोकॉल की ऑक्सिन संवेदनशीलता में कमी आ जाये तो यह आकार कैसा दिखेगा?", + "options": ["A", "B", "C", "D"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-11.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "प्रकाश संश्लेषण द्वारा पौधों में ग्लूकोज का उत्पादन होता है, जो बाद में पौधों की वृद्धि में उपयोग में लाया जाता है। किसी पौधे के विभिन्न तापमान पर वृद्धि को नीचे आलेख में दिखाया गया है। यदि अन्य सभी दशाएं अपरिवर्तित रहें तो किस तापमान पर पौधा सबसे तेज वृद्धि दर्शाएगा?", + "options": ["A", "B", "C", "D"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-12.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "स्क्विड और ऑक्टोपस, मोलस्क समूह के जीव हैं जो सबसे सक्रिय जलीय अकशेरुकीय जीवों में से एक हैं। स्क्विड के परिसंचरण तंत्र को नीचे चित्र में दिखाया गया है। इसमें दो प्रकार के हृदय, जिनके नाम गिल हृदय और कार्डियक (बॉडी) हृदय हैं। निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प इस परिसंचरण तंत्र से होकर बहने वाले रक्त का सही क्रम दर्शाता है?", + "options": ["शरीर और सिर के हिस्से → गिल हृदय → गिल्स → कार्डियक हृदय → सिर और शरीर के हिस्से", "शरीर के हिस्से → कार्डियक हृदय → गिल्स → गिल हृदय → सिर और शरीर के हिस्से", "शरीर के हिस्से → कार्डियक हृदय → गिल्स → कार्डियक हृदय → सिर और शरीर के हिस्से", "शरीर के हिस्से और सिर → गिल्स → गिल हृदय → कार्डियक हृदय → सिर और शरीर के हिस्से"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-13.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "नीचे एक जबड़े की संरचना दिखाई गई है, जो शायद किसी वानर की है या मनुष्य के सबसे नजदीकी पूर्वज की है। निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?", + "options": ["यह संभवतः मनुष्यों के पूर्वज का जबड़ा है क्योंकि मोलर्स और प्री-मोलर्स दांतों की व्यवस्था मनुष्यों के पूर्वजों की खोपड़ी से मिलती है।", "जबड़े के विचित्र आकार और दांतों के बीच की दूरी के कारण यह संभवतः वानर का जबड़ा है।", "यह संभवतः मनुष्यों के पूर्वज का जबड़ा है क्योंकि इन्सिजर्स और कैनाइन दांतों की संख्या मनुष्यों के पूर्वजों की खोपड़ी से मिलती है।", "यह जबड़ा वानर का नहीं हो सकता क्योंकि वानर शाकाहारी होते हैं और उनमें कैनाइन दांत नहीं पाए जाते।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-14.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "तीन सहोदरों के रक्त समूह इस प्रकार से हैं: B Rh धनात्मक, A Rh ऋणात्मक, और O Rh धनात्मक। दी गई जानकारी के आधार पर, जनकों में रक्त समूह निर्धारण के दोनों गुणसूत्र बिंदु (loci) का जीनोटाइप कैसा होगा? (सूचना: Rh धनात्मक एलिल प्रभावी है और + से दर्शाया गया है।)", + "options": ["I^A I^B + - और I^A i + -", "I^B i + + और I^A i + -", "I^B i + - और I^A i - -", "I^A I^B + + और i i + -"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "एक नैसर्गिक आबादी में व्यक्तिगत अलील की आवृत्तियाँ, समय के साथ परिवर्तित होती रहती है। अलील की आवृत्ति में पाए जाने वाले बदलाव के लिए कई कारक उत्तरदायी हो सकते हैं। इनमें से केवल एक कारक जो अनुकूलनीय ऐतिहासिक (एडैप्टिव एवोल्यूशनरी) परिवर्तन उत्पन्न करता है, कौन सा है?", + "options": ["यादृच्छिक (रैंडम) उत्परिवर्तन।", "अप्रवास और प्रवासन।", "प्राकृतिक चयन।", "जेनेटिक प्रवाह (ड्रिफ्ट)।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "अजीविक और जैविक घटकों की जीव रचनाओं (लाइफ फॉर्म्स) से अन्योक्तिक्रियाओं (इंटरैक्शन्स) को समझने के लिए, वृद्धि वक्र के अध्ययन का एक प्रयोग लगाया जा सकता है। जब खमीर (यीस्ट) कोशिकाओं को वृद्धि माध्यम में विकसित करते हैं तो नीचे दिखाया गया सिग्मोइडल (सिग्मॉइडल) वक्र प्राप्त हुआ। यदि ऊपर प्राप्त वक्र को वृद्धि दर के वक्र में बदलें जहाँ औरेक्स समय के साथ कोशिका की संख्या में होने वाले बदलाव को समय के साथ दिखाया गया है, तो, प्राप्त आलेख निम्न में से किस प्रकार का आलेख मिलेगा?", + "options": ["olympiad-inbo-2019-hindi-17-0.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-17-1.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-17-2.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-17-3.png"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-17.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "नीचे दिए गए चित्र में प्रयोगशाला में विकसित दो जीवों 1 और 2 के मध्य हो रही अन्योन्यक्रियाओं को दिखाया गया है। विभिन्न समय अंतराल पर, दोनों प्रजातियों की स्थिति को माध्यम में प्रस्तुत कर उनके आबादी के चनाव को बनाए रखा जाता है (प्राकृतिक अप्रवास प्रक्रिया की तरह)। निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन इस पारस्परिक संबंध के विषय में सही है/हैं? \ni. यदि अप्रवास नहीं होगा तो दोनों ही प्रजातियों की आबादी 6 से 10 दिनों में समाप्त हो जाएगी। \nii. जीव 1 तथा संयम जीव 2 पर निर्भर है। \niii.आहार परस्पर और शिकारी के बीच सामान्य संबंध को दर्शाता है। इसलिए इस प्रयोग में, बाह्य स्रोतों से प्रजातियों का अप्रवास, प्रजातियों के सह-अस्तित्व के लिए आवश्यक नहीं है। \niv. जीव 1 और 2 एक दूसरे से सहजीविता के संबंध को दर्शाते हैं।", + "options": ["i और ii", "iii और iv", "केवल i", "केवल iv"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-18.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "नीचे तीन जानवरों की संख्या में प्राकृतिक वृद्धि की आंतरिक दर (r), उत्पादन काल (दिनों में) और शुद्ध प्रजनन दर (𝑅0) को दिखाया गया है: क्रमशः (i), (ii), और (iii) संभावित रूप से कौन से जानवर हैं?", + "options": ["चूहा, ईग्गर (बीटल) और जूं।", "जूं, ईग्गर और चूहा।", "चूहा, जूं और ईग्गर।", "जूं, चूहा, और ईग्गर।"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 20, + "question": "पक्षियों की लगभग 9% प्रजातियाँ सहकारी रूप से प्रजनन करती हैं, जहाँ प्रजनन न कर सकने वाले 'मददगार' पक्षी अन्य पक्षियों की संतानों की परवरिश करते हैं। मददगार पक्षी स्वयं के प्रजनन को भूल कर, प्रजनन करने वाले जोड़े को ऊर्जा के दृष्टिकोण से महंगी, संतति के पालन की प्रक्रिया में सहायता प्रदान करते हैं। अन्य कई संकरीत (कन्फाउंडिंग) कारक इस मददगार व्यवहार को प्रभावित करते हैं। ऐसे ही एक कारक, परिवेश क्षेत्र की कमी, के प्रभाव को (हाँ या ना) से नीचे आलेख में दर्शाया गया है।", + "options": ["आलेख यह दिखाता है कि यदि परिवेश क्षेत्र सीमित ना हो तो पक्षियों के मददगार के रूप में काम करने की संभावना अधिक होती है।", "यदि पर्याप्त परिवेश क्षेत्र उपलब्ध हो तो अपरिचित पक्षियों द्वारा मददगार व्यवहार दर्शाने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।", "जब घोंसले बनाने की जगहें सीमित होती हैं तो पक्षियों के मददगार व्यवहार दिखाने की प्राथमिकता कम हो जाती है।", "आलेख यह दिखाता है कि यदि परिवेश क्षेत्र सीमित हो तो अपरिचित पक्षियों के प्रजनन जोड़े के मददगार के रूप में काम करने की संभावना बढ़ जाती है।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-20.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "नीचे दी गई तालिका, बाघों के अध्ययन क्षेत्रों में उपस्थिति या अनुपस्थिति की संभावना की संख्या को उनके प्राकृतिक आवास के उपयोग के गणितीय मॉडल और उन क्षेत्रों में कठोर क्षेत्रीय सर्वेक्षण से प्राप्त बाघों की वास्तविक उपस्थिति या अनुपस्थितिक संख्या को दर्शाती है। ऐसा मानते हुए कि क्षेत्रीय सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी एकदम सही है, प्रश्न 21 और 22 के उत्तर दीजि���। सभी अध्ययन क्षेत्रों का कितना प्रतिशत प्राकृतिक आवास मॉडल द्वारा सबसे सटीक रूप से पूर्वानुमानित किया गया था?", + "options": ["41.7", "74.3", "82.1", "87.7"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-21.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "निम्नलिखित में से कौन सा कथन प्राकृतिक आवास मॉडल के सटीक होने की सबसे उत्तम व्याख्या प्रदान करता है?", + "options": ["मॉडल, बाघ की अनुपस्थिति की जगह उनकी उपस्थिति की संभावना व्यक्त करने में ज्यादा बेहतर था।", "मॉडल, बाघ की उपस्थिति की जगह उनकी अनुपस्थिति की संभावना व्यक्त करने में ज्यादा बेहतर था।", "मॉडल, बाघ की उपस्थिति और अनुपस्थिति की संभावना एकसमान रूप से व्यक्त करने सक्षम था।", "मॉडल, बाघ की उपस्थिति और अनुपस्थिति की संभावना व्यक्त करने अक्षम था।"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 23, + "question": "किसी चिड़िया के अपने प्राकृतिक निवास में एक साल से दूसरे साल तक जीवित रहने की प्रायिकता मापने के लिए उनके पंखों में संख्या चिन्हित एलुमिनियम के छल्ले लगाया जाता है। यह शोधकर्ता साल दर साल चिड़ियों के उत्तरजीविता की प्रायिकता का मापन करते रहते हैं। चिड़िया की उत्तरजीविता पर खुद छल्ले के प्रभाव का मापन कठिन है क्योंकि इसकी अनुपस्थिति में उत्तरजीविता पर जो प्रभाव पड़ेंगे उनका सटीक रूप से मापन लगभग असंभव है। निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प चिड़ियों के उनके प्राकृतिक निवास में उत्तरजीविता पर छल्लों के प्रभाव को मापने के लिए सबसे सही कोशिश है?", + "options": ["कुछ चिड़ियों पर बिना छल्ले के रेडियो ट्रैकर लगाकर उनकी उत्तरजीविता की प्रायिकता को मापना और उसकी तुलना छल्ले वाली चिड़ियों की उत्तरजीविता से करना।", "बाड़े में रखी बिना छल्ले वाली चिड़िया की उत्तरजीविता की तुलना प्राकृतिक निवास वाली छल्ले लगी चिड़िया से करने पर।", "हर प्रजाति के विभिन्न चिड़ियों पर अलग अलग भार के छल्ले लगाकर बैलेंसिंग (एक्सपेरिमेंटल) विधि से छल्लों के भार का उनकी उत्तरजीविता पर सीधे प्रभाव का माप कर।", "एलुमिनियम छल्ले पर प्लास्टिक के छल्लों का उपयोग कर, विभिन्न प्रकार के छल्लों का प्रभाव चिड़ियों की उत्तरजीविता की प्रायिकता माप कर।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 24, + "question": "संबंधन ऊतक, काष्ठ और बीज जैसे लक्षणों को ध्यान में रखते हुए कौन सा विकल्प उभक्षणीय संबंध को सही रूप से दर्शाता है पर परजीवी (पारासिटिज्म) नहीं है?", + "options": ["olympiad-inbo-2019-hindi-24-0.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-24-1.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-24-2.png", "olympiad-inbo-2019-hindi-24-3.png"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 25, + "question": "एनेलिडा संघ के दो वर्गों के मध्य उद्भवशील संबंध को नीचे क्लैडोग्राम से दिखाया गया है। A, B और C क्रमशः: किसको इंगित करते हैं?", + "options": ["Polychaeta, Hirudinea और Oligochaeta", "Oligochaeta, Polychaeta और Hirudinea", "Hirudinea, Oligochaeta और Polychaeta", "Polychaeta, Oligochaeta और Hirudinea"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-25.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INBO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INBO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "मुक्तजीवी और स्वतंत्र बीजाणुगृह (स्पोरोफाइट) और युग्मकोगृह (गैमेटोफाइट) अवस्था जैसे गुण निम्न में से किस पर सबसे सटीक बैठते हैं?", + "options": ["P", "Q", "R", "S"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-inbo-2019-hindi-26.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "पहले क्लोनड जीव 'डॉली' के निर्माण की एक प्रमुख चुनौती केन्द्रक-विद्हित डिंब निर्माण करना था क्योंकि कृत्रिम रूप से केन्द्रक को निष्क्रिय करने पर डिंब क्षतिग्रस्त हो जाता है। सन् 1996 में डॉली की क्लोनिंग की प्रक्रिया म���ं स्तन की उत्तकीय कोशिका के केन्द्रक को ऐसे ही केन्द्रक-निष्क्रिय डिंब कोशिका में डाल कर पूरी की गई। यदि आपको किसी डिंब कोशिका में प्राकृतिक रूप से होने वाले केन्द्रक निष्करण की आनुवंशिक क्रियाविधि को सक्रिय करना हो तो इस क्रियाविधि के अनुसंधान का अध्ययन निम्न में से किस प्रकार की कोशिका में करेंगे?", + "options": ["तंत्रिका कोशिका / तंत्रिकांकुर (Neuroblasts)", "रक्ताणु (Erythrocytes) / रक्ताणुकांकुर (Erythroblasts)", "पेशी कोशिका (Muscle cell) / पेशीकांकुर (Myoblasts)", "अस्थि ऊतक की कोशिका / ऑस्टियोब्लास्ट"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "जंगल चिम्पांज़ी में निम्न में से कौन सी घटना (किस क्षमता का प्रदर्शन) अभी तक प्रेक्षित नहीं है?", + "options": ["पत्थर और/या लकड़ी के औजारों को उपयोग करना", "अग्नि का उपयोग कर भोजन के प्रसंस्करण करना", "प्राचीन भाषा का उपयोग करके संवाद स्थापित करना", "समूह के किसी सदस्य की मृत्यु पर विलाप करना"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "कुछ सूक्ष्मजीवी ऐसे विसरणीय उपाचयी तत्व (metabolite) का उत्पादन करते हैं जो अन्य सूक्ष्मजीवियों द्वारा वृद्धि में उपयोग किए जाते हैं। ऐसे ही तीन सूक्ष्मजीवियों की वृद्धि संबंधी पोषण आवश्यकताएं (नीचे दिए गए अंश में प्रकाश में + / -), या तो अल्प लवण वाले माध्यम (कार्बन और नाइट्रोजन के कार्बनिक स्रोत के अभाव में) या पूर्ण माध्यम (कार्बन और नाइट्रोजन के कार्बनिक स्रोत की प्रचुरता वाले माध्यम) में जाँच गई। 24 घंटों के बाद उनके वृद्धि के तरीके के आधार पर सही विकल्प का चयन कीजिए।", + "options": ["P — स्वपोषी, Q — परपोषी, R — परपोषी", "P — प्रकाशीय-स्वपोषी, Q — रसोपरपोषी, R — रसोपरपोषी", "P — रसोस्वपोषी, Q — रसोस्वपोषी, R — परपोषी", "P — प्रकाशीय-स्वपोषी, Q — रसोपरपोषी, R — मृतजिवी"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-injso-2023-hindi-3.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "कुत्तों की एक नस्ल की खाल (त्वचा) का वर्ण काला, चॉकलेटी और सुनहरा दो जीनों के उत्पादों, एक जो वर्ण का उत्पादन करता है तथा दूसरा को इन वर्णों को रोम पुटिका में वितरित करता है, के मध्य अन्योन्यक्रिया से निर्धारित होता है। इस प्रकार के जीन अन्योन्यक्रिया, जहाँ किसी जीन के अल्लीस की समहुज्जी अप्रभावी दशा दूसरे जीन के प्रभावी या अप्रभावी अल्लीस के प्रकटन को अवरोधित कर देती है, को एपिस्टैसिस कहते हैं। जो जीन अवरोधन करता है, उसे एपिस्टैटिक जीन और जिसका अवरोधन हो जाता है, उसे हाइपोस्टैटिक जीन कहते हैं। ऐसा मान लीजिए कि जो अल्लील वर्ण का उत्पादन करता है वह ‘A’ से नियंत्रित है तथा ‘a’ से नियंत्रित जीन वर्ण का उत्पादन नहीं कर सकता। इसी प्रकार जो अल्लील वर्ण की दशा से वितरित करता है वह ‘B’ से नियंत्रित है तथा ‘b’ से नियंत्रित जीन वर्ण को कम प्रभाव से वितरित करता है। अब आप चित्र में दर्शाए गए संकेतकों की कल्पना कीजिए। उपरोक्त अन्योन्यक्रिया के अनुसार F2 पीढ़ी में निम्न में से कौन सा अनुपात प्राप्त होगा?", + "options": ["9:3:4 (काला: चॉकलेटी: सुनहरा)", "12:3:1 (काला: चॉकलेटी: सुनहरा)", "15:1 (चॉकलेटी: सुनहरा)", "9:6:1 (चॉकलेटी: काला: सुनहरा)"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-injso-2023-hindi-4.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "पौधों की रक्षक कोशिकाओं के अंदर और बाहर आयनों का संचार रंध्रों की सक्रियता (जैसे कि रंध्रों का खुलना और बंद होना) के लिए उत्तरदायी है। चौड़े सेम (ब्रॉड बीन) के पौधे (पौधा I और II) पर रेडियोधर्मी पोटैशियम समस्थानिकों की उपस्थिति में एक प्रयोग किया गया। रेडियोधर्मिता गणना यंत्र द्वारा प्रत्येक पौधे की रक्षक कोशिकाओं में पोटैशियम आयन की सांद्रता को मापा गया। नीचे दिया गया रेखाचित्र क्रमशः पौधे I और II की प्रत्येक रक्षक कोशिका में K+ की सांद्रता (प्रति सेकंड पोटैशियम X-किरण की गिनती से इंगित किया गया है) को दर्शाता है। इन परिणामों के आधार पर निम्न में से कौन सा कथन सत्य है?", + "options": ["पौधे 1 का रंध्र संभवतः: वाष्पोत्सर्जन के लिए खुला हुआ है।", "पौधे 1 का रंध्र संभवतः: प्रकाश की उपस्थिति से खुल गया है।", "पौधे 2 का रंध्र संभवतः: प्रकाश की अनुपस्थिति से खुल गया है।", "पौधे 1 का रंध्र: कार्बन डाइऑक्साइड के ग्रहण के लिए खुला हुआ है।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-injso-2023-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "दो लवण X और Y को दो अलग-अलग परखनलियों में उनके अपघटन प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिए अधिक गर्म किया जाता है। प्रयोग के दौरान निम्नलिखित अवलोकन किए गए: \nलवण X ऐसी गैसें उत्पन्न करता है जो प्रकृति में अम्लीय होती हैं। \nलवण X से निकलने वाली गैसों में से एक गैस मोमबत्ती को जलने में मदद करती है। \nलवण X के पूर्ण अपघटन के बाद एक पीले रंग का अवशेष बनता है। \nलवण Y पूरी तरह से अपघटित होकर गैस बनाता है। \nलवण Y एक गैस उत्पन्न करता है जो आपको हंसाती है। लवण X और Y हैं, क्रमशः:", + "options": ["जिंक कार्बोनेट और सिल्वर नाइट्रेट", "अमोनियम कार्बोनेट और बेरियम नाइट्रेट", "लेड नाइट्रेट और अमोनियम नाइट्रेट", "पोटैशियम आयोडाइड और सोडियम नाइट्रेट"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "लकड़ी के गूदे (पल्प) में कई पॉलिमर सहित कई यौगिक होते हैं। पॉलिमर में से एक का हाइड्रोलाइसिस यौगिक α पैदा करता है। यह यौगिक α सूक्ष्म जीवाणुओं द्वारा अवायवीय अपघटन (microbial anaerobic decomposition) के माध्यम से यौगिकों β और γ का उत्पादन करता है। यौगिक α, β और γ हैं, क्रमशः:", + "options": ["सेलुलोज, एथेनॉल, पानी", "ग्लूकोज, एथेनॉल, कार्बन डाइऑक्साइड", "लैक्टोज, लैक्टिक एसिड, कार्बन डाइऑक्साइड", "स्टार्च, एथेनोइक एसिड, कार्बन डाइऑक्साइड"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "नीचे दि��� गए कथनों को पढ़ें: \n(i) जल में ग्लूकोज का घुलना एक उष्माक्षेपी प्रक्रिया है। \n(ii) कैल्शियम ऑक्साइड का जल में मिलना एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है। \n(iii) बर्फ का जल में पिघलना एक उष्माशोषी प्रक्रिया है। \n(iv) सल्फ्यूरिक अम्ल का जल में तनुकरण एक उष्माशोषी प्रक्रिया है। \n(v) जल का उबलना एक उष्माक्षेपी प्रक्रिया है। \nउपयुक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं:", + "options": ["(iii)", "(v) और (i)", "(iv) और (v)", "(i), (ii), और (iv)"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "39 g पोटैशियम को 7.8 g जल से क्रिया करने पर निम्नुक्त हुई हाइड्रोजन गैस के मोलों की संख्या ज्ञात कीजिए।", + "options": ["0.22 mol", "0.43 mol", "0.50 mol", "1.0 mol"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "एक बंद पात्र में 48 g सोडियम हाइड्रॉक्साइड, 52 g जल और 132 g अमोनियम सल्फेट का मिश्रण है। उस पात्र में उपस्थित ऑक्सीजन परमाणुओं के मोलों की संख्या ज्ञात कीजिए।", + "options": ["5", "7", "8", "10"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "किसी वस्तु का कोणीय आकार दी गई दूरी पर स्थित बिंदु पर वस्तु द्वारा अंतरित कोण है। पृथ्वी तल से सूर्य एवं चंद्रमा एक ही आकार के प्रतीत होते हैं, क्योंकि दोनों पृथ्वी तल पर लगभग समान कोण अंतरित करते हैं। यदि कोई प्रेक्षक पृथ्वी के भूमध्य रेखा से चंद्रमा को प्रेक्षित करता है तो चंद्रमा के पूर्ण डिस्क को क्षैतिज के नीचे डूबने में लगभग 2 मिनट लगते हैं। चंद्रमा से प्रेक्षित करने पर, पृथ्वी का कोणीय आकार लगभग है:", + "options": ["0.5°", "1°", "1.5°", "2°"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "समान द्रव्यमान की लोहे की दो समान गेंदें दिकस्थान में एक सही दिशा में 10 मी/सेकंड एवं 5 मी/सेकंड चाल से इस प्रकार गतिमान हैं कि तेज गति वाली गेंद धीमी गति वाली गेंद के पीछे चल रही है। दोनों गेंदें टकराकर एक साथ चिपककर आगे एकल वस्तु के रूप में गति जारी रखती हैं। संघट्ट की अवधि में हुआ गतिज ऊर्जा का ह्रास संयुक्त वस्तु के ताप में वृद्धि करता है। संयुक्त वस्तु के ताप में हुई वृद्धि लगभग है: \nनोट: \nलोहे की विशिष्ट ऊष्मा धारिता: 451 𝐽/(𝑘𝑔⋅𝐾) \nअन्य प्रक्रियाओं द्वारा ताप में परिवर्तन नगण्य है। \nदोनों गेंदों का प्रारंभिक ताप समान है।", + "options": ["0.007K", "0.014K", "0.07K", "0.14K"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "एक कार X प्रारंभिक वेग 𝑢 एवं एकसमान त्वरण 𝑎 से गति आरंभ करती है। उसी क्षण उसी बिंदु से, एक दूसरी कार Y उसी दिशा में प्रारंभिक वेग 𝑢/2 एवं एकसमान त्वरण 2𝑎 से गति प्रारंभ करती है। सभी वेग एवं त्वरण एक ही दिशा में हैं। निम्न में कौन सा कथन सत्य है?", + "options": ["कार X तथा कार Y की चाल उस क्षण समान होगी, जिस क्षण कार X कार Y से आगे निकलती है।", "कार X तथा कार Y की चाल किसी क्षण समान होगी, परंतु कार Y किसी अन्य क्षण कार X से आगे निकल जाएगी।", "कार X तथा कार Y की चाल किसी क्षण समान होगी, परंतु किसी भी क्षण दोनों कारें एक दूसरे को पार नहीं करेंगी।", "कार Y कार X से आगे निकल जाएगी, परंतु किसी भी क्षण दोनों कारों की चाल समान नहीं होगी।"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "एक पतले उत्तल लेंस द्वारा एक वस्तु का वास्तविक प्रतिबिंब बिंदु 𝑃1 पर बनता है। जब इस उत्तल लेंस के संपर्क में दूसरा लेंस रख दिया जाता है, तो यह पाया जाता है कि वास्तविक प्रतिबिंब पहले की अपेक्षा अधिक दूरी पर बनता है। निम्न में से कौन सा कथन सत्य है?", + "options": ["रखा गया दूसरा लेंस एक उत्तल लेंस है ��िसकी फोकस दूरी पहले लेंस से कम है।", "रखा गया दूसरा लेंस एक उत्तल लेंस है जिसकी फोकस दूरी पहले लेंस से अधिक है।", "रखा गया दूसरा लेंस एक अवतल लेंस है जिसकी फोकस दूरी पहले लेंस से कम है।", "रखा गया दूसरा लेंस एक अवतल लेंस है जिसकी फोकस दूरी पहले लेंस से अधिक है।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "जल का पसीने के रूप में वाष्पन, मनुष्य में शरीर का तापमान सामान्य रखने के लिए एक अनिवार्य प्रक्रिया है। मानव शरीर के लिए विशिष्ट ऊष्मा धारिता 3.5 kJ/(kg·K) होती है तथा शरीर के तापमान 37°C पर पसीने के वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा लगभग 2.3 MJ/kg है। एक निश्चित निर्धारित आहार ग्रहण करने पर, 82 kg द्रव्यमान वाले बलिंदर के शरीर के तापमान में 2°C की वृद्धि अपेक्षित है। इस वृद्धि को रोकने के लिए, बलिंदर परिवेश तापमान (37°C) में रखी मिनरल जल की N बोतलें (प्रत्येक बोतल में 250 mL जल) पीता है। मान लीजिए कि यह संपूर्ण जल पसीने में परिवर्तित होता है, जो वाष्पीकृत होता है। N का मान लगभग है...", + "options": ["1", "2", "3", "4"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "प्रयोगशाला में जीवाणु का वर्धन पोषक तत्व युक्त द्रव संवर्धन माध्यम में किया जाता है। वे द्विखंडन के क्रमिक चक्रों से अलैंगिक रूप से प्रजनन करते हैं। जब जीवाणु की ऐसी एक आबादी को फ्लास्क में वर्धित करते हैं तो जीवाणु एक पूर्व अनुमानित वृद्धि के तरीके को दर्शाता है जिसे वृद्धि वक्र कहते हैं। नीचे दिया गया रेखाचित्र वृद्धि की विभिन्न अवस्थाओं को दर्शाने वाला ऐसा ही एक प्रातिनिधिक वृद्धि वक्र है।", + "options": ["p-(vii) q-(iv) r-(ii) s-(iii)", "p-(vi) q-(i) r-(vii) s-(iii)", "p-(vi) q-(iv) r-(ii) s-(vii)", "p-(vi) q-(ii) r-(iii) s-(vii)"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2023-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2023/01/INJSO2023-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 19, + "question": "निम्न तालिका तीन तत्वों के प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले स्थायी समस्थानिकों और इन समस्थानिकों में पाए जाने वाले न्यूट्रॉनों की संख्या की जानकारी देती है। आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों की स्थिति ज्ञात कीजिए। सही विकल्प का चयन करें।", + "options": ["तत्व α समूह 15 और आवर्त 5, तत्व β समूह 4 और आवर्त 4 से संबंधित है।", + "तत्व β समूह 14 और आवर्त 4, तत्व γ समूह 1 और आवर्त 5 से संबंधित है।", + "तत्व α समूह 14 और आवर्त 5, तत्व β समूह 13 और आवर्त 4 से संबंधित है।", + "तत्व α समूह 15 और आवर्त 5, तत्व γ समूह 11 और आवर्त 5 से संबंधित है।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2023-hindi-19.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "नील बार्टलेट ने आण्विक ऑक्सीजन (O2) की PtF6 के साथ अभिक्रिया कराकर एक यौगिक O2+ PtF6– प्राप्त किया। उन्होंने O2 के स्थान पर झेनॉन (Xe) के साथ इस प्रक्रिया को दोहराया, तो यौगिकों का मिश्रण पाया, जिसमें से दो यौगिक थे XeF+ PtF6– और Xe+ PtF6–। इस जानकारी के आधार पर निम्न में से सही निष्कर्ष क्या है?", + "options": ["Xe का द्वितीय आयनीकरण ऊर्जा इसके प्रथम आयनीकरण ऊर्जा से बहुत कम है।", + "Xe का प्रथम आयनीकरण ऊर्जा O2 के प्रथम आयनीकरण ऊर्जा से बहुत कम है।", + "Xe उपरोक्त यौगिकों में से एक में F के साथ आयनिक बंध बनाता है।", + "उपरोक्त अभिक्रियाओं में Xe अपचायक के रूप में कार्य करता है।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": 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"Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "जब जल गिरना हो रहा हो और आप अपनी बालकनी में खड़े होकर थोड़ी दूर खड़ी एक ट्रेन की सीटी की आवाज को सुन रहे हैं। ध्वनि के वेग और आवृत्ति में से कौन सा/कौन से वायु के द्वारा प्रभावित होते हैं?", + "options": ["केवल वेग", + "केवल आवृत्ति", + "वेग तथा आवृत्ति दोनों", + "न तो वेग न ही आवृत्ति"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "माधव ने दो पहियों वाली एक खिलौने वाली गाड़ी को बनाया है, जिसके दोनों पहिये अलग-अलग आकार के लिए लिए गए हैं। बाएँ पहिये का व्यास 4 सेमी तथा दाएँ का व्यास 6 सेमी है। पहियों को 10 सेमी के एक धुरा (axle) के दो सिरों पर जोड़ा गया है। उन्होंने जमीन पर गाड़ी की उत्तर दिशा में मुंह कर के गति दे दी है। यह मानकर कि पहिये गति के दौरान फिसलते नहीं हैं, लिखिए कि कितने चक्करों के बाद गाड़ी का मुंह पश्चिम की ओर होगा?", + "options": ["5", + "10", + "15", + "20"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "एक कप के जल में आंशिक रूप से डूबा हुआ एक लकड़ी का टुकड़ा फ्लोट (float) कर रहा है। यदि इस प्रायोजन को चंद्रमा पर ले जाएं और मानें कि इस प्रायोजन से पानी वाष्पीकृत नहीं होता है, तो:", + "options": ["टुकड़ा फ्लोट करेगा परंतु जल की सतह चढ़ जाएगी।", + "टुकड़ा फ्लोट करेगा परंतु जल की सतह नीचे हो जाएगी।", + "टुकड़ा फ्लोट करेगा जल की पहले के समान सतह के साथ।", + "टुकड़ा डूब जाएगा और जल की सतह कप में ऊपर हो जाएगी।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "चूहों के जीन X में एक उत्परिवर्तन पाया गया है�� इस जीन का प्रकटिकरण विशेष रूप से वृषण में होता है। यह उत्परिवर्तन निषेचन की प्रक्रिया के दौरान न होने वाले एस्परमैटोसोआ (शुक्राणु का अंड-निषेचन) के लिए आवश्यक है। उत्परिवर्तित जीन X वाले शुक्राणु, स्वस्थ सामान्य शुक्राणुओं की तुलना में अंड-निषेचन में कमजोर होते हैं। एक विषमयुग्मजी चूहा, जो इस उत्परिवर्तन का वाहक है, का विवाह (क्रॉस) एक सामान्य स्वस्थ मादा से कराया जाता है। इस उत्परिवर्तन के बाद भी संकरण कराने पर चूहा संततियों के उत्पादन में सक्षम रहता है। संततियों के किस प्रतिशत में यह उत्परिवर्तन पाया जाएगा?", + "options": ["सभी संतति चूहों में यह उत्परिवर्तन पाया जाएगा।", + "50% संतति चूहे इस उत्परिवर्तन के वाहक होंगे।", + "25% संतति चूहे इस उत्परिवर्तन के वाहक होंगे।", + "इसे समझने के लिए अतिरिक्त जानकारी आवश्यक होगी।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "एक धावक की मांसपेशीय सहनशीलता उसकी बनावट के कुछ शारीरिक व्यायाम अधिक देर तक करने की क्षमता को कहते हैं। इस उच्च मांसपेशीय सहनशीलता को प्राप्त करने के लिए धावक ‘कार्बो-लोडिंग’ का पालन करते हैं। सामान्यतः, किसी प्रतियोगिता की तैयारी के लिए धावक कुल व्यायाम बढ़ाते हैं और एक-दो हफ्तों के लिए कठोर परिश्रम करते हैं। इसके बाद मुख्य प्रतियोगिता के 3-4 दिन पहले से इस प्रशिक्षण तीव्रता को कम कर देते हैं और अपने आहार में जटिल कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन को सम्मिलित कर लेते हैं। यह पूरी प्रक्रिया उनके प्रतियोगिता प्रदर्शन में किस प्रकार सहायक है?", + "options": ["यह भोजन पद्धति मांसपेशियों के लिए आवश्यक अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करती है।", + "यह त्वरित कार्य-प्रदर्शन के लिए आवश्यक रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बढ़ाता है।", + "अत्यधिक ग्लाइकोजन संश्लेषित होकर जमा हो सकता है और प्रतियोगिता के दौरान उपयोग हो सकता है।", + "जटिल कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा के रूप में संचित हो जाते हैं, जो थकान रहित कार्य-प्रदर्शन के लिए अधिक ATPs प्रदान कर सकते हैं।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2022/03/IOQJS2022-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "कुछ जीवों पर अध्ययन से प्राप्त अनुलेख निम्नलिखित प्रेक्षणों से दिए गए हैं: इन आँकड़ों के आधार पर जीवों के समूहों की पहचान कीजिए।", + "options": ["W- टेरिडोफाइट, X- ब्रायोफाइट, Y- आवृतबीजी, Z- अनावृतबीजी", + "W- आवृतबीजी, X- अनावृतबीजी, Y- टेरिडोफाइट, Z- ब्रायोफाइट", + "W- आवृतबीजी, X- ब्रायोफाइट, Y- अनावृतबीजी, Z- टेरिडोफाइट", + "W- अनावृतबीजी, X- टेरिडोफाइट, Y- आवृतबीजी, Z- ब्रायोफाइट"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2022-hindi-11.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": 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+ "original_question_num": 1, + "question": "तंत्रिका तंत्र शरीर के अनैच्छिक क्रियाकलापों का नियमन करता है और इसे अनुकंपी और सह-अनुकंपी तंत्रिका तंत्रों में विभाजित किया जा सकता है। ये दोनों तंत्र शरीर के एकसमान क्रियाकलापों के समूह का ही नियमन करते हैं किन्तु नियमन किए गए क्रियाकलापों पर विपरीत प्रभाव डालते हैं। अनुकंपी तंत्रिका तंत्र शरीर को तीव्र शारीरिक क्रियाओं जैसे 'सामान्य पलायन' करने के लिए तैयार करता है। सह-अनुकंपी तंत्रिका तंत्र विपरीत प्रभाव डालता है और शरीर को शिथिल करता है और कई अधिक ऊर्जा की आवश्यकता वाले कार्यों को या तो अवरुद्ध करता है या सीमित कर देता है। शरीर की निम्न अनैच्छिक प्रक्रियाओं में से 'सामान्य पलायन' करने की स्थिति में कौन सी अनुकंपी तंत्रिका तंत्र द्वारा प्रभावित होती हैं?\ni. अधिक लार बनना \nii. अधिक पाचन होना \niii. मल-मूत्र त्यागने की प्रक्रिया पर नियंत्रण खोना \niv. शरीर का काँपना \nv. रोना \nvi. आँख की पुतली (pupil) का फैलना", + "options": ["i, ii और vi", "i, iv और v", "iii, iv और vi", "iii और v"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "जब कोई व्यक्ति व्यायाम शुरू करता है तो शरीर के कई लक्षण पहले की आरंभ की अवस्था से परिवर्तित होते हैं। व्यायाम की शुरुआती अवस्था में ऐसे दो लक्षणों में बदलाव को नीचे आलेख में दिखाया गया है। P और Q यथासंभव निरूपित करते हैं:", + "options": ["P: मांसपेशियों में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर, Q: फेफड़ों में ऑक्सीजन का स्तर", + "P: श्वसन दर, Q: फेफड़ों में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर", + "P: फेफड़ों में ऑक्सीजन का स्तर, Q: मांसपेशियों में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर", + "P: फेफड़ों में ऑक्सीजन का स्तर, Q: मांसपेशियों में ऑक्सीजन का स्तर"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2021-hindi-2.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "नीचे चार जैविक नमूनों (I - IV) के विवरण दिए गए हैं:\n I: इसे प्रकाश सूक्ष्मदर्शी के कुल 1000X आवर्धन से देखा जा सकता है; इसमें कोशिका भित्ति होती है पर सूत्रकणिका नहीं होती है।\n II: इसे प्रकाश सूक्ष्मदर्शी के कुल 100X आवर्धन से देखा जा सकता है; इसमें कोशिका भित्ति और एक केंद्रक होता है।\n III: इसे देखने के लिए इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की आवश्यकता होती है; यह कोशिका द्रव्य में नलियों वाले तंत्रों से जुड़ा हो सकता है।\n IV: इसे देखने के लिए इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की आवश्यकता होती है; यह स्वयं-प्रतिक्रिया नहीं कर सकता है और प्रतिक्रिया के लिए अन्य विशेष कोशिकाओं की आवश्यकता होती है।\n I, II, III और IV क्रमशः इन्हें निरूपित करते हैं:", + "options": ["विषाणु; पादप कोशिका; राइबोसोम; जीवाणु", + "पादप कोशिका; जीवाणु; रफ ईआर; विषाणु", + "जीवाणु; पादप कोशिका; राइबोसोम; विषाणु", + "जीवाणु; प्रोकैरियोट; पादप कोशिका; रफ ईआर"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "रज की माँ प्रतिदिन रसोई के अपशिष्ट पदार्थों को इकट्ठा कर उसे एक गमले में डाल देती है। उसके बाद वह कुछ कटे हुए पुराने कागज के टुकड़े, एक चम्मच खट्टी दही और कुछ मिट्टी इस गमले में डालती है। गमले को ढाँककर एक बगल रख देती है, और बीच-बीच में उसे मिला देती है। कई दिनों बाद, यह पोषक तत्वों से भरपूर खाद बन जाती है, जिसे पौधों को उगाने में प्रयोग में लिया जा सकता है। खाद बनने की प्रक्रिया में होने वाले अपघटन के संदर्भ में सबसे सटीक कथन निम्नलिखित में से क्या है?", + "options": [ + "कागज कार्बन के अच्छे स्रोत का कार्य करता है और दही इस मिश्रण को उपयुक्त अम्लता देती है।", + "मिट्टी अकार्बनिक नाइट्रोजन के और दही प्रोटीन के अच्छे स्रोत का कार्य करती है।", + "कागज कार्बन के जबकि दही शुरुआती जीवाणुओं के अच्छे स्रोत का कार्य करती है।", + "कागज तंतुओं/रेशों के जबकि दही वसा के अच्छे स्रोत का कार्य करती है।" + ], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "एक लड़की (G) कमरे में, चित्र अनुसार खंडित रेखा (dashed line) द्वारा प्रदर्शित पथ पर चलती है। वह 1, 2, तथा 3 से क्रमांकित खिलौनों के प्रतिबिंबों को दीवार पर लगे समतल दर्पण में देखती है। लड़की के द्वारा खिलौनों के प्रतिबिंबों को देखने का सही क्रम क्या होगा?", + "options": ["3, 2, 1", + "3, 2", + "1, 2, 3", + "2, 3"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2021-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "एक विद्युत तापक (heating element) पर विचार करते हैं, जो एक समान वृत्तीय अनुप्रस्थ परिधि वाले तार के रूप में है। इसका प्रतिरोध 310 Ω है और यह अधिकतम 5.0 A की धारा वहन कर सकता है। इस तार को समान लंबाई के टुकड़ों में काट�� जा सकता है। 220 V के नियत विभव से जोड़ने पर अधिकतम शक्ति की प्राप्ति के लिए उचित तरीके से लगाए गए टुकड़ों की संख्या कितनी होगी?", + "options": ["7", + "8", + "44", + "62"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "निम्न कथनों पर विचार करें:\n कथन S1: यदि हम 100 ग्राम बर्फ (0°C पर) और 100 ग्राम पानी (0°C पर) को –10°C पर रखे गए फ्रीजर में डालते हैं, तो अंततः बर्फ से अधिक ऊष्मा ह्रास होगा।\n कथन S2: 0°C पर पानी बर्फ से सघन होता है।\n निम्न में से सही कथन का चयन कीजिए:", + "options": ["दोनों S1 तथा S2 सत्य हैं और S2, S1 की सही व्याख्या है।", + "दोनों S1 तथा S2 सत्य हैं, परंतु S2, S1 की सही व्याख्या नहीं है।", + "S1 सत्य है परंतु S2 असत्य है।", + "S1 असत्य है परंतु S2 सत्य है।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "निम्न दो के पथों पर विचार कीजिए: (1) सूर्य के निकट हेली का धूमकेतु तथा (2) नाभिक द्वारा एक अल्फा कण का प्रकीर्णन। नीचे दिए गए रेखाचित्रों में काले त्रिकोण सूर्य/नाभिक को प्रदर्शित करते हैं तथा तीर के निशान वाले वक्र धूमकेतु/अल्फा कण के पथ को प्रदर्शित करते हैं। इन प्रक्षेप पथों के बारे में सही कथन क्या है?", + "options": ["I हेली के धूमकेतु तथा II अल्फा कण के प्रकीर्णन के पथ को इंगित करता है।", + "III हेली के धूमकेतु तथा II अल्फा कण के प्रकीर्णन के पथ को इंगित करता है।", + "II हेली के धूमकेतु तथा I अल्फा कण के प्रकीर्णन के पथ को इंगित करता है।", + "II हेली के धूमकेतु तथा III अल्फा कण के प्रकीर्णन के पथ को इंगित करता है।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2021-hindi-8.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "जब पानी भाप में परिवर्तित होता है, तो कुछ बंध टूटते हैं। इस परिवर्तन से संबंधित नीचे दिए गए वाक्यों में से सही वाक्य क्या है?", + "options": [ + "आसपास के H/H और O/O में नए बंध बनते हैं, जबकि H−O बंध टूटते हैं।", + "पानी के अणुओं के बीच मौजूद हाइड्रोजन बंध टूटते हैं।", + "पानी के अणुओं में मौजूद सहसंयोजक बंध टूटते हैं।", + "H+ और OH− के बीच मौजूद आयनिक बंध टूटते हैं।" + ], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "ज्योति की माँ ने पानी को कीटाणुरहित करने के लिए एक बर्तन में एक चुटकी पोटेशियम परमैंगनेट मिलाने को कहा। जब उसने परमैंगनेट के क्रिस्टल डाले तो पानी में बिलव देखकर उसे विसरण की प्रक्रिया ध्यान आई। उसने नीचे दिए गए वाक्य लिखे। ज्योति द्वारा लिखे गए निम्न वाक्यों में से कौन सा वाक्य सही नहीं है?", + "options": ["जब सारे द्रव्य एक रंग शिथिल है, तो आगे और विसरण नहीं दिखाई देगा।", + "विसरण की क्रिया लगभग तुरंत पूरी हो जाती है।", + "अगर पानी ठंडा हो तो विसरण धीमी गति से होगा।", + "द्रव्य का रंग बर्तन के निचले हिस्से से गहरा होना शुरू होता है।"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "रमेन ने बरसात का पानी जमा कर उसकी विद्युत चालकता को मापा। उसने फिर पानी को थोड़ी देर उबाल कर बांध बर्तन में ठंडा किया। जब उसने फिर पानी की विद्युत चालकता मापी तो उसने उसे पहले से कम पाया। इस बदलाव का कारण क्या है?", + "options": ["पानी उबलने पर CaCO3 का अवक्षेपण हो सकता है।", + "उबलने पर पानी में घुले ऑक्सीजन का पानी से निकलना हो सकता है।", + "उबलने पर पानी में घुले कार्बन डाइऑक्साइड का पानी से निकलना हो सकता है।", + "पानी में मौजूद अशुद्ध तपीसियों की हवा में मौजूद ऑक्सीजन के साथ रासायनिक अभिक्रिया हो सकती है।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/2021/01/IOQJS2021-PartII-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "2 मोलर सोडियम क्लोराइड के घोल में दो ग्रेफाइट छड़ डुबो कर रखी गई हैं। उन छड़ों को एक 9 वोल्ट की बैटरी और एक बल्ब से सीरीज में (दिखाए गए) चित्र अनुसार जोड़ा गया है। सर्किट को कुछ मिनट के लिए चालू रखने पर निम्न में से कौन सा बिलकुल नहीं दिखाई देगा?", + "options": ["बल्ब रोशन रहेगा।", + "कैथोड के आसपास के घोल का pH बढ़ेगा।", + "नकारात्मक इलेक्ट्रोड के पास ऑक्सीजन गैस बनेगी, जो ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड को उपचयनित करेगी।", + "बीकर में घोल का कुल आयतन घटेगा।"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-injso-2021-hindi-12.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 1, + "question": "एक वस्तु, जिसका घनत्व ρ है, एक स्प्रिंग से जुड़ी है। यह स्प्रिंग प्रयुक्त बल के साथ रैखिक रूप से खिंच सकती है। स्प्रिंग को इस तरह सीधा लटकाया जाता है कि उससे जुड़ी वस्तु नीचे रखे एक द्रव में, जिसका घनत्व ρ₁ (< ρ) है, पूरी तरह से डूब जाए। इस स्थिति में, स्प्रिंग x₁ की लंबाई तक खिंचती है। अगर यही वस्तु एक दूसरे द्रव में, जिसका घनत्व ρ₂ (< ρ₁) है, पूरी तरह से डुबाई जाए, तो यह स्प्रिंग x₂ तक खिंचती है। इससे वस्तु के घनत्व (ρ) का सूत्र होगा:", + "options": ["olympiad-injso-2020-hindi-1-0.png", "olympiad-injso-2020-hindi-1-1.png", "olympiad-injso-2020-hindi-1-2.png", "olympiad-injso-2020-hindi-1-3.png"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "किसी भी चालक के लिए, प्रतिरोध की तापीय निर्भरता R = R0[1 + α(∆θ)] द्वारा दी जाती है, जहां ∆θ तापमान (°C में) का अंतर है, α एक स्थिरांक है जिसकी विमा T⁻¹ है और 0°C पर तार का प्रतिरोध R0 है। α < 0 वाले चालक से बना एक तार, एक स्थिर विभव V के अधीन है। इस तार के लिए, जैसे-जैसे समय बढ़ता है:", + "options": ["तापमान एवं विद्युत धारा दोनों कम होते जाएंगे।", + "तापमान कम होता चला जाएगा जबकि विद्युत धारा बढ़ती जाएगी।", + "तापमान एवं विद्युत धारा दोनों बढ़ते जाएंगे।", + "तापमान बढ़ता चला जाएगा जबकि विद्युत ध��रा कम होती जाएगी।"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "(8 × 8) वर्ग के एक सामान्य शतरंज बोर्ड पर, एक शतरंज का मोहरा निचले बाएं कोने से, जिसे हम वर्ग (1 × 1) कहेंगे, चलना शुरू करता है। इस मोहरे को केवल ऊपर या दाईं ओर जाने की अनुमति है। किसी भी स्थिति में, मोहरे को नीचे की ओर, बाईं ओर या तिरछे चलने की अनुमति नहीं है। उदाहरण के लिए, वर्ग (2 × 3) से, मोहरा (3 × 3) या (2 × 4) की ओर जा सकता है लेकिन अन्य कोई दिशा नहीं। यदि यह मोहरा केवल इन नियमों के अनुसार आगे बढ़ना जारी रखता है, तो उसे वर्ग (1 × 1) से शुरू कर वर्ग (4 × 4) तक पहुंचने के लिए उपलब्ध विभिन्न रास्तों की संख्या बताइए।", + "options": ["16", + "18", + "20", + "24"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "रेलपटरीयों के बगल में खड़े एक व्यक्ति की ओर एक रेलगाड़ी v = 108 km/h की गति से आगे बढ़ रही है। रेलगाड़ी 7.0 s के लिए एक सीटी बजाती है। सीटी, व्यक्ति को कितनी अवधि के लिए सुनाई देगी? मान लें कि सीटी के समाप्त होने तक रेलगाड़ी व्यक्ति तक नहीं पहुंचती है या पार नहीं करती है। हवा में ध्वनि की गति 350 m/s है।", + "options": ["6.4 s", + "7.6 s", + "245/38 s", + "245/32 s"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "विद्युत प्रवाह ले जाने वाला तार बाईं ओर दिखाए गए आकार में मुड़ा हुआ है। विद्युत प्रवाह की दिशा भी आरेख में दिखाई गई है। घनीय आकार के केंद्र P पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा क्या होगी?", + "options": ["x अक्ष के सामानांतर।", + "y अक्ष के सामानांतर।", + "z अक्ष के सामानांतर।", + "अपरिभाषित (क्षेत्र शून्य होगा)।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-injso-2020-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "लेड (II) नाइट्रेट का लेड (II) ऑक्साइड में तापीय अपघटन होता है। इस प्रतिक्रिया के संतुलित रासायनिक समीकरण में, यदि लेड (II) नाइट्रेट का गुणांक 2 है, तो नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का गुणांक क्या होगा?", + "options": ["1", + "2", + "3", + "4"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 7, + "question": "धातु और ऑक्सीजन की अभिक्रिया होने पर धातु ऑक्साइड बनता है। K, Cs, Mg और Sr धातुओं के ऑक्साइड्स के क्षारीय गुण अभिलक्षण का सही क्रम क्या होगा?", + "options": ["MgO > SrO > K2O > Cs2O", + "Cs2O < K2O < MgO < SrO", + "MgO < SrO < K2O < Cs2O", + "K2O < MgO < SrO < Cs2O"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": 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+ "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "साबुन वास्तव में वसायुक्त अम्लों का सोडियम लवण है। निम्न में से किसको शुद्ध साबुन में मिलाने से उसका pH 7 तक लाया जा सकता है?", + "options": ["नींबू का रस", + "नमक", + "सोडियम नाइट्रेट", + "खाने का सोडा (बेकिंग सोडा)"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 11, + "question": "दस्त होने पर, पानी में मिश्रित मौखिक पुनर्जलीकरण लवण (ओआरएस) का उपयोग रोगी का पुनर्जलीकरण करने के लिए किया जाता है। पुनर्जलीकरण केवल तब होता है जब ग्लूकोस और NaCl (दोनों ओआरएस में मौजूद) को पानी में मिलाया जाता है और रोगी को दिया जाता है। निम्न में से कौन सा आरेख ओआरएस के कार्य में होने वाले प्रारंभिक चरणों को सही से दर्शाता है?", + "options": ["olympiad-injso-2020-hindi-11-0.png", "olympiad-injso-2020-hindi-11-1.png", "olympiad-injso-2020-hindi-11-2.png", "olympiad-injso-2020-hindi-11-3.png"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "भूमि प्रजातियों की दो आबादियां लंबे समय तक प्रभावी रूप से एक दूसरे से अलग-थलग रही। निम्न में से क्या प्रदर्शित करेगा कि दो आबादियां अलग-अलग प्रजातियों में विकसित हुई हैं?", + "options": ["दो आबादी कम से कम पांच रूपात्मक लक्षणों में भिन्न हैं।", + "दो आबादी के सदस्यों के प्रजनन से बाँझ संकर पैदा होते हैं।", + "दोनों आबादी के जीव स्वेच्छा से एक-दूसरे के साथ मैटिंग (प्रजनन) नहीं करते।", + "डीएनए अनुक्रम दोनों आबादियों के लिए अलग हैं।"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "दाईं ओर दी गई आकृति Schwann कोशिकाओं के कोशिका चक्र को दर्शाती है। जैसे ही Schwann कोशिकाएँ बढ़ती हैं, वे एक निश्चित अवधि के लिए चयापचय रूप से सक्रिय रहती हैं और फिर या तो एपोप्टोसिस (कोशिका मृत्यु) से गुजरती हैं या नई कोशिकाओं में विभाजित होती हैं। सक्रिय रूप से विभाजित कोशिकाएं एक सामान्य कोशिका चक्र से गुजरती हैं जैसा कि आरेख में दिखाया गया है। एक नई निर्मित कोशिका G1, S, G2 चरणों से होकर गुजरती है जिसे 'इंटरफेस' कहा जाता है, जिसके बाद कोशिका माइटोटिक डिवीजन चरण (M चरण) में प्रवेश करती है। माइटोसिस दो नई कोशिकाओं का निर्माण करता है, जो आनुवंशिक रूप से मातृ कोशिका के समान होती हैं।\n\nनीचे दिए गए रेखाचित्रों में से एक, कोशिका चक्र के दौरान 'कोशिका के आयतन' में होने वाले बदलाव को दिखाता है और दूसरा 'जीनोमिक डीएनए की मात्रा' में होने वाले बदलाव को दिखाता है। इसी क्रम में दोनों रेखाचित्रों को पहचानें।", + "options": ["Y and W", + "Y and X", + "Z and X", + "Z and W"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2020-hindi-13.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "मिथाइलिन ब्लू का उपयोग आमतौर पर, कोशिका के अंगों को बेहतर देखने के लिए, जैविक अभिरंजक के रूप में किया जाता है। जब एक उपकला कोशिका (जैसे कि त्वचा कोशिका) मिथाइलिन ब्लू जैसे एक क्षारीय रंजक के साथ अभिरंजित की जाती है और एक प्रकाश सूक्ष्मदर्शी (100X की कुल बढ़ाई) की मदद से देखी जाती है, तब निम्न में से कौन से अंग/अंगों को देखा जा सकता है?", + "options": ["नीला नाभिक और नीला माइटोकॉन्ड्रिया।", + "नीला नाभिक और नीला एंडोसोम।", + "नीला नाभिक और गुलाबी माइटोकॉन्ड्रिया।", + "नीला नाभिक।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/wp-content/uploads/ino20/INJSO2020-Questions-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "एलील एक जीन के विभिन्न रूप हैं जो एक गुणसूत्र पर एक ही जगह, या आनुवंशिक स्थान पर स्थित होते हैं। किसी एलील की आवृत���ति की गणना उस एलील की संबंधित आबादी में पुनरावृत्ति की संख्या को उसी आबादी में किसी आनुवंशिक स्थान पर पाए जाने वाले सभी एलील की संख्या से विभाजित करके की जाती है। मटर के दो पौधों के बीच आनुवंशिक संकर बनाया गया जिसमें से एक पौधे के बीज गोल थे और दूसरे पौधे के बीज झुर्रीदार थे। F1 संतति में पाए गए सभी मटर के पौधों के बीज गोल थे। F1 संतति के पौधों का स्वयंपरागण किया गया जिससे F2 संतति प्राप्त हुई। इस F2 संतति पौधों का विश्लेषण करने पर यह देखा गया कि 300 पौधों में गोल बीज थे जबकि 100 पौधों में झुर्रीदार बीज थे। प्रमुख एलील की आवृत्ति क्या है जो F2 संतति में बीज आकार के लिए जिम्मेदार है?", + "options": ["25%", + "50%", + "75%", + "100%"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": 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"INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 2, + "question": "किसी जीव के लिए आंतरिक द्रव के पर्यावरण को बनाए रखना अत्यधिक आवश्यक है। समुद्री अकशेरुकी जीव, जिनके शरीर का द्रव समुद्री पानी के समपरिसारी होता है, को जब खारे पानी से मीठे पानी की झील में छोड़ा जाता है, तो उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। तीन समुद्री अकशेरुकी जीवों के बाह्य परिसारी सघनता के कारण आंतरिक परिसारी सघनता में होने वाले परिवर्तन को नीचे रेखाचित्र में दिखाया गया है। सही कथन का चयन कीजिए:", + "options": ["नेरिस (Nereis) की परासरण नियमन क्षमता शोर-क्रैब की तुलना में ज्यादा अच्छी है।", + "इन तीनों अकशेरुकी जीवों में तप आडर क्रैब की शारीरिक द्रव के परासरण नियमन की क्षमता सबसे प्रभावी है।", + "लवण की मात्रा कम होने की दशा में, शोर-क्रैब का शारीरिक द्रव, आस-पास के माध्यम की तुलना में अधिक परिसारी होता है।", + "कम लवण की दशा में जीवित रहने के लिए तप आडर क्रैब को माध्यम में उपस्थित लवण को शरीर के अंदर लेना पड़ेगा।"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-2.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 3, + "question": "अंडे से निकलने वाला चूजा 18 हफ्तों में एक वयस्क नर या मादा में बदल जाता है। इस दौरान, विभिन्न अंग अपने-अपने लक्ष्यों की वृद्धि दर्शाते हैं। एक प्रयोग में, अंडे से निकलते ही चूजे की आंखों पर ऐसे चश्मे को चिपका दिया गया जिससे केवल लाल रंग की तरंग-दैर्घ्य गुजर सकती है। 7 दिनों बाद जब चश्मा निकाल दिया जाता है, तो चूजे की आंखों में एक विचित्र विकार उत्पन्न हो जाता है। यह जानते हुए कि लंबी तरंग-दैर्घ्य वाली प्रकाश आंखों के सबसे पिछले भाग में फोकस होती है, चूजे में यह संभावित विकार कौन सा हो सकता है?", + "options": ["निकट दृष्टिदोष", + "दूर दृष्टिदोष", + "दृष्टि वैषम्य (एस्टिग्मैटिज्म)", + "वर्णांधता"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 4, + "question": "अत्यधिक व्यायाम के दौरान मांसपेशियों में लैक्टिक अम्ल आकठ्ठ हो जाता है। इसके कारण मांसपेशियों में खिंचाव और थकान हो जाती है। किसी भी पुष्ट क्रिया-कलाप के अभ्यास से, शरीर की मांसपेशियों से लैक्टेट निकालकर इसे असमांसपेशीय रंध्रों में भेज देता है। 4 तैराकों में पुनःप्राप्ति (रिकवरी) की अवधि के दौरान शरीर के लैक्टेट स्तर को दिखाया गया है। किस तैराक की लैक्टेट निकालने की क्षमता (क्लियरेंस) सबसे अच्छी है?", + "options": ["I", + "II", + "III", + "IV"], + "answer": 0, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-4.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 5, + "question": "निम्नलिखित तीन अभिक्रियाओं का अध्ययन कीजिए: इनमें से कौन सी/से अभिक्रिया/अभिक्रियाएँ स्वपोषी पोषण (ऑटोट्रोफिक न्यूट्रिशन) को निरूपित करती हैं?", + "options": ["केवल (iii)", + "केवल (i) और (iii)", + "केवल (ii) और (iii)", + "(i), (ii) और (iii)"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-5.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 6, + "question": "चार जीवों द्वारा हुई ऑक्सीजन की खपत को नीचे सूचीबद्ध किया गया है। जीव I – IV यथ संभव क्रमशः निम्न प्रकार से हैं:", + "options": ["हाथी, व्हेल, मनुष्य और चूहा", + "व्हेल, चूहा, हाथी और मनुष्य", + "मनुष्य, व्हेल, हाथी और चूहा", + "व्हेल, मनुष्य, चूहा और हाथी"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-6.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "table", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": 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"image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 8, + "question": "वृक्कों के खराब होने की दशा में बनावटी वृक्कों से अपोहन (डायलिसिस) किया जाता है। बनावटी वृक्क में ढेरों अर्ध-परगम्य नलिकाएं अपोहन तरल में लटकी हुई होती हैं। अपोहन तरल रक्त के समपर सरी होता है। अर्ध-परगम्य नलिकाएं, वृक्क की संरचनात्मक और क्रियात्मक आकृति, वृक्कों (नेफ्रॉन) की तरह होती हैं। जब बनावटी वृक्क, सामान्य वृक्क की नकल कर रहा होता है तो निम्नलिखित में से कौन सी प्रक्रिया बनावटी वृक्क में नहीं होती है?", + "options": ["पानी का पुनर-अवशोषण", + "यूरिया का छनन (फिल्ट्रेशन)", + "प्लाज्मा लवणों और थक्के के कारकों को रक्त में रोक कर रखना", + "ब्लड प्लेटलेट्स को रक्त में रोक कर रखना"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 9, + "question": "एक शोधकर्ता ने धीमी गति से मनुष्य के रक्त का अपकेन्द्रण करके लाल और श्वेत रूधिर कणिकाओं को अलग किया। फिर इसने प्राप्त हुए लाल रूधिर कणिकाओं को सलाइन (0.9% NaCl) में घोल दिया। जैसे कि नीचे सारणी में दिखाया गया है, इसने लाल रूधिर कणिकाओं की बूंदों को तीन अलग-अलग द्रव्यों में मिलाया। शोधकर्ता द्वारा तीनों द्रव्यों I, II और III से प्राप्त प्रेक्षण क्रमशः किस प्रकार से होंगे?", + "options": ["लयन, लयन, फूलन", + "फूलन, कोई बदलाव नहीं, सिकुड़न", + "लयन, लयन, सिकुड़न", + "कोई बदलाव नहीं, सिकुड़न, फूलन"], + "answer": 2, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-9.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 10, + "question": "थायराइड ग्रंथि से स्रावित थायरोक्सिन (T4) और ट्राइआयोडोथायरोनिन (T3), को थायराइड हार्मोन के नाम से जाना जाता है। थायराइड हार्मोन के स्त्रावण का नियंत्रण थायरोपिन रिलीज़िंग हार्मोन (TRH) और थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) द्वारा नीचे दिखाए गए तरीके से होता है। थायराइड हार्मोन का एक काम व्यक्ति की आधारीय उपापचयी दर (BMR) को बढ़ाना होता है। एक व्यक्ति जिसकी गर्दन अचानक फूल जाए और ज���सका वजन बढ़ जाए वह डॉक्टर के पास जाता है। वह व्यक्ति थका हुआ और मानसिक रूप से मंद महसूस करता है। जांच से पता चलता है कि इस व्यक्ति का T4 स्तर कम है। डॉक्टर को लगता है कि इस व्यक्ति की या तो पियूष ग्रंथि या थायराइड ग्रंथि काम नहीं कर रही है। प्रभावित ग्रंथि की पहचान करने के लिए इस व्यक्ति को TSH हार्मोन से उत्तेजित करते हैं। निम्नलिखित में से कौन सा प्रेक्षण और इनसे निकाले गए निष्कर्ष सही हैं?", + "options": ["यदि T4 के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं होता है तो इसका अर्थ है कि पियूष ग्रंथि में समस्या है।", + "यदि T4 का स्तर बढ़ जाता है तो इसका अर्थ है कि पियूष ग्रंथि में समस्या है।", + "यदि T4 का स्तर बढ़ जाता है तो इसका अर्थ है कि थायराइड ग्रंथि में समस्या है।", + "यदि T4 का स्तर और घट जाता है तो इसका अर्थ है कि थायराइड ग्रंथि में समस्या है।"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-10.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": 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"Hindi", + "original_question_num": 12, + "question": "एक चम्मच सामान्य नमक के नमूने का भार लगभग 0.5 g होता है। इसमें लगभग 40% सोडियम और 380 माइक्रोग्राम आयोडीन होते हैं। ऐसा मानते हुए कि नमूने में केवल सोडियम, आयोडाइड और क्लोराइड आयन उपस्थित हैं, तो एक चम्मच नमक के इस नमूने में क्लोराइड आयन की संख्या निम्न में से किसके निकटतम है?", + "options": ["5 × 10²⁰", + "5 × 10²¹", + "5 × 10²²", + "5 × 10²³"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 13, + "question": "घरों में प्रायः उपयोग में लिए जाने वाले LPG गैस के सिलेंडर में ब्यूटेन और प्रोपेन गैसों का मिश्रण होता है। यदि इस गैस के 5 लीटर का संपूर्ण दहन वायुमंडलीय दबाव और 25°C पर करते हैं तो 17 लीटर CO2 प्राप्त होती है। इस मिश्रण में ब्यूटेन और प्रोपेन का अनुपात निम्न में से कौन सा है? (ऐसा मान लीजिए कि सिलेंडर में दोनों गैसें वाष्प अवस्था में हैं।)", + "options": ["3:2", + "2:3", + "4:1", + "1:4"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 14, + "question": "किसी रसायन प्रयोगशाला में, एक छात्र को कोई शीशी मिली जिस पर 'अम्ल' लिखा हुआ था। यह अम्ल ठोस अवस्था में था तो वह यह जानने के लिए जिज्ञासु हो गई कि ठोस अम्ल कौन सा है? उसने 0.42g ठोस तौलकर एक विलयन बनाया और इसका अनुमापन (टाइट्रेशन) 0.17M NaOH विलयन से किया। इस अनुमापन का अंतिम बिंदु 33.8 ml NaOH पर प्राप्त हुआ। यदि इस अम्ल का अणुविक सूत्र C6H10O4 है तो इस अभिक्रिया में भाग लेने वाले अम्ल के प्रति अणु प्रोटॉसस की संख्या और 1 मोल क्षार को निष्क्रिय करने के लिए आवश्यक अम्ल की मात्रा क्रमशः कितनी होगी?", + "options": ["1 प्रोटॉन और 73g", + "2 प्रोटॉसस और 146g", + "1 प्रोटॉन और 46g", + "2 प्रोटॉसस और 73g"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 15, + "question": "निम्न में से कौन सा रेखाचित्र एक आदर्श गैस के नियत तापमान पर परिवर्ती आकायों (P और V) के बीच संबंध को दर्शाता है?", + "options": ["olympiad-injso-2019-hindi-15-0.png", "olympiad-injso-2019-hindi-15-1.png", "olympiad-injso-2019-hindi-15-2.png", "olympiad-injso-2019-hindi-15-3.png"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 16, + "question": "वैद्युतरासायनिक श्रेणी में कुछ धातुओं के तत्व और उनकी घटती हुई विद्युत ध��ात्मकता के गुण Mg > Al > Zn > Cu > Ag के आधार पर हैं। किसी रासायनिक क्रिया के दौरान एक मजदूर ने गलती से तांबे की छड़ से एल्यूमिनियम नाइट्रेट के विलयन को हिला दिया; वह डर गया कि अब विलयन में कोई अभिक्रिया होगी। जब वह जल्दी से छड़ को विलयन से बाहर निकाल लेता है तो इसे निम्न में से कौन सा प्रेक्षण मिलेगा?", + "options": ["छड़ पर एल्यूमिनियम की एक परत चढ़ गई है।", + "Cu और Al की एक मिश्र धातु बन गई है।", + "विलयन का रंग नील हो गया है।", + "कोई अभिक्रिया नहीं हुई है।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 17, + "question": "एक श्वेत यौगिक P को पानी में घोल कर इसमें विद्युत धारा प्रवाहित करने पर गैस Q प्राप्त होती है। इस गैस को फिर दूसरे श्वेत यौगिक R के घोल से गुजारा जाता है। इस अभिक्रिया से प्राप्त यौगिक का उपयोग एक सामान्य बीजाणुरोधी के रूप में होता है। P, Q और R क्रमशः क्या हैं?", + "options": ["NaCl, Cl2, Ca(OH)2", + "Na2SO4, SO2, Al(OH)3", + "NaHCO3, CO2, Na2CO3", + "AlCl3, Cl2, Al(OH)3"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 18, + "question": "पलक की पद्धतियों में उपस्थित लोहे की मात्रा का अनुमान पोटैशियम परमैंगनेट से अनुमापन करके लगाया जा सकता है। पत्तों की कुछ पद्धतियों को तौलकर अम्ल में घोलकर लोहे को विलयन में अवक्षिप्त करते हैं। प्राप्त विलयन को जब अनुमापन करते हैं तो इस दौरान निम्न अभिक्रिया होती है। जब पूर्ण संख्याओं के गुणांकों को सरलतम समुच्चय से इस अभिक्रिया को संतुलित करते हैं तो गुणांकों का योग निम्न में से कौन सा होगा?", + "options": ["16", + "18", + "22", + "24"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-18.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "scientific formula", + 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"olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 21, + "question": "एक कण समान त्वरण 𝑎 से गति कर रहा है। इतर-इतर समय अंतराल Δ𝑡₁, Δ𝑡₂, और Δ𝑡₃ पर इसके औसत वेग क्रमशः 𝑣₁, 𝑣₂, और 𝑣₃ हैं। तब:", + "options": ["olympiad-injso-2019-hindi-21-0.png", "olympiad-injso-2019-hindi-21-1.png", "olympiad-injso-2019-hindi-21-2.png", "olympiad-injso-2019-hindi-21-3.png"], + "answer": 1, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 22, + "question": "एक नदी 4 किमी/घंटा की चाल से पश्चिम से पूर्व की ओर बह रही है। दो तैराक P और Q स्थिर जल में 2 किमी/घंटा की चाल से तैरते हैं। तैराकों द्वारा नदी पार करने में लगने वाला न्यूनतम संभव समय, 𝑡ₘᵢₙ है। दोनों तैराक नदी किनारे से एक साथ एक ही बिंदु O से चित्र में दिखाए गए दिशाओं में तैरना प्रारंभ करते हैं। बिंदु X बिंदु O के एकदम विपरीत नदी के दूसरी ओर है।\n\nनिम्न में से सही कथन का चयन करें:", + "options": ["तैराक P बिंदु X पर 𝑡ₘᵢₙ समय में पहुंचेगा।", + "तैराक Q बिंदु X पर 𝑡ₘᵢₙ समय में पहुंचेगा।", + "तैराक P, 𝑡ₘᵢₙ समय में बिंदु X के पूर्व दिशा में कहीं पहुंच��गा।", + "तैराक Q, 𝑡ₘᵢₙ समय में बिंदु X के पूर्व दिशा में कहीं पहुंचेगा।"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-22.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 23, + "question": "𝑚 द्रव्यमान का एक पत्थर 𝐻 ऊंचाई से कीचड़ में गिरता है और 𝐻/2 गहराई तक धंस जाता है। मान लीजिए कि कीचड़ एक स्थिर प्रतिरोधी बल 𝐹 आरोपित करता है। वायु के प्रतिरोध को नगण्य मानते हुए, 𝐹 कितना होगा?", + "options": ["2𝑚𝑔", + "𝑚𝑔/2", + "3𝑚𝑔", + "𝑚𝑔"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 24, + "question": "मान लीजिए कि लंबाई 𝐿 और 𝑅 प्रतिरोध का एक समान अनुप्रस्थ परिमित परिक्षेप का एक तार है। चित्र अनुसार इसके सिरों के बीच 10 वोल्ट का विभवांतर लगाया जाता है। विद्युत वाहक बल 𝐸 (< 10 वोल्ट) और आंतरिक प्रतिरोध 𝑟 का एक सैल धारा मापी G के साथ बिंदुओं A और C के बीच लगाया जाता है। धारा मापी का शून्य विचलन बिंदु A से 𝑙 दूरी पर स्थित बिंदु C पर प्राप्त होता है। लंबाई 𝑙 निर्भर करेगी:", + "options": ["केवल 𝐸 पर", + "केवल 𝐸 और 𝐿 पर", + "केवल 𝐸 और 𝑟 पर", + "केवल 𝐸, 𝑟, और 𝐿 पर"], + "answer": 1, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-24.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 25, + "question": "फोकस दूरी 𝑓 और व्यास 𝑑 (𝑑 ≪ 𝑓) वाले एक अवतल दर्पण में पानी भरा हुआ है। दर्पण के अक्ष के समांतर किरणें उस पर अपवर्तित होती हैं। परिवर्तन के बाद किरणें कहां फोकस होंगी?", + "options": ["0.25𝑓 पर", + "1.33𝑓 पर", + "𝑓 पर", + "0.75𝑓 पर"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 26, + "question": "चित्र अनुसार दो दर्पण OA और OB 50° पर झुके हुए हैं। कोण AOB के कोण द्विभाजक (angular bisector) पर एक वस्तु C को रखा गया है। इस वस्तु के इन दर्पणों द्वारा बनाए गए कुल प्रतिध्वनित प्रतिबिंबों की संख्या कितनी होगी?", + "options": ["5", + "6", + "7", + "8"], + "answer": 3, + "image_png": "olympiad-injso-2019-hindi-26.png", + "image_information": "essential", + "image_type": "diagram", + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + 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"category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 28, + "question": "N समान प्रतिरोधों के दो व्यवस्था पर विचार कीजिए। एक व्यवस्था में प्रतिरोध समानांतर क्रम में और दूसरे में श्रेणी क्रम में व्यवस्थित किए गए हैं। प्रत्येक व्यवस्था को समान विभव वाली बैटरियों से जोड़ा गया है। समानांतर क्रम वाले व्यवस्था में होने वाली ऊर्जा क्षय का श्रेणी क्रम वाले व्यवस्था में होने वाली ऊर्जा क्षय के साथ अनुपात क्या होगा?", + "options": ["N", + "1/N", + "N²", + "1/N²"], + "answer": 2, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 29, + "question": "एक विस्तारित स्रोत से उत्पन्न श्वेत प्रकाश दूर रखे हुए एक उत्तल लेंस पर अपवर्तित होता है। इसका प्रतिबिंब लेंस के फोकल तल पर रखी हुई स्क्रीन पर प्रक्षिप्त होता है। लेंस के ऊपरी भाग को हरे रंग के फिल्टर और निचले भाग को लाल रंग के फिल्टर से ढंक दिया जाता है। निम्न में से सही कथन का चयन कीजिए:", + "options": ["प्रतिबिंब का ऊपरी भाग हरा और निचला भाग लाल होगा।", + "प्रतिबिंब का ऊपरी भाग लाल और निचला भाग हरा होगा।", + "प्रतिबिंब श्वेत होगा।", + "प्रतिबिंब पीला होगा।"], + "answer": 3, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + }, + { + "language": "hi", + "country": "India", + "file_name": "INJSO2019-Question-hi.pdf", + "source": "https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/olympiads/wp-content/uploads/2018/05/INJSO2019-Question-hi.pdf", + "license": "Unknown", + "level": "olympiads", + "category_en": "olympiads", + "category_original_lang": "Hindi", + "original_question_num": 30, + "question": "रदरफोर्ड के प्रयोग में प्रकीर्णित α-कणों की संख्या (N) और प्रकीर्णन कोण (𝜃) के मध्य सही ग्राफ कौन सा होगा?", + "options": ["olympiad-injso-2019-hindi-30-0.png", "olympiad-injso-2019-hindi-30-1.png", "olympiad-injso-2019-hindi-30-2.png", "olympiad-injso-2019-hindi-30-3.png"], + "answer": 0, + "image_png": null, + "image_information": null, + "image_type": null, + "parallel_question_id": null + } +] \ No newline at end of file