\id JHN Haryanvi Bible \ide UTF-8 \rem Copyright।nformation: Creative Commons Attribution-ShareAlike 4-0 License \h यूहन्ना \toc1 यूहन्ना के जरिये लिख्या गया सुसमाचार \toc2 यूहन्ना \toc3 यूह \mt1 यूहन्ना के जरिये लिख्या गया सुसमाचार \is जानकारी \ip यूहन्ना के जरिये लिखे गये सुसमाचार म्ह यीशु ताहीं परमेसवर अनन्त वचन के तौर पै पेश करया ग्या सै, जिसनै देह धारण करकै म्हारे बीच म्ह डेरा करया। इस किताब म्ह यो साफ कह्या सै, कै यो सुसमाचार ज्यातै लिखा ग्या के इसके पढ़णियें बिश्वास करै, के यीशु ए वादा करया होया, मुक्ति देणीया अर परमेसवर का बेट्टा सै, अर वे सारे यीशु मसीह म्ह बिश्वास के जरिये जिन्दगी पा सकै (20:31) सै। भूमिका म्ह यीशु ताहीं परमेसवर के अनन्त वचन के रूप म्ह दिखाया ग्या सै, उसकै बाद सुसमाचार के पैहले भाग म्ह सात चमत्कारां या अदभुत काम्मां का जिक्र सै, उनतै यो जाहिर होवै सै, के यीशु वादा करया होया उद्धारकर्ता अर परमेसवर का बेट्टा सै। दुसरा भाग उपदेश सै। उन म्ह यो समझाया ग्या सै, के इन चमत्कारां का मतलब के सै। इस भाग म्ह यो बताया ग्या सै, के किस तरियां कुछ माणसां नै यीशु पै बिश्वास करया अर उसके चेल्लें बण ग्ये, जिब के दुसरे माणसां नै उसका बिरोध करया अर बिश्वास करण तै नाटगे थे। 13-17 पाठ म्ह यीशु ताहीं पकड़वाये जाण आळी रात नै, यीशु की उसके चेल्यां कै गैल गहरी संगती, अर सूळी पै चढ़ाये जाण तै पैहले साँझ नै चेल्यां ताहीं तैयार करणा अर उननै हौसला देण आळे यीशु के वचनां का विस्तारपूर्वक वर्णन सै। आखरी कै पाठां म्ह यीशु का पकड़वाया जाणा अर मुकदमे, उसका क्रूस पै चढ़ाया जाणा, जिन्दा हो जाणा, अर जिन्दा होण के बाद चेल्यां पै जाहिर होण का वर्णन सै। यूहन्ना मसीह के जरिये अनन्त जीवन के दान पै जोर देवै सै। यो एक इसा दान सै जो इब शुरु होवै सै, अर उन ताहीं मिलै सै जो यीशु नै राह, सच्चाई अर जिन्दगी के रूप म्ह पावै सै। आत्मिक बात्तां नै दिखाण खात्तर रोज की साधारण चिज्जां नै निशान्नी के तौर तै इस्तमाल करणा, यूहन्ना की एक खास बात सै, जिस तरियां-पाणी, रोटी, चाँदणा, पाळी अर उसकी भेड़, अर अंगूर की बेल अर उसके फळ। \iot रूप-रेखा \io1 जानकारी 1:1-18 \io1 यूहन्ना बपतिस्मा देण आळा अर यीशु के पैहले चेल्लें 1:19-51 \io1 यीशु के जरिये माणसां की सेवा 2:1-12:50 \io1 यरुशलेम नगर म्ह आखर के थोड़े दिन 13:1-19:42 \io1 प्रभु यीशु का जिन्दा हो जाणा अर उसका दिखाई देणा 20:1-31 \io1 समापन गलील परदेस म्ह दुबारा दिखाई देणा 21:1-25 \c 1 \s वचन देह की शिक्ल म्ह आया \p \v 1 दुनिया बणण तै पैहल्या वचन था, अर वचन परमेसवर गेल्या था, अर वचन परमेसवर था। \v 2 यो वचन ए सरूआत तै परमेसवर कै गेल्या था। \v 3 दुनिया की हरेक चीज उस्से कै जरिये बणी सै, अर उसके बिना किसे भी चीज की रचना न्ही होई। \v 4 वो जीवन का जरिया था, अर वो जीवन मानव जात्ति कै खात्तर चाँदणा था। \v 5 चाँदणा अन्धेरै म्ह चमकै सै, अर अन्धेरा उस ताहीं बुझा न्ही सका। \p \v 6 परमेसवर कै ओड़ तै भेज्जा होया एक माणस आया, जिसका नाम यूहन्ना था। \v 7 वो गवाही देण खात्तर आया के माणसां नै चाँदणै की गवाही देवै, के सारे माणस उसकै जरिये चाँदणै पै बिश्वास करै। \v 8 वो खुद तै वो चाँदणा कोनी था, पर माणसां नै उस्से चाँदणै की गवाही देण खात्तर आया था। \p \v 9 जो साच्चा चाँदणा था, हरेक माणस नै ज्ञान का चाँदणै देवै सै, वो धरती पै आण आळा था। \v 10 वो दुनिया म्ह था, अर दुनिया उसकै जरिये बणी, अर दुनिया के माणसां नै उस ताहीं न्ही पिच्छाण्या। \v 11 वो अपणे माणसां कै धोरै आया अर उसके अपणे लोग्गां नै उस ताहीं कोन्या अपणाया। \v 12 पर जितन्या नै उस ताहीं अपणाया, उसनै उन ताहीं परमेसवर के ऊलाद होण का हक दिया। \v 13 वो कुदरती तौर पै ना तो पूर्वजां तै, ना देह की मर्जी तै, ना माणसां की मर्जी तै, पर परमेसवर की मर्जी तै पैदा होया सै। \p \v 14 अर वचन देह धारण करकै आया, अर अनुग्रह अर सच्चाई तै भरकै म्हारै बिचाळै रहण लाग्या, अर हमनै उसकी इसी महिमा देक्खी, जिसी पिता कै इकलौते बेट्टे की महिमा। \p \v 15 यूहन्ना नै उसकै बारै म्ह गवाही दी, अर रूक्का मारकै बोल्या, “यो वोए सै, जिसका मन्नै जिक्रा करया के जो मेरै पाच्छै आण लागरया सै, वो मेरतै ज्यादा महान् सै क्यूँके वो मेरतै पैहल्या था।” \v 16 क्यूँके उसकी करुणा अर सच्चाई की भरपूरी म्ह तै हम सारया नै आशीष पै आशीष पाई। \v 17 इस खात्तर के नियम-कायदे तो मूसा नबी तै मिले, पर अनुग्रह अर सच्चाई यीशु मसीह कै जरिये पोहची। \v 18 परमेसवर ताहीं किसे नै कदे कोन्या देख्या, पर परमेसवर के इकलौते बेट्टे नै, जो सदा परमपिता कै गेल सै, उस्से नै म्हारे ताहीं दिखाया। \s यूहन्ना बपतिस्मा देणआळे की गवाही \r (मत्ती 3:1-12; मर 1:1-8; लूका 3:1-18) \p \v 19 यूहन्ना की गवाही या सै, के जिब यहूदी अगुवां नै यरुशलेम तै याजकां अर लेवियाँ नै उसतै यो बुझ्झण नै भेज्या, “तू कौण सै?” \v 20 फेर उसनै यो मान लिया अर नाट्या कोनी, पर मान लिया, “मै मसीह कोनी सूं।” \p \v 21 फेर उननै यूहन्ना तै बुझ्झया, “तो फेर तू कौण सै? के तू एलिय्याह नबी सै?” उसनै साफ-साफ कह दिया के, “मै मसीह कोनी।” “तो के तू वो नबी सै?” उसनै जबाब दिया, “ना।” \p \v 22 फेर उननै यूहन्ना तै बुझ्झया, “फेर तू सै कौण? ताके हम अपणे भेजण आळा ताहीं जबाब देवां। तू अपणे बारै म्ह के कहवै सै?” \v 23 वो बोल्या, “जिसा यशायाह नबी नै बोल्या सैः ‘मै जंगल-बियाबान म्ह एक रूक्का देवण आळे का वचन सूं, के थम प्रभु का रास्ता सीध्धा करो।’” \p \v 24 वे फरीसियों के कान्ही तै खन्दाए होड़ थे। \p \v 25 उननै उसतै यो सवाल बुझ्झया, “जै तू ना मसीह सै, अर ना एलिय्याह, अर ना वो नबी सै, तै फेर बपतिस्मा क्यांतै देवै सै?” \p \v 26 यूहन्ना नै उन ताहीं जबाब दिया, “मै तो थमनै पाणी तै बपतिस्मा देऊँ सूं, पर थारै बीच म्ह एक माणस खड्या सै जिसनै थम कोनी जाणदे। \v 27 यानि मेरै पाच्छै आण आळा सै, जिसके जुत्या के फित्ते भी मै खोल्लण जोग्गा कोनी।” \p \v 28 ये बात यरदन नदी तै परली ओड़ बैतनिय्याह गाम म्ह होई, जडै़ यूहन्ना माणसां ताहीं बपतिस्मा दिया करदा। \s परमेसवर का मेम्‍ना \p \v 29 दुसरै दिन यूहन्ना नै यीशु ताहीं अपणी ओड़ आन्दे देखकै बोल्या, “देक्खो, यो परमेसवर का मेम्‍ना सै जो दुनिया का पाप ठावै सै। \v 30 यो वोए सै जिसकै बारै म्ह मन्नै कह्या था, एक माणस मेरै बाद आवै सै जो मेरतै महान् सै, ज्यातै वो मेरतै पैहल्या था। \v 31 मै खुद तो उसनै कोनी पिच्छाणु था, पर इस्से खात्तर मै पाणी तै बपतिस्मा देन्दा होया आया के वो इस्राएल के माणस उसनै जान ले।” \p \v 32 अर यूहन्ना नै या गवाही दीः “मन्नै सुर्ग तै पवित्र आत्मा ताहीं कबूतर की तरियां अकास तै उतरदे अर उस ताहीं मसीह यीशु पै ठहरते देख्या सै।” \v 33 मै तो उसनै पिच्छाणु कोनी था, पर जिसनै मेरै ताहीं पाणी तै बपतिस्मा देण कै खात्तर भेज्या, उस्से नै मेरै ताहीं कह्या, “जिसपै तू आत्मा नै उतरदे अर ठहरदे देक्खै, वोए पवित्र आत्मा तै बपतिस्मा देणिया सै।” \v 34 “अर मन्नै देख्या, अर गवाही दी सै, के योए परमेसवर का बेट्टा सै।” \s यीशु के प्रथम चेल्लें \p \v 35 अगले दिन यूहन्ना अपणे दो चेल्यां कै गेल फेर ओड़ै खड़े थे, \v 36 अर उसनै यीशु ताहीं जो उसकै धोरै तै जाण लागरया था, उसकी ओड़ लखाकै बोल्या, “देक्खो, यो परमेसवर का मेम्‍ना सै।” \p \v 37 जिब्बे वे दोन्नु चेल्लें उसकी या बात सुणकै यीशु कै गेल हो लिए। \v 38 यीशु नै मुड़कै उन ताहीं गेल आन्दे देख्या अर उनतै बोल्या, “थम के चाह्वो सो?” वे उसतै बोल्ले, “हे गुरु, तू कित्त रहवै सै?” \p \v 39 यीशु उनतै बोल्या, “चाल्लों, तो देख लियो।” फेर उननै उसकै रहण की जगहां देक्खी, अर उस दिन उसकै गेल्या रए। क्यूँके साँझ के करीब चार बजगे थे। \p \v 40 उन दोनुआ म्ह तै, जो यूहन्ना की बात सुणकै यीशु कै गेल्या हो लिए थे, एक तो शमौन पतरस का भाई अन्द्रियास था। \v 41 उसनै पैहल्या अपणे सगै भाई शमौन तै मिलकै उसतै बोल्या, “हमनै ख्रिस्त यानि मसीह (परमेसवर का अभिषिक्‍त) मिलग्या।” \p \v 42 फेर अन्द्रियास शमौन नै यीशु कै धोरै ल्याया। यीशु नै उसकी ओड़ लखाकै कह्या, “तू यूहन्ना का बेट्टा शमौन सैः तू कैफा यानिके पतरस कुआवैगा।” \s फिलिप्पुस अर नतनएल का बुलाया जाणा \p \v 43 अगले दिन यीशु नै गलील परदेस जाण का इरादा करया। वो फिलिप्पुस तै मिल्या अर बोल्या, “मेरे गेल्या हो ले।” \p \v 44 फिलिप्पुस, अन्द्रियास अर पतरस बैतसैदा नगर का रहणीया था। \v 45 फिलिप्पुस नतनएल तै मिल्या अर उसतै बोल्या, “जिसका जिक्र मूसा नबी नै नियम-कायदा म्ह अर नबियाँ नै करया सै, वो म्हारै तै मिलग्या सै! वो यूसुफ का बेट्टा, यीशु नासरी\f + \fr 1:45 \ft नासरत नगर का रहण आळा\f* सै।” \p \v 46 नतनएल नै उसतै बुझ्झया, “के कोए उत्तम चीज भी नासरत तै लिकड़ सकै सै?” फिलिप्पुस उसतै बोल्या, “चालकै देख ले।” \p \v 47 यीशु नै नतनएल ताहीं अपणी ओड़ आन्दे देखकै उसकै बारै म्ह कह्या, “देक्खो, यो साच्चए इस्राएली सैः इस म्ह कपट कोनी।” \p \v 48 नतनएल नै उसतै बुझ्झया, “तू मन्नै किस तरियां जाणै सै?” यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “इसतै पैहल्या के फिलिप्पुस नै तेरे ताहीं बुलाया, तो मन्नै तेरै ताहीं देख्या था जिब तू अंजीर कै दरखत तळै था।” \p \v 49 नतनएल नै उस ताहीं जबाब दिया, “हे गुरु, तू परमेसवर का बेट्टा सै, तू इस्राएल का राजा सै।” \p \v 50 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “मन्नै जो तेरै तै कह्या के मन्नै तेरै ताहीं अंजीर कै दरखत तळै देख्या, के तू इस्से बात पै बिश्वास करै सै? तू इसतै भी बड्डे-बड्डे काम देक्खैगा।” \v 51 फेर उसनै कह्या, “मै तेरै तै साच्चे-साच्च कहूँ सूं, के थम सुर्ग नै खुल्या होड़ अर परमेसवर के सुर्गदूत्तां नै मुझ माणस कै बेट्टे कै उप्पर नीच्चै उतरदे अर उप्पर जान्दे देक्खोगे।” \c 2 \s गलील परदेस के काना नगर म्ह पैहला अनोक्खा काम \p \v 1 फेर तीसरै दिन गलील परदेस कै काना नगर म्ह किसे का ब्याह था, अर यीशु की माँ भी ओड़ैए थी। \v 2 यीशु अर उसके चेल्लें भी उस ब्याह म्ह न्योंद राक्खे थे। \v 3 जिब अंगूर का रस खतम होग्या, फेर यीशु की माँ उसतै बोल्ली, “उनकै धोरै अंगूर का रस कोनी रहया।” \p \v 4 यीशु नै उसतै कह्या, “हे नारी, या बात तू मेरे तै क्यूँ कहवै सै? इब्बे मेरा बखत कोनी आया।” \p \v 5 पर उसकी माँ नै नौकरां तै कह्या, “जो कुछ यो थारे ताहीं कहवै, न्यूए करियो।” \p \v 6 यहूदी परम्परा के मुताबिक शुद्ध करण\f + \fr 2:6\fq शुद्ध करण \ft यहूदी परम्परा के मुताबिक हाथ-पैर धोणा\f* कै खात्तर ओड़ै छः पत्थर के पैण्डे धरे थे, जिन म्ह दो-दो, तीन-तीन मण\f + \fr 2:6 \fq मण \ft सौ सवा सौ लिटर \f* पाणी आवै था। \p \v 7 यीशु नै उनतै कह्या, “पैण्डां मै पाणी भर द्यो।” अर उननै वे मुँह ताहीं भर दिए। \p \v 8 फेर यीशु नै नौकरां ताहीं कह्या, “इब काडकै भोज कै प्रधान धोरै ले जाओ।” अर वे लेगे। \v 9 जिब भोज कै प्रधान नै वो पाणी चाख्या, जो अंगूर का रस बणग्या था अर न्ही जाणै था के वो कड़ै तै आया सै पर जिन नौकरां नै पाणी काड्या था वे जाणै थे फेर भोज कै प्रधान नै बन्दड़े ताहीं बुलाकै उसतै कह्या, \p \v 10 “हरेक माणस पैहल्या बढ़िया अंगूर का रस देवै सै, अर जिब माणस पीकै छिक जावै सै, फेर हल्का देवै सै, पर तन्नै बढ़िया अंगूर का रस इब ताहीं राख राख्या सै।” \p \v 11 यीशु नै गलील परदेस के काना नगर म्ह अपणा यो पैहला चिन्ह-चमत्कार दिखाकै अपणी महिमा जाहिर कर दी अर जिसकी बजह तै उसके चेल्यां नै उसपै बिश्वास करया। \p \v 12 इसकै बाद वो अर उसकी माँ अर उसके भाई अर उसके चेल्लें कफरनहूम नगर म्ह गए अर ओड़ै कुछ दिन रहे। \s मन्दर तै व्यापारियाँ का काड्या जाणा \r (मत्ती 21:12-13; मर 11:15-17; लूका 19:45-46) \p \v 13 यहूदियाँ का फसह का त्यौहार लोवै था, अर यीशु यरुशलेम नगर म्ह गया। \v 14 उसनै मन्दर म्ह बळद, भेड़ अर कबूतर बेच्चण आळे अर सर्राफां (पईसा का लेण देण करण आळे) ताहीं बैट्ठे होए पाया। \v 15 फेर उसनै जेवड़ियां का कोरड़ा बणाकै, सारी भेड्डां अर बळदा ताहीं मन्दर तै काढ दिया, अर सर्राफां के पिसे खिन्डा दिए अर उनके पीढ़े पलट दिए, \v 16 अर कबूतर बेचण आळा ताहीं बोल्या, “इन्हनै उरै तै ले जाओ। मेरै पिता कै घर नै व्यापर का घर ना बणाओ।” \v 17 फेर उसकै चेल्यां नै याद आया के पवित्र ग्रन्थ म्ह लिख्या होड़ सै, “तेरै घर की धुन मन्नै खा ज्यागी।” \p \v 18 इसपै यहूदी अगुवां नै यीशु तै कह्या, “तू म्हारै ताहीं कौण-सा अदभुत निशान दिखा सकै सै?” जो इस तरियां के काम तू करै सै, यो साबित हो सकै, के तू उसका हक राक्खै सै। \p \v 19 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “इस मन्दर नै ढ़ा दो, मै इसनै तीन दिनां म्ह बणा दियुँगा।” \p \v 20 यहूदी अगुवां नै कह्या, “इस मन्दर कै बनाण म्ह छियालिस साल लाग्गे सै, अर के तू इसनै तीन दिनां म्ह बणा देवैगा?” \v 21 पर यीशु नै अपणी देह रूपी मन्दर कै बारै म्ह कह्या था। \v 22 आखर म्ह जिब वो मरे होया म्ह तै जिन्दा होया, जिब उसकै चेल्यां नै याद आई, के उसनै यो कह्या था, अर उननै पवित्र ग्रन्थ के वचन जो यीशु के जिन्दा होण के बारें म्ह बतावै सै, अर उननै यीशु के जरिये कहे होए वचनां पै बिश्वास करया। \s यीशु माणस के मन नै जाणै सै \p \v 23 फसह के त्यौहार के दिन्नां म्ह जिब यीशु यरुशलेम नगर म्ह था, तो उसके जरिये करे गये चिन्ह-चमत्कार के काम्मां नै देखकै घणे माणसां नै उसपै बिश्वास करया। \v 24 पर यीशु नै अपणे-आप ताहीं उनकै भरोसै पै कोनी छोड्या, ज्यातै वो सारया नै जाणै था, \v 25 अर उसनै इस बात की जरूरत कोनी थी के कोए आकै उसनै माणसां के बारै म्ह बतावै, क्यूँके वो खुदे जाणै था के माणस कै मन म्ह के सै? \c 3 \s यीशु अर नीकुदेमुस \p \v 1 फरीसियाँ म्ह तै नीकुदेमुस नाम का एक माणस था, जो यहूदियाँ का प्रधान था। \v 2 उसनै रात नै यीशु के धोरै आकै उस ताहीं कह्या, “हे गुरु, हमनै बेरा सै के तू परमेसवर की ओड़ तै म्हारे ताहीं सिखाण खात्तर आया सै, ज्यातैए कोए इन चिन्ह-चमत्कारां नै जिननै तू दिखावै सै, जै परमेसवर उसकै गेल्या ना हो, तो दिखा कोन्या सकदा।” \p \v 3 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “मै थारै ताहीं सच कहूँ सूं, जै कोए नए सिरे तै ना जन्मै तो परमेसवर का राज्य देख न्ही सकदा।” \p \v 4 नीकुदेमुस नै उस ताहीं कह्या, “माणस जिब बुढ़ा होज्या, तो किस ढाळ जन्म ले सकै सै? के वो अपणी माँ कै गर्भ म्ह दुसरी बर भीत्त्तर बड़कै जन्म ले सकै सै।” \p \v 5 यीशु नै जबाब दिया, “मै तेरै तै सच कहूँ सूं, जिब ताहीं कोए माणस पाणी\f + \fr 3:5\fq पाणी अर आत्मा \ft बपतिस्मा नै दिखावै सै\f* अर आत्मा तै ना जन्मे तो वो परमेसवर के राज्य म्ह बड़ न्ही सकदा। \v 6 क्यूँके मानव देह म्ह जन्म सिर्फ देह का जन्म सै, जिब के आत्मा तै जन्म नया जन्म सै। \v 7 हैरान ना होवै, के मन्नै तेरै तै कह्या, के थारै ताहीं नए सिरे तै जन्म लेणा जरूरी सै। \v 8 हवा जितोड़ चाहवै सै उतोड़ चाल्लै सै, अर तू उसकी अवाज सुणै सै, पर जाण्दा कोनी, के वा कड़ै तै आवै सै अर कितोड़ नै जावै सै? जो कोए पवित्र आत्मा तै जन्मा सै वो इसाए सै।” \p \v 9 नीकुदेमुस नै उस ताहीं जबाब दिया, के या बात किस ढाळ हो सकै सै? \p \v 10 या सुणकै यीशु नै उस ताहीं जवाब दिया, “तू इस्राएलियाँ का गुरू होकै भी के इन बात्तां नै कोनी समझदा?” \v 11 मै तेरै तै साच्ची-साच कहूँ सूं के हम जो जाणां सां, वो कह्वां सां, अर जिस ताहीं हमनै देख्या सै उसकी गवाही देवां सां, अर जो हम कह्वां सां, उसका थम बिश्वास कोनी करदे। \v 12 जिब मन्नै थारैतै दुनिया की बात कही, अर थम बिश्वास न्ही करदे, तो जै मै थमनै सुर्ग की बात कहूँ, तो फेर किस ढाळ बिश्वास करोगे? \v 13 अर कोए सुर्ग पै कोनी चढ़ा, सिर्फ वोए एक सै जो सुर्ग तै उतरा यानिके मै माणस का बेट्टा। \v 14 अर जिस ढाळ तै मूसा नबी नै जंगल-बियाबान म्ह कांस्सी का साँप बणाकै उस ताहीं ऊँच्चै पै चढ़ाया, उस्से ढाळ तै जरूरी सै के मै माणस का बेट्टा भी ऊँच्चै पै चढ़ाया जाऊँ। \v 15 ताके जो कोए मेरे पै बिश्वास करै वो अनन्त जीवन पावै। \p \v 16 क्यूँके परमेसवर नै दुनिया के माणसां तै इसा प्यार राख्या के उसनै अपणा इकलौता बेट्टा दे दिया, ताके जो कोए उसपै बिश्वास करै, वो नाश कोनी होवै, पर अनन्त जीवन पावै। \v 17 क्यूँके परमेसवर नै अपणे बेट्टै ताहीं दुनिया म्ह ज्यांतै कोनी भेज्या, के जगत पै दण्ड का हुकम देवै, पर ज्यांतै के जगत उसकै जरिये उद्धार पावै। \v 18 जो परमेसवर के बेट्टे पै बिश्वास करै सै, उसपै दण्ड का हुकम कोन्या होन्दा, पर जो उसपै बिश्वास न्ही करदा, वो कसूरवार बणैगा, ज्यांतै के उसनै परमेसवर के इकलौते बेट्टै कै नाम पै बिश्वास कोनी करया। \v 19 अर दण्ड कै हुकम का कारण यो सै के चान्दणा दुनिया म्ह आया सै, अर माणसां नै अन्धेरै ताहीं चान्दणै तै घणा प्यारा जाण्या क्यूँके उनके काम भुण्डे थे। \v 20 क्यूँके जो कोए पाप करै सै, वो चान्दणै तै बैर राक्खै सै, अर चान्दणै कै धोरै कोनी आन्दा, क्यूँके उसके पाप उजागर हो जावैंगे। \v 21 पर जो सच्चाई पै चाल्लै सै वो चान्दणै कै धोरै आवै सै, ताके ये साबित हो जावै के उसके काम परमेसवर की ओड़ तै कराये गये सै। \s यीशु कै बारै म्ह यूहन्ना की गवाही \p \v 22 फेर यीशु अर उसके चेल्लें यहूदिया परदेस म्ह पोहोचे, अर वो ओड़ै उनकै गेल्या रहकै माणसां ताहीं बपतिस्मा देण लाग्या। \v 23 यूहन्ना भी शालेम नगर कै धोरै ऐनोन नामक गाम म्ह बपतिस्मा देवै था, क्यूँके ओड़ै घणाए पाणी था, अर माणस आकै बपतिस्मा लेवै थे। \v 24 यूहन्ना उस बखत ताहीं जेळखान्ने म्ह कैद न्ही करया था। \v 25 ओड़ै यूहन्ना के कुछ चेल्यां का किसे यहूदी गेल्या पाणी तै शुद्धिकरण कै बारै म्ह बहस होगी। \v 26 अर यूहन्ना कै चेल्यां नै आकै उस ताहीं कह्या, “हे गुरु, जो माणस यरदन नदी कै परली ओड़ तेरी गेल्या था, अर जिसके बारें म्ह तन्नै कह्या सै, देख, वो बपतिस्मा देवै सै, अर सारे उसकै धोरै आवै सै।” \p \v 27 यूहन्ना नै जबाब दिया, “माणस नै तब तक कुछ न्ही मिल सकता, जिब तक वो सुर्ग तै ना दिया जावै।” \v 28 थारे ताहीं तो पैहले मन्नै बताया था के “मै मसीह कोनी, पर उसतै पैहले भेज्या गया सूं।” \v 29 बन्दड़ा बन्दड़ी तै ब्याह करै सै, पर बन्दड़ै का साथी जो खड्या होया उसकी अवाज सुणै सै, बन्दड़ै कै वचन तै घणा खुश होवै सै, अर मै भी खुश सूं। \v 30 जरूरी सै के वो बधै अर मै घटूँ। \p \v 31 जो सुर्ग तै आवै सै, वो सारया म्ह सबतै महान् सै, जो धरती कान्ही तै आवै सै वो धरती का सै, अर धरतीए की बात कहवै सै: जो सुर्ग कान्ही तै आवै सै, वो सारया तै उप्पर सै।\f + \fr 3:31 \ft यूह-8:23 \f* \v 32 उसनै जो कुछ देख्या अर सुण्या सै, वो उस्से की बात करै सै, पर उसकी गवाही कोए न्ही मानता। \v 33 जिसनै उसकी गवाही अपणाई उसनै इस बात पै छाप लगा दी के परमेसवर साच्चा सै। \v 34 क्यूँके जिस ताहीं परमेसवर नै भेज्या सै, वो परमेसवर की बात कहवै सै, क्यूँके परमेसवर उननै बिना किसे माप के पवित्र आत्मा देवै सै। \v 35 पिता अपणे बेट्टै तै प्यार करै सै, अर उसनै सारी चीज उसकै हाथ्थां म्ह दे दी सै। \v 36 जो बेट्टै पै बिश्वास करै सै, अनन्त जीवन उस्से का सै, पर जो बेट्टै की बात कोनी मान्दा, उसनै वो अनन्त जीवन कोनी मिलै, इसकी बजाये उसपै परमेसवर का छो बण्या रहवैगा। \c 4 \s यीशु अर सामरी बिरबान्नी \p \v 1 फेर जिब यीशु नै बेरा पाट्या के फरीसियाँ नै सुण्या सै के यीशु यूहन्ना तै घणे चेल्लें बणावै सै अर उननै बपतिस्मा देवै सै। \v 2 (ऊतै यीशु खुद न्ही बल्कि उसके चेल्लें बपतिस्मा देवै थे) \v 3 फेर वो यहूदिया परदेस नै छोड़कै दुबारै गलील परदेस म्ह चल्या गया, \p \v 4 इस बार उसनै सामरिया परदेस होकै जाणा पड्या था। \v 5 इस करकै वो सामरिया परदेस के सूखार नामक एक नगर म्ह आया, यो नगर उस जगहां कै धोरै था जो याकूब नै अपणे बेट्टे यूसुफ ताहीं दिया था। \v 6 अर याकूब का कुआँ भी ओड़ैए था। यीशु सफर का थक्या होड़ उस कुएँ पै न्यूए बैठग्या। दोफ्हारा का बखत होरया था। \p \v 7 इतनै म्ह एक सामरी बिरबान्नी पाणी भरण आई। यीशु नै उस ताहीं कह्या, “मन्नै पाणी पिया।” \v 8 क्यूँके उसके चेल्लें नगर म्ह खाणा मोल लेण जारे थे। \p \v 9 उस सामरी बिरबान्नी नै उस ताहीं कह्या, “तू यहूदी होकै मेरे तै सामरी बिरबान्नी तै पाणी क्यांतै माँगै सै?” (क्यूँके यहूदी सामरियाँ तै नफरत करै थे।) \p \v 10 यीशु नै जबाब दिया, “जै तू जाणदी के परमेसवर तन्नै के देणा चाहवै सै, अर न्यू न्ही जाणदी के वो कौण सै जो तेरै तै कहवै सै, ‘मन्नै पाणी पिया,’ फेर तू उसतै माँगदी, अर वो तन्नै जीवन का पाणी देन्दा।” \p \v 11 बिरबान्नी नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, तेरै धोरै पाणी भरण नै तै किमे सै भी कोनी, अर कुआँ डून्घा सै, तै फेर वो जीवन का पाणी तेरै धोरै कड़ै तै आया? \v 12 के तू म्हारै पूर्वज याकूब तै बड्ड़ा सै, जिसनै म्हारै ताहीं यो कुआं दिया, अर खुद भी अपणे ऊलादां, अर अपणे डान्गरां सुदा इस म्ह तै पीया?” \p \v 13 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “जो कोए यो पाणी पीवैगा वो फेर तिसाया होगा, \v 14 पर जो कोए उस पाणी म्ह तै पीवैगा जो मै उस ताहीं दियुँगा वो फेर अनन्त काल ताहीं तिसाया कोनी होवैगा, बल्के जो पाणी मै उस ताहीं दियुँगा वो उस म्ह एक सोत्ता बण ज्यागा जो अनन्त जीवन खात्तर उमड़दा रहवैगा।” \p \v 15 बिरबान्नी नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, वो पाणी मन्नै दे ताके मै तिसाई ना होऊँ अर ना पाणी भरण नै इतनी दूर आऊँ।” \p \v 16 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जा अपणे धणी नै याड़ै बुला ल्या।” \p \v 17 बिरबान्नी नै जबाब दिया, “मै बिना धणी की सूं।” यीशु नै उस ताहीं कह्या, “तू ठीक कहवै सै, ‘मै बिना धणी की सूं।’ \v 18 क्यूँके तन्नै पाँच धणी कर लिए सै, अर जिस माणस कै गेल्या तू इब सै वो भी तेरा धणी कोनी। या तन्नै साच्ची-ए कही सै।” \p \v 19 बिरबान्नी नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, मन्नै लाग्गै सै तू नबी सै। \v 20 म्हारै सामरी पूर्वजां नै इस्से पहाड़ पै भगति करी, अर यहूदी लोग कहवै सै, के वा जगहां जड़ै भगति करणी चाहिए यरुशलेम नगर म्ह सै।” \p \v 21 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “हे नारी,” मेरी बात का भरोस्सा करके वो बखत आवै सै, के थम ना तै इस पहाड़ पै पिता की भगति करोगे, ना यरुशलेम म्ह। \v 22 थम जिसनै कोनी जाणदे, उसकी भगति करो सो, अर हम यहूदी लोग जिसनै जाणा सा उसकी भगति करा सां, क्यूँके उद्धार यहूदियाँ म्ह तै सै। \v 23 पर वो बखत आवै सै, बल्कि इब भी सै, जिसम्ह साच्चे भगत पिता की भगति आत्मा अर सच्चाई तै करैगें, क्यूँके पिता अपणे खात्तर इसेए भगतां नै टोहवै सै। \v 24 परमेसवर आत्मा सै अर जरूरी सै के उसकी भगति करण आळे आत्मा अर सच्चाई तै उसकी भगति करै। \p \v 25 बिरबान्नी नै उस ताहीं कह्या, “मै जांणु सूं के मसीह” जो ख्रिस्त कुहावै सै, “आण आळा सै, जिब वो आवैगा, फेर म्हारै ताहीं सारी बात बता देवैगा।” \p \v 26 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “मै जो तेरै तै बोल्लण लागरया सूं, वोए सूं।” \s चेल्यां की वापसी \p \v 27 इतनै म्ह उसके चेल्लें आण पोहोचे, अर हैरान होण लागगे के वो बिरबान्नी तै बतळावै था, फेर भी किसे नै कोनी बुझ्झया, “तू के चाहवै सै? या क्यातै उसतै बतळावै सै?” \p \v 28 फेर बिरबान्नी अपणा पैण्डा छोड़कै नगर म्ह चली गई, अर माणसां तै कहण लाग्गी, \v 29 “आओ एक माणस नै देक्खो, जिसनै सारा किमे जो मन्नै करया मेरै तै बता दिया। कदे योए तो मसीह न्ही सै?” \v 30 तब वे नगर के बासिन्दे गाम तै लिकड़कै यीशु कै धोरै आण लागगे। \p \v 31 इस बिचाळै उसके चेल्यां नै यीशु तै या बिनति करी, “हे गुरु, किमे खा ले।” \p \v 32 पर उसनै उन ताहीं कह्या, “मेरै धोरै खाण खात्तर इसा खाणा सै जिसनै थम कोनी जाणदे।” \v 33 फेर चेल्यां नै आप्पस म्ह कह्या, “के कोए उसकै खात्तर खाणा लेकै आया सै?” \p \v 34 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मेरा खाणा यो सै के अपणे भेजण आळे की मर्जी कै मुताबिक चाल्लुं अर उसका काम नै पूरा करो जो उसनै कह्या सै। \v 35 के थम कोनी कहन्दे, ‘लामणीयां के इब्बे चार महीन्ने रहरे सै?’ अपणी आँखां तै देक्खों जितने माणस आण लागरे सै, वो उस खेत की तरियां सै जो काट्टण खात्तर तैयार सै। \v 36 पैहले तै मजदूर काम करण लागरया सै अर अपणी मजदूरी पावैण लागरया सै, इसका मतलब यो सै के वो माणसां नै कठ्ठा करण लागरया सै जो अनन्त जीवन पा ग्ये। \v 37 क्यूँके याड़ै या कहावत ठीक बैठै सैः बोणआळा और सै, अर काट्टण आळा और। \v 38 मन्नै थारै ताहीं वो खेत काट्टण खात्तर भेज्या जिसम्ह थमनै मैहनत कोन्या करी दुसरयां नै मैहनत करी अर थमनै उनकी मैहनत कै फळ म्ह बान्डा करया।” \s सामरियाँ का बिश्वास करणा \p \v 39 उस नगर के घणखरे सामरियाँ नै उस बिरबान्नी कै कहण तै यीशु पै बिश्वास करया, क्यूँके उसनै कह्या था, के “उसनै सारा किमे जो मन्नै करया सै, मेरै तै बता दिया।” \v 40 ज्यांतै जिब सामरी उसकै धोरै आए, तो उसतै बिनती करण लागगे के म्हारै याड़ै रै। आखर म्ह वो ओड़ै दो दिन ताहीं रहया। \v 41 उसके वचन कै कारण और भी घणखरे माणसां नै बिश्वास करया \p \v 42 अर उस बिरबान्नी तै कह्या, “इब हम तेरे कहण तए बिश्वास कोनी करदे, क्यूँके हमनै खुदे सुण लिया, अर जाणगे सा के योए साच्चए म्ह दुनिया का उद्धार करणीया सै।” \p \v 43 फेर उन दो दिनां कै पाच्छै वो ओड़ै तै लिकड़कै गलील परदेस म्ह गया। \v 44 क्यूँके यीशु नै खुदे गवाही दी के नबी अपणे गाम म्ह आद्दर मान कोनी पान्दा। \v 45 जिब वो गलील परदेस म्ह आया, तो गलील परदेस के माणस राज्जी होकै उसतै फेट्टे, क्यूँके जितने काम उसनै यरुशलेम म्ह त्यौहार कै बखत करे थे, उननै उन सारया ताहीं देख्या था, क्यूँके वे भी त्यौहार म्ह जारे थे। \s राजकर्मचारी के बेट्टे ताहीं ठीक करणा \p \v 46 फेर वो दुबारै गलील परदेस कै काना नगर म्ह आया, जड़ै उसनै पाणी ताहीं अंगूर का रस बणाया था। ओड़ै राजा का एक कर्मचारी था जिसका बेट्टा कफरनहूम नगर म्ह बीमार था। \v 47 वो या सुणकै के यीशु यहूदिया परदेस तै गलील परदेस म्ह आ रहया सै, उसकै धोरै गया अर उसतै बिनती करण लागग्या के चालकै मेरै बेट्टै नै ठीक कर दे: क्यूँके वो मरण आळा था। \p \v 48 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जिब ताहीं थम चमत्कार अर अचम्भै के काम कोनी देखदे जद ताहीं कदे भी बिश्वास कोनी करोगे।” \p \v 49 राजा कै कर्मचारी नै उसतै कह्या, “हे प्रभु, मेरै बाळक की मौत होण तै पैहल्या चाल।” \p \v 50 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जा, तेरा बेट्टा जिन्दा सै।” उस माणस नै यीशु की कही होई बात का बिश्वास करया अर चल्या गया। \v 51 वो रास्तए म्ह था के उसके नौक्कर उसतै आ फेट्टे अर कहण लाग्गे, “तेरा छोरा जिन्दा सै।” \v 52 उसनै उसतै बुझ्झया, “किस बखत वो ठीक होण लागग्या?” उननै उस ताहीं कह्या, “काल दोफहरै एक बजे उसका बुखार उतर गया।” \p \v 53 फेर बाप जाण गया के यो उस्से बखत होया जिस बखत यीशु नै उस ताहीं कह्या, “तेरा बेट्टा जिन्दा रहवैगा,” अर उसनै अर उसके सारे कुण्बे नै बिश्वास करया। \p \v 54 यो दुसरा अचम्भै का काम था जो यीशु नै यहूदिया परदेस तै गलील परदेस म्ह आकै दिखाया। \c 5 \s अड़तीस साल के रोग्गी ताहीं ठीक करणा \p \v 1 इन बात्तां कै पाच्छै यहूदियाँ का एक त्यौहार आया, अर यीशु यरुशलेम नगर नै गया। \v 2 यरुशलेम म्ह भेड़-फाटक कै धोरै एक कुण्ड सै जो इब्रानी भाषा म्ह बैतहसदा कुह्वावै सै, उसके पाँच घाट सै। \v 3 इन म्ह घणखरे बीमार, आंधे, लंगड़े अर सुखे अंगआळे (पाणी कै हाल्लण कै आस म्ह) पड़े रहवै थे। \v 4 (क्यूँके खास बखत पै परमेसवर के सुर्गदूत कुण्ड म्ह उतरकै पाणी नै हलाया करै थे। पाणी हाल्दए जो कोए पैहल्या उतरदा वोए ठीक हो जान्दा चाहे उसकै कोए बीमारी क्यूँ ना हो।) \v 5 उड़ै एक माणस था, जो अड़तीस साल तै बीमारी म्ह पड्या था। \v 6 यीशु नै उस ताहीं पड्या होया देखकै अर न्यू जाणकै के वो घणे दिनां तै इसी हाल्लत म्ह पड्या सै, उसतै बुझ्झया, “के तू ठीक होणा चाहवै सै?” \p \v 7 उस बीमार नै उस ताहीं जबाब दिया, “हे प्रभु, मेरै धोरै कोए माणस कोनी के जिब पाणी हलाया जावै, तो मन्नै कुण्ड म्ह तारै, पर मेरे पोहोचदये-पोहोचदये दुसरा मेरतै पैहल्या उतर जावै सै।” \p \v 8 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “उठ, अपणे बिस्तर ठाकै, हाँड-फिर।” \v 9 वो माणस जिब्बे ठीक होग्या, अर अपणे बिस्तर ठाकै हाँड़ण-फिरण लागग्या। \p \v 10 वो आराम का दिन था। ज्यांतै यहूदी उस ताहीं जो ठीक होया था, कहण लाग्गे, “आज तै आराम का दिन सै, तेरा बिस्तर ठाणा ठीक कोनी।” \p \v 11 उसनै उन ताहीं जबाब दिया, “जिसनै मेरै ताहीं ठीक करया, उस्से नै मेरै ताहीं कह्या, ‘अपणा बिस्तर ठा अर हाँड-फिर।’” \p \v 12 उननै उसतै बुझ्झया, “वो कौण माणस सै जिसनै तेरै तै कह्या, ‘बिस्तर ठा, अर हाँड-फिर?’” \p \v 13 पर जो ठीक होया था वो कोनी जाणै था के वो कौण सै, क्यूँके उस ठोड़ पै भीड़ होण कै कारण यीशु ओड़ै तै टहलग्या था। \p \v 14 इन बात्तां कै पाच्छै वो यीशु नै मन्दर म्ह मिल्या। यीशु नै उस ताहीं कह्या, “देख, तू ठीक होग्या सै: दुबारा पाप ना करिये, इसा ना हो के इसतै कोए भारी संकट तेरै पै आण पड़ै।” \v 15 उस माणस नै जाकै यहूदियाँ तै कह दिया के जिसनै मेरै ताहीं ठीक करया वो यीशु सै। \p \v 16 इस कारण यहूदी अगुवें यीशु नै तंग करण लाग्गे, क्यूँके वो इसे काम आराम कै दिन करया करदा। \v 17 इसपै यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मेरा पिता हमेशा काम करै सै, अर मेरे ताहीं भी करते रहणा सै।” \v 18 यीशु की बात के कारण यहूदी अगुवें और भी घणे उस ताहीं मारण खात्तर कोशिश करण लाग्गे, क्यूँके वो ना सिर्फ आराम कै दिन का नियम तोड्या करदा, पर परमेसवर नै अपणा पिता कहकै खुद ताहीं परमेसवर कै बरोबर भी ठैहरावै था। \s बेट्टे का अधिकार \p \v 19 इसपै यीशु नै उस ताहीं कह्या, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, बेट्टा खुद तै किमे न्ही कर सकदा, सिर्फ वो जो पिता नै करदे देक्खै सै, क्यूँके जिन-जिन काम्मां नै वो करै सै उननै बेट्टा भी इस्से ढाळ करै सै। \v 20 क्यूँके पिता बेट्टै तै प्यार करै सै अर जो-जो काम वो खुद करै सै, वो सारे उसतै दिखावै सैः अर वो इसतै भी बड्डे काम उस ताहीं दिखावैगा, ताके थम हैरान होओ। \v 21 जिसा पिता मरे होया नै ठावै अर जिवांवै सै उस्से ढाळ बेट्टा भी जिननै चाहवै सै उननै जिवांवै सै। \v 22 पिता किसे का न्याय कोनी करदा, पर न्याय करण का सारा काम बेट्टै ताहीं सौंप राख्या सै, \v 23 के सारे माणस जिस ढाळ पिता की इज्जत करै सै उस्से ढाळ बेट्टै की भी इज्जत करै। जो बेट्टै की इज्जत कोनी करदा, वो पिता की, जिसनै उस ताहीं भेज्या सै, इज्जत कोनी करदा।” \p \v 24 मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, जो मेरा वचन सुणकै उसपै बिश्वास करै सै, जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, वो अनन्त जीवन पावै सै, अर उसपै दण्ड का हुकम कोनी होन्दा, पर वो मौत नै पार करकै जीवन म्ह बड़ लिया सै। \v 25 “मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, वो बखत आवै सै, अर इब सै, जिसम्ह मरेहोड़ परमेसवर के बेट्टै का वचन सुणैगें, अर जो सुणैगें वे जिवैंगे। \v 26 क्यूँके जिस ढाळ तै पिता खुद म्ह जीवन राक्खै सै, उस्से ढाळ तै उसनै बेट्टै ताहीं भी यो हक दिया सै के खुद जीवन राक्खै। \v 27 बल्के मेरे ताहीं माणसां के न्याय करण का भी हक दिया सै, ज्यांतै के मै माणस का बेट्टा सूं।” \p \v 28 इसतै हैरान मतना होओ: क्यूँके वो बखत आवै सै के जितने मरे होए लोग कब्रां म्ह सै वे मेरा वचन सुणकै लिकड़ आवैगें। \v 29 जिन नै भले काम करे सै वे जीवन कै पुनरुत्थान खात्तर जी जावैंगे अर जिन नै बुरे काम करे सै वे दण्ड के पुनरुत्थान खात्तर जी जावैंगे। \s यीशु के सम्बन्ध म्ह गवाही \p \v 30 “मै खुद तो कुछ कोनी कर सकदा, जिसा सुणु सूं, उस्से तरियां न्याय करूँ सूं, अर मेरा न्याय साच्चा सै, क्यूँके मै अपणी मर्जी कोनी पर अपणे भेजण आळे की मर्जी चाऊँ सूं।” \p \v 31 जै मै खुदे अपणी गवाही द्यूँ, तो मेरी गवाही साच्ची कोनी। \v 32 एक और सै जो मेरा पिता सै, वो मेरी गवाही देवै सै, अर मै जाणु सूं, के मेरी जो गवाही वो देवै सै, वा साच्ची सै। \p \v 33 थमनै यूहन्ना तै बुझवाया अर उसनै सच्चाई की गवाही दी सै। \v 34 पर मै अपणे बारै म्ह माणसां की गवाही कोनी चाहन्दा, फेर भी मै ये बात ज्यांतै कहूँ सूं के थारा उद्धार हो। \v 35 यूहन्ना तो बळदे अर चमकदे होए दीवै कै समान था, अर थमनै किमे वार ताहीं उसकै चान्दणै म्ह मगण होणा भाया। \p \v 36 पर मेरै धोरै जो गवाही सै वा यूहन्ना की गवाही तै बड्डी सै, क्यूँके जो काम पिता नै मेरै ताहीं निपटाण नै सौप्या सै यानिके योए काम जो मै करूँ सूं, वे मेरे गवाह सै के पिता नै मेरैताहीं भेज्या सै। \v 37 अर पिता जिसनै मेरैताहीं भेज्या सै, उस्से नै मेरी गवाही दी सै। थमनै ना कदे उसका वचन सुण्या, अर ना उसकी शिक्ल देक्खी सै, \v 38 अर उसकै वचन ताहीं मन म्ह बणाए कोनी राखदे, क्यूँके जिस ताहीं उसनै भेज्या थम उसका बिश्वास कोनी करदे। \v 39 थम पवित्र ग्रन्थ म्ह टोव्हो सो, क्यूँके समझों सो के उस म्ह अनन्त जीवन थारैताहीं मिलै सै, अर यो वोए सै जो मेरी गवाही देवै सै, \v 40 फेर भी थम अनन्त जीवन पाण खात्तर मेरै धोरै आणा कोनी चाहन्दे। \p \v 41 मै माणसां तै आदर कोनी चाहन्दा। \v 42 पर मै थमनै जाणु सूं, के थारै म्ह परमेसवर खात्तर प्यार कोनी। \v 43 थम मेरे ताहीं पसन्द न्ही करते जिब के मै अपणे पिता कै नाम तै आया सूं, जै दुसरा कोए खुदे नाम तै आवै, तो उसनै थम अपणा लोगे। \v 44 थम मेरै पै किस तरियां बिश्वास कर सको सो? क्यूँके थम तो आप्पस म्ह एक-दुसरै तै तारीफ सुणना चाहो सो, अर उस तारीफ की ओड़ देखते भी कोनी जो एकमात्र परमेसवर तै आवै सै। \p \v 45 न्यू ना समझियों के मै पिता के स्याम्ही थारै म्ह खोट काढ्ढू सूं, थारे म्ह खोट काढणिया तो मूसा नबी सै, जिसपै थमनै भरोस्सा करया सै। \v 46 क्यूँके जै थम मूसा नबी पै बिश्वास करदे, तो मेरा भी बिश्वास करदे, ज्यांतै के उसनै मेरै बारै म्ह लिख्या सै। \v 47 पर जै थम उसकी पवित्र ग्रन्थ म्ह लिक्खी होई बात्तां पै बिश्वास कोनी करदे, तो मेरी बात्तां पै किस तरियां बिश्वास करोगे? \c 6 \s पाँच हजार माणसां ताहीं खिलाणा \r (मत्ती 14:13-21; मर 6:30-44; लूका 9:10-17) \p \v 1 इन बात्तां कै पाच्छै यीशु गलील समुन्दर यानिके तिबिरियास की झील कै धोरै गया। \v 2 अर एक बड्डी भीड़ उसकै गेल्या हो ली क्यूँके जो अचम्भै के काम वो बीमारां पै दिखावै था वे उननै देख्या करै थे। \v 3 फेर यीशु पहाड़ पै चढ़कै अपणे चेल्यां कै गेल्या बैठग्या। \v 4 यहूदियाँ कै फसह का त्यौहार लोवै था। \p \v 5 जिब यीशु नै अपणी आँख ठाकै एक बड्डी भीड़ ताहीं अपणे कान्ही आन्दे देख्या, फेर फिलिप्पुस ताहीं कह्या, “हम इनकै खाणै कै खात्तर कड़ै तै रोट्टी मोल ल्यावां?” \v 6 उसनै या बात उस ताहीं आजमाण ताहीं बोल्ली, क्यूँके वो खुदे जाणै था के वो के करैगा। \p \v 7 फिलिप्पुस नै उस ताहीं जबाब दिया, “दो सौ दीनार (200 दिन की मजदूरी) की रोट्टी भी उन खात्तर पूरी कोनी पड़ै के उन म्ह तै हरेक नै माड़ी-माड़ी मिल जा।” \p \v 8 उसके चेल्यां म्ह तै शमौन पतरस का भाई अन्द्रियास नै उस ताहीं कह्या, \v 9 “याड़ै एक छोरा सै जिसकै धोरै जौ की पाँच रोट्टी अर दो मच्छी सै, पर इतणे माणसां खात्तर वे के सै?” \p \v 10 यीशु बोल्या, “माणसां नै बिठा द्यो।” उस जगहां घणी घास थी: फेर माणस जिन म्ह आदमियाँ की गिणती करीबन पाँच हजार की थी, बैठगे। \v 11 फेर यीशु नै रोट्टी ली अर परमेसवर का धन्यवाद करकै बैठण आळा ताहीं बान्ड दीः अर उस्से ढाळ मच्छियाँ म्ह तै जितनी वे चाहवै थे, बान्ड दी। \p \v 12 जिब वे खाकै छिकगे फेर वो चेल्यां तै बोल्या, “बचे होड़ टुकड़े कट्ठे कर ल्यो के किमे बगायां न्ही जावै।” \v 13 आखर म्ह उननै कट्ठा करया, अर जौ की पाँच रोटियाँ के टुकड़्यां तै जो खाण आळा तै बची होड़ थी, बारहा टोकरी भरी। \p \v 14 फेर जो अचम्भै के काम उसनै कर दिखाये उसनै वे माणस देखकै कहण लाग्गे, “वो नबी जो दुनिया म्ह आण आळा था, पक्का योए सै।” \v 15 यीशु न्यू जाणकै के वे मन्नै राजा बनाण खात्तर पकड़णा चाहवै सै, फेर पहाड़ पै एक्ला चल्या गया। \s यीशु का पाणी पै चालणा \r (मत्ती 14:22-33; मर 6:45-52) \p \v 16 जिब साँझ होई, तो उसके चेल्लें झील कै किनारै गए, \v 17 अर किस्ती पै चढ़कै झील कै परली ओड़ कफरनहूम नगर म्ह जाण लाग्गे। उस बखत अन्धेरा होग्या था, अर यीशु इब ताहीं उनकै धोरै कोनी आया था। \v 18 अर आंधी कै कारण समुन्दर म्ह झांल उठ्ठण लाग्गी। \v 19 जिब वे खेते-खेते तीन-चार कोस कै करीबन लिकड़गे, फेर उननै यीशु ताहीं समुन्दर पै चाल्दे अर किस्ती कै धोरै आन्दे देख्या, अर डरगे। \v 20 पर उसनै उनतै कह्या, “मै सूं, डरो मतना।” \v 21 आखर म्ह वे उसनै किस्ती पै चढ़ाण नै राज्जी होए अर जिब्बे वा किस्ती उस जगहां पै जा पोहची जड़ै वे जाण लागरे थे। \s लोग्गां का यीशु ताहीं टोहणा \p \v 22 जो लोग गलील समुन्दर के उस पार रहगे थे, उननै दुसरे दिन देख्या के याड़ै सिर्फ एक ए किस्ती थी, अर यीशु अपणे चेल्यां गेल्या उस किस्ती पै कोनी चढ़या था, पर सिर्फ उसके चेल्लें ऐकले ए चले गए थे। \v 23 तिबिरियास नगर की कुछ किस्तियाँ उस जगहां कै धोरै आकै रुकी, जड़ै प्रभु नै भीड़ ताहीं रोट्टी खुआई थी। \v 24 जिब भीड़ नै देख्या के याड़ै ना यीशु सै अर ना उसके चेल्लें, फेर वे भी छोट्टी-छोट्टी किस्तियाँ पै चढ़कै यीशु नै टोन्दे होए कफरनहूम नगर पोहोचे। \s यीशु जीवन की रोट्टी \p \v 25 गलील समुन्दर कै परली ओड़ जिब वे उसतै मिले तो बोल्ले, “हे गुरु, तू याड़ै कद आया?” \p \v 26 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, थम मन्नै ज्यांतै कोनी टोव्हो सो के थमनै अचम्भै के काम देक्खे, पर ज्यांतै के थमनै पेट भरकै रोट्टी खाई थी।” \v 27 उस खाणै खात्तर मेहनत ना करो जो सड़ जावै सै, पर उस खाणै खात्तर जतन करो जो सदा खराब कोनी होंदा अर अनन्त जीवन देवै सै, मै माणस का बेट्टा यो खाणा थारे ताहीं देऊँगा, क्यूँके पिता परमेसवर नै मेरे ताहीं इसा करण का हक दिया सै। \p \v 28 वे उसतै बोल्ले, “परमेसवर के काम करण खात्तर हम के करा?” \p \v 29 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “परमेसवर चाहवै सै, के थम उस म्ह बिश्वास करो, जिस ताहीं उसनै भेज्या सै।” \p \v 30 फेर वे उसतै बोल्ले, “फेर तू कौण सा निशान दिखावै सै के हम उसनै देखकै तेरा बिश्वास करा? तू कौण सा काम दिखावै सै? \v 31 म्हारै पूर्वजां नै जंगल-बियाबान म्ह मन्ना खाया, जिसा पवित्र शास्त्र म्ह लिख्या सै, ‘परमेसवर नै उन ताहीं खाण खात्तर सुर्ग तै रोट्टी देई।’” \p \v 32 यीशु नै उनतै कह्या, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के मूसा नबी नै थारैताहीं वा रोट्टी सुर्ग तै कोनी दी, पर मेरा पिता थमनै सुर्ग तै असली रोट्टी देवै सै। \v 33 क्यूँके परमेसवर की रोट्टी वाए सै, जो सुर्ग तै उतरकै दुनिया के माणसां ताहीं जिन्दगी देवै सै।” \p \v 34 फेर यो सुणकै यीशु तै बिनती करी, “के हे प्रभु, वा रोट्टी हमनै सदा दिया कर।” \p \v 35 यीशु नै उनतै कह्या, “जीवन की रोट्टी मै सूं: जो मेरै धोरै आवैगा, वो कदे भूक्खा कोनी रहवैगा, अर जो कोए मेरै पै बिश्वास करैगा, वो कदे तिसाया कोनी होवैगा। \v 36 पर मन्नै थारै ताहीं पैहले तै कह्या था, के थमनै मेरैताहीं देख भी लिया सै, फेर भी बिश्वास कोनी करदे। \v 37 वे सारे जो पिता नै मेरे ताहीं दिये सै, वे मेरै धोरै आवैगें, अर हर एक जो कोए मेरै धोरै आवैगा उसनै मै कद्दे भी कोनी छोड्डूंगा। \v 38 पर मै अपणी मर्जी कोनी पर अपणे भेजण आळै पिता की मर्जी पूरी करण खात्तर सुर्ग तै उतरया सूं। \v 39 अर मेरै भेजण आळै की मर्जी या सै के जो किमे उसनै मेरै ताहीं दिया सै, उस म्ह तै मै किसे नै ना खोऊँ, पर उसनै आखर के दिनां म्ह दुबारै जिन्दा कर द्यूँ। \v 40 क्यूँके मेरै पिता की मर्जी या सै के जो कोए बेट्टै नै अपणा कै उसपै बिश्वास करै, वो अनन्त जीवन पावै, अर मै उसनै आखरी के दिनां म्ह दुबारै जिन्दा करूँगा।” \p \v 41 इसपै यहूदी उसपै बिरड़ाण लागगे, क्यूँके उसनै कह्या था, “जो रोट्टी सुर्ग तै उतरी, वा मै सूं।” \v 42 अर वे बोल्ले, “के यो यीशु सै, यूसुफ का बेट्टा, जिसकै माँ-बाप नै हम जाणां सां? फेर वो किस ढाळ कह सकै सै के मै सुर्ग तै उतरया सूं?” \p \v 43 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “आप्पस म्ह मतना बिरड़ाओ।” \v 44 कोए मेरै धोरै कोनी आ सकदा जिब ताहीं पिता, जिसनै मेरैताहीं भेज्या सै, उसनै खींच न्ही लेवै, अर मै उसनै आखर के दिनां म्ह फेर जिन्दा करूँगा। \v 45 नबियाँ के लेखां म्ह यो लिख्या सै: “वे सारे परमेसवर की ओड़ तै सिखाए होए होवैगें।” जिस किसे नै पिता तै सुण्या अर सिख्या सै, वो मेरै धोरै आवै सै। \v 46 किसे नै पिता ताहीं कोनी देख्या, सिवाए उसके, जो परमेसवर की ओड़ै तै सै, सिर्फ उस्से नै पिता ताहीं देख्या सै। \v 47 मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए बिश्वास करै सै, अनन्त जीवन उस्से का सै। \v 48 जीवन की रोट्टी मै सूं। \v 49 थारे पूर्वजां नै जंगल-बियाबान म्ह मन्ना खाया अर मरगे। \v 50 या वा रोट्टी सै जो सुर्ग तै उतरै सै ताके माणस उस म्ह तै खावै अर ना मरै। \v 51 जीवन की रोट्टी जो सुर्ग तै उतरी सै, मै सूं। जै कोए इस रोट्टी म्ह तै खावै, तो सारी हाण जिन्दा रहवैगा, अर जो रोट्टी मै दुनिया कै जीवन खात्तर द्यूँगा, वो मेरा मांस सै। \p \v 52 इसपै यहूदी न्यू कहकै आप्पस म्ह बहस करण लागगे, “यो माणस किस ढाळ हमनै अपणा मांस खाण नै दे सकै सै?” \p \v 53 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के जिब ताहीं थम मुझ माणस कै बेट्टे का मांस ना खाओ, अर मेरा लहू ना पियो, थारै म्ह जीवन कोनी। \v 54 जो मेरा मांस खावै अर मेरा लहू पीवै सै, अनन्त जीवन उस्से का सै, अर आखरी के दिनां म्ह मै उसनै दुबारै जिन्दा कर दियुँगा। \v 55 क्यूँके मेरा मांस सच म्ह खाण की चीज सै, अर मेरा लहू सच म्ह पीवण की चीज सै। \v 56 जो मेरा मांस खावै अर मेरा लहू पीवै सै वो मेरै म्ह डटया रहवै सै, अर मै उस म्ह। \v 57 जिसा जिन्दै पिता नै मेरैताहीं भेज्या सै, अर मै पिता कै कारण जिन्दा सूं, उस्से ढाळ वो भी जो मन्नै खावैगा मेरै कारण जिन्दा रहवैगा। \v 58 जो रोट्टी सुर्ग तै उतरी सै याए सै, उस रोट्टी बरगी कोनी जो पूर्वजां नै खाई अर मरगे, जो कोए या रोट्टी खावैगा, वो सदा ताहीं जिन्दा रहवैगा।” \v 59 ये बात उसनै कफरनहूम नगर कै एक आराधनालय म्ह उपदेश देन्दे बखत कही। \s अनन्त जीवन के वचन \p \v 60 उसके चेल्यां म्ह तै घणखरा नै या सुणकै कह्या, “या सख्त शिक्षा सै, इसनै कौण सुण सकै सै?” \p \v 61 यीशु नै अपणे मन म्ह न्यू जाणकै के मेरे चेल्लें आप्पस म्ह इस बात पै बिरड़ावै सै, उन ताहीं बुझ्झया, “के इस बात तै थारै ताहीं ठेस लाग्गै सै?” \v 62 जै थम मुझ माणस कै बेट्टै नै जड़ै मै पैहल्या था, ओड़ैए उप्पर जान्दे देक्खोगे, तो के होगा? \v 63 आत्मा ए सै जो देह नै जीवन देवै सै, देह का कोए महत्व कोनी, जो वचन मन्नै थारैतै कह्ये सै, वे आत्मा सै, अर जीवन भी। \v 64 पर थारैम्ह तै किमे इसे सै जो बिश्वास कोनी करदे। क्यूँके यीशु पैहल्या तै ए जाणै था के जो बिश्वास न्ही करदे, वे कौण सै, अर कौण मेरैताहीं पकड़वावैगा। \v 65 अर वो बोल्या, “ज्यांतै मन्नै थारै ताहीं कह्या था के जिब ताहीं किसे नै पिता की ओड़ तै यो वरदान ना मिलै तब ताहीं वो मेरै धोरै कोनी आ सकदा।” \s पतरस का बिश्वास \p \v 66 इसपै उसकै चेल्यां म्ह तै घणखरे उल्टे हटगे अर उसकै बाद उसकै गेल्या कोनी चाल्ले। \p \v 67 फेर यीशु नै उन बारहां चेल्यां तै कह्या, “के थम भी चले जाणां चाहो सो?” \p \v 68 शमौन पतरस नै उस ताहीं जबाब दिया, “हे प्रभु, हम किसकै धोरै जावां? अनन्त जीवन की बात तो तेरैए धोरै सै, \v 69 अर हमनै बिश्वास करया अर जाणगे सै के परमेसवर का पवित्र जन तूए सै।” \p \v 70 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “के मन्नै थम बारहां चेल्यां ताहीं कोन्या छाट्या? फेरभी थारै म्ह तै एक जन शैतान सै।” \v 71 यो उसनै शमौन इस्करियोती के बेट्टै यहूदा कै बारै म्ह कह्या था, क्यूँके वोए जो बारहां चेल्यां म्ह तै एक था, उस ताहीं पकड़वान म्ह था। \c 7 \s यीशु अर उसके भाई \p \v 1 इन बात्तां कै हो लेण कै पाच्छै यीशु गलील परदेस म्ह सफर करण लाग्या, वो यहूदिया परदेस म्ह जाणा कोनी चाहवै था, क्यूँके यहूदी लोग उस ताहीं मारण की ताक म्ह थे। \v 2 यहूदियाँ का झोपड़ियों का त्यौहार लोवै था। \v 3 ज्यांतै उसके भाईयाँ नै उस ताहीं कह्या, “याड़ै तै यहूदिया परदेस नै जा, ताके जो काम तू करै सै उननै तेरे चेल्लें ओड़ै भी देक्खै। \v 4 क्यूँके इसा कोए न्ही होगा जो मशहुर होणा चाहवै, अर लुह्क कै काम करै। जै तू यो काम करै सै, तो खुद नै दुनिया म्ह साबित कर।” \v 5 क्यूँके उसके भाई भी उसपै बिश्वास कोनी करै थे। \v 6 फेर यीशु नै उनतै कह्या, “मेरा खात्तर इब्बै सही बखत कोनी आया, पर थारै खात्तर सारा बखत सही सै। \v 7 दुनिया थारै तै बैर कोनी कर सकदी, पर वा मेरै तै बैर करै सै क्यूँके मै उसकै बिरोध म्ह या गवाही दियुँ सूं के उसके काम भुन्डे़ सै। \v 8 थम त्यौहार म्ह जाओ, मै इब्बे इस त्यौहार म्ह कोनी जान्दा, क्यूँके इब्बे मेरा सही बखत कोनी आया।” \v 9 वो उनतै ये बात कहकै गलील परदेस म्ह रहग्या। \s झोपड़ियों के त्यौहार म्ह यीशु \p \v 10 पर जिब उसके भाई त्यौहार म्ह जा लिए तो वो खुद भी, जाहिर म्ह न्ही पर मान्नो गुप्ती तै गया। \v 11 त्यौहार म्ह कुछ यहूदी लोग यीशु ताहीं टोह्न्दे होए पूछताछ करण लागरे थे, “के वो कड़ै सै?” \v 12 फेर भी यीशु के बारें म्ह बड़ी बहस होण लागरी थी, कई माणस कहवै थे, “के वो भला माणस सै।” अर कईयाँ का कहणा था, “के ना, वो माणसां नै बहकावै सै।” \v 13 फेर भी यहूदियाँ कै डरकै मारे कोए माणस भी यीशु कै बारै म्ह खुलकै कोनी बोल्लै था। \s त्यौहार म्ह यीशु का उपदेश \p \v 14 जिब त्यौहार के आध्धे दिन बीतगे, फेर यीशु मन्दर म्ह जाकै उपदेश देण लागग्या। \v 15 फेर यहूदियाँ नै हैरान होकै कह्या, “इसनै बिना पढ़े ज्ञान किस तरियां आ ग्या?” \v 16 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “जो उपदेश मै देऊँ सूं, मेरा अपणा कोनी, पर उसतै आवै सै जिसनै मेरे ताहीं भेज्या सै। \v 17 जै कोए माणस उसकी मर्जी पै चालणा का प्रण करै, तो उस ताहीं यो बेरा लाग ज्यागा, के यो उपदेश परमेसवर की ओड़ तै सै, या मै अपणी ओड़ तै देऊँ सूं। \v 18 जो अपणी ओड़ तै कुछ कहवै सै, वो खुद की बड़ाई चाहवै सै, पर जो अपणे भेजण आळै की बड़ाई चाहवै सै वोए साच्चा सै, अर उस म्ह अधर्म कोनी। \v 19 के मूसा नबी नै थारैताहीं नियम-कायदे कोनी दिये? फेरभी थारैम्ह तै कोए नियम-कायदा पै कोनी चाल्दा। थम मन्नै क्यातै मारणा चाहो सो?” \v 20 माणसां नै जबाब दिया, “तेरे म्ह ओपरी आत्मा सै! कौण तन्नै मारणा चाहवै सै?” \v 21 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “मन्नै आराम कै दिन एक चमत्कार करया, अर थम सारे छो म्ह होगे। \v 22 इस्से खात्तर मूसा नबी नै थारैताहीं खतनै का नियम दिया था (यो नियम मूसा नबी का न्ही था बल्के या थारे पूर्वजां तै ए लाग लागरी सै) अर थम आराम कै दिन माणस का खतना करो सो। \v 23 जिब आराम कै दिन माणस का खतना करया जावै सै ताके मूसा नबी कै नियम-कायदा का हुकम न्ही टळै। फेर थम मेरै पै क्यांतै छो करो सो के मन्नै आराम कै दिन एक माणस ताहीं पूरी तरियां ठीक करया। \v 24 मुँह देख्या न्याय मतना करो, पर सही-सही न्याय करो।” \s के यीशु ए मसीह सै \p \v 25 फेर यरुशलेम म्ह रहण आळे माणसां म्ह तै कईयाँ नै कह्या, “के यो वोए कोनी जिस ताहीं यहूदी अगुवें मार देणा चाहवै सै?” \v 26 पर लखाओ, “वो तो सरेआम बात करै सै अर कोए उसतै किमे कोनी कहन्दा। के यो न्ही हो सकता के यहूदी अगुवां नै साच्ये बेरा पाटग्या सै, के योए मसीह सै? \v 27 इसकै बारै म्ह हमनै बेरा सै यो कितका सै, पर मसीह जिब आवैगा तो कोए कोनी जाणै के वो कितका सै।” \v 28 फेर यीशु नै मन्दर म्ह उपदेश देन्दे होए रूक्का मारकै कह्या, “थम मन्नै जाणो सो, अर न्यू भी जाणो सो के मै कित्त तै आया सूं। मै तै खुद कोनी आया, पर मेरा भेजण आळा साच्चा सै, उसनै थम कोनी जाणदे। \v 29 पर मै उसनै जाणु सूं, क्यूँके मै उसकै कान्ही तै आया सूं, अर उस्से नै मेरै ताहीं भेज्या सै।” \v 30 यो सुणकै यहूदी अगुवां नै यीशु ताहीं पकड़णा चाह्या, फेरभी किसे नै उसकै हाथ कोनी लाया, क्यूँके उसके मरण का सही बखत इब्बै कोनी आया था। \v 31 फेर भी भीड़ म्ह तै घणखरे माणसां नै उसपै बिश्वास करया, अर बोल्ले, “मसीह जिब आवैगा तो के इसतै घणे अचम्भै के काम दिखावैगा जो इसनै दिखाए?” \s यीशु ताहीं पकड़न की कोशिश \p \v 32 भीड़ म्ह माणस यीशु के बारें म्ह चुपके-चुपके के बात करण लागरे सै, जिब फरीसियाँ नै सुण्या अर प्रधान याजकां अर फरीसियाँ नै उस ताहीं पकड़न कै खात्तर मन्दर म्ह सिपाहियाँ ताहीं भेज्या। \v 33 मसीह यीशु बोल्या, “मै थोड़ी बार ताहीं थारै गेल्या सूं, फेर अपणे भेजण आळै धोरै उल्टा चल्या जाऊँगा। \v 34 थम मन्नै टोहओगे, पर कोनी पाओगे, अर जड़ै मै सूं, ओड़ै थम कोनी आ सकदे।” \v 35 इसपै यहूदी अगुवां नै आप्पस म्ह कह्या, “यो कड़ै जावैगा, के हम इसनै कोनी टोह् सकदे? के यो जो यूनानियाँ म्ह परदेसियाँ म्ह तो बसणा न्ही चाहन्दा, के यूनानियाँ ताहीं भी उपदेश दे? \v 36 इसकी इस बात का के मतलब सै? जो उसनै बोल्ली सै, के थम मन्नै टोहओगे, पर कोनी पाओगे, अर जड़ै मै सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे।” \s जीवन-जल की नदियाँ \p \v 37 त्यौहार कै आखर दिन, जो खास दिन सै, यीशु खड्या होया अर रूक्का मारकै कह्या, “जै कोए तिसाया हो तो मेरै धोरै आवै अर पीवै। \v 38 जो कोए मेरै पै बिश्वास करैगा, जिसा पवित्र ग्रन्थ म्ह लिख्या सै, ‘उसकी अंतरआत्मा म्ह तै जीवन कै जल की नदियाँ बह लिकड़ैंगी, जो अनन्त जिन्दगी देवै सै।’” \v 39 यीशु नै यो वचन पवित्र आत्मा कै बारै म्ह कह्या, जो बिश्वास करण आळा नै मिलण आळी थी, क्यूँके इब ताहीं पवित्र आत्मा कोनी उतरया था, क्यूँके यीशु इब ताहीं अपणी महिमा म्ह कोनी पोहुच्या था। \v 40 फेर भीड़ म्ह तै कईयाँ नै या बात सुणकै कह्या, “साच्ये योए वो नबी सै, जिसके आण की हम आस देक्खां थे।” \v 41 अर कईयाँ नै कह्या, “यो मसीह सै” पर कई बोल्ले, “मसीह गलील परदेस तै तो कोनी आवैगा नै?” \v 42 पवित्र ग्रन्थ यो कहवै सै, के मसीह दाऊद की पीढ़ी तै अर बैतलहम नगर तै आवैगा, जड़ै दाऊद रहवै था? \v 43 आखर म्ह उसकै कारण माणसां म्ह फूट पड़ी। \v 44 उन म्ह तै कई उस ताहीं पकड़णा चाहवै थे, पर किसे नै उसकै हाथ कोनी लाया। \s यहूदी अगुवां का अबिश्वास \p \v 45 फेर सिपाहियाँ, प्रधान याजकां अर फरीसियाँ कै धोरै बोहड़ आए, उननै उन ताहीं कह्या, “थम उसनै क्यातै न्ही ल्याए?” \v 46 सिपाहियाँ नै जबाब दिया, “इसी बात बताण आळा माणस हमनै आज ताहीं कदे भी कोनी मिल्या।” \v 47 फरीसियाँ नै उन ताहीं जबाब दिया, “के थम भी भळोई म्ह आग्गै? \v 48 के सरदारां या फरीसियाँ म्ह तै किसे नै भी उसपै बिश्वास करया सै? \v 49 पर ये माणस जो मूसा नबी के नियम-कायदे कोनी जाणदे, परमेसवर की ओड़ तै सरापित सै।” \v 50 नीकुदेमुस जो उन म्ह तै एक था, वो मसीह यीशु तै पैहल्या मिल चुका था, उन ताहीं बोल्या, \v 51 “के म्हारे नियम-कायदे किसे माणस नै, जिब ताहीं पैहल्या उसकी सुणकै जाण ना लेवै, के वो के करै सै, कसूरवार मान्नै सै?” \v 52 उननै नीकुदेमुस ताहीं जबाब दिया, “तू भी गलील परदेस का सै? पवित्र ग्रन्थ म्ह ढूँढ़ अर लखा के गलील परदेस तै कोए नबी कोनी आवै।” \v 53 फेर सारे अपणे-अपणे घरां चले गए। \c 8 \s जार बिरबान्नी ताहीं माफी \p \v 1 यीशु अपणे चेल्यां कै गेल जैतून कै पहाड़ पै गया। \p \v 2 तड़कैए अगले दिन यीशु फेर मन्दर म्ह आया। भोत सारे माणस उसकै धोरै आए अर वो बैठकै उननै उपदेश देण लाग्या। \v 3 जिब वो बोलण लागरया था, तो जिब्बे शास्त्री अर फरीसी एक बिरबान्नी नै ल्याए, जो जारी करते होए रंगे हाथ पकड़ी गयी थी, अर उस ताहीं माणसां के स्याम्ही खड्या कर दिया, अर यीशु ताहीं कह्या, \v 4 “हे गुरू, या बिरबान्नी जारी कर दी रंगे हाथ पकड़ी गयी सै। \v 5 मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह मूसा नबी नै म्हारै ताहीं हुकम दिया सै, के इसी बिरबान्नी नै पत्थर बरसा कै मार द्यो। पर तू इस बिरबान्नी कै बारै म्ह के कहवै सै?” \v 6 उननै यीशु ताहीं परखण खात्तर या बात कही, ताके उस म्ह खोट लिकाड़ण का कोए सुराग मिलै जावै। पर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिखण लाग्या। \v 7 जिब वे बार-बार उसतै सवाल करते रहे, तो फेर उसनै सीध्धा होकै उन ताहीं कह्या, “थारै म्ह जिसनै भी कोए पाप न्ही करया हो, वोए उसकै सबतै पैहला पत्थर मारै।” \v 8 फेर यीशु कोड्डा होकै आन्गळी तै धरती पै लिक्खण लाग्या। \p \v 9 जिब माणसां नै यो सुण्या तो सबतै पैहले बूढ़े माणस अर फेर एक-एक करकै ओड़ै तै खिसकण लाग्गे, क्यूँके वे सब जाणै थे, के हम सब पापी सां, अर सिर्फ यीशु अर वा बिरबान्नी ओड़ै रहगे। \v 10 यीशु खड्या होया अर उस बिरबान्नी ताहीं कह्या, “हे नारी, वे कित्त गए? के किस्से नै तेरै ताहीं दण्ड न्ही दिया?” \p \v 11 वा बोल्ली, “हे प्रभु, किसे नै न्ही।” यीशु बोल्या, “मै भी तेरे ताहीं दण्ड न्ही देऊँगा, जा, अर दुबारा कदे पाप ना करिए।” \s यीशु जगत का चाँदणा \p \v 12 मन्दर म्ह अपणे उपदेश नै दुबारै शुरू करते होए यीशु नै माणसां तै कह्या, “दुनिया का चाँदणा मै सूं, जो कोए मेरै मेरे पाच्छै चाल्लैगा वो अन्धेरै म्ह कदे कोनी चाल्लैगा, पर वो चाँदणा पावैगा जो अनन्त जीवन देवै सै।” \p \v 13 फरीसियाँ नै उस ताहीं कह्या, “तू अपणी गवाही खुद देवै सै, इस खात्तर तेरी गवाही सच्ची कोनी।” \p \v 14 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “भलाए मै अपणी गवाही खुद देऊँ सूं, फेर भी मेरी गवाही मान्नी जावैगी, क्यूँके मै जाणु सूं, के मै कित्त तै आया सूं, अर कितोड़ जाऊँ सूं? पर थम कोनी जाणदे के मै कित्त तै आऊँ सूं, या कितोड़ जाऊँ सूं। \v 15 थम मानवीय सोच तै, न्याय करो सो, मै किसे का न्याय कोनी करदा। \v 16 जै मै न्याय करूँ भी तो वो सही ए होगा, क्यूँके मै एक्ला कोनी, पर परम पिता, जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, वो अर मै दोन्नु मिलकै न्याय करा सां। \v 17 थारे मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह भी लिख्या सै, के दो जण्यां की गवाही सच के रूप म्ह मान्नी जा सकै सै। \v 18 एक तो मै खुद अपणी गवाही दियुँ सूं, अर दुसरा मेरा पिता मेरी गवाही देवै सै, जिसनै मेरैताहीं भेज्या।” \p \v 19 उननै उस ताहीं कह्या, “तेरा पिता कित्त सै?” यीशु नै जबाब दिया, “ना थम मन्नै जाणो सो, ना मेरै पिता नै, जै मन्नै जाणदे तै मेरै पिता नै भी जाणदे।” \v 20 यीशु नै ये वचन मन्दर म्ह उपदेश देन्दे होए भण्डार घर म्ह बोल्ली, अर किसे नै उस ताहीं कोनी पकड्या, क्यूँके उसके दुख ठाण का अर मरण का बखत इब ताहीं कोनी आया था। \s अपणे बारै म्ह यीशु का कथन \p \v 21 यीशु नै फेर उन ताहीं कह्या, “मै जाऊँ सूं, अर थम मन्नै टोहओगे, अर अपणे पाप म्ह मरोगे। जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे।” \p \v 22 इसपै यहूदी अगुवां नै कह्या, “के वो खुद नै मार देवैगा, जो कहवै सै, ‘जड़ै मै जाऊँ सूं, ओड़ै थम न्ही आ सकदे?’” \p \v 23 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “थम इस दुनिया म्ह पैदा होए सों, अर मै सुर्ग तै आया सूं। थम इस दुनिया के सो, मै इस दुनिया का कोनी। \v 24 ज्यांतै मन्नै थारै ताहीं कह्या के थम अपणे पापां म्ह मरोगे, जै थारा मेरे म्ह बिश्वास कोनी के मै कौण सूं, तो थम मरोगे, अर थारे पाप माफ कोनी होंगे।” \p \v 25 यहूदी अगुवां नै यीशु ताहीं कह्या, “के तू कौण सै?” वो उनतै बोल्या, जिब तै मन्नै प्रचार करणा शुरू करया सै, तब तै मै थमनै कहन्दा आया सूं, “के मै कौण सूं?” \v 26 “थारै बारै म्ह कहण खात्तर अर फैसला करण खात्तर मेरे धोरै भोत कुछ सै, पर सच्चाई याए सै के जिसनै मेरे ताहीं भेज्या सै, अर मै वोए कहूँ सूं, जो मन्नै उसतै सुण्या सै, वोए दुनिया के माणसां तै कहूँ सूं।” \p \v 27 वे न्यू न्ही समझै के म्हारै तै, पिता कै बारै म्ह कहवै सै। \v 28 फेर यीशु बोल्या, “जिब थम मुझ माणस कै बेट्टै नै ऊँच्चै पै चढ़ाओगे, जिब जाणोगे के मै वोए सूं। मै खुद तै किमे कोनी करदा, पर जिस तरियां मेरै पिता नै, मेरै ताहीं सिखाया सै, उस्से ढाळ ये बात कहूँ सूं। \v 29 मेरा भेजण आळा मेरै गेल्या सै, उसनै मेरैताहीं एक्ला कोनी छोड्या क्यूँके मै सारी हाण वैए काम करूँ सूं, जिसतै वो राज्जी होवै सै।” \v 30 वो ये बात कहणे लागरया था, के घणखरयां नै उसपै बिश्वास करया। \s सच थारै ताहीं आजाद करैगा \p \v 31 फेर यीशु नै उन यहूदियाँ तै जिन नै उसपै बिश्वास करया था, बोल्या, “जै थम मेरै वचन म्ह बणे रहोगे, तो साच-ए मेरे चेल्लें ठहरोगे।” \v 32 थम सच नै जाणोगे अर सच थमनै आजाद करैगा। \p \v 33 उननै उस ताहीं जबाब दिया, “हम तो अब्राहम के वंशज सा, कदे किसे के गुलाम कोनी बणे। फेर तू किस तरियां कहवै सै, के थम आजाद हो जाओगे?” \p \v 34 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए पाप करै सै, वो पाप का गुलाम सै। \v 35 गुलाम सारी हाण घर म्ह कोनी रहन्दा, बेट्टा सारी हाण घरां रहवै सै। \v 36 ज्यांतै जै बेट्टा थमनै आजाद करैगा, तो साच्ये थम आजाद हो जाओगे। \v 37 मै जाणु सूं, के थम अब्राहम के वंश के सो, फेर भी थम मेरे वचनां नै कोनी मानते, ज्यांतै थम मन्नै मारणा चाहो सो। \v 38 मै वोए कहूँ सूं, जो मेरे पिता नै मेरे ताहीं दिखाया सै, अर थम वोए करो सों, जो थारे पिता तै थमनै सुण्या सै।” \p \v 39 उननै उस ताहीं जबाब दिया, “म्हारा पूर्वज तो अब्राहम सै।” यीशु उनतै बोल्या, “जै थम अब्राहम के वंशज होन्दे, तो अब्राहम जिसे काम करदे। \v 40 पर इब थम मेरै ताहीं मारणा चाहो सो, जिसनै थारै ताहीं वो साच्चा वचन बताया जो परमेसवर तै सुण्या, इस तरियां तो अब्राहम नै कोनी करया था। \v 41 थम अपणे पिता कै जिसे काम करो सो।” उननै यीशु ताहीं कह्या, “हम जारी तै कोनी जणे, म्हारा एक ए पिता सै यानिके परमेसवर।” \p \v 42 यीशु उनतै बोल्या, “जै परमेसवर थारा पिता होन्दा, तो थम मेरै तै प्यार करदे, क्यूँके मै परमेसवर की ओड़ तै आया सूं। मै खुद कोनी आया, पर उस्से नै मेरै ताहीं भेज्या। \v 43 थम मेरी बात क्यांतै न्ही समझदे? ज्यांतै के थम मेरे वचनां नै अपणादे कोनी। \v 44 थम अपणे पिता शैतान की ओड़ तै सो, अर अपणे पिता की मर्जी पूरी करणा चाहो सो। वो तो शुरू तै ए खून्नी सै, अर सच पै टिक्या ए कोनी रहया, क्यूँके सच उस म्ह सै ए कोनी। जिब वो झूठ बोल्लै सै, तो अपणे सुभाव तै ए बोल्लै सै, क्यूँके वो झूठा सै बल्के झूठ का बाप सै। \v 45 पर मै जो सच बोल्लू सूं, इस्से करकै थम मेरा बिश्वास कोनी करदे। \v 46 थारै म्ह तै कौण मन्नै पापी ठैहरावै सै? जै मै सच बोल्लू सूं, तो थम मेरा बिश्वास क्यांतै न्ही करदे? \v 47 जो परमेसवर कान्ही तै होवै सै, वो परमेसवर की बात सुणै सै, अर थम ज्यांतै कोनी सुणदे के परमेसवर की ओड़ तै कोनी सो।” \s यीशु अर अब्राहम \p \v 48 न्यू सुण यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “के हम ठीक कोनी कहन्दे के तू सामरी सै, अर तेरै म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै?” \p \v 49 यीशु नै जबाब दिया, “मेरै म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा कोनी,” पर मै अपणे बाप की इज्जत करूँ सूं, अर थम मेरी बेइज्जती करो सो। \v 50 पर मै अपणा मान-सम्मान कोनी चाहन्दा, हाँ, एक सै जो चाहवै सै, अर न्याय करण आळा सै। \v 51 मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, “के जै कोए माणस मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।” \p \v 52 यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब हम जाणगे के तेरै म्ह भुन्ड़ी ओपरी आत्मा सै। अब्राहम मरग्या अर नबी भी मरग्ये सै, अर तू कहवै सै, ‘जै कोए मेरे वचनां नै मान्नैगा, तो वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरै।’ \v 53 म्हारा पूर्वज अब्राहम तो मरग्या। के तू उसतै भी बड्ड़ा सै? अर नबी भी मरग्ये। तू अपणे आपनै के मान्नै सै?” \p \v 54 यीशु नै जबाब दिया, “जै मै खुद अपणी महिमा करूँ, तो मेरी महिमा किमे कोनी। पर मेरी महिमा करण आळा मेरा पिता सै, जिसनै थम कहो सो के वो थारा परमेसवर सै। \v 55 थमनै तो उस ताहीं कोनी जाण्या, पर मै उस ताहीं जाणु सूं। जै मै कहूँ के मै उस ताहीं कोनी जाण्दा, तो मै थारी ढाळ झूठा ठहरूँगा, पर मै उस ताहीं जाणु अर उसके वचनां नै मान्नु सूं। \v 56 थारा पूर्वज अब्राहम मेरा दिन देक्खण की आस म्ह घणा मगन था, अर उसनै देख्या अर आनन्द करया।” \p \v 57 यहूदियाँ नै उस ताहीं कह्या, “इब ताहीं तू पचास साल का कोनी, फेरभी तन्नै अब्राहम ताहीं देख्या सै?” \p \v 58 यीशु उनतै बोल्या, “मै थमनै साच्ची-साच कहूँ सूं, के पैहल्या इसकै के अब्राहम पैदा होया, मै सूं।” \v 59 या बात सुणकै माणसां नै यीशु ताहीं मारण खात्तर पत्थर ठाए, पर यीशु लुह्ककै मन्दर तै लिकड़ ग्या। \c 9 \s जन्म के आंधे ताहीं दृष्टिदान \p \v 1 ओड़ तै जान्दे होए राह म्ह एक यीशु ताहीं जन्म तै आंधा एक माणस मिला। \v 2 उसके चेल्यां नै उसतै बुझ्झया, “हे गुरु, किसनै पाप करया था के यो आंधा पैदा होया, इस माणस नै या इसकै माँ-बाप नै?” \p \v 3 यीशु नै जबाब दिया, “ना तो इसनै पाप करया था, ना इसके माँ-बाप नै पाप करया, पर यो ज्यांतै आन्धा पैदा होया ताके परमेसवर की शक्ति दिखाई जा सकै। \v 4 जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, हमनै उसके काम दिन-ए-दिन म्ह करणा जरूरी सै। वा रात आण आळी सै, जिस म्ह कोए माणस काम न्ही कर पावैगा। \v 5 जिब ताहीं मै दुनिया म्ह सूं, जद ताहीं दुनिया का चान्दणा सूं।” \p \v 6 न्यू कहकै यीशु नै धरती पै थुक्या, अर उस थूक तै माट्टी का लेप बणाया, अर उस लेप ताहीं आंधै की आँखां पै लगाकै। \v 7 उसतै बोल्या, “जा,” “शीलोह कै कुण्ड म्ह” (शीलोह का मतलब भेज्या होया सै)। उसनै जाकै अपणा मुँह धोया, अर जिब वो बोहड़ा तो उसनै दिक्खण लाग्या। \p \v 8 फेर भिखारी के पड़ोसी अर उन माणसां नै पैहल्या उस ताहीं भीख माँगदे देख्या था, एक दुसरे तै कहण लाग्गे, “के यो वोए न्ही सै, जो बैठ्या भीख माँगया करै था?” \v 9 कई माणस बोल्ले, “यो वोए सै,” दुसरे बोल्ले, “कोनी, पर उसकै जिसा सै।” उसनै कह्या, “मै वोए सूं।” \p \v 10 फेर वे उसतै बुझ्झण लाग्गे, “तेरी आँखां की रोशनी किस तरियां आगी?” \p \v 11 उसनै जबाब दिया, “यीशु नामक एक माणस नै माट्टी सान्नी, अर मेरी आँखां पै लाकै मेरै ताहीं बोल्या, ‘जा, शीलोह म्ह जाकै अपणा मुँह धो ले,’ बस फेर के था मै गया अर अपणा मुँह धोया अर देक्खण लाग्या।” \p \v 12 उननै उसतै बुझ्झया, “वो माणस कित्त सै?” वो बोल्या, “मै कोनी जाण्दा।” \s फरिसियाँ द्वारा चंगाई की जाँच-पड़ताळ \p \v 13 माणस उसनै जो आंधा था फरीसियाँ कै धोरै ले आए। \v 14 जिस दिन यीशु नै माट्टी उसकी आँखें खोल्ली थी, वो आराम का दिन था। \v 15 फेर फरीसियाँ नै भी उनतै बुझ्झया के उसकी आँखां की रोशनी किस ढाळ मिली। उसनै उन ताहीं कह्या, “उसनै मेरी आँखां पै माट्टी लाई, फेर मन्नै अपणा मुँह धो लिया, अर इब देक्खूँ सूं।” \p \v 16 इसपै कई फरीसी कहण लाग्गे, “यो माणस परमेसवर की ओड़ तै कोनी, क्यूँके वो आराम कै दिन नै कोनी मान्दा।” दुसरे बोल्ले, “इस जिसे पापी माणस इसे अचम्भै के काम किस ढाळ दिखा सकै सै?” आखर म्ह उन म्ह फूट पड़गी। \p \v 17 उननै उस आंधै तै फेर कह्या, “जिस माणस नै तेरे ताहीं आँखां की रोशनी दी सै। तू उसकै बारै म्ह तेरी के राय सै?” उसनै कह्या, “वो नबी सै।” \p \v 18 पर यहूदी अगुवां नै बिश्वास कोनी होया, के वो आन्धा था, अर इब वो देक्खै सै, इस खात्तर उननै उसके माँ-बाप ताहीं बुलाया। \v 19 अर उनतै बुझ्झया, “के यो थारा बेट्टा सै, जिसके बारें मै थम कह्या सों, के वो जन्म तै आन्धा था? फेर इब वो किस तरियां देक्खै सै?” \p \v 20 उसकै माँ-बाप नै जबाब दिया, “हाँ, या तो जाणा सा के यो म्हारा बेट्टा सै, अर या भी के यो आन्धा जन्मा था, \v 21 पर न्यू कोनी जाणदे, के इब यो किस तरियां देक्खण लाग्या, अर ना न्यू जाणदे के किसनै इसकी आँखां की रोशनी दि सै। वो बाळक कोनी सै, उस्से तै बुझल्यो, वो अपणे बारै म्ह खुद ए बतावैगा।” \v 22 ये बात उसकै माँ-बाप नै ज्यांतै कही क्यूँके वे यहूदी अगुवां तै डरै थे, क्यूँके यहूदी अगुवां नै एक्का कर लिया था, के जै कोए कहवै के वो मसीह सै, तो उस ताहीं आराधनालय म्ह तै लिकाड़ दिया जावैगा। \v 23 इस्से कारण उसकै माँ-बाप नै कह्या, “वो बाळक कोनी, उस्से तै बुझल्यो।” \p \v 24 फेर यहूदी अगुवां नै उस माणस ताहीं जो आन्धा था, दुसरी बर बुलाकै उसतै कह्या, “सच बता और जो तू ठीक होया सै, तो तू सच बोलकै परमेसवर की महिमा कर, हम जाणां सां के वो माणस पापी सै।” \p \v 25 उसनै जबाब दिया, “मै न्ही जाण्दा, के वो पापी सै के न्ही, मै एक बात जाणु सूं, के मै आन्धा था अर इब देक्खूँ सूं।” \p \v 26 उननै उस ताहीं फेर दुबारै कह्या, “उसनै तेरै गेल्या के करया? अर किस ढाळ तेरी आँखां की रोशनी आगी?” \p \v 27 उसनै उस ताहीं कह्या, “मन्नै तो थारै ताहीं पैहले भी बता दिया, पर थम उस बात नै सुणते कोनी, इब दुसरी बर क्यांतै सुणना चाहवो सो? के थम भी उसके चेल्लें बणाना चाहवो सो?” \p \v 28 फेर वे उसतै आच्छा-भुन्ड़ा कहकै बोल्ले, “तूए उसका चेल्ला सै, हम तो मूसा नबी के चेल्लें सां। \v 29 हम जाणा सां, के परमेसवर नै मूसा नबी तै बात करी, पर इस माणस नै कोनी जाणदे के कड़ै तै आया सै।” \p \v 30 उसनै उस ताहीं जबाब दिया, “या तै अचम्भै की बात सै, के थम न्ही जाणदे के वो कितका सै, फेर भी उसनै मेरी आँखां की रोशनी दे दी। \v 31 हम जाणां सां के परमेसवर पापियाँ की कोनी सुणदा, पर जै कोए परमेसवर का भगत हो अर उसकी मर्जी पै चाल्दा हो, तो वो उसकी जरुर सुणै सै। \v 32 दुनिया कै सरूआत तै यो कदे सुणनै म्ह कोनी आया, के किसे नै जन्म तै आन्धै की आँखां की रोशनी दि हो। \v 33 जै यो माणस परमेसवर कै कान्ही तै न्ही होन्दा, तो किमे भी कोनी कर सकदा।” \p \v 34 उननै उस ताहीं जबाब दिया, “तू तो जमाए पापां म्ह जन्मा सै, तू हमनै के सिखावै सै?” अर उननै उस ताहीं आराधनालय तै बाहरणै लिकाड़ दिया। \s आत्मिक अन्धापण \p \v 35 यीशु नै सुण्या के उननै उस ताहीं बाहरणै लिकाड़ दिया सै, अर जिब उसतै मिल्या तो बोल्या, “के तू परमेसवर कै बेट्टै पै बिश्वास करै सै?” \p \v 36 उसनै जबाब दिया, “हे जनाब, परमेसवर का बेट्टा कौण सै, के मै उसपै बिश्वास करूँ?” \p \v 37 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “तन्नै उस ताहीं देख्या भी सै, अर जो तेरै गेल्या बात करण लाग रह्या सै, यो वोए सै।” \p \v 38 उसनै कह्या, “हे प्रभु, मै तेरे पै बिश्वास करूँ सूं।” अर उस ताहीं मोध्धा पड़कै प्रणाम करया। \p \v 39 फेर यीशु बोल्या, “मै इस दुनिया म्ह न्याय खात्तर आया सूं, ताके जो आन्धे सै, वे देक्खै, अर जो देक्खै सै, वे आन्धे हो जावै।” \p \v 40 जो फरीसी उसकै गेल्या थे, उननै या बात सुणकै उस ताहीं कह्या, “के हम भी आन्धे सां?” \p \v 41 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “जै थम आन्धे होन्दे तो पापी कोनी होते, पर इब जिसा के थम कहो सो, के थम देक्खों सों, तो सच म्ह थारा पाप माफ न्ही हो सकदे।” \c 10 \s चरवाहा अर भेड्डां का उदाहरण \p \v 1 यीशु नै कह्या, “मै थारै ताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए भेड्या के बाड़ा म्ह दरबाजे तै न्ही आन्दा, बल्के बाड़ा कूदकै बड़ै सै, वो चोर अर डाकू सै। \v 2 पर जो दरबाजे तै भीत्त्तर बड़ै सै वो भेड्डां का पाळी सै। \v 3 उस खात्तर द्वारपाल दरबाजा खोल देवै सै, अर भेड़ उसका बोल सुणै सै, अर वो अपणी उन भेड्डां के नाम ले लेकै बुलावै सै अर बाड़ा तै बाहरणै ले जावै सै। \v 4 जिब वो अपणी सारी भेड्डां नै बाहरणै काढ लेवै सै, तो उनकै आग्गै-आग्गै चाल्लै सै, अर भेड़ उसकै गेल-गेल हो ले सै, क्यूँके वे उसका बोल पिच्छाणै सै। \v 5 पर भेड़ बिगान्ने कै गेल्या कोनी चाल्लै, पर उसतै भाज्जैंगी, क्यूँके वे बिगान्ने का बोल कोनी पिच्छाणदी।” \v 6 यीशु नै उन ताहीं यो उदाहरण देकै कह्या, पर वे कोनी समझे के वो उनतै के समझणा चाहवै। \s यीशु आच्छा चरवाहा \p \v 7 फेर यीशु नै उन ताहीं दुबारै कह्या, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, भेड्डां का दरबाजा मै सूं। \v 8 जितने मेरै तै पैहल्या आए वे सारे चोर अर डाक्कू सै, पर मेरी भेड्डां नै उनकी एक न्ही सुणी। \v 9 दरबाजा मै सूं, जै कोए मेरै जरिये भीत्त्तर बड़ै सै, तो वो उद्धार पावैगा, अर भीत्त्तर बाहर आण-जाण लाग ज्यागा अर खाण खात्तर खाणा पावैगा।” \v 10 चोर किसे और काम खात्तर कोनी पर सिर्फ चोरी करण अर घात करण अर नुकसान करण नै आवै सै, मै ज्यांतै आया के वे जिन्दगी पावै अर भोत-ए घणी पावै। \p \v 11 आच्छा पाळी मै सूं, आच्छा पाळी भेड्डां कै खात्तर अपणी मर्जी तै जान देवै सै। \v 12 मजदूर जो ना पाळी सै अर ना भेड्डां का माल्लिक सै, भेड़िये नै आन्दे देखकै भेड्डां नै छोड़कै भाज जावै सै, अर भेड़िया उननै पकड़ै सै, अर उनपै हमला करै देवै सै। \v 13 वो ज्यांतै भाज जावै सै क्यूँके वो मजदूर सै, उसनै भेड्डां की फिक्र कोनी। \p \v 14 “काम्मल चरवाहा मै सूं, मै अपणी भेड्डां नै जाणु सूं, अर मेरी भेड़ मन्नै जाणै सै। \v 15 जिस ढाळ पिता मन्नै जाणै सै, अर मै पिता नै जाणु सूं, अर मै अपणी भेड्डां खात्तर अपणी जान दियूँ सूं। \v 16 मेरी और भी भेड़ सै, जो इस बाड़े की कोनी। मन्नै उन ताहीं भी ल्याणा जरूरी सै। वे मेरा बोल पिच्छाणैगी, फेर एकैए रेवड़ अर एकैए पाळी होगा। \v 17 पिता ज्यांतै मेरै तै प्यार करै सै, क्यूँके मै अपणी जान अपणी मर्जी तै दियूँ सूं, के उसनै दुबारै ले लूँ। \v 18 कोए मेरी जान मेरै तै खोसदा कोनी, बल्के मै उसनै खुदे उसनै अपणी मर्जी तै दियुँ सूं। मन्नै उसकै देण का भी हक सै, अर उस ताहीं दुबारा लेण का भी हक सै, यो हुकम मेरै पिता नै मेरै ताहीं दिया सै।” \p \v 19 इन बात्तां कै कारण यहूदियाँ म्ह दुबारै फूट पड़ी। \v 20 उन म्ह तै घणखरे माणस कहण लागगे, “उस म्ह ओपरी आत्मा सै, अर वो बावळा सै, उसकी क्यांतै सुणो सो?” \p \v 21 दुसरे माणसां नै कह्या, “ये वचन इसे माणस की न्ही हो सकदे, जिसम्ह ओपरी आत्मा हो। के ओपरी आत्मा आन्धयां नै आँखां की रोशनी दे सकै सै?” \s यहूदिया का अबिश्वास \p \v 22 यरुशलेम नगर म्ह संस्थापन का त्यौहार मणाया जारया था, अर जाड्यां का मौसम था। \v 23 यीशु मन्दर म्ह सुलैमान कै बराम्दा म्ह हान्डण लागरया था। \v 24 फेर यहूदियाँ नै उस ताहीं आ घेरया अर बुझ्झया, “तू म्हारै मन नै कद ताहीं दुबिध्या म्ह गेरे राक्खैगा? जै तू मसीह सै, तो म्हारै तै साफ-साफ बता दे।” \p \v 25 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “मन्नै थारैतै कह दिया पर थम बिश्वास करदेए कोनी। जो काम मै अपणे पिता कै नाम तै करूँ सूं, वैए मेरे गवाह सै, \v 26 पर थम ज्यांतै बिश्वास कोनी करदे क्यूँके मेरी भेड्डां म्ह तै कोनी सो। \v 27 मेरी भेड़ मेरा बोल पिच्छाणै सै, मै उननै जाणु सूं, अर वे मेरै गेल-गेल चाल्लै सै \v 28 अर मै उन ताहीं अनन्त जीवन दियुँ सूं। वे कद्दे नाश कोनी होवैगीं, अर कोए उननै मेरै हाथ तै खोस न्ही सकदा। \v 29 मेरा पिता, जिसनै उन ताहीं मेरै तै दिया सै, सारया तै बड्ड़ा सै, अर कोए उननै पिता कै हाथ्थां तै खोस कोनी सकदा। \v 30 मै अर पिता एक सां।” \p \v 31 यहूदियाँ नै यीशु पै मारण खात्तर दुबारा पत्थर ठा लिये। \v 32 इसपै यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मन्नै थारै तै अपणे पिता की ओड़ तै घणे भले काम दिखाए सै, उन म्ह तै कौण सै काम खात्तर थम मेरै पै पत्थर मारणा चाह्वो सो?” \p \v 33 यहूदियाँ नै उस ताहीं जबाब दिया, “भले काम खात्तर हम तेरै पै पत्थर कोनी मारदे, पर परमेसवर की बुराई करण कै कारण, अर ज्यांतै के तू माणस होकै खुद नै परमेसवर कहवै सै।” \p \v 34 यीशु नै उन ताहीं जबाब दिया, “के थारे मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह कोनी लिख्या सै, ‘मन्नै कह्या, थम ईश्‍वर सो?’ \v 35 जै उसनै उन ताहीं ईश्‍वर कह्या, जिनकै धोरै परमेसवर का वचन पोहुच्या (अर पवित्र ग्रन्थ की बात झूठ न्ही हो सकदी), \v 36 तो जिस ताहीं पिता नै पवित्र ठहराकै दुनिया म्ह भेज्या सै, थम मेरे ताहीं कहो सो, ‘तू बुराई करै सै, ज्यांतै के मन्नै यो कह्या,’ ‘मै परमेसवर का बेट्टा सूं?’ \v 37 जै मै अपणे पिता के काम कोनी करदा, तो मेरा बिश्वास ना करो। \v 38 पर जै मै करूँ सूं, तो चाहे मेरा बिश्वास ना भी करो, पर उन काम्मां का तो बिश्वास करो, ताके थम जाणो अर समझो के पिता मेरै म्ह सै अर मै पिता म्ह सूं।” \v 39 फेर यहूदियाँ नै दुबारै उस ताहीं पकड़न की कोशिश करी पर वो उनके हाथ्थां तै लिकड़ ग्या। \p \v 40 यीशु दुबारै यरदन नदी कै परली ओड़ै उस जगहां पै चल्या गया, जड़ै यूहन्ना पैहल्या बपतिस्मा दिया करै था, अर वो ओड़ैए रहया। \v 41 घणखरे माणस उसकै धोरै आकै कहवै थे, “यूहन्ना नै तो कोए चमत्कार कोनी दिखाया, पर जो किमे यूहन्ना नै इसकै बारै म्ह कह्या था, वो सारा कुछ साच्ची था।” \v 42 अर ओड़ै भोत से माणसां नै यीशु पै बिश्वास करया। \c 11 \s लाजर की मौत \p \v 1 लाजर नामका एक माणस बीमार था, जो बैतनिय्याह गाम का था, अर उसकी दो भाण थी मरियम अर मार्था। \v 2 या वाए मरियम थी जिसनै प्रभु पै खसबूदार तेल गेर कै उसके पायां ताहीं बाळां तै पुन्जयां था, लाजर इस्से का भाई था जो बीमार था। \v 3 इस करकै उसकी भाणां नै यीशु ताहीं कुह्वा भेज्या, “हे प्रभु, लखा, जिसतै तू प्यार करै सै, वो बीमार सै।” \p \v 4 न्यू सुणके यीशु न्यू बोल्या, “या बीमारी मरण का कारण कोनी, पर परमेसवर की महिमा खात्तर सै, ताके उसकै द्वारा परमेसवर कै बेटै की महिमा होवै।” \v 5 यीशु, मार्था अर उसकी बेब्बे अर लाजर तै प्यार करै था। \v 6 पर जिब उसनै सुण्या के वो बीमार सै, तो जिस जगहां पै वो था, ओड़ै दो दिन और रुक ग्या। \v 7 दो दिन बाद फेर उसनै चेल्यां ताहीं कह्या, “आओ, हम फेर यहूदा परदेस म्ह चाल्लां।” \p \v 8 चेल्यां नै उस ताहीं कह्या, “हे गुरु, कुछ दिन पैहल्या तो यहूदी तेरै पै पत्थर बरसा कै तन्नै मारणा चाहवै थे, अर के तू फेर भी उड़ैए जाणा चाहवै सै?” \v 9 यीशु नै जबाब दिया, “के दिन के बारहा घन्टे कोनी होंदे? जै कोए दिन म्ह चाल्लै तो ठोक्कर कोनी खान्दा, क्यूँके वे इस दुनिया के उजाळै नै देक्खै सै। \v 10 पर जै कोए रात म्ह चाल्लै तो ठोक्कर खावै सै, क्यूँके उस म्ह उजाळा कोनी।” \p \v 11 उसनै ये बात कही, अर इसके बाद उन ताहीं कहण लाग्या, “के म्हारा साथी लाजर सुत्या सै, पर मै उसनै जगाण जाऊँ सूं।” \p \v 12 फेर चेल्यां नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, जै वो सो ग्या सै तो वो ठीक हो ज्यागा।” \v 13 यीशु नै तो उसकी मौत कै बाबत कह्या था, पर उननै सोच्या के उसनै नींद तै सोण कै बाबत कह्या सै। \p \v 14 फेर यीशु नै उन ताहीं साफ-साफ कह दिया, “लाजर मर लिया सै, \v 15 यो थारे ए हित म्ह सै, के मै उड़ै कोनी था, क्यूँके इब थम मेरे पै बिश्वास कर सकोगे, आओ, हम उसकै धोरै चाल्लां।” \p \v 16 फेर थोमा नै जो दिदुमुस कुह्वावै सै, अपणे गेल्या के चेल्यां ताहीं कह्या, “आओ, हम भी प्रभु कै गेल्या मरण नै चाल्लां।” \s यीशु, पुनरुत्थान अर जीवन \p \v 17 बैतनिय्याह गाम पोहोचे पाच्छै यीशु नै न्यू बेरया पाट्या के लाजर नै कब्र म्ह धरे चार दिन हो लिए सै। \v 18 बैतनिय्याह गाम यरुशलेम कै धोरै कोए दो कोस\f + \fr 11:18 \ft तीन किलो. मी.\f* की दुरी पै था, \v 19 घणखरे यहूदी माणस मार्था अर मरियम कै धोरै उनकै भाई की मौत कै बाबत दीलास्सा देण नै आरे थे। \v 20 जिब मार्था नै यीशु कै आणै की खबर सुणी, तो उसतै मिलण खात्तर गई, पर मरियम घरा ए बैठी रही। \p \v 21 मार्था नै यीशु ताहीं कह्या, “हे प्रभु, जै तू आड़ै होंदा, तो मेरा भाई कदे न्ही मरदा। \v 22 अर इब भी मन्नै बेरा सै, जो कुछ तू परमेसवर तै माँगैगा, परमेसवर तन्नै देवैगा।” \p \v 23 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “तेरा भाई जीं ज्यागा।” \p \v 24 मार्था नै उस ताहीं कह्या, “मन्नै बेरा सै के आखर के दिन म्ह पुनरुत्थान के बखत वो जीं ज्यागा।” \p \v 25 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “पुनरुत्थान अर जीवन मै ए सूं, जो कोए मेरै पै बिश्वास करैगा वो जै मर भी जावै फेर भी जिवैगा, \v 26 अर जो कोए जीवै सै, अर वो मेरै पै बिश्वास करै सै, वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरैगा। के तू इस बात पै बिश्वास करै सै।” \p \v 27 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “हाँ, हे प्रभु, मै बिश्वास करूँ सूं, के परमेसवर का बेट्टा मसीह जो दुनिया म्ह आण आळा था, वो तूए सै।” \s यीशु रोया \p \v 28 न्यू कहकै मार्था चली गयी, अर अपणी बेब्बे मरियम ताहीं एक्ले म्ह बुलाकै चुपके तै कह्या, “गुरू याड़ैए सै अर तन्नै बुलावै सै।” \v 29 न्यू सुण दए मरियम जिब्बे उठकै उसकै धोरै आई। \v 30 यीशु इब्बे गाम तै बाहरे था, पर उस्से जगहां था जड़ै मार्था उसतै मिली थी। \v 31 फेर जो माणस उसकै गेल्या घर म्ह थे अर उस ताहीं दीलास्सा देवै थे, न्यू देखकै के मरियम जिब्बे उठकै बारणै चली गयी सै, न्यू समझे के वा कब्र पै रोण नै जावै सै, तो उसकै पाच्छै हो लिये। \p \v 32 जिब मरियम उड़ै गई जड़ै यीशु था, तो उसनै देखदए उसकै पायां म्ह पड़कै कह्या, “हे प्रभु, जै तू आड़ै होन्दा फेर मेरा भाई कोनी मरदा।” \p \v 33 जिब यीशु नै जो उसकै गेल्या आये थे, रोंदे होए देख्या, तो आत्मा म्ह घणाए दुखी अर उदास होग्या, \p \v 34 अर कह्या, “थमनै उसकी लाश कित्त धर राक्खी सै?” उननै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, चालकै देख ले।” \p \v 35 यीशु रोण लाग्या। \p \v 36 फेर माणस कहण लाग्गे, “लखाओ, वो लाजर तै कितना प्यार करै था।” \p \v 37 पर उन म्ह तै कुछ नै कह्या, “के यो जिसनै आंध्याँ की रोशनी दे दी, के यो लाजर ताहीं मरण तै न्ही बचा सकै था?” \s लाजर का जिन्दा करणा \p \v 38 यीशु मन म्हए फेर घणाए दुखी होकै कब्र पै आया। वा एक गुफा थी अर एक पत्थर उसपै धरया था। \v 39 यीशु नै कह्या, “पत्थर हटादो।” लाजर की बेब्बे मार्था उसतै कहण लाग्गी, “हे प्रभु, उस म्ह तै इब तै बदबू आवै सै, क्यूँके उसनै मरे चार दिन हो लिए सै।” \p \v 40 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “के मन्नै तेरै तै कोनी कह्या था के जै तू बिश्वास करैगी, तो परमेसवर की महिमा नै देक्खैगी।” \v 41 फेर उननै पत्थर ताहीं हटाया। यीशु नै सुर्ग कान्ही निगांह ठाकै कह्या, “हे पिता, मै तेरा धन्यवाद करूँ सूं, के तन्नै मेरी सुण ली सै। \v 42 अर मन्नै बेरा था के तू सारी हाण मेरी सुणै सै, पर जो भीड़ आसै-पासै खड़ी सै, उनकै बाबत मन्नै कह्या, ताके वे बिश्वास करै, के तन्नै मेरैताहीं भेज्या सै।” \p \v 43 न्यू कहकै ठाड्डू आवाज म्ह रूक्का मारया, “हे लाजर, लिकड़ आ।” \v 44 जो मर लिया था उसके हाथ पैर पट्टियाँ तै बंधे हुए थे, अर उसकै मुँह पै अँगोच्छा लिपटरया था। यीशु नै उन ताहीं कह्या, “उसनै खोलदो अर जाण द्यो।” \s यीशु कै बिरुद्ध साजिस \r (मत्ती 26:1-5; मर 14:1-2; लूका 22:1-2) \p \v 45 फेर जो माणस मरियम धोरै मिलण आरे थे, अर उसका यो चमत्कार देख्या था, उन म्ह तै घणखरयां नै उसपै बिश्वास करया। \v 46 पर उन म्ह तै कईयाँ नै फरिसियाँ धोरै जाकै यीशु के काम्मां की खबर दी। \v 47 ज्यांतै प्रधान याजकां अर फरिसियाँ नै बड्डी धरम सभा करी, अर कह्या, “हमनै के करणा चाहिये? यो माणस तो घणे चमत्कार दिखावै सै। \v 48 जै हम उसनै न्यूए करण द्या, तो फेर सारे उसपै बिश्वास करैगें, अर रोमी सैनिक आकै म्हारी देश अर मन्दर दोनुवां पै कब्जा कर लेवैगें।” \p \v 49 फेर उन म्ह तै काइफा नामका एक माणस नै जो उस साल का महायाजक था, उन ताहीं कह्या, “थम कीमे न्ही जाणदे! \v 50 अर ना ए थमनै इस बात की समझ सै, के इस्से म्ह थारा फायदा सै, के बजाये इसके के सारे माणस ए नाश हो जावै, सब खात्तर एक आदमी नै मरणा होगा।” \p \v 51 पर या बात उसनै अपणी ओड़ तै कोन्या कही, पर उस साल का महायाजक होण तै भविष्यवाणी करी, के यीशु उस जात खात्तर मरैगा। \v 52 अर ना सिर्फ यहूदी जात खात्तर बल्के ज्यांतै के परमेसवर की खिंड-मींड ऊलादां नै एक करदे। \v 53 इस तरियां उस्से दिन तै यहूदी अगुवें उस ताहीं मारण खात्तर साजिस रचाण लाग्गे। \p \v 54 ज्यांतै यीशु उस बखत तै यहूदी लोग्गां म्ह घाट दिक्खण लागग्या, अर यरुशलेम नगर नै छोड़कै वो जंगल-बियाबान कै धोरै इफ्राईम नामक एक नगर कान्ही चल्या गया, अर अपणे चेल्यां गेलै उड़ैए रहण लाग्या। \p \v 55 यहूदियाँ का फसह का त्यौहार लोवै था, अर घणेए माणस फसह तै पैहल्या अपणे गाम्मां म्ह तै यरुशलेम नगर म्ह गए, के खुद नै पवित्र करै। \v 56 वे यीशु नै टोह्ण लाग्गे अर मन्दर म्ह खड़े होकै आप्पस म्ह बतलाण लाग्गे, “थम के सोच्चो सो? के वो त्यौहार म्ह कोनी आवैगा?” \v 57 अर प्रधान याजकां अर फरिसियाँ नै हुकम दे राख्या था के जै कोए न्यू जाणै के यीशु कित्त सै तो बतावै, ताके वे उसनै पकड़ ले। \c 12 \s यीशु के पायां पै महँगा खसबूदार तेल गेरणा \r (मत्ती 26:6-13; मर 14:3-9) \p \v 1 फेर यीशु फसह का त्यौहार तै छ: दिन पैहल्या बैतनिय्याह गाम म्ह आया जित लाजर था, जिस ताहीं यीशु नै मरया होड़ म्ह तै जिन्दा करया था। \v 2 उड़ै उननै यीशु कै खात्तर खाणा पकाया, अर मार्था सेवा करण लागरी थी, अर लाजर भी उन म्ह तै एक था जो उसकै गेल्या खाणा खाण बैट्ठे थे। \v 3 फेर मरियम नै जटामांसी फूल का आध्धा सेर घणा महँगा खसबूदार तेल लेकै यीशु के पायां पै गेरया, अर अपणे बाळां तै उसके पैर पुन्झे, अर खसबूदार तेल की खस्बू तै घर खसबूदार होग्या। \p \v 4 पर उसके चेल्यां म्ह तै यहूदा इस्करियोती नामका एक चेल्ला जो उस ताहीं पकड़वाणा चाहवै था, कहण लाग्या, \v 5 “यो महँगा खसबूदार तेल तीन सौ दीनार (तीन सौ दिन की मजदूरी) म्ह बेचकै कंगालां ताहीं क्यातै कोनी दिया गया?” \v 6 उसनै या बात ज्यातै कोनी कही के उसनै कंगालां की फिक्र थी बल्के ज्यांतै के वो चोर था, अर उसकै धोरै पिस्या की थैल्ली रह्या करै थी अर उस म्ह जो कुछ गेरया जांदा, वो काढ लेवै था। \p \v 7 यीशु नै कह्या, “उस ताहीं यो करण द्यो, यो मेरे गाड्डे जाण की तैयारी कै खात्तर सै। \v 8 क्यूँके कंगाल तो थारै गेल्या सारी हाण रहवैंगे, पर मै थारै गेल्या सारी हाण कोनी रहूँगा।” \s यीशु कै बिरुद्ध साजिस \p \v 9 फसह का त्यौहार म्ह आई यहूदिया की बड़ीए भीड़ नै जिब बेरा लागग्या के वो बैतनिय्याह गाम म्ह सै, तो वे ना सिर्फ यीशु कै बाबत आये पर ज्यांतै भी के लाजर नै देक्खै, जिस ताहीं यीशु मसीह नै मरया होड़ म्ह तै जिन्दा करया था। \v 10 फेर प्रधान याजकां नै लाजर ताहीं भी मारण की सलाह करी। \v 11 क्यूँके उसकै बाबत घणखरे यहूदी चले गये अर यीशु पै बिश्वास करया। \s यरुशलेम म्ह विजय-प्रवेश \r (मत्ती 21:1-11; मर 11:1-11; लूका 19:28-40) \p \v 12 दुसरै दिन घणखरे माणसां नै जो फसह के त्यौहार म्ह आरे थे न्यू सुण्या, के यीशु यरुशलेम नगर म्ह आरया सै। \v 13 ज्यांतै उननै खजूर की डाळी ली, अर उसतै फेट्टण नै लिकड़े, अर रूक्के मारण लाग्गे, \q “होशाना! (मतलब जै-जैकार हो) धन्य इस्राएल का राजा, जो प्रभु कै नाम तै आवै सै।” \p \v 14 जिब यीशु यरुशलेम नगर कै धोरै आया, तो उसनै एक गधे का बच्चा मिल्या, फेर वो उसपै बैठग्या, \p \v 15 जिसा पवित्र शास्त्र म्ह लिख्या सै, \q “हे सिय्योन की बेट्टी, मतना डरै, लखा, तेरा राजा गधे के बच्चे पै चढ़ा होड़ चाल्या आवै सै।” \p \v 16 यीशु के चेल्लें ये बात पैहल्या कोनी समझे थे, पर जिब यीशु की महिमा दिक्खी फेर उनकै याद आया के ये बात उसकै बाबत लिक्खी होड़ थी, अर माणसां नै उसकै गेल्या न्यूए बिवार करया था। \p \v 17 फेर उसकै गेल जो भीड़ थी उननै या गवाही दी, जो उस बखत उसकै गेल्या थे, जिब उसनै लाजर ताहीं कब्र म्ह तै बुलाकै मरया होया म्ह तै जिन्दा करया था। \p \v 18 ज्यांतै माणस यीशु तै फेट्टण नै आरे थे क्यूँके उननै सुण्या था के उसनै यो अचम्भै का काम करया था। \p \v 19 फेर फरिसियाँ नै आप्पस म्ह कह्या, “सोचकै तो देक्खो, के थारे तै कुछ भी कोनी बणदा। लखाओ, दुनिया उसकै गेल हो ली सै।” \s यूनानियाँ का यीशु ताहीं टोहणा \p \v 20 जो माणस उस फसह के त्यौहार म्ह भगति करण नै आये थे उन म्ह तै कुछ यूनानी थे। \v 21 उननै गलील परदेस कै बैतसैदा नगर के बासिन्दे फिलिप्पुस कै धोरै आकै उसतै बिनती करी, “श्रीमान्, हम यीशु तै फेटणा चाहवां सां।” \v 22 फिलिप्पुस नै आकै अन्द्रियास तै कह्या, फेर अन्द्रियास अर फिलिप्पुस नै जाकै यीशु ताहीं कह्या। \p \v 23 इसपै यीशु नै उन ताहीं कह्या, “वो बखत आ ग्या सै के मुझ माणस के बेट्टै की महिमा हो। \v 24 मै थारै तै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जिब ताहीं गेहूँ का दाणा धरती म्ह पड़कै मर न्ही जांदा, वो एक्ला रहवै सै, पर जिब मर जावै सै, तो वो अनगणित दाणा नै जन्म देवै सै। \v 25 जो अपणे जीवन नै प्यारा जाणै सै, वो उसनै खो देवै सै, अर जो इस दुनिया म्ह अपणे जीवन नै प्यारा कोनी जाण्दा, वो अनन्त जीवन कै खात्तर उसकी रूखाळी करैगा। \v 26 जै कोए मेरी सेवा करै, तो वो मेरा चेल्ला बण जावै, अर जिब जड़ै मै सूं, उड़ै मेरा सेवक भी होवैगा। जै कोए मेरी सेवा करै, तो पिता उसका आदर करैगा। \s क्रूस की मौत का इशारा \p \v 27 “इब मेरा जी भोत दुखी सै। ज्यांतै इब मै के कहूँ? ‘हे पिता, मन्नै इस दुख की घड़ी तै बचा?’ पर मै इस्से खात्तर इस दुनिया म्ह आया सूं, ताके मै दुख सहु। \v 28 हे पिता अपणे नाम की महिमा कर।” फेर या अकास बाणी होई, “मन्नै इसकी महिमा करी सै, अर फेर भी करूँगा।” \v 29 फेर जो माणस खड़े होए सुणरे थे, उननै कह्या के बाद्दळ गरजा। दुसरयां नै कह्या, “कोए सुर्गदूत उसतै बोल्या।” \p \v 30 इसपै यीशु नै कह्या, “यो वचन मेरै खात्तर कोनी, पर थारै खात्तर आया सै। \v 31 इब इस दुनिया का न्याय होवै सै, इब इस दुनिया का अधिकारी काड्या जावैगा। \v 32 अर मै जै धरती पै तै ऊँच्चे पै चढ़ाया जाऊँगा, तो सारया नै अपणे कान्ही खिच्चुगाँ।” \v 33 न्यू कहकै उसनै यो बता दिया के वो किस ढाळ की मौत तै मरैगा। \p \v 34 इसपै माणसां नै यीशु ताहीं कह्या, “हमनै मूसा नबी के नियम-कायदा की या बात सुणी सै के मसीह सदा जिन्दा रहवैगा, फेर तू क्यातै कहवै सै के माणस का बेट्टा ऊँच्चै पै चढ़ाया जाणा जरूरी सै? यो माणस का बेट्टा कौण सै?” \p \v 35 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “चाँदणा (यीशु नै आपणे-आप तै कह्या सै) इब थोड़ी देर ताहीं थारै बिचाळै सै। जिब ताहीं चाँदणा थारै गेल्या सै जद ताहीं चाल्दे रहो, इसा ना हो के अँधेरा थारै ताहीं घेर लेवै, जो अँधेरे म्ह चाल्लै सै वो कोनी जाण्दा के कड़ै जावै सै। \v 36 जिब ताहीं चाँदणा थारै गेल्या सै, चाँदणै पै बिश्वास राक्खो ताके थम चाँदणै की ऊलाद बणो।” ये बात कहकै यीशु चल्या गया अर उनतै दूर रह्या। \s यहूदिया का अबिश्वास म्ह बणे रहणा \p \v 37 यीशु मसीह नै उनकै स्याम्ही इतणे चमत्कार दिखाए, फेर भी उननै उसपै बिश्वास कोनी करया, \v 38 ताके यशायाह नबी का वचन पूरा हो जो उसनै कह्या “हे प्रभु, म्हारै संदेश का किसनै बिश्वास करया सै? अर प्रभु की शक्ति किसपै जाहिर होई सै?” \p \v 39 इस बाबत वे बिश्वास कोनी कर सके, क्यूँके यशायाह नै न्यू भी कह्या सै: \p \v 40 “उसनै उनकी आँख आंधी, अर उनके मन कठोर कर दिए सै, कदे इसा ना हो के वे आँखां तै देक्खै, अर मन तै समझै, अर पलटै, अर मै उननै ठीक करुँ।” \p \v 41 यशायाह नै ये बात ज्यांतै कही, के उसनै यीशु मसीह की महिमा देक्खी, अर उसनै उसकै बारें म्ह बताया। \p \v 42 फेरभी यहूदी सरदारां म्ह तै घणाए नै उसपै बिश्वास करया, पर फरिसियाँ कै कारण खुलकै कोनी मान्नै थे, क्यूँके उननै डर था कदे वे आराधनालय म्ह तै लिकाड़े ना जावै \v 43 क्यूँके माणसां की ओड़ तै करी जाण आळी बड़ाई उननै परमेसवर की ओड़ तै बड़ाई की बराबरी म्ह घणी प्यारी लाग्गै थी। \s यीशु के वचन न्याय का आधार \p \v 44 यीशु नै रूक्का मारकै कह्या, “जो मेरै पै बिश्वास करै सै, वो मेरै पै न्ही बल्के मेरै खन्दानआळै पै बिश्वास करै सै। \v 45 अर जो मन्नै देक्खै सै, वो मेरै खन्दानआळै नै देक्खै सै। \v 46 मै दुनिया म्ह चाँदणा बणाकै आया सूं, ताके जो कोए मेरै पै बिश्वास करै वो अँधेरे म्ह कोनी रहवै।” \p \v 47 “जै कोए मेरे वचन सुणकै भी उननै न्ही मानता, तोभी मै उसनै कसूरवार कोनी ठहरान्दा, क्यूँके मै दुनिया के माणसां ताहीं कसूरवार ठहराण खात्तर कोनी, पर दुनिया के माणसां का उद्धार करण खात्तर आया सूं। \v 48 जो कोए मन्नै नकारै सै, अर मेरे सुसमाचार नै कोनी अपणावै, उस ताहीं कसूरवार ठहराण आळा तो एकै ए सै, यानिके जो वचन मन्नै कह्या सै, वोए पाच्छलै दिन म्ह उस ताहीं कसूरवार ठैहरावैगा। \v 49 क्यूँके मै अपणे अधिकार तै बात न्ही करता, पर पिता जिसनै मेरै ताहीं भेज्या सै, उसनै मेरै ताहीं हुकम दिया सै के, के मै कहूँ अर किस तरियां बोल्लूँ? \v 50 अर मन्नै बेरा सै के उसका हुकम अनन्त जीवन देवै सै। ज्यांतै मै जो कुछ कहूँ सूं, ठीक उसाए कहूँ सूं, जिसा पिता नै मेरै ताहीं कहण का हुकम दिया सै।” \c 13 \s यीशु का चेल्यां के पैर धोणा \p \v 1 फसह कै त्यौहार तै पैहल्या, जिब यीशु नै बेरा लागग्या, के मेरा वो बखत आ लिया सै, के दुनिया छोड़कै पिता कै धोरै उल्टा जाऊँ, तो अपणे माणण आळा तै जो दुनिया म्ह थे, वो प्यार करया करदा, आखर ताहीं उसाए प्यार करदा रह्या। \p \v 2 यीशु अर उसके चेल्लें साँझ नै खाणा खाण लागरे थे। शमौन के बेट्टे यहूदा इस्करियोती के मन म्ह शैतान नै यो बिचार घाल दिया था, के वो यीशु कै गेल्या धोक्खा करै। \v 3 यीशु यो जाणै था, के पिता नै सब कुछ उसके हाथ म्ह सौप दिया सै, अर यो भी के वो परमेसवर की ओड़ तै आया सै, परमेसवर कै धोरै ए उल्टा जाण लागरया सै। \v 4 इस खात्तर वो खाणा छोड़कै खड्या होग्या, उसनै अपणे उप्परले लत्ते उतार दिये, अँगोच्छा लेकै अपणी कमर म्ह बाँध लिया। \v 5 फेर बास्सण म्ह पाणी भरकै चेल्यां के पैर धोये, अर जो अँगोच्छा कमर पै बाँध राख्या था, उस्से तै पुन्जण लागग्या। \p \v 6 जिब वो शमौन पतरस कै धोरै आया, फेर पतरस नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, के तू मेरे पैर धोवैगा?” \p \v 7 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “जो मै करूँ सूं, तू उसका मतलब इब्बे न्ही समझ पावैगा, पर इसकै बाद समझैगा।” \p \v 8 पतरस नै उस ताहीं कह्या, “मै अपणे पैर तेरे ताहीं कदे न्ही धोण दियुँगा।” न्यू सुणकै यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जै मै तेरे पैर ना धोऊँ, तो तू मेरा चेल्ला न्ही कुह्वावैगा।” \p \v 9 शमौन पतरस नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, फेर मेरे पैरए न्ही बल्के मेरे हाथ अर सिर भी धोदे।” \p \v 10 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जो माणस न्हा लिया हो उस ताहीं पैर कै सिवाय और कुछ धोण की जरूरत कोनी, पर वो पूरी तरियां साफ हो चुका सै, थम सारे साफ सो, पर एक नै छोड़ के।” \v 11 यीशु तो अपणे पकड़वाण आळे नै जाणै था, ज्यांतै उसनै कह्या, “थम सारे साफ सो, पर एक नै छोड़ के।” \p \v 12 जिब यीशु नै पैर धो लिये, अर अपणे लत्ते दुबारा पहरकै फेर बैठग्या, तो उन ताहीं कहणै लागग्या, “के थम समझे के मन्नै थारै गेल्या के करया?” \v 13 थम मन्नै गुरू अर प्रभु कहो सो, अर सही कहो सो, क्यूँके मै वोए सूं। \v 14 जिब मन्नै गुरू अर प्रभु होकै थारै पैर धोए, तो थमनै भी मेरी तरियां एक-दुसरै के पैर धोणे चाहिये। \v 15 क्यूँके मन्नै थारै ताहीं नमूना दिखाया सै, के जिसा मन्नै थारै गेल्या करया सै, थम भी उसाए करया करो। \v 16 मै थारै तै साच्ची-साच कहूँ सूं, नौक्कर अपणे माल्लिक तै बड्ड़ा कोनी, अर ना प्रेरित अपणे भेजण आळे तै। \v 17 इब थम ये बात जाणगे सों, जै उनपै चाल्लों तो थम सुखी रहोगे। \p \v 18 मै थम सारया कै बारें म्ह कोनी कहन्दा, मै उननै जांणु सूं, जिनताहीं मन्नै छाँट लिया सै, (अर यो भी के यहूदा बिश्वासघाती सै) क्यूँके मन्नै उस ताहीं इस खात्तर छाट्या सै, ताके पवित्र ग्रन्थ का यो वचन पूरा हो, “जो मेरी रोट्टी खावै सै, उसनै मेरै पै लात ठाई।” \p \v 19 “ये सब कुछ मन्नै थारे ताहीं पैहले ए बता दिया था, के जब न्यू हो जावै तो थम बिश्वास करियो के मै वोए सूं। \v 20 मै थारै ताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो मेरे खन्दाए होड़ नै अपणावै सै, वो मन्नै अपणावै सै, अर जो मन्नै अपणावै सै, वो मेरे भेजण आळे नै अपणावै सै।” \s बिश्वासघात कै कान्ही इशारा \r (मत्ती 26:20-25; मर 14:17-21; लूका 22:21-23) \p \v 21 ये बात कहकै यीशु आत्मा म्ह दुखी होया अर या गवाही दी, “मै थारै ताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के थारै म्ह तै एक मन्नै धोक्खा देकै पकड़वावैगा।” \p \v 22 चेल्लें यो शक करते होए के वो किसकै बाबत कहवै सै, एक-दुसरे कै कान्ही लखाण लागगे। \v 23 उसके चेल्यां म्ह तै यूहन्ना जिस ताहीं यीशु प्यार राक्खै था, यीशु कै धोरै बैठ्या था। \v 24 शमौन पतरस नै यूहन्ना कान्ही इशारा करकै उस ताहीं बुझ्झया, “बता तो, वो किसकै बाबत कहवै सै?” \p \v 25 फेर उसनै उस्से ढाळ यीशु की छात्ती कै कान्ही झुककै उस ताहीं बुझ्झया, “हे प्रभु, वो कौण सै?” \p \v 26 यीशु नै जबाब दिया, “जिस ताहीं मै यो रोट्टी का टुकड़ा डुबोकै द्युगां वोए सै।” अर उसनै टुकड़ा डुबोकै शमौन के बेट्टे यहूदा इस्करियोती ताहीं दिया। \p \v 27 टुकड़ा खान्दए शैतान यहूदा इस्करियोती म्ह बड़ग्या। फेर यीशु नै उस ताहीं कह्या, “जो तू करै सै, तोळा कर।” \v 28 भोज पै बैठण आळे चेल्यां म्ह तै किसे नै भी यो कोनी बेरा लाग्गण पाया के उसनै या बात उसतै किस मतलब तै कही। \v 29 कईयाँ नै सोच्या के रपियाँ की थैल्ली यहूदा कै धोरै रहवै सै, ज्यांतै उस ताहीं कहवै सै के त्यौहार कै खात्तर जरूरी समान मोल ले आओ या गरीबां नै कुछ देवै, इस खात्तर यहूदा नै रोट्टी का टुकड़ा लिया। \v 30 आखर म्ह वो टुकड़ा खाकै जिब्बे बाहरणै लिकड़ग्या, अर रात का बखत था। \s नई आज्ञा \p \v 31 जिब यहूदा बाहरणै लिकड़ग्या तो यीशु नै कह्या, “इब मुझ माणस के बेट्टे की महिमा होई सै, अर परमेसवर की महिमा मेरे म्ह होई सै, \v 32 परमेसवर भी अपणे बेट्टे की महिमा करैगा, अर वो जिब्बे करैगा।” \p \v 33 हे बाळकों, मै थोड़ी सी वार और थारै धोरै सूं, फेर थम मन्नै टोहओगे, अर जिसा मन्नै यहूदियाँ ताहीं कह्या, “जड़ै मै जाऊँ सूं, उड़ै थम कोनी आ सकदे, न्यू इब मै थारै ताहीं भी कहूँ सूं।” \p \v 34 “मै थमनै नया हुकम द्यु सूं, के एक दुसरे तै प्यार करो, जिसा मन्नै थारैतै प्यार करया सै, उस्से तरियां थम भी एक दुसरे तै प्यार करो। \v 35 जै आप्पस म्ह प्यार राक्खोगे, तो इसतै सारया नै बेरा पाट्टैगा के थम मेरे चेल्लें सो।” \s पतरस के इन्कार का इशारा \r (मत्ती 26:31-35; मर 14:27-31; लूका 22:31-34) \p \v 36 शमौन पतरस नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, तू कित्त जा सै?” यीशु नै जबाब दिया, “जड़ै मै जाऊँ सूं, उड़ै तू इब्बे मेरै पाच्छै कोनी आ सकदा, पर इसकै बाद मेरै गेल्या आवैगा।” \p \v 37 पतरस नै उसतै कह्या, “हे प्रभु, इब्बे मै तेरै पाच्छै क्यातै न्ही आ सकदा? मै तो तेरी खात्तर अपणी जान भी देण खात्तर तैयार सूं।” \p \v 38 यीशु नै जबाब दिया, “के तू मेरी खात्तर अपणी जान दे देवैगा? मै तेरै तै सच कहूँ सूं, के मुर्गे कै बाँग देण तै पैहल्या तू तीन बार मेरे बारें म्ह मुकरैगा। \c 14 \s परमेसवर तक पोच्चण का रास्ता \p \v 1 “अपणे मन नै दुखी ना होण द्यो, थम परमेसवर पै बिश्वास राक्खो सो, अर मेरै पै भी बिश्वास राक्खो। \v 2 मेरै पिता कै घर म्ह घणीए रहण की जगहां सै, जै न्ही होंदी तो मै थारै ताहीं कह देंदा, क्यूँके मै थारै खात्तर जगहां त्यार करण नै जाऊँ सूं। \v 3 अर जै मै जाकै थारै खात्तर जगहां त्यार करूँ, तो फेर दुबारै आकै थमनै अपणे उरै ले जाऊँगा के जड़ै मै रहूँ उड़ै थम भी रहो। \v 4 अर जित्त म्ह जाऊँ सूं, थम ओड़ै की राह जाणो सों।” \p \v 5 थोमा नै उसतै सवाल करया, “हे प्रभु, हमनै तेरा ठिकाणे का ए कोनी बेरा तो उसका राह किस तरियां जाण सका सां?” \p \v 6 यीशु नै उस ताहीं उत्तर दिया, “मै ए वो राह अर सच अर अनन्त जीवन सूं, बिना मेरै जरिये कोए पिता धोरै कोनी पोहच सकदा। \v 7 जै थम सच म्ह ए मन्नै जाणदे होंदे, तो मेरै पिता नै भी जाणदे, इसकै बाद थमनै उस ताहीं जाण लिया सै, अर उस ताहीं देख भी लिया सै।” \p \v 8 फिलिप्पुस नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, तू म्हारै ताहीं पिता के दर्शन ए करा दे, योए म्हारै खात्तर भतेरा होगा।” \v 9 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “हे फिलिप्पुस, मै इतणे दिन तै थारे गेल्या सूं, के तू मन्नै कोनी जाण्दा? जिसनै मेरैताहीं देख्या सै उसनै पिता ताहीं देख्या सै। फेर क्यातै कहवै सै के पिता नै म्हारैताहीं दिखा?” \v 10 के तन्नै बिश्वास कोनी के मै पिता म्ह सूं, अर पिता मेरै म्ह सै? ये वचन जो मै थारै ताहीं बताऊँ सूं, अपणी ओड़ तै कोनी बतान्दा, पर मेरे भित्तर बसा पिता ए सै, जो मेरे म्ह होकै अपणे काम पूरा करण लागरया सै। \v 11 मेरा-ए बिश्वास करो के मै पिता म्ह सूं, अर पिता मेरै म्ह सै, ना तो काम्मां कै कारण मेरा बिश्वास करो। \v 12 मै थारैतै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो मेरै पै बिश्वास राक्खै सै, ये काम जो मै करूँ सूं, वो भी करैगा, बल्के इनतै भी बड्डे-बड्डे काम करैगा, क्यूँके मै इब पिता कै धोरै जाऊँ सूं। \v 13 मेरै नाम तै थम जो कुछ माँगोगे, वोए मै करूँगा, जिसतै बेट्टे कै जरिये पिता की महिमा हो। \v 14 जै थम मेरै तै मेरै नाम तै कुछ माँगोगे, तो मै उस ताहीं पूरा करूँगा। \s पवित्र आत्मा की प्रतिज्ञा \p \v 15 “जै थम मेरै तै प्यार करो सो, तो मेरे हुकमां नै मान्नोगे। \v 16 मै पिता तै बिनती करूँगा, अर वो थारै ताहीं एक और मददगार देवैगा के वो सारीहाण थारै गेल्या रहवै। \v 17 यानिके सच का आत्मा, जिस ताहीं दुनिया कोनी अपणा सकदी, क्यूँके वो ना उसनै देक्खै सै, अर ना उस ताहीं जाणै सै, थम उसनै जाणो सो, क्यूँके आज वो थारै गेल्या सै, अर आण आळे बखत म्ह भी वो थारै म्ह बणा रहवैगा।” \v 18 “मै थारै ताहीं अनाथ कोनी छोडूँगा, मै थारै धोरै बोहड़ के आऊँगा। \v 19 थोड़ा ए बखत बाकी सै, जिब दुनिया मेरै ताहीं कोनी देक्खैगी, पर थम मन्नै देक्खोगे, ज्यांतै के मै जिन्दा सूं, थम भी जिन्दा रहोगे। \v 20 जिब मै बोहड़ के आऊँगा, उस दिन थमनै बेरा लागैगा, के मै अपणे पिता म्ह सूं, अर थम मेरै म्ह, मै थारै म्ह। \v 21 वो, जो मेरे हुकम नै मान्नै सै अर उननै निभावै सै, वोए मेरतै प्यार करै सै, अर जो मेरतै प्यार करै सै, वोए मेरे पिता का प्रियजन होगा, मै उसतै प्यार करूँगा, अर अपणे आप ताहीं उसपै जाहिर करूँगा।” \p \v 22 उस यहूदा नै (जो इस्करियोती कोनी था) यीशु ताहीं कह्या, “हे प्रभु, के होया के तू अपणे आप ताहीं म्हारै पै जाहिर करणा चाहवै सै, अर दुनिया के माणसां पै न्ही?” \v 23 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “जै कोए मेरै तै प्यार करै सै, तो वो मेरी शिक्षा का पालन करैगा, वो मेरे पिता का प्रियजन बणैगा, अर हम उसकै धोरै आकै उसकै गेल्या वास करेंगे।” \v 24 वो, जो मेरतै प्यार कोनी करता, वो मेरै वचन नै कोनी मानता, अर जो वचन थम सुणो सो वो मेरे कोनी बल्के पिता के सै, जो मेरा भेजण आळा सै। \p \v 25 “ये बात मन्नै थारे गेल्या रहंदे होए थारैतै कही। \v 26 पर मददगार यानिके पवित्र आत्मा जिस ताहीं पिता मेरै नाम तै भेज्जैगा, वो थारै ताहीं इन सारी बात्तां की शिक्षा देवैगा, अर जो कुछ मन्नै थारै तै कह्या सै, वो सारा कुछ थारै ताहीं याद दुआवैगा।” \v 27 मै थारै ताहीं शान्ति देकै जाऊँ सूं, अपणी शान्ति थारै ताहीं दियुँ सूं, जिसी दुनिया थारे ताहीं शान्ति देवै सै, मै थमनै उसी शान्ति कोनी देंदा अपणे मन नै दुखी ना होण द्यो अर ना डरियो। \p \v 28 थमनै सुण्या के मन्नै थारै ताहीं के कह्या, “मै जाऊँ सूं, अर थारै धोरै फेर आऊँगा।” जै थम मेरै तै प्यार करदे, तो यो जाणकै राज्जी होंदे, के मै पिता कै धोरै जाऊँ सूं, जो मेरै तै घणा महान् सै। \v 29 यो सब होण तै पैहल्या मन्नै थारै ताहीं इसके बारे म्ह बता दिया सै, के जिब यो हो जावै, तो थम बिश्वास करो। \v 30 मै इब थारै तै घणा कुछ न्ही कहूँगा, क्यूँके इस दुनिया का शासक (शैतान) आवै सै। मेरै पै उसका कोए हक कोनी, \v 31 दुनिया यो समझ ले के मै पिता तै प्यार करुँ सूं, योए कारण सै के मै उसके सारे हुकमां का पालन करुँ सूं। उठो, हम याड़ै तै चाल्लां। \c 15 \s यीशु सच्ची दाखलता \p \v 1 यीशु नै कह्या, “मै साच्ची अंगूर की बेल की तरियां सूं, अर मेरा पिता किसान की तरियां सै। \v 2 मेरे मै लाग्गी हरेक डाळी जो फळ न्ही देन्दी, उस ताहीं वो काट देवै सै, पर हरेक एक फळ देण आळी डाळी ताहीं छांगै सै के वा और घणा फळ ल्यावै। \v 3 थम तो उस वचन कै कारण जो मन्नै थारैताहीं कह्या सै, शुद्ध होगे सो। \v 4 थम मेरै म्ह बणे रहो, अर मै थारै म्ह, जिस तरियां डाळी जै अंगूर की बेल म्ह बणी न्ही रहवै तो खुद तै कोनी फळ सकदी, उस्से तरियां थम भी जै मेरै म्ह बणे न्ही रहो तो कोनी फळ सकदे।” \p \v 5 मै अंगूर की बेल की ढाळ सूं अर थम डाळी सो। जो मेरै म्ह बण्या रहवै सै अर मै उस म्ह, वो घणाए फळ फळै सै, क्यूँके मेरै तै न्यारे पाटकै थम कुछ न्ही कर सकदे। \v 6 जै कोए मेरै म्ह न्ही बण्या रहंदा, तो वो डाळी की तरियां बगा दिया जावैगा, अर सुख जावै सै, अर माणस उन ताहीं कट्ठे करकै आग म्ह झोक देवै सै, अर वे बळ जावै सै। \v 7 जै थम मेरै म्ह बणे रहो अर मेरे वचन थारै म्ह बणे रहवै, तो थारे माँगण पै थारी इच्छा पूरी करी जावैगी। \v 8 थारे फळ की भरपूरी म्ह मेरै पिता की महिमा अर थारा मेरे चेल्लें होण का सबूत सै। \p \v 9 जिसा पिता नै मेरै तै प्यार करया, उसाए मन्नै थारैतै प्यार करया, मेरै प्यार म्ह बणे रहो। \v 10 जै थम मेरे हुकमां नै मान्नोगे, तो मेरै प्यार म्ह बणे रहोगे, जिस ढाळ के मन्नै अपणे पिता का हुकम मान्या सै, अर उसकै प्यार म्ह बणा रहूँ सूं। \v 11 मन्नै ये बात थारै तै ज्यांतै कही, के जो आनन्द मेरे म्ह सै, वो थारे म्ह भी हो अर बढ़ता जावै। \p \v 12 “मै थमनै नया हुकम द्यु सूं, के एक दुसरे तै प्यार करियो, जिसा मन्नै थारैतै प्यार करया सै, उसाए थम भी एक दुसरे तै प्यार करयो। \v 13 इसतै बड्ड़ा प्यार किसे का कोनी के कोए अपणे दोस्तां कै खात्तर अपणी जान दे। \v 14 जो हुकम मै थारै ताहीं दियुँ सूं, जै थम उसपै चाल्लों सों तो थम मेरे साथी सो।” \v 15 मन्नै थारे ताहीं नौक्कर न्ही, पर साथी मान्या सै, क्यूँके नौक्कर माल्लिक के काम्मां तै अनजाण रहवै सै, मन्नै थारे ताहीं वे सारी बात बता दी सै, जो मन्नै पिता तै मिली सै। \v 16 थमनै मेरै ताहीं कोनी चुण्या पर मन्नै थारै ताहीं चुण्या सै अर थारैताहीं काम पै लाया सै, के थम जाकै फळ ल्याओ अर थारा फळ बणा रहवै, के थम मेरै नाम तै जो कुछ पिता तै माँग्गो, वो थारै ताहीं दे दे। \v 17 मेरा हुकम यो सै के थम एक-दुसरे तै प्यार करो। \s दुनिया तै बैर \p \v 18 “जै दुनिया के माणस थारैतै बैर राक्खै सै, तो जाण लो के उसनै थारैतै पैहल्या मेरै तै बैर राख्या सै। \v 19 जै थम दुनिया के माणसां जिसे होंदे, तो दुनिया थारे तै आपण्यां जिसा प्यार करती, पर थम दुनिया के कोनी, बल्के मन्नै थारैताहीं दुनिया म्ह तै छाँट लिया सै, इस करकै दुनिया के माणस थारै तै बैर राक्खै सै। \v 20 याद राक्खों मन्नै थारै तै के कह्या था, ‘नौक्कर अपणे माल्लिक तै बड्ड़ा कोनी होंदा,’ जिब उननै मेरै ताहीं सताया, तो थारैताहीं भी सतावैगें। जै उननै मेरी शिक्षा मान्नी, तो थारी भी माँन्नैगें। \v 21 पर यो सब कुछ माणस मेरै नाम कै कारण थारै गेल्या करैगें, क्यूँके माणस मेरै भेजण आळे नै कोनी जाणदे। \v 22 जै मै न्ही आंदा, अर उनतै बात न्ही करदा, फेर वे पापी कोनी ठहरदे, पर इब उननै उनकै पाप खात्तर कोए बहान्ना कोनी। \v 23 जो मेरै तै बैर राक्खै सै, वो मेरै पिता तै भी बैर राक्खै सै। \v 24 जै मै उनके बिच म्ह वे काम न्ही करदा, जो और किसे नै कोनी करे, तो वे पापी कोनी ठहरदे, पर इब तो जो कुछ मन्नै करया सै उननै मेरै ताहीं देख लिया सै, उननै मेरै ताहीं अर मेरे पिता दोनुआ तै बैर करया। \v 25 पर यो इस करकै होया के जो उनकै नियम-कायदा म्ह लिख्या सै वो सच हो सकै, ‘उननै मेरै तै खामखां बैर करया।’” \p \v 26 पर जिब वो मददगार (सच का आत्मा जो पिता की ओड़ तै आवै सै) धोरै आवैगा, जिसनै मै थारै धोरै पिता की ओड़ तै भेज्जूँगा, तो वो मेरी गवाही देवैगा, \v 27 अर थम भी मेरे गवाह सो, क्यूँके थम सरू तै मेरै गेल्या रहे सो। \c 16 \p \v 1 “ये बात मन्नै थारैतै ज्यांतै बताई सै के थारा बिश्वास डगमगा न्ही जावै।” \v 2 वे थमनै आराधनालयाँ म्ह तै काढ देवैगें, बल्के वो बखत आवै सै, के जो कोए थमनै मार देवैगा, वो न्यू समझैगा के मै परमेसवर की सेवा करूँ सूं। \v 3 इसा वे ज्यांतै करैंगें के उननै ना पिता ताहीं जाण्या सै, अर ना मन्नै जाणै सै। \v 4 पर ये बात मन्नै ज्यांतै थारैतै कही, के जिब इनका बखत आवै तो थमनै याद रहवै के मन्नै थारैतै पैहल्याए उसकै बारें म्ह बता दिया था। “मन्नै सरू म्ह थारैतै ये बात ज्यांतै कोनी कही क्यूँके मै थारे गेल्या था।” \s पवित्र आत्मा के काम \p \v 5 पर इब मै अपणे भेजण आळे कै धोरै जाऊँ सूं, अर थारै म्ह तै कोए मेरै तै कोनी बुझता, “तू कित्त जावै सै?” \v 6 पर मन्नै जो ये बात थारैतै कही सै, ज्यांतै थारा मन दुख तै भरग्या सै। \v 7 फेरभी मै थारैतै साच्ची कहूँ सूं, के मेरा जाणा थारै खात्तर ठीक सै, क्यूँके जै मै ना जाऊँ तो वो मददगार थारै धोरै कोनी आवैगा, पर जै मै जाऊँगा, तो उस ताहीं थारै धोरै भेज्जूंगा। \v 8 वो आकै दुनिया के माणसां ताहीं पाप अर धार्मिकता अर न्याय कै बाबत बतावैगा। \v 9 पाप कै बारे म्ह ज्यांतै के वे मेरै पै बिश्वास कोनी करदे। \v 10 अर धार्मिकता कै बारे म्ह ज्यांतै के मै पिता कै धोरै जाऊँ सूं, अर थम मन्नै दूबारै कोनी देक्खोगे, \v 11 न्याय कै बारे म्ह ज्यांतै के दुनिया का शासक कसूरवार ठहराया जा चुक्या सै। \p \v 12 मन्नै थारै तै और भी घणीए बात कहणी सै, पर इब्बे थम उननै सह न्ही सकदे। \v 13 पर जिब वो यानिके सच का आत्मा आवैगा, तो थम सारया नै सच का रास्ता बतावैगा, क्यूँके वो अपणी ओड़ तै कोनी कहवैगा पर जो कुछ सुणैगा वोए कहवैगा, अर होण आळी बात थारै ताहीं बतावैगा। \v 14 वो मेरी महिमा करैगा, क्यूँके उस ताहीं मेरी ओड़ तै जो मिला सै, वो थारे ताहीं मेरी बात्तां म्ह तै लेकै बतावैगा। \v 15 वो सब कुछ, जो पिता का सै, वो सारा मेरा सै, ज्यांतै मन्नै कह्या के वो मेरी बात्तां म्ह तै लेकै थारै ताहीं बतावैगा। \s दुख सुख म्ह बदल जावैगा \p \v 16 “थोड़ी देर म्ह थम मन्नै कोनी देक्खोगे, अर फेर थोड़ी देर म्ह मन्नै दुबारा देक्खोगे।” \p \v 17 फेर उसके कुछ चेल्यां नै आप्पस म्ह कह्या, “उसका इस बात तै के मतलब सै जो वो म्हारै ताहीं कहवै सै, ‘थोड़ी देर म्ह थम मन्नै कोनी देक्खोगे, अर फेर थोड़ी देर म्ह मन्नै दुबारा देक्खोगे?’ अर यो ‘ज्यांतै के मै पिता कै धोरै जाऊँ सूं?’” \v 18 फेर उननै कह्या, “यो ‘थोड़ी देर’ जो वो कहवै सै, या के बात सै? हम कोनी जाणदे के वो के कहवै सै।” \p \v 19 यीशु नै न्यू जाणकै के वे मेरतै बुझणा चाहवै सै, उन ताहीं कह्या, “के थम आप्पस म्ह मेरी इस बात बाबत जाँच-पड़ताळ करो सो, ‘थोड़ी देर म्ह थम मन्नै कोनी देक्खोगे, अर फेर थोड़ी देर म्ह मन्नै दुबारा देक्खोगे?’ \v 20 मै थारै तै साच्ची-साच कहूँ सूं, के जिब मै मारूँगा तो थम रोओगे अर बिलाप करोगे, पर दुनिया राज्जी होवैगी। थमनै दुख होगा, पर थारा दुख आनन्द म्ह बदल जावैगा। \v 21 जाप्पै कै बखत बिरबान्नी नै दुख होवै सै, क्यूँके उसकै दुख का बखत आरया सै, पर जिब वा बाळक नै जण दे सै, तो इस खुशी तै, के दुनिया म्ह एक माणस पैदा होया, उस दुख नै फेर याद कोनी कर दी। \v 22 उस्से तरियां थारै म्ह भी इब तो दुख सै, पर मै थारै तै दुबारा फेट्टूगाँ अर थारे मन आनन्द तै भर जावैंगे, थारा आनन्द कोए थारै तै खोस न्ही सकदा। \v 23 उस बखत थम मेरतै कुछ न्ही बुझ्झोगे। मै थारैतै सच कहूँ सूं, जै थम पिता तै कुछ माँगोगे, तो वो मेरै नाम तै थमनै देवैगा। \v 24 इब ताहीं थमनै मेरै नाम तै पिता तै कुछ न्ही माँग्या, माँग्गो, तो पा ल्योगे ताके थारा आनन्द पूरा हो जावै। \s संसार पै जीत \p \v 25 “मन्नै ये बात थारैताहीं उदाहरणां म्ह कही सै, पर वो बखत आवै सै, जिब पिता के बारें म्ह मै उदाहरणां म्ह न्ही कहूँगा, पर साफ शब्दां म्ह थारे ताहीं बताऊँगा। \v 26 उस दिन थम मेरै नाम तै माँगोगे, अर मै थारैतै न्यू कोनी कहन्दा के मन्नै ए थारै खात्तर पिता तै बिनती करणी पड़ैंगी, \v 27 क्यूँके मेरा पिता तो खुदे थारैतै प्यार करै सै, ज्यांतै के थमनै मेरतै प्यार करया सै अर यो बिश्वास करया सै के मै पिता की ओड़ तै भेज्या होड़ सूं। \v 28 मै पिता की ओड़ तै दुनिया म्ह आया सूं, अर इब दुनिया नै छोड़कै पिता कै धोरै जाऊँ सूं।” \p \v 29 उसकै चेल्यां नै कह्या, “हाँ, इब तू उदाहरणां म्ह न्ही, बल्के साफ शब्दां म्ह समझाण लागरया सै। \v 30 इब हम समझगे सां, के तू सब कुछ जाणै सै, अर इब किसे नै तेरे तै कोए सवाल पूच्छण जुरत कोनी, इस खात्तर हम बिश्वास करा सां के तू परमेसवर की ओड़ तै आया सै।” \p \v 31 न्यू सुणकै यीशु नै उन ताहीं कह्या, “के थमनै इब बिश्वास होया सै?” \v 32 लखाओ, वो बखत आवै सै बल्के आण पहोंच्या सै के थम सारे खिंड-मिन्ड होकै अपणे--अपणे घर बोहड़ जाओगे, अर मन्नै एक्ला छोड़ दोगे, फेरभी मै एक्ला कोनी क्यूँके पिता मेरै गेल्या सै। \p \v 33 “मन्नै ये बात थारैतै ज्यांतै कही सै, के थम मेरै म्ह शान्ति पाओ। दुनिया म्ह थारै पै क्ळेश होवै सै, पर हिम्मत राखियो, मन्नै दुनिया ताहीं जीत लिया सै।” \c 17 \s यीशु की महायाजकीय प्रार्थना खुद कै खात्तर \p \v 1 यीशु नै ये बात कही अर अपणी नजर अकास कान्ही ठाकै कह्या, “हे पिता, वो बखत आण पहोंच्या सै, अपणे बेट्टे की महिमा कर, के बेट्टा भी तेरी महिमा कर सकै, \v 2 क्यूँके तन्नै उस ताहीं सारे मानवजात्ति पै हक दिया, के वो सब नै अनन्त जीवन दे जो तन्नै उस ताहीं सौप्या सै। \v 3 अर अनन्त जीवन यो सै के वे तुझ, जो के एकमात्र साच्चे परमेसवर अर यीशु मसीह नै जिस ताहीं तन्नै भेज्या सै, जाणै। \v 4 जो काम तन्नै मेरैताहीं सौप्या था, उस ताहीं पूरा करकै मन्नै धरती पै तेरी महिमा करी सै। \v 5 जो महिमा मेरी तेरै गेल दुनिया की सृष्टी तै पैहल्या थी, इब हे पिता, तू अपणे गेल्या मन्नै भी महिमावान कर।” \s अपणे चेल्यां कै खात्तर \p \v 6 “मन्नै तेरा नाम उन माणसां पै जाहिर करया सै दुनिया म्ह तै जिनताहीं तन्नै छाटकै मेरैताहीं सौप्या था, वे तेरे थे पर तन्नै उन ताहीं मेरै ताहीं सौप्या सै, अर उननै तेरै वचन का पालन करया सै।” \v 7 इब जाणगे सै के जो कुछ तन्नै मेरैताहीं दिया सै, वो सारा तेरी ओड़ तै सै, \v 8 क्यूँके जो बात तन्नै मेरै ताहीं बताई, मन्नै उन ताहीं उनकै धोरै पहोंच्या दि सै, अर उननै उन ताहीं अपणालिया, अर सच म्ह ए जाण लिया सै के मै तेरी ओड़ तै आया सूं, अर उननै बिश्वास कर लिया सै के तू ए मेरा भेजण आळा सै। \v 9 मै उन खात्तर बिनती करूँ सूं, दुनिया के माणसां कै खात्तर बिनती कोनी करदा पर उन्नैए कै खात्तर करुँ सूं जिनताहीं तन्नै मेरैताहीं दिया सै, क्यूँके वे तेरे सै, \v 10 अर जो कुछ मेरा सै वो सारा तेरा सै, अर जो तेरा सै वो मेरा सै, अर मन्नै उनके जरिये महिमा पाई सै। \v 11 इब मै इस दुनिया म्ह कोनी रहूँगा, अर मै तेरै धोरै आऊँ सूं, पर ये दुनिया म्ह रहवैंगे, हे पवित्र पिता, अपणे नाम की शक्ति तै उनकी रुखाळ कर, जो तन्नै मेरै ताहीं दिया सै, ताके जिस तरियां मै अर तू एक सां, वे भी एक हो सकै। \v 12 जिब मै उनकै गेल्या था, तो मन्नै उन ताहीं तेरै नाम म्ह, जो तन्नै मेरैताहीं दिया था, उनकी रुखाळ करी, अर उन म्ह तै किसे का नाश कोनी होया, सिवाए उसके जिस ताहीं खोणा जरूरी था, वो भी ज्यांतै के पवित्र ग्रन्थ म्ह जो लिख्या होड़ सच हो। \p \v 13 पर इब मै तेरै धोरै आऊँ सूं, अर ये बात दुनिया म्ह रहते होए कहूँ सूं, ताके वे अपणे मनां म्ह मेरे भरपूर आनन्द नै पा सकै। \v 14 मन्नै तेरा वचन उन ताहीं पोहोचा दिया सै, अर दुनिया के माणसां नै उनतै बैर करया, क्यूँके जिस तरियां मै इस दुनिया का कोनी, उस्से तरियां वे भी इस दुनिया के कोनी। \v 15 मै या बिनती कोनी करदा के उननै तू दुनिया तै लिकाड़ ले, बल्के तू उननै उस शैतान तै बचाए राख। \v 16 जिस तरियां मै दुनिया का कोनी, उस्से तरियां वे भी दुनिया के कोनी। \v 17 तेरा वचन साच्चा सै, सच कै जरिये तू उननै अलग करण खात्तर समर्पित कर। \v 18 जिस तरियां तन्नै मेरैताहीं दुनिया म्ह भेज्या, उस्से तरियां मन्नै भी उन ताहीं दुनिया म्ह भेज्या, \v 19 मै उनकै खात्तर खुद नै तेरी सेवा म्ह समर्पित करूँ सूं, ताके वे भी सच कै खात्तर समर्पित हो जावै। \s सारे बिश्वासियाँ कै खात्तर \p \v 20 “मै केवल इन्ने खात्तर बिनती कोनी करदा, पर उन माणसां खात्तर भी जो इनकै वचन कै जरिये मेर पै बिश्वास करैगें, \v 21 ताके वे सब एक हों, जिस तरियां हे पिता तू मेरै म्ह सै, अर मै तेरै म्ह सूं, उस्से तरियां वे भी म्हारै म्ह एक हो, जिसतै दुनिया के माणस बिश्वास करै के तन्नै ए मेरैताहीं भेज्या सै। \v 22 वा महिमा जो तन्नै मेरैताहीं दी, मन्नै उन ताहीं दी सै, के वे उस्से तरियां ए एक हों जिस तरियां हम एक सा, \v 23 मै उन म्ह अर तू मेरे म्ह के वे सिध्द होकै एक हो जावै, अर दुनिया नै बेरा पाट्टै के तन्नै ए मेरैताहीं भेज्या, अर जिस तरियां तन्नै मेरतै प्यार करया उस्से तरियां उनतै प्यार करया।” \p \v 24 हे पिता, मै चाऊँ सूं, के जिन ताहीं तन्नै मेरैताहीं सौप्या सै, जड़ै मै सूं उड़ै वे भी मेरै गेल्या हो, के वे मेरी उस महिमा नै देक्खै जो तन्नै मेरैताहीं दी सै, क्यूँके तन्नै दुनिया नै बनाण तै पैहल्या मेरतै प्यार करया सै। \p \v 25 “हे धार्मिक पिता, दुनिया के माणसां नै तो तेरे ताहीं कोनी जाण्या, पर मन्नै तेरे ताहीं जाण लिया सै, अर मेरे चेल्यां नै भी बेरा पाटग्या के तन्नै ए मेरैताहीं भेज्या सै। \v 26 मन्नै तेरे ताहीं उनपै जाहिर करया सै, अर जाहिर करता रहूँगा, के जो प्यार तन्नै मेरतै करया था वोए प्यार उन म्ह बस जावै, अर मै उन म्ह रहूँ।” \c 18 \s यीशु का पकड़वाया जाणा \r (मत्ती 26:47-56; मर 14:43-50; लूका 22:47-53) \p \v 1 जिब यीशु नै प्रार्थना खतम कर ली, तो वो अपणे चेल्यां कै गेल्या किद्रोन नाळै कै परली ओड़ गया। उड़ै एक फुल्लां का बाग था, जिस म्ह वो अर उसके चेल्लें गए। \p \v 2 यीशु का पकड़ाण आळा यहूदा भी उस जगहां नै जाणै था, क्यूँके यीशु अपणे चेल्यां गेल्या उड़ै जाया करै था। \v 3 फेर यहूदा, सिपाहीयाँ कै एक टोळ नै अर प्रधान याजकां अर फरिसियाँ की ओड़ तै मन्दर के पैहरेदारां नै लेकै, दीवे अर मशाल अर हथियारां नै लेकै उड़ै आया। \p \v 4 फेर यीशु, उन सारी बात्तां नै जो उसपै बीत्तण आळी थी जाणकै, लिकड़कै उन ताहीं पूछा, “किसनै टोह्वो सो?” \p \v 5 उननै उस ताहीं जबाब दिया, “यीशु नासरी\f + \fr 18:5 \ft नासरत नगर का रहण आळा\f* नै।” यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मैए सूं।” यीशु नै पकड़वाण आळा यहूदा भी उनकै गेल्या खड्या था। \v 6 जिब यीशु नै उनतै कह्या, “मै सूं,” वे पाच्छै हटकै धरती पै पड़गे। \p \v 7 फेर उसनै दूबारै उन ताहीं बुझ्झया, “थम किसनै टोह्वो सो?” वे बोल्ले, “यीशु नासरी\f + \fr 18:7 \ft नासरत नगर का रहण आळा\f* नै।” \p \v 8 यीशु नै जबाब दिया, “मन्नै तो थारैताहीं कह दिया सै के वो मै सूं, जै थम मन्नै टोह्वो सो तो इन माणसां नै जाण दो।” \v 9 यो इस करकै के खुद उसके जरिये कह्या गया यो वचन पूरा हो, “मन्नै उन म्ह तै एक भी न्ही खोया, जिनताहीं तन्नै मेरतै सौप्या था।” \p \v 10 फेर शमौन पतरस नै तलवार, जो उसकै धोरै थी, खींच्ची अर महायाजक के नौक्कर पै चलाकै उसका सोळा कान उड़ा दिया, उस नौक्कर का नाम मलखुस था। \p \v 11 फेर यीशु नै पतरस तै कह्या, “अपणी तलवार म्यान म्ह धर। जो दुख का कटोरा पिता नै मेरैताहीं दिया सै, के मै उसनै न्ही पिऊँ?” \s हन्ना कै स्याम्ही यीशु \p \v 12 फेर रोमी सिपाहीयाँ अर उनकै सूबेदार अर यहूदिया परदेस के मन्दर के पैहरेदारां नै यीशु ताहीं पकड़कै जुड़ लिया, \v 13 अर पैहल्या उस ताहीं हन्ना कै धोरै ले गए, क्यूँके वो उस साल का महायाजक काइफा का सुसरा था। \v 14 यो वोए काइफा था, जिसनै यहूदियाँ ताहीं सलाह दी थी के म्हारे माणसां खात्तर एक आदमी का मरणा ठीक सै। \s पतरस का इन्कार \p \v 15 शमौन पतरस अर एक और दुसरा चेल्ला भी यीशु कै पाच्छै हो लिए। यो चेल्ला महायाजक का जाण-पिच्छाण का था, ज्यांतै वो यीशु कै गेल्या महायाजक कै आँगण म्ह गया, \v 16 पर पतरस बाहरणै दरबाजे पै खड्या रह्या। फेर दुसरा चेल्ला जो महायाजक की जाण-पहचान का था, वो बाहरणै लिकड़या अर पहरेदारणी तै कहकै पतरस ताहीं भीत्त्तर लीयाया। \p \v 17 उस नौकराणी नै, जो पहरेदारणी थी, पतरस तै कह्या, “कदे तू भी इस माणस के चेल्यां म्ह तै तो न्ही सै?” उसनै कह्या, “मै कोनी।” \p \v 18 नौक्कर अर मन्दर के पहरेदार जाड्डै कै कारण आग जळा राक्खी थी, अर खड़े होकै सेक्कै थे, अर पतरस भी उनकै गेल्या खड्या आग सेक्कै था। \s महायाजक द्वारा यीशु तै पूछताछ \p \v 19 फेर महायाजक नै यीशु तै उसकै चेल्यां कै बाबत अर उसकै उपदेश कै बाबत जाँच-पड़ताळ करी। \p \v 20 यीशु नै उस ताहीं जबाब दिया, “मन्नै हरेक माणसां तै खुलकै बात करी, मन्नै सभायां अर आराधनालयाँ म्ह, जड़ै सारे यहूदी कट्ठे होया करै सै, सारी हाण उपदेश दिया अर लुह्क कै कुछ कोनी कह्या। \v 21 तू मन्नै क्यातै सवाल बुझ्झै सै? सवाल उनतै कर जिननै मेरे वचन सुणे सै, वे जाणे सै, के मन्नै उन ताहीं के-के कह्या।” \p \v 22 जिब उसनै न्यू कह्या, तो मन्दर के पैहरेदारां म्ह तै एक नै जो धोरै खड्या था, यीशु कै थप्पड़ मारकै कह्या, “के तन्नै महायाजक ताहीं इस तरियां जबाब देण की हिम्मत किसी करी?” \p \v 23 यीशु नै उसतै जबाब दिया, “जै मेरा कहणा गलत सै तो साबित करो पर मन्नै जो कह्या सै वो सही सै तो फेर थम मेरै क्यूँ मारण लागरे सों?” \v 24 इस खात्तर यीशु ताहीं जो इब भी बाँधे होए थे, हन्ना नै काइफा महायाजक कै धोरै भेज दिया। \s पतरस का दुबारा इन्कार \p \v 25 शमौन पतरस खड्या होया आग सेक्कै था, फेर उननै उसतै कह्या, “कदे तू भी उसकै चेल्यां म्ह तै तो न्ही सै?” उसनै नाट-कै कह्या, “मै कोनी।” \p \v 26 महायाजक के नौकरां म्ह तै एक, जो उसकै कुण्बै म्ह तै था, जिसका कान पतरस नै काट दिया था, बोल्या, “के मन्नै तेरै ताहीं यीशु कै गेल्या फुल्लां के बाग म्ह कोनी देख्या था?” \v 27 पतरस फेर नाटग्या, अर जिब्बे मुर्गे नै बाँग देई। \s राज्यपाल पिलातुस कै स्याम्ही यीशु \p \v 28 फेर वे यीशु ताहीं काइफा कै धोरै तै किले\f + \fr 18:28 \ft जो प्रिटोरियुम कुह्वावै सै\f* म्ह ले गए जो, अर तड़कए का बखत था, पर वे खुद किलै कै भीत्त्तर कोनी गए ताके वे फसह का भोज खाण तै पैहल्या अशुध्द ना हों जावै। \v 29 फेर राज्यपाल पिलातुस उनकै धोरै बाहरणै लिकड़कै आया अर कह्या, “थम इस माणस पै किस बात का दोष लाओ सो?” \p \v 30 उननै उस ताहीं जबाब दिया, “जै वो भुण्डे काम करणीया न्ही होंदा तो हम उसनै तेरै धोरै कोनी ल्यान्दे।” \p \v 31 पिलातुस नै उनतै कह्या, “थमए इसनै ले जाकै अपणे नियम-कायदा कै मुताबिक उसका न्याय करो।” यहूदी अगुवां नै उसतै कह्या, “हमनै हक कोनी के किसे की जानलेवां।” \v 32 “न्यू ज्यांतै होया के यीशु की वा बात पूरी हो जो उसनै यो इशारा देंदे होड़ कही थी के उसकी मौत किस ढाळ होगी।” \p \v 33 फेर पिलातुस दूबारै किलै कै भीत्त्तर गया, यीशु ताहीं बुलाकै उसनै बुझ्झया, “के तू यहूदियाँ का राजा सै?” \p \v 34 यीशु नै जबाब दिया, “के तू या बात अपणी ओड़ तै कहवै सै या दुसरयां नै मेरै बाबत तेरै तै न्यू कह्या सै?” \v 35 पिलातुस नै जबाब दिया, “के मै यहूदी न्ही सूं, तेरी ए कोम अर प्रधान याजकां नै तेरै ताहीं मेरै हाथ म्ह सोंप्या सै। तन्नै के करया सै?” \p \v 36 यीशु नै जबाब दिया, “मेरा राज्य इस दुनिया का कोनी, जै मेरा राज्य इस दुनिया का होंदा, तो मेरे सेवादार लड़दे के मै यहूदी अगुवां कै हाथ्थां सोंप्या कोनी जांदा पर सच्चाई तो या सै के मेरा राज्य आड़ै का सै ए कोनी।” \p \v 37 पिलातुस नै उसतै कह्या, “के तू राजा सै?” यीशु नै जबाब दिया, “तू कहवै सै के मै राजा सूं। मन्नै ज्यांतै जन्म लिया अर ज्यांतै दुनिया म्ह आया सूं, के सच की गवाही दियुँ। जो कोए सच का सै, वो मेरा वचन सुणै सै।” \s मृत्यु-दण्ड की आज्ञा \p \v 38 पिलातुस नै उसतै कह्या, “सच के सै?” न्यू कहकै वो फेर यहूदी अगुवां कै धोरै लिकड़ आया अर उन ताहीं कह्या, “मै तो उस म्ह कुछ खोट कोनी पांदा।” \p \v 39 पर थारै यो रिवाज सै के मै फसह पै थारै खात्तर एक माणस नै छोड़ दियुँ। आखर के थम चाह्वो सो, “के मै थारै खात्तर यहूदिया कै राजै नै छोड़ दियुँ?” \p \v 40 फेर उननै रूक्के मारकै कह्या, “इसनै न्ही, पर म्हारै खात्तर बरअब्बा नै छोड़दे।” जिब के बरअब्बा बिद्रोही था। \c 19 \p \v 1 फेर पिलातुस राज्यपाल नै यीशु कै कोड़े लगवान खात्तर सिपाहियाँ के हाथ सौप दिया। \v 2 सिपाहियाँ नै काण्डयाँ का मुकुट गूँथकै उसकै सिर पै धरया, अर उस ताहीं बैंजनी लत्ते पिहराये, \v 3 अर उसकै धोरै आ-आकै कहण लाग्गे, “हे यहूदियाँ के राजा, प्रणाम!” अर उसकै थप्पड़ भी मारे। \p \v 4 फेर पिलातुस नै दुबारै बाहरणै लिकड़कै माणसां ताहीं कह्या, “लखाओ, मै उसनै थारै धोरै फेर ल्याया सूं, ताके थमनै बेरा लाग्गै के मै उस म्ह कुछ भी खोट कोनी पान्दा।” \v 5 फेर यीशु ताहीं काण्डयाँ का मुकुट अर बैंजनी लत्ते पहरे होड़ बाहरणै लेग्या, अर पिलातुस नै उन ताहीं कह्या, “देक्खों, इस माणस नै!” \p \v 6 जिब प्रधान याजकां अर मन्दर के पैहरेदारां नै उस ताहीं देख्या, तो रूक्के मारकै कह्या, “उस ताहीं क्रूस पै चढ़ा, क्रूस पै!” पिलातुस नै उनतै कह्या, “थमए उसनै ले जाकै क्रूस पै चढ़ाओ, क्यूँके मै उस म्ह कोए खोट कोनी पान्दा।” \p \v 7 यहूदी अगुवां नै उस ताहीं जबाब दिया, “म्हारे नियम-कायदे सै अर उस नियम-कायदा कै मुताबिक इस माणस नै मौत की सजा मिलणी चाहिये, क्यूँके इसनै खुद ताहीं परमेसवर का बेट्टा होण का दावा करया सै।” \p \v 8 जिब पिलातुस नै या बात सुणी तो और भी घणा डरग्या, \v 9 अर दूबारै किलै\f + \fr 19:9 \ft जो प्रिटोरियुम कुह्वावै सै\f* कै भीत्त्तर गया अर यीशु तै कह्या, “तू कितका सै?” पर यीशु नै उसतै कुछ भी जबाब कोनी दिया। \v 10 इसपै पिलातुस नै उसतै कह्या, “मेरतै क्यातै न्ही बोल्दा? के तन्नै कोनी बेरा के तेरै ताहीं छोड़ देण का हक मेरै ताहीं सै, अर तेरै ताहीं क्रूस पै चढ़ाण का भी मेरै ताहीं हक सै।” \p \v 11 यीशु नै जबाब दिया, “जै तेरै ताहीं परमेसवर तै हक न्ही दिया जान्दा, तो तेरा मेरै पै कोए हक कोनी होंदा, ज्यांतै जिसनै मेरैताहीं तेरै हाथ पकड़आया सै उसका पाप घणा सै।” \p \v 12 इस बात नै सुणकै पिलातुस नै उस ताहीं छोड़ देणा चाह्या, पर भीड़ नै रूक्के मार-मारकै कह्या, “जै तू इसनै छोड़ देवैगा, तो तू कैसर का बिरोध्दी बण जावैगा। जो कोए खुद नै राजा होण का दावा करै सै, वो कैसर का बिरोध्द करै सै।” \p \v 13 ये बात सुणकै पिलातुस यीशु नै बाहरणै ल्याया अर उड़ै न्याय की गद्दी पै बैठग्या, जो इब्रानी भाषा म्ह “गब्बता” कुह्वावै सै, जिसका मतलब चोतरा हो सै। \v 14 यो फसह की त्यारी का दिन था, अर दोफाहरा का बखत था। फेर उसनै यहूदी माणसां ताहीं कह्या, “यो रह्या थारा राजा!” \p \v 15 पर उननै किल्की मारी, “उस ताहीं मार द्यो! उस ताहीं मार द्यो! उस ताहीं क्रूस पै चढ़ा!” पिलातुस नै उनतै कह्या, “के मै थारे राजा नै क्रूस पै चढ़ाऊँ?” प्रधान याजकां नै जबाब दिया, “कैसर नै छोड़ म्हारा और कोए राजा कोनी।” \v 16 फेर पिलातुस नै यीशु ताहीं क्रूस पै चढ़ाण खात्तर उनकै हवाले कर दिया। \s क्रूस पै चढ़ाया जाणा \p \v 17 फेर सिपाही यीशु नै ले गए, अर यीशु अपणा क्रूस ठाए होए उस जगहां तक बाहर गया, जो “खोपड़ी” यानी इब्रानी भाषा म्ह “गुलगुता” कुह्वावै सै। \v 18 उड़ै उननै उस ताहीं अर उसकै गेल्या और दो माणसां ताहीं क्रूस पै चढ़ाया, एक इस ओड़ अर एक दुसरी ओड़, अर बिचाळै यीशु ताहीं। \p \v 19 पिलातुस नै एक दोषपत्र लिखकै क्रूस पै लगवा दिया, अर उसपै लिख्या होया था, “यीशु नासरी\f + \fr 19:19 \ft नासरत नगर का रहण आळा\f*, यहूदियाँ का राजा।” \p \v 20 यो दोषपत्र घणखरे यहूदियाँ नै पढ़या, क्यूँके यरुशलेम नगर जड़ै यीशु क्रूस पै चढ़ाया गया था नगर कै धोरै थी, अर दोषपत्र इब्रानी अर लतीनी अर यूनानी म्ह लिख्या होया था। \v 21 फेर यहूदियाँ के प्रधान याजकां नै पिलातुस तै कह्या, “‘यहूदियाँ का राजा’ मतना लिखै पर यो के उसनै कह्या, ‘मै यहूदियाँ का राजा सूं।’” \v 22 पिलातुस नै जबाब दिया, “मन्नै जो लिखणा था, लिख दिया।” \p \v 23 जिब सिपाही नै यीशु ताहीं क्रूस पै चढ़ा दिया, तो उसके लत्ते लेकै चार ठोड़ बांड लिए, हरेक सिपाही खात्तर एक हिस्सा, अर कुड़ता भी लिया, पर कुड़ता बिन सिलाई उप्पर तै तळै ताहीं सिम्या होया था। \p \v 24 इस करकै सिपाहियाँ नै आप्पस म्ह कह्या, “हम इस ताहीं पाड़ा कोनी, पर इसपै पर्ची गेर कै, के यो किसका होवैगा।” न्यू इस करकै होया के पवित्र ग्रन्थ म्ह जो लिख्या होया वो पूरा हो, “उननै मेरे लत्ते आप्पस म्ह बांड लिए अर मेरे लत्ते पै पर्ची गेरी।” \p \v 25 आखर म्ह सिपाहियाँ नै इसाए करया। यीशु कै क्रूस कै धोरै यीशु की माँ, अर उसकी मौस्सी, क्लोपास की घरआळी मरियम, अर मगदल गाम की मरियम खड़ी थी। \v 26 जिब यीशु नै अपणी माँ, अर उस चेल्लें ताहीं जिसतै वो प्यार करै था, धोरै खड़े देख्या तो अपणी माँ तै कह्या, “हे नारी, लखा, यो तेरा बेट्टा सै।” \v 27 फेर उस चेल्लें तै कह्या, “या तेरी माँ सै।” अर उस्से बखत वो चेल्ला उस ताहीं अपणे घरां लेग्या। \s यीशु की मौत \p \v 28 इसकै पाच्छै यीशु नै बेरा लागग्या के इब उसनै सारा काम पूरा कर लिया सै, ज्यांतै के पवित्र ग्रन्थ म्ह जो कह्या गया वो पूरा हो, कह्या, “मै तिसाया सूं।” \v 29 उड़ै सिरके तै भरया होड़ एक बास्सण धरया था, आखर म्ह सिपाहियाँ नै सिरके म्ह भे कै स्पंज (फोम) ताहीं जुफे की लाठ्ठी पै धरकै उसकै मुँह कै लगाया \v 30 जिब यीशु नै वो सिरका चख्या, तो कह्या, “पूरा होया,” अर सिर झुकाकै जी दे दिया। \s भाले तै बेधा जाणा \p \v 31 इब यो त्यारी का दिन था, अर आगला दिन आराम का दिन अर फसह का दिन था, यो यहूदी माणसां खात्तर एक खास दिन था, अर वे न्ही चाहवै थे, के इस दिन देह क्रूस पै टंगी रहवै, इस करकै यहूदियाँ नै पिलातुस तै बिनती करी के उन माणसां की जो क्रूस पै चढ़ाये गये थे, टाँग तोड़ दी जावै। \v 32 आखर म्ह सिपाहियाँ नै आकै उन माणसां म्ह तै पैहलै की टाँग तोड़ी फेर दुसरे की भी, जो उसकै गेल्या क्रूस पै चढ़ाए गए थे, \v 33 पर जिब यीशु कै धोरै आकै देख्या के वो मर लिया सै, तो उसकी टाँग कोनी तोड़ी। \v 34 पर सिपाहियाँ म्ह तै एक बरछी तै उसका पंजर चिर दिया, अर उस म्ह तै जिब्बे लहू अर पाणी लिकड़या। \v 35 जिस माणस नै यो देख्या, उसनै गवाही दी सै, अर उसकी गवाही साच्ची सै, अर उननै बेरा सै के वो साच्ची कह सै के थम भी बिश्वास करो। \v 36 ये बात ज्यांतै होई के पवित्र ग्रन्थ म्ह जो कह्या गया वो पूरा हो, “उसकी कोई हाड्डी कोनी तोड़ी जावैगी।” \v 37 फेर एक और जगहां पै पवित्र ग्रन्थ म्ह न्यू लिख्या सै, “जिस ताहीं उननै बेधा सै, उसनै वे देक्खैगें।” \s यीशु का गाड्या जाणा \p \v 38 इन बात्तां पाच्छै अरिमतिया गाम के यूसुफ नै जो यीशु का चेल्ला था, पर यहूदी अगुवां कै डर के मारे इस बात नै ल्कोए राक्खै था, पिलातुस तै बिनती करी, के वो यीशु की लाश ले जा सकै सै। पिलातुस नै उसकी बिनती सुणी, अर वो आकै उसकी लाश लेग्या। \v 39 निकुदेमुस भी, जो पैहलै यीशु कै धोरै रात नै गया था, पचास सेर कै करीबन रळा होड़ गन्धरस अर एलवा (काटे वाला पौधा) लीयाया। \v 40 फेर उननै यीशु की लाश ली, अर यहूदिया कै गाड्डण कै रिवाज कै मुताबिक उस ताहीं खस्बुदार द्रव्य कै गेल्या कफन म्ह लपेट्या। \v 41 उस जगहां पै जड़ै यीशु क्रूस पै चढ़ाया गया था, एक फुल्लां का बगीचा था, अर उस फुल्लां की क्यारी म्ह एक नई कब्र थी जिसम्ह कदे कोए कोनी राख्या ग्या था। \v 42 ज्यांतै उननै यीशु की लाश ताहीं उस्से कब्र म्ह धर दिया, क्यूँके वा लोवै ए थी, अर वो यहूदिया के आराम की त्यारी का दिन भी था। \c 20 \s खाल्ली कब्र \p \v 1 हफ्तै कै पैहल्ड़े दिन तड़कए सूरज लिकड़ण तै पैहल्या अन्धेरै रहंदे ए मगदल गाम की मरियम कब्र पै गई, अर पत्थर ताहीं कब्र पै तै हटया होड़ देख्या। \v 2 फेर वा भाज्जी अर शमौन पतरस अर उस दुसरे चेल्लै कै धोरै जिसतै यीशु प्यार राक्खै था, आकै कह्या, “वे प्रभु की लाश नै कब्र म्ह तै काढ लेगे सै, अर हमनै न्ही बेरा के उस ताहीं कित्त धर दिया सै।” \p \v 3 फेर पतरस अर वो दुसरा चेल्ला लिकड़कै कब्र कै कान्ही चाल्ले। \v 4 वे दोन्नु गेल-गेल भाजरे थे, पर दुसरा चेल्ला पतरस तै तेज भाजकै कब्र पै पैहल्या पोहुच्या, \v 5 अर झुककै लत्ते पड़े देक्खे, तोभी वो भीत्त्तर कोनी गया। \v 6 फेर शमौन पतरस उसकै पाच्छै-पाच्छै पोहुच्या, अर कब्र कै भीत्त्तर गया अर उसनै भी लत्ते पड़े देक्खे, \v 7 अर वो अंगोच्छा जो उसकै सिर पै बन्धा होड़ था, लत्यां कै गेल्या कोनी पड्या था, पर न्यारा एक ठोड़ लपेटकै धरया होया देख्या। \v 8 फेर दुसरा चेल्ला भी जो कब्र पै पैहल्या पोहुच्या था, भीत्त्तर गया अर देखकै बिश्वास करया के यीशु मुर्दा म्ह तै जिन्दा होग्या। \v 9 पतरस अर दुसरा चेल्ला इब ताहीं पवित्र ग्रन्थ की वा बात कोनी समझे थे के उसनै मरे होया म्ह तै जी उठणा होगा। \v 10 फेर चेल्लें अपणे घरां बोहड़गे। \s \f + \fr 20:11 \ft मगदला गाम की \f*मरियम मगदलीनी पै जाहिर होणा \p \v 11 पर मरियम रोंदी होई कब्र कै धोरै ए बाहरणै खड़ी रही, अर रोंदे-रोंदे कब्र कै कान्ही कोड्डी होकै, \v 12 दो सुर्गदूत्तां ताहीं धोळे-चमकदे लत्ते पहरे होड़ एक सिरहाणै अर दुसरै ताहीं पात्यां नै बैट्ठे देख्या, जड़ै यीशु की लाश धरी गई थी। \p \v 13 उननै उस ताहीं कह्या, “हे नारी, तू क्यातै रोवै सै?” उसनै उन ताहीं कह्या, “वे मेरै प्रभु की लाश नै ठा लेगे अर मन्नै कोनी बेरा के उसनै कित्त धर राख्या सै।” \v 14 न्यू कहकै वा पाच्छै मुड़ी अर यीशु ताहीं खड़े देख्या, पर पिच्छाण्या कोनी के यो यीशु सै। \p \v 15 यीशु नै उसतै कह्या, “हे नारी, तू क्यातै रोवै सै? किसनै टोहवै सै?” उसनै माळी समझकै उस ताहीं कह्या, “हे श्री मान, जै तन्नै उस लाश ताहीं ठा लिया सै, तो मन्नै बता के उस ताहीं कित्त धर राख्या सै, अर मै उसनै ले जाऊँगी।” \p \v 16 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “मरियम!” उसनै बोहड़कै उस ताहीं इब्रानी म्ह कह्या, “रब्बुनी!” यानिके “हे गुरू”। \p \v 17 यीशु नै उस ताहीं कह्या, “पैरां म्ह लिपटकै मन्नै मतना रोक्कों, क्यूँके मै इब ताहीं पिता कै धोरै उप्पर कोनी गया, पर मेरे भाईयाँ कै धोरै जाकै उनतै कह दे, के मै अपणे पिता अर थारे पिता, अर अपणे परमेसवर अर थारे परमेसवर कै धोरै उप्पर जाकै आऊँ सूं।” \p \v 18 मरियम मगदलीनी नै जाकै चेल्यां ताहीं बताया, “मन्नै प्रभु ताहीं देख्या, अर उसनै मेरै तै ये बात कही।” \s चेल्यां पै जाहिर होणा \p \v 19 उस्से दिन जो हफ्तै का पैहल्ड़ा दिन था, साँझ कै बखत यहूदिया कै डर के मारे चेल्लें जिब किवाड़ मूंदे होड़ एक कमरै म्ह थे, तो यीशु उनकै बिचाळै आ खड्या होया अर उनतै बोल्या, “थमनै शान्ति मिलै।” \v 20 अर न्यू कहकै उसनै अपणे हाथ्थां के घा अर अपणा पंजर उनतै दिखाए। फेर चेल्लें यीशु नै देखकै राज्जी होए। \p \v 21 यीशु नै फेर उनतै कह्या, “थमनै शान्ति मिलै: जिस तरियां पिता नै मेरैताहीं दुनिया म्ह भेज्या सै, उस्से तरियां ए मै थमनै दुनिया म्ह भेज्जू सूं।” \v 22 न्यू कहकै उसनै उनपै फूँक मारी अर उसनै कह्या, “पवित्र आत्मा ल्यो। \v 23 जिनके पाप थम माफ करो, वे उनकै खात्तर माफ करे गए सै, जिनके थम राक्खो, वे राक्खे गए सै।” \s थोमा पै जाहिर होणा \p \v 24 पर बारहा चेल्यां म्ह तै एक, यानिके थोमा जो दिदुमुस कुह्वावै सै, जिब यीशु आया तो उनकै गेल्या कोनी था। \v 25 जिब दुसरे चेल्लें उसतै कहण लाग्गे, “हमनै प्रभु ताहीं देख्या सै,” फेर उसनै उनतै कह्या, “जिब ताहीं मै उसकै हाथ्थां म्ह किल्लां के छेद न्ही देख ल्युँ, अर किल्लां के छेदों म्ह अपणी आंगळी नै घाल ल्युँ, अर उसकै पंजर म्ह अपणा हाथ ना घाल ल्युँ, जद ताहीं बिश्वास कोनी करूँगा।” \p \v 26 आठ दिन कै पाच्छै उसके चेल्लें फेर घर कै भीत्त्तर थे, अर थोमा उनकै गेल्या था, अर किवाड़ मूंद राक्खे थे, फेर यीशु आया अर उनकै बिचाळै खड्या होकै कह्या, “थमनै शान्ति मिलै।” \v 27 फेर उसनै थोमा तै कह्या, “अपणी आंगळी याड़ै ल्याकै मेरै हाथ्थां नै देख अर अपणा हाथ ल्याकै मेरै पंजर म्ह घाल, अर अबिश्वासी न्ही पर बिश्वासी बण।” \p \v 28 न्यू सुणकै थोमा नै जबाब दिया, “हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेसवर!” \p \v 29 यीशु नै उसतै कह्या, “तन्नै तो मेरै ताहीं देखकै बिश्वास करया सै, धन्य वे सै जिन नै बिन देक्खे बिश्वास करया।” \s इस किताब का मकसद \p \v 30 यीशु नै और भी घणखरे चमत्कार चेल्यां कै आग्गै दिखाए, जो इस किताब म्ह कोनी लिक्खे गए, \v 31 पर ये ज्यांतै लिक्खे गए सै के थम बिश्वास करो के यीशु ए परमेसवर का बेट्टा मसीह सै, अर बिश्वास करकै उसकै नाम म्ह अनन्त जिन्दगी पाओ। \c 21 \s तिबिरियास झील कै किनारे चेल्यां पै जाहिर होणा \p \v 1 इन बात्तां कै पाच्छै यीशु नै खुद ताहीं तिबिरियास झील कै किनारै चेल्यां पै जाहिर करया, अर इस ढाळ जाहिर करया \v 2 शमौन पतरस, अर थोमा जो दिदुमुस कुह्वावै सै, अर गलील परदेस कै काना नगर का नतनएल, अर जब्दी के बेट्टे, अर उसके चेल्यां म्ह तै दो और जणे कट्ठे थे। \v 3 शमौन पतरस नै उन ताहीं कह्या, “मै मच्छी पकड़न नै जाऊँ सूं।” उननै उसतै कह्या, “हम भी तेरै गेल्या चाल्लां सां।” आखर उस रात नै कुछ कोनी पकड्या। \p \v 4 सबेर होंदे-ए यीशु किनारै पै आ खड्या होया, फेरभी चेल्यां नै कोनी पिच्छाणा के यो यीशु सै। \p \v 5 फेर यीशु नै उन ताहीं कह्या, “हे बाळकों, के थारै धोरै कुछ खाण नै सै?” उननै जबाब दिया, “कोनी।” \p \v 6 यीशु नै उन ताहीं कह्या, “किस्ती कै सोळै कान्ही जाळ गेरो फेर पाओगे।” आखर उननै जाळ गेरया, अर इब घणी मच्छियाँ कै बाबत जाळ उनपै खिच्या कोनी। \p \v 7 फेर उस चेल्यां नै जिसतै यीशु प्यार करै था, पतरस तै कह्या, “यो तो प्रभु सै!” पतरस नै न्यू सुणकै के वो तो प्रभु सै, अपणा बाहरी कपड़ा लपेट्या अर झील म्ह कूद पड़ा, क्यूँके उस बखत वो अंगोच्छें-अंगोच्छें म्ह था। \v 8 पर दुसरे चेल्लें डोंगी पै मच्छी तै भरया होड़ जाळ खिंचदे होए आए, क्यूँके वे किनारे तै घणी दूर कोनी, पर कोए दो सौ हाथ (सौ मीटर) की दूरी पै थे। \p \v 9 जिब चेल्लें किनारै पै उतरे, तो उननै कोयले की आग अर उसपै मच्छी धरी होई, अर रोट्टी देक्खी। \p \v 10 यीशु नै उनतै कह्या, “जो मच्छी थमनै इब्बे पकड़ी सै, उन म्ह तै कुछ ल्याओ।” \v 11 फेर शमौन पतरस नै डोंगी पै चढ़कै एक सौ तिरपन बड्डी मच्छियाँ तै भरया होड़ जाळ किनारे पै खिच्या, अर इतनी मच्छी होंदे होए भी जाळ कोनी पाट्या। \v 12 यीशु नै उनतै कह्या, “आओ, खाणा खाओ।” चेल्यां म्ह तै किसे का ढेठ कोनी होया के उसतै बुझ्झै, “तू कौण सै?” क्यूँके उननै बेरा था के हो ना हो यो प्रभु ए सै। \v 13 यीशु आया अर रोट्टी लेकै उन ताहीं दी, अर उस्से ढाळ मच्छी भी। \v 14 यो तीसरी बै सै के यीशु मरे होया म्ह तै जिन्दा उठणै कै पाच्छै चेल्यां नै दिखाई दिया। \s यीशु अर पतरस \p \v 15 खाणा खाणै कै पाच्छै यीशु नै शमौन पतरस तै कह्या, “हे शमौन, यूहन्ना के बेट्टे, के तू चेल्यां तै बाध मेरतै प्यार करै सै?” उसनै उसतै कह्या, “हाँ प्रभु, तन्नै तो बेरा सै के मै तेरै तै प्यार राक्खु सूं।” उसनै उसतै कह्या, “मेरे मेम्‍ना नै चरा।”\f + \fr 21:15 \ft इन शब्दां नै यीशु अपणे अनुयायिओं कै खात्तर इस्तमाल म्ह लाता था \f* \p \v 16 उसनै दुसरी बर उसतै कह्या, “हे शमौन, यूहन्ना के बेट्टे, के तू मेरै तै प्यार राक्खै सै?” उसनै उसतै कह्या, “हाँ प्रभु, तन्नै तो बेरा सै के मै तेरै तै प्यार राक्खु सूं।” उसनै उसतै कह्या, “मेरी भेड्डां की रूखाळी कर।” \p \v 17 उसनै तीसरी बर उस ताहीं कह्या, “हे शमौन, यूहन्ना के बेट्टे, के तू मेरतै प्यार राक्खै सै?” पतरस कांल होया के उसनै उसतै तीसरी बर इसा कह्या, “हे शमौन, यूहन्ना के बेट्टे, के तू मेरतै प्यार राक्खै सै?” अर उसतै कह्या, “हे प्रभु, तन्नै तो सारा कुछ बेरा सै, तन्नै न्यू बेरा सै के मै तेरै तै प्यार राक्खुं सूं।” यीशु नै उसतै कह्या, “मेरी भेड्डां नै चरा।” \v 18 मै तेरै तै साच्ची-साच कहूँ सूं, “जिब तू जवान था तो अपणी कड़ बाँधकै जड़ै चाहवै था उड़ै हाँडै था, पर जिब तू बुढ़ा होगा तो अपणे हाथ पसारैगा, अर दुसरा तेरी कड़ बाँधकै जड़ै तू ना चाहवैगा उड़ै तन्नै ले जावैगा।” \v 19 यीशु नै इन बात्तां तै इशारा करया के पतरस किसी मौत तै परमेसवर की महिमा करैगा, अर फेर उसनै उसतै कह्या, “मेरै पाच्छै हो ले।” \s यीशु अर उसका प्रिय चेल्ला \p \v 20 पतरस नै बोहड़कै उस चेल्लें ताहीं पाच्छै आंदे देख्या, जिसतै यीशु प्यार राक्खै था, खाणै कै बखत उसकै साथ बैठ्या था, उसतै बुझ्झया, “हे प्रभु, तेरा पकड़वाण आळा कौण सै?” \v 21 उस ताहीं देखकै पतरस नै यीशु तै कह्या, “हे प्रभु, इसका के हाल होगा?” \p \v 22 यीशु नै उसतै कह्या, “जै मै चाऊँ के वो मेरै आण ताहीं रुक्या रहवै, तो तन्नै इसतै के? तू मेरै पाच्छै हो ले।” \v 23 ज्यांतै भाईयाँ म्ह या बात फैलगी के वो चेल्ला कोनी मरैगा, फेरभी यीशु नै उसतै न्यू कोनी कह्या के वो कोनी मरैगा, पर यो के, “जै मै चाऊँ के वो मेरै आण ताहीं रुक्या रहवै, तो तन्नै इसतै के?” \s समापन \p \v 24 यो वोए चेल्ला सै जो इन बात्तां की गवाही देवै सै अर जिसनै इन बात्तां ताहीं लिख्या सै, अर हमनै बेरा सै के उसकी गवाही साच्ची सै। \p \v 25 और भी घणेए काम सै, जो यीशु नै करे, जै वे एक-एक करकै लिखे जांदे, तो मै समझू सूं के किताब जो लिक्खी जांदी वा दुनिया म्ह भी कोनी समान्दी।