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Languages: Hindi
Multilinguality: monolingual
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Story_no (int32)Sentence (string)Discourse Mode (class label)
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"चेहरे पर इस की आँखें बहुत अजीब थीं।"
1 (Descriptive)
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"जैसे उस का सारा चेहरा अपना हो और आँखें किसी दूसरे की जो चेहरे पर पपोटों के पीछे महसूर कर दी गईं।"
1 (Descriptive)
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" इस की छोटी नोकदार ठोढ़ी, पिचके लबों और चौड़े चौड़े किलों के ऊपर दो बड़ी बड़ी गहिरी स्याह आँखें अजीब सी लगती थीं।"
1 (Descriptive)
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" पूरा चेहरा एक चालाक ज़हीन, शातिर, ख़ुद-ग़रज़ और कमीने आदमी का था &"
1 (Descriptive)
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"ऐसा चेहरा जो पैंतीस बरस बाद अक्सर उन इन्सानों के हाँ मिलता है जो नौजवान होते ही ग़लत धंदों में पड़ जाएं।"
1 (Descriptive)
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"इसी लिए मुझे उस की आँखों से बड़ी दिलचस्पी पैदा हो गई।"
4 (Narrative)
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"मालूम नहीं कहाँ से चुराई थीं"
1 (Descriptive)
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"ज़ालिम ने ये आँखें! मैं इस की दुकान पर अपनी क़मीस सिलवाने गया था।"
1 (Descriptive)
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"कोलूओन में इस की कपड़ों की बहुत बड़ी दुकान थी।"
1 (Descriptive)
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"बाहर तख़्ता लगा था: यहां जोड़ा चौबीस घंटे में तैयार किया जाता है।"
1 (Descriptive)
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"तख़्ते ने मुझे दुकान के अंदर जाने पर माइल किया।"
4 (Narrative)
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" एक तो ये थी, दूसरी वजह उस का नाम था जो तख़्ते पर बड़े बड़े हुरूफ़ में लिखा था:"
1 (Descriptive)
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"परोप्राइटर बी. डी. इसरानी। वो बी. डी. इसरानी था और मैं जी. डी. इसरानी! नामों की मुमासिलत ने भी मुझे इस दुकान के अंदर जाने पर मजबूर कर दिया।"
4 (Narrative)
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" वो उम्दा कपड़े पहने, मुँह में लंबा सिगार दाबे, हाथों में हीरे की दो अँगूठीयां पहने बढ़िया तंबाकू का ख़ुशगुवार धुआँ छोड़ते अपनी कुशादा दुकान में इधर उधर घूम रहा था।"
1 (Descriptive)
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"पहले तो उसने मेरा कोई ख़्याल नहीं किया।"
4 (Narrative)
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" लेकिन आर्डर लेते वक़्त जब उसने मेरा नाम मालूम किया, तो ख़ुशी से चौंक पड़ा हम दोनों सिंधी थे और एक ही ज़ात वाले& और ये हांगकांग था, वतन से इस क़दर दूर! चंद मिनटों में हम एक दूसरे से घुल मिल गए जैसे बरसों के दोस्त हूँ।"
4 (Narrative)
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"उसने मुझे रात के खाने पे अपने घर आने की दावत दी जो मैंने फ़ौरन क़बूल कर ली।"
4 (Narrative)
0
"फिर मैंने अपनी एक तकलीफ़ भी इस से बयान की।"
4 (Narrative)
0
"मैं कैंथ होटल में ठहरा था।"
1 (Descriptive)
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"बॉम्बे ऑब्ज़र्वर के नुमाइंदे की हैसियत से हांगकांग आया था।"
1 (Descriptive)
0
"ये सस्ता किस्म का होटल था।"
1 (Descriptive)
0
" एक रोज़ रात को दो बजे के क़रीब में लौटा, तो मालूम हुआ, होटल के आठ दस कमरों में एक साथ चोरी हो गई है।"
4 (Narrative)
0
"बदक़िस्मती से उनमें मेरा कमरा भी शामिल था।"
1 (Descriptive)
0
" मेरे दोनों सूटकेस चोरी हो गए और टाइपराइटर भी। पुलिस तहक़ीक़ात कर रही थी, करेगी और करती रहेगी।"
4 (Narrative)
0
"मगर मुझे दो दिन बाद बंबई लौटना था।"
1 (Descriptive)
0
"ऑब्ज़र्वर के ऐडीटर ने फ़ौरन वापिस आने के लिए तार दिया था।"
1 (Descriptive)
0
"हांगकांग में मेरा काम ख़त्म हो चुका था।"
1 (Descriptive)
0
"अब मुझे बंबई पहुंच कर वहां से फ़ौरन नैरुबी जाना था।"
1 (Descriptive)
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"मुझे कुछ रक़म चाहिए।"
2 (Dialogue)
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"मैंने बी. डी. इसरानी से कहा मगर में अब उस के इव्ज़ सिर्फ अपना चैक पेश कर सकता हूँ।"
2 (Dialogue)
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"वो भी हिन्दोस्तान के बैंक का। कितनी रक़म चाहिए?"
2 (Dialogue)
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"उसने पूछा।"
4 (Narrative)
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"पाँच सौ रुपये। ज़रूर। बी.डी. इसरानी ने इतमीनान का सांस लिया।"
4 (Narrative)
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"मेरे साथ चलो।"
2 (Dialogue)
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"मैं अभी बैंक से अपनी गारंटी पर आपका चैक कैश किराए देता हूँ।"
2 (Dialogue)
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"या ख़ुद रक़म दे दूँगा।"
2 (Dialogue)
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"यहां हम सिंधीयों का अपना एक बैंक है।"
2 (Dialogue)
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"दी सिंधी मरकनटाइल बैंक पाँच मंज़िला इमारत में वाक़्य था।"
1 (Descriptive)
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"बी. डी. इसरानी ने मुझे बताया कि बैंक की इमारत का मालिक वही है।"
1 (Descriptive)
0
"ग्यारह हज़ार रुपये किराया हर महीने आता है।"
1 (Descriptive)
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"वो बैंक का डायरेक्टर भी है।"
1 (Descriptive)
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"पाँच सौ रुपय दिलवा कर उसने मुझसे कहा शाम के ठीक छे बजे मेरी दुकान पर आजाना। घर जाने से पहले थोड़ा सा घूम फिर लेंगे।"
4 (Narrative)
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"मैं शाम के ठीक छे बजे उस की दुकान पर पहुंच गया।"
4 (Narrative)
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"वो पहले ही से मेरी राह देख रहा था।"
1 (Descriptive)
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"दुकान के मुलाज़िमों को हिदायत देकर मेरे साथ बाहर निकला।"
4 (Narrative)
0
"दुकान के बाहर बादामी रंग की एक मर्सिडीज़ खड़ी थी।"
1 (Descriptive)
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"हम इस में बैठ गए। वो मोटर बहुत तेज़ चला रहा था।"
4 (Narrative)
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"मगर गाड़ी के ब्रेक बहुत उम्दा थे।"
1 (Descriptive)
0
"इस का चेहरा छोटा मगर जिस्म बहुत मज़बूत था।"
1 (Descriptive)
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"खासतौर पर उस के हाथ बड़े मज़बूत और बालों से भरे दिखाई देते।"
1 (Descriptive)
0
"ख़ूबसूरत जोड़े के अंदर उस का जिस्म ज़रूर किसी बिन मांस या गोरीला का रहा होगा।"
1 (Descriptive)
0
"वो राह चलते चलते सीटी बजाता।"
1 (Descriptive)
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"किसी ख़ूबसूरत चीनी लड़की के क़रीब जा कर अपनी तेज़ मोटर एक दम धीमी कर के इस से चीनी ज़बान में कुछ कहता और फिर हंसकर आगे चल देता।"
1 (Descriptive)
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"इस के लब-ओ-लहजे से मालूम होता था कि नाशाइस्ता फ़िक़रे किस रहा है।"
1 (Descriptive)
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"किसी चीनी लड़की से पिट्टे नहीं अब तक?"
2 (Dialogue)
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"मैंने पूछा।"
4 (Narrative)
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"यहां किस में हिम्मत है जो इसरानी को पीटे।"
2 (Dialogue)
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"ये गली मेरी है।"
2 (Dialogue)
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"तुम्हारी कैसे है?"
2 (Dialogue)
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"इस गली के सब ग़ुंडों को मैं जानता हूँ।"
2 (Dialogue)
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" यहां मेरे दो जुआख़ाने चलते हैं, देखोगे?"
2 (Dialogue)
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"देख लेंगे।"
2 (Dialogue)
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" सामने क्राकरी की दुकान, पिछवाड़े जुआख़ाना! दोनों के दरमयान जाये हाजत का एक लंबा कमरा जिनके अंदर दो उधेड़ उम्र के चीनी छोटे छोटे तोलीए लिए खड़े थे।"
1 (Descriptive)
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" वो इसरानी को तो पहचानते ही थे, इसलिए मुझे जुआख़ाने जाते हुए किसी दिक़्क़त का सामना नहीं करना पड़ा।"
1 (Descriptive)
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"मगर दूसरे ग्राहकों के लिए कोड वर्ड था।"
1 (Descriptive)
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"इस जुआख़ाने में वही जा सकता था जिसे वो खु़फ़ीया लफ़्ज़ मालूम होता वर्ना बस हाजत दूर करे और वापिस हो जाये।"
1 (Descriptive)
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"मैं हर काम बड़े स्टाइल से करता हूँ।"
2 (Dialogue)
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"बी. डी. इसरानी ने मुझे अपना जुआख़ाना दिखाते हुए कहा।"
4 (Narrative)
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" उम्दा सजे हुए दस कमरे, दुबैज़ बे-आवाज़ ग़ालीचे, ख़ामोश मौअदिब बैरे, नाज़ुक इंदाम चीनी लड़कीयां जाम पेश करती हुईं और अमीर गाहक।"
1 (Descriptive)
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"यहां हाई क्लास जुआ चलता है।"
1 (Descriptive)
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"सिर्फ गन्ने चुने गाहक यहां आते हैं।"
1 (Descriptive)
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"रोज़ रात को ढाई तीन हज़ार डालर मुझे यहां से मिलता है।"
2 (Dialogue)
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"बाहर क्राकरी की दुकान भी अच्छी चलती है।"
2 (Dialogue)
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"बहुत ख़ूबसूरत जगह है।"
2 (Dialogue)
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"मैंने इस से कहा। यहां तो ख़लीफ़ा हारून रशीद की तरह ताली बजाने को जी चाहता है।"
2 (Dialogue)
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"कौन ख़लीफ़ा?"
2 (Dialogue)
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"उसने हैरत से मेरी तरफ़ देखकर पूछा।"
4 (Narrative)
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"इस की आँखें मुझे उस वक़्त बड़ी मासूम और भोली सी मालूम हुईं।"
4 (Narrative)
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"कुछ नहीं! मैंने बात टालते हुए कहा।"
4 (Narrative)
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"बंबई में मेरा एक दोस्त है।"
2 (Dialogue)
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"वो मुझे उस वक़्त याद आ गया।"
2 (Dialogue)
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"जब वो कोई अच्छी जगह देखे तो ताली पीटने लगता है।"
2 (Dialogue)
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"क्या बचपना है! उसने मुझसे कहा और लंबा सिगार अपने मुँह में लेकर उस का ख़ुशगवार धुआँ मेरे मुँह पर फेंकने लगा। जुआ खेलोगे?"
2 (Dialogue)
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"उसने पूछा। नहीं! मैंने जवाब दिया।"
2 (Dialogue)
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"वो मुझे लिए बाहर आ गया।"
4 (Narrative)
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"दूसरा जुआख़ाना दिखा के वो मुझे टी हॉक स्टरीट में ले गया।"
4 (Narrative)
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"वहां भी सब लोग उसे जानते थे।"
1 (Descriptive)
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"उनके चेहरों से लगता था जैसे इस से डरते भी हूँ।"
1 (Descriptive)
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"यहां मेरा एक चंडूख़ाना है।"
2 (Dialogue)
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"इसरानी ने मुझसे कहा। क्या अभी तक इधर चण्डू ख़ाने मौजूद हैं?"
2 (Dialogue)
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"मैंने इस से पूछा। हांगकांग में तो हैं।"
2 (Dialogue)
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"उधर सुना है नहीं रहे।"
4 (Narrative)
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"इसरानी ने मुँह से अपना सिगार निकाल उधर ( चीन ) की तरफ़ इशारा किया।"
4 (Narrative)
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"चण्डू ख़ाने की फ़िज़ा मुझे बड़ी भली मालूम हुई।"
1 (Descriptive)
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"अच्छा इंतिज़ाम था।"
1 (Descriptive)
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" हशतपहलू चीनी शम्अ-दान, हर पहलू पर रंगदार झालरें लटकती हुईं"
1 (Descriptive)
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"छोटे छोटे पियालों में अन्वा-ओ-इक़साम की मुनश्शियात और तिर्छे पपोटों वाली हसीनाएं जो नशा ला सकती थीं।"
1 (Descriptive)
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"ये चंडूख़ाना भी हशतपहलू था।"
1 (Descriptive)
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"हर कमरा एक मर्कज़ी हाल में निकलता जिसमें चंद चीनी साज़िंदे बैठे थे और एक चीनी रक़ासा ठुमक ठुमक कर नाच रही थी।"
1 (Descriptive)
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"मीकाओ से मँगाई है।"
2 (Dialogue)